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अनूपपुर। सोमवार की रात एक बार फिर से पड़ोस के छग के मरवाही वन परिक्षेत्र में विचरण करने के बाद दो हाथियों का समूह मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत वन परिक्षेत्र कोतमा के टांकी गांव में पहुंच कर ग्रामीणों के खेतों में लगी धान को अपना आहार बनाते हुए मंगलवार की सुबह टांकी पूर्व के जंगल में अपना ठौर बनायें हुए हैं। हाथियों के आने की सूचना पर वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए हाथियों के समूह पर नजर बनाए हुए हैं।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विगत कई वर्षों से हाथियों का आगमन एवं विचरण हो रहा हैं लेकिन पिछले दो-तीन वर्षों से हाथियों के आने की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जो जिले में अपना रहवास बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि जिले के ग्रामीणों को हाथियों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य की तरह रहने की आदत डालनी पड़ेगी। सोमवार की रात एक बार फिर छग के मरवाही वन परिक्षेत्र से दो हाथी अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा के ग्राम टांकी में खेतों में लगी धान की फसल को अपना आहार बनाया। मंगलवार को टांकी पूर्व के जंगल में अपना ठौर बनायें हुए हैं। सूचना पर वन विभाग ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए हाथियों के समूह पर नजर बनाए हुए हैं।
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