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विशेष

मुंबई । मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक, प्रसिद्ध उद्यमी बिल गेट्स के बीच गुरुवार को महाराष्ट्र के विकास पर सकारात्मक चर्चा हुई। गेट्स फाउंडेशन ने महाराष्ट्र को मलेरिया मुक्त करने के लिए काम करने और 25 लाख महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए महाराष्ट्र को सहयोग देने का वादा किया है। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और गेट्स फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को सह्याद्री राज्य अतिथि गृह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इस मुलाकात में बिल गेट्स और मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग के बारे में सकारात्मक चर्चा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और बुनियादी ढांचे, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी के कारण गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही है। उन्होंने बिल गेट से ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित उपलब्ध कराने की पेशकश की है । हालांकि बजट में स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग का भी प्रावधान किया गया है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि किसानों को दिन में बिजली मिले और इसके लिए 2022-23 से सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है। किसानों को कम लागत पर बिजली मिल रही है, क्योंकि सौर ऊर्जा से अब 30 प्रतिशत बिजली उत्पादन में से 52 प्रतिशत बिजली पैदा हो रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सभी बिजली फीडरों को सौर ऊर्जा से संचालित करने की योजना है, ताकि उन्हें 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा सके। फडणवीस ने इससे संबंधित जानकारी बिल गेट्स को दी और उन्हें इस क्षेत्र में सहयोग देने की अपील की।   मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नवी मुंबई में 300 एकड़ क्षेत्र में इनोवेशन सिटी बनाई जा रही है। इस पर गेट्स ने इनोवेशन सिटी और अन्य पहलों में वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता सहित साझेदारी करने का वचन दिया। इसके साथ ही महाराष्ट्र में मच्छरों के कारण मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र को मलेरिया मुक्त बनाने के साथ-साथ गेट्स फाउंडेशन डेंगू पर नियंत्रण के लिए भी काम कर रहा है। बिल गेट्स ने आश्वासन दिया कि इसके लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी और इसकी शुरुआत गढ़चिरौली जिले से होगी।   मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार के लिए 25 लाख महिलाओं को करोड़पति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह प्रदान कर रही है। बिल गेट्स ने यह भी कहा कि माइक्रोसॉफ्ट और गेट्स फाउंडेशन भी इस पहल में भाग लेने के लिए तैयार हैं। गेट्स ने महिलाओं के सम्पूर्ण वित्तीय लेन-देन को डिजिटल बनाने में सहयोग करने की अपनी तत्परता व्यक्त की। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खडग़े, प्रमुख सचिव अश्विनी भिडे, सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी, गेट्स फाउंडेशन के भारत निदेशक हरि मेनन, गेट्स फाउंडेशन के वैश्विक मलेरिया परियोजना निदेशक फिलिप वेल्कॉफ, स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. आनंद बंग आदि उपस्थित थे।

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नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने दावा किया कि अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है। छत्तीसगढ़ में गुरुवार को दो अलग-अलग अभियानों में 22 नक्सलियों के मारे जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए एक पोस्ट में अमित शाह ने कहा कि नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन में 22 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में नक्सलवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के चलते वर्ष 2025 में अब तक 90 नक्सली मारे जा चुके हैं,  104 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 164 ने आत्मसमर्पण किया है। वर्ष 2024 में 290 नक्सलियों को न्यूट्रलाइज़ किया गया था, 1090 को गिरफ्तार किया गया और 881 ने आत्मसमर्पण किया था। अभी तक कुल 15 शीर्ष नक्सली नेताओं को न्यूट्रलाइज़ किया जा चुका है। बयान में कहा गया है कि वर्ष 2004 से 2014 के बीच नक्सली हिंसा की कुल 16,463 घटनाएं हुई थीं, जबकि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014 से 2024 के बीच नक्सली हिंसा की घटनाओं की संख्या 53 प्रतिशत घटकर 7,744 रह गई है। इसी प्रकार, सुरक्षाबल जवानों की मृत्यु की संख्या 1851 से 73 प्रतिशत घटकर 509 रह गई और नागरिकों की मृत्यु की संख्या 70 प्रतिशत की कमी के साथ 4766 से 1495 रह गई है। मंत्रालय ने कहा है कि वर्ष 2014 तक कुल 66 फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन थे जबकि मोदी सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल में इनकी संख्या बढ़कर 612 हो गई है। इसी प्रकार, 2014 में देश में 126 ज़िले नक्सल प्रभावित थे, लेकिन 2024 में ज़िलों की संख्या घटकर मात्र 12 रह गई है। पिछले 5 वर्षों में कुल 302 नए सुरक्षा कैंप और 68 नाइट लैंडिंग हेलीपैड्स बनाए गए हैं।

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मुंबई । दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा की मौत मामले को लेकर गुरुवार को महाराष्ट्र में राजनीति गर्मा गई है। इस मामले में जोरदार आरोप और प्रत्यारोपों की वजह से गुरुवार को विधानमंडल के दोनों सदनों का कामकाज कुछ देर तक के लिए स्थगित करना पड़ा। गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि इस मामले की एसआईटी जांच चल रही है और रिपोर्ट आने पर सभागृह में पेश की जाएगी। इस मामले को लेकर आज सुबह सत्तापक्ष के विधायकों ने विधानभवन की सीढ़ियों पर बैठकर प्रदर्शन किया था। विधानसभा का कामकाज शुरू होने पर भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियन के पिता ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की है। दिशा सालियन ने इस मामले में शिवसेना यूबीटी के विधायक आदित्य ठाकरे का नाम लिया है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। साटम के बाद भाजपा विधायक नीतेश राणे ने भी इस मामले में आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार करने की मांग की। इसके बाद सदन में शोरशराबा होने लगा, जिससे अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सभागृह का कामकाज दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। विधान परिषद में शिवसेना शिंदे समूह की विधायक मनीषा कायंडे ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि दिशा सालियन मामले में आदित्य ठाकरे का नाम सामने आ रहा है, इसलिए आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार कर जांच की जानी चाहिए। इसके बाद भाजपा विधायक दल नेता प्रवीण दरेकर ने मनीषा कायंदे की मांग का समर्थन किया। शिवसेना विधायक अनिल परब और नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि मामला कोर्ट में है, कोर्ट जो आदेश देगा , उसका पालन किया जाएगा। इस पर सत्तापक्ष के विधायक शोर शराबा करने लगे, जिससे विधानपरिषद का कामकाज दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। विधान भवन परिसर में आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह मामला हाई कोर्ट में न्यायप्रविष्ठ है। कोर्ट का जो भी आदेश आएगा, मैं उसका पालन करुंगा। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह मामला जानबूझकर उन्हें बदनाम करने के लिए उठाया जा रहा है। राकांपा एसपी के विधायक रोहित पवार ने कहा कि पांच साल पहले का मामला आज अचानक अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए उठाया जा रहा है, जबकि वे व्यक्तिगत रूप से जानते हैं कि आदित्य ठाकरे ऐसा नहीं कर सकते।   कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने कहा कि राज्य में सबसे महत्वपूर्ण किसानों का मुद्दा है, लेकिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए दिशा सालियन का मुद्दा उठाया जा रहा है। इस मामले की जब जांच चल रही थी तो इस मामले पर जोर-जोर से आवाज उठाने वाले विधायक नीतेश ठाकरे जांच कर रहे अधिकारियों के समक्ष पेश नहीं हुए थे। अगर उनके पास सबूत होते तो जांच कर रहे अधिकारियों को देना चाहिए था।   शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने कहा कि कल औरंगजेब का मामला उल्टा सरकार पर ही पलट गया है, इसलिए आज अचानक लोगों का ध्यान हटाने के लिए पांच साल पुराना मामला ठाकरे परिवार को बदनाम करने के लिए उठाया जा रहा है।

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नई दिल्ली । बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के संस्थापक बिल गेट्स ने बुधवार को भारत यात्रा के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की।स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गेट्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से मातृ स्वास्थ्य, टीकाकरण और स्वच्छता के क्षेत्रों का उल्लेख किया।गेट्स ने स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत द्वारा निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की सराहना की और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भारत के साथ साझेदारी करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने निदान और दवाओं की लागत को कम करने, दुनिया भर में सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं को सक्षम बनाने में भारत द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।इस मौके पर दोनों पक्षों ने साझेदारी को जारी रखने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग के ज्ञापन को नवीनीकृत करने के लिए अपनी तत्परता जाहिर की।  

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पटना । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव लैंड फॉर जॉब घोटाले में बुधवार को सुबह बेटी मीसा भारती के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना स्थित कार्यालय पहुंचे, जहां लालू यादव से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है। बीते दिन यानी मंगलवार को ईडी ने राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव से पूछताछ की थी।   दरअसल, लैंड फॉर जॉब (जमीन के बदले नौकरी)  घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से पूछताछ की थी। पटना स्थित ईडी कार्यालय में दोनों से अलग-अलग कमरों में घंटों सवाल-जवाब किए गए। वहीं आज इस मामले में ईडी राजद सुप्रीमो लालू यादव से पूछताछ कर रही है। इससे पहले 20 जनवरी 2024 को दिल्ली और पटना की ईडी टीम ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से एक साथ पूछताछ की थी। उस दौरान लालू यादव से 50 से अधिक सवाल पूछे गए थे। लालू ने ज्यादातर सवालों का जवाब "हां" या "ना" में ही दिया था। पूछताछ के दौरान वह कई बार नाराज भी हो गए थे। वहीं 30 जनवरी 2024 को तेजस्वी यादव से भी लगभग 10-11 घंटे तक पूछताछ की गई थी। लैंड फॉर जॉब घोटाले में ईडी की जांच जारी है। एजेंसी का दावा है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए कई लोगों को रेलवे में नौकरी देने के बदले उनसे जमीनें ली गई थीं।    

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फ्लोरिडा । नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) से संबद्ध भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर वापस लौट आए । फ्लोरिडा के तट पर उनकी सफल लैंडिंग हुई है। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसएक्स क्रू-9 वापस धरती पर आ गया। नासा के ये दोनों अंतरिक्ष यात्री मात्र आठ दिन के मिशन पर गए थे। तकनीकी खराबी के कारण दोनों नौ माह और 13 दिन तक अंतरिक्ष में फंसे रहे। नासा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है-''घर में आपका स्वागत है! नासा का स्पेसएक्स क्रू-9 विज्ञान मिशन के बाद धरती पर वापस आ गया है।'अब सभी मिलेंगे अपने परिवारों सेनासा की वेबसाइट के अनुसार, निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव पूर्वी समय पर शाम 5:57 बजे पृथ्वी पर लौट आए। स्पेसएक्स रिकवरी जहाजों पर सवार टीमों ने अंतरिक्ष यान और उसके चालक दल को वापस निकाला। तट पर लौटने के बाद चालक दल ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर के लिए उड़ान भरेगा। वहां सभी अपने परिवारों से मिलेंगे। नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एजेंसी के नौवें वाणिज्यिक क्रू रोटेशन मिशन को पूरा किया। यह अमेरिका की खाड़ी में फ्लोरिडा के तल्हासी तट से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सुरक्षित रूप से उतरा।जेनेट पेट्रो ने कहा-यह ट्रंप की वजह से संभव हुआनासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, "हम सुनीता, बुच, निक और एलेक्जेंडर की सुरक्षित घरवापसी पर रोमांचित हैं।" उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर नासा और स्पेसएक्स की एक महीने की मेहनत रंग लाई। अंतरराष्ट्रीय चालक दल और धरती पर मौजूद हमारी टीमों ने सभी को घर वापस लाने में कड़ी मेहनत की। नासा के ऐसे मिशन मानवता के लाभ के लिए हैं। हेग और गोरबुनोव ने 28 सितंबर, 2024 को दोपहर 1:17 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फ़ोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर उड़ान भरी थी। अगले दिन वे स्टेशन के हार्मनी मॉड्यूल के आगे की ओर वाले पोर्ट पर डॉक किए गए। सुनीता विलियम्स और विल्मोर को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी रॉकेट पर पांच जून, 2024 को स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 41 से एजेंसी के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। दोनों 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे।मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा कीबताया गया है कि सुनीता विलियम्स और विल्मोर ने अपने मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा की। अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 4,576 परिक्रमा पूरी की। हेग और गोरबुनोव ने अपने मिशन के दौरान 72,553,920 मील की यात्रा की, अंतरिक्ष में 171 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 2,736 परिक्रमा पूरी कीं। हेग ने अपने दो मिशनों में अंतरिक्ष में 374 दिन और विलियम्स ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 608 दिन बिताए हैं। विल्मोर ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 464 दिन बिताए हैं।अंतरिक्ष परी ने दो स्पेसवॉक किएसुनीता विलियम्स ने दो स्पेसवॉक किए। एक में उनके साथ विल्मोर और दूसरे में हेग शामिल थे। अंतरिक्ष में 900 घंटे से अधिक समय तक शोध के साथ 150 से अधिक अद्वितीय वैज्ञानिक प्रयोग किए गए। इस शोध में पौधों की वृद्धि और गुणवत्ता पर जांच शामिल थी, साथ ही रक्त रोगों, ऑटोइम्यून विकारों और कैंसर को संबोधित करने के लिए स्टेम सेल तकनीक की क्षमता भी शामिल थी। उन्होंने अंतरिक्ष यात्रियों को सर्कैडियन लय बनाए रखने में मदद करने के लिए प्रकाश व्यवस्था का भी परीक्षण किया। यह अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्से से नमूने लिए कि क्या सूक्ष्मजीव अंतरिक्ष में जीवित रह सकते हैं।सुनीता के पैतृक गांव में जश्नभारतीय समयानुसार सुबह 3.27 बजे ऑर्बिट बर्न का प्रोसेस पूरा होने के बाद फ्लोरिडा के तट पर अंतरिक्ष परी के उतरते ही सुनीता विलियम्स के गुजरात के पैतृक गांव में जश्न शुरू हो गया। इतिहास रचकर धरती पर सकुशल वापस लौटीं सुनीता विलियम्स का स्वागत समुद्र में तैरते डॉल्फिन के झुंड ने किया। जब उनका कैप्सूल पानी में उतरा तो उनके आसपास बड़ी संख्या में डॉल्फिन थीं। इसके बाद उनको रिकवरी पोत से कैप्सूल से निकाला गया।प्रधानमंत्री मोदी ने भारत आने का निमंत्रण दियाभारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया है। पहली मार्च को लिखे और नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से भेजे गए इस पत्र को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर साझा किया। है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में कहा कि भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके मिशन में सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आपकी वापसी के बाद हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे शानदार बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।      

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नई दिल्ली । भारतीय मूल की प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पर लगभग नौ माह से अधिक समय बिताने के बाद मंगलवार तड़के धरती के लिए रवाना हुए। स्पेसएक्स यान अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से गंतव्य के लिए निकल पड़ा है। ऐसे में उनके सुरक्षित धरती पर वापसी के लिए भारत सहित पूरी दुनिया प्रार्थना कर रही है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स को लिखा एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि भारत के लोग सुनीता विलियम्स के अच्छे स्वास्थ्य और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सुनीता को भारत आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि वह स्वयं सुनीता से मिलने के लिए उत्सुक हैं।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को लिखा पत्र सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा किया। प्रधानमंत्री ने यह भावुक पत्र गत 1 मार्च को लिखा था।पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने सुनीता की उपलब्धियों पर गर्व जताया और उनकी वापसी के लिए 1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “हाल की घटनाओं ने एक बार फिर आपकी प्रेरणादायक दृढ़ता और संकल्प को प्रदर्शित किया है। भले ही आप हजारों मील दूर हों, आप हमारे दिल के करीब हैं। भारत के लोग आपकी अच्छी सेहत और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।”मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडन से अपनी मुलाकातों के दौरान सुनीता की कुशलता के बारे में पूछताछ की थी। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में दिल्ली में नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मासिमिनो से मुलाकात का जिक्र किया, जहां सुनीता का नाम चर्चा में आया था। इस मुलाकात के बाद उन्हें सुनीता को पत्र लिखने की प्रेरणा मिली।पत्र में मोदी ने सुनीता को भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिसमें लिखा, “आपके वापस आने के बाद, हम आपको भारत में देखने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे प्रतिष्ठित बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।” उन्होंने सुनीता की मां बोनी पंड्या और उनके पति माइकल विलियम्स को भी शुभकामनाएं दीं, साथ ही उनके दिवंगत पिता दीपक पंड्या को याद किया, जिनसे वे 2016 में अमेरिका यात्रा के दौरान मिले थे।उल्लेखनीय है कि सुनीता और उनके सहयोगी बुच विल्मोर 9 महीने से अधिक समय तक आईएसएस पर रहने के बाद मंगलवार को सुबह 11:05 बजे आईएसएस से पृथ्वी के लिए रवाना हुए। सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर की वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से हो रही है। उनकी लैंडिंग 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा तट पर होने की उम्मीद है। यह लैंडिंग मौसम और तकनीकी तैयारियों पर निर्भर है। भारतीय मूल की प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता लिन विलियम्स नासा की एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं। उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को यूक्लिड, ओहियो, अमेरिका में हुआ था। उनके पिता दीपक पंड्या भारत में गुजरात से थे, जबकि उनकी मां बोनी पंड्या स्लोवेनियाई मूल की हैं।सुनीता ने अमेरिकी नौसेना में एक अधिकारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में 1998 में नासा में शामिल हुईं। वह अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में जानी जाती हैं। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, जैसे कि एक महिला द्वारा सबसे अधिक स्पेसवॉक (7 बार) और सबसे अधिक स्पेसवॉक समय (50 घंटे, 40 मिनट) है।सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से वापसी के प्रयास कई तकनीकी और लॉजिस्टिक चुनौतियों से जूझते रहे हैं। दोनों 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर के पहले क्रू मिशन पर आईएसएस के लिए रवाना हुए थे, जो मूल रूप से 8 दिन का मिशन था। हालांकि, स्टारलाइनर में थ्रस्टर खराबी और हीलियम लीक जैसी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में बार-बार देरी हुई।नासा ने शुरू में स्टारलाइनर को सुरक्षित मानते हुए इसके साथ वापसी की योजना बनाई थी लेकिन गहन जांच के बाद अगस्त 2024 में फैसला लिया कि स्टारलाइनर बिना क्रू के पृथ्वी पर लौटेगा, जो सितंबर 2024 में हुआ। इसके बाद, विलियम्स और विल्मोर को स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से लाने की योजना बनी। पहले उनकी वापसी फरवरी 2025 के लिए निर्धारित थी लेकिन स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के लॉन्च में देरी-नए ड्रैगन यान की तैयारी और मौसम संबंधी समस्याओं ने इसे मार्च 2025 तक टाल दिया।क्रू-10 मिशन 14 मार्च 2025 को लॉन्च हुआ और 16 मार्च को आईएसएस से जुड़ गया। इसके बाद विलियम्स और विल्मोर सहित क्रू-9 के सदस्यों (निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव के साथ) की वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई।इन प्रयासों में नासा और स्पेसएक्स की टीमें लगातार सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही हैं, जिसके चलते हर कदम पर सावधानी बरती गई। यह घटना अंतरिक्ष यात्रा की जटिलता और अप्रत्याशित चुनौतियों को रेखांकित करती है।

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नागपुर । महाराष्ट्र के नागपुर में दंगों के बाद कई थाना क्षेत्रों के संवेदनशील हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस पूरी रात स्थिति सामान्य करने का प्रयास करती रही। स्थिति नियंत्रण में पर तनावपूर्ण बताई जा रही है। शहर में सोमवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद ने छत्रपति शिवाजी चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए। प्रदर्शनकारियों ने औरंगजेब की फोटो और प्रतीकात्मक पुतला जलाकर विरोध जताया। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ अफवाह भरे वीडियो और पोस्ट वायरल हो गए। शाम करीब साढ़े सात बजे लोग चिटनिस पार्क के सामने कांग्रेस के देवड़िया भवन कार्यालय के बगल में एक धार्मिक स्थल के सामने एकत्र हुए। इसके बाद भीड़ छत्रपति चौक की ओर बढ़ी। इस दौरान भीड़ ने आपत्तिजनक नारे लगाए और पत्थरबाजी की। कई वाहन आग के हवाले कर दिए। पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। भीड़ के हमले में चार पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम के हाथ पर कुल्हाड़ी से वार किया गया। वह लहूलुहान हो गए। पथराव के दौरान डीसीपी शशिकांत सातव का पैर फ्रैक्चर हो गया और डीसीपी अर्चित चांडक को गंभीर चोट आई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी राहुल मदने को भी मामूली चोटें आई हैं। माहौल को सामान्य करने के लिए पुलिस ने नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर थाना क्षेत्रों में रात में कर्फ्यू लगा दिया। पुलिस आयुक्त डॉ. रविन्द्र कुमार सिंघल ने कहा कि कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा।

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नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने आज राज्यसभा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के लिए बजट आवंटन का मुद्दा उठाया और कहा कि यह केंद्रीय बजट 2025 में स्थिर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस योजना में लोगों के लिए न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 400 रुपये प्रतिदिन किए जाने की मांग की।सदन में शून्यकाल के दौरान मनरेगा का मुद्दा उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि इस योजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें आधार-आधारित भुगतान प्रणाली और राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली, मजदूरी भुगतान में लगातार देरी और मुद्रास्फीति की भरपाई के लिए अपर्याप्त मजदूरी दरें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की गहरी चिंता है कि वर्तमान सरकार ने इस योजना को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया है और बजट आवंटन 86,000 करोड़ रुपये पर स्थिर है। आवंटित बजट में वास्तव में 4,000 करोड़ रुपये की कमी आई है। इसके अलावा अनुमान बताते हैं कि आवंटित धन का लगभग 20 प्रतिशत पिछले वर्षों के लंबित बकाये को चुकाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।सोनिया ने कहा कि इन ज्वलंत चिंताओं के मद्देनजर कांग्रेस मांग करती है कि लाखों ग्रामीण गरीबों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में इस योजना को बनाए रखने और इसे विस्तार देने के लिए पर्याप्त वित्तीय प्रावधान किया जाए। न्यूनतम दैनिक मजदूरी 150 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये की जाए और समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए। अनिवार्य आधार-आधारित भुगतान प्रणाली और राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली की आवश्यकताओं को हटाया जाए। इसके साथ ही गारंटीकृत कार्य दिवसों में प्रति वर्ष 100 से 150 दिन तक की वृद्धि सुनिश्चित की जाए। ये उपाय यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं ताकि मनरेगा सम्मानजनक रोजगार और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करे।   शून्यकाल के दौरान कुछ अन्य सदस्यों ने भी अलग-अलग मुद्दे उठाए जिनमें भाजपा की सीमा द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश में जंघई और प्रतापगढ़ के बीच ग्राम सभा नडार में रेलवे अंडर पास बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अंडर पास के अभाव में लोग रेलवे लाइन पार करते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटना में लोगों की जान चली जाती है।   राजद के संजय यादव ने बिहार में केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय खोलने की मांग उठाई।उन्होंने कहा कि देश में साक्षरता और स्कूल ड्रॉप आउट औसत दर बिहार में सर्वाधिक है लेकिन इस बार सरकार ने देश के विभिन्न राज्यों में नए विद्यालयों को खोलने की जो मंजूरी दी है, उसमें बिहार में एक भी विद्यालय नहीं है, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया जिले में तो जिस भवन में विद्यालय चल रहा है, वह बिल्डिंग भी अपनी नहीं है।बीजद के मुजीबुल्ला खान ने ओडिशा में सिंथेटिक लैब की टेस्टिंग मशीन 15 साल से खराब होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसके अभाव में नीदरलैंड और इटली आदि देशों से टेस्टिंग करानी पड़ रही है, जिसमें कमीशनखोरी का खेल हो रहा है। मशीन की रिपेयरिंग के लिए 2021 में 40 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसके बावजूद यह भ्रष्टाचार क्यों है? इसकी जांच कराई जाए।भाजपा के सदानंद महालू शेट तानवड़े ने डिजिटल फ्रॉड का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसके जरिये साइबर ठग सामने वाले का सारा डेटा ले लेते हैं, जिसका बाद में दुरुपयोग होता है। यह निजता के अधिकार का भी हनन है। इस पर रोक लगाई जाए। भाजपा के राजीव भट्टाचार्य ने त्रिपुरा के अनानास उत्पादक बागवानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने वहां पर उनकी उपज को निर्यात करने के लिए उचित व्यवस्था किए जाने की मांग की।

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मुंबई । महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब के कब्र के खिलाफ बढ़ते असंतोष को देखते हुए संभाजी नगर स्थित खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संभाजी नगर में पुलिस के जवान हर राजनीतिक गतिविधियों पर बारीक नजर रखे हुए हैं। छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने प्रदर्शन करके औरंगजेब की कब्र नष्ट करने की मांग की है।    संभाजीनगर जिले के कलेक्टर दिलीप स्वामी ने सोमवार को मीडिया को बताया कि खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र के आस-पास एसआरपीएफ के 115 सशस्त्र जवानों, दंगा नियंत्रण दस्ते के 25 पुलिसकर्मियों, महिला पुलिस के 60 जवानों और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निजी सुरक्षा गार्डों की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात किया गया है। दिलीप स्वामी ने कहा कि चूंकि पिछले कुछ दिनों से विरोधी माहौल चल रहा है, इसलिए हमने वहां पुलिस की मौजूदगी काफी हद तक बढ़ा दी है। हमने जिले भर में विभिन्न प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए हैं और शहर के संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की तैनाती की गई है। कुछ लोगों ने इस स्थान पर जाकर विरोध प्रदर्शन करने के संबंध में बयान दिया था। हमने इसी दृष्टिकोण से सुरक्षात्मक कदम उठाए हैं।   दिलीप स्वामी ने बताया कि पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और तहसील स्तर के सभी अधिकारी और कर्मचारी इस मुद्दे पर कड़ी नजर रख रहे हैं। स्वामी ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर निषेधाज्ञा जारी करने के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं। दिलीप स्वामी ने कहा कि प्रशासन कानून व्यवस्था के लिए पूरा प्रयास कर रहा है। प्रशासन संभाजीनगर खासकर खुलताबाद में कोई अप्रत्याशित घटना न घटे, इसलिए जरूरी कदम उठा रहा है। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के बाहर से भी कुछ लोग यहां आने का प्रयास कर रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जा रही है।   छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्ताबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ओर से जालना, नागपुर, संभाजी नगर, नांदेड़, पुणे आदि जिलों के जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करके जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर औरंगजेब की कब्र जल्द न नष्ट की गई, तो बाबरी मस्जिद की तरह कारसेवा करके कब्र नष्ट कर दी जाएगी।

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हंदवाड़ा । जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के जचलदार इलाके में आज सुबह से चल रही मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया। इस दौरान एक एके-47 राइफल, अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। उसके कब्जे से एक एके-47 राइफल और अन्य हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अभियान जारी है। पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान मुठभेड़ शुरू हुई।

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नई दिल्ली । होली की छुट्टी के बाद सोमवार को राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही की शुरुआत में सभी का अभिवादन नमस्ते से किया। राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने जगदीप धनखड़ का सदन में स्वागत किया। नड्डा ने पूरे सदन की ओर से होली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वस्थ होने के बाद आज पहली बार सदन में आए हैं। अपनी और सदन की ओर से आपको स्वस्थ होने और फिर से अपना कार्यभार संभालने के लिए बधाई और शुभकामनाएं।   राज्यसभा में विपक्ष ने डुप्लीकेट वोटर आईडी कार्ड पर चर्चा कराने की मांग की जिसे उपसभापति ने अस्वीकार कर दिया। इसके कारण कांग्रेस और टीएमसी समेत विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और वामपंथी दलों के सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए, लेकिन उपसभापति हरिवंश ने कहा कि उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। जहां टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों ने डुप्लीकेट वोटर आईडी कार्ड का मुद्दा उठाने की मांग की, वहीं तमिलनाडु के सदस्य दक्षिणी राज्यों में होने वाले परिसीमन के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते थे। विपक्षी सदस्यों ने नारे लगाए और चर्चा के लिए दबाव डाला लेकिन उपसभापति हरिवंश ने उनके नोटिस को अस्वीकार कर दिया जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट किया।   राज्यसभा में शून्य काल के दौरान भाजपा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने तस्लीमा नसरीन को कोलकाता वापस लाने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक महिला को सिर्फ़ इसलिए अपना देश छोड़ना पड़ा क्योंकि उसने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर एक किताब लिखी थी। वामपंथी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने तस्लीमा नसरीन के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। तस्लीमा नसरीन कोलकाता लौटना चाहती हैं। वह बंगाली में साहित्य लिखना चाहती हैं, वह बंगाली में कविता लिखना चाहती हैं, वह बंगाली में बोलना चाहती हैं। एनसीपी सदस्य डॉ. फौजिया खान ने स्कूलों में ट्रांसपोर्ट सुविधा को सुरक्षित बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नीति बनाने की मांग की।   इंडिया गेट, मिन्टो रोड के नाम बदलने की मांग आम आदमी पार्टी के सदस्य अशोक मित्तल ने ब्रिटिश शासन से जुड़े लोगों पर रखे गए नाम को बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार ने कुछ नाम तो बदले हैं जैंसे राजपथ के नाम को बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया है। उन्होंने इंडिया गेट, गेट-वे ऑफ इंडिया, लेडी हार्डिंग, मिन्टो रोड के नाम को भी बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण 3,600 से अधिक स्मारकों को संरक्षित करता है। इनमें कुछ कब्रें हैं जो ब्रिटिश काल से जुड़े लोगों की है। सरकार इनके संरक्षण में जनता का पैसा लगा रही है, जो गलत है।   हम्पी के संरक्षण का मुद्दा उठा कर्नाटक से भाजपा के सदस्य जग्गेश ने ऐतिहासिक शहर हम्पी के संरक्षण का मुद्दा उठाते हुए इसके लिए फंड जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम्पी दूसरा सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थान होने के साथ यहां 1006 पुरावशेष मिले हैं। इससे टिकट से साल में दो करोड़ रुपये से अधिक की कमाई होती है। इसकी देख रेख का काम एएसआई करता है। विभाग के पास इसके संरक्षण के लिए फंड की कमी है। संरक्षण की कमी के कारण पुरावशेष के खत्म होने का खतरा मंडराने लगा है। इस शहर का गौरवशाली इतिहास रहा है। शालू, मंडपा, कृष्णा मंदिर के जीर्णोद्धार का काम अधूरा है। विजयनगर का काम रुका पड़ा है। उन्होंने इसके संरक्षण के लिए फंड की मांग की।   गंधमर्दन पहाड़ी को संरक्षित जैवमंडल क्षेत्र किया जाए घोषित भाजपा सदस्य सुजीत कुमार ने गंधमर्दन की पहाड़ी को संरक्षित जैवमंडल क्षेत्र घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 200 वर्ग किलोमीटर में फैले इस पहाड़ी पर 1200 से अधिक औषधीय पेड़-पौधों की किस्में हैं। इस स्थान पर कभी भगवान परशुराम निवास किया करते थे और इसका उल्लेख रामायण में भी मिलता है। ऐतिहासिक महत्तावाले इस स्थान में गुंडल जनजाति भी रहती है, जिनके पारंपरिक ज्ञान से कृषि को बढ़ाने में मदद मिली है। उन्होंने मांग की कि इसे भी देश के 18 बायो स्फेयर की सूची में जोड़ने की मांग की और इसके पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने की मांग की।

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नई दिल्ली । केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि भारत को नशीली दवाओं (ड्रग्स ) से मुक्त कराने की दिशा में जांच एजेंसियां बेहतरीन काम कर रही हैं। उन्होंने इंफाल से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की कार्रवाई में 88 करोड़ की नशीली दवाओं की जब्ती का उदाहरण दिया और कहा कि ड्रग्स के कारोबार की धड़पकड़ जारी रहेगी। गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक्स पोस्ट में कहा कि ड्रग का कारोबार चलाने वालों के खिलाफ कोई सहानुभूति नहीं रखी जाएगी। ड्रग मुक्त भारत बनाने की दिशा में 88 करोड़ की मेथमफेटामाइन टैबले के साथ अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कारोबार से जुड़े चार लोगों को इंफाल और गुवाहाटी जोन से गिरफ्तार किया गया है। यह दर्शाता है कि ड्रग्स कारोबार पर लगाम लगाने के लिए जांच एजेंसियों से ‘बॉटम टु टॉप’ और ‘टॉप टु बॉटम’ तक जांच के तरीका बेहतरीन परिणाम दे रहा है। अभियान का विवरणपहली कार्रवाई में 13 मार्च को सूचना के आधार पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) इम्फाल ज़ोन के अधिकारियों ने लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका और वाहन की पूरी तरह से टोह लेने के बाद ट्रक के पिछले हिस्से में टूल बॉक्स/केबिन से 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं। ट्रक में सवार दो लोगों को पकड़ा भी गया। बिना किसी देरी के टीम ने तुरंत एक फॉलो अप कार्रवाई की और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामग्री के संदिग्ध रिसीवर को पकड़ लिया। उसके पास से एक चार पहिया वाहन भी बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल ड्रग तस्करी के लिए किया जाता था। बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रतिबंधित सामग्री का संदिग्ध स्रोत मोरेह है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। प्राप्त सूचना के आधार पर उसी दिन एक अन्य अभियान में एनसीबी गुवाहाटी ज़ोन के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिज़ोरम सीमा पर एक एसयूवी को रोका और उसकी गहन तलाशी ली, जिसमें वाहन के स्पेयर टायर के अंदर छिपाई गई 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद हुईं और वाहन सवार को भी पकड़ लिया, जिसे बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया। तस्करी का स्रोत मणिपुर का मोरेह था और संदिग्ध गंतव्य करीमगंज था। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। एक अन्य घटनाक्रम में एनसीबी, मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से एक मामले की जांच भी अपने हाथ में ले रही है, जिसमें 6 मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल में लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ जब्त किया गया था। इस मामले में ड्रग सिंडिकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्रग तस्करी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय संबंधों की जांच के लिए एनसीबी द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी के दृष्टिकोण से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है। इस संवेदनशील पहलू को पहचानते हुए गृह मंत्रालय ने क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ युद्ध को और मजबूत करने के लिए वर्ष 2023 में एनसीबी की ताकत बढ़ाई थी। एनसीबी अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों, विशेष रूप से मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। मेथमफेटामाइन टैबलेट को याबा के नाम से जाना जाता है और इसने न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा किया है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को प्रसारित एक पॉडकास्ट साक्षात्कार में अपने जीवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने आरएसएस जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार सीखा। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और पॉडकास्ट लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान अपने निजी और समाज जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है। इसी में से एक पहलू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी रहा। संघ की अपने जीवन में भूमिका पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संघ ने उन्हें गढ़ने में मदद की है। पिछले 100 वर्षों में संघ ने देश को कई ऐसे स्वयंसेवक दिए हैं, जिन्होंने पवित्र संगठन से संस्कार प्राप्त कर देश के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। करोड़ों लोग इससे जुड़े हैं। संघ को समझना सरल नहीं है। संघ देश और जन सेवा में सब कुछ अर्पित करने की प्रेरणा देता है। इसी क्रम में समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान संघ से जुड़े संगठनों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक कार्यरत हैं। संघ का स्वयंसेवक अपनी रुचि और प्रकृति के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है। इसमें सेवा भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, मजदूर संघ और कई अन्य संगठन हैं। उन्होंने कहा कि सेवा भारती गरीब बस्तियों में लाखों सेवा प्रकल्प चल रहा है। वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी समाज में काम कर रहा है और 70 हजार से ज्यादा एकल विद्यालय चला रहा है। विद्या भारती जैसा संगठन 25 हजार स्कूल संचालित करता है, जिसमें एक समय पर 30 लाख से अधिक छात्र शिक्षा और संस्कार प्राप्त करते हैं। भारतीय मजदूर संघ की देशभर में 55 हजार से अधिक यूनियन हैं। कम्युनिस्ट जहां दुनिया के कामगारों एक होने का नारा देता है, वहीं भारतीय मजदूर संघ दुनिया के लिए एक होने का नारा देता है।

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फ्लोरिडा । अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में लगभग नौ माह से फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को घर वापस लाने की योजना के तहत एक नए चालक दल को लेकर स्पेसएक्स रॉकेट अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंच गया है। अंतरिक्ष यात्रियों के आईएसएस पर केवल आठ दिन रहने की उम्मीद थी, लेकिन प्रायोगिक अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण वे नौ महीने से अधिक समय से वहां फंसे हैं।   नासा के मुताबिक स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के चार चालक दल के सदस्यों को शुक्रवार शाम 7:03 बजे पूर्वी समय पर फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना किया गया। स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट ने नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएक्सए) के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री किरिल पेसकोव के साथ ड्रैगन अंतरिक्ष यान को कक्षा में पहुंचाया।   लंबे इंतजार के बाद 14 मार्च को इलॉन मस्क की स्पेस एजेंसी स्पेसएक्स का रॉकेट फॉल्कन 9 भारतीय समयानुसार करीब 4:30 बजे लॉन्च किया गया था। नासा के अनुसार अंतरिक्ष यान ने 15 मार्च को लगभग 11:30 बजे स्टेशन के हार्मनी मॉड्यूल के आगे वाले पोर्ट पर स्वायत्त रूप से डॉक किया। इसके तुरंत बाद चालक दल कक्षा में स्थित प्रयोगशाला में लंबे समय तक रहने के लिए शामिल हो गए। स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान का हैच 16 मार्च को सुबह 1:35 बजे खुला और क्रू-10 के सदस्य अपने उत्साहित एक्सपीडिशन 72 चालक दल के बाकी सदस्यों के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में प्रवेश कर गए। नासा ने 'एक्स' पर लिखा, "अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉकिंग के कुछ ही समय बाद क्रू-10 का स्वागत कक्षीय सूर्योदय द्वारा किया गया। अंतरिक्ष में आपका स्वागत है, ऐनी, निकोल, टाकुया और किरिल।"   स्पेस स्टेशन में 9 महीने से फंसी भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स चार दिन बाद यानी 19 मार्च को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धरती पर वापसी करेंगी। सुनीता और उनके साथ गए बुच विलमोर नौ महीने से आईएसएस पर फंसे हैं। उनके स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसकी वजह से उनकी वापसी तय समय पर नहीं हो पाई थी। नए दल में नासा की ऐनी मैकक्लेन और निकोल अयर्स, जापानी अंतरिक्ष एजेंसी जेएक्सए के टकुया ओनिशी और रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के कोस्मोनॉट किरिल पेस्कोव शामिल हैं। ये चारों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में अब सुनीता विलियम्स, बुच विलमोर और क्रू-9 के दो अन्य सदस्यों की जगह लेंगे।

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गोलाघाट । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देरगांव स्थित 'लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी' का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने संबोधन में मां कामाख्या और श्रीमंत शंकरदेव को याद किया। महावीर लाचित बरफुकन का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, 'जब मैं चौथी कक्षा में था, तब मैंने लाचित बरफुकन का पाठ पढ़ा था। स्नातक स्तर पर लाचित बरफुकन का उल्लेख नहीं किया गया है।   लाचित बरफुकन को असम तक ही सीमित किया गया था। लाचित बरफुकन की जीवनी का अब 23 भाषाओं में अनुवाद किया गया है। असम के साथ अपने लंबे समय से जुड़े होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "मैं एक छात्र के रूप में कई बार असम आया। हितेश्वर सैकिया के कार्यकाल में हमने असम में भी विरोध प्रदर्शन किया था। मैंने विरोध करते हुए पुलिस की लाठियां खाईं। मुझे असम की जेल में भी सात दिन रोटी खानी पड़ी थी। उस समय असम पुलिस दूसरे राज्यों में प्रशिक्षण ले रही थी। लेकिन अब असम में दूसरे राज्यों की पुलिस प्रशिक्षण ले रही है।’’   शाह ने कहा कि सेमी-कंडक्टर असम की छवि को बदल देगा। इसका जिक्र करते हुए उन्हाेंने कहा, "असम अब आतंकवाद के नहीं प्रगति के मार्ग पर चल रहा है।" "उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 10 वर्षों में 1.27 लाख करोड़ रुपये दिए गए जबकि मोदी सरकार ने 10 वर्षों में असम को 4 लाख करोड़ रुपये दिए। कांग्रेस शासन के दौरान हिंसा और साम्प्रदायिकता थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में असम में केवल विकास है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में असम में 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा। असम के युवाओं का भविष्य सुनहरा होगा।"

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हिसार । भारत के सबसे अमीर शख्सियतों की कैटेगरी में रोशनी नाडार मल्होत्रा का नाम भी जुड़ गया है। वह देश की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। उन्होंने हिसार से विधायक एवं बिजनेस वुमन सावित्री जिंदल को पीछे छोड़ दिया है। इतनी ही नहीं वह तीसरी सबसे अमीर भारतीय बनी हैं। हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) ग्रुप के संस्थापक एवं उनके पिता शिव नाडार ने कंपनी की 47 फीसदी हिस्सेदारी बेटी रोशनी नाडार मल्होत्रा​​ को ट्रांसफर कर दी है, जिसके बाद वे देश की सबसे अमीर महिला की सूची में टॉप पर आ गई हैं।   ‘ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स’ के मुताबिक रोशनी नाडार की संपत्ति 3.13 लाख करोड़ रुपये हो गई है। वह अब तीसरी सबसे अमीर भारतीय बन गई हैं। उनसे ज्यादा संपत्ति सिर्फ दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के पास है जबकि हिसार की विधायक सावित्री जिंदल के पास 2.63 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। सावित्री जिंदल देश की पांचवीं सबसे अमीर शख्सियत हैं और दूसरी सबसे अमीर भारतीय महिला हैं। सावित्री जिंदल हिसार निवासी दिवंगत स्टील किंग ओपी जिंदल की पत्नी हैं और उनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं।   छह महीने पहले फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। इस सूची के अनुसार 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल करीब 2.77 लाख करोड़ रुपये की मालकिन थीं। अब ‘ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स’ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि सावित्री जिंदल की संपत्ति 2.63 लाख करोड़ रुपये है। लगभग छह महीने पहले सावित्री जिंदल टॉप 10 भारतीयों में अकेली महिला थीं और चौथे स्थान पर थीं, लेकिन अब वे पांचवें स्थान पर आ गई हैं। अब टॉप 10 में रोशनी नाडार भी आ गई हैं जिन्होंने उन्हें पीछे छोड़ दिया है।   सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार दो चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी थीं। वर्ष 2014 में मोदी लहर में वह हिसार से चुनाव हार गईं। इसके बाद 2019 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। पिछले वर्ष 2024 में वह हिसार से भाजपा की टिकट की दावेदार थीं, मगर उनको टिकट नहीं मिला। सावित्री जिंदल निर्दलीय चुनाव में उतरीं और जीत हासिल की।  

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मुरादाबाद । उत्तर प्रदेश के संभल जिले में विवादित शाही जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम शुक्रवार दोपहर को मजदूरों के साथ पहुंची। सबसे पहले मस्जिद की लंबाई-चौड़ाई की नपाई की गयी। इसके बाद रंगाई-पुताई का कार्य रविवार से शुरू होने की उम्मीद है।   मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट ने बताया कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सात दिन के अंदर मस्जिद की रंगाई-पुताई का कार्य पूरा करना है। शनिवार को पूर्वाह्न लगभग 11:30 बजे एएसआई के दो अधिकारी मजदूरों के साथ निरीक्षण के लिए मस्जिद पहुंचे। फिलहाल मस्जिद की लंबाई-चौड़ाई की नपाई की गयी है। एएसआई के अधिकारियों का कहना है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी भी आ रहे हैं। जैसे ही वे पहुंचेंगे, पुताई का काम भी शुरू हो जाएगा।   जफर अली एडवोकेट ने यह भी स्पष्ट किया कि रंगाई-पुताई में मस्जिद का स्वरूप परिवर्तित नहीं होगा। मस्जिद की रंगाई-पुताई के लिए पहले की तरह हरे, सुनहरे और सफेद रंग का प्रयोग किया जाएगा। इसकी जानकारी एएसआई के अधिकारियों को भी दी गयी है।   उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट ने 12 मार्च को सुनवाई के दौरान मस्जिद के बाहरी दीवारों की रंगाई-पुताई का आदेश दिया था। संभल शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद के बीच आए कोर्ट के आदेश के बाद एएसआई की टीम पहुंची है।

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नई दिल्ली । लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पेपर लीक की घटनाओं को देश के युवाओं के लिए खतरनाक बताया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को एकजुट होकर इस समस्या से निपटने का आह्वान किया।राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि छह राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य ख़तरे में, पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे ख़तरनाक "पद्मव्यूह" बन गया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मेहनती छात्रों और उनके परिवारों को अनिश्चितता और तनाव में धकेल देता है, उनके परिश्रम का फल उनसे छीन लेता है। साथ ही यह अगली पीढ़ी को गलत संदेश देता है कि बेईमानी, मेहनत से बेहतर हो सकती है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अभी एक साल भी नहीं हुआ जब नीट पेपर लीक ने देश को झकझोर दिया था। हमारे विरोध के बाद केंद्र सरकार ने नए कानून को इसका समाधान बताया लेकिन इतने सारे हालिया पेपर लीक ने उसे भी विफल साबित कर दिया।राहुल गांधी ने कहा कि यह गंभीर समस्या एक "सिस्टेमेटिक फेलियर" है। इसका खात्मा सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को मतभेद भुलाकर, मिलकर कड़े कदम उठाने से होगा। इन परीक्षाओं की गरिमा बनी रहना हमारे बच्चों का अधिकार है और इसे हर हाल में सुरक्षित रखना होगा।

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नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अवर सचिव सी.पी. विनोद कुमार ने दिल्ली के उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव को पत्र के माध्यम से सूचित किया है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय विभाग द्वारा दिल्ली सरकार के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के विरुद्ध जांच के लिए भ्रष्टाचर निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में यथा संशोधित) की धारा 17-ए के अंतर्गत सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति संप्रेषित करने का निर्देश हुआ है। उल्लेखनीय है कि मनीलॉन्ड्रिंग मामले में 18 महीने जेल में रहने के बाद दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले साल 18 अक्टूबर से जमानत पर हैं। जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 30 मई, 2022 को गिरफ्तार किया था। जैन पर कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के जरिए धनशोधन का आरोप है।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को होली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह पावन पर्व देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे।प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “आप सभी को होली की ढेरों शुभकामनाएं। हर्ष और उल्लास से भरा यह पावन-पर्व हर किसी के जीवन में नई उमंग और ऊर्जा का संचार करने के साथ ही देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे, यही कामना है।”

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नई दिल्ली । मॉरीशस के राष्ट्रपति धरमबीर गोखूल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राजधानी पोर्ट लुइस में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ़ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री मोदी को मिला यह 21वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। प्रधानमंत्री ने पूर्ण विनम्रता और कृतज्ञता के साथ स्वीकार करते हुए पुरस्कार को भारत से सदियों पहले मॉरीशस आए पूर्वजों और उनकी सभी पीढ़ियों को समर्पित किया।   मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान सम्मानित प्रधानमंत्री ने हार्दिक आभार प्रगट करते हुए कहा कि यह सिर्फ उनका नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और मॉरीशस के बीच के रिश्ते के सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक बंधनों को सम्मान है। साथ ही प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया कि भारत-मॉरीशस रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का हर संभव प्रयास करते रहेंगे।   मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम ने कल एक सामुदायिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को उनके देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी सम्मान के वास्तविक अधिकारी हैं। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत सरकार की ओर से राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मीना को ‘ओवरसीज सिटिजन आफ इंडिया’ (ओसीआई) कार्ड प्रदान किया था। यह कार्ड भारत में आवाजाही की वीजा सुविधा प्रदान करता है और भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को दिया जाता है।  

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रायपुर । अपनी समृद्ध जैव विविधता और जीव जंतुओं की दुर्लभ प्रजातियों के आवास के रूप में पहचाने जाने वाले छत्तीसगढ़ के बस्तर के कांगेर घाटी नेशनल पार्क को यूनेस्को ने 2025 की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की तदर्थ सूची में शामिल कर लिया है। अब वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा हासिल करने के लिए राज्य सरकार को एक साल में अपना दावा पूरे तथ्यों के साथ पेश करना होगा।   यूनेस्को ने अपनी वेबसाइट पर कांगेर घाटी को टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किये जाने की जानकारी दी है, अब इसके समर्थन में एक साल के भीतर तथ्यात्मक जानकारी देनी होगी। पहली बार छत्तीसगढ़ की किसी साइट को यह मौका मिला है। 200 वर्ग किमी में फैला कांगेर घाटी नेशनल पार्क कई वजहों से खास है। करीब दो साल पहले कांगेर घाटी नेशनल पार्क के तत्कालीन डायरेक्टर गणवीर धम्मशील ने करीब साल भर की तैयारी और रिसर्च, पुरातत्व विभाग समेत कई विभागों की शोध के आधार पर वर्ल्ड हेरिटेज साइट के लिए नेशनल पार्क का प्रस्ताव यूनेस्को को भेजा था। यूनेस्को किसी जगह को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा तीन श्रेणियों में देता है। पहली श्रेणी प्राकृतिक धरोहर है, दूसरी सांस्कृतिक और तीसरी मिश्रित। आवेदन पहली श्रेणी के लिए भेजा गया था, जिसे तदर्थ सूची में शामिल कर लिया गया है। इस आशय की घोषणा कर दी है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की खासियतपार्क की जैवविविधता इसको बेहद खास बनाती है। ये पहाड़ी मैना का प्राकृतिक आवास भी है, जो इंसानों की तरह बोल सकती है। पार्क में कोटमसर समेत लाइम स्टोन की 16 प्राकृतिक गुफाएं हैं। ये गुफाएं लाखों साल पुरानी हैं और खास बात ये है कि ये अभी भी जिंदा हैं। यही चीज इन गुफाओं को देश के बाकी हिस्सों की गुफाओं से अलग बनाती हैं। चूना पत्थरों की नई संरचनाओं का निर्माण जारी है। इस गुफाओं में अंधी मछलियों से लेकर बहुत तरह के जीव जंतु पार्क की एक और खासियत यहां के धुरवा आदिवासी हैं, जो अपने साथ हजारों सालों की सभ्यता समेटे हुए हैं और जंगल को संरक्षित करने में योगदान दे रहे हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने राज्य का वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 4 लाख 21 हजार 32 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया गया और न ही किसी भी कर की दर बढ़ाना प्रस्तावित किया गया है। प्रदेश की मोहन सरकार का यह दूसरा बजट है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बजट भाषण सुनने के लिए विधानसभा में मौजूद रहे।   वित्त मंत्री देवड़ा ने अपने बजट भाषण की शुरुआत कविता से की। उन्होंने कहा कि यही जुनून, यही एक ख्वाब मेरा है, वहां चिराग जला दूं जहां अंधेरा है...जनता व जनप्रतिनिधियों की बेशुमार फरमाइशें हैं, कर सकें हम सब पूरी, ये हमारी कोशिशें हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2025-26 का बजट जीरो वेस्ट बजटिंग प्रक्रिया से तय किया है। सरकार का लक्ष्य विकसित मध्य प्रदेश बनाना है। इसका अर्थ है कि जनता का जीवन खुशहाल हो। महिलाओं का आत्मगौरव मिले।   उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन योजना लागू किए जाने की प्रक्रिया पर विचार करने उच्चस्तरीय समिति गठित होगी। एक अप्रैल 2025 से सातवें वेतनमान के महंगाई भत्ते का पुनरीक्षण किया जाएगा। वाहन स्क्रैप योजना को प्रोत्साहित करने के लिए नई गाड़ी खरीदने पर परिवहन वाहन के लिए मोटर व्हीकल टैक्स में 15 और गैर परिवहन वाहन के लिए 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। प्रदेश के 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में तीन लाख नौकरियां मिलेंगी। प्रदेश सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। प्रदेश में 22 नए आईटीआई खोले जाएंगे। सीएम युवा शक्ति योजना के तहत प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम खोला जाएगा। प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय खुलेगा। धार में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान और डिंडोरी में जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान शुरू होंगे।   वित्त मंत्री ने कहा कि लाड़ली बहनाओं को केंद्र की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। लाड़ली बहनों को अटल पेंशन योजना से जोड़ेंगे। लाड़ली बहना के हितग्राहियों को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना और अटल पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा। गोशालाओं में गायों के आहार के लिए रोज प्रति गाय 20 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किए गए। राष्ट्रीय उद्यान और बफर क्षेत्र में वन्य जीव प्राणी-मानव संघर्ष को रोकने के लिए 3000 किलोमीटर फेंसिंग की जाएगी। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सीएम केयर योजना और परिवहन के लिए मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा शुरू होगी। मुख्यमंत्री कृषक उन्नति योजना शुरू होगी। देवी अहिल्या कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा शुरू की जाएगी। ग्रामीण नागरिकों को सस्ता और सुलभ परिवहन उपलब्ध होगा। इसके लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।   उन्होंने कहा कि जनजातीय विद्यार्थियों के लिए 23 हजार प्राथमिक स्कूल, 6800 माध्यमिक स्कूल, 1100 हाई स्कूल, 900 उच्चतर माध्यमिक स्कूल, 1078 आश्रम, 1032 सीनियर छात्रावास, 210 उत्कृष्ण सीनियर छात्रावास, 197 जूनियर छात्रावास, 154 महा विद्यालय छात्रावास, 81 कन्या शिक्षा परिसर, 8 आदर्श विद्यालय संचालित हैं। बैगा, भारिया को कुपोषण से मुक्ति आहार अनुदान के तहत 2.20 लाख महिलाओं के खातों में 1500 रुपये दिए जा रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजातीय बहुल क्षेत्रों में पीएम जनमन योजना में 53 हजार से अधिक आवास बनाए हैं। बच्चों की शिक्षा के लिए 22 नए छात्रावास बनेंगे।   देवड़ा ने कहा कि प्रदेश में एक लाख किमी सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में निवेश के लिए नई नीतियां बनाई गई हैं। एक जिला-एक उत्पाद पर फोकस रखा जाएगा। सीएम राइज स्कूल के लिए 1017 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाए जाएंगे।   जट की खास बातें - गृह विभाग के लिए 12876 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो बीते वर्ष की तुलना में 1585 करोड़ रुपये ज्यादा है। - बजट में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा में लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान। - सामाजिक आर्थिक उत्थान की योजनाओं के लिए दो लाख एक हजार 282 करोड़ रुपये का प्रावधान। - जेल विभाग के लिए 794 करोड़ रुपये का प्रावधान। - खाद्यान्न योजना के लिए 7132 करोड़ रुपये का प्रावधान। - श्रम विभाग के लिए 1808 करोड़ रुपये का प्रावधान। - आकांक्षा योजना के लिए 20 करोड़ 52 लाख का प्रावधान। - पिछड़े वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण के लिए एक हजार 86 करोड़ का प्रावधान। - आगामी पांच वर्ष में उद्योगों को लगभग 30 हजार करोड़ के इंसेंटिव दिए जाएंगे। - गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों के लिए योजनाओं का पैकेज दिया जाएगा। राज्य स्तरीय बीमा समिति का गन करेंगे। - प्रसूति चिकित्सा, विवाह और अंत्येष्टि सहायता के अंतर्गत लगभग 3,917 करोड़ के हितलाभ दिए गए। - पढ़ाई के लिए 50 छात्रों को विदेश भेजेगी सरकार। - हर‍ विधानसभा में एक स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। - नागरिकों के लिए बीमा समिति का गठन होगा। - प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। - मध्य प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। - धान बोनस के लिए 850 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। - किसान प्रोत्साहन योजना के लिए 5230 करोड़ रुपये का प्रावधान। - संबल योजना के लिए 700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। - किसानों को शून्य ब्याज पर लोन दिया जाएगा। - कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन योजना को प्रदेश में लागू किए जाने की प्रक्रिया पर विचार करने उच्च स्तरीय समिति गठन करने का निर्णय।   - श्रीकृष्ण पाथेय योजना के लिए 10 करोड रुपये का प्रावधान। इसी प्रकार राम पथ गगन योजना के लिए 30 करोड रुपए का प्रावधान किया गया। गीता भवन में पुस्तकालय, सभागार, साहित्य सामग्री विक्रय केंद्र बनाए जाएंगे, इसके लिए 100 करोड रुपये का प्रावधान किया गया। तीर्थ दर्शन योजना के लिए 50 करोड रुपये का प्रावधान रखा गया है पर्यटन संस्कृति और धर्मस्व क्षेत्र में 1610 करोड रुपये का प्रावधान किया गया जो गत वर्ष की तुलना में 133 करोड रुपये अधिक है।   - आयुष्मान योजना के लिए 2039 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया। समृद्ध व्यक्ति एवं परिवार के साथ ही समृद्ध गांव की संकल्पना के तहत मुख्यमंत्री वृंदावन ग्राम योजना प्रारंभ की जाएगी। यहां पशुपालन मछली पालन तथा खाद्य संस्करण को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड रुपये का प्रावधान रखा गया है। पंचायत को सर्वांगीण विकास में सहायता देने के उद्देश्य से मूलभूत सेवाओं के लिए अनुदान 2507 करोड रुपये की वृद्धि करते हुए इस वर्ष 6007 करोड रुपये का प्रावधान रखा है।   - प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के लिए 4400 करोड़, मनरेगा के लिए 4050 करोड़ प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना के लिए 1000 करोड़, प्रधानमंत्री जन धन योजना सड़क के लिए 1056 करोड़ और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के लिए 960 करोड़ का प्रावधान।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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शाहरुख अपने मुंबई स्थित बांद्रा के बंगले 'मन्नत' में कुछ बदलाव करना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही उनके सामने एक कानूनी अड़चन आ गई है। मुंबई के एक सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने शाहरुख पर कुछ आरोप लगाए हैं, जिसके चलते 'मन्नत' का नवीनीकरण शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया है। महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेडएमए) के समक्ष इस मामले की सुनवाई 23 अप्रैल को होगी।   रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने अभिनेता शाहरुख खान के खिलाफ राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने शाहरुख और महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण पर तटीय विनियमन क्षेत्र की अनुमति के बिना 'मन्नत' में बदलाव करने का आरोप लगाया है। संतोष का दावा है कि बंगले के नवीनीकरण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया गया और शाहरुख ने इसके लिए आवश्यक मंजूरी नहीं ली।   बांद्रा के पॉश इलाके में स्थित शाहरुख खान की आलीशान हवेली 'मन्नत' किसी टूरिस्ट अट्रैक्शन से कम नहीं है। प्रशंसक अक्सर यहां आकर तस्वीरें खिंचवाते हैं और इस आइकॉनिक बंगले की झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करते हैं। हालांकि, शाहरुख और गौरी खान ने अपने इस ड्रीम होम को और भी भव्य बनाने का फैसला किया था, लेकिन इससे पहले ही यह कानूनी विवादों में घिर गया है। शाहरुख की लोकप्रियता और स्टारडम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 'मन्नत' की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये बताई जाती है।   दरअसल, शाहरुख खान का महलनुमा बंगला 'मन्नत' ग्रेड III धरोहर संरचना की सूची में शामिल है। ऐसे में इसमें किसी भी तरह का बदलाव करने के लिए उचित अनुमति लेना अनिवार्य होता है। आरोप लगाया गया है कि शाहरुख ने जन आवास के लिए बने 12 वन-बीएचके फ्लैट्स को एक बड़े घर में तब्दील कर दिया है। इस मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर से उनके दावों के समर्थन में सबूत प्रस्तुत करने को कहा है।   23 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई न्यायिक सदस्य दिनेश कुमार सिंह और विशेषज्ञ सदस्य विजय कुलकर्णी ने कहा कि यदि शाहरुख खान या महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेडएमए) के कोई नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो संतोष दौंडकर को 4 सप्ताह के भीतर सबूत प्रस्तुत करने होंगे। यदि वह ऐसा करने में असफल रहते हैं, तो अपील खारिज की जा सकती है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 23 अप्रैल को होगी।    

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नई दिल्ली । खेल मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का निलंबन हटा दिया है। इस फैसले के बाद अब महासंघ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन कर सकेगा और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए राष्ट्रीय टीमों का चयन कर पाएगा।   मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "स्पॉट वेरिफिकेशन कमेटी की रिपोर्ट, डब्ल्यूएफआई द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदम और भारतीय खेलों तथा एथलीटों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) पर लगाए गए निलंबन को तत्काल प्रभाव से समाप्त करता है और इसे राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में पुनः मान्यता प्रदान करता है।"   गौरतलब है कि खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था। यह फैसला महासंघ द्वारा जल्दबाजी में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप की घोषणा करने के कारण लिया गया था।   गोंडा में टूर्नामेंट की घोषणा से नाराज था मंत्रालय 21 दिसंबर 2023 को संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल ने डब्ल्यूएफआई के चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद महासंघ ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के गोंडा के नंदिनीनगर को चुना था। यह पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का गढ़ माना जाता है, जिससे सरकार नाराज हो गई थी और निलंबन का निर्णय लिया गया था। अब निलंबन हटने के बाद डब्ल्यूएफआई फिर से अपनी गतिविधियां शुरू कर सकेगा और भारतीय कुश्ती को एक बार फिर रफ्तार मिलने की उम्मीद है।  

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वाराणसी । काशी की पवित्र भूमि, जो जीवन और मृत्यु के बीच की अनंत कड़ी है,ने इस वर्ष भी एक अद्भुत दृश्य का साक्षात्कार कराया। रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन मंगलवार को मोक्ष की धरती मणिकर्णिकाघाट पर चिता भस्म की होली का आयोजन किया गया, जो न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि जीवन और मृत्यु के साक्षात अनुभव को महसूस कराने वाला अतुलनीय दृश्य था। महाश्मशान घाट पर जहां एक ओर चिता की लपटें सुलग रही थीं, वहीं दूसरी ओर शिव भक्तों, नागा संतों और अघोरियों के साथ हजारों युवा ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष में डूबे हुए थे। विशाल डमरूओं की निनाद के बीच चिता भस्म और अबीर से होली खेलने का यह दृश्य जैसे जीवन के अंतिम और प्रारंभिक बिंदु का मिलन था। इस दौरान, 'खेलें मसाने में होरी दिगंबर' गीत पर युवा थिरकते रहे, जबकि घाट के वातावरण में एक अद्वितीय ऊर्जा का संचार हो रहा था।मणिकर्णिका घाट पर इस अनोखी होली में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा था। घाट के नीचे एक ओर जहां शवों की कतार लगी थी, वहीं दूसरी ओर 'हर-हर महादेव' के उद्घोष ने सबको एक नई दिशा दी। यह दृश्य काशी के उन गहरे और गूढ़ संदेशों को भी समझाता है, जो जीवन और मृत्यु के बीच के रिश्ते को एक नई दृष्टि से देखने के लिए प्रेरित करते हैं।काशी में यह मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ के गौने में उनके पिशाच, भूत-प्रेत, औघड़, अघोरी और संन्यासी शामिल नहीं हो पाते, क्योंकि बाबा के सभी भक्त निर्विकार होते हैं। बाबा इन्हें निराश नहीं करते और गौने के अगले दिन मणिकर्णिका घाट पर इन भूत-प्रेतों के साथ चिता भस्म की होली खेलते हैं। यही पौराणिक मान्यता काशी में चिता भस्म की होली के आयोजन का आधार है। इस धार्मिक अनुष्ठान से पहले मणिकर्णिका घाट पर बाबा महामशानेश्वर महादेव के मंदिर में गुलशन कपूर और अन्य पदाधिकारियों की देखरेख में मध्याह्न आरती की गई, जिसके बाद घाट पर चिता भस्म की होली का सिलसिला शुरू हुआ।मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत हैयह दृश्य, काशी में जीवन और मृत्यु के साक्षात्कार को दर्शाता है, मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है, जहां हर व्यक्ति को शाश्वत अस्तित्व की ओर एक कदम और बढ़ाया जाता है। शिव आराधना समिति के डॉ मृदुल मिश्र ने बताया कि काशी में यह मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ के गौने के अगले दिन मणिकर्णिका घाट पर बाबा अपने गणों के साथ चिता भस्म की होली खेलते हैं।  

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नई दिल्ली । संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग की शुरुआत के पहले दिन सोमवार को दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने शोर-शराबा और हंगामा किया। काफी देर नारेबाजी करने के बाद राज्यसभा से विपक्ष ने वॉकआउट भी किया। विपक्ष के इस आचरण पर राज्य सभा में सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश से विपक्ष के सदस्यों को फ्रेशर कोर्स कराने की सिफारिश कर दी। सोमवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत रखे गए सभी नोटिस को खारिज करते हुए उपसभापति ने सदन की कार्यवाही शुरू की लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्य और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तय मुद्दे से हटकर दूसरे विषय को उठाने लगे। नेता विपक्ष ने मतदाता सूची में कथित हेराफेरी का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। इस पर उपसभापति ने सभापति द्वारा 8 दिसंबर 2022 और 19 दिसंबर 2022 को दी गई व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल ये मुद्दा रिकॉर्ड पर नहीं होगा। कांग्रेस के सदस्य इसके बाद नारेबाजी करने लगे और बाद में सदन से वॉकआउट कर दिया।नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष के वॉकआउट की निंदा कहते हुए इसे गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया। उन्होंने कहा, "कुछ दिन से देख रहा हूं कि सदन में नियम 267 के तहत कुछ लोग नोटिस दे देते हैं और सभापति ने कई बार रूलिंग दी है, उस नियम और रूलिंग को ध्यान में रखकर आप नोटिस रिजेक्ट करते हैं। ये जो प्रथा है, ये कहीं ना कहीं विपक्ष की तरफ से संस्थागत ढांचे को नुकसान पहुंचाने का कुत्सित प्रयास है। ये लोग सदन में चर्चा करने में भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।" नड्डा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए बिल्कुल तैयार है लेकिन कुछ नियम और कानून होते हैं, जिसके तहत बहस होती है। यह देश को जानना चाहिए कि किस तरह से विपक्ष गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है। संसद में किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया में स्थापित करने का काम हुआ है।    

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नई दिल्ली । लोकसभा में नेता विपक्ष नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में मतदाता सूची में अनियमितता का मुद्दा उठाया और कहा कि देशभर से इसकी शिकायतें मिल रही हैं। गैर एनडीए शासित राज्यों से यह मुद्दा उठ रहा है। राहुल ने विशेष रूप से महाराष्ट्र का उदाहरण दिया। साथ ही उन्होंने मांग की कि पूरा विपक्ष चाहता है कि सदन में वोटर लिस्ट पर चर्चा होनी चाहिए। लोकसभा में शून्य काल की चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि सरकार मतदाता सूची नहीं बनाती लेकिन पूरा विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो। विपक्षी राज्यों और पूरे देश से मतदाता सूची पर सवाल उठ रहे हैं। पूरा विपक्ष संसद में वोटर लिस्ट पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है।तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने भी हरियाणा और पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों में एक जैसे निर्वाचक फोटो पहचान कार्ड संख्याओं का उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह की गड़बड़ियों से प. बंगाल और असम में आगामी चुनाव प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मतदाता सूची के विस्तार से जांच किए जाने की मांग की।   उधर, सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में भी राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को लेकर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक महीने से अधिक हो गया है। पारदर्शिता को लेकर चुनाव आयोग से हमने मांगें की थीं। यह मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं। सवाल आज भी वैसे ही बने हुए हैं। अब वोटर लिस्ट में डुप्लीकेट नामों के नए सबूत सामने आए हैं, जिससे और भी नए और गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए यह चर्चा बहुत ज़रूरी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनावों में मतदाता सूची का मुद्दा सदन में उठाया था। तब राहुल गांधी ने कहा था कि महाराष्ट्र चुनावों से पहले करीब 70 लाख नए मतदाताओं को मतदाता सूची में जोड़ा गया था।

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रायपुर । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर सोमवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) छापेमारी कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री  बघेल ने जहां इस कार्रवाई को षड्यंत्र बताया है तो वहीं भाजपा ने इस जांच को कार्रवाई का हिस्सा बताया है जबकि उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े-बड़े घोटाले हुए।    पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे षड़यंत्र बताया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो ईडी के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को भाजपा के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया।   वहीं साय सरकार में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा है कि पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े-बड़े घोटाले हुए। जांच चल रही है, भूपेश बघेल के करीबी लोगों की घोटाले में प्रत्यक्ष भूमिका दिखी है। वो गिरफ्तार भी हैं उनके खिलाफ मामला भी चल रहा है। ये ईडी की जांच के कार्रवाई का हिस्सा है।अगर भूपेश बघेल ने कुछ नहीं किया है, उनकी कोई भूमिका नहीं हैं, तो उन्हें डरने या घबराने की जरूरत नहीं है।   ईडी के अनुसार 21 सौ करोड़ से अधिक के शराब घोटाले को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इस घोटाले में बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को लाभ पहुंचाया गया है। ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मी नारायण बघेल ,पप्पू बंसल तथा भिलाई के नेहरू नगर में मनोज राजपूत ,चौरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह ,कमल किशोर अग्रवाल राईस मिल दुर्ग,सुनील अग्रवाल (सहेली ज्वेलर्स ,दुर्ग ) और बिल्डर अजय चौहान सहित 14 जगहों पर छापा मारा है। कार्रवाई जारी है।

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वाराणसी । धर्मनगरी काशी में प्रयागराज महाकुंभ से लौटे श्रीपंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के नागा संतों ने पंचकोशी यात्रा पूरी कर रविवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में उपस्थिति लगायी। इस दौरान काशी विश्वाथ का दरबार "हर-हर महादेव" और "बम-बम भोले" के जयघोष से गूंज उठा।महानिर्वाणी अखाड़ा के नेतृत्व में संतों ने पांच दिवसीय यात्रा के उपरांत मणिकर्णिका चक्र पुष्कर्णी तीर्थ कुंड में संकल्प का विसर्जन किया। इसके बाद विधि-विधान से बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। नागा संतों ने रंगभरी एकादशी से पूर्व बाबा के गौना की खुशी में उनके रजत विग्रह पर हल्दी और पुष्प अर्पित किए।   गौरतलब है कि लगभग 75 किलोमीटर लंबी इस पंचकोशी परिक्रमा का आरंभ मणिकर्णिका घाट पर संकल्प लेकर किया गया था। महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद काशी लौटे नागा साधुओं ने रामेश्वर से पांचों पांडव होते हुए अंतिम पड़ाव कपिलधारा तक यात्रा की। इस दौरान परंपरा अनुसार दर्शन-पूजन के साथ रात्रि विश्राम में भजन-कीर्तन भी किया। अंततः मणिकर्णिका पहुंचकर यात्रा का संकल्प पूरा किया।पंचकोशी यात्रा-काशी (वाराणसी) की यह प्राचीन और महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है, जिसमें श्रद्धालु लगभग 80 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इस परिक्रमा का उद्देश्य काशी क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों और तीर्थस्थलों का दर्शन कर पुण्य अर्जित करना होता है। परिक्रमा मार्ग में कुल 108 शिवलिंग और अनेक देवी-देवताओं के मंदिर स्थित हैं, जो भक्तों की आस्था का केंद्र हैं।महाकुंभ 2025 के समापन के बाद नागा साधु और संत काशी में एकत्रित हुए हैं। परंपरा के अनुसार, महाकुंभ के स्नान के पश्चात नागा संत काशी आकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन और गंगा स्नान करते हैं। इस अवसर पर पंचकोशी परिक्रमा कर वे काशी विश्वनाथ दरबार में होली का उत्सव मनाते हैं और फिर अपने साधना स्थलों, अखाड़ों की ओर प्रस्थान करते हैं।

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नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को रविवार सुबह दिल्ली के एम्स के हृदय विभाग में भर्ती कराया गया। उपराष्ट्रपति को सुबह बेचैनी और सीने में दर्द की शिकायत थी। एम्स अस्पताल के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।   73 वर्षीय धनखड़ को सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हो रही थी। धनखड़ को एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव नारंग की देखरेख में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का एक समूह उनकी स्थिति पर नज़र रख रहा है।

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नई दिल्ली । भारत ने अमेरिका के कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में एक हिंदू मंदिर को क्षति पहुंचाने और नफरत फैलाने वाले नारे लिखे जाने की निंदा करते हुए इसके पीछे जिम्मेदार तत्वों के के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि हमने कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में एक हिंदू मंदिर में बर्बरता के बारे में रिपोर्ट देखी है। हम इस तरह के घृणित कृत्यों की सबसे मजबूत शर्तों की निंदा करते हैं। हम स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों से इन कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ाई से कार्रवाई करने के लिए कहते हैं, और पूजा स्थलों के लिए पर्याप्त सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिनो हिल्स के ‘बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था’ के मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया और ‘हिंदुओं वापस जाओ’ जैसे नारे लिखे गए।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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मेहसाणा । केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को मेहसाणा जिले की विजापुर तहसील के पिलवाई में भगवान गोवर्द्धननाथ के मंदिर में दर्शन-पूजन किया। केन्द्रीय मंत्री ने भगवान गोवर्द्धननाथ से आम जन की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर शाह के पुत्र और आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह समेत परिवार के सदस्य मौजूद रहे।भगवान गोवर्द्धननाथ के नवनिर्मित मंदिर की स्थापना प्रसंग पर वैष्णव सम्प्रदाय के डॉ वागिशकुमार महाराज कांकरोली नरेश भी मौजूद रहे। केन्द्रीय मंत्री शाह के साथ राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल, राज्य सभा सदस्य मयंक नायक, लोकसभा सदस्य हरिभाई पटेल, गिरीश राजगोर समेत वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के राज्य कार्यालय में रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने बैठक में बड़ा फैसला लिया। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया । उनकी जगह पर अपने भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को पार्टी का राष्ट्रीय कोओर्डिनेटर बनाया गया है। इनके जिम्मेदारियों के बारे में भी बताया गया।   मायावती ने अपने बयान में कहा कि आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है। आकाश आनंद को हटाने के पीछे इसकी सारी जिम्मेवारी उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की है। अशोक ने पार्टी के नुकसान पहुंचाने के साथ ही साथ आकाश के राजनीतिक कैरियर को भी खराब कर दिया है। आकाश के स्थान पर उनके छोटे भाई आनंद कुमार ही पार्टी का सभी कार्य करते रहेंगे। आनंद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ ही साथ राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर भी बनाया गया है। उनका पूरा सहयोग करने के लिए रामजी गौतम को भी नेशनल कोओर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी है। इन दोनों में से आनंद कुमार का प्रमुख कार्य दिल्ली में अधिक रहकर पार्टी का पूरा पेपर वर्क अन्य जरूरी कार्य देखेना होगा। साथ ही पूरे देश में अपना सम्पर्क बनाकर रखेंगे। वहीं रामजी गौतम पूरे देश और हर राज्यों में जाकर पार्टी की प्रगति रिपोर्ट लेंगे। पार्टी के जनाधार को भी बढ़ाने के लिए उनके द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन कराएंगे। पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी से जुड़े कई राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान मायावती ने पिछले दिनों हुई पार्टी की बैठक में लिए गये निर्णय और कार्यां की प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की। बसपा प्रमुख ने कहा कि यूपी में खासकर बहुजन समाज के करोड़ो लोगों के समुचित एवं समग्र विकास के बिना यूपी ही नहीं बल्कि देश भी सही से तरक्की नहीं कर सकता है। इसलिए सरकार को राजनीतिक, साम्प्रदायिक द्वेष व पक्षपात आदि से ऊपर उठकर पूरे संवैधानिक दायित्व के साथ जनहित व जनकल्याण के लिए कार्य करना होगा।   उन्होंने कहा कि केंद्र और जिन राज्यों में चल रही भाजपा की सरकार की कथनी और करनी में अंतर हैं। महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि अगर अव्यवस्था, हादसा व हताहत मुक्त होकर यूपी सरकार के दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता। हाल में केंद्र और राज्य सरकार के भी बजट के दौरान किए गये सरकारी दावें जमीनी हकीकत में ज्यादातर हवा-हवाई लगते हैं। इसी कारण करोड़ो गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गां एवं अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन में अपेक्षित सुधार नहीं हैं बल्कि अपार महंगाई, बेरोजगारी व सरकार के अधिकतर धन्नासेठ समर्थक एवं जनविरोधी कार्यकलापों से लोगों की बदहाली बढ़ी है। उन्होंन कहा कि वास्तव में सरकार इतनी ज्यादा दूरदर्शी हो गयी है कि उसे देश के सवा सौ करोड़ लोगों द्वारा रोजी-रोटी, स्कूल, अस्पताल, सड़क व जीएसटी करके बोझ आदि से बदहाल स्थिति की वर्तमान ज्वलन्त समस्याएं नजर हीं नहीं आ रही है। सरकार की नीयत व नीति में सुधार जरूरी है।   बैठक में खासकर उत्तर प्रदेश के जिलों में अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था पर चर्चा हुई है। इस पर मायावती ने कहा कि यूपी में कानून का सही से राज नहीं होकर भाजपा का पक्षपाती राज होने से आम जनता को न्याय पाना मुश्किल हो गया है। अगर बसपा सरकार आएगी तो कानून की व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। बसपा की सरकार आएगी , अच्छे दिन लाएगी।  

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देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा हिमस्खलन में अब तक सात श्रमिकों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने रविवार को मृतकों की सूची जारी कर दी है। मृतकों में हिमाचल प्रदेश के दो, उत्तर प्रदेश के चार व उत्तराखंड का एक श्रमिक है। इस हादसे में देहरादून क्लेमेंटटाउन निवासी अरविंद कुमार सिंह अभी लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है।   रविवार को सेना और अन्य टीमों ने खोज एवं बचाव अभियान जारी रखा है। मौसम साफ होने के चलते रविवार को रेस्क्यू अभियान में काफी तेजी गति से चला। खोज एवं बचाव के दौरान आज तीन और श्रमिकों के शव बरामद हो गए। इस हादसा में मरने वालों की कुल संख्या सात हो गई है।    आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने हिमस्खलन में मरने वालों की सूची के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मोहिन्द्र पाल व हिमेश चंद, उत्तर प्रदेश के जितेन्द्र सिंह, मनजीत सिंह, आलोक यादव व अशोक पासवान और उत्तराखंड का एक श्रमिक अनिल कुमार शामिल है। हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद से उत्तराखंड का अरविंद कुमार सिंह अभी भी लापता है। बचाव दल उसकी तलाश में जुटा है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव सुमन ने बताया कि लापता की खोज में सेना के साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें भी लगातार सर्च अभियान में जुटी हैं।   उल्लेखनीय है कि माणा के पास हिमस्खलन की चपेट में 54 श्रमिक आए थे। जिसमें से 46 श्रमिकों को रेस्क्यू कर उनका उपचार किया जा रहा है, जबकि सात शव बरामद किये जा चुके है। इन शवाें काे पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए संबंधित परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। अब सिर्फ एक श्रमिक की ही तलाश हाे रही है।        

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने एक व्यापक व्यापार समझौते के लिए चल रही वार्ता की प्रगति की समीक्षा की और व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ाने की रणनीतियों पर चर्चा की। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ संयुक्त प्रेस वक्तव्य के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष और कॉलेज ऑफ कमिशनर्स की यह भारत यात्रा अभूतपूर्व है। यह न केवल भारत में यूरोपीय आयोग की पहली यात्रा है बल्कि किसी भी देश में इसकी पहली ऐसी व्यापक भागीदारी भी है। यह आयोग की नई व्यवस्था की पहली विदेश यात्राओं में से एक है।उन्होंने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच दो दशक से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी स्वाभाविक और सहज है। इसका आधार विश्वास, लोकतान्त्रिक मूल्यों में साझा विश्वास, साझा प्रगति और समृद्धि के लिए साझा प्रतिबद्धता है। कल से इस संबंध में लगभग 20 मंत्रिस्तरीय बैठकें हो चुकी हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टनरशिप को ऊपर उठाने और गति बढ़ाने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, नवाचार, हरित विकास, सुरक्षा, कौशल और गतिशीलता पर सहयोग का एक ब्लू प्रिन्ट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भारत - मध्य पूर्व - यूरोप आर्थिक गलियारा, यानि “आइमेक”, को आगे ले जाने के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे। मुझे विश्वास है कि “आइमेक” ग्लोबल कॉमर्स, सतत विकास और समृद्धि को बढ़ावा करने वाला इंजन साबित होगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि रक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े शेयर बाजार पर हमारा विशाल सहयोग मित्रता विश्वास का प्रतीक है। साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग के लिए हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के महत्व दोनों पक्ष एकमत हैं। "इंडो पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव" में शामिल यूरोपीय संघ के फैसले का हम स्वागत करते हैं।उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के महत्व पर एकमत हैं। हम हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने के यूरोपीय संघ के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ हमारी साझेदारी को बढ़ाने और गति देने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, नवाचार, हरित विकास, सुरक्षा, कौशल और गतिशीलता पर सहयोग के लिए एक खाका भी तैयार किया गया है।उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) को आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। मुझे विश्वास है कि आईएमईसी वैश्विक वाणिज्य, सतत विकास और समृद्धि को आगे बढ़ाने का इंजन साबित होगा।      

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नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।इस बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के गृहमंत्री आशीष सूद और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आईबी प्रमुख के साथ-साथ गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।   बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि दिल्ली पुलिस और दिल्ली की नई सरकार के बीच समन्वय कैसे बेहतर बनाया जाए। बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की नई चुनौतियों से कैसे निपटा जाए और साथ ही इन चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस के प्रयासों को कैसे मजबूत किया जाए।   उल्लेखनीय है कि इससे पहले 18 फरवरी को अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक की थी। उस बैठक में उन्होंने अप्रैल 2025 तक जम्मू-कश्मीर में नए आपराधिक कानून लाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया था।

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गोपेश्वर । उत्तराखंड के चमोली जिले के सीमावर्ती माणा गांव के समीप सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कराये जा रहे निर्माण कार्य के दौरान भारी हिमस्खलन के कारण इसमें 57 श्रमिक दब गए। इसमें से बीआरओ और अन्य एजेंसियों ने राहत और बचाव कर अब तक 15 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी श्रमिकों की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर कहा कि माणा क्षेत्र में हिमस्खलन की घटना का दुखद समाचार मिला है। बीआरओ सहित अन्य एजेंसियां युद्धस्तर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने भगवान बद्रीविशाल से सभी श्रमिक भाइयों की सुरक्षा की कामना की है।   श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (बीआरओ) के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। कमांडेंट बीआरओ के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता हैं। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त किये गए हैं। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा। एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, बीआरओ एवं सेना के साथ समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ ड्रोन की टीम को भी तैयारी हालत में रखा गया है। भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया है। अब तक 5 और व्यक्तियों को निकाला गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं। कुल श्रमिक 57 में से अब तक 15 सुरक्षित निकाले गए हैं। 42 प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।   जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि माणा गांव और उसके पास हिमस्खलन की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि प्रभावित मजदूर सेना की आवाजाही के लिए सड़क से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे थे। अब तक किसी तरह की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है। सेना के साथ आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर भेजी गई हैं। जिलाधिकारी ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।  

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भोपाल । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर सतना जिले के चित्रकूट पहुंचे। वे यहां राष्ट्रऋषि भारत रत्न नानाजी देशमुख की 15वीं पुण्यतिथि पर दीन दयाल शोध संस्थान के उद्यमिता विद्यापीठ परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनकी अगुवानी की। कार्यक्रम में कथावाचक मोरारी बापू समेत कई नेता और मंत्री मौजूद हैं।इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मोरारी बापू ने नवीन राम दर्शन और पंडित दीन दयाल की प्रतिमा का रिमोट दबाकर अनावरण किया। इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नानाजी जैसे महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देना कितना उचित है, मालूम नहीं। कुछ लोगों के जीवन ऐसे होते हैं, वो युगों तक अपना असर छोड़ते हैं और युग को परिवर्तनकारी बनाने का काम करते हैं। नानाजी उनमें से एक हैं।शाह ने कहा कि राजनीति में अजातशत्रु जीवन जीकर दुनिया छोड़कर जाना बड़ी बात है। मैंने किसी को नानाजी के बारे में कभी गलत बात करते नहीं सुना। चाहे वो पक्ष का हो चाहे विपक्ष को हो। उन्‍होंने कहा कि राजनीति में रहते हुए सर्व स्वीकृति लाना भी कठिन है। इतने लंबे जीवन में नानाजी का विरोध करने का साहस किसी ने नहीं किया।​ उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में जनता कई नेताओं को राजनीति छुड़वाती है। नानाजी ने 60 की उम्र में जब जनता पार्टी अधिकार में थी तब निर्णय किया कि 60 के हो गए बाकी का जीवन एकात्मवाद को जमीन पर उतारने का काम करेंगे। उन्‍होंने कहा कि नानाजी ने कोई बुराई अपने को छूने नहीं दी और पूरा जीवन बुराइयों को दूर करने में प्रयत्नशील रहे।  

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नई दिल्ली । महाकुंभ संपन्न हुआ हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को महाकुंभ पर अपने संस्मरण को साझा किया। उन्होंने अपने लिखे ब्लॉग पर महाकुंभ को एकता का महायज्ञ बताते हुए इसे युग परिवर्तन की आहट बताया। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा कि ...   जब एक राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, जब वो सैकड़ों साल की गुलामी की मानसिकता के सारे बंधनों को तोड़कर नव चैतन्य के साथ हवा में सांस लेने लगता है, तो ऐसा ही दृश्य उपस्थित होता है, जैसा हमने 13 जनवरी के बाद से प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में देखा। 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मैंने देवभक्ति से देशभक्ति की बात कही थी। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान सभी देवी-देवता जुटे, संत-महात्मा जुटे, बाल-वृद्ध जुटे, महिलाएं-युवा जुटे, और हमने देश की जागृत चेतना का साक्षात्कार किया। ये महाकुंभ एकता का महाकुंभ था, जहां 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ गई थी। तीर्थराज प्रयाग के इसी क्षेत्र में एकता, समरसता और प्रेम का पवित्र क्षेत्र श्रृंगवेरपुर भी है, जहां प्रभु श्रीराम और निषादराज का मिलन हुआ था। उनके मिलन का वो प्रसंग भी हमारे इतिहास में भक्ति और सद्भाव के संगम की तरह ही है। प्रयागराज का ये तीर्थ आज भी हमें एकता और समरसता की वो प्रेरणा देता है।   बीते 45 दिन, प्रतिदिन, मैंने देखा, कैसे देश के कोने-कोने से लाखों-लाख लोग संगम तट की ओर बढ़े जा रहे हैं। संगम पर स्नान की भावनाओं का ज्वार, लगातार बढ़ता ही रहा। हर श्रद्धालु बस एक ही धुन में था- संगम में स्नान। मां गंगा, यमुना, सरस्वती की त्रिवेणी हर श्रद्धालु को उमंग, ऊर्जा और विश्वास के भाव से भर रही थी। प्रयागराज में हुआ महाकुंभ का ये आयोजन, आधुनिक युग के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए, प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए, नए सिरे से अध्ययन का विषय बना है। आज पूरे विश्व में इस तरह के विराट आयोजन की कोई दूसरी तुलना नहीं है, ऐसा कोई दूसरा उदाहरण भी नहीं है। पूरी दुनिया हैरान है कि कैसे एक नदी तट पर, त्रिवेणी संगम पर इतनी बड़ी संख्या में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे। इन करोड़ों लोगों को ना औपचारिक निमंत्रण था, ना ही किस समय पहुंचना है, उसकी कोई पूर्व सूचना थी। बस, लोग महाकुंभ चल पड़े...और पवित्र संगम में डुबकी लगाकर धन्य हो गए। मैं वो तस्वीरें भूल नहीं सकता...स्नान के बाद असीम आनंद और संतोष से भरे वो चेहरे नहीं भूल सकता। महिलाएं हों, बुजुर्ग हों, हमारे दिव्यांग जन हों, जिससे जो बन पड़ा, वो साधन करके संगम तक पहुंचा। और मेरे लिए ये देखना बहुत ही सुखद रहा कि बहुत बड़ी संख्या में भारत की आज की युवा पीढ़ी प्रयागराज पहुंची। भारत के युवाओं का इस तरह महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए आगे आना, एक बहुत बड़ा संदेश है। इससे ये विश्वास दृढ़ होता है कि भारत की युवा पीढ़ी हमारे संस्कार और संस्कृति की वाहक है और इसे आगे ले जाने का दायित्व समझती है और इसे लेकर संकल्पित भी है, समर्पित भी है। इस महाकुंभ में प्रयागराज पहुंचने वालों की संख्या ने निश्चित तौर पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है लेकिन इस महाकुंभ में हमने ये भी देखा कि जो प्रयाग नहीं पहुंच पाए, वो भी इस आयोजन से भाव-विभोर होकर जुड़े। कुंभ से लौटते हुए जो लोग त्रिवेणी तीर्थ अपने साथ लेकर गए, उस जल की कुछ बूंदों ने भी करोड़ों भक्तों को कुंभ स्नान जैसा ही पुण्य दिया। कितने ही लोगों का कुंभ से वापसी के बाद गांव-गांव में जो सत्कार हुआ, जिस तरह पूरे समाज ने उनके प्रति श्रद्धा से सिर झुकाया, वो अविस्मरणीय है।   ये कुछ ऐसा हुआ है, जो बीते कुछ दशकों में पहले कभी नहीं हुआ। ये कुछ ऐसा हुआ है, जो आने वाली कई-कई शताब्दियों की एक नींव रख गया है। प्रयागराज में जितनी कल्पना की गई थी, उससे कहीं अधिक संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंचे। इसकी एक वजह ये भी थी कि प्रशासन ने भी पुराने कुंभ के अनुभवों को देखते हुए ही अंदाजा लगाया था लेकिन अमेरिका की आबादी के करीब दोगुने लोगों ने एकता के महाकुंभ में हिस्सा लिया, डुबकी लगाई। आध्यात्मिक क्षेत्र में रिसर्च करने वाले लोग करोड़ों भारतवासियों के इस उत्साह पर अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि अपनी विरासत पर गौरव करने वाला भारत अब एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। मैं मानता हूं, ये युग परिवर्तन की वो आहट है, जो भारत का नया भविष्य लिखने जा रही है। साथियों, महाकुंभ की इस परंपरा से, हजारों वर्षों से भारत की राष्ट्रीय चेतना को बल मिलता रहा है। हर पूर्णकुंभ में समाज की उस समय की परिस्थितियों पर ऋषियों-मुनियों, विद्वत् जनों द्वारा 45 दिनों तक मंथन होता था। इस मंथन में देश को, समाज को नए दिशा-निर्देश मिलते थे। इसके बाद हर 6 वर्ष में अर्धकुंभ में परिस्थितियों और दिशा-निर्देशों की समीक्षा होती थी। 12 पूर्णकुंभ होते-होते, यानि 144 साल के अंतराल पर जो दिशा-निर्देश, जो परंपराएं पुरानी पड़ चुकी होती थीं, उन्हें त्याग दिया जाता था, आधुनिकता को स्वीकार किया जाता था और युगानुकूल परिवर्तन करके नए सिरे से नई परंपराओं को गढ़ा जाता था। 144 वर्षों के बाद होने वाले महाकुंभ में ऋषियों-मुनियों द्वारा, उस समय-काल और परिस्थितियों को देखते हुए नए संदेश भी दिए जाते थे। अब इस बार 144 वर्षों के बाद पड़े इस तरह के पूर्ण महाकुंभ ने भी हमें भारत की विकास यात्रा के नए अध्याय का संदेश दिया है। ये संदेश है- विकसित भारत का। जिस तरह एकता के महाकुंभ में हर श्रद्धालु, चाहे वो गरीब हों या संपन्न हों, बाल हो या वृद्ध हो, देश से आया हो या विदेश से आया हो, गांव का हो या शहर का हो, पूर्व से हो या पश्चिम से हो, उत्तर से हो दक्षिण से हो, किसी भी जाति का हो, किसी भी विचारधारा का हो, सब एक महायज्ञ के लिए एकता के महाकुंभ में एक हो गए। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का ये चिर स्मरणीय दृश्य, करोड़ों देशवासियों में आत्मविश्वास के साक्षात्कार का महापर्व बन गया। अब इसी तरह हमें एक होकर विकसित भारत के महायज्ञ के लिए जुट जाना है।   साथियों, आज मुझे वो प्रसंग भी याद आ रहा है जब बालक रूप में श्रीकृष्ण ने माता यशोदा को अपने मुख में ब्रह्मांड के दर्शन कराए थे। वैसे ही इस महाकुंभ में भारतवासियों ने और विश्व ने भारत के सामर्थ्य के विराट स्वरूप के दर्शन किए हैं। हमें अब इसी आत्मविश्वास से एक निष्ठ होकर, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आगे बढ़ना है। भारत की ये एक ऐसी शक्ति है, जिसके बारे में भक्ति आंदोलन में हमारे संतों ने राष्ट्र के हर कोने में अलख जगाई थी। विवेकानंद हों या श्री ऑरोबिंदो हों, हर किसी ने हमें इसके बारे में जागरूक किया था। इसकी अनुभूति गांधी जी ने भी आजादी के आंदोलन के समय की थी। आजादी के बाद भारत की इस शक्ति के विराट स्वरूप को यदि हमने जाना होता और इस शक्ति को सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की ओर मोड़ा होता, तो ये गुलामी के प्रभावों से बाहर निकलते भारत की बहुत बड़ी शक्ति बन जाती लेकिन हम तब ये नहीं कर पाए। अब मुझे संतोष है, खुशी है कि जनता जनार्दन की यही शक्ति, विकसित भारत के लिए एकजुट हो रही है।   वेद से विवेकानंद तक और उपनिषद से उपग्रह तक, भारत की महान परंपराओं ने इस राष्ट्र को गढ़ा है। मेरी कामना है, एक नागरिक के नाते, अनन्य भक्ति भाव से, अपने पूर्वजों का, हमारे ऋषियों-मुनियों का पुण्य स्मरण करते हुए, एकता के महाकुंभ से हम नई प्रेरणा लेते हुए, नए संकल्पों को साथ लेकर चलें। हम एकता के महामंत्र को जीवन मंत्र बनाएं, देश सेवा में ही देव सेवा, जीव सेवा में ही शिव सेवा के भाव से स्वयं को समर्पित करें। साथियों, जब मैं काशी चुनाव के लिए गया था, तो मेरे अंतरमन के भाव शब्दों में प्रकट हुए थे, और मैंने कहा था- मां गंगा ने मुझे बुलाया है। इसमें एक दायित्व बोध भी था, हमारी मां स्वरूपा नदियों की पवित्रता को लेकर, स्वच्छता को लेकर। प्रयागराज में भी गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम पर मेरा ये संकल्प और दृढ़ हुआ है। गंगा जी, यमुना जी, हमारी नदियों की स्वच्छता हमारी जीवन यात्रा से जुड़ी है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि नदी चाहे छोटी हो या बड़ी, हर नदी को जीवनदायिनी मां का प्रतिरूप मानते हुए हम अपने यहां सुविधा के अनुसार, नदी उत्सव जरूर मनाएं। ये एकता का महाकुंभ हमें इस बात की प्रेरणा देकर गया है कि हम अपनी नदियों को निरंतर स्वच्छ रखें, इस अभियान को निरंतर मजबूत करते रहें।   मैं जानता हूं, इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से...मां यमुना से...मां सरस्वती से...हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा...। जनता जनार्दन, जो मेरे लिए ईश्वर का ही स्वरूप है, श्रद्धालुओं की सेवा में भी अगर हमसे कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं। साथियों, श्रद्धा से भरे जो करोड़ों लोग प्रयाग पहुंचकर इस एकता के महाकुंभ का हिस्सा बने, उनकी सेवा का दायित्व भी श्रद्धा के सामर्थ्य से ही पूरा हुआ है। यूपी का सांसद होने के नाते मैं गर्व से कह सकता हूं कि योगी जी के नेतृत्व में शासन, प्रशासन और जनता ने मिलकर, इस एकता के महाकुंभ को सफल बनाया। केंद्र हो या राज्य हो, यहां ना कोई शासक था, ना कोई प्रशासक था, हर कोई श्रद्धा भाव से भरा सेवक था। हमारे सफाईकर्मी, हमारे पुलिसकर्मी, नाविक साथी, वाहन चालक, भोजन बनाने वाले, सभी ने पूरी श्रद्धा और सेवा भाव से निरंतर काम करके इस महाकुंभ को सफल बनाया। विशेषकर, प्रयागराज के निवासियों ने इन 45 दिनों में तमाम परेशानियों को उठाकर भी जिस तरह श्रद्धालुओं की सेवा की है, वह अतुलनीय है। मैं प्रयागराज के सभी निवासियों का, यूपी की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, अभिनंदन करता हूं।   साथियों, महाकुंभ के दृश्यों को देखकर, बहुत प्रारंभ से ही मेरे मन में जो भाव जगे, जो पिछले 45 दिनों में और अधिक पुष्ट हुए हैं, राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य को लेकर मेरी आस्था, अनेक गुना मजबूत हुई है। 140 करोड़ देशवासियों ने जिस तरह प्रयागराज में एकता के महाकुंभ को आज के विश्व की एक महान पहचान बना दिया, वो अद्भुत है। देशवासियों के इस परिश्रम से, उनके प्रयास से, उनके संकल्प से अभीभूत मैं जल्द ही द्वादश ज्योतिर्लिंग में से प्रथम ज्योतिर्लिंग, श्री सोमनाथ के दर्शन करने जाऊंगा और श्रद्धा रूपी संकल्प पुष्प को समर्पित करते हुए हर भारतीय के लिए प्रार्थना करूंगा। महाकुंभ का स्थूल स्वरूप महाशिवरात्रि को पूर्णता प्राप्त कर गया है, लेकिन मुझे विश्वास है, मां गंगा की अविरल धारा की तरह, महाकुंभ की आध्यात्मिक चेतना की धारा और एकता की धारा निरंतर बहती रहेगी।

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नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वक्फ संशोधन विधेयक में हाल ही में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा सुझाए गए बदलावों को मंजूरी प्रदान कर दी है। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद यह विधेयक संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया जाएगा। इसमें अधिकांश बदलावों को शामिल किया है, जिसकी सिफारिश भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली जेपीसी ने 19 फरवरी को की थी। बजट सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू होगा। जेपीसी पर रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद के दोनों सदनों में पेश की गई। समिति की कार्यवाही के दौरान पेश किए गए 44 संशोधनों में से पैनल ने एनडीए सदस्यों द्वारा सुझाए गए 14 बदलावों को मत विभाजन के जरिए स्वीकार किया था।

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  नई दिल्ली । कांग्रेस ने दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल की सभी 14 कैग रिपोर्ट की लोक लेखा समिति (पीएसी) से जांच कराए जाने की मांग की है। पार्टी ने इसके लिए जल्द पीएसी के गठन की मांग की है। पार्टी का मानना है कि इससे लूट में शामिल लोगों को सजा मिल सकेगी।   कैग रिपोर्ट पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने ही जांच एजेंसियों को शराब नीति से जुड़ी शिकायत दी थी। इसमें भाजपा के शामिल होने के भी सबूत थे। सवाल उठता है कि विधानसभा में शराब नीति से जुड़ी सभी 14 रिपोर्ट क्यों नहीं पेश की गई। आमतौर पर विपक्ष के नेता पीएसी की अध्यक्षता करते हैं लेकिन दिल्ली में सरकार ही नेतृत्व करती है। हमारी मांग है की रिपोर्ट्स को सार्वजनिक तौर पर चर्चा के लिए लाया जाए। संदीप दीक्षित ने कहा कि कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब नीति का उद्देश्य बार-बार बदल गया। पहले इसमें 70 संस्थाओं की भागीदारी थी जिसे घटाकर 14 कर दिया गया। शराब नीति सरकार और ठेकेदारों के बीच बने संबंधों और हितों के चलते बनी। शराब में एक स्तर के बाद एक्साइस कर वसूली नहीं किए जाने से साफ था कि सरकार ने 30 से 40 प्रतिशत की कर चोरी को कानूनी बना दिया।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में कैग की एक रिपोर्ट पेश की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के लिए पीएसी के पास भेजे जाने की घोषणा की। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2020-21 में शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए आबकारी नीति बनाने में तत्कालीन अरविंद केजरीवाल सरकार ने नियमों की अनदेखी की, जिससे सरकारी खजाने को दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।    

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महाकुम्भ नगर । गंगा, यमुना और अंत:सलिता सरस्वती के पवित्र संगम पर ब्रह्म मुहूर्त के साथ ही महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व की शुरूआत हो गयी। लाखों श्रद्धालु हर-हर गंगे, जय श्रीराम के जयघोष के साथ आस्था की संगम में डुबकी लगाकर पुण्य के भागी बन रहे हैं। महाशिवरात्रि पर बुधवार की भोर 04 बजे तक 25.64 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी से लेकर अब तक 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम क्षेत्र में बने घाटों पर आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। आज यानी 26 फरवरी को आखिरी स्नान पर्व के साथ 13 जनवरी से शुरू हुए 45 दिनी सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का समापन हो जाएगा। महाकुम्भ के अंतिम स्नान में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन सतर्क है।आस्था का उमड़ पड़ा है जनसागर : महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर संगम में डुबकी लगाने के लिए आस्था का जनसागर उमड़ पड़ा है। भारत की सांस्कृतिक विविधता में आध्यात्मिक एकता का मनोरम दृश्य संगम तट पर देखने को मिल रहा है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आस्था की डोर में बंधे त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान करने करोड़ों की संख्या में आ रहे हैं। एक दिन पहले ही संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया है। ब्रह्म मुहूर्त से लाखों श्रद्धालु पूरे संगम क्षेत्र में 12 किलोमीटर के दायरे में बने स्नान घाटों पर अब तक स्नान कर रहे हें। विशेष तौर पर मेले में कई किलोमीटर पैदल चलने के बावजूद लोगों के चेहरे पर कहीं थकान नहीं दिखाई दी।ब्रह्म मुहूर्त में 3:33 बजे से लेकर 5:57 बजे तक अमृत योग : आचार्य स्वामीनाथ शास्त्री के अनुसार, महाकुम्भ मेले के अंतिम स्नान पर महाशिवरात्रि पर ग्रहों और नक्षत्रों का अद्भुत संयोग बना रहा है। इस बार श्रद्धालु अमृत योग में महाशिवरात्रि के पर्व पर आस्था की डुबकी लगाएंगे। उनके मुताबिक ब्रह्म मुहूर्त में 3:33 बजे से लेकर 5:57 बजे तक अमृत योग रहेगा। इस काल में महाशिवरात्रि के पर्व पर स्नान करना सबसे ज्यादा फलदायी माना गया है। इसके अलावा महाशिवरात्रि के पावन दिन पर किसी भी समय स्नान किया जा सकता है। उनके मुताबिक त्रिवेणी संगम में स्नान कर अन्न वस्त्र और स्वर्ण दान को उत्तम माना गया है।प्रयागराज के शिवालयों में विशेष तैयारी : महाशिवरात्रि के पर्व पर प्रयागराज के शिवालयों खासतौर पर मनकामेश्वर मंदिर, नागवासुकी मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, पडिला महादेव और नागेश्वर धाम समेत आसपास के शिवालयों में खास तैयारी की गई है। ‌इस मौके पर प्रयागराज के शिवालयों में भी शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सुबह की महाआरती के बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिए खुल गए हैं। श्रद्धालु संगम में स्नान के बाद शिवालियों में भी भगवान भोले को जलाभिषेक करते हैं। पंडित अवधेश मिश्र शास्त्री के अनुसार, जो श्रद्धालु भीड़ की वजह से शिवालियों में दर्शन करने या अभिषेक करने नहीं जा सकते हैं। वह संगम तट पर ही रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा अर्चना करेंगे तो उन्हें उसी पुण्य की प्राप्ति होगी। उनके मुताबिक, भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए शिव भक्त उनका दूध, गंगा जल, शहद और पंच गव्य से अभिषेक करते हैं।शिवभक्तों पर 25 क्विंटल फूल बरसाए जाएंगे : आज शिवरात्रि पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में सभी व्यवस्थाएं वहीं लागू रहेंगी जो वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा पर थीं। हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश की भी तैयारी की गई है। शिवभक्तों पर 25 क्विंटल फूल बरसाए जाएंगे।संगम जाने वाले सभी रास्तों श्रद्धालुओं से खचाखच भरे : संगम जाने वाले सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गए। अमृतमयी त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी के लिए एक लय में रात तक भक्ति की लहरें हिचकोले खाती रहीं। संगम पर भक्ति की लहरों के एक बार फिर उठने के बाद मेला प्रशासन की ओर से घाटों पर भीड़ न लगाने की लगातार अपील की जा रही है। संगम के घाटों पर हर तरफ स्नानार्थी ही नजर आ रहे हैं। कोई दंड-कमंडल लेकर तो कोई सिर पर गठरी और कंधे पर झोला-बोरा लिए संगम की ओर बढ़ रहा है।प्रशासन सतर्क और मुस्तैद : मेला प्रशासन ने आईट्रिपलसी में बनाए गए कंट्रोल रूम में 24 घंटे के लिए टीम को तैनात किया गया है, जो हर वक्त हर गतिविधि पर नजर रखेगी। यह टीम घाटों पर, मेला क्षेत्र में, प्रमुख होल्डिंग एरिया, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए समन्वय बनाने का काम करेगी। जिससे समय रहते लोगों को बाहर ही रोका जा सके। मेला क्षेत्र पूरी तरह से एकल मार्ग रहेगा। यानी काली सड़क से प्रवेश और त्रिवेणी मार्ग से निकासी के निर्देश सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को दिए गए हैं।ट्रैफिक प्लान में बदलाव : महाकुम्भ के अंति स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान मंगवार शाम 4 बजे से ही ​बदल दिया है। मेला क्षेत्र में प्रशासनिक गाड़ियों को छोड़कर सभी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु नजदीकी घाट पर स्नान करें और घर जाएं। महाकुम्भ में निगरानी के लिए एयरफोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।65 करोड़ से ज्यादा कर चुके स्नान : 13 जनवरी से 26 फरवरी की सुब​ह-04 बजे तक कुल 65.02 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगायी है। मंगलवार को 1.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। जबकि महाशिवरात्रि पर सुबह-04 बजे तक 25.64 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।तीन करोड़ श्रद्धालु करेंगे स्नान : आज शिवरात्रि पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं का कुल आंकड़ा 68 करोड़ को पार कर जाएगा। संगम में डुबकी लगाने वालों की इस संख्या के लिहाज से महाकुम्भ नगर आबादी के हिसाब से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है। सिर्फ भारत और चीन की आबादी महाकुम्भ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा है।  

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छतरपुर/भोपाल । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारतीय परंपरा में संतों ने सदियों अपने कर्म और वाणी से जन मानस को राह दिखाई है। सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है। अंधविश्वास के बारे में लोगों को जागरूक किया है। चाहे गुरुनानक हों, रविदास हों या संत कबीर दास हों, मीराबाई हों या संत तुकाराम, सभी ने समाज को सही राह दिखाई है।   राष्ट्रपति ने यह बातें बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सभी जोड़ों को बधाई देती हूं। सभी को सुखमय जीवन की शुभकामनाएं। आपको विवाह सूत्र में बांधने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को धन्यवाद देती हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि विवाहित जोड़ों को स्वावलंबी बनाने के लिए गृहस्थी के सामान के साथ-साथ जीवनयापन के लिए आटा चक्की और सिलाई मशीन भी दी जा रही है। सभी महिलाओं से कहना चाहूंगी कि आप आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें। जब आप सफल होंगी तभी हमारा समाज और देश सफल होगा। हमने एक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है।   दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में महाशिवरात्रि के अवसर पर बागेश्वर धाम में देश के विभिन्न राज्यों की 251 बेसहारा कन्याओं का विवाह किया जा रहा है। इस सामूहिक विवाह महोत्सव में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बुधवार को बागेश्वर धाम पहुंची है। यहां पं. धीरेंद्र शास्त्री ने राष्ट्रपति को हनुमान यंत्र भेंट किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे।   इससे पहले राष्ट्रपति वायुसेना के विशेष विमान से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंची और यहां से हेलिकॉप्टर से गढ़ा (छतरपुर) ग्राम स्थित बागेश्वर धाम पहुंचीं। यहां उन्होंने बालाजी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद विवाह समारोह में शामिल हुईं। राष्ट्रपति दूल्हों और दुल्हनों के लिए सूट और साड़ियां लेकर आई हैं। उन्होंने सभी को भेंट दी। राष्ट्रपति धाम में करीब चार घंटे रुकेंगी। यहां से दोपहर 3:10 बजे वडोदरा के लिए रवाना हो जाएंगी। समारोह में गायक सोनू निगम, क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा, आरपी सिंह, अभिनेता पुनीत वशिष्ठ और पहलवान द ग्रेट खली भी बागेश्वर धाम पहुंचने वाले हैं।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज बागेश्वर धाम नया कीर्तिमान बना रहा है। आपने जातिगत संघर्ष को तोड़ने का काम किया है। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है।  आज आपने अश्वमेघ के घोड़े के समान दिग्विजय घोड़े के समान ये घोड़े लाए हैं, जिन्होंने समाज की असमानता को तोड़ दिया। शासन, सत्ता और संत की त्रिवेणी की मौजूदगी में ये विवाह का काम किया। जातियों की दीवारें टूटें और सद्भावना बने ये काम किया है। मप्र सरकार की ओर से 51 हजार रुपये देने की भावना है, इसलिए सरकार की योजना का लाभ यहां आए जोड़ों को मिलेगा।   पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जिस दिन हमने अपनी बहन का विवाह जैसे-तैसे लोगों से उधार लेकर किया उसी दिन ठान लिया था कि आज हमें बहन के विवाह में इतना निराश होना पड़ रहा है, भगवान ने हमें सामर्थ्यवान बनाया तो भारत में बेटियों के विवाह के लिए किसी को निराश नहीं होना पड़ेगा। बेटियों को बोझ मत मानो, बेटियां, बेटों से कम है क्या? बेटियों कम होती तो हमारी बेटियां बड़े-बड़े शिखर पर नहीं पहुंचतीं।   उन्होंने कहा कि देश में कोई छोटा-बड़ा नहीं है। सभी बराबर हैं। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए यह उत्सव हर वर्ष किया जाता है। मंदिरों की दानपेटियों को बेटियों की शादियों के लिए खोल दिया जाएगा तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। बेटियां जब यहां से ब्याह कर जाएंगी तो गर्व से कहेंगी कि बालाजी हमारे पिता हैं और राष्ट्रपति के आशीर्वाद से शादी कर आए हैं।  

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नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को विधानसभा में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली आम आदमी पार्टी (आआपा) सरकार की आबकारी नीति के कारण 2000 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान हुआ।सीएजी रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि दिल्ली सरकार को अपनी 2021-22 की आबकारी नीति में खामियों के कारण 2,026.91 करोड़ रुपये का भारी वित्तीय झटका लगा है। इसमें दिल्ली आबकारी शराब नीति में कथित अनियमितताओं सहित पिछली आआपा सरकार के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं पर प्रकाश डाला गया है। इस रिपोर्ट में भारत में निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) और दिल्ली में विदेशी शराब के विनियमन और आपूर्ति की जांच के लिए 2017-18 से 2021-22 तक चार वर्षों की अवधि को कवर करते हुए दिल्ली में शराब के विनियमन और आपूर्ति पर किए गए निष्पादन लेखापरीक्षा के परिणाम शामिल हैं। वर्ष 2017-21 की अवधि के लिए लेखा परीक्षा निष्कर्षों में लाइसेंस प्रदान करने में उल्लंघन करने के साथ ही आईएमएफएल के मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता की कमी, शराब की गुणवत्ता पर अपर्याप्त नियंत्रण, राजस्व रिसाव की समय पर पहचान और रोकथाम व शराब की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में कमजोर नियामक कार्यप्रणाली, दिल्ली आबकारी अधिनियम अथवा नियमों के उल्लंघन के मामलों में साक्ष्य संग्रह और पुष्टि में कठोरता की कमी आदि शामिल हैं। यह रिपोर्ट नई आबकारी नीति (2021-22) में कमियों को भी सामने लाती है। इसमें नई आबकारी नीति के गठन के लिए बदलावों का सुझाव देने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों की अनदेखी करना। राज्य के स्वामित्व वाली थोक इकाई के बजाय निजी संस्थाओं को थोक लाइसेंस प्रदान करना, प्रति बोतल वसूले जाने वाले आबकारी शुल्क के स्थान पर लाइसेंस शुल्क में उत्पाद शुल्क का अग्रिम प्रभार लगाना और आवेदक को अधिकतम 54 खुदरा दुकानें प्राप्त करने की अनुमति देना, जबकि एक व्यक्ति को अधिकतम दो दुकानें आवंटित की जाती हैं। लेखा परीक्षा निष्कर्षों का कुल वित्तीय निहितार्थ लगभग 2,026.91 करोड़ रुपये है।रिपोर्ट में बताया गया है कि अब समाप्त हो चुकी नीति के गठन में बदलाव के सुझाव देने के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया ने नजरअंदाज कर दिया था। इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में कहा गया है कि लाइसेंसों के सरेंडर और शराब क्षेत्रों के लिए पुनः निविदा जारी करने में विभाग की विफलता के कारण आबकारी विभाग को 890.15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कैग रिपोर्ट में कोविड-19 प्रतिबंधों का हवाला देते हुए लाइसेंस धारकों को दी गई 144 करोड़ रुपये की अनियमित छूट पर भी प्रकाश डाला गया है, जिसे वित्त विभाग की आपत्तियों के बावजूद मनीष सिसोदिया ने व्यक्तिगत रूप से मंजूरी दी थी।  

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुवाहाटी में एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाजपा शासन के दौरान असम की अर्थव्यवस्था का मूल्य दोगुना होकर 6 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह डबल इंजन सरकार का प्रभाव है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी भारत और नॉर्थ-ईस्ट की भूमि आज नए भविष्य की शुरुआत करने जा रही है। एडवांटेज असम पूरी दुनिया को असम की संभावना और प्रगति से जोड़ने का महाअभियान है। इतिहास गवाह है कि पहले भी भारत की समृद्धि में ईस्टर्न इंडिया का बहुत बड़ा रोल था। आज जब भारत विकसित होने की तरफ बढ़ रहा है तो एक बार फिर हमारा ये नॉर्थ-ईस्ट अपना सामर्थ्य दिखाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत अपनी स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत कर रहा है। आज भारत, दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों के साथ मुक्त व्यापार समझौते कर रहा है। ईस्ट एशिया के साथ हमारी कनेक्टिविटी लगातार सशक्त हो रही है और नया बन रहा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा भी अनेक नई संभावनाएं लेकर आ रहा है। मोदी ने कहा कि इस वैश्विक अनिश्चितता के बीच भी दुनिया के कई विशेषज्ञ एक बात को लेकर निश्चिंत हैं और वो है भारत का तेज़ विकास। भारत पर इस भरोसे की बहुत ठोस वजह है। आज का भारत, आने वाले 25 सालों की 21वीं सदी के दीर्घकालिक विजन को ध्यान में रखते हुए, एक के बाद एक कदम उठा रहा है, बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। आज दुनिया को भारत की युवा आबादी पर भरोसा है जो बहुत तेजी से हुनरमंद हो रही है। आज दुनिया को भारत के नव मध्यम वर्ग पर भरोसा है जो गरीबी से बाहर निकलकर नई आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया को भारत के 140 करोड़ लोगों पर भरोसा है जो राजनीतिक स्थिरता और नीतिगत निरंतरता का समर्थन करते हैं। आज दुनिया को भारत की गवर्नेंस पर भरोसा है जो लगातार सुधार कर रही है। आज भारत अपनी लोकल सप्लाई चेन को मजबूत कर रहा है।" उन्होंने कहा कि असम का योगदान बढ़ रहा है। 2018 में एडवांटेज असम का पहला संस्करण लॉन्च किया गया था। तब असम की अर्थव्यवस्था करीब 2.75 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब 6 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसका मतलब है कि भाजपा सरकार के तहत असम की अर्थव्यवस्था छह साल में दोगुनी हो गई है। यह डबल इंजन वाली सरकार का दोहरा असर दिखाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम को 2009 से 2014 के बीच रेल बजट के लिए औसतन 2,100 करोड़ रुपये मिले थे। हमारी सरकार ने असम के रेलवे बजट को चार गुना ज्यादा बढ़ा कर 10,000 करोड़ रुपये पहुंचा दिया है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश के बुनियादी ढांचे पर भी बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट कर रही है। संस्थागत सुधार, उद्योग, बुनियादी ढांचा और नवाचार भारत की प्रगति का आधार है। इसलिए इंवेस्टर भी देश में संभावना को उनकी और देश की प्रगति की संभावनाएं को बदलता हुआ देख रहे हैं। इस प्रगति में असम भी डबल इंजन की स्पीड से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम शुरू किया है। हम मेक इन इंडिया के तहत कम लागत वाला विनिर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि असम ने 2030 तक 143 बिलियन अमेरिकी डॉलर का जीएसडीपी हासिल करने का लक्ष्य रखा है और मुझे इस लक्ष्य को हासिल करने का पूरा भरोसा है। मुझे लोगों की क्षमताओं और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि असम दक्षिण पूर्व एशिया और भारत के बीच एक प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में उभर रहा है। इस क्षमता को बढ़ाने के लिए, सरकार ने पूर्वोत्तर औद्योगिकीकरण परिवर्तन योजना, उन्नति शुरू की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम की क्षमताओं का एक उदाहरण असम चाय है। इस ब्रांड ने 200 साल पूरे कर लिए हैं। यह विरासत असम को अन्य क्षेत्रों में भी उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करती है।  

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भोपाल । केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शहरों के विकास के लिए अर्बन मोबिलिटी का अच्छा होना और सस्ते मकान जरूरी हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में डेवलपमेंट के लिए जो भी सुझाव मिलेंगे, केंद्र सरकार उन पर काम करेगी। वर्ष 2047 तक देश की नगरीय आबादी कुल आबादी का 50 फीसदी तक हो जाएगी। ऐसे क्षेत्रों में बढ़ती आबादी के हिसाब से सारे मापदंड तय करने पड़ेंगे।   केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल भोपाल में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन मंगलवार को एमपी इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी, पुनर्घनत्वीकरण और मध्य प्रदेश हाउसिंग रिडेवेलपमेंट पॉलिसी पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे। सेशन में शामिल होने से पहले उन्होंने डिजिटल प्रोग्रेस वॉल देखी। बाग प्रिंट की डाई से कपड़े पर ब्लॉक (छापा) लगाया। अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर हुए सेशन में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग और प्रतिमा बागरी मौजूद रहे।   ई व्हीकल को बढ़ावा देगी एमपी की पॉलिसी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मध्य प्रदेश ने जो ई व्हीकल पॉलिसी बनाई है, वह इलेक्ट्रिकल व्हीकल को बढ़ावा देगी। स्लम डेवलपमेंट के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। एमपी के मुख्य सचिव अनुराग जैन आवास निर्माण में खासी रुचि रखते हैं। उनके अनुभव का लाभ सभी को उठाना चाहिए। उन्होंने दिल्ली में भी इसको लेकर काम किया है। उन्होंने टीओडी पॉलिसी का जिक्र करते हुए कहा कि आज सबसे ज्यादा जरूरत सस्ते मकानों की है। मनोहर लाल ने पीएम आवास की अगली योजना में राज्य सरकार के दिए गए 10 लाख आवासीय मकान के प्रस्ताव को मंजूरी देने का आश्वासन भी दिया। इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी में गांवों को करेंगे शामिल नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर प्रेजेंटेशन देते हुए कहा कि अफॉर्डेबल हाउसिंग में मध्य प्रदेश सरकार ने अच्छा काम किया है। सरकार आने वाले समय में शहरों के विकास के लिए बॉन्ड जारी करेगी। इसमें ऐसे शहरों को शामिल किया जाएगा, जो खुद अपना बॉन्ड जारी नहीं कर सकते। आज जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उनमें इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी शामिल है। इसको रूरल अर्बन ट्रांजिशन एरिया भी कहते हैं। इसमें ऐसे गांवों को शामिल किया जाएगा, जो आने वाले समय में शहर बन सकते हैं। मप्र सरकार ने दो महीने में 18 नई पॉलिसी बनाई: विजयवर्गीय नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अर्बनाइजेशन आज की आवश्यकता है। वर्ष 2047 तक प्रदेश की जनसंख्या सात फीसदी तक बढ़ जाएगी। प्रदेश के विकास के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने दो महीने में 18 नई पॉलिसी बनाई हैं। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है। मध्य प्रदेश में इन्वेस्टमेंट की भारी संभावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स के लिए मंत्री के रूप में मेरे दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे। अर्बन डेवलपमेंट के लिए अलग से हाेगी समिट: मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से छोटे शहरों को विकास का मौका मिला है। वहां के लोगों के मन में यह भाव जागा है कि वे भी उद्योगपति बन सकते हैं। कई अफसरों ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल नहीं, इंदौर में होनी चाहिए तो मैंने कहा कि इंदौर को दिल्ली और बड़े शहरों की तरह विकसित करना है। भोपाल और अन्य शहरों को इंदौर की तरह विकसित करना है, इसलिए भोपाल में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की जाएगी। इंदौर और भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्बन डेवलपमेंट के लिए अलग से समिट करेंगे। कॉटन हमारा प्रीमियम प्रोडक्ट: नीलम शमी राव इस सत्र में केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय की सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि मप्र की भागीदारी कस्तूरी कॉटन में काफी बड़ी है। कॉटन प्रोडक्टिविटी मिशन के दौरान जिनिंग के मॉर्डनाइजेशन और कस्तूरी कॉटन के सर्टिफिकेशन के लिए काम होगा। ये वो कॉटन है जो प्रीमियम प्रोडक्ट्स में काम आता है। इसकी मांग विदेशी बाजार में बहुत अधिक है। जब ये योजना शुरू होगी तो उसमें मप्र की अहम भूमिका रहनी चाहिए, हम इसके लिए बात कर रहे हैं। मप्र का मेजर टेक्सटाइल हब धार से लगे हुए एरिया में हम पीएम मित्र पार्क का काम राज्य सरकार की मदद से कर रहे हैं। कॉटन हमारा प्रीमियम प्रोडक्ट है।  

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नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव एवं वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार के राहत पैकेज पर चिंता जताई है। उन्होंने राहत पैकेज को प्रभावित लोगों के प्रति “संवेदनशीलता की चौंकाने वाली कमी” करार देते हुए इसे अनुदान में बदलने का आग्रह किया है।प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा कि 30 जुलाई, 2024 को वायनाड संसदीय क्षेत्र के चूरलमाला और मुंडक्कई में और उसके आसपास एक विनाशकारी भूस्खलन हुआ था। इस आपदा के बाद 298 लोग मृत पाए गए। 231 शवों के साथ 223 शरीर के अंग बरामद किए गए। 32 लोगों के लापता होने की सूचना मिली और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 17 परिवार जिनके कुल 58 सदस्य थे, पूरी तरह से खत्म हो गए। 1685 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इनमें घर, स्कूल, गांव के कार्यालय, डिस्पेंसरी, आंगनवाड़ी, दुकानें, धार्मिक केंद्र और सरकारी इमारतें भी थीं। भूस्खलन के कारण दो शैक्षणिक संस्थान, सरकारी व्यावसायिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वेल्लारमाला और सरकारी निम्न प्राथमिक विद्यालय मुंडक्कई पूरी तरह से नष्ट हो गए। इन दोनों संस्थानों का स्थायी पुनर्वास अभी भी लंबित है, जहां पहले 658 छात्र नामांकित थे।उन्होंने कहा कि केरल के सांसदों के लगातार आग्रह के बाद केंद्र सरकार ने हाल ही में तबाही के पीड़ितों के लिए 529.50 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की है। इसकी अपर्याप्तता के तथ्य के अलावा यह अभूतपूर्व है कि पैकेज दो शर्तों के साथ आया है। पहला यह कि प्राप्त राशि को मानक के अनुसार अनुदान के रूप में नहीं बल्कि ऋण के रूप में वितरित किया जाएगा, दूसरा यह कि इसे 31 मार्च 2025 तक पूरी तरह से खर्च किया जाना चाहिए। ये शर्तें न केवल बेहद अनुचित हैं बल्कि वे चूरलमाला और मुंडक्कई के लोगों के प्रति संवेदनशीलता की चौंकाने वाली कमी को भी दर्शाती हैं, जिन्होंने इतना विनाशकारी नुकसान झेला है।कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री को याद दिलाते हुए लिखा, "आपने स्वयं इस भीषण त्रासदी के बाद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। आपकी यात्रा ने केंद्र सरकार से काफी वित्तीय सहायता की उम्मीद जगाई थी। दुर्भाग्य से वे उम्मीदें पूरी नहीं हुई हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने से इनकार करना पीड़ितों के लिए एक झटका था। कई महीनों बाद केरल के सांसदों के लगातार दबाव के बाद आपदा को "गंभीर आपदा" घोषित करना सही दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत हुआ। हालांकि, इस अपर्याप्त और सशर्त राहत पैकेज की घोषणा बेहद निराशाजनक है।"प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुराेध किया, "वायनाड के लोग इस भयानक आपदा से बाहर निकलने के लिए हर संभव सहायता और समर्थन के हकदार हैं। इसलिए आप उनकी दुर्दशा पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें। मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि राहत पैकेज को अनुदान में बदल दें और इसके कार्यान्वयन की समयावधि बढ़ा दें। इससे उन्हें अपने जीवन को फिर से शुरू करने में मदद मिलेगी।"

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में कहा कि विश्व बैंक ने भरोसा जताया है कि भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।  प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी आशावादी है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर संस्थान इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले ही विश्व बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। कुछ ही दिन पहले जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था ने भारत को सोलर पावर का सुपरपॉवर कहा था। इस संस्था ने ये भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकसित भविष्य में टेक्सटाइल, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। ये तीनों क्षेत्र, करोड़ों नए रोजगार पैदा करने वाले हैं। भारत का टेक्सटाइल सेक्टर करोड़ों लोगों को रोजगार देता है। भारत के पास टेक्सटाइल से जुड़ी एक पूरी परंपरा, कौशल और उद्यमिता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश तो एक प्रकार से भारत की कपास राजधानी है। भारत की करीब 25 प्रतिशत ऑर्गेनिक कपास सप्लाई मध्य प्रदेश से ही होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का यह कार्यक्रम बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक एयरोस्पेस फर्मों के लिए शीर्ष आपूर्ति शृंखला के रूप में उभर रहा है। कपड़ा, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र आने वाले वर्षों में करोड़ों नौकरियां पैदा करेंगे। प्रधानमंत्री ने राज्य में विकास की तेज गति का श्रेय डबल इंजन सरकार को दिया। उन्होंने राज्य और केंद्र प्रशासन के बीच तालमेल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस तालमेल ने प्रगति को गति दी है, जिससे मध्य प्रदेश घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है। बीते दो दशकों में मध्य प्रदेश ने परिवर्तन का नया दौर देखा है। एक समय था जब यहां बिजली और पानी की बहुत सारी दिक्कतें थीं। कानून-व्यवस्था की स्थिति तो और भी खराब थी। ऐसी हालत में यहां इंडस्ट्री का विकास बहुत मुश्किल था। बीते दो दशक में मध्य प्रदेश के लोगों के सपोर्ट से यहां की भाजपा सरकार ने शासन पर फोकस किया। दो दशक पहले तक लोग मप्र में निवेश करने से डरते थे। आज मप्र निवेश के लिए देश के शीर्ष राज्यों में शामिल हो गया है। प्रधानमंत्री ने भारत की इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति में मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि यह राज्य इस परिवर्तनकारी उद्योग में अग्रणी राज्यों में से एक है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि मध्य प्रदेश आकर्षक रिटर्न के लिए प्रचुर अवसर प्रदान करता है, जिससे व्यापार के अनुकूल माहौल को बढ़ावा मिलता है। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों का भी अनावरण किया। इनका उद्देश्य राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करना है। मोदी ने कहा कि मजबूत प्रतिभा पूल और संपन्न उद्योगों के साथ, मध्य प्रदेश एक पसंदीदा व्यवसाय स्थल बन रहा है। पिछली सरकार ने एमएसएमई की क्षमता को कम करके आंका, जिससे भारत की स्थानीय आपूर्ति शृंखला के विकास में बाधा उत्पन्न हुई। अब हम एमएसएमई के नेतृत्व वाली स्थानीय आपूर्ति शृंखलाओं के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए एमएसएमई की परिभाषा में भी सुधार किया गया है। एमएसएमई को ऋण से जुड़े प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 का श्रीगणेश हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित इस समिट का शुभारंभ कर प्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों को लॉन्च किया। इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें अंग वस्त्र ओढ़ाकर भगवान महाकाल की तस्वीर भेंट की। इस मौके पर देशी-विदेशी डेलीगेट्स और उद्योगपति मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो बच्चों की परीक्षा के कारण यहां देरी से पहुंचे। इसके लिए क्षमा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की असुविधा को देखते हुए उन्होंने अपना कार्यक्रम बदला। समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली 18 से अधिक नई नीतियों को रिमोट का बटन दबाकर लॉन्च किया। इसके साथ ही राज्य की औद्योगिक और निवेश क्षमता पर तैयार एक शॉर्ट वीडियो फिल्म भी निवेशकों को दिखाई गई। प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म "मध्य प्रदेश-अनंत संभावनाएं" का प्रदर्शन किया गया। इसके प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरते भारत पर केंद्रित लघु फिल्म "इंडिया ग्रोथ स्टोरी" का भी प्रदर्शन भी किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हों चाहे नीतिगत जानकार हों। देश हों या फिर संस्थान हों। सभी को भारत से बहुत उम्मीदें हैं। पिछले कुछ हफ्तों में जो कमेंट आए हैं वो भारत के हर निवेशक का उत्साह बढ़ाने वाले हैं। विश्व बैंक ने कहा है भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोविंग इकॉनॉमी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आज देश की ईवी क्रांति के लीडिंग स्टेट में से एक है। जनवरी 2025 तक करीब दो लाख ईवी एमपी में रजिस्टर्ड हुए। एमपी आज मैन्युफैक्चरिंग के नए सेक्टर्स के लिए भी शानदार डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। विश्व बैंक ने कहा है भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकॉनॉमी बना रहेगा। यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पावर की सुपर पावर कहा था। यह भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है। एक रिपोर्ट में बताया है कि ग्लोबल एयरो स्पेस बम्स के लिए कैसे भारत एक बेहतरीन सप्लाई चेन के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी समिट में करीब सवा घंटे तक रुकेंगे। इस दौरान समिट स्थल पर बनाए गए पीएम लाउंज में उनकी कुछ उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा भी हो सकती है। इस मौके पर वीडियो मैसेज में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने माइनिंग, स्मार्ट व्हीकल, थर्मल एनर्जी सेक्टर में एक लाख 10 हजार करोड़ निवेश का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इससे सन 2030 तक एक लाख 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। वहीं, अवादा ग्रुप के चेयरमेन विनीत मित्तल ने कहा कि 8000 मेगावाट का सोलर विंड और बैटरी का प्रोजेक्ट मालवा-बुंदेलखंड में लगाएंगे। इसमें 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।    

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छतरपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि नेताओं का एक दल ऐसा है, जो धर्म का मखौल उड़ाता है और लोगों को तोड़ने में जुटा है। ये हमारे पर्व और परंपराओं को गाली देते रहते हैं। हिंदू आस्था से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी भेष में रहते रहे हैं। ये हमारी मान्यताओं, संस्कृति और मंदिरों पर हमला करते रहते हैं। विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देकर देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती हैं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता में जकड़े ये लोग हमारे मंदिरों, हमारे संत, संस्कृति और सिद्धांतों पर हमला करते रहे हैं। हमारे समाज को बांटना, उसको तोड़ना इनका एजेंडा है। इस माहौल में मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री काफी समय से एकता के मंत्र को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। अब उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है। अब बागेश्वर धाम में भजन, भोजन और निरोगी जीवन तीनों का आशीर्वाद मिलेगा।   प्रधानमंत्री मोदी आज मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का डिजिटल शिलान्यास के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी को बालाजी का विग्रह भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म पर लिखी किताब और स्मृति चिह्न भी प्रधानमंत्री को भेंट किया।   प्रधानमंत्री ने जय जटाशंकर धाम की जय से अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम दिनों में मुझे दूसरी बार वीरों की इस धरती बुंदेलखंड पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस बार तो बालाजी का बुलावा आया है। ये हनुमानजी की कृपा है कि आस्था का केंद्र आरोग्य का केंद्र बनने जा रहा है। अभी यहां बागेश्वर धाम मेडिकल साइंस सेंटर का भूमिपूजन किया है। यहां 10 एकड़ में बनेगा। पहले चरण में 100 बेड की सुविधा तैयार होगी। इस कार्य के लिए धीरेंद्र शास्त्री का अभिनंदन करता हूं। बुंदेलखंड के लोगों को बधाई देता हूं।   उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा, दूसरों की पीड़ा का निवारण ही धर्म है। इसलिए नर में नारायण, जीव में शिव इस भाव से जीव मात्र की सेवा, यही हमारी परंपरा रही है। आजकल हम देख रहे हैं। महाकुम्भ की हर तरफ चर्चा हो रही है। हमारे मंदिर एक ओर पूजा के केंद्र रहे हैं तो दूसरी ओर सामाजिक चेतना के भी केंद्र रहे हैं। हमारे ऋषियों ने हमें आयुर्वेद और योग का वो विज्ञान दिया, जिसका परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रहा है। हमारे ऋषियों ने ही हमें वो विज्ञान दिया, जिसका परचम पूरी दुनिया में लहरा रहा है। हमारी तो मान्यता ही है कि परहित सरिस धर्म नहीं भाई। आजकल हम देख रहे हैं, महाकुंभ की हर तरफ चर्चा हो रही है। महाकुंभ अब पूर्णता की ओर है। अब तक करोड़ों लोग वहां पहुंच चुके हैं। करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है।   एकता के महाकुम्भ में नेत्र महाकुम्भ चल रहा- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकुम्भ में नेत्र महाकुम्भ चल रहा है, इस तरफ मीडिया का ध्यान जाना मुश्किल है। इसकी ज्यादा चर्चा भी नहीं हुई है। इसमें देशभर से आए हुए लोगों की आंखों की जांच मुफ्त में होती है। यहां अब तक दो लाख से ज्यादा भाई-बहनों की आंखों की जांच हो चुकी है। डेढ़ लाख लोगों को नि:शुल्क दवाई और चश्मे दिए गए हैं। कुछ लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन की जरूरत थी, तो यहां से अच्छे अस्पतालों में भेजकर करीब 16 हजार ऑपरेशन के लिए भेजा गया। एक भी पैसा खर्च किए बिना इनके ऑपरेशन किए गए हैं।   मैंने इलाज का खर्च कम करने का संकल्प लिया है-उन्होंने कहा कि मैं आप सबकी तरह गरीब परिवार से निकला हूं। मैंने तकलीफों को देखा है, इसलिए संकल्प लिया कि मैं इलाज का खर्च कम करूंगा और आपकी जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाऊंगा। पांच लाख रुपये तक का इलाज बिना किसी खर्च के किसी बेटे को अपने माता-पिता का नहीं करवाना है। दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। इसके लिए आपको आयुष्मान कार्ड बनवाना है। जिनका नहीं बना है वो जल्दी बनवा लें। दवाओं का खर्च कम करने के लिए 14 हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले हैं, जो दवाई बाजार में 100 रुपये में मिलती है, जन औषधि केंद्र में वहीं दवाई 15-20 रुपये में मिलती है। बहुत बार खबरें आती है, गांव-गांव किडनी की बीमारी काफी फैल रही है। लगातार डायलिसिस करानी पड़ती है। दूर-दूर जाना पड़ता है। खर्च बहुत बढ़ता है। आपकी ये मुसीबत कम हो, इसलिए हमने 700 से ज्यादा जिलों में 1500 से ज्यादा डायलिसिस केंद्र खोले हैं। यहां मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि कैंसर की दवाओं को और सस्ता किया जाएगा। अगले तीन साल में देश के हर जिले में कैंसर डे-केयर सेंटर खोले जाएंगे। यहां जांच भी होगी और आराम की सुविधा भी होगी। आपके पड़ोस में ही जो जिला अस्पताल और चिकित्सा केंद्र हैं, वहां कैंसर क्लीनिक भी खोले जाएंगे। कैंसर को लेकर सही जानकारी भी बहुत जरूरी है। ये छुआछूत की बीमारी नहीं है। कैंसर का खतरा बीड़ी, सिगरेट, गुटखा और तंबाकू से बढ़ता है। इसलिए कैंसर फैलाने वाले इन सब नशे से आपको दूर रहना है और दूसरों को भी दूर रखना है। मैं आशा करता हूं कि अगर हम सावधानी रखेंगे तो बागेश्वर धाम के इस अस्पताल पर बोझ नहीं बनेंगे यानी यहां आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।   उन्होंने कहा कि मोदी आपका सेवक बनकर आपकी सेवा में जुटा है। मैं पिछली बार जब छतरपुर आया था तो यहा पर मैंने हजारों करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। आपको ध्यान होगा इनमें 45 हजार करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना थी। ये परियोजना न जाने कितने समय से अटकी थी। न जाने कितनी सरकारें आईं और चली गईं, लेकिन ये परियोजना लटकी रही। ये काम तब पूरा हुआ जब आपने मोदी को आशीर्वाद दिया। इससे पहले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मोहन यादव और पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भी संबोधित किया।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में मोटापे के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए देशवासियों से अपने खाद्य तेल उपयोग में 10 प्रतिशत कम करने की अपील की। ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में मोटापे के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रख्यात खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के मैसेज भी सुनाए। उन्होंने इसके माध्यम से लोगों को जागरुक रहते हुए स्वास्थ्यवर्धक आहार अपनाने और जीवन को बेहतर बनाने का संदेश किया। उन्होंने कार्यक्रम के बाद 10 लोगों को खाद्य तेल में कटौती का चैलेंज देने की बात भी कही। चैलेंज एक तरीका है, जिसके माध्यम से सोशल मीडिया में पहले भी प्रधानमंत्री जागरुकता का अभियान चला चुके हैं।

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हैदराबाद । तेलंगाना के नागरकुरनूल में अमराबाद मंडल के डोमलपेंटा गांव के पास श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे आठ लाेगाें काे निकालने के लिए अब सेना काे बुलाया गया है।इस रेस्क्यू में एनडीआरएफ, राज्य आपदा और खदान विभाग के कर्मी भी सहयाेग कर रहे हैं।सुरंग के अंदर भरे पानी काे निकालने के लिए हैवी ड्यूटी के माेटीपंप लाए गए हैं।   दरअसल, शनिवार काे एसएलबीसी की निर्माणाधीन सुरंग में काम चल रहा था। तभी सुरंग के अंदर छत का हिस्सा ढहने से आठ लाेग फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास हाे रहे हैं।सुरंग में फंसे लाेगाें काे निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में 120 एनडीआरफ के कर्मचारी, 24 सिंगरेनी खदान के कर्मचारी और राज्य आपदा प्रबंधन से जुड़े 24 कर्मचारी और भारतीय सेना के 24 जवान शामिल है।  इस दाैरान जिलाधीश संतोष ने सुरंग के अंदर कुछ दूर जाकर फंसे मजदूरों काे उनके नाम पुकार कर संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।    बताया जा रहा है कि मलबे से 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह बंद हो गया है। सुरंग में 11-13 किमी के बीच के हिस्से में पानी जमा है। पानी को निकालने के लिए हेवी ड्यूटी के मोटरपंप कार्य कर रहे हैं। टनल बोरिंग मिशन के दोनों किनाराें पर कीचड़ और पानी भरा है। पानी और कीचड़ को पार करने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी कड़ी मशक्कत कर एनडीआरएफ के जवान टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के सामने तक पहुंच गई हैं। ऐसी स्थिति है कि जब तक पानी व कीचड़ काे रास्ते से हटाया नहीं जाएगा, तब तक सुरंग में फंसे लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सकता। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए चार टीमें बुलाई गई हैं।    इससे पहले रविवार की सुबह जिलाधीश संतोष, पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने एनडीआरफ, सिंगरेनी खदान और सिंचाई विभाग के विशेषज्ञाें के साथ रेस्क्यू अभियान की समीक्षा बैठक की।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शनिवार को कहा कि राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है। विधानसभा किसी को बचाने का प्रयास किसी भी कीमत पर नहीं करेगी। इस विषय पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।   नासिक जिले के सिन्नर विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कोकाटे राज्य की फडणवीस सरकार में कृषि मंत्री हैं। नासिक जिले की एक अदालत ने कोकाटे को जालसाजी मामले में दो साल की सजा सुनाई है। उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दो साल की सजा के कारण कोकाटे का विधायक पद खतरे में आ गया है। न्यूनतम दो साल की सजा पर तत्काल प्रभाव से सदन की सदस्यता खत्म किए जाने का प्रावधान है।     उधर, कोकाटे पर फैसले में हो रही देरी को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने विधानसभा अध्यक्ष पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष इस मामले में कोकाटे पर कार्रवाई करने में विलंब कर रहे हैं। जबकि इससे पहले कांग्रेस विधायक सुनील केदार पर कोर्ट की सजा का ऐलान होते ही विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गयी थी। इसी तरह हाल में सांसद राहुल गांधी पर भी कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के तत्काल बाद निर्णय लिया गया था। 

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महाकुम्भ नगर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को महाकुंभ पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा पूजन किया। भाजपा अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जगद्गुरू सतुआ बाबा, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों ने संगम में डुबकी लगाई। इससे पहले प्रयागराज पहुंचने पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, भूपेन्द्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री पाठक व जल शक्तिमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जेपी नड्डा का स्वागत किया। एयरपोर्ट से भाजपा अध्यक्ष अरैल पहुंचे और वहां से स्टीमर पर सवार होकर संगम तट पहुंचे और स्नान किया। इसके बाद नड्डा लेटे हनुमान मंदिर का दर्शन पूजन करेंगे। इसके बाद किला स्थित अक्षय वट का दर्शन पूजन करने जाएंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री पाठक, भूपेन्द्र चौधरी, मंत्री आशीष पटेल, नंद गोपाल नंदी एवं विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह भी हैं।

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नई दिल्ली । केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज चौहान को आज एयर इंडिया की फ्लाइट में टूटी सीट पर बैठकर भोपाल से दिल्ली तक की यात्रा करनी पड़ी। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया एक्स के जरिये अपनी शिकायत साझा की, जिस पर एयर इंडिया ने खेद व्यक्त करते हुए ऐसे मामले में सीधा संवाद करने का अनुरोध किया।केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर लिखा कि आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट क्रमांक एI436 में टिकट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8सी आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था। जब मैंने विमान कर्मियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं।शिवराज ने आगे बताया कि सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं। मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा। मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी लेकिन ये मेरा भ्रम निकला। मुझे बैठने में कष्ट की चिंता नहीं है लेकिन यात्रियों से पूरा पैसा वसूलने के बाद उन्हें खराब और कष्टदायक सीट पर बैठाना अनैतिक है। क्या ये यात्रियों के साथ धोखा नहीं है? क्या आगे किसी यात्री को ऐसा कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन कदम उठाएगा या यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा।एक्स पर साझा की गई इस शिकायत के बाद एयर इंडिया प्रबंधन ने केंद्रीय मंत्री को हुई असुविधा के लिए खेद जताया। एयर इंडिया ने कहा, " आपको हुई इस असुविधा के लिए हमें खेद है। कृपया निश्चिंत रहें, हम इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हम आपसे बात करने का अवसर पाकर प्रसन्न होंगे, कृपया हमसे संपर्क करने के लिए सुविधाजनक समय पर हमें सीधा मैसेज करें।  

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इंफाल । मणिपुर के पहाड़ी और घाटी जिलों के विभिन्न सीमावर्ती और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने छापा मारकर भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए हैं। सुरक्षाबलों ने जब्त हथियारों व विस्फोटक सामग्री को संबंधित पुलिस को सौंप दिया है।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।   पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि सुगनू थाना क्षेत्र के सिंघटॉम गांव और आसपास के इलाकों में सुरक्षाबल के जवानों ने छापा मारकर एक एसएलआर (बिना मैगजीन), एक सिंगल बैरल गन, एक स्थानीय रूप से निर्मित पंपी (पाइप बम लॉन्चर), तीन नंबर 36 हैंड ग्रेनेड (बिना डेटोनेटर), दो बाओफेंग हैंडसेट, आठ टियर गैस स्मोक शेल, तीन आईईडी (लगभग आठ किलोग्राम), एक बुलेटप्रूफ वेस्ट, एक जोड़ी जंगल बूट और अन्य हथियार व गोला-बारूद बरामद किया है।   इसी तरह, सुरक्षाबलाें ने मयांग इंफाल थाना क्षेत्र के बेंगून यांगी सगाइसाबी इलाके से एक रीमेड 7.62 एमएम स्नाइपर राइफल, दो नौ एमएम पिस्टल (दो मैगजीन सहित), एक एसबीबीएल गन, दो नंबर 36 हैंड ग्रेनेड, पांच स्मोक ग्रेनेड, एक एमए-3 राइफल (म्यांमार निर्मित, बिना मैगजीन) तथा अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की गई।   जिरीबाम थाना क्षेत्र के लैसाबिथोल इलाके से दो पंपी, एक एके-47 राइफल (एक मैगजीन सहित), एक स्थानीय पिस्टल (एक मैगजीन सहित), एक बोल्ट ऑपरेटेड राइफल, दो ग्रेनेड, एक बारूदी सुरंग (7-9 किग्रा), 17 पंपी बम, दो हस्तनिर्मित बम, 200 ग्राम पीईके विस्फोटक और कई राउंड गोला-बारूद बरामद किए गए।   इसके अलावा सुरक्षाबलों ने थौबल डैम थाना क्षेत्र के बंपा खुल्लेन से एक एके-56 राइफल मैगजीन, दो बेयॉनेट, एक 5.56 एमएम इंसास राइफल (चार मैगजीन सहित), एक 7.62 एमएम स्नाइपर राइफल (मैगजीन सहित), एक .22 राइफल (मैगजीन सहित), 30 एके राइफल गोलियां, 40 इंसास गोलियां, 20 एसएलआर गोलियां, पांच बुलेटप्रूफ जैकेट और तीन बाओफेंग वायरलेस सेट सहित अन्य सामग्री जब्त की गई। सुरक्षा बलों ने सभी जब्त हथियार और विस्फोटकों को आगे की जांच के लिए संबंधित थानों को सौंप दिया है।

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रायबरेली । नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधीे दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र में है। बसपा प्रमुख मायावती पर दिए गए बयान पर वे दूसरे दिन भी हमलावर रहे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मायावती को लेकर उन्होंने पूर्व में जो बयान दिया था वो सही है। राहुल ने फिर दोहराते हुए कहा कि यदि मायावती ठीक से चुनाव लड़ती तो भाजपा की जीत कभी नहीं होती। राहुल गांधी ने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर शुक्रवार दोपहर माडर्न रेल कोच फैक्टरी (आरेडिका) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आरेडिका के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया भर में चीजों का प्रोडक्शन कम हो रहा है। देश में भी यही हो रहा है लेकिन आरेडिका भारी संख्या में रेल डिब्बे बनाकर कीर्तिमान बना रहा है। वो करीब एक घंटे तक आरेडिका में रहे। लालगंज में आयोजित युवा संवाद में सांसद राहुल गांधी ने अडानी के बहाने भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार देश के दो-तीन बड़े अरब पतियों को ही फायदा पहुंचा रही है, जिससे देश में बेरोजगारी बढ़ी है। प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाते हैं, जहां वे डोनाल्ड ट्रंप से मिलते हैं। अमेरिका में पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से अडानी के बारे में प्रश्न किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने उसे व्यक्तिगत मामला बता कर टाल दिया। उन्होंने अडानी के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति से बातचीत नहीं की। राहुल ने कहा कि अमेरिका में अडानी के खिलाफ केस चल रहा है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री इस मामले को व्यक्तिगत बता रहे हैं। पूछा कि यह कैसा जवाब है, अमेरिका की प्रेस प्रधानमंत्री से अडानी के बारे में प्रश्न पूछ रही है और प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि अडानी हमारे मित्र हैं। वह अमेरिका के राष्ट्रपति से ऐसा सवाल नहीं पूछेंगे। अडानी के खिलाफ अमेरिका में भ्रष्टाचार का केस है। उन्होंने चोरी की है और प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि यह पर्सनल मामला है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की। गलत जीएसटी लागू की। छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। देश का युवा भटक रहा है। यदि रोजगार बढ़ाना है तो छोटे व्यापारियों की मदद करनी पड़ेगी। उनका सम्मान बढ़ाना पड़ेगा। उनकी रक्षा करनी होगी। जीएसटी को बदलना पड़ेगा। छोटे व्यापारियों के लिए बैंक के दरवाजे खोलने पड़ेंगे। इसके पहले राहुल गांधी ने भीरा गोविंदपुर में शहीद वीरा पासी की प्रतिमा का अनावरण किया।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी देश की प्रगति में केवल प्राकृतिक संसाधन ही नहीं बल्कि मानव संसाधन भी अहम भूमिका निभाते हैं। गुजरात के पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, फिर भी आज नेतृत्व की शक्ति को देखें- गुजरात में सबकुछ है।   प्रधानमंत्री मोदी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (एसओयूएल) लीडरशिप कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सभी बड़े नेताओं और उभरते युवा नेताओं का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए प्रत्येक क्षेत्र में अच्छे नेताओं को तैयार करना आवश्यक है और यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप विकसित भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि एसओयूएल सिर्फ संगठन का नाम नहीं है, बल्कि एसओयूएल भारत के सामाजिक जीवन की आत्मा होगी। दूसरे अर्थों में, एसओयूएल आध्यात्मिक अनुभव के सार को भी खूबसूरती से दर्शाता है। एसओयूएल के सभी हितधारकों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने घोषणा की कि निकट भविष्य में गुजरात की गिफ्ट सिटी के निकट एसओयूएल का एक नया, विशाल परिसर बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने किसी भी राष्ट्र की प्रगति में मानव और प्राकृतिक संसाधन की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। साथ ही स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि दूरदर्शी नेता हमेशा भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करना चाहते थे और केवल 100 प्रभावी और कुशल नेताओं की मदद से इसे बदलना चाहते थे। देश को उसी जोश के साथ आगे बढ़ना होगा। यह देखते हुए कि प्रत्येक नागरिक 21वीं सदी के विकसित भारत के सपनों को सच करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है।   उन्होंने 140 करोड़ की आबादी वाले देश में सभी क्षेत्रों में अच्छे नेतृत्व की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप ऐसे नेताओं को तैयार करेगा जो राजनीति के क्षेत्र सहित पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में ऐसे संसाधनों की आवश्यकता है जो नवाचार का नेतृत्व करने और कौशल को दिशा देने में सक्षम हों। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कौशल के बढ़ते महत्व की ओर इशारा किया। मोदी ने नए कौशल को अपनाने के लिए नेतृत्व विकास की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि इसे वैज्ञानिक और संरचित दृष्टिकोण के माध्यम से आगे बढ़ाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस प्रक्रिया में एसओयूएल जैसे संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया और उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि संस्था ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, "भारत एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है।" उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में गति बढ़ाने के लिए विश्व स्तरीय नेताओं और अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व की आवश्यकता है। ‘सोल’ जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थान न केवल विकल्प हैं, बल्कि आवश्यकता भी हैं। शासन और नीति-निर्माण को विश्वस्तरीय बनाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तब हासिल किया जा सकता है जब नीति निर्माता, नौकरशाह और उद्यमी वैश्विक सर्वोत्तम तौर-तरीकों को शामिल करते हुए नीतियां बनाएं। उन्होंने इस सम्बंध में एसओयूएल जैसी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे, एसओयूएल बोर्ड के अध्यक्ष सुधीर मेहता और उपाध्यक्ष हसमुख अधिया अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे। इन गणमान्य लोगों ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री को भूटान नरेश के जन्मदिवस के दिन इस कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद दिया।

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नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में कार्यभार संभाला लिया। वह दिल्ली की चौथी और भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।   बुधवार शाम को पार्टी विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद रेखा गुप्ता ने राजनिवास जाकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। गुरुवार दोपहर रामलीला मैदान में उन्होंने अपने छह सहयोगी मंत्रियों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।   रेखा गुप्ता अपनी कैबिनेट के साथ आज कुछ ही देर में यमुना की सफाई का निरीक्षण और यमुना आरती करेंगी। इसके बाद मुख्यमंत्री शाम सात बजे कैबिनेट की बैठक लेगी।इससे पहले रेखा गुप्ता ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में दिल्ली का हर दिन विकास पथ पर निरंतर प्रशस्त होता जाएगा। वह और उनके मंत्री संकल्पित भाव से विकसित दिल्ली का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे।   उन्होंने आगे लिखा, मैं दिल्ली की जनता को विश्वास दिलाती हूं कि उनके जीवन का हर एक पल आपकी सेवा में समर्पित होगा। प्रधानमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुझ जैसी सामान्य कार्यकर्ता पर दिल्ली की जन आकांक्षाओं को पूरा करने की जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दूंगी।        

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रायबरेली । लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी जैसे बड़े बिजनेसमैन रोजगार नहीं पैदा करते, बल्कि ये लोग चीन का माल लाकर देश में बेचते हैं, जिससे बेरोजगारी और बढ़ती है। छोटे और मध्यम उद्योग ही लाखों की संख्या में रोजगार पैदा करते हैं। वह गुरुवार को रायबरेली में थे। वहां पर उन्होंने हनुमान मंदिर में मत्था टेका और बछरावां में एक कार्यकर्ता सम्मेलन को भी सम्बोधित किया।   सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा जीएसटी और नोटबन्दी करके देश में बेरोजगारी बढ़ाई है। सरकार यदि ईमानदारी से काम करने लगे तो युवाओं को रोजगार मिलने लगेगा। युवा जब रोजगार मांगने जाता है तो उसे रोजगार नहीं मिलता। बैंक लोन के लिए जाता है तो उसे लोन नहीं मिलता। यदि बैंक ने लोन दे भी दिया तो भारी ब्याज़ पर जो वह चुकाने में असमर्थ हो जाता है। किसान जितनी मेहनत करता है उसका उसे कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। आज किसान अपनी उपज को सड़क पर फेंकने को मजबूर है। किसानों के लिए गांव से शहर तक एक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहिए। राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सभी पर कांग्रेस की सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आपकी शक्ति और संकल्प के साथ ही हम देश में अन्याय को हराकर न्याय की स्थापना करेंगे। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी लोकसभा क्षेत्र में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इससे पहले राहुल गांधी बीते साल 5 नवंबर को रायबरेली आये थे। यहां से सांसद चुने जाने के बाद राहुल का रायबरेली का छठवां दौरा है।      

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के जजों पर लोकपाल के फैसले पर बड़ा दखल दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल के उस फैसले पर रोक लगा दी है, जिसमें कहा गया था कि हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ शिकायतों की जांच करना लोकपाल के अधिकार क्षेत्र में आता है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने लोकपाल के आदेश पर स्वत: संज्ञान लेते हए कहा कि यह फैसला परेशान करने वाला है।सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों पर लोकपाल को सुनवाई का अधिकार घोषित करने वाले लोकपाल के 27 जनवरी के आदेश पर रोक लगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल में शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता को निर्देश दिया कि उन्होंने जिस जज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है उसका नाम सार्वजनिक नहीं करें। शिकायतकर्ता ने लोकपाल से शिकायत की थी कि एक निजी फर्म उस जज का पहले मुवक्किल रह चुका है जब वो वकालत करते थे।दरअसल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली लोकपाल की बेंच ने 27 जनवरी के अपने आदेश में हाई कोर्ट के जज के खिलाफ जांच करने का आदेश दिया था। आज सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि लोकपाल ने कानून की गलत व्याख्या की। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के जज को लोकपाल की परिधि में नहीं लाया गया है। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने भी लोकपाल के आदेश की आलोचना की और कोर्ट से इस पर रोक लगाने की मांग की।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की आज से शुरुआत हो चुकी है। पहला मैच मेजबान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड टीम के बीच खेला जा रहा है। वहीं भारतीय टीम अपना पहला मैच कल यानी गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगी। इससे भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल दुनिया के नंबर एक वनडे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान बाबर आजम को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया है।   अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को ताजा रैंकिग जारी की है। इसके मुताबिक गिल नंबर एक वनडे बल्लेबाज बन गए हैं। गिल के 796 रेटिंग अंक हैं। पाकिस्तान के बाबर आजम को एक स्थान का नुकसान हुआ है। बाबर 773 रेटिंग अंक के साथ दूसरे स्थान पर मैजूद हैं।   टॉप 10 में गिल के साथ भारत के चार बल्लेबाज शुभमन गिल के साथ वनडे में शीर्ष 10 बल्लेबाजों में भारतीय टीम के चार खिलाड़ी मौजूद हैं। गिल के अलावा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा तीसरे स्थान पर, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली छठे स्थान पर और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर नौवें स्थान पर मौजूद हैं। दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन चौथे स्थान पर हैं जबकि न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल पांचवें स्थान पर हैं।   शानदार फार्म में गिल यह दूसरी बार है जब गिल ने वनडे क्रिकेट में नंबर एक रैंकिंग हासिल की है। बल्लेबाज ने 2023 में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के बीच में बाबर को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया था। गिल पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में हैं और हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच के दौरान अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ 112 रन की शतकीय पारी खेली थी। सीरीज के तीनों मैचों में उन्होंने कुल 259 रन बनाए थे। श्रेयस भी शानदार फॉर्म में दिखे थे। उन्होंने तीन मैचों में 181 रन बनाए थे। रोहित ने भी एक शतक लगाया था। भारत ने यह सीरीज 3-0 से अपने नाम की थी।   गेंदबाजों में महेश तीक्षणा बने नंबर वन वहीं, गेंदबाजों में श्रीलंका के महेश तीक्षणा अफगानिस्तान टीम के स्पिनर राशिद खान को पीछे छोड़कर शीर्ष पर आ गए हैं। उनके 680 रेटिंग अंक हैं। राशिद 669 अंक के साथ दूसरे स्थान पर लुढ़क गए हैं। नामीबिया के बर्नार्ड स्कोल्ज 662 अंक के साथ तीसरे स्थान पर हैं। भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव एक स्थान के सुधार के साथ और 652 रेटिंग अंक के साथ चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। शीर्ष 10 में उनके अलावा मोहम्मद सिराज हैं, जो 10वें स्थान पर हैं। पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी एक स्थान के नुकसान के साथ पांचवें स्थान पर लुढ़क गए हैं।

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नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के 4 वर्ष पूरे हो गये हैं।   मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चौहान पौधरोपण के 4 वर्ष पूरे होने पर छतरपुर के जटाशंकर में जल सखियों के साथ गुरुवार को पौधरोपण करेंगे। जल सखियां ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बचाने की जागरूकता और ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पोखर, तालाब, पानी की टंकियों की देखरेख व सप्लाई का काम करती हैं।   चौहान ने 19 फरवरी 2021 को अमरकंटक में मां नर्मदा के तट पर प्रतिदिन पौधरोपण का संकल्प लिया था और अमरकंटक में पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ पहला पौधरोपण किया था। चौहान देश के 20 से अधिक राज्यों में अब तक लगभग 4 हजार 500 से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं। शिवराज सिंह के प्रतिदिन पौधरोपण संकल्प में देश की राष्ट्रपति सहित विभिन्न देशों के राजदूत, मुख्यमंत्रीगण, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद्, कलाकार सहित अनेक गण्यमान्यजन शामिल हो चुके हैं।  

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नई दिल्ली । घरेलू शेयर बाजार आज लगातार दूसरे दिन मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। आज के कारोबार की शुरुआत भी कमजोरी के साथ हुई थी। हालांकि बाजार खुलने के बाद खरीदारी के सपोर्ट से पहले घंटे के कारोबार में ही शेयर बाजार ने निचले स्तर से रिकवरी करके मजबूत स्थिति बना ली, लेकिन इसके बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण इसकी चाल में गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.04 प्रतिशत और निफ्टी 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। स्टॉक मार्केट में आई गिरावट के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हुई खरीदारी के कारण निवेशकों ने आज 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा कमा लिया।आज दिनभर के कारोबार के दौरान पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज, रियल्टी और मेटल सेक्टर के शेयरों में लगातार खरीदारी होती रही। इसी तरह ऑयल एंड गैस, एनर्जी, बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल और एफएमसीजी इंडेक्स भी बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी ओर आईटी, फार्मास्यूटिकल, टेक और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का दबाव बना रहा। ब्रॉडर मार्केट में आज खरीदारों का जोर बना रहा, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.30 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 2.41 प्रतिशत की तेजी के साथ आज के कारोबार का अंत किया। आज शेयर बाजार में आई कमजोरी के बावजूद छोटे और मंझोले शेयरों में हुई खरीदारी के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 3 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की बढ़ोतरी हो गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन आज के कारोबार के बाद बढ़ कर 401.66 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया। जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 398.31 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 3.35 करोड़ रुपये का मुनाफा हो गया। आज दिनभर के कारोबार में बीएसई में 4,074 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें 2,810 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 1,147 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 117 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए। एनएसई में आज 2,609 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 2,005 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 604 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 13 शेयर बढ़त के साथ और 17 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 26 शेयर हरे निशान में और 24 शेयर लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स आज 180.12 अंक की कमजोरी के साथ 75,787.27 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही बिकवाली के दबाव में ये सूचकांक 386.01 अंक गिर कर 75,581.38 अंक तक पहुंच गया। हालांकि पहले 15 मिनट के कारोबार के बाद ही खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिससे सुबह 10:30 के करीब सेंसेक्स निचले स्तर से 757.20 अंक की छलांग लगा कर 371.19 अंक की मजबूती के साथ 76,338.58 अंक तक पहुंचने में सफल रहा। हालांकि ये तेजी अधिक देर तक नहीं टिक सकी। थोड़ी देर बाद ही बाजार में मंदड़ियों ने बिकवाली शुरू कर दी, जिसकी वजह से इस सूचकांक के चाल में गिरावट आ गई। बिकवाली के दबाव के कारण सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 399.40 अंक लुढ़क कर 28.21 अंक की कमजोरी के साथ 75,939.18 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 98.05 अंक टूट कर 22,847.25 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक 130.45 अंक की गिरावट के साथ 22,814.85 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिससे अगले 1 घंटे के कारोबार में ही सेंसेक्स निचले स्तर से 235.10 अंक की रिकवरी करके 104.65 अंक की मजबूती के साथ 23,049.95 अंक तक पहुंचने में सफल रहा। इसके बाद बाजार पर एक बार फिर बिकवालों ने कब्जा कर लिया, जिससे इस सूचकांक की चाल में गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 117.05 अंक फिसल कर 12.40 अंक की कमजोरी के साथ 22,932.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दिनभर हुई खरीद बिक्री के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स 3.60 प्रतिशत, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 2.43 प्रतिशत, आयशर मोटर्स 1.93 प्रतिशत, लार्सन एंड टूब्रो 1.73 प्रतिशत और एक्सिस बैंक 1.73 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेट्रीज 2.63 प्रतिशत, टीसीएस 2.30 प्रतिशत, इंफोसिस 2.22 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.99 प्रतिशत और अडाणी इंटरप्राइजेज 1.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।

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नई दिल्ली । कांग्रेस ने चीन को लेकर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया हैं। पार्टी महासचिव (संचार) एवं राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने आज यहां कहा कि सैम पित्रोदा का बयान कांग्रेस का बयान नहीं है।जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं। जयराम रमेश ने कहा कि चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीनचिट भी शामिल है। चीन पर हमारा सबसे हालिया बयान 28 जनवरी 2025 को जारी किया गया था लेकिन यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद को इस स्थिति पर चर्चा करने और इन चुनौतियों का प्रभावी समाधान निकालने के लिए सामूहिक संकल्प व्यक्त करने का अवसर नहीं दिया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा था कि मैं चीन से खतरे को नहीं समझ पा रहा हूं। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका में दुश्मन को परिभाषित करने की प्रवृत्ति है। मेरा मानना ​​है कि अब समय आ गया है कि सभी देश आपस में सहयोग करें, न कि टकराव करें। हमारा दृष्टिकोण शुरू से ही टकराव वाला रहा है और इस रवैये से दुश्मन पैदा होते हैं, जो बदले में देश के भीतर समर्थन हासिल करते हैं। हमें इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है और यह मानना ​​बंद करना होगा कि चीन पहले दिन से ही दुश्मन है। यह न केवल चीन के लिए, बल्कि सभी के लिए अनुचित है।सैम पित्रोदा के बयान पर आज भाजपा ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा के बयान को गलवान घाटी में बलिदान हुए जवानों का अपमान बताया। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान में बोल जरूर सैम पित्रोदा के अपने हैं लेकिन संगीत जॉर्ज सोरोस का है। सैम पित्रोदा राहुल गांधी के गुरु हैं। राहुल गांधी ने पीपुल्स लिबरेशन पार्टी ऑफ चाइना के साथ एक गुप्त संधि पर भी हस्ताक्षर किए हैं। राजीव गांधी ने चीन से फंड लिया था। जवाहर लाल नेहरू ने अक्साई चिन और यूएनएससी में भारत की सीट चीन को दे दी। कांग्रेस और चीन की दोस्ती काफी पुरानी है। उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा राजीव गांधी फाउंडेशन को मिले कर्ज के दबाव में यह बोल रहे हैं। क्या यह गलवान के शहीदों का अपमान है या नहीं ?

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नई दिल्ली । उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। अगले एक हफ्ते तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शाम 4 बजे से रात 11 बजे के बीच प्लेटफॉर्म टिकट जारी नहीं किए जाएंगे। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और दिल्ली पुलिस को तैनात किया गया है। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने सोमवार को कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अगले एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के कारण 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

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चंडीगढ़ । सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। शिरोमणि अकाली दल तथा एसजीपीसी के बीच चल रही खींचतान के बाद आज अचानक हुए घटनाक्रम से सभी आश्चर्यचकित हैं।   सोमवार को शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल की बेटी का शादी समारोह होने के कारण अकाली दल व एसजीपीसी के ज्यादातर नेता वहां व्यस्त थे। वहीं अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह इस समय विदेश में हैं। अकाली दल के साथ-साथ एसजीपीसी में भी कई माह से अंदरूनी खींचतान चल रही है। इसके बावजूद 29 नवंबर 2024 को हरजिंदर सिंह धामी को चौथी बार एसजीपीसी का प्रधान चुन लिया गया था। हरजिंदर सिंह धामी ने इसके पीछे का कारण श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की पोस्ट को बताया, जिसे उन्होंने श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सेवाएं समाप्त करने के बाद लिखा। उन्होंने एसजीपीसी के फैसले के बाद 13 फरवरी को पोस्ट शेयर की थी।   इस्तीफा देने से पहले हरजिंदर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में अकाल तख्त जत्थेदार की पोस्ट का हवाला देते हुए कहा कि तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पद से हटाने का कारण उन्हें बताया जा रहा है। धामी ने कहा कि जिस दिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने का फैसला लिया गया, उस दिन 14 सदस्य साथ थे और डेढ़ घंटा बातचीत हुई। डेढ़ घंटा में सभी को बोलने का समय दिया गया था ताकि किसी के विचार रह ना जाएं, लेकिन प्रधान मुख्य होता है। इसलिए नैतिक तौर पर मैं इस पद से इस्तीफा देता हूं। गुरु साहिब कृपा करें। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी सिखों की प्रबंधकीय संस्था है और श्री अकाल तख्त साहिब सिखों का सर्वोच्च तख्त है। शिरोमणि अकाली दल भी इस तख्त का संगठन है। समय गंभीर चल रहा है। सरकारों ने सीधे तौर पर प्रयास किए कि इन संस्थाओं को कैसे कमजोर किया जाए।

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कोलकाता । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि संघ का कार्य महात्मा बुद्ध के राष्ट्र निर्माण प्रयासों की तरह ही है। जिस तरह महात्मा बुद्ध ने समाज को एकजुट कर आध्यात्मिक और नैतिक उत्थान की नींव रखी थी, उसी तरह संघ भी पूरे हिंदू समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है। वह शनिवार को पश्चिम बंगाल के बर्दवान में स्वयंसेवकों के एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।   आरएसएस प्रमुख ने कहा कि संघ पूरे हिंदू समाज को एकजुट करना चाहता है। यह समाज केवल अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए उत्तरदायी है। भारत की अपनी एक प्रकृति है, जो इसे विशेष बनाती है। जो इस प्रकृति के साथ नहीं रह सकते थे, उन्होंने अपना अलग देश बना लिया। लेकिन जो यहां रहे, वे भारत की इस मूल आत्मा से जुड़े हुए हैं। भारत केवल एक भूगोल नहीं, बल्कि एक स्वभाव है, जो 15 अगस्त 1947 से बहुत पहले से अस्तित्व में है। हम किसी राजा को नहीं, बल्कि उस राजा को याद करते हैं, जिसने अपने पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए 14 साल तक वनवास सहन किया। जब तक यह प्रकृति बनी रहेगी, तब तक भारत रहेगा। हिंदू समाज और भारत एक ही हैं।   उन्होंने कहा कि भारत को किसी बाहरी शक्ति ने नहीं बनाया, बल्कि यह हजारों सालों से एक सशक्त राष्ट्र के रूप में विद्यमान है। महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी ने भी एक साक्षात्कार में कहा था कि अंग्रेजों ने हमें बताया कि भारत उन्होंने बनाया है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। भारत सदियों से अस्तित्व में है, विविधतापूर्ण, लेकिन एकजुट है। सरसंघचालक ने स्पष्ट किया कि संघ के प्रति कई लोगों की गलतफहमी है, लेकिन वास्तव में संघ केवल समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है। हमारी 70 हजार से अधिक शाखाएं हैं । हम इन्हें इसलिए आगे बढ़ा रहे हैं, ताकि समाज और राष्ट्र को लाभ मिले।   विदेशी ताकतें कर रहीं है भारत को तोड़ने का जिक्र मोहन भागवत ने भारत पर हुए विदेशी आक्रमणों का जिक्र करते हुए कहा कि सिकंदर के समय से ही विदेशी ताकतें भारत को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। मुट्ठीभर लोग आते हैं, हमसे श्रेष्ठ नहीं होते, लेकिन हम पर शासन कर जाते हैं। इसका कारण आपसी फूट और गद्दारी है। यह इतिहास बार-बार दोहराया गया है और अब इसे रोकना होगा।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ साल पूरे होने वाले हैं। संघ का उद्देश्य केवल अपने स्वयंसेवकों को संगठित करना नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज को एकजुट करना है। हम कोई पुरस्कार या प्रसिद्धि पाने के लिए यह कार्य नहीं कर रहे, बल्कि भारत के उत्थान में अपना योगदान देने के लिए कर रहे हैं। संघ के स्वयंसेवक बिना किसी स्वार्थ के कार्य करते हैं और यह उनके संस्कारों और विचारों का परिणाम है। हमारा काम समाज को संगठित करना और राष्ट्र निर्माण में योगदान देना है।   भागवत ने यह भी स्पष्ट किया कि संघ की शाखाएं लगातार बढ़ रही हैं और वे बंगाल में भी अपना विस्तार जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल हमेशा से भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है और यहां हिंदू समाज को संगठित करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उल्लेखनीय है कि भागवत की रैली को बंगाल पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था, लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट की मंजूरी के बाद यह आयोजन संभव हो पाया।  

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नई दिल्ली । नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भीड़ के कारण शनिवार रात अचानक भगदड़ मच गई। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई। वहीं 12 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। भारतीय रेलवे की तरफ से मृतक परिजनों की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी प्रमुख हस्तियों ने मरने वालों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।   शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14, 15 और 16 पर भारी भीड़ के कारण यह हादसा हुआ। दिल्ली पुलिस ने 18 लोगों की मौत की पुष्टि की है जिनमें 14 महिलाएं हैं। एलएनजेपी अस्पताल में 15 और लेडी हार्डिंग अस्पताल में 3 लोगों को मृत घोषित किया  गया।    मृतकों की पहचान हुईबक्सर बिहार निवासी आहा देवी (79) , संगम विहार दिल्ली निवासी पिंकी देवी (41), सरिता विहार निवासी शीला देवी (50), बवाना दिल्ली निवासी व्योम (25), बिहार निवासी पूनम (40), बिहार निवासी ललिता देवी (35), मुजफ्फरपुर बिहार निवासी सुरुचि (11), समस्तीपुर बिहार निवासी कृष्णा देवी (40) समस्तीपुर बिहार निवासी विजय साह (15), वैशाली बिहार निवासी नीरज (12), नवादा बिहार निवासी शांति देवी (40), नवादा बिहार निवासी पूजा (8), भिवानी हरियाणा निवासी संगीता मलिक (34), महावीर एन्क्लेव निवासी पूनम (34), नांगलोई दिल्ली निवासी ममता झा (40), सागरपुर दिल्ली निवासी रिया सिंह (7), बिजवासन दिल्ली निवासी बेबी (24) और नांगलोई दिल्ली निवासी मनोज (47) के रूप में हुई है।   आर्थिक मदद की घोषणा भारतीय रेलवे ने मृतक परिजनों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है। प्रत्येक मृतक परिजन को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख और मामूली रूप से जख्मी लोगों को एक-एक लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।   राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने जताया शोक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए कहा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में लोगों की मौत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।   प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट में लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट में लिखा- दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों को हर संभव इलाज दिया जा रहा है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।   रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से विनाशकारी खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण लोगों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।   उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को हृदयविदारक बताते हुए एक्स पर लिखा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।   अचानक मची भगदड़ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में बीती देर हुए हादसे योगेश ने मिश्रा ने बताया कि उनकी ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 15 में थी। एसी-2 की टिकट ली थी। लेकिन, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि किसी भी बोगी में पैर रखने की जगह नहीं थी। सब लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ रहे थे। उन्होंने बताया कि रेल के बाथरूम में भी लोग भरे हुए थे। कुछ ही दूरी पर खड़ी बिमला देवी ने बताया क उनके पति हार्ट के मरीज हैं। उन्हें आखिरी बार 10 बजे देखा था, उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि न पुलिस सहयोग कर रही है न ही रेल प्रशासन। उन्होंने कहा कि वह तीन से चार चक्कर अस्पताल से लेकर यहां तक काट चुकी हैं। वह घबराकर कहती हैं कि कोई उनकी मदद करें। राकेश रावत ने बताया कि दिल्ली में रनहौला में रहते है। दो महीना पहले ही उन्होंने टिकट बुक करवाई थी। रात में वह परिवार के चार सदस्यों के साथ स्टेशन में आए थे। वह 14 नंबर प्लेटफार्म के पास खड़े थे, तभी अचानक से साै के करीब लाेग भागने लगे, लोग चिल्ला रहे थे, ट्रेन इस प्लेटफार्म में नहीं दूसरी जगह आनी वाली है। रावत ने बताया कि सिर्फ पांच मिनट के अंदर पूरी घटना हो गई। उन्होंने कई बच्चों को भगदड़ में नीचे गिरते हुए देखा था।   घटना के बाद इलाके की घेराबंदी नई दिल्ली स्टेशन पर भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हादसे के बाद चारों तरफ अफरातफरी मच गई। जिस दौरान घटना हुई उस दौरान कई ट्रेन प्रयागराज की तरफ जाने वाली थी। घटना से अनजान लोगों का स्टेशन पर आने का सिलसिला जारी था। लोगों की संख्या बढ़ने लगी, जिसे देखते हुए नई दिल्ली स्टेशन की ओर आने वाले सभी मार्ग को बंद कर दिया गया और वाहनों को स्टेशन पर आने से रोक दिया गया। ट्रेन में सवार नहीं होने वाले के साथ साथ कई लोग खुद ही भीड़ को देखते हुए स्टेशन से बाहर निकलने लगे।   कई लोगों की ट्रेन छूटी नई दिल्ली स्टेशन पर भीड़ की वजह से कई लोगों की ट्रेन छूट गई। लोगों ने बताया कि उन्हें अन्य ट्रेन से अपने गंतव्य तक जाना था लेकिन भीड़ की वजह से वह प्लेटफार्म के भीतर नहीं जा पाए और उनकी ट्रेन छूट गई। लोगों ने बताया कि रस्ते बंद करने की वजह से वह यहां से वहां भटकते रहे।    

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चंडीगढ़ । अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों को लेकर शनिवार देर रात अमेरिकी सेना का दूसरा विमान अमृतसर पहुंचा। अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों के भारत पहुंचने को लेकर फिलहाल किसी की तरफ से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी सेना के विमान से इसबार 116 भारतीय नागरिकों को भारत लाया गया है।   अमेरिकी सेना का विमान शनिवार रात 11.40 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। इसके बाद करीब तीन घंटे तक कागजी कार्यवाही की गई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पिछले दो दिनों से अमृतसर में हैं और पंजाब सरकार द्वारा अमेरिका से आने वाले भारतीयों के स्वागत का प्रबंध किया गया था। इसके बावजूद देर रात जब जहाज अमृतसर में लैंड हुआ तो मुख्यमंत्री भगवंत मान की बजाए पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप धालीवाल, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ यहां मौजूद थे। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी शनिवार रात यहां पहुंचे थे लेकिन वापस चले गए।   गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार निर्वासित लोगों में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। अमेरिका तीसरे बैच में वहां अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों को रविवार को अमृतसर भेजेगा।  

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महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ के 33 दिनों में देश की 33 फीसदी आबादी पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुकी है। 14 फरवरी रात आठ बजे मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं का जो आंकड़ा प्रसारित किया, उसके अनुसार अब तक 50.11 करोड़ महाकुम्भ में शामिल हो चुके हैं। वर्तमान में भारत की आबादी 145 करोड़ है। इस हिसाब से देश की 33 फीसदी से ज्यादा आबादी अब तक पवित्र संगम की धरती पर आ चुकी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुये यह आंकड़ा 55-60 करोड़ बीच रहने का अनुमान है। 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हुई थी, जिसका आखिरी स्नान महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी को किया जाएगा।   महाकुम्भ 1882 में  10 लाख हुए थे श्रद्धालु शामिल : साल 1882 में 144 साल पहले महाकुम्भ का आयोजन प्रयागराज में हुआ था। तब 10 लाख श्रद्धालु महाकुम्भ में स्नान करने पहुंचे थे। यह उस समय की कुल आबादी का 0.6 फीसदी था। रिकॉर्ड डॉक्यूमेंट के अनुसार उस समय देश की कुल आबादी करीब 25 करोड़ थी।   महाकुम्भ में 33 फीसदी से ज्यादा पहुंचे स्नान करने : महाकुम्भ की शुरूआत 13 जनवरी पौष पूर्णिमा को हुई। अब तक तीन अमृत स्नान और दो विशेष स्नान हो चुके हैं। 26 फरवरी को शिवरात्रि का स्नान अभी शेष है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा को 1.7 करोड़, 14 जनवरी मकर संक्राति (पहला अमृत स्नान) को 3.5 करोड़, 29 जनवरी (दूसरा अमृत स्नान) मौनी अमावस्या को 8 करोड़, 3 फरवरी (तीसरा और अंतिम अमृत स्नान) को 2.57 करोड़ और 12 फरवरी माघी पूर्णिमा के दिन 1.7 करोड़ ने संगम में पुण्य की डुबकी लगायी।   बसंत पंचमी के बाद बढ़ी भीड़ : प्राय: यह माना जाता है कि बसंत पंचमी के बाद मेले का उतार शुरू हो जाता है। लेकिन बंसत पंचमी के स्नान के दो दिन बाद 6 फरवरी से श्रद्धालुओं का जो रेला प्रयागराज पहुंचना शुरू हुआ, उसने मेले में फिर से प्राण फूंक दिये। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या ने इतिहास का निर्माण तो किया ही, वहीं नये कीर्तिमान भी स्थापित किये। मेला शुरू होने से पूर्व सरकार का अनुमान था कि इस बार मेले 40-45 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। लेकिन सनातन के प्रति उमड़े उत्साह और गहरी आस्था ने सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये।   महाकुम्भ से होगा आर्थिक फायदा : महाकुम्भ 2025 को अर्थशास्त्रियों की नजर से देखें तो कुम्भ अब धार्मिक आयोजन के साथ आर्थिक आयोजन के तौर पर भी उभर कर सामने आया है। 2013 में हुए महाकुम्भ 1300 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे, जबकि 2019 में लगे अर्द्धकुम्भ में यह बजट बढ़ाकर तीन गुना बढ़कर 4200 करोड़ रुपये हो गया था। लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल के अनुसार, 2025 के महाकुंभ के आयोजन के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर 7000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। प्रदेश सरकार को कुम्भ के खत्म होने तक दो लाख करोड़ से अधिक का आर्थिक फायदा होगा। इतना ही अनुमानित फायदा केंद्र सरकार को भी होने का अनुमान है।   पहले और अब कुम्भ पहुंची आबादी वर्ष - आबादी का प्रतिशत1882 - 0.6 प्रतिशत2013- 6 प्रतिशत2019- 20 प्रतिशत2025 - 33 प्रतिशत से अधिक (14 फरवरी तक)  पहले और अब कुम्भ कितना खर्चवर्ष - खर्च1882 - कोई आधिकारिक डाटा नहीं2013 - 1300 करोड़2019 - 4200 करोड़2025 - 7000 करोड़    

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नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत सरकार का दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम है। इसकी शुरुआत 10 करोड़ 74 लाख परिवारों से हुई यानी 55 करोड़ लोग शामिल थे। इस तरह से भारतीय आबादी के 40 प्रतिशत लोगों को स्वास्थ्य कवरेज मिला।   शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री नड्डा ने अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में एम्स में आयोजित ऑन्कोलॉजी कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग योजना की शुरुआत की गई थी। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम है। इस योजना से अब 36 लाख आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और अन्य को जोड़ा गया है। अब तीसरे कार्यकाल में इस योजना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक को शामिल कर लिया गया है, फिर चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। इस तरह अब वे पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा कवरेज के लिए पात्र हैं। इसके साथ अब इस योजना का लाभ भारतीय आबादी का लगभग 40 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। पीएमजेएवाई से लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।   नड्डा ने कहा कि केवल छह वर्षों में एम्स झज्जर एक विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा संस्थान के रूप में उभरा है, जिसने चिकित्सा उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित किए हैं। संकाय सदस्यों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इनके अथक प्रयासों ने इस संस्थान को प्रतिष्ठित और उच्च गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में बदल दिया है। उन्होंने स्टेट आफ आर्ट राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की सुविधाओं को निरीक्षण भी किया और बाढ़सा गांव स्थित एम्स-2 (राष्ट्रीय कैंसर संस्थान) में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करते हुए कई नई सुविधाओं का शुभारंभ किया।   केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इन सेवाओं को जनता को समर्पित किया। इसके साथ नई स्वास्थ्य सेवाओं में बोन मैरो ट्रांसप्लांट इकाई की शुरुआत हुई। इससे रक्त कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी। उन्होंने नाभिकीय चिकित्सा विभाग के तहत कैंसर के आधुनिक इलाज के लिए रेडियो न्युक्लिड थेरेपी वार्ड का शुभारंभ किया। यह तकनीक कैंसर के प्रभावित अंगों को लक्षित कर इलाज में सहायता करेगी। इसके साथ एक निशुल्क जेनेरिक औषद्यालय की भी शुरुआत की गई है, जिससे कैंसर रोगियों और जरूरतमंदों के लिए एम्स-2 में मुफ्त जेनरिक दवाइयों की सुविधा मिलेगी। इससे गरीब और वंचित वर्ग के मरीजों को आर्थिक राहत मिलेगी।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी फ्रांस और अमेरिका की महत्वपूर्ण यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौट आए हैं। उनका विमान शुक्रवार रात दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर लैंड हुआ, जहां उन्होंने अधिकारियों का अभिवादन किया। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर विभिन्न द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।   प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की। इसके बाद दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को लेकर चर्चा की। पीएम मोदी ने 14वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए फ्रांसीसी कंपनियों को भारत में निवेश के अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने दक्षिणी फ्रांस के मार्सिले क्षेत्र में जाकर स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।   वहीं, अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे अहम विषयों पर विस्तृत चर्चा की। यह मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली बार हुई। व्हाइट हाउस में आयोजित इस बैठक में भारत और अमेरिका ने रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।   प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा वैश्विक सहयोग को नए आयाम देने और भारत की कूटनीतिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।

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नई दिल्ली । कॉमेडी शो में अश्लील टिप्पणी के चलते कई राज्यों में एफआईआर दर्ज होने का सामना कर रहे यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। रणवीर की ओर से वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने मेंशन करते हुए गिरफ्तारी की आशंका जताते हुए तत्काल सुनवाई की मांग की। चीफ जस्टिस ने यह मांग ठुकराते हुए कहा कि सुनवाई की तारीख पहले ही तय कर दी गई है।   मेंशनिंग के दौरान अभिनव चंद्रचूड़ ने कहा कि कई राज्यों में रणवीर के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और गुवाहाटी पुलिस ने आज उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसलिए इस पर तत्काल सुनवाई होनी चाहिए, लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि वे तत्काल लिस्टिंग के लिए मेंशनिंग की अनुमति नहीं दे रहे हैं। यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया ने कॉमेडियन समय रैना के इंडिया गॉट लैटेंट शो में माता-पिता और सेक्स को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर काफी बवाल मचा हुआ है। इस टिप्पणी की वजह से कई राज्यों में इलाहाबादिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है।  

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गुवाहाटी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित के साथ एक पैनल चर्चा को लेकर उठे विवाद पर सफाई दी है। गौरव गोगोई ने पैनल चर्चा की तस्वीर सोशलमीडिया पर साझा करते हुए अपने वर्ष 2011 में स्थापित ''यूथ फोरम ऑन फॉरेन पॉलिसी'' (वाईएफएफपी) की याद ताजा की है। उन्हाेंने कहा कि असमिया लोगों की बुद्धिमत्ता को कम आंकने की गलती न करें।   गौरव गोगोई ने सोशलमीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वर्ष 2010 में न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में इंटर्नशिप के दौरान उनके मन में इस तरह के फोरम की स्थापना का विचार आया था। वर्ष 2011 में उन्होंने यह फोरम भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए स्थापित किया, ताकि वे विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर चर्चा कर सकें। उन्होंने बताया कि वाईएफएफपी ने भारतीय राजनयिकों और विदेशी राजदूतों के साथ चर्चा आयोजित की। इन चर्चाओं ने छात्रों की समझ और ज्ञान को समृद्ध किया। इस फोरम के जरिए भारत के पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन, अमेरिका के पूर्व राजदूत रिच वर्मा, यूनाइटेड किंगडम के पूर्व उच्चायुक्त जेम्स बेवन, प्रोफेसर सी. राजा मोहन, नंदन नीलकर्णी समेत कई विशेषज्ञों के साथ बातचीत का अवसर मिला।   उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में इस फोरम की शाखाएं दिल्ली, गुवाहाटी, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता और चंडीगढ़ में स्थापित की गईं। 2012 में गुवाहाटी में आयोजित एक चर्चा में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता जोसेफ स्टिग्लिट्ज़ को आमंत्रित करना उनके लिए एक यादगार पल था। वर्ष 2014 में सांसद बनने के बाद उनकी सक्रियता इस फोरम में कम हो गई, लेकिन उन्होंने संतोष जताया कि प्रतिभाशाली युवाओं की एक टीम ने इसकी जिम्मेदारी संभाली और शोध व फैलोशिप कार्यक्रम जारी रखा। अब वह मुख्य रूप से एक मार्गदर्शक की भूमिका में हैं।   उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि पाकिस्तान के राजनयिकों के साथ हुई एक चर्चा में सिर्फ क्रिकेट पर ही नहीं, बल्कि किस देश के कबाब अधिक स्वादिष्ट हैं, इस पर भी बहस हुई थी। वाईएफएफपी के बारे में अधिक जानने के इच्छुक लोग इसकी फेसबुक पेज पर जा सकते हैं। उन्होंने कहा, "असमिया लोगों की बुद्धिमत्ता को कम आंकने की गलती न करें।"    कांग्रेस नेता  व सांसद गौरव गोगोई की यह सफाई उनके पाकिस्तान के उच्चायुक्त एवं वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले व्यक्ति के लिए उनकी पत्नी के काम किये जाने को लेकर लगे आरोपों के बाद सामने आई है।  

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वाशिंगटन । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व में संजोने के साथ जीवंत बनाया है। उन्होंने कहा, '' जिस उत्साह से उनके पहले टर्म में हमने मिलकर काम किया, वही उमंग, वही उर्जा और वही प्रतिबद्धता मैंने आज भी महसूस की। आज की चर्चा के केंद्र में उनके पहले टर्म में हमारी उपलब्धियों का संतोष और गहरे आपसी विश्वास का सेतु था। साथ ही नए लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प भी था। हम मानते हैं कि भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को आकार दे सकता है।''यह अंश संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में भारत-अमेरिका संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेस वक्तव्य से उद्धृत किए हैं। भारत सरकार के नई दिल्ली स्थित पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीबीआईबी) ने प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रेस वक्तव्य को आज सुबह जारी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति ट्रंप का शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व से संजोया और उन्हें जीवंत बनाया है। अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रंप के मोटो, Make America Great Again, यानी 'मागा' से परिचित हैं। भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प को लेकर तेज गति शक्ति से विकास की ओर अग्रसर हैं। अमेरिका की भाषा में कहूं तो विकसित भारत का मतलब Make India Great Again, यानी 'मीगा' है। जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, यानी 'मागा' प्लस 'मीगा', तब बन जाता है–'मेगा' पार्ट्नर्शिप for prosperity। और यही मेगा spirit हमारे लक्ष्यों को नया स्केल और scope देती है।उन्होंने कहा कि आज हमने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी ट्रेड एग्रीमेंट को शीघ्र संपन्न करने पर काम करेंगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम ऑयल और गैस ट्रेड को बल देंगे। ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश भी बढ़ेगा। न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में हमने Small Modular Reactors की दिशा में सहयोग बढ़ाने पर भी बात की। भारत की defence preparedness में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। Strategic और trusted partners के नाते हम joint development, joint production और Transfer of Technology की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी नई टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट हमारी क्षमता बढ़ाएंगे। हमने Autonomous Systems Industry Alliance लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अगले दशक के लिए Defence Cooperation Framework बनाया जाएगा। Defence inter-operability, लॉजिस्टिक्स repair और maintenance भी इसके मुख्य भाग होंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी technology-driven century है। लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है। भारत और अमेरिका Artificial Intelligence, Semiconductors, Quantum, Biotechnology और अन्य technologies में मिलकर काम करेंगे। आज हमने TRUST, यानी Transforming Relationship Utilizing Strategic Technology पर सहमति बनाई है​। इसके अंतर्गत critical मिनरल, एडवांस्ड material और फार्मास्यूटिकल की मजबूत सप्लाई chains बनाने पर बल दिया जायेगा। लिथिअम और रेयर earth जैसे स्ट्रेटेजिक मिनरल के लिए रिकवरी और processing initiative लॉन्च करने का भी निर्णय लिया है। स्पेस के क्षेत्र में अमेरिका से हमारा करीबी सहयोग रहा है। इसरो और नासा के आपसी सहयोग से बनाई 'निसार' satellite, शीघ्र ही भारतीय लॉन्च व्हीकल पर अंतरिक्ष की उड़ान भरेगी।उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्था को सशक्त बनाती है। Indo-Pacific में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। इसमें Quad की विशेष भूमिका होगी। इस वर्ष भारत में होने जा रही Quad Summit में हम पार्टनर देशों के साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। 'आई-मेक' और 'आई-टू-यू-टू' के तहत हम इकोनॉमिक कॉरिडोर और कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर मिलकर काम करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका दृढ़ता से साथ खड़े रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं राष्ट्रपति जी का आभारी हूं की उन्होंने 2008 के जिसने भारत में नरसंहार किया था, उस मुजरिम को अभी भारत के हवाले करने का निर्णय किया हैं। भारत की अदालतें उचित कार्यवाही करेंगी।अमेरिका में रहने वाला भारतीय समुदाय हमारे संबंधों की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। हमारे people-to-people ties को और गहरा करने के लिए हम शीघ्र ही लॉस-एंजिलिस और बोस्टन में भारत के नए कांसुलेट खोलेंगे। हमने अमेरिका विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों को भारत में off shore campus खोलने के लिए निमंत्रण दिया है।उन्होंने कहा, '' राष्ट्रपति ट्रंप, आपकी मित्रता और भारत के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं । भारत के लोग तो 2020 की आपकी यात्रा को आज भी याद करते हैं और उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप एक बार फिर उनके पास आएंगे। एक सौ चालीस करोड़ भारतवासियों की ओर से मैं आपको भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूं।  बहुत-बहुत धन्यवाद।''

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वाशिंगटन । भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस का दौरा पूरा कर अमेरिका की यात्रा पर राजधानी वाशिंगटन डीसी पहुंच चुके हैं। उनका विमानतल पर जोरदार स्वागत किया गया। भारतीय समयानुसार सुबह 5ः32 बजे उन्होंने एक्स पर लिखा, " थोड़ी देर पहले वाशिंगटन डीसी में उतरा हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। हमारे देश अपने लोगों के लाभ और हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।"प्रधानमंत्री मोदी का यहां पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों ने भी जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, "सर्दी की ठिठुरन में गर्मजोशी भरा स्वागत। ठंड के मौसम के बावजूद वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही विशेष स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।" इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात हुई है। प्रधानमंत्री ने यह जानकारी एक्स पर साझा करते हुए लिखा, " गबार्ड से भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। वह भारत की हमेशा प्रबल समर्थक रही हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे। उनके आगमन से पहले ब्लेयर हाउस में अमेरिकी ध्वज की जगह भारतीय ध्वज लगाया गया। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक होनी है। मोदी बुधवार को फ्रांस से अमेरिका के लिए रवाना हुए। यह उनकी दो देशों की यात्रा का दूसरा चरण है। वह 10 फरवरी को फ्रांस पहुंचे थे।प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर बैठक होनी हैं। वो उन चंद विश्व नेताओं में शामिल हैं, जो ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की यात्रा के दौरान व्यापारी नेताओं और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।

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नई दिल्ली । शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे समेत पार्टी के सांसदों और नेताओं ने गुरुवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आआपा) संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते चलते रहते हैं।   आदित्य ठाकरे ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर विपक्षी गठबंधन के अगले कदम के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश के हित और जनता की आवाज उठते रहेंगे। उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरोप लगाया कि आज चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले 49 लाख मतदाताओं के बढ़ने और मतदान के आखिरी समय में मत फीसद बढ़ने को लेकर भी चुनाव आयोग पर सवाल उठे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम सभी जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए देश की बेहतरी के लिए काम करेंगे। चुनाव में जो भी गड़बड़ी हुई, उस पर बातचीत हुई और आगे की रणनीति बना रहे हैं। संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं का आभार जताया।

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नई दिल्ली । वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट गुरुवार को राज्यसभा में पेश की गयी। रिपोर्ट को भाजपा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने पेश किया। इस दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। रिपोर्ट में असहमति वाली टिप्पणियों को शामिल नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।   जेपीसी रिपोर्ट सदन में पेश होने के बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि रिपोर्ट में असहमति वाली टिप्पणियों को इसमें से हटा दिया गया है। खड़गे ने इसे निंदनीय और अलोकतांत्रिक बताते हुए सदन के सभापति से रिपोर्ट को खारिज करने और इसे वापस भेजने का आग्रह किया। जेपीसी रिपोर्ट को वापस भेजने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। कर्नाटक से कांग्रेस के सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि रिपोर्ट से उनके असहमति नोट हटा दिए गए हैं। जेपीसी सदस्यों के बीच कोई चर्चा नहीं हुई।   खरगे के दावों का विरोध करते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि असहमति वाले नोट रिपोर्ट के परिशिष्ट में शामिल हैं। उन्होंने विपक्ष पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट से कोई कटौती या निष्कासन नहीं किया गया है। विपक्ष एक अनावश्यक मुद्दा बना रहा है। वक्फ विधेयक में क्या बदलाव हैं? विधेयक में कुछ प्रमुख बदलाव शामिल हैं, जैसे राज्य वक्फ बोर्डों में कम से कम दो गैर-मुस्लिम सदस्य होना और यह तय करने के लिए एक सरकारी अधिकारी को शामिल करना कि कोई संपत्ति वक्फ संपत्ति है या नहीं। वक्फ विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्डों के प्रबंधन के तरीके को बदलना है। ये बोर्ड मुस्लिम समुदाय द्वारा धार्मिक और धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए दान की गई संपत्तियों की देखरेख के लिए जिम्मेदार है।   राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस रिपोर्ट में किसी भी सदस्य की असहमति या किसी इनपुट को हटाया नहीं गया है। इस सदन में झूठ फैलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। संबंधित मंत्री ने सदन में स्पष्ट बयान दिया है। इस सदन को निष्क्रिय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह बहस, संवाद, चर्चा, विचार-विमर्श का घर है। इस सदन द्वारा लिया गया निर्णय अंततः बहस और विचार-विमर्श के आधार पर लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप होगा।    संसद में विपक्ष के हंगामे के बीच तीन सदस्य वेल तक पहुंच गए। इसको लेकर सभापति ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसमें उदारता दिखाने का मतलब संविधान के निर्माताओं का अनादर करना है। इस पर सदन के नेता जेपी नड्डा ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। कुछ लोग भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस और विपक्ष उन लोगों के हाथ मजबूत करने का काम कर रहे हैं जो देश को 'कमजोर' करना चाहते हैं।

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कोलकाता । पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने चार साल बाद कांग्रेस में वापसी कर ली है। बुधवार को उन्होंने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार की मौजूदगी में कांग्रेस का झंडा थामा। अभिजीत ने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ संघर्ष के लिए कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है।   अभिजीत मुखर्जी 2021 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हाे गए थे, लेकिन तृणमूल में उन्हें कोई खास जिम्मेदारी नहीं मिली। पार्टी ने उन्हें न तो लोकसभा का टिकट दिया और न ही विधानसभा चुनाव में उतारा। पिछले कुछ महीनों से वह तृणमूल में अपनी भूमिका को लेकर असंतोष जता रहे थे। आखिरकार उन्होंने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया। माना जा रहा है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें टिकट दे सकती है।   अभिजीत मुखर्जी 2012 में जंगीपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतकर कांग्रेस सांसद बने थे। यह सीट उनके पिता प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद खाली हुई थी। 2014 में उन्होंने फिर से इस सीट पर जीत दर्ज की, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार से भारी मतों से हार गए। इसके बाद से वे राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे।   अभिजीत 2021 में कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हाे गए। तब उन्होंने कहा था कि वह जनता की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन तृणमूल में उन्हें कोई खास अवसर नहीं मिला। पिछले कुछ महीनों से वह पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर नाखुश थे।   कांग्रेस में वापसी के बाद अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि "भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। आज भी भारत के हर गांव में कम से कम एक-दो कांग्रेस समर्थक परिवार मौजूद हैं। मेरा प्रयास होगा कि कांग्रेस में लोगों का भरोसा दोबारा मजबूत करूं।"   उन्होंने दिल्ली नगर निगम चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का अस्तित्व संभव नहीं है। उनकी वापसी से पश्चिम बंगाल कांग्रेस को कितना फायदा होगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा। लेकिन उनके लौटने से पार्टी को राज्य में एक अनुभवी चेहरा जरूर मिल गया है।  

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महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में माघ पूर्णिमा का स्नान जारी है। बुधवार को गंगा, यमुना और अंतःसलिला सरस्वती के संगम तट पर देश-दुनिया के हर कोने से आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रयागराज की सड़कें चहुंदिश श्रद्धा पथ में तब्दील हो गईं। देश-दुनिया भर से संतों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों का सागर उमड़ा तो लगभग 6 किमी लंबे संगम तट पर कहीं तिल रखने भर की जगह नहीं बची। हर हर महादेव, जय गंगा मैया के गगनभेदी जयघोष के बीच कोई हाथों में ध्वज लिए संगम की ओर दौड़ता रहा तो कोई दंड-कमंडल, मनका लिए हुए लपकते पांवों से बढ़ता रहा। श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूल भी बरसाए गए।   मंगलवार रात से ही भर गये घाट : संगम तट पर माघ पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा-यमुना के घाटों पर श्रद्धालुओं का खचाखच जमावड़ा मंगलवार रात से ही शुरू हो गया था। भीड़ प्रबंधन के चलते मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजा रोक दिए जाने की वजह से सड़कें हर तरफ पैदल पथ में तब्दील हो गईं। सिर पर गठरी, कंधे पर झोला हाथों में बच्चों और महिलाएं अपनों का हाथ थामे लोग संगम तट की ओर लंबे डग भरते रहे। फाफामऊ से अरैल के बीच संगम के लंबे दोनों तटों पर बने स्नान घाटों पर दो बजे रात से ही डुबकी लगनी शुरू हो गई। संगम तट की रेती पर बिछे पुआलों पर दूर-दराज से आए लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहले से स्नान की प्रतीक्षा करते-करते सो गए थे।   कल्पवास का समापन : पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ त्रिवेणी की रेत पर शुरू हुआ कल्पवास का माघ पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ समापन हो गया। ब्रह्म मुहूर्त में त्रिवेणी में माघ पूर्णिमा की डुबकी लगाकर कल्पवासी अपने शिविर पहुंचे। कल्पवासियों ने तीर्थ पुरोहितों के सानिध्य में विधि विधान से दान और हवन का अनुष्ठान पूरा किया। तीर्थ पुरोहित अमित आलोक पाण्डेय बताते हैं कि वैसे तो शास्त्र में 84 तरह के दान का उल्लेख है, लेकिन जिसकी जो श्रद्धा होती है उसका दान तीर्थ पुरोहित स्वीकार कर लेते हैं। शैया दान, अन्न दान, वस्त्र दान और धन दान आदि का अनुष्ठान माघ पूर्णिमा को किया जाता है। किसी कारण वश अगर कोई कल्पवासी माघ पूर्णिमा को यह अनुष्ठान पूरा नहीं कर पाता है तो वह अगले दिन त्रिजटा का स्नान कर यहां से विदा हो जाता है। माघ पूर्णिमा में दस लाख से अधिक कल्पवासी महाकुम्भ की आध्यात्मिक ऊर्जा लेकर यहां से प्रस्थान कर गए।   46 करोड़ से ज्यादा कर चुके स्नान : महाकुंभ का आज 31वां दिन है। इससे पहले 4 स्नान पर्व हो चुके हैं। मेला प्रशासन के मुताबिक, बुधवार शाम 6 बजे तक 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। 13 जनवरी से अब तक करीब 46.25 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान पर्व होगा। इससे पहले बसंत पंचमी के दिन करीब 2.57 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई थी। यह स्नान महाकुम्भ के तीसरे अमृत स्नान के रूप में हुआ था। अनुमान है कि बुधवार को 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।   ट्रैफिक प्लान में बदलाव : प्रयागराज जाने वाले रास्तों में जाम के बाद ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया गया। शहर में वाहनों का प्रवेश बंद है। मेला क्षेत्र में भी कोई भी वाहन नहीं चलेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए 8 से 10 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। प्रशासन पार्किंग से शटल बसें चला रहा है। महाकुम्भ मेले से भीड़ जल्दी बाहर निकल जाए, इसलिए लेटे हनुमान मंदिर, अक्षयवट और डिजिटल महाकुम्भ सेंटर को बंद कर दिया गया है।   सुरक्षा की चाक चौबंद इंतजाम : संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। वहां लोगों को रुकने नहीं दे रहे हैं, ताकि भीड़ न बढ़ पाए। ज्यादातर लोगों को बाकी घाटों पर स्नान के लिए भेजा जा रहा है। भीड़ कंट्रोल के लिए पहली बार मेले में 15 जिलों के जिलाधिकारी, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अफसर तैनात किए गए हैं। इधर, लखनऊ में सीएम योगी सुबह 4 बजे से मुख्यमंत्री आवास पर बने वॉर रूम से महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कई सीनियर अफसर भी हैं।   रेलवे ने 190 ट्रेनें चलाई : रेलवे की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, बुधवार 12 फरवरी को दोपहर 3 बजे तक यात्रियों की सुविधा के लिए 190 ट्रेनें चलाई गईं। कुल 9.46 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। इससे पहले 11 फरवरी को 343 गाड़ियां चलाई गईं। 14.69 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की। अयोध्याधाम, गोरखपुर, वाराणसी और कानपुर जाने के लिये हर आधे घंटे में मेला स्पेशल ट्रेन चलायी जा रही हैं। यात्रियों की सुविधा के​ लिये प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन और प्रयागराज के अन्य रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे कर्मचारी यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का खास ख्याल रख रहे हैं। प्लेटफार्मों पर आकस्मिक चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध है।   गलती से ली सीख : उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ 2025 का ये पांचवां स्नान है। महाशिवरात्रि का स्नान होना बाकी है। मौनी अमावस्या के दिन एक गलती हुई थी, उससे सीख लेते हुए हम इस पर काम कर रहे हैं कि और बेहतर प्रबंधन कैसे हो। हमने एक प्रबंधन तकनीक अपनाई, जिसका नतीजा है कि महाकुंभ में अब तक 46 से 47 करोड़ लोग आ चुके हैं। उन्होंने कहाकि, प्रयागराज के अलावा हमारा ध्यान चित्रकूट, काशी विश्वनाथ मंदिर, विंध्याचल मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर है। हमने लखनऊ में वॉर रूम बनाया है, हमारे 2500 से ज्यादा कैमरे एक्टिव हैं, हम उन सभी से लाइव फीड ले रहे हैं।   सुरक्षित तरीके से हो रहा स्नान : प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मंदार ने कहा कि माघी पूर्णिमा का स्नान कल रात से ही सुरक्षित तरीके से हो रहा है। श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे हैं। 322 से अधिक सिविल अधिकारी और 9 हजार से अधिक बल तैनात हैं। 60 से अधिक आरएएफ कंपनियां तैनात हैं, ट्रैफिक पुलिस भारी संख्या में तैनात है। अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं, अफवाहों पर ध्यान न दें। मेला स्पेशल ट्रेन और अन्य ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं। यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मुख्यमंत्री और प्रशासन के निर्देश पर हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं कि लोगों को कोई परेशानी न हो। पिछले कुछ दिनों में जो ट्रैफिक जाम की समस्या थी, उसके लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

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लखनऊ । अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास आज सुबह सात बजे बृह्मलीन हो गए। आचार्य सत्येंद्र दास ने 85 वर्ष की आयु में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) लखनऊ में अंतिम सांस ली। एसजीपीजीआई के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आचार्य सत्येंद्र दास के बृह्मलीन होने पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है।एसजीपीजीआई प्रवक्ता के अनुसार, उन्हें तीन फरवरी को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। स्ट्रोक के बाद वह न्यूरोलॉजी वार्ड एचडीयू में थे। एसजीपीजीआई से उनकी पार्थिव देह को अयोध्या ले जाया जाएगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इसकी घोषणा की है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आगामी 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) का आयोजन होने जा रहा है। इस समिट के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और समापन कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आने की भी स्वीकृति प्राप्त हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी 23 फरवरी को छतरपुर में कैंसर अस्पताल का भूमि-पूजन करेंगे। अगले दिन 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का शुभारंभ करेंगे। भोपाल में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारी जारी हैं। समिट में विदेशों से आने वाले उद्योग और व्यापार समूहों तथा विभिन्न देशों के वाणिज्यिक दूतावासों से बेहतर तालमेल और समन्वय के लिए 12 फरवरी को नई दिल्ली में विशेष बैठक होने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को मंत्रि परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव परिणाम, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में क्षेत्र के व्यवस्थित विकास और जनकल्याण को गति प्रदान करेंगे। प्रयागराज आने-जाने वालों के लिए की जा रही हैं सभी व्यवस्थाएं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक पहुंच रही है। रीवा की ओर से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रीवा सहित मैहर, सतना, मऊगंज और सीधी में ठहरने, भोजन और छोटे बच्चों के लिए दूध-बिस्किट सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। शासकीय एजेंसियां, स्वयंसेवी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से व्यवस्था में लगी हैं। चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए एंबुलेंस और डॉक्टर आदि की भी व्यवस्था है। वाहनों की पार्किंग, पुलिस की हाई-वे पेट्रोलिंग और एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट आदि की व्यवस्था के परिणाम स्वरुप जाम की स्थिति में तुलनात्मक रूप से कमी आई है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज से आने-जाने वालों की बड़ी संख्या को देखते हुए मार्गों के नियोजन, प्रयागराज प्रशासन से तालमेल और श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान लगाते हुए व्यवस्था की जा रही है। महाराष्ट्र सीमा पर भी श्रद्धालुओं और वाहनों के आवागमन का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ जा रहे श्रद्धालुओं से भीड़ और आवागमन की स्थिति का गूगल सहित अन्य स्रोतों से जानकारी के आधार पर कार्यक्रम बनाने के आहवान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मंत्रि परिषद के सदस्यों से भी जन-सामान्य को इसके लिए प्रेरित करने की अपील की।   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधानसभा वार विजन डॉक्यूमेंट विकसित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने मंत्री और विधायकगण को क्षेत्र के लोगों से बेहतर संवाद के लिए अपने-अपने स्तर पर वर्चुअल व्यवस्था विकसित करने का सुझाव दिया। कहा कि इससे विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ ही राजधानी से भी अधिक प्रभावी तरीके से सतत् संपर्क बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि परिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई।

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जबलपुर । नागपुर-प्रयागराज हाई-वे पर दर्दनाक हादसा हो गया। महाकुंभ से लौट रही ट्रैवलर बस को एक बेकाबू ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। इस दौरान एक कार भी ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में बस में सवार हैदराबाद (तेलंगाना) के रहने वाले सात श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों को जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि हादसा बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि घायलों का समुचित उपचार और सभी परिजनों से संपर्क कर शवों को पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।   हादसा मंगलवार को सुबह नौ बजे मध्य प्रदेश में जबलपुर जिले के सिहोरा ब्लाक के मोहला गांव के पास हुआ। हैदराबाद के रहने वाले नौ लोग ट्रैवलर बस से महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज आए थे। महाकुंभ में स्नान करने के बाद सभी श्रद्धालु वापस लौट रहे थे। इसी दौरान नागपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर जबलपुर से 50 किलोमीटर दूर मोहला बरगी गांव के पास ट्रैवलर बस पहुंची, तभी एक ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक और सड़क की रेलिंग के बीच फंसी ट्रैवलर बुरी तरह पिचक गई, जिससे सभी नौ लोग उसमें बुरी तरह फंस गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला। इसमें सात लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद सामने से आ रही एक कार ट्रैवलर और ट्रक से टकरा गई। हालांकि कार सवार सभी लोग एयरबैग खुलने से सुरक्षित बच गए।    घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय और एसडीएम रूपेश सिंघई मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक ट्रक जबलपुर से पुट्टी लेकर कटनी की ओर जा रहा था। मोहला बरगी के पास ट्रक का टायर फट गया। अनियंत्रित होकर वह सड़क की दूसरी साइड पहुंच गया। इसी बीच प्रयागराज से लौट रही ट्रैवलर बस को टक्कर मार दी। हादसे में आनंद कंसारी व शशि कंसारी पुत्र त्रिभुवन कंसारी, रवि वैश्य पुत्र विश्वनाथन, टीवी प्रसाद, मल्ला रेड्डी, वी संतोष पुत्र श्री हरि और राजू की मौत हो गई। जबकि एस नवीनाचार्य पुत्र रामाचार्य और बालकृष्ण पुत्र श्रीराम घायल हो गए। सभी मृतक हैदराबाद (तेलंगाना) के रहने वाले थे। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस चालक की तलाश कर रही है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि मृतकों के परिजन को घटना की सूचना दे दी गई है। वह  हैदराबाद से रवाना हो चुके हैं।    

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महाकुम्भ नगर । रिलायंस इंड्रस्टीज लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी ने अपनी मां, बेटों और पोते-पोतियों के साथ प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी संगम में मंगलवार को अमृत स्नान करते हुए पवित्र डुबकी लगाई।अंबानी के साथ उनकी मां कोकिलाबेन, बेटे आकाश और अनंत, बहुएं श्लोका और राधिका, पोते पृथ्वी और वेदा और बहनें दीप्ति सालगांवकर और नीना कोठारी ने एक साथ डुबकी लगाई। उनके साथ श्री अंबानी की सास, पूनमबेन दलाल और भाभी, ममथाबेन दलाल भी थीं।अम्बानी की चार पीढ़ियाँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र जल के संगम पर आध्यात्मिक तीर्थयात्रा पर लाखों लोगों के साथ शामिल हुईं। निरंजनी अखाड़े के स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने गंगा पूजन किया। इसके बाद श्री अंबानी ने परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से मुलाकात की। आश्रम में अंबानी परिवार ने मिठाइयां और लाइफ जैकेट बांटे।रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी 'तीर्थ यात्री सेवा' के माध्यम से महाकुंभ तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहा है, जो तीर्थयात्रियों की प्रगति को सुविधाजनक बनाने और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए एक सर्वव्यापी पहल है क्योंकि वे जीवन में एक बार आत्म-खोज और दिव्य कृपा के अवसर के लिए प्रयागराज में एकत्र होते हैं।अपने 'वी केयर' दर्शन से प्रेरित होकर, रिलायंस तीर्थयात्रियों को पौष्टिक भोजन (अन्न सेवा) और व्यापक स्वास्थ्य देखभाल से लेकर सुरक्षित परिवहन और बढ़ी हुई कनेक्टिविटी तक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान कर रहा है। कंपनी के अन्य सुविधाजनक उपायों में पवित्र जल पर सुरक्षा, आरामदायक विश्राम क्षेत्र, स्पष्ट नेविगेशन और अभिभावकों (प्रशासन, साथ ही पुलिस और जीवन रक्षक) का समर्थन करना शामिल है।  

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महाकुंभनगर  । देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पावन स्नान करेंगी। वो इसकी भव्यता व दिव्यता की साक्षी बनने संगम पहुंच गई हैं। त्रिवेणी संगम पर राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाया। इसके पूर्व प्रयागराज पहुंचने पर उनका राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश सरकार के अन्य मंत्रियों ने भव्य स्वागत किया गया। वो आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी और इस दौरान संगम स्नान के साथ ही यहां अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मु सुबह संगम नोज पहुंचकर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी। मां गंगा, यमुना और अन्त:सलीला सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार देंगी। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण होगा। गौरतलब है कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इसके उपरांत धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी। सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है। यह हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है। इसके अलावा वो बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी और पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी। आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को राष्ट्रपति समर्थन देंगी। वे डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी। यहां देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति शाम शाम पौने छह बजे प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक होगा, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण होगा। उनकी उपस्थिति से महाकुम्भ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिलेगी।    

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नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने आज राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान मौजूदा केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का हवाला देते हुए सरकार से जल्द से जल्द जनगणना कराने का आग्रह किया।कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने सदन में कहा कि जनगणना में देरी के कारण 14 करोड़ भारतीय राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत अपने वाजिब लाभ से वंचित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं बल्कि मौलिक अधिकार है। उन्होंने जनगणना कराने में चार साल की देरी का जिक्र करते हुए चिंता जताई कि इस साल भी जनगणना होने की संभावना नहीं है।कांग्रेस संसदीय दल की नेता ने कहा कि सितंबर 2013 में यूपीए सरकार का पेश किया गया राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम देश की 140 करोड़ आबादी के लिए खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक पहल थी। इसने लाखों परिवारों को भुखमरी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर कोविड-19 संकट के दौरान। इस अधिनियम ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए आधार बनाया था।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ग्रामीण आबादी का 75 फीसदी और शहरी आबादी का 50 फीसदी सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्राप्त करने के हकदार हैं। हालांकि, लाभार्थियों के लिए कोटा अभी भी 2011 की जनगणना के आधार पर निर्धारित किया जाता है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार जनगणना में चार साल से अधिक की देरी हुई है। मूल रूप से 2021 के लिए निर्धारित जनगणना को लेकर अभी भी इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि यह कब कराई जाएगी।  

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बेंगलुरु । एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी 'एयरो इंडिया' इस बार भारत की हवाई ताकत और स्वदेशी अत्याधुनिक तकनीक की गवाह बन गई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर प्रदर्शनी का औपचारिक उद्घाटन किया।  एयरो इंडिया का 15वां संस्करण ‘रनवे टु ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’ की व्यापक थीम के साथ आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के अनुरूप रक्षा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा। रक्षामंत्री ने उद्घाटन अवसर परकहा कि एयरो इंडिया एक ऐसा मंच है, जो नए भारत की ताकत और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करता है। यह न केवल भारत की रक्षा तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने मित्र देशों के साथ साझा हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना, गहन सहयोग और साझा प्रगति को बढ़ावा देना है। रक्षामंत्री ने कहा कि 42 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में 150 विदेशी कंपनियों सहित 900 से अधिक प्रदर्शक शामिल हो रहे हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा एयरो इंडिया कार्यक्रम होने जा रहा है। राजनाथ सिंह ने 90 से अधिक देशों की भागीदारी को भारत की एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में बढ़ते वैश्विक विश्वास का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि लगभग 30 देशों के रक्षामंत्री या प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं। एयरो इंडिया में 43 देशों के वायुसेना प्रमुखों और सचिवों की मौजूदगी न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय रक्षा समुदाय के महत्व को और अधिक उजागर करती है।   इंडिया पवेलियन इंडिया पवेलियन भारतीय रक्षा उद्योगों को अपने डिजाइन, विकास, नवाचार और विनिर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा। पैवेलियन में ‘आत्मनिर्भरता की उड़ान’ को दर्शाया गया है, जो वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा महाशक्ति बनने की दिशा में भारत की यात्रा को दर्शाता है। इंडिया पवेलियन को एयरो एविएशन, लैंड एविएशन और नेवल एविएशन, डिफेंस-स्पेस और आला प्रौद्योगिकी डोमेन में स्वदेशी क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाले पांच अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है। पवेलियन में विभिन्न माध्यमों के माध्यम से 275 से अधिक प्रदर्शन किए गए हैं, जिसमें डीपीएसयू, डिजाइन हाउस, एमएसएमई सहित निजी कॉरपोरेट और स्टार्ट-अप शामिल हैं।   इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस रक्षा नवाचार का प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम 'मंथन' 12 फरवरी को रक्षामंत्री की उपस्थिति में होगा। इस कार्यक्रम में रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, जिसमें इनोवेटर, उद्योग के नेता, शिक्षाविद, इनक्यूबेटर, निवेशक, विचारक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी आदि शामिल होंगे। मंथन इस क्षेत्र में उभरती चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसमें रक्षा स्टार्ट-अप और एमएसएमई का समर्थन करने, नवाचार क्षमताओं को बढ़ाने और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।   सामर्थ्य थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और नवाचार की सफलता की कहानी पर 12 फरवरी को ‘सामर्थ्य’ थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम होगा, जिसमें रक्षामंत्री भी शामिल होंगे। यह कार्यक्रम एयरो इंडिया के दौरान अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, क्योंकि इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ स्वदेशी वस्तुओं का रक्षा निर्माण में भारत की स्वदेशी प्रतिभा को प्रदर्शित किया जाएगा।   कई सेमिनार होंगे एयरो इंडिया 2025 के हिस्से के रूप में विभिन्न विषयों पर कई सेमिनार होने हैं। रक्षामंत्री 11 फरवरी को भारतीय वायु सेना की ओर से आयोजित सेमिनार को संबोधित करेंगे, जिसका विषय 'हवाई युद्ध के लिए मानव रहित टीमें-अवधारणा से लक्ष्यीकरण तक' होगा। इसके अलावा डीआरडीओ की ओर से आयोजित 'विकसित भारत के लिए डीआरडीओ उद्योग तालमेल' विषय पर रक्षा मंत्री एक अन्य सेमिनार को संबोधित करेंगे। इसके अलावा मिशन डिफस्पेस: विजन से वास्तविकता तक-एक प्रगति रिपोर्ट, एयरोस्पेस सामग्रियों का स्वदेशी विकास: भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करना, आत्मनिर्भर भारतीय नौसेना विमानन 2047 और इससे जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव, तकनीकी रुझानों और स्वदेशीकरण को अपनाकर समुद्री विमानन में परिवर्तन, कर्नाटक में एयरोस्पेस और रक्षा निर्माताओं के लिए निवेश के अवसर भी इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित किए जाएंगे।

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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद रविवार काे दिल्ली की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली विधानसभा को भी भंग कर दिया है।   आआपा नेता आतिशी रविवार सुबह राजनिवास पहुंचकर और उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलीं और मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा साैंप दिया। आतिशी पिछले साल 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं। वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री थीं। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रही चुकी हैं। इसी बीच उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली की विधानसभा को भी भंग कर दिया है।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना 8 फरवरी को हुई थी। इस चुनाव में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत मिला है। दिल्ली विधानसभा चुनाव आआपा काे भारी झटका लगा है। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। आम आदमी पार्टी काे केवल 22 सीटें ही मिली है। भाजपा ने अपनी जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

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पूर्वी चंपारण । पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज पूर्वी चंपारण के अपने दौरे के दौरान सम्बोधन में कहा कि चंपारण की धरती का विशेष महत्व है। जो नई पीढ़ी को मालूम नही होगा। जो भारत माता को बंधनमुक्त करना चाहते थे,उन्होंने चंपारण को चुना और गांधी जी के नेतृत्व में यही से चंपारण सत्याग्रह आरंभ किया।   इतना ही नहीं चंपारण की धरती मां जानकी और भक्त ध्रुव मानव सभ्यता का पालन किया है। महात्मा गांधी चंपारण में मोहनदास गांधी बन कर आए। चंपारण सत्याग्रह के बाद चंपारण वासियों ने उन्हें महात्मा बनाया।   चंपारण आने बाद से ही उन्हें महात्मा कहा जाने लगा। आज भी चंपारण सत्याग्रह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उक्त बातें रविवार को पीपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान उन्नति मेला के दूसरे दिन पशुपालक एवं अनुसूचित जाति किसान सह लखपति दीदी का सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए देश पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही। इससे पहले अतिथियों सम्मान अंगवस्त्र व मेंमोटो देकर किया गया।   उन्होंने अपने सम्बोधन कहा कि कहा कि जिस किसान दीदी राजकुमारी देवी को राष्ट्रपति के रूप पद्मश्री से सम्मानित किया उनको आज सम्मानित कर हर्ष अनुभव कर रहे हैं। आज भी 50 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है। जबकि बिहार के 80 फीसद लोग कृषि पर निर्भर हैं। बिहार के किसानों का साहस एक अनूठा उदाहरण है।   रामनाथ कोविंद ने कहा कि राष्ट्र और बिहार का विकास कृषि की उन्नति पर निर्भर है। कहा कि बिहार का राज्यपाल बनने का सौभाग्य मुझे वर्ष 15 में मिला। राज्यपाल से राष्ट्रपति बनने का श्रेय बिहार की धरती को जाता है। इसलिए लोग मुझे बिहारी राष्ट्रपति भी कहते हैं। मैं पहला राष्ट्रपति था जो राज्यपाल से सीधे राष्ट्रपति बना। इसके पूर्व जाकिर हुसैन राज्यपाल से उपराष्ट्रपति बनने के बाद राष्ट्रपति बने थे। भारत का कृषि क्षेत्र विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ा है।   इस बदलते युग में कृषि विज्ञान केंद्र एवं कृषि विश्वविद्यालय की महती भूमिका है। बदलते मौसम का प्रतिकूल प्रभाव कृषि पर भी पड़ रहा। इस सिलसिले में कृषि वैज्ञानिकों का दायित्व महत्वपूर्ण हो जाता है। नये तकनीक को लैब से लैंड तक ले जाने की जरूरत है। आने वाले समय मे उत्पादों की मात्रा बढ़ेगे। मोटे अनाज जिसे श्रीअन्न भी कहा जाता है, उसे बढ़ावा देने की जरूरत है।   कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति  कोविंद, राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, कृषि व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह, गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान, कुलपति डॉ. पीएस पांडेय आदि ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्वलित कर किया।  

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इंफाल/नई दिल्ली । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार शाम करीब 5:20 बजे राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने मणिपुर की सेवा करने का अवसर मिलने का आभार व्यक्त किया और केंद्र सरकार की ओर से विकास और सुरक्षा के लिए किए गए कार्यों की सराहना की।   उन्होंने केंद्र सरकार से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने, सीमा घुसपैठ पर सख्ती, नशे के कारोबार पर रोक, बायोमेट्रिक आधारित सख्त सीमा नियंत्रण और सीमा बुनियादी ढांचे के विकास को तेज करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर विधानसभा के निलंबन की भी सिफारिश की, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।    मुख्यमंत्री 8 फरवरी की शाम चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली गए थे। इससे पहले, 5 फरवरी को राज्य के तीन वरिष्ठ मंत्री—पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंददास कोंथौजम, वन एवं पर्यावरण मंत्री थोंगम बिस्वजीत और उपभोक्ता मामलो के मंत्री एल. सुसिंद्रो मैतेई—चार भाजपा विधायकों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने गए थे।    

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए जनता का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विकास और सुशासन की जीत हुई है।प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "जनशक्ति सर्वोपरि। विकास जीता, सुशासन जीता। दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को दिल्ली भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन। आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है, उसके लिए आप सभी का हृदय से बहुत-बहुत आभार।"उन्होंने कहा कि दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है। इसके साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली की अहम भूमिका हो।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे दिल्ली भाजपा के अपने सभी कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जिन्होंने इस प्रचंड जनादेश के लिए दिन-रात एक कर दिया। अब हम और भी अधिक मजबूती से अपने दिल्लीवासियों की सेवा में समर्पित रहेंगे।  

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मुंबई । सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के रुझानों पर कहा कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी सलाह की अनदेखी की, पैसे और ताकत के नशे में चूर थे। इसका प्रतिफल दिल्ली की जनता ने दिया है।   हजारे ने महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में मीडियाकर्मियों से कहा कि केजरीवाल का पूरा ध्यान शराब से पैसे कमाने पर था। इसके लिए उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग किया। राजनीति में इसका कोई स्थान नहीं होना चाहिए। हजारे ने कहा कि राजनीति में उम्मीदवार का आचरण शुद्ध, त्याग की भावना और निःस्वार्थ होना चाहिए। हजारे ने कहा कि मैंने केजरीवाल को शुद्ध आचरण और शुद्ध विचार की सलाह दी थी, लेकिन उनकी सलाह को नजरअंदाज किया गया।   दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। भाजपा निर्णायक बढ़त की ओर है। हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से केजरीवाल सुर्खियों में आए थे और इसी आंदोलन के बाद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी का गठन किया था, लेकिन उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

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नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त देते हुए 47 सीटें जीती हैं और एक पर आगे चल रही है। वहीं आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें आई हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा की 69 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। सिर्फ विकासपुरी सीट के नतीजे अभी नहीं आए हैं। विकासपुरी सीट पर भाजपा उम्मीदवार पंकज कुमार सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के महिंदर यादव से 12,876 मतों से आगे हैं। इस सीट पर अभी तक 28 राउंड की मतगणना हो चुकी है और अंतिम 29वें राउंड की मतगणना चल रही है। चुनावी नतीजों से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली में अपने 27 साल का वनवास खत्म कर दिया है।   भाजपा को मतगणना में 45.66 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी को 43.55 प्रतिशत और कांग्रेस को 6.35 प्रतिशत मत मिले हैं। दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 68 पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि दो सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ी थीं। भाजपा-नीत राजग के घटक दल जदयू ने बुराड़ी सीट से शैलेन्द्र कुमार और लोजपा (रामविलास) ने देवली सीट से दीपक तंवर को मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों उम्मीदवार चुनाव हार गए।   पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, आप प्रवक्ता दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान और सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री आतिशी और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने अपनी सीट बचा ली है। भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह, सतीश उपाध्याय, बिजेन्द्र गुप्ता, आम आदमी पार्टी से आए कैलाश गहलोत और अरविंदर सिंह लवली, कांग्रेस से आए राजकुमार चौहान, मोहन सिंह बिष्ट चुनाव जीत गए हैं। वहीं रमेश बिधूड़ी कालकाजी सीट से हार गए हैं।   भाजपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं- नरेला से राज करन खत्री (8596), तिमारपुर से सूर्य प्रकाश खत्री (1168), आदर्श नगर से राज कुमार भाटिया (11482), बादली से अहिर दीपक चौधरी (15163), रिठाला से कुलवंत राणा (29616), बवाना से रविन्द्र इन्द्राज सिंह (31475), मुन्डका से गजेन्द्र दराल (10550), नांगलोई जाट से मनोज कुमार शौकीन (26,251), मंगोल पुरी से राज कुमार चौहान (6255), रोहिणी से विजेन्द्र गुप्ता (37816), शालीमार बाग से रेखा गुप्ता (29595), शकूर बस्ती से करनैल सिंह (20998), त्रिनगर से तिलक राम गुप्ता (15,896), वजीरपुर से पूनम शर्मा (11425), माडल टाउन से अशोक गोयल (13415), मोती नगर से हरीश खुराना (11657), मादीपुर से कैलाश गंगवाल (10899), राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा (18,190), हरि नगर से श्याम शर्मा (6632), जनकपुरी से आशीष सूद (18766), उत्तम नगर से पवन शर्मा (29,740), द्वारका से प्रद्युम्न सिंह राजपूत (7829), मटिआला से संदीप सहरावत (28,723), नजफगढ़ से नीलम पहलवान (29,009), बिजवासन से कैलाश गहलोत (11,276), पालम से कुलदीप सोलंकी (8952), राजिंदर नगर से उमंग बजाज (1231), नई दिल्ली से प्रवेश साहिब सिंह (4089), जंगपुरा से तरविन्दर सिंह मारवाह (675), कस्तूरबा नगर से नीरज बैसोया (11048), मालवीय नगर से सतीश उपाध्याय (2131), आरके पुरम् से अनिल कुमार शर्मा (14,453), महरौली से गजेन्द्र सिंह यादव (1782), छतरपुर से करतार सिंह तंवर (6239), संगम विहार से चन्दन कुमार चौधरी (344), ग्रेटर कैलाश से शिखा रॉय (3188), त्रिलोकपुरी से रविकांत (392), पटपड़गंज से रविन्दर सिंह नेगी (रवि नेगी) (28072), लक्ष्मी नगर से अभय वर्मा (11,542), विश्वास नगर से ओम प्रकाश शर्मा (25,042), कृष्णा नगर से डा. अनिल गोयल (19,498), गांधीनगर से अरविन्दर सिंह लवली (12,748), शाहदरा से संजय गोयल (5178), रोहतास नगर से जितेन्द्र महाजन (27902), घोण्डा से अजय महावर (26,058), मुस्तफाबाद से मोहन सिंह बिष्ट (17,578), करावल नगर से कपिल मिश्रा (23,355)।   आआपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं- किराड़ी से अनिल झा वत्स (21,871), सुल्तानपुर माजरा से मुकेश कुमार अहलावत (17,126), सदर बाजार से सोम दत्त (6307), चांदनी चौक से पुनरदीप सिंह साहनी (सैबी) (16572), मटिया महल से आले मोहम्मद इक़बाल (42,724), बल्लीमारान से इमरान हुसैन (29823), करोल बाग से विशेष रवि (7430), पटेल नगर से प्रवेश रत्न (4049), तिलक नगर से जरनैल सिंह (11656), दिल्ली छावनी से विरेन्द्र सिंह कादियान (2029), देवली से प्रेम चौहान (36680), अम्बेडकर नगर से डा. अजय दत्त (4230), कालकाजी से आतिशी (3521), तुगलकाबाद से सहीराम (14711), बदरपुर से रामसिंह नेताजी (25,888), ऒखला से अमानतुल्लाह खान (23,639), कोण्डली से कुलदीप कुमार (6293), सीमापुरी से वीरसिंह धिंगान (10,368), सीलमपुर से चौधरी ज़ुबैर अहमद (42,477), बाबरपुर से गोपाल राय (18,994), गोकलपुर से सुरेन्द्र कुमार (8207) और बुराड़ी से संजीव झा (20601)।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 1993 में विधानसभा बनने के बाद पहले चुनाव में भाजपा जीती। 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। वर्ष 1998, 2003 एवं 2008 में दिल्ली में शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। 2013 के चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। 32 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल बनी। उसके मना करने पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। वह सरकार केवल 49 दिन चल पाई। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 67 और भाजपा को तीन और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 और भाजपा को 08 सीटें मिलीं।

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नई दिल्ली । अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कामेश्वर चौपाल का बीती रात यहां निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। वनवासी कल्याण केंद्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे राष्ट्रवादी संगठनों के साथ मिलकर सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले चौपाल ने यहां सर गंगाराम अस्पताल में आखिरी सांस ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामेश्वर चौपाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कामेश्वर चौपाल को एक समर्पित रामभक्त बताया, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।शुक्रवार काे प्रधानमंत्री मोदी ने कामेश्वर चौपाल के साथ अपनी मुलाकात की एक पुरानी तस्वीर एक्स पर साझा करते हुए लिखा, “भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपालजी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वरजी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।”बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन पर शोक जताते कहा कि आज हमने एक कुशल राजनेता और समाजसेवी खो दिया।बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य कामेश्वर चौपाल के निधन पर बिहार प्रदेश भाजपा ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। भाजपा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर श्रद्धांजलि दी। इसमें कहा गया, ''राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थायी सदस्य और विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे कामेश्वर चौपाल जी के निधन की खबर समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने अपने पूरे जीवन को धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया और वे मां भारती के सच्चे लाल थे।''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य एवं 9 नवम्बर 1989 को आयोजित ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में पूज्य संत गण की उपस्थिति में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रथम शिला रखने वाले परम रामभक्त श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उनका पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।"कामेश्वर चौपाल का जन्म 24 अप्रैल, 1956 को बिहार के तत्कालीन सहरसा जिले (वर्तमान में सुपौल जिला) के कमरैल गांव में हुआ था। उन्होंने अपना जीवन सामाजिक और धार्मिक कार्यों में लगाया। चौपाल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1991 में भारतीय जनता पार्टी से की। 1991 में वह रोसड़ा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े। 1995 और 2000 में बखरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि उन्हें चुनावी सफलता नहीं मिली और 7 मई, 2002 को कामेश्वर चौपाल ने बिहार विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण की। वे 2014 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे।कामेश्वर चौपाल ने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर की नींव के लिए पहली ईंट रखकर इतिहास रच दिया था। दलित प्रतिनिधि के रूप में उनका चयन एक बड़ा कदम था, जिसने मंदिर आंदोलन की समावेशी प्रकृति पर जोर दिया। उनके योगदान ने उन्हें हिंदुत्व और सामाजिक-राजनीतिक क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बना दिया।

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मुंबई । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत दर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.5 फीसदी से घटकर 6.25 फीसदी हो गया। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आज इसका ऐलान किया। रेपो रेट में इस कटौती से लोन सस्ता होगा और ईएमआई भी घटेगी।संजय मल्होत्रा ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद लिए गए फैसले की जानकारी पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि छह सदस्यीय समिति ने आम सहमति से रेपो रेट को 0.25 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी करने का निर्णय किया है। गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने कहा कि आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। जबकि चालू वित्त वर्ष आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी पर रहने के अनुमान को बरकरार रखा है।संयज मल्‍होत्रा ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में इसके 4.8 फीसदी रहने की संभावना है। गौरतलब है कि आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा था।

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नई दिल्ली । दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों के बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया है।   एसीबी के अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार काे केजरीवाल के आवास पर पहुंची और उन्हें नोटिस दिया। इस नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा आम आदमी पार्टी के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों की जांच कर रही है। यह आरोप बेहद गंभीर हैं और इसलिए मामले की सच्चाई जानने के लिए एसीबी की तत्काल जांच और हस्तक्षेप की आवश्यकता है।   एसीबी ने केजरीवाल से आज किसी भी सुविधाजनक समय पर उनके एक्स पर संबंधित पोस्ट को लेकर जानकारी मांगी है। नोटिस में केजरीवाल से पूछा गया है कि क्या आप इस एक्स पोस्ट से सहमत हैं कि आपकी पार्टी के 16 विधायक उम्मीदवारों को रिश्वत की पेशकश की गई है। एसीबी ने उक्त 16 उम्मीदवारों का ब्यौरा मांगा है।   आआपा की लीगल सेल के प्रमुख संजीव नासियार ने बताया कि एसीबी के अधिकारी डेढ़ घंटे पहले बिना नोटिस यहां आए थे। उनके पास न तो नोटिस था और न ही स्टाम्प। जब हमने उनसे कहा कि वे हमसे कानूनी तौर पर पूछताछ कर सकते हैं और हम उनके साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने हमें नोटिस देने में डेढ़ घंटे लगा दिए। उन्होंने हमें अब जो नोटिस दिया है, उसमें शिकायतकर्ता के बारे में कोई विवरण नहीं है और केवल अरविंद केजरीवाल के एक्स पोस्ट के बारे में विवरण है। वहीं आआपा नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने एसीबी से इस मामले की गहन जांच की मांग की है।   उन्हाेंने कहा कि ध्यान देने वाली एक और बात यह है कि जब दिल्ली में हत्या, डकैती और बलात्कार के मामलों की बात आती है, तो क्या एलजी उसी तत्परता से कार्रवाई करते हैं। नहीं, वे ऐसा नहीं करते, लेकिन इस मामले में इतनी तत्परता से कार्रवाई देखना अच्छा है। मैंने व्यक्तिगत रूप से जांच का अनुरोध करते हुए एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की है और एसीबी इसकी जांच करेगी।  

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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्यश्री 108 विद्यासागर महामुनिराज की स्मृति में भोपाल में स्मृति स्थल विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आचार्य विद्यासागर जी ने अपने जीवन में सभी आवश्यक नियमों का पालन किया। संत परंपरा का अनुसरण करते हुए उनके प्रकृति के साथ संबंध, जीवन शैली, मानव सेवा और समाज को मार्गदर्शन के माध्यम से वे अपने जीवन काल में ही देवता के रूप में स्वीकारे जाने लगे। व्यक्तिगत जीवन में तप, संयम, त्याग, सेवा, समर्पण जैसे शब्द उनके व्यक्तित्व के सम्मुख छोटे पड़ जाते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर भोपाल में मप्र विधानसभा परिसर में आयोजित गुरु गुणानुवाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभा में गुरु वंदना कर अतिशय पुण्य अर्जित करने पधारे समर्पित भक्तों का राज्य शासन की ओर से अभिवादन किया। कार्यक्रम में भोपाल सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय, विधायक भगवानदास सबनानी, मुख्य सचिव अनुराग जैन, विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह, जनप्रतिनिधि राहुल कोठारी तथा जैन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी और बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित थे। मुख्यमंत्री का मुकुट और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया स्वागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी ट्रस्ट द्वारा कार्यक्रम में आयोजनकर्ताओं ने मुकुट तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिवादन किया। उनको शॉल भी सम्मानपूर्वक भेंट की गई। मुख्यमंत्री ने संत शिरोमणि श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित किया तथा मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज का पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आचार्य विद्यासागर महाराज के जीवन और कृतित्व पर आधारित 25 पुस्तकों का विमोचन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उन्हें नेमावर में संतश्री के सानिध्य का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। साक्षात देवता के दर्शन के समान प्रतीत होता संतश्री का अलौकिक व्यक्तित्व जीवन को धन्य करने वाला था। जैन और सनातन दर्शन में आत्मा की भूमिका आवागमन की बताई गई है। यह माना जाता है कि वस्त्र बदलने के समान ही पवित्र आत्मा शरीर बदलती है। इस दृष्टि से यह मानना कि महाराज जी हमारे बीच नहीं है, व्यर्थ है। वास्तविकता यह है कि उन्हें स्मरण करने और मन की आंखों से देखने के क्षणिक प्रयास मात्र से ही आचार्य विद्यासागर जी के आस-पास होने की सहज अनुभूति होती है। उनके व्यवहार, स्वरूप और विचार के प्रभाव के परिणाम स्वरूप सभी व्यक्ति उन्हें अपना मानते थे। प्रदेशवासियों में संतश्री के प्रति इतने अपनत्व और आदर का भाव था कि यह किसी को अनुभूति ही नहीं होती थी कि वे कर्नाटक से हैं। संतश्री ने जीवन के कई क्षेत्रों में समाज को दिशा दी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आचार्य विद्यासागर जी ने अपनी इच्छा शक्ति से जीवन के कई क्षेत्रों में समाज को दिशा दी। स्वरोजगार के क्षेत्र में जेल से लेकर समाज में महिलाओं को रोजगार देने का मार्ग प्रशस्त किया। गौ-माता की भी उन्होंने चिंता की तथा गौ-माता के माध्यम से लोगों के जीवन और प्रकृति में बदलाव के लिए गतिविधियों को प्रोत्साहित किया। इसी प्रकार किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में की गई उनकी पहल अनुकरणीय है। आचार्यश्री ने अपने विचार, भाव और कर्म से समाज को प्रकृति व परमात्मा के समान पुष्पित-पल्लवित, प्रेरित करने का कार्य किया। भारतीय जनतंत्र की सांस्कृतिक जड़ें, नई शिक्षा नीति का आधार है मुख्यमंत्री ने कहा कि संतश्री का विचार था कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा सभी के लिए सुलभ होना चाहिए। वे भाषाओं की समृद्धि पर विशेष ध्यान देते थे, उनका विचार था कि भाषाओं की विविधता की जानकारी से भारत की आंतरिक शक्ति में भी वृद्धि होती है और ज्ञान के लिए भाषाओं की समृद्धि आवश्यक है। गुणवत्ता शिक्षा के लिए प्रदेश में निरंतर प्रयास जारी हैं, इस क्रम में 55 एक्सीलेंस कॉलेज आरंभ किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार भारतीय जनतंत्र की सांस्कृतिक जड़ें, नई शिक्षा नीति का आधार है। इसी का परिणाम है की नई शिक्षा नीति में जैन दर्शन सहित भारतीय ज्ञान परंपरा के सभी विचारों को शामिल किया गया है। प्रदेश में खुले में मांस की दुकानों को भी बंद किया गया। तेज ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार संवदेनशील है। प्रदेश में शराब बंदी की दिशा में कदम बढ़ाते हुए 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू की गई। समाज में इस दिशा में सुधार की आवश्यकता है। देश और समाज के प्रमुख आयोजन तिथियों के आधार पर हों मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय संस्कृति में तिथियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय काल गणना देश के प्राचीन ज्ञान, कौशल के बल पर स्थानीय ऋतुओं और परिस्थितियों के अनुसार विकसित हुई, जिस पर सभी को गर्व है। देश और समाज के प्रमुख आयोजन तिथियों के आधार पर होना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज संत नहीं जीवित देवता हैं, उनका स्नेह, प्रेम, दुलार और आशीर्वाद सब पर बना रहे यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्मृति दिवस पर पधारे मुनिश्री के विचारों का श्रवण भी किया।

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शिवपुरी । मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में गुरुवार को भारतीय वायुसेना का एक फाइटर प्लेन मिराज-2000 क्रैश हो गया है। आसमान में उड़ते हुए फाइटर प्लेन अचानक खेत में गिरा और उसमें आग लग गई। इस हादसे में पायलट सुरक्षित हैं। घटना के बाद घायल पायलट की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वो मोबाइल पर किसी से बात करते दिख रहे हैं। यह ट्विन सीटर मिराज-2000 था। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तुरंत एक टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।   शिवपुरी जिले के नरवर तहसील अंतर्गत ग्राम बहरेटा सानी में आज दोपहर बाद 2.40 बजे वायुसेना का एक फाइटर प्लेन मिराज-2000 क्रैश होकर किसानों के खेत में जा गिरा और उसमें आग लग गई, जिससे प्लेन जलकर खाक हो गया है। धुआं दिखते ही गांव के लोग मौके की तरफ भागने लगे। देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि, प्लेन में सवार दोनों पायलट पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पायलटों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।   करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई ने बताया कि फाइटर प्लेन में दो पायलट थे। हादसे से पहले दोनों पायलटों ने खुद को इजेक्ट कर लिया था। दोनों ही सुरक्षित हैं। घटना की जानकारी पर एयरफोर्स की टीम हेलिकॉप्टर से मौके पर पहुंची और दोनों पायलटों को ग्वालियर लेकर रवाना हो गई। प्लेन कहां उड़ा था और कहां जा रहा था, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। न ही हादसे की वजह पता चली है।  

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नई दिल्ली । अमेरिका से 104 भारतीयों को 'अमानवीय' तरीके से निर्वासित करने के विरोध में विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कई सांसदों ने हाथों में हथकड़ियां पहन रखी थीं और तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर कई तरह के स्लोगन लिखे हुए थे।इस मौके पर कांग्रेसाध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम, इंडी गठबंधन (आईएनडीआईए) के दल भारतीय नागरिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी सरकार को निर्वासन पर एक विस्तृत बयान जारी करके बताना चाहिए कि हमने भारतीयों को सम्मान और गरिमा के साथ वापस लाने के लिए अपने स्वयं के विमान क्यों नहीं भेजे, बजाय इसके कि हमारी धरती पर एक सैन्य विमान उतरे।राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिका ने सैन्य विमान से बेड़ियों में बांधकर भारतीय नागरिकों को वापस भेजा, जो हर भारतीय और भारत का अपमान है। वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बहुत बात की गई थी कि मोदी और ट्रंप बहुत अच्छे मित्र हैं, फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है कि उनको हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाकर भेजा जाए? ये कोई तरीका है...प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना दिखा रहे थे, वे अब चुप क्यों हैं? भारतीय नागरिकों को गुलामों की तरह हथकड़ी लगाकर और अमानवीय परिस्थितियों में भारत भेजा जा रहा है। विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है? बच्चों और महिलाओं को इस अपमान से बचाने के लिए सरकार ने क्या किया?कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव और कुछ अन्य नेता भी संसद के मुख्य द्वार के बाहर हथकड़ी पहने हुए अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका से निर्वासित किए जाने के दौरान भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।

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नई दिल्ली । दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से जारी मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया। हालांकि कुछ मतदान केन्द्रों में कतार के कारण मतदान अभी जारी है। दिल्ली में शाम 5 बजे तक औसतन 57.70 प्रतिशत मतदान हुआ है। लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली में 58.78 प्रतिशत मतदान हुआ था।   चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5 बजे तक दिल्ली के विभिन्न जिलों में मतदान का प्रतिशत अलग-अलग रहा है। केन्द्रीय दिल्ली में 55.24, पूर्वी दिल्ली 58.98, नई दिल्ली 54.37, उत्तरी दिल्ली 57.24, उत्तर पूर्वी दिल्ली 63.83, उत्तर पश्चिमी दिल्ली 58.05, शाहदरा 61.35, दक्षिणी दिल्ली 55.72, दक्षिण पूर्वी 53.77, दक्षिण पश्चिमी 58.86, पश्चिमी दिल्ली 57.42 प्रतिशत मतदान हुआ है।   मुस्तफाबाद सीट के लिए अपराह्न पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान 66.68 प्रतिशत हुआ। इसके बाद सीलमपुर में 66.41 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे कम मतदान करोल बाग 47.40 मॉडल टाउन में 51.29, कालकाजी में 51.81 और चांदनी चौक 52.76 प्रतिशत हुआ। कई सीटों पर मतदान 60 प्रतिशत से ज्यादा पहुंच गया है। इसमें मटिया महल, त्रिलोकपुरी, नरेला, रोहणी, बादली, गोकुलपुर, करावलनगर, किरारी, मंगोलपुरी, बाबरपुर, रोहतासनगर, सीमापुरी, शादरा, छत्तरपुर, और नजफगढ़ सीट शामिल है।   मतदान करने वाली प्रमुख हस्तियां राष्ट्रीय राजधानी में निवास करने वाले महत्वपूर्ण हस्तियों ने भी मतदान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति एस्टेट में स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय में बने केन्द्र पर मतदान किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नॉर्थ एवेन्यू, पोलिंग बूथ पर लाइन में लगकर मतदान किया।   मतदान के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मतदान लोकतंत्र के लिए ऑक्सीजन के समान है। यह हमारे लोकतंत्र का स्तंभ भी है। यह सभी अधिकारों की जननी है और इससे बड़ा अधिकार कोई नहीं है। हर व्यक्ति को अपनी समझ, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों का ध्यान में रखते हुए मतदान अवश्य करना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने भी निर्माण भवन में बने केंद्र पर मतदान किया। मणिपुर के राज्यपाल और पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने अपनी पत्नी के साथ निर्माण भवन में स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटे के साथ अटल आदर्श विद्यालय, लोदी स्टेट में मतदान किया। मतदान केंद्र से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि लोगों को घर से बाहर निकल कर अधिक से अधिक संख्या में मतदान करना चाहिए। यह उनका सबसे बड़ा अधिकार है। दिल्ली के लोगों में बहुत उत्साह है। वे पानी, प्रदूषण और सड़क के मुद्दे पर बात रख रहे हैं। अगर वह इसका समाधान चाहते हैं तो मतदान करें। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल, माता-पिता और बच्चों के साथ लेडी इरविन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने एनडीएमसी के साइंस और ह्यूमैनिटी, तुगलक क्रीसेंट में मतदान किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता बृंदा करात व प्रकाश करात ने मतदान किया। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने भी अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। सांसद संजय सिंह ने भाई वीर सिंह मार्ग पर स्थित सेंट कोलंबस स्कूल में मतदान किया। दिल्ली के वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों में एक उत्साह है। लोकतंत्र के इस उत्सव के लिए उन्होंने अपने परिवार के साथ वोट डाला है। इसी बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि हम दिल्ली में सरकार बनाने जा रहे हैं।  

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पटना । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बिहार में हुई जाति जनगणना पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बिहार की जाति गणना नहीं देखें, बल्कि जातीय भागीदारी का सच अगर जानना है तो तेलंगाना में हुई जाति गणना को देखा जाए। उन्होंने देश स्तर पर तेलंगाना मॉडल को अपनाने की वकालत की। कहा कि देश स्तर पर जाति जनगणना कराने की जरूरत है।वह बुधवार को पटना में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौैधरी की 130वीं जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।   राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि भारत के पॉवर स्ट्रक्चर जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कारपोरेट या ज्यूडिशरी में दलित वर्ग की कितनी भागीदारी है? भाजपा रिप्रेजेंटेशन की बात करती है, लेकिन भागीदारी के बिना रिप्रेजेंटेशन का कोई मतलब नहीं है। ये बिलकुल ऐसा ही है जैसे मैंने आपके बीच में से पांच लोगों को स्टेज पर बैठा दिया, लेकिन उनके फैसले कहीं और से लिए जा रहे हैं। मोदी सरकार में भी यही हो रहा है कि आप लोगों को मंत्री बना देते हैं, लेकिन ओएसडी तो इन्हीं के विचारधारा से आते हैं। उन्होंने कहा कि हम आंबेडकर और जगलाल चौधरी के विचार और उसूलों की बात करते हैं। लेकिन सवाल है कि आंबेडकर और जगलाल चौधरी के जो विचार थे, वे कहां से आते थे? सच्चाई ये है कि दलितों के दिल में जो दुख और दर्द था, अंबेडकर और जगलाल चौधरी ने उस आवाज को उठाया था। राहुल गांधी ने कहा कि देश की 200 बड़ी कम्पनियों में एक भी दलित, ओबीसी, आदिवासी नहीं हैं। 90 लोग हिन्दुस्तान का बजट निर्धारण करते हैं। इन लोगों में सिर्फ तीन दलित हैं। जो तीन अफसर हैं, उनको छोटे -छोटे विभाग दे रखे हैं। सरकार यदि अगर 100 रुपये खर्च करती है तो उसमे एक रुपये का निर्णय ही दलित अफसर लेते हैं। इसी तरह 50 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है। उस वर्ग से भी मात्र तीन अफसर हैं। दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग की भागीदारी 100 रुपये में सिर्फ छह फीसदी के बराबर है। उन्होंने कहा कि आबादी के अनुरूप सभी सेक्टरों में प्रतिनिधित्व के लिए सबसे जरूरी है कि जाति गणना कराई जाए। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद लीडरशिप के लेवल पर दलित, आदिवासी और पिछड़े को देखना है।   उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी का यह बयान बिहार में कांग्रेस की साझीदार राजद के लिए तनाव बढ़ाने वाली है। लालू यादव और तेजस्वी यादव अक्सर ही बिहार में हुई जाति गणना को अपनी बड़ी उपलब्धि बताते हैं। लेकिन अब राहुल गांधी ने इस पर उंगली उठाकर राजद के दावों को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है।    

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महाकुम्भनगर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर पूरी दुनिया को एकता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान किया। पावन डुबकी लगाने से पहले प्रधानमंत्री ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान वह रुद्राक्ष की माला का जप करते भी नजर आए। मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की अराधना करते हुए उन्होंने पावन डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने गंगा पूजन और आरती भी की। इससे पूर्व प्रधानमंत्री के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।विधिवत किया पूजन अर्चनत्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत पू्जा अर्चना की। संगम में उतरने से पहले पीएम ने सबसे पहले आस्था के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया, फिर सूर्य को अर्घ्य दिया और तर्पण भी किया। संगम स्नान के बाद उन्होंने पूरे विधि विधान से पूजन अर्चन भी किया। काले कुर्ते और भगवा पटके व हिमांचली टोपी पहने पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच संगम त्रिवेणी में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की। इसके बाद उन्होंने संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी। वहा मौजूद तीर्थ पुरोहित ने उनका टीका लगाकर अभिनंदन किया। पूजन अर्चन के बाद पीएम मोदी, मुख्यमंत्री के साथ उसी बोट पर बैठकर वापस हेलीपैड की ओर रवाना हो गए।विशेष योग में किया स्नानमहाकुम्भ में जहां दुनिया भर के श्रद्धालुओं का समागम हो रहा है, वहां प्रधानमंत्री ने पावन डुबकी के माध्यम से पूरी दुनिया को एक भारत श्रेष्ठ भारत और वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया। बुधवार को पीएम मोदी का संगम स्नान बहुत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण रहा। इस दौरान विशिष्ट योग का भी संयोग रहा। दरअसल, बुधवार का दिन विशेष था, क्योंकि हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय गुप्त नवरात्रि चल रही है और बुधवार को भीष्माष्टमी भी थी। गुप्त नवरात्रि पर जहां देवी पूजन किया जाता है तो वहीं, भीष्माष्टमी पर श्रद्धालु अपने पुरखों का तर्पण और श्राद्ध भी करते हैं।प्रयागराज पहुंचने पर सीएम योगी ने किया स्वागतप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वह एमआई-17 हेलिकॉप्टर में बैठकर डीपीएस हेलिपैड पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत और अभिनंदन किया। यहां से प्रधानमंत्री अरैल घाट पहुंचे, जहां से विशेष बोट पर सवार होकर उन्होंने त्रिवेणी संगम का रुख किया। बोट पर उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री महाकुम्भ में की गई व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं के विषय में सीएम योगी से जानकारी लेते हुए भी दिखाई दिए। बोट से भ्रमण के दौरान पीएम ने त्रिवेणी संगम में मौजूद श्रद्धालुओं का भी अभिवादन स्वीकार किया।पीएम की मौजूदगी में भी चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नानप्रधानंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे। पीएम मोदी के आगमन के बावजूद लोगों को स्नान करने से रोका नहीं गया था। वीवीआईपी मूवमेंट के बाद भी कहीं कोई गतिरोध उत्पन्न नहीं हुआ और एक तरह से पीएम मोदी और अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ ही त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इससे श्रद्धालु भी प्रसन्न नजर आए और संगम तट पर लाखों लोगों की मौजूदगी में हर हर गंगे और मोदी-मोदी के जयकारे गुंजायमान होते रहे। उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुम्भ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इसी का नतीजा है कि मात्र 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ श्रद्धालु संगम में पावन डुबकी लगा चुके हैं।13 दिसंबर को पीएम मोदी ने की थी कई परियोजनाओं की शुरुआतइससे पूर्व पीएम मोदी ने महाकुम्भ की शुरुआत से एक माह पूर्व 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी। इसमें यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और डेवलपमेंट के साथ-साथ आरओबी फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की प्रमुख परियोजनाएं सम्मिलित थीं। इसके अतिरिक्त, स्थायी घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल सुविधाओं के साथ विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था। यही नहीं, पीएम मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी शुभारंभ किया था। इन परियोजनाओं और कॉरिडोर के शुभारंभ का उद्देश्य न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ के अनुभव को यादगार बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को प्रगति की नई दिशा दिखाना भी था।

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महाकुम्भनगर । भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद वहां के विहंगम दृश्य को देखकर भूटान नरेश काफी अ​भिभूत दिखे।भूटान नरेश ने संगम नोज पर बने जेटी पर खड़े होकर पक्षियों को दाना भी खिलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जगद्गुरू सतुआ बाबा, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व प्रदेश सरकार के मंत्री नन्द गोपाल नंदी भी मौजूद रहे। संगम स्नान के बाद भूटान नरेश अक्षयवट का दर्शन करेंगे।लखनऊ से विशेष विमान से भूटान नरेश मंगलवार को सुबह प्रयागराज के बमरोली एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोट पर उतरने के बाद भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। बमरौली एयरपोर्ट से भूटान नरेश हेलीकाप्टर से अरैल पहुंचे। यहां से वह संगम पहुंचकर स्नान किया।        

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में केन्द्र सरकार की ओर से चलाई गई योजनाओं और कार्यों से देश के राजस्व को हुए फायदे और गरीबों को मिले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के समय 1 में से 15 पैसे ही जनता तक पहुंचते थे लेकिन अब उनकी सरकार में गरीबों को उनका हक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों को झूठे नारे नहीं, बल्कि सच्चा विकास दिया है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का उत्तर देते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी के जातिगत मुद्दे उठाए जाने पर भी पलटवार किया और बताया कि उनकी सरकार कैसे देश की एकता बनाए रखते हुए समावेशी विकास के लिए कार्य कर रही है। उनकी सरकार संविधान की भावना लेकर चलती है और उनकी पार्टी जहर की राजनीति नहीं करती। उन्होंने कहा कि देश की एकता हमारे लिए सर्वोपरि है। इसीलिए हमने स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाई है।प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की ओर से ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने का भी उल्लेख किया और कहां की जिन लोगों को आज जातिवाद में मलाई दिखती है उन लोगों को उसे समय ओबीसी की याद नहीं आई।प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में मान्य विपक्ष नहीं होने के बावजूद संविधान की भावना को बनाए रखते हुए कई महत्वपूर्ण समितियां में नेता विपक्ष से जुड़ी बाध्यता दूर किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव आयोग में नियुक्ति केवल प्रधानमंत्री ही अपने स्तर पर कर दिया करते थे लेकिन उनकी सरकार ने आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में विपक्ष के नेता को भी शामिल कराया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का हमेशा से प्रयास कर रहा है कि योजनाओं का साथ प्रतिशत लाभ लाभार्थियों तक पहुंचे। लेकिन पिछली सरकारों का मॉडल तुष्टिकरण की राजनीति का रहा है। देश को विकसित बनाने के लिए तुष्टीकरण से मुक्ति पानी होगी और इसके लिए हमने संतुष्टीकरण का रास्ता चुना है। हर समाज हर वर्ग के लोगों को उनका हक मिलना चाहिए।इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी के बयान पर निशाना साधा और कहा कि एक महिला राष्ट्रपति का सम्मान नहीं किया गया। यह राजनीतिक हताशा का परिणाम है। उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर गांधी परिवार के तीन सदस्यों सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के संसद में बैठने पर भी कटाक्ष किया और कहा कि क्या एससी और एसटी परिवारों से एक ही समय में संसद के तीन सदस्य रहे हैं।प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के विदेश नीति पर बोलने पर भी कड़ा प्रहार किया और कहा कि उन्हें ‘जेएफसी फॉरगॉटेन क्राइसिस’ नामक पुस्तक पढ़नी चाहिए जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के कार्यकाल में विदेश नीति की क्या स्थिति थी इसका वर्णन है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का भी उल्लेख किया और कहा कि 7 दशक तक वहां के लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखा गया।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार युवा भविष्य के लिए काम कर रही है लेकिन कुछ दल वादा करके उन्हें पूरा नहीं करते। इस संदर्भ में उन्होंने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह दल युवाओं के भविष्य पर ‘आप-दा’ बनकर गिरे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले अखबारों की हेडलाइन घोटाले से जुड़ी होती थी लेकिन अब लाखों करोड़ों रुपये की बचत हो रही है और इन पैसों का उपयोग ‘शीश महल’ बनाने के लिए नहीं किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने बजट से जुड़ी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2014 तक 2 लाख तक की आय कर मुक्त होती थी लेकिन आज 12 लाख रुपये तक की आय करमुक्त है। प्रधानमंत्री ने डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें नल से शुद्ध जल मिलने के कारण लोगों के बीमारियों पर होने वाले खर्चे में औसत 40 हजार की कमी आई है। उन्होंने विश्व कैंसर दिवस पर लांसेट जनरल की एक रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि आयुष्मान योजना के चलते गरीब परिवार कैंसर का शीघ्र उपचार कर पा रहे हैं।          

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शायर अंजुम बाराबंकवी, भगवान श्रीराम पर केंद्रित गजलों की एक किताब लिख रहे हैं। इसमें 51 गजलें शामिल होंगी। अंजुम ने इस श्रृंखला की एक गजल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजी तो वे भी गजलें पढ़कर न केवल उनके मुरीद हो गए, बल्कि उन्होंने शायर अंजुम बाराबंकवी को एक पत्र लिखकर उनकी तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के पत्र से शायर अंजुम बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से उक्त जानकारी साझा करते हुए बताया कि मेरे जीवन पर श्रीराम का बड़ा प्रभाव है। इसलिए उन पर गजल लिखी है और आगे भी लिखेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीराम का व्यक्तित्व मुझे बचपन से ही प्रभावित करता रहा है। राम भले ही पुत्र के रूप में हो, भाई के रूप में हो या पति के रूप में हो या फिर वह राजा के रूप में राम हों। उन्होंने जो मानक स्थापित किए हैं, वह कोई और नहीं कर सकता हैं। अंजुम ने बताया कि उन्होंने नौ जनवरी को प्रधानमंत्री को स्पीड पोस्ट से यह गजल भेजी थी... दूर लगते हैं मगर पास हैं दशरथ नन्दन... मेरी हर साँस का विश्वास हैं दशरथ नन्दन... दिल के काग़ज़ पे कई बार लिखा है मैंने... इक महकता हुआ अहसास हैं दशरथ नन्दन... दूसरे लोगों के बारे में नहीं जानता हूँ... मेरे जीवन में बहुत ख़ास हैं दशरथ नन्दन... और कुछ दिन में समझ जाएगी छोटी दुनिया... हम ग़रीबों की बड़ी आस हैं दशरथ नन्दन... आप इस तरह समझ लीजिए मेरी अपनी... ज़िन्दगी के लिए मधुमास हैं दशरथ नन्दन... ये जो दौलत है मेरे सामने मिट्टी भी नहीं... मेरी क़िस्मत के मेरे पास हैं दशरथ नन्दन... मेरी ये बात भी जो चाहे परख सकता है... सच के हर रूप के अक्कास हैं दशरथ नन्दन... प्रधानमंत्री मोदी ने 27 जनवरी को शायर अंजुम को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की एक वर्ष पूर्ण होने पर अपनी प्रसन्नता को राम गजल में लिखकर अभिव्यक्त करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। गजल में प्रभु श्रीराम के प्रति अपने प्रेम को आपने बहुत सुंदर ढंग से दर्शाया है। प्रभु श्रीराम साक्षात धर्म के यानी कर्तव्य के सजीव रूप हैं। अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व के भाव के साथ, अमृत काल में एक भव्य और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हम अग्रसर हैं। मुझे विश्वास है कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास राष्ट्र को नई ऊंचाइंयों तक पहुंचाएंगे। अक्टूबर में आएगी "राम गजलें'' शायर अंजुम बाराबंकवी ने बताया कि मैंने ये गजल जून 2024 में लिखी थी, जो कई जगह प्रकाशित हुई थी। इस साल अक्टूबर में इसकी पुस्तक आएगी जिसका नाम है राम गजलें। इसमें श्रीराम पर 51 गजलें होंगी, जो राम के चारित्र पर केंद्रित हैं।    

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच आज दिल्ली के स्कूली बच्चों से मुलाकात की। बच्चों से बातचीत में प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी सरकार पर शिक्षा क्षेत्र में बेईमानी करने का आरोप लगाया।प्रधानमंत्री ने कहा, मैंने सुना है कि दिल्ली में वे (आम आदमी पार्टी सरकार) बच्चों को 9वीं कक्षा के बाद आगे नहीं जाने देते हैं। केवल उन्हीं बच्चों को आगे जाने दिया जाता है, जिनको पास होने की गारंटी होती है। क्योंकि अगर उनका रिजल्ट खराब आया तो उनकी सरकार की इज्जत खराब हो जाएगी। इसलिए बहुत बेईमानी का काम होता है।

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नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सदस्य एवं फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन ने आरोप लगाया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है। जया बच्चन ने साेमवार काे संसद परिसर में मीडियाकर्मियों से कहा कि महाकुंभ में गरीबों और आम आदमी की कोई सहायता नहीं की जा रही है और न ही उसके लिए कोई व्यवस्था की जा रही है। बच्चन ने आरोप लगाया कि भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के शवों को नदी में फेंक दिया गया है, जिससे जल प्रदूषित हो गया है। उल्लेखनीय है कि सपा महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को जोर-शोर से उठा रही है। मेला प्रशासन के मुताबिक भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई और 60 के करीब लोग घायल हैं। जया बच्चन ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार आंकड़े छिपा रही है।

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महाकुम्भ नगर । पंचाक्षरी मंत्र की अनुगूंज, मधुर भजन स्वर लहरी, हर-हर गंगे के जयघोष के मध्य कुम्भ के तीसरे अमृत (शाही) स्नान बंसत पंचमी पर्व पर सोमवार को अखाड़ों और नागा संन्यासियों की अवधूती शान से संगम पर सनातनी आस्था का वैभव मुखर हो उठा। उमंग-उत्साह के बीच बैरागी अखाड़ों के वैराग्य का रंग और नागा संन्यासियों का आकर्षण अलग अलौकिक आध्यात्म की अनुभूति करा रहा था।   महाकुम्भ के अंतिम एवं तीसरे अमृत स्नान के मौके पर प्रयागराज में करोड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। देश के कोने-कोने से यहां पहुंचे अलग-अलग वेशभूषा, बोलचाल, रंग-ढंग के लोगों ने भावनात्मक एकता का शानदार परिचय दिया। बसंत पंचमी के दौरान प्रयागराज की सर्दी श्रद्धालुओं की आस्था के आड़े न आ सकी। आधी रात से संगम में श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने के लिए जुटने लगे थे। ये सिलसिला भाेर से लेकर दिनभर चला और अभी भी जारी है।  मेला प्रशासन ने बताया कि 02 फरवरी की रात्रि से बसंत पंचमी के स्नान मुहूर्त आरंभ हो गया। इस दौरान 40 घाटों पर शाम 06 बजे तक 2.33 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे। अभी रात्रि तक स्नान जारी रहेगा। श्रद्धालु लगातार स्नान कर रहे हैं।   तीसरे अमृत स्नान पर अखाड़ों के साधु-संत निर्धारित क्रम एवं समय के अुनसार गाजे-बाजे के साथ संगम तट की ओर प्रातः 4 बजे बढ़े। साधु-संतों और नागा साधुओं की झलक देखने के लिए लाखों श्रद्धालु मार्ग में खड़े थे। साधु-संतों और नागाओं को देखते ही श्रद्धालुओं की भीड़ हर-हर महादेव का जयकारा जोर से लगाती रही। हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ अखाड़ों ने अंतिम और तीसरा शाही स्नान किया।   इस अखाड़े ने किया पहला स्नान वर्षों से चली आ रही परम्परा को इस बार भी दोहराया गया। महानिर्वाणी एवं शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा को स्नान का पहला अवसर मिला। ऐसे में आज सुबह 5 बजे पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने अमृत स्नान किया। इसके पीछे अब निरंजनी अखाड़ा, आनन्द अखाड़ा, जूना अखाड़ा, दशनाम आवाहन अखाड़ा और पंचाग्नि अखाड़ा, पंच निर्मोही, पंच दिगंबर, पंच निर्वाणी, अनी अखाड़ा, नया उदासीन अखाड़ा बड़ा उदासीन व अन्य अखाड़े अमृत स्नान कर रहे हैं।   हेलिकाप्टर से पुष्पवर्षा, अभिभूत हुए संत, संन्यासी व श्रद्धालु महाकुम्भ के अंतिम अमृत स्नान में संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई। हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई। पुष्प वर्षा की शुरुआत सुबह 6.30 बजे से ही हो गई और सायं तक चलती रही, जब तक अखाड़ों का अमृत स्नान जारी रहा। गुलाब की पंखुड़ियों की आसमान से हो बारिश देख संगम तट पर मौजूद नागा संन्यासी, संत समाज और श्रद्धालु अभिभूत हो गए। हर तरफ जय श्री राम और हर हर महादेव का उद्घोष आरम्भ हो गया। महाकुम्भ के सभी तीनों अमृत स्नान पर अखाड़ों के संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई है।   मुख्यमंत्री योगी ने दी बधाई महाकुम्भ में पवित्र त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, सभी अखाड़ों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस महाकुम्भ को भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक मूल्यों को प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और इसके द्वारा समाज में शांति, समृद्धि और सद्भाव की भावना को साझा करने की शुभकामनाएं दीं।   ठंड पर भारी पड़ा आस्था का सैलाब गंगा-यमुना व अदृश्य सरस्वती के पावन संगम पर लोगों ने शुभ-मुहूर्त के शुभारम्भ से ही डुबकी लगानी शुरु कर दी थी। हल्के कोहरे तथा ठण्ड पर भी लोगों की आस्था का सैलाब भारी रहा। संगम क्षेत्र में रात्रि से ही आस्था और श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ने लगा। मौनी अमावस्या के दौरान हुए हादसे के बाद बसंत पंचमी पर हर श्रद्धालु में जबरदस्त जोश और उत्साह देखने को मिला। स्नान के बाद श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों के दान-पुण्य का कार्यक्रम जारी रहा। आस्था के जनसैलाब को दृष्टिगत रखते हुए मेला प्रशासन ने बड़ी ही चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था बनाए रखी। श्रृंग्वेरपुर से लेकर किला घाट तक गंगा, यमुना और संगम तट के दोनों तरफ 8 किमी में बनाए गये 40 सुगम घाटों पर खुले क्षेत्रों में लोगों ने स्नान किया। सुव्यवस्थित वेंडिंग जोन तथा सुगम यातायात व्यवस्था के प्रभाव से स्नानार्थियों का अवागमन व्यवस्थित एवं सुगम रहा। कहीं भी जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होने पाई। कम से कम पैदल दूरी पर चलकर श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मेला क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली। मेला प्रशासन पूरी तैयारी के साथ चप्पे-चप्पे पर नज़र रख रहा है। श्रद्धालुओं को विनम्रता के साथ मार्गदर्शन करते हुए सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।   सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद तीसरे अमृत स्नान में मेला प्रशासन सर्तकता बरत रहा है। मेला प्रशासन ने तीसरे अमृत स्नान के लिए स्पेशल प्लान बनाया है। इसमें सभी श्रद्धालुओं के लिए वनवे रूट की व्यवस्था की गयी। त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेड तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी गई है। श्रद्धालुओं को संगम या अन्य घाटों तक पहुंचने में दिक्कत ना हो, इसके प्रबंध किए गए हैं। प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए 15 मोटर साइकिल दस्ते तैनात किए गए हैं। प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स के बैरियर पर सीएपीएफ और पीएसी का इंतजाम किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है। इसके अलावा पांटून पुलों पर मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने पाए, इसके भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।   अब तक 37 करोड़ लगा चुके आस्था की डुबकी 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुम्भ मेले में सोमवार तक 37 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। सोमवार सांय 6 बजे तक 2.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

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कुआलालंपुर । भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप 2025 का खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम को 9 विकेट से हराया। भारत ने लगातार दूसरी बार अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2023 में हुई थी। पहले ही संस्करण में भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने शेफाली वर्मा की कप्तानी में जीत हासिल की थी। अब दो साल बाद दूसरे संस्करण में निकी प्रसाद की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की है।   कुआलालंपुर के बयूमास ओवल में रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 82 रन पर ऑलआउट हो गई। इससे भारतीय महिला अंडर 19 टीम को जीत के लिए 83 रनों का लक्ष्य मिला। जवाब में भारतीय टीम ने 11.2 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाते हुए मुकाबला अपने नाम किया और ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम की जीत में गोंगाडी तृषा ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए पहले गेंदबाजी में तीन विकेट लिए, फिर बल्ले से नाबाद 44 रन भी बनाए। 83 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने अच्छी शुरुआत की और चार ओवर में टीम का स्कोर 36 रन पहुंचा दिया। पांचवें ओवर में जी कमलिनी के रूप में भारतीय टीम को पहला झटका लगा। कमलिनी 8 रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद भारतीय टीम का कोई और विकेट नहीं गिरा और लक्ष्य को 11.2 ओवर में आसानी से हासिल कर लिया। गोंगाडी तृषा 33 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 44 रन और सानिका चाके 22 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से एकमात्र विकेट कायला रेनेके ने लिया। इससे पहले फाइनल में पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे दूसरे ही ओवर में पहला झटका लगा। सलामी बल्लेबाज सिमोन लॉरेन्स बिना खाता खोले बोल्ड हो गईं। फिर 20 रन के स्कोर पर दूसरी सलामी बल्लेबाज जेम्मा बोथा भी पवेलियन लौट गईं। बोथा ने तीन चौके की मदद से 14 गेंदों पर 16 रन बनाए। 20 रन के स्कोर पर ही दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका लगा। दियारा रामलाकन 3 रन बनाकर बोल्ड हो गईं। दक्षिण अफ्रीका महिला अंडर 19 टीम के विकेट्स गिरने का सिलसिला जारी रहा और पूरी टीम 20 ओवर में 82 रन पर ऑलआउट हो गई। कप्तान कायला रेनेके 7 रन, काराबो मेसो 10 रन, मीइके वान वूर्स्ट 23 रन, फाय कॉलिंग ने 15 रन बनाए। सेशनी नायडू, एश्ले वैन विक और मोनालिसा लेगोडी खाता भी नहीं खोल सकीं।   भारत की ओर से गोंगाडी त्रिशा ने 3 विकेट, वैष्णवी शर्मा, परुणिका सिसोदिया और आयुषी शुक्ला ने क्रमश: 2-2 विकेट अपने नाम किए। शबनम शकील के खाते में एक विकेट आया।  

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नई दिल्ली । भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपनी हार को देखते हुए हर घंटे झूठी घोषणाएं कर रही है। दिल्ली में वोटिंग से पहले ही झाड़ू के तिनके बिखर रहे हैं। पार्टी के नेता उसे छोड़कर जा रहे हैं। पार्टी अब जनता के सामने बेनकाब हो गई है।   प्रधानमंत्री मोदी रविवार को दिल्ली में आरके पुरम सेक्टर 12 में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 8 फरवरी के बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी और अगले महीने इसी दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। 8 मार्च तक दिल्ली की बहनों के खातों में ढाई हजार रुपये पहुंचाना शुरू हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वसंत पंचमी से मौसम में बदलाव होना शुरू होता है। तीन दिन बाद 5 फरवरी को दिल्ली में विकास का नया वसंत आने वाला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 11 साल बर्बाद कर दिए हैं। वे दिल्ली वालों को गारंटी देते हैं कि उनकी हर मुसीबत और हर परेशानी को समाप्त करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के हर परिवार को खुशहाल करना डबल इंजन सरकार का लक्ष्य है। वह चाहते हैं कि दिल्ली इस बार भाजपा को मौका दे। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट से मध्यम वर्ग राहत महसूस कर रहा है। हमारी सरकार ने 12 लाख रुपये तक की आमदनी को कर मुक्त कर दिया है। इससे मध्यम वर्ग के हजारों रुपये बचेंगे। भाजपा मध्यम वर्ग को सम्मान देती है और ईमानदार करदाताओं को पुरस्कार देती है।  

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आहवा । डांग जिले के सापुतारा घाटी में रविवार तड़के भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए। नासिक की ओर से आ रही बस डांग-आहवा जिले के सापुतारा से ढाई किलोमीटर दूर मालेगाम फॉरेस्ट गेस्टहाउस के सामने 35 फीट गहरी खाई में गिर गई। बस में मध्यप्रदेश के 48 तीर्थयात्री सवार थे जो विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए निकले थे। जानकारी के अनुसार सापुतारा के समीप निजी बस 35 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 2 महिला और 3 पुरुषों की मौत हो गई। मृतकों में रतनलाल जाटव (ड्राइवर), भोलाराम कोसवा, बीजरोनी यादव (पप्पू), गुड्डी राजेश यादव, कैलाशबाई बिरपाल यादव के नाम शामिल है।   वहीं, 35 घायलों में कुछ को गंभीर चोट लगी है। घायल एक व्यक्ति को रेफर किया गया है। वहीं अन्य घायलों को समीप के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद जिला प्रशासन की ओर से सतर्कता बरतते हुए खाई में भी खोजबीन शुरू की गई।   जानकारी के अनुसार सभी यात्री धार्मिक प्रवास के लिए 23 दिसंबर को मध्यप्रदेश के गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिले से चार निजी बसों के जरिए उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के धार्मिक स्थलों की ओर रवाना हुए थे। इनमें से एक बस रविवार सुबह हादसे का शिकार हो गई। हादसे में बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।       

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । लोकसभा में शनिवार को बजट पेश करने के दौरान समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दल के सदस्यों ने महाकुंभ के दौरान भगदड़ की घटना का विरोध जताया और चर्चा की मांग की। हंगामे और नारेबाजी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट की शुरुआत की। नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन से सांकेतिक बहिर्गमन किया।सीतारमण ने पूर्वाह्न 11 बजे लोकसभा में बजट पेश किया। उनके बजट भाषण शुरू करते ही विपक्ष की ओर से महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा उठाया गया। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की ओर से इस मुद्दे को राष्ट्रपति के आभिभाषण में चर्चा के दौरान उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक बजट के दौरान ऐसा नहीं हुआ है। विपक्ष ने उनकी बात को अनसुना किया और सपा सदस्य सदन के बीचों-बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। बाद में विपक्ष ने सदन से सांकेतिक बहिर्गमन किया। विपक्ष के बहिर्गमन में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं रही।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किये गये केंद्रीय बजट को जनता जनार्दन का बजट बताया और कहा कि यह लोगों के हाथों में अधिक पैसा देगा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से केंद्रीय बजट 2025-26 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट बचत बढ़ाएगा, निवेश बढ़ाएगा, खपत बढ़ाएगा और विकास को भी आगे बढ़ाएगा। उन्होंने बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम को जनता का बजट पेश करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज भारत की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ये 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं का बजट है, ये हर भारतीय के सपनों को पूरा करने वाला बजट है। हमने कई सेक्टर युवाओं के लिए खोल दिए हैं। ये विकसित भारत के मिशन को ड्राइव करने वाला है, ये बजट फोर्स मल्टीप्लायर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट देशवासियों के सपनों को पूरा करने वाला है। हमने युवाओं के लिए कई सेक्टर खोले हैं। विकसित भारत के मिशन को आम नागरिक ही आगे बढ़ाने जा रहे हैं। यह बजट फोर्स मल्टीप्लायर है। यह बजट बचत, निवेश, खपत और ग्रोथ को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि आमतौर पर बजट का फोकस इस बात पर होता है कि सरकारी खजाना कैसे भरा जाएगा लेकिन यह बजट इसके ठीक उलट है। यह इस बात की मजबूत नींव रखता है कि आम आदमी की जेब कैसे भरी जाए, लोगों की बचत कैसे बढ़े और लोग विकास में भागीदार कैसे बनें। ये बजट इसकी एक बहुत मजबूत नींव रखता है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का फैसला ऐतिहासिक है। आने वाले समय में यह देश के विकास में असैन्य परमाणु ऊर्जा का बड़ा योगदान सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में हर तरह से रोजगार के सभी क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने ऐसे सुधारों की चर्चा करते हुए कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिए जाने से भारत में बड़े जहाजों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा, आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी। जहाज निर्माण सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर है। इसी तरह देश में पर्यटन की भी बहुत संभावनाएं हैं। 50 महत्वपूर्ण पर्यटन स्टेशनों पर होटल बनाए जाएंगे, पहली बार होटलों को इंफ्रास्ट्रक्चर के दायरे में लाने से पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा। इससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को ऊर्जा मिलेगी, जो रोजगार का बहुत बड़ा सेक्टर है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का निर्णय ऐतिहासिक है। आने वाले समय में यह देश के विकास में असैन्य परमाणु ऊर्जा का बड़ा योगदान सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश 'विकास भी, विरासत भी' के मंत्र को लेकर चल रहा है। इस बजट में इसके लिए बहुत महत्वपूर्ण और ठोस कदम उठाए गए हैं। इस बजट में एक करोड़ पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए 'ज्ञान भारत मिशन' को शुरू किया गया है। उन्होंने कह कि देश के एससी, एसटी, और महिला जो नए उद्यमी बनना चाहते हैं, उनके लिए बिना गारंटी के 2 करोड़ रुपये तक के लोन की योजना भी लाई गई है। इस बजट में न्यू एज इकोनॉमी को ध्यान में रखते हुए गिग वर्कर्स के लिए बहुत बड़ी घोषणा की गई है। पहली बार गिग वर्कर्स का ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और फिर उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।  

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नई दिल्ली । वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025-26 में मध्‍यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया। वित्‍त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की सालाना इनकम को पूरी तरह से कर मुक्त करने का ऐलान किया। करदाताओं को टैक्‍स में यह छूट नई आयकर व्यवस्था में दी गई है।   वित्‍त मंत्री सीतारमण ने केंद्रीय बजट में मध्‍यम वर्ग को बड़ा तोहफा देते हुए कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अब 12 लाख रुपये तक की इनकम पर करदाताओं को कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। सीतारमण ने नई कर व्यवस्था में कर छूट के साथ आयकर स्लैब में बदलावों की भी घोषणा की। वित्‍त मंत्री ने कहा कि “पहले भरोसा करो, बाद में जांच करो” के दर्शन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए केंद्रीय बजट ने मध्यम वर्ग में विश्वास जगाया है और आम करदाता को कर के बोझ में राहत देने की प्रवृत्ति को जारी रखा है।   सीतारमण ने सभी करदाताओं को लाभ पहुंचाने के लिए कर स्लैब और दरों में व्यापक बदलाव का प्रस्ताव रखा। सीतारमण ने 12 लाख रुपये तक की सालाना आय को पूरी तरह से कर मुक्त किए जाने की घोषणा की है। इससे करदाताओं को 80 हजार रुपये की बचत होगी। वहीं, 18 लाख रुपये सालाना आय पर 70 हजार रुपये की बचत होगी, जबकि 12 लाख रुपये तक की इनकम पर अब कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। इसमें जब स्टैंडर्ड डिडक्शन को जोड़ देंगे तो वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए 12.75 लाख रुपये की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।   सीतारमण ने करदाताओं को खुशखबरी देते हुए कहा, "नई व्यवस्था के तहत 12 लाख रुपये (यानी पूंजीगत लाभ जैसी विशेष दर इनकम को छोड़कर प्रति माह 1 लाख रुपये की औसत आमदनी) तक कोई टैक्‍स देय नहीं होगा। वहीं, वेतनभोगी करदाताओं के लिए यह सीमा 75 हजार रुपये की मानक कटौती के कारण 12.75 लाख रुपये होगी।" उन्होंने कहा कि स्लैब दर में कमी के कारण लाभ के अलावा कर छूट इस तरह से प्रदान की जा रही है कि उन्हें कोई कर देय नहीं है।   वित्‍त मंत्री ने कराधान सुधारों को विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए प्रमुख सुधारों में से एक बताते हुए कहा कि नया आयकर विधेयक ‘न्याय’ की भावना को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था करदाताओं और कर प्रशासन के लिए समझने में आसान होगी, जिससे कर निश्चितता होगी और मुकदमेबाजी कम होगी। इनकम टैक्‍स छूट के ऐलान के बाद 12 लाख रुपये तक नहीं लगेगा कोई टैक्स संसद में पेश केंद्रीय बजट 2025-26 में 12 लाख रुपये तक की आमदनी पर अब आयकर नहीं देना होगा। इसको जब स्टैंडर्ड डिडक्शन जोड़ देंगे तो वेतनभोगी लोगों के लिए 12.75 लाख रुपये की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वित्त मंत्री ने नए टैक्स स्लैब की घोषणा करते हुए कहा कि इससे मध्यम वर्ग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।   ये है नया टैक्‍स स्‍लैब- 0-4 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्‍स नहीं देना होगा। 4-8 लाख रुपये की आय पर अब 5 फीसदी टैक्‍स लगेगा। 8-12 लाख रुपये की आय पर 10 फीसदी टैक्‍स। 12-16 लाख रुपये की आय पर 15 फीसदी टैक्‍स। 16-20 लाख रुपये की आय पर 20 फीसदी टैक्‍स 20-24 लाख रुपये की आय पर 25 फीसदी टैक्‍स 24 लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 फीसदी टैक्‍स।   इनकम टैक्‍स एक्‍सपर्ट अमित रंजन ने कहा कि वित्‍त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2025-26 में आयकर में छूट देने और नए टैक्‍स स्‍लैब की जो ऐलान किया है इसका फायदा नई कर व्यवस्था अपनाने वाले करदाताओं को ही होगा। उन्‍होंने कहा कि 12 लाख रुपये तक की कर योग्य इनकम वालों को आयकर में 80 हजार रुपये का फायदा होगा। वहीं, 18 लाख रुपये तक की कर योग्य आय वालों को इनकम टैक्स में 70 हजार रुपये का फायदा होगा। इसी तरह 25 लाख रुपये तक की कर योग्य आय वालों को इनकम टैक्स में 1.10 लाख रुपये का फायदा होगा।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बजट सत्र से पूर्व आशा व्यक्त की कि सरकार और संसद देश की आकांक्षाओं के बजट सत्र में खरे उतरेंगे। साथ ही उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि इस बार संसद सत्र के पूर्व विदेश से चिंगारी लगाने की कोई कोशिश नहीं हुई।प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र के आरंभ से पूर्व परंपरागत तौर पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार और संसद देश की आशा-आकांक्षाओं के बजट सत्र में खरे उतरेंगे। साथ ही इस बजट सत्र में सभी सांसद विकसित भारत को मजबूती देने के लिए अपना योगदान देंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य की शुरुआत में महालक्ष्मी को प्रणाम किया और धन, संपदा और समृद्धि की देवी लक्ष्मी सब पर कृपा करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि मां लक्ष्मी हमें सिद्धि, विवेक, समृद्धि और कल्याण देती हैं। “मैं प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे।”अपने तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र और बजट लोगों में एक नया विश्वास पैदा करेगा और नई ऊर्जा देगा। वह विश्वास से कह सकते हैं कि 2047 में आजादी के 100 साल होने पर विकसित भारत संकल्प पूरा होगा।अपने भाषण के अंत में उन्होंने भारतीय राजनीति में विदेशी दखल पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “2014 से लेकर अब तक शायद ये पहला संसद का सत्र है, जिसके एक दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है, विदेश से आग लगाने की कोशिश नहीं हुई है। मैं 2014 से देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कोई कमी नहीं है।”प्रधानमंत्री ने कहा कि नवाचार समावेशन और निवेश लगातार हमारी आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार रहे हैं। इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक विधायकों पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाले कानून बनेंगे। विशेषकर नारी शक्ति के गौरव को पुनः प्रस्थापित करना, पंथ-संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन और समान अधिकार मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह सत्र विशेष कर युवा सांसदों के लिए अपनी बात रखने का यह महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा। सदन में युवा सांसद जितनी जागरुकता और भागीदारी बढ़ाएंगे, विकसित भारत के फल उनकी नजर के सामने देखने को मिलेंगे। इसलिए युवा सांसदों के लिए ये एक अनमोल अवसर है।

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महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का साक्षी बनने और इस समृद्ध विरासत की एक झलक देखने की लालसा केवल भारतीयों में ही नहीं, दुनिया भर के लोगों में है। यही कारण है कि सकल विश्व से लोग महाकुम्भ के महाआयोजन का साक्षी बनने स्वतः ही खिंचे चले आ रहे हैं। इसी क्रम में, कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल होता है जिसमें एक विदेशी शख्स भंडारे से मिला खाना बड़े चाव से खाता दिखता है और लोग उसे हैरी पॉटर की संज्ञा देते हुए प्रचारित करना शुरू कर देते हैं।   सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में हैरी पॉटर फेम यह शख्स कोई और नहीं, इटली के निकोलो ब्रुग्नारा हैं। महाकुम्भ में मिल रहे फेम का आनंद लेते हुए निकोलो महाकुम्भ, यूरोप, भारत, योग और योगी सरकार के बारे में भी कई बातें बताते हुए मुक्त कंठ से तारीफ करते हुए नहीं थकते हैं।-कौन हैं निकोलो ब्रुग्नारा निकोलो इटली की न्यूज एजेंसी द्वारा बतौर कैमरामैन महाकुम्भ मेला कवर करने आए हैं और यहां महाकुम्भ पर बन रही एक डॉक्यूमेंटरी का भी हिस्सा हैं। वह आए तो थे महाकुम्भ की खबरें कवर करने, तस्वीरें खींचने। मगर अब खुद खबर बन गए हैं और इसका कारण सोशल मीडिया से मिल रही पॉपुलैरिटी है। लोग उनके साथ सेल्फी लेने, रील्स बनाने और इंटरैक्ट करने को बेताब हैं और निकोलो ने खुद कभी नहीं सोचा था कि अपने देश से दूर वह इस तरह फेमस हो जाएंगे।-महाकुम्भ और भारत को लेकर कही बड़ी बात निकोलो ब्रुग्नारा खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि इटली से वह महाकुम्भ की कवरेज करने आए। उनके अनुसार, एक सीमित क्षेत्र में करोड़ों लोगों का यूं जुटना, स्नान-पूजन व ध्यान करना और छिटपुट घटनाओं के इतर इतने समायोजित तरीके से पूरी प्रक्रिया का प्रबंधित होना किसी अचरज से कम नहीं है। उनके अनुसार, भारत की महानता इसी बात में है कि भारत सबको बड़े प्यार से अपना अंग बना लेता है। यहां करोड़ों लोग जिस प्रकार स्वयं जुटकर शांतिपूर्वक पूजा-अराधना कर रहे हैं यह अकल्पनीय दृष्य है। उनका मानना है कि यूरोप में तो इस तरह के दृष्य के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है, क्योंकि आबादी के साथ ही व्यवहार के लिहाज से भी यूरोपीय देशों के लिए इतने विशाल जनसमुद्र को समायोजित करना असम्भव है।-योगी सरकार जो कर रही, वह सबके बस की बात नहीं निकोलो ने महाकुम्भ के आयोजन को लेकर डबल इंजन की सरकार और विशेषकर योगी सरकार व स्थानीय मेला प्रशासन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह खुद योग प्रैक्टिशनर हैं और उन्हें पता है कि योग की शक्ति से क्या कुछ नहीं हो सकता। सीएम योगी की कार्यप्रणाली से प्रभावित दिखे निकोलो का मानना है कि जो योगी कर सकते हैं वह किसी और के बस की बात नहीं है।-कभी नहीं सोचा था अपने देश से दूर इस तरह मिलेगी पॉपुलैरिटी निकोलो को इस बात पर अचरज है कि उन्होंने तो कभी खुद की तुलना हैरी पॉटर का किरदार निभाने वाले एक्टर डैनियल रैडक्लिफ से नहीं की। उनके अनुसार, डैनियल से कहीं ज्यादा सुंदर तो वह खुद हैं, मगर सोशल मीडिया पर भंडारे का खाना खाते किसी शख्स ने उनका वीडियो वायरल कर दिया और तभी से वह हैरी बनकर महाकुम्भ में जादुगरी के मिथकीय विश्वविद्यालय हॉगवर्ड्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। निकोलो महाकुम्भ यह सोचकर आए थे कि उनकी खींची तस्वीरें उन्हें प्रसिद्धि दिलाएगी। मगर, महाकुम्भ में मिल रही पॉपुलैरिटी को चमत्कार मानते हुए निकोलो का कहना है कि उन्होंने कभी इस तरह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनने की बात नहीं सोची थी। उनके अनुसार, लोगों से मिल रहा प्यार अभिभूत कर देने वाला है। उन्होंने किस्से-कहानियों में सुना था कि भारत चमत्कार का देश है और अब एक चमत्कार ने ही उनकी जिंदगी बदलकर रख दी है।

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज कहा कि मेरी सरकार भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना तेज गति से काम हो रहा है। आज देश बड़े निर्णयों और नीतियों को असाधारण गति से लागू होते देख रहा है। उन्होंने संसद के संयुक्त सत्र के संबोधन में इस पर प्रसन्नता व्यक्त की।उन्होंने कहा कि अभी दो महीने पहले ही हमने अपने संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया और कुछ दिन पहले ही भारत गणराज्य ने 75 वर्ष की यात्रा पूरी की है। उन्होंने सभी लोगों की ओर से बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान निर्माण में शामिल सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में देश में हो रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आज वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी अनेक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पिछले छह महीने में 17 नई वंदे भारत ट्रेनें और एक नमो ट्रेन शुरू की गई है। एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ (संशोधन) विधेयक की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। पिछले एक दशक में मेरी सरकार ने विकसित भारत की यात्रा को नई ऊर्जा दी है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व चल रहा है। महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई है। उन्होंने मौनी अमावस्या पर हुए हादसे पर दुख जताया और अपनी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना का विस्तार करते हुए तीन करोड़ अतिरिक्त परिवारों को नए घर देने का निर्णय लिया गया है। जनजातीय समाज के पांच करोड़ लोगों के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान प्रारंभ हुआ है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा देने का फैसला हुआ है। सरकार ने युवाओं की शिक्षा और उनके लिए रोजगार के नए अवसर तैयार करने पर विशेष फोकस किया है।उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के नेतृत्व में देश को सशक्त बनाने में विश्वास करती है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 91 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को सशक्त किया जा रहा है। हमारी बैंकिंग और डिजी पेमेंट सखियां दूरदराज के इलाकों में लोगों को वित्तीय व्यवस्था से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आज हमारा युवा स्टार्टअप्स, स्पोर्ट्स से लेकर स्पेस तक हर फील्ड में देश का नाम रोशन कर रहा है।राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए आधुनिक शिक्षा व्यवस्था तैयार कर रही है। भारत की टीमों ने चाहे ओलंपिक हो, या फिर पैरालंपिक, हर जगह बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत के योगदान को आगे बढ़ाते हुए “इंडिया एआई मिशन” प्रारम्भ किया गया है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि आज भारत डिजिटल टेक्नॉलाजी की फील्ड में प्रमुख ग्लोबल प्लेयर के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। सरकार ने डिजिटल टेक्नॉलाजी को सामाजिक न्याय और समानता के एक टूल के तौर पर इस्तेमाल किया है। सरकार साइबर सिक्योरिटी में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा।

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नई दिल्ली । राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल अपने समर्थकों के साथ गुरुवार को दिल्ली के विकासपुरी इलाके के कचरे को तीन ट्रकों में भर कर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर फेंका। इस दौरान उन्हें पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद मालीवाल ने महिला समर्थकों के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल का पोस्टर लगाया और उसके चारों ओर कचरा डाल दिया। इसके तुरंत बाद दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी स्वाति मालीवाल को बस में संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले गई। कुछ घंटों बाद उन्हें रिहा कर दिया गया, लेकिन उन पर धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई।   इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य अरविंद केजरीवाल का ध्यान दिल्ली की महिलाओं की दुर्दशा की ओर दिलाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दस वर्षों में केजरीवाल ने दिल्ली को कचरे का ढेर बना दिया। सड़कों की हालत खराब है, नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं, हर जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। विकासपुरी के निवासियों ने कई बार स्थानीय विधायक, दिल्ली सरकार, एमसीडी, सीएमओ और अन्य संबंधित अधिकारियों से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। मालीवाल के मुताबिक सरकार की इस उदासीनता के विरोध में उन्होंने और स्थानीय महिलाओं के साथ सफाई अभियान चलाया और एकत्रित कचरे को अरविंद केजरीवाल के घर ले जाकर रखा।   स्वाति मालीवाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को कचरे के ढेर में बदल दिया है। गंदगी सीवरों में, सड़कों पर और लोगों के घरों के बाहर फैली हुई है। जब मुख्यमंत्री जनता की आवाज सुनने को तैयार नहीं हैं, तो मजबूरन उन्हें हकीकत दिखानी पड़ी। उन्होंने कहा, “यही केजरीवाल सरकार की सच्चाई है। अब उन्हें आम आदमी की पीड़ा समझ नहीं आती। लेकिन मैं न तो उनकी गुंडागर्दी से डरती हूंऔर न ही उनकी पुलिस से। अगर जनता की समस्याएं उठाना और दिल्ली को साफ करवाने के लिए लड़ना अपराध है, तो मैं इसे बार-बार करूंगी। स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि वह सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगी और दिल्ली की जनता की बेहतरी के लिए संघर्ष करती रहेंगी।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) का उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के '2070 तक शुद्ध शून्य' लक्ष्य को समर्थन देना है।केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) पर लिखे गए एक लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने विस्तार से बताया कि कैसे राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन का उद्देश्य आयात निर्भरता को कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के ‘2070 तक नेट जीरो’ लक्ष्य का समर्थन करना है।”केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक्स पर अपना एक लेख साझा करते हुए एनसीएमएम को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल का आभारी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एनसीएमएम आर्थिक विकास सुनिश्चित करेंगे और ऊर्जा सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा भी प्रदान करेंगे क्योंकि ये खनिज ऊर्जा संक्रमण, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और ऊर्जा भंडारण प्रणाली, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे क्षेत्रों और रसायनों और उर्वरकों के उत्पादन में आवश्यक हैं।रेड्डी ने कहा कि उनके लेख में नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन और इसके परिणामों पर चर्चा की गई है जिसमें महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की घरेलू खोज और नीलामी, विदेशी खदानों का अधिग्रहण, महत्वपूर्ण खनिजों का भंडारण, बड़ी संख्या में कुशल पेशेवरों का निर्माण और कई पेटेंटों के निर्माण के लिए केंद्रित अनुसंधान शामिल हैं।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 16,300 करोड़ रुपये के व्यय और सार्वजनिक उपक्रमों आदि द्वारा 18,000 करोड़ रुपये के अपेक्षित निवेश के साथ नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) के शुभारंभ को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित खनन परियोजनाओं के लिए एक फास्ट ट्रैक नियामक अनुमोदन प्रक्रिया का निर्माण करना है।    

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नई दिल्ली । कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि पिछले 10-15 वर्षों में कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था, अगर वो किया होता तो आज उसकी यह स्थिति नहीं होती। वह यहां गालिब इंस्टीट्यूट के गालिब ऑडिटोरियम में 'वंचित समाज: दशा और दिशा' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।राहुल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही वंचित वर्ग के साथ खड़ी रही है और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाती आई है। हम उनके न्याय के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। उन्होंने एक वाकया साझा करते हुए बताया कि मैं कुछ दिन पहले दिल्ली के एम्स गया था। वहां देश के अलग-अलग कोने से लोग इलाज के लिए आए थे, वे लोग भी दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग से थे। आपको मनरेगा में भी इसी वर्ग के लोग दिखेंगे। देश की संस्थाओं में एजुकेशन, ब्यूरोक्रेसी और हेल्थकेयर सिस्टम में इन 2-3 प्रतिशत लोगों को बैठा दिया जाता है। मगर पॉवर इनमें से किसी को नहीं दी जाती है।कांग्रेस नेता ने कहा, "इंदिरा गांधी के समय देश के लोगों में आत्मविश्वास था। देश के दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक समेत हर वर्ग के लोग जानते थे कि इंदिरा गांधी उनके लिए लड़ जाएंगी, मर जाएंगी, लेकिन 90 के दशक में इसमें कमी आयी। पिछले 10-15 सालों में कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था, वो नहीं किया, यह वास्तविकता है। अगर कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों का विश्वास बनाए रखती तो आरएसएस कभी सत्ता में नहीं आता। इसका मतलब यह है कि कांग्रेस में आंतरिक क्रांति करनी पड़ेगी, जिसके लिए हम आप लोगों को इसके अंदर डालेंगे।"आंबेडकर की चर्चा करते हुए राहुल ने कहा कि वो दलितों की आवाज थे। जो आपका दर्द था, जो दिल में था, वो उसकी आवाज थे। उन्होंने अपने मन और परिवार की आवाज नहीं सुनी लेकिन दलितों और वंचितों की आवाज सुनी। इसलिए आज उन्हें याद किया जाता है। जो आप लोगों ने अपमान सहा है, उसी की परिणति बाबा साहेब ने इस संविधान में की। इसमे आप का दर्द और इतिहास है, इसीलिए यह संविधान हमारे लिए पवित्र है। इस देश की जो नींव है, वो वंचित समाज है। अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर इस समय पूरी ताकत से दबाव बढ़ा है।राहुल ने कहा कि इस समय लड़ाई विचारधारा की है। जब केजरीवाल आए तो मैंने भी उनको देखा। दरअसल, जितना दलित विरोधी मोदी हैं, उतने ही केजरीवाल भी हैं। कांग्रेस पार्टी को जितना दलितों के हितों की रक्षा करनी चाहिए थी, वह उसने नहीं किया। आप मुझे देखिएगा, मैं जो कह रहा हूं, वो होगा। उन्होंने मोदी और केजरीवाल को धोखेबाज करार देते हुए कहा कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी का ओरिजिनल बेस एकजुट हो जाएगा, ये भाग जाएंगे। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों यानई सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी।बसपा संस्थापक कांशीराम की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने पोलिटिकल रिजोलुशन के लिए लड़ाई लड़ी। एजुकेशन, कारपोरेट इंडिया, जुडिशियरी में शेयर आफ पावर चाहिए। आज 50 प्रतिशत की आबादी वाले की शेयर आफ पावर 5 प्रतिशत है। दलित की शेयर आफ पावर 1 प्रतिशत है। भाजपा दलित और आदिवासी को राष्ट्रपति बनाएगी, जिसके पास कोई पॉवर नहीं है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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महाकुम्भनगर । मंगलवार की रात को संगम नगरी से अमंगल समाचार सामने आया। महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिये भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि संगम तट पर भगदड़ मच गई। सूत्रों के अनुसार हादसे में 25 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, हालांकि मरने वालों की संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के घायल होने की भी सूचना है। मेला प्रशासन ने अभी मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। घायलों का इलाज महाकुम्भ नगर के केंद्रीय अस्पताल में जारी है।   महाकुम्भ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है।   प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ। राहत कार्य करीब 1 घंटे बाद शुरू हुआ।   जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका   महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही अपार जन समूह उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए।   अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई।   इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया। मेला कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया।   हादसे की सूचना मिलने पर पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया। इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है।   संगम पर न आने की अपील   भगदड़ हादसे के बाद सभी तीर्थयात्रियों से विनम्र आग्रह किया जा रहा है कि संगम की ओर आने की कोशिश ना करें। अन्य घाटों पर स्नान करें और अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें। महाकुंभ क्षेत्र में लगे सैकड़ों माइक पर यही आवाज गूंज रही है, जो भगदड़ की दिल दहलाने वाली तस्वीर की गवाही भी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुम्भ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है।   कृपया बच्चों को कंधे पर बैठाएं   यह भी बार-बार माइक से अनाउंस किया जा रहा है कि श्रद्धालु अपने बच्चों को कंधे पर बैठा कर चलें, किसी को धक्का न मारें। धीरे-धीरे बढ़ें।

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नई दिल्ली । कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को अपना घोषणापत्र जारी किया। इसमें सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण, गरीब परिवार की एक महिला को प्रत्येक माह 2500 रुपये, रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में और सभी को सस्ते एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए 100 इंदिरा कैंटीन खोलने का वादा किया गया है।घोषणा पत्र में पार्टी ने पांच गारंटी दी हैं। इसमें प्यारी दीदी योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार की एक महिला को हर महीने 2,500 रुपये की आर्थिक मदद, जीवन रक्षा योजना के तहत 25 लाख रुपये तक का मुफ़्त स्वास्थ्य बीमा कवरेज, युवा उड़ान योजना के तहत बेरोजगार युवक को एक साल तक प्रतिमाह 8,500 रुपये का स्टाइपेंड, महंगाई मुक्ति योजना के तहत 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर, मुफ़्त राशन किट और घरों में 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देने का भी वादा किया है।घोषणा पत्र में वादा किया गया है कि दिल्ली में ठेका नौकरियां खत्म कर सभी नौकरियों को नियमित किया जाएगा। सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग, ट्रांसजेंडर और वंचित लोगों के लिए नई पेंशन योजना शुरू कर प्रतिमाह 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। वर्तमान में ऐसे लोगों को पेंशन के तौर पर 2,500 रुपये दिए जाते हैं। विधवाओं की बेटियों को शादी के लिए शगुन के तौर पर हम 1.1 लाख रुपये देंगे। दिल्ली भर में 100 इंदिरा कैंटीन स्थापित की जाएंगी। इन कैंटीनों में एक प्लेट भोजन की कीमत 5 रुपये होगी। 7.5 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को अच्छे अवसर दिए जाएंगे। दिल्ली में जाति जनगणना कराई जाएगी।कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने पार्टी मुख्यालय में घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि आज 'गारंटी' शब्द सभी पार्टी इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन इस शब्द का इस्तेमाल कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में किया था। उन्होंने कहा कि हम जनता तक ये संदेश देना चाहते थे कि कांग्रेस जो कहती है, वो कर दिखाती है।उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए कांग्रेस एक कानून गारंटी के रूप में लाई थी, जो पास हुआ था और उसका नाम 'राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम' था। गारंटी का मतलब- ये जनता का एक अधिकार है। अगर उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए जाएं तो वे कानूनी रास्ता भी अपना सकते हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने दिल्ली के लिए 5 गारंटी दी हैं।जयराम ने कहा कि दिल्ली में आज व्यापार करने में आसानी नहीं, सांस लेने में आसानी महत्व रखता है। प्रदूषण और संदूषण के मामले में दिल्ली सर्वोपरि है। ये भाजपा और आआपा सरकार की नीतियों का नतीजा है। इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए था, लेकिन उन्होंने नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं, तब यमुना एक्शन प्लान की शुरुआत हुई थी। पहली बार किसी महानगर में 7,000 सीएनजी बस शुरू की गईं थीं। यमुना एक्शन प्लान, सीएनजी बस और दिल्ली मेट्रो के जरिए यहां तेजी से प्रगति हुई।

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में चुनाव अभियान को गति देते हुए आज घोंडा विधानसभा क्षेत्र के करतार नगर में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों ने मन बना लिया है कि ‘आप-दा’ (आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए भाजपा की ओर से प्रयोग संबोधन) से काम नहीं चलेगा। अब लूट और झूठ से काम नहीं चलेगा। दिल्ली की जनता अब राज्य में ‘डबल इंजन’ भाजपा की सरकार चाहती है। भाजपा गरीबों के लिए घर बनाएगी, दिल्ली को आधुनिक बनाएगी, हर घर तक नल से जल पहुंचाएगी, टैंकर माफिया से मुक्ति दिलाएगी। प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी को यमुना में नदी के मुद्दे पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गलती माफ करना भारतीयों का उदार चरित्र है लेकिन जानबूझकर, बद इरादे से पाप करने वालों को दिल्ली एवं देश माफ नहीं करता। आप-दा वाले कह रहे हैं कि हरियाणा वाले दिल्ली के पानी में जहर मिलाते हैं। यह हरियाणा ही नहीं बल्कि भारतीयों का अपमान है। उन्हें पक्का विश्वास है कि ऐसी ओछी बातें करने वालों को दिल्ली इस बार सबक सिखाएगी। इन आप-दा वालों की लुटिया यमुनाजी में ही डूबेगी। उन्होंने आआपा और कांग्रेस पर पिछले 25 साल में दो जेनरेशन बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले 14 साल कांग्रेस का शासन रहा फिर 11 साल आआपा का शासन रहा लेकिन दिल्ली की समस्याएं जैसी थी वैसी ही बनी हुई हैं।   प्रधानमंत्री ने कुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि कुछ पुण्य आत्माओं ने इसमें अपनी जान गवाई है, कुछ घायल हुए हैं। वह पीड़ित परिवारों के प्रति दुख जताते हैं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करते हैं। वे लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में है। ‘मोनी अमावस्या’ के समय प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे। इसके चलते स्नान को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया लेकिन अब श्रद्धालु आराम से डुबकी लगा रहे हैं।    भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने दिल्ली प्रदेश इकाई को दिल्ली की जनता को समर्पित संकल्प पत्र लाने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस संकल्प पत्र में महिलाओं, युवाओं, स्कूली छात्रों, मध्यम वर्ग, ऑटो चालकों, दुकानदारों और स्लम में रह रहे लोगों के लिए कई योजनाएं हैं। भाजपा की सरकार बनने पर इन सभी वादों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली का यह क्षेत्र यमुनाजी के तट पर बसा है। इस इलाके में बाबा श्याम गिरि भी विराजते हैं। वे उनको नमन करते हैं। कार्य दिवस होने के बावजूद भी लोग विशाल संख्या में दोपहर के समय आए हैं। वे उनका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। ये दृश्य दिल्ली का ‘मूड’ बता रहा है। दिल्ली का जनादेश दर्शा रहा है।

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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि आज प्रधानमंत्री को उन्होंने एक बहुत अहम मुद्दे पर चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने कहा कि चिट्ठी द्वारा उन्हाेंने प्रधानमंत्री से दाे मांग की है।   उन्हाेंने चिट्ठी में पहली मांग रखी है कि चाहे कानून लाया जाए या चाहे प्रधानमंत्री ऐलान करें कि अब इस देश के अंदर किसी भी अरबपति के कर्जे माफ नहीं किए जाएंगे। अगर इन्हें कर्जे माफ करने हैं तो मध्यम वर्गीय परिवार का कर्ज माफ करें। एक मध्यम वर्गीय आदमी अगर महीने का एक लाख रुपये कमाता है तो उसके 60-70 हजार रुपये ईएमआई पर चले जाते हैं लेकिन उनका कर्जा माफ नहीं हाेता।   केजरीवाल ने आगे कहा कि एक मध्यम वर्गीय आदमी साल में 12 लाख रुपये कमाता है, उस पर केंद्र सरकार ने कई तरह के टैक्स लगा दिए। वह जीएसटी, इनकम टैक्स, सर्विस टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स, एजुकेशन सेस, कैपिटल गेन टैक्स और रोड टैक्स देता है। यह सारे टैक्स अगर एक साथ किए जाएं तो 12 लाख इनकम कमाने वाला आदमी कम से कम 6 लाख रुपये यानि अपनी आधी आमदनी सरकार को टैक्स के रूप में दे देता है और उसे बदले में कुछ नहीं मिलता।    

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महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को है। इस दिन आसमान से दूसरी बार अमृत टपकेगा। इस दिन 14 जनवरी को हुए पहले अमृत स्नान से भी अधिक लोगों के पहुंचने की पूरी संभावना है। मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले अमृत स्नान से न केवल आपको शुभ फल मिलते हैं, बल्कि आपके पितरों की आत्मा भी तृप्त होती है। प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक ये चार प्रमुख स्थान हैं, जहां कुम्भ का आयोजन किया जाता है। गौरतलब है कि मौनी अमावस्या को लगभग 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। मौनी अमावस्या से एक दिन पहले मंगलवार को तीन करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया।    कुम्भ मेले का विशेष महत्व सनातन धर्म में कुंभ मेले का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह पर्व सनातन संस्कृति की महानता को तो दर्शाता ही है। वहीं करोड़ों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। मान्यता है कि करोड़ों वर्ष पूर्व देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जो अमृत कुंभ निकला था। उसकी अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर गिर गई थीं। उन सभी स्थानों पर हर 12 वर्ष में कुंभ मेले का आयोजन होता है।   महाकुम्भ का अमृत कुम्भ से संबंध पुराणों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कुंभ लेकर आए थे, तब देवताओं और दानवों के बीच अमृत प्राप्ति को लेकर संघर्ष छिड़ गया। भगवान विष्णु ने इस संघर्ष को रोकने और अमृत को सुरक्षित रखने के लिए मोहिनी का रूप धारण किया। उन्होंने अमृत कलश को सुरक्षित रखने के लिए इंद्रदेव के पुत्र जयंत को सौंपा। जयंत अमृत कुम्भ को लेकर आकाश मार्ग से चले, लेकिन दानवों ने उनका पीछा किया। इस दौरान अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर गिर गईं। ये बूंदें प्रयागराज में गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम पर, हरिद्वार में गंगा नदी में, उज्जैन में क्षिप्रा नदी में और नासिक में गोदावरी नदी में गिरीं। इन्हीं स्थानों पर कुम्भ मेले की परंपरा शुरू हुई।   12 साल में कुम्भ मेला, 6 साल में अर्धकुम्भ विश्व का सबसे बड़ा मेला हर 12 साल में आयोजित होता है, जबकि हर 6 साल में अर्धकुम्भ का आयोजन किया जाता है। कुम्भ पर्व का महत्व केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मेले में संत-महात्मा, ऋषि-मुनि, आस्थावान श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।   कुम्भ स्नान का महत्व हिंदू धर्मग्रंथों में कुंभ स्नान का महत्व विस्तार से वर्णित है। मान्यता है कि कुम्भ में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, कुम्भ मेला आध्यात्मिक ज्ञान, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। यहां कई आध्यात्मिक और धार्मिक सभाएं आयोजित होती हैं, जिनमें साधु-संतों के प्रवचन, योग साधना और विभिन्न अनुष्ठान शामिल होते हैं।   संगम तट पर कुम्भ मेला प्रयागराज का कुम्भ मेला विशेष रूप से संगम तट पर आयोजित होता है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है। संगम का यह स्थान हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। कुम्भ मेले के दौरान यहां लाखों श्रद्धालु एकत्रित होकर पवित्र स्नान करते हैं और ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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बागपत । बागपत हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गयी है। मान स्तंभ पर लड्डू चढ़ाने के दौरान मंच गिरने के यह हादसा हुआ था। पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त कर ली है। घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। घटना के बाद मेरठ कमिश्नर के साथ ही मंत्री जयंत चौधरी ने घटना स्थल का दौराकर मामले की जानकारी ली। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने घटना पर दुःख जताया है। उपचार के लिए जरूरी निर्देश जिला प्रशासन को दिये है। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है उनकी पहचान कर ली गई है। मरने वालों तरशपाल जैन (74), अमित(40), उषा (65), अरुण जैन मास्टर (48), शिल्पी जैन (25), विपिन (44) और सुरेंद्र की पत्नी कमलेश (65) है। उन्हाेंने बताया कि श्री 1008 आदिनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव पर निर्वाण लड्डू महोत्सव मान स्तंभ महोत्सव बड़ौत के जैन डिग्री कालेज के मैदान में चल रहा था। यहां पर बने मंच पर क्षमता से अधिक लोग चढ़ गये। जमीन गीली होने के कारण जमीन धंसने से मंच गिर गया। हादसे में लगभग 60 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में समुचित स्वास्थ्य उपचार कराया जा रहा है। चिकित्सको ने सात लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि की है।   घटनास्थल पर डीआईजी कलानिधि नैथानी, जिलाधिकारी अस्मिता लाल व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने पहुंचकर घटना का जायजा लिया। मंत्री जयंत चौधरी, मंत्री केपी मलिक ने भी मौके पर पहुंचकर घायलों से जानकारी ली । मृतक के परिजनों से बात कर उनको सांत्वना दी । 20 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। 30 से अधिक लोगों का उपचार चल रहा है। गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को दिल्ली रेफर किया गया है।

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देहरादून । उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) सोमवार को लागू हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोपहर सवा 01 बजे के करीब मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में यूसीसी को लागू करने के लिए नियमावली और पोर्टल का लोकार्पण किया। इसी के साथ उत्तराखंड स्वतंत्र भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया जहां यह कानून प्रभावी हो गया है। इसके बाद से विवाह, तलाक, लिव इन, लिव इन से अलग होना, विरासत आदि के ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए। समान नागरिक संहिता के लिए 27 मई 2022 को विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यूसीसी की नियमावली को संबंधित अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि यूसीसी से समाज में एकरूपता आएगी और सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और दायित्व सुनिश्चित होंगे। समान नागरिक संहिता प्रधानमंत्री की ओर से देश को विकसित, संगठित, समरस और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए किए जा रहे महान यज्ञ में हमारे प्रदेश द्वारा अर्पित की गई एक आहुति मात्र है। इसके अंतर्गत जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर भेद करने वाले व्यक्तिगत नागरिक मामलों से संबंधित सभी कानूनों में एकरूपता लाने का प्रयास किया गया है। यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि आज का दिन इतिहास लिखने का दिन है। नियमावली बनाने के दौरान ला कमीशन की रिपोर्ट से प्रेरणा  ली गई। इसके साथ ही राज्यभर में दौरा कर संवाद किया गया। पारदर्शी और सरल बनाया गया। समय रहते यानी निर्धारित अवधि में इस नियम के तहत कार्य करने की व्यवस्था की गई है। शिकायत देरी पर एक्शन की व्यवस्था भी यूसीसी में किया गया है। विवाह विच्छेद का भी सर्टिफिकेट देने की व्यवस्था की गई है। डेटा को सरल बनाया गया। निजी डेटा का भी ख्याल रखा गया है। अगर किसी को आपत्ति नहीं है तो उस व्यक्ति की उसके अनुसार उनकी डेटा की जानकारी ली जा सकती है। इस प्रकार की डेटा में व्यवस्था की गई है।इस मौके पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि यूसीसी में सभी देवतुल्य जनता के हितों की चिंता करते हुए सरल बनाया गया है। समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे सभी वर्ग के लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा। सभी सरकारी विभागों को नियमों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। अधिनियम के क्रियान्वयन के दौरान कोई भी समस्या आएगी उसका त्वरित निस्तारण किया जाएगा। अन्य राज्यों के लिए उत्तराखंड उदहारण बन गया है।    यूसीसी नियम के तहत पूजा-पद्धति और परंपराओं में कोई बदलाव नहीं किया गया। कोई भी शख्स बहुविवाह नहीं कर पाएगा। सभी के लिए तलाक का कानून एक जैसा होगा। लिव-इन रिलेशनशिप का पंजीकरण कराना भी जोड़ों के लिए अनिवार्य होगा। इस दौरान पैदा होने वाले बच्चे को भी शादीशुदा जोड़े के बच्चे की तरह अधिकार मिलेगा।उत्तराधिकार में लड़कियों को लड़कों के बराबर की हिस्सेदारी होगी। यूसीसी में विवाह का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इसके लिए कट ऑफ डेट 27 मार्च 2010 रखी गई है। यानी इस दिन से हुए सभी विवाह पंजीकृत कराने होंगे। विवाह का पंजीकरण छह माह के भीतर करना होगा। विवाह पंजीकरण करने के लिए किए गए आवेदन पर कानूनी स्वीकृति न मिलने पर विवाह का आवेदन स्वीकृत माना जाएगा। यूसीसी के नियम-कानून से अनुसूचित जनजाति को बाहर रखा गया है। ट्रांसजेंडर, पूजा-पद्धति व परंपराओं में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।यूसीसी में सशस्त्र बलों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अंतर्गत यदि कोई सैनिक, वायुसैनिक या नौसैनिक विशेष अभियान में है, तो वह विशेषाधिकार वाली वसीयत कर सकता है। वह अपने हाथ से कोई वसीयत लिखता है और उसमें उसके हस्ताक्षर या फिर साक्ष्य नहीं है तो भी वह मान्य होगी। शर्त यह रहेगी कि इसकी पुष्टि होनी जरूरी है।   मुख्यमंत्री के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी दीपम सेठ के अलावा यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह सहित कई गण्यमान्य उपस्थित रहे।   विधानसभा चुनाव में धामी ने की थी घोषणा मुख्यमंत्री धामी ने 12 फरवरी 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान यूसीसी लाने की घोषणा की भी। धामी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली मंत्रिमंडल बैठक में यूसीसी लाए जाने पर फैसला लिया। मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में समान नागरिक संहिता के लिए 27 मई 2022 को विशेषज्ञ समिति बनी। समिति ने अपनी रिपोर्ट दो फरवरी 2024 को सरकार को सौंपी थी। इसके बाद आठ मार्च 2024 को विधानसभा में विधेयक पारित किया गया। विधानसभा से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के अनुमोदन के लिए भेजा गया। इस अधिनियम पर 12 मार्च को राष्ट्रपति का अनुमोदन मिला। इसके बाद यूसीसी के क्रियान्वयन के लिए तकनीक आधारित व्यवस्थाएं लागू की गईं। नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों संस्करणों में आज 18 अक्तूबर 2024 को राज्य सरकार को नियमावली साैंपी। नागरिकों और अधिकारियों के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित किए गए। यूसीसी की नियमावली को अंतिम रूप देकर 20 जनवरी को मंत्रिमंडल ने इसे पास किया। बीते कई दिनों से इसके पोर्टल पर पंजीकरण को लेकर विभिन्न स्तरों पर मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई।   यूसीसी को लेकर विभिन्न देशों के कानून का अध्ययन यूसीसी को लेकर सऊदी, तुर्किये, इंडोनेशिया, नेपाल, फ्रांस, अजरबैजान, जर्मनी, जापान और कनाडा देशों का अध्ययन किया गया है।    यूसीसी की इस प्रकार हुई तैयारियांः 43 हितधारकों और 72 गहन विचार विमर्श बैठकें की गईं। 49 लाख एसएमएस और 29 लाख व्हाट्सएप मैसेस के साथ 2.33 नागरिकों ने इसके लिए सुझाव मिलने के साथ ही 61 हजार पोर्टलों पर सुझाव मिले। इसके अलावा 36 हजार सुझाव डाक और 1.20 लाख सुझाव दस्ती और 24 हजार ई-मेल के माध्यम से सुझाव आए।

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महाकुम्भ नगर । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संतों के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई। केंद्रीय गृहमंत्री सोमवार पूर्वाह्न 11ः25 बजे प्रयागराज पहुंचे। एयरपोर्ट पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, योगी कैबिनेट के मंत्रियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। संगम नोज पर पवित्र स्नान से पूर्व उन्होंनें धर्माचार्यों से भेंट की। इसके बाद संतों के साथ पवित्र डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद गृहमंत्री ने अक्षयवट का दर्शन-पूजन किया।   केंद्रीय गृहमंत्री के साथ जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, जूना अखाड़े के संरक्षक हरिगिरि महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, योग गुरु बाबा रामदेव सहित अन्य धर्माचार्यों और संतों के साथ स्नान किया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भी गृहमंत्री के साथ आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद अमित शाह ने सूर्य भगवान को पांच बार अर्घ्य देकर प्रणाम किया। अमित शाह ने स्नान के बाद अक्षयवट का दर्शन-पूजन भी किया।   संगम स्नान के बाद अमित शाह जूना अखाड़ा पहुचेंगे। वहां वे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और अन्य संतों से मुलाकात करेंगे। संतों से महाकुंभ के आयोजन और समाज में धर्म की भूमिका पर चर्चा करेंगे। संतों के साथ पारंपरिक भोजन भी करेंगे।   इसके बाद अमित शाह गुरु शरणानंद और गोविंद गिरि महाराज से विशेष भेंट करेंगे। इस मुलाकात में धर्म, समाज और युवा पीढ़ी को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करने के विषय पर गहन चर्चा होगी। इसके उपरांत श्रृंगेरी, पुरी और द्वारका पीठ के शंकराचार्यों से मुलाकात करेंगे। सरकार और संत समाज के बीच यह संवाद महाकुंभ को सफल और अनुकरणीय बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। गृहमंत्री शाम 6ः40 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

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इंदौर । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपके पेट को खाना मिलता है क्या? उन्होंने कहा कि मैं किसी के आस्था के ऊपर ठोस नहीं लगाना चाहता हूं। किसी को दुख हुआ है तो मैं माफी चाहता हूं। उन्होंने कहा कि बच्चा भूखा मर रहा है, उन्हें रोजगार नहीं मिला रहा है। लेकिन करोड़ों रुपये खर्च कर ये लोग डुबकी मार रहे हैं। टीवी में जब तक अच्छा नहीं दिखता है, तब तक ये लोग डुबकी मारते हैं। खरगे आज संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित कर रहे थे।   खरगे ने कहा कि मोदी-शाह हमें गाली देते हैं। आजादी की लड़ाई में इन्होंने कुछ नहीं किया। इन लोगों को सबक सिखाना है तो एकजुट हो जाओ। उन्होंने कहा कि आपके बच्चों को घोड़ी पर नहीं चढ़ने देते हैं। धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण और लूट किसी समाज में होगी तो हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।   पंडित नेहरू ने साफ किया था कि देश को संपूर्ण आजादी मिलनी चाहिए। तबसे लड़ते हुए गांधी जी के नेतृत्व में हमने आजादी हासिल की। आज जो लोग कांग्रेस को गालियां देते हैं, उन्होंने आजादी के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ अंग्रेजों की नौकरी की। इनका कोई योगदान देश की आजादी में नहीं था। क्या ऐसे लोगों को आप माफ करेंगे। इन लोगों को सबक सिखाना है तो एकजुट हो जाओ। गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि आंबेडकर-आंबेडकर इतनी बार कह रहे हो अगर भगवान का नाम लेते तो वे मिल जाते। ये ऐसे लोग हैं। अगर जिंदा रहना चाहते हो तो लड़ो। बाबा साहब ने संविधान दिया, सबको साथ लेकर चले।    कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के महू में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संविधान ने सभी को अच्छे भविष्य का सपना देखने का हक दिया है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है, जो संविधान को मानती है और इसके लिए लड़ रही है। दूसरी तरफ भाजपा वाले हैं, जो संविधान के खिलाफ हैं, इसे कमजोर करते हैं और खत्म करना चाहते हैं।   राहुल गांधी सोमवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है। इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। इसमें आंबेडकर, महात्मा गांधी, भगवान बुद्ध, फुले जैसे महापुरुषों की आवाज है। कुछ दिन पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुस्तान को 15 अगस्त, 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी।' ये सीधा संविधान पर आक्रमण है।   राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी। इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे। लेकिन उनके सामने कांग्रेस और गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता खड़े हुए। नतीजा ये हुआ कि लोकसभा में नरेन्द्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा। याद रखिए, जिस दिन संविधान खत्म हो गया, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी जातिगत जनगणना कराने से डरते हैं। वे इसे कभी नहीं कराएंगे, लेकिन 50 फीसदी आरक्षण की दीवार को हम लोकसभा-राज्यसभा में तोड़ देंगे। कोई नहीं रोक सकता। हम पहले कांग्रेस शासित राज्यों में आरक्षण 50 परसेंट से ज्यादा करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाकर इस दीवार को तोड़ेंगे।   उन्होंने कहा कि जीएसटी आप देते हो, मेहनत आप करते हो। पैसा आप खर्च करते हो और चाइना का माल अडाणी-अंबानी हिंदुस्तान में बेचते हैं। चाइना के युवाओं को रोजगार मिलता है। अडाणी-अंबानी को फायदा होता और आपके बच्चों रोजगार छीना जाता है। इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल के दाम कम होते हैं, लेकिन हिंदुस्तान में पेट्रोल का रेट कभी नीचे नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि देश का बजट 90 अफसर बनाते हैं। यही अफसर डिसाइड करते हैं कि किस स्टेट को कितना पैसा देना है। इन अफसरों में 5 फीसदी भी दलित-आदिवासी और पिछड़े नहीं हैं। जबकि पिछड़ों की आबादी 50 फीसदी है।   तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने रैली में कहा कि अगर मोदी की ताकत बढ़ी तो संविधान बदल देंगे। राहुल गांधी ने ही मोदी जी को रोकने की कोशिश की। मैंने इतिहास में पढ़ा था की मोहम्मद गजनी हिंदुस्तान को लूटने आया था। वैसे ही मोदी जी ने संविधान बदलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश जनता पार्टी के खिलाफ लड़ाई है। ये दो परिवारों की लड़ाई। एक गोडसे का परिवार और दूसरा गांधी का परिवार। गोडसे के परिवार से मोदी जी लड़ रहे हैं। गांधी के परिवार की तरफ से राहुल लड़ रहे हैं।   रैली को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी संबोधित किया। इससे पहले राहुल गांधी ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वे अस्थि कलश के दर्शन करने पहुंचे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे भी उनके साथ मौजूद रहे।

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रायपुर । छत्तीसगढ़ में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हर तरफ देश का तिरंगा लहरा रहा है। वहीं 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सरगुजा संभाग के जिला मुख्यालय अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में तिरंगा फहराया। संयुक्त परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने आम जनता के नाम संदेश काे पढ़ा । उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री साय ने गणतंत्र दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत गौरवशाली है। आज हम देश के गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। इसके पीछे उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बलिदान है, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई, उन संविधान निर्माताओं का योगदान है, जिन्होंने इस संविधान के माध्यम से भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाया। उन विभूतियों का योगदान है, जो संविधान की रक्षा के लिए हमेशा डटे रहे तथा संविधान के मूल्यों पर चलकर अंत्योदय का कल्याण करते रहे। नक्सलवाद से लड़ते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए अनेक जवानों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया, इन जवानों की शहादत को मैं सादर नमन करता हूं।   उन्हाेंने कहा कि इन नक्सल इलाकों में माओवाद ने अपनी हिंसक विचारधारा से न केवल आम आदमी के जीवन को नरक बना दिया था अपितु भारत के गणतंत्र को चुनौती देने के लिए गनतंत्र खड़े करने की योजना बनाकर काम कर रहे थे। हमारे सुरक्षा बलों का इनसे लगातार संघर्ष चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई रणनीति बनाकर हमने माओवाद के कैंसर को नष्ट करने का काम किया है। इस कैंसर को नष्ट करने के लिए जरूरी था कि इसकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। हमारे जवानों ने माओवादियों के सबसे सुरक्षित पनाहगाहों में हमला किया। इसके नतीजे बहुत अच्छे रहे। एक साल के भीतर ही हमने माओवादी कैडर के 260 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। अंधेरी सुरंग खुल गई, जो रोशनी फूटी है उससे बस्तर में विकास का उजाला फैला है।उन्हाेंने कहा कि जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले महीने छत्तीसगढ़ आये तो बस्तर की इसी धरती में ग्राम गुंडम की एक बुजुर्ग माँ उनके पास आई, माता जी ने उन्हें वनोपजों की टोकरी भेंट की और कहा कि माओवाद को पूरी तरह से नष्ट कर दीजिए। जब सरकार का इरादा, जवानों का हौसला और जनता का संकल्प मिल जाता है, तो कोई भी हिंसक विचारधारा नहीं टिक सकती। बस्तर में माओवाद अब अंतिम सांसे गिन रहा है। शीघ्र ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल आतंक से मुक्त हो जाएगा। श्रद्धेय अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, तो धान खरीद की व्यवस्था भी आरंभ हुई। धान के कटोरे में कोई भी भूखा न सोये, इसके लिए मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना भी आरंभ हुई। यह काम इतने व्यवस्थित तरीके से हुआ कि छत्तीसगढ़ देश में खाद्य सुरक्षा का माडल राज्य बन गया।हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते हैं, कि हमें किसानों की आय दोगुनी करनी है, तो पशुपालन को बढ़ावा देना होगा। हम सबने सहकारिता में अमूल का प्रयोग देखा है। भारत ने एनडीडीबी अर्थात नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से अमूल के रूप में श्वेत क्रांति की। छत्तीसगढ़ में भी श्वेत क्रांति की राह हमने खोल दी है। बीते महीने हमने एनडीडीबी के साथ एमओयू किया है।मुख्यमंत्री साय ने कहा- हमारी धरती रत्नगर्भा है। खनिज संपदा के मामले में छत्तीसगढ़ अतुलनीय है। कोयले और लोहे के उत्पादन में हम देश में दूसरे स्थान पर हैं। देश के बाक्साइट भंडार का 20 फीसदी हमारे यहां है। सारी दुनिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपना रही है और भारत भी इसमें पीछे नहीं है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के लिए लीथियम की जरूरत होती है और इसके भंडार हमारे कोरबा, सुकमा और बस्तर जिले में है।हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ को मेडिकल हब बनाना है, ताकि न केवल हमारे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में छत्तीसगढ़ के नागरिकों का इलाज हो सके अपितु छत्तीसगढ़ मेडिकल टूरिज्म के भी महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित हो। इसके लिए हमने अटल नगर नवा रायपुर में 200 एकड़ भूमि चिन्हांकित की है। यहां मेडिसिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत 5 हजार बेड वाला अत्याधुनिक अस्पताल बनेगा। उन्हाेंने कहा कि गांधी जी कहते थे कि भविष्य इस बात पर निर्भर करता है, कि हम वर्तमान में क्या करते हैं। मुझे इस बात की खुशी है, कि इस वर्ष जब हम छत्तीसगढ़ के स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं तब हमने विकसित छत्तीसगढ़ की यात्रा का रोडमैप तैयार कर लिया है। वर्ष 2047 में जब आजादी के सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे तब विकसित भारत के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का भव्य स्वरूप हम सभी के सामने होगा। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है।    

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नई दिल्ली । देश के 76वें गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर भारत के स्वदेशी हथियारों का जलवा दिखा। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने समारोह का नेतृत्व किया। मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 10​ हजार विशेष अतिथि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता, समानता, विकास और सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने वाले इस समारोह के साक्षी बने। ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर 31 झांकियां निकाली गईं। पहली बार तीनों सेनाओं की झांकी ने सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित किया। पहली बार कर्तव्य पथ पर 5,000 कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया।   परेडगणतंत्र दिवस परेड सुबह 10.30 बजे शुरू हुई और लगभग 90 मिनट तक चली। समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर देश के वीरों को पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचे। भारत के राष्ट्रपति और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष के आगमन पर राष्ट्रपति के अंगरक्षक, भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट ने सुरक्षा प्रदान की। दोनों राष्ट्रपति 'पारंपरिक बग्गी' में आए, यह प्रथा 40 वर्षों के अंतराल के बाद 2024 में वापस आई है। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान के बाद स्वदेशी हथियार प्रणाली 105-एमएम लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी दी गई।परेड की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकारों ने देश के विभिन्न भागों के संगीत वाद्य यंत्रों के साथ 'सारे जहां से अच्छा' बजाकर की। वाद्य यंत्रों का यह स्वदेशी मिश्रण एक अरब भारतीयों के दिलों की धुन, ताल और उम्मीदों से गूंजा। वाद्य यंत्रों के इस समूह में शहनाई, सुंदरी, नादस्वरम, बीन, मशक बीन, बांसुरी, करदी मजालू, मोहुरी, शंख, तुतारी, ढोल, गोंग, निशान, चंग, ताशा, संबल, चेंडा, इडक्का, लेजिम, थविल, गुदुम बाजा, तालम और मोनबाह को शामिल किया गया। ध्वज फॉर्मेशन में 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टरों ने पुष्प वर्षा करके माहौल को देश भक्ति से भर दिया। राष्ट्रीय ध्वज के साथ हेलीकॉप्टरों के इस समूह का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन आलोक अहलावत ने किया।राष्ट्रपति के सलामी लेने के साथ परेड की शुरुआत हुई। दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार ने परेड कमांडर की कमान संभाली। मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सुमित मेहता परेड के सेकेंड-इन-कमांड थे। परेड की शुरुआत में सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के विजेता सलामी मंच के सामने से गुजरे। इनमें परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कैप्टन) योगेंद्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) और सूबेदार मेजर संजय कुमार (सेवानिवृत्त) और अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल जसराम सिंह (सेवानिवृत्त) शामिल हैं। परमवीर चक्र दुश्मन के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए, जबकि अशोक चक्र दुश्मन के सामने वीरता और आत्म-बलिदान के समान कार्यों के लिए दिया जाता है।   इंडोनेशियाई टुकड़ीकर्तव्य पथ पर पहली बार इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की मार्चिंग टुकड़ी और इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी के सैन्य बैंड ने मार्च पास्ट किया। इस मार्चिंग टुकड़ी में 152 जवान और 190 सदस्य सैन्य बैंड में शामिल रहे।   भारतीय सेना की टुकड़ीमाउंटेड कॉलम का नेतृत्व करने वाली सेना की टुकड़ी का नेतृत्व 61 कैवेलरी के लेफ्टिनेंट अहान कुमार ने किया। 1953 में गठित 61 कैवेलरी दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार घुड़सवार रेजिमेंट है। इसके बाद नौ मैकेनाइज्ड कॉलम और ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स, जाट रेजिमेंट, गढ़वाल राइफल्स, महार रेजिमेंट, जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट, कोर ऑफ सिग्नल्स आदि की टुकड़ियां सलामी मंच के सामने से होकर गुजरीं। सेना ने परेड में स्वदेशी हथियारों में टैंक टी-90 (भीष्म), बीएमपी-2 सरथ के साथ नाग मिसाइल सिस्टम, सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, अग्निबाण मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, आकाश हथियार प्रणाली, एकीकृत युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली, ऑल-टेरेन व्हीकल (चेतक), लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल (बजरंग), व्हीकल माउंटेड इन्फैंट्री मोर्टार सिस्टम (ऐरावत), क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल्स (नंदीघोष और त्रिपुरांतक) और शॉर्ट-स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम का कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन किया। तीनों सेनाओं की झांकीपहली बार तीनों सेनाओं की झांकी कर्तव्य पथ पर उतरी, जिसमें एकजुटता और एकीकरण की भावना प्रदर्शित की गई। ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और संचार की सुविधा प्रदान करने वाले संयुक्त संचालन कक्ष को दर्शाया गया। इसमें स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम और एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के साथ जमीन, पानी और हवा में एक समन्वित ऑपरेशन का प्रदर्शन करते हुए युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया गया।   भारतीय नौसेना की टुकड़ीभारतीय नौसेना की टुकड़ी में 144 कर्मी शामिल थे, जिनका नेतृत्व टुकड़ी कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलूवालिया, लेफ्टिनेंट कमांडर इंद्रेश चौधरी, लेफ्टिनेंट कमांडर काजल अनिल भरानी और लेफ्टिनेंट देवेंद्र प्लाटून कमांडर ने किया।इसके बाद झांकी में भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम एक मजबूत ‘आत्मनिर्भर’ नौसेना को दर्शाया गया। झांकी में विध्वंसक आईएनएस सूरत, फ्रिगेट आईएनएस नीलगिरी और पनडुब्बी आईएनएस बाग्शीर सहित नए-नए स्वदेशी फ्रंटलाइन अत्याधुनिक लड़ाकू जहाजों को दिखाया गया, जो स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन और निर्माण में भारत की तेजी से प्रगति को उजागर करते हैं।   भारतीय वायु सेना की टुकड़ीभारतीय वायु सेना की टुकड़ी में चार अधिकारी और 144 कार्मिक शामिल हुए, जिनका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह गराती ने किया।फ्लाइट लेफ्टिनेंट नेपो मोइरंगथेम, फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख और फॉरेस्ट ऑफिसर अभिनव गोरसी अतिरिक्त अधिकारी के रूप में शामिल हुए। इसके बाद ‘बाज फॉर्मेशन’ में तीन मिग-29 विमानों ने फ्लाई-पास्ट किया। भारतीय तटरक्षक बलभारतीय तटरक्षक बल की टुकड़ी का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट नविता ठाकरन ने किया, जिसके बाद गार्ड के तीन अधिकारी डिप्टी कमांडेंट सुमित कुमार, डिप्टी कमांडेंट पंकज सैनी और असिस्टेंट कमांडेंट प्रिया बालुरकर ने तटीय सुरक्षा और समुद्री खोज और बचाव पर केंद्रित आईसीजी की झांकी दिखाई, जिसका विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और प्रगति’ था।   डीआरडीओ की झांकीपरेड के दौरान डीआरडीओ की झांकी में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवाई प्रारंभिक चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली, 155 मिमी/52 कैल एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम, ड्रोन का पता लगाने, उसे रोकने और नष्ट करने, उपग्रह-आधारित निगरानी प्रणाली, मध्यम शक्ति रडार अरुध्रा, उन्नत हल्के वजन वाले टारपीडो, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली धराशक्ति, लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार, बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली, स्वदेशी मानव रहित हवाई प्रणाली, भूमि बलों के लिए वी/यूएचएफ मैनपैक सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो, स्वदेशी सुरक्षित सैटेलाइट फोन और यूजीआरएएम असॉल्ट राइफल को दर्शाया गया। इसके अलावा डीआरडीओ की 2024 की प्रमुख उपलब्धियों को भी झांकी के पोस्टरों में प्रदर्शित किया गया, जैसे लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल, हल्के वजन की बुलेट प्रूफ जैकेट 'अभेड', 'ज़ोरावर' हल्का टैंक और रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो आदि के साथ डोर्नियर मिड-लाइफ अपग्रेड।   राज्य सरकारों की झांकियां इस वर्ष परेड में 16 राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों, विभागों की झांकियों ने ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ को उजागर किया। इन झांकियों ने भारत की विविध शक्तियों और इसकी निरंतर विकसित होती सांस्कृतिक समावेशिता को एक शानदार भविष्य की ओर अग्रसर करती हुई प्रदर्शित किया। इस बार गोवा, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली और दादरा नगर हवेली और दमन और दीव की झांकियां परेड में शामिल हुईं।   सांस्कृतिक प्रदर्शनइस वर्ष ‘जयति जय ममः भारतम्’ शीर्षक से 5,000 कलाका​रों ने 11 मिनट में देश के विभिन्न भागों से 45 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन ​किया। पहली बार​ इस प्रदर्शन ​ने विजय चौक से लेकर सी हेक्सागन तक पूरे कर्तव्य पथ को कवर किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मेहमानों को एक जैसा देखने का अनुभव मिले।मोटरसाइकिल प्रदर्शनकोर ऑफ़ सिग्नल्स मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम​ ने मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान सांस रोक देने वाले स्टंट ​किये, जिसे ‘द डेयर डेविल्स’ के नाम से जाना जाता है। ​इस टीम ​ने बुलेट सैल्यूट, टैंक टॉप, डबल जिमी, डेविल्स डाउन, लैडर सैल्यूट, शत्रुजीत, श्रद्धांजलि, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड सहित कई संरचनाओं के माध्यम से अपनी बहादुरी और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन ​किया।फ्लाईपास्टपरेड के​ आखिरी और सबसे उत्सुकता से प्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक ‘फ्लाई-पास्ट’ में भारतीय वायुसेना के 40 ​विमानों और हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरकर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों में उत्साह भर दिया, जिसमें ​हर किसी की नजर आसमान की ओर टिकी रही। फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू जेट, 11 परिवहन विमान और सात हेलीकॉप्ट​रों ने शानदार एयर शो दिखाया। इनमें राफेल, ​सुखोई-30, जगुआर, सी-130, सी-295, सी-17, ​अवाक्स, डोर्नियर-228 और ​एएन-32 विमान और अपाचे और ​एमआई-17 हेलीकॉप्टर ​ने ध्वज, अजय, सतलुज, रक्षक, अर्जन, नेत्र, भीम, अमृत, वज्रांग, त्रिशूल और विजय सहित विभिन्न संरचनाओं का प्रदर्शन ​किया। अंतिम वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास राफेल लड़ाकू विमान ​ने किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान और ​तीन रंग वाले गुब्बारे छोड़ने के साथ ​हुआ।​ इन गुब्बारों ने आसमान में दूर-दूर तक फैलकर तिरंगा का एहसास कराया।

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नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गणतंत्र दिवस पर आरोप लगाया कि देश में संविधान के हर पवित्र सिद्धांत को एक तानाशाही शासन द्वारा ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही सही समय है कि हम अपने संविधान के विचारों और आदर्शों जैसे न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को संरक्षित और सुरक्षित रखें। संविधान की रक्षा के लिए हर बलिदान देने के लिए तैयार रहें। यही पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। गणतंत्र दिवस पर अपने शुभकामना संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आज देश का अन्नदाता मेहनती किसान ऋण के बोझ तले दबा है। उन्होंने कहा कि जश्न के मौके पर इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि देश में किस तरह हमारे संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। सत्ताधारी दल दशकों से सावधानी पूर्वक बनाए गए संस्थाओं की स्वायत्तता का लगातार हनन कर रहा है। पिछले एक दशक में धार्मिक कट्टरवाद के घृणित एजेंट से समाज को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है। आर्थिक असमानता लगातार विकराल रूप ले रही है। देश के बहुमूल्य संसाधनों को करीबी अरबपतियों को सौंपा जा रहा है। देश आर्थिक उथल-पुथल के दौर में है। आसमान छूते टैक्स ने गरीबों और मध्यम वर्ग की मेहनत की कमाई का एक-एक कर पैसा निगल लिया है।

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को पार्टी के संकल्प पत्र का तीसरा भाग जारी किया। इसमें उन्होंने यमुना रिवरफ्रंट, 1700 अनधिकृत कॉलोनियों में निर्माण कार्यों की अनुमति, गिग वर्कर के लिए बीमा, युवाओं के लिए रोजगार और महाभारत कोरिडोर जैसी कई घोषणाएं कीं।भारतीय जनता पार्टी के पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश कार्यालय में अमित शाह ने दिल्ली के वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ संकल्प पत्र का तीसरा भाग आज जारी किया और इससे जुड़ी घोषणाओं की जानकारी दी। भाजपा के तीसरे संकल्प पत्र के अनुसार पार्टी दिल्ली में शहरी आवास मंत्रालय के माध्यम से 1700 कॉलोनियों में खरीद-फरोख्त और निर्माण कार्य जैसी अनुमति प्रदान करेगी। 1300 बंद पड़ी दुकानों को कानूनी तरीके से खुलवाया जाएगा।तीसरे संकल्प पत्र में घोषणा की गई है कि यमुना कोष के माध्यम से यमुना नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा और केंद्र सरकार के साथ सहयोग करके साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। इसकी घोषणा करते हुए अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल को आमंत्रण दिया कि भाजपा की सरकार बनने के 3 साल बाद वह परिवार सहित यमुना नदी में स्नान कर सकते हैं।भाजपा के संकल्प पत्र में घोषणा की गई है कि ‘महाभारत’ पौराणिक ग्रंथ को बढ़ावा देने और प्रचारित करने के लिए एक भव्य कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों के साथ साझेदारी की जाएगी।भारतीय जनता पार्टी ने गिग कामगारों (विभिन्न सेवाएं प्रदान करने वाले श्रमिक और कामगार) को 10 लाख रुपये का जीवन बीमा और 5 लाख का दुर्घटना बीमा देने का वादा किया है। कपड़ा क्षेत्र के कामगारों को भी इसी तरह का बीमा दिया जाएगा और 15000 रुपये का ‘टूल किट’ प्रोत्साहन दिया जाएगा। निर्माण श्रमिकों को टूलकिट प्रोत्साहन के तौर पर 10 हजार, 3 लाख तक का ऋण और बीमा सुविधा दी जाएगी।भाजपा युवाओं को 50 हजार नौकरियां देगी। 20 लाख रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। जरूरतमंद छात्रों को मेट्रो में यात्रा के लिए 4 हजार प्रति वर्ष दिए जाएंगे। मान्यता प्राप्त मीडिया कर्मियों, वकीलों को 10 लाख तक का जीवन बीमा और 10 लाख तक का स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा दिया जाएगा। मैन्युअल स्कैवेंजिंग को 100 प्रतिशत समाप्त किया जाएगा।इसके अलावा 20 हजार करोड़ के निवेश के लिए एकीकृत पब्लिक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क तैयार किया जाएगा। दिल्ली की शत प्रतिशत बसों को इलेक्ट्रिक किया जाएगा। मेट्रो फेस-4 का काम जल्द पूरा होगा और मेट्रो और बस 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध कराई जाएगी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने केजरीवाल पर लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप लगाया और एक बार फिर पार्टी मंच से दोहराया कि पहले से जारी कल्याणकारी योजनायें बंद नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं कह चुके हैं कि दिल्ली में जारी कोई भी कल्याणकारी योजना बंद नहीं की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी अपने हर वादे को पूरा करते हैं।अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जमानत पर छूटने के बाद लोगों से कह रहे हैं कि उन्हें क्लीन चिट मिल गई है। वह ऐसा जाहिर कर रहे हैं कि वह जैसे पाक-साफ हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को किसी भी तरह के भ्रम में नहीं रहना चाहिए और जनता को मूर्ख नहीं बनाना चाहिए। केजरीवाल केवल जमानत पर हैं, वे आरोपों से भाग नहीं सकते।उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनावों से जुड़े संकल्प पत्र के दो भाग जारी कर चुकी है। पहला संकल्प पत्र पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और दूसरा वरिष्ठ पार्टी नेता अनुराग ठाकुर ने जारी किया था। संकल्प पत्र में पार्टी महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये देने का वादा कर चुकी है।  

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वाशिंगटन । अमेरिका के लॉस एंजिल्स की जेल में बंद आतंकवादी तहव्वुर राणा को अब भारत लाने से कोई नहीं रोक सकता। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। 63 वर्षीय तहव्वुर राणा 2008 में भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमलों का दोषी है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका खारिज कर दी।मुंबई हमलों के कुसूरवार राणा 13 नवंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दायर की थी। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद 21 जनवरी को शीर्ष न्यायालय ने इसे अस्वीकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका स्वीकार करने योग्य नहीं है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने आदेश संख्या (21/01/2025) में याचिका खारिज करते हुए उसके भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी।भारत लंबे समय से पाकिस्तान मूल के कनाडाई नागरिक राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। आतंकवादी राणा के पास भारत प्रत्यर्पित न किए जाने का यह आखिरी कानूनी विकल्प था। इससे पहले वह सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका है।फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने वर्ष 2009 में आतंकवादी राणा को शिकागो से दबोचा था। फिलवक्त वह लॉस एंजिल्स की एक जेल में बंद है। राणा लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य रहा है।उसने आतंकवादी डेविड कोलमन हेडली की मदद की थी। हेडली को मुंबई हमले का मास्टर माइंड माना जाता है। पाकिस्तान में जन्मा राणा कनाडा का नागरिक है। कनाडा जाने से पहले उसने 10 वर्ष तक पाकिस्तान की सेना में बतौर डॉक्टर की नौकरी कर चुका है। मुंबई आतंकी हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत कुल 166 लोगों की जान गई थी।        

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श्रीनगर । श्रीमाता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन, कटरा से बडगाम तक पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।   रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का एकतरफा ट्रायल रन आज पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि ट्रेन शुक्रवार को जम्मू संभाग में पहुंची थी। उसके बाद शनिवार को श्रीनगर पहुंची है। वंदे भारत एक्सप्रेस आईसीएफ ट्रेन 49 और 80 को यूएसबीआरएल सेक्शन में वाणिज्यिक संचालन के लिए निर्धारित किया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को सर्दियों के मौसम में ठंडी परिस्थितियों के लिए विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है, जिसमें आराम, सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए उन्नत तकनीकें हैं। ट्रायल रन के दौरान ट्रेन भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज, प्रतिष्ठित अंजी खाद ब्रिज और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज चिनाब ब्रिज से भी गुजरी। कश्मीर घाटी की ठंडी जलवायु का सामना करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई है। जम्मू-कश्मीर के लिए शुरू की गई यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है, लेकिन कश्मीर घाटी में पटरियों पर दौड़ने वाली पहली है। उत्तरी रेलवे ज़ोन इसके संचालन और रखरखाव की देखरेख करेगा   हीटिंग सिस्टम लगे हैं ट्रेन में पानी और बायो-टॉयलेट टैंक को जमने से रोकने के लिए उन्नत हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इसमें एयर-ब्रेक सिस्टम और गर्म हवा का संचार भी होगा, जो शून्य से नीचे के तापमान में सुचारू संचालन सुनिश्चित करेगा। अतिरिक्त संशोधनों में कठोर सर्दियों के दौरान ठंढ को दूर करने के लिए विंडशील्ड में एम्बेडेड हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। हीटिंग फिलामेंट के साथ ही लगी ट्रिपल-लेयर्ड विंडस्क्रीन बर्फबारी के दौरान भी ड्राइवर को स्पष्ट दृश्यता प्रदान करेगी। ये सभी यंत्र ट्रेन को  माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में कुशलतापूर्वक संचालित करने में भी ट्रेन सक्षम है। इसी के साथ ही रेलवे ने 272 किलोमीटर तक फैली उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी कर ली है।  

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नारायणपुर । छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी सहित छह लोगों को जान से मारने  की धमकी दी है। इस बाबत नारायणपुर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धमकी वाले मिले पर्चे की सत्यता की जांच की जा रही है। इसके साथ ही वैद्यराज हेमचंद की सुरक्षा और पुख्ता की जा रही है।   नक्सलियों ने शुक्रवार को नारायणपुर के धौड़ाई के पास पर्चा फेंककर पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी सहित छह लोगों सरपंच हरिराम मांझी, नारायण नाग, तिलक बेलसरिया, परिवहन संघ अध्यक्ष शरद और रामेश्वर बघेल को जान से मारने की बात कही है। इससे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है।   नक्सलियाें ने आरोप लगाते हुए आज फेंके गए पर्चे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार करते हुए कहा है कि उक्त सभी छह लोग आमदाई माइंस की दलाली और पुलिस कैंप का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कब तक गांव के बाहर रहोगे। इन्हें जनअदालत में मौत की सजा दी जाएगी। सागर साहू के जैसे इनको भी सजा दी जाएगी। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले नक्सलियों की इस धमकी भरे पर्चे के बाद इलाके में दहशत है।   इस बारे में नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी को वाई कटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके अलावा उनके मूवमेंट के समय  चार कंपनी की आरओपी लगती है। उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम है। पुलिस मिले इस पर्चे की सत्यता की जांच कर रही है।    उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने इससे पहले भी वैद्यराज हेमचंद काे धमकी दे चुके हैं। वहीं कुछ महीने पहले ही पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी के भतीजे की नक्सलियाें ने हत्या कर दी थी। वर्तमान में सुरक्षा की दृष्टिकाेण से हेमचंद मांझी नारायणपुर जिला मुख्यालय में रहते हैं। इन्हें पिछले वर्ष राष्ट्रपति दौपदी मुर्मु ने पद्मश्री से सम्मानित किया था।  

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मुंबई । भंडारा जिले के जवाहर नगर इलाके में स्थित आयुध कारखाने में शुक्रवार को सुबह अचानक विस्फोट हो जाने से 8 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में करीब 10 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें भंडारा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की मौके पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य कर रही है। पुलिस के अनुसार जवाहर नगर में स्थित आयुध कारखाने के आरके खंड में आज करीब बीस से अधिक लोग काम कर रहे थे। सुबह करीब 11 बजे इस खंड में जोरदार विस्फोट हुआ, जिसके बाद कारखाने छत ढह गई है। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी के सहयोग से छत का मलबा हटाने का कार्य शुरू किया है। भंडारा जिला कलेक्टर संजय कोल्टे के अनुसार कुल बारह लोग घटनास्थल पर फंसे हुए थे, जिनमें से दो को अब तक बचा लिया गया है। मौके पर बचाव कार्य जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के भंडारा में आयुध कारखाने में हुए विस्फोट के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर बचाव दल तैनात हैं। प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।   भंडारा में आयुध फैक्ट्री में विस्फोट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "भंडारा में आयुध फैक्ट्री में बड़ा विस्फोट हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है और 7 लोग घायल हैं। उन्होंने भंडारा में आयुध फैक्ट्री में हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।   महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "भंडारा जिले में आयुध फैक्ट्री में हुए विस्फोट में छत गिरने से 13 से 14 मजदूरों के फंसे होने की खबर है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर हैं और हर तरह की मदद की जा रही है। बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और नागपुर नगर निगम की टीमों को भी बुलाया गया है और वे जल्द ही पहुंच जाएंगी। जिला प्रशासन रक्षा बलों के साथ समन्वय में बचाव कार्यों में शामिल है। चिकित्सा सहायता के लिए भी टीमों को तैयार रखा गया है।

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लंदन । कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा है कि ब्रिटेन में भारतीय अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' के प्रदर्शन पर बाधा डालने वाले 'आतंकवादी' हैं। उन्होंने गृह सचिव यवेटे कूपर से दखल देने का आग्रह किया है। ब्लैकमैन ने हाउस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटेन की संसद के निचले सदन) में कहा कि दर्शकों को शांति और सद्भाव के साथ फिल्म देखने के लिए कारगर उपाय किए जाएं।लंदन के समाचार पत्र 'द हेराल्ड' ने स्थानीय 'पीए न्यूज एजेंसी' की रिपोर्ट को उद्धृत करते हुए यह जानकारी दी। 'द हेराल्ड' की खबर के अनुसार, हैरो ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि व्यू सिनेमा शृंखला के हैरो स्थित सिनेमा हाल में "विवादास्पद" बॉलीवुड फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग में बाधा डालने वाले नकाबपोश प्रदर्शनकारी आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने कुछ दोस्तों के साथ रविवार को टिकट खरीदकर हैरो व्यू सिनेमा में फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग को देखने गए। करीब 30 से 40 मिनट बाद नकाबपोश खालिस्तानी आतंकवादी घुस आए। नकाबपोशों ने दर्शकों को धमकी दी और फिल्म का प्रदर्शन रोक देने को मजबूर कर दिया।उन्होंने कहा कि ऐसा ही वॉल्वरहैम्प्टन, बर्मिंघम, स्लो, स्टेंस और मैनचेस्टर में हुआ है। इसका नतीजा यह हुआ है कि व्यू सिनेमाज और सिने वर्ल्ड ने इस फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया है। कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि वह फिल्म की गुणवत्ता या सामग्री पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। फिल्म देखना दर्शकों का अधिकार है। उनके अधिकार की रक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के दर्शकों को फिल्म देखने में दिक्कत न हो, इसके तत्काल उपाय किए जाएं।हाउस ऑफ कॉमन्स नेता लुसी पॉवेल ने कहा,'' बॉब ब्लैकमैन ने महत्वपूर्ण मामला उठाया है। मैं निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करूंगा कि उन्हें और पूरे सदन को यह जानकारी मिले कि सरकार ने इस दिशा में क्या कदम उठाए हैं।" इस पर ब्लैकमैन ने सवाल किया कि क्या अगले हफ्ते गृह सचिव का बयान आ सकता है? हाउस ऑफ कॉमन्स में मुद्दा उठने के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि सिनेमा हाल में घुसे लगभग 30 प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया पर कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।'द हेराल्ड' के अनुसार, 'इमरजेंसी' फिल्म 1975 से 1977 के मध्य के भारतीय कालखंड पर केंद्रित है। भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया। प्रेस की स्वतंत्रता पर रोक लगा दी गई। इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के आदेश पर लगभग 6.2 मिलियन भारतीय पुरुषों की जबरन नसबंदी कर दी गई थी।  

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मुंबई । उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज पुणे में कहा कि जलगांव रेल हादसा अफवाह की वजह से हुआ। जलगांव के पास परधाड़े रेलवे स्टेशन के पास घटी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दुर्घटना में 13 यात्रियों की मौत हो गई। इनमें 10 लोगों की पहचान हो गई है और तीन अज्ञात हैं, उनके शव क्षत-विक्षत हो गए हैं। इस बीच ट्रेन में सफर कर रहे एक शख्स ने कहा कि उनके तीन रिश्तेदार अभी भी लापता हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पत्रकारों को बताया कि प्रशासन और अन्य एजेंसियों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। श्रावस्ती के उधल कुमार और विजय कुमार ट्रेन में सवार थे। वे सामान्य डिब्बे में यात्रा कर रहे थे और ऊपरी बर्थ पर बैठे थे। पेंट्री में एक चाय विक्रेता ने चिल्लाकर बताया कि बोगी में आग लग गई है। दोनों ने यह सुना और चिल्लाने लगे। आग से बचने के लिए कुछ यात्री चलती ट्रेन से कूद गए। इस बीच एक व्यक्ति ने चेन खींच दी और ट्रेन रुक गई। कई यात्री ट्रेन से उतरकर रेल पटरी पार करने लगे। उसी समय, कर्नाटक एक्सप्रेस बहुत तेज गति से आई और रेलवे ट्रैक पार कर रहे यात्रियों को टक्कर मार दी। उन्होंने कहा कि घायलों में 8 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। यह घटना उधल कुमार और विजय कुमार द्वारा फैलाई गई अफवाह के कारण हुई। दोनों घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। प्रशासन को सभी घायलों को सरकारी खर्च पर उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस हादसे नेपाल से मुंबई आ रहे विश्वकर्मा परिवार के तीन सदस्य लापता हैं। तीनों के नाम नंदराम विश्वकर्मा, मैसरा विश्वकर्मा और हेमू विश्वकर्मा हैं। यह पूरा परिवार नेपाल से लखनऊ आया था और फिर लखनऊ से मुंबई आ रहे थे। उनके रिश्तेदारों के अनुसार, परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं, लेकिन नंदराम विश्वकर्मा, उनकी पत्नी मैसारा विश्वकर्मा और दस वर्षीय बच्चा हेमू विश्वकर्मा लापता हैं। तीनों की तलाश के लिए रिश्तेदार सुबह पांच बजे से ही जिला अस्पताल में मौजूद हैं। इस घटना में मृतक नंदराम के बड़े भाई विक्रम विश्वकर्मा ने कहा है कि तीनों की तलाश की जाए और उनके बारे में कुछ जानकारी मुहैया कराई जाए।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती 'पराक्रम दिवस' पर कटक में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे इसी प्रकार हमें भी विकसित भारत के लिए अपना कंफर्ट जोन छोड़ना होगा। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के लिए जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि आज जब हमारा देश विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में जुटा है, तब नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। नेताजी के जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य 'आजाद हिंद' था। उन्होंने अपने संकल्प की सिद्धि के लिए अपने फैसले को एक ही कसौटी पर परखा 'आजाद हिंद'। नेताजी एक समृद्ध परिवार में जन्में। उन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। वो चाहते तो अंग्रेजी शासन में एक वरिष्ठ अधिकारी बनकर आराम की जिंदगी जीते लेकिन उन्होंने आजादी के लिए कष्टों को चुना, चुनौतियों को चुना, देश-विदेश में भटकना पसंद किया।   उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे। इसी तरह आज हम सभी को विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना है। हमें खुद को विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना है, उत्कृष्टता को चुनना ही है, क्षमता पर फोकस करना है। नेताजी ने देश की स्वतंत्रता के लिए आजाद हिंद फौज बनाई। इसमें देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग के वीर-वीरांगनाएं शामिल थे। सबकी भाषाएं अलग-अलग थी, लेकिन भावना एक थी- देश की आजादी। यही एकजुटता आज विकसित भारत के लिए भी बहुत बड़ी सीख है। तब स्वराज के लिए हमें एक होना था, आज विकसित भारत के लिए हमें एक रहना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पूरा देश श्रद्धापूर्वक उन्हें याद कर रहा है। इस वर्ष के पराक्रम दिवस का भव्य उत्सव नेताजी की जन्मभूमि पर हो रहा है। कटक में नेताजी के जीवन से जुड़ी एक विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में नेताजी के जीवन से जुड़ी अनेक विरासतों को एक साथ सहेजा गया है। कई चित्रकारों ने कैनवास पर नेताजी के जीवन प्रसंग की तस्वीरें उकेरी हैं। इन सबके साथ नेताजी पर आधारित कई पुस्तकों को भी इकट्ठा किया गया है। नेताजी की जीवन यात्रा की ये सारी विरासत 'मेरे युवा भारत' को एक नई ऊर्जा देगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में विश्व में हर तरफ भारत की प्रगति के लिए अनुकूल माहौल है। दुनिया भारत की ओर देख रही है कि कैसे हम इस 21वीं सदी को भारत की शताब्दी बनाते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से भारत की एकजुटता पर बल देना है। हमें उन लोगों से भी सतर्क रहना है जो देश को कमजोर करना चाहते हैं। देश की एकता को तोड़ना चाहते हैं। नेताजी सुभाष भारत की विरासत पर बहुत गर्व करते थे। वे अक्सर भारत के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास की चर्चा करते थे। आज भारत गुलामी की मानसिकता के बाहर निकल रहा है। अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास कर रहा है। मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर लाल किले से झंडा फहराने का अवसर मिला था। नेताजी की विरासत से प्रेरित होकर हमारी सरकार ने 2019 में दिल्ली के लाल किले में उन्हें समर्पित एक संग्रहालय का निर्माण किया। उसी वर्ष, हमने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी शुरू किया। 2021 में सरकार ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। इंडिया गेट के समीप नेताजी की विशाल प्रतिमा लगाना, अंडमान में द्वीप का नाम नेताजी के नाम पर रखना, गणतंत्र दिवस की परेड में आईएनए के जवानों को नमन करना सरकार की इसी भावना का प्रतीक है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में देश ने यह भी दिखाया है कि तेज विकास से सामान्य जन का जीवन भी आसान होता है और सैन्य सामर्थ्य भी बढ़ता है। बीते दशक में 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। ये बहुत बड़ी सफलता है। आज गांव हो या शहर, हर तरफ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है, साथ ही भारत की सेना की ताकत में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज विश्व मंच पर भारत की भूमिका बढ़ रही है, भारत की आवाज बुलंद हो रही है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से 'एक लक्ष्य-एक ध्येय' विकसित भारत के लिए निरंतर काम करते रहना है।

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मुंबई । फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद रामनीति गरमा गई है। इस हमले पर शिवसेना शिंदे समूह के नेता संजय निरुपम और भाजपा नेता और मंत्री नीतेश नारायण राणे ने आशंका व्यक्त की है। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सैफ पर हुए हमले पर आशंका व्यक्त करने वालों को कड़ी लताड़ लगाई है। बावनकुले ने कहा कि इस तरह के हमलों पर आशंका व्यक्त करना इंसानियत के हिसाब से उचित नहीं है।सैफ अली खान पर 16 जनवरी को उनके आवास पर चाकू हमला किया गया था। हमले में घायल सैफ पांच दिनों तक लीलावती अस्पताल में भर्ती थे और उनका ऑपरेशन किया था। शिंदे समूह की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने सबसे पहले सैफ अली खान पर हमले को लेकर संदेह जताया था। निरुपम ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया था कि दो बार चाकू घोंपे जाने के बाद सैफ अली खान कैसे ठीक हो गए और इतनी जल्दी चलने लगे। इसके बाद मंत्रीनितेश राणे ने भी कहा, "आज सैफ अली खान को देखने के बाद मुझे शक हुआ. वह बाहर आए और इस तरह से चले कि मुझे शक हुआ कि क्या उन्हें वाकई चाकू मारा गया था या वह सिर्फ नाटक कर रहे थे। इस तरह के व्यक्तव्य पर शिंदे समूह की शिवसेना की नेता शाइना एनसी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "कुछ राजनेता और मीडिया पुलिस बल पर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि सैफ अली खान शेर की तरह चलते हैं।" शाइना एनसी ने कहा, "रीढ़ की हड्डी के पास चाकू लगने के बाद सैफ अली खान 8 साल के बच्चे के साथ शेर की तरह चले। वह बाघ की तरह गर्व से चले।" "वास्तव में इस बात पर खुश होने के बजाय कि उसकी जान बच गई, मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ मीडिया संस्थान और कुछ राजनेता पुलिस की ईमानदारी पर सवाल क्यों उठा रहे हैं। हमें इस हाई-प्रोफाइल मामले में व्यक्ति की सुरक्षा के बारे में बात करने की जरूरत है।" इस संबंध में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि नेताओं को अगर कुछ लगता है तो उन्हें इस तरह की बयानबाजी की बजाय पुलिस से बात करनी चाहिए। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इस तरह की नकारात्मक बयानबाजी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह इंसानियत के खिलाफ है। सैफ एक अच्छे कलाकार हैं, वे इस संबंध में मंत्री नीतेश राणे से बात करेंगे।इस मामले में पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने कहा कि हमले के बाद इस तरह की बयानबाजी दुखदायक है। दलवाई ने तो पुलिस जांच पर आशंका व्यक्त की और कहा कि इस मामले में पुलिस ने जिसे आरोपित बता रही है, वह पहले जारी किए गए फोटो से भिन्न है। बतादें हमले के बाद मीडिया ने हमलावर का सीढिय़ों पर से चढक़र सैफ के घर में जाते हुए और उतरते हुए दो वीडियो जारी किया था। दलवाई ने बताया कि सीढिय़ों वाले वीडियों में जो आरोपित दिख रहा था, और गिरफ्तार करने के बाद आरोपित जो तस्वीर मीडिया में आई है, दोनों में काफी फर्क है। इसी तरह आज आरोपित के बात ने भी इसी तरह का सवाल खड़ा किया है। आरोपित के बात ने कहा है कि सीढिय़ों पर दिखने वाला आरोपित उनका बेटा नहीं है। उनके बेटे को पुलिस ने मामले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए डमी आरोपित बनाया है।

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नई दिल्ली । ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के आज 10 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह एक परिवर्तनकारी और जन-शक्ति से संचालित पहल बन गई है। इसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी रही है। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान लैंगिक भेदभाव को दूर करने और बालिकाओं को सशक्त बनाने में सहायक रहा है।मोदी ने कहा कि इस पहल से कम बाल लिंगानुपात वाले जिलों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने इस अभियान को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने वाले सभी हितधारकों की सराहना की।प्रधानमंत्री ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार अपनी पोस्ट में लिखा, “आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की 10वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। पिछले एक दशक में यह एक परिवर्तनकारी, जन-संचालित पहल बन गई है और इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी रही है।”उन्होंने लिखा, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान लैंगिक भेदभाव को दूर करने में सहायक रहा है और साथ ही इसने यह सुनिश्चित करने के लिए सही माहौल तैयार किया है कि बालिकाओं को शिक्षा और अपने सपनों को पूरा करने के अवसरों तक पहुंच मिले।”प्रधानमंत्री ने लिखा, "लोगों और विभिन्न सामुदायिक सेवा संगठनों के समर्पित प्रयासों के कारण #बेटीबचाओबेटीपढ़ाओ ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। कम बाल लिंग अनुपात वाले जिलों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और जागरूकता अभियानों ने लैंगिक समानता के महत्व की गहरी समझ पैदा की है।"उन्होंने लिखा, "मैं उन सभी हितधारकों की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस आंदोलन को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाया है। आइए, हम अपनी बेटियों के अधिकारों की रक्षा करना जारी रखें, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करें और एक ऐसा समाज बनाएं, जहां वे बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ सकें। एक साथ मिलकर, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आने वाले वर्ष भारत की बेटियों के लिए और भी अधिक प्रगति और अवसर लेकर आएं।    

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सुलतानपुर। रायबरेली सांसद राहुल गांधी के मानहानि मामले में होने वाली सुनवाई अधिवक्ताओं के हड़ताल कारण टाल दी गई है। अब 30 जनवरी को इस पर सुनवाई होगी।   वादी के अधिवक्ता संतोष पांडेय ने बुधवार को बताया कि राहुल गांधी के मानहानि मामले में एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा की अदालत में हड़ताल के कारण सुनवाई 30 जनवरी तक के लिए टाल दी गई। मामले में बचाव पक्ष द्वारा परिवादी से शेष जिरह में विचाराधीन है।   कोतवाली देहात के हनुमानगंज निवासी भाजपा नेता विजय मिश्रा ने वर्ष 2018 में राहुल गांधी के विरुद्ध मानहानि का परिवाद एमपी—एमएलए कोर्ट में दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी, इससे मैं आहत हुआ हूं। कोर्ट में पांच साल लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन जज ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था। फरवरी माह 2024 को राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया।   विशेष मजिस्ट्रेट ने उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत दे दी थी। इसके बाद राहुल गांधी को कोर्ट ने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया। दर्जन भर तारीख पड़ने के बाद बीती 26 जुलाई 2024 को राहुल कोर्ट में पहुंचे और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था। उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताया, कहा था मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है। इसके बाद कोर्ट में वादी को साक्ष्य प्रस्तुत करने के निर्देश हुए।  

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मुंबई । फिल्म अभिनेता सैफ अली खान को मंगलवार को दोपहर में लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई । इसके बाद सैफ अली खान अपनी पत्नी, फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर के साथ बांद्रा स्थित आवास पर पहुंचे। सैफ अली खान पर 16 जनवरी को उनके आवास पर हुए चाकू हमले के बाद लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था ।सूत्रों के अनुसार सैफ अली खान का डिसचार्ज पेपर सोमवार रात में ही तैयार कर लिया गया था। डॉक्टरों ने सैफ अली खान को घर पर एक महीने तक आराम करने सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि रीढ़ की हड्डी में लगा घाव गहरा है और उसे भरने में कम से कम एक माह का वक्त लग सकता है। हालांकि अभिनेता पर उनके आवास पर हुए हमले के दौरान कुल छह वार किए गए थे।बता दें कि सैफ अली खान को 16 जनवरी की रात बांद्रा स्थित उनके आवास में चोरी के इरादे से घुसे एक चोर ने चाकू मार दिया था। इस घटना के बाद सैफ अली खान को लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस मामले में पुलिस ने चोर 30 वर्षीय चोर शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की छानबीन जारी है।

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वाशिंगटन । अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करने के अपने पहले संबोधन में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का स्वर्ण युग अब शुरू हुआ है। अमेरिका फर्स्ट की नीति के साथ वो फिर से देश को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वो सभी को साथ लेकर चलने को तत्पर हैं। साथ ही उन्होंने दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की भी घोषणा की।अमेरिकी राष्ट्रपति ने शपथ ग्रहण के बाद पहला बड़ा फैसला लेते हुए देश के दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाई जाएगी। संगठित अपराध के खिलाफ आज से ही काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोकने के लिए जरूरत पड़ी तो वहां सेना को भी भेजा जाएगा। ट्रंप ने कहा कि अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वो आए हैं।अपनी सरकार की प्राथमिकता को बताते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता घुसपैठ को रोकना है ताकि देश की जनता सुरक्षित महसूस करे। दूसरी प्राथमिकता महंगाई पर रोक लगाना है ताकि लोगों को जरूरी सामानों के लिए अतिरिक्त बोझ न पड़े।ट्रंप ने घोषित की 'नेशनल एनर्जी इमरजेंसी'ट्रंप ने कहा, 'अत्यधिक खर्च और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाई का संकट पैदा हुआ और इसीलिए आज मैं नेशनल एनर्जी इमरजेंसी की भी घोषणा करता हूं।'लॉस एंजिल्स में आग की विभिषिका पर ट्रंप ने कहा, 'हमारे पास एक पब्लिक हेल्थ सिस्टम है जो आपदा के समय काम नहीं करता है। फिर भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में इसपर अधिक पैसा खर्च किया जाता है। हम ऐसा नहीं होने दे सकते। हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म करना और हमारे देश से नफरत करना सिखाती है। यह सब आज से ही बदल जाएगा।'ट्रंप की चाह- दुनिया उन्हें शान्ति दूत के तौर पर जानेट्रंप ने कहा, मैं देशों को जोड़ने की कोशिश करूंगा। शांति स्थापित करना मेरी प्राथमिकता है। विरोधियों के खिलाफ बदले की कार्रवाई नहीं होगी। सैनिकों के अधिकार बढ़ाए जाएंगे। मैं युद्ध रोकने की कोशिश करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की जंग में अब अमेरिका की सेना नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि दुनिया उन्हें शांति दूत के तौर पर जाने।चीन को चुनौतीचीन को चुनौती देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पनामा कैनाल से चीन का आधिपत्य खत्म करेंगे। पनामा कैनाल को वापस लेंगे। वहीं भविष्य की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका जल्द मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्री भेजेगा और दुनिया के सामने नई मिशाल पेश करेगा।'हमारी प्राथमिकता देश को गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र बनाना'अपने भाषण के शुरुआत में ट्रंप ने कहा, अमेरिका का स्वर्ण युग अब शुरू हुआ है। अमेरिका फर्स्ट की नीति के साथ वो फिर से देश को आगे लेकर जाएंगे। हम अपनी संप्रभुता बनाए रखेंगे। दुनिया हमारा इस्तेमाल नहीं कर सकेगी। अमेरिका में अब घुसपैठ नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो।'दूसरे देशों पर टैक्स और टैरिफ बढ़ाएंगेट्रंप ने अमेरिका को संबोधित करते हुए कहा कि दूसरे देशों पर टैक्स और टैरिफ बढ़ाएंगे। हम देश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाएंगे। अमेरिका के लोगों को बोलने की स्वतंत्रता होगी। अमेरिका के दुश्मनों को हराकर रहेंगे। उन्होंने अमेरिका में ड्रग तस्करों को आतंकी घोषित करने का भी ऐलान किया। कहा सेना भी अपने मिशन के लिए आजाद रहेगी।ट्रंप ने अमेरिका को लेकर अपनी नीतियों का भी खाका देश और दुनिया के सामने रखा। उन्होंने कहा कि अमेरिका फिर से मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। अमेरिका से तेल और गैस का निर्यात बढ़ेगा।साथ ही पूर्ववर्ती सरकार को निशाने पर लेते हुए ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने समाज का ताना-बाना तोड़ा। वो ग्लोबल इंवेंट्स को हैंडल नहीं कर पाए। बाइडेन के राज में अपराधियों को शरण मिली और सीमाओं की सुरक्षा पर वो कुछ नहीं कर सके।वहीं, अपने संघर्षों को याद करते हुए ट्रम्प ने कहा कि लोगों ने मुझे बदलाव के लिए चुना है। आठ साल से मुझे चैलेंज किया जा रहा था। मेरी हत्या करने की कोशिश की गई। अब अमेरिका में तेजी से बदलाव आएगा।इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में सोमवार रात शपथ ली। उनसे पहले पहले जेडी वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। वाशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटल बिल्डिंग में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने दोनों की शपथ दिलाई। वहीं, शपथ ग्रहण समारोह में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग, अमेजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस और एलन मस्क आदि कई दिग्गज शामिल रहे।

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रायपुर । छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। अब लखमा को 5 फरवरी को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।   ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेशी होने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। लखमा को ईडी ने 15 जनवरी 2025 को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले 28 दिसंबर 2024 को ईडी ने लखमा और उनके बेटे और करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी।ईडी के छापे के बाद कवासी लखमा ने कहा था कि घोटाला हुआ है या फिर नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं अनपढ़ आदमी हूं, अधिकारी मुझे जहां साइन करने को कहते थे, मैं कर देता था। 3 और 9 जनवरी को भी लखमा से पूछताछ की गई थी। 21 जनवरी तक उन्हें रिमांड पर भेजा गया था और आज रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था।   पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के घर पर छापामार कार्रवाई के बाद ईडी ने 2 जनवरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा था कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित 7 जगह तलाशी अभियान चलाया गया।ईडी का दावा है कि कवासी लखमा द्वारा नकद में (पीओसी) प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी की अपराध से अर्जित आय के उपयोग से जुड़े सबूत मिले हैं । इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं।    उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले की जांच में ईडी ने अब तक कई खुलासे किए हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर पैसों के लेन-देन और अनियमितताओं की बात सामने आई है। लखमा की गिरफ्तारी से इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) में एमडी अरुणपति त्रिपाठी, बिजनेसमैन अनवर ढेबर और अनिल टुटेजा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

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देहरादून । उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए धामी मंत्रिमंडल ने सोमवार को इसकी नियमावली को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह फैसला 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।   सोमवार को सचिवालय में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में यूसीसी का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। हालांकि, निकाय चुनावों के चलते मंत्रिमंडल की ब्रीफिंग आयोजित नहीं हो सकी।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी सरकार ने जनता से जो भी वादा किया उसे पूरा किया है। हमने 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व वादा किया था कि हम प्रदेश में समान नागरिक संहिता लेकर आएंगे। आज ही मंत्रिमंडल की बैठक में हमने सर्वसम्मति से यूसीसी को पारित कर दिया है, जिसे शीघ्र ही प्रदेश में लागू किया जाएगा। हमने जनता की मांग के अनुरूप ही प्रदेश में धर्मांतरण, लैंड जिहाद और थूक जिहाद, दंगा और नकल रोकने के लिए सख्त कानून बनाए हैं। समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का वेबपोर्टल 21 जनवरी को पहली बार प्रदेशभर में एक साथ उपयोग में आएगा। फिलहाल यह कवायद सरकार के अभ्यास (मॉक ड्रिल) का हिस्सा होगी। इसके बाद यूसीसी को लागू किया जा सकता है। मॉक ड्रिल से सरकार, विशेष समिति और प्रशिक्षण टीम अपनी-अपनी तैयारियों को परख सकेंगी।यूसीसी लागू होने पर सभी धर्म-समुदायों में विवाह, तलाक, गुजारा भत्ता और विरासत के लिए एक ही कानून। 26 मार्च 2010 के बाद से हर दंपती के लिए तलाक व शादी का पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। हलाला और इद्दत जैसी प्रथा खत्म होगी। महिला का दोबारा विवाह करने की किसी भी तरह की शर्तों पर रोक होगी। कोई बिना सहमति के धर्म परिवर्तन करता है तो दूसरे व्यक्ति को उस व्यक्ति से तलाक लेने व गुजारा भत्ता लेने का अधिकार होगा। लिव इन में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए वेब पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य होगाग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम, महानगर पालिका स्तर पर पंजीकरण की सुविधा। पंजीकरण न कराने पर अधिकतम 25,000 रुपये का जुर्माना। पंजीकरण नहीं कराने वाले सरकारी सुविधाओं के लाभ से भी वंचित रहेंगे। विवाह के लिए लड़के की न्यूनतम आयु 21 और लड़की की 18 वर्ष होगी। महिलाएं भी पुरुषों के समान कारणों और अधिकारों को तलाक का आधार बना सकती हैं।यूसीसी का सफर: विधानसभा चुनाव में 12 फरवरी 2022 के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी की घोषणा की। धामी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में यूसीसी लाने के लिए फैसला लिया गया। मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति बनी। समिति ने 20 लाख सुझाव ऑफलाइन और ऑनलाइन प्राप्त किए। 2.50 लाख लोगों से समिति ने सीधा संवाद किया। 02 फरवरी 2024 को विशेषज्ञ समिति ने ड्राफ्ट रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी। सात फरवरी को विधेयक विधानसभा से पारित हुआ। राजभवन ने विधेयक को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा। राष्ट्रपति ने 11 मार्च यूसीसी विधेयक को अपनी मंजूरी दी। यूसीसी कानून के नियम बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया। नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों संस्करणों में 18 अक्तूबर 2024 को राज्य सरकार को नियमावली साैंपी। धामी मंत्रिमंडल की बैठक में आज (20 जनवरी) 2025 को नियमावली को मंजूरी मिली।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस बात का उल्लेख किया कि खिलौना विनिर्माण क्षेत्र में सरकार की उन्नति ने आत्मनिर्भरता के हमारे प्रयास को बढ़ावा देकर परंपराओं और उद्यमिता को लोकप्रिय बनाया है।प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर “मन की बात अपडेट्स’ हैंडल की एक पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा, “हमने मन की बात के एक एपिसोड में खिलौना विनिर्माण को बढ़ावा देने के बारे में बात की थी और पूरे देश में सामूहिक प्रयासों से हमने इसमें काफी प्रगति भी की है। इस क्षेत्र में हमारी प्रगति ने आत्मनिर्भरता के हमारे प्रयास को बढ़ावा दिया है और परंपराओं तथा उद्यमिता को लोकप्रिय बनाया है।”

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नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर एम्स के बाहर कड़ाके की ठंड में फुटपाथ पर बैठे मरीजों व उनके परिवार वालों की दुर्दशा को उजागर किया है। उन्होंने इस समस्या के समाधान को लेकर नड्डा और आतिशी से तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। राहुल गांधी ने अभी हाल में एम्स का दौरा किया था।   नड्डा को लिखे पत्र में राहुल ने एम्स में दिल्ली के बाहर से आए मरीजों और तीमारदारों की चिंताजनक स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि एम्स के दौरे के दौरान सैकड़ों रोगियों और उनके परिवार वालों को कड़ाके की ठंड में फुटपाथ और मेट्रो में बैठे देखकर दुख हुआ। एम्स दिल्ली उत्कृष्ट और किफायती देखभाल प्रदान करता है, लेकिन रोगियों और उनके परिवारों की स्थिति से पता चलता है कि स्वास्थ्य सेवा अभी भी करोड़ों भारतीयों की पहुंच से बाहर है। उन्होंने नड्डा से एम्स दिल्ली की स्थिति को ठीक करने के लिए तत्काल और समय पर कदम उठाने का आग्रह किया। राहुल ने सुझाव दिया कि भारत सरकार को एम्स, दिल्ली सरकार और धर्मार्थ संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि मरीजों को बिस्तर, पानी और आश्रय प्रदान किया जा सके और आवास के लिए स्थायी सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।    उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत जैसी केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा योजनाओं की समीक्षा की जानी चाहिए ताकि पात्रता, नामांकित अस्पतालों और कवर की जाने वाली स्थितियों का विस्तार करके मरीजों की जेब से होने वाले खर्च को यथासंभव कम किया जा सके। निजी स्वास्थ्य सेवा के आसमान छूते कीमतों की भी जांच बेहद जरूरी है। उन्होंने सरकार से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और रोगियों पर वित्तीय बोझ कम करने का आग्रह किया।   आतिशी को लिखे पत्र में राहुल ने मरीजों की भलाई के लिए अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सैकड़ों मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों को कड़ाके की ठंड में मेट्रो के बाहर बैठे देखकर दुख हुआ। उनके पास सुरक्षा के लिए केवल पतले कंबल थे, पीने के पानी या शौचालय की सुविधा नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसी कठिनाई नहीं झेलनी चाहिए, खासकर तब जब वह पहले से ही गंभीर चिकित्सा स्थितियों से जूझ रहा हो। उन्होंने दिल्ली सरकार से एम्स में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए बिस्तर, पानी और आश्रय सहित तत्काल राहत प्रदान करने का आह्वान किया। 

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में मतदान प्रक्रिया को आधुनिक और मजबूत बनाने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया और साथ ही देशभर में निष्पक्ष चुनाव कराने की आयोग की प्रतिबद्धता की सराहना की। चुनाव आयोग की स्थापना के दिन 25 जनवरी को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ मनाया जाता है। प्रधानमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए देशवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का उपयोग करने और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त करने की अपील की। ‘मन की बात’ का 118वां एपीसोड अगले सप्ताह गणतंत्र दिवस आयोजन के चलते अंतिम रविवार के स्थान पर आज तीसरे रविवार को प्रसारित किया गया। इस एपीसोड में प्रधानमंत्री ने कुंभ से लेकर अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों से श्रोताओं को अवगत कराया और देश में हो रहे पर्यावरण और समाज परिवर्तन के कार्यों की जानकारी दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने पर संविधान सभा में चर्चाओं में भाग लेते हुए डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ऑडियो क्लिप सुनाएं। इसमें डॉ. अंबेडकर ने संविधान सभा को एक मत होने, डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के मानवीय मूल्यों और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अवसरों की समानता पर अपनी बात रख रहे थे। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित ‘कुंभ’, दक्षिण की नदियों के तटों पर आयोजित होने वाले ‘पुष्करम’ और पश्चिम बंगाल के ‘गंगा सागर मेले’ के सुंदर आयोजनों और विहंगम दृश्यों को मन की बात का हिस्सा बनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पर्व भारत के लोगों को भारत की परंपराओं से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं कोई भेदभाव या जातिवाद नहीं है, तभी तो कुंभ को एकता का ‘महाकुंभ’ कहा जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तर भारत में प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होता है। इसी प्रकार दक्षिण में गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा और कावेरी नदी के तटों पर ‘पुष्करम’ का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘गंगा सागर मेले’ में संक्रांति के अवसर पर पूरी दुनिया से आए लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। वर्ष-2025 में भारत की अंतरिक्ष में ऐतिहासिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर हम सभी भारतीयों को गर्व करना चाहिए। उन्होंने इस दौरान भारतीय स्पेस टैक स्टार्टअप बेंगलुरु के पिक्सेल के बारे में बताया जिसने भारत का पहला निजी सैटेलाइट कांस्टेलेशन फायरफ्लाई सफलतापूर्वक पर लॉन्च किया है। उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में स्पेस डॉकिंग की उपलब्धि का जिक्र किया। वहीं, उन्होंने बताया कि आईआईटी मद्रास का ‘एक्सटेम’केंद्र अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग के लिए कई नई तकनीक का पर काम कर रहा है। ‘मन की बात’ में इस बार भी प्रधानमंत्री ने पर्यावरण की दृष्टि से देशभर में हो रहे सराहनीय कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि असम के ‘नौगांव’ में हाथियों से जुड़ी कई घटनाएं होती थी। इसको देखते हुए गांव वालों ने ‘हाथी बंधु’ नाम से एक टीम बनाई और करीब 800 बीघा बंजर भूमि को घास युक्त किया। इसके चलते हाथियों का आबादी और खेतों में जाना काम हो गया। साथ ही उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि पिछले दो महीनों में भारत ने दो नए टाइगर रिजर्व जोड़े हैं- छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला और मध्य प्रदेश में रातापानी। प्रधानमंत्री ने ‘टायर टू’ और ‘टायर थ्री’ शहरों में लगातार बढ़ते स्टार्टअप्स कल्चर की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में स्टार्टअप इंडिया के 9 साल पूरे हुए हैं। यह हर हिन्दुस्तानी के लिए खुशी का विषय है। अंबाला, हिसार, कांगड़ा, चैंगलपट्टू, बिलासपुर, ग्वालियर और वाशिम जैसे शहरों में स्टार्टअप के केंद्र बन रहे हैं। नागालैंड राज्य में भी पिछले साल स्टार्टअप रजिस्ट्रेशन में 200 से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। समाज सेवा से जुड़े हुए कार्यों को प्रधानमंत्री अक्सर ‘मन की बात’ में स्थान देते हैं। इसी क्रम में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में दीपक नाबाम की कोशिश का उल्लेख किया। नाबाम ने वंचित, हिंसा पीड़ित, बेसहारा और नशे की लत के शिकार लोगों को की देखभाल के लिए एक संस्था बनाई है। वे ‘लिविंग होम’ चलाते हैं, जहां पर बीमार और असमर्थ बुजुर्गों की सेवा की जाती है। उन्होंने लक्षद्वीप के करवत्ती द्वीप में हिडुम्बी नर्स के कार्यों की प्रशंसा की। वे सेवानिवत्त होने के बाद भी पिछले 18 वर्षों तक अपने करुणा और स्नेह से लोगों की सेवा में जुटी हैं। लक्षद्वीप के ही केजी मोहम्मद के मिनीकॉय द्वीप में मरीन इकोसिस्टम को मजबूत करने के कार्यों की भी उन्होंने प्रशंसा की। निकोबार जिले में ‘वर्जिन कोकोनेट’ ऑयल को हाल ही में जी टैग मिलने पर प्रशंसा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके उत्पादन से जुड़ी आदिवासी महिलाओं को संगठित कर सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाए जा रहे हैं और उन्हें मार्केटिंग और ब्रांडिंग की स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी। 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। इस दिन को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में उनके पराक्रम से जुड़ी हुई एक कहानी का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सुभाष बाबू एक विजनरी नेता थे, उनके स्वभाव में साहस रचा बसा था और वह कुशल प्रशासन भी थे।  

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को दोहरी ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर, विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश, पुरुष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालिंपिक स्वर्ण विजेता हाई जंपर प्रवीण कुमार को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित किया।   राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में खेल और साहसिक पुरस्कार 2024 प्रदान किए। पुरस्कारों में 4 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार-2024, 5 खिलाड़ियों को द्रोणाचार्य पुरस्कार-2024, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार-2024, 4 खिलाड़ियों को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार-2023, एक राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2024 और एक मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी-2024 शामिल हैं। राष्ट्रपति ने फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2024 और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी-2024 प्रदान की। राष्ट्रपति ने पैरा-शूटिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सुभाष राणा, निशानेबाजी में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए दीपाली देशपांडे, संदीप सांगवान को हॉकी में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार, 2024 प्रदान किया। इसके अलावा बैडमिंटन में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए एस मुरलीधरन, फुटबॉल में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अर्मांडो एग्नेलो कोलाको को द्रोणाचार्य पुरस्कार (आजीवन), 2024 प्रदान किया। राष्ट्रपति ने एथलेटिक्स में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अन्नू रानी को अर्जुन पुरस्कार, 2024 प्रदान किया। इसके अलावा मुक्केबाज नीतू और स्वीटी, शतरंज खिलाड़ी वंतिका अग्रवाल, ह़ॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे और अभिषेक, संजय, जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, पैरा-तीरंदाज राकेश कुमार, पैरा-एथलेटिक्स प्रीति पाल और जीवनजी दीप्ति सहित 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 2024 प्रदान किया।

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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) दिल्ली विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही नए-नए वादे कर रही है। इसी क्रम में अब पार्टी का कहना है कि नई सरकार बनने पर वह छात्रों को दिल्ली में बसों में मुफ्त यात्रा और दिल्ली मेट्रो में आधे दाम पर यात्रा की सुविधा देगी। इस संदर्भ में आआपा संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है।दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली मेट्रो में छात्रों को 50 प्रतिशत किराए में छूट देने की मांग की है। साथ ही किराये में दी जाने वाली छूट को आधा-आधा वहन करने का भी अनुरोध किया है।केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली मेट्रो केंद्र और दिल्ली सरकार के 50-50 प्रतिशत सहयोग की परियोजना है। ऐसे में योजना पर होने वाले खर्च को दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को आधा-आधा वहन करना चाहिए।पत्र में उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से छात्रों के लिए बस यात्रा मुफ्त करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस पर सहमति जताएंगे।एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली के सभी छात्रों को गारंटी दी है कि बस और मेट्रो के किराए का ख़र्च अब शिक्षा में रुकावट नहीं बनेगा। हमारी सरकार बनने पर हम स्कूल-कॉलेज के छात्रों के लिए बसों में मुफ्त सफ़र शुरू करेंगे और मेट्रो किराए में भी रियायत देंगे। छात्रों पर ख़र्च होने वाला हर एक पैसा देश के भविष्य में निवेश है।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में छह दिवसीय भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया। यह भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है। यह एक्सपो नई दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि के अलावा ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑटो उद्योग के विकास में मेक इन इंडिया पहल ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। मेक इन इंडिया पहल को पीएलआई योजना से बढ़ावा मिला है। पीएलआई योजना ने 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री में मदद की है। इस योजना ने ऑटो सेक्टर में 1.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं।उन्होंने कहा कि आज का भारत आकांक्षा से भरा हुआ है, युवा ऊर्जा से भरा हुआ है। यही आकांक्षा हमें भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में दिखाई देती है। बीते साल में भारत की ऑटो इंडस्ट्री करीब 12 प्रतिशत की ग्रोथ से आगे बढ़ी है। भारत में बनाओ, विश्व के लिए बनाओ के मंत्र पर चलते हुए अब निर्यात भी बढ़ रहा है। विकसित भारत की यात्रा, मोबिलिटी सेक्टर के भी अभूतपूर्व ट्रांसफॉर्मेशन की, कई गुना विस्तार की यात्रा होने वाली है।प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में करीब 2.5 करोड़ कारों की बिक्री से पता चलता है कि भारत में मांग कितनी तेजी से बढ़ रही है। यात्री वाहन बाजार की बात करें तो हम दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं। एक समय भारत में कारों की कम बिक्री का कारण अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों की कमी थी लेकिन आज यह स्थिति बदल रही है। यात्रा की सुगमता अब भारत की बड़ी प्राथमिकता है। पिछले साल के बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए थे। आज भारत में मल्टी-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल है। नई राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति के कारण भारत दुनिया का सबसे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक देश बनने जा रहा है। भारत में हर साल बिकने वाले वाहनों की संख्या कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक है। मोदी ने कहा कि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए हैं और यह नव-मध्यम वर्ग वाहनों का संभावित खरीदार है। बढ़ता मध्यम वर्ग, तेजी से हो रहा शहरीकरण और किफायती वाहन भारत में ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देंगे।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत के ऑटो सेक्टर में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रत्न टाटा और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा, “आज, भारत के ऑटो सेक्टर के इस बड़े अवसर पर, मैं रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को याद करना चाहूंगा। इन दोनों दिग्गजों ने ऑटो सेक्टर में भारतीय मध्यम वर्ग के सपने को पूरा करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे यकीन है कि उनकी विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी।”पिछले मोबिलिटी एक्सपो में अपने कथन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब वह एक्सपो में आए थे तब लोकसभा के चुनाव ज्यादा दूर नहीं थे। उस दौरान आपके सबके विश्वास के कारण कहा था कि अगली बार भी 'भारत मोबिलिटी एक्सपो' में जरूर आऊंगा। उन्होंने कहा कि देश ने तीसरी बार हमें आशीर्वाद दिया।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भारत में मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बढ़ गया है। पिछली बार 800 से ज्यादा प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने विजिट किया। इस बार भारत मंडपम के साथ-साथ द्वारका के यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में भी ये एक्सपो चल रहा है। आने वाले 5-6 दिनों में बहुत बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे। अनेक नई गाड़ियां भी यहां लॉन्च होने वाली हैं। ये दिखाता है कि भारत में गतिशीलता के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है।इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 ऑटोमोबाइल और संबंधित व्यापार में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन बन गया है। संपूर्ण एंड-टू-एंड मूल्य शृंखला एक साथ आ गई है। देश को प्रधानमंत्री मोदी के विजन का लाभ मिल रहा है। भारत आज तिपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है। भारत वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाज़ार है।केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करता है, जिसमें पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी और टिकाऊ गतिशीलता समाधानों पर जोर दिया जाता है। स्वच्छ परिवहन की आवश्यकता पहले कभी इतनी जरूरी नहीं थी। टिकाऊ परिवहन समाधानों को अपनाकर हम सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं में से एक है। वर्तमान में यह वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाज़ार है, यह राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7 प्रतिशत उत्पन्न करता है और 3.7 करोड़ से अधिक लोगों को रोज़गार देता है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ में दस देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को संगम क्षेत्र स्थित विभिन्न अखाड़ों का दौरा किया। इस भ्रमण के दौरान उन्होंने न केवल महाकुम्भ के धार्मिक महत्व को समझा बल्कि भारतीय संस्कृति के अद्भुत पहलुओं का भी अनुभव किया। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद प्रतिनिधि दल ने समूचे महाकुम्भ क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इस विशाल धार्मिक आयोजन की व्यापकता को साक्षात देखा और बोले कि यह दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है।   अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने दुनिया के इस सबसे बड़े आयोजन के भव्य इंतजाम के लिए योगी सरकार की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है। भारतीय संस्कृति को देखने और समझने के लिए सभी देशों के लोगों को यहां महाकुम्भ नगर जरूर आना चाहिए।   संयुक्त अरब अमीरात की प्रतिनिधि बोलीं, एकता का प्रतीक है महाकुम्भ- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की प्रतिनिधि सैली एल. अजाब ने कहा कि वो मध्य पूर्व से भारत आई हैं। यह एक अद्भुत क्षण है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। यहां सब कुछ पूरी तरह से व्यवस्थित है। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता की तारीफ करते हुए बताया कि यह आयोजन न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को एकता का संदेश दे रहा है। उन्हें यहां करोड़ों श्रद्धालुओं और उनकी विधिवत सुरक्षा व्यवस्था को देखकर भारतीय संस्कृति की महानता का अहसास हुआ है।   संतों के विचारों से प्रभावित हुए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, भारतीय परम्पराओं के प्रति श्रद्धा व्यक्त की- अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि दल ने महाकुम्भ भ्रमण के दौरान विभिन्न अखाड़ों का भ्रमण किया। यहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और महाकुम्भ के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में जाना। साधु-संतों ने महाकुम्भ की प्राचीन परंपराओं, अखाड़ों की भूमिका और भारतीय संस्कृति की महिमा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि संतों के विचारों से गहरे प्रभावित हुए और उन्होंने भारतीय धार्मिक परंपराओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।   महाकुम्भ ने सिखाया कि दुनिया भर के लोग इकट्ठे हो सकते हैं- महाकुम्भ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक संदर्भ में भी एकता का प्रतीक है। महाकुम्भ के दौरान 10 देशों के 21 प्रतिनिधियों ने इस आयोजन की भव्यता और उसकी वैश्विक पहचान को नजदीक से महसूस किया। महाकुम्भ ने दुनिया को यह संदेश दिया कि दुनिया के विभिन्न कोनों से लोग एकत्रित हो सकते हैं, भले ही उनकी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि अलग-अलग क्यों न हो।   फिजी, गुयाना से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के पहुंचे प्रतिनिधि- महाकुम्भ में फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि पहुंचे हैं। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि दल ने महाकुम्भ का दौरा करके भारतीय संस्कृति की विविधता और धार्मिक एकता का अनुभव किया। सभी यहां की संस्कृति से अभिभूत नजर आए। उनके लिए यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा लेने का भी एक शुभ अवसर है।

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मुंबई । बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद मुंबई पुलिस ने जांच के लिए 15 पुलिस टीमें गठित की हैं। इनमें मुंबई पुलिस अपराध शाखा की 8 टीम और मुंबई पुलिस की 7 टीम अलग-अलग एंगल से मामले की छानबीन कर रही हैं। इनमें से एक टीम को मुंबई के बाहर भेजा गया है। हमले के बाद सैफ अली खान का लीलावती अस्पताल में डॉ. नितिन डांगे और डॉ. लीना जैन की देखरेख में उपचार चल रहा है। राज्य सरकार ने कहा है कि जल्द ही हमलावर गिरफ्त में होंगे। पुलिस उपायुक्त दीक्षित गेडाम ने बताया कि इस मामले में तीन नौकरों से पूछताछ की जा रही है। इन तीनों का मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिया है। अब तक की जानकारी के अनुसार हमलावर सैफ अली खान के बेटे जहांगीर के बेडरूम में छिपा था। उसे देखने के बाद नौकरानी ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसकी भनक लगते ही सैफ अली खान अपने बेडरूम से बाहर आए। इसके बाद हमलावर ने नौकरानी और सैफ अली खान पर हमला कर दिया था। इस घटना में घायल सैफ अली खान और नौकरानी का इलाज चल रहा है।इस घटना की सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच के अधिकारी दया नायक मौके पर पहुंचे और पूछताछ कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की है। विपक्ष ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। विपक्ष ने कहा कि जब इतनी बड़ी सुरक्षा में रहने वाले फिल्म स्टार सुरक्षित नहीं हैं, तो आम व्यक्ति की सुरक्षा तो राम भरोसे ही है। इस पर गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि घटना की छानबीन की जा रही है। बहुत जल्द आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होगा।

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वाशिंगटन/नई दिल्ली । गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपना कारोबार समेट लिया है। इसके संस्थापक नाथन एंडरसन ने गुरुवार को कंपनी बंद करने की घोषणा की। हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पोस्‍ट पर जारी बयान में कहा कि उन्होंने कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। उन्होंने लिखा, ‘हमारी प्लानिंग थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाए। आखिरकार वह दिन आज आ गया है। दरअसल, जनवरी 2023 में अडाणी समूह के शेयरों को लेकर सनसनीखेज आरोपों के कारण ये अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म चर्चा में आई थी। इस फर्म के मालिक शॉर्ट सेलर नाथन एंडरसन ने गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाते हुए उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए थे। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट्स के जरिए ना केवल भारत के अडाणी समूह बल्कि अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों को भी निशाना बनाया।   उल्‍लेखनीय है कि यह कंपनी 2017 में स्थापित हुई थी। इसका मुख्य काम शेयर बाजार की गड़बड़ियों, अकाउंट मिस मैनेजमेंट और हेरफेर का पता लगाना था। अब, हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के साथ एक दौर खत्म हो रहा है, जो लंबे समय से शॉर्ट-सेलिंग और खुलासों के खेल का हिस्सा था।

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नई दिल्ली । इंडियन स्टेट को लेकर दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी घिरते दिखाई दे रहे है। भाजपा इस बयान को लेकर हमलावर है। बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी का बयान देश को तोड़ने वाला है।   केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने ट्वीट किया कि अब कांग्रेस की घिनौनी सच्चाई उनके अपने नेता द्वारा उजागर हो गई है। राहुल गांधी की इस बात के लिए सराहना करता हूं कि उन्होंने वह बात साफ-साफ कही है जो देश जानता है- कि वह भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं। यह कोई रहस्य नहीं है कि राहुल गांधी और उनके तंत्र का शहरी नक्सलियों और डीप स्टेट के साथ घनिष्ठ संबंध है, जो भारत को बदनाम, अपमानित करना चाहते हैं। उनके बार-बार के कार्यों ने भी इस विश्वास को मजबूत किया है। उन्होंने जो कुछ भी किया या कहा है वह भारत को तोड़ने और हमारे समाज को विभाजित करने की दिशा में है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय 'इंदिरा भवन' में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए एक विवादास्पद बयान दे दिया। राहुल गांधी ने बुधवार को भाजपा और आरएसएस को घेरते हुए 'इंडियन स्टेट' को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा और आरएसएस से ही नहीं, इंडियन स्टेट से भी है।  

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नई दिल्ली । मेटा के भारत और दक्षिण एशिया के सार्वजनिक नीति निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने सोशल मीडिया पर मार्क जुकरबर्ग के बयान के लिए माफी मांगी। जुकरबर्ग ने यह झूठा दावा किया था कि कोविड 19 के बाद हुए चुनावों में भारत सहित कई देशों में सरकारें सत्ता से बाहर हो गई।   बुधवार को सोशल मीडिया में एक पोस्ट के जरिए शिवनाथ ठुकराल ने भारत को मेटा के नवाचारों के लिए महत्वपूर्ण भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि मार्क का यह अवलोकन 2024 के चुनाव में कई मौजूदा दलों को फिर से नहीं चुनने को लेकर सही है लेकिन यह अवलोकन भारत के लिए नहीं था। अनजाने में हुई इस गलती के लिए हम माफी चाहते हैं। भारत मेटा के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण देश बना हुआ है और हम इसके अभिनव भविष्य के केंद्र में होने की आशा करते हैं।   उल्लेखनीय है कि जो रोगन के पॉडकास्ट पर मार्क जुकरबर्ग ने झूठा दावा करते हुए कहा कि 2024 दुनिया भर में चुनावों का एक बड़ा साल था और  भारत सहित अन्य कई देशों में चुनाव हुए। कोविड 19 के बाद हुए इन चुनावों में भारत सहित कई देशों में सरकारें सत्ता से बाहर हो गई।   जुकरबर्ग के इस दावे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने 2024 के चुनाव में 640 मिलियन से अधिक मतदाताओं के साथ एनडीए में विश्वास व्यक्त किया। जुकरबर्ग का यह दावा कि कोविड-19 के बाद 2024 के चुनावों में भारत सहित अधिकांश सत्तारूढ़ सरकारें हार गईं, तथ्यात्मक रूप से गलत है।   संसदीय समिति ने मेटा को मार्क के बयान पर तलब किया। 13 जनवरी को सूचना प्रौद्योगिकी और संचार पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे ने मेटा को इस गलत जानकारी के लिए तलब करके कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश के बारे में गलत जानकारी उसकी छवि खराब करती है। इस संगठन को इस गलती के लिए संसद और यहां की जनता से माफी मांगनी होगी। जिसके बाद बुधवार को मेटा ने मार्क जुकरबर्ग के बयान पर माफी मांगी ।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मुंबई के नैसेना डाकयार्ड में दो युद्धपोतों और एक पनडुब्बी के जलावतरण के बाद कहा कि आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विस्तारवाद नहीं बल्कि विकासवाद की भावना से काम करता है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का कार्यक्रम हमारी शानदार विरासत को हमारी भविष्य की आकांक्षाओं से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत का लंबी समुद्री यात्राओं, वाणिज्य, नौसेना रक्षा और जहाज उद्योग से जुड़ा एक समृद्ध इतिहास रहा है। इस समृद्ध इतिहास से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने कहा कि आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आज लॉन्च किए गए प्लेटफॉर्म उसी की एक झलक दिखाते हैं।प्रधानमंत्री ने चोल वंश के समुद्री कौशल को समर्पित आईएनएस नीलगिरि और सूरत युद्धपोत सहित नए प्लेटफार्मों के लॉन्च का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उस युग की याद दिलाता है, जब गुजरात के बंदरगाह भारत को पश्चिम एशिया से जोड़ते थे। उन्होंने कुछ साल पहले पहली पनडुब्बी कलवरी के कमीशन के बाद पी75 वर्ग की छठी वाग्शीर पनडुब्बी के कमीशन का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नए फ्रंटियर प्लेटफॉर्म भारत की सुरक्षा और प्रगति दोनों को बढ़ाएंगे।उन्होंने कहा कि आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा खुला, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है। 21वीं सदी में भारत की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने और आधुनिक बनाने के महत्व पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, "चाहे वह जमीन हो, पानी हो, हवा हो, गहरा समुद्र हो या अनंत अंतरिक्ष हो, भारत हर जगह अपने हितों की रक्षा कर रहा है।" उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की स्थापना सहित किए जा रहे निरंतर सुधारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत सशस्त्र बलों को और अधिक कुशल बनाने के लिए थिएटर कमांड के कार्यान्वयन की दिशा में आगे बढ़ रहा है।वैश्विक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक गतिशीलता को आकार देने में भारत जैसे समुद्री राष्ट्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय जल की सुरक्षा, नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और आर्थिक प्रगति और ऊर्जा सुरक्षा के लिए व्यापार आपूर्ति लाइनों और समुद्री मार्गों को सुरक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस क्षेत्र को आतंकवाद, हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी से बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी ने समुद्र को सुरक्षित और समृद्ध बनाने, रसद दक्षता बढ़ाने और शिपिंग उद्योग का समर्थन करने में वैश्विक भागीदार बनने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने दुर्लभ खनिजों और मछली स्टॉक जैसे समुद्री संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने और उन्हें प्रबंधित करने की क्षमता विकसित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। नए शिपिंग मार्गों और संचार के समुद्री मार्गों में निवेश के महत्व को ध्यान में रखते हुए और इस बात पर संतोष व्यक्त करते हुए कि भारत इस दिशा में लगातार कदम उठा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत हिंद महासागर क्षेत्र में पहले प्रतिक्रियादाता के रूप में उभरा है।” प्रधानमंत्री ने आसियान, ऑस्ट्रेलिया, खाड़ी देशों और अफ्रीकी देशों के साथ भारत के आर्थिक सहयोग को मजबूत करने पर प्रकाश डाला और कहा कि इसका श्रेय हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की मौजूदगी और क्षमताओं को जाता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में नौसेना में 33 जहाजों और सात पनडुब्बियां शामिल की गई हैं, जिसमें 40 में से 39 नौसैनिक जहाजों का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में किया गया। इसमें शानदार आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत और आईएनएस अरिहंत तथा आईएनएस अरिघाट जैसी परमाणु पनडुब्बियां शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सशस्त्र बलों को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत का रक्षा उत्पादन 1.25 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है और देश 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है।इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजीत पवार तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।      

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के साथ हस्ताक्षरित हज समझौते 2025 का स्वागत किया है। मोदी ने कहा कि यह समझौता भारत से हज जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हज यात्रियों के लिए बेहतर तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, “मैं इस समझौते का स्वागत करता हूं, जो भारत से हज जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। हमारी सरकार हज यात्रियों के लिए बेहतर तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट किया, “सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्री महामहिम तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के साथ हज समझौते 2025 पर हस्ताक्षर किए गए। हज 2025 के लिए भारत से 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय किया गया। हम अपने सभी हज यात्रियों को सर्वोत्तम संभव सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”उल्लेखनीय है कि भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज यात्रा की व्यापक रूपरेखा को परिभाषित करने वाले हज-2025 के लिए द्विपक्षीय समझौते पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री डॉ. तौफीक बिन फवजान अल-रबिया के बीच आज जेद्दा में हस्ताक्षर किए गए। द्विपक्षीय बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने हज-2025 की तैयारियों पर चर्चा की और भारतीय हज यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और संतुष्टिदायक हज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।

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लखनऊ । महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को प्रयागराज में डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र पावन संगम में डुबकी लगाई। सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन, नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों और पत्रकारों का अभिनंदन किया है।   मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा कि मानवता के मंगलपर्व 'महाकुम्भ 2025' में 'पौष पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया। प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद ! पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।   उल्लेखनीय है कि पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार सुबह सात बजे तक 35 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगा ली थी। सुबह के साढ़े नौ बजे ही यह आंकड़ा 60 लाख के पार पहुंच गया था। अपराह्न में संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा डेढ़ करोड़ पार कर गया।

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भाेपाल । शिवना प्रकाशन द्वारा सोमवार को प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा की गई। इसमें नए भारतीय कानून पर आधारित पुस्तक ‘‘दंड से न्याय तक’’ के लेखक प्रवीण कक्कड़ को शिवना कृति सम्मान देने की घोषणा की गई है। इनकी इस पुस्तक ने काफी कम समय में देशभर में लोकप्रिय होकर अनूठी पहचान बनाई है, वहीं ऑनलाइन पोर्टल पर बिक्री में भी कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस पुस्तक में प्रवीण कक्कड़ ने कानून की जटिलताओं को बेहद आसान ढंग से प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक से आम आदमी भी बीएनएसएस और आईपीसी के अंतर को समझ सकता है। विदित हो कि यह पुस्तक कानूनी छात्रों के साथ ही अधिवक्ताओं और पुलिस विभाग में भी खासी लोकप्रिय है। शिवना प्रकाशन द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा सोमवार को की गई। शिवना सम्मानों के लिए बनायी गयी चयन समिति के संयोजक, पत्रकार तथा लेखक आकाश माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवना प्रकाशन द्वारा दो सम्मान प्रदान किये जाते हैं- एक 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' जो वर्ष भर में सभी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित साहित्य की सभी विधाओं की पुस्तकों में से निर्णायकों द्वारा चयनित एक पुस्तक को प्रदान किया जाता है तथा दूसरा 'शिवना कृति सम्मान' जो वर्ष भर में शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में गुणवत्ता एवं विक्रय के सम्मिलित आधार पर पुस्तक को प्रदान किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए इन सम्मानों की घोषणा कथाकार, उपन्यासकार पंकज सुबीर ने ऑनलाइन की। 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' राजपाल एंड संस प्रकाशन से प्रकाशित उपन्यास 'क़िस्साग्राम' के लिए प्रभात रंजन तथा सेतु प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह 'वांग छी' के लिए मनीष वैद्य को संयुक्त रूप से प्रदान किया जायेगा। 'शिवना कृति सम्मान' अकादमिक पुस्तक 'दण्ड से न्याय तक' के लिए लेखक प्रवीण कक्कड़ को प्रदान किया जायेगा। निर्णायक मंडल में अमेरिका निवासी वरिष्ठ लेखक सुधा ओम ढींगरा तथा राष्ट्रपति स्वर्ण कमल सम्मान से सम्मानित लेखक यतीन्द्र मिश्र शामिल थे। आकाश माथुर ने बताया कि शीघ्र ही एक गरिमामय सम्मान समारोह में इन सम्मानित रचनाकारों तथा पूर्व में घोषित नवलेखन पुरस्कार के लेखकों रश्मि कुलश्रेष्ठ तथा शुभ्रा ओझा को सम्मान राशि, शॉल, तथा स्मृति चिह्न प्रदान कर यह सम्मान प्रदान किये जायेंगे।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मद्देड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बंदेपारा-कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में आज रविवार सुबह से पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन वर्दीधारी नक्सलियाें काे सुरक्षाबलाें के जवानाें ने ढेर कर दिया है। सर्चिंग में अब तक तीन वर्दीधारी नक्सलियाें का शव बरामद हुआ है। मारे गये नक्सलियाें के शव के साथ मुठभेड़ स्थल से ऑटोमेटिक हथियार सहित अन्य हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ व नक्सल सामाग्री बरामद हुआ है l बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि माैके से तीन वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद हुआ है, मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है। विस्तृत जानकारी अभियान पूरा होने के बाद पृथक से जारी की जाएगी।   पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले के नेशनल पार्क के जंगल में नक्स्लियों की उपस्थिति की आसूचना पर सुरक्षा बल की टीम नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 11 जनवरी को अभियान पर रवाना हुई थी। सर्चिंग अभियान के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलाें के जवानाें को अपनी ओर बढ़ता देखकर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन नक्सलियों काे ढेर कर उनके शव बरामद कर लिए गये हैं, शव के साथ ऑटोमेटिक हथियार सहित अन्य हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ व नक्सल सामाग्री भी बरामद किए गये हैं। मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है। बताया जा रहा है कि नेशनल पार्क एरिया कमेटी के नक्सलियों के साथ रविवार सुबह मुठभेड़ में जिन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।

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बोगोटा। दक्षिणी अमेरिकी देश कोलंबिया में एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 10 लोगों की मौत हो गई है। विमानन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। पैसिफिक ट्रैवल द्वारा संचालित यह विमान जुराडो से मेडेलिन के रास्ते में बुधवार को लापता हो गया था। विमान का मलबा एंटिओक्विया के उत्तर-पश्चिमी कोलंबियाई विभाग के उर्राव के एक ग्रामीण इलाके में मिला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विमान में चालक दल के दो सदस्य और आठ यात्री सवार थे।एंटिओक्विया के जोखिम प्रबंधन विभाग के निदेशक कार्लोस रियोस पुएर्टा ने कहा कि दुर्भाग्य से विमान में सवार कोई भी जीवित नहीं बचा है। हमारे पास साइट पर 37 कर्मी काम कर रहे हैं। हम दूसरे चरण में तेजी ला रहे हैं, जिसमें शवों को बरामद करना और न्यायिक पुलिस के साथ समन्वय करना शामिल है। मौसम की प्रतिकूल स्थिति की वजह से रिकवरी प्रक्रिया आसान नहीं हो रही। हालांकि कोशिश जारी है कि रिकवरी प्रक्रिया यथासंभव तेज और सकुशल सम्पन्न हो।पैसिफिक ट्रैवल ने बयान जारी कर पीड़ित परिवारों को समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई है। उसने कहा कि हम हर समय उनके साथ रहेंगे, सहायता प्रदान करेंगे और इस दुखद घटना से उत्पन्न होने वाली हर जरूरत को पूरा करेंगे। वहीं, परिवहन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्राधिकरण ने दुर्घटना के कारणों की जानकारी के लिए जांच शुरू कर दी है।

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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आम आदमी पार्टी(आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता से झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्हाेंने कहा कि वे केवल वादे करते हैं और बाद में इन्हें भूल जाते हैं।   भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में रविवार काे पत्रकार वार्ता में हरदीप पुरी ने कहा कि 2020 में चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से 10 वादे किए थे। लेकिन वह इन वादों को पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम रहे। उन्हाेंने कहा कि 2020 के दिल्ली चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने 24 घंटे मुफ्त बिजली आपूर्ति, दिल्ली को हाईटेंशन बिजली के तारों से मुक्ति, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा, सरकारी स्कूल, 500 किलोमीटर से अधिक मेट्रो नेटवर्क, महिलाओं और छात्रों के लिए मुफ्त बसें, वायु प्रदूषण में कमी और यमुना नदी की सफाई सहित 10 गारंटी दी थी। वे केवल इस तरह के बयान देते हैं और उनसे इस बारे में सवाल पूछे जाने पर ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।   केंद्रीय मंत्री पुरी ने मुख्यमंत्री को पंजाब की जनता से किए हुए बातों को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि वे केवल दो गारंटियों का ज़िक्र करेंगे। पंजाब में महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये दिए जाने का वादा किया गया था। 2025 में उन्हीं महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने के लिए दिल्ली आना पड़ रहा है। उन्होंने कहा था कि वे पंजाब को नशा मुक्त बनाएंगे। पंजाब में (आआपा) की सरकार बनने के बाद नशा माफिया में नई ऊर्जा आ गई है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दिल्ली स्थित केवेंटर्स ब्रांड की शॉप में गए और उन्होंने वहां कोल्ड कॉफी बनाई। ब्रांड प्रमोटर से चर्चा का एक वीडियो राहुल ने सोशल मीडिया पर साझा किया है ।राहुल ने कहा कि आप नई पीढ़ी और नए बाजार के लिए विरासत से चले आ रहे ब्रांड को कैसे बदल सकते हैं, इस बारे में केवेंटर्स के युवा संस्थापकों ने उन्हें बताया। राहुल ने कहा कि केवेंटर्स जैसे निष्पक्ष व्यवसायों ने पीढ़ियों से हमारी आर्थिक वृद्धि को गति दी है। इसलिए हमें उनका समर्थन करने की कोशिश करनी चाहिए।चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मिले मोची रामचैत के बारे में राहुल ने बात की। राहुल ने कहा कि हमारे देश में बैंक बड़े बिजनेसमैन को आसानी से ऋण देते हैं, लेकिन छोटे काम करने वालों को पैसा नहीं मिलता।केवेंटर्स 100 साल पुराना स्टार्ट-अप है। यह विरासत और आधुनिक महत्वाकांक्षा को जोड़ता है। राहुल से बात करते हुए प्रोमोटर ने बताया कि कैसे यह ब्रांड अपनी स्वतंत्रता-पूर्व के जड़ों से विकसित होकर 65 शहरों में 200 से अधिक स्टोर वाले उपभोक्ता पावरहाउस में बदल गया। इसी बीच वीडियो में राहुल को शॉप पर मिली महिला अपने घर बुलाती हैं। राहुल उसके घर पहुंचे और दरवाजे की चाबियां गुम हो गईं। बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि वह राजीव गांधी से मिलने गई थी। दरवाजा न खुलने पर राहुल ने महिला से अगली बार उनके घर आने का वादा किया।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में अन्य देश भारत की ओर देखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की बात को आज दुनिया ध्यान से सुनती है। विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की थीम ‘विकसित भारत की संकल्पना में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह प्रवासी भारतीयों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्य के मंत्रालयों और विभागों की चार प्रदर्शनियों और प्रचार स्टॉलों का उद्घाटन किया। समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भगवान जगन्नाथ और भगवान लिंगराज की पावन धरती पर पूरे विश्व से आए अपने भारतवंशी परिवार का स्वागत करके की। उन्होंने कहा कि यह भारत में जीवंत उत्सवों और समारोहों का समय है। कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो जाएगा, मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल और माघ बिहू के त्योहार भी आने वाले हैं। हर जगह खुशी का माहौल है। इसके अलावा, 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी लंबे समय तक विदेश में रहने के बाद भारत वापस आए थे। ऐसे अद्भुत समय में भारत में आपकी उपस्थिति उत्सव की भावना को और बढ़ा रही है। भारत में आर्थिक विकास के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मात्र 10 वर्षों में भारत में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं। मात्र 10 वर्षों में भारत दुनिया की 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। वह दिन दूर नहीं जब भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत की सफलता को आज दुनिया देख रही है। जब चंद्रयान शिव शक्ति बिंदु पर पहुंचता है तो हमें गर्व होता है। आज दुनिया भारत की डिजिटल इंडिया की शक्ति से चकित है तो हमें गर्व होता है। आज भारत का हर सेक्टर आसमान की ऊंचाई छूने को आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी का भारत, आज जिस गति से आगे बढ़ रहा है। जिस स्केल पर आज भारत में विकास के काम हो रहे हैं, वो अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत कौशल संपन्न युवाओं से भरा हुआ देश है। उन्होंने कहा, “भारत के तेज कौशल और आर्थिक विकास को दुनिया भर में देखा जा रहा है। आज का भारत, अपना पक्ष तो मजबूती से रखता ही है, ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है।” उन्होंने कहा कि दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था। हमारी विरासत का ये वही बल है, जिसकी प्रेरणा से आज भारत, दुनिया को ये कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं, बुद्ध में है। प्रधानमंत्री ने भारतीय डायस्पोरा को भारत का राष्ट्रदूत बताते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में वह दुनिया के कई नेताओं से मिले। उन्होंने कहा कि दुनिया का हर नेता अपने देश में रहने वाले भारतीय प्रवासियों की तारीफ करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप उनके समाज में सामाजिक मूल्य जोड़ते हैं। भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है। हमें विविधता सिखानी नहीं पड़ती, हमारा जीवन ही विविधता से चलता है। भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के समाज के साथ जुड़ जाते हैं। भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के नियम और परंपरा का सम्मान करते हैं। हम पूरी ईमानदारी से उस देश की, उस समाज की सेवा करते हैं। इस सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है। प्रवासी भारतीयों के लिए केंद्र सरकार के कामों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपकी सुविधा और आराम को बहुत महत्व देते हैं। आपकी सुरक्षा और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। संकट की स्थिति में अपने प्रवासी भारतीयों की मदद करना हम अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों। यह आज भारत की विदेश नीति के मार्गदर्शक सिद्धांतों में से एक है। पिछले एक दशक में, हमारे दूतावास और कार्यालय दुनिया भर में संवेदनशील और सक्रिय रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले कई देशों में लोगों को कांसुलर सुविधाओं का उपयोग करने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। उन्हें मदद के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था। अब ये समस्याएं हल हो रही हैं। पिछले दो वर्षों में ही 14 दूतावास और वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं। ओसीआई कार्ड का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। इसे मॉरीशस के 7वीं पीढ़ी के पीआईओ तक बढ़ा दिया गया है।   प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि वह जब अगली बार भारत आएं तो अपने साथ भारतीय मूल से बाहर के कम से कम पांच मित्रों को लेकर आएं। आप जहां रहते हैं वहां अपने मित्रों को भारत आने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने डायसपोरा के युवा मित्रों से भारत को जानिए क्विज में हिस्सा लेने और स्टडी इन इंडिया प्रोगाम का लाभ लेने की भी अपील की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रवासी भारतीयों से विदेशों में अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस का यह संस्करण एक अतिरिक्त कारण से विशेष है। हम अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के कुछ ही दिनों बाद यहां एकत्र हुए हैं। इस कार्यक्रम के पीछे उनकी दूरदर्शिता महत्वपूर्ण थी। यह भारत और उसके प्रवासियों के बीच संबंधों को मजबूत करने वाली संस्था बन गई है। हम एक साथ मिलकर भारत, भारतीयता, अपनी संस्कृति, अपनी प्रगति का जश्न मनाते हैं और अपनी जड़ों से जुड़ते हैं।  

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सुकमा । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर संयुक्त सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो रही है। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के सुकमा एवं बीजापुर जिले की सीमा पर गुरुवार सुबह से जारी है। प्रारंभिक जानकारी में इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।   सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आज सुबह से सुरक्षाबलों एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ स्थल व आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा बलों द्वारा सघन सर्चिंग की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।      चव्हाण ने बताया कि सुकमा एवं बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सल प्रभावित इलाके में सुकमा डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा की संयुक्त टीम नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर सर्च अभियान पर रवाना हुई थी। सुरक्षा बल के जवान इलाके में सर्चिंग करते हुए आगे बढ़ रहे थे, इसी दौरान नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की। दोनों ओर से गोलीबारी जारी है। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।

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धार । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान जिले में स्थित औद्योगिक नगरी पीथमपुर में देश की पहली हाइड्रोजन-सीएनजी बाजा व्हीकल का अनावरण किया। केन्द्रीय मंत्री गडकरी इंदौर पहुंचेंगे और वे वहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में चल रही नेशनल हाईवे परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।   इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हम लगातार इथेनॉल, बायोडीजल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन के उपयोग को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में हमारे देश का किसान हमारा ईंधन दाता बनेगा। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मेरे पास इनोवा कार है, जो इथेनॉल और बिजली से चल रही है। यह जीरो प्रतिशत प्रदूषण करती है। भारत की सभी बड़ी कंपनियां भविष्य को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल डीजल के अलावा अन्य पर लगातार काम कर रही हैं। सीएनजी से चलने वाली बाइक बाजार में उपलब्ध हैं, जो एक रुपये प्रति किलोमीटर में चल रही है। हम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। महेंद्रा एंड महेंद्रा ने अभी ट्रैक्टर भी बाजार में उतारा है, जो सीएनजी से चल रहा है। गडकरी ने कहा कि पिछले 5 साल में चार करोड़ 50 लाख नौकरियां ऑटो इंडस्ट्री में मिल रही हैं। भारत में महेंद्रा एंड महेंद्रा ऑटो इंडस्ट्री में पहले नंबर पर चल रही है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर भारत को ऊर्जा को आयात करने वाले देश से निर्यात करने वाला बनाना है।   अपने संबोधन के बाद केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने यहां देश की पहली हाइड्रोजन-सीएनजी बाजा व्हीकल का अनावरण किया। एटीवी व्हीलकल की टेक्नोलॉजी वॉल्वो आयशर की ओर से उपलब्ध कराई गई है। यह पांच फीसदी हाइड्रोजन और सीएनजी के मिश्रण से चलती है। इसका इंजन ग्रीव्स कॉटन का बाइ-फ्यूल इंजेक्शन है, जो स्थिर गतिशीलता की दिशा में बड़ा कदम है। वॉल्वो ग्रुप इंडिया की उपाध्यक्ष मारिया एबेसन ने बताया कि 2025 में सीएनजी में पांच फीसदी हाइड्रोजन मिश्रण का इस्तेमाल किया जाएगा। वर्ष 2026 में इसे बढ़ाकर 18 फीसदी किया जाएगा।   केन्द्रीय मंत्री गडकरी पीथमपुर से लौटकर इंदौर पहुंचेंगे और यहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में चल रही नेशनल हाईवे परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। गडकरी इंदौर में नाथ मंदिर के दर्शन के लिए भी जाएंगे।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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चंडीगढ़ । पंजाब के खनाैरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन बुधवार को 44वें दिन भी जारी रहा। डल्लेवाल की तबियत लगातार बिगड़ती जा रही है। बुधवार को भी पंजाब सरकार के डाॅक्टरों की टीम वहां मौजूद रही, लेकिन डल्लेवाल ने किसी प्रकार का डाॅक्टरी इलाज करवाने से इनकार कर दिया। आज डल्लेवाल को बोलने में भी दिक्कत हाे रही है। जिसके चलते उन्होंने अपने आसपास मौजूद लोगों को इशारों से समझाने का प्रयास किया। पहले दिन से डल्लेवाल के साथ मौजूद युवा किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि यदि उनके (डल्लेवाल) साथ कुछ अनहोनी हो गई तो शायद उसके बाद जो स्थिति पैदा होगी उसे केंद्र सरकार संभाल नहीं पाएगी। इसलिए समय रहते केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दों को हल करना चाहिए। इस बीच डल्लेवाल से अलग किसान नेता सरवरण सिंह पंधेर की अगुवाई में आज एक बैठक हुई, जिसमें 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकालने का फैसला किया गया।बैठक में पंजाब के जिला स्तर के किसानों काे जिम्मेदारी देने की रणनीति तैयार की गई। किसान संगठन जिला स्तर पर तैयारी करके अमृतसर से दिल्ली तक मुख्य मार्ग पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं। पंधेर ट्रैक्टर मार्च को लेकर लगातार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। बहुत जल्द इसका रूट प्लान तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को पंजाब-हरियाणा के किसान इस मार्च के माध्यम से केंद्र की घेराबंदी करेंगे।  

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नई दिल्ली । कांग्रेस पार्टी ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र सरकार द्वारा जीडीपी ग्रोथ में गिरावट के अनुमान को निराशाजनक बताया है। पार्टी का कहना है कि अर्थव्यवस्था से सम्बंधित लगातार सामने आ निराशाजनक आंकड़े आगामी केंद्रीय बजट के लिए चिंताजनक पृष्ठभूमि तैयार करते हैं।कांग्रेस महासचिव (संचार) एवं सांसद जयराम रमेश ने बुधवार को यहां एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक़ वित्त वर्ष 2025 में सिर्फ 6.4 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ का अनुमान है। यह चार साल का सबसे निचला स्तर है और वित्त वर्ष 2024 में दर्ज 8.2 प्रतिशत के ग्रोथ की तुलना में स्पष्ट गिरावट है। यह भारतीय रिजर्व बैंक के हालिया 6.6 प्रतिशथ के ग्रोथ के उस अनुमान से भी कम है, जो ख़ुद ही पहले के 7.2 प्रतिशत अनुमान से कम है। कुछ ही हफ़्तों में भारतीय अर्थव्यवस्था निचले स्तर पर आ गई है। अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर उस तरह से नहीं बढ़ रहा है, जिस तरह से बढ़ना चाहिए। सरकार अब देश के ग्रोथ में गिरावट की वास्तविकता और इसके विभिन्न पहलुओं से इनकार नहीं कर सकती है।जयराम रमेश ने कहा कि पिछले दस वर्षों में देश की उपभोग कहानी रिवर्स स्विंग में चली गई है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस वर्ष की दूसरी तिमाही के आंकड़ों में निजी अंतिम उपभोग व्यय (पीएफसीई) ग्रोथ पिछली तिमाही के 7.4 प्रतिशत से धीमा होकर 6 प्रतिशत रह गया। कारों की बिक्री चार साल के निचले स्तर पर आ गई है।उन्होंने कहा कि सकल स्थिर पूंजी निर्माण (पब्लिक और प्राइवेट) में ग्रोथ के लिए सरकार का अनुमान है कि इस वर्ष यह धीमा होकर 6.4 प्रतिशत हो जाएगा, जो पिछले वर्ष 9 प्रतिशत था। यह आंकड़ा भी भारत में निवेश करने के लिए प्राइवेट सेक्टर की अनिच्छा की वास्तविकता को दिखाता है। जैसा कि सरकार के अपने आर्थिक सर्वेक्षण (2024) ने स्वीकार किया, “मशीनरी और उपकरण और बौद्धिक संपदा उत्पादों में प्राइवेट सेक्टर का सकल निश्चित पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) वित्त वर्ष 2023 तक चार वर्षों में संचयी रूप से केवल 35 प्रतिशत बढ़ा है,यह अच्छा मिश्रण नहीं है।" वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 24 के बीच प्राइवेट सेक्टर द्वारा नए प्रोजेक्ट की घोषणाओं में 21 प्रतिशत की गिरावट के साथ यह और भी बदतर हो गया है।कांग्रेस नेता ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 के केंद्रीय बजट में 11.11 लाख करोड़ रुपए के आवंटन के साथ पूंजीगत व्यय निवेश में वृद्धि को लेकर बड़े-बड़े और भव्य वादे किए गए। नवंबर तक सिर्फ 5.13 लाख करोड़ खर्च हुए हैं यानि पिछले साल से 12 प्रतिशत कम। अधिकांश अनुमान बताते हैं कि सरकार वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले लक्ष्य पूरा करने में विफल रहेगी।जयराम रमेश ने कहा कि केंद्र सरकार के आंकड़ों से ही पता चलता है कि 2020-2021 और 2022-2023 के बीच परिवारों की शुद्ध वित्तीय बचत में 9 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है। इस बीच घरेलू वित्तीय देनदारियां अब सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 प्रतिशत हैं, जो दशकों में सबसे अधिक है। यह वित्त वर्ष 2025-26 के आगामी केंद्रीय बजट की एक निराशाजनक पृष्ठभूमि है। देश के ग़रीबों के लिए आय सहायता, मनरेगा के लिए अधिक मजदूरी और बढ़ी हुई एमएसपी समय की मांग है। साथ ही साथ जटिल जीएसटी व्यवस्था का बड़े पैमाने पर सरलीकरण और मध्यम वर्ग के लिए आयकर राहत भी समय की मांग है।  

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नई दिल्ली । दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में मुख्यमंत्री आवास का मुद्दा गरमा गया है। भाजपा लगातार पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शीश महल (सरकारी आवास) पर करोड़ों रुपये खर्च करने को लेकर घेर रही है। वहीं आम आदमी पार्टी (आआपा) मुख्यमंत्री आतिशी का बंगला खाली कराने को लेकर भाजपा पर हमलावर हो गई है। इसी क्रम में बुधवार को आआपा सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री के सिविल लाइन स्थित आवास के बाहर धरना दिया। इसके बाद दोनों नेता सात, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास के पास धरने पर बैठ गए। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री का सरकारी आवास कोरोना काल के दौरान बना था लेकिन इसमें कोई अनियमितता नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों के सरकारी आवास करदाताओं के पैसे से बने हैं। अगर टैक्स की बर्बादी का सवाल उठता है, तो दोनों आवासों पर उठना चाहिए, ना कि केवल मुख्यमंत्री के आवास पर। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस रोक रही है। सवाल यह है कि वे क्यों नहीं चाहते कि जनता प्रधानमंत्री का आवास देखे। धरने पर बैठे संजय सिंह ने कहा कि भाजपा का काम केवल झूठ फैलाना है। दिल्ली के मुख्यमंत्री के सरकारी आवास को लेकर पूरे देश में झूठा प्रचार किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि मुख्यमंत्री आवास में सोने के टॉयलेट, स्विमिंग पूल, मिनी बार और महंगे झूमर लगे हुए हैं। भाजपा को भारतीय झूठा पार्टी कहता हूं, क्योंकि उनका मुख्य काम झूठ फैलाना है। आज हम सब मिलकर यह देखेंगे कि मुख्यमंत्री के आवास में स्विमिंग पूल, सोने के टॉयलेट और अन्य महंगे सामान कहां हैं। संजय सिंह ने पुलिस से सवाल किया कि दो लोगों के लिए इतनी पुलिस क्यों है। किस नियम के तहत हमारा रास्ता रोक रहे है। साथ ही संजय सिंह ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री आवास को खुलवाए और जनता को स्विमिंग पूल, बार, सोने का टॉयलेट दिखाए। संजय सिंह ने कहा, हम आतंकी नहीं फिर हमें क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, देश के प्रधानमंत्री ने बड़े फैशन डिजाइनर को फेल कर दिया है। वह अपना राज महल भी जनता को दिखाएं।      

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। दिल्ली में चुनाव एक ही चरण में होगा, जिसके तहत 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे आएंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपने सहयोगी चुनाव आयुक्तों के साथ मंगलवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि चुनाव की राजपत्र अधिसूचना 10 जनवरी 2025 को जारी की जाएगी। नामांकन करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी, 2025 होगी। नामांकन की जांच की तिथि 18 जनवरी 2025 रहेगी। 20 जनवरी 2025 तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। 05 फरवरी 2025 को मतदान होगा और मतगणना 8 फरवरी, 2025 को होगी। उन्होंने तकनीकी पक्ष की चर्चा करते हुए कहा कि 10 फरवरी 2025 से पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जानी चाहिए।   उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में एक करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें 83,49,645 पुरुष मतदाता हैं, 71,73,952 महिला मतदाता और 1261 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। इनमें 18-19 आयु वर्ग 52,554 मतदाता जोड़े गए हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे।गौरतलब है कि चुनाव को लेकर सभी मुख्य पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हथियाने की कोशिश में है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर की तैयारी कर रही है और उसे उम्मीद है कि वह आश्चर्यजनक जीत हासिल कर लेगी।दिल्ली में लगातार 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा जैसी पुरानी और बड़ी पार्टी सिर्फ 8 सीटें जीत सकी।इस बार आआपा सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। कांग्रेस अब तक कुल 48 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है जबिक भाजपा ने शनिवार को 29 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी।  

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नई दिल्ली । पड़ोस देश नेपाल में मंगलवार सुबह एकबार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.1 मापी गई। नेपाल से लगे बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।   यूएसजीएस अर्थक्वेक्स के मुताबिक, मंगलवार सुबह नेपाल में 6 बज कर 35 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1  मापी गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में था। इसके कारण बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्कम के कुछ हिस्सों में भी ये झटके महसूस किए गए। इस दौरान काफी संख्या में लोग दहशत के कारण घरों से बाहर आ गए।   हाल के वर्षों में नेपाल में बार-बार भूकंप इससे पहले गत माह नेपाल में 21 दिसंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई थी। जबकि अप्रैल 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था। इस दौरान लगभग 9,000 लोगों की जान चली गई थी और 20,000 से अधिक लोग घायल हुए थे। बड़ी संख्या में हुई तबाही के दौरान घरों और स्कूली इमारतों का काफी नुकसान हुआ था।

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नागपुर । कर्नाटक और गुजरात के बाद अब महाराष्ट्र के नागपुर में चाइनीज वायरस एचएमपीवी के दो मामले सामने आए हैं।दोनों बच्चों के रक्त नमूने आगे की जांच के लिए पुणे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में भेजे गए हैं।   नागपुर के जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, एम्स के निदेशक डॉ. प्रशांत जोशी, जिला सर्जन डॉ. निवृत्ति राठौड़, नगर चिकित्सा अधिकारी दीपक सेलोकर ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दो बच्चों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आए हैं। बतौर विपीन इटनकर नागपुर निवासी 17 वर्षीय किशोरी और 7 वर्षीय बालक को पिछले कुछ दिनों से सर्दी, खांसी और बुखार के कारण रामदासपेठ के एक निजी अस्पताल में इलाज किया गया था। दवा देने के बाद भी बीमारी ठीक नहीं होने पर मरीज के नमूने जांच के लिए नीरी की प्रयोगशाला में भेजे गए और रिपोर्ट मिली कि दोनों 'एचएमपीवी' से संक्रमित थे।   इस बारे में इटनकर ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। दोनों मरीज सामान्य स्थिति में हैं। दोनों बच्चों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में भेजे गए हैं। साथ ही वायरस के बारे में गहन जानकारी के लिए नमूने पुणे की 'एनआईवी' प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। अगले 2 से 3 दिन में रिपोर्ट आने की संभावना है। इस बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका कम होने के बावजूद सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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अहमदाबाद । भारत में भी ‘ह्यूमनमेटान्यूमो वायरस' (एचएमपीवी) से संक्रमित मरीज सामने लगे हैं। कर्नाटक के बाद अब गुजरात में एक दो महीने का बच्चा एचएमपीवी से पॉजिटिव पाया गया है। अहमदाबाद के चांदखेड़ा के निजी हॉस्पिटल में बच्चे को दाखिल किया गया है। हालांकि बच्चे की तबियत स्थिर है। हॉस्पिटल प्रशासन के अनुसार अभी घबराने की जरूरत नहीं है।जानकारी के अनुसार बच्चे की तबियत पिछले 15 दिनों से सर्दी-बुखार के कारण खराब थी। तबियत में सुधार नहीं होता देख परिजनों ने उसे अहमदाबाद के चांदखेड़ा स्थित ऑरेंज हॉस्पिटल में भर्ती कराया। बच्चे के परिजन अरवल्ली जिले की मोडासा तहसील के एक गांव के रहने वाले हैं।हॉस्पिटल के डॉ नीरव पटेल ने बताया कि बच्चे को 5 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। अलग-अलग वायरस के सक्रिय होने के कारण बच्चे की रिपोर्ट कराई गई। लेबोरेटरी की जांच में बच्चे को एचएमपीवी से संक्रमित होने की जानकारी मिली है। फिलहाल बच्चे की तबियत स्थिर है और घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को सर्दी, श्वास लेने में तकलीफ या छींक आ रही हो तो उन्हें मास्क पहनना चाहिए।दूसरी ओर मामले में गुजरात सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह वायरस पुराना है जो कि 2001 से है। चीन में वायरस अधिक फैला है। कोविड की तुलना में इसका माइल्ड लक्षण है। हॉस्पिटल में इसकी जांच की व्यवस्था की जाएगी।राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बच्चे की जांच सरकारी लैब में नहीं हुई है। निजी हॉस्पिटल में यह केस सामने आया है। हालांकि निजी हॉस्पिटल की रिपोर्ट पर शंका करने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं अब गुजरात सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एचएमपीवी को लेकर एडवाइजरी (मार्गदर्शिका) जारी की है।क्या है एचएमपीवीविशेषज्ञों के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक आरएनए वायरस है। यह न्युमोवायरिडे फैमिली के मेटान्यूमोवायरस क्लास से जुड़ा हुआ है। 2001 में पहली बार डच रिसर्चर ने इसकी खोज की थी। अध्ययनों से पता चला है कि ये वायरस कम से कम 60 साल से मौजूद है। यह एक सामान्य सांस से जुड़ी समस्या है, जो पूरी दुनिया में फैल चुकी है। यह मुख्य तौर से खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों से एक-दूसरे में फैलता है। चीन के सीडीसी की वेबसाइट के अनुसार, इस वायरस का संक्रमण काल 3 से 5 दिनों का है। एचएमपीवी से होने वाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बार-बार के संक्रमणों को रोकने के लिए काफी कमजोर होती है। वायरस का सबसे ज्यादा खतरा बच्चे और बुजुर्गों को है।बचाव के लिए सामान्य गाइडलाइन : खांसते-छींकते वक्त मुंह पर रुमाल या कपड़ा रखें। खांसने और छींकने के लिए अलग रूमाल या तौलिए का इस्तेमाल करें, जिसे कुछ घंटों के बाद साबुन से धो दें। यदि किसी को सर्दी जुक़ाम है तो मास्क पहन कर रखें। घर पर रहें और आराम करें। अमेरिकी सरकार की सीडीसी के अनुसार साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड के लिए हाथ धोएं। अपने बर्तन, (कप, थाली या चम्मच) एक दूसरे के साथ साझा न करें। इस वायरस के लिए अब तक न तो कोई खास एंटी वायरल दवा बनाई गई है और न ही कोई वैक्सीन ही है। डॉक्टरों का कहना है कि इसके लिए आम तौर पर सर्दी बुखार की दवाएं दी जाती हैं, लेकिन जिन्हें पहले से ही सांस की कोई बीमारी है उनमें ये वायरस परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज देश विकसित भारत की संकल्पसिद्धी में जुटा है और इसमें भारतीय रेलवे का विकास अहम है। पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक परिवर्तनों का रहा है। अब वह समय दूर नहीं है जब जल्द ही देश में बुलेट ट्रेन दौड़ेगी।    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नए जम्मू रेलवे मंडल और तेलंगाना में चरलापल्ली स्थित नए टर्मिनल स्टेशन के उद्घाटन तथा ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ा रेलवे मंडल भवन के शिलान्यास करने के बाद संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक परिवर्तनों का रहा है। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा बदलाव आया है। आज देश विकसित भारत की संकल्पसिद्धी में जुटा है और इसमें भारतीय रेलवे का विकास अहम है। इससे देश की छवि बदली है और देशवासियों का मनोबल भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भारत में रेलवे के विकास को हम चार पैरामीटर्स पर आगे बढ़ा रहे हैं। पहला- रेलवे के इंफ्रास्ट्र्कचर का आधुनिकीकरण, रेलवे के यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं, रेलवे की देश के कोने-कोने में कनेक्टिविटी और रेलवे से रोजगार का निर्माण, उद्योगों को सपोर्ट। आज के इस कार्यक्रम में भी इसी विजन की झलक दिखाई दे रही है। मोदी ने कहा कि 2-3 दिन पहले उन्होंने एक वीडियो देखा, जिसमें वंदे भारत ट्रेन का नया स्लीपर वर्जन ट्रायल के तौर पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रहा था। उन्होंने कहा कि यह देखकर सभी देशवासियों को अच्छा लग रहा है। मोदी ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है वह समय दूर नहीं जब देश में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में रेल कनेक्टिविटी का भी अद्भुत विस्तार हुआ है। वर्ष 2014 तक देश में सिर्फ 35 प्रतिशत रेल लाइनों का विद्युतीकरण हुआ था। आज भारत, रेल लाइनों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के करीब है। इसके अलावा, हमने रेलवे की पहुंच को भी लगातार विस्तार किया है। बीते 10 वर्षों में 30 हजार किमी. से ज्यादा नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। साथ ही सड़क संपर्क बढ़ाने के लिए हजारों ओवरपास और अंडरपास भी बनाए गए हैं। मोदी ने कहा कि लोग कम समय में लंबी दूरी तय करना चाहते हैं, इसलिए हमने पूरे देश में हाई-स्पीड ट्रेनों की भारी मांग देखी है। आज, देशभर में 136 वंदे भारत ट्रेनें 50 से अधिक मार्गों पर चल रही हैं, जिससे लोगों काे यात्रा करना आरामदायक व सुविधाजनक हाे गई है।  उन्होंने कहा कि हमारा जम्मू-कश्मीर आज रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में नए रिकॉर्ड बना रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन की चर्चा आज पूरे देश में है। ये परियोजना जम्मू-कश्मीर को देश के और हिस्सों के साथ और बेहतरी से जोड़ेगी। इसी परियोजना के तहत दुनिया के सबसे उंचे रेलवे आर्च ब्रिज चिनाब का काम पूरा हुआ है।   उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री माेदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नए जम्मू रेलवे मंडल और तेलंगाना में चरलापल्ली स्थित नए टर्मिनल स्टेशन के उद्घाटन तथा ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ा रेलवे मंडल भवन के शिलान्यास किया है। नए बने जम्मू रेल डिवीजन में 742.1 किलोमीटर रेल संचालित हाे रही है। जिसमें पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला (423 किलोमीटर मार्ग), बटाला (छोड़कर)-पठानकोट (68.17 किमी), भोगपुर -सिरवाल-पठानकोट (87.21 किमी) और पठानकोट-जोगिंदर नगर (छोटी लाइन, 163.72 किमी) शामिल हैं।  

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बीजापुर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के कुटरू मार्ग के बेदरे में जवानों काे लेकर जा रहे एक वाहन को साेमवार काे नक्सलियों ने निशाना बनाया, जिसमें कई जवानाें के बलिदान और घायल हाेने की खबर है। बस्तर आईजी सुदरराज पी. ने नक्सलियाें के सुरक्षाबलाें का वाहन उड़ाने की पुष्टि की है।   नक्सलियों ने आज सुबह आईईडी विस्फाेट कर जवानों के वाहन को उड़ा दिया। इसमें 7 जवानों के बलिदान और कुछ जवानों के घायल होने की बात बतायी जा रही है।बताया जा रहा है कि रविवार को नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद जवान आज लौट रहे थे। जब नक्सलियाें ने इस वारदात काे अंजाम दिया। नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद चार दिन तक जंगल में पैदल चलने के बाद जवान थके हुए थे, इसलिए वे एक पिकअप वाहन में सवार हो गए थे। बताया गया है कि वाहन में लगभग 20 जवान सवार थे। दुर्घटना की सूचना के बाद बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव घटनास्थल की ओर निकल गए हैं। घायल जवानों को वहां से निकालने काे बचाव अभियान प्रारंभ कर दिया गया है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दिल्ली को विकसित भारत की राजधानी के रूप में विकसित करना है और दिल्ली का विकास भाजपा ही कर सकती है। अब दिल्ली में एक ही आवाज़ गूंज रही है- आप-दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को दिल्ली के जापानी पार्क में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की परिवर्तन रैली को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने जनसभा में कहा कि अब आने वाले 25 साल भारत और दिल्ली के भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह 25 साल भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द भारत दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। उस गौरवशाली यात्रा में देश की राजधानी का कदम से कदम मिलाकर चलना बहुत जरूरी है। हमें अपनी दिल्ली को भारत की राजधानी के रूप में विकसित करना है।   प्रधानमंत्री मोदी ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेतृत्व वाली सरकार को आपदा की संज्ञा देते हुए कहा कि दिल्ली को इस आपदा से मुक्ति दिलाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मैं दिल्लीवासियों से अनुरोध करने आया हूं कि आप भाजपा को एक अवसर प्रदान करें। पिछले 10 साल में दिल्ली ने एक ऐसी राज्य सरकार देखी है, जो किसी 'आप-दा' से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एहसास आज दिल्ली वालों को अच्छे से हो चुका है। इसलिए अब दिल्ली में एक ही आवाज़ गूंज रही है- 'आप-दा नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे।' प्रधानमंत्री ने दो दिन पहले अशोक विहार में झुग्गी झोपड़ी वालों को फ्लैट की चाबी देने का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता स्वाभिमान अपार्टमेंट की फोटो लेकर के जनता के बीच जाएं और उन्हें जहां झुग्गी वहीं मकान की मोदी की गारंटी दें।

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नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में पुलिस-नक्सलियों के बीच शनिवार देर रात हुई मुठभेड़ में चार नक्सली ढेर हाे गए जबकि डीआरजी जवान प्रधान आरक्षक क्रं. 331 सन्नू कारम का बलिदान हो गया। सर्चिग के दौरान जवानों ने मौके से सभी चार नक्सलियों के शव के साथ एके 47, एसएलआर जैसे आटोमैटिक हथियार बरामद किए हैं। इस मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है।   पुलिस के अनुसार बलिदानी जवान सन्नू कारम एक आत्मसमर्पित नक्सली थे। उन्हाेंने कुछ साल पहले ही नक्सलवादियाें का साथ छोड़ दिया था और पुलिस में भर्ती हुए थे। वे दंतेवाड़ा में पदस्थ थे। आज रविवार दोपहर 2.30 बजे बलिदानी सन्नू कारम के पार्थिव शरीर को ससम्मान पुलिस लाइन कारली जिला दंतेवाड़ा में सलामी दी जाएगी। बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात चार जिले के एक हजार जवानों ने नक्सलियों के कोर इलाके को घेर लिया था। दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलीबारी हुई। इसमें चार नक्सली मारे गए और  एक जवान का बलिदान हाे गया। मारे गए नक्सलियाें की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।   इस अभियान में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और बस्तर जिले की डीआरजी और एसटीएफ की टीम को भेजा गया था। जवान अब भी मौके पर ही मौजूद हैं और इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं।  

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नई दिल्ली । गुजरात के पोरबंदर में रविवार को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी तीन लोगों की मौत हो गई। लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने की संभावना जताई गई है, इसलिए कोस्ट गार्ड ने जांच के आदेश दिए हैं। दो महीने पहले भी अरब सागर में क्रैश हुए ध्रुव हेलीकॉप्टर की जांच इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम कर रही है।   भारतीय तटरक्षक बल के कमांडर अमित उनियाल ने इस घटना में तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि यह दुर्घटना रविवार सुबह पोरबंदर के कोस्ट गार्ड एयर एन्क्लेव में हुई है। क्रैश के दौरान घायल हुए दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया, जबकि हेलीकॉप्टर से कूदने वाले व्यक्ति की भी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। इसी दौरान कुछ तकनीकी खराबी आने से गुजरात के पोरबंदर कोस्ट गार्ड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।   कोस्ट गार्ड के पास 16 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हें बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने डिजाइन और निर्मित किया है। तटरक्षक बल का एक हेलीकॉप्टर दो महीने पहले भी अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। आईसीजी के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव के लापता पायलट इन कमांड का पार्थिव शरीर पोरबंदर से लगभग 55 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में समुद्र से बरामद किया गया था। दुर्घटना के दूसरे दिन ही हेलीकॉप्टर का मलबा मिलने के साथ चालक दल के दो सदस्यों के पार्थिव शरीर समुद्र से बरामद किए गए थे। इसके बाद आईसीजी ने अपने एएलएच ध्रुव बेड़े की सुरक्षा जांच के आदेश दिए थे, जिसमें उड़ान नियंत्रण और ट्रांसमिशन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके साथ ही घटना की गहन जांच होने तक मल्टी मिशन हेलीकॉप्टरों की उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी।   गुजरात के पोरबंदर में आज यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने दो माह पूर्व हुई दुर्घटना के बाद एएलएच ध्रुव फ्लीट के सेफ्टी अपग्रेडेशन का काम पूरा किया है। पिछले साल भी एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव कई दुर्घटनाओं का शिकार हुआ था। डिजाइन संबंधी गंभीर समस्या से जूझ रहे ध्रुव फ्लीट को पिछले साल कई बार उड़ान भरने से रोक दिया गया था। सिलसिलेवार दुर्घटनाओं के कारण इस हेलीकॉप्टर के फ्लाइट सेफ्टी रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हो गए थे। इसके बाद एचएएल ने इस स्वदेशी हेलीकॉप्टर में मॉडर्न कंट्रोल सिस्टम अपग्रेड किया है।  

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नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। महत्वपूर्ण नई दिल्ली विधान सभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा ने प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कालकाजी सीट से मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ रमेश बिधूड़ी को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा आप से बगावत कर के भाजपा में शामिल होने वाले कैलाश गहलोत को बिजवासन सीट से टिकट दिया गया है। 29 उम्मीदवारों की सूची में भाजपा ने आदर्श नगर सीट से राज कुमार भाटिया, बादली सीट से दीपक चौधरी, नई दिल्ली सीट से प्रवेश वर्मा, कालकाजी सीट से रमेश बिधूड़ी, बिजवासन सीट से कैलाश गहलोत, मालवीय नगर सीट से सतीश उपाध्याय, गांधीनगर सीट से अरविन्दर सिंह लवली, रोहिणी सीट से विजेंद्र गुप्ता, करोल बाग सीट से दुष्यंत गौतम, राजौरी गार्डन सीट से मनजिंदर सिंह सिरसा, जनकपुरी सीट से आशीष सूद को टिकट दिया है। इसके अलावा रिठाला से कुलवंत राणा, नांगलोई जाट से मनोज शौकीन, मंगोलपुरी (अजा) से राजकुमार चौहान, शालीमार बाग से रेखा गुप्ता, मॉडल टाउन से अशोक गोयल, पटेल नगर से राजकुमार आनंद, जंगपुरा से सरदार तरविंदर सिंह मारवाह, आरके पुरम से अनिल शर्मा, महरौली से गजेंद्र यादव, छतरपुर से करतार सिंह तंवर, अंबेडकर नगर से खुशीराम चुनार, बदरपुर से नारायण दत्त शर्मा, पटपड़गंज सीट से रवींद्र सिंह नेगी, विश्वास नगर से ओम प्रकाश शर्मा, कृष्णा नगर से अनिल गोयल, सीमापुरी (अजा) से कुमारी रिंकू, रोहतास नगर से जितेंद्र महाजन और घोंडा से अजय महावर को टिकट मिला है।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधान सभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर चुकी है। कांग्रेस ने भी 43 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की दी है। हालांकि, दिल्ली विधान सभा चुनाव की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।    

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सिडनी । भारत ने यहां शनिवार को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट पर 141 रन बना लिए हैं। रवींद्र जडेजा 8 और वाशिंगटन सुंदर 6 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत के अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए थे, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 रनों पर सिमट गई और भारत को पहली पारी के आधार पर 4 रनों की बढ़त हासिल हुई।   दूसरी पारी में भारत को यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने सधी शुरुआत दिलाई। यशस्वी जायसवाल ने मिचेल स्टॉर्क को पहले ही ओवर में 4 चौके जड़ दिये। दोनों ने पहले विकेट के लिए 42 रन जोड़े। इसी स्कोर पर बोलैंड ने केएल राहुल (13) को बोल्ड कर भारत को पहला झटका दिया। राहुल के आउट होने के बाद जायसवाल भी चलते बने। 47 के कुल स्कोर पर बोलैंड ने उन्हें बोल्ड कर दिया। विराट कोहली एक बार फिर असफल रहे और 59 के कुल स्कोर पर केवल 6 रन बनाकर बोलैंड का तीसरा शिकार बने। 78 के कुल स्कोर पर शुभमन गिल वेबस्टर को बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे।   पंत ने 28 गेंदों में पूरा किया अपना अर्धशतक   दूसरी ओर पंत ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी करनी शुरु की और केवल 28 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने मिचेल स्टॉर्क की गेंद पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया और अगली ही गेंद पर एक और जोरदार छक्का जड़ा। 124 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस ने पंत की इस आतिशी पारी का अंत किया। पंत ने केवल 33 गेंदों में 6 चौके और 4 छक्कों की बदौलत 61 रन बनाए। पंत के आउट होने के बाद नीतीश रेड्डी भी कुछ खास नहीं कर सके और 129 के कुल स्कोर पर केवल 4 रन बनाकर बोलैंड का चौथा शिकार बने। इसके बाद सुंदर (नाबाद 6) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 8) ने दिन का खेल समाप्त होने तक कोई और नुकसान नहीं होने दिया। दिन के खेल की समाप्ति पर भारत ने 6 विकेट पर 141 रन बना लिए हैं। भारत की कुल बढ़त 145 रनों की हो गई है।   ऑस्ट्रेलिया की ओर से दूसरी पारी में स्टॉक बोलैंड ने 4, पैट कमिंस और वेबस्टर ने 1-1 विकेट लिया।   ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 पर सिमटी, ब्यू वेबस्टर का अर्धशतक   इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए ब्यू वेबस्टर ने सर्वाधिक 57 रन बनाए। वेबस्टर के अलावा स्टीवन स्मिथ ने 33, सैम कोंस्टास ने 23 और एलेक्स कैरी ने 21 रन बनाए। भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने 3-3, जबकि जसप्रीत बुमराह और नीतीश रेड्डी ने 2-2 विकेट लिया।   भारत की पहली पारी 185 रन पर सिमटी   इससे पहले भारत ने अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए। भारत के लिए ऋषभ पंत ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। पंत के अलावा रवींद्र जडेजा ने 26, कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 22 और शुभमन गिल ने 20 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से स्कॉट बोलैंड ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए। बोलैंड के अलावा मिचेल स्टॉर्क ने तीन, पैच कमिंस ने 2 और नाथन लियोन ने 1 विकेट लिया।        

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के विकास की अनदेखी करने और गरीबी हटाओ के केवल नारे लगाने को लेकर पिछली सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 से वह ग्रामीण भारत की सेवा में जुटे हैं और उसी का परिणाम है कि आज ग्रामीण भारत में ग्रामीण गरीबी 5 प्रतिशत से नीचे आ गयी है।प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में शनिवार को ग्रामीण भारत महोत्सव-2025 के उद्घाटन के बाद कहा कि ग्रामीण भारत महोत्सव के साथ वर्ष की शानदार शुरुआत भारत की विकास यात्रा को दर्शाती है और एक विशिष्ट पहचान बनाती है। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और अन्य योगदानकर्ताओं को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने एसबीआई की ताजा शोध रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कल ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट आई है, जिसके अनुसार 2012 में भारत में ग्रामीण गरीबी करीब 26 प्रतिशत थी। जबकि 2024 में ग्रामीण गरीबी घटकर 5 प्रतिशत से भी कम हो गई है।कांग्रेस के गरीबी हटाओ के नारे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सालों से गरीबी हटाओ के नारे सुनाई देते रहे लेकिन अब वास्तव में गरीबी कम हो गई है। मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने एससी-एसटी-ओबीसी की आवश्यकताओं की ओर ध्यान नहीं दिया। गांव से पलायन होता रहा, गरीबी बढ़ती रही, गांव और शहर के बीच की खाई बढ़ती रही। जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा है। जो इलाके दशकों से विकास से वंचित थे, अब उन्हें बराबरी का हक मिल रहा है। उन्होंने कहा, “ये सब काम (गांवों को सशक्त बनाने का) पहले की सरकारों में भी तो हो सकते थे...मोदी का इंतजार करना पड़ा क्या? आज़ादी के दशकों बाद भी हमारे देश के गांव बुनियादी ज़रूरतों से वंचित थे। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जातियों की ज़्यादातर आबादी गांवों में रहती है। दुर्भाग्य से पिछली सरकारों ने उनकी ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ किया लेकिन मोदी इन गांवों को सशक्त बना रहे हैं और उन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो पहले उपेक्षित थे।”  उन्होंने कहा कि वह 2014 से ग्रामीण भारत की सेवा में लगे हैं। गांव के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना सरकार की प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य गांवों को विकास और अवसर के जीवंत केंद्रों में बदलकर ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-किसान योजना के तहत किसानों को 3 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है। पिछले 10 वर्षों में कृषि ऋण 3.5 गुना बढ़ाया गया है। देश में तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 1.15 करोड़ ग्रामीण महिलाएं 'लखपति दीदी' बन चुकी हैं। हमारा विजन भारत के गांव के लोग सशक्त बनें, उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले, उन्हें पलायन न करना पड़े, गांव के लोगों का जीवन आसान हो, इसलिए हमने गांव-गांव में मूलभूत सुविधाओं की गारंटी का अभियान चलाया। गांव के हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां बनाई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दो-तीन दिन पहले ही कैबिनेट ने 'पीएम फसल बीमा योजना' को एक वर्ष अधिक तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। दुनिया में डीएपी का दाम बढ़ रहा है, आसमान छू रहा है, लेकिन हमने निर्णय किया कि हम किसान के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे और हमने सब्सिडी बढ़ाकर डीएपी का दाम स्थिर रखा है। हमारी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि के अलावा भी हमारे गांव में अलग-अलग तरह के पारंपरिक कला और कौशल से जुड़े हुए कितने ही लोग काम करते हैं। रूरल इकोनॉमी और लोकल इकोनॉमी में इनका बड़ा योगदान रहा है, लेकिन पहले इनकी भी उपेक्षा हुई। अब हम उनके लिए पीएम विश्वकर्मा योजना चला रहा हैं। ये योजना देश के लाखों विश्वकर्मा साथियों को आगे बढ़ने का मौका दे रही है।

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आआपा सरकार को ‘आप-दा’ की संज्ञा देते हुए कहा कि पिछले 10 सालों से राष्ट्रीय राजधानी आपदा से घिरी हुई है। उन्होंने दिल्लीवालों से इसे बदलने का आह्वान किया।प्रधानमंत्री अशोक विहार में झुग्गी-झोपड़ी वालों के लिए बनवाए गए स्वाभिमान अपार्टमेंट में 1,675 फ्लैट की चाबी लाभार्थियों को सौंपने के बाद रामलीला मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों को 4500 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का तोहफा दिया। इसमें जेजे क्लस्टर के निवासियों के लिए 1,675 फ्लैट, स्कूल और कॉलेजों से जुड़े प्रोजेक्ट हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अच्छी तरह जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया। मैं भी अपने लिए शीश महल बनवा सकता था, लेकिन पिछले 10 सालों में मैंने 4 करोड़ से ज़्यादा लोगों को घर देकर उनके सपने पूरे किए हैं। प्रधानमंत्री ने झुग्गी के बदले फ्लैट पाने वालों से अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि स्वाभिमान अपार्टमेंट गरीबों के स्वाभिमान को बढ़ाने वाला है। उनका कहा कि झुग्गी के बदले फ्लैट पाने वाले भले ही दिल्ली के अलग-अलग स्थानों के हैं लेकिन वे सभी मोदी का परिवार हैं।आआपा प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अन्ना हजारे को आगे रखकर कुछ 'कट्टर बेईमान' लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी को 'आपदा' की ओर धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली पर एक 'आप-दा' की तरह आई है। ये लोग खुलेआम भ्रष्टाचार करते हैं और इसका जश्न भी मनाते हैं। ये और कुछ नहीं, 'चोरी, ऊपर से सीनाजोरी' है। दिल्ली पर 'आपदा' का संकट आ गया है। इसलिए दिल्ली के लोगों ने इस आपदा के खिलाफ जंग छेड़ दी है। दिल्ली एक सुर में कह रही है, 'आपदा को नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे'। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों से दिल्ली एक बड़ी आप-दा से घिरी है। अन्ना हजारे को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया।प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के मतदाताओं ने दिल्ली को इस आपदा से मुक्त करने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि शराब के ठेकों में घोटाला, बच्चों के स्कूल में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, भर्तियों के नाम पर घोटाला ये लोग दिल्ली के विकास की बात करते थे, लेकिन ये लोग आप-दा बनकर दिल्ली पर टूट पड़े हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों ने आप-दा के विरुद्ध जंग छेड़ दी है। दिल्ली का वोटर, दिल्ली को आप-दा से मुक्त करने की ठान चुका है। वो कह रहा है- आप-दा को नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक बन चुका है। 2025 में भारत की ये भूमिका और भी मजबूत होगी। ये साल दुनिया में भारत की स्थिति को और मजबूत करने का साल होगा। ये साल भारत को दुनिया के सबसे बड़े मैन्यूफैक्चरिंग सेंटर में से एक बनाने का साल होगा।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अशोक विहार आने से उनकी पुरानी यादें ताजा हो गईं। इंदिरा गांधी की तानाशाही सरकार और आपातकाल के खिलाफ संघर्ष के दौरान जब देश उथल-पुथल भरे दौर से गुजर रहा था, तब मैं और मेरे कई साथी भूमिगत आंदोलन का हिस्सा थे। उस दौरान अशोक विहार मेरा निवास स्थान था।उन्होंने कहा कि आज पूरा देश एकजुट होकर विकसित भारत के निर्माण के लिए काम कर रहा है। हमारा संकल्प है कि हर नागरिक के पास पक्का मकान हो और हम इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने में दिल्ली की अहम भूमिका है, यही वजह है कि भाजपा की केंद्र सरकार ने झुग्गियों की जगह पक्के मकान बनाने की पहल शुरू की है।यमुना की सफाई को लेकर भी प्रधानमंत्री ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यमुना की सफाई नहीं होने के कारण दिल्लीवालों को गंदा पानी मिल रहा है। जनता को टैंकर माफिया के हवाले कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह दिल्ली वालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली 'आयुष्मान भारत' योजना का लाभ देना चाहते हैं। आप-दा सरकार को दिल्ली वालों से बड़ी दुश्मनी है। पूरे देश में आयुष्मान योजना लागू है, लेकिन इस योजना को आप-दा वाले यहां (दिल्ली) लागू नहीं होने दे रहे। इसका नुकसान दिल्ली वालों को उठाना पड़ रहा है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में नजफगढ़ के रोशनपुरा में स्वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर एक कॉलेज की आधारशिला रखी। वीर सावरकर ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में 11 साल बिताए थे।प्रधानमंत्री ने आज अशोक विहार के रामलीला मैदान से वर्चुअल माध्यम से दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन निर्माण, पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर में एक शैक्षणिक ब्लॉक और द्वारका में पश्चिमी परिसर में एक शैक्षणिक ब्लॉक शामिल है।इस संबंध में जानकारी देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि पश्चिमी परिसर से मात्र 5 मिनट की दूरी पर रोशनपुरा, नजफगढ़ में शहरी विस्तार सड़क (यूईआर) के एकदम नजदीक वीर सावरकर के नाम पर एक कॉलेज का निर्माण किया जाएगा। लगभग 140 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 18816.56 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र वाले इस प्रोजेक्ट में अकादमिक गतिविधियों के लिए 24 क्लास रूम, 08 ट्यूटोरियल रूम, एक कैंटीन और 40 फ़ैकल्टि रूम सहित डिपार्टमेंट लाइब्रेरी और और कॉन्फ्रेंस रूम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।प्रो. सिंह ने कहा कि सूरजमल विहार में, 15.25 एकड़ के पूर्वी परिसर में 373 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अकादमिक ब्लॉक का निर्माण होगा। इस परिसर में एलएलबी, एलएलएम और पांच वर्षीय इंटेग्रटेड एलएलबी प्रोग्राम के साथ अन्य बहुविषयक प्रोग्राम भी संचालित होंगे। इस प्रोजेक्ट के 59618 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में 60 क्लासरूम, 10 ट्यूटोरियल रूम, 06 मूट कोर्ट, 04 कंप्यूटर लैब, 02 कैफेटेरिया और 02 कॉमन रूम सहित अनेकों अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।उन्होंने बताया कि द्वारका सेक्टर-22 में बनने वाले पश्चिमी परिसर के पहले चरण में 107 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नए अकादमिक भवन का निर्माण होगा। इस प्रोजेक्ट के 19434.28 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में 42 क्लास रूम, 02 मूट कोर्ट, डिजिटल लाइब्रेरी, कॉन्फ्रेंस रूम, फ़ैकल्टि रूम, कैफेटेरिया, लड़कों एवं लड़कियों के कॉमन रूम और सेमिनार हाल सहित अनेकों अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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श्रीनगर । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में अभी भी सामान्य स्थिति पूरी तरह से बहाल नहीं हुई है। आतंकी हमले होते रहने के बीच शांति स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री ने उन अफवाहों को भी खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि जम्मू-कश्मीर का नाम बदलकर कश्यप किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है।   अब्दुल्ला की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 ने कश्मीर के युवाओं के मन में अलगाववाद के बीज बोए थे और नरेन्द्र मोदी सरकार ने न केवल घाटी में आतंकवाद को खत्म किया है, बल्कि आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को भी खत्म किया है। अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि मैं शाह के बयान पर कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन आज भी कुछ जगहों से हमले होने की खबरें आती हैं। जम्मू-कश्मीर में आज भी सामान्य स्थिति पूरी तरह से बहाल नहीं हुई है। यह एक प्रक्रिया है और हमें देखना होगा कि आने वाले दिनों में क्या होता है।   मुख्यमंत्री ने उन अफवाहों को भी खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि जम्मू-कश्मीर का नाम बदलकर कश्यप किया जा रहा है। ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और वैसे भी यह जम्मू-कश्मीर सरकार की सहमति के बिना नहीं हो सकता। बर्फबारी के पूर्वानुमान के मद्देनजर सरकार की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रशासन इससे निपटने के लिए तैयार है। अगर पिछली बार कोई कमी रही होगी तो हम इस बार उसे ठीक कर लेंगे। घाटी में बिजली आपूर्ति की स्थिति के बारे में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल बिजली की स्थिति पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती हो रही है, लेकिन लोगों को तय समय के अनुसार बिजली उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जब सिस्टम में कोई समस्या होती है तो उसे जल्द से जल्द ठीक किया जाता है।

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भोपाल/इंदौर । मध्यप्रदेश के बहुचर्चित भोपाल गैसकांड (यूनियन कार्बाइड) के जहरीला कचरा को पीथमपुर में जलाने के विरोध में जहां शुक्रवार को पीथमपुर और सागौर का बाजार पूरी तरह से बंद है वहीं विरोध प्रदर्शन के दौरान दो युवकों ने आत्मदाह करने की कोशिश की। हालांकि आग बुझाकर उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इनके नाम राजकुमार रघुवंशी और राज पटेल बताए जा रहे हैं।  जहरीला कचरा पीथमपुर पहुंचने के साथ इसका विरोध तेज हो गया है। यूनियन कार्बाइड का 337 मीट्रिक टन का जहरीला कचरा जलाने के विरोध में गुरुवार को विरोध रैली के बाद शुक्रवार को पीथमपुर बंद का आह्वान किया गया था। इसके चलते शुक्रवार सुबह से ही पूरा पीथमपुर बंद है। सभी बाजार, मोहल्ले व मुख्य सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बंद के समर्थन में पीथमपुर के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर रखी हैं। सभी छोटी से लेकर बड़ी दुकानें और होटल भी पीथमपुर में बंद हैं। इसी तरह सागौर में भी सुबह से ही सभी व्यापार व दुकानें बंद रहीं। वहीं, नगरवासियों का विरोध प्रदर्शन भी जारी है। इस दौरान दो युवकों ने खुद को आग के हवाले कर दिया। हालांकि वहां सुरक्षा पर तैनात पुलिस जवानों ने किसी तरह आग बुझाई और उन्‍हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। विरोध को देखते हुए पीथमपुर में हर जगह पर पुलिस तैनात की गई है।

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नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकासमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि दिल्ली सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर केंद्र सरकार की योजनाएं लागू करे।चौहान ने पत्र में दिल्ली सरकार से किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही केंद्र की योजनाओं को लागू करने का अनुरोध किया है। चौहान ने लिखा है दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार किसानों के प्रति बेहद उदासीन है और संवेदनहीन है। पत्र में आरोप लगाया है कि केजरीवाल और आतिशी ने कभी भी दिल्ली के किसानों के हित में उचित निर्णय नहीं लिए। केजरीवाल ने हमेशा चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी घोषणा कर राजनीतिक लाभ लिया है। सरकार में आते ही सिर्फ अपना रोना रोया है । 10 वर्ष से दिल्ली में आआपा की सरकार है। पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हमेशा किसानों के साथ धोखा किया है। चौहान ने कहा कि इस वजह से दिल्ली के किसान एकीकृत बागवानी मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, बीज ग्राम कार्यक्रम, नर्सरी और टिशू कल्चर की स्थापना, रोपण सामग्री, नए बाग, पाली हाउस एवं कोल्ड चैन की सब्सिडी, कृषि मशीनीकरण, सूक्ष्म सिंचाई, मृदा स्वास्थ्य, फसल अवशेष प्रबंधन, परंपरागत कृषि विकास योजना, कृषि वानिकी और फसल डायवर्सिफिकेशन जैसी अनेक केंद्रीय योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। सिंह ने कहा कि बीज ग्राम कार्यक्रम के दिल्ली में क्रियान्वयन नहीं होने से बीजों के वितरण, बीज परीक्षण, प्रयोगशालाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, बीज प्रमाणीकरण एजेंसियों की सहायता, बीजों की पारंपरिक किस्म के लिए सहायता और बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सब्सिडी जैसे लाभ नहीं मिल पा रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ट्रैक्टर, हार्वेस्टर सहित किसान उपकरण का पंजीकरण कमर्शियल व्हीकल श्रेणी में किया जा रहा। इससे किसानों को अधिक दाम देना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार फ्री बिजली की बात करती है, लेकिन दिल्ली में किसानों के लिए बिजली की उच्च दरें निर्धारित हैं। उन्होंने कहा कि यमुना नदी से लगे गांवों में सिंचाई उपकरणों के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं। इससे किसानों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। कृषिमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा किसान कल्याण में बाधा नहीं बननी चाहिए। किसानों का कल्याण करना सभी सरकारों का कर्तव्य है। इसलिए आम आदमी पार्टी की सरकार को भी केंद्र की योजनाओं को लागू कर दिल्ली के किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए।  

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नई दिल्ली । डबल ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर को हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, नए विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरा-हाई जम्पर प्रवीण कुमार के साथ मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित जाएगा।    युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) ने  गुरुवार को उक्त घोषणा की। पुरस्कार के लिए आवेदन करने में त्रुटि के कारण शुरुआत में मनु को खेल रत्न जीतने की दौड़ में शामिल एथलीटों की सूची से बाहर कर दिया गया था।    राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण 17 जनवरी को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में होगा।   22 वर्षीय भाकर अगस्त में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बन गईं।   इन्हीं खेलों में, हमरनप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को लगातार दूसरा कांस्य पदक दिलाया। दूसरी ओर, 18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने, साथ ही पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने में भी मदद की।   चौथे प्राप्तकर्ता पैरा हाई-जम्पर प्रवीण होंगे, जिन्हें पेरिस पैरालिंपिक में टी64 चैंपियन का ताज पहनाया गया था। टी 64 वर्गीकरण उन एथलीटों के लिए है जिनके घुटने के नीचे एक या दोनों पैर गायब हैं और दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर हैं।   खेल मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "पुरस्कार विजेता 17 जनवरी, 2025 (शुक्रवार) को 11 बजे राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में भारत के राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।"   2024 ओलंपिक वर्ष होने के कारण, 32 एथलीटों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिसमें अमन सहरावत, स्वप्निल कुसाले और सरबजोत सिंह जैसे अन्य पेरिस खेलों के पदक विजेता शामिल हैं।   मेजर ध्यानचंद खेल रत्न: मनु भाकर (निशानेबाजी), डी. गुकेश (शतरंज), हरमनप्रीत सिंह (हॉकी) और प्रवीण कुमार (पैरा-एथलेटिक्स)।   अर्जुन पुरस्कार: ज्योति याराजी (एथलेटिक्स), अन्नू रानी (एथलेटिक्स), नीटू (मुक्केबाजी), स्वीटी (मुक्केबाजी), वंतिका अग्रवाल (शतरंज), सलीमा टेटे (हॉकी), अभिषेक (हॉकी), संजय (हॉकी), जरमनप्रीत सिंह ( हॉकी), सुखजीत सिंह (हॉकी), राकेश कुमार (पैरा-तीरंदाजी), प्रीति पाल (पैरा-एथलेटिक्स), जीवनजी दीप्ति (पैरा-एथलेटिक्स), अजीत सिंह (पैरा-एथलेटिक्स), सचिन सरजेराव खिलारी (पैरा-एथलेटिक्स), धरमबीर (पैरा-एथलेटिक्स), प्रणव सूरमा (पैरा-एथलेटिक्स), एच होकाटो सेमा (पैरा-एथलेटिक्स), सिमरन (पैरा) -एथलेटिक्स), नवदीप (पैरा-एथलेटिक्स), नितेश कुमार (पैरा-बैडमिंटन), थुलसिमथी मुरुगेसन (पैरा-बैडमिंटन), निथ्या श्री सुमति सिवन (पैरा-बैडमिंटन), मनीषा रामदास (पैरा-बैडमिंटन), कपिल परमार (पैरा-जूडो), मोना अग्रवाल (पैरा-शूटिंग), रूबीना फ्रांसिस (पैरा-शूटिंग), स्वप्निल सुरेश कुसाले (शूटिंग), सरबजोत सिंह (शूटिंग), अभय सिंह (स्क्वैश), साजन प्रकाश (तैराकी), अमन (कुश्ती)।  

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श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में शीतलहर जारी रहने के बीच गुरुवार को कश्मीर घाटी में ताजा बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर से लगातार दो पश्चिमी विक्षोभों के गुजरने के कारण और अधिक बारिश और बर्फबारी का अनुमान लगाया है। ताजा बर्फबारी, शून्य से नीचे के तापमान और मैदानी, ऊंचे इलाकों पर बर्फीली स्थिति को देखते हुए पर्यटकों, यात्रियों, ट्रांसपोर्टरों को सलाह दी गई है कि वह प्रशासन व यातायात सलाह का पालन करें।   मौसम विभाग के एक बयान में कहा गया है कि 3 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना है। 4-6 जनवरी को मध्यम से मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर बर्फबारी के साथ आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। 4 जनवरी की रात से 5 जनवरी की देर रात तक अधिकतम गतिविधि होगी। 6 जनवरी को दोपहर से सुधार होगा। मौसम विभाग ने 7-10 जनवरी तक आमतौर पर शुष्क मौसम के साथ ही बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है। ताजा बर्फबारी, शून्य से नीचे के तापमान और मैदानी, ऊंचे इलाकों पर बर्फीली स्थिति को देखते हुए पर्यटकों, यात्रियों, ट्रांसपोर्टरों को सलाह दी गई है कि वह प्रशासन व यातायात सलाह का पालन करें।   विभाग ने 4 से 6 जनवरी के दौरान ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी का अनुमान जताया है। इसी बीच गुरुवार को श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 2.6 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में शून्य से नीचे 8.6 डिग्री सेल्सियस और पहलगाम में शून्य से नीचे 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू शहर में रात का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस, कटरा शहर में 9 डिग्री सेल्सियस, बटोटे में 4.6 डिग्री सेल्सियस, बनिहाल में 2.9 डिग्री सेल्सियस और भद्रवाह में 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 40 दिनों तक चलने वाली भीषण सर्दी की अवधि ‘चिल्लई कलां’ की शुरुआत 21 दिसंबर से हुई थी, जो 30 जनवरी को समाप्त होगी। इस दाैरान बच्चों और बुजुर्गों को खास तौर पर ठंड से बचने के लिए चेतावनी दी गई है।

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इंफाल । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में मई 2023 से हाे रही हिंसा और अशांति के लिए गहरा खेद व्यक्त करते हुए जनता से माफी मांगी है। उन्हाेंने लाेगाें से मेल-मिलाप से रहने और शांति व समृद्धि से भरे नए जीवन की शुरूआत की अपील की।    साल के अंतिम दिन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं मणिपुर के लोगों से माफी मांगता हूं। इस अशांति में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई और बेघर हो गए। मुझे इसका गहरा खेद है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष राज्य के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा और उन्होंने हिंसा में मारे गए तथा विस्थापित हुए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।   मुख्यमंत्री ने राज्य में शांति बहाली के लिए चल रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "पिछले तीन-चार महीनों में शांति की दिशा में प्रगति देखकर मुझे विश्वास है कि नए साल के साथ राज्य में सामान्य स्थिति और शांति वापस आएगी।" उन्होंने सभी समुदायों से पुरानी गलतियों को भुलाकर मेल-मिलाप से रहने की अपील की और कहा कि पुरानी गलतियों को माफ करें और शांति और समृद्धि से भरे नए जीवन की शुरुआत करें। मणिपुर के सभी समुदायों को एक साथ रहना होगा। उन्होंने 2024 की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह वर्ष विकास और सौहार्द का रहा। वर्ष 2025 में और प्रगति की उम्मीद है, आइए हम मिलकर एक मजबूत और समावेशी राज्य का निर्माण करें।  

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मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी स्थित मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिली प्राचीन बावड़ी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का सर्वे एवं खोदाई का कार्य लगातार 11वें दिन मंगलवार को भी जारी रहा। एएसआई की टीम के निर्देशन में प्राचीन बावड़ी की खाेदाई और मिट्टी हटाने का काम चल रहा है। आज बावड़ी का दूसरा तल, पत्थरों से बनी संरचनाएं व सीढ़ियां सामने आ गईं। चंदौसी नगर पालिका के 50 मजदूर शाम करीब 5 बजे तक बावड़ी की साफ-सफाई में लगे रहे। इसके बाद खाेदाई रोक दी गयी। अब बुधवार को फिर खाेदाई होगी।   नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार सोनकर ने बताया कि एएसआई की तीन सदस्यीय टीम और नगर पालिका के सहयोग से दर्जनों मजदूर बावड़ी की खोदाई में मंगलवार को भी जुटे रहे। बावड़ी के द्वितीय तल, पत्थरों से बनी संरचनाएं, सुरंगनुमा रास्ते और दर्जनों सीढ़ियां दिखाई देने लगी हैं। बावड़ी के कुएं और गलियारों की पूरी संरचना को साफ करने का कार्य जारी है। वहीं दो दिन पूर्व रविवार काे बावड़ी में एक व्यक्ति के द्वारा शंखनाद करने और कुछ पंपलेट बांटने के बाद से पुलिस व पीएसी का पहरा सख्त हो गया है। स्थानीय प्रशसन ने बावड़ी परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।   पूर्व सांसद ने प्राचीन बावड़ी को पुरातत्व विभाग अथवा पर्यटन विभाग को सौंपने की मांग उठाई एएसआई की देखरेख में जैसे-जैसे खोदाई का कार्य आगे बढ़ रहा है, बहुत सी चीजें स्पष्ट होती जा रही हैं। मुरादाबाद लोकसभा से पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री स्व. रानी इंद्रामोहिनी के बेटे राजा चंद्रविजय सिंह उर्फ बेबी राजा के प्रतिनिधि कौशल किशोर ने बीते दिन संभल जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया को दिए प्रार्थना पत्र में चंदौसी स्थित मोहल्ला लक्ष्मणगंज में प्राचीन बावड़ी को पुरातत्व विभाग अथवा पर्यटन विभाग को सौंपने की मांग की ताकि संभल जनपद के साथ पूरे मुरादाबाद मंडल के लोगों को एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में पर्यटन का स्थाना मिल सके। मंगलवार को पूर्व सांसद राजा चंद्र विजय सिंह उर्फ बेबी राजा ने कहा कि चंदौसी में मिली प्राचीन बावड़ी एक अनोखी धरोहर है। उनके पूर्वज बताया करते थे कि उत्तर प्रदेश में बावड़ी निर्माण कम ही स्थानों पर होता था।  

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मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में किसी का भी गुंडाराज नहीं चलने देंगे। बीड़ में सरपंच हत्याकांड के आरोपितों की गहन छानबीन की जाएगी और मामले में दोषी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने यहां पत्रकारों को बताया कि आज उन्होंने इस मामले में मृत सरपंच संतोष देशमुख के परिवार वालों से बात की और उन्हें आश्वस्त किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने संतोष देशमुख के परिवार वालों से कहा कि वे चिंता न करें, आरोपित चाहे कितनी ही पहुंच वाला होगा, उस पर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस ने बताया कि आज आरोपित ने सरेंडर किया है, उससे पूछताछ की जाएगी और जो सबूत मिलेंगे, उसके हिसाब से आगे भी मामला दर्ज किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि बीड जिले के मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड आरोपित है। संतोष देशमुख की हत्या के बाद वाल्मीक कराड फरार था लेकिन आज 22 दिन बाद वाल्मीक कराड ने पुणे के सीआईडी दफ्तर में सरेंडर कर दिया। इसके बाद भाजपा विधायक सुरेश धस और विधायक क्षीरसागर ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री खुद पत्रकारों के समक्ष आए और उन्होंने इस संदर्भ में सरकार का पक्ष रखा। मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने पहले ही मामले की जांच सीआईडी को सौंप दिया है और सीआईडी निष्पक्ष जांच कर रही है। इस मामले सभी तरह के सबूतों को खंगाला जाएगा और सबूतों के आधार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में कांग्रेस के किसी बड़े नेता के नहीं पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस को यह नागवार गुजरा और उसने सोमवार को सफाई में कहा कि डॉ. सिंह के परिवार की निजता को सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया गया।कांग्रेस के मीडिया और प्रचार (संचार विभाग) के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा कि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरदार डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियों को चुनने और विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गए। हमारे प्रिय दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनके निवास पर परिवार से मुलाकात की थी। उनसे चर्चा करने के बाद यह महसूस किया गया कि चूंकि अंतिम संस्कार के समय परिवार को कोई निजता नहीं मिली और परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर नहीं पहुंच पाए, इसलिए उन्हें फूल चुनना और अस्थियों के विसर्जन के लिए कुछ निजता देना उचित होगा, क्योंकि यह वक्त करीबी परिवार के सदस्यों के लिए भावनात्मक रूप से पीड़ादायक और कठिन होता है।गौरतलब है कि डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार के सदस्य रविवार सुबह निगमबोध घाट पहुंचकर अस्थियां चुनीं और उन्हें यमुना नदीं पर निर्मित अस्थ घाट ले गए। सिख रीति रिवाज के साथ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह की अस्थियों को परिवार के सदस्यों ने मजनू का टीला गुरुद्वारे निकट यमुना नदी में विसर्जित कर दिया। इस मौके पर डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, उनकी तीनों पुत्रियां क्रमशः उपिंदर सिंह, दमन सिंह और अमृत सिंह तथा कुछ अन्य रिश्तेदार मौजूद रहे।   इसके बाद कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, "आज भारत मां के सपूत और देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की अस्थियां पूरे विधि-विधान के साथ मजनू का टीला स्थित गुरुद्वारे के पास यमुना घाट पर विसर्जित की गईं। हम सभी मनमोहन सिंह जी की देश सेवा, समर्पण और उनकी सहजता को हमेशा याद रखेंगे। सादर नमन"   दरअसल, इसी के बाद भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक फोटो साझा करते हुए लिखा, "यह देखकर बहुत दुख हुआ कि डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियां चुनने के लिए कांग्रेस या गांधी परिवार का एक भी सदस्य नहीं आया। मीडिया का ध्यान खींचने और राजनीति करने के लिए कांग्रेस मौजूद थी लेकिन जब उन्हें सम्मान देने की बात आई तो वे नदारद हो गए। वाकई शर्मनाक है।" केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को डॉ. सिंह के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में किसी बड़े कांग्रेस नेता के नहीं पहुंचने पर कांग्रेस की आलोचना की थी। पुरी ने कहा था कि कांग्रेस के नेता सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए पहुंच जाते हैं, लेकिन जब डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियों को प्रवाहित करना था तो उस दौरान कांग्रेस का कोई नेता वहां नहीं पहुंचा।

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इंदौर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा के मोर्चे पर भारत बहुत भाग्यशाली देश नहीं है। हमारी सेना उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है। इसलिए हम शांत, बेफिक्र होकर नहीं बैठ सकते। हमारे दुश्मन, चाहे अंदर हों या बाहर, वे हमेशा एक्टिव रहते हैं। हर परिस्थितियों में हमें उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी चाहिए। उनके खिलाफ सही समय पर बेहतर और प्रभावी कदम उठाने चाहिए। आज भारत के लगातार विकसित होते समय में सीमांत प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल करना समय की मांग है। ऐसे में सैन्य प्रशिक्षण केंद्र हमारे सैनिकों को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार और सुसज्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।   रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को महू में आर्मी वॉर कॉलेज में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युद्ध के तरीकों में देखे जा रहे आमूलचूल परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूचना युद्ध आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित युद्ध, प्रॉक्सी युद्ध, इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक युद्ध, अंतरिक्ष युद्ध और साइबर हमले जैसे अपरंपरागत तरीके आज के समय में एक बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सेना को ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित और सुसज्जित रहना चाहिए। उन्होंने इन प्रयासों में महू के प्रशिक्षण केंद्रों के बहुमूल्य योगदान की सराहना की। उन्होंने बदलते समय के साथ अपने प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में लगातार सुधार करने और कर्मियों को हर तरह की चुनौती के लिए तैयार काे प्रयासाें के लिए केंद्र की सराहना की।   रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला और वर्तमान चरण को संक्रमण काल​​बताया। उन्होंने कहा कि भारत लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और तेजी से एक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है। सैन्य दृष्टिकोण से, हम आधुनिक हथियारों से लैस हो रहे हैं। हम दूसरे देशों को मेड-इन-इंडिया उपकरण भी निर्यात कर रहे हैं। हमारा रक्षा निर्यात, जो एक दशक पहले लगभग 2,000 करोड़ रुपये था, आज 21,000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े को पार कर गया है। हमने 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये का निर्यात लक्ष्य रखा है।   रक्षा मंत्री ने तीनों सेनाओं के बीच एकीकरण और एकजुटता को मजबूत करने के सरकार के संकल्प को दोहराया और विश्वास जताया कि आने वाले समय में सशस्त्र बल बेहतर और अधिक कुशल तरीके से चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे। उन्होंने इस तथ्य की सराहना की कि महू छावनी में सभी विंग के अधिकारियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उन्होंने अधिकारियों से इन्फैंट्री स्कूल में हथियार प्रशिक्षण, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (एमसीटीई) में एआई और संचार प्रौद्योगिकी और एडब्ल्यूसी में जूनियर और सीनियर कमांड जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण के माध्यम से एकीकरण को बढ़ावा देने की संभावना तलाशने का आग्रह किया।   उन्हाेंने कहा कि कुछ अधिकारी भविष्य में रक्षा अताशे के रूप में काम करेंगे और उन्हें वैश्विक स्तर पर राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। जब आप रक्षा मंत्री का यह पद संभालेंगे, तो आपको सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को आत्मसात करना चाहिए। आत्मनिर्भरता के माध्यम से ही भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर सकता है और विश्व मंच पर अधिक सम्मान प्राप्त कर सकता है। उन्होंने भारत को दुनिया की सबसे मजबूत आर्थिक और सैन्य शक्तियों में से एक बनाने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि आर्थिक समृद्धि तभी संभव है जब सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जाए। इसी तरह सुरक्षा व्यवस्था तभी मजबूत होगी, जब अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। 2047 तक हम न केवल एक विकसित राष्ट्र बन जाएंगे, बल्कि हमारी सशस्त्र सेनाएं भी दुनिया की सबसे आधुनिक और सबसे मजबूत सेनाओं में से एक होंगी।   उन्हाेंने अधिकारियों से डॉ. बीआर आंबेडकर के समर्पण और भावना के मूल्यों को आत्मसात करने का भी आग्रह किया। उन्होंने बाबा साहब को न केवल भारतीय संविधान के निर्माता, बल्कि एक दूरदर्शी मार्गदर्शक के रूप में वर्णित किया। उन्होंने लोगों, खासकर युवाओं को उनके मूल्यों और आदर्शों से परिचित कराने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सबसे पहले प्रतिक्रिया देने के लिए सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए यह समर्पण और लगातार बदलती दुनिया में खुद को अपडेट रखने की यह भावना हमें दूसरों से आगे ले जा सकती है।   रक्षा मंत्री सिंह को कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एचएस साही ने संघर्ष के पूरे स्पेक्ट्रम में युद्ध लड़ने के लिए सैन्य नेताओं को प्रशिक्षित करने और सशक्त बनाने की दिशा में संस्थान की भूमिका और महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्हें बहु-डोमेन संचालन में संयुक्तता, प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रौद्योगिकी के समावेश और सीएपीएफ अधिकारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ शिक्षाविदों, विश्वविद्यालयों और उद्योगों के साथ किए जा रहे आदान-प्रदान कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षण पद्धति में महत्वपूर्ण कदमों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें मित्र देशों के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने और सैन्य कूटनीति में महत्वपूर्ण योगदान देने के माध्यम से संस्थान की वैश्विक छापों के बारे में भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले रक्षा मंत्री ने शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।  

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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को 'पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना' शुरू करने का ऐलान किया। इसके तहत उन्होंने वादा किया कि दिल्ली में उनकी पार्टी के दोबारा चुने जाने पर हिंदू मंदिरों के पुजारियों और सिख गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपये का मासिक भत्ता दिया जाएगा।दिल्ली विधानसभा में आआपा के लिए लगातार चौथी बार चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे केजरीवाल ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस योजना के लिए कल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। मंगलवार को मैं खुद कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर से इसकी शुरुआत करुंगा। उसके बाद दिल्ली के सभी मंदिरों और गुरुद्वारों में भी इसे आगे बढ़ाया जाएगा। आआपा द्वारा यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब वह चुनावों में भाजपा और कांग्रेस से मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार कर रही है। केजरीवाल ने दोनों पार्टियों पर निशाना साधते हुए उनसे अन्य राज्यों में भी इसी तरह के कल्याणकारी उपायों को अपनाने का आग्रह किया।केजरीवाल ने कहा कि हम जानते हैं कि पुजारी हमारी किस तरह सेवा करते हैं। चाहे हमारे बच्चे का जन्मदिन हो, शादी हो या किसी प्रियजन की मृत्यु, उन्होंने हमेशा हमें भगवान से जोड़ा है। ये वो तबका है जो सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी हमारी परम्पराओं और रीति-रिवाजों को आगे बढ़ाया लेकिन किसी ने उन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया। यह देश में पहली बार हो रहा है। हमने राष्ट्रीय राजधानी में कई ऐसे काम किए हैं जो पहली बार हुए हैं। हमने स्कूलों और अस्पतालों में सुधार किया और महिलाओं के लिए बस यात्रा की सुविधा दी। मुझे उम्मीद है कि भाजपा और कांग्रेस सरकारें इससे सीख लेंगी और जहां उनकी सरकारें हैं, उन राज्यों में ऐसी योजनाओं को लागू करेंगी।रोहिंग्याओं के मुद्दे से जुड़े एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के पास इसका पूरा डेटा है, वह इसे सार्वजनिक कर दें तो अच्छा रहेगा।उल्लेखनीय है कि जब केजरीवाल यह घोषणा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ दिल्ली वक्फ बोर्ड से जुड़े इमामों ने बकाया वेतन की मांग करते हुए केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन ने दावा किया कि इमामों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। उन्होंने दिल्ली सरकार पर उनकी दुर्दशा की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।हालांकि, इमामों के वेतन का भुगतान करने के मामले में पूछने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि उनका वेतन जल्द ही रिलीज कर दिया जाएगा।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय, पूर्ण सैन्य सम्मान और सिख परंपरा के साथ अंतिम संस्कार किया गया। डॉ. सिंह की सबसे बड़ी पुत्री उपिंदर कौर ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई और सिख धर्मगुरुओं और परिवार के सदस्यों ने गुरबाणी का पाठ किया।निगम बोध घाट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, मॉरीशस के विदेशमंत्री धनंजय रामफुल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री जेपी नड्डा, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी मौजूद रहे। कई केंद्रीय मंत्री, राजनयिक और अन्य गण्यमान्य लोग भी अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने पहुंचे। सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।सिंह के अंतिम संस्कार समारोह में हिस्सा लेने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल,कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कई पूर्व केंद्रीयमंत्री भी निगम बोध घाट पहुंचे।इससे पहले कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड, नई दिल्ली से निगमबोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकली। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर फूलों से सजे वाहन पर रखा गया। उसके साथ चल रहे लोगों ने कांग्रेस मुख्यालय से निकलने पर रास्ते में "मनमोहन सिंह अमर रहें" के नारे लगाए। इस दौरान "जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक तेरा नाम रहेगा" के नारे भी गूंजे। सिंह के पार्थिव शरीर को आज सुबह 9 बजे से कुछ पहले 3, मोतीलाल नेहरू रोड स्थित उनके आवास से एआईसीसी मुख्यालय लया गया।पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उम्र संबंधी चिकित्सा जटिलताओं के कारण 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार कहा जाता है। सिंह ने 2004 से 2014 के बीच 10 वर्ष तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में पूरे देश में सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक मनाया जा रहा है। इस दौरान पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

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जगदलपुर । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है। ईडी की टीम ने रायपुर और बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में दबिश दी है। मिली जानकारी के अनुसार भूपेश सरकार में मंत्री रहे कवासी लखमा के रायपुर स्थित धरमपुरा के मकान में और उनके पुत्र सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश लखमा के सुकमा स्थित आवास पर छापेमारी की है। इसके साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू के आवास पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान मौजूद हैं। रायपुर में पूर्व मंत्री कवासी लखमा के घर में ईडी की टीम जांच-पड़ताल कर रही है। यहां भी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान मौजूद हैं। पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पुत्र हरीश कवासी पिछले दो बार से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। वहीं उनके पिता कवासी लखमा कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रह चुके हैं। नगरीय निकाय चुनाव से पहले छापेमारी से कांग्रेस नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है।   उल्लेखनीय है कि  2161 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में इडी ने ट्रिपल ए यानी आईएएस अधिकारी, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को घोटाले का मास्टरमाइंड बताया था। जिसके बाद एसीबी इस मामले में अलग से कार्रवाई कर रही है। वहीं छत्तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले मामले में ईडी ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 100 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल हैं। शराब घोटाले में कवासी लखमा पर दर्ज एफआईआर में हर महीने 50 लाख दिए जाने का जिक्र है। वहीं कवासी लखमा के पुत्र वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। ईडी के अधिकारियों की टीम उनके घर पर भी दस्तावेज खंगाल रही है। दर्ज एफआईआर में पूरा सिंडिकेट सरकार के इशारों पर ही चलता रहा। तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी इसकी जानकारी थी, और आरोप है कि  कमीशन का बड़ा हिस्सा आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था। चार्जशीट के मुताबिक मंत्री रहे कवासी लखमा और तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास को 50-50 लाख हर महीने दिए जाते थे।   इससे पूर्व एनआईए ने छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर इलाके में नक्सली मामलों की जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी की थी। एनआईए की ओर से जारी बयान में बताया गया कि नक्सली मामलों के संदिग्धों और ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के घरों और अन्य जगहों की गहन तलाशी ली, जिसमें कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त किए गए। इसके साथ ही एनआईए ने छत्तीसगढ़ के दूरदराज के गांवों में भी तलाशी ली। यह तलाशी पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान मतदान और सुरक्षा बलाें पर नक्सली हमले से संबंधित थीं। जहां एनआईए ने गरियाबंद और धमतरी जिलों के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रावनडिग्गी, सेमरा, मैनपुर, घोरागांव, केराबहरा और गरियाबंद के गांवों में 11 संदिग्धों के घरों और अन्य स्थानों पर तलाशी ली। जांच में यह पाया गया कि संदिग्धों के ओजीडब्ल्यू और नक्सली समर्थक होने का अनुमान है। एनआईए ने बताया कि इन संदिग्धों के परिसरों से नक्सली पर्चे, पुस्तिकाएं, मोबाइल फोन, डिजिटल डिवाइस, 1.5 लाख रुपये नकद और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। अब तक इस मामले में एनआईए ने 10 आरोपितों  के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।

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शिमला । हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में लगातार बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में झमाझम बारिश ने पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ा दिया है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी ने जहां बागवानों और किसानों को राहत दी है वहीं जनजीवन पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ा है। सड़कों व हाइवे पर बर्फ जमने से सफर जोखिम भरा हो गया है और कई स्थानों पर वाहन फिसलने की घटनाएं सामने आ रही हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में मौसम ने अलग-अलग तरह से असर डाला है।लाहौल-स्पीति में जनजीवन ठपलाहौल-स्पीति जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। अब तक एक से डेढ़ फीट तक बर्फ गिर चुकी है। बर्फबारी के कारण जिले में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं और यातायात पूरी तरह से प्रभावित है। प्रशासन की ओर से सड़कें खोलने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम से इसमें दिक्कतें आ रही हैं।किन्नौर में एनएच और संपर्क मार्ग अवरुद्धजनजातीय जिला किन्नौर में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। कल रात से हो रही बर्फबारी के कारण जिले में आधे से दो फीट तक बर्फ गिर चुकी है। जिले में एनएच और संपर्क मार्ग बर्फ से ढक गए हैं। कई स्थानों पर बिजली के खंभे टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। स्थानीय लोगों को आवागमन और दिनचर्या के कार्यों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।मनाली के सोलंग नाला में फिसला वाहन, कई गाड़ियां बर्फ में फंसीपर्यटन नगरी मनाली के ऊपरी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। सोलंग नाला के पास एक वाहन सड़क से फिसलकर नीचे गिर गया। हालांकि किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोलंग नाला के पास फंसे 200 वाहनों को निकालने का प्रयास जारी है। यहां बर्फबारी से लगे जाम में वाहन कल देर शाम से फंसे हैं। प्रशासन ने अटल टनल को बंद कर दिया है और नेहरू कुंड तक ही वाहनों को जाने की अनुमति दी है।अप्पर शिमला में यातायात प्रभावितशिमला जिले के ऊपरी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। नारकण्डा, कुफ़री, चौपाल, जब्बल में सुबह भी बर्फ गिर रही है। नारकण्डा में शिमला-रामपुर एनएच पर वाहनों की आवाजाही जारी है लेकिन यहां सफर खतरनाक हो गया है। चौपाल उपमण्डल में चौपाल-शिमला मार्ग सहित अन्य सात सड़कों पर बर्फ जमने से यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन ने बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगा दी है। लेकिन मौसम की स्थिति से कार्य प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक शिमला जिला में बर्फबारी से 23 संपर्क सड़कें, 51 ट्रांसफॉर्मर और 26 पानी की स्कीमें बंद हैं।चंबा के पांगी और भरमौर में बर्फबारीचंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी और भरमौर में लगातार हिमपात जारी है। पांगी मुख्यालय किलाड़ में अब तक आठ इंच बर्फ गिर चुकी है। जिले के निचले इलाकों में कल से लगातार बारिश हो रही है। हालांकि इस बर्फबारी से किसानों और बागवानों को राहत मिली है लेकिन जनजीवन पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।सिरमौर जिला के चूड़धार में तीसरी बार बर्फ गिरीसिरमौर जिले में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। जिले की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में इस सीजन की तीसरी बर्फबारी दर्ज की गई। इससे जिले में ठंड बढ़ गई है और जनजीवन प्रभावित हुआ है। कड़ाके की ठंड के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। हालांक किसानों को इस वर्षा से फसलों के लिए लाभ होने की उम्मीद है।मंडी जिला के निचले इलाकों में बारिश, ऊपरी इलाकों में बर्फबारीमंडी जिले के निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी जारी है। बर्फबारी के कारण सड़कों पर बर्फ जमने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। प्रशासन द्वारा सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्षेत्र के किसानों ने वर्षा-बर्फबारी को राहत मानते हुए फसलों के लिए इसे लाभकारी बताया है।कांगड़ा में बारिश और धौलाधार में हिमपातकांगड़ा जिले के निचले इलाकों में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है तो धौलाधार की पहाड़ियों में ताज़ा हिमपात हुआ है। बारिश और बर्फबारी ने शीतलहर को तेज कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। हालांकि बादलों के बरसने से लोग खुश हैं।किसानों और बागवानों के लिए राहतराज्य में लंबे समय से बारिश और बर्फबारी न होने से किसान और बागवान चिंतित थे। इस बर्फबारी ने उनके चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है। किसानों का कहना है कि बर्फबारी से फसलों को फायदा होगा और मिट्टी की नमी बनी रहेगी। बागवानों के लिए यह बर्फबारी सेब की फसल के लिए वरदान साबित होगी।बर्फबारी का ऑरेंज अलर्टमौसम विज्ञान विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए आज बर्फबारी व बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश, बर्फबारी और अंधड़ के कारण राज्य के पांच शहरों का तापमान माइनस में पहुंच गया है। इनमें लाहौल-स्पीति के ताबो में -7.6, समधो में -4.3, कल्पा में -2.5 कुकुमसेरी में -1.8 और रिकांगपिओ में -0.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मनाली में न्यूनतम तापमान 0.2 और शिमला में 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा।  मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ रहेगा। लेकिन 1 से 3 जनवरी तक फिर से बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।        

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के तीन मोतीलाल नेहरू रोड स्थित आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।राष्ट्रपति भवन ने एक्स पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति मुर्मु ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने डॉ. सिंह के परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।उपराष्ट्रपति सचिवालय ने एक्स पोस्ट में कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और डॉ. सुदेश धनखड़ ने आज नई दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने डॉ. सिंह के परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और देश के लिए उनके अमूल्य योगदान और उनकी चिरस्थायी विरासत को याद किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह को उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत उनके योगदान को सदैव याद रखेगा।”उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का कल रात को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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ग्रेटर नोएडा । नोएडा में किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले किसान नेता सुखबीर खलीफा शुक्रवार को लुक्सर जेल से रिहा हो गए हैं। जेल से बाहर आने पर किसानों ने उनका स्वागत किया। जेल से बाहर आने पर वह फिर आक्रमक नजर आए। उन्होंने एलान किया कि किसान फिर से धरने पर बैठेंगे और मांगे न माने जाने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। दरअसल, किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले सुखबीर खलीफा काे 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। तभी से वह अन्य किसानों के साथ जेल में थे। शुक्रवार काे जेल से रिहा हुए किसान नेता सुखबीर खलीफा ने फिर से धरने पर बैठने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए किसान रणनीति बना रहे हैं। उन्होंने सहयोग करने पर नोएडा के किसानों और वकीलों को आभार व्यक्त किया।   उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, बढ़ा हुआ 64.7 प्रतिशत मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग को लेकर 25 नवंबर से महापंचायत शुरू की थी। हजारों को संख्या में किसानों ने पहले ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर दो दिन तक डेरा डालकर विरोध जताया। इसके बाद किसानाें ने  यमुना विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर डेरा डालने गए थे। इसी बीच शासन-प्रशासन से वार्ता विफल होने के बाद 2 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल 10 संगठनों ने अपनी 4 प्रमुख मांगों को लेकर दिल्ली कूच का एलान किया था। अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसानों ने 7 दिन का समय दिया और आंदोलन को नोएडा के दलित प्रेरणास्थल पर शिफ्ट कर दिया, लेकिन इसके बाद पुलिस ने दलित प्रेरणास्थल आने वाले किसानों को रोक दिया और ज़ीरो प्वाइंट से आठ किसान नेताओं समेत 1 23 किसानों को गिरफ्तार किया गया था तभी से वे लुकसर जेल में थे।

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नई दिल्ली ।पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह 8 बजे एआईसीसी मुख्यालय ले जाया जाएगा, जहां आम लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे। उनकी अंतिम यात्रा कल सुबह 9.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय से शुरू होगी।   कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि डा. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आज शाम 5.30 बजे नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी। इसमें सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल होंगे।  उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आज जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान 3, मोतीलाल नेहरू रोड, नई दिल्ली पर रखा गया है। कल 28 दिसंबर को सुबह 8 बजे उनका पार्थिव शरीर एआईसीसी मुख्यालय ले जाया जाएगा और जनता तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कल सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिलेगा। डॉ. सिंह की अंतिम यात्रा कल सुबह 9.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय से शुरू होगी।  

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित एक समारोह में 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सात श्रेणियों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किये। सम्मानित होने वालों में सात लड़के और 10 लड़कियां हैं। राष्ट्रपति ने इन्हें एक पदक, प्रमाण पत्र और एक प्रशस्ति पत्र पुस्तिका देकर सम्मानित किया। आज के समारोह में सबसे कम आयु के पुरस्कार विजेता कोलकाता में रहने वाले मास्टर अनीश सरकार उस आयु वर्ग में हैं, जब बच्चे प्ले स्कूल और नर्सरी कक्षा में होते हैं। मास्टर अनीश विश्व में सबसे कम उम्र में विश्व रैंकिंग पाने वाले शतरंज खिलाड़ी बन गए हैं।पंद्रह साल की बेटी हेमबती नाग के माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है। वह छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से आती हैं। तमाम चुनौतियों के बीच अपने धीरज, साहस और कौशल के बल पर हेमबती ने जूडो में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।इस अवसर पर राष्ट्रपति ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि पूरे देश और समाज को उन पर गर्व है। उन्होंने बच्चों से कहा कि उन्होंने असाधारण काम किया है, अद्भुत उपलब्धियां हासिल की हैं, उनमें असीम क्षमताएं हैं और अतुलनीय गुण हैं। उन्होंने देश के बच्चों के लिए एक मिसाल कायम की है।उन्होंने कहा कि बच्चों को अवसर प्रदान करना और उनकी प्रतिभा को पहचानना हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस परंपरा को और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में जब हम भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएंगे, तब ये पुरस्कार विजेता देश के प्रबुद्ध नागरिक होंगे। ऐसे प्रतिभाशाली लड़के और लड़कियां ही विकसित भारत के निर्माता बनेंगे।राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2022 से आज के दिन को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने सभी देशवासियों की ओर से साहिबजादों की स्मृति को सादर नमन किया। मुर्मु ने कहा, “मुझे आप सभी पर गर्व है। मुझे ही नहीं, पूरे देश को, पूरे समाज को आप सभी पर नाज है। आपने जो काम किए हैं वे असाधारण हैं। आपने जो हासिल किया है वह आश्चर्यजनक है।”    

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नई दिल्ली । स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली पर गुरुवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।   अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि कोहली को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायक कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.12 का उल्लंघन करते हुए पाया गया, जो "किसी खिलाड़ी, खिलाड़ी सहायक कर्मियों, अंपायर, मैच रेफरी या किसी अन्य व्यक्ति (अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान दर्शक सहित) के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क से संबंधित है।"   इसके अलावा, कोहली के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है, जिसके लिए यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध था। यह घटना पहले दिन के 10वें ओवर के बाद हुई, जब कोहली को एमसीजी पर 90,000 दर्शकों के सामने डेब्यू करने वाले ऑस्ट्रेलियाई ओपनर सैम कोंस्टास को कंधे से धक्का देते हुए देखा गया। इसके बाद खिलाड़ियों के बीच बहस हुई और दूसरे ओपनर उस्मान ख्वाजा ने मामले को शांत करने की कोशिश की।   कोहली ने अपराध स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी के एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी। मैदानी अंपायर जोएल विल्सन और माइकल गॉफ, तीसरे अंपायर शारफुद्दौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर शॉन क्रेग ने आरोप लगाया। लेवल 1 उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय युवाओं के साहस और सामर्थ्य की सराहना करते हुए कहा कि आज के युवाओं के सामने विकसित भारत का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि युवाओं के कारण विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है। प्रधानमंत्री गुरुवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में वीर बाल दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान’ का शुभारंभ भी किया। इसका उद्देश्य पोषण संबंधी सेवाओं के कार्यान्वयन को मजबूत करके और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करके पोषण संबंधी परिणामों और कल्याण में सुधार करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) के विजेता बच्चों से भी बातचीत की।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को भविष्योन्मुखी बनाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें। प्रधानमंत्री ने देश की आजादी के समय युवाओं की भूमिका से लेकर मौजूदा समय में विदेशी कंपनियों के शीर्ष पर भारतीयों के काबिज होने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “आज के युवाओं के सामने विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है, इसलिए भारत के युवाओं को अधिक से अधिक इस समय का लाभ उठाना होगा। हर सेक्टर में स्वयं भी आगे बढ़ना है और देश को भी आगे बढ़ाना है।”प्रधानमंत्री ने लाल किले से दिये अपने भाषण का जिक्र करते हुए देश में गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक लाख युवाओं को राजनीति में लाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने अगले 25 सालों के लिए इस शुरुआत को बेहद महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने युवाओं से इस अभियान का हिस्सा बनने की अपील करते हुए कहा कि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी के उदय के लिए यह आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2025 में स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग का भी आयोजन होगा। देशभर के लाखों युवा इसका हिस्सा बनेंगे। इसमें विकसित भारत के विजन पर चर्चा होगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि वीर बाल दिवस पर हम साहिबजादों की वीरता और बलिदान को याद करते हैं। हम माता गुजरी और श्री गुरु गोबिंद सिंह को भी श्रद्धांजलि देते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम तीसरे 'वीर बाल दिवस' का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मानने शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बना है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस का यह दिन हमें सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं, कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो देश और देश हित से बड़ा कुछ नहीं होता।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के 17 बच्चे बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खेल और कला जैसे क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने दिखा दिया है कि भारत के युवा और बच्चे कितने सक्षम हैं।  

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नई दिल्ली । दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने अहम घटनाक्रम में दिल्ली महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर सवाल उठाए हैं। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को विज्ञापन जारी कर कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं है। रजिस्ट्रेशन कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। विभाग की तरफ से विज्ञापन जारी कर लोगों से आगाह किया गया है कि अपनी जानकारी साझा करने से बचें।   दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि उसे जानकारी मिली है कि दिल्ली की महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत प्रति माह 2100 रुपये देने का दावा किया जा रहा है। यह स्पष्ट किया जाता है कि दिल्ली सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना अधिसूचित नहीं की गई है। ऐसी योजना अस्तित्व में नहीं है इसलिए इसके तहत पंजीकरण के लिए फॉर्म/आवेदन के स्वीकार किया जाना धोखाधड़ी है। नागरिकों को सावधान किया जाता है कि योजना के नाम पर निजी विवरण जैसे बैंक खाता जानकारी, वोटर आईडी कार्ड, फोन नंबर, आवासीय पता या कोई अन्य संवेदनशील जानकारी साझा करना अपराध/साइबर अपराध /बैंकिंग धोखाधड़ी का कारण बन सकता है।   उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना शुरू करने की घोषणा की थी। इसके तहत दिल्ली में 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के मुफ्त इलाज का दावा किया गया था। अरविंद केजरीवाल ने योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि दिल्ली वालों के लिए संजीवनी लेकर आया हूं। केजरीवाल ने ही महिला सम्मान योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत पात्र महिलाओं के खाते में हर महीने सरकार एक हजार रुपये भेजने की घोषणा की गई थी। केजरीवाल ने चुनाव के बाद महिलाओं को एक हजार की जगह 2100 रुपये देने की भी बात कही। केजरीवाल का दावा है कि दोबारा आप की सरकार बनने पर यह राशि 2100 रुपये कर दी जाएगी।    

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खजुराहो/भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत-रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर मध्य प्रदेश को मध्य प्रदेश को कई सौगातें दी। उन्होंने यहां खजुराहो में आयोजित भव्य कार्यक्रम में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण एवं 437 करोड़ रुपये की लागत से 1153 नवीन अटल ग्राम सेवा सदन का भूमिपूजन किया। प्रधानमंत्री ने मंच से पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की स्मृति में स्टॉम्प और सिक्का भी जारी किया।   इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दोपहर करीब एक बजे विशेष विमान से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य भाजपा नेताओं ने स्वागत कर उनकी अगवानी की। एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री खुली जीप में सवार होकर बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने हाथ जोड़कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों का अभिवादन किया। मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को भगवान राम के बाल काल की मूर्ति भेंट की। सांसद वीडी शर्मा ने पीएम मोदी को अलट की छोटी सी मूर्ति भेंट की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई ऐतिहासिक केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।   कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, मंत्री प्रहलाद पटेल, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री राकेश सिंह, कृषि मंत्री इंदल सिंह कंसाना, खजुराहो सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मप्र के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और एमपी-यूपी के बुंदेलखंड क्षेत्र के सांसद और विधायक मौजूद रहे। 

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कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश स्थित दो कट्टरपंथी संगठनों, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सदस्य अधिकारी को निशाना बना सकते हैं। इन संगठनों के कुछ सदस्य पहले ही भारत की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं।   खुफिया एजेंसियों ने बताया कि शुभेंदु अधिकारी को सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान निशाना बनाया जा सकता है। अधिकारी हाल ही में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और हिंदू धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मुखर रहे हैं।   इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने अधिकारी की सुरक्षा बढ़ा दी है। अब उन्हें पूरे भारत में "जेड" श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इससे पहले, उन्हें केवल पश्चिम बंगाल के बाहर "वाई" श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी।   खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर के दो सक्रिय सदस्य हाल ही में बांग्लादेशी पासपोर्ट के साथ छात्र बनकर भारत आए हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में कुछ स्थानीय युवाओं से मुलाकात की। इन बैठकों में धार्मिक मुद्दों पर चर्चा के बाद इन युवाओं को सीमावर्ती क्षेत्रों में स्लीपर सेल खोलने के लिए प्रेरित किया गया।   इन बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान रिदवान मारूफ और सब्बीर आमिर के रूप में हुई है। पश्चिम बंगाल पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इन गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार ने अपने खुफिया विभाग को सतर्क रहने और सभी आवश्यक सुरक्षा कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इस ताजा अलर्ट के बाद राज्य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियां तमाम सतर्कता भारत रही हैंैं।

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लखनऊ । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे तब अटल जी संसद में नेता प्रतिपक्ष थे। उस समय संयुक्त राष्ट्र संघ के फोरम पर जेनेवा में भारत का पक्ष प्रस्तुत करना था, तब नरसिम्हा राव ने कहा कि यह कार्य प्रभावी ढंग से केवल अटल जी ही कर सकते हैं। अटल जी जेनेवा गए। अटल जी का व्यक्तित्व विलक्षण था। यह ऐसे लोग होते हैं, जो राजनीति कुछ प्राप्त करने, कद ऊंचा करने के लिए नहीं बल्कि देश-समाज बनाने के लिए करते थे। रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंगलवार को दिलकुशा लाॅन, कैंटाेमेंट लखनऊ में 'अटल स्वास्थ्य मेला' का शुभारंभ किया। राजनाथ सिंह ने अटल जी से जुड़े संस्मरण भी सुनाए।रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि अटल जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक योजनाएं प्रारंभ कीं। मोदी जी भी उन्हीं के पदचिह्नों पर चल रहे हैं। देश में 40 करोड़ से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा है। इसके तहत अब 70 वर्ष से ऊपर हर किसी काा पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होगा। जनऔषधि केंद्रों पर भी 50 से 80 फीसदी सस्ती दवाएं प्राप्त हो रही हैं। लोगों को इन केंद्रों की जानकारी देनी चाहिए। हमारी सरकार आने के बाद मोदी जी के नेतृत्व में 22 एम्स को स्वीकृति दी गई थी। इसमें 12 से अधिक एम्स बनकर तैयार हो गए, 4 पर कार्य चल रहा है। 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे, अब इनकी संख्या 780 हो गई है। एमबीबीएस की सीटें पहले 50 हजार थीं, अब 1.20 लाख पहुंच गई हैं।रक्षा मंत्री ने कहा कि यूपी में भी योगी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की भाजपा सरकार स्वास्थ्य कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश में तेज एंबुलेंस सेवा योगी जी ने प्रारंभ की। त्वरित उपचार व हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में योगी जी के कार्यों की जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है। योगी सरकार ने मेडिकल कॉलेज की संख्या व सीटों में वृद्धि का नया रिकॉर्ड कायम किया है। अलग-अलग चरणों में केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा 2017 में 27 मेडिकल कॉलेज बनने शुरू हुए हैं। 14 मेडिकल कॉलेज काम करने लगे हैं। 13 में काम चल रहा है, यह जल्द ही जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगा। यह सब योगी जी के नेतृत्व वाली सरकार के विजन के मुताबिक हो रहा है। आने वाले समय में यूपी के हर जनपद में मेडिकल कॉलेज होगा।योगी जी के आने के बाद अच्छे-अच्छाें की तबीयत दुरुस्त हाे गई है- रक्षा मंत्री ने कहा कि योगी जी के आने के बाद अच्छे-अच्छों की तबीयत दुरुस्त हो गई है। 2017 में भाजपा की डबल इंजन सरकार बनी तो इंसेफेलाइटिस के खात्मे के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने युद्ध स्तर पर कार्य किया। इसकी मॉनीटरिंग खुद योगी जी कर रहे थे। आज इंसेफलाइटिस के कारण पूर्वांचल व यूपी से मरने वाले बच्चों की संख्या न के बराबर हो गई है। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र रहे रक्षा मंत्री ने कहा कि पढ़ते समय मैंने हॉस्पिटल के सामने से बच्चों के शव को ले जाते माता-पिता को देखा है। सीएम बनने के बाद मैंने भी इंसेफेलाइटिस से निजात के लिए लोगों से चर्चा की पर किसी के पास सटीक उपाय नहीं था, लेकिन योगी जी ने गोरखपुर, यूपी-बिहार के इंसेफेलाइटिस से प्रभावित कई जनपदों को निजात दिलाने में कामयाबी हासिल की।योगी सरकार के सहयोग के बिना लखनऊ का विकास संभव नहीं-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य के रूप में प्रस्तुत करते हुए विशेष पहचान दिलाई है। मुख्यमंत्री याेगी ने लखनऊ के विकास का सारा श्रेय मुझे दे दिया, यह श्रेय मुझे ही नहीं दिया जाना चाहिए, बल्कि यह विकास कार्य योगी आदित्यनाथ की सरकार के सहयोग के परिणामस्वरूप हुआ है। यूपी सरकार के सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो सकता है।अटल जी के कृतित्व व व्यक्तित्व से प्रभावित रहा विश्व-रक्षा मंत्री ने कहा कि कल अटल जी की आयु के 100वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। पूरे देश में जन्मशताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। दुनिया के कई देशों में रहने वाले भारतीय भी अपने देश में अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष को मना रहे हैं। पूरा विश्व-देश उनके कृतित्व व व्यक्तित्व से प्रभावित रहा, लेकिन लखनऊ वाले अपेक्षाकृत अधिक परिचित हैं।सुबह जगने की बजाय अब सुबह तक जग रहे हैं लोग-रक्षा मंत्री ने डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य परिकल्पना पर भी चर्चा की। बोले-बदलती दुनिया के साथ खानपान, रहन-सहन में बदलाव हो रहा है। अब सुबह से जगने की बजाय लोग सुबह तक जग रहे हैं। पहले जलपान-भोजन अलग होते थे, लेकिन अब ब्रेकफॉस्ट व लंच मिलकर 'ब्रंच' हो गया। जैसे-जैसे समय व संस्कृति बदल रही है, वैसे-वैसे खानपान पर भी असर पड़ रहा है। यह बदलाव स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहे हैं। बीमारियों को चुनौती के रूप में स्वीकार कर केंद्र व राज्य सरकारों ने प्रभावी कदम उठाए गए हैं। अन्य देश भी स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत के कार्यों की सराहना कर रहे हैं।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्‍ली में जाने-माने अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के साथ आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 पर उनके विचार और सुझाव जानने के लिए एक बैठक की। दरअसल बजट से पहले हमेशा हर क्षेत्र के विषेषज्ञों की राय ली जाती है। प्रधानमंत्री मोदी की अध्‍यक्षता में आयोजित इस बैठक में जाने-माने अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के साथ-साथ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी बीवीआर सुब्रमण्यम, देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन, अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला, डीके जोशी समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए। उल्‍लेखनीय है कि अगामी केंद्रीय बजट‍ के संदर्भ में आर्थिक विशेषज्ञों के विचार एवं सुझाव जानने के लिए यह बैठक आयोजित की गयी। वित्‍त मंत्री सीतारमण एक फरवरी, 2025 को लोकसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगी।

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हैदराबाद । संध्या थिएटर में भगदड़ में एक महिला की माैत के मामले में पुलिस ने अभिनेता अर्जुन अल्लू से तीन साढ़े घंटे तक पूछताछ की। उनके साथ अल्लू के पिता अल्लू अरविंद, चाचा चंद्रशेखर रेड्डी और बन्नी वासु भी थे।   अभिनेता अल्लू अर्जुन पुलिस की पूछताछ के अपने पिता फिल्म निर्माता अल्लू अरविंद के साथ मंगलवार सुबह 11.05 बजे चिक्कडपल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे। उनके साथ अल्लू अर्जुन के चाचा चंद्रशेखर रेड्डी और बन्नी वासु भी थे। सेंट्रल जोन के डीसीपी आकांक्ष यादव ने एसीपी रमेश और इंस्पेक्टर राजुनाईक की मौजूदगी में उनसे दोपहर 2.47 बजे तक संध्या थिएटर में भगदड़ की घटना के घटनाक्रम काे लेकर पूछताछ की। पूछताछ के बाद अल्लू अर्जुन सीधे जुबली हिल्स स्थित अपने आवास पर पहुंच गए।   दरअसल, 4 दिसंबर की रात काे अल्लू अर्जुन हैदराबाद में स्थित संध्या थिएटर में पुष्पा-2 का प्रीमियर शो देखने गए थे। तभी  वहां अधिक भीड़ के बीच भगदड़ मचने से रेवती नाम की एक महिला की मौत हो गई थी और उनका बेटा श्रीतेज घायल हो गया था। इस मामले में चिक्कडपल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन अल्लू काे  हाई काेर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई थी।    इस घटना के बाद तेलंगाना विधानसभा में अल्लू अर्जुन के मामले में मुख्यमंत्री के बयान पर उस्मानिया यूनिवर्सिटी के कुछ छात्राें ने 22 दिसंबर को अल्लू अर्जुन के घर तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने आठ आरोपिताें को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से छह लोगों को 23 दिसंबर को जमानत दे दी गई थी। इस घटना काे लेकर पुलिस ने हाल ही में भगदड़ की घटना का 10 मिनट का वीडियो जारी किया था।  

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लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सोमवार को पंजाब पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की सयुंक्त कार्रवाई में खालिस्तान समर्थक तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने दी। मारे गए तीनों आतंकियों पर गुरदासपुर की पुलिस चाैकी पर ग्रेनेड हमले में संलिप्तता का भी आरोप है।    प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहादुरी और शौर्य का कार्य किया हैं, जिनकी प्रशंसा करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बारे में हमारी टीमें गहन जांच कर रही हैं कि ये लोग कहा रुके थे। किन लोगों से इनकी मुलाकात हुई है। आखिर ये आतंकी किस मकदस से पीलीभीत आए थे। कहीं इनका कोई नेटवर्क तो यहां पर नहीं है। ऐसे कई सवालों को लेकर टीमें जांच कर रही हैं।   जिले के पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार ने बताया कि आतंकियों के पास से बरामद किए गए दस्तावेजों से उनकी पहचान पंजाब के गुरुदासपुर जिले के रहने वाले गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में की गई है। इनके पास से बरामद मोटरसाइकिल एक दिन पहले ही पुरनपुर इलाके से चोरी की गयी थी। उनके पास से दो एके-47, दो विदेशी ग्लॉक पिस्तौल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है। तीनों पर पंजाब के गुरदासपुर की पुलिस चाैकी पर ग्रेनेड हमले में संलिप्तता का भी आरोप है। इनकी तलाश में पंजाब पुलिस पहले से ही यहां पर डेरा डाले हुए थी।   इनकी लोकेशन सोमवार सुबह चार बजे पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में मिली। इस पर पंजाब पुलिस और उप्र पुलिस ने सयुंक्त कार्रवाई करते हुए इन्हें रोकेने के लिए घेराबंदी की। पुलिस से खुद को घिरा पाकर इन आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें माधोटांडा थाने में तैनात सिपाही सुमित और शाहनबाज घायल हो गए। इसके जवाब में पुलिस की तरफ से भी फायरिंग की गयी, जिसमें तीनों घायल हो गये। घायलों को पुरनपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।     उल्लेखनीय है कि 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर के कलानौर थाने की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला हुआ था। इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ली थी। इस हमले का मास्टरमाइंड जसविंदर सिंह बागी उर्फ मन्नू अगवान है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रोजगार मेले में 71 हजार से अधिक युवाओं को वर्चुअली नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद कहा कि उनकी सरकार ने पिछले एक-डेढ़ साल में लगभग 10 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं।प्रधानमंत्री आज नवनियुक्त अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती पर नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हमें इसी साल चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। आज के दिन को हम किसान दिवस के रूप में मनाते हैं।प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के लिए युवा प्रतिभा को और निखारने की जरूरत बताते हुए कहा कि भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। देश में सही मायने में विकास सुनिश्चित करने के लिए हमें युवा प्रतिभा को और निखारना होगा। यह जिम्मेदारी वास्तव में शिक्षा व्यवस्था पर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का भरपूर उपयोग सरकार की प्राथमिकता है। रोजगार मेलों के जरिए लगातार इस दिशा में काम किया जा रहा है। पिछले 10 वर्षों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है। आज भी 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बीते एक डेढ़ साल में करीब 10 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने पक्की सरकारी नौकरी दी है और ये अपने आप में बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। पहले की किसी भी सरकार के समय इस तरह मिशन मोड में युवाओं को भारत सरकार में पक्की नौकरी नहीं मिली है लेकिन आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल रही हैं बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कल देररात ही कुवैत से लौटे है और वहां उनकी भारत के युवाओं और प्रोफेशनल्स से काफी बातें हुईं। अब यहां आने के बाद पहला कार्यक्रम देश के नौजवानों के साथ हो रहा है। उन्होंने इसे एक सुखद संयोग बताया। उन्होंने कहा कि रोजगार मेले युवाओं को सशक्त बना रहे हैं और उनकी क्षमता को उजागर कर रहे हैं। आज देश के हजारों युवाओं के लिए जीवन की एक नई शुरुआत हो रही है। आपका वर्षों का सपना पूरा हुआ है, वर्षों की मेहनत सफल हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2024 का गुजरता साल आपको और आपके परिवार को नई खुशियां देता हुआ जा रहा है।उन्होंने कहा कि पिछले दशक की नीतियों को देखें। मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, हर योजना युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी नीतियों में बदलाव किया। भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया और इसका सबसे ज्यादा लाभ युवाओं को हुआ। आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है। आज जब कोई युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला करता है, तो उसे समर्थन देने के लिए पूरा इकोसिस्टम मिल जाता है। आज जब कोई युवा खेलों में अपना करियर बनाने की योजना बनाता है, तो उसे विश्वास होता है कि वह असफल नहीं होगा। आज खेलों में प्रशिक्षण से लेकर टूर्नामेंट तक हर कदम पर युवाओं के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। आज हम कितने ही क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन देख रहे हैं। आज भारत मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। आज अक्षय ऊर्जा से लेकर जैविक खेती तक, अंतरिक्ष क्षेत्र से लेकर रक्षा क्षेत्र तक, पर्यटन से लेकर वेलनेस तक, हर क्षेत्र में देश नई ऊंचाइयों को छू रहा है।उल्लेखनीय है कि रोजगार मेला रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह युवाओं को राष्ट्र निर्माण और आत्मसशक्तीकरण में उनकी भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करता है। रोजगार मेला देशभर में 45 स्थलों पर आयोजित किया गया। केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के लिए भर्तियां हो रही हैं। देशभर से चयनित नए कर्मचारी गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में शामिल होंगे।

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मुंबई । कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को परभणी में न्यायिक कस्टडी में मरने वाले सोमनाथ सूर्यवंशी और आंदाेलन के दाैरान हार्ट अटैक से मरने वाले विजय के विजय वाकाेड़े के परिजनाें से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। सूर्यवंशी मामले में राहुल गांधी ने पुलिस और राज्य सरकार काे जिम्मेदार बताया और कड़ी कार्रवाई की मांग की।   न्यायिक कस्टडी में मरने वाले सोमनाथ सूर्यवंशी के परिजनाें से मुलाकात के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यहां पत्रकाराें से मुलाकात की। राहुल गांधी ने पत्रकारों को बताया कि मैं सूर्यवंशी परिवार से मिला। उन्होंने मुझे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व वीडियो दिखाया। सोमनाथ सूर्यवंशी को 99 प्रतिशत नहीं बल्कि साै प्रतिशत पुलिस ने मारा। इस युवक की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि वह दलित युवक था और संविधान की रक्षा कर रहा था। हमारी मांग है कि जिन लोगों ने ऐसा किया है, उन्हें सजा मिले। मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं, इन लोगों को मार दिया गया, हत्या कर दी गई। यह राजनीति का नहीं बल्कि न्याय का मामला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह कस्टोडियल डेथ है, इसके लिए पुलिस और राज्य सरकार जिम्मेदार है। राहुल गांधी ने कहा कि सोमनाथ सूर्यवंशी संविधान की रक्षा कर रहा था, इसलिए उसकी हत्या पुलिस ने कर दी। इस मामले में राज्य सरकार दोषी पुलिसकर्मियों को बचाने की भूमिका निभा रही है। राहुल गांधी ने कहा इस मामले में शामिल पुलिस वालों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री सभागृह में गलत जानकारी दी है, इसलिए वे भी घटना के लिए जिम्मेदार हैं। राहुल गांधी ने इस मामले में कठोर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।   इसके बाद राहुल गांधी परभणी में आंदोलन के दौरान हार्ट अटैक से मरने वाले विजय वाकोड़े के परिवारवालों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्नीथला, महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार, बालासाहेब थोरात आदि उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि परभणी में कलेक्टर कार्यालय के सामने डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने संविधान की प्रति का अपमान होने पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसी आंदोलन के दौरान विजय वाकोड़े की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इस आंदोलन में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने सोमनाथ सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया था, लेकिन न्यायिक कस्टडी में सोमनाथ की भी मौत हो गई थी।    

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कुआलालम्पुर (मलेशिया) । भारतीय महिला अंडर 19 टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार आयोजित महिला अंडर 19 एशिया कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है। रविवार को मलेशिया के कुआलालम्पुर में खेले गए फाइनल मैच में भारतीय टीम ने बांग्लादेश महिला अंडर 19 टीम को 41 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया। फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 117 रन का स्कोर बनाया। इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम सिर्फ 76 रन के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह भारतीय टीम ने पहले संस्करण का खिताब अपने नाम किया।फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश महिला अंडर 19 टीम ने टॉस जीता और गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 117 रन बनाए। भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन सलामी बल्लेबाज गोंगाडी त्रिशा ने बनाए। उन्होंने 47 गेंदों पर 52 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। त्रिशा के अलावा मिथिला विनोद ने 17 रन, कप्तान निकी प्रसाद ने 12 रन, आयुषी शुक्ला ने 10 रन और जी कमालिनी ने 5 रन का योगदान दिया।बांग्लादेश की तरफ से फरजाना इस्मिन ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए, जबकि निशिता अक्तेर निशि को दो और हबीबा इस्लाम को एक विकेट मिला।इसके बाद 118 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश महिला अंडर 19 टीम 18.3 ओवर में 76 रनों पर ऑलआउट हो गई। टीम के लिए जुएरिया फिरदौस ने 30 गेंदों पर सबसे ज्यादा 22 रन बनाए और सलामी बल्लेबाज फहोमिदा चोया ने 18 रन बनाए। इनके अलावा बाकी की कोई बल्लेबाज दोहरे अंकों तक भी नहीं पहुंच सकीं।भारतीय टीम की ओर से स्पिनर आयुषि शुक्ला ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। सोनम यादव और परुणिका सिसोदिया ने दो-दो विकेट लिए, जबकि वीजे जोशिथा को एक विकेट मिला।

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जम्मू । कश्मीर के बांदीपोरा के नदिहाल इलाके में शनिवार देर शाम आतंकियों के सहयोगी को हथियार और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नदिहाल में पुलिस और सेना की 14RR के संयुक्त नाका के दौरान एक व्यक्ति को संदिग्ध रूप से घूमते देखा गया, जब उसे चुनौती दी गई तो उसने भागने की कोशिश की। हालांकि सुरक्षा बलों ने उसे पकड़ लिया। उसकी पहचान बांदीपोरा के गुंडपोरा रामपुरा निवासी अब्दुल गनी मलिक के बेटे शोएब वसीम अहमद मलिक के रूप में हुई है, जो आतंकियों का मददगार है। उसके कब्जे से एक पिस्तौल, एक हथगोला और 15 गोलियां बरामद की गईं।  

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हैदराबाद में पुष्पा-2 के प्रीमियर पर एकाएक भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस बीच अल्लू अर्जुन प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हो गए और खूब रोए। अल्लू अर्जुन की फिल्म के प्रीमियर शो में भगदड़ और एक महिला की मौत का मुद्दा तेलंगाना विधानसभा में उठाया गया। इस मौके पर एमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने बिना नाम लिए अल्लू अर्जुन पर गंभीर आरोप लगाए।     ओवैसी के दावे के बाद अल्लू अर्जुन ने हैदराबाद में अपने जुबली हिल्स आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने रेवंत रेड्डी के साथ-साथ अकबरुद्दीन औवेसी के सभी आरोपों का खंडन किया। फिल्म के प्रीमियर पर हुई घटना एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी। इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। मैं सिनेमा को एक मंदिर मानता हूं। अल्लू अर्जुन ने कहा कि सिनेमा हॉल के परिसर में ऐसी घटना से मैं दुखी हूं। अल्लू अर्जुन ने कहा कि लोग मुझे पिछले 20 वर्षों से जानते हैं। मैं कैसे कह सकता हूं कि किसी के मरने के बाद कोई फिल्म हिट होगी। ये सब बताते हुए अल्लू अर्जुन भावुक हो गए। इसके बाद वह रोने लगे और वो पल कैमरे में कैद हो गया।   फिल्म 'पुष्पा द रूल' फिल्म पुष्पा का सीक्वल है। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, फहद फासिल मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ क्लब में पहुंच गई। अब दर्शकों को पुष्पा-3 यानी पुष्पा द रैम्पेज का इंतजार है।

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नई दिल्ली । कुवैत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शनिवार को कुवैत के अमीर के साथ-साथ भारतीय प्रवासियों और कुवैती नागरिकों ने गर्मजोशी भरा स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां 101 वर्षीय पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सेन हांडा और रामायण व महाभारत को अरबी भाषा में प्रकाशित करने वाले अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि कुवैत में उतरते ही गर्मजोशी से स्वागत किया गया। 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है और इससे निःस्संदेह विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मित्रता मजबूत होगी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कुवैत में औपचारिक स्वागत किया गया। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा, कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और कई अन्य मंत्रियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।   प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के एक होटल में भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। प्रवासियों ने मोदी के सम्मान में दक्षिण भारतीय नृत्य का कार्यक्रम आयोजित किया। प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 101 वर्षीय पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की। मंगल सेन हांडा की पोती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मुलाकात की अपील की थी, जिसपर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह भी मंगल सेन से मिलने को उत्सुक हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने रामायण और महाभारत को अरबी भाषा में प्रकाशित करने वाले अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ और अनुवादक अब्दुल्ला बैरन से भी मुलाकात की।

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नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बीच 2009 में न्यूयॉर्क में हरदीप पुरी द्वारा आयोजित रात्रिभोज को लेकर सोशल मीडिया "एक्स" पर बहस छिड़ गई, जिसमें अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस भी शामिल हुए थे। यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा नेताओं ने थरूर की सोरोस के साथ पिछली मुलाकातों का हवाला देते हुए कांग्रेस और सोरोस के बीच गहरे संबंधों का आरोप लगाया।हरदीप पुरी उन दिनों संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत थे। उन्होंने एक्स पर तत्कालीन विदेश राज्यमंत्री थरूर पर पलटवार करते हुए कहा कि यह थरूर ही थे, जिन्होंने रात्रिभोज के लिए आमंत्रित लोगों की सूची प्रदान की थी, जिसमें सोरोस भी शामिल थे।पुरी ने एक्स पर लिखा, "मेरे मित्र डॉ. शशि थरूर, जो डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज में छात्र थे, जब मैं टीचिंग फैकल्टी का सदस्य था, मेरे यूएन में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त होने के कुछ समय बाद ही विदेश राज्यमंत्री के रूप में न्यूयॉर्क पहुंचे थे। मैंने 11 अक्टूबर 2009 को ब्रीफिंग ब्रेकफास्ट में उनका और उनके साथी का स्वागत किया और फिर 12 अक्टूबर 2009 की शाम को डिनर पर आमंत्रित किया। चूंकि मैं उस समय शहर में कुछ ही महीने का था लेकिन डॉ. थरूर ने न्यूयॉर्क में काफी समय बिताया था, इसलिए मैंने डिनर के लिए आमंत्रित लोगों की सूची नहीं चुनी। यह सूची मुझे मंत्री थरूर ने दी थी। राजनयिक बिरादरी के सदस्यों के अलावा मैंने सूची में सोरोस का नाम देखा और मुझे स्पष्ट रूप से याद है कि मैंने तत्कालीन मंत्री के साथ इस बारे में बात की थी, जो मई 2009 में उनसे मिले थे और इस बारे में ट्वीट भी किया था। मेरे जीवन में वह एकमात्र ऐसा अवसर था, जब मैं सोरोस से मिला था। जब डॉ. थरूर ने डिनर के बारे में ट्वीट किया तो मैंने उन्हें 15 दिसंबर को फोन किया। आम तौर पर वे बहुत तत्पर रहते हैं लेकिन इस बार उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया। पीछे देखने पर यह स्पष्ट है कि नाम इसलिए शामिल किया गया, क्योंकि संबंधित सज्जन राजीव गांधी फाउंडेशन के लाभार्थियों में से थे और राज्यमंत्री उनसे मिलने के लिए उत्सुक थे।"पुरी ने थरूर पर कटाक्ष करते हुए कहा, "छल करने की कलाओं में भाषा को अक्सर गौरवपूर्ण स्थान दिया जाता है। कांग्रेस में मेरे कुछ मित्र अस्पष्टता में माहिर हैं लेकिन वे अपने जोखिम पर ट्वीट करते हैं।"थरूर ने शनिवार को एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए पुरी के बयान को लेकर भाजपा पर अतिशयोक्ति का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, "प्रिय हरदीप, हमारी यादें अलग-अलग हैं। आपके शानदार डिनर में कई ऐसे मेहमान मौजूद थे, जिनसे मैं पहले कभी नहीं मिला था लेकिन मैं इस पर आपत्ति नहीं कर रहा हूँ, यह पूरी तरह से उचित है कि ऐसे अवसर पर भारतीय राजदूत के पास प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय विचारों वाले लोगों की एक विस्तृत सूची हो। मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि हम दोनों न्यूयॉर्क या जिनेवा में अपने जीवन के शुरुआती चरणों में किसी के साथ अपने संपर्कों को नकार दें। संयोग से, जब से आपने इसका उल्लेख किया है, मुझे इस बात की पूरी तरह से जानकारी नहीं थी कि सोरोस का भारत में किसी भी फाउंडेशन से कोई संबंध है और मैंने कभी भी उनके साथ इस पर चर्चा नहीं की। मुझे बस इतना याद है कि उस अवसर पर उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के लिए पश्चिम की जिम्मेदारी पर हमारी सरकार के रुख पर कड़ी आपत्ति जताई थी!"दरअसल, यह विवाद तब पैदा हुआ, जब एक भाजपा कार्यकर्ता ने 2009 के एक ट्वीट को हाइलाइट किया, जिसमें थरूर ने सोरोस को "पुराना दोस्त" बताया और भारत में उनकी रुचि की प्रशंसा की। जवाब में थरूर ने स्पष्ट किया कि वह सोरोस से सामाजिक रूप से मिले थे और उनके साथ उनका कोई रिश्ता नहीं है। उल्लेखनीय है कि सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी नापसंदगी को छिपाया नहीं है और उन्हें उन लोगों की सूची में शामिल किया है, जिनमें अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं। भाजपा ने सोरोस पर कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने का भी आरोप लगाया है। भाजपा ने कांग्रेस पर अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस और उनके सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी भाजपा ने कांग्रेस के बड़े नेताओं के सोरोस के साथ संपर्क होने के बारे में सफाई मांगी थी।

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नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दांव चला है। उन्होंने दलित छात्रों के लिए डॉ आंबेडकर स्कॉलरशिप का ऐलान किया है। शनिवार को प्रेस वार्ता कर केजरीवाल ने दिल्ली में दलित छात्रों के लिए डॉ आंबेडकर स्कॉलरशिप का ऐलान किया। इस मौके पर केजरीवाल ने भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बाबा साहेब अंबेडकर का "मजाक" उड़ाया। केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब जब जिंदा थे तब भी पूरे जीवन में उनके आसपास के लोग उनका मजाक उड़ाया करते थे। संसद बाबा साहेब की वजह से है और उस संसद से उनका मजाक उड़ाया जाएगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा। केजरीवाल ने कहा कि इसकी हम निंदा करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि मैं बाबा साहब के सम्मान में एक बड़ी घोषणा कर रहा हूं। अब कोई भी दलित समाज का बच्चा पैसे की कमी की वजह से उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रह पाएगा। केजरीवाल ने कहा कि आज मैं डॉक्टर आंबेडकर स्कॉलरशिप का ऐलान करता हूं, जिसके तहत दलित समाज का कोई भी बच्चा दुनिया की किसी भी टॉप की यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहेगा तो वो बच्चा उस यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले ले, उसका सारा पढ़ाई लिखाई का खर्चा दिल्ली सरकार वहन करेगी। यह स्कॉलरशिप सरकारी कर्मचारी के बच्चों के लिए भी लागू होगी।

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मेरठ । उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में शुक्रवार को कथावाचक प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण की कथा के दौरान भगदड़ मच गयी। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी पर जिला एवं पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर तुरंत पहुंचे।   मेरठ के परतापुर के शताब्दी नगर सेक्टर-4 में प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण की कथा का शुक्रवार को छठा दिन था। हर दिन की तरह आज भी भीड़ ज्यादा थी। श्रद्धालुओं की संख्या डेढ़ लाख से अधिक थी। पंडाल पूरी तरह से भरा हुआ था, जबकि बाहर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे थे। सुरक्षा में मुस्तैद बाउंसरों ने जब भीड़ को रोकने का प्रयास किया तो भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस दौरान कुछ लोगों के नीचे गिरने से भगदड़ मच गयी। इसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए। आयोजकों को कहना है कि कथा का अंतिम दिन होने के कारण कई जगह बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के भी सारे प्रबंध किए गये थे। भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, ऐसे में पंडाल के बाहर जमा श्रद्धालुओं की व्यवस्था बनाने में परेशानी हुई। इस दौरान कुछ महिलाएं गिर गईं।   जिलाधिकारी दीपक मीना ने बताया कि कथा मंडप के प्रवेश द्वार पर भीड़ थी। कुछ महिलाएं वहां पर खड़ी थीं। धक्का-मुक्की में एक-दो महिलाएं गिर गयी थीं। सभी चीजें नियंत्रण में हैं। मौके पर पुलिस बल तैनात है। कार्यक्रम आयोजक ने इस कार्यक्रम की अनुमति ली थी। वहीं, मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताड़ा ने बताया कि भगदड़ जैसी कोई स्थिति नही है। कुछ महिलाओं को हल्की चोटें आई हैं, जिन्हें उपचार दिया गया है। पुलिस प्रशासन की ओर से सभी तैनाती की गई है। अपर पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार ने बताया कि कथा सामन्य रूप से यहां पर चल रही है। जो खबरें चल रही हैं वो भ्रामक और गलत हैं। यहां पर सुरक्षा व्यवस्था के सारे इंतजाम हैं।

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जयपुर । भांकरोटा थाना इलाके में जयपुर-अजमेर हाइवे स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने शुक्रवार सुबह करीब पाैने छह बजे एलपीजी टैंकर में हुए धमाके से 11 लोगों की जिंदा जल कर मौत हो गई। हादसे में 53 से अधिक लोगों को गंभीर हालत में एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसा इतना भयानक था कि उसने करीब चालीस से अधिक वाहनों को चपेट में ले लिया, इसमें एक स्लीपर बस भी शामिल है, जो टैंकर के पीछे चल रही थी। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दर्जनों गाड़ियां घटनास्थल और उसके आसपास पास के इलाके में आग बुझाती रही।   जानकारी के अनुसार एलपीजी टैंकर में हुआ ब्लास्ट इतना भयंकर था कि आग की लपटें करीब दो सौ फीट ऊपर उठी। टैंकर में भरी करीब 32 टन गैस में जोरदार धमाका हुआ जिसके कारण टैंकर उछल कर घटनास्थल के आसपास के वाहनों पर गिरा, जिससे वे वाहन भी जलकर राख हो गए।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5 लाख तथा गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की।   जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि भारत पेट्रोलियम के एलपीजी गैस से भरा टैंकर शुक्रवार सुबह करीब पाैने छह बजे अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था और दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने से वापस यू-टर्न ले रहा था, तभी जयपुर से आ रहे ट्रक ने टैंकर काे टक्कर मार दी। जिससे टैंकर में लगे पांच नोजल टूट गए और लिक्विड एलपीजी आसपास के इलाके में फैलने लगी। धमाके के साथ निकली चिंगारी के संपर्क में आते ही चारों ओर आग और धुएं का गुबार फैल गया। चारों ओर लोगों की चीख-पुकार मच गई। चालीस से अधिक आग की चपेट में आए वाहनों में सवार लोगों ने अपनी जान बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए।   प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो धमाके साथ लगी आग की चपेट में आए लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। चारों ओर अधजले और घायल लोगों की चीख-पुकार मच गई। टैंकर में लगे पांच नोजल टूटकर गिरे और लिक्विड रूप में एलपीजी निकल कर पूरे इलाके में फैलीगेल इंडिया लिमिटेड के डीजीएम (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि टक्कर के कारण टैंकर में लगे पांच नोजल टूट कर गिर गए और लिक्विड रूप में एलपीजी निकल कर पूरे इलाके में फैल गई। टक्कर लगते ही स्पार्क हुआ, इससे गैस ने आग पकड़ ली और पूरे इलाके में धमाका हुआ। आग इतनी तेजी से फैली कि चालीस से ज्यादा गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। इन गाड़ियों में बैठे लोगों को बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला। टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। धमाके के बाद गैस फैलने से रेस्क्यू में काफी परेशानी आई।   उन्हाेंने बताया कि स्लीपर बस में बाहर निकलने का एक ही दरवाजा था, एक्सीडेंट की वजह से उसका दरवाजा एक ट्रक से चिपक गया। इस कारण उसमें सवार 34 लोगों को बाहर निकलने की जगह नहीं मिली, बड़ी मुश्किल से ड्राइवर वाले गेट से लोगों को बाहर निकाला गया। इस बस में सवार 19 से ज्यादा लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। घटना के बाद एहतियातन दिनभर पूरे इलाके में बिजली आपूर्ति ठप रही।   10 से 12 मरीज ऐसे हैं जो 60 प्रतिशत से ज्यादा जलेएसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर सुशील भाटी ने बताया कि पहले दो-तीन मरीज आए थे, इसके बाद अचानक बहुत सारे मरीज लाए गए। भर्ती मरीजों में 10 से 12 मरीज ऐसे हैं, जो 60 प्रतिशत से ज्यादा जले हैं। छह मरीज अभी वेंटिलेटर पर हैं। सात शवों को अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गयाएसएमएस अस्पताल के मोर्चरी में सात शवों को लाया गया है, जिनमें एक महिला, दो पुरुषों की पहचान नहीं हुई है। एक अज्ञात शव को पॉलिथीन में लाया गया है। वहीं, दो शवों की पहचान हुई है। इनमें हरलाल पुत्र नानूराम, ग्राम राजपुरा (सीकर) निवासी हैं। शहाबुद्दीन पुत्र मोहम्मद, रायबरेली यूपी के निवासी हैं। हादसे में आरएसी कॉन्स्टेबल अनीता मीणा (28) की भी मौत हो गई। अनीता आरएसी में 2016 बैच की कॉन्स्टेबल थीं। सुबह दूदू से ड्यूटी के लिए चौनपुरा के लिए स्लीपर बस में निकली थीं। पांच लोगों ने एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दमएसएमएस मेडिकल कॉलेज के सर्जन डॉक्टर आरके जैन ने बताया कि 32 मरीज भर्ती हुए थे। इनमें से 15 मरीज ऐसे थे, जो 50 फीसदी से ज्यादा झुलसे थे। इलाज के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग मृत लाए गए थे। एक ने जयपुरिया हॉस्पिटल में दम तोड़ा।   हादसे में ये लोग हुए घायलगोविंद नारायण (33), संदीप (30), बनवारी लाल (32), शाहिद (34), सौमराज मीना (28), युसूफ (45), लीला (45), लक्ष्मण (37), विजेन्द्र (36), निर्मला (68), अशोक पारीक (35), वंजीता (23), राधेश्याम चौधरी (32), लालाराम (28), सहाबुद्दीन (35), नरेश (36), अमर (42), सुरेन्द्र (50), महेन्द्र (42), सुनील (20), अशोक (35), जगदीश रैगर (30), हरलाल (29), शिवा (32), राजू (40), गीता (23), शैलेन्द्र (35), लोकेश (18), शबनम (24), फिजन (20), राजूलाल (34), बबलू गुर्जर (21), कपिल (24) ।   सीएम भजनलाल बोले, हादसे की होगी विस्तृत जांचजयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के उपरांत सीएम भजनलाल शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिस्थितियों का जायजा लिया और राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि वे अस्पताल होकर आए हैं जहां अधिकारियों को तुरंत इलाज के निर्देश दिए गए हैं। सरकार इस घटना के संबंध में जो बन पड़ेगा वो करेगी, इलाज में भी हम सहयोग करेंगे। हमनें हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है जिसके माध्यम से सूचना दी जाएगी। इस विषय की विस्तृत जांच होगी।   हादसे की जांच कराएगा परिवहन विभागपरिवहन विभाग जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए हादसे की जांच कराएगा। इसके लिए कमेटी गठित होगी। जिसमें परिवहन, एनएचएआई, पुलिस और मेडिकल विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। हादसे पर राष्ट्रपति ने जताया दुखजयपुर में हुई सड़क दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी दुख जताया। राष्ट्रपति ने कहा कि जयपुर में हुई सड़क दुर्घटना के कारण अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करती हूं। उनके परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। मेरी प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों। गृह राज्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री घटनास्थल पर मौजूदराजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि टैंकर और ट्रक के बीच भिड़ंत हुई है। आग की लपटें इतनी तेज हुईं कि अन्य वाहनों को भी उसने अपनी चपेट में ले लिया। मृतक परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है। सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी। हम जल्द ही इस रास्ते को साफ करवाएंगे। जब तक रास्ता साफ नहीं हो जाता है। हम यहीं हैं। हमने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। घायलों के उपचार में जुटा पूरा चिकित्सा विभागःचिकित्सा मंत्रीचिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग की हृदयविदारक घटना अत्यंत पीड़ादायक है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार घायलों के त्वरित उपचार और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। गोविंद सिंह डोटासरा पहुंचे एसएमएस अस्पतालराजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे। यहां पर डोटासरा ने जयपुर अग्निकांड के घायलों की कुशलक्षेम पूछी। साथ ही डॉक्टरों से पीड़ितों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

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चंडीगढ़ । हरियाणा की राजनीति में पहली कतार के नेताओं में शुमार स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने और सात बार विधानसभा के सदस्य रहे। ओम प्रकाश चौटाला पिछले कई सालों से भले ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे, लेकिन अंतिम समय तक वह राजनीति में सक्रिय रहे। चौटाला जहां भी रहते थे वहां रोजाना कार्यकर्ताओं से मुलाकात करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। हाल ही में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान चौटाला ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।   ओम प्रकाश चौटाला का जन्म एक जनवरी 1935 को सिरसा जिले के डबवाली स्थित चौटाला गांव में हुआ था, जो पहले पंजाब का हिस्सा था। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल से उनकी प्रगाढ़ मित्रता थी। जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाले में करीब 10 साल सजा काट चुके चौटाला भारत के छठे उप प्रधानमंत्री स्व. देवीलाल के सबसे बड़े पुत्र थे। उम्र के आखिरी दौर में वे अपने बेटों अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला के परिवार को एक नहीं कर सके। अपने छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला को वे अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी पहले ही घोषित कर चुके हैं। बादल परिवार ने चौटाला परिवार को एकजुट करने की बहुत कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई। ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाला इंडियन नेशनल लाेकदल (इनेलो) केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का हिस्सा भी रह चुका है। चौटाला के पांच बार मुख्यमंत्री बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। इसमें से दो बार यानी दूसरी और चौथी बार जुलाई माह में ही उन्होंने सत्ता संभाली। चौटाला पहली बार 1989 में राज्य के मुख्यमंत्री बने। 12 जुलाई 1990 को चौटाला ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को दो माह में ही इस पद से हटा दिया गया था। हालांकि चौटाला काे मुख्यमंत्री बनने के महज पांच दिन बाद ही 17 जुलाई 1990 को राजनीतिक विवशता के कारण इस पद से त्यागपत्र देना पड़ा था और हुकम सिंह अगले मुख्यमंत्री बन गए थे। उस समय उनके पिता चौधरी देवीलाल देश के उप प्रधानमंत्री थे। इससे पूर्व, दो दिसंबर 1989 को चौटाला पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने और 22 मई 1990 तक इस पद पर रहे। पद से हटने के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने सिरसा की तत्कालीन दरबाकलां विधानसभा सीट से उपचुनाव जीता। इसके बाद उसी छठी विधानसभा के दौरान चौटाला 22 अप्रैल 1991 को तीसरी बार मुख्यमंत्री बने, परंतु केवल दो सप्ताह अर्थात पांच मई तक ही इस पद पर रह सके, क्योंकि तत्कालीन राज्यपाल की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। वर्ष 1993 में भजनलाल सरकार के कार्यकाल के दौरान नरवाना उपचुनाव जीतकर चौटाला ने सबको हैरान कर दिया था। इसी दौरान चौटाला पहले जनता दल, फिर समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) और फिर समता पार्टी में रहे। हालांकि 1996 के लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने हरियाणा लोक दल राष्ट्रीय (हलोदरा) के नाम से नई पार्टी बना ली और 1998 में लोकसभा के मध्यावधि चुनाव में बसपा से गठबंधन कर प्रदेश की 10 में से पांच लोकसभा सीटें जीती। इसके बाद उन्हें मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दल का दर्जा हासिल हो गया था। तब चौटाला ने अपनी पार्टी का नाम बदलकर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कर लिया था। 24 जुलाई 1999 में चौटाला चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा)-भाजपा गठबंधन की सरकार से पहले भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया, जिसके बाद हविपा में भी फूट पड़ गई थी। हविपा के बागी विधायकों के समर्थन और भाजपा के सहयोग से चौटाला उस समय राज्य के मुख्यमंत्री बने, हालांकि बाद में दिसंबर 1999 काे उन्होंने विधानसभा भंग करवा दी और ताजाा विधानसभा चुनाव में दो मार्च 2000 को चौटाला पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने। उस समय चौटाला पूरे पांच साल यानी मार्च 2005 तक मुख्यमंत्री रहे थे। इसी कार्यकाल के दौरान 2004 के लोकसभा चुनाव भी आए, जिससे पहले इनेलो व भाजपा का गठबंधन टूट गया था।

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नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज चौहान ने संसद में घायल हुए सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत से अस्पताल में भेंट कर उनका हाल जाना। इस दौरान शिवराज चौहान ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने जो गुंडागर्दी की है, उसका दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। ऐसा आचरण आज तक संसदीय इतिहास में देखा नहीं गया। ये संसद के इतिहास में काला दिन है, लोकतांत्रिक मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा दी गई।   शिवराज सिंह ने कहा कि अमित शाह जी ने अपने भाषण में कांग्रेस की जो पोल खोली, उसकी खीज इतनी कि ये गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि सांसद सारंगी घायल हैं, उनके सिर से ब्लीडिंग हो रही थी, उनकी आंख के पास टांके लगाए गए हैं। सांसद मुकेश राजपूत यहां एडमिट हैं, उन्हें घबराहट हो रही है और बीपी बढ़ा हुआ है। दोनों को देखकर मन पीड़ा से भर गया। जो सांसद वहां थे वो गवाह हैं कि किसने धक्का-मुक्की की और किसने गुंडागर्दी की। सारे वैधानिक कदम उठाए जाएंगे।  

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दल गुरुवार को बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में धक्का-मुक्की तक हो गई। इसमें भाजपा सांसद व पूर्व मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी घायल हो गए। उनके माथे पर चोट लगी और वहां से खून निकलने लगा। जिसके चलते उन्हें तत्काल एबुंलेंस से अस्पताल ले जाया गया। आरोप है कि संसद भवन के मकर द्वार पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा सांसदों से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उलझ पड़े। राहुल गांधी ने संसद भवन में प्रवेश करने के चलते एक सांसद को धक्का दे दिया, वे आगे खड़े प्रताप चंद्र सारंगी के ऊपर गिरे, जिससे सारंगी चोटिल हो गई।  व्हील चेयर पर बैठकर एबुंलेंस तक जाते हुए सारंगी ने कहा, “मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, राहुल गांधी आए और उन्होंने एक सांसद को धक्का दिया, जो मेरे ऊपर गिर गया, जिससे मैं भी गिर पड़ा।”  स्वयं राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में स्वीकार किया कि वे संसद भवन के भीतर जाना चाहते थे। उन्होंने कहा “मैं संसद के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन भाजपा के सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धक्का दे रहे थे और धमका रहे थे। ये संसद है और अंदर जाना हमारा अधिकार है।” बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने फरूूुखाबाद से सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया और वे प्रताप चंद्र सारंगी पर गिरे थे। मुकेश राजपूत को अचेतावस्था में आईसीयू में भर्ती कराया गया है।   राज्यसभा में नागालैंड से भाजपा सदस्य एस फान्गनॉन कोन्याक ने राहुल गांधी के धक्का मुक्की करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उनके बहुत करीब आ गए थे। इस पर सभापति ने कहा कि वे उनसे मिलने भी आईं थी और वे इस विषय को देख रहे हैं। इस मुद्दे को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और नेता सदन जेपी नड्डा ने भी सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे दो सांसद घायल हुए हैं और एक को अस्पताल जाना पड़ा है। राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।दूसरी ओर कांग्रेस ने भी भाजपा सांसदों पर आरोप लगाए। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सांसद अराजकता पैदा करने, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को निशाना बनाने और उन पर हमला करने के इरादे से पहुंचे। जैसे ही वह अंदर घुसे भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का दिया, जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया। खड़गे पर यह खुला हमला भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है।   इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी नेतृत्व में आज संसदीय दल की बैठक हुई। बाद में आईएनडीआईए गठबंधन के सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने डॉ भीम राव अम्बेडकर की मूर्ति से लेकर संसद के मकर द्वार तक मार्च निकाला। उन्होंने हाथ में पोस्टर पकड़े हुए थे और जय भीम के नारे लगा रहे थे। इसी बीच कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही में अमित शाह के बयान को पढ़कर सुनाया जिसमें वे कह रहे हैं, “मान्यवर, अभी एक फैशन हो गया है- 'अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों में स्वर्ग मिल जाता।” श्रीनेत ने कहा कि ये शब्द गृह मंत्री अमित शाह ने देश के सदन में कहे हैं। इस वक्तव्य को किसी प्रकार से तोड़ा- मरोड़ा नहीं गया है। इस वक्तव्य का साक्ष्य राज्य सभा की वेबसाइट पर है। अमित शाह को इस अक्षम्य अपराध के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।    

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कुलगाम । कुलगाम जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में शीर्ष कमांडर सहित हिज्बुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी मारे गए हैं। इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबल के दाे जवान घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।   अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार रात जिले के बेहीबाग इलाके के कद्देर में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबल के जवानाें पर भारी फायरिंग की। जिसके जवाब में सुरक्षाबल के जवानाें ने फायरिंग की। इस फायरिंग में पांच आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियाें में हिज्बुल मुजाहिदीन का स्वयंभू कमांडर फारूक अहमद भट उर्फ नाली भी शामिल है, जो दक्षिण कश्मीर के क्षेत्र में आतंकी गतिविधियाें और कई अपराधों में शामिल था। इस ऑपरेशन में मारे गए अन्य आतंकवादियों की पहचान इरफान लोन, आदिल हुसैन, मुश्ताक इटू और यासिर जावेद के रूप में हुई है। यह सभी स्थानीय निवासी हैं। इलाके में सुरक्षाबल के जवान तलाशी अभियान चला रहे हैं। पुलिस ने स्थानीय निवासियों से सुरक्षा कारणों से मुठभेड़ स्थल के करीब न जाने का अनुरोध किया है। दक्षिण कश्मीर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) जाविद इकबाल मट्टू ने पत्रकारों काे बताया कि मुठभेड़ के दौरान पांच आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि दो सैनिक घायल हुए हैं और उनकी हालत स्थिर बताई गई है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी बातों और तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर जनता के सामने पेश किया जा रहा है, यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कल से कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब आंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था। बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया।   राज्यसभा में संविधान के 75 साल की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है। इसके जवाब में अमित शाह ने भाजपा मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर सिलसिलेवार तरीके से सारे तथ्य मीडिया के सामने रखे। उन्होंने कहा कि संसदीय चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि कांग्रेस डॉ. बी.आर. आंबेडकर के खिलाफ थी। उनके निधन के बाद कांग्रेस ने उन्हें हाशिए पर धकेलने की कोशिश की। जब संविधान समिति ने अपना काम पूरा कर लिया और 1951-52 और 1955 में चुनाव हुए तो कांग्रेस ने उन्हें चुनाव में हराने के लिए कई कदम उठाए। जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं। 1955 में नेहरू ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दे दिया। इसके विपरीत बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी। 1990 तक कांग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही। यहां तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई। अमित शाह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की आंबेडकर के प्रति नफरत जगजाहिर है। इसका प्रमाण नेहरू की किताब में है। बाबा साहेब के स्मारक बनाने की बात जब आई तो उन्होंने इसे निजी पहल से बनवाने की बात कही। लेकिन नेहरू, इंदिरा, राजीव गांधी के अपने लाखों स्मारक बनाने वाले मुखिया कहते हैं कि बीआर आंबेडकर का स्मारक बनाने के लिए निजी पहल की दरकार है। इसके साथ देश की पहली कैबिनेट में नेहरू ने बीआर आंबेडकर को कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया, क्योंकि वे अनुच्छेद 370 के खिलाफ थे। भाजपा की सरकार औऱ मोदी की सरकार ने बाबा साहेब के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए पंच तीर्थ स्थापित किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 नंवबर 2015 को 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का काम ही हो हल्ला मचाना, भ्रांतियां खड़ी करना और चुनावों के दौरान एआई के इस्तेमाल कर दुष्प्रचार करना। इससे तय हो गया कि कांग्रेस आंबेडकर की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने सावरकर का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की जमीन तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी बाबा साहेब का अपमान नहीं कर सकती। हमेशा उनके सिद्धांतों पर चलती है, उनके विचारों को प्रचारित करती है। भाजपा ने आरक्षण को और मजबूत करने का काम किया है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने चिरपरिचित अंदाज में भ्रांति फैलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वे उस पार्टी से आते हैं, जो बाबा साहेब के विचारों का अपमान नहीं कर सकते। देश के आदिवासी को वंचितों को न्याय दिलाने के लिए बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान है। पूरा देश उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है। इस्तीफे की मांग के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि अगर मेरे इस्तीफे से उनको आनंद होता है तो मैं कर सकता हूं लेकिन इससे उनकी दाल नहीं गलने वाली। कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करने की आवश्यकता है।  

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस और उसका पारिस्थितिक तंत्र दुर्भावनापूर्ण झूठ से कई वर्षों के अपने कुर्कर्मों को छिपाने की कोशिश कर रहा है। भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी-एसटी समुदाय को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।गृहमंत्री अमित शाह के मंगलवार को राज्यसभा में दिए गए एक बयान को कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान बताया है। इसके चलते पार्टी के सदस्यों ने बुधवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया और कामकाज नहीं होने दिया। कांग्रेस के नेता देशभर में इसे मुद्दा बना रहे हैं। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने इसे कांग्रेस का झूठ करार देते हुए पलटवार करना शुरू कर दिया है। स्वयं प्रधानमंत्री ने भी अब इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान करने और एससी-एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं! दुख की बात है कि उनके लिए लोग सच्चाई जानते हैं।” चरणबद्ध एक्स पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस के पापों की सूची में कई विशेष शामिल हैं। डॉ. अंबेडकर को दो बार हराया गया, पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया। उन्हें भारत रत्न देने से इनकार किया गया। उनके चित्र को सेंट्रल हॉल में गौरव का स्थान देने से इनकार किया गया। कांग्रेस कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकती की एसटी-एसटी समुदाय के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उसके शासनकाल में हुए। वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद भी उन्होंने इन समुदायों को सशक्त बनाने का कोई प्रयास नहीं किया।मोदी ने कहा कि हमारी सरकार डॉ अंबेडकर के दृष्टिकोण को पूरा करने का अथक प्रयास कर रही है। 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकलना एसटी-एसटी अधिनियम को मजबूत करना, स्वच्छ भारत, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना और जितनी भी योजनाएं हैं उन्होंने गरीब और हाशिए पर गए लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने डॉ. अंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का काम किया है। दशकों से चैत्य भूमि की जमीन को लेकर मामला लंबित था। हमारी सरकार ने न केवल इस मुद्दे को सुलझाया, बल्कि ‘मैं वहां प्रार्थना करने भी गया हूं।’ हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड का भी विकास किया है, जहां डॉ. अंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। लंदन में वह जिस घर में रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है।

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नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बारे में कथित "अपमानजनक टिप्पणी" के लिए इस्तीफे की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमित शाह को देश से माफी मांगनी चाहिए।   संसद के बाहर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में खरगे ने कल सदन में संविधान पर बहस के दौरान शाह द्वारा की गई टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने (अमित शाह) विपक्षी सदस्यों से कहा था कि जितनी बार वे (विपक्षी सदस्य) बाबा साहेब का नाम लेते हैं, अगर उतनी बार वे भगवान का नाम लेंगे तो उन्हें सात बार स्वर्ग मिलेगा।   खरगे ने कहा कि इससे पता चलता है कि गृहमंत्री खुद डॉ. आंबेडकर के संविधान का सम्मान नहीं करना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी से पूरे देश में गुस्सा फैल सकता है, क्योंकि कोई भी डॉ. आंबेडकर और देश के संविधान का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि शाह को इस्तीफा देना चाहिए और डॉ. आंबेडकर का अपमान करने के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस की मांग नहीं है, बल्कि पूरे विपक्ष की मांग है।

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नई दिल्ली । लोकसभा में मंगलवार को मत विभाजन के बाद एक देश, एक चुनाव के लिए 129वां संविधान संशोधन विधेयक पेश किया गया। इसके पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 सदस्यों ने मतदान किया। विधेयक को केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने सदन में पेश किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार विधेयक को अधिक विस्तार से चर्चा के लिए संयुक्त संसदीय समिति को भेजेगी। मेघवाल ने "एक देश, एक चुनाव" नामक संवैधानिक संशोधन विधेयक पेश किया है। संविधान में यह 129वां संशोधन सुनिश्चित करेगा कि लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय (शहरी या ग्रामीण) चुनाव एक ही समय पर हों। विधेयक को पेश किए जाने का विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध किया। उन्होंने इसे संविधान की मूल भावना और बेसिक स्ट्रक्चर के खिलाफ बताया। वहीं सरकार में शामिल शिवसेना और टीडीपी ने विधेयक का समर्थन किया।

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चंडीगढ़ । पंजाब में अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस थाने में मंगलवार तड़े बम धमाका हो गया। इसकी सूचना पाते ही पुलिस और सेना के अधिकारी पहुंचे और पूरे इलाके को सील कर दिया गया। यहां पहले भी धमाका हो चुका है। पंजाब पुलिस इस घटना पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं बोल रही है। आतंकी संगठन बब्बर खालसा ने जीवन फौजी के नाम से सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर धमाके की जिम्मेदारी ली है। धमाके की जिम्मेदारी लेने वाला जीवन फौजी खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासियां का साथी है।यह धमाका सुबह करीब सवा तीन बजे हुआ। धमाका उस स्थान पर किया गया जहां जब्त की गई गाड़ियां खड़ी थी। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। इससे घबराकर नींद से जागे लोग बाहर निकल आए। चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। पुलिस ने आला अधिकारियों को सूचित किया। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण सेना के अधिकारी भी पहुंच गए। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को सील कर कर थाने के दरवाजे बंद कर दिए गए।अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर, बम निरोधक दस्ता और एफएसएल टीम ने भी घटनास्थल का दौरा किया। करीब छह घंटे बाद थाने के दरवाजे खोले गए। भुल्लर ने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि अपनी पकड़ दिखाने के चक्कर में ये ब्लास्ट करवाए जा रहे हैं। जांच में अहम सुराग हाथ लगा है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। थाने को कोई नुकसान नहीं हुआ है।  

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मुंबई । केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने मंगलवार को मुंबई में कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर भारत में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है, जिससे यहां निवेश की संभावनाएं बढ़ीं है। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) ने मुंबई में मंगलवार को पूर्वोत्तर व्यापार और निवेश रोड शो की मेजबानी की। शीर्ष भारतीय शहरों में रोड शो की एक साल की श्रृंखला के बाद मुंबई में रोड शो ने भारत के आर्थिक केंद्र से जबरदस्त ध्यान आकर्षित किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुख्यमंत्रियों के प्रधानमंत्री के नेतृत्व को स्वीकार किया, जिनके दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता ने पिछले एक दशक में महत्वपूर्ण बदलाव किये हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुख्यमंत्रियों ने इस क्षेत्र की अपार संभावनाओं पर जोर दिया, जो अब 11 फीसदी जीडीपी विकास दर के साथ भारत के विकास में योगदान देने के लिए तैयार है।   केंद्रीय मंत्री ने मुंबई और पूर्वोत्तर भारत के जीवंत व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्रों के बीच पुल बनाने के महत्व पर जोर दिया, जिससे विकास और नवाचार के लिए एक निर्बाध मार्ग सुनिश्चित हो सके। मंत्री ने पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा, खेल और आईटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्र की प्रगति को रेखांकित किया और क्षेत्र के विकास के लिए एक केंद्रित गुणवत्ता-संचालित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने निवेशकों को आश्वासन दिया कि इस क्षेत्र के युवा, उच्च साक्षरता दर और प्रचुर प्राकृतिक संसाधन इसे निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं, विशेष रूप से टिकाऊ कृषि, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में। अपने समापन भाषण में उन्होंने निवेशकों को पूर्वोत्तर क्षेत्र में आने और इस क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा के साथ-साथ एमडीओएनईआर के सचिव चंचल कुमार, एमडीओएनईआर की संयुक्त सचिव सुश्री मोनालिसा दाश, पूर्वोत्तर राज्यों के सरकारी अधिकारी, डोनर मंत्रालय के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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रायपुर । छत्तीसगढ़ की पुलिस नक्सलियों के ताबूत में आखिरी कील ठोकने की तैयारी में है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में कही। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की।   केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रदेश की पुलिस ने कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्चे के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है। केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्हाेंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा।केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य की पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) सौंपा। यह देश के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। विगत 24 वर्षों में छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए राज्य को यह सम्मान मिला है।शाह ने राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड केवल एक सम्मान नहीं है, यह सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में जो साहस और प्रतिबद्धता दिखाई है, वह अभूतपूर्व है। छत्तीसगढ़ पुलिस देश के सर्वश्रेष्ठ और बहादुर पुलिस बलों में से एक बनकर उभरा है।उन्हाेंने छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उसने न केवल कानून और व्यवस्था को बनाए रखा है, बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, उनका हौसला और मनोबल बढ़ाएगा। उन्हाेंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जांबाज पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपना मेरे लिए भी गर्व की बात है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ की पुलिस की कड़ी मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति लगाव का द्योतक है। उन्हाेंने समारोह में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है।राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में परेड द्वारा मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सलामी दी गई। उन्हाेंने सलामी के बाद परेड का निरीक्षण किया। महिला और पुरुष प्लाटून द्वारा मार्चपास्ट भी किया गया।    शाह ने धर्मगुरुओं द्वारा मंत्रोच्चार के बाद आकाश में तिरंगे गुब्बारों और शानदार आतिशबाजी के बीच छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपा। उन्होंने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पुलिस की 24 वर्षों के सफर पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आसूचना ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी, जवान और बलिदान जवानों के परिजन बड़ी संख्या में समारोह में उपस्थित थे।

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ग्वालियर । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को ग्वालियर में देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम (भू-विज्ञान संग्रहालय) का उद्घाटन किया। ग्वालियर के ऐतिहासिक महाराज बाड़ा पर हैरीटेज बिल्डिंग विक्टोरिया मार्केट में स्थापित अत्यधुनिक जियो साइंस म्यूजियम के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय कोयला व खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, ग्वालियर जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट एवं सांसद भारत सिंह कुशवाह भी मौजूद थे।   उपराष्ट्रपति धनखड़ ने पट्टिका का अनावरण कर एवं म्यूजियम के प्रवेश द्वार पर फीता काटकर देश के पहले अत्यधुनिक जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन किया। साथ ही ग्वालियरवासियों को इस अनूठी सौगात की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी अतिथियों के साथ म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों में दर्शाए गए भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों एवं जानकारियों को देखा एवं म्यूजियम की सराहना की।   म्यूजियम के उद्घाटन के बाद उप राष्ट्रपति धनखड़ ने महाराज बाड़ा पर स्थित वास्तु शिल्प के उत्कृष्ट नमूनों के रूप में खड़ीं ऐतिहासिक इमारतों को भी देखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया एवं विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने उप राष्ट्रपति को महाराज बाड़ा की इमारतों के शिल्प एवं शैलियों से अवगत कराया।   राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा ग्वालियर नगर निगम के सहयोग से तैयार किए गए देश के इस पहले अत्यधुनिक एवं अद्भुत जियो साइंस म्यूजियम में पृथ्वी की उत्पत्ति, मानव जाति व मानव सभ्यता का विकास व ब्रम्हाण्ड से जुड़ीं अनूठी जानकारियाँ समाहित हैं। म्यूजियम में डायनासोर का अण्डा सहित कीमती वस्तुएँ पर्यटकों को देखने के लिये उपलब्ध हैं। यह म्यूजियम भू-विज्ञान से संबंधित बच्चों से लेकर बड़ों तक की जिज्ञासाओं का समाधान उपलब्ध है। साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह संग्रहालय ज्ञानवर्धक है। पृथ्वी विज्ञान से संबंधित दुर्लभ भू-वैज्ञानिक नमूनों को मल्टीमीडिया डिस्प्ले के जरिए म्यूजियम में दिखाया गया है।   संग्रहालय में दो गैलरियाँ, एक गैलरी में पृथ्वी की उत्पत्ति व विकास की जानकारी- जियो साइंस म्यूजियम में दो गैलरियों के माध्यम से भू-विज्ञान के बारे में लाइट इफेक्ट के साथ आकर्षक ढंग से जानकारी संजोई गई है। एक गैलरी में पृथ्वी के विकास को दर्शाया गया है, जिसमें उल्लेख है कि पृथ्वी अपने मूल स्वरूप में किस प्रकार आई और कौन-कौन सी चीजों से मिलकर पृथ्वी बनी है। वर्तमान में जो पृथ्वी है, असल में वह कैसी दिखती है। पृथ्वी के भीतर लावा किस तरह से तैयार होता है और ज्वालामुखी फूटने से किस तरह पर्वतों का निर्माण होता है। यह सब जानकारियां बखूबी ढंग से संग्रहालय में दर्शायी गई हैं। यहाँ आने वाले पर्यटन भूकम्प का अनुभव भी कर सकेंगे। इसके अलावा वायु मण्डल और महासागर के बारे में भी वर्णन है। लाइट इफेक्ट और अत्यधुनिक मशीनी तकनीक से बड़े बखूबी ढंग से यह सब प्रदर्शित किया गया है।   मानव सभ्यता के विकास की गाथा बयां कर रही है दूसरी गैलरी- जियो साइंस म्यूजियम की दूसरी गैलरी में मानव जाति और मानव सभ्यता के विकास को बड़े बखूबी ढंग से प्रदर्शित किया गया है। इसमें यह भी दर्शाया गया है कि धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति व विलुप्ति हुई। साथ ही मानव की उत्पत्ति कैसे हुई और कैसे उसका जीवनक्रम आगे बढ़ा। मानव सभ्यता की जीवन शैली में आए बदलाव का यह वर्णन भी दर्शनीय है।   कार्यक्रम में इनकी भी रही मौजूदगी- जियो साइंस म्यूजियम के उद्घाटन कार्यक्रम में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के महानिदेशक असित साहा, संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव एवं जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारीगण भी मौजूद थे।

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चंडीगढ़ । हरियाणा-पंजाब सीमा पर स्थित शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने शनिवार को तीसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास किया गया, जिसे हरियाणा पुलिस ने विफल कर दिया। पुलिस के बल प्रयाेग, वाॅटर कैनन के इस्तेमाल तथा आंसू गैस के गोले चलाए जाने के चलते किसान घग्गर नदी पुल से आगे नहीं बढ़ सके। इस बीच एक किसान ने सल्फास निगल कर आत्महत्या करने का प्रयास किया, जिसे गंभीर हालत में पटियाला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।   हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच के लिए रवाना हुआ। किसान जैसे ही घग्गर नदी के पुल पर चढ़े तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां कई घंटे तक किसानों तथा पुलिस के बीच खींचतान चलती रही। पुलिस ने कई बार वाॅटर कैनन का इस्तेमाल करके किसानों को पीछे खदेड़ा। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोली भी दागे। करीब तीन घंटे की जद्दोजहद के बाद किसान वापस पंजाब की सीमा में अपने तंबुओं की ओर वापस लौट गए। किसानों ने दावा किया है कि हरियाणा पुलिस ने उन पर एक्सपायर डेट आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। पुलिस की लाठीचार्ज में आज दस किसान घायल हुए हैं। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लांचर से भी बम-गोलियां चलाई हैं। वाॅटर कैनन में घग्गर नदी का गंदा और केमिकल वाला पानी प्रयोग किया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे। 18 दिसंबर को पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक रेल रोको अभियान चलाया जाएगा। 18 तारीख तक कोई भी जत्था दिल्ली कूच नहीं करेगा। अगला जत्था कब जाएगा, इस बारे में अभी फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन जब जत्था जाएगा उसमें हरियाणा के किसान और महिलाएं भी शामिल होंगी। रविवार को बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके पूरी रणनीति का ऐलान किया जाएगा। इस बीच शंभू बॉर्डर पर शनिवार की शाम एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश की है। इसकी पुष्टि किसान नेता तेजवीर सिंह ने की। उन्होंने बताया कि किसान की पहचान लुधियाना जिला के खन्ना निवासी जोध सिंह के रूप में हुई है। वह शनिवार को ही मोर्चे में पहुंचा था। किसानों को दिल्ली न जाने देने से आहत होकर उसने ये कदम उठाया है। जोध सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।   किसानाें के दिल्ली कूच के एलान के चलते शनिवार काे अंबाला के 12 गांवों में 17 दिसंबर रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद सेवाओं पर राेक लगाई गई है। अंबाला के डंगडेहरी,  लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बड़ी घेल, छोटी घेल, लहारसा, कालू माजरा, देवी नगर (हीरा नगर, नरेश विहार), सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांव में इंटरनेट बंद रहेगा।हालांकि इस दाैरान बल्क एसएमएस पर छूट दी गई है। शनिवार से पूर्व भी किसानाें ने दाे बार दिल्ली कूच का प्रयास किया था, जिससे हरियाणा पुलिस ने विफल कर दिया था।

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नई दिल्ली । लोकसभा में शनिवार को संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा जारी है। एक सदस्य के सावरकर को लेकर पूछे गए सवाल पर आज राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी इन्दिरा गांधी ने उन्हें बताया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। लोकसभा में महाराष्ट्र से सांसद श्रीकांत शिंदे ने राहुल गांधी से सावरकर को लेकर सवाल पूछा था। इस पर राहुल गांधी ने मांग की कि उन्हें अपना पक्ष रखने दिया जाए। वहीं चेयर से कहा गया कि वे सदस्य का वक्तव्य समाप्त होने का इंतजार करें। इसके बाद विपक्षी सदस्य सदन में बीचों बीच आकर हंगामा करने लगे। बाद में अध्यक्ष ओम बिरला ने केसी वेणुगोपाल को बोलने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष को भी सदन में कुछ अधिकार मिले हैं और उन्हें अपनी बात रखने का अवसर दिया जाना चाहिए। इस पर अध्यक्ष ने राहुल गांधी को बोलने का अवसर प्रदान किया। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें बताया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी और समझौता किया था। इसके बाद नेता सदन सदन को छोड़कर बाहर चले गए। बाद में श्रीकांत शिंदे ने अपना विषय पूरा किया। इसके बाद निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर के बारे में सदन में झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि उनकी दादी ने सावरकर के नाम पर डाक टिकट जारी किया। उनके नाम पर बने स्मारक को दान दिया और ऐसे कई अवसर हैं, जब उन्होंने सावरकर का समर्थन किया।      

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हैदराबाद । अभिनेता अल्लू अर्जुन जेल से रिहा हो गए। संध्या थियेटर हादसा केस में अदालत ने उन्हें कल 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेजने का आदेश दिया था। पुलिस उन्हें चंचलगुडा सेंट्रल जेल ले गई। इसके बाद उनके वकीलों ने तेलंगाना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट ने उन्हें 50,000 रुपये के पर्सनल बॉन्ड पर अंतरिम जमानत प्रदान की।अल्लू जेल से रिहा होने के बाद जुबली हिल्स स्थित अपने आवास पहुंचे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपने प्रशंसकों का आभार जताया। अल्लू ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं, वह ठीक हैं। वह सदैव कानून का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण पल के उन्हें खेद है। वह फिलहाल अपने परिवार के साथ हैं।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव एवं पहली बार संसद पहुंची प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि भारत के संविधान ने देश की जनता को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय का वादा करते हुए एकता, न्याय और सुरक्षा का कवच दिया है। वर्तमान सरकार इस सुरक्षा कवच को तोड़ने का प्रयास कर रही है। विपक्ष की ओर से संविधान को अंगीकृत करने की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित विशेष चर्चा में प्रियंका ने कहा कि निजीकरण और लैटरल एंट्री के जरिए सामाजिक न्याय से जुड़ा सुरक्षा कवच तोड़ने की कोशिश की जा रही है। अगर वर्तमान सरकार पूर्ण बहुमत से आती तो संविधान बदलने का प्रयास जारी रहता। प्रियंका ने अपने पहले भाषण में अपने भाई राहुल गांधी की तरह जातिगत जनगणना, अडाणी और संविधान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का देश के निर्माण में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने बैंकों और खदानों के राष्ट्रीयकरण का जिक्र किया। साथ ही सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि आज महंगाई, बेरोजगारी जैसे विषयों पर संसद में चर्चा नहीं होती है। वायनाड से लेकर ललितपुर तक देश का किसान रो रहा है। प्रियंका ने उद्योगपति गौतम अडाणी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि देश में हर मौका एक व्यक्ति को दिया जा रहा है और 142 करोड़ जनता को नकारा जा रहा है। ऐसा कर सरकार संविधान में मिले आर्थिक सुरक्षा कवच को तोड़ रही है। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजनीतिक न्याय की बात करते हैं लेकिन पैसे के बल पर आज सरकारों को गिराया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी वाशिंग मशीन बन गई है। उन्होंने कहा, ‘यहां दाग, वहां स्वच्छता।’ संविधान को सर माथे पर लगाने की प्रधानमंत्री बात करते हैं लेकिन देश में संभल और मणिपुर न्याय की गुहार लगा रहा है और उनके माथे पर शिकन भी नहीं है। शायद उन्हें पता नहीं है कि यह संविधान है, संघ का विधान नहीं। उन्होंने कहा कि आज देश में भय का माहौल है। देश की एकता को तोड़ा जा रहा है। मीडिया भी सरकार का एजेंडा चला रही है। यह हमें अंग्रेजों के काल की याद दिलाता है। लेकिन हर भय दिखाने वाला स्वयं भय का शिकार हो जाता है। वर्तमान सरकार भी इसी भय का शिकार है। वो चर्चा से डरती है और आलोचना से भागती है।        

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महाकुम्भ नगर (प्रयागराज) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 5500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री पूरी तरह से कुंभ के रंग में रंगे दिखे। उन्होंने संबोधन में कई श्लोक के जरिए प्रयागराज और कुभ की महिमा का बखान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महाकुंभ से एकता का संदेश निकलेगा, भाषा, जाति और क्षेत्र का कोई भेद नहीं होगा। यहां सब एक होंगे।   प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मुझे इस महाकुंभ का वर्णन करना हो तो मैं कहूंगा कि एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। इस आयोजन की भव्य एवं दिव्य सफलता की शुभकामनाएं देता हूं। हमारा भारत पवित्र नदियों और तीर्थस्थलों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, उनका संगम, उनका समुच्चय, संयोग, प्रभाव प्रताप प्रयाग है। यह केवल तीन पवित्र नदियों का संगम ही नहीं है।   श्लोक के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं सभी दैवीय शक्तियां प्रयाग में आ जाती हैं। प्रयागराज की प्रशंसा वेदों में भी किया गया है। उन्होंने प्रयाग के पवित्र स्थलों का जिक्र करते हुए गुणगान किया। यह वह धरती है जहां धर्म, अर्थ, कम और मोक्ष सुलभ है। मुझे आशीर्वाद है कि यहां बार-बार आने का सौभाग्य मिलता है। आज हमने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन किया। अक्षय वट का पूजन किया। इन दोनों स्थलों पर कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। यहां हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है। आप सबको इसके लिए बधाई देता हूं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों साल की गुलामी का कालखंड रहा हो या कोई अन्य विपरीत परिस्थिति, आस्था का यह प्रवाह कभी नहीं रुका। यह इसलिए संभव हुआ है क्योंकि कुंभ में आना स्वत: चेतना की प्रेरणा से होता है। ऐसा संगम शायद ही दुनिया में कहीं मिलता है। यहां ज्ञानी, अज्ञानी, छोटे-बड़े, जातियों का भेद मिट जाता है। सब एक हो जाते हैं। इस बार भी यहां अलग-अलग राज्यों से करोड़ों लोग जुटेंगे। उनकी भाषा, मान्यताएं अलग हो सकती हैं लेकिन यहां सब एक हो जाएंगे। इसीलिए मैं कहता हूं कि यह एकता का महाकुंभ होगा। एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर महाकुंभ पेश करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ में देश की स्थिति परिस्थिति पर संत महात्माओं का जुटान होता है। वे बैठकर चर्चा परिचर्चा करते थे। समाज की समस्याओं का हल निकालने का संदेश देते थे। आज भी वह प्रवाह चल रहा है।     प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ का इतना महत्व होने के बावजूद पहले की सरकारों में इस पर ध्यान नहीं दिया गया। श्रद्धालु कष्ट उठाते रहे लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। उनका सनातन भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं था। आज की डबल इंजन की सरकार संस्कृति और सभ्यता को महत्व देने वाली हैं। इसलिए हजारों करोड़ की परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। अयोध्या, वारणसी, लखनऊ, रायबरेली से कनेक्टविटी को बेहतर किया गया है। हमारी सरकार ने विकास के साथ-साथ विरासत को भी समृद्ध बनाने पर फोकस किया है। आज देश के अलग-अलग हिस्सों में बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट जैसे अन्य सर्किट विकसित किए जा रहे हैं। अयोध्या के विकास के हम सब साक्षी हैं। विश्वनाथ धाम, महालोक की चर्चा आज विश्व में है। प्रयागराज का विकास इसी का प्रतीक है। हमारा यह प्रयागराज निषादराज की भी भूमि है। भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम बनने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव श्रृंगवेरपुर भी है। केवट ने अपने प्रभु को सामने पाकर उनके पैर धोए थे। इसमें भगवान और भक्त की मित्रता का संदेश है। श्रृंगवेरपुर धाम का विकास किया जा रहा है। भगवान राम और निषादराज की प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को संदेश देती रहेगी।   इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुभ की तैयारी में जुटे कर्मचारियों खासकर सफाई कर्मियों के प्रति अग्रिम आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के पुण्य में आप भी भागीदार बनेंगे। जैसे भगवान कृष्ण ने जूठे पत्तल उठाकर यह संदेश दिया था। आप ही हैं जो सुबह सबसे पहले उठते हैं और देर रात तक कार्य करते रहते हैं। वर्ष 2019 में इसलिए मैने आपके (सफाई कर्मियों) पैर धोकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी।   मोदी ने कहा कि यहां से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ जाती है। आमतौर पर इसकी चर्चा नहीं हो पाती। पूरे कुंभ के दौरान लोग आएंगे। नाविक साथियों, पूजा पाठ कराने वाले, व्यापारियों को आर्थिक रूप से समृद्धि मिलेगी। तमाम माध्यमों से अर्थव्यवस्था में गति आएगी। सामाजिक समरसता के साथ आर्थिक शक्ति भी मिलेगी।   मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां पर त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम ने त्रिवेणी के दर्शन किए थे, आज उसी त्रिवेणी स्थल पर दुनिया के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ है। मै प्रयागराज और प्रदेश की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। आज वह हजारों करोड़ की परियोजनाएं लेकर आए हैं। यह सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री मोदी आज अक्षय वट कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, ऋषि भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।  

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नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के छह स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। यह धमकी ई-मेल के जरिए दी गई है। सूचना मिलने पर दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग की टीमें पहुंची। दोनों टीमें जांच कर रही हैं। अभी तक की जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले नौ दिसंबर को दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को ऐसी ही धमकी दी गई थी। दावा किया गया था कि उनके कैंपस में बम लगाए गए हैं। ई-मेल में कहा गया था कि अगर बम फटे तो भारी नुकसान होगा। मेल भेजने वाले ने ब्लास्ट रोकने के एवज में 30 हजार डॉलर की मांग की थी।छह स्कूलों को भेजे गए ई-मेल में धमकाया गया है कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक हैं। इस गतिविधि में एक डार्क वेब समूह और कई रेड रूम भी शामिल हैं। बम इमारतों को नष्ट करने और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी शक्तिशाली हैं। 13 और 14 दिसंबर (दोनों दिन) यह फट सकते हैं।बताया गया है कि गुरुवार आधीरात बाद 12 बज कर 54 मिनट पर इन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर श्रीनिवासपुरी के कैम्ब्रिज स्कूल और 6 बजकर 35 मिनट पर डीपीएस अमर कॉलोनी के स्कूल ने ई-मेल देखा।दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार भटनागर पब्लिक स्कूल पश्चिम विहार-2 की कॉल सबह 4ः21 बजे, कैम्ब्रिज स्कूल श्रीनिवासपुरी की कॉल सुबह 6ः23 बजे, डीपीएस ईस्ट ऑफ कैलाश की कॉल सुबह 6ः35 बजे, साउथ दिल्ली पब्लिक स्कूल डिफेंस कॉलोनी की कॉल 7ः57 बजे, दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल सफदरजंग एनक्लेव की कॉव 8ः02 बजे और वेंकटेश पब्लिक स्कूल रोहिणी की कॉल 8ः30 बजे मिली।

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हाथरस । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के ग्राम बूलगढ़ी में दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने 45 मिनट तक पीड़िता के परिवार वालों से बातचीत की। राहुल गांधी के दौरे के मद्देनजर हाथरस में सुरक्षा व्यस्था और बढ़ा दी गयी थी।    कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने हाथरस दौरे की यह योजना अचानक बनायी और सुबह 7 बजे दिल्ली से हाथरस के लिए निकले थे। उल्लेखनीय है कि 14 सितंबर 2020 को 19 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। इसके बाद दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर 2020 को उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने घरवालों की सहमति के बिना युवती का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया था। मामला देशभर में सुर्खियों में रहा। उप्र पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।    कांग्रेस नेता के हाथरस दौरे को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी हताश हैं। हाथरस मामले की जांच सीबीआई ने की है। मामला कोर्ट में चल रहा है। राहुल उत्तर प्रदेश को अराजकता और दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं।    पीड़ित लड़की के भाई ने बताया कि एसडीएम हाथरस नीरज शर्मा एक दिन पहले उनके घर की पैमाइश करने आए थे। अभी तक उनकी दो मांगें पूरी नहीं हुईं। पहली- हाथरस के बाहर एक घर, दूसरी परिवार के एक सदस्य को नौकरी। इस मामले की जानकारी राहुल गांधी को मिली है। इसी को लेकर वह हमसे मिलने आए थे।    विगत जुलाई महीने में लड़की के पिता ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी थी। इसमें कहा गया था कि सरकार ने जो वादे किए थे, उसे पूरे नहीं किए। परिवार सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा में कैद है। न कोई रोजगार है। न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा है। घर में तीन बेटियां हैं, उनकी पढ़ाई-लिखाई तक नहीं हो पा रही। परिवार की मानसिक स्थिति बहुत खराब चल रही है। 14 सितंबर, 2020 को हुई घटना बहुत ही भयानक थी, जिसमें मेरी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई थी। जीभ काट दी गई। मेरी परमिशन के बिना प्रशासन ने रात में बेटी के शव को जला दिया। आज तक मुझे और मेरे परिवार को यह तक नहीं पता है कि बॉडी किसकी जलाई गई थी। इस केस की सीबीआई जांच हुई थी। इसमें चारों आरोपित दोषी थे। मरने से पहले बेटी ने चारों आरोपितों का नाम बताया था। घटना के बाद बेटी का मेडिकल नहीं कराया गया। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में चारों को आरोपित बनाया था लेकिन ट्रायल कोर्ट ने 3 आरोपितों काे ही एससी-एसटी एक्ट में सजा सुनाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवार को घर और एक सदस्य को नौकरी देने का लिखित आश्वासन दिया था। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने नौकरी और घर देने के संबंध में राज्य सरकार को आदेश दिया था, लेकिन आदेश का पालन अभी तक नहीं किया गया। इस मामले के तीन आरोपितों- रामू, लवकुश, रवि रिहा हुए। चौथा आरोपित संदीप  गैर इरादतन हत्या का दोषी करार दिया गया। उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म का आरोप कोर्ट में साबित नहीं हो पाया।

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नई दिल्ली । केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ‘एक देश एक चुनाव’ से जुड़े विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी है। सरकार इसे अगले सप्ताह संसद में पेश कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में आज इसे मंजूरी प्रदान की गई। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 18 सितंबर को ‘एक देश, एक चुनाव’ से जुड़ी पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों को मंजूरी प्रदान की थी। समिति ने देश में केन्द्र, राज्यों और स्थानीय निकायों के एक साथ चुनाव कराने से जुड़ी व्यवस्था पर अपनी सिफारिशें प्रदान की थीं। केन्द्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने उस समय जानकारी दी थी कि सरकार इस विषय पर व्यापक समर्थन जुटाने का प्रयास करेगी और समय आने पर इस पर संविधान संशोधन विधेयक लाया जाएगा। उन्होंने कहा था कि विभिन्न राजनीतिक दलों और बड़ी संख्या में पार्टियों के नेताओं ने वास्तव में एक देश एक चुनाव पहल का समर्थन किया है।   उल्लेखनीय है कि देश में 1951 से 1967 तक एक साथ चुनाव होते रहे हैं। वर्ष 1999 में विधि आयोग ने अपनी 170वीं रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि पांच साल में लोकसभा और सभी विधानसभाओं का एक चुनाव होना चाहिए ताकि देश में विकास होता रहे। संसदीय समिति ने 2015 में अपनी 79वीं रिपोर्ट में सरकार से दो चरणों में एक साथ चुनाव कराने के तरीके सुझाने को कहा था। मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में देशभर में एक साथ चुनाव कराने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था। समिति ने इस संबंध में विभिन्न पार्टियों और हितधारकों से इस पर विचार किया और पिछली सरकार के दौरान ही अपनी सिफारिशें दीं। इसमें प्रस्ताव किया गया है कि एक अवधि के बाद सभी राज्यों की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल छोटा कर एक साथ चुनाव करायें जायें। केन्द्र और राज्यों में चुनाव के थोड़े समय बाद ही नगर निकायों और पंचायतों के चुनाव कराए जायें। बहुमत न मिलने और अल्पमत की स्थिति में दोबारा चुनाव कराए जाने पर कार्यकाल केवल बाकी बचे समय के लिए हो।

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दंतेवाड़ा । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के दक्षिण अबूझमाड़ इलाके में गुरुवार काे सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया। सभी नक्सलियों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि यह एक संयुक्त ऑपरेशन है, जिसमें सभी बलों ने मिलकर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस दाैरान उनके पास से कई ऑटोमैटिक हथियार और नक्सली सामान भी बरामद किया गया है। अभी भी मुठभेड़ जारी है। बस्तर में केंद्रीय गृहमंत्री   अमित शाह के दौरे से पहले यह कार्रवाई की गई है।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने ट्वीट में कहा, 'बहादुर जवानों के अदम्य साहस और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है।"दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय और नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने जानकारी दी है कि अबूझमाड़ के दक्षिणी क्षेत्र में पूर्वी बस्तर डिवीजन और इंद्रावती एरिया कमेटी के 50 से 60 नक्सलियों (माओवादियों) की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद 10 दिसंबर को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिले की डीआरजी टीम के साथ एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी को दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना किया गया था। आज गुरुवार सुबह 3 बजे से 4 जिलों का संयुक्त नक्सल ऑपरेशन शुरू हुआ, यह अभी चल रहा है। अब तक सात वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद हो चुके हैं। इनके पास से कई ऑटोमैटिक हथियार और नक्सली सामान बरामद किया गया है। मुठभेड़ और सर्च अभियान अभी भी जारी है। अभी भी नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच रुक–रुक कर मुठभेड़ चल रही है।  

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नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी (आआपा) कोई गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस के साथ गंठबंधन को लेकर लगाई जा रही अटकलों को खुद आआपा के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिरे से नकार दिया है। बुधवार को उन्होंने एक बयान में कहा कि आआपा दिल्ली में जनता के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की किसी भी तरह की कोई संभावना नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा कि खुद अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली के अंदर कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं हो रहा है। आआपा अकेले चुनाव लड़ेगी। पिछले तीन चुनाव में हमने लगातार भाजपा को बुरी तरीके से हराया है। दिल्ली में हमने उस वक्त 67 सीटें लीं, जब नरेन्द्र मोदी 2014 में हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र जीतकर आए थे। उसके तुरंत बाद 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में हमने दिल्ली में 67 सीटें लीं। फिर 2020 में हमने 62 सीट लीं। तो आआपा अकेले चुनाव लड़ेगी और भाजपा को बुरी तरीके से शिकस्त देगी। वरिष्ठ नेता एवं सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि आने वाला विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी अपने संगठन की ताकत और राजनीतिक बलबूते पर लड़ेगी। किसी प्रकार के गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता। आआपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के जो कयास मीडिया के एक सेक्शन में लगाए जा रहे हैं, उनका कोई आधार नहीं है। आआपा पिछले तीन चुनाव लगातार अपने बलबूते पर लड़ती आई है, जीतती आई है, सरकार बनाती आई है और सरकार चलाती आई है। चौथी बार भी 2025 में जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव होंगे तो आआपा अपने काम की और अरविंद केजरीवाल के नाम की बदौलत चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। किसी प्रकार के गठबंधन की कोई गुंजाइश ही नहीं है। आआपा अपने बलबूते पर यह चुनाव लड़ने जा रही है।        

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के प्रतिभागियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद में कहा कि आज का भारत सबके प्रयास से ही आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि युवा इनोवेटर्स से सीखने को मिलता है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युवा इनोवेटर के पास 21वीं सदी के भारत को देखने का अलग नजरिया है, इसलिए आपके समाधान भी अलग होते हैं। ऐसे में जब आपको नई चुनौतियां मिलती हैं तो उनके नये और अनोखे समाधान खोजकर दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले भी हैकथॉन में भाग ले चुके हैं और युवा इनोवेटर्स ने उन्हें कभी निराश नहीं किया। उन्होंने मनोबल बढ़ाया है। मोदी ने कहा कि हर बच्चा खास होता है और उसे बढ़ने और फलने-फूलने का अवसर मिलना चाहिए। किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए या खुद को उपेक्षित महसूस नहीं करना चाहिए। इसे हासिल करने के लिए लगातार नए-नए समाधानों की ज़रूरत होती है। इनोवेटर्स की टीम के समाधान लाखों बच्चों के जीवन को बदल देंगे। आपकी पिछली टीमों द्वारा प्रस्तुत समाधान अब विभिन्न मंत्रालयों में उपयोग किए जा रहे हैं, जिससे पूरे देश में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने साइबर सुरक्षा को लेकर कहा कि भारत दुनिया की अग्रणी डिजिटल इकोनॉमी में से एक है। हमारा देश बड़े पैमाने पर डिजिटली कनेक्ट हो रहा है, ऐसे में साइबर क्राइम का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है, इसलिए जिस समाधान पर आप काम कर रहे हैं, ये भारत के फ्यूचर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में ड्रोन का अलग-अलग सेक्टर्स में बहुत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने नमो ड्रोन दीदी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि ड्रोन आजकल रिमोट एरिया में दवाएं और जरूरी सामान पहुंचाने में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इसके विपरीत देश के दुश्मन, भारत में हथियारों और ड्रग्स के तस्करी में ड्रोन का भरपूर उपयोग कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि युवा इनोवटर्स सभी, ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के सातवें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 में स्टार्टअप की संख्या सैकड़ों में होती थी वो आज डेढ़ लाख तक पहुंच गई है। यूनिकॉर्न हमारे देश में बन रहा है। देश के सभी केंद्र शासित प्रदेशों के 10 हजार से अधिक विद्यार्थी इस फिनाले में हिस्सा ले रहे हैं। हैकाथॉन में 51 केंद्रों से 1300 विद्यार्थियों की टीम हिस्सा ले रही हैं।  

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नई दिल्ली । राज्यसभा के सभापति के खिलाफ इंडी गठबंधन (आईएनडीआईए) के अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष एवं सदन में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि सभापति ने देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि हमें अविश्वास प्रस्ताव के लिए यह नोटिस लाना पड़ा। हमारी उनसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या राजनीतिक लड़ाई नहीं है। हम देशवासियों को बताना चाहते हैं कि हमने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए बहुत सोच-समझकर यह कदम उठाया है।   कांस्टीट्यूशन क्लब में आज यहां आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में खरगे ने कहा कि उपराष्ट्रपति का पद दूसरे नंबर का सबसे उच्च संवैधानिक पद है। इस पद पर महाविद्वान डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डा. शंकर दयाल शर्मा, जस्टिस हिदायत उल्ला और केआर नारायणन समेत कई महान लोग रह चुके हैं। 1952 से अब तक किसी उपराष्ट्रपति के खिलाफ संविधान के आर्टिकल 67 के तहत इस तरह का अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया, क्योंकि वो हमेशा निष्पक्ष और राजनीति से परे रहे। केवल सदन चलाना और वो भी जो सदन के नियम कानून हैं, उसके तहत सदन चलाते रहे। आज हमें कहना पड़ता है कि सदन में रूल्स को छोड़कर राजनीति ज्यादा हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के तत्कालीन सभापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 16 मई 1952 को सांसदों से कहा था कि मैं किसी भी पार्टी से नहीं हूं। इसका मतलब है कि मैं सदन में हर पार्टी से जुड़ा हूं।   खरगे ने कहा कि हमें अफसोस है कि संविधान लागू होने के 75वें साल में उपराष्ट्रपति के खिलाफ विपक्ष को यह अविश्वास प्रस्ताव लाने पर मजबूर किया गया है। पिछले तीन वर्षों में उनका (उपराष्ट्रपति का) आचरण पद की गरिमा के विपरीत रहा है। उन्होंने सभापति पर विपक्षी सदस्यों के साथ पक्षपातपूर्ण बर्ताव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सदन में कई प्रोफेसर, डॉक्टर, इंजीनियर और पत्रकार आदि इस सदन में आए हैं, जिनका 40-50 साल का राजनीतिक अनुभव रहा है। सभापति उनको हेडमास्टर की तरह लेक्चर सुनाते हैं। खरगे ने आरोप लगाया कि सदन में विपक्ष की ओर से नियमानुसार जो विषय उठाए जाते हैं, सभापति उन पर वह नियोजित तरीके से स्वस्थ संवाद नहीं होने देते हैं। सदन अगर बाधित होता है तो उसका सबके बड़ा कारण सभापति हैं। दूसरों को वह सबक सिखाते हैं लेकिन बार-बार बाधा पहुंचाकर हाउस को बंद करने की कोशिश करते हैं। सामान्य तौर पर विपक्ष आसन से संरक्षण मांगता है लेकिन सदन में इसे अनसुना कर दिया जाता है। सभापति के आचरण ने देश के संसदीय इतिहास में ऐसा वक्त ला दिया कि हमें यह नोटिस देना पड़ा है। देश के नागरिकों को हम विनम्रता से बताना चाहते हैं कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है।   इस मौके पर डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने कहा कि संसद में सत्ताधारी पार्टी द्वारा इस देश के लोकतंत्र पर एक ज़बरदस्त हमला किया जा रहा है और उन्हें सभापति द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है, यह बहुत दुखद बात है। देश में जो कुछ चल रहा है, हमें बोलने की बिल्कुल भी अनुमति नहीं है। इसका मतलब यह है कि यह संसदीय लोकतंत्र और इस देश के लोकतंत्र पर एक आघात है।   राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि यह किसी व्यक्ति के बारे में नहीं है बल्कि यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांत की बहाली के बारे में है। यदि आपने पिछले दो दिनों की कार्यवाही देखी है तो कुछ लोगों ने, जिनका हम सम्मान करते हैं, जिस भाषा का इस्तेमाल किया है - यह न केवल पीड़ादायक है बल्कि हम यह भी सोचते हैं कि अगर आने वाले दिनों में सत्ता परिवर्तन होता है, तो क्या हम लोकतंत्र की मरम्मत और बहाली कर पाएंगे?

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । इंडी गठबंधन (आईएनडीआईए) ने मंगलवार को उच्च सदन के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। इसमें उन पर सदन में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया गया है। हालांकि, यह प्रस्ताव बहुमत न होने के कारण गिर जाएगा लेकिन देश के इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इस प्रस्ताव पर समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत 71 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं। इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67बी के तहत पेश किया गया है। इसके तहत 50 सांसदों का अविश्वास प्रस्ताव पर एक राय होना अनिवार्य है।   विपक्षी दल लगातार सभापति जगदीप धनखड़ पर राज्यसभा की कार्यवाही को नियंत्रित करने के तौर-तरीकों पर अपनी नाराजगी दर्ज कराते आए हैं। उनका आरोप है कि सभापति संबोधन में लगातार व्यवधान, महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपर्याप्त बहस और विवादास्पद चर्चाओं के दौरान सत्ता पक्ष को लेकर उनके साथ पक्षपात करते हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन- आईएनडीआईए ब्लाक के घटक दल भी लगातार सदन में पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाते रहे हैं। इसको लेकर सदन में लगातार गतिरोध बना हुआ है। विपक्ष ने 9 दिसंबर को हुए व्यवधान के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए गठबंधन दलों के नेताओं के साथ बात की और देर शाम तक तय हो गया कि गठबंधन अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगा।   इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा कि राज्यसभा के सभापति के खिलाफ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव पेश करना इंडी गठबंधन के लिए मजबूरी थी। उनके पास और कोई विकल्प नहीं रह गया था। सभापति सदन की कार्यवाही को बेहद पक्षपातपूर्ण रवैये के साथ संचालित कर रहे थे। विपक्षी दलों के लिए यह बेहद कष्टदायी फैसला था लेकिन संसदीय लोकतंत्र के हितों के संरक्षण के लिए यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया था।   इस प्रस्ताव को लेकर सदन की कार्यवाही के जानकारों का मानना है कि अपने आप में यह पहला मामला है। इसलिए इसके तकनीकी पहलुओं को लेकर स्पष्टता का अभाव है। जैसे अविश्वास प्रस्ताव के लिए 14 दिन का समय सदन के लिए शेष होना चाहिए। तभी यह एजेंडे में आ सकता है, जबकि शीतकालीन सत्र में 10 दिन का ही समय है। ऐसे में इसका भविष्य क्या होगा? क्या बजट सत्र में लाया जाएगा या फिर नए सिरे से प्रस्ताव आएगा, क्योंकि औपचारिक रूप से ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। प्रस्ताव को पारित कराने के लिए उच्च सदन में बहुमत और लोकसभा में प्रस्ताव लाने वाले दल का सामान्य बहुमत होना चाहिए। यह संसद की नियमावली और संविधान में वर्णित है। ज्ञातव्य है कि फिलहाल, दोनों सदनों में इंडी गठबंधन को बहुमत नहीं है।      

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मुंबई । कुला बेस्ट बस हादसे में मंगलवार को सुबह तक मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। इस घटना में 49 घायलों को कुर्ला में बीएमसी के भाभा अस्पताल और सायन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां कुछ घायलों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा की है। साथ ही घायलों का मुंबई नगर निगम और बेस्ट उपक्रम के माध्यम से इलाज करने का भी आदेश दिया है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। अजीत पवार ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखदायक है। मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। भाभा अस्पताल के डॉ. पद्मश्री अहिरे ने बताया अस्पताल में भर्ती 49 घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है। इनमें से कुछ लोगों को सायन अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।   पुलिस उपायुक्त गणेश गावडे ने बताया कि इस घटना में बस चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की गहन छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि कि सोमवार देर रात कुर्ला पश्चिम में अंधेरी जाने वाली रूट नंबर 332 की बेस्ट बस ने अचानक बेकाबू होकर 100 मीटर की दूरी तक करीब 40 वाहनों को टक्कर मारी और अंत में सोलोमन बिल्डिंग के आरसीसी कॉलम से टकरा गई, जिससे इसकी परिसर की दीवार टूट गई। इस घटना में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 49 घायलों का इलाज जारी है।

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नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि भारत पांच साल के भीतर अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का नंबर वन ऑटोमोबाइल उद्योग बन सकता है। गडकरी ने नई दिल्ली में अमेजन संभव शिखर सम्मेलन 2024 को संबोधित करते हुए यह बात कही। गडकरी ने भारत के बढ़ते ऑटोमोबाइल उद्योग और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र पर प्रकाश डाला। मंत्री ने देश की खूबियों के बारे में विस्तार से उल्लेख कर कहा कि भारत में सबसे ज्यादा युवा और इंजीनियरिंग प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि मेरी हमेशा से राय रही है कि नवाचार, उद्यमिता, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान योजना और सफल अभ्यास, जिसे हम ज्ञान कहते हैं, भविष्य में ज्ञान को धन में बदलना सबसे महत्वपूर्ण बात है। गडकरी ने कहा कि भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र उल्लेखनीय वृद्धि देख रहा है, जिससे महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। हम इस क्षेत्र को ग्रीन हाइड्रोजन, बायो-इथेनॉल और बायो-मेथनॉल जैसे टिकाऊ समाधानों के साथ-साथ मजबूत अपशिष्ट प्रबंधन पहलों के साथ बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले दशक में निर्यात में उछाल के साथ हम अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के सपने को साकार करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहे हैं।

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं हो सकता है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये टिप्पणी पश्चिम बंगाल में 2010 के बाद बने ओबीसी सर्टिफिकेट को निरस्त करने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान की।   सुनवाई के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि राज्य सरकार ने ये आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं दिया है, बल्कि पिछड़ेपन के आधार पर दिया है। सिब्बल ने कहा कि 2010 के बाद बने ओबीसी सर्टिफिकेट को निरस्त करने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश से हजारों छात्रों के अधिकारों पर असर पड़ा है। इससे यूनिवर्सिटी में दाखिला और रोजगार चाहने वाले नौजवान प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने हाई कोर्ट के आदेश पर अंतरिम रोक लगाने की मांग की। उसके बाद कोर्ट ने 7 जनवरी 2025 को विस्तृत सुनवाई करने का आदेश दिया।   सुप्रीम कोर्ट ने 5 अगस्त को हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले संबंधित पक्षकारों को नोटिस जारी किया था। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने कहा था कि ओबीसी के वर्गीकरण का काम राज्य सरकार का है न कि आयोग का। उन्होंने कहा था कि हाई कोर्ट का आदेश असंवैधानिक है। हाई कोर्ट सरकार चलाना चाहती है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल में आरक्षण से जुड़े सभी काम ठप्प हो गए हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 22 मई 2010 के बाद बने 37 समुदायों के ओबीसी सर्टिफिकेट को निरस्त कर दिया था। हाई कोर्ट के इस आदेश को पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राजस्थान की राजधानी जयपुर के प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (जेईसीसी) में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा कि आज दुनिया भर के विशेषज्ञ और निवेशक भारत में निवेश करने को लेकर उत्साहित है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चलते हुए भारत ने जो विकास किया है वो हर क्षेत्र में नजर आ रहा है।आजादी के बाद, सात दशक में भारत, दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया था, जबकि पिछले 10 वर्ष में भारत 11वीं अर्थव्यवस्था से दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।उन्होंने कहा कि भारत की सफलता लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, डिजिटल डेटा और वितरण की वास्तविक शक्ति को प्रदर्शित करती है। वर्तमान सदी को तकनीक और डेटा की सदी बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने यह दिखाया है कि डिजिटल प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण से हर क्षेत्र और वर्ग को किस प्रकार लाभ पहुंच रहा है। भारत की यूपीआई और डीबीटी योजना सहित ऐसे कई प्लेटफॉर्म डिजिटल बुनियादी ढांचे की ताकत दिखाते हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान की भाजपा सरकार को शानदार आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि राजस्थान अपने कुशल कार्यबल और बढ़ते बाजार के कारण निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उभर रहा है।पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद की सरकारों की प्राथमिकता न देश का विकास था और न ही देश की विरासत और इसका नुकसान राजस्थान उठा चुका है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विकास के साथ-साथ विरासत के मंत्र पर काम कर रही है और इसका बहुत बड़ा लाभ राजस्थान को मिल रहा है।

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नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब 40 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। पुलिस के मुताबिक, सोमवार को ई-मेल भेजकर स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई।इन स्कूलों में आरके पुरम का दिल्ली पब्लिक स्कूल, पश्चिम विहार का जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, मदर मैरी स्कूल, ब्रिटिश स्कूल, सलवान पब्लिक स्कूल, कैम्ब्रिज स्कूल प्रमुख हैं। सभी स्कूलों में स्थानीय पुलिस के अलावा डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दल और दमकल अधिकारी पहुंचे। खबर लिखे जाने तक तलाशी अभियान जारी है।दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ई-मेल में लिखा है-"मैंने (स्कूल) इमारतों के अंदर कई बम लगाए हैं। बम छोटे हैं और बहुत अच्छी तरह से छिपाए गए हैं। इससे इमारत को ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बमों के फटने से कई लोग घायल हो जाएंगे। अगर मुझे 30,000 डॉलर नहीं मिले तो मैं बम विस्फोट कर दूंगा।"दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर लिखा-"दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की ऐसी बदहाल हालत पहले कभी नहीं देखी।" दोनों ने भाजपा को दिल्ली वालों की सुरक्षा करने में नाकाम बताया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, दिल्ली के कई स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम की धमकियां मिली हैं। स्कूल प्रशासन ने बच्चों को उनके घर वापस भेज दिया है। पुलिस को सोमवार सुबह सात बजे सूचना मिली थी।

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अंबाला । हरियाणा-पंजाब के शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार की दोपहर दिल्ली कूच का प्रयास किया। पुलिस व किसानों के बीच करीब चार घंटे तक जद्दोजहद चलती रही। इस बीच पुलिस द्वारा एयर गन से किसानों की तरफ फूल बरसाए गए। किसानों ने दावा किया कि पुलिस ने चकमा देने के लिए यह सब किया और कुछ ही पलों में फूल बरसाने वाली गन से आंसू गैस के गोले बरसाए गए। कई घंटे के बाद किसानों ने कूच को टाल दिया और वापस लौट गए।शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने आज दूसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास किया। किसान जैसे ही आगे बढऩे लगे तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोडऩे की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें 7-8 किसान घायल घायल हुए। इसके साथ किसानों पर पानी की बौछार भी की गई। हालांकि इस बीच हरियाणा पुलिस ने किसानों पर फूल भी बरसाए। इस गफलत के बीच किसानों पर आंसू गैस के गोले बरसने शुरू हो गए। किसानों में भगदड़ मच गई।किसान नेता सरवन पंधेर के मुताबिक एक किसान की हालत गंभीर है। उसे चंडीगढ़ पीजीआई रैफर किया गया है। ऐसे में जत्थे को वापस बुलाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि कल दोनों फोरम फैसला करेंगे कि आगे कब जाना है। किसान नेताओं ने कहा कि कई घायल किसान ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लगाकर अस्पताल गए हैं। पंधेर ने कहा कि फूल बरसाकर गोलियां चलाई गई हैं। पुलिस ने रबड़ की गोलियां चलाईं। एक किसान के सिर पर टीयर गैस का बम लगा। हरियाणा पुलिस ने दोहरी नीति अपनाई। पहले किसानों को चाय ऑफर की गई। इसके बाद फूल गिराए गए, लेकिन इसके साथ ही टीयर गैस छोड़ी गई। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अगले कूच का फैसला कल किया जाएगा।  

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जाेधपुर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि सीमा सुरक्षा बल 'फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस' के नाम से जानी जाती है। इन्हीं के भरोसे अजेय भारत का विश्वास 140 करोड़ भारतवासियों के दिलों में पैदा हुआ है। इसका पूरा श्रेय सीमा पर खड़े हुए बीएसएफ जवानों को जाता है और किसी को इन पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सीमा से जब भी कोई अप्रिय घटना की सूचना आती है तो गृह मंत्री को जरा भी चिंता नहीं होती। यही भरोसा रहता है कि हमारे बीएसएफ के जवान निपट लेंगे।   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जोधपुर में सीमा सुरक्षा बल के 60वें स्थापना दिवस (राइजिंग डे) परेड में शामिल हुए। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। गृह मंत्री को सुबह बीएसएफ की जीप में एसटीसी स्थित परेड ग्राउंड के मुख्य मंच तक लाया गया। गृह मंत्री ने कहा कि जवान अपने जीवन का स्वर्णकाल माइनस 43 डिग्री के तापमान से लेकर प्लस 43 डिग्री टेम्प्रेचर तक के वातावरण में बिताता है। न आप बच्चों की देखभाल कर पाते हैं, न बूढ़े माता-पिता की सेवा कर पाते हैं। तपते रेगिस्तान, घने जंगलों और बर्फ में भी आपने अपनी ड्यूटी निभाई है। जब देश सो रहा होता है, तब आप पहली पंक्ति के रूप में देश की सेवा करते हैं। आपका ये बलिदान अहसास दिलाता है कि भारत अजेय है। इसको कोई नहीं हरा सकता है।     गृह मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में ड्रोन की समस्या और गहराने वाली है। ऐसे में देश के सभी सीमा सुरक्षा बल, रक्षा विभाग, डीआरडीओ और सारे सुरक्षा विभाग ने मिलकर एक लेजर युक्त गन माउंट एंटी ड्रोन प्रणाली विकसित की है। अभी यह प्रायोगिक स्तर पर शुरू किया है। इसके प्राथमिक परिणाम बेहद अच्छे आए हैं। इससे पंजाब बॉर्डर पर 55 हमलों को रोका गया है। उन्हाेंने कहा कि हमने तीन हजार गांवों में प्रायोगिक रूप से वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है। सीमा सुरक्षा बल की ओर से ओखा (गुजरात) में देश की पहली नेशनल कोस्टल पुलिस एकेडमी की स्थापना की गई है। हमारी जल सीमाओं की सुरक्षा में तैनात राज्य की पुलिस और सीमा सुरक्षा बल दोनों की ट्रेनिंग यहां कराई जा रही है। इसके साथ-साथ संवेदनशील इलाकों में व्यापक सुरक्षा प्रणाली लेकर आए हैं। बीएसएफ में कॉम्प्रिहेंसिव इंट्रीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में धुबरी (असम) में शुरू किया है। इसे पाकिस्तान और बांग्लादेश की बॉर्डर पर लगाया जाएगा। बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि दी जा रही है।   शाह ने कहा कि 2024 में बीएसएफ ने जाली मुद्रा, नारकोटिक्स, घुसपैठ और वामपंथी उग्रवाद के सामने लड़ने का रिकॉर्ड बनाया है। मुझे विश्वास है कि आप ये सारे काम आगे भी करते रहेंगे। भारत सरकार ने हर बजट में बहुत बड़ी राशि बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए दी है। बांग्लादेश की सीमा पर 591 किलोमीटर की बाड़बंदी, 1129 किलोमीटर पर फ्लड लाइट्स लगाई गई हैं। दूर-दराज के क्षेत्रों में गांवों की कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयास किया है। सीमा पर वाइब्रेंट विलेज की शुरुआत हुई है। उत्तरी सीमा में कई वाइब्रेंट विलेज (विशेष सुविधाओं से लैस) बनाए हैं। इससे पलायन की समस्या खत्म हुई है। परेड में वीरता पदक और पीपीएमडीएस ट्रॉफियां दी गईं। चार वीरता पदक, एक जीवन रक्षा, छह पुलिस सेवा पदक और जनरल चौधरी ट्रॉफी समेत तमाम सम्मान दिए गए।    इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह के सामने कदम से कदम मिलाते हुए बीएसएफ के जवानाें ने अपने अनुशासन और एकता का प्रदर्शन किया। परेड के ठीक पीछे बीएसएफ के जवानाें ने हथियारों की प्रदर्शनी की। इसमें जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल और एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन किया गया। परेड से पहले बीएसएफ विंग के स्वदेशी हेलीकॉप्टर ध्रुव ने आसमान से सुरक्षा का जायजा लिया।

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दमिश्क । सीरिया में 24 साल से चला आ रहा बशर अल असद का शासन खत्म हो गया है। राजधानी दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जे के साथ सीरिया के आर्मी कमांडर ने असद सरकार के खात्मे की घोषणा की। विद्रोहियों ने दमिश्क को आजाद घोषित कर दिया है। पुलिस मुख्यालय से लेकर टीवी नेटवर्क तक पर विद्रोहियों का कब्जा है। सीरियाई विद्रोहियों ने रविवार को दावा किया कि बशर अल-असद राजधानी से भाग गए हैं। सड़कों पर आजादी के नारे लगाते हुए विद्रोही लड़ाके घूम रहे हैं।   सीरिया के प्रमुख शहर होम्स पर कब्जे के बाद राजधानी दमिश्क की ओर तेजी से बढ़े विद्रोही गठबंधन के लड़ाकों ने रविवार को राजधानी पर कब्जे के साथ देश को आजाद घोषिित कर दिया। इससे पहले विद्रोहियों ने राजधानी के सैदनाया सैन्य जेल पर नियंत्रण का दावा किया था।  मिलिट्री ऑपरेशंस कमांड ने टेलीग्राम पोस्ट में लिखा, ‘हम बशर अल-असद से दमिश्क शहर को आजाद घोषित करते हैं। दुनिया भर में विस्थापित सभी लोगों के लिए आजाद सीरिया आपका इंतजार कर रहा है।’     इससे पहले सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने रविवार सुबह रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि सरकार लोगों की ओर से चुने गए किसी भी नेतृत्व के साथ सहयोग के लिए तैयार है। 

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय ने सीरिया में जारी हिंसा के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक सीरिया की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यात्रा परामर्श जारी करते हुए कहा कि सीरिया में मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक सीरिया की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। मंत्रालय ने सीरिया में मौजूद भारतीयों को आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर और आधिकारिक ईमेल आईडी के माध्यम से दमिश्क में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी है। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि जो लोग वापस लौट सकते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों से चले आएं और अन्य लोगों से अपनी सुरक्षा के बारे में अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी गतिविधियों को सीमित रखने की अपील की गई है।  

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नई दिल्ली । भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आज यहां दो दिवसीय बैठक शुरू हुई। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के कई नेताओं और शीर्ष पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए और छात्रों को आगामी चुनौतियों के बारे में आगाह किया। राहुल गांधी ने अपने सम्बोधन के दौरान देश में युवा वर्ग और छात्रों की समस्याओं और लोकतंत्र पर बढ़ते खतरे पर चर्चा की। राहुल गांधी ने कहा कि हम सभी एकजुट होकर छात्रों के हक और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे एनएसयूआई और छात्र आंदोलन एक प्रगतिशील और सशक्त राष्ट्र की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यह गतिशील बैठक छात्र नेतृत्व को बढ़ावा देने और एक मजबूत, उज्ज्वल भारत के लिए एकजुट दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है।   उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार के पास शैक्षणिक संस्थानों में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के खिलाफ भेदभाव पर कोई डेटा नहीं है। सामाजिक न्याय में एक कदम पीछे जब सरकार समस्या को मापने से भी इनकार करती है तो हम बदलाव की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? शैक्षणिक संस्थानों में एससी-एसटी के साथ होने वाले भेदभाव को दूर करने में मोदी सरकार की अक्षमता उजागर होती है। बिना डेटा के समाधान कैसे हो सकता है? यह विफलता हाशिए पर पड़े समुदायों के संघर्षों के प्रति उनकी उदासीनता को उजागर करती है। यह जवाबदेही और कार्रवाई का समय है।   इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभानु ने इस अवसर पर एनएसयूआई के साथ अपने प्रेरक सफर को साझा किया और राष्ट्र को आकार देने में छात्र आंदोलनों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार और एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने भी अपने विचार रखे।  

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अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में बीएपीएस सुवर्ण कार्यकर महोत्सव काे वर्चुअल माध्यम से सम्बाेधित किया। उन्होंने कहा कि आज प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जयंती है, मैं उन्हें नमन करता हूं। प्रमुख स्वामी की शिक्षा और संकल्प आज परम पूज्य महंत स्वामी के समर्पण से फलीभूत कार्यक्रम हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीएपीएस के कार्यकर्ता पूरी दुनिया में भारत के प्रभाव को ताकत देते हैं। दुनिया के 28 देशों में बीएपीएस भगवान स्वामीनारायण संस्थान के 1800 मंदिर, 21000 से अधिक आध्यात्मिक केंद्र दुनिया जब देखती है तो भारत की आध्यात्मिक विरासत को देखती है। यह मंदिर भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। जब कोई भी भारत से जुड़ जाता है तो उससे मोहित हुए बिना नहीं रहता।  मोदी ने कहा कि अभी कुछ समय पहले अबू धाबी का मंदिर ​प्रतिष्ठित हुआ और मैं भी उसमें शामिल हुआ था। दुनिया ने भारत की सांस्कृतिक विविधता देखी है। मैं सभी कार्यकारों को शुभकामनाएं देता हूं। आपकी बड़ी-बड़ी महत्वाकांक्षाएं इतनी आसानी से पूरी हो रही हैं, यह भगवान स्वामीनारायण की तपस्या का ही परिणाम है। आज बीएपीएस विश्व में वही प्रकाश फैला रहा है जिसकी स्थापना उन्होंने की थी। इन कार्यों को नदिया ना पिये कभी अपना जल... गीत की पंक्ति द्वारा समझा जा सकता है। नदी अपना पानी नहीं पीती, पेड़ अपना फल नहीं खाता, अपना फल नहीं खाता, मनका दूजो को जो दान है वो सच्चा इंसान, अरे धरती का भगवान।प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जब यूक्रेन में युद्ध बढ़ने लगा तो भारत सरकार ने वहां फंसे भारतीयों को तुरंत निकालने का फैसला किया। पोलैंड पहुंचे भारतीय इस बात पर विचार कर रहे थे कि युद्ध की स्थिति में अधिकतम सहायता कैसे प्रदान की जाए। उस समय मैंने रात 12-1 बजे एक बीएपीएस संत से बात की और कहा, जो भारतीय पोलैंड पहुंच रहे हैं, उन्हें निकालने के लिए मुझे आपकी मद्द चाहिए। मैंने रात भर देखा कि संगठन ने पोलैंड पहुंचे लोगों की मदद की। मानवता के हित में आपका यह योगदान सराहनीय है इसलिए कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में मैं आपको धन्यवाद देता हूं। आज, बीएपीएस कार्यकर्ता लाखों लोगों का जीवन बदल रहे हैं। आप प्रेरणास्रोत हैं, प्रशंसनीय एवं प्रशंसनीय हैं।इससे पूर्व मंच पर पहुंचे महंत स्वामी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल का माला पहनाकर स्वागत किया गया। अमित शाह और भूपेन्द्र पटेल ने महंत स्वामी का आशीर्वाद लिया। पूरा स्टेडियम जय स्वामीनारायण के उद्घोष से गूंज उठा। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में वडोदरा से 10 हजार, सूरत से 4 हजार, अहमदाबाद-गांधीनगर से 30 हजार, राजकोट से 2600 और अन्य राज्यों से 1 लाख कार्यकर्ता अहमदाबाद पहुंचे।

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ग्रेटर नोएडा । अपनी मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा। दिल्ली कूच करने के लिए आज बड़ी संख्या में महिलाएं व किसान परी चौक पर पहुंचे लेकिन वहां पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस दौरान महिलाओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। किसानों ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आज सुबह से ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सोशल मीडिया पर आंदोलन जारी रखने का आह्वान कर रहे हैं। वे लोग जीरो प्वाइंट पर पहुंचकर दिल्ली कूच करने का आह्वान कर रहे थे। इसके चलते यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वाइंट पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहां पर किसी को जाने नहीं दिया गया। दोपहर को किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में महिलाओं के साथ किसान नारेबाजी करते हुए परी चौक पर पहुंचे। एडीपीसी अशोक कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहले से ही परी चौक पर तैनात थे। पुलिस, पीएसी और आरपीएफ के जवानों ने किसानों और महिलाओं को घेर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आंदोलनरत किसानों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करने के बजाए उनके आंदोलन को दबाने का काम कर रही है। किसान आंदोलन को कुचलने का काम किया जा रहा है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।इस दौरान पुलिस ने महिला सिपाहियों की मदद से महिला समेत 100 से अधिक किसानों को हिरासत में लेकर जेल पहुंचाया गया। हालांकि जेल पहुंचने के बाद पुलिस ने महिला किसानों को छोड़ दिया, लेकिन उनके साथ आए 42 पुरुष किसानों को जेल में दाखिल किया गया है। जहां सभी किसानों को सामान्य बैरक में रखा गया है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना रहा कि बिना अनुमति के धरना करने के लिए जीरो प्वाइंट से दलित प्रेरणा स्थल नोएडा की ओर निकले किसानों को गिरफ्तार किया गया है।गाैरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर में भूमि अधिग्रहण समेत कई मुद्दों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, बढ़ा हुआ 64.7 प्रतिशत मुआवजे और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग कर रहे हैं।

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नई दिल्ली । राज्यसभा में शुक्रवार को नया विवाद देखने को मिला। उच्च सदन में बेंच नंबर 222 के नीचे से नोट की गड्डी मिलने का मामला सामने आया है। यह सीट कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की है। सभापति जगदीप धनखड़ ने इस मसले को बेहद गंभीर बताया है।  इस मामले में उच्च सदन में भाजपा नेता जेपी नड्डा ने इसे असामान्य घटनाक्रम बताते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इस घटनाक्रम को लेकर विपक्ष के रवैए पर भी सवाल उठाया। जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभापति को इस मामले की जांच करनी चाहिए। उनके आश्वासन के बाद सदन में शून्यकाल शुरू हुआ।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने अष्टलक्ष्मी महोत्सव को समर्पित डाक टिकट का भी विमोचन किया। पहली बार मनाया जा रहा तीन दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव 8 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत संविधान निर्माता डॉ. भीमराम अंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित कर की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का बनाया संविधान और संविधान के 75 वर्ष के अनुभव देशवासियों के लिए प्रेरणा हैं। भारत मंडपम के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में यह स्थान जी-20 के सफल आयोजन सहित अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का साक्षी बना है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली पूर्वोत्तरमय हो गई है। पूर्वोत्तर के विविधता भरे रंग आज राजधानी में सुंदर इंद्रधनुष बना रहे हैं। यह तीन दिवसीय महोत्सव पूरे देश और विश्व को पूर्वोत्तर का सामर्थ्य दिखाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव पूर्वोत्तर के किसानों, कारगीरों, शिल्पकारों के साथ-साथ दुनिया के निवेशकों के लिए भी बेहतर अवसर है। ये पहला और अनोखा आयोजन है, जब इतने बड़े स्तर पर नॉर्थ-ईस्ट में निवेश के द्वार खुल रहे हैं। ये नॉर्थ-ईस्ट के किसानों, कारीगरों व शिल्पकारों के साथ-साथ दुनियाभर के निवेशकों के लिए भी बेहतरीन अवसर है। उन्होंने अष्टलक्ष्मी महोत्सव के आयोजकों को नॉर्थ-ईस्ट के सभी राज्यों के निवासियों और यहां आए सभी अतिथियों को बधाई दी। कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मीन, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुकांत मजूमदार आदि उपस्थित थे।

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रांची । झारखंड में हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह दिन बाद गुरुवार को राजभवन के अशोक उद्यान में 11 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शपथ दिलायी। झामुमो से छह, कांग्रेस से चार और राजद से एक विधायक को मंत्री बनाया गया है। इस दौरान प्रोटेम स्पीकर पद की भी शपथ दिलायी गयी।    राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सबसे पहले प्रो. स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई। वहीं मंत्री के रूप में राधाकृष्ण किशोर ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद दीपक बिरुआ, चमरा लिंडा, संजय प्रसाद यादव, रामदास सोरेन, इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, योगेंद्र प्रसाद, सुदिव्य कुमार और शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्री पद की शपथ ली।   मंत्रिपरिषद में छह नए चेहरों को जगह दी गई है। नए चेहरों में झामुमो के चमरा लिंडा, सुदिव्य सोनू और योगेंद्र प्रसाद, कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की एवं राधा कृष्ण किशोर और राजद के संजय प्रसाद यादव को हेमंत कैबिनेट में जगह मिली है। मंत्रिपरिषद में झामुमो के छह, कांग्रेस के चार और राजद के एक विधायक को जगह मिली है। मधुपुर से विधायक हफीजुल हसन ने उर्दू और अन्य ने हिंदी में शपथ ली। कांग्रेस कोटे से दो महिलाओं को मंत्री बनाया गया है, जबकि झामुमो की ओर से एक भी महिला को मंत्री नहीं बनाया गया है। राज्य गठन के बाद पहली बार सवर्ण जाति से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया है। पिछली बार गढ़वा से चुनाव जीते मिथलेश ठाकुर ब्राह्मण चेहरे के तौर पर मंत्री बने थे। इस बार वह चुनाव हार गये। पांचों प्रमंडल को साधने की कोशिशहेमंत मंत्रिपरिषद में संथाल परगना से चार विधायकों को जगह दी गई है। इसमें मधुपुर से हफीजुल अंसारी, जामताड़ा से इरफान अंसारी, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह और गोड्डा से संजय प्रसाद यादव हैं। पलामू प्रमंडल से कांग्रेस विधायक राधाकृष्ण किशोर को शामिल किया गया है। कोल्हान से रामदास सोरेन और दीपक बिरूआ, दक्षिणी छोटानागपुर से दो और कोयलांचल से दो विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।झामुमो कोटे से ये बने मंत्रीरामदास सोरेन (घाटशिला)दीपक बिरुआ (चाईबासा)हाफिजुल हसन अंसारी (मधुपुर)चमरा लिंडा (विशुनपुर)सुदिव्य सोनू (गिरिडीह)योगेंद्र प्रताप (गोमिया)कांग्रेस कोटे से ये बने मंत्रीडॉ. इरफ़ान अंसारी (जामताड़ा)दीपका पांडेय सिंह (महगामा)शिल्पी नेहा तिर्की (मांडर)राधाकृष्णा किशोर (छतरपुर)राजद कोटे से ये बने मंत्रीसंजय प्रसाद यादव (गोड्डा) उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन ने राज्य के 14 वें मुख्यमंत्री के रूप में मोरहाबादी मैदान में 28 नंवबर को पद एवं गोपनियता की शपथ ली थी। विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन को 56 सीटे मिलीं। इनमें झामुमो की 34, कांग्रेस की 16, राजद की चार, भाकपा माले की दो सीटें शामिल हैं। भाजपा-नीत राजग को 24 सीटें मिलीं। राज्य की विधानसभा 81 सदस्यीय है।

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मुंबई । भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरीश महाजन के साथ चर्चा के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुरुवार को आजाद मैदान में आयोजित समारोह में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हो गए हैं।   शिवसेना शिंदे समूह के नेता उदय सामंत ने बताया कि एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से मना कर दिया था। इसलिए हम सभी विधायकों ने भी सरकार में शामिल न होने का निर्णय ले लिया था। विधायकों के दवाव की वजह से एकनाथ शिंदे अब उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को तैयार हो गए हैं। एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद के साथ गृहमंत्री का पद भी मांग रहे थे, लेकिन भाजपा गृहमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। इसी वजह से एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से इंकार कर दिया था।   शिवसेना शिंदे समूह के विधायक लगातार एकनाथ शिंदे को समझा रहे थे, लेकिन बात बनती न देख भाजपा नेता और पूर्व मंत्री गिरीश महाजन गुरुवार को दोपहर में वर्षा बंगले में पहुंचे। इसके बाद इन दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक अकेले में चर्चा हुई। इसके बाद एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हो गए हैं। इन दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा का ब्योरा गोपनीय रखा गया है। गुरुवार को सुबह शपथ विधि के लिए छपे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री के रूप में अजीत पवार का ही नाम था, अब इसमें बदलाव किया जा रहा है।

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 15वें वीटीबी रूस कॉलिंग इन्वेस्टमेंट फोरम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की "इंडिया फर्स्ट" नीति और "मेक इन इंडिया" पहल की प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने विकास के लिए स्थिर माहौल को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए इस बात पर जोर दिया कि इन नीतियों ने भारत के विकास में किस तरह योगदान दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विनिर्माण को बढ़ावा देने और विदेशी निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई "मेक इन इंडिया" पहल ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रपति पुतिन की टिप्पणियों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक प्रगति को चिह्नित किया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई) के लिए "स्थिर स्थिति" बनाने को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई आर्थिक पहलों पर प्रकाश डाला, जिसमें "मेक इन इंडिया" कार्यक्रम पर विशेष ध्यान दिया गया। राष्ट्रपति ने रूस के आयात घटाने के कार्यक्रम और भारत की "मेक इन इंडिया" पहल के बीच समानताएं बताते हुए भारत में विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के प्रति रूस की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत में निवेश लाभदायक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के नेतृत्व ने अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देने पर ध्यान केंद्रित किया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के पास ‘मेक इन इंडिया’ नामक एक ऐसा ही कार्यक्रम है। हम भी भारत में अपना विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए तैयार हैं। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति से प्रेरित होकर स्थिर माहौल का निर्माण कर रही है। हमारा मानना ​​है कि भारत में निवेश करना लाभदायक है।" उन्होंने यह भी कहा कि रूसी कंपनी रोसनेफ्ट ने हाल ही में भारत में 20 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। पुतिन ने ब्रिक्स के उदय के संदर्भ में रूस के आयात घटाने के कार्यक्रम के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जिसमें एसएमई के विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया तथा ब्रिक्स व अन्य देशों में एसएमई के लिए सुचारू व्यापारिक लेनदेन की सुविधा के लिए त्वरित विवाद समाधान प्रणाली की आवश्यकता पर बल दिया गया। उन्होंने बाजार से बाहर हो चुके पश्चिमी ब्रांडों के स्थान पर नए रूसी ब्रांडों के उदय की ओर इशारा किया तथा उपभोक्ता वस्तुओं, आईटी, उच्च तकनीक और कृषि जैसे क्षेत्रों में स्थानीय रूसी निर्माताओं की सफलता के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह हमारे आयात घटाने के कार्यक्रम के हिस्से के रूप में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। नए रूसी ब्रांडों के उभरने से उन पश्चिमी कंपनियों की जगह लेने में मदद मिल रही है, जो स्वेच्छा से हमारे बाजार को छोड़ चुकी हैं। हमारे स्थानीय निर्माताओं ने न केवल उपभोक्ता वस्तुओं में बल्कि आईटी और उच्च तकनीक वाले उद्योगों में भी महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।" पुतिन ने एसएमई के विकास को समर्थन देने के लिए ब्रिक्स देशों के बीच और अधिक सहयोग का भी आग्रह किया। उन्होंने सदस्य देशों को अगले साल ब्राजील में होने वाले शिखर सम्मेलन के दौरान सहयोग कायम करने की दिशा में प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। रूस द्वारा ब्रिक्स के साथ मिलकर विकसित किए जा रहे निवेश मंच के बारे में चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इसमें सभी भागीदार देशों को लाभ पहुंचाने की क्षमता है और उम्मीद है कि यह हमारी अर्थव्यवस्थाओं को समर्थन देने और वैश्विक दक्षिण और पूर्व के देशों को वित्तीय संसाधन प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बन जाएगा। उन्होंने कहा, "मैं अपने ब्रिक्स के भागीदार देशों से सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करने का आग्रह करता हूं, और हम निश्चित रूप से इसे अपने ब्राजीलियाई नेताओं के ध्यान में लाएंगे, जो अगले वर्ष ब्रिक्स का नेतृत्व करेंगे।"

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मुंबई । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर महाराष्ट्र में नई सरकार बनाने का दावा किया है। इसके बाद राज्यपाल ने गुरुवार को शाम साढ़े पांच बजे नई सरकार की शपथ विधि को मंजूरी दे दी। इस मौके पर शिवसेना शिंदे समूह के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजीत पवार समूह के अध्यक्ष अजीत पवार , केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल उपस्थित थे। भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुधवार को विधानभवन में आयोजित की गई थी। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। इसके बाद राकांपा एपी के अध्यक्ष अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलने वर्षा शासकीय आवास पर गए। इन तीनों नेताओं के बीच भावी सरकार के गठन को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद आज देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ राजभवन गए और राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि आज वे शिवसेना शिंदे समूह के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे, राकांपा एपी के अध्यक्ष अजीत पवार के साथ राज्यपाल से मिले और उन्हें एनडीए के सहयोगी दलों की ओर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने पत्र देखने के बाद हमें सरकार गठन की मंजूरी दी है। इसलिए गुरुवार शाम को हमारी सरकार का शपथ विधि होगी। हम तीनों साथ बैठकर मंत्रियों के नाम तय करने वाले हैं। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी सरकार के समक्ष चुनौतियां बहुत हैं। हमने चुनाव प्रचार के दौरान जो वादे जनता से किए हैं, उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।   राकांपा एपी के अध्यक्ष अजीत पवार ने कहा कि उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बनाने का समर्थन दिया है, इसलिए काम-काज में कोई दिक्कत नहीं आएगी। शिवसेना शिंदे समूह के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने का समर्थन दिया है। इससे पहले हम सभी साथ मिलकर जनता के हित में काम कर रहे थे। शिंदे ने कहा कि पद महत्वपूर्ण नहीं है, हमें जनता के विकास कार्यों को प्रमुखता देनी है।

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नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के हिंसा प्रभावित संभल जाते समय बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर रोके जाने के बाद राहुल गांधी दिल्ली लौट आए। उनके साथ सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी था। राहुल गांधी ने कहा कि वे पुलिस के साथ अकेले संभल जाने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है, जो असंवैधानिक है। लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर यह उनका संवैधानिक अधिकार है। इसकी अनुमति मिलनी चाहिए थी।   हालांकि राहुल गांधी को रोकने के क्रम में पुलिस ने जो बंदोबस्त किए थे, उसके कारण सड़क पर वाहनों का काफी लम्बा जाम लग गया और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन और पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने से रोकने के लिए पहले ही सीमा पर नाकाबंदी कर दी थी, क्योंकि वहां पर बाहरी लोगों के जाने पर रोक लागू है। जिले में निषेधाज्ञा भी लागू है, जहां पिछले सप्ताह समाजवादी पार्टी (सपा) के कई सांसदों को जिले में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत प्रतिबंध अब संभल में 31 दिसंबर तक बढ़ा दिए गए हैं।   इस मौके पर राहुल के साथ मौजूद वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि राहुल संवैधानिक पद पर हैं और उन्हें संवैधानिक अधिकार है। उन्हें पीड़ित परिवारों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए।   राहुल गांधी के साथ कांग्रेस प्रतिनिधिमडंल को रोके जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में संभल जा रहे हमारे प्रतिनिधिमंडल को गाजियाबाद में उप्र सीमा पर रोक दिया गया। उप्र सरकार द्वारा लोकसभा के नेता विपक्ष को हिंसा में जान गंवाने वालों के परिवारों से मिलने से रोकने के पीछे क्या कारण है? ऐसे व्यक्ति के साथ खड़ा होना बुनियादी मानवता है, जिसने इतना दुख और नुकसान झेला हो।   दरअसल, राहुल के काफिले को रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर भारी बैरिकेडिंग की गई थी। रास्ते को डायवर्ट किया गया था, जिससे रोज ऑफिस आने जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर तक गाजीपुर बॉर्डर पर भारी जाम लगा हुआ था।

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पुंछ । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में बुधवार सुबह आतंकवादियों ने सेना की एक चौकी पर दो ग्रेनेड फेंके, जिसमें से केवल एक ग्रेनेड फटा। हालांकि, इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।   सेना के अनुसार सुरनकोट इलाके में सेना के एक शिविर के पीछे एक सेना की चौकी पर आतंकवादियों ने आज दो ग्रेनेड फेंके। उनमें से एक में विस्फोट हो गया जबकि दूसरे में नहीं हुआ। इसके बाद चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने दूसरे ग्रेनेड को खोजा और विशेषज्ञों ने उसे निष्क्रिय कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट हुए ग्रेनेड का सेफ्टी पिन सेना के शिविर की परिधि की दीवार के पास मिला। उन्होंने बताया कि हमले के बाद भागे आतंकवादियों का पता लगाने के लिए सेना और पुलिस ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में तीन नए आपराधिक कानूनों के सफल क्रियान्वयन से राष्ट्र को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भारतीय न्याय संहिता का मूल मंत्र-नागरिक प्रथम है। उन्होंने कहा कि ये कानून नागरिक अधिकारों के संरक्षक और न्याय में आसानी का आधार बन रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि नए आपराधिक कानून हमारे संविधान द्वारा हमारे देश के नागरिकों के लिए कल्पित आदर्शों को पूरा करने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में देश विकसित भारत का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है, जब संविधान के 75 वर्ष हुए हैं, तब संविधान की भावना से प्रेरित 'भारतीय न्याय संहिता' के प्रभाव का प्रारंभ होना, बहुत बड़ी बात है। देश के नागरिकों के लिए हमारे संविधान ने जिन आदर्शों की कल्पना की थी, उन्हें पूरा करने की दिशा में ये ठोस प्रयास है। मोदी ने सभी देशवासियों को भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के लागू होने की शुभकामनाएं दी और चंडीगढ़ प्रशासन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी।उन्होंने कहा कि आजादी के सात दशकों में न्याय व्यवस्था के सामने जो चुनौतियां आईं, उन पर गहन मंथन किया गया। हर कानून का व्यवहारिक पक्ष देखा गया, भविष्य के मापदंड पर उसे कसा गया, तब भारतीय न्याय संहिता इस स्वरूप में हमारे सामने आई है। मैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का, न्यायाधीशों का, देश की सभी हाई कोर्ट का विशेष आभार व्यक्त करता हूं।इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज देश की आपराधिक प्रणाली के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। आज का दिन हमारी आपराधिक प्रणाली में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किया जाएगा। आज भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को पूर्णतय: क्रियान्वित करने वाला पहला यूनिट हमारा चंडीगढ़ बनने जा रहा है। उन्होंने इसके लिए चंडीगढ़ को बधाई दी।शाह ने कहा कि इससे पहले जो कानून थे, वो 160 साल पहले अंग्रेजों द्वारा बनाए गए थे और नागरिकों की जगह अंग्रेजों के शासन की सुरक्षा के लिए बनाए गए थे। मोदी द्वारा ये जो कानून लाए गए हैं, ये भारतीयों द्वारा देश की संसद में और भारतीयों को न्याय व सुरक्षा दिलाने के लिए बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार के सभी विभागों से एक आग्रह किया कि हमारे प्रशासन से गुलामी के सभी चिह्नों को समाप्त कर नए भारत की सोच को प्रत्यापित करना चाहिए।  

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चंडीगढ़ । शिरोमणि अकाली दल (बादल) के पूर्व प्रधान और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और बादल सरकार के पूर्व मंत्रियों आज सुबह चोला बदल गया। सभी ने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह की कल सुनाई गई धार्मिक सजा का पालन शुरू कर दिया।आज सुबह सुखबीर बादल सभी नेताओं के साथ अमृतसर स्थित दरबार साहिब पहुंचे। बादल और पूर्व केंद्रीयमंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा ने सेवादार का चोला पहना। गले में दोषी माफी वाली तख्ती लटकाने के बाद सुखबीर व ढींडसा दरबार साहिब की मुख्य ड्योढी के बाहर हाथों में बरछे लेकर बैठे। अकाल तख्त साहिब के प्रबंधक ने उनकी हाजिरी लगवाई।अकाली दल के कार्यवाहक अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़, दलजीत सिंह चीमा समेत कई नेता वहां मौजूद रहे। सुखबीर ने चाैकीदार की सजा भुगतने के बाद बर्तन साफ करने व जाेड़ाघर में जाकर भी सजा भुगती। सुखबीर बादल के पहली सजा भुगतने के बाद अकाली दल के अन्य सभी नेताओं ने भी आज अपनी धार्मिक सजा भुगतने की शुरुआत की। अन्य नेताओं को यहां के जनता शौचालयों की सफाई करने की सजा दी गई है।

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श्रीनगर । श्रीनगर के दाचीगाम जंगल में आज सुबह शुरू आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में अब तक एक आतंकी मारा गया। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया है। उसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। क्षेत्र में अभियान अभी जारी है।पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षाबलों के संयुक्त दलों ने एक विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर दाचीगाम जंगल के ऊपरी इलाकों में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। संदिग्ध स्थान पर पहुंचने पर आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।

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कोलकाता । बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों, अत्याचाराें काे राेकने और आध्यात्मिक गुरु चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के सैकड़ाें साधु-संतों ने सोमवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उत्तर 24 परगना जिले के पेट्रापोल बॉर्डर पर हुआ, जिसमें अखिल भारतीय संत समिति के नेतृत्व में कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।   साधु-संतों ने भारतीय और बांग्लादेशी सरकारों से आग्रह किया कि वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते हमलों और अत्याचार पर तत्काल कार्रवाई करे। समिति के बंगाल अध्यक्ष स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाती है।   चिन्मय कृष्ण दास, जो एक आध्यात्मिक गुरु हैं, उनको बांग्लादेश में राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी और जमानत याचिका खारिज होने के बाद इस्कॉन ने कोलकाता में कीर्तन और प्रार्थना सभाओं का आयोजन कर विरोध जताया है। शुभेंदु अधिकारी का समर्थन- पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी इस मुद्दे पर अपना समर्थन देने के साथ प्रदर्शन करने की घोषणा की है। वे बुधवार को हिंदू जागरण मंच और अन्य संगठनों के साथ मिलकर वे पेट्रापोल बॉर्डर पर एक मानवीय श्रृंखला बनाएंगे।   भारत सरकार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों के लिए कार्रवाई की उम्मीद जताई है।   गाैरतलब है कि बांग्लादेश में अगस्त में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं। बांग्लादेश हिंदू-बौद्ध-ईसाई एकता परिषद के अनुसार, 170 मिलियन की आबादी वाले इस देश में हिंदुओं की जनसंख्या मात्र आठ फीसदी है, लेकिन वे राजनीतिक अस्थिरता और सांप्रदायिक हिंसा का शिकार बन रहे हैं। अगस्त से अब तक 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें मंदिरों को नुकसान पहुंचाना और हिंदुओं की संपत्तियों को लूटना शामिल है​​​​।  

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि इस नए और गतिशील युग में कर संग्रह में कम हस्तक्षेप और प्रौद्योगिकी का अधिक उपयोग करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर प्रशासन के क्षेत्र में नए विचार और नए समाधान लाने की जिम्मेदारी युवा अधिकारियों पर है।भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) हमारी अर्थव्यवस्था को एक समान कर व्यवस्था तथा साझा प्रशासनिक मूल्यों के माध्यम से जोड़ती है। यह सेवा देश के कर प्रशासन में समानता को बढ़ावा देती है। आईआरएस अधिकारी भारत सरकार, व्यापार और विभिन्न राज्यों के कर प्रशासनों के बीच एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी हैं।राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में बदलते सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में राष्ट्रीय हित का एजेंडा काफी हद तक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग से तय होता है। आईआरएस अधिकारी देश की आर्थिक सीमाओं के संरक्षक हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उन्हें हमेशा ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से काम करना होगा। दूसरे देशों के साथ व्यापार सुविधा समझौतों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) देश को आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे के निर्माण, सामाजिक-आर्थिक योजनाओं के संचालन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने आदि के लिए संसाधनों का उपयोग करने में सक्षम बनाती है। यह राष्ट्र निर्माण में आईआरएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रशासक के रूप में अपनी भूमिका को निभाने के लिए आपको ऐसी प्रणालियां और प्रक्रियाएं विकसित करने की आवश्यकता है जो पारदर्शी हों और जवाबदेही सुनिश्चित करें।राष्ट्रपति ने अधिकारियों को सलाह दी कि वे याद रखें कि कराधान केवल देश के राजस्व को बढ़ाने का साधन नहीं है। यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। देश के नागरिकों द्वारा दिया गया कर देश और लोगों के विकास के लिए उपयोग किया जाता है। इसलिए, यदि वे अपना काम लगन और निष्ठा से करेंगे, तो वे देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दे पाएंगे।      

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12वीं फेल' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने के बाद अब बॉलीवुड एक्टर विक्रांत मैसी की फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' सिनेमाघरों में है। विक्रांत बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं की सूची में गिने जाते हैं। इसी बीच 37 वर्षीय अभिनेता विक्रांत मैसी ने एक्टिंग से संन्यास लेने का ऐलान किया है। विक्रांत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर यह जानकारी दी है। उनकी इस पोस्ट पर फैन्स और सेलिब्रिटीज ने रिएक्शन देना शुरू कर दिया है। मैसी 'सेक्टर 36' और 'दिलरुबा' जैसी विविधता वाली फिल्माें के लिए भी जानें जाते हैं।   अभिनेता विक्रांत मैसी ने साेमवार काे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, "पिछले कुछ साल मेरे लिए काफी असाधारण रहे हैं। आप सभी के सहारे के लिए आपका शुक्रिया। जैसे-जैसे मैं जीवन में आगे बढ़ता हूं, मुझे एहसास होता है कि अब खुद को सुधारने और एक पति, पिता और अभिनेता के रूप में घर लौटने का समय आ गया है। विक्रांत मैसी ने पोस्ट में लिखा, "सही समय आने तक हम 2025 में आखिरी बार एक-दूसरे को देखेंगे। पिछली दो फिल्मों और कई वर्षों की यादों के लिए सभी को एक बार फिर धन्यवाद। मैं आपका ऋणी रहूँगा।"   विक्रांत की इस पोस्ट काे देखते ही फैंस हैरान हो गए हैं। कई लोगों ने उनसे यह फैसला न लेने को कहा है। कुछ ने दिल टूटने वाले इमोजी कमेंट किए हैं। कुछ प्रशंसकों का कहना है कि आप भारत के सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में से एक हैं, इसलिए इंडस्ट्री मत छोड़ें। विक्रांत की पोस्ट पर एक्ट्रेस ईशा गुप्ता ने उनके नाम और रेड हार्ट इमोजी के साथ कमेंट किया है। विक्रांत मैसी का टीवी सीरीज से लेकर फिल्मों तक का सफर जारी रहा। टीवी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले विक्रांत ने एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपनी जगह और फैन बेस बनाया। विक्रांत के पोस्ट के बाद फैंस भी सोच रहे हैं कि क्या वह सच में रिटायर हो रहे हैं या फिल्म के प्रमोशन के लिए ऐसा किया जा रहा है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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दुबई । भारतीय क्रिकेट को नई ऊचाइंयों पर पहुंचाने में अहम योगदान देने के बाद जय शाह ने रविवार यानी 1 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। वह ग्रेग बार्कले का स्थान लेंगे। बार्कले नवंबर 2020 से इस पद पर थे। जय शाह इस साल अगस्त में आईसीसी के निर्विरोध चेयरमैन चुने गए थे। आईसीसी ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।आईसीसी चेयरमैन के रूप में जय शाह ने अपने पहले वक्तव्य में अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित किया, जिसमें लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने और महिला खेल के विकास में और तेजी लाना शामिल है।शाह ने एक बयान में कहा कि मैं आईसीसी चेयरमैन की भूमिका के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं और आईसीसी निदेशकों और सदस्य बोर्डों के समर्थन और विश्वास के लिए आभारी हूं। उन्होंने कहा कि यह खेल के लिए एक रोमांचक समय है क्योंकि हम लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों की तैयारी कर रहे हैं और दुनिया भर के प्रशंसकों के लिए क्रिकेट को अधिक समावेशी और आकर्षक बनाने के लिए काम कर रहे हैं। हम कई प्रारूपों के सह-अस्तित्व और महिलाओं के खेल के विकास में तेजी लाने की आवश्यकता के साथ एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में वैश्विक स्तर पर अपार संभावनाएं हैं और मैं इन अवसरों का लाभ उठाने तथा खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आईसीसी टीम और सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।   शाह ने पिछले चार वर्षों में आईसीसी की उपलब्धियों में बार्कले के योगदान की सहारना की। उन्होंने कहा कि मैं पिछले चार वर्षों में इस पद पर उनके नेतृत्व के लिए तथा इस अवधि के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों के लिए ग्रेग बार्कले को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं वैश्विक मंच पर खेल की पहुंच और विकास का विस्तार करने के लिए आईसीसी टीम और सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।   2009 से शुरू हुआ सफर-जय शाह क्रिकेट प्रशासन में व्यापक अनुभव रखते हैं। उन्होंने 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के साथ अपना सफर शुरू किया था। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के विकास की देखरेख की। 2019 में शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में शामिल हुए और बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने। उन्होंने एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष और आईसीसी की वित्त एवं वाणिज्यिक मामलों की समिति के अध्यक्ष के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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वाशिंगटन । अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को ब्रिक्‍स देशों को धमकाया है। ट्रम्प ने धमकी दी है कि अगर ब्रिक्‍स देश अपनी कोई नई करेंसी लेकर आते हैं और अमेरिकी डॉलर से व्‍यापार नहीं करते तो उन पर सौ फीसदी टैरिफ लगाया जा सकता है। ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत के साथ-साथ रूस, चीन, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, मिस्र, ईरान, यूएई और इथियोपिया शामिल हैं।   नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पद संभालने से पहले ही अपने तेवर दिखा दिए हैं। ट्रम्प ने मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'हमें इन देशों से एक प्रतिबद्धता की जरूरत है कि वे न तो एक नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर को बदलने के लिए किसी अन्य मुद्रा को वापस लेंगे या उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। या फिर अमेरिका के बाजार को अलविदा कहना होगा।'   इसके साथ ही उन्‍होंने लिखा, 'ऐसे देश किसी अन्‍य मार्केट की तलाश कर सकते हैं। ऐसी कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा और जो भी देश ऐसा करने की कोशिश करेगा उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए।'   खास बात यह है कि हाल के महीनों में ब्रिक्स देश अमेरिकी डॉलर के बजाय अपनी नई करेंसी या अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। पिछले महीने ही ब्रिक्स समिट हुआ था जिसमें नई करेंसी पर चर्चा हुई थी। मगर डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी के बाद ब्रिक्स देशों को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है।   उल्लेखनीय है कि इससे पहले ट्रम्प ने सोमवार को घोषणा की कि पदभार ग्रहण करते ही वह कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने कहा कि वह तब तक टैरिफ लागू रखेंगे, जब तक दोनों देश अपने क्षेत्रों से अवैध रूप से अमेरिका में ड्रग्स और अप्रवासियों के प्रवाह को नहीं रोकते।  

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नई दिल्ली । एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में एक बार फिर बढ़ोतरी हो गई है। सिलेंडर की बढ़ी हुई कीमत आज से ही लागू भी हो गई है। ये बढ़ोतरी 19 किलोग्राम के कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत में हुई है। कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में लगातार पांचवें महीने बढ़ोतरी की गई है। बढ़ी हुई कीमत के अनुसार अब कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 1,802 रुपये से बढ़ कर 1,818.50 रुपये हो गई है। दिल्ली की तरह देश के अन्य हिस्सों में भी कॉमर्शियल सिलेंडर आज से बढ़ी हुई कीमत पर मिल रहा है। दिल्ली के अलावा अन्य मेट्रो शहरों में से कोलकाता में 19 किलोग्राम वाला एलपीजी गैस सिलेंडर 1,911.50 रुपये से बढ़ कर 1,927 रुपये का हो गया है। इसी तरह मुंबई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1,754.50 रुपये से बढ़ कर 1,771 रुपये हो गई है। चेन्नई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1,964.50 रुपये से बढ़ कर 1,980.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है। कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में जहां पांचवीं बार बढ़ोतरी हुई है, वहीं 14.2 किलोग्राम वजन वाले घरेलू गैस सिलेंडर यानी रसोई गैस की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है‌। 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में आखिरी बार पिछले साल अगस्त में बदलाव किया गया था। उस समय रसोई गैस की कीमत 100 रुपये प्रति सिलेंडर कम हुई थी। उसके बाद करीब डेढ़ साल की अवधि में 14.2 किलोग्राम वाले गैस सिलंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कीमत में बदलाव नहीं होने के कारण घरेलू एलपीजी सिलेंडर दिल्ली में 803 रुपये में मिल रहा है, जबकि चेन्नई में इसकी कीमत 818.50 रुपये के स्तर पर बनी हुई है। इसी तरह मुंबई में 14.2 किलोग्राम का गैस सिलेंडर 802.50 रुपये में और कोलकाता में घरेलू गैस सिलेंडर 829 रुपये में मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि 14.2 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर का इस्तेमाल घरों में खाना बनाने के काम में किया जाता है, जबकि रेस्टोरेंट, पोल्ट्री, इंडस्ट्रीज, ट्रांसपोर्टेशन जैसे नॉन डोमेस्टिक जगह पर कॉमर्शियल गैस सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत आखरी बार 5 महीने पहले जुलाई के महीने में घटाई गई थी। 1 जुलाई 2024 को कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 1,646 रुपये थी। हालांकि अगस्त के महीने से लगातार कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है, जिसकी वजह से पिछले 5 महीने के दौरान दिल्ली में इसकी कीमत 172.50 रुपये बढ़ चुकी है।  

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मुंबई । महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तेज बुखार से पीड़ित हैं। शिंदे का इलाज उनके मूल गांव सातारा स्थित दरे गांव के आवास पर हो रहा है। डॉक्टरों की टीम ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसलिए शिंदे समूह के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री दीपक केसरकर शनिवार को उनसे बिना मिले मुंबई लौट आए हैं। प्रवक्ता संजय शिरसाट ने तबीयत खराब हाेने की बात कही है।   कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे सातारा स्थित अपने मूल गांव दरे में आराम कर रहे थे। आज सुबह उन्हें ठंडी के साथ तेज बुखार आ गया। इसके बाद डॉक्टरों की टीम उनका इलाज करने पहुंची तो पता चला कि उनके शरीर का तापमान 105 डिग्री है। डॉक्टरों ने उनका इलाज किया और पूर्ण आराम की सलाह दी है। इसी वजह से एकनाथ शिंदे आज दिन भर किसी से नहीं मिले। यहां तक कि उनके अत्यंत नजदीकी दीपक केसरकर बहुत देर तक मिलने का इंतजार करते रहे लेकिन एकनाथ शिंदे ने उनसे भी मुलाकात नहीं की, जिससे केसरकर वापस मुंबई के लिए निकल चुके हैं। शिवसेना शिंदे समूह के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि एकनाथ शिंदे की तबीयत ठीक होने के बाद वे जल्द मुंबई लौटेंगे।  

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नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर शनिवार को एक व्यक्ति ने ग्रेटर कैलाश इलाके में पदयात्रा के दौरान तरल पदार्थ फेंक दिया। इसके तुरंत बाद ही सुरक्षा कर्मियों ने उस व्यक्ति को दबोच लिया और आसपास खड़े कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी।   इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।     घटना के बाद केजरीवाल पीछे हटे और अपने कपड़ों को सूंघने लगे। बाद में पुलिस ने उस व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। आआपा नेता एवं दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पर अक्सर इस तरह के हमले होते रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की केन्द्र सरकार केजरीवाल को सुरक्षा प्रदान करने में नाकाम रही है।   दिल्ली पुलिस का कहना है कि हिरासत में लिये गए व्यक्ति का नाम अशोक झा है। वह खानपुर डिपो में बस मार्शल के तौर पर तैनात है। पुलिस के अनुसार फेंका गया तरल पदार्थ पानी था। घटना के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।  

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मुंबई । महाराष्ट्र पुलिस ने पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार सभी 26 आरोपितों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की धाराएं लगायी हैं। पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अब तक मुख्य शूटर शिव कुमार गौतम सहित 26 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।   महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक इन आरोपितों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की भी कई धाराएं लगायी गयी हैं। इस हत्याकांड में अब तक 26 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले के तीन आरोपित- शुभम रामेश्वर लोनकर, जीशान मोहम्मद अख्तर और अनमोल बिश्नोई अभी भी फरार हैं।    इस मामले को निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में सीआर नंबर 589/2024 के रूप में दर्ज किया गया था और बाद में डीसीबी सीआईडी सीआर नंबर 86/2024 के रूप में फिर से पंजीकृत किया गया था। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के साथ-साथ आर्म्स एक्ट की धारा 3, 5, 25 एवं 27 और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की धारा 37 एवं 135 के तहत भी कार्यवाही की गयी है।   मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मकोका के तहत पुलिस के समक्ष दिए गए इकबालिया बयान कोर्ट में सबूत के तौर पर स्वीकार्य होते हैं। मकोका के तहत जमानत मिलना भी मुश्किल है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

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जोधपुर । राजस्थान हाईकोर्ट ने नीट (पीजी) 2024 की अस्थायी राज्य मेरिट लिस्ट में हुई तकनीकी गलती को लेकर राज्य के काउंसलिंग बोर्ड को अगले आदेश तक राज्य कोटे के तहत चिकित्सा पीजी पाठ्यक्रमों में उम्मीदवारों के दाखिले की सूची को अंतिम रूप देने से रोक दिया है।न्यायाधीश दिनेश मेहता की एकल पीठ में 45 याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता कैलाश जांगिड़ तथा मोहनसिंह शेखावत ने कहा कि याचिकाकर्ताओं को अधिक अंक मिले थे। वे मेरिट लिस्ट में उच्च स्थान पर थे लेकिन काउंसलिंग बोर्ड उन्हें कम अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों से नीचे रख रहा है। उन्होंने कहा कि 22 नवंबर, 2024 को जारी की गई अस्थायी राज्य मेरिट लिस्ट में तकनीकी या प्रक्रियागत त्रुटियां हैं। इसके कारण गलत उम्मीदवारों को दाखिला दिया जा रहा है।हाईकोर्ट ने याचिका में दी गई जानकारी की पुष्टि करते हुए पाया कि याचिकाकर्ताओं के आरोपों में आधार है। पीठ ने काउंसलिंग बोर्ड को सात दिनों का समय दिया है ताकि वह मामले की जांच कर त्रुटियों को ठीक कर सकें। मामले की अगली सुनवाई 5 दिसंबर निर्धारित की गई है। तब तक राज्य के काउंसलिंग बोर्ड को नीट (पीजी) कोर्स 2024 के उम्मीदवारों के दाखिले की अंतिम सूची जारी करने से रोका गया है।

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मुंबई । पोर्नोग्राफी मामले में फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के मुंबई स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शुक्रवार सुबह से छापामारी कर रही है। ईडी की यह कार्रवाई राज कुंद्रा के करीबी समझे जाने लोगों के मुंबई और उत्तर प्रदेश में करीब 15 ठिकानों पर जारी है। अभी तक इस छापेमारी का ब्योरा नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि ईडी ने राज कुंद्रा के आवास से कुछ डिजिटल दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं।   जानकारी के अनुसार पोर्नोग्राफी मामले में मुंबई पुलिस की टीम ने 2021 में राज कुंद्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद राज कुंद्रा को मुंबई पुलिस ने जुलाई 2021 में गिरफ्तार किया था। राज कुंद्रा को सितंबर 2021 में जमानत मिल गई थी। हालांकि इस मामले की छानबीन जारी थी। अब ईडी की टीम इस मामले की मनी लांड्रिंग ऐंगल से जांच कर रही है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पर्यटन क्षेत्र में अनेक लोगों के जीवन में समृद्धि लाने की क्षमता है, इसे देखते हुए सरकार भारत के पर्यटन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पर्यटन में अनेक लोगों के जीवन में समृद्धि लाने की क्षमता है। हमारी सरकार भारत के पर्यटन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिक से अधिक लोग अतुल्य भारत के चमत्कारों का अनुभव कर सकें।”   इससे पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एक्स पर पोस्ट में कहा कि यह सुनिश्चित करना कि पूरी दुनिया भारत के हर कोने को देखे। भारत के पर्यटन क्षेत्र को भारी बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली हमारी सरकार ने आज पूंजी निवेश के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विशेष सहायता (एसएएससीआई) योजना के तहत 23 राज्यों में 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, ताकि प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि 3,295.76 करोड़ रुपये की लागत वाली ये परियोजनाएं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगी और स्थायी पर्यटन के माध्यम से रोजगार पैदा करेंगी। लोकप्रिय स्थलों पर भीड़भाड़ कम करने, उन्नत तकनीकों को एकीकृत करने, स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने, बुनियादी ढांचे और आगंतुकों के अनुभवों को बढ़ाने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने से लेकर, भारत की प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक भव्यता का आनंद लेने की इच्छा रखने वाले सभी लोगों के लिए विश्व स्तरीय अनुभव सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए जाएंगे।

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नई दिल्ली । लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार को भी विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गई। दोनों सदनों में अडानी रिश्वत और संभल मामले पर हुए हंगामे के चलते पहले कार्यवाही 12 बजे और बाद में दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।लोकसभा में आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और नांदेड़ सांसद रवीन्द्र चव्हाण ने सदस्यता की शपथ ली। इसके बाद कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोपहर में दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। नतीजतन, कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।लोकसभा में आज ध्वनिमत से वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर बनी संसद की संयुक्त संसदीय समिति का कार्यकाल बजट सत्र के अंतिम दिन तक बढ़ाये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव को समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल की ओर से रखा गया।इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा की कार्यवाही नहीं चलने देने के लिए विपक्ष की निंदा की। उन्होंने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सभी सदस्य विधेयकों पर चर्चा करने और कामकाज को ठीक से चलने देने के लिए राजी हुए थे। हालांकि यहां हंगामा हो रहा है।उन्होंने वक्फ संबंधित समिति का कार्यकाल बढ़ाये जाने के दौरान भी विपक्ष के हंगामा करने की निंदा की। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से समिति का कार्यकाल बढ़ाये जाने पर सहमति बनी थी लेकिन प्रस्ताव पर मतदान के दौरान विपक्ष हंगामा कर रहा है।इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को संविधान की 75वीं वर्षगांठ का ध्यान दिलाते हुए कहा कि संविधान सभा में भी असहमति थी और बहस हुई हैं लेकिन इस तरह का हंगामा ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान के 75 वर्षों के दौरान संविधान सभा में भी बहसें हुईं, असहमति और सहमति भी बनीं लेकिन सभी ने मर्यादित आचरण बनाए रखा। वे विपक्ष को हर मुद्दे पर पर्याप्त समय और अवसर देंगे।इस बीच राज्यसभा में भी कार्यवाही बाधित रही। सुबह कार्यवाही की शुरुआत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, तिरुवनंतपुरम में चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश किया जिसे राज्यसभा ने स्वीकृत कर दिया ।राज्यसभा की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। उसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। नतीजतन, सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय भावना सदन से गूंजनी चाहिए। संसदीय व्यवधान कोई उपाय नहीं है बल्कि यह एक रोग है। यह हमारी नींव को कमजोर करता है और संसद को अप्रासंगिक बना देता है। हमें इसकी प्रासंगिकता सुनिश्चित करते रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि जब हम रचनात्मक चर्चा से भटक जाते हैं, तो हम उन लाखों लोगों के विश्वास का सम्मान करने में विफल हो जाते हैं, जो हमें अपनी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं के संरक्षक के रूप में देखते हैं।     

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मुंबई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जान से मारने की धमकी देने वाली महिला को मुंबई पुलिस की टीम ने हिरासत में लिया है।आरोपित महिला से पूछताछ चल रही है। मुंबई पुलिस ने इस धमकी भरे कॉल की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को भी दी है। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि मुंबई पुलिस सेंट्रल कंट्रोल रूम में एक महिला कॉलर ने फोन कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मारने की योजना बनाई गई है। इसके बाद महिला कॉलर ने फोन कट कर दिया था। इस कॉल की जांच की गई और इस सिलसिले में एक महिला शीतल चव्हाण को हिरासत में लिया गया है। पुलिस महिला से पूछताछ कर धमकी भरे कॉल की सच्चाई जानने का प्रयास कर रही है। महाराष्ट्र में इस समय नई सरकार के गठन की हलचल तेज हो गई है। राज्य में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी सहित कई केंद्रीय नेता, कई राज्यों के मुख्यमंत्री का आगमन होने वाला है। इसी वजह से मुंबई पुलिस धमकी भरे फोन कॉल को लेकर एलर्ट हो गई।

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रांची । झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि आज का दिन ऐतिहासिक होगा। एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।   हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर गुरुवार को पोस्ट पर लिखा है कि झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है।   हेमंत सोरेन ने लिखा है कि आज का यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, आज का यह दिन हमारी सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है। आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है–अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज इसमें कोई संदेह न रखें। हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है।   हेमंत सोरेन ने आगे लिखा है कि हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब-जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब-जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज़ और प्रखर होती जाती है क्याेंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है। आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ ले कर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा। अपने अबुआ सरकार के लिए हर एक झारखंडी को बधाई। हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आख़िरी सांस तक रहेगा।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । अडानी रिश्वत मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार को विपक्ष के हंगामे के चलते कामकाज प्रभावित रहा। इसी बीच लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि उद्योगपति गौतम अडानी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।   संसद प्रांगण में पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में मामूली से आरोपों पर लोगों को गिरफ्तार किया जाता है जबकि उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिका में रिश्वत देने के गंभीर आरोप लगे हैं। हमारी मांग है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए।   लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के चलते कामकाज प्रभावित रहा। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद हंगामा के चलते इसे 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं, दूसरी और राज्यसभा में कार्यवाही पहले 11:30 बजे और बाद में दिनभर तक के लिए स्थगित कर दी गई।      

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मुंबई । महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जिस व्यक्ति को भी राज्य की बागडोर देंगे, उसे शिवसेना शिंदे समूह समर्थन देगा। शिंदे ने कहा कि गुरुवार को दिल्ली में अमित शाह के साथ महाराष्ट्र के भाजपानीत एनडीए गठबंधन के नेताओं की बैठक होगी। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला हाेगा।   राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ठाणे स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को बताया कि मंगलवार को उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई। उस समय मैंने साफ कह दिया था कि आप जिसे भी मुख्यमंत्री बनाएंगे, मेरा उसे समर्थन रहेगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि यही बात आज यहां दोहरा रहा हूं। मुख्यमंत्री पद को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो फैसला लेंगे, वह हमें स्वीकार्य होगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछले ढाई साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री उनकी सरकार के पीछे चट्टान की तरह खड़े रहे। राज्य के विकास के लिए केंद्र से बड़े पैमाने पर विकास फंड मिला, जिससे वे राज्य के विकास कार्यों को आगे बढ़ा सके। इसी वजह से राज्य की जनता ने भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को भारी बहुमत दिया है। इसलिए राज्य में किसी के भी नेतृत्व में सरकार बनेगी, वे एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहेंगे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे का सपना एक साधारण शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाना था। वह सपना मोदी और शाह ने पूरा किया। शिंदे ने कहा कि वे मेरे पीछे पहाड़ की तरह खड़े थे। मैंने ढाई साल में एक भी छुट्टी नहीं ली है। दिन रात काम किया। मैंने आम आदमी के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया। मेरा परिचय लाडले भाई के रूप में हुई। यह मेरे लिए संतोषजनक है। इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस बयान का स्वागत किया है। बावनकुले ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने बहुत ही सोच समझकर राज्य की जनता के हित का निर्णय लिया है। केंद्रीय नेतृत्व गुरुवार काे इस संदर्भ में महाराष्ट्र के एनडीए नेताओं से चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री पद का निर्णय लेगा।

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लखनऊ । योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपितों के पोस्टर लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले।   संभल में 24 नवंबर काे मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर एक समुदाय विशेष से जुड़े उपद्रवियों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। सर्वे करने वाली टीम, अधिवक्ता और पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थरबाजों ने इतना तांडव किया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। इस घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गयी। हालांकि पुलिस प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। अब योगी सरकार ऐसे सभी चिह्नित लोगों के चौराहों पर पोस्टर लगाकर उनके चेहरे को सार्वजनिक करने जा रही है।   सरकार इन उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित कर सकती है। इनके उपद्रव से हुई क्षति की भरपाई आराेपिताें से वसूल की जाएगी। आदित्यनाथ सरकार पहले ही उपद्रवियाें और अपराधियाें के खिलाफ नुकसान की वसूली और पाेस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है।

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नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को एक बार फिर जाति जनगणना का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की प्रगति के रास्ते में दीवार खड़ी करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की ओर से संविधान दिवस पर आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित संविधान रक्षक अभियान कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी, दलित और पिछड़ों से कहा जाता है कि देश आपका है और इसमें आपकी भागीदारी है लेकिन जब हम डेटा देखते हैं तो यह झूठा साबित होता है। डेटा बताता है कि देश का पूरा बजट 90 लोगों के हाथ में है। इनमें से तीन दलित, तीन ओबीसी और एक आदिवासी वर्ग के लोग हैं। भाजपा के लोग इस वर्ग के विकास के रास्ते में दीवार खड़ी कर रहे हैं।इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश के संसाधन 25 अरबपतियों के पास हैं। टाटा, बिड़ला अंबानी और अडानी ना दलित हैं और ना ही आदिवासी हैं।कार्यक्रम के दौरान एक बार के लिए बिजली कट के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भाषण बीच में रुक गया। माइक दोबारा चालू होने पर उन्होंने कहा कि पिछले तीन हजार साल से इस देश में दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के मुद्दे उठाने वालों का माइक बंद कर दिया जाता रहा है।राहुल गांधी ने कहा कि संविधान हिन्दुस्तान के लोगों की हजारों साल की सोच है। इसमें गांधीजी, आंबेडकर, भगवान बुद्ध और ज्योतिबाफुले जैसे महान लोगों की आवाज है लेकिन सावरकर की आवाज नहीं है।  

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से मतदान की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दिया है। जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि जब एन. चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे नेता चुनाव हार जाते हैं तो वो कहते हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हुई है, लेकिन जब वो ही इसके जरिये चुनाव जीत जाते हैं तो फिर कुछ नहीं बोलते हैं। तब ईवीएम में कोई खामी नजर नहीं आती है।   याचिकाकर्ता ने सभी चुनाव बैलेट पेपर के ज़रिए करवाने की मांग की थी। याचिकाकर्ता की ओर से दलील दी गई कि 18 राजनीतिक दलों का समर्थन उन्हें हासिल है। चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन जैसे नेता भी कह चुके हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट पहले भी बैलट वोटिंग की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर चुका है।

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मुंबई । मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिले और मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे को नया मुख्यमंत्री बनने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करने काे कहा है। राज्यपाल जल्द ही राज्य की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को सरकार बनाने का न्योता देंगे।राज्य में 14वीं विधानसभा वर्ष 2019 में गठित हुई थी। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर अर्थात आज समाप्त हो रहा है। इसी वजह से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ,उपमुख्यमंत्री अजीत पवार आज दिन में 11 बजे मुंबई में राजभवन में पहुंचे थे और एकनाथ शिंदे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंप दिया। इससे मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद 14वीं सरकार का मंत्रिमंडल अपने आप बर्खास्त हो गया है। राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री का अधिकार पत्र भी सौंप दिया है।   शिंदे समूह की शिवसेना के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने बताया कि आज मुख्यमंत्री सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने पद का इस्तीफा दे दिया है। यह संवैधानिक प्रावधानों के तहत किया गया है। बहुत जल्द एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं की बैठक होगी और नया मुख्यमंत्री तय किया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर एनडीए गठबंधन में कोई नाराजगी नहीं है।   उल्लेखनीय है कि राज्य में 15वीं विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को मतगणना 23 नवंबर को संपन्न हुई। इस चुनाव में एनडीए गठबंधन को महाराष्ट्र की कुल 288 सीटों में से 232 सीटें मिली हैं। इनमें भाजपा को 132 , शिवसेना शिंदे समूह को 57 और राकांपा अजीत पवार को 41 सीटें मिलीं हैं। जबकि महाविकास आघाड़ी को कुल 48 सीटें मिलीं है। इनमें शिवसेना यूबीटी को 20, कांग्रेस को 16 , राकांपा शरद पवार समूह को 10 और समाजवादी पार्टी को 2 सीटें मिलीं है। राज्यपाल प्रथा और परंपरा के अनुसार सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दे सकते हैं।

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नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उप्र के संभल में मस्जिद में सर्वे कराए जाने के प्रशासनिक आदेश के बाद हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और सुप्रीम कोर्ट से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। कांग्रेस नेता ने इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राहुल ने कहा है कि संभल में प्रशासन की असंवेदनशीलता से माहौल बिगड़ा है। राहुल ने कहा कि संभल में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और यह कई लोगों की मृत्यु का कारण बना। इसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता हिंदू-मुसलमान के बीच दरार और भेदभाव पैदा कर रही है। यह उत्तर प्रदेश और देश के हित में नहीं है। उन्होंने लोगों से शांति और आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की। राहुल गांधी ने कहा कि हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।          

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र बहुत उत्पादक होगा और उम्मीद जताई कि इससे भारत की वैश्विक स्थिति को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के बाहर शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि संसद के समय का उपयोग और सदन में हमारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए जिससे वैश्विक स्तर पर भारत को जो सम्मान मिला है, वह और मजबूत हो। विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 80-90 बार जनता ने जिनको लगातार नकार दिया है, वे ना संसद में चर्चा होने देते हैं, ना लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं, ना ही वो लोगों की आकांक्षाओं का कोई महत्व समझते हैं। परिणाम स्वरूप जनता को बार-बार उनको रिजेक्ट करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शर्त है कि हम जनता की भावनाओं का सम्मान करें और उनकी आशाओं और अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बार-बार खासकर विपक्ष के साथियों से आग्रह करते रहे हैं और कुछ विपक्षी बहुत जिम्मेदारी से व्यवहार करते भी हैं। उनकी भी इच्छा रहती है कि सदन में सुचारू रूप से काम हो लेकिन लगातार जिनको जनता ने नकार दिया है, वे अपने साथियों की बात को भी दबा देते थे, उनकी भावनाओं का भी अनादर करते थे, लोकतंत्र की भावनाओं का अनादर करते थे। इस सत्र के महत्व के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है और देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा हुआ है। संसद का यह सत्र कई मायनों में विशेष है और सबसे महत्वपूर्ण बात संविधान के 75वें वर्ष में प्रवेश है। उन्होंने कहा कि कल (26 नवंबर) संविधान सदन में सब मिलकर इस संविधान के 75वें वर्ष की, उसके उत्सव की शुरुआत करेंगे। नए संसद सदस्यों के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे नए साथियों के पास नए विचार हैं। भारत को आगे ले जाने के लिए नई-नई कल्पनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संसद से वो संदेश भी जाना चाहिए कि भारत के मतदाता, उनका लोकतंत्र के प्रति समर्पण, उनका संविधान के प्रति समर्पण, उनका संसदीय कार्य पद्धति पर विश्वास, संसद में बैठे हुए हम सबको जनता-जनार्दन की इन भावनाओं पर खरा उतरना ही पड़ेगा।

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संभल । उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर रविवार को हुए पथराव एवं आगजनी को लेकर प्रशासन बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रहा है। इस मामले में संभल कोतवाली में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्रहमान और विधायक नवाब इकबाल के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ उपद्रव की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो थानों में सात प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने मीडियाकर्मियों बताया कि संभल हिंसा मामले में दो थानों में 07 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। इसमें सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ और सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल को भी आरोपित बनाया गया है। उन पर दंगाई को भड़काने का आरोप है। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों के हमले में घायल एकता चौकी के प्रभारी दीपक राठी ने 800 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। जिया उर्रहमान बर्क और सोहेल इकबाल नामजद अभियुक्त हैं। बर्क को पहले भी नोटिस दिया गया था। उन्होंने पहले भी भड़काऊ भाषण दिए थे और उन्हें ऐसा करने के लिए मना किया गया था। भाषण के दौरान उन्हें पहले भी कहा गया था कि आप इस तरह के भाषण न दें लेकिन उन्होंने इसके बाद भी भीड़ को उकसाने और जामा मस्जिद की हिफाजत के लिए लोगों को उकसाने का काम किया। इस दौरान जब सर्वे का काम चल रहा था तो एकाएक भीड़ ने पथराव कर दिया। पत्थर चलाने वाले सभी रुमाल से मुहं बांधे हुए थे। पत्थरबाजी में 15 पुलिसकर्मी और चार अधिकारी घायल हुए थे। एसडीएम रमेश बाबू के पैर में फैक्चर हो गया था। सीओ संभल के पैर में गोली लगी थी। जिलाधिकारी ने ​कमेटी का गठन किया था, जिसमें एसडीएम संभल, सीओ और अन्य अधिकारी शामिल थे। इन पर सर्वे को पूरा कराने की जिम्मेदारी थी। रविवार को जब सर्वे कराया जा रहा था तो इन अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। इसमें सीओ के पैर में गोली लगी। संजीव कुमार नाम के एक व्यक्ति ने भी लूट का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक जब वे और डीएम इलाके में गश्त कर रहे थे तो महिलाओं ने ईंट से प्रहार किया गया। फायर भी किए, जिसमें पीआरओ भी घायल हुए थे। उनकी तरफ से भी 150 अज्ञात के खिलाफ थाना नखासा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वर्तमान में कोतवाली क्षेत्र से 22 और थाना नखासा क्षेत्र से तीन लोग गिरफ्तार किए गये हैं। कुल 25 लोग गिरफ्तार हुए हैं। ड्रोन कैमरे में जो फोटो कैद हुई है उनकी पासपोर्ट साइज फोटो बनाकर चिह्नित किया जा रहा है। इनके बारे में जानकारी देने वालों को इनाम ​भी दिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थिति नियत्रंण में हैं। कुछ लोग अपनी दुकान खोले हुए हैं। इंटरनेट सेवा अगले आदेश तक निलंबित हैं और कल भी बंद रखने के लिए जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है। पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि अभी संभल में स्थिति शांत है। वहां लगातार निगरानी रखी जा रही है। सांसद बर्क और एक स्थानीय विधायक के बेटे के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई है। घायलों का इलाज चल रहा है। आरोपितों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ी तो एनएसएस भी लगाया जाएगा।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में इस बार युवाओं के विषयों पर बातचीत की। उन्होंने एनसीसी की भूमिका को रेखांकित किया और युवाओं से अगले वर्ष दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलॉग‘ में भागीदारी करने की अपील की।   ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 116वें एपीसोड में प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर देश में 'युवा दिवस' मनाया जाता है। अगले साल स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जयंती है। इस बार इसे बहुत खास तरीके से मनाया जाएगा। इस अवसर पर 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में युवा विचारों का महाकुंभ होने जा रहा है। इस पहल का नाम है 'विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग'। यह डायलॉग युवाओं को राजनीति से जोड़ने के पहल का हिस्सा है।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में आज एनसीसी (राष्ट्रीय कैडिट कोर) दिवस पर युवाओं को नेतृत्व की अगुवाई करने में संगठन की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। उन्हाेंने आज ‘मन की बात‘ को विशेष रूप से युवाओं से जुड़े विषयों पर केन्द्रित किया। उन्होंने युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया और विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे उनके उत्कृष्ट कार्यों की जानकारी दी। उन्हाेंने डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की प्रक्रिया का उल्लेख किया, जिससे बुजर्गों को अब जीवित होने का प्रमाण देने के लिए बैंक नहीं जाना होता है। इस क्रम में उन्होंने लखनऊ के रहने वाले वीरेंद्र के बारे में बताया जो बुजुर्गों को सर्टिफिकेट दिलाने के काम में मदद करते हैं। वहीं भोपाल के महेश अपने मोहल्ले के कई बुजुर्गों को मोबाइल के माध्यम से पेमेंट करना सिखाया है।   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के कई हिस्सों में 'युवा' बेकार समझी जाने वाली चीजों को लेकर कचरे से कंचन बना रहे हैं। तरह-तरह के नवाचार कर रहे हैं। इससे वो पैसे कमा रहे हैं, रोजगार के साधन विकसित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में मॉर्निंग वॉक करते हुए गंगा के घाटों पर युवा प्लास्टिक उठाने का काम कर रहे हैं। इस समूह को कानपुर प्लॉगर्स ग्रुप नाम दिया गया है। उन्होंने असम की इतिशा के बारे में भी बताया जिसने कॉर्पोरेट दुनिया की चमक-धमक छोड़कर अरुणाचल की सांगती घाटी को साफ करने का अभियान छेड़ा है। पर्यटक यहां प्लास्टिक वेस्ट छोड़ जाते हैं। इतिशा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इनकी सफाई का काम कर रही है।   जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में हो रहे कुछ प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चेन्नई के कुडुगल ट्रस्ट ने गौरैया की आबादी बढ़ाने के लिए स्कूल के बच्चों को अपने अभियान में शामिल किया है। संस्थान के लोग स्कूलों में जाकर बच्चों को बताते हैं कि गौरैया रोजमर्रा के जीवन में कितनी महत्वपूर्ण है। उन्हाेंने लाइब्रेरी की उपयोगिता का उल्लेख किया। उन्होंने चेन्नई का एक उदाहरण साझा किया जहां बच्चों के लिए एक ऐसी लाइब्रेरी तैयार की गई है, जो सृजनात्मकता और सीखने की ललक का हब बन चुकी है। वहीं बिहार में गोपालगंज के ‘प्रयोग लाइब्रेरी’ की चर्चा तो आसपास के कई शहरों में होने लगी है।   हाल ही अपनी गयाना यात्रा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत से हजारों किलोमीटर दूर गयाना में भी एक मिनी भारत' बसता है। आज से लगभग 180 वर्ष पहले, गयाना में भारत के लोगों को खेतों में मजदूरी के लिए, दूसरे कामों के लिए ले जाया गया था। आज गयाना में भारतीय मूल के लोग राजनीति, व्यापार, शिक्षा और संस्कृति के हर क्षेत्र में गयाना का नेतृत्व कर रहे हैं। गयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं, जो अपनी भारतीय विरासत पर गर्व करते हैं।   एक रोचक जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने ओमान में बसे प्रवासी भारतीयों के बारे में बताया। हाल ही में ओमान में भारतीय दूतावास ने नेशनल आर्काइव ऑफ इंडिया के सहयोग से एक टीम ने इन परिवारों के इतिहास के संरक्षण का काम शुरू किया है। उन्होंने बताया कि अनेक भारतीय परिवार कई शताब्दियों से ओमान में रह रहे हैं। इनमें से ज्यादातर गुजरात के कच्छ से जाकर बसे हैं। इन लोगों ने व्यापार के महत्वपूर्ण लिंक तैयार किए थे। आज भी उनके पास ओमानी नागरिकता है, लेकिन भारतीयता उनकी रग-रग में बसी है।   प्रधानमंत्री ने स्लोवाकिया में स्लोवाक भाषा में उपनिषदों के अनुवाद की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रभाव का भी पता चलता है। हम सभी के लिए ये गर्व की बात है कि दुनिया भर में ऐसे करोड़ों लोग हैं, जिनके हृदय में भारत बसता है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के वैश्विक होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान अब दुनिया के दूसरे देशों में भी फैल रहा है। जब वे गयाना में थे, तो वहां भी इस अभियान के साक्षी बने।  

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संभल । उत्तर प्रदेश में संभल जनपद की जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची एएसआई टीम पर पथराव किया गया है। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। जनपद में पूर्व धारा 144 लागू की गयी है।   पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि जामा मस्जिद का सर्वे का काम चल रहा है। रविवार सुबह जब पुलिस टीम के साथ एएसआई टीम सर्वें के लिए पहुंची तो भीड़ ने उन पर पथराव कर दिया। पत्थरबाजी से टीम ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ भारी संख्या में टीम को घेरे हुए थी। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ उग्र होती गई। इस दौरान भीड़ ने प्रशासनिक अधिकारियाें के वाहन में ताेड़फाेड़ कर दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर किया जा सका।   टीम ने फिलहाल सर्वे का काम रोक दिया है। मस्जिद के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगा दी गई है। साेशल मीडिया पर भी पुलिस नजर रख रही है। एसपी ने बताया कि जनपद में पूर्व की धारा 144 लागू की गई है। लोगों पर नजर रखी जा रही है। अभी स्थिति सामान्य है।  

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पर्थ । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी 6 विकेट पर 487 रन बनाकर घोषित कर दी है। दूसरी पारी में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने बेहतरीन शतक जड़ा। उनके शतक को दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को काफी समय से इंतजार था। विराट के शतक लगाते ही भारतीय टीम ने पारी घोषित करने का फैसला लिया। विराट ने 143 गेंदाें में 100 रन की नाबाद शतकीय पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में आठ चौके और दो छक्के लगाए। यह उनके टेस्ट करियर का 30वां शतक रहा।   ऑस्ट्रेलिया को मिला 534 रन का लक्ष्य- भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रन का लक्ष्य रखा है। भारतीय टीम ने मैच की पहली पारी में 150 रन बनाए थे। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 104 रन पर सिमट गई थी। भारत को दूसरी पारी में 46 रन की बढ़त मिली थी। अब दूसरी पारी में भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी है। इस लिहाज से भारतीय टीम की कुल बढ़त 533 रन की हुई और ऑस्टेलिया को 534 रन का लक्ष्य दिया है।   भारतीय टीम ने आज बिना विकेट गंवाए 172 रन से आगे खेलना शुरू किया और आधे घंटे के अंदर ही यशस्वी ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ दिया। यशस्वी ने छक्का लगाकर टेस्ट करियर में अपना चौथा शतक पूरा किया। तीसरे दिन भारत को पहला झटका केएल राहुल के रूप में लगा। वह 176 गेंदों में पांच चौकों की मदद से शानदार 77 रन बनाकर आउट हुए। राहुल और यशस्वी के बीच 201 रन की साझेदारी हुई। केएल राहुल के बाद बल्लेबाजी के लिए आए देवदत्त पडिक्कल ने भी यशस्वी जायसवाल का खूब साथ दिया और टीम की लीड को 300 के पार पहुंचाया। लंच के बाद पडिक्कल 25 रन बनाकर आउट हुए। पडिक्कल ने दूसरे विकेट के लिए यशस्वी के साथ 74 रन की साझेदारी निभाई। इसके बाद यशस्वी 150 रन पूरे करने के बाद आउट हो गए। यशस्वी ने 297 गेंदाें में 15 चौके और तीन छक्के की मदद से 161 रन बनाए।भारत को 320 के स्कोर पर चौथा झटका लगा। ऋषभ पंत बड़े शॉट के चक्कर में स्टंप आउट हो गए। पंत ने एक रन बनाया। ध्रुव जुरेल भी एक रन बनाकर आउट हुए। 410 के स्कोर पर वॉशिंगटन सुंदर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। सुंदर ने 29 रन बनाए। विराट कोहली और नीतीश कुमार रेड्डी ने तेजी से रन बटोरते हुए टीम के स्कोर को 450 के पार पहुंचाया। इसके बाद विराट कोहली का शतक होते ही भारतीय टीम ने पारी घोषित कर दी। कोहली 100 रन और नीतीश 38 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से दूसरी पारी में नाथन लियोन ने दो विकेट लिए, जबकि मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और मिचेल मार्श को एक-एक विकेट मिला।   ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 104 रनों पर सिमटी- इससे पहले जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व में तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 104 रनों पर समेट दिया। बुमराह ने 5 विकेट लिए। इसी के साथ पहली पारी के आधार पर भारत को 46 रनों की बढ़त मिली गई है। भारतीय टीम पहली पारी में केवल 150 रनों पर सिमट गई थी। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टॉर्क ने सर्वाधिक 26 रन बनाए। स्टॉर्क के अलावा एलेक्स कैरी ने 21, ट्रैविस हेड ने 11 और मेकस्विनी ने 10 रन बनाए। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 5, हर्षित राणा ने 3 और मोहम्मद सिराज ने 2 विकेट लिए।   भारत ने पहली पारी में बनाए 150 रन- मैच में भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय बल्लेबाजों ने एक बार फिर निराश किया और पूरी टीम केवल 150 रनों पर सिमट गई। भारत की तरफ से नीतीश रेड्डी ने सर्वाधिक 41 रन बनाए। नीतीश के अलावा ऋषभ पंत ने 37 और केएल राहुल ने 26 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने 4, मिचेल स्टॉर्क, पैट कमिंस और मिचेल मॉर्श ने 2-2 विकेट लिए।  

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रांची । झारखंड में इस बार 'हेमंत दोबारा' नारा सब पर भारी पड़ा। यहां के मतदाताओं ने इसे सच ​साबित कर दिया है। हेमंत सोरेन ने झारखंडवासियों को उनके वनाधिकार, जमीन की सुरक्षा और आदिवासी अधिकारों जैसे मुद्दों पर लगातार उनको भरोसा दिलाया और उसी का नतीजा रहा कि झारखंड में एक बार फिर से हेमंत सोरेन की सरकार बननी तय है।   इस बार के चुनाव में हेमंत सरकार की मईयां सम्मान योजना ने इंडी गठबंधन के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ है, जिसकी वजह से एक बार फिर झारखंड में हेमंत सोरेन ने बाजी मार ली है। ऐसा पहली बार हुआ है कि झारखंड में किसी की सरकार रिपीट हुई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने ने चुनाव परिणाम के बाद अपने पहले संदेश में 'एक्स' पर लिखा है कि 'झारखंड जीत गया है'।   झारखंड की 81 सीटों में से 71 सीटों पर परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में इंडी गठबंधन 54 सीटों पर चुनाव जीत चुकी है जबकि झारखंड में एनडीए महज 18 सीटों पर चुनाव जीत पायी है। अब झारखंड की सिर्फ 10 सीटों पर फाइनल रिजल्ट आना बाकी है। झारखंड में एक सीट अन्य के खाते में गयी है।   राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 19 सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को विजय मिली है जबकि 15 सीटों पर बढ़त है। भाजपा को 08 सीट पर विजय तथा 13 सीट पर बढ़त है। कांग्रेस को 08 सीट पर विजय तथा 08 सीट पर बढ़त है। राजद की एक सीट पर जीत तथा तीन सीट पर बढ़त, सीपीआई की दो सीट पर विजय। आजसू को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली है, सिर्फ एक सीट पर बढ़त है। लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) की एक सीट पर जीत हुई है। इसी प्रकार झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) को एक सीट पर जीत हुई है जबकि जदयू को एक सीट पर बढ़त है।   हेमंत सरकार के लिए मास्टस्ट्रोक बना मईयां सम्मान योजना दरअसल, झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही हेमंत सोरेन सरकार ने मास्टरस्ट्रोक मईयां सम्मान योजना के रूप में सामने लाया था। इसका फायदा झारखंड की 50 लाख महिलाओं को डायरेक्ट मिला। इस योजना का खास बात यह कि इसके तहत 1000 रुपये मिलने थे लेकिन जैसे ही चुनाव का समय नजदीक आया, हेमंत सोरेन ने इस योजना की राशि 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दी। इसके साथ यह कयास लगाये जाने लगे कि महिलाओं का वोट हेमंत सोरेन की ओर झुक सकता है और वह सच साबित हुआ।   झारखंडवासियों ने हेमंत-कल्पना पर जताया विश्वास झारखंड विधानसभा के इस चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन के आक्रामक व शानदान प्रदर्शन के पीछे कई रणनीतिक और परिस्थितिजन्य कारण हैं। यहां के मतदाताओंं ने इन दोनों पर खूब विश्वास जताया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व विधायक कल्पना सोरेने की आक्रामक रणनीति के साथ ही इंडी गठबंधन ने न केवल स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया, बल्कि क्षेत्रीय दलों की एकता और भाजपा की रणनीतिक कमजोरियां ने भी उसके अच्छे प्रदर्शन में योगदान दिया। इस प्रदर्शन ने झारखंड में इंडी गठबंधन को नई ताकत दी है। हेमंत सोरेन की कुशल राजनीति तथा उनकी लोकप्रिय व जनकल्याणकारी योजनाएं झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना तथा बिजली बिल माफी ने झारखंड में पुन: जीत दिलाने में कारगर साबित हुई है।   झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की एकजुटता झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) राज्य के मतदाताओं पर पहले के बजाय ज्यादा मजबूत पकड़ है। यहां के मतदाता विशेष रूप ये आ​दिवासी व ग्रामीण समाज उन्हें अपना नेता मानता है। जेएमएम की अपने राज्य में वही पकड़ है, जो अन्य क्षेत्रीय पार्टियों की अपने-अपने राज्यों में है। जेएमएम और कांग्रेस के अलावा इंडी गठबंधन में शामिल अन्य पार्टियां भी अपने वोटर को एकजुट करने में कामयाब रहीं। इस गठबंधन के राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर बने सामंजस्य ने मतदाताओं को बाहर जाने से रोका। यही इंडी गठबंधन की जीत की वजह भी बनी।   आदिवासियों के मुद्दों पर हेमंत की रही पैनी नजर झारखंड में लगभग एक तिहाई सीटों पर आदिवासी और ग्रामीण मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। हेमंत व कल्पना सोरेन ने लगातार आदिवासियों और ग्रामीणों की समस्याओं पर बात की और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी लड़ाई लड़ते हुए नजर आयीं। हेमंत सोरेन व कल्पना सोरेन ने वनाधिकार, जमीन की सुरक्षा और आदिवासी अधिकारों जैसे मुद्दों पर लगातार उनको भरोसा दिलाया। आदिवासी समुदाय ने भी खुलकर उनका समर्थन किया।   बीजेपी ने भी इन मुद्दों पर आदिवासी मतदाताओं को लुभाने की पूरी कोशिश की लेकिन लोगों ने हेमंत सोरेन को ज्यादा भरोसेमंद माना। इसमें आदिवासियों के लिए सरना कोड लागू किए जाने का वादा भी शामिल था। यह इस बार की चुनावी बहस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ था। इस मामले में जेएमएम ने आदिवासी मतदाताओं को समझाने में सफल रहे। सरना धर्म कोड का मतलब है कि आदिवासी अपने लिए एक अलग धर्म के तौर पर पहचान चाहते हैं।   जेल से लौटने के बाद हेमंत सोरेन का बढ़ा कद ईडी की कार्रवाई के बाद जब हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा तो उनके प्रति विशेष रूप आदिवासी समाज की एक अलग भावनात्मक जुड़ाव हुआ। जेल जाने से उनका कद छोटो नहीं हुआ, बल्कि पहले के बजाय और कई गुना बढ़ा। झारखंड के मतदाताओं में उनके खिलाफ इस कार्रवाई को केंद्र की बदले की कार्रवाई के तौर पर देखा गया।   जेल से निकलने के बाद उनकी लोकप्रियता और मजबूत हुई और वह एक मजबूज नेता के रूप में पूरे चुनावी कैम्पेन में नजर आए। इससे इंडी गठबंधन को बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाया। परिवार में हुई बगावत का भी लाभ हेमंत सोरेन को मिला। यह बात भाजपा के खिलाफ गई कि उसने किसी भी तरह सत्ता पाने के लिए मुख्यमंत्री को जेल भेजा और परिवार में तोड़फोड़ की। भाई चंपाई सोरेन और सीता सोरेन ने जब पार्टी बदल ली तो सारी सहानुभूति हेमंत को मिली। भाजपा मुख्यमंत्री हेमंत की घेराबंदी करने में असफल रही। हेमंत सोरेन ने महिलाओं के लिए कई योजनाएं, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम चलाए। इन सरकारी योजनाओं ने मतदाताओं को प्रभावित किया। भाजपा की रणनीति रही विफल भापजा वैसे तो चुनाव लड़ने में अव्वल पार्टी मानी जाती है और कार्यकर्ता आधारित पार्टी मानी जाती​ है लेकिन झारखंड के विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं के बजाय एजेंसियों पर ज्यादा भरोसा जताया गया। झारखंड में बीजेपी की चुनावी रणनीति में स्पष्टता और मजबूती की कमी नजर आई। कार्यकर्ता निराश व तितर-बितर नजर आए। भाजपा व संघ परिवार में सामूहिकता की कमी रही ताे चुनाव में अन्य राज्यों की नेताओं एवं पदाधिकारियों की भरमार रही। स्थानीय नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपेक्षित रहे।   इसके अलावा भाजपा को ऐन वक्त तक सीटों का बंटवारा और उम्मीदवारों का चयन न कर पाने में असमंजस ने भी नुकसान पहुंचाया है। इतना ही नहीं अपनाें की उपेक्षा तथा भीतरघात काे भाजपा के चुनावी रणनीतिकार भांप नहीं पाए, जिससे ज्यादा सीटाें पर नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा बीजेपी की एक कमजोरी यह भी रही कि वह स्थानीय मुद्दों पर फोकस न करके घुसपैठ, हिन्दुत्व व भ्रष्टाचार को एक बड़ा मुद्दा बनाया। भाजपा के चुनावी कैम्पेन में बड़े नेता स्थानीय मुद्दों के बजाय घुसपैठ तथा हेमंत सोरेन पर व्यक्तिगत हमला करते नजर आए। इन सभी ने एनडीए को नुकसान पहुंचाया है। इतना ही नहीं इस बार एनडीए ने झारखंड में खुलकर हिंदुत्व कार्ड खेला था जबकि इंडी गठबंधन की सरकार ने मईयां सम्मान योजना पर खूब फोकस किया, जिसका नतीजा रहा कि उन्हें दोबारा झारखंड की सत्ता हासिल हुई।   इंडी गठबंधन की रणनीति रही कारगर इंडी गठबंधन ने सीटों का संतुलित बंटवारा कर वोटों के बंटवारे को रोकने का काम किया। यही वो क्षेत्र था जिसमें उसकी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी कमजोर साबित हुई। उन्होंने सामूहिक रैलियां कीं और प्रचार अभियानों में गठबंधन की अपनी एकता को दिखाने का काम किया। उन्होंने इसके जरिये मतदाताओं को अपने भरोसे में लेने का काम किया। साथ ही इंडी गठबंधन ने बीजेपी के खिलाफ नैरेटिव खड़ा किया कि ये पार्टी लोकतंत्र और संविधान को कुचलने का काम कर रही है। इंडी गठबंधन ने प्रभावी ढंग से लोकतंत्र और संविधान की रक्षा जैसा भावनात्मक मुद्दा उठाने में सफल रही।   उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर दो चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को हुआ था। दोनों ही चरणों में 66 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई थी। राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ था। इस बार झारखंड चुनाव में लड़ाई इंडी गठबंधन और एनडीए के बीच रहा। इंडी गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस, राजद और लेफ्ट की पार्टियां शामिल रहीं तो एनडीए में भाजपा, आजसू, जदयू और लोजपा (रा) शामिल थे।  

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नई दिल्ली । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और पार्टी उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव में 4,10,931 वोटों के भारी अंतर से पहली चुनावी जीत दर्ज की।    प्रियंका ने अपने भाई राहुल गांधी की जीत के रिकॉर्ड अंतर को भी तोड़ दिया, जिन्होंने इसी साल अप्रैल में वायनाड लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए चुनाव में 3,64,422 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड सीट 4.31 लाख वोटों के अंतर से जीती थी।   चुनाव आयोग के अनुसार प्रियंका गांधी वाड्रा को 6,22,338 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 2,11,407 वोट मिले और भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार नव्या हरिदास को 1,09,939 वोट मिले।   अप्रैल 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की उम्मीदवार एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था। उस समय राहुल गांधी को 6,47,445 वोट मिले थे और एनी राजा (सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी) को 2,83, 028 वोट तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को 1,41,045 वोट मिले थे।   आयोग की ओर से उनकी जीत की घोषणा किए जाने के बाद प्रियंका गांधी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने उनके आवास पर गईं। खरगे ने प्रियंका को मिठाई खिलाई और जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं तथा उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।   खरगे ने प्रियंका की जीत को लेकर सोशल मीडिया पर अपने विचार भी साझा किए। उन्होंने कहा कि वायनाड देश के नेतृत्व में अपना योगदान देता रहेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रियंका गांधी संसद में वायनाड और देश के लोगों की सशक्त आवाज बनेंगी। उनका कुशल नेतृत्व, करुणा, शालीनता और दृढ़ संकल्प तथा संविधान के सिद्धांतों के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता सार्वजनिक क्षेत्र को और समृद्ध बनाएगी। कांग्रेस और यूडीएफ को चुनने के लिए लोगों का आभार।   वायनाड लोकसभा सीट पर पहली और अभूतपूर्व तरीके से जीत दर्ज करने के बाद प्रियंका ने भी सोशल मीडिया एक्स पर एक भावुक पोस्ट लिखकर वायनाड के मतदाताओं का आभार जताया। प्रियंका ने लिखा, "मेरे प्रिय बहनों और भाइयों, वायनाड में मैं आपके द्वारा मुझ पर किए गए विश्वास के लिए आभार से अभिभूत हूं। मैं सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ आप वास्तव में महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है और जिस व्यक्ति को आपने अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी आशाओं और सपनों को समझता है और आपके लिए आपके अपने की तरह लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज बनने की प्रतीक्षा कर रही हूं। इस सम्मान के लिए धन्यवाद और उससे भी अधिक आपके द्वारा दिए गए विशाल प्रेम के लिए दिल से मेरे यूडीएफ के सहयोगियों, केरल के विभिन्न नेताओं, कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और मेरे कार्यालय के सहयोगियों का धन्यवाद, जिन्होंने इस अभियान में अविश्वसनीय मेहनत की। खासकर उन कार्यकर्ताओं का जिन्होंने दिन-रात 12 घंटे की यात्रा की, बिना किसी विश्राम या भोजन के, उन सबका बहुत आभार।"   प्रियंका ने उन्हें सच्चा सिपाही करार देते हुए कहा कि वे सभी उन आदर्शों के लिए लड़ रहे थे, जिन पर वे सब विश्वास करते हैं। प्रियंका ने अपने परिवार के लोगों का भी आभार जताया। उन्होंने कहा, "मेरी माँ, रॉबर्ट और मेरे दो रत्न- रेहान और मिराया के प्रेम और साहस के लिए कोई भी आभार कभी पर्याप्त नहीं है। मेरे भाई राहुल, तुम सब में सबसे बहादुर हो... मुझे रास्ता दिखाने और हमेशा मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद!"

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नई दिल्ली । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के निर्णायक नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां की जनता का आभार जताया है। शनिवार को उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि एनडीए को ऐतिहासिक जनादेश देने के लिए महाराष्ट्र के मेरे भाई-बहनों, खासकर राज्य के युवाओं और महिलाओं का हार्दिक आभार। यह स्नेह और गर्मजोशी अद्वितीय है। उन्होंने विश्वास जताया कि महायुति गठबंधन महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करता रहेगा।   जमीन पर उनके प्रयासों के लिए प्रत्येक एनडीए कार्यकर्ता पर गर्व व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले हर एक कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की, लोगों के बीच गए और हमारे सुशासन के एजेंडे पर विस्तार से बात की। इस ऐतिहासिक जीत को सुशासन औऱ विकास की जीत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकजुट होकर हम और भी ऊँचे उठेंगे।   उन्होंने कहा कि एनडीए के जनहितैषी प्रयासों की गूंज हर जगह सुनाई दे रही है। विभिन्न राज्यों के लोगों को विभिन्न उपचुनावों में एनडीए उम्मीदवारों को आशीर्वाद देने के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।   प्रधानमंत्री ने झारखंड में मिले जनसमर्थन के लिए उनका भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा लोगों के मुद्दों को उठाने और राज्य के लिए काम करने में सबसे आगे रहेंगे। इसके साथ उन्होंने राज्य में उनके प्रदर्शन के लिए झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को भी बधाई दी।      

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुयाना में भारतीय समुदाय को जनवरी 2025 में भारत में आयोजित होने वाले महाकुंभ और प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने का निमंत्रण दिया। उन्होंने प्रवासी सदस्यों को "राष्ट्रदूत" यानी भारत की संस्कृति और मूल्यों के राजदूत कहा और उनसे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "समुद्र पार होने के बावजूद, भारत माता के साथ हमारा सांस्कृतिक संबंध मजबूत है।" प्रधानमंत्री ने जॉर्जटाउन के नेशनल सेंटर में भारतीय प्रवासियों की एक सभा को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति इरफान अली,  प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का असाधारण गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और स्थिरता के क्षेत्र में भारत की तीव्र प्रगति और परिवर्तन को रेखांकित किया। उन्होंने वित्तीय समावेशन, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास और समावेशी विकास जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। भारत-गुयाना के विशेष संबंधों पर विचार करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान कई नए समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं और ये खाद्य सुरक्षा, रक्षा, ऊर्जा सहयोग और जलवायु परिवर्तन कार्रवाई के क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करेंगे। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति अली को उनके आतिथ्य और गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस सम्मान को भारत और गुयाना के बीच मित्रता के विशेष बंधन को समर्पित किया, जो उन्होंने कहा कि साझा विरासत और पारिवारिक संबंधों पर आधारित है। भारत-गुयाना की यात्रा के इतिहास पर विचार करते हुए उन्होंने समुदाय के हर परिस्थिति में ढलने, सांस्कृतिक समृद्धि और गुयाना के भाग्य को आकार देने में इसकी भूमिका की प्रशंसा की।

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सुकमा  । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र अंर्तगत दंतेसपुरम, कोराजुगुड़ा, नागाराम के जंगल में डीआरजी और सीआरपीएफ के साथ आज शुक्रवार की सुबह कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। मौके से अब तक 10 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं, वहीं 3 ऑटोमैटिक हथियार एके 47, इंसास, एसएलआर एवं अन्य हथियार गाेला बारूद भी बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ स्थल से बरामद स्वचालित हथियारों को देखकर यह संभावना जताई जा रही है कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों के बड़े नेता भी मारे गए हैं। विदित हाे कि 1 जनवरी से 22 नवंबर तक 207 नक्सली मारे गए हैं। बस्तर आईजी सुंददराज पी. ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि 10 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गये हैं, मुठभेढ़ में शामिल सभी जवान सुरक्षित हैं। सर्च अभियान जारी है, विस्तृत जानकारी सर्च अभियान पूरा होने के बाद पृथक से जारी की जावेगी। मुख्यमंत्री विष्‍णुदेव साय ने नक्‍सली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को मिली इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बस्तर क्षेत्र में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बस्तर में शांति, विकास और प्रगति का दौर लौट चुका है, हम आगे भी इस दिशा में ठोस कदम उठाते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफ़ाये के लक्ष्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार सुनियोजित तरीके से काम कर रही है।

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हैदराबाद, 22 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को कहा कि लोकमंथन जैसे कार्यक्रमों से देश की संस्कृति एवं परंपराएं सुदृढ़ होंगी। इसकी दिशा में यह एक बेहतरीन कार्यक्रम है। भारत की सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध रही है। देश की संस्कृति और परंपराओं में विविधता में एकता के दर्शन होते हैं। हैदराबाद के शिल्पकला वेदिका में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं सांस्कृतिक महोत्सव 'लोकमंथन-2024' के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में भाग लेते हुए गर्व महसूस हो रहा है। मुर्मु ने कहा कि वर्ष 2018 में रांची में आयोजित लोकमंथन में वे शामिल हुई थीं और आज एक बार फिर लोकमंथन में शामिल होने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि यही हमारी ताकत है, यही हमारी स्थिरता है। एक ही स्थान पर इतनी सारी विभिन्न संस्कृतियों का होना वास्तव में बहुत सुंदर है। हमारा देश इन सभी चीजों से एक खूबसूरत इंद्रधनुष की तरह है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम सभी भारतीय हैं, चाहे हम ग्रामीण हों या शहरवासी। राष्ट्रपति मुर्मु ने यह जानकर प्रसन्नता व्यक्त की कि लोकमंथन में अहिल्याबाई होल्कर, रानी रुद्रमादेवी और रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगनाओं के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जुड़ी प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह सराहनीय है कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का विदेशों में पालन किया जा रहा है। वह इंडोनेशिया सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों की हृदय से सराहना करती हैं जो इस मंच के माध्यम से अपनी संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की आध्यात्मिक अवधारणाओं, कला, संगीत, शिक्षा और चिकित्सा पद्धतियों ने दुनिया भर में सम्मान अर्जित किया है। कहते हैं हमने दुनिया को ज्ञान दिया है। वर्तमान समय में भारत के ज्ञान को पुनः पूरे विश्व में फैलाने की आवश्यकता है। विदेशी शक्तियों ने सदियों तक हम पर अत्याचार किया है। हमारी संस्कृति, भाषा, परंपराओं और रीति-रिवाजों को नष्ट कर दिया। हमारी एकता को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। ऐसा कहा जाता है कि हमारे अंदर गुलामी की जड़ें पैदा कर दी गई हैं लेकिन हमारे देशवासियों ने संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखा है। इन्हें जारी रखने की जरूरत है।  राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत गुलामी की जड़ों को हटाने का प्रयास कर रहा है। राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ हो गया है। दरबार हॉल का नाम बदलकर गणतंत्र मंडप कर दिया गया है। यह गुलामी के विचारों को दूर करने की दिशा में एक प्रयास है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सोच भी बदलनी चाहिए, तभी हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। एकता और सद्भावना ही हमारी सभ्यता है, हमारा भविष्य है। आइये हम सब मिलकर इस दिशा में काम करें। इस उद्घाटन कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति मुर्मू सीधे बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंची और दिल्ली के लिए विशेष वमान से रवाना हो गईं। 21 से 24 नवंबर तक चलने वाले लोकमंथन कार्यक्रम की थीम ‘लोक अवलोकन, लोक विचार, लोक व्यवहार और लोक व्यवस्था’ है। लोकमंथन राष्ट्रवादी विचारकों और कार्यकर्ताओं की राष्ट्रीय संगोष्ठी है। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी लोकमंथन की स्वागत समिति के अध्यक्ष हैं और इसे प्रज्ञा प्रवाह आयोजित कर रहा है जिसके संयोजक जे. नंदकुमार हैं।  

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भुवनेश्वर । ओडिशा के मालकानगिरी जिले के जिनेलगुडा के पास गुरुवार तड़के सुरक्षा बलाें के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर हो गया। इस दौरान एक जवान घायल हुआ है। ओडिशा पुलिस मुख्यालय के अनुसार घायल जवान की पहचान डंबुर बड़ नायक के रूप में हुई है। उनको निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके पैर में दो गोलियां लगी हैं। ओडिशा पुलिस मुख्यालय ने इसकी पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार कुछ नक्सली छत्तीसगढ़ से साबेरी नदी पार कर मालकानगिरी की ओर बढ़ रहे थे। इसके आधार पर जवानों ने उस क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान सुरक्षाबलों का का नक्सलियों से आमना-सामना हो गया। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। इस दौरान एक नक्सली मारा गया और एक जवान घायल हो गया। सुरक्षाबलों का दबाव बढ़ता देखकर नक्सली वहां से भाग खड़े हुए। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। घटनास्थल से भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की गई है।

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नई दिल्ली । अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। अमेरिका में उन पर अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी में शामिल होने और निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है। इन आरोपों की अमेरिकी कोर्ट में प्राथमिक सुनवाई हुई। इसके बाद गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। इन आरोपों के बाद अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में आज जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों के शेयर 10 से लेकर 23 प्रतिशत तक टूट गए। गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी और एक अन्य पर अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर्स ने आरोप लगाया गया है कि अडाणी ग्रुप ने सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) की ओर से बनाए गए मामले में कहा गया है कि गौतम अडाणी, सागर अडाणी और अन्य ने झूठे और भ्रामक बयानों के जरिए अमेरिकी निवेशकों और ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से फंड जुटाए और इस फंड का इस्तेमाल रिश्वतखोरी में किया। आरोप में कहा गया है कि अडाणी की ओर से करीब 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी गई। ये आरोप विदेशी व्यापार सौदों में रिश्वतखोरी रोकने के लिए बनाए गए अमेरिकी कानून विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम के तहत आते हैं। न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में दाखिल किए गए अभियोग में गौतम अडाणी और सागर अडाणी के अलावा विनीता एस जैन के नाम शामिल किए गए हैं। इस मामले में आपराधिक आरोप होने के साथ ही अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने एक सिविल केस भी दाखिल किया है। अडाणी ग्रुप पर इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिटाने के साथ जस्टिस डिपार्मेंट, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन और एसबीआई को गुमराह करने का आरोप भी लगाया गया है। अडाणी ग्रुप के खिलाफ ये आरोप ऐसे समय पर आए हैं जब ये ग्रुप अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से लगे झटकों के बाद काफी हद तक उबर चुका है। हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद ग्रुप की वित्तीय स्थिति पर काफी असर पड़ा था लेकिन उसके बाद से अडाणी ग्रुप ने अपने कर्ज में काफी कटौती की है। अगस्त 2024 में ही अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने अपने कर्ज को घटाने और पावर इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में इन्वेस्टमेंट करने के लिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट(क्यूआईपी) के जरिए करीब एक अरब डॉलर का फंड जुटाया था। इसी तरह अडाणी ग्रुप ने 2025 की शुरुआत में अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के डॉलर बॉन्ड जारी करके 1.5 अरब डॉलर जुटाने की भी योजना बनाई थी। इस रकम का इस्तेमाल भी कर्ज चुकाने में ही किया जाना था। हालांकि अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर्स द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद अडाणी ग्रुप ने अपने प्रस्तावित बॉन्ड को वापस ले लिया है। अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर्स द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में आज भूचाल आया हुआ है। ग्रुप की ज्यादातर कंपनियों के शेयर 10 प्रतिशत से लेकर 20 प्रतिशत तक टूट चुके हैं। खासकर, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 697.25 रुपये के स्तर पर पहुंच कर लोअर सर्किट में आ गया है। इसी तरह अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने भी आज लगभग 23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2172.5 के स्तर को छू लिया था।

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जॉर्जटाउन (गुयाना) । भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यहां दो राष्ट्रों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत किया। प्रधानमंत्री मोदी को गुयाना ने अपने सर्वोच्च सम्मान 'द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ गुयाना' और डोमिनिका ने 'डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी यहां कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इनको भारत के लोगों को समर्पित करते हुए एक्स हैंडल पोस्ट पर खुशी और दोनों देशों का आभार जताते हुए यादगार पलों के फोटो भी साझा किए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा, ''मुझे गुयाना का सर्वोच्च सम्मान, 'द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस' प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली को तहे दिल से धन्यवाद। ये भारत की 140 करोड़ जनता की पहचान है।'' उन्होंने दूसरी पोस्ट में लिखा, ''मुझे 'डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' प्रदान करने के लिए डोमिनिका के राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन का आभार। यह सम्मान मेरी भारत की बहनों और भाइयों को समर्पित है। यह हमारे देशों के बीच अटूट बंधन का भी परिचायक है।''   त्रिनिदाद और टोबैगो के यूपीआई अपनाने पर जताई खुशी इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद एवं टोबैगो के प्रधानमंत्री डॉ. कीथ रोवले से मुलाकात भी हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा,'' त्रिनिदाद एवं टोबैगो के प्रधानमंत्री डॉ. कीथ रोवले के साथ बहुत उपयोगी बैठक हुई। हमने इस बारे में बात की कि हमारे देशों के बीच व्यापार संबंधों में विविधता कैसे लाई जाए। विज्ञान, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि जैसे क्षेत्र सहयोग की काफी संभावनाएं प्रदान करते हैं। यह बेहद खुशी की बात है कि त्रिनिदाद और टोबैगो ने यूपीआई को अपनाया है। कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर भी एक स्वागत योग्य कदम है।''   सूरीनाम से दोस्ती मजबूत! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यहां सूरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी से भी भेंट हुई है। प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर इस मुलाकात के बारे में लिखा,'' जॉर्जटाउन में सूरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी से मुलाकात की। हमने व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, टेलीमेडिसिन और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। हमने सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने के तरीकों पर भी चर्चा की। भारत सूरीनाम में विकास संबंधी विभिन्न पहलों का समर्थन करता रहेगा।   वैश्विक समुदाय की असाधारण सेवा का सुफल नई दिल्ली में आधिकारिक रूप से जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने वाले चौथे विदेशी नेता हैं। यह पुरस्कार गुयाना के स्टेट हाउस में आयोजित समारोह में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी दूरदर्शी प्रतिभा के लिए प्रदान किया। यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को वैश्विक मंच पर विकासशील देशों के अधिकारों की वकालत करने, वैश्विक समुदाय की असाधारण सेवा और भारत-गुयाना संबंधों को मजबूत करने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए प्रधान किया गया। पुरस्कार स्वीकार करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को भारत के लोगों और दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी राजकीय यात्रा भारत-गुयाना मित्रता को गहरा करने की दिशा में भारत की निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण है।   रूजवेल्ट ने छुआ प्रधानमंत्री मोदी का दिल डोमिनिका ने अपने देश का सर्वोच्च पुरस्कार देकर और प्रधानमंत्री मोदी के लिए दिल जीतने वाली बात कहकर सबका ध्यान आकर्षित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा, "प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट आपके दयालु शब्दों ने मुझे छू लिया है। गहरी विनम्रता और कृतज्ञता के साथ मैं 'डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' स्वीकार करता हूं। मैं इसे अपने साथी भारतीयों को समर्पित करता हूं, जिन्होंने डोमिनिका राष्ट्रमंडल के साथ भारत की दोस्ती को हमेशा महत्व दिया है। आपने कोविड-19 के दौरान समर्थन के बारे में बात की। यह देखकर मेरा दिल खुशी से भर जाता है कि कैसे कोविड-19 के दौरान हमारी एकजुटता ने सीमाओं और महाद्वीपों के बीच संबंधों को मजबूत किया। हम आने वाले समय में डोमिनिका के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।"

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मुंबई । महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने कड़ी चाैकसी और वाहनाें की जांच के दाैरान काे बुधवार को एक वाहन से 10 हजार किलोग्राम चांदी की ईंटें जब्त की हैं। इसकी कीमत 94 कराेड़ रुपये से अधिक बताई गयी है। धुले की थाने की पुलिस इसकी गहन जांच में जुट गई है।  राज्य के धुले जिला के पुलिस अधिकारियाें ने बताया कि शिरपुर तालुका के थारनेर गांव में आज धुले की एक पुलिस टीम वाहनाें की जांच कर रही थी। इसी दाैरान एक कंटेनर  वाहन से 10 हजार किलाेग्राम चांदी की ईंटे जब्त कीं। इसकी कीमत 94 कराेड़ रुपये अधिक बतायी जा रही है।    पुलिस के अनुसार धुले पुलिस स्टेशन की टीम को शहर में बड़े पैमाने में चांदी आने की गोपनीय जानकारी मिली थी। इसके आधार पर पुलिस नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहन की जांच कर रही थी। इसी जांच के बाद उस वाहन में चांदी की ईंटें मिलीं, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इस बाबत नासिक के विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले ने  बताया कि पुलिस ने शिरपुर में एक बड़े कंटेनर से 94.68 कराेड़ रुपये मूल्य की 10 हजार किलाेग्राम की चांदी की ईंटें (सिल्लियां) बरामद की गई हैं।  पुलिस की टीम बरामद हुई चांदी किस लिए लाई गई थी, इसकी जांच में जुट गई है। गाैरतलब है कि आज पूरे महाराष्ट्र में राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है।

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नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली आबकारी घोटाले के मनी लांड्रिंग मामले में ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने के ट्रायल कोर्ट के आदेश को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। हाई कोर्ट केजरीवाल की याचिका पर कल यानी 21 नवंबर को सुनवाई करेगा। केजरीवाल ने याचिका दायर कर कहा है कि ट्रायल कोर्ट के आदेश पर रोक लगाई जाए।   10 जुलाई को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए केजरीवाल को पेश होने का आदेश दिया था। 17 मई को ईडी ने सातवीं पूरक चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को आरोपित बनाया गया था। इस मामले में केजरीवाल, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और के. कविता को सुप्रीम कोर्ट नियमित जमानत दे चुका है।   ईडी ने 21 मार्च को देर शाम केजरीवाल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। 10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 01 जून तक की अंतरिम जमानत दी थी जिसके बाद केजरीवाल ने 2 जून को सरेंडर किया था। केजरीवाल को 26 जून को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने 10 मई को छठी पूरक चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें बीआरएस नेता के. कविता, चनप्रीत सिंह, दामोदर शर्मा, प्रिंस कुमार, अरविंद सिंह को आरोपित बनाया गया है। कोर्ट ने 29 मई को छठी पूरक चार्जशीट पर संज्ञान लिया था।   उल्लेखनीय है कि 27 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने के कविता को सीबीआई और ईडी के मामले में जमानत दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को केजरीवाल को सीबीआई के मामले में नियमित जमानत दी थी। उसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को ईडी के मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार दूषित हो रही हवा ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। इससे दिल्ली सरकार के हाथ-पांव फूले हुए हैं। तमाम तरह के प्रतिबंध लागू हैं। अब दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का निर्णय लिया है। दिल्ली के पर्यावरणमंत्री गोपाल राय ने एक्स पर आज लिखा, '' प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का लिया निर्णय। 50 प्रतिशत कर्मचारी करेंगे घर से काम। इसके इम्पलिमेंटेशन के लिए सचिवालय में आज दोपहर 1 बजे अधिकारियों के साथ होगी बैठक। '' इससे पहले गोपाल राय ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यावरणमंत्री भूपेंद्र यादव को चिट्ठी लिखी थी। राय ने कहा था कि एक्सपर्ट से चर्चा के बाद यह बात सामने आई है कि अब वह समय आ गया है कि यदि हमें इस स्माग की चादर को तोड़ना है तो हमें कृत्रिम वर्षा करवानी पड़ेगी।

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रांची । झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रांची पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। संविधान को बचाने की लड़ाई है। आरक्षण को बढ़ाने की लड़ाई है। किसानों की मजदूरों की रक्षा की लड़ाई है। युवाओं की रक्षा की लड़ाई है। कांग्रेस संविधान की रक्षा कर रही है जबकि बीजेपी और आरएसएस के लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं। कांग्रेस कभी संविधान को खत्म नहीं होने देगी।   राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा में मैंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन जातिगत जनगणना कराएगी। हम पता लगाना चाहते हैं कि इस देश में पिछड़े वर्ग के कितने लोग हैं, दलित कितने है, आदिवासी कितने हैं और उनकी भागीदारी कितनी है। मैंने खुद लोकसभा में कहा कि जाति जनगणना को हम करेंगे। वहीं, मैंने कहा कि जो 50 प्रतिशत आरक्षण का बैरियर लगा रखा है, इस बैरियर को कांग्रेस तोड़ देगी। प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं और कहते हैं कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। मैं आरक्षण को 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ाना चाहता हूं।   राहुल ने कहा कि मैंने लोकसभा में पीएम को कहा कि आप जाति जनगणना किजिए हम आपका सहयोग करेंगे लेकिन पीएम ने मेरा जवाब नहीं लिया। हम झारखंड में भी आरक्षण को बढ़ाएंगे। एसटी के आरक्षण को 26 से 28 प्रतिशत करेंगे। एससी के 10 प्रतिशत को 12 प्रतिशत करेंगे। ओबीसी के प्रतिशत को 14 से बढ़ाकर 27 करेंगे। हम ये कोशिश कर रहे हैं और बीजेपी के लोग इसको रोक रहे हैं।   राहुल ने कहा कि मैं हर भाषण में कह रहा हूं कि मोदी झारखंड का जंगल, जल, जमीन तीन-चार अरबपतियों को देना चाहते हैं। हम गरीबों के सरकार चलाना चाहते हैं। हम अरबपतियों की सरकार नहीं चलाएंगे। झारखंड की हर महिला से कहना चाहता हूं कि जैसे ही हमारी सरकार आएगी आपको 2500 रुपये मिलेगा। सात किलो राशन हर व्यक्ति को मिलेगा। गैस सिलेंडर के दाम 450 रुपये कर देंगे। झारखंड के लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना लाना चाहते हैं। आप 15 लाख रुपये तक का हेल्थ केयर कवर प्राइवेट अस्पताल में करा सकेंगे। इसका बिल झारखंड की सरकार देगी। धान की एमएसपी 3200 रुपये प्रति कुंतल होगी। युवाओं को अगले पांच साल में 10 लाख रोजगार मिलेगा। हर जिले में 500 एकड़ के इंडस्ट्रियल पार्क बनाएंगे। डिग्री कॉलेज हर ब्लॉक में और प्रोफेशनल कॉलेज हर डिस्ट्रिक्ट में खोलेंगे।

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मुंबई । महाराष्ट्र में सोमवार शाम छह बजे विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। अब सभी उम्मीदवारों ने गोपनीय तरीके से जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मतदान 20 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।   राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की शुरुआत 15 अक्टूबर से शुरू की गई थी। इसमें 29 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल करने और 4 नवंबर तक नामांकन वापसी की अंतिम तिथि थी। चार नवंबर को नामांकन वापस लेने के बाद चार हजार से अधिक उम्मीदवार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तकदीर आजमा रहे हैं। इनमें भाजपा के 152, शिवसेना शिंदे समूह के 85 और राकांपा अजीत पवार के 55 उम्मीदवार एनडीए गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के 102, शिवसेना यूबीटी के 95 और राकांपा शरद पवार के 87 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें बारामती से अजीत पवार और उनके भतीजे युगेंद्र पवार दोनों पवार परिवार से चुनाव मैदान में हैं।   महाराष्ट्र में एक महीने से ज्यादा चले चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , सुनील तटकरे, प्रफुल्ल पटेल सहित कई आला नेताओं ने एनडीए गठबंधन के लिए प्रचार किया। महाविकास आघाड़ी के लिए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, राकांपा एसपी अध्यक्ष शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे, शिवसेना यूबीटी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शिवसेना नेता संजय राऊत, आदित्य ठाकरे आदि ने जोरदार प्रचार किया है। आज शाम तक इन नेताओं ने अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार किया है।

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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आआपा) और दिल्ली सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले नजफगढ़ से विधायक कैलाश गहलोत सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, महासचिव दुष्यन्त गौतम की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। कैलाश गहलोत ने रविवार को ही आआपा की प्राथमिक सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।   कैलाश गहलोत का पार्टी में स्वागत करते हुए  मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि दिल्ली की राजनीति में यह टर्निंग प्वाइंट है। कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी की नकारात्मक राजनीति से तंग आकर मोदी सरकार की सकारात्मक और विकासात्मक को अपनाया है । इस कदम का निश्चित रूप से दिल्ली के चुनाव में इसका प्रभाव पड़ेगा।   इस मौके पर कैलाश गहलोत ने कहा कि कोई सरकार छोटी से छोटी बात पर अगर लड़ाई के लिए वक्त लगाए तो दिल्ली वालों के लिए काम नहीं हो सकता। दिल्ली का अगर विकास हो सकता है तो भाजपा की केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हो सकता है। मैंने दिल्ली की भलाई के लिए यह निर्णय लिया है। पार्टी में मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह मैं ईमानदारी से निभाऊंगा।   कैलाश गहलोत ने कहा कि उनके लिए आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा से जुड़ना आसान कदम नहीं था। हम सब अन्ना आंदोलन से जुड़े और फिर मिलकर  काम किया। कुछ लोगों को लगता है कि मैंने ये निर्णय दबाव में या अचानक लिया है। मैं लम्बे समय से इस विषय में विचार कर रहा था। मैंने यह कदम किसी के भी दबाव में नहीं उठाया है। सीबीआई और ईडी के दबाव की बात एक राजनीतिक शिगूफा है। दरअसल आम आदमी पार्टी से जुड़कर राजनीति में जिन मूल्यों की बात हमने की थी, पार्टी उससे बहुत दूर होती जा रही है। हमने दिल्ली वालों की सेवा का जो सपना देखा था, वह पूरी तरह से टूट चुका है। ऐसे में उसमें बने रहना मेरे लिए संभव नहीं था।    

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि झूठ का कथानक थोड़े समय के लिए ही रहता है और आखिरकार तथ्य एक दिन सबके सामने आ ही जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर हालिया रिलीज फिल्म 'साबरमती रिपोर्ट' के बारे में एक पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि फिल्म ने सत्य को सामने लाया है और लोगों की भाषा में इसे समझाने की कोशिश की है।   सोशल मीडिया पर आलोक भट्ट यूजर ने अपने एक एक्स पोस्ट में फिल्म के बारे में कुछ बातें कहीं। उन्होंने कहा कि फिल्म इंग्लिश पत्रकारों और हिंदी पत्रकारों के बीच का अंतर समझती है। वह लिखते हैं कि यह फिल्म वास्तव में उन 59 निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है जिन्हें हमने उस फरवरी की सुबह खो दिया था। साथ ही फिल्म एक बड़े मुद्दे पर, हम सभी के लिए यह आत्मनिरीक्षण करने लायक है कि कैसे साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों को जलाकर मार डालने की घटना को एक निहित स्वार्थी समूह ने राजनीतिक बारूदी सुरंग में बदल दिया, जिसने इसे एक नेता की छवि को धूमिल करने के साधन के रूप में देखा। उनके पारिस्थितिकी तंत्र ने अपने स्वयं के तुच्छ एजेंडे को संतुष्ट करने के लिए एक के बाद एक झूठ फैलाए।          

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बोकारो । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस, झामुमो और राजद पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने घुसपैठ के मामले पर कहा कि भाजपा झारखंड से बांग्लादेशी घुसपैठियों को भगाने का काम करेगी। कोई भी बांग्लादेशी आदिवासियों की जमीन नहीं ले पाएगा।   नड्डा रविवार को बोकरो के गोमिया में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कोशिश कर रही है कि बांग्लादेशी घुसपैठ के जरिए लैंड जिहाद कर सके। इसमें हेमंत सरकार भी मदद करती है। उन्होंने कहा कि ये घुसपैठिए मदरसों में ठहरते हैं। इनका आधार कार्ड भी बनता है। इसके बाद हेमंत सरकार इन्हें जमीन उपलब्ध कराने का काम करती है। इसमें सिर्फ हेमंत सोरेन ही नहीं कांग्रेस और राजद भी भ्रष्टाचारी है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के नेता या तो जेल में हैं या फिर बेल पर हैं।   नड्डा ने कहा कि झारखंड में छह लेन का ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण होगाए जो बनारस से कोलकाता वाया रांची तक जाएगा। झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही गोगो दीदी योजना के तहत हर बहन को प्रति माह 2100 रुपये दिया जाएगा और लक्ष्मी जोहार योजना के तहत 500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा। राज्य में भाजपा की सरकार आने पर दो लाख 87 हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी। साथ ही सरकार पांच लाख युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।   नड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने आप लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। झामुमो ने पांच साल में झारखंड के आदिवासी राज्य को केवल लूटा है। उन्होंने 15 नवंबर को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी प्रशंसा की। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी आजकल ओबीसी की बात कर रहे हैं। संविधान की किताब लेकर घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हें ओबीसी की बहुत चिंता है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब मंडल आयोग की रिपोर्ट आई तो उनकी दिवंगत दादी उस पर क्यों बैठी रहीं और उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।   नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी को मुझे बताना चाहिए कि उन्होंने केंद्र में वीपी सिंह की सरकार बनने और भाजपा का समर्थन मिलने का इंतजार क्यों किया। भाजपा के समर्थन के बाद ही मंडल आयोग लागू किया गया और ओबीसी को आरक्षण का दर्जा दिया गया। आज यहां आप ओबीसी के चैंपियन और पिछड़े वर्ग के चैंपियन होने का दिखावा कर रहे हैं। नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी मुझे बताएं कि राजीव गांधी फाउंडेशन में कितने ओबीसी सदस्य हैं। सोनिया गांधी के यूपीए सरकार के दौरान राष्ट्रीय सलाहकार समिति में कितने ओबीसी थे और कांग्रेस कार्य समिति में कितने ओबीसी हैं।    

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इंफाल । मणिपुर में स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है। जिरीबाम में अपहरण एवं हत्या तथा इसके बाद राज्य के छह जिलों में आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट (आफ्सपा) लगाने के बाद लोग उत्तेजित हो गए। इन बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इम्फाल ईस्ट जिले के हीनगांग स्थित मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास पर शनिवार को हमले का प्रयास किया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती के कारण भीड़ को मुख्यमंत्री आवास के आसपास 500 मीटर के दायरे में घुसने से रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य भर में कई मंत्रियों और विधायकों के आवासों को भी निशाना बनाया। घरों और वाहनों सहित संपत्तियों की तोड़फोड़ की।   14 नवंबर को इंफाल पश्चिम के सेकमाई और लामसांग, इंफाल पूर्व के लामलाई, बिष्णुपुर के मोइरांग, कांगपोकपी के लेइमाखोंग और जिरीबाम जिले के इलाके में आफ्सपा लागू कर दिया गया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई। इसे लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री आवास पर हमले का प्रयास किया गया और मंत्री व विधायक आवासों को निशाना बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार मणिपुर सरकार ने केंद्र से प्रभावित क्षेत्रों में आफ्सपा को लेकर पुनर्विचार करने और उसे वापस लेने का आग्रह किया है।   इसी बीच मणिपुर सरकार ने भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य के सात जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की है। इनमें इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर शामिल हैं। गृह विभाग द्वारा आदेश जारी कर 16 नवंबर को शाम 5:15 बजे से दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है।   उल्लेखनीय है कि इम्फाल में भाजपा विधायक लीशांगथेम सुसिंड्रो मीतेई के आवास को नुकसान पहुंचाने के लिए पहुंची भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को हवाई फायरिंग और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। कुल मिलाकर मणिपुर की स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है।

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जोहान्सबर्ग । भारत ने टी20 श्रृंखला के चौथे एवं अतिम मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 135 रन से हरा दिया है। इसके साथ ही भारत ने चार मौचों की टी20 श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली है। भारत की तरफ से संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने शानदार शतकीय पारी खेली। मध्यक्रम के बल्लेबाज तिलक वर्मा को शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज और प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।   वांडरर्स स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए मुकाबले में भारत की ओर से मिले 284 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत काफी खराब रही। टीम दोनों सलामी बल्लेबाज रयान रिकल्टन (01 रन) और रेजा हेंड्रिक्स (शून्य रन) एक रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। इसके तुरंत बाद ही कप्तान एडन मार्करम 08 रन और हेनरिक क्लासेन बिना खाता खोले ही आउट हो गए। वहीं ट्रिस्टन स्टब्स (43 रन) और डेविड मिलर (36 रन) ने जरूर पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन ज्यादा देर वोभी क्रीज पर नहीं टिक सके। इसके बाद मार्को यानसेन ने नाबाद 29 रन और गेराल्ड कॉटेजे ने 12 रन बनाए। इस तरह पूरी टीम 148 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से अर्शदीप सिंह को तीन सफलता मिली। जबकि वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट चटकाए। वहीं, हार्दिक पांड्या, रमनदीप सिंह और रवि विश्नोई को एक-एक विकेट मिला।   इससे पहले, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 283 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा किया। टीम के लिए सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन और तिलक वर्मा के शानदार शतकों की मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने चौथे टी20 मुकाबले में जीत के लिए 284 रनों का लक्ष्य रखा है। सैमसन और तिलक वर्मा के बीच 210 रनों की टी20 क्रिकेट में सबसे बेहतरीन भारतीय साझेदारी हुई। इससे पहले यह रिकॉर्ड रोहित शर्मा और रिंकू सिंह (190 रन) के नाम रहा।   पिछले दो मैच में खाता भी नहीं खोल सके सैमसन ने एक बार फिर शतक जड़ा जबकि तिलक ने लगातार दूसरे मैच में शतक ठोका। तिलक ने 47 गेंदों पर नौ चौकों और 10 छक्कों की मदद से नाबाद 120 बनाए जबकि सैमसन ने 56 गेंदों पर छह चौकों और नौ छक्कों की मदद से नाबाद 109 रन बनाए। भारत के लिए सैमसन और तिलक के अलावा अभिषेक शर्मा ने 18 गेंदों पर दो चौकों और चार छक्कों की मदद से 36 रन की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका के लिए एकमात्र विकेट लुथो सिपाम्ला ने लिया।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के युवाओं में तेजी से बढ़ रही स्टार्ट-अप संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार की नवाचार और उद्यमशीलता की नीतियों की बदौलत युवाओं में जोखिम लेने की संस्कृति बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पहले एक कंपनी शुरू करना भी जोखिम माना जाता था, लेकिन आज भारत में 1.25 लाख से अधिक पंजीकृत स्टार्ट-अप हैं।   प्रधानमंत्री ने शनिवार को नई दिल्ली में हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में कहा कि आजादी के बाद की सरकारों ने जोखिम लेने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नागरिकों को हौसला नहीं दिया। इसके चलते कई पीढ़ियां एक कदम आगे और एक कदम पीछे खींचने में ही बीत गईं। उन्होंने कहा, “बीते 10 सालों में देश में जो परिवर्तन आए हैं, उसने भारत के नागरिकों में जोखिम लेने की संस्कृति को नई ऊर्जा दी है। आज हमारा युवा हर क्षेत्र में जोखिम लेने वाला बनकर उभर रहा है। कभी एक कंपनी शुरू करना जोखिम माना जाता था। 10 साल पहले तक, मुश्किल से किसी स्टार्टअप का नाम सुनते थे, आज देश में रजिस्टर स्टार्टअप की संख्या 1.25 लाख से ज्यादा हो गई है।”   प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित प्रथम बोडोलैंड महोत्सव को व्यापक मीडिया कवरेज नहीं मिलने पर चिंता जताते हुए कहा, “अभी कल ही मैं बोडोक्षेत्र के लोगों के साथ एक शानदार कार्यक्रम में मौजूद था और मैं हैरान हूं कि दिल्ली की मीडिया ने इसे कवर ही नहीं किया। उन्हें अंदाजा ही नहीं है कि पांच दशक बाद बम, बंदूक और पिस्तौल छोड़ कर दिल्ली की छाती पर बोडो नौजवान बोडो संस्कृति महोत्सव मना रहे हैं।” उन्होंने इसे इतिहास की बहुत बड़ी घटना बताया और कहा कि बोडो शांति समझौते के कारण इन लोगों का जीवन बदल गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मौके पर प्रदर्शनी में उनकी नजर 26/11 के मुंबई हमले की रिपोर्ट पर भी गई। उन्होंने कहा, “ये वो समय था, जब पड़ोसी देश की आतंकवादी हरकतों की वजह से हमारे लोग अपने घर और शहरों में भी असुरक्षित रहते थे, लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं। अब वहां के आतंकवादी ही अपने घर में सुरक्षित नहीं हैं।”   प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के आम नागरिक की दृढ़ता और बुद्धिमत्ता ने औपनिवेशिक संदेहों पर काबू पाने से लेकर आपातकाल, अस्थिरता और कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों को हराने तक लगातार देश के भाग्य को आकार दिया है। मोदी ने कहा, “अंग्रेज जब भारत छोड़कर जा रहे थे, तो ये कहा गया कि ये देश बिखर जाएगा, टूट जाएगा। जब इमरजेंसी लगी तो कुछ लोगों ने ये मान लिया था कि अब तो इमरजेंसी हमेशा ही लगी रहेगी। कुछ लोगों ने, कुछ संस्थानों ने इमरजेंसी थोपने वालों की ही शरण ले ली थी, लेकिन तब भी भारत का नागरिक उठ खड़ा हुआ।” उन्होंने कहा कि जब कोरोना का मुश्किल समय आया तो दुनिया को लगता था कि भारत उन पर बोझ बन जाएगा। लेकिन भारत के नागरिकों ने कोराना के खिलाफ एक मजबूत लडाई लड़कर दिखाई।   प्रधानमंत्री ने 90 के दशक में 10 साल में पांच चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय देश में कितनी अस्थिरता थी। जानकारों ने अखबारों में भविष्यवाणी कर दी थी कि अब ऐसे ही चलने वाला है लेकिन भारत के नागरिकों ने ऐसे जानकारों को गलत सिद्ध किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में आज चारों तरफ अस्थिरता का माहौल दिखता है वहीं भारत में लोगों ने तीसरी बार हमारी सरकार को चुना है।   वोट बैंक की राजनीति को लेकर पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले सरकार केवल अगला चुनाव जीतने के लिए चलाई जाती थी। इस प्रकार की राजनीति ने देश में असंतुलन और असामानता का दयारा बढ़ा दिया। इससे जनता का सरकारों पर से विश्वास टूट गया। उन्होंने कहा कि हम इस विश्वास को वापस लेकर आये हैं। हमने सरकार का उद्देश्य तय किया है। हम, जनता की प्रगति, जनता द्वारा प्रगति, जनता के लिए प्रगति के मंत्र को लेकर चल रहे हैं। हमारा उद्देश्य नया भारत बनाने और भारत को विकसित बनाने का है। यह वोट बैंक की राजनीति से हजारों मील दूर है।   मोदी ने कहा कि आज भारत का समाज अभूतपूर्व आकांक्षा से भरा हुआ है। इन आकांक्षाओं को हमने अपनी नीतियों का बड़ा आधार बनाया है। हमारी सरकार ने देशवासियों को बहुत अनोखा संयोजन दिया है। ये निवेश से रोजगार, विकास से गरिमा का कॉम्बो है। उन्होंने कहा कि हम विकास का ऐसा मॉडल लेकर चल रहे हैं, जिसमें निवेश हो, निवेश से रोजगार जनरेट हो, विकास हो और वो विकास भारत के नागरिकों की गरिमा सुनिश्चित करे।

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झांसी । उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में रात को लगी आग से हाहाकार मचा हुआ है। केंद्र में भर्ती 10 नवजात शिशु हताहत हुए हैं। इनमें सात की पहचान हो चुकी है। पीड़ित परिवारों की मदद से बाकी तीन बच्चों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जायजा लेने यहां पहुंचे हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। हर पहलू से जांच कराई जा रही है। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी। इसे स्वास्थ्य विभाग करेगा। दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा। अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी। इसके अलावा मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। जांच में अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है। उप मुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि फरवरी में यहां अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी। यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है। सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।    

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नई दिल्ली । केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में साज-सज्जा पर खर्च की जांच करेगा। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता की शिकायत का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास 6, फ्लैग स्टाफ रोड में साज-सज्जा पर खर्च किए गए कथित करोड़ों रुपये की जांच करने का आदेश सीपीडब्ल्यूडी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) को दिया है। इस संदर्भ में नेता प्रतिपक्ष ने 21 अक्टूबर को सीवीसी में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास पर आंतरिक साज-सज्जा और सुविधाओं पर अत्यधिक खर्च किया गया। इसमें उच्च स्तर के भ्रष्टाचार की बू आती है और तत्काल जांच की आवश्यकता है। गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल ने अपने घर में 77 लाख के टीवी, 50 लाख का रेशमी कालीन, 42 लाख की पीतल की रेलिंग, 20 लाख का स्पा सेंटर, 18 लाख का हॉट वॉटर जेनरेटर, 12-12 लाख की टॉयलेट सीट पर करोड़ों रुपए बेदर्दी से खर्च कर दिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के घर पर 50 स्प्लिट एसी, 250 टन का सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम, 934 लीटर कैपेसिटी वाला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाला फ्रिज, बोश कंपनी के 75 स्पीकर, 5 रेकलाइनिंग सोफे, तीन डाइनिंग टेबल, किंग साइज के 8 बेड, 75 आरामदायक कुर्सियां, 76 टेबल, 24 सोफा सेट, एक डाइनिंग रूम, दो ड्राइंग रूम, तीन मीटिंग रूम, 12 टॉयलेट, दो किचन, 8 बेडरूम की सुविधाओं वाले इस 'आम आदमी' के घर के आगे सात सितारा होटल भी पानी भरते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने शीश महल के सिर्फ बाथरूम पर जनता की खून पसीने की कमाई के 15 करोड़ रुपये खर्च कर दिए, 5.30 करोड़ रुपये के पर्दे लगवा लिए, ऑटोमेटिक खिड़कियों पर 70 लाख रुपये खर्च किए। शिकायती पत्र पर जांच के आदेश होने के बाद विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद जो रिपोर्ट आएगी, वह आम आदमी का मुखौटा पहन कर पिछले 10 साल तक दिल्ली की जनता को धोखा देने वाले केजरीवाल को बेनकाब कर देगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पाप का घड़ा अब भर चुका है और अगले विधानसभा चुनाव में उनके प्रत्याशियों की जमानत जब्त करवा कर दिल्ली की जनता इन्हें सत्ता से बाहर कर देगी।  

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मुंबई । चुनाव आयोग की टीम ने शुक्रवार को हिंगोली हेलीपैड पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की चेकिंग की। इसी तरह आज ही भाजपा नेता पंकजा मुंडे के बैग की जांच चुनाव आयोग ने की है।   बैग चेक करने के बाद अमित शाह ने कहा कि भाजपा निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ चुनाव प्रणाली में विश्वास रखती है और चुनाव आयोग के सभी नियमों का पालन करती है। एक स्वस्थ चुनाव प्रणाली में हम सभी को अपना योगदान देना चाहिए और भारत को विश्व का सबसे मजबूत लोकतंत्र बनाए रखने में अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।   इससे पहले चुनाव आयोग की टीम ने शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बैग और सामान की जांच की थी। उस समय उद्धव ठाकरे ने कहा था कि क्या चुनाव आयोग अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बैग चेक करेगा? इसके बाद चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार, आदित्य ठाकरे की बैग की जांच की है। इसी कड़ी में आज चुनाव आयोग की टीम ने अमित शाह का बैग चेक किया।

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भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर बिहार के जमुई जिले में आयोजित राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में छह हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसमें जनजातीय वर्ग के बच्चों के भविष्य को संवारने वाले स्कूल और हॉस्टल, जनजातीय वर्ग की महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधा, जनजातीय क्षेत्रों को जोड़ने वाली सैकड़ों किलोमीटर की सड़कें, जनजातीय वर्ग की संस्कृति को समर्पित संग्रहालय एवं जनजातीय वर्ग के डेढ़ लाख परिवारों को पक्के घर शामिल हैं। कार्यक्रम से प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के दो जनजातीय संग्रहालयों का वर्चुअली लोकार्पण कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें छिन्दवाड़ा का श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय एवं जबलपुर का राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वंतत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय शामिल है।   इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के शहडोल जिला मुख्यालय पर आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह को बिहार के जमुई से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पूरे देश में राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जा रही है। जनजातीय गौरव दिवस इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास है। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर छह हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है एवं जनजातीय वर्ग के डेढ़ लाख परिवारों को पक्के घर के स्वीकृति पत्र वितरित किये गये हैं। साथ ही आज देव दीपावली के दिन 11 हजार से अधिक जनजातीय परिवारों को अपने घर में प्रवेश कराया गया है।   शहडोल में आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, सीधी डॉ. राजेश मिश्रा, कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रोतेल सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे। राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अतिथियों का स्वागत जनजातीय परंपरा अनुसार किया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित कर 229.66 करोड़ रुपये की लागत के 76 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।   श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय छिंदवाड़ा शहर में स्थित श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय भवन का निर्माण 40 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत से लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया है। यहां क्यूरेशन का कार्य जनजातीय कार्य विभाग के अधीन वन्या संस्थान द्वारा किया गया है। इसका निर्माण पुराने जनजातीय संग्रहालय की उपलब्ध भूमि पर ही किया गया है। यह स्थल पेंच-पचमढ़ी मार्ग पर स्थित है। संग्रहालय के आसपास कई दर्शनीय तथा जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण स्थल भी हैं।   राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय अद्वितीय वीरता और अदम्य साहस के प्रतीक राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के सम्मान में राज्य सरकार और केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से वर्ष 2021 में जबलपुर में संग्रहालय का निर्माण किया गया। इसका नामकरण राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय किया गया है। एक एकड़ भूमि पर निर्मित इस संग्रहालय में 14 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से भारतीय सांस्कृतिक निधि (इनटेक, नई दिल्ली) द्वारा संग्रहालय भवन का जीर्णोद्वार एवं क्यूरेशन का कार्य किया गया है।

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लखनऊ । उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस की प्रारम्भिक परीक्षा एक ही दिन में कराने का निर्णय लिया है।   प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीपीएससी को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद यूपीपीएससी ने यह निर्णय लिया है। अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराया जाएगा।    इसके साथ ही आरओ/एआरओ (प्रा.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग ने समिति का गठन किया है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से परीक्षा की तैयारी कर रहे बड़ी संख्या में छात्र प्रयागराज में धरना दे रहेे थे। 

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मुंबई । कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को नंदूरबार की चुनावी सभा में कहा कि आदिवासी ही भारत के मूल मालिक हैं लेकिन उन्हें सरकार में उनके हिस्से की भागीदारी नहीं मिल रही है। उन्हें यह भागीदारी सिर्फ संविधान से ही मिलेगी।   राहुल गांधी नंदूरबार में महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित प्रचार सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में आदिवासी आबादी 8 प्रतिशत है तो भागीदारी भी 8 प्रतिशत होनी चाहिए। केंद्र सरकार जब 100 रुपये खर्च करती है, तो आदिवासी के लिए केवल 10 पैसे तय किए जाते हैं। राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के लोग सभी आदिवासियों को वनवासी कहते हैं, वे आपके अधिकार छीन रहे हैं। आपकी जमीन, जल, जंगल छीनकर अरबपतियों को दिया जा रहा है। आदिवासी ही भारत के मूल मालिक हैं। इसे बदलने का एक मात्र तरीका जातिगत जनगणना है। इसी से पता चलेगा कि किसकी कितनी आबादी और उसे सरकार में कितनी भागीदारी मिल रही है।   राहुल गांधी ने कहा कि जैसे ही उनकी सरकार आएगी, जातिगत जनगणना शुरू की जाएगी। इसके साथ ही आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से बढ़ा दी जाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के बहुत से उद्योग पड़ोसी राज्यों में भेज दिया गया है, जिससे राज्य में बेरोजगारी बढ़ी है। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी सरकार आने पर किसी अन्य राज्य के उद्योग धंधे किसी अन्य राज्य में नहीं भेजे जाएंगे। राहुल गांधी ने प्रचार सभा में महाविकास आघाड़ी के वादों को फिर से दोहराया है।

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नई दिल्ली । खुदरा के बाद थोक महंगाई दर में भी इजाफा हुआ है। थोक मूल्य सूचकांक (डब्‍ल्‍यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर सालाना आधार पर अक्टूबर में बढ़कर 2.36 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि सितंबर में यह 1.84 फीसदी रही थी।   वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को जारी आंकड़े में बताया कि अक्‍टूबर में खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़कर 11.59 फीसदी पर आ गई है, जबकि सितंबर में यह 9.47 फीसदी पर रही थी। सब्जियों की कीमतों में सितंबर महीने के 48.7 फीसदी की तुलना में अक्‍टूबर में उछलकर 63.04 फीसदी पर आ गई है। इसी तरह अक्‍टूबर में विनिर्मित उत्पादों की महंगाई 1.5 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि सितंबर में यह 1 फीसदी थी। हालांकि, अक्टूबर में ईंधन और बिजली की कीमतों में पिछले महीने की तुलना में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है।   इससे पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर अक्‍टूबर में बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.2 फीसदी पर पहुंच गई, जो सितंबर में 5.5 फीसदी थी। महंगाई बढ़ने से अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत दिखने लगने हैं। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा महंगाई दर 4.5 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है। रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा था कि महंगाई दर कम हो रही है, लेकिन प्रक्रिया धीमी और असमान है।  

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कुलगाम। कुलगाम जिले के बाडीमार्ग यारीपोरा इलाके में बुधवार दोपहर आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। यह मुठभेड़ क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान शुरू हुई।   जानकारी के अनुसार यारीपोरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने के बाद सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों ओर से गोलीबारी फिलहाल जारी है और अभी तक किसी भी आतंकी के मारे या पकड़े जाने की कोई सूचना नहीं है। 2-3 आतंकवादियों के फंसे होने की संभावना है। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जवाबी कार्यवाही में जुटे हैं।

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हैदराबाद । तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले में मंगलवार रात लौह अयस्क ले जा रही एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इस वजह से रेलवे परिचालन में बाधित हुआ है।  31 ट्रेनें पूरी तरह और 10 से अधिक को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है।   दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के अधिकारियों के मुताबिक, राघवपुरम और रामागुंडम के बीच मालगाड़ी के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। भारतीय रेलवे के एससीआर डिवीजन ने 10 से अधिक ट्रेनों का मार्ग बदल दिया है। इस समय रेलवे ट्रैक पर मरम्मत का कार्य चल रहा है। जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें नरसापुर-सिकंदराबाद, सिकंदराबाद-नागपुर, हैदराबाद-सिरपुर कागजनगर, सिकंदराबाद-कागजनगर, काजीपेट-सिरपुर टाउन, सिरपुर टाउन-करीमनगर, करीमनगर-बोधन, सिरपुर टाउन-भद्राचलम रोड, भद्राचलम रोड-बल्लारशा, बल्लारशा-काजीपेट, यशवंतपुर-मुजफ्फरपुर,काचीगुडा-नागरसोल, काचीगुडा-करीमनगर, सिकंदराबाद-रामेश्वरम, सिकंदराबाद-तिरुपति, आदिलाबाद-परली, अकोला-पूर्णा, आदिलाबाद-नांदेड़, निज़ामाबाद-काचीगुडा, गुंतकल्लू-बोधन ट्रेन हैं।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह बिहार के दरभंगा कार्यक्रम से पहले सरकार की प्राथमिकता को सामने रखा है। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों के जीवन को आसान बनाना उनकी और सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसमें स्वास्थ्य सेवाएं भी शामिल हैं।   उन्होंने एक्स पर पीआईबी को टैग करते हुए लिखा, ''देशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना और उनके जीवन को आसान बनाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसी दिशा में आज सुबह करीब 10:45 बजे बिहार में दरभंगा एम्स के शिलान्यास के साथ ही कई और परियोजनाओं का लोकार्पण करने और आधारशिला रखने का सौभाग्य मिलेगा।''   प्रधानमंत्री के बिहार दौरे पर आज सुबह भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने विज्ञप्ति भी जारी की। विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार का दौरा करेंगे। वह दरभंगा जाएंगे और सुबह 10:45 बजे लगभग 12,100 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें से कई योजनाओं को देश को समर्पित करेंगे।   क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री मोदी दरभंगा में 1260 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले एम्स की आधारशिला रखेंगे। इसमें सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल,आयुष ब्लॉक, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, रैन बसेरा और आवासीय सुविधाएं होंगी। यह बिहार और इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों को तृतीयक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा।   सरकार की कोशिश सड़क और रेल दोनों क्षेत्रों में नई परियोजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री मोदी बिहार में लगभग 5,070 करोड़ रुपये की विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वो राष्ट्रीय राजमार्ग-327ई के चार लेन वाले गलगलिया-अररिया खंड का उद्घाटन करेंगे। यह गलियारा पूर्वी-पश्चिमी गलियारे (एनएच-27) पर अररिया से पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के गलगालिया तक एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। वह एनएच-322 और एनएच-31 पर दो रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का भी उद्घाटन करेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री बंधुगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग-110 पर एक प्रमुख पुल का उद्घाटन करेंगे, जो जहानाबाद को बिहारशरीफ से जोड़ेगा।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आठ राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें रामनगर से रोसरा तक पक्की सड़क के साथ दो-लेन सड़क, बिहार-पश्चिम बंगाल सीमा से एनएच-131ए का मनिहारी खंड, हाजीपुर से महनार और मोहिउद्दीन नगर होते हुए बछवाड़ा तक, सरावन-चकाई खंड शामिल हैं। वह एनएच-327ई पर रानीगंज बाईपास, एनएच-333ए पर कटोरिया, लखपुरा, बांका और पंजवारा बाइपास और एनएच-82 से एनएच-33 तक चार लेन की लिंक रोड का भी शिलान्यास करेंगे।   इसके अलावा प्रधानमंत्री 1740 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वह बिहार के औरंगाबाद जिले में चिरालापोथु से बाघा बिशुनपुर तक 220 करोड़ रुपये से अधिक की सोननगर बाइपास रेलवे लाइन की आधारशिला रखेंगे। वो 1520 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाएं भी देश को समर्पित करेंगे। इनमें झंझारपुर-लौकाहा बाजार रेल खंड, दरभंगा बाइपास रेलवे लाइन का गेज परिवर्तन शामिल है, जिससे दरभंगा जंक्शन रेलवे पर रेल यातायात की भीड़ कम हो जाएगी। रेलवे लाइन के दोहरीकरण परियोजनाओं से बेहतर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी मिलेगी।   प्रधानमंत्री मोदी झंझारपुर-लौकाहा बाजार खंड पर ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इस खंड में एमईएमयू ट्रेन सेवाएं शुरू होने से आसपास के कस्बों और शहरों में रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच आसान हो जाएगी। साथ ही भारत के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 18 प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र देश को समर्पित करेंगे। इससे यात्रियों के लिए रेलवे स्टेशनों पर सस्ती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। यह जेनेरिक दवाओं की स्वीकृति और जागरूकता को भी बढ़ावा देगा, जिससे स्वास्थ्य देखभाल पर समग्र व्यय में कमी आएगी।   विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में 4,020 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न पहलों की आधारशिला रखेंगे। घरों तक पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) पहुंचाने और वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों को स्वच्छ ऊर्जा विकल्प प्रदान करने के दृष्टिकोण के अनुरूप प्रधानमंत्री, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बिहार के पांच प्रमुख जिलों दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी और शिवहर में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) नेटवर्क के विकास की आधारशिला रखेंगे। वह इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की बरौनी रिफाइनरी की बिटुमेन विनिर्माण इकाई की आधारशिला भी रखेंगे, जो स्थानीय स्तर पर बिटुमेन का उत्पादन करेगी, जिससे आयातित बिटुमेन पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।  

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मुंबई । फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को 50 लाख रुपये रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले युवक को मुंबई पुलिस ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले से गिरफ्तार किया है। अब उसे मुंबई लाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।   पुलिस के अनुसार पिछले हफ्ते अज्ञात शख्स ने मुंबई पुलिस के फोन पर शाहरुख खान को 50 लाख रुपये रंगदारी न देने पर जान मारने की मांग धमकी दी थी।इस पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 308(4) और 351(3)(4) के तहत मामला दर्ज किया था। काल ट्रेस करने के बाद पता चला कि धमकी देने वाला शख्स छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले का है और पेशे से वकील है। इसलिए मुंबई पुलिस की टीम रायपुर में जाकर उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन में बुलाया। इसके बाद मोहम्मद फैजान खान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित का कहना है कि उसका मोबाइल चोरी हो गया था, जिसकी शिकायत उसने पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी।

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मुंबई । भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता और प्रधानमंत्री ने मंगलवार को चंद्रपुर जिले के चिमूर में कहा कि महाविकास आघाड़ी के नेता भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। विकास कार्यों को रोकने में इन लोगों ने डबल पीएचडी हासिल की है, जबकि महाराष्ट्र को समृद्ध बनाने के लिए एनडीए सरकार के माध्यम से कई योजनाएं बनाई हैं।    प्रधानमंत्री मोदी ने चिमूर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में डबल इंजन वाली एनडीए गठबंधन सरकार दोगुनी गति से काम करेगी। उन्होंने  विश्वास जताया कि भाजपा का संकल्प पत्र महाराष्ट्र के विकास की गारंटी बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में विदेशी निवेश बढ़ रहा है। राज्य भर में 1 दर्जन से अधिक वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे लाइन का विस्तार किया जा रहा है। हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए गठबंधन महाराष्ट्र के विकास के लिए काम कर रहा है, लेकिन महाविकास अघाड़ी के नेता विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।   महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि इन लोगों ने मेट्रो, समृद्धि हाईवे, जलयुक्त सीवर आदि विकास कार्यों को रोका। उनका काम किसी भी योजना को अटकाना, लटकाना और भटकाना है। महाविकास अघाड़ी के पास महाराष्ट्र के विकास की गुंजाइश नहीं है। महाराष्ट्र की जनता को आघाड़ी के भ्रष्टाचार के खिलाड़ियों को लूट का लाइसेंस नहीं देना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा लोगों को बांटने का काम करती है। इसलिए अगर हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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अयोध्या । खालिस्तानी आतंकी की राममंदिर को बम से उड़ाने की धमकी के बाद पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। राममंदिर की सुरक्षा व्यवस्था आम दिनों में भी सख्त रहती है। हर दिन श्रद्धालुओं को सुरक्षा घेरे से होकर ही राममंदिर में प्रवेश दिया जाता है ।   अयोध्या जिला प्रशासन ने धमकी के बाद श्रीराम जन्मभूमि परिसर सहित पूरी अयोध्या में हाई अलर्ट कर दिया है। मंगलवार को राममंदिर की सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने पूरे परिसर का बारीकी से निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।   आईजी पुलिस प्रवीण कुमार ने कहा कि आतंकी पन्नू ने वीडियो के माध्यम से धमकी दी है। इस तरह के वीडियो बयान पहले भी जारी किए गए हैं। हम सुरक्षा व्यवस्था की एक बार फिर से समीक्षा कर रहे हैं।   रामजन्भूमि की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधीक्षक सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने सुरक्षा में लगे अधिकारियों के साथ श्रीराम जन्मभूमि परिसर, मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने राममंदिर दर्शन मार्ग समेत प्रमुख स्थलों की जांच की। बाद में उन्होंने दावा किया कि रामजन्भूमि परिसर की सुरक्षा पहले से ही अभेद्य है।   खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का अयोध्या के राममंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आतंकी पन्नू ने 16 और 17 नवंबर को राममंदिर में हिंसा की योजना बनाई है और इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की प्रार्थना करते हुए तस्वीरें भी दिखाई है। पन्नू ने यह धमकी कनाडा के ब्रैम्पटन से रिकॉर्ड की थी। वीडियो के जारिए मिली धमकी के बाद पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।  

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखा पर रोक के आदेश को सही से लागू न होने पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वो पटाखों पर रोक लगाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करे।   जस्टिस एएस ओका की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि कोई भी धर्म प्रदूषण फैलाने वाली किसी गतिविधि को बढ़ावा नहीं देता। अगर इस तरह से पटाखे जलाए जाते हैं तो इससे नागरिकों के स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार पर भी असर पड़ता है। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को 25 नवंबर तक व्यक्तिगत तौर पर हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया। हलफनामा में ये बताएं कि दिल्ली में पटाखों पर रोक को लेकर क्या कदम उठाए गए।   सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूछा कि क्या दिल्ली पुलिस ने बिक्री पर प्रतिबंध लगाया। पटाखों पर बैन केवल एक धोखा रह गया। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार के आदेश को लागू करने में गंभीरता नहीं दिखाई। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि आखिर पटाखों पर बैन का आदेश सिर्फ दीवाली तक ही क्यों सीमित है। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील ने कोर्ट को 14 अक्टूबर के आदेश का हवाला दिया, जिसमें पटाखा जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया था। तब कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि आपके हलफनामे में कहा गया है कि आप केवल दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध लगाएंगे और शादी और चुनाव समारोहों के दौरान आप ऐसा नहीं करेंगे।   उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर को दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त से हलफनामा दायर करने को कहा था कि बैन के बावजूद पटाखे कैसे चलाये गए। अगले साल ऐसा न हो, ये सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले नायब सूबेदार राकेश कुमार को आज आर्मी व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने भव्य पुष्पांजलि समारोह में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। हालांकि, रविवार की मुठभेड़ के बाद आतंकवादियों से कोई नया संपर्क नहीं हुआ है, लेकिन तलाशी अभियान के लिए पैरा स्पेशल फ़ोर्स और वायु सेना के कमांडो को उतारा गया है। सुरक्षाबलों का सोमवार को जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले के केशवान और आसपास के इलाकों के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।   सेना अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की तलाश में किश्तवाड़ के घने जंगल चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति के कारण सुरक्षाकर्मियों के लिए चुनौती बन गए हैं। इन्हीं जंगलों में छिपकर आतंकी पिछले छह माह से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। आतंकियों ने इस दौरान कई बड़ी वारदात को अंजाम दिया है, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा जवानों की शहादत हुई है। सूत्रों के अनुसार किश्तवाड़ जिले में मुख्य रूप से दो समूह सक्रिय हैं, जिन्हें उनकी गतिविधियों के अनुसार दो सर्किल सी 1 और सी 2 में बांटा गया है। इन आतंकवादियों ने 2024 के मई-जून महीने में सांबा, कठुआ सीमा के माध्यम से घुसपैठ की। बाद में वे कठुआ, बिलावर, बानी, मछेड़ी, डोडा और फिर किश्तवाड़ से होकर गुजरे।   इसके बाद सेना ने दोनों सर्कलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिस दौरान कई मुठभेड़ भी हुईं लेकिन आतंकी घने जंगल में छिपकर सुरक्षाबलों से मुकाबला कर रहे हैं। इसी दौरान किश्तवाड़ के घने जंगल में छिपे आतंकवादियों ने गुरुवार शाम को ग्राम रक्षा गार्डों (वीडीजी) नजीर अहमद और कुलदीप कुमार का अपहरण करके पास के कुंतवाड़ा जंगल में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में जब दोनों शव बरामद किये गए तो दोनों युवकों की आंखों पर पट्टी बंधी हुई और उनके हाथ भी पीछे बंधे हुए मिले। इसी के बाद आतंकियों की खोज शुरू की गई, लेकिन रविवार को आतंकवादियों से संपर्क स्थापित होने के बाद गोलीबारी शुरू हो गई।   किश्तवाड़ में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की गतिविधियों पर नजर डालें तो पता चलता है कि सर्कल सी 1 में हलचल की शुरुआत होने पर एक मुठभेड़ के दौरान 15 जुलाई को किश्तवाड़ से सटे देसा डोडा में कैप्टन थापा सहित 4 कर्मियों को खो दिया, जिसमें 3-4 आतंकी भी ढेर किये गए। इसके बाद 28 जुलाई को केशवान और सरनवान इलाके में 4-6 लोगों की हलचल देखी गई है। इन संदिग्धों ने स्थानीय लोगों से घी में भुना हुआ मक्के का आटा मांगा। इसके बाद 10 अगस्त को गडूल अलहान कोकरनाग में मुठभेड़ हुई, जिसमें 2 सैन्य कर्मी बलिदान हुए।   इसके बाद 13 सितंबर को नायदगाम में सर्च पार्टी पर घात लगाकर हमला हुआ। इस मुठभेड़ में 2 सैन्यकर्मी खो दिए और 2 घायल हो गए। नायदगाम के पास गुरिनल इलाके में 21 सितंबर को मुठभेड़ हुई। केशवान के नजदीक 7 नवंबर को मुंजला धार, कुंतवाड़ा क्षेत्र में 2 वीडीजी शहीद हुए। इसके बाद 9 नवंबर को कुंतवाड़ा और केशवान के बीच चास क्षेत्र में मुठभेड़ हुई, जिसमें पैरा स्पेशल फ़ोर्स के नायब सूबेदार राकेश कुमार वीरगति को प्राप्त हुए और 03 जवान घायल हुए। सर्वोच्च बलिदान देने वाले नायब सूबेदार राकेश कुमार को आज आर्मी व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने भव्य पुष्पांजलि समारोह में श्रद्धांजलि अर्पित की।   सेना के अनुसार पिछले कई माह से आतंकवादियों की सर्कल सी 2 में भी हरकतें लगातार दिख रही हैं। सेना को 28 जुलाई को किश्तवाड़ के किधर इलाके में 4-6 आतंकियों की आवाजाही की सूचना मिली थी। इसके बाद 7 अगस्त को नागसेनी इलाके में एक घटना घटी, एक नागरिक ने दावा किया कि रात में जब वह हाथ धोने के लिए घर से बाहर निकला था, तो उसे गोली लग गई। चोटें मामूली थीं, इसलिए स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। 10 अगस्त को पद्याराणा इलाके (पियास के पास) में आतंकवादियों को देखा गया। आतंकियों का समूह जब नदी पार करने की कोशिश कर रहा था, उसी समय गोलीबारी की गई, लेकिन इसके बाद वे दच्छन क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्ग से भाग निकले। घाटी से मरवा, वारवान घाटी और फिर दच्छन से होकर किश्तवाड़ जाने के लिए यह आतंकियों का एक पुराना मार्ग है।

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नडियाद / नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने वालों के प्रति आगाह करते हुए सोमवार को कहा कि कुछ लोग निहित स्वार्थ के कारण इस तरह की  साजिश रच रहे हैं।  विकसित राष्ट्र  के लिए एकता को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि हमें मिलकर देशविरोधियों की बांटने की कोशिशों  को नाकाम करना होगा।    प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के वडताल में श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “आज दुर्भाग्य से निहित स्वार्थ और छोटी समझ के कारण भारत के उज्ज्वल भविष्य के महत्वकांक्षी उद्देश्यों को भूलकर कुछ लोग समाज को जाति, धर्म, भाषा, ऊंच-नीच, स्त्री-पुरुष, गांव-शहर आदि के आधार पर टुकड़े-टुकड़े में बांटने की साजिश चल रही है। जरूरी है कि हम देशविरोधियों की इस चेष्टा को,  उसकी गंभीरता को समझें, उस संकट को समझें और  मिलकर इसे नाकाम करें।”   उन्होंने कहा कि भगवान श्री स्वामीनारायण ने बताया है कि बड़े लक्ष्य कठोर तप से हासिल होते हैं। राष्ट्र को निर्णायक दिशा दिखाने की क्षमता युवा मन में होती है। युवा, राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और करेंगे, इसके लिए हमें सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना होगा। 'विकसित भारत' के लिए हमारे युवा सशक्त होने चाहिए। स्किल्ड युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे।   उन्होंने कहा कि 200 साल पहले जिस वडताल धाम की स्थापना भगवान श्री स्वामीनारायण ने की थी हमने आज भी उसकी अध्यात्मिक चेतना को जागृत रखा है। हम आज भी यहां भगवान श्री स्वामीनारायण की शिक्षाओं को, उनकी ऊर्जा को अनुभव कर सकते हैं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि वड़ताल धाम की स्थापना की 200वीं वर्षगांठ और यह भव्य समारोह महज एक आयोजन नहीं है। यह क्षण भारतीय संस्कृति के शाश्वत प्रभाव का प्रमाण है। उन्होंने देशवासियों को द्विशताब्दी समारोह की बधाई देते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि भारत सरकार ने गुजरात के वड़ताल में स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दो सौ रुपये का एक चांदी का सिक्का और स्मारक डाक डिकट भी जारी किया है। इस सिक्के का वजन 44 ग्राम है और उस पर सोने की परत चढ़ी है। जिस पर वडताल मंदिर की प्रतिकृति अंकित है।   उन्होंने कहा कि स्वामीनारायण भगवान हमारे इतिहास के कठिन समय में आए और हमारी पहचान को पुनर्जीवित कर हमें नई ताकत दी। वड़ताल के और समस्त स्वामीनारायण परिवार के संत महात्माओं से आग्रह है कि विकसित भारत के महान उद्देश्य से जन-जन को जोड़ें। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 वर्ष तक विकसित भारत के उद्देश्य को जीना है। 'विकिसत भारत' के लिए 140 करोड़ देशवासियों में हर पल होना जरूरी है।   समारोह के प्रारंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभासी आगमन पर झंडा लहराकर उनका स्वागत किया गया। वडताल के प्रमुख कोठारी डॉ. संतवल्लभदास स्वामी ने स्वागत भाषण दिया| उल्लेखनीय है कि स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख मंदिर वडताल धाम में कार्तिकी समैया भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। यहां नौ दिवसीय श्री लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव पिछले पांच दिन से चल रहा है। प्रतिदिन लगभग सवा लाख श्रद्धालु इस महोत्सव में शामिल हो रहे हैं। आज इस महोत्सव का पांचवां दिन है।     

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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मुंबई । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भारत जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणापत्र जारी किया। घाेषणा पत्र में भाजपा ने महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकाें पर विशेष ध्यान देने के साथ ही विकसित महाराष्ट्र बनाने के लिए राज्य को प्रौद्योगिकी, विनिर्माण और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनाने पर जाेर दिया गया है। भाजपा ने राज्य के निम्न आय वर्ग के लाेगाें काे प्रतिमाह राशन देने का वादा भी किया है। मुंबई में आयाेजित इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, आशीष शेलार सहित अन्य नेता उपस्थित थे। इस माैके पर केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपानीत एनडीए गठबंधन की सरकार बनने के 100 दिन के भीतर घोषणा पत्र लागू करना शुरु कर दिया जाएगा। शाह ने बताया कि इस घोषणा पत्र में वृद्धावस्था पेंशन धारकों को 2100 रुपये देने का वादा किया गया है। आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को 15 हजार रुपये वेतन और बीमा कवरेज देने, 25 लाख नौकरियां पैदा करने और 10 लाख छात्रों को 10 हजार रुपये प्रति माह देने का वादा घोषणा पत्र में किया गया है। इसके साथ ही महिलाओं में वित्तीय साक्षरता पैदा करने के लिए 2100 रुपये दिए जाएंगे और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। महिला सुरक्षा के लिए 25 हजार महिलाओं को पुलिस बल में शामिल किया जाएगा। किसानों की कर्जमाफी और किसान सम्मान योजना में रु. से 12 हजार रुपये एमएसपी के साथ समन्वय में 15 हजार दिए जाएंगे। उन्हाेंने बताया कि पूरे महाराष्ट्र में वरिष्ठ नागरिकों को अधिक वित्तीय सुरक्षा और सम्मान मिल सके। महाराष्ट्र के सभी परिवारों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें स्थिर रखी जाएंगी। आने वाले समय में 25 लाख रोजगार सृजित होंगे और 10 लाख छात्रों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह का भुगतान किया जाएगा। राज्य के ग्रामीण इलाकों के 45 हजार गांवों में सडक़ें बनाई जाएंगी। केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र को प्रौद्योगिकी, विनिर्माण और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। 'मेक इन महाराष्ट्र' रणनीति को लागू करने से, भारत के अग्रणी विनिर्माण राज्य के रूप में महाराष्ट्र की स्थिति मजबूत होगी। महाराष्ट्र एक वैश्विक फिनटेक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) राज्य बन जाएगा। इसके लिए वैश्विक फिनटेक कंपनियों को आकर्षित करने वाला माहौल बनाया जाएगा और वित्तीय प्रौद्योगिकी में नई अवधारणाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ में अनुसंधान, नवाचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए देश का पहला विशेष विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। नागपुर, पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, अहिल्यानगर और नासिक को आधुनिक एयरोनॉटिकल और अंतरिक्ष विनिर्माण केंद्र के रूप में उन्नत एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी और विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। वर्ष 2027 तक महाराष्ट्र में 50 लाख दीदियां बनाने के लिए प्रत्येक 500 स्वयं सहायता समूहों का एक औद्योगिक क्लस्टर बनाया जाएगा और 11 हजार करोड़ रुपये का प्रारंभिक रिवॉल्विंग फंड प्रदान किया जाएगा। 'अक्षय खाद्य योजना' के तहत, निम्न आय वर्ग के लोगों को हर महीने मुफ्त राशन प्रदान किया जाएगा, जिसमें चावल, ज्वार, मूंगफली के छिलके, नमक, चीनी, हल्दी, लोबिया, जीरा और लाल मिर्च पाउडर शामिल होगा।

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गुमला । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को झारखंड के गुमला में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में घुसपैठ रोकने के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, झारखंड की पहचान बचाने के लिए और महिला सुरक्षा के लिए प्रदेश में भाजपा सरकार जरूरी है।    मोदी ने यूपीए 2004 से 2014 तक केंद्र में रही कांग्रेस नीत यूपीए सरकार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, तो सोनिया गांधी सरकार चलाती थीं। उन्होंने झारखंड को कुछ नहीं दिया। राज्य बनने का भी विरोध किया। कांग्रेस और उसके सहयोगी जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 वापस लाने के लिए विधानसभा में प्रस्ताव लाए। उनका ये सपना कभी पूरा नहीं होगा। हमनें 370 को जमीन में गाड़ दिया है। अब ये इसे कभी नहीं लागू कर पाएंगे।   मोदी ने कांग्रेस के जातिगत गणना करवाने के वादे पर कहा कि कांग्रेस सत्ता के लालच में छोटी-छोटी जातियों को बांटकर उन्हें आपस में लड़ाना चाहती है। इसलिए वे जातिगत जनगणना कराने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस ओबीसी की जातियों को आपस में लड़ाना चाहती हैं। ये चाहते हैं कि ओबीसी की छोटी-छोटी जातियां खुद को ओबीसी मानना छोड़ दें और अपनी-अपनी जातियों में उलझे रहें। क्या आप चाहते हैं कि यहां का ओबीसी समाज टूट जाए? आपको मंजूर है? यदि टूट गए तो आपकी आवाज कमजोर होगी या नहीं? इसलिए हमें यह याद रखना है, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।' वो ऐसा इसलिए करना चाहते हैं, क्योंकि ये चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं। वर्ष 1990 से कांग्रेस कभी लोकसभा में 250 सीटें नहीं जीत पाई है।   मोदी ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेस गठबंधन को जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का मौका मिला तो उन्होंने कश्मीर के खिलाफ साजिशें शुरू कर दीं। कुछ दिन पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 को बहाल करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। क्या देश इसे स्वीकार करेगा? जब भाजपा विधायकों ने पूरी ताकत से इसका विरोध किया, तो उन्हें विधानसभा से बाहर फेंक दिया गया। पूरे देश को कांग्रेस और उसके गठबंधन की सच्चाई समझनी होगी।   झारखंड में घुसपैठ को हेमंत सरकार दे रही बढ़वा मोदी ने कहा कि झारखंड में घुसपैठ को कांग्रेस और जेएमएम की सरकार बढ़ावा दे रही है। यह खतरनाक है। यदि अपनी बेटियों को बचाना है तो यहां भाजपा को जिताइए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार ने तुरंत बिना खर्ची, बिना पर्ची युवाओं को नौकरी देना शुरू कर दिया है। यहां की सरकार तो खर्ची का मतलब पैसा, पर्ची का मतलब पैरवी समझती हैं। हमारी सरकार आई तो हम यहां भी बिना खर्ची, बिना पर्ची कल्चर को लागू करेंगे। हरियाणा वाले इनके झांसे में नहीं आए। आप लोगों को भी नहीं आना है।   बिजली बिल जीरो करने का भी हो रहा काम मोदी ने कहा कि बिजली बिल जीरो करने का काम हो रहा है। सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना देशभर में शुरू हो चुकी है। आप अपने घर में सोलर पैनल लगाएंगे। हर घर को 75 से 80 हजार रुपये का खर्च सोलर पैनल लगाने के लिए मिलेगा। अपने घर में ही 300 यूनिट बिजली का उत्पादन कीजिए। ज्यादा उत्पादन होने पर सरकार आपसे बिजली खरीदेगी।   मोदी ने कहा कि झारखंड में झामुमो-कांग्रेस ने जो पेपर लीक माफिया और भर्ती माफिया पैदा कर दिया है। सबको पाताल में से खोज कर जेल के हवाले कर दिया जाएगा। जिन्होंने झारखंड के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, उनके सारे मंसूबे ये मोदी चकनाचूर कर देगा। हमारी सरकार पांच लाख युवाओं को पारदर्शी तरीके से नौकरी देगी। ना पेपर लीक होगा और ना पैरवी चलेगी। मोदी ने कहा कि कुछ बच्चे मेरे लिए संदेश लाए हैं। कुछ बेटियां उपहार लेकर आई हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि उपहरा के पीछे अपना नाम और पता लिखें। मैं आपको वापस लिखूंगा। साथ ही कहा कि इस स्थान को माता अंजना और वीर बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को देखकर धन्य हो गया हूं।    

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नई दिल्ली । किश्तवाड़ में रविवार सुबह से शुरू हुई मुठभेड़ में एक पैरा ट्रूपर का बलिदान हो गया, जबकि चार पैरा सैनिक घायल हो गए हैं। सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक के जवानों ने बहादुर नायब सूबेदार राकेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इससे पहले सेना ने कहा था कि 10 नवंबर 24 को आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर भारत रिज किश्तवाड़ के सामान्य क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था। यह वही आतंकी समूह है, जिसने दो दिन पहले किश्तवाड़ क्षेत्र में दो निर्दोष ग्रामीणों (ग्राम रक्षारक्षकों) का अपहरण करके उनकी हत्या कर दी थी। प्रवक्ता ने कहा कि 9 नवंबर को भारत रिज किश्तवाड़ के सामान्य क्षेत्र में संयुक्त सीआई ऑपरेशन शुरू किया गया। इसी दौरान आतंकवादियों से संपर्क स्थापित होने के बाद गोलीबारी शुरू हो गई। स्पेशल फ़ोर्स के पैरा ट्रूपर नायब सूबेदार राकेश कुमार इसी ऑपरेशन का हिस्सा थे। आर्मी व्हाइट नाइट कॉर्प्स के प्रवक्ता ने कहा कि, “जीओसी व्हाइट नाइट कॉर्प्स और सभी रैंक 2 पैरा (एसएफ) के बहादुर नायब सूबेदार राकेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। हम इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं। जीओसी व्हाइट नाइट कोर ने कमांडरों के साथ किश्तवाड़ और भारत रिज के सामान्य क्षेत्र का दौरा किया और चल रहे अभियानों की समीक्षा की। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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मुंबई । भाजपा के शीर्ष नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के अकोला जिले में शनिवार को चुनावी जनसभा में कहा कि कांग्रेस मजबूत हुई तो देश मजबूर हो जाएगा। इसके कई उदाहरण देश देख चुका है। इसलिए देश को मजबूत बनाए रखने के लिए भाजपा-नीत एनडीए को मजबूत बनाना जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस यह भलीभांति जानती है कि देश जितना कमजोर होगा, वह उतना ही मजबूत होगा लेकिन जब कांग्रेस मजबूत होगी तो देश असहाय हो जाएगा। इसी वजह से कांग्रेस ने विभिन्न जातियों में विभाजन पैदा किया है। हमारी जातियों को एक करो, अगर हमारी जातियां एक नहीं होंगी और आपस में लड़ती रहेंगी तो कांग्रेस हमारा हक छीन लेगी। मोदी ने कहा कि यह उनकी (कांग्रेस) साजिश है।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर का अपमान किया है। उन्हें चुनाव में पराजित किया था। डॉ. आंबेडकर को भारत रत्न तब दिया गया, जब देश में गठबंधन की सरकार थी। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में डॉ. आंबेडकर का संविधान लागू नहीं किया था। हमने जम्मू-कश्मीर में डॉ. आंबेडकर का संविधान लागू कर अनुच्छेद 370 हटाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 सालों में महाराष्ट्र ने भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। इसके पीछे महाराष्ट्र के लोगों की देशभक्ति ही मुख्य कारण है। इसके पीछे का कारण राज्य के लोगों की राजनीतिक समझ और उनकी दूरदर्शिता है। हमारी सरकार को केंद्र में आए अभी 5 महीने ही हुए हैं। इन पांच महीनों में लाखों करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किये गये हैं। इसमें महाराष्ट्र से संबंधित बड़ी संख्या में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं भी हैं। पिछले दो कार्यकाल में हमारी सरकार ने गरीबों के लिए 4 करोड़ पक्के घर बनाये हैं। अब हम गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर बनाना शुरू कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने कहा कि चुनाव के समय 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज का वादा किया गया था। हमारी सरकार ने बुजुर्गों की सेवा के लिए यह योजना शुरू की है। 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को वय-वंदना आयुष्मान कार्ड मिलना शुरू हो गया है। इस योजना से सबका साथ-सबका विकास की भावना के साथ-साथ हर वर्ग, हर समुदाय और हर धर्म के वरिष्ठ नागरिकों को लाभ मिलेगा।

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कोलकाता । हावड़ा के शालिमार की ओर जाते समय नलपुर के पास शनिवार सुबह यात्री ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए।राहत की बात है कि दुर्घटना में किसी के नुकसान की खबर नहीं है। रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू कर दिया है।हादसे के कारण दक्षिण-पूर्व रेलवे की सेवा बाधित हो गई है।    दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।दुर्घटनाग्रस्त तीन डिब्बों में दो में यात्री सवार थे जबकि एक पार्सल वैन था। उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच कर दुर्घटना के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं। साथ ही रेल सेवा बहाली के प्रयास किए जा रहे हैं।   दुर्घटना की वजह से दक्षिण-पूर्व रेलवे के इस रूट पर गाड़ियों की आवाजाही में देरी हुई है और कुछ गाड़ियों का रूट बदला गया है।  

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न्यूयॉर्क । भारत ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में एक बार फिर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। भारत ने यूएन में साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।      यूएन में भारत की तरफ से ये बात राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने कही। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगैंडा पर निशाना साधाते हुए कहा कि अपनी हरकतों से पड़ोसी मुल्क तथ्य नहीं बदल सकता। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हाल ही में अपने लोकतांत्रिक और निर्वाचन के अधिकार का इस्तेमाल किया है और नई सरकार चुनी है। पाकिस्तान को अपनी झूठी बातों से बचना चाहिए क्योंकि इससे तथ्य नहीं बदल जाएंगे।   दरअसल, यूएन महासभा में पीसकीपिंग मिशन्स को लेकर जारी चर्चा के बीच पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। पाकिस्तान की तरफ से की गई टिप्पणियों के जवाब में भारत ने आरओआर (राइट ऑफ रिप्लाई) के विकल्प का इस्तेमाल किया करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने एजेंडे को अनावश्यक रूप से भटकाने की कोशिश की है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। राज्यसभा सांसद त्रिवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में यह लोकतांत्रिक बदलाव सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत विदेश नीति की वजह से संभव हुआ है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सख्त और स्वीकार्य छवि दिखाता है।   सुधांशु त्रिवेदी उन 12 सांसदों की टीम का हिस्सा हैं, जो यूएन में अलग-अलग मुद्दों पर बैठकों में हिस्सा ले रही है।   बाद में सुधांशु त्रिवेदी ने एक्स पर पोस्ट साझा कर कहा कि शांति रक्षा अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र में चर्चा के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा विषय पर बोलते हुए विषय को भटकाने की कोशिश की और बेवजह इसका जिक्र किया।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट की 3 जजों की बेंच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा तय करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने 4:3 के बहुमत से 1967 के अजीज बाशा मामले के फैसले को खारिज कर दिया, जिसके आधार पर एएमयू को अल्पसंख्यक दर्जा देने से इनकार किया गया था। संविधान बेंच ने 1 फरवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था।   दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच ने 1967 में अजीज बाशा के फैसले में कहा था कि एएमयू अल्पसंख्यक संस्थान का दावा नहीं कर सकती है, क्योंकि ये एक कानून के तहत अस्तित्व में आया है। आज सुप्रीम कोर्ट ने 4:3 के बहुमत से 1967 के अजीज बाशा मामले के फैसले को खारिज कर दिया, जिसके आधार पर एएमयू को अल्पसंख्यक दर्जा देने से इनकार किया गया था। बहुमत के फैसले में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा हैं। इस फैसले से असहमति दर्ज कराने वालों में जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा हैं।   आज बहुमत के फैसले में चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारे सामने सवाल था कि क्या अनुच्छेद 30ए के तहत किसी संस्था को अल्पसंख्यक माने जाने के मानदंड क्या हैं। चीफ जस्टिस ने कहा कि इस मामले में केंद्र का कहना है कि इस बात पर विवाद नहीं किया जा सकता कि अनुच्छेद 30 अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव न किए जाने की गारंटी देता है। हालांकि, यहां सवाल यह है कि क्या इसमें गैर-भेदभाव के अधिकार के साथ-साथ कोई विशेष अधिकार भी है। चीफ जस्टिस ने कहा कि किसी भी नागरिक द्वारा स्थापित शैक्षणिक संस्थान को अनुच्छेद 19(6) के तहत विनियमित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अनुच्छेद 30 के तहत अधिकार निरपेक्ष नहीं है। अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान के विनियमन की अनुमति अनुच्छेद 19(6) के तहत दी गई है, बशर्ते कि यह संस्थान के अल्पसंख्यक चरित्र का उल्लंघन न करे।   चीफ जस्टिस ने कहा कि कोई भी धार्मिक समुदाय एक संस्था स्थापित तो कर सकता है लेकिन उसका प्रशासन नहीं संभाल सकता। उन्होंने कहा कि संविधान के पहले के और उसके बाद के जो इरादे हों, उनके बीच अंतर अनुच्छेद 30(1) को कमजोर करने के लिए नहीं किया जा सकता है।

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सिमडेगा । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष किया था लेकिन भाजपा आदिवासी को वनवासी कहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, भाजपा के लोग आपका जल, जंगल और जमीन छीनना चाहते हैं। इसलिए वो आपको वनवासी कहते हैं। आदिवासी का मतलब है, उस जगह का सबसे पहला मालिक। इसलिए कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है। वनवासी का मतलब है कि आप जंगल में रहते हो। इसलिए आपका जल, जंगल और जमीन पर कोई अधिकार नहीं है। इसलिए भाजपा आदिवासी को वनवासी कहती है। राहुल शुक्रवार को झारखंड के सिमडेगा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन संविधान को बचाने में जुटी है जबकि भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है। महागठबंधन और कांग्रेस चाहती है कि समाज में समानता हो और देश को संविधान के माध्यम से चलाया जाए लेकिन भाजपा ऐसा नहीं चाहती। इस संविधान में आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों की सुरक्षा निहित है लेकिन भाजपा इसे खत्म कर बिरसा मुंडा की सोच को दबाना चाहती है। बाबा साहब अंबेडकर और महात्मा गांधी के विचारों को खत्म करना चाहती है। राहुल ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस देश को 90 प्रतिशत लोग मिलकर चलाएं लेकिन भाजपा चाहती है कि इस देश को दो तीन लोग ही चलाएं नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, अंबानी और अडानी। राहुल गांधी ने कहा कि हमने जाति जनगणना की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जहां जाते हैं एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाते हैं। एक धर्म को दूसरे धर्म से और एक जात को दूसरी जात से, एक भाषा को दूसरे भाषा से लड़ाते हैं और गुस्सा नफरत फैलाते है। राहुल ने कहा कि मणिपुर को जलने देने का काम भाजपा के विचारधारा ने किया है और आज तक प्रधानमंत्री वहां नहीं गए हैं। इसीलिए हमने 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा कर लोगों से कहा कि नफरत की दुकान में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे। हिंदुस्तान में सब लोग मिलकर एक साथ इज्जत से रहेंगे। साथ ही कहा कि हमारी सरकार यहां बनेगी तो आपके खाते में अभी हजार रुपये आता है लेकिन वह 2,500 खटाखट-खटाखटआएगा। आरक्षण को हम बढ़ाएंगे। एसटी का 26 प्रतिशत से 28 प्रतिशत, एससी का 10 से 12 प्रतिशत, ओबीसी का 14 प्रतिशत से बढ़कर 27 प्रतिशत करेंगे। राहुल ने कहा कि हर परिवार को 15 लाख का बीमा कवर मिलेगा। साथ ही किसानों को 3,200 रुपये क्विंटल धान के लिए हमारी सरकार देगी। गैस सिलेंडर 450 रुपये और राशन हर व्यक्ति को हर महीने साथ किलो दिया जाएगा। युवाओं के लिए हर ब्लॉक में डिग्री कॉलेज और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर प्रोफेशनल कॉलेज, 500 एकड़ का इंडस्ट्रियल पार्क हर जिले में एवं एक मिलियन युवाओं को रोजगार देने का हम वादा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें हम लोगों ने अडानी और अंबानी के लिए कुछ नहीं किया। हम लोगों ने महिलाओं की बैंक अकाउंट में पैसा, किसानों को सही दाम, युवाओं को रोजगार, गैस सिलेंडर और आरक्षण देने की बात कही है। ये गरीबों की सरकार का काम है।  

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मुंबई । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी का एकमात्र एजेंडा देश को बांटने का है। कांग्रेस पार्टी हमेशा जाति-जाति में विवाद पैदा करती है, जिससे एससी, एसटी और ओबीसी संगठित न हो सकें। नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करती रही और जम्मू कश्मीर में संविधान नहीं लागू होने दिया, लेकिन मैंने जम्मू-कश्मीर में संविधान लागू करके दिखाया।   प्रधानमंत्री मोदी आज महाराष्ट्र के धुले और नासिक में चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब जैसे ही जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस सहयोगी दलों की सरकार बनी, तो डॉ. आंबेडकर के संविधान को हटाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। कांग्रेस नेता राहुल का नाम न लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि एक तरह वो जम्मू-कश्मीर में संविधान हटाने का काम कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र में संविधान की किताब लेकर घूमते हैं। मोदी ने कहा कि आजादी मिलने के बाद महात्मा गांधी ने कांग्रेस को विसर्जित करने की बात की थी, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने शुरू से आरक्षण का विरोध किया था।   भाजपा नेता मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन की सरकार जनहित का काम कर रही है। लाडली बहन योजना से महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं, लेकिन कांग्रेस इस योजना को रोकने के लिए कोर्ट पहुंच गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार विकास के काम कर रही है। देश में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश महाराष्ट्र में हो रहा है। इससे पहले जनता को लूटने वाले महाविकास आघाड़ी ने महाराष्ट्र का विकास रोक दिया था। उन्होंने महाराष्ट्र में एनडीए के घोषणा पत्र की तारीफ करते हुए कहा कि एनडीए के 10 संकल्पों की बड़ी चर्चा है। इस संकल्पना से महाराष्ट्र आगे बढ़ेगा। एनडीए का वादा विकसित महाराष्ट्र का हिस्सा बनने जा रहा है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए आवासीय मकानों को अवैध रूप से बुलडोजर से ध्वस्त करने के मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि आप सिर्फ ढोल बजाकर लोगों से घर खाली करने और उन्हें ध्वस्त करने के लिए नहीं कह सकते हैं। इसके लिए उचित नोटिस दिया जाना चाहिए था। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने आजमगढ़ में गिराए गए मकान के लिए 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने का निर्देश दिया।   सुप्रीम कोर्ट ने अवैध रूप से आवासीय मकानों को गिराने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि हम अतिक्रमण को वैध नहीं ठहरा रहे हैं लेकिन आप इस तरह से लोगों के घरों को कैसे गिराना शुरू कर सकते हैं। यह अराजकता है। चीफ जस्टिस ने कहा कि यह पूरी तरह से मनमानी है। आप बताएं कि उचित प्रक्रिया का पालन कहां किया गया। हमारे पास हलफनामा है, जिसमें कहा गया है कि कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था। दरअसल, इलाहाबाद हाई कोर्ट की रोक के बावजूद उप्र के आजमगढ़ में एक मकान गिराया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने उप्र सरकार को अवैध विध्वंस के लिए 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने का निर्देश दिया।

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कुपवाड़ा । जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह एक आतंकी को मार गिराया । माना जा रहा है कि अभी और आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में फंसे हुए हैं।  सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोलाब में एक आतंकवादी मारा गया है और उसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी मिलने के बाद मंगलवार शाम को सेना की 28आरआर ने जम्मू-कश्मीर पुलिस कुपवाड़ा के साथ मिलकर लोलाब के जंगलों की घेराबंदी कर और तलाशी शुरू की थी। उन्होंने बताया जैसे ही सुरक्षाबल आतंकियों के पास पहुंचे छुपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अंधेरा होने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरा कर लिया।  बुधवार सुबह होते ही एक बार फिर से मुठभेड़ शुरू हो गई इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। माना जा रहा है कि अभी और आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में फंसे हुए है।  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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मुंबई । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शहरी नक्सलियों और अराजकतावादी ताकतों से घिरे हुए हैं। उनके विचार वामपंथी विचारधारा में बदल गये हैं और वह कांग्रेस की विचारधारा से दूर होते जा रहे हैं।   देवेंद्र फड़णवीस ने मीडिया को बताया कि भारत के संविधान की प्रति पारंपरिक नीले कवर में संलग्न है, लेकिन राहुल गांधी भारतीय संविधान की प्रति को लाल कवर के साथ क्यों दिखाते हैं, यह समझ से परे हैं। देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर लोकतांत्रिक मूल्यों को खोने का भी आरोप लगाया है। फड़णवीस ने कहा कि पहले तो हमें लगा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा एक रचनात्मक कदम है। लेकिन उनकी यात्रा में भाग लेने वाले 180 संगठन विनाशकारी गतिविधियों में शामिल थे। इसे रिकार्ड भी किया गया है। राहुल संविधान हाथ में होने का दावा करते हैं और अपने कार्यों से अराजकता को बढ़ावा देते हैं। संविधान व्यवस्था है, अराजकता अव्यवस्था है। लेकिन राहुल गांधी अराजकता को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं।   देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) खुले तौर पर किसी राजनीतिक दल के लिए काम नहीं करता है, लेकिन इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में हमने अराजकतावादी शक्ति और जिहादियों द्वारा वोटों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कट्टर शक्ति का मुकाबला करने के लिए संघ परिवार की मदद ली। मैं हमेशा आरएसएस और उसके सहयोगियों से मार्गदर्शन लेता हूं। फड़णवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि हम कांग्रेस से नहीं, बल्कि पार्टी की पुरानी व्यवस्था में शामिल हो चुकी अराजकतावादी और राष्ट्रविरोधी ताकतों से लड़ रहे हैं।

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कोडरमा  । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोडरमा जिले के डोमचांच में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। योगी ने मुगल शासक औरंगजेब का जिक्र करते हुए जेल में बंद कांग्रेस नेता आलमगीर आलम पर हमला किया। उन्होंने कहा कि एक औरंगजेब था, जिसने देश को लूटा, एक आलमगीर है, जिसने झारखंड को लूट लिया। उनके घर से नोटों की गड्डी मिली थी।   योगी ने कहा कि भाजपा देश की सुरक्षा की गारंटी है। देश के स्वाभिमान की गारंटी है। युवाओं के रोजगार की गारंटी है। महिलाओं के लिए सम्मान और स्वालंबन की गारंटी है। विरासत और विकास के समंवय की गारंटी भी है। जब कांग्रेस के लोग सत्ता में थे तब अयोध्या में दुर्व्यवस्थाएं थीं। राम मंदिर का निर्माण ना हो इसके लिए उनके द्वारा रोड़े अटकाए जाते थे। अयोध्या में अब 500 वर्षों के बाद भव्य दीपोत्सव मनाया गया। हर भारतवासी के लिए इससे ज्यादा सम्मान और क्या हो सकता है। उन्होंने झारखंड के लोगों ने चुनाव के बाद अयोध्या जाने की गुजारिश की।   योगी ने कहा कि 2017 के बाद यूपी में बुलडोजर चलवाना शुरू किया, उसके बाद से कुछ जेल में हैं और कुछ का राम नाम सत्य हो गया। यूपी से माफिया का सफाया हो गया है। यूपी से सब माफिया गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जैसे गधे के सिर से सींग गायब हो जाता है वैसे ही अब यूपी में माफिया गायब हो गए हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी झामुमो पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि जेएमएम वाले सरकारी नौकरी नहीं दे पा रहे है। भर्ती नहीं करवा पा रहे हैं लेकिन 5 साल में 5 लाख रोजगार देंगे हम।   योगी ने कहा कि भाजपा देश में सुरक्षा की गारंटी देती है। देश की सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते है। आज चीन की सेनाएं पीछे हट रही हैं। पाकिस्तान भारत का नाम सुनकर कांपता है। पाकिस्तान यूएन में कहता है, भारत हमला कर सकता है। सरकार ऐसी ही होनी चाहिए, जिससे दुश्मन डरे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर की समस्या का समाधान किया है। योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से विकास होगा। जहां भाजपा की सरकारें वहां विकास हुआ। भाजपा ने विकास का एक मॉडल दिया। कांग्रेस सत्ता में रही देश में कुछ नहीं किया। गरीबों के लिए ईमानदारी से योजना नहीं चलाई। भाजपा ने आस्था, विरासत का सम्मान किया है।   योगी ने कहा कि यह शहीदों की पावन धरा है। मैं पावन धरा को प्रणाम करने पहुंचा हूं। आज से छठ पर्व शुरू होने जा रहा है। छठ माई आप सबके जीवन में खुशहाली लायें। इसकी भी कामना करता हूं। उन्होंने लोगों से हाथ उठवाकर कोडरमा में भाजपा प्रत्याशी डॉ नीरा यादव और बरकट्ठा से अमित यादव को वोट देने की अपील की।   सभा को कोडरमा सांसद और केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, कोडरमा प्रत्याशी और विधायक डॉ नीरा यादव, बरकट्ठा के अमित यादव ने भी सम्बोधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम को रामचंद्र सिंह, डॉ नरेश पंडित, प्रदीप केडिया, रवि मोदी, अम्बिका सिंह, श्यामसुंदर सिंघानिया, महेंद्र वर्मा, सत्यनारायण यादव, आत्मानंद पांडेय ने भी सम्बोधित किया। सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अनूप जोशी जबकि संचालन महामंत्री शिवेंद्र नारायण ने किया।    

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मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को संसदीय राजनीति से संन्यास लेने का इरादा व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनके राज्यसभा के कार्यकाल का डेढ़ साल बचा है, इसलिए अब मुझे दोबारा राज्यसभा में जाने के लिए सोचना होगा। पार्टी के भीतर नया नेतृत्व तैयार करना जरूरी है, इसलिए उन्होंने यह पहल खुद से करने का निर्णय लिया है।   बारामती विधानसभा में महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार युगेंद्र पवार की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि उन्होंने 1967 से संसदीय राजनीति शुरू की और इसी क्षेत्र से विधायक बने थे। मैं तीस साल बाद अजीत पवार को इस क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपकर केंद्रीय राजनीति में चला गया था। शरद पवार ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा दोनों जगह कुल मिलाकर मैंने 14 बार चुनाव लड़ा और आप लोगों ने मुझे घर नहीं बिठाया। मैंने चुनाव न लड़ने का निर्णय पहले ही ले लिया था। राज्यसभा का कार्यकाल डेढ़ साल का बचा है, इसलिए मुझे दोबारा राज्यसभा में जाने के लिए सोचना होगा।   बारामती विधानसभा क्षेत्र में राकांपा एपी की ओर से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार चुनाव लड़ रहे हैं। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले जब यहां लोकसभा का चुनाव लड़ रही थी, तब अजीत पवार ने सुप्रिया सुले के सामने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारा था, लेकिन सुप्रिया पवार चुनाव जीत गई थी। बारामती विधानसभा क्षेत्र में सुप्रिया सुले को 48 हजार वोट की बढ़त मिली थी। बारामती लोकसभा की सीट पर ननद-भाभी के बीच लड़ाई की वजह पूरे देश की निगाहें इस सीट पर थीं। इसी तरह बारामती विधानसभा सीट पर इस समय अजीत पवार और युगेंद्र पवार की लड़ाई भी चर्चा का विषय बनी हुई है। इसका कारण युगेंद्र पवार उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के सगे भतीजे हैं और दादा शरद पवार उनका समर्थन कर रहे हैं।

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने यूपी मदरसा एक्ट को संवैधानिक करार दिया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने यूपी मदरसा एक्ट को असंवैधानिक घोषित करने वाले इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को निरस्त कर दिया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उच्च शिक्षा को लेकर यूपी मदरसा एक्ट के प्रावधान को यूजीसी एक्ट के प्रतिकूल मानते हुए उस प्रावधान को असंवैधानिक करार दिया है।       इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 22 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था। यूपी सरकार का कहना था कि मदरसा एक्ट को पूरी तरह रद्द करने का फैसला ठीक नहीं था। इसके सिर्फ उन प्रावधानों की समीक्षा हो सकती है, जो मूल अधिकारों के खिलाफ जाते हैं। एक्ट में जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं, पर इसे पूरी तरह रद्द करना ठीक नहीं था। सुप्रीम कोर्ट ने 5 अप्रैल को इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हाई कोर्ट के इस आदेश से 17 लाख छात्रों के भविष्य पर असर पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले पर विचार करते समय हाई कोर्ट ने कानून की गलत व्याख्या की।       एक मदरसे के मैनेजर अंजुम कादरी और अन्य की ओर से दायर इस याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के फैसले पर सवाल उठाते हुए इसे मनमाना बताया गया था। याचिका में कहा गया है कि इस फैसले के चलते मदरसों में पढ़ रहे लाखों बच्चों के भविष्य पर सवालिया निशान लग गए हैं। लिहाजा, जब तक सुप्रीम कोर्ट मदरसा एक्ट की संवैधानिक वैधता पर फैसला लेता है, तब तक हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगे।       दरअसल, 22 मार्च को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004 को असंवैधानिक और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के खिलाफ बताया था। मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए ये कानून पारित किया गया था। हाई कोर्ट ने राज्य में मदरसों और उनमें पढ़ने वाले छात्रों की बड़ी संख्या के मद्देनजर यूपी सरकार से कहा था कि वो मदरसों में पढ़ रहे बच्चों को औपचारिक शिक्षा देने वाले दूसरे स्कूलों में शामिल करें। इसके लिए अगर जरूरत हो तो नए स्कूल खोले जाएं।       अक्टूबर 2023 में उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों की विदेश से हो रही फंडिंग की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में 8 हजार मदरसों पर कार्रवाई की सिफारिश की थी। रिपोर्ट के मुताबिक सीमावर्ती इलाकों में 80 मदरसों को 100 करोड़ से ज़्यादा का विदेशी फंड मिला है।

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नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में आगरा के पास सोमवार को वायु सेना का एक मिग-29 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी थी और अभ्यास के लिए आगरा जा रहा था। दुर्घटना से पहले विमान के पायलट सहित दो लोग सुरक्षित कूद गए, जिससे उनकी जान बच गई। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।   वायु सेना के मिग-29 लड़ाकू विमान ने आज दोपहर पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी। विमान में पायलट समेत 2 लोग मौजूद थे लेकिन भारतीय वायु सेना के पायलट समेत दोनों लोगों ने खेत में कूदकर जान बचाई। वायु सेना ने एक बयान में बताया कि मिग-29 विमान के सिस्टम में आज नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान आगरा के पास खराबी आ गई। सुरक्षित तरीके से बाहर निकलने से पहले पायलट ने विमान को नियंत्रित किया, ताकि जमीन पर जान-माल को कोई नुकसान न पहुंचे।   बयान में बताया गया है कि पायलट सहित दोनों लोगों के सुरक्षित कूदने के बाद लड़ाकू विमान उत्तर प्रदेश के आगरा में कागारौल के सोनिगा गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान क्रैश होकर खाली खेतों में गिरा, जिसके बाद उसमें आग लग गई। घटनास्थल की तस्वीरों में दुर्घटनाग्रस्त विमान से धुएं का गुबार निकलता दिख रहा है और कुछ लोग घटनास्थल पर एकत्र हैं।   यह पहली बार नहीं है कि जब मिग-29 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद आग की लपटों में घिर गया हो। इससे पहले 2 सितंबर को राजस्थान के बाड़मेर में एक मिग-29 लड़ाकू विमान तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना से पहले पायलट सुरक्षित रूप से बाहर निकलने में कामयाब रहा। इसी तरह राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में वायु सेना के अड्डे से प्रशिक्षण मिशन पर निकले लड़ाकू विमान में खराबी आ गई और बाड़मेर के उत्तरलाई के पास आबादी से दूर एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त होने के तुरंत बाद उसमें आग लग गई थी।

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि झारखंड की जनता अब इंडी अलायंस की सरकार को उखाड़कर कमल खिलाने को आतुर है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में हर तरफ एक ही गूंज है, 'रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-एनडीए की सरकार।   प्रधानमंत्री ने झारखंड के गढ़वा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते कहा कि जनता ने कुछ महीने पहले दिल्ली में लगातार तीसरी बार भाजपा-एनडीए सरकार बनाई। अब झारखंड में विधानसभा का चुनाव है, हम सभी को मिलकर यहां भाजपा-एनडीए के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार बनानी है। उन्होंने कहा कि वह यहां जनता का आशीर्वाद मांगने आये हैं।   जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी पर परिवारवाद को लेकर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवाद झारखंड का एक बहुत बड़ा दुश्मन है। उन्होंने कहा कि ये तीनों दल घोर परिवारवादी हैं। ये चाहते हैं कि सत्ता की चाबी केवल इन्हीं के परिवार के पास रहे। उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं का सामर्थ्य बढ़े, उन्हें नए अवसर मिलें ये सरकार की जिम्मेदारी होती है, लेकिन जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी ने झारखंड के युवाओं के साथ धोखा ही किया है। इन्होंने (जेएमएम-कांग्रेस) झारखंड के नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन वादा पूरा नहीं किया। भर्तियों में धांधली, पेपर लीक जैसे यहां का उद्योग बन गया है। सिपाही भर्ती के दौरान जेएमएम सरकार की लापरवाही के कारण कई नौजवाओं की दुखद मृत्यु हो गई। अब झारखंड भाजपा ने इस स्थिति को बदलने का निर्णय लिया है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद करीब 3 लाख सरकारी पदों को पारदर्शी तरीके से भरा जाएगा।   उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी जहां-जहां भी झूठ बोलकर सत्ता में आए हैं, उस राज्य को उन्होंने बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस के अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) ने भी मान लिया है कि कांग्रेस झूठी गारंटी देती है। उनके मुंह से भी जाने-अनजाने में सच निकल गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो ये अनाप-शनाप घोषणाएं हैं, ये राज्यों को दिवालिया कर देंगी।   प्रधानमंत्री ने छठ के उत्साह का जिक्र करते हुए छठी मैया की उपासना करने वालों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि झारखंड में ये चुनाव ऐसे समय हो रहे हैं, जब पूरा देश 'विकसित भारत' के संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहा है यानी आने वाले 25 वर्ष देश और झारखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे और झारखंड भी तब 50 वर्ष का होने वाला होगा।   उन्होंने कहा कि भाजपा, झारखंड की सुविधा, सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि की गांरटी के साथ चुनावी मैदान में उतरी है। प्रधानमंत्री ने झारखंड भाजपा को शानदार संकल्प पत्र जारी करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये संकल्प पत्र रोटी-बेटी-माटी के सम्मान, सुरक्षा और समृद्धि के लिए समर्पित है। माताओं, बहनों, बेटियों के कल्याण के लिए झारखंड भाजपा के संकल्प पत्र में अनेक संकल्प लिए गए हैं। 'गोगो दीदी योजना' के तहत हर महीने माताओं-बहनों को 2,100 रुपये दिए जाएंगे। गरीब परिवार की माताओं-बहनों को उज्ज्वला योजना के तहत पहले गैस कनेक्शन दिए गए, अब झारखंड में बनने जा रही भाजपा सरकार 500 रुपये में गैस सिलेंडर देगी इसके साथ अगले साल दीपावली और रक्षाबंधन पर दो मुफ्त सिलेंडर भी देगी।   प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ईमानदारी से झारखंड के विकास की हर कोशिश कर रहे हैं। जब यहां आप लोग डबल इंजन की सरकार बनाएंगे, तो राज्य का विकास भी डबल तेजी से होने लगेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड के नौजवानों में टैलेंट की कमी नहीं है। ये हमारे झारखंड के बेटे और बेटियां खेल के मैदान में झारखंड का जज्बा दिखाते हैं।        

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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सुकमा । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा साप्ताहिक बाजार में ड्यूटी पर तैनात पुलिस के दो जवानों पर नक्सलियों ने धार-धार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। घायल दोनों जवानों को जगरगुंडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकाप्टर से एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए ले जाने की तैयारी की जा रही है। नक्सली दोनों घायल जवानों की राइफलें लूट ले गए। सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने घटना की पुष्टि की है।   प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह जगरगुंडा में लगने वाले साप्ताहिक बाजार के लिए जवानों की तैनाती की गई थी। इस दौरान नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने दो जवानों कटटम देवा और सोडी कन्ना पर अचानक हमला बोल दिया। जवान जब तक कुछ समझ पाते तब तक नक्सलियों ने जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना को अंजाम देकर नक्सली फरार हो गए।   घायल जवानों को सुरक्षा बल जवानों ने तत्काल जगरगुंडा अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों जवानों को एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए भेजा जा रहा है।घायल दोनों जवानों की इंसास राइफलें नक्सली लूट कर ले गए हैं। इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।  

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देहरादून । विश्व प्रसिद्ध और ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज के पावन पर्व पर रविवार प्रात: साढ़े आठ बजे विधि-विधान और धार्मिक परंपरा के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस दौरान सेना के भक्तिमय धुनों के साथ श्रद्धालुओं के 'जय बाबा केदार' के उद्घोष से पूरा धाम गूंज उठा। 15 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने। अब आने वाले छह महीने तक भक्तगण बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।   रविवार प्रातः पांच बजे से बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय की उपस्थिति में कपाट बंद किए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। बीकेटीसी के आचार्य, वेदपाठियों, पुजारीगणों ने भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग की समाधि पूजा की। स्वयंभू शिवलिंग को भस्म, स्थानीय पुष्पों, बेलपत्र आदि से समाधि रूप दिया गया। प्रातः 08:30 बजे बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली को मंदिर से बाहर लाया गया और केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। इस विशेष अवसर के लिए दीपावली के दिन से ही फूलों से मंदिर की साज-सज्जा की जा रही थी।   कपाट बंद होने के साथ ही बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली अपने पहले पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान कर गई। हजारों श्रद्धालु बाबा की पंचमुखी डोली के साथ पैदल रवाना हुए। श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारे आयोजित किये गये थे। आज केदारनाथ में मौसम साफ रहा। आसपास बर्फ होने से सर्द हवा भी चलती रही लेकिन श्रद्धालुओं में भारी उत्साह रहा।   यात्राकाल में रिकार्ड साढ़े 16 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे कपाट बंद होने के अवसर पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि इस यात्राकाल में रिकार्ड साढ़े 16 लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से आज भव्य व दिव्य केदारपुरी का पुनर्निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम यात्रा का सफल संचालन हुआ। उन्होंने सफल यात्रा संचालन के लिए बीकेटीसी के कर्मचारियों, पुलिस-प्रशासन, यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी आदि का आभार जताया।   5 नवंबर ऊखीमठ पहुंचेगी पंचमुखी डोली बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बाबा केदार की पंचमुखी डोली आज रामपुर में रात्रि प्रवास करेगी। 04 नवंबर सोमवार को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी रात्रि प्रवास कर 05 नवंबर मंगलवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। शीतकाल में बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में ही होगी।   कपाट बंद होने के अवसर पर स्वामी संबिदानंद महाराज, रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. सौरव गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, भास्कर डिमरी, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग, धर्माचार्य ओंकार शुक्ला, तीर्थ पुरोहितों की संस्था केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, ललित त्रिवेदी, देवानंद गैरोला, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण, उमेश पोस्ती, प्रकाश जमलोकी, रविंद्र भट्ट आदि मौजूद रहे।   चारधाम यात्रा समापन की ओर इस यात्रा वर्ष की उत्तराखंड चारधाम यात्रा समापन की ओर है। धामों में मौसम सर्द हो गया है। बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद हो रहे हैं। गंगोत्री धाम के कपाट बीते शनिवार 02 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं। केदारनाथ धाम के कपाट आज भैयादूज 03 नवंबर को प्रात: बंद हुए और यमुनोत्री धाम के कपाट आज भैयादूज के अवसर पर दोपहर को बंद हो जाएंगे। जबकि गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बीते 10 अक्टूबर को बंद हो गए। द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 20 नवंबर को बंद हो रहे हैं और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट सोमवार को बंद होंगे। चतुर्थ केदार रूद्रनाथ के कपाट 17 अक्टूबर को बंद हुए।  

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श्रीनगर । श्रीनगर में रविवार को पर्यटन स्वागत केंद्र (टीआरसी) के पास आतंकियों के ग्रेनेड़ हमले में 12 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को एसएमएचएस अस्पताल पहुंचाया गया। सुरक्षाबलाें ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना को परेशान करने वाला बताया। उन्होंने कहा निर्दोष नागरिकों को निशाना  बनाने का कोई  औचित्य नहीं हो सकता।   घटना के संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में साप्ताहिक रविवार बाजार के लिए खरीदारों की भारी भीड़ थी। उसी समय आतंकियों ने टीआरसी के पास एक व्यस्त बाजार में लाेगाें काे निशाना बनाकर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें 12 लोग घायल हुए हैं।उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर सुरक्षाबल भेज दिए गए हैं और इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। इस ग्रेनेड हमले में घायलों की पहचान मिस्बा 17 वर्ष, बेटी मोहम्मद अमीन तांत्री निवासी नौगाम, अज़ान कालू वर्ष पुत्र जावेद अहमद कालू निवासी नूरबागय हबीबुल्लाह, राथर वर्ष पुत्र अब्दुल जब्बार निवासी बांदीपोरा, अल्ताफ अहमद सीर वर्ष पुत्र अब्दुल रशीद निवासी अमशीपोरा शोपियांय, फैजल अहमद वर्ष पुत्र फैयाज अहमद बेग निवासी खनियारय, उमर फारूक पुत्र फारूक अहमद भट निवासी पट्टन, फैजान मुश्ताक वर्ष पुत्र मुश्ताक अहमद सोफी निवासी पंपोर, जाहिद वर्ष पुत्र गुलज़ार अहमद वानी निवासी चेकपोरा कलां नौगामय, गुलाम मुहम्मद सोफ़ी वर्ष पुत्र गुलाम अहमद निवासी छत्ताबलय और सुमैया जान वर्ष पत्नी जुबैर अहमद लोन निवासी नायदकादल सुंबल के रूप में हुई है। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हमले की घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि श्रीनगर के संडे मार्केट में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की आज की खबर बेहद परेशान करने वाली है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता। सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द लगातार हाे रहे हमलों को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए ताकि लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । भारत ने आरोप लगाया है कि कनाडा लगातार भारत की वैश्विक स्तर पर छवि खराब करने के अनर्गल प्रयास कर रहा है। भारत ने कड़ी चेतावनी दी है कि द्विपक्षीय संबंधों पर इसके गंभीर परिणाम होंगे।   भारत का हालिया बयान कनाडा में सुरक्षा संबंधी स्थाई समिति की सुनवाई के दौरान गृहमंत्री अमित शाह का नाम आने के संबंध में आया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि कल कनाडा के दूतावास के प्रतिनिधि को इस संबंध में तलब किया गया था और राजनयिक नोट दिया गया था।   प्रवक्ता ने कहा कि 29 अक्टूबर को ओटावा में सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर स्थाई समिति कार्रवाई के संदर्भ में एक राजनयिक नोट प्रतिनिधि को सौंपा गया है। जिसमें बताया गया कि भारत सरकार उप मंत्री डेविड मॉरिसन द्वारा समिति के समक्ष भारत के केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में व्यक्त किए गए अनर्गल और निराधार संदर्भों का कड़े से कड़ा विरोध करती है।   उन्होंने कहा कि कनाडा के उच्चाधिकारी भारत को बदनाम करने और अन्य देशों को प्रभावित करने की सुविचार रणनीति के तहत जानबूझकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को निराधार आक्षेप लीक करते हैं। यह भारत के उस दृष्टिकोण की ही पुष्टि करता है जो भारत सरकार लंबे समय से वर्तमान कनाडा सरकार के राजनीतिक एजेंडा और उसके व्यवहार के तौर-तरीके के बारे रखता रहा है।   उन्होंने कहा कि इस तरह की गैर जिम्मेदाराना कार्रवाइयों से द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर परिणाम होंगे।  

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नई दिल्ली । टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया की सुरक्षा भंग होने का मामला सामने आया है। एयरलाइन की दुबई-दिल्ली उड़ान संख्‍या AI916 में एक सीट से कारतूस मिला है। इस मामले की जांच चल रही है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा, "27 अक्टूबर को दुबई से दिल्ली आने के बाद हमारी फ्लाइट संख्‍या AI916 की एक सीट की जेब में एक कारतूस मिला था। प्रवक्‍ता के मुताबिक विमान के सभी यात्री सुरक्षित उतर चुके थे। एयर इंडिया ने निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए तुरंत एयरपोर्ट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी जांच चल रही है।" प्रवक्‍ता ने कहा कि 27 अक्टूबर को एयर इंडिया के विमान की जेब में एक कारतूस मिलने की जानकारी के बाद पायलट को फ्लाइट संख्‍या AI916 को तुरंत दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा था। प्रवक्ता ने बताया कि विमान दुबई से उड़ा और राजधानी नई दिल्‍ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरा। इसके बाद सभी यात्री सुरक्षित उतर गए। हालांकि, एयरलाइन कंपनी ने घटना का विवरण दिए बिना कहा कि एयर इंडिया ने निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए एयरपोर्ट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल इन मामले की जांच चल रही है। उल्‍लेखनीय है कि पिछले 15 दिनों से देश के अधिकांश एयरलाइन कंपनियों को विमानों में बम रखे होने की सूचना सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पोस्‍ट और अन्‍य माध्‍यमों से मिल रही थी। हालांकि, ज्‍यादातर विमानों में बम रखे होने की सूचनाएं झूठी निकलीं हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और नागर विमानन मंत्री ने भी इसकी जांच करने और सख्‍ती से निपटने के निर्देश दिए हैं।    

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श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के खानयार इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के दो जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। सभी घायलों को मौके से निकाल कर सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को पुराने शहर में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे मिली विशेष सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों को पास आते देखकर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों को सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया। घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है। आतंकवादी अभी भी सुरक्षाबलों के घेरे में फंसे हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी जारी है।  इसी बीच अनंतनाग जिले में जारी एक अन्य मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं। अभियान अभी भी जारी है।

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मेड्रिड । स्पेन में आई भीषण बाढ़ से मरने वालों की संख्या गुरुवार तक 150 से ज्यादा हो गई है। बड़ी संख्या में लोग लापता हैं जिनकी तलाश में बचाव दल जुटा हुआ है। लापता लोगों को देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। यह तबाही पिछले कुछ दशकों में यूरोप की सबसे भीषण आपदा बन सकती है।   स्पेन के पूर्वी व दक्षिणी हिस्सों में मंगलवार को शुरू हुई मूसलाधार बारिश से बाढ़ के हालात बदतर हो गए। बाढ़ से घिरे इलाके में बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित इलाके तक पहुंचने की जद्दोजहद करनी पड़ी। इन इलाकों में रेल व सड़क मार्ग बुरी तरह प्रभावित होने के कारण लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए शुरू में बचाव कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।   स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने कहा कि कई शहर बाढ़ प्रभावित हैं। सभी आवश्यक संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे देश इस त्रासदी से उबर सके। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास का भरोसा देते हुए लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया।   सरकार ने बचाव प्रयासों में मदद के लिए संकट समिति गठित की है। पुलिस और बचाव कर्मी बाढ़ से घिरे इलाके में लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिये सुरक्षित निकाल रहे हैं। बाढ़ से तबाह हुए इलाकों में बचाव कर्मियों के अलावा सेना के 1,100 जवानों को भी तैनात किया गया है।

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नई दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने महंगाई का जोरदार झटका दिया है। ओएमसी ने कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 62 रुपये प्रति सिलेंडर का इजाफा किया है। हालांकि, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नई दरें शुक्रवार से लागू हो गई हैं।   इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार देश की राजधानी नई दिल्‍ली में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस की कीमत 62 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़कर 1802 रुपये हो गई है, जो पहले 1740 रुपये में मिल रहा था। कोलकाता में इसके दाम 61 रुपये बढ़ कर 1911.50 रुपये हो गए हैं, जो पहले 1850.50 रुपये में बिक रहा था। वहीं, मुंबई में कमर्शियल गैस सिलेंडर का भाव बढ़कर 1754.50 रुपये हो गया है, जो पहले 16.92.50 रुपये में मिल रहा था। इसके अलावा चेन्नई में यह सिलेंडर 1964.50 रुपये का मिल रहा है।   उल्‍लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। राजधानी नई दिल्ली में यह 803 रुपये और मुंबई में 802.50 रुपये का मिल रहा है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । देश के जाने-माने अर्थशास्त्री एवं प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद् के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय (69) का शुक्रवार को निधन हो गया। देबरॉय ने देश की आर्थिक नीतियों को आकार देने में मुख्य भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर देबरॉय के निधन पर शोक  व्यक्त किया है।   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं डॉ. देबरॉय को उनकी अंतर्दृष्टि और अकादमिक चर्चा के प्रति उनके जुनून को हमेशा याद रखूंगा। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं।'   बिबेक देबरॉय प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वे वित्त मंत्रालय की अमृतकाल के लिए बुनियादी ढांचे के वर्गीकरण और वित्तपोषण ढांचे की विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष भी थे। देबरॉय भारत साल 2015 से 2019 तक सरकार के थिंक टैक नीति आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्हें साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।   

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नई दिल्ली । गिटहब के सीईओ थॉमस डोमके के भारत में तेजी से बढ़ते डेवलपर समुदाय संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि जब बात नवाचार और प्रौद्योगिकी की आती है तो भारतीय युवा सर्वश्रेष्ठ हैं।    मोदी ने नवाचार और प्रौद्योगिकी में उपलब्धियों के लिए देश के युवाओं की सराहना की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, “जब नवाचार और प्रौद्योगिकी की बात आती है तो भारतीय युवा सर्वश्रेष्ठ में से हैं!”   इससे पहले गिटहब के सीईओ थॉमस डोमके ने देशों के बीच "सबसे तेजी से बढ़ती डेवलपर आबादी" के लिए भारत की प्रशंसा की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में डोमके ने कहा, “बेशक, मुझे भारत के प्रति कुछ प्यार दिखाना होगा। अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती डेवलपर आबादी के साथ वैश्विक तकनीकी दिग्गज के रूप में भारत का उदय अपरिहार्य है।”   उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “भारत के डेवलपर्स एक कदम और आगे बढ़ गए हैं: वे एआई बनाने के लिए तेजी से एआई का उपयोग कर रहे हैं। सार्वजनिक जनरेटिव एआई परियोजनाओं में योगदान देने वालों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या भारत में है। इससे यह संभावना और भी बढ़ जाती है कि अगली महान एआई बहुराष्ट्रीय कंपनी महाद्वीप पर ही पैदा होगी।”  

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अयोध्या । अपने 'लला' के आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी झूम रही है। अब इंतजार हो रहा है तो सिर्फ दीपोत्सव का। 500 वर्ष बाद 'रामलला की मौजूदगी' में आज रामनगरी में 35 लाख से अधिक व राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित होंगे। बुधवार को दीपों के कीर्तिमान बनने से पहले ही अध्यात्म, संस्कृति व परंपरा का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। इन आयोजनों के साक्षी बनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह अयोध्या पहुंच चुके हैं । मुख्यमंत्री के साथ इन सभी नेताओं ने पहले पर्यटन विभाग द्वारा लगाई गई झांकी का अवलोकन किया। इसके बाद भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की अगुआनी की। इसके बाद भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण लक्ष्मण काे रथ पर बैठाकर कार्यक्रम स्थल तक मुख्यमंत्री योगी समेत सरकार के मंत्रियों ने खींचा।   अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका इंतजार बेसब्री से न सिर्फ अयोध्या, उत्तर प्रदेश बल्कि समूचा देश कर रहा है। पूरी अयोध्या नगरी का दुल्हन की तरह शृंगार किया गया है। रामलला की मौजूदगी में यह पहला और योगी सरकार का आठवां दीपोत्सव है।   साकेत महाविद्यालय से कुल 18 झांकियां निकाली गईं। इसमें 11 सूचना व सात पर्यटन विभाग की हैं। यह झांकियां रामायण के प्रसंगों पर आधारित हैं। इस दौरान विभिन्न प्रदेशों के कलाकाराें ने अपनी संस्कृति का भी परिचय दिया। फरुआही, बमरसिया, मयूर, बहरूपिया, अवधी, थारू समेत अनेक लोकनृत्य कर लोगों को अपनी संस्कृति का परिचय दिया।   मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बनेगा महाआरती का रिकॉर्ड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस बार एक और बड़ा रिकॉर्ड बनने जा रहा है। यह रिकॉर्ड है सरयू तट पर महाआरती का। शाम को सरयू आरती में 1100 बटुक, 157 संत व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। सभी बटुक एक ही वेशभूषा में नजर आएंगे। तकरीबन 15 मिनट तक होने वाली आरती में  इतनी संख्या में बटुकों का जुटना भी रिकॉर्ड है।   शाम से शुरू होगा दीपों का प्रज्ज्वलन शाम के समय ही दीपों को जगमग करने का कार्य शुरू होगा। 25 लाख दीपों को जगमग करने के लिए राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए हैं। इन्हें प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स को दी गई है। दीप जलने के बाद गिनीज बुक की टीम ड्रोन से गिनती कर आठ बजे तक रिजल्ट घोषित कर देगी।   500 ड्रोन दिखाएंगे श्रीराम की वीर मुद्रा, आतिशबाजी भी दिखेगी अयोध्या के आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी युक्त 500 ड्रोन के जरिए भव्य एरियल ड्रोन शो का आयोजन होगा। शो के जरिए प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्रा का लोग दिव्य दर्शन कर सकेंगे। इस कार्यक्रम में खासतौर से लेजर लाइट्स, वॉयस ओवर और म्यूजिकल नैरेशन लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता नजर आयेगा। दीपोत्सव के दौरान मुख्य कार्यक्रम में 15 मिनट तक एरियल ड्रोन शो का आयोजन होगा। इसमें मेड इन इंडिया ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जाएगा। ड्रोन शो के जरिए रावण वध, पुष्पक विमान, दीपोत्सव, राम दरबार वाल्मीकि, तुलसीदास व राम मंदिर को भी अयोध्या के आकाश में ड्रोन के जरिए दर्शाया और दिखाया जाएगा। पुराने सरयू पुल पर भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी।  

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ग्वालियर/भोपाल । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ग्वालियर के छह दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन बुधवार को आरोग्यधाम अस्पताल पहुंचे। आरोग्यधाम में उन्होंने ओपीडी से लेकर ओटी का अवलोकन किया। इसके बाद यहां डॉक्टरों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की। डॉ. भागवत ने बैठक में कहा कि आरोग्यधाम जैसे सेवा प्रकल्पों के लिए युवा व नई पीढ़ी को तैयार करना चाहिए जिससे किसी जरूरतमंद को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। आरोग्यधाम के बाद संघ प्रमुख रामकृष्ण आश्रम पहुंचे। यहां भी उन्होंने आश्रम का अवलोकन कर सभी पदाधिकारियों से बातचीत की और यहां के कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। ग्वालियर में 31 अक्टूबर से 04 नवंबर तक संघ के विविध क्षेत्रों में कार्यरत संगठनों के अखिल भारतीय स्तर के प्रचारकों का प्रशिक्षण वर्ग आयोजित हो रहा है। इसमें शामिल होने के लिए डॉ. भागवत मंगलवार को ग्वालियर पहुंचे। यहां केदारपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में संघ प्रचारकों का प्रशिक्षण वर्ग दीपावली के दिन शुरू होगा। इसमें सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी सह सरकार्यवाह और 31 संगठनों के 554 प्रचारक शामिल होंगे। सरसंघचालक डॉ. भागवत बुधवार सुबह 10.30 बजे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोग्यधाम पहुंचे। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता, विभाग कार्यवाह विजय दीक्षित, राधेश्याम गुप्ता, मनोज सिंघल व आरोग्यधाम संचालन समिति के सदस्य मधुसूदन भदौरिया उपस्थित रहे। डॉ. भागवत ने आरोग्यधाम में चल रहे आईसीयू, एनआईसीयू, ऑपरेशन थियेटर को निरीक्षण किया। संस्थान के पदाधिकारियों ने उन्हें यहां संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। आरोग्यधाम में कैथ लैब की स्थापना के बाद यहां हृदय रोगियों को उपचार मिल रहा है। वर्तमान में आरोग्यधाम अब 200 बिस्तर का अस्पताल हो गया है। अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट की सुविधाएं भी अब उपलब्ध हैं। इसके अलावा सभी प्रकार की सर्जरी अस्पताल में हो रही है, क्योंकि आरोग्यधाम की ओटी अत्याधुनिक है। इसका आवश्यकता के अनुरूप विस्तार किया जा रहा है। संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि यहां पर रक्त सहित अन्य जांच बाजार या अन्य अस्पताल की लैब के मुकाबले 50 फीसदी से कम दरों पर हो रही है। वहीं अन्य सुविधाएं भी कम दरों पर मरीजों को मिल रही हैं। सरसंघचालक डॉ. भागवत आरोग्यधाम में करीब 45 मिनट रुके और हर जगह का बारीकी से अवलोकन किया है। इसके बाद सरसंघचालक रामकृष्ण आश्रम पहुंचे। यहां भी उन्होंने आश्रम का अवलोकन करने के बाद पदाधिकारियों की बैठक ली। यहां किस तरह आश्रम का संचालन हो रहा है, उसे देखा-समझा। दोपहर भोजन भी उन्होंने आश्रम में ही किया। आश्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उल्लेखनीय है कि सरसंघचालक 04 नवंबर तक ग्वालियर में ही रुकेंगे और दीपावली का पूजन भी यहीं करेंगे। उनके दीपावली मनाने के सभी इंतजाम संघ के युवा स्वयंसेवक कर रहे हैं। केदारधाम पर होने वाले इस चार दिवसीय प्रचारक वर्ग में वे कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं, जो सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रहते हैं। यह एक प्रशिक्षण वर्ग होगा, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्र एवं वर्ग के बीच संघ कार्यों की समीक्षा और आगामी वर्षों के कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा होगी। यहां मजदूर, किसानों, विद्यार्थियों तथा सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं ग्रामीण, वनवासी, शहरी क्षेत्र में कार्यों पर चर्चा होगी।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को विस्तारित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान अपने वक्तव्य में नए सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स के विस्तार का समर्थक है। उन्होंने यह भी कहा कि विस्तार का निर्णय सर्वसम्मति से होना चाहिए। इसके अलावा संस्थापक सदस्य देशों की राय का सम्मान भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स एक विविधतापूर्ण और सर्वसमावेशी मंच है तथा यह विभाजनकारी नहीं बल्कि लोगों की भलाई के लिए प्रेरित समूह है। रूस के शहर कजान में आज आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बैठक एक ऐसे समय में हो रही है जब विश्व युद्धों, संघर्षों, आर्थिक अनिश्चितता, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद जैसी अनेक चुनौतियों से घिरा हुआ है। विश्व में नार्थ-साउथ और पूर्व-पश्चिम विभाजन की बात हो रही है। ऐसे में ब्रिक्स की सकारात्मक भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व समस्याओं के बारे में हमारा रवैया मानव केंद्रित होना चाहिए। हमें विश्व को यह संदेश देना चाहिए कि ब्रिक्स विभाजनकारी नहीं बल्कि जनहितकारी समूह है। ब्रिक्स समय के साथ खुद को बदलने की इच्छा-शक्ति रखने वाला संगठन है। हमें अपना उदाहरण पूरे विश्व के सामने रखते हुए वैश्विक संस्थानों में सुधार के लिए एकमत होकर आवाज़ उठानी चाहिए। आतंकवाद और युवाओं में बढ़ते उग्रवादी विचारों के प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए हमें दोहरे मापदंड नहीं अपनाने चाहिए। आतंकवाद की फंडिंग से निपटने के लिए हम सभी को एक मत होकर दृढ़ता से सहयोग देना होगा। हमारे देशों के युवाओं में उग्रवाद को रोकने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाने चाहिए। उल्लेखनीय है कि विस्तारित ब्रिक्स का आज पहला शिखर सम्मेलन है। इसमें भारत, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के साथ ही नए सदस्य देशों में ईरान, इथोपिया, यूएई और मिस्र के नेता शिरकर कर रहे हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मेजबान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने प्रारंभिक संबोधन में कहा था कि 30 से अधिक देश ब्रिक्स में शामिल होने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के सदस्य देश संगठन के विस्तार पर विचार करेंगे तथा इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यह संगठन कार्यकुशल बना रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, बहुपक्षीय विकास बैंक, डब्ल्यूटीओ जैसे वैश्विक संस्थानों में बदलाव के लिए समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। ब्रिक्स के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए हमें ध्यान रखना चाहिए कि इस संगठन की छवि ऐसी न बने कि हम वैश्विक संस्थान में बदलाव नहीं, बल्कि उन्हें बदलना चाहते हैं। ग्लोबल साउथ के देशों की आशाओं, आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को भी ध्यान में रखना चाहिए। महंगाई की रोकथाम, फ़ूड सिक्योरिटी, ऊर्जा सिक्योरिटी, हेल्थ सिक्योरिटी, जल सुरक्षा सिक्योरिटी, सभी देशों के लिए प्राथमिकता के विषय हैं। साथ ही टेक्नोलॉजी के युग में, साइबर सिक्यूरिटी, डीप फेक, गलत जानकारी जैसी नई चुनौतियां बन गई हैं। ऐसे में ब्रिक्स को लेकर बहुत अपेक्षाएं हैं। अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने भारत की प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए कहा कि विभिन्न प्रकार के विचारों और विचारधाराओं के संगम से बना ब्रिक्स समूह, आज विश्व को सकारात्मक सहयोग की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। हमारी विविधता, एक दूसरे के प्रति सम्मान और सर्वसम्मति से आगे बढ़ने की परंपरा, हमारे सहयोग का आधार हैं। हमारी यह गुणवत्ता और ‘ब्रिक्स स्पिरिट’ अन्य देशों को भी इस फोरम की ओर आकर्षित कर रही है। उन्हें विश्वास है कि आने वाले समय में भी, हम सब मिलकर इस यूनिक प्लेटफार्म को संवाद, सहयोग और समन्वय का उदाहरण बनाएंगे।

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कोलकाता । बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र में बुधवार को बने चक्रवात 'दाना' के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, कोलकाता सहित उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, हावड़ा और हुगली जिलों में 24 और 25 अक्टूबर को भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।   इस चक्रवाती तूफान के चलते पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी रेलवे ने 150 से अधिक ट्रेनों को 24 और 25 अक्टूबर के बीच रद्द कर दिया है। मौसम विभाग ने कहा कि तूफान के उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और शुक्रवार सुबह भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा बंदरगाह के बीच ओडिशा तट पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टकराने की संभावना है।   बुधवार सुबह 8:30 बजे तक, चक्रवात पारादीप के दक्षिण-पूर्व में 520 किमी और सागर द्वीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 600 किमी की दूरी पर स्थित था। मछुआरों को 23 से 25 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर हवा की गति 60 किमी प्रति घंटा से शुरू होकर 24 अक्टूबर की रात तक 120 किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है।   दक्षिण पूर्वी रेलवे (एसईआर) के क्षेत्राधिकार में चलने वाली 150 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को चक्रवात के कारण रद्द किया गया है। एसईआर के एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति के अनुसार और भी ट्रेनों को रद्द किया जा सकता है।   कोलकाता मुख्यालय वाला दक्षिण पूर्वी रेलवे क्षेत्र पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में फैला हुआ है। पूर्वी रेलवे (ईआर) ने भी 24 अक्टूबर की रात 8 बजे से 25 अक्टूबर की सुबह 10 बजे तक सियालदह स्टेशन से किसी भी ईएमयू लोकल ट्रेन का संचालन न करने का निर्णय लिया है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है। पूर्व रेलवे की ओर से कम से कम 178 ट्रेनों को अभी तक रद्द करने की घोषणा कर दी गई है।   इधर चक्रवात से बचाव के लिए ट्रेनों को जंजीरों से बांधा गया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने भी समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचना शुरू कर दिया है। राज्य सचिवालय, कोलकाता, नगर निगम और समुद्र किनारे के आठ जिलों के जिलाधिकारियों के दफ्तर में कंट्रोल रूम की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा है कि चक्रवात से बचाव की तैयारी पूरी हो गई है। एनडीआरएफ ने भी पश्चिम बंगाल में अपनी 11 टुकड़ियों को तैनात किया है।

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नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस ने वायनाड सीट पर एक बार फिर पैराशूट कैंडिडेट उतारा है। यह वायनाड के लोगों की आंखों में फिर से धोखा देने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं है। उन्हें नहीं लगता कि वायनाड के लोग फिर से बेवकूफ बनने के लिए तैयार हैं।   राजीव चंद्रशेखर ने नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि वायनाड की जनता इस बार मूर्ख नहीं बनेगी। एनडीए ने एक बहुत ही सक्षम, गतिशील, मेहनती उम्मीदवार नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है। उनके पास एक परामर्शदाता के रूप में जनता की सेवा करने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि वायनाड में राहुल गांधी ने पिछले पांच सालों तक कुछ नहीं किया। प्रियंका भी उसी परंपरा का पालन करती रहेंगी। वायनाड की जनता निश्चित रूप से नव्या हरिदास का समर्थन करेगी। वह केरल से हैं, मलयालम भी बोलती हैं और वह वायनाड के लोगों के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रियंका गांधी केरल से नहीं हैं, मलयालम नहीं बोलती हैं, उन्हें नहीं पता कि वहां क्या समस्याएं हैं। वे अपने भाई की जगह वायनाड से लड़ने जा रही हैं, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में वायनाड के लिए कुछ नहीं किया।   इससे पहले पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने वायनाड से उपचुनाव के लिए प्रियंका को मैदान में उतारा है। उन्हें स्थानीय आबादी से किसी को टिकट देना चाहिए था। उन्होंने स्थानीय लोगों को क्यों नहीं टिकट दिया? वहां की 'आबादी' को उसका 'हक' नहीं मिलेगा, केवल 'परिवार' को उसका 'हक' मिलेगा क्योंकि कांग्रेस एक पारिवारिक कंपनी है, यह एक पार्टी नहीं है। यह एक परिवार की संपत्ति है। एक बात साफ है, कांग्रेस वहां चुनाव लड़ेगी, लेफ्ट भी वहां चुनाव लड़ सकता है। उसने राहुल गांधी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था। तो असली इंडी गठबंधन कौन सा है? यह कैसा गठबंधन है जहां वे एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं?  

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । घरेलू सर्राफा बाजार में आज एक बार फिर तेजी का रुख नजर आ रहा है। सोने के भाव में आज 250 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की तेजी आई है। इसी तरह चांदी ने आज उछल कर एक लाख रुपये के स्तर को पार कर लिया है। सोने की कीमत में आई तेजी के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना आज 79,800 रुपये से लेकर 79,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 73 हजार के स्तर को पार करके 73,160 रुपये से लेकर 73,010 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। सर्राफा बाजार में आज चांदी ने भी 1,700 रुपये प्रति किलोग्राम की छलांग लगाई है। इस तेजी आने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में ये चांदी आज 1,01,100 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर है।   देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 79,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 73,160 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 79,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 73,010 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 79,700 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 72,060 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 79,650 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 73,010 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 79,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 73,010 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है।   लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 79,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 73,160 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं, पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 79,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 73,060 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 79,800 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 73,160 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।   देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी तेजी आने की वजह से आज सोना महंगा हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 79,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 73,010 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।  

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नई दिल्ली । देश के अधिकांश विमानन कंपनियों को लगातार बम से उड़ाने की धमकियां मिल रही हैं। सोमवार देर रात 30 विमानों को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इनमें इंडिगो, विस्तारा और एअर इंडिया (एआई) की घरेलू और इंटरनेशनल फ्लाइट्स हैं। पिछले आठ दिनों में अबतक 120 से ज्यादा विमानों को बम हमले की धमकी मिल चुकी है। हालांकि, ये सभी धमकी जांच पड़ताल के बाद झूठी साबित हुई हैं। इंडिगो एयरलाइन के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि सोमवार को उसकी चार उड़ानों को सुरक्षा संबंधी अलर्ट मिले। इनमें मंगलुरु से मुंबई आ रही 6E164 फ्लाइट, अहमदाबाद से जेद्दा जा रही 6E75 फ्लाइट, हैदराबाद से जेद्दा जा रही 6E67 फ्लाइट और लखनऊ से पुणे आ रही 6E118 फ्लाइट हैं। विस्तारा और एअर इंडिया के प्रवक्ताओं ने भी इसकी पुष्टि की है कि उनकी कुछ उड़ानों को सुरक्षा संबंधी धमकी मिली थी। उन्‍होंने बताया कि हमने संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया। इससे एक दिन पहले सोमवार को नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने कहा था कि विमानन कंपनियों को मिल रही धमकियां भले ही फर्जी हैं लेकिन हम इन्हें हल्के में नहीं ले सकते। उन्‍होंने कहा कि हम इसके खिलाफ सख्त कानून लाएंगे। नायडू ने कहा कि ऐसी धमकी देने वालों के नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में शामिल किए जा सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार विमानन सुरक्षा नियमों और नागरिक विमानन सुरक्षा के विरुद्ध गैरकानूनी कृत्यों का दमन अधिनियम, 1982 में संशोधन की योजना बना रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) इस मुद्दे पर लगातार गृह मंत्रालय के संपर्क में है।   विमानों को मिल रही धमकियों को लेकर सरकार ने उठाये सख्‍त कदम सरकार ने 16 अक्टूबर को फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या दो गुना करने का फैसला किया है। इसी दिन गृह मंत्रालय ने फर्जी धमकियों को लेकर नागर विमानन मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी। सीआईएसएफ, एनआईए और आईबी को रिपोर्ट देने को कहा गया है। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने 19 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस कंपनियों के एयरलाइंस के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के साथ बैठक की। इसमें झूठी धमकियों से निपटने को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही यात्रियों की असुविधा और एयरलाइंस के नुकसान पर भी बात हुई। केंद्र सरकार ने 19 अक्टूबर को डीजीसीए प्रमुख विक्रम देव दत्त को पद से हटाते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया है। इस बदलाव को धमकी वाले मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। दोनों ने इंडिगो की फ्लाइट में बम की धमकी दी थी। केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर सोमवार को एक यात्री को बम की धमकी देने के आरोप में हिरासत में लिया गया। उल्‍लेखनीय है कि पिछले 8 दिनों में विमानन कंपनियों को मिल रही धमकियों से हफ्तेभर में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। विमानों में बम होने की सूचना मिलने पर फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी हवाई अड्डों पर उतारा जाता है। इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनको मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था करनी पड़ती है। दरअसल, इस हफ्ते विस्तारा, एअर इंडिया, इंडिगो, अकासा, स्पाइसजेट, स्टार एयर और अलायंस एयर की 70 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को धमकी मिल चुकी है।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने रूस के शहर कजान पहुंचे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने आज दोपहर बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ देर पहले रूस के कज़ान पहुंचे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, "न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना" विषय पर आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। यह शिखर सम्मेलन ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का आकलन करने और भविष्य में सहयोग के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करेगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा वे चीन और रूस के राष्ट्रपति सहित अन्य नेताओं से द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं।  

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नई दिल्ली । भारत और चीन के बीच लद्दाख के नजदीक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 2020 में पैदा हुई सैन्य तनातनी का अब समाधान हो गया है। दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर पर हुई चर्चाओं के बाद सैन्य गश्त को लेकर सहमति बन गई है, जिसके बाद अब दोनों ओर से अग्रिम तैनाती खत्म होगी। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिक्स यात्रा से पूर्व आयोजित पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले कई हफ्तों में हुई चर्चाओं के परिणामस्वरूप भारत-चीन सीमा क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त व्यवस्था पर एक सहमति बनी है। इससे अग्रिम तैनाती खत्म होगी और अंततः 2020 में इन क्षेत्रों में उठे मुद्दे का एक समाधान निकाला जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 2020 में दोनों सेनायें आमने-सामने आ गई थीं। दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई झड़प में दोनों ओर से सैनिकों की मौत भी हुई थी। इसके बाद से भारत-चीन के संबंधों में खटास आई थी। बाद में विदेश मंत्रालय और सैन्य स्तर पर इस तनातनी को खत्म करने को लेकर वार्ताएं शुरू हुईं।

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श्रीनगर । जम्मू कश्मीर के गांदरबल में हुए बड़े आंतकी हमले में एक डॉक्टर समेत सात मजदूरों की मौत हो गई है। हमले में पांच अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका स्कीम्स श्रीनगर और उप जिला अस्पताल में इलाज हो रहा है। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन दी रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है. जो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ही एक शाखा है।   आतंकी हमले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि हमलावरों ने रविवार रात मजदूरों के एक कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस कैंप में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर गगनगीर में जेड-मोड़ सुरंग के निर्माण में लगी एक कंपनी के कामगार ठहरे थे। हमले को टारगेट किलिंग बताया जा रहा है।   अधिकारियों ने बताया कि हमले में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि डॉक्टर समेत पांच अन्य लोगों ने बाद में दम तोड़ दिया। वहीं पांच घायलों को उप जिला अस्पताल और स्कीम्स श्रीनगर में भर्ती कराया गया है। फिलहाल घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की टीम मौजूद है और इलाके में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।   मृतकों की पहचान गुरदासपुर पंजाब निवासी गुरुमीत सिंह, बडगाम निवासी डॉ शाहनवाज, अनिल कुमार शुक्ला, फहीम नजीर, शशि अबरोल, मोहम्मद हनीफ और कलीम के रूप में हुई है।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत हर क्षेत्र में अभूतपूर्व गति से काम कर रहा है और विभिन्न चिंताओं से घिरे विश्व में आशा का संचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत की वृद्धि इतनी तेज हो गई है कि कई रेटिंग एजेंसियों ने अपने विकास पूर्वानुमान बढ़ा दिए हैं। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 : द इंडिया सेंचुरी को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 4-5 साल के दौरान ज्यादातर वैश्विक शिखर सम्मेलनों में भविष्य को लेकर चिंता कॉमन रही है। उन्होंने कोविड महामारी, कोविड के बाद आर्थिक तनाव, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी, जलवायु परिवर्तन, चल रहे युद्ध, आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान, निर्दोष लोगों की मौत, भू-राजनीतिक तनाव और संघर्ष जैसी हालिया चुनौतियों का जिक्र किया। उस समय भारत में हो रही चर्चाओं के साथ समानताएं बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी सदी पर विचार-विमर्श कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “वैश्विक उथल-पुथल के इस दौर में भारत आशा की किरण बन गया है। जब दुनिया चिंतित है तो भारत आशा फैला रहा है।” उन्होंने कहा कि भले ही भारत वैश्विक स्थिति और उसके सामने चुनौतियों से प्रभावित है लेकिन सकारात्मकता की भावना है, जिसे अनुभव किया जा सकता है। लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनावों में मिली जीत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों ने लगातार तीन बार उनकी सरकार को जनादेश देकर स्थिरता का संदेश दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में लोगों ने स्थिरता की भावना को मजबूत किया है। सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिन पूरे होने पर मोदी ने देश में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने गरीबों के लिए 3 करोड़ नए पक्के मकानों को मंजूरी देने, 9 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत करने, 15 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने, 8 नए हवाई अड्डों की आधारशिला रखने, युवाओं के लिए 2 लाख करोड़ का पैकेज देने, किसानों के बैंक खातों में 21,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने, 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के लिए मुफ्त इलाज योजना, लगभग 5 लाख घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि तीसरे कार्यकाल में भारत की वृद्धि इतनी तेज हो गई है कि कई रेटिंग एजेंसियों ने अपने विकास पूर्वानुमान बढ़ा दिए हैं। उन्होंने मार्क मोबियस जैसे विशेषज्ञों के उत्साह की ओर भी इशारा किया, जिन्होंने वैश्विक फंडों को अपने फंड का कम से कम 50 प्रतिशत भारत के शेयर बाजार में निवेश करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "जब ऐसे अनुभवी विशेषज्ञ भारत में बड़े निवेश की वकालत करते हैं, तो यह हमारी क्षमता के बारे में एक मजबूत संदेश देता है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत एक विकासशील राष्ट्र और एक उभरती हुई शक्ति दोनों है। आत्मसंतुष्टि को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मानसिकता किसी देश को आगे नहीं बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और 16 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए हैं लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। देश की मानसिकता में आए बदलाव को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारें अक्सर अपनी उपलब्धियों की तुलना पिछले प्रशासनों से करती हैं और 10-15 साल पीछे जाकर उन्हें पीछे छोड़ देने को सफलता मानती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत इस दृष्टिकोण को बदल रहा है और सफलता अब उपलब्धियों से नहीं बल्कि भविष्य की दिशा से मापी जाती है। प्रधानमंत्री ने भारत के दूरदर्शी दृष्टिकोण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत अब भविष्य-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा, "2047 तक विकसित भारत का हमारा लक्ष्य केवल सरकार का विजन नहीं है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को दर्शाता है। यह अब केवल जनभागीदारी का अभियान नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय आत्मविश्वास का आंदोलन है।" एआई के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एआई का युग है और दुनिया का वर्तमान और भविष्य एआई से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत के पास दोहरी एआई शक्ति का लाभ है, पहला एआई, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और दूसरा एआई, एस्पिरेशनल इंडिया। मोदी ने कहा कि जब एस्पिरेशनल इंडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शक्ति मिलती है तो विकास की गति तेज होना स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत इंडस्ट्री 4.0 के लिए आवश्यक कौशल सेट और बुनियादी ढांचे पर तेजी से काम कर रहा है।      

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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गोपेश्वर । रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक मुकेश अंबानी ने रविवार को श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम के दर्शन किये।       श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी रविवार प्रातः पहले श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर श्री केदारनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंचे। श्री केदारनाथ धाम में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि मुकेश अंबानी ने दोनों धामों के लिए पांच करोड़ की धनराशि दानस्वरूप दी है।

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बेंगलुरु । न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम को 8 विकेट से हरा दिया। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मैच में पांचवें अर्थात आखिरी दिन मेहमान टीम को जीत के लिए 107 रन बनाने थे, जिसे उसने 27.4 ओवर में 2 विकेट पर 110 रन बनाकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ कीवी टीम ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का अगला मुकाबला 24 अक्टूबर से पुणे में खेला जाएगा।   मैच की पहली पारी में भारतीय टीम मात्र 46 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। जवाब में न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बनाए और 356 रन की बढ़त ली। इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम ने जबरदस्त वापसी की और 462 रन बनाए। इससे भारतीय टीम को 106 रन की बढ़त मिली। इस तरह न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 रनों का लक्ष्य मिला। आखिरी दिन रविवार को लक्ष्य का पीछा करते हुए कीवी टीम को शुरुआत में काफी परेशानी हुई। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने अपनी गेंदबाजी से कीवी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। बुमराह ने अपनी दूसरी गेंद पर ही न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम को एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन भेज दिया। लैथम खाता भी नहीं खोल पाए। इसके बाद 35 के स्कोर पर बुमराह ने डेवोन कॉन्वे को एलबीडब्ल्यू कर मेहमान टीम को दूसरा झटका दिया। कॉन्वे ने 17 रन बनाए। हालांकि इसके बाद विल यंग और रचिन रवींद्र ने टीम का कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और अपनी टीम को जीत दिला दी। विल यंग 48 रन और रचिन रविंद्र 39 रन बनाकर नाबाद रहे।   36 साल बाद भारत में जीता टेस्ट मैच भारतीय टीम के खिलाफ भारतीय सरजमीं पर न्यूजीलैंड ने 36 साल बाद कोई टेस्ट मैच जीता है। ओवर ऑल भारत की धरती पर यह तीसरा टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले आखिरी बार 1988 में वानखेड़े में न्यूजीलैंड ने भारत को 136 रन से हराया था। वहीं 1969 में न्यूजीलैंड ने नागपुर में भारतीय टीम को 167 रन से हराया था। इतना ही नहीं वर्ष 2000 के बाद यह पहला मौका है जब किसी मेहमान टीम ने भारत में चौथी पारी में 100+ रन का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया है।   भारतीय टीम की पहली पारी मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम पहली पारी में केवल 46 रनों पर सिमट गई थी। भारत की तरफ से ऋषभ पंत ने सर्वाधिक 20 रन बनाए थे, जबकि पांच बल्लेबाजों ने खाता भी नहीं खोला और तीन बल्लेबाज तीन रनों का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। ऋषभ पंत के अलावा यशस्वी जयसवाल (13) ही दहाई का आंकड़ा छू सके, जबकि विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, रवींद्र जडेजा और रविंचंद्रन अश्विन खाता भी नहीं खोल सके थे। न्यूजीलैंड के लिए मैट हेनरी ने 5 विकेट झटके, जबकि विलियम ओ'रूर्के ने 4 विकेट लिए, वहीं टिम साउथी को 1 विकेट मिला।   न्यूजीलैंड टीम की पहली पारी न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बनाए थे। न्यूजीलैंड के लिए रचिन रविंद्र ने 134 रनों की बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने 157 गेंदों का सामना किया और 13 चौके व 4 छक्के लगाए। उन्होंने टिम साउथी के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 137 रनों की साझेदारी भी की, जिसमें साउथी की 65 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी भी शामिल थी। साउथी ने 73 गेंदों का सामना किया और 5 चौके और 4 छक्का लगाया। इन दोनों के अलावा डेवोन कॉन्वे ने 91 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। भारत की तरफ से कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा ने 3-3, मोहम्मद सिराज ने 2, रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह ने 1-1 विकेट लिया।   भारतीय टीम ने दूसरी पारी में बनाए 462 रन भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 462 रन बनाए। दूसरी पारी में कप्तान रोहित शर्मा और युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 72 रन जोड़े। यशस्वी 52 गेंदों पर 35 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद कप्तान रोहित ने टेस्ट करियर का 18वां अर्धशतक जड़ा। रोहित अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन वह अजीब तरीके से आउट हो गए। दरअसल, रोहित ने गेंद को अच्छे से डिफेंड कर लिया था, लेकिन गेंद पीछे की ओर गई और स्टम्प्स में जा लगी। इस तरह रोहित आउट हो गए। रोहित ने 63 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाए। दो विकेट गिरने के बाद विराट कोहली और सरफराज खान ने पारी को आगे बढ़ाया। इस दौरान सरफराज ने अपने टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक लगाया। फिर इसके बाद कोहली ने भी पचासा जड़ दिया। इस दौरान कोहली टेस्ट में नौ हजार रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज भी बन गए। कोहली और सरफराज दोनों 100 रन से अधिक साझेदारी कर भारतीय टीम को मुश्किल से निकाल रहे थे, लेकिन तीसरे दिन के खेल की अंतिम गेंद पर कोहली ग्लेन फिलिप्स की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो गए।   सरफराज और ऋषभ पंत ने खेली बेहतरीन पारी इसके बाद सरफराज खान और ऋषभ पंत ने शुरुआत में संभलकर खेला, लेकिन इसके बाद अपने हाथ खोलने शुरू किये। सरफराज ने 110 गेंदों पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया। पंत ने भी 55 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। भारत ने 71 ओवर में 3 विकेट पर 344 रन बना लिए थे, तभी बारिश शुरू हो गई और अंपायरों ने लंच की घोषणा कर दी। मैच दोबारा जब शुरू हुआ तो पंत और सरफराज ने उसी अंदाज से आगे भी बल्लेबाजी की। दोनों की शानदार साझेदारी से भारतीय टीम का स्कोर दूसरी पारी में 400 रन के पार पहुंच गया। इसके बाद सरफराज ने अपने 150 रन भी पूरे किए। हालांकि इसके ठीक बाद वह आउट हो गए। सरफराज ने 195 गेंद का सामना करते हुए 18 चौके और 3 छक्कों की मदद से बेहतरीन 150 रन बनाए। सरफराज के आउट होने के कुछ ही देर बाद ऋषभ पंत भी आउट हो गए। पंत नर्वस 90 का शिकार हो गए। वह मात्र एक रन से शतक बनाने से चूक गए और 105 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 99 रन बनाकर आउट हुए। पंत के पवेलियन लौटने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और दूसरी पारी 462 रन पर सिमट गई। केएल राहुल 12 रन, रविन्द्र जडेजा पांच रन, रविचन्द्रन अश्विन ने 15 रन, कुलदीप यादन ने नाबाद छह रन बनाए। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज खाता खोले बिना आउट हुए।   न्यूजीलैंड के लिए दूसरी पारी में मैट हेनरी और विलियम ओ'रूर्के ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि एजाज पटेल ने दो विकेट लिए। टीम साउथी और ग्लेन फिलिप्स ने एक-एक विकेट चटकाया।  

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जालौन । पासपोर्ट नवीनीकरण को लेकर "हाईकोर्ट" ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है कि अगर आपराधिक मुकदमा  विचाराधीन है तो पासपोर्ट को रिन्यू कराने से रोका नहीं जा सकता है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जालौन निवासी एक व्यक्ति की याचिका पर सुनवाई करते हुए, पासपोर्ट अधिकारी को पासपोर्ट के नवीनीकरण करने के आदेश दिए है। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जालौन जिले के निवासी सैय्यद गयासुद्दीन के पासपोर्ट के रिन्यू न होने पर पासपोर्ट अधिकारी को निर्णय लेने का निर्देश दिया है। याची के विरूद्ध थाना कोतवाली कालपी में FIR दर्ज है। जिसके कारण पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। पासपोर्ट की अवधि 26 जून 2023 को समाप्त हो चुकी है। आपराधिक मामला विचाराधीन तो रिन्यू से न रोके यह आदेश न्यायमूर्ति शेखर बी सराफ तथा न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित की खंडपीठ ने याची गयासुद्दीन के अधिवक्ता चन्द्र कान्त त्रिपाठी को सुनकर दिया है। भारत सरकार के अधिवक्ता ने याचिका का विरोध किया। कोर्ट ने पवन कुमार राजभर बनाम भारत संघ केस का हवाला देकर कहा कि आपराधिक प्रक्रिया विचाराधीन होने पर पासपोर्ट के नवीनीकरण को रोका नहीं जा सकता है, और याचिका को निस्तारित कर दिया है।  

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नई दिल्ली । विमानन क्षेत्र में बम की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। देशभर में शनिवार को एक बार फिर 10 फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकी की खबरों ने यात्रियों और प्रशासन में दहशत फैला दी। इनमें पांच इंडिगो और पांच अकासा एयरलाइंस की फ्लाइट शामिल हैं। विमानों में लगातार बम मिलने की खबर को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।   आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली उनमें से 5 फ्लाइट्स इंडिगो एयरलाइंस की थीं। इनमें तीन विमान सुरक्षित उतर चुकी हैं, जबकि दो अब भी आपातकालीन प्रोटोकॉल के तहत हवा में हैं। अकासा एयर के प्रवक्ता ने भी बयान जारी कर कहा कि एयरलाइंस की कुछ उड़ानों को सुरक्षा अलर्ट मिले हैं। विस्तारा एयरलाइंस की तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 18 अक्टूबर को धमकी मिली, जिसमें से एक फ्लाइट को फ्रैंकफर्ट डायवर्ट करना पड़ा।   पिछले 48 घंटों में 211 यात्रियों को नई दिल्ली से शिकागो लेकर जाने वाले एयर इंडिया के विमान सहित 11 उड़ानों को सोशल मीडिया के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों को विभिन्न हवाई अड्डों पर विशेष आतंकवाद-रोधी अभ्यास करने पड़े। हालांकि, एक्स पोस्‍ट के जरिए पिछले 24 घंटे में बम रखने की 7 और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीन धमकियां मिलीं थी, बाद में ये संदेश फ़र्जी निकले।   उल्‍लेखनीय है कि फ्लाइटों को बम की धमकियां मिलने का खामियाजा एयरलाइन कंपनियों को भुगतना पड़ा रहा है। एक एयरलाइंस करोड़ों रुपये का नुकसान उठा रही है। पिछले 7 दिन में लगभग 40 फ्लाइटों को धमकी मिल चुकी है, लेकिन धमकियां देने वाले का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।    

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नारायणपुर । छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में शनिवार को आईईडी विस्फाेट की चपेट में आने से आईटीबीपी 53 बटालियन के दो जवानाें का बलिदान हो गया जबकि नारायणपुर जिला पुलिस के दो जवान घायल हाे गए हैं। बताया गया कि अबूझमाड़ इलाके के ओरछा, मोहंदी एवं ईरकभट्टी से आईटीबीपी, बीएसएफ एवं डीआरजी की संयुक्त पार्टी अपने अभियान के लिए धुरबेड़ा की ओर रवाना हुई थी। आज दाेपहर संयुक्त टीम के अभियान से वापसी के दौरान करीब 12 बजे के मध्य ग्राम कोडलियर के समीप जंगल में आईईडी विस्फाेट की चपेट में आने से आईटीबीपी 53 बटालियन के दो जवान 36 वर्षीय अमर पनवार निवासी महाराष्ट्र और 36 वर्षीय के. राजेश निवासी कडप्पा, आंध्र प्रदेश बलिदानी हो गये जबकि नारायणपुर जिला पुलिस के दो जवान घायल हुए हैं। नारायणपुर जिला पुलिस के घायल दाेनाें जवानों की हालत सामान्य है। इन जवानाें काे तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है। उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन बढ़ा दिया है और नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने आईईडी विस्फाेट की पुष्टि करते हुए बताया कि आईटीबीपी 53 बटालियन के 2 जवानाें का बलिदान हाे गया है जबकि नारायणपुर पुलिस के 2 जवान घायल हाे गये हैं, घायल जवानों की हालत सामान्य है। इन घायल जवानों के संबध में बाद में जानकारी देने की बात कही है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में शनिवार से "सड़क और पुल निर्माण में उभरती नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों" पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में सड़क और पुल निर्माण की गुणवत्ता को और बेहतर करने के उद्देश्य से देशभर के विशेषज्ञों का मंथन शुरू हो चुका है। इस सेमिनार के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी राजधानी भोपाल पहुंचे। नितिन गडकरी और मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सेमिनार का शुभारंभ किया।   सेमिनार को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि टेक्नोलॉजी में इनोवेशन नई संभावनाओं का द्वार खोलती है। उन्हाेंने सरकारी विभागों में तालमेल की कमी को लेकर भी तंज कसा। उन्हाेंने इंजीनियर्स से कहा कि विभाग का मंत्री होने के नाते अच्छे काम का क्रेडिट हमें मिलता है लेकिन जब सड़क पर गड्‌ढे होते हैं तो डिसक्रेडिट भी मिलता है। सोशल मीडिया में लोग हमें ठोंकते हैं। आगे-पीछे कुछ नहीं देखते। गलत डीपीआर बनाने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि एक-एक को पद्मश्री और पद्म भूषण मिलना चाहिए। इतने गंदे काम हो सकते हैं इंजीनियरिंग प्वाइंट ऑफ व्यू से सोचिए जरा। उन्‍होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से कहूंगा कि आप अपने यहां इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों से कहो कि ये डीपीआर चेक करो। उनका अनुभव भी बढ़ेगा और क्रॉस चेक भी होगा।   गडकरी ने कहा कि मैं वेस्ट मैनेजमेंट में विश्वास रखता हूं। नो मैटेरियल इज वेस्ट एंड नो पर्सन इज वेस्ट। यह टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और लीडरशिप पर निर्भर करता है। उन्‍होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में इनोवेशन नई संभावनाओं का द्वार खोलती है। उन्हाेंने सरकारी विभागों में तालमेल की कमी को लेकर भी तंज कसा। उन्हाेंने कहा कि हमारे रूल ऑफ बिजनेस में लिखा है- एक अधिकारी को दूसरे से बात नहीं करना। चर्चा नहीं करना। रेलवे अलग ब्रिज बना रहा है। हम अलग बना रहे हैं। तीसरा और चौथा कोई और बना रहा है। प्रधानमंत्री बोलते थे-ये साइरोल में चलता है। उन्‍होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का देश के लिए योगदान है कि उन्होंने जो गति शक्ति सॉफ्टवेयर का प्लेटफॉर्म खड़ा किया अब इसके कारण हम सब समझ जाते हैं।   गडकरी ने कहा कि 40 प्रतिशत पॉल्यूशन रोड वाले करते हैं। हमें गंभीरता से सोचना चाहिए। जो पेड़ ऑक्सीजन ज्यादा छोड़ते हैं उन्हें लगाइए। हमने 70 हजार पेड़ ट्रांसप्लांट किए। आप भी ग्रीन हाइवे बनाइए। अपने ध्यान में गलती आए तो उसे स्वीकार करो और सुधार करो। मैं अक्सर कहता हूं कि अमेरिका में अच्छी सड़कें इसलिए नहीं है क्योंकि अमेरिका अमीर है, बल्कि इसलिए अमेरिका अमीर है क्योंकि वहां अच्छी सड़कें हैं। गडकरी ने कहा कि पूरे मध्य प्रदेश के नगर निगमों, नगरपालिका निगमों और पूरे देश में जो भी कचरा है, उसे उठाकर ठीक से सेग्रीगेट करें और उसका उपयोग सड़कों के निर्माण में करें। इस प्रक्रिया से न केवल सड़कों का निर्माण होगा, बल्कि यह इकोलॉजी और एनवायरमेंट को भी प्रोटेक्ट करेगा।   उल्लेखनीय है कि सेमिनार में सड़क और पुल निर्माण की नई तकनीक, सामग्री और एग्रीमेंट प्रोसेस से जुड़े पहलुओं पर एक्सपर्ट्स अपने अनुभव और सुझाव साझा कर रहे हैं। यहां एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें सड़क और पुल निर्माण में लगने वाली नई मशीनरी समेत अन्य सामग्री का प्रदर्शित की गई हैं। सेमिनार में विभिन्न तकनीकी-सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देशभर से आए हुए विशेषज्ञ नई तकनीकों, निर्माण सामग्रियों और ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) एग्रीमेंट प्रक्रिया की चुनौतियों पर अपने विचार रखेंगे।

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जम्मू । जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली कैबिनेट में शामिल नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन कर दिया है। मुख्यमंत्री की सलाह पर विभागों के आवंटन का आदेश उपराज्यपाल ने जारी किया है। उप मुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।   उप मुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी के पास सार्वजनिक निर्माण (आरएण्डबी), उद्योग एवं वाणिज्य, खनन, श्रम एवं रोजगार, और कौशल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा और सामाजिक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सकीना मसूद (इटो) को दी गई है। जावेद अहमद राणा जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण, और जनजातीय मामलों का विभाग संभालेंगे।   जाविद अहमद डार के पास कृषि उत्पादन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, सहकारिता, और चुनाव संबंधी कार्यों का प्रभार संभालेंगे। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, परिवहन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, युवा सेवाएं एवं खेल, और एआरआई एवं प्रशिक्षण विभाग का कार्यभार सतीश शर्मा को सौंपा गया है। अन्य विभाग मुख्य मंत्री के पास रहेंगे।

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नई दिल्ली । राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार के रवैये के विरोध में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के नेता शहजाद पूनावाला मास्क पहन कर कनॉट प्लेस स्थित स्मॉग टावर के पास पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में शहजाद पूनावाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार की आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के कारण आज दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। उन्होंने बड़े-बड़े वादे किए थे कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे। आज यमुना की हालत देखिए और दिल्ली गैस चैंबर बन गई है।   उन्होंने कहा कि दिल्ली में आआपा की सरकार ने दिवाली पर पटाखों पर तो बैन लगा दिया लेकिन जिस स्मॉग टावर पर 23 करोड़ रुपये खर्च किए गए, उस पर ताला लगा दिया गया। जिस तरह से आआपा की सरकार ने प्रदूषण के नाम पर लोगों को धोखा दिया और दिल्ली को सबसे जहरीला व प्रदूषित शहर बनाने का काम कर रही है, इसका पर्दाफाश किया जा रहा है। राजधानी में लगे तमाम स्मॉग टावर का जायजा लिया जाएगा और दिल्ली की जनता को इससे रूबरू कराया जाएगा।

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मुंबई । फिल्म अभिनेता सलमान खान को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस के एक व्हाट्सएप नंबर पर मिली इस धमकी भरे मैसेज में कहा गया है कि 5 करोड़ रुपये दो वर्ना हालत बाबा सिद्दीकी से बदतर होगी। मुंबई पुलिस ने इस व्हाट्सएप मैसेज की छानबीन शुरू कर दी है।   पुलिस के अनुसार मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर एक धमकी भरा संदेश मिला है। मैसेज भेजने वाले ने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो "सलमान खान की हालत बाबा सिद्दीकी से भी बदतर होगी।" मैसेज में कहा गया है कि "इसे हल्के में न लें, अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें 5 करोड़ रुपये देने होंगे। अगर पैसे नहीं दिए गए तो सलमान खान की हालत बाबा सिद्दीकी से भी बदतर होगी।" इस धमकी भरे मैसेज के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर की रात मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।  

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नई दिल्ली । वाल्मीकि जयंती पर गुरुवार को वाल्मीकि समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राहुल को अंगवस्त्र, पगड़ी और महर्षि वाल्मीकि का एक तैल चित्र भेंट किया। इसके पहले राहुल गांधी ने दिल्ली के मंदिर मार्ग स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने महर्षि वाल्मीकि के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और उनके द्वारा रचित 'रामायण' के आदर्शों का स्मरण किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में पुजारी से बातचीत भी की।

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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रव्यापी 'सक्रिय सदस्यता अभियान' के अंतर्गत गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में अपनी सदस्यता का नवीनीकरण किया।   उन्होंने सोशल मीडिया पर फोटो जारी करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रव्यापी 'सक्रिय सदस्यता अभियान' के अंतर्गत सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में अपनी सदस्यता का नवीनीकरण कर गौरवान्वित महसूस हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आरंभ हुआ यह अभियान मंडल, जिला और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचेगा व कोटिश: कार्यकर्ताओं को 'विकसित भारत' निर्माण के संकल्प के साथ समाज सेवा करने के अवसर प्रदान करेगा।   जेपी नड्डा ने सभी कार्यकर्ताओं से सक्रिय सदस्य के रूप में अभियान का हिस्सा बनने और संगठन को मजबूती प्रदान करने की अपील की है।

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उज्जैन । नई मिस इंडिया उज्जैन निवासी निकिता पोरवाल बनी मिस इंडिया 2024, कॉलोनी अरविंद नगर में गुजरा। पुराने शहर की गलियों में घूमना उन्हें पसंद है। उज्जैन में रहने के दौरान वह अक्सर गोपाल मंदिर क्षेत्र में जाती हैं। गेबी साहब हनुमान मंदिर में अक्सर पहुंचती हैं। उन्हें मिठाई बहुत पसंद है, लेकिन सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के कारण उन्हें इससे परहेज करना पड़ता है।       ख्यात अभिनेत्री एवं मिस वल्र्ड रह चुकीं ऐश्वर्या राय बच्चन उनकी आदर्श हैं। मां राजकुमारी पोरवाल और पिता पेट्रो ऑइल व्यापारी अशोक पोरवाल ने उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। कॉर्मल कॉन्वेंट स्कूल से स्कूली पढ़ाई करने के बाद वडोदरा की सयाजी यूनिवॢसटी से उन्होंने परफार्मिंग आर्ट में बैचलर डिग्री हासिल की है। इसमें भी उनकी स्पेशलिटी ड्रामा रही है। महज 18 साल की उम्र में होस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाली निकिता ने रंगमंच पर अपनी अदाकारी से सबको लुभाया है।उनके हुनर का कमाल संस्था रंग रेज कला संस्कार की रामलीला में खूब दिखाई दिया। सामाजिक न्याय परिसर में होने वाली रामलीला में वह मां सीता का किरदार निभाती रही हैं। इसे दर्शकों ने खूब पसंद किया है।       विक्रमोत्सव में पेश किए नाटक श्रीकृष्ण में उन्होंने राधा की भूमिका निभाई थी और इसे भी दर्शकों ने हाथोंहाथ लिया था। जानवरों के प्रति उनमें मदद का भाव है और इसे लेकर वह हमेशा काम करती है।निकिता ने ड्रामा भी लिखे हैं। इनमें 250 पेज की कृष्णलीला प्रमुख है। उन्होंने फिल्म चंबल पार में भी काम किया है। इसका प्रदर्शन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो चुका है। उनके माता पिता अभी मुंबई में हैं। पिता अशोक पोरवाल ने बताया कि तीन भाई-बहनों में निकिता सबसे छोटी है। बड़ी बहन इंदौर में सीए हैं। भाई आईओसीएल में जॉब करता है। रंग रेज संस्था के अध्यक्ष अमित शर्मा, सचिव शिरीष राजपुरोहित और कोषाध्यक्ष प्रशांत शर्मा कहते हैं कि निकिता बेहद प्रतिभाशाली हैं। उसने संस्था के साथ उज्जैन का गौरव बढ़ाया है। हम सभी को उस पर नाज है। अमित रामलीला में लक्ष्मण और शिरीष भरत का किरदार निभाते हैं। वह कहते हैं कि हम चाहते हैं कि उसका सफर आगे बढ़े और वह मिस वल्र्ड बनकर अपने शहर और प्रदेश का नाम रोशन करे।    

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श्रीनगर । नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में उन्हें और उनके चुने हुए सदस्यों को  पद की शपथ दिलाई। वरिष्ठ एनसी नेता सुरिंदर चौधरी ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।गठबंधन करके चुनाव में उतरी कांग्रेस ने सरकार में न शामिल होने का फैसला लिया है, इसलिए कांग्रेस के किसी भी विधायक को शपथ नहीं दिलाई गई है।   केंद्र सरकार की ओर से 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद उमर अब्दुल्ला का मुख्यमंत्री के रूप में पहला कार्यकाल होगा। मुख्यमंत्री के तौर पर उमर अब्दुल्ला के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता सकीना इट्टू, जावेद राणा, जावेद अहमद डार और सतीश शर्मा ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। सुरिंदर चौधरी ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।   इस अवसर पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, सीपीआई नेता डी राजा सहित इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी मौजूद रहे।   जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सुरिंदर कुमार चौधरी ने कहा कि इतना बड़ा पद देने के लिए फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मुझे उपमुख्यमंत्री बनाने के अपने फैसले से उमर अब्दुल्ला ने साबित कर दिया है कि जम्मू भी कश्मीर जितना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। आज जब हमें यहां की जनता ने चुना है, तो हमें उम्मीद है कि जल्द ही राज्य का दर्जा बहाल किया जायेगा। प्राथमिकता के तौर पर पिछले 10 वर्षों में आई बेरोजगारी, बिजली, पानी, अस्पताल, स्कूल और पर्यटन के मुद्दों को हल करना होगा। हम दरबार मूव को फिर से शुरू करने के लिए भी काम करेंगे।   जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की पहली सरकार को बधाई देते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे जम्मू-कश्मीर की बेहतरी के लिए काम करेंगे। मुझे उम्मीद है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की सरकारों में पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ हुआ भेदभाव फिर नहीं होगा। हमें उम्मीद है कि यह सरकार अच्छी तरह से चलेगी तो केंद्र सरकार का वादा भी पूरा होगा कि अगर कानून-व्यवस्था और यहां के हालात सुधरते हैं तो राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।   उमर अब्दुल्ला के जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमें खुशी है कि हमारा गठबंधन सहयोगी सीएम बना और लंबे समय के बाद यहां लोकतंत्र स्थापित हुआ है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां राज्य का दर्जा बहाल हो। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है। कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की है। प्रधानमंत्री ने भी कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है। हम नाखुश हैं, इसलिए फिलहाल हम मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रखेगी।   कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा कि लोगों ने राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए जनादेश दिया था, यह हमारे पूरे गठबंधन का पहला एजेंडा भी था। प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि परिसीमन होना चाहिए, चुनाव होने चाहिए, प्रतिनिधि आने चाहिए ताकि राज्य का दर्जा बहाल हो, ये सारी चीजें हो चुकी हैं। हम चाहेंगे कि प्रधानमंत्री जल्द से जल्द लोगों के जनादेश का जवाब दें और राज्य का दर्जा बहाल करें।   समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर कहा कि यहां सरकार बनना बहुत जरूरी था और अधिकार मिलना इससे भी ज्यादा जरूरी है।   जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है और मैं उनके साथ शपथ लेने वाले मंत्रिमंडल को बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे जम्मू-कश्मीर की बेहतरी और जम्मू-कश्मीर की शांति और समृद्धि के लिए काम करेंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में जो शांति स्थापित हुई है, उसे और मजबूत किया जाएगा, ताकि लोगों को लाभ मिल सके।    पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को बहुत सालों के बाद अपनी एक सरकार मिली है। लोगों ने एक स्थिर सरकार चुनी है। जम्मू-कश्मीर के लिए बहुत मुश्किल दौर है। 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को बहुत जख्म लगे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जो सरकार बनी है वो सबसे पहले इन जख्मों का मरहम करेगी। 5 अगस्त, 2019 के फैसले से जो लोगों को तकलीफ हुई है उसके बारे में सबसे पहले प्रस्ताव पास करें और उस फैसले की निंदा करें।   सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि मैं अपनी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से उमर अब्दुल्ला को शुभकामनाएं देता हूं। हमें पूरा भरोसा है कि वह एक बहुत अच्छे मुख्यमंत्री साबित होंगे। जम्मू-कश्मीर से जुड़े मुद्दों को उठाएंगे और जम्मू-कश्मीर के अधिकारों और शक्तियों को बहाल करने के तरीकों पर काम करेंगे। यह जम्मू-कश्मीर के लिए एक शानदार और नई शुरुआत होगी।

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नई दिल्ली । विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने बुधवार को इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखरवार्ता में याद दिलाया कि संगठन के चार्टर में आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद को स्पष्ट रूप से चुनौती माना गया है। ऐसे में सीमा पार से इस तरह की गतिविधियां होती रहेंगी तो सहयोग विशेषकर क्षेत्रीय सहयोग संभव नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभुता पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा, “यदि सीमा पार की गतिविधियां- आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद होंगी तो समानांतर रूप से व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, कनेक्टिविटी और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान के प्रोत्साहन की संभावना नहीं होंगी।” एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में संगठन में शामिल देशों के शीर्ष नेता शामिल होते हैं। विदेश मंत्री जयशंकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्थान पर बैठक में शिरकत करने पहुंचे कल यहां पहुंचे थे। आज एससीओ की बैठक में विदेश मंत्री ने कहा कि सहयोग एकतरफा एजेंडे पर नहीं बल्कि वास्तविक साझेदारियों पर बनाया जाना चाहिए। हमारे प्रयास तभी आगे बढ़ेंगे जब चार्टर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ रहेगी। यह स्वयंसिद्ध है कि विकास और प्रगति के लिए शांति और स्थिरता की आवश्यकता होती है। और जैसा कि चार्टर में कहा गया है, इसका मतलब है 'तीन बुराइयों' का मुकाबला करने में दृढ़ता से करना और इनसे समझौता न करना। उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों की बीच जलवायु परिवर्तन की गंभीर समस्या, आपूर्ति श्रृंखला की अनिश्चितता और वित्तीय अस्थिरता वृद्धि और विकास को प्रभावित कर रहे हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण समय है। प्रौद्योगिकी बड़ी संभावनाएं रखती है, लेकिन साथ ही नई चिंताओं को भी जन्म देती है। एससीओ के सदस्यों को इन चुनौतियों पर कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए इसपर विचार करना होगा। विदेश मंत्री ने इस दौरान वैश्विक संस्थाओं में बदलाव की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों में व्यापक सुधार आवश्यक है।  भारत की भूमिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी अपनी वैश्विक पहल और राष्ट्रीय प्रयास भी एससीओ के लिए अत्यधिक प्रासंगिक हैं। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देता है। आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन हमें जलवायु घटनाओं के लिए तैयार करता है। मिशन ‘लाइफ’ एक स्थायी जीवन शैली की वकालत करता है। योगाभ्यास और मोटा अनाज को बढ़ावा देने से स्वास्थ्य और पर्यावरण पर फर्क पड़ता है। वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन ऊर्जा परिवर्तन के कार्य को मान्यता देता है। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस हमारी जैव-विविधता की रक्षा करता है। घर पर, हमने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के मूल्य का प्रदर्शन किया है, जैसे हमने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के प्रभाव को दिखाया है।

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चंडीगढ़ । हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में बुधवार को पंचकूला स्थित भाजपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया।   उल्लेखनीय है कि पंचकूला में ही अमित शाह ने विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए नायब सैनी को हरियाणा में भाजपा का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया था। नायब सैनी इस बार अपना पुराना हलका नारायणगढ़ छोड़कर लाडवा से चुनाव लड़े और उन्होंने कांग्रेस के मेवा सिंह को 16,054 मतों से हराया था।   विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए आज केंद्रीय पर्यवेक्षक गृहमंत्री अमित शाह तथा मोहन यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में नरवाना से विधायक कृष्ण बेदी तथा अंबाला छावनी से विधायक अनिल विज ने नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी विधायकों ने स्वीकार करते हुए पारित कर दिया। अमित शाह ने नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुने जाने का औपचारिक ऐलान किया। करीब 15 मिनट की बैठक में नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुनने के संबंध में फैसला लिया गया।   इससे पहले वर्ष 2019 में वरिष्ठ नेता अनिल विज और कंवर पाल तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रस्तावक बने थे। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद मुख्य पर्यवेक्षक के रूप में आये थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल, बिप्लब कुमार देब, सतीश पूनिया, भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सहित तमाम बड़े नेता मौजूद थे।      

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत ने दूरसंचार को समानता और अवसर के साधन के रूप में इस्तेमाल करके कनेक्टिविटी से आगे बढ़ कर सामाजिक-आर्थिक विभाजन को पाटने और पहुंच को मजबूत करने का काम किया है। दुनिया भारत के डिजिटल अनुभव का लाभ उठा कर जनकल्याण कार्यों को सशक्त बना सकते हैं।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ की विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा का दिल्ली के भारत मंडपम में उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया को संघर्ष से बाहर निकाल कर आपस में जोड़ने में लगा हुआ है। उन्होंने वैश्विक संस्थाओं से दूरसंचार और डिजिटल टेक्नोलॉजी के बारे में मानक तय करने की अपील की।   प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में डिजिटल विकास के चार प्रमुख आधार हैं, जिनमें सस्ता डिवाइस उपलब्ध कराना, देश के हर कोने में कनेक्टिविटी प्रदान करना, सस्ता डेटा और डिजिटल फर्स्ट को प्राथमिकता देना है। पिछले 10 साल में इन प्रमुख बिंदुओं पर अभूतपूर्व कार्य हुआ है।

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मुंबई । राकांपा नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद फिल्म अभिनेता सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस ने सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट, पनवेल के फार्महाउस के साथ उनकी शूटिंग सेट पर भी पुलिस टीम तैनात करने का निर्णय लिया है। साथ ही सलमान खान से अपने हर दिन के प्रोग्राम पुलिस को शेयर करने को कहा गया है।   फिल्म अभिनेता सलमान खान को पिछले कई महीनों से धमकी मिल रही है। गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई की ओर से सलमान खान को धमकी मिल चुकी है। यहां तक कि सलमान खान के आवास के बाहर फायरिंग की जा चुकी है। इसी वजह से बाबा सिद्दीकी हत्या के बाद मुंबई पुलिस सलमान खान और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। सलमान खान और उनके परिवार ने दोस्तों और रिश्तेदारों से अनुरोध किया है कि वे घर पर ज्यादा न आएं। सलमान खान शूटिंग के लिए जहां जाएंगे, तो वहां की स्थानीय पुलिस को जानकारी देना होगा। स्थानीय पुलिस को सलमान की लोकेशन पता होनी चाहिए, सलमान की शूटिंग लोकेशन पर पुलिस टीम होगी।   बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हमले की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में अभिनेता सलमान खान का नाम भी लिया गया है। बाबा सिद्दीकी और सलमान खान के बीच अच्छी दोस्ती थी। मुंबई पुलिस इसी वजह से सलमान खान और उनके परिवार की सुरक्षा में कोई खामी नहीं रहने देना चाहती है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब में पंचायत चुनाव के लिए मतदान पर रोक की मांग ठुकरा दी है। कुछ याचिकाकर्ताओं ने चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने नामांकन प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए सुप्रीम का रुख किया था।    याचिकाकर्ताओं ने चुनाव की इजाजत देने वाले पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के कल के आदेश पर अंतरिम रोक लगाने की मांग की थी। चीफ जस्टिस ने कहा कि हम आपकी अपील पर आगे सुनवाई करेंगे लेकिन मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब कोर्ट की ओर से रोक लगाने से अव्यवस्था ही होगी।   उल्लेखनीय है कि पंजाब में पंचायत चुनाव के लिए आज मतदान चल रहा है।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के 3 वर्ष पूरे होने की सराहना की है।   प्रधानमंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के एक पोस्ट और मायगोव की एक थ्रेड पोस्ट को एक्स पर साझा करते हुए लिखा, “पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान भारत के बुनियादी ढांचे में क्रांति लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में उभरा है। इसने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में तेज़ और अधिक प्रभावी विकास हुआ है। विभिन्न हितधारकों के निर्बाध एकीकरण से लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा मिला है, विलंब कम हुआ है और कई लोगों के लिए नए अवसर उत्पन्‍न हुए हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “गतिशक्ति के कारण भारत विकसित भारत के हमारे सपने को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, यह प्रगति, उद्यमशीलता और नवाचार को प्रोत्साहित करेगा।”  

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नई दिल्ली । बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। गैंग की तरफ से एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में गैंग ने दावा किया है कि वे सलमान खान से कोई झगड़ा नहीं चाहते थे लेकिन बाबा की हत्या की वजह उनके दाऊद इब्राहिम और अनुज थापन के साथ जुड़ाव था।   बिश्नोई गैंग की तरफ किए गए पोस्ट में कहा गया है, "ओ३म् जय श्री राम, जय भारत।" पोस्ट में आगे लिखा गया है, "जीवन का मूल समझता हूं, जिस्म और धन को मैं धूल समझता हूं। किया वही सत्कर्म था, जो निभाया मित्रता का धर्म था।" बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे। पर तुमने हमारे भाई (लॉरेंस बिश्नोई) का नुकसान करवाया। आज जो बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बांधे जा रहे हैं, वो एक टाइम में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था। इसके मरने का कारण अनुज थापन और दाऊद को बॉलीवुड, राजनीती, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था।" पोस्ट में आगे लिखा गया है कि "हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा, अपना हिसाब किताब लगा के रखना। हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा, तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे। हम ने पहले वार कभी नहीं किया। जय श्री राम जय भारत, सलाम शहीदां नू ।" पुलिस सूत्रों की मानें तो घटना के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ऊपर शक जताया जा रहा था। वहीं स पोस्ट के के बाद मामला साफ हो गया है। फिलहाल पुलिस अब लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ कर आगे की जांच करेगी।

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मुंबई । एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्‍या किए जाने के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। वहीं, मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दोषियों को नहीं बख्शने की बात कही है। दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी मौत के बाद विभिन्‍न राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर शोक जताया है।   महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और मैंने डॉक्टरों और पुलिस से बात की है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीसरा आरोपी फरार है। आरोपित यूपी और हरियाणा के हैं। हमने मुंबई पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यकीन है कि मुंबई पुलिस जल्द ही तीसरे आरोपित को गिरफ्तार कर लेगी। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी...''   महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि "एनसीपी नेता, पूर्व मंत्री और लंबे समय से विधानमंडल में मेरे सहयोगी बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और दर्दनाक है। मुझे यह जानकर झटका लगा कि इस घटना में उनका निधन हो गया है। मैंने अपना अच्छा सहयोगी और दोस्त खो दिया है। मैं इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं बाबा सिद्दीकी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"   केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की घटना की जांच होनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि मैं अभी अस्पताल से आया हूं। मैंने उनके परिवार से मुलाकात की। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।   एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने एक्‍स पर कहा, "राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था चिंता का विषय है। मुंबई में पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी दुखद है... इसकी न केवल जांच होनी चाहिए बल्कि जिम्मेदारी स्वीकार कर सरकार के पद से हटना भी चाहिए। बाबा सिद्दीकी को भावभीनी श्रद्धांजलि। उनके परिवार के प्रति संवेदना।"   वहीं, संजय निरुपम ने बाबा सिद्दीकी को याद करते हुए कहा, "बेफ़िक्री फितरत के धनी। मेरा अच्छा दोस्त। बाबा को भूलना आसान नहीं होगा। विनम्र श्रद्धांजलि बाबा भाई। याद आते रहोगे।"   मुंबई कांग्रेस ने एक्‍स पर कहा, "बाबा सिद्दीकी जी के निधन से मुंबई कांग्रेस को गहरा दुख हुआ है। लोगों के प्रति उनकी अथक सेवा और समुदाय के प्रति उनके समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं।"   बतादें कि बाबा सिद्दीकी की शनिवार को बांद्रा पूर्व में निर्मल नगर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार, उनके कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने घात लगाकर उन पर हमला किया। जैसे ही वह कार्यालय पर पहुंचे हमलावर दौड़ते हुए आए और व्यवसायी-सह-राजनेता सिद्दीकी पर अंधाधुंध कई राउंड गोलियां चलाईं। उन्हें दो-तीन गोलियां लगीं, जिनमें से एक सीने में लगी। पास में खड़े एक सहयोगी को भी पैर में गोली लगी। घटना में शामिल तीन आरोपितों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।    

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चंडीगढ़ । बीएसएफ ने पाकिस्तानी ड्रोन घुसपैठ को असफल बनाते हुए एक पाकिस्तानी ड्रोन को सीमावर्ती क्षेत्र में ढेर कर दिया है। बीएसएफ की तरफ से जारी जानकारी के अनुसार बीती रात बीएसएफ की टीम फिरोजपुर क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी दौरान सीमावर्ती क्षेत्र में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की आहट हुई। पाकिस्तान की तरफ से एक ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ। बीएसएफ के जवानों ने फायरिंग करके ड्रोन को मार गिराया। इस ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से हेरोइन और पिस्तौल की सप्लाई हो रही थी। सेना ने 500 ग्राम हेरोइन, एक पिस्तौल और मैगजीन बरामद की है। बीएसएफ ने बरामद किए गए ड्रोन को जांच के लिए लैबोरेटरी में भेज दिया है। पंजाब पुलिस की मदद से यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि पाकिस्तान द्वारा यह हेरोइन पंजाब में किसको भेजी गई थी।

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नई दिल्ली । जाने-माने पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा जामनगर राजघराने के अगले उत्तराधिकारी होंगे। जाम साहब शत्रुशल्य सिंह महाराज ने शनिवार सुबह  इसकी घोषणा की। क्रिकेटर के साथ-साथ अजय जडेजा टी20 विश्वकप के दौरान अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ मेंटर के रूप में जुड़े थे और टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था।   शत्रुशल्यसिंहजी ने कहा, "दशहरा वह दिन है जिस दिन पांडवों ने 14 वर्ष का अज्ञातवास सफलतापूर्वक पूरा करके विजय का अनुभव किया था। आज मैं भी विजयी महसूस कर रहा हूं, क्योंकि अजय जडेजा ने मेरे उत्तराधिकारी और नवानगर का अगला जाम साहब बनना स्वीकार किया है, जो मैं सचमुच जामनगर के लोगों के लिए एक बड़ा वरदान मानता हूं।" उन्होंने यह जिम्मेदारी स्वीकार करने के अजय जडेजा को धन्यवाद भी कहा।    जामनगर के शाही परिवार की क्रिकेट में समृद्ध विरासत है। प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी का नाम क्रमशः जडेजा के रिश्तेदारों केएस रणजीतसिंहजी और केएस दलीपसिंहजी के नाम पर रखा गया है। इसी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अजय जडेजा ने 1992 से 2000 तक भारत का प्रतिनिधित्व किया।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को हरियाणा के कैथल में सड़क दुर्घटना में हुई मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने इस हादसे में जान गंवाने वालों के आश्रितों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि स्वीकृत की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पोस्ट में कहा, “हरियाणा के कैथल में हुआ सड़क हादसा हृदयविदारक है। इसमें जान गंवाने वालों के शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हरसंभव मदद में जुटा है।” एक अन्य पोस्ट में पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हरियाणा के कैथल में हुई दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि स्वीकृत की है। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। हरियाणा के कैथल में एक कार के नहर में गिर जाने से उसमें सवार एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई।  

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नई दिल्ली । रतन टाटा के बाद अब समूह की कमान नोएल टाटा संभालेंगे। मुंबई में शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की बैठक में नोएल टाटा को सर्वसम्‍म‍ति से टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन चुना गया है।   आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि दिवंगत रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को सर्वसम्मति से टाटा ट्रस्ट्स का चेयरमैन चुन लिया गया है। वे उन ट्रस्टों का नेतृत्व करेंगे, जो टाटा समूह की प्राथमिक होल्डिंग कंपनी टाटा संस में नियंत्रण हिस्सेदारी रखते हैं।   नोएल वर्तमान में टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी समूह की कंपनियों के अध्यक्ष हैं। साथ ही टाइटन कंपनी के उपाध्यक्ष भी हैं। नोएल टाटा अपने पारिवारिक संबंधों और समूह की कई कंपनियों में भागीदारी की वजह से टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत दावेदार थे।   नोएल टाटा पहले ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं। ये दोनों ट्रस्ट टाटा संस में हिस्सेदारी रखते हैं। ये टाटा समूह की परोपकारी संस्थाओं का समूह है, जो 13 लाख करोड़ रुपये के रेवेन्यू वाले टाटा ग्रुप में 66 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है। इसके तहत आने वाले सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पास ही टाटा संस की 52 फीसदी हिस्सेदारी है।   बुधवार को 86 वर्षीय रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा की नियुक्ति हुई है। वे टाटा संस के मानद चेयरमैन थे और टाटा ट्रस्ट्स के प्रमुख थे। भारत की अग्रणी सार्वजनिक धर्मार्थ संस्थाओं में से एक के रूप में ट्रस्ट का प्रबंधन इसकी दो प्रमुख संस्थाओं: सर रतनजी टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट में 13 ट्रस्टियों के बोर्ड द्वारा किया जाता है।   उल्‍लेखनीय है कि टाटा ट्रस्ट्स, टाटा समूह के प्रशासन में अहम भूमिका निभाते हैं। ये टाटा संस में 66 फीसदी हिस्सेदारी को नियंत्रित करते हैं, जो ऑटोमोबाइल से लेकर विमानन तक के विविध व्यवसायों की देखरेख करने वाली होल्डिंग कंपनी है। अपने धर्मार्थ और परोपकारी कार्यों के माध्यम से इन ट्रस्टों ने वित्‍त वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 456.42 करोड़ रुपये (लगभग 56 मिलियन डॉलर) दान किए हैं।  

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाओस की राजधानी वियंतियाने में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के अवसर पर थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा से मुलाकात की। यह दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच पहली मुलाकात थी। प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात की तस्वीर एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि लाओ पीडीआर में प्रधानमंत्री शिनावात्रा से मुलाकात की। थाईलैंड भारत का एक बहुत ही मूल्यवान मित्र है। हमारी बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि हमारे देशों के बीच व्यापार संबंधों को कैसे बेहतर बनाया जाए और सांस्कृतिक संबंधों को कैसे बढ़ावा दिया जाए। हम रक्षा, शिपिंग, डिजिटल नवाचारों और अन्य क्षेत्रों में भी बहुत संभावनाएं देखते हैं। विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने थाई प्रधानमंत्री को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी। थाई प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने उप-क्षेत्रीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग बनाने के तरीकों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। इस संदर्भ में उन्होंने बिम्सटेक के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। थाईलैंड के साथ भारत के संबंध भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो इस वर्ष एक दशक पूरा कर रहे हैं।

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मुंबई । नासिक जिले के आर्टिलरी सेंटर में प्रशिक्षण सत्र के दौरान एक तोप का गोला अचानक फट जाने से दो अग्निवीरों की मौत हो गई। इस घटना में एक अग्निवीर गंभीर रूप से घायल हो गया, उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले की जांच देवलाली कैंप पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है।   पुलिस के अनुसार देश में अग्निपथ योजना शुरू होने के बाद से अग्निवीर इसी क्षेत्र में प्रशिक्षण ले रहे हैं। गुरुवार को जवानों के एक बैच को अभ्यास के लिए शिंगवे बहुलाला फायरिंग रेंज में लाया गया था। इस स्थान पर दो अग्नि वीरों को तोप के गोले लोड करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था लेकिन उसी समय अचानक जबरदस्त धमाका हो गया। विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज थी कि बम का गोला दोनों जवानों के शरीर में घुस गया और एक जवान झुलस गया। इस घटना के बाद तीनों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने अग्निवीर गोहिल सिंह (उम्र 20) और सैफत शित (उम्र 21) को मृत घोषित कर दिया। इस घटना में झुलसे एक जवान का इलाज अस्पताल में जारी है। इस घटना की प्रारंभिक जांच पुलिस कर रही है, लेकिन मामले की जांच सेना की ओर से की जाएगी।

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नई दिल्ली । हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों का पता लगाने के लिए कांग्रेस ने एक समिति का गठन करने का फैसला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक के बाद सूत्रों ने यह जानकारी दी।   समीक्षा बैठक के बाद कांग्रेस नेता एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव के पर्यवेक्षक रहे अजय माकन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान जांच समिति के गठन को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा। हालांकि उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि हार के कारणों का पता भी जरूर लगाया जाएगा।   माकन ने कहा कि सभी जानते हैं कि हरियाणा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित थे। एग्जिट पोल और चुनावी नतीजों में बहुत अंतर था। हमने चुनाव नतीजों से जुड़े विभिन्न कारणों पर चर्चा की है, जिस पर हम आगे कार्रवाई करेंगे।    माकन के मुताबिक समीक्षा बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, दीपक बाबरिया और अन्य नेता मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि इस बैठक में हरियाणा से किसी भी नेता को आमंत्रित नहीं किया गया था। 

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मुंबई । प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। वे 86 साल के थे। बढ़ती उम्र की समस्याओं को लेकर उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। टाटा समूह ने रतन टाटा के निधन की पुष्टि की है।       राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रतन टाटा के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने पोस्ट किया, 'रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे आइकन को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया। परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है। मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।'       प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर दुख जताया है। मोदी ने अपने पोस्ट में रतन टाटा को दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु व्‍यक्ति और असाधारण इंसान बताया।       वहीं, टाटा समूह ने रतन टाटा के निधन की पुष्टि करने के साथ एक बयान जारी किया है। जिसमे कहा गया है कि यह उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है। बयान में आगे कहा गया है कि उन्‍होंने न सिर्फ टाटा समूह को बल्कि देश को भी आगे बढ़ाया है।       टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने उनके निधन के बाद कहा कि हम अत्यंत क्षति की भावना के साथ श्री रतन नवल टाटा को विदाई दे रहे हैं। वह वास्तव में एक असाधारण नेता हैं जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह बल्कि हमारे राष्ट्र के मूल ढांचे को भी आकार दिया है।   उन्होंने आगे कहा कि “टाटा समूह के लिए रतन टाटा एक चेयरपर्सन से कहीं अधिक थे। मेरे लिए वह एक गुरु, मार्गदर्शक और मित्र थे। उन्होंने उदाहरण पेश कर प्रेरित किया। उत्कृष्टता, अखंडता और नवाचार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ टाटा समूह ने उनके नेतृत्व में अपने वैश्विक पदचिह्न का विस्तार किया। वह हमेशा अपने नैतिक सिद्धांतों के प्रति सच्चे रहे।”       हर्ष गोयनका ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए एक्‍स में लिखा, रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की मिसाल थे। उन्‍होंने बिजनेस और उससे अलग भी दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह हमारी स्मृतियों में सदैव ऊंचे रहेंगे।       गौतम अदाणी ने एक्स पर लिखा, “भारत ने एक महान, दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है जिसने आधुनिक भारत की राह को फिर से परिभाषित किया। रतन टाटा सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं थे, उन्होंने अखंडता, करुणा और व्यापक भलाई के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ देश की भावना को मूर्त रूप दिया। उनके जैसे महापुरुषों की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती।”       गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ट्वीट किया, 'रतन टाटा के साथ गूगल में मेरी आखिरी मुलाकात में हमने वेमो की प्रगति के बारे में बात की और उनका विजन सुनना प्रेरणादायक था। वे एक असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए हैं और भारत में आधुनिक व्यावसायिक नेतृत्व को मार्गदर्शन और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें भारत को बेहतर बनाने की गहरी समझ थी।'       उल्लेखनीय है कि रतन टाटा का जन्‍म 28 सितंबर 1937 को हुआ था। उन्‍हें एक अरबपति होने के साथ ही एक सहदृय, सरल और नेक व्‍यक्ति के रूप में देखा जाता है। भारत के कारोबारी जगत में रतन टाटा के योगदान की काफी अहमियत है। उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किए जा चुका है। वह प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल (शिमला), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड के पूर्व छात्र हैं।

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विएंतियाने (लाओस) । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज दो दिवसीय यात्रा पर लाओस पहुंच गए। लाओस में प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत किया गया। लोगों ने गायत्री मंत्र का पाठ किया। उनके स्वागत सम्मान में बिहू नृत्य भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा, '' लाओ पीडीआर में स्वागत यादगार रहा। भारतीय समुदाय स्पष्ट रूप से अपनी जड़ों से बहुत जुड़ा हुआ है। लोगों को बिहू नृत्य और हिन्दी बात करते देख खुशी हुई। मैं लाओ पीडीआर पहुंच गया हूं। विभिन्न विश्व नेताओं के साथ विचार-विमर्श की प्रतीक्षा कर रहा हूं।''  प्रधानमंत्री मोदी एक्स हैंडल पर अपलोड वीडियो में बच्चों को ऑटोग्राफ देते भी दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बच्चों के सिर पर हाथ फेरकर उन्हें दुलार किया। उल्लेखनीय है कि लाओस जनवादी लोकतांत्रिक गणराज्य (लाओ पीडीआर) के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफनाडोन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय यात्रा पर आज विएंतियाने पहुंचे। लाओस दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान का वर्तमान अध्यक्ष है। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 19वें पूर्वी एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। लाओस के लोगों ने होटल डबल ट्री में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए हिन्दी में अभिवादन किया। भारतीय प्रवासियों और लाओस समुदाय के लोगों ने गायत्री मंत्र का पाठ भी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने लाओस के वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं के आशीर्वाद समारोह में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह नई दिल्ली से लाओस रवाना पर एक्स हैंडल पर लिखा, '' 21वें आसियान-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लाओस के लिए प्रस्थान। यह एक विशेष वर्ष है, क्योंकि हम अपनी एक्ट ईस्ट नीति के एक दशक का जश्न मना रहे हैं, जिससे हमारे देश को पर्याप्त लाभ हुआ है। इस यात्रा के दौरान विभिन्न विश्व नेताओं के साथ विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें और बातचीत भी होंगी।    

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नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में लोगों की अटूट आस्था का फायदा उठाकर आयुर्वेद के नाम पर झूठे और भ्रामक दावे करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया है। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के आठवें स्थापना दिवस समारोह में बुधवार को राष्ट्रपति ने कहा कि आयुर्वेद की प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए अनुसंधान में निवेश, दवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार और आयुर्वेद के अध्ययन से संबंधित शैक्षणिक संस्थानों के सशक्तीकरण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।   राष्ट्रपति ने कहा कि आयुर्वेद दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणालियों में से एक है। यह दुनिया को भारत का अमूल्य उपहार है। आयुर्वेद मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाए रखते हुए समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन पर जोर देता है। राष्ट्रपति ने कहा कि हम हमेशा से अपने आसपास के पेड़-पौधों के औषधीय महत्व के प्रति जागरूक रहे हैं और उनका उपयोग करते रहे हैं। आदिवासी समाज में जड़ी-बूटियों और औषधीय पौधों के ज्ञान की परंपरा और भी समृद्ध रही है लेकिन जैसे-जैसे समाज आधुनिकता को अपनाता गया और प्रकृति से दूर होता गया, हमने उस पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करना बंद कर दिया। घरेलू उपचार अपनाने की तुलना में डॉक्टर से दवा लेना आसान हो गया। अब लोगों में जागरुकता बढ़ रही है। आज पूरी दुनिया में इंटीग्रेटिव सिस्टम ऑफ मेडिसिन का विचार लोकप्रिय हो रहा है। विभिन्न चिकित्सा प्रणालियां एक-दूसरे की पूरक प्रणालियों के रूप में लोगों को स्वास्थ्य प्रदान करने में मदद कर रही हैं।   उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के प्रति हमारा पीढ़ी दर पीढ़ी का अटूट विश्वास है। इसी विश्वास का लाभ उठा कर कुछ लोग भोली-भाली जनता का नुकसान करते हैं। भ्रामक प्रचार और झूठे दावे करते हैं। ये लोग न केवल जनता के पैसे और स्वास्थ्य का नुकसान करते हैं बल्कि आयुर्वेद को भी बदनाम करते हैं। ऐसे लोगों के प्रति कठोर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। साथ ही बड़ी संख्या में चिकित्सकों की आवश्यकता है जिससे सामान्य लोगों को अशिक्षित चिकित्सकों के पास न जाना पड़े। इस संदर्भ में ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ एक महत्वपूर्ण पहल है। पिछले कुछ वर्षों में देश में आयुर्वेद कॉलेजों और उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में योग्य आयुर्वेदिक डॉक्टरों की उपलब्धता और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद का विकास न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि पशुओं और पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होगा। बहुत से पेड़-पौधे इसलिए विलुप्त हो रहे हैं क्योंकि हमें उनकी उपयोगिता के बारे में पता नहीं है। जब हम उनका महत्व जानेंगे तो उनका संरक्षण करेंगे।   राष्ट्रपति ने कहा कि अलग-अलग चिकित्सा पद्धतियों से जुड़े लोग अक्सर दावा करते हैं कि उनकी पद्धति सबसे अच्छी है। आपस में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होना अच्छी बात है लेकिन एक-दूसरे की आलोचना करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। अलग-अलग चिकित्सा पद्धतियों से जुड़े लोगों के बीच सहयोग की भावना होनी चाहिए। सभी का उद्देश्य रोगियों को ठीक करके मानवता का भला करना है। हम सभी 'सर्वे सन्तु निरामयाः' की प्रार्थना करते हैं - सभी को रोग मुक्त होना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि आयुर्वेद की प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए हमें अनुसंधान और औषधियों की गुणवत्ता में निरंतर सुधार पर ध्यान केंद्रित करना होगा। हमें आयुर्वेद शिक्षण संस्थानों को भी सशक्त बनाने की आवश्यकता है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने पारंपरिक शिक्षा को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर कम समय में ही आयुर्वेदिक चिकित्सा, शिक्षा, अनुसंधान और समग्र स्वास्थ्य सेवा में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।

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मुंबई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र में 7600 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 10 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि पहले की सरकारों में केवल तेज गति से भ्रष्टाचार होता था लेकिन अब विकास ने गति पकड़ी है।    प्रधानमंत्री ने आज जिन कॉलेजों का उद्घाटन किया है, उनमें मुंबई, नासिक, जालना, बुलढाणा, हिंगोली, वाशिम, अमरावती, भंडारा, गढ़चिरौली  और अंबरनाथ (ठाणे) के 10 नए मेडिकल कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में छात्रों के लिए एमबीबीएस कोर्स की 900 सीटें बढ़ रही हैं। राज्य के 35 कॉलेजों में हर साल कुल 4850 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध होती हैं। प्रधानमंत्री ने नागपुर एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण और विस्तार, शिरडी एयरपोर्ट के लिए एक टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण, इंफ्रास्ट्रक्टर से जुड़े इन दो अहम प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास भी किया।    इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में महाराष्ट्र विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इन विकास कार्यों के लिए राज्य की जनता को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले भी महाराष्ट्र में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने का मौका मिला था। पिछले हफ्ते यहां 30 हजार के प्रोजेक्ट शुरू करने का मौका मिला था। प्रदेश के कई जिलों में हजारों करोड़ की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। राज्य के कई शहरों में मेट्रो और एयरपोर्टों को अपग्रेड और विस्तार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र में आज इंफ्रास्ट्र्क्चर पर जोर दिया जा रहा है। सोलर एनर्जी, टेक्सटाइल पार्क को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों के हित में पशु पालकों के लिए कई तरह की पहल की गई हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में युवाओं को अवसर देने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य के 10 नये मेडिकल कॉलेज प्रदेश के युवाओं के सपनों को पूरा करेंगे।   इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में इतनी तेज गति से और इतने बड़े स्केल पर अलग-अलग क्षेत्रों में कभी भी विकास नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने बताया कि कुछ दिन पहले ही हमारी सरकार ने मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिया है। जब एक भाषा को उसका गौरव मिलता है, तब सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि पूरी पीढ़ी को नए बोल मिलते हैं। करोड़ों मराठी मानुष का दशकों पुराना सपना पूरा हुआ है। महाराष्ट्र के लोगों ने जगह-जगह इसकी खुशी मनाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा में किसानों, दलितों और युवाओं को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया लेकिन जनता ने मिलकर कांग्रेस को सबक सिखाया है। मोदी ने कांग्रेस पर समाज में जातिवाद और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का फॉर्मूला हमेशा समाज को बांटने वाला रहा है।

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श्रीनगर । नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि एनसी-कांग्रेस सरकार का उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश के दो क्षेत्रों के बीच मतभेदों को कम करना और हिंदुओं के बीच विश्वास पैदा करना होगा।   फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा कि हमें जम्मू और कश्मीर के बीच पैदा किए गए मतभेदों को कम करना होगा। हमारा प्रयास होना चाहिए कि वहां के हिंदुओं को हम पर यह भरोसा हो कि हम उनके बारे में उसी तरह सोचेंगे जैसे कश्मीर के बारे में सोचते हैं।   उन्होंने कहा कि हम दोनों के बीच अंतर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि तो क्या हुआ कि उन्होंने वोट नहीं दिया, उनकी समस्याओं को हल करना हमारा कर्तव्य है। एनसी प्रमुख ने कहा कि नई सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौतियां मुद्रास्फीति और बेरोजगारी हैं। हमें अपने युवाओं के लिए अवसर पैदा करने होंगे। अपने बेटे उमर के इस कथन पर कि गठबंधन तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, वरिष्ठ अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने जो तय किया है वही होगा। एनसी अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा था कि उमर अब्दुल्ला नई सरकार के मुख्यमंत्री होंगे।

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सुकमा/रायपुर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्रान्तर्गत पुलिस और नक्सलियों के बीच सोमवार देर शाम पामलूर के जंगल-पहाड़ियों में हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। मुठभेड़ खत्म होने के बाद मौके से एक पुरुष नक्सली का शव और एक बंदूक बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक, सोमवार की शाम को भेज्जी थाना क्षेत्र के पामलुर गांव के पास जंगली पहाड़ी पर यह मुठभेड़ हुई। रविवार रात को सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम पामलुर, डब्बाकोंटा, बुरकलंका और सिंघनमदगु गांवों में कोंटा और किस्टाराम क्षेत्र समितियों से जुड़े माओवादियों की मौजूदगी की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।अभियान में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) के जवान शामिल थे। ऑपरेशन के दौरान सोमवार शाम ग्राम पामलूर के जंगल-पहाड़ी में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में घटनास्थल से 1 पुरुष नक्सली का शव और हथियार बरामद किया गया है।मुठभेड़ में मारे गए नक्सली के शव को शिनाख्तगी की कार्रवाई की जा रही है।   

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श्रीनगर । नेशनल कॉन्फ्रेंस के पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बडगाम में प्रभावशाली जीत हासिल करने और गांदरबल में आगे रहने के बाद कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनकर अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। कुछ महीने पहले ही अब्दुल्ला को लोकसभा चुनावों में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था।   जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने आज घोषणा की कि उनके बेटे और पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 41 सीटों पर आगे चल रही जेकेएनसी सहयोगी कांग्रेस के साथ विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अगस्त, 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद पहली बार आयोजित विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए एक तरह से वरदान रहा है। उमर अब्दुल्ला ने यहां तक कह दिया था कि वह केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में प्रवेश करके खुद को अपमानित नहीं करेंगे लेकिन चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया। उन्होंने एक नहीं, बल्कि दो सीटों गांदरबल और बडगाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया।   हालांकि, पार्टी के गढ़ गांदरबल से चुनाव लड़ना अब्दुल्ला के लिए आसान था लेकिन उन्होंने सुरक्षित खेलने का फैसला लेकर बडगाम विधानसभा क्षेत्र से भी नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली एनसी जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसके अलावा फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा की है कि उमर जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।

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हैदराबाद। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद मोहम्मद अज़हरुद्दीन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सुनवाई में आज सुबह शामिल हुए।   ईडी ने हाल ही में एचसीए में अनियमितता के मामले में उन्हें नोटिस जारी किया था। मंगलवार को वे जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय के हैदराबाद स्थित कार्यालय पहुंचे। इस मौके पर अज़हरुद्दीन ने कहा कि उन पर लगे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।   गौरतलब है कि हैदराबाद के उप्पल स्टेडियम में जेनरेटर, फायर इंजन और अन्य उपकरणों की खरीद के मामले में 20 करोड़ रुपये की अनियमितता के आरोप लगे हैं। इसी पृष्ठभूमि में प्रवर्तन निदेशालय ने अज़हरुद्दीन को नोटिस जारी कर जांच के लिए पेश होने का आदेश दिया था।

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पटना । बिहार में रोहतास जिले के रोहतास थाना क्षेत्र अन्तर्गत तुंबा गांव में रविवार को एक ही परिवार के छह बच्चों की डूबने से मौत हो गई है जबकि एक बच्चे की तलाश की जा रही है।   पुलिस के मुताबिक जिले के रोहतास थाना थाना क्षेत्र के तुम्बा गांव के निकट सोन नदी ने स्नान करने के क्रम में एक ही परिवार और रिश्तेदार के 6 किशोर और एक किशोरी डूब गए। सूचना पाते ही सोन तट पर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के लोग तत्काल पहुंचे। दो बच्चों का स्वांस चल रहा था। उन्हें तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी बबलू कुमार व अंचलाधिकारी सिबू की पहल पर एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहतास भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने दोनो को मृत घोषित कर दिया।   डूबे किशोर में अभय कुमार (10), विवेक कुमार (12), राजू कुमार (12) सभी तुम्बा निवासी हैं जबकि इनके रिश्तेदारों में रांची झारखंड निवासी पवन कुमार (07), नाव्या कुमारी (13), निधि कुमारी (12) और गुनगुन कुमारी (08) वर्ष हैं। सभी अपने परिजन और कुछ अन्य बच्चों के साथ सोन नदी में स्थान करने गए थे। एक का पैर फिसला और उसे बचाने में धीरे-धीरे सभी नदी के गहरे पानी में चले गए। तीन किशोर किसी प्रकार जान बचाने में सफल रहे, जो बाहर निकल गए। शेष सात पानी में डूब गए। इनमें रांची के दो लड़कों, दो लड़की और अभय समेत छह के शव नदी किनारे से बरामद कर लिया गया है। एक की खोज जारी है।   घटना स्थल पर अनुमंडल पदाधिकारी सूर्य प्रताप सिंह व थानाध्यक्ष निकुंज भूषण कैंप किए हुए हैं। पूर्व विधायक ललन पासवान ने जिलाधिकारी को सूचना देकर सभी के परिजनों को उचित मुवावजा देने की मांग की है। घटना स्थल पर कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद होकर शव खोजने में गोताखोर को मदद कर रहे हैं।   उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के औरंगाबाद में भी मदनपुर थाना इलाके के कुशहा गांव के आहर और बारुण इलाके के इटहट गांव में डूबने से आठ बच्चों की मौत हो गई थी।    

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मुंबई । चेंबूर के सिद्धार्थ नगर में एक छोटी सी लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। रविवार सुबह करीब 4 बजे घर में जल रहे एक दीपक से आग लगने से एक ही परिवार के सात लोगों की जिंदगी का दीपक हमेशा के लिए बुझ गया। इस घटना में दो लोग झुलसे भी हैं, जिन्हें राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित से बात कर घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री शिंदे ने मृतकों के परिजनों को    आर्थिक सहायता देने और उच्चस्तरीय जांच कराने का ऐलान किया है।       जानकारी के अनुसार आज तड़के जब सभी लोग नींद के आगोश में थे, उसी समय चेंबूर के सिद्धार्थ नगर इलाके में स्थित एक दो मंजिला घर में अचानक आग लग गई। इस दो मंजिला घर के तल मजले में किराना की दुकान थी और ऊपरी मंजिल पर परिवार अन्य सदस्य सो रहे थे। आग लगने की भनक लगते ही मजले तल पर सो रहे छेदाराम गुप्ता की नींद खुल गई। उन्होंने अपने साथ सो रहे  एक शख्स को उठाया और आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग लगातार अपना दायरा बढ़ाते जा रही थी। इसके बाद छेदाराम ने उपरी मंजिल पर सो रहे सभी को जगाया और खुद घर के बाहर निकलकर मदद के लिए शाेर मचाना शुरू कर दिया। छेदाराम की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घर से बाहर निकले और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसके बाद फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची लेकिन तब तक आग ने पूरे घर को अपने घेरे में ले लिया था। फायर ब्रिगेड के जवानों ने घर की पिछली दीवार तोड़कर घर में फंसे सात लोगों को किसी तरह बाहर निकाला और राजावाड़ी अस्पताल में पहुंचाया। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रेम गुप्ता (6) मंजू प्रेम गुप्ता (30) अनिता धर्मदेव गुप्ता (39) प्रेम छेदीराम गुप्ता (30) नरेंद्र गुप्ता (10) विधि छेदीराम गुप्ता (15) गीतादेवी धर्मदेव गुप्ता (60) के रूप में हुई है।       बताया जा रहा है कि घर के नीचे की मंजिल पर स्थित दुकान में ज्वलनशील सामान भी था। जलता दीपक गिरने ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और सात जिंदगी की लौ इसी आग में बुझ गई। घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री   ने पीड़ित छेदालाल से बात कर घटना की पूरी जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि इस घटना में मृतकों के परिजन को प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही हादसे में घायलों का मुफ्त इलाज सरकारी खर्च पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाने की बात कही, जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।  

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मध्यप्रदेश की चर्चित शख़्सियतों में से एक प्रवीण कक्कड़ की बहुप्रचारित और बहुप्रतिक्षित पुस्तक ‘दंड से न्याय तक’ का विमोचन आज दिनांक 6 अक्टूबर को मध्यप्रदेश पुलिस के पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री एस के दास, सीबीआई के स्पेशल प्रॉसिक्यूटर श्री मनोज द्विवेदी जी एवं साहित्यकार पंकज सुबीर के हाथों संपन्न हुआ। विमाचन समारोह में पुलिस, पत्रकार, साहित्यकार और इंदौर समेत मध्यप्रदेश के कई गणमान्य नागरिक शामिल हुए।  इंदौर की होटल श्रीमाया रेज़िडेंसी में संपन्न आयोजन में पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री दास ने कहा कि समाज को यह जानना जरूरी है कि कानून क्या है उनके अधिकार क्या है और अपने अधिकारों का उपयोग व कैसे कर सकते हैं। यह पुस्तक बहुत ही सही अवसर पर आई है। आज कानून में परिवर्तन को समझने की पूरे समाज को जरूरत है। अंग्रेजों के जमाने में जैसा आमजन को पुलिस से डर लगता था वह काफी हद तक खत्म हुआ है। पूरी तरह खत्म होने की दिशा में यह पुस्तक सार्थक कड़ी होने का कार्य करेगी।    विशेष अतिथि श्री मनोज द्विवेदी ने कहा कि कानून आमजन को सोशल जस्टिस दिलाने के लिए है। इसी पहल को लेकर नया कानून आया है। व्यक्ति कानून का जानकार रहेगा तो अपराध कम होंगे। इस विषय पर अब तक कोई पुस्तक नहीं आई है। ऐसे में कानून को समझने के लिए और धाराओं की जानकारी लेने के लिए यह पुस्तक उपयोगी साबित होगी। उन्होंने प्रवीण जी के टाइम मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहां की इन्हें हम पुलिस सेवा में भी समय प्रबंधन के लिए जानते थे, मंत्रालय और सचिवालय में भी इसी की चर्चा थी।  शिवना प्रकाशन के  पंकज सुबीर ने पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पुस्तक सिर्फ पुलिस अधिकारियों के लिए ही नहीं बल्कि हर आमजन के लिए महत्वपूर्ण है। यह पुस्तक बताती है कि कानून में कौन-कौन सी धाराएं बदल गई हैं। सोशल मीडिया के तूफान के बीच इस पुस्तक का आना एक सार्थक पहल है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रवीण जी को लोग एक पूर्व पुलिस अधिकारी और पूर्व ओएसडी के रूप में तो जानते ही हैं लेकिन एक लेखक के रूप में अब उनकी यह नई पहचान बनेगी। पुस्तक के लेखक श्री प्रवीण कक्कड़ ने पुस्तक को अपनी मां स्वर्गीय विद्यादेवी कक्कड़ को समर्पित करते हुए कहा कि मेरा जीवन पुस्तकालय से शुरू हुआ था कॉलेज में मैं काफी किताबें पढ़ता था। फिर पुलिस मुख्यालय, सचिवालय और मंत्रालय से होता हुआ फिर पुस्तकालय तक पहुंच गया है। जीवन में काफी उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन जब भी आपको आगे बढ़ना हो तो आपको वह सीढ़ी छोड़ना पड़ेगी जिस पर आप मजबूती से खड़े हैं, अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलेंगे, तभी आप ऊपर की ओर बढ़ पाएंगे। उन्होंने पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस के नये कानून ‘भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता’ (बीएनएसएस) और पुराने क़ानून ‘भारतीय दंड संहिता’ (आईपीसी) के बीच के बदलाव को मैने बेहद सरल भाषा में अंकित किया है। यह पुस्तक पुलिस, प्रशासन, क़ानून के विद्यार्थियों और वकीलों के साथ साथ आम जनता के लिये भी बेहद उपयोगी साबित होने वाली है। इस पुस्तक में पुराने और नए कानून में धाराओं के परिवर्तन, ऑनलाइन शिकायत सहित अन्य महत्वपूर्ण बदलाव की जानकारी है। इसके साथ ही दुनिया की बेस्ट पुलिसिंग सिस्टम और पुलिस सुधार के विभिन्न प्रयासों का भी उल्लेख है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण श्रीमती ज्योति जैन ने दिया। उन्होंने शिवना प्रकाशन परिवार की ओर से सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम के सूत्रधार संजय पटेल  थे।

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वाशिम । महाराष्ट्र की यात्रा पर शनिवार को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाशिम में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने आजादी के बाद बंजारा समाज को हमेशा मुख्य धारा से अलग करने का काम किया है। बंजारा समाज की आराध्य पोहरा देवी मंदिर में दर्शन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए  मोदी ने कहा कि बंजारा समुदाय ने भारत के निर्माण, इसकी संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कला, संस्कृति, देशभक्ति, व्यापार आदि हर क्षेत्र में इस समाज के महापुरुषों, महान विभूतियों ने देश के लिए बहुत योगदान दिया है।      इस अवसर पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को बड़े पैमाने पर लूटा। कांग्रेस को ऐसे लोगों का समर्थन मिल रहा है, जो देश की प्रगति में बाधा डाल रहे हैं। हमें कांग्रेस से सावधान रहना चाहिए। हमारी एकता ही इस देश को अक्षुण्ण रख सकती है। हाल ही में दिल्ली में करोड़ों रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई थी लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि इस ड्रग रैकेट का असली मास्टरमाइंड कांग्रेस नेता निकला। कांग्रेस युवाओं को नशा देकर उस पैसे से चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है। शहरी नक्सली गिरोह कांग्रेस चलाती है। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। साथ ही दूसरों को भी सचेत करना चाहिए।    इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं नवरात्रि के पावन पर्व पर पीएम किसान सम्मान योजना की 18वीं किश्त देने में सफल रहा। देश के साढ़े नौ करोड़ किसानों के खाते में 20 हजार करोड़ की धनराशि दी गई है। महाराष्ट्र की डबल इंजन सरकार अपने किसानों को दोहरा लाभ पहुंचा रही है। नमो शेतकारी महासम्मान योजना के तहत राज्य के 90 हजार से ज्यादा किसानों को करोड़ों रुपये की धनराशि आवंटित की गई। मोदी ने बताया कि मुझे लाडली बहन योजना की महिला लाभार्थियों को धनराशि उपलब्ध कराने का भी सौभाग्य मिला। यह योजना नारी शक्ति का सम्मान बढ़ा रही है। 

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मुंबई । स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर मानहानि मामले में पुणे की एक विशेष कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 23 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन जारी किया है। यह समन सावरकर के भतीजे सात्यकि सावरकर की ओर से दायर मानहानि मामले में भेजा गया है।   वकील संग्राम कोल्हटकर के अनुसार राहुल गांधी ने मार्च, 2023 में लंदन में दिए गए एक भाषण में दावा किया था कि विनायक सावरकर ने एक पुस्तक में लिखा था कि उन्होंने और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और सावरकर को इससे खुशी हुई थी। राहुल गांधी के इसी व्यक्तव्य को गलत बताते हुए पुणे कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। सात्यकि सावरकर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ऐसी कोई घटना कभी हुई ही नहीं और सावरकर ने ऐसी कोई बात कहीं भी नहीं लिखी। कोर्ट ने इस मामले की छानबीन का आदेश विश्रामबाग पुलिस स्टेशन को दिया था। विश्रामबाग पुलिस स्टेशन ने छानबीन कर रिपोर्ट पुणे कोर्ट में सौंप दी थी। इसके बाद इस मामले में कोर्ट ने राहुल गांधी को समन जारी किया है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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जगदलपुर /रायपुर । बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने आज नक्सली मुठभेड़ की आधिकारिक जानकारी दी। मीडिया को जारी प्रेस नोट में मुठभेड़ में मारे गए बरामद नक्सलियों की शवों की संख्या 31 बताई गई है। घटनास्थल से एलएमजी रायफल ,एसएलआर रायफल, एके 47 रायफल, इंसास रायफल, कैलिबर- 303 रायफल सहित कई अन्य हथियार बरामद किए गए है । अभी भी घटनास्थल के आसपास तलाशी अभियान  चल रहा है।   पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर अबुझमाड़ में थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच जंगल में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे मुठभेड़ शुरू हुई। दंतेवाड़ा और नारायणपुर के डीआरजी और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान इस अभियान में शामिल थे। यह अभियान गुरुवार दोपहर को शुरू किया गया था। इस अभियान के बारे में सूचना मिली थी कि कंपनी नंबर 6 और पूर्वी बस्तर डिवीजन के माओवादी गवाड़ी, थुलथुली, नेंदुर और रेंगवाया गांवों की पहाड़ियों पर मौजूद हैं। आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज ने बताया कि शुक्रवार को जिस घने जंगल में मुठभेड़ हुई, वहां से आज सुबह तीन और नक्सलियों के शव बरामद किए गए। नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वे माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 6, प्लाटून 16 और माओवादियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन के थे।    

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बेरूत/तेहरान । गाजा में आतंकी संगठन हमास का साथ दे रहा ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह को इजराइल ने खून के आंसू बहाने के लिए मजबूर कर दिया है। हिजबुल्लाह सरगना नसरल्लाह के मारे जाने के बाद अब उसके बाकी गुर्गे एक-एक कर ढेर हो रहे हैं। इजराइल की एयर स्ट्राइक में अब महमूद युसेफ अनीसी मारा गया है। वह लेबनान में हिजबुल्लाह की सटीक-निर्देशित मिसाइल निर्माण शृंखला का प्रमुख आतंकवादी था। इजराइल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) के एक्स हैंडल में यह जानकारी दी गई है। आईडीएफ के अनुसार, अनीसी 15 साल पहले हिजबुल्लाह में शामिल हुआ था। उसे घातक हथियारों के निर्माण में महारत हासिल थी। आईडीएफ ने कहा है कि हिजबुल्लाह के खात्मे का अभियान जारी रहेगा। इस बीच द टाइम्स ऑफ इजराइल ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि इजराइल के लड़ाकू विमानों ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में बम गिराकर हिजबुल्लाह के हशेम सफीदीन के भूमिगत बंकर को निशाना बनाया। इस बंकर में सफीदीन के साथ वरिष्ठ हिजबुल्लाह नेता भी थे। आईडीएफ का कहना है कि वेस्ट बैंक में फाइटर जेट के दुर्लभ हमले में हमास के कई गुर्गे भी मारे गए। फाइटर जेट ने गुरुवार देररात तुलकेरेम में हमला किया। फिलिस्तीनी प्राधिकरण के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। आईडीएफ और शिन बेट ने संयुक्त बयान में कहा है कि तुलकेरेम में हमास के शीर्ष कमांडर जही यासर अब्द अल-रज़ेक औफी और कई अन्य गुर्गों को निशाना बनाया गया।   खामेनेई की तकरीर पर नजर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई आज (शुक्रवार) की नमाज का नेतृत्व करेंगे। इस मौके पर वह अपनी तकरीर में इजराइल पर चर्चा कर सकते हैं। उनकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, सर्वोच्च नेता मध्य तेहरान में इमाम खुमैनी ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में प्रार्थना में मुसलमानों का नेतृत्व करेंगे।    

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नई दिल्ली । दिल्ली आबकारी घोटाले के सीबीआई से जुड़े मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी नेता दुर्गेश पाठक, विजय नायर और भारत राष्ट्र समिति की नेता के. कविता राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। सभी आरोपित स्पेशल जज कावेरी बावेजा की कोर्ट में पेश हुए। मामले की अगली सुनवाई 19 अक्टूबर को होगी।   कोर्ट ने 11 सितंबर को दुर्गेश पाठक को एक लाख रुपये के बेल बांड पर जमानत देने का आदेश दिया। कोर्ट ने 3 सितंबर को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई की ओर से दाखिल पूरक चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। 23 अगस्त को सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है। 10 जुलाई को कोर्ट ने ईडी के चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए केजरीवाल को पेश होने का आदेश दिया था।   17 मई को ईडी ने सातवीं पूरक चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को आरोपित बनाया गया है। इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार होने वालों में केजरीवाल, सिसोदिया, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, बीआरएस नेता कविता शामिल हैं। इस मामले में केजरीवाल, संजय सिंह, सिसोदिया और के कविता को सुप्रीम कोर्ट नियमित जमानत दे चुका है।

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भोपाल । केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब राजस्व विभाग का अमला किसानों के रिकॉर्ड और फसल नुकसान के सर्वे में हेरफेर नहीं कर सकेगा। इसके लिए केंद्र सरकार डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन का गठन करने जा रही है। इससे किसानों से होने वाले हेरफेर को रोकने में मदद मिलेगी।   केन्द्रीय कृषि मंत्री चौहान शुक्रवार को भोपाल में लिंक रोड स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्व अमला किसान की हर जानकारी का रिकॉर्ड रखता है। डिजिटलाइजेशन के बाद वास्तव में कितना नुकसान हुआ है, इसका पता चल जाएगा। बोवनी के समय जैसे ही फसल आएगी, वैसे ही फोटो अपलोड कर दिए जाएंगे। इससे राजस्व अमला हेरफेर नहीं कर सकेगा। किसान को उसके नुकसान का सही मुआवजा मिलेगा। इसके लिए ड्रोन भी दिए जा रहे हैं। ड्रोन की बैटरी डिस्चार्ज होने की स्थिति देखते हुए पांच बैटरियां अलग से दी जाएंगी।   उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए समर्पित केन्द्र की मोदी सरकार ने पिछले 120 दिनों में किसान हितैषी अनेक फैसले लिए हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने गुरुवार को ही दो नई योजनाओं को मंजूरी दी है। इसी के अंतर्गत डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन का काम भी किया जाएगा। यह दो योजनाएं प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और कृषि उन्नति योजना हैं। दोनों योजनाओं में मिलाकर एक लाख 1321 करोड़ 61 लाख रुपये खर्च होंगे।   केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि साल 2022-23 में देश की कुल खाद्य तेल की आवश्यकता 29.2 मिलियन टन थी, लेकिन हमारे यहां ऑयल सीड से 12.7 बिलियन उत्पादन होता है। बाकी मांग पूरी करने के लिए विदेशों पर या आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। इसके लिए राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन तिलहन बनाया गया है। वर्तमान में देश में चल रहे ऑयल सीड्स प्लांट्स का उत्पादन काफी कम है। किसानों को देने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) बीज बनाएगा। इन बीज को किसानों को फ्री में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए देशभर में 600 क्लस्टर बनाए जाएंगे।   उन्होंने बताया कि देशभर के 21 राज्यों के 347 जिलों में जहां भी ऑयल सीड्स का उत्पादन होता है, उन राज्यों को विशेष रूप से लिया गया है। किसानों को इन क्लस्टर में फ्री में बीज, ट्रेनिंग, नई टेक्नोलॉजी से कैसे खेती करें, इसकी जानकारी दी जाएगी। ऐसी सुविधाएं इस मिशन के तहत दी जाएंगी।   केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि देशभर में हर साल 10 लाख हेक्टेयर एरिया में खेती की जाएगी। उन्नत बीजों की कमी पूरी करने के लिए 65 नए बीज केंद्र बनाए जाएंगे। बीजों को सुरक्षित रखने के लिए 50 बीज भंडारण इकाइयां भी बनाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि उन राज्यों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, जहां केवल एक फसल खरीफ की लेते हैं। इंटरक्रॉपिंग का भी उपयोग किया जाएगा। अलग-अलग फसलों के बीच में ये बीज, फसलें लगाई जा सकती हैं। पूरी खरीद किसानों से की जाएगी।   इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता न कभी खेती न किसानी की रही है। इनकी सरकार में खरीदी नहीं होती थी। इनका काम विरोध करना है, तो राजनीति के लिए विरोध करते रहेंगे। उन्होंने युवाओं को रोजगार को लेकर कहा कि बेरोजगारी भत्ता समस्या का समाधान नहीं है। नौजवानों को पैसे दें, लेकिन काम सिखाएं। वे इस पर फोकस कर काम करते रहे हैं।   उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल महाराष्ट्र के वाशिम से किसानों के खाते में 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना' की 18वीं किस्त डालेंगे। देशभर के लगभग 9.4 करोड़ लाभार्थी किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जाएगी।

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नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के वित्‍तीय घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता मोहम्‍मद अजहरुद्दीन को तलब किया है। ईडी ने उन्‍हें गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। वे एचसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं।   आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता मोहम्‍मद अजहरुद्दीन को वित्‍तीय घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज पूछताछ के लिए तलब किया है। ईडी ने कांग्रेस नेता को यह पहला समन जारी किया है, जिसके तहत उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होना है। पूर्व क्रिकेटर पर अपने कार्यकाल के दौरान धन की हेराफेरी का आरोप है।   यह हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से जुड़ा मामला है। अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में एचसीए अध्यक्ष चुने गए थे। एपेक्स काउंसिल के फंड की हेराफेरी के आरोप में एक्शन लेने के बाद जून 2021 में उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था।  

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नारनाैल । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा मीडिया को डराती है और संविधान पर हमला करती है। उन्हाेंने कहा कि देश की संस्थाएं निष्पक्ष और स्वतंत्र होनी चाहिए। संस्थाएं किसी एक पार्टी या एक आदमी की ना हो। भाजपा ने हर संस्थाओं में अपने लोगों को शामिल किया हुआ है।   कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को महेंद्रगढ़ में विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सांसद केसी वेनुगोपाल, राजस्थान नेता प्रतिपक्ष टिकाराम जूली, सांसद जितेन्द्र सिंह सहित महेंद्रगढ़ जिला के चारों विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी भी मौजूद थे।   जनसभा में राहुल गांधी ने संविधान की पुस्तक दिखाते हुए कहा कि इस पुस्तक ने हमें अधिकार दिए हैं। ये हिंदुस्तान के हर नागरिक का सम्मान है। संविधान कहता है सबको फायदा होना चाहिए। गरीब व 36 बिरादरियों को बराबर हक मिलना चाहिए। इस संविधान को भाजपा और आरएसएस के लोग खत्म करने में लगे हुए हैं। जब हम देश के बारे में सोचते हैं तो संविधान को सामने रखते हैं। उन्होंने अपने भाषण में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश में नफरत फैला रखी है। भाजपा और आरएसएस मिलकर देश में संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। कांग्रेस हर चुनाव में विचारधारा की लड़ाई लड़ती है। कुछ दिन पहले मैं अमेरिका गया। वहां मुझसे हरियाणा के युवा मिले। उन्होंने अपनी समस्या बताई। उन्होंने मुझे बताया कि हम हरियाणा से भागकर अमेरिका आए हैं। हरियाणा में हमें रोजगार नहीं मिल सकता है। वहां महंगाई की इतनी चोट है, बेरोजगारी इतनी है, इसलिए हम अमेरिका में आए हैं। उन्होंने बताया कि वे 50 लाख रुपये कर्ज लेकर अमेरिका पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने अमेरिका जाने का पूरा रास्ता भी बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा बेरोजगारी व अपराध में पहले नम्बर पर पहुंच गया है। पहले हरियाणा देश को दिशा दिखाता था। आज सभी लोग अन्य राज्यों की बात करते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि अब घबराने की बात नही है। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आ रही है और भाजपा की सरकार जा रही है।

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  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

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      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

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  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

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  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

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  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

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कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने जेल में कैदियों के साथ जातिगत आधार पर होने वाले भेदभाव पर अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है विभिन्न राज्यों के जेल मैन्यूअल के ऐसे प्रावधान जिनमें जाति के आधार पर काम का बंटवारा हो, असंवैधानिक है।   कोर्ट ने कहा कि इस तरह के नियम औपनिवेशिक मानसिकता का उदाहरण हैं। कोर्ट ने सभी राज्यों को आज के फैसले के अनुसार तीन महीने में अपने जेल नियमों में बदलाव करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोषी या विचाराधीन कैदी के रजिस्टर में जाति के कॉलम को हटाया जाए। कोर्ट तीन महीने बाद इस मामले की दोबारा सुनवाई करेगा। इस बीच सभी राज्यों को अपने जेल मैन्युअल में बदलाव करना होगा।    

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मुंबई । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एनडीए गठबंधन के सभी नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने का सुझाव दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अमित शाह को आश्वस्त किया है कि महाराष्ट्र में आगामी सरकार एनडीए गठबंधन की ही बनेगी। मुख्यमंत्री शिंदे ने बुधवार को अमित शाह से राज्य में जल्द से जल्द एनडीए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा किए जाने की भी मांग की है।   अमित शाह मंगलवार से दो दिनों के लिए महाराष्ट्र दौरे पर हैं। बुधवार को अमित शाह से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मिले और राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने अमित शाह को शिवसेना की ओर से संभावित सीटों की सूची पर कहा कि सीटों का बंटवारा जल्द किया जाना जरुरी है अन्यथा लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा में भी नुकसान हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर राज्य में एनडीए गठबंधन की सरकार लेकर आएंगे। इसमें कोई शक नहीं है लेकिन सीटों के आवंटन का मामला जल्द निपटाया जाना चाहिए।   इसी प्रकार अमित शाह ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी चर्चा की । इसके साथ ही राकांपा अजीत पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी अमित शाह से मिले और राकांपा को मिलने वाली सीटों का तत्काल निपटारा करने की भी मांग की। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज सुबह सह्याद्रि अतिथिगृह में जाकर अमित शाह से मुलाकात की थी। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा नेताओं से चर्चा की और उनका विचार सुन लिया है। अमित शाह आज दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि दिल्ली में ही महाराष्ट्र में कौन सहयोगी दल कितनी सीटें लड़ेगा, इसका निर्णय होने वाला है।  

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नई दिल्ली । हरियाणा में चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयानों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पलटवार किया है। बुधवार काे पत्रकाराें से बातचीत में खरगे ने कहा कि हम कल्याणकारी उपायों को लाने के लिए जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हम देशभक्त नहीं हैं।   खरगे ने कहा कि देशभक्त लोग सिर्फ कांग्रेस में हैं। भाजपा ने हमेशा देश और संविधान के खिलाफ काम किया है। ये वो लोग थे जिन्होंने अंग्रेजों के सामने घुटने टेक दिए। मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ट्वीट पर कहा कि वे अमित शाह के तानों को गंभीरता से लेते हैं।   कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरक्षण पर बुधवार को मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सदियों से जाति व्यवस्था हमारे मूल ढांचे में रही है। हम इससे बच नहीं सकते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कह रही है कि जाति जनगणना कराने के साथ संविधान में वर्णित प्रावधानों को लागू करो। जयराम रमेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत होगी लेकिन हम कह रहे हैं कि जब अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग की आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है तो इस सीमा को हटाओ और संविधान में संशोधन लाओ। उन्होंने कहा कि हमें उनसे (प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री) राष्ट्रवाद का कोई प्रमाण पत्र नहीं चाहिए।

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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ‘स्वच्छ भारत’ अभियान ने आम जन के जीवन में गहरा एवं अनमोल प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की प्रतिष्ठा बढ़ने से देश में एक मनोवैज्ञानिक परिवर्तन भी हुआ है। पहले साफ सफाई के काम से जुड़े लोगों को अलग नजर से देखा जाता था। स्वच्छ भारत अभियान से साफ सफाई करने वालों को मान-सम्मान मिला और उनको गर्व का एहसास हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 155वीं गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत दिवस 2024 कार्यक्रम में भाग लिया। स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम 'स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता' है। इस दौरान उन्होंने 9,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई स्वच्छता और सफाई परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया। इसमें अमृत और अमृत 2.0, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और गोबरधन योजना के तहत परियोजनाएं शामिल हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक हजार साल बाद भी 21वीं सदी के भारत का जब अध्ययन होगा तो उसमें ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को जरूर याद किया जाएगा। यह सबसे बड़े सबसे सफल जन भागीदारी, जन नेतृत्व वाले जन आंदोलन के रूप में उभरा है। एक अंतरराष्ट्रीय जनरल स्टडी का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन से हर वर्ष 60 से 70 हजार बच्चों का जीवन बच रहा है। यह शोध ‘इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी आफ केलिफोर्निया’ और ‘ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी’ के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया है। उन्होंने कहा कि लाखों लड़कियां अलग-अलग टॉयलेट न बनने के कारण समय से पहले स्कूल छोड़ देती थीं। अब इस स्थिति में बदलाव हुआ है। यूनिसेफ की एक और स्टडी के मुताबिक साफ-सफाई होने के कारण गांव के परिवारों के हर साल औसतन 50 हजार रुपये बच रहे हैं। पहले आए दिन बीमारियों के कारण पैसा इलाज पर खर्च होता था। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को पिछली कांग्रेस सरकारों पर स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद गांधी के पदचिह्नों पर चलने का दावा करने और उनके नाम पर सत्ता हासिल करने वालों ने ‘स्वच्छ भारत’ के उनके बुनियादी विचार को ही नजरअंदाज कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सालों तक गांधीजी की विरासत का राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग करते रहे लेकिन स्वच्छता पर कभी जोर नहीं दिया। उन्होंने गंदगी को ही जिंदगी मान लिया लेकिन मोदी सरकार ने गांधीजी के इस विजन को अस्तित्व में लाने में कोई कौर-कसर नहीं छोड़ी। उनकी सर्वोत्तम प्राथमिकता देशवासियों के जीवन को सरल बनाना है। ‘स्वच्छ भारत’ पखवाड़े के पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन करोड़ों भारतवासियों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। आज देश भर में लोग स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। वह अपने गांव, शहरों, मोहल्लों, फ्लैट, सोसाइटी की सफाई कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 17 सितंबर को जन्मदिन से शुरू हुए दो सप्ताह के स्वच्छता कार्यक्रम में देशभर में सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर जन भागीदार के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाए गए। इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के 15 दिनों में 23 भर में 27 लाख से ज्यादा कार्यक्रम हुए, जिसमें 28 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास करके ही हम भारत को स्वच्छ बना सकते हैं। वह प्रत्येक भारतीय को इसके लिए हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। विकसित भारत की यात्रा से हमारा हर प्रयास स्वच्छता से संपन्नता के मंत्र को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि गंदगी के प्रति नफरत ही हमें स्वच्छता के लिए मजबूत कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर आज स्वच्छता से जुड़े करीब 10 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है। मिशन अमृत के तहत देश के अनेक शहरों में वाटर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। नमामि गंगे से जुड़ा काम हो रहा है या फिर कचरे से बायोगैस करने वाले गोवर्धन प्लांट बन रहा है। यह काम स्वच्छ भारत मिशन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।  

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