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नई दिल्ली। इंफाल हवाईअड्डे के पास एक ‘अज्ञात उड़ने वाली वस्तु’ (यूएफओ) देखे जाने की सूचना के बाद वायु सेना ने उसकी खोज के लिए राफेल लड़ाकू विमानों को उड़ाया। भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान ने अपने एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी सक्रिय कर दिया है, लेकिन 24 घंटे बाद भी यूएफओ का पता नहीं चल सका है। फिलहाल अभी भी यूएफओ को खोजने के प्रयास चल रहे हैं, क्योंकि इंफाल हवाई अड्डे ने अपने कैमरे में उसकी फोटो कैद की है।
वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार को दोपहर करीब 2.30 बजे इंफाल हवाईअड्डे पर यूएफओ को देखा गया, जिसके बाद कुछ वाणिज्यिक उड़ानें प्रभावित हुईं। इंफाल प्रशासन ने भारतीय वायु सेना को अज्ञात उड़ने वाली वस्तु देखे जाने की सूचना दी। इंफाल हवाईअड्डे के पास यूएफओ के बारे में सूचना मिलने के तुरंत बाद पूर्वी क्षेत्र के हाशिमारा एयरबेस से एक राफेल लड़ाकू विमान को यूएफओ की खोज करने के लिए भेजा गया। अधिकारी ने बताया कि उन्नत सेंसर से लैस विमान ने यूएफओ की तलाश के लिए संदिग्ध क्षेत्र के ऊपर निचले स्तर पर उड़ान भरी, लेकिन उसे वहां कुछ नहीं मिला। पहले विमान के लौटने के बाद एक और राफेल लड़ाकू विमान को खोज के लिए भेजा गया, लेकिन यूएफओ को इलाके के आसपास नहीं देखा गया। इसके बाद भी संबंधित एजेंसियां यूएफओ के विवरण का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि इंफाल हवाई अड्डे पर लगे कैमरों में यूएफओ के दिखने की वीडियो भी बनी है
भारतीय वायु सेना के शिलांग मुख्यालय वाली पूर्वी कमान ने बताया कि इम्फाल हवाई अड्डे से उड़ान के लिए मंजूरी मिलने के कुछ घंटे बाद ही उसने अपने एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। भारतीय वायु सेना के राफेल लड़ाकू विमान पश्चिम बंगाल के हाशिमारा हवाई अड्डे पर तैनात हैं और चीन सीमा के साथ पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न हवाई अड्डों से उड़ान भरते रहते हैं। हाल ही में राफेल लड़ाकू विमानों ने चीन सीमा पर मेगा हवाई अभ्यास ‘पूर्वी आकाश’ में भी भाग लिया था।
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