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भोपाल। मध्यप्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के पर्चे का जो स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, वह परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के सागर स्थित ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस से जारी हुआ बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद परिवहन मंत्री राजपूत विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। वहीं, इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा परिवहन मंत्री के बचाव में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज को कंपनी किराए पर लेती है। 25 मार्च को को जिस कॉलेज से पेपर लीक होना बताया गया है, उसे एक कंपनी ने किराए पर लिया था। इसलिए सीधा कॉलेज के बारे में नहीं कहना चाहिए।
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आरक्षक भर्ती में सिर्फ एक शिकायत विकास मीना नामक अभ्यर्थी की आई थी। इन्होंने कहा था कि पहले क्वालीफाई हो गया हूं और बाद में डिस्क्वालिफाइड कर दिया। परीक्षण में पाया गया कि विकास पहले से ही डिस्क्वालिफाइड थे। एक ही बार रिजल्ट जारी हुआ। पुलिस आरक्षक भर्ती की 2017 की जो प्रक्रिया थी, उसके खिलाफ भी लोग इंदौर हाईकोर्ट गए थे। इंदौर हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को सही माना था। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है।
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