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15 अगस्त को एमपी के कूनो पार्क में छोड़े जाएंगे 16 चीते
15 अगस्त को एमपी के कूनो पार्क में छोड़े जाएंगे 16 चीते

देश में 70 साल बाद एक बार फिर चीतों की दहाड़ गूजेंगी। 15 अगस्त को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में 16 अफ्रीकन चीतों को छोड़ा जाएगा। 1952 में चीतों को देश में लुप्त घोषित किया गया था। इस साल स्वतंत्रता दिवस मध्य प्रदेश के लिए खास सौगात लेकर आने वाला है। जिसके बाद केंद्र ने अफ्रीकन चीतों को बसाने की योजना बनाई थी। बीते 27 सालों से एमपी के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को लाने की योजना पर काम किया जा रहा था। कुनो नेशनल पार्क में चीतों की बसाहट को केंद्र सरकार 'आजादी का अमृत महोत्सव' अभियान के हिस्से के रूप में पेश करना चाहती  है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जहां चीतों को दोबारा बसाने की कोशिश की जा रही है।जानकारी के अनुसार 1 डिप्टी फील्ड डायरेक्टर, 1 रेंजर और 1 डॉक्टर समेत  3 अधिकारियों की एक टीम टेक्निकल ट्रेनिंग के लिए दक्षिण अफ्रीका/नामीबिया के लिए रवाना हो चुकी है। वन विभाग के अनुसार अफ्रीकी चीते दक्षिण अफ्रीका एवं नामीबिया से पहले ग्वालियर लाए जाएंगे। फिर यहां से सड़क मार्ग के जरिए इन्हें  कुनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचाया जाएगा। फिलहाल 16 अफ्रीकी चीतों में 6 मादा चीता और 10 नर चीता होंगे। इनमे से 8 चीते नामीबिया और 8 साउथ अफ्रीका से लाए जा रहे हैं। 

अफ्रीकन चीतों का पहला जत्था है जो भारत के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में लाया जा रहा है। सभी 16 चीतों को पहले साल ट्रायल अवधि में रखा जाएगा। अगर परिणाम सकारात्मक रहे तो 2023 में 16, 2024 में 16 और 2025 में भी 16 चीतों को जोड़ा जाएगा। इस तरह कुछ 64 चीतों को मध्य प्रदेश में बसाने की तैयारी है। मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (KNP) को चीतों के लिए चुनने के पीछे की मुख्य वजह चीतों को रखने के लिए आवश्यक स्तर की सुरक्षा, शिकार और आवास। हर चीते के रहने के लिए 10 से 20 वर्ग किमी का एरिया और  उनके प्रसार के लिए पर्याप्त जगह होना जरूरी है। यह सभी चीजें कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद हैं। कूनो 750 वर्ग किमी में फैला है जो कि 6,800 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले बड़े श्योपुर-शिवपुरी खुले जंगल का हिस्सा है। समतल जमीन वाले इस अभ्यारण में इंसानों की किसी भी तरह की बसाहट भी नहीं है । इसके अतिरिक्त, एशियाई शेरों को मध्य प्रदेश के कुनो में लाने के असफल प्रोजेक्ट के तहत इस साइट पर पहले से ही बहुत सारी तैयारियां और निवेश किए जा चुके हैं जो कि चीतों के लिए एकदम उपयुक्त है।

Kolar News 14 June 2022

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