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ग्राम पंचायत में एक वर्ष पहले पानी की टंकी स्वीकृत हुई थी, ताकि बोरवेल के जरिए टंकी में पानी पहुंचाया जाए, लेकिन टंकी निर्माण में हो रही देरी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। अब ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। गर्मी शुरू होते ही गांव में पानी की समस्या बढ़ने लगी है।इधर ठेकेदार लगातार टंकी निर्माण करने में देरी कर रहा है। अब दो महीने में काम पूरा करने का दावा कर रहा है। जानकारी के मुताबिक जून 2022 में टंकी निर्माण की स्वीकृति पीएचई ने दी थी। 10 माह बीतने के बाद भी सिर्फ फाउंडेशन के पिलर ही डल पाए हैं।ऐसे में टंकी निर्माण में 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है। सरपंच प्रतिनिधि लखनलाल आदिवासी ने बताया कि टंकी का काम काफी स्लो चल रहा है। इसके चलते ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। ठेकेदार को जल्द से जल्द टंकी का निर्माण करना चाहिए।जब टंकी निर्माण में हो रही देरी को लेकर पीएचई के एसडीओ राजेश शर्मा से बात की तो उन्होंने ठेकेदार का पक्ष लेते हुए बताया कि ठेकेदार की तबीयत खराब चल रही थी, इसलिए टंकी के निर्माण कार्य में देरी हुई है, लेकिन अब वह जल्द से जल्द इसे बनवाने का प्रयास करेंगे। वहीं ठेकेदार प्रेम सिंह ने बताया कि उनकी लेबर बिहार से आती है,इन दिनों उनके यहां वैवाहिक कार्यक्रम चल रहे हैं, जिससे काम में देरी हो रही है। काम चालू है और आगामी दो माह में पूरा कर लिया जाएगा।
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