Video
Advertisement

विशेष

नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्रायल कोर्ट के समन आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया है। जस्टिस रविंद्र डूडेजा की बेंच ने मामले की अगली सुनवाई 10 सितंबर को करने का आदेश दिया।   दरअसल, ईडी ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के पहले पूछताछ के लिए जारी समन पर पेश न होने के चलते दो शिकायतें कोर्ट में दाखिल की थी। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 7 फरवरी को ईडी की पहली शिकायत पर संज्ञान लेते हुए केजरीवाल को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया था। दिल्ली आबकारी घोटाला के मामले में ईडी ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को 4 अक्टूबर, 2024 को उनके सरकारी आवास पर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। ईडी ने इस मामले में मनीष सिसोदिया को 9 मार्च, 2023 को पूछताछ के बाद तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था। सिसोदिया को पहले सीबीआई ने 26 फरवरी, 2023 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में केजरीवाल, सिसोदिया और संजय सिंह समेत सभी आरोपितों को जमानत मिल चुकी है।

Kolar News

Kolar News

वडोदरा । राज्य में मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाली महिसागर नदी पर बना पुल के अचानक ढहने से कई वाहन नदी में  गिरने नौ लोगों की मौत हो गई है। जबकि आठ लोगों को बचा लिया गया। घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शोक जताया और प्रधानमंत्री राहत  कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दाे लाख रुपये और घायलाें काे पचास-पचास हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी राज्य सरकार की ओर से भी मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख और घायलाें काे पचास-पचास हजार रुपये का  मुआवजा देने की घाेषणा की है।    मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाली महिसागर नदी पर बना पुल लगभग 45 साल पुराना है। बुधवार सुबह यातायात के दाैरान दो ट्रक, दो पिकअप और एक रिक्शा महिसागर नदी में गिर गए। पुल के टूटने और कई वाहनाें के गिरने से माैके पर हाहाकर मच गया। घटना की जानकारी   हाेने पर मुजपुर समेत आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। मुजपुर गांव के ग्रामीण बचाव कार्य के लिए जुट गए और नदी में फंसे व बहते लाेगाें काे कई लोगों को बचाया। इस हादसे में अभी तक नाै लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 8 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया। घटना की जानकारी मिलने पर पादरा पुलिस भी मौके पर पहुंची गई और शवाें काे निकाला। सुसाइड पॉइंट के रूप में बदनाम इस पुल के ढहने से आणंद, वडोदरा, भरूच और अंकलेश्वर का संपर्क टूट गया है।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर एक पाेस्ट कर गुजरात के वडोदरा जिले में एक पुल के ढहने से हुई जान-माल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। उन्हाेंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने अपनी विदेश यात्रा के दौरान टेलीफोन पर बातचीत कर त्रासदी की जानकारी प्राप्त की।    पुल हादसे पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, आणंद और वडोदरा को जोड़ने वाला गंभीरा पुल के एक हिस्से के ढह जाने से हुई जनहानि अत्यंत दुखद है। राज्य सरकार इस त्रासदी से प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ गहरी संवेदना के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को चार लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया। साथ ही, दुर्घटना में घायल प्रत्येक व्यक्ति को 50 हजार रुपये की सहायता देने के साथ ही सभी काे चिकित्सा उपलब्ध कराने की बात कही। आणंद के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ऋतुराज देसाई ने बताया कि गंभीरा पुल के पुनः खुलने तक सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्हाेंने बताया कि गंभीरा पुल पर आने-जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जा रहा है।   पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता एनएम नायकवाला ने बताया कि गंभीरा पुल वर्ष 1985 में बना था और इसकी आयु 100 वर्ष है। पिछले साल जैसा मिला था वैसा ही काम किया गया। इस साल भी गड्ढों को भर दिया गया। पुल जर्जर नहीं है, रिपोर्ट आने के बाद कारणों का पता चलेगा।

Kolar News

Kolar News

आलिया भट्ट की पूर्व पर्सनल असिस्टेंट वेदिका प्रकाश शेट्टी को हाल ही में जुहू पुलिस ने गिरफ्तार किया है। करीब पांच महीने की तलाश के बाद वेदिका प्रकाश शेट्टी को आखिरकार बेंगलुरु से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। उन पर आलिया के प्रोडक्शन हाउस 'एटरनल सनशाइन प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड' और उनके निजी खातों से लगभग 77 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप हैै। यह फर्जीवाड़ा मई, 2022 से अगस्त, 2024 के बीच की अवधि का बताया गया है। आलिया की मां सोनी राजदान की ओर से की गई शिकायत पर पुलिस ने कुछ महीने पहले ही मामला दर्ज किया था, जिसकी जांच के बाद अब यह गिरफ्तारी की गई है।   पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। पुलिस इस धोखाधड़ी केस में आगे की कार्रवाई में जुटी है। अब तक इस मामले पर न तो आलिया भट्ट और न ही उनकी टीम की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने आया है।   आलिया ने 'एटरनल सनशाइन प्रोडक्शंस' की स्थापना 2021 में की थी और इस बैनर तले बनी उनकी पहली फिल्म 'डार्लिंग्स' थी, जिसे काफी सराहना मिली थी। आलिया भट्ट को पिछली बार फिल्म 'जिगरा' में देखा गया था। इन दिनों वह अपनी अगली फिल्म 'अल्फा' की शूटिंग में व्यस्त हैं, जिसमें उनके साथ शरवरी वाघ नजर आएंगी। यह एक एक्शन थ्रिलर बताई जा रही है और इसकी रिलीज डेट 25 दिसंबर तय की गई है। इसके अलावा आलिया के पास संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'लव एंड वार' भी है। इस पीरियड ड्रामा में उनके साथ विक्की कौशल और रणबीर कपूर जैसे सितारे नजर आएंगे, जिससे दर्शकों की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान की जांच रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंप दी है। ये रिपोर्ट जांच के शुरुआती निष्कर्षों पर आधारित है, इसलिए विमान हादसे की वजह का खुलासा नहीं किया गया है। मंत्रालय ने रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की विस्तृत जांच और सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।   आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि एयर इंडिया की फ्लाइट संख्‍या AI 171 की दुर्घटना को लेकर जांच रिपोर्ट ब्यूरो के शुरुआती आकलन और निष्कर्षों पर आधारित है। यह रिपोर्ट इस सप्ताह के अंत में सार्वजनिक की जाएगी। जांच के दौरान ब्लैक बॉक्स, कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) के विश्लेषण को भी आधार बनाया है। यह रिपोर्ट पूरी जांच का अंतिम निष्कर्ष नहीं है, बल्कि इससे जुड़े तथ्यों और संभावित कारणों की एक रूपरेखा है।   नागर विमानन मंत्रालय ने रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की विस्तृत जांच और सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। एएआईबी अब विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है, जिसमें और भी गवाहों के बयान, तकनीकी मूल्यांकन और विशेषज्ञों की राय को शामिल किया जाएगा। दरअसल, अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हादसे का शिकार हो गया था, जिससे विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद हताहतों सहित कुल मृतकों की संख्या 260 थी।

Kolar News

Kolar News

पटना। बिहार में पहली बार युवा आयोग का गठन किया गया है। इसका उदेश्य यहां के युवाओं को आत्मनिर्भर, दक्ष और रोजगारोन्मुखी बनाना है, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे के साथ कई अन्य  एजेंडों पर मुहर लगी।   युवा आयोग के गठन से संबंधित जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश ने अपने एक्स पर पोस्ट करके दी। इसमें उन्होंने लिखा कि बिहार के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, उन्हें प्रशिक्षित करने तथा सशक्त और सक्षम बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बिहार युवा आयोग के गठन का निर्णय लिया है। समाज में युवाओं की स्थिति में सुधार और उत्थान से संबंधित सभी मामलों पर सरकार को सलाह देने में इस आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।   युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार सुनिश्चित करने के लिए सरकारी विभागों के साथ यह आयोग समन्वय भी करेगा। इस पोस्ट में आयोग के स्वरूप को स्पष्ट करते हुए बताया गया है कि बिहार युवा आयोग में एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे। इनकी अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष होगी। यह आयोग इस बात की निगरानी करेगा कि राज्य के स्थानीय युवाओं को राज्य के भीतर निजी क्षेत्र के रोजगारों में प्राथमिकता मिले। साथ ही राज्य के बाहर अध्ययन करने वाले और काम करने वाले युवाओं के हितों की भी रक्षा हो।   इसके साथ ही कैबिनेट में लिए गए 43 एजेंडों के बारे में विस्तृत जानकारी मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सूचना भवन के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि राज्य के बाहर भी जो युवा काम करने जाते हैं, उनके हितों की रक्षा करना भी इस आयोग का कार्य होगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद इसके गठन की समुचित प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगा।   डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि बिहार में सरकारी नौकरी में राज्य की महिलाओं को एक बड़ी सहूलियत दी गई है। यहां की सरकारी नौकरियों में सभी वर्ग की महिलाओं को मिलने वाला 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ अब सिर्फ बिहार मूल की निवासी महिलाओं को ही दिया जाएगा। यानी बिहार के बाहर दूसरे किसी राज्य की महिलाओं को नौकरियों में इस आरक्षण व्यवस्था का लाभ नहीं मिलेगा। बिहार सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी में डोमिसाइल नीति लागू कर दी गई है। अब तक इस आरक्षण का लाभ अन्य राज्यों की महिलाओं को भी मिलता था, लेकिन अब यह सुविधा सिर्फ उन महिलाओं को मिलेगा, जो बिहार की स्थायी निवासी होंगी।   उन्होंने बताया कि अनियमित मानसून व सूखे जैसी स्थिति में फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को डीजल अनुदान देने को लेकर कैबिनेट ने 100 करोड़ खर्च की स्वीकृति दी है। साथ ही मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तीकरण योजना के तहत पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं सामान्य वर्ग के पुरुष दिव्यांग अभ्यर्थियों को बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 50 हजार तथा यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण होने पर एक लाख प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कमला बलान नदी पर आरसीसी पुल और पहुंच पथ निर्माण के लिए 15412.13 लाख की स्वीकृति दी गई है। पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा की आवश्यकता को देखते हुए बिहार शहरी गैस वितरण नीति 2025 को मंजूरी दी गई है। बिहाल विधि सेवा में भर्ती के प्रस्ताव को स्वीकृत कर दिया गया है।   कैबिनेट के अन्य फैसले- -मोतिहारी जिले में माधोपुर-बहुरूपिया से दुबौलिया चौक तक सड़क के चौड़ीकरण के लिए 3170.52 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। -आरा जिले में कुरमुरी से बंधवा तक सड़के चौड़ीकरण पर 3353.24 लाख को स्वीकृति दी गई। -नवादा जिले में सड़क चौड़ीकरण के लिए 6970.23 लाख रुपये की मंजूरी। -बिहार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों की संवद्धन नीति 2025 को मंजूरी।

Kolar News

Kolar News

चेन्नई । तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के सेम्मनकुप्पम में मंगलवार सुबह एक स्कूल वैन के ट्रेन की चपेट में आने से दो छात्रों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में छह छात्र समेत सात लोग घायल बताए जा रहे हैं।   जिला प्रशासन के अनुसार, यह हादसा सुबह 7:45 बजे हुआ। स्कूली वैन रेलवे क्रॉसिंग पार कर रही थी, तभी विलुप्पुरम-मयिलादुथुराई पैसेंजर ट्रेन ने वैन को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वैन चालक और छह छात्र घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। घायल छात्रों को कुड्डालोर सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है।   स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दुर्घटना में निमिलेश (12) और डी. चारुमति (16) नाम के दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि 55 वर्षीय अन्नादुरई नाम के एक व्यक्ति की टूटे हुए बिजली के तार के संपर्क में आने से मौत हो गई। हादसे की रेलवे अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।   तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि मैं दुर्घटना में दो छात्रों की मृत्यु की दुखद खबर से स्तब्ध और दुखी हूं। मैं मृतक छात्रों के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।   उन्होंने मुआवजे का ऐलान करते हुए आगे लिखा कि मैंने दुर्घटना में मारे गए बच्चों के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये एवं गंभीर रूप से घायल और उपचार करा रहे बच्चों को एक-एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल बच्चों को 50,000 रुपये देने का आदेश दिया है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में वैश्विक शासन के ढांचे में सुधार, आतंकवाद के विरुद्ध कठोर कार्रवाई और जिम्मेदार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास की आवश्यकता पर बल दिया। विदेश मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री की शिखर सम्मेलन में सहभागिता पर जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन सत्र में वैश्विक शासन और शांति-सुरक्षा पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि विकासशील देशों को सतत विकास के लिए अधिक जलवायु वित्त और प्रौद्योगिकी की पहुंच की आवश्यकता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और डब्ल्यूटीओ जैसे संस्थानों में तत्काल सुधार की मांग की। आतंकवाद पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मानवता पर आघात बताया। उन्होंने कहा कि आतंक को संरक्षण, वित्तपोषण या प्रोत्साहन देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने दोहरे मानकों से बचने और आतंकवाद के विरुद्ध शून्य सहिष्णुता नीति की वकालत की। बाद में "मल्टीलेटरलिज्म, आर्थिक-वित्तीय मामलों और एआई" सत्र में उन्होंने कहा कि विविधता और बहुध्रुवीयता ब्रिक्स की ताकत हैं। उन्होंने चार सुझाव दिए—ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक को दीर्घकालिक और मांग आधारित परियोजनाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए, विज्ञान एवं अनुसंधान रिपोजिटरी स्थापित किया जाए, आवश्यक खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित बनाया जाए और एआई के क्षेत्र में नवाचार और उत्तरदायित्व को संतुलित किया जाए।   सम्मेलन के अंत में ब्रिक्स देशों ने ‘रियो डी जेनेरियो घोषणा’ को अपनाया। ‘रियो डी जनेरियो डिक्लेरेशन – स्ट्रेंग्थनिंग ग्लोबल साउथ कोऑपरेशन फॉर अ मोर इंक्लूसिव एंड सस्टेनेबल गवर्नेंस’ में विकासशील देशों के बीच सहयोग बढ़ाने, वैश्विक संस्थानों में सुधार और समावेशी तथा सतत विकास को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है। साथ ही आतंकवाद पर कड़ा रूख अपनाया गया है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका विरोधी नीतियों का समर्थन करने वाले ब्रिक्स देशों को सख्‍त लहजे में चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि 'अमेरिका विरोधी' नीतियों के साथ जुड़ने वाले देशों को 10 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ झेलना पड़ेगा।ट्रंप के नए ऐलान के बाद वैश्विक व्यापार में और अनिश्चितता पैदा होने के संकेत हैं, क्योंकि अमेरिका भारत सहित अपने कई व्यापारिक साझेदारों के साथ टैरिफ पर वार्ता जारी रखे हुए है, जिसकी मियाद 9 जुलाई को खत्‍म हो रही है।   अमेरिकी राष्ट्रपति का यह रुख ब्रिक्स देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (एफएमसीबीजी) की बैठक के संयुक्त बयान के बाद सामने आया है, जिसमें टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों को बढ़ाने सहित व्यापार और वित्त से संबंधित कार्रवाइयों के एकतरफा थोपे जाने के खिलाफ आवाज उठाई गई है। इससे पहले 9 अप्रैल को ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ के कार्यान्वयन को 3 महीने के लिए रोक दिया था। यह अवधि 9 जुलाई को समाप्त हो रही है।   अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर बातचीत में गतिरोध जारी है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा था कि भारत हमेशा मजबूत स्थिति के साथ बातचीत करता है, किसी तरह की समय-सीमा के दबाव में नहीं रहता है। अमेरिका की ओर से दुनिया के देशों के खिलाफ लगाए गए जवाबी टैरिफ की समय-सीमा 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। दूसरी ओर बाजील में 17वां ब्रिक्स समिट जारी है। ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश हैं। इसके अलावे कई अन्य विकासशील देश पिछले कुछ वर्षों में ब्रिक्स में शामिल हैं, जो बढ़कर 10 हो गया है। ब्रिक्स समूह में दुनिया की लगभग आधी आबादी और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 40 फीसदी शामिल है। ब्रिक्स समूह के देशों के पास वैश्विक व्यापार और निवेश प्रवाह का लगभग एक चौथाई हिस्सा है।

Kolar News

Kolar News

रायपुर । कांग्रेस द्वारा साेमवार काे रायपुर के साइंस कालेज मैदान में 'किसान, जवान और संविधान' जनसभा का आयोजन किया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बारिश के बीच केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मोदी सरकार दो टांगों पर चल रही है, एक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की है, दूसरी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है। इनमें से एक भी हिला तो मोदी सरकार हिल जाएगी। केंद्र सरकार डर और भय फैलाकर काम करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है, वह अपनी विचारधारा के लिए मर मिटने को भी तैयार है। इसके अलावा केंद्र सरकार की नीतियों, आदिवासी भूमि विवाद, मणिपुर हिंसा और सीजफायर मुद्दे को लेकर सीधे प्रधानमंत्री को घेरा।    खड़गे ने कश्मीर के सीजफायर प्रकरण को उठाते हुए कहा क‍ि “जब पहलगाम में हमला हुआ था, हमारी सेना पाकिस्तान को जवाब देने के लिए तैयार थी। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि मैंने सीजफायर कराया। यह बात उन्होंने एक बार नहीं 16 बार कही, मगर प्रधानमंत्री एक बार भी बोल नहीं पाए कि हमने खुद बातचीत कर फैसला लिया। भाषणों में जोश दिखाने वाले प्रधानमंत्री यहां चुप क्यों रहे? मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए कहा क‍ि “जब मणिपुर जल रहा है, तब प्रधानमंत्री दुनिया के 8 देशों की यात्रा पर रहे। पहले 42 देश घूम चुके, अब फिर विदेश जा रहे हैं। लेकिन मणिपुर नहीं जा रहे, जहां हमारे नेता राहुल गांधी दो बार जा चुके हैं। जब राहुल जा सकते हैं, तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं? उनके पास तो पुलिस, हेलीकॉप्टर और जहाज सब है। बिहार चुनाव को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा क‍ि “पहले महाराष्ट्र चुनाव में इन्होंने 75 लाख वोट बढ़ाए थे। अब बिहार में दो करोड़ वोट काटने की साजिश रची जा रही है। मैं कहना चाहता हूं कि आज जो कर रहे हो, कल पछताओगे। उन्हाेने कहा कि प्रदेश सरकार अब दिल्ली की कठपुतली बनकर रह गई है। मंच से कार्यकर्ताओं को बारिश में डटे रहने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, हम मंच पर भीग रहे हैं, आप मैदान में भीग रहे हैं, लेकिन पार्टी के लिए ये समर्पण दिखाता है कि आप हर संघर्ष के लिए तैयार हैं। उन्होंने याद दिलाया कि यहीं रायपुर में 2023 का महाधिवेशन हुआ था, जहां उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था।  खड़गे ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के जंगल, जमीन और खनिज संसाधन सब कुछ उद्योगपतियों को सौंप दिया गया है। यहां उद्योगपति कोयला, स्टील और आयरन ओर लूटने आ रहे हैं, जनता की भलाई के लिए नहीं। मुख्यमंत्री केवल दिल्ली के इशारों पर उठते-बैठते हैं। तंज कसते हुए कहा कि, 400 पार का दावा करने वाले आज दूसरों की बैसाखियों पर चल रहे हैं। अगर मध्यप्रदेश और राजस्थान में हमें कुछ सीटें और मिल जातीं तो मोदी को गुजरात भेज चुके होते। कांग्रेस की सरकार ने कर्जमाफी, एमएसपी, आरक्षण, शिक्षा और आदिवासी अधिकारों को मजबूत किया। भाजपा सिर्फ अमीरों के लिए सरकार चल रही है, गरीबों के लिए नहीं।उन्हाेंने आरोप लगाया कि रायपुर में जब कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था, तब उसे विफल करने के लिए ईडी की छापेमारी करवाई गई थी। भाजपा सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाना चाहती है। भाजपा सरकार ने हमारे छत्तीसगढ़ के जवानों और किसानों को धोखा दिया। यह इतना झूठ बोलते हैं इसीलिए मैं कहता हूं कि यह झूठों के सरदार हैं। सभा के अंत में कहा कि भाजपा सरकार हर जगह गरीब, किसान और आदिवासियों का हक छीनने का काम कर रही है। कांग्रेस लगातार इनके खिलाफ आवाज उठाती रहेगी। छत्तीसगढ़ की जनता को भी अपने जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा। संबोधन के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यकर्ताओं को फटकार भी लगाई। कार्यकर्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के उद्बोधन के दौरान भी नारेबाजी की, जिस पर वह भी नाराज दिखे। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को भी चुप रहने की हिदायत देनी पड़ी। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी सीट छोड़कर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे और शांत रहने काे कहा। इस दाैरान सभा को नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी संबोधित किया।  इस बीच सभा के दाैरान कांग्रेस की अंतर्कलह भी सामने नजर आई। राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के स्वागत के लिए विधायक देवेंद्र यादव पूर्व विधायक विकास उपाध्याय से माइक छीनते नजर आए। 

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

रियो डी जेनेरियो । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चार दिनों की यात्रा पर ब्राजील पहुंचे हैं। इस दौरान वे 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।यह प्रधानमंत्री मोदी की पांच देशों की यात्रा का चौथा चरण है। उनकी इस यात्रा को लेकर प्रवासी भारतीयों में खासा उत्साह देखा गया। जिन्होंने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया।   ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री शनिवार शाम (स्थानीय समय के अनुसार) रियो डी जेनेरियो के गैलेओ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के निमंत्रण पर ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, उसके बाद राजकीय यात्रा पर जाएंगे।   प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर कहा कि ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचा, जहां मैं ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा और बाद में राष्ट्रपति लूला के निमंत्रण पर राजधानी ब्रासीलिया जाऊंगा। इन बैठकों और बातचीत से एक उत्पादक दौर की उम्मीद है।   वे यहां राष्ट्रपति लूला के साथ व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य सहित दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को व्यापक बनाने पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। अपनी यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी 6 और 7 जुलाई को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद राजकीय यात्रा करेंगे, जिसके लिए वे ब्रासीलिया जाएंगे।   ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका सदस्य देश हैं जिसमें पांच अतिरिक्त सदस्य देश मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई के साथ संगठन का विस्तार किया गया है।

Kolar News

Kolar News

पटना । राजधानी पटना में रविवार को सनातन महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस मौके पर रामभद्राचार्य ने कहा कि हिन्दुओं को जो बांटेगा वो खुद कट जाएगा। इस सनातन महाकुंभ में देश भर के संत शामिल हो रहे हैं।   जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि पटना के गांधी मैदान में मुझे और धीरेंद्र शास्त्री को आने से रोका गया। उन्होंने कहा कि सत्ता अब हिंदू विरोधी के हाथ में कभी नहीं जाएगी। हिंदू को जो बांटना चाहेगा वो खुद ही कट जाएगा।   इस सनातन महाकुंभ में बागेश्वर पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हम यहां राजनीति के लिए नहीं बल्कि राम नीति के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत अगर हिंदू राष्ट्र होगा तो बिहार से इसकी शुरुआत होगी और वह पहला राज्य बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी धर्म के विरोधी नहीं हैं। वो बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे। साथ ही 7 नवम्बर से 16 नवम्बर तक दिल्ली से वृंदावन की यात्रा करेंगे।   पटना में आयोजित महाकुंभ में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “बिहार से ही भारत के हिंदू राष्ट्र बनने की शुरुआत होगी। अगर हमारे धर्म पर घात हुआ तो हम प्रतिघात करेंगे, भगवा गजवा-ए-हिंद की शुरुआत बिहार से होगी। उन्होंने कहा कि कुछ लाेग तिरंगा पर चांद चाहते हैं लेकिन हम तिरंगा को चांद पर लहराता  देखना चाहते हें।    यह भव्य आयोजन भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। इस महाकुंभ में धार्मिक प्रवचन और भजन-संध्या के साथ- साथ संत समागम, हवन-पूजन और वैदिक मंत्रोच्चार भी किया जाएगा।   उल्लेखनीय है कि प्रतिष्ठित गांधी मैदान में सनातन महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन किया जा रहा है। पहली बार इस महाकुंभ का आयोजन पटना में हो रहा है। इसमें बड़ी संख्या में देशभर के संत-महात्मा, जगद्गुरु और महामंडलेश्वर शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News

(प्रवीण कक्कड़) नया स्कूल सत्र शुरू हो चुका है, और एक बार फिर स्कूल के गलियारों में बच्चों की हंसी गूँज रही है। यह केवल एक नया अकादमिक वर्ष नहीं, बल्कि लाखों उम्मीदों और सपनों का आगाज़ है। शिक्षा वह सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिससे हम दुनिया को बदल सकते हैं। यह हर बच्चे का अधिकार है, और हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम इस अधिकार को हकीकत में बदलें। शिक्षा एक बच्चे के भविष्य की नींव होती है। यह उसे ज्ञान, कौशल और सोचने-समझने की शक्ति देती है। यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस (UDISE+) 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार, भारत के स्कूलों में कुल 24.8 करोड़ छात्र नामांकित हैं। यह जानकर खुशी होती है कि शिक्षा तक पहुंच में काफी वृद्धि हुई है। 6-14 आयु वर्ग के बच्चों के लिए समग्र स्कूल नामांकन दर लगभग 20 वर्षों से 95% से अधिक बनी हुई है, और 2024 में यह 98.1% थी। हालांकि, अभी भी एक लंबी दूरी तय करनी है। UDISE+ 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार, 6-17 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 4.74 करोड़ बच्चे स्कूल से बाहर हैं। यह संख्या बताती है कि बड़ी संख्या में बच्चे या तो कभी स्कूल में नामांकित नहीं हुए, या बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी। प्राथमिक स्तर पर स्कूल छोड़ने की दर 1.9% है, जबकि उच्च प्राथमिक में यह 5.2% और माध्यमिक स्तर पर 14.1% तक पहुँच जाती है। यह आँकड़ा हम सभी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। शिक्षा का अधिकार अधिनियम एक महत्वपूर्ण कदम है जो यह सुनिश्चित करता है कि 6 से 14 साल के हर बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा मिले। इसका मतलब है कि किसी भी बच्चे को शिक्षा से वंचित रखना कानूनी रूप से गलत है। सरकारी स्कूलों में तो शिक्षा, किताबें, ड्रेस और मध्याह्न भोजन मुफ्त मिलता ही है, साथ ही निजी स्कूलों में भी 25% सीटें आरटीई (RTE) के तहत आरक्षित हैं। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हर बच्चा, चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि से हो, स्कूल की दहलीज तक पहुंचे और अपनी पढ़ाई पूरी करे। हमें अपने समाज के उन बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। अक्सर हम अपने आस-पास काम करने वाले लोगों, जैसे चौकीदार, माली, कामवाली बाई या रसोइया के बच्चों की शिक्षा के बारे में नहीं सोचते। यह हमारा नैतिक और सामाजिक दायित्व है कि हम उनके बच्चों को स्कूल पहुंचाने में मदद करें। आप उनसे बात करें, उन्हें आरटीई के तहत निजी स्कूलों में मिलने वाले मुफ्त प्रवेश के बारे में जानकारी दें, और यदि संभव न हो तो सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाने में सहायता करें। यदि उन्हें किताबें, कॉपियाँ, स्कूल ड्रेस या स्टेशनरी खरीदने में आर्थिक मदद की जरूरत है, तो इसमें भी उनका सहयोग करें। आपका यह छोटा सा प्रयास देश के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखेगा। हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाना सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का साझा लक्ष्य होना चाहिए। जब हर बच्चा स्कूल जाएगा, तभी एक शिक्षित और सशक्त समाज का निर्माण होगा। बच्चों को स्कूल भेजना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि उन्हें वहां बेहतर माहौल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। आज भी कई स्कूलों में बेहतर व्यवस्थाओं की कमी है। यह चिंताजनक है कि प्रदेश के 21,077 स्कूल महज एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं, और शिक्षकों के 87,630 पद खाली हैं। शिक्षकों की कमी और बुनियादी सुविधाओं का अभाव बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता पर सीधा असर डालता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे स्कूल सिर्फ इमारतें न हों, बल्कि ज्ञान और नवाचार के केंद्र बनें। शिक्षकों की पर्याप्त संख्या हो, उन्हें उचित प्रशिक्षण मिले और उन्हें ऐसे संसाधन उपलब्ध कराए जाएं जिससे वे बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। स्कूलों में शौचालय, पीने का पानी और सुरक्षित वातावरण जैसी बुनियादी सुविधाओं का होना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब स्कूलों की स्थिति बेहतर होगी, तभी बच्चे न केवल स्कूल आने के लिए प्रेरित होंगे, बल्कि वहां रहकर कुछ नया सीख भी पाएंगे।  शिक्षा : सबकी साझा जिम्मेदारी  समाज क्या करे: अपने आस-पड़ोस में स्कूल न जाने वाले बच्चों की पहचान करें और उन्हें दाखिला लेने में मदद करें। अभिभावक क्या करें: बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें और उनकी पढ़ाई में रुचि जगाएं। बच्चों को समझाएं कि शिक्षा के माध्यम से ही सशक्तिकरण की राह तक पहुंचा जा सकता है। बच्चे क्या करें: मन लगाकर पढ़ाई करें, स्कूल के नियमों का पालन करें और शिक्षकों का सम्मान करें। शिक्षक क्या करें: बच्चों को प्यार और लगन से पढ़ाएं, उनकी समस्याओं को समझें और उन्हें प्रेरित करें। प्रशासन क्या करे: स्कूलों में पर्याप्त सुविधाएं और शिक्षक उपलब्ध कराएं, शिक्षा की गुणवत्ता पर निगरानी रखें और बाल श्रम पर कड़ा कदम लेकर हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाए। शिक्षा सिर्फ एक डिग्री प्राप्त करना नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला सके। रचनात्मक सोच, समस्या-समाधान की क्षमता, सहानुभूति और नैतिकता जैसे गुणों का विकास ही सच्ची शिक्षा है। हमारा स्कूली बस्ता सिर्फ भौतिक वस्तु नहीं, बल्कि एक ऐसा प्रतीक है जो हमें याद दिलाता है कि शिक्षा एक निरंतर यात्रा है, जो न सिर्फ व्यक्ति बल्कि पूरे समाज को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाती है। आइए, हम सब मिलकर बच्चों के इस "सपनों के पिटारे" को और अधिक समृद्ध बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा शिक्षा के प्रकाश से वंचित न रहे।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । उद्धव ठाकरे गुट (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) की संयुक्त रैली में उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि वे साथ रहने के लिए साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि हम दोनों ने उनकी इस्तेमाल करो और फेंको नीति का कड़वा अनुभव लिया, अब हम उन्हें राजनीति से बाहर फेकेंगे। मुंबई के वर्ली डोम में आयोजित इस संयुक्त रैली में उद्धव ठाकरे ने मनसे के साथ यूबीटी के गठबंधन की घोषणा की।उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई सालों बाद राज ठाकरे और वे एक साथ सार्वजनिक मंच पर मिले। हम सभी ने उनकी उपलब्धियां देखी हैं। हर बार यह सवाल उठाया गया था कि क्या हम एक साथ आएंगे। अब हम साथ आए हैं, लोग हमें तोड़ने की कोशिश करेंगे। आरोप लगाया जा रहा है कि हमारा मिलन मराठी के लिए नहीं बल्कि नगर निगम के लिए है। हालांकि, हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि मराठी के लिए साथ आए हैं। वे हमारे बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम मराठी भाषा की पालकी के कहार बनेंगे और मराठी भाषा को पालकी में बिठाएंगे। हम किसी दूसरी भाषा के खिलाफ नहीं लेकिन हम हिंदी की अनिवार्यता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री रहते हिंदी को अनिवार्य नहीं किया था। उद्धव ने कहा कि यदि आप मराठी लोगों के लिए न्याय की मांग करने वालों को गुंडे कहते हैं,तो हम गुंडे हैं।उद्धव ठाकरे ने सवाल किया कि यदि आपको महाराष्ट्र में बालासाहेब ठाकरे का समर्थन नहीं होता तो क्या हमें हिंदुत्व सिखाने वाले सत्ता में होते? एकजुट होना जरूरी है जैसा कि हमने संयुक्त महाराष्ट्र समिति के दौरान किया था। उद्धव ठाकरे ने भाजपा के मराठी लोगों से भी एक साथ आने की अपील की।राज ठाकरे ने अपने भाषण में सत्तारूढ़ दल को कठोर संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मराठी अभिमान में जरा भी कमी नहीं आई है। राज ठाकरे ने अपील करते हुए कहा कि मराठी एकता भविष्य में भी जारी रहनी चाहिए।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के छोटे भाई नेहल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। इन अनुरोध के बाद उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया। नेहल मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को 4 जुलाई को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। अमेरिकी न्याय विभाग ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। नेहल मोदी पर न्यूयॉर्क में 2.6 मिलियन डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी का भी आरोप है। उसके प्रत्यर्पण कार्यवाही के लिए अगली सुनवाई की तारीख 17 जुलाई निर्धारित की गई है। अमेरिकी अभियोजन पक्ष की ओर से दर्ज शिकायत के मुताबिक नेहल मोदी की प्रत्यर्पण की कार्यवाही दो मामलों में की जा रही है। पहला मामला धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का है, जबकि दूसरा मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120-बी और 201 के तहत आपराधिक साजिश का है। उल्‍लेखनीय है कि भगोड़े नीरव मोदी का छोटा भाई नेहल मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित है। ईडी और सीबीआई की ओर से की गई जांच में नेहल मोदी को नीरव मोदी की आपराधिक आय को वैध बनाने के लिए काम करने वाला अहम शख्स पाया गया था, जो ब्रिटेन से प्रत्यर्पण का भी सामना कर रहा है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल/मंदसौर  । मंदसौर जिले के भावगढ़ क्षेत्र में दर्ज एक एफआईआर के विरोध में करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर शनिवार को अपने हजारों समर्थकों के साथ एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। पुलिस द्वारा दर्ज मामले को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाज़ी की और अनशन पर बैठ गए। स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। एसपी अभिषेक आनंद स्वयं कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। पुलिस ने स्पष्ट किया कि कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है, जिसे लागू करना उनकी कानूनी जिम्मेदारी है।दरअसल, मंदसौर में करणी सेना परिवार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर पर एक गंभीर मामला दर्ज हुआ है। आरोप है कि उनके साथियों ने शराब ठेके पर पहुंचकर ठेका कर्मचारियों से 1 लाख रुपए महीना देने की फिरौती मांगी। मना करने पर मारपीट की गई और जातिसूचक गालियां दी गईं। मामला एससी-एसटी एक्ट, फिरौती और मारपीट की धाराओं में दर्ज हुआ है। यह घटना 26 जून को भावगढ़ थाना क्षेत्र के बेहपुर गांव की है। उसी दिन एफआईआर भी दर्ज हुई थी। मारपीट का वीडियो भी सामने आया। इसके बाद मंदसौर कोर्ट ने जीवन सिंह की गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।वहीं, एफआईआर के विरोध में शनिवार को जीवन सिंह शेरपुर अपने हजारों समर्थकों के साथ एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और करणी सेना के कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। वहीं, जीवन सिंह ने चेतावनी दी कि जब तक एफआईआर से उनका नाम नहीं हटाया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।जीवन सिंह शेरपुर का कहना है कि जब तक उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द नहीं की जाती और इस मामले में शामिल पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें जानबूझकर झूठे केस में फंसाया जा रहा है। पुलिस ऐसे मुकदमे तैयार कर रही है जिनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं। जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, मैं उन्हें जानता ज़रूर हूँ, लेकिन उन घटनाओं से मेरा कोई संबंध नहीं है। प्रशासन हमें अपराधी साबित करने की कोशिश कर रहा है।"पीड़ित कर्मचारी ऋतिक ने बताया कि 26 जून को वह अपने कुछ साथियों के साथ ऑफिस में मौजूद था, तभी पुष्पेंद्र सिंह, इंद्रपाल सिंह और नागेंद्र सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने कथित रूप से हर महीने 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और कहा कि "इतना दोगे तभी ठेका चलने देंगे।" जब इस मांग को मानने से इनकार किया गया, तो आरोपिताें ने मारपीट शुरू कर दी। ऋतिक के अनुसार, मारपीट के दौरान उन्होंने धमकी दी कि वे जीवन सिंह शेरपुर के आदमी हैं। इस हमले में कर्मचारी पुष्कर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही, पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि हमले के दौरान जातिसूचक गालियों का भी इस्तेमाल किया गया।इस मामले में एसपी अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि पुलिस ने 7 आरोपिताें के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन आरोपिताें में जीवन सिंह शेरपुर, पुष्पेंद्र सिंह, इंद्रपाल सिंह, नागेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, सचिन और देवी सिंह शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, जीवन सिंह शेरपुर के खिलाफ मंदसौर, रतलाम और नीमच ज़िलों में पहले से 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मंदसौर कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया है। एसपी आनंद ने कहा कि किसी भी स्थिति में जीवन सिंह शेरपुर की गिरफ्तारी की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ट्रिनिडाड एंड टोबैगो सरकार ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ ट्रिनिडाड एंड टोबैगो' देने की घोषणा की।  यह घोषणा वहां की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच आयोजित एक बड़े स्वागत समारोह में  की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक यात्रा और दोनों देशों के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने में उनकी भूमिका की सराहना की।   इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान के लिए ट्रिनिडाड एंड टोबैगो की जनता और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह घोषणा की कि अब ट्रिनिडाड एंड टोबैगो में बसे भारतीय मूल के छठी पीढ़ी के लोगों को भी ओसीआई कार्ड जारी किए जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में ट्रिनिडाड एंड टोबैगो के 180 वर्षों पूर्व आए भारतीय मूल के लोगों के योगदान को याद किया।   उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा उस ऐतिहासिक विरासत को सम्मानित करने का अवसर है। उन्होंने भारतीय प्रवासियों की सांस्कृतिक जीवंतता और उनकी सामाजिक भूमिका की सराहना की। प्रधानमंत्री ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए ट्रिनिडाड एंड टोबैगो को भारत की ओर से निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया।   प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले एक दशक में देश ने आधारभूत संरचना, डिजिटल तकनीक, हरित ऊर्जा, अंतरिक्ष अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने बताया कि 25 करोड़ से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला गया है और भारत शीघ्र ही विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।   उन्होंने बताया कि भारत के राष्ट्रीय मिशन जैसे एआई, सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग विकास के नए इंजन बन रहे हैं। उन्होंने यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान प्रणाली की सफलता का उदाहरण देते हुए कहा कि यह मॉडल ट्रिनिडाड एंड टोबैगो में भी प्रभावी हो सकता है। करीब चार हजार लोगों की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कल्चरल को-ऑपरेशन समेत कई संगठनों के कलाकारों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।   उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी 03 से 04 जुलाई तक ट्रिनिडाड एंड टोबैगो की राजकीय यात्रा पर पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे हैं। वर्ष 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ उनका भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से स्वागत हुआ। होटल पहुंचने पर भी भारतीय समुदाय ने उनका गर्मजोशी से अभिनंदन किया।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष में भारतीय सेनाओं को मिले सबक का अलग-अलग तरीके से विश्लेषण किया जा रहा है। सैन्य अधिकारी संघर्ष के दौरान मिले अनुभवों के आधार पर अपनी अगली रणनीति तय करने पर जोर दे रहे हैं। इसलिए उप सेना प्रमुख (क्षमता विकास एवं संधारण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने शुक्रवार को पहली बार माना कि हालिया संघर्ष में पाकिस्तान समेत तीन विरोधी मैदान में थे, जिनसे मुकाबला करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सबसे आगे जरूर था, लेकिन उसके पीछे चीन और तुर्किये भी थे।   लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आज फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की ओर से आयोजित '​नए युग की सैन्य प्रौद्योगिकियां' विषय पर संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे अभियान के दौरान वायु रक्षा और उसका संचालन किस तरह किया गया, यह महत्वपूर्ण था। हमारे पास एक सीमा थी और दो विरोधी थे, वास्तव में तीन। पाकिस्तान अग्रिम मोर्चे पर था। चीन हर संभव सहायता प्रदान कर रहा था। पाकिस्तान के पास 81 फीसदी सैन्य हार्डवेयर चीनी है।   उन्होंने यह भी कहा कि चीन अपने हथियारों का परीक्षण अन्य हथियारों के विरुद्ध करने में सक्षम है, इसलिए यह संघर्ष उनके लिए एक जीवंत प्रयोगशाला की तरह उपलब्ध था। तुर्किये ने भी पाकिस्तान को अपने ड्रोन की सहायता देकर उसके प्रयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब डीजीएमओ स्तर की वार्ता चल रही थी, तो पाकिस्तान को चीन से हमारे महत्वपूर्ण वेक्टरों के बारे में लाइव अपडेट मिल रहे थे। उन्होंने तीन दिन चले संघर्ष के दौरान मिले अनुभवों के आधार पर मजबूत वायु रक्षा प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया।   लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि हमें अनुसंधान और विकास में निवेश करने की आवश्यकता है। आरएंडडी में स्वाभाविक रूप से विफलताएं और सफलताएं दोनों शामिल होती हैं, इसलिए हमें घटक स्तरीय आरएंडडी में निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूंकि भारत एक वैश्विक शक्ति बनने की परिकल्पना करता है, इसलिए इस दृष्टिकोण के लिए मजबूत और आत्मनिर्भर रक्षा की क्षमता सर्वोपरि है। फिक्की और इसके सदस्य उद्योग इस राष्ट्रीय लक्ष्य को साकार करने के प्रयासों को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारतीय सेना के मास्टर जनरल सस्टिनेंस लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने भी कहा कि भू-राजनीतिक गतिशीलता और तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के कारण युद्ध तेजी से तीव्र और जटिल होकर युद्ध-लड़ने की प्रथाओं को बदल रहे हैं।   फिक्की रक्षा और होमलैंड सुरक्षा समिति के अध्यक्ष विनोद सहाय ने कहा कि मानव रहित और स्वायत्त प्रणालियां भविष्य हैं। जैसे-जैसे संघर्ष विकसित होते हैं, राष्ट्र बहुमूल्य जीवन के नुकसान को कम करने को प्राथमिकता देते हैं। मानव रहित और स्वायत्त प्रणालियां वायु, भूमि, जल और पानी के नीचे सहित विभिन्न क्षेत्रों पर हावी होंगी। इसी समिति के सह अध्यक्ष अशोक अटलूरी ने स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीडीएम) कंपनियों को संरक्षित, पोषित और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह कंपनियां उन्नत प्रौद्योगिकियों के साथ स्व-वित्तपोषित हैं और राष्ट्रीय रणनीतिक संपत्ति हैं।   फिक्की रक्षा और होमलैंड सुरक्षा समिति के सह अध्यक्ष आशीष कंसल ने कहा कि भारत का रक्षा उद्योग तकनीकी परिवर्तन के मुहाने पर खड़ा है, जो न केवल आवश्यकता से प्रेरित है, बल्कि महत्वाकांक्षा, नवाचार और क्षमता से भी प्रेरित है। उन्होंने अपनी आत्मनिर्भरता को मजबूत करने और अपने सैनिकों को उद्योग से दी जा सकने वाली सर्वोत्तम सुविधाओं से लैस करने के लिए नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अनुयायी चाहते हैं कि वे स्वयं अपने उत्तराधिकारी का चयन करें। रिजिजू ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका यह बयान सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर नहीं बल्कि एक बौद्ध अनुयायी के तौर पर है। रिजिजू ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में यह बातें कही। उन्होंने कहा, “मैं दलाई लामा का भक्त हूं। दुनिया में जो भी लोग दलाई लामा को मानते हैं, वे चाहते हैं कि उनके उत्तराधिकारी का चयन वे स्वयं करें। इसमें किसी भ्रम की आवश्यकता नहीं है। इसमें सरकार या मेरी ओर से कुछ कहने की जरूरत नहीं है।” इससे पहले उनके तिब्बती धर्मगुरु के उत्तराधिकार को लेकर दिए बयान पर चीन ने प्रतिक्रिया दी थी। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा था कि भारत को तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर सावधानी से व्यवहार करना चाहिए और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को तिब्बत के मामलों पर अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना चाहिए और भारत-चीन संबंधों के सुधार और विकास पर असर डालने वाले बयानों से बचना चाहिए। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रिजिजू ने आज हज 2026 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के भीतर आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी लोग समय पर आवेदन करें ताकि भविष्य में कोई दिक्कत न हो। सऊदी सरकार ने कई सख्त समय-सीमाएं तय की हैं। वे टूर ऑपरेटरों को निर्देश दे रहे हैं कि वे समयसीमा का पालन करें। उल्लेखनीय है कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर चीन चाहता है कि उनका चयन उसके अनुसार हो। वहीं तिब्बती समुदाय इसे धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप मानता है। भारत में रहने वाले दलाई लामा के अनुयायी, तिब्बती निर्वासित सरकार और वैश्विक बौद्ध समुदाय दलाई लामा द्वारा उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया को ही मान्यता देते हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को घाना की संसद को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्थानों में सुधार, लोकतंत्र को सशक्त बनाने और वैश्विक दक्षिण की प्रगति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने के नाते भारत को दुनिया की प्रगति का आधार स्तंभ बताया और कहा कि मजबूत भारत अधिक स्थिर और स्मृद्ध विश्व में सहयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण की आवाज के बिना वैश्विक स्तर पर प्रगति पाना संभव नहीं है। वैश्विक संस्थानों में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व नई और जटिल समस्याओं से जूझ रहा है। इसमें जलवायु परिवर्तन, महामारी, आतंकवाद और सायबर सुरक्षा जैसी चुनौतियां शामिल हैं। ऐसे में पिछली शताब्दी में बनाए गए संस्थान आज कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वर्तमान की चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए जिम्मेदार और प्रभावी सुधार जरूरी हैं। प्रधानमंत्री ने भारत और घाना के ऐतिहासिक संबंधों को लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार बताया। उन्होंने कहा कि भारत और घाना के इतिहास की पृष्ठभूमि औपनिवेशिक शासन की पीड़ा से जुड़ी है, लेकिन दोनों देशों की आत्मा हमेशा स्वतंत्र और निर्भीक रही है। उन्होंने घाना को लोकतंत्र, गरिमा और संकल्प की भूमि बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र कोई प्रणाली नहीं, बल्कि एक संस्कार है। यह भारतीय समाज को हज़ारों वर्षों से प्रेरणा देता रहा है। उन्होंने भारत को नवाचार और प्रौद्योगिकी का केंद्र बताया और कहा कि यहां वैश्विक कंपनियां आकर काम करना चाहती हैं। प्रधानमंत्री ने भारत-अफ्रीका संबंधों को लोकतंत्र, समावेश और नवाचार पर आधारित बताया। साथ ही कहा कि भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी समय की मांग हैं। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर पारिस्थितिक तंत्रों के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विविधता उसकी शक्ति है। देश में 2,000 से अधिक राजनीतिक दल, 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं।उन्होंने स्मरण कराया कि भारत के चंद्रमा पर उतरने के दिन भी वे अफ्रीका में थे और आज जब एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में प्रयोग कर रहा है, तब भी वे अफ्रीका में हैं। उन्होंने बताया कि भारत शीघ्र ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। भारत वैश्विक नवाचार और स्टार्टअप का केंद्र बन चुका है, और ‘विश्व की फार्मेसी’ के रूप में प्रतिष्ठित है। महिलाओं की भागीदारी विज्ञान, उड्डयन और खेल जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय स्थिति में है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों पांच देशों की यात्रा पर हैं। घाना दौरे के दौरान उन्हें देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारत और घाना ने इस यात्रा में अपने संबंधों को व्यापक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने की घोषणा की है।

Kolar News

Kolar News

साहिबगंज । झारखंड के साहिबगंज में गुरुवार सुबह बड़ा रेल हादसा हो गया। इसमें पत्थरों से लोड एक मालगाड़ी बेपटरी हो गयी, जिससे कई  बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है लेकिन रेलवे को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। इस दुर्घटना में मालगाड़ी की करीब 18 बोगियां पटरी से उतरकर नीचे गिर गईं हैं। मालदा डीआरएम घटनास्थल का मौका-मुआयना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है।    साहिबगंज के बरहरवा हिल अपर साइड में गुरूवार की सुबह पत्थर चिप्स लोडेड एक मालगाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे मालगाड़ी के डिब्बे घनी आबादी की तरफ आ गिरे लेकिन इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि मालगाड़ी पहाड़ पर थी। जब मालगाड़ी पहाड़ से ढलान की तरफ आने लगी तो वह अनियंत्रित होकर सरकने लगी। इसके बाद देखते ही देखते मालगाड़ी की कई बोगियां आपस में टकरा गईं और पलटकर क्षतिग्रस्त हो गईं। मालगाड़ी में पत्थर चिप्स लोड था। दुर्घटना की आवाज सुनकर गांव वाले उधर की तरफ भागे तो देखा कि एक के बाद एक मालगाड़ी की बोगियां आपस में टकरा कर पलटी हुई हैं। वहां पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। कुछ ही देर बाद वहां पर सुरक्षा बल, प्रशासनिक और रेलवे के अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने घटना की जानकारी अपने वरिष्ठों को दी।     मालदा डीआरएम मनीष गुप्ता घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कितनी क्षति हुई है, इसका आकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

Kolar News

Kolar News

गांधीनगर । बिहार में चुनाव से पहले ही इंडी गठबंधन बिखर गया है। गठबंधन की स्थापना के समय लालू प्रसाद यादव का पैर छूकर आशीर्वाद लेने वाले अरविन्द केजरीवाल ने घोषणा कर दी है कि उनकी आम आदमी पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी।  गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे अरविन्द केजरीवाल ने गुरूवार को कहा कि इंडिया नामक गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक था।     केजरीवाल ने आगे कहा कि गुजरात में कांग्रेस अब साफ होने की कगार पर है। विसावदर उपचुनाव में कांग्रेस इस सच को जानती थी, फिर भी उसने हमें हराने और भाजपा को जिताने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। इसके बावजूद हमने कांग्रेस से अलग लड़कर तीन गुना ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। इससे गुजरात की जनता का सीधा संदेश मिला है कि भाजपा और कांग्रेस का विकल्प आम आदमी पार्टी ही है। विसावदर का परिणाम यह दिखाता है कि जनता ने हमें एक विकल्प के रूप में स्वीकार किया है। अब भाजपा की विदाई निश्चित है। हम आगे भी गुजरात में चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। दिल्ली में मिली हार पर उन्होंने कहा कि राजनीति में ऊपर-नीचे होता रहेगा। केजरीवाल ने दावा किया कि पंजाब में हमारी सरकार दोबारा बनेगी।   बुधवार को ‘गुजरात जोड़ो सदस्यता अभियान’ की शुरूआत करने वाले केजरीवाल ने कहा कि इसके तहत हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे। गुजरात में अब आम आदमी पार्टी आ गई है। आम आदमी पार्टी को लोग एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं। विसावदर में जिस तरह से लोगों ने वोट दिया। ये माहौल, ये गुस्सा पूरे गुजरात के लोगों के अंदर है। मैंने कई जगह लोगों से बात की। लोगों में इसी तरह का गुस्सा है। यही गुस्सा विसावदर में देखने को मिला।  

Kolar News

Kolar News

पटना । पटना एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस सिलसिले में हवाई अड्डा थाना में मामला दर्ज किया गया है। ई-मेल में लिखा है कि एयरपोर्ट पर बम रखा गया है और वह जल्द फटने वाला है। एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है।   हवाईअड्डे के अधिकारियों ने पूरे परिसर में व्यापक छानबीन की है। जांच के दौरान कोई संदिग्ध या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। बीती देररात हवाई अड्डा थाना में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस ई-मेल भेजने वाले का पता करने में जुटी है। इसमें तकनीकी और साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उधर, इस समय पटना एयरपोर्ट में चप्पे-चप्पे पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं। एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले लोगों पर भी निगाह रखी जा रही है।   एसपी (सिटी) दीक्षा ने बताया कि केस दर्ज कर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के साइबर सेल को जांच करने के लिए कहा गया है। पटना पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 18 जून को भी ई-मेल से पटना एयरपोर्ट को बम से उड़ने की धमकी दी गई थी।

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करके अमरनाथ यात्रा की अंतिम तैयारियों की समीक्षा की।   उपराज्यपाल ने यातायात और सुरक्षा प्रबंधन और सुचारू, सुरक्षित और परेशानी मुक्त पवित्र तीर्थयात्रा के लिए किए गए सभी इंतजामों की व्यापक समीक्षा की। उपराज्यपाल ने अधिकारियों को यातायात सलाह का व्यापक प्रचार करने का निर्देश दिया, ताकि आम आदमी को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, एसएसपी, ट्रैफिक पुलिस और अन्य विभागों को निर्धारित काफिले में तीर्थयात्रियों की आवाजाही और यातायात योजना के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए निकट समन्वय में काम करना चाहिए।   उन्होंने उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ठहरने के केंद्र और स्वच्छता इकाइयां अच्छी स्थिति में हों। बैठक में मुख्य सचिव अटल डुल्लू, जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा, डीजीपी नलिन प्रभात, विशेष महानिदेशक (समन्वय) पीएचक्यू एसजेएम गिलानी, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव और एसएएसबी के सीईओ डॉ. मंदीप के. भंडारी और एसएएसबी, पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 (एनएसपी-2025) लाई है जिसका उद्देश्य भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति बनाना है। एनएसपी-2025 वर्ष 2001 की राष्ट्रीय खेल नीति का स्थान लेगी। इसका लक्ष्य नागरिकों को खेलों के माध्यम से सशक्त बनाना और भारत को 2036 ओलंपिक सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन और आयोजन के लिए तैयार करना है।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रीय खेल नीति-2025 को मंजूरी दी गई। सरकार का कहना है कि नीति व्यापक परामर्श के बाद तैयार की गई है, जिसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, नीति आयोग, खेल संघ, खिलाड़ी और विशेषज्ञ शामिल रहे। नीति पांच प्रमुख स्तंभों पर आधारित है।   केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खेल नीति-2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए एक ठोस रणनीतिक ढांचा तैयार किया गया है। इसमें सशक्त खेल प्रशासन के तहत खेलों के लिए मजबूत कानूनी और नियामक ढांचा विकसित करने की योजना है। निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए पीपीपी मॉडल और कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के माध्यम से वित्तीय सहयोग और समर्थन प्राप्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तकनीकी नवाचार जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और अनुसंधान के ज़रिए खिलाड़ियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन और योजनाओं की निगरानी की जाएगी। नीति में एक राष्ट्रीय निगरानी ढांचा भी प्रस्तावित है, जिसमें स्पष्ट प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (केपीआई), लक्ष्य और समयबद्ध योजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को इस नीति के अनुरूप अपनी राज्य स्तरीय खेल नीतियां बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। खेलों के समग्र विकास के लिए एक समेकित सरकारी दृष्टिकोण अपनाया जाएगा, जिसमें सभी मंत्रालयों और विभागों की योजनाओं में खेलों का एकीकृत समावेश सुनिश्चित किया जाएगा।   राष्ट्रीय खेल नीति 2025 पांच प्रमुख स्तंभों पर आधारित है- वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता, आर्थिक विकास, सामाजिक समावेशन, जनभागीदारी और शिक्षा से एकीकरण। इसका उद्देश्य ग्रामीण से शहरी स्तर तक खेलों का विकास, खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, खेलों को उद्योग से जोड़ना, पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करना और फिटनेस अभियान से जनआंदोलन खड़ा करना है। नीति में स्कूल शिक्षा में खेल समावेश, शिक्षकों का प्रशिक्षण और दोहरी करियर योजनाएं शामिल हैं। सफल क्रियान्वयन के लिए सशक्त प्रशासन, निजी भागीदारी, तकनीकी नवाचार, निगरानी तंत्र, राज्यों के लिए मॉडल नीति और सभी विभागों में खेलों का समावेश सुनिश्चित किया गया है।   नीति से जुड़े पांच प्रमुख स्तंभ इस प्रकार हैं-   1. वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता का लक्ष्य जमीनी स्तर से लेकर एलीट स्तर तक प्रतिभा की पहचान और पोषण के लिए प्रभावी ढांचा।ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में खेल ढांचे का विकास और प्रतिस्पर्धी लीग्स को बढ़ावा।कोचिंग, प्रशिक्षण और एथलीट सपोर्ट सिस्टम को विश्व स्तरीय बनाना।खेल विज्ञान, चिकित्सा और तकनीक के माध्यम से खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बढ़ाना।कोचों, तकनीकी अधिकारियों और सहायक स्टाफ का प्रशिक्षण और विकास।2. खेलों के ज़रिए आर्थिक विकास खेल पर्यटन को बढ़ावा और भारत में अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेज़बानी को प्रोत्साहन।खेल उत्पाद निर्माण और स्टार्टअप को सपोर्ट कर उद्योग का विकास।पीपीपी मॉडल, सीएसआर और नवाचार आधारित फंडिंग के जरिए निजी क्षेत्र की भागीदारी।3. सामाजिक विकास में खेल की भूमिका महिलाओं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, जनजातीय समुदायों और दिव्यांगजनों की सक्रिय भागीदारी।देशी और पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने पर ज़ोर।खेल को कैरियर विकल्प के रूप में स्थापित करने के लिए शिक्षा में समावेशन, वालंटियरिज्म और दोहरी करियर योजनाओं को बढ़ावा।प्रवासी भारतीयों को खेलों के ज़रिए जोड़ना।4. खेल को जन आंदोलन बनाना पूरे देश में फिटनेस अभियान और सामुदायिक आयोजनों के माध्यम से जन भागीदारी को बढ़ावा।स्कूल, कॉलेज और कार्यस्थलों के लिए फिटनेस इंडेक्स शुरू करना।सभी के लिए खेल सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करना।5. शिक्षा से एकीकरण स्कूल पाठ्यक्रम में खेलों का समावेश।शारीरिक शिक्षकों और शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देकर खेल शिक्षा को मज़बूती देना।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने विदेशी मुद्रा विनिमय अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन मामले में अपने ऊपर लगाए गए 10 करोड़ 65 लाख रुपये भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से वसूलने की मांग की थी। जस्टिस पीएस नरसिम्हा की अध्यक्षता वाली वेकेशन बेंच ने कहा कि ललित मोदी चाहे तो दूसरे कानूनी विकल्प आजमा सकते हैं। ललित मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आदेश के खिलाफ पहले बांबे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। बांबे हाई कोर्ट ने 19 दिसंबर, 2024 को याचिका खारिज करते हुए ललित मोदी पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया था। ललित मोदी का कहना है कि जब वे बीसीसीआई के उपाध्यक्ष थे उस समय वे आईपीएल के अध्यक्ष थे। याचिका में कहा गया है कि बीसीसीआई के उपनियमों के मुताबिक उन्हें क्षतिपूर्ति की जानी चाहिए।   हालांकि, बांबे हाई कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 के अपने फैसले में बीसीसीआई को राज्य नहीं माना था और इस तरह बीसीसीआई को किसी भी तरह की क्षतिपूर्ति देने का दिशा-निर्देश जारी करने से इनकार कर दिया था।

Kolar News

Kolar News

जम्मू । जम्मू संभाग में भारी बारिश के बाद चिनाब नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण अधिकारियों ने जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में सलाल बांध के कई स्पिलवे गेट खोल दिए हैं। अतिरिक्त पानी को सुरक्षित रूप से निकालने और नीचे की ओर किसी भी संभावित बाढ़ को रोकने के लिए गेट खोले गए हैं। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से नदी के किनारों से दूर रहने और सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आग्रह करते हुए निर्देश जारी किए हैं।    इससे पहले बताया गया था कि जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण चिनाब नदी का जल स्तर बढ़ गया है जिससे बगलिहार जलविद्युत परियोजना में पानी भर गया है। डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल ने स्थिति को स्वीकार किया और लोगों से नदियों और उफनती धाराओं से दूर रहने का आग्रह किया। डीआईजी पाटिल ने कहा कि आप सभी ने देखा होगा कि चिनाब नदी में जलस्तर बढ़ गया है। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि नदियों के पास न जाएं, जलस्तर बहुत अधिक है। खुद को जोखिम में न डालें।

Kolar News

Kolar News

'कांटा लगा' गाने से फेमस हुईं अभिनेत्री शेफाली जरीवाला अब हमारे बीच नहीं रहीं। 42 साल की उम्र में उनका निधन हो गया, जिससे पूरी इंडस्ट्री और उनके फैंस सदमे में हैं। पहले कार्डिएक अरेस्ट को उनकी मौत की वजह माना जा रहा था, लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नई जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेफाली का निधन रक्तचाप में अचानक आई भारी गिरावट के कारण हुआ। इस अनपेक्षित घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।   शेफाली जरीवाला बीते कई वर्षों से एंटी-एजिंग दवाओं और इंजेक्शनों का इस्तेमाल कर रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 27 जून को उनके घर में एक धार्मिक पूजा का आयोजन हुआ था, जिसकी वजह से उन्होंने पूरे दिन व्रत रखा था। इसी दिन दोपहर में शेफाली ने कथित तौर पर एंटी-एजिंग इंजेक्शन भी लिया। पुलिस अधिकारियों को शक है कि खाली पेट इंजेक्शन लेने के चलते ही उनका रक्तचाप अचानक गिर गया, जिससे कार्डियक अरेस्ट हुआ। बताया जा रहा है कि शेफाली पिछले 8 साल से इस तरह की दवाएं और इंजेक्शन ले रही थीं।   शेफाली जरीवाला के निधन के मामले में पुलिस ने अब तक करीब 10 लोगों से पूछताछ की है। इनमें उनके पति पराग त्यागी, माता-पिता और घरेलू स्टाफ के सदस्य शामिल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, 27 जून की रात शेफाली को डिनर के दौरान अचानक सीने में तेज दर्द हुआ। स्थिति बिगड़ती देख उनके पति पराग त्यागी उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

Kolar News

Kolar News

उत्तरकाशी । उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार आधी रात यमुनोत्री क्षेत्र में सिलाई बैंड के पास बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। यहां 8-9 मजदूरों के लापता होने की सूचना है। मौके पर पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ ने रेस्कक्यू शुरू कर दिया है।यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड से 4 किलोमीटर आगे सिलाई बैंड के पास रात करीब 3 बजे बादल फटने की घटना हुई है। जिसके बाद से 8-9 मजदूरों की लापता होने की सूचना है। साथ ही करीब 10 मीटर यमनोत्री हाइवे बह गया है।   जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि सिलाई बैंड के पास एक होटल निर्माणाधीन है, जिसके मजदूर नजदीक कैंप में निवास कर रहे थे। कैंप में करीब 19 मजदूर थे, जिसमें 8-9 मजदूर लापता हैं। वहीं, भारी मलबा आने से सिलाई बैंड के पास करीब 10 मीटर नेशनल हाइवे का हिस्सा बह गया है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस की टीम मौके पर है और मजदूरों की तलाश जारी है। जिलाधिकारी आपदा परिचालन केंद्र से लगातार निगरानी कर रहे हैं।   कुथनौर गांव में भी बादल फटने से ग्रामीणों की क्षति हुई है। हालांकि किसी प्रकार की कोई जन या पशुहानि की सूचना नहीं है। यमुना नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यमुना नदी के किनारे बसे लोगों को अलर्ट किया गया है।   स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता महावीर सिंह पंवार ने बताया कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह जगह बादल फटने से रोड 2 से 3 स्थानों पर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। ओजरी के पास भी रोड पूरी तरह क्षतिग्रस्त है और खेतों में मलबा है, डबरकोट में भी मलबा आने से रोड बंद है, स्यानाचट्टी में भी कुपड़ा कुंशाला त्रिखिली मोटर पुल खतरे में आ गया है और स्यानाचट्टी में भी खतरे की स्थिति बनी हुई है।   भारी बारिश से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नेताला बिशनपुर, लालढांग, नालूणा में भूस्खलन से बंद है। बारिश लगातार जारी है और सभी नदियां खतरें के निशान के पास बह रही हैं।

Kolar News

Kolar News

भुवनेश्वर । पुरी के गुंडिचा मंदिर के पास स्थित सरधाबली क्षेत्र में रविवार तड़के भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा सुबह करीब 4:20 बजे उस समय हुआ जब ‘पहुड़ा’ अनुष्ठान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ एवं उनके भाई-बहन के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ उस समय मची जब ‘चारमाला’ ले जा रहे दो ट्रक भीड़ के बीच प्रवेश कर गए, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जिन तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनकी पहचान प्रभाती दास, बसंती साहू और प्रेमकांत मोहंती के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों और चश्मदीदों ने सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि हादसे के समय मौके पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। प्रशासन द्वारा घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में आपातकाल की 50वीं बरसी पर उसके काले अध्याय को याद किया और कहा कि यह सिर्फ संविधान की हत्या नहीं थी, बल्कि न्यायपालिका को भी गुलाम बनाने का प्रयास था। उन्होंने उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने अत्याचारों का सामना करते हुए लोकतंत्र की रक्षा की।प्रधानमंत्री ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम के 123वें एपिसोड में अनेक विषयों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने हाल के दिनों में देश में हुए सकारात्मक बदलावों, सांस्कृतिक पर्वों, सामाजिक सहभागिता, महिलाओं की प्रगति, पर्यावरण संरक्षण और भारत की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए देशवासियों को गर्व और प्रेरणा का अनुभव कराया। प्रधानमंत्री ने आपातकाल की 50वीं बरसी पर लोकतंत्र की रक्षा में जुटे लोगों को याद किया। मोदी ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया। आप कल्पना कर सकते हैं कि वह दौर कैसा था। आपातकाल लगाने वालों ने ना सिर्फ हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को भी गुलाम बनाए रखने का था। इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, बाबू जगजीवन राम और अटल बिहारी वाजपेयी के पुराने ऑडियो भी साझा किए, जिनमें उन्होंने उस दौर की भयावहता को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस साहब को जंजीरों में बांधा गया था। अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गई। मीसा के तहत किसी को भी ऐसे ही गिरफ्तार कर लिया जाता था। छात्रों को भी परेशान किया गया। अभिव्यक्ति की आजादी का भी गला घोंट दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उस दौर में जो हजारों लोग गिरफ्तार किए गए उन पर ऐसे ही अमानवीय अत्याचार हुए लेकिन यह भारत की जनता का सामर्थ्य है कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई समझौता स्वीकार नहीं किया। आखिरकार, जनता-जनार्दन की जीत हुई-आपातकाल हटा लिया गया और आपातकाल थोपने वाले हार गए। मोदी ने कहा, "यह भारत की जनता का सामर्थ्य था कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई समझौता स्वीकार नहीं किया।" 25 जून को लागू किए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर केंद्र सरकार द्वारा इसे “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाया गया। मोदी ने कहा कि देश पर आपातकाल थोपे जाने के 50 वर्ष कुछ दिन पहले ही पूरे हुए हैं। हम देशवासियों ने 'संविधान हत्या दिवस' मनाया है। हमें हमेशा उन सभी लोगों को याद करना चाहिए, जिन्होंने आपातकाल का डट कर मुकाबला किया था। इससे हमें अपने संविधान को सशक्त बनाए रखने के लिए निरंतर सजग रहने की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की भव्यता का वर्णन करते हुए बताया कि इस बार योग दिवस पर तीन लाख लोगों ने विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर एक साथ योग किया। दो हजार से अधिक आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार किए। दिल्ली में यमुना के किनारे योग को स्वच्छता के संकल्प से जोड़ा गया। हिमालय की बर्फीली चोटियों से लेकर नौसेना के जहाजों तक, योग हर जगह हुआ। इस बार की थीम ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ को उन्होंने वैश्विक एकता और भारतीय संस्कृति का सन्देश बताया। प्रधानमंत्री ने तीर्थ यात्राओं में सेवा की भावना का उल्लेख करते हुए कहा कि जब लोग तीर्थ पर निकलते हैं, तो हजारों लोग सेवा में लग जाते हैं — भोजन, पानी, चिकित्सा और आश्रय जैसी व्यवस्थाएं भाव से की जाती हैं। उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने और अमरनाथ यात्रा, जगन्नाथ रथ यात्रा जैसे आयोजनों की चर्चा की और सेवा भाव से जुड़े लोगों की सराहना की। उन्होंने देश को ट्रेकोमा रोग से मुक्त घोषित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की और बताया कि यह उपलब्धि स्वच्छता, जल की आपूर्ति और स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत से संभव हुई है। उन्होंने बताया कि अब देश की लगभग 64 प्रतिशत जनसंख्या को किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ मिल रहा है, जो 2015 से पहले सिर्फ 25 करोड़ लोगों तक सीमित था।असम के बोडोलैंड क्षेत्र में हो रहे फुटबॉल टूर्नामेंट का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं की ऊर्जा, एकता और आत्मविश्वास की सराहना की। उन्होंने कहा कि कभी संघर्ष का प्रतीक रहे इस क्षेत्र के युवा अब खेलों के माध्यम से देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने तेलंगाना के भद्राचलम की महिलाओं द्वारा बनाए गए बाजरे के बिस्किट और सस्ते सैनिटरी पैड की जानकारी दी। कर्नाटक के कलबुर्गी की महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही ज्वार की रोटियों को भी उन्होंने एक मिसाल बताया, जो अब शहरों तक पहुंच रही हैं। मध्यप्रदेश की सुमन उइके द्वारा मशरूम उत्पादन और ‘दीदी कैंटीन’ के ज़रिए आत्मनिर्भरता की कहानी भी उन्होंने साझा की। उन्होंने मेघालय के एरी रेशम को भौगोलिक संकेतक टैग मिलने पर खुशी जताई और इसे पर्यावरण के अनुकूल, शांति का प्रतीक बताया। उन्होंने लोगों से खादी, हथकरघा और भारत में बने उत्पादों को अपनाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थियों को वियतनाम में दर्शनार्थ ले जाने और वहां पर डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों द्वारा दर्शन किए जाने को भारत की सांस्कृतिक विरासत की वैश्विक मान्यता बताया।पर्यावरण के क्षेत्र में पुणे के रमेश खर्माले द्वारा पहाड़ियों पर जल संरक्षण और वृक्षारोपण, अहमदाबाद में 'सिंदूर वन' और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी को पर्यावरण रक्षा में भागीदारी की प्रेरणा दी। महाराष्ट्र के ‘पटोदा’ गांव को उन्होंने अनुकरणीय बताया जो एक कार्बन न्यूट्रल ग्राम पंचायत बन चुका है। कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने भारत की अंतरिक्ष में हाल की सफलता की ओर संकेत किया और कहा कि भारत हर क्षेत्र में नया इतिहास रच रहा है। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत, महिला सशक्तिकरण, स्वदेशी उत्पादों के समर्थन और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर अपने विचार दोहराते हुए देशवासियों से सकारात्मक योगदान की अपील की।

Kolar News

Kolar News

इंफाल । सुरक्षा बलों ने मणिपुर के कई जिलों में संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में अपने अभियान को तेज कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप हथियारों और गोला-बारूद की महत्वपूर्ण बरामदगी हुई है।   पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि काकचिंग जिले में, वांगू पुलिस स्टेशन के अंतर्गत वांगू तरुंग ममांग चिंग क्षेत्र से हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। जब्त की गई वस्तुओं में एक इंसास राइफल (बिना मैगजीन), मैगजीन के साथ एक संशोधित एके-56 राइफल, एक बोल्ट-एक्शन सिंगल-बैरल फायरआर्म, एक और सिंगल-बैरल बंदूक और मैगजीन के साथ एक .32 पिस्तौल शामिल हैं। अतिरिक्त बरामदगी में एक इंसास एलएमजी मैगजीन, कवर के साथ एक 51 मिमी मोर्टार बम, लगभग एक किलोग्राम वजन वाले तीन आईईडी, एक जीवित .32 राउंड, 20 खाली इंसास राइफल केसिंग और तीन एलआर-135 एमटीआर आंसू गैस के गोले शामिल हैं। इसके अलावा सामरिक और संचार उपकरण चार्जर के साथ एक बाओफेंग हैंडसेट, छद्म वस्त्र, जूते, एक रेनकोट और बिना प्लेट वाली बुलेटप्रूफ जैकेट भी बरामद किए गए।   बिष्णुपुर जिले में फोगाकचाओ इखाई पुलिस स्टेशन के अंतर्गत तोरबंग सबल ममांग लेईकाई में चलाए गए अभियान में एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर), मैगजीन और पांच जिंदा राउंड, एक संशोधित एके राइफल खाली मैगजीन और तीन सिंगल-बैरल बंदूकें बरामद की गईं।   इसी तरह इम्फाल पश्चिम जिले में एक अलग अभियान में तीन पिस्तौल जिन पर "मेड इन बर्मा" लिखा था, जिनमें से प्रत्येक में एक मैगजीन थी, तीन 36 एचई हैंड ग्रेनेड के साथ बरामद की गई। हथियार लामसांग पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत कामेंग सबल क्षेत्र के पास आईवीआर रोड पर पाए गए।  

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । कोलकाता के कसबा स्थित लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस सनसनीखेज मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों के संबंध तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) से पाए गए हैं। पुलिस सूत्रों और छात्रों ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपित मनोजित मिश्रा (30) लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र है, जिसे हाल ही में कॉलेज प्रबंधन ने अस्थायी स्टाफ के तौर पर नियुक्त किया था। बाकी दो आरोपित प्रमित मुखोपाध्याय (20) और जैब अहमद (19) वर्तमान छात्र हैं और टीएमसीपी की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।   इस घटना को लेकर राजनीतिक घमासान तब और तेज हो गया जब मनोजित मिश्रा की तस्वीरें तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इन तस्वीरों में वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी, राज्य की स्वतंत्र प्रभार वित्त राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और कोलकाता नगर निगम की पार्षद कजरी बनर्जी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी) के साथ नजर आ रहा है। इसके अलावा पार्टी के कई अन्य विधायकों के साथ भी उसकी तस्वीरें हैं।   भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "यह चौंकाने वाला है कि कसबा में कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपित के सीधे संबंध तृणमूल कांग्रेस के सबसे ताकतवर नेताओं से हैं। वारदात के समय कॉलेज के गेट बंद करवा दिए गए थे। यह केवल अपराध नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर की गई साजिश और संरक्षण का मामला है। टीएमसी दुष्कर्मियों की पार्टी बन चुकी है।"   विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी अभिषेक बनर्जी के साथ मनोजित की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "अपराध का साम्राज्य यूं ही खड़ा नहीं होता, यह वर्षों की संगति और संरक्षण से फलता-फूलता है।"   वहीं, टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि केवल तस्वीरों के आधार पर किसी संबंध को साबित नहीं किया जा सकता। उन्होंने आरोप लागते हुए कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जहां भाजपा नेताओं की तस्वीरें भी बाद में ऐसे मामलों में फंसे नेताओं के साथ सामने आई थीं। सार्वजनिक हस्तियों के साथ ऐसे फोटो खिंचवाना सामान्य बात है। अगर टीएमसी को सफाई देनी है, तो भाजपा को भी देना होगा।"   घटना 25 जून की शाम करीब सात बजे की है, जब छात्रा को तृणमूल छात्र परिषद में निष्ठा साबित करने के नाम पर कॉलेज के कॉमन रूम में बुलाया गया। जब छात्रा ने वहां से निकलने की कोशिश की, तो उसे जबरन कॉलेज परिसर के एक गार्ड रूम में घसीटकर ले जाया गया। गार्ड को वहां से भगा दिया गया, लड़की गार्ड से मदद मांगती रही लेकिन वह भाग निकला और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के सुरक्षा कर्मियों ने इस अपराध में आरोपितों की सहायता की।   कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल नैना चटर्जी ने बताया कि यह कॉलेज डे-शिफ्ट में चलता है और कक्षाएं शाम पांच बजे तक समाप्त हो जाती हैं। ऐसे में कॉलेज बंद होने के बाद आरोपित वहां कैसे पहुंचे और पीड़िता को कैसे बुलाया गया, इस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।   सार्वजनिक अभियोजक सौरिन घोषाल ने बताया कि तीनों आरोपितों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और डिजिटल साक्ष्यों की जांच जारी है।   इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसीपी के प्रदेश अध्यक्ष त्रिणाकुर भट्टाचार्य ने कहा, "यदि आरोप सही साबित होते हैं तो दोषियों को पार्टी से संबंधों की परवाह किए बिना सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।"   इस बीच कोलकाता पुलिस के जादवपुर डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय ने शुक्रवार शाम एक आधिकारिक बयान जारी कर सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि के भ्रामक जानकारी साझा करने से बचने की अपील की है।

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरु । केंद्र सरकार ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के जश्न के दौरान हुई भगदड़ मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित करने की मंजूरी दे दी है। इस घटना में ग्यारह लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए थे।इस त्रासदी के मद्देनजर, राज्य सरकार ने कर्तव्य में लापरवाही के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद, उप पुलिस आयुक्त विकास कुमार और शेखर को निलंबित कर दिया था। राज्य सरकार ने इनके खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट डीपीएआर के माध्यम से केंद्र को भेज दी और अब केंद्र सरकार ने इस रिपोर्ट पर विचार कर उसे मंजूरी दे दी है।आरसीबी टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों प्रशंसक बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 11 लोग मारे गए और कई घायल हो गए थे। घटना के बाद एक जांच समिति गठित की गई और उसकी सिफारिशों के आधार पर राज्य सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने का हवाला देते हुए निलंबन की कार्रवाई की।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एअर इंडिया हादसे के बाद मिले ब्लैक बॉक्स की जांच से जुड़ी जानकारी साझा की है। मंत्रालय ने बताया है कि 24 जून को फ्रंट ब्लैक बॉक्स से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (सीपीएम) को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया, 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस किया गया और इसका डेटा एएआईबी लैब में डाउनलोड किया गया। सीवीआर और एफडीआर डेटा का विश्लेषण जारी है।   नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि एयर इंडिया की फ्लाइट संख्‍या एआई-171 के ब्लैक बॉक्स डेटा का विश्लेषण अभी चल रहा है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) दोनों को बरामद कर लिया गया था, उन्हें दिल्ली ले जाया गया है और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) प्रयोगशाला में डेटा विश्लेषण जारी है। मंत्रालय ने कहा कि टीम का नेतृत्व एएआईबी के महानिदेशक कर रहे हैं। इसमें यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) के प्रतिनिधि, एक विमानन चिकित्सा विशेषज्ञ और एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) अधिकारी शामिल हैं।   मंत्रालय के मुताबिक भारत, आईसीएओ शिकागो कन्वेंशन (1944) का हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते आईसीएओ अनुलग्नक 13 और विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 के अनुरूप जांच कर रहा है। एएआईबी ऐसी जांच के लिए नामित प्राधिकारी है और उसने दुर्घटना के एक दिन बाद 13 जून, 2025 को एक बहु-विषयक टीम का गठन किया था।   ब्लैक बॉक्स की रिकवरी और ट्रांसफरमंत्रालय के अनुसार हैंडलिंग कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) दोनों अहमदाबाद में दुर्घटना स्थल से बरामद किए गए थे। इसमें एक 13 जून को इमारत की छत से और दूसरा 16 जून को मलबे से बरामद हुआ था। दोनों उपकरणों को पुलिस सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी सहित सख्त प्रोटोकॉल के तहत संभाला गया। इसके बाद 24 जून को ब्लैक बॉक्स भारतीय वायु सेना के विमान के जरिए अहमदाबाद से दिल्ली ले जाया गया। इस विमान के सामने का ब्लैक बॉक्स दोपहर 2:00 बजे एएआईबी के महानिदेशक के साथ एएआईबी लैब पहुंचा, जबकि पिछला ब्लैक बॉक्स एएआईबी की दूसरी टीम द्वारा शाम 5:15 बजे पहुंचाया गया। डेटा निष्कर्ष स्थितिउस शाम, एएआईबी और एनटीएसबी तकनीकी सदस्यों वाली टीम ने डेटा निष्कर्षण शुरू किया। सामने के ब्लैक बॉक्स के क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (सीपीएम) को सफलतापूर्वक प्राप्त किया गया। 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल तक पहुंचा गया और एएआईबी प्रयोगशाला में डेटा डाउनलोड किया गया। मंत्रालय ने कहा कि अब तक सभी जांच कदम घरेलू कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुपालन तथा एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर उठाए गए हैं। ब्लैक बॉक्स से डेटा की रिकवरी और जांच पर स्थिति रिपोर्टनागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि एयर इंडिया की फ्लाइट संख्‍या एआई-171 विमान हादसे के फ्रंट ब्लैक बॉक्स से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (सीपीएम) को 24 जून को सुरक्षित रूप से निकाला गया, जिसका 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस किया गया था। इसका डेटा एएआईबी लैब में डाउनलोड किया गया। फिलहाल सीवीआर और एफडीआर डेटा का विश्लेषण चल रहा है। इन प्रयासों का उद्देश्य दुर्घटना की ओर ले जाने वाली घटनाओं के अनुक्रम को फिर से बनाना, विमानन सुरक्षा को बढ़ाने और भविष्य की घटनाओं को रोकने के लिए योगदान देने वाले कारकों की पहचान करना है।   उल्‍लेखनीय है क‍ि 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में गिर गया। जिससे विमान में सवार 241 यात्रियों सहित 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई। य‍ह विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था इस विमान में सवार केवल एक यात्री जीवित बच पाया था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष के लिए रवाना किया गया स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल गुरुवार को तय समय से 20 मिनट पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंच गया। यह प्रक्रिया लेजर सेंसर, कैमरे और स्वचालित सिस्टम से हुई। इस मिशन का संचालन भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने किया। हवा के रिसाव और दबाव की स्थिरता की लंबी जांच-पड़ताल के बाद क्रू के सदस्यों ने आईएसएस में प्रवेश किया। चारों अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक वहां रहकर धरती पर लौटेंगे।   फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से गुरुवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की ओर उड़ान भरने के बाद यह यान 418 किमी ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। लॉन्च के बाद से यह लगभग 28 घंटे की यात्रा पूरी करके अपनी मंजिल पर पहुंच चुका है। एक्स-4 क्रू में भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष भेजे गए हैं। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला बतौर पायलट इस मिशन से जुड़े हैं, जबकि अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन एक्सिओम-4 मिशन की कमान संभाल रही हैं। दो अन्य सदस्यों में हंगरी के टिबोर कापू और पोलिश अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज़्नान्स्की हैं।   एक्सिओम-4 मिशन की सफलता पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अभी डॉकिंग हो गई है। वहां जितने भी प्रयोग होने वाले हैं, उन सबकी सामग्री भारत में विकसित की गई है, तो हो गया आत्मनिर्भर भारत। वहां से जो प्रयोग होंगे, जो नतीजे निकलेंगे वो दूसरे देशों के काम आएंगे, तो हो गया विश्वबंधु भारत। जिस प्रकार से भारत इन सब प्रक्रियाओं में अब अगुवाई करने लगा है, तो हो गया विकसित भारत। मुझे लगता है कि यह दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा संकेत है और इससे दुनिया के आगे भारत की छवि बदली है। उन्होंने कहा कि पिछले एक-दो वर्षों में इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एयरोस्पेस अध्ययन में काफी रुचि बढ़ी है। इसरो में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण होता है। हजारों आवेदन आते हैं। यह हमारे सफल प्रयोगों का परिणाम है।   वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की मां आशा शुक्ला ने कहा कि डॉकिंग सफलतापूर्वक हुई। यह बहुत गर्व की बात है। यह सभी के लिए अच्छा है। हम बहुत खुश हैं, हमने हर दिन प्रार्थना की। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वे अपना कर्तव्य अच्छी तरह से निभाएं और सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौटें। इसका श्रेय सिर्फ मेरे बेटे और उसकी कड़ी मेहनत और समर्पण को जाता है। शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा कि हमें बहुत खुशी है। सफल डॉकिंग हुई है, इसके लिए हम भगवान का धन्यवाद करते हैं। हमें ये देख कर बहुत अच्छा लगा। हमें अपने बच्चे पर गर्व है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने से भारत के इनकार करने को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय भारत ने सिद्धांतगत आधार पर लिया क्योंकि घोषणापत्र के कुछ अहम बिंदुओं पर सदस्य देशों के बीच आम सहमति नहीं बन पाई।चीन के किंगदाओ प्रांत में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में भारत ने अहम कूटनीतिक रुख अपनाते हुए संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ अहम बिंदुओं पर आम सहमति न बनने के चलते इस घोषणापत्र को स्वीकार नहीं किया।इसे लेकर राजधानी दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में पूछे गए सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल बताया कि भारत चाहता था कि दस्तावेज़ में आतंकवाद, विशेष रूप से सीमा पार आतंकवाद और उससे जुड़ी चिंताओं को स्पष्ट रूप से दर्शाया जाए। कुछ सदस्य देशों को यह स्वीकार्य नहीं था, जिसके चलते घोषणापत्र को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। जायसवाल ने कहा कि भारत का मानना है कि आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है और इस विषय पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता।जायसवाल ने कहा कि अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एससीओ के सभी 11 सदस्य देशों से आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि आतंकवाद को समर्थन, वित्त पोषण और शरण देने वालों को जवाबदेह ठहराना जरूरी है और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। प्रवक्ता ने दोहराया कि भारत एससीओ के मंच पर रचनात्मक भूमिका निभाने को प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी सुरक्षा और मूल सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं करेगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट इतिहास में एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। भारत ऐसी पहली टीम बन गई है जो पांच बल्लेबाजों के शतक के बावजूद कोई टेस्ट मैच हार गई हो। इससे पहले कभी भी किसी टीम को चार या उससे अधिक शतक लगने के बाद हार का सामना नहीं करना पड़ा था। यह रिकॉर्ड आखिरी बार 1928 में तब दर्ज हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया ने एमसीजी पर इंग्लैंड से हार झेली थी।यह ऐतिहासिक हार हेडिंग्ले टेस्ट में दर्ज हुई, जहां इंग्लैंड ने 371 रनों के लक्ष्य का पीछा कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। इस यादगार जीत के नायक रहे बेन डकेट, जिन्होंने मात्र 149 रन की विस्फोटक पारी खेलकर चेज़ की नींव रखी।डकेट ने जैक क्रॉली के साथ पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की। क्रॉली ने संयमित 65 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों को भारतीय फील्डिंग में मिले जीवनदान का भरपूर फायदा मिला — क्रॉली 42 पर और डकेट 97 पर जीवनदान पाकर आगे बढ़े।भारत की ओर से पांच बल्लेबाजों ने शतक जमाए, लेकिन गेंदबाज़ी और फील्डिंग में चूकों ने टीम को भारी नुकसान पहुंचाया। आखिरी दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाते हुए भारत से जीत छीन ली।अब भारत को एजबेस्टन टेस्ट से पहले जल्दी संभलने की जरूरत है। टीम चयन में बदलाव की संभावना है, खासकर जब कुलदीप यादव जैसे कलाई के स्पिनर बेंच पर तैयार हैं।यह हार सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भारत के लिए चेतावनी है कि केवल रन बनाना काफी नहीं — मौके भुनाना और गेंदबाज़ी में धार लाना भी उतना ही जरूरी है।

Kolar News

Kolar News

तेहरान/वॉशिंगटन । ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी (एईओआई) ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा। एईओआई के प्रवक्ता ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि ईरान यूरेनियम संवर्धन को दोबारा शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और यह प्रक्रिया किसी बाहरी दबाव के अधीन नहीं है।एईओआई ने कहा है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है और यह हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। हम अपने अधिकारों से पीछे नहीं हटेंगे।एजेंसी ने आगे कहा कि यूरेनियम संवर्धन की प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के दिशानिर्देशों के तहत की जाएगी, लेकिन राजनीतिक दबाव या समझौतों के आधार पर इसका त्याग नहीं किया जाएगा।ईरान की यह प्रतिक्रिया तब आई जब राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि उनकी पहल से ईरान अब "दुनिया का सबसे घातक हथियार" यानी परमाणु बम कभी हासिल नहीं कर पाएगा। उन्होंने इस दावे को आधार बनाकर खुद को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित भी किया है।दूसरी ओर, ईरान-इजराइल के बीच संघर्षविराम लागू होने को ट्रंप ने एक “ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया। हालांकि ईरान ने न सिर्फ इस संघर्षविराम को “एकतरफा अमेरिकी प्रचार” कहा, बल्कि ट्रंप के परमाणु दावों को भी राजनीतिक लाभ के लिए गढ़ा गया झूठ करार दिया है।

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन । भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के लिए रवाना हो गए। फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से आज सुबह 2:31 बजे ईडीटी (12:01 बजे आईएसटी) एक्सिओम मिशन-4 स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरी। इसे फाल्कन 9 रॉकेट के माध्यम से कक्षा में प्रक्षेपित किया जाएगा। स्पेसएक्स ने ड्रैगन के रवाना होने के समय का पहला वीडियो जारी किया है।स्पेसएक्स के वीडियो में शुभांशु समेत मिशन पर जा रहे हंगरी के तिबोर कापू, पोलैंड के स्लावोस उज्नान्स्की विस्नेव्स्की और टीम का नेतृत्व कर रहीं पैगी को विमान में बैठे हुए देखा जा सकता है। यान को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचने में 28 घंटे का समय लगेगा। अंतरिक्ष स्टेशन धरती से करीब 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। यह पृथ्वी के चारों ओर एक निश्चित कक्षा में 28 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूमता है। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु की इस मिशन में पायलट की भूमिका है।उनके साथ इस मिशन में अनुभवी नासा अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड से ईएसए अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज्नान्स्की विस्नीव्स्की और हंगरी से तिबोर कापू भी शामिल हैं। इस मिशन की अवधि 14 दिन है। नासा के अनुसार, लॉन्चिंग के अगले दिन 26 जून की शाम लगभग 4 बजकर 30 मिनट पर ड्रैगन कैप्सूल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से डॉक करेगा।नासा और स्पेसएक्स के सहयोग से एक्सिओम स्पेस ने इस मिशन को तैयार किया है। इसमें कई देशों के अंतरराष्ट्रीय क्रू मेंबर शामिल हैं। यह कमर्शियल और वैश्विक अंतरिक्ष एक्सप्लोरेशन में एक बड़ा कदम है। भारत के लिहाज से खास बात ये है कि इसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी हैं। किसी भी भारतीय एस्ट्रोनॉट की आईएसएस के लिए ये पहली उड़ान है। भारत, हंगरी और पोलैंड के लिए यह मिशन लंबे अंतराल के बाद मानव अंतरिक्ष यान की वापसी का प्रतीक है।उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले वर्ष 1984 में अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष से कहा था, ''सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा।''

Kolar News

Kolar News

देहरादून । उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर नौ कैंची भैरव मंदिर के पास बीते दिन हुए भूस्खलन के बाद मलबे में दबकर एक बालिका समेत दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो यात्री अभी लापता हैं। एसडीआरएफ, पुलिस तथा वन विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे से पुन: खोज एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच सुबह जिलाधिकारी प्रशांत आर्य भी मौके पर पहुंच गये। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से हादसे के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जियोलॉजिस्ट की टीम को तत्काल मौके का निरीक्षण करने व भूस्खलन के कारणों का पता लगाने के लिए मौके पर पहुंचने के निर्देश दिये हैं।   जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र के अनुसार खोज एवं बचाव अभियान पुन: प्रारंभ किया गया है। सभी यात्रियों को आवागमन हेतु फिलहाल रोका गया है जिन्हें वैकल्पिक मार्ग से भेजने की कार्रवाई की जा रही है। केन्द्र के अनुसार हादसे में मारे गए लोगों की पहचान हरिशंकर पुत्र ओमप्रकाश (47) और ख्याति (09) पुत्री हरिशंकर निवासी जौनपुर, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। भाविका शर्मा (11) पुत्री जॉय शर्मा निवासी बी-58, कृष्णा विहार, नई दिल्ली और कमलेश जेठवा (35) पुत्र कांतिबाई निवासी मुंबई, महाराष्ट्र अभी लापता हैं। दोनों की तलाश की जा रही है। इस हादसे में घायल रशिक भाई पुत्र बसराम भाई निवासी मुंबई, महाराष्ट्र कोदेहरादून रेफर किया गया है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विज्ञान भवन में आयोजित श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी के ऐतिहासिक संवाद की शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख कर कहा कि इसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट और कठोर नीति को दुनिया के सामने रख दिया है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने दिखा दिया है कि भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए अब दुनिया में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है। आज का भारत अपने हितों के अनुसार हर जरूरी कदम उठाने में पीछे नहीं रहता। उन्होंने श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी की 1925 में हुई ऐतिहासिक मुलाकात को याद करते हुए कहा कि यह संवाद केवल इतिहास की घटना नहीं, बल्कि आज भी सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि श्रीनारायण गुरु का जीवन समता, एकता और आध्यात्मिक उत्थान का प्रतीक रहा है। भारत की विशेषता यही है कि जब भी देश किसी संकट में होता है, कोई न कोई महान विभूति मार्गदर्शन के लिए सामने आती है। श्रीनारायण गुरु ऐसे ही संत थे, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी।प्रधानमंत्री मोदी ने शिवगिरी मठ के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि यह मठ हमेशा उनके साथ खड़ा रहा है। उन्होंने 2013 की केदारनाथ आपदा का ज़िक्र कर कहा कि उस कठिन समय में शिवगिरी मठ ने भारत सरकार के बजाय उन्हें संपर्क किया, जब वे केवल एक मुख्यमंत्री थे। उन्होंने ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’, ‘वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड’ और ‘वन फैमिली, वन फ्यूचर’ जैसे वैश्विक दृष्टिकोणों का उल्लेख करते हुए भारत के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सतत विकास के लक्ष्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख कर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बेटियां कोर्ट से लेकर स्पेस तक भारत का नाम रोशन कर रही हैं। हमने उन क्षेत्रों में भी महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की है, जहां पहले उनकी एंट्री तक वर्जित थी।प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति न केवल शिक्षा को समावेशी और आधुनिक बना रही है, बल्कि मातृभाषा में पढ़ाई को बढ़ावा देकर पिछड़े वर्गों को आगे ला रही है। शताब्दी समारोह के अवसर पर मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम एक वैचारिक महाकुंभ है, जो सामाजिक न्याय, एकता और आध्यात्मिक सद्भाव के मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।    यह ऐतिहासिक संवाद 12 मार्च 1925 को शिवगिरी मठ में महात्मा गांधी और श्रीनारायण गुरु के बीच हुआ था, जिसमें वैकोम सत्याग्रह, धर्मांतरण, अस्पृश्यता उन्मूलन, दलित उत्थान और मोक्ष जैसे विषयों पर विचार हुआ था। श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस आयोजन में देशभर के आध्यात्मिक और सामाजिक नेता हिस्सा ले रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

हितानंद शर्मा आंतरिक अशांति का बहाना बनाकर 25 जून 1975 की आधी रात को देश पर थोपे गए ‘आपातकाल’को 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारत की जनता ने तब तानाशाही के विरुद्ध स्‍वतंत्रता की एक और लड़ाई लड़ी थी। इस बार लड़ाई अपने ही दिग्‍भ्रमित सत्‍तालोलुप नेताओं से थी, जिसमें देश एक बार फि‍र विजेता बनकर उभरा था। पिछले कुछ वर्षों से कुछ विपक्षी नेता संविधान की प्रति हाथ में लिए भाषण देते दिखाई देते रहे हैं। बात-बात में संविधान की दुहाई देने का क्रम चल रहा है। भारत के स्‍वस्‍थ और मजबूत लोकतांत्रिक वातावरण में भी ‘लोकतंत्र व संविधान बचाने’ के लिए सभाओं के प्रहसन चल रहे हैं। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर यह अवसर है जब मुड़कर इतिहास को फिर से देखने की आवश्‍यकता है। आपातकाल का निर्णय किसी युद्ध या आंतरिक विद्रोह के कारण नहीं बल्कि एक प्रधानमंत्री के लोकसभा चुनाव रद्द होने और अपनी सत्‍ता बचाने की हताशा में लिया गया राष्‍ट्र विरोधी निर्णय था। कांग्रेस पार्टी ने आपातकाल के इस क्रूरकाल में न केवल संवैधानिक ढांचे को कुचला बल्कि प्रेस की स्‍वतंत्रता, न्‍यायपालिका की निष्‍पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को भी भंग किया। 1971 के आम चुनावों में इंदिरा गांधी ने रायबरेली से जीत तो हासिल की लेकिन उनके निकटतम उम्‍मीदवार राजनारायण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुनाव में भ्रष्‍टाचार और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप लगाए। इधर देश की अर्थव्‍यवस्‍था खराब स्थिति में थी। आर्थिक विकास दर केवल 1.2% थी। देश का विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 1.3 बिलियन डॉलर था (आज 640 बिलियन है)। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्‍टाचार चरम पर था। 50% से ज्यादा जनता गरीबी रेखा के नीचे थी। बिहार और गुजरात में छात्रों के नेतृत्‍व में नवनिर्माण आंदोलन चल रहा था। 8 मई 1974 को जॉर्ज फर्नांडि‍स के नेतृत्‍च में देशव्‍यापी रेल हड़ताल हो चुकी थी। बिहार, गुजरात में राष्‍ट्रपति शासन के बाद कांग्रेस चुनाव हार चुकी थी। इस सबसे कांग्रेस की केंद्र सरकार परेशान हो चुकी थी।12 जून 1975 को न्यायमूर्ति जगमोहनलाल सिन्हा ने अपने निर्णय में इंदिरा गांधी की जीत को अवैध करार दिया और 6 साल तक चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया। इस ऐतिहासिक निर्णय के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री नहीं रह सकती थीं। उनकी कुर्सी को गंभीर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया। इससे घबराकर इंदिरा गांधी ने आंतरिक अशांति का बहाना बनाकर मंत्रिपरिषद् की अनुशंसा के बगैर ही राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से अनुच्छेद 352 के तहत देश में आपातकाल लगाने की सिफारिश की, जिसे राष्‍ट्रपति ने 25 जून 1975 की आधी रात को मंजूरी दे दी। आज संविधान की प्रतियां हाथ में लहराने का नाटक करने वालों को यह स्‍मरण रखना ही होगा कि आपातकाल वास्‍तव में भारतीय लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था को कुचलने का प्रयास था। य‍ह संविधान की हत्‍या की सोची-समझी रणनीति थी। इंदिरा गांधी ने ‘आंतरिक अशांति’ की आड़ लेकर संविधान के अनुच्‍छेद 352 का दुरुपयोग किया जबकि न तो उस समय बाहरी आक्रमण या युद्ध की स्थिति थी, न विद्रोह ही हुआ था। आपातकाल किसी राष्‍ट्रीय संकट का परिणाम नहीं था, बल्कि यह एक डरी हुई प्रधानमंत्री की सत्‍ता बचाने की जिद थी। संविधान की शपथ लेकर इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी थीं, किन्‍तु उसी संविधान की आत्‍मा को कुचलते हुए एक झटके में उन्‍होंने लोकतंत्र को तानाशाही में बदलकर रख दि‍या और पूरी शासन व्‍यवस्‍था को कठपुतली की तरह उपयोग किया। कांग्रेस सरकार ने विधायिका और न्‍यायपालिका को बंधक बनाकर सत्‍ता के आगे घुटने टेकने को विवश कर दिया था। प्रेस की स्‍वतंत्रता पर कुठाराघात किया गया। बड़े-बड़े समाचार पत्र संस्‍थानों की बिजली काट दी गई। समाचार पत्रों के प्रकाशन पर सेंसरशिप लगा दी गई और पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया। 21 महीने के आपातकाल का क्रूर समय नागरिकों पर हुए अत्‍याचारों की दारुण गाथा है। जहां विरोध में स्‍वर उठे वहां क्रूरता के साथ दमन किया गया। लोकतंत्र में आस्‍था रखने वाली हर आवाज को दबाया गया। मीसा जैसे काले कानून में लगभग एक लाख लोगों को बिना किसी सुनवाई के जेलों में डाला गया। जयप्रकाश नारायण, अटलबिहारी वाजपेयी, लालकृष्‍ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह जैसे अनेक वरिष्‍ठ विपक्षी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों यहां तक कि छात्रों तक को जेल में बंद करा दिया। जेलों में अमानवीय यातनाएं दी गईं। बीमार होने पर दवाएं तक नहीं दी गईं। महिला बंदियों के साथ असम्‍मानजनक और अमानवीय व्यवहार किया गया।लोकतंत्र की रक्षा में राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ की भूमिका और संघर्ष अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है। डरी हुई सरकार ने आपातकाल लगाने के पांच दिन बाद ही सरसंघचालक श्री बालासाहब देवरस को गिरफ्तार कर लिया। जयप्रकाश नारायण ने अपनी गिरफ्तारी से पहले लोक संघर्ष समिति का नेतृत्‍व संघ के पूर्णकालिक नानाजी देशमुख को सौंप दिया था, बाद में उन्‍हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरएसएस, जनसंघ, एवीबीपी और कई अन्‍य संगठनों पर प्रतिबंध लगाकर कांग्रेस द्वारा कठोर दमन चक्र चलाया गया। एक लाख स्‍वयंसेवक एवं विचार परिचार के कार्यकर्ताओं ने सत्‍याग्रह किया। 25 हजार कार्यकर्ताओं को मीसा में बंदी बना लिया गया। 100 कार्यकर्ता इस संघर्ष में बलिदान हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय साधारण कार्यकर्ता हुआ करते थे और उन्‍हीं की तरह लाखों स्‍वयंसेवकों ने आपातकाल विरोधी आंदोलन जारी रखा। रातों-रात रेलों में आपातकाल विरोधी पर्चे बांटे, मीसाबंदियों के परिवारों की देखरेख की, भूमिगत रहते हुए आंदोलन की गति बनाए रखी और कांग्रेस की सच्‍चाई घर-घर तक पहुंचाई। अंततः जनाक्रोश और नागरिकों के बढ़ते दबाव के कारण जनवरी 1977 में चुनावों की घोषणा हुई और मार्च 1977 में हुए चुनावोंमें जनता पार्टी को जबरदस्त समर्थन मिला। इंदिरा गांधी स्वयं रायबरेली से चुनाव हार गईं। लोकतंत्र फि‍र प्रतिष्‍ठि‍त हुहु आ‘इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा’ जैसे नारों से आपातकाल के समय में कांग्रेस ने देश को व्‍यक्ति पूजा और परिवारवाद की प्रयोगशाला बना दिया। बिना किसी संवैधानिक दायित्‍व के संजय गांधी देश की नीतियों पर निर्णय ले रहे थे। वह आपातकाल में सत्‍ता का वास्‍तविक केंद्र थे। देश के नागरिकों पर आपातकाल थोपने वाली कांग्रेस आज भी इसी परिवारवाद के सीमित सांचे में सिमटकर रह गई है। इंदिरा गांधी की तानाशाही का सबसे भयावह चेहरा यह था कि उन्‍होंने अपने पुत्र के माध्‍यम से सत्‍ता को वंशवाद की जकड़ में पूरी तरह से कैद कर लिया था। सत्‍ता लोलुपता में कांग्रेस ने लोकसभा का कार्यकाल 5 से बढ़ाकर 6 वर्ष कर दिया। आपातकाल इतिहास की एक राजनीतिक घटना मात्र नहीं हैं, बल्कि उस दूषित मानसिकता का प्रमाण है, जो संविधान और लोकतंत्र को केवल अपनी सत्‍ता पाने और बचाए रखने के लिए इस्‍तेमाल करती है। लोकतंत्र के साथ विश्‍वासघात करने के बाद भी कांग्रेस ने न तो कभी माफी मांगी और न ही कोई पश्‍चाताप ही प्रकट किया। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने जनता को अधिकार देने के लिए जिस संविधान का निर्माण किया, कांग्रेस ने उसी की गलत व्‍याख्‍या कर जनता के अधिकारों को छीना। स्‍वतंत्रता के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब सरकार ने राष्‍ट्र के शत्रु नहीं राष्‍ट्र की जनता को ही बंदी बना लिया। आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्‍याय है। आपातकाल का स्‍मरण रखना इसलिए आवश्‍यक है, ताकि भविष्‍य में संविधान और लोकतंत्र को सुरक्षित रखा जा सके, क्‍योंकि यह प्रत्‍येक भारतीय का नैतिक दायित्‍व भी है। (लेखक, भारतीय जनता पार्टी मध्‍य प्रदेश के प्रदेश संगठन महामंत्री हैं।)        

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । ईरान में परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले का वैश्विक बाजार पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है। अमेरिका की ओर से सप्ताहांत ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में सोमवार को कच्चे तेल के भाव में 2 फीसदी से ज्‍यादा की तेजी दर्ज की गई है, जो 80 डॉलर प्रति डॉलर के करीब पहुंच गया है। आने वाले समय में इसका व्‍यापक असर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर पड़ सकता है।  अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान कच्‍चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में 2 फीसदी से अधिक की तेजी दिखी है। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 1.92 डॉलर यानी 2.49 फीसदी उछलकर 78.93 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) 1.89 डॉलर यानी 2.56 फीसदी बढ़कर 75.73 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। जानकारों का कहना है कि ईरान की संसद ने हाल ही में अमेरिकी हवाई हमलों के जवाब में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का प्रस्ताव पास किया है। अगर ईरान स्ट्रेट ऑफ होर्मुज बंद करता है, तो इसका असर भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ सकता है। दरअसल यह कच्‍चे तेल के व्यापार का अहम रास्ता है। इस खबर के बाद क्रूड ऑयल का भाव बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है। राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये, मुंबई में 104.21 रुपये, कोलकाता में 103.94 रुपये और चेन्नई में 100.75 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, डीजल का भाव दिल्ली में 87.62 रुपये, मुंबई में 92.15 रुपये, कोलकाता में 90.76 रुपये और चेन्नई में 92.34 रुपये प्रति लीटर है। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने पेट्राल और डीजल के दाम में अभी इजाफा नहीं किया है, लेकिन क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने पर तेल कंपनियों को पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं, क्‍योंकि भारत अपनी कच्‍चे तेल जरूरतों का बड़ा हिस्सा इंपोर्ट करता है।  

Kolar News

Kolar News

रायपुर । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नवा रायपुर में सुकमा में आईईडी विस्फोट में बलिदान आकाश राव गिरिपुंजे के परिजनों से सोमवार को सौजन्य भेंट की। उन्होंने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें सांत्वना प्रदान की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बलिदान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे की वीरता और बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि उनकी बलिदान देेश के लिए अविस्मरणीय है। जोर देकर कहा कि देश हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा और उनकी बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। शाह ने बलिदान केे साहस को प्रेरणादायी बताते हुए उनके योगदान को राष्ट्र के लिए अमूल्य करार दिया।इस अवसर पर शाह ने बलिदान केे परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार बलिदानियो के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सोमवार को परिवार के साथ राजद ऑफिस पहुंचे, और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन किया।   राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव समेत पूरा लालू परिवार मौजूद रहा। पटना स्थित राजद कार्यालय में नामांकन के लिए भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और नेता भी जुटे हुए थे।     कार्यालय के बाहर और भीतर "लालू यादव ज़िंदाबाद" के नारों से माहौल गूंज उठा। लालू प्रसाद यादव के खिलाफ अब तक किसी और ने नामांकन नहीं दाखिल किया है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि वे एक बार फिर से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे।   पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि लालू यादव ही अगले अध्यक्ष होंगे। राजद द्वारा आधिकारिक तौर पर घोषणा 5 जुलाई को की जाएगी, उस दिन लालू यादव का जन्मदिन भी है। पार्टी इसे "लालू सम्मान दिवस" के रूप में भी मनाने की तैयारी कर रही है।   नामांकन के मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की गैरमौजूदगी ने सियासी अटकलों को जन्म दे दिया है। हाल के दिनों में जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आई थीं। ऐसे में उनका पार्टी कार्यालय में उपस्थित न रहना एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

Kolar News

Kolar News

विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय समारोह में दुनिया के समस्त लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज 11वीं बार पूरा विश्व एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा अर्थ होता है जुड़ना। यह देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी योगशास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं।" उन्होंने कहा "विशाखापत्तनम शहर प्रकृति और प्रगति दोनों की संगम स्थली है। योगांद्रा अभियान से दो करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हैं। लोगों की भागीदारी की यही भावना विकसित भारत का मुख्य आधार है।"उन्होंने कहा, "विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत योगविज्ञान को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च में जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले ये हमारा प्रयास है।" प्रधानमंत्री मोदी इस समय विशाखापत्तनम से राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं।इस वर्ष की थीम "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" है। यह वैश्विक स्वास्थ्य के भारत के दृष्टिकोण को प्रतिध्वनित करता है और कल्याण के एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह "सर्वे संतु निरामया" (सभी रोग मुक्त हों) के भारतीय लोकाचार से प्रेरित होकर मानव और ग्रह स्वास्थ्य के परस्पर संबंध पर जोर देता है। प्रधानमंत्री मोदी कल शाम विशाखापत्तनम पहुंचे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने उनका स्वागत किया।आयुष मंत्रालय ने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री मोदी विशाखापत्तनम में तीन लाख से अधिक प्रतिभागियों के साथ कॉमन योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन करेंगे। यह 'योग संगम' पहल के तहत देश भर में 10 लाख से अधिक स्थानों के साथ समन्वयित है। सामूहिक प्रदर्शन सुबह 6:30 से शुरू हो चुका है। यह पूर्वाह्न 7:45 बजे तक चलेगा। वैश्विक कल्याण के दृष्टिकोण के इस विशाल आयोजन में प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी हैं। अभूतपूर्व रूप से आयोजित इस योग शिविर में राज्य भर में एक लाख से अधिक स्थानों पर दो करोड़ से अधिक लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। इस अवसर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास का समन्वय आंध्र प्रदेश सरकार भी कर रही है। इसके अतिरिक्त, आंध्र प्रदेश सरकार पंजीकृत प्रतिभागियों को 50 लाख से अधिक योग प्रमाणपत्र प्रदान करेगी। आंध्र विश्वविद्यालय में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया। लगभग 25,000 आदिवासी बच्चों ने 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार किए।

Kolar News

Kolar News

तेहरान (ईरान) । इजराइल ने ईरान के कोम शहर में हमला किया है। कोम को ईरान का सबसे पवित्र शहर माना जाता है। ईरान का शक्तिशाली फोर्डो ईंधन संवर्धन संयंत्र कोम में एक पहाड़ के नीचे है। इजराइल के कोम शहर की एक अवासीय इमारत में की गई बमबारी में दो लोगों की मौत हो गई।अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने ईरान के सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के हवाले से यह खबर प्रसारित की है। इसमें कहा गया है कि शनिवार को मध्य ईरानी शहर कोम में एक आवासीय इमारत पर हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। इमारत की चौथी मंजिल पर हुए हमले की सूचना इजराइल रक्षा बलों के यह कहे जाने के कुछ समय बाद मिली कि उसने ईरान में हमलों की एक नई लहर शुरू कर दी है।सीएनएन के अनुसार, कोम प्रांतीय प्रशासन के प्रवक्ता मोर्टेजा हैदरी के बयान के आधार पर ईरानी मीडिया ने कहा कि मारे गए लोगों में से एक 16 वर्षीय लड़का भी है। अमेरिकी चैनल का कहना है कि जियोलोकेटेड वीडियो में दक्षिण-पश्चिमी कोम में एक इमारत को हुए नुकसान को दिखाया गया है। वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत की ऊपरी मंजिलों पर आग लगी हुई है।  

Kolar News

Kolar News

उधमपुर (जम्मू-कश्मीर) । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भारत की धरती पर किसी भी आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत इस खतरे के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।   रक्षामंत्री सिंह ने पाकिस्तान को यह चेतावनी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज यहां उत्तरी कमान के जवानों के संबोधन में दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने यह संदेश दिया है कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की 'हजार कट' की नीति सफल नहीं हो सकती। सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के साथ मौजूद राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। इस ऑपरेशन के जरिए हमने पाकिस्तान को बता दिया है कि भारत के खिलाफ जारी आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसका जवाब बद से बदतर होता जाएगा।   रक्षामंत्री सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की एयर स्ट्राइक (सीमा पार) का स्वाभाविक परिणाम था। उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर कोई भी आतंकी हमला पाकिस्तान के लिए विनाशकारी साबित होगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने के लिए तैयार है।   सनद रहे कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने 6 और 7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचों पर हमला किया था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला था। पहलगाम में 26 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।  

Kolar News

Kolar News

गंगटोक । पांच वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद पवित्र कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा सिक्किम के रास्ते फिर से शुरू हो गई है। आज, शुक्रवार को सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने भारत-चीन सीमा पर स्थित नाथूला दर्रे से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को विधिवत हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।   नाथूला दर्रे से रवाना होने से पहले राज्यपाल ने तीर्थयात्रियों से बातचीत की और उनकी सफल यात्रा के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। राज्यपाल ने इस ऐतिहासिक मार्ग के पुनः चालू होने को अंतरराष्ट्रीय मैत्री और भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं की पुनर्स्थापना का प्रतीक बताया, जो बौद्ध, हिंदू और जैन समुदायों की आस्था को प्रतिबिंबित करती हैं।   राज्यपाल ने इस यात्रा को पुनः प्रारम्भ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सिक्किम मार्ग से तीर्थयात्रियों को भेजना राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक और आध्यात्मिक यात्रा राज्य की पवित्र भूमि से होकर आगे बढ़ रही है, जो सिक्किम राज्य के लिए बहुत गौरव का क्षण है। उन्होंने सिक्किम सरकार, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और भारतीय सेना को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।   यात्रियों के पहले जत्थे में 33 सदस्य शामिल हैं, जिनमें दो अनुरक्षक और एक डॉक्टर शामिल हैं। सिक्किम पहुंचने पर तीर्थयात्रियों ने चिकित्सा परीक्षण कराया तथा उच्च हिमालयी परिस्थितियों के अनुकूल के लिए दो-चरणीय प्रक्रिया पूरी की। पहले चरण में तीर्थयात्रियों को 18 मील तथा उसके बाद शेरेथांग में जलवायु अनुकूलन के लिए ठहराया गया है।   नाथुला दर्रे पर राज्यपाल माथुर ने हरी झंडी दिखाकर तीर्थयात्रियों को रवाना किया। इस अवसर पर सिक्किम विधानसभा की उपाध्यक्ष राजकुमारी थापा, मंत्री टीटी भोटिया, मंत्री पूरन गुरुंग और मंत्री एनबी दाहाल, विधायक पामिना लेप्चा, विधायक टीटी भोटिया और विधायक सुदेश कुमार लिम्बू, भारतीय सेना के अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।   चीनी प्राधिकारियों द्वारा सीमा पार तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए प्रबंध किए गए थे, जहां से वे कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू करेंगे। इस यात्रा की पूरी व्यवस्था विदेश मंत्रालय, भारत सरकार, सिक्किम पर्यटन विकास निगम और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा की जा रही है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । टाटा समूह की अगुवाई वाली एयर इंडिया ने शुक्रवार को एक बार फिर 8 फ्लाइट को कैंसिल किया है। एयरलाइंस ने एक साथ 8 अंतरराष्‍ट्रीय और घरेलू उड़ानों को कैंसिल किया है, जिसमें चेन्‍नई से दुबई, दिल्‍ली से मेलबर्न, हैदराबाद से मुंबई और अहमदाबाद से दिल्‍ली की उड़ानें शामिल हैं। विमानन कंपनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन में बड़े बदलाव का ऐलान किया है।एयर इंडिया ने कहा कि ये सभी फ्लाइट्स रखरखाव और परिचालन कारणों से रद्द की गई हैं। अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे के बाद से मुश्किलों का सामना कर रही विमानन कंपनी ने बताया कि 21 जून से 15 जुलाई के बीच वह हर हफ्ते 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती करेगी, जबकि एयरलाइन ने तीन अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर सेवाएं अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। 18 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों में यह कटौती शेड्यूल में स्थिरता बहाल करने और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करने के उद्देश्य से की जा रही है। एयलाइंस ने कहा कि डीजीसीए द्वारा आदेशित उड़ान-पूर्व सुरक्षा जांच के कारण उड़ानों में कटौती की गई है। अब तक 33 बोइंग 787 विमानों में से 26 का निरीक्षण पूरा हो चुका है। एयर इंडिया अपने बोइंग 777 विमानों की भी जांच करेगी।विमानन कंपनी की ये विस्तृत घोषणा एक दिन पहले किए गए उस ऐलान के बाद आई है, जिसमें एयर इंडिया ने बड़े यात्री विमानों से संचालित उड़ानों में 15 फीसदी की अस्थायी कमी करने की बात कही थी। एयरलाइंस ने जारी एक बयान में स्पष्ट किया यह कटौती 21 जून से प्रभावी होगी और कम से कम 15 जुलाई 2025 तक जारी रहेगी।विमानन कंपनी ने कहा कि दिल्ली-नैरोबी, अमृतसर-लंदन (गैटविक) और गोवा (मोपा)-लंदन (गैटविक) पर 15 जुलाई तक सेवाएं निलंबित रहेंगी।" वर्तमान में दिल्ली-नैरोबी मार्ग पर हर हफ्ते चार उड़ानें हैं, जबकि अमृतसर-लंदन (गैटविक) और गोवा (मोपा)-लंदन (गैटविक) मार्गों पर प्रति सप्ताह तीन उड़ानें हैं।इसके अलावा उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले 18 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर भी उड़ानों की संख्या कम की जाएगी। उत्तरी अमेरिका के जिन महत्वपूर्ण मार्गों पर उड़ानों में कमी आएगी उनमें दिल्ली-टोरंटो, दिल्ली-वैंकूवर, दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को, दिल्ली-शिकागो और दिल्ली-वाशिंगटन शामिल हैं।एयर इंडिया ने कहा कि उसे जुलाई के मध्य के बाद पूर्ण परिचालन पर लौटने की उम्मीद है और उसने डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने का वादा किया है।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में कहा कि हिंदी से नफरत करना हित में नहीं है। इसलिए पालकों को अपने बच्चों को हिंदी पढ़ाना चाहिए। शरद पवार ने पुणे में आज पत्रकारों से कहा कि हिंदी को जबरदस्ती नहीं पढ़ाया जाना चाहिए। हिंदी से नफरत करना छात्रों के हित में नहीं है। छात्रों को इस बारे में फैसला लेना चाहिए। वे अपने माता-पिता के मार्गदर्शन के अनुसार फैसला ले सकते हैं। अगर कोई आकर सीखना चाहता है, तो उसे मना करने का कोई कारण नहीं है। इस मामले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि देश के 55 से 60 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं। सौहार्द बनाए रखने के लिए इस भाषा से नफरत करना सही नहीं है, लेकिन इसे जबरदस्ती थोपना भी सही नहीं है। शरद पवार ने स्थानीय निकाय, जिला परिषद पंचायत समिति चुनावों के बारे में बात करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार अब तीन महीने के अंदर चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। कांग्रेस, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और किसान मजदूर पार्टी एक साथ बैठेंगे। हम इस पर चर्चा करेंगे और सोचेंगे कि क्या हम एक साथ चुनाव का सामना कर सकते हैं। फिर हम एक संयुक्त निर्णय लेंगे। मुंबई में उद्धव ठाकरे की ताकत हमारे बीच सबसे ज्यादा है। उन्हें वहां पर विचार करना होगा।

Kolar News

Kolar News

रुद्रप्रयाग/गुप्तकाशी । केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा मार्ग पर जंगलचट्टी के पास बुधवार काे हुए भूस्खलन में दो पालकी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद गौरीकुंड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि  घटना सुबह करीब 11:20 बजे घटी, जब अचानक पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने लगे। इससे कई डंडी-कंडी संचालक और यात्री चपेट में आ गए, जिनमें से कुछ नीचे खाई में गिर गए। उन्हाेंने बताया कि एसूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें सक्रिय हो गईं और संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रेस्क्यू टीमों ने घायलों को खाई से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार कराया, जिसके बाद उन्हें तत्काल गौरीकुंड अस्पताल भिजवाया। तीन घायलों में एक महिला को हल्की चोटें और दो पुरुषों को गंभीर चोट आई हैं। प्रशासन ने घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की है। इस हादसे में दो डंडी कंडी संचालको की मृत्यु हो गई। घायलों का विवरण1. संदीप कुमार (22 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर) – दोनों पैरों व कमर में चोटें।2. नितिन मन्हास (16 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मज़दूर) – दाहिने हाथ पर खरोंच।3. आकाश चितरिया (40 वर्ष), निवासी गुजरात (यात्री) – चोटों का इलाज जारी।मृतकों की जानकारी1. नितिन कुमार, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)।2. चंद्रशेखर, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बुधवार को क्रोएशिया पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा के रूप में आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के लिए नए रास्ते खोलेगी। प्रधानमंत्री 15-19 जून तक साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर हैं। इस दौरे के अंतिम चरण में क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा पर पहुंच गए हैं।   विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पोस्ट में कहा, “भारत-क्रोएशिया संबंधों में ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्रोएशिया के ज़ाग्रेब पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा है। एक विशेष सम्मान के रूप में प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच ने हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया।”   प्रधानमंत्री मोदी क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और राष्ट्रपति ज़ोरान मिलनोविच से मुलाकात करेंगे। क्रोएशिया की यह यात्रा यूरोपीय संघ में भागीदारों के साथ संबंध को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगी।  

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । अहमदाबाद विमान दुर्घटना में अब तक 208 मृतकों के डीएनए सैंपल का मिलान हो चुका है। इनमें से कुल 173 पार्थिव देह परिजनों को सौंपे जा चुके हैं।   सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने मीडिया ब्रीफिंग में बुधवार को बताया कि 14 परिवार निकट भविष्य में अपने स्वजनों के पार्थिव शरीर स्वीकार करेंगे, जबकि 12 परिवार अन्य स्वजन के डीएनए मिलान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।   उन्होंने बताया कि सौंपे गए 173 शवों में से 131 भारतीय नागरिक, 4 पुर्तगाल, 30 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई और 6 गैर-यात्री शामिल हैं। डॉ. जोशी ने सौंपे गए शवों का विस्तृत विवरण भी साझा किया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कोच्चि से दिल्ली आ रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6ई-2706 को मंगलवार सुबह उड़ान के दौरान बम की धमकी का संदेश मिला। इसके बाद नागपुर के डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतरारराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस विमान के सभी यात्री सु‍रक्षित हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंडिगो एयरलाइन की फ्लाइट संख्‍या 6E 2706 सुबह 9.20 बजे केरल के कोचीन स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। बीच में ही उसे बम की धमकी मिली, जिसके बाद उसे नागपुर एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया। इसके बाद विमान को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतरारराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया। विमान को निरीक्षण के लिए एक अलग जगह पर ले जाया गया।   सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार बम डिटेक्शन और डिस्पोजल स्क्वॉड (बीडीडीएस) तुरंत एयरपोर्ट पर पहुंचा। इसके बाद विमान की गहन तलाशी शुरू की गई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अभी तक विमान में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। पुलिस, बम निरोधक दस्ता और अग्निशमन दल को विमान की जांच के लिए एयरपोर्ट पर हैं। एयरलाइन और एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल आगे की जांच जारी है। सुरक्षा एजेंसियों से और अपडेट का इंतजार है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ब्रिटेन के भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने आज पेश नहीं हुए। रॉबर्ट वाड्रा अपनी बेटी के ग्रेजुएशन समारोह में भाग लेने के लिए विदेश दौरे पर हैं। अब वे विदेश यात्रा से लौटने के बाद जांच में शामिल होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले 10 जून को भी ईडी के जारी समन में वे फ्लू जैसे लक्षण का हवाला देकर उपस्थित नहीं हुए थे। इसलिए केंद्रीय जांच एजेंसी ने 17 जून को पेश होने के लिए नया समन जारी किया था, जिस पर  खबर आई थी कि रॉबर्ट वाड्रा मंगलवार को ईडी के समक्ष पेश होंगे। रॉबर्ट वाड्रा के वकील ने आज बताया कि 56 वर्षीय व्यवसायी अपनी बेटी के ग्रेजुएशन समारोह में भाग लेने के लिए विदेश यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि वाड्रा ने पहले ही अदालत को इस बारे में सूचित कर दिया है। वाड्रा के वकील ने कहा कि वे विदेश यात्रा से वापस लौटने के बाद जांच में शामिल होंगे। ईडी रॉबर्ट वाड्रा और लंदन की दो संपत्तियों के बीच कथित संबंधों की जांच कर रहा है। इसमें एक 12, ब्रायनस्टन स्क्वायर और दूसरी ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, 13 बोर्डन स्ट्रीट पर है। अधिकारियों का दावा है कि ब्रायनस्टन स्क्वायर संपत्ति का जीर्णोद्धार रॉबर्ट वाड्रा के निर्देश पर किया गया था। इसके लिए उन्होंने ही धन दिया था, वे कई मौकों पर वहां रुके थे। इसके अलावा भारत में कुछ भूमि भूखंडों के साथ-साथ संपत्तियों की जांच भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कथित "अपराध की आय" के रूप में की जा रही है।

Kolar News

Kolar News

कैलगरी । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कुछ समय पहले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कैलगरी पहुंच गए। कैलगरी कनाडा के अल्बर्टा प्रांत का एक प्रमुख शहर है। कैलगरी प्रांत के दक्षिणी भाग के कनाडाई रॉकीज के पूर्व में ऊंचे मैदानों और तलहटी के क्षेत्र में स्थित है। जी- 7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की लगातार छठी भागीदारी है।यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की आधिकारिक यात्रा का हिस्सा है। इसकी शुरुआत साइप्रस से हुई और इसका समापन क्रोएशिया में होगा।प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा के समापन पर भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने विस्तृत टिप्पणी की।उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस की पहली यात्रा थी और पिछले दो दशकों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। लाल ने कहा, "यह ऐतिहासिक यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता और भरोसेमंद साझेदारी को उजागर करती है।" जी-7 शिखर सम्मेलन में संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, जापान, इटली, कनाडा और यूरोपीय संघ (ईयू) के नेता हिस्सा ले रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गए गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर डीएनए मिलान के बाद सोमवार को परिवार को सौंप दिया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में राज्य सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। उनकी अंतिम यात्रा राजकोट में निकाली जाएगी और इसके बाद अंतिम संस्कार होगा।   दिवंगत विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी अपने बेटे ऋषभ रूपाणी के साथ अहमदाबाद सिविल अस्पताल के शवगृह पहुंचीं। सिविल अस्पताल में श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात उनके पार्थिव शरीर को उनकी धर्मपत्नी, पुत्र और परिवारजनों को संपूर्ण सम्मान के साथ सौंपा गया। संपूर्ण प्रक्रिया राज्य के प्रोटोकॉल एवं श्रद्धा के साथ पूरी की गई। राज्य सरकार ने उनके दूरदर्शी नेतृत्व, सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और करुणा, तथा लोकहित के कार्यों को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।    गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर अहमदाबाद सिविल अस्पताल में रखा गया है। गुजरात के मंत्री रुशिकेश पटेल और हर्ष सांघवी ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी ने अपने पति को भावुक विदाई दी। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गए पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी अंतिम यात्रा राजकोट में निकाली जाएगी और शाम 5 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।   भाजपा नेता विजय रूपाणी के पुत्र ऋषभ रूपाणी ने कहा, "इस दुख की घड़ी में सभी मृतकों को हमारे रूपाणी परिवार की ओर श्रद्धांजलि अर्पण करता हूं। ये ना केवल हमारे परिवार, बल्कि 270 परिवारों के लिए दुखद समय है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सभी आत्माओं को मोक्ष दें। मैं सभी आरोग्य स्टाफ, सिविल डिफेंस, पुलिस बल, RSS कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद करता हूं। इस समय में जो राहत बचाव कार्य हुए वे सराहनीय हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित सभी लोगों का तहे दिल से उनके समर्थन के लिए धन्यवाद करता हूं।"   डीसीपी क्राइम पार्थराज सिंह गोहिल ने कहा, "राजकोट में आज गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अंतिम यात्रा निकलने वाली है। इसके लिए राज्य भर से सभी वीआईपी का आवागमन यहां होने वाला है। जिस मुख्य रूट से यह यात्रा निकलेगी, उसको हमने कुछ घंटों के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा राजकोट शहर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की भी व्यवस्था की है। 

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने सोमवार को 2027 में होने वाली 16वीं जनगणना के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी कर दी है। इस जनगणना में पहली बार जाति गणना भी शामिल होगी। अधिसूचना के अनुसार लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के केंद्र शासित प्रदेशों में जनगणना 1 अक्टूबर, 2026 की मध्यरात्रि से शुरू होगी, जबकि देश के बाकी हिस्सों में गिनती 1 मार्च, 2027 की मध्यरात्रि से शुरू होगी।   अधिसूचना में कहा गया है, “केंद्रीय सरकार, जनगणना अधिनियम, 1948 (1948 का 37) की धारा 3 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए और भारत के राजपत्र, असाधारण, भाग 2, खंड 3, उप-खंड (ii), तारीख 28 मार्च, 2019 में प्रकाशित भारत सरकार के गृह मंत्रालय (भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय) की अधिसूचना संख्या का.आ. 1455(अ), तारीख 26 मार्च, 2019 के अधिक्रमण में उन बातों के सिवाय जिन्हें ऐसे अधिक्रमण से पहले किया गया है या करने का लोप किया गया है. यह घोषणा करती है कि भारत की जनसंख्या की जनगणना वर्ष 2027 के दौरान की जाएगी।” अधिसूचना में कहा गया है, “जनगणना के लिए संदर्भ तारीख, संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख के और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फ से घिरे असमकालिक क्षेत्रों के सिवाय, मार्च, 2027 के पहले दिन के 00:00 बजे होगी।” अधिसूचना में कहा गया है, “संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख , जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के बर्फ से घिरे असमकालिक क्षेत्रों के संबंध में, संदर्भ तिथि 1 अक्टूबर, 2026 को 00:00 बजे होगी।”अधिसूचना जारी करने से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की थी। जनगणना दो चरणों में की जाएगी। पहले चरण यानी हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (एचएलओ) में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण यानी जनसंख्या गणना (पीई) में प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य जानकारी एकत्र की जाएगी। जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी। जनगणना कार्य के लिए लगभग 34 लाख कर्मचारी और पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना पदाधिकारी तैनात किए जाएंगे। यह जनगणना प्रक्रिया शुरू होने के बाद से 16वीं जनगणना है और स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना है। आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करके डिजिटल माध्यम से की जाएगी। लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा। संग्रहण, प्रेषण और भंडारण के समय डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत कड़े डेटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।  

Kolar News

Kolar News

यरुशलम/तेहरान । इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने रविवार को तीसरे दिन भी भयावह रूप ले लिया, जब इजराइल ने ईरान के कई शहरों पर जोरदार हवाई हमले किए। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक ईरान में कम से कम 406 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 654 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वाशिंगटन स्थित मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ने यह जानकारी दी है। ईरान की सरकार ने अभी तक आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं। वहीं, ईरान के हमले में इजराइल में भी 14 लोगों की मौत और 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।इस संघर्ष ने क्षेत्रीय तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। इजराइल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों पर अचानक किए गए हमलों में कई शीर्ष जनरल और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए, जिससे हालात और बिगड़ गए।तेहरान में दो रिफाइनरियों पर हमला, ऊर्जा संकट की आशंकाईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने बताया कि इजराइल ने राजधानी तेहरान के पास और फारस की खाड़ी स्थित एक प्रांत में दो तेल रिफाइनरियों पर हमला किया है। इससे न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक ऊर्जा बाजार पर भी असर पड़ सकता है।इजराइली सेना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ईरानी नागरिकों को हथियार निर्माण फैक्ट्रियों को खाली करने की चेतावनी दी है, जिससे इस अभियान के और विस्तृत होने के संकेत मिले हैं।वहीं, रविवार शाम ईरान की राजधानी तेहरान के व्यस्त रिहायशी इलाके में हुए इजराइली हवाई हमले में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने इस हमले की पुष्टि की है।मशहद हवाई अड्डे पर हमलाइजरायली सेना की ओर से रविवार को पूर्वी ईरान के मशहद हवाई अड्डे पर एक हवाई ईंधन भरने वाले विमान पर हमला किया गया। यह हमला पिछले सप्ताह ईरान के खिलाफ अभियान शुरू करने के बाद से उसका सबसे लंबी दूरी का हमला था।तेहरान में दिनदहाड़े धमाके, लोगों में दहशतरविवार को तेहरान में दोपहर और दोपहर बाद जोरदार विस्फोट हुए। वैली-ए-असर स्क्वायर और एयरफोर्स हेडक्वार्टर के नजदीकी इलाकों में ये धमाके हुए। ईरान की अर्द्ध-सरकारी समाचार एजेंसियों ने इन हमलों की पुष्टि की है।ईरानी टेलीविजन ने जानकारी दी कि मेट्रो स्टेशन और मस्जिदों को बम शेल्टर के रूप में इस्तेमाल के लिए खोल दिया गया है, जो यह दर्शाता है कि ईरान आने वाले दिनों में भी हमलों की आशंका से सतर्क है।इजराइल में भी हालात गंभीर, बच्चों सहित कई की मौतइजराइल में भी 14 लोगों की मौत और 400 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। एक मिसाइल हमले में तेल अवीव के पास बाट याम शहर में एक इमारत ध्वस्त हो गई, जिसमें 10 और 9 वर्षीय बच्चे सहित छह लोग मारे गए। इसके अलावा उत्तरी शहर तमरा में एक और हमले में 13 वर्षीय बच्चा सहित चार लोगों की मौत हुई और 24 घायल हो गए।वहीं, हाइफा में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल के हमले के बाद छर्रे लगने से दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए। जबकि रेहोवोट शहर में एक हमला वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान वीजमैन इंस्टिट्यूट के परिसर पर भी हुआ, जहां कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।संयुक्त राज्य अमेरिका और वैश्विक प्रतिक्रियाअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल को पूर्ण समर्थन देते हुए ईरान को चेतावनी दी है कि यदि वह और तबाही से बचना चाहता है, तो उसे नया परमाणु समझौता स्वीकार करना होगा।ईरान के विदेश मंत्री अराकची ने अमेरिका को भी इस संघर्ष में जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “अगर इजराइल के हमले रुकते हैं, तो हमारी प्रतिक्रिया भी थम जाएगी। अमेरिका इन हमलों का साझेदार है और उसे इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”  

Kolar News

Kolar News

रुद्रप्रयाग । केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के ऊपरी तरफ गौरी माई खर्क में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 23 माह की बालिका सहित 7 लोगों की मौत हो गई। खराब मौसम को हेलिकॉप्टर दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर शवों को बरामद किया।   रविवार सुबह 5.21 बजे केदारनाथ हेलिपैड से आर्यन हेली कंपनी के हेलिकॉप्टर ने छह यात्रियों के साथ गुप्तकाशी के लिए टेकऑफ किया था। करीब 4 मिनट बाद यह हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के ठीक ऊपर गौर माई खर्क में खराब मौसम के कारण एक पेड़ से टकरा गया। हादसे में पायलट सहित हेलीकॉप्टर में  सवार सभी छह यात्रियों की मौके पर मौत हो गई।   हादसे में मरने वालों में राजकुमार सुरेश जयसवाल (41) निवासी नंदीपेरा रोड सैन मंदिर महाराष्ट्र, श्रद्धा सुरेश जयसवाल (35),  काशी (23 महीने) पुत्री राजकुमार सुरेश जयसवाल, विक्रम सिंह रावत (46) निवासी रांसी गांव पो. ऊखीमठ रुद्रप्रयाग, पायटल कैप्टर राजीव, राजस्थान, विनोद देवी (66), निवासी बिजनौर यूपी और तु​ष्टि सिंह (19) शामिल हैं।   एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू में जुट गये। सभी शवों को बरामद किया गया। घटनास्थल पर हेलिकॉप्टर का मलबा पड़ा है, जो बुरी तरह से जला हुआ है।   ​केदारनाथ यात्रा हेलिकॉप्टर सेवा नोडल अ​धिकारी राहुल चौबे ने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर अचानक पेड़ से टकरा गया, जिससे यह हादसा हुआ है। घटना के बारे में सभी के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।   इधर, जिला​धिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने बताया कि दुर्घटना में मारे गये लोगों के शव का पंचनामा भरकर अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।   बता दें कि केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष यह तीसरी दुर्घटना है। इससे पूर्व 17 मई को एम्स ऋ​षिकेश की हेली एंबुलेस संजीवनी की केदारनाथ के पास इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर की टेल रोटर भी क्षतिग्रस्त हो गया था। वहीं, बीते 7 जून को बडासू से केदारनाथ के लिए टेकऑफ करते समय क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर की रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर में पायलट सहित छह लोग सवार थे।  

Kolar News

Kolar News

इंफाल । मणिपुर में पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त कार्रवाई से मादक पदार्थों और अवैध हथियारों के नेटवर्क को तगड़ा झटका लगा है। पुलिस प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि चलाए जा रहे अभियानों में कई अहम बरामदगी और गिरफ्तारियां हुई हैं।   अभियान के दौरान तेंगनौपाल ज़िले के सीता मोटर व्हीकल चेक पोस्ट पर एक मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स कार को रोका गया। तलाशी में कार से करीब 4.152 किलोग्राम संदिग्ध अफीम बरामद की गई। कार में सवार चार लोगों मोहम्मद आज़ाद ख़ान, मोहम्मद मक्सूद, अलीना बीबी (तीनों लिलोंग, थौबल ज़िला से) और हैट्सी ज़ो (चेलप गांव, तेंगनौपाल से) को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से छह मोबाइल फोन और दो आधार कार्ड भी जब्त किए गए।   अन्य अभियान में लिलोंग निवासी मककमयुम बोबॉय उर्फ सादम को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 41 ग्राम संदिग्ध ब्राउन शुगर (हेरोइन) मिली।   इसी दौरान खोंगजम थाना क्षेत्र के तहत तेंथा समुचिंग इलाके से सुरक्षा बलों ने एक .303 रायफल, 7.62 मिमी एसएलआर, 48 जिंदा कारतूस, टियर स्मोक शेल और दंगा नियंत्रण कारतूस बरामद किए।   उल्लेखनीय है कि 13-14 जून की दरम्यानी रात एक अन्य खास खुफिया सूचना के आधार पर पांच घाटी ज़िलों के बाहरी इलाकों में एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसमें भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद की गई थी। जिनमें 328 हथियारों में एसएलआर, इंसास, एके सीरीज़, एलएमजी, एमपी5 और एक मोर्टार तथा 591 मैगज़ीन, 8,600 से अधिक विभिन्न गोलियां, ग्रेनेड, डेटोनेटर, टियर गैस शेल और अन्य युद्ध सामग्री शामिल हैं।   प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत नज़दीकी थाने या कंट्रोल रूम को दें।

Kolar News

Kolar News

भोपाल । परिवर्तन वही ला सकते हैं, जो अंतिम क्षण तक विद्यार्थी रहते हैं, जिनमें सीखने की ललक होती है। आज पंचायत से लेकर पार्लियामेन्ट तक भाजपा की स्वीकारोक्ति देख सकते हैं। सुव्यवस्थित, शिक्षित, विकसित देश के लिए भाजपा सरकार जरूरी है। तीन साल में गंगानगर तक बहेगा सिन्धु जल, पाकिस्तान बून्द-बून्द के लिए तरसेगा। मध्यप्रदेश भाजपा की एक शानदार परंपरा रही है। स्व. कुशाभाऊ ठाकरे ने अपने जीवन का क्षण-क्षण पार्टी को समर्पित किया और स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया एवं स्व. सुंदरलाल पटवा जी जैसे मनीषियों का इसे आशीर्वाद मिला है। हम सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी ने हमारी योग्यता तथा क्षमता के आधार पर हमें आगे बढ़ाया है, सांसद विधायक बनाया है। उक्त बातें केन्द्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पचमढी में सांसद एवं विधायकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का दीप प्रज्जवलित एवं महापुरूषों को पुष्पांजलि अर्पित कर शुभारंभ करते हुए कहीं।सत्र के प्रारंभ में अहमदाबाद में हुए हृदयविदारक विमान हादसे पर शोक व्यक्त किया गया। उद्घाटन सत्र की प्रस्‍तावना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने रखी। उद्घाटन सत्र को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्बोधित किया। सत्र के दौरान केन्द्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान, भूपेन्द्र यादव, डीडी उइके, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा एवं राजेन्द्र शुक्ल मंचासीन रहे। संचालन प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी ने किया।डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्थापना की, पं. दीनदयाल जी ने विचार दियाअमित शाह ने कहा कि देश जब आजाद हुआ, उस समय कांग्रेस का शासन था और कांग्रेस पार्टी पर पूरी तरह पं. नेहरू हावी थे। उस समय नेहरू सरकार ने जो नीतियां बनाईं, उनमें देश की मिट्टी की सुगंध नहीं थी। उनमें हमारी चिर पुरातन संस्कृति का कोई प्रतिघोष नहीं था। वो पाश्चात्य संस्कारों से प्रेरित थीं। उस समय कई नेता थे, जो इन नीतियों से सहमत नहीं थे। उन्हीं में से एक थे डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी जो नेहरू मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री थे। पं. नेहरू ने जब नेहरू-लियाकत पैक्ट के फलस्वरूप कश्मीर में धारा 370 लगाई, तो डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें देश में एक ऐसी राजनीतिक पार्टी की आवश्यकता महसूस हुई, जो देश के इतिहास, धर्म, परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई हो। इसी विचार से उन्होंने जनसंघ की स्थापना की। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने इस दल की विचारधारा के बीज बोए।शाह ने कहा कि ये पार्टी संगठन के आधार पर चलने वाली पार्टी होगी, जिसकी आत्मा उसके कार्यकर्ता होंगे। सरकार बनाना हमारा लक्ष्य नहीं होगा, बल्कि हम अपने सिद्धांतों के लिए सरकार बनाएंगे। उस समय लोगों ने जनसंघ का खूब मखौल उड़ाया, लेकिन आज जनसंघ से ही बनी भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। देश के 18 राज्यों में हमारी सरकारें हैं। सबसे ज्यादा सांसद, विधायक, जिला पंचायत, नगर पालिका, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायतें हैं। आज पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक भाजपा ही दिखाई देती है। पार्टी का ये विकास और विस्तार कायर्कर्ताओं की 8 पीढ़ियों के परिश्रम और पुण्य का प्रतिफल है।सरकार किसी की भी बने राज्य और देश समृद्धशाली होना चाहिएकेन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना रहा, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। धारा 370 हटाने के लिए कूच किए और उनकी हत्या हो गई। गौवंश पर सत्याग्रह, राम जन्मभूमि की यात्रा, एकता यात्रा, स्वर्ण जयंती भ्रष्टाचार मुक्त। धारा 370 के खिलाफ आंदोलन करते हुए डॉ. मुखर्जी ने देश की एक एक इंच की भूमि की सुरक्षा की। गौ हत्या पर प्रतिबंध, श्रीराम जन्मभूमि का कार्यक्रम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है। जिस देश की सरकारें सामाजिक जीवन के लिए कार्य करती हो वह भाजपा ही है। सरकार राष्ट्रवादी, विकास को समर्पित, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की पोषक होना चाहिए। सरकार किसी की भी बनी हो वह राज्य और देश के लिए समृद्धशाली होना चाहिए। समृद्धि का मार्ग अंत्योदय का होना चाहिए। समाज के गरीब तबके को सबसे समृद्ध व्यक्ति तक पहुंचाने की प्रक्रिया है और देश को समृद्ध बनाना हमारा एकमात्र लक्ष्य है। देश के लिए बीमारू राज्य शब्द बड़ा चर्चा का विषय था। बिहार के लिए ‘‘बि’’ मध्यप्रदेश के लिए ‘‘एम’’ और राजस्थान के लिए ‘‘आर’’ और उत्तर प्रदेश के लिए ‘‘यू’’ शब्द का इस्तेमाल कर बीमारू शब्द बनाया गया था। आज देश देख रहा है कि यह चारों राज्य आज प्रगतिशील और समृद्धशाली बनकर अन्य राज्यों को पीछे छोड़ रहे है और लगातार आगे बढ़ रहे है।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी उस समय शिवराजसिंह चौहान ने बागडोर संभाली। 20 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर प्रगतिशील और समृद्धशाली राज्य की श्रेणी में लाकर खड़ा किया और उसकी तस्वीर बदल दी। इसी तरह छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक भाजपा की सरकार बनी बीमारू राज्य से बाहर निकाला। राजस्थान वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीमारू राज्य से बाहर आया। उत्तर प्रदेश और बिहार भी एनडीए की सरकार बनी। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और बिहार भी विकास की राह पर चल पड़े हैं और बीमारू राज्य से बाहर निकले है। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार जिस राज्य में भी बनती है वहां अंत्योदय के आधार पर पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को आगे बढ़ाती है।कार्यकर्ताओं की तपस्या के फल से 2014 में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनीकेंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की तपस्या के फल से ही 2014 में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिली और प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी। 2024 से अब तक ग्यारह साल की सरकार में भाजपा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी और दीनदयाल उपाध्याय के बताए मूल सिद्धांतों पर चल रही है। इन ग्यारह सालों में अंत्योदय मूल लक्ष्य था। 60 करोड़ लोगों को पक्के आवास, बिजली, पानी, पांच लाख रूपए तक के आरोग्य की गारंटी, पांच किलो मुफ्त अनाज जैसी योजनाओं ने जीवन में परिवर्तन लाने कार्य किया है। 52 करोड़ जनधन खाते खोलने, उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन देने का कार्य किया। अगर आप इन योजनाओं को लेकर सोचेंगे तो आपको अपार खुशी होगी कि आप उस पार्टी के कार्यकर्ता हैं, जिसके नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 60 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन में बदलाव लाने का कार्य किया है। इसका अनुभव जो होगा, वही कार्यकर्ता का पारिश्रमिक होता है।उन्होंने कहा, हमारी सरकार 80 करोड़ से अधिक लोगों को प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज भी दे रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा की बात करें तो जम्मू-कश्मीर को देश से अलग करने वाली धारा 370 को पांच अगस्त 2019 को हटा दिया गया। एक पत्थर भी जम्मू-कश्मीर में नहीं चला। कांग्रेस के नेता क्या-क्या बातें करते थे, कुछ नहीं हुआ। हमारी सरकार की एक और बहुत बड़ी उपलब्धि है, वह यह है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अब जम्मू-कश्मीर के एक भी युवा अपने हाथों में बंदूक नहीं थाम रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान सेना के मुख्यालय में हमला कर नुकसान पहुंचा। पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल समझौते को स्थगित किया। स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू के समय यह समझौता किया गया था। तीन साल के अंदर सिंधु के जल को नहरों से श्री गंगानगर तक लेजाया जायगा और एक बड़े भू-भाग में सिंचाई की सुविधा शुरू हो जाएगी। पाकिस्तान पानी के लिए बून्द-बून्द के लिए तरसेगा। पहलगाम में धर्म पूछकर मारा, अब खाने के लिए अनाज को तरसेंगे। उन्हें खाने के लिए विदेशों से अनाज मांगकर लाना पड़ेगा।जो कार्य आजादी के 60 सालों में नहीं हुआ, ग्यारह सालों में कर दिखायाकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब हमारी सरकार बनी तक देश की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी। देश जब आजाद हुआ, तक भारत की अर्थव्यवस्था 15वें नंबर पर थी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने ग्यारह साल में अर्थव्यवस्था को ग्यारहवें नंबर से चौथे नंबर पर लेकर आए। इस कार्यकाल की समाप्ति से पहले देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। जो कार्य आजादी के बाद साठ सालों में नहीं हुआ, वह हमारी सरकार में ग्यारह साल में कर दिखाया। हमारी सरकार ने 12 करोड़ शौचालय बनवाने के साथ 68 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण दिलाने के साथ विश्व के डिजिटल ट्रांजेक्शन का 49 प्रतिशत भारत में कराने का रिकॉर्ड बनाया। नक्सल हिंसा को हमने लगभग देश से पूरी तरह समाप्त कर दिया है। आज हमारी पार्टी का वजूद है तो विचारधारा के कारण। हमारी पार्टी की न विचारधारा बदली और और न ही कार्य संस्कृति बदली है। मध्यप्रदेश भाजपा ने सदस्यता अभियान में बहुत अच्छा कार्य किया है। पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र पार्टी का परिचय कराता है। पार्टी के सिद्धांतों और आदर्शों पर चलना यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।केन्द्र सरकार ने फैसलों को जमीन पर उतारकर देश में परिवर्तन आयाकेंद्रीय गृह मंत्री शाह का यह भी कहना था कि श्रीराम का मंदिर बना, देश में कोई दंगे नहीं हुए और मुसलमानों ने भी इसे स्वीकार किया, यही हमारी बड़ी उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने विश्वस्तरीय काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाई, महाकाल लोग सहित संसद भवन, कर्तब्य पथ बनाया, संसद में सिंगोल की स्थापना की। दुनिया भर में 300 से अधिक हमारे देवी देवताओं की मूर्तियों को वापिस लाकर मूल स्थान पर स्थापित करने का कार्य भाजपा ने किया है। सिन्धु जल सम्झौता तोकडर हामरा खून बहाने वाले को सबख सिखाया है। आर्थिक अनुशासन लाने के लिए मोदी सरकार ने योजनाबद्ध ढंग से फैसले लिए। इस आर्थिक दूरदर्शिता का परिणाम यह है कि आज भारत दुनिया की टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। वैश्विक डिजिटल लेन देन के 49 प्रतिशत लेनदेन भारत में होते है। 2024 चन्द्रयान की सफलता और अब गगनयान की तैयारी इस बात का प्रमाण है कि मोदी का नया भारत केवल धरती पर नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में भी आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से 81 करोड़ लोगों को मुफ्त 5 किलो अनाज, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ से अधिक लोगों को पक्के घर बने, जल जीवन मिशन के तहत 15 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल पहुचाया गया है। वहीं स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए 12 करोड़ शौचालयों ने हमारी माताओं-बहनों को गरिमापूर्ण जीवन प्रदान किया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार भारत अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह लगातार चौथा वर्ष है जब भारत सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रहा है। प्रति व्यक्ति आय में 67 प्रतिशत, विदेशी मुद्रा भंडार में 135 प्रतिशत, निर्यात में 825 अरब अमेरिकी डॉलर का रिकॉर्ड स्तर, एफडीआई में 106 प्रतिशत, टैक्सपेयर्स की संख्या में 127 प्रतिशत और डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 238 प्रतिशत की वृद्धि यह दर्शाती है कि सरकार ने न केवल फैसले लिए, बल्कि उन फैसलों को ज़मीन पर उतारकर परिवर्तन भी लाया। उज्ज्वला योजना, 100 प्रतिशत विद्युतीकरण और जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक 364 प्रतिशत की वृद्धि के साथ घरों में नल से जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इन सभी योजनाओं और उनके प्रभावी निष्पादन से यह स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार न केवल जवाबदेह और संवेदनशील है, बल्कि परिणाम देने वाली एक सक्रिय सरकार भी है।सरकार ने लोगों का जीवन स्तर सुधारने का कार्य कियाकेंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 27 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए हैं। प्रधानमंत्री जी ने डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर योजना के जरिए 3.9 लाख करोड़ रूपए के लीकेज को रोका। देश नक्सलवाद के खात्मे की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। सरकार ने समाज के हर वर्ग की चिंता की और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए निरंतर प्रयास किया। पिछले 11 वर्षों में वह विकास हुआ जो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने विकसित भारत की दिशा में लंबी छलांग ली है, जिसमें सभी समाज वर्गों को साथ लेकर चलने पर जोर दिया गया। मोदी जी के सत्ता में आने के बाद पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी एक मात्र ऐसे नेता है जो दुनिया भर के सबसे अधिक देशों में भारत रत्न जैसे उस देश के उच्च सम्मान से सम्मानित हुए है। नई शिक्षा नीति में 2047 की विकसित भारत की नींव है। इसमें भारत की सस्कृति,भाषा, कलाओं को मजबूती के साथ रखा गया है। मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है जहां मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी भाषा में होती है। युवाओं को विश्व के युवाओं के साथ दो-दो हाथ करने का काम सरकार कर रही है। हमारे विचार यात्रा के दौरान आज हमारे सकंल्प की पूर्ति लगातार हो रही है। जनसंघ से भाजपा तक न हमारी विचारधारा बदली है न हमारी कार्य सस्कृति बदली है। एकात्म मानववाद और पंच निष्ठाएं हमारे वैचारिक अधिष्ठान है इन पर चलकर हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। हमें भारत 2047 तक विश्व का सबसे विकसीत राष्ट् बनेगा यही भावना के साथ कार्य करना है।

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह यहां विमान दुर्घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे। यहां से वो घायलों से मिलने सिविल अस्पताल भी गए। करीब 10 पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों से बातचीत की। बताया गया है कि प्रधानमंत्री इस दौरान मृतकों के परिजनों से खासतौर पर मिलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी भी है। यह विमान हादसा कल दोपहर बाद हुआ था।   केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हादसे के बाद कल ही यहां पहुंच गए थे। उन्होंने दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा था कि शवों की पहचान के लिए 1000 से ज्यादा डीएनए टेस्ट किए जाएंगे। गुजरात के पास इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट की कैपेसिटी है। बताया गया है कि विमान दुर्घटनास्थल के पास एक छात्रावास में रहने वाले बीजे मेडिकल में अध्ययनरत चार डॉक्टर राकेश देवड़ा (द्वितीय वर्ष), आर्यन राजपूत (प्रथम वर्ष), मानव भादू (प्रथम वर्ष), जयप्रकाश चौधरी (द्वितीय वर्ष) की मृत्यु हो चुकी है। दो मेडिकल छात्र भावेश सेहता और आशीष मीना लापता हैं।   दुर्घटनास्थल के पास की तीन इमारतें पूरी तरह जल चुकी हैं। एक इमारत ढहने की स्थिति में आ गई है। हुआ यूं था कि कल दोपहर 1.38 बजे के एअर इंडिया - 171 ने सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरी। इसके कुछ देरबाद उड़ान दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत कुल 230 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। बाकी 12 क्रू मेंबर थे। इस विमान में क्रू मेंबर और यात्रियों समेत 241 लोगों की मौत हो गई है। जिस मेडिकल हॉस्टल की इमारत से विमान टकराया है, उसके 50 इंटर्न डॉक्टर और स्टाफ भी मारे गए हैं।   स्मृति शेष पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी पर इस समय पंजाब भाजपा का प्रभार था। रूपाणी का जन्म 02 अगस्त 1956 को बर्मा के रंगून में हुआ था। राजकोट (गुजरात) में बसने के बाद वह 1971 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। रूपाणी ने संगठन और सरकार में अलग-अलग पदों पर काम किया। उन्होंने पार्षद के तौर पर शुरुआत की और मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे।   इस हादसे ने 37 साल पहले मुंबई से अहमदाबाद आ रहे इंडियन एयरलाइंस विमान हादसे की याद दिला दी है। यह अहमदाबाद में उतरते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। सनद रहे इंडियन एयरलाइंस और एअर इंडिया का विलय 2007 में हुआ था। 19 अक्टूबर 1988 को सुबह 6:05 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान में 135 लोग सवार थे, जिनमें से 133 की मौत हो गई थी। यह हादसा इंडियन एयरलाइंस के इतिहास का सबसे भयानक और भारतीय विमानन इतिहास का चौथा सबसे बुरा हवाई हादसा था।  

Kolar News

Kolar News

लंदन । बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और जाने-माने व्यापारी संजय कपूर का गुरुवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 53 वर्षीय संजय कपूर उस समय पोलो खेल रहे थे जब उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा। यह दुखद घटना यूके में घटी, जहां वे इन दिनों रह रहे थे।संजय कपूर ने कुछ समय पहले ही अहमदाबाद (गुजरात) में हुए विमान हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर संवेदनाएं जताई थीं। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा था, "अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना की दुखद खबर। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करे।"संजय कपूर ने साल 2003 में बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर से विवाह किया था। यह रिश्ता लगभग 13 साल चला और वर्ष 2016 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक ले लिया। तलाक के बाद संजय ने मॉडल और उद्यमी प्रिया सचदेव से दूसरी शादी की। संजय कपूर और प्रिया सचदेव के एक सात वर्षीय बेटे अजारियस हैं, जिनका जन्म 2018 में हुआ था।संजय कपूर के असामयिक निधन की खबर से बॉलीवुड और बिजनेस जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है।

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़ । पंजाब के पठानकोट में शुक्रवार को एयरफोर्स के अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। पायलट व अन्य जवान सुरक्षित हैं। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है। एयर फोर्स के अपाचे हेलीकॉप्टर ने शुक्रवार को पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी। हलेड़ा गांव के पास पहुंचने पर तकनीकी खराबी आ गई। इमरजेंसी को देखते हुए पायलट ने उसे खेत में लैंड करा दिया। मामले की सूचना मिलते ही सेना और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है। सेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं और हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।इस संबंध में अभी वायु सेना का कोई अधिकृत बयान नहीं आया है।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुंबई में मीठी नदी की सफाई में हुए 65 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया से पूछताछ कर उनका बयान रिकार्ड किया है। डिनो मोरिया आज सुबह करीब 10.30 बजे दक्षिण मुंबई के बैलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के कार्यालय में पहुंचे थे। इस मामले में ईडी ने 6 जून को मुंबई और केरल के कोच्चि में 15 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली थी थी, जिसमें यहां बांद्रा इलाके में डिनो मोरिया के परिसर, उनके भाई सैंटिनो से जुड़े परिसर, मुंबई नगर निगम के कुछ अधिकारी और ठेकेदार शामिल हैं। कोच्चि में तलाशी ली गई, क्योंकि बीएमसी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को गाद निकालने के उपकरण उपलब्ध कराने वाली कंपनियों में से एक इसी शहर में स्थित है। इस तलाशी अभियान के बाद पिछले सप्ताह ईडी ने डिनो मोरिया को समन जारी कर ईडी दफ्तर में पेश होने को कहा था। इसके फलस्वरुप आज डिनो मोरिया ईडी के समक्ष पेश हुए हैं और उनका बयान रिकार्ड किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में केतन कदम और जय जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन दोनों से पूछताछ के बाद डिनो मोरिया का नाम सामने आया है और अब मामले की छानबीन ईडी की टीम कर रही है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली/अहमदाबाद । अहमदाबाद के  सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास गुरुवार को 242 यात्रियों को लेकर जा रहा एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। एयरलाइन ने इसके लिए हॉटलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है। एयर इंडिया ने बयान जारी कर बताया है कि "अहमदाबाद से दोपहर 1:38 बजे रवाना हुई इस उड़ान संख्या AI-171 बोइंग 787-8 विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। इनमें से 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।" एयरलाइन ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए एक समर्पित यात्री हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 स्थापित किया है। एयरलाइन ने कहा क‍ि एयर इंडिया घटना की जांच कर रहे अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है। एयर इंडिया के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, "बहुत दुख के साथ मैं पुष्टि करता हूं कि अहमदाबाद लंदन गैटविक उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 171 आज दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हमारी संवेदनाएं इस विनाशकारी घटना से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं। इस समय हमारा प्राथमिक ध्यान सभी प्रभावित लोगों और उनके परिवारों का साथ देने पर है। हम साइट पर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों की सहायता करने और प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और देखभाल प्रदान करने के लिए शक्ति में सब कुछ कर रहे हैं। जैसे ही हमें और अधिक सत्यापित जानकारी प्राप्त होगी, आगे के अपडेट साझा किए जाएंगे। एक आपातकालीन केंद्र सक्रिय कर दिया गया है और जानकारी मांगने वाले परिवारों के लिए सहायता टीम स्थापित की गई है।"

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार ने 11 साल के शासन में प्रौद्योगिकी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाया है और व्यापार क्षेत्र के लिए इसकी शक्ति का उपयोग किया है, जिससे भारत दुनिया की अग्रणी डिजिटल अर्थव्यवस्था बन गया है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, “मोदी सरकार ने प्रौद्योगिकी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाया और व्यापार क्षेत्र के लिए इसकी शक्ति का दोहन किया, जिससे भारत #11YearsOfDigitalIndia में दुनिया की अग्रणी डिजिटल अर्थव्यवस्था बन गया। चाहे वह स्वास्थ्य सेवा हो, शिक्षा हो, व्यापार हो या वाणिज्य, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल क्रांति के माध्यम से अर्थव्यवस्था और समाज के हर क्षेत्र को बदल दिया है।”   डिजिटल इंडिया की प्रमुख उपलब्धियां:- आधार: विश्व की सबसे बड़ी डिजिटल आईडी प्रणाली: 140 करोड़ से अधिक लोगों को एक अनोखा 12-अंकों का आधार नंबर दिया गया है, जिससे सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने में आसानी हुई है। - डिजिटल पेमेंट्स: डिजिटल भुगतान प्रणाली ने देशभर में तेजी से विस्तार किया है, जिससे लेन-देन में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ी है। - डिजिलॉकर: 52 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के साथ, डिजिलॉकर ने दस्तावेज़ प्रबंधन को आसान और सुरक्षित बना दिया है। - जीवन प्रमाण: 10 करोड़ से अधिक पेंशनभोगियों ने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र का उपयोग करके अपने जीवन प्रमाण को सत्यापित करने के लिए पंजीकरण कराया है। - उमंग ऐप: 8.21 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के साथ, उमंग ऐप ने सरकारी सेवाओं को एक ही मंच पर लाकर नागरिकों के जीवन को आसान बना दिया है।  

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरू । बेल्लारी से कांग्रेस सांसद ई. तुकाराम और पार्टी के तीन विधायकों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कड़ा एतराज जताया है। बुधवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर कांग्रेस पार्टी को विभाजित करने के लिए ईडी छापों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।   राज्य के कलबुर्गी में बोलते हुये मल्लिकार्जुन खरगे कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी शुरू से ही कांग्रेस पार्टी से नाराज हैं, यही वजह है कि वे कांग्रेस नेताओं को लगातार निशाना बना रहे हैं। ईडी छापों के जरिए कांग्रेस पार्टी को परेशान किया जा रहा है। पार्टी को विभाजित करने के इरादे से ऐसा करवाया जा रहा है, लेकिन यह संभव नहीं है। ईडी अधिकारियों को छापेमारी का कारण पता है। खरगे ने कहा कि ईडी अधिकारियों द्वारा छापेमारी कोई नई बात नहीं है।   इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कांग्रेस सांसद और विधायकों पर की गयी छापेमारी पर नाराजगी जताई है। चिक्काबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर में उन्होंने कहा कि यदि ईडी द्वारा की गई छापेमारी किसी कानून का उल्लंघन है, तो हम इसका समर्थन नहीं करेंगे। कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी, तो हम कानून के कार्यान्वयन में बाधा नहीं डालेंगे।   दरअसल, बुधवार को कर्नाटक के बेल्लारी और बेंगलुरु में कर्नाटक आदिवासी कल्याण बोर्ड से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं मामले में कांग्रेस के बेल्लारी से सांसद और विधायकों के कार्यालयों साथ उनके घरों पर भी छापेमारी की गई है। ईडी की अलग-अलग टीमों ने बेल्लारी के सांसद ई. तुकाराम के संदूर आवास, बेल्लारी के विधायक नारा भारत रेड्डी के नेहरू कॉलोनी आवास, विधायक जे.एन. गणेश के होस्पेट आवास, विधायक डॉ. एनटी श्रीनिवास के कुडलिगी आवास और विधायक बी. नागेंद्र के करीबी गोवर्धन रेड्डी के आवास पर छापेमारी की है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली/गुवाहाटी । बीएसएफ जवानों की यात्रा के लिए जर्जर ट्रेन मुहैया कराने के पांच दिन पुराने मामले में अलीपुरद्वार कोचिंग डिपो के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। जवानों को गंतव्य तक जाने के लिए दूसरी ट्रेन भी मुहैया कराई गयी।   बीएसएफ के 1200 जवानों को 6 जून को त्रिपुरा से अमरनाथ जाना था। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने जो ट्रेन जवानों को मुहैया कराई उसमें खिड़कियां-दरवाजे टूटे थे। ट्रेन का वीडियो भी अब सामने आया है। इसमें टॉयलेट टूटा हुआ दिख रहा है है, लाइट नहीं है। सीटों पर गद्दियां भी गायब हैं। फर्श पर कॉकरोच दिखाई दे रहे हैं। जवानों ने इस ट्रेन पर चढ़ने से ही इनकार कर दिया था।   रेल मंत्री वैष्णव ने आज नई दिल्ली स्थित नेशनल मीडिया सेंटर में पत्रकारों से कहा कि त्रिपुरा से कश्मीर ड्यूटी पर जा रहे बीएसएफ जवानों के लिए पुरानी ट्रेन की तैनाती से जुड़ी घटना को गंभीरता से लिया गया है। इस चूक के लिए अलीपुरद्वार डिवीजन के चार अधिकारियों को आज से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। ये अधिकारी अलीपुरद्वार मंडल से हैं, जिनमें अलीपुर कोचिंग डिपो के कोचिंग डिपो अधिकारी और अलीपुर मंडल के तीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर शामिल हैं।   रेल मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सुरक्षा बलों की गरिमा और सुविधा सर्वोपरि है और इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रेल मंत्रालय द्वारा इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।   पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि बीएसएफ जवानों की यात्रा के लिए दूसरी ट्रेन मुहैया करा दी गयी है। हालांकि सुरक्षा कारणों से ट्रेन की टाइमिंग का खुलासा नहीं किया गया।   बीएसएफ के 1200 जवानों में त्रिपुरा फ्रंटियर, गुवाहाटी फ्रंटियर और एमएंडसी फ्रंटियर कंपनियां शामिल हैं। इन सभी कंपनियों के 1200 जवानों को अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी के लिए रवाना होना था। यह स्पेशल ट्रेन उदयपुर रेलवे स्टेशन (त्रिपुरा) से 6 जून को जम्मू तवी रेलवे स्टेशन के लिए चलनी थी। उदयपुर (त्रिपुरा), आमबासा (त्रिपुरा), बदरपुर (असम), ग्वालपारा (असम) और कूचविहार (पश्चिम बंगाल) रेलवे स्टेशन से बीएसएफ जवानों को 'स्पेशल ट्रेन' में सवार होना था। इस बीच बीएसएफ द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद 6 जून को रवाना होने वाली ट्रेन को रद्द कर दिया गया।   उल्लेखनीय है कि अमरनाथ यात्रा पहली बार 38 दिन की हो रही है। इस बार यह तीन जुलाई से नौ अगस्त तक चलेगी। इस साल यात्रा की अवधि पिछले साल के 52 दिनों के मुकाबले घटाकर 38 दिन कर दी गई है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने हाल के वैश्विक संघर्षों से पाकिस्तान के खिलाफ शुरू किये गए ऑपरेशन 'सिंदूर' से तुलना करते हुए बुधवार को वर्तमान युद्ध परिदृश्यों में निगरानी और इलेक्ट्रो-ऑप्टिक प्रणालियों की रणनीतिक भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आधुनिक युद्ध का फायदा उसी को मिलता है, जिसमें पहले देखने, सबसे दूर देखने और सबसे सटीक रूप से देखने की क्षमता होती है। एयर मार्शल ने ऑपरेशन 'सिंदूर' को इन उभरती चुनौतियों के अनुकूल ढलने के लिए भारत की तत्परता का प्रदर्शन बताया।   एयर मार्शल दीक्षित ने आज नई दिल्ली में निगरानी और इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स इंडिया सेमिनार में ऑपरेशन 'सिंदूर' की समानता आर्मेनिया-अजरबैजान युद्ध, रूस-यूक्रेन संघर्ष और इजरायल-हमास संघर्ष से की। उन्होंने कहा कि जब हम आर्मेनिया-अजरबैजान से लेकर रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास तक के वैश्विक संघर्षों और ऑपरेशन सिंदूर में अपने स्वयं के अनुभवों को देखते हैं, तो एक सच्चाई बिल्कुल साफ तौर पर सामने आती है कि जो पक्ष पहले देखता है, सबसे दूर देखता है और सबसे सटीक रूप से देखता है, वही जीतता है। एयर मार्शल ने ऑपरेशन सिंदूर को इन उभरती वास्तविकताओं के अनुकूल ढलने के लिए भारत की तत्परता का प्रदर्शन बताया।   उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने समकालीन युद्ध में गहन निगरानी के महत्व को साबित किया है। ऑपरेशन सिंदूर से मिले सबक ने उस बात को पुख्ता किया है कि आधुनिक युद्ध ने प्रौद्योगिकी की बदौलत दूरी और भेद्यता के बीच के रिश्ते को मौलिक रूप से बदल दिया है। युद्ध के मौजूदा सिद्धांतों को चुनौती दी जा रही है और नए सिद्धांत उभर रहे हैं। आज स्कैल्प, ब्रह्मोस और हैमर जैसी सटीक और निर्देशित मिसाइलों ने भौगोलिक बाधाओं को लगभग निरर्थक बना दिया है, क्योंकि बियॉन्ड विजुअल रेंज की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल (बीवीआर एएएम) और सुपरसोनिक हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के हमले आम हो गए हैं।   एयर मार्शल दीक्षित ने कहा कि जब हथियार सैकड़ों किलोमीटर दूर लक्ष्य पर सटीक निशाना साध सकते हैं, तो सामने, पीछे और पार्श्व युद्ध क्षेत्र और गहराई वाले क्षेत्रों की पारंपरिक अवधारणा अप्रासंगिक हो जाती हैं। हमें संभावित खतरों का पता लगाना, पहचानना और ट्रैक करना चाहिए, न कि जब वे हमारी सीमाओं के पास आते हैं। यह अवधारणा पहले भी मौजूद थी, लेकिन आज हमारे पास इसे साकार करने के साधन हैं। उन्होंने कहा कि जब हाइपरसोनिक मिसाइलें मिनटों में सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर सकती हैं और ड्रोन प्रतिक्रिया देने से पहले अपने लक्ष्यों तक पहुंच सकते हैं, तो वास्तविक समय की निगरानी न केवल फायदेमंद हो जाती है, बल्कि अस्तित्व के लिए आवश्यक भी हो जाती है।   उन्होंने कहा कि भविष्य की ओर देखने से स्पष्ट हो जाता है कि अकेले सरकारी प्रयास हमारे सामने आने वाले तकनीकी परिवर्तन की गति को पूरा नहीं कर सकते हैं। हमारा निजी क्षेत्र हमारे निगरानी विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभरता है। उन्होंने कहा कि सियाचिन ग्लेशियर से लेकर गर्म शुष्क रेगिस्तानों से लेकर हिंद महासागर तक हमारी निगरानी प्रणालियों को सभी वातावरणों में प्रभावशीलता बनाए रखनी चाहिए।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने रक्षा क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति देखी है। प्रगति की इस यात्रा में ‘आधुनिकता’ और ‘आत्मनिर्भरता’ पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रधानमंत्री ने इसे भारतीयों की सामूहिक इच्छा और दृढ़ संकल्प का परिणाम बताते हुए कहा कि यह संकल्प भारत को तकनीकी उत्कृष्टता की ओर ले जा रहा है।मोदी ने ‘मायगोवइंडिया’ पर एक पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, “पिछले 11 वर्षों में हमारे रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। यह देखकर खुशी होती है कि लोग मिलकर भारत को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।” उन्होंने ‘#11ईयरऑफरक्षाशक्ति’ हैशटैग का भी उपयोग किया।उल्लेखनीय है कि भारत की रक्षा प्रणाली में सुधार के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई हैं। इनमें विदेशी निर्भरता कम करते हुए स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देना शामिल है। इन प्रयासों से भारत की रक्षा क्षमता में वृद्धि हुई और यह वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थिति में खड़ा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आतंकवाद के प्रति दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए कहा है कि भारत आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, चाहे वे कहीं भी हों। एक फ्रांसिसी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “हमें परवाह नहीं है कि वे कहां हैं। अगर वे पाकिस्तान के भीतर हैं, तो हम वहां भी जाएंगे।”फ्रांसिसी समाचार पत्र ‘ले फिगारो’ को दिए साक्षात्कार में जयशंकर ने कहा कि भारत के सैन्य अभियानों की प्रभावशीलता, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पाकिस्तानी हवाई अड्डों पर हुए नुकसान से प्रमाणित होती है। भारतीय विमानों को हुए नुकसान से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि सफलता का असली माप दुश्मन की क्षमताओं का विनाश होता है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को केवल भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय संघर्ष के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि इसे एक वैश्विक मुद्दा माना जाना चाहिए।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ चीन के घनिष्ठ संबंधों के संदर्भ में कहा कि चीन आतंकवाद से निपटने में अस्पष्टता या दोहरे मापदंड लेकर नहीं चल सकता। आतंकवाद ऐसी समस्या है जो सभी देशों को प्रभावित करती है। चीन और पाकिस्तान के बीच दशकों से घनिष्ठ संबंध रहे हैं लेकिन आतंकवाद जैसे मुद्दे पर अस्पष्टता या दोहरे मापदंड नहीं चल सकते।  

Kolar News

Kolar News

भाेपाल/ इंदाैर । राजा रघुवंशी हत्याकांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे मामले में एक के बाद एक कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इस बीच एक और खुलासा हुआ है। सोनम ने शादी के तीन दिन बाद ही राजा को मारने का प्लान बना लिया था। इसका खुलासा मेघालय पुलिस काे जांच के दाैरान मिली राज कुशवाहा और सोनम की चैट्स से हुआ है। शादी के बाद से ही सोनम को पति राजा रघुवंशी का करीब आना पसंद नहीं आ रहा था। इसके बाद ही सोनम ने राजा की हत्या की साजिश रची थी। इसमें उसने कथित प्रेमी राज को शामिल किया, जिसने अपने तीन दोस्तों की मदद से हत्याकांड को अंजाम दिया। अभी सभी शिलांग पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिनसे जल्द पूछताछ की जाएगी।   पुलिस काे मिली चैट्स के मुताबिक, शादी के तीसरे ही दिन सोनम ने राज कुशवाहा से राजा को खत्म करने की बात की थी। बातचीत में सोनम ने यह भी जाहिर किया कि उसे अपने पति राजा का करीब आना बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था। सोनम ने राज कुशवाहा के साथ चैट में लिखा था कि उसका पति राजा उसके करीब आ रहा है, जो उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं है। शादी से पहले ही सोनम ने राजा से दूरी बना ली थी। जांच में सामने आया है कि सोनम ने राज कुशवाहा के साथ मिलकर मेघालय जाने और वहीं पर राजा को खत्म करने का प्लान तैयार किया था। पूरा हनीमून ट्रिप एक खतरनाक सोची-समझी योजना का हिस्सा था। यही वजह थी कि दोनों ने जानबूझकर मर्डर के लिए दूर की लोकेशन का ट्रिप चुना था। सोनम ने पति राजा और खुद की फ्लाइट के टिकट कराए। साथ ही चार आरोपितों राज कुशवाह (19), आकाश राजपूत (23), आनंद कुर्मी (21) और विशाल चौहान (23) का ट्रेन का टिकट कराया था। सोनम राजा को जबरदस्ती गुवाहाटी स्थित कामाख्या देवी दर्शन के लिए ले गई थी। शादी के बाद सोनम अपने मायके में ही थी। इस दौरान उसने दो सिम खरीदी। एक अपने पास रखी और एक राज कुशवाह को दे दी। 20 मई को राज जब रेलवे स्टेशन पहुंचा तो उसका मन बदल गया और वह ट्रेन में नहीं बैठा। राज ने सिम दोस्त विशाल को दे दी। इसके बाद सोनम की बातचीत विशाल से ही हुई। विशाल ने सोनम को बताया कि राज उनके साथ नहीं आया है। उसने बाकी आरोपितों को भी जाने से मना किया था। इस पर सोनम नाराज हुई। फिर कहा कि प्लान के मुताबिक ही पूरा काम होना चाहिए। मेघालय की पुलिस प्रमुख के मुताबिक, शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी की हत्या पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही करवाई थी। सोनम ने अपने प्रेमी से कहा था कि शादी पिता की मर्जी से कर रही है, लेकिन राजा को रास्ते से हटा देगी। सोनम ने प्रेमी राज से वादा किया था कि वह चाहे विधवा हो जाए, लेकिन इसके बाद भी राज से शादी करेगी। सोनम ने ही राज के दोस्तों को 50 हजार रुपये में राजा की हत्या की सुपारी दी थी। आरोपिताें ने जिस हथियार ‘डाव’ (छोटी कुल्हाड़ी) से राजा को मारा, वो गुवाहाटी में ऑनलाइन मंगाया था। आरोपित शिलॉन्ग में सोनम-राजा के होम स्टे से एक किमी दूर होटल में ठहरे थे। इनके नंबर सोनम के पास थे। सोनम जहां जाती, लोकेशन इन्हें भेज देती। 23 मई को सोनम फोटो शूट के बहाने पहाड़ी कोरसा इलाके में राजा को ले गई। रास्ते में ही तीनों आरोपित राजा से मिले। हिंदी में बात की और साथ चल दिए। सोनम थकने के बहाने पीछे चलने लगी। थोड़ी देर बाद सुनसान जगह देखकर सोनम ने चिल्लाकर कहा- मार दो इसे। हत्या के बाद सोनम ने फोन तोड़े। आरोपित भी अपने-अपने घर ट्रेन से रवाना हुए। सोनम अकेली वाराणसी गई। यहां बस स्टैंड पर दो लोग उसे छोड़ने गए।   पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि सोनम रघुवंशी बनारस के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में थी। इसके लिए पूरी योजना बनाकर काम कर रही थी। सोनम अपनी इसी योजना के तहत शिलांग से उत्तर प्रदेश पहुंची थी। यहां कुछ दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर रुकी। इसी बीच प्रेमी राज कुशवाहा सहित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी मिली तो वह ढाबे पर पहुंची और भाई को उत्तर प्रदेश में होने की सूचना दी। उन्होंने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचना दी। फिर इंदौर पुलिस ने गाजीपुर पुलिस को काशी ढाबे पर भेजा। इसके बाद देर शाम मेघालय पुलिस ने गाजीपुर पहुंचकर सोनम को हिरासत में ले लिया। फिलहाल इस मामले में हर रोज एक के बाद एक नए खुलासे होना जारी है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर पर की गई टिप्पणियों को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला है। नड्डा ने कहा कि वे (राहुल) गैरजिम्मेदाराना विपक्ष का रोल निभा रहे हैं। भगवान उनको सद्बुद्धि दें। सोमवार को मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नड्डा ने भारत की विदेश नीति और ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस नेता की टिप्पणियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के उद्देश्य को समझना बहुत मुश्किल है। जब वे सर्वदलीय बैठक में जाते हैं तो कहते हैं कि वे देश के साथ खड़े हैं, लेकिन जब वे बाहर निकलते हैं तो वे सवाल उठाने लगते हैं, ऐसे सवाल जो पूरी तरह से निराधार हैं। इसलिए वे एक गैर-जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नड्डा ने कहा कि जितना जनसंवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करते हैं, उतना जयराम रमेश ने जीवन में बात नहीं की होगी। कांग्रेस के चुनाव आयोग पर उठाए गए सवाल पर नड्डा ने कहा कि जब वे कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जीतते हैं तो सब ठीक रहता है और हारते हैं तो सब खराब हो जाता है। कांग्रेस की तो यह आदत बन गई है। चार प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ही विषय़ पर अलग-अलग आंकड़े ले कर आते हैं। कांग्रेस को अपने विषय में सोचना चाहिए। अपने नेतृत्व पर विचार करना चाहिए। नड्डा ने आर्थिक विकास, महिला सशक्तीकरण पहल और ऑपरेशन गंगा जैसे सफल प्रत्यावर्तन प्रयासों सहित प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर सरकार के 11 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार जनता के नेतृत्व वाली सरकार है। पिछले कुछ सालों में हमने पारदर्शिता लाई है और एक दूरदर्शी, भविष्योन्मुखी प्रशासन बनाया है। इसीलिए हम विकसित भारत की बात करते हैं। यह अमृत काल है। पिछले 11 सालों ने वास्तव में विकसित और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखी है। इस मौके पर नड्डा ने प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।

Kolar News

Kolar News

इंदौर । शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए मेघालय गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी सोनम ने ही कराई थी। पुलिस ने सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से एक ढाबे से पकड़ा है। उसके अलावा तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बात की पुष्टि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड सांगमा ने एक्स पोस्ट पर की।   मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने आज सुबह एक्स पोस्ट में कहा कि राजा हत्याकांड में सात दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है।   गौरतलब है कि राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए रवाना हुए थे। दोनों  इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद गत 23 मई को मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया। राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी को पहले लगा कि नेटवर्क की समस्या होगी, लेकिन 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। कई प्रयासों के बाद जब कोई संपर्क नहीं हो सका तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन शिलांग पहुंचे।  इसके बाद वे सर्चिंग टीम के साथ जुड़े।   23 मई को लापता दंपति में से पति राजा रघुवंशी का शव दो जून को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र में एक झरने के पास गहरी खाई में मिला था। सोनमी 17 दिन से लापता थी। बताया जा रहा है कि रविवार रात करीब दो बजे सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची और उसने यहां से अपने भाई गोविद को फोन किया। गोविंद ने गाजीपुर से अपने परिचित को वहां भेजा। इसके बाद उन्होंने सोनम से फोन पर बात कराई। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सोनम गाजीपुर तक कैसे पहुंची? पुलिस अब जल्द ही सोनम को इंदौर लेकर आ सकती है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी से नमो ऐप पर पिछले 11 वर्षों में भारत की विकास यात्रा पर सर्वेक्षण में भाग लेने का आग्रह किया है।प्रधानमंत्री ने सेवा के 11 वर्ष हैस टैग के साथ एक्स पोस्ट में कहा, “आपके विचार सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। नमो ऐप पर इस सर्वेक्षण में भाग लें और हमें बताएं कि आप पिछले 11 वर्षों में भारत की विकास यात्रा को कैसे देखते हैं।”प्रधानमंत्री ने नमो ऐप पर सर्वेक्षण का लिंक साझा किया है, जहां कोई भी व्यक्ति भारत की विकास यात्रा पर अपने विचार साझा कर सकता है। यह सर्वेक्षण पिछले 11 वर्षों में भारत की विकास यात्रा पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री ने जन मन सर्वेक्षण का भी उल्लेख किया है, जो भारत की विकास यात्रा पर केंद्रित है। इस सर्वेक्षण के माध्यम से सरकार लोगों के विचारों और सुझावों को जानना चाहती है।उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने आज 11 वर्ष पूरे कर लिए हैं। मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। दूसरी बार 30 मई 2019 को और तीसरी बार 9 जून 2024 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी पार्टी को सार्वजनिक मंचों से आरोप लगाने की बजाय सीधा आयोग से संवाद की अपील की है। आयोग का कहना है कि आरोप लगाने के स्थान पर उन्हें अपनी शिकायतों को लिखित तौर पर आयोग को देना चाहिए और समय निकाल कर मुलाकात करनी चाहिए।   सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया के अनुसार सार्वजनिक जानकारी है कि चुनाव आयोग सहित कोई भी संवैधानिक संस्था, तभी औपचारिक रूप से प्रतिक्रिया देती है जब संबंधित व्यक्ति लिखित में पत्र भेजता है। यह भी आश्चर्यजनक है कि "राहुल गांधी एक ओर इन मुद्दों को बेहद गंभीर बता रहे हैं लेकिन जब उन्हें लिखित रूप में देने की बात आती है, तो पीछे हट जाते हैं।" दूसरी ओर, जब कांग्रेस को 15 मई को आयोग से मिलने का आमंत्रण दिया गया, तब उसने आगे मिलने के लिए समय माँग लिया और पीछे हट गई।   चुनाव आयोग के सूत्रों ने राहुल गांधी की चुप्पी पर आश्चर्य जताया है। आयोग ने कहा कि 24 घंटे बीतने के बाद भी राहुल गांधी ने न तो कोई पत्र लिखा और न ही मिलने का समय माँगा। “वे अपने आरोपों को गंभीर बताते हैं लेकिन उन्हें लिखित रूप में देने से बच रहे हैं।”   सूत्रों का कहना है कि वास्तव में राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल एजेंटों, पोलिंग और काउंटिंग एजेंटों की आलोचना कर दी है। दूसरी ओर, आयोग द्वारा पूरे देश में नियुक्त 10.5 लाख बूथ लेवल अधिकारी, 50 लाख पोलिंग अधिकारी और 1 लाख काउंटिंग सुपरवाइज़र उनके इन निराधार आरोपों से नाराज़ हैं, जो उनकी ईमानदारी और मेहनत पर सवाल उठाते हैं।   वहीं, सीसीटीवी फुटेज को लेकर आयोग का कहना है कि किसी भी चुनाव याचिका में उच्च न्यायालय मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर सकता है। यह व्यवस्था चुनाव की निष्पक्षता बनाए रखने और मतदाताओं की गोपनीयता की रक्षा के लिए है। ऐसे में राहुल गांधी या उनके एजेंट मतदाताओं की गोपनीयता क्यों भंग करना चाहते हैं? क्या उन्हें उच्च न्यायालयों पर भी भरोसा नहीं है?   उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर पांच बिंदुओं पर कथित चुनावी गड़बड़ियों की बात कही थी। इनमें चुनाव आयुक्त पैनल की नियुक्ति में पक्षपात, फर्जी मतदाताओं का नाम जोड़ना, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना, टार्गेटेड बूथों पर बोगस वोटिंग और सीसीटीवी रिकॉर्ड न देने जैसे मुद्दे शामिल थे।   चुनाव आयोग ने इन सभी विषयों का जवाब दिया है। आयोग का कहना है कि चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वर्तमान सरकार के कार्यकाल में ही तीन सदस्यीय पैनल के माध्यम से शुरू हुई है। इसके पहले सरकारें सीधी नियुक्ति किया करती थी। मतदाता, मतदान प्रतिशत तथा बोगस वोटिंग के आरोपों पर आयोग ने चुनावी प्रक्रिया की ओर ध्यान कराया है।  

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरु । कर्नाटक भाजपा ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ को लेकर रविवार को राज्य सरकार के खिलाफ विधान सौधा में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा। साथ ही घटना पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की। आईपीएल में आरसीबी की विक्ट्री परेड में भगदड़ के दौरान 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गये थे।   भाजपा नेताओं ने रविवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ को लेकर राज्य सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने विधान सौधा में प्रदर्शन के दौरान पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे की राशि को 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये करने, कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई में न्यायिक जांच कराने तथा अधिकारियों को निलंबित करने के बजाय मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की है। भाजपा ने इस घटना पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की है।   विधान सौधा में नेता प्रतिपक्ष भाजपा नेता आर. अशोक और विधान परिषद् में विपक्ष के नेता चलवडी नारायणस्वामी के नेतृत्व में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और गृह मंत्री परमेश्वर के तत्काल इस्तीफे की मांग की।   नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने सवाल उठाया कि पुलिस अधिकारियों की लिखित चेतावनी को नज़रअंदाज़ कर सरकार की ओर से जीत का जश्न मनाने की अनुमति क्यों दी गई? पुलिस अधिकारियों की चेतावनियों के बावजूद जीत का जश्न मनाने पर कौन अड़ा था? दरअसल, कर्नाटक विधान सौधा सुरक्षा प्रभाग के पुलिस उपायुक्त ने 4 जून को सरकार को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से कहा था कि आरसीबी टीम के विजय उत्सव के आयोजन के लिए अधिक समय, तैयारी और एहतियाती उपायों की आवश्यकता है।   भाजपा नेता पी. राजीव ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की गलत राजनीतिक मंशा के कारण 11 लोगों की जान चली गई। उन्हें जिम्मेदारी लेनी होगी। उपमुख्यमंत्री मुख्य अपराधी हैं। उन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कर्नाटक सरकार को प्रत्येक मृतक के लिए कम से कम 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देना चाहिए। प्रदर्शन में पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. सी. एन. अश्वथ नारायण, गोविंदा करजोल, विपक्ष के उपनेता अरविंद बेलाड, राज्य महासचिव पी. राजीव, सांसद, विधायक, परिषद सदस्य और अन्य पार्टी नेता मौजूद रहे।उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए घोषित मुआवजा राशि को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये प्रति परिवार कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाकर 25-25 लाख रुपये करने का आदेश दिया है।कर्नाटक सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जॉन माइकल कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए एहतियाती उपाय भी सुझाएगी। आयोग को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। इस मामले में एक न्यायिक जांच भी की जा रही है। जांच आयोग के अध्यक्ष आवश्यकता पड़ने पर तकनीकी और कानूनी सहायता के लिए एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की सेवाएं भी ले सकते हैं।कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष रघुराम भट्ट ने शनिवार को प्रबंधन समिति को भंग करने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम का इस्तीफा एक आपातकालीन बैठक में स्वीकार कर लिया गया है। इन दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने आईपीएल चैंपियन आरसीबी के विजय समारोह के दौरान मची भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने-अपने पदों से इस्तीफा दिया था।   यह हादसा 4 जून की शाम चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई थी, जहां बड़ी संख्या में लोग आरसीबी टीम की आईपीएल में जीत के जश्न में भाग लेने के लिए उमड़े थे। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक घायल हो गए थे।  

Kolar News

Kolar News

कानपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डाॅ. मोहन राव भागवत ने कहा कि राष्ट्र को परमवैभव पर पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए सभी हिन्दुओं को एकजुट होकर काम करना है। इसके लिए बच्चों में संस्कार और परिवार में एकता जरूरी है।   सरसंघचालक डाॅ. मोहन राव भागवत को रविवार को नवाबगंज स्थित दीनदयाल विद्यालय में आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व वह प्रात:काल संघस्थान पर भी रहे। इस दौरान सरसंघचालक ने स्वयंसेवकों के शारीरिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी देखा। संवाद सत्र के दौरान डॉ भागवत ने स्वयं सेवकों से कहा कि राष्ट्र को परमवैभव पर पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। पंच परिवर्तन पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सभी हिंदुओं को एकजुट होकर काम करना है। ताकि घर के हर बच्चों में संस्कार और परिवार में एकता स्थापित हो सके। उन्होंने सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्व का जागरण और नागरिक कर्तव्य का पालन करने पर जोर दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉक्टर अनुपम ने बताया कि सरसंघचालक ने प्रशिक्षण ले रहे 400 से अधिक स्वयंसेवकों को संघ का कार्य व विचार किस तरह से लोगों तक पहुंचाने को लेकर चर्चा की । इसके अलावा उन्होंने हिंदुओं को एक साथ रहकर संगठन को मजबूत करने पर भी जोर दिया गया। इसके अलावा डॉ भागवत ने शताब्दी वर्ष में शाखा विस्तार पर जोर दिया। सरसंघचालक सोमवार तक यहां प्रवास पर रहेंगे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ शीर्षक से अंग्रेजी अखबार में लिखे गए लेख पर चुनाव आयोग ने आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। लेख में राहुल गांधी ने नवंबर 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इसे तथ्यों से परे और बदनाम करने वाला बताया है।चुनाव आयोग ने कहा, “मतदाताओं द्वारा किसी भी प्रतिकूल फैसले के बाद यह कहकर (मैच फिक्स था) चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश करना पूरी तरह से बेतुका है।”राहुल ने अपने लेख में पांच बिंदुओं पर कथित चुनावी गड़बड़ियों को रेखांकित किया था। इनमें चुनावा आयुक्त पैनल की नियुक्ति में पक्षपात, फर्जी मतदाताओं का नाम जोड़ना, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना, टार्गेटेड बूथों पर बोगस वोटिंग और सीसीटीवी रिकॉर्ड न देने जैसे मुद्दे शामिल थे।इसके जवाब में आयोग ने बताया कि 6.4 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान किया। औसतन हर घंटे 58 लाख वोट डाले गए। अंतिम दो घंटे में 65 लाख वोट पड़ना सामान्य औसत से कम है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि हर बूथ पर राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त एजेंट मौजूद थे। किसी ने भी अगले दिन रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष कोई संदेह नहीं जताया।आयोग के अनुसार, मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और निर्वाचक नियम 1960 के तहत की जाती है। अंतिम मतदाता सूची सभी दलों को दी गई थी। इसके खिलाफ केवल 89 शिकायतें आईं, जिनमें से एक भी कांग्रेस द्वारा नहीं की गई थीं। आयोग ने बताया कि 1 लाख से अधिक बूथों पर 97 हजार बूथ लेवल ऑफिसर्स और सभी दलों द्वारा नियुक्त 1.03 लाख बूथ एजेंट तैनात थे। कांग्रेस ने भी 27 हजार से अधिक एजेंट नियुक्त किए थे।आयोग ने कहा कि चुनाव कानून के तहत पारदर्शिता से होते हैं और किसी भी तरह की गलत जानकारी न केवल कानून का अपमान है, बल्कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़े लाखों लोगों के मनोबल को भी गिराता है। आयोग ने कहा कि 24 दिसंबर 2024 को यह सभी तथ्य कांग्रेस को भेज दिए गए थे। इसके बावजूद बार-बार ऐसे आरोप लगाना पूरी तरह अनुचित है।

Kolar News

Kolar News

देहरादून/रुद्रप्रयाग । उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में फाटा और सिरसी के बीच बड़ासू में शनिवार को दोपहर हेलीकॉप्टर की सड़क पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। हेलीकॉप्टर ने बड़ासू हेलीपैड से केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरी थी और टेकऑफ होते ही इसमें खराबी आ गई ,जिससे इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। हेलीकॉप्टर में 5 यात्री और पायलट सवार थे। पायलट को हल्की चोट की आने की बात बताई जा रही है। क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के इस हेलीकॉप्टर में आज टेक-ऑफ के दौरान तकनीकी खामी आ गई थी। पायलट ने समय पर परिस्थिति भांपते हुए पास में ही सड़क पर आपातकालीन लैंडिंग करवाई, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। हालांकि आपातकालीन लैंडिंग के दौरान पायलट को मामूली चोट आई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने मौके पर टीम को रवाना कर दिया था। इसके बाद टीम ने हेलीकॉप्टर को सड़क से हटवाने का कार्य कराया, जिससे यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक हेलीकॉप्टर अपने बड़ासू स्थित बेस से श्री केदारनाथ धाम के लिए पाँच यात्रियों के साथ टेक-ऑफ कर रहा था। इसी दौरान हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खामी आ गई। पायलट ने समय रहते खामी को भाँप लिया और नज़दीक में खाली सड़क देखकर आपातकालीन लैंडिंग करवाई।हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांचों यात्री सुरक्षित हैं, जबकि पायलट को हल्की चोट आई है। आपातकालीन लैंडिंग के दौरान सड़क पर खड़ी एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। उक्त घटना का हेली शटल सेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

Kolar News

Kolar News

शिमला । देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में "विकसित भारत युवा कृषि वैज्ञानिक दृष्टिकोण व संकल्प" विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों से प्रेरणादायक संवाद किया। उपराष्ट्रपति ने युवाओं को संबोधित करते हुए उन्हें विकसित भारत की दिशा में सबसे मजबूत ‘सारथी’ बताया और कहा कि उनके जोश, ज्ञान और समर्पण से ही देश आत्मनिर्भर और उन्नत बनेगा।संवाद की शुरुआत करते हुए उपराष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को सहज और आत्मीय वातावरण में संबोधित किया। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी भी इस कार्यक्रम में आना चाहती थीं, लेकिन कुछ कारणों से नहीं आ सकीं। इस दौरान उन्होंने माँ शालिनी माता का आशीर्वाद लेकर कार्यक्रम में सम्मिलित होने की बात भी साझा की। अपने जीवन के अनुभवों से प्रेरणा देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे हमेशा सकारात्मक सोच रखें और समाज व राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक नहीं है, यह वीरों की भूमि भी है। यहां की शुद्धता, संस्कृति और जनभावनाएं देश के लिए प्रेरणादायक हैं। उन्होंने "ऑपरेशन सिंदूर" की सफलता का उल्लेख करते हुए इसे राष्ट्र की सामूहिक चेतना और संकल्प का प्रतीक बताया।उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि वे भारतीयता को अपनी पहचान और राष्ट्रीयता को अपने धर्म की तरह अपनाएं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इसमें युवाओं की भूमिका बेहद अहम है।उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज के दौर में केवल सरकारी नौकरी ही एकमात्र विकल्प नहीं है। उन्होंने युवाओं को उद्यमिता, नवाचार और तकनीकी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखाने की सलाह दी। “कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और एग्रीकल्चरल इंटेलिजेंस (एजीआई) ही वह मार्ग है, जिससे ग्रामीण भारत को समृद्ध किया जा सकता है।”उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों से जोड़ें और कृषि में स्थायित्व तथा नवाचार को बढ़ावा दें। साथ ही केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने में सहायक बनें।इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश में उत्पादित फल, सब्जियों और अन्य जैविक उत्पादों के स्थानीय उपयोग को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब खाना अच्छा हो, तो उसे बाहर भेजने की बजाय अपने उपयोग में लाना भी जरूरी है।अपने हास्य-विनोद भरे अंदाज़ में उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि समाज में पुरुष और महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर चलें। उन्होंने विद्यार्थियों से शौक के कामों को भी गंभीरता से लेने और समाज में ठोस बदलाव लाने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को दिल्ली आने का भी आमंत्रण दिया।इससे पहले उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और छात्र-छात्राओं के नवाचारों की सराहना की।छात्रों ने कार्यक्रम के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति का मार्गदर्शन प्रेरणादायक रहा। उन्होंने कहा कि एआई और सस्टेनेबल कृषि जैसे मुद्दों पर मिल रही शीर्ष स्तर की सोच उन्हें अपने क्षेत्र में कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।      

Kolar News

Kolar News

जम्मू । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों आज कटरा से श्रीनगर के लिए दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाए जाने के साथ ही दशकों का सपना सच हो गया है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक रेल कनेक्टिविटी हो हो गई है। अब यात्री ट्रेन से वादियों और पहाड़ों का दीदार करते हुए श्रीनगर तक पहुंचेंगे। ट्रेन में एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को कश्मीरी बादाम, अंजीर और अन्य कश्मीरी व्यंजन भी परोसे जाएंगे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे। कश्मीर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।   रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि जम्मू से श्रीनगर तक सीधा रेल सफर सितंबर महीने से शुरू हो जाएगा। जम्मू रेलवे स्टेशन पर नए प्लेटफॉर्म बनाने का काम पूरा होने के साथ ही सीधे जम्मू से श्रीनगर के लिए रेलगाड़ी चलेगी। कश्मीर जाने वाली वंदे भारत श्री माता वैष्णो देवी (कटड़ा) स्टेशन से रवाना होगी। उधमपुर-बनिहाल-श्रीनगर रेल खंड पर इन दोनों ट्रेनों का कमर्शियल संचालन सात जून से शुरू होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए दोनों ट्रेनों में एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास के डिब्बे लगाए गए हैं।   रेलवे ने सभी शुल्कों सहित श्रीनगर से कटड़ा के बीच चेयर कार का किराया 715 रुपये निर्धारित किया है, जबकि एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1320 रुपये निर्धारित किया गया है। दोनों नई वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन के बाद जम्मू-कश्मीर में कुल चार वंदे भारत ट्रेनें चलने लगेंगी। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में दो वंदे भारत ट्रेनें नई दिल्ली से कटड़ा के बीच चल रही हैं। कश्मीर तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का कई स्टेशनों पर ठहराव होगा। इनमें दिल्ली, अंबाला छावनी, लुधियाना जंक्शन, पठानकोट छावनी, जम्मू तवी, श्री माता वैष्णो देवी (कटड़ा) यात्रियों के ट्रांसशिपमेंट के बाद, रियासी बनिहाल कांजीगुंड, अनंतनाग और श्रीनगर रेलवे स्टेशन शामिल हैं।   जिला रिसासी के कौड़ी बक्कल क्षेत्र में चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे के आर्च पुल के पास तीन मंजिला संग्रहालय भी बनाया गया है।इसके दो मंजिल में रेलवे परियोजना की चुनौतियों और इंजीनियरिंग की बेजोड़ मिसाल देखने को मिलेगी, जबकि तीसरी मंजिल पर व्यू प्वाइंट के साथ ही रेस्तरां की सुविधा भी होगी। यहां से पर्यटक खाने-पीने का आनंद उठाने के साथ ही इस पुल से गुजरते समय आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य को निहार सकेंगे। संग्रहालय में पर्यटकों को कश्मीरी कला और कारीगरी की हैरान कर देने वाली बारीकियां और नमूने देखने को मिलेंगे। हाथों से लकड़ी पर उकेरी गई आकर्षक आकृतियों में देवदार और अखरोट की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा कश्मीर के डल झील की हाउस बोट जैसे डिजाइन भी इस संग्रहालय की शान बढ़ाएंगे।   रेलवे के अनुसार पर्यटक जब इस संग्रहालय में आएंगे, तो यहां प्रदर्शित मॉडलों से वह जान सकेंगे कि इस परियोजना में कितनी विपरीत परिस्थितियां तथा चुनौतियां आईं और उनसे पार पाने में कैसे-कैसे इंजीनियरिंग के चमत्कार हुए। चिनाब और घाटी की गहराई से आकाश जैसी ऊंचाई तक इंजीनियरों ने विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल बना दिया। इसकी तस्वीरें और आंकड़े भी पर्यटकों को इस संग्रहालय में देखने को मिलेंगे। अंजी नदी पर बने देश के पहले केबल स्टे पुल के निर्माण में आई चुनौतियां और निर्माण के बाद उसकी मजबूती तथा अन्य विशेषताएं भी पर्यटक जान सकेंगे।

Kolar News

Kolar News

कटरा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कटरा में विकास परियोजनाओं से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर सख्त शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए विकास, समावेशन और आत्मनिर्भरता के विज़न को स्पष्ट किया। इस अवसर पर उन्होंने 46 हजार करोड़ से अधिक की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने घाटी में तेज़ी से हो रहे बदलाव को ‘भारत की नई शक्ति और संकल्प का प्रतीक’ बताया।प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने इसे पाकिस्तान की एक सोची-समझी साजिश करार दिया, जिसका उद्देश्य घाटी में अशांति फैलाना और मेहनतकश लोगों की आजीविका को बाधित करना था। उन्होंने कहा कि यह हमला न सिर्फ निर्दोष पर्यटकों पर था, बल्कि ‘कश्मीरियत और इंसानियत’ पर भी हमला था। उन्होंने कहा कि आतंकवाद ने घाटी में स्कूल जलाए, अस्पतालों को निशाना बनाया और दो पीढ़ियों के सपनों को कुचला है, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर का युवा आतंकवाद के विरुद्ध सीना तानकर खड़ा है।प्रधानमंत्री ने आतंक पर पाकिस्तान को मिले करारे जवाब का उल्लेख करते हुए कहा कि आज 6 जून है, ठीक एक महीने पहले भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से पाकिस्तान की धरती पर आतंक के अड्डों को ध्वस्त किया। अब जब पाकिस्तान को इस ऑपरेशन का नाम भी सुनाई देगा, तो उसे अपनी हार और शर्म याद आएगी। भारत अब चुप रहने वाला नहीं है। हमारे सैनिकों ने जो किया, वह भारत की बदलती रणनीति और इच्छाशक्ति का प्रमाण है। अब आतंकवाद का जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा।इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने चिनाब ब्रिज और अंजी पुल का उद्घाटन किया। चिनाब ब्रिज विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। इसकी ऊंचाई 359 मीटर और लंबाई 1,315 मीटर है। अंजी पुल भारत का पहला केबल-सपोर्टेड रेलवे पुल है। इसे अत्यंत चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों में बनाया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पुल भारत की इंजीनियरिंग क्षमता, तकनीकी शक्ति और अदम्य साहस के प्रतीक हैं। ये सिर्फ पुल नहीं हैं, ये जम्मू-कश्मीर और शेष भारत के बीच विश्वास और विकास की मजबूत डोर हैं।प्रधानमंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल परियोजना (यूएसबीआरएल) को राष्ट्र को समर्पित किया। यह 272 किमी लंबी परियोजना 36 सुरंगों और 943 पुलों से युक्त है और इसकी लागत 43,780 हजार करोड़ है। उन्होंने कहा कि माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद से अब कश्मीर घाटी भारत के विशाल रेलवे नेटवर्क से जुड़ चुकी है। अब हम ‘कश्मीर से कन्याकुमारी’ तक के सपने को साकार कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि इस रेल संपर्क से न केवल यातायात सुलभ होगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और शिक्षा को भी नई गति मिलेगी। उन्होंने एक स्थानीय छात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि अपनी बातचीत में उसने कहा कि पहले लोग ट्रेन वीडियो में देखते थे, अब वे अपने गांव के सामने से गुजरती देख सकेंगे।प्रधानमंत्री ने रियासी जिले में बनने वाले ‘श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस’ की नींव रखी। इसकी लागत 350 करोड़ रुपये से अधिक है। इस संस्थान में 500 बिस्तरों की सुविधा होगी। साथ ही पिछले 5 वर्षों में राज्य में 7 नए मेडिकल कॉलेज खुल चुके हैं और एमबीबीएस सीटें 500 से बढ़कर 1300 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि श्रीनगर और जम्मू में अब एम्स, आईआईटी, आईआईएम और एनआईटी जैसे संस्थान मौजूद हैं। इससे इस क्षेत्र को शिक्षा और नवाचार का हब बना रहे हैं।प्रधानमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को ‘राष्ट्र का पहला रक्षक’ बताया। उन्होंने घोषणा की कि गोलीबारी से प्रभावित परिवारों को पूरी सहायता दी जाएगी। जिनके मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें 2 लाख रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। साथ ही सीमा क्षेत्र में 10 हजार बंकर बनाए जा रहे हैं और 2 नई बॉर्डर बटालियन तथा 2 महिला बटालियनों का गठन किया जाएगा। सीमा क्षेत्र के लिए 4,200 रुपये करोड़ की बुनियादी योजनाएं लागू की जा रही हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि इन विकास परियोजनाओं से न केवल कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय उद्योगों जैसे सेब, ड्राई फ्रूट्स, पश्मीना शॉल, और हस्तशिल्पों को देशभर के बाजारों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा। घाटी अब फिर से फिल्म शूटिंग और खेलों का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’, ‘मिशन मैन्युफैक्चरिंग’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को युवाओं से जोड़ते हुए कहा कि भारत अब रक्षा उत्पादों का निर्यातक बन चुका है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस बदलाव के भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि भारत अब सिर्फ उपभोक्ता नहीं, उत्पादक राष्ट्र बन रहा है। आने वाले समय में हम विश्व के शीर्ष रक्षा निर्यातकों में शामिल होंगे और जम्मू-कश्मीर के युवा इस परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।प्रधानमंत्री ने इस दौरान लोगों से एक संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें भारत में बने सामानों को प्राथमिकता देनी है, उन वस्तुओं को जो हमारे देशवासियों के पसीने से बनी हैं। यही सच्ची देशभक्ति है, यही राष्ट्र की सेवा है। हमें सरहद पर अपनी सेना का सम्मान बढ़ाना है और बाजार में ‘मेक इन इंडिया’ के गौरव को नई ऊंचाई देनी है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत माता का मुकुट है और यहां के हर क्षेत्र में विकास की रोशनी फैल रही है। उन्होंने अमरनाथ यात्रा, खीर भवानी मेला, ईद, और धार्मिक उत्सवों का उल्लेख कर कहा कि ये सभी अब भय मुक्त और व्यवस्थित रूप में हो रहे हैं, जो जम्मू-कश्मीर की बदली तस्वीर को दर्शाते हैं।उन्होंने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि हर वो दीवार जो जम्मू-कश्मीर के युवा के सपनों के सामने आएगी, उसे पार करने के लिए मैं खुद खड़ा रहूंगा। समारोह में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, डॉ. जितेंद्र सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले आज जम्मू-कश्मीर में चिनाब पुल का उद्घाटन किया और पुल के डेक का दौरा किया। इस दौरान उनके हाथ में तिरंगा था, जिसे उन्होंने लहराते हुए स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने अंजी पुल का दौरा किया और उसका उद्घाटन किया। बाद में उन्होंने कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद कटरा में 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास तथा उद्घाटन किया।चिनाब और अंजी रेल पुलनदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित वास्तुकला का चमत्कार चिनाब रेल पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है जिसे भूकंप और हवा की हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया गया है। इस पुल का एक प्रमुख प्रभाव जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बढ़ाना होगा। इस पुल पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के ज़रिए कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में सिर्फ़ 3 घंटे लगेंगे, जिससे मौजूदा यात्रा समय में 2-3 घंटे की कमी आएगी। वहीं अंजी ब्रिज भारत का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है जो इस चुनौतीपूर्ण भूभाग में राष्ट्र की सेवा करेगा।वंदे भारत ट्रेनप्रधानमंत्री ने माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर और वापस जाने वाली दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें निवासियों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और अन्य लोगों के लिए एक तेज़, आरामदायक और विश्वसनीय यात्रा विकल्प प्रदान करेंगी।संपर्क परियोजनाएं और अन्य विकास पहलप्रधानमंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया। 272 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 36 सुरंगें (119 किलोमीटर तक फैली हुई) और 943 पुल शामिल हैं। इसका निर्माण लगभग 43,780 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह परियोजना कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से सभी मौसमों में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करने में मददगार है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता में तेजी लाना और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।

Kolar News

Kolar News

पटना । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को नालंदा के राजगीर में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन के दौरान जाति जनगणना, संविधान और कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान और सामाजिक न्याय पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन हम संविधान को मिटने नहीं देंगे। यह देश संविधान से ही चलेगा।   राहुल गांधी ने कहा कि देश की 90 फीसदी आबादी की सत्ता और फैसलों में कोई भागीदारी नहीं है। मुझे अपने देश की सच्चाई जाननी है, इसलिए मैं देश का एक्स-रे करना चाहता हूं। आप लोग इस गलतफहमी में नहीं रहिए। ये लोग सही जाति जनगणना नहीं होने देंगे। क्योंकि ये लोग जानते हैं कि जिस दिन सही जाति जनगणना करा लेंगे, इनकी राजनीति खत्म हो जायेगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट हों। हम सब मिलकर इस देश को न्याय और भाईचारे के रास्ते पर आगे ले जाएंगे।   राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की पुरानी परिभाषा सत्य, न्याय और अहिंसा थी। लेकिन नयी परिभाषा 'क्राइम कैपिटल' ऑफ इंडिया हो गया। इस राज्य ने न सिर्फ हिंदुस्तान को, बल्कि दुनिया को भी रास्ता दिखाया है। लेकिन आज यहां कानून-व्यवस्था चौपट है और जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।   उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री जी बार-बार पाला बदलते रहते हैं। कभी इधर, कभी उधर। लेकिन बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं आज भी आम लोगों से दूर हैं।   राहुल गांधी पर्वत पुरुष (माउंटेन मैन) दशरथ मांझी के गांव भी पहुंचे और स्वर्गीय दशरथ के समाधि स्थल पर नमन किया। राहुल दशरथ मांझी के परिजनों से मुलाकात भी की।   राजगीर से राहुल गांधी गयाजी लौटे, जहां उन्होंने गया-पटना मुख्य मार्ग स्थित पहाश्वर के एक रिसॉर्ट में महिलाओं के साथ एक विशेष संवाद कार्यक्रम में चर्चा की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। राहुल गांधी ने इस दौरान महिला अधिकारों, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक भागीदारी जैसे मुद्दों पर बात की।  

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार सुबह आतंकी फंडिंग और साजिश मामले में कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की है। छापेमारी फिलहाल जारी है।   आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस की मदद से एनआईए की एक टीम ने दक्षिण कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की जिसमें शोपियां के रेबन, नीलदूरा और चेक ए चोलेंड, कुलगाम के मंजगाम, देवसर, सोनीगाम और बुगाम और पुलवामा के इलाके शामिल हैं। इसी तरह उत्तरी कश्मीर के सोपोर और कुपवाड़ा में भी छापेमारी चल रही है। फिलहाल अभी तक किसी भी गिरफ्तारी या बरामदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। छापेमारी जारी है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क में पौधारोपण किया। यह प्रयास अरावली श्रृंखला को फिर से हरित बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है, जो ‘अरावली ग्रीन वॉल परियोजना’ का हिस्सा है।   इसकी जानकारी साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर कहा कि अरावली दुनिया की सबसे पुरानी पर्वतमाला में से एक है, जो गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक फैली हुई है। हाल के वर्षों में इस क्षेत्र से संबंधित कई पर्यावरणीय चुनौतियां सामने आई हैं, जिनसे निपटने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि सरकार का ध्यान इस पर्वतमाला से जुड़े क्षेत्रों के पुनर्जीवन पर है।   उन्होंने कहा कि सरकार जल प्रणालियों को सुधारने, धूल भरी आंधियों पर नियंत्रण करने, थार रेगिस्तान के पूर्व की ओर विस्तार को रोकने और अन्य उपायों पर काम करेगी। इसके लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर योजनाएं बनाई जाएंगी।   प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां स्थान की कमी है, जैसे शहरी और अर्धशहरी क्षेत्रों में, वहां परंपरागत के साथ-साथ नवीन पौधारोपण तकनीकों को भी अपनाया जाएगा। सभी गतिविधियां ‘मेरी लाइफ’ पोर्टल पर जियो-टैग करके मॉनिटर की जाएंगी।   इसके साथ ही आज प्रधानमंत्री ने दिल्ली सरकार की एक पहल के तहत नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। यह कदम स्वच्छ शहरी परिवहन और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ दिल्लीवासियों के जीवन को आसान बनाएगा।   विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री ने आज अपने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर ‘सिंदूर’ पौधा भी रोपित किया। यह पौधा हाल ही में गुजरात यात्रा के दौरान 1971 के युद्ध में साहस और बलिदान का प्रतीक बनीं वीर महिलाओं ने प्रधानमंत्री को भेंट किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से आह्वान किया कि वे इस हरित अभियान में सक्रिय भागीदारी करें।   कार्यक्रम के दौरान उनके साथ पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, दिल्ली के उपराज्यपाल बीके सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और राज्य के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा भी उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News

गंगटोक । भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और यातायात अवरुद्ध होने के बाद उत्तरी सिक्किम में फंसे पर्यटकों को बचाने के लिए अभियान गुरुवार सुबह फिर शुरू हुआ। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से 63 लोगों को दो समूहों में सुरक्षित पाक्योंग हवाई अड्डे पर लाया गया।   भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने आज सुबह पाक्योंग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे से उत्तरी सिक्किम के छातेन के लिए उड़ान भरी, ताकि प्रतिकूल मौसम और चुनौतीपूर्ण भूभाग के कारण उत्तरी सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में फंसे पर्यटकों को बचाया जा सके। दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने अपना पहला बचाव अभियान सफलतापूर्वक पूरा करते हुए कुल 39 लोगों को छातेन से पाक्योंग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे तक पहुंचाया। इसी तरह चीता हेलीकॉप्टर ने चार लोगों को सुरक्षित बचाया।  वहीं एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने दो विदेशी नागरिकों सहित 20 पर्यटकों को सुरक्षित रूप से पाक्योंग हवाई अड्डे तक पहुंचाया।   रेस्क्यू किए गए पर्यटकों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने सिक्किम राष्ट्रीयकृत परिवहन (एसएनटी) बसों की व्यवस्था की है। बसों के जरिये पर्यटकों को गंगटोक और सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।   इसके अलावा, बागडोगरा (पश्चिम बंगाल) की यात्रा करने के इच्छुक पर्यटकों के लिए एक अलग एमआई-17 हेलीकॉप्टर उड़ान की व्यवस्था की गई है। राज्य सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कहा कि राज्य सरकार प्रतिकूल मौसम के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।    

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि सरेंडर वे करते होंगे, कांग्रेस पार्टी ने किया होगा, उनके नेताओं ने सरेंडर किया होगा क्योंकि कांग्रेस का इतिहास ही ऐसा रहा है लेकिन भारत कभी सरेंडर नहीं करता। सरेंडर कांग्रेस पार्टी की शब्दकोश में है, उनके डी एन ए में है।नड्डा ने बुधवार को एक्स पर बयान जारी करते हुए कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी की सरकारों का कार्यकाल याद करना चाहिए किस तरह इन्होंने इतिहास में 'सरेंडर' किया। कांग्रेस की सरकार ने आतंकवाद के सामने सरेंडर किया, शर्म-अल-शेख में सरेंडर किया, 1971 की लड़ाई जीतने के बाद शिमला में टेबल पर सरेंडर किया, सिंधु जल समझौते में सरेंडर किया, हाजी पीर का दर्रा सरेंडर किया, छम्ब सेक्टर का 160 किमी का इलाका सरेंडर किया, 1962 की लड़ाई में सरेंडर किया, 1948 में सरेंडर किया और यहां तक कि देश की आजादी के समय मुस्लिम लीग के भी सामने सरेंडर किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना के अप्रतिम शौर्य एवं पराक्रम को ‘सरेंडर’ कहकर संबोधित करना, न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि भारतीय सेना और राष्ट्र के साथ-साथ 140 करोड़ भारतवासियों का भी घोर अपमान है। अगर कोई पाकिस्तानी भी ऐसा कहता तो हम उस पर हंसते भी लेकिन जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में तबाही मचाई, उसके बाद पाकिस्तान की जनता से लेकर उसकी सेना और उसके प्रधानमंत्री ने भी ऐसा कहने की हिम्मत नहीं की लेकिन राहुल गांधी ऐसा बोल रहे हैं। यह देशद्रोह से कम नहीं है। नड्डा ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 300 किमी घुस कर उसके 11 एयरबेस को तबाह किया, 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया, 150 से ज्यादा आतंकी मारे। पाकिस्तान तो रोते-रोते दुनिया को बता रहा है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 18 जगह हमला करके सब कुछ तबाह कर दिया और राहुल गाँधी देश के सरेंडर की बात कर रहे हैं!जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता की घोषणा सरकार ने या भाजपा के किसी प्रवक्ता ने नहीं की थी, बल्कि भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई थी। “ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सेना के बहादुरी, शौर्य एवं पराक्रम का उद्घोष है।वास्तव में जिनकी नीतिया सरेंडर की रही हो, उसे इसके आगे कुछ सूझ भी नहीं सकता ।        

Kolar News

Kolar News

गुवाहाटी/नई दिल्ली । पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश के चलते आई बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पर केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) और संचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने प्रभावित राज्यों को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।   केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने इस संबंध में सिक्किम और असम के मुख्यमंत्रियों तथा मणिपुर के राज्यपाल से व्यक्तिगत रूप से बात की। उन्होंने हालात की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।   सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से फोन पर बात करते हुए सिंधिया ने कहा, "हम इस कठिन समय में सिक्किम के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं और सभी संभव सहायता देंगे।"   वहीं, उन्होंने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा से भी बात की और राज्य में हालात की समीक्षा करते हुए राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।   मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से बातचीत के दौरान भी उन्होंने केंद्र सरकार की पूरी प्रतिबद्धता दोहराई और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता पहुंचाने की बात कही।   सिंधिया ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर साेशल मीडिया 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर भी पोस्ट किया और पूर्वोत्तर के लोगों के साथ एकजुटता जताई। उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए त्वरित और समन्वित प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध है। 

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरु । बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की विक्ट्री परेड के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 11 लोगों की मौत की खबर है, जबकि हादसे में 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। घायलों में से 27 की हालत गंभीर है जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।हादसे के बाद स्टेडियम में प्रशंसकों की मौजूदगी में आईपीएल की विजेता टीम को सम्मानित किया गया।   बुधवार को आरसीबी की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मौजूद थे। पुलिस ने उन्हें काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसके बाद भगदड़ मच गई। स्टेडियम के मेन गेट के पास मची भगदड़ में लोगों की मौत हुई और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए।अधिकृत जानकारी के मुताबिक बॉरिंग अस्पताल में 7 और वैदेही अस्पताल में 4 लोगों की मौत हो गई। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बेंगलुरु पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसके बाद प्रशंसकों में और अफरातफरी मच गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ की संख्या अपेक्षा से कहीं अधिक थी और स्टेडियम के आसपास ट्रैफिक जाम ने स्थिति को और मुश्किल बना दिया। पुलिस ने घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।इस बीच हादसे के घायलों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अस्पताल पहुंचे और उनका हाल जाना। मुख्यमंत्री ने अस्पतालों के डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए।प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि बड़ी संख्या में पहुंची भीड़ बेकाबू थी जिसे संभालने में पुलिस को मुश्किलें हो रही थी। हवाई अड्डे से लेकर स्टेडियम तक भीड़ बेकाबू थी।   स्टेडियम के बाहर भारी अफरातफरी और भगदड़ के बाद स्टेडियम के भीतर बड़ी संख्या में उपस्थित प्रशंसकों के सामने आईपीएल 2025 की विजेता टीम आरसीबी के सदस्यों को सम्मानित किया गया।  इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की टीम का विधानसभा के पास आयोजित एक समारोह के दौरान भव्य स्वागत किया।   अहमदाबाद से बेंगलुरु पहुंची टीम का कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने एयरपोर्ट पर विराट कोहली समेत आरसीबी की टीम के सदस्यों का स्वागत किया। जैसे ही विराट विमान से नीचे उतरे डीके शिवकुमार ने उन्हें गले लगाया और फूलों का गुलदस्ता देकर उनका अभिनंदन किया।  

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में कश्मीरी पंडित मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के तुल्लामुल्ला शहर में माता खीर भवानी का मंदिर पहुंचे हैं। मंदिर में सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा और जन सहायता के लिए पर्याप्त व्यवस्था कीगईहै। तुल्लामुल्ला पहुंचने के लिएइस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर पुलिस और सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है।   गंदेरबल जिले में श्रीनगर शहर से 27 किलोमीटर दूर माता खीर भवानी मंदिर लोकप्रिय रूप से जाना जाता है। वास्तव में यह देवी राग्न्या का मंदिर है, जिन्हें देवी दुर्गा का अवतार माना जाता है। माना जाता है कि लंका के राजा रावण माता राग्न्या के परम भक्त थे, लेकिन राजा की जीवनशैली से नाराज देवी ने हनुमान को अपना स्थान बदलकर दूर स्थान पर रखने का आदेश दिया। इस प्रकार देवी का मंदिर तुल्लामुल्ला शहर में स्थित हो गया। मंदिर का गर्भगृह एक पवित्र झरने के बीच में स्थित है, जिसे कश्मीरी पंडित समुदाय अत्यधिक शुभ मानता है। देवी के आंगन में झरने के पानी का रंग भविष्य की घटनाओं का पूर्वाभास देता है। गुलाबी या दूधिया रंग शुभ माना जाता है। काला रंग आपदा का संकेत देता है।   तुल्लामुल्ला शहर के बुजुर्गों का कहना है कि 1947 में जब पाकिस्तानी कबायली हमलावरों ने कश्मीर पर आक्रमण किया था, तो झरने का पानी काला हो गया था। हर साल ज्येष्ठ अष्टमी पर देवी का वार्षिक उत्सव तुल्लामुल्ला मंदिर में मनाया जाता है। त्योहार के दौरान भक्तों द्वारा खीर (दूध, चीनी और चावल को उबालकर बनाया गया हलवा) तैयार किया जाता है और परोसा जाता है इसलिए इसका नाम माता खीर भवानी पड़ा।   घाटी से स्थानीय पंडित समुदाय के पलायन के बाद जब यहां हिंसा शुरू हुई, तो प्रवासी कश्मीरी पंडित देश के विभिन्न स्थानों पर बस गए। इसके बावजूद वह वार्षिक उत्सव पर देवी के मंदिर में पूजा करने आते हैं। पूरी रात भक्तगण अपने संरक्षक देवता का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर में सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा और जन सहायता के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। तुल्लामुल्ला पहुंचने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर पुलिस और सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है।

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरु । कन्नड़ भाषा के खिलाफ अपने विवादित बयान के लिए माफी नहीं मांगने वाले कमल हासन की फिल्म 'ठग लाइफ' की कर्नाटक में रिलीज में रुकावटें आ गई हैं। उन्होंने कहा था कि कन्नड़ भाषा का जन्म तमिल से हुआ। उनके इस बयान के बाद कर्नाटक सरकार ने उनकी फिल्म ठग लाइफ की रिलीज पर रोक लगा दी। इसके खिलाफ हासन ने हाई कोर्ट का रुख किया, लेकिन अब अदालत ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है।   फिल्म के लिए सुरक्षा की मांग को लेकर कमल हासन की याचिका पर आज हाई कोर्ट ने सुनवाई की। सुनवाई के दौरान जस्टिस एम. नागप्रसन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि यदि आप माफी मांग लें, तो कोई समस्या नहीं होगी। बिना माफी मांगे सुरक्षा की मांग करना उचित नहीं है। जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने माफी मांगने से हासन के इनकार करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे जनभावनाएं आहत हुई। किसी भी नागरिक के पास किसी की भी भावनाएं आहत करने का अधिकार नहीं। कमल हासन के वकीलों को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए दोपहर 2.30 बजे तक की समय सीमा दी गई है।

Kolar News

Kolar News

गुवाहाटी । लगातार बारिश से असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ब्रह्मपुत्र (निमातीघाट, तेजपुर), सुबनसिरी (बड़ाटीघाट), बुरीदिहिंग, धनसिरी (नुमलीगढ़), कपिली (कामपुर, धरमटुल), बराक (छोटा बेकरा, फुलेर्टल, एपी घाट, बीपी घाट), रुकनी (धोलाई), धलेस्वरी (घरमुरा), कटाखाल (मातिजुरी) और कुशियारा (श्रीभूमि) नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।बाढ़ से 22 जिले प्रभावित हैं। जिनमें लखीमपुर, नगांव, कछार, डिब्रूगढ़, माजुली, तिनसुकिया, शिवसागर, दरंग, गोलाघाट, कामरूप, मोरीगांव, होजाई, हैलाकांदी, धेमाजी, जोरहाट, शोणितपुर, बिस्वनाथ, कामरूप (एम), कार्बी आंगलोंग, कार्बी आंगलोंग वेस्ट, डिमा हसाओ और श्रीभूमि जिले शामिल हैं।अब तक 1254 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। 5,15,039 लोग प्रभावित हुए हैं। 12,610.27 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हुई है। 65 राजस्व सर्कल प्रभावित हैं। 165 राहत शिविर और 157 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। 31,212 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं जबकि 1,54,177 लोग गैर-शिविर राहत केंद्रों से सहायता ले रहे हैं।होजाई में एक पुरुष की मौत की पुष्टि हुई है। हैलाकांदी और दिब्रूगढ़ से एक-एक पुरुष लापता हैं। कुल 4,67,851 पशु प्रभावित हैं जिसमें 1,56,253 बड़े, 1,06,216 छोटे और 2,05,382 पोल्ट्री। गोलाघाट में 2 बड़े पशु और लखीमपुर में 92 (65 बड़े, 27 छोटे) पशु बह गए।लखीमपुर में 84 कच्चे मकान पूरी तरह और 43 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। राहत व बचाव कार्यों में एसडीआरएफ, फायर एंड इमरजेंसी सर्विस, इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट, स्थानीय प्रशासन व लोग शामिल हैं। 122 मेडिकल टीमें और 50 नावें तैनात की गई हैं। नावों से 711 लोगों और 130 पशुओं को सुरक्षित निकाला गया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की 81वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया की अग्रणी विमानन कंपनियों के लिए भारत निवेश का उत्कृष्ट अवसर प्रस्तुत करता है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक 4 बिलियन डॉलर का रखरखाव, मरम्मत और संचालन (एमआरओ) हब स्थापित करना है, जो देश की विमानन वृद्धि रणनीति को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि यह भारत में निवेश के लिए एक उत्कृष्ट अवसर है। ऐसे में उन्होंने दुनिया की प्रमुख विमानन कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि 2014 में, भारत में 96 एमआरओ सुविधाएं थीं, जो अब बढ़कर 154 हो गई हैं जबकि स्वचालित मार्ग के तहत 100 प्रतिशत एफडीआई, जीएसटी में कमी और कर युक्तिकरण उपायों ने भारत के एमआरओ क्षेत्र को नई गति दी है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम ऐसे मुकाम पर खड़े हैं, जहां हमारी यात्रा योजनाएं अब पृथ्वी पर स्थित गंतव्यों तक सीमित नहीं हैं। लोग अब अंतरग्रहीय और अंतरिक्ष उड़ानों का व्यवसायीकरण करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हालांकि अभी भी कुछ दूरी तय करनी है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि विमानन क्षेत्र नवाचार और परिवर्तन का केंद्र बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत इस परिवर्तन के लिए तैयार है, और यह तीन प्रमुख स्तंभों पर टिका है। पहला- भारत के पास एक बड़ा बाजार है, जो भारतीय समाज की आकांक्षाओं को दर्शाता है। दूसरा- हमारे पास प्रौद्योगिकी और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए सही जनसांख्यिकी और प्रतिभा है। तीसरा- हमारे पास एक खुला और सहायक नीति पारिस्थितिकी तंत्र है, जो नवाचार और विकास को बढ़ावा देता है।   मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना की सफलता भारतीय नागरिक उड्डयन में एक स्वर्णिम अध्याय है। इस योजना के तहत 15 मिलियन से अधिक यात्रियों ने किफायती हवाई यात्रा का लाभ उठाया है। भारत न केवल एक एविएशन मार्केट है, बल्कि वैल्यू चेन लीडर भी बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि डिजाइन से लेकर डिलीवरी तक भारत ग्लोबल एविएशन सप्लाई चेन का एक अभिन्न अंग बन रहा है। हमारी दिशा और गति सही है इसलिए हमें विश्वास है कि हम तेजी से आगे बढ़ते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्वस्तरीय हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2014 में देश में केवल 74 ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स थे, जो आज बढ़कर 162 हो चुके हैं। मोदी ने कहा कि भारत का विमानन क्षेत्र अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जो नई ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल भौगोलिक सीमाओं को पार करेगी, बल्कि स्थिरता की दिशा में प्रगति को भी आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि दुनिया की बड़ी एविएशन कंपनियों के लिए भारत में निवेश के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि दुनिया उसे एक एविएशन मार्केट नहीं, बल्कि एक वैल्यू चेन लीडर के रूप में भी देखे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम चार दशक बाद भारत में हो रहा है। इन चार दशकों में भारत में बहुत कुछ बदल चुका है। आज का भारत पहले से कहीं ज्यादा आत्मविश्वास से भरा हुआ है। हम न केवल वैश्विक विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में केवल एक बड़ा बाजार हैं, बल्कि पॉलिसी लीडरशिप, एनोवेशन और समावेशी विकास का भी एक उदाहरण हैं।

Kolar News

Kolar News

इंफाल । मणिपुर में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आई बाढ़ (नदियों में उफान और बांधों में दरार) से करीब 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ में 3,365 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।    राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि बाढ़ में अब तक 19,811 लोग और 3,365 घर प्रभावित हुए हैं। इंफाल पूर्वी जिले में 31 राहत शिविर खोले गए हैं। इन शिविरों में रहने वाले अधिकांश लोग अपने घरों और इलाकों से बाहर निकल चुके हैं। सेनापति जिले के अलावा इंफाल पूर्वी जिले के हेइगांग, ओयांगखेई और खुराई विधानसभा क्षेत्र इस बार बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। पिछले चार दिनों में राज्य के अलग-अलग इलाकों में 47 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की राजधानी इंफाल और इंफाल पूर्वी जिलों के कई इलाकों में नदी का जलस्तर बढ़ने और खुराई, हेइगांग और चेकोन इलाकों में बांध टूटने के बाद बाढ़ आ गई है।   आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि चेकोन क्षेत्र में इंफाल नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे ऑल इंडिया रेडियो इंफाल परिसर और सरकारी जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान सहित कई कार्यालय, स्वास्थ्य सेवा केंद्र और संस्थान पानी में डूब गए हैं। इंफाल पूर्वी जिले के परमपते स्थित जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में उपचार करा रहे कई मरीजों को रविवार शाम अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र में पानी घुस गया था।    अधिकारी ने बताया कि जब बाढ़ का पानी ग्राउंड फ्लोर पर स्थित महिलाओं के ऑर्थोपेडिक और सर्जरी वार्ड में घुस गया, तो स्थानीय क्लब, स्वयंसेवक, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के सदस्यों ने मरीजों को शिफ्ट करने के लिए हाथ मिलाया। इसके अलावा, सेना और असम राइफल्स के जवानों ने सबसे ज्यादा प्रभावित इंफाल ईस्ट जिले में बाढ़ वाले इलाकों से करीब 800 लोगों को बचाया। उन्होंने बताया कि इंफाल ईस्ट जिले में इरिल नदी का जलस्तर रविवार को खतरे के निशान को पार कर गया, लेकिन बांध अभी तक नहीं टूटा है।    इस बीच, राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने इंफाल शहर के कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मुख्य सचिव पीके सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्यपाल ने इंफाल में कंगला नोंगपोक थोंग, लैरीकिएंगबाम लाईकाई और सिंगजामेई पुलों का दौरा किया और समग्र स्थिति की समीक्षा की।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली समेत देशभर में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 47 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि, 82 मरीज ठीक भी हुए हैं, एक मरीज की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों काे देखते हुए  राजधानी के अस्पतालों में सावधानी बढ़ा दी गई है और विशेष तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।   साेमवार काे कोरोना के मामलों को लेकर आरएमएल अस्पताल के रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ पवन कुमार ने पत्रकाराें काे बताया कि कोरोना के मरीजों के लिए एक आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। आइसोलेशन वार्ड में 9 बेड मौजूद हैं। इसे आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है। अस्पताल में अभी तक कोरोना के सिर्फ 4 मरीज का इलाज हुआ है। वो अब ठीक होकर घर जा चुके हैं। फिलहाल अस्पताल में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है।   डॉ. पवन ने पत्रकारों को बताया कि कोरोना को लेकर अस्पताल प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कोरोना के इलाज के लिए सभी दवाइयां मौजूद हैं। ऑक्सीजन की भी पूरी व्यवस्था है। ऑक्सीजन प्लांट भी अस्पताल में मौजूद है। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। हल्का, बुखार, सर्दी खांसी जुकाम होने पर लोगों को घबराना नहीं चाहिए। डॉक्टर की सलाह से ही टेस्ट कराएं। कोरोना का यह जो स्ट्रेन है, ज्यादा घातक नहीं है।   वहीं, सफदरजंग अस्पताल प्रबंधन के अनुसार यहां आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से तैयार है। इसके साथ अस्पताल में कोरोना के लिए आईसीयू की पहचान की गई है। इसके अतिरिक्त टेस्ट किट, ऑक्सीजन, दवाओं आदि से संबंधित सभी बुनियादी ढांचे तैयार किए गए हैं। आईईसी सामग्री साझा की गई। लोगों को अस्पतालों में मास्क, हाथ धोने के बारे में सलाह दी जा रही है। इसके साथ अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग मामले बढ़ने पर सरकारी पोर्टल पर जानकारी साझा करेगा।  

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कोलकाता के राजारहाट में केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की नई इमारत का उद्घाटन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य एक पुख़्ता, सबूत-आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली की स्थापना करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दिशा में तकनीक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।   अमित शाह ने कहा, "हमारी कोशिश है कि आपराधिक न्याय प्रणाली बहस आधारित नहीं बल्कि साक्ष्य आधारित हो। इससे न केवल दोषियों को संदेह का लाभ मिलने से रोका जा सकेगा बल्कि पीड़ितों को भी न्याय सुनिश्चित किया जा सकेगा।"   उन्होंने जोर देकर कहा कि अपराधियों से दो कदम आगे रहकर जांच करना ज़रूरी है और इसमें आधुनिक तकनीक की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि डीएनए सीक्वेंसिंग की मदद से 20 साल पुराने मामलों को सुलझाया गया है और फॉरेंसिक ऑडिट्स से कई आर्थिक अपराधों का खुलासा हुआ है।   गृह मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि केंद्र सरकार देश में फॉरेंसिक विज्ञान सुविधाओं के आधुनिकीकरण के लिए करीब 2,800 करोड़ रुपये की परियोजना ला रही है। इसके तहत 200 करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय फॉरेंसिक डाटा केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जहां कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की सहायता से विशाल डेटा विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल सबूत-आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली को और मज़बूत बनाने में सहायक होगी।   अमित शाह आज कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक राजनीतिक सभा को भी संबोधित करने वाले हैं, जिसमें बंगाल भाजपा के सभी स्तरों के नेता मौजूद हैं। माना जा रहा है कि इस सभा में वे अगले वर्ष होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति का संकेत देंगे।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मसातो कांडा से मुलाकात की। इस दौरान मोदी ने कहा कि भारत के पिछले एक दशक में तेजी से बदलाव ने अनगिनत लोगों को सशक्त बनाया है। हम इस यात्रा में और गति जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं।   प्रधानमंत्री ने अपनी बात साझा करते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, "मसातो कांडा के साथ मेरी बैठक बहुत अच्छी रही। हमने कई मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। भारत का तेजी से परिवर्तन अनगिनत लोगों को सशक्त बना रहा है। हम इस यात्रा में और सहयोग देने के लिए तत्पर हैं।   वहीं, मसातो कांडा ने भी एक्स पर अपनी बात रखते हुए कहा कि विकसित भारत 2047 का दृष्टिकोण साहसी है। एडीबी इस महत्वाकांक्षा का समर्थन कर रहा है। हम अगले पांच वर्षों में तीसरे पक्ष के साथ शहरी बुनियादी ढांचे के विकास में 10 अरब डॉलर का निवेश करेंगे। इसमें मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, नए क्षेत्रीय तेज़ परिवहन प्रणाली कॉरिडोर का निर्माण और शहर सेवाओं का आधुनिकीकरण शामिल है।   उन्होंने बताया कि 1966 से एडीबी का संस्थापक सदस्य भारत सबसे बड़ा और स्थायी सहयोगी है। कांडा ने कहा कि हम सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के वित्त को बढ़ाने, ज्ञान सहयोग को प्रगाढ़ करने और पूंजी जुटाने के लिए तैयार हैं। हमारा लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मदद करना है और इसके 1.4 अरब लोगों के लिए समावेशी, लचीला और सतत विकास सुनिश्चित करना है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज से एक बार फिर एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में कटौती कर दी। इस कटौती के बाद एलपीजी गैस का सिलेंडर 24 रुपये सस्ता हो गया है। कीमत में ये कटौती सिर्फ 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर में ही की गई है। 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सिलेंडर के दाम में की गई कटौती के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर का संशोधित खुदरा मूल्य 1,723.50 रुपये हो गया है। आपको बता दें कि 19 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर का उपयोग होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा या दूसरी व्यावसायिक गतिविधियों किया जाता है। दूसरी ओर, घरेलू कनेक्शन में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। 7 अप्रैल को 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के मूल्य में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। कीमत में की गई ये बढ़ोतरी एलपीजी गैस के सामान्य ग्राहकों के साथ ही उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों पर भी समान भाव से लागू हुई थी। उसके बाद से घरेलू उपयोग वाले गैस सिलेंडर के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है।   आज 19 किलोग्राम वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के भाव में बदलाव होने के बाद मुंबई में इसकी कीमत 1,699 रुपये से घटकर 1,675 रुपये हो गई है। इसी तरह कोलकाता में कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 1,851.50 रुपये से घटकर 1,827.50 रुपये हो गई है। वहीं दिल्ली से सटे नोएडा में 19 किलोग्राम वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 1,747.50 रुपये से कम होकर 1,723.50 रुपये हो गई है। इसके अलावा जयपुर में इसकी कीमत 1,776 रुपये से घट कर 1,752 रुपये, चंडीगढ़ में 1,767 रुपये से कम होकर 1,743 रुपये, भुवनेश्वर में 1,892 रुपये से घट कर 1,868 रुपए और बेंगलुरु में 1,820.50 रुपये से कम होकर 1,796.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है।

Kolar News

Kolar News

रांची । शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार झारखंड के सीनियर निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे और तत्कालीन उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को दोबारा जेल भेज दिया गया है। शनिवार को दो दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार सिंह की अदालत में दोनों को पेश किया गया, जहां से उन्हें दोबारा न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया गया। अदालत के आदेश पर दोनों को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है।   एसीबी अदालत ने दोनों आईएएस अधिकारियों को दो दिन की रिमांड दी थी, लेकिन विनय चौबे के खराब स्वास्थ्य कारणों की वजह से उनसे केवल एक दिन ही पूछताछ हो पाई। विनय चौबे पूछताछ के दौरान तबीयत ठीक नहीं होने की बात कह अधिकांश सवालों के जवाब टाल दिए। एसीबी की टीम ने उनसे पूछा कि प्लेसमेंट एजेंसियों के चयन का आधार क्या था? जब कंपनियों ने बकाया जमा नहीं कराया, तो उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? बैंक गारंटी की जांच में अनियमित्ता क्यों बरती गई? इसके साथ ही उत्पाद सचिव के तौर पर उनकी भूमिका कैसी थी? हालांकि, विनय कुमार चौबे इस मामले में अपनी सीधी संलिप्तता से इंकार करते रहे हैं।   वहीं, संयुक्त उत्पाद आयुक्त रहे गजेंद्र सिंह से एसीबी ने दो दिनों तक पूछताछ की। एसीबी को पूछताछ में गजेंद्र सिंह ने उत्पाद विभाग की भूमिका और झारखंड राज्य पेय पदार्थ निगम (जेएसबीसीएल) के कार्यों की जानकारी दी है। गजेंद्र सिंह ने एजेंसियों के चयन और उनके बैंक गारंटी से जुड़े मामलों में अपनी भूमिका होने से इंकार किया। उन्होंने पूछताछ में एसीबी को बताया कि जेएसबीसीएल के अधीन सारी प्लेसमेंट एजेंसियां काम करती हैं। इसका सीधे उनके कामकाज से कोई लेना देना नहीं था। गजेंद्र सिंह ने पूछताछ में अपनी संलिप्तता सीधे तौर पर इंकार किया।   उल्लेखनीय है कि शराब घोटाला मामले में एसीबी ने 20 मई को विनय चौबे ओर गजेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों को 38 करोड़ रुपये से अधिक के शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दो कंपनियों द्वारा फर्जी बैंक गारंटी देने के कारण सरकार को 38 करोड़ रुपए से अधिक के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है। छत्तीसगढ़ में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रांची एसीबी ने भी मामले में वर्ष 2024 में प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। आरोप सही पाये जाने पर घोटाले को लेकर कांड संख्या-9/2025 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।  

Kolar News

Kolar News

बीकानेर । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उप महानिरीक्षक अजय लूथरा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केन्द्र सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए 7-8 मई की रात को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था । इस ऑपरेशन में बीएसएफ ने दुश्मन को करारा जवाब दिया था।    यहां बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बीएसएफ के उप महानिरीक्षक अजय लूथरा ने   ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कई अहम खुलासे किए।  उप महानिरीक्षक लूथरा ने कहा कि बीते अप्रैल में हुए पहलगाम हमले में निर्दोषों को निशाना बनाया गया, जो कि पाकिस्तान की कायराना हरकत थी। इसके बाद बीएसएफ को पश्चिमी सीमा पर सतर्क कर दिया गया। ऑपरेशन के दौरान राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में ड्रोन की घुसपैठ की कई कोशिशें की गईं, जिन्हें बीएसएफ ने भारतीय सेना और एयरफोर्स के साथ मिलकर नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने हालात की गंभीरता को भांपते हुए खुद पश्चिमी सीमा का दौरा किया। उनके साथ डीके बुरा (आईजी ऑपरेशन्स) और एमएल गर्ग (आईजी, जोधपुर फ्रंटियर) भी मौजूद थे। बीकानेर सेक्टर पहुंचकर उन्होंने जवानों से संवाद किया और तैयारियों का जायजा लिया।   लूथरा ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ ने न सिर्फ हाई लेवल इंटेलिजेंस नेटवर्क को सक्रिय किया बल्कि सेना और एयरफोर्स के साथ तालमेल बनाकर दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखी। सीनियर अफसरों ने सीमाओं पर मोर्चा संभाला और जवानों को रीयल टाइम में दिशा-निर्देश देते रहे। अजय लूथरा ने कहा कि वर्ष 1971 के युद्ध में बीएसएफ ने जिस जांबाजी से पाकिस्तान को हराने में अहम भूमिका निभाई थी, उसी परंपरा को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भी आगे बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि हम देश की रक्षा में जान की परवाह नहीं करते, क्योंकि भारत की सरहदें हमारी आंखों की तरह कीमती हैं।पत्रकार वार्ता में उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की सरहद को कोई छू नहीं सकता, क्योंकि इसकी निगहबानी कर रही हैं हम सबकी आंखें। बीएसएफ हर हाल में देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है।  

Kolar News

Kolar News

गुवाहाटी । भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे माहौल के बीच सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में असम पुलिस बेहद कड़ा रूख अपनाए हुए है। इस कड़ी में पाकिस्तान समर्थकों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों से कुल 79 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।   मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया है कि शत्रु देश के प्रति सहानुभूति और समर्थन करने जैसे राजद्रोहियों के विरूद्ध असम पुलिस का अभियान जारी है।   इस कड़ी में दरंग पुलिस ने जिला मुख्यालय शहर मंगलदोई से फरीजुल हक को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। इस मामले में अब तक पुलिस ने कुल 79 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के काराकाट में आयोजित जनसभा में देश की सुरक्षा, बिहार के विकास और पिछली सरकार की नीतियों पर खुल कर हमला बोला। आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की निर्णायक रणनीति का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी है, न थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा, तो भारत उसे बिल से खींच कर कुचल देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग इस बदलाव के गवाह हैं कि कैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति लौट रही है। कभी जिन गांवों में स्कूल जलाए जाते थे, सड़क बनाने वालों को मारा जाता था, आज वहां सड़क भी है, अस्पताल भी है और मोबाइल टावर भी खड़े हैं। उन्होंने विकसित भारत के लिए विकसित बिहार को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब एनडीए सरकार केंद्र की सत्ता में आई थी, तब भारत में 125 नक्सल प्रभावित जिले थे, अब इनकी संख्या घटकर केवल 18 रह गई है। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन्होंने दशकों तक बिहार के दलितों, पिछड़ों और गरीबों को शौचालय, बैंक खाता और छत जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा, वे आज सामाजिक न्याय की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की, जबकि एनडीए सरकार ने सभी जरूरतमंदों तक सुविधाएं पहुंचाईं। उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का लोकार्पण किया जा चुका है, जो अब सालाना एक करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा। बिहटा एयरपोर्ट पर भी 1,400 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। बिहार के मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना और जीआई टैग की सुविधा को भी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में गिनाया।  

Kolar News

Kolar News

पुंछ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए शुक्रवार को पुंछ का दौरा किया। उन्होंने यहां के बाशिंदों को भरोसा दिलाया कि जम्मू-कश्मीर का विकास न रुकेगा, न थमेगा। उन्होंने कह कि हर आतंकी हमले का जवाब देना हमारी नीति है। पहलगाम का हमला कायराना था, इसलिए इस हरकत की दुनियाभर में निंदा की गई। पुंछ के लोगों ने बहादुरी का परिचय दिया है। उन्होंने हमले में मारे गए पुंछ के नागरिकों के परिजनों को नियुक्ति प्रमाण पत्र भी दिए ।   शाह ने पाकिस्तान की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया और पुंछ में सबसे अधिक नुकसान हुआ। आजादी के बाद पहली बार पुंछ पर गोलीबारी की गई। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया पाकिस्तान के हमले की निंदा कर रही है। भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को नष्ट करके मुंहतोड़ जवाब दिया और परिणामस्वरूप उन्हें संघर्ष विराम के लिए आगे आना पड़ा।   अमित शाह ने आगे कहा कि 7 मई की रात को भारतीय सशस्त्र बलों ने एक निर्णायक अभियान चलाया, जिसमें आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि यह करोड़ों भारतीयों की ओर से आतंकियों को करारा जवाब था। इस ऑपरेशन में सैकड़ों आतंकी मारे गए। उन्होंने कहा कि हमने आतंकियों पर हमला किया, लेकिन पाकिस्तान ने इसे खुद पर हमला माना। उन्होंने दुनिया को दिखा दिया कि वह ही आतंकियों को पनाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने संदेश दिया है कि भारत निर्दाेष नागरिकों, भारतीय सशस्त्र बलों पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर हमले का और अधिक सटीकता के साथ जवाब दिया जाएगा।   गृह मंत्री ने खानेतर में यूनिट मुख्यालय में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से भी बातचीत की और ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका की प्रशंसा की। शाह ने गोलाबारी में क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का दौरा किया और अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विकास जो 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के तहत शुरू हुआ था। हालिया उकसावे के बावजूद जम्मू-कश्मीर का विकास न रुकेगा, न धीमा होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों को “कड़ी और निर्णायक” प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में धीमी होकर 7.4 फीसदी रही, जो पिछले वित्‍त वर्ष की समान तिमाही में 8.4 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.5 फीसदी रही, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि चार वर्ष के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इससे पिछले वित्‍त वर्ष की जनवरी-मार्च अवधि में आर्थिक वृद्धि दर 8.4 फीसदी रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में अर्थव्यवस्था में 6.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ 9.2 फीसदी हुई थी। एनएसओ ने राष्ट्रीय खातों के अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। उल्‍लेखनीय है कि चीन ने 2025 के पहले तीन महीनों में 5.4 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर दर्ज की है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

इंफाल । मणिपुर में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए समन्वित एंटी-इंसर्जेंसी अभियानों में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक जब्त किए गए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।    इन अभियानों में सबसे बड़ी सफलता उस समय मिली जब खोंघमपत मंत्री लाइकाई (इंफाल पश्चिम) से कांगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीडब्ल्यूजी) के कैडर मोहम्मद अयूब खान उर्फ थोइबा (28) को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि वह घाटी क्षेत्र में पेट्रोल पंपों से रंगदारी वसूलने के एक नेटवर्क का संचालन कर रहा था।    वहीं, थौबल जिले के लइरोंगथेल पित्रा में छापेमारी के दौरान प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन प्रीपाक से जुड़े दो कैडरों- शामजेतसाबम इबोमचा मैतेई (30) और लामजिंगबा वाहेंगबम (23)- को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने एक एसएलआर राइफल, एक इंसास राइफल और 17 जिंदा कारतूस भी बरामद किए।    गिरफ्तारियों के साथ-साथ सुरक्षा बलों ने हथियारों का एक खतरनाक जखीरा भी बरामद किया है। थौबल डैम के पास मोंघलम क्षेत्र में की गई तलाशी में 4.5 से 12 किलोग्राम वज़न वाले कई आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) मिले। बरामद सामग्री में उच्च श्रेणी के हथियार, दर्जनों राउंड गोलियां और करीब 30 मीटर लंबी कॉर्डटेक्स विस्फोटक डोरी शामिल हैं।    चुराचांदपुर जिले के टोरबुंग और तैजांग गांवों में भी तलाशी के दौरान एम-16 और इंसास राइफल्स, देसी हथियार और ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों और हथियारों के जमावड़े को देखते हुए क्षेत्र में एंटी-इंसर्जेंसी ऑपरेशनों को और तेज कर दिया गया है। 

Kolar News

Kolar News

इंफाल । राष्ट्रपति शासित मणिपुर में नई सरकार बनाने के लिए 44 विधायक तैयार हैं। भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने कहा कि वे बुधवार को 9 विधायकों के साथ राजभवन गए और सरकार गठन की मांग को लेकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की। राधेश्याम ने यह बयान राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद बाहर आने पर दिया। मई 2023 में मैतेई और कुकी के बीच हुए जातीय संघर्ष के कारण भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पिछले फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।    राधेश्याम ने कहा कि, 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को इस मामले से अवगत करा दिया है। हमने राज्यपाल के साथ इस बात पर भी चर्चा की कि मौजूदा समस्या का समाधान क्या हो सकता है। राज्यपाल ने हमारी बातें सुनीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे लोगों के हित में सकारात्मक कदम उठाएंगे।    यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार गठन की मांग करेंगे, राधेश्याम सिंह ने कहा, इस मामले पर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा। हमने अपनी स्थिति बता दी है। हमने कहा है कि हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। अब केंद्रीय नेतृत्व और राज्यपाल इस मामले पर विचार करेंगे।    उन्होंने कहा, स्पीकर थोकचोम सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से मुलाकात की है। कोई भी नई सरकार के गठन के खिलाफ नहीं है। हर कोई चाहता है कि राज्य में सरकार बने। राधेश्याम ने कहा, 'सरकार न होने के कारण लोगों को काफी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में दो साल काेराेना की भेंट चढ़ गए। इस कार्यकाल के दौरान हिंसा के कारण दो वर्ष और बर्बाद हो गए।   ज्ञात हो कि, एन बीरेन सिंह ने मई 2023 में मैतेई और कुकी के बीच हुए जातीय संघर्ष के परिणामस्वरूप भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पिछले फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।   उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में वर्तमान में 59 विधायक हैं। एक सीट विधायक की मृत्यु के कारण रिक्त है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल 44 सदस्य हैं, जिनमें 32 मैतेई विधायक, तीन मणिपुरी मुस्लिम विधायक और 9 नागा विधायक शामिल हैं।   इसके अलावा, विधानसभा में कांग्रेस के पांच विधायक हैं (सभी मैतेई), शेष 10 विधायक कुकी से हैं, जिनमें से 7 ने पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता था, दो कुकी पीपुल्स अलायंस से और एक निर्दलीय है। 

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने संशोधित ब्याज सब्सिडी योजना (एमआईएसएस) को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जारी रखने की मंजूरी दे दी है। इसका उद्देश्य किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराना है।योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से 3 लाख रुपये तक के अल्पकालिक ऋण पर 7 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर लागू रहेगी। इसमें सरकार 1.5 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी देगी। वहीं, समय से ऋण चुकाने वाले किसान को 3 प्रतिशत तक की अतिरिक्त छूट दी जाएगी। इसे ‘प्रॉम्प्ट रिपेमेंट इंसेंटिव’ (पीआरआई) कहा जाता है। इससे किसानों को समय से भुगतान को लेकर प्रोत्साहन मिलेगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने उक्त आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसलों की राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में आज जानकारी दी।योजना की संरचना या किसी अन्य घटक में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका लाभ पहले की तरह मिलेगा। सरकार के इस निर्णय से किसानों को खेती में पूंजी की उपलब्धता सुलभ होगी। यह कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में सहायक होगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के मकसद से भारत में बनने वाले पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए इस स्टील्थ, मल्टीरोल, एयर सुपीरियॉरिटी फाइटर में छठी पीढ़ी की आधुनिक प्रौद्योगिकियां भी शामिल होंगी। यह वायु सेना में स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस, सुखोई-30 एमकेआई, राफेल और नौसेना के एचएएल नेवल तेजस और मिग-29 की जगह लेगा।   रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मजबूत घरेलू एयरोस्पेस औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) कार्यक्रम निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है। अब एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) निजी उद्योग की साझेदारी में इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। एडीए जल्द ही एएमसीए विकास चरण के लिए रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) जारी करेगा। एएमसीए प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय कंपनियां बोली लगाकर इस कार्यक्रम में शामिल हो सकती हैं। स्वदेशी विशेषज्ञता, क्षमता और सामर्थ्य का उपयोग करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है, जो एयरोस्पेस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा।   ​भारत में बनने वाले पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का मॉडल इसी साल बेंगलुरु में एयरो इंडिया के इंडिया पवेलियन में प्रदर्शित किया गया था। पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ, मल्टीरोल, एयर सुपीरियॉरिटी फाइटर में छठी पीढ़ी की आला प्रौद्योगिकियां भी शामिल होंगी। विमान के डिजाइन वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) ने तैयार की है, जो रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के तहत गठित विमानन डिजाइन और विकास एजेंसी है। डीआरडीओ, एचएएल और एक भारतीय निजी कंपनी के बीच एक सार्वजनिक-निजी संयुक्त उद्यम में इसके निर्मित होने की उम्मीद है।   डीआरडीओ के मुताबिक एएमसीए सिंगल-सीट और ट्विन-इंजन वाला विमान होगा। एएमसीए का मार्क-1 संस्करण 5.5 पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों से लैस होगा और मार्क-2 में छठी पीढ़ी का प्रौद्योगिकी उन्नयन होगा। एएमसीए का उद्देश्य ग्राउंड-स्ट्राइक, शत्रु वायु रक्षा दमन और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सहित कई मिशनों को पूरा करना है। एएमसीए के बुनियादी डिजाइन विन्यास को अंतिम रूप देकर 2015 में विस्तृत रिपोर्ट वायु सेना को सौंपी गई, जिसने समीक्षा के बाद इस कार्यक्रम को सहमति दी थी। काफी सुधारों के बाद एएमसीए डिजाइन को 2016 में भारतीय वायु सेना ने स्वीकार किया था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देश विभाजन को भारत की पीड़ा का मूल कारण बताते हुए कहा कि 1947 में मां भारती के अंग काट दिए गए, जबकि जंजीरें कटनी चाहिए थीं। उसी रात कश्मीर पर पहला आतंकी हमला हुआ और पाकिस्तान ने मुजाहिदीनों के जरिये भारत का हिस्सा हड़प लिया। अगर तब ही सख्त कार्रवाई की गई होती, तो 75 वर्षों का यह आतंकवाद न झेलना पड़ता। उन्होंने कहा, “एक कांटा पूरे शरीर को पीड़ा देता है और हमने तय कर लिया है कि अब वह कांटा निकालकर ही दम लेंगे।”   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गांधीनगर में गुजरात अर्बन ग्रोथ स्टोरी के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लिया और शहरी विकास वर्ष 2025 का शुभारंभ किया। वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर उनके द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य शहरी ढांचे का नियोजित विकास था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने शहरी विकास, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति से जुड़ी कई परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 22 हजार से अधिक घर समर्पित किए और शहरी निकायों को 3,300 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी की।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद का रास्ता प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि एक सोची-समझी युद्ध रणनीति है। उन्होंने कहा कि 6 मई की रात को मारे गए आतंकवादियों को सम्मान देना, उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लपेटे जाना और वहां की सेना का उन्हें सलामी देना यह साबित करता है। उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी, “आप वॉर ही कर रहे हैं, तो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा।” प्रधानमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ चलाए जा रहे युद्ध की एक पृष्ठभूमि है। सीधा युद्धों में हार के चलते उसे एहसास हुआ कि वे सीधे युद्ध में भारत से नहीं जीत सकता, इसलिए उन्होंने आतंकवाद को एक रणनीतिक हथियार के रूप में अपनाया। आतंकवादी सिर्फ भाड़े के लड़ाके नहीं हैं। वे पाकिस्तान की सेना से जुड़े और उनके निर्देश पर काम करने वाले लोग हैं। अब जब वे खुलेआम युद्ध जैसा व्यवहार कर रहे हैं, तो भारत भी उन्हें उसी तरह निर्णायक और सशक्त जवाब देगा ।प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधु जल समझौता भारत के हित को कई तरह से प्रभावित कर रहा था। अभी हमने इसे केवल स्थगित किया है और पाकिस्तान में इसको लेकर घबराहट है। उन्होंने समझौते की शर्तों पर आश्चर्य जताया और कहा कि भारत सबका भला चाहता है। उन्होंने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि में यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं की जाएगी। 60 साल तक इनके गेट नहीं खुले, लेकिन हमने थोड़ी सफाई शुरू की, गेट थोड़े खोले और पाकिस्तान में बाढ़ आ गई। “अभी तो हमने पूरी कार्रवाई शुरू ही नहीं की है और वे पहले ही घबरा गए हैं।”   प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान विदेशी उत्पादों पर निर्भरता छोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ सेना का नहीं, 140 करोड़ भारतीयों की जिम्मेदारी है। 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य पाने के लिए हमें हर दिन इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं में भी ‘मेक इन इंडिया’ को प्राथमिकता देनी होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छोटे शहर भारत की आर्थिक प्रगति के इंजन हैं। भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है तो शहरी विकास इन शहरों से शुरू होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पर्यटन भारत की अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है और गुजरात इसका जीवंत उदाहरण है। कच्छ और वडनगर जैसे स्थान आज विश्व मानचित्र पर उभर रहे हैं। कल्पनाओं को धरातल पर उतारने से असाधारण परिणाम मिलते हैं—रिवरफ्रंट, दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी इसी सोच के प्रमाण हैं।

Kolar News

Kolar News

मानकाचर (असम) । भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मंगलवार की सुबह उस समय तनाव की स्थिति पैदा हो गई जब असम के ठाकुरनबाड़ी क्षेत्र में बीएसएफ ने 14 बांग्लादेशी नागरिकों की वापसी के दौरान हवाई फायरिंग की।   जानकारी के अनुसार, बीएसएफ जब अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर चुके 14 बांग्लादेशियों को वापस भेजने की प्रक्रिया में लगी थी, तभी बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) ने हस्तक्षेप किया। यह टकराव अंतरराष्ट्रीय सीमा की जीरो लाइन के पास हुआ, जहां बीजीबी के जवानों ने बीएसएफ से तीखी बहस की और सीमा के संवेदनशील हिस्से की ओर बढ़े।    स्थिति उस वक्त और गंभीर हो गई जब बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक भी जीरो लाइन पर एकत्रित हो गए। माहौल को नियंत्रण में लाने और भिड़ंत को टालने के लिए बीएसएफ को चार राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी।    फायरिंग के बाद भीड़ तितर-बितर हो गई और स्थिति पर कुछ हद तक काबू पा लिया गया। भारतीय अधिकारियों ने बीजीबी के हस्तक्षेप को प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया है और इस मुद्दे को औपचारिक रूप से उठाए जाने की संभावना जताई है। 

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि 2014 में आज ही के दिन उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद देश ने कई अकल्पनीय और अभूतपूर्व फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री गुजरात के दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र सहित 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद-वेरावल वंदे भारत ट्रेन और वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा, “आज 26 मई है। साल 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। सबसे पहले गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, फिर करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया। आपके आशीर्वाद की शक्ति से मैं दिनरात देशवासियों की सेवा में जुटा रहा। इन वर्षों में देश ने वो फैसले लिए जो अकल्पनीय और अभूतपूर्व हैं। इन वर्षों में देश ने दशकों पुरानी बेड़ियों को तोड़ा है। देश हर सेक्टर में आगे बढ़ा है।” उन्होंने कहा कि आज देश निराशा के अंधकार से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा है। आज हम 140 करोड़ भारतीय मिलकर अपने देश को विकसित भारत बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की तरक्की के लिए जो कुछ भी चाहिए, वो हम भारत में ही बनाएं, ये आज के समय की मांग है। भारत आज तेज गति से मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में आगे बढ़ रहा है। देश की जरूरत के सामान का निर्माण हो या फिर दुनिया के अलग-अलग देशों में हमारे देश की बनी हुई चीजों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।

Kolar News

Kolar News

हरिद्वार । पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परिवार सहित सोमवार को अपने दो दिवसीय प्रवास पर हरिद्वार के कनखल स्थित हरिहर आश्रम पहुंचे।पूर्व राष्ट्रपति ने वन नेशन वन इलेक्शन पर कहा कि इससे देश में विकास की रफ्तार डबल होगी। इससे देश की जीडीपी एक से डेढ़ फीसदी बढ़ेगी। पूर्व राष्ट्रपति सायंकाल हरकी पैड़ी पर गंगा आरती में भी हिस्सा लेगें। इससे पहले वह यहां उन्होंने जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज का आशीर्वाद लिया। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने देश के समसामयिक मुद्दों पर अपने विचार रखते हुए कहा कि उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर रिपोर्ट दे दी है। इससे देश में विकास की रफ्तार डबल होगी। भारत सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया है। पार्लियामेंट ने इस पर विधेयक बनाया है। अभी ये विधेयक जेपीसी के सामने विचारार्थ है। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन पर जेपीसी में जो निर्णय आएगा जैसा भी संसद को उचित लगेगा, उस पर काम होगा।   उन्होंने कहा अभी तीन दिन पहले ही इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फंड की रिपोर्ट आई है, जिसमें भारत अब पांचवी अर्थव्यवस्था से बढ़कर विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था हो गया है। हम विश्व में चौथे नंबर की आर्थिक शक्ति बन गए हैं। हमने जापान को पीछे छोड़ दिया है। अभी केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी हम से आगे हैं। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में हम तीसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर पर पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि यह ऑपरेशन हमारी सेनाओं के शौर्य का प्रतीक है, जिसको देश और दुनिया सदियों तक याद रखेगी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिये हमने विश्व में एक बहुत बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ हमेशा याद रखा जाएगा।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । महाराष्ट्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून 107 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए समय से पहले प्रवेश कर चुका है। मुंबई में मूसलधार बारिश ने जनजीवन को रोक कर रख दिया है। भारी बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव, रेलवे ट्रैकों पर पानी, और हवाई उड़ानों में देरी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। भारतीय मौसम विभाग ने 26 मई को मुंबई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के चलते मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरने और लैंड करने वाली कई फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति को देखते हुए स्पाइसजेट ने अपने यात्रियों को चेतावनी दी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मुंबई नगर निगम ने निवासियों से अपील की है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। साथ ही शहर की 96 इमारतों को असुरक्षित घोषित किया गया है और उनमें रह रहे लगभग 3,100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।  मौसम विभाग के अनुसार इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने सामान्य से पहले ही महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है। अगले कुछ दिनों में मुंबई में तेज बारिश के साथ पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना है। मुंबई, ठाणे और पालघर जैसे तटीय जिलों के लिए चेतावनी जारी की गई है, जहां पर समुद्री हवाओं के तेज बहाव और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका बनी हुई है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। साथ ही लोकल ट्रेनों और बसों की सेवाओं पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और यात्रियों को आवश्यक सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित रहें और बिना जरूरत बाहर न निकलें। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक मुंबई और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लगातार तेज बारिश जारी रहेगी, जिससे जनजीवन पर और अधिक प्रभाव पड़ सकता है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें, स्थानीय प्रशासन की घोषणाओं का पालन करें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कोच्चि से लगभग 38 समुद्री मील दूर रविवार को लाइबेरियाई कंटेनर पोत एल्सा-3 बाढ़ के कारण गहरे पानी में डूब गया, लेकिन भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने जहाज के सभी 24 चालक दल सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया है। समुद्र में डूबे जहाज से किसी भी तेल या रासायनिक रिसाव पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए भारतीय जहाज पूरी तरह तैयार हैं।   आईसीजी के कमांडर अमित उनियाल ने बताया कि 184 मीटर लंबा लाइबेरियाई कंटेनर जहाज एल्सा-3 तिरुवनंतपुरम के पास विझिनजाम बंदरगाह से 23 मई को कोच्चि बंदरगाह के लिए रवाना हुआ था। कोच्चि के रास्ते में जहाज के स्टारबोर्ड की तरफ 26 डिग्री का झुकाव होने पर चालक दल के 09 सदस्य लाइफ राफ्ट में चले गए। जहाज के कप्तान, मुख्य अभियंता और इंजीनियर बचाव कार्यों के लिए संकटग्रस्त जहाज पर सवार थे। भारतीय तटरक्षक बल को 24 मई को लगभग 13.25 बजे कोच्चि से करीब 38 समुद्री मील दूर लाइबेरियाई ध्वज वाले कंटेनर पोत एमएससी ईएलएसए 3 पर संकट की स्थिति के बारे में सूचना मिली।   दरअसल, शिपिंग कंपनी पोत के साथ संचार स्थापित करने में असमर्थ थी और उसने पोत पर सवार 24 चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईसीजी से सहायता मांगी। इस पर कोच्चि स्थित आईसीजी जिला मुख्यालय के अंतर्गत समुद्री बचाव उपकेंद्र (एमआरएससी) ने आईसीजी डोर्नियर विमान को हवाई निगरानी करने और जहाज से संपर्क स्थापित करने का काम सौंपा। तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए विमान ने जहाज का पता लगाया। पानी में दो लाइफ राफ्ट दिखाई दीं, जिनमें क्रमशः 05 और 04 लोग जीवित लोग सवार थे। संकटग्रस्त स्थान के पास तैरते हुए कुछ कंटेनरों की भी पहचान की गई।   इसके बाद गश्त पर तैनात आईसीजी के जहाजों को भी संकटग्रस्त जहाज की ओर मोड़ दिया गया। एमआरएससी ने वैश्विक खोज और बचाव प्रक्रियाओं के अनुसार आसपास के दो व्यापारिक जहाजों एमवी हान यी और एमएससी सिल्वर 2 को संकटग्रस्त जहाज की स्थिति की ओर मोड़ दिया। त्वरित सहायता के लिए आईसीजी के डोर्नियर विमान ने जीवित बचे लोगों को बचाने के लिए जीवन रक्षक नौकाएं उतारीं। संकटग्रस्त जहाज एल्सा-3 के 12 अन्य चालक दल के सदस्य आईसीजी के जीवन रक्षक बेड़ा पर चले गए, जिन्हें आईसीजी जहाज अर्नवेश ने बचाया। एमवी हान यी ने दो जीवन रक्षक नौकाओं से 09 जीवित लोगों को बचाया। इसी बीच सूचना पाकर भारतीय नौसेना का जहाज सुजाता भी शनिवार शाम इस ऑपरेशन में शामिल हो गया।   आईसीजी के कमांडर ने बताया कि 25 मई की सुबह 07.50 बजे एमएससी एल्सा-3 तेजी से झुका और पलटकर डूब गया। यह स्थिति देख कप्तान, मुख्य अभियंता और दूसरे इंजीनियर ने भी डूबते हुए जहाज को छोड़ दिया, जिन्हें आईएनएस सुजाता ने बचाया। बचाए गए चालक दल के 24 सदस्यों में 01 रूसी (मास्टर), 02 यूक्रेनी, 01 जॉर्जियाई और 20 फिलीपींस के नागरिक हैं। जहाज पर मौजूद 640 कंटेनरों में से 13 में खतरनाक कार्गो था, जबकि कैल्शियम कार्बाइड वाले कार्गो के 12 कंटेनर मौजूद थे। जहाज के टैंकों में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल था। इसके बाद प्रदूषण प्रतिक्रिया उपकरणों के साथ आईसीजी जहाज सक्षम को तैनात किया गया है। भारतीय तटरक्षक बल उभरते परिदृश्य का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है और एल्सा 3 के डूबने के बाद पर्यावरणीय प्रभाव पर बारीकी से निगरानी कर रहा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेनाओं ने सीमा पार आतंकवादी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई कर हर भारतीय को गौरव से भर दिया है। यह सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि बदलते भारत की ताकत, संकल्प और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की तस्वीर भी है। प्रधानमंत्री ने माओवादी क्षेत्र में हो रहे विकास और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी अपने मन की बात रखी। उन्होंने बताया कि वह इस बार विशाखापट्टनम में योग दिवस से जुड़े मुख्य आयोजन में भाग लेंगे।   प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' के 122वें एपिसोड की शुरुआत ऑपरेशन सिंदूर से करते हुए मिशन में उपयोग में लाई गई देश की तकनीकी ताकत और घरेलू निर्माण क्षमताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इसे लेकर जोश देखा गया-तिरंगा यात्राएं, कविताएं, चित्रकला और नवजात शिशुओं को ‘सिंदूर’ नाम देने की परंपरा तक शुरू हो गई।   प्रधानमंत्री ने माओवादी क्षेत्र में विकास की नई बयार का उल्लेख किया और कुछ उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि माओवादी क्षेत्रों में सामान्य जीवन और विकास का यह नया अध्याय समाज के साहसिक योगदान से संभव हुआ। उन्होंने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव का उदाहरण दिया, जहां पहली बार बस सेवा शुरू हुई। यह माओवादी हिंसा से मुक्त सामान्य जीवन की ओर बढ़ते गांवों का प्रतीक है। इसी तरह, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शैक्षिक सफलता और खेल व विज्ञान के क्षेत्र में बच्चों की भागीदारी ने साबित किया कि परिवर्तन संभव है।   प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से जुड़ा मुख्य आयोजन विशाखापट्टनम में होगा, जिसमें वे स्वयं भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि ‘योग’ सिर्फ ‘हेल्दी लाइफस्टाइल’ नहीं, बल्कि ‘कलेक्टिव वेलबीइंग’ का माध्यम भी है। आंध्र प्रदेश सरकार के ‘योगआंध्र’ अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि 10 लाख लोगों का एक ‘योगा पूल’ तैयार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने डब्ल्यूएचओ के साथ हुए समझौता ज्ञापन का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब ‘ट्रेडिशनल मेडिसिन’ को एक ‘साइंटिफिक ग्लोबल फ्रेमवर्क’ में शामिल किया जाएगा, जिससे आयुष को दुनिया भर में नई पहचान मिलेगी।   प्रधानमंत्री ने विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर शहद उत्पादन में भारत की प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि बीते 11 वर्षों में देश में ‘स्वीट रेवोल्यूशन’ आया है, जिससे शहद उत्पादन 60 प्रतिशत बढ़ा है। ‘राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन मिशन’ और ‘शहद मिशन’ के तहत हजारों किसानों को प्रशिक्षण, उपकरण और बाज़ार से जुड़ाव मिला। छत्तीसगढ़ का ‘सोन हनी’ जैसे स्थानीय ब्रांडों ने वैश्विक पहचान बनाई है। प्रधानमंत्री ने लोगों से स्थानीय उद्यमियों से शहद खरीदने की अपील की।   प्रधानमंत्री ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की सफलता पर खुशी जताई, जिसकी मेजबानी बिहार के पाँच शहरों ने की। पाँच हजार से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया और बिहार की खेल भावना की सराहना की। यह पहला आयोजन था जिसे ओलंपिक चैनल के माध्यम से वैश्विक स्तर पर दिखाया गया। महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान शीर्ष विजेता रहे। कुल 26 नए रिकॉर्ड बने, जिसमें कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। बिहार ने भी 36 पदक जीते। प्रधानमंत्री ने कहा, जो खेलता है, वही खिलता है और ऐसे आयोजनों को भारतीय खेलों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक बताया।   प्रधानमंत्री ने गिर के शेरों की बढ़ती आबादी से जुड़ी खबर साझा करते हुए कहा कि यह संरक्षण और जनभागीदारी का परिणाम है। गुजरात के गिर वन में एशियाटिक शेरों की संख्या पाँच वर्षों में 674 से बढ़कर 891 हो गई है। प्रधानमंत्री ने इसे समाज की 'ओनरशिप' की भावना का उदाहरण बताया और वन अधिकारियों, खासकर महिलाओं की भागीदारी, आधुनिक तकनीक और जनसहभागिता को इसका श्रेय दिया।   कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने सिक्किम के डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया द्वारा स्थापित ‘क्राफ्टेड फाइबर’ ब्रांड की सराहना की। उन्होंने पारंपरिक बुनाई को आधुनिक फैशन से जोड़ते हुए कहा कि इसने स्थानीय महिलाओं, पशुपालकों और स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाया है।   उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी जीवन जोशी ने पोलियो के बावजूद चीड़ के पेड़ों की छाल से ‘बगेट’ नामक अनोखी कला विकसित की। प्रधानमंत्री ने उन्हें जीवंत प्रेरणा बताते हुए उनके साहस और रचनात्मकता की भूरी-भूरी प्रशंसा की।   तेलंगाना के संगारेड्डी जिले की ग्रामीण महिलाएं अब ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर खेती में क्रांति ला रही हैं। प्रधानमंत्री ने उन्हें ‘स्काई वॉरियर्स’ कहकर संबोधित किया और बताया कि तकनीक और संकल्प मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।   प्रधानमंत्री ने सीबीएसई की ‘शुगर बोर्ड’ पहल की जानकारी दी, जिससे बच्चे चीनी की खपत के प्रति जागरूक हो रहे हैं। उन्होंने इसे स्वस्थ जीवनशैली की ओर एक बड़ा कदम बताया।   प्रधानमंत्री ने आइटीबीपी की माउंट मकालू चढ़ाई टीम के पर्यावरण की दृष्टि से किए गए विशेष कार्य का उल्लेख किया। उन्होंने यहां से 150 किलो गैर-अपघटनीय कचरा नीचे लाकर स्वच्छता का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री ने पेपर वेस्ट और रीसाइक्लिंग की आवश्यकता पर बल दिया और बताया कि कैसे देशभर में स्टार्टअप्स इस दिशा में अभिनव प्रयास कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने चार राज्यों गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की घोषणा की है। इन सीटों पर 19 जून को मतदान होगा और 23 को नतीजे आएंगे। आयोग ने रविवार को विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी। यह उपचुनाव विधायको के निधन या इस्तीफे के कारण रिक्त हुई सीटों को भरने के लिए होंगे। उपचुनाव गुजरात की कड़ी (अनुसूचित जाति) और विसावदर सीट, केरल की नीलांबूर सीट, पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट और पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर होंगे।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

भोपाल । एक ओर जहां देश में तय समय से आठ दिन पहले मानसून के प्रवेश की सूचना है, वहीं रविवार, 25 मई से आरंभ हो रहे नौतपा की चर्चा भी सोशल मीडिया पर जोर-शोर से हो रही है। आम लोगों में चर्चा है कि इस साल मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है और देश के कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हो रही है और इस बार नौतपा अपना रौद्र रूप नहीं दिखा पाएगा। आम धारणा है कि नौतपा में भीषण गर्मी पड़ती है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, लेकिन नौतपा एक खगोलीय घटना है, इसे सूर्य की परिक्रमा कर पृथ्वी तय करती है।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शनिवार को इस बारे में बताया कि नौतपा पृथ्‍वी के सूर्य के चारों ओर 365 दिन में परिक्रमा करने के कारण होने वाली कैलेंडर घटना है, जिसमें हर साल 25 मई को पृथ्‍वी इस स्थिति में पहुंच जाती है कि यहां से देखने पर सूर्य के पीछे आकाश में रोहिणी तारामंडल की स्थिति आ जाती है। इसे कहा जाता है कि सूर्य रोहिणी में प्रवेश कर गया है। यह ठीक उसी प्रकार है कि आप अपना जन्‍म दिन साल की किसी एक खास अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख को मनाते हैं और हर 365 दिन बाद वह पुन: उस ही तारीख को आ जाता है। इस प्रकार हर साल 25 मई से लेकर 2 जून तक की नौ दिन की अवधि को नौतपा नाम दिया गया है।   सारिका ने बताया कि हिन्‍दी कैलेंडर में तिथियां और महीना हर साल बदलता रहता है इस कारण इसके आधार पर मनाये जाने वाले दीपावली, होली जैसे त्‍योहार की तारीख बदलती रहती है लेकिन सूर्य की परिक्रमा करती पृथ्‍वी की स्थिति पर आधारित त्‍योहार लगभग उस ही दिनांक को आ जाते हैं जैसे मकर सक्रांति, नौतपा आदि। उन्होंने बताया कि पहले चूंकि हिन्‍दी कैलेंडर ही प्रचलन में था और मई माह की गर्मी के बारे में सतर्क करने रोहिणी नक्षत्र पर आधारित नौतपा की धारण बताई गई होगी, ताकि आमलोग गर्मी से बचाव के लिये तैयारी कर सकें।   सारिका ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में गर्मी और नौतपा का सीधा संबंध कई बार नहीं देखा जाता है। इसके साथ ही यह जानना जरूरी है कि जिस प्रकार आप अपना जन्‍म दिन हर साल याद रखते हैं, ठीक उस प्रकार ही याद रखें कि हर साल 25 मई से 2 जून की अवधि को नौतपा नाम दिया गया है।

Kolar News

Kolar News

मॉस्को । भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की नेता डीएमके सांसद कनिमोझी ने रूस के रणनीतिकारों और प्रमुख नेताओं को आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को दोहराया है। वह प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ कल रूस की राजधानी पहुंचीं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर कुछ फोटो भी साझा किए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, '' हम सबने स्टेट ड्यूमा समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की और स्टेट ड्यूमा के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान हमने सभी प्रकार के आतंकवाद को समाप्त करने के भारत के अडिग रुख और राष्ट्रीय संकल्प को दोहराया।'' कनिमोझी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने रूस की अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के उपाध्यक्ष (प्रथम) एंड्री डेनिसोव और अन्य सीनेटरों को भी आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के विरुद्ध भारत के एकजुट और दृढ़ रुख से अवगत कराया।डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा, ''हमने रूसी संघ के पूर्व प्रधानमंत्री मिखाइल फ्राडको से भी मुलाकात की। हमने रूस के विचारकों और सांसदों के साथ विचार साझा किए। रूस हमारा महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार और बहुत पुराना सहयोगी है। हमने पहलगाम हमले से पहले, उसके दौरान और उसके बाद जो कुछ हुआ, उसके बारे में विस्तार से बताया है।''    

Kolar News

Kolar News

पुंछ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मुलाकात की और इस नुकसान को एक बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर उनकी इस दुर्दशा को उजागर करने का संकल्प लिया। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने पुंछ शहर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित लोगों से एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की, जिसमें वह परिवार भी शामिल थे, जिन्होंने 7 मई से 10 मई के बीच गोलाबारी में अपने सदस्यों को खो दिया। राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि यह एक बड़ी त्रासदी है। कई लोगों की जान चली गई। पाकिस्तानी सेना ने सीधे नागरिक ठिकानों पर हमला किया है। मैंने लोगों से बात की और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। उन्होंने मुझसे उनके मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने के लिए कहा है, जो मैं करूंगा। बाद में एक्स पर की गई एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आज मैं पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा की गई गोलाबारी में जान गंवाने वालों के परिवारों से मिला। क्षतिग्रस्त घर, बिखरा सामान, नम आंखें और प्रियजनों को खोने की दर्द बयां किया। ये देशभक्त परिवार हर बार साहस और सम्मान के साथ युद्ध का सबसे बड़ा बोझ उठाते हैं। उनके साहस को सलाम। राहुल गांधी ने कहा कि मैं पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा हूं और मैं निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर पर उनकी मांगों और मुद्दों को उठाऊंगा। उनके साथ कांग्रेस जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और एआईसीसी महासचिव जीए मीर भी थे।   गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से यह केंद्र शासित प्रदेश का गांधी का दूसरा दौरा था। इस हमले मेंं 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। गांधी ने आतंकी हमले में घायल लोगों से मिलने के लिए 25 अप्रैल को श्रीनगर का दौरा किया था।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां के भारत मंडपम में ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पूर्वोत्तर को देश के विकास का इंजन बताया और कहा कि यह क्षेत्र विकास की आपार संभावनाओं से भरा पड़ा है। प्रधानमंत्री ने देश और दुनिया के निवेशकों से आग्रह किया कि वे पूर्वोत्तर के विकास में भागीदार बनें। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में विकसित भारत का रास्ता पूर्वोत्तर से होकर जाएगा।दो दिवसीय (23-24 मई) राइजिंग नॉर्थ ईस्ट निवेश सम्मेल का उद्देश्य पूर्वोत्तर को अवसरों की भूमि के रूप में प्रस्तुत करना, निवेशकों को जोड़ना और नीति निर्माताओं के साथ संवाद को बढ़ावा देना है। इसमें पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र, स्वास्थ्य, शिक्षा, आईटी, लॉजिस्टिक्स, ऊर्जा और खेल जैसे प्रमुख क्षेत्रों को फोकस किया गया है। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर को ‘अष्टलक्ष्मी’ से संबोधित किया और कहा कि यह क्षेत्र व्यापार, पर्यटन, जैव-अर्थव्यवस्था, बांस उद्योग, चाय उत्पादन, खेल, ऊर्जा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में विशाल संभावनाओं से भरा हुआ है।उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर में हुए बदलाव केवल आंकड़ें नहीं हैं। जमीनी स्तर पर बदलाव नज़र आ रहा है। उन्होंने 700 से अधिक बार केंद्रीय मंत्रियों की यात्राओं का हवाला देते हुए कहा कि यह क्षेत्र अब लुक ईस्ट से एक्ट ईस्ट की नीति के तहत भारत की विकास यात्रा में अग्रणी बन गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर में हुए विकास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 11 हजार किमी हाई-वे निर्माण, भूपेन हजारिका ब्रिज और सेला टनल जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स, पूर्वोत्तर गैस ग्रिड, 4जी/5जी नेटवर्क और 13 हजार किमी ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का काम पूर्वोत्तर में हुआ है। इन परियोजनाओं ने उद्योगों के लिए फर्स्ट मूवर एडवांटेज की स्थिति बना दी है।प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को भारत-आसियान व्यापार का सेतु बताया और कहा कि भारत-आसियान व्यापार जल्द ही 200 अरब डॉलर को पार करेगा। गुवाहाटी, इंफाल और अगरतला में लॉजिस्टिक हब और मिजोरम व मेघालय में लैंड कस्टम स्टेशन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नया आयाम देंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि बीते दशक में 10 हजार से अधिक युवाओं ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा अपनाई। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिला है। गांवों में होमस्टे, नए टूर गाइड और सांस्कृतिक आयोजन बढ़े हैं। साथ ही हील इन इंडिया अभियान के अंतर्गत पूर्वोत्तर को वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाया जा रहा है।उन्होंने बताया कि 21 हजार करोड़ के निवेश से 800 स्कूल, 9 मेडिकल कॉलेज, 2 आईआईटी और देश का पहला स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पूर्वोत्तर में बन रही है। साथ ही, युवाओं के लिए स्टार्टअप, डिजिटल इनोवेशन और स्किल सेंटर खुल रहे हैं। पूर्वोत्तर में हाइड्रो और सोलर पावर में तेज होते निवेश के साथ ही प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि जल्द ही क्षेत्र का पहला मेड इन इंडिया चिप तैयार होगा, जिससे भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

ग्वालियर । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की भी एन्ट्री हो गई है। उन्होंने मामले में राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मांग की है कि सभी बाधाओं को दूर कर तत्काल उच्च न्यायालय परिसर में डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित कराई जाए।   बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट खण्डपीठ ग्वालियर में अधिवक्ताओं की माँग व उन्हीं के आर्थिक सहयोग से बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा लगाने की अनुमति कोर्ट द्वारा दी गई। कोर्ट के निर्देशन में ही स्थान का चयन एवं चबूतरा बनाया गया। प्रतिमा भी बनकर तैयार हुई। किन्तु कुछ जातिवादी सोच से ग्रसित अधिवक्ताओं द्वारा प्रतिमा स्थापना का विरोध किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ वक्तव्यों के बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं की गई। बाबा साहब के विरोधियों को यह समझना होगा कि सदियों से उपेक्षित बहुजन समाज अब अपना सम्मान पाना चाहता है।   मायावती ने कहा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल, उच्च न्यायालय और मुख्यमंत्री भी प्रतिमा लगाने में आ रही बाधाओं को दूर करके तत्काल उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में संविधान निर्माता, भारतरत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा को सम्मानपूर्वक स्थापित कराएं, यह अनुरोध है।   इससे पहले गुरुवार को भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बैरसिया के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। फूलबाग स्थित मानस भवन में पहले सभा संबोधित की गई। इसके बाद कलेक्ट्रेट की तरफ कूच करने से पहले ही उन्हें रोक दिया गया। इस स्थिति में सुनील बैरसिया द्वारा एसडीएम अतुल सिंह को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद सभी कार्यकर्ता मौके से रवाना हो गए।   दरअसल, 19 मई को जबलपुर में मुख्य न्यायाधीश के साथ दोनों पक्षों की बैठक हुई थी, जिसमें प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय फिलहाल टाल दिया गया, लेकिन प्रतिमा लगाने के समर्थक अब आंदोलन की राह पर उतर आए हैं। भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बिसारिया ने चेतावनी दी है कि जो लोग प्रतिमा नहीं लगने देंगे उन्हें ईंट का जबाब पत्थर से दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

किश्तवाड़ । जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छात्रू इलाके में आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान शुक्रवार को भी जारी है। गुरूवार को मुठभेड़ में सेना के एक जवान का बलिदान हो चुका है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों के घेरे में चार आतंकवादी फंसे हुए हैं। इनकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है। इनमें पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के होने की भी संभावना जताई जा रही है।    सैन्य अधिकारियों के अनुसार,  गुरूवार को जिले के छात्रू के सिंहपोरा जंगली इलाके में सुरक्षाबलों कों आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान छुपे हुए आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर भीषण गोलीबारी की। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के बाद  मुठभेड़ शुरू हो गई।  आतंकियों की भीषण गोलीबारी में सेना का जवान घायल हो गया। घायल जवान को तुरंत मौके से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। उपचार के दौरान जवान बलिदान हो गया।   आज भी सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। अतिरिक्त सुरक्षाबलों को मौके पर भेजा गया है।  सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर हैं और अभियान की निगरानी कर रहे हैं। आतंकियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और हेलिकाप्टर का प्रयोग भी किया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । फिल्म अभिनेता सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट में 24 घंटे में दो बार घुसने का प्रयास किया गया है। जबरन धुसने का प्रयास करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद सलमान खान के आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीती रात ईशा छाबड़ा नाम की महिला ने भी गैलेक्सी अपार्टमेंट में घुसने की कोशिश की थी। इसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। बांद्रा पुलिस स्टेशन की टीम दोनों मामलों की जांच कर रही है।   पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि सलमान खान के आवास के सामने एक युवक 20 मई को सुबह घूम रहा था। पुलिस ने उसे समझाया और वहां से जाने को कहा तो युवक ने अपना मोबाइल पटककर फोड़ दिया, इसके बाद पुलिस ने उसे वहां से भगा दिया। इसके बाद शाम शाम 7 बजकर 15 मिनट पर इसी युवक ने गैलेक्सी अपार्टमेंट में घुसने का प्रयास किया। सलमान खान के आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल युवक को पकड़ कर बांद्रा पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया। युवक की पहचान जीतेंद्र कुमार सिंह के रुप में की गई है और वह छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस ने जितेन्द्र कुमार हरदयाल सिंह (23) पर बीएनएस की धारा 329(1) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस युवक के मकसद का पता लगाने का प्रयास कर रही है। अब तक छानबीन में युवक ने बताया कि वह सलमान खान का फैन है और उनसे मिलना चाहता था, लेकिन पुलिस मिलने नहीं दे रही थी। फिलहाल पुलिस इस मामले की हर ऐंगल से जांच कर रही है। सलमान खान के आवास पर बीती रात ईशा छाबड़ा नाम की महिला ने भी गैलेक्सी अपार्टमेंट में घुसने की कोशिश की थी। इसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। सलमान खान के घर में घुसने की कोशिश करने वाली यह महिला आखिर कौन है? उसने सलमान के गैलेक्सी अपार्टमेंट में घुसने की कोशिश क्यों की? इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इस महिला को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उसने घर में घुसने की कोशिश क्यों की।

Kolar News

Kolar News

हिसार। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार शहर के अग्रसेन कॉलोनी निवासी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गुरुवार काे काेर्ट ने फिर चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।   पुलिस ने आज पांच दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद ज्योति मल्होत्रा को स्थानीय कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से कुछ और जानकारियां हासिल करने के लिए उसका रिमांड मांगा। कोर्ट में लगभग डेढ़ घंटे तक उसके रिमांड पर बहस चली। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि पांच दिन की रिमांड अवधि के दौरान काफी कुछ जानकारियां मिली हैं और पूरी तहकीकात व अन्य जानकारियां जुटाने के लिए अभी और रिमांड की जरूरत है। इस पर कोर्ट ने पुलिस के अनुरोध को मानते हुए ज्योति की चार दिन की रिमांड स्वीकार कर ली।   दरअसल, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पुलिस ने ज्योति मल्हाेत्रा को 16 मई को गिरफ्तार किया था। काेर्ट से  मिले पांच दिन के रिमांड के दाैरान हिसार पुलिस के अलावा एनआईएस सहित कुछ अन्य केन्द्रीय एजेंसियों ने ज्योति से पूछताछ की थी।

Kolar News

Kolar News

किश्तवाड़ । जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ जारी मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं।सेना की 2 पैरा एसएफ, सेना की 11आरआर, 7वीं असम राइफल्स और एसओजी किश्तवाड़ के जवानों ने सिंहपोरा चटरू गांव के शारी और मंड्राल ढोक इलाके के बीच तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके बाद सुबह मुठभेड़ शुरू हुई। जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थल के पास पहुंचे, तो मौके पर छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। समाचार लिखे जाने तक अभियान जारी था।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़ । भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण स्थगित की गई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी मंगलवार शाम को फिर से शुरू हो रही है। बीएसएफ की तरफ से इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। दोनों तरफ से जवान बंद गेटों के आर-पार खड़े होकर ही अपने-अपने देश के झंडे को उतारेंगे। भारत-पाक तनाव के बीच सरकार के फैसले पर बीएसएफ ने बीती सात मई को रिट्रीट सेरेमनी को बंद कर दिया था। अब दोनों देशों के बीच हालात सामान्य होने के बाद मंगलवार शाम से 'बीटिंग रिट्रीट' सेरेमनी को शुरू किया जा रहा है। यह परेड समारोह अटारी-वाघा, हुसैनीवाला (फिरोजपुर) और सदकी बॉर्डर (फाजिल्का) पर आयोजित होती है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर रोजाना सांस्कृतिक और सैन्य शौर्य का प्रतीक बन चुका है। बीएसएफ अधिकारियों ने रिट्रीट बहाल होने की तो पुष्टि की है, लेकिन पहले वाले स्वरूप में आयोजन को लेकर संशय बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार अभी बीटिंग रिट्रीट में बदलाव किया गया है। इस दौरान गेट नहीं खोले जाएंगे, यानी कि भारत-पाकिस्तान के सुरक्षाबलों के बीच सामान्य रूप से हाथ मिलाने की परंपरा नहीं होगी। दोनों तरफ से जवान बंद गेटों के आर-पार खड़े होकर ही अपने-अपने देश के झंडे को उतारेंगे।

Kolar News

Kolar News

कीव । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए सुर्खियां बटोर रही टेलीफोनिक बातचीत के रुकते ही ड्रोन हमलों से कीव को गहरा आघात लगा। यूक्रेन को उम्मीद थी कि ट्रंप के प्रयासों के बाद रूस फिलहाल हमले रोक देगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। बातचीत खत्म होते ही रूस ने बिना समय गंवाए यूक्रेन पर ड्रोन से ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिया।यूक्रेन के अखबार द कीव इंडिपेंडेंट और एबीसी न्यूज चैनल की खबर के अनुसार यूक्रेन के अधिकारियों ने आज बताया कि रूसी हमलों में कम से कम एक नागरिक की मौत हो गई और कम से कम 13 लोग घायल हो गए। रूस की सेना यूक्रेन के शहरों और गांवों में रोजाना हवाई हमले कर रही है। इसमें ड्रोन के अलावा तोपखाने का प्रयोग किया जा रहा है।यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने रूस के रात भर दागे गए 108 ड्रोन में से 35 को मार गिराया, जबकि 58 को हवा में ही बेअसर कर दिया। सिवरस्क के गवर्नर वादिम फिलाशकिन ने पुष्टि की है कि इस हमले में सिवरस्क के एक व्यक्ति की मौत हो गई। क्रामेटोर्स्क में तीन, लाइमन में दो और कोस्टियनटिनिव्का में एक व्यक्ति जख्मी हो गया।खार्किव ओब्लास्ट के गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव के अनुसार स्टारोविरिव्का गांव में रूसी ड्रोन हमले में 45 और 73 वर्ष की दो महिलाएं घायल हो गईं। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेक्सांद्र प्रोकुडिन ने कहा कि खेरसॉन ओब्लास्ट में रूसी हमलों के दौरान पांच नागरिक घायल हो गए। एक ऊंची इमारत, सात घर, एक सेल टॉवर, गैरेज, कारें और मशीनरी क्षतिग्रस्त हो गईं।क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन ने बताया कि रूसी ड्रोन ने रात भर सुमी ओब्लास्ट के सीमावर्ती इलाकों पर हमला किया। बिलोपिलिया समुदाय में एक आवासीय इमारत को नुकसान पहुंचा है। ड्रोन अटैक के बाद इमारत में आग लग गई। इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके बलों ने रातभर में आठ यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया।ट्रंप ने पुतिन से बात खत्म होने के बाद वाशिंगटन में अपने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा था कि उन्हें लगता है कि कुछ होने वाला है। अगर पुतिन युद्ध को खत्म नहीं करना चाहते, तो वह मध्यस्थ की भूमिका से पीछे हट जाएंगे। बावजूद इसके उम्मीद है कि पुतिन युद्ध रोकने के लिए यूक्रेन से बातचीत करेंगे। ट्रंप के ठीक उलट पुतिन ने मॉस्को में कहा कि रूस की स्थिति स्पष्ट है। इस संकट के मूल कारणों को खत्म करना रूस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोमवार को टेलीग्राम पर एक पोस्ट में लिखा कि यह एक निर्णायक समय है। अब दुनिया देख सकती है कि क्या रूस में युद्ध को समाप्त करने और वास्तविक, स्थायी शांति की स्थापना सुनिश्चित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि ट्रंप को बता दिया गया है कि यूक्रेन पूर्ण और बिना शर्त युद्ध विराम के लिए तैयार है।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा एपी) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मंगलवार सुबह राजभवन में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने भुजबल को मंत्री पद की शपथ दिलाई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, वरिष्ठ राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल सहित कई मंत्री और प्रमुख नेता मौजूद थे।   वरिष्ठ एनसीपी नेता होने के बावजूद छगन भुजबल को महायुति मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्री समूह में धनंजय मुंडे को शामिल किया गया था लेकिन धनंजय मुंडे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था इसलिए धनंजय मुंडे के इस्तीफे से रिक्त हुए मंत्री पद पर आज छगन भुजबल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।   छगन भुजबल ने कहा कि मैं राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दोनों उपमुख्यमंत्रियों, साथ ही सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं। इसी प्रकार, मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी आभार व्यक्त करता हूं। मैं येवला-लासलगाव निर्वाचन क्षेत्र की जनता, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ-साथ समता परिषद के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं उन सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने अब तक मुझ पर प्यार और विश्वास दिखाया है। छगन भुजबल ने कहा कि मंत्री पद के बारे में निर्णय मात्र आठ दिन पहले ही लिया गया था। तब यह निर्णय लिया गया कि शपथ ग्रहण समारोह सोमवार के बजाय मंगलवार को होगा। यह दिन इसलिए चुना गया है क्योंकि मंगलवार को कैबिनेट नेता और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "अंत भला तो सब भला।"

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । पाकिस्तान के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस की गैर मौजूदगी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह अनावश्यक विवाद है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह केंद्र सरकार के साथ खड़ी है।   उत्तर बंगाल रवाना होने से पहले दमदम हवाई अड्डे पर सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल प्रतिनिधि नहीं भेज रही है। इसका अर्थ यह नहीं है कि पार्टी केंद्र के निर्णय का विरोध कर रही है। हम न तो प्रतिनिधि भेजने से मना कर रहे थे और न ही ऐसा कोई निर्णय लिया गया था। लेकिन केंद्र ने बिना किसी जानकारी या परामर्श के अपने स्तर पर फैसला ले लिया। क्या यह उचित नहीं होता कि वे हमसे पहले पूछते।   उन्होंने कहा कि अगर केंद्र हमसे पूछता तो हम स्वयं प्रतिनिधि का नाम तय करते। लेकिन किसी को भी जानकारी नहीं दी गई। यहां तक कि मैं लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी की चेयरपर्सन हूं, मुझे भी सूचित नहीं किया गया। हमारे किसी प्रतिनिधि का विदेश दौरे पर न जाना, इसका यह मतलब नहीं कि हम इसका बहिष्कार कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर केंद्र के साथ खड़ी है। इस मुद्दे पर अनावश्यक विवाद नहीं होना चाहिए।    गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सबूत पेश करने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। इस प्रतिनिधिमंडल के लिए केंद्र सरकार ने तृणमूल की ओर से पूर्व क्रिकेटर और सांसद यूसुफ पठान का नाम तय किया गया था। ममता बनर्जी ने यूसूफ पठान को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने से रोक दिया है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान को हमले से पहले सूचना क्यों दी गई? उन्होंने इसे ‘अपराध’ बताया और सवाल किया कि इस कारण कितने भारतीय विमान नष्ट हुए? राहुल गांधी ने दो दिन पहले यानी शनिवार को भी एक्स पोस्ट के माध्यम से सवाल खड़े किए किए थे और विदेश मंत्री के बयान को आधार बनाते हुए सवाल पूछे थे। राहुल ने सोमवार को कहा, ”जयशंकर की चुप्पी निंदनीय है। मैं फिर पूछता हूं- हमने कितने विमान गंवाए क्योंकि पाकिस्तान को पहले से पता था?” उन्होंने कहा कि यह चूक नहीं, बल्कि एक गंभीर अपराध है। देश को इसका सच जानने का हक है। उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष और सैन्य कार्रवाई की स्थिति पर बात करते हुए कहा था, “...ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह बाहर खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे।” दूसरी ओर कांग्रेस ने आज इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जयशंकर के बयान का हवाला दिया और पूछा, “क्या विदेश मंत्री को पाकिस्तान पर इतना भरोसा था कि आतंकवादी उनकी बात मान लेंगे?” उन्होंने कहा कि इसे कूटनीति नहीं, बल्कि मुखबिरी कहा जाता है। खेड़ा ने कहा कि जयशंकर ने ख़ुद मीडिया को बताया कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को सूचित कर दिया था। क्या देश को जानने का हक़ नहीं है कि पाकिस्तान को हमले की सूचना देकर मसूद अज़हर को दोबारा बचाया गया, क्योंकि इससे पहले मसूद अज़हर को कंधार हाईजैक के समय छोड़ा गया था।

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरू । शहर में रविवार देर रात भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हाे गया। राजाकालुवा नाला में उफान आने से सीसीबी कार्यालय सहित कई घरों में पानी घुस गया। शहर के कई इलाकाें में जलभराव से लाेगाें काे  परेशानियाें का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी भारी बारिश की संभावना जताई है।   देर रात हुई भारी बारिश से होरमावु, मान्‍यता टेक पार्क, पनाथुर आरयूबी, न्यू बीईएल रोड, नागवारा और सिल्क बोर्ड समेत कई अन्‍य रिहायशी इलाकों में जलभराव हुआ है। बेंगलुरु के होरमावु में विद्यारण्यपुरा साई लेआउट सहित कई इलाकों को काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण कई इलाके झील में तब्दील हो गए। पानी में डूबी सड़कों और इलाकों में फंसे नागरिकों काे निकालने के लिए बचाव दल को नाव चलानी पड़ी। सड़कों पर जलभराव से सोमवार को कई जगह लाेगाें काे ट्रैफिक जाम जूझते देखा गया।   शांतिनगर स्थित सीसीबी कार्यालय में भी बारिश का पानी घुस गया है। कार्यालय के भूतल पर घुटनों तक पानी भरने नुकसान  हुआ है। सोमवार सुबह तक जलस्तर कम नही हुआ। कार्यालय में पानी भरने से कुछ फाइलों को नुकसान हुआ है, जिससे जांच कार्य प्रभावित हुआ है।  जल भराव से हुए नुकसान का अधिकारी आकलन कर रहे हैं। दरअसल, चामराजपेट स्थित सीसीबी कार्यालय का पुराना भवन जीर्ण-शीर्ण हो गया था। इस पर सीसीबी कार्यालय को शांतिनगर स्थित एक भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। 

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

हिसार। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के शक में गिरफ्तार हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के बारे में जांच के दौरान कई बातें सामने आ रही हैं। ज्योति पाकिस्तान से लौटकर चीन भी गई थी। पाकिस्तान में उसे कहीं भी आने-जाने की छूट थी। वहां उसे सिक्योरिटी मिलती थी और किसी वीआईपी की तरह उसे ट्रीटमेंट मिलता था। शनिवार की रात ज्योति के घर की भी तलाशी ली गई।   हिसार पुलिस ज्योति को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों व नियमों के अनुसार आमतौर पर किसी भारतीय के पाकिस्तान जाने पर पुलिस स्तर पर उसकी निगरानी की जाती है। वह उन्हीं जगहों पर जा सकता है, जिसका जिक्र वीजा में होता है लेकिन, ज्योति पाकिस्तान में हाईप्रोफाइल पार्टियों में भी शामिल होती थीं। हिसार पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि इन बड़ी पार्टियों में उसकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के बड़े अधिकारियों से होती थी। वह पाकिस्तान के अलावा दो बार कश्मीर भी जा चुकी हैं। जांच में यह भी पता चला है कि ज्योति खुफिया एजेंसी के अधिकारी के साथ इंडोनेशिया के बाली भी घूमकर आई और नेपाल भी गईं थी। पुलिस का मानना है कि हालांकि बहाना यूट्यूब के लिए वीडियो बनाने का होता था, लेकिन ज्योति का असल मकसद भारत की खुफिया जानकारी इकट्‌ठा कर पाकिस्तान को देना था।   सुरक्षा एजेंसियों की जांच में पता चला है कि ज्योति इस वर्ष 23 मार्च को पाकिस्तानी एंबेसी गई थी। जहां उसने इफ्तार पार्टी में हिस्सा लिया। इसका वीडियो भी उसने अपने चैनल पर डाला था। जब वह एंबेसी में पहुंची तो दानिश ने बहुत फ्रेंडली तरीके से उसका स्वागत किया और दोनों आपस में इस तरह से बात करते दिखे कि एक-दूसरे को बहुत करीब से जानते हों। दानिश ने उसे अपनी पत्नी से भी मिलवाया। इसके अलावा वहां मौजूद अधिकारियों से भी उसकी बात कराई। इस इफ्तार में ज्योति कुछ चीनी अधिकारियों से भी मिली। वह पूरे वीडियो में पाकिस्तानी एंबेसी में किए इंतजामों की जमकर तारीफ करती दिखी थी। उसने दानिश की पत्नी को अपने घर हिसार में भी आने के लिए निमंत्रण दिया।   जांच में पता चला है कि ज्योति अब तक पाकिस्तान, चीन, नेपाल, थाइलैंड, भूटान, इंडोनेशिया समेत कई देशों में जा चुकी थी। ज्योति ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर दुबई की एमिरेट्स की फर्स्ट क्लास की श्रेणी की यात्रा का फोटो भी शेयर किया हुआ है। इसके अलावा वह चीन में भी यात्रा के दौरान वीवीआईपी की तरह रही। इसके उलट भारत लौटने पर वह साधारण लड़की की तरह रहती थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ज्योति सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर तब आई, जब उसने वर्ष 2024 में पाकिस्तान यात्रा के तुरंत बाद चीन का दौरा किया। ज्योति ने अप्रैल 2024 में करीब 12 दिन का पाकिस्तान का टूर किया था। इसके बाद वह तुरंत जून में चीन चली गई। चीन में वह ज्वेलरी शॉप से लेकर कई जगह लग्जरी गाड़ियों में घूमी। इससे भारत की सुरक्षा एजेंसियों के उसके मकसद और खर्च को लेकर शक हुआ, जिसके बाद वह सुरक्षा एजेंसियाें की रडार पर आई थी और फिर उसकी निगरानी शुरू कर दी गई थी।   उल्लेखनीय है कि ज्योति मल्होत्रा को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।  सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हिसार में उसका किसी और से इस तरह का संपर्क है अथवा नहीं।      

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरू । रॉयल चैलैंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के बीच शनिवार को मुकाबले के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का रोमांच एक बार फिर शुरू हुआ। हालांकि तेज बारिश के कारण यह मुकाबला रद्द हो गया। मैच के रद्द होने के चलते दोनों टीमों को एक-एक अंक दिया गया। इसके बाद केकेआर प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई, जबकि बेंगलुरु की टीम अंक तालिका में टॉप पर पहुंच गई है।   बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में यह मैच भले ही न हो पाया हो, लेकिन होम टीम आरसीबी के फैंस अपने चहेते खिलाड़ी विराट कोहली को देखने बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुंचे थे। फैंस 18 नंबर की सफेद जर्सी पहने स्टेडियम में नजर आए, लेकिन बारिश के चलते वह अपने चहेते खिलाड़ी को खेलते हुए नहीं देख सके।   दरअसल हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद विराट कोहली शनिवार को पहली बार मैदान पर उतरने वाले थे, इसलिए एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में विराट को खास सम्मान देने के लिए फैंस सफेद जर्सी में आए थे।   आरसीबी ने रविवार को सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर विराट को बड़ी संख्या में देखने पहुंचे फैंस का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, चिन्नास्वामी सफेद हो गया- किंग कोहली के टेस्ट करियर को सम्मान।   फ्रेंचाइजी ने आगे लिखा कि विराट कोहली के शानदार टेस्ट करियर को दिल को छू लेने वाला सम्मान देने के लिए प्रशंसक न केवल बड़ी संख्या में बल्कि भावनाओं में भी दिखाई दिए, सफेद कपड़ों में लिपटे हुए - नारे लगाते हुए और विशेष बैनर के साथ, जिसने इसे खेल में एक ऐतिहासिक क्षण बना दिया। दुनिया के सबसे चहेते क्रिकेटर विराट कोहली की विरासत का जश्न मनाया।   आसमान में दिखा अद्भुत नजारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बारिश के दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के ऊपर से सफेद कबूतरों का एक झुंड जाते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद फैंस कह रहे हैं कि देखो ये सफेद पक्षी भी कोहली के सम्मान में स्टेडियम आए हैं। पक्षियों के झुंड की यह छलक टीम ने भी अपने वीडियो में शेयर की है।   टेस्ट क्रिकेट से संन्यास   भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। ऐसे में उनको सम्मान देने के लिए बेंगलुरु में फैंस कोहली के नाम की सफेद यानी टेस्ट जर्सी पहनकर आए थे।   विराट कोहली ने कुल 123 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। टेस्ट में विराट के नाम 30 शतक और 31 अर्धशतक हैं।  

Kolar News

Kolar News

देहरादून। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार को उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में सेना, आईटीबीपी, एसएसबी के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीमा की रक्षा में तैनात हथियार, उपकरण और अन्य रक्षा संसाधनों की भी जानकारी ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के लिए जवानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश वीर जवानों के त्याग और बलिदान का सम्मान करता है और उनकी कर्तव्यनिष्ठा पर गर्व करता है।   स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर हैं। वे आज पूर्वाह्न 11ः45 बजे गुंजी हेलीपैड पर पहुंचे। इसके बाद स्थानीय लोगों ने रंग संस्कृति की पगड़ी पहनाकर पारंपरिक रीति-रिवाज से उनका स्वागत किया। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने सेना, आईटीबीपी व एसएसबी के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीमा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए तैनात हथियारों व उपकरणों की जानकारी भी ली। उन्होंने जवानों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया। इसके उपरांत पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने जनपद के विभिन्न विभागों से संबंधित वाइब्रेंट विलेज के अंतर्गत गतिमान योजनाओं एवं प्रस्तावित कार्यक्रमों की पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण दिया। जिलाधिकारी ने सभी विकासखंडों के अंतर्गत आने वाले वाइब्रेंट विलेज की जानकारी दी। पर्यटन विभाग ने पर्यटन योजनाओं, आदि कैलाश ओम पर्वत यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बताया कि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के संचालित योजनाओं के भी स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी गई।   बताया कि आईटीबीपी और क्षेत्रीय पशुपालकों का आपस में अनुबंध है। स्थानीय ग्रामीण आईटीबीपी को ताजा, उच्च गुणवत्ता वाली पोल्ट्री और भेड़-बकरी उपलब्ध करवाते हैं। इस योजना में सहकारी समितियां और किसान उत्पादक संगठन आईटीबीपी को खाद्य पदार्थ की आपूर्ति में शामिल है। इस दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा आदि मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News

इस्लामाबाद ।तमाम झूंठ बोलने के बाद आखिर पाकिस्तान ने भारत द्वारा किए गए एयरबेस व अन्य स्थानों पर हमलों की बात मान ली है। वहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कबूल किया है कि भारत की सेना ने रावल पिंडी स्थित नूर खान एयरबेस समेत कई स्थानों पर हमले किए थे।   पहलगाम हमले के बाद भारत ने पहले जहां पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें तबाह किया, वहीं उसके बाद  वहां के एयरबेस को  हमला बनाया था। इस दौरान भारत ने रावलपिंडी के नूरखान, पंजाब के रहीम यार खान, सरगोधा समेत 11 प्रमुख एयरबेस पर बैलिस्टक मिसाइलों से हमला किया था। भारतीय हमले में पाकिस्तान के नौ एयरबेस को भारी नुकसान पुहंचा था। लेकिन पाकिस्तान इन हमलों को लगातार नकार रहा था। यहां तक कि संसद तक में वहां के विदेश मंत्री समेत कई नेताओं ने झूठ बोलते हुए उल्टे भारत को भारी नुकसान होने की बात कही थी। लेकिन अब देर से सही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नूर खान एयरबेस पर भारत के हमले की बात स्वीकार कर ली है। द पैट्रियट के मुताबिक शुक्रवार की रात को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि दस मई की रात करीब ढाई बजे सेना प्रमुख आसिम मुनीर का उनके पास सेफ लाइन से फोन आया था। उन्होंने बताया था कि भारत की बैलिस्टक मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस समेत कई इलाकों को नुकसान पहुंचाया है।    

Kolar News

Kolar News

पटना। सिवान के एमपी-एमएलए कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक इश्तेहार जारी किया है। इस इश्तेहार के जरिये कोर्ट ने उन्हें ससमय पेश होने का आदेश दिया है। लालू प्रसाद आचार संहिता उल्लंघन के एक पुराने मामले में पिछले कई सुनवाई में उपस्थित नहीं हुए थे। इस कारण कोर्ट ने उनके खिलाफ यह इश्तेहार जारी किया है।दरअसल, कोर्ट में उपस्थिति को लेकर जमानतीय और गैर-जमानतीय वारंट जारी होने के बाद भी यदि आरोपी उपस्थित नहीं होता है, तो उसके विरुद्ध इश्तेहार जारी किया जाता है। एक पुराने मामले में न्यायालय ने उन्हें स-समय कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। लालू यादव से जुड़ा यह मामला 2011 का है।सिवान जिले में दरौंदा थाना के विधानसभा क्षेत्र में 2011 में उपचुनाव हुआ था, जिसमें राजद उम्मीदवार परमेश्वर राय, लालू यादव के पार्टी से चुनाव लड़ रहे थे। इसी बीच चुनाव प्रचार-प्रसार के दौरान उनपर अचार संहिता 144-188 धारा लगा था। इसके अंतर्गत आचार संहिता उल्लंघन ध्वनि निस्तारण यंत्र अधिनियम 9 के तहत लाउडस्पीकर एक्ट को लेकर तत्कालीन अंचलाधिकारी (सीओ) के द्वारा, जो कि उस समय उड़नदस्ता प्रभारी थे, उनके द्वारा थाना में केस दर्ज करवाया गया था।एमपी ,एमएलए कोर्ट में यह केस 14 साल चलने के बाद आज एक एसीजीएम एमपी एमएलए कोर्ट के द्वारा लालू यादव के खिलाफ इश्तेहार जारी किया गया है। इश्तेहार में लालू प्रसाद यादव के गांव फुलवरिया का पता है, जहां इश्तेहार को चिपकाया जाएगा।एडवोकेट मदन सिंह ने बताया कि यह बेलेबल सेक्शन है। आचार संहिता उल्लंघन मामले में इन पर केस दर्ज हुआ था। मदन सिंह ने कहा कि दरौंदा के पांडेपुर गांव में यह जनसभा हुई थी, जिसको लेकर आचार संहिता का उल्लंघन का मामला आया था और तत्कालीन सीओ के द्वारा उन पर केस दर्ज किया गया था।उल्लेखनीय है कि परमेश्वर राय, लालू यादव की पार्टी राजद से उम्मीदवार थे, उनकी मृत्यु हो गई है। सिर्फ लालू यादव ही इस केस में जीवित हैं, जिन पर न्यायालय के द्वारा इश्तेहार जारी किया गया है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी दृढ़ नीतियों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए सर्वदलीय सात प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है। ये प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित प्रमुख सहयोगी देशों का दौरा करेगा। संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में की जा रही है, जो भारत की सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ निरंतर लड़ाई का प्रतीक है। प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय संकल्प और आतंकवाद के सभी रूपों और स्वरूपों के खिलाफ उसके दृढ़ दृष्टिकोण को पेश करना है। ये प्रतिनिधिमंडल दुनिया को भारत के आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का मजबूत संदेश देंगे। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद, प्रमुख राजनीतिक हस्तियां और विशिष्ट राजनयिक शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले सांसदों में शामिल हैं- शशि थरूर (कांग्रेस), रवि शंकर प्रसाद (भाजपा), संजय कुमार झा (जदयू), बैजयंत पांडा (भाजपा), कनिमोझी (द्रमुक), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी) और श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)। सरकार के इस फैसले की सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि जब महत्वपूर्ण क्षण आते हैं तो भारत एकजुट खड़ा होता है। उन्होंने इसे राजनीति से ऊपर राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब बताया। कांग्रेस नेता एवं विदेश मामलों से जुड़ी संसद की स्थाई समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा कि वह इस निमंत्रण के लिए सम्मानित महसूस करते हैं और राष्ट्रीय हित के मामले में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं। उल्लेखनीय है कि शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद से विश्व भर में भारत की बात रखने वाले प्रमुख चेहरा बने हैं। उन्होंने कई विदेशी चैनलों से बातचीत में भारतीय सेना और राष्ट्र के रुप में भारत के समर्थ्य और संकल्प को दुनिया के समक्ष रखा है।    वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर जानकारी दी कि कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के तौर पर चार सांसदों के नामों की पेशकश की है, जिनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार शामिल हैं।   प्रतिनिधिमंडल के सदस्य एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह किसी पार्टी के बारे में नहीं है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है और मैं अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।   भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने इसे प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का प्रतीक बताया। संजय कुमार झा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के आतंकवाद के खिलाफ निरंतर प्रयासों का परिणाम है। सुप्रिया सुले ने भी अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की और कहा कि हम एक राष्ट्र के रूप में आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं। श्रीकांत शिंदे ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता को दर्शाते हुए कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है जिसे वे पूरी निष्ठा से निभाएंगे।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । व्‍यापारियों के संगठन कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शुक्रवार को तुर्किये और अजरबैजान के साथ सभी कारोबारी और पर्यटन संबंधों को खत्म करने का ऐलान किया। कैट द्वारा राजधानी नई दिल्‍ली के होटल ललित में आयोजित राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में देशभर से आए 125 से अधिक शीर्ष व्यापारिक नेताओं ने सर्वसम्मति से दोनों देशों के साथ सभी कारोबारी और पर्यटन संबंधों को खत्म करने का संकल्प लिया।कैट के राष्‍ट्रीय महामंत्री एवं सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि देश के 24 राज्यों से आए 125 से अधिक व्यापारी प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में तुर्किये और अजरबैजान के साथ सभी कारोबारी और पर्यटन संबंधों को खत्म करने का निर्णय लिया है। इस सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन और कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और अन्‍य कारोबारी नेता मौजूद थे।खंडेलवाल ने बताया कि राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में देशभर से आए हुए 125 से ज्‍यादा शीर्ष व्यापारिक नेताओं ने सर्वसम्मति से यह संकल्प लिया है कि भारत का व्यापारिक समुदाय तुर्किये और अजरबैजान के साथ हर प्रकार के व्यापार एवं व्यावसायिक संबंधों का पूर्ण बहिष्कार करेगा, जिसमें यात्रा और पर्यटन भी शामिल है। व्यापारिक समुदाय ने भारतीय फिल्म उद्योग से भी अपील की है कि वे तुर्किये और अजरबैजान में किसी भी प्रकार की फिल्म की शूटिंग न करें। यदि कोई फिल्म वहां शूट होती है, तो व्यापार जगत और आम जनता ऐसे फिल्मों का बहिष्कार करेगी। सम्मेलन में यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी कॉरपोरेट हाउस तुर्की और अज़रबैजान में अपने उत्पादों के प्रमोशन की शूटिंग नहीं करेगा।कैट महामंत्री ने कहा कि इस सम्मेलन में देश के 24 राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उन सभी ताकतों का सख्ती से विरोध करने का संकल्प लिया जो भारत के खिलाफ खड़ी हैं। कारोबारी नेताओ ने यह प्रस्ताव तुर्किेये और अजरबैजान के पाकिस्तान को खुला समर्थन देने के संदर्भ में पारित किया गया है, जब भारत एक संवेदनशील और गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा संकट से गुजर रहा है। व्यापारिक समुदाय का मानना है कि यह भारत के साथ एक प्रकार का विश्वासघात है, विशेष रूप से उस मानवीय एवं कूटनीतिक सहायता को देखते हुए जो भारत और विशेषकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संकट के समय इन देशों को प्रदान की थी।इससे पहले व्‍यापारियों के रार्ष्‍टीय सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए कैट के रार्ष्‍टीय महासचिव एवं सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुर्किये और अजरबैजान ने भारत की सद्भावना, सहायता और रणनीतिक समर्थन का लाभ उठाया है, लेकिन आज पाकिस्तान का साथ दे रहे हैं, जो दुनिया में आतंकवाद को समर्थन देने वाला मुल्‍क के तौर पर जाना जाता है। उन्‍होंने कहा कि उनका यह रुख भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों पर आघात है। इसके साथ ही 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का भी अपमान है।” खंडेलवाल ने कहा कि तुर्किये का अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बार-बार भारत विरोधी बयान देना और पाकिस्तान की बात का समर्थन करना अस्वीकार्य है, जबकि अजरबैजान का तुर्किये के साथ खड़ा होना और पाकिस्तान के पक्ष में सार्वजनिक बयान देना भारत की दोस्ती और सहयोग करने के प्रति अनादर को दर्शाता है। भारतीय व्यापारिक समुदाय हमेशा राष्ट्र के साथ खड़ा रहा है।कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरतिया ने कहा कि व्यापारिक समुदाय ने दोनों देशों के प्रति अपनी तीव्र नाराजगी और असंतोष व्यक्त किया है। उन्‍होंने कारोबारी नेताओं को संबोधित करते हुए इन दोनेां देशों की नीतियों को “अकृतज्ञ और भारत विरोधी” बताया। भरतिया ने कहा कि रार्ष्‍टीय व्‍यापारी सम्मेलन में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि ऐसे देशों को भारत से किसी भी प्रकार का आर्थिक सहयोग या व्यापारिक लाभ नहीं मिलना चाहिए। इसके अलावा कैट के रार्ष्‍टीय समम्‍मेलन में व्यापारियों ने भारत सरकार द्वारा तुर्किये की कंपनी “सेलेबी ग्राउंड हैंडलिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड” की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के निर्णय का स्वागत किया, जो भारत के नौ प्रमुख हवाई अड्डों पर सेवाएं प्रदान कर रही थी। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है।   सम्‍मेलन के प्रमुख निर्णय--तुर्किये और अजरबैजान के उत्पादों का देशव्यापी बहिष्कार।-भारत के व्यापारी अब तुर्किये और अजरबैजान से आयात-निर्यात बंद करेंगे।-इन दोनों देशें के साथ व्यापारिक संबंधों पर पूर्ण विराम।-भारतीय निर्यातकों, आयातकों और व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों को इन देशों की कंपनियों या संस्थानों के साथ किसी भी प्रकार की व्यावसायिक साझेदारी से रोका जाएगा।-यात्रा और पर्यटन योजनाओं का बहिष्कारयात्रा एजेंसियों और इवेंट प्लानर्स से अनुरोध किया जाएगा कि वे तुर्की और अज़रबैजान को पर्यटन या व्यावसायिक गंतव्य के रूप में प्रचारित न करें।कैट करेगी भारत सरकार से अपीलकैट के राष्‍ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि व्यापार और उद्योग मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें इन देशों के साथ सभी व्यावसायिक संबंधों की नीति स्तर पर समीक्षा की मांग की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । ऑपरेशन 'सिंदूर' स्थगित किये जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज में स्थित वायु सेना स्टेशन पर वीर वायु योद्धाओं का हौसला बढ़ाने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरजमीं पर पल रहे आतंक के अजगर को कुचलने के लिए भारतीय वायु सेना के लिए सिर्फ 23 मिनट काफी थे। हमारी एयर फोर्स एक ऐसी ‘स्काइफ़ोर्स’ है, जिसने अपने शौर्य, पराक्रम और प्रताप से आसमान की नई और बुलंद ऊंचाइयों को छू लिया है। जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों का निपटारा कर दिया। आपने दुश्मन की सीमा के भीतर जाकर जो मिसाइल गिराई, उसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी।   रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी कल ही मैं श्रीनगर में सेना के अपने वीर जवानों से मिलकर लौटा हूं। कल मैं भारत के उत्तरी भाग में जवानों से मिला। आज मैं भारत के पश्चिमी भाग में वायु योद्धाओं और जवानों से मिल रहा हूं। दोनों ही मोर्चों पर हाई एनर्जी और हाई जोश देखकर आश्वस्त हो गया हूं कि भारत की सीमाएं आप सभी की मजबूत भुजाओं में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। भुज का यह एयरबेस 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी रहा है। यह भुज 1971 में भी पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी रहा है। आज एक बार फिर यह भुज पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी बना है। इसकी मिट्टी में देशभक्ति की खुशबू है, इसलिए यहां के जवानों में भारत की सुरक्षा का अडिग संकल्प है।   उन्होंने कहा कि सरकार और देश की जनता हर कदम पर, हर स्थिति में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मुझे पूरा विश्वास है कि आपके सहयोग से हम इस पूरे क्षेत्र में आतंकवाद का समूल नाश करेंगे, ताकि कल को कोई भारत की संप्रभुता के खिलाफ आंख उठाने की भी हिमाकत न करे। अब हमने साफ कर दिया है कि अगर हमारी संप्रभुता को कोई नुकसान पहुंचाएगा, तो वह प्रहार भी झेलेगा। आतंकवाद का हम मजबूती से और जोरदार तरीके से जवाब देंगे। एक और बात मैं यहां साफ कहना चाहूंगा कि ऑपरेशन 'सिंदूर' अभी खत्म नहीं हुआ है। अब तक जो कुछ भी हुआ, वह सिर्फ एक ट्रेलर मात्र था। जब सही समय आएगा, तो हम पूरी पिक्चर भी दिखाएंगे।   वायु योद्धाओं का हौसला बढ़ाते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अब आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई केवल सुरक्षा का विषय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय रक्षा सिद्धांत का हिस्सा बन चुकी है। हम आपके साथ मिलकर इस हाइब्रिड और छद्म युद्ध को जड़ से समाप्त करेंगे। आज के समय में पाकिस्तान को किसी भी तरह की आर्थिक सहायता आतंकवाद का वित्तपोषण से कम नहीं है। भारत यही चाहेगा कि आईएमएफ पाकिस्तान को अपनी एक बिलियन डॉलर की सहायता देने पर पुनर्विचार करे और आगे भी किसी भी तरह की सहायता देने से परहेज करे। उन्होंने कहा कि भारत नहीं चाहता कि जो फंडिंग हम आईएमएफ को करते हैं, वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर पाकिस्तान या किसी भी देश में आतंकी ढांचा बनाने में इस्तेमाल की जाए।   राजनाथ सिंह ने कहा कि लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के मुरीदके और बहावलपुर स्थित आतंकी ढांचे को फिर से खड़ा करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। निश्चित रूप से आईएमएफ से आने वाले एक बिलियन डॉलर के बड़े हिस्से को इसमें इस्तेमाल किया जाएगा। क्या यह अंतरराष्ट्रीय संस्था से अप्रत्यक्ष वित्तपोषण नहीं माना जाएगा? आपने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की मगर पाकिस्तान फिर से इस कोशिश में लग गया है कि ध्वस्त हुए आतंकी ढांचे को फिर से खड़ा किया जाये। वहां की सरकार, पाकिस्तानी आम नागरिकों से लिया गया टैक्स जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन के आका मसूद अजहर को करीब चौदह करोड़ रुपये देने में खर्च करेगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में चल रहे "ड्रग्स के खिलाफ युद्ध" के बीच शुक्रवार को 'नशा मुक्ति यात्रा' की घोषणा की। जिसे राज्य में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को खत्म करने के लिए सरकार ने शुरू किया।इस प्रयास में उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी होंगे। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और नशीली दवाओं की बिक्री के खिलाफ लोगों के संकल्प को मजबूत करने के लिए 'नशा मुक्ति यात्रा' पंजाब के प्रत्येक गांव और वार्ड तक पहुंचेगी।आआपा के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि आज से पंजाब में नशा मुक्ति यात्रा शुरू हो रही है। यह यात्रा पंजाब के हर गांव और हर वार्ड में जाएगी। इस यात्रा के जरिए अब लोगों को नशा मुक्ति अभियान से जोड़ा जाएगा। हर गांव और हर वार्ड में लोग शपथ लेंगे कि वे खुद नशा नहीं करेंगे। इलाके में किसी को नशा नहीं बेचने देंगे और नशे के आदी लोगों का इलाज कराएंगे और उन्हें नशे की लत से बाहर निकालेंगे।केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार ने नशे के आदी लोगों के इलाज के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं। पंजाब परिवार के तीन करोड़ सदस्य अब यह सुनिश्चित करेंगे कि वे पंजाब से नशे की लत को खत्म करें।उन्होंने कहा कि पिछले ढाई महीने में पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जंग छेड़ दी है। पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' आतंकवाद के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा जवाब है और आतंकवादियों ने 'धर्म' के आधार पर निर्दोष लोगों की हत्या की और उनके खिलाफ कार्रवाई उनके 'कर्म' के आधार पर की गई।श्रीनगर पहुंचने के तुरंत बाद राजनाथ सिंह बादामी बाग छावनी पहुंचे, जहां उन्होंने सैनिकों को संबोधित किया। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किए जाने के बाद यह जम्मू-कश्मीर का उनका पहला दौरा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सेना प्रमुख और अन्य शीर्ष अधिकारी भी उनके साथ थे।जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वह ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन के लिए जवानों के साहस और समर्पण के लिए देशवासियों की ओर से बधाई और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए एक डाकिया के रूप में श्रीनगर आए हैं। उन्होंने कहा, "मेरा मानना ​​है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से आतंकवाद का अब तक का सबसे बड़ा जवाब है। आतंकवादियों ने 'धर्म' के लिए निर्दोष लोगों को मारा और हमने उनके 'कर्म' के लिए उन्हें नष्ट कर दिया।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ नीति को फिर से परिभाषित किया है। जैसा कि समझौता हुआ है, अगर किसी भी तरह का उल्लंघन होता है, तो पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सख्त होगी, क्योंकि प्रधानमंत्री ने नीति को फिर से परिभाषित किया है।उन्होंने कहा कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते और पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर और आतंकवाद पर ही होगी। राजनाथ सिंह ने यह भी सवाल उठाया कि क्या पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार सुरक्षित हैं, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एपल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टिम कुक से कहा है कि कंपनी को भारत में नई फैक्ट्रियां लगाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि भारत अपनी जरूरतों का खुद ख्याल रख सकता है। यह बयान ट्रंप ने कतर यात्रा के दौरान दोहा में बिजनेस लीडर्स के एक कार्यक्रम में दिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने टिम कुक के साथ हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, “मैं नहीं चाहता कि एपल भारत में प्रोडक्ट बनाए। एपल को केवल भारतीय बाज़ार को ध्यान में रखते हुए वहां फैक्ट्री लगानी चाहिए, न कि उत्पादन के लिए।” ट्रंप ने यह भी कहा कि एपल अब अमेरिका में अपने उत्पादन का स्तर बढ़ाएगा। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि भारत ने अमेरिका को व्यापार में ‘ज़ीरो टैरिफ डील’ की पेशकश की है, यानी भारत अमेरिका से आयात पर कोई शुल्क नहीं लेना चाहता। हालांकि ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस बातचीत का भारत में एपल की उत्पादन योजनाओं पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं। उल्लेखनीय है कि ट्रम्प ने आतंक के मुद्दे पर भारत की पाकिस्तान पर कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष को रोकने में अपनी भूमिका होने का दावा किया था। उनका कहना था कि व्यापार को हथियार बनाकर उन्होंने दो परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों को शांति के लिए मनाया था। हालांकि भारत ने इस दावे का खंडन किया था। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने अमेरिकी नेताओं के साथ संघर्ष के दौरान बातचीत की बात स्वीकारी थी लेकिन स्पष्ट किया था कि संघर्ष विराम पाकिस्तान की ओर से किए गए अनुरोध के बाद हुआ है। ट्रम्प ने इसके साथ कश्मीर पर मध्यस्त बनने का भी प्रस्ताव रखा था जिसे भारत ने सीरे से खारिज कर दिया। भारत का कहना है कि कश्मीर द्विपक्षीय मसला है और पीओके ही एकमात्र बातचीत का विषय है। माना जा रहा है कि ट्रम्प का आज का बयान भारत पर दवाब बनाने और उनके दावों का खंडन करने की प्रतिक्रिया हो सकती है। अमेरिका द्वारा भारतीय स्टील और एल्युमीनियम पर शुल्क बढ़ाने के जवाब में भारत ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) में जवाबी टैरिफ का प्रस्ताव दिया है। ऐसे में ट्रंप का यह बयान भारत की चेतावनी के संदर्भ में भी देखा जा रहा है। फिलहाल भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता जारी है और दोनों देश आपसी समझौते की दिशा में प्रयासरत हैं।  

Kolar News

Kolar News

पुलवामा । पुलवामा के उपजिला अवंतीपोरा के त्राल इलाके के नादर में गुरुवार को आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के तीन आतंकवादी मारे गए हैं।  मारे गए तीनों आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के निवासी हैं। क्षेत्र में फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। केंद्र शासित प्रदेश में 48 घंटों के भीतर दो मुठभेड़ में छह आतंकवादियों को मार गिराया गया है।   अधिकारियों ने बताया कि मारे गए तीनों आतंकवादियों की पहचान पुलवामा जिले के निवासी आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है। श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के मुताबिक 15 मई को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने त्राल के नादर में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया था। सतर्क सैनिकों के चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसके बाद दोनों ओर से भीषण गोलीबारी शुरू हो गई।   आईजीपी कश्मीर वीके बिरदी ने पत्रकारों को बताया कि मुठभेड़ स्थल पर मलबे के पास तीन शव देखे गए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है, इलाके को साफ करने में कुछ समय लगेगा। उन्होंने कहा कि यह सक्रिय आतंकवादी तंत्र को नष्ट करने का एक व्यापक प्रयास है। उन्होंने बताया कि आज की मुठभेड़ शोपियां जिले के केलर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को मार गिराने के दो दिन बाद हुई है। मंगलवार को मारे गए तीन आतंकवादियों में से दो की पहचान शोपियां निवासी शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में हुई थी। 2023 में लश्कर में शामिल हुआ कुट्टे पिछले साल 8 अप्रैल को डेनिश रिसॉर्ट में गोलीबारी की घटना में शामिल था, जिसमें दो जर्मन पर्यटक और एक ड्राइवर घायल हो गए थे।   पुलिस के मुताबिक वह पिछले साल मई में शोपियां के हीरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में भी शामिल था। 2024 में आतंकी समूह में शामिल होने वाला अदनान शफी शोपियां जिले के वाची में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल था। केंद्र शासित प्रदेश में 48 घंटों के भीतर दो मुठभेड़ में छह आतंकवादियों को मार गिराया गया है।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

शोपियां । दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के शुकरू केलर इलाके में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकवादियाें को ढेर कर दिया। सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि विशेष सूचना के आधार पर केलर इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इसी दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई।सेना के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि ऑपरेशन जारी है। दरअसल 13 मई को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट की विशेष खुफिया यूनिट को शोपियां के शोकल केलर में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पता चला था। इसके बाद भारतीय सेना ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया। ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके मुठभेड़ शुरु हुई। परिणामस्वरूप तीन कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया गया। अभी मारे गए आतंकवादियों की शिनाख्त नहीं हुई है। सेना द्वारा शिनाख्त कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।   गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हमला करके 26 लोगों की हत्या कर दी थी। उसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर में विशेष तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत आतंकियों से मंगलवार को मुठभेड़ हुई। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में शामलि थे या नहीं। इसके बारे में सेना जानकारी कर रही है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि किसी व्यक्ति को मुफ्त में कुछ देकर उसकी जेब भरना, सच्चा सशक्तीकरण नहीं है। सच्चा सशक्तीकरण वह है जब आप उस व्यक्ति का हाथ थामते हैं ताकि वह खुद सशक्त हो जाए। इससे खुशी मिलती है, संतुष्टि मिलती है, आपको आंतरिक शक्ति मिलती है और आपको अपने परिवारों पर गर्व भी होता है।आज नई दिल्ली में गारो हिल्स, खासी हिल्स और जैंतिया हिल्स क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले मेघालय के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि हमारे देश का उत्तर-पूर्वी हिस्सा हमारा गहना है। 90 के दशक में, यानी लगभग तीन दशक पहले, भारत सरकार की एक नीति थी और वह नीति थी 'लुक ईस्ट'। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस नीति को एक अतिरिक्त आयाम दिया- 'लुक ईस्ट' से 'एक्ट ईस्ट'। यह कार्रवाई बहुत प्रभावी ढंग से हुई है। मेघालय पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। प्रकृति का भरपूर उपहार है। उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि मेघालय में पर्यटन, खनन, आईटी और सेवाओं के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने आर्थिक विकास और महिला सशक्तीकरण में राज्य की उपलब्धियों की सराहना की और केंद्र तथा राज्य दोनों स्तरों पर दूरदर्शी नेतृत्व को इसका श्रेय दिया।उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक दशक से अधिक समय से चल रहे शासन सुधारों और विकास की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दूरदर्शी नेतृत्व ही है जो अधिकारियों को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है। सौभाग्य से हमारे देश में यह पिछले एक दशक से हो रहा है और यह आपके राज्य में भी हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने पिछले एक दशक में अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और महिला विकास, महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में ऐसे मील के पत्थर हासिल किए हैं, जिनसे दुनिया ईर्ष्या करती है। हमारी आदिवासी संस्कृति शानदार है; हमारी आदिवासी संस्कृति हमारी संपदा है।राज्य की आर्थिक प्रगति की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी राज्य की अर्थव्यवस्था सकल राज्य घरेलू उत्पाद, जीएसडीपी से निर्धारित होती है। और इसके लिए मेघालय राज्य ने 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। साल दर साल 13 प्रतिशत की वृद्धि बहुत सराहनीय है। राज्य की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उनकी गहरी प्रतिबद्धता के लिए मुख्यमंत्री को बधाई। और अभी, यह 66,000 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है। मेघालय दिल से एक बड़ा राज्य है, लेकिन भौगोलिक दृष्टि से उतना बड़ा नहीं है, लेकिन आपकी अर्थव्यवस्था का आकार अच्छा है। आपने एक बढ़िया लक्ष्य रखा है। और आपका लक्ष्य 2028 तक 10 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य है।उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य में पर्यटन, खनन, आईटी और सेवा क्षेत्र में अपार प्रतिभा, अपार संभावनाएं हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मानव संसाधन का पोषण किया जाना चाहिए। मानव संसाधन स्वतंत्र होना चाहिए। और उस श्रेणी में भी, जब महिलाएं आगे आती हैं तो सामाजिक विकास, आर्थिक विकास संतुलित होता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि रिवॉल्विंग फंड और संख्या दोनों के संबंध में दस गुना वृद्धि हुई है।

Kolar News

Kolar News

शोपियां । दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के शुकरू केलर इलाके में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकवादियाें को ढेर कर दिया। सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि विशेष सूचना के आधार पर केलर इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इसी दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई।सेना के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि ऑपरेशन जारी है। दरअसल 13 मई को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट की विशेष खुफिया यूनिट को शोपियां के शोकल केलर में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पता चला था। इसके बाद भारतीय सेना ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया। ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके मुठभेड़ शुरु हुई। परिणामस्वरूप तीन कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया गया। अभी मारे गए आतंकवादियों की शिनाख्त नहीं हुई है। सेना द्वारा शिनाख्त कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।   गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हमला करके 26 लोगों की हत्या कर दी थी। उसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर में विशेष तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत आतंकियों से मंगलवार को मुठभेड़ हुई। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में शामलि थे या नहीं। इसके बारे में सेना जानकारी कर रही है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह पंजाब के आदमपुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बहादुर वायु सैनिकों से मुलाकात की। उन्होंने शौर्य, दृढ़ संकल्प और निडरता का प्रतीक बने इन जवानों को सफल ऑपरेशन के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा कि भारत हमेशा अपने सशस्त्र बलों का आभारी रहेगा। उन्होंने सैनिकों के साहस और बलिदान की सराहना की और कहा कि हमारे जवान हर परिस्थिति में देश की रक्षा करते हैं। उनका समर्पण अद्वितीय है। उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर अभियान के दौरान पाकिस्तान के वायु रक्षा कवच को भेदते हुए 10 मई की सुबह पड़ोसी देश के कई एयरफोर्स स्टेशनों को उड़ाया था। इससे घबराए पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े और संघर्ष विमान के लिए आगे आना पड़ा।

Kolar News

Kolar News

जयपुर । भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच राजस्थान के कई इलाकों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है। जैसलमेर में सोमवार दोपहर एक बम मिला, जिसे सेना के बम निरोधक दस्ते ने समय रहते निष्क्रिय कर दिया। यह बम शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर एक सुनसान इलाके में पाया गया।o स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सेना को बुलाकर बम को डिस्पोज किया गया। श्रीगंगानगर और इसके चार उपखंडों में सीमा से सटे तीन किलोमीटर क्षेत्र में रात सात बजे से सुबह छह बजे तक आमजन की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान टॉर्च या गाड़ियों की हेडलाइट का उपयोग भी प्रतिबंधित किया गया है। जैसलमेर के रामगढ़ से तनोट बॉर्डर जाने वाले रास्ते पर भी दोपहर तीन बजे के बाद बाहरी लोगों के जाने पर पाबंदी लगाई गई है। केवल स्थानीय निवासियों को ही आधार कार्ड दिखाकर आने-जाने की अनुमति है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पूरे मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी है। जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सोमवार को खेल परिषद के ईमेल पर भेजे गए एक मेल में लिखा गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद अगला निशाना एसएमएस स्टेडियम है’। इस मेल को देखकर कर्मचारी दहशत में आ गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। बम निरोधक दस्ते, क्यूआरटी और अन्य सुरक्षा टीमें मौके पर पहुंचीं और स्टेडियम के भीतर और आसपास की गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। स्टेडियम को पूरी तरह सील कर दिया गया है। जोधपुर, बीकानेर और किशनगढ़ (अजमेर) एयरपोर्ट को सोमवार से फिर से शुरू कर दिया गया है। बीकानेर से सोमवार को कोई फ्लाइट नहीं थी, लेकिन मंगलवार से उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। किशनगढ़ एयरपोर्ट के डायरेक्टर बीएल मीणा ने बताया कि 15 मई सुबह 5:29 बजे तक देश के 32 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें स्थगित करने का आदेश था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। हालांकि यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति एयरलाइन से कन्फर्म करें, क्योंकि संचालन फिर से शुरू हो रहा है।   स्कूल-कालेज बंद रविवार रात ब्लैकआउट के बाद राजस्थान के बॉर्डर जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में सोमवार सुबह कुछ चहल-पहल जरूर दिखी, लेकिन सुरक्षा कारणों से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रखे गए। जोधपुर में परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। राज्य सरकार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने, आतिशबाजी, रैली-जुलूस, मेले आदि पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।   कांग्रेस सांसद ने दिया विवादास्पद बयान बाड़मेर से कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि धर्म पूछकर गोली मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है। सरकार ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरक्षा में चूक की बात मानी है। हालांकि उनके बयान से नई बहस छिड़ गई है। जैसलमेर, श्रीगंगानगर जैसे सीमावर्ती जिलों में हालात अत्यधिक सतर्कता की मांग कर रहे हैं। लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, रात को मोबाइल नेटवर्क तक सीमित किया गया है। गांवों में धमाकों से मकानों में दरारें तक आ गई हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर शांति होती तो हम भी लड्डू लाहौर-कराची में बांटते।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने सोमवार को अपने सभी 32 हवाई अड्डों को फिर से खोल दिया है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच  संघर्ष के कारण 9 मई से बंद थे। सरकार ने यह कदम उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने के लिए नोटैम्स (एयरमैन को नोटिस) जारी करने के बाद उठाया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि 15 मई, 2025 को 05:29 बजे तक नागरिक विमान परिचालन के लिए 32 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद करने की अधिसूचना हटा दी गई है। ये सभी हवाई अड्डे अब तत्काल प्रभाव से नागरिक विमान परिचालन के लिए उपलब्ध हैं। मंत्रालय के मुताबिक फिर से खुलने वाले अन्य हवाई अड्डों में श्रीनगर, अमृतसर, लुधियाना, भुंतर, किशनगढ़, पटियाला, शिमला, कांगड़ा-गग्गल, भठिंडा, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, हलवारा, पठानकोट, जम्मू, लेह, मुंद्रा, जामनगर, हीरासर, पोरबंदर, केशोद, कांडला और भुज शामिल हैं। इस आदेश के बाद चंडीगढ़ अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे ने घोषणा की कि 12 मई सुबह 10 बजे से उड़ानों का संचालन फिर से शुरू कर दिया गया है। इस बीच इंडिगो एयरलाइंस ने ‘एक्स’ पोस्‍ट पर साझा की गई एक ट्रैवल एडवाइजरी में कहा कि हवाई अड्डों पर उसके सभी ऑपरेशन धीरे-धीरे फिर से शुरू हो जाएंगे। हालांकि, विमानन दिग्गज ने कहा कि जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होगी, निर्धारित उड़ानों में देरी हो सकती है और यात्रियों को उड़ान की स्थिति की जांच करने की सलाह दी। कंपनी ने कहा कि यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे एयरलाइनों से सीधे उड़ान की स्थिति की जांच करें और नियमित अपडेट के लिए एयरलाइन की वेबसाइटों की निगरानी करें। उल्‍लेखनीय है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और संबंधित विमानन प्राधिकरणों ने एयरमैन को नोटिस (नोटिस टू एयरमेन-नोटैम्स) की एक श्रृंखला जारी कर भारत के उत्तरी और पश्चिमी 32 हवाई अड्डों को सभी नागरिक उड़ान परिचालन के लिए अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की थी।हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया था और नागरिक उड़ानों को 15 मई तक रद्द करने का आदेश दिया गया था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट को एक हफ्ते के भीतर दूसरा बड़ा झटका लगा है। रोहित शर्मा के बाद अब विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। सोमवार को विराट ने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए अपने संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने सफेद जर्सी में बिताए 14 सालों के सफर को "शांत परिश्रम और जीवन भर के सबक" वाला अनुभव बताया। कोहली ने लिखा, "मैंने इस फॉर्मेट को अपना सब कुछ दिया और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज़्यादा दिया है।"9,230 रन, 30 शतक और एक 'बैगी ब्लू' गर्व 36 वर्षीय विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैच खेले और 9,230 रन बनाए। उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए। कोहली ने सबसे ज्यादा नौ शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए, जबकि सबसे कम दो बांग्लादेश के खिलाफ। उनकी तकनीक, जुनून और मानसिक मजबूती ने उन्हें दुनिया के बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाजों में शामिल किया।सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने 2014 में भारत की टेस्ट कप्तानी संभाली और 2022 में उससे इस्तीफा दिया। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने 68 में से 40 टेस्ट मैच जीते, जो किसी भी भारतीय कप्तान के लिए अब तक का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है। उन्होंने भारत को न सिर्फ घरेलू मैदानों पर बल्कि विदेशों में भी बड़ी जीत दिलाई।ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने वाला पहला एशियाई कप्तान 2018-19 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी ज़मीन पर 2-1 से हराया। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी विदेशों में टेस्ट जीतों में से एक थी। यह पहली बार था जब भारत ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी।वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड को भी दी करारी शिकस्त कोहली की कप्तानी में भारत ने 2019 में वेस्टइंडीज को उसके घर में 2-0 से हराया। 2015 में नंबर-1 दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से मात दी। इसके अलावा 2016-17 में इंग्लैंड को 4-0 से हराकर भारत ने अपनी घरेलू ताकत का भी जबरदस्त प्रदर्शन किया।एक आक्रामक सोच की शुरुआत कोहली के नेतृत्व में भारतीय टेस्ट टीम में आक्रामकता, फिटनेस और जुझारूपन की नई परिभाषा बनी। उन्होंने खिलाड़ियों को न सिर्फ मानसिक रूप से मज़बूत बनाया, बल्कि टीम में आत्मविश्वास का नया माहौल तैयार किया, जो किसी भी चुनौती से पीछे न हटे।विदाई नहीं, विरासत है ये विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से जाना भारतीय क्रिकेट में एक युग के अंत की तरह है। लेकिन उनके द्वारा स्थापित की गई संस्कृति, उपलब्धियाँ और सोच आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनकर जीवित रहेंगी। कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।” यह मुस्कान सिर्फ उनकी नहीं, करोड़ों भारतीयों की भी होगी, जिन्होंने इस 'बैगी ब्लू' योद्धा को एक सुनहरे दौर में बदलते देखा।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

देहरादून । भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए उत्तराखंड के चार धामों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में धाम हेलीकॉप्टर सेवाओं को अग्रिम आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस कंट्रोल रूम चारधाम ने श्रद्धालुओं और मीडिया को  सूचना साझा की है। इससे पहले केवल केदारनाथ की हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद करने के निर्देश जारी किए गये थे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । इस वर्ष केरल में 27 मई को मानसून दस्तक दे सकता है। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को बताया कि इस बार केरल में मानसून का प्रवेश 27 मई को होने जा रहा है। पिछले वर्ष मानसून 30 मई को केरल पहुंचा था।   शनिवार को मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की शुरुआत केरल में मानसून के मौसम से होती है। जैसे-जैसे मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, चिलचिलाती गर्मी से लोगों को राहत मिलती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल में आता है, जिसका मानक विचलन लगभग 7 दिन होता है।   आईएमडी ने एक स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करते हुए इस साल 27 मई को मानसून का पूर्वानुमान लगाया है। इस स्वदेशी मॉडल में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान, दक्षिण प्रायद्वीप में मानसून-पूर्व वर्षा का चरण, उपोष्णकंटिबंधीय उत्तर-पश्चिम प्रशांत महासागर में औसत समुद्र तल दवाब, दक्षिण चीन सागर में बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण, उत्तर-पूर्वी हिन्द महासागर में निचली क्षोभमंडलीय क्षेत्रीय हवा और इंडोनेशिया क्षेत्र में ऊपरी क्षोभमंडलीय क्षेत्रीय हवा का अध्ययन किया जाता है।   पिछले 20 सालों के दौरान केरल में मानसून के शुरू होेने की तारीख के बारे में मौसम विभाग के ज्यादातर पूर्वानुमान सही साबित हुए हैं।  

Kolar News

Kolar News

जयपुर । भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे राजस्थान के जिलों में ड्रोन हमलों की आशंका और धमाकों के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया। आज  सुबह बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा के कई इलाकों में तेज धमाकों की जानकारी मिली है। ग्रामीणों ने आसमान से गिरती मिसाइलनुमा चीजें और ड्रोन के टुकड़े देखे। बालोतरा के गिड़ा क्षेत्र में धमाके के साथ एक भारी वस्तु जमीन पर गिरी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस, सेना और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। जैसलमेर के बड़ोड़ा गांव में भी ड्रोन के टुकड़े मिले। इससे पहले शुक्रवार रात पाकिस्तान की ओर से जैसलमेर और बाड़मेर में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन अटैक किए गए, जिन्हें भारतीय सेना ने हवा में ही नष्ट कर दिया। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने सुरक्षा के मद्देनजर बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, किशनगढ़ और उत्तरलाई एयरपोर्ट को 14 मई तक बंद करने का फैसला किया है। किशनगढ़ एयरपोर्ट 15 मई की सुबह 5:29 बजे तक पूरी तरह बंद रहेगा। राजस्थान हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ने 15 मई से शुरू होने वाली एमबीबीएस और नर्सिंग परीक्षाएं अगली सूचना तक स्थगित कर दी हैं। वहीं, बॉर्डर से सटे जिलों में पंचायत उपचुनाव भी रोक दिए गए हैं। अलवर में सभी सार्वजनिक आयोजनों और शादियों में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी गई है। जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर में रात 12 से सुबह चार बजे तक ब्लैकआउट लागू किया गया है। हालात को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने 336 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई है और सभी अस्पतालों को विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने सीमावर्ती जिलों के लिए 19 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बजट जारी किया है। साथ ही शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है ताकि स्थिति की समीक्षा की जा सके।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से सीमावर्ती राज्य के रूप में तैयारियों तथा सीमा पर तनाव की वर्तमान स्थिति को लेकर बातचीत की और उन्हें नागरिकों की सुरक्षा को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।मुख्यमंत्री पटेल ने एक्स पोस्ट कर कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे टेलीफोन पर बातचीत की और सीमावर्ती राज्य के रूप में गुजरात की तैयारियों तथा सीमा पर तनाव की वर्तमान स्थिति में राज्य सरकार द्वारा की गई अग्रिम योजना का विवरण प्राप्त किया तथा इस संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।”उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाए गए पर्याप्त कदमों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की, विशेषकर कच्छ, बनासकांठा, पाटन, जामनगर जैसे संवेदनशील जिलों में, जिनकी सीमा पाकिस्तान से लगती है।”

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) को स्थगित कर दिया गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और सीमा पर युद्ध जैसे हालात के मद्देनजर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह फैसला लिया है। जल्द ही औपचारिक घोषणा किये जाने की उम्मीद है।यह फैसला आईपीएल द्वारा पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच गुरुवार को होने वाले मैच को पहली पारी के बीच में ही छोड़ने के फैसले के बाद सामने आया। धर्मशाला और आस-पास के इलाकों के एयरपोर्ट बंद होने के कारण, पंजाब और दिल्ली के खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ शुक्रवार सुबह आईपीएल द्वारा आयोजित एक विशेष ट्रेन से दिल्ली पहुंचे। आईपीएल 2025 में अभी तक 58 मैच हो चुके हैं, जिसमें धर्मशाला में रद्द किया गया मैच भी शामिल है। ग्रुप स्टेज में 12 मैच खेले जाने बाकी हैं, जिनमें लखनऊ (2), हैदराबाद, अहमदाबाद (3), दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु (2), मुंबई, जयपुर शामिल हैं, इसके बाद हैदराबाद और कोलकाता में प्लेऑफ खेले जाने वाले थे। अब इन सभी मैचों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने पहले कहा था कि हमारे लिए देशहित सर्वोपरि है। आगे मैच कराने का कोई भी फैसला स्थिति सामान्य होने और सरकार से चर्चा-वार्ता करके लिया जाएगा। धूमल ने कहा, "हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। हमें अभी तक सरकार से हमें कोई निर्देश नहीं मिला है। यह बोर्ड का अपना फैसला है। हम कोई भी फैसला सभी तार्किक विचारों और सबके हितों को ध्यान में रखते हुए लेते हैं।"  

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर/जयपुर/चंडीगढ़। भारत ने कल अलग-अलग मोर्चों पर पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया। सैन्य मुकाबले में पड़ोसी देश के लगभग सारे दांव फेल कर दिए। कूटनीतिक मंच पर देररात अमेरिका ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। अमेरिका के विदेशमंत्री मार्क रुबियो ने दुश्मन की तरह भारत से व्यवहार कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना तत्काल बंद करे। सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने कल रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ विभिन्न स्थानों पर गोलीबारी और गोलाबारी करते हुए बड़ी संख्या में ड्रोन भेजने के प्रयास किए। भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने उधमपुर, सांबा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा और पठानकोट क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किए गए काउंटर ऑपरेशन में 50 से अधिक ड्रोन को सफलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया गया। इस ऑपरेशन में एल-70 गन, जेडयू-23 मि.मी., शिल्का सिस्टम और अन्य उन्नत काउंटर-यूएएस उपकरणों का व्यापक उपयोग किया गया। जम्मू और कश्मीर में रातभर तनाव रहा। अब वहां स्थिति सामान्य बताई जा रही है। भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रात भर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को रोका या मार गिराया।। इस बीच उरी में पाकिस्तान की फौज संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रखते हुए स्थानीय नागरिकों की कारों को निशाना बना रही है। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कल रात करीब 11 बजे सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उपजे इस तनाव की जद में पंजाब और राजस्थान भी हैं। पाकिस्तान इस आतंकी हमले के जवाब में किए गए भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया हुआ है। बौखलाई पाकिस्तान फौज ने कल रात करीब आठ बजे भारत के विभिन्न शहरों में अकारण हवाई हमले शुरू कर दिए। पड़ोसी की कुत्सित चालों से परिचित भारत की सेना तो पहले ही मोर्चा संभाले बैठी थी। उसने पाकिस्तान की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों को हवा में ही नष्ट करना शुरू दिया। इस दौरान भारत ने भी जैसा को तैसा की नीति को अपनाते हुए पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची और लाहौर में तबाही मचानी शुरू कर दी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात कर उन्हें पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चला कर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आंतकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी।राष्ट्रपति भवन ने दोनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीर एक्स हैंडल पर साझा करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।”इससे पहले प्रधानमंत्री ने कैबिनेट की बैठक में अपने सहयोगियों को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और इसे देश के लिए गर्व का क्षण बताया। बैठक की शुरुआत में सभी मंत्रियों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों पर सटीक सैन्य हमला कर बर्बाद करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। इस ऑपरेशन को सशस्त्र बलों द्वारा किया गया एक बेहतरीन हमला बताते हुए प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को बताया कि कैसे पाकिस्तान के अंदर जाकर हमले किए गए।सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को ऑपरेशन और उसके बाद की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में उपस्थित अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा, “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।”कैबिनेट की यह बैठक भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर समन्वित हवाई हमले करने के कुछ ही घंटों बाद हुई। यह हमला पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने इसे एक सुनियोजित, संतुलित और सीमित जवाबी कार्रवाई बताया है, जिसका मकसद आतंकवाद के केंद्रों को खत्म करना है, न कि किसी देश की सेना को निशाना बनाना।मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह उन ठिकानों पर केंद्रित था, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना बनाई जाती थी। हमला सावधानीपूर्वक चुने गए लक्ष्यों पर किया गया और इस दौरान पाकिस्तानी सेना के किसी भी अड्डे को निशाना नहीं बनाया गया।यह कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। भारत सरकार ने इस हमले के जिम्मेदारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि ऐसे हर हमले का जवाब कड़ा और निर्णायक होगा।भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष ‘शांति’ की दुहाई दी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए हैं। यह एक कायरतापूर्ण हमला है।जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि यह आतंक के खिलाफ किया गया वैध और आवश्यक कदम था।रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी और विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम (नमो स्टेडियम) को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। पाकिस्तान जेके के नाम से गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के ई-मेल पर मेल किया गया है। आगामी दिनों में आईपीएल मैच को लेकर पुलिस और बम स्क्वॉड ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्टेडियम में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। हालांकि अभी तक किसी आपत्तिजनक वस्तु के नहीं मिलने की जानकारी है।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान जेके के नाम से भेजे गए ई-मेल में एक लाइन की धमकी है। इसमें लिखा है कि वी विल ब्लास्ट योर स्टेडियम। इस ई-मेल के बाद पुलिस, साइबर पुलिस समेत बम स्क्वॉड स्टेडिम के चप्पे-चप्पे पर जांच कर रहा है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने न्यायपालिका में पारदर्शिता बरकरार रखने के लिए चीफ जस्टिस समेत सभी जजों की संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने एक अप्रैल 2025 को सभी जजों की संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करने का फैसला किया था जिस पर अमल करते हुए ये घोषणा की गई है।सभी जजों से मिले इनपुट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने ये घोषणा की है। इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट और देशभर के हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति की पूरी प्रक्रिया का विवरण प्रकाशित किया है। इसमें हाई कोर्ट की कॉलेजियम का काम और राज्य सरकारों से मिले इनपुट की भूमिका और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से केंद्र सरकार को भेजी गई सिफारिशों पर उठाये जाने वाले कदमों का जिक्र है। इस जानकारी को सार्वजनिक करने का मुख्य मकसद जनता को सूचना देना और उन्हें सजग बनाना है।  

Kolar News

Kolar News

खंडवा । सारे देश में हिन्दुओं और जैनियों के धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में दो मुस्लिम युवतियों ने अपने रूढ़िवादी समाज की बेड़ियां तोड़ते हुए स्वेच्छा से सनातम धर्म को स्वीकार कर नई राह चुन ली। दोनों ने मां नर्मदा के पवित्र तट पर स्थित प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर में दो हिन्दू युवकों का वरण कर उन्हें अपना जीवनसाथी चुना।हिन्दू रीति-रिवाज से यहां सोमवार को हुए इस शादी समारोह के दर्जनों  लोग साक्षी बने। मंगलगान किया गया। अग्नि के सात फेरे लेते ही नवदंपतियों पर फूल बरसाए गए। छत्तीसगढ़ की निषात शेख हिंदू धर्म में आकर मेघना बनी और उसने छत्तीसगढ़ के युवक कमलजीत सिंह मेहरा से शादी की। वहीं, खंडवा जिले के जसवाड़ी बेड़िया की अमरीन खान अनुष्का बन गई। उसने शुभम राजपूत तलवाड़िया से विवाह किया। दोनों युवतियों का कन्यादान खंडवा के व्यवसायी अभय जैन ने किया। उन्होंने पिता की भूमिका निभाई। विवाह की धार्मिक और वैदिक रस्में पंडित राजेश पाराशर ने पूरी कराईं। इस विवाह में महादेवगढ़ मातृशक्ति की सृष्टि दुबे के अलावा हरीश असवानी, विशाल पासी और अशोक पालीवाल खास तौर पर मौजूद रहे। अशोक पालीवाल ने नवदंपति को रामचरित मानस भेंट की। इस प्राचीन शिव मंदिर यानी महादेवगढ़ में इसके पूर्व भी कई मुस्लिम सनातन धर्म में वापसी कर चुके है। बहुत सी मुस्लिम युवतियों ने हिंदू युवकों से विवाह किया है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल । प्रसिद्ध अभिनेता आमिर खान ने कहा कि मध्य प्रदेश के लोग सिनेमा फ्रेंडली हैं, जिससे कलाकारों के साथ–साथ फिल्म निर्माण में जुटी पूरी टीम को काम करने में सहजता और सरलता का अनुभव होता है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में वेरायटी ऑफ लोकेशन्स हैं, खूबसूरती है, जिसकी वजह से फिल्म निर्माण के अलग–अलग दृश्यों को शूट करने में आसानी होती है। यह न केवल फिल्म के निर्माण की अवधि को कम करता है बल्कि बजट में भी कमी आती है। अमिर खान ने यह बात मुम्बई में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) 2025 के दौरान मध्य प्रदेश द्वारा तैयार किए गए "अतुलनीय मध्य प्रदेश" पेवेलियन के भ्रमण के दौरान कही। उन्होंने मध्य प्रदेश फिल्म पर्यटन नीति-2025 की प्रशंसा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के ग्रामीण परिवेश में बन रही फिल्में सिनेमा जगत में कमाल कर रही हैं। उन्होंने आगामी भविष्य में फिल्में प्रदेश में शूट करने की इच्छा जाहिर की। आमिर खान ने मध्य प्रदेश की नई एवीजीसी-एक्सआर पॉलिसी-2025 की विशेषताओं की जानकारी। प्रदेश में शूट हुई फिल्म लापता लेडीज को भारत की तरफ से आधिकारिक रूप से ऑस्कर पुरस्कार के भेजा गया था। दरअसल, मुम्बई में एक से चार मई तक आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) 2025 में मध्य प्रदेश ने अपनी रचनात्मकता, सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन संभावनाओं के साथ वैश्विक मंच पर एक नई पहचान बनाई। इस अवसर पर अभिनेता आमिर खान "अतुलनीय मध्य प्रदेश" पेवेलियन पहुंचे। मध्य प्रदेश के आईटी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे और पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव तथा मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने वेव्स में उनका स्वागत किया। वेव्स के दौरान नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र में “डिजिटल सपनों और सिनेमाई दृष्टिकोण के साथ: मध्य प्रदेश-अगला रचनात्मक केंद्र” विषय पर पैनल डिस्कशन हुआ। प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशिका एकता कपूर, फिक्की एवीजीसी फोरम व एमसीसीआईए एनिमेशन एंड गेमिंग कमेटी के चेयरमैन आशीष एस. कुलकर्णी, अगस्त मीडिया ग्रुप के फाउंडर एवं सीईओ ज्योर्तिमय सहा, क्रिएटिव लैंड स्टूडियोज़ की सीईओ शोभा सेंट, सुप्रसिद्ध लेखक और पत्रकार नमन रामचंद्रन, अभिनेता अमित सियाल और शरद केलकर की मौजूदगी में मध्य प्रदेश फिल्म पर्यटन नीति 2025 और मध्य प्रदेश एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी AVGC-XR नीति 2025 को लॉन्च किया गया। प्रदेश के फिल्म फैसिलिटेशन पोर्टल के सेकंड फेस को भी लॉन्च किया गया। एकता कपूर ने म.प्र. को बताया पहली पसंद प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशिका एकता कपूर ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए मुख्य रूप से वित्तीय सहायता, छूट, सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम, मनभावन लोकेशन और ईज ऑफ शूट को ध्यान में रखा जाता है। इन सभी चीजों के साथ मध्य प्रदेश में समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत आज भी अपने मूल रूप में है। स्पेन ने अपनी पॉलिसी के द्वारा अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश भी स्पेन की तरह ही फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनेगा। नई पॉलिसी और अधिक आकर्षक- प्रमुख सचिव शुक्ला प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि फिल्म निर्माताओं के लिए मनभावन शूटिंग स्थलों के साथ, शूटिंग फ्रेंडली स्थानीय नागरिक, फिल्म सहयोगी ईको सिस्टम, समृद्ध स्थानीय संस्कृति के साथ मध्य प्रदेश विशेष रूप से ईज ऑफ शूटिंग डेस्टिनेशन बन गया है। फिल्म टूरिज्म पॉलिसी की विशेषताओं को बताते हुए प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में फिल्म और वेब सीरीज की श्रृंखला को शूट करने पर इन्क्रीमेंटल इनसेंटिव्स का प्रावधान है। पहली बार शूट करने पर अधिकतम 1.5 करोड़ रुपये, दूसरी बार शूट करने पर 1.75 करोड़ रुपये और इसी तरफ तीसरी बार शूट करने पर 2 करोड़ रुपये तक की सहायता दी जाती है। इसके साथ ही स्थानीय भाषा में फिल्म बनाने और स्थानीय कलाकारों को काम देने पर अतिरिक्त सहायता राशि प्रदान की जाती है। अपनी विशेष सहायता राशि, सिंगल विंडो फिल्म शूटिंग अनुमति, स्थानीय टैलेंट के साथ मध्यप्रदेश अब शूटिंग के हब मुंबई को रन फॉर मनी देने के लिए तैयार है। “अमृतस्य मध्य प्रदेश” ने बिखेरी अतुलनीय मध्य प्रदेश की अनुपम छटा वेव्स की सांस्कृतिक संध्या में "अमृतस्य मध्य प्रदेश" समवेत नृत्य नाटिका ने अपनी अद्भुत और ओजपूर्ण प्रस्तुति से "अतुलनीय मध्य प्रदेश" की अनुपम छटा बिखेरी। इस नृत्य नाटिका के माध्यम से मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, समृद्ध पर्यटन, इतिहास, कला और परंपराओं को दर्शाया गया। प्रसिद्ध कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी के निर्देशन में इस नृत्य नाटिका में कथक, भरतनाट्यम, ओडिसी, मणिपुरी, मोहिनी अट्टम, कुचिपुड़ी के साथ ही मध्य प्रदेश के बधाई, बरेदी, मटकी, गोंड, जैसे लोक नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति दी। इसके अलावा नृत्य नाटिका में मुमताज खान के निर्देशन में मध्य प्रदेश के टेक्सटाइल जैसे महेश्वरी, चंदेरी, बाग के वैभव को दर्शाता एक विशेष वॉक हुआ। अतुलनीय मध्य प्रदेश पेवेलियन बना आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र वेव्स में एमपी टूरिज्म का "अतुलनीय मध्य प्रदेश" पेवेलियन, प्रदेश के पर्यटन स्थलों और संस्कृति के अनूठे और रोचक प्रस्तुतीकरण के कारण आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र रहा। प्रदेश के वन्य संपदा और ऐतिहासिक धरोहरों की रोमांचक यात्रा कराने के लिए पेवेलियन में आधुनिक तकनीक से बनी एनामॉर्फिक स्क्रीन लगाई गई, जहां पर्यटन स्थलों, वन्य क्षेत्रों और वन्य जीवों को थ्रीडी तकनीक से प्रदर्शित किया गया। मध्य प्रदेश टूरिज्म पॉलिसी और मध्य प्रदेश की फिल्म पॉलिसी से अवगत कराने के लिए टच स्क्रीन लगाई गई। सभी आंगतुकों को ब्रोसर, मध्य प्रदेश का पर्यटन मैप, साहित्य और सोवेनियर भी प्रदान किए गए। ऑकुलस के माध्यम से भी प्रदेश के पर्यटन स्थलों की वर्चुअल सैर भी कराई गई। यहां देश–विदेश से आने वाले आर्टिस्ट, इनोवेटर्स, इंवेस्टर्स और पॉलिसी मेकर्स को मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों, प्रदेश की परंपराओं, संस्कृति, वन संपदा और वन्य जीवन के बारे में अवगत कराया गया।    

Kolar News

Kolar News

पटना । ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की है। दो दिवसीय चुनावी दौरे पर रविवार को बिहार के दरभंगा पहुंचे ओवैसी ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने एक स्वर में सरकार से कहा कि इस मामले में तुरंत कदम उठाए, पीड़ित परिवारों को न्याय दे और आतंकवाद को हमेशा के लिए जड़ से खत्म करे। सभी दल सरकार के हर कड़े फैसले के साथ हैं। ओवैसी ने कहा, "पाकिस्तान से आतंकवादी हमारे देश में घुसकर हमारे लोगों की हत्या करते हैं। चाहे 26/11 का मुम्बई हमला हो, पठानकोट एयरबेस पर हमला हो, पुलवामा हमला हो या फिर हाल ही में 7 जुलाई को वैष्णो देवी के पास सात पुलिसकर्मियों की हत्या का मामला हो, ये ये सभी घटनाएं आतंकवाद का घिनौना चेहरा दिखाती हैं।"ओवैसी ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाइयां सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती हैं, लेकिन अब समय है कि आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की इस हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

Kolar News

Kolar News

रामबन । जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को बैटरी चश्मा इलाके के पास सेना का एक वाहन सड़क से फिसलकर 700 फीट गहरी खाई में गिर गया। इसमें सेना के तीन जवानों का बलिदान हो गया।   अधिकारियों ने बताया कि सेना का एक ट्रक राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर जम्मू से श्रीनगर जा रहे काफिले का हिस्सा था और जब वह बैटरी चश्मा के पास सुबह करीब 11.30 बजे पहुंचा तो यह दुर्घटना हुई। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद सेना, पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों ने तत्काल संयुक्त बचाव अभियान शुरू किया और वाहन में सवार जवानों का रेस्क्यू किया लेकिन तब तक तीनों जवान की मौत हो गई थी।   अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान सिपाही अमित कुमार, सुजीत कुमार और मन बहादुर के रूप में हुई है और उनके पार्थिव देह को खाई से निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के कारण वाहन धातु के ढेर में तब्दील हो गया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Kolar News

Kolar News

सिंगापुर । रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 52वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) पर 2 रन की रोमांचक जीत हासिल की। आरसीबी की टीम 16 अंक के साथ पॉइंट्स टेबल के टॉप पर पहुंच गई है। यह बेंगलुरु की लगातार चौथी जीत है। जबकि प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी चेन्नई ने लगातार चौथा मैच गंवाया। बेंगलुरु ने उसे इस सीजन के दोनों मैच में हराया।बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए आरसीबी ने 213 रन का स्कोर खड़ा किया। आरसीबी के लिए विराट कोहली और जैकब बैथल ने शानदार शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 9.5 ओवर में 97 रन का साझेदारी की। यह जोड़ी बैथन (53 रन) के आउट होने से टूटी। इसके बाद देवदत्त पडिक्कल (17 रन), कप्तान रजत पाटीदार (11 रन) और जीतेश शर्मा (7 रन) के विकेट जल्दी गिरे। लेकिन दूसरे छोर पर कोहली खेलते रहे और इस आईपीएल सीजन का सातवां अर्धशतक लगाया। हालांकि वो अपनी पारी को ज्यादा दूर नहीं ले जा सके और 62 रन के निजी योग पर आउट हुए। आखिर में रोमारियो शेफर्ड की 14 गेंदों में नाबाद 53 रन की धमाकेदार पारी ने टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया। टिम डेविड 2 रन बनाकर नाबाद रहे।चेन्नई की ओर से मथीशा पथिराना ने तीन विकेट चटकाए, जबकि नूर अहमद और सैम करन को एक-एक सफलता मिली।वहीं, 214 रन का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम भी रफ्तार की गाड़ी पर सवार रही। टीम को ओपनर आयुष म्हात्रे और शेक राशिद ने तेजी से रन बनाते हुए 4.3 ओवर में टीम का स्कोर 51 तक पहुंचा दिया। हालांकि इसी स्कोर पर टीम को पहला झटका राशिद (14 रन) के तौर पर लगा। इसके बाद सैम करन भी मात्र 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। फिर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रविंद्र जडेजा ने म्हात्रे का जोरदार साथ दिया। दोनों के बीच 64 गेंदों में 114 रन की साझेदारी हुई। इस बीच म्हात्रे 94 रन बनाकर आउट हो गए। आखिर में डेवाल्ड ब्रेविस (शून्य रन), महेंद्र सिंह धोनी (12 रन) भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिके। आखिर में तीन गेंदों पर 13 रन की जरूरत थी तो शिवम दुबे बैटिंग करने आए और पहली गेंद पर 6 रन मारा, जो नो बॉल भी हुई। लेकिन अगली दो गेंदों पर कोई बाउंड्री नहीं आई और चेन्नई लक्ष्य से दो रन दूर रह गई।आरसीबी के लिए लुंगी नगिडी ने तीन बल्लेबाजो को आउट किया। जबकि क्रुणाल पांड्या और यश दयाल को एक-एक सफलता मिली।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) को एक बार फिर महंगा कर दिया है। कंपनी ने आज सीएनजी की कीमत में प्रति किलोग्राम एक रुपये की बढ़ोतरी कर दी। कीमत में हुई बढ़ोतरी के बाद अब राजधानी दिल्ली में 1 किलोग्राम सीएनजी की कीमत 77.09 रुपये हो गई है, जबकि पहले इसकी कीमत 76.09 रुपये प्रति किलोग्राम थी। आईजीएल की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार कीमत में बढ़ोतरी होने के बाद दिल्ली के अलावा नोएडा में सीएनजी 85.70 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर मिल रहा है‌। इसी तरह गाजियाबाद में भी सीएनजी की कीमत 85.70 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसके अलावा गुरुग्राम में सीएनजी 83.12 रुपये प्रति किलोग्राम, कानपुर में 89.92 रुपये प्रति किलोग्राम और मेरठ में 87.08 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर मिल रहा है।   उल्लेखनीय की दिल्ली के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में सीएनजी की मार्केटिंग का काम इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के पास है। आईजीएल द्वारा की जाने वाली सीएनजी की बिक्री में दिल्ली की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। आईजीएल की कुल बिक्री में 70 प्रतिशत सीएनजी दिल्ली में बिकती है, जबकि शेष 30 प्रतिशत सीएनजी यूपी या हरियाणा के अलग-अलग शहरों में बिकती है।  

Kolar News

Kolar News

पणजी । गोवा के शिरगांव में आज सुबह प्रसिद्ध धार्मिक लैराई जात्रा के दौरान मची भगदड़ में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। भगदड़ के दौरान रौंदने से 15 से अधिक लोग घायल हो गए। उत्तरी गोवा के पुलिस अधीक्षक यह घटना श्रीगाओ में लैराई देवी मंदिर में हुई। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने दुख जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बातचीत कर इस कठिन समय में अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लैराई जात्रा में शामिल होने के लिए व्याकुल लोग अचानक बेकाबू हो गए। इससे अफरा-तफरी मच गई। कई श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिर पड़े और स्थिति अनियंत्रित हो गई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन दल पहुंचे। घायलों को गोवा मेडिकल कॉलेज और उत्तरी गोवा के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल मापुसा में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति का जायजा लिया और उनके इलाज का पूरा खर्च वहन करने की घोषणा की।मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने एक्स पर लिखा, ''आज सुबह शिरगांव में लैराई जात्रा के दौरान हुई भगदड़ बेहद दुखद है। मैंने घायलों से मिलने के लिए अस्पताल का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहा हूं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे बात की और स्थिति का विस्तृत जायजा लिया और इस कठिन समय में अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की।"

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारत सरकार के नौवहन महानिदेशालय ने किसी भी पाकिस्तानी जहाज के भारत के किसी भी बंदरगाह पर ठहरने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही किसी भी भारतीय जहाज को पाकिस्तान के बंदरगाहों पर जाने से रोक लगा दी है।   मर्चेंट शिपिंग एक्ट, 1958 की धारा 411 के तहत आज आदेश (3 मई 2025) जारी किया गया और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। नौवहन महानिदेशालय का कहना है कि यह कदम राष्ट्रीय हित, भारतीय समुद्री परिसंपत्तियों, माल और बंदरगाही अवसंरचना की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है। आदेश में कहा गया है कि किसी विशेष मामले में छूट की आवश्यकता होगी तो उसका मूल्यांकन अलग से किया जाएगा।   वहीं, संचार मंत्रालय के डाक विभाग ने एक सार्वजनिक सूचना जारी की है, जिसमें पाकिस्तान से आने वाली सभी श्रेणियों की इनबाउंड डाक और पार्सल सेवाओं को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। यह रोक वायु और सतह दोनों मार्गों से लागू होगी। सरकार के इस फैसले के बाद अब पाकिस्तान से कोई पत्र, पार्सल या अन्य डाक सामग्री भारत नहीं आ सकेगी।   उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए। इसमें पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना को रद्द करने, पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को निष्कासित करने, सिंधु जलसंधि को निलंबित करने और अटारी बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट को बंद करने जैसे कदम हैं। अब भारत ने पाकिस्तान से होने वाले ट्रेड पर भी अगले आदेश तक पूरा प्रतिबंध लगा कर पड़ोसी देश को करारा झटका दिया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने नेशनल हेराल्ड मनीलाउंड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत दूसरे आरोपितों को नोटिस जारी किया है। स्पेशल जज विशाल गोगने ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत सात आरोपितों को 8 मई को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया।   प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 अप्रैल को कोर्ट में अभियोजन शिकायत दाखिल की थी। ईडी ने इस मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा को आरोपित बनाया है। ईडी ने मनीलाउंड्रिंग कानून की धारा 44 और 45 के तहत शिकायत दाखिल की है।   ईडी की ओर से पेश वकील एनके माटा ने कहा था कि इस मामले में 2019 में सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की धारा 403, 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज किया था।   इस मामले में शिकायतकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि दिल्ली में बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 1600 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को एजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया। स्वामी का कहना है कि हेराल्ड हाउस को केंद्र सरकार ने समाचार पत्र चलाने के लिए जमीन दी थी, इस लिहाज से उसे व्यावसायिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। जबकि गांधी परिवार ने दलील दी थी कि उन्हें बेवजह प्रताड़ित करने के मकसद से अदालत के समक्ष याचिका लगाई गई है।  

Kolar News

Kolar News

देहरादून । भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ के कपाट बृष लग्न पर सुबह सात बजे वि​धि-विधान के साथ खोल दिए गए। इस मौके पर सेना की भ​क्तिमयी धुनों और भक्तों के जयकारों समुची केदारपुरी जयकारों से गूंज उठी। लगभग 15 हजार श्रद्धालु कपाटोद्घाटन के साक्षी बने। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर की प्रथम पूजा में शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से पहला संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने कपाट खुलने पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। आज सुहावने मौसम और मंद-मंद हवा के बीच मेरू-सुमेरू पर्वत शृंखला की तलहटी पर मंदाकिनी और सरस्वती नदी के मध्य में विराजमान केदारनाथधाम में तड़के 3 बजे से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे। सुबह पांच बजे तक मंदिर परिसर भक्तों से सरोबार हो गया था। बाबा केदार के जयकारों के बीच सुबह 6ः30 बजे रावल भीमाशंकर और मुख्य पुजारी बागेश लिंग चांदी की प्रभा के साथ मंदिर के द​क्षिण द्वार पर पहुंचे। यहां पर श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्य​​धिकारी विजय प्रसाद थपलियाल और अन्य कार्मिकों ने उनकी अगवानी की। इसके उपरांत बीकेटीसी के सीईओ ने मंदिर के कपाटोद्घाटन की प्रक्रिया से अवगत कराया। सभी धार्मिक औपचारिकताओं और परंपराओं के निर्वहन के उपरांत सुबह सात बजे बृष लग्न पर भगवान श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए।कपाटोद्घाटन के समय लगभग 15 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में मौजूद रहे। इसके उपरांत मदिर के गर्भगृह में मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने भगवान केदारनाथ को समा​धि रूप से जागृत किया और अन्य परंपराओं का निर्वहन किया। लगभग साढ़े आठ बजे से भक्तों को गर्भगृह के दर्शन कराए गए। इस मौके पर जिला​धिकारी डॉ. सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंड़े, उप जिला​धिकारी अनिल कुमार शुक्ला सहित बीकेटीसी के  अधिकारी आदि मौजूद रहे।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । रूह अफजा पर बाबा रामदेव के विवादित बयान पर आज दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। हमदर्द ने कहा कि बाबा रामदेव ने अपना वीडियो हटाया नहीं है बल्कि उसे प्राइवेट कर दिया है। इसका मतलब है कि उसे बाबा के सब्सक्राइबर्स देख सकते हैं। तब बाबा रामदेव की तरफ से कहा गया कि अभी हाई कोर्ट के आदेश के 24 घंटे नहीं बीते हैं। सभी वीडियो हटा लिए जाएंगे। इसके बाद जस्टिस अमित बंसल की बेंच ने अगली सुनवाई 9 मई को करने का आदेश दिया।हमदर्द ने कहा कि बाबा रामदेव का रूह अफजा के बारे में बयान आस्था चैनल पर अभी भी प्रसारित हो रहा है। इस पर बाबा रामदेव की ओर से कहा गया कि हाई कोर्ट के आदेश के 24 घंटे पूरे होते-होते यह वीडियो सभी जगह से हटा दिया जाएगा। वो हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन संबंधी अंडरटेकिंग दाखिल कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 1 मई को हाई कोर्ट की फटकार के बाद बाबा रामदेव ने रूह अफजा पर अपने विवादित वीडियो हटाने का भरोसा दिया था।कोर्ट को बताया गया कि आपकी चेतावनी के बावजूद बाबा रामदेव ने 29 अप्रैल को रूह अफजा को लेकर नया वीडियो जारी किया है। इस पर कोर्ट ने बाबा रामदेव के खिलाफ अवमानना केस चलाने को कहा। कोर्ट ने कहा कि बाबा रामदेव किसी के नियंत्रण में नहीं हैं। अपनी ही दुनिया में रहते हैं।उनके खिलाफ अवमानना नोटिस जारी किया जाएगा। उन्हें यहां बुला रहे हैं। उसके बाद जब दोपहर को दोबारा सुनवाई शुरु हुई तो बाबा रामदेव की ओर से पेश वकील राजीव नय्यर ने कहा कि विवादित वीडियो 24 घंटे के अंदर हटा लिया जाएगा।इससे पहले 22 अप्रैल को कोर्ट ने कहा था कि बाबा रामदेव के बयान ने अंतरात्मा को झकझोर दिया है और ये अक्षम्य है। उल्लेखनीय है कि हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया ने पतंजलि के खिलाफ याचिका दायर की है। हमदर्द का पक्ष वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में रखा। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने हमदर्द के खिलाफ बिना किसी रोक-टोक के धर्म को चोट पहुंचाने वाले बयान दिए। बयान धार्मिक विभाजन पैदा करता है और ये हेट स्पीच के तहत आता है। ये बयान मानहानि के तहत भी आते हैं।उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने इसके पहले हिमालयन कंपनी पर भी इसलिए आरोप लगा चुके हैं कि उसका मालिक मुस्लिम है। रोहतगी ने कहा था कि बाबा रामदेव को एलोपैथिक के संबंध में भ्रामक बयान और विज्ञापन देने के सुप्रीम कोर्ट फटकार लगा चुका है। बाबा रामदेव से कड़ाई से निपटने की जरूरत है। सनद रहे कि बाबा रामदेव ने कहा था कि हमदर्द की रूह अफजा से होने वाली कमाई से मदरसा और मस्जिद बनाए जाएंगे।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में विश्व ऑडियो विज़ुअल और एंटरटेनमेंट समिट-2025 (वेव्स) का उद्घाटन किया और इसे सृजनात्मकता का वैश्विक उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि यह भारत में सृजन करें, विश्व के लिए सृजन करें की अवधारणा को अपनाने का एकदम सही समय है। इंसान की समृद्धि इन्फोर्मेशन के पहाड़ से नहीं आएगी, ये टेक्नोलॉजी की स्पीड और रीच से भी नहीं आएगी। इसके लिए हमें गीत, संगीत, कला, नृत्य को महत्व देना होगा।  प्रधानमंत्री ने समिट में गुरु दत्त, पी. भानुमति और ऋत्विक घटक सहित भारतीय सिनेमा के पांच दिग्गजों के नाम पर स्मारक डाक टिकट भी जारी किए।   उन्होंने कहा कि ‘वेव्स’ केवल शब्द-संक्षेप नहीं है; यह संस्कृति, रचनात्मकता, फिल्में, संगीत, गेमिंग, कहानी कहने की शैली की एक लहर है।प्रधानमंत्री ने वैश्विक जगत का आह्नान करते हुए कहा कि भारत की हर गली में एक कहानी है। मैं हमेशा कहता हूं, यही समय है, सही समय है । यह भारत में सृजन करने और विश्व के लिए सृजन करने का सही समय है। आज जब विश्व कहानी कहने के नए-नए तरीके खोज रहा है, भारत के पास हजारों वर्षों की कहानियों का खजाना है और यह खजाना कालातीत, विचारोत्तेजक और सही मायने में वैश्विक है। प्रधानमंत्री ने रचनात्मक जिम्मेदारी के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि 21वीं सदी की तेज-तर्रार, तकनीक-संचालित दुनिया में हर व्यक्ति के जीवन में टेक्नोलॉजी की भूमिका बढ़ती जा रही है। ऐसे में मानवीय संवेदनाओं को बनाए रखने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है। यहीं पर रचनात्मक दुनिया (क्रिएटिव वर्ल्ड) महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमारा लक्ष्य इंसानों को रोबोट में बदलना नहीं होना चाहिए, बल्कि हम सभी के बीच अधिक संवेदनशीलता और मानवता को बढ़ावा देना चाहिए। इंसान की समृद्धि इन्फोर्मेशन के पहाड़ से नहीं आएगी, ये टेक्नोलॉजी की स्पीड और रीच से भी नहीं आएगी। इसके लिए हमें गीत, संगीत, कला, नृत्य को महत्व देना होगा। हजारों सालों से ये मानवीय संवेदना को जागृत रखे हुए हैं। हमें इसे और मजबूत करना है।उन्होंने कहा कि यह भारत में ओरेंज इकोनॉमी का उदय काल है। कंटेंट, क्रिएटिविटी और कल्चर ये ऑरेंज इकॉनमी की तीन धुरी है। भारतीय फिल्मों की रीच अब दुनिया के कोने-कोने में पहुंच रही है। आज 100 से अधिक देशों में भारतीय फिल्में रिलीज होती हैं। इसलिए आज बड़ी संख्या में विदेशी दर्शक भारतीय सामग्री को उपशीर्षक के साथ देख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से फिल्म निर्माण, डिजिटल सामग्री, गेमिंग, फैशन और संगीत के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। लाइव मनोरंजन उद्योग, विशेष रूप से लाइव कॉन्सर्ट भी देश में विकास की अपार संभावनाएं रखता है। वर्तमान में वैश्विक एनीमेशन बाजार का मूल्य 430 बिलियन डॉलर से अधिक है और अगले दशक में इसके दोगुना होने का अनुमान है। यह भारत के एनीमेशन और ग्राफिक डिज़ाइन उद्योग के लिए वैश्विक स्तर पर खुद को स्थापित करने और विकसित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर देता है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आज हमारी युवा पीढ़ी को कुछ मानवता विरोधी विचारों से बचाने की जरूरत है। वेब्स एक ऐसा मंच है जो ये काम कर सकता है। यदि हम इस जिम्मेदारी से पीछे हट गए तो युवा पीढ़ी के लिए बहुत घातक होगा। आज टेक्नोलॉजी ने क्रिएटिव वर्ल्ड के लिए खुला आसमान बना दिया है। इसलिए अब ग्लोबल कॉर्डिनेशन भी उतना ही जरूरी है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि ये प्लेटफार्मे हमारे क्रिएटर्स को ग्लोबल स्टोरी टेलीस्टोरर से कनेक्ट करेगा। हमारे एनिमेटर्स को ग्लोबल विजनरी से जोड़ेगा।      

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने आज 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर को सस्ता कर दिया। हालांकि घरेलू उपयोग में आने वाले 14.2 किलोग्राम के गैस सिलेंडर के भाव में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गैस की कीमत तय करने के लिए हर महीने की शुरुआत में होने वाले रिवीजन के बाद कॉमर्शियल गैस की कीमतों में आज 14.50 रुपये से लेकर 17 रुपये प्रति सिलेंडर तक की कमी की गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने लगातार दूसरे महीने कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में कटौती की है।कीमत में की गई कटौती के बाद अब दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर के लिए 1,747.50 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा, जबकि अप्रैल के महीने में इस सिलेंडर के लिए 1,762 रुपये और उसके पहले मार्च के महीने में 1,803 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। इस तरह पिछले दो महीने में 19 किलो वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में 55.50 रुपये की और एक महीने में 14.50 रुपये की कटौती हुई है।कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में की गई कटौती के बाद अब कोलकाता में इसकी कीमत 1,868.50 रुपये से घट कर 1,851.50 रुपये हो गई है। इसी तरह मुंबई में आज से ये सिलेंडर 1,713.50 रुपये की जगह 1,699 रुपये के भाव पर मिल रहा है। वहीं चेन्नई में 19 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर की कीमत 1,921.50 रुपये से कम होकर 1,906 रुपये हो गई है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली हाई कोर्ट ने रूह अफजा मामले पर बाबा रामदेव को उनके विवादित बयान के लिए फटकार लगाई है। जस्टिस अमित बंसल की बेंच ने कहा कि बाबा रामदेव किसी के नियंत्रण में नहीं हैं और अपनी ही दुनिया में रहते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि हम बाबा रामदेव के खिलाफ अब अवमानना नोटिस जारी करेंगे, हम उन्हें यहां बुला रहे हैं।   दरअसल रूह अफजा के बारे में बयान न देने के हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद रामदेव ने आपत्तिजनक बयान देते हुए एक वीडियो जारी किया है। कोर्ट ने कहा कि यह कोर्ट की अवमानना का मामला है। 22 अप्रैल को कोर्ट ने कहा था कि बाबा रामदेव के बयान ने कोर्ट की अंतरात्मा को झकझोर दिया है और ये अक्षम्य है। हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया ने पतंजलि के खिलाफ याचिका दायर की है। हमदर्द की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा था कि बाबा रामदेव ने हमदर्द के खिलाफ बिना किसी रोक-टोक के धर्म को चोट पहुंचाने वाले बयान दिए। बाबा रामदेव का बयान धार्मिक विभाजन पैदा करता है और ये हेट स्पीच के तहत आता है। ये बयान मानहानि के तहत भी आते हैं।   रोहतगी ने कहा था कि बाबा रामदेव की ओर से जारी किए गए वीडियो तुरंत हटाये जाने चाहिए। उन्होंने कहा था कि बाबा रामदेव ने इसके पहले भी एक कंपनी हिमालय पर इसलिए आरोप लगाया था कि उसका मालिक मुस्लिम है। बाबा रामदेव को एलोपैथिक के संबंध में भ्रामक बयान और विज्ञापन देने में सुप्रीम कोर्ट फटकार लगा चुका है। बाबा रामदेव से कड़ाई से निपटने की जरुरत है।  उल्लेखनीय है कि बाबा रामदेव ने कहा था कि हमदर्द की ओर से रुह अफजा से की गई कमाई से मदरसा और मस्जिद बनाये जाएंगे।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले 25 वर्षों में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि आइडिया से प्रोटोटाइप और फिर प्रोडक्ट तक की यात्रा कम से कम समय में पूरी हो।प्रधानमंत्री ने मंगलवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में युग्म इनोवेशन कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि आज यहां सरकार, एकेडमी, साइंस और रिसर्च से जुड़े भिन्न-भिन्न क्षेत्र के लोग इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। इस एकजुटता को ही युग्म कहते हैं। एक ऐसा युग्म, जिसमें विकसित भारत के फ्यूचर टेक से जुड़े स्टेकहोल्डर्स एक साथ जुड़े हैं, एक साथ जुटे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हम जो भारत की इनोवेशन कैपेसिटी और डीप टेक में भारत की भूमिका को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, उसे इस आयोजन से बल मिलेगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने विकसित भारत के लक्ष्य के लिए अगले 25 वर्षों की समयसीमा तय की है। हमारे पास समय सीमित है, लक्ष्य बड़े हैं। इसलिए ये जरुरी है कि हमारे आइडिया की प्रोटोटाइप से प्रोडक्ट तक की यात्रा भी कम से कम समय में पूरी हो।उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रयोगशाला से बाजार तक की दूरी कम करने से लोगों तक शोध के परिणाम तेजी से पहुंचते हैं, शोधकर्ताओं को प्रेरणा मिलती है और उनके काम के लिए ठोस प्रोत्साहन मिलता है। इससे शोध, नवाचार और मूल्य संवर्धन के चक्र में तेजी आती है। प्रधानमंत्री ने एक मजबूत शोध पारिस्थितिकी तंत्र का आह्वान किया और शैक्षणिक संस्थानों, निवेशकों और उद्योग से शोधकर्ताओं का समर्थन और मार्गदर्शन करने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को सलाह देने, वित्त पोषण प्रदान करने और सहयोगात्मक रूप से नए समाधान विकसित करने में उद्योग के नेताओं की संभावित भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए नियमों को सरल बनाने और मंजूरी को तेज़ करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की।प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का भविष्य उसके युवाओं पर निर्भर करता है और शिक्षा प्रणाली युवाओं को देश के भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि सरकार भारत की शिक्षा प्रणाली को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार आधुनिक बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक शिक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आने के बाद भारतीय एजुकेशन सिस्टम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।उन्होंने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, शिक्षण सामग्री और कक्षा एक से सात तक के लिए नई पाठ्यपुस्तकों का प्रकाशन पूरा होने की जानकारी दी।उन्होंने पीएम ई-विद्या और दीक्षा प्लेटफार्मों के तहत एआई-आधारित और स्केलेबल डिजिटल शिक्षा अवसंरचना मंच - एक राष्ट्र, एक डिजिटल शिक्षा अवसंरचना के निर्माण पर प्रकाश डाला, जिससे 30 से अधिक भारतीय भाषाओं और सात विदेशी भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें तैयार करना संभव हो गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क ने छात्रों के लिए एक साथ विविध विषयों का अध्ययन करना आसान बना दिया है।राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भारत के अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के महत्व पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुसंधान एवं विकास पर सकल व्यय 2013-14 में 60,000 करोड़ रुपये के मुकाबले दोगुना होकर 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई देश राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए स्पाइवेयर का इस्तेमाल करता है, तो इसमें गलत क्या है । सवाल यह है कि किसके खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है। एक आम नागरिक के निजता के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए।   सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जांच से जुड़ी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग पर सुनवाई के दौरान कहा कि पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक करने का सवाल ही नहीं उठता है। हम इस रिपोर्ट को सड़क पर चर्चा का दस्तावेज नहीं बना सकते हैं। हम पेगासस से प्रभावित लोगों की मांग पर विचार कर सकते हैं। मामले की अगली सुनवाई 30 जुलाई को होगी।   सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर, 2021 में इस मामले पर विशेषज्ञों की एक टीम का गठन किया था। इस टीम की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस रविंद्रन कर रहे थे। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट भी दाखिल की थी। विशेषज्ञ कमेटी ने कहा था कि उसकी रिपोर्ट को प्रकाशित न किया जाए। कमेटी को 29 फोन दिए गए थे, जिसमें पांच में मालवेयर का अंदेशा था। हालांकि, यह तय नहीं हो पाया कि यह पेगासस ही है। कमेटी ने तीन हिस्सों में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इनमें से दो रिपोर्ट टेक्निकल कमेटी की है, जबकि एक रिपोर्ट जस्टिस रविंद्रन की थी। रिपोर्ट में कुछ गोपनीय बातें हैं। कुछ निजी सूचनाएं भी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि टेक्निकल कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।   जस्टिस रविंद्रन की रिपोर्ट में आम नागरिकों पर साइबर हमले और गैरकानूनी तरीके से निगरानी करने के खिलाफ नए कानून बनाने की अनुशंसा की गई है। कोर्ट ने इस जांच कमेटी की मदद के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी कमेटी का गठन किया था। तकनीकी कमेटी में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, गांधीनगर के डीन प्रो. नवीन कुमार चौधरी, अमृता विश्व विद्यापीठम, अमृतापुरम केरल के प्रो. प्रभाहरन पी और आईआईटी बांबे के प्रो. अश्विन अनिल गुमाश्ते शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस ने पहलगाम आतंकी हमले से उपजे देशव्यापी गुस्से के मद्देनजर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। दोनों ने प्रधानमंत्री मोदी से जल्द संसद का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया है।कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने 28 अप्रैल को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमले से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सामूहिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन जरूरी है। इसलिए संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र यथाशीघ्र बुलाया जाए।कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ऐसा ही पत्र प्रधानमंत्री मोदी को लिखा है। उन्होंने भी प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र जल्द से जल्द बुलाया जाए। पत्र में कहा गया है, ''इस महत्वपूर्ण समय में भारत को यह दिखाना चाहिए कि हम आतंकवाद के खिलाफ हमेशा एकजुट हैं।''इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ''हमने कई विपक्षी दलों से बातचीत की और उसके बाद ही राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकी हमले पर विशेष सत्र बुलाने और चर्चा कराने की मांग की। इसका उद्देश्य दुनिया को यह सामूहिक संकल्प दिखाना है कि हम एक हैं। यह एकता का समय है, ध्रुवीकरण का नहीं। मौजूदा हालात को देखते हुए एकता और एकजुटता जरूरी है। हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री संसद का विशेष सत्र बुलाएंगे और उसमें मौजूद रहेंगे।''

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारत-फ्रांस के बीच 26 राफेल समुद्री लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए सोमवार को 63 हजार करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर हो गए। नई दिल्ली में भारत में फ्रांस के राजदूत के बीच हुए इस सौदे से भारतीय नौसेना की लड़ाकू ताकत और ज्यादा मजबूत होगी।भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने किया, जबकि नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल के स्वामीनाथन भी मौजूद थे।   भारत और फ्रांस ने आज 26 राफेल मरीन विमान खरीदने के लिए 63 हजार करोड़ रुपये के बड़े सौदे पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की केंद्रीय कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने इसी माह 09 अप्रैल को फ्रांस से 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमान खरीदने के लिए मेगा डील को मंजूरी दी थी। इस सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीटर और चार ट्विन-सीटर विमान मिलेंगे। इससे भारतीय नौसेना की लड़ाकू ताकत और ज्यादा मजबूत होगी। फ्रांस को अनुबंध के तहत सौदे पर हस्ताक्षर करने की तिथि से 37 महीनों के भीतर पहला राफेल मरीन विमान देने की बाध्यता होगी।   भारतीय नौसेना ने स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत के लिए बोइंग एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट की जगह फ्रांसीसी राफेल मरीन को चुना है। भारत और फ़्रांस के बीच इस बारे में लम्बे समय से चल रही बातचीत पूरी हो चुकी है। पहले इस वित्तीय वर्ष में ही सौदे पर हस्ताक्षर करने की योजना थी, लेकिन संसद के बजट सत्र के कारण इसमें देरी हुई है। भारतीय नौसेना के मल्टी-रोल कैरियर बोर्न फाइटर के लिए आपातकालीन खरीद नीति के तहत सरकार-से-सरकार सौदे के माध्यम से 26 एयरफ्रेम प्राप्त किए जाएंगे। पहले इस तरह के 57 विमान खरीदे जाने थे, लेकिन बाद में यह संख्या घटाकर 26 कर दी गई है।   भारत की जरूरतों के लिहाज से फ्रांसीसी कंपनी ने परमाणु सक्षम एक 'राफेल मरीन' स्की-जंप करने की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए भारत भेजा था। विमानवाहक आईएनएस 'विक्रांत' के लिए भारतीय नौसेना ने पिछले साल जनवरी में गोवा स्थित आईएनएस हंसा में समुद्री लड़ाकू विमान 'राफेल मरीन' का परीक्षण किया था। वायु सेना के राफेल जेट और समुद्री संस्करण 'राफेल मरीन' में एक अंडरकारेज और नोज व्हील, एक बड़ा अरेस्टर हुक, एक एकीकृत सीढ़ी जैसे कई अन्य मामूली अंतर हैं। 'राफेल मरीन' स्की टेक-ऑफ के लिए चार-पांच टन तक बाहरी भार (पूर्ण आंतरिक ईंधन के साथ) ले जा सकता है।   राफेल बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन को भरोसा है कि राफेल एम भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विक्रांत के लिए उपयुक्त होगा। राफेल एम का इस्तेमाल अभी भी ग्रीस, इंडोनेशिया और यूएई की सेनाएं कर रही हैं। भारतीय नौसेना का मानना है कि राफेल उसकी जरूरतों को काफी बेहतर तरीके से पूरा कर सकता है। भारतीय नौसेना 43 पुराने रूसी फाइटर जेट मिग-29के और मिग-29के यूबी को अपने बेड़े से हटाना चाहती है।

Kolar News

Kolar News

जम्मू । जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सोमवार को सर्वसम्मति से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर दुख और पीड़ा व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और प्रगति में बाधा डालने वाले नापाक इरादों को हराने के लिए दृढ़ता से लड़ने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और स्वीकार किया कि वह पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी में विफल रहे।    विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी की ओर से पेश प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। सत्र की शुरुआत में सदन के सदस्यों ने पिछले सप्ताह इस त्रासदी में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा अपने सभी नागरिकों के लिए शांति, विकास और समावेशी समृद्धि का माहौल बनाने और राष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के सांप्रदायिक सद्भाव और प्रगति को बाधित करने वालों के नापाक इरादों को दृढ़ता से हराने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।   प्रस्ताव पर चर्चा का समापन करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और स्वीकार किया कि वह पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी में विफल रहे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा निर्वाचित सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन मैं इस अवसर (आतंकवादी हमले) का उपयोग राज्य का दर्जा मांगने के लिए नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं पहलगाम आतंकी हमले का उपयोग करके राज्य का दर्जा कैसे मांग सकता हूं।   पूरे देश पर इस भयावह हमले के प्रभाव को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक अरुणाचल से गुजरात और जम्मू-कश्मीर से केरल तक पूरा देश इस हमले से प्रभावित हुआ है। अब्दुल्ला ने कहा कि बैसरन हमला 21 साल के अंतराल के बाद हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें लगता था कि इस तरह के हमले अतीत की कहानी हैं। दुर्भाग्य से पहलगाम हमले ने ऐसी स्थिति को फिर से पैदा कर दिया है, जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे कि वह पीछे छूट गई है। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि ऐसा कोई और हमला कब हो सकता है। मेरे पास उन परिवारों से माफ़ी मांगने के लिए शब्द नहीं हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।   हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अमानवीय और नृशंस हमले के बावजूद कश्मीर से उम्मीद की एक नई किरण उभरी है। उन्होंने कहा कि कई सालों में पहली बार मैंने ऐसे विरोध प्रदर्शन देखे जो वाकई एकजुट थे। किसी राजनीतिक दल या नेता ने उन्हें संगठित नहीं किया था और न ही किसी संगठित बैनर या मोमबत्ती मार्च की योजना बनाई गई थी। आक्रोश और दुख स्वतःस्फूर्त थे जो सीधे लोगों के दिलों से निकल रहे थे। हर मस्जिद में मौन रखा गया। अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि इस बदलाव को प्रोत्साहित और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें लोगों के बीच से उभरी एकता, करुणा और लचीलेपन की इस भावना को बढ़ावा देना और उसका पोषण करना चाहिए।   इससे पहले विधानसभा को संबोधित करते हुए प्रस्ताव पेश करते हुए उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि यह सदन 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दाेष नागरिकों पर हुए बर्बर और अमानवीय हमले पर गहरा सदमा और पीड़ा व्यक्त करता है। प्रस्ताव का हवाला देते हुए चौधरी ने कहा कि आतंकवाद के ऐसे कृत्य कश्मीरियत के मूल्यों, हमारे संविधान में निहित मूल्यों और एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर सीधा हमला है। दस्तावेज़ में कहा गया है कि यह सदन पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्हें अपूरणीय क्षति हुई है और उनके दुख को साझा करने और उनकी ज़रूरत के समय में उनका समर्थन करने के अपने सामूहिक संकल्प की पुष्टि करते हैं। प्रस्ताव में टट्टू की सवारी करने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह के सर्वाेच्च बलिदान का उल्लेख किया गया, जिन्होंने आतंकवादी हमले से पर्यटकों को बचाने की कोशिश करते हुए अपनी जान दे दी। उनका साहस और निस्वार्थता कश्मीर की सच्ची भावना को दर्शाता है और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थायी प्रेरणा के रूप में काम करेगा। यह सदन हमले के बाद एकता, करुणा और लचीलेपन के असाधारण प्रदर्शन के लिए कश्मीर और जम्मू के लोगों की सराहना करता है। प्रस्ताव में कहा गया है कि शहरों और गांवों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन और पर्यटकों के प्रति नैतिक और भौतिक समर्थन का स्वतःस्फूर्त प्रवाह, शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और कानून के शासन के प्रति लोगों की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।   प्रस्ताव में कहा गया है कि हम देश भर के सभी राजनीतिक दलों, धार्मिक और सामुदायिक नेताओं, युवा संगठनों, नागरिक समाज समूहों और मीडिया घरानों से शांति बनाए रखने, हिंसा और विभाजनकारी बयानबाजी को अस्वीकार करने और शांति, एकता और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान करते हैं।

Kolar News

Kolar News

शिमला । हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में आज तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप सुबह 5 बजकर 41 मिनट पर आया।  मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई। भूकंप का केंद्र चंहा में 32.79 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.20 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित रहा। इसकी गहराई जमीन की सतह से पांच किलोमीटर नीचे रिकॉर्ड की गई।भूकंप से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता काफी कम थी। इस कारण चंबा जिले व आसपास के क्षेत्रों में किसी भी तरह के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग सतर्क हो गए और स्थिति सामान्य रही।गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है। राज्य का अधिकांश भाग भूकंपीय जोन-4 और जोन-5 में आता है। इसी संवेदनशीलता के चलते चंबा, कांगड़ा, मंडी, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और शिमला जैसे जिलों में समय-समय पर हल्के भूकंप के झटके महसूस होते रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में राज्य में बार-बार भूकंप के झटकों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।इतिहास गवाह है कि हिमाचल प्रदेश में भूकंप से भारी तबाही हो चुकी है। वर्ष 1905 में कांगड़ा और चंबा जिलों में आए भीषण भूकंप में 10 हजार से अधिक लोगों की जान गई थी और व्यापक स्तर पर तबाही हुई थी।राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लगातार लोगों को जागरूक करने के प्रयास कर रहा है। भूकंप के समय खुद को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपायों की जानकारी दी जा रही है। स्कूलों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों पर भूकंप से बचाव के लिए मॉक ड्रिल भी कराई जाती हैं। चंबा सहित हिमाचल के अन्य जिलों में बीते कुछ समय में कई बार 2 से 4 रिक्टर स्केल की तीव्रता वाले भूकंप आ चुके हैं। हालांकि अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन लगातार झटकों ने लोगों के मन में डर जरूर बैठा दिया है।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को पुणे में कहा कि महाराष्ट्र में रह रहे 5023 पाकिस्तानी नागरिकों को आज रात तक बाहर निकाल दिया जाएगा। इन सभी पाकिस्तानियों को महाराष्ट्र से बाहर निकालने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर जारी है। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के कुल 48 शहरों में कुल 5023 पाकिस्तानी नागरिक पाए गए हैं। सबसे अधिक 2,458 पाकिस्तानी नागपुर शहर में और 1,106 पाकिस्तानी नागरिक ठाणे शहर में पाए गए हैं। जबकि मुंबई में 14 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। महाराष्ट्र में रह रहे इन पाकिस्तानियों में से केवल 51 पाकिस्तानियों के पास ही वैध दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।   चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र आए 107 पाकिस्तानी नागरिक लापता हैं। बताया गया कि पुलिस या अन्य संस्थाएं 107 पाकिस्तानियों का कोई पता नहीं लगाया जा सका। हालांकि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इसे नकार दिया है। उन्हाेंने कहा कि मैं गृह मंत्री के तौर पर आपसे कह रहा हूं कि इस बारे में झूठी खबरें न फैलाएं। एक भी पाकिस्तानी नागरिक लापता नहीं था। सभी पाकिस्तानी मिल गये हैं। सभी को बाहर निकालने की व्यवस्था कर दी गई है। राज्य में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं बचेगा। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने स्पष्ट किया कि सभी को आज शाम या कल तक वापस भेज दिया जाएगा।        

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को न्याय अवश्य मिलेगा और हमले के साजिशकर्ताओं को कठोरतम दंड दिया जाएगा। पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता इस लड़ाई की सबसे बड़ी ताकत है। मन की बात के 121वें में एपिसोड में प्रधानमंत्री ने कहा, "आज दुनिया देख रही है कि इस हमले के बाद भारत एक स्वर में आतंक के खिलाफ खड़ा हुआ है।" उन्होंने बताया कि वैश्विक नेताओं ने भी भारत के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए हमले की कठोर निंदा की है। मोदी ने आतंकी हमले को जम्मू-कश्मीर में लौटती शांति और विकास को बाधित करने की नाकाम कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हो रहे सकारात्मक बदलाव आतंकवाद के समर्थकों को रास नहीं आए, इसलिए इस प्रकार की कायरतापूर्ण साजिश रची गई। इतिहास से प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री ने 'चंपारण सत्याग्रह' की गाथा साझा की, जिसमें महात्मा गांधी और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में किसानों के अधिकारों के लिए ऐतिहासिक संघर्ष हुआ था। उन्होंने युवाओं से 'सत्याग्रह इन चंपारण' पुस्तक पढ़ने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि 1917, अप्रैल और मई के दो महीने - देश में आजादी की एक अनोखी लड़ाई लड़ी जा रही थी। अंग्रेजों के अत्याचार उफान पर थे। गरीबों, वंचितों और किसानों का शोषण अमानवीय स्तर को भी पार कर चुका था। बिहार की उपजाऊ धरती पर ये अंग्रेज किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने 'सचेत ऐप' के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं में सतर्कता बढ़ाने की पहल की जानकारी भी साझा की। यह एप्लिकेशन लोगों को बाढ़, भूकंप, चक्रवात जैसी आपदाओं के समय अलर्ट भेजता है। सेवा और मानवीयता की भावना को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने म्यांमार में भूकंप के बाद भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन ब्रह्मा' का उल्लेख किया। साथ ही इथियोपिया में भारतीय प्रवासियों द्वारा हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के इलाज के प्रयासों की भी प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि भारत ने अफगानिस्तान और नेपाल को जीवनरक्षक वैक्सीन और दवाओं की आपूर्ति कर अपनी वैश्विक मानवता में भूमिका को निभा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में देश के महान वैज्ञानिक डॉ. के. कस्तूरीरंगन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि देश की निःस्वार्थ सेवा और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने भारत की सफल अंतरिक्ष कार्यक्रम का एक बार फिर सराहना की। उन्होंने बताया कि भारत आज गगनयान, स्पैडेक्स, चंद्रयान-4, वीनस ऑर्बिटर मिशन और मार्स लैंडर मिशन जैसी परियोजनाओं में सक्रियता से कार्य कर रहा है। उन्होंने इसरो और भारत के स्पेस स्टार्टअप्स की भी सराहना की जो देश को एक वैश्विक स्पेस पावर बनाने में योगदान दे रहे हैं। विज्ञान और नवाचार पर बात करते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा विज्ञान केंद्र और गुजरात साइंस सिटी का उल्लेख किया, जहाँ विज्ञान के प्रति बच्चों और युवाओं में नया उत्साह भरने का काम किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रधानमंत्री ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के बारे में बताया, जिसके तहत देशभर में 140 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। उन्होंने गुजरात के अहमदाबाद में हरियाली के बढ़ते क्षेत्र और ग्लोबल वॉर्मिंग से लड़ने में उसकी भूमिका को सराहाना की। खेती में नवाचार का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के बागलकोट के श्रीशैल तेली का उल्लेख किया, जिन्होंने मैदानों में सेब की सफल खेती कर मिसाल पेश की है।  

Kolar News

Kolar News

कुपवाड़ा । पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए शनिवार देर रात नियंत्रण रेखा के पार कुपवाड़ा जिले के उड़ी में तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के विपरीत इलाकों में छोटे हथियारों से गोलीबारी की। इसका भारतीय सेना ने प्रभावी ढंग से जवाब दिया।   एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि 26-27 अप्रैल की रात को पाकिस्तान सेना की चौकियों ने नियंत्रण रेखा के पार तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के विपरीत इलाकों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने भी उचित छोटे हथियारों से गोलीबारी करके प्रभावी ढंग से जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय बलों की त्वरित प्रतिक्रिया के बाद प्रभावित सेक्टरों में स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष में किसी तरह के नुकसान या हताहत की खबर नहीं है।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को पुणे में कहा कि महाराष्ट्र में रह रहे 5023 पाकिस्तानी नागरिकों को आज रात तक बाहर निकाल दिया जाएगा। इन सभी पाकिस्तानियों को महाराष्ट्र से बाहर निकालने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर जारी है। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के कुल 48 शहरों में कुल 5023 पाकिस्तानी नागरिक पाए गए हैं। सबसे अधिक 2,458 पाकिस्तानी नागपुर शहर में और 1,106 पाकिस्तानी नागरिक ठाणे शहर में पाए गए हैं। जबकि मुंबई में 14 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। महाराष्ट्र में रह रहे इन पाकिस्तानियों में से केवल 51 पाकिस्तानियों के पास ही वैध दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।   चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र आए 107 पाकिस्तानी नागरिक लापता हैं। बताया गया कि पुलिस या अन्य संस्थाएं 107 पाकिस्तानियों का कोई पता नहीं लगाया जा सका। हालांकि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इसे नकार दिया है। उन्हाेंने कहा कि मैं गृह मंत्री के तौर पर आपसे कह रहा हूं कि इस बारे में झूठी खबरें न फैलाएं। एक भी पाकिस्तानी नागरिक लापता नहीं था। सभी पाकिस्तानी मिल गये हैं। सभी को बाहर निकालने की व्यवस्था कर दी गई है। राज्य में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं बचेगा। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने स्पष्ट किया कि सभी को आज शाम या कल तक वापस भेज दिया जाएगा।        

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत का युवा आज अपने परिश्रम और नवाचार से दुनिया को यह दिखा रहा है कि हममें कितना सामर्थ्य है। वहीं हमारी सरकार हर कदम पर यह सुनिश्चित कर रही है कि देश के युवाओं के लिए रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर निरंतर बढ़ें। प्रधानमंत्री मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नई नियुक्ति पाने वाले 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्थानों से जुड़े जनसमूह को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग मिशन की घोषणा की है। इसका उद्देश्य है- ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देना और भारत के युवाओं को ग्लोबल स्टैंडर्ड वाले प्रॉडक्ट बनाने का मौका देना है। इससे ना केवल देश के लाखों छोटे उद्योंगो और लघु उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पूरे देश में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स 2025) का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है और आज देश में युवाओं के लिए नए अवसर बन रहे हैं। कुछ ही दिन बाद मुंबई में वेव्स 2025 का आयोजन होगा। इस आयोजन के केंद्र में देश के युवा क्रिएटर्स हैं। मीडिया, गेमिंग और एंटरटेनमेंट से जुड़े नवाचारियों को पहला बड़ा मंच मिलेगा। स्टार्टअप्स को निवेशकों और इंडस्ट्री लीडर्स से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। प्रधानमंत्री ने नारीशक्ति की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं। ब्यूरोक्रेसी, स्पेस और साइंस में बेटियां नई ऊंचाइयां छू रही हैं। ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण पर भी सरकार का विशेष ध्यान है। बैंक सखी, कृषि सखी जैसी योजनाएं महिलाओं को अवसर दे रही हैं। आज भारत में 90 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह हैं। इनमें 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री ने सिविल सर्विसेज डे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में ‘नागरिक देवो भव: मंत्र’ सर्वोपरि होना चाहिए। हर अधिकारी को नागरिकों की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत सामर्थ्य और ईमानदारी से विकसित बनेगा। देश की समृद्धि में हर वर्ग का योगदान रहेगा। भारत दुनिया में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इसका भारतीय सेना ने माकूब जवाब दिया। श्रीनगर स्थित रक्षा अधिकारी ने कहा कि 25-26 अप्रैल की रात को कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार कई पाकिस्तानी सेना चौकियों द्वारा अकारण गोलीबारी की गई। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों ने भी उचित कार्रवाई कर संघर्ष विराम के उल्लंघन का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।  

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादियों के संदिग्ध तीन सहयोगियों के घरों को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही पिछले 24 घंटों में ध्वस्त किए गए घरों की कुल संख्या पांच हो गई। ताजा कार्रवाई में पुलवामा के अहसान शेख, शोपियां के शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के जाहिद अहमद  का घर जमींदोज कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, अहसान ने पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों को रसद और प्रत्यक्ष सहायता भी प्रदान की थी। कुट्टे और अहमद पर पिछले 3-चार वर्षों से राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इससे पहले अधिकारियों ने शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले में शामिल कश्मीर के दो अन्य अन्य आतंकवादी सहयोगियों आसिफ शेख और आदिल थोकर के घरों को उड़ा दिया था। हालांकि, अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि विध्वंस से पहले परिवार के सदस्य घर खाली कर दें। आसपास की संपत्तियों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सटीक विस्फोट से घरों को ध्वस्त कर दिया गया। जम्मू-कश्मीर सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य स्पष्ट रूप से स्थानीय आतंकवाद या आतंकवाद को किसी भी तरह के समर्थन को हतोत्साहित करना है। यह स्थानीय युवाओं को सख्त चेतावनी है कि अगर वह बंदूक उठाते हैं और आतंकवादी रैंक में शामिल होते हैं तो उनके परिवारों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके परिवारों को पासपोर्ट, सरकारी नौकरी और पुलिस मंजूरी सहित सरकारी लाभ और सुविधाओं से भी वंचित किया जाएगा। यह सब केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आतंकवाद के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।    

Kolar News

Kolar News

बांदीपुरा । बांदीपुरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर अल्ताफ लाली को मार गिराया गया है। यह अभियान 26 लोगों की जान लेने वाले हमले में शामिल संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को मार गिराने के लिए व्यापक सुरक्षा अभियान का हिस्सा है।   आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में शुक्रवार की सुबह विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बांदीपुरा में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया गया, जिसके बाद गोलीबारी हुई। शुरुआती गोलीबारी के दौरान एक आतंकवादी घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गई। इसी मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।   इस बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्हें बांदीपुरा में चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई। वह स्थिति की व्यापक सुरक्षा समीक्षा करेंगे और पहलगाम आतंकी हमले के पीछे संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों का पता लगाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ऑपरेशन की प्रगति का आकलन करेंगे।   एक अन्य घटनाक्रम में पहलगाम हमले में शामिल माने जा रहे दो आतंकवादियों के घरों को शुक्रवार को सुरक्षाबलों और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने नष्ट कर दिया। बिजबिहाडा में लश्कर के आतंकवादी आदिल हुसैन थोकर के घर को आईईडी का इस्तेमाल करके उड़ा दिया गया, जबकि त्राल में आसिफ शेख के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। माना जाता है कि आदिल थोकर ने पाकिस्तानी आतंकवादियों को बैसरन घाटी में हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।   अनंतनाग पुलिस ने थोकर और हमले को अंजाम देने वाले दो पाकिस्तानी नागरिकों अली भाई और हाशिम मूसा के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। सुरक्षा बलों ने हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किए जाने के बाद तीनों के स्केच भी जारी किए गए हैं। माना जा रहा है कि हमलावरों की संख्या 4-5 थी, जो मंगलवार को बैसरन घाटी के आसपास के घने देवदार के जंगल से निकले और पर्यटकों पर एके-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। कुछ जीवित बचे लोगों ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने धर्म की पुष्टि के लिए पहचान-पत्रों की जांच की और गैर-मुस्लिमों के रूप में पहचाने जाने वालों को गोली मार दी।

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़। पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर किए जाने के आदेश के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन अटारी बॉर्डर पर दिनभर गहमा-गहमी का माहौल बना रहा। यहां पाकिस्तानी नागरिकों ने अपने देश में वापस जाने के लिए काफी हंगामा किया। जांच के दौरान पता चला कि कईयों की वीजा अवधि भी समाप्त हो चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद वह भारत में रूके हुए थे। ऐसे पाकिस्तानी नागरिक शुक्रवार को जब अटारी बॉर्डर पर पहुंचे तो बीएसएफ व कस्टम अधिकारियों ने इनको रोक लिया।   अटारी बॉर्डर पर आज करीब एक दर्जन ऐसी महिलाएं पहुंची, जिनका मायका भारत में है और शादी पाकिस्तान में हुई है, लेकिन उन्हें पाकिस्तान की नागरिकता नहीं मिली है। आदेश हैं कि भारतीय पासपोर्ट वालों को पाकिस्तान ना जाने दिया जाए। राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली अफसीन जहांगीर की शादी कराची में हुई थी। बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं, इसलिए उन्हें तो बॉर्डर पार कर जाने दिया गया, लेकिन अफसीन को रोक दिया गया। दिल्ली की अरूदा की शादी बीस साल पहले पाकिस्तान में हुई थी। उनके दो बच्चे हैं, जो पाकिस्तानी नागरिक हैं। अरूदा के पति उनको लेने के लिए आज लाहौर से बाघा बॉर्डर आए थे। उन्होंने बताया कि उनकी बीवी एक महीने के लिए अपने मां-बाप से मिलने भारत आई थी। 27 तारीख की वापसी का टिकट था, लेकिन हालात देखकर चार दिन पहले ही निकलने की कोशिश की, लेकिन आज बॉर्डर पर रोक दिया गया। शनिजा की शादी 15 साल पहले कराची में हुई थी। वे दिल्ली में अपने माता-पिता से मिलने आई थीं, लेकिन अब जब वे वापस पाकिस्तान लौटना चाह रही हैं, तो आज उन्हें अटारी बार्डर पर रोक लिया गया। शनिजा के अनुसार उनके शौहर वाघा बॉर्डर के उस पार इंतजार कर रहे हैं और वह गुरुवार रात से अटारी बॉर्डर पर बैठी हैं।

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । कांग्रेस और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम में हुई आतंकी घटना के जवाब में पूरा विपक्ष सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। इस घटना में दो दर्जन से ज़्यादा लोग मारे गए और कई घायल हो गए।   जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर के साथ श्रीनगर में मीडिया को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि कल हमारी सरकार के साथ बैठक हुई थी। विपक्ष ने इस हमले की निंदा की और सरकार की हर कार्रवाई को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।   आज सुबह श्रीनगर पहुंचे गांधी ने पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि हमले के पीछे समाज को विभाजित करने की मंशा थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर एक भारतीय एकजुट हो। हमें आतंकवादियों की कोशिशों को हराना होगा। अपने कश्मीर दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहलगाम हमले में घायल लोगों से एक से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि उन सभी लोगों को मेरा प्यार और स्नेह, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है। पूरा देश उनके साथ खड़ा है।     सांप्रदायिक सद्भाव की आवश्यकता पर बल देते हुए और कश्मीर के निर्दाेष लोगों को निशाना बनाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यह देखकर दुख होता है कि कुछ लोग देश के अन्य हिस्सों में कश्मीर के मेरे भाइयों और बहनों पर हमला कर रहे हैं। हमें एक साथ खड़े होकर आतंकवाद को हमेशा के लिए हराना चाहिए।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन पर दुख जताया और कहा कि पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “परम पूज्य पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख और स्मरण की इस घड़ी में, वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे। छोटी उम्र से ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की। जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई।”उन्होंने आगे लिखा, “मैं उनके साथ अपनी मुलाकातों को याद करता हूं और समावेशी और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ। भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा संजोया जाएगा। उनकी आत्मा को ईश्वर की गोद में शांति मिले।”उल्लेखनीय है कि पोप फ्रांसिस का सोमवार को वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 तक के लिए अपने वार्षिक खिलाड़ी अनुबंध की घोषणा कर दी है। शीर्ष श्रेणी ए-प्लस (A+) में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि कुछ नए चेहरों को भी इस सूची में शामिल किया गया है। अनुभवी ऑफ स्पिन गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के कारण बाहर कर दिया गया है।   ए-प्लस ग्रेड में वही चार दिग्गज बीसीसीआई ने ए-प्लस (A+) श्रेणी में एक बार फिर कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को बरकरार रखा है। इस श्रेणी में खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये का मानदेय मिलेगा।   श्रेयस अय्यर की वापसी, ईशान किशन सी ग्रेड में पिछले साल घरेलू क्रिकेट न खेलने के कारण अनुबंध सूची से बाहर हुए श्रेयस अय्यर की इस बार बी (B) श्रेणी में वापसी हुई है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विराम लेकर रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने वाले ईशान किशन को सी (C) श्रेणी में रखा गया है।   वरुण चक्रवर्ती को पहली बार अनुबंध, अश्विन बाहर चैम्पियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले स्पिन गेंदबाज़ वरुण चक्रवर्ती को पहली बार बीसीसीआई के अनुबंध में जगह मिली है। वहीं, हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले रविचंद्रन अश्विन का नाम इस सूची में नहीं है।   अनुबंध श्रेणी और वार्षिक मानदेय ए-प्लस (A+) ग्रेड: 7 करोड़ रुपये ए (A) ग्रेड: 5 करोड़ रुपये बी (B) ग्रेड: 3 करोड़ रुपये सी (C) ग्रेड: 1 करोड़ रुपये   अनुबंध कैसे मिलता है? बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, किसी खिलाड़ी को साल में कम से कम 3 टेस्ट, 8 एकदिवसीय या 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने होते हैं। इसी आधार पर वरुण चक्रवर्ती (18 अंतरराष्ट्रीय मैच) समेत हर्षित राणा, अभिषेक शर्मा और नितीश कुमार रेड्डी को पहली बार अनुबंध मिला है।   पूरी अनुबंध सूची ए-प्लस (A+) श्रेणी: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा। ए (A) श्रेणी: मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत। बी (B) श्रेणी: सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर। सी (C) श्रेणी: रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, राजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश कुमार रेड्डी, ईशान किशन, अभिषेक शर्मा, आकाश दीप, वरुण चक्रवर्ती, हर्षित राणा।

Kolar News

Kolar News

रायसेन । मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में सुल्तानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भोपाल-जबलपुर मार्ग पर सोमवार सुबह एक तेज रफ्तार जीप बम्होरी ढाबे के पास बंदर वाली पुलिया से टकराकर 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में जीप में सवार छह लोगों की मौत हो गई। हादसे में दूल्हा-दुल्हन समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।    रायसेन पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि हादसा सोमवार सुबह करीब 6.30 से सात बजे के बीच हुआ। यहां बारात लेकर आकर जीप बम्होरी ढावे के पास अनियंत्रित होकर पुलिस से टकरा गई और लगभग 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी। जीप में कुल 9 लोग सवार थे। हादसे में दो महिलाओं, एक बच्ची और तीन पुरुषों की मौके पर ही मौत हो गई। शुरुआती जांच में सामने आया है कि चालक को नींद आने के कारण यह हादसा हुआ।   रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा, एसपी पंकज कुमार पाण्डेय ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। कलेक्टर विश्वकर्मा ने कहा कि घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। शासन की तरफ से जो मदद मिलेगी, घायलों को दी जाएगी। एसडीओपी अदिति सक्सेना ने बताया कि जीप जबलपुर से इंदौर की ओर जा रही थी। घायलों को सुल्तानपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रायसेन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये लोग इंदौर के रहने वाले थे। परिवार शादी कराने के बाद बिहार के सुपौल जिले से लौट रहा था।   उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मोहनलाल कुरील (68) पुत्र महावीर प्रसाद, चंदा देवी (60) पत्नी मोहनलाल निवासी उदयपुर राजस्थान, नरेंद्र (30) पुत्र बालाराम चोपड़ा (30) इंदौर, सरिता (25) पत्नी रवि खोलवाल निवासी चंदन नगर इंदौर, तस्वी उर्फ चीनू (दो वर्ष) पुत्री रवि निवासी इंदौर और चालक सुनील के रूप में हुई है। दीपक पुत्र बालाराम चोपड़ा निवासी उज्जैन, रवि खोलवाल (27) पुत्र भगीरथ निवासी इंदौर, संगीता (25) पत्नी दीपक चोपड़ा निवासी इंदौर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों में शामिल दीपक चोपड़ा दूल्हा है और संगीता दुल्हन है। दोनों परिवार बिहार के सुपौल जिले से शादी कर लौट रहे थे। घायल दूल्हा-दुल्हन और दूल्हे के जीजा को रायसेन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

जयपुर । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के 36वें मुकाबले में लखनऊ सुपर जाएंट्स (एलएसजी) ने रोमांचक अंदाज में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) को 2 रन से शिकस्त दी। सवाई मानसिंह स्टेडियम में शनिवार को खेले गए इस मुकाबले में अंतिम ओवर तक संघर्ष जारी रहा, लेकिन पारी के आखिरी ओवर में आवेश खान की शानदार गेंदबाजी ने लखनऊ को जीत दिला दी।लखनऊ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 180 रन बनाए। टीम के लिए एडेन मार्करम ने 66 और आयुष बडोनी ने 50 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारियां खेलीं। अंतिम ओवरों में अब्दुल समद के तेज 30 रनों ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।राजस्थान की ओर से वनिंदु हसरंगा ने सबसे अधिक दो विकेट लिए, जबकि जोफ्रा आर्चर, संदीप शर्मा और तुषार देशपांडे को एक-एक सफलता मिली।181 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत दमदार रही। यशस्वी जायसवाल और 14 वर्षीय युवा बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने पहले विकेट के लिए 85 रनों की तेजतर्रार साझेदारी की। सूर्यवंशी ने 20 गेंदों में दो चौके और तीन छक्कों की मदद से 34 रन बनाए। इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने नीतीश राणा को सस्ते में पवेलियन भेजा। फिर यशस्वी जायसवाल और रियान पराग ने तीसरे विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी कर मैच को राजस्थान की ओर मोड़ने की कोशिश की। यशस्वी ने 52 गेंदों में 74 रन बनाए, लेकिन 17वें ओवर में आवेश खान ने उन्हें आउट कर लखनऊ की वापसी करवाई। इसी ओवर में उन्होंने रियान पराग (39) को भी पगबाधा आउट कर राजस्थान को झटका दिया। अंतिम ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 9 रनों की जरूरत थी, लेकिन आवेश खान ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए शिमरन हेटमायर को आउट कर राजस्थान की उम्मीदें तोड़ दीं। अंत में ध्रुव जुरेल (6 रन) और शुभम दुबे (3 रन) नाबाद लौटे, लेकिन टीम 178 रन ही बना सकी।लखनऊ के लिए आवेश खान ने 3 विकेट झटके और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे। शार्दुल ठाकुर और एडेन मार्करम को एक-एक सफलता मिली।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा द्वारा न्याय पालिका और देश के मुख्य न्यायाधीश को लेकर दिए गए विवादास्पद बयानों से स्पष्ट रूप से दूरी बना ली है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट जारी कर कहा कि ये दोनों बयान व्यक्तिगत हैं। भाजपा का उनसे कोई संबंध नहीं है और पार्टी ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करती है।   जेपी नड्डा ने कहा, “भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं। भारतीय जनता पार्टी न तो इन बयानों से सहमति रखती है और न ही ऐसे किसी भी बयान का समर्थन करती है। पार्टी इन बयानों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।”   उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और अदालतों के आदेशों एवं सुझावों को सहर्ष स्वीकार किया है। नड्डा ने कहा कि देश की अदालतें, विशेषकर सर्वोच्च न्यायालय, लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ हैं और संविधान की रक्षा का आधार हैं।   भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने दोनों सांसदों को निर्देशित किया है कि भविष्य में इस प्रकार के बयान न दें। साथ ही उन्होंने सभी पार्टी नेताओं को भी ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी है।   इस घटनाक्रम के बाद भाजपा ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह संवैधानिक संस्थाओं के सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर गंभीर है।  

Kolar News

Kolar News

हैदराबाद । ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताया कि वह डॉ बीआर अंबेडकर के रचित संविधान की सम्मान करते हैं। उन्होंने घोषणा की कि भारत के लोग वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ अपने संघर्ष में उन किसानों के दिखाए रास्ते पर चलेंगे, जिन्होंने केंद्र को तीन विवादास्पद कृषि बिलों को निरस्त करने के लिए मजबूर किया।   एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक इसे वापस नहीं ले लिया जाता। ओवैसी ने कहा, "आपको (पीएम मोदी) यह कानून वापस लेना ही होगा। जिस तरह से हमारे किसान भाइयों ने रास्ता दिखाया है, हम उसी तरह आंदोलन करते रहेंगे। जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन होता रहेगा।"   ओवैसी ने याद दिलाते हुए कहा कि एआईएमआईएम ट्रिपल तलाक और बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है। ट्रिपल तलाक पर हम फैसले का सम्मान करते हैं क्योंकि हम संवैधानिक नैतिकता में विश्वास करते हैं। ऐसा लगता है कि आरएसएस संविधान में विश्वास करता है, लेकिन उसका पालन नहीं करता है।   ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बयान का भी खंडन किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं द्वारा चेतावनी दिए जाने पर कि वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध करने वाले लोग धार्मिक युद्ध छेड़ देंगे, पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह भगवा पार्टी है जो भारत के संविधान के खिलाफ युद्ध छेड़ रही है। उन्होंने फिर से दोहराया कि कैसे केंद्र द्वारा ट्रिपल तलाक, नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) को मजबूत करने और अब समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू करने के केंद्र के प्रयासों के बावजूद भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने संयम दिखाया है। उन्होंने मुस्लिम समुदायों से एकजुट होने और शिया समुदाय के उप-संप्रदायों को संदेह की दृष्टि से न देखने का आग्रह किया। उन्होंने मुसलमानों से अन्य धर्मों के लोगों को यह समझाने का भी आग्रह किया कि जो हिंदुओं या सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समितियों के लिए अधिनियम पर लागू होता है, वही वक्फ संपत्तियों पर भी लागू होना चाहिए।   एआईएमआईएम नेता ने कहा, "क्या आप (इकट्ठा हुए लोग) लंबे समय तक चलने वाली लोकतांत्रिक लड़ाई के लिए तैयार हैं? अगर आप तैयार हैं, तो खुद से वादा करें कि जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता, हम विरोध करते रहेंगे और हम पीछे नहीं हटेंगे।"   एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी और कई अन्य लोगों ने भी सभा को संबोधित किया।   इससे पहले, स्थानीय टेलीविजन चैनल पर उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से और सभा में भाग लेने की इच्छा रखने वाले सभी लोगों से अपील की कि यह आयोजित जनसभा किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं है। यह केंद्र सरकार द्वारा लाए गए काले कानून के खिलाफ है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से सभा स्थल पर पहुंचे और अनावश्यक रूप से नारे न लगाएं। ओवैसी ने कहा, "हमने हमेशा सुनिश्चित किया है कि हमारे शहर हैदराबाद में स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहे। हमें ऐसा करना जारी रखना चाहिए। कोई भी अवैध गतिविधि नहीं होनी चाहिए।"  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

मुंबई । महाराष्ट्र में शनिवार को शिवसेना यूबीटी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के बीच राजनीतिक गठबंधन होने के संकेत मिलने लगे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने साफ कहा कि उनके बीच कोई बड़े मसले नहीं हैं, इसलिए वे उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी गठबंधन के लिए तैयार होने की इस शर्त के साथ हामी भरी है कि राज ठाकरे को भाजपा और शिंदे समूह से दूर रहना होगा। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपने मित्र और फिल्म अभिनेता महेश मांजरेकर के पॉडकास्ट में एक साक्षात्कार दिया था। इसमें महेश मांजरेकर ने सीधे राज ठाकरे से उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन के बारे में पूछा था। इस सवाल का जवाब देते हुए राज ठाकरे ने कहा, "हमारे बीच विवाद, झगड़े, बातें छोटी-मोटी हैं। महाराष्ट्र उससे कहीं बड़ा है। महाराष्ट्र और मराठी लोगों के अस्तित्व के लिए वे उद्धव ठाकरे के साथ काम कर सकते हैं। राज ठाकरे ने कहा कि उनके अंदर कोई ईगो नहीं है, महाराष्ट्र की भलाई के लिए वे उद्धव ठाकरे के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। राज ठाकरे के इस बयान के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं साथ आने के लिए तैयार हूं। मैंने भी सभी विवादों को भूला दिया, लेकिन पहले यह तय कर लें कि मेरे साथ आना आपके हित में है या भाजपा के साथ। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि यदि वह मेरे साथ आना चाहते हैं, तो शिंदे सेना और भाजपा को छोड़ दें। इस तरह उद्धव ठाकरे ने फिर से दोनों ठाकरे के एक होने की गेंद राज ठाकरे के ही पाले में डाल दी है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को अपनी राजनीतिक यात्रा के पीछे की गहरी प्रेरणाओं के बारे में खुलकर बात की और पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपने परदादा पंडित जवाहरलाल नेहरू से प्रेरणा लेने की बात कही। यह बातचीत पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के साथ "पॉडकास्ट-शैली" में की गई है। इसमें राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें सत्ता नहीं बल्कि सत्य की खोज ज्यादा प्रेरित करती है। उन्होंने पारिवारिक कहानियों, व्यक्तिगत प्रथाओं और नेहरू, महात्मा गांधी, डॉ भीमराव आंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं की स्थायी विरासत पर विचार किया।राहुल गांधी ने कहा कि संदीप दीक्षित के साथ इस पॉडकास्ट-शैली की बातचीत में मैं इस बारे में बात करता हूं कि मुझे क्या प्रेरित करता है- सत्य की खोज- और यह खोज मेरे परदादा जवाहरलाल नेहरू से कैसे प्रेरित है। वह केवल एक राजनेता नहीं थे। वह एक साधक, एक विचारक, एक ऐसा व्यक्ति था जो खतरे में मुस्कुराते हुए आगे बढ़ा और मजबूत होकर निकला। उनकी सबसे बड़ी विरासत सत्य की उनकी अथक खोज में निहित है- एक सिद्धांत, जिसने उनके द्वारा अपनाई गई हर चीज को आकार दिया। उन्होंने हमें राजनीति नहीं सिखाई, उन्होंने हमें डर का सामना करना और सच्चाई के लिए खड़ा होना सिखाया। खोज करने, सवाल करने, जिज्ञासा में निहित रहने की जरूरत, यह मेरे खून में है।नेहरू का जिक्र करते हुए राहुल कहते हैं कि मेरी दादी उन्हें "पापा" कहती थीं। उन्होंने मुझे कहानियां सुनाईं कि कैसे वह अपने पसंदीदा पहाड़ों में एक ग्लेशियर में लगभग गिर गए थे, कैसे जानवर हमेशा हमारे परिवार का हिस्सा थे या कैसे उन्होंने कभी भी व्यायाम का एक घंटा भी नहीं छोड़ा। मेरी मां अभी भी बगीचे में पक्षियों को देखती हैं। मैं जूडो करता हूं। ये सिर्फ़ शौक नहीं हैं- ये हमारी पहचान है। हम निरीक्षण करते हैं। हम अपने आस-पास की दुनिया से जुड़े रहते हैं। और जो हम सबसे गहराई से रखते हैं, वह है शांत शक्ति के साथ चुनौतियों का सामना करने की प्रवृत्ति।राहुल गांधी कहते हैं कि यही वह है, जो गांधी, नेहरू, आंबेडकर, पटेल और बोस वास्तव में सिखा रहे थे: डर से दोस्ती कैसे करें। समाजवाद नहीं, राजनीति नहीं- सिर्फ़ साहस। गांधी एक ऐसे साम्राज्य के सामने खड़े हुए, जिसके पास सिर्फ़ सच्चाई थी। नेहरू ने भारतीयों को उत्पीड़न का विरोध करने और अंततः स्वतंत्रता प्राप्त करने का साहस दिया। कोई भी महान मानवीय प्रयास- विज्ञान, कला, प्रतिरोध- यह सब भय का सामना करने से शुरू होता है। और यदि आप अहिंसा के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो सत्य ही आपका एकमात्र हथियार है। चाहे उनके साथ कुछ भी किया गया हो, वे इससे पीछे नहीं हटे। यही बात उन्हें महान नेता बनाती है।राहुल ने कहा कि चाहे मैं बिल गेट्स से बात कर रहा हूं या चेतराम मोची से, मैं उनसे एक ही जिज्ञासा के साथ मिलता हूं। क्योंकि वास्तविक नेतृत्व नियंत्रण के बारे में नहीं है। यह करुणा के बारे में है। और आज के भारत में जहां सत्य असुविधाजनक है, मैंने अपना चुनाव कर लिया है। मैं इसके लिए खड़ा रहूंगा। चाहे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।

Kolar News

Kolar News

ढाका । बांग्लादेश में हिन्दुओं की हत्या क्रम थम नहीं रहा है। अब हन्दू समुदाय के प्रमुख नेता और बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद के उपाध्यक्ष भाबेश चंद्र राय की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इसे लेकर बांग्लादेश के हिन्दू समुदाय में रोष और भय का माहौल है।   उत्तरी बांग्लादेश के दिनाजपुर में प्रमुख हिन्दू नेता भाबेश चंद्र राय परिवार के साथ रहते थे। द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार की करीब शाम पांच बजे का समय रहा होगा। तभी अपराधियों ने राय को फोन किया। उन्होंने घर पर ही होने के बारे में बताया। 30 मिनट बाद ही चार लोग दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए। भावेश को घर से उठा ले गए। उन्हें बदमाश नाराबारी गांव ले गए, वहां पर उन्हें जमकर पीटा गया। बदमाशों के चंगुल से किसी तरह छूट कर राय रात को घायल अवस्था में घर पर पहुंचे और बेहोश हो गए। परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बांग्लादेश के बिराल पुलिस स्टेशन के प्रभारी अब्दुस सबूर ने बताया कि इस मामले आरोपियों की तलाश की जा रही है।   भाबेश चंद्र राय की गिनती बांग्लादेश के प्रमुख हिन्दू नेता के रूप में होती थी। जब भी हिन्दुओं पर अत्याचार हुए तो राय ने जमकर विरोध प्रदर्शन किए थे। इसके लिए कई बार उन्हें अंजाम भुगतने की धमकियां भी मिली थीं।गौरतलब है कि बीते दिन ही भारत की ओर से बांग्लादेश को फटकार लगाई थी। कहा था कि वह अपने यहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान दें। लेकिन इसके बाद भी हिन्दुओं की प्रमुख नेता की हत्या कर दी गई।    

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

सुकमा । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के माड़ और नुआपाडा डिवीजन में सक्रिय एक नक्सल दम्पति सहित 22 नक्सलियों ने शुक्रवार को सीआरपीएफ डीआईजी और एसपी सुकमा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दम्पति महिला के साथ आठ अन्य महिला नक्सली भी शामिल हैं। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों पर छग शासन ने कुल 40 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने इसकी पुष्टि की है।   इन आत्मसमर्पित 01 पुरुष और 01 महिला नक्सली पर 08-08 लाख, 01 पुरुष और 01 महिला नक्सली पर 05-05 लाख, 02 पुरुष और 05 महिलाओं पर 02-02 लाख, 01 पुरुष नक्सल पर 50 हजार इस तरह से इन सभी 22 नक्सलियों पर कुल 40 लाख 50 हजार रुपये के इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाली  नौ में से सात महिला नक्सलियों पर कुल 15 लाख रुपये का इनाम था।    छत्तीसगढ़ शासन की 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति' और 'नक्सल मुक्त पंचायत' सुकमा पुलिस के चलाए जा रहे 'नियद नेल्ला नार' योजना से प्रभावित होने और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के साथ नक्सलियों के अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 09 महिला सहित 22 नक्सलियों ने बिना हथियार नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का निर्णय लिया।   इसके उद्देश्य से इन नक्सलियों ने आज 18 अप्रैल को सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीआरपीएफ सुकमा रेंज डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित, एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ कमाण्डेन्ट 226 वहिनी धन सिंह बिष्ट, सीआरपीएफ द्वितीय वहिनी द्वितीय कमान अधिकारी आनामी शरण, सीआरपीएफ 226 वहिनी द्वितीय कमान अधिकारी बिरेन्द्र कुमार खंतवाल, एएसपी नक्सल ऑप्स उमेश प्रसाद गुप्ता, सीआरपीएफ उप कमाण्डेन्ट 219 वहिनी टी. भगद सिह, कोबरा 203 वहिनी उप कमाण्डेन्ट महेन्द्र सिंह भाटी, एएसपी नक्सल अभियान मनीष रात्रे, सीआरपीएफ 241 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट नीरज पनवार, एवं सीआरपीएफ 227 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट कमलेश कुमार साहू के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन के नए पुनर्वास नीति 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025' तहत प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये के मान से प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया और अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाएंगे।एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि एक नक्सली दंपति सहित 22 इनामी नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर छग शासन ने कुल 40 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को टेस्ला और स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और प्रौद्योगिकी तथा नवाचार में अमेरिका के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह बातचीत मोदी की वॉशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान मस्क के साथ हुई उनकी चर्चाओं पर आधारित है। प्रधानमंत्री ने बातचीत में प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने इन क्षेत्रों में साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए पोस्ट किया, “एलन मस्क से बात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें इस साल की शुरुआत में वॉशिंगटन डीसी में हमारी बैठक के दौरान शामिल किए गए विषय भी शामिल थे। हमने प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर चर्चा की। भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राजधानी के उत्तर पूर्वी जिलान्तर्गत सीलमपुर इलाके में गुरुवार शाम 17 वर्षीय एक नाबालिग की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। नाबालिग पर हमला उस समय हुआ, जब वो घर से दूध लेने के लिए निकला था। इसी दौरान कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और चाकुओं से हमला कर दिया। पूरे मामले में एक लड़की के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है।    इस घटना के बाद इलाके से हिंदुओं के पलायन की बात सामने आ रही है। लोगों ने अपने घरों के बाहर "ये मकान बिकाऊ है" लिखकर पोस्टर चस्पा कर दिए हैं, जिसमें उन्हाेंने उप्र के मुख्यमंत्री व दिल्ली की मुख्यमंत्री से मदद की बात लिखी है। इस हत्याकांड के विरोध में शुक्रवार को सीलमपुर में स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। घटना में मारे गए नाबालिग की पहचान कुनाल के रूप में हुई है।   पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उक्त मामले में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज काे खंगाल कर आराेपिताें की पहचान करने में जुटी हुई है। फिलहाल, तनाव को देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके काे छावनी में तब्दील कर दिया है।   पुलिस के अनुसार कुनाल परिवार के साथ सीलमपुर स्थित जे ब्लाक में रहता था। परिवार में पिता राजवीर, मां, तीन भाई व एक बहन है। पिता ऑटो चालक हैं जबकि कुनाल गांधी नगर में एक कपड़े की दुकान में काम करता था। मृतक कुनाल की मां प्रवीन और बड़ी बहन वंदना ने बताया कि कुनाल वारदात से पहले अपनी दादी को लेकर अस्पताल गया था और फिर उन्हें घर पर छोड़ कर दूध लेने निकला था। उसी समय कुनाल को एक विशेष समुदाय के लोगों ने घेरकर कर उस पर चाकू से हमला कर दिया। कुनाल की मां का कहना है कि उनके बेटे से ना किसी की दुश्मनी थी ना किसी से कोई बातचीत थी। उन्हाेंने न्याय की गुहार लगाते हुए आराेपिताें के लिए फांसी की सजा दिए जाने मांग की है।   पुलिस के मुताबिक गुरुवार शाम 7:38 बजे पुलिस कंट्राेल रूम काे सूचना मिली कि सीलमपुर इलाके में चाकूबाजी हुई है। सूचना मिलते ही माैके पर पहुंची पुलिस काे एक लड़का घायल हालत में मिला। पुलिस ने उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले गई, जहां डाॅक्टराें ने उसे मृत घाेषित कर दिया।    

Kolar News

Kolar News

भोपाल/नीमच । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को मध्य प्रदेश के नीमच में सीआरपीएफ के 86वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। शाह ने कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना से अब तक 2264 जवानों ने अलग-अलग मोर्चों पर देश की सुरक्षा के लिए बलिदान दिया है। उन सभी बलिदानियों के परिवाराें को मैं कहना चाहता हूं कि 2047 में सर्वोच्च बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसमें आपके परिवारजन के बलिदान का बड़ा योगदान है। भारत को सीआरपीएफ पर गर्व है। उन्होंने कहा कि कहीं अशांति होती है और मुझे पता लगता है कि सीआरपीएफ तैनात है तो जीत का भरोसा रहता है।केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का देश से सफाया हो जाएगा। इसमें सीआरपीएफ जवानों की भी बड़ी भूमिका रहेगी। इससे पहले शाह ने शहीद स्थल पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद खुली जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। समारोह में सीआरपीएफ की 8 टुकड़ियां परेड में शामिल हुई। गृहमंत्री ने परेड की सलामी ली। शाह ने वीरता पदकों के लिए चयनित सीआरपीएफ जवानों को वीरता पदक भी दिए।     उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब भी देश में कहीं भी अशांति होती है। गृहमंत्री होने के नाते मुझे पता चलता है कि सीआरपीएफ का जवान वहां मौजूद हैं तो मैं निश्चित होकर काम करता हूं। मुझे भरोसा है कि सीआरपीएफ है तो विजय सुनिश्चित हैं। सीआरपीएफ के स्थापना दिवस समारोह में मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नीमच जिले की प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया, सांसद सुधीर गुप्ता, नीमच जिले के तीनों विधायक भी मौजूद हैं।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ब्रिक्स देशों के कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक के लिए इन दिनों ब्राजील प्रवास पर हैं। इस दौरान उन्होंने ब्राजील में सोयाबीन उत्पादन प्लांट और टमाटर के खेतों तथा कुछ अन्य संस्थानों का दौरा किया। शिवराज सिंह ने वहां खेती में अपनाई जा रही मैकेनाइजेशन और सिंचाई की अत्याधुनिक पद्धतियों का अवलोकन करने के साथ ही इसे किसानों के दृष्टिकोण से समझा ताकि भारतीय किसानों को नई पद्धतियों का लाभ पहुंचाया जा सके।ब्राजील के सोयाबीन उत्पादन संयंत्र का अवलोकन करते हुए शिवराज सिंह ने भारत में सोयाबीन के क्षेत्र के विकास की चिंता करते हुए कहा कि देश में सोयाबीन का उत्पादन कैसे बढ़े और इसके प्रोसेसिंग के क्षेत्र में हम ब्राजील के साथ मिलकर कैसे काम कर सकते हैं। अभी ब्राजील से भारत सोया तेल आयात करता है लेकिन चर्चा के दौरान यह बात आई कि वह निवेश करे और सोया के प्रोसेसिंग प्लांट लगें तथा सोया का तेल भारत से भी निर्यात किया जा सके।शिवराज सिंह ने बताया कि मैंने जो प्रेजेंटेशन देखा, उसमें कपास को चुनना भी है तो सीधे हार्वेस्टर से निकालते हैं। जो रिसर्च और शोध ब्राजील में चल रहे हैं, वो भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के साथ मिलकर करें ताकि हम और अच्छे बीज बना सकें। उन्होंने बताया कि भारत के साथ व्यापार बढ़ाने समेत विभिन्न बिषयों पर चर्चा हुई।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय कृषि के और तेजी से विकास के लिए मैंने आमंत्रित किया है कि ब्राजील से भी प्रतिनिधिमंडल आए और सारी संभावनाओं को तलाशे। भारत से भी पूरा सहयोग मिलेगा और पूरा विश्वास है कि दोनों देश, यहां की बिजनेस कम्युनिटी भी प्रभावी ढंग से फिर भारत के साथ व्यापार, टेक्नोलॉजी इत्यादि बढ़ाने पर गंभीरता से न केवल विचार करेगी, बल्कि तेजी से आगे बढ़ेगी।शिवराज सिंह ब्राजील के कृषि मंत्री के साथ ब्राजील में टमाटर के फार्म हाउस पर भी पहुंचे, जहां हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर की खेती होती है। शिवराज सिंह ने बताया कि मैंने यहां कॉर्न की खेती देखी। ब्राजील ने पूरी तरह से मैकेनाइजेशन किया हुआ है और कॉर्न के बारे में मुझे बताया कि 22 टन प्रति हेक्टेयर यहां पैदावार है। यहां सिंचाई का सिस्टम भी मैंने देखा, वह भी अद्भुत है।उन्होंने कहा कि यहां आकर मैं खेती देख रहा हूं और यहां से सीख भी रहा हूं और भारत में हम कैसे मिलकर इस दिशा में खेती को आगे ले जा सकते हैं, उत्पादन बढ़ाने के लिए भी, उस दिशा में भी प्रयत्न करेंगे। टमाटर के फॉर्म में कृषि मंत्री ने टमाटर की खेती सहित यहां के सिंचाई के सिस्टम को देखा। एक मशीन है, उसमें यूरिया का टैंक है, वो पानी में घोला जा रहा है और पानी में घोलकर पाइपलाइन के जरिए, इसमें स्प्रिंकलर लगे हुए हैं और इन स्प्रिंकलर से टमाटर में पानी दिया जा रहा है, जिसमें पहले से ही न्यूट्रिएंट्स मिले हुए हैं। जितनी जरूरत है, उतना ही पानी दिया जाता है। यह पूरा सिस्टम मैकेनाइज्ड है। साथ में पानी का टैंक बनाया है, उस टैंक से यह पानी लेकर आते हैं। वर्षा में उसमें जल इकट्ठा होता है और उस पानी को यहां स्प्रिंकलर जैसी जो रचना बनी है, उसमें देते हैं ताकि कम पानी में ज्यादा सिंचाई हो सके और पूरा कंट्रोल्ड सिस्टम है। जितना पौधे को न्यूट्रिएंट चाहिए और जितना पानी चाहिए, उतना ही पानी जाता है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने लोको पायलटों की कार्य स्थितियों को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की है। उन्होंने आज यहां कहा कि "अमानवीय" परिस्थितियों में काम करना न केवल लोको पायलटों के साथ अन्याय है बल्कि ट्रेनों से यात्रा करने वाले करोड़ों यात्रियों की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ है।राहुल गांधी ने एक्स पर एक रिपोर्ट को साझा किया है, जिसमें दावा किया गया है कि रेलवे ने कई परिस्थितियों में छुट्टी की मांग को खारिज कर दिया और महिला कर्मचारियों के हवाले से कहा गया कि उन्हें शौचालय की सुविधा के बिना आठ घंटे की ड्यूटी करनी पड़ी।राहुल गांधी ने आगे कहा कि पिछले साल जब मैं रेलवे के लोको पायलटों से मिला तो उनकी स्थिति जानकर गहरी चिंता हुई थी — 14-14 घंटे की शिफ्ट, लगातार रात की ड्यूटी, न पर्याप्त आराम, न खाने का ब्रेक और न शौचालय की सुविधा। हादसों के बाद रेलवे 'मानवीय चूक' कहकर पल्ला झाड़ लेता है लेकिन यह नहीं बताता कि कर्मचारियों से कैसे अमानवीय तरीके से काम लिया जाता है।कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि लोको पायलटों की बुनियादी मांगें थीं — काम के घंटे तय हों और बेहतर माहौल मिले। सरकार ने सिर्फ दिखावे के लिए कमेटी बना दी, समाधान की कोई मंशा नहीं थी। अब खाना और टॉयलेट ब्रेक जैसी मांगें भी यह कहकर ठुकरा दी गई हैं कि "यह व्यावहारिक नहीं है।"राहुल गांधी ने कहा कि ये न सिर्फ लोको पायलटों के साथ अन्याय है, बल्कि उन करोड़ों यात्रियों की सुरक्षा से भी खिलवाड़ है जो ट्रेनों से सफर करते हैं। यह न्याय की लड़ाई है और हम इसमें लोको पायलटों के साथ हैं — जब तक सरकार बहरी बनी रहेगी, आवाज़ उठाते रहेंगे।    

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । महंगाई के मोर्चे पर जनता को राहत बड़ी राहत देने वाली खबर है। थोक महंगाई के बाद खुदरा महंगाई दर भी सालाना आधार पर मार्च में घटकर करीब छह साल के निचले स्तर 3.34 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले अगस्त, 2019 में यह 3.28 फीसदी के स्तर पर रही थी।   सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि सब्जियों तथा प्रोटीन वाले उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर मार्च में मामूली रूप से घटकर करीब छह साल के निचले स्तर 3.34 फीसदी पर आ गई है। आंकड़ों के मुताबिक खाद्य महंगाई मार्च महीने में 2.67 फीसदी रही, जबकि फरवरी में यह 3.75 फीसदी और मार्च, 2024 में 8.52 फीसदी थी। ग्रामीण महंगाई 3.79 फीसदी से घटकर 3.25 फीसदी और शहरी महंगाई 3.32 फीसदी से बढ़कर 3.43 फीसदी हो गई है। महंगाई के बास्केट में लगभग 50 फीसदी योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है।   रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने पिछले हफ्ते नीतिगत दर रेपो रेट को 0.25 फीसदी घटाकर छह फीसदी कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए खुदरा महंगाई दर चार फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई ने पहली तिमाही में इसके 3.6 फीसदी, दूसरी तिमाही में 3.9 फीसदी, तीसरी तिमाही 3.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जबकि जोखिम दोनों ओर समान रूप से संतुलित हैं।

Kolar News

Kolar News

जयपुर । राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलाेत सरकार में मंत्री रह चुके प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके परिवार से संबंधित उन्नीस ठिकानों पर मंगलवार काे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम छापा मार रही है। जयपुर में एक और प्रदेश के अन्य 18 ठिकानों पर सुबह करीब पांच बजे टीमें पहुंच गई थीं। यह मामला रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) में हुए 48 हजार करोड़ के घोटाले से जुड़ा है। यह कार्रवाई जयपुर के सिविल लाइन्स इलाके में स्थित उनके निवास पर की गई। यह जयपुर का बेहद वीआईपी इलाका माना जाता है। प्रताप सिंह अपने बड़े भाई करण सिंह खाचरियावास के साथ रहते हैं। आराेप है कि पूर्व मंत्री प्रताप सिंह और उनके परिवार के लोगों के नाम पर पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) में घोटाले का धन ट्रांसफर हुआ था। अधिकांश पैसा प्रॉपर्टी और अन्य सेक्टर में लगा दिया गया। पूर्व मंत्री के घर छापेमारी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में जयपुर के सिविल लाइंस स्थित आवास पर समर्थक पहुंच गए। समर्थकों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। मौके पर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। सत्रह वर्ष तक राज्य में रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पीएसीएल में प्रदेश के 28 लाख लोगों ने करीब 2,850 करोड़ का निवेश किया था। कंपनी पर बिहार, महाराष्ट्र, एमपी, असम, कर्नाटक, जयपुर ग्रामीण, उदयपुर के अलावा आंध्र प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ समेत आधे से ज्यादा राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं। सबसे पहले जयपुर में इसका खुलासा होने पर एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि ईडी केंद्र के अधीन है। इस डबल इंजन की सरकार से ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकता। मेरे परिवार के सदस्यों के यहां बेवजह सर्च की जा रही है। ईडी के अफसरों का हम पूरा सहयोग करेंगे। मुझे भी पहले से पता था कि ईडी तो एक दिन पहुंचेगी, यदि पहुंचेगी तो मैं भी तैयार हूं। खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी के लोगों से कहना चाहूंगा कि आप ही सरकार में नहीं रहोगे। सरकारें बदलती रहती हैं। जमाना बदलेगा। आपने यह कार्रवाई शुरू की है, कल बीजेपी वालों के खिलाफ भी हम यही कार्रवाई करेंगे। डरते थोड़े ही हैं। मेरा नाम प्रताप सिंह खाचरिवास है। मुझे सबका इलाज करना आता है।

Kolar News

Kolar News

जम्मू । उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे लाइन के कटरा-सांगलदान खंड पर मंगलवार को विशेष वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक किया गया। कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले 272 किलोमीटर लम्बे इस रेलवे खंड का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 अप्रैल को करेंगे।     रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रायल रन चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के उद्घाटन की अंतिम तैयारियों का हिस्सा है, जो रेलवे परियोजना के कटरा-सांगलदान खंड में आता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कटरा होते हुए श्रीनगर तक जाने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के इस पुल से होकर जाने वाली ट्रेन में यात्रा करने की उम्मीद है। इसके बाद कटरा और बारामुला के बीच ट्रेन सेवाओं का संचालन शुरू होने पर कश्मीर देश के बाकी हिस्सों से जुड़ जाएगा। उन्होंने बताया कि कटरा-सांगलदान सेक्शन के महत्वपूर्ण स्थानों के साथ ही कश्मीर तक पूरे ट्रैक पर बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।   रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने पूरी तैयारी कर ली है और अब यह सेक्शन उद्घाटन और हरी झंडी दिखाने के समारोह के लिए तैयार है। यह पूरा इलाका कश्मीर के धार्मिक, पर्यटन और कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। उद्घाटन के दिन दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलेंगी, एक श्रीनगर से कटरा और दूसरी कटरा से श्रीनगर तक। रेलवे ने पिछले तीन महीनों में कटरा-कश्मीर ट्रैक के विभिन्न खंडों पर आठ परीक्षण किए हैं, जिनमें भारत का पहला केबल-स्टेड रेल पुल, अंजी खाद पुल और कौरी में चिनाब पर प्रतिष्ठित आर्च ब्रिज शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

मुंबई । फिल्म अभिनेता सलमान खान की कार को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सोमवार को मुंबई पुलिस अलर्ट हो गई और उनके बांद्रा स्थित आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट पर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही सलमान और उनके परिवार की सुरक्षा का जायजा भी पुलिस ने लिया है। पुलिस के अनुसार फिल्म अभिनेता सलमान खान को मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप पर उनकी कार को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इस धमकी में दावा किया गया है कि वे अभिनेता के घर में घुसकर मारेंगे और उनकी कार को बम से उड़ा देंगे। इस धमकी की शिकायत मुंबई पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध दर्ज कर ली है और धमकी देने वाले की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इस धमकी भरे मैसेज के मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने तत्काल बांद्रा स्थित सलमान खान के निवास गैलेक्सी अपार्टमेंट पर सुरक्षा की समीक्षा की और सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही सलमान खान को और उनके परिवार के सदस्यों को पुलिस सुरक्षा के दायरे में रहने का निर्देश दिया गया है। पिछले साल बिश्नोई गैंग से जुड़े शूटरों ने सलमान के घर पर गोलियां चलाई थीं, जिसके बाद अभिनेता की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। पिछले दो सालों में यह पांचवीं बार है जब अभिनेता को जान से मारने की धमकी मिली है। सलमान खान के पिता सलीम खान को भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। इतना ही नहीं पिछले साल, मुंबई पुलिस ने अभिनेता की पनवेल स्थित उनके फार्महाउस में हत्या की साजिश का भी पर्दाफाश किया था। लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के शूटर कथित तौर पर अभिनेता का पीछा कर रहे थे और फार्महाउस पर पहुंचने पर उन्हें मारने की योजना बना रहे थे। फिलहाल पुलिस धमकी देने वाले का काल ट्रेस कर रही है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर के साथ कैसा व्यवहार किया। उन्हें बार-बार अपमानित किया और दो बार चुनाव में हराया । उन्हें व्यवस्था से बाहर रखने के लिए षड्यंत्र रचे गए। यहां तक की उनके जाने के बाद भी उनकी विरासत मिटाने की कोशिश की गई। उन्होंने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए हरियाणा में हिसार की जनसभा में यह बात कही। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाबा साहेब ने देश को समानता की राह दिखाई लेकिन कांग्रेस ने देशभर में वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान वक्फ कानून का भी जिक्र किया और उसे कांग्रेस की कुनीति का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए बाकी समाज को बेहाल, अशिक्षित और गरीब रखा। उन्होंने कहा कि नए वक्फ कानून में ऐसी व्यवस्था की गई है कि आदिवासी की जमीन को हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में वक्फ बोर्ड हाथ भी नहीं लगा पाएगा। उन्होंने कहा कि नए प्रावधानों में वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान होगा। मुस्लिम समाज के गरीब और पसमांदा परिवारों, महिलाओं, विद्वान और बच्चों को उनका हक मिलेगा। यही सही मायने में सामाजिक न्याय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले हिसार में एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग की आधारशिला रखी और अयोध्या के लिए सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि आज यह गर्व का विषय है कि भाजपा विकसित हरियाणा, विकसित भारत को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर प्रधानमंत्री ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष और जीवन संदेश भाजपा सरकार की 11 साल की यात्रा का प्रेरणा स्तंभ बना रहा है। हमारा हर दिन, हर फैसला बाबा साहेब को समर्पित रहा है। हिसार से अयोध्या के लिए सीधी विमान उड़ान सेवा की शुरुआत पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे कृष्ण की पावन भूमि आज प्रभु राम की नगरी से सीधी जुड़ गई है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही यहां से दूसरे शहरों के लिए भी उड़ान शुरू होंगी। उन्होंने एक बार फिर अपना 'हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में उड़ेगा' के अपने वादे को दोहराया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस पर एससी-एसटी और ओबीसी के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में केवल 100 में से 16 परिवारों तक ही पेयजल की सुविधा पहुंचाई गई थी लेकिन पिछले 6 और 7 सालों में किए गए प्रयासों से अब यह 100 में से 80 पहुंच गई है। हमारा लक्ष्य इसे शत प्रतिशत तक ले जाना है। भाजपा के शीर्ष नेता मोदी ने कर्नाटक में मुसलमान को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह डॉ. साहेब की उस सोच के विरुद्ध है जिनमें उन्होंने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अखिल भारतीय फॉरेंसिक साइंस समिट (एआईएफएसएस) 2025 को संबोधित करते हुए कहा कि देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को पुख्ता बनाने के लिए फॉरेंसिक साइंस बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि आज के जमाने में अगर समय पर न्याय उपलब्ध कराना है और दोषसिद्धि दर को बढ़ाना है, तो यह फॉरेंसिक साइंस के बगैर संभव नहीं है।गृहमंत्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार न्याय प्रणाली को जनकेंद्रित बनाने के लिए प्रयासरत है। साथ ही न्याय मांगने वालों को समय पर न्याय मिले और न्याय मिलने की संतुष्टि भी हो इसके लिए सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी के माध्यम से सुरक्षित, सक्षम और समर्थ भारत की रचना मोदी सरकार का मुख्य उद्देश्य है।उन्होंने कहा कि क्रिमिनल जस्टिस को पुख्ता करने के लिए लाए गए तीन नए कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन और आतंकवाद से निपटने के लिए भविष्य में फोरेंसिक साइंस की भूमिका को लेकर यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। शाह ने कहा कि विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने, नीतियों की चर्चा करने, भविष्य की रणनीति बनाने और उन्हें आकार देने एवं एक सर्वस्वीकृत समाधान के लिए यह फॉरेंसिक साइंस समिट बहुत उपयोगी साबित होगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली ।  इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का प्रदर्शन अब तक बेहद निराशाजनक रहा है। शुक्रवार (11 अप्रैल) को कोलकाता नाइट राइडर्स से करारी हार झेलने के बाद टीम लगातार पाँचवाँ मैच हार गई और अंकतालिका में नौवें स्थान पर खिसक गई है। इसके बावजूद टीम के बल्लेबाजी कोच माइकल हसी का मानना है कि सीएसके अब भी प्लेऑफ में जगह बना सकती है।   कोलकाता से हार के बाद माइकल हसी ने कहा, "हम अभी हार मानने को तैयार नहीं हैं। टूर्नामेंट लंबा है और इसमें बस चौथे स्थान पर पहुंचना जरूरी होता है। हां, इस वक्त हमारे पास कोई मोमेंटम नहीं है और हम अच्छा क्रिकेट नहीं खेल पा रहे हैं, ये हम मानते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि चीजें बदल नहीं सकतीं।"   उन्होंने आगे कहा, "अगर हम एक-दो जीत दर्ज कर पाएं तो टीम का आत्मविश्वास लौटेगा और तब कुछ भी हो सकता है। हमें भरोसा है कि हम टेबल में अंतिम चार में जगह बना सकते हैं।"   सीएसके की लगातार हार के बाद टीम में बदलाव की मांग उठ रही है, लेकिन हसी इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह समय है एकजुट रहने का, न कि सबकुछ बदलने का। हमारे खिलाड़ी जिस अंदाज में खेलने के आदी हैं, हम उन्हें अचानक एकदम अलग तरीके से खेलने के लिए नहीं कह सकते। सीएसके हमेशा स्थिरता में विश्वास रखती है, और हमें उसी पर कायम रहना है।"   टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका न दिए जाने पर उठ रहे सवालों के बीच हसी ने कहा कि अनुभव का अपना महत्व है। उन्होंने कहा, "शेन वॉटसन और अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों ने अपने करियर के अंतिम दौर में सीएसके के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। मुझे अब भी लगता है कि हमारे अनुभवी खिलाड़ी टीम के लिए काफी कुछ दे सकते हैं।"   माइकल हसी ने कहा कि मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग, कप्तान एमएस धोनी और चोट के बावजूद टीम के साथ बने रहने वाले रुतुराज गायकवाड़ मिलकर टीम को एकजुट रखेंगे। उन्होंने सीएसके फैन्स से भी समर्थन बनाए रखने की अपील की।   उन्होंने कहा, "हमारे पास अब भी टैलेंट है और हम इस स्थिति से निकल सकते हैं। लेकिन इसके लिए मेहनत करनी होगी। हमारी फैन बेस शुरू से शानदार रही है और हमें उम्मीद है कि वो इस कठिन वक्त में भी हमारे साथ बने रहेंगे।"  

Kolar News

Kolar News

लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार के लाए गए वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्हाेंने इस विषय पर विपक्ष की चुप्पी को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया है।   मायावती ने एक्स पर लिखा है कि वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में लम्बी चर्चा हुई। इस पर नेता प्रतिपक्ष के कुछ नहीं बोलना अर्थात सीएए की तरह संविधान उल्लंघन का मामला होने के विपक्ष के आरोप के बावजूद इनका चुप्पी साधे रहना क्या उचित है। इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व इनके इण्डिया गठबंधन में भी बेचैनी हाेना स्वाभाविक है। वैसे भी देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा आदि में इन वर्गों के आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी करके इन्हें वंचित बनाए रखने के मामले में कांग्रेस, भाजपा आदि ये पार्टियां बराबर की दोषी हैं। धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी इनके छलावा से बचना जरूरी है।   पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके ऐसे रवैयों के कारण उत्तर प्रदेश में भी बहुजनों की स्थिति हर मामले में काफी बदहाल व त्रस्त जबकि भाजपाइयों को कानून हाथ में लेने की पूरी छूट है। बिजली व अन्य सरकारी विभागों में बढ़ते हुए निजीकरण से हालात चिन्तनीय है। सरकार जनकल्याण का संवैधानिक दायित्व सही से निभाए।    

Kolar News

Kolar News

किश्तवाड़ ।  जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छत्रू वन क्षेत्र में शुक्रवार से चल रही मुठभेड़ में दो और अज्ञात आतंकवादी मारे गए। इस तरह मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई।एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन में अब तक दो और आतंकवादी मारे गए हैं। इलाके में ऑपरेशन जारी है। गौरतलब है कि 9 अप्रैल को छत्रू के जंगलों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई थी। सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधि देखकर मोर्चा संभाला था।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन (ईएलआई) योजना का लाभ युवाओं को नहीं मिल पाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि साल 2024 में इस मद में आवंटित 10 हजार करोड़ रुपये की राशि भी बिना उपयोग के वापस कर दी गई। इस तरह यह योजना बेमानी साबित हो रही है।राहुल गांधी ने आज एक बयान में कहा कि 2024 के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे युवाओं को रोजगार देने का वादा करते हुए बहुत धूमधाम से ईएलआई योजना की घोषणा की थी। इस योजना की घोषणा किए हुए लगभग एक साल हो गया है, सरकार ने इसे परिभाषित भी नहीं किया है और इसके लिए आवंटित 10 हजार करोड़ रुपये वापस कर दिए हैं।कांग्रेस नेता ने कहा कि केवल बड़े कॉरपोरेट्स पर ध्यान केंद्रित करके, निष्पक्ष व्यापार की बजाय कुछ खास व्यापारिक घरानों को बढ़ावा देकर, उत्पादन की बजाय असेंबली को प्राथमिकता देकर और स्वदेशी कौशल की उपेक्षा करके नौकरियां पैदा नहीं की जा सकतीं। करोड़ों नौकरियां पैदा करने का तरीका एमएसएमई में बड़े पैमाने पर निवेश, निष्पक्ष बाजार जहां प्रतिस्पर्धा पनप सके, स्थानीय उत्पादन नेटवर्क के लिए समर्थन और सही कौशल से लैस युवाओं के माध्यम से है।उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अत्यंत जोरशोर के साथ ईएलआई की घोषणा की लेकिन यह 10 हजार करोड़ की योजना कहां गायब हो गई? क्या आपने अपने वादों के साथ हमारे बेरोजगार युवाओं को छोड़ दिया है? उन्होंने कहा कि जब देश में बेरोजगारी चरम पर है और युवा हताश हैं, तब भी सरकार की यह लापरवाही सिर्फ चौंकाने वाली ही नहीं, शर्मनाक भी है।

Kolar News

Kolar News

अशोकनगर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारा भारत ऋषियों, मनीषियों और संतों की धरती है। आनंदपुर धाम में आकर मन अभिभूत है। हृदय आनंद से भर गया। जिस भूमि का कण-कण संतों की तपस्या से सींचा गया हो, जहां परमार्थ परंपरा बन गया हो। वो धरती साधारण नहीं है। हमारे संतों ने अशोकनगर के बारे में कहा था कि यहां शोक आने से डरता है।   प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान अशोकनगर जिले के ईसागढ़ तहसील स्थित श्री आनंदपुर धाम में सत्संग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से आए अनुयायी उपस्थित थे।   प्रधानमंत्री ने कहा कि जब-जब हमारा भारत, हमारा समाज किसी मुश्किल दौर से गुजरता है, कोई न कोई ऋषि, मनीषी इस धरती पर अवतरित होकर समाज को नई दिशा देता है। हम स्वामी अद्वैतानंद महाराज जी के जीवन में भी इसकी झलक देख सकते हैं। एक समय था, जब आदि शंकराचार्य जैसे आचार्यों ने अद्वैत दर्शन के गहरे ज्ञान की व्यख्या की थी। इसी परंपरा में अद्वैतानंद जी महाराज ने भारत के जन सामान्य तक इसे पहुंचाने का बीड़ा उठाया। महाराज जी ने अद्वैत के ज्ञान को हम सभी के लिए और सरल बनाया, उसे सामान्य मानवी के लिए और सुलभ कर दिया।   उन्होंने कहा कि दुनिया में भौतिक उन्नति के बीच मानवता के लिए युद्ध, संघर्ष और मानवीय मूल्यों से जुड़ी कई चिंताएं हमारे सामने हैं। इनकी जड़ में क्या है। इनकी जड़ में अपने और पराए की मानसिकता है। ये मानसिकता मानव से मानव को दूर करती है। आज विश्व भी सोच रहा है इनका समाधान कहां मिलेगा। इनका समाधान अद्वैत के विचार में मिलेगा। अद्वैत यानी यहां कोई द्वैत नहीं है। उन्होंने कहा कि अशोकनगर और आनंदपुर धाम ने देश को बहुत कुछ दिया है। इनका विकास भी हमारी जिम्मेदारी है। इस क्षेत्र को कला संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का वरदान प्राप्त है। यहां विकास और विरासत की असीम संभावनाएं है। इसलिए हम हम प्रदेश और अशोकनगर में तेजी से विकास कर रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार अभी से ही उज्जैन के सिंहस्थ की तैयारियों में जुटी है।   उन्होंने कहा कि गरीब और वंचित के उत्थान का संकल्प, सबका साथ सबका विकास का मंत्र, सेवा की भावना सरकार की नीति है। निष्ठा भी है। सेवा की भावना हमारे व्यक्तित्व को भी निखारती है। सेवा हमें व्यक्तिगत दायरे से निकालकर मानवता के बड़े उद्देश्य से जोड़ती है। सेवा की भावना हमारी सरकार के हर प्रयास के केंद्र में है। आज हर जरूरतमंद प्रधानमंत्री अन्न योजना के चलते खाने की चिंता से मुक्त हैं। हर गरीब-बुजुर्ग आयुष्मान योजना के कारण इलाज की चिंता से मुक्त है। पीएम आवास योजना के कारण पक्के घर की चिंता से मुक्त हो रहा है। जल जीवन मिशन के कारण गांव-गांव में जल समस्या खत्म हो रही है।   इससे पहले प्रधानमंत्री ने आनंदपुर धाम पहुंचकर परमहंस अद्वैत मत के मंदिरों में दर्शन किए। उन्होंने यहां गुरुजी महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने यहां प्रमुख गुरु महाराज से भी भेंट की और श्री आनंदपुर धाम स्थित मंदिर परिसर का भी दौरा किया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए हमले के मुख्य आरोपित तहव्वुर हुसैन राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के दिल्ली स्थित मुख्यालय में आज से पूछताछ शुरू कर दी गयी है।सूत्रों ने बताया कि राणा को एनआईए मुख्यालय के सेल में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। ये सेल सीसीटीवी कैमरों से लैस है। राणा जिस बाथरूम का इस्तेमाल करेगा वो भी सेल के अंदर ही है। इस सेल में मल्टीपल लेयर डिजटल सिक्योरिटी के साथ-साथ 24 घंटे पहरा है। सेल के अंदर जाने की इजाजत सिर्फ एनआईए के कुछ अधिकारियों को ही है। राणा को मुख्यालय में भी कम से कम मूवमेंट करवाई जाएगी और कैमरों की निगरानी में रिकॉर्डिंग के साथ पूछताछ की जाएगी। ये पूछताछ आज से शुरू हो गई है।शुरुआती पूछताछ में एनआईए की कोशिश होगी कि राणा से ये पता लगाया जाए कि पाकिस्तान में उसका हैंडलर कौन था? उसे फंडिंग कहां से मिल रही थी? स्लीपर सेल कौन-कौन हैं? भारत में उसके कारोबारी पार्टनर कौन थे? यहां किसे-किसे फंडिंग दी गई थी। इसके अलावा हेडली की भारत में किसने मदद की और पैसे किन-किन को दिए गए।उल्लेखनीय है कि प्रत्यर्पण की लंबी कार्यवाही के बाद अमेरिका से विशेष विमान से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचने के बाद राणा को गुरुवार को एनआईए ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया था। उसको पटियाला हाउस स्थित एनआईए के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 18 दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया। इसके बाद उसे आगे की पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय ले जाया गया।

Kolar News

Kolar News

उधमपुर । उधमपुर जिले के रामनगर इलाके में आतंकियों की धर-पकड़ के लिए चल रहे अभियान के दौरान गुरुवार सुबह फिर से गोलीबारी शुरू हो गई है। सुरक्षाबलों ने जोफर के घने जंगल क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए तलाशी अभियान तेज कर दिया है।   यह मुठभेड़ बुधवार को शुरू हुई थी, जब पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन से जुड़े होने तथा भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी मिली थी। दो से तीन आतंकवादियों वाला यह समूह जोफर क्षेत्र में सुरक्षाबलों के घेरे में फंस गया था, जिसके बाद सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमों ने त्वरित कार्रवाई की थी।   अधिकारियों ने कहा कि रात भर रुक-रुक कर गोलीबारी के साथ अभियान जारी रहा, लेकिन गुरुवार सुबह जब सुरक्षाबल संदिग्ध क्षेत्र की ओर बढ़े तो भारी गोलीबारी फिर से शुरू हो गई।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान बिम्स्टेक देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक के लिए काठमांडू (नेपाल) में हैं। उन्होंने वहां बैठक के बाद गुरुवार को परिवार के साथ पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन किये और मंदिर प्रांगण में रुद्राक्ष और हरसिंगार के पौधे रोपे।शिवराज सिंह ने इस बारे में सोशल मीडिया एक्स पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि बिम्स्टेक देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक के लिए काठमांडू में हूं। बैठक के बाद आज परिवार के साथ पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन किये। यहां मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ आत्मीय भेंट हुई। भगवान पशुपतिनाथ के पावन प्रांगण में रुद्राक्ष और हरसिंगार के पौधे रोपने का सौभाग्य मिला।उन्होंने कहा, "चार वर्ष पूर्व नर्मदा मैया की गोद में रोपे संकल्प का बीज पशुपति महादेव के आंगन तक पहुंच गया है। मैं तो बस एक निमित्त हूं, कर्म का यह मार्ग, शिव की प्रेरणा है। महादेव की कृपा बनी रहे और प्रकृति की सेवा का यह संकल्प इसी प्रकार पल्लवित, पुष्पित होता रहे, पशुपतिनाथ के चरणों में यही प्रार्थना है। हर हर महादेव।"

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । पश्चिम बंगाल में वक्फ संपत्तियों पर कथित जबरन कब्जे को लेकर केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने गृह मंत्री अमित शाह के मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, एक राज्यसभा सांसद और एक निगम पार्षद समेत चार नेताओं के नाम शामिल हैं। रिपोर्ट में हाल ही में दिवंगत हुए एक विधायक का नाम भी दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार संसद में वक्फ से जुड़ी विधेयक पर बहस शुरू होने से पहले ही यह रिपोर्ट दिल्ली भेजी गई थी।   रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, उनमें वक्फ बोर्ड के दो मौजूदा सदस्य भी शामिल हैं। इनमें एक हैं नासिरुद्दीन अहमद, जो नदिया के कालिगंज से विधायक थे। उनका कुछ महीने पहले उनका निधन हो चुका है। उन पर कृष्णनगर स्थित साहिबुल्ला वक्फ एस्टेट के तीन हजार वर्गफुट क्षेत्र के एक फ्लैट पर जबरन कब्जा करने का आरोप है। दूसरे सदस्य तृणमूल के राज्यसभा सांसद नदीमुल हक हैं, जिन पर कोलकाता के तालबगान रोड स्थित वक्फ की करीब एक बीघा से अधिक (22 कट्ठा) जमीन कब्जा करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट में मंत्री फिरहाद हकीम और कोलकाता नगर निगम के एक पार्षद का नाम भी शामिल है, हालांकि इन दोनों के खिलाफ आरोपों का ब्योरा स्पष्ट नहीं किया गया है।   रिपोर्ट सामने आने के बाद फिरहाद हकीम ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह जानबूझकर उन्हें और तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा कानून का पालन करते हैं और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं हैं। उनके मुताबिक, यह पूरी तरह से परेशान करने की कोशिश है। उधर वक्फ संपत्तियों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच पहले से ही तनातनी चल रही है। ऐसे समय में यह रिपोर्ट सामने आने से राजनीतिक माहौल और गरमा गया है।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

हंदवाड़ा । कुपवाड़ा जिले के विलेजाम के हफराडा गांव में सुरक्षाबलों ने बुधवार को एक शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का पता लगाकर उसे निष्क्रिय करने के बाद एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया है।   आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 2 राजपूत रेजिमेंट की एक रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) ने इलाके में नियमित गश्त के दौरान सड़क के किनारे एक संदिग्ध वस्तु देखी। बारीकी से निरीक्षण करने पर सैनिकों ने पाया कि यह एक प्लांटेड आईईडी थी, जिसका वजन लगभग 8 किलोग्राम था। पता चलने के बाद आरओपी ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित किया। इसके तुरंत बाद हंदवाड़ा पुलिस का विशेष अभियान समूह (एसओजी) मौके पर पहुंचा और क्षेत्र की सुरक्षा में सेना के साथ शामिल हो गया।   बिना देरी किए बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को बुलाया गया और आईईडी को सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे एक बड़ी घटना होने से बच गई। बाद में यह सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र की गहन तलाशी ली गई कि कोई अतिरिक्त खतरा न हो। अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट होने पर जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था, क्योंकि इस मार्ग का उपयोग सुरक्षाबल और नागरिक अक्सर आवाजाही के लिए करते हैं।

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चिंता जताई और केन्द्र की भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया। खरगे ने कहा कि पिछले 11 साल से सत्ताधारी पार्टी संवैधानिक मूल्यों, संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रही है, इससे रोकने की जरूरत है और इसके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। केन्द्र सरकार का यह रवैया है, लोकतंत्र को धीरे-धीरे खत्म कर रहा है।     साबरमती तट पर बसे अहमदाबाद में चल रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने   हाल ही में हुए बजट सत्र के दौरान सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्पीकर ने राहुल गांधी का नाम लिया, लेकिन बाद में उन्हें बोलने नहीं दिया गया। यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। यह सरकार सामान्य लोगों को कहा बोलने देगी। नेता विपक्ष की बात को दबाई जा रही है तो आज की सरकार की मानसिकता समझी जा सकती है।खरगे ने कहा कि आज देश में जनता के मुद्दों पर चर्चा होने के बजाए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि मणिपुर जैसे मुद्दे पर सुबह 4.30 बजे चर्चा होती है। उन्होंने संसद में कहा था कि इस मुद्दे पर वे बात करना चाहते हैं, क्योंकि इस मुद्दो पर हमें बोलना है कि मणिपुर में क्या चल रहा है। इसके बावजूद सरकार ने हमारी बात नहीं मानी। इसका आशय है कि मणिपुर मामले में सरकार कुछ छुपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सुबह 5 बजे तक संसद चली, लोग सो रहे थे, इस समय सरकार बिल लाती है। सरकार का यह रवैया है, लोकतंत्र को धीरे-धीरे खत्म कर रहा है।     खरगे ने कहा कि अमेरिका ने हम पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया है, परंतु सरकार ने इस पर चर्चा नहीं होने दी। खरगे ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने बड़े-बड़े कारखाने बनाए, जिसे मोदी खत्म कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट, पोर्ट, माइनिंग, पावर, मीडिया हाउस, टेलिकम्यूनिकेशन, सेटेलाइट टेक्नोलॉजी आदि उद्योगपति मित्रों को दिया जा रहा है। यह कोई व्यक्तिगत या पार्टी की बात नहीं है। आखिर हम अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या देना चाहते हैं। इसका उनके पास कोई उत्तर नहीं है। वे कांग्रेस को गाली देने के सिवाय कोई बात नहीं करते हैं।   चुनाव व्यवस्था पर खरगे ने कहा कि दुनिया के विकसित देशों ने ईवीएम छोड़कर बैलेट पेपर को अपना लिया है, लेकिन यहां ईवीएम चल रही है। 140 करोड़ लोगों को लोकतंत्र में विश्वास है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को तय करना चाहिए कि ईवीएम से चुनाव होना चाहिए या बैलेट पेपर से। खरगे ने कहा कि राहुल गांधी ने यह सवाल संसद और प्रेस में उठाया, लेकिन सरकार पर इसका असर नहीं हुआ। लोकसभा और विधानसभा में 50 लाख मतों का अंतर आता है, ऐसे में यह विचार किया जा सकता है कि किस तरह की मतदाता सूची होगी। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महंगाई, दलितों की स्थिति, आदिवासियों की स्थिति पर बात की। उन्होंने इन सभी मुद्दों पर लोगों के साथ अन्याय होने की बात की। खरगे ने कहा कि दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग के बच्चे शिक्षा से दूर हो रहे हैं। सरकार की विफलता के कारण एक ऐसा वर्ग तैयार हो रहा है, जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद नौकरी से वंचित है। कांग्रेस के अधिवेशन के आज के सत्र शुरू होने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने अधिवेशन स्थल के बाहर फ्लैग होस्टिंग किया। मंचासीन अतिथियों के स्वागत आदि के बाद अधिवेशन शुरू हुआ।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में भारत की बौद्धिक और आध्यात्मिक विरासत को आकार देने में जैन साहित्य की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जैन साहित्य भारत के बौद्धिक गौरव की रीढ़ रहा है और इस ज्ञान को संरक्षित करना एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में प्राकृत और पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के केंद्र सरकार के फैसले का उल्लेख करते हुए बताया कि इससे जैन साहित्य पर और अधिक शोध हो सकेगा। भाषा को संरक्षित करने से ज्ञान का अस्तित्व बना रहता है और भाषा का विस्तार करने से ज्ञान का विकास होता है। प्रधानमंत्री ने भारत में सदियों पुरानी जैन पांडुलिपियों के अस्तित्व का उल्लेख किया और प्रत्येक पृष्ठ को इतिहास का दर्पण और ज्ञान का सागर बताते हुए गहन जैन शिक्षाओं का हवाला दिया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ग्रंथों के धीरे-धीरे लुप्त होने पर चिंता व्यक्त की और इस वर्ष के बजट में घोषित ज्ञान भारतम मिशन के शुभारंभ का उल्लेख किया। उन्होंने देशभर में लाखों पांडुलिपियों का सर्वेक्षण करने और प्राचीन विरासत को डिजिटल बनाने की योजना साझा की, जिससे पुरातनता को आधुनिकता से जोड़ा जा सके। उन्होंने इस पहल को अमृत संकल्प बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नया भारत आध्यात्मिकता के साथ दुनिया का मार्गदर्शन करते हुए एआई के माध्यम से संभावनाओं की खोज करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जैन धर्म वैज्ञानिक और संवेदनशील है, जो अपने मूल सिद्धांतों के माध्यम से युद्ध, आतंकवाद और पर्यावरण संबंधी मुद्दों जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करता है। अनेकांतवाद में विश्वास युद्ध और संघर्ष की स्थितियों को रोकता है, दूसरों की भावनाओं और दृष्टिकोणों की समझ को बढ़ावा देता है। उन्होंने दुनिया को अनेकांतवाद के दर्शन को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वैश्विक संस्थाएं अब भारत की ओर देख रही हैं क्योंकि इसकी प्रगति ने दूसरों के लिए रास्ते खोले हैं। उन्होंने इसे जैन दर्शन परस्परोपग्रहो जीवनम् से जोड़ा, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि जीवन परस्पर सहयोग पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण ने भारत से वैश्विक उम्मीदें बढ़ा दी हैं और राष्ट्र ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। मोदी ने सामूहिक नवकार मंत्र के जाप के बाद सभी से नौ संकल्प लेने का आग्रह किया। पहला संकल्प जल संरक्षण था, उन्होंने बुद्धि सागर महाराज के शब्दों को याद किया, जिन्होंने 100 साल पहले भविष्यवाणी की थी कि पानी दुकानों में बेचा जाएगा। उन्होंने पानी की हर बूंद का महत्व समझने और उसे बचाने की आवश्यकता पर बल दिया। दूसरा संकल्प मां के नाम पर एक पेड़ लगाना है। उन्होंने हाल के महीनों में 100 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए जाने का उल्लेख किया और सभी से अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाने और उनके आशीर्वाद की तरह उसका पालन-पोषण करने का आग्रह किया।   उन्होंने इस संबंध में गुजरात में 24 तीर्थंकरों से संबंधित 24 पेड़ लगाने के अपने प्रयासों को भी याद किया, जो कुछ पेड़ों की अनुपलब्धता के कारण पूरा नहीं हो सका। हर गली, मोहल्ले और शहर में स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए, सभी से इस मिशन में योगदान देने का आग्रह करते हुए, मोदी ने तीसरे संकल्प के रूप में स्वच्छता मिशन का उल्लेख किया। वोकल फॉर लोकल चौथा संकल्प है, उन्होंने स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने, उन्हें वैश्विक बनाने और उन वस्तुओं का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिनमें भारतीय मिट्टी और भारतीय श्रमिकों के पसीने की खुशबू है। पांचवां संकल्प भारत की खोज है और उन्होंने लोगों से विदेश यात्रा करने से पहले भारत के विविध राज्यों, संस्कृतियों और क्षेत्रों का पता लगाने का आग्रह किया, देश के हर कोने की विशिष्टता और मूल्य पर जोर दिया।   प्राकृतिक खेती को अपनाना छठा संकल्प है, प्रधानमंत्री ने जैन सिद्धांत का उल्लेख किया कि एक जीव को दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए और धरती माता को रसायनों से मुक्त करने, किसानों का समर्थन करने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने सातवें संकल्प के रूप में स्वस्थ जीवन शैली का प्रस्ताव रखा और बाजरा (श्री अन्न) सहित भारतीय आहार परंपराओं की वापसी, तेल की खपत में 10 प्रतिशत की कमी और संयम और संयम के माध्यम से स्वास्थ्य बनाए रखने की वकालत की। उन्होंने आठवें संकल्प के रूप में योग और खेल को शामिल करने का प्रस्ताव रखा और शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति सुनिश्चित करने के लिए योग और खेल को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया, चाहे वह घर हो, काम हो, स्कूल हो या पार्क हो। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये संकल्प जैन धर्म के सिद्धांतों और एक स्थायी और सामंजस्यपूर्ण भविष्य की दृष्टि से मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि ये नौ संकल्प व्यक्तियों में नई ऊर्जा भरेंगे और युवा पीढ़ी को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। इनके कार्यान्वयन से समाज में शांति, सद्भाव और करुणा को बढ़ावा मिलेगा।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सुरक्षा स्थिति और परिचालन तत्परता की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को श्रीनगर का दौरा करके चिनार कोर कमांडर से ताजा हालात की जानकारी ली। उन्होंने मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों और उच्च परिचालन मानकों को बनाए रखने पर चर्चा की। इससे पहले जनरल द्विवेदी ने वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और आधुनिक युद्ध की तैयारियों पर जोर दिया।   भारतीय सेना के मुताबिक थल सेनाध्यक्ष जनरल द्विवेदी ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और बलों की परिचालन तत्परता का आकलन करने के लिए श्रीनगर का दौरा किया और वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य पर व्यापक मुद्दों पर चर्चा की। जनरल द्विवेदी को चिनार कॉर्प्स कमांडर ने क्षेत्र के नवीनतम घटनाक्रम और परिचालन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सेना प्रमुख ने फॉर्मेशन कमांडर के साथ भी मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों और समग्र सुरक्षा परिदृश्य से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।   जनरल उपेंद्र द्विवेदी का यह दौरा सेना के उच्च परिचालन मानकों को बनाए रखने के लिए चल रहे उन प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें सेना किसी भी सुरक्षा खतरे से निपटने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है। भारतीय सेना जम्मू और कश्मीर में विकसित सुरक्षा गतिशीलता के प्रति सतर्क है और नेतृत्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए नियमित रूप से परिचालन इकाइयों के साथ जुड़ रहा है।   एक सप्ताह पहले सीओएएस जनरल द्विवेदी ने युद्ध की बदलती प्रकृति के बीच सशस्त्र बलों के बीच संयुक्तता और एकीकरण की आवश्यकता को रेखांकित किया था। सेना प्रमुख ने वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में 80वें स्टाफ कोर्स कर रहे भारतीय सशस्त्र बलों के छात्र अधिकारियों और स्थायी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए युद्ध की बदलती प्रकृति, भारत के सामने मौजूद रणनीतिक चुनौतियों और सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और तालमेल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। सेना प्रमुख ने अधिकारियों से उभरते सुरक्षा खतरों के प्रति अपने दृष्टिकोण में सक्रिय रहने का आग्रह किया। जनरल द्विवेदी को डीएसएससी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने स्टाफ कोर्स पाठ्यक्रम को भविष्य के युद्धों की चुनौतियों के अनुरूप ढालने के बारे में जानकारी दी, जिसमें तीनों सेनाओं के 40 अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज तमिलनाडु के राज्यपाल पर कठोर टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल का तमिलनाडु विधानसभा में पारित 10 विधेयकों को लंबित रखना 'असंवैधानिक' है। जस्टिस जेबी पारदीवाला की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि इन विधेयकों पर राष्ट्रपति की ओर से उठाए गए कदम का कोई मतलब नहीं है। इन विधेयकों को विधानसभा की ओर से दोबारा पारित करने के बाद इन्हें राज्यपाल की सहमति मिला हुआ माना जाएगा।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल की मंशा ठीक नहीं थी। उन्होंने इन विधेयकों को लंबे समय तक अपने पास रखने के बाद राष्ट्रपति के पास भेजा।राष्ट्रपति के पास भी तब भेजा गया जब सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के राज्यपाल वाले मामले में अपना फैसला सुनाया। पंजाब के राज्यपाल वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यपाल किसी विधेयक को लंबे समय तक रखकर उस पर अपना वीटो नहीं कर सकते हैं।सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत विधानसभा की ओर से पारित विधेयकों पर राज्यपाल को फैसला लेने के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। दिशा-निर्देश के मुताबिक राज्यपाल को विधानसभा की ओर से भेजे गए किसी विधेयक पर फैसला लेने या राज्यपाल के पास भेजने के लिए अधिकतम एक महीने के अंदर फैसला लेना होगा।दिशा-निर्देश के मुताबिक अगर राज्यपाल विधेयक को राज्य सरकार की सलाह के विपरीत राष्ट्रपति की सलाह के लिए रखते हैं तो उस पर भी अधिकतम तीन महीने के अंदर फैसला लेना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने अपने दिशा-निर्देश में कहा है कि अगर राज्य विधानसभा किसी विधेयक को दोबारा पारित कराकर राज्यपाल को भेजती है तो उस पर अधिकतम एक महीने में फैसला करना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर 10 फरवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था।इस दिन सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने इस पर एतराज जताते हुए कहा था कि लगता है कि राज्यपाल खुद की बनाई हुई प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं। बेंच ने कहा था कि विरोध के नाम पर राज्यपाल ने काफी लंबे समय तक पारित विधेयकों को रोके रखा।शीर्ष अदालत ने नवंबर 2020 में सुनवाई के दौरान कहा था कि जब सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया तब राज्यपाल ने विधेयक वापस भेजा। यह विधेयक 2020 से लंबित थे। राज्यपाल, सुप्रीम कोर्ट आने का इंतजार क्यों करते हैं। तब अटार्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा था कि विवाद केवल उन विधेयकों को लेकर है जिसमें राज्य विश्वविद्यालयों में नियुक्ति में राज्यपाल की शक्तियों को वापस लेना है।तमिलनाडु सरकार की याचिका में कहा गया था कि राज्यपाल आरएन रवि ने विधानसभा में पारित विधेयकों पर अपनी सहमति की मुहर नहीं लगाई है। सरकार ने आरोप लगाया था कि राज्यपाल लोकसेवकों पर अभियोजन की अनुमति देने संबंधी फाइल और कैदियों की समय से पहले रिहाई से जुड़ी फाइलों को दबाकर बैठ गए हैं। तमिलनाडु सरकार ने मांग की थी कि राज्यपाल को इन फाइलों को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने का दिशा-निर्देश पारित किया जाए।

Kolar News

Kolar News

अहमदाबाद । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आज सांप्रदायिक विभाजन के जरिए देश के बुनियादी मसलों से ध्यान भटकाया जा रहा है। दूसरी तरफ सामंती एकाधिकार देश के संसाधनों पर क़ब्ज़ा करते हुए शासन को नियंत्रित करने की राह पर हैं। पिछले कई सालों से तमाम राष्ट्रीय नायकों को लेकर एक सोचा समझा षड्यंत्र चलाया जा रहा है। वह अहमदाबाद में मंगलवार सुबह कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक  को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 140 सालों से देश में सेवा और संघर्ष के गौरवशाली इतिहास वाली कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है। ये काम वह लोग कर रहे हैं, जिनके पास अपनी उपलब्धियां दिखाने और आजादी को लड़ाई में अपना योगदान बताने को कुछ भी नहीं है। वह सरदार पटेल और पंडित नेहरू के संबंधों को ऐसा दिखाने का षडयंत्र करते हैं, जैसे दोनों नायक एक दूसरे के खिलाफ थे। जबकि सच्चाई ये है कि वो एक सिक्के के दो पहलू थे। तमाम घटनाएं और दस्तावेज इनके मधुर संबंधों की गवाह हैं। खड़गे ने 1937 में गुजरात विद्यापीठ में सरदार पटेल के एक भाषण का ख़ास जिक्र कर बताया कि उस दौरान नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष थे। गुजरात के नौजवान चाहते थे कि प्रांतीय चुनाव में प्रचार के लिए नेहरू को बुलाया जाये। सरदार पटेल ने 7 मार्च 1937 को कहा कि जिस दिन गुजरात इस चुनाव आंदोलन में विजयी बन कर कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी साबित कर देगा, उस दिन हम कांग्रेस अध्यक्ष नेहरू का फूलों से स्वागत के साथ ही दिल से उनकी आगवानी करेंगे। 14 अक्तूबर 1949 को सरदार पटेल ने नेहरू के अभिनंदन ग्रंथ में कहा था कि पिछले दो कठिन सालों में नेहरू ने देश के लिए जो अथक परिश्रम किया है, वो मुझसे अधिक अच्छी तरह कोई नहीं जानता है। मैंने इस दौरान उनको भारी भरकम उत्तरदायित्व के भार के कारण बड़ी तेजी के साथ बूढे होते देखा है। नेहरू से सरदार पटेल कितना स्नेह करते थे, इन बातों से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये बातें पब्लिक रिकॉर्ड में दर्ज हैं। दोनों के बीच लगभग रोज पत्र-व्यवहार होता था। नेहरू तमाम विषयों में उनकी सलाह लेते थे। पटेल के प्रति नेहरू के मन में अपार आदर था। उनको कुछ सलाह लेनी होती तो वे खुद पटेल के घर जाते थे। पटेल की सुविधा के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठकें उनके निवास पर रखी जाती थीं। गांधी की वैचारिक विरासत ही असली पूंजी है जो सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी के पास है। कांग्रेस को अपने 140 साल के इतिहास में जिन प्रांतों से सबसे अधिक शक्ति मिली उसमें गुजरात अव्वल है। आज हम फिर से यहां प्रेरणा औऱ शक्ति लेने आए हैं। हमारी असली शक्ति देश की एकता, अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है। लेकिन आज उस विचारधारा को आगे बढाने के लिए जरूरी है कि हम सबसे पहले खुद को मज़बूत करें। अपने संगठन को मज़बूत करें।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

पटना/बेगूसराय । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की बेगूसराय में पदयात्रा महज 24 मिनट में खत्म हो गई। वह कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको और नौकरी दो' यात्रा में शामिल होने आए थे। इसके बाद राहुल गांधी पटना के लिए रवाना हो गए।   राहुल गांधी का बेगूसराय में 11 बजे से लेकर 11:45 बजे तक कार्यक्रम तय था। इस दौरान उन्हें पदयात्रा में शामिल होने के साथ ही नुक्कड़ सभा को भी संबोधित करना था, लेकिन राहुल तय समय से 4 मिनट पहले ही 11.41 बजे ही पटना के लिए रवाना हो गए। कपस्या चौक टाउनशिप गेट के पास होने वाली नुक्कड सभा क्यों रद्द की गई, अभी तक इसकी वजह सामने नहीं आ पाई है। राहुल की पदयात्रा के दौरान करीब 10 हजार लोग मौजूद थे। राहुल गांधी को 6-7 डेलीगेट्स से मिलाने का भी प्लान था, लेकिन भारी भीड़ के कारण वो नहीं मिल सके।   राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हेलिकॉप्टर से बेगूसराय से पटना के लिए निकले हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अल्लावरु और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह पटना में होने वाले राहुल गांधी के कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं। वहीं कन्हैया कुमार बेगूसराय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करेंगे।इसलिए वो पटना में आयोजित राहुल गांधी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।   चार माह में तीसरी बार राहुल पहुंचे बिहार राहुल गांधी एक दिवसीय बिहार दौरे पर सोमवार सुबह 10 बजे पटना पहुंचे। एयरपोर्ट के बाहर निकलकर पार्टी के नेताओं से मुलाकात की थी। दोपहर एक बजे पटना में राहुल गांधी श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके बाद वह पार्टी की मीटिंग में भी हिस्सा लेंगे। राहुल गांधी का चार महीने में यह तीसरा बिहार दौरा है।   संविधान सुरक्षा सम्मेलन के  संयोजक अनिल जय हिंद ने बताया, 'एक अप्रैल से सात अप्रैल तक जन्में महापुरुष, जो देश की आजादी के लिए लड़े हैं, उनको विशेष रूप से याद किया जाएगा। आजादी की लड़ाई में शामिल बुद्धु नोनिया की शहादत को याद किया जाएगा। बाबू जगजीवन राम की ऐतिहासिक योगदान के साथ साथ अमर शहीद प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी की जयंती पर भी उनका स्मरण होगा। 

Kolar News

Kolar News

पुंछ । पाकिस्तान की सेना ने रविवार मध्य रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दिगवार सेक्टर में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने के इरादे से भीषण गोलीबारी की।सूत्रों ने कहा कि गोलीबारी का उद्देश्य आतंकवादियों की घुसपैठ को आसान बनाना था। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और दोनों ओर से सारी रात रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही।सेना नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट पर है। उसने आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया। सुबह होते ही क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया। आसपास के क्षेत्रों को घेर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि 25 फरवरी 2021 को नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम समझौता हुआ था। पाकिस्तान कई बार इसका उल्लंघन कर चुका है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (उत्‍पाद शुल्‍क) 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी है। इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतें 2 रुपये बढ़ जाएंगी। नई दरें आज रात 12 बजे से ही लागू होंगे।   राजस्व विभाग की ओर से सोमवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क पर 2-2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। अधिसूचना के मुताबिक पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें 8 अप्रैल से लागू होंगीं। फिलहाल सरकार पेट्रोल पर 19.90 रुपये और डीजल पर 15.80 रुपये प्रति लीटर उत्‍पाद शुल्‍क वसूल रही है। इस इजाफा के बाद पेट्रोल पर उत्‍पाद शुल्‍क 21.90 रुपये लीटर और डीजल पर 17.80 रुपये लीटर लगेगी।   केंद्र सरकार ने यह फैसला वैश्विक कच्‍चे तेल क्रूड ऑयल की कीमतों में जारी उतार-चढ़ाव और ट्रंप प्रशासन की ओर से जवाबी टैरिफ के ऐलान के बीच लिया है। नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर है, जबकि मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 103.94 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर है। उत्‍पाद शुल्‍क बढ़ने के साथ पेट्रोल और डीजल पर वैट और सेस भी बढ़ जाएगा। इसी आधार पर ही नई दरें तय होंगे। नई दरें 8 अप्रैल से लागू होंगी।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । घरेलू सर्राफा बाजार में आज सोना और चांदी में गिरावट का रुख नजर आ रहा है। गुजरे सप्ताह में उतार-चढ़ाव को मिलाकर 24 कैरेट सोना 540 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हुआ है। इसी तरह 22 कैरेट सोना की कीमत 500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक घट गई है। इस गिरावट के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना आज 90,660 रुपये से लेकर 90,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 83,100 रुपये से लेकर 83,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। चांदी के भाव में पिछले एक सप्ताह में करीब 10 हजार रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है। इस जबरदस्त गिरावट के कारण ये चमकीली धातु आज दिल्ली सर्राफा बाजार में आज 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है। देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 90,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 83,250 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 90,660 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 83,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 90,710 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 83,150 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 90,660 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 83,100 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 90,660 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 83,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 90,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 83,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 90,710 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, जबकि 22 कैरेट सोना 83,150 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 90,810 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 83,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 90,660 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 83,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

Kolar News

Kolar News

कोलंबो । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका के दौरे के अंतिम दिन रविवार (आज)  माहो और ओमनथाई जिले के बीच रेलवे लाइन का उद्घाटन करने के साथ ही सिंग्नल सिस्टम का शिलान्यास किया। इस दौरान मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनारा कुमारा दिशानायके साथ ही ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई।    यह रेलवे लाइन श्रीलंका के कुरुनगेला, अनुराधापुरा और ववुनिया जिलों से होकर गुजरती है। यह वहां की नार्दन रेलवे लाइन का करीब 128 किलो मीटर रेल मार्ग है। श्रीलंका की इस रेल परियोजना के लिए भारत ने 2720 करोड़ (318 मिलियन डालर) का ऋण श्रीलंका को दिए हैं। श्रीलंका के विदेश विदेश विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी का श्रीलंका के दौरे का रविवार को अंतिम दिन रहा। उन्होंने यहां पर कई कार्यक्रमों में भाग लिया।  उसके बाद वह भारत के लिए रवाना हो गए।  गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह चौथा श्रीलंका का दौरा है। इससे पहले वह वर्ष 2015, 2017 और 2019 में भी दौरा कर चुके हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीलंका के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी को शनिवार को श्रीलंका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘मित्र विभूषण’ प्रदान किया गया। यह नागरिक सम्मान उन्हें कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने दिया। इस पुरस्कार में दिया गया धर्म चक्र साझा बौद्ध विरासत को दर्शाता है जिसने दोनों देशों की सांस्कृतिक परंपराओं को आकार दिया है। चावल के ढेरों से सजा कलश समृद्धि और नवीनीकरण का प्रतीक है।   इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह इस सम्मान को पाकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ उनका नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों को सम्‍मान है। उन्होंने श्रीलंका और भारत के संबंधों के बारे में कहा कि श्रीलंका केवल पड़ोसी देश नहीं, बल्कि भारत का पारंपरिक और भरोसेमंद मित्र भी है। उन्होंने कहा कि भारत हर मुश्किल घड़ी में श्रीलंका के साथ खड़ा रहा है और आगे भी रहेगा। वहीं श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी की जरूरत के समय श्रीलंका की सहायता करने और निरंतर उनके देश के साथ एकजुटता दर्शाने के लिए सराहना की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को यह आश्वासन दिया कि श्रीलंका अपने क्षेत्र का किसी भी तरह इस्तेमाल नहीं होने देगा जिससे भारत के सुरक्षा हितप्रतिकूल रूप से प्रभावित हों।

Kolar News

Kolar News

दंतेवाड़ा/रायपुर । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि आज मैं मां दंतेश्वरी से आशीर्वाद लेकर आया हूं कि अगले चैत्र नवरात्रि तक यहां से लाल आतंक समाप्त हो जाए और हमारा बस्तर खुशहाल हो। उन्होंने बस्तर के महराजा प्रवीरचंद भंजदेव को याद किया और कहा कि भंजेदव की हत्या कांग्रेस का षड्यंत्र था। केंद्रीय गृहमंत्री शाह बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति से देश-दुनिया को परिचित कराने के लिए दंतेवाड़ा में आयोजित बस्तर पंडुम के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय से करते हुए कहा, "आज चैत्र नवरात्रि की अष्टमी है। मैं अभी-अभी मैं मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर यहां आया हूं कि अगली चैत्र नवरात्रि में यहां से लाल आतंक खत्म हो जाए और हमारा बस्तर फिर से खुशहाल हो।" दंतेश्वरी माई की जय और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारे लगाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, "आज अष्टमी और रामनवमी दोनों है। आज रामलला का बर्थडे है और मैं उनके ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में आया हुआ हूं। पूरे देश को रामनवमी की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।" उन्होंने कहा कि बस्तर से नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर है।  नक्सलियों से अपील है कि वे आत्मसमर्पण करें। नक्सलियों को सरेंडर कराकर गांवों को नक्सल मुक्त कराइये। हर गांव को एक करोड़ मिलेगा।समारोह में बड़ी संख्या में आए आदिवासियों से उन्होंने कहा कि इस साल ‘बस्तर पंडुम’ बस्तर के उत्सव के रूप में मनाया गया। लेकिन मैं मोदी जी का संदेश लेकर आया हूं।अगले साल बस्तर पंडुम, यही नाम के साथ देश के हर आदिवासी जिले से कलाकारों को हम यहां लाएंगे। यही नहीं हम बस्तर पंडुम को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने के लिए दुनियाभर के राजदूत जो राजधानी में हैं, उनको बस्तर में लाकर हमारी परंपराओं को, संस्कृति को और आदिवासी बच्चों की कला को पूरे विश्व में पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार करेगी। 12 मार्च से लेकर आज तक जिला प्रशासन और संस्कृति विभाग ने पांच करोड़ का आवंटन किया है, जो सबसे पहला इतना बड़ा संस्कृतिक आयोजन है। स्थानीय कला और संस्कृति, पारंपरिक लोककलाएं, शिल्प, तीज-त्योहार, खान-पान, बोली-भाषा, रीति-रिवाज, वेशभूषा, आभूषण, वाद्य यंत्र, पारंपरिक गीत-संगीत, व्यंजन, पेय पदार्थ-इन सभी को मूल रूप में संवंर्धित और संरक्षित करने का काम यह पंडुम करेगा।शाह ने अपने उद्बोधन के पूर्व बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के दर्शन किए। इसके बाद वे बस्तर पंडुम कार्यक्रम शामिल हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी और माई दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री साय और उप मुख्यमंत्री ने अमित शाह को गौर मुकुट पहनाया। साथ ही ध्रुवा जनजाति के प्रसिद्ध सिहाड़ी बीज से बनी माला पहनाकर उनका स्वागत किया।

Kolar News

Kolar News

जम्मू । जम्मू-कश्मीर में जम्मू जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षाबलों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिया को मार गिराया। यह जानकारी बीएसएफ के  प्रवक्ता ने आज दी। यह वाकया 04-05 अप्रैल आधीरात का है। प्रवक्ता  के अनुसार,  सतर्क बीएसएफ जवानों ने आरएस पुरा सेक्टर में सीमा चौकी अब्दुलियान में संदिग्ध गतिविधि देखी। इस दौरान जवानों ने एक घुसपैठिया को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते देखा। जवानों ने उसे चुनौती दी लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया और आगे बढ़ता रहा। जवानों ने खतरे को भांपते हुए घुसपैठिया को मार गिराया।  बीएसएफ प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी समकक्ष के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के लिए घटनास्थल से अपने कब्जे में  लिया।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बैंकॉक (थाईलैंड) में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक देशों के बीच सहयोग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए 21 सूत्री कार्ययोजना का प्रस्ताव रखा। बिम्सटेक को सामूहिक रूप से सक्रिय करने और नेतृत्व की भूमिका में आने वाले युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि सांस्कृतिक संबंध बिम्सटेक देशों को और करीब लाएंगे। बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) बंगाल की खाड़ी से तटवर्ती या समीपी देशों का एक अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग संगठन है। इसमें बांग्लादेश, भारत, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल सदस्य हैं।   विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बैंकॉक में आयोजित 6वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक समुद्री परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर, बिम्सटेक बैंकॉक विजन 2030 को अपनाने तथा बिम्सटेक प्रतिष्ठित व्यक्ति समूह की रिपोर्ट को अपनाने का स्वागत किया। बिम्सटेक सदस्य देशों ने शिखर सम्मेलन घोषणापत्र को भी अपनाया।   प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में बिम्सटेक में अपने वक्तव्य की जानकारी दी और कहा, “बिम्सटेक वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह जरूरी है कि हम इसे मजबूत करें और अपने जुड़ाव को गहरा करें। इस संदर्भ में मैंने हमारे सहयोग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए 21 सूत्री कार्ययोजना का प्रस्ताव रखा।”   प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक देशों में व्यापार को बढ़ावा देने और आईटी क्षेत्र की समृद्ध क्षमता का दोहन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि म्यांमार और थाईलैंड में हाल ही में आए भूकंप के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करने और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक देशों में व्यापार को बढ़ावा देने का समय आ गया है। बिम्सटेक में क्षमता निर्माण ढांचे का एक शानदार उदाहरण बनने की क्षमता है। हम सभी एक-दूसरे से सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे। हम सामूहिक रूप से बिम्सटेक को ऊर्जा देंगे और हमारे युवा ही इसका नेतृत्व करेंगे। संस्कृति जैसी कुछ चीजें ही आपस में जुड़ती हैं! सांस्कृतिक संबंध बिम्सटेक को और भी करीब ला सकते हैं।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मशहूर फिल्म अभिनेता और दिग्गज निर्देशक मनोज कुमार (87) नहीं रहे। उन्होंने यहां के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली। सारा देश उन्हें उनकी देशभक्ति फिल्मों के लिए जानता है। लोग उन्हें सम्मान से 'भारत कुमार' कहते हैं। हरदिल अजीज अभिनेता के निधन से फिल्म उद्योग ही नहीं सारा देश गहरे सदमे में है। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें भर्ती कराया था। वह आज सुबह 3:30 बजे दुनिया को अलविदा कह गए।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनोज कुमार के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, '' महान अभिनेता और फिल्मकार श्री मनोज कुमार जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। वे भारतीय सिनेमा के प्रतीक थे, जिन्हें खास तौर पर उनकी देशभक्ति के जोश के लिए याद किया जाता था, जो उनकी फिल्मों में भी झलकता था। मनोज जी के कामों ने राष्ट्रीय गौरव की भावना को जगाया और वे पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।''पाकिस्तान में जन्मे, सीने में आखिरी सांस तक धड़का भारतफिल्म निर्माता अशोक पंडित ने कहा,'' दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित, हमारे प्रेरणास्रोत और भारतीय फिल्म उद्योग के 'शेर' मनोज कुमार जी अब हमारे बीच नहीं रहे। यह फिल्म उद्योग के लिए बहुत बड़ी क्षति है और पूरी इंडस्ट्री उन्हें याद करेगी।'' मनोज कुमार का असल नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी था। उनका जन्मे 24 जुलाई 1937 को ऐबटाबाद में हुआ। देश के बंटवारे के बाद ऐबटाबाद पाकिस्तान का हिस्सा बना।मनोज के माता-पिता ने भारत को चुना और दिल्ली आ गए। मनोज कुमार ने बंटवारे के दर्द को अपनी आंखों से देखा है। बचपन से ही उन्हें अभिनय का शौक रहा। वह अशोक कुमार, दिलीप कुमार और कामिनी कौशल के बहुत बड़े प्रशंसक रहे।1957 में फिल्म फैशन से बढ़े अभिनय की दुनिया में कदमवह कालेज के दिनों में रंगमच से जुड़ गए और एक दिन दिल्ली से मुंबई पहुंच गए। उन्होंने अभिनय की शुरुआत 1957 में आई फिल्म 'फैशन' से की। इसके बाद 1960 में उनकी फिल्म 'कांच की गुड़िया' रिलीज हुई। इस फिल्म में उनकी नायक की भूमिका को लोगों ने सराहा। मनोज कुमार ने उपकार, पत्थर के सनम, रोटी कपड़ा और मकान, संन्यासी और क्रांति जैसी कमाल की फिल्में दीं। अधिकतर फिल्मों में मनोज कुमार का नाम भारत कुमार रहा।लाल बहादुर शास्त्री के आग्रह पर बनाई 'उपकार'मनोज कुमार के राजनेताओं से भी अच्छे संबंध रहे। 1965 में भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ था और इस युद्ध के बाद ही मनोज कुमार ने लाल बहादुर शास्त्री से मुलाकात की। शास्त्री ने उनसे युद्ध से होने वाली परेशानियों पर एक फिल्म बनाने का आग्रह किया। मनोज कुमार ने लाल बहादुर शास्त्री के नारे जय जवान-जय किसान को केंद्र में रखकर 'उपकार' फिल्म बनाई। इसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला।इमरजेंसी का विरोध करने से खफा हो गईं इंदिरा गांधीमनोज कुमार के लिए इमरजेंसी का दौर काफी मुश्किलों भरा रहा। हालांकि इंदिरा गांधी के साथ उनके संबंध अच्छे थे। अभिनेता मनोज ने इमरजेंसी का विरोध कर उन्हें नाराज कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि मनोज कुमार जब अपनी सुपरहिट फिल्म 'शोर' को फिर से सिनेमाघरों में रिलीज करने जा रहे थे। उससे पहले ही यह फिल्म दूरदर्शन पर आ गई। इसके अलावा, फिल्म 'दस नंबरी' को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बैन कर दिया।अमृता प्रीतम से बोले-अंदर का लेखक मर गया क्याऐसा कहा जाता है कि सरकार ने मनोज कुमार को इमरजेंसी पर केंद्रित एक वृत्तचित्र को डायरेक्ट करने का प्रस्ताव दिया था। इसकी कहानी अमृता प्रीतम ने लिखी थी। उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। मनोज कुमार ने अमृता प्रीतम को फोन किया और कहा कि क्या आपने अपने भीतर के लेखक को मार दिया है। अमृता प्रीतम इस बात से शर्मिंदा हुईं। मनोज कुमार ने उनसे कहा कि स्क्रिप्ट फाड़ कर फेंक दें।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारत और थाईलैंड के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बैंकॉक में थाई रामायण, रामकियेन का समृद्ध प्रदर्शन देखा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अलग-अलग पोस्ट में लिखा, “एक ऐसा सांस्कृतिक जुड़ाव जो किसी और से अलग है। थाई रामायण, रामकियेन का एक आकर्षक प्रदर्शन देखा। यह वास्तव में समृद्ध अनुभव था जिसने भारत और थाईलैंड के बीच साझा सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया। रामायण वास्तव में एशिया के इतने सारे हिस्सों में दिलों और परंपराओं को जोड़ता है।”   उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए थाईलैंड की यात्रा पर हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । न्यायपालिका में लोगों का विश्वास मज़बूत करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब सभी जजों की संपत्ति का ब्यौरा सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर सार्वजनिक होगा। एक अप्रैल को हुई फुल कोर्ट बैठक में सभी जजों ने यह फैसला लिया है।   बैठक में यह फैसला लिया गया है कि जजों को पदभार ग्रहण करने पर या जब भी उनकी संपत्ति में कोई महत्वपूर्ण चीज़ जुड़ती है, तो वो अपनी संपत्ति का ब्यौरा चीफ जस्टिस को देंगे। ख़ुद चीफ जस्टिस भी ऐसा करेंगे। इसके बाद इन संपत्ति के ब्यौरे की जानकारी सम्बंधित जज की सहमति से सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। अब तक चीफ जस्टिस समेत 30 जजों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सौंप दिया है।

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन/नई दिल्ली । अमेरिका ने भारत पर 26 फीसदी नहीं, बल्कि 27 फीसदी का टैरिफ लगाया है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी आधिकारिक आदेश इसकी पुष्टि करता है। इससे पहले रेसिप्रोकल टैरिफ (पारस्परिक शुल्क या टैक्स) लगाने की घोषणा के वक्त राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस तख्ती के साथ मीडिया के सामने आए थे, उस दौरान भारत के लिए 26 फीसदी टैरिफ का जिक्र था, लेकिन ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक आदेश में भारत के लिए 27 फीसदी टैरिफ की बात कही गई है। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि अमेरिकी वस्तुओं पर भारत उच्च आयात शुल्क वसूलता है, ऐसे में अब देश के व्यापार घाटे को कम करने और विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। हालांकि, ट्रंप प्रशासन के इस कदम से अमेरिका को भारत के कुछ क्षेत्रों के निर्यात पर असर पड़ने के आसार हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भारत अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर स्थिति में है क्योंकि अन्य देशों की तुलना में भारत पर लगाया गया शुल्क कम है। ट्रंप ने नई दिल्ली की ओर से लगाए जाने वाले टैरिफ को "बहुत, बहुत कठोर" बताया। ट्रम्प ने कहा, उनके प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) अभी-अभी (हाल ही में अमेरिका से) गए हैं...वे मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा कि आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। भारत हमसे 52 फीसदी शुल्क लेता है इसलिए हम उससे इसका आधा शुल्क लेंगे- 26 फीसदी। यह फैसला लेना बहुत कठिन रहा। हालांकि, जब राष्‍ट्रपति ट्रंप की ओर से जारी टैरिफ चार्ट में भारत की टैरिफ दर 26 फीसदी बताए जाने से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि व्हाइट हाउस के आधिकारिक आदेश में 27 फीसदी टैरिफ की बात कही गई थी। भारत के अलावा दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, म्यांमार और अन्य देशों के लिए भी टैरिफ की दरों में घोषणा और आधिकारिक आदेश में बदलाव दिखा।   किन देशों के टैरिफ दर में दिखा परिवर्तन? देश :- घोषित टैरिफ (फीसदी)-----आदेश में टैरिफ (फीसदी) भारत :- 26----------------27 बोस्निया और हर्जेगोविना :- 35----------------36 बोत्सवाना :- 37----------------38 कैमरून:- 11----------------12 फ़ॉकलैंड द्वीप समूह:- 41----------------42 म्यांमार:- 44----------------45 थाईलैंड:- 36----------------37 सर्बिया:- 37----------------38 दक्षिण अफ़्रीका:- 30----------------31 दक्षिण कोरिया:- 25----------------26 स्विट्ज़रलैंड:- 31----------------32   भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने भी अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंत्रालय ने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति ने पारस्परिक शुल्क पर एक कार्यकारी आदेश जारी किया है, जिसके तहत सभी व्यापारिक साझेदारों से आयात पर 10 से 50 फीसदी तक अतिरिक्त समान मूल्य शुल्क लगाया जाएगा। 10 फीसदी का आधारभूत शुल्क 05 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगा और शेष शुल्क 09 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगा। अमेरिकी प्रशासन के कार्यकारी आदेश के अनुलग्नक 1 के मुताबिक भारत पर 27 फीसदी टैरिफ लगाया गया है। उल्‍लेखनीय है कि राष्‍ट्रपति ट्रंप ने जापान, दक्षिण कोरिया और भारत जैसे कुछ करीबी सहयोगी देशों और ट्रेड पार्टनर्स पर भारी टैरिफ लगाया है, जबकि रूस और नॉर्थ कोरिया को इस लिस्ट से बाहर रुखा है। इसके अलावा ट्रंप ने बांग्लादेश पर (37 फीसदी), चीन (54 फीसदी), वियतनाम (46 फीसदी) और थाइलैंड (36 फीसदी) टैरिफ लगाया है, जिन्हें बढ़े हुए शुल्क का सामना करना पड़ रहा है।

Kolar News

Kolar News

पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। ब्लड शुगर बढ़ने के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई, जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली जाने की सलाह दी है।   लालू यादव बीते दो दिनों से ब्लड शुगर बढ़ने की समस्या से जूझ रहे थे। बुधवार सुबह उनकी तबीयत और बिगड़ गई, जिसके बाद डॉक्टरों की एक टीम पटना स्थित राबड़ी आवास पर उनकी निगरानी में लगी हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक, उनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है और जल्द ही उन्हें दिल्ली भेजा जा सकता है। पटना स्थित 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पर डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। बहुत जल्द ही लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया जा सकता है। फिलहाल डॉक्टरों की टीम लालू यादव की हालत स्थिर बता रही है।   राजनीतिक रूप से देखें तो, हाल के दिनों में लालू प्रसाद यादव काफी एक्टिव नजर आ रहे थे। तेजस्वी के लिए माहौल बनाने के लिए वह जिलों का दौरा भी कर रहे थे। यही नहीं पटना में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के धरना स्थल पर भी नजर आए थे। उन्होंने अल्पसंख्यकों के साथ बैठकर उनका हौसला भी बुलंद किया था। ऐसे में अचानक आज लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने की खबर आई है, जो उनके समर्थकों के लिए चिंता का विषय है। उल्लेखनीय है कि लालू यादव डायबिटीज के मरीज हैं। उनकी किडनी ट्रांसप्लांट भी हुई है। बेटी रोहिणी आचार्य ने उन्हें अपनी एक किडनी दी है। सिंगापुर में लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने विषय से हटकर भाजपा के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन में देरी को लेकर कटाक्ष किया। इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमति शाह ने उसी अंदाज में वंशवाद को लेकर सपा पर तंज कसा। लोकसभा में चर्चा के दौरान अखिलेश ने चेहरे पर व्यंग्यात्मक मुस्कान के साथ कहा कि भाजपा में आंतरिक संघर्ष चल रहा है। एक पार्टी को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा किया जाता है, वह अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाई है।गृहमंत्री शाह ने उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अखिलेश जी ने हंसते-हंसते कहा है, इसलिए मैं भी उसी अंदाज में जवाब दूंगा। शाह ने कहा, "मेरे सामने जितनी भी पार्टियां हैं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कुछ परिवार के लोग ही करेंगे। हमें 12-13 करोड़ सदस्यों में से प्रक्रिया के बाद चुनना होता है। इसलिए इसमें समय लगता है। आपके मामले में इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। मैं कह रहा हूं कि आप 25 साल तक अध्यक्ष बने रहेंगे।"

Kolar News

Kolar News

जम्मू । पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। इसके जवाब में भारतीय सैनिकों ने नियंत्रित और संतुलित जवाबी कार्रवाई की।    जम्मू स्थित रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बुधवार को एक बयान में बताया कि पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का यह उल्लंघन मंगलवार को दोपहर 1.10 बजे हुआ। हालांकि, उन्होंने भारत की जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान की ओर से किसी के हताहत होने का कोई उल्लेख नहीं किया, लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विस्फोट और उसके बाद दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में दुश्मन के पांच सैनिक घायल हो गए।   दरअसल, 01 अप्रैल को नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ के कारण कृष्णा घाटी सेक्टर में एक माइन ब्लास्ट हुआ। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के गोलीबारी और संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने नियंत्रित और संतुलित तरीके से प्रभावी ढंग से जवाब दिया। स्थिति नियंत्रण में है और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने के लिए महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के बीच 2021 की सहमति के सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व को दोहराती है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने नक्सलवाद को पूरी तरह से जड़ से उखाड़ फेंकने के अभियान के तहत देश के छह जिलों को वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) के दुष्प्रभाव से मुक्त कराया गया है। इससे वामपंथी उग्रवाद से सबसे अधिक प्रभावित जिलों की संख्या घटकर मात्र छह रह गई है।केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज  एक्स पर लिखाा, “नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, आज हमारे देश ने वामपंथी उग्रवाद से सबसे अधिक प्रभावित जिलों की संख्या को 12 से घटाकर मात्र 6 कर एक नया मील का पत्थर हासिल किया है। मोदी सरकार नक्सलवाद के प्रति निर्मम दृष्टिकोण और सर्वव्यापी विकास के लिए अथक प्रयासों के साथ सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत का निर्माण कर रही है। भारत 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए दृढ़ संकल्पित है।”    

Kolar News

Kolar News

रांची । झारखंड के साहिबगंज जिले में बड़ा रेल हादसा हुआ है। यहां दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक मालगाड़ी का ड्राइवर भी शामिल है। हादसा सुबह करीब 3 बजे हुआ। घटनास्थल की दूरी राजधानी रांची से करीब 486 किलोमीटर है। साहिबगंज जिले के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने दुर्घटना की पुष्टि की है।पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस हादसे में सीआईएसएफ के चार जवान भी घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है कि यह हादसा किन कारणों से हुआ। बताया गया है कि मालगाड़ियों के आपस में टकरा जाने के बाद उनके इंजनों में आग लग गई। कहा जा रहा कि फरक्का से ललमटिया जा रही मालगाड़ी बरहेट में खड़ी मालगाड़ी से जा टकराई। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया जा सका।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । देश के आम आदमी के लिए नए वित्त वर्ष का पहला दिन बड़ी राहत लेकर आया है। तेल विपणन कंपनियों ने आज गैस सिलेंडर की कीमत में बदलाव किया है। देशभर में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल (वाणिज्यिक) एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में 41 रुपये की कटौती की गई है। नई कीमत आज से ही प्रभावी हो गई। अब दिल्ली में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 1762 रुपये (खुदरा मूल्य) में मिलेगा। घरेलू सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कटौती से पहले दिल्ली में 19 किलोग्राम के वजन के कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 1803 रुपये थी।तेल कंपनियों के इस फैसले से उन करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी जो ढाबों, रेस्तरां, होटल जैसी जगहों पर खाना पकाने के लिए इन कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं। इस नई कटौती के बाद कोलकाता में कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 1872, मुंबई में 1714.50 रुपये और चेन्नई में 1924 रुपये हो गई है। उल्लेखनीय है कि तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में संशोधन करती हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केन्द्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर कुछ राजनीतिक दल, संगठन और समूह भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें इससे बाज आना चाहिए। उन्होंने अपील की कि सरकार इस विधेयक को संसद में लाने जा रही है और विपक्ष से अनुरोध है कि इसपर तार्किक बहस की जाए। वक्फ संशोधन विधेयक पर पत्रकार वार्ता कर मंत्री रिजिजू ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन झूठ नहीं फैलाया जाना चाहिए। विधेयक के बारे में तरह-तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं। इसे असंवैधानिक बताया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि इससे मुसलमानों की जमीन छीन ली जाएगी। इस तरह के झूठ देश और समाज के लिए नुकसान दायक हैं। इसी तरह का झूठ सीएए के दौरान भी फैलाया गया था। हमें गर्व होना चाहिए कि इस देश में अल्पसंख्यक सबसे ज्यादा सुरक्षित और स्वतंत्र हैं। रिजिजू ने कहा कि वक्फ विधेयक व्यापक विचार-विमर्श हुआ है। इसपर संयुक्त संसदीय समिति ने भी परामर्श प्रक्रिया और लोकतांत्रिक ढंग से सभी का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करते हुए विधेयक तैयार किया है। वे सभी राजनीतिक दलों से विधेयक पर होने वाली चर्चा में भाग लेने का अनुरोध करते हैं। कृपया इस मामले में गुमराह न करें।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऊर्जा के क्षेत्र में स्थायित्व और आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में परमाणु ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह की व्यावहारिक टिप्पणियों की सराहना की। उन्होंने डॉ. सिंह द्वारा एक्स पर की गई पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि जितेंद्र सिंह ने विस्तार से बताया कि कैसे परमाणु ऊर्जा भारत के सतत और आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य की खोज में एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरी है।    केंद्रीय मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने अपने इस लेख में लिखा है कि इस साल के केंद्रीय बजट की खास बात यह रही कि सरकार ने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने का फैसला किया। यह सिर्फ इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लीक से हटकर फैसले लेते हैं। आज भारत का परमाणु परिदृश्य बदल चुका है। 2013-14 में मात्र 4,780 मेगावाट से, परमाणु क्षमता 70 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 8,180 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो 24 चालू रिएक्टरों में फैली हुई है। इन संयंत्रों से वार्षिक बिजली उत्पादन 2013-14 में 34,228 मिलियन यूनिट से बढ़कर 2023-24 में 47,971 मिलियन यूनिट हो गया है। जबकि परमाणु ऊर्जा वर्तमान में भारत के बिजली उत्पादन में लगभग 3 प्रतिशत का योगदान देती है, कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में 21 रिएक्टरों की कुल क्षमता 15,300 मेगावाट होने के साथ यह आंकड़ा काफी हद तक बढ़ने वाला है।डा.सिंह ने लिखा है कि ध्यान केवल क्षमता विस्तार से हटकर स्वदेशी तकनीक विकसित करने पर केंद्रित हो गया है। 2023-24 में गुजरात के काकरापार में भारत के पहले स्वदेशी 700 मेगावाट दबावयुक्त भारी जल रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) का सफलतापूर्वक चालू होना आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। देश ने परमाणु ईंधन चक्र क्षमताओं में भी प्रगति की है, प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर (पीएफबीआर) 2024 में महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल करेगा, जिसमें प्राथमिक सोडियम भरना और सोडियम पंपों को चालू करना शामिल है। देश ने पीएचडब्ल्यूआर के डिजाइन और निर्माण में महारत हासिल कर ली है। 500 मेगावाट प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर के पूरा होने के साथ फास्ट ब्रीडर रिएक्टर तकनीक ड्राइंग बोर्ड से वास्तविकता में बदल गई है। भारत के परमाणु कार्यक्रम का यह दूसरा चरण महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ईंधन उपयोग दक्षता को बढ़ाता हैबजट में छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (एसएमआर) अनुसंधान और विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसका लक्ष्य 2033 तक कम से कम पांच स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए परिचालन एसएमआर विकसित करना है। सरकार ने 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा है, जो वर्तमान 8.18 गीगावाट से बहुत अधिक है। इसे हासिल करने के लिए, विकसित भारत के लिए परमाणु ऊर्जा मिशन शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य घरेलू क्षमताओं को बढ़ाना है।उन्होंने लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को फिर से मजबूत किया गया है, खास तौर पर रूस, फ्रांस और अमेरिका के साथ। सरकार ने आंध्र प्रदेश के कोव्वाडा में अमेरिका के सहयोग से छह 1208 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके अतिरिक्त, एक महत्वपूर्ण विकास भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के बीच साझेदारी है, जो परमाणु ऊर्जा सुविधाओं को विकसित करने के लिए अश्विनी नामक एक संयुक्त उद्यम का गठन कर रही है। निजी क्षेत्र की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए, परमाणु ऊर्जा अधिनियम और परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम में संशोधन पर विचार किया जा रहा है।        

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़ । हरियाणा के नूंह में ईद हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने मस्जिदों में जाकर ईद की नमाज अदा की और एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाई दी, लेकिन इस बीच कुछ लोगों को यहां फिलिस्तीन के झंडे लहराते हुए देखा गया। बताया जा रहा है कि लोगों ने हाथों में फिलिस्तीन का झंडा व तख्तियां लेकर फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी अपील कर रहे थे कि सभी लोग फिलिस्तीन में अमन और शांति की दुआ मांगें।   जानकारी के मुताबिक पूरा मामला नूंह के गांव घासेड़ा का है। यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की। उन्होंने यहां रोड पर निकलकर फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकाला। सभी लोग बाजू पर काली पट्टी बांधकर नमाज के लिए पहुंचे थे। इस तरह उन्होंने वक्फ बिल का भी विरोध जताया। सुरक्षा की दृष्टि से यहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। नूंह में स्थिति सामान्य बनी हुई है।   प्रदर्शनकारी लोगों ने कहा कि फिलिस्तीन में इजराइल के हमले से उन्हें काफी दुख पहुंचा है। पूरी दुनिया के मुस्लिम इससे परेशान हैं। इसलिए, उन्होंने ईद पर फिलिस्तीन के प्रति समर्थन जाहिर किया है। जुलूस के दौरान लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, जिस पर लिखा था कि सभी भाई फिलिस्तीन के लिए दुआ करें।  

Kolar News

Kolar News

बिलासपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बिलासपुर में कहा कि नक्सलवाद में अनेक माताओं ने अपने लाडले खोए। बहनों ने भाइयों को खो दिया। आपने तो खुद सहा है। देखा है..! अब छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में शांति का एक नया दौर शुरू हो रहा है। उन्होंने 'मन की बात' कार्यक्रम का जिक्र किया और बताया कि इसमें बस्तर ओलंपियाड की चर्चा की थी। इस ओलंपियाड में हजारों युवाओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के नवजवानों का शानदार भविष्य देख रहा हूं।   प्रधानमंत्री मोदी आज बिलासपुर जिले के बिल्हा विधानसभा के मोहभट्ठा गांव में 33, 700 करोड़ के विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने जैसे ही जम्मो, संगी, साथी, जहूंरिया महतारी, दीदी, बहनी औ सियान, जवान मनला जय जोहार से अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़िया भाषा के संबोधन से की, वैसे ही ताली की गड़गड़ाहट से आयोजन में मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा, भारत माता की जय, रतनपुर महामाया और माता कर्मा की जय से की। उन्होंने लोगों को नवरात्रि के पहले दिन की शुभकामनाएं दी।    प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं और काम को गिनाया और विपक्षी पार्टी के नेताओं का नाम लिए बिना कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में छत्तीसगढ़ में विकास कार्य नहीं हो पाए और जो काम हुआ भी, उसमें घोटाले किए गए। कांग्रेस को कभी जनता की चिंता नहीं थी, जबकि उनकी सरकार ने हमेशा लोगों के जीवन, उनकी सुविधाओं और बच्चों के भविष्य के बारे में सोचा है। वे विकास योजनाओं को छत्तीसगढ़ के हर गांव तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरी ईमानदारी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ घोटाले करती थीं, जबकि उनकी सरकार ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया।   मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रदेश के कितने जिलों में आदिवासी परिवार रहते हैं..? कांग्रेस ने उनकी सुध नहीं ली। हमने गरीब आदिवासियों की चिंता की, उनके स्वास्थ्य की चिंता की, दवा की चिंता की। सस्ती दवा के लिए पीएम जन औषधि केंद्र खोला, आयुष्मान योजनाएं लाई। इसीलिए मैं कहता हूं जिसको कोई नहीं पूछता है, उसको मोदी पूजता है। आपके जल,जंगल जमीन के लिए 80 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। पहली बार हमारी सरकार अति पिछड़े आदिवासियों के लिए हमारी सरकार पीएम जनमन योजना बनाई है। ये 16 जिलों में ये योजना चल रही है। 2500 किलोमीटर की सड़क पीएम जनमन योजना के माध्यम से आदिवासी जिलों में बनाई जाएंगी। उन्होंने "प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना" की शुरुआत का जिक्र किया। इस योजना के तहत, सरकार लोगों को 70 से 80 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है, ताकि वे अपने घर की छतों पर सोलर पैनल लगवा सकें। इससे उनका बिजली का बिल बिल्कुल खत्म हो जाएगा और इसके साथ वे खुद बनाई गई बिजली को बेचकर पैसे भी कमा सकेंगे। उन्हाेंने बताया कि छत्तीसगढ़ में इस योजना से दो लाख परिवारों ने रजिस्ट्रेशन किया है।   नक्सलवाद के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "देश में जो प्रदेश पीछे रहे, वहां नक्सलवाद फलता-फूलता रहा है। नक्सलवाद में अनेक माताओं ने अपने लाडले खो दिए। बहनों ने भाइयों को खो दिया। आपने तो खुद सहा है। देखा है..! अब प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में शांति का एक नया दौर शुरू हो रहा है। उन्होंने मन की बात का जिक्र किया और कहा बस्तर ओलंपियाड की चर्चा की थी। इस ओलंपियाड में हजारों युवाओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा मैं छत्तीसगढ़ के नवजवानों का शानदार भविष्य देख रहा हूं। अब बस्तर के युवा और आदिवासी भाई-बहन तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में नए स्कूल फिर शुरू किए जा रहे हैं"।   मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर कहा कि 300 पीएमश्री स्कूल छत्तीसगढ़ खोले जाएंगे, यह शिक्षा नीति शानदार तरीके से प्रदेश में लागू हो रही है। इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर अच्छा होगा। ये स्कूल अन्य स्कूलों के लिए एक आदर्श मॉडल बनेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो रही है। अब प्रदेश के युवाओं के विकास में भाषा बाधा नहीं बनेगी। हमारी सरकार अपनी पूर्व की सरकार में रखी गई, विकास की नींव को और भी मजबूत कर रही है। 25 साल बाद जब हम छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाएं, तो छत्तीसगढ़ देश के विकास में अग्रणी राज्यों में शामिल हो।   इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 7 रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी और 4 महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया, जिनकी कुल लागत ₹2,695 करोड़ है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मोहभट्टा, बिलासपुर स्थित कार्यक्रम स्थल से अभनपुर–रायपुर के बीच मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। ये परियोजनाएं राज्य में रेल परिवहन को और मजबूत करेंगी, जिससे यात्री एवं माल परिवहन को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई वे है खरसिया-झाराडीह पांचवी लाइन,सरगबुंदिया-मड़वारानी (तीसरी एवं चौथी लाइन)दाधापारा-बिल्हा-दगोरीचौथी लाइन ,निपनिया-भाटापारा-हथबंद चौथी लाइन, भिलाई-भिलाई नगर-दुर्ग लिंक केबिन,राजनांदगांव-डोंगरगढ़ चौथी लाइन,करगी रोड-सल्का रोड तीसरी लाइन प्रमुख है। इसके अलावा शत प्रतिशत छत्तीसगढ़ में रेल लाइन विद्युतीकरण और नई रेल लाइन की सौगात दी गई है।   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार कितनी तेजी अपनी गारंटियां पूरी कर रही है। छत्तीसगढ़ की बहनों से जो हमने वादा किया था, वो पूरा करके दिखाया है। धान किसानों को दाे साल का बकाया बोनस मिला है। बढ़े हुए एमएसपी पर धान की खरीद की गई है। इससे लाखों किसान परिवारों को हजारों करोड़ रुपये मिले हैं।   इस दौरान राज्य पाल रमन डेका, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा सहित अन्य मौजूद थे।   मुख्यमंत्री साय ने काेसा सिल्क से बनी हस्तनिर्मित शॉल ओढ़ाकर किया स्वागत- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ की बुनाई, संस्कृति और जीवंत परंपराओं का प्रतीक भेंट किया। वहीं कोसा सिल्क से बनी एक विशेष हस्तनिर्मित शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत अभिवादन किया। साय ने अपने संबोधन में 33700 करोड़ की सौगात के लिए देश के प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि 2047 में प्रधानमंत्री देश को विकसित भारत बनाने वाले हैं, उनके इस नेक काम में छत्तीसगढ़ भी खुद को विकसित करेगा। छत्तीसगढ़ के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के वादों पर भरोसा किया है। इसलिए छत्तीसगढ़ में लोकसभा और विधानसभा में उनकी पार्टी को जीत मिली है और अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बन सकी है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि डेढ़ साल पहले आपने छत्तीसगढ़ के लोगों से आह्वान किया था, जिस पर भरोसा करते हुए उस समय की भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम हुआ। विधानसभा और लोकसभा में जीत हुई, यह सब मोदी की गारंटी से संभव हो पाया है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने  'मन की बात' कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से कूकीज बनाए जाने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राजाखोह गांव की चार बहनों के प्रयास से ये कूकीज बहुत लोकप्रिय हो रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश की बहनों के प्रयास की सराहना के लिए उनका अभिवादन किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने महुआ के फूलों के बारे में जरूर सुना होगा, हमारे गांवों और खासकर के जनजातीय समुदाय के लोग इसके महत्व से अच्छी तरह परिचित हैं। देश के कई हिस्सों में महुआ के फूलों की यात्रा अब एक नए रास्ते पर निकल पड़ी हैं। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से कूकीज बनाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजाखोह गांव की चार बहनों के प्रयास से ये कूकीज बहुत लोकप्रिय हो रही हैं। इन महिलाओं का जज्बा देखकर एक बड़ी कम्पनी ने इन्हें फैक्टरी में काम करने की ट्रेनिंग दी। इससे प्रेरित होकर गांव की कई महिलाएं इनके साथ जुड़ गई हैं। इनके बनाए महुआ कूकीज की मांग तेजी से बढ़ रही है।प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश की बहनों को किया प्रेरित : मुख्यमंत्री डॉ. यादवमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में बहनें अपने स्तर पर पहल कर आत्मनिर्भरता की नई मिसालें प्रस्तुत कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नवरात्रि के शुभ अवसर पर नारी शक्ति के किए जा रहे नवाचारों का उल्लेख करने से उन्हें प्रेरणा मिलेगी और बहनें अपने कौशल और परिश्रम से नए आयाम स्थापित करने की ओर अग्रसर होंगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूकंप त्रासदी के बीच शनिवार को म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बातचीत की।मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि एक करीबी मित्र और पड़ोसी के रूप में भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बातचीत की। विनाशकारी भूकंप में हुई जानमाल की हानि पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी मित्र और पड़ोसी के रूप में भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।” उल्लेखनीय है कि भूकंप प्रभावित म्यांमार में भारत सरकार ने राहत और बचाव के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है। इसके तहत 15 टन तत्काल मानवीय सहायता की पहली खेप यांगून पहुंच चुकी है। इसके अलावा राहत सामग्री लेकर दो और भारतीय वायुसेना के विमान रवाना किए जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । विवादित बयान मामले में स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में शनिवार को तीन और मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से एक मामला जलगांव शहर के मेयर ने दर्ज कराया है। जबकि नासिक के एक होटल व्यवसायी और एक उद्योगपति ने दो अन्य मामले दर्ज कराए हैं। इन सभी मामलों की छानबीन खार पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है। खार के एक होटल में कुछ दिनों पहले आयोजित कॉमेडी शो के दौरान कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद शिंदे समर्थकों ने होटल में तोड़फोड़ की थी। इसे लेकर कुणाल कामरा के खिलाफ विधायक मुरजी पटेल ने खार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने कुणाल कामरा को 31 मार्च को खार पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा है।   हालांकि इस मामले में कुणाल कामरा को मद्रास हाई कोर्ट ने 7 अप्रैल तक गिरफ्तारी से राहत दी है। बताया जा रहा है कि कुणाल कामरा 31 मार्च को खार पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए उपस्थित रहने वाले हैं। लगातार बढ़ रहे विरोध के बाद कुणाल कामरा ने कहा है कि संविधान सत्ता में बैठे लोगों का मजाक उड़ाने का अधिकार देता है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को मिली सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि हथियार और हिंसा से बदलाव नहीं आ सकता, केवल शांति और विकास ही बदलाव ला सकता है।गृहमंत्री शाह ने एक्स पोस्ट में कहा कि नक्सलवाद पर एक और प्रहार। हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने सुकमा में एक अभियान में 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया है और स्वचालित हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए संकल्पित हैं। हथियार रखने वालों से मेरी अपील है कि हथियार और हिंसा से बदलाव नहीं आ सकता; केवल शांति और विकास ही बदलाव ला सकता है।

Kolar News

Kolar News

म्यांमार । म्यांमार में शुक्रवार को दो शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप के चलते हुए नुकसान का अभी तक पता नहीं चल सका है। भूकंप का असर भारत के म्यांमार से लगने वाले राज्य मणिपुर और मिजोरम के साथ ही अन्य राज्यों में भी महसूस किए गए। इस भूकंप का एपीक सेंटर म्यांमार के काफी अंदरुनी इलाके में स्थित था। भारतीय सिस्मोलॉजी विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार म्यांमार में आज पहला भूकंप का झटका दोपहर 11 बजकर 50 मिनट 52 सेकेंड पर महसूस किया गया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.5 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। भूकंप का एपीक सेंटर 21.93 उत्तरी अक्षांश तथा 96.07 पूर्वी देशांत्तर पर स्थित था।   भूकंप का दूसरा झटका थोड़ी ही देर बाद यानी 12 बजकर 2 मिनट 7 सेकेंड पर महसूस किया गया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 मापी गई। भूकंप का एपीक सेंटर 21.41 उत्तरी अक्षांश तथा 95.43 पूर्वी देशांत्तर पर स्थित था और केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर नीचे बताया गया है। इन भूकंपों के झटकों से अभी तक नुकसान की कोई खबर नही है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के किसानों को आश्वस्त किया है कि उनका डेटा राज्यों के पास पूरी तरह से सुरक्षित है। किसानों का डेटा उनकी सहमति के बिना साझा नहीं किया जा सकता। डिजिटल धोखाधड़ी और किसानों के डाटा के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा अनेक उपाय किए गए हैं।राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने उपन्यासकार श्रीलाल शुक्ल के "राग दरबारी" के एक किसान पात्र लंगड़ का जिक्र किया, जिसे अधिकारियों के तमाम चक्कर काटने के बाद भी खेत की नकल नहीं मिल पाती। उन्होंने कहा कि उस पात्र के माध्यम से लेखक ने किसानों की समस्याओं को जिस तरह से दर्शाया, उसे कांग्रेस सरकार नहीं समझ सकी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समझा। उसी का नतीजा है कि डिजिटल कृषि मिशन बनाकर किसान की सारी दिक्कतें समाप्त करने का फैसला किया।उन्होंने बताया कि किसान रजिस्ट्री को राज्य में राजस्व रिकार्ड से जोड़ा गया है, जिससे वह तत्काल अपडेट हो सके। ताकि जमीन की वास्तविक स्थिति की जानकारी रहे। मंत्री ने बताया कि अगर किसी किसान ने अपनी जमीन किसी और को बेच दी तो तत्काल किसान रजिस्ट्री में अपडेट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हालांकि, किसान रजिस्ट्री के दौरान कुछ समस्याएं आती हैं लेकिन उनके समाधान के लिए शिकायत निवारण तंत्र कार्य करता है। इसमें किसान मोबाइल या वेब एप्लिकेशन का उपयोग कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।कृषि मंत्री ने कहा कि डिजिटल क्रांति से सेवाओं में और योजनाओं का लाभ देने में क्रांतिकारी परिवर्तन किया जा सकता है। एक प्रधानमंत्री थे, जो कहते थे कि 1 रुपये भेजता हूं तो केवल 15 पैसे पहुंचता है लेकिन आज हमारे प्रधानमंत्री मोदी बिहार के भागलपुर में एक बटन दबाते हैं तो 9 करोड़ 80 लाख किसानों के खाते में सीधा पैसा पहुंच जाता है। किसान सामने मोबाइल दिखाकर कहता है कि पैसा खाते में आ गया, ये डिजिटल क्रांति के कारण संभव हुआ है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों को किसान पहचान पत्र के रूप में बहुत उपयोगी सौगात दी है। किसानों का डेटा जो है, ये निजी डेटा है, जब तक किसान इसे साझा करने के लिए अपनी स्पष्ट सहमति नहीं देता है तब तक इसे साझा नहीं किया जाएगा। डिजिटल धोखाधड़ी और किसानों के डेटा के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा अनेक उपाय किए गए हैं। डिजिटल फसल सर्वेक्षण से कृषि के लाभ के सही वितरण में मदद मिलती है। इससे स्पष्ट रूप से पता चल जाता है कि किसान ने कौन सी फसल बोई है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए मोदी सरकार कई उपाय कर रही है। केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। यह डेटा उनकी मदद करने में अत्यंत मददगार साबित होगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आज भारत के प्रयासों, नवाचारों और विचारों को जो महत्व मिल रहा है, वह पहले कभी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भारत अब न केवल विश्व व्यवस्था में भाग ले रहा है, बल्कि इसके भविष्य को सुरक्षित बनाने में भी योगदान दे रहा है। प्रधानमंत्री नई दिल्ली के भारत मंडपम में ‘आज भारत क्या सोचता है’ विषय पर एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज विश्व की दृष्टि भारत पर है। दुनिया के किसी भी देश में जाने पर वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में 11वें नंबर की इकोनॉमी बना और महज 7-8 साल में 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया। आईएमएफ के नए आंकड़े बताते हैं कि भारत दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने जीडीपी को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने 2 लाख करोड़ डॉलर अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। प्रधानमंत्री ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जांच एजेंसियों की आलोचना करने के लिए विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने जनता का पैसा लूटा है, उन्हें उसे वापस करना होगा। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने जनता को लूटा है उन्हें भी लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ईडी को दिन-रात गालियां दी जा रही हैं, ईडी ने 22,000 करोड़ रुपये से अधिक वसूले हैं। ये पैसा कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापस पहुंचाया जा रहा है जिनसे यह पैसा लूटा गया।”   उन्होंने कहा कि आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी भारत में है। ये युवा तेजी से कौशल प्राप्त करके नवाचार को गति दे रहा है। इन सबके बीच भारत की विदेश नीति का मंत्र इंडिया फर्स्ट बन गया है। एक जमाने में भारत की सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो थी। आज के भारत की नीति सबके समान रूप से करीब होकर चलो है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार किया है, बल्कि हमने देश भर में बैंकिंग प्रणाली को भी मजबूत किया है। आज बैंकों का एनपीए बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का लाभ एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड को पार कर गया है। बाजार में विदेशी के बजाय भारतीय उत्पादों की मांग को तवज्जो मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि आज स्थिति बदल गई है। भारत की पहली एमआरआई मशीन के समाचार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी एमआरआई मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया एमआरआई मशीन होगी तो जांच की कीमत भी कम हो जाएगी। आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने देश के विनिर्माण सेक्टर को नई ऊर्जा दी है। मोदी ने कहा कि पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्किट कहती थी, आज वही दुनिया भारत को एक बड़े मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में देख रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए, जिनमें से एक ऊर्जा संसाधनों का मुद्दा है। इससे निपटने के लिए, हमने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना की, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि छोटे देश भी स्थायी ऊर्जा से लाभ उठा सकें। इस पहल का जलवायु परिवर्तन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और वैश्विक दक्षिण के देशों की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 100 से ज़्यादा देश पहले ही इस प्रयास में शामिल हो चुके हैं।

Kolar News

Kolar News

आगरा । समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार दोपहर को करणी सेना के हजाराें कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। कुर्सियां तोड़ डालीं, वहीं पथराव भी किया। पथराव में इंसपेक्टर समेत कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग करके भीड़ को वहां से हटाया ।   सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दिए थे। इसको लेकर करणी सेना में काफी नाराजगी थी। इसी के चलते बुधवार दोपहर को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर लेकर आवास पर हमला बोल दिया। कुर्सी तोड़ डाली व जमकर बवाल किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को शांत कराने का प्रयास किया तो उनके साथ भी कार्यकर्ताओं ने हाथापाई कर डाली। पुलिस की बैरीकेडिंग तोड़ दी। पत्थर और कुर्सियां फेंकी, जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल हुए, उनमें इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार सिंह भी शामिल हैं। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करके सभी को वहां से हटाया। करणी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने कहा राज्यसभा सांसद ने क्षत्रिय समाज के महापुरुष के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया है। उनको अपने बयान वापस लेकर माफी मांगनी होगी। गौरतलब है कि 21 मार्च को राज्यसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था कि राणा सांगा ने इब्राहीम लोदी को हराने के लिए बाबर को आमंत्रित किया था। साथ ही उन्हें गद्दार तक कह डाला था।इसी बयान के विरोध में‍ क्षत्रिय करणी सेना ने सपा सांसद के आवास का घिराव करने का ऐलान किया था।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया। इसमें अमित शाह पर राज्यसभा सदस्य सोनिया गांधी पर आक्षेप लगाने का आरोप है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को दिए गए अपने नोटिस में जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आक्षेप लगाया है। जयराम रमेश ने 25 मार्च, 2025 को आपदा प्रबंधन विधेयक, 2024 पर बहस के दौरान अमित शाह के जवाब का हवाला दिया है।जयराम रमेश ने दावा किया कि उस दिन अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस के शासनकाल में पीएम राहत कोष बनाया गया था और एनडीए यानी मोदी के शासनकाल में पीएम केयर्स फंड बना। कांग्रेस के शासनकाल में केवल एक परिवार का नियंत्रण होता था और कांग्रेस अध्यक्ष इसके सदस्य थे। कांग्रेस अध्यक्ष सरकारी कोष का हिस्सा हैं, वे इस देश के लोगों को क्या जवाब देंगे। क्या कोई इसे पढ़ता या देखता नहीं है?"कांग्रेस नेता ने कहा कि जैसा कि उपरोक्त के अवलोकन से देखा जा सकता है कि गृहमंत्री ने सोनिया गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से उनका उल्लेख किया था और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (एनपीएमआरएफ) के कामकाज के संबंध में उनकी मंशा पर संदेह जताया था। उन्होंने तर्क दिया कि सदन के किसी भी सदस्य पर टिप्पणी करना या अपमानजनक बातें कहना विशेषाधिकार का उल्लंघन तथा सदन की अवमानना ​​है।जयराम रमेश ने कहा कि इस मामले में गृहमंत्री ने सोनिया गांधी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए पूर्व नियोजित उद्देश्य से उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाए थे। गृहमंत्री का बयान सरासर झूठा और मानहानिकारक है। यह सोनिया गांधी के विशेषाधिकार का हनन है। इसलिए यह विशेषाधिकार का हनन और सदन की अवमानना ​​का भी मामला बनता है। इसलिए विशेषाधिकार हनन का नोटिस राज्यसभा में प्रक्रिया एवं कार्य संचालन के नियम 188 के तहत "सोनिया गांधी पर आक्षेप लगाने के लिए" दिया गया। इसके मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही शुरू की जा सकती है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के विवादास्पद फैसले पर रोक लगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। इस फैसले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कासगंज के ट्रायल कोर्ट के आदेश को पलटते हए कहा था कि किसी पीड़िता का प्राइवेट पार्ट छूना और उसकी सलवार का नाड़ा तोड़ना रेप या रेप की कोशिश नहीं माना जाएगा बल्कि ये एक गंभीर यौन उत्पीड़न माना जाएगा।   सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने हाई कोर्ट के फैसले का स्वत: संज्ञान लिया, जिसे लेकर लोगों में काफी रोष था। पीठ ने हाई कोर्ट के दृष्टिकोण से कड़ी असहमति व्यक्त की और आदेश को चौंकाने वाला बताया। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश में की गई कुछ टिप्पणियां असंवेदनशील और अमानवीय थीं।   महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने बताया कि इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट विधि एवं न्याय मंत्रालय को सौंंपी गई है। इसके साथ ही इसको लेकर केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल के साथ चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू महिलाओं और बच्चों के लिए न्याय सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए मजबूत कानूनी ढांचे की वकालत करना जारी रखेगा।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियर ने मंगलवार को कहा कि हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। हमारा देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक रूप से लगातार अपनी मजबूती दर्ज कर रहा है और आर्थिक महाशक्ति बनने के अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। हमारे देश का अल्पसंख्यक समाज देश के विकास में पूरी तरह से अपनी भागीदारी निभा रहा है।   राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियर आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के तत्वावधान में नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में राज्यों के अल्पसंख्यक आयोगों के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित है। हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में हिंदू और इसाई अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का मामला सभी के सामने है। चीन, म्यांमार और श्रीलंका में मुस्लिम अल्पसंख्यकों का मामला बराबर सामने आता रहता है। हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदू और बौद्ध अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं। वहां पर हाल के दिनों में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ जो कुछ भी घटित हुआ है, वह किसी से ढका छिपा नहीं है।   उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश में बहुसंख्यक समाज के लिए जो भी योजनाएं सरकार की तरफ से लागू की गई हैं, उसका पूरा-पूरा लाभ अल्पसंख्यक समाज के लोग भी उठा रहे हैं। चाहे वह मुद्रा लोन का मामला हो, प्रधानमंत्री आवास योजना हो, उज्जवला योजना हो या भारत सरकार की अन्य स्कीमें हों, सभी का लाभ अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मिल रहा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम और अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ अल्पसंख्यक समुदाय पूरी तरह से उठा रहा है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए केंद्र की मोदी सरकार के जरिए कई स्कीमें चलाई जा रही हैं जिसका लाभ अल्पसंख्यक समाज उठा रहा है और देश के विकास में भागीदार बन रहा है।   इस मौके पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि हमारे देश में अल्पसंख्यकों की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारे देश में अल्पसंख्यक समाज के साथ काफी अच्छा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अन्य पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समाज के लोगों की जनसंख्या में दिन-प्रतिदिन गिरावट आ रही है और वहां पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और उनके साथ भेदभाव का रवैया अपनाने की खबरें आती रहती हैं।   दिन भर चलने वाले इस सम्मेलन में देश के अल्पसंख्यक समाज के उत्थान, विकास और उनके हालात पर विभिन्न सत्रों में चर्चा की जाएगी‌। इसमें राज्य अल्पसंख्यक आयोगों के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से जुड़े दो संगठनों जेके पीपुल्स मूवमेंट और डेमोक्रेटिक पॉलिटिकल मूवमेंट के अलगाववाद से सभी संबंध तोड़ने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि मोदी सरकार की एकीकरण नीतियों ने जम्मू-कश्मीर से अलगाववाद को खत्म कर दिया है। ।अमित शाह ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया, “कश्मीर में अलगाववाद इतिहास बन चुका है। मोदी सरकार की एकीकरण नीतियों ने जम्मू-कश्मीर से अलगाववाद को खत्म कर दिया है। हुर्रियत से जुड़े दो संगठनों ने अलगाववाद से सभी संबंध तोड़ने की घोषणा की है। मैं भारत की एकता को मजबूत करने की दिशा में इस कदम का स्वागत करता हूं और ऐसे सभी समूहों से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं और अलगाववाद को हमेशा के लिए खत्म कर दें। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित, शांतिपूर्ण और एकीकृत भारत के निर्माण के सपने की एक बड़ी जीत है।”यह घटनाक्रम केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मीरवाइज उमर फारूक की अध्यक्षता वाली अवामी एक्शन कमेटी (एसीसी) और मसरूर अब्बास अंसारी की अध्यक्षता वाले जम्मू-कश्मीर इत्तेहादुल मुस्लिमीन (जेकेआईएम) पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत पांच साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित करने के कुछ दिनों बाद हुआ है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का एक लेख साझा करते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न 100-दिवसीय सघन टीबी मुक्त भारत अभियान ने टीबी मुक्त भारत के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है।प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पोस्ट में कहा, “टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में संपन्न 100-दिवसीय सघन टीबी मुक्त भारत अभियान पर महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसने टीबी मुक्त भारत के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है, इसे अवश्य पढ़ें।”नड्डा ने एक्स पोस्ट में कहा कि इस विश्व क्षय रोग दिवस पर मैं इस बात पर बहुत गर्व के साथ विचार करता हूं कि भारत टीबी के खिलाफ़ लड़ाई में किस तरह से अपनी रणनीति को फिर से लिख रहा है। हाल ही में संपन्न 100-दिवसीय सघन टीबी मुक्त भारत अभियान ने न केवल नवाचार की शक्ति का प्रदर्शन किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि समुदायों को संगठित करना कार्यक्रम संबंधी दृष्टिकोण को बदलने जितना ही महत्वपूर्ण है। मामलों का पता लगाने में तेज़ी लाकर, मृत्यु दर को कम करके और नए संक्रमणों को रोककर, इस अभियान ने टीबी मुक्त भारत के लिए एक मज़बूत नींव रखी है। भारत सिर्फ़ टीबी से नहीं लड़ रहा है, हम इसे हरा रहे हैं।नड्डा ने लेख में कहा कि यह अभियान 7 दिसंबर, 2024 को टीबी के मामलों का पता लगाने, मृत्यु दर को कम करने और नए मामलों को रोकने के उद्देश्यों के साथ शुरू किया गया था। 100-दिवसीय सघन टीबी मुक्त भारत अभियान ने टीबी का समय रहते पता लगाने के लिए अत्याधुनिक रणनीतियां शुरू कीं, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि बिना लक्षण वाले लोगों की भी पहचान की गई- जिनका अन्यथा निदान नहीं हो पाता और उनका इलाज किया गया। पोर्टेबल एक्स-रे मशीनों को सीधे उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के पास ले जाया गया, जिनमें मधुमेह, धूम्रपान करने वाले, शराब पीने वाले, एचआईवी से पीड़ित, बुजुर्ग, कम बीएमआई वाले और टीबी रोगियों के घरेलू संपर्क शामिल थे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित एक्स-रे ने संदिग्ध टीबी मामलों को तुरंत चिह्नित किया और स्वर्ण-मानक न्यूक्लिक एसिड एम्पलीफिकेशन टेस्ट (एनएएटी) का उपयोग कर पुष्टि की गई। इन प्रयासों ने सुनिश्चित किया कि संक्रामक मामलों की पहचान की गई और उनका जल्दी से जल्दी इलाज किया गया, जिससे संक्रमण पर लगाम लगी और लोगों की जान बच गई। यह अभियान देश के कोने-कोने तक पहुंचा, जिसमें कमज़ोर आबादी वाले 12.97 करोड़ लोगों की जांच की गई। इस गहन प्रयास के कारण 7.19 लाख टीबी रोगियों की पहचान की गई, जिनमें से 2.85 लाख मामले बिना लक्षण वाले थे।    नड्डा ने अपने लेख के माध्यम से कहा है कि 100 दिवसीय अभियान अभी शुरुआत है। भारत इन प्रयासों को पूरे देश में बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर नागरिक चाहे वे कहीं भी रहते हों, को आधुनिक निदान, गुणवत्तापूर्ण उपचार और अटूट सामुदायिक समर्थन तक पहुंच प्राप्त हो। जिस तरह भारत ने कोविड-19 परीक्षण को तेज़ी से बढ़ाया, उसी तरह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय अगली पीढ़ी के टीबी निदान में निवेश कर रहा है ताकि अंतिम मील तक तेज़ और अधिक सटीक परीक्षण लाया जा सके।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नागपुर । नागपुर हिंसा मामले के मुख्य आरोपित फहीम खान के मकान पर सोमवार को बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। नागपुर नगर निगम के अधिकारियों ने फहीम के मकान के अवैध हिस्से के ध्वस्त कर दिया है।   अल्पसंख्यक लोकतांत्रिक पार्टी (एमडीपी) का नेता फहीम खान 17 मार्च को नागपुर में हुई हिंसा का मुख्य आरोपित है। जांच में पता चला कि फहीम खान ने नागपुर के यशोधरानगर पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर संजय बाग कॉलोनी में दो मंजिला इमारत का निर्माण किया है। नगर निगम के अनुसार फहीम खान के मकान का एक बड़ा हिस्सा अवैध तरीके से बनाया गया था। नागपुर मनपा ने रविवार को उसके घर पर अवैध निर्माण हटाने के लिए नोटिस जारी किया था तथा अवैध निर्माण हटाने के लिए उसे 24 घंटे की समय सीमा दी गई। इसके बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका पूरा परिवार अपने रिश्तेदारों के यहां चला गया है।     पुलिस की रिपोर्ट में फहीम खान को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया गया है। एफआईआर में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि फहीम खान ने हिंसा वाले दिन इलाके में भीड़ इकट्ठा की थी और भीड़ को पुलिस और प्रशासन के खिलाफ भड़काया। इसके बाद पुलिस ने फहीम खान को भीड़ इकट्ठा करने और हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अब नगर निगम ने फहीम खान के मकान के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चला दिया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कर्नाटक में मुसलमानों को सार्वजनिक ठेकों में चार प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे पर आज राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित किए जाने के बावजूद बार-बार हो रहे व्यवधान के कारण मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।आज पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्तापक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के संविधान पर दिए गए कथित बयान पर नेता विपक्ष एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान को बदलना चाहती है। नेता सदन जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कर्नाटक में सार्वजनिक ठेकों में मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित हुआ है। ये असंवैधानिक है। कांग्रेस हमेशा संविधान के खिलाफ काम करती है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष को अपना पक्ष साफ रखना चाहिए।इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान को बचाने का काम किया है। भारत जोड़ो यात्रा इसलिए ही निकाली गई थी। इस बीच सदन में दोनों पक्षों से जोरदार हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।उसके बाद अपराह्न दो बजे जब सदन दोबारा बैठा तो नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आज सुबह कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण के मामले को लेकर संविधान बदलने की जो बात संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उठाई, उसका नेता सदन जेपी नड्डा ने समर्थन किया, लेकिन मेरे हिसाब से कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने ऐसा कभी नहीं कहा। खरगे ने भरोसा दिया कि संविधान बदलने का हमारी तरफ से कभी प्रयास नहीं होगा। यह जब भी होगा, उधर (भाजपा की तरफ) से होगा। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने शोरगुल के साथ तीखा विरोध किया, जिसका खरगे और उपनेता विपक्ष प्रमोद तिवारी ने प्रतिवाद किया। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा हम हर कीमत कर करेंगे।इस पर नेता सदन जेपी नड्डा कुछ कहना चाहते थे लेकिन विपक्ष की टोकाटाकी के कारण वह नहीं बोल सके। फिर आसन की तरफ से नेता विपक्ष को बोलने का मौका दिया गया। खरगे ने दिल्ली में एक न्यायाधीश के घर से नकदी मिलने के मुद्दे पर बोलना शुरू किया लेकिन उपसभापति हरिवंश ने उन्हें इस मुद्दे पर बोलने की अनुमति नहीं दी और इसे कार्यवाही से निकालने के निर्देश दिए।उसके बाद नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि नेता विपक्ष ने सदन में अभी जो बयान दिया, वह झूठा है। असलियत यह है कि कर्नाटक की विधानसभा में मुस्लिम ठेकेदारों को 4 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित किया गया है। सरदार बल्लभभाई पटेल और भीमराव आंबेडकर ने संविधान में साफ कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। इसके बावजूद इन्होंने (कांंग्रेस ने) तेलंगाना विधानसभा में सबसे पहले एससी, एसटी और ओबीसी का अधिकार छीनकर मुसलमानों और अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया...। आज संसद में इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद फिर से कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री शिवकुमार ने मुसलमानों को आरक्षण देने की बात दोहराई है। शिवकुमार ने फिर कहा कि संविधान कांग्रेस ने दिया है और संविधान बदलने का काम भी कांग्रेस ही करेगी। कोई पश्चाताप नहीं है। नड्डा ने कहा कि इन्होंने मुसलमानों को ओबीसी आरक्षण में बैक डोर से एंट्री देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अब नौकरी तो छोड़िए, ठेकेदारी में भी आरक्षण होगा...। सत्ता से बाहर रहकर कांग्रेस अपना विवेक भी खो बैठी है।नड्डा के इस बयान का विपक्षी सदस्यों ने तीखा विरोध करते हुए शोरगुल और हंगामा किया, जिस पर उप सभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। उसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही जब तीसरी बार शुरू हुई तो पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) संशोधन विधेयक, 2024 में लोकसभा द्वारा किए गए संशोधनों को विचार के लिए पेश किया। प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किए जाने के बाद उपसभापति हरिवंश ने हंगामा जारी रहने के कारण सदन की कार्यवाही आज दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

Kolar News

Kolar News

रायपुर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु साेमवार काे छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। राष्ट्रपति छत्तीसगढ़ विधानसभा (विस) में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी का अभिवादन 'जय जोहार' के साथ किया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया 'सबले बढ़िया' कहते हुए सभी को रजत जंयती वर्ष की 'गाड़ा-गाड़ा' बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा में आकर ये मान्यता और भी मजबूत हो जाती है कि छत्तीसगढ़िया 'सबले बढ़िया'। छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान हैं। राष्ट्रपति मूर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में 25 वर्षों में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ विधानसभा ने श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस सदन में 19 महिलाएं भी हैं। महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से भी ज्यादा है। छत्तीसगढ़ विस को मातृशक्ति का रूप कह सकते हैं। सभी महिला विधायक महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करें। श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है। छग विस ने समावेशी कल्याण के लिए अनेक विधेयक पारित किए। अंधविश्वास से मुक्ति दिलाने को अहम विधेयक लाया गया। छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान हैं। यहां के लोक संस्कृति की पूरे देश में सराहना होती है। इंद्रावती, शिवनाथ, महानदी का आशीर्वाद प्राप्त है। छत्तीसगढ़ आधुनिक विकास की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से मुझे काफी लगाव है। हम भी रायपुर को अपना ओडिशा का हिस्सा मानते हैं। परिसीमन की सीमा है, लेकिन दिल की कोई दीवार नहीं है। जगन्नाथ जी पूरे विश्व के हैं।  

Kolar News

Kolar News

इंफाल । मणिपुर के विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए अभियानों में भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है। इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।   मणिपुर पुलिस के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि सुगनू थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोल्टिनचान गांव, काकचिंग जिले में एक अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक स्थानीय पोंपी, दो सिंगल बैरल गन, एक .303 राइफल, एक संशोधित सीएमजी कार्बाइन, नौ .303 जिंदा कारतूस, चार 7.62 मिमी जिंदा कारतूस, तीन आईईडी (1.5 किग्रा, एक किग्रा और 600 ग्राम), 15 एके-47 खाली कारतूस, 20 नग .303 खाली कारतूस, 20 नग 7.62 मिमी खाली कारतूस, 32 इंसास खाली कारतूस, तीन पोंपी शेल, दो बीपी हेलमेट, दो जंगल बूट, चार बीपी जैकेट, दो टियर गैस स्मोक शेल, 16 टियर स्मोक शेल और अन्य भारी सामान बरामद किया गया।   इसके अलावा, इम्फाल ईस्ट जिले के सागोलमंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुखाओ संतिपुर में एक और अभियान में एक एसबीबीएल गन, एक पोंपी लांचर, एक स्थानीय निर्मित गन, दो 7.62 मिमी एसएलआर जिंदा कारतूस, आठ 12 बोर कारतूस, एक स्टन शेल, पांच टियर स्मोक शेल, आठ स्थानीय निर्मित शेल, दो बीपी जैकेट कवर, दो बीपी आयरन प्लेट और दो वॉकी-टॉकी सेट जब्त किए गए। इसी तरह सेनापति जिले के हेनबुंग गांव में चार बोल्ट एक्शन सिंगल बैरल गन और 12 बोर के 15 कारतूस बरामद किए गए। वहीं, कांगपोकपी जिले के के. लंघनोम और खेंगजांग से 18 पोंपी गन, एक एचई रॉकेट और एक देसी निर्मित प्रोजेक्टाइल लॉन्चिंग हथियार जब्त किया गया।   शनिवार को ही अराम्बाई तेंगगोल यूनिट-17 खुरई, इंफाल ईस्ट जिले में एक कार्यालय पर छापेमारी कर सुरक्षा बलों ने चार शिकार के जूते, चार पहिया वाहन तीन, एक बीपी हेलमेट, दो बीपी जैकेट, 15 ग्राम संदिग्ध हेरोइन, एक छलावरण बैग, पांच राइफल स्लिंग, चार टैक्टिकल बेल्ट, आठ बीपी प्लेट, दो हल्की बीपी प्लेट, दो होलस्टर, एक मोबाइल फोन, एक मैगजीन पाउच, तीन वायरलेस हैंडसेट, चार वायरलेस चार्जर, एक टियर गैस स्मोक शेल, एक इंसास बायोनेट, दो .303 बायोनेट, दो तलवार, दो स्टालियन बॉक्स, दो घुटने के पैड, चार अराम्बाई तेंगगोल यूनिट-17 के बैनर और 103 प्रयुक्त कारतूस बरामद किए।     हमले में चार लोग घायल  प्रवक्ता के मुताबिक एक अन्य सूचना के अनुसार, अज्ञात समूह के हमले में चार लोग घायल हो गए। शनिवार को लगभग 15-20 अज्ञात सशस्त्र लोग, जिन्हें संदिग्ध रूप से अराम्बाई तेंगगोल (एटी) समूह का बताया जा रहा है, ने यूएनएलएफ(पी) के एक कार्यकर्ता इरेंगबम नंदकुमार सिंह उर्फ टोंसाना (56) के इंफाल ईस्ट स्थित निवास पर हमला किया। इस झड़प में चार यूएनएलएफ(पी) कैडर लाठी-डंडों से घायल हो गए। दोनों पक्षों द्वारा गोलियां चलाने की भी सूचना है। सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।   फर्जी खबर फैलाने वालों पर पुलिस का शिकंजा इसके अलावा, मणिपुर पुलिस ने चुराचांदपुर जिले में फर्जी और भड़काऊ समाचार फैलाने वाले छह व्हाट्सएप ग्रुप और चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसे अन्य चैनलों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में अध्यक्ष पद पर डीके शर्मा, सचिव पद पर विकास गोयल और कोषाध्यक्ष पद पर रेणु मलिक ने जीत हासिल की। देर रात चुनाव के नतीजे सामने आए। तीस हजारी कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में उपाध्यक्ष पद पर यजुवेंद्र चौधरी ने जीत दर्ज की है। इसी तरह अपर सचिव पद पर साहिल पुरी, संयुक्त सचिव पद पर अजय दहिया, सीनियर मेंबर लेडी एग्जीक्यूटिव के पद पर कुसुम लता, सीनियर मेंबर एग्जीक्यूटिव मेल पद पर योगेंद्र कुमार, मेंबर एग्जीक्यूटिव फीमेल (10 से 20 साल) के पद पर वाणी सिंघल, मेंबर एग्जीक्यूटिव मेल (10 से 20 साल) के पद पर अमित राघव, मेंबर एग्जीक्यूटिव फीमेल (10 साल तक) के पद पर अनिता सिकदर, मेंबर एग्जीक्यूटिवमेल (10 साल तक) के दो पदों पर हिमांशु खारी और दीपक शर्मा ने जीत हासिल की है।उल्लेखनीय है कि तीस हजारी कोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव समेत दिल्ली के चार बार एसोसिएशन के चुनाव परिणाम आ चुके हैं। अभी हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और राऊज एवेन्यू कोर्ट के सेंट्रल दिल्ली कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव परिणाम लंबित हैं।पटियाला हाउस कोर्ट में बार एसोसिएशन के चुनाव परिणाम के मुताबिक अध्यक्ष पद पर नागेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष पद पर नवनीत पंवार, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट पर विमल वर्मा, सेक्रेटरी पद पर तरुण राणा, एडिशनल सेक्रेटरी पद पर नवीन कपिला, ज्वायंट सेक्रेटरी पद पर अंकुर त्यागी और कोषाध्यक्ष पद पर आस्था गुप्ता ने जीत दर्ज की है।द्वारका कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में अवनीश राणा ने अध्यक्ष, विवेक डागर ने उपाध्यक्ष, करमवीर त्यागी ने सेक्रेटरी, हेमंत वर्मा ने एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर जीत दर्ज की है। वहीं, रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में राजीव तेहलान ने अध्यक्ष, मूलचंद वर्मा ने उपाध्यक्ष, प्रदीप खत्री ने सेक्रेटरी, विवेक शौकीन ने एडिशनल सेक्रेटरी, प्रवीण डबास ने ज्वायंट सेक्रेटरी, आशा ज्योति आर्या ने कोषाध्यक्ष के पद पर चुनाव जीत दर्ज की है।दिल्ली की अदालतों में बार एसोसिएशन चुनाव में इस बार भारी अव्यवस्था देखने को मिली। चुनाव के दौरान दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई। दिल्ली के दो कोर्ट में 21 मार्च को हुए चुनाव निरस्त भी कर दिए गए। साकेत कोर्ट और कड़कड़डूमा कोर्ट में चुनाव निरस्त कर दिए गए। साकेत कोर्ट में चुनाव के दौरान वकीलों ने निर्वाची अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए बैलट बॉक्स तोड़ दिया जिसके बाद चुनाव निरस्त कर दिया गया। यही हाल कड़कड़डूमा कोर्ट का भी रहा। वहां भी निर्वाची अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगने के बाद कुछ वकील ईवीएम लेकर भागे। उसके बाद चुनाव निरस्त कर दिया गया।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को नासिक में कहा कि 2027 में होने वाले सिंहस्थ कुंभ के लिए उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मेला कानून बनाया जाएगा। साथ ही कुंभ मेला के दौरान गोदावरी का पानी साफ रखने की भी व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आज सिंहस्थ कुंभ मेला की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद कार्ययोजना की रूपरेखा बताई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को नासिक जिले का दौरा किया। इस बार उन्होंने त्र्यम्बकेश्वर मंदिर के दर्शन किये। उन्होंने कुशावर्त तीर्थ स्थल का भी निरीक्षण किया। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह त्र्यंबकेश्वर के लिए विकास योजना तैयार कर ली गई है। कुंभ मेले के अवसर पर नासिक और त्र्यंबकेश्वर का विकास किया जाना चाहिए। पूरे देश से लोग यहां आते हैं। इसलिए यहां गलियारों का निर्माण, पार्किंग, शौचालय, मंदिरों और तालाबों की मरम्मत की जाएगी। गया ब्रह्मगिरी क्षेत्र में प्राकृतिक पथ बनाए जाएंगे। एसटीपी का नेटवर्क बनाकर पानी की शुद्धता सुनिश्चित करने की योजना तैयार की गई है। किसी भी स्थिति में कुंभ मेले से पहले सिंहस्थ का काम पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्य के लिए बहुत बड़ी मात्रा में धन की आवश्यकता होगी। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि इस कार्य के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। त्र्यंबक के संतों ने मांग की है कि कुंभ मेले की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लें। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते यह मेरी जिम्मेदारी है, इसलिए हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुए कुंभ की तर्ज पर मेला प्राधिकरण बनाकर उसे कानूनी ढांचा भी दे रहे हैं। उन्होंने कुशावर्त तीर्थ का निरीक्षण करने के बाद वहां के पानी को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह कुंभ मेला नासिक और त्र्यंबक दोनों जगहों पर आयोजित होता है, लेकिन त्र्यंबकेश्वर का महत्व अद्वितीय है। त्र्यंबकेश्वर में एक शिवलिंग है, जहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों एक साथ विराजमान हैं। इसलिए हमारी सम्पूर्ण आध्यात्मिक व्यवस्था में त्र्यम्बकेश्वर का स्थान बहुत ऊंचा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । एअर इंडिया, वर्जिन अटलांटिक और ब्रिटिश एयरवेज ने शनिवार को नई दिल्ली से लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे (एलएचआर) के लिए अपनी निर्धारित उड़ानें बहाल कर दी हैं। एलएचआर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट पर एक बयान में बताया कि उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं, हवाई अड्डा पूरी तरह से चालू हैं।   आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एअर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज और वर्जिन अटलांटिक ने आज सुबह लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट के लिए अपनी उड़ानें संचालित कीं और एअर इंडिया की एक और उड़ान रवाना होने वाली है। हीथ्रो एयरपोर्ट पर भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार देर रात परिचालन बहाल हुआ।   एअर इंडिया की दिल्ली हवाई अड्डे से एलएचआर के लिए छह उड़ानें हैं। भारत और एलएचआर के बीच ब्रिटिश एयरवेज की प्रतिदिन आठ उड़ानें हैं, जिनमें मुंबई से तीन और दिल्ली से दो उड़ानें शामिल हैं। वर्जिन अटलांटिक की दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से एलएचआर के लिए पांच दैनिक उड़ानें हैं। उल्‍लेखनीय है कि लंदन स्थित हीथ्रो हवाई अड्डे के पास एक बिजली उपकेंद्र में आग लगने और एयरपोर्ट की बिजली आपूर्ति बाधित होने के बाद वहां विमानों का परिचालन करीब 18 घंटे तक ठप रहा था।

Kolar News

Kolar News

चुराचांदपुर  । सुप्रीम कोर्ट के पांच सदस्यीय न्यायाधीश दल ने शनिवार को चुराचांदपुर जिले में राहत शिविरों का दौरा कर हिंसा प्रभावित विस्थापित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि मणिपुर में जल्द शांति बहाल होगी। आज सुबह सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति बीआर गवई के नेतृत्व में पांच न्यायाधीशों का दल हिंसा प्रभावित मणिपुर पहुंचा। इस दल में न्यायमूर्ति सूर्यकांत, विक्रम नाथ, एमएम सुंदरेश और एन कोटिश्वर सिंह शामिल हैं। हालांकि, न्यायमूर्ति कोटिश्वर सिंह को छोड़कर बाकी चार न्यायाधीशों ने चुराचांदपुर जिले में सद्भावना मंडप राहत केंद्र का दौरा किया और वहां विस्थापित परिवारों से बातचीत की।   न्यायाधीशों ने हिंसा पीड़ितों की व्यथा सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि बहुत जल्द मणिपुर में शांति लौटेगी, आप अपने घरों को वापस जा सकेंगे। हमें आपकी कठिनाइयों का एहसास है, लेकिन सभी के सहयोग से यह मुश्किल समय जल्द समाप्त होगा।   न्यायमूर्ति बीआर गवई ने कहा कि संविधान पर विश्वास बनाए रखें। हमारा संविधान यह सुनिश्चित करेगा कि राज्य में पूरी तरह से शांति बहाल हो। हम इस संकट से उबरेंगे।  इसके साथ ही न्यायाधीशों ने चुराचांदपुर जिले के लामका स्थित मिनी सचिवालय से वर्चुअली एक कानूनी सेवा शिविर, एक चिकित्सा शिविर और एक विधिक सहायता शिविर का उद्घाटन भी किया।   सरकारी सूत्रों के अनुसार, ‘ऑल मणिपुर बार एसोसिएशन’ (एमबीए) की चुराचांदपुर जिला इकाई की आपत्ति के कारण न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह, जो कि मैतेई समुदाय से हैं, कूकी-जो बहुल चुराचांदपुर जिले का दौरा नहीं कर सके। वे विष्णुपुर जिले में जाएंगे। वहीं, ‘ऑल मणिपुर बार एसोसिएशन’ ने अपनी चुराचांदपुर जिला इकाई को निर्देश दिया है कि वह न्यायमूर्ति कोटिश्वर सिंह के जिले में जाने पर आपत्ति वापस ले।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को नागपुर में कहा कि यहां हुई हिंसा के आरोपितों नुकसान की भरपाई वसूली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा मामले में अब तक 104 आरोपितों को नामजद किया गया है, इनमें से 92 को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कठोर से कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को नागपुर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि इस घटना के चार से पांच घंटे के भीतर दंगों पर नियंत्रण पा लिया। इसके लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने दंगे के सीसीटीवी फुटेज और लोगों द्वारा अपने मोबाइल फोन पर बनाए गए वीडियो के आधार पर आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की। अब तक 104 आरोपितों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 92 को गिरफ्तार कर लिया गया है। चूंकि 12 लोग नाबालिग हैं, इसलिए उनके खिलाफ विधि संघर्ष अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अभी भी पुलिस कुछ और लोगों को गिरफ्तार करने वाली है। पुलिस हिंसा करने वाले या उनकी मदद करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ेगी नहीं, सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया ट्रैकिंग के जरिए हिंसा भडक़ाने वालों को भी सह-आरोपित बनाया जाएगा। अब तक कुल 68 पोस्ट हटा दी गई हैं और कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि भड़काऊ पॉडकास्ट बनाने और अफवाह फैलाने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जिन लोगों को नुकसान हुआ है और जिनकी गाडिय़ां खराब हो गई हैं, उन्हें अगले तीन-चार दिनों में मुआवजा मिल जाएगा। नागपुर में कफ्र्यू के कारण लगाए गए प्रतिबंधों से सार्वजनिक जीवन और व्यापार प्रभावित हुआ है। अब जबकि माहौल शांत है, स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक यह कहना संभव नहीं है कि नागपुर हिंसा की जड़ें बांग्लादेश से जुड़ी थीं या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में किसी भी महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई है, हां महिला पुलिसकर्मी पर हमला किया गया था। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस घटना में पुलिस बल पर हमला हुआ है और पुलिस पर हमला करने वालों से सरकार कड़ाई से निपटेगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश के आवास से कथित रूप से नकदी बरामद होने का मुद्दा आज राज्यसभा में गूंजा। सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को आश्वस्त किया कि इस मामले को सुलझाने के लिए एक संरचित चर्चा तंत्र की तलाश की जाएगी।   कांग्रेस के जयराम रमेश ने आज सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि आज सुबह ही मैंने दिल्ली हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश के आवास पर भारी मात्रा में नकदी मिलने के बारे में समाचार पत्र में पढ़ा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले 50 सांसदों ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों के सम्बन्ध में एक नोटिस भी सौंपा था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सभापति खुद कई बार न्यायिक जवाबदेही की आवश्यकता की बातें कह चुके हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर नेता सदन को निर्देश भी दिया था। जयराम रमेश ने सभापति से अनुरोध किया कि वो न्यायिक जवाबदेही बढ़ाने के लिए सरकार को प्रस्ताव लाने का निर्देश दें।इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह थोड़ी हैरानी वाली बात है कि नकदी मिलने वाली घटना हुई लेकिन यह तुरंत प्रकाश में नहीं आई। अगर इसी तरह की घटना किसी नौकरशाह, उद्योगपति या राजनेता के साथ हुई होती तो वह तुरंत लक्षित हो जाता। उन्होंने कहा कि इस समय नेता सदन यहां मौजूद नहीं हैं। हम नेता सदन और नेता विपक्ष तथा लब्ध प्रतिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर संरचनात्मक नतीजे की ओर बढ़ेंगे। मुझे यकीन है कि पारदर्शी, जवाबदेह और प्रभावी प्रणालीगत प्रतिक्रिया जल्द ही सामने आएगी।महाभियोग वाले मामले पर सभापति ने कहा कि उन्हें राज्यसभा के 55 सदस्यों का हस्ताक्षरयुक्त एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है। उस पर हस्ताक्षर करने वालों से सत्यापन करवाने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। कई सदस्यों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, लेकिन कइयों ने उनके हस्ताक्षर होने से इनकार किया है। सदस्यों को दूसरी बार ईमेल भेजे गए हैं, इसलिए वो जल्द अपने जवाब भेज दें। उन्होंने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद हस्ताक्षर करने वाले सदस्यों की संख्या 50 से अधिक होगी तो तो मेरे स्तर पर इस प्रक्रिया में एक क्षण का विलंब नहीं होगा।उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली हाई कोर्ट के जिस न्यायाधीश के आवास पर कथित तौर पर यह नकदी मिली है, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें उनके पैतृक इलाहाबाद हाई कोर्ट में स्थानांतरित करने का फैसला किया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । गृह मंत्री ने इस दौरान तमिलनाडु में सत्ता में काबिज द्रमुक पार्टी पर आरोप लगाया कि वह अपने घपले-घोटाले छिपाने के लिए भाषा की जहर घोलने वाली राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में भाषा के नाम पर बंटवारे की राजनीति बहुत हो चुकी है। अब विकास की राजनीति होनी चाहिए। इस दौरान गृह मंत्री ने अपने संकल्प को भी आगे रखा कि दिसंबर के बाद वे लोगों से पत्र व्यवहार उन्ही की भाषा में करेंगे। दक्षिण भारत की भाषाओं को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ राजनीति करने वालों पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने आज राज्यसभा में एक चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार में देश की सभी भाषाओं के विकास के लिए कई कार्य हुए हैं। मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा को भारतीय भाषाओं में कराए जाने का काम उनकी सरकार में हुआ। तमिलनाडु सरकार आज तक तमिल में इन शिक्षाओं को देने में नाकाम रही है। एनडीए की तमिलनाडु में सरकार आने पर हम यह करके दिखायेंगे। शाह ने कहा कि हम पर दक्षिण की भाषाओं के विरोधी होने का आरोप लगाते हैं जबकि हम भी भाषायी क्षेत्रों से आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं गुजरात से आता हूं और निर्मला सीतारमण तमिलनाडु से आती हैं। इन्हें हजारों करोड़ किमी दूर की भाषा (अंग्रेजी) अच्छी लगती है लेकिन इन्हें देश की भाषा अच्छी नहीं लगती। जहर घोलने की भाषायी राजनीति बहुत हो चुकी है, अब आगे बढ़ना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय शिक्षा नीति में तीन भाषा फार्मूला को लेकर द्रमुक पार्टी केन्द्र के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। पार्टी का कहना है कि केन्द्र सरकार तीन भाषा फार्मूले के नाम पर हिन्दी थोपने का प्रयास कर रही है।  

Kolar News

Kolar News

तिरुमाला। आंध्र प्रदेश के एन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर की सात पहाड़ियां वेंकटेश्वर स्वामी के स्वामित्व में हैं और इन पहाड़ियों पर कोई भी अपवित्र कार्य नहीं होने देंगे। इन पहाड़ियों के आसपास कहीं भी व्यावसायीकरण नहीं होने दिया जाएगा और तिरुमाला में सिर्फ हिन्दू ही मंदिर के प्रबंधन का काम करेंगे।  शुक्रवार को मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने तिरुमाला में भगवान बालाजी के दर्शन कर पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने यहां अपने पोता नारा देवांश का जन्मदिन मनाया। परिवार के सदस्यों के साथ भगवान वेंकटेश्वर की सेवा में भी भाग लिया। मुख्यमंत्री ने मंदिर के प्रशासन के साथ एक बैठक कर सुविधाओं की समीक्षा की। इससे पहले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू का यहां पहुंचने पर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष बीआर नायडू ने पुजारियों व वेद पंडितों के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री के परिजनों ने तारिगोंडा वेंगाम्बा सत्रम में अपने पोते देवांश के नाम पर अन्नदान का आयोजन किया। चंद्रबाबू और उनके परिजनों ने भक्तों को प्रसाद परोसा। मुख्यमंत्री ने एक दिन के अन्नदान का खर्चा के लिए लगभग 44 लाख रुपये दान दिया है।   इस मौके पर मुख्यमंत्री नायडू ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भक्तों को प्रसाद परोसने की संतुष्टि अमूल्य है। सभी को समाज हित के लिए कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर की सात पहाड़ियां.. वेंकटेश्वर स्वामी के स्वामित्व में हैं और इन सात पहाड़ियों पर कोई भी अपवित्र कार्य नहीं होने देंगे। मैं सदैव जनहित के लिए कार्य करता हूं। हम तिरुमाला में स्वच्छता को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं। राज्य के पुनर्निर्माण की शुरुआत यहीं से करने का संकल्प लिया है।   नायडू ने कहा कि मंदिर की पवित्रता को ध्यान में रखते पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सरकार की ओर से मुमताज होटल के लिए दी गई अनुमतियां रद्द दी हैं। उन्होंने कहा कि सात पहाड़ियों के आसपास कहीं भी व्यावसायीकरण नहीं होना चाहिए। हमारा उद्देश्य वेंकटेश्वर स्वामी की संपत्तियों को संरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि टीटीडी बोर्ड और अधिकारियों को तिरुमाला पवित्रा की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे देशभर में श्रीवारी की संपत्तियों की रक्षा करेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि तिरुमाला मंदिर में केवल हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए। अगर दूसरे धर्मों के लोग वहां काम कर रहे हैं तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना, उन्हें दूसरे स्थानों पर बसाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की सभी राज्याें की राजधानियों के अलावा विदेशों में भी श्रीबालाजी मंदिर बनाए जाएंगे।   

Kolar News

Kolar News

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक, प्रसिद्ध उद्यमी बिल गेट्स के बीच गुरुवार को महाराष्ट्र के विकास पर सकारात्मक चर्चा हुई। गेट्स फाउंडेशन ने महाराष्ट्र को मलेरिया मुक्त करने के लिए काम करने और 25 लाख महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए महाराष्ट्र को सहयोग देने का वादा किया है। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और गेट्स फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को सह्याद्री राज्य अतिथि गृह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इस मुलाकात में बिल गेट्स और मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग के बारे में सकारात्मक चर्चा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और बुनियादी ढांचे, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी के कारण गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही है। उन्होंने बिल गेट से ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित उपलब्ध कराने की पेशकश की है । हालांकि बजट में स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग का भी प्रावधान किया गया है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि किसानों को दिन में बिजली मिले और इसके लिए 2022-23 से सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है। किसानों को कम लागत पर बिजली मिल रही है, क्योंकि सौर ऊर्जा से अब 30 प्रतिशत बिजली उत्पादन में से 52 प्रतिशत बिजली पैदा हो रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सभी बिजली फीडरों को सौर ऊर्जा से संचालित करने की योजना है, ताकि उन्हें 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा सके। फडणवीस ने इससे संबंधित जानकारी बिल गेट्स को दी और उन्हें इस क्षेत्र में सहयोग देने की अपील की।   मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नवी मुंबई में 300 एकड़ क्षेत्र में इनोवेशन सिटी बनाई जा रही है। इस पर गेट्स ने इनोवेशन सिटी और अन्य पहलों में वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता सहित साझेदारी करने का वचन दिया। इसके साथ ही महाराष्ट्र में मच्छरों के कारण मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र को मलेरिया मुक्त बनाने के साथ-साथ गेट्स फाउंडेशन डेंगू पर नियंत्रण के लिए भी काम कर रहा है। बिल गेट्स ने आश्वासन दिया कि इसके लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी और इसकी शुरुआत गढ़चिरौली जिले से होगी।   मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार के लिए 25 लाख महिलाओं को करोड़पति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह प्रदान कर रही है। बिल गेट्स ने यह भी कहा कि माइक्रोसॉफ्ट और गेट्स फाउंडेशन भी इस पहल में भाग लेने के लिए तैयार हैं। गेट्स ने महिलाओं के सम्पूर्ण वित्तीय लेन-देन को डिजिटल बनाने में सहयोग करने की अपनी तत्परता व्यक्त की। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खडग़े, प्रमुख सचिव अश्विनी भिडे, सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी, गेट्स फाउंडेशन के भारत निदेशक हरि मेनन, गेट्स फाउंडेशन के वैश्विक मलेरिया परियोजना निदेशक फिलिप वेल्कॉफ, स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. आनंद बंग आदि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने दावा किया कि अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है। छत्तीसगढ़ में गुरुवार को दो अलग-अलग अभियानों में 22 नक्सलियों के मारे जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए एक पोस्ट में अमित शाह ने कहा कि नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन में 22 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में नक्सलवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के चलते वर्ष 2025 में अब तक 90 नक्सली मारे जा चुके हैं,  104 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 164 ने आत्मसमर्पण किया है। वर्ष 2024 में 290 नक्सलियों को न्यूट्रलाइज़ किया गया था, 1090 को गिरफ्तार किया गया और 881 ने आत्मसमर्पण किया था। अभी तक कुल 15 शीर्ष नक्सली नेताओं को न्यूट्रलाइज़ किया जा चुका है। बयान में कहा गया है कि वर्ष 2004 से 2014 के बीच नक्सली हिंसा की कुल 16,463 घटनाएं हुई थीं, जबकि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014 से 2024 के बीच नक्सली हिंसा की घटनाओं की संख्या 53 प्रतिशत घटकर 7,744 रह गई है। इसी प्रकार, सुरक्षाबल जवानों की मृत्यु की संख्या 1851 से 73 प्रतिशत घटकर 509 रह गई और नागरिकों की मृत्यु की संख्या 70 प्रतिशत की कमी के साथ 4766 से 1495 रह गई है। मंत्रालय ने कहा है कि वर्ष 2014 तक कुल 66 फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन थे जबकि मोदी सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल में इनकी संख्या बढ़कर 612 हो गई है। इसी प्रकार, 2014 में देश में 126 ज़िले नक्सल प्रभावित थे, लेकिन 2024 में ज़िलों की संख्या घटकर मात्र 12 रह गई है। पिछले 5 वर्षों में कुल 302 नए सुरक्षा कैंप और 68 नाइट लैंडिंग हेलीपैड्स बनाए गए हैं।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा की मौत मामले को लेकर गुरुवार को महाराष्ट्र में राजनीति गर्मा गई है। इस मामले में जोरदार आरोप और प्रत्यारोपों की वजह से गुरुवार को विधानमंडल के दोनों सदनों का कामकाज कुछ देर तक के लिए स्थगित करना पड़ा। गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि इस मामले की एसआईटी जांच चल रही है और रिपोर्ट आने पर सभागृह में पेश की जाएगी। इस मामले को लेकर आज सुबह सत्तापक्ष के विधायकों ने विधानभवन की सीढ़ियों पर बैठकर प्रदर्शन किया था। विधानसभा का कामकाज शुरू होने पर भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियन के पिता ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की है। दिशा सालियन ने इस मामले में शिवसेना यूबीटी के विधायक आदित्य ठाकरे का नाम लिया है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। साटम के बाद भाजपा विधायक नीतेश राणे ने भी इस मामले में आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार करने की मांग की। इसके बाद सदन में शोरशराबा होने लगा, जिससे अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सभागृह का कामकाज दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। विधान परिषद में शिवसेना शिंदे समूह की विधायक मनीषा कायंडे ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि दिशा सालियन मामले में आदित्य ठाकरे का नाम सामने आ रहा है, इसलिए आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार कर जांच की जानी चाहिए। इसके बाद भाजपा विधायक दल नेता प्रवीण दरेकर ने मनीषा कायंदे की मांग का समर्थन किया। शिवसेना विधायक अनिल परब और नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि मामला कोर्ट में है, कोर्ट जो आदेश देगा , उसका पालन किया जाएगा। इस पर सत्तापक्ष के विधायक शोर शराबा करने लगे, जिससे विधानपरिषद का कामकाज दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। विधान भवन परिसर में आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह मामला हाई कोर्ट में न्यायप्रविष्ठ है। कोर्ट का जो भी आदेश आएगा, मैं उसका पालन करुंगा। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह मामला जानबूझकर उन्हें बदनाम करने के लिए उठाया जा रहा है। राकांपा एसपी के विधायक रोहित पवार ने कहा कि पांच साल पहले का मामला आज अचानक अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए उठाया जा रहा है, जबकि वे व्यक्तिगत रूप से जानते हैं कि आदित्य ठाकरे ऐसा नहीं कर सकते।   कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने कहा कि राज्य में सबसे महत्वपूर्ण किसानों का मुद्दा है, लेकिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए दिशा सालियन का मुद्दा उठाया जा रहा है। इस मामले की जब जांच चल रही थी तो इस मामले पर जोर-जोर से आवाज उठाने वाले विधायक नीतेश ठाकरे जांच कर रहे अधिकारियों के समक्ष पेश नहीं हुए थे। अगर उनके पास सबूत होते तो जांच कर रहे अधिकारियों को देना चाहिए था।   शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने कहा कि कल औरंगजेब का मामला उल्टा सरकार पर ही पलट गया है, इसलिए आज अचानक लोगों का ध्यान हटाने के लिए पांच साल पुराना मामला ठाकरे परिवार को बदनाम करने के लिए उठाया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के संस्थापक बिल गेट्स ने बुधवार को भारत यात्रा के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की।स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गेट्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से मातृ स्वास्थ्य, टीकाकरण और स्वच्छता के क्षेत्रों का उल्लेख किया।गेट्स ने स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत द्वारा निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की सराहना की और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भारत के साथ साझेदारी करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने निदान और दवाओं की लागत को कम करने, दुनिया भर में सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं को सक्षम बनाने में भारत द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।इस मौके पर दोनों पक्षों ने साझेदारी को जारी रखने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग के ज्ञापन को नवीनीकृत करने के लिए अपनी तत्परता जाहिर की।  

Kolar News

Kolar News

पटना । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव लैंड फॉर जॉब घोटाले में बुधवार को सुबह बेटी मीसा भारती के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना स्थित कार्यालय पहुंचे, जहां लालू यादव से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है। बीते दिन यानी मंगलवार को ईडी ने राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव से पूछताछ की थी।   दरअसल, लैंड फॉर जॉब (जमीन के बदले नौकरी)  घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से पूछताछ की थी। पटना स्थित ईडी कार्यालय में दोनों से अलग-अलग कमरों में घंटों सवाल-जवाब किए गए। वहीं आज इस मामले में ईडी राजद सुप्रीमो लालू यादव से पूछताछ कर रही है। इससे पहले 20 जनवरी 2024 को दिल्ली और पटना की ईडी टीम ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से एक साथ पूछताछ की थी। उस दौरान लालू यादव से 50 से अधिक सवाल पूछे गए थे। लालू ने ज्यादातर सवालों का जवाब "हां" या "ना" में ही दिया था। पूछताछ के दौरान वह कई बार नाराज भी हो गए थे। वहीं 30 जनवरी 2024 को तेजस्वी यादव से भी लगभग 10-11 घंटे तक पूछताछ की गई थी। लैंड फॉर जॉब घोटाले में ईडी की जांच जारी है। एजेंसी का दावा है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए कई लोगों को रेलवे में नौकरी देने के बदले उनसे जमीनें ली गई थीं।    

Kolar News

Kolar News

फ्लोरिडा । नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) से संबद्ध भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर वापस लौट आए । फ्लोरिडा के तट पर उनकी सफल लैंडिंग हुई है। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसएक्स क्रू-9 वापस धरती पर आ गया। नासा के ये दोनों अंतरिक्ष यात्री मात्र आठ दिन के मिशन पर गए थे। तकनीकी खराबी के कारण दोनों नौ माह और 13 दिन तक अंतरिक्ष में फंसे रहे। नासा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है-''घर में आपका स्वागत है! नासा का स्पेसएक्स क्रू-9 विज्ञान मिशन के बाद धरती पर वापस आ गया है।'अब सभी मिलेंगे अपने परिवारों सेनासा की वेबसाइट के अनुसार, निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव पूर्वी समय पर शाम 5:57 बजे पृथ्वी पर लौट आए। स्पेसएक्स रिकवरी जहाजों पर सवार टीमों ने अंतरिक्ष यान और उसके चालक दल को वापस निकाला। तट पर लौटने के बाद चालक दल ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर के लिए उड़ान भरेगा। वहां सभी अपने परिवारों से मिलेंगे। नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एजेंसी के नौवें वाणिज्यिक क्रू रोटेशन मिशन को पूरा किया। यह अमेरिका की खाड़ी में फ्लोरिडा के तल्हासी तट से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सुरक्षित रूप से उतरा।जेनेट पेट्रो ने कहा-यह ट्रंप की वजह से संभव हुआनासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, "हम सुनीता, बुच, निक और एलेक्जेंडर की सुरक्षित घरवापसी पर रोमांचित हैं।" उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर नासा और स्पेसएक्स की एक महीने की मेहनत रंग लाई। अंतरराष्ट्रीय चालक दल और धरती पर मौजूद हमारी टीमों ने सभी को घर वापस लाने में कड़ी मेहनत की। नासा के ऐसे मिशन मानवता के लाभ के लिए हैं। हेग और गोरबुनोव ने 28 सितंबर, 2024 को दोपहर 1:17 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फ़ोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर उड़ान भरी थी। अगले दिन वे स्टेशन के हार्मनी मॉड्यूल के आगे की ओर वाले पोर्ट पर डॉक किए गए। सुनीता विलियम्स और विल्मोर को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी रॉकेट पर पांच जून, 2024 को स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 41 से एजेंसी के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। दोनों 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे।मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा कीबताया गया है कि सुनीता विलियम्स और विल्मोर ने अपने मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा की। अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 4,576 परिक्रमा पूरी की। हेग और गोरबुनोव ने अपने मिशन के दौरान 72,553,920 मील की यात्रा की, अंतरिक्ष में 171 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 2,736 परिक्रमा पूरी कीं। हेग ने अपने दो मिशनों में अंतरिक्ष में 374 दिन और विलियम्स ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 608 दिन बिताए हैं। विल्मोर ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 464 दिन बिताए हैं।अंतरिक्ष परी ने दो स्पेसवॉक किएसुनीता विलियम्स ने दो स्पेसवॉक किए। एक में उनके साथ विल्मोर और दूसरे में हेग शामिल थे। अंतरिक्ष में 900 घंटे से अधिक समय तक शोध के साथ 150 से अधिक अद्वितीय वैज्ञानिक प्रयोग किए गए। इस शोध में पौधों की वृद्धि और गुणवत्ता पर जांच शामिल थी, साथ ही रक्त रोगों, ऑटोइम्यून विकारों और कैंसर को संबोधित करने के लिए स्टेम सेल तकनीक की क्षमता भी शामिल थी। उन्होंने अंतरिक्ष यात्रियों को सर्कैडियन लय बनाए रखने में मदद करने के लिए प्रकाश व्यवस्था का भी परीक्षण किया। यह अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्से से नमूने लिए कि क्या सूक्ष्मजीव अंतरिक्ष में जीवित रह सकते हैं।सुनीता के पैतृक गांव में जश्नभारतीय समयानुसार सुबह 3.27 बजे ऑर्बिट बर्न का प्रोसेस पूरा होने के बाद फ्लोरिडा के तट पर अंतरिक्ष परी के उतरते ही सुनीता विलियम्स के गुजरात के पैतृक गांव में जश्न शुरू हो गया। इतिहास रचकर धरती पर सकुशल वापस लौटीं सुनीता विलियम्स का स्वागत समुद्र में तैरते डॉल्फिन के झुंड ने किया। जब उनका कैप्सूल पानी में उतरा तो उनके आसपास बड़ी संख्या में डॉल्फिन थीं। इसके बाद उनको रिकवरी पोत से कैप्सूल से निकाला गया।प्रधानमंत्री मोदी ने भारत आने का निमंत्रण दियाभारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया है। पहली मार्च को लिखे और नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से भेजे गए इस पत्र को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर साझा किया। है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में कहा कि भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके मिशन में सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आपकी वापसी के बाद हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे शानदार बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।      

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय मूल की प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पर लगभग नौ माह से अधिक समय बिताने के बाद मंगलवार तड़के धरती के लिए रवाना हुए। स्पेसएक्स यान अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से गंतव्य के लिए निकल पड़ा है। ऐसे में उनके सुरक्षित धरती पर वापसी के लिए भारत सहित पूरी दुनिया प्रार्थना कर रही है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स को लिखा एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि भारत के लोग सुनीता विलियम्स के अच्छे स्वास्थ्य और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सुनीता को भारत आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि वह स्वयं सुनीता से मिलने के लिए उत्सुक हैं।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को लिखा पत्र सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा किया। प्रधानमंत्री ने यह भावुक पत्र गत 1 मार्च को लिखा था।पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने सुनीता की उपलब्धियों पर गर्व जताया और उनकी वापसी के लिए 1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “हाल की घटनाओं ने एक बार फिर आपकी प्रेरणादायक दृढ़ता और संकल्प को प्रदर्शित किया है। भले ही आप हजारों मील दूर हों, आप हमारे दिल के करीब हैं। भारत के लोग आपकी अच्छी सेहत और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।”मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडन से अपनी मुलाकातों के दौरान सुनीता की कुशलता के बारे में पूछताछ की थी। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में दिल्ली में नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मासिमिनो से मुलाकात का जिक्र किया, जहां सुनीता का नाम चर्चा में आया था। इस मुलाकात के बाद उन्हें सुनीता को पत्र लिखने की प्रेरणा मिली।पत्र में मोदी ने सुनीता को भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिसमें लिखा, “आपके वापस आने के बाद, हम आपको भारत में देखने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे प्रतिष्ठित बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।” उन्होंने सुनीता की मां बोनी पंड्या और उनके पति माइकल विलियम्स को भी शुभकामनाएं दीं, साथ ही उनके दिवंगत पिता दीपक पंड्या को याद किया, जिनसे वे 2016 में अमेरिका यात्रा के दौरान मिले थे।उल्लेखनीय है कि सुनीता और उनके सहयोगी बुच विल्मोर 9 महीने से अधिक समय तक आईएसएस पर रहने के बाद मंगलवार को सुबह 11:05 बजे आईएसएस से पृथ्वी के लिए रवाना हुए। सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर की वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से हो रही है। उनकी लैंडिंग 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा तट पर होने की उम्मीद है। यह लैंडिंग मौसम और तकनीकी तैयारियों पर निर्भर है। भारतीय मूल की प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता लिन विलियम्स नासा की एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं। उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को यूक्लिड, ओहियो, अमेरिका में हुआ था। उनके पिता दीपक पंड्या भारत में गुजरात से थे, जबकि उनकी मां बोनी पंड्या स्लोवेनियाई मूल की हैं।सुनीता ने अमेरिकी नौसेना में एक अधिकारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में 1998 में नासा में शामिल हुईं। वह अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में जानी जाती हैं। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, जैसे कि एक महिला द्वारा सबसे अधिक स्पेसवॉक (7 बार) और सबसे अधिक स्पेसवॉक समय (50 घंटे, 40 मिनट) है।सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से वापसी के प्रयास कई तकनीकी और लॉजिस्टिक चुनौतियों से जूझते रहे हैं। दोनों 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर के पहले क्रू मिशन पर आईएसएस के लिए रवाना हुए थे, जो मूल रूप से 8 दिन का मिशन था। हालांकि, स्टारलाइनर में थ्रस्टर खराबी और हीलियम लीक जैसी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में बार-बार देरी हुई।नासा ने शुरू में स्टारलाइनर को सुरक्षित मानते हुए इसके साथ वापसी की योजना बनाई थी लेकिन गहन जांच के बाद अगस्त 2024 में फैसला लिया कि स्टारलाइनर बिना क्रू के पृथ्वी पर लौटेगा, जो सितंबर 2024 में हुआ। इसके बाद, विलियम्स और विल्मोर को स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से लाने की योजना बनी। पहले उनकी वापसी फरवरी 2025 के लिए निर्धारित थी लेकिन स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के लॉन्च में देरी-नए ड्रैगन यान की तैयारी और मौसम संबंधी समस्याओं ने इसे मार्च 2025 तक टाल दिया।क्रू-10 मिशन 14 मार्च 2025 को लॉन्च हुआ और 16 मार्च को आईएसएस से जुड़ गया। इसके बाद विलियम्स और विल्मोर सहित क्रू-9 के सदस्यों (निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव के साथ) की वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई।इन प्रयासों में नासा और स्पेसएक्स की टीमें लगातार सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही हैं, जिसके चलते हर कदम पर सावधानी बरती गई। यह घटना अंतरिक्ष यात्रा की जटिलता और अप्रत्याशित चुनौतियों को रेखांकित करती है।

Kolar News

Kolar News

नागपुर । महाराष्ट्र के नागपुर में दंगों के बाद कई थाना क्षेत्रों के संवेदनशील हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस पूरी रात स्थिति सामान्य करने का प्रयास करती रही। स्थिति नियंत्रण में पर तनावपूर्ण बताई जा रही है। शहर में सोमवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद ने छत्रपति शिवाजी चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए। प्रदर्शनकारियों ने औरंगजेब की फोटो और प्रतीकात्मक पुतला जलाकर विरोध जताया। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ अफवाह भरे वीडियो और पोस्ट वायरल हो गए। शाम करीब साढ़े सात बजे लोग चिटनिस पार्क के सामने कांग्रेस के देवड़िया भवन कार्यालय के बगल में एक धार्मिक स्थल के सामने एकत्र हुए। इसके बाद भीड़ छत्रपति चौक की ओर बढ़ी। इस दौरान भीड़ ने आपत्तिजनक नारे लगाए और पत्थरबाजी की। कई वाहन आग के हवाले कर दिए। पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। भीड़ के हमले में चार पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम के हाथ पर कुल्हाड़ी से वार किया गया। वह लहूलुहान हो गए। पथराव के दौरान डीसीपी शशिकांत सातव का पैर फ्रैक्चर हो गया और डीसीपी अर्चित चांडक को गंभीर चोट आई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी राहुल मदने को भी मामूली चोटें आई हैं। माहौल को सामान्य करने के लिए पुलिस ने नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर थाना क्षेत्रों में रात में कर्फ्यू लगा दिया। पुलिस आयुक्त डॉ. रविन्द्र कुमार सिंघल ने कहा कि कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने आज राज्यसभा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के लिए बजट आवंटन का मुद्दा उठाया और कहा कि यह केंद्रीय बजट 2025 में स्थिर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस योजना में लोगों के लिए न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 400 रुपये प्रतिदिन किए जाने की मांग की।सदन में शून्यकाल के दौरान मनरेगा का मुद्दा उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि इस योजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें आधार-आधारित भुगतान प्रणाली और राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली, मजदूरी भुगतान में लगातार देरी और मुद्रास्फीति की भरपाई के लिए अपर्याप्त मजदूरी दरें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की गहरी चिंता है कि वर्तमान सरकार ने इस योजना को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया है और बजट आवंटन 86,000 करोड़ रुपये पर स्थिर है। आवंटित बजट में वास्तव में 4,000 करोड़ रुपये की कमी आई है। इसके अलावा अनुमान बताते हैं कि आवंटित धन का लगभग 20 प्रतिशत पिछले वर्षों के लंबित बकाये को चुकाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।सोनिया ने कहा कि इन ज्वलंत चिंताओं के मद्देनजर कांग्रेस मांग करती है कि लाखों ग्रामीण गरीबों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में इस योजना को बनाए रखने और इसे विस्तार देने के लिए पर्याप्त वित्तीय प्रावधान किया जाए। न्यूनतम दैनिक मजदूरी 150 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये की जाए और समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए। अनिवार्य आधार-आधारित भुगतान प्रणाली और राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली की आवश्यकताओं को हटाया जाए। इसके साथ ही गारंटीकृत कार्य दिवसों में प्रति वर्ष 100 से 150 दिन तक की वृद्धि सुनिश्चित की जाए। ये उपाय यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं ताकि मनरेगा सम्मानजनक रोजगार और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करे।   शून्यकाल के दौरान कुछ अन्य सदस्यों ने भी अलग-अलग मुद्दे उठाए जिनमें भाजपा की सीमा द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश में जंघई और प्रतापगढ़ के बीच ग्राम सभा नडार में रेलवे अंडर पास बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अंडर पास के अभाव में लोग रेलवे लाइन पार करते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटना में लोगों की जान चली जाती है।   राजद के संजय यादव ने बिहार में केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय खोलने की मांग उठाई।उन्होंने कहा कि देश में साक्षरता और स्कूल ड्रॉप आउट औसत दर बिहार में सर्वाधिक है लेकिन इस बार सरकार ने देश के विभिन्न राज्यों में नए विद्यालयों को खोलने की जो मंजूरी दी है, उसमें बिहार में एक भी विद्यालय नहीं है, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया जिले में तो जिस भवन में विद्यालय चल रहा है, वह बिल्डिंग भी अपनी नहीं है।बीजद के मुजीबुल्ला खान ने ओडिशा में सिंथेटिक लैब की टेस्टिंग मशीन 15 साल से खराब होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसके अभाव में नीदरलैंड और इटली आदि देशों से टेस्टिंग करानी पड़ रही है, जिसमें कमीशनखोरी का खेल हो रहा है। मशीन की रिपेयरिंग के लिए 2021 में 40 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसके बावजूद यह भ्रष्टाचार क्यों है? इसकी जांच कराई जाए।भाजपा के सदानंद महालू शेट तानवड़े ने डिजिटल फ्रॉड का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसके जरिये साइबर ठग सामने वाले का सारा डेटा ले लेते हैं, जिसका बाद में दुरुपयोग होता है। यह निजता के अधिकार का भी हनन है। इस पर रोक लगाई जाए। भाजपा के राजीव भट्टाचार्य ने त्रिपुरा के अनानास उत्पादक बागवानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने वहां पर उनकी उपज को निर्यात करने के लिए उचित व्यवस्था किए जाने की मांग की।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब के कब्र के खिलाफ बढ़ते असंतोष को देखते हुए संभाजी नगर स्थित खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संभाजी नगर में पुलिस के जवान हर राजनीतिक गतिविधियों पर बारीक नजर रखे हुए हैं। छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने प्रदर्शन करके औरंगजेब की कब्र नष्ट करने की मांग की है।    संभाजीनगर जिले के कलेक्टर दिलीप स्वामी ने सोमवार को मीडिया को बताया कि खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र के आस-पास एसआरपीएफ के 115 सशस्त्र जवानों, दंगा नियंत्रण दस्ते के 25 पुलिसकर्मियों, महिला पुलिस के 60 जवानों और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निजी सुरक्षा गार्डों की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात किया गया है। दिलीप स्वामी ने कहा कि चूंकि पिछले कुछ दिनों से विरोधी माहौल चल रहा है, इसलिए हमने वहां पुलिस की मौजूदगी काफी हद तक बढ़ा दी है। हमने जिले भर में विभिन्न प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए हैं और शहर के संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की तैनाती की गई है। कुछ लोगों ने इस स्थान पर जाकर विरोध प्रदर्शन करने के संबंध में बयान दिया था। हमने इसी दृष्टिकोण से सुरक्षात्मक कदम उठाए हैं।   दिलीप स्वामी ने बताया कि पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और तहसील स्तर के सभी अधिकारी और कर्मचारी इस मुद्दे पर कड़ी नजर रख रहे हैं। स्वामी ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर निषेधाज्ञा जारी करने के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं। दिलीप स्वामी ने कहा कि प्रशासन कानून व्यवस्था के लिए पूरा प्रयास कर रहा है। प्रशासन संभाजीनगर खासकर खुलताबाद में कोई अप्रत्याशित घटना न घटे, इसलिए जरूरी कदम उठा रहा है। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के बाहर से भी कुछ लोग यहां आने का प्रयास कर रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जा रही है।   छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ओर से जालना, नागपुर, संभाजी नगर, नांदेड़, पुणे आदि जिलों के जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करके जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर औरंगजेब की कब्र जल्द न नष्ट की गई, तो बाबरी मस्जिद की तरह कारसेवा करके कब्र नष्ट कर दी जाएगी।

Kolar News

Kolar News

हंदवाड़ा । जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के जचलदार इलाके में आज सुबह से चल रही मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया। इस दौरान एक एके-47 राइफल, अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। उसके कब्जे से एक एके-47 राइफल और अन्य हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अभियान जारी है। पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान मुठभेड़ शुरू हुई।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । होली की छुट्टी के बाद सोमवार को राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही की शुरुआत में सभी का अभिवादन नमस्ते से किया। राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने जगदीप धनखड़ का सदन में स्वागत किया। नड्डा ने पूरे सदन की ओर से होली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वस्थ होने के बाद आज पहली बार सदन में आए हैं। अपनी और सदन की ओर से आपको स्वस्थ होने और फिर से अपना कार्यभार संभालने के लिए बधाई और शुभकामनाएं।   राज्यसभा में विपक्ष ने डुप्लीकेट वोटर आईडी कार्ड पर चर्चा कराने की मांग की जिसे उपसभापति ने अस्वीकार कर दिया। इसके कारण कांग्रेस और टीएमसी समेत विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और वामपंथी दलों के सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए, लेकिन उपसभापति हरिवंश ने कहा कि उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। जहां टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों ने डुप्लीकेट वोटर आईडी कार्ड का मुद्दा उठाने की मांग की, वहीं तमिलनाडु के सदस्य दक्षिणी राज्यों में होने वाले परिसीमन के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते थे। विपक्षी सदस्यों ने नारे लगाए और चर्चा के लिए दबाव डाला लेकिन उपसभापति हरिवंश ने उनके नोटिस को अस्वीकार कर दिया जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट किया।   राज्यसभा में शून्य काल के दौरान भाजपा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने तस्लीमा नसरीन को कोलकाता वापस लाने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक महिला को सिर्फ़ इसलिए अपना देश छोड़ना पड़ा क्योंकि उसने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर एक किताब लिखी थी। वामपंथी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने तस्लीमा नसरीन के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। तस्लीमा नसरीन कोलकाता लौटना चाहती हैं। वह बंगाली में साहित्य लिखना चाहती हैं, वह बंगाली में कविता लिखना चाहती हैं, वह बंगाली में बोलना चाहती हैं। एनसीपी सदस्य डॉ. फौजिया खान ने स्कूलों में ट्रांसपोर्ट सुविधा को सुरक्षित बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नीति बनाने की मांग की।   इंडिया गेट, मिन्टो रोड के नाम बदलने की मांग आम आदमी पार्टी के सदस्य अशोक मित्तल ने ब्रिटिश शासन से जुड़े लोगों पर रखे गए नाम को बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार ने कुछ नाम तो बदले हैं जैंसे राजपथ के नाम को बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया है। उन्होंने इंडिया गेट, गेट-वे ऑफ इंडिया, लेडी हार्डिंग, मिन्टो रोड के नाम को भी बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण 3,600 से अधिक स्मारकों को संरक्षित करता है। इनमें कुछ कब्रें हैं जो ब्रिटिश काल से जुड़े लोगों की है। सरकार इनके संरक्षण में जनता का पैसा लगा रही है, जो गलत है।   हम्पी के संरक्षण का मुद्दा उठा कर्नाटक से भाजपा के सदस्य जग्गेश ने ऐतिहासिक शहर हम्पी के संरक्षण का मुद्दा उठाते हुए इसके लिए फंड जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम्पी दूसरा सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थान होने के साथ यहां 1006 पुरावशेष मिले हैं। इससे टिकट से साल में दो करोड़ रुपये से अधिक की कमाई होती है। इसकी देख रेख का काम एएसआई करता है। विभाग के पास इसके संरक्षण के लिए फंड की कमी है। संरक्षण की कमी के कारण पुरावशेष के खत्म होने का खतरा मंडराने लगा है। इस शहर का गौरवशाली इतिहास रहा है। शालू, मंडपा, कृष्णा मंदिर के जीर्णोद्धार का काम अधूरा है। विजयनगर का काम रुका पड़ा है। उन्होंने इसके संरक्षण के लिए फंड की मांग की।   गंधमर्दन पहाड़ी को संरक्षित जैवमंडल क्षेत्र किया जाए घोषित भाजपा सदस्य सुजीत कुमार ने गंधमर्दन की पहाड़ी को संरक्षित जैवमंडल क्षेत्र घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 200 वर्ग किलोमीटर में फैले इस पहाड़ी पर 1200 से अधिक औषधीय पेड़-पौधों की किस्में हैं। इस स्थान पर कभी भगवान परशुराम निवास किया करते थे और इसका उल्लेख रामायण में भी मिलता है। ऐतिहासिक महत्तावाले इस स्थान में गुंडल जनजाति भी रहती है, जिनके पारंपरिक ज्ञान से कृषि को बढ़ाने में मदद मिली है। उन्होंने मांग की कि इसे भी देश के 18 बायो स्फेयर की सूची में जोड़ने की मांग की और इसके पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने की मांग की।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि भारत को नशीली दवाओं (ड्रग्स ) से मुक्त कराने की दिशा में जांच एजेंसियां बेहतरीन काम कर रही हैं। उन्होंने इंफाल से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की कार्रवाई में 88 करोड़ की नशीली दवाओं की जब्ती का उदाहरण दिया और कहा कि ड्रग्स के कारोबार की धड़पकड़ जारी रहेगी। गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक्स पोस्ट में कहा कि ड्रग का कारोबार चलाने वालों के खिलाफ कोई सहानुभूति नहीं रखी जाएगी। ड्रग मुक्त भारत बनाने की दिशा में 88 करोड़ की मेथमफेटामाइन टैबले के साथ अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कारोबार से जुड़े चार लोगों को इंफाल और गुवाहाटी जोन से गिरफ्तार किया गया है। यह दर्शाता है कि ड्रग्स कारोबार पर लगाम लगाने के लिए जांच एजेंसियों से ‘बॉटम टु टॉप’ और ‘टॉप टु बॉटम’ तक जांच के तरीका बेहतरीन परिणाम दे रहा है। अभियान का विवरणपहली कार्रवाई में 13 मार्च को सूचना के आधार पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) इम्फाल ज़ोन के अधिकारियों ने लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका और वाहन की पूरी तरह से टोह लेने के बाद ट्रक के पिछले हिस्से में टूल बॉक्स/केबिन से 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं। ट्रक में सवार दो लोगों को पकड़ा भी गया। बिना किसी देरी के टीम ने तुरंत एक फॉलो अप कार्रवाई की और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामग्री के संदिग्ध रिसीवर को पकड़ लिया। उसके पास से एक चार पहिया वाहन भी बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल ड्रग तस्करी के लिए किया जाता था। बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रतिबंधित सामग्री का संदिग्ध स्रोत मोरेह है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। प्राप्त सूचना के आधार पर उसी दिन एक अन्य अभियान में एनसीबी गुवाहाटी ज़ोन के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिज़ोरम सीमा पर एक एसयूवी को रोका और उसकी गहन तलाशी ली, जिसमें वाहन के स्पेयर टायर के अंदर छिपाई गई 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद हुईं और वाहन सवार को भी पकड़ लिया, जिसे बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया। तस्करी का स्रोत मणिपुर का मोरेह था और संदिग्ध गंतव्य करीमगंज था। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। एक अन्य घटनाक्रम में एनसीबी, मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से एक मामले की जांच भी अपने हाथ में ले रही है, जिसमें 6 मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल में लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ जब्त किया गया था। इस मामले में ड्रग सिंडिकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्रग तस्करी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय संबंधों की जांच के लिए एनसीबी द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी के दृष्टिकोण से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है। इस संवेदनशील पहलू को पहचानते हुए गृह मंत्रालय ने क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ युद्ध को और मजबूत करने के लिए वर्ष 2023 में एनसीबी की ताकत बढ़ाई थी। एनसीबी अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों, विशेष रूप से मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। मेथमफेटामाइन टैबलेट को याबा के नाम से जाना जाता है और इसने न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा किया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को प्रसारित एक पॉडकास्ट साक्षात्कार में अपने जीवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने आरएसएस जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार सीखा। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और पॉडकास्ट लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान अपने निजी और समाज जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है। इसी में से एक पहलू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी रहा। संघ की अपने जीवन में भूमिका पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संघ ने उन्हें गढ़ने में मदद की है। पिछले 100 वर्षों में संघ ने देश को कई ऐसे स्वयंसेवक दिए हैं, जिन्होंने पवित्र संगठन से संस्कार प्राप्त कर देश के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। करोड़ों लोग इससे जुड़े हैं। संघ को समझना सरल नहीं है। संघ देश और जन सेवा में सब कुछ अर्पित करने की प्रेरणा देता है। इसी क्रम में समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान संघ से जुड़े संगठनों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक कार्यरत हैं। संघ का स्वयंसेवक अपनी रुचि और प्रकृति के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है। इसमें सेवा भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, मजदूर संघ और कई अन्य संगठन हैं। उन्होंने कहा कि सेवा भारती गरीब बस्तियों में लाखों सेवा प्रकल्प चल रहा है। वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी समाज में काम कर रहा है और 70 हजार से ज्यादा एकल विद्यालय चला रहा है। विद्या भारती जैसा संगठन 25 हजार स्कूल संचालित करता है, जिसमें एक समय पर 30 लाख से अधिक छात्र शिक्षा और संस्कार प्राप्त करते हैं। भारतीय मजदूर संघ की देशभर में 55 हजार से अधिक यूनियन हैं। कम्युनिस्ट जहां दुनिया के कामगारों एक होने का नारा देता है, वहीं भारतीय मजदूर संघ दुनिया के लिए एक होने का नारा देता है।

Kolar News

Kolar News

फ्लोरिडा । अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में लगभग नौ माह से फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को घर वापस लाने की योजना के तहत एक नए चालक दल को लेकर स्पेसएक्स रॉकेट अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंच गया है। अंतरिक्ष यात्रियों के आईएसएस पर केवल आठ दिन रहने की उम्मीद थी, लेकिन प्रायोगिक अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण वे नौ महीने से अधिक समय से वहां फंसे हैं।   नासा के मुताबिक स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के चार चालक दल के सदस्यों को शुक्रवार शाम 7:03 बजे पूर्वी समय पर फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना किया गया। स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट ने नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएक्सए) के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री किरिल पेसकोव के साथ ड्रैगन अंतरिक्ष यान को कक्षा में पहुंचाया।   लंबे इंतजार के बाद 14 मार्च को इलॉन मस्क की स्पेस एजेंसी स्पेसएक्स का रॉकेट फॉल्कन 9 भारतीय समयानुसार करीब 4:30 बजे लॉन्च किया गया था। नासा के अनुसार अंतरिक्ष यान ने 15 मार्च को लगभग 11:30 बजे स्टेशन के हार्मनी मॉड्यूल के आगे वाले पोर्ट पर स्वायत्त रूप से डॉक किया। इसके तुरंत बाद चालक दल कक्षा में स्थित प्रयोगशाला में लंबे समय तक रहने के लिए शामिल हो गए। स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान का हैच 16 मार्च को सुबह 1:35 बजे खुला और क्रू-10 के सदस्य अपने उत्साहित एक्सपीडिशन 72 चालक दल के बाकी सदस्यों के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में प्रवेश कर गए। नासा ने 'एक्स' पर लिखा, "अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉकिंग के कुछ ही समय बाद क्रू-10 का स्वागत कक्षीय सूर्योदय द्वारा किया गया। अंतरिक्ष में आपका स्वागत है, ऐनी, निकोल, टाकुया और किरिल।"   स्पेस स्टेशन में 9 महीने से फंसी भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स चार दिन बाद यानी 19 मार्च को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धरती पर वापसी करेंगी। सुनीता और उनके साथ गए बुच विलमोर नौ महीने से आईएसएस पर फंसे हैं। उनके स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसकी वजह से उनकी वापसी तय समय पर नहीं हो पाई थी। नए दल में नासा की ऐनी मैकक्लेन और निकोल अयर्स, जापानी अंतरिक्ष एजेंसी जेएक्सए के टकुया ओनिशी और रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के कोस्मोनॉट किरिल पेस्कोव शामिल हैं। ये चारों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में अब सुनीता विलियम्स, बुच विलमोर और क्रू-9 के दो अन्य सदस्यों की जगह लेंगे।

Kolar News

Kolar News

गोलाघाट । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देरगांव स्थित 'लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी' का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने संबोधन में मां कामाख्या और श्रीमंत शंकरदेव को याद किया। महावीर लाचित बरफुकन का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, 'जब मैं चौथी कक्षा में था, तब मैंने लाचित बरफुकन का पाठ पढ़ा था। स्नातक स्तर पर लाचित बरफुकन का उल्लेख नहीं किया गया है।   लाचित बरफुकन को असम तक ही सीमित किया गया था। लाचित बरफुकन की जीवनी का अब 23 भाषाओं में अनुवाद किया गया है। असम के साथ अपने लंबे समय से जुड़े होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "मैं एक छात्र के रूप में कई बार असम आया। हितेश्वर सैकिया के कार्यकाल में हमने असम में भी विरोध प्रदर्शन किया था। मैंने विरोध करते हुए पुलिस की लाठियां खाईं। मुझे असम की जेल में भी सात दिन रोटी खानी पड़ी थी। उस समय असम पुलिस दूसरे राज्यों में प्रशिक्षण ले रही थी। लेकिन अब असम में दूसरे राज्यों की पुलिस प्रशिक्षण ले रही है।’’   शाह ने कहा कि सेमी-कंडक्टर असम की छवि को बदल देगा। इसका जिक्र करते हुए उन्हाेंने कहा, "असम अब आतंकवाद के नहीं प्रगति के मार्ग पर चल रहा है।" "उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 10 वर्षों में 1.27 लाख करोड़ रुपये दिए गए जबकि मोदी सरकार ने 10 वर्षों में असम को 4 लाख करोड़ रुपये दिए। कांग्रेस शासन के दौरान हिंसा और साम्प्रदायिकता थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में असम में केवल विकास है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में असम में 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा। असम के युवाओं का भविष्य सुनहरा होगा।"

Kolar News

Kolar News

हिसार । भारत के सबसे अमीर शख्सियतों की कैटेगरी में रोशनी नाडार मल्होत्रा का नाम भी जुड़ गया है। वह देश की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। उन्होंने हिसार से विधायक एवं बिजनेस वुमन सावित्री जिंदल को पीछे छोड़ दिया है। इतनी ही नहीं वह तीसरी सबसे अमीर भारतीय बनी हैं। हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) ग्रुप के संस्थापक एवं उनके पिता शिव नाडार ने कंपनी की 47 फीसदी हिस्सेदारी बेटी रोशनी नाडार मल्होत्रा​​ को ट्रांसफर कर दी है, जिसके बाद वे देश की सबसे अमीर महिला की सूची में टॉप पर आ गई हैं।   ‘ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स’ के मुताबिक रोशनी नाडार की संपत्ति 3.13 लाख करोड़ रुपये हो गई है। वह अब तीसरी सबसे अमीर भारतीय बन गई हैं। उनसे ज्यादा संपत्ति सिर्फ दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के पास है जबकि हिसार की विधायक सावित्री जिंदल के पास 2.63 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। सावित्री जिंदल देश की पांचवीं सबसे अमीर शख्सियत हैं और दूसरी सबसे अमीर भारतीय महिला हैं। सावित्री जिंदल हिसार निवासी दिवंगत स्टील किंग ओपी जिंदल की पत्नी हैं और उनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं।   छह महीने पहले फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। इस सूची के अनुसार 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल करीब 2.77 लाख करोड़ रुपये की मालकिन थीं। अब ‘ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स’ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि सावित्री जिंदल की संपत्ति 2.63 लाख करोड़ रुपये है। लगभग छह महीने पहले सावित्री जिंदल टॉप 10 भारतीयों में अकेली महिला थीं और चौथे स्थान पर थीं, लेकिन अब वे पांचवें स्थान पर आ गई हैं। अब टॉप 10 में रोशनी नाडार भी आ गई हैं जिन्होंने उन्हें पीछे छोड़ दिया है।   सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार दो चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी थीं। वर्ष 2014 में मोदी लहर में वह हिसार से चुनाव हार गईं। इसके बाद 2019 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। पिछले वर्ष 2024 में वह हिसार से भाजपा की टिकट की दावेदार थीं, मगर उनको टिकट नहीं मिला। सावित्री जिंदल निर्दलीय चुनाव में उतरीं और जीत हासिल की।  

Kolar News

Kolar News

मुरादाबाद । उत्तर प्रदेश के संभल जिले में विवादित शाही जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम शुक्रवार दोपहर को मजदूरों के साथ पहुंची। सबसे पहले मस्जिद की लंबाई-चौड़ाई की नपाई की गयी। इसके बाद रंगाई-पुताई का कार्य रविवार से शुरू होने की उम्मीद है।   मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट ने बताया कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सात दिन के अंदर मस्जिद की रंगाई-पुताई का कार्य पूरा करना है। शनिवार को पूर्वाह्न लगभग 11:30 बजे एएसआई के दो अधिकारी मजदूरों के साथ निरीक्षण के लिए मस्जिद पहुंचे। फिलहाल मस्जिद की लंबाई-चौड़ाई की नपाई की गयी है। एएसआई के अधिकारियों का कहना है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी भी आ रहे हैं। जैसे ही वे पहुंचेंगे, पुताई का काम भी शुरू हो जाएगा।   जफर अली एडवोकेट ने यह भी स्पष्ट किया कि रंगाई-पुताई में मस्जिद का स्वरूप परिवर्तित नहीं होगा। मस्जिद की रंगाई-पुताई के लिए पहले की तरह हरे, सुनहरे और सफेद रंग का प्रयोग किया जाएगा। इसकी जानकारी एएसआई के अधिकारियों को भी दी गयी है।   उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट ने 12 मार्च को सुनवाई के दौरान मस्जिद के बाहरी दीवारों की रंगाई-पुताई का आदेश दिया था। संभल शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद के बीच आए कोर्ट के आदेश के बाद एएसआई की टीम पहुंची है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पेपर लीक की घटनाओं को देश के युवाओं के लिए खतरनाक बताया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को एकजुट होकर इस समस्या से निपटने का आह्वान किया।राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि छह राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य ख़तरे में, पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे ख़तरनाक "पद्मव्यूह" बन गया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मेहनती छात्रों और उनके परिवारों को अनिश्चितता और तनाव में धकेल देता है, उनके परिश्रम का फल उनसे छीन लेता है। साथ ही यह अगली पीढ़ी को गलत संदेश देता है कि बेईमानी, मेहनत से बेहतर हो सकती है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अभी एक साल भी नहीं हुआ जब नीट पेपर लीक ने देश को झकझोर दिया था। हमारे विरोध के बाद केंद्र सरकार ने नए कानून को इसका समाधान बताया लेकिन इतने सारे हालिया पेपर लीक ने उसे भी विफल साबित कर दिया।राहुल गांधी ने कहा कि यह गंभीर समस्या एक "सिस्टेमेटिक फेलियर" है। इसका खात्मा सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को मतभेद भुलाकर, मिलकर कड़े कदम उठाने से होगा। इन परीक्षाओं की गरिमा बनी रहना हमारे बच्चों का अधिकार है और इसे हर हाल में सुरक्षित रखना होगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अवर सचिव सी.पी. विनोद कुमार ने दिल्ली के उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव को पत्र के माध्यम से सूचित किया है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय विभाग द्वारा दिल्ली सरकार के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के विरुद्ध जांच के लिए भ्रष्टाचर निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में यथा संशोधित) की धारा 17-ए के अंतर्गत सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति संप्रेषित करने का निर्देश हुआ है। उल्लेखनीय है कि मनीलॉन्ड्रिंग मामले में 18 महीने जेल में रहने के बाद दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले साल 18 अक्टूबर से जमानत पर हैं। जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 30 मई, 2022 को गिरफ्तार किया था। जैन पर कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के जरिए धनशोधन का आरोप है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को होली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह पावन पर्व देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे।प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “आप सभी को होली की ढेरों शुभकामनाएं। हर्ष और उल्लास से भरा यह पावन-पर्व हर किसी के जीवन में नई उमंग और ऊर्जा का संचार करने के साथ ही देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे, यही कामना है।”

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । मॉरीशस के राष्ट्रपति धरमबीर गोखूल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राजधानी पोर्ट लुइस में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ़ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री मोदी को मिला यह 21वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। प्रधानमंत्री ने पूर्ण विनम्रता और कृतज्ञता के साथ स्वीकार करते हुए पुरस्कार को भारत से सदियों पहले मॉरीशस आए पूर्वजों और उनकी सभी पीढ़ियों को समर्पित किया।   मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान सम्मानित प्रधानमंत्री ने हार्दिक आभार प्रगट करते हुए कहा कि यह सिर्फ उनका नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और मॉरीशस के बीच के रिश्ते के सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक बंधनों को सम्मान है। साथ ही प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया कि भारत-मॉरीशस रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का हर संभव प्रयास करते रहेंगे।   मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम ने कल एक सामुदायिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को उनके देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी सम्मान के वास्तविक अधिकारी हैं। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत सरकार की ओर से राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मीना को ‘ओवरसीज सिटिजन आफ इंडिया’ (ओसीआई) कार्ड प्रदान किया था। यह कार्ड भारत में आवाजाही की वीजा सुविधा प्रदान करता है और भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को दिया जाता है।  

Kolar News

Kolar News

रायपुर । अपनी समृद्ध जैव विविधता और जीव जंतुओं की दुर्लभ प्रजातियों के आवास के रूप में पहचाने जाने वाले छत्तीसगढ़ के बस्तर के कांगेर घाटी नेशनल पार्क को यूनेस्को ने 2025 की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की तदर्थ सूची में शामिल कर लिया है। अब वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा हासिल करने के लिए राज्य सरकार को एक साल में अपना दावा पूरे तथ्यों के साथ पेश करना होगा।   यूनेस्को ने अपनी वेबसाइट पर कांगेर घाटी को टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किये जाने की जानकारी दी है, अब इसके समर्थन में एक साल के भीतर तथ्यात्मक जानकारी देनी होगी। पहली बार छत्तीसगढ़ की किसी साइट को यह मौका मिला है। 200 वर्ग किमी में फैला कांगेर घाटी नेशनल पार्क कई वजहों से खास है। करीब दो साल पहले कांगेर घाटी नेशनल पार्क के तत्कालीन डायरेक्टर गणवीर धम्मशील ने करीब साल भर की तैयारी और रिसर्च, पुरातत्व विभाग समेत कई विभागों की शोध के आधार पर वर्ल्ड हेरिटेज साइट के लिए नेशनल पार्क का प्रस्ताव यूनेस्को को भेजा था। यूनेस्को किसी जगह को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा तीन श्रेणियों में देता है। पहली श्रेणी प्राकृतिक धरोहर है, दूसरी सांस्कृतिक और तीसरी मिश्रित। आवेदन पहली श्रेणी के लिए भेजा गया था, जिसे तदर्थ सूची में शामिल कर लिया गया है। इस आशय की घोषणा कर दी है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की खासियतपार्क की जैवविविधता इसको बेहद खास बनाती है। ये पहाड़ी मैना का प्राकृतिक आवास भी है, जो इंसानों की तरह बोल सकती है। पार्क में कोटमसर समेत लाइम स्टोन की 16 प्राकृतिक गुफाएं हैं। ये गुफाएं लाखों साल पुरानी हैं और खास बात ये है कि ये अभी भी जिंदा हैं। यही चीज इन गुफाओं को देश के बाकी हिस्सों की गुफाओं से अलग बनाती हैं। चूना पत्थरों की नई संरचनाओं का निर्माण जारी है। इस गुफाओं में अंधी मछलियों से लेकर बहुत तरह के जीव जंतु पार्क की एक और खासियत यहां के धुरवा आदिवासी हैं, जो अपने साथ हजारों सालों की सभ्यता समेटे हुए हैं और जंगल को संरक्षित करने में योगदान दे रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने राज्य का वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 4 लाख 21 हजार 32 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया गया और न ही किसी भी कर की दर बढ़ाना प्रस्तावित किया गया है। प्रदेश की मोहन सरकार का यह दूसरा बजट है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बजट भाषण सुनने के लिए विधानसभा में मौजूद रहे।   वित्त मंत्री देवड़ा ने अपने बजट भाषण की शुरुआत कविता से की। उन्होंने कहा कि यही जुनून, यही एक ख्वाब मेरा है, वहां चिराग जला दूं जहां अंधेरा है...जनता व जनप्रतिनिधियों की बेशुमार फरमाइशें हैं, कर सकें हम सब पूरी, ये हमारी कोशिशें हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2025-26 का बजट जीरो वेस्ट बजटिंग प्रक्रिया से तय किया है। सरकार का लक्ष्य विकसित मध्य प्रदेश बनाना है। इसका अर्थ है कि जनता का जीवन खुशहाल हो। महिलाओं का आत्मगौरव मिले।   उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन योजना लागू किए जाने की प्रक्रिया पर विचार करने उच्चस्तरीय समिति गठित होगी। एक अप्रैल 2025 से सातवें वेतनमान के महंगाई भत्ते का पुनरीक्षण किया जाएगा। वाहन स्क्रैप योजना को प्रोत्साहित करने के लिए नई गाड़ी खरीदने पर परिवहन वाहन के लिए मोटर व्हीकल टैक्स में 15 और गैर परिवहन वाहन के लिए 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। प्रदेश के 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में तीन लाख नौकरियां मिलेंगी। प्रदेश सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। प्रदेश में 22 नए आईटीआई खोले जाएंगे। सीएम युवा शक्ति योजना के तहत प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम खोला जाएगा। प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय खुलेगा। धार में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान और डिंडोरी में जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान शुरू होंगे।   वित्त मंत्री ने कहा कि लाड़ली बहनाओं को केंद्र की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। लाड़ली बहनों को अटल पेंशन योजना से जोड़ेंगे। लाड़ली बहना के हितग्राहियों को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना और अटल पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा। गोशालाओं में गायों के आहार के लिए रोज प्रति गाय 20 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किए गए। राष्ट्रीय उद्यान और बफर क्षेत्र में वन्य जीव प्राणी-मानव संघर्ष को रोकने के लिए 3000 किलोमीटर फेंसिंग की जाएगी। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सीएम केयर योजना और परिवहन के लिए मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा शुरू होगी। मुख्यमंत्री कृषक उन्नति योजना शुरू होगी। देवी अहिल्या कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा शुरू की जाएगी। ग्रामीण नागरिकों को सस्ता और सुलभ परिवहन उपलब्ध होगा। इसके लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।   उन्होंने कहा कि जनजातीय विद्यार्थियों के लिए 23 हजार प्राथमिक स्कूल, 6800 माध्यमिक स्कूल, 1100 हाई स्कूल, 900 उच्चतर माध्यमिक स्कूल, 1078 आश्रम, 1032 सीनियर छात्रावास, 210 उत्कृष्ण सीनियर छात्रावास, 197 जूनियर छात्रावास, 154 महा विद्यालय छात्रावास, 81 कन्या शिक्षा परिसर, 8 आदर्श विद्यालय संचालित हैं। बैगा, भारिया को कुपोषण से मुक्ति आहार अनुदान के तहत 2.20 लाख महिलाओं के खातों में 1500 रुपये दिए जा रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजातीय बहुल क्षेत्रों में पीएम जनमन योजना में 53 हजार से अधिक आवास बनाए हैं। बच्चों की शिक्षा के लिए 22 नए छात्रावास बनेंगे।   देवड़ा ने कहा कि प्रदेश में एक लाख किमी सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में निवेश के लिए नई नीतियां बनाई गई हैं। एक जिला-एक उत्पाद पर फोकस रखा जाएगा। सीएम राइज स्कूल के लिए 1017 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाए जाएंगे।   जट की खास बातें - गृह विभाग के लिए 12876 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो बीते वर्ष की तुलना में 1585 करोड़ रुपये ज्यादा है। - बजट में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा में लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान। - सामाजिक आर्थिक उत्थान की योजनाओं के लिए दो लाख एक हजार 282 करोड़ रुपये का प्रावधान। - जेल विभाग के लिए 794 करोड़ रुपये का प्रावधान। - खाद्यान्न योजना के लिए 7132 करोड़ रुपये का प्रावधान। - श्रम विभाग के लिए 1808 करोड़ रुपये का प्रावधान। - आकांक्षा योजना के लिए 20 करोड़ 52 लाख का प्रावधान। - पिछड़े वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण के लिए एक हजार 86 करोड़ का प्रावधान। - आगामी पांच वर्ष में उद्योगों को लगभग 30 हजार करोड़ के इंसेंटिव दिए जाएंगे। - गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों के लिए योजनाओं का पैकेज दिया जाएगा। राज्य स्तरीय बीमा समिति का गन करेंगे। - प्रसूति चिकित्सा, विवाह और अंत्येष्टि सहायता के अंतर्गत लगभग 3,917 करोड़ के हितलाभ दिए गए। - पढ़ाई के लिए 50 छात्रों को विदेश भेजेगी सरकार। - हर‍ विधानसभा में एक स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। - नागरिकों के लिए बीमा समिति का गठन होगा। - प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। - मध्य प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। - धान बोनस के लिए 850 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। - किसान प्रोत्साहन योजना के लिए 5230 करोड़ रुपये का प्रावधान। - संबल योजना के लिए 700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। - किसानों को शून्य ब्याज पर लोन दिया जाएगा। - कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन योजना को प्रदेश में लागू किए जाने की प्रक्रिया पर विचार करने उच्च स्तरीय समिति गठन करने का निर्णय।   - श्रीकृष्ण पाथेय योजना के लिए 10 करोड रुपये का प्रावधान। इसी प्रकार राम पथ गगन योजना के लिए 30 करोड रुपए का प्रावधान किया गया। गीता भवन में पुस्तकालय, सभागार, साहित्य सामग्री विक्रय केंद्र बनाए जाएंगे, इसके लिए 100 करोड रुपये का प्रावधान किया गया। तीर्थ दर्शन योजना के लिए 50 करोड रुपये का प्रावधान रखा गया है पर्यटन संस्कृति और धर्मस्व क्षेत्र में 1610 करोड रुपये का प्रावधान किया गया जो गत वर्ष की तुलना में 133 करोड रुपये अधिक है।   - आयुष्मान योजना के लिए 2039 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया। समृद्ध व्यक्ति एवं परिवार के साथ ही समृद्ध गांव की संकल्पना के तहत मुख्यमंत्री वृंदावन ग्राम योजना प्रारंभ की जाएगी। यहां पशुपालन मछली पालन तथा खाद्य संस्करण को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड रुपये का प्रावधान रखा गया है। पंचायत को सर्वांगीण विकास में सहायता देने के उद्देश्य से मूलभूत सेवाओं के लिए अनुदान 2507 करोड रुपये की वृद्धि करते हुए इस वर्ष 6007 करोड रुपये का प्रावधान रखा है।   - प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के लिए 4400 करोड़, मनरेगा के लिए 4050 करोड़ प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना के लिए 1000 करोड़, प्रधानमंत्री जन धन योजना सड़क के लिए 1056 करोड़ और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के लिए 960 करोड़ का प्रावधान।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

शाहरुख अपने मुंबई स्थित बांद्रा के बंगले 'मन्नत' में कुछ बदलाव करना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही उनके सामने एक कानूनी अड़चन आ गई है। मुंबई के एक सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने शाहरुख पर कुछ आरोप लगाए हैं, जिसके चलते 'मन्नत' का नवीनीकरण शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया है। महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेडएमए) के समक्ष इस मामले की सुनवाई 23 अप्रैल को होगी।   रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने अभिनेता शाहरुख खान के खिलाफ राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने शाहरुख और महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण पर तटीय विनियमन क्षेत्र की अनुमति के बिना 'मन्नत' में बदलाव करने का आरोप लगाया है। संतोष का दावा है कि बंगले के नवीनीकरण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया गया और शाहरुख ने इसके लिए आवश्यक मंजूरी नहीं ली।   बांद्रा के पॉश इलाके में स्थित शाहरुख खान की आलीशान हवेली 'मन्नत' किसी टूरिस्ट अट्रैक्शन से कम नहीं है। प्रशंसक अक्सर यहां आकर तस्वीरें खिंचवाते हैं और इस आइकॉनिक बंगले की झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करते हैं। हालांकि, शाहरुख और गौरी खान ने अपने इस ड्रीम होम को और भी भव्य बनाने का फैसला किया था, लेकिन इससे पहले ही यह कानूनी विवादों में घिर गया है। शाहरुख की लोकप्रियता और स्टारडम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 'मन्नत' की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये बताई जाती है।   दरअसल, शाहरुख खान का महलनुमा बंगला 'मन्नत' ग्रेड III धरोहर संरचना की सूची में शामिल है। ऐसे में इसमें किसी भी तरह का बदलाव करने के लिए उचित अनुमति लेना अनिवार्य होता है। आरोप लगाया गया है कि शाहरुख ने जन आवास के लिए बने 12 वन-बीएचके फ्लैट्स को एक बड़े घर में तब्दील कर दिया है। इस मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर से उनके दावों के समर्थन में सबूत प्रस्तुत करने को कहा है।   23 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई न्यायिक सदस्य दिनेश कुमार सिंह और विशेषज्ञ सदस्य विजय कुलकर्णी ने कहा कि यदि शाहरुख खान या महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेडएमए) के कोई नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो संतोष दौंडकर को 4 सप्ताह के भीतर सबूत प्रस्तुत करने होंगे। यदि वह ऐसा करने में असफल रहते हैं, तो अपील खारिज की जा सकती है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 23 अप्रैल को होगी।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । खेल मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का निलंबन हटा दिया है। इस फैसले के बाद अब महासंघ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन कर सकेगा और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए राष्ट्रीय टीमों का चयन कर पाएगा।   मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "स्पॉट वेरिफिकेशन कमेटी की रिपोर्ट, डब्ल्यूएफआई द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदम और भारतीय खेलों तथा एथलीटों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) पर लगाए गए निलंबन को तत्काल प्रभाव से समाप्त करता है और इसे राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में पुनः मान्यता प्रदान करता है।"   गौरतलब है कि खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था। यह फैसला महासंघ द्वारा जल्दबाजी में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप की घोषणा करने के कारण लिया गया था।   गोंडा में टूर्नामेंट की घोषणा से नाराज था मंत्रालय 21 दिसंबर 2023 को संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल ने डब्ल्यूएफआई के चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद महासंघ ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के गोंडा के नंदिनीनगर को चुना था। यह पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का गढ़ माना जाता है, जिससे सरकार नाराज हो गई थी और निलंबन का निर्णय लिया गया था। अब निलंबन हटने के बाद डब्ल्यूएफआई फिर से अपनी गतिविधियां शुरू कर सकेगा और भारतीय कुश्ती को एक बार फिर रफ्तार मिलने की उम्मीद है।  

Kolar News

Kolar News

वाराणसी । काशी की पवित्र भूमि, जो जीवन और मृत्यु के बीच की अनंत कड़ी है,ने इस वर्ष भी एक अद्भुत दृश्य का साक्षात्कार कराया। रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन मंगलवार को मोक्ष की धरती मणिकर्णिकाघाट पर चिता भस्म की होली का आयोजन किया गया, जो न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि जीवन और मृत्यु के साक्षात अनुभव को महसूस कराने वाला अतुलनीय दृश्य था। महाश्मशान घाट पर जहां एक ओर चिता की लपटें सुलग रही थीं, वहीं दूसरी ओर शिव भक्तों, नागा संतों और अघोरियों के साथ हजारों युवा ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष में डूबे हुए थे। विशाल डमरूओं की निनाद के बीच चिता भस्म और अबीर से होली खेलने का यह दृश्य जैसे जीवन के अंतिम और प्रारंभिक बिंदु का मिलन था। इस दौरान, 'खेलें मसाने में होरी दिगंबर' गीत पर युवा थिरकते रहे, जबकि घाट के वातावरण में एक अद्वितीय ऊर्जा का संचार हो रहा था।मणिकर्णिका घाट पर इस अनोखी होली में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा था। घाट के नीचे एक ओर जहां शवों की कतार लगी थी, वहीं दूसरी ओर 'हर-हर महादेव' के उद्घोष ने सबको एक नई दिशा दी। यह दृश्य काशी के उन गहरे और गूढ़ संदेशों को भी समझाता है, जो जीवन और मृत्यु के बीच के रिश्ते को एक नई दृष्टि से देखने के लिए प्रेरित करते हैं।काशी में यह मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ के गौने में उनके पिशाच, भूत-प्रेत, औघड़, अघोरी और संन्यासी शामिल नहीं हो पाते, क्योंकि बाबा के सभी भक्त निर्विकार होते हैं। बाबा इन्हें निराश नहीं करते और गौने के अगले दिन मणिकर्णिका घाट पर इन भूत-प्रेतों के साथ चिता भस्म की होली खेलते हैं। यही पौराणिक मान्यता काशी में चिता भस्म की होली के आयोजन का आधार है। इस धार्मिक अनुष्ठान से पहले मणिकर्णिका घाट पर बाबा महामशानेश्वर महादेव के मंदिर में गुलशन कपूर और अन्य पदाधिकारियों की देखरेख में मध्याह्न आरती की गई, जिसके बाद घाट पर चिता भस्म की होली का सिलसिला शुरू हुआ।मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत हैयह दृश्य, काशी में जीवन और मृत्यु के साक्षात्कार को दर्शाता है, मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है, जहां हर व्यक्ति को शाश्वत अस्तित्व की ओर एक कदम और बढ़ाया जाता है। शिव आराधना समिति के डॉ मृदुल मिश्र ने बताया कि काशी में यह मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ के गौने के अगले दिन मणिकर्णिका घाट पर बाबा अपने गणों के साथ चिता भस्म की होली खेलते हैं।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग की शुरुआत के पहले दिन सोमवार को दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने शोर-शराबा और हंगामा किया। काफी देर नारेबाजी करने के बाद राज्यसभा से विपक्ष ने वॉकआउट भी किया। विपक्ष के इस आचरण पर राज्य सभा में सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश से विपक्ष के सदस्यों को फ्रेशर कोर्स कराने की सिफारिश कर दी। सोमवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत रखे गए सभी नोटिस को खारिज करते हुए उपसभापति ने सदन की कार्यवाही शुरू की लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्य और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तय मुद्दे से हटकर दूसरे विषय को उठाने लगे। नेता विपक्ष ने मतदाता सूची में कथित हेराफेरी का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। इस पर उपसभापति ने सभापति द्वारा 8 दिसंबर 2022 और 19 दिसंबर 2022 को दी गई व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल ये मुद्दा रिकॉर्ड पर नहीं होगा। कांग्रेस के सदस्य इसके बाद नारेबाजी करने लगे और बाद में सदन से वॉकआउट कर दिया।नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष के वॉकआउट की निंदा कहते हुए इसे गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया। उन्होंने कहा, "कुछ दिन से देख रहा हूं कि सदन में नियम 267 के तहत कुछ लोग नोटिस दे देते हैं और सभापति ने कई बार रूलिंग दी है, उस नियम और रूलिंग को ध्यान में रखकर आप नोटिस रिजेक्ट करते हैं। ये जो प्रथा है, ये कहीं ना कहीं विपक्ष की तरफ से संस्थागत ढांचे को नुकसान पहुंचाने का कुत्सित प्रयास है। ये लोग सदन में चर्चा करने में भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।" नड्डा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए बिल्कुल तैयार है लेकिन कुछ नियम और कानून होते हैं, जिसके तहत बहस होती है। यह देश को जानना चाहिए कि किस तरह से विपक्ष गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है। संसद में किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया में स्थापित करने का काम हुआ है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में नेता विपक्ष नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में मतदाता सूची में अनियमितता का मुद्दा उठाया और कहा कि देशभर से इसकी शिकायतें मिल रही हैं। गैर एनडीए शासित राज्यों से यह मुद्दा उठ रहा है। राहुल ने विशेष रूप से महाराष्ट्र का उदाहरण दिया। साथ ही उन्होंने मांग की कि पूरा विपक्ष चाहता है कि सदन में वोटर लिस्ट पर चर्चा होनी चाहिए। लोकसभा में शून्य काल की चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि सरकार मतदाता सूची नहीं बनाती लेकिन पूरा विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो। विपक्षी राज्यों और पूरे देश से मतदाता सूची पर सवाल उठ रहे हैं। पूरा विपक्ष संसद में वोटर लिस्ट पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है।तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने भी हरियाणा और पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों में एक जैसे निर्वाचक फोटो पहचान कार्ड संख्याओं का उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह की गड़बड़ियों से प. बंगाल और असम में आगामी चुनाव प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मतदाता सूची के विस्तार से जांच किए जाने की मांग की।   उधर, सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में भी राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को लेकर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक महीने से अधिक हो गया है। पारदर्शिता को लेकर चुनाव आयोग से हमने मांगें की थीं। यह मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं। सवाल आज भी वैसे ही बने हुए हैं। अब वोटर लिस्ट में डुप्लीकेट नामों के नए सबूत सामने आए हैं, जिससे और भी नए और गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए यह चर्चा बहुत ज़रूरी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनावों में मतदाता सूची का मुद्दा सदन में उठाया था। तब राहुल गांधी ने कहा था कि महाराष्ट्र चुनावों से पहले करीब 70 लाख नए मतदाताओं को मतदाता सूची में जोड़ा गया था।

Kolar News

Kolar News

रायपुर । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर सोमवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) छापेमारी कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री  बघेल ने जहां इस कार्रवाई को षड्यंत्र बताया है तो वहीं भाजपा ने इस जांच को कार्रवाई का हिस्सा बताया है जबकि उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े-बड़े घोटाले हुए।    पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे षड़यंत्र बताया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो ईडी के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को भाजपा के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया।   वहीं साय सरकार में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा है कि पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े-बड़े घोटाले हुए। जांच चल रही है, भूपेश बघेल के करीबी लोगों की घोटाले में प्रत्यक्ष भूमिका दिखी है। वो गिरफ्तार भी हैं उनके खिलाफ मामला भी चल रहा है। ये ईडी की जांच के कार्रवाई का हिस्सा है।अगर भूपेश बघेल ने कुछ नहीं किया है, उनकी कोई भूमिका नहीं हैं, तो उन्हें डरने या घबराने की जरूरत नहीं है।   ईडी के अनुसार 21 सौ करोड़ से अधिक के शराब घोटाले को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इस घोटाले में बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को लाभ पहुंचाया गया है। ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मी नारायण बघेल ,पप्पू बंसल तथा भिलाई के नेहरू नगर में मनोज राजपूत ,चौरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह ,कमल किशोर अग्रवाल राईस मिल दुर्ग,सुनील अग्रवाल (सहेली ज्वेलर्स ,दुर्ग ) और बिल्डर अजय चौहान सहित 14 जगहों पर छापा मारा है। कार्रवाई जारी है।

Kolar News

Kolar News

वाराणसी । धर्मनगरी काशी में प्रयागराज महाकुंभ से लौटे श्रीपंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के नागा संतों ने पंचकोशी यात्रा पूरी कर रविवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में उपस्थिति लगायी। इस दौरान काशी विश्वाथ का दरबार "हर-हर महादेव" और "बम-बम भोले" के जयघोष से गूंज उठा।महानिर्वाणी अखाड़ा के नेतृत्व में संतों ने पांच दिवसीय यात्रा के उपरांत मणिकर्णिका चक्र पुष्कर्णी तीर्थ कुंड में संकल्प का विसर्जन किया। इसके बाद विधि-विधान से बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। नागा संतों ने रंगभरी एकादशी से पूर्व बाबा के गौना की खुशी में उनके रजत विग्रह पर हल्दी और पुष्प अर्पित किए।   गौरतलब है कि लगभग 75 किलोमीटर लंबी इस पंचकोशी परिक्रमा का आरंभ मणिकर्णिका घाट पर संकल्प लेकर किया गया था। महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद काशी लौटे नागा साधुओं ने रामेश्वर से पांचों पांडव होते हुए अंतिम पड़ाव कपिलधारा तक यात्रा की। इस दौरान परंपरा अनुसार दर्शन-पूजन के साथ रात्रि विश्राम में भजन-कीर्तन भी किया। अंततः मणिकर्णिका पहुंचकर यात्रा का संकल्प पूरा किया।पंचकोशी यात्रा-काशी (वाराणसी) की यह प्राचीन और महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है, जिसमें श्रद्धालु लगभग 80 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इस परिक्रमा का उद्देश्य काशी क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों और तीर्थस्थलों का दर्शन कर पुण्य अर्जित करना होता है। परिक्रमा मार्ग में कुल 108 शिवलिंग और अनेक देवी-देवताओं के मंदिर स्थित हैं, जो भक्तों की आस्था का केंद्र हैं।महाकुंभ 2025 के समापन के बाद नागा साधु और संत काशी में एकत्रित हुए हैं। परंपरा के अनुसार, महाकुंभ के स्नान के पश्चात नागा संत काशी आकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन और गंगा स्नान करते हैं। इस अवसर पर पंचकोशी परिक्रमा कर वे काशी विश्वनाथ दरबार में होली का उत्सव मनाते हैं और फिर अपने साधना स्थलों, अखाड़ों की ओर प्रस्थान करते हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को रविवार सुबह दिल्ली के एम्स के हृदय विभाग में भर्ती कराया गया। उपराष्ट्रपति को सुबह बेचैनी और सीने में दर्द की शिकायत थी। एम्स अस्पताल के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।   73 वर्षीय धनखड़ को सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हो रही थी। धनखड़ को एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव नारंग की देखरेख में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का एक समूह उनकी स्थिति पर नज़र रख रहा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारत ने अमेरिका के कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में एक हिंदू मंदिर को क्षति पहुंचाने और नफरत फैलाने वाले नारे लिखे जाने की निंदा करते हुए इसके पीछे जिम्मेदार तत्वों के के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि हमने कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में एक हिंदू मंदिर में बर्बरता के बारे में रिपोर्ट देखी है। हम इस तरह के घृणित कृत्यों की सबसे मजबूत शर्तों की निंदा करते हैं। हम स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों से इन कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ाई से कार्रवाई करने के लिए कहते हैं, और पूजा स्थलों के लिए पर्याप्त सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिनो हिल्स के ‘बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था’ के मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया और ‘हिंदुओं वापस जाओ’ जैसे नारे लिखे गए।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

मेहसाणा । केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को मेहसाणा जिले की विजापुर तहसील के पिलवाई में भगवान गोवर्द्धननाथ के मंदिर में दर्शन-पूजन किया। केन्द्रीय मंत्री ने भगवान गोवर्द्धननाथ से आम जन की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर शाह के पुत्र और आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह समेत परिवार के सदस्य मौजूद रहे।भगवान गोवर्द्धननाथ के नवनिर्मित मंदिर की स्थापना प्रसंग पर वैष्णव सम्प्रदाय के डॉ वागिशकुमार महाराज कांकरोली नरेश भी मौजूद रहे। केन्द्रीय मंत्री शाह के साथ राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल, राज्य सभा सदस्य मयंक नायक, लोकसभा सदस्य हरिभाई पटेल, गिरीश राजगोर समेत वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के राज्य कार्यालय में रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने बैठक में बड़ा फैसला लिया। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया । उनकी जगह पर अपने भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को पार्टी का राष्ट्रीय कोओर्डिनेटर बनाया गया है। इनके जिम्मेदारियों के बारे में भी बताया गया।   मायावती ने अपने बयान में कहा कि आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है। आकाश आनंद को हटाने के पीछे इसकी सारी जिम्मेवारी उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की है। अशोक ने पार्टी के नुकसान पहुंचाने के साथ ही साथ आकाश के राजनीतिक कैरियर को भी खराब कर दिया है। आकाश के स्थान पर उनके छोटे भाई आनंद कुमार ही पार्टी का सभी कार्य करते रहेंगे। आनंद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ ही साथ राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर भी बनाया गया है। उनका पूरा सहयोग करने के लिए रामजी गौतम को भी नेशनल कोओर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी है। इन दोनों में से आनंद कुमार का प्रमुख कार्य दिल्ली में अधिक रहकर पार्टी का पूरा पेपर वर्क अन्य जरूरी कार्य देखेना होगा। साथ ही पूरे देश में अपना सम्पर्क बनाकर रखेंगे। वहीं रामजी गौतम पूरे देश और हर राज्यों में जाकर पार्टी की प्रगति रिपोर्ट लेंगे। पार्टी के जनाधार को भी बढ़ाने के लिए उनके द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन कराएंगे। पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी से जुड़े कई राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान मायावती ने पिछले दिनों हुई पार्टी की बैठक में लिए गये निर्णय और कार्यां की प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की। बसपा प्रमुख ने कहा कि यूपी में खासकर बहुजन समाज के करोड़ो लोगों के समुचित एवं समग्र विकास के बिना यूपी ही नहीं बल्कि देश भी सही से तरक्की नहीं कर सकता है। इसलिए सरकार को राजनीतिक, साम्प्रदायिक द्वेष व पक्षपात आदि से ऊपर उठकर पूरे संवैधानिक दायित्व के साथ जनहित व जनकल्याण के लिए कार्य करना होगा।   उन्होंने कहा कि केंद्र और जिन राज्यों में चल रही भाजपा की सरकार की कथनी और करनी में अंतर हैं। महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि अगर अव्यवस्था, हादसा व हताहत मुक्त होकर यूपी सरकार के दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता। हाल में केंद्र और राज्य सरकार के भी बजट के दौरान किए गये सरकारी दावें जमीनी हकीकत में ज्यादातर हवा-हवाई लगते हैं। इसी कारण करोड़ो गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गां एवं अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन में अपेक्षित सुधार नहीं हैं बल्कि अपार महंगाई, बेरोजगारी व सरकार के अधिकतर धन्नासेठ समर्थक एवं जनविरोधी कार्यकलापों से लोगों की बदहाली बढ़ी है। उन्होंन कहा कि वास्तव में सरकार इतनी ज्यादा दूरदर्शी हो गयी है कि उसे देश के सवा सौ करोड़ लोगों द्वारा रोजी-रोटी, स्कूल, अस्पताल, सड़क व जीएसटी करके बोझ आदि से बदहाल स्थिति की वर्तमान ज्वलन्त समस्याएं नजर हीं नहीं आ रही है। सरकार की नीयत व नीति में सुधार जरूरी है।   बैठक में खासकर उत्तर प्रदेश के जिलों में अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था पर चर्चा हुई है। इस पर मायावती ने कहा कि यूपी में कानून का सही से राज नहीं होकर भाजपा का पक्षपाती राज होने से आम जनता को न्याय पाना मुश्किल हो गया है। अगर बसपा सरकार आएगी तो कानून की व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। बसपा की सरकार आएगी , अच्छे दिन लाएगी।  

Kolar News

Kolar News

देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा हिमस्खलन में अब तक सात श्रमिकों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने रविवार को मृतकों की सूची जारी कर दी है। मृतकों में हिमाचल प्रदेश के दो, उत्तर प्रदेश के चार व उत्तराखंड का एक श्रमिक है। इस हादसे में देहरादून क्लेमेंटटाउन निवासी अरविंद कुमार सिंह अभी लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है।   रविवार को सेना और अन्य टीमों ने खोज एवं बचाव अभियान जारी रखा है। मौसम साफ होने के चलते रविवार को रेस्क्यू अभियान में काफी तेजी गति से चला। खोज एवं बचाव के दौरान आज तीन और श्रमिकों के शव बरामद हो गए। इस हादसा में मरने वालों की कुल संख्या सात हो गई है।    आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने हिमस्खलन में मरने वालों की सूची के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मोहिन्द्र पाल व हिमेश चंद, उत्तर प्रदेश के जितेन्द्र सिंह, मनजीत सिंह, आलोक यादव व अशोक पासवान और उत्तराखंड का एक श्रमिक अनिल कुमार शामिल है। हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद से उत्तराखंड का अरविंद कुमार सिंह अभी भी लापता है। बचाव दल उसकी तलाश में जुटा है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव सुमन ने बताया कि लापता की खोज में सेना के साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें भी लगातार सर्च अभियान में जुटी हैं।   उल्लेखनीय है कि माणा के पास हिमस्खलन की चपेट में 54 श्रमिक आए थे। जिसमें से 46 श्रमिकों को रेस्क्यू कर उनका उपचार किया जा रहा है, जबकि सात शव बरामद किये जा चुके है। इन शवाें काे पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए संबंधित परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। अब सिर्फ एक श्रमिक की ही तलाश हाे रही है।        

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने एक व्यापक व्यापार समझौते के लिए चल रही वार्ता की प्रगति की समीक्षा की और व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ाने की रणनीतियों पर चर्चा की। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ संयुक्त प्रेस वक्तव्य के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष और कॉलेज ऑफ कमिशनर्स की यह भारत यात्रा अभूतपूर्व है। यह न केवल भारत में यूरोपीय आयोग की पहली यात्रा है बल्कि किसी भी देश में इसकी पहली ऐसी व्यापक भागीदारी भी है। यह आयोग की नई व्यवस्था की पहली विदेश यात्राओं में से एक है।उन्होंने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच दो दशक से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी स्वाभाविक और सहज है। इसका आधार विश्वास, लोकतान्त्रिक मूल्यों में साझा विश्वास, साझा प्रगति और समृद्धि के लिए साझा प्रतिबद्धता है। कल से इस संबंध में लगभग 20 मंत्रिस्तरीय बैठकें हो चुकी हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टनरशिप को ऊपर उठाने और गति बढ़ाने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, नवाचार, हरित विकास, सुरक्षा, कौशल और गतिशीलता पर सहयोग का एक ब्लू प्रिन्ट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भारत - मध्य पूर्व - यूरोप आर्थिक गलियारा, यानि “आइमेक”, को आगे ले जाने के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे। मुझे विश्वास है कि “आइमेक” ग्लोबल कॉमर्स, सतत विकास और समृद्धि को बढ़ावा करने वाला इंजन साबित होगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि रक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े शेयर बाजार पर हमारा विशाल सहयोग मित्रता विश्वास का प्रतीक है। साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग के लिए हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के महत्व दोनों पक्ष एकमत हैं। "इंडो पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव" में शामिल यूरोपीय संघ के फैसले का हम स्वागत करते हैं।उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के महत्व पर एकमत हैं। हम हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने के यूरोपीय संघ के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ हमारी साझेदारी को बढ़ाने और गति देने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, नवाचार, हरित विकास, सुरक्षा, कौशल और गतिशीलता पर सहयोग के लिए एक खाका भी तैयार किया गया है।उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) को आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। मुझे विश्वास है कि आईएमईसी वैश्विक वाणिज्य, सतत विकास और समृद्धि को आगे बढ़ाने का इंजन साबित होगा।      

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।इस बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के गृहमंत्री आशीष सूद और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आईबी प्रमुख के साथ-साथ गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।   बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि दिल्ली पुलिस और दिल्ली की नई सरकार के बीच समन्वय कैसे बेहतर बनाया जाए। बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की नई चुनौतियों से कैसे निपटा जाए और साथ ही इन चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस के प्रयासों को कैसे मजबूत किया जाए।   उल्लेखनीय है कि इससे पहले 18 फरवरी को अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक की थी। उस बैठक में उन्होंने अप्रैल 2025 तक जम्मू-कश्मीर में नए आपराधिक कानून लाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया था।

Kolar News

Kolar News

गोपेश्वर । उत्तराखंड के चमोली जिले के सीमावर्ती माणा गांव के समीप सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कराये जा रहे निर्माण कार्य के दौरान भारी हिमस्खलन के कारण इसमें 57 श्रमिक दब गए। इसमें से बीआरओ और अन्य एजेंसियों ने राहत और बचाव कर अब तक 15 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी श्रमिकों की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर कहा कि माणा क्षेत्र में हिमस्खलन की घटना का दुखद समाचार मिला है। बीआरओ सहित अन्य एजेंसियां युद्धस्तर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने भगवान बद्रीविशाल से सभी श्रमिक भाइयों की सुरक्षा की कामना की है।   श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (बीआरओ) के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। कमांडेंट बीआरओ के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता हैं। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त किये गए हैं। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा। एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, बीआरओ एवं सेना के साथ समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ ड्रोन की टीम को भी तैयारी हालत में रखा गया है। भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया है। अब तक 5 और व्यक्तियों को निकाला गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं। कुल श्रमिक 57 में से अब तक 15 सुरक्षित निकाले गए हैं। 42 प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।   जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि माणा गांव और उसके पास हिमस्खलन की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि प्रभावित मजदूर सेना की आवाजाही के लिए सड़क से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे थे। अब तक किसी तरह की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है। सेना के साथ आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर भेजी गई हैं। जिलाधिकारी ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।  

Kolar News

Kolar News

भोपाल । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर सतना जिले के चित्रकूट पहुंचे। वे यहां राष्ट्रऋषि भारत रत्न नानाजी देशमुख की 15वीं पुण्यतिथि पर दीन दयाल शोध संस्थान के उद्यमिता विद्यापीठ परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनकी अगुवानी की। कार्यक्रम में कथावाचक मोरारी बापू समेत कई नेता और मंत्री मौजूद हैं।इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मोरारी बापू ने नवीन राम दर्शन और पंडित दीन दयाल की प्रतिमा का रिमोट दबाकर अनावरण किया। इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नानाजी जैसे महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देना कितना उचित है, मालूम नहीं। कुछ लोगों के जीवन ऐसे होते हैं, वो युगों तक अपना असर छोड़ते हैं और युग को परिवर्तनकारी बनाने का काम करते हैं। नानाजी उनमें से एक हैं।शाह ने कहा कि राजनीति में अजातशत्रु जीवन जीकर दुनिया छोड़कर जाना बड़ी बात है। मैंने किसी को नानाजी के बारे में कभी गलत बात करते नहीं सुना। चाहे वो पक्ष का हो चाहे विपक्ष को हो। उन्‍होंने कहा कि राजनीति में रहते हुए सर्व स्वीकृति लाना भी कठिन है। इतने लंबे जीवन में नानाजी का विरोध करने का साहस किसी ने नहीं किया।​ उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में जनता कई नेताओं को राजनीति छुड़वाती है। नानाजी ने 60 की उम्र में जब जनता पार्टी अधिकार में थी तब निर्णय किया कि 60 के हो गए बाकी का जीवन एकात्मवाद को जमीन पर उतारने का काम करेंगे। उन्‍होंने कहा कि नानाजी ने कोई बुराई अपने को छूने नहीं दी और पूरा जीवन बुराइयों को दूर करने में प्रयत्नशील रहे।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । महाकुंभ संपन्न हुआ हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को महाकुंभ पर अपने संस्मरण को साझा किया। उन्होंने अपने लिखे ब्लॉग पर महाकुंभ को एकता का महायज्ञ बताते हुए इसे युग परिवर्तन की आहट बताया। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा कि ...   जब एक राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, जब वो सैकड़ों साल की गुलामी की मानसिकता के सारे बंधनों को तोड़कर नव चैतन्य के साथ हवा में सांस लेने लगता है, तो ऐसा ही दृश्य उपस्थित होता है, जैसा हमने 13 जनवरी के बाद से प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में देखा। 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मैंने देवभक्ति से देशभक्ति की बात कही थी। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान सभी देवी-देवता जुटे, संत-महात्मा जुटे, बाल-वृद्ध जुटे, महिलाएं-युवा जुटे, और हमने देश की जागृत चेतना का साक्षात्कार किया। ये महाकुंभ एकता का महाकुंभ था, जहां 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ गई थी। तीर्थराज प्रयाग के इसी क्षेत्र में एकता, समरसता और प्रेम का पवित्र क्षेत्र श्रृंगवेरपुर भी है, जहां प्रभु श्रीराम और निषादराज का मिलन हुआ था। उनके मिलन का वो प्रसंग भी हमारे इतिहास में भक्ति और सद्भाव के संगम की तरह ही है। प्रयागराज का ये तीर्थ आज भी हमें एकता और समरसता की वो प्रेरणा देता है।   बीते 45 दिन, प्रतिदिन, मैंने देखा, कैसे देश के कोने-कोने से लाखों-लाख लोग संगम तट की ओर बढ़े जा रहे हैं। संगम पर स्नान की भावनाओं का ज्वार, लगातार बढ़ता ही रहा। हर श्रद्धालु बस एक ही धुन में था- संगम में स्नान। मां गंगा, यमुना, सरस्वती की त्रिवेणी हर श्रद्धालु को उमंग, ऊर्जा और विश्वास के भाव से भर रही थी। प्रयागराज में हुआ महाकुंभ का ये आयोजन, आधुनिक युग के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए, प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए, नए सिरे से अध्ययन का विषय बना है। आज पूरे विश्व में इस तरह के विराट आयोजन की कोई दूसरी तुलना नहीं है, ऐसा कोई दूसरा उदाहरण भी नहीं है। पूरी दुनिया हैरान है कि कैसे एक नदी तट पर, त्रिवेणी संगम पर इतनी बड़ी संख्या में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे। इन करोड़ों लोगों को ना औपचारिक निमंत्रण था, ना ही किस समय पहुंचना है, उसकी कोई पूर्व सूचना थी। बस, लोग महाकुंभ चल पड़े...और पवित्र संगम में डुबकी लगाकर धन्य हो गए। मैं वो तस्वीरें भूल नहीं सकता...स्नान के बाद असीम आनंद और संतोष से भरे वो चेहरे नहीं भूल सकता। महिलाएं हों, बुजुर्ग हों, हमारे दिव्यांग जन हों, जिससे जो बन पड़ा, वो साधन करके संगम तक पहुंचा। और मेरे लिए ये देखना बहुत ही सुखद रहा कि बहुत बड़ी संख्या में भारत की आज की युवा पीढ़ी प्रयागराज पहुंची। भारत के युवाओं का इस तरह महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए आगे आना, एक बहुत बड़ा संदेश है। इससे ये विश्वास दृढ़ होता है कि भारत की युवा पीढ़ी हमारे संस्कार और संस्कृति की वाहक है और इसे आगे ले जाने का दायित्व समझती है और इसे लेकर संकल्पित भी है, समर्पित भी है। इस महाकुंभ में प्रयागराज पहुंचने वालों की संख्या ने निश्चित तौर पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है लेकिन इस महाकुंभ में हमने ये भी देखा कि जो प्रयाग नहीं पहुंच पाए, वो भी इस आयोजन से भाव-विभोर होकर जुड़े। कुंभ से लौटते हुए जो लोग त्रिवेणी तीर्थ अपने साथ लेकर गए, उस जल की कुछ बूंदों ने भी करोड़ों भक्तों को कुंभ स्नान जैसा ही पुण्य दिया। कितने ही लोगों का कुंभ से वापसी के बाद गांव-गांव में जो सत्कार हुआ, जिस तरह पूरे समाज ने उनके प्रति श्रद्धा से सिर झुकाया, वो अविस्मरणीय है।   ये कुछ ऐसा हुआ है, जो बीते कुछ दशकों में पहले कभी नहीं हुआ। ये कुछ ऐसा हुआ है, जो आने वाली कई-कई शताब्दियों की एक नींव रख गया है। प्रयागराज में जितनी कल्पना की गई थी, उससे कहीं अधिक संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंचे। इसकी एक वजह ये भी थी कि प्रशासन ने भी पुराने कुंभ के अनुभवों को देखते हुए ही अंदाजा लगाया था लेकिन अमेरिका की आबादी के करीब दोगुने लोगों ने एकता के महाकुंभ में हिस्सा लिया, डुबकी लगाई। आध्यात्मिक क्षेत्र में रिसर्च करने वाले लोग करोड़ों भारतवासियों के इस उत्साह पर अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि अपनी विरासत पर गौरव करने वाला भारत अब एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। मैं मानता हूं, ये युग परिवर्तन की वो आहट है, जो भारत का नया भविष्य लिखने जा रही है। साथियों, महाकुंभ की इस परंपरा से, हजारों वर्षों से भारत की राष्ट्रीय चेतना को बल मिलता रहा है। हर पूर्णकुंभ में समाज की उस समय की परिस्थितियों पर ऋषियों-मुनियों, विद्वत् जनों द्वारा 45 दिनों तक मंथन होता था। इस मंथन में देश को, समाज को नए दिशा-निर्देश मिलते थे। इसके बाद हर 6 वर्ष में अर्धकुंभ में परिस्थितियों और दिशा-निर्देशों की समीक्षा होती थी। 12 पूर्णकुंभ होते-होते, यानि 144 साल के अंतराल पर जो दिशा-निर्देश, जो परंपराएं पुरानी पड़ चुकी होती थीं, उन्हें त्याग दिया जाता था, आधुनिकता को स्वीकार किया जाता था और युगानुकूल परिवर्तन करके नए सिरे से नई परंपराओं को गढ़ा जाता था। 144 वर्षों के बाद होने वाले महाकुंभ में ऋषियों-मुनियों द्वारा, उस समय-काल और परिस्थितियों को देखते हुए नए संदेश भी दिए जाते थे। अब इस बार 144 वर्षों के बाद पड़े इस तरह के पूर्ण महाकुंभ ने भी हमें भारत की विकास यात्रा के नए अध्याय का संदेश दिया है। ये संदेश है- विकसित भारत का। जिस तरह एकता के महाकुंभ में हर श्रद्धालु, चाहे वो गरीब हों या संपन्न हों, बाल हो या वृद्ध हो, देश से आया हो या विदेश से आया हो, गांव का हो या शहर का हो, पूर्व से हो या पश्चिम से हो, उत्तर से हो दक्षिण से हो, किसी भी जाति का हो, किसी भी विचारधारा का हो, सब एक महायज्ञ के लिए एकता के महाकुंभ में एक हो गए। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का ये चिर स्मरणीय दृश्य, करोड़ों देशवासियों में आत्मविश्वास के साक्षात्कार का महापर्व बन गया। अब इसी तरह हमें एक होकर विकसित भारत के महायज्ञ के लिए जुट जाना है।   साथियों, आज मुझे वो प्रसंग भी याद आ रहा है जब बालक रूप में श्रीकृष्ण ने माता यशोदा को अपने मुख में ब्रह्मांड के दर्शन कराए थे। वैसे ही इस महाकुंभ में भारतवासियों ने और विश्व ने भारत के सामर्थ्य के विराट स्वरूप के दर्शन किए हैं। हमें अब इसी आत्मविश्वास से एक निष्ठ होकर, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आगे बढ़ना है। भारत की ये एक ऐसी शक्ति है, जिसके बारे में भक्ति आंदोलन में हमारे संतों ने राष्ट्र के हर कोने में अलख जगाई थी। विवेकानंद हों या श्री ऑरोबिंदो हों, हर किसी ने हमें इसके बारे में जागरूक किया था। इसकी अनुभूति गांधी जी ने भी आजादी के आंदोलन के समय की थी। आजादी के बाद भारत की इस शक्ति के विराट स्वरूप को यदि हमने जाना होता और इस शक्ति को सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की ओर मोड़ा होता, तो ये गुलामी के प्रभावों से बाहर निकलते भारत की बहुत बड़ी शक्ति बन जाती लेकिन हम तब ये नहीं कर पाए। अब मुझे संतोष है, खुशी है कि जनता जनार्दन की यही शक्ति, विकसित भारत के लिए एकजुट हो रही है।   वेद से विवेकानंद तक और उपनिषद से उपग्रह तक, भारत की महान परंपराओं ने इस राष्ट्र को गढ़ा है। मेरी कामना है, एक नागरिक के नाते, अनन्य भक्ति भाव से, अपने पूर्वजों का, हमारे ऋषियों-मुनियों का पुण्य स्मरण करते हुए, एकता के महाकुंभ से हम नई प्रेरणा लेते हुए, नए संकल्पों को साथ लेकर चलें। हम एकता के महामंत्र को जीवन मंत्र बनाएं, देश सेवा में ही देव सेवा, जीव सेवा में ही शिव सेवा के भाव से स्वयं को समर्पित करें। साथियों, जब मैं काशी चुनाव के लिए गया था, तो मेरे अंतरमन के भाव शब्दों में प्रकट हुए थे, और मैंने कहा था- मां गंगा ने मुझे बुलाया है। इसमें एक दायित्व बोध भी था, हमारी मां स्वरूपा नदियों की पवित्रता को लेकर, स्वच्छता को लेकर। प्रयागराज में भी गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम पर मेरा ये संकल्प और दृढ़ हुआ है। गंगा जी, यमुना जी, हमारी नदियों की स्वच्छता हमारी जीवन यात्रा से जुड़ी है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि नदी चाहे छोटी हो या बड़ी, हर नदी को जीवनदायिनी मां का प्रतिरूप मानते हुए हम अपने यहां सुविधा के अनुसार, नदी उत्सव जरूर मनाएं। ये एकता का महाकुंभ हमें इस बात की प्रेरणा देकर गया है कि हम अपनी नदियों को निरंतर स्वच्छ रखें, इस अभियान को निरंतर मजबूत करते रहें।   मैं जानता हूं, इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से...मां यमुना से...मां सरस्वती से...हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा...। जनता जनार्दन, जो मेरे लिए ईश्वर का ही स्वरूप है, श्रद्धालुओं की सेवा में भी अगर हमसे कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं। साथियों, श्रद्धा से भरे जो करोड़ों लोग प्रयाग पहुंचकर इस एकता के महाकुंभ का हिस्सा बने, उनकी सेवा का दायित्व भी श्रद्धा के सामर्थ्य से ही पूरा हुआ है। यूपी का सांसद होने के नाते मैं गर्व से कह सकता हूं कि योगी जी के नेतृत्व में शासन, प्रशासन और जनता ने मिलकर, इस एकता के महाकुंभ को सफल बनाया। केंद्र हो या राज्य हो, यहां ना कोई शासक था, ना कोई प्रशासक था, हर कोई श्रद्धा भाव से भरा सेवक था। हमारे सफाईकर्मी, हमारे पुलिसकर्मी, नाविक साथी, वाहन चालक, भोजन बनाने वाले, सभी ने पूरी श्रद्धा और सेवा भाव से निरंतर काम करके इस महाकुंभ को सफल बनाया। विशेषकर, प्रयागराज के निवासियों ने इन 45 दिनों में तमाम परेशानियों को उठाकर भी जिस तरह श्रद्धालुओं की सेवा की है, वह अतुलनीय है। मैं प्रयागराज के सभी निवासियों का, यूपी की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, अभिनंदन करता हूं।   साथियों, महाकुंभ के दृश्यों को देखकर, बहुत प्रारंभ से ही मेरे मन में जो भाव जगे, जो पिछले 45 दिनों में और अधिक पुष्ट हुए हैं, राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य को लेकर मेरी आस्था, अनेक गुना मजबूत हुई है। 140 करोड़ देशवासियों ने जिस तरह प्रयागराज में एकता के महाकुंभ को आज के विश्व की एक महान पहचान बना दिया, वो अद्भुत है। देशवासियों के इस परिश्रम से, उनके प्रयास से, उनके संकल्प से अभीभूत मैं जल्द ही द्वादश ज्योतिर्लिंग में से प्रथम ज्योतिर्लिंग, श्री सोमनाथ के दर्शन करने जाऊंगा और श्रद्धा रूपी संकल्प पुष्प को समर्पित करते हुए हर भारतीय के लिए प्रार्थना करूंगा। महाकुंभ का स्थूल स्वरूप महाशिवरात्रि को पूर्णता प्राप्त कर गया है, लेकिन मुझे विश्वास है, मां गंगा की अविरल धारा की तरह, महाकुंभ की आध्यात्मिक चेतना की धारा और एकता की धारा निरंतर बहती रहेगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वक्फ संशोधन विधेयक में हाल ही में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा सुझाए गए बदलावों को मंजूरी प्रदान कर दी है। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद यह विधेयक संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया जाएगा। इसमें अधिकांश बदलावों को शामिल किया है, जिसकी सिफारिश भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली जेपीसी ने 19 फरवरी को की थी। बजट सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू होगा। जेपीसी पर रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद के दोनों सदनों में पेश की गई। समिति की कार्यवाही के दौरान पेश किए गए 44 संशोधनों में से पैनल ने एनडीए सदस्यों द्वारा सुझाए गए 14 बदलावों को मत विभाजन के जरिए स्वीकार किया था।

Kolar News

Kolar News

  नई दिल्ली । कांग्रेस ने दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल की सभी 14 कैग रिपोर्ट की लोक लेखा समिति (पीएसी) से जांच कराए जाने की मांग की है। पार्टी ने इसके लिए जल्द पीएसी के गठन की मांग की है। पार्टी का मानना है कि इससे लूट में शामिल लोगों को सजा मिल सकेगी।   कैग रिपोर्ट पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने ही जांच एजेंसियों को शराब नीति से जुड़ी शिकायत दी थी। इसमें भाजपा के शामिल होने के भी सबूत थे। सवाल उठता है कि विधानसभा में शराब नीति से जुड़ी सभी 14 रिपोर्ट क्यों नहीं पेश की गई। आमतौर पर विपक्ष के नेता पीएसी की अध्यक्षता करते हैं लेकिन दिल्ली में सरकार ही नेतृत्व करती है। हमारी मांग है की रिपोर्ट्स को सार्वजनिक तौर पर चर्चा के लिए लाया जाए। संदीप दीक्षित ने कहा कि कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब नीति का उद्देश्य बार-बार बदल गया। पहले इसमें 70 संस्थाओं की भागीदारी थी जिसे घटाकर 14 कर दिया गया। शराब नीति सरकार और ठेकेदारों के बीच बने संबंधों और हितों के चलते बनी। शराब में एक स्तर के बाद एक्साइस कर वसूली नहीं किए जाने से साफ था कि सरकार ने 30 से 40 प्रतिशत की कर चोरी को कानूनी बना दिया।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में कैग की एक रिपोर्ट पेश की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के लिए पीएसी के पास भेजे जाने की घोषणा की। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2020-21 में शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए आबकारी नीति बनाने में तत्कालीन अरविंद केजरीवाल सरकार ने नियमों की अनदेखी की, जिससे सरकारी खजाने को दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।    

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । गंगा, यमुना और अंत:सलिता सरस्वती के पवित्र संगम पर ब्रह्म मुहूर्त के साथ ही महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व की शुरूआत हो गयी। लाखों श्रद्धालु हर-हर गंगे, जय श्रीराम के जयघोष के साथ आस्था की संगम में डुबकी लगाकर पुण्य के भागी बन रहे हैं। महाशिवरात्रि पर बुधवार की भोर 04 बजे तक 25.64 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी से लेकर अब तक 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम क्षेत्र में बने घाटों पर आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। आज यानी 26 फरवरी को आखिरी स्नान पर्व के साथ 13 जनवरी से शुरू हुए 45 दिनी सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का समापन हो जाएगा। महाकुम्भ के अंतिम स्नान में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन सतर्क है।आस्था का उमड़ पड़ा है जनसागर : महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर संगम में डुबकी लगाने के लिए आस्था का जनसागर उमड़ पड़ा है। भारत की सांस्कृतिक विविधता में आध्यात्मिक एकता का मनोरम दृश्य संगम तट पर देखने को मिल रहा है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आस्था की डोर में बंधे त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान करने करोड़ों की संख्या में आ रहे हैं। एक दिन पहले ही संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया है। ब्रह्म मुहूर्त से लाखों श्रद्धालु पूरे संगम क्षेत्र में 12 किलोमीटर के दायरे में बने स्नान घाटों पर अब तक स्नान कर रहे हें। विशेष तौर पर मेले में कई किलोमीटर पैदल चलने के बावजूद लोगों के चेहरे पर कहीं थकान नहीं दिखाई दी।ब्रह्म मुहूर्त में 3:33 बजे से लेकर 5:57 बजे तक अमृत योग : आचार्य स्वामीनाथ शास्त्री के अनुसार, महाकुम्भ मेले के अंतिम स्नान पर महाशिवरात्रि पर ग्रहों और नक्षत्रों का अद्भुत संयोग बना रहा है। इस बार श्रद्धालु अमृत योग में महाशिवरात्रि के पर्व पर आस्था की डुबकी लगाएंगे। उनके मुताबिक ब्रह्म मुहूर्त में 3:33 बजे से लेकर 5:57 बजे तक अमृत योग रहेगा। इस काल में महाशिवरात्रि के पर्व पर स्नान करना सबसे ज्यादा फलदायी माना गया है। इसके अलावा महाशिवरात्रि के पावन दिन पर किसी भी समय स्नान किया जा सकता है। उनके मुताबिक त्रिवेणी संगम में स्नान कर अन्न वस्त्र और स्वर्ण दान को उत्तम माना गया है।प्रयागराज के शिवालयों में विशेष तैयारी : महाशिवरात्रि के पर्व पर प्रयागराज के शिवालयों खासतौर पर मनकामेश्वर मंदिर, नागवासुकी मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, पडिला महादेव और नागेश्वर धाम समेत आसपास के शिवालयों में खास तैयारी की गई है। ‌इस मौके पर प्रयागराज के शिवालयों में भी शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सुबह की महाआरती के बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिए खुल गए हैं। श्रद्धालु संगम में स्नान के बाद शिवालियों में भी भगवान भोले को जलाभिषेक करते हैं। पंडित अवधेश मिश्र शास्त्री के अनुसार, जो श्रद्धालु भीड़ की वजह से शिवालियों में दर्शन करने या अभिषेक करने नहीं जा सकते हैं। वह संगम तट पर ही रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा अर्चना करेंगे तो उन्हें उसी पुण्य की प्राप्ति होगी। उनके मुताबिक, भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए शिव भक्त उनका दूध, गंगा जल, शहद और पंच गव्य से अभिषेक करते हैं।शिवभक्तों पर 25 क्विंटल फूल बरसाए जाएंगे : आज शिवरात्रि पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में सभी व्यवस्थाएं वहीं लागू रहेंगी जो वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा पर थीं। हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश की भी तैयारी की गई है। शिवभक्तों पर 25 क्विंटल फूल बरसाए जाएंगे।संगम जाने वाले सभी रास्तों श्रद्धालुओं से खचाखच भरे : संगम जाने वाले सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गए। अमृतमयी त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी के लिए एक लय में रात तक भक्ति की लहरें हिचकोले खाती रहीं। संगम पर भक्ति की लहरों के एक बार फिर उठने के बाद मेला प्रशासन की ओर से घाटों पर भीड़ न लगाने की लगातार अपील की जा रही है। संगम के घाटों पर हर तरफ स्नानार्थी ही नजर आ रहे हैं। कोई दंड-कमंडल लेकर तो कोई सिर पर गठरी और कंधे पर झोला-बोरा लिए संगम की ओर बढ़ रहा है।प्रशासन सतर्क और मुस्तैद : मेला प्रशासन ने आईट्रिपलसी में बनाए गए कंट्रोल रूम में 24 घंटे के लिए टीम को तैनात किया गया है, जो हर वक्त हर गतिविधि पर नजर रखेगी। यह टीम घाटों पर, मेला क्षेत्र में, प्रमुख होल्डिंग एरिया, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए समन्वय बनाने का काम करेगी। जिससे समय रहते लोगों को बाहर ही रोका जा सके। मेला क्षेत्र पूरी तरह से एकल मार्ग रहेगा। यानी काली सड़क से प्रवेश और त्रिवेणी मार्ग से निकासी के निर्देश सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को दिए गए हैं।ट्रैफिक प्लान में बदलाव : महाकुम्भ के अंति स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान मंगवार शाम 4 बजे से ही ​बदल दिया है। मेला क्षेत्र में प्रशासनिक गाड़ियों को छोड़कर सभी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु नजदीकी घाट पर स्नान करें और घर जाएं। महाकुम्भ में निगरानी के लिए एयरफोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।65 करोड़ से ज्यादा कर चुके स्नान : 13 जनवरी से 26 फरवरी की सुब​ह-04 बजे तक कुल 65.02 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगायी है। मंगलवार को 1.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। जबकि महाशिवरात्रि पर सुबह-04 बजे तक 25.64 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।तीन करोड़ श्रद्धालु करेंगे स्नान : आज शिवरात्रि पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं का कुल आंकड़ा 68 करोड़ को पार कर जाएगा। संगम में डुबकी लगाने वालों की इस संख्या के लिहाज से महाकुम्भ नगर आबादी के हिसाब से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है। सिर्फ भारत और चीन की आबादी महाकुम्भ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा है।  

Kolar News

Kolar News

छतरपुर/भोपाल । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारतीय परंपरा में संतों ने सदियों अपने कर्म और वाणी से जन मानस को राह दिखाई है। सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है। अंधविश्वास के बारे में लोगों को जागरूक किया है। चाहे गुरुनानक हों, रविदास हों या संत कबीर दास हों, मीराबाई हों या संत तुकाराम, सभी ने समाज को सही राह दिखाई है।   राष्ट्रपति ने यह बातें बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सभी जोड़ों को बधाई देती हूं। सभी को सुखमय जीवन की शुभकामनाएं। आपको विवाह सूत्र में बांधने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को धन्यवाद देती हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि विवाहित जोड़ों को स्वावलंबी बनाने के लिए गृहस्थी के सामान के साथ-साथ जीवनयापन के लिए आटा चक्की और सिलाई मशीन भी दी जा रही है। सभी महिलाओं से कहना चाहूंगी कि आप आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें। जब आप सफल होंगी तभी हमारा समाज और देश सफल होगा। हमने एक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है।   दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में महाशिवरात्रि के अवसर पर बागेश्वर धाम में देश के विभिन्न राज्यों की 251 बेसहारा कन्याओं का विवाह किया जा रहा है। इस सामूहिक विवाह महोत्सव में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बुधवार को बागेश्वर धाम पहुंची है। यहां पं. धीरेंद्र शास्त्री ने राष्ट्रपति को हनुमान यंत्र भेंट किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे।   इससे पहले राष्ट्रपति वायुसेना के विशेष विमान से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंची और यहां से हेलिकॉप्टर से गढ़ा (छतरपुर) ग्राम स्थित बागेश्वर धाम पहुंचीं। यहां उन्होंने बालाजी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद विवाह समारोह में शामिल हुईं। राष्ट्रपति दूल्हों और दुल्हनों के लिए सूट और साड़ियां लेकर आई हैं। उन्होंने सभी को भेंट दी। राष्ट्रपति धाम में करीब चार घंटे रुकेंगी। यहां से दोपहर 3:10 बजे वडोदरा के लिए रवाना हो जाएंगी। समारोह में गायक सोनू निगम, क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा, आरपी सिंह, अभिनेता पुनीत वशिष्ठ और पहलवान द ग्रेट खली भी बागेश्वर धाम पहुंचने वाले हैं।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज बागेश्वर धाम नया कीर्तिमान बना रहा है। आपने जातिगत संघर्ष को तोड़ने का काम किया है। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है।  आज आपने अश्वमेघ के घोड़े के समान दिग्विजय घोड़े के समान ये घोड़े लाए हैं, जिन्होंने समाज की असमानता को तोड़ दिया। शासन, सत्ता और संत की त्रिवेणी की मौजूदगी में ये विवाह का काम किया। जातियों की दीवारें टूटें और सद्भावना बने ये काम किया है। मप्र सरकार की ओर से 51 हजार रुपये देने की भावना है, इसलिए सरकार की योजना का लाभ यहां आए जोड़ों को मिलेगा।   पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जिस दिन हमने अपनी बहन का विवाह जैसे-तैसे लोगों से उधार लेकर किया उसी दिन ठान लिया था कि आज हमें बहन के विवाह में इतना निराश होना पड़ रहा है, भगवान ने हमें सामर्थ्यवान बनाया तो भारत में बेटियों के विवाह के लिए किसी को निराश नहीं होना पड़ेगा। बेटियों को बोझ मत मानो, बेटियां, बेटों से कम है क्या? बेटियों कम होती तो हमारी बेटियां बड़े-बड़े शिखर पर नहीं पहुंचतीं।   उन्होंने कहा कि देश में कोई छोटा-बड़ा नहीं है। सभी बराबर हैं। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए यह उत्सव हर वर्ष किया जाता है। मंदिरों की दानपेटियों को बेटियों की शादियों के लिए खोल दिया जाएगा तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। बेटियां जब यहां से ब्याह कर जाएंगी तो गर्व से कहेंगी कि बालाजी हमारे पिता हैं और राष्ट्रपति के आशीर्वाद से शादी कर आए हैं।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को विधानसभा में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली आम आदमी पार्टी (आआपा) सरकार की आबकारी नीति के कारण 2000 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान हुआ।सीएजी रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि दिल्ली सरकार को अपनी 2021-22 की आबकारी नीति में खामियों के कारण 2,026.91 करोड़ रुपये का भारी वित्तीय झटका लगा है। इसमें दिल्ली आबकारी शराब नीति में कथित अनियमितताओं सहित पिछली आआपा सरकार के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं पर प्रकाश डाला गया है। इस रिपोर्ट में भारत में निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) और दिल्ली में विदेशी शराब के विनियमन और आपूर्ति की जांच के लिए 2017-18 से 2021-22 तक चार वर्षों की अवधि को कवर करते हुए दिल्ली में शराब के विनियमन और आपूर्ति पर किए गए निष्पादन लेखापरीक्षा के परिणाम शामिल हैं। वर्ष 2017-21 की अवधि के लिए लेखा परीक्षा निष्कर्षों में लाइसेंस प्रदान करने में उल्लंघन करने के साथ ही आईएमएफएल के मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता की कमी, शराब की गुणवत्ता पर अपर्याप्त नियंत्रण, राजस्व रिसाव की समय पर पहचान और रोकथाम व शराब की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में कमजोर नियामक कार्यप्रणाली, दिल्ली आबकारी अधिनियम अथवा नियमों के उल्लंघन के मामलों में साक्ष्य संग्रह और पुष्टि में कठोरता की कमी आदि शामिल हैं। यह रिपोर्ट नई आबकारी नीति (2021-22) में कमियों को भी सामने लाती है। इसमें नई आबकारी नीति के गठन के लिए बदलावों का सुझाव देने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों की अनदेखी करना। राज्य के स्वामित्व वाली थोक इकाई के बजाय निजी संस्थाओं को थोक लाइसेंस प्रदान करना, प्रति बोतल वसूले जाने वाले आबकारी शुल्क के स्थान पर लाइसेंस शुल्क में उत्पाद शुल्क का अग्रिम प्रभार लगाना और आवेदक को अधिकतम 54 खुदरा दुकानें प्राप्त करने की अनुमति देना, जबकि एक व्यक्ति को अधिकतम दो दुकानें आवंटित की जाती हैं। लेखा परीक्षा निष्कर्षों का कुल वित्तीय निहितार्थ लगभग 2,026.91 करोड़ रुपये है।रिपोर्ट में बताया गया है कि अब समाप्त हो चुकी नीति के गठन में बदलाव के सुझाव देने के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया ने नजरअंदाज कर दिया था। इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में कहा गया है कि लाइसेंसों के सरेंडर और शराब क्षेत्रों के लिए पुनः निविदा जारी करने में विभाग की विफलता के कारण आबकारी विभाग को 890.15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कैग रिपोर्ट में कोविड-19 प्रतिबंधों का हवाला देते हुए लाइसेंस धारकों को दी गई 144 करोड़ रुपये की अनियमित छूट पर भी प्रकाश डाला गया है, जिसे वित्त विभाग की आपत्तियों के बावजूद मनीष सिसोदिया ने व्यक्तिगत रूप से मंजूरी दी थी।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुवाहाटी में एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाजपा शासन के दौरान असम की अर्थव्यवस्था का मूल्य दोगुना होकर 6 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह डबल इंजन सरकार का प्रभाव है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी भारत और नॉर्थ-ईस्ट की भूमि आज नए भविष्य की शुरुआत करने जा रही है। एडवांटेज असम पूरी दुनिया को असम की संभावना और प्रगति से जोड़ने का महाअभियान है। इतिहास गवाह है कि पहले भी भारत की समृद्धि में ईस्टर्न इंडिया का बहुत बड़ा रोल था। आज जब भारत विकसित होने की तरफ बढ़ रहा है तो एक बार फिर हमारा ये नॉर्थ-ईस्ट अपना सामर्थ्य दिखाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत अपनी स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत कर रहा है। आज भारत, दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों के साथ मुक्त व्यापार समझौते कर रहा है। ईस्ट एशिया के साथ हमारी कनेक्टिविटी लगातार सशक्त हो रही है और नया बन रहा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा भी अनेक नई संभावनाएं लेकर आ रहा है। मोदी ने कहा कि इस वैश्विक अनिश्चितता के बीच भी दुनिया के कई विशेषज्ञ एक बात को लेकर निश्चिंत हैं और वो है भारत का तेज़ विकास। भारत पर इस भरोसे की बहुत ठोस वजह है। आज का भारत, आने वाले 25 सालों की 21वीं सदी के दीर्घकालिक विजन को ध्यान में रखते हुए, एक के बाद एक कदम उठा रहा है, बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। आज दुनिया को भारत की युवा आबादी पर भरोसा है जो बहुत तेजी से हुनरमंद हो रही है। आज दुनिया को भारत के नव मध्यम वर्ग पर भरोसा है जो गरीबी से बाहर निकलकर नई आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया को भारत के 140 करोड़ लोगों पर भरोसा है जो राजनीतिक स्थिरता और नीतिगत निरंतरता का समर्थन करते हैं। आज दुनिया को भारत की गवर्नेंस पर भरोसा है जो लगातार सुधार कर रही है। आज भारत अपनी लोकल सप्लाई चेन को मजबूत कर रहा है।" उन्होंने कहा कि असम का योगदान बढ़ रहा है। 2018 में एडवांटेज असम का पहला संस्करण लॉन्च किया गया था। तब असम की अर्थव्यवस्था करीब 2.75 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब 6 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसका मतलब है कि भाजपा सरकार के तहत असम की अर्थव्यवस्था छह साल में दोगुनी हो गई है। यह डबल इंजन वाली सरकार का दोहरा असर दिखाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम को 2009 से 2014 के बीच रेल बजट के लिए औसतन 2,100 करोड़ रुपये मिले थे। हमारी सरकार ने असम के रेलवे बजट को चार गुना ज्यादा बढ़ा कर 10,000 करोड़ रुपये पहुंचा दिया है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश के बुनियादी ढांचे पर भी बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट कर रही है। संस्थागत सुधार, उद्योग, बुनियादी ढांचा और नवाचार भारत की प्रगति का आधार है। इसलिए इंवेस्टर भी देश में संभावना को उनकी और देश की प्रगति की संभावनाएं को बदलता हुआ देख रहे हैं। इस प्रगति में असम भी डबल इंजन की स्पीड से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम शुरू किया है। हम मेक इन इंडिया के तहत कम लागत वाला विनिर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि असम ने 2030 तक 143 बिलियन अमेरिकी डॉलर का जीएसडीपी हासिल करने का लक्ष्य रखा है और मुझे इस लक्ष्य को हासिल करने का पूरा भरोसा है। मुझे लोगों की क्षमताओं और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि असम दक्षिण पूर्व एशिया और भारत के बीच एक प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में उभर रहा है। इस क्षमता को बढ़ाने के लिए, सरकार ने पूर्वोत्तर औद्योगिकीकरण परिवर्तन योजना, उन्नति शुरू की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम की क्षमताओं का एक उदाहरण असम चाय है। इस ब्रांड ने 200 साल पूरे कर लिए हैं। यह विरासत असम को अन्य क्षेत्रों में भी उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करती है।  

Kolar News

Kolar News

भोपाल । केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शहरों के विकास के लिए अर्बन मोबिलिटी का अच्छा होना और सस्ते मकान जरूरी हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में डेवलपमेंट के लिए जो भी सुझाव मिलेंगे, केंद्र सरकार उन पर काम करेगी। वर्ष 2047 तक देश की नगरीय आबादी कुल आबादी का 50 फीसदी तक हो जाएगी। ऐसे क्षेत्रों में बढ़ती आबादी के हिसाब से सारे मापदंड तय करने पड़ेंगे।   केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल भोपाल में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन मंगलवार को एमपी इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी, पुनर्घनत्वीकरण और मध्य प्रदेश हाउसिंग रिडेवेलपमेंट पॉलिसी पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे। सेशन में शामिल होने से पहले उन्होंने डिजिटल प्रोग्रेस वॉल देखी। बाग प्रिंट की डाई से कपड़े पर ब्लॉक (छापा) लगाया। अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर हुए सेशन में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग और प्रतिमा बागरी मौजूद रहे।   ई व्हीकल को बढ़ावा देगी एमपी की पॉलिसी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मध्य प्रदेश ने जो ई व्हीकल पॉलिसी बनाई है, वह इलेक्ट्रिकल व्हीकल को बढ़ावा देगी। स्लम डेवलपमेंट के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। एमपी के मुख्य सचिव अनुराग जैन आवास निर्माण में खासी रुचि रखते हैं। उनके अनुभव का लाभ सभी को उठाना चाहिए। उन्होंने दिल्ली में भी इसको लेकर काम किया है। उन्होंने टीओडी पॉलिसी का जिक्र करते हुए कहा कि आज सबसे ज्यादा जरूरत सस्ते मकानों की है। मनोहर लाल ने पीएम आवास की अगली योजना में राज्य सरकार के दिए गए 10 लाख आवासीय मकान के प्रस्ताव को मंजूरी देने का आश्वासन भी दिया। इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी में गांवों को करेंगे शामिल नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर प्रेजेंटेशन देते हुए कहा कि अफॉर्डेबल हाउसिंग में मध्य प्रदेश सरकार ने अच्छा काम किया है। सरकार आने वाले समय में शहरों के विकास के लिए बॉन्ड जारी करेगी। इसमें ऐसे शहरों को शामिल किया जाएगा, जो खुद अपना बॉन्ड जारी नहीं कर सकते। आज जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उनमें इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी शामिल है। इसको रूरल अर्बन ट्रांजिशन एरिया भी कहते हैं। इसमें ऐसे गांवों को शामिल किया जाएगा, जो आने वाले समय में शहर बन सकते हैं। मप्र सरकार ने दो महीने में 18 नई पॉलिसी बनाई: विजयवर्गीय नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अर्बनाइजेशन आज की आवश्यकता है। वर्ष 2047 तक प्रदेश की जनसंख्या सात फीसदी तक बढ़ जाएगी। प्रदेश के विकास के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने दो महीने में 18 नई पॉलिसी बनाई हैं। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है। मध्य प्रदेश में इन्वेस्टमेंट की भारी संभावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स के लिए मंत्री के रूप में मेरे दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे। अर्बन डेवलपमेंट के लिए अलग से हाेगी समिट: मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से छोटे शहरों को विकास का मौका मिला है। वहां के लोगों के मन में यह भाव जागा है कि वे भी उद्योगपति बन सकते हैं। कई अफसरों ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल नहीं, इंदौर में होनी चाहिए तो मैंने कहा कि इंदौर को दिल्ली और बड़े शहरों की तरह विकसित करना है। भोपाल और अन्य शहरों को इंदौर की तरह विकसित करना है, इसलिए भोपाल में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की जाएगी। इंदौर और भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्बन डेवलपमेंट के लिए अलग से समिट करेंगे। कॉटन हमारा प्रीमियम प्रोडक्ट: नीलम शमी राव इस सत्र में केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय की सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि मप्र की भागीदारी कस्तूरी कॉटन में काफी बड़ी है। कॉटन प्रोडक्टिविटी मिशन के दौरान जिनिंग के मॉर्डनाइजेशन और कस्तूरी कॉटन के सर्टिफिकेशन के लिए काम होगा। ये वो कॉटन है जो प्रीमियम प्रोडक्ट्स में काम आता है। इसकी मांग विदेशी बाजार में बहुत अधिक है। जब ये योजना शुरू होगी तो उसमें मप्र की अहम भूमिका रहनी चाहिए, हम इसके लिए बात कर रहे हैं। मप्र का मेजर टेक्सटाइल हब धार से लगे हुए एरिया में हम पीएम मित्र पार्क का काम राज्य सरकार की मदद से कर रहे हैं। कॉटन हमारा प्रीमियम प्रोडक्ट है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव एवं वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार के राहत पैकेज पर चिंता जताई है। उन्होंने राहत पैकेज को प्रभावित लोगों के प्रति “संवेदनशीलता की चौंकाने वाली कमी” करार देते हुए इसे अनुदान में बदलने का आग्रह किया है।प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा कि 30 जुलाई, 2024 को वायनाड संसदीय क्षेत्र के चूरलमाला और मुंडक्कई में और उसके आसपास एक विनाशकारी भूस्खलन हुआ था। इस आपदा के बाद 298 लोग मृत पाए गए। 231 शवों के साथ 223 शरीर के अंग बरामद किए गए। 32 लोगों के लापता होने की सूचना मिली और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 17 परिवार जिनके कुल 58 सदस्य थे, पूरी तरह से खत्म हो गए। 1685 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इनमें घर, स्कूल, गांव के कार्यालय, डिस्पेंसरी, आंगनवाड़ी, दुकानें, धार्मिक केंद्र और सरकारी इमारतें भी थीं। भूस्खलन के कारण दो शैक्षणिक संस्थान, सरकारी व्यावसायिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वेल्लारमाला और सरकारी निम्न प्राथमिक विद्यालय मुंडक्कई पूरी तरह से नष्ट हो गए। इन दोनों संस्थानों का स्थायी पुनर्वास अभी भी लंबित है, जहां पहले 658 छात्र नामांकित थे।उन्होंने कहा कि केरल के सांसदों के लगातार आग्रह के बाद केंद्र सरकार ने हाल ही में तबाही के पीड़ितों के लिए 529.50 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की है। इसकी अपर्याप्तता के तथ्य के अलावा यह अभूतपूर्व है कि पैकेज दो शर्तों के साथ आया है। पहला यह कि प्राप्त राशि को मानक के अनुसार अनुदान के रूप में नहीं बल्कि ऋण के रूप में वितरित किया जाएगा, दूसरा यह कि इसे 31 मार्च 2025 तक पूरी तरह से खर्च किया जाना चाहिए। ये शर्तें न केवल बेहद अनुचित हैं बल्कि वे चूरलमाला और मुंडक्कई के लोगों के प्रति संवेदनशीलता की चौंकाने वाली कमी को भी दर्शाती हैं, जिन्होंने इतना विनाशकारी नुकसान झेला है।कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री को याद दिलाते हुए लिखा, "आपने स्वयं इस भीषण त्रासदी के बाद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। आपकी यात्रा ने केंद्र सरकार से काफी वित्तीय सहायता की उम्मीद जगाई थी। दुर्भाग्य से वे उम्मीदें पूरी नहीं हुई हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने से इनकार करना पीड़ितों के लिए एक झटका था। कई महीनों बाद केरल के सांसदों के लगातार दबाव के बाद आपदा को "गंभीर आपदा" घोषित करना सही दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत हुआ। हालांकि, इस अपर्याप्त और सशर्त राहत पैकेज की घोषणा बेहद निराशाजनक है।"प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुराेध किया, "वायनाड के लोग इस भयानक आपदा से बाहर निकलने के लिए हर संभव सहायता और समर्थन के हकदार हैं। इसलिए आप उनकी दुर्दशा पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें। मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि राहत पैकेज को अनुदान में बदल दें और इसके कार्यान्वयन की समयावधि बढ़ा दें। इससे उन्हें अपने जीवन को फिर से शुरू करने में मदद मिलेगी।"

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में कहा कि विश्व बैंक ने भरोसा जताया है कि भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।  प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी आशावादी है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर संस्थान इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले ही विश्व बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। कुछ ही दिन पहले जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था ने भारत को सोलर पावर का सुपरपॉवर कहा था। इस संस्था ने ये भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकसित भविष्य में टेक्सटाइल, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। ये तीनों क्षेत्र, करोड़ों नए रोजगार पैदा करने वाले हैं। भारत का टेक्सटाइल सेक्टर करोड़ों लोगों को रोजगार देता है। भारत के पास टेक्सटाइल से जुड़ी एक पूरी परंपरा, कौशल और उद्यमिता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश तो एक प्रकार से भारत की कपास राजधानी है। भारत की करीब 25 प्रतिशत ऑर्गेनिक कपास सप्लाई मध्य प्रदेश से ही होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का यह कार्यक्रम बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक एयरोस्पेस फर्मों के लिए शीर्ष आपूर्ति शृंखला के रूप में उभर रहा है। कपड़ा, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र आने वाले वर्षों में करोड़ों नौकरियां पैदा करेंगे। प्रधानमंत्री ने राज्य में विकास की तेज गति का श्रेय डबल इंजन सरकार को दिया। उन्होंने राज्य और केंद्र प्रशासन के बीच तालमेल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस तालमेल ने प्रगति को गति दी है, जिससे मध्य प्रदेश घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है। बीते दो दशकों में मध्य प्रदेश ने परिवर्तन का नया दौर देखा है। एक समय था जब यहां बिजली और पानी की बहुत सारी दिक्कतें थीं। कानून-व्यवस्था की स्थिति तो और भी खराब थी। ऐसी हालत में यहां इंडस्ट्री का विकास बहुत मुश्किल था। बीते दो दशक में मध्य प्रदेश के लोगों के सपोर्ट से यहां की भाजपा सरकार ने शासन पर फोकस किया। दो दशक पहले तक लोग मप्र में निवेश करने से डरते थे। आज मप्र निवेश के लिए देश के शीर्ष राज्यों में शामिल हो गया है। प्रधानमंत्री ने भारत की इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति में मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि यह राज्य इस परिवर्तनकारी उद्योग में अग्रणी राज्यों में से एक है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि मध्य प्रदेश आकर्षक रिटर्न के लिए प्रचुर अवसर प्रदान करता है, जिससे व्यापार के अनुकूल माहौल को बढ़ावा मिलता है। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों का भी अनावरण किया। इनका उद्देश्य राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करना है। मोदी ने कहा कि मजबूत प्रतिभा पूल और संपन्न उद्योगों के साथ, मध्य प्रदेश एक पसंदीदा व्यवसाय स्थल बन रहा है। पिछली सरकार ने एमएसएमई की क्षमता को कम करके आंका, जिससे भारत की स्थानीय आपूर्ति शृंखला के विकास में बाधा उत्पन्न हुई। अब हम एमएसएमई के नेतृत्व वाली स्थानीय आपूर्ति शृंखलाओं के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए एमएसएमई की परिभाषा में भी सुधार किया गया है। एमएसएमई को ऋण से जुड़े प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 का श्रीगणेश हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित इस समिट का शुभारंभ कर प्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों को लॉन्च किया। इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें अंग वस्त्र ओढ़ाकर भगवान महाकाल की तस्वीर भेंट की। इस मौके पर देशी-विदेशी डेलीगेट्स और उद्योगपति मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो बच्चों की परीक्षा के कारण यहां देरी से पहुंचे। इसके लिए क्षमा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की असुविधा को देखते हुए उन्होंने अपना कार्यक्रम बदला। समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली 18 से अधिक नई नीतियों को रिमोट का बटन दबाकर लॉन्च किया। इसके साथ ही राज्य की औद्योगिक और निवेश क्षमता पर तैयार एक शॉर्ट वीडियो फिल्म भी निवेशकों को दिखाई गई। प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म "मध्य प्रदेश-अनंत संभावनाएं" का प्रदर्शन किया गया। इसके प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरते भारत पर केंद्रित लघु फिल्म "इंडिया ग्रोथ स्टोरी" का भी प्रदर्शन भी किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हों चाहे नीतिगत जानकार हों। देश हों या फिर संस्थान हों। सभी को भारत से बहुत उम्मीदें हैं। पिछले कुछ हफ्तों में जो कमेंट आए हैं वो भारत के हर निवेशक का उत्साह बढ़ाने वाले हैं। विश्व बैंक ने कहा है भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोविंग इकॉनॉमी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आज देश की ईवी क्रांति के लीडिंग स्टेट में से एक है। जनवरी 2025 तक करीब दो लाख ईवी एमपी में रजिस्टर्ड हुए। एमपी आज मैन्युफैक्चरिंग के नए सेक्टर्स के लिए भी शानदार डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। विश्व बैंक ने कहा है भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकॉनॉमी बना रहेगा। यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पावर की सुपर पावर कहा था। यह भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है। एक रिपोर्ट में बताया है कि ग्लोबल एयरो स्पेस बम्स के लिए कैसे भारत एक बेहतरीन सप्लाई चेन के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी समिट में करीब सवा घंटे तक रुकेंगे। इस दौरान समिट स्थल पर बनाए गए पीएम लाउंज में उनकी कुछ उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा भी हो सकती है। इस मौके पर वीडियो मैसेज में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने माइनिंग, स्मार्ट व्हीकल, थर्मल एनर्जी सेक्टर में एक लाख 10 हजार करोड़ निवेश का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इससे सन 2030 तक एक लाख 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। वहीं, अवादा ग्रुप के चेयरमेन विनीत मित्तल ने कहा कि 8000 मेगावाट का सोलर विंड और बैटरी का प्रोजेक्ट मालवा-बुंदेलखंड में लगाएंगे। इसमें 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।    

Kolar News

Kolar News

छतरपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि नेताओं का एक दल ऐसा है, जो धर्म का मखौल उड़ाता है और लोगों को तोड़ने में जुटा है। ये हमारे पर्व और परंपराओं को गाली देते रहते हैं। हिंदू आस्था से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी भेष में रहते रहे हैं। ये हमारी मान्यताओं, संस्कृति और मंदिरों पर हमला करते रहते हैं। विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देकर देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती हैं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता में जकड़े ये लोग हमारे मंदिरों, हमारे संत, संस्कृति और सिद्धांतों पर हमला करते रहे हैं। हमारे समाज को बांटना, उसको तोड़ना इनका एजेंडा है। इस माहौल में मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री काफी समय से एकता के मंत्र को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। अब उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है। अब बागेश्वर धाम में भजन, भोजन और निरोगी जीवन तीनों का आशीर्वाद मिलेगा।   प्रधानमंत्री मोदी आज मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का डिजिटल शिलान्यास के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी को बालाजी का विग्रह भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म पर लिखी किताब और स्मृति चिह्न भी प्रधानमंत्री को भेंट किया।   प्रधानमंत्री ने जय जटाशंकर धाम की जय से अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम दिनों में मुझे दूसरी बार वीरों की इस धरती बुंदेलखंड पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस बार तो बालाजी का बुलावा आया है। ये हनुमानजी की कृपा है कि आस्था का केंद्र आरोग्य का केंद्र बनने जा रहा है। अभी यहां बागेश्वर धाम मेडिकल साइंस सेंटर का भूमिपूजन किया है। यहां 10 एकड़ में बनेगा। पहले चरण में 100 बेड की सुविधा तैयार होगी। इस कार्य के लिए धीरेंद्र शास्त्री का अभिनंदन करता हूं। बुंदेलखंड के लोगों को बधाई देता हूं।   उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा, दूसरों की पीड़ा का निवारण ही धर्म है। इसलिए नर में नारायण, जीव में शिव इस भाव से जीव मात्र की सेवा, यही हमारी परंपरा रही है। आजकल हम देख रहे हैं। महाकुम्भ की हर तरफ चर्चा हो रही है। हमारे मंदिर एक ओर पूजा के केंद्र रहे हैं तो दूसरी ओर सामाजिक चेतना के भी केंद्र रहे हैं। हमारे ऋषियों ने हमें आयुर्वेद और योग का वो विज्ञान दिया, जिसका परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रहा है। हमारे ऋषियों ने ही हमें वो विज्ञान दिया, जिसका परचम पूरी दुनिया में लहरा रहा है। हमारी तो मान्यता ही है कि परहित सरिस धर्म नहीं भाई। आजकल हम देख रहे हैं, महाकुंभ की हर तरफ चर्चा हो रही है। महाकुंभ अब पूर्णता की ओर है। अब तक करोड़ों लोग वहां पहुंच चुके हैं। करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है।   एकता के महाकुम्भ में नेत्र महाकुम्भ चल रहा- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकुम्भ में नेत्र महाकुम्भ चल रहा है, इस तरफ मीडिया का ध्यान जाना मुश्किल है। इसकी ज्यादा चर्चा भी नहीं हुई है। इसमें देशभर से आए हुए लोगों की आंखों की जांच मुफ्त में होती है। यहां अब तक दो लाख से ज्यादा भाई-बहनों की आंखों की जांच हो चुकी है। डेढ़ लाख लोगों को नि:शुल्क दवाई और चश्मे दिए गए हैं। कुछ लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन की जरूरत थी, तो यहां से अच्छे अस्पतालों में भेजकर करीब 16 हजार ऑपरेशन के लिए भेजा गया। एक भी पैसा खर्च किए बिना इनके ऑपरेशन किए गए हैं।   मैंने इलाज का खर्च कम करने का संकल्प लिया है-उन्होंने कहा कि मैं आप सबकी तरह गरीब परिवार से निकला हूं। मैंने तकलीफों को देखा है, इसलिए संकल्प लिया कि मैं इलाज का खर्च कम करूंगा और आपकी जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाऊंगा। पांच लाख रुपये तक का इलाज बिना किसी खर्च के किसी बेटे को अपने माता-पिता का नहीं करवाना है। दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। इसके लिए आपको आयुष्मान कार्ड बनवाना है। जिनका नहीं बना है वो जल्दी बनवा लें। दवाओं का खर्च कम करने के लिए 14 हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले हैं, जो दवाई बाजार में 100 रुपये में मिलती है, जन औषधि केंद्र में वहीं दवाई 15-20 रुपये में मिलती है। बहुत बार खबरें आती है, गांव-गांव किडनी की बीमारी काफी फैल रही है। लगातार डायलिसिस करानी पड़ती है। दूर-दूर जाना पड़ता है। खर्च बहुत बढ़ता है। आपकी ये मुसीबत कम हो, इसलिए हमने 700 से ज्यादा जिलों में 1500 से ज्यादा डायलिसिस केंद्र खोले हैं। यहां मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि कैंसर की दवाओं को और सस्ता किया जाएगा। अगले तीन साल में देश के हर जिले में कैंसर डे-केयर सेंटर खोले जाएंगे। यहां जांच भी होगी और आराम की सुविधा भी होगी। आपके पड़ोस में ही जो जिला अस्पताल और चिकित्सा केंद्र हैं, वहां कैंसर क्लीनिक भी खोले जाएंगे। कैंसर को लेकर सही जानकारी भी बहुत जरूरी है। ये छुआछूत की बीमारी नहीं है। कैंसर का खतरा बीड़ी, सिगरेट, गुटखा और तंबाकू से बढ़ता है। इसलिए कैंसर फैलाने वाले इन सब नशे से आपको दूर रहना है और दूसरों को भी दूर रखना है। मैं आशा करता हूं कि अगर हम सावधानी रखेंगे तो बागेश्वर धाम के इस अस्पताल पर बोझ नहीं बनेंगे यानी यहां आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।   उन्होंने कहा कि मोदी आपका सेवक बनकर आपकी सेवा में जुटा है। मैं पिछली बार जब छतरपुर आया था तो यहा पर मैंने हजारों करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। आपको ध्यान होगा इनमें 45 हजार करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना थी। ये परियोजना न जाने कितने समय से अटकी थी। न जाने कितनी सरकारें आईं और चली गईं, लेकिन ये परियोजना लटकी रही। ये काम तब पूरा हुआ जब आपने मोदी को आशीर्वाद दिया। इससे पहले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मोहन यादव और पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भी संबोधित किया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में मोटापे के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए देशवासियों से अपने खाद्य तेल उपयोग में 10 प्रतिशत कम करने की अपील की। ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में मोटापे के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रख्यात खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के मैसेज भी सुनाए। उन्होंने इसके माध्यम से लोगों को जागरुक रहते हुए स्वास्थ्यवर्धक आहार अपनाने और जीवन को बेहतर बनाने का संदेश किया। उन्होंने कार्यक्रम के बाद 10 लोगों को खाद्य तेल में कटौती का चैलेंज देने की बात भी कही। चैलेंज एक तरीका है, जिसके माध्यम से सोशल मीडिया में पहले भी प्रधानमंत्री जागरुकता का अभियान चला चुके हैं।

Kolar News

Kolar News

हैदराबाद । तेलंगाना के नागरकुरनूल में अमराबाद मंडल के डोमलपेंटा गांव के पास श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे आठ लाेगाें काे निकालने के लिए अब सेना काे बुलाया गया है।इस रेस्क्यू में एनडीआरएफ, राज्य आपदा और खदान विभाग के कर्मी भी सहयाेग कर रहे हैं।सुरंग के अंदर भरे पानी काे निकालने के लिए हैवी ड्यूटी के माेटीपंप लाए गए हैं।   दरअसल, शनिवार काे एसएलबीसी की निर्माणाधीन सुरंग में काम चल रहा था। तभी सुरंग के अंदर छत का हिस्सा ढहने से आठ लाेग फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास हाे रहे हैं।सुरंग में फंसे लाेगाें काे निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में 120 एनडीआरफ के कर्मचारी, 24 सिंगरेनी खदान के कर्मचारी और राज्य आपदा प्रबंधन से जुड़े 24 कर्मचारी और भारतीय सेना के 24 जवान शामिल है।  इस दाैरान जिलाधीश संतोष ने सुरंग के अंदर कुछ दूर जाकर फंसे मजदूरों काे उनके नाम पुकार कर संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।    बताया जा रहा है कि मलबे से 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह बंद हो गया है। सुरंग में 11-13 किमी के बीच के हिस्से में पानी जमा है। पानी को निकालने के लिए हेवी ड्यूटी के मोटरपंप कार्य कर रहे हैं। टनल बोरिंग मिशन के दोनों किनाराें पर कीचड़ और पानी भरा है। पानी और कीचड़ को पार करने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी कड़ी मशक्कत कर एनडीआरएफ के जवान टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के सामने तक पहुंच गई हैं। ऐसी स्थिति है कि जब तक पानी व कीचड़ काे रास्ते से हटाया नहीं जाएगा, तब तक सुरंग में फंसे लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सकता। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए चार टीमें बुलाई गई हैं।    इससे पहले रविवार की सुबह जिलाधीश संतोष, पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने एनडीआरफ, सिंगरेनी खदान और सिंचाई विभाग के विशेषज्ञाें के साथ रेस्क्यू अभियान की समीक्षा बैठक की।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शनिवार को कहा कि राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है। विधानसभा किसी को बचाने का प्रयास किसी भी कीमत पर नहीं करेगी। इस विषय पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।   नासिक जिले के सिन्नर विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कोकाटे राज्य की फडणवीस सरकार में कृषि मंत्री हैं। नासिक जिले की एक अदालत ने कोकाटे को जालसाजी मामले में दो साल की सजा सुनाई है। उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दो साल की सजा के कारण कोकाटे का विधायक पद खतरे में आ गया है। न्यूनतम दो साल की सजा पर तत्काल प्रभाव से सदन की सदस्यता खत्म किए जाने का प्रावधान है।     उधर, कोकाटे पर फैसले में हो रही देरी को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने विधानसभा अध्यक्ष पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष इस मामले में कोकाटे पर कार्रवाई करने में विलंब कर रहे हैं। जबकि इससे पहले कांग्रेस विधायक सुनील केदार पर कोर्ट की सजा का ऐलान होते ही विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गयी थी। इसी तरह हाल में सांसद राहुल गांधी पर भी कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के तत्काल बाद निर्णय लिया गया था। 

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को महाकुंभ पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा पूजन किया। भाजपा अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जगद्गुरू सतुआ बाबा, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों ने संगम में डुबकी लगाई। इससे पहले प्रयागराज पहुंचने पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, भूपेन्द्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री पाठक व जल शक्तिमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जेपी नड्डा का स्वागत किया। एयरपोर्ट से भाजपा अध्यक्ष अरैल पहुंचे और वहां से स्टीमर पर सवार होकर संगम तट पहुंचे और स्नान किया। इसके बाद नड्डा लेटे हनुमान मंदिर का दर्शन पूजन करेंगे। इसके बाद किला स्थित अक्षय वट का दर्शन पूजन करने जाएंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री पाठक, भूपेन्द्र चौधरी, मंत्री आशीष पटेल, नंद गोपाल नंदी एवं विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह भी हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज चौहान को आज एयर इंडिया की फ्लाइट में टूटी सीट पर बैठकर भोपाल से दिल्ली तक की यात्रा करनी पड़ी। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया एक्स के जरिये अपनी शिकायत साझा की, जिस पर एयर इंडिया ने खेद व्यक्त करते हुए ऐसे मामले में सीधा संवाद करने का अनुरोध किया।केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर लिखा कि आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट क्रमांक एI436 में टिकट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8सी आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था। जब मैंने विमान कर्मियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं।शिवराज ने आगे बताया कि सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं। मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा। मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी लेकिन ये मेरा भ्रम निकला। मुझे बैठने में कष्ट की चिंता नहीं है लेकिन यात्रियों से पूरा पैसा वसूलने के बाद उन्हें खराब और कष्टदायक सीट पर बैठाना अनैतिक है। क्या ये यात्रियों के साथ धोखा नहीं है? क्या आगे किसी यात्री को ऐसा कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन कदम उठाएगा या यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा।एक्स पर साझा की गई इस शिकायत के बाद एयर इंडिया प्रबंधन ने केंद्रीय मंत्री को हुई असुविधा के लिए खेद जताया। एयर इंडिया ने कहा, " आपको हुई इस असुविधा के लिए हमें खेद है। कृपया निश्चिंत रहें, हम इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हम आपसे बात करने का अवसर पाकर प्रसन्न होंगे, कृपया हमसे संपर्क करने के लिए सुविधाजनक समय पर हमें सीधा मैसेज करें।  

Kolar News

Kolar News

इंफाल । मणिपुर के पहाड़ी और घाटी जिलों के विभिन्न सीमावर्ती और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने छापा मारकर भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए हैं। सुरक्षाबलों ने जब्त हथियारों व विस्फोटक सामग्री को संबंधित पुलिस को सौंप दिया है।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।   पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि सुगनू थाना क्षेत्र के सिंघटॉम गांव और आसपास के इलाकों में सुरक्षाबल के जवानों ने छापा मारकर एक एसएलआर (बिना मैगजीन), एक सिंगल बैरल गन, एक स्थानीय रूप से निर्मित पंपी (पाइप बम लॉन्चर), तीन नंबर 36 हैंड ग्रेनेड (बिना डेटोनेटर), दो बाओफेंग हैंडसेट, आठ टियर गैस स्मोक शेल, तीन आईईडी (लगभग आठ किलोग्राम), एक बुलेटप्रूफ वेस्ट, एक जोड़ी जंगल बूट और अन्य हथियार व गोला-बारूद बरामद किया है।   इसी तरह, सुरक्षाबलाें ने मयांग इंफाल थाना क्षेत्र के बेंगून यांगी सगाइसाबी इलाके से एक रीमेड 7.62 एमएम स्नाइपर राइफल, दो नौ एमएम पिस्टल (दो मैगजीन सहित), एक एसबीबीएल गन, दो नंबर 36 हैंड ग्रेनेड, पांच स्मोक ग्रेनेड, एक एमए-3 राइफल (म्यांमार निर्मित, बिना मैगजीन) तथा अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की गई।   जिरीबाम थाना क्षेत्र के लैसाबिथोल इलाके से दो पंपी, एक एके-47 राइफल (एक मैगजीन सहित), एक स्थानीय पिस्टल (एक मैगजीन सहित), एक बोल्ट ऑपरेटेड राइफल, दो ग्रेनेड, एक बारूदी सुरंग (7-9 किग्रा), 17 पंपी बम, दो हस्तनिर्मित बम, 200 ग्राम पीईके विस्फोटक और कई राउंड गोला-बारूद बरामद किए गए।   इसके अलावा सुरक्षाबलों ने थौबल डैम थाना क्षेत्र के बंपा खुल्लेन से एक एके-56 राइफल मैगजीन, दो बेयॉनेट, एक 5.56 एमएम इंसास राइफल (चार मैगजीन सहित), एक 7.62 एमएम स्नाइपर राइफल (मैगजीन सहित), एक .22 राइफल (मैगजीन सहित), 30 एके राइफल गोलियां, 40 इंसास गोलियां, 20 एसएलआर गोलियां, पांच बुलेटप्रूफ जैकेट और तीन बाओफेंग वायरलेस सेट सहित अन्य सामग्री जब्त की गई। सुरक्षा बलों ने सभी जब्त हथियार और विस्फोटकों को आगे की जांच के लिए संबंधित थानों को सौंप दिया है।

Kolar News

Kolar News

रायबरेली । नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधीे दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र में है। बसपा प्रमुख मायावती पर दिए गए बयान पर वे दूसरे दिन भी हमलावर रहे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मायावती को लेकर उन्होंने पूर्व में जो बयान दिया था वो सही है। राहुल ने फिर दोहराते हुए कहा कि यदि मायावती ठीक से चुनाव लड़ती तो भाजपा की जीत कभी नहीं होती। राहुल गांधी ने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर शुक्रवार दोपहर माडर्न रेल कोच फैक्टरी (आरेडिका) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आरेडिका के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया भर में चीजों का प्रोडक्शन कम हो रहा है। देश में भी यही हो रहा है लेकिन आरेडिका भारी संख्या में रेल डिब्बे बनाकर कीर्तिमान बना रहा है। वो करीब एक घंटे तक आरेडिका में रहे। लालगंज में आयोजित युवा संवाद में सांसद राहुल गांधी ने अडानी के बहाने भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार देश के दो-तीन बड़े अरब पतियों को ही फायदा पहुंचा रही है, जिससे देश में बेरोजगारी बढ़ी है। प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाते हैं, जहां वे डोनाल्ड ट्रंप से मिलते हैं। अमेरिका में पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से अडानी के बारे में प्रश्न किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने उसे व्यक्तिगत मामला बता कर टाल दिया। उन्होंने अडानी के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति से बातचीत नहीं की। राहुल ने कहा कि अमेरिका में अडानी के खिलाफ केस चल रहा है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री इस मामले को व्यक्तिगत बता रहे हैं। पूछा कि यह कैसा जवाब है, अमेरिका की प्रेस प्रधानमंत्री से अडानी के बारे में प्रश्न पूछ रही है और प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि अडानी हमारे मित्र हैं। वह अमेरिका के राष्ट्रपति से ऐसा सवाल नहीं पूछेंगे। अडानी के खिलाफ अमेरिका में भ्रष्टाचार का केस है। उन्होंने चोरी की है और प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि यह पर्सनल मामला है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की। गलत जीएसटी लागू की। छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। देश का युवा भटक रहा है। यदि रोजगार बढ़ाना है तो छोटे व्यापारियों की मदद करनी पड़ेगी। उनका सम्मान बढ़ाना पड़ेगा। उनकी रक्षा करनी होगी। जीएसटी को बदलना पड़ेगा। छोटे व्यापारियों के लिए बैंक के दरवाजे खोलने पड़ेंगे। इसके पहले राहुल गांधी ने भीरा गोविंदपुर में शहीद वीरा पासी की प्रतिमा का अनावरण किया।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी देश की प्रगति में केवल प्राकृतिक संसाधन ही नहीं बल्कि मानव संसाधन भी अहम भूमिका निभाते हैं। गुजरात के पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, फिर भी आज नेतृत्व की शक्ति को देखें- गुजरात में सबकुछ है।   प्रधानमंत्री मोदी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (एसओयूएल) लीडरशिप कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सभी बड़े नेताओं और उभरते युवा नेताओं का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए प्रत्येक क्षेत्र में अच्छे नेताओं को तैयार करना आवश्यक है और यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप विकसित भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि एसओयूएल सिर्फ संगठन का नाम नहीं है, बल्कि एसओयूएल भारत के सामाजिक जीवन की आत्मा होगी। दूसरे अर्थों में, एसओयूएल आध्यात्मिक अनुभव के सार को भी खूबसूरती से दर्शाता है। एसओयूएल के सभी हितधारकों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने घोषणा की कि निकट भविष्य में गुजरात की गिफ्ट सिटी के निकट एसओयूएल का एक नया, विशाल परिसर बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने किसी भी राष्ट्र की प्रगति में मानव और प्राकृतिक संसाधन की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। साथ ही स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि दूरदर्शी नेता हमेशा भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करना चाहते थे और केवल 100 प्रभावी और कुशल नेताओं की मदद से इसे बदलना चाहते थे। देश को उसी जोश के साथ आगे बढ़ना होगा। यह देखते हुए कि प्रत्येक नागरिक 21वीं सदी के विकसित भारत के सपनों को सच करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है।   उन्होंने 140 करोड़ की आबादी वाले देश में सभी क्षेत्रों में अच्छे नेतृत्व की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप ऐसे नेताओं को तैयार करेगा जो राजनीति के क्षेत्र सहित पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में ऐसे संसाधनों की आवश्यकता है जो नवाचार का नेतृत्व करने और कौशल को दिशा देने में सक्षम हों। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कौशल के बढ़ते महत्व की ओर इशारा किया। मोदी ने नए कौशल को अपनाने के लिए नेतृत्व विकास की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि इसे वैज्ञानिक और संरचित दृष्टिकोण के माध्यम से आगे बढ़ाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस प्रक्रिया में एसओयूएल जैसे संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया और उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि संस्था ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, "भारत एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है।" उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में गति बढ़ाने के लिए विश्व स्तरीय नेताओं और अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व की आवश्यकता है। ‘सोल’ जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थान न केवल विकल्प हैं, बल्कि आवश्यकता भी हैं। शासन और नीति-निर्माण को विश्वस्तरीय बनाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तब हासिल किया जा सकता है जब नीति निर्माता, नौकरशाह और उद्यमी वैश्विक सर्वोत्तम तौर-तरीकों को शामिल करते हुए नीतियां बनाएं। उन्होंने इस सम्बंध में एसओयूएल जैसी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे, एसओयूएल बोर्ड के अध्यक्ष सुधीर मेहता और उपाध्यक्ष हसमुख अधिया अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे। इन गणमान्य लोगों ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री को भूटान नरेश के जन्मदिवस के दिन इस कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद दिया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में कार्यभार संभाला लिया। वह दिल्ली की चौथी और भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।   बुधवार शाम को पार्टी विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद रेखा गुप्ता ने राजनिवास जाकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। गुरुवार दोपहर रामलीला मैदान में उन्होंने अपने छह सहयोगी मंत्रियों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।   रेखा गुप्ता अपनी कैबिनेट के साथ आज कुछ ही देर में यमुना की सफाई का निरीक्षण और यमुना आरती करेंगी। इसके बाद मुख्यमंत्री शाम सात बजे कैबिनेट की बैठक लेगी।इससे पहले रेखा गुप्ता ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में दिल्ली का हर दिन विकास पथ पर निरंतर प्रशस्त होता जाएगा। वह और उनके मंत्री संकल्पित भाव से विकसित दिल्ली का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे।   उन्होंने आगे लिखा, मैं दिल्ली की जनता को विश्वास दिलाती हूं कि उनके जीवन का हर एक पल आपकी सेवा में समर्पित होगा। प्रधानमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुझ जैसी सामान्य कार्यकर्ता पर दिल्ली की जन आकांक्षाओं को पूरा करने की जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दूंगी।        

Kolar News

Kolar News

रायबरेली । लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी जैसे बड़े बिजनेसमैन रोजगार नहीं पैदा करते, बल्कि ये लोग चीन का माल लाकर देश में बेचते हैं, जिससे बेरोजगारी और बढ़ती है। छोटे और मध्यम उद्योग ही लाखों की संख्या में रोजगार पैदा करते हैं। वह गुरुवार को रायबरेली में थे। वहां पर उन्होंने हनुमान मंदिर में मत्था टेका और बछरावां में एक कार्यकर्ता सम्मेलन को भी सम्बोधित किया।   सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा जीएसटी और नोटबन्दी करके देश में बेरोजगारी बढ़ाई है। सरकार यदि ईमानदारी से काम करने लगे तो युवाओं को रोजगार मिलने लगेगा। युवा जब रोजगार मांगने जाता है तो उसे रोजगार नहीं मिलता। बैंक लोन के लिए जाता है तो उसे लोन नहीं मिलता। यदि बैंक ने लोन दे भी दिया तो भारी ब्याज़ पर जो वह चुकाने में असमर्थ हो जाता है। किसान जितनी मेहनत करता है उसका उसे कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। आज किसान अपनी उपज को सड़क पर फेंकने को मजबूर है। किसानों के लिए गांव से शहर तक एक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहिए। राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सभी पर कांग्रेस की सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आपकी शक्ति और संकल्प के साथ ही हम देश में अन्याय को हराकर न्याय की स्थापना करेंगे। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी लोकसभा क्षेत्र में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इससे पहले राहुल गांधी बीते साल 5 नवंबर को रायबरेली आये थे। यहां से सांसद चुने जाने के बाद राहुल का रायबरेली का छठवां दौरा है।      

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के जजों पर लोकपाल के फैसले पर बड़ा दखल दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल के उस फैसले पर रोक लगा दी है, जिसमें कहा गया था कि हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ शिकायतों की जांच करना लोकपाल के अधिकार क्षेत्र में आता है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने लोकपाल के आदेश पर स्वत: संज्ञान लेते हए कहा कि यह फैसला परेशान करने वाला है।सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों पर लोकपाल को सुनवाई का अधिकार घोषित करने वाले लोकपाल के 27 जनवरी के आदेश पर रोक लगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल में शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता को निर्देश दिया कि उन्होंने जिस जज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है उसका नाम सार्वजनिक नहीं करें। शिकायतकर्ता ने लोकपाल से शिकायत की थी कि एक निजी फर्म उस जज का पहले मुवक्किल रह चुका है जब वो वकालत करते थे।दरअसल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली लोकपाल की बेंच ने 27 जनवरी के अपने आदेश में हाई कोर्ट के जज के खिलाफ जांच करने का आदेश दिया था। आज सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि लोकपाल ने कानून की गलत व्याख्या की। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के जज को लोकपाल की परिधि में नहीं लाया गया है। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने भी लोकपाल के आदेश की आलोचना की और कोर्ट से इस पर रोक लगाने की मांग की।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की आज से शुरुआत हो चुकी है। पहला मैच मेजबान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड टीम के बीच खेला जा रहा है। वहीं भारतीय टीम अपना पहला मैच कल यानी गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगी। इससे भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल दुनिया के नंबर एक वनडे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान बाबर आजम को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया है।   अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को ताजा रैंकिग जारी की है। इसके मुताबिक गिल नंबर एक वनडे बल्लेबाज बन गए हैं। गिल के 796 रेटिंग अंक हैं। पाकिस्तान के बाबर आजम को एक स्थान का नुकसान हुआ है। बाबर 773 रेटिंग अंक के साथ दूसरे स्थान पर मैजूद हैं।   टॉप 10 में गिल के साथ भारत के चार बल्लेबाज शुभमन गिल के साथ वनडे में शीर्ष 10 बल्लेबाजों में भारतीय टीम के चार खिलाड़ी मौजूद हैं। गिल के अलावा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा तीसरे स्थान पर, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली छठे स्थान पर और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर नौवें स्थान पर मौजूद हैं। दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन चौथे स्थान पर हैं जबकि न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल पांचवें स्थान पर हैं।   शानदार फार्म में गिल यह दूसरी बार है जब गिल ने वनडे क्रिकेट में नंबर एक रैंकिंग हासिल की है। बल्लेबाज ने 2023 में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के बीच में बाबर को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया था। गिल पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में हैं और हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच के दौरान अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ 112 रन की शतकीय पारी खेली थी। सीरीज के तीनों मैचों में उन्होंने कुल 259 रन बनाए थे। श्रेयस भी शानदार फॉर्म में दिखे थे। उन्होंने तीन मैचों में 181 रन बनाए थे। रोहित ने भी एक शतक लगाया था। भारत ने यह सीरीज 3-0 से अपने नाम की थी।   गेंदबाजों में महेश तीक्षणा बने नंबर वन वहीं, गेंदबाजों में श्रीलंका के महेश तीक्षणा अफगानिस्तान टीम के स्पिनर राशिद खान को पीछे छोड़कर शीर्ष पर आ गए हैं। उनके 680 रेटिंग अंक हैं। राशिद 669 अंक के साथ दूसरे स्थान पर लुढ़क गए हैं। नामीबिया के बर्नार्ड स्कोल्ज 662 अंक के साथ तीसरे स्थान पर हैं। भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव एक स्थान के सुधार के साथ और 652 रेटिंग अंक के साथ चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। शीर्ष 10 में उनके अलावा मोहम्मद सिराज हैं, जो 10वें स्थान पर हैं। पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी एक स्थान के नुकसान के साथ पांचवें स्थान पर लुढ़क गए हैं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के 4 वर्ष पूरे हो गये हैं।   मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चौहान पौधरोपण के 4 वर्ष पूरे होने पर छतरपुर के जटाशंकर में जल सखियों के साथ गुरुवार को पौधरोपण करेंगे। जल सखियां ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बचाने की जागरूकता और ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पोखर, तालाब, पानी की टंकियों की देखरेख व सप्लाई का काम करती हैं।   चौहान ने 19 फरवरी 2021 को अमरकंटक में मां नर्मदा के तट पर प्रतिदिन पौधरोपण का संकल्प लिया था और अमरकंटक में पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ पहला पौधरोपण किया था। चौहान देश के 20 से अधिक राज्यों में अब तक लगभग 4 हजार 500 से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं। शिवराज सिंह के प्रतिदिन पौधरोपण संकल्प में देश की राष्ट्रपति सहित विभिन्न देशों के राजदूत, मुख्यमंत्रीगण, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद्, कलाकार सहित अनेक गण्यमान्यजन शामिल हो चुके हैं।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । घरेलू शेयर बाजार आज लगातार दूसरे दिन मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। आज के कारोबार की शुरुआत भी कमजोरी के साथ हुई थी। हालांकि बाजार खुलने के बाद खरीदारी के सपोर्ट से पहले घंटे के कारोबार में ही शेयर बाजार ने निचले स्तर से रिकवरी करके मजबूत स्थिति बना ली, लेकिन इसके बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण इसकी चाल में गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.04 प्रतिशत और निफ्टी 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। स्टॉक मार्केट में आई गिरावट के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हुई खरीदारी के कारण निवेशकों ने आज 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा कमा लिया।आज दिनभर के कारोबार के दौरान पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज, रियल्टी और मेटल सेक्टर के शेयरों में लगातार खरीदारी होती रही। इसी तरह ऑयल एंड गैस, एनर्जी, बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल और एफएमसीजी इंडेक्स भी बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी ओर आईटी, फार्मास्यूटिकल, टेक और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का दबाव बना रहा। ब्रॉडर मार्केट में आज खरीदारों का जोर बना रहा, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.30 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 2.41 प्रतिशत की तेजी के साथ आज के कारोबार का अंत किया। आज शेयर बाजार में आई कमजोरी के बावजूद छोटे और मंझोले शेयरों में हुई खरीदारी के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 3 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की बढ़ोतरी हो गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन आज के कारोबार के बाद बढ़ कर 401.66 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया। जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 398.31 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 3.35 करोड़ रुपये का मुनाफा हो गया। आज दिनभर के कारोबार में बीएसई में 4,074 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें 2,810 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 1,147 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 117 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए। एनएसई में आज 2,609 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 2,005 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 604 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 13 शेयर बढ़त के साथ और 17 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 26 शेयर हरे निशान में और 24 शेयर लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स आज 180.12 अंक की कमजोरी के साथ 75,787.27 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही बिकवाली के दबाव में ये सूचकांक 386.01 अंक गिर कर 75,581.38 अंक तक पहुंच गया। हालांकि पहले 15 मिनट के कारोबार के बाद ही खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिससे सुबह 10:30 के करीब सेंसेक्स निचले स्तर से 757.20 अंक की छलांग लगा कर 371.19 अंक की मजबूती के साथ 76,338.58 अंक तक पहुंचने में सफल रहा। हालांकि ये तेजी अधिक देर तक नहीं टिक सकी। थोड़ी देर बाद ही बाजार में मंदड़ियों ने बिकवाली शुरू कर दी, जिसकी वजह से इस सूचकांक के चाल में गिरावट आ गई। बिकवाली के दबाव के कारण सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 399.40 अंक लुढ़क कर 28.21 अंक की कमजोरी के साथ 75,939.18 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 98.05 अंक टूट कर 22,847.25 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक 130.45 अंक की गिरावट के साथ 22,814.85 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिससे अगले 1 घंटे के कारोबार में ही सेंसेक्स निचले स्तर से 235.10 अंक की रिकवरी करके 104.65 अंक की मजबूती के साथ 23,049.95 अंक तक पहुंचने में सफल रहा। इसके बाद बाजार पर एक बार फिर बिकवालों ने कब्जा कर लिया, जिससे इस सूचकांक की चाल में गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 117.05 अंक फिसल कर 12.40 अंक की कमजोरी के साथ 22,932.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दिनभर हुई खरीद बिक्री के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स 3.60 प्रतिशत, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 2.43 प्रतिशत, आयशर मोटर्स 1.93 प्रतिशत, लार्सन एंड टूब्रो 1.73 प्रतिशत और एक्सिस बैंक 1.73 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेट्रीज 2.63 प्रतिशत, टीसीएस 2.30 प्रतिशत, इंफोसिस 2.22 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.99 प्रतिशत और अडाणी इंटरप्राइजेज 1.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस ने चीन को लेकर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया हैं। पार्टी महासचिव (संचार) एवं राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने आज यहां कहा कि सैम पित्रोदा का बयान कांग्रेस का बयान नहीं है।जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं। जयराम रमेश ने कहा कि चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीनचिट भी शामिल है। चीन पर हमारा सबसे हालिया बयान 28 जनवरी 2025 को जारी किया गया था लेकिन यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद को इस स्थिति पर चर्चा करने और इन चुनौतियों का प्रभावी समाधान निकालने के लिए सामूहिक संकल्प व्यक्त करने का अवसर नहीं दिया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा था कि मैं चीन से खतरे को नहीं समझ पा रहा हूं। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका में दुश्मन को परिभाषित करने की प्रवृत्ति है। मेरा मानना ​​है कि अब समय आ गया है कि सभी देश आपस में सहयोग करें, न कि टकराव करें। हमारा दृष्टिकोण शुरू से ही टकराव वाला रहा है और इस रवैये से दुश्मन पैदा होते हैं, जो बदले में देश के भीतर समर्थन हासिल करते हैं। हमें इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है और यह मानना ​​बंद करना होगा कि चीन पहले दिन से ही दुश्मन है। यह न केवल चीन के लिए, बल्कि सभी के लिए अनुचित है।सैम पित्रोदा के बयान पर आज भाजपा ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा के बयान को गलवान घाटी में बलिदान हुए जवानों का अपमान बताया। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान में बोल जरूर सैम पित्रोदा के अपने हैं लेकिन संगीत जॉर्ज सोरोस का है। सैम पित्रोदा राहुल गांधी के गुरु हैं। राहुल गांधी ने पीपुल्स लिबरेशन पार्टी ऑफ चाइना के साथ एक गुप्त संधि पर भी हस्ताक्षर किए हैं। राजीव गांधी ने चीन से फंड लिया था। जवाहर लाल नेहरू ने अक्साई चिन और यूएनएससी में भारत की सीट चीन को दे दी। कांग्रेस और चीन की दोस्ती काफी पुरानी है। उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा राजीव गांधी फाउंडेशन को मिले कर्ज के दबाव में यह बोल रहे हैं। क्या यह गलवान के शहीदों का अपमान है या नहीं ?

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। अगले एक हफ्ते तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शाम 4 बजे से रात 11 बजे के बीच प्लेटफॉर्म टिकट जारी नहीं किए जाएंगे। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और दिल्ली पुलिस को तैनात किया गया है। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने सोमवार को कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अगले एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के कारण 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़ । सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। शिरोमणि अकाली दल तथा एसजीपीसी के बीच चल रही खींचतान के बाद आज अचानक हुए घटनाक्रम से सभी आश्चर्यचकित हैं।   सोमवार को शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल की बेटी का शादी समारोह होने के कारण अकाली दल व एसजीपीसी के ज्यादातर नेता वहां व्यस्त थे। वहीं अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह इस समय विदेश में हैं। अकाली दल के साथ-साथ एसजीपीसी में भी कई माह से अंदरूनी खींचतान चल रही है। इसके बावजूद 29 नवंबर 2024 को हरजिंदर सिंह धामी को चौथी बार एसजीपीसी का प्रधान चुन लिया गया था। हरजिंदर सिंह धामी ने इसके पीछे का कारण श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की पोस्ट को बताया, जिसे उन्होंने श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सेवाएं समाप्त करने के बाद लिखा। उन्होंने एसजीपीसी के फैसले के बाद 13 फरवरी को पोस्ट शेयर की थी।   इस्तीफा देने से पहले हरजिंदर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में अकाल तख्त जत्थेदार की पोस्ट का हवाला देते हुए कहा कि तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पद से हटाने का कारण उन्हें बताया जा रहा है। धामी ने कहा कि जिस दिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने का फैसला लिया गया, उस दिन 14 सदस्य साथ थे और डेढ़ घंटा बातचीत हुई। डेढ़ घंटा में सभी को बोलने का समय दिया गया था ताकि किसी के विचार रह ना जाएं, लेकिन प्रधान मुख्य होता है। इसलिए नैतिक तौर पर मैं इस पद से इस्तीफा देता हूं। गुरु साहिब कृपा करें। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी सिखों की प्रबंधकीय संस्था है और श्री अकाल तख्त साहिब सिखों का सर्वोच्च तख्त है। शिरोमणि अकाली दल भी इस तख्त का संगठन है। समय गंभीर चल रहा है। सरकारों ने सीधे तौर पर प्रयास किए कि इन संस्थाओं को कैसे कमजोर किया जाए।

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि संघ का कार्य महात्मा बुद्ध के राष्ट्र निर्माण प्रयासों की तरह ही है। जिस तरह महात्मा बुद्ध ने समाज को एकजुट कर आध्यात्मिक और नैतिक उत्थान की नींव रखी थी, उसी तरह संघ भी पूरे हिंदू समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है। वह शनिवार को पश्चिम बंगाल के बर्दवान में स्वयंसेवकों के एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।   आरएसएस प्रमुख ने कहा कि संघ पूरे हिंदू समाज को एकजुट करना चाहता है। यह समाज केवल अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए उत्तरदायी है। भारत की अपनी एक प्रकृति है, जो इसे विशेष बनाती है। जो इस प्रकृति के साथ नहीं रह सकते थे, उन्होंने अपना अलग देश बना लिया। लेकिन जो यहां रहे, वे भारत की इस मूल आत्मा से जुड़े हुए हैं। भारत केवल एक भूगोल नहीं, बल्कि एक स्वभाव है, जो 15 अगस्त 1947 से बहुत पहले से अस्तित्व में है। हम किसी राजा को नहीं, बल्कि उस राजा को याद करते हैं, जिसने अपने पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए 14 साल तक वनवास सहन किया। जब तक यह प्रकृति बनी रहेगी, तब तक भारत रहेगा। हिंदू समाज और भारत एक ही हैं।   उन्होंने कहा कि भारत को किसी बाहरी शक्ति ने नहीं बनाया, बल्कि यह हजारों सालों से एक सशक्त राष्ट्र के रूप में विद्यमान है। महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी ने भी एक साक्षात्कार में कहा था कि अंग्रेजों ने हमें बताया कि भारत उन्होंने बनाया है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। भारत सदियों से अस्तित्व में है, विविधतापूर्ण, लेकिन एकजुट है। सरसंघचालक ने स्पष्ट किया कि संघ के प्रति कई लोगों की गलतफहमी है, लेकिन वास्तव में संघ केवल समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है। हमारी 70 हजार से अधिक शाखाएं हैं । हम इन्हें इसलिए आगे बढ़ा रहे हैं, ताकि समाज और राष्ट्र को लाभ मिले।   विदेशी ताकतें कर रहीं है भारत को तोड़ने का जिक्र मोहन भागवत ने भारत पर हुए विदेशी आक्रमणों का जिक्र करते हुए कहा कि सिकंदर के समय से ही विदेशी ताकतें भारत को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। मुट्ठीभर लोग आते हैं, हमसे श्रेष्ठ नहीं होते, लेकिन हम पर शासन कर जाते हैं। इसका कारण आपसी फूट और गद्दारी है। यह इतिहास बार-बार दोहराया गया है और अब इसे रोकना होगा।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ साल पूरे होने वाले हैं। संघ का उद्देश्य केवल अपने स्वयंसेवकों को संगठित करना नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज को एकजुट करना है। हम कोई पुरस्कार या प्रसिद्धि पाने के लिए यह कार्य नहीं कर रहे, बल्कि भारत के उत्थान में अपना योगदान देने के लिए कर रहे हैं। संघ के स्वयंसेवक बिना किसी स्वार्थ के कार्य करते हैं और यह उनके संस्कारों और विचारों का परिणाम है। हमारा काम समाज को संगठित करना और राष्ट्र निर्माण में योगदान देना है।   भागवत ने यह भी स्पष्ट किया कि संघ की शाखाएं लगातार बढ़ रही हैं और वे बंगाल में भी अपना विस्तार जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल हमेशा से भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है और यहां हिंदू समाज को संगठित करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उल्लेखनीय है कि भागवत की रैली को बंगाल पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था, लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट की मंजूरी के बाद यह आयोजन संभव हो पाया।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भीड़ के कारण शनिवार रात अचानक भगदड़ मच गई। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई। वहीं 12 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। भारतीय रेलवे की तरफ से मृतक परिजनों की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी प्रमुख हस्तियों ने मरने वालों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।   शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14, 15 और 16 पर भारी भीड़ के कारण यह हादसा हुआ। दिल्ली पुलिस ने 18 लोगों की मौत की पुष्टि की है जिनमें 14 महिलाएं हैं। एलएनजेपी अस्पताल में 15 और लेडी हार्डिंग अस्पताल में 3 लोगों को मृत घोषित किया  गया।    मृतकों की पहचान हुईबक्सर बिहार निवासी आहा देवी (79) , संगम विहार दिल्ली निवासी पिंकी देवी (41), सरिता विहार निवासी शीला देवी (50), बवाना दिल्ली निवासी व्योम (25), बिहार निवासी पूनम (40), बिहार निवासी ललिता देवी (35), मुजफ्फरपुर बिहार निवासी सुरुचि (11), समस्तीपुर बिहार निवासी कृष्णा देवी (40) समस्तीपुर बिहार निवासी विजय साह (15), वैशाली बिहार निवासी नीरज (12), नवादा बिहार निवासी शांति देवी (40), नवादा बिहार निवासी पूजा (8), भिवानी हरियाणा निवासी संगीता मलिक (34), महावीर एन्क्लेव निवासी पूनम (34), नांगलोई दिल्ली निवासी ममता झा (40), सागरपुर दिल्ली निवासी रिया सिंह (7), बिजवासन दिल्ली निवासी बेबी (24) और नांगलोई दिल्ली निवासी मनोज (47) के रूप में हुई है।   आर्थिक मदद की घोषणा भारतीय रेलवे ने मृतक परिजनों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है। प्रत्येक मृतक परिजन को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख और मामूली रूप से जख्मी लोगों को एक-एक लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।   राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने जताया शोक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए कहा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में लोगों की मौत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।   प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट में लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट में लिखा- दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों को हर संभव इलाज दिया जा रहा है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।   रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से विनाशकारी खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण लोगों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।   उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को हृदयविदारक बताते हुए एक्स पर लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।   अचानक मची भगदड़ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में बीती देर हुए हादसे योगेश ने मिश्रा ने बताया कि उनकी ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 15 में थी। एसी-2 की टिकट ली थी। लेकिन, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि किसी भी बोगी में पैर रखने की जगह नहीं थी। सब लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ रहे थे। उन्होंने बताया कि रेल के बाथरूम में भी लोग भरे हुए थे। कुछ ही दूरी पर खड़ी बिमला देवी ने बताया क उनके पति हार्ट के मरीज हैं। उन्हें आखिरी बार 10 बजे देखा था, उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि न पुलिस सहयोग कर रही है न ही रेल प्रशासन। उन्होंने कहा कि वह तीन से चार चक्कर अस्पताल से लेकर यहां तक काट चुकी हैं। वह घबराकर कहती हैं कि कोई उनकी मदद करें। राकेश रावत ने बताया कि दिल्ली में रनहौला में रहते है। दो महीना पहले ही उन्होंने टिकट बुक करवाई थी। रात में वह परिवार के चार सदस्यों के साथ स्टेशन में आए थे। वह 14 नंबर प्लेटफार्म के पास खड़े थे, तभी अचानक से साै के करीब लाेग भागने लगे, लोग चिल्ला रहे थे, ट्रेन इस प्लेटफार्म में नहीं दूसरी जगह आनी वाली है। रावत ने बताया कि सिर्फ पांच मिनट के अंदर पूरी घटना हो गई। उन्होंने कई बच्चों को भगदड़ में नीचे गिरते हुए देखा था।   घटना के बाद इलाके की घेराबंदी नई दिल्ली स्टेशन पर भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हादसे के बाद चारों तरफ अफरातफरी मच गई। जिस दौरान घटना हुई उस दौरान कई ट्रेन प्रयागराज की तरफ जाने वाली थी। घटना से अनजान लोगों का स्टेशन पर आने का सिलसिला जारी था। लोगों की संख्या बढ़ने लगी, जिसे देखते हुए नई दिल्ली स्टेशन की ओर आने वाले सभी मार्ग को बंद कर दिया गया और वाहनों को स्टेशन पर आने से रोक दिया गया। ट्रेन में सवार नहीं होने वाले के साथ साथ कई लोग खुद ही भीड़ को देखते हुए स्टेशन से बाहर निकलने लगे।   कई लोगों की ट्रेन छूटी नई दिल्ली स्टेशन पर भीड़ की वजह से कई लोगों की ट्रेन छूट गई। लोगों ने बताया कि उन्हें अन्य ट्रेन से अपने गंतव्य तक जाना था लेकिन भीड़ की वजह से वह प्लेटफार्म के भीतर नहीं जा पाए और उनकी ट्रेन छूट गई। लोगों ने बताया कि रस्ते बंद करने की वजह से वह यहां से वहां भटकते रहे।    

Kolar News

Kolar News

चंडीगढ़ । अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों को लेकर शनिवार देर रात अमेरिकी सेना का दूसरा विमान अमृतसर पहुंचा। अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों के भारत पहुंचने को लेकर फिलहाल किसी की तरफ से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी सेना के विमान से इसबार 116 भारतीय नागरिकों को भारत लाया गया है।   अमेरिकी सेना का विमान शनिवार रात 11.40 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। इसके बाद करीब तीन घंटे तक कागजी कार्यवाही की गई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पिछले दो दिनों से अमृतसर में हैं और पंजाब सरकार द्वारा अमेरिका से आने वाले भारतीयों के स्वागत का प्रबंध किया गया था। इसके बावजूद देर रात जब जहाज अमृतसर में लैंड हुआ तो मुख्यमंत्री भगवंत मान की बजाए पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप धालीवाल, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ यहां मौजूद थे। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी शनिवार रात यहां पहुंचे थे लेकिन वापस चले गए।   गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार निर्वासित लोगों में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। अमेरिका तीसरे बैच में वहां अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों को रविवार को अमृतसर भेजेगा।  

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ के 33 दिनों में देश की 33 फीसदी आबादी पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुकी है। 14 फरवरी रात आठ बजे मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं का जो आंकड़ा प्रसारित किया, उसके अनुसार अब तक 50.11 करोड़ महाकुम्भ में शामिल हो चुके हैं। वर्तमान में भारत की आबादी 145 करोड़ है। इस हिसाब से देश की 33 फीसदी से ज्यादा आबादी अब तक पवित्र संगम की धरती पर आ चुकी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुये यह आंकड़ा 55-60 करोड़ बीच रहने का अनुमान है। 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हुई थी, जिसका आखिरी स्नान महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी को किया जाएगा।   महाकुम्भ 1882 में  10 लाख हुए थे श्रद्धालु शामिल : साल 1882 में 144 साल पहले महाकुम्भ का आयोजन प्रयागराज में हुआ था। तब 10 लाख श्रद्धालु महाकुम्भ में स्नान करने पहुंचे थे। यह उस समय की कुल आबादी का 0.6 फीसदी था। रिकॉर्ड डॉक्यूमेंट के अनुसार उस समय देश की कुल आबादी करीब 25 करोड़ थी।   महाकुम्भ में 33 फीसदी से ज्यादा पहुंचे स्नान करने : महाकुम्भ की शुरूआत 13 जनवरी पौष पूर्णिमा को हुई। अब तक तीन अमृत स्नान और दो विशेष स्नान हो चुके हैं। 26 फरवरी को शिवरात्रि का स्नान अभी शेष है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा को 1.7 करोड़, 14 जनवरी मकर संक्राति (पहला अमृत स्नान) को 3.5 करोड़, 29 जनवरी (दूसरा अमृत स्नान) मौनी अमावस्या को 8 करोड़, 3 फरवरी (तीसरा और अंतिम अमृत स्नान) को 2.57 करोड़ और 12 फरवरी माघी पूर्णिमा के दिन 1.7 करोड़ ने संगम में पुण्य की डुबकी लगायी।   बसंत पंचमी के बाद बढ़ी भीड़ : प्राय: यह माना जाता है कि बसंत पंचमी के बाद मेले का उतार शुरू हो जाता है। लेकिन बंसत पंचमी के स्नान के दो दिन बाद 6 फरवरी से श्रद्धालुओं का जो रेला प्रयागराज पहुंचना शुरू हुआ, उसने मेले में फिर से प्राण फूंक दिये। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या ने इतिहास का निर्माण तो किया ही, वहीं नये कीर्तिमान भी स्थापित किये। मेला शुरू होने से पूर्व सरकार का अनुमान था कि इस बार मेले 40-45 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। लेकिन सनातन के प्रति उमड़े उत्साह और गहरी आस्था ने सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये।   महाकुम्भ से होगा आर्थिक फायदा : महाकुम्भ 2025 को अर्थशास्त्रियों की नजर से देखें तो कुम्भ अब धार्मिक आयोजन के साथ आर्थिक आयोजन के तौर पर भी उभर कर सामने आया है। 2013 में हुए महाकुम्भ 1300 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे, जबकि 2019 में लगे अर्द्धकुम्भ में यह बजट बढ़ाकर तीन गुना बढ़कर 4200 करोड़ रुपये हो गया था। लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल के अनुसार, 2025 के महाकुंभ के आयोजन के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर 7000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। प्रदेश सरकार को कुम्भ के खत्म होने तक दो लाख करोड़ से अधिक का आर्थिक फायदा होगा। इतना ही अनुमानित फायदा केंद्र सरकार को भी होने का अनुमान है।   पहले और अब कुम्भ पहुंची आबादी वर्ष - आबादी का प्रतिशत1882 - 0.6 प्रतिशत2013- 6 प्रतिशत2019- 20 प्रतिशत2025 - 33 प्रतिशत से अधिक (14 फरवरी तक)  पहले और अब कुम्भ कितना खर्चवर्ष - खर्च1882 - कोई आधिकारिक डाटा नहीं2013 - 1300 करोड़2019 - 4200 करोड़2025 - 7000 करोड़    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत सरकार का दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम है। इसकी शुरुआत 10 करोड़ 74 लाख परिवारों से हुई यानी 55 करोड़ लोग शामिल थे। इस तरह से भारतीय आबादी के 40 प्रतिशत लोगों को स्वास्थ्य कवरेज मिला।   शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री नड्डा ने अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में एम्स में आयोजित ऑन्कोलॉजी कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग योजना की शुरुआत की गई थी। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम है। इस योजना से अब 36 लाख आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और अन्य को जोड़ा गया है। अब तीसरे कार्यकाल में इस योजना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक को शामिल कर लिया गया है, फिर चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। इस तरह अब वे पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा कवरेज के लिए पात्र हैं। इसके साथ अब इस योजना का लाभ भारतीय आबादी का लगभग 40 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। पीएमजेएवाई से लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।   नड्डा ने कहा कि केवल छह वर्षों में एम्स झज्जर एक विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा संस्थान के रूप में उभरा है, जिसने चिकित्सा उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित किए हैं। संकाय सदस्यों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इनके अथक प्रयासों ने इस संस्थान को प्रतिष्ठित और उच्च गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में बदल दिया है। उन्होंने स्टेट आफ आर्ट राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की सुविधाओं को निरीक्षण भी किया और बाढ़सा गांव स्थित एम्स-2 (राष्ट्रीय कैंसर संस्थान) में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करते हुए कई नई सुविधाओं का शुभारंभ किया।   केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इन सेवाओं को जनता को समर्पित किया। इसके साथ नई स्वास्थ्य सेवाओं में बोन मैरो ट्रांसप्लांट इकाई की शुरुआत हुई। इससे रक्त कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी। उन्होंने नाभिकीय चिकित्सा विभाग के तहत कैंसर के आधुनिक इलाज के लिए रेडियो न्युक्लिड थेरेपी वार्ड का शुभारंभ किया। यह तकनीक कैंसर के प्रभावित अंगों को लक्षित कर इलाज में सहायता करेगी। इसके साथ एक निशुल्क जेनेरिक औषद्यालय की भी शुरुआत की गई है, जिससे कैंसर रोगियों और जरूरतमंदों के लिए एम्स-2 में मुफ्त जेनरिक दवाइयों की सुविधा मिलेगी। इससे गरीब और वंचित वर्ग के मरीजों को आर्थिक राहत मिलेगी।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी फ्रांस और अमेरिका की महत्वपूर्ण यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौट आए हैं। उनका विमान शुक्रवार रात दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर लैंड हुआ, जहां उन्होंने अधिकारियों का अभिवादन किया। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर विभिन्न द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।   प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की। इसके बाद दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को लेकर चर्चा की। पीएम मोदी ने 14वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए फ्रांसीसी कंपनियों को भारत में निवेश के अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने दक्षिणी फ्रांस के मार्सिले क्षेत्र में जाकर स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।   वहीं, अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे अहम विषयों पर विस्तृत चर्चा की। यह मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली बार हुई। व्हाइट हाउस में आयोजित इस बैठक में भारत और अमेरिका ने रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।   प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा वैश्विक सहयोग को नए आयाम देने और भारत की कूटनीतिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कॉमेडी शो में अश्लील टिप्पणी के चलते कई राज्यों में एफआईआर दर्ज होने का सामना कर रहे यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। रणवीर की ओर से वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने मेंशन करते हुए गिरफ्तारी की आशंका जताते हुए तत्काल सुनवाई की मांग की। चीफ जस्टिस ने यह मांग ठुकराते हुए कहा कि सुनवाई की तारीख पहले ही तय कर दी गई है।   मेंशनिंग के दौरान अभिनव चंद्रचूड़ ने कहा कि कई राज्यों में रणवीर के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और गुवाहाटी पुलिस ने आज उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसलिए इस पर तत्काल सुनवाई होनी चाहिए, लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि वे तत्काल लिस्टिंग के लिए मेंशनिंग की अनुमति नहीं दे रहे हैं। यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया ने कॉमेडियन समय रैना के इंडिया गॉट लैटेंट शो में माता-पिता और सेक्स को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर काफी बवाल मचा हुआ है। इस टिप्पणी की वजह से कई राज्यों में इलाहाबादिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है।  

Kolar News

Kolar News

गुवाहाटी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित के साथ एक पैनल चर्चा को लेकर उठे विवाद पर सफाई दी है। गौरव गोगोई ने पैनल चर्चा की तस्वीर सोशलमीडिया पर साझा करते हुए अपने वर्ष 2011 में स्थापित ''यूथ फोरम ऑन फॉरेन पॉलिसी'' (वाईएफएफपी) की याद ताजा की है। उन्हाेंने कहा कि असमिया लोगों की बुद्धिमत्ता को कम आंकने की गलती न करें।   गौरव गोगोई ने सोशलमीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वर्ष 2010 में न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में इंटर्नशिप के दौरान उनके मन में इस तरह के फोरम की स्थापना का विचार आया था। वर्ष 2011 में उन्होंने यह फोरम भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए स्थापित किया, ताकि वे विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर चर्चा कर सकें। उन्होंने बताया कि वाईएफएफपी ने भारतीय राजनयिकों और विदेशी राजदूतों के साथ चर्चा आयोजित की। इन चर्चाओं ने छात्रों की समझ और ज्ञान को समृद्ध किया। इस फोरम के जरिए भारत के पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन, अमेरिका के पूर्व राजदूत रिच वर्मा, यूनाइटेड किंगडम के पूर्व उच्चायुक्त जेम्स बेवन, प्रोफेसर सी. राजा मोहन, नंदन नीलकर्णी समेत कई विशेषज्ञों के साथ बातचीत का अवसर मिला।   उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में इस फोरम की शाखाएं दिल्ली, गुवाहाटी, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता और चंडीगढ़ में स्थापित की गईं। 2012 में गुवाहाटी में आयोजित एक चर्चा में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता जोसेफ स्टिग्लिट्ज़ को आमंत्रित करना उनके लिए एक यादगार पल था। वर्ष 2014 में सांसद बनने के बाद उनकी सक्रियता इस फोरम में कम हो गई, लेकिन उन्होंने संतोष जताया कि प्रतिभाशाली युवाओं की एक टीम ने इसकी जिम्मेदारी संभाली और शोध व फैलोशिप कार्यक्रम जारी रखा। अब वह मुख्य रूप से एक मार्गदर्शक की भूमिका में हैं।   उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि पाकिस्तान के राजनयिकों के साथ हुई एक चर्चा में सिर्फ क्रिकेट पर ही नहीं, बल्कि किस देश के कबाब अधिक स्वादिष्ट हैं, इस पर भी बहस हुई थी। वाईएफएफपी के बारे में अधिक जानने के इच्छुक लोग इसकी फेसबुक पेज पर जा सकते हैं। उन्होंने कहा, "असमिया लोगों की बुद्धिमत्ता को कम आंकने की गलती न करें।"    कांग्रेस नेता  व सांसद गौरव गोगोई की यह सफाई उनके पाकिस्तान के उच्चायुक्त एवं वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले व्यक्ति के लिए उनकी पत्नी के काम किये जाने को लेकर लगे आरोपों के बाद सामने आई है।  

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व में संजोने के साथ जीवंत बनाया है। उन्होंने कहा, '' जिस उत्साह से उनके पहले टर्म में हमने मिलकर काम किया, वही उमंग, वही उर्जा और वही प्रतिबद्धता मैंने आज भी महसूस की। आज की चर्चा के केंद्र में उनके पहले टर्म में हमारी उपलब्धियों का संतोष और गहरे आपसी विश्वास का सेतु था। साथ ही नए लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प भी था। हम मानते हैं कि भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को आकार दे सकता है।''यह अंश संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में भारत-अमेरिका संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेस वक्तव्य से उद्धृत किए हैं। भारत सरकार के नई दिल्ली स्थित पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीबीआईबी) ने प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रेस वक्तव्य को आज सुबह जारी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति ट्रंप का शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व से संजोया और उन्हें जीवंत बनाया है। अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रंप के मोटो, Make America Great Again, यानी 'मागा' से परिचित हैं। भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प को लेकर तेज गति शक्ति से विकास की ओर अग्रसर हैं। अमेरिका की भाषा में कहूं तो विकसित भारत का मतलब Make India Great Again, यानी 'मीगा' है। जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, यानी 'मागा' प्लस 'मीगा', तब बन जाता है–'मेगा' पार्ट्नर्शिप for prosperity। और यही मेगा spirit हमारे लक्ष्यों को नया स्केल और scope देती है।उन्होंने कहा कि आज हमने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी ट्रेड एग्रीमेंट को शीघ्र संपन्न करने पर काम करेंगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम ऑयल और गैस ट्रेड को बल देंगे। ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश भी बढ़ेगा। न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में हमने Small Modular Reactors की दिशा में सहयोग बढ़ाने पर भी बात की। भारत की defence preparedness में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। Strategic और trusted partners के नाते हम joint development, joint production और Transfer of Technology की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी नई टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट हमारी क्षमता बढ़ाएंगे। हमने Autonomous Systems Industry Alliance लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अगले दशक के लिए Defence Cooperation Framework बनाया जाएगा। Defence inter-operability, लॉजिस्टिक्स repair और maintenance भी इसके मुख्य भाग होंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी technology-driven century है। लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है। भारत और अमेरिका Artificial Intelligence, Semiconductors, Quantum, Biotechnology और अन्य technologies में मिलकर काम करेंगे। आज हमने TRUST, यानी Transforming Relationship Utilizing Strategic Technology पर सहमति बनाई है​। इसके अंतर्गत critical मिनरल, एडवांस्ड material और फार्मास्यूटिकल की मजबूत सप्लाई chains बनाने पर बल दिया जायेगा। लिथिअम और रेयर earth जैसे स्ट्रेटेजिक मिनरल के लिए रिकवरी और processing initiative लॉन्च करने का भी निर्णय लिया है। स्पेस के क्षेत्र में अमेरिका से हमारा करीबी सहयोग रहा है। इसरो और नासा के आपसी सहयोग से बनाई 'निसार' satellite, शीघ्र ही भारतीय लॉन्च व्हीकल पर अंतरिक्ष की उड़ान भरेगी।उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्था को सशक्त बनाती है। Indo-Pacific में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। इसमें Quad की विशेष भूमिका होगी। इस वर्ष भारत में होने जा रही Quad Summit में हम पार्टनर देशों के साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। 'आई-मेक' और 'आई-टू-यू-टू' के तहत हम इकोनॉमिक कॉरिडोर और कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर मिलकर काम करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका दृढ़ता से साथ खड़े रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं राष्ट्रपति जी का आभारी हूं की उन्होंने 2008 के जिसने भारत में नरसंहार किया था, उस मुजरिम को अभी भारत के हवाले करने का निर्णय किया हैं। भारत की अदालतें उचित कार्यवाही करेंगी।अमेरिका में रहने वाला भारतीय समुदाय हमारे संबंधों की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। हमारे people-to-people ties को और गहरा करने के लिए हम शीघ्र ही लॉस-एंजिलिस और बोस्टन में भारत के नए कांसुलेट खोलेंगे। हमने अमेरिका विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों को भारत में off shore campus खोलने के लिए निमंत्रण दिया है।उन्होंने कहा, '' राष्ट्रपति ट्रंप, आपकी मित्रता और भारत के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं । भारत के लोग तो 2020 की आपकी यात्रा को आज भी याद करते हैं और उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप एक बार फिर उनके पास आएंगे। एक सौ चालीस करोड़ भारतवासियों की ओर से मैं आपको भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूं।  बहुत-बहुत धन्यवाद।''

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन । भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस का दौरा पूरा कर अमेरिका की यात्रा पर राजधानी वाशिंगटन डीसी पहुंच चुके हैं। उनका विमानतल पर जोरदार स्वागत किया गया। भारतीय समयानुसार सुबह 5ः32 बजे उन्होंने एक्स पर लिखा, " थोड़ी देर पहले वाशिंगटन डीसी में उतरा हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। हमारे देश अपने लोगों के लाभ और हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।"प्रधानमंत्री मोदी का यहां पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों ने भी जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, "सर्दी की ठिठुरन में गर्मजोशी भरा स्वागत। ठंड के मौसम के बावजूद वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही विशेष स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।" इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात हुई है। प्रधानमंत्री ने यह जानकारी एक्स पर साझा करते हुए लिखा, " गबार्ड से भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। वह भारत की हमेशा प्रबल समर्थक रही हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे। उनके आगमन से पहले ब्लेयर हाउस में अमेरिकी ध्वज की जगह भारतीय ध्वज लगाया गया। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक होनी है। मोदी बुधवार को फ्रांस से अमेरिका के लिए रवाना हुए। यह उनकी दो देशों की यात्रा का दूसरा चरण है। वह 10 फरवरी को फ्रांस पहुंचे थे।प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर बैठक होनी हैं। वो उन चंद विश्व नेताओं में शामिल हैं, जो ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की यात्रा के दौरान व्यापारी नेताओं और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे समेत पार्टी के सांसदों और नेताओं ने गुरुवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आआपा) संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते चलते रहते हैं।   आदित्य ठाकरे ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर विपक्षी गठबंधन के अगले कदम के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश के हित और जनता की आवाज उठते रहेंगे। उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरोप लगाया कि आज चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले 49 लाख मतदाताओं के बढ़ने और मतदान के आखिरी समय में मत फीसद बढ़ने को लेकर भी चुनाव आयोग पर सवाल उठे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम सभी जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए देश की बेहतरी के लिए काम करेंगे। चुनाव में जो भी गड़बड़ी हुई, उस पर बातचीत हुई और आगे की रणनीति बना रहे हैं। संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं का आभार जताया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट गुरुवार को राज्यसभा में पेश की गयी। रिपोर्ट को भाजपा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने पेश किया। इस दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। रिपोर्ट में असहमति वाली टिप्पणियों को शामिल नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।   जेपीसी रिपोर्ट सदन में पेश होने के बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि रिपोर्ट में असहमति वाली टिप्पणियों को इसमें से हटा दिया गया है। खड़गे ने इसे निंदनीय और अलोकतांत्रिक बताते हुए सदन के सभापति से रिपोर्ट को खारिज करने और इसे वापस भेजने का आग्रह किया। जेपीसी रिपोर्ट को वापस भेजने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। कर्नाटक से कांग्रेस के सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि रिपोर्ट से उनके असहमति नोट हटा दिए गए हैं। जेपीसी सदस्यों के बीच कोई चर्चा नहीं हुई।   खरगे के दावों का विरोध करते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि असहमति वाले नोट रिपोर्ट के परिशिष्ट में शामिल हैं। उन्होंने विपक्ष पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट से कोई कटौती या निष्कासन नहीं किया गया है। विपक्ष एक अनावश्यक मुद्दा बना रहा है। वक्फ विधेयक में क्या बदलाव हैं? विधेयक में कुछ प्रमुख बदलाव शामिल हैं, जैसे राज्य वक्फ बोर्डों में कम से कम दो गैर-मुस्लिम सदस्य होना और यह तय करने के लिए एक सरकारी अधिकारी को शामिल करना कि कोई संपत्ति वक्फ संपत्ति है या नहीं। वक्फ विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्डों के प्रबंधन के तरीके को बदलना है। ये बोर्ड मुस्लिम समुदाय द्वारा धार्मिक और धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए दान की गई संपत्तियों की देखरेख के लिए जिम्मेदार है।   राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस रिपोर्ट में किसी भी सदस्य की असहमति या किसी इनपुट को हटाया नहीं गया है। इस सदन में झूठ फैलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। संबंधित मंत्री ने सदन में स्पष्ट बयान दिया है। इस सदन को निष्क्रिय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह बहस, संवाद, चर्चा, विचार-विमर्श का घर है। इस सदन द्वारा लिया गया निर्णय अंततः बहस और विचार-विमर्श के आधार पर लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप होगा।    संसद में विपक्ष के हंगामे के बीच तीन सदस्य वेल तक पहुंच गए। इसको लेकर सभापति ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसमें उदारता दिखाने का मतलब संविधान के निर्माताओं का अनादर करना है। इस पर सदन के नेता जेपी नड्डा ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। कुछ लोग भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस और विपक्ष उन लोगों के हाथ मजबूत करने का काम कर रहे हैं जो देश को 'कमजोर' करना चाहते हैं।

Kolar News

Kolar News

कोलकाता । पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने चार साल बाद कांग्रेस में वापसी कर ली है। बुधवार को उन्होंने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार की मौजूदगी में कांग्रेस का झंडा थामा। अभिजीत ने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ संघर्ष के लिए कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है।   अभिजीत मुखर्जी 2021 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हाे गए थे, लेकिन तृणमूल में उन्हें कोई खास जिम्मेदारी नहीं मिली। पार्टी ने उन्हें न तो लोकसभा का टिकट दिया और न ही विधानसभा चुनाव में उतारा। पिछले कुछ महीनों से वह तृणमूल में अपनी भूमिका को लेकर असंतोष जता रहे थे। आखिरकार उन्होंने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया। माना जा रहा है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें टिकट दे सकती है।   अभिजीत मुखर्जी 2012 में जंगीपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतकर कांग्रेस सांसद बने थे। यह सीट उनके पिता प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद खाली हुई थी। 2014 में उन्होंने फिर से इस सीट पर जीत दर्ज की, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार से भारी मतों से हार गए। इसके बाद से वे राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे।   अभिजीत 2021 में कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हाे गए। तब उन्होंने कहा था कि वह जनता की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन तृणमूल में उन्हें कोई खास अवसर नहीं मिला। पिछले कुछ महीनों से वह पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर नाखुश थे।   कांग्रेस में वापसी के बाद अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि "भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। आज भी भारत के हर गांव में कम से कम एक-दो कांग्रेस समर्थक परिवार मौजूद हैं। मेरा प्रयास होगा कि कांग्रेस में लोगों का भरोसा दोबारा मजबूत करूं।"   उन्होंने दिल्ली नगर निगम चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का अस्तित्व संभव नहीं है। उनकी वापसी से पश्चिम बंगाल कांग्रेस को कितना फायदा होगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा। लेकिन उनके लौटने से पार्टी को राज्य में एक अनुभवी चेहरा जरूर मिल गया है।  

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में माघ पूर्णिमा का स्नान जारी है। बुधवार को गंगा, यमुना और अंतःसलिला सरस्वती के संगम तट पर देश-दुनिया के हर कोने से आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रयागराज की सड़कें चहुंदिश श्रद्धा पथ में तब्दील हो गईं। देश-दुनिया भर से संतों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों का सागर उमड़ा तो लगभग 6 किमी लंबे संगम तट पर कहीं तिल रखने भर की जगह नहीं बची। हर हर महादेव, जय गंगा मैया के गगनभेदी जयघोष के बीच कोई हाथों में ध्वज लिए संगम की ओर दौड़ता रहा तो कोई दंड-कमंडल, मनका लिए हुए लपकते पांवों से बढ़ता रहा। श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूल भी बरसाए गए।   मंगलवार रात से ही भर गये घाट : संगम तट पर माघ पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा-यमुना के घाटों पर श्रद्धालुओं का खचाखच जमावड़ा मंगलवार रात से ही शुरू हो गया था। भीड़ प्रबंधन के चलते मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजा रोक दिए जाने की वजह से सड़कें हर तरफ पैदल पथ में तब्दील हो गईं। सिर पर गठरी, कंधे पर झोला हाथों में बच्चों और महिलाएं अपनों का हाथ थामे लोग संगम तट की ओर लंबे डग भरते रहे। फाफामऊ से अरैल के बीच संगम के लंबे दोनों तटों पर बने स्नान घाटों पर दो बजे रात से ही डुबकी लगनी शुरू हो गई। संगम तट की रेती पर बिछे पुआलों पर दूर-दराज से आए लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहले से स्नान की प्रतीक्षा करते-करते सो गए थे।   कल्पवास का समापन : पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ त्रिवेणी की रेत पर शुरू हुआ कल्पवास का माघ पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ समापन हो गया। ब्रह्म मुहूर्त में त्रिवेणी में माघ पूर्णिमा की डुबकी लगाकर कल्पवासी अपने शिविर पहुंचे। कल्पवासियों ने तीर्थ पुरोहितों के सानिध्य में विधि विधान से दान और हवन का अनुष्ठान पूरा किया। तीर्थ पुरोहित अमित आलोक पाण्डेय बताते हैं कि वैसे तो शास्त्र में 84 तरह के दान का उल्लेख है, लेकिन जिसकी जो श्रद्धा होती है उसका दान तीर्थ पुरोहित स्वीकार कर लेते हैं। शैया दान, अन्न दान, वस्त्र दान और धन दान आदि का अनुष्ठान माघ पूर्णिमा को किया जाता है। किसी कारण वश अगर कोई कल्पवासी माघ पूर्णिमा को यह अनुष्ठान पूरा नहीं कर पाता है तो वह अगले दिन त्रिजटा का स्नान कर यहां से विदा हो जाता है। माघ पूर्णिमा में दस लाख से अधिक कल्पवासी महाकुम्भ की आध्यात्मिक ऊर्जा लेकर यहां से प्रस्थान कर गए।   46 करोड़ से ज्यादा कर चुके स्नान : महाकुंभ का आज 31वां दिन है। इससे पहले 4 स्नान पर्व हो चुके हैं। मेला प्रशासन के मुताबिक, बुधवार शाम 6 बजे तक 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। 13 जनवरी से अब तक करीब 46.25 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान पर्व होगा। इससे पहले बसंत पंचमी के दिन करीब 2.57 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई थी। यह स्नान महाकुम्भ के तीसरे अमृत स्नान के रूप में हुआ था। अनुमान है कि बुधवार को 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।   ट्रैफिक प्लान में बदलाव : प्रयागराज जाने वाले रास्तों में जाम के बाद ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया गया। शहर में वाहनों का प्रवेश बंद है। मेला क्षेत्र में भी कोई भी वाहन नहीं चलेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए 8 से 10 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। प्रशासन पार्किंग से शटल बसें चला रहा है। महाकुम्भ मेले से भीड़ जल्दी बाहर निकल जाए, इसलिए लेटे हनुमान मंदिर, अक्षयवट और डिजिटल महाकुम्भ सेंटर को बंद कर दिया गया है।   सुरक्षा की चाक चौबंद इंतजाम : संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। वहां लोगों को रुकने नहीं दे रहे हैं, ताकि भीड़ न बढ़ पाए। ज्यादातर लोगों को बाकी घाटों पर स्नान के लिए भेजा जा रहा है। भीड़ कंट्रोल के लिए पहली बार मेले में 15 जिलों के जिलाधिकारी, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अफसर तैनात किए गए हैं। इधर, लखनऊ में सीएम योगी सुबह 4 बजे से मुख्यमंत्री आवास पर बने वॉर रूम से महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कई सीनियर अफसर भी हैं।   रेलवे ने 190 ट्रेनें चलाई : रेलवे की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, बुधवार 12 फरवरी को दोपहर 3 बजे तक यात्रियों की सुविधा के लिए 190 ट्रेनें चलाई गईं। कुल 9.46 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। इससे पहले 11 फरवरी को 343 गाड़ियां चलाई गईं। 14.69 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की। अयोध्याधाम, गोरखपुर, वाराणसी और कानपुर जाने के लिये हर आधे घंटे में मेला स्पेशल ट्रेन चलायी जा रही हैं। यात्रियों की सुविधा के​ लिये प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन और प्रयागराज के अन्य रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे कर्मचारी यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का खास ख्याल रख रहे हैं। प्लेटफार्मों पर आकस्मिक चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध है।   गलती से ली सीख : उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ 2025 का ये पांचवां स्नान है। महाशिवरात्रि का स्नान होना बाकी है। मौनी अमावस्या के दिन एक गलती हुई थी, उससे सीख लेते हुए हम इस पर काम कर रहे हैं कि और बेहतर प्रबंधन कैसे हो। हमने एक प्रबंधन तकनीक अपनाई, जिसका नतीजा है कि महाकुंभ में अब तक 46 से 47 करोड़ लोग आ चुके हैं। उन्होंने कहाकि, प्रयागराज के अलावा हमारा ध्यान चित्रकूट, काशी विश्वनाथ मंदिर, विंध्याचल मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर है। हमने लखनऊ में वॉर रूम बनाया है, हमारे 2500 से ज्यादा कैमरे एक्टिव हैं, हम उन सभी से लाइव फीड ले रहे हैं।   सुरक्षित तरीके से हो रहा स्नान : प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मंदार ने कहा कि माघी पूर्णिमा का स्नान कल रात से ही सुरक्षित तरीके से हो रहा है। श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे हैं। 322 से अधिक सिविल अधिकारी और 9 हजार से अधिक बल तैनात हैं। 60 से अधिक आरएएफ कंपनियां तैनात हैं, ट्रैफिक पुलिस भारी संख्या में तैनात है। अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं, अफवाहों पर ध्यान न दें। मेला स्पेशल ट्रेन और अन्य ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं। यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मुख्यमंत्री और प्रशासन के निर्देश पर हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं कि लोगों को कोई परेशानी न हो। पिछले कुछ दिनों में जो ट्रैफिक जाम की समस्या थी, उसके लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

Kolar News

Kolar News

लखनऊ । अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास आज सुबह सात बजे बृह्मलीन हो गए। आचार्य सत्येंद्र दास ने 85 वर्ष की आयु में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) लखनऊ में अंतिम सांस ली। एसजीपीजीआई के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आचार्य सत्येंद्र दास के बृह्मलीन होने पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है।एसजीपीजीआई प्रवक्ता के अनुसार, उन्हें तीन फरवरी को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। स्ट्रोक के बाद वह न्यूरोलॉजी वार्ड एचडीयू में थे। एसजीपीजीआई से उनकी पार्थिव देह को अयोध्या ले जाया जाएगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इसकी घोषणा की है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आगामी 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) का आयोजन होने जा रहा है। इस समिट के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और समापन कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आने की भी स्वीकृति प्राप्त हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी 23 फरवरी को छतरपुर में कैंसर अस्पताल का भूमि-पूजन करेंगे। अगले दिन 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का शुभारंभ करेंगे। भोपाल में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारी जारी हैं। समिट में विदेशों से आने वाले उद्योग और व्यापार समूहों तथा विभिन्न देशों के वाणिज्यिक दूतावासों से बेहतर तालमेल और समन्वय के लिए 12 फरवरी को नई दिल्ली में विशेष बैठक होने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को मंत्रि परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव परिणाम, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में क्षेत्र के व्यवस्थित विकास और जनकल्याण को गति प्रदान करेंगे। प्रयागराज आने-जाने वालों के लिए की जा रही हैं सभी व्यवस्थाएं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक पहुंच रही है। रीवा की ओर से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रीवा सहित मैहर, सतना, मऊगंज और सीधी में ठहरने, भोजन और छोटे बच्चों के लिए दूध-बिस्किट सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। शासकीय एजेंसियां, स्वयंसेवी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से व्यवस्था में लगी हैं। चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए एंबुलेंस और डॉक्टर आदि की भी व्यवस्था है। वाहनों की पार्किंग, पुलिस की हाई-वे पेट्रोलिंग और एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट आदि की व्यवस्था के परिणाम स्वरुप जाम की स्थिति में तुलनात्मक रूप से कमी आई है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज से आने-जाने वालों की बड़ी संख्या को देखते हुए मार्गों के नियोजन, प्रयागराज प्रशासन से तालमेल और श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान लगाते हुए व्यवस्था की जा रही है। महाराष्ट्र सीमा पर भी श्रद्धालुओं और वाहनों के आवागमन का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ जा रहे श्रद्धालुओं से भीड़ और आवागमन की स्थिति का गूगल सहित अन्य स्रोतों से जानकारी के आधार पर कार्यक्रम बनाने के आहवान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मंत्रि परिषद के सदस्यों से भी जन-सामान्य को इसके लिए प्रेरित करने की अपील की।   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधानसभा वार विजन डॉक्यूमेंट विकसित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने मंत्री और विधायकगण को क्षेत्र के लोगों से बेहतर संवाद के लिए अपने-अपने स्तर पर वर्चुअल व्यवस्था विकसित करने का सुझाव दिया। कहा कि इससे विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ ही राजधानी से भी अधिक प्रभावी तरीके से सतत् संपर्क बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि परिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई।

Kolar News

Kolar News

जबलपुर । नागपुर-प्रयागराज हाई-वे पर दर्दनाक हादसा हो गया। महाकुंभ से लौट रही ट्रैवलर बस को एक बेकाबू ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। इस दौरान एक कार भी ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में बस में सवार हैदराबाद (तेलंगाना) के रहने वाले सात श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों को जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि हादसा बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि घायलों का समुचित उपचार और सभी परिजनों से संपर्क कर शवों को पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।   हादसा मंगलवार को सुबह नौ बजे मध्य प्रदेश में जबलपुर जिले के सिहोरा ब्लाक के मोहला गांव के पास हुआ। हैदराबाद के रहने वाले नौ लोग ट्रैवलर बस से महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज आए थे। महाकुंभ में स्नान करने के बाद सभी श्रद्धालु वापस लौट रहे थे। इसी दौरान नागपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर जबलपुर से 50 किलोमीटर दूर मोहला बरगी गांव के पास ट्रैवलर बस पहुंची, तभी एक ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक और सड़क की रेलिंग के बीच फंसी ट्रैवलर बुरी तरह पिचक गई, जिससे सभी नौ लोग उसमें बुरी तरह फंस गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला। इसमें सात लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद सामने से आ रही एक कार ट्रैवलर और ट्रक से टकरा गई। हालांकि कार सवार सभी लोग एयरबैग खुलने से सुरक्षित बच गए।    घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय और एसडीएम रूपेश सिंघई मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक ट्रक जबलपुर से पुट्टी लेकर कटनी की ओर जा रहा था। मोहला बरगी के पास ट्रक का टायर फट गया। अनियंत्रित होकर वह सड़क की दूसरी साइड पहुंच गया। इसी बीच प्रयागराज से लौट रही ट्रैवलर बस को टक्कर मार दी। हादसे में आनंद कंसारी व शशि कंसारी पुत्र त्रिभुवन कंसारी, रवि वैश्य पुत्र विश्वनाथन, टीवी प्रसाद, मल्ला रेड्डी, वी संतोष पुत्र श्री हरि और राजू की मौत हो गई। जबकि एस नवीनाचार्य पुत्र रामाचार्य और बालकृष्ण पुत्र श्रीराम घायल हो गए। सभी मृतक हैदराबाद (तेलंगाना) के रहने वाले थे। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस चालक की तलाश कर रही है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि मृतकों के परिजन को घटना की सूचना दे दी गई है। वह  हैदराबाद से रवाना हो चुके हैं।    

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । रिलायंस इंड्रस्टीज लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी ने अपनी मां, बेटों और पोते-पोतियों के साथ प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी संगम में मंगलवार को अमृत स्नान करते हुए पवित्र डुबकी लगाई।अंबानी के साथ उनकी मां कोकिलाबेन, बेटे आकाश और अनंत, बहुएं श्लोका और राधिका, पोते पृथ्वी और वेदा और बहनें दीप्ति सालगांवकर और नीना कोठारी ने एक साथ डुबकी लगाई। उनके साथ श्री अंबानी की सास, पूनमबेन दलाल और भाभी, ममथाबेन दलाल भी थीं।अम्बानी की चार पीढ़ियाँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र जल के संगम पर आध्यात्मिक तीर्थयात्रा पर लाखों लोगों के साथ शामिल हुईं। निरंजनी अखाड़े के स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने गंगा पूजन किया। इसके बाद श्री अंबानी ने परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से मुलाकात की। आश्रम में अंबानी परिवार ने मिठाइयां और लाइफ जैकेट बांटे।रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी 'तीर्थ यात्री सेवा' के माध्यम से महाकुंभ तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहा है, जो तीर्थयात्रियों की प्रगति को सुविधाजनक बनाने और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए एक सर्वव्यापी पहल है क्योंकि वे जीवन में एक बार आत्म-खोज और दिव्य कृपा के अवसर के लिए प्रयागराज में एकत्र होते हैं।अपने 'वी केयर' दर्शन से प्रेरित होकर, रिलायंस तीर्थयात्रियों को पौष्टिक भोजन (अन्न सेवा) और व्यापक स्वास्थ्य देखभाल से लेकर सुरक्षित परिवहन और बढ़ी हुई कनेक्टिविटी तक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान कर रहा है। कंपनी के अन्य सुविधाजनक उपायों में पवित्र जल पर सुरक्षा, आरामदायक विश्राम क्षेत्र, स्पष्ट नेविगेशन और अभिभावकों (प्रशासन, साथ ही पुलिस और जीवन रक्षक) का समर्थन करना शामिल है।  

Kolar News

Kolar News

महाकुंभनगर  । देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पावन स्नान करेंगी। वो इसकी भव्यता व दिव्यता की साक्षी बनने संगम पहुंच गई हैं। त्रिवेणी संगम पर राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाया। इसके पूर्व प्रयागराज पहुंचने पर उनका राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश सरकार के अन्य मंत्रियों ने भव्य स्वागत किया गया। वो आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी और इस दौरान संगम स्नान के साथ ही यहां अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मु सुबह संगम नोज पहुंचकर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी। मां गंगा, यमुना और अन्त:सलीला सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार देंगी। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण होगा। गौरतलब है कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इसके उपरांत धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी। सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है। यह हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है। इसके अलावा वो बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी और पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी। आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को राष्ट्रपति समर्थन देंगी। वे डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी। यहां देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति शाम शाम पौने छह बजे प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक होगा, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण होगा। उनकी उपस्थिति से महाकुम्भ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिलेगी।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने आज राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान मौजूदा केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का हवाला देते हुए सरकार से जल्द से जल्द जनगणना कराने का आग्रह किया।कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने सदन में कहा कि जनगणना में देरी के कारण 14 करोड़ भारतीय राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत अपने वाजिब लाभ से वंचित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं बल्कि मौलिक अधिकार है। उन्होंने जनगणना कराने में चार साल की देरी का जिक्र करते हुए चिंता जताई कि इस साल भी जनगणना होने की संभावना नहीं है।कांग्रेस संसदीय दल की नेता ने कहा कि सितंबर 2013 में यूपीए सरकार का पेश किया गया राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम देश की 140 करोड़ आबादी के लिए खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक पहल थी। इसने लाखों परिवारों को भुखमरी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर कोविड-19 संकट के दौरान। इस अधिनियम ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए आधार बनाया था।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ग्रामीण आबादी का 75 फीसदी और शहरी आबादी का 50 फीसदी सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्राप्त करने के हकदार हैं। हालांकि, लाभार्थियों के लिए कोटा अभी भी 2011 की जनगणना के आधार पर निर्धारित किया जाता है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार जनगणना में चार साल से अधिक की देरी हुई है। मूल रूप से 2021 के लिए निर्धारित जनगणना को लेकर अभी भी इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि यह कब कराई जाएगी।  

Kolar News

Kolar News

बेंगलुरु । एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी 'एयरो इंडिया' इस बार भारत की हवाई ताकत और स्वदेशी अत्याधुनिक तकनीक की गवाह बन गई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर प्रदर्शनी का औपचारिक उद्घाटन किया।  एयरो इंडिया का 15वां संस्करण ‘रनवे टु ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’ की व्यापक थीम के साथ आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के अनुरूप रक्षा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा। रक्षामंत्री ने उद्घाटन अवसर परकहा कि एयरो इंडिया एक ऐसा मंच है, जो नए भारत की ताकत और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करता है। यह न केवल भारत की रक्षा तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने मित्र देशों के साथ साझा हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना, गहन सहयोग और साझा प्रगति को बढ़ावा देना है। रक्षामंत्री ने कहा कि 42 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में 150 विदेशी कंपनियों सहित 900 से अधिक प्रदर्शक शामिल हो रहे हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा एयरो इंडिया कार्यक्रम होने जा रहा है। राजनाथ सिंह ने 90 से अधिक देशों की भागीदारी को भारत की एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में बढ़ते वैश्विक विश्वास का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि लगभग 30 देशों के रक्षामंत्री या प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं। एयरो इंडिया में 43 देशों के वायुसेना प्रमुखों और सचिवों की मौजूदगी न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय रक्षा समुदाय के महत्व को और अधिक उजागर करती है।   इंडिया पवेलियन इंडिया पवेलियन भारतीय रक्षा उद्योगों को अपने डिजाइन, विकास, नवाचार और विनिर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा। पैवेलियन में ‘आत्मनिर्भरता की उड़ान’ को दर्शाया गया है, जो वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा महाशक्ति बनने की दिशा में भारत की यात्रा को दर्शाता है। इंडिया पवेलियन को एयरो एविएशन, लैंड एविएशन और नेवल एविएशन, डिफेंस-स्पेस और आला प्रौद्योगिकी डोमेन में स्वदेशी क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाले पांच अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है। पवेलियन में विभिन्न माध्यमों के माध्यम से 275 से अधिक प्रदर्शन किए गए हैं, जिसमें डीपीएसयू, डिजाइन हाउस, एमएसएमई सहित निजी कॉरपोरेट और स्टार्ट-अप शामिल हैं।   इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस रक्षा नवाचार का प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम 'मंथन' 12 फरवरी को रक्षामंत्री की उपस्थिति में होगा। इस कार्यक्रम में रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, जिसमें इनोवेटर, उद्योग के नेता, शिक्षाविद, इनक्यूबेटर, निवेशक, विचारक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी आदि शामिल होंगे। मंथन इस क्षेत्र में उभरती चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसमें रक्षा स्टार्ट-अप और एमएसएमई का समर्थन करने, नवाचार क्षमताओं को बढ़ाने और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।   सामर्थ्य थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और नवाचार की सफलता की कहानी पर 12 फरवरी को ‘सामर्थ्य’ थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम होगा, जिसमें रक्षामंत्री भी शामिल होंगे। यह कार्यक्रम एयरो इंडिया के दौरान अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, क्योंकि इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ स्वदेशी वस्तुओं का रक्षा निर्माण में भारत की स्वदेशी प्रतिभा को प्रदर्शित किया जाएगा।   कई सेमिनार होंगे एयरो इंडिया 2025 के हिस्से के रूप में विभिन्न विषयों पर कई सेमिनार होने हैं। रक्षामंत्री 11 फरवरी को भारतीय वायु सेना की ओर से आयोजित सेमिनार को संबोधित करेंगे, जिसका विषय 'हवाई युद्ध के लिए मानव रहित टीमें-अवधारणा से लक्ष्यीकरण तक' होगा। इसके अलावा डीआरडीओ की ओर से आयोजित 'विकसित भारत के लिए डीआरडीओ उद्योग तालमेल' विषय पर रक्षा मंत्री एक अन्य सेमिनार को संबोधित करेंगे। इसके अलावा मिशन डिफस्पेस: विजन से वास्तविकता तक-एक प्रगति रिपोर्ट, एयरोस्पेस सामग्रियों का स्वदेशी विकास: भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करना, आत्मनिर्भर भारतीय नौसेना विमानन 2047 और इससे जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव, तकनीकी रुझानों और स्वदेशीकरण को अपनाकर समुद्री विमानन में परिवर्तन, कर्नाटक में एयरोस्पेस और रक्षा निर्माताओं के लिए निवेश के अवसर भी इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित किए जाएंगे।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद रविवार काे दिल्ली की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली विधानसभा को भी भंग कर दिया है।   आआपा नेता आतिशी रविवार सुबह राजनिवास पहुंचकर और उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलीं और मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा साैंप दिया। आतिशी पिछले साल 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं। वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री थीं। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रही चुकी हैं। इसी बीच उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली की विधानसभा को भी भंग कर दिया है।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना 8 फरवरी को हुई थी। इस चुनाव में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत मिला है। दिल्ली विधानसभा चुनाव आआपा काे भारी झटका लगा है। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। आम आदमी पार्टी काे केवल 22 सीटें ही मिली है। भाजपा ने अपनी जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

Kolar News

Kolar News

पूर्वी चंपारण । पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज पूर्वी चंपारण के अपने दौरे के दौरान सम्बोधन में कहा कि चंपारण की धरती का विशेष महत्व है। जो नई पीढ़ी को मालूम नही होगा। जो भारत माता को बंधनमुक्त करना चाहते थे,उन्होंने चंपारण को चुना और गांधी जी के नेतृत्व में यही से चंपारण सत्याग्रह आरंभ किया।   इतना ही नहीं चंपारण की धरती मां जानकी और भक्त ध्रुव मानव सभ्यता का पालन किया है। महात्मा गांधी चंपारण में मोहनदास गांधी बन कर आए। चंपारण सत्याग्रह के बाद चंपारण वासियों ने उन्हें महात्मा बनाया।   चंपारण आने बाद से ही उन्हें महात्मा कहा जाने लगा। आज भी चंपारण सत्याग्रह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उक्त बातें रविवार को पीपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान उन्नति मेला के दूसरे दिन पशुपालक एवं अनुसूचित जाति किसान सह लखपति दीदी का सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए देश पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही। इससे पहले अतिथियों सम्मान अंगवस्त्र व मेंमोटो देकर किया गया।   उन्होंने अपने सम्बोधन कहा कि कहा कि जिस किसान दीदी राजकुमारी देवी को राष्ट्रपति के रूप पद्मश्री से सम्मानित किया उनको आज सम्मानित कर हर्ष अनुभव कर रहे हैं। आज भी 50 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है। जबकि बिहार के 80 फीसद लोग कृषि पर निर्भर हैं। बिहार के किसानों का साहस एक अनूठा उदाहरण है।   रामनाथ कोविंद ने कहा कि राष्ट्र और बिहार का विकास कृषि की उन्नति पर निर्भर है। कहा कि बिहार का राज्यपाल बनने का सौभाग्य मुझे वर्ष 15 में मिला। राज्यपाल से राष्ट्रपति बनने का श्रेय बिहार की धरती को जाता है। इसलिए लोग मुझे बिहारी राष्ट्रपति भी कहते हैं। मैं पहला राष्ट्रपति था जो राज्यपाल से सीधे राष्ट्रपति बना। इसके पूर्व जाकिर हुसैन राज्यपाल से उपराष्ट्रपति बनने के बाद राष्ट्रपति बने थे। भारत का कृषि क्षेत्र विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ा है।   इस बदलते युग में कृषि विज्ञान केंद्र एवं कृषि विश्वविद्यालय की महती भूमिका है। बदलते मौसम का प्रतिकूल प्रभाव कृषि पर भी पड़ रहा। इस सिलसिले में कृषि वैज्ञानिकों का दायित्व महत्वपूर्ण हो जाता है। नये तकनीक को लैब से लैंड तक ले जाने की जरूरत है। आने वाले समय मे उत्पादों की मात्रा बढ़ेगे। मोटे अनाज जिसे श्रीअन्न भी कहा जाता है, उसे बढ़ावा देने की जरूरत है।   कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति  कोविंद, राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, कृषि व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह, गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान, कुलपति डॉ. पीएस पांडेय आदि ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्वलित कर किया।  

Kolar News

Kolar News

इंफाल/नई दिल्ली । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार शाम करीब 5:20 बजे राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने मणिपुर की सेवा करने का अवसर मिलने का आभार व्यक्त किया और केंद्र सरकार की ओर से विकास और सुरक्षा के लिए किए गए कार्यों की सराहना की।   उन्होंने केंद्र सरकार से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने, सीमा घुसपैठ पर सख्ती, नशे के कारोबार पर रोक, बायोमेट्रिक आधारित सख्त सीमा नियंत्रण और सीमा बुनियादी ढांचे के विकास को तेज करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर विधानसभा के निलंबन की भी सिफारिश की, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।    मुख्यमंत्री 8 फरवरी की शाम चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली गए थे। इससे पहले, 5 फरवरी को राज्य के तीन वरिष्ठ मंत्री—पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंददास कोंथौजम, वन एवं पर्यावरण मंत्री थोंगम बिस्वजीत और उपभोक्ता मामलो के मंत्री एल. सुसिंद्रो मैतेई—चार भाजपा विधायकों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने गए थे।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए जनता का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विकास और सुशासन की जीत हुई है।प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "जनशक्ति सर्वोपरि। विकास जीता, सुशासन जीता। दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को दिल्ली भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन। आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है, उसके लिए आप सभी का हृदय से बहुत-बहुत आभार।"उन्होंने कहा कि दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है। इसके साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली की अहम भूमिका हो।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे दिल्ली भाजपा के अपने सभी कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जिन्होंने इस प्रचंड जनादेश के लिए दिन-रात एक कर दिया। अब हम और भी अधिक मजबूती से अपने दिल्लीवासियों की सेवा में समर्पित रहेंगे।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के रुझानों पर कहा कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी सलाह की अनदेखी की, पैसे और ताकत के नशे में चूर थे। इसका प्रतिफल दिल्ली की जनता ने दिया है।   हजारे ने महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में मीडियाकर्मियों से कहा कि केजरीवाल का पूरा ध्यान शराब से पैसे कमाने पर था। इसके लिए उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग किया। राजनीति में इसका कोई स्थान नहीं होना चाहिए। हजारे ने कहा कि राजनीति में उम्मीदवार का आचरण शुद्ध, त्याग की भावना और निःस्वार्थ होना चाहिए। हजारे ने कहा कि मैंने केजरीवाल को शुद्ध आचरण और शुद्ध विचार की सलाह दी थी, लेकिन उनकी सलाह को नजरअंदाज किया गया।   दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। भाजपा निर्णायक बढ़त की ओर है। हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से केजरीवाल सुर्खियों में आए थे और इसी आंदोलन के बाद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी का गठन किया था, लेकिन उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त देते हुए 47 सीटें जीती हैं और एक पर आगे चल रही है। वहीं आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें आई हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा की 69 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। सिर्फ विकासपुरी सीट के नतीजे अभी नहीं आए हैं। विकासपुरी सीट पर भाजपा उम्मीदवार पंकज कुमार सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के महिंदर यादव से 12,876 मतों से आगे हैं। इस सीट पर अभी तक 28 राउंड की मतगणना हो चुकी है और अंतिम 29वें राउंड की मतगणना चल रही है। चुनावी नतीजों से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली में अपने 27 साल का वनवास खत्म कर दिया है।   भाजपा को मतगणना में 45.66 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी को 43.55 प्रतिशत और कांग्रेस को 6.35 प्रतिशत मत मिले हैं। दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 68 पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि दो सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ी थीं। भाजपा-नीत राजग के घटक दल जदयू ने बुराड़ी सीट से शैलेन्द्र कुमार और लोजपा (रामविलास) ने देवली सीट से दीपक तंवर को मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों उम्मीदवार चुनाव हार गए।   पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, आप प्रवक्ता दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान और सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री आतिशी और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने अपनी सीट बचा ली है। भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह, सतीश उपाध्याय, बिजेन्द्र गुप्ता, आम आदमी पार्टी से आए कैलाश गहलोत और अरविंदर सिंह लवली, कांग्रेस से आए राजकुमार चौहान, मोहन सिंह बिष्ट चुनाव जीत गए हैं। वहीं रमेश बिधूड़ी कालकाजी सीट से हार गए हैं।   भाजपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं- नरेला से राज करन खत्री (8596), तिमारपुर से सूर्य प्रकाश खत्री (1168), आदर्श नगर से राज कुमार भाटिया (11482), बादली से अहिर दीपक चौधरी (15163), रिठाला से कुलवंत राणा (29616), बवाना से रविन्द्र इन्द्राज सिंह (31475), मुन्डका से गजेन्द्र दराल (10550), नांगलोई जाट से मनोज कुमार शौकीन (26,251), मंगोल पुरी से राज कुमार चौहान (6255), रोहिणी से विजेन्द्र गुप्ता (37816), शालीमार बाग से रेखा गुप्ता (29595), शकूर बस्ती से करनैल सिंह (20998), त्रिनगर से तिलक राम गुप्ता (15,896), वजीरपुर से पूनम शर्मा (11425), माडल टाउन से अशोक गोयल (13415), मोती नगर से हरीश खुराना (11657), मादीपुर से कैलाश गंगवाल (10899), राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा (18,190), हरि नगर से श्याम शर्मा (6632), जनकपुरी से आशीष सूद (18766), उत्तम नगर से पवन शर्मा (29,740), द्वारका से प्रद्युम्न सिंह राजपूत (7829), मटिआला से संदीप सहरावत (28,723), नजफगढ़ से नीलम पहलवान (29,009), बिजवासन से कैलाश गहलोत (11,276), पालम से कुलदीप सोलंकी (8952), राजिंदर नगर से उमंग बजाज (1231), नई दिल्ली से प्रवेश साहिब सिंह (4089), जंगपुरा से तरविन्दर सिंह मारवाह (675), कस्तूरबा नगर से नीरज बैसोया (11048), मालवीय नगर से सतीश उपाध्याय (2131), आरके पुरम् से अनिल कुमार शर्मा (14,453), महरौली से गजेन्द्र सिंह यादव (1782), छतरपुर से करतार सिंह तंवर (6239), संगम विहार से चन्दन कुमार चौधरी (344), ग्रेटर कैलाश से शिखा रॉय (3188), त्रिलोकपुरी से रविकांत (392), पटपड़गंज से रविन्दर सिंह नेगी (रवि नेगी) (28072), लक्ष्मी नगर से अभय वर्मा (11,542), विश्वास नगर से ओम प्रकाश शर्मा (25,042), कृष्णा नगर से डा. अनिल गोयल (19,498), गांधीनगर से अरविन्दर सिंह लवली (12,748), शाहदरा से संजय गोयल (5178), रोहतास नगर से जितेन्द्र महाजन (27902), घोण्डा से अजय महावर (26,058), मुस्तफाबाद से मोहन सिंह बिष्ट (17,578), करावल नगर से कपिल मिश्रा (23,355)।   आआपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं- किराड़ी से अनिल झा वत्स (21,871), सुल्तानपुर माजरा से मुकेश कुमार अहलावत (17,126), सदर बाजार से सोम दत्त (6307), चांदनी चौक से पुनरदीप सिंह साहनी (सैबी) (16572), मटिया महल से आले मोहम्मद इक़बाल (42,724), बल्लीमारान से इमरान हुसैन (29823), करोल बाग से विशेष रवि (7430), पटेल नगर से प्रवेश रत्न (4049), तिलक नगर से जरनैल सिंह (11656), दिल्ली छावनी से विरेन्द्र सिंह कादियान (2029), देवली से प्रेम चौहान (36680), अम्बेडकर नगर से डा. अजय दत्त (4230), कालकाजी से आतिशी (3521), तुगलकाबाद से सहीराम (14711), बदरपुर से रामसिंह नेताजी (25,888), ऒखला से अमानतुल्लाह खान (23,639), कोण्डली से कुलदीप कुमार (6293), सीमापुरी से वीरसिंह धिंगान (10,368), सीलमपुर से चौधरी ज़ुबैर अहमद (42,477), बाबरपुर से गोपाल राय (18,994), गोकलपुर से सुरेन्द्र कुमार (8207) और बुराड़ी से संजीव झा (20601)।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 1993 में विधानसभा बनने के बाद पहले चुनाव में भाजपा जीती। 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। वर्ष 1998, 2003 एवं 2008 में दिल्ली में शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। 2013 के चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। 32 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल बनी। उसके मना करने पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। वह सरकार केवल 49 दिन चल पाई। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 67 और भाजपा को तीन और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 और भाजपा को 08 सीटें मिलीं।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कामेश्वर चौपाल का बीती रात यहां निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। वनवासी कल्याण केंद्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे राष्ट्रवादी संगठनों के साथ मिलकर सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले चौपाल ने यहां सर गंगाराम अस्पताल में आखिरी सांस ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामेश्वर चौपाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कामेश्वर चौपाल को एक समर्पित रामभक्त बताया, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।शुक्रवार काे प्रधानमंत्री मोदी ने कामेश्वर चौपाल के साथ अपनी मुलाकात की एक पुरानी तस्वीर एक्स पर साझा करते हुए लिखा, “भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपालजी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वरजी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।”बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन पर शोक जताते कहा कि आज हमने एक कुशल राजनेता और समाजसेवी खो दिया।बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य कामेश्वर चौपाल के निधन पर बिहार प्रदेश भाजपा ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। भाजपा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर श्रद्धांजलि दी। इसमें कहा गया, ''राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थायी सदस्य और विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे कामेश्वर चौपाल जी के निधन की खबर समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने अपने पूरे जीवन को धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया और वे मां भारती के सच्चे लाल थे।''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य एवं 9 नवम्बर 1989 को आयोजित ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में पूज्य संत गण की उपस्थिति में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रथम शिला रखने वाले परम रामभक्त श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उनका पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।"कामेश्वर चौपाल का जन्म 24 अप्रैल, 1956 को बिहार के तत्कालीन सहरसा जिले (वर्तमान में सुपौल जिला) के कमरैल गांव में हुआ था। उन्होंने अपना जीवन सामाजिक और धार्मिक कार्यों में लगाया। चौपाल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1991 में भारतीय जनता पार्टी से की। 1991 में वह रोसड़ा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े। 1995 और 2000 में बखरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि उन्हें चुनावी सफलता नहीं मिली और 7 मई, 2002 को कामेश्वर चौपाल ने बिहार विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण की। वे 2014 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे।कामेश्वर चौपाल ने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर की नींव के लिए पहली ईंट रखकर इतिहास रच दिया था। दलित प्रतिनिधि के रूप में उनका चयन एक बड़ा कदम था, जिसने मंदिर आंदोलन की समावेशी प्रकृति पर जोर दिया। उनके योगदान ने उन्हें हिंदुत्व और सामाजिक-राजनीतिक क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बना दिया।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत दर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.5 फीसदी से घटकर 6.25 फीसदी हो गया। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आज इसका ऐलान किया। रेपो रेट में इस कटौती से लोन सस्ता होगा और ईएमआई भी घटेगी।संजय मल्होत्रा ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद लिए गए फैसले की जानकारी पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि छह सदस्यीय समिति ने आम सहमति से रेपो रेट को 0.25 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी करने का निर्णय किया है। गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने कहा कि आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। जबकि चालू वित्त वर्ष आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी पर रहने के अनुमान को बरकरार रखा है।संयज मल्‍होत्रा ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में इसके 4.8 फीसदी रहने की संभावना है। गौरतलब है कि आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों के बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया है।   एसीबी के अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार काे केजरीवाल के आवास पर पहुंची और उन्हें नोटिस दिया। इस नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा आम आदमी पार्टी के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों की जांच कर रही है। यह आरोप बेहद गंभीर हैं और इसलिए मामले की सच्चाई जानने के लिए एसीबी की तत्काल जांच और हस्तक्षेप की आवश्यकता है।   एसीबी ने केजरीवाल से आज किसी भी सुविधाजनक समय पर उनके एक्स पर संबंधित पोस्ट को लेकर जानकारी मांगी है। नोटिस में केजरीवाल से पूछा गया है कि क्या आप इस एक्स पोस्ट से सहमत हैं कि आपकी पार्टी के 16 विधायक उम्मीदवारों को रिश्वत की पेशकश की गई है। एसीबी ने उक्त 16 उम्मीदवारों का ब्यौरा मांगा है।   आआपा की लीगल सेल के प्रमुख संजीव नासियार ने बताया कि एसीबी के अधिकारी डेढ़ घंटे पहले बिना नोटिस यहां आए थे। उनके पास न तो नोटिस था और न ही स्टाम्प। जब हमने उनसे कहा कि वे हमसे कानूनी तौर पर पूछताछ कर सकते हैं और हम उनके साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने हमें नोटिस देने में डेढ़ घंटे लगा दिए। उन्होंने हमें अब जो नोटिस दिया है, उसमें शिकायतकर्ता के बारे में कोई विवरण नहीं है और केवल अरविंद केजरीवाल के एक्स पोस्ट के बारे में विवरण है। वहीं आआपा नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने एसीबी से इस मामले की गहन जांच की मांग की है।   उन्हाेंने कहा कि ध्यान देने वाली एक और बात यह है कि जब दिल्ली में हत्या, डकैती और बलात्कार के मामलों की बात आती है, तो क्या एलजी उसी तत्परता से कार्रवाई करते हैं। नहीं, वे ऐसा नहीं करते, लेकिन इस मामले में इतनी तत्परता से कार्रवाई देखना अच्छा है। मैंने व्यक्तिगत रूप से जांच का अनुरोध करते हुए एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की है और एसीबी इसकी जांच करेगी।  

Kolar News

Kolar News

भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्यश्री 108 विद्यासागर महामुनिराज की स्मृति में भोपाल में स्मृति स्थल विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आचार्य विद्यासागर जी ने अपने जीवन में सभी आवश्यक नियमों का पालन किया। संत परंपरा का अनुसरण करते हुए उनके प्रकृति के साथ संबंध, जीवन शैली, मानव सेवा और समाज को मार्गदर्शन के माध्यम से वे अपने जीवन काल में ही देवता के रूप में स्वीकारे जाने लगे। व्यक्तिगत जीवन में तप, संयम, त्याग, सेवा, समर्पण जैसे शब्द उनके व्यक्तित्व के सम्मुख छोटे पड़ जाते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर भोपाल में मप्र विधानसभा परिसर में आयोजित गुरु गुणानुवाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभा में गुरु वंदना कर अतिशय पुण्य अर्जित करने पधारे समर्पित भक्तों का राज्य शासन की ओर से अभिवादन किया। कार्यक्रम में भोपाल सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय, विधायक भगवानदास सबनानी, मुख्य सचिव अनुराग जैन, विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह, जनप्रतिनिधि राहुल कोठारी तथा जैन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी और बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित थे। मुख्यमंत्री का मुकुट और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया स्वागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी ट्रस्ट द्वारा कार्यक्रम में आयोजनकर्ताओं ने मुकुट तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिवादन किया। उनको शॉल भी सम्मानपूर्वक भेंट की गई। मुख्यमंत्री ने संत शिरोमणि श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित किया तथा मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज का पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आचार्य विद्यासागर महाराज के जीवन और कृतित्व पर आधारित 25 पुस्तकों का विमोचन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उन्हें नेमावर में संतश्री के सानिध्य का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। साक्षात देवता के दर्शन के समान प्रतीत होता संतश्री का अलौकिक व्यक्तित्व जीवन को धन्य करने वाला था। जैन और सनातन दर्शन में आत्मा की भूमिका आवागमन की बताई गई है। यह माना जाता है कि वस्त्र बदलने के समान ही पवित्र आत्मा शरीर बदलती है। इस दृष्टि से यह मानना कि महाराज जी हमारे बीच नहीं है, व्यर्थ है। वास्तविकता यह है कि उन्हें स्मरण करने और मन की आंखों से देखने के क्षणिक प्रयास मात्र से ही आचार्य विद्यासागर जी के आस-पास होने की सहज अनुभूति होती है। उनके व्यवहार, स्वरूप और विचार के प्रभाव के परिणाम स्वरूप सभी व्यक्ति उन्हें अपना मानते थे। प्रदेशवासियों में संतश्री के प्रति इतने अपनत्व और आदर का भाव था कि यह किसी को अनुभूति ही नहीं होती थी कि वे कर्नाटक से हैं। संतश्री ने जीवन के कई क्षेत्रों में समाज को दिशा दी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आचार्य विद्यासागर जी ने अपनी इच्छा शक्ति से जीवन के कई क्षेत्रों में समाज को दिशा दी। स्वरोजगार के क्षेत्र में जेल से लेकर समाज में महिलाओं को रोजगार देने का मार्ग प्रशस्त किया। गौ-माता की भी उन्होंने चिंता की तथा गौ-माता के माध्यम से लोगों के जीवन और प्रकृति में बदलाव के लिए गतिविधियों को प्रोत्साहित किया। इसी प्रकार किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में की गई उनकी पहल अनुकरणीय है। आचार्यश्री ने अपने विचार, भाव और कर्म से समाज को प्रकृति व परमात्मा के समान पुष्पित-पल्लवित, प्रेरित करने का कार्य किया। भारतीय जनतंत्र की सांस्कृतिक जड़ें, नई शिक्षा नीति का आधार है मुख्यमंत्री ने कहा कि संतश्री का विचार था कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा सभी के लिए सुलभ होना चाहिए। वे भाषाओं की समृद्धि पर विशेष ध्यान देते थे, उनका विचार था कि भाषाओं की विविधता की जानकारी से भारत की आंतरिक शक्ति में भी वृद्धि होती है और ज्ञान के लिए भाषाओं की समृद्धि आवश्यक है। गुणवत्ता शिक्षा के लिए प्रदेश में निरंतर प्रयास जारी हैं, इस क्रम में 55 एक्सीलेंस कॉलेज आरंभ किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार भारतीय जनतंत्र की सांस्कृतिक जड़ें, नई शिक्षा नीति का आधार है। इसी का परिणाम है की नई शिक्षा नीति में जैन दर्शन सहित भारतीय ज्ञान परंपरा के सभी विचारों को शामिल किया गया है। प्रदेश में खुले में मांस की दुकानों को भी बंद किया गया। तेज ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार संवदेनशील है। प्रदेश में शराब बंदी की दिशा में कदम बढ़ाते हुए 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू की गई। समाज में इस दिशा में सुधार की आवश्यकता है। देश और समाज के प्रमुख आयोजन तिथियों के आधार पर हों मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय संस्कृति में तिथियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय काल गणना देश के प्राचीन ज्ञान, कौशल के बल पर स्थानीय ऋतुओं और परिस्थितियों के अनुसार विकसित हुई, जिस पर सभी को गर्व है। देश और समाज के प्रमुख आयोजन तिथियों के आधार पर होना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज संत नहीं जीवित देवता हैं, उनका स्नेह, प्रेम, दुलार और आशीर्वाद सब पर बना रहे यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्मृति दिवस पर पधारे मुनिश्री के विचारों का श्रवण भी किया।

Kolar News

Kolar News

शिवपुरी । मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में गुरुवार को भारतीय वायुसेना का एक फाइटर प्लेन मिराज-2000 क्रैश हो गया है। आसमान में उड़ते हुए फाइटर प्लेन अचानक खेत में गिरा और उसमें आग लग गई। इस हादसे में पायलट सुरक्षित हैं। घटना के बाद घायल पायलट की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वो मोबाइल पर किसी से बात करते दिख रहे हैं। यह ट्विन सीटर मिराज-2000 था। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तुरंत एक टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।   शिवपुरी जिले के नरवर तहसील अंतर्गत ग्राम बहरेटा सानी में आज दोपहर बाद 2.40 बजे वायुसेना का एक फाइटर प्लेन मिराज-2000 क्रैश होकर किसानों के खेत में जा गिरा और उसमें आग लग गई, जिससे प्लेन जलकर खाक हो गया है। धुआं दिखते ही गांव के लोग मौके की तरफ भागने लगे। देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि, प्लेन में सवार दोनों पायलट पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पायलटों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।   करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई ने बताया कि फाइटर प्लेन में दो पायलट थे। हादसे से पहले दोनों पायलटों ने खुद को इजेक्ट कर लिया था। दोनों ही सुरक्षित हैं। घटना की जानकारी पर एयरफोर्स की टीम हेलिकॉप्टर से मौके पर पहुंची और दोनों पायलटों को ग्वालियर लेकर रवाना हो गई। प्लेन कहां उड़ा था और कहां जा रहा था, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। न ही हादसे की वजह पता चली है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । अमेरिका से 104 भारतीयों को 'अमानवीय' तरीके से निर्वासित करने के विरोध में विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कई सांसदों ने हाथों में हथकड़ियां पहन रखी थीं और तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर कई तरह के स्लोगन लिखे हुए थे।इस मौके पर कांग्रेसाध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम, इंडी गठबंधन (आईएनडीआईए) के दल भारतीय नागरिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी सरकार को निर्वासन पर एक विस्तृत बयान जारी करके बताना चाहिए कि हमने भारतीयों को सम्मान और गरिमा के साथ वापस लाने के लिए अपने स्वयं के विमान क्यों नहीं भेजे, बजाय इसके कि हमारी धरती पर एक सैन्य विमान उतरे।राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिका ने सैन्य विमान से बेड़ियों में बांधकर भारतीय नागरिकों को वापस भेजा, जो हर भारतीय और भारत का अपमान है। वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बहुत बात की गई थी कि मोदी और ट्रंप बहुत अच्छे मित्र हैं, फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है कि उनको हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाकर भेजा जाए? ये कोई तरीका है...प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना दिखा रहे थे, वे अब चुप क्यों हैं? भारतीय नागरिकों को गुलामों की तरह हथकड़ी लगाकर और अमानवीय परिस्थितियों में भारत भेजा जा रहा है। विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है? बच्चों और महिलाओं को इस अपमान से बचाने के लिए सरकार ने क्या किया?कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव और कुछ अन्य नेता भी संसद के मुख्य द्वार के बाहर हथकड़ी पहने हुए अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका से निर्वासित किए जाने के दौरान भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से जारी मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया। हालांकि कुछ मतदान केन्द्रों में कतार के कारण मतदान अभी जारी है। दिल्ली में शाम 5 बजे तक औसतन 57.70 प्रतिशत मतदान हुआ है। लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली में 58.78 प्रतिशत मतदान हुआ था।   चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5 बजे तक दिल्ली के विभिन्न जिलों में मतदान का प्रतिशत अलग-अलग रहा है। केन्द्रीय दिल्ली में 55.24, पूर्वी दिल्ली 58.98, नई दिल्ली 54.37, उत्तरी दिल्ली 57.24, उत्तर पूर्वी दिल्ली 63.83, उत्तर पश्चिमी दिल्ली 58.05, शाहदरा 61.35, दक्षिणी दिल्ली 55.72, दक्षिण पूर्वी 53.77, दक्षिण पश्चिमी 58.86, पश्चिमी दिल्ली 57.42 प्रतिशत मतदान हुआ है।   मुस्तफाबाद सीट के लिए अपराह्न पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान 66.68 प्रतिशत हुआ। इसके बाद सीलमपुर में 66.41 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे कम मतदान करोल बाग 47.40 मॉडल टाउन में 51.29, कालकाजी में 51.81 और चांदनी चौक 52.76 प्रतिशत हुआ। कई सीटों पर मतदान 60 प्रतिशत से ज्यादा पहुंच गया है। इसमें मटिया महल, त्रिलोकपुरी, नरेला, रोहणी, बादली, गोकुलपुर, करावलनगर, किरारी, मंगोलपुरी, बाबरपुर, रोहतासनगर, सीमापुरी, शादरा, छत्तरपुर, और नजफगढ़ सीट शामिल है।   मतदान करने वाली प्रमुख हस्तियां राष्ट्रीय राजधानी में निवास करने वाले महत्वपूर्ण हस्तियों ने भी मतदान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति एस्टेट में स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय में बने केन्द्र पर मतदान किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नॉर्थ एवेन्यू, पोलिंग बूथ पर लाइन में लगकर मतदान किया।   मतदान के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मतदान लोकतंत्र के लिए ऑक्सीजन के समान है। यह हमारे लोकतंत्र का स्तंभ भी है। यह सभी अधिकारों की जननी है और इससे बड़ा अधिकार कोई नहीं है। हर व्यक्ति को अपनी समझ, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों का ध्यान में रखते हुए मतदान अवश्य करना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने भी निर्माण भवन में बने केंद्र पर मतदान किया। मणिपुर के राज्यपाल और पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने अपनी पत्नी के साथ निर्माण भवन में स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटे के साथ अटल आदर्श विद्यालय, लोदी स्टेट में मतदान किया। मतदान केंद्र से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि लोगों को घर से बाहर निकल कर अधिक से अधिक संख्या में मतदान करना चाहिए। यह उनका सबसे बड़ा अधिकार है। दिल्ली के लोगों में बहुत उत्साह है। वे पानी, प्रदूषण और सड़क के मुद्दे पर बात रख रहे हैं। अगर वह इसका समाधान चाहते हैं तो मतदान करें। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल, माता-पिता और बच्चों के साथ लेडी इरविन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने एनडीएमसी के साइंस और ह्यूमैनिटी, तुगलक क्रीसेंट में मतदान किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता बृंदा करात व प्रकाश करात ने मतदान किया। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने भी अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। सांसद संजय सिंह ने भाई वीर सिंह मार्ग पर स्थित सेंट कोलंबस स्कूल में मतदान किया। दिल्ली के वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों में एक उत्साह है। लोकतंत्र के इस उत्सव के लिए उन्होंने अपने परिवार के साथ वोट डाला है। इसी बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि हम दिल्ली में सरकार बनाने जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News

पटना । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बिहार में हुई जाति जनगणना पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बिहार की जाति गणना नहीं देखें, बल्कि जातीय भागीदारी का सच अगर जानना है तो तेलंगाना में हुई जाति गणना को देखा जाए। उन्होंने देश स्तर पर तेलंगाना मॉडल को अपनाने की वकालत की। कहा कि देश स्तर पर जाति जनगणना कराने की जरूरत है।वह बुधवार को पटना में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौैधरी की 130वीं जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।   राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि भारत के पॉवर स्ट्रक्चर जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कारपोरेट या ज्यूडिशरी में दलित वर्ग की कितनी भागीदारी है? भाजपा रिप्रेजेंटेशन की बात करती है, लेकिन भागीदारी के बिना रिप्रेजेंटेशन का कोई मतलब नहीं है। ये बिलकुल ऐसा ही है जैसे मैंने आपके बीच में से पांच लोगों को स्टेज पर बैठा दिया, लेकिन उनके फैसले कहीं और से लिए जा रहे हैं। मोदी सरकार में भी यही हो रहा है कि आप लोगों को मंत्री बना देते हैं, लेकिन ओएसडी तो इन्हीं के विचारधारा से आते हैं। उन्होंने कहा कि हम आंबेडकर और जगलाल चौधरी के विचार और उसूलों की बात करते हैं। लेकिन सवाल है कि आंबेडकर और जगलाल चौधरी के जो विचार थे, वे कहां से आते थे? सच्चाई ये है कि दलितों के दिल में जो दुख और दर्द था, अंबेडकर और जगलाल चौधरी ने उस आवाज को उठाया था। राहुल गांधी ने कहा कि देश की 200 बड़ी कम्पनियों में एक भी दलित, ओबीसी, आदिवासी नहीं हैं। 90 लोग हिन्दुस्तान का बजट निर्धारण करते हैं। इन लोगों में सिर्फ तीन दलित हैं। जो तीन अफसर हैं, उनको छोटे -छोटे विभाग दे रखे हैं। सरकार यदि अगर 100 रुपये खर्च करती है तो उसमे एक रुपये का निर्णय ही दलित अफसर लेते हैं। इसी तरह 50 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है। उस वर्ग से भी मात्र तीन अफसर हैं। दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग की भागीदारी 100 रुपये में सिर्फ छह फीसदी के बराबर है। उन्होंने कहा कि आबादी के अनुरूप सभी सेक्टरों में प्रतिनिधित्व के लिए सबसे जरूरी है कि जाति गणना कराई जाए। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद लीडरशिप के लेवल पर दलित, आदिवासी और पिछड़े को देखना है।   उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी का यह बयान बिहार में कांग्रेस की साझीदार राजद के लिए तनाव बढ़ाने वाली है। लालू यादव और तेजस्वी यादव अक्सर ही बिहार में हुई जाति गणना को अपनी बड़ी उपलब्धि बताते हैं। लेकिन अब राहुल गांधी ने इस पर उंगली उठाकर राजद के दावों को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है।    

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भनगर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर पूरी दुनिया को एकता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान किया। पावन डुबकी लगाने से पहले प्रधानमंत्री ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान वह रुद्राक्ष की माला का जप करते भी नजर आए। मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की अराधना करते हुए उन्होंने पावन डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने गंगा पूजन और आरती भी की। इससे पूर्व प्रधानमंत्री के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।विधिवत किया पूजन अर्चनत्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत पू्जा अर्चना की। संगम में उतरने से पहले पीएम ने सबसे पहले आस्था के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया, फिर सूर्य को अर्घ्य दिया और तर्पण भी किया। संगम स्नान के बाद उन्होंने पूरे विधि विधान से पूजन अर्चन भी किया। काले कुर्ते और भगवा पटके व हिमांचली टोपी पहने पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच संगम त्रिवेणी में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की। इसके बाद उन्होंने संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी। वहा मौजूद तीर्थ पुरोहित ने उनका टीका लगाकर अभिनंदन किया। पूजन अर्चन के बाद पीएम मोदी, मुख्यमंत्री के साथ उसी बोट पर बैठकर वापस हेलीपैड की ओर रवाना हो गए।विशेष योग में किया स्नानमहाकुम्भ में जहां दुनिया भर के श्रद्धालुओं का समागम हो रहा है, वहां प्रधानमंत्री ने पावन डुबकी के माध्यम से पूरी दुनिया को एक भारत श्रेष्ठ भारत और वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया। बुधवार को पीएम मोदी का संगम स्नान बहुत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण रहा। इस दौरान विशिष्ट योग का भी संयोग रहा। दरअसल, बुधवार का दिन विशेष था, क्योंकि हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय गुप्त नवरात्रि चल रही है और बुधवार को भीष्माष्टमी भी थी। गुप्त नवरात्रि पर जहां देवी पूजन किया जाता है तो वहीं, भीष्माष्टमी पर श्रद्धालु अपने पुरखों का तर्पण और श्राद्ध भी करते हैं।प्रयागराज पहुंचने पर सीएम योगी ने किया स्वागतप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वह एमआई-17 हेलिकॉप्टर में बैठकर डीपीएस हेलिपैड पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत और अभिनंदन किया। यहां से प्रधानमंत्री अरैल घाट पहुंचे, जहां से विशेष बोट पर सवार होकर उन्होंने त्रिवेणी संगम का रुख किया। बोट पर उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री महाकुम्भ में की गई व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं के विषय में सीएम योगी से जानकारी लेते हुए भी दिखाई दिए। बोट से भ्रमण के दौरान पीएम ने त्रिवेणी संगम में मौजूद श्रद्धालुओं का भी अभिवादन स्वीकार किया।पीएम की मौजूदगी में भी चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नानप्रधानंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे। पीएम मोदी के आगमन के बावजूद लोगों को स्नान करने से रोका नहीं गया था। वीवीआईपी मूवमेंट के बाद भी कहीं कोई गतिरोध उत्पन्न नहीं हुआ और एक तरह से पीएम मोदी और अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ ही त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इससे श्रद्धालु भी प्रसन्न नजर आए और संगम तट पर लाखों लोगों की मौजूदगी में हर हर गंगे और मोदी-मोदी के जयकारे गुंजायमान होते रहे। उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुम्भ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इसी का नतीजा है कि मात्र 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ श्रद्धालु संगम में पावन डुबकी लगा चुके हैं।13 दिसंबर को पीएम मोदी ने की थी कई परियोजनाओं की शुरुआतइससे पूर्व पीएम मोदी ने महाकुम्भ की शुरुआत से एक माह पूर्व 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी। इसमें यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और डेवलपमेंट के साथ-साथ आरओबी फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की प्रमुख परियोजनाएं सम्मिलित थीं। इसके अतिरिक्त, स्थायी घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल सुविधाओं के साथ विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था। यही नहीं, पीएम मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी शुभारंभ किया था। इन परियोजनाओं और कॉरिडोर के शुभारंभ का उद्देश्य न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ के अनुभव को यादगार बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को प्रगति की नई दिशा दिखाना भी था।

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भनगर । भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद वहां के विहंगम दृश्य को देखकर भूटान नरेश काफी अ​भिभूत दिखे।भूटान नरेश ने संगम नोज पर बने जेटी पर खड़े होकर पक्षियों को दाना भी खिलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जगद्गुरू सतुआ बाबा, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व प्रदेश सरकार के मंत्री नन्द गोपाल नंदी भी मौजूद रहे। संगम स्नान के बाद भूटान नरेश अक्षयवट का दर्शन करेंगे।लखनऊ से विशेष विमान से भूटान नरेश मंगलवार को सुबह प्रयागराज के बमरोली एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोट पर उतरने के बाद भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। बमरौली एयरपोर्ट से भूटान नरेश हेलीकाप्टर से अरैल पहुंचे। यहां से वह संगम पहुंचकर स्नान किया।        

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में केन्द्र सरकार की ओर से चलाई गई योजनाओं और कार्यों से देश के राजस्व को हुए फायदे और गरीबों को मिले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के समय 1 में से 15 पैसे ही जनता तक पहुंचते थे लेकिन अब उनकी सरकार में गरीबों को उनका हक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों को झूठे नारे नहीं, बल्कि सच्चा विकास दिया है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का उत्तर देते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी के जातिगत मुद्दे उठाए जाने पर भी पलटवार किया और बताया कि उनकी सरकार कैसे देश की एकता बनाए रखते हुए समावेशी विकास के लिए कार्य कर रही है। उनकी सरकार संविधान की भावना लेकर चलती है और उनकी पार्टी जहर की राजनीति नहीं करती। उन्होंने कहा कि देश की एकता हमारे लिए सर्वोपरि है। इसीलिए हमने स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाई है।प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की ओर से ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने का भी उल्लेख किया और कहां की जिन लोगों को आज जातिवाद में मलाई दिखती है उन लोगों को उसे समय ओबीसी की याद नहीं आई।प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में मान्य विपक्ष नहीं होने के बावजूद संविधान की भावना को बनाए रखते हुए कई महत्वपूर्ण समितियां में नेता विपक्ष से जुड़ी बाध्यता दूर किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव आयोग में नियुक्ति केवल प्रधानमंत्री ही अपने स्तर पर कर दिया करते थे लेकिन उनकी सरकार ने आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में विपक्ष के नेता को भी शामिल कराया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का हमेशा से प्रयास कर रहा है कि योजनाओं का साथ प्रतिशत लाभ लाभार्थियों तक पहुंचे। लेकिन पिछली सरकारों का मॉडल तुष्टिकरण की राजनीति का रहा है। देश को विकसित बनाने के लिए तुष्टीकरण से मुक्ति पानी होगी और इसके लिए हमने संतुष्टीकरण का रास्ता चुना है। हर समाज हर वर्ग के लोगों को उनका हक मिलना चाहिए।इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी के बयान पर निशाना साधा और कहा कि एक महिला राष्ट्रपति का सम्मान नहीं किया गया। यह राजनीतिक हताशा का परिणाम है। उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर गांधी परिवार के तीन सदस्यों सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के संसद में बैठने पर भी कटाक्ष किया और कहा कि क्या एससी और एसटी परिवारों से एक ही समय में संसद के तीन सदस्य रहे हैं।प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के विदेश नीति पर बोलने पर भी कड़ा प्रहार किया और कहा कि उन्हें ‘जेएफसी फॉरगॉटेन क्राइसिस’ नामक पुस्तक पढ़नी चाहिए जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के कार्यकाल में विदेश नीति की क्या स्थिति थी इसका वर्णन है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का भी उल्लेख किया और कहा कि 7 दशक तक वहां के लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखा गया।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार युवा भविष्य के लिए काम कर रही है लेकिन कुछ दल वादा करके उन्हें पूरा नहीं करते। इस संदर्भ में उन्होंने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह दल युवाओं के भविष्य पर ‘आप-दा’ बनकर गिरे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले अखबारों की हेडलाइन घोटाले से जुड़ी होती थी लेकिन अब लाखों करोड़ों रुपये की बचत हो रही है और इन पैसों का उपयोग ‘शीश महल’ बनाने के लिए नहीं किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने बजट से जुड़ी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2014 तक 2 लाख तक की आय कर मुक्त होती थी लेकिन आज 12 लाख रुपये तक की आय करमुक्त है। प्रधानमंत्री ने डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें नल से शुद्ध जल मिलने के कारण लोगों के बीमारियों पर होने वाले खर्चे में औसत 40 हजार की कमी आई है। उन्होंने विश्व कैंसर दिवस पर लांसेट जनरल की एक रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि आयुष्मान योजना के चलते गरीब परिवार कैंसर का शीघ्र उपचार कर पा रहे हैं।          

Kolar News

Kolar News

भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शायर अंजुम बाराबंकवी, भगवान श्रीराम पर केंद्रित गजलों की एक किताब लिख रहे हैं। इसमें 51 गजलें शामिल होंगी। अंजुम ने इस श्रृंखला की एक गजल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजी तो वे भी गजलें पढ़कर न केवल उनके मुरीद हो गए, बल्कि उन्होंने शायर अंजुम बाराबंकवी को एक पत्र लिखकर उनकी तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के पत्र से शायर अंजुम बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से उक्त जानकारी साझा करते हुए बताया कि मेरे जीवन पर श्रीराम का बड़ा प्रभाव है। इसलिए उन पर गजल लिखी है और आगे भी लिखेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीराम का व्यक्तित्व मुझे बचपन से ही प्रभावित करता रहा है। राम भले ही पुत्र के रूप में हो, भाई के रूप में हो या पति के रूप में हो या फिर वह राजा के रूप में राम हों। उन्होंने जो मानक स्थापित किए हैं, वह कोई और नहीं कर सकता हैं। अंजुम ने बताया कि उन्होंने नौ जनवरी को प्रधानमंत्री को स्पीड पोस्ट से यह गजल भेजी थी... दूर लगते हैं मगर पास हैं दशरथ नन्दन... मेरी हर साँस का विश्वास हैं दशरथ नन्दन... दिल के काग़ज़ पे कई बार लिखा है मैंने... इक महकता हुआ अहसास हैं दशरथ नन्दन... दूसरे लोगों के बारे में नहीं जानता हूँ... मेरे जीवन में बहुत ख़ास हैं दशरथ नन्दन... और कुछ दिन में समझ जाएगी छोटी दुनिया... हम ग़रीबों की बड़ी आस हैं दशरथ नन्दन... आप इस तरह समझ लीजिए मेरी अपनी... ज़िन्दगी के लिए मधुमास हैं दशरथ नन्दन... ये जो दौलत है मेरे सामने मिट्टी भी नहीं... मेरी क़िस्मत के मेरे पास हैं दशरथ नन्दन... मेरी ये बात भी जो चाहे परख सकता है... सच के हर रूप के अक्कास हैं दशरथ नन्दन... प्रधानमंत्री मोदी ने 27 जनवरी को शायर अंजुम को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की एक वर्ष पूर्ण होने पर अपनी प्रसन्नता को राम गजल में लिखकर अभिव्यक्त करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। गजल में प्रभु श्रीराम के प्रति अपने प्रेम को आपने बहुत सुंदर ढंग से दर्शाया है। प्रभु श्रीराम साक्षात धर्म के यानी कर्तव्य के सजीव रूप हैं। अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व के भाव के साथ, अमृत काल में एक भव्य और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हम अग्रसर हैं। मुझे विश्वास है कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास राष्ट्र को नई ऊंचाइंयों तक पहुंचाएंगे। अक्टूबर में आएगी "राम गजलें'' शायर अंजुम बाराबंकवी ने बताया कि मैंने ये गजल जून 2024 में लिखी थी, जो कई जगह प्रकाशित हुई थी। इस साल अक्टूबर में इसकी पुस्तक आएगी जिसका नाम है राम गजलें। इसमें श्रीराम पर 51 गजलें होंगी, जो राम के चारित्र पर केंद्रित हैं।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच आज दिल्ली के स्कूली बच्चों से मुलाकात की। बच्चों से बातचीत में प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी सरकार पर शिक्षा क्षेत्र में बेईमानी करने का आरोप लगाया।प्रधानमंत्री ने कहा, मैंने सुना है कि दिल्ली में वे (आम आदमी पार्टी सरकार) बच्चों को 9वीं कक्षा के बाद आगे नहीं जाने देते हैं। केवल उन्हीं बच्चों को आगे जाने दिया जाता है, जिनको पास होने की गारंटी होती है। क्योंकि अगर उनका रिजल्ट खराब आया तो उनकी सरकार की इज्जत खराब हो जाएगी। इसलिए बहुत बेईमानी का काम होता है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सदस्य एवं फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन ने आरोप लगाया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है। जया बच्चन ने साेमवार काे संसद परिसर में मीडियाकर्मियों से कहा कि महाकुंभ में गरीबों और आम आदमी की कोई सहायता नहीं की जा रही है और न ही उसके लिए कोई व्यवस्था की जा रही है। बच्चन ने आरोप लगाया कि भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के शवों को नदी में फेंक दिया गया है, जिससे जल प्रदूषित हो गया है। उल्लेखनीय है कि सपा महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को जोर-शोर से उठा रही है। मेला प्रशासन के मुताबिक भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई और 60 के करीब लोग घायल हैं। जया बच्चन ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार आंकड़े छिपा रही है।

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । पंचाक्षरी मंत्र की अनुगूंज, मधुर भजन स्वर लहरी, हर-हर गंगे के जयघोष के मध्य कुम्भ के तीसरे अमृत (शाही) स्नान बंसत पंचमी पर्व पर सोमवार को अखाड़ों और नागा संन्यासियों की अवधूती शान से संगम पर सनातनी आस्था का वैभव मुखर हो उठा। उमंग-उत्साह के बीच बैरागी अखाड़ों के वैराग्य का रंग और नागा संन्यासियों का आकर्षण अलग अलौकिक आध्यात्म की अनुभूति करा रहा था।   महाकुम्भ के अंतिम एवं तीसरे अमृत स्नान के मौके पर प्रयागराज में करोड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। देश के कोने-कोने से यहां पहुंचे अलग-अलग वेशभूषा, बोलचाल, रंग-ढंग के लोगों ने भावनात्मक एकता का शानदार परिचय दिया। बसंत पंचमी के दौरान प्रयागराज की सर्दी श्रद्धालुओं की आस्था के आड़े न आ सकी। आधी रात से संगम में श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने के लिए जुटने लगे थे। ये सिलसिला भाेर से लेकर दिनभर चला और अभी भी जारी है।  मेला प्रशासन ने बताया कि 02 फरवरी की रात्रि से बसंत पंचमी के स्नान मुहूर्त आरंभ हो गया। इस दौरान 40 घाटों पर शाम 06 बजे तक 2.33 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे। अभी रात्रि तक स्नान जारी रहेगा। श्रद्धालु लगातार स्नान कर रहे हैं।   तीसरे अमृत स्नान पर अखाड़ों के साधु-संत निर्धारित क्रम एवं समय के अुनसार गाजे-बाजे के साथ संगम तट की ओर प्रातः 4 बजे बढ़े। साधु-संतों और नागा साधुओं की झलक देखने के लिए लाखों श्रद्धालु मार्ग में खड़े थे। साधु-संतों और नागाओं को देखते ही श्रद्धालुओं की भीड़ हर-हर महादेव का जयकारा जोर से लगाती रही। हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ अखाड़ों ने अंतिम और तीसरा शाही स्नान किया।   इस अखाड़े ने किया पहला स्नान वर्षों से चली आ रही परम्परा को इस बार भी दोहराया गया। महानिर्वाणी एवं शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा को स्नान का पहला अवसर मिला। ऐसे में आज सुबह 5 बजे पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने अमृत स्नान किया। इसके पीछे अब निरंजनी अखाड़ा, आनन्द अखाड़ा, जूना अखाड़ा, दशनाम आवाहन अखाड़ा और पंचाग्नि अखाड़ा, पंच निर्मोही, पंच दिगंबर, पंच निर्वाणी, अनी अखाड़ा, नया उदासीन अखाड़ा बड़ा उदासीन व अन्य अखाड़े अमृत स्नान कर रहे हैं।   हेलिकाप्टर से पुष्पवर्षा, अभिभूत हुए संत, संन्यासी व श्रद्धालु महाकुम्भ के अंतिम अमृत स्नान में संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई। हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई। पुष्प वर्षा की शुरुआत सुबह 6.30 बजे से ही हो गई और सायं तक चलती रही, जब तक अखाड़ों का अमृत स्नान जारी रहा। गुलाब की पंखुड़ियों की आसमान से हो बारिश देख संगम तट पर मौजूद नागा संन्यासी, संत समाज और श्रद्धालु अभिभूत हो गए। हर तरफ जय श्री राम और हर हर महादेव का उद्घोष आरम्भ हो गया। महाकुम्भ के सभी तीनों अमृत स्नान पर अखाड़ों के संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई है।   मुख्यमंत्री योगी ने दी बधाई महाकुम्भ में पवित्र त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, सभी अखाड़ों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस महाकुम्भ को भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक मूल्यों को प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और इसके द्वारा समाज में शांति, समृद्धि और सद्भाव की भावना को साझा करने की शुभकामनाएं दीं।   ठंड पर भारी पड़ा आस्था का सैलाब गंगा-यमुना व अदृश्य सरस्वती के पावन संगम पर लोगों ने शुभ-मुहूर्त के शुभारम्भ से ही डुबकी लगानी शुरु कर दी थी। हल्के कोहरे तथा ठण्ड पर भी लोगों की आस्था का सैलाब भारी रहा। संगम क्षेत्र में रात्रि से ही आस्था और श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ने लगा। मौनी अमावस्या के दौरान हुए हादसे के बाद बसंत पंचमी पर हर श्रद्धालु में जबरदस्त जोश और उत्साह देखने को मिला। स्नान के बाद श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों के दान-पुण्य का कार्यक्रम जारी रहा। आस्था के जनसैलाब को दृष्टिगत रखते हुए मेला प्रशासन ने बड़ी ही चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था बनाए रखी। श्रृंग्वेरपुर से लेकर किला घाट तक गंगा, यमुना और संगम तट के दोनों तरफ 8 किमी में बनाए गये 40 सुगम घाटों पर खुले क्षेत्रों में लोगों ने स्नान किया। सुव्यवस्थित वेंडिंग जोन तथा सुगम यातायात व्यवस्था के प्रभाव से स्नानार्थियों का अवागमन व्यवस्थित एवं सुगम रहा। कहीं भी जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होने पाई। कम से कम पैदल दूरी पर चलकर श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मेला क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली। मेला प्रशासन पूरी तैयारी के साथ चप्पे-चप्पे पर नज़र रख रहा है। श्रद्धालुओं को विनम्रता के साथ मार्गदर्शन करते हुए सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।   सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद तीसरे अमृत स्नान में मेला प्रशासन सर्तकता बरत रहा है। मेला प्रशासन ने तीसरे अमृत स्नान के लिए स्पेशल प्लान बनाया है। इसमें सभी श्रद्धालुओं के लिए वनवे रूट की व्यवस्था की गयी। त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेड तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी गई है। श्रद्धालुओं को संगम या अन्य घाटों तक पहुंचने में दिक्कत ना हो, इसके प्रबंध किए गए हैं। प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए 15 मोटर साइकिल दस्ते तैनात किए गए हैं। प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स के बैरियर पर सीएपीएफ और पीएसी का इंतजाम किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है। इसके अलावा पांटून पुलों पर मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने पाए, इसके भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।   अब तक 37 करोड़ लगा चुके आस्था की डुबकी 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुम्भ मेले में सोमवार तक 37 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। सोमवार सांय 6 बजे तक 2.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

Kolar News

Kolar News

कुआलालंपुर । भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप 2025 का खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम को 9 विकेट से हराया। भारत ने लगातार दूसरी बार अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2023 में हुई थी। पहले ही संस्करण में भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने शेफाली वर्मा की कप्तानी में जीत हासिल की थी। अब दो साल बाद दूसरे संस्करण में निकी प्रसाद की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की है।   कुआलालंपुर के बयूमास ओवल में रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 82 रन पर ऑलआउट हो गई। इससे भारतीय महिला अंडर 19 टीम को जीत के लिए 83 रनों का लक्ष्य मिला। जवाब में भारतीय टीम ने 11.2 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाते हुए मुकाबला अपने नाम किया और ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम की जीत में गोंगाडी तृषा ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए पहले गेंदबाजी में तीन विकेट लिए, फिर बल्ले से नाबाद 44 रन भी बनाए। 83 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने अच्छी शुरुआत की और चार ओवर में टीम का स्कोर 36 रन पहुंचा दिया। पांचवें ओवर में जी कमलिनी के रूप में भारतीय टीम को पहला झटका लगा। कमलिनी 8 रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद भारतीय टीम का कोई और विकेट नहीं गिरा और लक्ष्य को 11.2 ओवर में आसानी से हासिल कर लिया। गोंगाडी तृषा 33 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 44 रन और सानिका चाके 22 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से एकमात्र विकेट कायला रेनेके ने लिया। इससे पहले फाइनल में पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे दूसरे ही ओवर में पहला झटका लगा। सलामी बल्लेबाज सिमोन लॉरेन्स बिना खाता खोले बोल्ड हो गईं। फिर 20 रन के स्कोर पर दूसरी सलामी बल्लेबाज जेम्मा बोथा भी पवेलियन लौट गईं। बोथा ने तीन चौके की मदद से 14 गेंदों पर 16 रन बनाए। 20 रन के स्कोर पर ही दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका लगा। दियारा रामलाकन 3 रन बनाकर बोल्ड हो गईं। दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम के विकेट्स गिरने का सिलसिला जारी रहा और पूरी टीम 20 ओवर में 82 रन पर ऑलआउट हो गई। कप्तान कायला रेनेके 7 रन, काराबो मेसो 10 रन, मीइके वान वूर्स्ट 23 रन, फाय कॉलिंग ने 15 रन बनाए। सेशनी नायडू, एश्ले वैन विक और मोनालिसा लेगोडी खाता भी नहीं खोल सकीं।   भारत की ओर से गोंगाडी त्रिशा ने 3 विकेट, वैष्णवी शर्मा, परुणिका सिसोदिया और आयुषी शुक्ला ने क्रमश: 2-2 विकेट अपने नाम किए। शबनम शकील के खाते में एक विकेट आया।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपनी हार को देखते हुए हर घंटे झूठी घोषणाएं कर रही है। दिल्ली में वोटिंग से पहले ही झाड़ू के तिनके बिखर रहे हैं। पार्टी के नेता उसे छोड़कर जा रहे हैं। पार्टी अब जनता के सामने बेनकाब हो गई है।   प्रधानमंत्री मोदी रविवार को दिल्ली में आरके पुरम सेक्टर 12 में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 8 फरवरी के बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी और अगले महीने इसी दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। 8 मार्च तक दिल्ली की बहनों के खातों में ढाई हजार रुपये पहुंचाना शुरू हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वसंत पंचमी से मौसम में बदलाव होना शुरू होता है। तीन दिन बाद 5 फरवरी को दिल्ली में विकास का नया वसंत आने वाला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 11 साल बर्बाद कर दिए हैं। वे दिल्ली वालों को गारंटी देते हैं कि उनकी हर मुसीबत और हर परेशानी को समाप्त करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के हर परिवार को खुशहाल करना डबल इंजन सरकार का लक्ष्य है। वह चाहते हैं कि दिल्ली इस बार भाजपा को मौका दे। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट से मध्यम वर्ग राहत महसूस कर रहा है। हमारी सरकार ने 12 लाख रुपये तक की आमदनी को कर मुक्त कर दिया है। इससे मध्यम वर्ग के हजारों रुपये बचेंगे। भाजपा मध्यम वर्ग को सम्मान देती है और ईमानदार करदाताओं को पुरस्कार देती है।  

Kolar News

Kolar News

आहवा । डांग जिले के सापुतारा घाटी में रविवार तड़के भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए। नासिक की ओर से आ रही बस डांग-आहवा जिले के सापुतारा से ढाई किलोमीटर दूर मालेगाम फॉरेस्ट गेस्टहाउस के सामने 35 फीट गहरी खाई में गिर गई। बस में मध्यप्रदेश के 48 तीर्थयात्री सवार थे जो विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए निकले थे। जानकारी के अनुसार सापुतारा के समीप निजी बस 35 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 2 महिला और 3 पुरुषों की मौत हो गई। मृतकों में रतनलाल जाटव (ड्राइवर), भोलाराम कोसवा, बीजरोनी यादव (पप्पू), गुड्डी राजेश यादव, कैलाशबाई बिरपाल यादव के नाम शामिल है।   वहीं, 35 घायलों में कुछ को गंभीर चोट लगी है। घायल एक व्यक्ति को रेफर किया गया है। वहीं अन्य घायलों को समीप के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद जिला प्रशासन की ओर से सतर्कता बरतते हुए खाई में भी खोजबीन शुरू की गई।   जानकारी के अनुसार सभी यात्री धार्मिक प्रवास के लिए 23 दिसंबर को मध्यप्रदेश के गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिले से चार निजी बसों के जरिए उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के धार्मिक स्थलों की ओर रवाना हुए थे। इनमें से एक बस रविवार सुबह हादसे का शिकार हो गई। हादसे में बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।       

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में शनिवार को बजट पेश करने के दौरान समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दल के सदस्यों ने महाकुंभ के दौरान भगदड़ की घटना का विरोध जताया और चर्चा की मांग की। हंगामे और नारेबाजी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट की शुरुआत की। नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन से सांकेतिक बहिर्गमन किया।सीतारमण ने पूर्वाह्न 11 बजे लोकसभा में बजट पेश किया। उनके बजट भाषण शुरू करते ही विपक्ष की ओर से महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा उठाया गया। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की ओर से इस मुद्दे को राष्ट्रपति के आभिभाषण में चर्चा के दौरान उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक बजट के दौरान ऐसा नहीं हुआ है। विपक्ष ने उनकी बात को अनसुना किया और सपा सदस्य सदन के बीचों-बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। बाद में विपक्ष ने सदन से सांकेतिक बहिर्गमन किया। विपक्ष के बहिर्गमन में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं रही।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किये गये केंद्रीय बजट को जनता जनार्दन का बजट बताया और कहा कि यह लोगों के हाथों में अधिक पैसा देगा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से केंद्रीय बजट 2025-26 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट बचत बढ़ाएगा, निवेश बढ़ाएगा, खपत बढ़ाएगा और विकास को भी आगे बढ़ाएगा। उन्होंने बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम को जनता का बजट पेश करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज भारत की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ये 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं का बजट है, ये हर भारतीय के सपनों को पूरा करने वाला बजट है। हमने कई सेक्टर युवाओं के लिए खोल दिए हैं। ये विकसित भारत के मिशन को ड्राइव करने वाला है, ये बजट फोर्स मल्टीप्लायर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट देशवासियों के सपनों को पूरा करने वाला है। हमने युवाओं के लिए कई सेक्टर खोले हैं। विकसित भारत के मिशन को आम नागरिक ही आगे बढ़ाने जा रहे हैं। यह बजट फोर्स मल्टीप्लायर है। यह बजट बचत, निवेश, खपत और ग्रोथ को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि आमतौर पर बजट का फोकस इस बात पर होता है कि सरकारी खजाना कैसे भरा जाएगा लेकिन यह बजट इसके ठीक उलट है। यह इस बात की मजबूत नींव रखता है कि आम आदमी की जेब कैसे भरी जाए, लोगों की बचत कैसे बढ़े और लोग विकास में भागीदार कैसे बनें। ये बजट इसकी एक बहुत मजबूत नींव रखता है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का फैसला ऐतिहासिक है। आने वाले समय में यह देश के विकास में असैन्य परमाणु ऊर्जा का बड़ा योगदान सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में हर तरह से रोजगार के सभी क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने ऐसे सुधारों की चर्चा करते हुए कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिए जाने से भारत में बड़े जहाजों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा, आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी। जहाज निर्माण सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर है। इसी तरह देश में पर्यटन की भी बहुत संभावनाएं हैं। 50 महत्वपूर्ण पर्यटन स्टेशनों पर होटल बनाए जाएंगे, पहली बार होटलों को इंफ्रास्ट्रक्चर के दायरे में लाने से पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा। इससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को ऊर्जा मिलेगी, जो रोजगार का बहुत बड़ा सेक्टर है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का निर्णय ऐतिहासिक है। आने वाले समय में यह देश के विकास में असैन्य परमाणु ऊर्जा का बड़ा योगदान सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश 'विकास भी, विरासत भी' के मंत्र को लेकर चल रहा है। इस बजट में इसके लिए बहुत महत्वपूर्ण और ठोस कदम उठाए गए हैं। इस बजट में एक करोड़ पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए 'ज्ञान भारत मिशन' को शुरू किया गया है। उन्होंने कह कि देश के एससी, एसटी, और महिला जो नए उद्यमी बनना चाहते हैं, उनके लिए बिना गारंटी के 2 करोड़ रुपये तक के लोन की योजना भी लाई गई है। इस बजट में न्यू एज इकोनॉमी को ध्यान में रखते हुए गिग वर्कर्स के लिए बहुत बड़ी घोषणा की गई है। पहली बार गिग वर्कर्स का ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और फिर उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025-26 में मध्‍यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया। वित्‍त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की सालाना इनकम को पूरी तरह से कर मुक्त करने का ऐलान किया। करदाताओं को टैक्‍स में यह छूट नई आयकर व्यवस्था में दी गई है।   वित्‍त मंत्री सीतारमण ने केंद्रीय बजट में मध्‍यम वर्ग को बड़ा तोहफा देते हुए कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अब 12 लाख रुपये तक की इनकम पर करदाताओं को कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। सीतारमण ने नई कर व्यवस्था में कर छूट के साथ आयकर स्लैब में बदलावों की भी घोषणा की। वित्‍त मंत्री ने कहा कि “पहले भरोसा करो, बाद में जांच करो” के दर्शन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए केंद्रीय बजट ने मध्यम वर्ग में विश्वास जगाया है और आम करदाता को कर के बोझ में राहत देने की प्रवृत्ति को जारी रखा है।   सीतारमण ने सभी करदाताओं को लाभ पहुंचाने के लिए कर स्लैब और दरों में व्यापक बदलाव का प्रस्ताव रखा। सीतारमण ने 12 लाख रुपये तक की सालाना आय को पूरी तरह से कर मुक्त किए जाने की घोषणा की है। इससे करदाताओं को 80 हजार रुपये की बचत होगी। वहीं, 18 लाख रुपये सालाना आय पर 70 हजार रुपये की बचत होगी, जबकि 12 लाख रुपये तक की इनकम पर अब कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। इसमें जब स्टैंडर्ड डिडक्शन को जोड़ देंगे तो वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए 12.75 लाख रुपये की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।   सीतारमण ने करदाताओं को खुशखबरी देते हुए कहा, "नई व्यवस्था के तहत 12 लाख रुपये (यानी पूंजीगत लाभ जैसी विशेष दर इनकम को छोड़कर प्रति माह 1 लाख रुपये की औसत आमदनी) तक कोई टैक्‍स देय नहीं होगा। वहीं, वेतनभोगी करदाताओं के लिए यह सीमा 75 हजार रुपये की मानक कटौती के कारण 12.75 लाख रुपये होगी।" उन्होंने कहा कि स्लैब दर में कमी के कारण लाभ के अलावा कर छूट इस तरह से प्रदान की जा रही है कि उन्हें कोई कर देय नहीं है।   वित्‍त मंत्री ने कराधान सुधारों को विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए प्रमुख सुधारों में से एक बताते हुए कहा कि नया आयकर विधेयक ‘न्याय’ की भावना को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था करदाताओं और कर प्रशासन के लिए समझने में आसान होगी, जिससे कर निश्चितता होगी और मुकदमेबाजी कम होगी। इनकम टैक्‍स छूट के ऐलान के बाद 12 लाख रुपये तक नहीं लगेगा कोई टैक्स संसद में पेश केंद्रीय बजट 2025-26 में 12 लाख रुपये तक की आमदनी पर अब आयकर नहीं देना होगा। इसको जब स्टैंडर्ड डिडक्शन जोड़ देंगे तो वेतनभोगी लोगों के लिए 12.75 लाख रुपये की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वित्त मंत्री ने नए टैक्स स्लैब की घोषणा करते हुए कहा कि इससे मध्यम वर्ग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।   ये है नया टैक्‍स स्‍लैब- 0-4 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। 4-8 लाख रुपये की आय पर अब 5 फीसदी टैक्‍स लगेगा। 8-12 लाख रुपये की आय पर 10 फीसदी टैक्‍स। 12-16 लाख रुपये की आय पर 15 फीसदी टैक्‍स। 16-20 लाख रुपये की आय पर 20 फीसदी टैक्‍स 20-24 लाख रुपये की आय पर 25 फीसदी टैक्‍स 24 लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 फीसदी टैक्‍स।   इनकम टैक्‍स एक्‍सपर्ट अमित रंजन ने कहा कि वित्‍त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2025-26 में आयकर में छूट देने और नए टैक्‍स स्‍लैब की जो ऐलान किया है इसका फायदा नई कर व्यवस्था अपनाने वाले करदाताओं को ही होगा। उन्‍होंने कहा कि 12 लाख रुपये तक की कर योग्य इनकम वालों को आयकर में 80 हजार रुपये का फायदा होगा। वहीं, 18 लाख रुपये तक की कर योग्य आय वालों को इनकम टैक्स में 70 हजार रुपये का फायदा होगा। इसी तरह 25 लाख रुपये तक की कर योग्य आय वालों को इनकम टैक्स में 1.10 लाख रुपये का फायदा होगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बजट सत्र से पूर्व आशा व्यक्त की कि सरकार और संसद देश की आकांक्षाओं के बजट सत्र में खरे उतरेंगे। साथ ही उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि इस बार संसद सत्र के पूर्व विदेश से चिंगारी लगाने की कोई कोशिश नहीं हुई।प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र के आरंभ से पूर्व परंपरागत तौर पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार और संसद देश की आशा-आकांक्षाओं के बजट सत्र में खरे उतरेंगे। साथ ही इस बजट सत्र में सभी सांसद विकसित भारत को मजबूती देने के लिए अपना योगदान देंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य की शुरुआत में महालक्ष्मी को प्रणाम किया और धन, संपदा और समृद्धि की देवी लक्ष्मी सब पर कृपा करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि मां लक्ष्मी हमें सिद्धि, विवेक, समृद्धि और कल्याण देती हैं। “मैं प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे।”अपने तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र और बजट लोगों में एक नया विश्वास पैदा करेगा और नई ऊर्जा देगा। वह विश्वास से कह सकते हैं कि 2047 में आजादी के 100 साल होने पर विकसित भारत संकल्प पूरा होगा।अपने भाषण के अंत में उन्होंने भारतीय राजनीति में विदेशी दखल पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “2014 से लेकर अब तक शायद ये पहला संसद का सत्र है, जिसके एक दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है, विदेश से आग लगाने की कोशिश नहीं हुई है। मैं 2014 से देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कोई कमी नहीं है।”प्रधानमंत्री ने कहा कि नवाचार समावेशन और निवेश लगातार हमारी आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार रहे हैं। इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक विधायकों पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाले कानून बनेंगे। विशेषकर नारी शक्ति के गौरव को पुनः प्रस्थापित करना, पंथ-संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन और समान अधिकार मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह सत्र विशेष कर युवा सांसदों के लिए अपनी बात रखने का यह महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा। सदन में युवा सांसद जितनी जागरुकता और भागीदारी बढ़ाएंगे, विकसित भारत के फल उनकी नजर के सामने देखने को मिलेंगे। इसलिए युवा सांसदों के लिए ये एक अनमोल अवसर है।

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का साक्षी बनने और इस समृद्ध विरासत की एक झलक देखने की लालसा केवल भारतीयों में ही नहीं, दुनिया भर के लोगों में है। यही कारण है कि सकल विश्व से लोग महाकुम्भ के महाआयोजन का साक्षी बनने स्वतः ही खिंचे चले आ रहे हैं। इसी क्रम में, कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल होता है जिसमें एक विदेशी शख्स भंडारे से मिला खाना बड़े चाव से खाता दिखता है और लोग उसे हैरी पॉटर की संज्ञा देते हुए प्रचारित करना शुरू कर देते हैं।   सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में हैरी पॉटर फेम यह शख्स कोई और नहीं, इटली के निकोलो ब्रुग्नारा हैं। महाकुम्भ में मिल रहे फेम का आनंद लेते हुए निकोलो महाकुम्भ, यूरोप, भारत, योग और योगी सरकार के बारे में भी कई बातें बताते हुए मुक्त कंठ से तारीफ करते हुए नहीं थकते हैं।-कौन हैं निकोलो ब्रुग्नारा निकोलो इटली की न्यूज एजेंसी द्वारा बतौर कैमरामैन महाकुम्भ मेला कवर करने आए हैं और यहां महाकुम्भ पर बन रही एक डॉक्यूमेंटरी का भी हिस्सा हैं। वह आए तो थे महाकुम्भ की खबरें कवर करने, तस्वीरें खींचने। मगर अब खुद खबर बन गए हैं और इसका कारण सोशल मीडिया से मिल रही पॉपुलैरिटी है। लोग उनके साथ सेल्फी लेने, रील्स बनाने और इंटरैक्ट करने को बेताब हैं और निकोलो ने खुद कभी नहीं सोचा था कि अपने देश से दूर वह इस तरह फेमस हो जाएंगे।-महाकुम्भ और भारत को लेकर कही बड़ी बात निकोलो ब्रुग्नारा खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि इटली से वह महाकुम्भ की कवरेज करने आए। उनके अनुसार, एक सीमित क्षेत्र में करोड़ों लोगों का यूं जुटना, स्नान-पूजन व ध्यान करना और छिटपुट घटनाओं के इतर इतने समायोजित तरीके से पूरी प्रक्रिया का प्रबंधित होना किसी अचरज से कम नहीं है। उनके अनुसार, भारत की महानता इसी बात में है कि भारत सबको बड़े प्यार से अपना अंग बना लेता है। यहां करोड़ों लोग जिस प्रकार स्वयं जुटकर शांतिपूर्वक पूजा-अराधना कर रहे हैं यह अकल्पनीय दृष्य है। उनका मानना है कि यूरोप में तो इस तरह के दृष्य के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है, क्योंकि आबादी के साथ ही व्यवहार के लिहाज से भी यूरोपीय देशों के लिए इतने विशाल जनसमुद्र को समायोजित करना असम्भव है।-योगी सरकार जो कर रही, वह सबके बस की बात नहीं निकोलो ने महाकुम्भ के आयोजन को लेकर डबल इंजन की सरकार और विशेषकर योगी सरकार व स्थानीय मेला प्रशासन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह खुद योग प्रैक्टिशनर हैं और उन्हें पता है कि योग की शक्ति से क्या कुछ नहीं हो सकता। सीएम योगी की कार्यप्रणाली से प्रभावित दिखे निकोलो का मानना है कि जो योगी कर सकते हैं वह किसी और के बस की बात नहीं है।-कभी नहीं सोचा था अपने देश से दूर इस तरह मिलेगी पॉपुलैरिटी निकोलो को इस बात पर अचरज है कि उन्होंने तो कभी खुद की तुलना हैरी पॉटर का किरदार निभाने वाले एक्टर डैनियल रैडक्लिफ से नहीं की। उनके अनुसार, डैनियल से कहीं ज्यादा सुंदर तो वह खुद हैं, मगर सोशल मीडिया पर भंडारे का खाना खाते किसी शख्स ने उनका वीडियो वायरल कर दिया और तभी से वह हैरी बनकर महाकुम्भ में जादुगरी के मिथकीय विश्वविद्यालय हॉगवर्ड्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। निकोलो महाकुम्भ यह सोचकर आए थे कि उनकी खींची तस्वीरें उन्हें प्रसिद्धि दिलाएगी। मगर, महाकुम्भ में मिल रही पॉपुलैरिटी को चमत्कार मानते हुए निकोलो का कहना है कि उन्होंने कभी इस तरह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनने की बात नहीं सोची थी। उनके अनुसार, लोगों से मिल रहा प्यार अभिभूत कर देने वाला है। उन्होंने किस्से-कहानियों में सुना था कि भारत चमत्कार का देश है और अब एक चमत्कार ने ही उनकी जिंदगी बदलकर रख दी है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज कहा कि मेरी सरकार भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना तेज गति से काम हो रहा है। आज देश बड़े निर्णयों और नीतियों को असाधारण गति से लागू होते देख रहा है। उन्होंने संसद के संयुक्त सत्र के संबोधन में इस पर प्रसन्नता व्यक्त की।उन्होंने कहा कि अभी दो महीने पहले ही हमने अपने संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया और कुछ दिन पहले ही भारत गणराज्य ने 75 वर्ष की यात्रा पूरी की है। उन्होंने सभी लोगों की ओर से बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान निर्माण में शामिल सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में देश में हो रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आज वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी अनेक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पिछले छह महीने में 17 नई वंदे भारत ट्रेनें और एक नमो ट्रेन शुरू की गई है। एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ (संशोधन) विधेयक की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। पिछले एक दशक में मेरी सरकार ने विकसित भारत की यात्रा को नई ऊर्जा दी है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व चल रहा है। महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई है। उन्होंने मौनी अमावस्या पर हुए हादसे पर दुख जताया और अपनी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना का विस्तार करते हुए तीन करोड़ अतिरिक्त परिवारों को नए घर देने का निर्णय लिया गया है। जनजातीय समाज के पांच करोड़ लोगों के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान प्रारंभ हुआ है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा देने का फैसला हुआ है। सरकार ने युवाओं की शिक्षा और उनके लिए रोजगार के नए अवसर तैयार करने पर विशेष फोकस किया है।उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के नेतृत्व में देश को सशक्त बनाने में विश्वास करती है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 91 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को सशक्त किया जा रहा है। हमारी बैंकिंग और डिजी पेमेंट सखियां दूरदराज के इलाकों में लोगों को वित्तीय व्यवस्था से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आज हमारा युवा स्टार्टअप्स, स्पोर्ट्स से लेकर स्पेस तक हर फील्ड में देश का नाम रोशन कर रहा है।राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए आधुनिक शिक्षा व्यवस्था तैयार कर रही है। भारत की टीमों ने चाहे ओलंपिक हो, या फिर पैरालंपिक, हर जगह बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत के योगदान को आगे बढ़ाते हुए “इंडिया एआई मिशन” प्रारम्भ किया गया है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि आज भारत डिजिटल टेक्नॉलाजी की फील्ड में प्रमुख ग्लोबल प्लेयर के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। सरकार ने डिजिटल टेक्नॉलाजी को सामाजिक न्याय और समानता के एक टूल के तौर पर इस्तेमाल किया है। सरकार साइबर सिक्योरिटी में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल अपने समर्थकों के साथ गुरुवार को दिल्ली के विकासपुरी इलाके के कचरे को तीन ट्रकों में भर कर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर फेंका। इस दौरान उन्हें पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद मालीवाल ने महिला समर्थकों के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल का पोस्टर लगाया और उसके चारों ओर कचरा डाल दिया। इसके तुरंत बाद दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी स्वाति मालीवाल को बस में संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले गई। कुछ घंटों बाद उन्हें रिहा कर दिया गया, लेकिन उन पर धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई।   इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य अरविंद केजरीवाल का ध्यान दिल्ली की महिलाओं की दुर्दशा की ओर दिलाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दस वर्षों में केजरीवाल ने दिल्ली को कचरे का ढेर बना दिया। सड़कों की हालत खराब है, नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं, हर जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। विकासपुरी के निवासियों ने कई बार स्थानीय विधायक, दिल्ली सरकार, एमसीडी, सीएमओ और अन्य संबंधित अधिकारियों से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। मालीवाल के मुताबिक सरकार की इस उदासीनता के विरोध में उन्होंने और स्थानीय महिलाओं के साथ सफाई अभियान चलाया और एकत्रित कचरे को अरविंद केजरीवाल के घर ले जाकर रखा।   स्वाति मालीवाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को कचरे के ढेर में बदल दिया है। गंदगी सीवरों में, सड़कों पर और लोगों के घरों के बाहर फैली हुई है। जब मुख्यमंत्री जनता की आवाज सुनने को तैयार नहीं हैं, तो मजबूरन उन्हें हकीकत दिखानी पड़ी। उन्होंने कहा, “यही केजरीवाल सरकार की सच्चाई है। अब उन्हें आम आदमी की पीड़ा समझ नहीं आती। लेकिन मैं न तो उनकी गुंडागर्दी से डरती हूंऔर न ही उनकी पुलिस से। अगर जनता की समस्याएं उठाना और दिल्ली को साफ करवाने के लिए लड़ना अपराध है, तो मैं इसे बार-बार करूंगी। स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि वह सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगी और दिल्ली की जनता की बेहतरी के लिए संघर्ष करती रहेंगी।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) का उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के '2070 तक शुद्ध शून्य' लक्ष्य को समर्थन देना है।केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) पर लिखे गए एक लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने विस्तार से बताया कि कैसे राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन का उद्देश्य आयात निर्भरता को कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के ‘2070 तक नेट जीरो’ लक्ष्य का समर्थन करना है।”केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक्स पर अपना एक लेख साझा करते हुए एनसीएमएम को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल का आभारी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एनसीएमएम आर्थिक विकास सुनिश्चित करेंगे और ऊर्जा सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा भी प्रदान करेंगे क्योंकि ये खनिज ऊर्जा संक्रमण, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और ऊर्जा भंडारण प्रणाली, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे क्षेत्रों और रसायनों और उर्वरकों के उत्पादन में आवश्यक हैं।रेड्डी ने कहा कि उनके लेख में नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन और इसके परिणामों पर चर्चा की गई है जिसमें महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की घरेलू खोज और नीलामी, विदेशी खदानों का अधिग्रहण, महत्वपूर्ण खनिजों का भंडारण, बड़ी संख्या में कुशल पेशेवरों का निर्माण और कई पेटेंटों के निर्माण के लिए केंद्रित अनुसंधान शामिल हैं।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 16,300 करोड़ रुपये के व्यय और सार्वजनिक उपक्रमों आदि द्वारा 18,000 करोड़ रुपये के अपेक्षित निवेश के साथ नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) के शुभारंभ को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित खनन परियोजनाओं के लिए एक फास्ट ट्रैक नियामक अनुमोदन प्रक्रिया का निर्माण करना है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि पिछले 10-15 वर्षों में कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था, अगर वो किया होता तो आज उसकी यह स्थिति नहीं होती। वह यहां गालिब इंस्टीट्यूट के गालिब ऑडिटोरियम में 'वंचित समाज: दशा और दिशा' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।राहुल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही वंचित वर्ग के साथ खड़ी रही है और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाती आई है। हम उनके न्याय के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। उन्होंने एक वाकया साझा करते हुए बताया कि मैं कुछ दिन पहले दिल्ली के एम्स गया था। वहां देश के अलग-अलग कोने से लोग इलाज के लिए आए थे, वे लोग भी दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग से थे। आपको मनरेगा में भी इसी वर्ग के लोग दिखेंगे। देश की संस्थाओं में एजुकेशन, ब्यूरोक्रेसी और हेल्थकेयर सिस्टम में इन 2-3 प्रतिशत लोगों को बैठा दिया जाता है। मगर पॉवर इनमें से किसी को नहीं दी जाती है।कांग्रेस नेता ने कहा, "इंदिरा गांधी के समय देश के लोगों में आत्मविश्वास था। देश के दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक समेत हर वर्ग के लोग जानते थे कि इंदिरा गांधी उनके लिए लड़ जाएंगी, मर जाएंगी, लेकिन 90 के दशक में इसमें कमी आयी। पिछले 10-15 सालों में कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था, वो नहीं किया, यह वास्तविकता है। अगर कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों का विश्वास बनाए रखती तो आरएसएस कभी सत्ता में नहीं आता। इसका मतलब यह है कि कांग्रेस में आंतरिक क्रांति करनी पड़ेगी, जिसके लिए हम आप लोगों को इसके अंदर डालेंगे।"आंबेडकर की चर्चा करते हुए राहुल ने कहा कि वो दलितों की आवाज थे। जो आपका दर्द था, जो दिल में था, वो उसकी आवाज थे। उन्होंने अपने मन और परिवार की आवाज नहीं सुनी लेकिन दलितों और वंचितों की आवाज सुनी। इसलिए आज उन्हें याद किया जाता है। जो आप लोगों ने अपमान सहा है, उसी की परिणति बाबा साहेब ने इस संविधान में की। इसमे आप का दर्द और इतिहास है, इसीलिए यह संविधान हमारे लिए पवित्र है। इस देश की जो नींव है, वो वंचित समाज है। अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर इस समय पूरी ताकत से दबाव बढ़ा है।राहुल ने कहा कि इस समय लड़ाई विचारधारा की है। जब केजरीवाल आए तो मैंने भी उनको देखा। दरअसल, जितना दलित विरोधी मोदी हैं, उतने ही केजरीवाल भी हैं। कांग्रेस पार्टी को जितना दलितों के हितों की रक्षा करनी चाहिए थी, वह उसने नहीं किया। आप मुझे देखिएगा, मैं जो कह रहा हूं, वो होगा। उन्होंने मोदी और केजरीवाल को धोखेबाज करार देते हुए कहा कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी का ओरिजिनल बेस एकजुट हो जाएगा, ये भाग जाएंगे। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों यानई सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी।बसपा संस्थापक कांशीराम की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने पोलिटिकल रिजोलुशन के लिए लड़ाई लड़ी। एजुकेशन, कारपोरेट इंडिया, जुडिशियरी में शेयर आफ पावर चाहिए। आज 50 प्रतिशत की आबादी वाले की शेयर आफ पावर 5 प्रतिशत है। दलित की शेयर आफ पावर 1 प्रतिशत है। भाजपा दलित और आदिवासी को राष्ट्रपति बनाएगी, जिसके पास कोई पॉवर नहीं है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भनगर । मंगलवार की रात को संगम नगरी से अमंगल समाचार सामने आया। महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिये भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि संगम तट पर भगदड़ मच गई। सूत्रों के अनुसार हादसे में 25 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, हालांकि मरने वालों की संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के घायल होने की भी सूचना है। मेला प्रशासन ने अभी मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। घायलों का इलाज महाकुम्भ नगर के केंद्रीय अस्पताल में जारी है।   महाकुम्भ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है।   प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ। राहत कार्य करीब 1 घंटे बाद शुरू हुआ।   जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका   महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही अपार जन समूह उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए।   अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई।   इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया। मेला कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया।   हादसे की सूचना मिलने पर पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया। इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है।   संगम पर न आने की अपील   भगदड़ हादसे के बाद सभी तीर्थयात्रियों से विनम्र आग्रह किया जा रहा है कि संगम की ओर आने की कोशिश ना करें। अन्य घाटों पर स्नान करें और अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें। महाकुंभ क्षेत्र में लगे सैकड़ों माइक पर यही आवाज गूंज रही है, जो भगदड़ की दिल दहलाने वाली तस्वीर की गवाही भी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुम्भ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है।   कृपया बच्चों को कंधे पर बैठाएं   यह भी बार-बार माइक से अनाउंस किया जा रहा है कि श्रद्धालु अपने बच्चों को कंधे पर बैठा कर चलें, किसी को धक्का न मारें। धीरे-धीरे बढ़ें।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को अपना घोषणापत्र जारी किया। इसमें सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण, गरीब परिवार की एक महिला को प्रत्येक माह 2500 रुपये, रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में और सभी को सस्ते एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए 100 इंदिरा कैंटीन खोलने का वादा किया गया है।घोषणा पत्र में पार्टी ने पांच गारंटी दी हैं। इसमें प्यारी दीदी योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार की एक महिला को हर महीने 2,500 रुपये की आर्थिक मदद, जीवन रक्षा योजना के तहत 25 लाख रुपये तक का मुफ़्त स्वास्थ्य बीमा कवरेज, युवा उड़ान योजना के तहत बेरोजगार युवक को एक साल तक प्रतिमाह 8,500 रुपये का स्टाइपेंड, महंगाई मुक्ति योजना के तहत 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर, मुफ़्त राशन किट और घरों में 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देने का भी वादा किया है।घोषणा पत्र में वादा किया गया है कि दिल्ली में ठेका नौकरियां खत्म कर सभी नौकरियों को नियमित किया जाएगा। सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग, ट्रांसजेंडर और वंचित लोगों के लिए नई पेंशन योजना शुरू कर प्रतिमाह 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। वर्तमान में ऐसे लोगों को पेंशन के तौर पर 2,500 रुपये दिए जाते हैं। विधवाओं की बेटियों को शादी के लिए शगुन के तौर पर हम 1.1 लाख रुपये देंगे। दिल्ली भर में 100 इंदिरा कैंटीन स्थापित की जाएंगी। इन कैंटीनों में एक प्लेट भोजन की कीमत 5 रुपये होगी। 7.5 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को अच्छे अवसर दिए जाएंगे। दिल्ली में जाति जनगणना कराई जाएगी।कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने पार्टी मुख्यालय में घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि आज 'गारंटी' शब्द सभी पार्टी इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन इस शब्द का इस्तेमाल कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में किया था। उन्होंने कहा कि हम जनता तक ये संदेश देना चाहते थे कि कांग्रेस जो कहती है, वो कर दिखाती है।उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए कांग्रेस एक कानून गारंटी के रूप में लाई थी, जो पास हुआ था और उसका नाम 'राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम' था। गारंटी का मतलब- ये जनता का एक अधिकार है। अगर उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए जाएं तो वे कानूनी रास्ता भी अपना सकते हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने दिल्ली के लिए 5 गारंटी दी हैं।जयराम ने कहा कि दिल्ली में आज व्यापार करने में आसानी नहीं, सांस लेने में आसानी महत्व रखता है। प्रदूषण और संदूषण के मामले में दिल्ली सर्वोपरि है। ये भाजपा और आआपा सरकार की नीतियों का नतीजा है। इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए था, लेकिन उन्होंने नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं, तब यमुना एक्शन प्लान की शुरुआत हुई थी। पहली बार किसी महानगर में 7,000 सीएनजी बस शुरू की गईं थीं। यमुना एक्शन प्लान, सीएनजी बस और दिल्ली मेट्रो के जरिए यहां तेजी से प्रगति हुई।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में चुनाव अभियान को गति देते हुए आज घोंडा विधानसभा क्षेत्र के करतार नगर में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों ने मन बना लिया है कि ‘आप-दा’ (आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए भाजपा की ओर से प्रयोग संबोधन) से काम नहीं चलेगा। अब लूट और झूठ से काम नहीं चलेगा। दिल्ली की जनता अब राज्य में ‘डबल इंजन’ भाजपा की सरकार चाहती है। भाजपा गरीबों के लिए घर बनाएगी, दिल्ली को आधुनिक बनाएगी, हर घर तक नल से जल पहुंचाएगी, टैंकर माफिया से मुक्ति दिलाएगी। प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी को यमुना में नदी के मुद्दे पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गलती माफ करना भारतीयों का उदार चरित्र है लेकिन जानबूझकर, बद इरादे से पाप करने वालों को दिल्ली एवं देश माफ नहीं करता। आप-दा वाले कह रहे हैं कि हरियाणा वाले दिल्ली के पानी में जहर मिलाते हैं। यह हरियाणा ही नहीं बल्कि भारतीयों का अपमान है। उन्हें पक्का विश्वास है कि ऐसी ओछी बातें करने वालों को दिल्ली इस बार सबक सिखाएगी। इन आप-दा वालों की लुटिया यमुनाजी में ही डूबेगी। उन्होंने आआपा और कांग्रेस पर पिछले 25 साल में दो जेनरेशन बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले 14 साल कांग्रेस का शासन रहा फिर 11 साल आआपा का शासन रहा लेकिन दिल्ली की समस्याएं जैसी थी वैसी ही बनी हुई हैं।   प्रधानमंत्री ने कुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि कुछ पुण्य आत्माओं ने इसमें अपनी जान गवाई है, कुछ घायल हुए हैं। वह पीड़ित परिवारों के प्रति दुख जताते हैं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करते हैं। वे लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में है। ‘मोनी अमावस्या’ के समय प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे। इसके चलते स्नान को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया लेकिन अब श्रद्धालु आराम से डुबकी लगा रहे हैं।    भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने दिल्ली प्रदेश इकाई को दिल्ली की जनता को समर्पित संकल्प पत्र लाने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस संकल्प पत्र में महिलाओं, युवाओं, स्कूली छात्रों, मध्यम वर्ग, ऑटो चालकों, दुकानदारों और स्लम में रह रहे लोगों के लिए कई योजनाएं हैं। भाजपा की सरकार बनने पर इन सभी वादों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली का यह क्षेत्र यमुनाजी के तट पर बसा है। इस इलाके में बाबा श्याम गिरि भी विराजते हैं। वे उनको नमन करते हैं। कार्य दिवस होने के बावजूद भी लोग विशाल संख्या में दोपहर के समय आए हैं। वे उनका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। ये दृश्य दिल्ली का ‘मूड’ बता रहा है। दिल्ली का जनादेश दर्शा रहा है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि आज प्रधानमंत्री को उन्होंने एक बहुत अहम मुद्दे पर चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने कहा कि चिट्ठी द्वारा उन्हाेंने प्रधानमंत्री से दाे मांग की है।   उन्हाेंने चिट्ठी में पहली मांग रखी है कि चाहे कानून लाया जाए या चाहे प्रधानमंत्री ऐलान करें कि अब इस देश के अंदर किसी भी अरबपति के कर्जे माफ नहीं किए जाएंगे। अगर इन्हें कर्जे माफ करने हैं तो मध्यम वर्गीय परिवार का कर्ज माफ करें। एक मध्यम वर्गीय आदमी अगर महीने का एक लाख रुपये कमाता है तो उसके 60-70 हजार रुपये ईएमआई पर चले जाते हैं लेकिन उनका कर्जा माफ नहीं हाेता।   केजरीवाल ने आगे कहा कि एक मध्यम वर्गीय आदमी साल में 12 लाख रुपये कमाता है, उस पर केंद्र सरकार ने कई तरह के टैक्स लगा दिए। वह जीएसटी, इनकम टैक्स, सर्विस टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स, एजुकेशन सेस, कैपिटल गेन टैक्स और रोड टैक्स देता है। यह सारे टैक्स अगर एक साथ किए जाएं तो 12 लाख इनकम कमाने वाला आदमी कम से कम 6 लाख रुपये यानि अपनी आधी आमदनी सरकार को टैक्स के रूप में दे देता है और उसे बदले में कुछ नहीं मिलता।    

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को है। इस दिन आसमान से दूसरी बार अमृत टपकेगा। इस दिन 14 जनवरी को हुए पहले अमृत स्नान से भी अधिक लोगों के पहुंचने की पूरी संभावना है। मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले अमृत स्नान से न केवल आपको शुभ फल मिलते हैं, बल्कि आपके पितरों की आत्मा भी तृप्त होती है। प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक ये चार प्रमुख स्थान हैं, जहां कुम्भ का आयोजन किया जाता है। गौरतलब है कि मौनी अमावस्या को लगभग 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। मौनी अमावस्या से एक दिन पहले मंगलवार को तीन करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया।    कुम्भ मेले का विशेष महत्व सनातन धर्म में कुंभ मेले का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह पर्व सनातन संस्कृति की महानता को तो दर्शाता ही है। वहीं करोड़ों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। मान्यता है कि करोड़ों वर्ष पूर्व देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जो अमृत कुंभ निकला था। उसकी अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर गिर गई थीं। उन सभी स्थानों पर हर 12 वर्ष में कुंभ मेले का आयोजन होता है।   महाकुम्भ का अमृत कुम्भ से संबंध पुराणों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कुंभ लेकर आए थे, तब देवताओं और दानवों के बीच अमृत प्राप्ति को लेकर संघर्ष छिड़ गया। भगवान विष्णु ने इस संघर्ष को रोकने और अमृत को सुरक्षित रखने के लिए मोहिनी का रूप धारण किया। उन्होंने अमृत कलश को सुरक्षित रखने के लिए इंद्रदेव के पुत्र जयंत को सौंपा। जयंत अमृत कुम्भ को लेकर आकाश मार्ग से चले, लेकिन दानवों ने उनका पीछा किया। इस दौरान अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर गिर गईं। ये बूंदें प्रयागराज में गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम पर, हरिद्वार में गंगा नदी में, उज्जैन में क्षिप्रा नदी में और नासिक में गोदावरी नदी में गिरीं। इन्हीं स्थानों पर कुम्भ मेले की परंपरा शुरू हुई।   12 साल में कुम्भ मेला, 6 साल में अर्धकुम्भ विश्व का सबसे बड़ा मेला हर 12 साल में आयोजित होता है, जबकि हर 6 साल में अर्धकुम्भ का आयोजन किया जाता है। कुम्भ पर्व का महत्व केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मेले में संत-महात्मा, ऋषि-मुनि, आस्थावान श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।   कुम्भ स्नान का महत्व हिंदू धर्मग्रंथों में कुंभ स्नान का महत्व विस्तार से वर्णित है। मान्यता है कि कुम्भ में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, कुम्भ मेला आध्यात्मिक ज्ञान, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। यहां कई आध्यात्मिक और धार्मिक सभाएं आयोजित होती हैं, जिनमें साधु-संतों के प्रवचन, योग साधना और विभिन्न अनुष्ठान शामिल होते हैं।   संगम तट पर कुम्भ मेला प्रयागराज का कुम्भ मेला विशेष रूप से संगम तट पर आयोजित होता है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है। संगम का यह स्थान हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। कुम्भ मेले के दौरान यहां लाखों श्रद्धालु एकत्रित होकर पवित्र स्नान करते हैं और ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

Kolar News

Kolar News

बागपत । बागपत हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गयी है। मान स्तंभ पर लड्डू चढ़ाने के दौरान मंच गिरने के यह हादसा हुआ था। पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त कर ली है। घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। घटना के बाद मेरठ कमिश्नर के साथ ही मंत्री जयंत चौधरी ने घटना स्थल का दौराकर मामले की जानकारी ली। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने घटना पर दुःख जताया है। उपचार के लिए जरूरी निर्देश जिला प्रशासन को दिये है। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है उनकी पहचान कर ली गई है। मरने वालों तरशपाल जैन (74), अमित(40), उषा (65), अरुण जैन मास्टर (48), शिल्पी जैन (25), विपिन (44) और सुरेंद्र की पत्नी कमलेश (65) है। उन्हाेंने बताया कि श्री 1008 आदिनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव पर निर्वाण लड्डू महोत्सव मान स्तंभ महोत्सव बड़ौत के जैन डिग्री कालेज के मैदान में चल रहा था। यहां पर बने मंच पर क्षमता से अधिक लोग चढ़ गये। जमीन गीली होने के कारण जमीन धंसने से मंच गिर गया। हादसे में लगभग 60 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में समुचित स्वास्थ्य उपचार कराया जा रहा है। चिकित्सको ने सात लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि की है।   घटनास्थल पर डीआईजी कलानिधि नैथानी, जिलाधिकारी अस्मिता लाल व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने पहुंचकर घटना का जायजा लिया। मंत्री जयंत चौधरी, मंत्री केपी मलिक ने भी मौके पर पहुंचकर घायलों से जानकारी ली । मृतक के परिजनों से बात कर उनको सांत्वना दी । 20 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। 30 से अधिक लोगों का उपचार चल रहा है। गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को दिल्ली रेफर किया गया है।

Kolar News

Kolar News

देहरादून । उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) सोमवार को लागू हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोपहर सवा 01 बजे के करीब मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में यूसीसी को लागू करने के लिए नियमावली और पोर्टल का लोकार्पण किया। इसी के साथ उत्तराखंड स्वतंत्र भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया जहां यह कानून प्रभावी हो गया है। इसके बाद से विवाह, तलाक, लिव इन, लिव इन से अलग होना, विरासत आदि के ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए। समान नागरिक संहिता के लिए 27 मई 2022 को विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यूसीसी की नियमावली को संबंधित अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि यूसीसी से समाज में एकरूपता आएगी और सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और दायित्व सुनिश्चित होंगे। समान नागरिक संहिता प्रधानमंत्री की ओर से देश को विकसित, संगठित, समरस और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए किए जा रहे महान यज्ञ में हमारे प्रदेश द्वारा अर्पित की गई एक आहुति मात्र है। इसके अंतर्गत जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर भेद करने वाले व्यक्तिगत नागरिक मामलों से संबंधित सभी कानूनों में एकरूपता लाने का प्रयास किया गया है। यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि आज का दिन इतिहास लिखने का दिन है। नियमावली बनाने के दौरान ला कमीशन की रिपोर्ट से प्रेरणा  ली गई। इसके साथ ही राज्यभर में दौरा कर संवाद किया गया। पारदर्शी और सरल बनाया गया। समय रहते यानी निर्धारित अवधि में इस नियम के तहत कार्य करने की व्यवस्था की गई है। शिकायत देरी पर एक्शन की व्यवस्था भी यूसीसी में किया गया है। विवाह विच्छेद का भी सर्टिफिकेट देने की व्यवस्था की गई है। डेटा को सरल बनाया गया। निजी डेटा का भी ख्याल रखा गया है। अगर किसी को आपत्ति नहीं है तो उस व्यक्ति की उसके अनुसार उनकी डेटा की जानकारी ली जा सकती है। इस प्रकार की डेटा में व्यवस्था की गई है।इस मौके पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि यूसीसी में सभी देवतुल्य जनता के हितों की चिंता करते हुए सरल बनाया गया है। समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे सभी वर्ग के लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा। सभी सरकारी विभागों को नियमों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। अधिनियम के क्रियान्वयन के दौरान कोई भी समस्या आएगी उसका त्वरित निस्तारण किया जाएगा। अन्य राज्यों के लिए उत्तराखंड उदहारण बन गया है।    यूसीसी नियम के तहत पूजा-पद्धति और परंपराओं में कोई बदलाव नहीं किया गया। कोई भी शख्स बहुविवाह नहीं कर पाएगा। सभी के लिए तलाक का कानून एक जैसा होगा। लिव-इन रिलेशनशिप का पंजीकरण कराना भी जोड़ों के लिए अनिवार्य होगा। इस दौरान पैदा होने वाले बच्चे को भी शादीशुदा जोड़े के बच्चे की तरह अधिकार मिलेगा।उत्तराधिकार में लड़कियों को लड़कों के बराबर की हिस्सेदारी होगी। यूसीसी में विवाह का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इसके लिए कट ऑफ डेट 27 मार्च 2010 रखी गई है। यानी इस दिन से हुए सभी विवाह पंजीकृत कराने होंगे। विवाह का पंजीकरण छह माह के भीतर करना होगा। विवाह पंजीकरण करने के लिए किए गए आवेदन पर कानूनी स्वीकृति न मिलने पर विवाह का आवेदन स्वीकृत माना जाएगा। यूसीसी के नियम-कानून से अनुसूचित जनजाति को बाहर रखा गया है। ट्रांसजेंडर, पूजा-पद्धति व परंपराओं में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।यूसीसी में सशस्त्र बलों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अंतर्गत यदि कोई सैनिक, वायुसैनिक या नौसैनिक विशेष अभियान में है, तो वह विशेषाधिकार वाली वसीयत कर सकता है। वह अपने हाथ से कोई वसीयत लिखता है और उसमें उसके हस्ताक्षर या फिर साक्ष्य नहीं है तो भी वह मान्य होगी। शर्त यह रहेगी कि इसकी पुष्टि होनी जरूरी है।   मुख्यमंत्री के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी दीपम सेठ के अलावा यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह सहित कई गण्यमान्य उपस्थित रहे।   विधानसभा चुनाव में धामी ने की थी घोषणा मुख्यमंत्री धामी ने 12 फरवरी 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान यूसीसी लाने की घोषणा की भी। धामी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली मंत्रिमंडल बैठक में यूसीसी लाए जाने पर फैसला लिया। मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में समान नागरिक संहिता के लिए 27 मई 2022 को विशेषज्ञ समिति बनी। समिति ने अपनी रिपोर्ट दो फरवरी 2024 को सरकार को सौंपी थी। इसके बाद आठ मार्च 2024 को विधानसभा में विधेयक पारित किया गया। विधानसभा से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के अनुमोदन के लिए भेजा गया। इस अधिनियम पर 12 मार्च को राष्ट्रपति का अनुमोदन मिला। इसके बाद यूसीसी के क्रियान्वयन के लिए तकनीक आधारित व्यवस्थाएं लागू की गईं। नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों संस्करणों में आज 18 अक्तूबर 2024 को राज्य सरकार को नियमावली साैंपी। नागरिकों और अधिकारियों के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित किए गए। यूसीसी की नियमावली को अंतिम रूप देकर 20 जनवरी को मंत्रिमंडल ने इसे पास किया। बीते कई दिनों से इसके पोर्टल पर पंजीकरण को लेकर विभिन्न स्तरों पर मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई।   यूसीसी को लेकर विभिन्न देशों के कानून का अध्ययन यूसीसी को लेकर सऊदी, तुर्किये, इंडोनेशिया, नेपाल, फ्रांस, अजरबैजान, जर्मनी, जापान और कनाडा देशों का अध्ययन किया गया है।    यूसीसी की इस प्रकार हुई तैयारियांः 43 हितधारकों और 72 गहन विचार विमर्श बैठकें की गईं। 49 लाख एसएमएस और 29 लाख व्हाट्सएप मैसेस के साथ 2.33 नागरिकों ने इसके लिए सुझाव मिलने के साथ ही 61 हजार पोर्टलों पर सुझाव मिले। इसके अलावा 36 हजार सुझाव डाक और 1.20 लाख सुझाव दस्ती और 24 हजार ई-मेल के माध्यम से सुझाव आए।

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संतों के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई। केंद्रीय गृहमंत्री सोमवार पूर्वाह्न 11ः25 बजे प्रयागराज पहुंचे। एयरपोर्ट पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, योगी कैबिनेट के मंत्रियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। संगम नोज पर पवित्र स्नान से पूर्व उन्होंनें धर्माचार्यों से भेंट की। इसके बाद संतों के साथ पवित्र डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद गृहमंत्री ने अक्षयवट का दर्शन-पूजन किया।   केंद्रीय गृहमंत्री के साथ जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, जूना अखाड़े के संरक्षक हरिगिरि महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, योग गुरु बाबा रामदेव सहित अन्य धर्माचार्यों और संतों के साथ स्नान किया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भी गृहमंत्री के साथ आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद अमित शाह ने सूर्य भगवान को पांच बार अर्घ्य देकर प्रणाम किया। अमित शाह ने स्नान के बाद अक्षयवट का दर्शन-पूजन भी किया।   संगम स्नान के बाद अमित शाह जूना अखाड़ा पहुचेंगे। वहां वे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और अन्य संतों से मुलाकात करेंगे। संतों से महाकुंभ के आयोजन और समाज में धर्म की भूमिका पर चर्चा करेंगे। संतों के साथ पारंपरिक भोजन भी करेंगे।   इसके बाद अमित शाह गुरु शरणानंद और गोविंद गिरि महाराज से विशेष भेंट करेंगे। इस मुलाकात में धर्म, समाज और युवा पीढ़ी को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करने के विषय पर गहन चर्चा होगी। इसके उपरांत श्रृंगेरी, पुरी और द्वारका पीठ के शंकराचार्यों से मुलाकात करेंगे। सरकार और संत समाज के बीच यह संवाद महाकुंभ को सफल और अनुकरणीय बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। गृहमंत्री शाम 6ः40 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

Kolar News

Kolar News

इंदौर । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपके पेट को खाना मिलता है क्या? उन्होंने कहा कि मैं किसी के आस्था के ऊपर ठोस नहीं लगाना चाहता हूं। किसी को दुख हुआ है तो मैं माफी चाहता हूं। उन्होंने कहा कि बच्चा भूखा मर रहा है, उन्हें रोजगार नहीं मिला रहा है। लेकिन करोड़ों रुपये खर्च कर ये लोग डुबकी मार रहे हैं। टीवी में जब तक अच्छा नहीं दिखता है, तब तक ये लोग डुबकी मारते हैं। खरगे आज संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित कर रहे थे।   खरगे ने कहा कि मोदी-शाह हमें गाली देते हैं। आजादी की लड़ाई में इन्होंने कुछ नहीं किया। इन लोगों को सबक सिखाना है तो एकजुट हो जाओ। उन्होंने कहा कि आपके बच्चों को घोड़ी पर नहीं चढ़ने देते हैं। धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण और लूट किसी समाज में होगी तो हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।   पंडित नेहरू ने साफ किया था कि देश को संपूर्ण आजादी मिलनी चाहिए। तबसे लड़ते हुए गांधी जी के नेतृत्व में हमने आजादी हासिल की। आज जो लोग कांग्रेस को गालियां देते हैं, उन्होंने आजादी के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ अंग्रेजों की नौकरी की। इनका कोई योगदान देश की आजादी में नहीं था। क्या ऐसे लोगों को आप माफ करेंगे। इन लोगों को सबक सिखाना है तो एकजुट हो जाओ। गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि आंबेडकर-आंबेडकर इतनी बार कह रहे हो अगर भगवान का नाम लेते तो वे मिल जाते। ये ऐसे लोग हैं। अगर जिंदा रहना चाहते हो तो लड़ो। बाबा साहब ने संविधान दिया, सबको साथ लेकर चले।    कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के महू में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संविधान ने सभी को अच्छे भविष्य का सपना देखने का हक दिया है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है, जो संविधान को मानती है और इसके लिए लड़ रही है। दूसरी तरफ भाजपा वाले हैं, जो संविधान के खिलाफ हैं, इसे कमजोर करते हैं और खत्म करना चाहते हैं।   राहुल गांधी सोमवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है। इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। इसमें आंबेडकर, महात्मा गांधी, भगवान बुद्ध, फुले जैसे महापुरुषों की आवाज है। कुछ दिन पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुस्तान को 15 अगस्त, 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी।' ये सीधा संविधान पर आक्रमण है।   राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी। इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे। लेकिन उनके सामने कांग्रेस और गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता खड़े हुए। नतीजा ये हुआ कि लोकसभा में नरेन्द्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा। याद रखिए, जिस दिन संविधान खत्म हो गया, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी जातिगत जनगणना कराने से डरते हैं। वे इसे कभी नहीं कराएंगे, लेकिन 50 फीसदी आरक्षण की दीवार को हम लोकसभा-राज्यसभा में तोड़ देंगे। कोई नहीं रोक सकता। हम पहले कांग्रेस शासित राज्यों में आरक्षण 50 परसेंट से ज्यादा करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाकर इस दीवार को तोड़ेंगे।   उन्होंने कहा कि जीएसटी आप देते हो, मेहनत आप करते हो। पैसा आप खर्च करते हो और चाइना का माल अडाणी-अंबानी हिंदुस्तान में बेचते हैं। चाइना के युवाओं को रोजगार मिलता है। अडाणी-अंबानी को फायदा होता और आपके बच्चों रोजगार छीना जाता है। इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल के दाम कम होते हैं, लेकिन हिंदुस्तान में पेट्रोल का रेट कभी नीचे नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि देश का बजट 90 अफसर बनाते हैं। यही अफसर डिसाइड करते हैं कि किस स्टेट को कितना पैसा देना है। इन अफसरों में 5 फीसदी भी दलित-आदिवासी और पिछड़े नहीं हैं। जबकि पिछड़ों की आबादी 50 फीसदी है।   तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने रैली में कहा कि अगर मोदी की ताकत बढ़ी तो संविधान बदल देंगे। राहुल गांधी ने ही मोदी जी को रोकने की कोशिश की। मैंने इतिहास में पढ़ा था की मोहम्मद गजनी हिंदुस्तान को लूटने आया था। वैसे ही मोदी जी ने संविधान बदलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश जनता पार्टी के खिलाफ लड़ाई है। ये दो परिवारों की लड़ाई। एक गोडसे का परिवार और दूसरा गांधी का परिवार। गोडसे के परिवार से मोदी जी लड़ रहे हैं। गांधी के परिवार की तरफ से राहुल लड़ रहे हैं।   रैली को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी संबोधित किया। इससे पहले राहुल गांधी ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वे अस्थि कलश के दर्शन करने पहुंचे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे भी उनके साथ मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News

रायपुर । छत्तीसगढ़ में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हर तरफ देश का तिरंगा लहरा रहा है। वहीं 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सरगुजा संभाग के जिला मुख्यालय अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में तिरंगा फहराया। संयुक्त परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने आम जनता के नाम संदेश काे पढ़ा । उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री साय ने गणतंत्र दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत गौरवशाली है। आज हम देश के गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। इसके पीछे उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बलिदान है, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई, उन संविधान निर्माताओं का योगदान है, जिन्होंने इस संविधान के माध्यम से भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाया। उन विभूतियों का योगदान है, जो संविधान की रक्षा के लिए हमेशा डटे रहे तथा संविधान के मूल्यों पर चलकर अंत्योदय का कल्याण करते रहे। नक्सलवाद से लड़ते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए अनेक जवानों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया, इन जवानों की शहादत को मैं सादर नमन करता हूं।   उन्हाेंने कहा कि इन नक्सल इलाकों में माओवाद ने अपनी हिंसक विचारधारा से न केवल आम आदमी के जीवन को नरक बना दिया था अपितु भारत के गणतंत्र को चुनौती देने के लिए गनतंत्र खड़े करने की योजना बनाकर काम कर रहे थे। हमारे सुरक्षा बलों का इनसे लगातार संघर्ष चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई रणनीति बनाकर हमने माओवाद के कैंसर को नष्ट करने का काम किया है। इस कैंसर को नष्ट करने के लिए जरूरी था कि इसकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। हमारे जवानों ने माओवादियों के सबसे सुरक्षित पनाहगाहों में हमला किया। इसके नतीजे बहुत अच्छे रहे। एक साल के भीतर ही हमने माओवादी कैडर के 260 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। अंधेरी सुरंग खुल गई, जो रोशनी फूटी है उससे बस्तर में विकास का उजाला फैला है।उन्हाेंने कहा कि जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले महीने छत्तीसगढ़ आये तो बस्तर की इसी धरती में ग्राम गुंडम की एक बुजुर्ग माँ उनके पास आई, माता जी ने उन्हें वनोपजों की टोकरी भेंट की और कहा कि माओवाद को पूरी तरह से नष्ट कर दीजिए। जब सरकार का इरादा, जवानों का हौसला और जनता का संकल्प मिल जाता है, तो कोई भी हिंसक विचारधारा नहीं टिक सकती। बस्तर में माओवाद अब अंतिम सांसे गिन रहा है। शीघ्र ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल आतंक से मुक्त हो जाएगा। श्रद्धेय अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, तो धान खरीद की व्यवस्था भी आरंभ हुई। धान के कटोरे में कोई भी भूखा न सोये, इसके लिए मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना भी आरंभ हुई। यह काम इतने व्यवस्थित तरीके से हुआ कि छत्तीसगढ़ देश में खाद्य सुरक्षा का माडल राज्य बन गया।हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते हैं, कि हमें किसानों की आय दोगुनी करनी है, तो पशुपालन को बढ़ावा देना होगा। हम सबने सहकारिता में अमूल का प्रयोग देखा है। भारत ने एनडीडीबी अर्थात नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से अमूल के रूप में श्वेत क्रांति की। छत्तीसगढ़ में भी श्वेत क्रांति की राह हमने खोल दी है। बीते महीने हमने एनडीडीबी के साथ एमओयू किया है।मुख्यमंत्री साय ने कहा- हमारी धरती रत्नगर्भा है। खनिज संपदा के मामले में छत्तीसगढ़ अतुलनीय है। कोयले और लोहे के उत्पादन में हम देश में दूसरे स्थान पर हैं। देश के बाक्साइट भंडार का 20 फीसदी हमारे यहां है। सारी दुनिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपना रही है और भारत भी इसमें पीछे नहीं है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के लिए लीथियम की जरूरत होती है और इसके भंडार हमारे कोरबा, सुकमा और बस्तर जिले में है।हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ को मेडिकल हब बनाना है, ताकि न केवल हमारे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में छत्तीसगढ़ के नागरिकों का इलाज हो सके अपितु छत्तीसगढ़ मेडिकल टूरिज्म के भी महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित हो। इसके लिए हमने अटल नगर नवा रायपुर में 200 एकड़ भूमि चिन्हांकित की है। यहां मेडिसिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत 5 हजार बेड वाला अत्याधुनिक अस्पताल बनेगा। उन्हाेंने कहा कि गांधी जी कहते थे कि भविष्य इस बात पर निर्भर करता है, कि हम वर्तमान में क्या करते हैं। मुझे इस बात की खुशी है, कि इस वर्ष जब हम छत्तीसगढ़ के स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं तब हमने विकसित छत्तीसगढ़ की यात्रा का रोडमैप तैयार कर लिया है। वर्ष 2047 में जब आजादी के सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे तब विकसित भारत के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का भव्य स्वरूप हम सभी के सामने होगा। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है।    

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । देश के 76वें गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर भारत के स्वदेशी हथियारों का जलवा दिखा। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने समारोह का नेतृत्व किया। मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 10​ हजार विशेष अतिथि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता, समानता, विकास और सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने वाले इस समारोह के साक्षी बने। ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर 31 झांकियां निकाली गईं। पहली बार तीनों सेनाओं की झांकी ने सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित किया। पहली बार कर्तव्य पथ पर 5,000 कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया।   परेडगणतंत्र दिवस परेड सुबह 10.30 बजे शुरू हुई और लगभग 90 मिनट तक चली। समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर देश के वीरों को पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचे। भारत के राष्ट्रपति और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष के आगमन पर राष्ट्रपति के अंगरक्षक, भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट ने सुरक्षा प्रदान की। दोनों राष्ट्रपति 'पारंपरिक बग्गी' में आए, यह प्रथा 40 वर्षों के अंतराल के बाद 2024 में वापस आई है। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान के बाद स्वदेशी हथियार प्रणाली 105-एमएम लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी दी गई।परेड की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकारों ने देश के विभिन्न भागों के संगीत वाद्य यंत्रों के साथ 'सारे जहां से अच्छा' बजाकर की। वाद्य यंत्रों का यह स्वदेशी मिश्रण एक अरब भारतीयों के दिलों की धुन, ताल और उम्मीदों से गूंजा। वाद्य यंत्रों के इस समूह में शहनाई, सुंदरी, नादस्वरम, बीन, मशक बीन, बांसुरी, करदी मजालू, मोहुरी, शंख, तुतारी, ढोल, गोंग, निशान, चंग, ताशा, संबल, चेंडा, इडक्का, लेजिम, थविल, गुदुम बाजा, तालम और मोनबाह को शामिल किया गया। ध्वज फॉर्मेशन में 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टरों ने पुष्प वर्षा करके माहौल को देश भक्ति से भर दिया। राष्ट्रीय ध्वज के साथ हेलीकॉप्टरों के इस समूह का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन आलोक अहलावत ने किया।राष्ट्रपति के सलामी लेने के साथ परेड की शुरुआत हुई। दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार ने परेड कमांडर की कमान संभाली। मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सुमित मेहता परेड के सेकेंड-इन-कमांड थे। परेड की शुरुआत में सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के विजेता सलामी मंच के सामने से गुजरे। इनमें परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कैप्टन) योगेंद्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) और सूबेदार मेजर संजय कुमार (सेवानिवृत्त) और अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल जसराम सिंह (सेवानिवृत्त) शामिल हैं। परमवीर चक्र दुश्मन के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए, जबकि अशोक चक्र दुश्मन के सामने वीरता और आत्म-बलिदान के समान कार्यों के लिए दिया जाता है।   इंडोनेशियाई टुकड़ीकर्तव्य पथ पर पहली बार इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की मार्चिंग टुकड़ी और इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी के सैन्य बैंड ने मार्च पास्ट किया। इस मार्चिंग टुकड़ी में 152 जवान और 190 सदस्य सैन्य बैंड में शामिल रहे।   भारतीय सेना की टुकड़ीमाउंटेड कॉलम का नेतृत्व करने वाली सेना की टुकड़ी का नेतृत्व 61 कैवेलरी के लेफ्टिनेंट अहान कुमार ने किया। 1953 में गठित 61 कैवेलरी दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार घुड़सवार रेजिमेंट है। इसके बाद नौ मैकेनाइज्ड कॉलम और ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स, जाट रेजिमेंट, गढ़वाल राइफल्स, महार रेजिमेंट, जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट, कोर ऑफ सिग्नल्स आदि की टुकड़ियां सलामी मंच के सामने से होकर गुजरीं। सेना ने परेड में स्वदेशी हथियारों में टैंक टी-90 (भीष्म), बीएमपी-2 सरथ के साथ नाग मिसाइल सिस्टम, सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, अग्निबाण मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, आकाश हथियार प्रणाली, एकीकृत युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली, ऑल-टेरेन व्हीकल (चेतक), लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल (बजरंग), व्हीकल माउंटेड इन्फैंट्री मोर्टार सिस्टम (ऐरावत), क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल्स (नंदीघोष और त्रिपुरांतक) और शॉर्ट-स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम का कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन किया। तीनों सेनाओं की झांकीपहली बार तीनों सेनाओं की झांकी कर्तव्य पथ पर उतरी, जिसमें एकजुटता और एकीकरण की भावना प्रदर्शित की गई। ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और संचार की सुविधा प्रदान करने वाले संयुक्त संचालन कक्ष को दर्शाया गया। इसमें स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम और एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के साथ जमीन, पानी और हवा में एक समन्वित ऑपरेशन का प्रदर्शन करते हुए युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया गया।   भारतीय नौसेना की टुकड़ीभारतीय नौसेना की टुकड़ी में 144 कर्मी शामिल थे, जिनका नेतृत्व टुकड़ी कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलूवालिया, लेफ्टिनेंट कमांडर इंद्रेश चौधरी, लेफ्टिनेंट कमांडर काजल अनिल भरानी और लेफ्टिनेंट देवेंद्र प्लाटून कमांडर ने किया।इसके बाद झांकी में भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम एक मजबूत ‘आत्मनिर्भर’ नौसेना को दर्शाया गया। झांकी में विध्वंसक आईएनएस सूरत, फ्रिगेट आईएनएस नीलगिरी और पनडुब्बी आईएनएस बाग्शीर सहित नए-नए स्वदेशी फ्रंटलाइन अत्याधुनिक लड़ाकू जहाजों को दिखाया गया, जो स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन और निर्माण में भारत की तेजी से प्रगति को उजागर करते हैं।   भारतीय वायु सेना की टुकड़ीभारतीय वायु सेना की टुकड़ी में चार अधिकारी और 144 कार्मिक शामिल हुए, जिनका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह गराती ने किया।फ्लाइट लेफ्टिनेंट नेपो मोइरंगथेम, फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख और फॉरेस्ट ऑफिसर अभिनव गोरसी अतिरिक्त अधिकारी के रूप में शामिल हुए। इसके बाद ‘बाज फॉर्मेशन’ में तीन मिग-29 विमानों ने फ्लाई-पास्ट किया। भारतीय तटरक्षक बलभारतीय तटरक्षक बल की टुकड़ी का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट नविता ठाकरन ने किया, जिसके बाद गार्ड के तीन अधिकारी डिप्टी कमांडेंट सुमित कुमार, डिप्टी कमांडेंट पंकज सैनी और असिस्टेंट कमांडेंट प्रिया बालुरकर ने तटीय सुरक्षा और समुद्री खोज और बचाव पर केंद्रित आईसीजी की झांकी दिखाई, जिसका विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और प्रगति’ था।   डीआरडीओ की झांकीपरेड के दौरान डीआरडीओ की झांकी में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवाई प्रारंभिक चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली, 155 मिमी/52 कैल एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम, ड्रोन का पता लगाने, उसे रोकने और नष्ट करने, उपग्रह-आधारित निगरानी प्रणाली, मध्यम शक्ति रडार अरुध्रा, उन्नत हल्के वजन वाले टारपीडो, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली धराशक्ति, लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार, बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली, स्वदेशी मानव रहित हवाई प्रणाली, भूमि बलों के लिए वी/यूएचएफ मैनपैक सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो, स्वदेशी सुरक्षित सैटेलाइट फोन और यूजीआरएएम असॉल्ट राइफल को दर्शाया गया। इसके अलावा डीआरडीओ की 2024 की प्रमुख उपलब्धियों को भी झांकी के पोस्टरों में प्रदर्शित किया गया, जैसे लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल, हल्के वजन की बुलेट प्रूफ जैकेट 'अभेड', 'ज़ोरावर' हल्का टैंक और रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो आदि के साथ डोर्नियर मिड-लाइफ अपग्रेड।   राज्य सरकारों की झांकियां इस वर्ष परेड में 16 राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों, विभागों की झांकियों ने ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ को उजागर किया। इन झांकियों ने भारत की विविध शक्तियों और इसकी निरंतर विकसित होती सांस्कृतिक समावेशिता को एक शानदार भविष्य की ओर अग्रसर करती हुई प्रदर्शित किया। इस बार गोवा, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली और दादरा नगर हवेली और दमन और दीव की झांकियां परेड में शामिल हुईं।   सांस्कृतिक प्रदर्शनइस वर्ष ‘जयति जय ममः भारतम्’ शीर्षक से 5,000 कलाका​रों ने 11 मिनट में देश के विभिन्न भागों से 45 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन ​किया। पहली बार​ इस प्रदर्शन ​ने विजय चौक से लेकर सी हेक्सागन तक पूरे कर्तव्य पथ को कवर किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मेहमानों को एक जैसा देखने का अनुभव मिले।मोटरसाइकिल प्रदर्शनकोर ऑफ़ सिग्नल्स मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम​ ने मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान सांस रोक देने वाले स्टंट ​किये, जिसे ‘द डेयर डेविल्स’ के नाम से जाना जाता है। ​इस टीम ​ने बुलेट सैल्यूट, टैंक टॉप, डबल जिमी, डेविल्स डाउन, लैडर सैल्यूट, शत्रुजीत, श्रद्धांजलि, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड सहित कई संरचनाओं के माध्यम से अपनी बहादुरी और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन ​किया।फ्लाईपास्टपरेड के​ आखिरी और सबसे उत्सुकता से प्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक ‘फ्लाई-पास्ट’ में भारतीय वायुसेना के 40 ​विमानों और हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरकर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों में उत्साह भर दिया, जिसमें ​हर किसी की नजर आसमान की ओर टिकी रही। फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू जेट, 11 परिवहन विमान और सात हेलीकॉप्ट​रों ने शानदार एयर शो दिखाया। इनमें राफेल, ​सुखोई-30, जगुआर, सी-130, सी-295, सी-17, ​अवाक्स, डोर्नियर-228 और ​एएन-32 विमान और अपाचे और ​एमआई-17 हेलीकॉप्टर ​ने ध्वज, अजय, सतलुज, रक्षक, अर्जन, नेत्र, भीम, अमृत, वज्रांग, त्रिशूल और विजय सहित विभिन्न संरचनाओं का प्रदर्शन ​किया। अंतिम वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास राफेल लड़ाकू विमान ​ने किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान और ​तीन रंग वाले गुब्बारे छोड़ने के साथ ​हुआ।​ इन गुब्बारों ने आसमान में दूर-दूर तक फैलकर तिरंगा का एहसास कराया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गणतंत्र दिवस पर आरोप लगाया कि देश में संविधान के हर पवित्र सिद्धांत को एक तानाशाही शासन द्वारा ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही सही समय है कि हम अपने संविधान के विचारों और आदर्शों जैसे न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को संरक्षित और सुरक्षित रखें। संविधान की रक्षा के लिए हर बलिदान देने के लिए तैयार रहें। यही पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। गणतंत्र दिवस पर अपने शुभकामना संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आज देश का अन्नदाता मेहनती किसान ऋण के बोझ तले दबा है। उन्होंने कहा कि जश्न के मौके पर इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि देश में किस तरह हमारे संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। सत्ताधारी दल दशकों से सावधानी पूर्वक बनाए गए संस्थाओं की स्वायत्तता का लगातार हनन कर रहा है। पिछले एक दशक में धार्मिक कट्टरवाद के घृणित एजेंट से समाज को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है। आर्थिक असमानता लगातार विकराल रूप ले रही है। देश के बहुमूल्य संसाधनों को करीबी अरबपतियों को सौंपा जा रहा है। देश आर्थिक उथल-पुथल के दौर में है। आसमान छूते टैक्स ने गरीबों और मध्यम वर्ग की मेहनत की कमाई का एक-एक कर पैसा निगल लिया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को पार्टी के संकल्प पत्र का तीसरा भाग जारी किया। इसमें उन्होंने यमुना रिवरफ्रंट, 1700 अनधिकृत कॉलोनियों में निर्माण कार्यों की अनुमति, गिग वर्कर के लिए बीमा, युवाओं के लिए रोजगार और महाभारत कोरिडोर जैसी कई घोषणाएं कीं।भारतीय जनता पार्टी के पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश कार्यालय में अमित शाह ने दिल्ली के वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ संकल्प पत्र का तीसरा भाग आज जारी किया और इससे जुड़ी घोषणाओं की जानकारी दी। भाजपा के तीसरे संकल्प पत्र के अनुसार पार्टी दिल्ली में शहरी आवास मंत्रालय के माध्यम से 1700 कॉलोनियों में खरीद-फरोख्त और निर्माण कार्य जैसी अनुमति प्रदान करेगी। 1300 बंद पड़ी दुकानों को कानूनी तरीके से खुलवाया जाएगा।तीसरे संकल्प पत्र में घोषणा की गई है कि यमुना कोष के माध्यम से यमुना नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा और केंद्र सरकार के साथ सहयोग करके साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। इसकी घोषणा करते हुए अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल को आमंत्रण दिया कि भाजपा की सरकार बनने के 3 साल बाद वह परिवार सहित यमुना नदी में स्नान कर सकते हैं।भाजपा के संकल्प पत्र में घोषणा की गई है कि ‘महाभारत’ पौराणिक ग्रंथ को बढ़ावा देने और प्रचारित करने के लिए एक भव्य कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों के साथ साझेदारी की जाएगी।भारतीय जनता पार्टी ने गिग कामगारों (विभिन्न सेवाएं प्रदान करने वाले श्रमिक और कामगार) को 10 लाख रुपये का जीवन बीमा और 5 लाख का दुर्घटना बीमा देने का वादा किया है। कपड़ा क्षेत्र के कामगारों को भी इसी तरह का बीमा दिया जाएगा और 15000 रुपये का ‘टूल किट’ प्रोत्साहन दिया जाएगा। निर्माण श्रमिकों को टूलकिट प्रोत्साहन के तौर पर 10 हजार, 3 लाख तक का ऋण और बीमा सुविधा दी जाएगी।भाजपा युवाओं को 50 हजार नौकरियां देगी। 20 लाख रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। जरूरतमंद छात्रों को मेट्रो में यात्रा के लिए 4 हजार प्रति वर्ष दिए जाएंगे। मान्यता प्राप्त मीडिया कर्मियों, वकीलों को 10 लाख तक का जीवन बीमा और 10 लाख तक का स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा दिया जाएगा। मैन्युअल स्कैवेंजिंग को 100 प्रतिशत समाप्त किया जाएगा।इसके अलावा 20 हजार करोड़ के निवेश के लिए एकीकृत पब्लिक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क तैयार किया जाएगा। दिल्ली की शत प्रतिशत बसों को इलेक्ट्रिक किया जाएगा। मेट्रो फेस-4 का काम जल्द पूरा होगा और मेट्रो और बस 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध कराई जाएगी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने केजरीवाल पर लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप लगाया और एक बार फिर पार्टी मंच से दोहराया कि पहले से जारी कल्याणकारी योजनायें बंद नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं कह चुके हैं कि दिल्ली में जारी कोई भी कल्याणकारी योजना बंद नहीं की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी अपने हर वादे को पूरा करते हैं।अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जमानत पर छूटने के बाद लोगों से कह रहे हैं कि उन्हें क्लीन चिट मिल गई है। वह ऐसा जाहिर कर रहे हैं कि वह जैसे पाक-साफ हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को किसी भी तरह के भ्रम में नहीं रहना चाहिए और जनता को मूर्ख नहीं बनाना चाहिए। केजरीवाल केवल जमानत पर हैं, वे आरोपों से भाग नहीं सकते।उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनावों से जुड़े संकल्प पत्र के दो भाग जारी कर चुकी है। पहला संकल्प पत्र पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और दूसरा वरिष्ठ पार्टी नेता अनुराग ठाकुर ने जारी किया था। संकल्प पत्र में पार्टी महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये देने का वादा कर चुकी है।  

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन । अमेरिका के लॉस एंजिल्स की जेल में बंद आतंकवादी तहव्वुर राणा को अब भारत लाने से कोई नहीं रोक सकता। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। 63 वर्षीय तहव्वुर राणा 2008 में भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमलों का दोषी है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका खारिज कर दी।मुंबई हमलों के कुसूरवार राणा 13 नवंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दायर की थी। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद 21 जनवरी को शीर्ष न्यायालय ने इसे अस्वीकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका स्वीकार करने योग्य नहीं है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने आदेश संख्या (21/01/2025) में याचिका खारिज करते हुए उसके भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी।भारत लंबे समय से पाकिस्तान मूल के कनाडाई नागरिक राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। आतंकवादी राणा के पास भारत प्रत्यर्पित न किए जाने का यह आखिरी कानूनी विकल्प था। इससे पहले वह सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका है।फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने वर्ष 2009 में आतंकवादी राणा को शिकागो से दबोचा था। फिलवक्त वह लॉस एंजिल्स की एक जेल में बंद है। राणा लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य रहा है।उसने आतंकवादी डेविड कोलमन हेडली की मदद की थी। हेडली को मुंबई हमले का मास्टर माइंड माना जाता है। पाकिस्तान में जन्मा राणा कनाडा का नागरिक है। कनाडा जाने से पहले उसने 10 वर्ष तक पाकिस्तान की सेना में बतौर डॉक्टर की नौकरी कर चुका है। मुंबई आतंकी हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत कुल 166 लोगों की जान गई थी।        

Kolar News

Kolar News

श्रीनगर । श्रीमाता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन, कटरा से बडगाम तक पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।   रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का एकतरफा ट्रायल रन आज पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि ट्रेन शुक्रवार को जम्मू संभाग में पहुंची थी। उसके बाद शनिवार को श्रीनगर पहुंची है। वंदे भारत एक्सप्रेस आईसीएफ ट्रेन 49 और 80 को यूएसबीआरएल सेक्शन में वाणिज्यिक संचालन के लिए निर्धारित किया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को सर्दियों के मौसम में ठंडी परिस्थितियों के लिए विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है, जिसमें आराम, सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए उन्नत तकनीकें हैं। ट्रायल रन के दौरान ट्रेन भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज, प्रतिष्ठित अंजी खाद ब्रिज और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज चिनाब ब्रिज से भी गुजरी। कश्मीर घाटी की ठंडी जलवायु का सामना करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई है। जम्मू-कश्मीर के लिए शुरू की गई यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है, लेकिन कश्मीर घाटी में पटरियों पर दौड़ने वाली पहली है। उत्तरी रेलवे ज़ोन इसके संचालन और रखरखाव की देखरेख करेगा   हीटिंग सिस्टम लगे हैं ट्रेन में पानी और बायो-टॉयलेट टैंक को जमने से रोकने के लिए उन्नत हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इसमें एयर-ब्रेक सिस्टम और गर्म हवा का संचार भी होगा, जो शून्य से नीचे के तापमान में सुचारू संचालन सुनिश्चित करेगा। अतिरिक्त संशोधनों में कठोर सर्दियों के दौरान ठंढ को दूर करने के लिए विंडशील्ड में एम्बेडेड हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। हीटिंग फिलामेंट के साथ ही लगी ट्रिपल-लेयर्ड विंडस्क्रीन बर्फबारी के दौरान भी ड्राइवर को स्पष्ट दृश्यता प्रदान करेगी। ये सभी यंत्र ट्रेन को  माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में कुशलतापूर्वक संचालित करने में भी ट्रेन सक्षम है। इसी के साथ ही रेलवे ने 272 किलोमीटर तक फैली उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी कर ली है।  

Kolar News

Kolar News

नारायणपुर । छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी सहित छह लोगों को जान से मारने  की धमकी दी है। इस बाबत नारायणपुर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धमकी वाले मिले पर्चे की सत्यता की जांच की जा रही है। इसके साथ ही वैद्यराज हेमचंद की सुरक्षा और पुख्ता की जा रही है।   नक्सलियों ने शुक्रवार को नारायणपुर के धौड़ाई के पास पर्चा फेंककर पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी सहित छह लोगों सरपंच हरिराम मांझी, नारायण नाग, तिलक बेलसरिया, परिवहन संघ अध्यक्ष शरद और रामेश्वर बघेल को जान से मारने की बात कही है। इससे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है।   नक्सलियाें ने आरोप लगाते हुए आज फेंके गए पर्चे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार करते हुए कहा है कि उक्त सभी छह लोग आमदाई माइंस की दलाली और पुलिस कैंप का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कब तक गांव के बाहर रहोगे। इन्हें जनअदालत में मौत की सजा दी जाएगी। सागर साहू के जैसे इनको भी सजा दी जाएगी। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले नक्सलियों की इस धमकी भरे पर्चे के बाद इलाके में दहशत है।   इस बारे में नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी को वाई कटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके अलावा उनके मूवमेंट के समय  चार कंपनी की आरओपी लगती है। उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम है। पुलिस मिले इस पर्चे की सत्यता की जांच कर रही है।    उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने इससे पहले भी वैद्यराज हेमचंद काे धमकी दे चुके हैं। वहीं कुछ महीने पहले ही पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी के भतीजे की नक्सलियाें ने हत्या कर दी थी। वर्तमान में सुरक्षा की दृष्टिकाेण से हेमचंद मांझी नारायणपुर जिला मुख्यालय में रहते हैं। इन्हें पिछले वर्ष राष्ट्रपति दौपदी मुर्मु ने पद्मश्री से सम्मानित किया था।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । भंडारा जिले के जवाहर नगर इलाके में स्थित आयुध कारखाने में शुक्रवार को सुबह अचानक विस्फोट हो जाने से 8 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में करीब 10 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें भंडारा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की मौके पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य कर रही है। पुलिस के अनुसार जवाहर नगर में स्थित आयुध कारखाने के आरके खंड में आज करीब बीस से अधिक लोग काम कर रहे थे। सुबह करीब 11 बजे इस खंड में जोरदार विस्फोट हुआ, जिसके बाद कारखाने छत ढह गई है। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी के सहयोग से छत का मलबा हटाने का कार्य शुरू किया है। भंडारा जिला कलेक्टर संजय कोल्टे के अनुसार कुल बारह लोग घटनास्थल पर फंसे हुए थे, जिनमें से दो को अब तक बचा लिया गया है। मौके पर बचाव कार्य जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के भंडारा में आयुध कारखाने में हुए विस्फोट के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर बचाव दल तैनात हैं। प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।   भंडारा में आयुध फैक्ट्री में विस्फोट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "भंडारा में आयुध फैक्ट्री में बड़ा विस्फोट हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है और 7 लोग घायल हैं। उन्होंने भंडारा में आयुध फैक्ट्री में हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।   महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "भंडारा जिले में आयुध फैक्ट्री में हुए विस्फोट में छत गिरने से 13 से 14 मजदूरों के फंसे होने की खबर है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर हैं और हर तरह की मदद की जा रही है। बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और नागपुर नगर निगम की टीमों को भी बुलाया गया है और वे जल्द ही पहुंच जाएंगी। जिला प्रशासन रक्षा बलों के साथ समन्वय में बचाव कार्यों में शामिल है। चिकित्सा सहायता के लिए भी टीमों को तैयार रखा गया है।

Kolar News

Kolar News

लंदन । कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा है कि ब्रिटेन में भारतीय अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' के प्रदर्शन पर बाधा डालने वाले 'आतंकवादी' हैं। उन्होंने गृह सचिव यवेटे कूपर से दखल देने का आग्रह किया है। ब्लैकमैन ने हाउस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटेन की संसद के निचले सदन) में कहा कि दर्शकों को शांति और सद्भाव के साथ फिल्म देखने के लिए कारगर उपाय किए जाएं।लंदन के समाचार पत्र 'द हेराल्ड' ने स्थानीय 'पीए न्यूज एजेंसी' की रिपोर्ट को उद्धृत करते हुए यह जानकारी दी। 'द हेराल्ड' की खबर के अनुसार, हैरो ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि व्यू सिनेमा शृंखला के हैरो स्थित सिनेमा हाल में "विवादास्पद" बॉलीवुड फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग में बाधा डालने वाले नकाबपोश प्रदर्शनकारी आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने कुछ दोस्तों के साथ रविवार को टिकट खरीदकर हैरो व्यू सिनेमा में फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग को देखने गए। करीब 30 से 40 मिनट बाद नकाबपोश खालिस्तानी आतंकवादी घुस आए। नकाबपोशों ने दर्शकों को धमकी दी और फिल्म का प्रदर्शन रोक देने को मजबूर कर दिया।उन्होंने कहा कि ऐसा ही वॉल्वरहैम्प्टन, बर्मिंघम, स्लो, स्टेंस और मैनचेस्टर में हुआ है। इसका नतीजा यह हुआ है कि व्यू सिनेमाज और सिने वर्ल्ड ने इस फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया है। कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि वह फिल्म की गुणवत्ता या सामग्री पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। फिल्म देखना दर्शकों का अधिकार है। उनके अधिकार की रक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के दर्शकों को फिल्म देखने में दिक्कत न हो, इसके तत्काल उपाय किए जाएं।हाउस ऑफ कॉमन्स नेता लुसी पॉवेल ने कहा,'' बॉब ब्लैकमैन ने महत्वपूर्ण मामला उठाया है। मैं निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करूंगा कि उन्हें और पूरे सदन को यह जानकारी मिले कि सरकार ने इस दिशा में क्या कदम उठाए हैं।" इस पर ब्लैकमैन ने सवाल किया कि क्या अगले हफ्ते गृह सचिव का बयान आ सकता है? हाउस ऑफ कॉमन्स में मुद्दा उठने के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि सिनेमा हाल में घुसे लगभग 30 प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया पर कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।'द हेराल्ड' के अनुसार, 'इमरजेंसी' फिल्म 1975 से 1977 के मध्य के भारतीय कालखंड पर केंद्रित है। भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया। प्रेस की स्वतंत्रता पर रोक लगा दी गई। इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के आदेश पर लगभग 6.2 मिलियन भारतीय पुरुषों की जबरन नसबंदी कर दी गई थी।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज पुणे में कहा कि जलगांव रेल हादसा अफवाह की वजह से हुआ। जलगांव के पास परधाड़े रेलवे स्टेशन के पास घटी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दुर्घटना में 13 यात्रियों की मौत हो गई। इनमें 10 लोगों की पहचान हो गई है और तीन अज्ञात हैं, उनके शव क्षत-विक्षत हो गए हैं। इस बीच ट्रेन में सफर कर रहे एक शख्स ने कहा कि उनके तीन रिश्तेदार अभी भी लापता हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पत्रकारों को बताया कि प्रशासन और अन्य एजेंसियों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। श्रावस्ती के उधल कुमार और विजय कुमार ट्रेन में सवार थे। वे सामान्य डिब्बे में यात्रा कर रहे थे और ऊपरी बर्थ पर बैठे थे। पेंट्री में एक चाय विक्रेता ने चिल्लाकर बताया कि बोगी में आग लग गई है। दोनों ने यह सुना और चिल्लाने लगे। आग से बचने के लिए कुछ यात्री चलती ट्रेन से कूद गए। इस बीच एक व्यक्ति ने चेन खींच दी और ट्रेन रुक गई। कई यात्री ट्रेन से उतरकर रेल पटरी पार करने लगे। उसी समय, कर्नाटक एक्सप्रेस बहुत तेज गति से आई और रेलवे ट्रैक पार कर रहे यात्रियों को टक्कर मार दी। उन्होंने कहा कि घायलों में 8 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। यह घटना उधल कुमार और विजय कुमार द्वारा फैलाई गई अफवाह के कारण हुई। दोनों घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। प्रशासन को सभी घायलों को सरकारी खर्च पर उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस हादसे नेपाल से मुंबई आ रहे विश्वकर्मा परिवार के तीन सदस्य लापता हैं। तीनों के नाम नंदराम विश्वकर्मा, मैसरा विश्वकर्मा और हेमू विश्वकर्मा हैं। यह पूरा परिवार नेपाल से लखनऊ आया था और फिर लखनऊ से मुंबई आ रहे थे। उनके रिश्तेदारों के अनुसार, परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं, लेकिन नंदराम विश्वकर्मा, उनकी पत्नी मैसारा विश्वकर्मा और दस वर्षीय बच्चा हेमू विश्वकर्मा लापता हैं। तीनों की तलाश के लिए रिश्तेदार सुबह पांच बजे से ही जिला अस्पताल में मौजूद हैं। इस घटना में मृतक नंदराम के बड़े भाई विक्रम विश्वकर्मा ने कहा है कि तीनों की तलाश की जाए और उनके बारे में कुछ जानकारी मुहैया कराई जाए।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती 'पराक्रम दिवस' पर कटक में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे इसी प्रकार हमें भी विकसित भारत के लिए अपना कंफर्ट जोन छोड़ना होगा। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के लिए जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि आज जब हमारा देश विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में जुटा है, तब नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। नेताजी के जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य 'आजाद हिंद' था। उन्होंने अपने संकल्प की सिद्धि के लिए अपने फैसले को एक ही कसौटी पर परखा 'आजाद हिंद'। नेताजी एक समृद्ध परिवार में जन्में। उन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। वो चाहते तो अंग्रेजी शासन में एक वरिष्ठ अधिकारी बनकर आराम की जिंदगी जीते लेकिन उन्होंने आजादी के लिए कष्टों को चुना, चुनौतियों को चुना, देश-विदेश में भटकना पसंद किया।   उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे। इसी तरह आज हम सभी को विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना है। हमें खुद को विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना है, उत्कृष्टता को चुनना ही है, क्षमता पर फोकस करना है। नेताजी ने देश की स्वतंत्रता के लिए आजाद हिंद फौज बनाई। इसमें देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग के वीर-वीरांगनाएं शामिल थे। सबकी भाषाएं अलग-अलग थी, लेकिन भावना एक थी- देश की आजादी। यही एकजुटता आज विकसित भारत के लिए भी बहुत बड़ी सीख है। तब स्वराज के लिए हमें एक होना था, आज विकसित भारत के लिए हमें एक रहना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पूरा देश श्रद्धापूर्वक उन्हें याद कर रहा है। इस वर्ष के पराक्रम दिवस का भव्य उत्सव नेताजी की जन्मभूमि पर हो रहा है। कटक में नेताजी के जीवन से जुड़ी एक विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में नेताजी के जीवन से जुड़ी अनेक विरासतों को एक साथ सहेजा गया है। कई चित्रकारों ने कैनवास पर नेताजी के जीवन प्रसंग की तस्वीरें उकेरी हैं। इन सबके साथ नेताजी पर आधारित कई पुस्तकों को भी इकट्ठा किया गया है। नेताजी की जीवन यात्रा की ये सारी विरासत 'मेरे युवा भारत' को एक नई ऊर्जा देगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में विश्व में हर तरफ भारत की प्रगति के लिए अनुकूल माहौल है। दुनिया भारत की ओर देख रही है कि कैसे हम इस 21वीं सदी को भारत की शताब्दी बनाते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से भारत की एकजुटता पर बल देना है। हमें उन लोगों से भी सतर्क रहना है जो देश को कमजोर करना चाहते हैं। देश की एकता को तोड़ना चाहते हैं। नेताजी सुभाष भारत की विरासत पर बहुत गर्व करते थे। वे अक्सर भारत के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास की चर्चा करते थे। आज भारत गुलामी की मानसिकता के बाहर निकल रहा है। अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास कर रहा है। मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर लाल किले से झंडा फहराने का अवसर मिला था। नेताजी की विरासत से प्रेरित होकर हमारी सरकार ने 2019 में दिल्ली के लाल किले में उन्हें समर्पित एक संग्रहालय का निर्माण किया। उसी वर्ष, हमने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी शुरू किया। 2021 में सरकार ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। इंडिया गेट के समीप नेताजी की विशाल प्रतिमा लगाना, अंडमान में द्वीप का नाम नेताजी के नाम पर रखना, गणतंत्र दिवस की परेड में आईएनए के जवानों को नमन करना सरकार की इसी भावना का प्रतीक है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में देश ने यह भी दिखाया है कि तेज विकास से सामान्य जन का जीवन भी आसान होता है और सैन्य सामर्थ्य भी बढ़ता है। बीते दशक में 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। ये बहुत बड़ी सफलता है। आज गांव हो या शहर, हर तरफ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है, साथ ही भारत की सेना की ताकत में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज विश्व मंच पर भारत की भूमिका बढ़ रही है, भारत की आवाज बुलंद हो रही है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से 'एक लक्ष्य-एक ध्येय' विकसित भारत के लिए निरंतर काम करते रहना है।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद रामनीति गरमा गई है। इस हमले पर शिवसेना शिंदे समूह के नेता संजय निरुपम और भाजपा नेता और मंत्री नीतेश नारायण राणे ने आशंका व्यक्त की है। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सैफ पर हुए हमले पर आशंका व्यक्त करने वालों को कड़ी लताड़ लगाई है। बावनकुले ने कहा कि इस तरह के हमलों पर आशंका व्यक्त करना इंसानियत के हिसाब से उचित नहीं है।सैफ अली खान पर 16 जनवरी को उनके आवास पर चाकू हमला किया गया था। हमले में घायल सैफ पांच दिनों तक लीलावती अस्पताल में भर्ती थे और उनका ऑपरेशन किया था। शिंदे समूह की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने सबसे पहले सैफ अली खान पर हमले को लेकर संदेह जताया था। निरुपम ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया था कि दो बार चाकू घोंपे जाने के बाद सैफ अली खान कैसे ठीक हो गए और इतनी जल्दी चलने लगे। इसके बाद मंत्रीनितेश राणे ने भी कहा, "आज सैफ अली खान को देखने के बाद मुझे शक हुआ. वह बाहर आए और इस तरह से चले कि मुझे शक हुआ कि क्या उन्हें वाकई चाकू मारा गया था या वह सिर्फ नाटक कर रहे थे। इस तरह के व्यक्तव्य पर शिंदे समूह की शिवसेना की नेता शाइना एनसी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "कुछ राजनेता और मीडिया पुलिस बल पर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि सैफ अली खान शेर की तरह चलते हैं।" शाइना एनसी ने कहा, "रीढ़ की हड्डी के पास चाकू लगने के बाद सैफ अली खान 8 साल के बच्चे के साथ शेर की तरह चले। वह बाघ की तरह गर्व से चले।" "वास्तव में इस बात पर खुश होने के बजाय कि उसकी जान बच गई, मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ मीडिया संस्थान और कुछ राजनेता पुलिस की ईमानदारी पर सवाल क्यों उठा रहे हैं। हमें इस हाई-प्रोफाइल मामले में व्यक्ति की सुरक्षा के बारे में बात करने की जरूरत है।" इस संबंध में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि नेताओं को अगर कुछ लगता है तो उन्हें इस तरह की बयानबाजी की बजाय पुलिस से बात करनी चाहिए। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इस तरह की नकारात्मक बयानबाजी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह इंसानियत के खिलाफ है। सैफ एक अच्छे कलाकार हैं, वे इस संबंध में मंत्री नीतेश राणे से बात करेंगे।इस मामले में पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने कहा कि हमले के बाद इस तरह की बयानबाजी दुखदायक है। दलवाई ने तो पुलिस जांच पर आशंका व्यक्त की और कहा कि इस मामले में पुलिस ने जिसे आरोपित बता रही है, वह पहले जारी किए गए फोटो से भिन्न है। बतादें हमले के बाद मीडिया ने हमलावर का सीढिय़ों पर से चढक़र सैफ के घर में जाते हुए और उतरते हुए दो वीडियो जारी किया था। दलवाई ने बताया कि सीढिय़ों वाले वीडियों में जो आरोपित दिख रहा था, और गिरफ्तार करने के बाद आरोपित जो तस्वीर मीडिया में आई है, दोनों में काफी फर्क है। इसी तरह आज आरोपित के बात ने भी इसी तरह का सवाल खड़ा किया है। आरोपित के बात ने कहा है कि सीढिय़ों पर दिखने वाला आरोपित उनका बेटा नहीं है। उनके बेटे को पुलिस ने मामले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए डमी आरोपित बनाया है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के आज 10 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह एक परिवर्तनकारी और जन-शक्ति से संचालित पहल बन गई है। इसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी रही है। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान लैंगिक भेदभाव को दूर करने और बालिकाओं को सशक्त बनाने में सहायक रहा है।मोदी ने कहा कि इस पहल से कम बाल लिंगानुपात वाले जिलों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने इस अभियान को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने वाले सभी हितधारकों की सराहना की।प्रधानमंत्री ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार अपनी पोस्ट में लिखा, “आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की 10वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। पिछले एक दशक में यह एक परिवर्तनकारी, जन-संचालित पहल बन गई है और इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी रही है।”उन्होंने लिखा, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान लैंगिक भेदभाव को दूर करने में सहायक रहा है और साथ ही इसने यह सुनिश्चित करने के लिए सही माहौल तैयार किया है कि बालिकाओं को शिक्षा और अपने सपनों को पूरा करने के अवसरों तक पहुंच मिले।”प्रधानमंत्री ने लिखा, "लोगों और विभिन्न सामुदायिक सेवा संगठनों के समर्पित प्रयासों के कारण #बेटीबचाओबेटीपढ़ाओ ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। कम बाल लिंग अनुपात वाले जिलों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और जागरूकता अभियानों ने लैंगिक समानता के महत्व की गहरी समझ पैदा की है।"उन्होंने लिखा, "मैं उन सभी हितधारकों की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस आंदोलन को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाया है। आइए, हम अपनी बेटियों के अधिकारों की रक्षा करना जारी रखें, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करें और एक ऐसा समाज बनाएं, जहां वे बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ सकें। एक साथ मिलकर, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आने वाले वर्ष भारत की बेटियों के लिए और भी अधिक प्रगति और अवसर लेकर आएं।    

Kolar News

Kolar News

सुलतानपुर। रायबरेली सांसद राहुल गांधी के मानहानि मामले में होने वाली सुनवाई अधिवक्ताओं के हड़ताल कारण टाल दी गई है। अब 30 जनवरी को इस पर सुनवाई होगी।   वादी के अधिवक्ता संतोष पांडेय ने बुधवार को बताया कि राहुल गांधी के मानहानि मामले में एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा की अदालत में हड़ताल के कारण सुनवाई 30 जनवरी तक के लिए टाल दी गई। मामले में बचाव पक्ष द्वारा परिवादी से शेष जिरह में विचाराधीन है।   कोतवाली देहात के हनुमानगंज निवासी भाजपा नेता विजय मिश्रा ने वर्ष 2018 में राहुल गांधी के विरुद्ध मानहानि का परिवाद एमपी—एमएलए कोर्ट में दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी, इससे मैं आहत हुआ हूं। कोर्ट में पांच साल लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन जज ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था। फरवरी माह 2024 को राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया।   विशेष मजिस्ट्रेट ने उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत दे दी थी। इसके बाद राहुल गांधी को कोर्ट ने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया। दर्जन भर तारीख पड़ने के बाद बीती 26 जुलाई 2024 को राहुल कोर्ट में पहुंचे और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था। उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताया, कहा था मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है। इसके बाद कोर्ट में वादी को साक्ष्य प्रस्तुत करने के निर्देश हुए।  

Kolar News

Kolar News

मुंबई । फिल्म अभिनेता सैफ अली खान को मंगलवार को दोपहर में लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई । इसके बाद सैफ अली खान अपनी पत्नी, फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर के साथ बांद्रा स्थित आवास पर पहुंचे। सैफ अली खान पर 16 जनवरी को उनके आवास पर हुए चाकू हमले के बाद लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था ।सूत्रों के अनुसार सैफ अली खान का डिसचार्ज पेपर सोमवार रात में ही तैयार कर लिया गया था। डॉक्टरों ने सैफ अली खान को घर पर एक महीने तक आराम करने सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि रीढ़ की हड्डी में लगा घाव गहरा है और उसे भरने में कम से कम एक माह का वक्त लग सकता है। हालांकि अभिनेता पर उनके आवास पर हुए हमले के दौरान कुल छह वार किए गए थे।बता दें कि सैफ अली खान को 16 जनवरी की रात बांद्रा स्थित उनके आवास में चोरी के इरादे से घुसे एक चोर ने चाकू मार दिया था। इस घटना के बाद सैफ अली खान को लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस मामले में पुलिस ने चोर 30 वर्षीय चोर शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की छानबीन जारी है।

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन । अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करने के अपने पहले संबोधन में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का स्वर्ण युग अब शुरू हुआ है। अमेरिका फर्स्ट की नीति के साथ वो फिर से देश को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वो सभी को साथ लेकर चलने को तत्पर हैं। साथ ही उन्होंने दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की भी घोषणा की।अमेरिकी राष्ट्रपति ने शपथ ग्रहण के बाद पहला बड़ा फैसला लेते हुए देश के दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाई जाएगी। संगठित अपराध के खिलाफ आज से ही काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोकने के लिए जरूरत पड़ी तो वहां सेना को भी भेजा जाएगा। ट्रंप ने कहा कि अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वो आए हैं।अपनी सरकार की प्राथमिकता को बताते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता घुसपैठ को रोकना है ताकि देश की जनता सुरक्षित महसूस करे। दूसरी प्राथमिकता महंगाई पर रोक लगाना है ताकि लोगों को जरूरी सामानों के लिए अतिरिक्त बोझ न पड़े।ट्रंप ने घोषित की 'नेशनल एनर्जी इमरजेंसी'ट्रंप ने कहा, 'अत्यधिक खर्च और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाई का संकट पैदा हुआ और इसीलिए आज मैं नेशनल एनर्जी इमरजेंसी की भी घोषणा करता हूं।'लॉस एंजिल्स में आग की विभिषिका पर ट्रंप ने कहा, 'हमारे पास एक पब्लिक हेल्थ सिस्टम है जो आपदा के समय काम नहीं करता है। फिर भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में इसपर अधिक पैसा खर्च किया जाता है। हम ऐसा नहीं होने दे सकते। हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म करना और हमारे देश से नफरत करना सिखाती है। यह सब आज से ही बदल जाएगा।'ट्रंप की चाह- दुनिया उन्हें शान्ति दूत के तौर पर जानेट्रंप ने कहा, मैं देशों को जोड़ने की कोशिश करूंगा। शांति स्थापित करना मेरी प्राथमिकता है। विरोधियों के खिलाफ बदले की कार्रवाई नहीं होगी। सैनिकों के अधिकार बढ़ाए जाएंगे। मैं युद्ध रोकने की कोशिश करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की जंग में अब अमेरिका की सेना नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि दुनिया उन्हें शांति दूत के तौर पर जाने।चीन को चुनौतीचीन को चुनौती देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पनामा कैनाल से चीन का आधिपत्य खत्म करेंगे। पनामा कैनाल को वापस लेंगे। वहीं भविष्य की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका जल्द मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्री भेजेगा और दुनिया के सामने नई मिशाल पेश करेगा।'हमारी प्राथमिकता देश को गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र बनाना'अपने भाषण के शुरुआत में ट्रंप ने कहा, अमेरिका का स्वर्ण युग अब शुरू हुआ है। अमेरिका फर्स्ट की नीति के साथ वो फिर से देश को आगे लेकर जाएंगे। हम अपनी संप्रभुता बनाए रखेंगे। दुनिया हमारा इस्तेमाल नहीं कर सकेगी। अमेरिका में अब घुसपैठ नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो।'दूसरे देशों पर टैक्स और टैरिफ बढ़ाएंगेट्रंप ने अमेरिका को संबोधित करते हुए कहा कि दूसरे देशों पर टैक्स और टैरिफ बढ़ाएंगे। हम देश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाएंगे। अमेरिका के लोगों को बोलने की स्वतंत्रता होगी। अमेरिका के दुश्मनों को हराकर रहेंगे। उन्होंने अमेरिका में ड्रग तस्करों को आतंकी घोषित करने का भी ऐलान किया। कहा सेना भी अपने मिशन के लिए आजाद रहेगी।ट्रंप ने अमेरिका को लेकर अपनी नीतियों का भी खाका देश और दुनिया के सामने रखा। उन्होंने कहा कि अमेरिका फिर से मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। अमेरिका से तेल और गैस का निर्यात बढ़ेगा।साथ ही पूर्ववर्ती सरकार को निशाने पर लेते हुए ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने समाज का ताना-बाना तोड़ा। वो ग्लोबल इंवेंट्स को हैंडल नहीं कर पाए। बाइडेन के राज में अपराधियों को शरण मिली और सीमाओं की सुरक्षा पर वो कुछ नहीं कर सके।वहीं, अपने संघर्षों को याद करते हुए ट्रम्प ने कहा कि लोगों ने मुझे बदलाव के लिए चुना है। आठ साल से मुझे चैलेंज किया जा रहा था। मेरी हत्या करने की कोशिश की गई। अब अमेरिका में तेजी से बदलाव आएगा।इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में सोमवार रात शपथ ली। उनसे पहले पहले जेडी वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। वाशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटल बिल्डिंग में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने दोनों की शपथ दिलाई। वहीं, शपथ ग्रहण समारोह में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग, अमेजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस और एलन मस्क आदि कई दिग्गज शामिल रहे।

Kolar News

Kolar News

रायपुर । छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। अब लखमा को 5 फरवरी को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।   ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेशी होने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। लखमा को ईडी ने 15 जनवरी 2025 को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले 28 दिसंबर 2024 को ईडी ने लखमा और उनके बेटे और करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी।ईडी के छापे के बाद कवासी लखमा ने कहा था कि घोटाला हुआ है या फिर नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं अनपढ़ आदमी हूं, अधिकारी मुझे जहां साइन करने को कहते थे, मैं कर देता था। 3 और 9 जनवरी को भी लखमा से पूछताछ की गई थी। 21 जनवरी तक उन्हें रिमांड पर भेजा गया था और आज रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था।   पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के घर पर छापामार कार्रवाई के बाद ईडी ने 2 जनवरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा था कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित 7 जगह तलाशी अभियान चलाया गया।ईडी का दावा है कि कवासी लखमा द्वारा नकद में (पीओसी) प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी की अपराध से अर्जित आय के उपयोग से जुड़े सबूत मिले हैं । इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं।    उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले की जांच में ईडी ने अब तक कई खुलासे किए हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर पैसों के लेन-देन और अनियमितताओं की बात सामने आई है। लखमा की गिरफ्तारी से इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) में एमडी अरुणपति त्रिपाठी, बिजनेसमैन अनवर ढेबर और अनिल टुटेजा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

Kolar News

Kolar News

देहरादून । उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए धामी मंत्रिमंडल ने सोमवार को इसकी नियमावली को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह फैसला 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।   सोमवार को सचिवालय में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में यूसीसी का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। हालांकि, निकाय चुनावों के चलते मंत्रिमंडल की ब्रीफिंग आयोजित नहीं हो सकी।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी सरकार ने जनता से जो भी वादा किया उसे पूरा किया है। हमने 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व वादा किया था कि हम प्रदेश में समान नागरिक संहिता लेकर आएंगे। आज ही मंत्रिमंडल की बैठक में हमने सर्वसम्मति से यूसीसी को पारित कर दिया है, जिसे शीघ्र ही प्रदेश में लागू किया जाएगा। हमने जनता की मांग के अनुरूप ही प्रदेश में धर्मांतरण, लैंड जिहाद और थूक जिहाद, दंगा और नकल रोकने के लिए सख्त कानून बनाए हैं। समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का वेबपोर्टल 21 जनवरी को पहली बार प्रदेशभर में एक साथ उपयोग में आएगा। फिलहाल यह कवायद सरकार के अभ्यास (मॉक ड्रिल) का हिस्सा होगी। इसके बाद यूसीसी को लागू किया जा सकता है। मॉक ड्रिल से सरकार, विशेष समिति और प्रशिक्षण टीम अपनी-अपनी तैयारियों को परख सकेंगी।यूसीसी लागू होने पर सभी धर्म-समुदायों में विवाह, तलाक, गुजारा भत्ता और विरासत के लिए एक ही कानून। 26 मार्च 2010 के बाद से हर दंपती के लिए तलाक व शादी का पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। हलाला और इद्दत जैसी प्रथा खत्म होगी। महिला का दोबारा विवाह करने की किसी भी तरह की शर्तों पर रोक होगी। कोई बिना सहमति के धर्म परिवर्तन करता है तो दूसरे व्यक्ति को उस व्यक्ति से तलाक लेने व गुजारा भत्ता लेने का अधिकार होगा। लिव इन में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए वेब पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य होगाग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम, महानगर पालिका स्तर पर पंजीकरण की सुविधा। पंजीकरण न कराने पर अधिकतम 25,000 रुपये का जुर्माना। पंजीकरण नहीं कराने वाले सरकारी सुविधाओं के लाभ से भी वंचित रहेंगे। विवाह के लिए लड़के की न्यूनतम आयु 21 और लड़की की 18 वर्ष होगी। महिलाएं भी पुरुषों के समान कारणों और अधिकारों को तलाक का आधार बना सकती हैं।यूसीसी का सफर: विधानसभा चुनाव में 12 फरवरी 2022 के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी की घोषणा की। धामी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में यूसीसी लाने के लिए फैसला लिया गया। मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति बनी। समिति ने 20 लाख सुझाव ऑफलाइन और ऑनलाइन प्राप्त किए। 2.50 लाख लोगों से समिति ने सीधा संवाद किया। 02 फरवरी 2024 को विशेषज्ञ समिति ने ड्राफ्ट रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी। सात फरवरी को विधेयक विधानसभा से पारित हुआ। राजभवन ने विधेयक को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा। राष्ट्रपति ने 11 मार्च यूसीसी विधेयक को अपनी मंजूरी दी। यूसीसी कानून के नियम बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया। नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों संस्करणों में 18 अक्तूबर 2024 को राज्य सरकार को नियमावली साैंपी। धामी मंत्रिमंडल की बैठक में आज (20 जनवरी) 2025 को नियमावली को मंजूरी मिली।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस बात का उल्लेख किया कि खिलौना विनिर्माण क्षेत्र में सरकार की उन्नति ने आत्मनिर्भरता के हमारे प्रयास को बढ़ावा देकर परंपराओं और उद्यमिता को लोकप्रिय बनाया है।प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर “मन की बात अपडेट्स’ हैंडल की एक पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा, “हमने मन की बात के एक एपिसोड में खिलौना विनिर्माण को बढ़ावा देने के बारे में बात की थी और पूरे देश में सामूहिक प्रयासों से हमने इसमें काफी प्रगति भी की है। इस क्षेत्र में हमारी प्रगति ने आत्मनिर्भरता के हमारे प्रयास को बढ़ावा दिया है और परंपराओं तथा उद्यमिता को लोकप्रिय बनाया है।”

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर एम्स के बाहर कड़ाके की ठंड में फुटपाथ पर बैठे मरीजों व उनके परिवार वालों की दुर्दशा को उजागर किया है। उन्होंने इस समस्या के समाधान को लेकर नड्डा और आतिशी से तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। राहुल गांधी ने अभी हाल में एम्स का दौरा किया था।   नड्डा को लिखे पत्र में राहुल ने एम्स में दिल्ली के बाहर से आए मरीजों और तीमारदारों की चिंताजनक स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि एम्स के दौरे के दौरान सैकड़ों रोगियों और उनके परिवार वालों को कड़ाके की ठंड में फुटपाथ और मेट्रो में बैठे देखकर दुख हुआ। एम्स दिल्ली उत्कृष्ट और किफायती देखभाल प्रदान करता है, लेकिन रोगियों और उनके परिवारों की स्थिति से पता चलता है कि स्वास्थ्य सेवा अभी भी करोड़ों भारतीयों की पहुंच से बाहर है। उन्होंने नड्डा से एम्स दिल्ली की स्थिति को ठीक करने के लिए तत्काल और समय पर कदम उठाने का आग्रह किया। राहुल ने सुझाव दिया कि भारत सरकार को एम्स, दिल्ली सरकार और धर्मार्थ संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि मरीजों को बिस्तर, पानी और आश्रय प्रदान किया जा सके और आवास के लिए स्थायी सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।    उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत जैसी केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा योजनाओं की समीक्षा की जानी चाहिए ताकि पात्रता, नामांकित अस्पतालों और कवर की जाने वाली स्थितियों का विस्तार करके मरीजों की जेब से होने वाले खर्च को यथासंभव कम किया जा सके। निजी स्वास्थ्य सेवा के आसमान छूते कीमतों की भी जांच बेहद जरूरी है। उन्होंने सरकार से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और रोगियों पर वित्तीय बोझ कम करने का आग्रह किया।   आतिशी को लिखे पत्र में राहुल ने मरीजों की भलाई के लिए अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सैकड़ों मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों को कड़ाके की ठंड में मेट्रो के बाहर बैठे देखकर दुख हुआ। उनके पास सुरक्षा के लिए केवल पतले कंबल थे, पीने के पानी या शौचालय की सुविधा नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसी कठिनाई नहीं झेलनी चाहिए, खासकर तब जब वह पहले से ही गंभीर चिकित्सा स्थितियों से जूझ रहा हो। उन्होंने दिल्ली सरकार से एम्स में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए बिस्तर, पानी और आश्रय सहित तत्काल राहत प्रदान करने का आह्वान किया। 

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में मतदान प्रक्रिया को आधुनिक और मजबूत बनाने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया और साथ ही देशभर में निष्पक्ष चुनाव कराने की आयोग की प्रतिबद्धता की सराहना की। चुनाव आयोग की स्थापना के दिन 25 जनवरी को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ मनाया जाता है। प्रधानमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए देशवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का उपयोग करने और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त करने की अपील की। ‘मन की बात’ का 118वां एपीसोड अगले सप्ताह गणतंत्र दिवस आयोजन के चलते अंतिम रविवार के स्थान पर आज तीसरे रविवार को प्रसारित किया गया। इस एपीसोड में प्रधानमंत्री ने कुंभ से लेकर अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों से श्रोताओं को अवगत कराया और देश में हो रहे पर्यावरण और समाज परिवर्तन के कार्यों की जानकारी दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने पर संविधान सभा में चर्चाओं में भाग लेते हुए डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ऑडियो क्लिप सुनाएं। इसमें डॉ. अंबेडकर ने संविधान सभा को एक मत होने, डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के मानवीय मूल्यों और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अवसरों की समानता पर अपनी बात रख रहे थे। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित ‘कुंभ’, दक्षिण की नदियों के तटों पर आयोजित होने वाले ‘पुष्करम’ और पश्चिम बंगाल के ‘गंगा सागर मेले’ के सुंदर आयोजनों और विहंगम दृश्यों को मन की बात का हिस्सा बनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पर्व भारत के लोगों को भारत की परंपराओं से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं कोई भेदभाव या जातिवाद नहीं है, तभी तो कुंभ को एकता का ‘महाकुंभ’ कहा जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तर भारत में प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होता है। इसी प्रकार दक्षिण में गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा और कावेरी नदी के तटों पर ‘पुष्करम’ का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘गंगा सागर मेले’ में संक्रांति के अवसर पर पूरी दुनिया से आए लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। वर्ष-2025 में भारत की अंतरिक्ष में ऐतिहासिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर हम सभी भारतीयों को गर्व करना चाहिए। उन्होंने इस दौरान भारतीय स्पेस टैक स्टार्टअप बेंगलुरु के पिक्सेल के बारे में बताया जिसने भारत का पहला निजी सैटेलाइट कांस्टेलेशन फायरफ्लाई सफलतापूर्वक पर लॉन्च किया है। उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में स्पेस डॉकिंग की उपलब्धि का जिक्र किया। वहीं, उन्होंने बताया कि आईआईटी मद्रास का ‘एक्सटेम’केंद्र अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग के लिए कई नई तकनीक का पर काम कर रहा है। ‘मन की बात’ में इस बार भी प्रधानमंत्री ने पर्यावरण की दृष्टि से देशभर में हो रहे सराहनीय कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि असम के ‘नौगांव’ में हाथियों से जुड़ी कई घटनाएं होती थी। इसको देखते हुए गांव वालों ने ‘हाथी बंधु’ नाम से एक टीम बनाई और करीब 800 बीघा बंजर भूमि को घास युक्त किया। इसके चलते हाथियों का आबादी और खेतों में जाना काम हो गया। साथ ही उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि पिछले दो महीनों में भारत ने दो नए टाइगर रिजर्व जोड़े हैं- छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला और मध्य प्रदेश में रातापानी। प्रधानमंत्री ने ‘टायर टू’ और ‘टायर थ्री’ शहरों में लगातार बढ़ते स्टार्टअप्स कल्चर की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में स्टार्टअप इंडिया के 9 साल पूरे हुए हैं। यह हर हिन्दुस्तानी के लिए खुशी का विषय है। अंबाला, हिसार, कांगड़ा, चैंगलपट्टू, बिलासपुर, ग्वालियर और वाशिम जैसे शहरों में स्टार्टअप के केंद्र बन रहे हैं। नागालैंड राज्य में भी पिछले साल स्टार्टअप रजिस्ट्रेशन में 200 से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। समाज सेवा से जुड़े हुए कार्यों को प्रधानमंत्री अक्सर ‘मन की बात’ में स्थान देते हैं। इसी क्रम में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में दीपक नाबाम की कोशिश का उल्लेख किया। नाबाम ने वंचित, हिंसा पीड़ित, बेसहारा और नशे की लत के शिकार लोगों को की देखभाल के लिए एक संस्था बनाई है। वे ‘लिविंग होम’ चलाते हैं, जहां पर बीमार और असमर्थ बुजुर्गों की सेवा की जाती है। उन्होंने लक्षद्वीप के करवत्ती द्वीप में हिडुम्बी नर्स के कार्यों की प्रशंसा की। वे सेवानिवत्त होने के बाद भी पिछले 18 वर्षों तक अपने करुणा और स्नेह से लोगों की सेवा में जुटी हैं। लक्षद्वीप के ही केजी मोहम्मद के मिनीकॉय द्वीप में मरीन इकोसिस्टम को मजबूत करने के कार्यों की भी उन्होंने प्रशंसा की। निकोबार जिले में ‘वर्जिन कोकोनेट’ ऑयल को हाल ही में जी टैग मिलने पर प्रशंसा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके उत्पादन से जुड़ी आदिवासी महिलाओं को संगठित कर सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाए जा रहे हैं और उन्हें मार्केटिंग और ब्रांडिंग की स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी। 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। इस दिन को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में उनके पराक्रम से जुड़ी हुई एक कहानी का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सुभाष बाबू एक विजनरी नेता थे, उनके स्वभाव में साहस रचा बसा था और वह कुशल प्रशासन भी थे।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को दोहरी ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर, विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश, पुरुष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालिंपिक स्वर्ण विजेता हाई जंपर प्रवीण कुमार को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित किया।   राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में खेल और साहसिक पुरस्कार 2024 प्रदान किए। पुरस्कारों में 4 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार-2024, 5 खिलाड़ियों को द्रोणाचार्य पुरस्कार-2024, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार-2024, 4 खिलाड़ियों को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार-2023, एक राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2024 और एक मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी-2024 शामिल हैं। राष्ट्रपति ने फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2024 और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी-2024 प्रदान की। राष्ट्रपति ने पैरा-शूटिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सुभाष राणा, निशानेबाजी में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए दीपाली देशपांडे, संदीप सांगवान को हॉकी में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार, 2024 प्रदान किया। इसके अलावा बैडमिंटन में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए एस मुरलीधरन, फुटबॉल में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अर्मांडो एग्नेलो कोलाको को द्रोणाचार्य पुरस्कार (आजीवन), 2024 प्रदान किया। राष्ट्रपति ने एथलेटिक्स में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अन्नू रानी को अर्जुन पुरस्कार, 2024 प्रदान किया। इसके अलावा मुक्केबाज नीतू और स्वीटी, शतरंज खिलाड़ी वंतिका अग्रवाल, ह़ॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे और अभिषेक, संजय, जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, पैरा-तीरंदाज राकेश कुमार, पैरा-एथलेटिक्स प्रीति पाल और जीवनजी दीप्ति सहित 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 2024 प्रदान किया।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) दिल्ली विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही नए-नए वादे कर रही है। इसी क्रम में अब पार्टी का कहना है कि नई सरकार बनने पर वह छात्रों को दिल्ली में बसों में मुफ्त यात्रा और दिल्ली मेट्रो में आधे दाम पर यात्रा की सुविधा देगी। इस संदर्भ में आआपा संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है।दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली मेट्रो में छात्रों को 50 प्रतिशत किराए में छूट देने की मांग की है। साथ ही किराये में दी जाने वाली छूट को आधा-आधा वहन करने का भी अनुरोध किया है।केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली मेट्रो केंद्र और दिल्ली सरकार के 50-50 प्रतिशत सहयोग की परियोजना है। ऐसे में योजना पर होने वाले खर्च को दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को आधा-आधा वहन करना चाहिए।पत्र में उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से छात्रों के लिए बस यात्रा मुफ्त करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस पर सहमति जताएंगे।एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली के सभी छात्रों को गारंटी दी है कि बस और मेट्रो के किराए का ख़र्च अब शिक्षा में रुकावट नहीं बनेगा। हमारी सरकार बनने पर हम स्कूल-कॉलेज के छात्रों के लिए बसों में मुफ्त सफ़र शुरू करेंगे और मेट्रो किराए में भी रियायत देंगे। छात्रों पर ख़र्च होने वाला हर एक पैसा देश के भविष्य में निवेश है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में छह दिवसीय भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया। यह भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है। यह एक्सपो नई दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि के अलावा ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑटो उद्योग के विकास में मेक इन इंडिया पहल ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। मेक इन इंडिया पहल को पीएलआई योजना से बढ़ावा मिला है। पीएलआई योजना ने 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री में मदद की है। इस योजना ने ऑटो सेक्टर में 1.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं।उन्होंने कहा कि आज का भारत आकांक्षा से भरा हुआ है, युवा ऊर्जा से भरा हुआ है। यही आकांक्षा हमें भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में दिखाई देती है। बीते साल में भारत की ऑटो इंडस्ट्री करीब 12 प्रतिशत की ग्रोथ से आगे बढ़ी है। भारत में बनाओ, विश्व के लिए बनाओ के मंत्र पर चलते हुए अब निर्यात भी बढ़ रहा है। विकसित भारत की यात्रा, मोबिलिटी सेक्टर के भी अभूतपूर्व ट्रांसफॉर्मेशन की, कई गुना विस्तार की यात्रा होने वाली है।प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में करीब 2.5 करोड़ कारों की बिक्री से पता चलता है कि भारत में मांग कितनी तेजी से बढ़ रही है। यात्री वाहन बाजार की बात करें तो हम दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं। एक समय भारत में कारों की कम बिक्री का कारण अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों की कमी थी लेकिन आज यह स्थिति बदल रही है। यात्रा की सुगमता अब भारत की बड़ी प्राथमिकता है। पिछले साल के बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए थे। आज भारत में मल्टी-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल है। नई राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति के कारण भारत दुनिया का सबसे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक देश बनने जा रहा है। भारत में हर साल बिकने वाले वाहनों की संख्या कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक है। मोदी ने कहा कि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए हैं और यह नव-मध्यम वर्ग वाहनों का संभावित खरीदार है। बढ़ता मध्यम वर्ग, तेजी से हो रहा शहरीकरण और किफायती वाहन भारत में ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देंगे।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत के ऑटो सेक्टर में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रत्न टाटा और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा, “आज, भारत के ऑटो सेक्टर के इस बड़े अवसर पर, मैं रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को याद करना चाहूंगा। इन दोनों दिग्गजों ने ऑटो सेक्टर में भारतीय मध्यम वर्ग के सपने को पूरा करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे यकीन है कि उनकी विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी।”पिछले मोबिलिटी एक्सपो में अपने कथन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब वह एक्सपो में आए थे तब लोकसभा के चुनाव ज्यादा दूर नहीं थे। उस दौरान आपके सबके विश्वास के कारण कहा था कि अगली बार भी 'भारत मोबिलिटी एक्सपो' में जरूर आऊंगा। उन्होंने कहा कि देश ने तीसरी बार हमें आशीर्वाद दिया।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भारत में मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बढ़ गया है। पिछली बार 800 से ज्यादा प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने विजिट किया। इस बार भारत मंडपम के साथ-साथ द्वारका के यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में भी ये एक्सपो चल रहा है। आने वाले 5-6 दिनों में बहुत बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे। अनेक नई गाड़ियां भी यहां लॉन्च होने वाली हैं। ये दिखाता है कि भारत में गतिशीलता के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है।इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 ऑटोमोबाइल और संबंधित व्यापार में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन बन गया है। संपूर्ण एंड-टू-एंड मूल्य शृंखला एक साथ आ गई है। देश को प्रधानमंत्री मोदी के विजन का लाभ मिल रहा है। भारत आज तिपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है। भारत वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाज़ार है।केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करता है, जिसमें पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी और टिकाऊ गतिशीलता समाधानों पर जोर दिया जाता है। स्वच्छ परिवहन की आवश्यकता पहले कभी इतनी जरूरी नहीं थी। टिकाऊ परिवहन समाधानों को अपनाकर हम सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं में से एक है। वर्तमान में यह वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाज़ार है, यह राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7 प्रतिशत उत्पन्न करता है और 3.7 करोड़ से अधिक लोगों को रोज़गार देता है।

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में दस देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को संगम क्षेत्र स्थित विभिन्न अखाड़ों का दौरा किया। इस भ्रमण के दौरान उन्होंने न केवल महाकुम्भ के धार्मिक महत्व को समझा बल्कि भारतीय संस्कृति के अद्भुत पहलुओं का भी अनुभव किया। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद प्रतिनिधि दल ने समूचे महाकुम्भ क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इस विशाल धार्मिक आयोजन की व्यापकता को साक्षात देखा और बोले कि यह दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है।   अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने दुनिया के इस सबसे बड़े आयोजन के भव्य इंतजाम के लिए योगी सरकार की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है। भारतीय संस्कृति को देखने और समझने के लिए सभी देशों के लोगों को यहां महाकुम्भ नगर जरूर आना चाहिए।   संयुक्त अरब अमीरात की प्रतिनिधि बोलीं, एकता का प्रतीक है महाकुम्भ- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की प्रतिनिधि सैली एल. अजाब ने कहा कि वो मध्य पूर्व से भारत आई हैं। यह एक अद्भुत क्षण है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। यहां सब कुछ पूरी तरह से व्यवस्थित है। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता की तारीफ करते हुए बताया कि यह आयोजन न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है। उन्हें यहां करोड़ों श्रद्धालुओं और उनकी विधिवत सुरक्षा व्यवस्था को देखकर भारतीय संस्कृति की महानता का अहसास हुआ है।   संतों के विचारों से प्रभावित हुए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, भारतीय परम्पराओं के प्रति श्रद्धा व्यक्त की- अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि दल ने महाकुम्भ भ्रमण के दौरान विभिन्न अखाड़ों का भ्रमण किया। यहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और महाकुम्भ के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में जाना। साधु-संतों ने महाकुम्भ की प्राचीन परंपराओं, अखाड़ों की भूमिका और भारतीय संस्कृति की महिमा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि संतों के विचारों से गहरे प्रभावित हुए और उन्होंने भारतीय धार्मिक परंपराओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।   महाकुम्भ ने सिखाया कि दुनिया भर के लोग इकट्ठे हो सकते हैं- महाकुम्भ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक संदर्भ में भी एकता का प्रतीक है। महाकुम्भ के दौरान 10 देशों के 21 प्रतिनिधियों ने इस आयोजन की भव्यता और उसकी वैश्विक पहचान को नजदीक से महसूस किया। महाकुम्भ ने दुनिया को यह संदेश दिया कि दुनिया के विभिन्न कोनों से लोग एकत्रित हो सकते हैं, भले ही उनकी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि अलग-अलग क्यों न हो।   फिजी, गुयाना से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के पहुंचे प्रतिनिधि- महाकुम्भ में फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि पहुंचे हैं। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि दल ने महाकुम्भ का दौरा करके भारतीय संस्कृति की विविधता और धार्मिक एकता का अनुभव किया। सभी यहां की संस्कृति से अभिभूत नजर आए। उनके लिए यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा लेने का भी एक शुभ अवसर है।

Kolar News

Kolar News

मुंबई । बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद मुंबई पुलिस ने जांच के लिए 15 पुलिस टीमें गठित की हैं। इनमें मुंबई पुलिस अपराध शाखा की 8 टीम और मुंबई पुलिस की 7 टीम अलग-अलग एंगल से मामले की छानबीन कर रही हैं। इनमें से एक टीम को मुंबई के बाहर भेजा गया है। हमले के बाद सैफ अली खान का लीलावती अस्पताल में डॉ. नितिन डांगे और डॉ. लीना जैन की देखरेख में उपचार चल रहा है। राज्य सरकार ने कहा है कि जल्द ही हमलावर गिरफ्त में होंगे। पुलिस उपायुक्त दीक्षित गेडाम ने बताया कि इस मामले में तीन नौकरों से पूछताछ की जा रही है। इन तीनों का मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिया है। अब तक की जानकारी के अनुसार हमलावर सैफ अली खान के बेटे जहांगीर के बेडरूम में छिपा था। उसे देखने के बाद नौकरानी ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसकी भनक लगते ही सैफ अली खान अपने बेडरूम से बाहर आए। इसके बाद हमलावर ने नौकरानी और सैफ अली खान पर हमला कर दिया था। इस घटना में घायल सैफ अली खान और नौकरानी का इलाज चल रहा है।इस घटना की सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच के अधिकारी दया नायक मौके पर पहुंचे और पूछताछ कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की है। विपक्ष ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। विपक्ष ने कहा कि जब इतनी बड़ी सुरक्षा में रहने वाले फिल्म स्टार सुरक्षित नहीं हैं, तो आम व्यक्ति की सुरक्षा तो राम भरोसे ही है। इस पर गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि घटना की छानबीन की जा रही है। बहुत जल्द आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होगा।

Kolar News

Kolar News

वाशिंगटन/नई दिल्ली । गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपना कारोबार समेट लिया है। इसके संस्थापक नाथन एंडरसन ने गुरुवार को कंपनी बंद करने की घोषणा की। हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पोस्‍ट पर जारी बयान में कहा कि उन्होंने कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। उन्होंने लिखा, ‘हमारी प्लानिंग थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाए। आखिरकार वह दिन आज आ गया है। दरअसल, जनवरी 2023 में अडाणी समूह के शेयरों को लेकर सनसनीखेज आरोपों के कारण ये अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म चर्चा में आई थी। इस फर्म के मालिक शॉर्ट सेलर नाथन एंडरसन ने गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाते हुए उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए थे। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट्स के जरिए ना केवल भारत के अडाणी समूह बल्कि अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों को भी निशाना बनाया।   उल्‍लेखनीय है कि यह कंपनी 2017 में स्थापित हुई थी। इसका मुख्य काम शेयर बाजार की गड़बड़ियों, अकाउंट मिस मैनेजमेंट और हेरफेर का पता लगाना था। अब, हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के साथ एक दौर खत्म हो रहा है, जो लंबे समय से शॉर्ट-सेलिंग और खुलासों के खेल का हिस्सा था।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । इंडियन स्टेट को लेकर दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी घिरते दिखाई दे रहे है। भाजपा इस बयान को लेकर हमलावर है। बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी का बयान देश को तोड़ने वाला है।   केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने ट्वीट किया कि अब कांग्रेस की घिनौनी सच्चाई उनके अपने नेता द्वारा उजागर हो गई है। राहुल गांधी की इस बात के लिए सराहना करता हूं कि उन्होंने वह बात साफ-साफ कही है जो देश जानता है- कि वह भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं। यह कोई रहस्य नहीं है कि राहुल गांधी और उनके तंत्र का शहरी नक्सलियों और डीप स्टेट के साथ घनिष्ठ संबंध है, जो भारत को बदनाम, अपमानित करना चाहते हैं। उनके बार-बार के कार्यों ने भी इस विश्वास को मजबूत किया है। उन्होंने जो कुछ भी किया या कहा है वह भारत को तोड़ने और हमारे समाज को विभाजित करने की दिशा में है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय 'इंदिरा भवन' में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए एक विवादास्पद बयान दे दिया। राहुल गांधी ने बुधवार को भाजपा और आरएसएस को घेरते हुए 'इंडियन स्टेट' को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा और आरएसएस से ही नहीं, इंडियन स्टेट से भी है।  

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । मेटा के भारत और दक्षिण एशिया के सार्वजनिक नीति निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने सोशल मीडिया पर मार्क जुकरबर्ग के बयान के लिए माफी मांगी। जुकरबर्ग ने यह झूठा दावा किया था कि कोविड 19 के बाद हुए चुनावों में भारत सहित कई देशों में सरकारें सत्ता से बाहर हो गई।   बुधवार को सोशल मीडिया में एक पोस्ट के जरिए शिवनाथ ठुकराल ने भारत को मेटा के नवाचारों के लिए महत्वपूर्ण भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि मार्क का यह अवलोकन 2024 के चुनाव में कई मौजूदा दलों को फिर से नहीं चुनने को लेकर सही है लेकिन यह अवलोकन भारत के लिए नहीं था। अनजाने में हुई इस गलती के लिए हम माफी चाहते हैं। भारत मेटा के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण देश बना हुआ है और हम इसके अभिनव भविष्य के केंद्र में होने की आशा करते हैं।   उल्लेखनीय है कि जो रोगन के पॉडकास्ट पर मार्क जुकरबर्ग ने झूठा दावा करते हुए कहा कि 2024 दुनिया भर में चुनावों का एक बड़ा साल था और  भारत सहित अन्य कई देशों में चुनाव हुए। कोविड 19 के बाद हुए इन चुनावों में भारत सहित कई देशों में सरकारें सत्ता से बाहर हो गई।   जुकरबर्ग के इस दावे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने 2024 के चुनाव में 640 मिलियन से अधिक मतदाताओं के साथ एनडीए में विश्वास व्यक्त किया। जुकरबर्ग का यह दावा कि कोविड-19 के बाद 2024 के चुनावों में भारत सहित अधिकांश सत्तारूढ़ सरकारें हार गईं, तथ्यात्मक रूप से गलत है।   संसदीय समिति ने मेटा को मार्क के बयान पर तलब किया। 13 जनवरी को सूचना प्रौद्योगिकी और संचार पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे ने मेटा को इस गलत जानकारी के लिए तलब करके कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश के बारे में गलत जानकारी उसकी छवि खराब करती है। इस संगठन को इस गलती के लिए संसद और यहां की जनता से माफी मांगनी होगी। जिसके बाद बुधवार को मेटा ने मार्क जुकरबर्ग के बयान पर माफी मांगी ।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मुंबई के नैसेना डाकयार्ड में दो युद्धपोतों और एक पनडुब्बी के जलावतरण के बाद कहा कि आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विस्तारवाद नहीं बल्कि विकासवाद की भावना से काम करता है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का कार्यक्रम हमारी शानदार विरासत को हमारी भविष्य की आकांक्षाओं से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत का लंबी समुद्री यात्राओं, वाणिज्य, नौसेना रक्षा और जहाज उद्योग से जुड़ा एक समृद्ध इतिहास रहा है। इस समृद्ध इतिहास से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने कहा कि आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आज लॉन्च किए गए प्लेटफॉर्म उसी की एक झलक दिखाते हैं।प्रधानमंत्री ने चोल वंश के समुद्री कौशल को समर्पित आईएनएस नीलगिरि और सूरत युद्धपोत सहित नए प्लेटफार्मों के लॉन्च का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उस युग की याद दिलाता है, जब गुजरात के बंदरगाह भारत को पश्चिम एशिया से जोड़ते थे। उन्होंने कुछ साल पहले पहली पनडुब्बी कलवरी के कमीशन के बाद पी75 वर्ग की छठी वाग्शीर पनडुब्बी के कमीशन का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नए फ्रंटियर प्लेटफॉर्म भारत की सुरक्षा और प्रगति दोनों को बढ़ाएंगे।उन्होंने कहा कि आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा खुला, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है। 21वीं सदी में भारत की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने और आधुनिक बनाने के महत्व पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, "चाहे वह जमीन हो, पानी हो, हवा हो, गहरा समुद्र हो या अनंत अंतरिक्ष हो, भारत हर जगह अपने हितों की रक्षा कर रहा है।" उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की स्थापना सहित किए जा रहे निरंतर सुधारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत सशस्त्र बलों को और अधिक कुशल बनाने के लिए थिएटर कमांड के कार्यान्वयन की दिशा में आगे बढ़ रहा है।वैश्विक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक गतिशीलता को आकार देने में भारत जैसे समुद्री राष्ट्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय जल की सुरक्षा, नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और आर्थिक प्रगति और ऊर्जा सुरक्षा के लिए व्यापार आपूर्ति लाइनों और समुद्री मार्गों को सुरक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस क्षेत्र को आतंकवाद, हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी से बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी ने समुद्र को सुरक्षित और समृद्ध बनाने, रसद दक्षता बढ़ाने और शिपिंग उद्योग का समर्थन करने में वैश्विक भागीदार बनने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने दुर्लभ खनिजों और मछली स्टॉक जैसे समुद्री संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने और उन्हें प्रबंधित करने की क्षमता विकसित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। नए शिपिंग मार्गों और संचार के समुद्री मार्गों में निवेश के महत्व को ध्यान में रखते हुए और इस बात पर संतोष व्यक्त करते हुए कि भारत इस दिशा में लगातार कदम उठा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत हिंद महासागर क्षेत्र में पहले प्रतिक्रियादाता के रूप में उभरा है।” प्रधानमंत्री ने आसियान, ऑस्ट्रेलिया, खाड़ी देशों और अफ्रीकी देशों के साथ भारत के आर्थिक सहयोग को मजबूत करने पर प्रकाश डाला और कहा कि इसका श्रेय हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की मौजूदगी और क्षमताओं को जाता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में नौसेना में 33 जहाजों और सात पनडुब्बियां शामिल की गई हैं, जिसमें 40 में से 39 नौसैनिक जहाजों का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में किया गया। इसमें शानदार आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत और आईएनएस अरिहंत तथा आईएनएस अरिघाट जैसी परमाणु पनडुब्बियां शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सशस्त्र बलों को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत का रक्षा उत्पादन 1.25 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है और देश 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है।इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजीत पवार तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।      

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के साथ हस्ताक्षरित हज समझौते 2025 का स्वागत किया है। मोदी ने कहा कि यह समझौता भारत से हज जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हज यात्रियों के लिए बेहतर तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, “मैं इस समझौते का स्वागत करता हूं, जो भारत से हज जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। हमारी सरकार हज यात्रियों के लिए बेहतर तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट किया, “सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्री महामहिम तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के साथ हज समझौते 2025 पर हस्ताक्षर किए गए। हज 2025 के लिए भारत से 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय किया गया। हम अपने सभी हज यात्रियों को सर्वोत्तम संभव सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”उल्लेखनीय है कि भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज यात्रा की व्यापक रूपरेखा को परिभाषित करने वाले हज-2025 के लिए द्विपक्षीय समझौते पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री डॉ. तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के बीच आज जेद्दा में हस्ताक्षर किए गए। द्विपक्षीय बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने हज-2025 की तैयारियों पर चर्चा की और भारतीय हज यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और संतुष्टिदायक हज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।

Kolar News

Kolar News

लखनऊ । महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को प्रयागराज में डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र पावन संगम में डुबकी लगाई। सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन, नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों और पत्रकारों का अभिनंदन किया है।   मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा कि मानवता के मंगलपर्व 'महाकुम्भ 2025' में 'पौष पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया। प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद ! पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।   उल्लेखनीय है कि पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार सुबह सात बजे तक 35 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगा ली थी। सुबह के साढ़े नौ बजे ही यह आंकड़ा 60 लाख के पार पहुंच गया था। अपराह्न में संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा डेढ़ करोड़ पार कर गया।

Kolar News

Kolar News

भाेपाल । शिवना प्रकाशन द्वारा सोमवार को प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा की गई। इसमें नए भारतीय कानून पर आधारित पुस्तक ‘‘दंड से न्याय तक’’ के लेखक प्रवीण कक्कड़ को शिवना कृति सम्मान देने की घोषणा की गई है। इनकी इस पुस्तक ने काफी कम समय में देशभर में लोकप्रिय होकर अनूठी पहचान बनाई है, वहीं ऑनलाइन पोर्टल पर बिक्री में भी कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस पुस्तक में प्रवीण कक्कड़ ने कानून की जटिलताओं को बेहद आसान ढंग से प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक से आम आदमी भी बीएनएसएस और आईपीसी के अंतर को समझ सकता है। विदित हो कि यह पुस्तक कानूनी छात्रों के साथ ही अधिवक्ताओं और पुलिस विभाग में भी खासी लोकप्रिय है। शिवना प्रकाशन द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा सोमवार को की गई। शिवना सम्मानों के लिए बनायी गयी चयन समिति के संयोजक, पत्रकार तथा लेखक आकाश माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवना प्रकाशन द्वारा दो सम्मान प्रदान किये जाते हैं- एक 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' जो वर्ष भर में सभी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित साहित्य की सभी विधाओं की पुस्तकों में से निर्णायकों द्वारा चयनित एक पुस्तक को प्रदान किया जाता है तथा दूसरा 'शिवना कृति सम्मान' जो वर्ष भर में शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में गुणवत्ता एवं विक्रय के सम्मिलित आधार पर पुस्तक को प्रदान किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए इन सम्मानों की घोषणा कथाकार, उपन्यासकार पंकज सुबीर ने ऑनलाइन की। 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' राजपाल एंड संस प्रकाशन से प्रकाशित उपन्यास 'क़िस्साग्राम' के लिए प्रभात रंजन तथा सेतु प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह 'वांग छी' के लिए मनीष वैद्य को संयुक्त रूप से प्रदान किया जायेगा। 'शिवना कृति सम्मान' अकादमिक पुस्तक 'दण्ड से न्याय तक' के लिए लेखक प्रवीण कक्कड़ को प्रदान किया जायेगा। निर्णायक मंडल में अमेरिका निवासी वरिष्ठ लेखक सुधा ओम ढींगरा तथा राष्ट्रपति स्वर्ण कमल सम्मान से सम्मानित लेखक यतीन्द्र मिश्र शामिल थे। आकाश माथुर ने बताया कि शीघ्र ही एक गरिमामय सम्मान समारोह में इन सम्मानित रचनाकारों तथा पूर्व में घोषित नवलेखन पुरस्कार के लेखकों रश्मि कुलश्रेष्ठ तथा शुभ्रा ओझा को सम्मान राशि, शॉल, तथा स्मृति चिह्न प्रदान कर यह सम्मान प्रदान किये जायेंगे।  

Kolar News

Kolar News

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News

बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मद्देड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बंदेपारा-कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में आज रविवार सुबह से पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन वर्दीधारी नक्सलियाें काे सुरक्षाबलाें के जवानाें ने ढेर कर दिया है। सर्चिंग में अब तक तीन वर्दीधारी नक्सलियाें का शव बरामद हुआ है। मारे गये नक्सलियाें के शव के साथ मुठभेड़ स्थल से ऑटोमेटिक हथियार सहित अन्य हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ व नक्सल सामाग्री बरामद हुआ है l बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि माैके से तीन वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद हुआ है, मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है। विस्तृत जानकारी अभियान पूरा होने के बाद पृथक से जारी की जाएगी।   पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले के नेशनल पार्क के जंगल में नक्स्लियों की उपस्थिति की आसूचना पर सुरक्षा बल की टीम नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 11 जनवरी को अभियान पर रवाना हुई थी। सर्चिंग अभियान के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलाें के जवानाें को अपनी ओर बढ़ता देखकर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन नक्सलियों काे ढेर कर उनके शव बरामद कर लिए गये हैं, शव के साथ ऑटोमेटिक हथियार सहित अन्य हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ व नक्सल सामाग्री भी बरामद किए गये हैं। मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है। बताया जा रहा है कि नेशनल पार्क एरिया कमेटी के नक्सलियों के साथ रविवार सुबह मुठभेड़ में जिन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।

Kolar News

Kolar News

बोगोटा। दक्षिणी अमेरिकी देश कोलंबिया में एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 10 लोगों की मौत हो गई है। विमानन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। पैसिफिक ट्रैवल द्वारा संचालित यह विमान जुराडो से मेडेलिन के रास्ते में बुधवार को लापता हो गया था। विमान का मलबा एंटिओक्विया के उत्तर-पश्चिमी कोलंबियाई विभाग के उर्राव के एक ग्रामीण इलाके में मिला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विमान में चालक दल के दो सदस्य और आठ यात्री सवार थे।एंटिओक्विया के जोखिम प्रबंधन विभाग के निदेशक कार्लोस रियोस पुएर्टा ने कहा कि दुर्भाग्य से विमान में सवार कोई भी जीवित नहीं बचा है। हमारे पास साइट पर 37 कर्मी काम कर रहे हैं। हम दूसरे चरण में तेजी ला रहे हैं, जिसमें शवों को बरामद करना और न्यायिक पुलिस के साथ समन्वय करना शामिल है। मौसम की प्रतिकूल स्थिति की वजह से रिकवरी प्रक्रिया आसान नहीं हो रही। हालांकि कोशिश जारी है कि रिकवरी प्रक्रिया यथासंभव तेज और सकुशल सम्पन्न हो।पैसिफिक ट्रैवल ने बयान जारी कर पीड़ित परिवारों को समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई है। उसने कहा कि हम हर समय उनके साथ रहेंगे, सहायता प्रदान करेंगे और इस दुखद घटना से उत्पन्न होने वाली हर जरूरत को पूरा करेंगे। वहीं, परिवहन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्राधिकरण ने दुर्घटना के कारणों की जानकारी के लिए जांच शुरू कर दी है।

Kolar News

Kolar News

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आम आदमी पार्टी(आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता से झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्हाेंने कहा कि वे केवल वादे करते हैं और बाद में इन्हें भूल जाते हैं।   भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में रविवार काे पत्रकार वार्ता में हरदीप पुरी ने कहा कि 2020 में चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से 10 वादे किए थे। लेकिन वह इन वादों को पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम रहे। उन्हाेंने कहा कि 2020 के दिल्ली चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने 24 घंटे मुफ्त बिजली आपूर्ति, दिल्ली को हाईटेंशन बिजली के तारों से मुक्ति, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा, सरकारी स्कूल, 500 किलोमीटर से अधिक मेट्रो नेटवर्क, महिलाओं और छात्रों के लिए मुफ्त बसें, वायु प्रदूषण में कमी और यमुना नदी की सफाई सहित 10 गारंटी दी थी। वे केवल इस तरह के बयान देते हैं और उनसे इस बारे में सवाल पूछे जाने पर ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।   केंद्रीय मंत्री पुरी ने मुख्यमंत्री को पंजाब की जनता से किए हुए बातों को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि वे केवल दो गारंटियों का ज़िक्र करेंगे। पंजाब में महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये दिए जाने का वादा किया गया था। 2025 में उन्हीं महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने के लिए दिल्ली आना पड़ रहा है। उन्होंने कहा था कि वे पंजाब को नशा मुक्त बनाएंगे। पंजाब में (आआपा) की सरकार बनने के बाद नशा माफिया में नई ऊर्जा आ गई है।

Kolar News

Kolar News