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श्योपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आए जिन चीतों को उद्यान में छोड़ा था, उनमें से एक मादा चीता ने किडनी में संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया।
रविवार की शाम कूनो राष्ट्रीय उद्यान की टीम द्वारा की गई विजिट में साशा मूमेंट कर रही थी। सोमवार की सुबह 9 बजे टीम निरीक्षण के लिए पहुंची तो साशा मृत अवस्था में मिली। टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। सूचना मिलने पर जिला वनमंडल अधिकारी पीके वर्मा, सीएसएफ उत्तम कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। इसके बाद साशा का पोस्टमार्टम हुआ। शाम 4 बजे तिरंगे में लपेट ससम्मान गार्ड ऑफ ऑनर देकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अंदर ही पालपुर थाने के पीछे साशा का अंतिम संस्कार किया गया।
पांच साल की मादा चीता साशा की तबियत 23 जनवरी को बिगड़ी थी। 26 जनवरी को भोपाल से डॉक्टरों की टीम आई थी तब किडनी में संक्रमण का पता चला था। साशा दो माह से ठीक थी, लेकिन सोमवार सुबह उसके मृत होने की खबर आई। बताया जाता है कि यह मादा चीता पहले जत्थे में आए आठ चीतों में शामिल थी, जिसे उद्यान में छोड़ा गया था। इसके बाद फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का दूसरा जत्था भारत आया था। इनमें 12 चीतों में 7 नर और 5 मादा चीता थीं। कुछ दिन पहले चीता के बीमार होने की खबर मिलने के बाद से ही भोपाल से आई डाक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही थी, बीमार होने के कारण साशा को छोटे बाड़े में शिफ्ट कर दिया था।
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