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मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के निजीकरण का विरोध करते हुए लगभग 70 हज़ार कर्मचारी हड़ताल पर है। और हड़ताल के चलते सोमवार को बिजली कंपनी के ऑफिस में कोई काम नहीं हुआ सिर्फ ऑफिस खुले हुए थे। कहीं कहीं बिजली में खराबी होने पर भी अमला लाइट सुधरने नहीं पंहुचा। जिससे कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को बिजली ऑफिस तो खुला लेकिन बिजली की बिल तक जमा नहीं किए गए। इसलिए जिसको भी बिजली के बिल का भगतां करना था उसने ऑनलाइन अपने बिल का भुगतान किया। जिन लोगों को नए कनेक्शन किये थे उन्हें नए कनेक्शन भी नहीं मिले। भोपाल में एसई, एई, जेई से लेकर निचले स्तर के करीब 3 हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। कर्मचारियों अधिकारीयों कई बातों को ध्यान में रखते हुए हड़ताल की है। जैसे जलप्रदाय और सरकारी हॉस्पिटल में इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई। यदि इनमे किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो अमला उसको सुधारने पहुंचेगा। इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के निजीकरण के चलते भोपाल में भी गोविंदपुरा के बिजली कमपनी ऑफिस के बहार विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारी - अधिकारी शामिल रहे। संगठन के प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार का कहना है की सोमवार को इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल सदन में पेश किया जाएगा।
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