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इंदौर में डॉक्टर अपूर्वा के सुसाइड केस में पुलिस को पॉकेट डायरी प्राप्त हुई है । इस पॉकेट डायरी में अपूर्वा ने लिखा था की "किसी से इतनी भी उम्मीद मत करो कि वह खरा नहीं उतर पाए"। डायरी में लिखी हैंडराइटिंग की पुष्टि अपूर्वा के भाई ने की है। पुलिस के मुताबिक डॉक्टर अपूर्वा किसी बात को लेकर डिप्रेशन में थी। और डिप्रेशन के चलते ही उन्होंने ज़्यादा मात्रा में एनेस्थीसिया ले लिया। पुलिस फिलहाल डॉक्टर अपूर्वा के मोबाइल चैट और कॉन्टैक्ट को खंगाल रही है। पुलिस अपूर्वा के दोस्तों के भी बयान भी ले रही है । जूनियर डॉक्टर ने एक पॉकेट डायरी में इंग्लिश में सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें उसने लिखा की किसी से इतनी भी उम्मीद मत करो कि वह खरा नहीं उतर पाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी से माफ़ी मांगते हुए लिखा की माता, पिता, भाई और चाचू, "मैं सभी के भरोसे पर खरी नहीं उतर पाई, थक चुकी हूं और यह कदम उठा रही हूं"।
जानकारी के अनुसार डॉ. अपूर्वा पुत्री सुदर्शन गुलानी एमजीएम मेडिकल कॉलेज की पीजी स्टूडेंट थीं। और दवाओं के ओवरडोज लेने से उनकी मौत हो गई थी। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है । जिसके बाद डॉ. अपूर्वा के भाई को थाने बुलाया गया था और हैंडराइटिंग की पुष्टि कराई गई थी। भाई ने भी हैंडराइटिंग देखकर बताया कि यह नोट उसकी बहन द्वारा ही लिखा गया है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट पढ़ने के बाद ऐसा लग रहा है कि डॉ. अपूर्वा से परिवार को काफी ज्यादा उम्मीदें थीं। जिसके कारण वह काफी ज़्यादा डिप्रेस रहतीं थीं। बाकि बातों का पता अपूर्वा के मोबाइल की जांच होने के बाद पता चलेगा । जानकारी के मुताबिक उसकी सहेली का भी बयां लिया जायेगा , जिसे गुरुवार को बुलाया जाएगा। अपूर्वा इंदौर के एमवाय अस्पताल में इंटर्नशिप कर रही थीं। वह तीन साल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं। मंगलवार रात 8 बजे अपूर्वा की इमरजेंसी में ड्यूटी थी, लेकिन उस दिन वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचीं। जिसके कारण उनके साथी लगातार उन्हें कॉल कर रहे थे। और जब काफी सरे कॉल करने पर भी अपूर्वा ने रिसीव नहीं किये तो उनके साथी हॉस्टल पहुंचे जहाँ उन्हें अपूर्वा बिस्तर पर बेहोश पड़ी मिली थीं।
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