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उज्जैन। महाकाल महालोक बनने के बाद तो भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड बना रही है। श्रावण अधिक मास के दौरान 30 दिन में औसत 01 करोड़ 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए। वही 13 से 15 अगस्त के बीच तीन दिन में 14 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया है।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्रावण माह में श्रद्धालुओं की गणना करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से श्रद्धालुओं के श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगमन की संख्या की जानकारी भी मिल रही है। 13 से 15 अगस्त तक तीन दिन में 14 लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किए। महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रावण मास में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड आगमन हो रहा है। श्री महाकाल महालोक बनने के बाद श्रावण मास में 4 जुलाई से लेकर अब तक 1 करोड़ 20 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर चुके हैं।
रक्षाबंधन पर्व पर सवा लाख लड्डूओं का महाभोग
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के आंगन में सबसे पहले त्यौहार मनाए जाते है। इस बार भी रक्षाबंधन का पर्व सबसे पहले मनाया जाएगा। सुबह भस्म आरती में बाबा महाकाल को राखी बांधी जाएगी। इसके बाद भगवान को लड्डूओं का महाभोग लगाया जाएगा। सुबह दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को लड्डू का प्रसाद वितरित होगा।
इस बार 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को असंख्य लड्डूओं का महाभोग लगाया जाएगा। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इसी क्रम में इस बार भी भस्म आरती करने वाले पुजारी परिवार द्वारा राजाधिराज महाकाल को लड्डूओं का भोग अर्पण किया जाएगा। भगवान को राखी बांधने के पश्चात लड्डूओं का महाभोग लगाया जाता है। लड्डू प्रसादी तैयार करने में पुजारी परिवार के साथ ही कई भक्तों द्वारा भी सामग्री दी जाती है, जिसे प्रसाद में शामिल किया जाता है।
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