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भोपाल। मणिपुर में मैतेई आरक्षण विवाद को लेकर इन दिनों हिंसा भड़की हुई है और वहां के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। ऐसे हालात में मणिपुर की राजधानी इंफाल में मध्यप्रदेश के 21 विद्यार्थी फंसे हुए हैं। विद्यार्थियों ने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से विद्यार्थियों को रेस्क्यू कराने की मांग की है। वहीं, पंधाना विधायक राम दांगोरे ने भी विद्यार्थियों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
इंफाल की नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और दूसरे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में मध्यप्रदेश के विद्यार्थी भी पढ़ते हैं। नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में प्रदेश के 13 विद्यार्थी फंसे हुए हैं, जबकि अन्य विद्यार्थी आईआईटी और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के हैं।
खंडवा जिले के रहने वाले शशिभान तिवारी इंफाल में कुमान लंपक स्टेडियम में नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में बीएससी स्पोर्ट्स की पढ़ाई कर रहे हैं और वहीं कैंपस में रहते हैं। उन्होंने बताया कि यहां तीन दिन से गोलियां चल रही हैं। जहां हमारा कैंपस है, उसके आसपास बम फूट रहे हैं। कई बार आग लगाई गई। दिन-रात दहशत में जी रहे हैं। हमें अब खाने की दिक्कत हो रही है। पहले अच्छा खाना मिलता था, लेकिन अब राशन और खाने के सामान की दिक्कत होने के कारण हमें भोजन भी पूरा नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मप्र सरकार से हमारा अनुरोध है कि जल्दी हमें यहां से रेस्क्यू करा लीजिए।
वहीं, धार के धरमपुरी तहसील के रहने वाले नंदकिशोर यादव सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर से बीएससी एग्रीकल्चर के विद्यार्थी हैं। उन्होंने बताया कि इंफाल वेस्ट जिला की इरोशिम्बा में आने वाले गेम विलेज में कुकी जनजाति की बहुतायत है। जिस समुदाय से कुकी का विवाद चल रहा है। उन लोगों ने गेम विलेज में घर जला दिए। हमारी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कैंपस से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर घर जला दिए गए। हमारी यूनिवर्सिटी कैंपस के तीनों तरफ का जंगल जिसे लंगोल हिल्स कहते हैं, वहां उस जंगल में आग लगा दी गई। पूरा जंगल जल रहा था लेकिन अभी बारिश हुई तब आग बुझी। जो कुछ हुआ वो हमारी खिड़की से दिख रहा था।
नंदकिशोर ने बताया कि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऑफिस से हमारे पास फोन आया था उन्होंने पूरी जानकारी ली है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं है कि हम अलग-अलग जगहों पर फंसे छात्रों को कब और कैसे एयरलिफ्ट कर मप्र वापस ले जाएंगे।
शशिभान तिवारी ने बताया कि मेरे पास आज खंडवा कलेक्टर और पंधाना विधायक राम दांगोरे का फोन आया था। उन्होंने हमें जल्द यहां से रेस्क्यू कराने की बात कही है। विधायक ने कहा है कि आज शाम या कल तक रेस्क्यू कराएंगे।
विधायक दांगोरे ने बताया कि मणिपुर में बांग्लादेशी घुसपैठियों के माध्यम से दंगा किया जा रहा है, उस उपद्रव में हमारे खंडवा के तीन छात्रों को मिलाकर मप्र के करीब 21 छात्रों के वहां फंसे होने की जानकारी मिली। मैंने तत्काल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर छात्रों को एयरलिफ्ट कर बचाने का अनुरोध किया है। पूर्वोत्तर की कई सरकारों ने अपने छात्रों को एयरलिफ्ट कर लिया है। जल्द ही मध्यप्रदेश की सरकार भी छात्रों को एयरलिफ्ट कर अपने घर लेकर आएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने मणिपुर के राज्यपाल से फोन पर चर्चा भी की है।
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