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पन्ना । पन्ना के जेके सीमेंट कंपनी में हादसे को लेकर प्लांट में कार्यरत मजदूरों के वायरल वीडियो से प्रशासनिक दावों से हटकर स्थिति सामने आ रही है । सीमेंट प्लांट में बिहार के कार्यरत मजदूर विकास कुमार ने बताया कि वह सीमेंट प्लांट में साढ़े सात बजे मजदूरी करने गया उस समय 170 मजदूर कार्य के लिए गए हुए थे। हादसा लगभग 10.30 बजे हुआ जिस समय वह भी बाल-बाल बच गया। प्लांट से बाहर मात्र 40 मजदूर सुरक्षित निकल सके थे शेष सभी उसी स्लेब के मलवे में दब गए थे इसके बाद से किसी मजदूर को अंदर नही जाने दिया गया। कई मजदूर दब कर मर गए जिन्हें प्लांट के अंदर ही दफना दिया गया होगा किसी को अंदर नही जाने दिया जा रहा है और नही किसी से मिलने दिया जा रहा है। कई घायल हैं चार मौतें नही बल्कि कई मौतें होने की बात अपनी वायरल वीडियों में कही है वहीं दूसरे मजदूर हिमाचल जो वह भी बिहार का रहने वाला है उसने भी मौतों एवं घायलों की संख्या का प्रशासनिक आंकड़े से अधिक होने की बात कही और अधिक से अधिक मुआवजा म्रतकों एवं घायलों को देने तथा मृतकों के कम से कम एक वारिश को प्लांट में नौकरी देने की बात कही है ।
कमिश्नर सहित कलेक्टर ने गठित की जांच समितियां-
सागर कमिश्नर वीरेन्द्र सिंह रावत से हासिल जानकारी के अनुसार आज उनके द्वारा पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गयी है जारी आदेश में उन्होंने उल्लेख किया है कि गत दिवस सिमरिया थानांतर्गत स्थित जे के सीमेण्ट प्लांट में हुए हादसे में 4 मजदूरों की मौत हुई और 15 मजदूर घायल हुए जिससे प्रथम द्रष्टया जे के सीमेण्ट फैक्टी प्रबंधन की लापरवाही परिलक्षित होती है। अतः घटित दुर्घटना के कारणों एवं अन्य विदुओं की जांच के लिए समिति का गठन किया जाता है जिससे जिसमें अपर कलेक्टर पन्ना, एडीशनल एस पी पन्ना,मुख्य अभियंता लोकनिर्माण विभाग सागर,सहायक श्रमायुक्त सागर तथा कार्यपालन यंत्री पी आइयू पन्ना को शामिल किया गया है । इसी प्रकार कल 30 जनवरी को देर शाम कलेक्टर पन्ना ने सीमेंट प्लांट हादसे को लेकर जिला स्तरीय जांच समिति गठित की है जिसमें प्रभारी कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र ने बताया कि उक्त समिति में अपर कलेक्टर पन्ना, एडीशनल एस पी पन्ना, कार्यपालन यंत्रीद्वय पी आई यू एवं लोकनिर्माण विभाग तथा श्रम पदाधिकारी जिला पन्ना को सदस्य बनाया गया है जो निर्धारित विभिन्न बिदुओं के आधार पर तीन दिवस में अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी ।
इन छः बिदुओं पर 3 दिवस में करनी होगी जांच-
कमिश्नर सागर द्वारा जारी पत्र में जिन छः बिंदुओं पर तीन दिवस के अंदर जांच सिमति को जांच पूर्ण कर सौंपना है । उसमें से किन परिस्थतियों एवं किन कारणों से घटना घटित हुई, निर्माण कार्य के लिए क्या सभी संबंधित विभागों से अनुमतिली गयी या नहीं, निर्माण कार्य में किए जा रहे मटेरियल की गुणवत्ता का मानक स्तर की थी या नही, किस स्तर पर लापरवाही की गयी है इसके लिए कौन कौन जिम्मेदार है तथा समिति अन्य जो भी उचित कारण समझे उल्लेख कर सकती है ।
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