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हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने महिलाओं को लेकर एक बयान दिया है। कैथल के एक कॉलेज में महिला जागरूकता और साइबर क्राइम को लेकर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि OYO रूम्स में लड़कियां हनुमान की आरती नहीं करने जाती हैं। ऐसी जगह पर जाते समय यह भी ख्याल रखना चाहिए कि उनके साथ बुरा भी हो सकता है।रेनू भाटिया ने कहा कि 2246 केस हमारे पास आए, उनमें से बहुत सारे ऐसे ही केस थे, जिनमें एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या लिवइन है। ऐसे में हमारे हाथ बंध जाते हैं। लड़का इस बात से पूरी तरह कॉन्फिडेंट हो जाता है कि मेरा तो लिवइन है और लड़कियां उनके परिवार की, उसकी बीवी-माता या उसके बच्चे उसका शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन में बने लिवइन रिलेशनशिप कानून के चलते आयोग को कई मामलों को सुलझाने में हाथ बांधने पड़ रहे हैं।शारीरिक शोषण के ज्यादातर मामले लिवइन के निकले हैंमहिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि शारीरिक शोषण के जितने भी मामले आते हैं, उनमें ज्यादातर लिवइन के निकलते हैं। ये हरियाणा ही नहीं, बल्कि सभी जगह हैं। इन मामलों में दखल देना बहुत मुश्किल हो जाता है। कानून के चलते हमारे हाथ बंधे रहते हैं।जिसके चलते अपराध कम नहीं, बल्कि बढ़ रहे हैं और परिवार टूटते जा रहे हैं। ज्यादातर लड़कियां यही बताती हैं कि आरोपी ने कुछ पेय पदार्थ में मिलाकर पिला दिया और उसके बाद शारीरिक शोषण किया। लड़कियों को क्या यह नहीं पता होता कि ऐसी जगहों पर कुछ भी गलत हो सकता है।इसके साथ रेनू भाटिया ने कहा कि लड़कियां कहती हैं 3 साल से दुष्कर्म हो रहा है। इसके लिए उन्हें जागरूक होने की जरूरत है। शादी के 15-20 साल बाद भी पत्नी अपने पति को पूरी तरह नहीं समझ पाती। फिर लड़कियां दो माह की दोस्ती में मेरा बाबू, मेरा सोना जैसी बातों को सुनकर क्यों विश्वास कर बैठती हैं? ऐसे दलदल में ना फंसे। कोई ब्लैकमेल कर रहा है तो टीचर, मां, पुलिस या फिर महिला आयोग को सूचित करें।
Kolar News
20 April 2023
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