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भोपाल नगर निगम में पहली बार किसी इंजीनियर ने कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नाराजगी में इंजीनियर अंबरीश कुमार सिंह ने जोन-11 में 2021-22 में हुई अच्छी वसूली के आधार पर मिला प्रशस्ति-पत्र भी लौटा दिया है। बुधवार को कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी के नाम एक पत्र जारी कर कहा कि मुझे भविष्य में आपके हाथ से किसी भी प्रकार का सम्मान नहीं चाहिए। दरअसल अंबरीश इसलिए भी नाराज हैं, क्योंकि वह मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अफसर उनसे सीवेज क्लीनिंग का काम करवा रहे हैं।महापौर मालती राय का कहना है कि योग्यता के आधार पर काम नहीं दिए जाने की जांच करवाई जाएगी। अंबरीश 2015-16 बैच के मैकेनिकल इंजीनियर हैं। 2016 से भोपाल नगर निगम में पदस्थ अंबरीश को इन दिनों सीवेज क्लीनिंग और वाॅटर वर्क्स में पाइपलाइन मेंटेनेंस का काम दिया गया है। इससे पहले वह 9 महीने तक सेंट्रल वर्कशॉप और गार्डन शाखा में भी पदस्थ रह चुके हैं। 2021-22 में उनकी टीम ने जोन-11 में करीब तीन करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की थी। इसके एवज में सबसे ज्यादा वसूली करने वाले तीन इंजीनियर्स को कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था।इस साल भी आपके द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जा रहा है। मेरी मूल योग्यता मैकेनिकल इंजीनियरिंग है। अत: अनुरोध है कि मुझे इस वर्ष का प्रशस्ति पत्र न देने का कष्ट करें। मुझे आपके हाथ से भविष्य में किसी भी तरह का सम्मान नहीं चाहिए। आपसे कई बार अनुरोध किया है कि मेरी इंजीनियरिंग ब्रांच मैकेनिकल से संबंधित है। आपके द्वारा यूएडीडी एमपी गवर्नमेंट के आदेश के तहत शैक्षणिक योग्यता के आधार पर काम देने के आदेश का भी परिपालन नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि आपको न ही हाईकोर्ट के आदेश की चिंता है, न ही यूएडीडी की। जब तक मुझे मेरी योग्यता के आधार पर काम नहीं दिया जाएगा, तब तक अनुरोध है कि कोई भी कार्यवाही के पहले आप सभी रूल्स-रेगुलेशन को देख लें।
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