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सीहोर। मध्य प्रदेश में सहकारी दुग्ध संघ ने सांची के दाम बढ़ाने की घोषणा की है। उपभोक्ताओं को सोमवार के राज्य में सांची का दूध चार से पांच रुपये तक महंगा मिलेगा। इधर, अपनी मांग पूरी नहीं होने पर जिले में सक्रिय 461 दुग्ध सहकारी समितियों सहित राजगढ़, शाजापुर, रायसेन जिले की सैकड़ों दुग्ध सहकारी समितियां सोमवार, 21 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी हैं। हजारों दुग्ध उत्पादक किसानों ने भी अपना समर्थन दुग्ध सहकारी समितियों को दिया है।
इस हड़ताल के चलते प्रदेश में दूध का संकट पैदा होने की संभावना है तो वहीं दुग्ध से बनने वाले घी,दही, मठा, पनीर की भी किल्लत हो सकती है। समितियों का कहना है कि सहकारी दुग्ध संघ ने खुले बाजार में दुग्ध के दाम प्रति लीटर दाम 4 से 5 रुपये बढ़ाने की घोषणा की है, जबकी दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए दो रुपये भी नहीं बढाएं गए हैं। दुग्ध सहकारी समितियों ने प्रतिलीटर फेट के दाम 7 रुपये बढ़ाए जाने की मांग को भोपाल दुग्ध संघ ने ठुकरा दिया है। दुग्ध संघ ने किसानों दुग्ध समितियों की आशा से विपरीत प्रतिलीटर फेट कुल 40 पैसे की ही बढ़ोतरी की है, जिस से दुग्ध उत्पादक किसानों और दुग्ध सहकारी समितियों में आक्रोश है।
सहकार भारती सहकारी दुग्ध समितियों के जिलाध्यक्ष रामनारायण चौधरी ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भोपाल दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व महासघ के महाप्रबंधक को भी ज्ञापन दिया है, लेकिन मांग के विपरीत प्रतिलीटर फेट में भोपाल दुग्ध संघ के द्वारा बढोतरी की गई है। जबकि दूध के दाम प्रतिलीटर 4 से 5 रुपये बढ़ाने की घोषणा की गई है। दुग्ध उत्पादक किसानों को इससे कोई भी लाभ नहीं होने वाला है और इस बढ़ोतरी का सीधा असर आम उपभोक्ता पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिले में चार लाख 80 हजार दुधारू पशु हैं। जिले में प्रतिदिन 4 लाख 80 हजार लीटर दुग्ध का उत्पादन होता है। इस दुग्ध को 461 दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से भोपाल दुग्ध संघ को दिया जाता है।
पूर्व दुग्ध संघ अध्यक्ष महेंद्र पटेल ने कहा कि कई सालों से दुग्ध के दाम बढ़ाने की मांग की जा रही है, लेकिन दुग्ध संघ भोपाल दूध के दाम में वृद्धि नहीं कर रहा है, जबकि प्राईवेट डेयरी वाले अधिक दाम उपलब्ध कराते है। इस कारण अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की नौबत आ गई है। दूध उत्पादक किसानों को भोपाल दुग्ध संघ बाजार मूल्य के हिसाब से काफी कम दाम दे रहा है। बीते वर्ष फरवरी मार्च 2021 में क्रय दर 68.0 रुपये प्रति किलो फेट थी, अब दूध प्रदायकों को 7 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा था, क्योंकि पशु आहार का भाव 2021 से 200 रुपये क्विंटल बढ़ गया है। भाड़े में भी वृद्धि हुई है। दुग्ध समिति के गोविंद सिंह,लखन सिंह पाटीदार, कैलाश चंद वर्मा, महेश कुमार, मनोहर सिंह, ओम प्रकाश चौधरी, मदन सिंह पटेल, दीप सिंह वर्मा,रामनारायण आदि ने समुचित दुग्ध के दाम देने की मांग सरकार से की है।
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