भोपाल। आईआईटी कानपुर ने जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा का परिणाम सोमवार सुबह जारी दिया है। इस परीक्षा में मैक्रो विजन एकेडमी बुरहानपुर के माजिद मुजाहिद हुसैन ने मध्य प्रदेश में टॉप किया है। उन्होंने एआईआर (ऑल इंडिया रैंक) तीन हासिल की है। जेईई एडवांस्ड 2025 में पहले स्थान पर राजित गुप्ता और दूसरे स्थान पर सक्षम जिंदल रहे हैं। यह दोनों उम्मीदवार कोटा (राजस्थान) से हैं। वहीं, जबलपुर के देव कौरव ने ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 159 हासिल की है। देव ने कैमिस्ट्री में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं।
जेईई एडवांस्ड 2025 में बुरहानपुर के माजिद मुजाहिद हुसैन ने मध्य प्रदेश के टॉपर रहे हैं। इस सफलता पर माजिद मुजाहिद हुसैन के पिता ने बताया कि यह बच्चे की कड़ी मेहनत का नतीजा है। हमें अपने बेटे पर गर्व है। आज उसका स्कूल में सम्मान हो रहा है। बच्चे के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में आना एक अलग ही अनुभव है। वहीं, माजिद ने कहा कि सफल होना है, तो खुद पर भरोसा जरूरी है। ऐसा होने पर आप ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं। साथ ही, मानसिक तनाव से दूर रहते हैं।
उन्होंने बताया कि दो साल तक वे सोशल मीडिया से दूर रहे। रोज दिन में 12 घंटे पढ़ाई की। दिन में सिर्फ एक घंटे ही बात करने मोबाइल फोन यूज किया। लगातार मेहनत और फोकस के साथ पढ़ने के बाद ही यह सफलता मिली। माजिद की मां सकीना मुजाहिद हुसैन ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। हमारे लिए यह गर्व की बात है। पढ़ाई के दौरान अगर आप बच्चों की जिज्ञासा शांत कर देते हैं तो उसे काफी बल मिलता है। उसके पिता ने यह चीज काफी गंभीरता से कीं। बचपन से ही बच्चा क्या चाहता है, यह पेरेंट्स को समझने की जरूरत होती है।
इंदौर की हर्षिता लड़कियों में टॉपर
कानपुर जोन में इंदौर की हर्षिता गोयल लड़कियों में टॉपर रही हैं। हर्षिता की 434वीं रैंक आई है। हर्षिता ने अपनी सफलता पर कहा कि मैंने 11वीं क्लास से ही जेईई की तैयारी शुरू कर दी थी। पता था कि रिजल्ट अच्छा आएगा लेकिन यह नहीं पता था कि एमपी में फर्स्ट रेंक मिलेगी। वे एआई या कम्प्यूटर साइंस की फील्ड में ही आगे जाना चाहती हैं। उन्हें रीडिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट और ट्रेवलिंग का शौक है।
वहीं, जेईई एडवांस्ड में भोपाल के आरुष नावकर की एआईआर 427 रैंक है। उन्होंने भोपाल टॉप किया है, जबकि भोपाल की टॉपर लिस्ट में शामिल मोहम्मद हमजा की जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया रैंकिंग 1595 है। हमजा ने बताया कि यह लगातार दूसरा साल है, जब उन्होंने जेईई मेन क्लियर किया। पिछली बार उनकी रैंक चार हजार के करीब थी। बीते साल जेईई मेन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे जेईई एडवांस्ड की तैयारी नहीं कर सके। जिसके चलते जेईई एडवांस्ड में उनकी रैंक 17 हजार पहुंच गई थी। इस बार इसमें सुधार हुआ है।