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भोपाल/सिवनी। सिवनी में दो आदिवासी युवकों की हत्या के मामले में गुरूवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह की उपस्थिति में एक प्रतिनिधि मंडल जांच के लिए सिवनी के कुरई के ग्राम सिमरिया पहुंचा और मृतक आदिवासी युवाओं के परिजनों से मिले तथा शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ढांढस बंधाया।
सिमरिया से लौटकर प्रतिपक्ष नेता डॉ. गोविंद सिंह ने कांग्रेस कार्यालय में एक प्रेस कान्फ्रेंस की जिसमें दो आदिवासी युवकों की हत्या के संबंध में उठाए गए सवालों का जबाव दिए बिना ही एकाएक डॉ. गोविंद सिंह जाने लगे इसी दौरान उनकी पत्रकारों से बहस हो गई। किसी तरह पत्रकारों के आक्रोश को देखते हुए पुन: डॉ. गोविंद सिंह व तरूण भनोत ने अलग से चर्चा की।
डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आदिवासियों का समर्थन कम मिला था। आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए शिवराज सरकार अपने अनुषांगी संगठनों की मदद से आदिवासियों को आतंकित करने का प्रयास कर रही है, ताकि वे उनके पक्ष में मतदान करें। डॉ. गोविंद सिंह ने पत्रकारों के सवाल का जबाव देते हुए कहा कि उन्हें सीबीआई जांच पर भरोसा नहीं है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मांग है कि इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच होना चाहिए। घटना में मृत हुए दोनों आदिवासी युवक वर्षों से कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं। पत्रकारों के सवाल का जबाव देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि मृतक संपत बट्टी के खिलाफ गौवंश हत्या के प्रकरण दर्ज थे तो उसे न्यायालय सजा देता लेकिन भाजपा सरकार के राज में कुछ संगठन स्वयं फैसला कर रहे हैं।
घटना स्थल से आने के बाद गोविंद सिंह ने स्वीकार किया कि हत्याकांड में मारे गए दोनों आदिवासी युवक कांग्रेस के कट्टर कार्यकर्ता थे। केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते पर तंज कसते हुए कहा गया कि उन्हें प्रेस वार्ता के बाद मिठाई का आनंद लेने में ज्याद रूचि थी, जबकि उन्हें पीडि़त परिवारों से मुलाकात करना चाहिए था।उन्होंने कहा कि सारे प्रदेश में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। शिवराज सरकार माफियाओं को जमीन में गाडऩे का दावा कर रही है, लेकिन आज तक एक भी माफिया को जमीन में नहीं गाड़ा गया।
बिना आरोप सिद्ध हुए बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि शिवराज सरकार स्वयं न्यायालय की जगह फैसला ले रही है। कांग्रेस सरकार के राज में माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही हुई, लेकिन इस दौरान कानूनों का पालन किया गया था।
वहीं पूर्व मंत्री तरूण भनोत ने पत्रकारों से कहा कि समय पर पुलिस को जानकारी लग गई थी, लेकिन नहीं पहुंची और पीडि़त परिवार के समक्ष ही उक्त घटना हुई है जो साबित कर रही है कि प्रदेश में कानून का राज ध्वस्त हो चुका है।
पीड़ित परिवार से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल
जिले की कुरई तहसील के ग्राम सिमरिया में दो आदिवासी युवक धानसा इनवाती व संपत बट्टी की हत्या की घटना के बाद गुरूवार को छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह परिजनों से मिलने पहुंचे। इस दौरान इनके साथ पूर्व मंत्री तरूण भनोत, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना कांवरे, पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, विधायक नारायण पट्टा सहित कांग्रेसी नेता मृतक आदिवासी युवाओं के परिजनों से मिले तथा शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ढांढस बंधाया।
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