Advertisement
भोपाल के करोंद स्थित ग्राउंड में चल रही शिवपुराण कथा का आज समापन हो गया। दोपहर 2 बजे से कथा शुरू हुई, जो शाम सवा 5 बजे तक चली। सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद भी कथा में पहुंचे। कथा सुनने के लिए आखिरी दिन भी लाखों श्रद्धालु पहुंचे। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान पं. प्रदीप मिश्रा से मिलने एमएलए रेस्ट हाउस पहुंचे। यहां से वे पं. मिश्रा के साथ स्मार्ट पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी साथ थे।बुधवार को सीएम चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष शर्मा समेत कई मंत्री कथा में शामिल हुए। कथा में पं. मिश्रा कई प्रेरक प्रसंग सुना रहे हैं। खासकर मंदिरों में जल चढ़ाने और बच्चों को अच्छे संस्कार देने की सीख दी है। कथा सुनने के लिए मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ से भी श्रद्धालु आए।कथावाचक पं. मिश्रा ने श्रद्धालुओं से कहा, एक-दो महीने में जैसे ब्लड की जांच करवाते हो कि शरीर में कोई तकलीफ तो नहीं। खून की कमी तो नहीं। वैसे ही हर एक-दो महीने में अपनी भक्ति की भी जांच करवाते रहो। ताकि पता चल सके कि मन भगवान की भक्ति में लग रहा है कि नहीं। इसके लिए कथा, सत्संग और गुरु की शरण में जरूर पहुंचे।पं. मिश्रा ने कवि और कथाकार को लेकर भी बात बताई। कहा कि कवि और कथाकार में बहुत बड़ा अंतर है। कवि अपने शब्दों से जनमानस को रिझाने का प्रयास करता है, जबकि कथाकार अपनी वाणी से महादेव को रिझाता है। डॉक्टर ब्लड प्रेशर, शूगर की जांच करेगा, पर भोलेनाथ ह्दय के भाव की जांच करते हैं। उन्होंने कह कि जिसने अपना अहंकार छोड़ा, उसकी चमक जिंदगी भर खत्म नहीं होती।उन्होंने कहा कि घड़ी भले ही एक लाख की पहन लो। उसमें चाहे हीरा लगा हो। घड़ी अपने हाथ में तो रहेगी, लेकिन घड़ी का समय अपने हाथ में नहीं रहेगा। इसलिए समय ऐसा लाना है, जो महादेव के हाथ में हो। इसके लिए भजन-कीर्तन करें। शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाएं, मंदिर आए।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |