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जयपुर । भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच राजस्थान के कई इलाकों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है। जैसलमेर में सोमवार दोपहर एक बम मिला, जिसे सेना के बम निरोधक दस्ते ने समय रहते निष्क्रिय कर दिया। यह बम शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर एक सुनसान इलाके में पाया गया।o स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सेना को बुलाकर बम को डिस्पोज किया गया। श्रीगंगानगर और इसके चार उपखंडों में सीमा से सटे तीन किलोमीटर क्षेत्र में रात सात बजे से सुबह छह बजे तक आमजन की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान टॉर्च या गाड़ियों की हेडलाइट का उपयोग भी प्रतिबंधित किया गया है।
जैसलमेर के रामगढ़ से तनोट बॉर्डर जाने वाले रास्ते पर भी दोपहर तीन बजे के बाद बाहरी लोगों के जाने पर पाबंदी लगाई गई है। केवल स्थानीय निवासियों को ही आधार कार्ड दिखाकर आने-जाने की अनुमति है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पूरे मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी है। जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सोमवार को खेल परिषद के ईमेल पर भेजे गए एक मेल में लिखा गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद अगला निशाना एसएमएस स्टेडियम है’। इस मेल को देखकर कर्मचारी दहशत में आ गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। बम निरोधक दस्ते, क्यूआरटी और अन्य सुरक्षा टीमें मौके पर पहुंचीं और स्टेडियम के भीतर और आसपास की गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। स्टेडियम को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
जोधपुर, बीकानेर और किशनगढ़ (अजमेर) एयरपोर्ट को सोमवार से फिर से शुरू कर दिया गया है। बीकानेर से सोमवार को कोई फ्लाइट नहीं थी, लेकिन मंगलवार से उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। किशनगढ़ एयरपोर्ट के डायरेक्टर बीएल मीणा ने बताया कि 15 मई सुबह 5:29 बजे तक देश के 32 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें स्थगित करने का आदेश था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। हालांकि यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति एयरलाइन से कन्फर्म करें, क्योंकि संचालन फिर से शुरू हो रहा है।
रविवार रात ब्लैकआउट के बाद राजस्थान के बॉर्डर जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में सोमवार सुबह कुछ चहल-पहल जरूर दिखी, लेकिन सुरक्षा कारणों से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रखे गए। जोधपुर में परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। राज्य सरकार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने, आतिशबाजी, रैली-जुलूस, मेले आदि पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
बाड़मेर से कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि धर्म पूछकर गोली मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है। सरकार ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरक्षा में चूक की बात मानी है। हालांकि उनके बयान से नई बहस छिड़ गई है। जैसलमेर, श्रीगंगानगर जैसे सीमावर्ती जिलों में हालात अत्यधिक सतर्कता की मांग कर रहे हैं। लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, रात को मोबाइल नेटवर्क तक सीमित किया गया है। गांवों में धमाकों से मकानों में दरारें तक आ गई हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर शांति होती तो हम भी लड्डू लाहौर-कराची में बांटते।
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