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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) का उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के '2070 तक शुद्ध शून्य' लक्ष्य को समर्थन देना है।
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) पर लिखे गए एक लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने विस्तार से बताया कि कैसे राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन का उद्देश्य आयात निर्भरता को कम करना, घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना और भारत के ‘2070 तक नेट जीरो’ लक्ष्य का समर्थन करना है।”
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक्स पर अपना एक लेख साझा करते हुए एनसीएमएम को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल का आभारी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एनसीएमएम आर्थिक विकास सुनिश्चित करेंगे और ऊर्जा सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा भी प्रदान करेंगे क्योंकि ये खनिज ऊर्जा संक्रमण, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और ऊर्जा भंडारण प्रणाली, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे क्षेत्रों और रसायनों और उर्वरकों के उत्पादन में आवश्यक हैं।
रेड्डी ने कहा कि उनके लेख में नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन और इसके परिणामों पर चर्चा की गई है जिसमें महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की घरेलू खोज और नीलामी, विदेशी खदानों का अधिग्रहण, महत्वपूर्ण खनिजों का भंडारण, बड़ी संख्या में कुशल पेशेवरों का निर्माण और कई पेटेंटों के निर्माण के लिए केंद्रित अनुसंधान शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 16,300 करोड़ रुपये के व्यय और सार्वजनिक उपक्रमों आदि द्वारा 18,000 करोड़ रुपये के अपेक्षित निवेश के साथ नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) के शुभारंभ को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित खनन परियोजनाओं के लिए एक फास्ट ट्रैक नियामक अनुमोदन प्रक्रिया का निर्माण करना है।
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