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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सुनने में आ रहा है कि अब हमें साल 2024 तक फंड नहीं मिलेगा। ऐसा हुआ तो जरूरत पड़ने पर मैं आंचल फैलाकर बंगाल की माताओं के सामने भीख मांग लूंगी, लेकिन भीख मांगने दिल्ली (केंद्र सरकार के पास) कभी नहीं जाऊंगी। ममता गुरुवार को कोलकाता में जनसभा को संबोधित कर रही थीं, उसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं।यह पहला मौका नहीं है जब ममता ने केंद्र पर बंगाल सरकार को फंड न देने का आरोप लगाया। 29-30 मार्च को उन्होंने राज्य की योजनाओं के लिए केंद्र की ओर से फंड न देने का आरोप लगाकर कोलकाता में दो दिन का धरना किया था। धरने पर बैठीं ममता ने कहा था कि 100 दिन काम योजना और अन्य योजनाओं के लिए केंद्र सरकार राशि जारी नहीं कर रही है। केंद्रीय बजट में भी हमें मनरेगा और आवास योजना के लिए एक रुपया नहीं दिया है।ममता का ये धरना पहले दिल्ली में अंबेडकर की मूर्ति के सामने होने वाला था, लेकिन बाद में उन्होंने कोलकाता में ही धरने पर बैठने का फैसला किया। भुवनेश्वर जाने के दौरान ममता ने बताया था कि वह 29 और 30 मार्च को केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देंगी।उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार आम आदमी के पैसे को रोककर रख रही है। बंगाल में लोगों के रोजगार के पैसे केंद्र को लौटाने ही होंगे। ममता ने कहा था कि गैस की कीमतें बढ़ रही हैं। इसलिए मैं दो दिन के धरने पर बैठने जा रही हूं।ममता ने बताया कि केंद्र सरकार के पास राज्य का 7 हजार करोड़ रुपया बकाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले बकाए भी नहीं दिए। 55 लाख घरों के निर्माण के लिए आवास योजना का पैसा अभी तक नहीं दिया गया है। हम 12 हजार गांवों में खराब सड़कों की मरम्मत करवा रहे हैं। यह सब मैं अपने पैसे से कर रही हूं। मुझे 100 दिनों के काम, सड़क, आवास के लिए केंद्र से 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपए मिलते हैं।ममता ने BJP को पाखंडी बताया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में केंद्रीय एजेंसियों के जरिए विपक्ष को लगातार परेशान किया जाता है, लेकिन जैसे ही कोई विपक्षी नेता भाजपा जॉइन करता है, वह निर्दोष हो जाता है। ये है BJP वाशिंग मशीन का जादू।
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