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उज्जैन। अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर मध्यप्रदेश में भी खासा उत्साह है और सभी जगह स्वच्छता अभियान चलाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों को सजाया जा रहा है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में भी खास तैयारियां की गई हैं। रविवार को पौष शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के स्वरूप में शृंगार किया गया। इस दौरान पहले बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर शृंगार हुआ, फिर उन्होंने भस्म रमाई और उसके बाद बाबा महाकाल ने शेषनाग और मां गंगा का नवीन मुकुट धारण किया। इस दिव्य स्वरूप के दर्शन हजारों भक्तों ने किए।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार सुबह भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही मंदिर में सर्वप्रथम पुजारी और पुरोहितों के ने भगवान श्री गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय और बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया। उसके बाद कपूर आरती की गई। बाद में भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से किया गया और भगवान को वैष्णव तिलक लगाकर शृंगारित करने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर महानिवार्णी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई।
भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल ने शेषनाग और मां गंगा के नवीन मुकुट को धारण किया और आभूषण भी पहने। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल और जय श्री राम की गूंज से गुंजायमान हो गया। वहीं, 22 जनवरी को यहां दीपोत्सव मनाया जाएगा। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में हर घर में खुशियों के दीप जलाए जाएंगे। फिलहाल, हर घर, हर बस्ती, हर गांव में कलश यात्रा, भजन- कीर्तन, प्रभात फेरी, दीपदान, रंगोली, श्रमदान के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
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