Advertisement
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन-एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दो दिन के दौरे पर कल उजबेकिस्तान में समरकंद जाएंगे। श्री मोदी उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिरजीयोयेव के निमंत्रण पर जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बैठक में संगठन के नेताओं के पिछले दो दशकों से इस संगठन की गतिविधियों की समीक्षा करने और भविष्य में बहुपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करने की उम्मीद है। शंघाई सहयोग संगठन शिखर बैठक में एससीओ के सदस्य देश, प्रेक्षक देश, एससीओ के महासचिव, एससीओ क्षेत्रीय आतंकरोधी ढांचे के कार्यकारी निदेशक, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति और अन्य आमंत्रित अतिथि शामिल होंगे। शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व से संबंधित सामयिक मुद्दों पर भी विचार विमर्श होने की संभावना है। कोविड महामारी के बाद यह पहली बैठक है जिसमें संगठन के नेता प्रत्यक्ष रूप से भाग लेंगे। पिछला शिखर सम्मेलन जून 2019 में किर्गिस्तान के बिश्केक में आयोजित किया गया था। आमंत्रित नेताओं में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और ईरान के राष्ट्रपति अब्राहिम रायसी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी के शिखर सम्मेलन से इतर कुछ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी संभावना है। जून 2001 में बना शंघाई सहयोग संगठन एक अंतर-सरकारी संगठन है। इसमें चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान सदस्य देश हैं।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |