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गुना। दिन व रात में तेज गर्मी से मिल रही राहत मंगलवार को एक झटके में खत्म हो गई। राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं ने अधिकतम तापमान पिछले दिन के मुकाबले 3 डिग्री बढ़ा दिया। यह दोपहर 2.30 बजे 37.4 पर पहुंच गया, जो सीजन में अब तक सबसे ज्यादा है। इसी तरह रात का पारा भी तीन डिग्री बढक़र 17.4 डिग्री हो गया। मार्च के दौरान दिन का पारा 32-33 डिग्री के बीच ही चल रहा था। वहीं रात में लगातार ठंडक बनी रहती थी। सोमवार से ही तापमान में इजाफा होने लगा था। हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी हो गया। वहां से आने वाली सूखी व गर्म हवा ने मौसम में एकदम बदलाव ला दिया। हवा में नमी का स्तर भी 50 से कम हो गया।
पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म: मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरी तरह खत्म हो गया है। इसके असर से रविवार तक हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी बना था। जिससे हवा में नमी व ठंडक बनी हुई थी।
आसमान साफ होने से सोलर रेडिएशन बढ़ा: आसमान साफ होने से सोलर रेडिएशन बढ़ गया है। साथ ही सूर्य उत्तरायण हो रहा है, जिससे उसकी किरणे सीधे धरती पर पड़ रही हैं।
राजस्थान में तेज गर्मी : पश्चिमी विक्षोभ के दौरान राजस्थान के ऊपर बनने वाले सिस्टम से हमारे यहां बारिश होती है। वहीं गर्मियों में अंचल का तापमान बढ़ने में इस राज्य से आने वाली हवा का सबसे बड़ा योगदान होता है। वहां तापमान 40 पर पहुंच गया है।
10 साल में मार्च के पहले दो हफ्ते सबसे कम गर्म
इस साल मार्च के पहले दो हफ्ते बीते 10 साल में सबसे कम गर्म रहे। इस दौरान 2020 अपवाद रहा, जब पूरे माह में अधिकतम तापमान 36 के ऊपर नहीं गया। बाकी सालों में मार्च के दूसरे हफ्ते तक पारा 41 डिग्री तक पहुंचता रहा है। 2017 में मार्च में सबसे जल्दी गर्मी पडऩा शुरू हुआ। उस साल 12 तारीख को ही पारा 42 डिग्री पर पहुंच गया था।
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