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उज्जैन। ज्योतिष शास्त्र में कई अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। चांडाल योग भी इनमें से एक है। ये अशुभ योग शनिवार (22 अप्रैल) से शुरू हो गया है, जो 6 महीने से अधिक समय तक रहेगा। इस अशुभ योग का असर देश-दुनिया के साथ-साथ कुछ विशेष राशियों पर भी दिखाई देगा।
कैसे बनता है चांडाल योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु एक शुभ ग्रह है और राहु क्रूर ग्रह। ये दोनों ग्रह एक-दूसरे से शत्रुता रखते हैं। जब ये दोनों ग्रह एक ही राशि में आ जाते हैं तो चांडाल योग बनता है, जिसे बहुत ही अशुभ माना जाता है। जिस राशि में ये योग बनता है, सबसे ज्यादा तकलीफ उसी राशि के लोगों को होती है। कुछ अन्य राशियों पर भी इसका अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है।
कब से कब तक रहेगा ये अशुभ योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंड्या के अनुसार, 22 अप्रैल को गुरु ग्रह स्वराशि मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से राहु स्थित है। जैसे ही मेष राशि में राहु और गुरु ग्रह की युति बनेगी, चांडाल योग का अशुभ प्रभाव शुरू हो जाएगा। 30 अक्टूबर को जब राहु मेष से निकलकर मीन राशि में आएगा, तब ये अशुभ योग समाप्त होगा।
किन राशियों पर होगा इसका अशुभ प्रभाव
चांडाल योग का सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव मेष, मिथुन और धनु राशि के लोगों पर होगा। जिसके चलते इन राशि वालों की परेशानियां बढ़ सकती हैं। सेहत खराब हो सकती है। धन हानि के योग भी बन सकते हैं। इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लें, साथ ही राहु और गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करे।
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