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नि:शक्तजन कल्याण आयुक्त संदीप रजक ने बताया कि प्रदेश में पहली बार दिव्यांगजन और गंभीर बीमारियों से पीड़ितों के उपचार के लिये डिंडोरी जिले के बरगाँव में रविवार को तहसील स्तर पर एक दिवसीय शिविर के साथ चलित न्यायालय भी लगाया गया। शिविर में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन आये। इनका स्वास्थ्य परीक्षण कर व्हील चेयर, ट्राइसिकिल, श्रवण यंत्र और अन्य कृत्रिम उपकरण प्रदान करने के साथ उनकी समस्याओं का भी समाधान किया गया।
शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञों ने विभिन्न बीमारियों से पीड़ित 3 हजार 924 मरीजों का पंजीयन किया। नि:शक्तजन मोबाइल कोर्ट में 550 दिव्यांग मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण कर बैसाखी, ट्राइसिकिल और कृत्रिम उपकरण दिये गये। आयुष विभाग, कोविड टीकाकरण, फिजियोथेरेपी, चर्म रोग, हृदय रोग, नेत्र, स्त्री, शिशु, सर्जरी, अस्थि, रेडियोलॉजी, नाक-कान-गला, कैंसर, मनोरोग, पैथॉलॉजी, किडनी, दंत, प्लास्टिक सर्जरी, सिकल सेल आदि रोगों के विषय विशेषज्ञों ने काउंटर लगा कर मरीजों का उपचार और परीक्षण किया। शिविर में कलेक्टर रत्नाकर झा, पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरतशरण सिंह, रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. गगन कोले सहित सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी, जन-प्रतिनिधि और जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
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