Advertisement
ग्वालियर। नवरात्रि के नौ दिन अब पूर्ण होने को आ गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार, 16 अप्रैल को महाअष्टमी का पर्व पुष्य नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस दिन महागौरी की पूजा होगी और उपवास रख मां की आराधना की जाएगी। इसके साथ ही कन्याओं का पूजन किया जाएगा। बुधवार नौमी के दिन सिद्धीदात्री की पूजा की जाएगी।
ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने सोमवार को बताया कि चैत्र शुक्ल पक्ष नवरात्रि के आठवें दिन महाअष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा होती है। इस बार चैत्र शुक्ल की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल सोमवार को दोपहर 12:11 से शुरू हुई है और 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 बजे पर समाप्त होगी। ऐसे में चैत्र नवरात्रि में महाअष्टमी 16 अप्रैल मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र का भी संयोग रहेगा जो मां के भक्तो को विशेष आशीर्वाद प्रदान करेगा। चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 से शुरू होकर 17 अप्रैल बुधवार को दोपहर 03:14 बजे तक रहेगी। ऐसे में नवरात्रि की महानवमी और श्री राम नवमी 17 अप्रैल बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन देवी की नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। साथ ही इसी दिन नवरात्रि व्रत का पारण भी होगा।
राम नवमी पर बन रहे हैं शुभ संयोग: ज्योतिषाचार्य के अनुसार राम नवमी के दिन तीन विशेष दुर्लभ शुभ संयोग बन रहे हैं। इसमें पहला कर्क लग्न, दूसरा सूर्य का उच्च राशि में होना और तीसरा गजकेसरी योग बन रहा है। श्रीराम जी के पूजन का मुहुर्त 17 अप्रैल बुधवार को सुबह 11:03 से दोपहर 01:36 बजे तक रहेगा। इसमें विशेष पूजन मध्यान्ह का समय दोपहर 12:21 बजे पर रहेगा।
Kolar News
15 April 2024
All Rights Reserved ©2024 Kolar News.
Created By: Medha Innovation & Development
|