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जनजातीय कार्य विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर विद्यार्थियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य विषय पर सत्र का आयोजन किया गया। बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय (गुरुकुलम्) विद्यालय में हुए सत्र में मनोवैज्ञानिक सुश्री प्रिया सोनपर ने विद्यार्थियों को बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और केरियर से जुड़े मार्ग-दर्शन दिए। उन्होंने विद्यार्थियों को अवसाद और तनाव से जुड़े मुद्दों की बुनियादी जानकारी दी और इससे बचने की सलाह भी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि परीक्षा से जुड़ा तनाव तभी हो सकता है जब परीक्षा सिर पर हो और नियमित रूप से पढ़ाई न की हो। तनाव ही अवसाद का कारण बनता है और इसका दुष्परिणाम यह होता है कि ठीक से नींद नहीं आती। खाना खाने का मन नहीं करता है। ऐसी स्थिति में अपने परिजन, शिक्षक और मित्रों से इस बारे में बात करें।
सुश्री प्रिया सोनपर ने विद्यार्थियों को सेल्फ मोटिवेशन और केरियर को लेकर भी कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में रोज खुशी के लिए कुछ वजह खोजें। रोज सुबह उठने पर आपका एक डिफरेंट मोटिव हो। खुद को खुश रखने के लिए रोज अपनी पसंद का एक काम जरूर कीजिए। जीवन में आपका एक उद्देश्य तय होना चाहिए। जब आप अपने केरियर का चयन करें तो अपने व्यक्तित्व और प्रकृति को ध्यान में रखें। कक्षा 9वीं से आपको यह सोचना शुरू कर देना चाहिए कि केरियर में आगे क्या करना है। इसके लिए आप अपने बड़े भाई-बहन, पैरेंट्स और शिक्षक से भी सलाह ले सकते हैं। स्ट्रेस की छोटी-छोटी वजहों को बेवजह इकट्टठा कर के न रखें, उनके निराकरण को टाले नहीं और न ही ओवर थिंकिंग करें। रोज अपने आस-पास के लोगों से खुशी के साथ बात करें। जब आप खुशियाँ जाहिर करते हैं तो यह फैलती है। जब आप खुश होते हैं और चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान रखते हैं तो आस-पास का माहौल भी खुशनुमा होता है। इसके लिए अपने सामाजिक संबंध मजबूत बनाए रखेंगे तो आपको मानसिक सुदृढ़ता मिलेगी। प्राचार्य डॉ. यशपाल सिंह और शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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