इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस
रक्षा नवाचार का प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम 'मंथन' 12 फरवरी को रक्षामंत्री की उपस्थिति में होगा। इस कार्यक्रम में रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, जिसमें इनोवेटर, उद्योग के नेता, शिक्षाविद, इनक्यूबेटर, निवेशक, विचारक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी आदि शामिल होंगे। मंथन इस क्षेत्र में उभरती चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसमें रक्षा स्टार्ट-अप और एमएसएमई का समर्थन करने, नवाचार क्षमताओं को बढ़ाने और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
सामर्थ्य थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम
रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और नवाचार की सफलता की कहानी पर 12 फरवरी को ‘सामर्थ्य’ थीम पर स्वदेशीकरण कार्यक्रम होगा, जिसमें रक्षामंत्री भी शामिल होंगे। यह कार्यक्रम एयरो इंडिया के दौरान अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, क्योंकि इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ स्वदेशी वस्तुओं का रक्षा निर्माण में भारत की स्वदेशी प्रतिभा को प्रदर्शित किया जाएगा।
कई सेमिनार होंगे
एयरो इंडिया 2025 के हिस्से के रूप में विभिन्न विषयों पर कई सेमिनार होने हैं। रक्षामंत्री 11 फरवरी को भारतीय वायु सेना की ओर से आयोजित सेमिनार को संबोधित करेंगे, जिसका विषय 'हवाई युद्ध के लिए मानव रहित टीमें-अवधारणा से लक्ष्यीकरण तक' होगा। इसके अलावा डीआरडीओ की ओर से आयोजित 'विकसित भारत के लिए डीआरडीओ उद्योग तालमेल' विषय पर रक्षा मंत्री एक अन्य सेमिनार को संबोधित करेंगे। इसके अलावा मिशन डिफस्पेस: विजन से वास्तविकता तक-एक प्रगति रिपोर्ट, एयरोस्पेस सामग्रियों का स्वदेशी विकास: भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करना, आत्मनिर्भर भारतीय नौसेना विमानन 2047 और इससे जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव, तकनीकी रुझानों और स्वदेशीकरण को अपनाकर समुद्री विमानन में परिवर्तन, कर्नाटक में एयरोस्पेस और रक्षा निर्माताओं के लिए निवेश के अवसर भी इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित किए जाएंगे।