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मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के एसपी अरविंद तिवारी का एक ऑडियो वायरल हो गया है। इसमें वह पुलिस सुरक्षा मांगने आए पॉलीटेक्निक छात्रों के साथ अभद्र भाषा में बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर सख्ती बरतते हुए सुबह नियमित बैठक में डीजीपी और मुख्य सचिव को एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद ऑडियो की जांच कराई। एसपी की आवाज की पुष्टि करने के बाद दोपहर को मुख्यमंत्री ने उन्हें निलंबित कर दिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह नियमित समीक्षा बैठक में कहा कि झाबुआ एसपी को तत्काल हटाइए। जिस भाषा में वह बात कर रहे हैं, वह अशोभनीय हैं। बच्चों के साथ कोई इस तरह कैसे बात कर सकता है? उन्हें तत्काल इसी क्षण हटाया जाए। दरअसल, एक ऑडियो सामने आया है। इसमें पॉलीटेक्निक कॉलेज का एक छात्र दावा करता है कि कॉलेज लड़ाई हो गई है। कुछ लोग मार रहे हैं। हम 40 छात्र थाने आए हैं। हमें सुरक्षा दी जाए। दूसरा पक्ष डंडे एवं अन्य हथियारों के साथ हमला कर सकता है। हमारी जान को खतरा है। इस पर गुस्साए एसपी ने उनसे कहा कि तुम लोग पढ़ाई करने आते हो कि मारपीट करने। इसके बाद उन्होंने गाली-गलौज भी की। साथ ही सभी छात्रों को अंदर करने की धमकी दी। कहा कि उससे अच्छी सुरक्षा कहीं और नहीं मिल सकती। यह भी कहा कि चालीस बच्चे हैं तो क्या, सबको अंदर कर देंगे। बातचीत में ऐसा लग रहा है कि एसपी नशे में हैं। उन्होंने नशे में ही बच्चों के साथ गाली-गलौज की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोपहर को कहा कि सुबह मुझे जानकारी मिली थी कि तत्कालीन झाबुआ एसपी ने मेरे भांजों ने कुछ मांग की थी तो उन्हें अपशब्द बोले थे। मैंने तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे। सुबह ही जांच के आदेश दिए थे कि क्या वास्तव में यह उनकी ही आवाज है। मेरे पास रिपोर्ट आ गई है। यह तत्कालीन एसपी की ही आवाज थी। बच्चों के लिए जो अपशब्दों का इस्तेमाल करें, यह मैं किसी भी कीमत पर सहन नहीं कर सकता। तत्काल प्रभाव से तत्कालीन झाबुआ एसपी को मैं सस्पेंड करता हूं।
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