मेघदूत गार्डन के सामने सड़क में हुए गड्ढे की घटना की नगर निगम आयुक्त ने कराई जांच
इंदौर । नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा द्वारा मेघदूत गार्डन के सामने सड़क में अचानक हुए गडढे को लेकर अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी को मौका मुआयना कर जांच करने के निर्देश दिये गये थे। उक्त घटनाक्रम के पश्चात अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया एवं अधीक्षण यंत्री डी.आर. लोधी द्वारा मौके पर पहुंचकर प्रकरण की जांच करने पर पाया कि भारती एयरटेल कंपनी की ठेकेदार फर्म स्टेलाईट प्रायवेट लिमिटेड के प्रोपाईटर जगदीश शर्मा द्वारा बिना निगम अनुमति लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल डालने के दौरान उपचारित जल की पाईप लाईन को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया। जांच दल द्वारा यह भी बताया गया कि उपचारित जल की पाईप लाईन उक्त लापरवाही पूर्ण तरीके से डाली जाने वाली एचडीडी पाईप के कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त होने से लाईन में लीकेज हुआ एवं मिटटी कटाव एवं धंसने के कारण देखते ही देखते गड्ढा बड़ा होता चला गया।
नगर निगम आयुक्त वर्मा ने शनिवार को जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित फर्म के विरूद्ध कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जिसके तहत ऑप्टिकल फाईबर केबल के तीन बंडल एवं अन्य सामग्री (जिसकी कीमत लगभग 60 हजार रुपये) मौके से जब्त की गई तथा संबंधित ठेकेदार कंपनी से राशि तीन लाख रुपये वसूल किए जाने हेतु संबंधित फर्म को नोटिस भी जारी किया गया। इसके साथ ही आयुक्त वर्मा के निर्देश पर संबंधित कंपनी/ठेकेदार के विरूद्ध थाना विजय नगर में एफआईआर दर्ज करने संबंधित झोन स्तर से पत्र भी प्रेषित किया गया।
नगर निगम द्वारा स्पष्ट किया गया है कि उक्त घटनाक्रम में वर्तमान में किए गए कार्य एवं सडक की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल आधारहीन एवं भ्रामक है, उक्त रोड इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 20-25 साल पहले बनाई गई थी, वर्तमान में इस सडक पर कोई रिपेयर/ड्रेनेज लाईन डालने का कार्य नही किया गया था, साथ ही गड्ढा होने का मुख्य कारण अनाधिकृत तरीके से कार्य करने के दौरान लाईन क्षतिग्रस्त होने से मिटटी कटाव एवं मिटटी का धंसना है।