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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे।
दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।
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