उज्जैन । भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के चलते जिले का पुलिस बल सतर्क हो गया है। नगर सीमा पर जहां वाहनों से लेकर वाहन में बैठे लोगों से पूछताछ,जांच की जा रही है वहीं रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की जांच के साथ यात्रियों का सामान भी जांचा जा रहा है। महाकाल मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस ने बीती रात संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लेग मार्च भी किया। इधर शुक्रवार को संवेदनशील इलाकों में पुलिस परेड आयोजित की। सोश्यल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
शहर और जिले के कुछ हिस्से पूर्व से ही संवेदनशील रहे हैं। धार्मिक नगरी होने से यहां आतंकी/शरारती तत्वों द्वारा की जानेवाली हरकत को लेकर पुलिस एवं प्रशासन हमेशा से सतर्कता बरतता रहा है। अब भारत ओर पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध के बीच पुलिस विभाग ने अपनी सक्रियता और सतर्कता को बढ़ा दिया है। पुलिस ओर पुलिसिंग अब सडक़ों पर सीधे तौर पर दिखाई दे रही है। इसका लाभ जनता के बीच से खौफ कम करने में तथा शरारती तत्वों पर अंकुश लगाने में पुलिस को आनेवाले दिनों में मिलेगा। सोश्यल मीडिया पर लगातार नजरें रखने के चलते पुलिस विभाग को शरारती तत्वों द्वारा फैलाई जानेवाली अफवाहों/गलत समाचारों को रोकने में सफलता भी मिली है।
पर्यटन प्रभावित: युद्ध के माहौल के बीच महाकाल मंदिर में दर्शन करने आनेवालों ओर महाकाल महालोक देखने आनेवालों की संख्या में अचानक से दो दिनों में कमी आ गई है। अमूमन परिवार जोकि ग्रीष्मावकाश में परिवार के साथ पर्यटन की दृष्टि से तीर्थ स्थलों पर भी पहुंचते हैं,पिछले तीन दिनों में या तो वे निकले नहीं या फिर उन्होने बीच में ही अपनी यात्रा को समाप्त कर दिया है। हालांकि उज्जैन में ऐसा कोई माहौल नहीं है,फिर भी महाकाल मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक से कमी आई है। इसकी पुष्टी स्वयं मंदिर प्रशासन कर रहा है लेकिन अपने बचाव में कहा जा रहा है कि गर्मी बहुत अधिक होने तथा तीन दिन से मौसम में आए बदलाव के कारण दर्शनार्थियों की संख्या प्रभावित हुई है। इधर महाकाल मंदिर एवं महाकाल महालोक में पार्किंग एरिया में कारों तथा बेग आदि की जांच अत्याधुनिक मशीन द्वारा जारी है।
महाकाल महालोक का निर्माण होने के बाद शहर में होटल खोलने की बाढ़ सी आ गई है। शहर में 600 से अधिक होटल्स हैं,जहां महाकाल महालोक आनेवाले श्रद्धालु ठहरते हैं। इस समय इन होटल्स में आनेवाले यात्रियों के बारे में होटल्स संचालकों द्वारा तो जानकारी थाने पर भेजी जाती है लेकिन पुलिस मौके पर पहुंचकर भी जांच कर रही है। ताकि किसी संदिग्ध के ठहरने पर पुलिस सतर्क हो जाए। यात्रियों के ठहरने संबंधी सारी जानकारियां नहीं देनेवाले होटल्स संचालकों के खिलाफ हाथों हाथ प्रकरण बनाए जा रहे हैं।
पुलिस विभाग का आयटी सेल जिले में सोश्यल मीडिया पर क्या चल रहा है,ऐसा जांच भी रहा है। आयटी सेल द्वारा लगातार नजरें रखकर लोगों के बीच संदेश भी भेजा जा रहा हे कि ऐसी कोई भी सामग्री सेंड/फारवर्ड न करें,जो देश विरोधी हो या संवेदनशील होकर विवाद का हिस्सा बने। लोग भी अपनी ओर से सतर्कता बरते हुए है। पुलिस द्वारा शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई भी की जा रही है। इधर फ्लाइटें निरस्त होने के चलते लम्बी दूरी के यात्री किराए के चार पहिया वाहन से जा रहे हैं।