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70 साल बाद भारत में चीतों को बसाने की कोशिश की जा रही थी। और इसीलिए मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीका से चीतों को लाया जा रहा था। लेकिन इन सबके बीच एक और अड़ंगा लग गया है। वह ये की फिलहाल अफ्रीका ने चीतों को भारत भेजने के लिए रोक लगा दी है। दक्षिण अफ्रीका ने चीते देने से पहले भारत के सामने नई शर्त रख दी है। उनका कहना है कि पहले कूनो नेशनल पार्क से तेंदुओं को हटाया जाए,उसके बाद ही चीतों को भेजा जायेगा। और पार्क से तेंदुए हटाए गए है या नहीं इसकी जाँच करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल जांच के लिए यहां आएगा। और इन सबके बाद ही चीतों की शिफ्टिंग के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग किया जाएगा। दरअसल श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में तीन तेंदुए घुस आए हैं। जिन्हे निकालने के लिए वन विभाग पिछले 25 दिन से मशक्कत कर रहा है। लेकिन तेंदुओं की लोकेशन नहीं मिल पा रही है। टीम के द्वारा यहाँ पिंजरा भी रखा गया है और बकरा और मुर्गा भी बाँधा गया है। लेकिन तेंदुओं को पकड़ने में सफलता नहीं मिली। बारिश के चलते बाड़े में घास बड़ी-बड़ी हो चुकी है जिसके चलते और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कूनो में चीते दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से कब आएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन जानकारी के अनुसार प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह और वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता और एपीसीसीएफ वन्य प्राणी शुभरंजन सेन तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका के जंगल देखने जाएंगे।इनका यह दौरा 22 दे 28 अगस्त तक रहेगा। यह दल तंजानिया में सेरेंजेटा पार्क और दक्षिण अफ्रीका में कूरगढ़ पार्क का दौरा करेगा। वहां के वन्यजीव का प्रबंधन देखेगा। वन मंत्री वहां से मिलने वाले चीते के बारे में भी चर्चा करेंगे।
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