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उज्जैन। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा स्नान के लिए पहुंचे। इस दौरान 6 लोग डूबते-डूबते बचे। तैराक दल ने पानी में डूब रहे लोगों की जान बचायी। इस एक दिन पहले गुरुवार को भी एक अन्य घटना में भूखी माता घाट पर गुजरात के एक श्रद्धालु की डूबने से मौत हो गयी थीं।
शुक्रवार को सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग स्नान के लिए शिप्रा तट स्थित रामघाट और अन्य घाटों पर पहुंचे थे। इस दौरान सुबह शिप्रा स्नान कर रहे 6 लोग नदी में डूबते-डूबते बचे। सुबह 6 बजे के लगभग महाराष्ट्र के शेरपुर से आये परिवार के सदस्य रामघाट के समीप शिप्रा स्नान कर रहे थे। संजय राव का 15 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार अचानक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। बेटे को बचाने के लिए संजय राव ने पानी में छलांग लगा दी। गहरा पानी होने से पिता-पुत्र दोनों डूबने लगे।
मौके पर मौजूद तैराक दल ने दोनों को बचा लिया। इसके कुछ देर बाद सिद्ध आश्रम के समीप घाट पर इंदौर से आये तीन लोग नदी में नहाने गये थे। गहरे पानी में तीनों युवक डूबने लगे। तैराक दल ने तीनों को बचाने के लिये पानी में रिंग फेंकी। इसके जरिये तीनों बाहर निकाला गया। इसके तत्काल बाद तीनों अपनी एक्टिवा पर घटना स्थल से चले गये।
इसी तरह अजमेर से आये एक परिवार के सात-आठ सदस्य राणोजी की छत्री के सामने शिप्रा में स्नान कर रहे थे। उसी दौरान पैर फिसलने से 29 वर्षीय शिवराम गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। इसे भी तैराक दल ने बचा लिया। तैराक दल के ईश्वर चौधरी, रशीद खान, घनश्याम, जगदीश सोलंकी और दीपक ने 6 लोगों को डूबने सेे बचा लिया।
गुरुवार को डूबने से हुई थी एक मौत
एक दिन पहले गुरुवार को शाम के समय बापू नगर अहमदाबाद निवासी 40 वर्षीय जयंतीभाई पुत्र पोगर भाई परिवार के सदस्यों के साथ भूखी माता पर मान उतारने आया था। परिवार के अन्य सदस्य मान पार्टी कर रहे थे। उसी दौरान जयंतीभाई घाट पर स्नान करने गये और गहरे पानी में जाने के कारण उसकी डूबने से मौत हो गयी।
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