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उज्जैन में महामंडलेश्वरों का विवाद थाने तक पहुंच गया है। निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर ने इसी अखाड़े के महामंडलेश्वर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। FIR नहीं होने से नाराज साध्वी ने भोपाल में CM हाउस के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है। मामला 16 जुलाई का है। इसका VIDEO रविवार को सामने आया।साध्वी मंदाकिनी दीदी ने परमधाम आश्रम में हुए विवाद में बीच-बचाव करने के दौरान ज्योतिर्मयानंद महाराज पर मारपीट और छेड़खानी के आरोप लगाए हैं। महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद का कहना है कि आरोप निराधार हैं। वे आश्रम की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं।साध्वी ने कहा, शिवराज के राज में साधु्-संतों की सुनवाई नहीं हो रही है। कहार वाड़ी स्थित परमधाम आश्रम में हुई घटना की शिकायत महाकाल थाने में की। पुलिस छेड़छाड़ की धारा में मामला दर्ज नहीं कर रही है। अब जल्द ही भोपाल में संत पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। मैं आत्मदाह करूंगी।परमधाम आश्रम में रहने वाले संत बोधानंद जी की अनुमति से मैं आश्रम में कथा कर रही थी। 15 जुलाई की सुबह सम्पूर्णानंद, ज्योतिर्मयानंद और वेदानंद महाराज आकर बोधानंद जी के साथ मारपीट करने लगे। वे आश्रम पर कब्जा करना चाहते हैं। मैंने बीच-बचाव किया तो तीनों ने पुलिस के सामने हाथ पकड़कर छेड़खानी की।हरिद्वार के संत महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयनंद जी ने आरोपों पर कहा कि 'पूरा विवाद आश्रम पर कब्जे को लेकर है। कहार वाड़ी स्थित आश्रम परमधाम, ब्रह्मलीन संत युगपुरुष परमानंद जी महाराज ने बनवाया था। उनके स्वर्गवास के बाद हमारे ड्राइवर रहे बोधानंद ने संन्यास ले लिया था। इसके बाद कोविड के समय हम लोग उज्जैन आ नहीं पाते थे। ऐसे में बोधानंद को यहां देखभाल के लिए छोड़ दिया था।'महामंडलेश्वर ने कहा, 'कुछ दिन पहले एक महिला से बोधानंद का विवाद हुआ। VIDEO वायरल होने के बाद हमने उसको यहां से किसी और आश्रम में जाने के लिए कहा। उसने मना कर दिया। 16 जुलाई को मंदाकिनी दीदी एक महिला के साथ आईं। मौके पर पुलिस भी थी। उन्होंने आश्रम का ताला तोड़ने की कोशिश की।हमने मना किया तो उनके साथ आई एक अन्य महिला हमसे विवाद करने लगी। मंदाकिनी दीदी हमारी बहन हैं। हम पर लगे सभी आरोप सरासर गलत हैं। पुलिस की उपस्थिति में उन्होंने ताला तोड़ने की कोशिश की। वे कुछ लोगों को साथ लेकर आईं और हमारे लोगों को धमकाया आश्रम में कब्जा करने की कोशिश की।'
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