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अनूपपुर। वन मंडल अनूपपुर के वन परिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत विगत एक सप्ताह पहले छत्तीसगढ़ की सीमा से विचरण करते हुए आए एक दन्तैल हाथी खाने की तलाश में पूरी रात ग्रामीणों के खेतों में लगी सब्जी तथा फसलों को अपना आहार बना रहा है वही घरों की दीवारें तोड़कर रखे अनाज को खाकर अपना पेट भर रहा है वही गुरुवार की देर शाम दारसागर में हाथी आने के दहशत में मां तथा उसके साथ दो साल की एक बच्ची भागते समय बच्ची गिर गई और घायल हो गई जिसे भालूमाडा कॉलरी के अस्पताल में उपचार कराया गया।
जानकारी अनुसार जब दीनदयाल की पत्नी 2 साल की बच्ची के साथ अपनी झोपड़ी से बकरी चराने और धान के रखरखाव के बाद अपने निवास स्थान दारसागर वापस जा रही थी, तभी अचानक शिवलहरा रास्ते में खूंखार हाथी ने उन पर हमला कर दिया। जिससे बच्ची नंदिनी के पैरों में गंभीर चोट आई। घटना के बाद बच्ची और मां को एसईसीएल चिकित्सालय भालूमाडा में प्राथमिक इलाज के लिए ले जाया गया। बच्ची के एक पैर में गंभीर चोट आई हैं जिसमें उसे 20 टांकें लगाए गए हैं।
वन मंडल अधिकारी डॉ. एए अंसारी ने बताया कि हाथी के निरंतर विचरण को देखते हुए एसडीओ वन केवी सिंह वन परिक्षेत्र अधिकारी कोतमा, वन परि,अधिकारी परिवेश सिंह भदौरिया वन परि,अधिकारी अनूपपुर कल्याण सिंह,परिक्षेत्र सहा,कोतमा जे,एल, धार्वे वनरक्षकों एवं सुरक्षा श्रमिकों के साथ दन्तैल हाथी के विचरण पर निगरानी बनाए हुए हैं वही हाथी के विचरण दौरान ग्रामीणों को हाथी से दूर रहने तथा शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने की अपील विभाग द्वारा की जा रही हैं। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए गत रात्रि वन विभाग की सूचना पर भालूमाडा पुलिस मौके पर रही हैं।
जानकारी अनुसार धन्तैल हाथी गुरुवार की सुबह भालूमाडा के नजदीक मटियाडाड गांव में विचरण करते हुए दिखा जिसके बाद पूरे दिन दारसागर एवं भालूमाडा के बीच स्थित बांस प्लांटेशन में विश्राम करने बाद देर शाम निकलने पर शिवलहरा के पास खेतों में चल रहा था इसी दौरान आवाज करने पर सभी लोगों के भागने दौरान खेत में रखवाली कर रही तथा झोपड़ी में रहकर बकरी चरा रही दीनदयाल प्रधान की पत्नी एवं 2 वर्ष उम्र की बच्ची नंदिनी भागते दौरान गिर गई जिससे नंदनी को चोट आई जिसे कॉलरी चिकित्सालय भालूमाडा ले जाकर उपचार कराया गया दन्तैल हाथी देर रात पोडी के भर्राटोला पहुंच कर खेतों में लगी फसलों तथा बाड़ियों में लगे सब्जियों को अपना आहार बनाते हुए हो हल्ला होने पर वापस दारसागर व शिवलहरा की ओर आकर 25 फरवरी की दरमियानी रात 2 बजे बस स्टैंड छोहरी निवासी लखन पिता विश्वनाथ पनिका के घर में घुसकर घर के अंदर रखी बोरी धान को उठा पटक कर अपना आहार बनाया व छोहरी लतार पडौर की ओर सोननदी के किनारे जंगल की ओर रवाना हो गया शुक्रवार की सुबह से हाथी की खोजबीन में वन विभाग द्वारा की जा रही है समाचार लिखे जाने तक हाथी की तलाश जारी हैं।
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