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नई दिल्ली। स्कूली पाठ्यक्रम को संशोधित करने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा गठित सामाजिक विज्ञान की एक उच्च स्तरीय समिति ने सिफारिश की है कि सभी कक्षाओं की स्कूली पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ को ‘भारत’ से बदल दिया जाना चाहिए। हालांकि, एनसीईआरटी ने बुधवार को एक बयान जारी कर उसकी पाठ्यपुस्तकों में इंडिया को भारत के रूप में उल्लेखित करने की सिफारिश पर मीडिया में जारी गहमा-गहमी का जवाब दिया है।
समिति के अध्यक्ष सी आई इसाक के अनुसार पैनल ने पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ के स्थान पर ‘भारत’ नाम रखने, पाठ्यक्रम में ‘प्राचीन इतिहास’ की बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने और सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को शामिल करने का सुझाव दिया है।
एनसीईआरटी की सभी पाठ्यपुस्तकों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की मीडिया में चल रही खबरों पर एनसीईआरटी का कहना है कि चूंकि एनसीईआरटी नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें विकास की प्रक्रिया में संलिप्त हैं और इस उद्देश्य के लिए एनसीईआरटी द्वारा संबंधित विषय विशेषज्ञों के विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र समूहों को अधिसूचित किया जा रहा है। इसलिए संबंधित मुद्दे पर मीडिया में चल रही खबरों पर किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
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