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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों दो तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में भी मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने लगी है। मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से भी हवाओं के साथ नमी आ रही है। इसके चलते प्रदेश के कई शहरों के अधिकतम तापमान में कमी आने लगी है।
भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से प्रदेश में आंधी और बारिश का दौर चल रहा है। वहीं, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी है। ऐसा ही मौसम आगामी दिनों में भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। मानसून के 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश करने की भी संभावना बन रही है।
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ बड़े पैमाने पर नमी भी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां भी तेज होने लगी हैं। अलग-अलग शहरों में 25 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश भी हो रही है। हालांकि, वातावरण में नमी रहने के कारण उमस भी बढ़ रही है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मानसून 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। वहीं, गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह और शिवपुरी में दर्ज किया गया। प्रदेश में कहीं भी लू नहीं चली।
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