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अमरकंटक में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त
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अनूपपुर । इन दिनों पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तापमान में गिरावट का दौर जारी है। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित प्रदेश का प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में विगत तीन दिनों से शीतलहर की चपेट में है। पूरे अंचल में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को भी वातावरण में ठंडक घुली रही। दिनभर चली शीतलहर लोगों को झकझोरती रही। रात में भी वर्फीली हवा से लोग कंपकंपाते रहे। मौसम विभाग ने तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई है। अनूपपुर का न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री तक पहुंच सकता है। यानि आने वाले 24 से 48 घंटे हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ सकती हैं। वहीं अमरकंटक में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री तक पहुंच सकता है।


अनूपपुर सहित अंचल पूरा शीतलहर की चपेट में दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शुक्रवार को ठंड के तेवर तीखे रहे। अनूपपुर में अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस होगा। उत्ततर-पूर्व से आ रही हवा में बर्फीली डक घुली रही, जिसके कारण लोगों गलाव वाली ठंड महसूस होती। आग से बचने लोग गर्म कपड़ों - साथ ही अलाव का सहारा लेते दखे। गरीब, बेसहारा कचरा, पन्नी जलाकर ठंड से बचाव की कोशिश करते दिखे। इसी तरह पवित्र नगरी अमरकंटक में अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता हैं।


पर्यटकों को आकर्षित करती अमरकंटक की ठंड
अमरकंटक क्षेत्र में दिसंबर और जनवरी के माह में सर्वाधिक ठंड का वातावरण रहता है। यहां न्यूनतम तापमान 0 से भी नीचे चला जाता है। अमरकंटक की तरह पुष्पराजगढ़ तहसील क्षेत्र में भी कड़ाके की ठंड है। यह पूरा अंचल आदिवासी है तथा पहाड़ी अंचल होने तथा अमरकंटक के घनघोर जंगल की वजह से यहां भी भारी ठंड बरकरार रहती है। अमरकंटक की ठंड पर्यटकों को आकर्षित करती है, जिससे सर्दियों के मौसम में पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। हालांकि, स्थानीय लोगों के लिए यह मौसम चुनौतियां लेकर आता है। दुकानदार और अन्य स्थानीय लोग अपने दैनिक कामकाज में ठंड से बचने के लिए दुकानों के बाहर अलाव जलाकर गर्मी का सहारा लेते हैं। अमरकंटक और आसपास के गांवों में पिछले कुछ दिनों से ठंड तेजी से बढ़ी है। दिसंबर और जनवरी के महीनों में यहां ठंड अपने चरम पर होती है, और इस बार ठंड समय से पहले शुरू हो गई है। पर्यटकों के लिए यह ठंड रोमांचकारी हो सकती है, लेकिन स्थानीय लोगों को इससे निपटने में काफी कठिनाई होती है।


16 दिसंबर तक सिहराएंगी सर्द हवाएं
मौसम विभाग के अनुसार अभी 16 दिसंबर तक ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। पश्चिमोत्तर भारत में सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवा चल रही है, वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के आसपास सक्रिय है जिससे पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों से आ रही सर्द हवा से र प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

 

Kolar News 13 December 2024

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