Advertisement
इंडियन क्रिकेट टीम के फास्ट बॉलर उमेश यादव पत्नी तान्या समेत गुरु पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को उज्जैन पहुंचे। यहां दोनों ने तड़के 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती में हिस्सा लिया। उन्होंने भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर आशीर्वाद लिया।भस्म आरती के दौरान उमेश धोती सोला पहने नजर आए। यादव दंपती ने नंदी हॉल में बैठकर मंत्रों का जाप भी किया। उमेश ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ज्योतिर्लिंग दर्शन की तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने शिव मंत्र भी पोस्ट किया है। वे पहले भी महाकाल के दर्शन करने आ चुके हैं।टीम इंडिया के स्टार बॉलर उमेश यादव बेहद गरीबी के बीच साधारण परिवेश में पले-बढ़े। उनका जन्म वेस्टर्न कोलफील्ड्स में काम करने वाले तिलक यादव के घर 25 अक्टूबर 1987 को हुआ था। उनके दो बेटियां और एक बेटा पहले से थे।उमेश के पिता तिलक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के छोटे से गांव के रहने वाले हैं। वे कोयला खदान में नौकरी के कारण नागपुर के पास खापरखेड़ा गांव में रहने लगे।उमेश का क्रिकेट करियर चमकने से पहले तक उनके पिता की दिली तमन्ना थी कि वे पुलिस में भर्ती हो जाएं, उनकी सरकारी नौकरी लग जाए। पिता के कहने पर उमेश भी इसकी तैयारी कर रहे थे लेकिन किस्मत साथ नहीं दे रही थी। आखिरकार टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलने के शौकीन उमेश ने पिता से कह दिया था- 'या तो आप मेरे खेल से आबाद हो जाओगे या फिर...।'2008 में पहली बार उमेश को रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला। मैच की पहली इनिंग में उन्होंने 75 रन देकर चार विकेट लिए। इसी परफॉर्मेंस के दम पर दलीप ट्रॉफी में मौका मिला और फिर 2010 में IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उनके लिए बोली लगाई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |