Advertisement
भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार की शाम बेहद रोमांचक रही। इस दौरान आसमान में अद्भुत नजारा देखा गया। आकाश में मंगलवार शाम को सूर्य की लालिमा कम होते ही हंसियाकार चांद (मून) का साथ देते चमकता शुक्र (वीनस) और लालिमा के साथ मंगल (मार्स) ग्रह नजर आए। शाम से लेकर रात करीब 10 बजे तक मून, वीनस और मार्स मिथुन तारामंडल की पृष्ठभूमि में मिलते से दिख रहे थे।
भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वी से लगभग 4 लाख 500 किमी दूर स्थित चंद्रमा का 14 प्रतिशत भाग चमकता दिखते हुए उसके मुस्कुराने सा आभास करा रहा था। उसके साथ माइनस 4.33 मैग्नीट्यूड से चमकता शुक्र ग्रह था, जो पृथ्वी से 12 करोड़ 7 लाख किमी की दूरी पर था। इन दोनों के ऊपर कुछ लालिमा लिए मंगल ग्रह था, जो कि पृथ्वी से 28 करोड़ 89 लाख किमी दूर था। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी वे बनने वाले कोण के कारण आपस में मिलते से नजर आ रहे थे।
सारिका ने बताया कि इनके साथ ही रोमन पौराणिक कथाओं की मान्यता के अनुसार जुड़वां भाइयों के रूप में माने जाने वाले मिथुन तारामंडल के दो तारे पोलुक्स और केस्टर भी दिख रहे थे। सारिका ने विद्याविज्ञान के अंतर्गत टेलिस्कोप की मदद से इन खगोलीय पिंडों का अवलोकन करवाया एवं उनके फोटोग्राफ लिये तथा जानकारी दी कि बुधवार, 24 मई की शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |