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बुजुर्ग, विकलांग को मिलने वाली 600 रुपए प्रतिमाह की पेंशन सत्यापन के फेर में उलझी हुई है। करीब तीन माह से चार हजार लोगों को यह पेंशन नहीं मिल पाई। विभाग ने हितग्राहियों से नए सिरे से आवेदन कराए थे। जिनका भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया। सर्वे के बाद इन्हें ऑनलाइन दर्ज किया जाना था। राजधानी में पेंशन पाने वाले हितग्राहियों से नगर निगम ने वार्ड स्तर पर आवेदन जमा कराए थे। यहां से उनका सर्वे होना है। जिसमें सत्यापन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी थी। इस रिपोर्ट के को ही पेंशन और आर्थिक मदद का आधार बनाया गया है। लेकिन न तो कई मामलों में रिर्पोट बनी और न ही पेंशन शुरू हो पाई। बताया गया कि आवेदन को तीन से चार महीने बीत चुके हैं। सर्वे नहीं हुआ। वहीं अधिकारियों ने बताया कि सर्वे हो चुका है। लोग घरों पर नहीं मिले। इसी के चलते पेंशन के मामले बंद हो गए। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण संचालनालय में लोगों ने इस संबंध में आवेदन दिया है। ऐशबाग में रहने वाली मीना चौरसिया ने बताया कि जनवरी- 22 से उनकी पेंशन बंद है। उन्होंने सत्यापन के लिए अपने सभी दस्तावेज जमा करा दिए हैं। वे पेंशन के लिए पात्र हैं, लेकिन पेंशन शुरू नहीं हो रही है। मनोज तिवारी, संयुक्त संचालक, सामाजिक एवं कल्याण विभाग का कहना है कि जो लोग पात्र हैं उनको पेंशन का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हितग्राही को पात्रता दर्शाना जरूरी है। धी नगर निवासी आमिर की पेंशन जून-2021 से खाते में आना बंद हो गई। वार्ड कार्यालय के कई चक्कर लगाए फिर भी पेंशन चालू नहीं हुई। नगर निगम मुख्यालय भी जाना हुआ लेकिन समाधान नहीं मिल पाया। प्रतिमाह पेंशन मिलती थी।
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