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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मध्यप्रदेश में अगले 3 दिन मौसम बदला रहेगा। इस दौरान तेज आंधी और बारिश होने के साथ ओले भी गिर सकते हैं। ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर संभाग में इसका सबसे ज्यादा असर रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर और जबलपुर में बादल छाए रहेंगे।
पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते प्रदेश में बादल छाए हुए हैं, लेकिन शुक्रवार रात कई शहरों में न्यूनतम तापमान में कमी आई है। दतिया की रात सबसे सर्द रही। यहां पारा 5.9 डिग्री पहुंच गया। पचमढ़ी में यह 7.4, रीवा में 8.4, मंडला में 9.6, खजुराहो में 9.8 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं, शनिवार सुबह भी हवाओं में ठंडक रही।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश में मौसम बदलने की संभावना जताई है। इसके अनुसार 3 फरवरी को ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 4 फरवरी की सुबह भिंड-मुरैना में हल्की ओलावृष्टि हो सकती है। इस दिन चंबल संभाग के श्योपुर, मुरैना और भिंड, ग्वालियर संभाग के दतिया-ग्वालियर में ओलावृष्टि होगी। वहीं, 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। नीमच, शिवपुरी, टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में भी बूंदाबांदी हो सकती है। 5 फरवरी को ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग समेत मंडला, सिवनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। बादलों की वजह से 3 दिन तक दिन-रात के टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने के बाद 6 फरवरी से रात के टेम्प्रेचर में गिरावट होगी। ठंड का दौर एक बार फिर लौटेगा।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम 140 से 150 किमी के हिसाब से चल रही है। शुक्रवार को इसकी वजह से कई जिलों में कोहरा रहा। शनिवार से पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर पड़ेगा। उत्तरी मध्यप्रदेश में भी गरज-चमक के साथ बारिश और ओले भी गिर सकते हैं।
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