Advertisement
ग्वालियर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोमवार को ग्वालियर सेंट्रल जेल में हत्या के प्रयास के मामले में बंद एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष से मुलाकात की थी। यह मुलाकात जेल मेन्युअल के मुताबिक नहीं हुई। मंगलवार को इसका मुलाकात का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जेल अधीक्षक को निलंबित करने निर्देश दिए हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोमवार को ग्वालियर के प्रवास पर थे। इस दौरान वे सेंट्रल जेल पहुंचे और पुलिस उप निरीक्षक की हत्या के प्रयास के आरोप में बंद एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात में सारे नियम तोड़े गए। दिग्विजय ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर जेलर के कैबिन में आरोपित से मुलाकात की। मंगलवार को इस मुलाकात का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस मुलाकात की शिकायत गृह विभाग और मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच गई। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर सेंट्रल जेल के अधीक्षक मनोज कुमार साहू को निलंबित करने के निर्देश दिए और सेंट्रल जेल के अधिकारियों को भी जमकर फटकार लगाई। गृहमंत्री मिश्रा ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि दिग्विजय सिंह जी 10 साल तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। मैं समझता था कि उन्हें नियम प्रक्रियाओं का ज्ञान होगा कि जेल के अंदर के फोटो वायरल नहीं किए जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कुछ समय पहले भाजपा के खिलाफ फूलबाग पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर रहे थे। तभी वहां इंदरगंज थाने में पदस्थ उप निरीक्षक गौतम ने पुतला छीनने का प्रयास किया था। उप निरीक्षक का आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने जलता हुआ पुतला उनके ऊपर फेंद दिया था, जिसके वे काफी झुलस गए थे। दिल्ली तक उनका इलाज चला था। इस मामले में पुलिस ने शिवराज यादव सहित कई लोगों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। तब से ही शिवपाल यादव जेल में है।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |