Advertisement
सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को पिछड़ा वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति राशि का वितरण किया। उन्होंने प्रदेशभर के 2 लाख 40 हजार बच्चों के खाते में 331 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक के माध्यम खाते में ट्रंसफर किये। इसमें सीहोर जिले में वर्ष-2020-21 में 8139 छात्र-छात्राओं को 6 करोड़ 26 लाख 23 हजार 16 रुपये की छात्रवृति तथा वर्ष-2021-22 में 1294 छात्र-छात्राओं को एक करोड़ 8 लाख 37 हजार 657 रुपये की छात्रवृति वितरण की गई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटा-बेटी को पढ़ाना, दूसरी जगह भेजकर पढ़ाई का खर्चा उठाना सभी माता पिता के लिए संभव नहीं होता। किसान की अर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नही होती की वह बच्चों की शिक्षा असानी से करा सके।
मुख्यमंत्री चौहान ने कलकत्ता से एमबीए कर रहे बुधनी के छात्र शुभम विशकर्मा के पिता सुजान विश्वकर्मा से वीसी के माध्यम से पढ़ाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सुजान सिंह से कहा कि बेटे की पढ़ाई को लेकर निश्चित रहे। सरकार ने शुभम की फीस छात्रवृति के माध्यम से जमा करा दी है। मुख्यमंत्री ने शुभम के पिता से व्यवयाय के बारे में जानकारी ली। सुजान विश्वकर्मा ने बताया कि लकडी के खीलौने बनाने का छोटा सा व्यपार है और उसी में अपने परिवार का भरण पोषण करता हॅू। बेटे शुभम की फीस 11 लाख रुपये से भी अधिक है। उन्होंने फीस की राशि जमा करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि अर्थिक रूप से कमजोर परिवार के अनेक बच्चे प्रतिभावान है। उनकी उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश सरकार ने संबल योजना बनाई। उन्होंने कहा कि अब कोई भी प्रतिभावान बच्चे पढ़ाई से वंचित नहीं रहेंगे। वर्ष-2021-2022 में जिन बच्चों ने एडमिशन लिया है उनकी छात्रवृत्ति के लिए नया पोर्टल बनाया है। उसमें आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आवेदन प्राप्त होने पर स्कॉलरशिप स्वीकृत कर उसका वितरण किया जाएगा।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |