Video
Advertisement

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार, 7 अप्रैल को कटनी जिले के स्लीमनाबाद में "मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022" का शुभारंभ कर हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित करेंगे। योजना में प्रदेश के 88 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 6414 करोड़ 32 लाख रूपये की राहत राज्य सरकार द्वारा दी जायेगी।   ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण निम्न आय वर्ग वाले घरेलू उपभोक्ताओं की आस्थगित की गई बकाया राशि के निराकरण के लिए "मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022" लागू की गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान द्वारा आस्थगित राशि माफ करने की घोषणा की गई थी।   योजना में शामिल होने के लिए पात्र उपभोक्ता एक किलोवाट तक के संयोजित भार वाले वे सभी घरेलू उपभोक्ता, जिनकी 31 अगस्त 2020 की स्थिति में बकाया मूल राशि एवं अधिभार राशि को आस्थगित किया गया था। ऐसे सभी घरेलू उपभोक्ता को योजना का लाभ लेने के विद्युत वितरण कंपनी द्वारा निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्रस्तुत करना होगा।   योजना का स्वरूप योजना में पात्र उपभोक्ताओं की आस्थगित संपूर्ण बकाया राशि (मूल एवं अधिभार) माफ़ की जाएगी। माफ किए गए अधिभार की पूर्ण राशि एवं माफ़ की गयी मूल राशि का 50 प्रतिशत वितरण कंपनी द्वारा वहन किया जायेगा तथा मूल राशि का शेष 50 प्रतिशत राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। इसके एवज में वितरण कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी।   पात्र हितग्राहियों की आस्थगित राशि के निराकरण पश्चात् वितरण कंपनी द्वारा बिल माफ़ी का प्रमाण-पत्र जारी कर आगामी बिल के साथ संलग्न किया जायेगा। बिल में उपभोक्ता की माफ़ की गयी राशि का स्पष्ट उल्लेख होगा।   एक किलोवाट तक के संयोजित भार वाले घरेलू उपभोक्ताओं की 31 अगस्त 2020 तक की आस्थगित राशि के संबंध में ऊर्जा विभाग द्वारा लागू की गयी "समाधान योजना" में उपभोक्ताओं द्वारा जितनी राशि का भुगतान किया जा चुका है, उतनी राशि उनके आगामी बिलों में समायोजन के माध्यम से वापस की जाएगी।   स्थायी रूप से विच्छेदित उपभोक्ताओं को योजना का लाभ लेने एवं पुनः कनेक्शन संयोजित कराने के लिए विद्युत प्रदाय संहिता के प्रावधानों के अनुसार औपचारिकताएँ पूर्ण करना अनिवार्य होगा।   "मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022" को कंपनियों में तत्काल प्रभाव से लागू कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये हैं, जिससे सभी पात्र उपभोक्ता इस योजना का लाभ ले सकें।   स्लीमनाबाद में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं क्षेत्रीय चैनल और सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से किया जाएगा। प्रत्येक जिला मुख्यालय में भी कार्यक्रम होगा। इसमें जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये जायेंगे। सभी विद्युत वितरण केन्द्रों पर भी शिविर लगाकर बिल माफी प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। जिन स्थानों पर 7 अप्रैल को शिविर नहीं लग पायेंगे, वहाँ 8 अप्रैल को शिविर लगाये जायेंगे।

Kolar News

Kolar News 6 April 2022

भोपाल। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने गत दिवस को रायसेन किले में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर को लेकर बयान दिया था और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर निशाना साधा था। इसके बाद बुधवार को इसी मामले में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि कोई भगवान कैद में नहीं रहेंगे। रायसेन किले में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में लगे ताले को लेकर गत दिवस को कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज हैं और उनके राज्य में शिव कैद में हैं, तो राज्य किसी काम का नहीं है। साथ ही उन्होंने रायसेन के लोगों को धिक्कारते हुए कहा था कि शिव मंदिर में ताला डाला है और तुम दिवाली मना रहे हो। अरे.. आसपास कोई तालाब हो तो चुल्लू भर पानी भरकर ले आओ। इसे लेकर बुधवार को विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मंदिर के संबंध में रायसेन के प्रशासन से बात करेंगे। कोई भी भगवान मंदिर में कैद नहीं रहेंगे। हर भगवान के मंदिर में आरती होगी, महाआरती होगी।

Kolar News

Kolar News 6 April 2022

भोपाल। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने गत दिवस को रायसेन किले में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर को लेकर बयान दिया था और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर निशाना साधा था। इसके बाद बुधवार को इसी मामले में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि कोई भगवान कैद में नहीं रहेंगे। रायसेन किले में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में लगे ताले को लेकर गत दिवस को कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज हैं और उनके राज्य में शिव कैद में हैं, तो राज्य किसी काम का नहीं है। साथ ही उन्होंने रायसेन के लोगों को धिक्कारते हुए कहा था कि शिव मंदिर में ताला डाला है और तुम दिवाली मना रहे हो। अरे.. आसपास कोई तालाब हो तो चुल्लू भर पानी भरकर ले आओ। इसे लेकर बुधवार को विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मंदिर के संबंध में रायसेन के प्रशासन से बात करेंगे। कोई भी भगवान मंदिर में कैद नहीं रहेंगे। हर भगवान के मंदिर में आरती होगी, महाआरती होगी।

Kolar News

Kolar News 6 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में अर्जुन और केसिया के पौधे लगाए। इस दौरान अखिल भारतीय इंजीनियरिंग छात्र संगठन के इंजी. साहिल सिंह राजपूत, अखिलेश खण्डेलवाल, अभिषेक पाण्डेय, मनीष परदेशी और रूपेश राजपूत ने भी पौध-रोपण किया।   गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2021 में नर्मदा जयंती पर प्रतिदिन पौध-रोपण का संकल्प लिया था। उसी क्रम में वे प्रतिदिन पौध-रोपण कर रहे हैं। पौध-रोपण के अभियान में जन- भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान द्वारा प्रतिदिन विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया जाता है।   बता दें कि छात्र संगठन, नशामुक्ति, पर्यावरण-संरक्षण और माँ नर्मदा की साफ-सफाई के लिए प्रयासरत है। हाल ही में साफ-सफाई के उद्देश्य से 57 दिन साईकिल से नर्मदा नदी की परिक्रमा की गई। साथ ही नर्मदापुरम के गोविन्द सिंह पार्क में प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प भी लिया है।   उल्लेखनीय है कि केसिया की छाल और पत्तियों का उपयोग, आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने में किया जाता है। अर्जुन एक औषधीय वृक्ष है, जिसकी छाल एवं रस का उपयोग हृदय संबंधी एवं क्षय रोग जैसी बीमारियों में लाभदायक है। सदा हरा रहने वाला यह वृक्ष मध्यप्रदेश सहित हिमालय की तराई में एवं शुष्क स्थानों पर अधिक पाया जाता है।

Kolar News

Kolar News 5 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में अर्जुन और केसिया के पौधे लगाए। इस दौरान अखिल भारतीय इंजीनियरिंग छात्र संगठन के इंजी. साहिल सिंह राजपूत, अखिलेश खण्डेलवाल, अभिषेक पाण्डेय, मनीष परदेशी और रूपेश राजपूत ने भी पौध-रोपण किया।   गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2021 में नर्मदा जयंती पर प्रतिदिन पौध-रोपण का संकल्प लिया था। उसी क्रम में वे प्रतिदिन पौध-रोपण कर रहे हैं। पौध-रोपण के अभियान में जन- भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान द्वारा प्रतिदिन विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया जाता है।   बता दें कि छात्र संगठन, नशामुक्ति, पर्यावरण-संरक्षण और माँ नर्मदा की साफ-सफाई के लिए प्रयासरत है। हाल ही में साफ-सफाई के उद्देश्य से 57 दिन साईकिल से नर्मदा नदी की परिक्रमा की गई। साथ ही नर्मदापुरम के गोविन्द सिंह पार्क में प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प भी लिया है।   उल्लेखनीय है कि केसिया की छाल और पत्तियों का उपयोग, आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने में किया जाता है। अर्जुन एक औषधीय वृक्ष है, जिसकी छाल एवं रस का उपयोग हृदय संबंधी एवं क्षय रोग जैसी बीमारियों में लाभदायक है। सदा हरा रहने वाला यह वृक्ष मध्यप्रदेश सहित हिमालय की तराई में एवं शुष्क स्थानों पर अधिक पाया जाता है।

Kolar News

Kolar News 5 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आम जनता की सक्रिय सहभागिता से ही मध्यप्रदेश सुशासन के क्षेत्र में देश के सामने उदाहरण बनकर खड़ा हो सका है। आज से 15 वर्ष पहले मध्यप्रदेश जिन क्षेत्रों में बहुत पीछे था और बीमारू राज्य कहलाता था, उन क्षेत्रों में लगातार प्रगति के प्रयास किए गए, जिसका परिणाम यह है कि मध्यप्रदेश पहले विकासशील राज्य बना और अब विकसित प्रदेशों की पंक्ति में खड़ा है। मध्यप्रदेश में जन-भागीदारी से विकास का मॉडल लागू किया गया है। पिछले 02 साल में कोविड महामारी के नियंत्रण में इस मॉडल की उपयोगिता सिद्ध हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी विकास के लिए जन-भागीदारी पर जोर देते हैं। वे हमारे प्रेरक हैं। मध्यप्रदेश निरंतर जन-भागीदारी के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने का कार्य करेगा।   मुख्यमंत्री चौहान सोमवार देर शाम नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में मध्यप्रदेश सुशासन और विकास रिपोर्ट 2022 के लांचिंग समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अनेक केन्द्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और मध्यप्रदेश कैडर के अखिल भारतीय स्तर के प्रशासनिक, पुलिस और वन सेवा के अधिकारी भी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रणी रहकर सफलता प्राप्त की है। मध्यप्रदेश की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री का निर्देशन महत्वपूर्ण रहा है। मोदी भारत राष्ट्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मध्यप्रदेश में 03 लाख किलोमीटर लंबाई की सड़कें विभिन्न योजनाओं में निर्मित की गईं। बिजली का उत्पादन 05 हजार मेगावॉट से बढ़ाकर 21 हजार मेगावॉट तक पहुँचाया गया। कई बार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त करने वाले मध्यप्रदेश ने पंजाब और हरियाणा को गेहूँ उपार्जन में पीछे छोड़ दिया है। मध्यप्रदेश का सोने जैसे दानों वाला गेहूँ अमेरिका सहित अनेक देशों में निर्यात होता है। अब गेहूँ के निर्यात के लिए प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल भी बनाई गई है।   उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंचाई योजनाओं से लाभान्वित सिंचाई रकबा 43 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने केन-बेतवा योजना की मंजूरी से मध्यप्रदेश के बड़े इलाके को लाभान्वित करने की पहल की है। मध्यप्रदेश में अन्य नदी जोड़ों परियोजनाएँ भी क्रियान्वित हो रही हैं। प्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत देश में सर्वाधिक है। देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश 4.6 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। सकल घरेलू उत्पाद में बीते दशक में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।   चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने इन्फ्रा सेक्टर में 48 हजार करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना में 10 हजार करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। जल जीवन मिशन के कार्यों में 12 हजार करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। लाडली लक्ष्मी योजना की सफलता देश के लिए उदाहरण बनी है। प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मियाँ हैं। बालिका और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में लगातार कार्य हो रहा है।   उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, शिल्पियों, विद्यार्थियों और अन्य वर्गों की पंचायतें बुलाकर योजनाओं के स्वरूप के संबंध में सुझाव प्राप्त किए। जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया गया। परिणामस्वरूप अनेक व्यवहारिक योजनाएँ निर्मित हुईं। इनके क्रियान्वयन में अच्छी सफलता मिली है। मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने पब्लिक सर्विस गारंटी कानून बनाया। समय पर सेवाएँ न देने वाले लोग दंडित किए जाते हैं। समाधान ऑनलाइन, सी.एम. हेल्पलाइन, वन-डे समाधान और अन्य सूचना प्रौद्योगिकी आधारित कार्य पद्धतियाँ आम जनता को बेहतर सेवाएँ उपलब्ध करा रही हैं। अनावश्यक कानूनों को समाप्त किया गया है। अनेक प्रमाण-पत्र निश्चित समय में उपलब्ध हो जाते हैं। स्व-प्रमाणित दस्तावेज मान्य किए गए हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ही नहीं अब संपूर्ण मध्यप्रदेश उदाहरण बनेगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रतिदिन पौधा लगाते हैं। पौध-रोपण से एकात्म हो गए हैं। नागरिकों से भी अपने जन्मदिन, परिजन के जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ आदि पर पौधे लगाने का आग्रह किया गया है। कुपोषण की समाप्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुसार एडाप्ट एन आँगनबाड़ी अभियान चलाया जा रहा है। किसान भी आँगनवाड़ी केन्द्रों के लिए सहयोग देते हैं। पानी और बिजली बचाने का काम किया जा रहा है। मेरा गाँव, मेरा तीर्थ की भावना को विस्तार दिया गया है। ग्रामों और नगरों के गौरव दिवस मनाए जा रहे हैं। इस क्रम में आज नर्मदापुरम जिले के माखन नगर में प्रख्यात कवि और स्वतंत्रता सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के गृह नगर में गौरव दिवस मनाया गया।   उन्होंने कहा कि सीएम राइज विद्यालय, श्रमोदय विद्यालय और चिकित्सा सेवाओं के विस्तार का कार्य भी किया जा रहा है। अर्थशास्त्रियों और अन्य विषय-विशेषज्ञों से विकास के विभिन्न क्षेत्रों में परामर्श प्राप्त किया जा रहा है। दीनदयाल अंत्योदय समितियों और युवाओं की समितियों के माध्यम से विकास के प्रयासों में सहयोग मिलेगा। मध्यप्रदेश ने आपदा को अवसर में बदलने के प्रधानमंत्री मोदी के आव्हान के पश्चात आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत आत्मनिर्भर मप्र के संकल्प में अधोसंरचना, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, रोजगार और अर्थ-व्यवस्था को प्राथमिकता दी। व्यवस्थित प्रयासों से मध्यप्रदेश सुशासन के क्षेत्र में मॉडल बनने में सफल हुआ है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया।   विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुशासन के 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' के जिस काम को प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे जिम्मे सौंपा था, उसे सबसे पहले मध्यप्रदेश ने कर दिखाया है। मुख्यमंत्री चौहान ने बीमारू राज्य से मध्यप्रदेश को एक रोल मॉडल राज्य बना दिया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।   मानव संसाधन संवर्धन आयोग के सदस्य डॉ. आर. बाला सुब्रमण्यम ने कहा कि मध्यप्रदेश ने सुशासन के क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य किया है। मध्यप्रदेश में जन-भागीदारी मॉडल बनाकर सबसे बढ़िया उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें प्रगति के लिए क्षमता विकास पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। हम अपनी क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान दें। मध्य प्रदेश अपनी योजनाओं के माध्यम से अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक के विकास के कार्य कर रहा है। मध्यप्रदेश विकास के कई पेरामीटर पर देश में आगे है।   अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहाँ शोधकर्ताओं के लिए सीएम फेलोशिप स्थापित की गई है। एमपीसीडीआर रिपोर्ट में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयासों का दस्तावेजीकरण किया गया है। विशेषकर कोविड काल में मध्यप्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को सराहा गया है। मध्यप्रदेश पहला राज्य होगा जिसमें स्टेटिस्टिक्स कमीशन को स्थापित किया जा रहा है जो जिला स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद को मापने का कार्य करेगा। पिछले तीन क्वार्टर में लगातार मध्यप्रदेश का आंकड़ा बाकी अन्य राज्यों से काफी आगे रहा है। प्रदेश 14 राज्यों में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ राज्य है।   यूएमईपी के पूर्व कार्यकारी निदेशक एरिक सोल्हेम ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रीन एनर्जी पर बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। यहाँ बड़े सोलर प्लांट लगाये गए हैं जो ग्रीन एनर्जी-क्लीन एनर्जी की ओर बहुत अच्छे कदम हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं रोज़ाना एक पौधा लगाया जाता है यह बहुत अच्छी पहल है। मध्यप्रदेश का शहर इंदौर सबसे स्वच्छ शहर है, इसके लिए मध्यप्रदेश को बधाई।   संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक शोम्बी शार्प ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हर समुदाय तक पहुँच सुनिश्चित की है और यह भी सुनिश्चित किया है कि कोई भी पीछे न छूटे। यह इसके टीकाकरण अभियान में सबसे अच्छी तरह से चित्रित किया गया था, जिसमें सामुदायिक भागीदारी ने अहम भूमिका निभाई। देश के कई अन्य राज्य और दुनिया के कई अन्य देश प्रगति और विकास के मामले में मध्य प्रदेश के अनुभवों से सीख सकते हैं। शार्प ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र समावेशी और सतत विकास की दिशा में मध्य प्रदेश के साथ अपने एसडीजी सहयोग को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।   केन्द्रीय प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत सचिव बी श्रीनिवास ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन की समृद्ध परंपरा रही है। चाहे लोक सेवा गारंटी कानून हो, सी.एम. हेल्पलाइन, जन-सुनवाई या फिर एफआईआर आपके द्वार, मध्यप्रदेश सुशासन का पथप्रदर्शक रहा है। इंदौर के स्वछता जन-भागीदारी मॉडल और अनूपपुर के स्मार्ट स्कूल प्रोग्राम की प्रशंसा सभी करते हैं।   कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रीगण नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश के मंत्रीगण तुलसीराम सिलावट, कमल पटेल, सिंगापुर के हाई-कमिश्नर वॉक, मध्यप्रदेश के सांसद और प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली में पदस्थ मध्यप्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय वन सेवा के अधिकारी, सुशासन संस्थान की सीईओ जी.व्ही. रश्मि और एसीईओ लोकेश शर्मा भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 5 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आम जनता की सक्रिय सहभागिता से ही मध्यप्रदेश सुशासन के क्षेत्र में देश के सामने उदाहरण बनकर खड़ा हो सका है। आज से 15 वर्ष पहले मध्यप्रदेश जिन क्षेत्रों में बहुत पीछे था और बीमारू राज्य कहलाता था, उन क्षेत्रों में लगातार प्रगति के प्रयास किए गए, जिसका परिणाम यह है कि मध्यप्रदेश पहले विकासशील राज्य बना और अब विकसित प्रदेशों की पंक्ति में खड़ा है। मध्यप्रदेश में जन-भागीदारी से विकास का मॉडल लागू किया गया है। पिछले 02 साल में कोविड महामारी के नियंत्रण में इस मॉडल की उपयोगिता सिद्ध हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी विकास के लिए जन-भागीदारी पर जोर देते हैं। वे हमारे प्रेरक हैं। मध्यप्रदेश निरंतर जन-भागीदारी के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने का कार्य करेगा।   मुख्यमंत्री चौहान सोमवार देर शाम नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में मध्यप्रदेश सुशासन और विकास रिपोर्ट 2022 के लांचिंग समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अनेक केन्द्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और मध्यप्रदेश कैडर के अखिल भारतीय स्तर के प्रशासनिक, पुलिस और वन सेवा के अधिकारी भी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रणी रहकर सफलता प्राप्त की है। मध्यप्रदेश की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री का निर्देशन महत्वपूर्ण रहा है। मोदी भारत राष्ट्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मध्यप्रदेश में 03 लाख किलोमीटर लंबाई की सड़कें विभिन्न योजनाओं में निर्मित की गईं। बिजली का उत्पादन 05 हजार मेगावॉट से बढ़ाकर 21 हजार मेगावॉट तक पहुँचाया गया। कई बार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त करने वाले मध्यप्रदेश ने पंजाब और हरियाणा को गेहूँ उपार्जन में पीछे छोड़ दिया है। मध्यप्रदेश का सोने जैसे दानों वाला गेहूँ अमेरिका सहित अनेक देशों में निर्यात होता है। अब गेहूँ के निर्यात के लिए प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल भी बनाई गई है।   उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंचाई योजनाओं से लाभान्वित सिंचाई रकबा 43 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने केन-बेतवा योजना की मंजूरी से मध्यप्रदेश के बड़े इलाके को लाभान्वित करने की पहल की है। मध्यप्रदेश में अन्य नदी जोड़ों परियोजनाएँ भी क्रियान्वित हो रही हैं। प्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत देश में सर्वाधिक है। देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश 4.6 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। सकल घरेलू उत्पाद में बीते दशक में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।   चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने इन्फ्रा सेक्टर में 48 हजार करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना में 10 हजार करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। जल जीवन मिशन के कार्यों में 12 हजार करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। लाडली लक्ष्मी योजना की सफलता देश के लिए उदाहरण बनी है। प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मियाँ हैं। बालिका और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में लगातार कार्य हो रहा है।   उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, शिल्पियों, विद्यार्थियों और अन्य वर्गों की पंचायतें बुलाकर योजनाओं के स्वरूप के संबंध में सुझाव प्राप्त किए। जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया गया। परिणामस्वरूप अनेक व्यवहारिक योजनाएँ निर्मित हुईं। इनके क्रियान्वयन में अच्छी सफलता मिली है। मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने पब्लिक सर्विस गारंटी कानून बनाया। समय पर सेवाएँ न देने वाले लोग दंडित किए जाते हैं। समाधान ऑनलाइन, सी.एम. हेल्पलाइन, वन-डे समाधान और अन्य सूचना प्रौद्योगिकी आधारित कार्य पद्धतियाँ आम जनता को बेहतर सेवाएँ उपलब्ध करा रही हैं। अनावश्यक कानूनों को समाप्त किया गया है। अनेक प्रमाण-पत्र निश्चित समय में उपलब्ध हो जाते हैं। स्व-प्रमाणित दस्तावेज मान्य किए गए हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ही नहीं अब संपूर्ण मध्यप्रदेश उदाहरण बनेगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रतिदिन पौधा लगाते हैं। पौध-रोपण से एकात्म हो गए हैं। नागरिकों से भी अपने जन्मदिन, परिजन के जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ आदि पर पौधे लगाने का आग्रह किया गया है। कुपोषण की समाप्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुसार एडाप्ट एन आँगनबाड़ी अभियान चलाया जा रहा है। किसान भी आँगनवाड़ी केन्द्रों के लिए सहयोग देते हैं। पानी और बिजली बचाने का काम किया जा रहा है। मेरा गाँव, मेरा तीर्थ की भावना को विस्तार दिया गया है। ग्रामों और नगरों के गौरव दिवस मनाए जा रहे हैं। इस क्रम में आज नर्मदापुरम जिले के माखन नगर में प्रख्यात कवि और स्वतंत्रता सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के गृह नगर में गौरव दिवस मनाया गया।   उन्होंने कहा कि सीएम राइज विद्यालय, श्रमोदय विद्यालय और चिकित्सा सेवाओं के विस्तार का कार्य भी किया जा रहा है। अर्थशास्त्रियों और अन्य विषय-विशेषज्ञों से विकास के विभिन्न क्षेत्रों में परामर्श प्राप्त किया जा रहा है। दीनदयाल अंत्योदय समितियों और युवाओं की समितियों के माध्यम से विकास के प्रयासों में सहयोग मिलेगा। मध्यप्रदेश ने आपदा को अवसर में बदलने के प्रधानमंत्री मोदी के आव्हान के पश्चात आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत आत्मनिर्भर मप्र के संकल्प में अधोसंरचना, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, रोजगार और अर्थ-व्यवस्था को प्राथमिकता दी। व्यवस्थित प्रयासों से मध्यप्रदेश सुशासन के क्षेत्र में मॉडल बनने में सफल हुआ है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया।   विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुशासन के 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' के जिस काम को प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे जिम्मे सौंपा था, उसे सबसे पहले मध्यप्रदेश ने कर दिखाया है। मुख्यमंत्री चौहान ने बीमारू राज्य से मध्यप्रदेश को एक रोल मॉडल राज्य बना दिया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।   मानव संसाधन संवर्धन आयोग के सदस्य डॉ. आर. बाला सुब्रमण्यम ने कहा कि मध्यप्रदेश ने सुशासन के क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य किया है। मध्यप्रदेश में जन-भागीदारी मॉडल बनाकर सबसे बढ़िया उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें प्रगति के लिए क्षमता विकास पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। हम अपनी क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान दें। मध्य प्रदेश अपनी योजनाओं के माध्यम से अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक के विकास के कार्य कर रहा है। मध्यप्रदेश विकास के कई पेरामीटर पर देश में आगे है।   अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहाँ शोधकर्ताओं के लिए सीएम फेलोशिप स्थापित की गई है। एमपीसीडीआर रिपोर्ट में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयासों का दस्तावेजीकरण किया गया है। विशेषकर कोविड काल में मध्यप्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को सराहा गया है। मध्यप्रदेश पहला राज्य होगा जिसमें स्टेटिस्टिक्स कमीशन को स्थापित किया जा रहा है जो जिला स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद को मापने का कार्य करेगा। पिछले तीन क्वार्टर में लगातार मध्यप्रदेश का आंकड़ा बाकी अन्य राज्यों से काफी आगे रहा है। प्रदेश 14 राज्यों में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ राज्य है।   यूएमईपी के पूर्व कार्यकारी निदेशक एरिक सोल्हेम ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रीन एनर्जी पर बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। यहाँ बड़े सोलर प्लांट लगाये गए हैं जो ग्रीन एनर्जी-क्लीन एनर्जी की ओर बहुत अच्छे कदम हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं रोज़ाना एक पौधा लगाया जाता है यह बहुत अच्छी पहल है। मध्यप्रदेश का शहर इंदौर सबसे स्वच्छ शहर है, इसके लिए मध्यप्रदेश को बधाई।   संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक शोम्बी शार्प ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हर समुदाय तक पहुँच सुनिश्चित की है और यह भी सुनिश्चित किया है कि कोई भी पीछे न छूटे। यह इसके टीकाकरण अभियान में सबसे अच्छी तरह से चित्रित किया गया था, जिसमें सामुदायिक भागीदारी ने अहम भूमिका निभाई। देश के कई अन्य राज्य और दुनिया के कई अन्य देश प्रगति और विकास के मामले में मध्य प्रदेश के अनुभवों से सीख सकते हैं। शार्प ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र समावेशी और सतत विकास की दिशा में मध्य प्रदेश के साथ अपने एसडीजी सहयोग को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।   केन्द्रीय प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत सचिव बी श्रीनिवास ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन की समृद्ध परंपरा रही है। चाहे लोक सेवा गारंटी कानून हो, सी.एम. हेल्पलाइन, जन-सुनवाई या फिर एफआईआर आपके द्वार, मध्यप्रदेश सुशासन का पथप्रदर्शक रहा है। इंदौर के स्वछता जन-भागीदारी मॉडल और अनूपपुर के स्मार्ट स्कूल प्रोग्राम की प्रशंसा सभी करते हैं।   कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रीगण नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश के मंत्रीगण तुलसीराम सिलावट, कमल पटेल, सिंगापुर के हाई-कमिश्नर वॉक, मध्यप्रदेश के सांसद और प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली में पदस्थ मध्यप्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय वन सेवा के अधिकारी, सुशासन संस्थान की सीईओ जी.व्ही. रश्मि और एसीईओ लोकेश शर्मा भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 5 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी संकल्पना के अनुरूप युवाओं को रोजगार सम्पन्न बनाने की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना का शुभारंभ मंगलवार, 5 अप्रैल को करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान की मंशानुरूप योजना को स्व-रोजगार फ्रेंडली बनाया गया है, जिसमें युवाओं को खुद के रोजगार के लिए एक लाख से 50 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। उद्योग आयुक्त और एमएसएमई सचिव पी. नरहरि ने सोमवार को बताया कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हाल) भोपाल में दोपहर एक बजे से प्रारंभ होगा। योजना में इस वित्तीय वर्ष में एक लाख युवाओं को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस नई स्व-रोजगार योजना में प्रदेश के 12वीं पास एवं 18 से 40 आयु वर्ग के युवाओं को विनिर्माण गतिविधियों के लिये एक से 50 लाख रुपये तक तथा सेवा और व्यवसाय गतिविधियों के लिये एक लाख से 25 लाख रुपये तक की परियोजनाओं के लिये बैंकों से ऋण दिलाया जायेगा। "मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना" के हितग्राहियों को शासन द्वारा वित्तीय सहायता के रूप में 3 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज अनुदान तथा बैंक ऋण गारंटी शुल्क अधिकतम 7 वर्षों के लिये दिया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान शिवपुरी, जबलपुर, खंडवा और पन्ना जिले के हितग्राहियों से संवाद करेंगे और कार्यक्रम स्थल पर अनेक उद्यमियों को लाभांवित भी करेंगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण क्षेत्रीय चैनल्स, दूरदर्शन मध्यप्रदेश, सोशल मीडिया पर किया जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में भी कार्यक्रम होगा, जिसमें मंत्रीगण और विधायक भी सम्मिलित होंगे। लगभग एक दर्जन जिलों के 300 युवा भी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारियों, जिला एवं विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्षों की सोमवार को विस्तारित बैठक भोपाल स्थित प्रदेश कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि वह स्वयं संसद में युवा कांग्रेस के माध्यम से ही पहुँचे थे। उन्होंने कहा कि 1980 के आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी की वापिसी के लिए स्व. इंदिरा गांधी जी ने युवा कांग्रेस की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण माना था। जहां युवा कांग्रेस मजबूत है, वहां कांग्रेस भी मजबूत है। 2023 का चुनाव म.प्र.के युवाओं के भविष्य का चुनाव है, अब युवा कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर लड़ाई लड़ते हुए संगठन का विस्तार करना है। कमलनाथ ने कहा कि आज आपको आक्रमक होने की जरूरत है, हमने मप्र को नई पहचान दिलाने का प्रयास किया। लेकिन कुछ लोगों ने खरीद-फरोख्त करके हमारी सरकार गिरा दी। आज मप्र की पहचान भ्रष्टाचार, महिला अत्याचार, तरह तरह के माफिया के रूप में बन गई है। क्या हम ऐसा मप्र चाहते हैं? भाजपा के लोग हमसे 15 महीने का हिसाब मांगते हैं, मैं तो कहता हूं 18 साल का हिसाब जनता को दे दीजिए। भाजपा कलाकारी की राजनीति करती है? शिवराज जी कलाकारी की राजनीति ज्यादा करते हैं, मैं तो कहता हूं कि कलाकारी करना हैं तो मुंबई चले जाईये, वहां अच्छी एक्टिंग कर लेंगे। आज भ्रष्टाचार की राजनीति चल रही है पैसे दो और काम लो।   पूर्व सीएम ने कहा कि आज का युवा अपने हाथों में काम चाहता है, ठेका या कमीशन नहीं चाहता है। आज नौजवानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है उनके भविष्य की, कृषि क्षेत्र में भी आज सबसे बड़ी चुनौती है। नौजवानों का भविष्य अंधकार में होगा तो प्रदेश का भविष्य कहां से सुरक्षित रह सकता है। आज प्रदेश को कहां घसीटा जा रहा है यह युवाओं को नौजवानों को समझने की जरूरत है। हमारी चक्की धीमी चलती है, पर पीसती बहुत बारीक है।   कमलनाथ ने केन्द्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी जी ने 2014 के चुनाव में कहा था दो करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देंगे। किसी को रोजगार मिला क्या? बल्कि बेरोजगारी बढ़ गई। आज युवा रोजगार के लिए भटक रहा है। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए 2019 के चुनाव में रोजगार की बात न करके राष्ट्रवाद की बात करने लगे, ये हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ायेगे? मैं इनसे पूछता हूं कि क्या इनकी पार्टी में एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहा है, जिसने देश की आजादी में भाग लिया हो।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 37 जिलों में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खरीदी केन्द्रों पर पानी और छांव की व्यवस्था की गई। हालांकि, पहले दिन खरीदी केन्द्रों पर कम ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। दरअसल, मंडियों में गेहूं का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है, जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये तक किया है। इसीलिए ज्यादातर किसान मंडियों का रुख कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुई गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी आगामी 16 मई तक चलेगी। खरीदी केन्द्रों पर किसान सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी पहुंचकर अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा और बुकिंग के बाद तीन दिन में गेहूं लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचना होगा। किसान अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 28 मार्च से शुरू हो चुकी है। शेष 37 जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी शुरू हुई। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। मसलन, खरीदी केन्द्रों पर छांव के लिए पर्याप्त शेड हो, ताकि किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां या अन्य वाहन खड़े कर सके। परिवहन समय पर हो, बारदाना पर्याप्त रखे जाएं। प्लास्टिक के बारदाना में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाए। गोदामों में वॉटर कूलर लगाए जाएं। वहीं, अन्य सेंटरों पर मटके रखे जाएं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2022

भोपाल। केंद्रीय गृह एवं खेल राज्य मंत्री नीथिश प्रमाणिक एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने रविवार को पन्ना प्रवास के दौरान रविवारको टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया।   इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व और केन-बेतवा मध्यप्रदेश की शान है। पन्ना टाइगर रिजर्व प्रदेश ही नहीं पूरे देश में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर नाम रोशन कर रहा है। बड़ी संख्या में टूरिस्ट टाइगर रिजर्व को देखने आ रहे हैं। खजुराहो और पन्ना टाइगर रिजर्व मिलकर एक बड़ा टूरिज्म हब बनने के लिए तैयार हैं, इसके लिए केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार भी आवश्यकता के अनुरूप कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। हम लगातार प्रयासरत है कि बुंदेलखंड के पर्यटन का ओर अधिक विस्तार हो।   प्रदेश अध्यक्ष स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में हुए शामिल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा रविवार को पन्ना मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित हिंदू नव वर्ष के कार्यक्रम में शामिल हुए, जिसके पश्चात उन्होंने स्वयंसेवकों के साथ पथ संचलन में भाग लिया।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

भोपाल। केंद्रीय गृह एवं खेल राज्य मंत्री नीथिश प्रमाणिक एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने रविवार को पन्ना प्रवास के दौरान रविवारको टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया।   इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व और केन-बेतवा मध्यप्रदेश की शान है। पन्ना टाइगर रिजर्व प्रदेश ही नहीं पूरे देश में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर नाम रोशन कर रहा है। बड़ी संख्या में टूरिस्ट टाइगर रिजर्व को देखने आ रहे हैं। खजुराहो और पन्ना टाइगर रिजर्व मिलकर एक बड़ा टूरिज्म हब बनने के लिए तैयार हैं, इसके लिए केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार भी आवश्यकता के अनुरूप कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। हम लगातार प्रयासरत है कि बुंदेलखंड के पर्यटन का ओर अधिक विस्तार हो।   प्रदेश अध्यक्ष स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में हुए शामिल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा रविवार को पन्ना मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित हिंदू नव वर्ष के कार्यक्रम में शामिल हुए, जिसके पश्चात उन्होंने स्वयंसेवकों के साथ पथ संचलन में भाग लिया।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम रविवार को विक्रम कीर्ति मन्दिर में आयोजित भारतीय युवा संसद के समापन सत्र में शामिल हुए। इस असर पर उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे अधिक आबादी युवा वर्ग की है। किसी भी क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन युवा ही लाते हैं।   उन्होंने कहा कि जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है उसे युवा कहते हैं। धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन में युवा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। हमारे देश में लोकतंत्र आने के बाद संसद और विधानसभा तथा विधान परिषद बनाये गये। वर्तमान के लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिये।   गौतम ने कहा कि नौजवानों का वर्तमान में राजनीति के प्रति निराशा का भाव है। बीते हुए समय का पश्चाताप, वर्तमान का तनाव और भविष्य का डर हमारे नौजवानों के मन में डाल दिया गया है। नौजवानों को लक्ष्य केन्रिय त बना दिया गया है। इस वजह से कई युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। वर्तमान में हमें संवाद के माध्यम से मंथन करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है।   कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिये इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी है। भारतीय युवा संसद के दौरान आयोजित किये गये सत्रों में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इनमें से अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर्यावरण की संरक्षा है।   वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग से पूरा विश्व जूझ रहा है। हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिये, ताकि पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा हो सके। वर्तमान में हमारे देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति रोजगार से सीधे तौर पर जुड़ी है। उज्जैन में आयोजित किये गये भारतीय युवा संसद कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से विद्यार्थी और युवा आये हैं।   मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के प्रोफेसर डॉ. गोपालकृष्ण शर्मा ने कहा कि संसद और विधानसभा आम जनता की आकांक्षाओं का दर्पण होती है। आगे चलकर युवाओं को ही हमारे देश को आगे ले जाना है, देश को संभालना है। संसद और लोकतंत्र विभिन्न संस्थाओं पर निर्भर करती है। लोकतंत्र को मजबूत करने में संस्थाओं को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। सत्र के अंत में विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने विद्यार्थियों के विधानसभा से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिये।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम रविवार को विक्रम कीर्ति मन्दिर में आयोजित भारतीय युवा संसद के समापन सत्र में शामिल हुए। इस असर पर उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे अधिक आबादी युवा वर्ग की है। किसी भी क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन युवा ही लाते हैं।   उन्होंने कहा कि जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है उसे युवा कहते हैं। धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन में युवा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। हमारे देश में लोकतंत्र आने के बाद संसद और विधानसभा तथा विधान परिषद बनाये गये। वर्तमान के लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिये।   गौतम ने कहा कि नौजवानों का वर्तमान में राजनीति के प्रति निराशा का भाव है। बीते हुए समय का पश्चाताप, वर्तमान का तनाव और भविष्य का डर हमारे नौजवानों के मन में डाल दिया गया है। नौजवानों को लक्ष्य केन्रिय त बना दिया गया है। इस वजह से कई युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। वर्तमान में हमें संवाद के माध्यम से मंथन करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है।   कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिये इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी है। भारतीय युवा संसद के दौरान आयोजित किये गये सत्रों में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इनमें से अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर्यावरण की संरक्षा है।   वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग से पूरा विश्व जूझ रहा है। हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिये, ताकि पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा हो सके। वर्तमान में हमारे देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति रोजगार से सीधे तौर पर जुड़ी है। उज्जैन में आयोजित किये गये भारतीय युवा संसद कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से विद्यार्थी और युवा आये हैं।   मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के प्रोफेसर डॉ. गोपालकृष्ण शर्मा ने कहा कि संसद और विधानसभा आम जनता की आकांक्षाओं का दर्पण होती है। आगे चलकर युवाओं को ही हमारे देश को आगे ले जाना है, देश को संभालना है। संसद और लोकतंत्र विभिन्न संस्थाओं पर निर्भर करती है। लोकतंत्र को मजबूत करने में संस्थाओं को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। सत्र के अंत में विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने विद्यार्थियों के विधानसभा से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिये।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज उज्जयिनी का जन्म उत्सव है। अवन्तिका नगरी तीन लोक से न्यारी, देखो कितनी प्यारी है। यहाँ का शुद्ध एवं सात्विक वातावरण सबका मन मोहता है। अदभुत दिन है आज गुड़ी पड़वा का, इस दिन विक्रम संवत का प्रारम्भ हुआ। आज विक्रम उत्सव भी हो रहा है। हमें यह याद रखना चाहिये कि हमारी संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है।   मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को उज्जैन के गौरव दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विक्रम संवत ईस्वी सन से 57 वर्ष पुराना है। सनातन नया वर्ष आज प्रारम्भ हो रहा है और इसी दिन 2005 से हमने विक्रमोत्सव मनाना शुरू किया था। आज ही के दिन अवन्तिका का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी। सृष्टि को आरम्भ हुए एक अरब 95 करोड़ 58 लाख 85 हजार 123 वर्ष हो गये हैं। उज्जैन कालगणना की नगरी है। उज्जैन का गौरव सबको गौरवान्वित करता है। उज्जैन की अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है, जो युगों से पल्लवित होती रही है। सृष्टि के आरम्भ से ही उज्जयिनी का अस्तित्व माना जाता है। युग बदलते गये और उज्जैन को कभी उज्जयिनी, अवन्तिका, कनकश्रृंगा आदि नामों से जाना जाता रहा है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सृष्टि के प्रत्येक कल्प में उज्जयिनी का अस्तित्व रहा है। स्कंद पुराण में उज्जयिनी के 6 कल्पों के 6 नाम दिए गए हैं, जो कल्पवार क्रमशः कनकश्रृंगा, कुशस्थली, अवंतिका, अमरावती, चूड़ामणि एवं पद्मावती है। इसलिए उज्जैन को प्रतिकल्पा भी कहा गया है। अन्य ग्रंथों में उज्जयिनी को भोगवती, हिरण्यवती, विशाला आदि नामों से भी संबोधित किया गया है।   शहर के सभी प्रतिष्ठानों के नाम हिन्दी में हों मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कंद पुराण के अवंति खंड के अनुसार भगवान शिव अवंतिका में महाकाल वन में अधिष्ठित हैं। महाकाल वन प्रोजेक्ट में मन्दिरों की छटा को बढ़ाया जा रहा है। उज्जैन का सांस्कृतिक पुनरुत्थान होगा, विकास का नया इतिहास रचा जायेगा। आज हमें एक नया संकल्प लेना पड़ेगा। शहर में जितने भी होटल बने हैं, सबके नाम अंग्रेजी में लिखे हैं। मैं आग्रह करता हूँ कि सभी होटल्स के नाम हिन्दी में लिखे जाये। निज भाषा की उन्नति से ही हमारा शैक्षणिक विकास होगा। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज आ रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क विक्रम उद्योगपुरी में आ रहा है। कर्नाटक एंटीबायोटिक उद्योग भी उज्जैन में लगाया जा रहा है। इससे अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। उज्जैन का औद्योगिक विकास भी होगा।   शहर से पूरी तरह मिटायें भिक्षावृत्ति चौहान ने कहा कि आज उज्जैन के गौरव दिवस पर आह्वान करता हूँ कि उज्जैन से भिक्षावृत्ति को पूरी तरह मिटा दिया जाये। बच्चों के नशे की आदत छुड़ाने के लिये उज्जैन जिले के कलेक्टर ने बहुत मेहनत की है। बच्चे भीख न मांगे, उनकी शिक्षा और भोजन की व्यवस्था की जाये। शहर में एक ऐसा केन्द्र बनाकर दें, जहाँ भण्डारा निरन्तर चलता रहे। उन्होंने कहा कि शहर में दो-चार स्थान पर आनन्दक केन्द्र बनाये जायें, जहाँ पर लोग अपनी अनुपयोगी वस्तुओं को देने और जरूरतमंद लोग सामग्री प्राप्त करने का आनंद ले सके। गरीब के बच्चों की पढ़ाई के लिये मैं एक संकल्प लेता हूँ। ऐसे बच्चों का प्रवेश शुल्क एवं सम्पूर्ण शिक्षा के लिये फीस मामा शिवराज भरेगा।   दबंग और दादा लोगों को मिला दूंगा मिट्टी में मुख्यमंत्री ने कहा कि दबंग और दादा को मिट्टी में मिलाकर रहेंगे। बेटियों की तरफ गलत निगाह उठाने वालों को भी जमींदोज कर दिया जायेगा। ऐसे लोगों पर बुलडोजर चलेगा। शिव का डमरू बजेगा और त्रिशूल उठेगा। उन्होंने कहा कि नशा विनाश की जड़ है। चरस, हेरोईन जैसे नशे लोगों का जीवन तबाह करते हैं। हमें संकल्प लेना चाहिये कि हम नशामुक्त समाज बनायें।   नौका-विहार कर नागरिकों का किया अभिवादन मुख्यमंत्री चौहान, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं विधायक पारस जैन ने शिप्रा नदी में नौका-विहार कर नागरिकों का अभिवादन किया। इसके बाद गायक कैलाश खेर के मंच पर जाकर "स्वामी देना साथ हमारा" गीत में सुर से सुर मिलाया।   मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान का शासन भी विक्रमादित्य के यशस्वी शासन की तरह है। अभी एक माह पूर्व ही हमने दीपोत्सव मनाया था और आज विक्रमोत्सव और उज्जैन गौरव दिवस मना रहे हैं। यह मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न पंचांगों का विमोचन किया गया। यह कार्य भी अदभुत है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही शहर में औद्योगिकरण की नींव पड़ रही है। आज ही एक औद्योगिक इकाई का भूमि-पूजन किया गया है।   संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि हमें हमारे धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र को पहचानने की आवश्यकता है। हमारे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सेवा ही जीवन है, के संकल्प लेकर चल रहे हैं। इन्हीं के अनुरूप हमें कार्य करने की सीख लेना चाहिये। उन्होंने बताया कि विक्रमोत्सव में हुए कार्यक्रमों में विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति एवं परम्परा से उज्जैन निवासियों को अवगत कराने का प्रयास किया गया है।   पंचांगों का लोकार्पण मुख्यमंत्री चौहान एवं अन्य अतिथियों द्वारा विक्रमादित्य के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर गौरव दिवस का शुभारम्भ किया गया। साथ ही विक्रम पंचांग, मेला पंचांग, विक्रम संवत पर आधारित तिथि पत्रक एवं विक्रम संवत पर आधारित कालगणना पंचांग का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने 'विक्रम भारत' शीर्षक से विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा प्रारम्भ किये गये यूट्यूब चैनल का लोकार्पण भी किया।   विभिन्न संस्थाओं ने लिया संकल्प गौरव दिवस पर उज्जैन की विभिन्न संस्थाओं द्वारा जन-कल्याण के लिये संकल्प लिया गया। रामा दल अखाड़े की ओर से महन्त रामेश्वरदास द्वारा शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर एक लाख 25 हजार पौधे रोपने का संकल्प लिया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से प्रदीप गुरू द्वारा कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों को दो-दो हजार रुपये प्रतिमाह देने और उनके रहने, खाने एवं शिक्षा का प्रबंध करने का संकल्प लिया। उज्जयिनी सेवा समिति के सुधीरभाई गोयल द्वारा जन-सहयोग से जिले के सभी कुपोषित बच्चों, एचआईवी से पीड़ित बच्चों एवं बाल भिक्षावृत्ति से पीड़ित बच्चों की सहायता करने और शिप्रा तट पर 11 हजार पौधे लगाने की बात कही।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज उज्जयिनी का जन्म उत्सव है। अवन्तिका नगरी तीन लोक से न्यारी, देखो कितनी प्यारी है। यहाँ का शुद्ध एवं सात्विक वातावरण सबका मन मोहता है। अदभुत दिन है आज गुड़ी पड़वा का, इस दिन विक्रम संवत का प्रारम्भ हुआ। आज विक्रम उत्सव भी हो रहा है। हमें यह याद रखना चाहिये कि हमारी संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है।   मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को उज्जैन के गौरव दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विक्रम संवत ईस्वी सन से 57 वर्ष पुराना है। सनातन नया वर्ष आज प्रारम्भ हो रहा है और इसी दिन 2005 से हमने विक्रमोत्सव मनाना शुरू किया था। आज ही के दिन अवन्तिका का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी। सृष्टि को आरम्भ हुए एक अरब 95 करोड़ 58 लाख 85 हजार 123 वर्ष हो गये हैं। उज्जैन कालगणना की नगरी है। उज्जैन का गौरव सबको गौरवान्वित करता है। उज्जैन की अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है, जो युगों से पल्लवित होती रही है। सृष्टि के आरम्भ से ही उज्जयिनी का अस्तित्व माना जाता है। युग बदलते गये और उज्जैन को कभी उज्जयिनी, अवन्तिका, कनकश्रृंगा आदि नामों से जाना जाता रहा है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सृष्टि के प्रत्येक कल्प में उज्जयिनी का अस्तित्व रहा है। स्कंद पुराण में उज्जयिनी के 6 कल्पों के 6 नाम दिए गए हैं, जो कल्पवार क्रमशः कनकश्रृंगा, कुशस्थली, अवंतिका, अमरावती, चूड़ामणि एवं पद्मावती है। इसलिए उज्जैन को प्रतिकल्पा भी कहा गया है। अन्य ग्रंथों में उज्जयिनी को भोगवती, हिरण्यवती, विशाला आदि नामों से भी संबोधित किया गया है।   शहर के सभी प्रतिष्ठानों के नाम हिन्दी में हों मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कंद पुराण के अवंति खंड के अनुसार भगवान शिव अवंतिका में महाकाल वन में अधिष्ठित हैं। महाकाल वन प्रोजेक्ट में मन्दिरों की छटा को बढ़ाया जा रहा है। उज्जैन का सांस्कृतिक पुनरुत्थान होगा, विकास का नया इतिहास रचा जायेगा। आज हमें एक नया संकल्प लेना पड़ेगा। शहर में जितने भी होटल बने हैं, सबके नाम अंग्रेजी में लिखे हैं। मैं आग्रह करता हूँ कि सभी होटल्स के नाम हिन्दी में लिखे जाये। निज भाषा की उन्नति से ही हमारा शैक्षणिक विकास होगा। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज आ रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क विक्रम उद्योगपुरी में आ रहा है। कर्नाटक एंटीबायोटिक उद्योग भी उज्जैन में लगाया जा रहा है। इससे अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। उज्जैन का औद्योगिक विकास भी होगा।   शहर से पूरी तरह मिटायें भिक्षावृत्ति चौहान ने कहा कि आज उज्जैन के गौरव दिवस पर आह्वान करता हूँ कि उज्जैन से भिक्षावृत्ति को पूरी तरह मिटा दिया जाये। बच्चों के नशे की आदत छुड़ाने के लिये उज्जैन जिले के कलेक्टर ने बहुत मेहनत की है। बच्चे भीख न मांगे, उनकी शिक्षा और भोजन की व्यवस्था की जाये। शहर में एक ऐसा केन्द्र बनाकर दें, जहाँ भण्डारा निरन्तर चलता रहे। उन्होंने कहा कि शहर में दो-चार स्थान पर आनन्दक केन्द्र बनाये जायें, जहाँ पर लोग अपनी अनुपयोगी वस्तुओं को देने और जरूरतमंद लोग सामग्री प्राप्त करने का आनंद ले सके। गरीब के बच्चों की पढ़ाई के लिये मैं एक संकल्प लेता हूँ। ऐसे बच्चों का प्रवेश शुल्क एवं सम्पूर्ण शिक्षा के लिये फीस मामा शिवराज भरेगा।   दबंग और दादा लोगों को मिला दूंगा मिट्टी में मुख्यमंत्री ने कहा कि दबंग और दादा को मिट्टी में मिलाकर रहेंगे। बेटियों की तरफ गलत निगाह उठाने वालों को भी जमींदोज कर दिया जायेगा। ऐसे लोगों पर बुलडोजर चलेगा। शिव का डमरू बजेगा और त्रिशूल उठेगा। उन्होंने कहा कि नशा विनाश की जड़ है। चरस, हेरोईन जैसे नशे लोगों का जीवन तबाह करते हैं। हमें संकल्प लेना चाहिये कि हम नशामुक्त समाज बनायें।   नौका-विहार कर नागरिकों का किया अभिवादन मुख्यमंत्री चौहान, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं विधायक पारस जैन ने शिप्रा नदी में नौका-विहार कर नागरिकों का अभिवादन किया। इसके बाद गायक कैलाश खेर के मंच पर जाकर "स्वामी देना साथ हमारा" गीत में सुर से सुर मिलाया।   मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान का शासन भी विक्रमादित्य के यशस्वी शासन की तरह है। अभी एक माह पूर्व ही हमने दीपोत्सव मनाया था और आज विक्रमोत्सव और उज्जैन गौरव दिवस मना रहे हैं। यह मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न पंचांगों का विमोचन किया गया। यह कार्य भी अदभुत है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही शहर में औद्योगिकरण की नींव पड़ रही है। आज ही एक औद्योगिक इकाई का भूमि-पूजन किया गया है।   संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि हमें हमारे धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र को पहचानने की आवश्यकता है। हमारे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सेवा ही जीवन है, के संकल्प लेकर चल रहे हैं। इन्हीं के अनुरूप हमें कार्य करने की सीख लेना चाहिये। उन्होंने बताया कि विक्रमोत्सव में हुए कार्यक्रमों में विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति एवं परम्परा से उज्जैन निवासियों को अवगत कराने का प्रयास किया गया है।   पंचांगों का लोकार्पण मुख्यमंत्री चौहान एवं अन्य अतिथियों द्वारा विक्रमादित्य के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर गौरव दिवस का शुभारम्भ किया गया। साथ ही विक्रम पंचांग, मेला पंचांग, विक्रम संवत पर आधारित तिथि पत्रक एवं विक्रम संवत पर आधारित कालगणना पंचांग का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने 'विक्रम भारत' शीर्षक से विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा प्रारम्भ किये गये यूट्यूब चैनल का लोकार्पण भी किया।   विभिन्न संस्थाओं ने लिया संकल्प गौरव दिवस पर उज्जैन की विभिन्न संस्थाओं द्वारा जन-कल्याण के लिये संकल्प लिया गया। रामा दल अखाड़े की ओर से महन्त रामेश्वरदास द्वारा शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर एक लाख 25 हजार पौधे रोपने का संकल्प लिया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से प्रदीप गुरू द्वारा कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों को दो-दो हजार रुपये प्रतिमाह देने और उनके रहने, खाने एवं शिक्षा का प्रबंध करने का संकल्प लिया। उज्जयिनी सेवा समिति के सुधीरभाई गोयल द्वारा जन-सहयोग से जिले के सभी कुपोषित बच्चों, एचआईवी से पीड़ित बच्चों एवं बाल भिक्षावृत्ति से पीड़ित बच्चों की सहायता करने और शिप्रा तट पर 11 हजार पौधे लगाने की बात कही।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज उज्जयिनी का जन्म उत्सव है। अवन्तिका नगरी तीन लोक से न्यारी, देखो कितनी प्यारी है। यहाँ का शुद्ध एवं सात्विक वातावरण सबका मन मोहता है। अदभुत दिन है आज गुड़ी पड़वा का, इस दिन विक्रम संवत का प्रारम्भ हुआ। आज विक्रम उत्सव भी हो रहा है। हमें यह याद रखना चाहिये कि हमारी संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है।   मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को उज्जैन के गौरव दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विक्रम संवत ईस्वी सन से 57 वर्ष पुराना है। सनातन नया वर्ष आज प्रारम्भ हो रहा है और इसी दिन 2005 से हमने विक्रमोत्सव मनाना शुरू किया था। आज ही के दिन अवन्तिका का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी। सृष्टि को आरम्भ हुए एक अरब 95 करोड़ 58 लाख 85 हजार 123 वर्ष हो गये हैं। उज्जैन कालगणना की नगरी है। उज्जैन का गौरव सबको गौरवान्वित करता है। उज्जैन की अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है, जो युगों से पल्लवित होती रही है। सृष्टि के आरम्भ से ही उज्जयिनी का अस्तित्व माना जाता है। युग बदलते गये और उज्जैन को कभी उज्जयिनी, अवन्तिका, कनकश्रृंगा आदि नामों से जाना जाता रहा है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सृष्टि के प्रत्येक कल्प में उज्जयिनी का अस्तित्व रहा है। स्कंद पुराण में उज्जयिनी के 6 कल्पों के 6 नाम दिए गए हैं, जो कल्पवार क्रमशः कनकश्रृंगा, कुशस्थली, अवंतिका, अमरावती, चूड़ामणि एवं पद्मावती है। इसलिए उज्जैन को प्रतिकल्पा भी कहा गया है। अन्य ग्रंथों में उज्जयिनी को भोगवती, हिरण्यवती, विशाला आदि नामों से भी संबोधित किया गया है।   शहर के सभी प्रतिष्ठानों के नाम हिन्दी में हों मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कंद पुराण के अवंति खंड के अनुसार भगवान शिव अवंतिका में महाकाल वन में अधिष्ठित हैं। महाकाल वन प्रोजेक्ट में मन्दिरों की छटा को बढ़ाया जा रहा है। उज्जैन का सांस्कृतिक पुनरुत्थान होगा, विकास का नया इतिहास रचा जायेगा। आज हमें एक नया संकल्प लेना पड़ेगा। शहर में जितने भी होटल बने हैं, सबके नाम अंग्रेजी में लिखे हैं। मैं आग्रह करता हूँ कि सभी होटल्स के नाम हिन्दी में लिखे जाये। निज भाषा की उन्नति से ही हमारा शैक्षणिक विकास होगा। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज आ रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क विक्रम उद्योगपुरी में आ रहा है। कर्नाटक एंटीबायोटिक उद्योग भी उज्जैन में लगाया जा रहा है। इससे अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। उज्जैन का औद्योगिक विकास भी होगा।   शहर से पूरी तरह मिटायें भिक्षावृत्ति चौहान ने कहा कि आज उज्जैन के गौरव दिवस पर आह्वान करता हूँ कि उज्जैन से भिक्षावृत्ति को पूरी तरह मिटा दिया जाये। बच्चों के नशे की आदत छुड़ाने के लिये उज्जैन जिले के कलेक्टर ने बहुत मेहनत की है। बच्चे भीख न मांगे, उनकी शिक्षा और भोजन की व्यवस्था की जाये। शहर में एक ऐसा केन्द्र बनाकर दें, जहाँ भण्डारा निरन्तर चलता रहे। उन्होंने कहा कि शहर में दो-चार स्थान पर आनन्दक केन्द्र बनाये जायें, जहाँ पर लोग अपनी अनुपयोगी वस्तुओं को देने और जरूरतमंद लोग सामग्री प्राप्त करने का आनंद ले सके। गरीब के बच्चों की पढ़ाई के लिये मैं एक संकल्प लेता हूँ। ऐसे बच्चों का प्रवेश शुल्क एवं सम्पूर्ण शिक्षा के लिये फीस मामा शिवराज भरेगा।   दबंग और दादा लोगों को मिला दूंगा मिट्टी में मुख्यमंत्री ने कहा कि दबंग और दादा को मिट्टी में मिलाकर रहेंगे। बेटियों की तरफ गलत निगाह उठाने वालों को भी जमींदोज कर दिया जायेगा। ऐसे लोगों पर बुलडोजर चलेगा। शिव का डमरू बजेगा और त्रिशूल उठेगा। उन्होंने कहा कि नशा विनाश की जड़ है। चरस, हेरोईन जैसे नशे लोगों का जीवन तबाह करते हैं। हमें संकल्प लेना चाहिये कि हम नशामुक्त समाज बनायें।   नौका-विहार कर नागरिकों का किया अभिवादन मुख्यमंत्री चौहान, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं विधायक पारस जैन ने शिप्रा नदी में नौका-विहार कर नागरिकों का अभिवादन किया। इसके बाद गायक कैलाश खेर के मंच पर जाकर "स्वामी देना साथ हमारा" गीत में सुर से सुर मिलाया।   मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान का शासन भी विक्रमादित्य के यशस्वी शासन की तरह है। अभी एक माह पूर्व ही हमने दीपोत्सव मनाया था और आज विक्रमोत्सव और उज्जैन गौरव दिवस मना रहे हैं। यह मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न पंचांगों का विमोचन किया गया। यह कार्य भी अदभुत है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही शहर में औद्योगिकरण की नींव पड़ रही है। आज ही एक औद्योगिक इकाई का भूमि-पूजन किया गया है।   संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि हमें हमारे धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र को पहचानने की आवश्यकता है। हमारे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सेवा ही जीवन है, के संकल्प लेकर चल रहे हैं। इन्हीं के अनुरूप हमें कार्य करने की सीख लेना चाहिये। उन्होंने बताया कि विक्रमोत्सव में हुए कार्यक्रमों में विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति एवं परम्परा से उज्जैन निवासियों को अवगत कराने का प्रयास किया गया है।   पंचांगों का लोकार्पण मुख्यमंत्री चौहान एवं अन्य अतिथियों द्वारा विक्रमादित्य के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर गौरव दिवस का शुभारम्भ किया गया। साथ ही विक्रम पंचांग, मेला पंचांग, विक्रम संवत पर आधारित तिथि पत्रक एवं विक्रम संवत पर आधारित कालगणना पंचांग का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने 'विक्रम भारत' शीर्षक से विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा प्रारम्भ किये गये यूट्यूब चैनल का लोकार्पण भी किया।   विभिन्न संस्थाओं ने लिया संकल्प गौरव दिवस पर उज्जैन की विभिन्न संस्थाओं द्वारा जन-कल्याण के लिये संकल्प लिया गया। रामा दल अखाड़े की ओर से महन्त रामेश्वरदास द्वारा शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर एक लाख 25 हजार पौधे रोपने का संकल्प लिया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से प्रदीप गुरू द्वारा कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों को दो-दो हजार रुपये प्रतिमाह देने और उनके रहने, खाने एवं शिक्षा का प्रबंध करने का संकल्प लिया। उज्जयिनी सेवा समिति के सुधीरभाई गोयल द्वारा जन-सहयोग से जिले के सभी कुपोषित बच्चों, एचआईवी से पीड़ित बच्चों एवं बाल भिक्षावृत्ति से पीड़ित बच्चों की सहायता करने और शिप्रा तट पर 11 हजार पौधे लगाने की बात कही।

Kolar News

Kolar News 3 April 2022

उज्जैन। राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल शनिवार को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के 26वें दीक्षान्त समारोह में शामिल हुए। उन्होंने दीक्षार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दीक्षान्त समारोह नववर्ष विक्रम संवत की शुरुआत के दिन सम्पन्न हुआ है। यह बहुत ही गौरव का विषय है। इस अवसर पर सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि महान सम्राट विक्रमादित्य के नाम से संचालित इस विश्वविद्यालय से शिक्षा एवं दीक्षा प्राप्त कर आप सभी अपने जीवन में बहुत उन्नति करें, प्रगति करें, पर अपने माता-पिता एवं मातृभूमि को सदैव याद रखें। आपने यहां आज जो प्रतिज्ञा एवं संकल्प लिये हैं, उन्हें हमेशा अपने जीवन में याद रखें और अमल में लाएं।   राज्यपाल पटेल ने कहा कि यहां के शिक्षक इतने योग्य एवं विद्वान हैं कि विश्वविद्यालय निरन्तर शिक्षा एवं नवीन तकनीक को आगे बढ़ाने के क्षेत्र में निरन्तर अग्रसर होता रहेगा। आप जिस समाज में रहें, वहां हमेशा वंचित लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार सदैव सहयोग करें। वंचित लोगों के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में हरसंभव मदद करें। शिक्षा ही ऐसा मार्ग है, जिससे हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। शिक्षा ही समाज के सम्पूर्ण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है।   उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने भी शिक्षा को महत्वपूर्ण माना है। इतिहास में चाणक्य जैसे गुरू ने चंद्रगुप्त जैसे शिष्य को शिक्षा देकर महान सम्राट बनाया। विक्रम विश्वविद्यालय में भी ऐसे ही शिक्षक मौजूद हैं, जो विद्यार्थी को उन्नति के चरम तक पहुंचा सकते हैं। विक्रम विश्वविद्यालय का माहौल ऐसा बनाया जाये कि यहां का हर विद्यार्थी हर चुनौती का सामना करते हुए विकास के पथ पर आगे बढ़े और विश्वविद्यालय का नाम विश्व में हो।   उन्होंने कहा कि दीक्षान्त समारोह में आज जो युवा शिक्षित और संकल्पित हुए हैं मैं उनसे कहता हूं कि यह तो सिर्फ शुरूआत है, आगे आपको अपने जीवन में कई मंजिलें प्राप्त करनी है। आप अपने लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य के लिये सतत प्रयत्नशील रहें। सफलता जरूर मिलती है। समाज में अपना चरित्र उत्तम रखें। अपनी प्रतिभा से ऐसी छाप छोड़ें, जिससे विक्रम विश्वविद्यालय का नाम हो। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शिक्षा एवं समाज के विकास के लिये किये जा रहे कार्यों के बारे में बताते हुए दीक्षार्थियों को उन्हें आगे बढ़ाने के लिये संकल्प लेने को कहा।   उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विक्रम विवि को राज्यपाल एवं कुलाधिपति के मार्गदर्शन में नई ऊंचाइयां मिली हैं। इसके लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। मैं चाहता हूं कि कुलाधिपति के मार्गदर्शन में इस विश्वविद्यालय से हर क्षेत्र में विद्यार्थी अपना विकास कर चहुंओर समाज में हर क्षेत्र में उन्नति का पथ प्रदर्शित करें। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रारम्भ की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा देश का चतुर्दिक विकास एवं आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। इस शिक्षा नीति में भारत की महान प्राचीन परम्परा तथा सांस्कृतिक आदर्शों, ध्येय तथा मूल्यों को आदर्श बनाया गया है। प्रत्येक व्यक्ति में सृजनात्क क्षमताओं का सर्वांगीण विकास इस नीति के माध्यम से होगा।   सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि यह दीक्षान्त प्रमाण-पत्र प्राप्त करना आपकी मंजिल नहीं है। अभी तो आपको कई लक्ष्य और मंजिलें प्राप्त करनी हैं। आपके कुलपति द्वारा दिलाये गये संकल्पों को अमल में लाते हुए समाज में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने सभी को आगामी भविष्य के लिये शुभकामनाएं दी।   दीक्षान्त समारोह में उपस्थित नोबल शान्ति पुरस्कार प्राप्त समाजसेवक कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि आज सभी शोधार्थियों के लिये विशेष दिन है। इस विशेष दिन के अवसर पर आपको नये संकल्पों, नये सपनों के लिये शपथ दिलाई गई है। यह आज का दिन आपके संकल्पों और सपनों का उत्सव है। इस समारोह में आपको सदाचरण की शपथ दिलाई गई है, उसे हमेशा याद रखें और सदाचरण करते हुए समाज में रहें। आपके माता-पिता, गुरुओं एवं राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता के लिये भी आपने संकल्प लिया है। उन्हें आप हमेशा याद रखें। आपके जीवन के अब तक के विकास में जिन-जिन व्यक्तियों, माता-पिता, गुरू, भाई, बहन, जिनका भी सहयोग रहा है, उनके लिये हमेशा कृतज्ञ रहें। इस दीक्षान्त समारोह से जाने के बाद अपने ज्ञान और ऊर्जा का उपयोग राष्ट्र के निर्माण में करें। यहां के छात्र इस तरह से अपनी ऊर्जा का उपयोग करें कि भारत विश्वगुरू के रूप में पहचाना जाये, फिर से सोने की चिड़िया कहलाये।   समारोह के प्रारम्भ में विद्यार्थियों द्वारा मालवांचल के पारम्परिक नृत्य द्वारा राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं अतिथियों की अगवानी की गई। अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में महाराजा विक्रमादित्य के मूर्तिशिल्प पर पुष्प अर्पित किये गये। कार्यवाही कुल सचिव डॉ.पुराणिक द्वारा कुलाधिपति की अनुमति से प्रारम्भ की गई। कुलपति प्रो.पाण्डेय ने सभी का शाब्दिक स्वागत किया। विश्वविद्यालय के कार्य परिषद के सदस्यों ने राज्यपाल पटेल एवं सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ, तुलसी का पौधा, शाल, प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। तत्पश्चात विश्वविद्यालय से सभी संकाय के गोल्ड मेडल, डीलिट, पीएचडी की उपाधि प्राप्त शोधार्थियों को अतिथियों द्वारा मंच से उपाधि एवं मेडल प्रदान किये गये।

Kolar News

Kolar News 2 April 2022

भोपाल। प्रदेश में शुक्रवार से नई शराब नीति लागू हो गई है। नई नीति के तहत राज्य में शराब की कीमतें कम हो गई हैं। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस तो लगातार सरकार पर हमलावर है ही, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेत्री उमा भारती ने भी एक बार फिर तीखे तेवर दिखाए हैं। उन्होंने शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर राज्य सरकार को फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है।   बता दें कि उमा भारती काफी समय से मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर मुखर है। उन्होंने इसके लिए अभियान चलाने की चेतावनी भी दी थी। अब उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि कल से चैत्र की नवरात्रि शुरू हो रही है। यह नौ दिन नारी शक्ति की पूजा का पर्व है। वहीं आज हमने मध्य प्रदेश में नई शराब नीति लागू की है, इसमें लोगों को ज्यादा शराब कैसे पिलाई जा सके, अहातों में ज्यादा शराब कैसे परोसी जा सके, इस व्यवस्था को निश्चित किया है। प्रदेश में इसका सर्वत्र नारी शक्ति द्वारा विरोध हो रहा है।   उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाइयां इसी प्रकार की शराब की नीति के विरोध में सड़क पर उतर आई हैं। मैं मध्य प्रदेश की महिलाओं एवं बेटियों के साथ हूं, शराब खोरी के शिकार हो गए बेटों के लिए भी चिंतित हूं, उनकी इज्जत एवं जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं। इस पर शर्मिंदा भी हूं।   उमा भारती के सरकार पर सवाल उठाने के बाद कांग्रेस ने भी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने उमा भारती के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उमा जी, आपकी सारे बातें सही है लेकिन सिर्फ़ एक दिन पत्थर फेंकने से काम नहीं चलने वाला है। विरोध में सड़कों पर उतरना होगा। मामाजी की सरकार को बहन-बेटियों की कोई चिंता नहीं है। उन्हें तो बस राजस्व की ही चिंता है। नवरात्रि पर्व में नई शराब नीति प्रदेश में लागू। घर-घर शराब, सस्ती शराब।

Kolar News

Kolar News 1 April 2022

भोपाल । चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को बताया कि प्रदेश में स्टेम सेल थैरेपी आधारित बोनमेरो ट्रांसप्लांट एवं पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना की जा रही है। मध्यप्रदेश में चार मेडिकल कॉलेज भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा में यह सुविधा प्रारंभ होगी। लगभग 6 माह में इसे विकसित किया जायेगा। मंत्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में चिकित्सकीय सेवाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसी क्रम में अब रक्त से संबंधित असाध्य रोग को ब्लड कैंसर के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में बच्चों की जेनेटिक बीमारियां जैसे सिकल सेल एनीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया, थैलीसीमिया तथा कैंसर ल्यूकीमिया, मल्टीपल माईलोमा, नॉन हॉजकिन्स लिंफोमा के उपचार के लिए बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना की जाएगी। प्रथम चरण में गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में 6 बिस्तरीय बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट एवं 24 बिस्तरीय पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना की जाएगी। इस यूनिट के माध्यम से विश्व-स्तरीय चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें स्वयं के (ऑटोलॉगस) स्टेम सेल ग्राफ्टिंग एवं अन्य व्यक्ति के (एलोजेनिक) बोनमेरो ट्रांसप्लांट किया जाएगा। बोनमेरो ट्रांसप्लांट मंत्री सारंग ने बताया कि बच्चों में सिकल सेल एनीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया एवं थैलीसीमिया जैसी जेनटिक बीमारियों के कारण बच्चों के संक्रमित बोनमेरो को निकाल कर दूसरे व्यक्ति का स्वस्थ बोनमेरो करने के बाद बोनमेरो ट्रांसप्लांट किया जाएगा। पीड़ित बच्चों के बोनमेरो को ट्रांसप्लांट करने के लिए प्राथमिक डोनर बच्चों के भाई-बहन होते हैं, जिनका बोनमेरो के बच्चों के बोनमेरो से मैच करने की संभावना 25 प्रतिशत से अधिक होती है।   स्टेम सेल ट्रांसप्लांट मंत्री सारंग ने बताया कि कैंसर जैसे ल्यूकीमिया, मल्टीपल माईलामा, नॉन हॉजकिन्स लिंफोमा के पीड़ित मरीजों में उनके ही स्टेम सेल को निकाल कर ऑटोलॉगस स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया जाएगा। पीड़ित मरीज के ही स्टेम सेल को निकाला जाएगा, फिर उसको क्रायो प्रिजर्व किया जाएगा। उसके बाद उसी मरीज में ऑटालॉगस ट्रांसप्लांट जाएगी। बोनमेरो के लिए सेकेड़ी डोनर मंत्री सारंग ने बताया कि पीड़ित बच्चों के भाई-बहन के न होने की स्थिति में अन्य व्यक्ति के बोनमेरो, जो बच्चों के साथ 100 प्रतिशत मैच करता है, को उपयोग में लिया जा सकता है। सेकेंड्री डोनर को स्टेम सेल रजिस्ट्री के माध्यम से चिन्हित किया जाता है।   स्टेम सेल रजिस्ट्री मंत्री सारंग ने बताया कि भारत सरकार की स्टेम सेल रजिस्ट्री में कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से अपने बोनमेरो को डोनेट करने के लिए स्वयं को रजिस्टर कर सकता है। किसी भी पीड़ित बच्चों के बोनमेरो से मैच होने पर वह अपने बोनमेरो को डोनेट कर सकता है। परियोजना विवरण एवं लक्ष्य मंत्री सारंग ने बताया कि बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट में 6 बिस्तर और पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट में 24 बिस्तर शामिल है। इसमें आईसीयू के 6 बिस्तर है। इस यूनिट के द्वारा एक वर्ष में लगभग 20 बोनमेरो ट्रांसप्लांट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।   अमेरिका के बोनमेरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ के साथ सहभागिता मंत्री सारंग ने बताया कि बच्चों में कैंसर एवं जेनेटिक बीमारियों के उपचार के लिए विश्व-स्तरीय चिकित्सा व्यवस्था विकसित कर अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयार्क के विख्यात बोनमेरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश सतवानी नि:शुल्क चिकित्सकीय उपचार एवं सहयोग प्रदान करेंगे। जन-जागरण अभियान मंत्री सारंग ने बताया कि बोनमेरो ट्रांसप्लांट के लिए जन-जागरण अभियान भी चलाया जाएगा। इस अभियान में बोनमेरो ट्रांसप्लांट के माध्यम से ठीक होने वाली असाध्य बीमारियों के बारे में जन-जागरण किया जाएगा एवं बोनमेरो ट्रांसप्लांट के लिए डोनेशन करने के लिए लोगो को प्रेरित भी किया जाएगा।   स्टेम सेल रिसर्च सेंटर मंत्री सारंग ने बताया कि स्टेम सेल थेरेपी के माध्यम से रक्त-जनित बीमारियों के उपचार के अतिरिक्त अन्य असाध्य चिकित्सीय बीमारियों के लिए स्टेम सेल थेरेपी के उपयोग के लिए भोपाल में रिसर्च यूनिट को विकसित किया जाएगा, जिससे भविष्य में इन असाध्य बीमारियों का स्टेम सेल थेरेपी के माध्यम से उपचार किया जाना संभव हो सके।

Kolar News

Kolar News 1 April 2022

भोपाल। सहकारिता क्षेत्र के पुरोधा, पूर्व उप मुख्यमंत्री, किसान नेता और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय सुभाष यादव की 76वीं जयंती पर शुक्रवार को पीसीसी में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।   कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के राजनैतिक जीवन और उनके संघर्ष का वृतांत कांग्रेसजनों से सांझा करते हुए कहा कि सुभाष भाई ने गरीबों, किसानों और हर वर्ग के लिए संघर्ष कर उन्हें नई दिशा दिखाई, उसी का परिणाम है कि आज भी वे किसानों के लिए एक मसीहा के रूप में विद्यमान हैं। उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में अपनी दृढ़इच्छाशक्ति का परिचय दिया। सातवीं लोकसभा में हमने साथ-साथ प्रवेश लिया, साथ में काम किया। प्रदेश के विकास की योजनाओं के लिए हम साथ-साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, व तत्कालीन केंद्रीय नेताओं के पास जाते थे।   पूर्व सीएम ने कहा कि सहकारिता के पुरोधा के रूप में अपनी ख्याति पाने वाले स्व. यादव ने छोटे से कार्यकर्ता से लेकर विधायक, सांसद, जल संसाधन मंत्री और उप मुख्यमंत्री तक का लंबा राजनैतिक सफर तय करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने क्षेत्र एवं प्रदेश की जनता, किसानों, गरीबों, अजा-अजजा, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के हित के लिए निरंतर कार्य किया, प्रदेश में सहकारिता का सबसे बड़ा आंदोलन किया तथा सहकारिता के क्षेत्र में एक विशाल जाल बिछाया, उन्होंने हमेशा जमीन से जुडक़र कार्य किया और उसमें अपार सफलता भी अर्जित की। राजनीति उन्हें विरासत में नहीं मिली थी, उन्होंने राजनीति में स्वयं अपनी जमीन बनायी। वे कांग्रेस के ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के नेता थे।   कमलनाथ ने कहा आज की राजनीति बदल गई है, नई पीढ़ी का भविष्य चुनौतीपूर्ण है। आज के नौजवानों में एक तड़प है। कृषि क्षेत्र में हमने नीति बनाई, किसानों का कर्ज माफ किया। यदि नौजवानों, किसानों का भविष्य अंधकार में रहेगा तो प्रदेश का भविष्य क्या होगा? भाजपा राज में खोखली घोषणाएं हो रही हैं, जमीन पर कुछ नहीं है। कहते हैं एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, कहां से मिलेगा? रोजगार के लिए घोटाले हो रहे हैं। पैसे दो काम लो की राजनीति चल रही है।

Kolar News

Kolar News 1 April 2022

भोपाल। सहकारिता क्षेत्र के पुरोधा, पूर्व उप मुख्यमंत्री, किसान नेता और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय सुभाष यादव की 76वीं जयंती पर शुक्रवार को पीसीसी में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।   कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के राजनैतिक जीवन और उनके संघर्ष का वृतांत कांग्रेसजनों से सांझा करते हुए कहा कि सुभाष भाई ने गरीबों, किसानों और हर वर्ग के लिए संघर्ष कर उन्हें नई दिशा दिखाई, उसी का परिणाम है कि आज भी वे किसानों के लिए एक मसीहा के रूप में विद्यमान हैं। उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में अपनी दृढ़इच्छाशक्ति का परिचय दिया। सातवीं लोकसभा में हमने साथ-साथ प्रवेश लिया, साथ में काम किया। प्रदेश के विकास की योजनाओं के लिए हम साथ-साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, व तत्कालीन केंद्रीय नेताओं के पास जाते थे।   पूर्व सीएम ने कहा कि सहकारिता के पुरोधा के रूप में अपनी ख्याति पाने वाले स्व. यादव ने छोटे से कार्यकर्ता से लेकर विधायक, सांसद, जल संसाधन मंत्री और उप मुख्यमंत्री तक का लंबा राजनैतिक सफर तय करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने क्षेत्र एवं प्रदेश की जनता, किसानों, गरीबों, अजा-अजजा, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के हित के लिए निरंतर कार्य किया, प्रदेश में सहकारिता का सबसे बड़ा आंदोलन किया तथा सहकारिता के क्षेत्र में एक विशाल जाल बिछाया, उन्होंने हमेशा जमीन से जुडक़र कार्य किया और उसमें अपार सफलता भी अर्जित की। राजनीति उन्हें विरासत में नहीं मिली थी, उन्होंने राजनीति में स्वयं अपनी जमीन बनायी। वे कांग्रेस के ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के नेता थे।   कमलनाथ ने कहा आज की राजनीति बदल गई है, नई पीढ़ी का भविष्य चुनौतीपूर्ण है। आज के नौजवानों में एक तड़प है। कृषि क्षेत्र में हमने नीति बनाई, किसानों का कर्ज माफ किया। यदि नौजवानों, किसानों का भविष्य अंधकार में रहेगा तो प्रदेश का भविष्य क्या होगा? भाजपा राज में खोखली घोषणाएं हो रही हैं, जमीन पर कुछ नहीं है। कहते हैं एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, कहां से मिलेगा? रोजगार के लिए घोटाले हो रहे हैं। पैसे दो काम लो की राजनीति चल रही है।

Kolar News

Kolar News 1 April 2022

भोपाल। सहकारिता क्षेत्र के पुरोधा, पूर्व उप मुख्यमंत्री, किसान नेता और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय सुभाष यादव की 76वीं जयंती पर शुक्रवार को पीसीसी में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।   कमलनाथ ने स्वर्गीय यादव के राजनैतिक जीवन और उनके संघर्ष का वृतांत कांग्रेसजनों से सांझा करते हुए कहा कि सुभाष भाई ने गरीबों, किसानों और हर वर्ग के लिए संघर्ष कर उन्हें नई दिशा दिखाई, उसी का परिणाम है कि आज भी वे किसानों के लिए एक मसीहा के रूप में विद्यमान हैं। उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में अपनी दृढ़इच्छाशक्ति का परिचय दिया। सातवीं लोकसभा में हमने साथ-साथ प्रवेश लिया, साथ में काम किया। प्रदेश के विकास की योजनाओं के लिए हम साथ-साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, व तत्कालीन केंद्रीय नेताओं के पास जाते थे।   पूर्व सीएम ने कहा कि सहकारिता के पुरोधा के रूप में अपनी ख्याति पाने वाले स्व. यादव ने छोटे से कार्यकर्ता से लेकर विधायक, सांसद, जल संसाधन मंत्री और उप मुख्यमंत्री तक का लंबा राजनैतिक सफर तय करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने क्षेत्र एवं प्रदेश की जनता, किसानों, गरीबों, अजा-अजजा, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के हित के लिए निरंतर कार्य किया, प्रदेश में सहकारिता का सबसे बड़ा आंदोलन किया तथा सहकारिता के क्षेत्र में एक विशाल जाल बिछाया, उन्होंने हमेशा जमीन से जुडक़र कार्य किया और उसमें अपार सफलता भी अर्जित की। राजनीति उन्हें विरासत में नहीं मिली थी, उन्होंने राजनीति में स्वयं अपनी जमीन बनायी। वे कांग्रेस के ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के नेता थे।   कमलनाथ ने कहा आज की राजनीति बदल गई है, नई पीढ़ी का भविष्य चुनौतीपूर्ण है। आज के नौजवानों में एक तड़प है। कृषि क्षेत्र में हमने नीति बनाई, किसानों का कर्ज माफ किया। यदि नौजवानों, किसानों का भविष्य अंधकार में रहेगा तो प्रदेश का भविष्य क्या होगा? भाजपा राज में खोखली घोषणाएं हो रही हैं, जमीन पर कुछ नहीं है। कहते हैं एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, कहां से मिलेगा? रोजगार के लिए घोटाले हो रहे हैं। पैसे दो काम लो की राजनीति चल रही है।

Kolar News

Kolar News 1 April 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के हित में की गई घोषणा के अनुसार राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में सभी वर्ग के बिजली उपभोक्ताओं को लगभग 22 हजार 500 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। विगत वित्तीय वर्ष में लगभग 21 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई थी।   ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गुरुवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित में लगातार कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा 31 मार्च को जारी दरों की लगभग 7 प्रतिशत राशि ही कृषि उपभोक्ताओं को जमा करनी होगी। कृषि उपभोक्ताओं के बिल की शेष 93 प्रतिशत राशि सब्सिडी के रूप में सरकार वहन करेगी।   तोमर ने बताया कि मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा 31 मार्च, 2022 को जारी विद्युत दरों के अनुसार क्रमश: 3 हॉर्स पॉवर, 5 हॉर्स पॉवर एवं 10 हॉर्स पावर के कृषि उपभोक्ताओं को पूरे वर्ष में 29 हजार 252 रुपये, 52 हजार 177 रुपये एवं एक लाख 10 हजार 608 रुपये का देयक बनता है। इस पर राज्य शासन द्वारा कृषि पंपो पर सब्सिडी की घोषणा की गई है। इसके अनुसार किसानों को मात्र 750 रूपये प्रति हॉर्स पॉवर प्रति वर्ष अर्थात उपरोक्त श्रेणी के उपभोक्ताओं को क्रमश: कुल 2250 रुपये, 3750 रुपये एवं 7500 रुपये का ही भुगतान करना होगा।   सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार कृषिउपभोक्ताओं को विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी दरों पर सब्सिडी स्वीकृत की गई है। इसके अनुसार उपभोक्ता द्वारा दी जाने वाली राशि (750 रुपये प्रति हॉर्स पॉवर) एवं आयोग द्वारा जारी दरों का अंतर सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। इस प्रकार सब्सिडी देने पर शासन प्रत्येक 3 हॉर्स पावर पम्प के लिये कुल राशि 27 हजार 2 रुपये, 5 हॉर्स पावर पम्प के लिये कुल राशि 48 हजार 427 रुपये और 10 हॉर्स पावर पम्प के लिये कुल राशिएक लाख 3 हजार 108 रूपये का भुगतान सब्सिडी के रूप में वहन करेगी। इस तरह से घोषणा अनुसार कृषिउपभोक्ताओं को नियामक आयोग द्वारा जारी दरों की मात्र लगभग 7 प्रतिशत राशिही जमा करना होगी, जबकि म.प्र. सरकार कृषिउपभोक्ताओं के बिलों का लगभग 93 प्रतिशत राशिसब्सिडी के रूप में वहन करेगी।   एक करोड़ 8 लाख घरेलू एवं 35 लाख कृषि उपभोक्ताओं को मिल रही सब्सिडी गौरतलब है कि कृषि श्रेणी के उपभोक्ताओं के अलावा 150 यूनिट प्रति माह तक मासिक खपत वाले घरेलू उपभोक्ताओं को प्रथम 100 यूनिट पर मात्र 100 रुपये का ही भुगतान करना होता है, जबकि 100 यूनिट खपत पर शहर के प्रत्येक घरेलू उपभोक्ताओं के लिये सरकार सब्सिडी के रूप में लगभग 517 रुपये का भुगतान कर रही है। इस तरह से प्रदेश में लगभग एक करोड़ 8 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता सब्सिडी का लाभ ले रहे हैं। साथ ही कुल 35 लाख कृषि उपभोक्ता सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।   बिजली बिल की आस्थगित 6400 करोड़ रुपये माफ होंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड से प्रभावित घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की 31 अगस्त, 2020 तक की पूरी बकाया राशि लगभग 6400 करोड़ रुपये माफ करने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में एक किलोवॉट तक के संयोजित भार वाले घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के देयकों की 31 अगस्त 2020 तक की मूल बकाया राशि एवं अधिभार की आस्थगित राशि के भुगतान में उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा "समाधान योजना" लागू की गई थी।

Kolar News

Kolar News 31 March 2022

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 01 अप्रैल को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान विद्यार्थियों और अभिभावकों से चर्चा करेंगे। चर्चा में प्रधानमंत्री विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव से मुक्ति के गुर बताते हुए उनका उत्साहवर्धन करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल के टीटी नगर स्थित शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के बाद प्रदेश के विद्यार्थियों और अभिभावकों से संवाद करेंगे। संवाद का सजीव प्रसारण, प्रादेशिक चैनलों, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया जायेगा।   सभी विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षकों से शामिल होने की अपील प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी सभी विद्यार्थियों से परीक्षाओं, पढ़ाई, जीवन एवं अन्य विषयों संबंधी विभिन्न पहलु पर बात करेंगे। इस कार्यक्रम को परीक्षा उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से महत्वपूर्ण विषय पर प्रधानमंत्री मोदी को सुनने का माहौल बनाए। प्रधानमंत्री मोदी का संवाद निश्चित रूप से इस वर्ष और अगले वर्ष की परीक्षा में भी उपयोगी साबित होगा। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के संदर्भ में समाज की भूमिका भी सबके सामने लायेगा। शिक्षा के इस पड़ाव में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और शिक्षक समाज में बदलाव का महत्वपूर्ण कारक भी हैं। हमारे विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक तीनों मिलकर राष्ट्र निर्माण के यज्ञ में अपने आप को समर्पित करें।

Kolar News

Kolar News 31 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के पर्चे का जो स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, वह परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के सागर स्थित ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस से जारी हुआ बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद परिवहन मंत्री राजपूत विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। वहीं, इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा परिवहन मंत्री के बचाव में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज को कंपनी किराए पर लेती है। 25 मार्च को को जिस कॉलेज से पेपर लीक होना बताया गया है, उसे एक कंपनी ने किराए पर लिया था। इसलिए सीधा कॉलेज के बारे में नहीं कहना चाहिए। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आरक्षक भर्ती में सिर्फ एक शिकायत विकास मीना नामक अभ्यर्थी की आई थी। इन्होंने कहा था कि पहले क्वालीफाई हो गया हूं और बाद में डिस्क्वालिफाइड कर दिया। परीक्षण में पाया गया कि विकास पहले से ही डिस्क्वालिफाइड थे। एक ही बार रिजल्ट जारी हुआ। पुलिस आरक्षक भर्ती की 2017 की जो प्रक्रिया थी, उसके खिलाफ भी लोग इंदौर हाईकोर्ट गए थे। इंदौर हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को सही माना था। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है।

Kolar News

Kolar News 31 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के पर्चे का जो स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, वह परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के सागर स्थित ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस से जारी हुआ बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद परिवहन मंत्री राजपूत विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। वहीं, इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा परिवहन मंत्री के बचाव में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज को कंपनी किराए पर लेती है। 25 मार्च को को जिस कॉलेज से पेपर लीक होना बताया गया है, उसे एक कंपनी ने किराए पर लिया था। इसलिए सीधा कॉलेज के बारे में नहीं कहना चाहिए। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आरक्षक भर्ती में सिर्फ एक शिकायत विकास मीना नामक अभ्यर्थी की आई थी। इन्होंने कहा था कि पहले क्वालीफाई हो गया हूं और बाद में डिस्क्वालिफाइड कर दिया। परीक्षण में पाया गया कि विकास पहले से ही डिस्क्वालिफाइड थे। एक ही बार रिजल्ट जारी हुआ। पुलिस आरक्षक भर्ती की 2017 की जो प्रक्रिया थी, उसके खिलाफ भी लोग इंदौर हाईकोर्ट गए थे। इंदौर हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को सही माना था। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है।

Kolar News

Kolar News 31 March 2022

भोपाल। रीवा स्थित सर्किट हाउस में एक महंत सहित 4 लोगों पर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा है। पीडि़ता के बयान के आधार पर सिविल लाइन पुलिस में मामला दर्ज कर जहां हिस्ट्रीशीटर विनोद पांडे को गिरफ्तार कर लिया है वहीं अन्य तीन की तलाश तेज कर दी है। इस पूरे मामले को मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शर्मनाक बताते हुए आरापितों पर कढ़ी कार्रवाई की मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के रीवा में सर्किट हाउस में एक नाबालिग छात्रा से एक कथावाचक व अन्य लोगों द्वारा गैंगरेप की घटना बेहद निंदनीय। कैसे इन लोगों को सर्किट हाउस आवंटित हुआ, कैसे उसमें शराब पार्टी हुई, यह जाँच का विषय है, अपराधियों पर, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। बता दें कि पूरी वारदात 28 मार्च की है। आरोपित संत एनेक्सी भवन रूम नंबर-4 में ठहरा हुआ था। सर्किट हाउस में रूम हिस्ट्रीशीटर बदमाश विनोद पांडे के नाम पर ही बुक था। महंत के पास लडक़ी को बदमाश विनोद ही लेकर गया। किशोरी को यह कहा गया था कि महंत के विशेष आशीर्वाद से उसके बिगड़े काम बन जाएंगे। यहां कशोरी को पहले शराब पिलाने की कोशिश की गई। बाद में उसे कमरा बंद कर हवस का शिकार बनाया गया। आरोपित महंत श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व सदस्य व पूर्व सांसद रामविलास वेदांती का शिष्य है।

Kolar News

Kolar News 30 March 2022

भोपाल। रीवा स्थित सर्किट हाउस में एक महंत सहित 4 लोगों पर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा है। पीडि़ता के बयान के आधार पर सिविल लाइन पुलिस में मामला दर्ज कर जहां हिस्ट्रीशीटर विनोद पांडे को गिरफ्तार कर लिया है वहीं अन्य तीन की तलाश तेज कर दी है। इस पूरे मामले को मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शर्मनाक बताते हुए आरापितों पर कढ़ी कार्रवाई की मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के रीवा में सर्किट हाउस में एक नाबालिग छात्रा से एक कथावाचक व अन्य लोगों द्वारा गैंगरेप की घटना बेहद निंदनीय। कैसे इन लोगों को सर्किट हाउस आवंटित हुआ, कैसे उसमें शराब पार्टी हुई, यह जाँच का विषय है, अपराधियों पर, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। बता दें कि पूरी वारदात 28 मार्च की है। आरोपित संत एनेक्सी भवन रूम नंबर-4 में ठहरा हुआ था। सर्किट हाउस में रूम हिस्ट्रीशीटर बदमाश विनोद पांडे के नाम पर ही बुक था। महंत के पास लडक़ी को बदमाश विनोद ही लेकर गया। किशोरी को यह कहा गया था कि महंत के विशेष आशीर्वाद से उसके बिगड़े काम बन जाएंगे। यहां कशोरी को पहले शराब पिलाने की कोशिश की गई। बाद में उसे कमरा बंद कर हवस का शिकार बनाया गया। आरोपित महंत श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व सदस्य व पूर्व सांसद रामविलास वेदांती का शिष्य है।

Kolar News

Kolar News 30 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 2 मई को हर साल लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा। इसके स्वरूप को अंतिम रूप देने की तैयारी पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि हर गाँव में लाड़ली लक्ष्मी क्लब का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को मंत्रालय में गत दिनों पचमढ़ी में चिंतन कैबिनेट बैठक के निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल और राज्य मंत्री नर्मदा घाटी विकास भारत सिंह कुश्वाह, राज्य मंत्री पंचायत एवं ग्रामीय विकास रामखेलावन पटेल, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वित्त मनोज गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।   7 अप्रैल को मनेगा अन्न उत्सव मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 7 अप्रैल को अन्न उत्सव मनाया जाएगा। राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम राइज स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो। सीएम राइज स्कूलों को गंभीरता से सोच- समझकर शुरू कराया जाए। शिक्षकों का प्रशिक्षण भी किया जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को प्रदेश में दो दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलेंडर बनाकर दिसम्बर के अंत तक सभी जिलों में शिविर लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्ण होने वाली नल-जल परियोजनाओं को उत्सव मनाकर शुरू कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पशुओं के लिए भूसा तैयार करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। भूसे की बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखकर इस दिशा में शीघ्र कार्य-योजना बना ली जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर प्रदेश के हर जिले में 75 तालाब बनाने के निर्देश दिए।   जम्बूरी मैदान में होगा आयोजित अम्बेडकर जयंती का मुख्य कार्यक्रम मुख्यमंत्री चौहान ने आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर जयंती का राज्य स्तरीय कार्यक्रम भोपाल के जम्बूरी मैदान में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती कार्यक्रम में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए तीन योजनाओं का लाभ देने का निर्णय लिया गया था। इसका लाभ डॉ. अम्बेडकर जयंती पर हितग्राहियों को दिलाना सुनिश्चित किया जाए।

Kolar News

Kolar News 29 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 2 मई को हर साल लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा। इसके स्वरूप को अंतिम रूप देने की तैयारी पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि हर गाँव में लाड़ली लक्ष्मी क्लब का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को मंत्रालय में गत दिनों पचमढ़ी में चिंतन कैबिनेट बैठक के निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल और राज्य मंत्री नर्मदा घाटी विकास भारत सिंह कुश्वाह, राज्य मंत्री पंचायत एवं ग्रामीय विकास रामखेलावन पटेल, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वित्त मनोज गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।   7 अप्रैल को मनेगा अन्न उत्सव मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 7 अप्रैल को अन्न उत्सव मनाया जाएगा। राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम राइज स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो। सीएम राइज स्कूलों को गंभीरता से सोच- समझकर शुरू कराया जाए। शिक्षकों का प्रशिक्षण भी किया जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को प्रदेश में दो दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलेंडर बनाकर दिसम्बर के अंत तक सभी जिलों में शिविर लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्ण होने वाली नल-जल परियोजनाओं को उत्सव मनाकर शुरू कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पशुओं के लिए भूसा तैयार करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। भूसे की बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखकर इस दिशा में शीघ्र कार्य-योजना बना ली जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर प्रदेश के हर जिले में 75 तालाब बनाने के निर्देश दिए।   जम्बूरी मैदान में होगा आयोजित अम्बेडकर जयंती का मुख्य कार्यक्रम मुख्यमंत्री चौहान ने आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर जयंती का राज्य स्तरीय कार्यक्रम भोपाल के जम्बूरी मैदान में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती कार्यक्रम में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए तीन योजनाओं का लाभ देने का निर्णय लिया गया था। इसका लाभ डॉ. अम्बेडकर जयंती पर हितग्राहियों को दिलाना सुनिश्चित किया जाए।

Kolar News

Kolar News 29 March 2022

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज मध्यप्रदेश के सवा 5 लाख गरीबों को उनके सपनों का पक्का घर मिला है। कुछ ही दिनों में नव विक्रम संवत्सर 2079 प्रारंभ होने जा रहा है। नव वर्ष पर नवगृह प्रवेश मंगलकारी है। ये प्रधानमंत्री आवास सशक्त होते गरीब, नारी सशक्तिरकरण एवं ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था की मजबूती की पहचान बनेंगे। इनसे गाँवों में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।   उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से देश में 2 करोड़ घरों पर महिलाओं को मालिकाना हक मिला है। पक्के आवास के साथ ही उन्हें शौचालय, बिजली, एलईडी बल्ब, गैस एवं नल कनेक्शन भी मिले हैं। यह आर्थिक फैसलों में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करेगा। दुनिया की यूनिवर्सिटीज में यह केस स्टडी का विषय है।   प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्मित आवासों में हितग्राहियों के गृह-प्रवेशम कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रारंभ में पीएम आवास योजना में 5 लाख 21 हजार हितग्राहियों को वर्चुअली गृह प्रवेश कराया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रदेश में प्रगति पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। छतरपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। उन्होंने कन्यापूजन और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में गरीबी दूर करने के नारे तो बहुत लगाये गये, परंतु जो कार्य होना था, वह नहीं हुआ। अब सरकार के ईमानदार प्रयासों एवं गरीबों के सहयोग से गरीबी परास्त हो रही है। सबका साथ-सबका विकास हो रहा है। केन्द्र और राज्य मिलकर गरीबी दूर करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री आवास के माध्यम से महिलाएँ लखपति हो रही हैं।   उन्होंने कहा कि ये आवास गरीबी दूर करने की पहली सीढ़ी है। ये गाँवों एवं गरीब को विश्वास देने की सरकार की प्रतिबद्धता के प्रतीक है। जब गरीब पक्की छत के नीचे सोयेगा, तब वह निश्चिंत होकर अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई एवं अन्य कार्यों पर ध्यान दे पाएगा। हमारी सरकार देश में ढ़ाई करोड़ गरीब परिवारों को पक्का आवास दे चुकी है, जिनमें 2 आवास करोड़ ग्रामीण क्षेत्र में घर हैं। मध्यप्रदेश में 30 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुए हैं, जिनमें 24 लाख से अधिक पूर्ण हो गये हैं। प्रदेश में बैगा, सहरिया एवं भारिया जैसी पिछड़ी जनजातियों को भी पक्के घर मिल गये हैं, जिन्होंने पक्के आवास के बारे में कभी सोचा भी नहीं था। इसके लिये मुख्यमंत्री चौहान एवं उनकी सरकार बधाई के पात्र हैं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में महिलाओं की परेशानी दूर करते हुए 6 करोड़ से अधिक परिवारों को नल से जल पहुँचाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में आज 50 लाख परिवारों तक पाइप से पानी पहुँचाने के पड़ाव के बहुत निकट है। हम हर ग्रामीण परिवार को नल के माध्यम से पेयजल पहुँचाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।   उन्होंने कहा कि जिन गरीबों को अभी पक्का घर नहीं मिला है, वे आशवस्त रहें, सभी को शीघ्र की पक्का घर मिलेगा। देश में इस वर्ष 80 लाख पक्के घर बनाये जाने के लिये राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें मध्यप्रदेश के भी लाखों परिवारों को लाभ होना तय है। अब तक इस योजना में सवा 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किये जा चुके हैं। सरकार गरीबों के सुख-दुख की साथी है, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है।   उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी विकास कार्य जारी रहे। सरकार गरीबों के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। उन्हें मुफ्त वैक्सीन, मुफ्त राशन दिलवाया जा रहा है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को आगामी 6 माह के लिये बढ़ा दिया गया है। आज पूरी दुनिया लड़ाई के मैदान में उतरी हुई है, उसके कारण भी अनेक प्रकार की आर्थिक व्यवस्थाओं पर नया संकट पैदा होता जा रहा है। युद्ध ने आज अर्थ-व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव डाला है परंतु भारत के नागरिकों पर इसका असर न पड़े, ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं।   मोदी ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है, दिन-रात उनके लिये काम करती है। हमारा उद्देश्य है कि सरकार की हर योजना शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों तक और उनके घर तक पहुँचे। हमारी नियत एवं नीति आखरी पंक्ति के व्यक्ति तक को लाभ देने की है। राशन योजना में 4 करोड़ ऐसे व्यक्तियों के नाम हटाये गये, जो फर्जी तरीके से जुड़ गये थे। गरीबों का हक छीन रहे थे। राशन की चोरी रोकने के लिये राशन दुकानों पर आधुनिक मशीन लगायी गयी हैं। फर्जी खेल बंद कर दिया गया है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को केवल खेती तक ही सीमित नहीं रखेंगे। गाँवों के समग्र विकास की हमारी नीति है। गाँव एवं जमीन पर आर्थिक गतिविधियाँ सीमित नहीं रहेंगी। खेती में ड्रोन तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा। हमारी सरकार स्वामित्व योजना के माध्यम से ग्राम वासियों को उनकी संपत्तियों का स्वामित्व दे रही है। मध्यप्रदेश में 50 हजार से अधिक गाँवों का सर्वे किया गया है तथा 3 लाख व्यक्तियों को स्वामित्व अधिकार सौंपे जा चुके हैं।   अनाज की सरकारी खरीद में मध्यप्रदेश ने किया अद्भुत कार्य उन्होंने कहा कि अनाज की सरकारी खरीद में मध्यप्रदेश में अद्भुत कार्य हुआ है। इस कार्य में अन्य राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 90 लाख छोटे किसानों को 13 हजार करोड़ से अधिक की राशि छोटे-छोटे खर्चों के लिये दी गई है।   आजादी के अमृत महोत्सव में हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने का संकल्प लें प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा यह कर्त्तव्य है कि हम आने वाली पीढ़ी को कुछ देकर जाएँ तथा उनके लिये प्रेरणा बनें। इसके लिये हम सब यह संकल्प लें कि अगले प्रतिपदा तक देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाये जायें। ये तालाब नये हों तथा बड़े हों। इनके निर्माण में मनरेगा योजना का लाभ लिया जा सकता है। यह पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को नव संवत्सर की शुभकामनाएँ दीं।

Kolar News

Kolar News 29 March 2022

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए दी जाने वाली राशि को लेकर सवाल उठाए है। उन्होंने महंगाई को देखते हुए राशि को कम बताया है साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को आबंटित होने वाली राशि के अंतर को समाप्त करने की बात कही है। कमलनाथ ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा है कि पीएम आवास योजना में मकान के लिये वर्तमान में जो राशि आवंटित की जा रही है, वो बढ़ती महंगाई को देखते काफ़ी कम है, उसे तत्काल बढ़ाया जाना चाहिये। साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मकान के लिये दी जाने वाली राशि के भेदभाव को भी समाप्त किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा आधी राशि ही मिल रही है। जिस प्रकार से आज महंगाई चरम पर है, रेत-सरिया-सीमेंट व निर्माण सामग्री के दाम कई गुना बढ़ चुके है, उस हिसाब से पीएम आवास योजना में दी जाने वाली राशि को तत्काल बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। पूर्व सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग सारी निर्माण सामग्री शहरी क्षेत्रों से ही आती है, उन्हें परिवहन का खर्च भी लगता है, उस हिसाब से ग्रामीण क्षेत्रों में दी जाने वाली राशि को तत्काल बढ़ाया जाना चाहिये और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों का अंतर समाप्त किया जाना चाहिये। बता दें कि मंगलवार को ही मप्र में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत नव निर्मित 5.50 लाख आवासों का गृह प्रवेश कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी वर्चुअल रूप से जुड़े और हितग्राहियों को गृह प्रवेशम् करवाया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छतरपुर से वर्चुअली जुड़े।

Kolar News

Kolar News 29 March 2022

इन्दौर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज का दिन बड़ा ही महत्वपूर्ण है। हिन्दुस्तान के ताज जम्मू कश्मीर और हिंदुस्तान के हृदय इंदौर के बीच सीधी उड़ान सेवा प्रारंभ हो रही है। उन्होंने कहा कि आज देश का ताज अपने हृदय से जुड़ने जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया सोमवार को इंदौर-जम्मू के बीच सीधी उड़ान सेवा का शुभारम्भ कर रहे थे।   माँ अहिल्या की नगरी इंदौर और माँ वैष्णो देवी की नगरी जम्मू के बीच सोमवार से सीधी उड़ान सेवा प्रारंभ हुई। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में हरी झण्डी दिखाकर इस सेवा का शुभारंभ किया। दिल्ली और इंदौर में इस अवसर पर समानांतर रूप से कार्यक्रम आयोजित हुआ। एयरपोर्ट इंदौर में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, मधु वर्मा, प्रमोद टंडन, सुदर्शन गुप्ता, मोहन सेंगर उपस्थित थे। दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह और वीके सिंह भी वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े।   सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि माँ अहिल्या की नगरी इंदौर एक ऐतिहासिक शहर है, जो न केवल स्वच्छता, शिक्षा अपितु अनेक कई मामलों में देश में प्रथम स्थान पर है। आज स्वच्छता में यह देश में ही नहीं विश्व में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है। यह देश का एकमात्र ऐसा शहर है जहाँ दो विश्व स्तरीय संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और भारतीय प्रबंधन संस्थान मौजूद हैं। इंदौर अपनी विशेषताओं के कारण अब मिनी बांबे नहीं अपितु मिनी इंडिया का रूप ले रहा है।   उन्होंने कहा कि इंदौर में उड़ान सेवाओं के विस्तार के लिए इंदौर के जनप्रतिनिधि हमेशा उनके पीछे पड़े रहते थे। आज हर्ष का विषय है कि इंदौर अनेक शहरों से कनेक्ट हो गया है। उन्होंने बताया कि समर शेड्यूल में इंदौर को तीन अतिरिक्त शहरों से जोड़ा जा रहा है। जम्मू के साथ साथ अब विशाखापट्टनम और चंडीगढ़ भी इंदौर से जुड़ने जा रहे हैं।   सिंधिया ने कहा कि इंदौर एयरपोर्ट में सुविधाओं में निरंतर विस्तार हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल के बाद अब यहाँ डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल भी बनने जा रहा है। एयरपोर्ट में तीन नए एयरोब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। यहाँ के ओल्ड टर्मिनल में स्टेट हैंगर बनाए जाने की स्वीकृति भी दी जा चुकी है।   केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने देश में नागरिक उड्डयन सेवाओं की वृद्धि के लिए मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सराहना की। उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में सुविधाओं का निरंतर विस्तार हुआ है। उन्होंने ऑपरेशन गंगा के लिए भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान के बच्चों को यूक्रेन से सुरक्षित लाया गया तो विश्व व्यापी सराहना मिली। यही नहीं पाकिस्तान द्वारा भी इसकी प्रशंसा की गई। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने इंदौर के नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि इंदौर देश में अपनी पहचान बना चुका है।   प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर के लिए आज के दिन को बड़ा पवित्र बताते हुए कहा कि माँ अहिल्या की नगरी आज माँ वैष्णो देवी की नगरी से जुड़ने जा रही है। इसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी। केंद्रीय मंत्री सिंधिया से इसका आग्रह किया गया था।   उन्होंने कहा कि जब से सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाला है, इंदौर को अनेक सुविधाएँ मिली हैं। उनके केन्द्रीय मंत्री बनने के पहले 8 जुलाई तक इंदौर देश के केवल 12 शहरों से जुड़ा था। सिंधिया के उड्डयन मंत्री बनने के बाद इंदौर देश के 23 से अधिक नये शहरों से हवाई सेवा से जुड़ गया है, जिसमें मुख्यतः चेन्नई, कोलकाता, बैंगलोर, गोवा, रायपुर, अमृतसर, पुणे, नागपुर, ग्वालियर, जबलपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, प्रयागराज, बेलगांव, हैदराबाद, किशनगढ़, सूरत, जोधपुर, शिर्डी, गोंदिया आदि हैं। इन नवीन हवाई सेवाओं का लाभ इंदौर के साथ प्रदेश के अन्य नागरिकों को मिलना प्रारंभ हो गया है।   सिलावट ने कहा कि इंदौर सहित मध्यप्रदेश से लगभग 80 से अधिक नई उडानों का संचालन सिंधिया जी के निर्देश पर प्रारंभ हुआ है। इन्दौर से नई उडानों के शुरू होने से प्रतिमाह हजारों यात्रियों का आवागमन चालू हो गया है। जिस प्रकार यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है तथा इन्दौर एयरपोर्ट के विकास के लिए दी गई कई सौगातों से शहर के एयरपोर्ट के विकास के साथ-साथ पर्यटन, होटल व्यवसाय, टैक्सी व्यवसाय आदि से जुड़े लोगों को भी अप्रत्यक्ष रूप से लाभ एवं रोजगार मिल रहा है।   उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया से आग्रह किया कि इंदौर से दुबई की सप्ताह में तीन दिन उड़ान सेवाएं प्रारंभ कराएं। अभी दुबई के लिए हफ्ते में केवल एक दिन की ही उड़ान सेवा उपलब्ध है। सिलावट ने इंदौर से तिरुपति और देहरादून के लिए भी उड़ान प्रारंभ करने का आग्रह किया। इंदौर से शारजाह की उड़ान शुरू की जाकर सप्ताह में तीन दिन किए जाने की आवश्यकता है। इंदौर से सिंगापुर, मलेशिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शुरू की जाए ताकि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।   इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि जम्मू के लिए उड़ान सेवा प्रारंभ होने से इंदौर के नागरिकों में हर्ष है। इसके प्रारंभ होने से अब जम्मू कश्मीर के लिए भी पर्यटक सुविधापूर्ण ढंग से जा सकेंगे। लालवानी ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि देश के विभिन्न एयरपोर्ट में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत एक अलग ही वातावरण देखने को मिल रहा है। वीर शहीदों की सुरुचि और ओजपूर्ण जानकारी फ़्लाइट में दी जाती है। इससे नागरिकों और यात्रियों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली है।   कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतीकात्मक रूप से इंडिगो एयरलाइंस द्वारा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रथम बोर्डिंग पास प्रदान किया गया। इसके ठीक बाद इंदौर के सिलिकॉन सिटी निवासी प्रीति शर्मा को एयरपोर्ट इंदौर में बोर्डिंग पास प्रदान किया गया। यात्री प्रीति शर्मा ने बताया कि उन्हें इंदौर से इस उड़ान सेवा का लंबे समय से इंतज़ार था। आज पहली ही फ्लाइट में वे अकेले ही माँ वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जा रही हैं। कार्यक्रम के अंत में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेटरी उषा पाधी ने आभार व्यक्त किया।

Kolar News

Kolar News 28 March 2022

भोपाल। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सागर यूनिवर्सिटी में एक छात्रा द्वारा क्लास रूम में नमाज पढ़ने के मामले में जांच समिति गठित कर दी गई है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस मामले में वाइस चांसलर ने एक जांच समिति का गठन कर दिया है। उसकी रिपोर्ट आते ही अगली कार्रवाई के बारे में बताया जाएगा। गौरतलब है कि सागर विश्वविद्यालय में एक छात्रा का हिजाब में कक्षा में नमाज पढ़ते एक वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद हिंदू संगठनों ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था।

Kolar News

Kolar News 28 March 2022

भोपाल। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सागर यूनिवर्सिटी में एक छात्रा द्वारा क्लास रूम में नमाज पढ़ने के मामले में जांच समिति गठित कर दी गई है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस मामले में वाइस चांसलर ने एक जांच समिति का गठन कर दिया है। उसकी रिपोर्ट आते ही अगली कार्रवाई के बारे में बताया जाएगा। गौरतलब है कि सागर विश्वविद्यालय में एक छात्रा का हिजाब में कक्षा में नमाज पढ़ते एक वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद हिंदू संगठनों ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था।

Kolar News

Kolar News 28 March 2022

भोपाल। प्रदेश सरकार की पचमढ़ी में आयोजित दो दिवसीय चिंतन बैठक रविवार को संपन्न हुई। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस सवाल दाग दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से पूछा है कि इस बैठक से प्रदेश को क्या लाभ हुआ, जनता को बताएं। कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह से सभी को उम्मीद थी कि पचमढ़ी की यह चिंतन बैठक सिर्फ एक इवेंट है, सिर्फ़ पर्यटन है, वैसा ही हुआ। प्रदेश की भलाई के लिये कोई ठोस निर्णय, कोई ठोस कार्ययोजना, जनहितैषी निर्णय, ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा, कुछ सामने नहीं आया। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार अपनी कैबिनेट बैठक पचमढ़ी में करें या किसी भी पर्यटन स्थल पर करें, प्रदेश में करें, प्रदेश के बाहर करें, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और न ही हमारा इसको लेकर कभी कोई विरोध है। हमारा तो बस इतना कहना है कि अभी तक कि इस तरह की बैठकों से प्रदेश व प्रदेशवासियों को क्या लाभ हुआ और वर्तमान की इस बैठक से प्रदेश और प्रदेशवासियों को क्या फायदा हुआ ,यह शिवराज सरकार को बताना चाहिए। उन्हें यह भी बताना चाहिये ऐसे कौन से निर्णय पचमढ़ी में लिये गये कि जो भोपाल में नहीं लिये जा सकते थे। कमलनाथ ने कहा कि इस बैठक के पूर्व दावे तो बड़े-बड़े किए गये लेकिन इस बैठक में सिर्फ आगामी चुनाव को देखते हुए, झूठी घोषणाओं के दम पर जनता को कैसे गुमराह किया जा सके, उसपर जरूर चिंतन-मंथन हुआ। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष के मुख्यमंत्री जिनकी प्रदेश में 17 वर्षों से सरकार है, इस बैठक के बाद भी कह रहे हैं कि हमने इस बैठक में कई बातों पर विचार किया है, उसे हम बाद में अंतिम रूप देंगे। इसके लिए आर्थिक व्यवस्था करेंगे, उसमें अभी समय लगेगा, उसके लिए चिंतन मंथन करेंगे, विचार करेंगे।

Kolar News

Kolar News 27 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के विकास और जन-कल्याण के लिए आगामी समय में कौन-कौन से कदम उठाने हैं, योजनाओं को किस स्वरूप में क्रियांवित करना है, उस पर विचार-विमर्श करने के उद्देश्य से ही पचमढ़ी में चिंतन बैठक की गई। प्रदेश में निर्माण कार्यों को गति दी जानी है। राज्य शासन को 48 हजार करोड़ रुपये के निर्माण कार्य करवाने हैं। तेज गति से और गुणवत्तापूर्ण काम हो, यह विचार का विषय है। जनता के कल्याण की योजनाओं को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए भी हमने समीक्षा की है।   मुख्यमंत्री चौहान रविवार को चिंतन बैठक के संबंध में पचमढ़ी में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई नए विचार भी मंथन से निकले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना प्रदेश में आरंभ की गई थी। अलग-अलग राज्य ने उसे अपनाया। यह योजना 3 साल से ठप पड़ी थी। अब यह योजना पुनः आरंभ की जा रही है। दिनांक 18 अप्रैल को पहली ट्रेन काशी विश्वनाथ के लिए जाएगी। पहली यात्रा में मुख्यमंत्री सहित मंत्रि-परिषद के सदस्य भी सम्मिलित होंगे। बस से भी अब तीर्थ-दर्शन कराया जाएगा। अगर संभव हो तो वायुयान से भी वरिष्ठजन को ले जाया जाएगा। इसमें समय कम लगेगा और वरिष्ठों को सुविधा मिलेगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी पुनः आरंभ की जा रही है। कोविड-19 में यह योजना बंद थी। दिनांक 21 अप्रैल से कन्या विवाह पुनः आरंभ किए जाएंगे। योजना अब नए स्वरूप में आरंभ होगी। पहले दो विभाग योजना के लिए राशि देते थे, अब इसे एकीकृत किया जा रहा है। योजना के हितग्राही को दी जाने वाली राशि 51 हजार थी, इसे बढ़ाकर 55 हजार रुपये किया जा रहा है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले समारोहों का विकासखंड स्तर पर पहले से तिथि तय कर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। योजना में सामूहिक विवाह ही होंगे। सामाजिक न्याय विभाग इन कार्यक्रमों को करेगा। समाज और जन-प्रतिनिधियों को जोड़कर आयोजन किया जाएगा।   उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्यप्रदेश में शुरू की गई थी। आज 43 लाख लाड़ली बिटिया मध्यप्रदेश में है। अब योजना का दूसरा चरण 2 मई को आरंभ किया जाएगा। साथ ही 2 मई को हर वर्ष लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश में 2 से 11 मई तक लाड़ली लक्ष्मी उत्सव आयोजित किया जाएगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब कल्याण योजना 6 माह और जारी रहेगी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना को मिलाकर 10 किलो अनाज प्रति माह प्रति व्यक्ति दिया जाएगा। इस योजना को व्यवस्थित रूप से क्रियान्वित करने के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एक सेल्समेन के पास एक दुकान की जिम्मेदारी रहे। उपभोक्ता संघों का भी परीक्षण किया जाएगा। एक सेल्समेन के पास एक दुकान रहेगी तो इन दुकानों को बहुउद्देशीय भी बनाया जा सकेगा। इन दुकानों पर कॉमेंट सर्विस सेंटर, बिजनेस कॉरस्पॉडेंट के साथ बिजली बिल जमा कराने की सुविधा भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 7 अप्रैल को फिर से अन्न उत्सव मनाया जाएगा, प्रत्येक राशन दुकान पर यह कार्यक्रम होगा।   उन्होंने कहा कि सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का सूचक है। सीएम राइज स्कूल के प्रत्येक भवन निर्माण पर 24 करोड़ की लागत आएगी। भवन में लाइब्रेरी, लेब, स्मार्ट क्लास और खेल मैदान की व्यवस्था होगी। इन भवनों के निर्माण में अभी समय लगेगा। अभी जहाँ-जहाँ भवन उपलब्ध हैं, ऐसे 350 विद्यालयों में सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना के आधार पर 13 जून से शिक्षण कार्य आरंभ किया जाएगा। सीएम राइज स्कूल में शिक्षकों के सतत प्रशिक्षण और उनके परफार्मेंस ऑडिट की व्यवस्था होगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में 25 हजार की आबादी पर एक मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक आरंभ किया जाएगा। यहाँ सामान्य बीमारियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे बड़े अस्पतालों पर भीड़ कम हो सकेगी। इन केंद्रों को 22 अप्रैल से आरंभ किया जाएगा। एक वर्ष में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में यह क्लीनिक आरंभ कर दिए जाएंगे।   उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा। कोविड कॉल में जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन पाइप लाइन स्थापित करने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ स्थापित की गई हैं। इन व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए अस्पतालों में अधिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि मई माह में प्रत्येक जिले में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन में पेयजल व्यवस्था के लिए 6 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके सफल क्रियान्वयन पर बैठक में गंभीरता से विचार किया गया। बुरहानपुर में 30 मार्च को जल जीवन मिशन का लोकार्पण किया जाएगा। यह प्रदेश का पहला जिला होगा जहाँ प्रत्येक गाँव में नल से जल उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी गई है। प्रदेश की 900 योजनाएँ पूर्ण हो गई हैं, उनका भी 30 मार्च को उद्घाटन किया जाएगा।   उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल को बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा। कबीर महाकुंभ और वाल्मीकि महाकुंभ भी होगा। मध्यप्रदेश पहला राज्य होगा जहाँ एमबीबीएस की पढ़ाई इस वर्ष से हिंदी में आरंभ होगी। पुलिस में 6 हजार पदों पर भर्ती आरंभ होने वाली है। इसमें 50% नंबर फिजिकल और 50% नम्बर लिखित परीक्षा के होंगे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पशुओं के इलाज के लिए वेटनरी टेलीमेडिसिन की व्यवस्था की जाएगी। इसी प्रकार फसलों की बीमारी के संबंध में भी कृषि विज्ञान केंद्र से टेलीफोन द्वारा सलाह देने की व्यवस्था स्थापित की जाएगी। देश में पहली बार प्रदेश में कक्षा आठवीं से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पढ़ाई आरंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि पानी को सहेजने के लिए 11 अप्रैल से प्रदेश में जल अभिषेक अभियान आरंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश राज्य परिवहन निगम बंद होने के बाद ग्रामीण परिवहन में बहुत कठिनाइयाँ आ रही हैं। अगले महीने राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण परिवहन की नीति लाई जाएगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 1 जून से साइबर तहसील की स्थापना होगी। सहकारिता के माध्यम से रोजगार देने के लिए परिवहन, उद्योग, सेवा क्षेत्र में महासंघ गठित कर रोजगार सृजन किए जाएंगे। देश में पहली एकीकृत नवकरणीय ऊर्जा नीति अर्थात जल, वायु और पवन से विद्युत उत्पादन की नीति बनाई जा रही है। इस प्रकार उत्पादित ग्रीन एनर्जी के स्टोरेज की व्यवस्था भी की जा रही है। प्रदेश में इंटरनेशनल वाइल्ड लाइफ कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी। साथ ही युवाओं को देश की सीमाओं पर ले जाकर देश-भक्ति की भावना जागृत करने के लिए "माँ तुझे प्रणाम" योजना पुनः आरंभ की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 27 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पचमढ़ी में आयोजित दो दिवसीय मंत्रि-परिषद की चिंतन बैठक में शनिवार को सीएम राइज स्कूल तथा स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के संबंध में विचार-विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सीएम राइज स्कूल, शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति है। उन्होंने कहा कि जन-सामान्य में शासकीय स्कूलों की साख स्थापित करने और सीएम राइज स्कूल के उद्देश्यों के संबंध में जानकारी पहुंचाने के विशेष रूप से मंत्री समूह गठित किया गया। मंत्री समूह द्वारा जनता से सुझाव प्राप्त कर अनुशंसाएं प्रस्तुत की गई हैं। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर सीएम राइज स्कूल एक साथ आरंभ किए जाएंगे। स्कूल बनाने के लिए जितनी भूमि आवश्यक होगी, राज्य शासन उपलब्ध कराएगा। शिक्षकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने तथा आवश्यक अधो-संरचना उपलब्ध कराने के उपरांत ही, सीएम राइज स्कूल आरंभ किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थाओं का बेहतर संचालन सुनिश्चित करना आवश्यक है। इसके लिए आवश्यक अमले तथा संसाधनों की कमी नहीं रहने दी जाए। चिंतन बैठक में सीएम राइज स्कूल के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए-   - सीएम राइज स्कूल के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध कराना राज्य शासन की जिम्मेदारी है।   - आवश्यकता पड़ने पर अधिग्रहण कर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।   - सीएम राइज स्कूल आदर्श रूप में आरंभ होंगे।   - सीएम राइज स्कूल के भवनों का निर्माण एक समान डिजाईन अनुसार किया जाएगा।   - प्रत्येक विद्यालय के नाम के आगे क्षेत्र के महापुरूषों के नाम जोड़े जाएंगे।   - स्कूलों में स्मार्ट क्लास, लेब, खेल के मैदान, लायब्रेरी आदि की व्यवस्था होगी।   - नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लागू किया जाएगा।   - इन स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों से अन्य शासकीय कार्य नहीं लिया जाएगा।   - स्कूलों का परफार्मेंस ऑडिट सुनिश्चित किया जाएगा तथा सर्वोच्च प्राथमिकता पढ़ाई की गुणवत्ता पर रहेगी।   - सीएम राइज स्कूलों में कौशल संवर्धन से संबंधित कोर्स संचालित किए जाएंगे। इन स्कूलों में खेल शिक्षक आवश्यक रूप से रखे जाएंगे। स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में प्राप्त सुझाव - मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों को सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में विकसित किया जाएगा। - सिविल और जिला चिकित्सालयों का बेहतर संचालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक स्टाफ और संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। - संजीवनी क्लीनिकों को सशक्त किया जाएगा। - मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना को तर्कसंगत बनाया जाएगा। - गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए जिला स्तर पर कैम्प लगाए जाएंगे। - चिन्हित व्यक्तियों को आवश्यक इलाज के लिए रैफर किया जाएगा। सीएम राइज स्कूल के संबंध में गठित समिति में मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, इंदर सिंह परमार, राम किशोर कावरे और भारत सिंह कुशवाहा सम्मिलित थे। स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में बनी समिति में मंत्री तुलसीराम सिलावट, विश्वास सारंग, डॉ. प्रभुराम चौधरी, राम खेलावन पटेल और सुरेश धाकड़ द्वारा अनुशंसा प्रस्तुत की गई।

Kolar News

Kolar News 26 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को पचमढ़ी में नीले गुलमोहर का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों ने भी नीले गुलमोहर का पौधा रोपा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि 'पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक से पहले आज कैबिनेट के साथी मंत्री गणों ने पौधरोपण किया। मैंने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। यह पौधे प्रकृति का सौंदर्य ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि चिंतन बैठक की अनमोल स्मृतियों को संजोकर सदैव ताजा बनाए रखेंगे"   पचमढ़ी में रेशम केंद्र के सामने पाइन ग्राउंड में लगभग 35 नीले गुलमोहर के पौधे लगाए गए। नीला गुलमोहर, नीलमोहर के नाम से भी जाना जाता है। यह औरनामेंटल प्लांट है। इसका बॉटनिकल नेम जैकेरेंडा मायमौसी फोलिया है।

Kolar News

Kolar News 26 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को पचमढ़ी में नीले गुलमोहर का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों ने भी नीले गुलमोहर का पौधा रोपा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि 'पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक से पहले आज कैबिनेट के साथी मंत्री गणों ने पौधरोपण किया। मैंने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। यह पौधे प्रकृति का सौंदर्य ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि चिंतन बैठक की अनमोल स्मृतियों को संजोकर सदैव ताजा बनाए रखेंगे"   पचमढ़ी में रेशम केंद्र के सामने पाइन ग्राउंड में लगभग 35 नीले गुलमोहर के पौधे लगाए गए। नीला गुलमोहर, नीलमोहर के नाम से भी जाना जाता है। यह औरनामेंटल प्लांट है। इसका बॉटनिकल नेम जैकेरेंडा मायमौसी फोलिया है।

Kolar News

Kolar News 26 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को पचमढ़ी में नीले गुलमोहर का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों ने भी नीले गुलमोहर का पौधा रोपा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि 'पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक से पहले आज कैबिनेट के साथी मंत्री गणों ने पौधरोपण किया। मैंने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। यह पौधे प्रकृति का सौंदर्य ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि चिंतन बैठक की अनमोल स्मृतियों को संजोकर सदैव ताजा बनाए रखेंगे"   पचमढ़ी में रेशम केंद्र के सामने पाइन ग्राउंड में लगभग 35 नीले गुलमोहर के पौधे लगाए गए। नीला गुलमोहर, नीलमोहर के नाम से भी जाना जाता है। यह औरनामेंटल प्लांट है। इसका बॉटनिकल नेम जैकेरेंडा मायमौसी फोलिया है।

Kolar News

Kolar News 26 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने योगी आदित्यनाथ और साथी मंत्रीगण को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि उत्तर प्रदेश पर सदैव कृपा बनाए रखें। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि उत्तर प्रदेश, लोक-कल्याण एवं गरीबों के उत्थान के संकल्प को साकार करते हुए विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करे। उन्होंने उप मुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य एवं बृजेश पाठक को भी योगी सरकार में शामिल होने पर बधाई दी है।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने योगी आदित्यनाथ और साथी मंत्रीगण को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि उत्तर प्रदेश पर सदैव कृपा बनाए रखें। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि उत्तर प्रदेश, लोक-कल्याण एवं गरीबों के उत्थान के संकल्प को साकार करते हुए विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करे। उन्होंने उप मुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य एवं बृजेश पाठक को भी योगी सरकार में शामिल होने पर बधाई दी है।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को पिछड़ा वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति राशि का वितरण किया। उन्होंने प्रदेशभर के 2 लाख 40 हजार बच्चों के खाते में 331 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक के माध्यम खाते में ट्रंसफर किये। इसमें सीहोर जिले में वर्ष-2020-21 में 8139 छात्र-छात्राओं को 6 करोड़ 26 लाख 23 हजार 16 रुपये की छात्रवृति तथा वर्ष-2021-22 में 1294 छात्र-छात्राओं को एक करोड़ 8 लाख 37 हजार 657 रुपये की छात्रवृति वितरण की गई।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटा-बेटी को पढ़ाना, दूसरी जगह भेजकर पढ़ाई का खर्चा उठाना सभी माता पिता के लिए संभव नहीं होता। किसान की अर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नही होती की वह बच्चों की शिक्षा असानी से करा सके।   मुख्यमंत्री चौहान ने कलकत्ता से एमबीए कर रहे बुधनी के छात्र शुभम विशकर्मा के पिता सुजान विश्वकर्मा से वीसी के माध्यम से पढ़ाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सुजान सिंह से कहा कि बेटे की पढ़ाई को लेकर निश्चित रहे। सरकार ने शुभम की फीस छात्रवृति के माध्यम से जमा करा दी है। मुख्यमंत्री ने शुभम के पिता से व्यवयाय के बारे में जानकारी ली। सुजान विश्वकर्मा ने बताया कि लकडी के खीलौने बनाने का छोटा सा व्यपार है और उसी में अपने परिवार का भरण पोषण करता हॅू। बेटे शुभम की फीस 11 लाख रुपये से भी अधिक है। उन्होंने फीस की राशि जमा करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद दिया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि अर्थिक रूप से कमजोर परिवार के अनेक बच्चे प्रतिभावान है। उनकी उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश सरकार ने संबल योजना बनाई। उन्होंने कहा कि अब कोई भी प्रतिभावान बच्चे पढ़ाई से वंचित नहीं रहेंगे। वर्ष-2021-2022 में जिन बच्चों ने एडमिशन लिया है उनकी छात्रवृत्ति के लिए नया पोर्टल बनाया है। उसमें आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आवेदन प्राप्त होने पर स्कॉलरशिप स्वीकृत कर उसका वितरण किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

भोपाल। कश्मीरी पंडितों के जबरन पलायन को दर्शाती फिल्मर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री आज भोपाल शहर में हैं। शुक्रवार सुबह वह मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्माार्ट सिटी पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री के इस नियमित पौधारोपण कार्यक्रम में आज शहर में रहने वाले कश्मीरी परिवारों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। यहां आज रोपे गए रुद्राक्ष के पौधे को शिव नाम दिया गया। वहीं बेल के पौधे को शारदा नाम दिया गया। यहां एक तीसरा पौधा भी लगाया गया। इसका नाम मुख्यमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर श्यामा रखा। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से राजधानी में जीनोसाइड म्यूजियम बनाने के लिए सहयोग की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा आपको पूरा सहयोग है और राज्य सरकार जमीन मुहैया कराने सहित हर तरह से इस म्यूज़ियम के लिए मदद करेगी। विवेक अग्निहोत्री शुक्रवार शाम को माखनलाल चतुर्वेदी विवि के बिशनखेड़ी परिसर में चित्र भारती फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

भोपाल। कश्मीरी पंडितों के जबरन पलायन को दर्शाती फिल्मर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री आज भोपाल शहर में हैं। शुक्रवार सुबह वह मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्माार्ट सिटी पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री के इस नियमित पौधारोपण कार्यक्रम में आज शहर में रहने वाले कश्मीरी परिवारों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। यहां आज रोपे गए रुद्राक्ष के पौधे को शिव नाम दिया गया। वहीं बेल के पौधे को शारदा नाम दिया गया। यहां एक तीसरा पौधा भी लगाया गया। इसका नाम मुख्यमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर श्यामा रखा। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से राजधानी में जीनोसाइड म्यूजियम बनाने के लिए सहयोग की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा आपको पूरा सहयोग है और राज्य सरकार जमीन मुहैया कराने सहित हर तरह से इस म्यूज़ियम के लिए मदद करेगी। विवेक अग्निहोत्री शुक्रवार शाम को माखनलाल चतुर्वेदी विवि के बिशनखेड़ी परिसर में चित्र भारती फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

भोपाल। कश्मीरी पंडितों के जबरन पलायन को दर्शाती फिल्मर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री आज भोपाल शहर में हैं। शुक्रवार सुबह वह मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्माार्ट सिटी पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री के इस नियमित पौधारोपण कार्यक्रम में आज शहर में रहने वाले कश्मीरी परिवारों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। यहां आज रोपे गए रुद्राक्ष के पौधे को शिव नाम दिया गया। वहीं बेल के पौधे को शारदा नाम दिया गया। यहां एक तीसरा पौधा भी लगाया गया। इसका नाम मुख्यमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर श्यामा रखा। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से राजधानी में जीनोसाइड म्यूजियम बनाने के लिए सहयोग की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा आपको पूरा सहयोग है और राज्य सरकार जमीन मुहैया कराने सहित हर तरह से इस म्यूज़ियम के लिए मदद करेगी। विवेक अग्निहोत्री शुक्रवार शाम को माखनलाल चतुर्वेदी विवि के बिशनखेड़ी परिसर में चित्र भारती फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

भोपाल। कश्मीरी पंडितों के जबरन पलायन को दर्शाती फिल्मर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री आज भोपाल शहर में हैं। शुक्रवार सुबह वह मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्माार्ट सिटी पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री के इस नियमित पौधारोपण कार्यक्रम में आज शहर में रहने वाले कश्मीरी परिवारों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। यहां आज रोपे गए रुद्राक्ष के पौधे को शिव नाम दिया गया। वहीं बेल के पौधे को शारदा नाम दिया गया। यहां एक तीसरा पौधा भी लगाया गया। इसका नाम मुख्यमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर श्यामा रखा। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से राजधानी में जीनोसाइड म्यूजियम बनाने के लिए सहयोग की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा आपको पूरा सहयोग है और राज्य सरकार जमीन मुहैया कराने सहित हर तरह से इस म्यूज़ियम के लिए मदद करेगी। विवेक अग्निहोत्री शुक्रवार शाम को माखनलाल चतुर्वेदी विवि के बिशनखेड़ी परिसर में चित्र भारती फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Kolar News

Kolar News 25 March 2022

(प्रवीण कक्कड़)  आपने एक शब्‍द सुना होगा सकारात्‍मक सोच या पॉजीटिव थिंकिंग। छात्र हो या खिलाड़ी, नौकरीपेशा हो या व्‍यापारी हर कोई अपने जीवन में सकारात्‍मक सोच लाना चाहता है, दूसरी ओर कोच हो या शिक्षक हर कोई अपने अनुयायी को सकारात्‍मक सोच की घुट्टी पिलाना चाहता है लेकिन इस प्रक्रिया में हम थोड़ी सी गलती करते हैं। सकारात्‍मक सोच का अर्थ है अपने काम को सकारात्‍मक बनाना न की केवल नतीजों के सकारात्‍मक सपनों में खो जाना। हम अपने कर्म, लगन और व्‍यवहार को सकारात्‍मक करने की जगह केवल मन चाहे नतीजे के सकारात्‍मक सपने पर फोकस करने लगते हैं और सोचतें हैं कि यह हमारी पॉजीटिव थिंकिंग हैं। ऐसे में हमारे सफलता के प्रयास में कमी आ जाती है और हमारे सपनों का महल गिर जाता है, फिर हम टूटने लगते हैं। नकारात्‍मकता हम पर हावी हो जाती है। ऐसे में जरूरत है कि हम सकारात्‍मकता के वास्‍तविक अर्थ को समझें। सकारात्‍मक सोच यह है कि हम अपनी काबिलियत पर विश्‍वास करें, लगन से काम में जुटें और पूरी ऊर्जा से काम को पूरा करें। फिर नतीजे अपने आप सकारात्मक हो जाएंगे। जीवन में सकारात्‍मक सोच का होना बहुत जरूरी है। यह भी सच है कि सकारात्‍मक सोच वाले व्‍यक्ति तेजी से आगे बढ़ते हैं व लक्ष्‍य को हासिल करते हैं लेकिन हमें समझना होगा कि सकारात्‍मक सोच है क्‍या… कुछ लोग कहते हैं जो मैं जीवन में जो पाना चाहता हूं वह मुझे मिल जाएगा, कुछ कहते हैं जैसा में सोच रहा हूं मेरे साथ वैसा ही होगा या कुछ कहते हैं मेरे साथ जीवन में कुछ बुरा हो ही नहीं सकता…अगर इस तरह के विचारों को आप सकारात्‍मक सोच मान रहे हैं तो मेरे अनुसार आप गलत हैं। केवल नतीजों के हसीन सपनों को लेकर खुशफहमी पाल लेना सकारात्‍मकता नहीं है। सकारात्‍मक सोच का सही अर्थ है अपने प्रयासों को लेकर सकारात्‍मक होना, ऊर्जावान होना और लगनशील होना। जीवन में आसपास के हालातों से असंतुष्‍ट नहीं होना और अपना 100 प्रतिशन देकर किसी काम में जोश व जूनून के साथ जुटे रहना भी सकारात्‍मक सोच है। आप सभी ने कभी न कभी क्रिकेट जरूर खेला होगा। जब हम किसी बॉल को मिस कर जाते हैं तो क्‍या मैदान छोड़कर चले जाते हैं, नहीं… हम अगली बॉल का इंतजार करते हैं और उस पर शॉट लगाने के लिए फोकस होते हैं। ऐसे ही अगर किसी बॉल पर छक्‍का मार देते हैं तो क्‍या नाचते हुए मैदान से बाहर चले जाते हैं, नहीं ना, फिर अगली बॉल का इंतजार करते हैं और बेहतर शॉट लगाने की योजना बनाते हैं। जीवन के क्रिकेट में जब तक हम जीवित हैं तब तक हम कभी आऊट नहीं होते न ही कभी गेंद खत्‍म होती हैं, सफलता रूपी रन बनाने के लिए अवसर रूपी गेंद लगातार आती रहती हैं। जीवन में बस इस एप्रोच की जरूरत है कि कोई अवसर छूट गया तो उसका अफसोस न करें, न ही जीवन से हार मानें, बल्कि अगले अवसर पर फोकस करें। इसी तरह अगर कोई सफलता मिल गई तो उसकी आत्‍ममुग्‍धता में खोएं नहीं बल्कि अगली सफलता के लिए रास्‍ता तैयार करने में जुट जाएं… यही सकारात्‍मकता है। अगर आप छात्र हैं और आपने लक्ष्‍य बनाया कि मुझे 95 प्रतिशत अंक हासिल करना है लेकिन आप लक्ष्‍य से पिछड़ गए तो हतोत्‍साहित न हों क्‍योंकि जिंदगी की गेंदबाजी जारी है, अगली गेंद पर इससे बेहतर प्रदर्शन का अवसर खुला है। अगर आप नौकरी के लिए इंटरव्‍यू देने गए हैं तो यह मत सोचिए कि नौकरी मुझे मिलेगी या नहीं, बल्कि यह सोचिए कि इस संस्‍थान को आगे बढ़ाने के लिए मैं क्‍या-क्‍या कर सकता हूं। अपना 100 प्रतिशत कैसे दे सकता हूं। यह उत्‍साह आपके व्‍यवहार में नजर आएगा और नौकरी आपको जरूर मिलेगी। स्‍वयं को काबिल बनाने में सकारात्‍मक सोच रखिए, नतीजे खुद-ब-खुद ही सकारात्‍मक आ जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 24 March 2022

उज्जैन। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गुरूवार को उज्जैन प्रवास के दौरान भगवान महाकालेश्वर के मन्दिर पहुंचकर उनके दर्शन किये। कलेक्टर आशीष सिंह ने महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से राज्यपाल पटेल को स्मृति चिन्ह भेंट किया।   इस दौरान महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, मन्दिर के शासकीय पुजारी पं. घनश्याम गुरू, पं.संजय गुरू और अन्य पुरोहित मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 24 March 2022

भोपाल। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गौ-वंश संवर्धन के साथ ही गौ-शालाओं का सर्वसुविधायुक्त विकास भी जरूरी है। गायों के बेहतर संरक्षण के साथ गोबर के समुचित उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाना चाहिए। यह बात गृह मंत्री डॉ. मिश्रा गुरुवार को मंत्रालय में सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं की बेहतर व्यवस्था और गोवर्धन योजना समिति संबंधी मंत्री समूहों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।   इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह भी उपस्थित थे।   मंत्री समूह की बैठक में गौ-शालाओं के विकास, गौ-संरक्षण और गोबर के समुचित उपयोग पर विस्तार से चर्चा हुई। अपर मुख्य सचिव पशुपालन जे.एन. कंसोटिया ने गौ-वंश संवर्धन के लिये की जा रही कार्यवाही का प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में गौ-शालाओं की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये गौ-शालाओं में ही गोबर और गौ-मूत्र से विभिन्न उत्पादों के निर्माण और विपणन की व्यवस्था संबंधी विभिन्न सुझाव दिये गये। मंत्री डॉ. मिश्रा ने सुझावों को कार्यवाही विवरण में सम्मिलित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि सुझावों और अनुशंसाओं के आधार पर तैयार किया गया प्रेजेन्टेशन मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 24 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहन-बेटियों पर बुरी नजर रखने वालों, गरीबों को परेशान करने वालों और जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री के रूप में चौथे कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर बुधवार को एमएलए रेस्ट हाउस के निकट उनके अभिवादन के लिए एकत्र हुए जन-समुदाय को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पूर्व प्रोटेम स्पीकर तथा विधायक रामेश्वर शर्मा भी उपस्थित थे।     मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक अवैध कब्जाधारियों से लगभग 21 हजार हेक्टेयर भूमि मुक्त कराई है। इस भूमि पर गरीबों के लिए आवास बनाए जाएंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पूर्व में डकैत, नक्सली, सिमी के आंतकवादी सक्रिय थे। राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण करते हुए इस प्रकार के सभी आपराधिक संगठनों को समाप्त किया है। वर्तमान में राज्य में कोई भी डकैत गिरोह सक्रिय नहीं है। भविष्य में भी राज्य में कानून से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

Kolar News

Kolar News 23 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद दो साल पहले आज के ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी हुई थी। शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के बुधवार को दो साल पूरे हो गए। इस अवसर पर प्रदेशभर में जश्न का माहौल है। वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर एक बयान जानी कर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इन 2 वर्षों में प्रदेश विकास की दृष्टि से आगे बढऩे की बजाय, हर दृष्टि से पीछे ही गया है। प्रदेश में किसी भी वर्ग का कोई भला नहीं हुआ है, बल्कि हर वर्ग परेशान ही हुआ है। इन 2 वर्षों में सिर्फ इवेंट, आयोजनों के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम जमकर हुआ है। कमलनाथ ने कहा शिवराज सरकार के आते ही हमने प्रदेश में कोरोना काल में सरकार का कुप्रबंधन देखा कि किस प्रकार प्रदेश में लाखों लोगों की इलाज, बेड, अस्पताल, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाइयों के अभाव में मौतें हुई। सरकार की लापरवाही के कारण लाखों लोगों ने तड़प-तड़प कर अपनी जान दी है और इस संकट काल में भी सरकार लोगों को बचाने की बजाय सत्याग्रह पर बैठने, रथ पर सवार होकर घूमने, गोले बनाने जैसे इवेंट, आयोजन करती रही। उन्होंने कहा कि इन 2 वर्षों में सबसे ज्यादा परेशान प्रदेश का किसान हुआ है। जिसे उसकी अतिवर्षा व ओलावृष्टि से खऱाब फसलों का अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिल पाया है, उसे मिला है तो सिर्फ भाषण और कोरे आश्वासन। आज भी किसान मुआवजे के लिए सरकार की तरफ गुहार लगा रहा है, वही किसानों को उसकी फसल बीमा का लाभ भी अभी तक नहीं मिल पाया है। इसके अलावा पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर पिछले दो वर्षों में युवाओं, महिला एवं बाल सुरक्षा, गायों की मौत, भ्रष्टाचार को बढ़ावा, आदिवासी वर्ग और ओबीसी वर्ग साथ उत्पीडऩ व दमन के आरोप भी शिवराज सरकार पर लगाए। उन्होंने कहा कि इन 2 वर्षों में प्रदेश विकास की दृष्टि से एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया है बल्कि हर दृष्टि से प्रदेश पीछे ही गया है। इन 2 वर्षों में प्रदेश पर कर्ज़़ का आँकड़ा बढक़र 3 लाख करोड़ के कऱीब पहुँच चुका है। आज प्रदेश का प्रति व्यक्ति 51 हज़ार का कर्ज़़दार बन चुका है। सरकार कर्ज़़ लेकर विकास की बजाय उसे अपने प्रचार-प्रसार, महिमा मंडन, इवेंट, आयोजनों में लूटा रही है। कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि पिछले 2 वर्षों में उनकी सरकार द्वारा किया गया एक भी ऐसा काम बताए, जिससे प्रदेश का नाम देशभर में आगे हुआ हो, प्रदेश विकास की दृष्टि से आगे बढ़ा हो। इन 2 वर्षों में भी जमकर झूठी घोषणाएं की गई है, चुनावी क्षेत्रों में जनता को गुमराह करने के लिए हजारों झूठी घोषणाए की गई जिनके आज तक पते नहीं है। शिवराज जी का झूठी घोषणाए करने का व झूठे नारियल फोडऩे का काम आज भी जारी है। पूर्व सीएम ने कहा कि शिवराज सरकार का अपने मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं है, प्रतिदिन उल जलूल बयान देना व अपने बयानों से प्रदेश को शर्मसार करना उनकी आदत बन चुका है। इन 2 वर्षों में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में ही लगे रहे। कमलनाथ ने कहा कि इन 2 वर्षों में शिवराज सरकार की असफलताओ के कई उदाहरण हैं, जिनको गिनाया जा सकता है, जबकि उपलब्धि एक भी नहीं है। शिवराज सरकार के यह 2 वर्ष प्रदेश के लिये शर्मनाक होकर, प्रदेश को पीछे ले जाने वाले है।

Kolar News

Kolar News 23 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद दो साल पहले आज के ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी हुई थी। कमलनाथ ने 20 मार्च, 2020 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और उनकी सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को राज्य में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के बुधवार को दो साल पूरे हो गए। इस अवसर पर प्रदेशभर में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री चौहान का भोपाल में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपने बंगले पर अनूठे तरीके से स्वागत किया।   उन्होंने अपने बंगले के बाहर बुलडोजर की लाइन खड़ी कर दी और मुख्यमंत्री चौहान का गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बेटी, मां-बहनों की तरफ गलत नजर उठाता है, उसके लिए सामान्य सजा पर्याप्त नहीं है। जमानत हुई और फिर आ गए। अब हम ऐसा सबक सिखाएंगे कि अपराधी कांप जाएंगे। कानून सजा देगा लेकिन बुलडोजर भी चलेगा। ऐसे अपराधियों के मकान जमींदोज कर दिए जाएंगे।   शिवराज सरकार की चौथी पारी के दो साल पूरे होने पर राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में जश्न का माहौल है। बुधवार सुबह से कार्यक्रम आयोजित कर भाजपा नेता व कार्यकर्ता खुशियां मना रहे हैं। इसी के तहत शहर की हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी अनूठा आयोजन किया। उन्होंने अपने मालवीय नगर स्थित आवास 'युवा सदन' के बाहर 15 बुलडोजर खड़े करवाए हैं। बड़ी संख्या में यहां भाजपा कार्यकर्ता जमा हुए और ढोल-ढमाके बजाकर मुख्यमंत्री के दो साल पूरे होने का जश्न मनाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके आवास पर पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर पहुंच गया और उन्होंने 'बुलडोजर मामा जिंदाबाद' के नारे लगाए। इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बेटियों के आरोपितों के घरों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर चल रहा है। श्योपुर के बाद रायसेन के सिलवानी में भी गरीबों पर जुल्म करने वाले आरोपितों के घर तोड़े गए हैं। रतलाम में ऐसी ही कार्रवाई की गई है। प्रदेश भर में निरंतर दुराचारियों के आरोपितों के घर तोड़ जा रहे हैं। आगामी दिनों में भी तोड़े जाएंगे।   मुख्यमंत्री चौहान को एक सौम्य, मृदु नेता के रूप में जाना जाता है लेकिन अब उनकी आक्रमण वाली छवि दिखने लगी है। उन्होंने पिछले दो-तीन दिन में बेटियों व महिलाओं से दुराचार करने वाले आरोपितों के खिलाफ सख्ती दिखाई है। वे कई सभाओं में कह चुके हैं कि जो गलत काम करेगा, उन आरोपितों के मकान जमींदोज करेंगे। श्योपुर में आरोपितों के मकान तोड़ने के बाद दो दिन पहले विधायक रामेश्वर शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के होर्डिंग लगाए थे, जिसमें लिखा था कि आरोपितों के मकानों पर मामा शिवराज का बुलडोजर चलेगा।

Kolar News

Kolar News 23 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुंडे और बदमाशों के मकानों को खोदकर मैदान बना दूंगा। मामा का बुलडोजर चल पड़ा है और अब रुकेगा नहीं, गुंडे-बदमाशों को ठिकाने लगाकर ही दम लेगा। उन्होंने गुंडे-बदमाशों को सख्त लहजे में हिदायत दी कि गरीबों और कमजोरों को सताना बन्द कर दे या मध्यप्रदेश छोड़ दे।   मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के खमरिया गाँव में गत दिवस हुए विवाद में मृत राजू धुर्वे के परिवारजनों से चन्द्रपुरा में भेंट कर संवेदना व्यक्त करने के बाद ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और क्षेत्रीय विधायक रामपाल सिंह भी उपस्थित थे।   चौहान ने कहा कि गरीबों और जनजातीय लोगों के विरुद्ध होने वाले हर अत्याचार को सख्ती से रोका जाएगा और अत्याचारियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने उल्लेख किया कि एक जमाने में उन्होंने कहा था कि प्रदेश में डकैतों का सफाया करूंगा और आज प्रदेश में एक भी डाकू नहीं है।   उन्होंने कहा कि उनका बुलडोजर पूरे प्रदेश में चल रहा है। चाहे सिवनी हो, श्योपुर, शहडोल या जावरा, सब जगह गुंडे-बदमाशों के मकानों को मैदान बना दिया है। उन्होंने जनजातीय वर्ग को आश्वस्त किया कि पूरी सरकार और मुख्यमंत्री उनके साथ है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्चिंग कर सभी तरह के अवैध कारोबार पर सख्ती से रोक लगाएँ। उन्होंने कहा कि घटना से प्रभावित हुए लोगों को सहायता राशि भोपाल से भी दी जा सकती थी, लेकिन चन्द्रपुरा सिर्फ इसलिए आया हूँ कि गुंडे-बदमाशों को यह चेतावनी मिल जाए कि उन्हें सरकार छोड़ेगी नहीं।   स्वर्गीय राजू के परिवार की जिम्मेदारी सरकार की मुख्यमंत्री चौहान विवाद में अपनी जान गंवा चुके राजू धुर्वे के घर गए और उनकी पत्नी माया बाई को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने उनके माता-पिता और पूरे परिवार से भी भेंट की। उन्होंने सहायता स्वरूप मृतक के पिता और भाई को प्रधानमंत्री आवास योजना में 2 आवास के स्वीकृति-पत्र भी सौंपे। उन्होंने कहा कि मृतक के तीनों बच्चों को प्रतिमाह 2-2 हज़ार रुपये दिये जायेंगे और उनकी पत्नी को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा। प्रतापगढ़ टप्पा बनेगा तहसील और दिए जाएंगे वन अधिकार पट्टे चौहान ने कहा कि ग्रामीणों को अब अपनी समस्याओं को लेकर दूर नहीं जाना पड़ेगा। नजदीकी प्रतापगढ़ टप्पा को तहसील बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टों का फिर सर्वे हो और वर्ष 2006 के पहले के कोई पट्टाधारी छूट गए हो, तो उन्हें पट्टा दिया जाये।   रोटी-कपड़ा-मकान सबका हक मुख्यमंत्री ने कहा कि रोटी-कपड़ा मकान का हक सबको है। पूरे इलाके का सर्वे कराकर गरीबों को पक्के मकान दिए जाएंगे। राशन उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना का लाभ भी दिया जाएगा। उन्होंने जन-कल्याण शिविरों के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक गरीब को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करें। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए कि क्षेत्र में स्व-सहायता समूह बनाए जाएं। नए काम-धंधे उपलब्ध कराए जाएं। बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति मिलना सुनिश्चित किया जाए। गरीबों का जीवन बदलना है उन्होंने कहा कि गरीबों का जीवन बदलना है। अधिक आमदनी वाली फसलें लगाये। जल जीवन मिशन से हर घर में पानी उपलब्ध करवाया जाये। साथ ही पानी के स्त्रोत विकसित करें और पानी का संरक्षण भी करें। पीने के पानी के साथ सिंचाई का भी इंतजाम करना जरूरी है। इसके लिए नवीन जल-संरचनाएँ बनाएँ। नदी-नालों पर स्टॉप डेम बनाएं। हमारी सरकार के रहते कोई अपने आपको असहाय महसूस न करें। यह गरीबों की सरकार है और हरदम उनके साथ खड़ी है।   मुख्यमंत्री ने गंभीर घायलों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि और सामान्य घायलों को 50- 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी। उन्होंने कहा कि सभी घायलों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है।   मृतक राजू के निवास परिसर में रोपा पौधा मुख्यमंत्री ग्राम में स्व. राजू के निवास पहुँचे। उन्होंने परिवार के सदस्यों को ढाँढस बंधाया और निवास परिसर में स्व. राजू की स्मृति में आम का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री ने बाँटे हितलाभ मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से संवाद के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना, आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों को ऋण, प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना और पेंशन योजना के हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये।

Kolar News

Kolar News 22 March 2022

रायसेन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को जिले के ग्राम चन्दपुरा (तहसील सिलवानी) में जनजातीय भाई-बहनों से सीधा संवाद करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यहां सांप्रदायिक विवाद में मारे गए युवक के परिजनों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि मुलाकात के दौरान ग्रामीणों का कहना था कि हमारे साथ फिर धोखा हो सकता है। इसके बाद सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाते हुए कहा कि मैं साफ कह रहा हूं- गुंडागर्दी, दादागिरी, गरीबों का शोषण करने वाले, बहन और बेटी की तरफ बुरी नजर से देखने वाले और दुराचार करने वाले ये समझ लें, उनके मकान को मैदान में तब्दील कर दिया जाएगा। सिवनी, श्योपुर, जावरा में भी बुलडोजर चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडागर्दी करने वालों का अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घर-घर सर्चिंग करते हुए घरों से हथियार निकाले जाएं। गरीबों के साथ अन्याय और गुंडागर्दी करके धन कमाने का खेल पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 22 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक और बालिकाओं का कोविड-19 वैक्सीनेशन बुधवार, 23 मार्च से शुरू होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह भोपाल से इस उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ करेंगे।   जनसम्पर्क अधिकारी महेश दुबे ने मंगलवार को बताया कि वर्ष 2008 एवं 2009 में जन्म लेने वाले सभी बालक और बालिकाएं कोविड-19 वैक्सीनेशन के पात्र होगे। वर्ष 2010 में जन्मे केवल वे बालक, बालिकाएं वैक्सीनेशन को पात्र होंगे जिन्होंने 12 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है।   अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक, बालिकाओं के कोविड-19 वैक्सीनेशन की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी कलेक्टर को निर्देशित किया है कि गाईड लाइन का पालन करने के साथ 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं के वैक्सीनेशन के सत्र केवल शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं और शालाओं में ही आयोजित किये जाएं।

Kolar News

Kolar News 22 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक और बालिकाओं का कोविड-19 वैक्सीनेशन बुधवार, 23 मार्च से शुरू होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह भोपाल से इस उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ करेंगे।   जनसम्पर्क अधिकारी महेश दुबे ने मंगलवार को बताया कि वर्ष 2008 एवं 2009 में जन्म लेने वाले सभी बालक और बालिकाएं कोविड-19 वैक्सीनेशन के पात्र होगे। वर्ष 2010 में जन्मे केवल वे बालक, बालिकाएं वैक्सीनेशन को पात्र होंगे जिन्होंने 12 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है।   अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक, बालिकाओं के कोविड-19 वैक्सीनेशन की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी कलेक्टर को निर्देशित किया है कि गाईड लाइन का पालन करने के साथ 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं के वैक्सीनेशन के सत्र केवल शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं और शालाओं में ही आयोजित किये जाएं।

Kolar News

Kolar News 22 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल कभी हॉकी की नर्सरी था, हम पुनः भोपाल को हॉकी की नर्सरी के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। हॉकी हमारे देश का मान है, भोपाल की शान है और भारत की जनता का सम्मान है। एक समय था जब भारत यदि ओलिंपिक से मेडल लाता था, तो वह हॉकी में ही होता था। हमारे खिलाड़ी उत्साह से परिपूर्ण हैं, यदि उन्हें उचित रूप से संसाधन और श्रेष्ठ कोच उपलब्ध हों, तो भारत एक बार फिर हॉकी का सिरमौर बन सकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट 2022 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।   मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में आयोजित इस टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री चौहान ने स्टेडियम परिसर में नाइन मसाला स्पाइस के दो पौधे भी लगाये। मुख्यमंत्री चौहान ने औबेदुल्ला खान हेरिटेज कप की ट्रॉफी का अनावरण किया। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा हॉकी टूर्नामेंट की प्रतिभागी टीमों से परिचय भी प्राप्त किया गया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार खेल सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने देगी। संसाधनों, कोचेस और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए हर संभव व्यवस्था की जाएगी। ओबेदुल्ला खान कप, 1931 में स्थापित हुआ था। बीच में यह बंद हो गया, कोरोना के कारण भी इसमें व्यवधान हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस टूर्नामेंट के पुन: आरंभ होने पर मेरा मन, आनंद और प्रसन्नता से भरा है। भोपाल में यह टूर्नामेंट 21 से 27 मार्च तक चलेगा और हॉकी को एक बार फिर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।   खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की पहल से ही औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट पुनः आरंभ हो सका है। भोपाल में पांच एस्ट्रोटर्फ स्थापित किए जा रहे हैं। भोपाल को हॉकी हब के रूप में पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। पूर्ववर्ती अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के अनुभव का भी लाभ लिया जाएगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप में ईपी इवेंट में रजत पदक प्राप्त कुमारी प्रज्ञा सिंह तथा कांस्य पदक प्राप्त आर्यन सेन, जार्डन में आयोजित एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त अमन सिंह बिष्ट तथा रजत पदक प्राप्त आनंद यादव, आबू धाबी में आयोजित एशियन सेलिंग चैंपियनशिप के 4.7 लेज़र इवेंट में स्वर्ण पदक प्राप्त कुमारी रितिका दांगी और कांस्य पदक प्राप्त कुमारी नेहा ठाकुर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने डैफलंपिक, ब्राज़ील 2022 के लिए चयनित मध्यप्रदेश की बैडमिंटन खिलाड़ी कुमारी गौरांशी शर्मा और टेनिस खिलाड़ी धनंजय दुबे को एक-एक लाख रूपये का प्रतीकात्मक चेक भेंट कर सम्मानित किया।   कार्यक्रम में प्रमुख सचिव खेल एवं युवक कल्याण श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी, संचालक खेल एवं युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता, प्रसिद्ध ऑलम्पियन हॉकी खिलाड़ी इनामुर रहमान, जलालुद्दीन, मध्यप्रदेश राज्य हॉकी अकादमी के प्रशिक्षक समीर दाद सहित वरिष्ठ खिलाड़ी तथा अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 21 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल कभी हॉकी की नर्सरी था, हम पुनः भोपाल को हॉकी की नर्सरी के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। हॉकी हमारे देश का मान है, भोपाल की शान है और भारत की जनता का सम्मान है। एक समय था जब भारत यदि ओलिंपिक से मेडल लाता था, तो वह हॉकी में ही होता था। हमारे खिलाड़ी उत्साह से परिपूर्ण हैं, यदि उन्हें उचित रूप से संसाधन और श्रेष्ठ कोच उपलब्ध हों, तो भारत एक बार फिर हॉकी का सिरमौर बन सकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट 2022 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।   मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में आयोजित इस टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री चौहान ने स्टेडियम परिसर में नाइन मसाला स्पाइस के दो पौधे भी लगाये। मुख्यमंत्री चौहान ने औबेदुल्ला खान हेरिटेज कप की ट्रॉफी का अनावरण किया। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा हॉकी टूर्नामेंट की प्रतिभागी टीमों से परिचय भी प्राप्त किया गया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार खेल सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने देगी। संसाधनों, कोचेस और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए हर संभव व्यवस्था की जाएगी। ओबेदुल्ला खान कप, 1931 में स्थापित हुआ था। बीच में यह बंद हो गया, कोरोना के कारण भी इसमें व्यवधान हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस टूर्नामेंट के पुन: आरंभ होने पर मेरा मन, आनंद और प्रसन्नता से भरा है। भोपाल में यह टूर्नामेंट 21 से 27 मार्च तक चलेगा और हॉकी को एक बार फिर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।   खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की पहल से ही औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट पुनः आरंभ हो सका है। भोपाल में पांच एस्ट्रोटर्फ स्थापित किए जा रहे हैं। भोपाल को हॉकी हब के रूप में पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। पूर्ववर्ती अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के अनुभव का भी लाभ लिया जाएगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप में ईपी इवेंट में रजत पदक प्राप्त कुमारी प्रज्ञा सिंह तथा कांस्य पदक प्राप्त आर्यन सेन, जार्डन में आयोजित एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त अमन सिंह बिष्ट तथा रजत पदक प्राप्त आनंद यादव, आबू धाबी में आयोजित एशियन सेलिंग चैंपियनशिप के 4.7 लेज़र इवेंट में स्वर्ण पदक प्राप्त कुमारी रितिका दांगी और कांस्य पदक प्राप्त कुमारी नेहा ठाकुर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने डैफलंपिक, ब्राज़ील 2022 के लिए चयनित मध्यप्रदेश की बैडमिंटन खिलाड़ी कुमारी गौरांशी शर्मा और टेनिस खिलाड़ी धनंजय दुबे को एक-एक लाख रूपये का प्रतीकात्मक चेक भेंट कर सम्मानित किया।   कार्यक्रम में प्रमुख सचिव खेल एवं युवक कल्याण श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी, संचालक खेल एवं युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता, प्रसिद्ध ऑलम्पियन हॉकी खिलाड़ी इनामुर रहमान, जलालुद्दीन, मध्यप्रदेश राज्य हॉकी अकादमी के प्रशिक्षक समीर दाद सहित वरिष्ठ खिलाड़ी तथा अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 21 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल कभी हॉकी की नर्सरी था, हम पुनः भोपाल को हॉकी की नर्सरी के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। हॉकी हमारे देश का मान है, भोपाल की शान है और भारत की जनता का सम्मान है। एक समय था जब भारत यदि ओलिंपिक से मेडल लाता था, तो वह हॉकी में ही होता था। हमारे खिलाड़ी उत्साह से परिपूर्ण हैं, यदि उन्हें उचित रूप से संसाधन और श्रेष्ठ कोच उपलब्ध हों, तो भारत एक बार फिर हॉकी का सिरमौर बन सकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट 2022 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।   मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में आयोजित इस टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री चौहान ने स्टेडियम परिसर में नाइन मसाला स्पाइस के दो पौधे भी लगाये। मुख्यमंत्री चौहान ने औबेदुल्ला खान हेरिटेज कप की ट्रॉफी का अनावरण किया। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा हॉकी टूर्नामेंट की प्रतिभागी टीमों से परिचय भी प्राप्त किया गया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार खेल सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने देगी। संसाधनों, कोचेस और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए हर संभव व्यवस्था की जाएगी। ओबेदुल्ला खान कप, 1931 में स्थापित हुआ था। बीच में यह बंद हो गया, कोरोना के कारण भी इसमें व्यवधान हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस टूर्नामेंट के पुन: आरंभ होने पर मेरा मन, आनंद और प्रसन्नता से भरा है। भोपाल में यह टूर्नामेंट 21 से 27 मार्च तक चलेगा और हॉकी को एक बार फिर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।   खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की पहल से ही औबेदुल्ला खाँ हेरिटेज कप हॉकी टूर्नामेंट पुनः आरंभ हो सका है। भोपाल में पांच एस्ट्रोटर्फ स्थापित किए जा रहे हैं। भोपाल को हॉकी हब के रूप में पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। पूर्ववर्ती अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के अनुभव का भी लाभ लिया जाएगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप में ईपी इवेंट में रजत पदक प्राप्त कुमारी प्रज्ञा सिंह तथा कांस्य पदक प्राप्त आर्यन सेन, जार्डन में आयोजित एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त अमन सिंह बिष्ट तथा रजत पदक प्राप्त आनंद यादव, आबू धाबी में आयोजित एशियन सेलिंग चैंपियनशिप के 4.7 लेज़र इवेंट में स्वर्ण पदक प्राप्त कुमारी रितिका दांगी और कांस्य पदक प्राप्त कुमारी नेहा ठाकुर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने डैफलंपिक, ब्राज़ील 2022 के लिए चयनित मध्यप्रदेश की बैडमिंटन खिलाड़ी कुमारी गौरांशी शर्मा और टेनिस खिलाड़ी धनंजय दुबे को एक-एक लाख रूपये का प्रतीकात्मक चेक भेंट कर सम्मानित किया।   कार्यक्रम में प्रमुख सचिव खेल एवं युवक कल्याण श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी, संचालक खेल एवं युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता, प्रसिद्ध ऑलम्पियन हॉकी खिलाड़ी इनामुर रहमान, जलालुद्दीन, मध्यप्रदेश राज्य हॉकी अकादमी के प्रशिक्षक समीर दाद सहित वरिष्ठ खिलाड़ी तथा अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 21 March 2022

भोपाल। फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान के विवादित ट्वीट का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा के निशाने पर आने के बाद आईएएस नियाज खान ने रविवार को एक ओर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ बोलने वालों पर पलटवार किया है। साथ ही एक अन्य ट्वीट में कश्मीरी हिन्दुओं की मदद की बात कही है। इसके बाद इस ट्वीट वार में फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने भोपाल आकर आईएएस नियाज खान से मिलने की बात कही है।   आईएएस नियाज खान ने शनिवार को विवादित ट्वीट किया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचनाएं शुरू हो गई थीं। रविवार को उन्होंने पुनः ट्वीट करते हुए कहा कि अगर आप सच बोलते हैं तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया मेरे खिलाफ गालियों से भरा है। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा केवल उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को दर्शाएगी। शिक्षित लोग सभ्य भाषा का बड़े तरीके से उपयोग करते हैं, लेकिन आधुनिक शिक्षा सभ्य नागरिक बनाने में विफल रही।   उन्होंने रविवार को ही एक अन्य ट्वीट में कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' की आय 150 करोड़ तक पहुंची। यह बढ़िया है। लोगों ने कश्मीरी ब्राह्मणों की भावनाओं का बहुत सम्मान किया है। मैं फिल्म निर्माता का सम्मान करूंगा कि वह सारी कमाई ब्राह्मण बच्चों की शिक्षा और कश्मीर में उनके घरों के निर्माण में स्थानांतरित कर दे। यह एक महान दान होगा।   उनके इस ट्वीट पर फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट के माध्यम से आईएएस नियाज खान को जवाब दिया है। उन्होंने पूछा कि आप अपनी किताबों की रॉयल्टी और आईएएस अधिकारी के रूप में अपनी शक्ति के साथ कश्मीरियों की कैसे मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं 25 मार्च को भोपाल आ रहा हूं। वहीं मुलाकात करूंगा। उन्होंने उनसे मिलने के लिए अपाइंटमेंट भी मांगा है। हम मिलकर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे कि कश्मीरी पंडितों की मदद कैसे कर सकते हैं।   वहीं, आईएएस नियाज खान ने एक अन्य ट्वीट में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन (एआईएमएआईएम) नेता असुदद्दीन ओवैसी से भी सवाल किया है। उन्होंने कहा कि "ओवैसी जी इस मुद्दे पर चुप हैं। कृपया केवल चुनाव के दौरान ही नहीं, मानवीय मुद्दों पर बोलें। हमें हिंदू भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक मजबूत देश बनाना है। अरब हमारा मॉडल नहीं है। भारत हमारा मॉडल है और यह भूमि हमारी मातृभूमि है।

Kolar News

Kolar News 20 March 2022

भोपाल। फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान के विवादित ट्वीट का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा के निशाने पर आने के बाद आईएएस नियाज खान ने रविवार को एक ओर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ बोलने वालों पर पलटवार किया है। साथ ही एक अन्य ट्वीट में कश्मीरी हिन्दुओं की मदद की बात कही है। इसके बाद इस ट्वीट वार में फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने भोपाल आकर आईएएस नियाज खान से मिलने की बात कही है।   आईएएस नियाज खान ने शनिवार को विवादित ट्वीट किया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचनाएं शुरू हो गई थीं। रविवार को उन्होंने पुनः ट्वीट करते हुए कहा कि अगर आप सच बोलते हैं तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया मेरे खिलाफ गालियों से भरा है। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा केवल उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को दर्शाएगी। शिक्षित लोग सभ्य भाषा का बड़े तरीके से उपयोग करते हैं, लेकिन आधुनिक शिक्षा सभ्य नागरिक बनाने में विफल रही।   उन्होंने रविवार को ही एक अन्य ट्वीट में कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' की आय 150 करोड़ तक पहुंची। यह बढ़िया है। लोगों ने कश्मीरी ब्राह्मणों की भावनाओं का बहुत सम्मान किया है। मैं फिल्म निर्माता का सम्मान करूंगा कि वह सारी कमाई ब्राह्मण बच्चों की शिक्षा और कश्मीर में उनके घरों के निर्माण में स्थानांतरित कर दे। यह एक महान दान होगा।   उनके इस ट्वीट पर फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट के माध्यम से आईएएस नियाज खान को जवाब दिया है। उन्होंने पूछा कि आप अपनी किताबों की रॉयल्टी और आईएएस अधिकारी के रूप में अपनी शक्ति के साथ कश्मीरियों की कैसे मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं 25 मार्च को भोपाल आ रहा हूं। वहीं मुलाकात करूंगा। उन्होंने उनसे मिलने के लिए अपाइंटमेंट भी मांगा है। हम मिलकर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे कि कश्मीरी पंडितों की मदद कैसे कर सकते हैं।   वहीं, आईएएस नियाज खान ने एक अन्य ट्वीट में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन (एआईएमएआईएम) नेता असुदद्दीन ओवैसी से भी सवाल किया है। उन्होंने कहा कि "ओवैसी जी इस मुद्दे पर चुप हैं। कृपया केवल चुनाव के दौरान ही नहीं, मानवीय मुद्दों पर बोलें। हमें हिंदू भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक मजबूत देश बनाना है। अरब हमारा मॉडल नहीं है। भारत हमारा मॉडल है और यह भूमि हमारी मातृभूमि है।

Kolar News

Kolar News 20 March 2022

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार, 18 मार्च की रात्रि रायसेन जिले की खमरिया ग्राम के पास हुई वारदात के घायलों से शनिवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल जाकर मुलाकात की। मुख्यमंत्री चौहान एक-एक घायल से व्यक्तिगत रूप से मिले। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह घटना दुखद है। गोली चलाना कोई साधारण अपराध नहीं है। अपराधियों को किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वारदात में मृतक राजू आदिवासी के परिवार को 5 लाख रूपए की सहायता राशि दी जाएगी। गंभीर घायल हरि सिंह और रामजी भाई को 2-2 लाख रूपए की राशि दी जाएगी। घायल नरेन्द्र की आँख में चोट है, जिन्हें भी 2 लाख रूपए की सहायता दी जाएगी। अन्य घायलों को भी 50-50 हजार रूपए की सहायता राशि दी जाएगी।   घायलों का होगा नि:शुल्क इलाज मुख्यमंत्री चौहान ने सभी घायलों की स्वास्थ्य जाँच और संपूर्ण उपचार के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी घायलों का इलाज पूर्णत: नि:शुल्क होगा। अतिरिक्त व्यवस्था करनी होगी तो वह भी की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घायलों के उपचार में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।   घायलों के परिजन से मुख्यमंत्री ने की भेंट मुख्यमंत्री चौहान ने हमीदिया अस्पताल में मौजूद घायल व्यक्तियों के परिजन से भी भेंट की और उन्हें आश्वस्त किया कि घटना में घायल सभी का बेहतर से बेहतर इलाज हो रहा है। दोषियों के विरूद्ध भी कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। भयग्रस्त होने की आवश्यकता नहीं है। स्थानीय प्रशासन और शासन आपके साथ खड़ा है।   चिकित्सा-विशेषज्ञों को निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने जीएमसी भोपाल के डीन डॉ. अरविंद राय, आर्थोपेडिक विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुनील टंडन और अन्य चिकित्सा-विशेषज्ञों से घायलों के उपचार के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कमलेश कुशवाह, हरि सिंह, रामजी भाई, आनंद साहू, राजकुमार, रविन्द्र, महेश, नरेन्द्र, हल्के राम, रमेश और अन्य घायलों से उनके बेड तक जाकर कुशल-क्षेम पूछी। मुख्यमंत्री चौहान ने रायसेन जिला प्रशासन को भी प्रभावित परिवारों की आवश्यक सहायता के निर्देश दिए हैं।   इस अवसर पर कमिश्नर भोपाल गुलशन बामरा, पुलिस आयुक्त भोपाल मकरंद देउस्कर, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सचिन अतुलकर, कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 19 March 2022

बडवानी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को जनजाति समाज के पारंपरिक लोक उत्सव भगोरिया में शामिल होने के लिए आकांक्षी जिला बड़वानी के सबसे दुर्गम क्षेत्र के विकासखंड पाटी मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान भी थीं। वनवासियों की पारंपरिक वेशभूषा पहने मुख्यमंत्री ने जनजाति बंधुओं के साथ उनके उल्लास में शामिल हुए और जमकर नृत्य कर ढोल भी बजाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के चलते वे अपने जनजातीय भाइयों से मिलने के लिए लंबे अरसे से बाट जोह रहे थे। जैसे ही कोरोना कंट्रोल हुआ, वैसे ही वह अपनों के बीच अपना भगोरिया मनाने के लिए चले आए। उन्होंने जनजातीय बंधुओं से कहा कि दो साल बाद कोरोना कंट्रोल हुआ है, इसलिए दिल खोलकर उत्सव मनाएं। इस पर्व में ढोल-मांदल की गूंज से चारों और उल्लास का वातावरण निर्मित होना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सहपत्नी जनजातीय भाइयों के साथ कदम से कदम मिलाकर लय और ताल से नृत्य भी किया। पाटी के भोगरिया में पारंपरिक मांदल से गूंजा वातावरण सुदूर जनजातीय अंचल के विकासखंड पाटी में कोरोना संक्रमण के चलते लंबे अरसे से उत्सव का रंग फीका पड़ गया था, जिसे गुरुवार को मुख्यमंत्री की सपत्नी उपस्थिति ने उल्लास के रंग से सराबोर कर दिया। इस भगोरिया उत्सव में 30 से अधिक पारंपरिक वाद्य यंत्रों विशेषकर ढोल, मांदल के साथ युवाओं, महिला-पुरुषों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने भी पारंपरिक वाद्ययन्त्र बजाकर उत्सव में आनंद का संचार किया। मुख्यमंत्री के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल, राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी जमकर थिरके।   मुख्यमंत्री की उपस्थिति में निकला पारंपरिक चल समारोह गुरुवार को उस समय उत्सव का उल्लास और दोगुना हो गया, जब जनजातीय बंधुओं के साथ मुख्यमंत्री भी सपत्नी उमंग का जोश भरने के लिए चल समारोह में शामिल हुए। इस दौरान नगरवासियों ने अपने भवनों की छतों पर चढ़कर चल समारोह पर पुष्प वर्षा की तथा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मंत्री पटेल ने मुख्यमंत्री काे भेंट किया पारंपरिक साफा व तीर कमान भगोरिया उत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल, सांसद सुमेर सिंह सोलंकी व गजेंद्र सिंह पटेल ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री को साफा पहनाकर एवं तीर कमान भेंट कर उनका अभिनंदन भी किया।   जनजातीय भाइयों ने भरी कुर्राटी, मुख्यमंत्री ने बजाया ढोल कोरोना के कारण लंबे समय आयोजित लोक संस्कृति का भगोरिया पर्व पर जहां जनजातीय भाइयों ने अपने मूछों पर ताव देते हुए कुर्राटी भरकर कोरोना पर विजय की जय घोष किया। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जनजाति संस्कृति में विशेष स्थान रखने वाले ढोल को बजाकर वातावरण को पूरी तरह लोक संस्कृतिमय कर दिया। मुख्यमंत्री ने की पाटी के विकास की कई घोषणाएं भगोरिया पर्व के दौरान जनजातीय भाइयो को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर पाटी के विकास के लिए कई जनहितैषी घोषणाएं कीं। उन्होंने पाटी के बस स्टैण्ड के लिये 40 लाख, गोई नदी पर नए पुल निर्माण के लिये 13 करोड़, घाट निर्माण के लिये 60 लाख, स्ट्रीट लाइट के लिये 80 लाख, अम्बा फल्या में पुलिया निर्माण के लिए 18 लाख रुपये देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने गोई नदी में स्टाप डेम बैराज बनाकर पानी रोकने व किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की भी घोषणा की।   उन्होंने युवाओं से कहा कि पुलिस की छह हजार पद के लिए भर्ती हो चुकी है। अभी छह हजार और रिक्तियां निकाली जाएंगी। इसमें शारीरिक दक्षता के भी अंक दिये जाएंगे, जो लिखित परीक्षा के बराबर होंगे। जल्दी ही और शिक्षकों के पदों एवं बैकलाग के पदों पर भी भर्ती की जायेगी। कोरोना काल के दौरान बंद हो गये सामूहिक विवाह आयोजन पुनः प्रारंभ किये जाएंगे। बड़वानी जिले में 600 से अधिक ग्रामों में से 280 ग्रामों में नलजल योजना के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है, शेष ग्रामो में भी समूह नलजल योजना बनाकर इसी प्रकार नल के माध्यम से घर-घर टोटी के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जायेगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में जनजातीय बंधुओं के साथ जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 17 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट उद्यान में करंज और गुलमोहर का पौधा रोपा। इस दौरान गौ-काष्ठ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण समिति के सदस्य अरुण चौधरी, हेमंत अजमेरा और पांडुरंग नामदेव ने भी पौध-रोपण किया। भोपाल में स्वच्छता और लकड़ी बचाने के अभियान में सक्रिय श्रुति सिंह भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुई।   भोपाल में गौ-काष्ठ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण समिति विगत तीन वर्षों से होलिका दहन पर शहर में 45 से 50 सेंटर बनाकर आमजन को गौ-काष्ठ उपलब्ध कराती है। इससे होलिका दहन में लकड़ी का उपयोग कम होता है और जंगल कटने से बचते हैं। समिति द्वारा विगत 04 वर्षों में शहर के प्रमुख 05 विश्राम घाट में गौ-काष्ठ से लगभग 55 हजार दाह संस्कार करवाए गए, जिससे लगभग एक लाख पैसठ हजार क्विंटल लकड़ी बची। समिति जन-मानस में गऊ माता और पर्यावरण संरक्षण का अलख जगाने के लिए, देश भर में व्यक्तिगत व्यय पर विभिन्न शहरों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। समिति पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधों का रोपण भी निरंतर कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने समिति को उनके पुनीत कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।   उल्लेखनीय है कि करंज को आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माना गया है। करंज का उपयोग धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। गुलमोहर को विश्व के सुंदरतम वृक्षों में से एक माना जाता है। गुलमोहर की पत्तियों के बीच बड़े-बड़े गुच्छों में खिले फूल, इस वृक्ष को अलग ही आकर्षण प्रदान करते हैं। गर्मी के दिनों में गुलमोहर के पेड़, पत्तियों की जगह फूलों से लदे हुए रहते हैं। यह औषधीय गुणों से भी समृद्ध है।

Kolar News

Kolar News 17 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट उद्यान में करंज और गुलमोहर का पौधा रोपा। इस दौरान गौ-काष्ठ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण समिति के सदस्य अरुण चौधरी, हेमंत अजमेरा और पांडुरंग नामदेव ने भी पौध-रोपण किया। भोपाल में स्वच्छता और लकड़ी बचाने के अभियान में सक्रिय श्रुति सिंह भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुई।   भोपाल में गौ-काष्ठ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण समिति विगत तीन वर्षों से होलिका दहन पर शहर में 45 से 50 सेंटर बनाकर आमजन को गौ-काष्ठ उपलब्ध कराती है। इससे होलिका दहन में लकड़ी का उपयोग कम होता है और जंगल कटने से बचते हैं। समिति द्वारा विगत 04 वर्षों में शहर के प्रमुख 05 विश्राम घाट में गौ-काष्ठ से लगभग 55 हजार दाह संस्कार करवाए गए, जिससे लगभग एक लाख पैसठ हजार क्विंटल लकड़ी बची। समिति जन-मानस में गऊ माता और पर्यावरण संरक्षण का अलख जगाने के लिए, देश भर में व्यक्तिगत व्यय पर विभिन्न शहरों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। समिति पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधों का रोपण भी निरंतर कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने समिति को उनके पुनीत कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।   उल्लेखनीय है कि करंज को आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माना गया है। करंज का उपयोग धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। गुलमोहर को विश्व के सुंदरतम वृक्षों में से एक माना जाता है। गुलमोहर की पत्तियों के बीच बड़े-बड़े गुच्छों में खिले फूल, इस वृक्ष को अलग ही आकर्षण प्रदान करते हैं। गर्मी के दिनों में गुलमोहर के पेड़, पत्तियों की जगह फूलों से लदे हुए रहते हैं। यह औषधीय गुणों से भी समृद्ध है।

Kolar News

Kolar News 17 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होलिका दहन के लिए भोपाल के माता मंदिर स्थित प्लेटिनम प्लाजा के सामने से गुरुवार को गो-काष्ठ की खरीदारी की। उन्होंने नागरिकों से होलिका दहन में लकड़ियों के स्थान पर गो-काष्ठ का उपयोग करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करके कहा कि आज होलिका दहन होगा। बुराई पर अच्छाई की जीत का यह पर्व है। अंतत: बुराई पराजित होती है। आनंद के वातावरण में खूब उत्साह से होली मनाइये, लेकिन आपसे आग्रह है कि होलिका दहन के लिए गो-गाष्ठ का उपयोग कीजिए। संकल्प लीजिए कि अब वृक्षों को नहीं काटेंगे व होलिका दहन गो-काष्ठ से करेंगे। इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि होली उत्साह, उमंग से मनाएं पर शालीनता के साथ। उन्होंने कहा था कि होली सिर्फ गौ-काष्ठ से जलाएं। मैं भी गो-काष्ठ से ही जलाऊंगा। पेड़ नहीं काटना है, पेड़ तो लगाना है।

Kolar News

Kolar News 17 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वच्छता सर्वे 2022 शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को ट्वीट कर तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से सभी नागरिकों से अपने शहर और गाँव को स्वच्छ रखने में भरपूर सहयोग देने की अपील की है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी नागरिकों की मेहनत और परिश्रम तथा सफाई मित्रों की कर्मठता से प्रदेश ने स्वच्छता में नए रिकार्ड बनाये हैं। स्वच्छता में प्रदेश का स्थान बहुत ऊपर है। हमें फिर से स्वच्छता में मध्यप्रदेश को नम्बर वन बनाना है। सभी नागरिक अपने शहर और गाँव को स्वच्छ रखने में निरंतर सहयोग दें, “जीतेंगे हम जीतेगा मध्यप्रदेश”।

Kolar News

Kolar News 16 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वच्छता सर्वे 2022 शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को ट्वीट कर तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से सभी नागरिकों से अपने शहर और गाँव को स्वच्छ रखने में भरपूर सहयोग देने की अपील की है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी नागरिकों की मेहनत और परिश्रम तथा सफाई मित्रों की कर्मठता से प्रदेश ने स्वच्छता में नए रिकार्ड बनाये हैं। स्वच्छता में प्रदेश का स्थान बहुत ऊपर है। हमें फिर से स्वच्छता में मध्यप्रदेश को नम्बर वन बनाना है। सभी नागरिक अपने शहर और गाँव को स्वच्छ रखने में निरंतर सहयोग दें, “जीतेंगे हम जीतेगा मध्यप्रदेश”।

Kolar News

Kolar News 16 March 2022

भोपाल। अपनी मांगों को लेकर पिछले कुछ समय से विरोध प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सेवा समाप्ति के नोटिस दिए जा रहे हैं। सरकार के इस कदम पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने नाराजगी जाहिर की है और शिवराज सरकार पर दमन पर उतारू होने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कभी पुरानी पेंशन की माँग कर रहे सरकारी कर्मचारियों की प्रदर्शन की अनुमति निरस्त करना, कभी आशा-उषा और आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन के लिये भोपाल आने से रोकना, कही अपना हक़ माँग रहे चयनित शिक्षकों को प्रताडि़त करना, लगता है कि शिवराज सरकार लोकतंत्र में मिले विरोध के अधिकार को भी छिनना चाहती है। वो दमन के रास्ते सरकार चलाना चाहती है। पूर्व सीएम ने कहा कि अब अपने हक के लिये संघर्ष कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवा समाप्ति के नोटिस थमाये जा रहे है? ना उनको उनका हक दिया जा रहा है और ना ही उन्हें अपने हक की माँग के लिये आवाज उठाने दी जा रही है। यह कैसी सरकार, यह तो तानाशाही है, कांग्रेस चुप नही बैठेगी, ऐसे दमनकारी निर्णयों का हम सडक़ से लेकर सदन तक पुरजोर विरोध करेंगे।   कमलनाथ ने कहा कि हमारी माँग है कि पुरानी पेंशन प्रदेश में भी लागू की जाए, आँगनबाड़ी- आशा- उषा कार्यकर्ताओं को, चयनित शिक्षकों को उनका हक दिया जाए, उनकी माँगो को तत्काल माना जाए।

Kolar News

Kolar News 16 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को शहीद जितेंद्र सिंह वर्मा के परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने विधानसभा स्थित कक्ष में शहीद जितेंद्र कुमार वर्मा के पिता शिवराज वर्मा, माता धापू बाई तथा पत्नी सुनीता वर्मा को सम्मान निधि प्रदान की। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि "वीर सपूत जितेंद्र कुमार वर्मा जी के चरणों में प्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रदेश के रत्न वीर जितेंद्र कुमार जी के पिता शिवराज वर्मा जी, माता श्रीमती धापू बाई व पत्नी सुनीता वर्मा जी अकेले नहीं हैं। अब सम्पूर्ण मध्यप्रदेश उनका परिवार है।" उल्लेखनीय है कि सीहोर जिले के धामंदा गाँव के जितेंद्र कुमार वर्मा, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ विपिन रावत के पीएसओ थे। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में जितेंद्र वर्मा भी शहीद हो गए थे। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा शहीद जितेंद्र वर्मा के परिवार को एक करोड़ रुपए कि सम्मान निधि प्रदान करने की घोषणा की गई थी।

Kolar News

Kolar News 16 March 2022

भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान मंगलवार दोपहर निर्धारित समय पर जिले के थान्दला के भगोरिया हाट बाजार में शिरकत करने आए, जहां बड़ी संख्या में इस जिले के दूर दराज क्षैत्र से आए आदिवासियों सहित पड़ोसी आलीराजपुर जिले से आए भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को इस लोक पर्व पर अपने करीब देखा। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी थीं। उन्होंने जिले के थान्दला दौरे में करीब दो घंटे का समय आदिवासियों के बीच बिताया। जाते-जाते मुख्यमंत्री ने संक्षिप्त रूप से अपनी सरकार द्वारा गरीबों के हित में उठाए गए कदमों का सारांश रखा, साथ ही कुछ घोषणा भी की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आदिवासी प्रधान इस जिले के थान्दला में आज मंगलवार को भरने वाले भगोरिया हाट बनाम गुलालिया हाट के अवसर पर अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ आए। हेलीपेड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री पुरानी कृषि उपज मंडी में बनाए गए मंच पर गए, जहां उन्होंने सबका अभिवादन किया। वहां से मुख्यमंत्री अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ खुली जीप में भगोरिया हाट के मुख्य मार्गों से होकर गुजरे। बाद में अस्पताल चौराहा पर बनाए गए मंच से मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को भगोरिया उत्सव और होली की शुभकामनाएं दी। आदिवासियों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए अपने परंपरागत वाद्य ढोलक और मादल की थाप पर नृत्य कर अतिथियों की अगवानी की। दोनों स्थानों पर बनाए गए मंच के आसपास बड़ी संख्या में इन वाद्य के शब्द सुनाई दे रहे थे। इनमें कई समूहों द्वारा भारतीय जनता पार्टी का झंडा उठाए हुए था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हाट में इकट्ठा हुए आदिवासियों को देखकर अत्यंत प्रसन्न हो गए। अपने संक्षिप्त भाषण में उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि आज आदिवासियों के बीच इस खुशी के अवसर पर मैं आपके बीच उपस्थित हूं। बकोल मुख्यमंत्री आपके बीच में मैं आपका मामा आया हूं, और साथ में आपकी मामी को भी लाया हूं। उन्होंने कहा कोरोना खत्म हुआ, अब कोई बंदिश नहीं है। खूब खुशियां मनाओ। मंच से मुख्यमंत्री ने एक और जहां अपनी सरकार द्वारा गरीबों के हित में किए जा रहे कामों को संक्षिप्त रूप से रखा, वहीं आदिवासी अंचलों में पानी और बिजली की समुचित व्यवस्था की भी बात कही। उन्होंने कहा नर्मदा का पानी आलीराजपुर तक पहुंच गया है, अब झाबुआ तक भी लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने थान्दला नगर के विकास हेतु स्थानीय नगर परिषद को एक करोड़ रूपए देने की घोषणा भी मंच से की।   मुख्यमंत्री भगोरिया उत्सव पर थान्दला आना निश्चित रूप से आदिवासी प्रधान इस जिले के लिए गौरव की बात है, किन्तु मुख्यमंत्री के इस भगोरिया मिलन समारोह के निहितार्थ राजनीतिक हित साधन के रूप में भी देखें जा सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनावों में जिले की अपनी सभी सीटें गवां दी है, साथ ही झाबुआ नगरपालिका पर भी कांग्रेस का कब्जा है, ऐसे में आगामी चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री के इस दौरे को झाबुआ आलीराजपुर जिलों में आदिवासी समुदाय के बीच फिर से अपनी पैठ बनाने के प्रयास के रूप में भी देखा जा सकता है।

Kolar News

Kolar News 15 March 2022

बड़वानी। पूर्व कैनिबेट मंत्री अंतरसिंह आर्य मंगलवार को जिले के ग्राम बाबदड़ के भगोरिया उत्सव में पहुंचे। यहां उन्होंने संस्कृति विभाग के माध्यम से जिले में आये लोक कला नृत्य दलों के सदस्यों का स्वागत करते हुए सभी सदस्यों को हार पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद आदिवासियों के साथ लोक नृत्यों पर उन्होंने जमकर ठुमके लगाए।   जिले में मंगलवार को भगोरिया उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें अन्य जिलों से कलाकारों ने लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी। पूर्व मंत्री अंतरसिंह आर्य ने भगोरिया उत्सव में कलाकारों के साथ नृत्य किया। इस दौरान उन्होने मुख्यमंत्री की इस योजना का स्वागत करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि इससे जहां हमारे जनजातीय भाइयों की संस्कृति को दूसरे जिले से आये लोक कला नृत्य दल के सदस्य जानेंगे। वहीं हमारे जिले के भी जनजातीय बंधु दूसरे जिलों के अपने जनजातीय बंधुओं की परम्परागत नृत्य शैली से भी अवगत होंगे। इस दौरान उनके साथ क्षेत्र के संग्राम भाई, बंटी जमरे, सरपंच रामसिंह, अंतर रावत एवं ग्राम के पटेल ने लोक नृत्य कलाकारों का स्वागत किया।   सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग निलेश सिंह रघुवंशी ने बताया कि जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी, म.प्र. संस्कृति परिषद्, भोपाल द्वारा 75वें आजादी अमृत महोत्सव के तहत बड़वानी जिले के समस्त भगोरिया हाटों में भगोरिया उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इन हाटों में मध्यप्रदेश की भील जनजातीय के साथ गोण्ड, बैगा,कोरकू, भील, भारिया जनजातियों के नृत्यों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके लिए जिले में 9 टीम भोपाल से भेजी गई है। इसमें सेंधवा अनुभाग के लिए डिण्डोरी, धार, छिंदवाड़ा की टीम, अनुभाग राजपुर के लिए धार, डिण्डोरी एवं हरदा की टीम एवं बड़वानी अनुभाग के लिए डिण्डोरी, बैतूल, धार की टीम भेजी गई है।

Kolar News

Kolar News 15 March 2022

भोपाल‎‎। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को एक मार्च से 11 प्रतिशत बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता देने और प्रदेश में पशु चिकित्सा इकाई योजना लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद ने राम वन गमन पथ योजना के क्रियान्वयन का काम और संस्कृति विभाग को सौंपने को सौंपने का निर्णय लिया।   प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक मंगलवार को विधानसभा परिसर स्थित समिति कक्ष में मंदे-मातरम गायन के साथ शुरू हुई। बैठक में शासकीय सेवकों/पेंशनरों को सातवें वेतनमान में देय महंगाई भत्ता/राहत की दर में एक मार्च 2022 (भुगतान माह अप्रैल-2022) से 11 प्रतिशत की वृद्धि कर 31 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया। महंगाई भत्ता/राहत की दर में वृद्धि से राज्य शासन पर इस वित्तीय वर्ष में लगभग 5500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार आयेगा।     चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन का निर्णय   उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश में चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन और पशु चिकित्सालयों एवं औषधालयों की स्थापना का निर्णय लिया गया। पशुपालन एवं डेरी विभाग अंतर्गत भारत सरकार की नवीन चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना का उद्देश्य मुख्यतः पशुपालकों को घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराना है। चलित पशु इकाई में मुख्यत: दो घटक मोबाइल वाहन और वाहनों का संचालन है। इसमें मुख्य रूप से उपचार, लघु शल्य-क्रिया, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, गर्भपरीक्षण आदि किए जाएंगे।     चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन से राज्य में पशुपालकों को कॉल-सेंटर पर कॉल के बाद घर पहुंच पशु चिकित्सा उपलब्ध होंगी। इससे पशुओं की आकस्मिक रूप से होने वाली मृत्यु पर पशुपालकों की हानि रुकेगी और पशुओं से होने वाले उत्पादन में वृद्धि होगी।     श्रीराम वन गमन पथ के लिए संस्कृति विभाग अधिकृत   मंत्रिपरिषद ने धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के अंतर्गत "श्रीराम वन गमन पथ परियोजना के प्रदेश में पड़ने वाले अंचलों का विकास" संबंधित कार्य संस्कृति विभाग को सौंपे जाने की स्वीकृति दी। इसके अलावा और निवाड़ी और आगर जिले में शहरी विकास अभिकरण के लिए 5-5 पदों की स्वीकृति पर भी मुहर लगाई गई।

Kolar News

Kolar News 15 March 2022

भोपाल‎‎। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को एक मार्च से 11 प्रतिशत बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता देने और प्रदेश में पशु चिकित्सा इकाई योजना लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद ने राम वन गमन पथ योजना के क्रियान्वयन का काम और संस्कृति विभाग को सौंपने को सौंपने का निर्णय लिया।   प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक मंगलवार को विधानसभा परिसर स्थित समिति कक्ष में मंदे-मातरम गायन के साथ शुरू हुई। बैठक में शासकीय सेवकों/पेंशनरों को सातवें वेतनमान में देय महंगाई भत्ता/राहत की दर में एक मार्च 2022 (भुगतान माह अप्रैल-2022) से 11 प्रतिशत की वृद्धि कर 31 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया। महंगाई भत्ता/राहत की दर में वृद्धि से राज्य शासन पर इस वित्तीय वर्ष में लगभग 5500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार आयेगा।     चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन का निर्णय   उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश में चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन और पशु चिकित्सालयों एवं औषधालयों की स्थापना का निर्णय लिया गया। पशुपालन एवं डेरी विभाग अंतर्गत भारत सरकार की नवीन चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना का उद्देश्य मुख्यतः पशुपालकों को घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराना है। चलित पशु इकाई में मुख्यत: दो घटक मोबाइल वाहन और वाहनों का संचालन है। इसमें मुख्य रूप से उपचार, लघु शल्य-क्रिया, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, गर्भपरीक्षण आदि किए जाएंगे।     चलित पशु चिकित्सा इकाई योजना के क्रियान्वयन से राज्य में पशुपालकों को कॉल-सेंटर पर कॉल के बाद घर पहुंच पशु चिकित्सा उपलब्ध होंगी। इससे पशुओं की आकस्मिक रूप से होने वाली मृत्यु पर पशुपालकों की हानि रुकेगी और पशुओं से होने वाले उत्पादन में वृद्धि होगी।     श्रीराम वन गमन पथ के लिए संस्कृति विभाग अधिकृत   मंत्रिपरिषद ने धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के अंतर्गत "श्रीराम वन गमन पथ परियोजना के प्रदेश में पड़ने वाले अंचलों का विकास" संबंधित कार्य संस्कृति विभाग को सौंपे जाने की स्वीकृति दी। इसके अलावा और निवाड़ी और आगर जिले में शहरी विकास अभिकरण के लिए 5-5 पदों की स्वीकृति पर भी मुहर लगाई गई।

Kolar News

Kolar News 15 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के किसानों को राहत देगी। जो किसान डिफॉल्टर हो गए हैं उनके कर्ज का ब्याज अब प्रदेश सरकार भरेगी। सीएम ने कहा कि कमलनाथ सरकार के दौरान किसानों की कर्ज माफी नहीं हुई, जिससे कई किसान डिफॉल्टर हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना काल के बिजली बिल माफ करने की घोषणा भी की। सीएम शिवराज के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसा है। कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत करते हुए शिवराज जी ने आज बिजली बिल व डिफाल्टर किसानों के ब्याज भरने की जो घोषणा की है यह घोषणाएँ तो वो पिछले 17 वर्षों से कर ही तो रहे हैं, क्रियान्वयन हो तो बात हो। इसके अलावा सीएम शिवराज द्वारा कमलनाथ की उपस्थिति पर सवाल उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि सदन में मेरी पूरी पार्टी की मौजूदगी है, सभी साथी है। मैं अभी छिन्दवाड़ा से आ रहा हूँ, अभी यहाँ कार्यक्रम में शामिल होने आया हूँ। शिवराज जी तो चाहते है कि मैं बैठकर उनके झूठ व झूठी घोषणाएँ सुनूं, उनकी नौटंकी देखूं, यह मुझे स्वीकार नही है। इसके अलावा पाँच राज्यों के परिणाम पर कमलनाथ ने कहा कि चिंतन शिविर होगा, उसमें हम मंथन करेंगे, चिंतन करेंगे। वहीं उमा भारती के शराब दुकान पर पत्थर बरसाने पर पूर्व सीएम ने कहा कि यह उमा जी का स्टाइल है कि वो कैसे विरोध करें। क्या यह शोभा देता है।

Kolar News

Kolar News 14 March 2022

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने रविवार शाम को एक शराब दुकान में पत्थर मारकर बोतलें तोड़ दी थीं। अपने इस एक्शन के बारे में उमा भारती ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा है। दो पेज के इस पत्र में उमा भारती ने अपनी प्रतिक्रिया के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए उसे स्वाभाविक बताया है। उमा भारती ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि स्थानीय महिलाओं के आग्रह पर मैं बरखेड़ा पठानी में स्थित शराब दुकान और अहाता देखने गई थी। स्थानीय महिलाएं बीते तीन सालों से शराब दुकान हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन दुकान बंद नहीं हो रही है। यहां महिलाओं ने मुझे रोते हुए बताया कि शराबी लोग बस्ती में रहने वाली महिलाओं, बच्चियों की ओर मुंह करके लघुशंका करते हैं। उमा भारती ने पत्र में लिखा है कि वहां महिलाएं रो रही थीं, शराब की दुकान नियम विरुद्ध थी, ऐसे में मेरी प्रतिक्रिया स्वाभाविक थी। मैंने पत्थर शराब की बोतलों पर दे मारा। कमलनाथ ने कहा- उमा की प्रतिक्रिया में खराबी नहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा शराब दुकान में तोड़फोड़ पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने छिंदवाड़ा में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इसमें खराबी क्या है। ये उमाजी के अपने विचार हैं। वह अपने विचारों के हिसाब से काम कर रही हैं।

Kolar News

Kolar News 14 March 2022

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने रविवार शाम को एक शराब दुकान में पत्थर मारकर बोतलें तोड़ दी थीं। अपने इस एक्शन के बारे में उमा भारती ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा है। दो पेज के इस पत्र में उमा भारती ने अपनी प्रतिक्रिया के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए उसे स्वाभाविक बताया है। उमा भारती ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि स्थानीय महिलाओं के आग्रह पर मैं बरखेड़ा पठानी में स्थित शराब दुकान और अहाता देखने गई थी। स्थानीय महिलाएं बीते तीन सालों से शराब दुकान हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन दुकान बंद नहीं हो रही है। यहां महिलाओं ने मुझे रोते हुए बताया कि शराबी लोग बस्ती में रहने वाली महिलाओं, बच्चियों की ओर मुंह करके लघुशंका करते हैं। उमा भारती ने पत्र में लिखा है कि वहां महिलाएं रो रही थीं, शराब की दुकान नियम विरुद्ध थी, ऐसे में मेरी प्रतिक्रिया स्वाभाविक थी। मैंने पत्थर शराब की बोतलों पर दे मारा। कमलनाथ ने कहा- उमा की प्रतिक्रिया में खराबी नहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा शराब दुकान में तोड़फोड़ पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने छिंदवाड़ा में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इसमें खराबी क्या है। ये उमाजी के अपने विचार हैं। वह अपने विचारों के हिसाब से काम कर रही हैं।

Kolar News

Kolar News 14 March 2022

इंदौर। शराबबंदी को लेकर दिये जा रहे बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाली मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार की शाम शराबबंदी को लेकर दबंगई पर उतर आई। उमा भारती रविवार को अचानक भोपाल की एक शराब दुकान में घुसी और पत्थर फेंक कर शराब की बोतलें फोड़ दीं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार शाम करीब साढ़े 4 बजे भेल इलाके के बरखेड़ा पठानी क्षेत्र स्थित आजादनगर पहुंची थी। उमा भारती के यहां पहुंचने से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए। इसके बाद उन्होंने पत्थर उठाया और दुकान में घुसकर पत्थर मारकर शराब की बोतलें फोड़ दीं। उमा भारती की दंबगई के कारण ठेकेदार ने पुलिस में सूचना तक नहीं दी। उमा भारती के इस रूप को देखकर हर कोई हैरान रह गया। उमा भारती का कहना है कि पास में ही मजदूरों की बस्ती है। पास में मंदिर हैं, छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो शराबी लोग उनके तरफ मुंह करके लघु शंका करने के लिए खड़े होकर उनको लज्जित करते हैं। इधर, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने उमा भारती के इस साहस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई तो है, जिसकी कथनी और करनी में अंतर नहीं है।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

इंदौर। शराबबंदी को लेकर दिये जा रहे बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाली मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार की शाम शराबबंदी को लेकर दबंगई पर उतर आई। उमा भारती रविवार को अचानक भोपाल की एक शराब दुकान में घुसी और पत्थर फेंक कर शराब की बोतलें फोड़ दीं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार शाम करीब साढ़े 4 बजे भेल इलाके के बरखेड़ा पठानी क्षेत्र स्थित आजादनगर पहुंची थी। उमा भारती के यहां पहुंचने से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए। इसके बाद उन्होंने पत्थर उठाया और दुकान में घुसकर पत्थर मारकर शराब की बोतलें फोड़ दीं। उमा भारती की दंबगई के कारण ठेकेदार ने पुलिस में सूचना तक नहीं दी। उमा भारती के इस रूप को देखकर हर कोई हैरान रह गया। उमा भारती का कहना है कि पास में ही मजदूरों की बस्ती है। पास में मंदिर हैं, छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो शराबी लोग उनके तरफ मुंह करके लघु शंका करने के लिए खड़े होकर उनको लज्जित करते हैं। इधर, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने उमा भारती के इस साहस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई तो है, जिसकी कथनी और करनी में अंतर नहीं है।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

इंदौर। शराबबंदी को लेकर दिये जा रहे बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाली मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार की शाम शराबबंदी को लेकर दबंगई पर उतर आई। उमा भारती रविवार को अचानक भोपाल की एक शराब दुकान में घुसी और पत्थर फेंक कर शराब की बोतलें फोड़ दीं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार शाम करीब साढ़े 4 बजे भेल इलाके के बरखेड़ा पठानी क्षेत्र स्थित आजादनगर पहुंची थी। उमा भारती के यहां पहुंचने से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए। इसके बाद उन्होंने पत्थर उठाया और दुकान में घुसकर पत्थर मारकर शराब की बोतलें फोड़ दीं। उमा भारती की दंबगई के कारण ठेकेदार ने पुलिस में सूचना तक नहीं दी। उमा भारती के इस रूप को देखकर हर कोई हैरान रह गया। उमा भारती का कहना है कि पास में ही मजदूरों की बस्ती है। पास में मंदिर हैं, छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो शराबी लोग उनके तरफ मुंह करके लघु शंका करने के लिए खड़े होकर उनको लज्जित करते हैं। इधर, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने उमा भारती के इस साहस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई तो है, जिसकी कथनी और करनी में अंतर नहीं है।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट उद्यान में कदम्ब और केसिया का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ लायंस क्लब की डॉ. सीमा सक्सेना, सुयश कुलश्रेष्ठ तथा सुषमा कुलश्रेष्ठ ने भी पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं को विशेष रूप से स्वच्छता गतिविधियों में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं संस्था के साथियों को समस्त पुनीत कार्यों एवं प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।   बता दें कि लायंस क्लब ने भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों जैसे भदभदा विश्रामघाट, चित्तौड़ कॉम्प्लेक्स के बाहर, लहारपुर वन पार्क, कलियासोत डेम आदि पर लगभग 600 पौधे लगाए हैं। पॉलीथीन फ्री भोपाल के लिए क्लब के माध्यम से कपड़ों के थैलों का वितरण और नगर निगम के सहयोग से रहवासी सोसायटियों में गीले कचरे का निस्पादन कर कम्पोस्ट यूनिटों का निर्माण कराया जा रहा है।   गौरतलब है कि कदम्ब, आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फूलों का विशेष महत्व है। प्राचीन वेदों और रचनाओं में कदम्ब के सुगन्धित फूलों का उल्लेख मिलता है। केसिया की छाल और पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने में किया जाता है।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट उद्यान में कदम्ब और केसिया का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ लायंस क्लब की डॉ. सीमा सक्सेना, सुयश कुलश्रेष्ठ तथा सुषमा कुलश्रेष्ठ ने भी पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं को विशेष रूप से स्वच्छता गतिविधियों में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं संस्था के साथियों को समस्त पुनीत कार्यों एवं प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।   बता दें कि लायंस क्लब ने भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों जैसे भदभदा विश्रामघाट, चित्तौड़ कॉम्प्लेक्स के बाहर, लहारपुर वन पार्क, कलियासोत डेम आदि पर लगभग 600 पौधे लगाए हैं। पॉलीथीन फ्री भोपाल के लिए क्लब के माध्यम से कपड़ों के थैलों का वितरण और नगर निगम के सहयोग से रहवासी सोसायटियों में गीले कचरे का निस्पादन कर कम्पोस्ट यूनिटों का निर्माण कराया जा रहा है।   गौरतलब है कि कदम्ब, आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फूलों का विशेष महत्व है। प्राचीन वेदों और रचनाओं में कदम्ब के सुगन्धित फूलों का उल्लेख मिलता है। केसिया की छाल और पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने में किया जाता है।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में नित नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है। इस साल मध्यप्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत है, जो देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। कोविड काल में भी हमने विकास की अद्भुत दर प्राप्त की है। इसमें सबसे बड़ा योगदान कृषि का है। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को बुरहानपुर जिले में मसालों की खेती पर आयोजित एक कार्यशाला को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में मसाले हमारे देश से जाते रहे हैं। दक्षिण भारत के राज्य इस क्षेत्र में आगे हैं लेकिन जिस तरह बुरहानपुर में मसालों का उत्पादन हो रहा है, उसे देखते हुए मुझे पूरा विश्वास है कि मसालों के निर्यात में बुरहानपुर का विशिष्ट स्थान होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सिंचाई की सुविधाओं का हमने लगातार विस्तार किया है। यहां कभी साढ़े सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, अब 43 लाख हेक्टेयर तक कर रहे हैं और इसे बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर तक ले जाएंगे। गेहूं के उत्पादन में आज मध्यप्रदेश हिन्दुस्तान में नंबर एक पर पहुंच गया है, पंजाब तक को हमने पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर जिला नकदी फसलें लेने वाला जिला है। हमारे परिश्रमशील किसानों की मेहनत का जवाब नहीं है। बुरहानपुर के हमारे किसानों ने अपनी मेहनत से कई रिकॉर्ड कायम किये हैं। केला बुरहानपुर की पहचान है। बुरहानपुर कपास के लिए भी जाना जाता है। यह सब संभव हुआ, क्योंकि आप टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं और नवीनतम विधियों को भी अंगीकृत करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात बार बार-बार कही कि फसलों का विविधिकरण करो, केवल परंपरागत फसलें नहीं, फलों की खेती, फूलों की, मसालों की खेती भी जरूरी है। मुझे खुशी है कि मसाला फसलों के उत्पादन में भी बुरहानपुर ने अलग स्थान बनाया है। बुरहानपुर में हल्दी, अदरक, धनिया, प्याज विपुल मात्रा में उत्पादन हो रहा है। जिस गति से बुरहानपुर में मसाला फसलों का उत्पादन हो रहा है, तो हम जल्द ही इसका प्रोसेस कर देश और विदेश में भी एक्सपोर्ट कर सकेंगे। उन्होंने किसान भाइयों से आग्रह करते हुए कहा कि हम धीरे-धीरे प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें, ताकि हमारी धरती के साथ-साथ मनुष्य भी स्वस्थ रह सके। गाय, गौमूत्र के उपयोग से बनने वाले कीटनाशक का उपयोग कर हम केमिकल कीटनाशकों के दुष्प्रभाव से फसलों को बचा सकते हैं।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में नित नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है। इस साल मध्यप्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत है, जो देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। कोविड काल में भी हमने विकास की अद्भुत दर प्राप्त की है। इसमें सबसे बड़ा योगदान कृषि का है। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को बुरहानपुर जिले में मसालों की खेती पर आयोजित एक कार्यशाला को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में मसाले हमारे देश से जाते रहे हैं। दक्षिण भारत के राज्य इस क्षेत्र में आगे हैं लेकिन जिस तरह बुरहानपुर में मसालों का उत्पादन हो रहा है, उसे देखते हुए मुझे पूरा विश्वास है कि मसालों के निर्यात में बुरहानपुर का विशिष्ट स्थान होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सिंचाई की सुविधाओं का हमने लगातार विस्तार किया है। यहां कभी साढ़े सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, अब 43 लाख हेक्टेयर तक कर रहे हैं और इसे बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर तक ले जाएंगे। गेहूं के उत्पादन में आज मध्यप्रदेश हिन्दुस्तान में नंबर एक पर पहुंच गया है, पंजाब तक को हमने पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर जिला नकदी फसलें लेने वाला जिला है। हमारे परिश्रमशील किसानों की मेहनत का जवाब नहीं है। बुरहानपुर के हमारे किसानों ने अपनी मेहनत से कई रिकॉर्ड कायम किये हैं। केला बुरहानपुर की पहचान है। बुरहानपुर कपास के लिए भी जाना जाता है। यह सब संभव हुआ, क्योंकि आप टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं और नवीनतम विधियों को भी अंगीकृत करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात बार बार-बार कही कि फसलों का विविधिकरण करो, केवल परंपरागत फसलें नहीं, फलों की खेती, फूलों की, मसालों की खेती भी जरूरी है। मुझे खुशी है कि मसाला फसलों के उत्पादन में भी बुरहानपुर ने अलग स्थान बनाया है। बुरहानपुर में हल्दी, अदरक, धनिया, प्याज विपुल मात्रा में उत्पादन हो रहा है। जिस गति से बुरहानपुर में मसाला फसलों का उत्पादन हो रहा है, तो हम जल्द ही इसका प्रोसेस कर देश और विदेश में भी एक्सपोर्ट कर सकेंगे। उन्होंने किसान भाइयों से आग्रह करते हुए कहा कि हम धीरे-धीरे प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें, ताकि हमारी धरती के साथ-साथ मनुष्य भी स्वस्थ रह सके। गाय, गौमूत्र के उपयोग से बनने वाले कीटनाशक का उपयोग कर हम केमिकल कीटनाशकों के दुष्प्रभाव से फसलों को बचा सकते हैं।

Kolar News

Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को श्योपुर जिले की कराहल तहसील में आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत "सहरिया स्पेशल प्रोजेक्ट" का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में पीएम आवास योजना के 19 हजार 166 हितग्राहियों को 260 करोड़ रुपये की राशि मकान बनाने के लिए वितरित की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में लगभग 11 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और 138 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज का कार्यक्रम अद्भुत है। आज 19 हजार से अधिक हमारे गरीब सहरिया भाई-बहनों को मकान बनाने के लिए राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज का दिन इस क्षेत्र के लिए आनंद, उत्सव और प्रसन्नता का दिन है। हमारा लक्ष्य आपकी जिंदगी में परिवर्तन लाना है। जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में "राशन आपके ग्राम योजना" के अंतर्गत गाड़ी के माध्यम से राशन गांव में ही उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज 4 राशन की गाड़ियां रवाना हुई हैं। यह गाड़ी भी हमारे जनजातीय बेटे चलाएंगे और इसके लोन की गारंटी भी सरकार देगी। उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन की बहनों को बधाई देता हूं। यह बहनें रेस्टोरेंट चला रही हैं, अमरूद का उत्पादन कर रही हैं। डिटर्जेंट पाउडर समेत अनेक चीजें बना रही हैं। ये एक नई क्रांति है। मेरा लक्ष्य है कि मेरी हर एक बहन 10 हजार रुपये महीना तक कमाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस बार के बजट में 1186 करोड़ रुपये से अधिक के काम श्योपुर जिले के लिए स्वीकृत हुए हैं जो श्योपुर जिले के विकास को गति प्रदान करेंगे। आज इस कार्यक्रम के अंतर्गत 139 करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों का शिलान्यास/भूमिपूजन एवं 10 करोड़ 99 लाख के कार्यों का लोकार्पण किया गया है। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री तोमर ने भी संबोधित किया। श्योपुर जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में सामाजिक, आर्थिक जाति जनगणना सर्वे 2011 की सूची में दर्ज कुल पात्र हितग्राहियों में से अभी तक 22 हजार 333 हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किये गये हैं। इनमें 7 हजार 956 सहरिया जनजाति के परिवार हैं। सर्वे में छूटे हुए 19 हजार 166 सहरिया जनजाति के परिवारों को सूचीबद्ध कर उन्हें आवास प्लस ऐप पर दर्ज किया गया है और उन्हें सहरिया स्पेशल प्रोजेक्ट के तहत 19 हजार 166 हितग्राहियों को 260 करोड़ रुपये का लाभ दिया जा रहा है। इनमें विजयपुर तहसील के 4 हजार 223, कराहल तहसील के 11 हजार 380 एवं श्योपुर तहसील के 3 हजार 563 हितग्राही हैं। इस प्रोजेक्ट के सहरिया परिवारों का रोजमर्रा का जीवन सुगमता से चल सकेगा एवं स्थाई निवास बन जाने से पलायन की समस्या भी समाप्त होगी।

Kolar News

Kolar News 12 March 2022

ग्वालियर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत देखने के लिए गजराराजा चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी, ट्रॉमा सेंटर और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सेवाओं के लिये किए जा रहे कार्यों के संबंध में डीन मेडीकल कॉलेज डॉ. समीर गुप्ता एवं अधीक्षक डॉ. आर के एस धाकड़ से विस्तार से चर्चा की।   सिंधिया ने अस्पताल के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर उपचार प्राप्त कर रहे मरीजों और उनके परिजनों से भी चर्चा की। निरीक्षण के दौरान प्रदेश के जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, जिला अध्यक्ष भाजपा कमल माखीजानी, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी, पूर्व विधायक रामबरन सिंह गुर्जर सहित जनप्रतिनिधि और अस्पताल के चिकित्सकगण उपस्थित थे।   केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कार्डियोलॉजी विभाग में पहुँचकर उपचार प्राप्त कर रहे मरीजों से भेंट की और उनके परिजनों से भी चर्चा की। इसके साथ ही आईसीयू में भर्ती मरीजों से भी मिलने पहुँचे। कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. पुनीत रस्तोगी ने विभाग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इसके पश्चात ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण किया और ट्रॉमा सेंटर में किए गए कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।   सिंधिया इसके पश्चात सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल पहुँचे और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में मरीजों को क्या-क्या सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, इसके संबंध में विस्तार से चर्चा की। सुपर स्पेशिलिटी में भर्ती भितरवार क्षेत्र के ज्वाला प्रसाद गौतम से भी चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया कि चिंता न करें आप ठीक हो जायेंगे। उनकी पोती ने जब आर्थिक परेशानी की बात बताई तो केन्द्रीय मंत्री ने तत्काल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को मदद करने को कहा। इसके साथ ही इनके परिजनों का आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी करने की बात कही।   केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिले। अस्पताल में उपलब्ध आधुनिक उपकरणों का उपयोग मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य के लिये किया जाए। चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ पूरी तत्परता के साथ लोगों को स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराए।

Kolar News

Kolar News 11 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (एनएल आईयू) प्रकरण को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर संबंधित प्राध्यापक के विरुद्ध जांच कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास कार्यालय में बैठक कर पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना तथा पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर को निर्देश दिए।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जांच में महिला पुलिस अधिकारी को आवश्यक रूप से शामिल किया जाए। छात्र-छात्राओं से दुर्व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आवश्यकता होने पर प्रकरण के संबंध में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तथा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से भी चर्चा की जाएगी।   उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चौहान ने एक समाचार-पत्र में राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (एनएलआईयू) के प्राध्यापक द्वारा छात्र-छात्राओं से दुर्व्यवहार के संबंध में प्रकाशित समाचार को संज्ञान में लेते हुए आज प्रातः तत्काल बैठक बुलाकर अधिकारियों को प्रकरण की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए।

Kolar News

Kolar News 11 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को विपक्ष ने आबादी भूमि पर मालिकाना हक और ओलावृष्टि से फसल नुकसान के मुद्दों पर जमकर हंगामा किया। इस बीच वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने तृतीय अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें 15 हजार 232 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है। बता दें कि एक दिन पहले यानी बुधवार को राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया था।   विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को सदन की कार्रवाई हंगामेदार रही। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस ने आबादी भूमि पर मालिकाना हक नहीं दिए जाने के मामले में वॉकआउट किया। मुलताई से कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे द्वारा लगाए गए सवाल पर राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। पांसे ने आरोप लगाया कि मुलताई नगर में आबादी भूमि पर पट्टाधारी परिवारों को स्वामित्व नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें बैंक लोन नहीं मिल पा रहा हैl   इसके जवाब में राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि इसके लिए सरकार नई पॉलिसी लेकर आई है। यदि यह परिवार नई नीति के तहत आवेदन करते हैं तो उन्हें कब्जे वाली जमीन का मालिकाना हक दिया जाएगा। इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि जिस जमीन पर परिवार वर्षों से काबिज है, उन्हें पट्टा क्यों दिया जा रहा है, जबकि वे उस जमीन के मालिक हैं। यदि पट्टा दिया जाता है तो उन्हें 30 साल बाद कार्रवाई कराना पड़ेगा। ऐसे में सरकार उनसे प्रीमियम और भू-भाटक वसूल करेगीl   पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि मध्यप्रदेश में 18 लाख से अधिक परिवार इस समस्या से जूझ रहे हैं। सरकार स्पष्ट करे कि आबादी भूमि में काबिज परिवारों को पट्टा दे रही है या भू-स्वामित्व। इसका मंत्री राजपूत स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद कांग्रेस ने जोरदार हंगामा करने के बाद सदन से वॉकआउट किया।     वहीं, राजगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का मुद्दा शून्यकाल में कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने उठाया और सरकार से तत्काल सर्वे कराने की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को तत्काल सर्वे प्रारंभ कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में किसानों की सरकार है और किसी को भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा। नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाएगी।     सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 15 हजार 232 करोड़ रुपये से अधिक का तृतीय अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें मुख्यमंत्री के स्वेच्छा अनुदान के लिए 10 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय पेंशन योजना में कर्मचारियों के अंशदान के लिए 742 करोड रुपये, निवेश प्रोत्साहन को बढ़ावा देने के लिए 400 करोड रुपये, अटल कृषि ज्योति योजना के लिए 3 हजार 415 करोड़ रुपये, टैरिफ अनुदान योजना के लिए 238 करोड़ रुपये, मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के लिए 228 करोड रुपये और जल जीवन मिशन के लिए 610 करोड रुपये का प्रविधान किया गया है।     इसके साथ ही सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए 122 करोड़, मध्यान भोजन कार्यक्रम के लिए 3000 करोड़, सामाजिक सुरक्षा और कल्याण योजना के लिए 138 करोड़ रुपये, लाडली लक्ष्मी योजना निधि पर ब्याज के भुगतान के लिए 200 करोड़ और बाढ़ एवं अतिवृष्टि से पीड़ितों की राहत के लिए सौ करोड़ रुपये का प्रवधान है।

Kolar News

Kolar News 10 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को विपक्ष ने आबादी भूमि पर मालिकाना हक और ओलावृष्टि से फसल नुकसान के मुद्दों पर जमकर हंगामा किया। इस बीच वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने तृतीय अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें 15 हजार 232 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है। बता दें कि एक दिन पहले यानी बुधवार को राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया था।   विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को सदन की कार्रवाई हंगामेदार रही। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस ने आबादी भूमि पर मालिकाना हक नहीं दिए जाने के मामले में वॉकआउट किया। मुलताई से कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे द्वारा लगाए गए सवाल पर राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। पांसे ने आरोप लगाया कि मुलताई नगर में आबादी भूमि पर पट्टाधारी परिवारों को स्वामित्व नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें बैंक लोन नहीं मिल पा रहा हैl   इसके जवाब में राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि इसके लिए सरकार नई पॉलिसी लेकर आई है। यदि यह परिवार नई नीति के तहत आवेदन करते हैं तो उन्हें कब्जे वाली जमीन का मालिकाना हक दिया जाएगा। इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि जिस जमीन पर परिवार वर्षों से काबिज है, उन्हें पट्टा क्यों दिया जा रहा है, जबकि वे उस जमीन के मालिक हैं। यदि पट्टा दिया जाता है तो उन्हें 30 साल बाद कार्रवाई कराना पड़ेगा। ऐसे में सरकार उनसे प्रीमियम और भू-भाटक वसूल करेगीl   पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि मध्यप्रदेश में 18 लाख से अधिक परिवार इस समस्या से जूझ रहे हैं। सरकार स्पष्ट करे कि आबादी भूमि में काबिज परिवारों को पट्टा दे रही है या भू-स्वामित्व। इसका मंत्री राजपूत स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद कांग्रेस ने जोरदार हंगामा करने के बाद सदन से वॉकआउट किया।     वहीं, राजगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का मुद्दा शून्यकाल में कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने उठाया और सरकार से तत्काल सर्वे कराने की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को तत्काल सर्वे प्रारंभ कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में किसानों की सरकार है और किसी को भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा। नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाएगी।     सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 15 हजार 232 करोड़ रुपये से अधिक का तृतीय अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें मुख्यमंत्री के स्वेच्छा अनुदान के लिए 10 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय पेंशन योजना में कर्मचारियों के अंशदान के लिए 742 करोड रुपये, निवेश प्रोत्साहन को बढ़ावा देने के लिए 400 करोड रुपये, अटल कृषि ज्योति योजना के लिए 3 हजार 415 करोड़ रुपये, टैरिफ अनुदान योजना के लिए 238 करोड़ रुपये, मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के लिए 228 करोड रुपये और जल जीवन मिशन के लिए 610 करोड रुपये का प्रविधान किया गया है।     इसके साथ ही सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए 122 करोड़, मध्यान भोजन कार्यक्रम के लिए 3000 करोड़, सामाजिक सुरक्षा और कल्याण योजना के लिए 138 करोड़ रुपये, लाडली लक्ष्मी योजना निधि पर ब्याज के भुगतान के लिए 200 करोड़ और बाढ़ एवं अतिवृष्टि से पीड़ितों की राहत के लिए सौ करोड़ रुपये का प्रवधान है।

Kolar News

Kolar News 10 March 2022

भोपाल। उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों में विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिल रही बढ़त से मध्य प्रदेश में भी भाजपा के नेताओं व समर्थकों में खुशी की लहर है। गुरुवार सुबह गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बंगले पर भाजपा समर्थक एकत्र हुए और आतिशबाजी कर इन चुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन का जश्न मनाया। यूपी में एक बार फिर भगवाकरण देख नरोत्तम मिश्रा भी आतिशबाजी कर जश्न मना रहे हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पांच राज्यों के चुनावी रुझानों को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत बताती है कि देश भर में लोग स्वराज चाहते हैं, शांति चाहते हैं, विकास चाहते हैं और वो हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही संभव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भाजपा विराट बहुमत की ओर बढ़ रही है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार विकास और राष्ट्रवाद का परचम लहरा रही है। आज चारों ओर राष्ट्रवाद और विकास की जीत हो रही है। राष्ट्रवाद की जीत का यह दिन गौरवशाली है। कांग्रेस और सपा पर तंज कसते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास। यूपी में सपा-कांग्रेस को वनवास। वहीं पंजाब के परिणामों पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पंजाब में पहली बार हम अकेले चुनाव लड़े हैं। हमारा वोट प्रतिशत अभी भी अच्छा है। जल्द ही पंजाब में भी सफलता प्राप्त करेंगे। आलम यह है कि सब की जीत का जिम्मा लेने वाले अखिलेश ,सिद्धू और चन्नी खुद संकट में नजर आ रहे हैं। जब उनसे विपक्षी नेताओं द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाने को लेकर प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि विपक्ष इसी प्रकार से ईवीएम पर सवाल उठाते रहे और जनता विपक्षियों को पराजित करती रहे।

Kolar News

Kolar News 10 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। बजट पेश होने के बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं। एक और जहां सत्ता पक्ष के लोग बजट को विकासोन्मुखी और जनहितैषी बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष इस बजट को निराशाजनक बता रहा है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा आज पेश बजट सिर्फ झूठ और गुमराह का पुलिंदा है। यह जनता को धोखा देने वाला बजट है, इसमें सिर्फ़ कागज़़ी प्रावधान किये गये है, आगामी चुनावों को देखते हुए एक बार फिर झूठे सपने दिखाए गये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले बजट के प्रावधानों का कितना उपयोग व क्रियान्वयन हुआ, उस पर कोई बात नहीं। कितने लोगों को रोजग़ार दिया, उस पर कोई बात नही। आज किसान सबसे ज़्यादा परेशान, किसानों के लिए क्या किया, उस पर कोई बात नहीं। खाद-बीज के संकट को दूर करने के लिये क्या किया, उस पर कोई बात नही। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान कल्याण के पिछले अधूरे आँकड़ो को एक बार शामिल कर झूठे सपने दिखाने का काम किया गया है। महंगाई से राहत देने के कोई इंतजाम नहीं। जनता पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करों में राहत की मांग कर रही थी लेकिन कोई राहत नहीं। जहाँ प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा 30 लाख को पार कर चुका है, वही रोजगार प्रदान करने को लेकर इस बजट में कोई ठोस कार्ययोजना व प्रावधान नही। प्रदेश की 85 प्रतिशत ओबीसी - एससी-एसटी वर्ग की आबादी के युवाओं को रोजग़ार देने के लिये मात्र 150 करोड़ का प्रावधान..? पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ़ प्रदेश में गौ माताओं की भूख-प्यास व देखरेख के अभाव में प्रतिदिन मौत हो रही है, हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें सामने आ चुकी है, उसको रोकने के इंतज़ाम पर कोई बात नहीं और वही दूसरी तरफ़ झूठे सपने दिखाते हुए कहा गया हैं कि गौ संवर्धन के लिए नई योजना लायेंगे। कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे थे, उस पर कोई निर्णय नहीं। एक तरफ प्रदेश में प्रदेश में उद्योग बंद होते जा रहे हैं, पलायन करते जा रहे हैं और दूसरी तरफ़ फिर झूठे सपने दिखाते हुए नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का दावा किया गया है। प्रदेश में हज़ारों स्कूलों में कई वर्षों से शिक्षक नही और एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती के झूठे सपने दिखाये गये है। जबकि पिछले बजट में शिक्षकों की भर्ती के जो वादे लिये गये थे, वो आज तक अधूरे है। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी संपत्ति बेचने व निजी क्षेत्र को देने के काम को बढ़ावा देने का काम भी इस बजट में किया गया है। पिछले बजट में सडक़ों के निर्माण के जो वादे किये गये थे, वो आज भी अधूरे है और एक बार फिर नये सपने दिखाये गये है। प्रदेश में सिर्फ़ 4000 किमी. सडक़ों का निर्माण का वादा, ऊँट के मुँह में जीरा समान है। इस बजट में गरीब, किसान, मध्यमवर्गीय वर्ग, महिलाएं, युवाओं, छोटे व्यापारी के लिए कुछ नहीं। इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रामीण क्षेत्र, औद्योगिक विकास, रोजगार के लिये कुछ ठोस नही, वही शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र की बदहाली व गरीबी दूर करने के लिए भी कुछ नही। इस बजट में किसी भी वर्ग के लिये कुछ नही। शिवराज सरकार में दूध और खाने का तेल महंगा और शराब सस्ती, यही बजट का असली निचोड़ है। इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें थी लेकिन इस बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है और वो एक बार फिर ठगी गयी है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। बजट पेश होने के बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं। एक और जहां सत्ता पक्ष के लोग बजट को विकासोन्मुखी और जनहितैषी बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष इस बजट को निराशाजनक बता रहा है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा आज पेश बजट सिर्फ झूठ और गुमराह का पुलिंदा है। यह जनता को धोखा देने वाला बजट है, इसमें सिर्फ़ कागज़़ी प्रावधान किये गये है, आगामी चुनावों को देखते हुए एक बार फिर झूठे सपने दिखाए गये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले बजट के प्रावधानों का कितना उपयोग व क्रियान्वयन हुआ, उस पर कोई बात नहीं। कितने लोगों को रोजग़ार दिया, उस पर कोई बात नही। आज किसान सबसे ज़्यादा परेशान, किसानों के लिए क्या किया, उस पर कोई बात नहीं। खाद-बीज के संकट को दूर करने के लिये क्या किया, उस पर कोई बात नही। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान कल्याण के पिछले अधूरे आँकड़ो को एक बार शामिल कर झूठे सपने दिखाने का काम किया गया है। महंगाई से राहत देने के कोई इंतजाम नहीं। जनता पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करों में राहत की मांग कर रही थी लेकिन कोई राहत नहीं। जहाँ प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा 30 लाख को पार कर चुका है, वही रोजगार प्रदान करने को लेकर इस बजट में कोई ठोस कार्ययोजना व प्रावधान नही। प्रदेश की 85 प्रतिशत ओबीसी - एससी-एसटी वर्ग की आबादी के युवाओं को रोजग़ार देने के लिये मात्र 150 करोड़ का प्रावधान..? पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ़ प्रदेश में गौ माताओं की भूख-प्यास व देखरेख के अभाव में प्रतिदिन मौत हो रही है, हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें सामने आ चुकी है, उसको रोकने के इंतज़ाम पर कोई बात नहीं और वही दूसरी तरफ़ झूठे सपने दिखाते हुए कहा गया हैं कि गौ संवर्धन के लिए नई योजना लायेंगे। कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे थे, उस पर कोई निर्णय नहीं। एक तरफ प्रदेश में प्रदेश में उद्योग बंद होते जा रहे हैं, पलायन करते जा रहे हैं और दूसरी तरफ़ फिर झूठे सपने दिखाते हुए नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का दावा किया गया है। प्रदेश में हज़ारों स्कूलों में कई वर्षों से शिक्षक नही और एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती के झूठे सपने दिखाये गये है। जबकि पिछले बजट में शिक्षकों की भर्ती के जो वादे लिये गये थे, वो आज तक अधूरे है। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी संपत्ति बेचने व निजी क्षेत्र को देने के काम को बढ़ावा देने का काम भी इस बजट में किया गया है। पिछले बजट में सडक़ों के निर्माण के जो वादे किये गये थे, वो आज भी अधूरे है और एक बार फिर नये सपने दिखाये गये है। प्रदेश में सिर्फ़ 4000 किमी. सडक़ों का निर्माण का वादा, ऊँट के मुँह में जीरा समान है। इस बजट में गरीब, किसान, मध्यमवर्गीय वर्ग, महिलाएं, युवाओं, छोटे व्यापारी के लिए कुछ नहीं। इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रामीण क्षेत्र, औद्योगिक विकास, रोजगार के लिये कुछ ठोस नही, वही शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र की बदहाली व गरीबी दूर करने के लिए भी कुछ नही। इस बजट में किसी भी वर्ग के लिये कुछ नही। शिवराज सरकार में दूध और खाने का तेल महंगा और शराब सस्ती, यही बजट का असली निचोड़ है। इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें थी लेकिन इस बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है और वो एक बार फिर ठगी गयी है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। बजट पेश होने के बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं। एक और जहां सत्ता पक्ष के लोग बजट को विकासोन्मुखी और जनहितैषी बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष इस बजट को निराशाजनक बता रहा है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा आज पेश बजट सिर्फ झूठ और गुमराह का पुलिंदा है। यह जनता को धोखा देने वाला बजट है, इसमें सिर्फ़ कागज़़ी प्रावधान किये गये है, आगामी चुनावों को देखते हुए एक बार फिर झूठे सपने दिखाए गये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले बजट के प्रावधानों का कितना उपयोग व क्रियान्वयन हुआ, उस पर कोई बात नहीं। कितने लोगों को रोजग़ार दिया, उस पर कोई बात नही। आज किसान सबसे ज़्यादा परेशान, किसानों के लिए क्या किया, उस पर कोई बात नहीं। खाद-बीज के संकट को दूर करने के लिये क्या किया, उस पर कोई बात नही। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान कल्याण के पिछले अधूरे आँकड़ो को एक बार शामिल कर झूठे सपने दिखाने का काम किया गया है। महंगाई से राहत देने के कोई इंतजाम नहीं। जनता पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करों में राहत की मांग कर रही थी लेकिन कोई राहत नहीं। जहाँ प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा 30 लाख को पार कर चुका है, वही रोजगार प्रदान करने को लेकर इस बजट में कोई ठोस कार्ययोजना व प्रावधान नही। प्रदेश की 85 प्रतिशत ओबीसी - एससी-एसटी वर्ग की आबादी के युवाओं को रोजग़ार देने के लिये मात्र 150 करोड़ का प्रावधान..? पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ़ प्रदेश में गौ माताओं की भूख-प्यास व देखरेख के अभाव में प्रतिदिन मौत हो रही है, हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें सामने आ चुकी है, उसको रोकने के इंतज़ाम पर कोई बात नहीं और वही दूसरी तरफ़ झूठे सपने दिखाते हुए कहा गया हैं कि गौ संवर्धन के लिए नई योजना लायेंगे। कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे थे, उस पर कोई निर्णय नहीं। एक तरफ प्रदेश में प्रदेश में उद्योग बंद होते जा रहे हैं, पलायन करते जा रहे हैं और दूसरी तरफ़ फिर झूठे सपने दिखाते हुए नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का दावा किया गया है। प्रदेश में हज़ारों स्कूलों में कई वर्षों से शिक्षक नही और एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती के झूठे सपने दिखाये गये है। जबकि पिछले बजट में शिक्षकों की भर्ती के जो वादे लिये गये थे, वो आज तक अधूरे है। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी संपत्ति बेचने व निजी क्षेत्र को देने के काम को बढ़ावा देने का काम भी इस बजट में किया गया है। पिछले बजट में सडक़ों के निर्माण के जो वादे किये गये थे, वो आज भी अधूरे है और एक बार फिर नये सपने दिखाये गये है। प्रदेश में सिर्फ़ 4000 किमी. सडक़ों का निर्माण का वादा, ऊँट के मुँह में जीरा समान है। इस बजट में गरीब, किसान, मध्यमवर्गीय वर्ग, महिलाएं, युवाओं, छोटे व्यापारी के लिए कुछ नहीं। इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रामीण क्षेत्र, औद्योगिक विकास, रोजगार के लिये कुछ ठोस नही, वही शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र की बदहाली व गरीबी दूर करने के लिए भी कुछ नही। इस बजट में किसी भी वर्ग के लिये कुछ नही। शिवराज सरकार में दूध और खाने का तेल महंगा और शराब सस्ती, यही बजट का असली निचोड़ है। इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें थी लेकिन इस बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है और वो एक बार फिर ठगी गयी है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मप्र विधानसभा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। इससे राजधानी भोपाल को भी कई फायदे होने वाले हैं। राजधानी को जहां एक ओर नए औद्योगिक केंद्रों तथा स्पोर्ट्स कांपलेक्स की सौगात मिलेगी, तो वहीं ईवी चार्जिंग स्टेशन और साइंस सेंटर भी मिलेंगे। नए वित्तीय वर्ष के बजट में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने राजधानी भोपाल के बंगरोद और बैरसिया में दो नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का ऐलान किया गया है। भोपाल के समीप बरखेडा नाथू में अंतर्राष्टीय स्तर का स्पोर्टस कॉम्पलेक्स और साइंस सेंटर बनाया जाएगा। राजधानी की ऐतिहासिक इमारत ताजमहल में फिल्मों की शूटिंग के लिए कंपनियों को अवसर दिए जाएंगे। भोपाल में ग्लोबल आईटी पार्क बनाने की घोषणा भी वित्त मंत्री ने की है। वित्त मंत्री ने प्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर में कुल मिलाकर 217 ईवी चार्जिंग स्टेशन खोलने की घोषणा की है। ये स्टेशन पीपीपी मॉडल पर आधारित होंगे। राजधानी में बड़ी संख्या में अल्पसंख्य समुदाय के लोग रहते हैं। नए बजट में अल्पसंख्यक वर्ग के लिए अच्छा काम करने वालों को पुरूस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को राज्य सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया जा रहा है। इस दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के विधायकों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। फिलहाल, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा विपक्ष के हंगामे के बीच बजट भाषण पढ़ रहे हैं। पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा बजट भाषण के बीच लगातार बोल रहे हैं और कांग्रेस विधायक आसंदी के सामने नारेबाजी कर रहे हैं।   मप्र विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के बजट भाषण से सदन की कार्रवाई शुरू हुई, लेकिन वित्त मंत्री ने सदन में जैसे ही बजट भाषण की शुरुआत की, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि एक साल में साढ़े पांच लाख बेरोजगार हो गए। कैसा बजट है ये। बिजली के बिल पर जेल में डालने का काम कर रहे हैं। किसान परेशान हैं।   सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार किसान-मजदूर विरोधी है। उन्होंने पहले पिछले बजट का हिसाब मांगते हुए कहा कि हम नहीं चाहते कि वित्तमंत्री जी की तबीयत खराब हो। जगदीश जी आपका बीपी बढ़ जाएगा। तीन हजार करोड़ के कर्ज से प्रदेश को डुबो दिया। इस पर लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सज्जन भाई, आपको बोलने का पर्याप्त अवसर मिलेगा। उसमें चर्चा कर लें।   कांग्रेस के हंगामे के बीच मंत्री और विधायक भी बजट भाषण सुन नहीं पा रहे। सदस्यों ने हेडफोन उतार दिए हैं। बजट भाषण की कॉपी देख रहे हैं। यहां तक कि वित्त मंत्री के ठीक पीछे बैठे बिसाहू लाल को भी उनकी आवाज नहीं सुनाई पड़ रही है। वह बजट कॉपी देख रहे हैं।   इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हंगामा कर रहे विधायकों से अपील करते हुए कहा कि आपको जितना विरोध करना हो कर लें, लेकिन बजट भाषण शांति से सुन लें। प्रदेश की जनता इसे सुनना चाहती है। वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष को यह भी नहीं पता कि बजट का विरोध कब करना चाहिए। बजट को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए मध्य प्रदेश अपना पूरा योगदान दे रहा है। राज्य सकल घरेलू उत्पाद 19.74% पहुंच गया है। देश में आज अर्थव्यवस्था की दृष्टि से हम प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को बधाई देता हूं। मध्य प्रदेश आज सकल घरेलू उत्पाद 11 लाख 79 हजार 4 करोड़ हो गया है। बजट में सभी क्षेत्र का ध्यान रखा है। अधोसंरचना पर मध्य प्रदेश 50% बजट खर्च करेगा। मैं मानता हूं कि सरकार आम जन पर कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी। सरकार चाइल्ड बजट भी ला रही है।   बता दें कि वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा इस सरकार में अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश कर रहे हैं। इस बजट में खास बात यह है कि प्रदेश सरकार पहली बार चाइल्ड बजट पेश कर रही है। बजट को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे तैयार किया गया है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को राज्य सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया जा रहा है। इस दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के विधायकों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। फिलहाल, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा विपक्ष के हंगामे के बीच बजट भाषण पढ़ रहे हैं। पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा बजट भाषण के बीच लगातार बोल रहे हैं और कांग्रेस विधायक आसंदी के सामने नारेबाजी कर रहे हैं।   मप्र विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के बजट भाषण से सदन की कार्रवाई शुरू हुई, लेकिन वित्त मंत्री ने सदन में जैसे ही बजट भाषण की शुरुआत की, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि एक साल में साढ़े पांच लाख बेरोजगार हो गए। कैसा बजट है ये। बिजली के बिल पर जेल में डालने का काम कर रहे हैं। किसान परेशान हैं।   सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार किसान-मजदूर विरोधी है। उन्होंने पहले पिछले बजट का हिसाब मांगते हुए कहा कि हम नहीं चाहते कि वित्तमंत्री जी की तबीयत खराब हो। जगदीश जी आपका बीपी बढ़ जाएगा। तीन हजार करोड़ के कर्ज से प्रदेश को डुबो दिया। इस पर लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सज्जन भाई, आपको बोलने का पर्याप्त अवसर मिलेगा। उसमें चर्चा कर लें।   कांग्रेस के हंगामे के बीच मंत्री और विधायक भी बजट भाषण सुन नहीं पा रहे। सदस्यों ने हेडफोन उतार दिए हैं। बजट भाषण की कॉपी देख रहे हैं। यहां तक कि वित्त मंत्री के ठीक पीछे बैठे बिसाहू लाल को भी उनकी आवाज नहीं सुनाई पड़ रही है। वह बजट कॉपी देख रहे हैं।   इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हंगामा कर रहे विधायकों से अपील करते हुए कहा कि आपको जितना विरोध करना हो कर लें, लेकिन बजट भाषण शांति से सुन लें। प्रदेश की जनता इसे सुनना चाहती है। वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष को यह भी नहीं पता कि बजट का विरोध कब करना चाहिए। बजट को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए मध्य प्रदेश अपना पूरा योगदान दे रहा है। राज्य सकल घरेलू उत्पाद 19.74% पहुंच गया है। देश में आज अर्थव्यवस्था की दृष्टि से हम प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को बधाई देता हूं। मध्य प्रदेश आज सकल घरेलू उत्पाद 11 लाख 79 हजार 4 करोड़ हो गया है। बजट में सभी क्षेत्र का ध्यान रखा है। अधोसंरचना पर मध्य प्रदेश 50% बजट खर्च करेगा। मैं मानता हूं कि सरकार आम जन पर कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी। सरकार चाइल्ड बजट भी ला रही है।   बता दें कि वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा इस सरकार में अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश कर रहे हैं। इस बजट में खास बात यह है कि प्रदेश सरकार पहली बार चाइल्ड बजट पेश कर रही है। बजट को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे तैयार किया गया है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में कोविड-19 की चुनौतियों को परास्त करते हुए मध्यप्रदेश ने स्थिर भावों पर सकल घरेलू उत्पाद में 2021-22 में 10.12% की वृद्धि हुई है। वहीं, राज्य में प्रति व्यक्ति सालाना आय में 2020-21 की तुलना में 18 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज हुई है। यह जानकारी राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण में दी गई।   मंगलवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 जारी किया। इस मौके पर राज्य आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। सर्वेक्षण के अनुसार, स्थिर भावों पर प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 2021-22 में बढ़कर 5 करोड़ 64 लाख 514 करोड़ रुपये हो गया है। इसके 6 करोड़ 21 लाख 653 करोड़ रुपये तक पहुँचने का अनुमान है। आधार वर्ष 2011-12 के स्थिर भावों पर सकल घरेलू उत्पाद 3 करोड़ 15 लाख 562 रुपये था।   इसी प्रकार, किसान हितैषी नीतियों और किसानों को संकट में मदद देने वाली योजनाओं से बढ़ी हुई जीडीपी में प्राथमिक क्षेत्र का सर्वाधिक 37.43% योगदान है। वर्ष 2021-22 अग्रिम के दौरान बीते वर्ष से प्राथमिक क्षेत्र में 10.32 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र में 10.59 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र में 9.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी अनुमानित हैं।   आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार स्थिर भाव पर प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 63 हजार 345 रुपये हो गई है, जो 2020-21 में 58 हजार 334 रूपये थी। इस प्रकार पिछले साल की तुलना में 8.59% की बढ़ोतरी हुई है। प्रचलित भाव पर प्रति व्यक्ति आय 2020-21 में 1 लाख 4 हजार 894 रुपये थी, जो 2021-22 में बढ़कर 1 लाख 24 हजार 685 हो गई है। इस प्रकार 18.87% की वृद्धि हुई है।   लोक वित्त में भी निरंतर सुधार हो रहा है। वर्ष 2021-22 में राजस्व प्राप्तियाँ 164677 करोड़ 45 लाख रूपये अनुमानित है, जो गत वर्ष से 20.05 प्रतिशत ज्यादा है। आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को नया जीवन मिला है। विकास के प्रमुख क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, शहरी, ग्रामीण अधो-संरचना, उद्योग में निरंतर प्रगति हो रही है।   सुनियोजित नीतियों और रणनीतियों से कृषि क्षेत्र ने अच्छा प्रदर्शन किया है और निरंतर करता रहेगा। वर्ष 2021-22 के दौरान हर क्षेत्र में 10.86% की वृद्धि हुई है। दलहन, तिलहन के क्षेत्रफल एवं और उत्पादन में वृद्धि हुई है। नए 1130 कृषक उत्पादक संगठनों का गठन किया जा चुका है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना को मिलाकर कुल 10 हज़ार रुपये हर साल प्रत्येक किसान को मिल रहे हैं।   कृषि उपज को सुरक्षित रखने के लिए वैज्ञानिक भंडारण की क्षमता बढ़ाते हुए 203 लाख 39 हजार मीट्रिक टन हो गई है। गेहूँ उपार्जन 128 लाख 16 हजार मीट्रिक टन और धान का उपार्जन 45 लाख 86 हजार मीट्रिक टन रहा है।   दुग्ध उत्पादन बढ़कर 17 हजार 999 मीट्रिक टन हो गया है। पंजीकृत दुग्ध सहकारी समितियों की संख्या 10 हजार 205 हैं। इनमें से 7205 कार्यरत हैं। ये समितियाँ प्रतिदिन औसतन 5.60 किलोग्राम दूध का संकलन कर रही हैं। कोरोना संक्रमण काल में भी यह सिलसिला जारी रहा।   अधो-संरचना के निर्माण में तेजी आई है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। सड़क और सिंचाई क्षेत्र में प्रगति हुई है। वर्ष 2020-21 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उदयोगों में 5178 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश हुआ। धान, गेहूँ, कपास और मसाला फसलों के सिंचित क्षेत्र में भी वृद्धि हुई है। पिछले साल की तुलना में सभी फसलों के सिंचित क्षेत्र में 15.90% की वृद्धि हुई है।   विद्युत क्षेत्र में प्रदेश पूरी तरह आत्म-निर्भर हो गया है। कुल उपलब्ध विद्युत क्षमता 21 हजार 401 मेगा वाट है। विद्युत की पर्याप्त उपलब्धता है। विद्युत विक्रय में भी 5.37% की बढ़ोतरी हुई है। नवकरणीय ऊर्जा बढ़कर 5100 मेगा वाट हो गई है। विगत 5 वर्षों में लगभग 10 गुना से ज्यादा वृद्धि हुई है।

Kolar News

Kolar News 8 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माँ-बेटी और बहनों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेकों अभियान संचालित किए जा रहे हैं। महिला अपराधों के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस हैं। बेटियों के साथ अभद्रता करने वालों को सीधे फाँसी के फंदे पर चढ़ाने का कानून प्रदेश की विधानसभा ने देश में सबसे पहले बनाया था।   मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के थानों की ऊर्जा महिला डेस्क को 100 दोपहिया वाहन वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भोपाल के स्मार्ट उद्यान से ऊर्जा महिला डेस्कों की दोपहिया वाहनों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे “असली हीरो अभियान” से समाज को जोड़ने के लिए सत्य घटनाओं पर आधारित तीन लघु वृत्त चित्रों का लोकार्पण भी किया।   मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की महिलाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारा यह फैसला था कि पुलिस फोर्स में 30 प्रतिशत भर्तियाँ महिलाओं की होगी। यह गर्व का विषय है कि बेटियाँ पूरी क्षमता के साथ सुरक्षा के इस दायित्व को पूर्ण गंभीरता और वीरता के साथ निभा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला सशक्तिकरण के सशक्त पक्षधर रहे हैं। उनके द्वारा इस दिशा में अनेकों योजनाएँ संचालित की गईं है।   उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। साथ ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। थानों में महिलाएँ बिना किसी झिझक के एफआईआर लिखवा सकें, इस उद्देश्य से महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अपना यह दायित्व निभाया जा रहा है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध से संबंधित कोई सूचना मिले तो घटना स्थल पर पहुँचने में देरी न हो, इस उद्देश्य से ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। उनमें से 100 डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष 600 महिला हेल्प डेस्क को दो चरणों में वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। माँ-बहन और बेटी की सुरक्षा में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।   मुख्यमंत्री चौहान की पहल पर महिला सुरक्षा के लिए आरंभ हुए कई नवाचारः डीजीपी सक्सेना कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि महिला सुरक्षा मुख्यमंत्री चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशन और मार्गदर्शन में राज्य में कई नवाचार हुए हैं, जिनमें प्रत्येक जिले में महिला थाने की स्थापना, 700 थानों में ऊर्जा महिला डेस्क की स्थापना, पुलिस इकाइयों में झूलाघर की स्थापना, 1090 महिला हेल्प लाइन स्थापित करना, गुम नाबालिग बालक-बालिकाओं को खोजने के लिए ऑपरेशन मुस्कान तथा परेशन हेल्पिंग हेंड आरंभ करना सम्मिलित हैं। साथ ही महिला सुरक्षा के क्षेत्र में आम जनता द्वारा सराहनीय कार्य करने पर उन्हें असली हीरो के रूप में सम्मानित करना और महिलाओं के लिए प्रीलिटीगेशन ऑनलाइन हेल्प प्रारंभ की गई है। महिला सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों के कौशल उन्नयन और क्षमता संवर्धन की गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला सुरक्षा) प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया।   सत्य घटनाओं महिला सुरक्षा पर केन्द्रित लघु फिल्मों का लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल, सागर और विदिशा की सत्य घटनाओं पर आधारित और महिला सुरक्षा पर केन्द्रित तीन लघु वृत्त चित्र का लोकार्पण किया गया। भोपाल के असली हीरो मनोज गायकवाड़, ऑटो चालक हैं। उन्हें मंदसौर की 13 वर्षीय अकेली बालिका द्वारा दिल्ली जाने की ट्रेन के संबंध में पूछने पर संदेह हुआ। गायकवाड़ ने इसकी सूचना आईएसबीटी चौकी पर पदस्थ आरक्षक सुनील राठौर को दी। इससे बालिका को हरियाणा में नौकरी लगवाने के नाम पर तस्करी कर ले जाए जाने से बचाया जा सका।   दूसरी लघु फिल्म में असली हीरो सागर जिले की आपचंद निवासी श्रीबाई हैं। जिन्होंने ज्यादती के डर से भागी 22 वर्षीय महिला की संदेहास्पद स्थिति को भाँपते हुए शोर मचाया, जिससे आरोपित भाग गए। श्रीबाई ने साहस और मानवीयता का परिचय देते हुए पीड़िता को अपने घर में आश्रय दिया तथा कोटवार और सरपंच को सूचना देकर अपराध पंजीबद्ध कराया।   तीसरी लघु फिल्म में असली हीरो विदिशा जिले की आरती शर्मा हैं। उन्हें एक बालिका ने जब परिजन द्वारा शारीरिक रूप से परेशान करने की बात बताई तो आरती शर्मा ने पूरे परिवार का विरोध सहकर इसके खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने विदिशा जिले के महिला थाने पहुँचकर परिजन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कराया। इस घटना के कारण आरती शर्मा को उसके पति ने भी छोड़ दिया। इसके बाद भी उन्होंने बालिका को साहस दिया और सच के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित किया।   स्मार्ट उद्यान से पुलिस कंट्रोल रूम होते हुए स्टेडियम पहुँची दोपहिया वाहन रैली मुख्यमंत्री द्वारा फ्लेग ऑफ की गई महिला दोपहिया वाहन रैली स्मार्ट पार्क से आरंभ होकर डिपो चौराहा, अटल पथ, प्लेटिनम प्लाजा, रोशनपुरा चौराहा, पुलिस कंट्रोल रूम होते हुए मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुँची। वाहन रैली के स्मार्ट पार्क से रवाना होने पर पुलिस बैंड द्वारा महिला सशक्तिकरण पर केन्द्रित गीत की धुन बजाई गई।

Kolar News

Kolar News 8 March 2022

भोपाल। राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रख्यात गायिका स्व. लता मंगेशकर समेत दिवंगतों के लिए शोक प्रस्ताव लाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके उपरांत सदन की कार्रवाई 09 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भूतपूर्व विधानसभा सदस्य लक्ष्मी नारायण गुप्त, रमेश वल्यार्नी, मदन सिंह डहरिया, भूतपूर्व संसद सदस्य तिलकराज सिंह और ख्यात गायिका स्व. लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 9 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन यानी मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होना थी। लेकिन अब सरकार 09 मार्च को बजट प्रस्तुत करेगी। इसलिए अब यह चर्चा आगे के दिनों में होगी।

Kolar News

Kolar News 8 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का स्वर्णिम काल है। हम प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ परिवार की भावना और टीम स्पिरिट से कार्य करते हुए प्रदेश के विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। अधिकारी-कर्मचारियों के सहयोग से ही स्वास्थ्य और शिक्षा सहित प्रदेश की प्रगति तथा बेहतरी के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश कई योजनाओं में देश में प्रथम है। आप सबके सहयोग से हम अन्य क्षेत्रों में भी उपलब्धियाँ अर्जित करेंगे। अधिकारी-कर्मचारियों की गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को अपने निवास स्थित सभागार में अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने पर मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त करने प्रदेश के विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी संगठनों तथा निगम, मंडल आदि के 57 कर्मचारी संघों के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास पर एकत्र हुए थे।   सभी समस्याओं का किया जाएगा समाधान मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारियों की सभी समस्याओं का समाधान व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए संवदेनशीलता, प्रेम भाव तथा वार्तालाप से किया जाएगा। कोरोना के कठिन समय में वित्तीय चुनौतियाँ थी। साथ ही कोरोना संक्रमण के भय के बीच कार्य करना भी एक बड़ी चुनौती थी। स्वास्थ्य सेवाएँ हो या कानून-व्यवस्था की स्थिति या फिर गेहूँ खरीदी की व्यवस्था, सभी मोर्चे पर अधिकारी-कर्मचारियों ने अपना दायित्व निभाया और पूर्ण समर्पण और संदेनशीलता के साथ कार्य किया। कई अधिकारी-कर्मचारियों ने कोरोना से लड़ते-लड़ते अपनी जान तक दे दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से मैं उन्हें प्रणाम करता हूँ। राज्य सरकार द्वारा कोविड योद्धा योजना में ऐसे परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई गई है।   चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के कारण निर्मित राज्य की आर्थिक परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार अधिकारी-कर्मचारियों को उनके जायज अधिकार समय रहते नहीं दे पायी। परिस्थितियाँ सामान्य होते ही राज्य सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में वृद्धि का निर्णय लिया गया है। आगामी माहों में उनकी अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा। अधिकारी-कर्मचारी अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन सम्पूर्ण दायित्व-बोध से करें। उनकी मानवीय गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे ने भी संबोधित किया। मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने कहा कि किसी भी राज्य सरकार द्वारा एक साथ 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाना अभूतपूर्व है। इससे कर्मचारी जगत में व्याप्त प्रसन्नता के भाव को व्यक्त करने के लिए ही अधिकारी-कर्मचारी एकत्र हुए हैं।   कार्यक्रम में राज्य कर्मचारी कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष रमेश शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के पूर्व महामंत्री शेखावत सहित राजपत्रित अधिकारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, शिक्षक संवर्ग के सभी प्रांतीय संगठन, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित संगठन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संबंधित प्रांतीय संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का स्वर्णिम काल है। हम प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ परिवार की भावना और टीम स्पिरिट से कार्य करते हुए प्रदेश के विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। अधिकारी-कर्मचारियों के सहयोग से ही स्वास्थ्य और शिक्षा सहित प्रदेश की प्रगति तथा बेहतरी के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश कई योजनाओं में देश में प्रथम है। आप सबके सहयोग से हम अन्य क्षेत्रों में भी उपलब्धियाँ अर्जित करेंगे। अधिकारी-कर्मचारियों की गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को अपने निवास स्थित सभागार में अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने पर मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त करने प्रदेश के विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी संगठनों तथा निगम, मंडल आदि के 57 कर्मचारी संघों के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास पर एकत्र हुए थे।   सभी समस्याओं का किया जाएगा समाधान मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारियों की सभी समस्याओं का समाधान व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए संवदेनशीलता, प्रेम भाव तथा वार्तालाप से किया जाएगा। कोरोना के कठिन समय में वित्तीय चुनौतियाँ थी। साथ ही कोरोना संक्रमण के भय के बीच कार्य करना भी एक बड़ी चुनौती थी। स्वास्थ्य सेवाएँ हो या कानून-व्यवस्था की स्थिति या फिर गेहूँ खरीदी की व्यवस्था, सभी मोर्चे पर अधिकारी-कर्मचारियों ने अपना दायित्व निभाया और पूर्ण समर्पण और संदेनशीलता के साथ कार्य किया। कई अधिकारी-कर्मचारियों ने कोरोना से लड़ते-लड़ते अपनी जान तक दे दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से मैं उन्हें प्रणाम करता हूँ। राज्य सरकार द्वारा कोविड योद्धा योजना में ऐसे परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई गई है।   चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के कारण निर्मित राज्य की आर्थिक परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार अधिकारी-कर्मचारियों को उनके जायज अधिकार समय रहते नहीं दे पायी। परिस्थितियाँ सामान्य होते ही राज्य सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में वृद्धि का निर्णय लिया गया है। आगामी माहों में उनकी अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा। अधिकारी-कर्मचारी अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन सम्पूर्ण दायित्व-बोध से करें। उनकी मानवीय गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे ने भी संबोधित किया। मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने कहा कि किसी भी राज्य सरकार द्वारा एक साथ 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाना अभूतपूर्व है। इससे कर्मचारी जगत में व्याप्त प्रसन्नता के भाव को व्यक्त करने के लिए ही अधिकारी-कर्मचारी एकत्र हुए हैं।   कार्यक्रम में राज्य कर्मचारी कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष रमेश शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के पूर्व महामंत्री शेखावत सहित राजपत्रित अधिकारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, शिक्षक संवर्ग के सभी प्रांतीय संगठन, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित संगठन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संबंधित प्रांतीय संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का स्वर्णिम काल है। हम प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ परिवार की भावना और टीम स्पिरिट से कार्य करते हुए प्रदेश के विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। अधिकारी-कर्मचारियों के सहयोग से ही स्वास्थ्य और शिक्षा सहित प्रदेश की प्रगति तथा बेहतरी के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश कई योजनाओं में देश में प्रथम है। आप सबके सहयोग से हम अन्य क्षेत्रों में भी उपलब्धियाँ अर्जित करेंगे। अधिकारी-कर्मचारियों की गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को अपने निवास स्थित सभागार में अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने पर मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त करने प्रदेश के विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी संगठनों तथा निगम, मंडल आदि के 57 कर्मचारी संघों के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास पर एकत्र हुए थे।   सभी समस्याओं का किया जाएगा समाधान मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारियों की सभी समस्याओं का समाधान व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए संवदेनशीलता, प्रेम भाव तथा वार्तालाप से किया जाएगा। कोरोना के कठिन समय में वित्तीय चुनौतियाँ थी। साथ ही कोरोना संक्रमण के भय के बीच कार्य करना भी एक बड़ी चुनौती थी। स्वास्थ्य सेवाएँ हो या कानून-व्यवस्था की स्थिति या फिर गेहूँ खरीदी की व्यवस्था, सभी मोर्चे पर अधिकारी-कर्मचारियों ने अपना दायित्व निभाया और पूर्ण समर्पण और संदेनशीलता के साथ कार्य किया। कई अधिकारी-कर्मचारियों ने कोरोना से लड़ते-लड़ते अपनी जान तक दे दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से मैं उन्हें प्रणाम करता हूँ। राज्य सरकार द्वारा कोविड योद्धा योजना में ऐसे परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई गई है।   चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के कारण निर्मित राज्य की आर्थिक परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार अधिकारी-कर्मचारियों को उनके जायज अधिकार समय रहते नहीं दे पायी। परिस्थितियाँ सामान्य होते ही राज्य सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में वृद्धि का निर्णय लिया गया है। आगामी माहों में उनकी अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा। अधिकारी-कर्मचारी अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन सम्पूर्ण दायित्व-बोध से करें। उनकी मानवीय गरिमा और सम्मान राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है।   राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे ने भी संबोधित किया। मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने कहा कि किसी भी राज्य सरकार द्वारा एक साथ 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाना अभूतपूर्व है। इससे कर्मचारी जगत में व्याप्त प्रसन्नता के भाव को व्यक्त करने के लिए ही अधिकारी-कर्मचारी एकत्र हुए हैं।   कार्यक्रम में राज्य कर्मचारी कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष रमेश शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के पूर्व महामंत्री शेखावत सहित राजपत्रित अधिकारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, शिक्षक संवर्ग के सभी प्रांतीय संगठन, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित संगठन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संबंधित प्रांतीय संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को विधानसभा का घेराव करने पहुंची आंगनबाड़ी और आशा- उषा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने भोपाल स्टेशन पर रोक दिया। इस बीच नाराज महिला कार्यकर्ताएं प्लेटफार्म नंबर-6 पर धरने पर बैठ गई और शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस घंटों से उन्हें स्टेशन पर रोके हुए हैं। साथ ही शाहजहांनी पार्क में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है एवं वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं को हटाया जा रहा है। अचानक धरने की परमिशन भी निरस्त कर दी गई।   इधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रोके जाने और प्रदर्शन की अनुमति निरस्त किए जाने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आँगनवाडी, आशा, उषा कार्यकर्ता बहने अपने मानदेय, भुगतान व अन्य 18 सूत्रीय माँगों को लेकर आज भोपाल में प्रदर्शन करने अनुमति लेकर आ रही थी लेकिन अचानक से इनकी अनुमति निरस्त कर दी गयी। इन्हें भोपाल की सीमाओं पर ही रोक लिया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सरकार में इन बहनों को प्रताडि़त किया जा रहा है, इन्हें भोपाल आने से रोका जा रहा है, इनकी बात तक नही सुनी जा रही है।   कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार प्राप्त है, पता नही सरकार को इन बहनों से क्या डर है..? उन्होंने कहा मांग रखते हुए कहा कि मैं शिवराज सरकार से माँग करता हूँ कि इन बहनो ने कोरोना के भीषण संकट काल में भी अपनी सेवाएँ दी है, इनकी माँगो पर तत्काल सहानुभूतिपूर्ण निर्णय लेकर इनके साथ न्याय किया जाए।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को विधानसभा का घेराव करने पहुंची आंगनबाड़ी और आशा- उषा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने भोपाल स्टेशन पर रोक दिया। इस बीच नाराज महिला कार्यकर्ताएं प्लेटफार्म नंबर-6 पर धरने पर बैठ गई और शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस घंटों से उन्हें स्टेशन पर रोके हुए हैं। साथ ही शाहजहांनी पार्क में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है एवं वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं को हटाया जा रहा है। अचानक धरने की परमिशन भी निरस्त कर दी गई।   इधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रोके जाने और प्रदर्शन की अनुमति निरस्त किए जाने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आँगनवाडी, आशा, उषा कार्यकर्ता बहने अपने मानदेय, भुगतान व अन्य 18 सूत्रीय माँगों को लेकर आज भोपाल में प्रदर्शन करने अनुमति लेकर आ रही थी लेकिन अचानक से इनकी अनुमति निरस्त कर दी गयी। इन्हें भोपाल की सीमाओं पर ही रोक लिया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सरकार में इन बहनों को प्रताडि़त किया जा रहा है, इन्हें भोपाल आने से रोका जा रहा है, इनकी बात तक नही सुनी जा रही है।   कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार प्राप्त है, पता नही सरकार को इन बहनों से क्या डर है..? उन्होंने कहा मांग रखते हुए कहा कि मैं शिवराज सरकार से माँग करता हूँ कि इन बहनो ने कोरोना के भीषण संकट काल में भी अपनी सेवाएँ दी है, इनकी माँगो पर तत्काल सहानुभूतिपूर्ण निर्णय लेकर इनके साथ न्याय किया जाए।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि यह प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने का समय है। टीम मध्य प्रदेश बिना एक क्षण गंवाए प्रदेश के विकास और उन्नति के लिए काम कर रही है। वह दिन दूर नहीं जब मध्य प्रदेश को देश और दुनिया के सबसे विकसित एवं आत्मनिर्भर राज्य बनाने का सपना साकार होगा। गौरवशाली और वैभवशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देगा।   राज्यपाल पटेल विधानसभा ने अपना अभिभाषण दे रहे थे। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण से शुरुआत हुई। करीब आधा घंटा से अधिक समय तक चले राज्यपाल के अभिभाषण में उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ आगे का रोडमैप में भी प्रस्तुत किया। उन्होंने शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के द्वारा कोविड संकटकाल के दौरान उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इसी वजह से देश और प्रदेश ने इस अभूतपूर्व संकट का बेहतर ढंग से सामना किया। खासतौर से वैक्सीन के देश में ही विकास और इसे आम लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध कराने से कोरोना की रोकथाम में व्यापक मदद मिली है।   राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले लगभग साढ़े सात साल मैं समय के साथ कदम ताल कर व्यवस्थाओं में जो ऐतिहासिक, क्रांतिकारी और लोक कल्याणकारी बदलाव किए गए, उनकी वजह से भारत की प्रतिष्ठा और प्रज्ञा का परचम पूरे विश्व के सामने लहराया है। चाहे कोरोना का संकट हो या फिर किसानों का मेरी सरकार ने दिन रात एक कर के लोगों को संकट से उबारने का इंतजाम किया है।   उन्होंने कहा कि चाहे गरीबों के लिए रोटी कपड़ा मकान पढ़ाई दवाई कमाई जैसी बुनियादी आवश्यकताएं पूरी करना हो या फिर अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पेशावर तथा अन्य कमजोर वर्गों का कल्याण हो मेरी सरकार ने सभी के समरस और समावेशी विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे उद्योग और सड़कों का जाल बिछाना हो या फिर सबके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल, रोजगार का प्रबंध हो, सभी क्षेत्रों में जनता की जिंदगी बदलने का काम किया है। अगर मन में प्रदेश को आगे ले जाने की तड़प हो, जुनून हो, निर्णय में आगे की सोच और समझदारी हो, इरादों में नेकी और ईमानदारी हो, कामों में जनता की भागीदारी हो, तो रामराज की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगती। इसी मंत्र व मिशन के साथ मेरी सरकार जन को केंद्र में रखकर काम कर रही है और इसके परिणाम धरातल पर दिखाई देने लगे हैं।   राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार मोदी के वर्ष 2024-25 तक देश की अर्थव्यवस्था को फाइव ट्रिलियन डॉलर पहुंचाने के लक्ष्य की पूर्ति में अपना अधिकतम योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष प्रदेश का राज्य सकल घरेलु उत्पाद 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक होना संभावित है, जो प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय है।   उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अधोसंरचना पूंजीगत कार्यों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया है। वित्त वर्ष की पहली छहमाही में प्रदेश का पूंजीगत व्यय पिछले दो वर्षों की तुलना में क्रमश: 40 और 96 प्रतिशत अधिक रहा है। राज्य में जीएसटी करदाताओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। जीएसटी करदाताओं से विवरणी प्रस्तुत कराने में राज्य देश के पहले पांच प्रदेशों में शामिल है।   पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में उभरा है। सड़क गुणवत्ता में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। सड़कों की लंबाई में देश के प्रथम 7 राज्यों में शामिल है। ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ा सब संग बसे, रैदास रहे प्रसन्न। संत शिरोमणि रविदास जी की पंक्तियों को चरितार्थ करते हुए सरकार जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सुशासन हमारा साधन है, स्वराज्य साध्य। अगर इरादों में नेकी और ईमानदारी हो। जनता की भागीदारी हो तो रामराज्य की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगी। सरकार इसी पर काम कर रही है।

Kolar News

Kolar News 7 March 2022

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत की माताजी शुभांगी भगत के अंतिम संस्कार में भाग लेने रविवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सहित प्रदेश के कई भाजपा नेता इंदौर पहुंचे। 78 वर्षीय शुभांगी भगत का शनिवार को निधन हो गया था। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान रविवार सुबह एयरपोर्ट से सीधे ब्रजेश्वरी मेन, गणेशधाम स्थित भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के निवास पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा तथा पार्टी नेताओं ने स्व. शुभांगी भगत को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं सुहास भगत तथा परिजनों को सांत्वना दी। अंतिम यात्रा सुबह 10 बजे रामबाग मुक्तिधाम के लिए रवाना हुई।

Kolar News

Kolar News 6 March 2022

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी के सहयोग से बुधनी को देश का पहला वाटर प्लस शहर बनाने के साथ ही ऐसे शहर के रूप में विकसित किया जाएगा, जो स्वच्छता, सुंदरता, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और पर्यावरण में उत्कृष्ट होगा। इस मौके पर उन्होंने नया नारा दिया- "अपनी बुदनी प्यारी बुदनी, देश में होगी न्यारी बुदनी"। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को बुदनी में एक परिचर्चा में सम्बोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री तथा जिले के प्रभारी डॉ. प्रभुराम चौधरी तथा सांसद रमाकांत भार्गव सहित अनेक जनप्रतिनिधियों तथा नगरवासियों ने इस परिचर्चा में भाग लेकर कई संकल्प लिए। किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर आज देश का पहला वाटर प्लस महानगर है और हम सबके सहयोग से बुदनी को भी देश का छोटे शहरों की श्रेणी में पहला वाटर प्लस शहर बनाया जाएगा। इससे पहले उन्होंने बुधनी नगर में 44 करोड़ 56 लाख रुपये की लागत से बने सीवरेज सिस्टम के लोकार्पण के अलावा लगभग 59 लाख के निर्माण और विकास कार्यों का लोकार्पण तथा भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने इस दौरान बुदनी को उत्कृष्ट बनाने के लिए विभिन्न संगठनों, समाजों, जनप्रतिनिधियों और शासकीय कर्मियों के संकल्प लेने पर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने बुदनी को गौरान्वित करने वाले सभी क्षेत्रों के बच्चो, विद्यार्थियों, महिलाओं सहित अनेक व्यक्तियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष से गौरव दिवस पर 3 दिवसीय कार्यक्रम होंगे, लेकिन इस वर्ष मई में ये कार्यक्रम किए जाएंगे। बुदनी को वाटर प्लस शहर बनाने के लिए एक माह में सभी घरों के निस्तारी पानी को सीवरेज प्लांट से जोड़ा जाएगा। उन्होंने अपील की कि आज से ही नागरिक खुले में शौच, सड़क पर कचरा फेकने, पॉलीथिन के प्रयोग आदि को छोड़ने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि बुदनी शिक्षा में उत्कृष्ट होगी और कोई भी गरीब प्रतिभाशाली बच्चा उच्च शिक्षा के लिए नहीं भटकेगा। उन्होंने बुदनी में सीएम राइज़ स्कूल खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि रोजगार के बिना विकास अधूरा है और शासकीय सेवाओ की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान के अलावा आईटीआई में विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण दिलाकर युवाओं और समूहों को रोजगार दिवस पर बैंक से लिंक कर स्वरोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजी रोटी सरकार की पहली प्राथमिकता है। अन्य स्वरोजगार के साथ बुदनी के खिलौना व्यवसाय को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बुदनी को कुपोषण मुक्त बनाया जाएगा तथा जनसहयोग से हर आंगनबाड़ी को उत्कृष्ट बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री के आह्वान पर अनेक व्यक्तियों ने आंगनबाड़ी गोद भी ली। उन्होंने व्यापारी संघ का आह्वान किया कि वे बुदनी को एक रंग में रंगने के लिए अपने प्रतिष्ठान और अन्य व्यापारिक परिसरों के लिए किसी एक रंग का चयन करे। मुख्यमंत्री ने बुदनी के विकास को गति देने तथा निर्माण कार्यों पर निगरानी रखने के लिए नागरिकों से दीनदयाल समितियों के गठन का आग्रह किया।   कार्यक्रम में गुरूप्रसाद शर्मा, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, जनजाति विकास निगम की अध्यक्ष निर्मला बारेला, जनपद अध्यक्ष विमला रामनारायण साहू, नगर परिषद अध्यक्ष पुष्पा विजय सिंह राजपूत सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 6 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को जारी अपने एक बयान में कहा कि जब से मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार आयी है, प्रदेश में गौ माताओं की भूख-प्यास से व उचित देखरेख के अभाव में मौतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। विभिन्न जिलों की, विभिन्न गौशालाओं से सैकड़ों गौ माताओं की मौतों की तस्वीरें निरंतर सामने आ रही हैं। कमलनाथ ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जो सरकार खुद को सच्चा धर्म प्रेमी बताती है, वही सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है ? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गौशालाओं में दिये जा रहे अनुदान के फर्जीवाड़े के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। कई गौशालाओं को लाखों रुपए का अनुदान दिया गया लेकिन उसके बाद भी उन गौशालाओं में गौ माताओं की भूख-प्यास व चारे के अभाव में मौत की तस्वीरें सामने आई है और वही कई गौशालाओं को कई माह से अनुदान नहीं दिये जाने की बात भी सामने आई है। पूर्व सीएम ने कहा कि हमारी सरकार में हमने गौमाता के संरक्षण व संवर्धन के लिए कई कदम उठाये थे, हमने प्रदेश में एक हज़ार गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया था। वहीं शिवराज सरकार में एक तरफ तो रोज गौमाता सडक़ पर दुर्घटनाओं का शिकार हो रही है, वहीं दूसरी तरफ़ कई ऐसी गौशालाएँ है जो बनकर तैयार पड़ी हैं लेकिन उनमें गौ माताओं को भेजा नहीं जा रहा है। कमलनाथ ने सवाल साधते हुए कहा कि शिवराज सरकार ने आज से 16 माह पूर्व प्रदेश में गौ कैबिनेट बनाने की बढ़-चढक़र घोषणा की थी, तमाम दावे किए थे लेकिन आज तक उन पर भी कोई अमल नहीं हुआ है। प्रदेश में गौ माताओं की निरंतर हो रही मौतों पर सरकार मेरे इन सवालों का जवाब दे। उन्होंने सरकार से कई सवाल पूछते हुए कहा कि उम्मीद है कि सरकार मेरे इन सवालों का जवाब ज़रूर देगी ताकि प्रदेशवासियों के समक्ष शिवराज सरकार की वास्तविकता सामने आ सके।

Kolar News

Kolar News 6 March 2022

भोपाल, 03 मार्च (हि.स.)। इजराइल के काउंसलेट जनरल कोबी शोशानी ने गुरुवार को मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की और मुख्यमंत्री निवास से राजधानी की ऐतिहासिक बड़ी झील का दृश्य देख आनंदित हुए। काउंसलेट जनरल शोशानी ने मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र में हुए विकास की सराहना की। उन्होंने कृषि सहित सिंचाई, उद्योग, व्यापार-वाणिज्य क्षेत्रों में इजराइल द्वारा पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। वर्तमान में प्रदेश में मालनपुर और मंडीदीप में इजराइल की कंपनियों के कुछ प्रतिष्ठान कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इजराइल के सहयोग से मध्यप्रदेश इन क्षेत्रों में बेहतर कार्य के लिए तैयार है। इजराइल द्वारा प्राप्त सुझाव पर भी विचार कर अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इजराइल द्वारा प्रदेश के 2 जिलों छिंदवाड़ा और मुरैना में संतरे एवं सब्जी उत्पादन के प्रकल्प से जुड़ने की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सिंचाई क्षेत्र में भारत और इजराइल द्वारा मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल में जल परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। विशेष रूप से दोनों देश जल प्रबंधन के अन्य संभावित क्षेत्रों में सहयोग के लिए तत्पर हैं। मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं को भी इजराइली कम्पनियों के सहयोग से बढ़ावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री को इजराइली काउंसलेट जनरल शोशानी ने बताया कि इजराइल का भारत में 29 कृषि उत्कृष्टता केन्द्रों में से दो केन्द्र मध्यप्रदेश में स्थापित करने का प्रस्ताव है। इसमें छिंदवाड़ा में संतरा उत्पादन और मुरैना में सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इजराइल में एक पखवाड़े के विशेषण पाठ्यक्रम में मध्यप्रदेश के कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी लाभान्वित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केन-बेतवा परियोजना के क्रियान्वयन से बुंदेलखंड क्षेत्र का कायाकल्प होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के "पर ड्रॉप मोर क्रॉप" के सिद्धांत और इजरायल की कृषि शैली से मध्यप्रदेश प्रेरित है। प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए भरसक प्रयास होंगे। बहुत पसंद आया मध्यप्रदेश इजराइल के काउंसलेट जनरल ने कहा कि उन्हें भोजपुर और भीमबेटका के भ्रमण से बहुत आनंद मिला। भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित ट्राइबल म्यूजियम को देखकर भी प्रसन्नता हुई। भोपाल की बड़ी झील बहुत खूबसूरत है। पर्यटन क्षेत्र को देंगे बढ़ावा इजराइल के काउंसलेट जनरल ने कहा कि यह वर्ष भारत और इजराइल के 30 वर्ष के मधुर संबंधों के उत्सव का वर्ष है। इजराइल से अधिक संख्या में पर्यटक मध्यप्रदेश आएं, इसके प्रयास होंगे। मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों में वह आकर्षण है जो पूरे विश्व के पर्यटकों को यहां खींच सकता है।   इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय कुमार शुक्ला उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 3 March 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने बैठक प्रारंभ होने के पहले बताया कि आज सुबह तक यूक्रेन से प्रदेश के 225 विद्यार्थी प्रदेश में वापस आ चुके हैं। दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश सरकार के आवासीय आयुक्त द्वारा भी विद्यार्थियों की वापसी के संबंध में आवश्यक समन्वय किया जा रहा है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैंने भी नई दिल्ली जाकर इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा और समीक्षा की थी। राज्य सरकार द्वारा भी इस संबंध में निरंतर समीक्षा की जा रही है। मध्यप्रदेश के ऐसे परिवार जिनके बच्चे यूक्रेन में हैं, उनसे जन-प्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी भी भेंट कर रहे हैं। मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की वापसी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अद्भुत प्रयासों के लिए बधाई दी।   मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन में युद्ध की स्थितियों में फँसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं। सी 17 विमान द्वारा भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा रहा है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरन रीजिजू, केन्द्रीय आवास और शहरी मामले, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी और केन्द्रीय नागरिक उड्डयन, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह सीमावर्ती देशों में भेजे गए हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि नई दिल्ली और मुंबई लौटने वाले मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को मध्यप्रदेश भवन, मध्यांचल और अन्य स्थानों पर ठहराने की व्यवस्था की गई है। उनके भोजन और आवश्यकता हुई तो यात्रा टिकट का प्रबंध भी किया जा रहा है।   चौहान ने कहा कि मंत्री प्रभार के जिलों में ऐसे विद्यार्थियों के परिवारों से संपर्क करें, जिनके बच्चे अभी यूक्रेन में हैं। ऐसे परिवारों से संवाद होने से उनका हौंसला बढ़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यार्थियों की परिवारों से प्राप्त जानकारी आवासीय आयुक्त, नई दिल्ली और गृह विभाग को देकर बच्चों की वापसी के कार्य को आसान बनाया जा सकता है।

Kolar News

Kolar News 3 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र शुरू होने से पहले एक बार फिर विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर राजनीतिक पारा बढ़ गया है। कांग्रेस परंपराओं के तहत उपाध्यक्ष पद विपक्ष के पास ही रखने की मांग कर रही है। वहीं अब इस पूरे मामले पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कांग्रेस को दो टूक सुनाई है। इस बीच विधानसभा उपाध्यक्ष को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच सरकार के प्रवक्ता गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दो टूक बयान आया है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा उपाध्यक्ष भाजपा का ही बनेगा। पद पर हमारी पार्टी से ही होंगे, जब भी चुनाव होंगे। उन्होंने कांग्रेस की सरकार के समय की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने परंपरा तोड़ी है। पूर्व की कमलनाथ सरकार को नरोत्तम मिश्रा ने अल्पमत की सरकार बताते हुए कहा कि इसलिए भाजपा ने विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए चुनाव कराया था। बता दें कि प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के बाद करीब 2 साल से विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद खाली है। कांग्रेस उपाध्यक्ष पद लेना चाहती है। कांग्रेस का कहना है कि उनकी सरकार के समय भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार खड़ा किया था इसलिए कांग्रेस भी अब उपाध्यक्ष पद अपने पास रखेगी। मौजूदा विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम का भी 1 साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इससे पहले 8 माह भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा प्रोटेम स्पीकर रहे थे।

Kolar News

Kolar News 2 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को स्थगित हुए रुद्राक्ष महोत्सव मामले ने तूल पकड़ता जा रहा है। कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने सोमवार को भावुक होकर कथा स्थगित कर दी थी। इस बीच मंगलवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से वीडियो कॉल पर बात की। वीडियो कॉल पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पहले तो कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का हाल पूछा, उसके बाद मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। गृहमंत्री ने पंडित प्रदीप व्यास से पूछा कि प्रशासन से किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं है, जिस पर उन्होंने जबाव दिया कि अब उन्होंने पूरी व्यवस्थाएं संभाल ली हैं। अंत में गृहमंत्री ने कहा कि महाराज आपके दम पर ही सरकार चल रही है। कोई दिक्कत हो तो बताए। मिश्रा ने उन्हें कथा का न्यौता दिया, जिस पर उन्होंने कहा- मैं आऊंगा, जल्द प्रोग्राम बनाता हूं। बता दें कि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया था। इसके साथ ही सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ रविवार को हुआ था। रुद्राक्ष महोत्सव में करीब 3 लाख से अधिक श्रद्धालु देशभर से पहुंचे थे। प्रशासन को सूचित करने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। इसका नतीजा सोमवार की अल सुबह देखने को मिला। इंदौर-भोपाल हाइवे पर वाहनों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। दोपहर के समय तक हालत यह हो गई कि अमलाहा टोल से सीहोर के क्रिसेंट चौराहा तक हाइवे पर वाहन रैंगते रहे। वहीं कथा स्थल से दोनों तरफ करीब 20 किमी तक लंबा जाम लग गया था। भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि ऊपर से बार-बार दवाब आ रहा है इसलिए आज में आपको रुद्राक्ष का वितरण नहीं कर पाउंगा। कथा एक घंटे पहले ही आज स्थगित कर रहा हूं।

Kolar News

Kolar News 1 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को स्थगित हुए रुद्राक्ष महोत्सव मामले ने तूल पकड़ता जा रहा है। कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने सोमवार को भावुक होकर कथा स्थगित कर दी थी। इस बीच मंगलवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से वीडियो कॉल पर बात की। वीडियो कॉल पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पहले तो कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का हाल पूछा, उसके बाद मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। गृहमंत्री ने पंडित प्रदीप व्यास से पूछा कि प्रशासन से किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं है, जिस पर उन्होंने जबाव दिया कि अब उन्होंने पूरी व्यवस्थाएं संभाल ली हैं। अंत में गृहमंत्री ने कहा कि महाराज आपके दम पर ही सरकार चल रही है। कोई दिक्कत हो तो बताए। मिश्रा ने उन्हें कथा का न्यौता दिया, जिस पर उन्होंने कहा- मैं आऊंगा, जल्द प्रोग्राम बनाता हूं। बता दें कि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया था। इसके साथ ही सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ रविवार को हुआ था। रुद्राक्ष महोत्सव में करीब 3 लाख से अधिक श्रद्धालु देशभर से पहुंचे थे। प्रशासन को सूचित करने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। इसका नतीजा सोमवार की अल सुबह देखने को मिला। इंदौर-भोपाल हाइवे पर वाहनों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। दोपहर के समय तक हालत यह हो गई कि अमलाहा टोल से सीहोर के क्रिसेंट चौराहा तक हाइवे पर वाहन रैंगते रहे। वहीं कथा स्थल से दोनों तरफ करीब 20 किमी तक लंबा जाम लग गया था। भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि ऊपर से बार-बार दवाब आ रहा है इसलिए आज में आपको रुद्राक्ष का वितरण नहीं कर पाउंगा। कथा एक घंटे पहले ही आज स्थगित कर रहा हूं।

Kolar News

Kolar News 1 March 2022

भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा है कि जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, किसान परेशान हुआ है। एक बार फिर सरकार ने किसानों को फसल बीमा की दावा राशि के नाम पर ठगने का काम किया है। कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार में किसानों को खाद और बीज नहीं मिल पा रहा है। सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली और पानी भी नहीं है। उनको उनकी उपज का सही मूल्य तक नही मिल रहा है, ना ही खराब फसलों का मुआवजा मिल रहा है और अब तो फसल बीमा की दावा राशि के नाम पर किसान को एक बार फिर ठगा गया है। पूर्व सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सरकार ने दो सप्ताह पूर्व प्रदेश में बड़े-बड़े आयोजन कर प्रदेश के 49 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा की दावा राशि के 7600 करोड़ डालने के बड़े-बड़े दावे किए थे। जबकि सच्चाई यह है कि आज भी हजारों किसानों के खातों में यह राशि नहीं पहुंची है, जिन किसानों के खातों में राशि पहुँच भी चुकी है, वहां बैंकों द्वारा बगैर उनकी सहमति के उस राशि को ऋण में समायोजित किया जा रहा है, नगद निकासी पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि लाखों किसानों को नुकसान के अनुपात में कम राशि मिली है, कई किसानों को जमा प्रीमियम की राशि से भी कम राशि क्लेम के रूप में मिली है। सरकार ने दावा किया था कि किसी भी किसान को एक हज़ार रुपये से कम की क्लेम की राशि नहीं मिलेगी, उसके अंतर की राशि की भरपाई सरकार करेगी लेकिन दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक ना उन किसानों की सूची बन पाई है और ना उनको भुगतान हो पाया है। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार के सारे दावे झूठे व हवा-हवाई साबित हुए हैं। संकट के इस दौर में सरकार के सारे जिम्मेदार किसानों को भगवान भरोसे छोड़, उनकी सुध तक नहीं ले रहे है और किसान परेशान हो रहा है।

Kolar News

Kolar News 26 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जहां चाह होती है वहां राह होती है। असंभव दुनिया में कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली,संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। देशभर में सड़कों का जाल, पानी का प्रबंध और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में राशन लेने में एक दिन की मजदूरी का नुकसान होने की बात सामने आने पर राशन आपके ग्राम योजना शुरू की गई। मेरे गरीब भाई-बहनों के राशन में किसी ने भ्रष्टाचार किया, गड़बड़ी हुई तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, सीधे जेल भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को शहडोल जिला मुख्यालय में आयोजित प्रदेशव्यापी 'रोजगार दिवस' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में स्वरोजगार योजना अंतर्गत हितग्राहियों को ऋण वितरित किया। उन्होंने कहा कि पांच लाख से अधिक लोगों को अपने रोजगार के लिए लोन दिया जा रहा है, जो आत्मनिर्भर बनने में महत्वपूर्ण होगा। अब आनंद के पल हैं, कोरोना खात्मे की ओर है। जमकर होली मनाएं, महाशिवरात्रि मनाएं, कहीं कोई प्रतिबंध नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल को स्वच्छता में नंबर एक बनाना है। हम सबको मिलकर इसमें योगदान देना है। सीवेज सिस्टम को 172 करोड़ रुपये की लागत से और बेहतर बनाया जा रहा है। हर महीने में एक दिन रोजगार दिवस मनाया जायेगा। आज 25 फरवरी को रोजगार दिवस के माध्यम से प्रदेश के 5 लाख 6 हजार लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। 29 मार्च को फिर रोजगार दिवस मनाकर लाखों लोगों को रोजगार दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना में 1 से 50 लाख रुपये तक का लोन दिलाया जाएगा, जिसमें हमारी सरकार 3% ब्याज अनुदान देगी। इस साल एक लाख युवाओं को लोन देने का लक्ष्य है। शहडोल में प्रधानमंत्री आवास योजना में 99 हजार मकान स्वीकृत हैं। जिनके मकान स्वीकृत हुए हैं,उन्हें बधाई। आवास योजना के कार्यों में भ्रष्टाचार या गड़बड़ी हुई हो, तो जांच कर मुझे रिपोर्ट दी जाए। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।

Kolar News

Kolar News 25 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जहां चाह होती है वहां राह होती है। असंभव दुनिया में कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली,संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। देशभर में सड़कों का जाल, पानी का प्रबंध और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में राशन लेने में एक दिन की मजदूरी का नुकसान होने की बात सामने आने पर राशन आपके ग्राम योजना शुरू की गई। मेरे गरीब भाई-बहनों के राशन में किसी ने भ्रष्टाचार किया, गड़बड़ी हुई तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, सीधे जेल भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को शहडोल जिला मुख्यालय में आयोजित प्रदेशव्यापी 'रोजगार दिवस' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में स्वरोजगार योजना अंतर्गत हितग्राहियों को ऋण वितरित किया। उन्होंने कहा कि पांच लाख से अधिक लोगों को अपने रोजगार के लिए लोन दिया जा रहा है, जो आत्मनिर्भर बनने में महत्वपूर्ण होगा। अब आनंद के पल हैं, कोरोना खात्मे की ओर है। जमकर होली मनाएं, महाशिवरात्रि मनाएं, कहीं कोई प्रतिबंध नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल को स्वच्छता में नंबर एक बनाना है। हम सबको मिलकर इसमें योगदान देना है। सीवेज सिस्टम को 172 करोड़ रुपये की लागत से और बेहतर बनाया जा रहा है। हर महीने में एक दिन रोजगार दिवस मनाया जायेगा। आज 25 फरवरी को रोजगार दिवस के माध्यम से प्रदेश के 5 लाख 6 हजार लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। 29 मार्च को फिर रोजगार दिवस मनाकर लाखों लोगों को रोजगार दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना में 1 से 50 लाख रुपये तक का लोन दिलाया जाएगा, जिसमें हमारी सरकार 3% ब्याज अनुदान देगी। इस साल एक लाख युवाओं को लोन देने का लक्ष्य है। शहडोल में प्रधानमंत्री आवास योजना में 99 हजार मकान स्वीकृत हैं। जिनके मकान स्वीकृत हुए हैं,उन्हें बधाई। आवास योजना के कार्यों में भ्रष्टाचार या गड़बड़ी हुई हो, तो जांच कर मुझे रिपोर्ट दी जाए। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।

Kolar News

Kolar News 25 February 2022

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर युवाओं को रोजगार दिवस के नाम पर गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार रोजगार मेलों और रोजगार दिवस के नाम पर बेरोजगार युवाओं को गुमराह करना अब बंद करें, वर्षों से शिवराज सरकार इस तरह के आयोजन कर युवाओं को गुमराह करने का काम ही करती आयी है। कमलनाथ ने सवाल पूछते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तो बताये कि पिछले 17 वर्षों से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इन 17 वर्षों में कितने युवाओं को अभी तक प्रदेश में रोजगार दिया गया है, वर्तमान में कितने सरकारी भर्ती के पद खाली हैं, कितने युवाओं ने प्रदेश में रोजगार के अभाव में अभी तक मौत को गले लगाया है ? पूर्व सीएम ने कहा कि जहां एक तरफ पंजीकृत बेरोजगारी का आंकड़ा 34 लाख को पार कर चुका है और वह निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। वही बात करें तो सरकारी भर्तियों में सवा लाख के करीब पद रिक्त हैं, बेकलॉग के पद भी अभी तक तमाम दावों के बावजूद भरे नही गये है। वही श्रम पोर्टल के अनुसार मध्यप्रदेश में असंगठित कामगारों का आंकड़ा 1.21 करोड़ तक पहुँच चुका है। उसके बाद भी इस तरह के आयोजन बेरोजगार युवाओं के साथ सिर्फ़ मजाक भर है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति का आँकलन इस बात से ही किया जा सकता है कि ग्वालियर और उज्जैन कोर्ट में चपरासी, ड्राइवर, माली व सफाई कर्मियों के कुल 40 पदों के लिए 20,000 से अधिक आवेदक पहुँचे, जिसमें से ज्यादातर उच्च शिक्षित थे। वही प्रदेश के ग्वालियर से लेकर बुंदेलखंड क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में रोजग़ार के अभाव में पलायन के आंकड़े सामने आए हैं। नाथ ने कहा कि एक तरफ जहाँ मोदी सरकार ने दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का दावा किया था , वही शिवराज सरकार ने प्रतिमाह एक लाख रोजगार देने का दावा किया था , इन दावों व आंकड़ो के हिसाब से तो देश और प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा खत्म हो जाना चाहिए था लेकिन यह आंकड़ा तो दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार रोजगार के नाम पर सिर्फ गुमराह करने का काम कर रही है। रोजगार के अभाव में मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में युवाओं ने मौत को गले लगाया है। बढ़ती बेरोजगारी के कारण प्रदेश में अपराधिक घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है और बड़ी संख्या में शिक्षित युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो कोरोना संकट के कारण लोगों का व्यापार व्यवसाय चौपट हो चुका हैं, लोगों की नौकरियां जा चुकी है और अब बढ़ती बेरोजगारी के आंकड़े दिन प्रतिदिन भयावह होते जा रहे हैं, वही शिवराज सरकार अभी भी युवाओं को रोजगार देने की बजाय गुमराह करने में ही लगी हुई है। इवेंट, अभियान, आयोजन प्रेमी शिवराज सरकार अभी भी रोजगार देने के बजाय रोजगार मेले, रोजगार दिवस के आयोजनों के नाम पर सरकारी पैसे को लुटा रही है। कमलनाथ ने सवाल साधते हुए कहा कि जिन स्वरोजगार योजनाओं के तहत युवाओं को ऋण वितरण के दावे किए जा रहे हैं, उन योजनाओं में आज भी हजारों आवेदन बैंकों में पेंडिंग है। युवा बैंकों में चक्कर लगा रहे है। सरकार बताये कि प्रदेश में अभी तक कितने सरकारी पद रिक्त हैं, उसको लेकर सरकार ने क्या कार्ययोजना बनायी है, कब उन पदों को भरा जाएगा? पिछले रोजग़ार मेले में कितने युवाओं को रोजग़ार दिया गया, शिवराज सरकार के एक लाख रोजग़ार प्रतिमाह देने के दावे का क्या हुआ ?

Kolar News

Kolar News 25 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पर्यावरण को लेकर विश्व चिंतित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जो दिशा दिखाई, लक्ष्य तय किया है, उसे प्राप्त करने में अहम भूमिका पौधरोपण की है। हम जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ या अपने दिवंगत परिजनों की स्मृति में पौधरोपण अवश्य करें। जन्मदिन काफी खर्चीले होते हैं, जबकि इससे किसी का फायदा नहीं होता। अब जन्मदिन पर कोई होर्डिंग, पोस्टर आदि मत लगाना, बल्कि पौधरोपण करना। पौधरोपण ही मेरे जन्मदिन का वास्तविक उपहार है।   मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपने पौधरोपण के संकल्प के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम के पास बन रहे शहर के पहले श्रीयंत्र वाले पार्क में गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे जनप्रतिनिधियों के साथ पीपल और आम के पौधे रोपे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विगत एक वर्ष से उनके साथ पौधरोपण करने वाली संस्थाओं से भेंट भी की। संस्थाओं के सदस्यों द्वारा ए.बी.डी एरिया में 365 से अधिक पौधों का रोपण भी किया गया।   गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल नर्मदा जयंती के मौक पर 19 फरवरी 2021 को रोजाना एक पौधा रोपने का संकल्प लिया था। अपने इसी संकल्प का निर्वहन करते हुए उन्हें एक साल पूरा हो चुका है। इस उपलक्ष्य में आज भोपाल में नीम, बरगद, आम, गुलमोहर समेत अन्य प्रजातियों के करीब 365 पौधे रोपे गए। इस अवसर पर उनके साथ गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी समेत पार्टी के अनेक नेता व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद है। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री द्वारा बीते एक साल में किए गए पौधारोपण के चित्रों की प्रदर्शनी भी सजाई गई है।   मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर कहा कि 19 फरवरी, 2021 को मां नर्मदा जयंती के दिन अमरकंटक से यह अभियान शुरू हुआ। एक दिन भी बाधित नहीं हुआ, सतत जारी है। पहले मैं अकेले ही पौधरोपण करता था, फिर संस्थाएं भी साथ आईं। भोपाल या मप्र से बाहर गया, तो भी पौधरोपण जरूर करता। अब बिना पौधा लगाए मन को संतोष नहीं मिलता।   उन्होंने कहा कि पौधरोपण के संकल्प के क्रम में आज कैबिनेट साथियों, भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश जी, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव जी, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी सहित अन्य गणमान्य साथियों एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित सामाजिक संस्थाओं के साथ भोपाल के टीटी नगर के एबीडी क्षेत्र में पौधरोपण किया। मेरे प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प में विगत एक वर्ष के दौरान सहयोग कर पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम बढ़ाने वाले मेरे कैबिनेट के साथी मंत्रियों, भाजपा के सहयोगियों, सामाजिक संगठनों का आभार व्यक्त करता हूं। प्रसन्नता का क्षण है, मन आनंद से भरा है कि इस पुनीत कार्य में आप सभी ने सहयोग किया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नेक कार्य करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है, जो संतोष की बात है और उज्ज्वल भविष्य के शुभ संकेत है। हमें इस संकल्प को जारी रखना है। उन्होंने कहा कि आप भी पौधरोपण करके देखें, वास्तव में आनंद प्राप्त होगा। मुझे तो पौधों से इतना स्नेह है कि ये भी मुझे भांजे-भांजियों की तरह लगते हैं। पेड़ हमें फल-फूल ही नहीं मिलते, बल्कि पक्षियों, कीट-पतंगों को भी आहार, ठिकाना मिलता है।   उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि हमें कार्बन उत्सर्जन को कम कर पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम करना है, जो अधिक से अधिक पौधरोपण से ही संभव है। हम सभी शुभ अवसरों पर और अपने दिवंगत प्रियजनों की स्मृति में पौधरोपण करें। जन्मदिन काफी खर्चीले होते हैं, जबकि इससे किसी का फायदा नहीं होता। अब जन्मदिन पर कोई होर्डिंग, पोस्टर आदि मत लगाना, बल्कि पौधरोपण करना। हम जन्मदिन मनाएं तो सार्थक मनाएं। पौधरोपण ही मेरे जन्मदिन का वास्तविक उपहार है। अंकुर अभियान से जुड़े। पौधरोपण करके इस पोर्टल पर अपनी फोटो अपलोड करें, फिर उसकी देखभाल भी करें। मेरी अपील है कि आप भी प्रतिदिन पौधरोपण करें। संस्थाएं प्रतिदिन कम से कम दो पौधे जरूर लगाएं।

Kolar News

Kolar News 24 February 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भिंड जिले के दौरे के दौरान एक विशाल जनाक्रोश रैली व जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने संत गाडगे महाराज की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि चंबल की भूमि वीरों की भूमि है, संतों की भूमि है, मूल्यों की भूमि है। यहां से बड़ी संख्या में युवा फौज में भर्ती होने जाते हैं।   उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब केवल पुलिस, पैसा, और प्रशासन बचा है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर निर्दोषों पर झूठे मुकदमे लगाकर दबाव की राजनीति कर रही है, लेकिन वह याद रखें कि विधानसभा चुनाव में केवल 19 महीने ही बचे हैं, अब प्रदेश की जनता ही भाजपा का फैसला करेगी। कांग्रेस की संस्कृति ही भारत की संस्कृति है और यही हमारी संस्कृति देश को जोड़ने की संस्कृति है। हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं। पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश हैं, जहां इतने धर्म, इतनी जातियां हैं, कितनी भाषाएं, कितने रीति-रिवाज, कितने त्यौहार, कितने देवी देवता है, इसके बाद भी आज हम सब एक झंडे के नीचे खड़े हैं।   नाथ ने कहा कि आज हमारी इसी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है।हमें तय करना है कि हम कौन सा रास्ता चुने, देश की संस्कृति पर चलने का या मोदी जी के बताये रास्ते पर चलने का। बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया, जिसकी आज पूरे विश्व भर में प्रशंसा होती है, बाबासाहेब के सामने कौन सी चुनौती नहीं थी लेकिन आज हमारा यह संविधान गलत हाथों में चला जाए तो हमें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।   उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में विश्वास का माहौल बनाने का प्रयास किया ताकि प्रदेश में निवेश आये। हमारा प्रयास था कि शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार ना हो, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। शिवराज सरकार में प्रदेश की पहचान माफिया और मिलावटखोरों से थी। हमने इसी पहचान को बदलने का काम किया। आज मध्य प्रदेश में रेत माफिया, शराब माफिया, भूमाफिया, ऐसा कौन सा माफिया सक्रिय नहीं है? हमने रेत का काम नौजवानों को देने का प्रयास किया, ताकि उन्हें रोजगार मिल सके।   उन्होंने मुख्यमंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि शिवराजजी का तो सबको पता है वे कितना झूठ बोलते हैं। वे इतना झूठ बोलते है कि झूठ भी शर्मा जाये, वे रोज झूठी घोषणाएं करते हैं। कहीं मेडिकल कॉलेज, कहीं पुल, कहीं रिंग रोड, आज भी उनकी 20 हजार घोषणाएं अधूरी है। वे कहते हैं कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया, मोदी जी भी यही कहते हैं। मैं कहता हूं मोदी जी यदि किसी स्कूल गए होंगे तो वह स्कूल भी कांग्रेस ने बनवाया है। शिवराज जी जिस स्कूल में पढ़े हैं, वह स्कूल भी कांग्रेस ने बनवाया हैं।   नाथ ने कहा कि आज किसान बिना दाम के, युवा बिना काम का और व्यापारी बिना व्यापार का तो फिर शिवराज जी आप किस काम के। शिवराज जी की तो आंखें बंद हैं, उनके कान बंद हैं, उनका तो सिर्फ मुंह भर चलता है। उन्होंने कहा कि आप भले कांग्रेस का साथ मत देना, कमलनाथ का साथ मत देना, लेकिन सच्चाई का साथ जरूर देना क्योंकि यही सच्चाई प्रदेश का नवनिर्माण करेगी।

Kolar News

Kolar News 24 February 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भिंड जिले के दौरे के दौरान एक विशाल जनाक्रोश रैली व जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने संत गाडगे महाराज की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि चंबल की भूमि वीरों की भूमि है, संतों की भूमि है, मूल्यों की भूमि है। यहां से बड़ी संख्या में युवा फौज में भर्ती होने जाते हैं।   उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब केवल पुलिस, पैसा, और प्रशासन बचा है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर निर्दोषों पर झूठे मुकदमे लगाकर दबाव की राजनीति कर रही है, लेकिन वह याद रखें कि विधानसभा चुनाव में केवल 19 महीने ही बचे हैं, अब प्रदेश की जनता ही भाजपा का फैसला करेगी। कांग्रेस की संस्कृति ही भारत की संस्कृति है और यही हमारी संस्कृति देश को जोड़ने की संस्कृति है। हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं। पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश हैं, जहां इतने धर्म, इतनी जातियां हैं, कितनी भाषाएं, कितने रीति-रिवाज, कितने त्यौहार, कितने देवी देवता है, इसके बाद भी आज हम सब एक झंडे के नीचे खड़े हैं।   नाथ ने कहा कि आज हमारी इसी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है।हमें तय करना है कि हम कौन सा रास्ता चुने, देश की संस्कृति पर चलने का या मोदी जी के बताये रास्ते पर चलने का। बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया, जिसकी आज पूरे विश्व भर में प्रशंसा होती है, बाबासाहेब के सामने कौन सी चुनौती नहीं थी लेकिन आज हमारा यह संविधान गलत हाथों में चला जाए तो हमें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।   उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में विश्वास का माहौल बनाने का प्रयास किया ताकि प्रदेश में निवेश आये। हमारा प्रयास था कि शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार ना हो, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। शिवराज सरकार में प्रदेश की पहचान माफिया और मिलावटखोरों से थी। हमने इसी पहचान को बदलने का काम किया। आज मध्य प्रदेश में रेत माफिया, शराब माफिया, भूमाफिया, ऐसा कौन सा माफिया सक्रिय नहीं है? हमने रेत का काम नौजवानों को देने का प्रयास किया, ताकि उन्हें रोजगार मिल सके।   उन्होंने मुख्यमंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि शिवराजजी का तो सबको पता है वे कितना झूठ बोलते हैं। वे इतना झूठ बोलते है कि झूठ भी शर्मा जाये, वे रोज झूठी घोषणाएं करते हैं। कहीं मेडिकल कॉलेज, कहीं पुल, कहीं रिंग रोड, आज भी उनकी 20 हजार घोषणाएं अधूरी है। वे कहते हैं कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया, मोदी जी भी यही कहते हैं। मैं कहता हूं मोदी जी यदि किसी स्कूल गए होंगे तो वह स्कूल भी कांग्रेस ने बनवाया है। शिवराज जी जिस स्कूल में पढ़े हैं, वह स्कूल भी कांग्रेस ने बनवाया हैं।   नाथ ने कहा कि आज किसान बिना दाम के, युवा बिना काम का और व्यापारी बिना व्यापार का तो फिर शिवराज जी आप किस काम के। शिवराज जी की तो आंखें बंद हैं, उनके कान बंद हैं, उनका तो सिर्फ मुंह भर चलता है। उन्होंने कहा कि आप भले कांग्रेस का साथ मत देना, कमलनाथ का साथ मत देना, लेकिन सच्चाई का साथ जरूर देना क्योंकि यही सच्चाई प्रदेश का नवनिर्माण करेगी।

Kolar News

Kolar News 24 February 2022

भोपाल। स्वाभिमान से ऊँचा मस्तक, अनुशासित कदम, अदम्य साहस से भरा सीना और देशभक्ति के जज्बे के साथ जब आर्कषक दीक्षांत परेड आगे बढ़ी तो सभी रोमांचित हो गए। मौका था मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी के परेड मैदान में मध्यप्रदेश पुलिस के 42 वे बैच के उप पुलिस अधीक्षकों एवं 91 ए बैच के उप निरीक्षकों के भव्य दीक्षांत समारोह का।   प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बतौर मुख्य अतिथि दीक्षांत परेड की सलामी ली और खुली जिप्सी में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराधा शंकर की मौजूदगी में सोमवार को आयोजित हुए दीक्षांत परेड समारोह के बाद परिवीक्षाधीन 25 उप पुलिस अधीक्षक तथा 21 उप निरीक्षक विधिवत रूप से मध्यप्रदेश पुलिस की मुख्य धारा में शामिल हो गए।   गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सभी प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा दीक्षांत समारोह अर्थात दीक्षा, दीक्षा का अर्थ होता है किसी की दी हुई इच्छा। समाज व सरकार की दी हुई इच्छा है कि आप एक स्वस्थ समाज का निर्माण करे अपराधों पर अंकुश लगाये। दीक्षांत परेड में प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों के जोश व जज्बे को देखकर हमें भरोसा हो गया है कि आप सब सरकार की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे और जनता को बेहतर सेवाएँ देने में सफल होंगे। साथ ही प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों का आह्वान किया कि बेहतर पुलिसिंग कर मध्यप्रदेश पुलिस का नाम रोशन करें और मध्यप्रदेश की तरक्की में सहभागी बनें।   उन्होंने कहा कि 2003 के बाद मध्यप्रदेश में हमारी सरकार है, जिस समय हम सरकार में आये थे, उस समय कानून व्यवस्था लचर थी। चारों ओर अपराधिक तत्वों का बोलबाला था। मालवांचल में सिमी सर उठा रहा था। गडरिया गिरोह चम्बल में सकिय था, विध्य में ठोकिया। आदिवासी अंचलों में नक्सल सर उठा रहा था। यहाँ तक की सरकार के मंत्री की हत्या कर दी। इन सब संगठित गिरोह का सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति से समाप्त किया। आज मध्यप्रदेश में कोई भी गिरोह सक्रिय नहीं है। हमने नक्सलियों की धर-पकड़ करने वाले 84 पुलिसकर्मियों को कम से पूर्व पदोन्नत किया है। यह हमारी दृढ़ इच्छा शक्ति को दर्शाता है।   डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा जब जब सरकार को लगता है, तब तब सरकार कठोर से कठोर कानून बनाती है दुर्भाग्य से हमारा प्रदेश महिला अपराधों की दृष्टि में प्रथम है, जिसे बदलना आवश्यक है। हमने धर्म स्वतंत्र विधेयक (लव-जिहाद) जैसे कानून बनाये है व ऑपरेशन मुस्कान भी प्रारंभ किया है। मध्यप्रदेश सरकार ने अपराधियों के मन में भय पैदा किया है। अपराध करने वालों की सम्पत्ति नेस्तनाबूत की कार्यवाही हमारी सरकार ने की है। आज अपराधियों के मन में खौफ है।   गृह मंत्री ने इस अवसर पर जानकारी दी कि कोरोना के अवधि में पुलिस द्वारा उत्कृष्ठ कार्य किया गया, जिसमें 39,185 पुलिस कर्मियों को कोरोना योद्धा पदक से सम्मानित किया गया है। इसी प्रकार पुलिस की आवास समस्या के निराकरण के लिये 2756 आवास निर्मित किये जा चुके है तथा 1200 आवास शीघ्र निर्मित होकर प्राप्त होंगे। पदोन्नति की समस्या के निराकरण के लिये हमारे द्वारा कार्यभार व्यवस्था प्रारंभ की गई है, जिसका अनुकरण अन्य विभाग भी करना चाह रहे है। अपराध एक स्वस्थ समाज में नासूर है, जिसे ठीक करने की जिम्मेदारी आपके कंधो पर है। अपराध के लगातार बदलते स्वरूप के कारण तकनीकी योग्यता भी आवश्यक है।   सोमवार सुबह हल्की सर्दी के साथ निकली तेज चमकदार धूप और पुलिस ब्रास व पाइप बैंड की मधुर धुन के बीच निकली दीक्षांत परेड में पुरुषों के साथ-साथ महिला उप पुलिस अधीक्षकों का जज्बा और जुनून देखते ही बन रहा था। दीक्षांत परेड का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक राहुल सैयाम ने किया। परेड टू आई सी की भूमिका हर्ष नागले ने निभाई।   मध्यप्रदेश पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल में एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण में तपकर निकले कुल 25 उप पुलिस अधीक्षक तथा 21 उप निरीक्षकों ने दीक्षांत परेड में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को साक्षी मानकर ली गई देश भक्ति व राष्ट्र सेवा की शपथ और दीक्षांत परेड के बाद ये सभी मध्यप्रदेश पुलिस का हिस्सा बन गए। मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी के उप निदेशक श्री मलय जैन ने सभी प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई।   आरंभ में जब मध्यप्रदेश पुलिस का ध्वज लेकर निशान टोली गुजरी तो सभी ने खड़े होकर सैल्यूट किया। इसी तरह दीक्षांत परेड का भी करतल ध्वनि के साथ स्वागत किया गया। मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी के उप निदेशक श्री मलय जैन ने प्रशिक्षण का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।   अंत में मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षण में उत्कृष्ट रहे प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को शील्ड व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री के पदक से सम्मानित पुलिस अधिकारियों को भी सम्मान पदक सौंपे।     समारोह में इनकी भी रही मौजूदगी   अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण अनुराधा शंकर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक अवस्थी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कल्याण विजय कटारिया सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गरिमामयी दीक्षांत समारोह के साक्षी बने। साथ ही प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों के परिजन भी उत्साहवर्धन के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम का संचालन मदन मोहन समर ने किया।     इन्हें मिले पुरस्कार   मुख्य अतिथि ने सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु अधिकारी का पुरस्कार संयुक्त रूप से उप पुलिस अधीक्षक आरती शाक्य एवं उप निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह को प्रदान किया। इनके अलावा परेड कमांडर राहुल सैयाम व परेड टूआईसी हर्ष नागले को भी प्रथक से सम्मानित किया गया। अंत में 11 प्रशिक्षण संस्थाओं की वेबसाइट्स एवं ऑनलाईन लर्निंग मेनेजमेंट सिस्टम का लोकापर्ण भी किया गया। प्रोफेसर चंद्रप्रभा जैन द्वारा रचित पुस्तक का विमोचन भी किया गया। साथ ही उन्हें केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से भी सम्मानित किया गया।

Kolar News

Kolar News 21 February 2022

गुना। अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने सांसदों, विधायकों और अधिकारियों की पेंशन बंद करने की मांग की है। सोमवार को उन्होंने ट्वीट कर यह मांग उठाई है। वहीं एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जातिवाद की राजनीति ने केवल नेताओं का भला किया है। इससे न तो देश का भला हुआ है और न जाति का। बता दें कि लक्ष्मण सिंह गुना की चांचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह कई बार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। कई बार वह अपने बड़े भाई दिग्विजय सिंह के बयानों पर भी कटाक्ष कर चुके हैं। सोमवार को उन्होंने लगातार दो ट्वीट कर जाति के सवाल और पेंशन का सवाल उठाया है।पहले ट्वीट में सिंह ने लिखा- "राष्ट्र निर्माण करने वाला शिक्षक, राष्ट्र की रक्षा करने वाला सैनिक अपनी पेंशन की लड़ाई लड़ रहा है, तो सांसद, विधायक और अधिकारी की पेंशन भी बंद होनी चाहिए। एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने जाति की राजनीति के सवाल को उठाते हुए लिखा कि जातिवाद की राजनीति ने न तो देश का और न जाति का भला किया है, केवल नेताओं का भला किया है। क्यों न हम लाल बहादुर शास्त्रीजी, जो जातिवाद के विरुद्ध थे, स्वयं की जाति का उल्लेख नहीं करते थे, का अनुसरण करें। इससे पहले भी उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा था कि मंदिर,मस्जिद, हिंदू,मुस्लिम, महंगाई और भी अन्य विषयों पर चर्चा हो रही है। लघु, कुटीर, मध्यम, उद्योग के माध्यम से करोड़ों बेरोजगारों को काम कैसे देंगे,चर्चा नहीं हो रही है। होना चाहिए और रोजगार देना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 21 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक बार फिर सक्रिय हो गए है और पार्टी को जीत दिलाने के लिए बूथ स्तर तक मजबूत करने के प्रयास में जुट गए है। इससे इतर प्रदेश के गृह मंत्री ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। उन्होंने दिग्विजय और कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस का कार्यकर्ता मान चुका है कि पार्टी अब कभी सत्ता में नहीं आने वाली है। इतिहास बताता है कि जहां कांग्रेस 15 साल सत्ता से बाहर रही है, वहां फिर खड़ी नहीं हो पाई है। वैसे भी 2023 का चुनाव कमलनाथ जी का आखिरी चुनाव है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के कार्यकर्ताओं को 23 के चुनाव को नेचर कि बात दरअसल कांग्रेस की आड़ लेकर दिग्विजय सिंह अपने बारे में बता रहे होंगे, क्योंकि 2023 के बाद जो भी चुनाव आएगा तब तक दिग्विजय सिंह और कमलनाथ दोनों ही 80 के पार हो चुके होंगे और उनके लिए यह आखिरी चुनाव है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कितना ही प्रोत्साहित करे पर कांग्रेस का कार्यकर्ता यह जान चुका है कि मध्य प्रदेश में अब कभी कांग्रेस नहीं आने वाली नही है। जैसा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के आने की कोई संभावना नहीं बची। बिहार में देख ले या बंगाल में देख ले कांग्रेस के कहीं भी आने की कोई संभावना नहीं बची। उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है जहां भी प्रदेश में 15 साल से ज्यादा कांग्रेस सरकार से बाहर रही है, वहां कभी वापस सरकार नहीं बना पाई है। तमिलनाडु से लेकर मध्य प्रदेश तक देख लीजिए।   भाजपा के कार्यक्रम कॉपी कर रही कांग्रेस   गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस लगातार भाजपा के कार्यक्रमों की कॉपी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदस्यता अभियान चलाया तो कांग्रेस ने घर-घर चलो अभियान शुरू कर दिया। कांग्रेस के कार्यक्रमों के परिणाम तो देख लीजिये घर-घर चलो अभियान में लोग घर बैठते जा रहे हैं और यही पीड़ा दिग्विजय सिंह जी व्यक्त कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 21 February 2022

हरदा/ भोपाल। मध्यप्रदेश में तीर्थाटन योजना के बाद प्रदेश में मेरा गांव- मेरा तीर्थ योजना शुरू होने वाली है। इस योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश के 52 जिलों के 55 903 गांव में लागू करने की तैयारी सरकार कर रही है। इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत किसान नेता एवं प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा में उनके गृह ग्राम बारंगा से शुरू हो गई है। रविवार को मंत्री पटेल के गांव बारंगा में विधिवत गांव वाले इकट्ठा हुए ,मंच सजाया और मेरा गांव -मेरा तीर्थ बनाने की शपथ ली। ग्राम वासियों के साथ मंत्री पटेल ने गांव को नशा मुक्त, सामाजिक समरसता के साथ गौवंश आधारित खेती और गऊपालन करने, ग्राम बारंगा को आदर्श गांव बनाने के साथ मेरा गांव ही मेरा तीर्थ होगा का संकल्प लिया।

Kolar News

Kolar News 20 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। व्यापमं का नाम कर्मचारी चयन आयोग होगा, इस पर शिवराज कैबिनेट की मुहर लगते ही राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज सरकार कुछ भी कर ले लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं, व्यापमं का पाप कभी छुपने वाला नहीं, व्यापमं का फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा कि पहले व्यापमं का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता अभी भी भूली नहीं है, साथ ही यह भी नहीं भूली है कि किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है। लेकिन शिवराज सरकार कुछ भी कर ले, व्यापमं के दाग और पाप कभी धुलने वाले नहीं है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्नदाता की समृद्धि में ही प्रदेश की खुशहाली है। जब भी कृषकों पर संकट आया है, मुश्किल वक्त में राज्य सरकार सदैव साथ रही है। यह किसानों की सरकार है। किसान भाई-बहन हमारी आत्मा है। हमने 22 महीनों में प्रदेश के किसान भाई-बहनों को कुल 1 लाख 72 हजार करोड़ रुपये दिए हैं।   मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपरान्ह 3.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में फसल क्षति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में जनवरी-2022 में असामयिक वर्षा, ओलावृष्टि से फसल क्षति से प्रभावित किसानों को राहत राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने इस दौरान प्रदेश के 23 जिलों के एक लाख 46 हजार से अधिक किसानों के खातों में 202 करोड़ 90 लाख रुपये की फसल-क्षति राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की।   इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनवरी में जब 26 जिलों में 1 लाख 46 हजार 101 किसानों की फसलों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ, तब मैंने कहा था कि किसान भाइयों चिंता मत करना, हम आपको संकट के पार ले जाएंगे। मुझे कहते हुए खुशी है कि आज 202 करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में डाली गई है। उन्होंने कहा कि अभी हमने 202 करोड़ रुपये से अधिक राहत राशि के डाले हैं। इसके अलावा इन फसलों की क्षति पूर्ति के लिए फसल बीमा योजना की राशि अलग से दिलाई जाएगी। इसके लिए हम कार्य कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने किसानों से पूछा कि वे ओलावृष्टि के सर्वे से संतुष्ट हैं अथवा नहीं। इस पर सभी किसानों द्वारा एक स्वर में कहा गया कि वे सर्वे से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं तथा उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ भी समय पर मिल रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी तरह के संकट के समय सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ भी दिलवाया जाएगा, ताकि वे बिना किसी चिन्ता के जीवन यापन कर सकें।   उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अमले द्वारा सर्वे का कार्य काफी अच्छे तरीके से किया गया है। इसके लिये सभी बधाई के पात्र हैं। हमारे किसान हमारे अन्नदाता हैं। किसान दिन-रात मेहनत करते हैं, ताकि सभी को अनाज मिल सके। बीते दिनों जो ओलावृष्टि हुई उस दौरान सरकार के जनप्रतिनिधि और अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। सर्वे की सूची पंचायत भवन में चस्पा की गई।

Kolar News

Kolar News 17 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्नदाता की समृद्धि में ही प्रदेश की खुशहाली है। जब भी कृषकों पर संकट आया है, मुश्किल वक्त में राज्य सरकार सदैव साथ रही है। यह किसानों की सरकार है। किसान भाई-बहन हमारी आत्मा है। हमने 22 महीनों में प्रदेश के किसान भाई-बहनों को कुल 1 लाख 72 हजार करोड़ रुपये दिए हैं।   मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपरान्ह 3.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में फसल क्षति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में जनवरी-2022 में असामयिक वर्षा, ओलावृष्टि से फसल क्षति से प्रभावित किसानों को राहत राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने इस दौरान प्रदेश के 23 जिलों के एक लाख 46 हजार से अधिक किसानों के खातों में 202 करोड़ 90 लाख रुपये की फसल-क्षति राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की।   इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनवरी में जब 26 जिलों में 1 लाख 46 हजार 101 किसानों की फसलों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ, तब मैंने कहा था कि किसान भाइयों चिंता मत करना, हम आपको संकट के पार ले जाएंगे। मुझे कहते हुए खुशी है कि आज 202 करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में डाली गई है। उन्होंने कहा कि अभी हमने 202 करोड़ रुपये से अधिक राहत राशि के डाले हैं। इसके अलावा इन फसलों की क्षति पूर्ति के लिए फसल बीमा योजना की राशि अलग से दिलाई जाएगी। इसके लिए हम कार्य कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने किसानों से पूछा कि वे ओलावृष्टि के सर्वे से संतुष्ट हैं अथवा नहीं। इस पर सभी किसानों द्वारा एक स्वर में कहा गया कि वे सर्वे से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं तथा उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ भी समय पर मिल रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी तरह के संकट के समय सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ भी दिलवाया जाएगा, ताकि वे बिना किसी चिन्ता के जीवन यापन कर सकें।   उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अमले द्वारा सर्वे का कार्य काफी अच्छे तरीके से किया गया है। इसके लिये सभी बधाई के पात्र हैं। हमारे किसान हमारे अन्नदाता हैं। किसान दिन-रात मेहनत करते हैं, ताकि सभी को अनाज मिल सके। बीते दिनों जो ओलावृष्टि हुई उस दौरान सरकार के जनप्रतिनिधि और अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। सर्वे की सूची पंचायत भवन में चस्पा की गई।

Kolar News

Kolar News 17 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अभी से तैयारी में जुट गई है। इसी क्रम में आज गुरुवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से साल की सबसे बड़ी बैठक आयोजित की गई। बैठक में मध्य प्रदेश के जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष, प्रदेश के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक, आर सी खूंटियां, कांति शुक्ला, चक्रवर्ती शर्मा, तरुण त्यागी, राजेश लिटोरिया, संजय कपूर, सी पी मित्तल, सुधांशु त्रिपाठी, दीपक जी, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, सज्जन सिंह वर्मा, एन पी प्रजापति सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहें। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज कांग्रेस की हुई अहम बैठक में डिजिटल मेंबरशिप के राष्ट्रीय प्रभारी के राजू ने सभी जिला अध्यक्षों को डिजिटल सदस्यता का प्रशिक्षण दिया । मण्डलम-सेक्टर बनाने का काम पूरे प्रदेश में चल रहा है, जिस जिले में यह काम समय पर पूर्ण नही होगा, हम मानेंगे कि वह समय पर इसे पूरा करने में सक्षम नहीं है। सदस्यता अभियान में तेलंगाना ने बेहतर काम किया है, डिजिटली 30 लाख मेंबर बनाए हैं। कमलनाथ ने कहा कि हम लोग सद्भावना मंच बनाएंगे। पिछडा वर्ग, दलित वर्ग कि हित की आवाज उठाई जाएगी और देश विरोधी, समाज विरोधी काम करने वालों से हम मुकाबला करेंगे।

Kolar News

Kolar News 17 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर शराबबंदी की चर्चा शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बाद अब भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने प्रदेश में शराबबंदी किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह शराब विक्रय का विरोध करती है और मध्य प्रदेश में शराब बंद होना चाहिए।   साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि शराब एक विष की तरह होती है और इस विष को बंद करना चाहिए, मैं खुलकर इसका विरोध करती हूं, इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। राजनीति करने वाले अपने घरों में शराब पीते होंगे इसलिए उन्हें पीड़ा होती है। इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा, उन्होंने कांग्रेस को समाज के लिए कोढ़ बताते हुए कहा कि ये वो लोग है जो बुराई का साथ देकर लोगों को मरने के लिए मजबूर करने वाले कोढ़ है। साध्वी ने कहा कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा, क्योंकि मोदीजी कांग्रेस मुक्त देश बनाने के लिए निकल पड़े हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती प्रदेश में लगातार शराबबंदी की मांग कर रही है। वह शराबबंदी को लेकर प्रदेश में कई बार अभियान चलाने की बात भी कह चुकी हैं।

Kolar News

Kolar News 17 February 2022

खरगौन। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने कहा कि देश में सबसे पहले राष्ट्रीय समरसता का संदेश देने वाले संत शिरोमणि रविदास हुए हैं। वे ऐसे गुरु रहे हैं जिन्होंने जात-पात, ऊँच-नीच को दूर करने के लिए कई उपदेश दिए हैं। संत शिरोमणि के उपदेश आज भी हमारे समाज में प्रेरणा के स्त्रोत हैं।   प्रभारी मंत्री पटेल बुधवार को संत शिरोमणि रविदासज की जयंती पर टॉउन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी बने इसके लिए भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही है। प्रदेश आत्मनिर्भर की ओर तेज गति से बढ़ रहा है।   संत शिरोमणि रविदास जयंती पर अनुसूचित जाति विभाग द्वारा जिले की सभी जनपदों में कार्यक्रम आयोजित किये गए। कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति विभाग के द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों और कोरोना से प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में अनुसूचित जाति विभाग के सहायक संचालक श्री एबी गुप्ता ने स्वागत संबोधन में विभागीय योजनाओं की जानकारियां दी। कार्यक्रम में नगर पालिका सीएमओ श्रीमती प्रियंका पटेल सहित अन्य अधिकारी व बाबूलाल जोगे, गणेश तावड़े, तलवार तावड़े, कृष्णा कोठे, जेपी गोखले भी उपस्थित रहे।   दबे कुचले समाज को आगे लाने का प्रयास जिला स्तरीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दबे कुचले समाज को आगे बढ़ाने और मुख्य धारा में लाने के लिए संत रविदास का महत्वपूर्ण योगदान है। संत रविदास ने विचारों से ऊंचा अपर नीचा होने का संदेश दिया है। कोई भी व्यक्ति गरीबी या समृद्धि से ऊंचा नहीं होता है वह तो विचारों से ऊंचा नीचा होता है। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा, परसराम चौहान और रविदास संत समाज के अध्यक्ष रेवाराम तावड़े ने भी संबोधित किया। जिला   स्तरीय कार्यक्रम में अनूसूचित जाति के प्रतिभावान विद्यार्थियों में शिवर दशरथ पंचोरे, आर्यन कड़वा, आदित्य रोजश खेड़ेकर, रजत जगदीश रंसोरे को सम्मानित किया गया। वहीं कोरोना से प्रभावित परिवारों में शीतल भालसे, वंशिका को 1-1 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई।

Kolar News

Kolar News 16 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती बुधवार को धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।   मुख्यमंत्री चौहान ने इन अवसर पर प्रदेशवासियों को रविदास जयंती की बधाई देते हुए कहा कि मुझे संत रविदास का भजन "प्रभु जी तुम चंदन हम पानी" बचपन से ही बहुत प्रिय रहा है। उन्होंने कहा कि संत रविदास अद्भुत भक्त, समाज सुधारक, भारतीय संस्कृति और परंपराओं के ध्वजवाहक थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास जी के शब्द "ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सभी को अन्न - छोट बढ़ सब संग रहें, रविदास रहे प्रसन्न" हमारी प्रेरणा है। इन्हीं सिद्धांतों पर राज्य के संचालन का प्रयास जारी रहेगा।   उन्होने ट्वीट के माध्यम से कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी ने प्रेम, सौहार्द और समानता की पावन ज्योत को प्रज्ज्वलित कर अपने प्रखर विचारों के माध्यम से समाज का उद्धार किया। उनके विचारों के दिव्य आलोक से ही समाज व राष्ट्र का कल्याण होगा।

Kolar News

Kolar News 16 February 2022

खजुराहो। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को विशेष विमान से खजुराहो हवाई अड्डा पहुंचे। यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने उनकी आगवानी कर उनका स्वागत किया। दरअसल, केंद्रीय मंत्री शाह सोमवार को उत्तर प्रदेश के झांसी में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। इस दौरान वह कुछ समय के लिए खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे। हवाई अड्डे पहुंचने पर शाह की शर्मा ने अगवानी की। प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्रीय गृहमंत्री शाह को अंगवस्त्र पहनाया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 14 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों को पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों और पौध-रोपण के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। बाल साहित्य इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री चौहान आज सोमवार को स्मार्ट उद्यान में बाल-कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र के महेश सक्सेना, अनिल अग्रवाल तथा सुधा दुबे के साथ पौध-रोपण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने आज मौलश्री और सप्तपर्णी का पौधा लगाया। उल्लेखनीय है कि साहित्यकार महेश सक्सेना ने वर्ष 2007 में भोपाल में जवाहर चौक स्थित निवास पर बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र स्थापित किया था। इसमें एक बड़ी लाइब्रेरी स्थापित की गई। श्री सक्सेना द्वारा बाल साहित्य सहित 22 पुस्तकें प्रकाशित की गई। संस्था बाल साहित्य के संवर्धन-शोध कार्य सहित नई प्रतिभाओं को बाल साहित्य लेखन में सहयोग करने और बस्तियों में जाकर बच्चों में प्रतिभाएँ तलाशने का कार्य करती है। अनिल अग्रवाल की तीन और सुधा दुबे की एक पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है। पौधों का महत्व मौलश्री को संस्कृत में केसव, हिन्दी में मोलसरी या बकूल भी कहा जाता है। यह औषधीय महत्व का वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। सप्तपर्णी का पौधा सदाबहार औषधीय वृक्ष है, जिसका आयुर्वेद में बहुत महत्व है। इस पौधे का उपयोग विभिन्न औषधियों के निर्माण में किया जाता है।

Kolar News

Kolar News 14 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों को पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों और पौध-रोपण के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। बाल साहित्य इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री चौहान आज सोमवार को स्मार्ट उद्यान में बाल-कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र के महेश सक्सेना, अनिल अग्रवाल तथा सुधा दुबे के साथ पौध-रोपण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने आज मौलश्री और सप्तपर्णी का पौधा लगाया। उल्लेखनीय है कि साहित्यकार महेश सक्सेना ने वर्ष 2007 में भोपाल में जवाहर चौक स्थित निवास पर बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र स्थापित किया था। इसमें एक बड़ी लाइब्रेरी स्थापित की गई। श्री सक्सेना द्वारा बाल साहित्य सहित 22 पुस्तकें प्रकाशित की गई। संस्था बाल साहित्य के संवर्धन-शोध कार्य सहित नई प्रतिभाओं को बाल साहित्य लेखन में सहयोग करने और बस्तियों में जाकर बच्चों में प्रतिभाएँ तलाशने का कार्य करती है। अनिल अग्रवाल की तीन और सुधा दुबे की एक पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है। पौधों का महत्व मौलश्री को संस्कृत में केसव, हिन्दी में मोलसरी या बकूल भी कहा जाता है। यह औषधीय महत्व का वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। सप्तपर्णी का पौधा सदाबहार औषधीय वृक्ष है, जिसका आयुर्वेद में बहुत महत्व है। इस पौधे का उपयोग विभिन्न औषधियों के निर्माण में किया जाता है।

Kolar News

Kolar News 14 February 2022

भोपाल। केंद्रीय कृषि तथा किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक है। यह पहला अवसर है जब प्रदेश के 49 लाख से अधिक किसानों को 7618 करोड़ रुपये की फसल बीमा राशि उनके खातों में जमा की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में विगत 15 वर्षों से खेती और किसानी के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।   केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बैतूल जिला मुख्यालय पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रधानमंत्री फसल बीमा दावा राशि वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान की कृषि हितैषी नीतियों और किसानों के प्रति संवेदनशीलता के प्रति धन्यवाद दिया।   राज्य स्तरीय में मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों के खाते में खरीफ 2020 और रबी 2020-21 की 49 लाख दावों में 7618 करोड़ रुपये की राशि का सिंगल क्लिक से अंतरित की। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन तथा दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि तथा किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली से वर्चुअली सहभागिता की। कार्यक्रम में प्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, सांसद दुर्गादास उइके अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में बैतूल के 381 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया गया।   केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में निरंतर सिंचाईं की क्षमता और बिजली की उपलब्धता बढ़ रही है। उन्नत कृषि के क्षेत्र में प्रदेश अग्रणी है, जो हम सबके लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मिलकर प्रदेश के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। कृषि के क्षेत्र और गरीबी उन्मूलन के लिए नित नई योजनाएँ बनाई जाकर उन्हें लागू किया जा रहा है।   उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान कर रही है। कम प्रीमियम देकर किसानों को अधिकाधिक लाभ मिल रहा है। खाद्यान्न, दुग्ध उत्पादन, बागवानी आदि सभी क्षेत्रों में मध्यप्रदेश उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। केन्द्र सरकार कृषि के क्षेत्र में इन्फ्रा-स्ट्रक्चर विकसित करने के लिए प्रदेश को सहायता उपलब्ध करा रही है।   उन्होंने कहा कि किसानों को आज तकनीक से जोडऩे की आवश्यकता है। केन्द्र ने इसके लिए ड्रोन पॉलिसी जारी कर दी है। ड्रोन खरीदने की इच्छुक संस्थाओं को अनुदान भी उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी संबोधित किया।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने निवास से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं किसान प्रतिनिधियों से अटल प्रोग्रेस-वे के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अटल प्रगति पथ चंबल क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यहाँ नए उद्योग पनपेंगे। औद्योगिक कलेस्टर विकसित होने से भूमि के मूल्यों में वृद्धि होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत माला परियोजना से अटल प्रोग्रेस-वे को जोड़ा है। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही संपूर्ण चंबल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विकास होगा।   उन्होंने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण हो जाने से मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से और बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा। किसान वर्ग और अन्य सभी वर्ग भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह भविष्य संवारने की परियोजना है।   किसानों का हित सर्वोपरि मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल प्रगति पथ की कुल लम्बाई 404 किलोमीटर होगी। भूमि अधिग्रहण के संबंध में किसानों के हित में ही आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है। जो किसान भूमि के स्थान पर भूमि चाहते हैं या राशि चाहते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा 1600 हेक्टेयर शासकीय भूमि एनएचएआई को दी गई है। शेष 1460 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए शासन द्वारा दोगुनी जमीन देने का प्रस्ताव है। इससे अधिकांश कृषक सहमत होते जा रहे हैं। नगद मुआवजा, बाजार मूल्य का दोगुना प्रदान कर अटल प्रगति पथ का निर्माण होगा। कुल 8000 करोड़ रुपये की परियोजना से सभी वर्गों को लाभ होगा।   उन्होंने किसान बन्धुओं से आग्रह किया कि वे भू-अर्जन कार्यों में आवश्यक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टर्स से भी अपेक्षा की कि सर्वे कार्य समय-सीमा में कर लोगों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा देने की कार्यवाही करें।   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अटल प्रगति पथ की मंजूरी मिल जाने से चंबल क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आयेगा। प्रदेश के बड़े क्षेत्र को लाभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी समय-समय पर परियोजना के कार्यों का फॉलोअप लिया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों के साथ ही अन्य वर्गों को भी इस परियोजना का लाभ प्राप्त होगा।   परियोजना एक नजर में गौरतलब है कि अटल प्रगति पथ के लिए 404 किलोमीटर का एलाईनमेंट, विस्तृत सर्वे और डीपीआर तैयार करने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सक्षम समिति ने अनुमोदन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित होने के बाद भू-अर्जन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। निजी भूमि के अर्जन के लिए लगभग 335 करोड़ का मुआवजा दिया जाना अनुमानित है।   अटल प्रगति पथ राजस्थान-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ेगा। परियोजना दिल्ली-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे एवं पूर्व की ओर आगरा-कानपुर हाई-वे तथा पश्चिम की ओर पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर को भी जोड़ेगी। अटल प्रगति पथ श्योपुर-मुरैना और भिण्ड जिलों से 313 किलोमीटर की लंबाई में गुजरेगा। इसके भारत माला परियोजना में सम्मिलित होने की कार्यवाही भी पूरी हो गई है। उद्योग विभाग ने आगामी वर्षों के लिए कार्य-योजना भी तैयार कर ली है। इसके अनुसार भिण्ड जिले में लॉजिस्टिक्स हब, मुरैना जिले में लेदर एवं नॉन लेदर, टेक्निकल टेक्सटाईल, लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं मल्टी प्रोडक्ट औद्योगिक क्षेत्र, श्योपुर जिले में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रारंभ करने के प्रयास मूर्त रूप लेंगे। चंबल क्षेत्र के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिलों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में भी भूमि चिन्हित की जा रही है।   इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सेल्वेंद्रम, ग्वालियर कमिश्नर सहित ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने निवास से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं किसान प्रतिनिधियों से अटल प्रोग्रेस-वे के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अटल प्रगति पथ चंबल क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यहाँ नए उद्योग पनपेंगे। औद्योगिक कलेस्टर विकसित होने से भूमि के मूल्यों में वृद्धि होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत माला परियोजना से अटल प्रोग्रेस-वे को जोड़ा है। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही संपूर्ण चंबल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विकास होगा।   उन्होंने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण हो जाने से मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से और बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा। किसान वर्ग और अन्य सभी वर्ग भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह भविष्य संवारने की परियोजना है।   किसानों का हित सर्वोपरि मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल प्रगति पथ की कुल लम्बाई 404 किलोमीटर होगी। भूमि अधिग्रहण के संबंध में किसानों के हित में ही आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है। जो किसान भूमि के स्थान पर भूमि चाहते हैं या राशि चाहते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा 1600 हेक्टेयर शासकीय भूमि एनएचएआई को दी गई है। शेष 1460 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए शासन द्वारा दोगुनी जमीन देने का प्रस्ताव है। इससे अधिकांश कृषक सहमत होते जा रहे हैं। नगद मुआवजा, बाजार मूल्य का दोगुना प्रदान कर अटल प्रगति पथ का निर्माण होगा। कुल 8000 करोड़ रुपये की परियोजना से सभी वर्गों को लाभ होगा।   उन्होंने किसान बन्धुओं से आग्रह किया कि वे भू-अर्जन कार्यों में आवश्यक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टर्स से भी अपेक्षा की कि सर्वे कार्य समय-सीमा में कर लोगों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा देने की कार्यवाही करें।   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अटल प्रगति पथ की मंजूरी मिल जाने से चंबल क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आयेगा। प्रदेश के बड़े क्षेत्र को लाभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी समय-समय पर परियोजना के कार्यों का फॉलोअप लिया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों के साथ ही अन्य वर्गों को भी इस परियोजना का लाभ प्राप्त होगा।   परियोजना एक नजर में गौरतलब है कि अटल प्रगति पथ के लिए 404 किलोमीटर का एलाईनमेंट, विस्तृत सर्वे और डीपीआर तैयार करने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सक्षम समिति ने अनुमोदन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित होने के बाद भू-अर्जन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। निजी भूमि के अर्जन के लिए लगभग 335 करोड़ का मुआवजा दिया जाना अनुमानित है।   अटल प्रगति पथ राजस्थान-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ेगा। परियोजना दिल्ली-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे एवं पूर्व की ओर आगरा-कानपुर हाई-वे तथा पश्चिम की ओर पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर को भी जोड़ेगी। अटल प्रगति पथ श्योपुर-मुरैना और भिण्ड जिलों से 313 किलोमीटर की लंबाई में गुजरेगा। इसके भारत माला परियोजना में सम्मिलित होने की कार्यवाही भी पूरी हो गई है। उद्योग विभाग ने आगामी वर्षों के लिए कार्य-योजना भी तैयार कर ली है। इसके अनुसार भिण्ड जिले में लॉजिस्टिक्स हब, मुरैना जिले में लेदर एवं नॉन लेदर, टेक्निकल टेक्सटाईल, लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं मल्टी प्रोडक्ट औद्योगिक क्षेत्र, श्योपुर जिले में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रारंभ करने के प्रयास मूर्त रूप लेंगे। चंबल क्षेत्र के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिलों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में भी भूमि चिन्हित की जा रही है।   इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सेल्वेंद्रम, ग्वालियर कमिश्नर सहित ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने निवास से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं किसान प्रतिनिधियों से अटल प्रोग्रेस-वे के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अटल प्रगति पथ चंबल क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यहाँ नए उद्योग पनपेंगे। औद्योगिक कलेस्टर विकसित होने से भूमि के मूल्यों में वृद्धि होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत माला परियोजना से अटल प्रोग्रेस-वे को जोड़ा है। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही संपूर्ण चंबल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विकास होगा।   उन्होंने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण हो जाने से मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से और बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा। किसान वर्ग और अन्य सभी वर्ग भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह भविष्य संवारने की परियोजना है।   किसानों का हित सर्वोपरि मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल प्रगति पथ की कुल लम्बाई 404 किलोमीटर होगी। भूमि अधिग्रहण के संबंध में किसानों के हित में ही आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है। जो किसान भूमि के स्थान पर भूमि चाहते हैं या राशि चाहते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा 1600 हेक्टेयर शासकीय भूमि एनएचएआई को दी गई है। शेष 1460 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए शासन द्वारा दोगुनी जमीन देने का प्रस्ताव है। इससे अधिकांश कृषक सहमत होते जा रहे हैं। नगद मुआवजा, बाजार मूल्य का दोगुना प्रदान कर अटल प्रगति पथ का निर्माण होगा। कुल 8000 करोड़ रुपये की परियोजना से सभी वर्गों को लाभ होगा।   उन्होंने किसान बन्धुओं से आग्रह किया कि वे भू-अर्जन कार्यों में आवश्यक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टर्स से भी अपेक्षा की कि सर्वे कार्य समय-सीमा में कर लोगों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा देने की कार्यवाही करें।   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अटल प्रगति पथ की मंजूरी मिल जाने से चंबल क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आयेगा। प्रदेश के बड़े क्षेत्र को लाभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी समय-समय पर परियोजना के कार्यों का फॉलोअप लिया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों के साथ ही अन्य वर्गों को भी इस परियोजना का लाभ प्राप्त होगा।   परियोजना एक नजर में गौरतलब है कि अटल प्रगति पथ के लिए 404 किलोमीटर का एलाईनमेंट, विस्तृत सर्वे और डीपीआर तैयार करने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सक्षम समिति ने अनुमोदन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित होने के बाद भू-अर्जन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। निजी भूमि के अर्जन के लिए लगभग 335 करोड़ का मुआवजा दिया जाना अनुमानित है।   अटल प्रगति पथ राजस्थान-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ेगा। परियोजना दिल्ली-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे एवं पूर्व की ओर आगरा-कानपुर हाई-वे तथा पश्चिम की ओर पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर को भी जोड़ेगी। अटल प्रगति पथ श्योपुर-मुरैना और भिण्ड जिलों से 313 किलोमीटर की लंबाई में गुजरेगा। इसके भारत माला परियोजना में सम्मिलित होने की कार्यवाही भी पूरी हो गई है। उद्योग विभाग ने आगामी वर्षों के लिए कार्य-योजना भी तैयार कर ली है। इसके अनुसार भिण्ड जिले में लॉजिस्टिक्स हब, मुरैना जिले में लेदर एवं नॉन लेदर, टेक्निकल टेक्सटाईल, लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं मल्टी प्रोडक्ट औद्योगिक क्षेत्र, श्योपुर जिले में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रारंभ करने के प्रयास मूर्त रूप लेंगे। चंबल क्षेत्र के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिलों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में भी भूमि चिन्हित की जा रही है।   इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सेल्वेंद्रम, ग्वालियर कमिश्नर सहित ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने निवास से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं किसान प्रतिनिधियों से अटल प्रोग्रेस-वे के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अटल प्रगति पथ चंबल क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यहाँ नए उद्योग पनपेंगे। औद्योगिक कलेस्टर विकसित होने से भूमि के मूल्यों में वृद्धि होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत माला परियोजना से अटल प्रोग्रेस-वे को जोड़ा है। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही संपूर्ण चंबल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विकास होगा।   उन्होंने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण हो जाने से मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से और बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा। किसान वर्ग और अन्य सभी वर्ग भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह भविष्य संवारने की परियोजना है।   किसानों का हित सर्वोपरि मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल प्रगति पथ की कुल लम्बाई 404 किलोमीटर होगी। भूमि अधिग्रहण के संबंध में किसानों के हित में ही आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है। जो किसान भूमि के स्थान पर भूमि चाहते हैं या राशि चाहते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा 1600 हेक्टेयर शासकीय भूमि एनएचएआई को दी गई है। शेष 1460 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए शासन द्वारा दोगुनी जमीन देने का प्रस्ताव है। इससे अधिकांश कृषक सहमत होते जा रहे हैं। नगद मुआवजा, बाजार मूल्य का दोगुना प्रदान कर अटल प्रगति पथ का निर्माण होगा। कुल 8000 करोड़ रुपये की परियोजना से सभी वर्गों को लाभ होगा।   उन्होंने किसान बन्धुओं से आग्रह किया कि वे भू-अर्जन कार्यों में आवश्यक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टर्स से भी अपेक्षा की कि सर्वे कार्य समय-सीमा में कर लोगों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा देने की कार्यवाही करें।   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अटल प्रगति पथ की मंजूरी मिल जाने से चंबल क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आयेगा। प्रदेश के बड़े क्षेत्र को लाभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी समय-समय पर परियोजना के कार्यों का फॉलोअप लिया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों के साथ ही अन्य वर्गों को भी इस परियोजना का लाभ प्राप्त होगा।   परियोजना एक नजर में गौरतलब है कि अटल प्रगति पथ के लिए 404 किलोमीटर का एलाईनमेंट, विस्तृत सर्वे और डीपीआर तैयार करने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सक्षम समिति ने अनुमोदन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित होने के बाद भू-अर्जन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। निजी भूमि के अर्जन के लिए लगभग 335 करोड़ का मुआवजा दिया जाना अनुमानित है।   अटल प्रगति पथ राजस्थान-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ेगा। परियोजना दिल्ली-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे एवं पूर्व की ओर आगरा-कानपुर हाई-वे तथा पश्चिम की ओर पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर को भी जोड़ेगी। अटल प्रगति पथ श्योपुर-मुरैना और भिण्ड जिलों से 313 किलोमीटर की लंबाई में गुजरेगा। इसके भारत माला परियोजना में सम्मिलित होने की कार्यवाही भी पूरी हो गई है। उद्योग विभाग ने आगामी वर्षों के लिए कार्य-योजना भी तैयार कर ली है। इसके अनुसार भिण्ड जिले में लॉजिस्टिक्स हब, मुरैना जिले में लेदर एवं नॉन लेदर, टेक्निकल टेक्सटाईल, लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं मल्टी प्रोडक्ट औद्योगिक क्षेत्र, श्योपुर जिले में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रारंभ करने के प्रयास मूर्त रूप लेंगे। चंबल क्षेत्र के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिलों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में भी भूमि चिन्हित की जा रही है।   इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सेल्वेंद्रम, ग्वालियर कमिश्नर सहित ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने निवास से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं किसान प्रतिनिधियों से अटल प्रोग्रेस-वे के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अटल प्रगति पथ चंबल क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यहाँ नए उद्योग पनपेंगे। औद्योगिक कलेस्टर विकसित होने से भूमि के मूल्यों में वृद्धि होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत माला परियोजना से अटल प्रोग्रेस-वे को जोड़ा है। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही संपूर्ण चंबल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विकास होगा।   उन्होंने कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण हो जाने से मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से और बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा। किसान वर्ग और अन्य सभी वर्ग भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह भविष्य संवारने की परियोजना है।   किसानों का हित सर्वोपरि मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल प्रगति पथ की कुल लम्बाई 404 किलोमीटर होगी। भूमि अधिग्रहण के संबंध में किसानों के हित में ही आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है। जो किसान भूमि के स्थान पर भूमि चाहते हैं या राशि चाहते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा 1600 हेक्टेयर शासकीय भूमि एनएचएआई को दी गई है। शेष 1460 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए शासन द्वारा दोगुनी जमीन देने का प्रस्ताव है। इससे अधिकांश कृषक सहमत होते जा रहे हैं। नगद मुआवजा, बाजार मूल्य का दोगुना प्रदान कर अटल प्रगति पथ का निर्माण होगा। कुल 8000 करोड़ रुपये की परियोजना से सभी वर्गों को लाभ होगा।   उन्होंने किसान बन्धुओं से आग्रह किया कि वे भू-अर्जन कार्यों में आवश्यक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टर्स से भी अपेक्षा की कि सर्वे कार्य समय-सीमा में कर लोगों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा देने की कार्यवाही करें।   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अटल प्रगति पथ की मंजूरी मिल जाने से चंबल क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आयेगा। प्रदेश के बड़े क्षेत्र को लाभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी समय-समय पर परियोजना के कार्यों का फॉलोअप लिया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों के साथ ही अन्य वर्गों को भी इस परियोजना का लाभ प्राप्त होगा।   परियोजना एक नजर में गौरतलब है कि अटल प्रगति पथ के लिए 404 किलोमीटर का एलाईनमेंट, विस्तृत सर्वे और डीपीआर तैयार करने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सक्षम समिति ने अनुमोदन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित होने के बाद भू-अर्जन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। निजी भूमि के अर्जन के लिए लगभग 335 करोड़ का मुआवजा दिया जाना अनुमानित है।   अटल प्रगति पथ राजस्थान-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ेगा। परियोजना दिल्ली-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे एवं पूर्व की ओर आगरा-कानपुर हाई-वे तथा पश्चिम की ओर पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर को भी जोड़ेगी। अटल प्रगति पथ श्योपुर-मुरैना और भिण्ड जिलों से 313 किलोमीटर की लंबाई में गुजरेगा। इसके भारत माला परियोजना में सम्मिलित होने की कार्यवाही भी पूरी हो गई है। उद्योग विभाग ने आगामी वर्षों के लिए कार्य-योजना भी तैयार कर ली है। इसके अनुसार भिण्ड जिले में लॉजिस्टिक्स हब, मुरैना जिले में लेदर एवं नॉन लेदर, टेक्निकल टेक्सटाईल, लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं मल्टी प्रोडक्ट औद्योगिक क्षेत्र, श्योपुर जिले में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रारंभ करने के प्रयास मूर्त रूप लेंगे। चंबल क्षेत्र के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिलों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में भी भूमि चिन्हित की जा रही है।   इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सेल्वेंद्रम, ग्वालियर कमिश्नर सहित ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 February 2022

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब को लेकर मचे घमासान के बाद देश भर में इसे लेकर खूब विवाद हो रहा है। मप्र में भी हिजाब का मुद्दा जोर शोर से गर्माया हुआ है। राजनीतिक दलों के नेता हिजाब को लेकर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हिजाब को लेकर ट्वीट कर किया था। प्रियंका के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है और उनके बयान को महिलाओं की गरिमा और शालीनता के खिलाफ बताया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझकर हिजाब जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने प्रियंका वाड्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बात सिर को ढकने वाले वस्त्र की हो रही थी, माननीय प्रियंका जी अंतरवस्त्रों की बात करने लगी। एक महिला के मुंह से इस तरह की बात शोभा नहीं देती। प्रियंका जी आपका जो बयान है यह महिलाओं की गरिमा और शालीनता के प्रतिकूल है। ऐसी मेरी मान्यता है। गृहमंत्री ने कहा कि मेरी सभी से प्रार्थना है कि ऐसे संवेदनशील विषय पर सोशल मीडिया पर मर्यादा का पालन करें और समाज के सभी वर्गो और हितों का ध्यान रखें। कांग्रेस का तो यह हाल है कि इस तरह के विषयों को कांग्रेस जिंदा रखना चाहती है ताकि कांग्रेस बनी रहे यदि संवेदनशील विषय आए उसमें राजनीति ना की जाए। बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए ट्वीट कर कहा था कि बिकनी पहनना, घूंघट करना, जिंस पहनना या हिजाब किसी महिला को क्या पहनना है इसका फैसला करने का अधिकार उसका है।

Kolar News

Kolar News 10 February 2022

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब को लेकर मचे घमासान के बाद देश भर में इसे लेकर खूब विवाद हो रहा है। मप्र में भी हिजाब का मुद्दा जोर शोर से गर्माया हुआ है। राजनीतिक दलों के नेता हिजाब को लेकर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हिजाब को लेकर ट्वीट कर किया था। प्रियंका के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है और उनके बयान को महिलाओं की गरिमा और शालीनता के खिलाफ बताया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझकर हिजाब जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने प्रियंका वाड्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बात सिर को ढकने वाले वस्त्र की हो रही थी, माननीय प्रियंका जी अंतरवस्त्रों की बात करने लगी। एक महिला के मुंह से इस तरह की बात शोभा नहीं देती। प्रियंका जी आपका जो बयान है यह महिलाओं की गरिमा और शालीनता के प्रतिकूल है। ऐसी मेरी मान्यता है। गृहमंत्री ने कहा कि मेरी सभी से प्रार्थना है कि ऐसे संवेदनशील विषय पर सोशल मीडिया पर मर्यादा का पालन करें और समाज के सभी वर्गो और हितों का ध्यान रखें। कांग्रेस का तो यह हाल है कि इस तरह के विषयों को कांग्रेस जिंदा रखना चाहती है ताकि कांग्रेस बनी रहे यदि संवेदनशील विषय आए उसमें राजनीति ना की जाए। बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए ट्वीट कर कहा था कि बिकनी पहनना, घूंघट करना, जिंस पहनना या हिजाब किसी महिला को क्या पहनना है इसका फैसला करने का अधिकार उसका है।

Kolar News

Kolar News 10 February 2022

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब को लेकर मचे घमासान के बाद देश भर में इसे लेकर खूब विवाद हो रहा है। मप्र में भी हिजाब का मुद्दा जोर शोर से गर्माया हुआ है। राजनीतिक दलों के नेता हिजाब को लेकर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हिजाब को लेकर ट्वीट कर किया था। प्रियंका के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है और उनके बयान को महिलाओं की गरिमा और शालीनता के खिलाफ बताया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझकर हिजाब जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने प्रियंका वाड्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बात सिर को ढकने वाले वस्त्र की हो रही थी, माननीय प्रियंका जी अंतरवस्त्रों की बात करने लगी। एक महिला के मुंह से इस तरह की बात शोभा नहीं देती। प्रियंका जी आपका जो बयान है यह महिलाओं की गरिमा और शालीनता के प्रतिकूल है। ऐसी मेरी मान्यता है। गृहमंत्री ने कहा कि मेरी सभी से प्रार्थना है कि ऐसे संवेदनशील विषय पर सोशल मीडिया पर मर्यादा का पालन करें और समाज के सभी वर्गो और हितों का ध्यान रखें। कांग्रेस का तो यह हाल है कि इस तरह के विषयों को कांग्रेस जिंदा रखना चाहती है ताकि कांग्रेस बनी रहे यदि संवेदनशील विषय आए उसमें राजनीति ना की जाए। बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए ट्वीट कर कहा था कि बिकनी पहनना, घूंघट करना, जिंस पहनना या हिजाब किसी महिला को क्या पहनना है इसका फैसला करने का अधिकार उसका है।

Kolar News

Kolar News 10 February 2022

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब को लेकर मचे घमासान के बाद देश भर में इसे लेकर खूब विवाद हो रहा है। मप्र में भी हिजाब का मुद्दा जोर शोर से गर्माया हुआ है। राजनीतिक दलों के नेता हिजाब को लेकर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हिजाब को लेकर ट्वीट कर किया था। प्रियंका के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है और उनके बयान को महिलाओं की गरिमा और शालीनता के खिलाफ बताया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझकर हिजाब जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने प्रियंका वाड्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बात सिर को ढकने वाले वस्त्र की हो रही थी, माननीय प्रियंका जी अंतरवस्त्रों की बात करने लगी। एक महिला के मुंह से इस तरह की बात शोभा नहीं देती। प्रियंका जी आपका जो बयान है यह महिलाओं की गरिमा और शालीनता के प्रतिकूल है। ऐसी मेरी मान्यता है। गृहमंत्री ने कहा कि मेरी सभी से प्रार्थना है कि ऐसे संवेदनशील विषय पर सोशल मीडिया पर मर्यादा का पालन करें और समाज के सभी वर्गो और हितों का ध्यान रखें। कांग्रेस का तो यह हाल है कि इस तरह के विषयों को कांग्रेस जिंदा रखना चाहती है ताकि कांग्रेस बनी रहे यदि संवेदनशील विषय आए उसमें राजनीति ना की जाए। बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए ट्वीट कर कहा था कि बिकनी पहनना, घूंघट करना, जिंस पहनना या हिजाब किसी महिला को क्या पहनना है इसका फैसला करने का अधिकार उसका है।

Kolar News

Kolar News 10 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें कई राज्य के हित में कई अहम निर्णय लिये गए। बैठक में मंत्री-परिषद ने अमृत योजना में सभी 412 नगरीय निकायों को सम्मिलित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके साथ ही ग्वालियर शहर में 446 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से फ्लाय ओवर बनाने की स्वीकृति दी गई।   प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा में बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रि-परिषद द्वारा अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) योजना के अंतर्गत प्रदेश के समस्त 412 (407 नगरीय निकायों और 5 छावनी परिषद) नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों में जल प्रदाय, सीवरेज, फीकल स्लज प्रबंधन, जल संरचनाओं के नवीकरण, हरित क्षेत्र एवं पार्क विकास की योजनाओं को मिशन कार्यकाल (वर्ष 2021-22 से 2025-26) केन्द्रांश 4176.44 करोड़ रुपये, राज्यांश 6268.86 करोड़ एवं निकाय अंशदान राशि 1234. 75 करोड़ रुपये है। तदनुसार योजना का पाँच वर्षों के लिये बजट प्रावधान राशि 10445.30 करोड़ रुपये (निकाय अंश को छोड़कर) है। इस प्रकार कुल योजना राशि 11680.05 करोड़ रुपये है।   ग्वालियर शहर में 446 करोड़ रूपये से अधिक का फ्लाय ओवर उन्होंने बताया कि मंत्रि-परिषद द्वारा, केन्द्रीय सड़क अधोसंरचना निधि योजना अन्तर्गत ग्वालियर शहर में ट्रिपल आईटीएम कॉलेज से (राष्ट्रीय राजमार्ग-92 भिण्ड-इटावा) महारानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक स्वर्ण रेखा नाले के ऊपर फोरलेन एलीवेटेड कॉरीडोर (फ्लॉय ओव्हर) के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। इस कॉरीडोर (फ्लॉय ओव्हर) की कुल लंबाई 6.54 कि.मी. एवं निर्माण की अनुमानित लागत राशि 446.92 करोड़ रुपये है। इसमें सी.आर.आई.एफ. योजना अंतर्गत केन्द्र सरकार से 406.35 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हैं। यूटिलिटी शिफ्टिंग, विस्थापन एवं पुनर्वास हेतु 40.57 करोड़ रुपये का व्यय राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा। आचार्य शंकर की 108 फुट ऊँची बहुधातु प्रतिमा डा. मिश्रा ने बताया कि मंत्रि-परिषद ने ओंकारेश्वर में आचार्य शंकर की 108 फुट ऊँची बहु धातु प्रतिमा, शंकर संग्रहालय एवं आचार्य शंकर अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान की अधोसंरचना के निर्माण की परियोजना लागत राशि 2141.85 करोड़ रुपये की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदाय की।   लोक सेवा केंद्र मंत्रि-परिषद ने लोक सेवा प्रबंधन विभाग के अंतर्गत संचालित लोक सेवा केन्द्रों को भुगतान किये जाने वाले VGF (Viability Gap Funding) के संबंध में निर्णय लिया कि कोरोना महामारी के कारण कोरोना कर्फ्यू अवधि (01 अप्रैल, 2021 से 31 मई 2021) में लोक सेवा केन्द्रों के बंद रहने के कारण प्रदेश के समस्त लोक सेवा केन्द्रों के VGF की पात्रता को शून्य किया गया है। लोक सेवा केन्द्र संचालकों एवं जिला ई-गवर्नेस सोसायटी के मध्य निष्पादित अनुबंध की समयावधि में तीन माह की वृद्धि की गई है। बांध सुदृढ़ीकरण के लिए 551 करोड़ रुपये की मंजूरी मंत्रिपरिषद की बैठक में बांध सुदृढीकरण एवं उन्नयन परियोजना चरण-2 के लिए राशि 551.20 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। इस परियोजना के अंतर्गत प्रदेश के 27 बांधों का सुदृढ़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य किया जाएगा। परियोजना का वित्त पोषण भारत सरकार द्वारा विश्व बैंक की सहायता से ड्रिप-2 हेतु 70:30 (विश्व बैंक: राज्य सरकार) के अनुपात में किया जाएगा।   दो नवीन औदयोगिक क्षेत्र की स्थापना की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में दो नवीन औदयोगिक पार्क भोपाल (बगरौदा गोकलाकुंडी) एवं सीहोर (बढ़ियाखेड़ी ) में 59 करोड़ 89 लाख रुपये की लागत से विकसित किये जाने का निर्णय लिया। औद्योगिक क्षेत्र विकास योजनाओं के क्रियान्वयन से नवीन उदयोगों की स्थापना के लिये प्रदेश में लगभग राशि 1650 करोड़ रुपये का निवेश होना संभावित हैं एवं 1950 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। शेयर हस्तांतरण का अनुसमर्थन मंत्रि-परिषद द्वारा समन्वय में मुख्यमंत्री के आदेश दिनांक 08.12.2021 के अनुपालन में एन.एच.डी.सी. लिमिटेड के शेयर हस्तांतरण हेतु नर्मदा बेसिन कंपनी लिमिटेड को जारी की गई कुल राशि रू. 1500 करोड़ के इक्विटी शेयर मध्यप्रदेश शासन को जारी करने एवं राशि रु. 1497,58,21,711 (एक हजार चार सौ संतानवे करोड़ अट्ठावन लाख इक्कीस हज़ार सात सौ ग्यारह रुपये) मध्यप्रदेश शासन के मद में भुगतान कर शेयर हस्तांतरण की स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुसमर्थन किया गया।   चार नवीन निजी विश्वविद्यालय की स्थापना मंत्रि-परिषद ने चार नवीन निजी विश्वविद्यालयों प्रेस्टीज विश्वविद्यालय इंदौर, टाइम्स विश्वविद्यालय, भोपाल, डॉ. प्रीति ग्लोबल विश्वविद्यालय शिवपुरी एवं एल.एन.सी.टी विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर की स्थापना प्रस्तावित अध्यादेश के माध्यम से किये जाने के संबंध में प्रस्तुत संशोधन अध्यादेश 2022 को प्रभावशील करने के विभागीय प्रस्ताव को अनुमोदित किया। अध्यादेश जारी करने के लिए आनुषांगिक विधिक कार्यवाही करने हेतु उच्च शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया। परिसम्पत्ति का निवर्तन मंत्रि परिषद द्वारा परिवहन विभाग की जबलपुर स्थित संभागीय कार्यालय परिसम्पत्ति के निर्वर्तन हेतु H-1 निविदाकार रु 46,20,00,000 (छियालीस करोड़ बीस लाख), परिवहन विभाग की वार्ड क्र. 21 सेमरिया रोड, सतना स्थित सतना बस डिपो परिसम्पत्ति उच्चतम निविदा राशि रु 62,62,00,000 (बासठ करोड़ बासठ लाख) राजस्व विभाग की वार्ड क्र. 18 अशोक मण्डी मार्ग, आगर रोड, उज्जैन स्थित विनोद मिल परिसम्पत्ति के भूमि पार्सल क्र. 08 एवं 09 का एकल भूमि पार्सल के रूप में निर्वर्तन हेतु राशि रु. 19,40,66,000 (उन्नीस करोड़ चालीस लाख छियासठ हजार) का अनुमोदन करते हुए उसे विक्रय करने राजस्व विभाग की पिपल्याहना, जिला इन्दौर स्थित परिसम्पत्ति भूखण्ड पार्ट कुल क्षेत्रफल 2000 वर्गमीटर के निर्वर्तन हेतु एच-1 निविदाकार रु. 9,24,18,000 (नौ करोड़ चौबीस लाख अठारह हजार) का अनुमोदन करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100 प्रतिशत जमा करने के उपरांत अनुबंध/रजिस्ट्री की कार्यवाही कलेक्टर द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया।   मंत्रि-परिषद द्वारा सहकारिता विभाग के सहकारी सोयाबीन प्र-संस्करण संयंत्र, नागझिरी उज्जैन स्थित परिसम्पत्ति पर स्थापित प्लांट एवं मशीनरी को स्क्रेप के रूप में निर्वर्तन किए जाने हेतु H-1 निविदाकार निविदा राशि रु 10,94,80,000 (दस करोड़ चौरानवे लाख अस्सी हजार) का अनुमोदन एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा बोली मूल्य का 100% जमा करने के उपरांत विक्रय अनुबंध की कार्यवाही म.प्र. राज्य तिलहन उत्पादक सहकारी संघ के परिसमापक, संयुक्त आयुक्त सहकारिता द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया।   सर्वसुविधायुक्त पुलिस चिकित्सालय मंत्रि-परिषद द्वारा 23वीं एवं 25वीं वाहिनी विसबल, भोपाल परिसर में 50 बेड का सर्वसुविधायुक्त पुलिस चिकित्सालय बनाये जाने हेतु परियोजना प्रस्ताव पर सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की गयी। अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद ने शहरी परिवहन कोष (Dedicated Urban Transport Fund) मद को आगामी दो वर्षों तक निरंतर रखे जाने के साथ राशि 80 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी प्रदान की। इसके अलावा खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण के प्रावधान किए गए हैं।

Kolar News

Kolar News 9 February 2022

भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार द्वारा दिये गए हिजाब पर बैन संबंधी बयान के बाद प्रदेश में भी इसे लेकर राजनीति गर्माने लगी थी। लेकिन अब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान से मामला साफ हो गया है। उन्होंने कहा है कि फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। कर्नाटक में हिजाब को लेकर चल रहे बवाल के बीच मंगलवार को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह बयान दिया था कि मध्यप्रदेश में भी हिजाब पर बैन लगाया जाएगा। लेकिन इसे लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती, उससे पहले ही गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मामले को ठंडा कर दिया है। उन्होंने बुधवार को दिये बयान में कहा है कि हिजाब पर बैन लगाने पर कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के पास अभी कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हिजाब को लेकर कोई विवाद की स्थिति नहीं है और कर्नाटक का मामला भी अभी कोर्ट में लंबित है।

Kolar News

Kolar News 9 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें कई राज्य के हित में कई अहम निर्णय लिये गए। बैठक में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण के संबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया। खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण के संबंध में मध्यप्रदेश गौण खनिज नियम, 1996 के नियम 53 तथा मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भंडारण तथा व्यापार) नियम, 2019 के नियम 20 को इन नियमों से निरसित किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2006 को पूर्णतः निरसित करते हुए नवीन प्रस्तावित मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 को अनुमोदित किया गया। इस नियम में गौण खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण के संबंध में एकजाई प्रावधान किये गये हैं। इसमें मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2006 में प्रचलित खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति एवं उक्त में प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियों, वाहनों का पंजीयन, मुख्य खनिज के परिवहन हेतु अभिवहन पार-पत्र जारी किया जाना यथावत रखे जाकर, इस व्यवस्था को नवीन प्रस्तावित मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 में ऑनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से किये जाने हेतु अनुमति प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि खनिजों के अवैध उत्खनन एवं भंडारण में रॉयल्टी का 15 गुना तथा इसके समतुल्य राशि पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में लिया जाना तथा प्रकरण में अधिरोपित कुल दण्ड जमा नहीं किये जाने पर जप्त वाहन एवं मशीनरी आदि को राजसात करने के साथ-साथ अधिरोपित कुल दण्ड की दुगनी राशि का दण्ड अधिरोपित किये जाने का प्रावधान किया गया। डॉ. मिश्रा ने बताया कि अवैध परिवहन के प्रकरण में जप्त खनिज की रायल्टी का 15 गुना तथा वाहन क्षमता अनुसार पर्यावरण क्षति की राशि अर्थदण्ड के रूप में अधिरोपित किया जाना तथा प्रकरण में अधिरोपित कुल दण्ड पर प्रशमन न किये जाने पर कुल दण्ड की राशि का दोगुना तथा वाहन राजसात किये जाने का प्रावधान किया गया है। इसमें अभिवहन पार पत्र में दर्ज मात्रा से अधिक का परिवहन पाये जाने पर अधिक मात्रा के खनिज की रॉयल्टी का 15 गुना तथा वाहन क्षमता के अनुपातिक रूप में पर्यावरण क्षति दण्ड के रूप में लिये जाने का प्रावधान किया गया है। यदि इस राशि का प्रशमन नहीं होता, तब इसकी दोगुनी राशि दण्ड के रूप में अधिरोपित किये जाने का प्रावधान किया गया है। ऐसे प्रकरणों में वाहन राजसात किये जाने का प्रावधान नहीं किया गया है। खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन में वाहन के सुपुदर्गी हेतु राशि जमा कर वाहन मालिक को दिये जाने का प्रावधान किया गया है। इसके लिये नियमों में पृथक से अनुसूची तैयार की गई है। इस अनुसूची में वाहन के बाजार मूल्य का लगभग 10 प्रतिशत राशि लिये जाने की गणना की गई है। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर इस पर कार्यवाही हेतु सूचना अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिये जाने का प्रावधान किया गया है। अधिरोपित अर्थदण्ड की राशि जमा न होने पर मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता, 1959 के प्रावधानों के तहत राशि वसूली तथा कुर्की किये जाने का प्रावधान किया गया है। नियमों में कलेक्टर द्वारा पारित आदेश के विरूद्ध संभागायुक्त को अपील प्रस्तुत करने का प्रावधान पूर्ववत है। संभागायुक्त द्वारा पारित आदेश के विरूद्ध पुनरीक्षण राजस्व मंडल को प्रस्तुत किये जाने का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 में अन्य तकनीकी सुधार किये गये हैं। इन सुधारों से प्रदेश में अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा तथा उपरोक्त नियमों में एकजाई प्रावधान होने से प्रकरणों के निराकरण में पारदर्शिता एवं सुगमता हो सकेगी। मंत्रिपरिषद ने अन्य निर्णय - अमृत योजना में सभी 412 नगरीय निकाय सम्मिलित होंगे - ग्वालियर शहर में 446 करोड़ रूपये से अधिक का फ्लाय ओवर - आचार्य शंकर की 108 फुट ऊँची बहुधातु प्रतिमा - बांध सुदृढ़ीकरण के लिए 551 करोड़ रुपये की मंजूरी - दो नवीन औदयोगिक क्षेत्र की स्थापना की स्वीकृति - चार नवीन निजी विश्वविद्यालय की स्थापना - शेयर हस्तांतरण का अनुसमर्थन - भोपाल में सर्वसुविधायुक्त पुलिस चिकित्सालय

Kolar News

Kolar News 9 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें कई राज्य के हित में कई अहम निर्णय लिये गए। बैठक में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण के संबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया। खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण के संबंध में मध्यप्रदेश गौण खनिज नियम, 1996 के नियम 53 तथा मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भंडारण तथा व्यापार) नियम, 2019 के नियम 20 को इन नियमों से निरसित किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2006 को पूर्णतः निरसित करते हुए नवीन प्रस्तावित मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 को अनुमोदित किया गया। इस नियम में गौण खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण के संबंध में एकजाई प्रावधान किये गये हैं। इसमें मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2006 में प्रचलित खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति एवं उक्त में प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियों, वाहनों का पंजीयन, मुख्य खनिज के परिवहन हेतु अभिवहन पार-पत्र जारी किया जाना यथावत रखे जाकर, इस व्यवस्था को नवीन प्रस्तावित मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 में ऑनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से किये जाने हेतु अनुमति प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि खनिजों के अवैध उत्खनन एवं भंडारण में रॉयल्टी का 15 गुना तथा इसके समतुल्य राशि पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में लिया जाना तथा प्रकरण में अधिरोपित कुल दण्ड जमा नहीं किये जाने पर जप्त वाहन एवं मशीनरी आदि को राजसात करने के साथ-साथ अधिरोपित कुल दण्ड की दुगनी राशि का दण्ड अधिरोपित किये जाने का प्रावधान किया गया। डॉ. मिश्रा ने बताया कि अवैध परिवहन के प्रकरण में जप्त खनिज की रायल्टी का 15 गुना तथा वाहन क्षमता अनुसार पर्यावरण क्षति की राशि अर्थदण्ड के रूप में अधिरोपित किया जाना तथा प्रकरण में अधिरोपित कुल दण्ड पर प्रशमन न किये जाने पर कुल दण्ड की राशि का दोगुना तथा वाहन राजसात किये जाने का प्रावधान किया गया है। इसमें अभिवहन पार पत्र में दर्ज मात्रा से अधिक का परिवहन पाये जाने पर अधिक मात्रा के खनिज की रॉयल्टी का 15 गुना तथा वाहन क्षमता के अनुपातिक रूप में पर्यावरण क्षति दण्ड के रूप में लिये जाने का प्रावधान किया गया है। यदि इस राशि का प्रशमन नहीं होता, तब इसकी दोगुनी राशि दण्ड के रूप में अधिरोपित किये जाने का प्रावधान किया गया है। ऐसे प्रकरणों में वाहन राजसात किये जाने का प्रावधान नहीं किया गया है। खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन में वाहन के सुपुदर्गी हेतु राशि जमा कर वाहन मालिक को दिये जाने का प्रावधान किया गया है। इसके लिये नियमों में पृथक से अनुसूची तैयार की गई है। इस अनुसूची में वाहन के बाजार मूल्य का लगभग 10 प्रतिशत राशि लिये जाने की गणना की गई है। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर इस पर कार्यवाही हेतु सूचना अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिये जाने का प्रावधान किया गया है। अधिरोपित अर्थदण्ड की राशि जमा न होने पर मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता, 1959 के प्रावधानों के तहत राशि वसूली तथा कुर्की किये जाने का प्रावधान किया गया है। नियमों में कलेक्टर द्वारा पारित आदेश के विरूद्ध संभागायुक्त को अपील प्रस्तुत करने का प्रावधान पूर्ववत है। संभागायुक्त द्वारा पारित आदेश के विरूद्ध पुनरीक्षण राजस्व मंडल को प्रस्तुत किये जाने का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम, 2021 में अन्य तकनीकी सुधार किये गये हैं। इन सुधारों से प्रदेश में अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा तथा उपरोक्त नियमों में एकजाई प्रावधान होने से प्रकरणों के निराकरण में पारदर्शिता एवं सुगमता हो सकेगी। मंत्रिपरिषद ने अन्य निर्णय - अमृत योजना में सभी 412 नगरीय निकाय सम्मिलित होंगे - ग्वालियर शहर में 446 करोड़ रूपये से अधिक का फ्लाय ओवर - आचार्य शंकर की 108 फुट ऊँची बहुधातु प्रतिमा - बांध सुदृढ़ीकरण के लिए 551 करोड़ रुपये की मंजूरी - दो नवीन औदयोगिक क्षेत्र की स्थापना की स्वीकृति - चार नवीन निजी विश्वविद्यालय की स्थापना - शेयर हस्तांतरण का अनुसमर्थन - भोपाल में सर्वसुविधायुक्त पुलिस चिकित्सालय

Kolar News

Kolar News 9 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को सीहोर जिले के अपने गृह ग्राम जैत का भ्रमण कर ग्रामीणों को गाँव के जन्मदिन और ग्रामसभा में सम्मलित होने का न्यौता दिया। ग्राम जैत की गलियों को लीप-पोतकर और फूलों से सजाया गया था। मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं।   मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामीणों से उनके सुख-दुख की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण सड़कों और नाले का पानी रोकने के लिए निर्माण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने गाँव के भ्रमण में पुराना घर, बड़े पटेल तिराहा, समला मोहल्ला में विक्रम कक्का, मुन्ना केवट, गोरलाल, संतोष केवट, माखन केवट, तेज सिंह, नीरज जाट और प्रकाश जाट के घर पहुँचकर ग्रामीणों से बात की और उन्हें ग्रामसभा में सम्मिलित होने का न्यौता दिया। मुख्यमंत्री उमेश बड्डे के खलिहान, आशाराम साहू के घर, आनंद मालवी की दुकान, सरपंच के घर और आँगनवाड़ी केन्द्र भी पहुँचे।   ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का शाल श्रीफल, तिलक, फूलमालाओं और तौलिया आदि भेंटकर से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बेटियों से दुलार किया और उन्हें खूब मन लगाकर पढ़ने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने नवदम्पतियों को भी आशीर्वाद दिया।

Kolar News

Kolar News 8 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को सीहोर जिले के अपने गृह ग्राम जैत का भ्रमण कर ग्रामीणों को गाँव के जन्मदिन और ग्रामसभा में सम्मलित होने का न्यौता दिया। ग्राम जैत की गलियों को लीप-पोतकर और फूलों से सजाया गया था। मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं।   मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामीणों से उनके सुख-दुख की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण सड़कों और नाले का पानी रोकने के लिए निर्माण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने गाँव के भ्रमण में पुराना घर, बड़े पटेल तिराहा, समला मोहल्ला में विक्रम कक्का, मुन्ना केवट, गोरलाल, संतोष केवट, माखन केवट, तेज सिंह, नीरज जाट और प्रकाश जाट के घर पहुँचकर ग्रामीणों से बात की और उन्हें ग्रामसभा में सम्मिलित होने का न्यौता दिया। मुख्यमंत्री उमेश बड्डे के खलिहान, आशाराम साहू के घर, आनंद मालवी की दुकान, सरपंच के घर और आँगनवाड़ी केन्द्र भी पहुँचे।   ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का शाल श्रीफल, तिलक, फूलमालाओं और तौलिया आदि भेंटकर से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बेटियों से दुलार किया और उन्हें खूब मन लगाकर पढ़ने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने नवदम्पतियों को भी आशीर्वाद दिया।

Kolar News

Kolar News 8 February 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में बैरसिया स्थित गौशाला में गायों की मौत मामले के बाद मप्र के दूसरे जिलों से भी गायों की मौत के मामले सामने आ रहे है। गायों की मौत को लेकर राजनीति जोरों पर है और कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर हमला बोल रही है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने गायों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में गौ माताओं की मौत निरंतर जारी है। भोपाल के बैरसिया के बाद गुना, खंडवा व प्रदेश के कई हिस्सों से गौशालाओं में भूख प्यास से गौमाताओं की मौतों की तस्वीरें रोज सामने आ रही हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इवेंट, अभियान, आयोजन, चुनावी दौरों, नेहरू जी को कोसने, 1947, चार धामों में लगे शिवराज जी पता नहीं प्रदेश में गौशालाओं व गौवंश की सुध कब लेंगे, कब गौ माताओं के लिए चारे, उनके भरण-पोषण का प्रबंध करेंगे? कमलनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गौशालाओं को दिये जा रहे चारे के अनुदान की राशि के नाम पर भी बड़ी गड़बड़ी सामने आ रही है। एक तरफ तो लाखों रुपये चारे व भरण पोषण के लिए अनुदान के रूप में दिये जा रहे हैं और दूसरी तरफ गौशालाओं में गौमाताओं की भूख और प्यास से मौतें निरंतर जारी हैं, आखिर यह राशि जा कहाँ रही है..? ख़ुद को गौभक्त बताने वालों की सरकार की यह है वास्तविकता।

Kolar News

Kolar News 8 February 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में बैरसिया स्थित गौशाला में गायों की मौत मामले के बाद मप्र के दूसरे जिलों से भी गायों की मौत के मामले सामने आ रहे है। गायों की मौत को लेकर राजनीति जोरों पर है और कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर हमला बोल रही है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने गायों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में गौ माताओं की मौत निरंतर जारी है। भोपाल के बैरसिया के बाद गुना, खंडवा व प्रदेश के कई हिस्सों से गौशालाओं में भूख प्यास से गौमाताओं की मौतों की तस्वीरें रोज सामने आ रही हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इवेंट, अभियान, आयोजन, चुनावी दौरों, नेहरू जी को कोसने, 1947, चार धामों में लगे शिवराज जी पता नहीं प्रदेश में गौशालाओं व गौवंश की सुध कब लेंगे, कब गौ माताओं के लिए चारे, उनके भरण-पोषण का प्रबंध करेंगे? कमलनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गौशालाओं को दिये जा रहे चारे के अनुदान की राशि के नाम पर भी बड़ी गड़बड़ी सामने आ रही है। एक तरफ तो लाखों रुपये चारे व भरण पोषण के लिए अनुदान के रूप में दिये जा रहे हैं और दूसरी तरफ गौशालाओं में गौमाताओं की भूख और प्यास से मौतें निरंतर जारी हैं, आखिर यह राशि जा कहाँ रही है..? ख़ुद को गौभक्त बताने वालों की सरकार की यह है वास्तविकता।

Kolar News

Kolar News 8 February 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में बैरसिया स्थित गौशाला में गायों की मौत मामले के बाद मप्र के दूसरे जिलों से भी गायों की मौत के मामले सामने आ रहे है। गायों की मौत को लेकर राजनीति जोरों पर है और कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर हमला बोल रही है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने गायों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में गौ माताओं की मौत निरंतर जारी है। भोपाल के बैरसिया के बाद गुना, खंडवा व प्रदेश के कई हिस्सों से गौशालाओं में भूख प्यास से गौमाताओं की मौतों की तस्वीरें रोज सामने आ रही हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इवेंट, अभियान, आयोजन, चुनावी दौरों, नेहरू जी को कोसने, 1947, चार धामों में लगे शिवराज जी पता नहीं प्रदेश में गौशालाओं व गौवंश की सुध कब लेंगे, कब गौ माताओं के लिए चारे, उनके भरण-पोषण का प्रबंध करेंगे? कमलनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गौशालाओं को दिये जा रहे चारे के अनुदान की राशि के नाम पर भी बड़ी गड़बड़ी सामने आ रही है। एक तरफ तो लाखों रुपये चारे व भरण पोषण के लिए अनुदान के रूप में दिये जा रहे हैं और दूसरी तरफ गौशालाओं में गौमाताओं की भूख और प्यास से मौतें निरंतर जारी हैं, आखिर यह राशि जा कहाँ रही है..? ख़ुद को गौभक्त बताने वालों की सरकार की यह है वास्तविकता।

Kolar News

Kolar News 8 February 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मानवीय सभ्यता और संस्कृति में नदियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हमारी सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे हुआ और यहीं पर संस्कृतियाँ फली-फूली हैं। हमारे देश में नीर, नारी, और नदी तीनों ही पूज्यनीय हैं। इसी दृष्टि से नर्मदा जयंती पर प्रदेश की जीवनदायिनी माँ नर्मदा के प्रति धन्यता का भाव प्रकट करने के लिये "निर्झरणी महोत्सव" का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही 11 जिलों में माँ नर्मदा के किनारे विकसित संस्कृति के बहुविविध सांस्कृतिक रूपों का प्रदर्शन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से किया जाएगा। प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 'आजादी के अमृत महोत्सव' में नर्मदा जयंती, 8 फरवरी को शाम 6:30 बजे से अमरकंटक, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, होशंगाबाद, नेमावर (देवास), बरमान घाट (नरसिंहपुर), ओंकारेश्वर (खंडवा), मंडलेश्वर (खरगोन), डही (धार) और बड़वानी जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। श्री शुक्ला ने बताया कि इन सभी स्थानों पर जनजातीय और लोक नृत्य, लीला नाट्य  गायन, वादन की सांगीतिक प्रस्तुतियों के साथ ही नर्मदा की कथाओं पर आधारित जनजातीय चित्रों की प्रदर्शनी, रामायण में वर्णित वनवासी चरित्रों पर केन्द्रित एकाग्र चित्र प्रदर्शनी और फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस अवसर पर आरती, प्रभातफेरी आदि गतिविधियाँ की जायेंगी। विशेष रूप से माँ नर्मदा पर केन्द्रित 'जीवन रेखा' और 'राग ऑफ रिवर नर्मदा' फ़िल्म प्रदर्शित की जाएगी। अमरकंटक, डिंडौरी और मंडला में जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति निर्झरणी महोत्सव में जनजातीय बहुल जिले अमरकंटक अनूपपुर, डिंडौरी और मंडला जिले में विशेष रूप से स्थानीय जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। अमरकंटक में करमा-सैला नृत्य और परधौनी-करमा नृत्य, डिंडौरी में गुदुमबाजा और करमा नृत्य तथा मंडला में अवधी गायन और सैला-रीना नृत्य की प्रस्तुति होगी। साथ ही गोंड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्र पर केन्द्रित 'शाश्वत' चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। रपटा घाट, मण्डला में पद्मश्री सुश्री मालिनी अवस्थी, लखनऊ द्वारा अवधी गायन, श्री सोनसाय बैगा एवं साथी द्वारा बैगा- करमा नृत्य, श्री बलबीर सिंह एवं साथी द्वारा गोण्ड सैला-रीना नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी। महोत्सव में जीवन रेखा एवं राग ऑफ रिवर नर्मदा फिल्म प्रदर्शन होगा। फिल्म का निर्देशन एवं परिकल्पना श्री राजेंद्र जांगले की है। महोत्सव में गोण्ड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्र पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। नर्मदा मंदिर परिसर, अमरकंटक (अनूपपुर) में गुरु श्री प्रसन्नदास के निर्देशन में वनवासी लीला नाट्य 'निशादराज गुहय' की प्रस्तुति होगी। इस प्रस्तुति का आलेख श्री योगेश त्रिपाठी द्वारा एवं संगीत संयोजन श्री मिलिन्द त्रिवेदी द्वारा किया गया है। इसी दिन श्री शिवप्रसाद धुर्वे एवं साथी द्वारा गोण्ड गुदुमबाजा नृत्य, श्री लामूलाल धुर्वे एवं साथी द्वारा गोण्ड करमा-सैला नृत्य, श्री दिलीप कुमार एवं साथी द्वारा बैगा परघौनी-करमा नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी। महोत्सव में जीवन रेखा एवं राग ऑफ रिवर नर्मदा फिल्म प्रदर्शन होगा। महोत्सव में गोण्ड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्रों एवं वनवासी लीला निषादराज गुहय नाथद्वारा शैली, राजस्थान पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी भी लगेगी। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, डिण्डोरी में वनवासी लीला नाट्य भक्तिमति शबरी की प्रस्तुति गुरु श्री निर्मलदास जी के निर्देशन में दी जायेगी। इस प्रस्तुति का लेखन श्री योगेश त्रिपाठी एवं संगीत संयोजन श्री मिलिन्द त्रिवेदी द्वारा किया गया है। महोत्सव में दूसरी प्रस्तुति श्री जियालाल एवं साथी द्वारा गोण्ड करमा-सैला नृत्य, श्री अजुर्न सिंह धुर्वे एवं साथी द्वारा बैगा करमा नृत्य, श्री मायाराम धुर्वे एवं साथी द्वारा गोण्ड गुदुमबाजा नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी। महोत्सव में गोण्ड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्रों एवं वनवासी लीला नाट्य भक्तिमति शबरी चेरियालपट्म शैली, आंध्रप्रदेश आधारित चित्र प्रदर्शनी भी लगेगी। भेड़ाघाट, जबलपुर में सुश्री वैशाली गुप्ता एवं साथियों द्वारा नर्मदा नृत्य नाटिका, सुश्री लक्ष्मी दुबे एवं साथी द्वारा भक्ति गायन और श्री राजकरण पटेल एवं साथी द्वारा लोकगायन की प्रस्तुति दी जायेगी।  बरमान घाट, नरसिंहपुर में सुश्री कीर्ति प्रमाणिक एवं साथी द्वारा नर्मदा नृत्य नाटिका, सुश्री मुस्कान चौरसिया एवं साथी द्वारा भक्ति गायन और श्री आशीष श्रीवास्तव एवं साथी द्वारा लोकगायन की प्रस्तुति दी जायेगी।  सेठानी घाट, होशंगाबाद में सुश्री लता सिंह मुंशी एवं साथी द्वारा नर्मदा नृत्य-नाटिका, श्री कपिल शर्मा एवं साथी द्वारा नृत्य-नाटिका एवं गायन की प्रस्तुति दी जायेगी नागर घाट, नेमावर (देवास) में सुश्री अर्चना कुमार एवं साथी द्वारा नर्मदा नृत्य-नाटिका, श्री सुनील शुक्रवारे एवं साथी द्वारा नर्मदा केंद्रित गायन और श्री अभिषेक सेन एवं साथी द्वारा लोकगायन की प्रस्तुति दी जायेगी।  रामघाट, मंडलेश्वर, खरगोन में शाम 5 बजे कला यात्रा प्रारंभ होगी। इसके बाद शाम 7:30 बजे से माँ नर्मदा आरती एवं दीपदान कार्यक्रम होगा। महोत्सव में सुश्री सुचित्रा हरमलकर, कार्तिक कला केन्द्र, इंदौर द्वारा अमृतस्य नर्मदा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जायेगी।  पुलिस ग्राउण्ड, डही (धार) में आयोजित महोत्सव में शाम 5 बजे कला यात्रा प्रारंभ होगी और 5:30 बजे से माँ नर्मदा आरती एवं दीपदान कार्यक्रम होगा। अगले क्रम में श्री संजय महाजन एवं साथी द्वारा अमृतस्य नर्मदा नृत्य नाटिका, श्री राजेश सांखला, इंदौर द्वारा गायन एवं सुश्री नीलांगी कलंत्रे, जबलपुर द्वारा कथक समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी।   शिवकुंज आशाग्राम, बड़वानी में शाम 5 बजे कला यात्रा प्रारंभ होगी और शाम 7:30 बजे से माँ नर्मदा आरती एवं दीपदान कार्यक्रम होगा। महोत्सव में सुश्री अनुषा जैन, इंदौर द्वारा ओडिसी नृत्य, श्री माधव बारीक, भोपाल द्वारा अमृतस्य नर्मदा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जायेगी।    ओंकारेश्वर में सुश्री पलक पटवर्धन एवं समूह, उज्जैन, निनाद नृत्य अकादमी, उज्जैन द्वारा धन्य नर्मदे, सुश्री सुषमा व्यास एवं समूह उज्जैन द्वारा नर्मदा स्तुति एवं मालवी गायन, सुश्री मनीषा शास्त्री एवं समूह महेश्वर द्वारा नर्मदा स्तुति एवं निमाड़ी लोकगायन की प्रस्तुति दी जायेगी।

Kolar News

Kolar News 6 February 2022

भोपाल। भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले 29 दिनों से मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं, जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। मप्र के इंदौर शहर में जम्मीं लता मंगेश्वर के करोड़ों प्रशंसक उनके ठीक होने की दुआएं कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर से सभी का दिल टूट गया। मध्यप्रदेश में भी उनके निधन से शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर सुर साम्राज्ञी लता मंगेश्वर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा -"स्वर कोकिला आदरणीय लता मंगेशकर जी नहीं रहीं। स्वर के महायुग का अंत हो गया। लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, ह्रदय घट सूना है। आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता। गीत-संगीत की देवी मानकर आप की पूजा करते रहेंगे। लता दीदी के चरणों में प्रणाम।" "स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित है। देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है।"   उन्होंने लता मंगेशकर की सुर यात्रा को याद करते हुए कहा कि आपका जीवन हिंदी फिल्म जगत के साथ ही भारतीय संगीत की ऐसी अद्भुत यात्रा रही, जिसने कई पीढिय़ों को मानवीय संवेदनाओं को जीवंत करते गीत-संगीत से जोड़ा। फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक दीदी सहयोगी से संरक्षक तक की भूमिका में रहीं। आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ‘गीत-संगीत के प्रति समर्पण से परिष्कृत आपका व्यक्तित्व शालीनता, सौम्यता व आत्मीयता की त्रिवेणी रहा, जो कला साधकों को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। अपनी सुमधुर अमर आवाज से लता दीदी सदैव हम सभी के बीच रहेंगी।   पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि -" स्वर कोकिला , सुर साम्राज्ञी , कई पुरस्कारों से सम्मानित , मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया। उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नही हो सकती है। उन्होंने भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज़ से विश्व भर में पहचान दी। उनके निधन पर शोक संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनके परिजनो व करोड़ों प्रशंसको को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।"   वहीं, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि स्वर कोकिला, सुर शिरोमणि, भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दीदी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है। ईश्वर उनकी दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और करोड़ों देशवासियों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति दे।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट किया है कि - ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी... स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के रूप में आज देश ने अमूल्य रत्न खो दिया है। उनका निधन संगीत जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि एक युग की समाप्ति हो गई। मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है। उनकी आवाज़ अमर है। ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा।   स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के समाचार के बाद उनकी जन्म स्थली इंदौर में शोक की लहर छा गई। इंदौर के सिख मोहल्ला में 28 सितंबर 1929 को उनका जन्म हुआ था। इंदौर जिला अदालत से लगी गली में उनकी नानी का घर था, यहीं से उनकी संगीत शिक्षा भी प्रारंभ हुई थी। इसके बाद उनका परिवार मुंबई में जाकर बस गया। इसी से लगे चौराहे और इस गली का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखने की घोषणा भी की गई है।   इंदौर के सिख मोहल्ला के मकान नंबर 22 में जहां लता मंगेशकर का जन्म हुआ और उनका परिवार रहता था, वहां अब कपड़ों का एक शोरूम हैं। इस शोरूम में लता मंगेशकर का म्यूरल लगा है और यहां केवल उन्हीं के गाने बजाए जाते हैं। इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन रहने के साथ भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता रहेगा।   अगस्त 2005 पर आखिरी बार आई थीं इंदौर लता मंगेशकर 21 अगस्त 2005 की रात में आखिरी बार इंदौर आई थीं। भय्यू जी महाराज के बुलावे पर वे उनके आश्रम में ही रुकी थीं। अगले दिन 22 अगस्त को बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा आश्रम के बाहर लग गया था। दोपहर में उन्होंने मीडिया से बात करने का समय दिया। आश्रम में पूजन के बाद वे बाहर ही आईं, लेकिन भीड़ देखकर परेशान हो गई और कुछ देर संबोधित करने के बाद वे चली गई थीं।

Kolar News

Kolar News 6 February 2022

भोपाल। भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले 29 दिनों से मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं, जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। मप्र के इंदौर शहर में जम्मीं लता मंगेश्वर के करोड़ों प्रशंसक उनके ठीक होने की दुआएं कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर से सभी का दिल टूट गया। मध्यप्रदेश में भी उनके निधन से शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर सुर साम्राज्ञी लता मंगेश्वर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा -"स्वर कोकिला आदरणीय लता मंगेशकर जी नहीं रहीं। स्वर के महायुग का अंत हो गया। लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, ह्रदय घट सूना है। आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता। गीत-संगीत की देवी मानकर आप की पूजा करते रहेंगे। लता दीदी के चरणों में प्रणाम।" "स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित है। देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है।"   उन्होंने लता मंगेशकर की सुर यात्रा को याद करते हुए कहा कि आपका जीवन हिंदी फिल्म जगत के साथ ही भारतीय संगीत की ऐसी अद्भुत यात्रा रही, जिसने कई पीढिय़ों को मानवीय संवेदनाओं को जीवंत करते गीत-संगीत से जोड़ा। फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक दीदी सहयोगी से संरक्षक तक की भूमिका में रहीं। आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ‘गीत-संगीत के प्रति समर्पण से परिष्कृत आपका व्यक्तित्व शालीनता, सौम्यता व आत्मीयता की त्रिवेणी रहा, जो कला साधकों को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। अपनी सुमधुर अमर आवाज से लता दीदी सदैव हम सभी के बीच रहेंगी।   पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि -" स्वर कोकिला , सुर साम्राज्ञी , कई पुरस्कारों से सम्मानित , मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया। उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नही हो सकती है। उन्होंने भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज़ से विश्व भर में पहचान दी। उनके निधन पर शोक संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनके परिजनो व करोड़ों प्रशंसको को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।"   वहीं, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि स्वर कोकिला, सुर शिरोमणि, भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दीदी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है। ईश्वर उनकी दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और करोड़ों देशवासियों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति दे।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट किया है कि - ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी... स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के रूप में आज देश ने अमूल्य रत्न खो दिया है। उनका निधन संगीत जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि एक युग की समाप्ति हो गई। मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है। उनकी आवाज़ अमर है। ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा।   स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के समाचार के बाद उनकी जन्म स्थली इंदौर में शोक की लहर छा गई। इंदौर के सिख मोहल्ला में 28 सितंबर 1929 को उनका जन्म हुआ था। इंदौर जिला अदालत से लगी गली में उनकी नानी का घर था, यहीं से उनकी संगीत शिक्षा भी प्रारंभ हुई थी। इसके बाद उनका परिवार मुंबई में जाकर बस गया। इसी से लगे चौराहे और इस गली का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखने की घोषणा भी की गई है।   इंदौर के सिख मोहल्ला के मकान नंबर 22 में जहां लता मंगेशकर का जन्म हुआ और उनका परिवार रहता था, वहां अब कपड़ों का एक शोरूम हैं। इस शोरूम में लता मंगेशकर का म्यूरल लगा है और यहां केवल उन्हीं के गाने बजाए जाते हैं। इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन रहने के साथ भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता रहेगा।   अगस्त 2005 पर आखिरी बार आई थीं इंदौर लता मंगेशकर 21 अगस्त 2005 की रात में आखिरी बार इंदौर आई थीं। भय्यू जी महाराज के बुलावे पर वे उनके आश्रम में ही रुकी थीं। अगले दिन 22 अगस्त को बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा आश्रम के बाहर लग गया था। दोपहर में उन्होंने मीडिया से बात करने का समय दिया। आश्रम में पूजन के बाद वे बाहर ही आईं, लेकिन भीड़ देखकर परेशान हो गई और कुछ देर संबोधित करने के बाद वे चली गई थीं।

Kolar News

Kolar News 6 February 2022

भोपाल। भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले 29 दिनों से मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं, जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। मप्र के इंदौर शहर में जम्मीं लता मंगेश्वर के करोड़ों प्रशंसक उनके ठीक होने की दुआएं कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर से सभी का दिल टूट गया। मध्यप्रदेश में भी उनके निधन से शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर सुर साम्राज्ञी लता मंगेश्वर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा -"स्वर कोकिला आदरणीय लता मंगेशकर जी नहीं रहीं। स्वर के महायुग का अंत हो गया। लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, ह्रदय घट सूना है। आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता। गीत-संगीत की देवी मानकर आप की पूजा करते रहेंगे। लता दीदी के चरणों में प्रणाम।" "स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित है। देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है।"   उन्होंने लता मंगेशकर की सुर यात्रा को याद करते हुए कहा कि आपका जीवन हिंदी फिल्म जगत के साथ ही भारतीय संगीत की ऐसी अद्भुत यात्रा रही, जिसने कई पीढिय़ों को मानवीय संवेदनाओं को जीवंत करते गीत-संगीत से जोड़ा। फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक दीदी सहयोगी से संरक्षक तक की भूमिका में रहीं। आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ‘गीत-संगीत के प्रति समर्पण से परिष्कृत आपका व्यक्तित्व शालीनता, सौम्यता व आत्मीयता की त्रिवेणी रहा, जो कला साधकों को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। अपनी सुमधुर अमर आवाज से लता दीदी सदैव हम सभी के बीच रहेंगी।   पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि -" स्वर कोकिला , सुर साम्राज्ञी , कई पुरस्कारों से सम्मानित , मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया। उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नही हो सकती है। उन्होंने भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज़ से विश्व भर में पहचान दी। उनके निधन पर शोक संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनके परिजनो व करोड़ों प्रशंसको को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।"   वहीं, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि स्वर कोकिला, सुर शिरोमणि, भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दीदी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है। ईश्वर उनकी दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और करोड़ों देशवासियों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति दे।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट किया है कि - ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी... स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के रूप में आज देश ने अमूल्य रत्न खो दिया है। उनका निधन संगीत जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि एक युग की समाप्ति हो गई। मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है। उनकी आवाज़ अमर है। ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा।   स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के समाचार के बाद उनकी जन्म स्थली इंदौर में शोक की लहर छा गई। इंदौर के सिख मोहल्ला में 28 सितंबर 1929 को उनका जन्म हुआ था। इंदौर जिला अदालत से लगी गली में उनकी नानी का घर था, यहीं से उनकी संगीत शिक्षा भी प्रारंभ हुई थी। इसके बाद उनका परिवार मुंबई में जाकर बस गया। इसी से लगे चौराहे और इस गली का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखने की घोषणा भी की गई है।   इंदौर के सिख मोहल्ला के मकान नंबर 22 में जहां लता मंगेशकर का जन्म हुआ और उनका परिवार रहता था, वहां अब कपड़ों का एक शोरूम हैं। इस शोरूम में लता मंगेशकर का म्यूरल लगा है और यहां केवल उन्हीं के गाने बजाए जाते हैं। इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन रहने के साथ भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता रहेगा।   अगस्त 2005 पर आखिरी बार आई थीं इंदौर लता मंगेशकर 21 अगस्त 2005 की रात में आखिरी बार इंदौर आई थीं। भय्यू जी महाराज के बुलावे पर वे उनके आश्रम में ही रुकी थीं। अगले दिन 22 अगस्त को बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा आश्रम के बाहर लग गया था। दोपहर में उन्होंने मीडिया से बात करने का समय दिया। आश्रम में पूजन के बाद वे बाहर ही आईं, लेकिन भीड़ देखकर परेशान हो गई और कुछ देर संबोधित करने के बाद वे चली गई थीं।

Kolar News

Kolar News 6 February 2022

भोपाल। भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले 29 दिनों से मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं, जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। मप्र के इंदौर शहर में जम्मीं लता मंगेश्वर के करोड़ों प्रशंसक उनके ठीक होने की दुआएं कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर से सभी का दिल टूट गया। मध्यप्रदेश में भी उनके निधन से शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर सुर साम्राज्ञी लता मंगेश्वर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा -"स्वर कोकिला आदरणीय लता मंगेशकर जी नहीं रहीं। स्वर के महायुग का अंत हो गया। लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, ह्रदय घट सूना है। आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता। गीत-संगीत की देवी मानकर आप की पूजा करते रहेंगे। लता दीदी के चरणों में प्रणाम।" "स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित है। देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है।"   उन्होंने लता मंगेशकर की सुर यात्रा को याद करते हुए कहा कि आपका जीवन हिंदी फिल्म जगत के साथ ही भारतीय संगीत की ऐसी अद्भुत यात्रा रही, जिसने कई पीढिय़ों को मानवीय संवेदनाओं को जीवंत करते गीत-संगीत से जोड़ा। फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक दीदी सहयोगी से संरक्षक तक की भूमिका में रहीं। आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ‘गीत-संगीत के प्रति समर्पण से परिष्कृत आपका व्यक्तित्व शालीनता, सौम्यता व आत्मीयता की त्रिवेणी रहा, जो कला साधकों को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। अपनी सुमधुर अमर आवाज से लता दीदी सदैव हम सभी के बीच रहेंगी।   पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि -" स्वर कोकिला , सुर साम्राज्ञी , कई पुरस्कारों से सम्मानित , मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया। उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नही हो सकती है। उन्होंने भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज़ से विश्व भर में पहचान दी। उनके निधन पर शोक संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनके परिजनो व करोड़ों प्रशंसको को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।"   वहीं, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि स्वर कोकिला, सुर शिरोमणि, भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दीदी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है। ईश्वर उनकी दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और करोड़ों देशवासियों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति दे।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट किया है कि - ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी... स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के रूप में आज देश ने अमूल्य रत्न खो दिया है। उनका निधन संगीत जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि एक युग की समाप्ति हो गई। मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है। उनकी आवाज़ अमर है। ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा।   स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के समाचार के बाद उनकी जन्म स्थली इंदौर में शोक की लहर छा गई। इंदौर के सिख मोहल्ला में 28 सितंबर 1929 को उनका जन्म हुआ था। इंदौर जिला अदालत से लगी गली में उनकी नानी का घर था, यहीं से उनकी संगीत शिक्षा भी प्रारंभ हुई थी। इसके बाद उनका परिवार मुंबई में जाकर बस गया। इसी से लगे चौराहे और इस गली का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखने की घोषणा भी की गई है।   इंदौर के सिख मोहल्ला के मकान नंबर 22 में जहां लता मंगेशकर का जन्म हुआ और उनका परिवार रहता था, वहां अब कपड़ों का एक शोरूम हैं। इस शोरूम में लता मंगेशकर का म्यूरल लगा है और यहां केवल उन्हीं के गाने बजाए जाते हैं। इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन रहने के साथ भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता रहेगा।   अगस्त 2005 पर आखिरी बार आई थीं इंदौर लता मंगेशकर 21 अगस्त 2005 की रात में आखिरी बार इंदौर आई थीं। भय्यू जी महाराज के बुलावे पर वे उनके आश्रम में ही रुकी थीं। अगले दिन 22 अगस्त को बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा आश्रम के बाहर लग गया था। दोपहर में उन्होंने मीडिया से बात करने का समय दिया। आश्रम में पूजन के बाद वे बाहर ही आईं, लेकिन भीड़ देखकर परेशान हो गई और कुछ देर संबोधित करने के बाद वे चली गई थीं।

Kolar News

Kolar News 6 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एनसीसी संगठन छात्र-छात्राओं में राष्ट्र सेवा का ज़ज्बा बढ़ाता है, उन्हें बेहतर मनुष्य बनाता है। इस संगठन से जुड़कर विद्यार्थी सन्मार्ग पर चलते हुए समाज सेवा सहित उच्च आदर्शों की स्थापना करते हैं। एनसीसी कैडेट्स कठिन परिश्रम, प्रशिक्षण से देश की सेवा का संकल्प लेकर आगे बढ़ते हैं। राष्ट्रीय कैडिट कोर अर्थात एनसीसी का अर्थ देश भक्ति, अनुशासन, चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, समाज और देश के लिए जीवन समर्पित करना है।   मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को अपने निवास परिसर में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के एनसीसी विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह 2022 के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को मैडल प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आयोजन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ एनसीसी निदेशालय द्वारा किया गया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी का विस्तार जरूरी है। इसलिए हमने सीएम राइज स्कूलों में इसे शुरु करने का निर्णय लिया है। प्रदेश में 360 सीएम राइज स्कूल हम इस साल खोलने वाले हैं, इन स्कूलों में एनसीसी होगी। उन्होंने कहा कि एनसीसी के प्रति मेरा विश्वास इतना दृढ़ है कि कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में सबसे पहले इसका नाम ध्यान में आया। कोरोना संक्रमण से लोगों का जीवन बचाने में एनसीसी कैडेट्स ने समर्पित भाव से सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। एनसीसी की उपलब्धियों पर प्रदेश को गर्व है। उन्होंने युवाओं को प्रशिक्षित करने वाले अधिकारियों को साधुवाद दिया।   प्रारंभ में एनसीसी निदेशालय के प्रभारी अपर महानिदेशक राजीव गौतम ने एनसीसी संगठन की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में कुल 57 विद्यार्थियों की भागीदारी और प्रदर्शन सराहनीय था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी विद्यार्थियों को बधाई दी। मध्यप्रदेश के सेम्युअल डेविड को नेवल विंग के लिए सेकंड बैस्ट कैडेट का पुरस्कार मिला। वर्ष 2021-22 में एनसीसी विद्यार्थियों ने अनेक साहसिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विद्यार्थियों ने शहीद परिवार का सम्मान भी किया है। कुल 8 कैडेट सेना के लिए भी चयनित किए गए हैं। कार्यक्रम में ब्रिगेडियर एस. घोष, आकाशदीप और अन्य एनसीसी अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 5 February 2022

जबलपुर। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा गत दिनों कैबिनेट की बैठक में नई शराब नीति को मंजूरी दी गई थी, जिसका विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। अब नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच जबलपुर ने मप्र उच्च न्यायालय में इस नई आबकारी नीति को एक जनहित याचिका के माध्यम से चुनौती दी है। जनहित याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी मंच के प्रांताध्यक्ष डा. पीजी नाजपांडे और नयागांव जबलपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रजत भार्गव ने यह शनिवार को यह जनहित याचिका अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय के जरिए दायर की है।   याचिकाकर्ताओं ने बताया कि सुपर मार्केट व कम्पोजिट दुकानों में शराब बिक्री असंवैधानिक है। प्रदेश में वर्ष 2022-23 के लिए लागू की गई नई आबकारी नीति की व्यवस्थाएं भारतीय संविधान, आबकारी अधिनियम व खाद्य सुरक्षा कानून के खिलाफ हैं। इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए। जनहित याचिकाकर्ता का कहना है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद- 47 में सरकार को निर्देश है कि मादक पदार्थों, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। उनके सेवन पर बंदी के प्रयत्न करें। लेकिन इसके विपरीत राज्य शासन ने नई शराब व्यवस्था में कम्पोजिट दुकानों में देशी व विदेशी शराब की बिक्री व सुपर मार्केट में भी शराब बिक्री की सुविधा देकर आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित कर दी है। यही नहीं शराब सस्ती भी कर दी गई है। इससे युवा पीढ़ी को लत लगेगी।   याचिका में बताया गया है कि आबकारी अधिनियम के अनुसार महज जिला योजना समिति की शराब की दुकानों के स्थान परिवर्तन कर सकती है। लेकिन सरकार ने यह व्यवस्थाएं विधायकों के हाथ में सौंप दी है। यह आबकारी अधिनियम का सरासर उल्लंघन है। नई व्यवस्था में ग्रामीण क्षेत्र को आयातित शराब बिक्री से वंचित कर ग्रामीण उपभोक्ताओं के साथ भी भेदभाव किया गया है। कानून के तहत शराब की बातेलों पर अंकित करने के निर्देश हैं कि शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन इसके एकदम उलट शराब को सहजता से मुहैया कराने की नई नीति दी गई है। याचिकाकर्ताओं ने नई शराब नीति पर रोक लगाने की मांग की है।

Kolar News

Kolar News 5 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में मौसम बदला हुआ है। बीते चौबीस घंटों के दौरान चंबल के इलाकों में जमकर बारिश के साथ ओले गिरे। इसके साथ ही कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि के चलते फसलें चौपट हो गई है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुसीबत की इस घड़ी में सरकार से किसानों को राहत पहुंचाने की मांग की है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलवृष्टि होने की जानकारी मिली है। किसानों को कऱीब एक माह बीत जाने के बाद भी पिछली ओलवृष्टि का अभी तक कोई मुआवज़ा व राहत नही मिली है। ऐसे में इस ओलवृष्टि ने उनके संकट को और बढ़ा दिया है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मैं सरकार से माँग करता हूँ कि किसानो के इस संकट को समझते हुए, उन्हें तत्काल राहत व मुआवजा प्रदान करे।

Kolar News

Kolar News 4 February 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का बजट सत्र सोमवार आगामी 7 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च 2022 तक चलेगा। राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अनुमोदन के बाद गुरुवार को इस आशय की अधिसूचना विधानसभा सचिवालय ने जारी कर दी है। मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधानसभा का यह 11वां सत्र होगा। अधिसूचना के अनुसार विधानसभा के इस 19 दिवसीय सत्र में सदन की कुल 14 बैठकें होंगी। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2022-2023 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किये जाएंगे। इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त होने की अंतिम तिथि 23 फरवरी तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाओं के लिए 24 फरवरी तक तय की गई है, जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 28 फरवरी से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी।

Kolar News

Kolar News 3 February 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का बजट सत्र सोमवार आगामी 7 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च 2022 तक चलेगा। राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अनुमोदन के बाद गुरुवार को इस आशय की अधिसूचना विधानसभा सचिवालय ने जारी कर दी है। मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधानसभा का यह 11वां सत्र होगा। अधिसूचना के अनुसार विधानसभा के इस 19 दिवसीय सत्र में सदन की कुल 14 बैठकें होंगी। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2022-2023 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किये जाएंगे। इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त होने की अंतिम तिथि 23 फरवरी तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाओं के लिए 24 फरवरी तक तय की गई है, जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 28 फरवरी से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी।

Kolar News

Kolar News 3 February 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का बजट सत्र सोमवार आगामी 7 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च 2022 तक चलेगा। राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अनुमोदन के बाद गुरुवार को इस आशय की अधिसूचना विधानसभा सचिवालय ने जारी कर दी है। मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधानसभा का यह 11वां सत्र होगा। अधिसूचना के अनुसार विधानसभा के इस 19 दिवसीय सत्र में सदन की कुल 14 बैठकें होंगी। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2022-2023 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किये जाएंगे। इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त होने की अंतिम तिथि 23 फरवरी तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाओं के लिए 24 फरवरी तक तय की गई है, जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 28 फरवरी से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी।

Kolar News

Kolar News 3 February 2022

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में प्रस्तावित इथेनॉल पॉलिसी पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के हित में इस नीति को शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नीति अन्य राज्यों के तुलनात्मक अध्ययन के पश्चात निर्धारित की जाए। मध्यप्रदेश में मक्का, धान और गन्ना आदि से इथेनॉल निर्माण के लिए इकाइयों की स्थापना पर विचार किया जाएगा। इस क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं को साकार करने के लिए प्रोत्साहनकारी प्रावधान भी किए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति के केंद्र में प्रदेश का हित होना चाहिए। सभी बिंदुओं पर आवश्यक विचार-विमर्श के पश्चात केंद्र सरकार से संपर्क कर आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालयों और केंद्रीय मंत्रियों से भी चर्चा करेंगे।बैठक में वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 9 September 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में अशोक का पौधा लगाया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चौहान ने हर दिन एक पौधा रोपने का संकल्प लिया है। उल्लेखनीय अशोक वृक्ष सिर्फ पर्यावरण को ही शुद्ध नहीं करते, बल्कि हमारे शरीर को भी स्वस्थ करने में सक्षम हैं। अशोक का वृक्ष उद्यानों की शोभा बढ़ाने में भी महत्वपर्ण है।

Kolar News

Kolar News 9 September 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों की आय को दोगुना करने और उन्हें उनकी उपज का लाभदायक मूल्य प्रदान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इसके लिए केंद्र सरकार लगातार कदम उठा रही है, जिनके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने रबी फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट ने रबी सीजन 2022-23 के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में जो वृद्धि की है, उसके पीछे भी मोदी सरकार का उद्देश्य किसानों को फसलों का लाभदायक मूल्य दिलाना ही है। इसके साथ ही केंद्र सरकार का यह निर्णय उन लोगों को करारा जवाब है, जो सिर्फ अपनी राजनीति के लिए कृषि कानूनों के संबंध में भ्रम फैला रहे हैं। वीडी शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रुपये, जौ के समर्थन मूल्य में 35 रुपये, चने में 130 रुपये, मसूर और सरसों में 400 रुपये तथा कुसुम के फूल के समर्थन मूल्य में 114 रुपये प्रति क्विंटल की जो वृद्धि की है, वह एक स्वागतयोग्य कदम है। प्रदेश अध्यक्ष ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सरकार के इस कदम से किसानों को उनकी उपज का लागत की तुलना में अधिक लाभदायक मूल्य मिल सकेगा। श्री शर्मा ने कहा कि इस निर्णय से केंद्र सरकार ने यह बता दिया है कि वह हर कदम पर किसानों के साथ है और सरकार का यह निर्णय उन लोगों के लिए करारा जवाब है, जो जानबूझकर एमएसपी और कृषि कानूनों के संबंध में किसानों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रबी की जिन फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है, उनमें से अधिकांश का उत्पादन मध्यप्रदेश के किसान भी करते हैं और मोदी सरकार के इस निर्णय का लाभ उन्हें भी रबी सीजन में मिलेगा। श्री शर्मा ने देश और प्रदेश के किसानों को समर्थन मूल्य बढऩे पर बधाई देते हुए उनसे आह्वान किया कि वे उन लोगों को बेनकाब करें, जो किसान हितैषी होने का ढोंग करके किसानों को भडक़ा रहे हैं, उनका नुकसान कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 9 September 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर भ्रम व भय फैलाकर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए बडा हमला बोला है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि अब तो देश भी कांग्रेस की इस बांटने की राजनीति को समझने लगा है। गृह मंत्री डॉ.मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ हो या वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेता इन सब का मुंह तभी खुलता है जब समाज को जाति व धर्म के बीच बांटने का बयान देना होता है। कांग्रेस आज आदिवासियों में भय व भ्रम फैलाकर अपने इसी एजेंडे पर काम कर रही है। कांग्रेस आदिवासियों के अधिकारों को लेकर रैली निकाल रही है जबकि यह वही कांग्रेस है जिसने अपने आदिवासी नेताओ के अधिकारो का दमन किया। जब शिवभानु सोलंकी का मुख्यमंत्री बनना तय था तब उनकी जगह अर्जुन सिंह को बना दिया गया। आदिवासी जमुना देवी जी का भी हक़ मारकर उनकी जगह दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री बन गए। वरिष्ठ नेता उमंग सिंगार ने जब दिग्विजय सिंह के खिलाफ आवाज उठाई तो उन्हें चुप करा दिया गया। कितना हास्यास्पद है कि जो कांग्रेस अपनी पार्टी में आदिवासियों को उनके अधिकार नही देती हैं वह उनके अधिकारों को लेकर राजनीति कर रही है। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि दरअसल कांग्रेस का मुख्य एजेंडा समाज को जाति व धर्म के नाम पर बांटने का है। कांग्रेस की पूरी राजनीति ही बांटने की है। उनके नेता जब भी मुंह खोलते है लोगो के बीच दुर्भावना फैलाने के लिए ही खोलते है। लेकिन कांग्रेस को शायद यह नही पता कि उसकी इस बंटवारे वाली सोच को देश अच्छे से समझने लगा है। यही कारण है कि कभी देश की सबसे बड़ी पार्टी रही कांग्रेस आज अपने अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रही है।

Kolar News

Kolar News 7 September 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा सोमवार को बड़वानी में आदिवासी अधिकार यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज पर तंज कसने और उन्हें एक्टर बताऐ जाने पर भाजपा ने पलटवार किया है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कमलनाथ के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें जैकलीन फर्नांडिस की याद दिलाई है और कहा कि कमलनाथ ही सबसे बड़े एक्टिंगबाज हैं। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जैकलीन फर्नांडिस क्या है, उनको भोपाल लाकर उनके साथ फोटो खिंचाना। फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से मिलना-जुलना, इसमें कमलनाथ जी हमेशा आगे रहे हैं। कमलनाथ से बड़ा एक्टर कोई नहीं है, उनके फिल्मी दुनिया के लोगों से संबंध हैं। इसके अलावा भूपेंद्र सिंह ने कमलनाथ द्वारा अधिकारियों पर भाजपा का बिल्ला रखकर काम करने के आरोप और चेतावनी दिए जाने पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ ने सरकार में रहते हुए भाजपा नेताओं के मकान/दुकान गिराए और भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल भेजने की प्रथा की शुरुआत की। उनको विचार करना चाहिए कि इस राजनीति की शुरुआत कांग्रेस ने ही की है, इसलिए उनको यह तकलीफ है। बता दें कि कमलनाथ सोमवार को बड़वानी में आदिवासी अधिकार यात्रा में शामिल हुए। इसी दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए उन्हें एक्टर बताया था और कहा था कि उन्हें अपना नाम शिवराज सलमान रख लेना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 7 September 2021

भोपाल। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूम खंडवा में जिले की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ की स्थिति में कोई समझौता नहीं किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। कानून से बढ़कर कोई नहीं है। गृह मंत्री डॉ.मिश्रा ने अधिकारियों से जिले की जानकारी प्राप्त की। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने जिले की 3 वर्षो की उपलब्धि से अवगत कराया। बैठक में खण्डवा विधायक देवेन्द्र वर्मा, पंधाना विधायक राम दांगोरे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, डीआईजी तिलक सिंह सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 3 September 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पौधरोपण के संकल्प के क्रम में शुक्रवार को आंवला, बरगद और पुत्रजीवक का पौधा लगाया। स्मार्ट पार्क में हुए पौध रोपण में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी उपस्थित रहीं। दरअसल, मुख्यमंत्री चौहान अपने संकल्प के क्रम में प्रतिदिन पौधा लगाते हैं। आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। आंवला शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है। कई तरह के रोगों के लिए यह औषधि के रूप में काम करता है। बरगद के पेड़ को वट वृक्ष या बड़ भी कहा जाता है। बरगद का धार्मिक महत्व है, साथ ही आयुर्वेद के अनुसार बरगद के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज संभव है। पुत्रजीवक का पेड़ पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका वृक्ष हमेशा हरा रहता है और इसके तने में हरे रंग की छाल होती है। इसके फूल पीले हरे रंग के और गुच्छे में होते हैं।  

Kolar News

Kolar News 3 September 2021

भोपाल। पार्टी के पदाधिकारी अपने लिए लक्ष्य तय करें। पार्टी को सर्वस्पर्शी-सर्वव्यापी बनाएं। ध्यान रखें कोई क्षेत्र, कोई समूह छूट न जाए। पार्टी के विस्तार के लिए आपस में तालमेल बनाएं तथा संगठन और सरकार के साथ समन्वय बनाकर काम करें। ऐसा करके ही हम प्रदेश के संगठन को देश में एक मॉडल बना सकते हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने शुक्रवार को पार्टी की कामकाजी बैठक को संबोधित करते हुए कही। बैठक में विशेष रूप से राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश जी एवं प्रदेश सह संगठन महामंत्री हितानंद जी उपस्थित थे। इस बैठक में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, मोर्चा अध्यक्षों, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, सह मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता आदि ने भाग लिया। मध्यप्रदेश को सरकार और संगठन के समन्वय का मॉडल बनाएंगेः शिवराज सिंह चौहान बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संकट से लेकर अन्न उत्सव और वैक्सीनेशन अभियान तक में पार्टी और सरकार ने पूरे तालमेल से काम करते हुए कीर्तिमान स्थापित किए हैं और आने वाले समय में हम मध्यप्रदेश को संगठन और सरकार के समन्वय का मॉडल बनाएंगे। चौहान ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि बहुत से दल, संगठन और लोग देश और समाज को तोड़ने, हमारी विचारधारा को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, दुष्प्रचार कर रहे हैं। इनके प्रयासों को निष्फल बनाने के लिए हमें योजना और रणनीति बनाकर काम करना होगा। चौहान ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जी के साथ काम करने का अवसर मिला है। यह उनका जन्मशताब्दी वर्ष है, जिसे हम संगठन पर्व के रूप में मनाएंगे। चौहान ने कहा कि स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जी भाषण नहीं देते थे, अपने आचरण से कार्यकर्ताओं को संदेश देते थे। हम सभी को उनके गुणों को ग्रहण करने का प्रयास करना चाहिए।   सोचें, संगठन के विस्तार तथा मजबूती के लिए और क्या किया जा सकता हैः विष्णुदत्त शर्मा बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि हम एक कार्यकर्ता आधारित संगठन हैं। बीते समय में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह जी ने संगठन के काम में कई नए आयाम जोड़े। संगठन को अपडेट किया और मजबूती दी। हमें यह देखना चाहिए कि आज के तकनीकी युग में संगठन की मजबूती तथा विस्तार के लिए और क्या किया जा सकता है। शर्मा ने कहा कि हम पं. दीनदयाल जी के विचारों पर चलकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं। आज देश में पंच-सरपंच से लेकर प्रधानमंत्री के पद तक हमारे कार्यकर्ता हैं। हमने डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के सपने को पूरा करते हुए कश्मीर से धारा 370 हटा दी है और राम मंदिर के निर्माण का संकल्प पूरा हो रहा है। देश और प्रदेश में हमारी सरकारें गरीबों का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए काम कर रही हैं। ऐसे में हमें यह प्रयास करना है कि किस प्रकार लोगों तक गुड गवर्नेंस और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे। शासन-प्रशासन से समन्वय करके योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाएं : सुहास भगत बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कहा कि हमारे जिलाध्यक्ष संगठन की धुरी हैं। संगठन के सारे काम इनके माध्यम से होते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि जिला अध्यक्ष, जिले के प्रभारी और प्रभारी मंत्री की टोली समन्वय के साथ काम करे। उन्होंने कहा कि हमें यह विश्लेषण करना चाहिए कि हमारी स्थिति कहां कमजोर है और उसे सुधारने के लिए क्या करना चाहिए। भगत ने कहा कि कमजोर क्षेत्रों में पार्टी की मजबूती के लिए हमारे विचार परिवार वाले संगठनों, सामाजिक संस्थाओं के साथ तालमेल बनाकर काम करें। उन्होंने कहा कि पूर्व में हमने शासन, प्रशासन और संगठन के समन्वय के आधार पर उपलब्धियों के रिकॉर्ड बनाए हैं। इसी तरह समन्वय बनाकर जनता तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाएं।

Kolar News

Kolar News 27 August 2021

भोपाल। राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो द्वारा शुक्रवार को सुबह आतंकियों को घुसने और मार गिराने का मॉक ड्रिल किया गया। इस मॉक ड्रिल को भारत भवन और हमीदिया अस्पताल में अंजाम दिया गया। भारत भवन में मॉक ड्रिल के दौरान गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद रहे। गृह मंत्री डा. मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि एनएसजी के कमांडो अद्भुत और अविश्वसनीय काम करते हैं। अब काफी आधुनिकीरण भी हो गया है। इसलिए अब समझ आ रहा है कि देश में आतंकवाद और आतंकवादी क्यों भाग रहे हैं।दरअसल, शुक्रवार सुबह करीब 7.30 बजे आतंकियों ने भारत भवन में कब्जा कर लिया। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों को अपने कब्जे में लेकर ग्रेनेड से विस्फोट किया। इसकी सूचना एनएसजी कमांडो को मिली तो उन्होंने तत्काल मोर्चा संभाला और प्लानिंग कर भारत भवन को हेलीकाप्टर की मदद से घेर लिया। साथ ही आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। इसी तरह करीब 8.30 बजे हमीदिया अस्पताल में भी आतंकियों ने हमला कर दिया। सूचना मिलने पर एनएसजी के कमांडो पहुंचे और दो घंटे की मशक्कत के बाद आतंकियों को ढेर कर दिया और उनके कब्जे से सभी को सुरक्षित निकाल लिया।भोपाल में अचानक हुई एनएसजी की इस मॉक ड्रिल से पहले तो आसपास के लोग घबरा गए, क्योंकि इस दौरान पूरे क्षेत्र में जांच पाइंट बनाकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, साथ ही मुख्य मार्ग को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया था। बाद में मॉक ड्रिल पूरी होने के बाद लोगों को सच्चाई का पता चला, तब जाकर उन्होंने राहत की सांस ली।एडीशनल एसपी जोन वन अंकित जायसवाल ने बताया कि भोपाल के भारत भवन में सुबह 7.30 बजे से आठ बजे के बीच गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में एनएसजी की टीम काउंटर टेरेरिज्म की मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान दिल्ली, कोलकाता और मुंबई के कमांडोज व सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि करीब 350 से अधिक कमांडो भोपाल में मॉक ड्रिल के लिए आए हैं। इसके लिए लोकल पुलिस भी उनका सहयोग कर रही है। इस तरह की मॉक ड्रिल अचानक हुए खतरे से निपटने के लिए की जाती है।

Kolar News

Kolar News 27 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन पौधरोपण करने के संकल्प के क्रम में शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में पीपल का पौधा लगाया। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से पौधरोपण करने की अपील की, साथ ही वैक्सीनेशन महाअभियान की सफलता के लिए जनता को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा है कि -"आज भोपाल स्थित स्मार्ट पार्क में पीपल का पौधा रोपा। मप्र वैक्सीनेशन महाअभियान-2 को सफल बनाने के लिए प्रदेश की जनता को बधाई और धन्यवाद देता हूं। आज इसी संकल्प के साथ पौधा रोपा है कि जल्द से जल्द समस्त पात्र नागरिकों का टीकाकरण कर मध्यप्रदेश को एक सुरक्षा कवच देंगे।गौरतलब है कि पीपल एक छायादार वृक्ष है। यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी है। इस वृक्ष की सकारात्मक ऊर्जा को देखते हुए ऋषि-महात्माओं ने पीपल वृक्ष के नीचे बैठ कर तप किया और ज्ञान अर्जित किया। प्रकृति विज्ञान के अनुसार पीपल का वृक्ष दिन-रात आक्सीजन छोड़ता है जो हमारे पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है।पीपल के पेड़ को अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है क्योंकि ये पेड़ कभी भी पत्ते विहीन नहीं होता। इसमें एक साथ पतझड़ नहीं होता। पत्ते झड़ते रहते हैं और नए आते रहते हैं। पीपल के वृक्ष की इस खूबी के कारण इसे जीवन-मृत्यु चक्र का द्योतक तक बताया गया है।

Kolar News

Kolar News 27 August 2021

इंदौर। इंदौर में आज गुरुवार को भाजपा की जनआर्शीवाद यात्रा निकाली गई। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल हुए। यात्रा शुरू होने से पहले सिंधिया ने भाजपा कार्यालय में राजामाता स्व. विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सीनियर सिटीजन से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसे निष्ठा से निभाऊंगा और इंदौर के विकास के लिए समर्पित रहूंगा। मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनने को लेकर सिंधिया ने कहा कि मेरी कोई राजनीतिक अभिलाषा नहीं रही है केवल जनता की सेवा करना मेरी अभिलाषा है। महाराजा मेरा अतीत था और ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरा वर्तमान है। सिंधिया ने राजपरिवार का गौरवशाली इसिहास बताया और कहा कि मेरे पूर्वजो ने मुगलों से की लड़ाई लड़ी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की तारीफ करते हुए सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोरोना काल और बाढ़ पीडि़तों के लिए बहुत काम किया है। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि उड्डयन मंत्रालय मिलने के बाद मध्यप्रदेश में एविएशन के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। एक सितंबर तक मध्यप्रदेश से 67 नई फ्लाइट्स शुरू हो रही हैं। एक हफ्ते में इंदौर को ग्वालियर और जबलपुर से हवाई रूट से जोड़ दिया जाएगा। सिंधिया ने कहा- कांग्रेस के 70 साल के कार्यकाल में 75 एयरपोर्ट थे जो भाजपा के 7 साल के कार्यकाल 61 एयरपोर्ट बने हैं जो बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही इंदौर भोपाल- जबलपुर- ग्वालियर खजुराहो में एयरपोर्ट टर्मिनल करोड़ों की राशि से विस्तारीकरण हो रहा है।  

Kolar News

Kolar News 19 August 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा की जनआर्शीवाद यात्रा पर तंज कसते हुए कहा है कि प्रदेश में हजारों बेरोजगार युवा रोजगार माँगे तो उन पर लाठियाँ बरसायी जाती है, प्रकरण दर्ज कर लिया जाता है। वही हज़ारों चयनित शिक्षक नियुक्ति पत्र माँगे तो उन्हें भी कोरोना गाइडलाइन याद दिलायी जाती है, उन पर भी प्रकरण दर्ज कर लिया जाता है। कमलनाथ ने कहा कि धार्मिक पर्वों पर भी तमाम प्रतिबंध लागू और वही दूसरी और प्रदेश भर में भाजपा की जनआशीर्वाद यात्राएँ तमाम नियम क़ायदों व गाइडलाइन को ताक पर रखकर भव्य तरीक़े से जारी? यात्रा मार्गों पर भव्य स्वागत, ढेरों स्वागत मंच, स्वागत द्वार, होर्डिंग, पोस्टरों, तमाम तामझाम से भरी यह भव्य यात्राएँ ऐसे समय निकाली जा रही है, जब प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ की विभीषिका से गुजऱ रहा है? लोग खाने तक को तरस रहे है, उनका सब कुछ बर्बाद हो चुका है? यह है शिवराज सरकार की वास्तविकता व दोहरा चरित्र?  

Kolar News

Kolar News 19 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन पौधरोपण करने के संकल्प के क्रम में गुरुवार को राजधानी भोपाल स्थित स्मार्ट पार्क में नीम का पौधा रोपा। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से पौधरोपण करने की अपील करते हुए कहा कि पौधे रोपना और उन्हें बढ़ते हुए देखना जीवन के सबसे आनंददायी क्षणों में से एक है। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि -"आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में नीम का पौधा रोपा। आयुर्वेद में नीम को उपयोगी माना गया है। नीम की छाल का लेप सभी प्रकार के चर्म रोगों और घावों के निवारण में सहायक है।" उन्होंने कहा कि -"अन्न- जल देकर सुखद जीवन का आशीर्वाद देने वाली अपनी धरती की हम सब भी थोड़ी सेवा करें, यह हम सबका कर्तव्य और मानवीय धर्म भी है।"

Kolar News

Kolar News 19 August 2021

भोपाल। केन्द्र सरकार में नवनियुक्त मंत्रियों द्वारा जनता का आशीष प्राप्त करने के लिए जन आशीर्वाद यात्राएं निकाली जा रही हैं। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने जन आशीर्वाद यात्राओं को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने यात्राओं को चंदा वसूली यात्रा बताते हुए इनका विरोध किया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि भारत में महंगाई चरम सीमा पर, बेरोजगारी चरम सीमा पर, अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है। रुपये का अवमूल्यन हो रहा है। शासकीय संपत्ति बेची जा रही है। सरकार पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। सामाजिक समरसता समाप्त हो रही है। सरहद पर सुरक्षा व्यवस्था खतरे में है। महिलाओं, अजा/अजाजा पर अपराध बढ़ रहे हैं। लोकतंत्र ख़तरे में है और मोदी-शाह सरकार के मंत्री “आशीर्वाद” यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि किस बात का आशीर्वाद? देश को बर्बाद करने का? यह आशीर्वाद यात्रा नहीं है, चंदा वसूली यात्रा है। इसका देश में विरोध होना चाहिए। उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि किसान विरोधी कानूनों के ख़िलाफ किसान सड़क पर, मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ मजदूर सड़क पर, निर्दोष समाजसेवी बिना किसी कारण जेल में, संसद-विधानसभा में चर्चा नहीं हो रही है, खुलेआम गैर कानूनी तरीके से जासूसी हो रही है, संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बनाया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 17 August 2021

देवास। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में पहली बार में महिलाओं, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के सदस्यों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। कांग्रेस और विपक्षी दल यह नहीं चाहते कि अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं तथा पिछड़ा वर्ग का उत्थान और विकास हो। इसीलिए उन्होंने संसद में मंत्रिमंडल के सदस्यों का परिचय नहीं होने दिया। यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को देवास में आशीर्वाद यात्रा के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने निर्णय लिया है कि अगर विपक्ष हमारे नेताओं का संसद में परिचय नहीं होने दे रहा है, तो हम जनता का समर्थन और आशीर्वाद लेने जाएंगे। इसलिए हर केंद्रीय मंत्री 5 या 6 जिलों का दौरा कर रहा है। इस यात्रा के माध्यम से हम प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा जी का संदेश, विकास और प्रगति का संदेश देश के कोने-कोने तक ले जाएंगे। गरीबों के प्रति, किसानों के प्रति, देश के हर नागरिक के प्रति सरकार की सोच और उसके विचार हम जनता के सामने रखेंगे।देवास से आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत मेरा सौभाग्य   सिंधिया ने कहा, यह मेरा सौभाग्य है कि मेरी आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत देवास से हो रही है। इस क्षेत्र से मेरा सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक संबंध है। मेरी दादी राजमाता स्व. विजयराजे सिंधिया के जमाने से, मेरे पूज्य पिताजी के जमाने से सिंधिया परिवार इस क्षेत्र के प्रति समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए मैं पहले भी समर्पित था और आज भी हूं। आज मीडिया के माध्यम से मैं जनता से निवेदन करना चाहता हूं जीवन के आखिरी क्षण तक मैं जनता के विकास और प्रगति के लिए समर्पित रहूंगा। उन्होंने कहा कि इंदौर देवास के लोगों, संस्थाओं ने मेरा जो अभूतपूर्व स्वागत किया है, उसके लिए मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, कृतज्ञ हूं।विकास और जनसेवा को समर्पित हैं भाजपा की सरकारें   सिंधिया ने कहा कि भाजपा की सरकारें पार्टी के संस्थापक पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के दिखाए रास्ते पर चलकर विकास और जनता की सेवा के काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश विकास और प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है, साथ ही कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के यशस्वी नेतृत्व में हमारी सरकार प्रगति और विकास के प्रति समर्पित है। प्रदेश सरकार हाल ही आई विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रही है और प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रही है।  

Kolar News

Kolar News 17 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से अंगदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि अंगदान जीवन का सबसे बड़ा महापुण्य है। अंगदान करने से आप अपने जीवन के बाद भी एक साथ कई जिंदगी बचा सकते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से कहा है कि प्रति वर्ष 13 अगस्त को अंगदान दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य मनुष्य को मृत्यु के बाद अंगदान करने की प्रतिज्ञा दिलाने के लिए प्रोत्साहित करना है। अंगदान में अंगदाता के अंगों जैसे हृदय, लिवर (यकृत), गुर्दे, आंत, फेफड़े और अग्नाशय का दान उसकी मृत्यु के पश्चात जरूरतमंद व्यक्ति को प्रत्यारोपित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण लोगों के मन में अंगदान के बारे में भय और मिथक विद्यमान हैं। भारत में संपन्न एक सर्वेक्षण के अनुसार प्रत्येक वर्ष लगभग पांच लाख व्यक्तियों की मृत्यु अंगों की अनुपलब्धता के कारण हो जाती है। कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी उम्र, जाति, धर्म और समुदाय का हो, अंगदान कर सकता है। अंगदान करने की कोई निश्चित उम्र नहीं होती है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आइए, हम सभी विश्व अंगदान दिवस पर अंगदान करने और इसके प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने का संकल्प लें। अपनी जिंदगी के बाद भी अन्य लोगों की जिंदगी का उपहार दें। हमारा यह छोटा सा प्रयास किसी के लिए नवजीवन बन सकता है।

Kolar News

Kolar News 13 August 2021

भोपाल, 13 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय रेल में बैठकर हमारी विविधता में एकता की संस्कृति के दर्शन होते हैं। भारतीय रेल कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश को एक सूत्र में बाँधती हैं। मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति के कारण उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम की ओर जाने वाली लगभग सभी ट्रेनें यहाँ से होकर गुजरती हैं। उन्होंने यह बातें प्रदेश में तीन नई ट्रेनों के शुभारम्भ अवसर पर कहीं। मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मंडल के अंतर्गत तीन नई मेमू ट्रेन्स सतना-इटारसी, सतना-मानिकपुर तथा कटनी-बीना को हरी झण्डी देकर रवाना किया। मुख्य कार्यक्रम सतना में आयोजित किया गया। इस अवसर पर सांसद वीडी शर्मा, सांसद गणेश सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, विधायक शरदेंदु तिवारी, लोकेन्द्र पाराशर, अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा, डीआरएम संजय विश्वास आदि उपस्थित थे।सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगी ये मेमू ट्रेनमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आमजन की सुविधा के लिए तीन नई मेमू (मेन लाईन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन आज प्रारंभ की जा रही हैं। ये ट्रेन्स जी.पी.एस., डिजिटल डिस्पले, सी.सी.टी.वी., बॉयो टॉयलेट आदि सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगी। इनके माध्यम से आमजन तेज गति से सुविधापूर्ण यात्रा कर सकेंगे। खासतौर से रोज आने-जाने वालों के लिए ये अत्यंत उपयोगी होंगी।प्रदेश में निरंतर बढ़ रही है रेल, सड़क व फोन कनेक्टिविटीउन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में रेल, सड़क एवं फोन कनेक्टिविटी निरंतर बढ़ रही है। भारत में 67 हजार किलोमीटर से अधिक रेल नेटवर्क तथा 13 हजार से अधिक यात्री ट्रेन एवं 8 हजार मालगाड़ियाँ हैं। मध्यप्रदेश में लगभग 700 से अधिक रेलवे स्टेशन और 4 हजार 800 किलोमीटर का रेल नेटवर्क है। प्रदेश में रेल सुविधाओं का निरंतर विकास हो रहा है। ललितपुर-सिंगरौली रेल लाईन भी क्षेत्र के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।विकास के पर्याय हैं मुख्यमंत्री चौहानसांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में तेज गति से विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री चौहान विकास के पर्याय बन गए हैं। आज तीन नई मेमू ट्रेन प्रारंभ हुई हैं, जो कि आम नागरिकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होंगी। इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री, रेल मंत्री तथा मुख्यमंत्री तीनों बधाई के पात्र हैं।आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं ये ट्रेनसांसद गणेश सिंह ने कहा कि ये मेमू ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं। इनमें यात्री सूचना प्रणाली, जी.पी.एस., सी.सी.टी.वी., बॉयो टॉयलेट आदि सुविधाएँ हैं। इनकी गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। प्रत्येक ट्रेन में 8 डिब्बे होंगे, जिनमें 650 यात्री बैठकर यात्रा कर सकेंगे। ये सभी ट्रेन अनारक्षित होंगी तथा बीच के सभी स्टेशनों पर रूकेंगी।

Kolar News

Kolar News 13 August 2021

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद सबसे अधिक समय तक कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन कभी भी कांग्रेस पिछड़ों का भला नहीं कर पायी। कांग्रेस सरकार ने ओबीसी कमीशन बनाकर पिछड़ों को लॉलीपॉप दिया, लेकिन उसे संविधान का दर्जा नहीं दिया, क्योंकि पिछड़ा वर्ग को इन्होनें हमेशा वोट बैंक माना। कांग्रेस को डर था कि अगर ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा मिल जायेगा तो यह वर्ग अपने अधिकारों को प्राप्त कर लेगा और कांग्रेस का वोट बैंक खत्म हो जायेगा। कांग्रेस ने वर्षों तक जातियों को लड़ाने और भ्रमित करने का काम किया है। और यही कमलनाथ और कांग्रेस के नेता प्रदेश मंव कर रहे है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने राज्यसभा और लोकसभा में जिस तरह अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया, यही कांग्रेस का मूल चरित्र है। ठीक वैसी ही नौटंकी करते हुए कमलनाथ और उनके विधायकों ने विधानसभा सत्र को चलने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आज कमलनाथ पिछड़ों की हित की बात करते है लेकिन वह बताएं कि पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण के लिए मुख्यमंत्री रहते उन्होंने क्या किया ? उनके समय में एडवोकेट जनरल ने कोर्ट में पैरेवी के लिए खड़े होने की भी आवश्यकता नहीं समझी। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के जो नेता आज पिछड़ों के हित में कपड़े फाडकर नौटंकी कर रहे हैं, वे बताएं कि हाईकोर्ट में उनकी सरकार ने केवीएट दायर क्यों नहीं की ? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ और उनकी सरकार चलाने वाले दिग्विजय सिंह की उदासीनता के चलते पिछड़ों को उनका हक नहीं मिल पाया। इस दौरान शर्मा ने कहा कि पिछड़ी जातियों के लिए आज लोकसभा में जो बिल पारित हुआ है उसे कांग्रेस की सरकारें क्यों नहीं कर पायी ? मोदी सरकार ने आज यह कानून पारित कर राज्यों को अधिकार दिया कि जातियों के बारे में निर्धारण करने के लिए राज्य स्वतंत्र है। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के संबंध में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रहे है। प्रदेश सरकार ने बड़े वकील इस मामले की पैरवी के लिए किए है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर काम कर रही है। केन्द्र के मंत्रिमंडल के पुर्नगठन में ओबीसी के 27 मंत्री बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री जी ने नीट परीक्षा में 27 प्रतिशत ओबीसी और 10 प्रतिशत सवर्णो को आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भय और भ्रम फैलाकर राजनीति कर रही है।

Kolar News

Kolar News 13 August 2021

भोपाल। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में इस वर्ष से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जाएगी। अभी स्नातक स्तर के प्रथम वर्ष के लिये नीति के प्रावधानों को लागू किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर विभाग द्वारा बनाई टास्क फोर्स ने अन्य राज्यों की उच्च शिक्षा व्यवस्था का अध्ययन किया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की कार्य योजना बनाई। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को पत्रकारों से प्रदेश में सकल नामांकन अनुपात एवं विभागीय गतिविधियों के संबंध में संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा को अधिक जॉब ओरिएंटेड बनाने के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं। डॉ. यादव ने बताया कि इस वर्ष महाविद्यालयों में 177 डिप्लोमा एवं 282 सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। 79 विषयों के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम तैयार किये गए हैं, जिसमें विद्यार्थियों को वैकल्पिक विषय चुनने का अवसर दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप एक साल में सर्टिफिकेट, दो साल में डिप्लोमा एवं तीन साल में डिग्री सहित 'मल्टीपल एंट्री, मल्टीपल एग्जिट सिस्टम और चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) भी लागू किया जा रहा है। इस वर्ष आधार पाठयक्रम में योग एवं ध्यान के पाठ्यक्रम भी जोड़े गए हैं। जीईआर में लगातार उल्लेखनीय वृद्धि   डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में पिछले 5 वर्षों में सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) में लगातार उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। आल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन (एआईएसएचई) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में जीईआर में साढ़े चार प्रतिशत से अधिक वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। वर्ष 2015-16 में जीईआर 19.6 था, जो 2019-20 में 24.2 पर पहुँच गया है। वर्ष 2019-20 में 5.36 लाख विद्यार्थियों ने स्नातक प्रथम वर्ष और स्नातकोतर प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लिया था। इसके बाद पिछले वर्ष 20-21 में 5.64 लाख विद्यार्थियों ने इन कक्षाओं में प्रवेश लिया। इस वर्ष उम्मीद है कि यह रिकॉर्ड भी नया बनेगा।डॉ. यादव ने कहा कि म.प्र. अभी भी राष्ट्रीय औसत जीईआर (27.1) से थोड़ा पीछे है. लेकिन इस वर्ष आशा है कि हम इस अंतर को समाप्त करने में सफल होंगे। उच्च शिक्षा में आगामी सत्र से जीईआर बढ़ाने को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं। वर्ष 2020-21 में 12वीं कक्षा में म.प्र. माध्यमिक शिक्षा मंडल, ओपन बोर्ड और सीबीएसई से लगभग प्रदेश में 8.23 लाख विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इस संख्या को दृष्टिगत रखते हुए विभाग ने निजी और शासकीय महाविद्यालयों की सीटों में 25 प्रतिशत वृद्धि की है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वर्ष 2035 तक देश में जीईआर 50 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य रखा गया है। मध्यप्रदेश में इस लक्ष्य को पाने के लिए कार्य प्रारंभ किया गया है।दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा   ऐसे युवक-युवती जो नियमित विद्यार्थी के रूप में पढ़ने में सक्षम नहीं हैं या कामकाज में व्यस्त हैं उन्हें उच्च शिक्षा प्रदान कराने की दृष्टि से 134 शासकीय महाविद्यालयों में म.प्र. भोज मुक्त विश्वविद्यालय के स्टडी सेंटर खोले गए हैं और 84 नए सेंटर प्रस्तावित हैं। निजी महाविद्यालयों में भी स्टडी सेंटर खोले जाने के लिए प्रस्ताव विचाराधीन है। भोज मुक्त विश्वविद्यालय को अन्य विश्वविद्यालय के साथ जोड़ कर दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में कुलपतिगणों से भी चर्चा की जाएगी।स्थानीय स्तर पर विशेष प्रयास   प्रवेश की संख्या बढ़ाने को लेकर जिलों में स्थानीय स्तर पर विशेष प्रयास किए जा रहे है। शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य जीईआर टारगेट लेकर प्रवेश की संख्या बढ़ाने पर कार्य करेंगे। बड़े महाविद्यालयों को संकाय के हिसाब से शिफ्ट में लगाने और स्थानीय स्तर पर एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में पढ़ाने के लिए प्राध्यापकों की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। विशेष रूचि लेकर कार्य करने वाले प्राध्यापकों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों में से 73 प्रतिशत विद्यार्थी शासकीय महाविद्यालय में प्रवेश लेते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए शासकीय महाविद्यालयों में भी सीटों की वृद्धि की जा रही है।सभी शासकीय एवं निजी महाविद्यालय कम से कम 1 गाँव गोद लेंगे। इस तरह प्रदेश में लगभग 1500 गाँव गोद लिए जाएंगे, जिनमें उच्च शिक्षा से बंचित कोई युवा न हो इसके लिए सर्वे कराएंगे।निजी महाविद्यालयों को प्रोत्साहन   उच्च शिक्षा में निजी भागीदारी को बढ़ाने के लिए निजी महाविद्यालय खोलने संबंधी नियमों को सरल बनाया जा रहा है। नए कॉलेज खोलने की प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है, जिसमें दस्तावेज अपलोड करने पर एनओसी जारी की जाती है। पिछले 2 वर्षों में 89 नए निजी महाविद्यालयों को अनुमति जारी की गई है। इसमें भूमि संबंधी शर्त, किराये के भवन एवं आवेदन शुल्क संबंधी प्रावधान और सरल किए जा रहे हैं, जिसके लिये अन्य राज्यों के प्रावधानों को भी देखा गया है।  

Kolar News

Kolar News 12 August 2021

गुना। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा रविवार को गुना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर द्वारा निरीक्षण किया। उन्होंने हेलीपैड गुना आकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में ऊर्जा मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, सांसद डॉ. केपी यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सिकरवार, विधायक गोपीलाल जाटव, पूर्व विधायक एवं नपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सलूजा, पूर्व विधायक ममता मीणा सहित कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए., पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा, अपर कलेक्टर विवेक रघुवंशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टी.एस.बघेल उपस्थित रहे। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि मैंने स्वयं ग्वालियर संभाग के जिलों में बाढ की स्थिति से हुए नुकसान को देखा है। अब सबसे पहला काम हमारा यह है कि लोगों के जन-जीवन को सामान्य तथा जो नुकसान हुआ है उसके लिए राहत राशि का काम तेजी से किया जाये। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, पानी, बिजली, दवाओं के छिड़काव, आदि की व्यवस्था प्राथमिकता से की जाये। बाढ़ के कारण जिन गांव में पानी के ट्रांसफार्मर और बिजली के खंबे डूबे थे, वहां पर बिजली की सप्लाई करने के पूर्व पूरी तरह से निरीक्षण कर लिया जाए, कि लाईन पूरी तरह से दुरूस्त है। गरीबों को खाद्यान्न वितरण का कार्य तेजी से पूरा किया जाये। जिन क्षेत्रों के रास्ते अवरूद्ध हैं, वहां पर भी राशन पहुंचाया जाये।सिंधिया ने कहा कि अतिवृष्टि से जो लोग बेघर हुए हो और जान-माल का जो नुकसान हुआ हो उसका सर्वे शीघ्रता से कराकर राहत राशि प्रदान की जाये। पेयजल की व्यवस्था के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए दिए पेयजल के स्त्रोत शुरू किये जाएं। जिससे लोगों को शुद्ध पानी मिल सके। दवाओं के छिडकाव के संबंध में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि जिन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हुयी थी, वहां पर दवाओं का छिड़़काव किया जाये, ताकि बीमारियों का खतरा न रहे।पंचायत मंत्री ने बतायी सोडा गांव की समस्या   पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि बमोरी विधानसभा क्षेत्र का सोड़ा गांव हर समय बाढ़ से प्रभावित होता है और इस गांव के निवासियों की जान पर बन आती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए कोई ऐसी व्यवस्था बने, जिससे यहां के नागरिकों को परेशानी न हो।केन्द्रीय मंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के कार्यों को सराहाकेन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि चाहे कोरोना की आपदा हो अथवा बाढ़़ या अतिवृष्टि की, गुना जिले के जन-प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन ने बेहतर कार्यकुशलता से एवं समन्वय से काम करते हुए आपात समय में व्यवस्थाएं संभाल कर अच्छा उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं बाढ़ में फंसी 3 माह की नवजात बच्ची को रेसक्यू कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।मौसम विज्ञान की सूचना एवं वर्षा की स्थिति पर नजर बनाये रखें   सिंधिया ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौसम विज्ञान से प्राप्त जानकारी एवं प्रतिदिन के वर्षा के आंकड़ों को सामने रखकर पहले से ही इस प्रकार की व्यवस्था बनायी जाये कि अतिवृष्टि और बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटा जा सके और नागरिकों को कम से कम परेशानी हो।नागरिकों के नुकसान का हो शीघ्र आंकलन   सिंधिया ने बैठक में कहा कि अतिवृष्टि और बाढ़ से नागरिकों के मकान, पशु हानि तथा व्यक्तिगत जो भी क्षति हुयी है उसका तत्काल मूल्यांकन कराया जाये। जिससे प्रभावितों को राहत शीघ्र मिल सके।शासकीय परिसंपत्तियों को दुरूस्त कराने की हो कार्यवाही   बैठक में सिंधिया ने कहा कि जिले में जो शासकीय संपत्तियां जिनमें स्कूल, सड़क, पुल-पुलियां, अस्पताल, बिजली के खंबे, ट्रांसफार्मर आदि जो भी नुकसान हुआ हो उसका शीघ्र आंकलन हो, जिससे केंद्र से राशि की मांग की जाये।स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया जाये केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये। इससे कोई बीमारी आदि न फैलने पाये। सिंधिया ने खाद्यान्न वितरित किया उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को गुना नगर में वार्ड क्रमांक 28 की उचित मूल्य दुकान पहुंचकर नागरिकों को खाद्यान्न वितरित किया। अतिथियों द्वारा हितग्राहियों को खद्यान्न से भरे हुए थैले वितरित किए गए। सिंधिया द्वारा गुना नगर में गुनिया नदी का पानी भर जाने तथा अतिवृष्टि से मकानों में हुयी क्षति से प्रभावित परिवारों के निवास पर पहुंचकर उन्हें ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। सिंधिया ने किया बाढ़ प्रभावित गांव का निरीक्षण ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को शिवपुरी भ्रमण पर आए। इस दौरान उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण पर निकले। उन्होंने ग्राम ख़यावदा, नरवर के ग्राम पनघटा और पुला का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से हालचाल जाना। सिंधिया ने कहा कि पिछले 50 वर्षों में इस बार इतनी अतिवृष्टि हुई है। जिससे शिवपुरी के कई गांव प्रभावित हुए हैं। बांध, जलाशय, नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांव में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई जिससे ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पढ़ रहा है लेकिन ग्रामीणजन परेशान ना हो उन्हें हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों की जो भी क्षति हुई है उसका टीम द्वारा सर्वे किया जाएगा और किसानों को राहत पहुंचाई जाएगी। साथ ही अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पेयजल व्यवस्था सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिए।  

Kolar News

Kolar News 8 August 2021

  भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति, संस्कार, जीवन मूल्य और शिष्टता यह कहती है कि शब्दों का उचित चयन होना आवश्यक है। संसद तथा विधानसभा में विभिन्न विषयों को प्रस्तुत करते समय कभी-कभी क्रोध, आवेश या आक्रोश में ऐसे शब्द निकल जाते हैं, जो सामान्य शिष्टाचार की परिधि के बाहर होते हैं। शब्दों का चयन ऐसा होना चाहिए, जिससे कोई आहत न हो। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को विधानसभा सचिवालय द्वारा तैयार की गई पुस्तक "असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह" के विमोचन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा स्थित मानसरोवर सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ, गृह एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा तथा पूर्व संसदीय कार्य मंत्री व प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक डॉ. गोविंद सिंह उपस्थित थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संसद और विधानसभा प्रजातंत्र के मंदिर हैं। यहाँ सदस्यों को अपनी बात रखने का अधिकार है। संसद में अटल बिहारी वाजपेयी, इंद्रजीत गुप्त, सोमनाथ चटर्जी जैसे सांसदों की समृद्ध परम्परा रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा में भी वरिष्ठ और अनुभवी वक्ताओं के वक्तव्य हुए हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा द्वारा “असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह” पुस्तक का प्रकाशन अभिनंदनीय प्रयास है। इससे विधायकों और सदन की गरिमा बढ़ेगी। यह पुस्तक सभी के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।पुस्तक विमोचन अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ, प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक डॉ. गोविंद सिंह ने भी अपने विचार रखे।    

Kolar News

Kolar News 8 August 2021

ग्वालियर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार की देर रात ग्वालियर पहुंचे। उन्होंने यहां आते ही ग्वालियर-चंबल संभाग में अति वर्षा से हुए नुकसान और राहत के लिये किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेने के लिये स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमाण्ड सेंटर में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत व बचाव के लिये बनाई गई रणनीति पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राहत और बचाव के कार्य में कोई कमी नहीं रहना चाहिए। हर पीड़ित व्यक्ति को समय पर सहायता मिले यह सुनिश्चित किया जाए। सभी को 50-50 किलो अनाज के साथ ही अन्य आवश्यक वस्तुएं भी मुहैया कराई जाएं। इस मौके पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, मोहन सिंह राठौर, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, आईजी अविनाश शर्मा, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।सिंधिया ने कहा है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में अति वर्षा से हुए नुकसान का आंकलन तत्परता से किया जाना चाहिए। इसके लिये सभी जिलों में राजस्व विभाग के दल गठित कर तेजी के साथ आंकलन करें ताकि प्रभावितों को सहायता उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि प्रत्येक जिले की नहीं बल्कि प्रत्येक विकासखण्ड स्तर की प्लानिंग की जाए। सभी बांधों और नदियों के जल स्तर पर 24 घंटे निगरानी की व्यवस्था की जाए। मौसम विभाग के आंकलन के आधार पर ही नदियों और बांधों में बढ़ने वाले जल स्तर को देखते हुए रणनीति बनाकर राहत और बचाव का कार्य किया जाए।केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा है कि खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। बरसात अभी भी जारी है। हम सबको सतर्क रहने की आवश्यकता है। बचाव के लिये जो उपाय किए जाना है उनको भी तैयार रखा जाए। सेना के माध्यम से भी बचाव के जो कार्य किए गए हैं वह सराहनीय है लेकिन उन्हें भी स्थिति के संबंध में निरंतर जानकारी देकर तैयार रहने का आग्रह किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में पीड़ित परिवारों को भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो इसके लिये सभी जिला कलेक्टर अपने स्तर से चाक-चौबंद प्रबंध करें। किसी भी प्रभावित को भोजन पानी के लिये परेशान न होना पड़े। आवश्यकतानुसार प्रभावितों को बांस, बल्ली, तिरपाल एवं अन्य जो जरूरी सामग्री है उसकी उपलब्धता कराई जाए।उन्होंने कहा कि राहत और बचाव के कार्य में जनप्रतिनिधि भी आगे बढ़कर अपना सहयोग प्रदान करें। पीड़ितों को खाद्य सामग्री पहुँचाने के कार्य में भी जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्थायें और प्रबुद्ध नागरिक अपना योगदान दें। प्रभारी मंत्री सिलावट ने बताया कि जल संसाधन विभाग की ओर से भी सभी बांधों पर सतत निगरानी की जा रही है। जल स्तर बढ़ने की स्थिति में एहतियात के तौर पर सभी प्रबंध भी किए जा रहे हैं। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग की सभी नदियों के जल स्तर पर निगरानी करते हुए जल बढ़ने से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में बचाव के उपाय तत्परता से हो इसकी भी व्यवस्था की गई है।ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि अति वर्षा के कारण ग्वालियर-चंबल संभाग के अनेक क्षेत्रों में विद्युत की लाईनों, ट्रांसफार्मरों एवं खम्बों को भी भारी नुकसान हुआ है। विभाग की ओर से सभी जगहों पर विद्युत आपूर्ति प्रारंभ करने की दिशा में विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। विभाग की ओर से भी नुकसान का आंकलन कर उसे व्यवस्थित करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना एवं जिला कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भी राहत सामग्री वितरण के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को दी जाने वाली सहायता के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50-50 किलो खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री के ट्रक भी भेजे गए हैं। ग्वालियर जिले से श्योपुर जिले के लिये भी नियमित रूप से खाद्यान्न पहुँचाने का क्रम जारी है। स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन भी प्रारंभ कर दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 8 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय पुरूष हॉकी टीम द्वारा टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर टीम को बधाई दी है। उन्होंने टीम में शामिल प्रदेश के युवा खिलाड़ी इटारसी के विवेक सागर और मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी के नीलकांता शर्मा को सम्मान निधि के रूप में एक-एक करोड़ रुपये का पुरूस्कार प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को अपने निवास से मीडिया के लिए जारी संदेश में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह केवल कांस्य पदक ही नहीं है, अपितु भारतीय हॉकी का पुनर्जागरण है। भारतीय हॉकी टीम ने दुनिया की श्रेष्ठ टीमों न्यूजीलैंड, स्पेन, अर्जेंटीना, ग्रेट ब्रिटेन, जर्मनी, जापान को परास्त कर यह सम्मान प्राप्त किया है।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए विशेष रूप से यह गर्व की बात इसलिए भी है कि हमारे प्रदेश के इटारसी जिले के युवा खिलाड़ी विवेक सागर इस टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने ओलंपिक प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर भारतीय टीम को कई श्रेष्ठ टीमों के विरूद्ध विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नीलकांता शर्मा भी मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी से चयनित होकर गए थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरूष हाकी टीम का भी सम्मान और स्वागत किया जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 5 August 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने केन्द्र सरकार से मूंग की फसल बेचने के लिए परेशान हो रहे किसानों को राहत देते हुए कोटा बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश में खुद सरकार के मुताबिक ग्रीष्मकालीन मूंग का 3,16,892 किसानों द्वारा 8.36 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीयन कराया गया है ,जिस का उत्पादन 12.12 लाख मीट्रिक टन होता है। पूर्व में प्रदेश को 1.34 लाख मीट्रिक टन उपार्जन का लक्ष्य मिला था, जिसे अब 1.13 लाख मीट्रिक टन और बढ़ाकर 2.47 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है, जो कि बेहद कम है ? कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में मूंग का बंपर उत्पादन हुआ है ,आज किसान अपनी मूंग को बेचने के लिए परेशान हो रहा है, शिवराज सरकार ने घोषणा की थी कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा? प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी इसके बंपर उत्पादन के आधार पर इसके कोटा को बढ़ाने का आग्रह केन्द्र सरकार से किया था लेकिन जो कोटा बढ़ाया गया है वो अपर्याप्त है? उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मैं केंद्र सरकार और केंद्रीय कृषि मंत्री से आग्रह करता हूँ कि किसान हित में इस कोटे को और बढ़ाया जावे ताकि अपनी मूंग की फसल को बेचने के लिए परेशान हो रहे किसान को राहत मिल सके।

Kolar News

Kolar News 5 August 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में चार दिन से हो रही भारी बारिश से ग्वालियर-चम्बल अंचल में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, भिंड, मुरैना, ग्वालियर और गुना जिलों में बाढ़ से 1250 गांव प्रभावित हुए हैं, जहां गुरुवार को चौथे दिन भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इन गांवों से 11 हजार 100 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बाढ़ग्रस्त जिलों में 60 राहत शिविर बनाएं गए हैं, जिनमें अभी करीब 12 हजार लोग हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से फोन पर चर्चा कर प्रदेश में बाढ़ की ताजा स्थिति की जानकारी ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बाढ़ के हालात पर मुख्यमंत्री से बातचीत की। मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से आज सुबह फोन पर चर्चा की और मध्यप्रदेश में बाढ़ की वर्तमान स्थिति, रेस्क्यू ऑपेरशन एवं राहत कार्यों से अवगत कराया। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर के नुकसान, फसलों की क्षति, बिजली एवं टेलीकॉम नेटवर्क आपूर्ति के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि इस कठिन परिस्थिति में केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के बाढ़ पीड़ितों के साथ है और प्रदेश को केंद्र द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। मैं उनके इस संवेदनशील पहल के लिए प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बाढ़ से उत्पन्न परिस्थिति से निपटने तथा राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ, भारतीय थल सेना, वायुसेना, बीएसएफ के जवान दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार से प्राप्त हो रहे निरंतर सहयोग के लिए आभार! मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि आज केंद्रीय गृह मंत्री शाह से भी फोन पर चर्चा की और प्रदेश में बाढ़ से उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों, राहत कार्यों, केंद्र के विभिन्न बचाव दलों से मिल रहे सहयोग एवं बुनियादी आवश्यकताओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। गृह मंत्री शाह ने मध्यप्रदेश को हरसंभव मदद का भरोसा देते हुए केंद्र की एक एडवांस टीम क्षति आकलन के लिए प्रदेश में भेजने की बात कही। निरंतर सहयोग के लिए गृह मंत्री के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।मुख्यमंत्री ने बताया कि आज प्रातः प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जिला प्रशासन, चंबल ग्वालियर रेंज के आईजी और कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन एवं बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। शिवपुरी के करेरा काली पहाड़ी और भिंड में तीन स्थानों पर एयर ऑपेरशन चल रहा है। आज सुबह शिवपुरी और भिंड जिले में हेलीकॉप्टर की मदद से एक सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया।उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य निरंतर जारी है। प्रदेश के बांध पूर्णत: सुरक्षित हैं। किसी भी तरह के भ्रामक समाचार एवं अफ़वाहों पर ध्यान न दें। जिला प्रशासन एवं बचाव दल सहित प्रदेश स्तर की टीम बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार साथ है। अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति से प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करके ही हम चैन की सांस लेंगे। बाढ़ से बंद हुए श्योपुर-मुरैना मार्ग पर आवागमन शुरू हो गया है। शिवपुरी और श्योपुर सड़क पर भी ट्रैफिक शुरू हो गया है। बाढ़ से बंद हुए श्योपुर-मुरैना मार्ग पर आवागमन शुरू हो गया है। शिवपुरी और श्योपुर सड़क पर भी ट्रैफिक शुरू हो गया है।मुख्यमंत्री अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्वालियर, चंबल संभाग के प्रभारी मंत्रियों तथा कलेक्टर्स के साथ बाढ़ राहत के संबंध में चर्चा कर रहे हैं। इस अवसर पर गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा उपस्थित हैं।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्रीचौहान बुधवार शाम को भाजपा सांसदों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। दिल्ली से लौटने के बाद देर रात उन्होंने अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलायी और बाढ़ की स्थिति को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। पिछले 70 साल में पहली बार ऐसी स्थित बनी है। प्रशासन और सामाजिक संगठनों को मिलकर राहत कार्यों में जुटना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अलावा राहत शिविरों में भी भोजन और स्वच्छ जल मुहैया कराया जाए। मकानों की मरम्मत, बिजली बहाल, सड़क मार्गों को दुरुस्त करने का कार्य भी शीघ्रता से प्रारंभ करना चाहिए। संचार सुविधाएं भी बहाल हों। बाढ़ राहत राशि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाए। आवास, फसल और पशुओं की हानि के संबंध में भी सर्वेक्षण कराया जाए।  

Kolar News

Kolar News 5 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि श्योपुर और शिवपुरी जिलों में कूनो और पार्वती नदी में आई बाढ़ में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट कराने के लिए वायु सेना से तत्काल चर्चा कर व्यवस्था की जाए। अगले 48 घंटे में ग्वालियर, चंबल संभाग में बारिश की संभावना को देखते हुए ग्रामीणों को गाँवों से तत्काल निकलने के लिए कहा जाए। बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जानकारी दी गई कि कूनो और पार्वती नदी में आई बाढ़ से श्योपुर और शिवपुरी जिले के गाँव प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए जिला प्रशासन, एस.डी.आर.एफ. कार्यरत है। एन.डी.आर.एफ. की टीम भी बाढ़ क्षेत्रों में पहुँच रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के अन्य भागों में हो रही वर्षा और बांधों की स्थिति की जानकारी ली।  

Kolar News

Kolar News 2 August 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर में विकसित होने वाले फर्नीचर और खिलौना क्लस्टर में राज्य शासन हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। क्लस्टर में स्थापित इकाइयों से प्रदेश में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। यह आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए आवश्यक है। इंदौर में फर्नीचर और खिलौना क्लस्टर विकसित करना, उद्योगपतियों की सराहनीय पहल है। मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को मंत्रालय में इंदौर फर्नीचर क्लस्टर तथा खिलौना क्लस्टर के संबंध में भेंट करने आए उद्योगपतियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, आयुक्त उद्योग एवं सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विवेक पोरवाल उपस्थित थे।इंदौर फर्नीचर क्लस्टरइंदौर के बेटमा में 154 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 600 करोड़ रुपये की लागत से फर्नीचर क्लस्टर विकसित किया जा रहा है। क्लस्टर में 171 निवेशकों द्वारा अपनी इकाइयाँ स्थापित की जाएंगी। इससे लगभग 5200 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने क्लस्टर के लिए नामांतरण के आधार पर अलॉटमेंट, क्लस्टर को तीन फेज में विकास की अनुमति और विद्युत सब स्टेशन, एक एम.एल.डी. पानी तथा 45 मीटर सड़क बनाकर देने की प्रतिनिधियों की माँग पर सहमति प्रदान की।इंदौर खिलौना क्लस्टरइंदौर में राऊ रंगवासा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले खिलौना क्लस्टर में 70 करोड़ रुपये के निवेश की 20 इकाइयाँ स्थापित करने की योजना है। इससे लगभग 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रथम वर्ष का अनुमानित उत्पादन लगभग 250 करोड़ रुपये का है। प्रतिनिधि मंडल ने क्लस्टर के लिए शासन द्वारा क्षेत्र को विकसित कर विभागीय दर पर सदस्यों को सीधे आवंटित करने संबंधी माँग रखी। मुख्यमंत्री चौहान ने इसकी सहमति देते हुए भवन निर्माण के लिए दो एफएआर की स्वीकृति भी प्रदान की।

Kolar News

Kolar News 2 August 2021

  भोपाल। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस को झूठ बोलने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि किसान, बेरोजगारों व महंगाई को लेकर हल्ला मचाने वाली कांग्रेस को तो इन मुद्दों पर बोलने का हक ही नही है क्योंकि वह तो चुनावी घोषणा पत्र में झूठ बोलकर पहले ही धोखेबाज़ी कर चुकी है। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सच मे अजब कांग्रेस के गजब खेल है। कभी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ किसानों की चिंता करते दिखते है तो कभी दिग्विजय सिंह बेरोजगारों को लेकर सरकार को कोसते दिखते है। आज सभी काँग्रेसी नेताओं को किसान, बेरोजगार ओर महंगाई की चिंता हो रही है लेकिन जब प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी तब कांग्रेस सरकार ने क्या किया। कांग्रेस तो चुनाव में वचन देकर पलट गई। किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ करने का वचन देने वालों ने एक भी किसान का कर्जा माफ नही किया। उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस ने वादा किया था कि बेरोजगारों को 4 हज़ार रुपए हर महीने भत्ता देंगे। 15 महीने चली सरकार में एक भी बेरोजगार को भत्ता नही दिया। कायदे से हर बेरोजगार को 15 महीने में 60 हज़ार रुपए मिल जाना चाहिए थे।बेरोजगारो के नाम पर आज झूठे आंसू बहा रही इसी कांग्रेस ने लिखित में वादा कर बेरोजगारों के साथ छल किया। महंगाई को लेकर आज आंदोलन करने वाली कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भी कांग्रेस ने जनता से झूठ बोला। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पेट्रोल डीजल पर टैक्स कम करने का वादा किया था। लेकिन किया उसका उल्टा तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने घटाने की जगह वैट बढ़ा दिया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि झूठे वादे कर सत्ता पाना और फिर भूल जाना कांग्रेस की पुरानी आदत है। जनता भी कांग्रेस की इस फितरत को अब अच्छे से समझ गयी है इसलिए वह कांग्रेस के बहकावे में नही आती है और आएगी भी नहीं चाहे काँग्रेसी कितने ही घडिय़ाली आँसू बहाते रहे।  

Kolar News

Kolar News 2 August 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से उनके कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल के उपार्जन के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री तोमर से अनुरोध किया कि राज्य में पंजीकृत किसानों द्वारा मूंग की फसल को अधिकाधिक केन्द्र द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जित किया जाए, जिससे किसानों को उनकी पैदावार का सही मूल्य मिल सके। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से ग्रीष्मकालीन मूंग के लिए 05 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त का लक्ष्य एवं ग्रीष्मकालीन फसल उड़द के लिए 0.61 लाख मीट्रिक टन उपार्जन का लक्ष्य निर्धारित करने का भी आग्रह किया।मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग का 34020 मीट्रिक टन का अधिकतम उपार्जन करने का लक्ष्य और मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना में मूंग फसल का एक लाख मीट्रिक टन उपार्जन करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस प्रकार मूंग का कुल 1.34 लाख मीट्रिक टन उपार्जन लक्ष्य प्राप्त हुआ है। वर्ष 2020-21 में प्रदेश का कुल दलहन उत्पादन 64.94 लाख मीट्रिक टन है, जबकि कुल उपार्जन का लक्ष्य 17.23 लाख मीट्रिक टन होता है। अतः 17.23 लाख मीट्रिक टन उपार्जन किया जाना शेष है।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में लगभग 3.2 लाख किसानों द्वारा 12 लाख मीट्रिक टन मूंग उपार्जन के लिए पंजीयन हुआ है। प्रदेश को अबतक 1.34 लाख मीट्रिक टन मूंग उपार्जन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जो अत्यन्त कम है। केन्द्रीय मंत्री तोमर ने मुख्यमंत्री को ध्यानपूर्वक सुना और केन्द्र द्वारा हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

Kolar News

Kolar News 29 July 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में गुरुवार को कोरोना के 07 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से एक बार फिर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन्स का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि थोड़ी सी भी असावधानी से स्थिति बिगड़ सकती है। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि -"आज इंदौर ज़िले में कोविड-19 के 7 पॉज़िटिव केस आये हैं। मैंने प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। वहां के नागरिकों से भी मैं विनम्र अनुरोध करता हूँ कि अगर हमने ज़रा सी भी असावधानी रखी, तो परिस्थितियों को बदलने में देर नहीं लगेगी, इसलिए सजग रहें और गाइडलाइंस का पालन करते रहें।"उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है कि -"आज पन्ना ज़िले में कई दिनों बाद कोविड-19 के 4 पॉज़िटिव केस आये हैं। मैंने प्रशासन को तुरंत कंटेन्मेंट ज़ोन बनाकर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। आज राज्य में भी 18 पॉज़िटिव केस आये हैं। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूँ कि गाइडलाइंस का पालन आवश्यक रूप से करें। थोड़ी सी भी असावधानी से स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए मास्क लगते रहें, आपस में दूरी बनाकर रखें और हाथ धोते रहें। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।"

Kolar News

Kolar News 29 July 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हायर सेकेण्डरी (12वीं) परीक्षा, हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक सर्टिफिकेट परीक्षा और हायर सेकेण्डरी (अंध, मूक बधिर) श्रेणी के परीक्षा परिणाम गुरुवार को घोषित किये गए। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने माध्यमिक शिक्षा मंडल में ऑनलाइन सिंगल क्लिक से परीक्षा परिणाम जारी किया। इस बार सभी विद्यार्थियों को उत्तीर्ण किया गया है। इस बार बोर्ड ने 12वीं का परीक्षा परिणाम 10वीं के ‘बेस्ट ऑफ फाइव सब्जेक्ट’ फॉर्मूले के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें 10वीं कक्षा के पांच सबसे अच्छे परफॉर्मेंस वाले विषयों के अंक लिए गए हैं। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की परीक्षा में करीब 7 लाख 37 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं किया गया है। इनमें से 52 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी, 40 फीसदी द्वितीय श्रेणी और सात फीसदी विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं।विद्यार्थी और उनके अभिभावक एमपी बोर्ड के पोर्टल https://mpbse.mponline.gov.in, www.mpbse.nic.in, www.mpresults.nic.in के अलावा कुछ निजी मीडिया समूहों की बेवसाइट पर भी अपना परीक्षा परिणाम देख सकेंगे।स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने बताया कि जो स्टूडेंट्स इस रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं, उनके लिए 01 सितम्बर से 25 सितम्बर 2021 के बीच री-एग्जाम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन mpbse.nic.in या mponline.gov.in पर 01 अगस्त से 10 अगस्त 2021 तक कराए जाएंगे। स्टूडेंट्स चाहें तो सभी विषयों की परीक्षा दे सकते हैं या फिर जिस विषय में अंक कम हैं, सिर्फ उसकी परीक्षा दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च शिक्षा मंत्री के साथ बैठक कर यह निर्देश दिये हैं कि जितने भी स्टूडेंट्स 12वीं पास कर उच्च शिक्षा के लिए जा रहे हैं, उनका एडमिशन सुनिश्चित किया जा सके। इसके लिए अगर कॉलेजों में सीट्स बढ़ानी पड़े, तो सरकार वह भी करेगी। मंत्री परमार ने कहा कि अगले साल यानी 2022 की बोर्ड परीक्षा का पूरा कार्यक्रम 30 अगस्त 2021 तक जारी कर दिया जाएगा। कोशिश की जाएगी कि परीक्षा ऑफलाइन मोड पर आयोजित की जा सके। इसके अलावा इस पूरे साल सतत मूल्यांकन की प्रक्रिया चलती रहेगी, ताकि विषम परिस्थितियों में उन असेसमेंट्स के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा सके। स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने 12वीं के परीक्षा परिणाम में सफलता पाने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में सफलता पाने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई और सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य एवं सफल जीवन के लिए के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।  

Kolar News

Kolar News 29 July 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यकारी अध्यक्ष, मीडिया प्रभारी व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश के मंदसौर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के मामले में शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पहले उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई, जिसमें ज्यादातर मजदूर थे, फिर मुरैना के मानपुर और पहावाली गांव में 27 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई। इसके बाद जहरीली शराब पीने से ही ग्वालियर में 2 लोगों की मौत हुई जबकि भिंड जिले में होली के समय जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हुई। अब जहरीली शराब पीने से मंदसौर में 11 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि माफिया, शराब माफिया यहां से भाग जाए नहीं तो दस हाथ गहरे गड्ढे में गढ़ दूँगा। जीतू पटवारी ने पूछा कि वह दस हाथ गहरा गड्ढा कहा है आज तक पता ही नहीं चला, जब पता चला तो आदिवासियों की लाशें मिली उस गढ्ढे में, पटवारी ने कहा कि नकली सरकार में नकली जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई। पटवारी ने कहा कि खरीद फरोख्त कर बनी शिवराज सरकार का "नक़ली" शब्द से गहरा संबंध हैं। यही कारण है कि नकली शराब, नकली खाद्यान, नकली रेमदिसिविर, नकली प्लाज्मा, नकली दवाइयां और मंत्रियों के नकली पीए भी सामने आने लगे है। जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ की 15 महीने की सरकार ने माफिया को प्रदेश से खदेड़ दिया था। लेकिन जबसे शिवराज सरकार आई है यह प्रदेश माफिया के लिए शरण स्थली बन गई है। जीतू पटवारी ने मांग करते हुए कहा कि उज्जैन में जहरीली शराब मामले में आईएएस अधिकारी राजेश राजौरा को जांच सौंपी थी उसका क्या हुआ जो एक बार फिर मंदसौर मामले में उनके नेतृत्व में जांच दल गठित कर दिया। क्या यह सरकार का पाखंड है या वह प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। जीतू पटवारी ने आबकारी विभाग जिस मंत्री के अंतर्गत आता है उसकी नैतिक जिम्मेदारी के आधार पर उनसे सरकार को इस्तीफा ले लेना चाहिए। पटवारी ने कहा कि जहरीली शराब क्यों बिक रही है क्योंकि बीजेपी के स्थानीय नेता माफिया से पैसा लेती है, इन स्थानीय नेताओं से भाजपा का संगठन पैसा लेता है और सरकार इन माफियाओं से पैसे की वसूली करती है, जिन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि ये सभी मौतें शिवराज सरकार की लापरवाही का नतीजा है।  

Kolar News

Kolar News 28 July 2021

भोपाल। राजधानी भोपाल में बुधवार को ओबीसी महासंघ ने आरक्षण को लेकर प्रदर्शन किया। ओबीसी महासंघ के आंदोलन को आदिवासी संगठन और कांग्रेस का समर्थन मिला है। आंदोलन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हुई और पुलस ने लाठीचार्ज का प्रयोग किया। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आंदोलन में शामिल लोगों पर किये गये बल प्रयोग और गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा की है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘हमारी सरकार ने ओबीसी वर्ग के हित के लिये उनके आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने का निर्णय लिया था। शिवराज सरकार में इच्छाशक्ति के अभाव, कमजोर पैरवी व ठीक ढंग से पक्ष नही रखने के कारण यह आज तक लागू नही हो पाया है? कमलनाथ ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि ‘कांग्रेस ओबीसी महासभा के आंदोलन का पूर्ण समर्थन करती है। आज इस माँग को लेकर ओबीसी वर्ग के आंदोलन में शामिल लोगों पर किये गये बल प्रयोग, दमन व गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा करता हूँ। शिवराज सरकार यदि इस वर्ग के साथ न्याय नही कर सकती है तो कम से कम दमन तो नही करे?

Kolar News

Kolar News 28 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों पर सरकार सख्त है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में शराब माफिया को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। मंदसौर, इंदौर में मामला सामने आते ही प्रशासन ने आरोपियों के अवैध ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है। सरकार शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर कठोर कानून बना रही है। मीडिया से बातचीत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास उठाकर देख लीजिए , जुमलों की कतार मिलेगी। कांग्रेस ने 'इंदिरा लाओ गरीबी हटाओ' का नारा खूब लगाया। लेकिन देश से कांग्रेस के राज्य में एक बार भी गरीबी नहीं हटी, गरीब जरूर हटा दिए। कांग्रेस की इसी तरह आज भी जुमलेबाजी जारी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ पर आधारित पार्टी है। यही वजह है कि पंजाब,राजस्थान व छत्तीसगढ़ में उसकी सरकारों में अंतर्कलह मची है। दरअसल कांग्रेस हाईकमान अपना दखल बनाए रखने के लिए हर राज्य में पेंच फंसा देता है। उसे राजस्थान में सचिन पायलट और छत्तीसगढ़ में टीएस सिंहदेव से किया वादा निभाना चाहिए। कांग्रेस में हमेशा से परिवार का पेट भरने की चिंता गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के अंदर की समस्या कांग्रेस के लोग भी अच्छे से जानते हैं ,लेकिन बताते नहीं हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल यदि अपने दामाद को ऑब्लाइज कर रहे हैं,तो यह कोई नई बात नहीं है। यह कांग्रेस की पुरानी और शीर्ष से चलने वाली परंपरा है। सच यह है कि कांग्रेस में हमेशा से परिवार का पेट भरने की चिंता की जाती है, गरीब का नहीं।  

Kolar News

Kolar News 28 July 2021

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार को उज्जैन पहुंचकर महाकालेश्वर मन्दिर में सपरिवार भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजन अर्चन किया। इस दौरान उन्होंने बाबा महाकाल का महारूद्राभिषेक भी किया। महारूद्राभिषेक महाकालेश्वर मन्दिर के पुरोहितों एवं पुजारियों द्वारा सम्पन्न कराया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह एवं दोनों पुत्र कार्तिकेय सिंह एवं कुणाल सिंह के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और यहां सभी ने मिलकर महारूद्राभिषेक पूजन किया। पूजन शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में सम्पन्न हुआ। महारूद्राभिषेक पूजन के दौरान प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन, महिदपुर के विधायक बहादुरसिंह चौहान, बहादुरसिंह बोरमुंडला, विवेक जोशी, विशाल राजौरिया, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला, अन्य जनप्रतिनिधि, मीडिया के प्रतिनिधि तथा शासकीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री ने दिवंगत पुजारी महेश शर्मा की पुत्री को दिया 11 लाख रुपये का चेक   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने उज्जैन प्रवास के दौरान महाकालेश्वर मन्दिर में महारूद्राभिषेक पूजन में शामिल हुए। पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री चौहान ने महाकालेश्वर मन्दिर के दिवंगत पुजारी महेश शर्मा (उस्ताद) की सुपुत्री सृष्टि शर्मा को 11 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि उक्त राशि महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के द्वारा स्वीकृत की गई थी।  

Kolar News

Kolar News 26 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मंदसौर जिले में प्रदेश के आबकारी मंत्री के क्षेत्र खंखरई गाँव में ज़हरीली शराब में तीन लोगों की दुखद मौत की घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि शिवराज सरकार इस इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जाँच की तत्काल घोषणा करे। कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में शिवराज सरकार के आने के बाद अवैध शराब का व्यापार पूरे प्रदेश में फल-फूल रहा है, शराब माफिय़ाओं के हौसले बुलंद है, प्रदेश के कई हिस्सों में ज़हरीली शराब से कई लोगों की मृत्यु पिछले कुछ समय में हो चुकी है, आबकारी मंत्री के क्षेत्र में ज़हरीली शराब की यह घटना कई सवाल खड़े कर रही है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज सरकार इसे रोकने में गंभीर नही दिख रही है? ना माफिया 10 फि़ट नीचे गढ़ रहे है, ना टंग रहे है, ना लटक रहे है? ना हमारे मुख्यमंत्री जी का अलग मूड नजऱ आ रहा है? पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार से इस घटना में मृत प्रत्येक पीडि़त परिवार को 10 -10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की माँग की है, साथ ही अस्पताल में भर्ती लोगों के सरकारी खर्च पर इलाज की समुचित व्यवस्था करने व पीडि़त परिवारों की हर संभव मदद की माँग की है। इस घटना को लेकर उन्होंने कांग्रेस का एक जाँच दल बनाने की भी घोषणा की है। जो मौक़े पर जाकर पूरे मामले की जाँच कर, पीडि़त परिवारों से मिल कर, इसकी पूरी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगा। जाँच दल में - नवकृष्ण पाटिल ( अध्यक्ष मंदसौर कांग्रेस कमेटी), राजकुमार अहीर (वरिष्ठ कांग्रेस नेता), उमराव सिंह गुर्जर को शामिल किया गया है।

Kolar News

Kolar News 26 July 2021

भोपाल। मंदसौर में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत के मामले में पिपलिया मंडी थाना प्रभारी शिव कुमार यादव और एसआई रामलाल दडिग को निलंबित कर दिया गया है। मामले में आबकारी विभाग के निरीक्षक नरेंद्र डामोर को भी निलंबित कर दिया गया है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि एमपी में माफिया के खिलाफ निरंतर अभियान चल रहा है। मंदसौर में अवैध शराब मामले में एक टीआई, एसआई और आबकारी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। प्रदेश में किसी भी तरह के माफिया को पनपने नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन ने अवैध शराब बेचने वाले पिंटू उर्फ योगेंद्र का मकान तोड़ दिया है। पिपलिया मंडी थाना क्षेत्र के खकरई गांव में किराने की दुकान से अवैध शराब खरीदकर पीने से तीन लोगों की मौत हुई थी। कांग्रेस पर कसा तंज इस दौरान मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की सिर्फ दो राज्यों में बहुमत की सरकार बची है। इस समय पूरे देश में कांग्रेस में मची अंतर्कलह की ही चर्चा है। रहा सवाल कमलनाथ जी का तो जब उन्हें अपनी सरकार गिरने का ही पता नहीं चला तो अरुण यादव के बारे में क्या पता चलेगा। पंजाब और छत्तीसगढ़ के हालात देख लीजिए, कांग्रेस में सब जगह कबीलों की तरह खींचातानी चल रही है।

Kolar News

Kolar News 26 July 2021

भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कमलनाथ ने गुरुवार को एक बयान जारी कर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कोरोना की इस दूसरी लहर में हमने प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, खंडवा, शहडोल, मुरैना, छतरपुर सहित कई जिलों में बड़ी संख्या में लोगों को ऑक्सीजन के अभाव में खुली आँखो से दम तोड़ते देखा है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के सिलेंडर लिये दर-दर भटकते देखा है, ऑक्सीजन की कमी से अस्पतालों में हाहाकर मचते देखा है। कई जिलों में अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी के बोर्ड लगाकर मरीजों को भर्ती करने से तक से मना कर दिया था। अस्पताल में भर्ती मरीजों से लिखवा लिया गया था कि ऑक्सीजन की कमी से होने वाली जनहानि के लिये वो ही जिम्मेदार होंगे। सरकार ख़ुद इन मौतों के बाद जागी और प्रदेश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की घोषणाएँ की गयी, जो कि आज दो माह भी अधूरे है, और आज शिवराज सरकार बड़ी ही बेशर्मी से कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी से प्रदेश में कोई मौत नही हुई, प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी ही नही थी, यह तो पीडि़त परिवारों के साथ मजाक है? कमलनाथ ने कहा कि उस समय तो कहते थे कि हम रात-दिन जागकर ऑक्सीजन की व्यवस्था में लगे रहे? आखिर सरकार सच्चाई से क्यों भाग रही है, क्यों नही स्वीकार रही है कि उसके कुप्रबंधन से, ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में लोगों की जाने गयी? यह तो झूठ की इंतेहा है? पूर्व सीएम ने कहा कि जब मैंने कोरोना से हुई मौतों के वास्तविक आँकड़े जारी किये, सरकार के झूठ की पोल खोली तो मेरे खिलाफ एफ़आईआर तक दर्ज करवा दी, सरकार भले मुझ पर और एफ़आईआर दर्ज करवा दे, लेकिन आज मैं दावे के साथ कह रहा हूँ कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में ऑक्सीजन के अभाव से सैकड़ों लोगों की जाने गयी है, कई मौतें तो रिकोर्ड तक में नहीं आ पायी। हर पीडि़त परिवार ने ऑक्सीजन के इस भीषण संकट को भुगता है, मैं और कांग्रेस उन परिवारों के साथ खड़ी थी, खड़ी है और खड़ी रहेगी। यह सच है कि जिन लोगों ने अपनो को खोया है वो इस झूठी, निष्ठुर सरकार को कभी माफ़ नही करेंगे?

Kolar News

Kolar News 22 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में देश के एक बड़े अखबार दैनिक भास्कर समूह के आधा दर्जन ठिकानों पर आयकर विभाग द्वारा छापामार कार्रवाई की गई है। जानकारी मिली है कि गुरुवार को तड़के दैनिक भास्कर के मालिकों के घरों और संस्थानों पर एक साथ आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी। फिलहाल कार्रवाई जारी है। जानकारी मिली है कि आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग द्वारा दैनिक भास्कर समूह के भोपाल, जयपुर, नोएडा, अहमदाबाद और मुंबई आदि शहरों में स्थित ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। भोपाल में दैनिक भास्कर कार्यालय में मौजूद सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। यहां तक कि किसी को बाहर भी निकलने नहीं दिया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आयकर विभाग की इस कार्रवाई को पत्रकारिता पर मोदी-शाह का प्रहार बताया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि - "पत्रकारिता पर मोदी-शाह का प्रहार!! मोदी-शाह का एक मात्र हथियार आईटी, ईडी, सीबीआई। मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।"  

Kolar News

Kolar News 22 July 2021

भोपाल। देश में ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने के दावे पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोला है। मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अब मौत पर सियासत न करें। राज्यों द्वारा भेजी गई सूचना के आधार पर केंद्र ने राज्यसभा में जवाब दिया। छतीसगढ़ सहित कांग्रेस शासित राज्यों ने भी मौत से इनकार किया है। बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मौत पर सियासत करना कांग्रेस का शगल है और वह यही कर रही है। केंद्र ने राज्यों से मिली सूचना के आधार पर ही जवाब दिया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि प्रदेश में कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। केंद्र ने भी यही जानकारी दी। उपचुनावों में सभी भ्रम दूर हो जाएंगे मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि देश में कांग्रेस रसातल की ओर जा रही है और मध्य प्रदेश की जनता जागरूक और समझदार है। जाहिर है डूबते जहाज में कौन बैठना चाहता है। कांग्रेस की अब प्रदेश में सरकार तो बनना नहीं है। कांग्रेस दमोह के सपने नहीं देखे, उपचुनावों में उसके सभी भ्रम दूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जग जाहिर है कि दिग्विजय सिंह की वजह से ही प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिरी है। अब वो उन्हें नेताप्रतिपक्ष के पद से भी हटवाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। कमलनाथ जी आपको दिग्गी राजा की साजिशों से बचकर रहना चाहिए। वहीं डबरा में महिला के एसिड पीने के मामले में कांग्रेस के आरोप पर कहा कि भ्रम के कारण ये स्थिति निर्मित हुई। महिला ने पहले खुद एसिड पीने का बयान दिया था। केंद्रीय महिला आयोग की सदस्य से मिलने के बाद पीडि़त महिला ने अपना बयान बदला। इसके बाद धाराएं बढ़ाई गई। कांग्रेस नेता डॉ गोविंद सिंह से बंद कमरे में हुई चर्चा कांग्रेस नेता डॉ गोविंद सिंह और लखन घनघोरिया बुधवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात करने उनके निवास पहुंचे। यहां दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई। दोनों दलों के कद्दावर नेताओं की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। इनकी मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 21 July 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अमर शहीद मंगल पांडेय की जयंती पर उन्हें नमन कर स्मरण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास पर शहीद मंगल पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण किया। देश में आजादी की लड़ाई का पहली बार शंखनाद करने वाले अमर शहीद मंगल पांडेय की 194वीं जयंती है। उनका का जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था। वे ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल इंफेन्ट्री के सिपाही थे। उन्हें आजादी की लड़ाई के नायक के रूप में सम्मान दिया जाता है। अंग्रेजों को डर था कि मंगल पांडेय ने विद्रोह की जो चिंगारी जलाई है वह देशभर में कहीं ज्वाला न बन जाए। इसलिए तय तारीख से 10 दिन पहले ही 8 अप्रैल 1857 को मंगल पांडे को फांसी दे दी गई।भारत के स्वाधीनता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में सन् 1984 में एक डाक टिकट जारी किया गया।

Kolar News

Kolar News 19 July 2021

अशोकनगर। व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिये चर्चित मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री जब अशोकनगर जिले के प्रभारी मंत्री बनकर पहली बार यहां आए तो शुरू से ही सरकारी तंत्र पर नकेल कसने की अपनी मंशा जाहिर कर गए। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर एक दिन की यात्रा पर अशोकनगर आए थे। सबसे पहले उन्होंने यहां टेढ़े खंभे और टूटी लाइनें देखीं तो विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके बाद देर रात जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाएं देखकर उन्हें सुधरवाने के लिए गांधीगिरी करते नजर आए। दरअसल, प्रभारी मंत्री तोमर सोमवार को जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए पहुंचे थे। जिला चिकित्सालय में मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने कोविड वार्ड के आइसीयू में दवाओं को रखने वाले फ्रिज को खोला, तो वह बंद मिला। यह देखते ही मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में सिविल सर्जन डॉ. हर्षवर्धन जैन से कहा कि इसके लिए मैं 21 बार जेल गया हूं। उन्होंने फिर दोबारा हाथ की अंगुलियों को चलाते हुए कहा कि 21 बार। मैं आपको द्वितीय बार प्रणाम कर रहा हूं। लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैटरनिटी वार्ड के बाहर से ऊर्जा मंत्री निकल रहे थे, तभी वाटर कूलर पर नजर पड़ी, वह भी बंद मिला। इस बात पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सिविल सर्जन आपकी सीआर खराब हो जाएगी। तीन दिन के भीतर इस वाटर कूलर को सुधरवाओ। उनके साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया, कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. और पुलिस अधीक्षक राजीवकुमार मिश्रा भी रहे। निरीक्षण के दौरान बहानेबाजी कर रहे चिकित्सा अधिकारियों को मंत्री ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए वे लगातार काम करते रहे हैं और एक-एक चीज के बारे में अच्छे से जानते हैं। इसी कारण उनको 21 बार जेल भी जाना पड़ा है। मंत्री के लहजा बदल कर इस तरह बात करने के बाद सिविल सर्जन और अन्य जिम्मेदारों को शर्मिंदा होना पड़ा।  

Kolar News

Kolar News 19 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस द्वारा लगातार महंगाई और किसानों के मुद्दे पर सवाल उठाए जाने पर गृह मंत्री ने कहा है कि जब कांग्रेस के नेता किसानों की बात करते हैं तो मुझे अजीब लगता है। कांग्रेसी नेता वल्लभ भवन से बाहर नहीं निकले। उन्होंने कहा कि महंगाई और किसानों पर बात करने का हक कांग्रेस को नहीं है। इस दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नगरीय निकाय चुनाव टालने के कांग्रेस के आरोप पर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के नाम कांग्रेस का राजनीति करना अच्छी बात नहीं है। हम सभी पहली और दूसरी लहर की पीड़ा भोग चुके हैं। अभी भी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। राजनीति के लिए विषयों की कमी नहीं है। कांग्रेस को कोरोना के नाम पर राजनीति कर जनता में भ्रम की स्थिति नहीं फैलाना चाहिए। दिग्विजय सिंह पर कसा तंज दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा में मप्र के अगले मुख्यमंत्री की लिस्ट जारी करने के बयान पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जी आजकल भाजपा की कुछ ज्यादा ही चिंता कर रहे हैं जबकि उन्हें कांग्रेस की चिंता करने की जरूरत है। कांग्रेस अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं तय कर पा रही है। कार्यकारी अध्यक्ष से काम चलाना पड़ रहा है। इसकी फिक्र करने के बजाय दिग्विजय मप्र में भाजपा के मुख्यमंत्री को लेकर परेशान है। मैं जानता हूं कि वे किसके कहने पर सोशल मीडिया कैंपेन चला रहे हैं। कांग्रेस की दुर्दशा पर होता है अफसोस पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस की दुर्दशा देखकर अफसोस होता है। जिस व्यक्ति ने राहुल गांधी को पप्पू बोला, कांग्रेस को मुन्नी से भी ज्यादा बदनाम कहा, उसे पंजाब में पार्टी का मुखिया बनाना पड़ा। कांग्रेस के भाइयों अब मिलकर ठोको ताली...!

Kolar News

Kolar News 19 July 2021

विदिशा/भोपाल। विदिशा जिले के गंजबासौदा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लाल पठार में हुए हादसे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निरंतर नजर बनाए हुए हैं। वे मंत्रालय स्थित राज्य स्तरीय सिचुएशन रूम से गंजबासौदा के रेस्क्यू ऑपरेशन का समन्वय कर रहे हैं। उनके साथ गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित हैं। घटनास्थल से चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार सुबह उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। सीएम शिवराज ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि गंजबासौदा हादसे में असमय अपनी जान गवाने वाले मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना है। राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि मृतकों के परिवारजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, घायलों को 50 हज़ार रुपये एवं नि:शुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा है कि सिचुएशन रूम से हमने घटनास्थल का निरीक्षण किया। रात से ही, जैसे ही जानकारी मिली प्रशासन सक्रिय हुआ है। कलेक्टर, एसपी, एडीजी, कमिश्नर, मंत्री विश्वास सारंग बिना पलक झपके रातभर से स्वयं अपनी निगरानी में राहत एवं बचाव कार्य करा रहे हैं। घटनास्थल पर कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम लोगों को मदद पहुंचा रही है। राज्य शासन के प्रतिनिधि के तौर पर विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग रात भर घटनास्थल पर मौजूद रहे, उनकी देखरेख में बचाव दल फसे हुए लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं। मैं लगातार घटना स्थल पर मौजूद प्रशासन से संपर्क में हूँ और बचाव कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहा हूँ। राज्यपाल ने हादसे पर दुख व्यक्त कियामध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने गंजबासौदा हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि विदिशा जिले के गंजबासौदा में हुई दुर्घटना के समाचार से वे अत्यंत दुःखी हैं। वे ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिजनों को यह गहन दु:ख सहने की शक्ति देने और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।गृह मंत्री ने मृतकों को दी श्रद्धांजलिप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गंजबासौदा के लाल पठार गांव में हुए कुआ हादसा में मृतकों की प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने ट्वीट कर रहा है कि ‘गंजबासौदा के लाल पठार गांव में कल रात हुए दर्दनाक हादसे में काल कवलित हुए लोगों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिजनों को यह गहन दुख सहने का आत्मबल प्रदान करें।’गंजबासौदा के लाल पठार गांव में गुरुवार रात एक बच्चा कुएं में गिर गया था। उसे बचाने के लिए 25-30 ग्रामीण कुएं की मुंडेर और उस पर लगी जाली पर चढ़ गए थे। अचानक हुए हादसे के चलते ग्रामीण, जाली और मिट्टी के साथ कुएं में जा गिरे थे। देर रात राहत एवं बचाव कार्य के दौरान भी 20 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी देर रात मौके पर पहुंच गए थे और रातभर वहीं रहे। सुबह बचाव कार्य के दौरान दो शव और निकाले गए। अब तक कुल चार शव निकाले जा चुके हैं। अनुमान है कि तीस से अधिक लोग कुएं में गिरे थे। ग्रामीणों ने घर-घर जाकर लापता लोगों का पता किया है। बताया गया है कि अभी गांव के 11 लोग लापता हैं। फिलहाल कुएं में राहत एवं बचाव कार्य जारी है।  

Kolar News

Kolar News 16 July 2021

भोपाल। विदिशा जिले के गंजबासौदा क्षेत्र में गत रात्रि लालपठार गांव में 30 फिट गहरे कुएं में एक बच्चे के गिरने, बच्चे को देखने कुए की मुड़ेर पर उमड़ी भीड़ से मुड़ेर गिर जाने और लगभग 20 लोगों के कुए में गिर जाने से हुई अत्यंत हृदय विदारक एवं दर्दनाक घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने हादसे में मारे गये लोगों के प्रति दु:ख व्यक्त करते हुए अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की तथा उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उक्त घटना की जद में आये बचे हुए ग्रामीणों की जीवन रक्षा की कामना की है। ज्ञात हो कि हादसे में करीब 4 लोगों की मौत होने की खबर है तथा कई लोग अभी भी लापता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाथ के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने उक्त घटना की जांच हेतु एक चार सदस्यीय समिति गठित की है। समिति में विदिशा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल सिलाकारी, विधायक शशांक भार्गव, पूर्व विधायक निशंक जैन और लोकसभा प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल को शामिल किया गया है। प्रदेश कांग्रेस ने समिति के सदस्यों को निर्देशित किया है कि वे अपने कार्यकर्ता साथियों सहित तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर राहत कार्यों में मदद करें और घटना से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास करें, उनके दु:ख में सहभागी बन उन्हें ढांढ़स बंधायें। घटना की जांच कर प्रदेश कांग्रेस को विस्तृत वस्तु स्थिति से अवगत करायें।

Kolar News

Kolar News 16 July 2021

विदिशा/भोपाल। विदिशा जिले के गंजबासौदा थाना अंतर्गत ग्राम लाल पठार में गुरुवार रात एक बच्चे को बचाने की कोशिश कर रहे 25-30 लोग कुएं में गिर गए। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन का अमला मौका पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया। सुबह तक कुएं से करीब 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि चार लोगों के शव बरामद हुए हैं। फिलहाल रेस्क्यू जारी है। जानकारी के मुताबिक, लाल पठार गांव गुरुवार रात करीब 9.00 बजे 13 साल का बच्चा कुएं में गिर गया। उसे बचाने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे और कुएं पर बनी बाउंड्री वॉल पर खड़े हो गए। इसी दौरान बाउंड्री वॉल भरभराकर कुएं में जा गिरी। उसके साथ बाउंड्री वॉल पर खड़े 25-30 लोग भी कुएं में जा गिरे। कुएं की गहराई करीब 40 फीट बताई जा रही है और उसमें करीब 20-25 फीट तक पानी भरा हुआ था। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि करीब 20 लोगों को कुएं से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि चार लोगों के शव बरामद हुए हैं। अभी कुछ लोगों के कुएं में दबे होने की संभावना है। उच्चस्तरीय जांच व सहायता के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया है कि विदिशा जिले के गंजबासौदा थानांतर्गत कुछ लोगों के कुएं में गिरने की प्रारंभिक सूचना मिली है। घटनास्थल पर एसडीएम उपस्थित हैं। प्रशासन की टीम तत्परता के साथ बचाव कार्य में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री चौहान ने सीएस, डीजीपी और एसडीआरएफ डीजी से बात की है। वे लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं और लाइव कॉन्टैक्ट में हैं। उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जांच और पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मैंने गंजबासौदा घटना की उच्चस्तरीय जांच और पीड़ितों को हरसंभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पूरी ताकत से प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा है। मैंने इसी स्थान को कंट्रोल रूम बना दिया है। लगातार मैं सीधे राहत एवं बचाव कार्य के संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि गंजबासौदा में कुएं में अनेक लोगों के गिरने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। राहत व बचाव कार्य हेतु एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम, कमिश्नर, आईजी मौके पर पहुंच गए हैं। बेहतर से बेहतर प्रयास करके हम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। विश्वास सारंग भी तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।  

Kolar News

Kolar News 16 July 2021

ग्वालियर। कोविड का संकट अभी टला नहीं है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की चुनौती हम सबके सामने है। इसलिए पुख्ता रणनीति के तहत और तेजी के साथ सभी इंतजाम किए जाएं। कोरोना संकट के दौरान सरकारी अस्पातलों के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है। हमारे प्रयास ऐसे हों कि यह विश्वास और मजबूत हो।यह बात जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने गुरुवार को जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए कही। जनप्रतिनिधिगणों एवं अधिकारियों की इस संयुक्त बैठक में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह व सांसद विवेक नारयण शेजवलकर भी मौजूद थे।प्रभारी मंत्री सिलावट ने कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिये ग्वालियर जिले की पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया और बधाई देते हुए कहा कि कोरोना के आगामी संकट से निपटने के लिये कोई भी कार्य कागज पर न रह जाए। उसके नतीजे सामने दिखना चाहिए। उन्होंने जिले में निर्माणाधीन सभी ऑक्सीजन प्लांट हर हाल में दो माह के भीतर पूर्ण करने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी प्राथमिकता के साथ ऑक्सीजन प्लांट लगवाए जाएं। सिलावट ने कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल के स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्थाएं भी बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कलेक्टर से कहा कि सरकारी अस्पतालों में मानव संसाधन की पूर्ति के लिए प्रस्ताव तैयार करें। वे सांसद, जिले के मंत्रिगण एवं अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर मानव संसाधन की पूर्ति के लिये स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारियों के साथ भोपाल में बैठक करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी इस संबंध में आग्रह किया जाएगा।जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता और खपत का आंकलन, सरकारी व निजी अस्पतालों में आईसीयू सहित बैड की उपलब्धता, कोविड जांच व टीकाकरण समेत कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई।कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में जानकारी दी कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखकर मानव संसाधन की कमी को दूर करने के लिये जिले में 2 हजार कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के अस्पतालों में लगभग 6 हजार बैड की उपलब्धता का इंतजाम कर लिया गया है। जिसे जरूरत पड़ने पर आसानी से 8 हजार किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि सरकारी एवं निजी अस्पतालों के अलावा 53 नर्सिंग कॉलेज में भी ऑक्सीजन व स्टाफ सहित बैड की व्यवस्था कराई जा रही है।कलेक्टर ने जानकारी दी कि जिले के सरकारी अस्पतालों में 9 ऑक्सीजन प्लांट निर्माणाधीन हैं, इनमें से कुछ पूर्ण हो चुके हैं शेष दो माह के भीतर पूर्ण हो जायेंगे। जिले में 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भण्डारण की क्षमता विकसित कर ली गई है। ऑक्सीजन प्लांट के अलावा 2200 सिलेण्डर वर्तमान में उपलब्ध हैं और एक हजार का इंतजाम किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ किशोर कान्याल ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिये बनाई गई जिले की रणनीति पर विस्तार से प्रजेण्टेशन दिया।वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए उपयोगी सुझाव   राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्रामीण अंचल के हर विधानसभा क्षेत्र के कम से कम एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सी टी स्कैन मशीन की व्यवस्था करने का सुझाव रखा। साथ ही ग्रामीण अस्पतालों में रिक्त पदों की जल्द पूर्ति कराने की बात कही।सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने तात्कालिक रूप से अनुबंध के आधार पर मानव संसाधन का इंतजाम, डबरा के अस्पताल में 15 अगस्त तक आईसीयू और ऑक्सीजन प्लांट चालू कराने पर बल दिया। साथ ही कहा यहां के अस्पताल भवन का निर्माण भी जल्द पूर्ण कराया जाए।पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने सुझाव दिया कि मेडीकल कॉलेज में ऑटोनोमस बॉडी के जरिए और जिला चिकित्सालय व अन्य अस्पतालों में शासन स्तर से पदों की पूर्ति के लिये जल्द से जल्द प्रयास किए जाएं। मिश्रा ने कोविड वार्डों में भर्ती मरीजों के लिये वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टर्स की सलाह और अटेण्डर्स के ब्रीफिंग की व्यवस्था करने का सुझाव रखा।पूर्व मंत्री इमरती देवी ने डबरा अस्पताल के उन्नयन और आईसीयू व्यवस्था मजबूत करने की सलाह दी। जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष मनीषा यादव ने मोहना में प्रसूति सुविधाएँ मुकम्मल करने का सुझाव रखा।पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल ने ग्वालियर जिले के लिए वैक्सीन डोज बढ़ाने का सुझाव रखा। पूर्व विधायक मदन कुशवाह ने जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन चालू कराने, जिला चिकित्सालय में 20 बैड का आईसीयू जल्द शुरू करने, बेहट अस्पताल भवन का निर्माण शुरू करने और हस्तिनापुर में एम्बूलेंस की व्यवस्था करने का सुझाव रखा। राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि इनमें से अधिकांश काम हो चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 15 July 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायतों के चुनावों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने गुरुवार को नगरीय निकायों एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों के आगामी आम निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि नगरीय निकाय आम निर्वाचन की तैयारी समय-सीमा में पूरी करें। बता दें कि प्रदेश में कुल 407 में से 347 नगरीय निकायों के साथ-साथ पंचायतों के आम निर्वाचन होना है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि निर्वाचन से संबंधित जो कार्यवाही शेष है, उसकी सूची बनायें और प्रत्येक कार्य समय पर करें। तैयारी पूरी होते ही आम निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण और वैक्सीनेशन की स्थिति के मद्देनजर वर्तमान में आम निर्वाचन करवाया जाना संभव है। कोरोना के कारण पहले से ही आम निर्वाचन बहुत लेट हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले नगरीय निकायों के निर्वाचन करवाये जायेंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रत्येक सेक्शन के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नई अमिट स्याही क्रय करने के आदेश जल्द जारी करें। नगरीय निकायों में बनने वाले स्ट्राँग रूम में सीसीटीव्ही कैमरे लगवाने की व्यवस्था करें। कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन हर स्तर पर किया जाए। 347 नगरीय निकायों में होगा चुनाव बैठक में जानकारी दी कि प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकाय हैं। इनमें से 347 में आम निर्वाचन कराये जाना है। दो चरण में मतदान होगा। प्रथम चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान कराया जायेगा। महापौर/अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। इन 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं। कुल 19 हजार 955 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं। कुल अभी 60 नगरीय निकायों का कार्यकाल बाकी है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च 2021 को हो चुका है। नगरीय निकायों में मतदान ई.व्ही.एम. से कराये जायेंगे। बताया गया कि पंचायतों के आम निर्वाचन 3 चरण में करवाये जाएंगे। त्रि-स्तरीय पंचायतों में पंच के 3 लाख 77 हजार 551, सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत सदस्य के 6 हजार 833, जिला पंचायत सदस्य के 904, उप सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के 313 और जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के 52 पदों का निर्वाचन कराया जायेगा। बैठक में सचिव राज्य निर्वाचन आयोग दुर्ग विजय सिंह, उप सचिव अरुण परमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 15 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास 10 जनपथ पहुंचे। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी इस दौरान वहां मौजूद रहीं। दोपहर 12 बजे से ये मुलाकात चल रही है। इस मुलाकात के कई मायने भी निकल रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस में कमल नाथ को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। कमल नाथ गांधी परिवार के काफी करीबी हैं और पहले भी पार्टी में काफी बड़े पदों पर रहे हैं। हाल में वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी। अहमद पटेल के निधन के बाद कमल नाथ पार्टी के कई महत्वपूर्ण फैसले लेने में शामिल रहे। पिछले कुछ दिनों से लगातार वे दिल्ली में ही थे। पहले भी ऐसी चर्चाएं थी कि कमलनाथ को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी के भीतर अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा जारी है। कमलनाथ को यह जिम्मेदारी मिलती है तो यह कांग्रेस में सबसे बड़ा बदलाव होगा। हालांकि ये इस सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 15 July 2021

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट पर उठाये गए सवालों को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने उन पर पलटवार किया है। डा. मिश्रा ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति करना दिग्विजय सिंह और उनकी पार्टी का शगल है। डा. मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि बहुसंख्यक हिंदुओं की धार्मिक आस्था और प्रतीकों पर चोट करना दिग्विजय और उनकी पार्टी का प्रिय शगल है। जिस पार्टी ने श्रीराम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा किया हो, उससे और उसके नेताओं से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्र और सर्व समाज को सर्वोपरि मानते हुए एक भारत और श्रेष्ठ भारत की सोच रखने वाला संगठन है। जबकि कांग्रेस सत्ता के लिए देश को तोड़ने और समाज को बांटने का काम करती है। उल्लेखनीय है कि दिग्विजय ने बुधवार को सागर में मीडिया से बातचीत करते हुए राम जन्मभूमि के चंदे को लेकर सवाल उठाये थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने कोरोना आपदा में ही नहीं, आस्था में भी अवसर तलाशा है। ट्रस्ट की जमीन खरीदी में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने मंदिर ट्रस्ट को भंग करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए मैंने खुद 1.11 लाख रुपये का चंदा दिया है। मुझे इसका हिसाब देना चाहिए। कोरोना नियंत्रण में, प्रदेश में मात्र 249 एक्टिव केस गृह मंत्री डा. मिश्रा ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण अब लगभग नियंत्रण की स्थिति में है। पिछले 24 घंटे में 29 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जबकि नए केस सिर्फ 11 आए हैं। संक्रमण दर घटकर 0.03% और रिकवरी रेट बढ़कर 98.80% हो गई है। प्रदेश में रोजाना कोरोना के करीब 70 हजार टेस्ट हो रहे हैं। अभी एक्टिव केस 249 हैं।

Kolar News

Kolar News 15 July 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह नई दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन परिसर में नीम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के अपने संकल्प के क्रम में दिल्ली प्रवास के दौरान पौधारोपण किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश भवन के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। बता दें कि नीम का उपयोग चर्म रोग, दंत रोग, बालों की समस्या, पेट के कीडे़, मलेरिया, क्षय रोग, नक्सीर और पीलिया जैसी बीमारियों को दूर करने में होता है। कीटनाशक के रूप में इसका उपयोग अनाज और कपड़ों को सुरक्षित रखने के लिये भी होता है।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चौहान ने नर्मदा जयंती के अवसर पर 19 फरवरी, 2021 को अमरकंटक में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था।

Kolar News

Kolar News 12 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसा है। गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में गत दिवस कांग्रेस के प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने दिग्विजय सिंह की चुटकी ली है और कहा है कि 75 की उम्र मंदिर की सीढिय़ां चढऩे की, वे बैरिकेड पर चढ़ रहे हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिस उम्र में दिग्विजय सिंह जी को मंदिर की सीढिय़ां चढऩा चाहिए, वे बैरीकेड पर चढ़़ रहे हैं। गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में युवाओं का टोटा हो गया है। एनएसयूआई और युवक कांग्रेस का क्या होगा? बुजुर्गों के नेता दिग्विजय सिंह जी और कमलनाथ जी एवं युवाओं के नेता जयवद्र्धन और नकुलनाथ, बाकी कांग्रेस अनाथ। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन तो तब करेंगे जब जनता कांग्रेस के साथ रहेगी अभी तो सिर्फ दर्शन दे रहे हैं, दिखा रहे हैं कि कोरोना के विश्राम के बाद वे भी कुछ कर रहे हैं। कांग्रेस द्वारा सरकार पर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े छुपाने के आरोपों पर डा. मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कुछ आंकड़े बताए थे। तब उन्होंने कहा था कि वार्ड अध्यक्षों से जानकारी जुटाएंगे। अब कह रहे हैं कि स्थानीय निकाय चुनाव में टिकिट उसे देंगे जो कोविड से मरने वालों का आंकड़ा एकत्र करेगा। कोरोना आपदा में पीडि़तों की मदद करने के बजाय सिर्फ मौतों के बारे में भय और भ्रम फैलाकर कांग्रेस के नेताओं ने साबित कर दिया है कि उनमें सेवा की मानसिकता नहीं है। कमलनाथ जी और राहुल गांधी जी जनता के बीच जाने के बजाय इन दिनों लाशों पर राजनीति कर हैं। मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेसियों ने जीवित लोगों की चिंता नहीं की, कब्रिस्तान में जाकर मुर्दों से बातचीत की राहुल गांधी से लेकर कमलनाथ तक एक भी नेता अस्पताल में पीडि़तों से मिलने नहीं गया मानसिकता ही नहीं है सेवाभाव की। वहीं राज्य सभा सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा द्वारा विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरीफ करने के सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि अपने विवेक को संभाल के रखना चाहिए। अपने विवेक को समझाना भी चाहिए ज्ञात रहे कि विवेक तनखा जी ने सिंधिया जी की तारीफ की थी।  

Kolar News

Kolar News 12 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सिंधिया को केन्द्रीय मंत्री बनने पर बधाई दी साथ ही मप्र से एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की। सीएम शिवराज ने सोशल मीडिया के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के साथ मुलाकात की जानकारी साझा करते हुए कहा ‘नई दिल्ली में माननीय श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से भेंटकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनने पर बधाई दी। मुझे विश्वास है कि आपके कुशल मार्गदर्शन में उड्डयन क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार होगा और यह सेक्टर नई ऊंचाइयों को स्पर्श करेगा। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से इंदौर, भोपाल व जबलपुर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण, ग्वालियर में नवीन एयरपोर्ट बनाने और भोपाल को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा की। इसके अलावा इंदौर में इंटरनेशनल फ्लाइट को बढ़ावा देने, उड़ान योजना के अंतर्गत रीवा, खजुराहो, दतिया, ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर में फ्लाइट्स देकर एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की। ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने आवश्यक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है, जिसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूँ।

Kolar News

Kolar News 12 July 2021

भोपाल। सूबे में भाजपा-कांग्रेस के बीच सियासी खींचतान जारी है। राजधानी भोपाल में गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में एक पार्क की 10 हजार वर्गफीट जमीन लघु उद्योग भारती नामक संस्था को आवंटित किए के मामले ने तूल पकड़ लिया है। रविवार को दिग्विजय सिंह की अगुआई में बड़ी संख्या में जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में प्रदर्शन करने पहुंचे और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने बैरिकैडिंग करके कांग्रेसियों को रोका। इससे एक दर्जन कांग्रेसियों को मामूली चोट आई। इस दौरान कांग्रेसियों को आगे बढऩे से रोकने पर दिग्विजय सिंह की मौके पर मौजूद पुलिस के आला अधिकारियों से बहस भी हुई। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर केनन का इस्तेमाल किया। इंडस्ट्रियल एरिया में 10 हजार वर्ग फ़ीट जमीन आरएसएस समर्थित एनजीओ को अलॉट करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने वॉटर कैनन का प्रयोग कर दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता तो पीछे हट गए लेकिन दिग्विजय सिंह बेरिकेड पर डटे रहे और भीगते रहे। दिग्विजय सिंह के साथ पीसी शर्मा भी मौजूद रहे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में इंडस्ट्रीयल एरिया में पार्क के लिए जमीन आवंटित की गई थी। अब शिवराज सरकार इसे संघ से संबद्ध एनजीओ को दे रही है। हम यह नहीं होने देंगे। यदि उन्हें जमीन देना ही है तो अचारपुरा समेत शहर में किसी अन्य जगह पर दे दें। दिग्विजय सिंह की माने तो प्रदेश सरकार की कुछ नीतियों के खिलाफ उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। बता दे कि शनिवार को गोविंदपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की आपत्ति पर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह ने पदाधिकारियों के साथ बैठक करके जमीन का आवंटन निरस्त कराने का भरोसा दिलाया था। इधर गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र को रविवार सुबह आठ बजे से इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ इसे छावनी में तब्दील कर दिया। गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश करने वाले मार्गों पर पुलिस मुस्तैद हो गई। डीआइजी इरशाद वली भी प्रदर्शन स्थल पर मौजूद रहे।  

Kolar News

Kolar News 11 July 2021

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को उज्जैन प्रवास के दौरान यहां विधिवत पूजन कर अत्यधुनिक होजयरी वस्त्र निर्माण इकाई का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल महाराज की कृपा से आज उज्जैन में आर्थिक उत्थान का, रोजगार के अवसरों का नवसूर्योदय हुआ है। कोई साधारण बात नहीं है। आजादी के पूर्व हमारा उज्जैन मिलों के लिए विख्यात था। टेक्सटाइल्स और इंडस्ट्री के मामले में उज्जैन का अलग मुकाम था। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे परिस्थितियां बदलती चली गईं। रोजगार के अवसर कम होते गये। लेकिन आज महाकाल बाबा की कृपा से ये उद्घोष करता हूं कि उज्जैन के औद्योगिक विकास का एक नवयुग का प्रारंभ हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अधोसंरचना का विकास भी करेंगे। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना है। उसके लिए सबसे बड़ी जरूरत है रोजगार के अवसरों की व्यवस्था। इस एक इंवेस्टमेंट से उज्जैन और आसपास के इलाके में 4 हजार लोगों को राेजगार मिलेगा। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, विधायक पारस जैन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव एवं मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में विवेक जोशी, बहादुर सिंह चौहान, पूर्व सांसद चिंतामन मालवीय, कमिश्नर संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 11 July 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने गुरुवार को राजधानी भोपाल स्थित राजभवन में आयोजित गरिमामय समारोह में शपथ ग्रहण की। इसके साथ ही वे मध्य प्रदेश के 30वें राज्यपाल बन गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के 30वें राज्यपाल के रूप में शपथ लेने पर मंगू भाई छगन भाई पटेल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राजभवन के सांदीपनी सभागार में आयोजित गरिमामय समारोह में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने नवनियुक्त राज्यपाल मंगूभाई पटेल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य राजनेता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री ने दी बधाई इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा, "मध्य प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण करने पर मैं मंगूभाई छगनभाई पटेल को शुभकामनाएँ देता हूँ और आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूँ। हम आपके मार्गदर्शन में समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक समस्त योजनाओं का लाभ बेहतर तरीके से पहुँचाने हेतु कार्य करेंगे।" उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि मंगू भाई छगन भाई पटेल जी का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र और समाज के कमजोर वर्ग की उन्नति के लिए समर्पित रहा। वह गुजरात में 27 वर्षों तक विधायक रहे और 18 वर्षों तक गुजरात मंत्रिमंडल में मंत्री रहकर प्रदेश एवं समाज के कमजोर वर्ग की निरंतर सेवा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर बचपन से ही राष्ट्र उत्थान एवं समाज सेवा करते हुए विभिन्न जिम्मेदारियों का आपने सफलतापूर्वक निर्वहन किया। अब आपको मध्य प्रदेश के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी दी गई है जो हमारे लिये सौभाग्य की बात है। आपके मार्गदर्शन में हम मध्य प्रदेश में विकास और जनकल्याण के लिए सतत संकल्पित प्रयास करेंगे। मुझे विश्वास है कि आपकी गरिमामय उपस्थिति में मध्यप्रदेश नई ऊंचाइयों को स्पर्श करेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आपने नवसारी को भी गौरवान्वित किया है। नवसारी से राज्यपाल के पद तक पहुंचने वाले आप दूसरे व्यक्ति हैं। आर्थिक अभावों के कारण आपको अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़कर "रत्न कलाकार" के रूप में कार्य करना पड़ा। आपके राजनैतिक जीवन की शुरूआत नवसारी नपा के सदस्य के रूप में हुई थी।आप प्रदेश में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए कई सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे हैं।आपने बाल्यकाल से ही आर्थिक अभावों का सामना कर लगातार संघर्ष से अपनी मेहनत और योग्यता से यहाँ तक का रास्ता तय किया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वन और पर्यावरण मंत्री रहते हुए 'वन-बंधु' योजना तैयार कर एक बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया। सिकल सेल ऐनिमिया को दूर करने में गुजरात में आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा।आपने गुजरात विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई व आदर्श संसदीय परम्पराओं के उदाहरण प्रस्तुत किये। आपने इस अवधि में मंत्री के रूप में जनजातीय कल्याण, कुटीर उद्योग तथा वन और पर्यावरण मंत्री के रूप में कार्य करते हुए गुजरात प्रदेश एवं जनजातीय समाज के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किये और अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई। उन्होंने कहा कि लंबे अनुभव में आपने गुजरात में 27 वर्षों तक विधायक के रूप में जनसेवा की है, जिसमें 18 वर्षों तक गुजरात मंत्रिमंडल में मंत्री रहे। इस दौरान आपने नरेन्द्र मोदी, आनंदी बेन पटेल, केशू भाई पटेल के मुख्यमंत्रित्व काल में मंत्री के रूप में उल्लेखनीय कार्य किये। आपके लंबे राजनीतिक व सामाजिक जीवन के अनुभव का लाभ राज्य को अवश्य मिलेगा। मुझे विश्वास है आपके कुशल मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए नई ऊंचाइयों को स्पर्श करेगा।

Kolar News

Kolar News 8 July 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दुनिया के अनुभव बताते हैं कि मास्क लगाने से कोरोना का खतरा 95 प्रतिशत तक कम हो जाता है। हम लॉकडाउन के कष्ट को जल्दी भूल जाते हैं। लॉकडाउन ने कई लोगों के रोजगार और व्यापार को प्रभावित किया है। मास्क लगाने और दूरी बनाए रखने की सावधानी का पालन करने से संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे हम रोजगार और व्यापार की आर्थिक गतिविधियों को जारी रख सकते हैं। अब कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने में उदाहरण प्रस्तुत करने का मौका है। निश्चित ही "अद्भुत-अद्वितीय मंदसौर" इस दिशा में पहल करेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें गुरुवार को मंदसौर में नवनिर्मित आरटी-पीसीआर लेब का भोपाल से वर्चुअल लोकार्पण करते हुए कही। वित्त तथा वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा और विधायक देवीलाल धाकड़ ने भी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निवास से सहभागिता की। कार्यक्रम में मंदसौर से विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया उपस्थित थे।50 लाख की लागत की लेब मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदसौर पहला जिला है जहाँ मेडिकल कॉलेज के अलावा आरटी-पीसीआर लैब स्थापित किये गये। विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया द्वारा विधायक निधि से दिये गये 35 लाख और समाज सेवी तथा उद्योगपति प्रदीप गनेड़ीवाल द्वारा 15 लाख के सहयोग से कुल 50 लाख रुपये की लागत से यह लेब स्थापित की गई है। यह लेब "जहाँ चाह वहाँ राह" की उक्ति को चरितार्थ करती है। लेब स्थापना के साथ 250 से अधिक बेड पर सेंट्रल ऑक्सीजन लाईन, 400 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर, आईसीयू बेड की स्थापना कर जिला चिकित्सालय का कायाकल्प किया गया है, जो मंदसौर की सेवा और सहयोगी भावना को दर्शाता है। तीसरी लहर रोकना है उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर लेब की स्थापना से टेस्ट की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। जिले के कोने-कोने में टेस्ट किये जायें। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, पॉजिटिव लोगों का आईसोलेशन, इलाज और किल कोरोना अभियान निरंतर जारी रहे। लेब स्थापना तथा अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए किया जा रहा है। हमारा कोरोना अनुकूल व्यवहार एैसा हो कि तीसरी लहर प्रदेश को प्रभावित ही नहीं कर सके। मुख्यमंत्री ने समाजसेवियों को सराहा मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मंदसौर में एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत लहसुन की प्रोसेसिंग, गुणवत्ता सुधार और राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेहतर मार्केटिंग के लिए हरसंभव गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। उन्होंने कोरोना काल में निर्मिला देवी कालोरिया के साथ जिले के अन्य समाजसेवियों की पहल और सहयोग की सराहना भी की। "गार्लिक मंदसौर" फिल्म का विमोचन मुख्यमंत्री ने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के तहत ''एक जिल-एक उत्पाद'' के आधार पर मंदसौर में होने वाले लहसुन की ब्रांडिंग के लिए निर्मित "गार्लिक मंदसौर" फिल्म का विमोचन किया। उन्होंने जिले में पुरातत्व और पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार के लिए निर्मित मंदसौर गीत और मंदसौर दर्शन लघु फिल्मों का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री कोविड"19 अनुकंपा नियुक्ति योजना में 25 व्यक्तियों तथा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना में 33 बच्चों को लाभान्वित किया गया। जन-सहयोग और जन-भागीदारी से 125 बच्चों को प्रतिमाह 2 हजार रुपये की सहयोग राशि का प्रदाय भी आरंभ किया गया।

Kolar News

Kolar News 8 July 2021

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर विकसित हो रहे श्री राम वन में रुद्राक्ष, बेलपत्र और विद्या (मोरपंखी) का पौधरोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह ने भी पौधरोपण किया। बता दें कि भदभदा विश्राम घाट पर राम आस्था मिशन द्वारा श्रीराम वन विकसित किया जा रहा है। श्रीराम वन में मध्यप्रदेश में पाए जाने वाले 70 प्रजातियों के वृक्षों के पौधों को लगाया जाएगा। राम आस्था मिशन का यह मध्यप्रदेश में 45वां प्रोजेक्ट है। स्मार्ट उद्यान में रोपा गूलर का पौधा मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में भी गूलर का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री चौहान अपने संकल्प के पालन में प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार गूलर कई रोगों के निदान में सहायक है। गूलर को पूजनीय वृक्ष भी माना गया है।

Kolar News

Kolar News 5 July 2021

देवास। जिले के नेमावर क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के मामले पर अब राजनीति गर्माने लगी है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ नेमावर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी है। नेमावर हत्याकांड़ के मामले में सोमवार को पूर्व सीएम कमलनाथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उनके साथ नकुल नाथ, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया भी मौजूद रहे। वहीं, इस मामले में शनिवार को मुख्य आरोपित सुरेंद्र सहित तीन को देवास कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से सुरेंद्र और एक अन्य को जेल भेज दिया गया। आरोपित राकेश और सुरेंद्र के भाई वीरेंद्र को सोमवार शाम चार बजे तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया था। दोनों आरोपितों को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी। हत्याकांड के बाद वीरेंद्र ही रूपाली की स्कूटी को लेकर हरदा के पास अपने मामा के यहां छुपाने के लिए लेकर गया था।

Kolar News

Kolar News 5 July 2021

मंदसौर। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को एक दिवस पर प्रवास पर मंदसौर पहुंचे। यहां उन्होंने प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और पूजा-अचर्ना कर देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं, सिंधिया के विरोध की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा और वाहन में भरकर दूसरी जगह छोड़ा।राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने मंदसौर प्रवास के दौरान सुबह 10 बजे पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने लगभग आधे घंटे तक भगवान पशुपतिनाथ की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सिंधिया ने भगवान पशुपतिनाथ जी के मंदिर परिसर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हम सभी का प्रथम दायित्व है। सभी को पौधरोपण करना चाहिए।इधर, शहर के गांधी चौराहे पर कांग्रेसजनों द्वारा सिंधिया के शहर आगमन के विरोध में मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेसियों ने काले गुब्बारे छोड़े और सिंधिया को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस से उनकी बहस हुई। पुलिस ने मौजूद सभी कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर वाहन से पिपलियामंडी छोड़ दिया।ज्योतिरादित्य सिंधिया मंदसौर में भाजपा सांसद सुधीर गुप्ता के निवास पर पहुंचे और उनसे तथा उनके परिजनों से सौजन्य भेंट की। इसके बाद वे आरएसएस के जिला कार्यालय समर्पण पर जाएंगे। इसके अलावा, विधायक यशपालसिंह सिसोदिया से उनके निवास पर पहुंचकर मुलाकात करेंगे और फिर भाजपा मंडल महामंत्री रॉकी यादव, संघ पदाधिकारी गोपालकृष्ण पाटिल व भाजपा कार्यकर्ता विक्रम भटनागर के यहां पहुंचकर शोक प्रकट करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 5 July 2021

इंदौर। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर में स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के कुशल नेतृत्व एवं सफल प्रयासों से ही इंदौर ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। इंदौर में 42 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे हैं। यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि अशासकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के लिये 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। अशासकीय अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट के लिये अनुदान देने की शुरूआत इंदौर से ही की गई है। उल्लेखनीय है कि सिलावट ने अशासकीय अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर 50 प्रतिशत अनुदान देने के लिये मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया गया था, जिसे मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वीकार कर प्रदेश में लागू किया गया। सिलावट ने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के स्वरूप का पता करने के लिये जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन इंदौर में भी स्थापित किया जाये। इससे मरीजों में यह पता चल सकेगा कि उन्हें कौन से स्वरूप का वायरस हुआ है, जिससे कि उनका तत्काल और समुचित उपचार हो सके। उन्होंने तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के लिये कम से कम तीन एम्बुलेंस स्वीकृत करने और इंदौर शहर को प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख वैक्सीन के डोज उपलब्ध कराने का आग्रह किया।

Kolar News

Kolar News 3 July 2021

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को इंदौर में कोरोना के प्रबंधों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिये किये गये प्रबंधों तथा टीकाकरण की उपलब्धि के लिये टीम इंदौर को धन्यवाद दिया। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इसके नियंत्रण के लिये एहतियात के रूप में की जा रही तैयारियों पर संतोष जताया और कहा कि अगर इसी तरह की तैयारियाँ रही तो तीसरी लहर की चुनौतियों का सामना आसानी से कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि रोको-टोको अभियान निरन्तर चलाया जाये। आवश्यकता होने पर कोविड के प्रोटोकाल का पालन कराने के लिये सख्ती भी बरती जाये। अभी का वक्त विशेष सावधानी, सजगता एवं सतर्कता रखने का है। अगर हम कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे, विशेष सावधानी, सतर्कता एवं सजगता रखी जाएगी, तो हो सकता है तीसरी लहर बड़ी चुनौती के रूप में सामने नहीं आये।मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति, रोकथाम के लिये हो रहे प्रयासों, कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों, अस्पताल प्रबन्धन, ऑक्सीजन प्रबन्धन, टीकाकरण आदि की बिन्दुवार समीक्षा की। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मालिनी गौड़ तथा महेंद्र हार्डिया, कविता पाटीदार, सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती, गौरव रणदिवे, राजेश सोनकर, मधु वर्मा, राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, डीआईजी मनीष कपूरिया सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।इंदौर ने प्रस्तुत किया बेहतर उदाहरण   बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत महीनों के दौरान कोरोना से नियंत्रण तथा टीकाकरण के लिये इंदौर की टीम ने अद्भुत कार्य किया है। एकजुट और सामंजस्य के साथ कोरोना की चुनौती का सामना किया गया। कोरोना को समय रहते नियंत्रित कर लिया गया। टीकाकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, इसके लिये पूरी इंदौर टीम बधाई की पात्र है। इंदौर ने सामंजस्य और एकता के साथ जो कार्य किये हैं, वह बेहतर उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ने कोरोना नियंत्रण और टीकाकरण के साथ ही अनेक क्षेत्रों में देश में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान शासकीय अस्पतालों में उपचार आदि की बेहतर व्यवस्थाएं रही। इसके फलस्वरूप लोगों का विश्वास शासकीय अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकाल तथा कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन के संबंध में निरन्तर जनजागरूकता अभियान चलाया जाये। लगातार रोको-टोको अभियान चलायें। लोगों को समझाईश दें कि वे सावधानी और सतर्कता रखकर कोरोना से सुरक्षा पा सकते हैं। जागरूकता के संबंध में सभी जनप्रतिनिधि अपील और संदेश का प्रसार सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से करें। उन्होंने कहा कि अभी विवाह समारोह आयोजित हो रहे हैं। इसको देखते हुए आयोजकों तथा समारोह से संबंधित अन्य लोगों को कोविड प्रोटोकाल के पालन के संबंध में जानकारी दें और उनसे पालन करवायें। विवाह समारोहों में विशेष सावधानियाँ बरती जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाओं पर विशेष सावधानी रखी जाये। यह प्रयास किया जाये कि कोई भी व्यक्ति संक्रमित होकर प्रदेश में नहीं आये। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये।ब्लैक फंगस के मरीज हुए कम   बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि संभाग में 80 ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। उन्होंने ब्लैक फंगस से निपटने के प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीज अब लगातार कम हो रहे हैं।कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं, प्रबंधन और तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर एहतियात के रूप में किए जा रहे प्रबंधन, उपायों की जानकारी दी। उन्होंने इंदौर जिले में टीकाकरण महाअभियान के अंतर्गत टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने और उसे जन आंदोलन बनाने के लिए किए गए प्रयासों तथा प्राप्त उपलब्धियों की भी जानकारी दी।तीसरी लहर में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिये विशेष इंतजाम   कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये ऐहतियात के रूप में किये जा रहे प्रबंधों की जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ाई गई है। कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों के उपचार के लिये विशेष व्यवस्था की गई है। पीसी सेठी अस्पताल को विशेष रूप से तैयार किया गया है। कोरोना के दूसरे चरण में जहाँ ऑक्सीजनयुक्त और आईसीयू बेड्स की संख्या 7 हजार 650 थी, उसे बढ़ाकर 10 हजार 250 किया गया है। इनमें महिलाओं और बच्चों के आईसीयू युक्त बेड्स की संख्या भी पर्याप्त रखी गई है।उन्होंने बताया कि जिले में पहली बार चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया गया है। उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र के 111 अस्पतालों में कुल 8 हजार 434 बेड्स की व्यवस्था की गई हैं, वहीं शासकीय क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों में एक हजार 816 बेड्स की व्यवस्था की गई है। पूर्व में जहाँ शासकीय अस्पतालों में बेड की संख्या एक हजार 227 थी, वहीं अशासकीय अस्पतालों में बेड्स की संख्या 6 हजार 423 थी।बैठक में बताया गया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर उनके लिये चार विशेष मातृ शिशु एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के इलाज के लिये डॉक्टर्स एवं नर्स को विशेष रूप से ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की गई है। ट्रेनिंग का कार्य प्रारंभ हो गया है। प्रत्येक अस्पताल में एक-एक मास्टर ट्रेनर्स तैयार किये जा रहे हैं। वह अपने-अपने अस्पतालों में डॉक्टर और नर्सेस को ट्रेनिंग देंगे। आगामी 10 अगस्त तक सभी 42 ऑक्सीजन प्लांट होंगे चालू   बैठक में बताया गया कि इंदौर जिले में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य तेज गति से चल रहा है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में जिले में 52 करोड़ रूपये की लागत से 42 ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। इनमें से 11 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो गये हैं। शेष 31 ऑक्सीजन प्लांट का कार्यादेश जारी कर दिया गया है। बताया गया कि सभी ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण आगामी 15 अगस्त तक पूरा हो जायेगा।इंदौर में 76.77 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण   इंदौर जिले में टीकाकरण महाअभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिले में 28 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से अभी तक 21 लाख 55 हजार लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इस तरह 76.77 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो गया है। टीकाकरण की शहरी क्षेत्र में लगभग 80 प्रतिशत तथा ग्रामीण क्षेत्र में 70.41 प्रतिशत उपलब्धि रही है। जिले में महाअभियान के तहत गत 21 जून को सवा दो लाख लोगों का एक दिन में टीकाकरण कर रेकार्ड कायम किया गया। इंदौर जिला देश में अव्वल रहा। इंदौर जिले में टीकाकरण अभियान को सभी वर्गों के सहयोग से जन आंदोलन बनाया गया है। जिले में 16 स्थानों पर ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर बनाये गये। महिलाओं के लिये 7 स्थानों पर विशेष महिला टीकाकरण केन्द्र बनाया गया। दिव्यांगों के टीकाकरण के लिये भी विशेष व्यवस्था की गई।जनता ने स्वत: लगाये प्रतिबंध   कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जिले में टीकाकरण के प्रति विशेष जागरूकता बढ़ी है। जिले में कई संगठन और संस्थाएं आगे आकर अपने-अपने क्षेत्रों में स्वप्रेरणा से प्रतिबंध लगा रहे हैं कि उनके यहाँ बगैर टीकाकरण के कोई प्रवेश नहीं करें। बताया गया कि 40 से अधिक रहवासी संघों ने अपने यहाँ बिना वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। चोईथराम मंडी, निरंजनपुर मंडी, लक्ष्मीबाई अनाज मंडी, छावनी अनाज मंडी में भी बिना वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। सियागंज, क्लाथ मार्केट, 56 दुकान एसोसिएशन और समस्त औद्योगिक संगठनों द्वारा बिना वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के प्रवेश पर 10 जुलाई के पश्चात प्रतिबंध लागू करने का निर्णय लिया गया है। विभिन्न संगठनों द्वारा "नो वैक्सीन-नो सैलरी एवं नो वैक्सीन- नो एंट्री" नियम लागू किया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 3 July 2021

भोपाल। देश-प्रदेश व समाज की उन्नति में भी सहकारिता का बहुत योगदान है। प्रदेश में सहकारी समितियां निरंतर उत्कृष्ट कार्य कर आमजन के जीवन में रचनात्मक व सकारात्मक परिवर्तन का कारण बन रही हैं। यह बातें शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर योजित "सहकारिता के माध्यम से बेहतर पुनर्निर्माण" कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि "सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्।" अर्थात् सभी सुखी हो, सब निरोग हों, सबका मंगल और सबका कल्याण हो यह भाव सहकारिता ही है। "आत्मवत सर्व भूतेषु" अर्थात् अपने जैसा सबको मानो। यही तो सहकारिता है। प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो, यह मंत्र भी सहकारिता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को सहकार ही पूरा करेगा। मध्यप्रदेश में जो काम हुआ है वह अद्भुत है पर अभी और काम करने की जरूरत है। हमारे यहाँ कितने ही औषधियाँ और उत्पाद हैं जो और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं अगर हम सब मिलकर प्रयास करें। आज अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर मैं आपसे अनुरोध करता हूँ हम सारी संभावाओं का दोहन करें और लोगों को रोजी रोटी उपलब्ध कराएं और सहकारी आंदोलन को फिर से खड़ा करें। आप इतिहास रचिए मैं आपके साथ हूँ।उन्होंने कहा कि हमारी सहकारी समितियाँ आजीविका प्रदान कर रहीं हैं। हमारी समितियों ने रिकार्ड गेहूं की खरीदी कर किसान साथियों को जो सहयोग दिया है इसके लिए मैं इन साथियों का अभिनंदन करता हूँ। सभी सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि साथी गण और मित्रों सहकारिता भारत की जड़ों में हैं। वसुधैव कुटुंबकम की भावना से ही हम सहकारिता की भावना को साकार कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि गाँव में एक चूल्हे पर 80 लोगों का भोजन बनता है, यह सहकारिता नहीं तो और क्या है। अब हम थोड़े भौतिकवादी हो गए हैं, पर हमारे गांवों ने सहकारिता के उत्तम उदाहरण दिए हैं। जब बेटी की शादी होती थी तो पूरा गाँव एक साथ आता था बेहतर से बेहतर आयोजन के लिए। एक और एक मिलकर ग्यारह हो जाते हैं, तो लक्ष्यों की प्राप्ति सुगम हो जाती है; यही सहकारिता की सुंदरता है और शक्ति भी।मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव संस्कृति जब से विकसित होना शुरू हुई। तो मनुष्य के स्वभाव में ही सहकारिता थी। परिवार का सुख मेरा सुख, परिवार का दुख मेरा दु:ख, गांव का सुख मेरा सुख, गांव का दु:ख मेरा दुख। ये सब सहकारिता ही है। ये मेरा है, ये तेरा है ये सोच, छोटे दिल वालों की होती है जो विशाल हृदय का होता है, वह कहते हैं सारी दुनिया ही एक परिवार है। यही तो सहकारिता है। हम का भाव सहकारिता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न हितग्राहियों से संवाद भी किया।  

Kolar News

Kolar News 3 July 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लोकतांत्रिक सरकार की सबसे अधिक जवाबदारी गरीबों के प्रति है। गरीब और वंचित वर्ग को ही सरकार के सहयोग और समर्थन की सबसे अधिक आवश्यकता है। राज्य सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। मध्यप्रदेश को लोक कल्याणकारी राज्य के मॉडल के रूप में स्थापित करना है। अत: गरीब और वंचित वर्ग की तात्कालिक सहायता वाली योजनाओं के साथ उनके स्थाई सामाजिक और आर्थिक उन्नयन के लिए हरसंभव प्रयास पूरी गंभीरता से किए जाएँ। बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा के साथ स्थाई आजीविका के‍ लिए बहुआयामी गतिविधियाँ संचालित की जाएं।   मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप के अंतर्गत गरीब कल्याण के लिए गठित मंत्री-समूह की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, पशुपालन, सामाजिक न्याय तथा नि:शक्तजन कल्याण मंत्री प्रेमसिंह पटेल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और समूह समन्वयक प्रमुख सचिव खाद्य फैज अहमद किदवई उपस्थित थे। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने बैठक में वर्चुअली भाग लिया।   योजनाओं के फीडबैक के लिए हितग्राहियों से जीवंत संवाद आवश्यक मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्यान्न वितरण का दायित्व स्व-सहायता समूहों को सौंपने पर भी विचार किया जा सकता है। इसके साथ ही गरीबों को तत्काल लाभ देने वाली वनोपज आधारित गतिविधियों और बकरी पालन, मुर्गी पालन जैसी पशुपालन से संबंधित, हितग्राहीमूलक योजनाओं का व्यापक रूप से संचालन भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मंत्री सहित सभी जन-प्रतिनिधि विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से जीवंत संवाद रखें। इससे योजनाओं के संबंध में आवश्यक फीडबैक मिलेगा और उन्हें अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।   गरीबों के खाद्यान्न से छेड़छाड़ न हो मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खाद्यान्न वितरण संवदेनशील योजना है। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र व्यक्ति इससे वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि उचित मूल्य दुकानों की मॉनीटरिंग क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों द्वारा कराई जाए। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत अनियमितता करने वालों के विरूद्ध कालाबाजारी की धाराओं के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाए। गरीबों के लिए दिए जा रहे खाद्यान्न से छेड़छाड़ पर कलेक्टर और एसडीएम नजर रखें। तहसील और विकासखण्ड स्तर पर भी सतर्कता बनाए रखी जाए।   खाद्यान्न वितरण की नवीन श्रेणी में ट्रांसजेंडर्स भी शामिल बैठक में जानकारी दी गई कि खाद्यान्न वितरण के अंतर्गत नवीन श्रेणी में घरेलू कामकाजी कर्मी, ट्रांसजेंडर्स, मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना में सम्मिलित परिवारों और अन्य वंचित वर्ग को जोड़ा गया है। प्रदेश में 24 हजार 500 दुकानों से बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर राशन वितरण किया जा रहा है। 'वन नेशन वन राशन' के अंतर्गत लगभग 4 लाख परिवारों को पोर्टेबिलिटी के माध्यम से राशन वितरण किया गया है।   3 लाख 16 हजार पथ-विक्रेताओं को 316 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण बैठक में जानकारी दी गई कि शहरी गरीबों के लिए दीनदयाल रसोई योजना के अंतर्गत 119 रात्रिकालीन आश्रय स्थलों का नवीनीकरण किया गया है। दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का विस्तार 407 शहरों तक कर लिया गया है। प्रदेश में 3 लाख 16 हजार पथ-‍विक्रेताओं को 316 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया गया है। नगरीय विकास विभाग के अंतर्गत 5,416 स्व-सहायता समूहों का गठन कर 54 हजार 160 परिवारों को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा गया है। प्रदेश में 27 हजार 452 युवाओं को कौशल विकास के अंतर्गत प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है।   महिला स्व-सहायता समूह करेंगे सड़कों का संधारण बैठक में बताया गया कि जनजाति बाहुल्य 15 जिलों में सड़कों का संधारण महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने पर भी विचार किया जा रहा है। बैठक में कृषि एवं किसान-कल्याण, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण, मछुआ कल्याण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, पशुपालन, श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा तथा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित गरीब कल्याण से संबंधित योजनाओं पर विचार-विमर्श हुआ।

Kolar News

Kolar News 30 June 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष, मीडिया प्रभारी व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री माफिया को गड्डे में गाढऩे की बात करते है यहां तो बेकसूर लोगों को मौत के घाट उतारकर बीजेपी कार्यकर्ता गढ्ढे में गाढ़ रहे है और उन अपराधियों को बीजेपी का विधायक समर्थन कर रहा है उन्हें बचाने का काम कर रहा है।    उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के राज में 5 आदिवासियों को मौत के घाट उतार कर गड्ढे में गाढ़ दिया गया और प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर लाली लगाकर कांग्रेस को कोसने के अलावा कोई काम नहीं कर रहे है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को उन्होंने गढ्ढे में गाढ़ दिया है।   जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री की अपने मंत्रिमंडल पर पकड़ नहीं है। कोई भी मंत्री कुछ भी बोल रहा है। उन्होंने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस से आयातित मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अयोग्य है जिसकी बानगी स्वयं मंत्री यशोधरा राजे ने आईना दिखाकर कर दी है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार बच्चों के अभिभवकों से कह रहे हैं कि जिसे मरना हो वह मर जाए, यह शिवराज जी के मंत्रियों की भाषा है। बच्चों के पालकों को मंत्री इंदर सिंह परमार गुंडा बता रहे हैं। मंत्री इंदर सिंह परमार का इस्तीफा सरकार को ले लेना चाहिए।    पूर्व मंत्री पटवारी ने मंत्री उषा ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री उषा ठाकुर आदिवासियों से दोहरा व्यवहार करती है, मंत्री आदिवासी संगठन जयास को आतंकवादी संगठन बताती है। पटवारी ने कहा कि आदिवासियों पर अत्याचार और अन्याय को लेकर बीजेपी अपनी सोच बदले। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के हालात अब शिवराज सरकार के नियंत्रण से बाहर है। भाजपा के क्षेत्रीय छत्रप सरकार को चुनौती देते दिख रहे हैं।   कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने कहा कि कोरोना से लाखों लोगों की मौत हुई लेकिन सरकार उन्हें आर्थिक सहायता देने से इंकार कर रही है। जिन लोगों की मौत कोरोना से हुई अब कांग्रेस उन मृतकों के घर जाकर सर्वे कर सरकार को मौत के आंकड़े सौंपेगी। उन्होंने कहा कि हम कोरोना से मृत हुए लोंगो के परिवार वालो से शपथ पत्र लेंगे और सरकार को दिखेंगे की कितने लोगों ने कोरोना की वजह से अपनी जान गवाई है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लगभग तीन लाख लोगों की मौत हुई है। वहीं पूर्वमंत्री व विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि वैक्सिनेशन ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने लोगों से अपील की थी। लेकिन सरकार ने पाकिस्तान को वैक्सिनेशन दे दी वही आतंकवादी कश्मीर में बम बरसा रहे है। उन्होंने वैक्सिनेशन महाअभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक-एक आधार कार्ड पर 10-10 लोगों को वैक्सीन लग गई लगी और वैक्सीन लगवाए बिना ही लोगों के मोबाइल पर वैक्सीन लगवाने के मैसेज आ गया। पीसी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में 16 लाभ लोगों का वैक्सिनेशन हुआ यह आंकड़े संदेहास्पद है, वैक्सिनेशन के आंकड़े पूरी तरह फैल है। इस दौरान उन्होंने कोरोना के दौरान तीन महीने के बिजली का बिल हो माफ करने की सरकार से मांग की। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को राशन नहीं मिल रहा जिसका सरकार जल्द से जल्द इंतजाम करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फर्जी वैक्सिनेशन हुआ है जिसका कांग्रेस पर्दाफाश करके रहेगी।

Kolar News

Kolar News 30 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से कोरोना से मरने वालों के  परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि कोरोना से मृत व्यक्ति के परिवार को मुआवजा देना सुनिश्चित किया जाए। मुआवजा तय करने के लिए नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉर्टी (एनडीएमए) को 6 हफ्ते का समय दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार की विफलता को दिखाता है।   कमलनाथ ने बुधवार को कहा कि होना तो यह चाहिए था कि सरकार कार्यपालिका के रूप में स्वयं अपनी जिम्मेदारी निभाती और न्यायपालिका को फैसला सुनाने की जरूरत ही नहीं पड़ती। लेकिन केंद्र सरकार बार-बार सुप्रीम कोर्ट में मुआवजा न देने के बहाने बनाती रही। केंद्र के वकीलों ने तो यहां तक कहा कि जब दूसरी बीमारियों में मुआवजा नहीं देते हैं तो कोरोना में मुआवजा क्यों दें? लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को उसका कर्तव्य याद दिलाया है। मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि प्राकृतिक आपदा में मरने वाले व्यक्ति को पहले से ही 4 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है, एनडीएमए जो भी फार्मूला बनाए, उसमें इस तथ्य को ध्यान में रखे। कोरोना से मृत्यु पर केंद्र की ओर से कम से कम 4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए   पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार पहले ही कोरोना से मृत व्यक्ति को एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर चुकी है। इस तरह केंद्र और राज्य सरकार मिलकर मध्यप्रदेश में कोरोना से मृत हर व्यक्ति के परिजन को कम से कम 5 लाख रुपये मुआवजा देना सुनिश्चित करे। मैंने पूर्व में भी इस आशय की मांग कई बार उठाई है, लेकिन अब तक सरकार अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करने में हीला-हवाली करती रही है। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार को फटकार लगाई है, तो बहानेबाजी छोडक़र कोविड पीडि़तों की मदद की जानी चाहिए।   कमलनाथ ने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि मध्य प्रदेश में यह बराबर देखने में आ रहा है कि राज्य सरकार मृतकों के आंकड़े जानबूझकर घटा रही है। देश और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इस आशय के समाचार प्रकाशित हो चुके हैं, जिनसे पता चलता है कि मध्यप्रदेश में जितने लोग कोरोना से मरे हैं, उससे बहुत कम लोगों की मृत्यु कोरोना से होना सरकार ने स्वीकार किया है। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश कर दिया है तो सरकार न सिर्फ मानवीय आधार पर मुआवजा तय करे, बल्कि मृतकों की संख्या छुपाने की राजनीति भी बंद करे। सरकार के लिए यह राजनीति का विषय हो सकता है, लेकिन जिस परिवार में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो गई हो, वहां पूरे परिवार के सामने आर्थिक और सामाजिक संकट खड़ा हो जाता है। मध्यप्रदेश के ऐसे दुखियारे परिवारों से छल करने के बजाय सरकार को उनके दुख-दर्द को समझते हुए, ईमानदारी से मुआवजा देना चाहिए।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि मृत्यु के आंकड़ों में सरकार पहले ही काफी हेरफेर कर चुकी है, इसलिए कोविड मृत्यु साबित करने के लिए लोगों पर अनावश्यक प्रमाण प्रस्तुत करने का दबाव न बनाया जाए। इसके बजाय जो परिजन कोविड से मृत्यु का शपथपत्र प्रस्तुत करें, उसे ही प्रमाण मानकर कोविड मृत्यु का मुआवजा दिया जाए। यदि किसी शपथपत्र में गड़बड़ी पाई जाती है तो बाद में उसकी जांच की जा सकती है। राज्य में आय प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र और दूसरे प्रमाणपत्र जारी करने का मूल आधार शपथपत्र ही होता है। अगर कोई परिजन कोविड प्रोटोकॉट से अंतिम संस्कार करने और कोविड से मृत्यु का शपथपत्र देता है तो उसे पर्याप्त माना जाना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 30 June 2021

भोपाल। कोविड-19 से मुक्ति की दिशा में मध्यप्रदेश तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश ने प्रथम डोज़ के वैक्सीनेशन के 2 करोड़ से अधिक संख्या को पार कर लिया है। अब नई शक्ति के साथ हम दूसरी डोज़ के वैक्सीनेशन की गति बढ़ाकर कोरोना मुक्त मध्यप्रदेश के संकल्प को साकार करेंगे। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के पांचवें दिन राज्य में दो लाख से अधिक डोजेज लगने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू हुए विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में मध्यप्रदेश ने अब तक 2 करोड़ वैक्सीन के डोज लगाकर नागरिकों को कोरोना से सुरक्षा का मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर सभी फ्रंटलाइन वर्करों और नागरिकों को बधाई।      दोपहर दो बजे तक 2 लाख 90 हजार से अधिक लोगों को लगे टीके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रेरणा और नेतृत्व में जन-भागीदारी से प्रदेश में चल रहे टीकाकरण महाअभियान के पांचवें दिन सोमवार, 28 जून को दोपहर दो बजे तक 2 लाख 90 हजार 38 लोगों को कोरोना वैक्सीन के डोजेज लग चुके हैं। इन्हें मिलाकर अब तक मध्यप्रदेश में दो करोड़ एक लाख 6 हजार 995 कोरोना वैक्सीन की डोजेज लगाए जा चुके है। यह मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।   मुख्यमंत्री चौहान द्वारा नागरिकों, विभिन्न संगठनों, टीकाकरण प्रेरकों, गण्यमान्य व्यक्तियों, फ्रन्ट लाइन वर्कर्स, धर्मगुरुओं, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और आपदा प्रबंधन समितियों के सदस्यों से लगातार संवाद के फलस्वरूप प्रदेश में टीकाकरण के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बना है। समाज के महत्वपूर्ण व्यक्तियों, कार्यकर्ताओं, जन-प्रतिनिधियों में प्रेरित होकर और स्व-प्रेरणा में लोग टीकाकरण के लिये उत्साहित हुये हैं। उनमें वैक्सीन के प्रति भ्रम तथा भय दूर हुआ है। उन्हें कोरोना वैक्सीन लगवाने में सुरक्षा का अहसास हो गया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में टीकाकरण के लिये उत्साह है। वे टीकाकरण केन्द्र पहुँचकर टीका लगवा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 28 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कक्षा 12वीं के अंकों का निर्धारण कक्षा 10वीं के विभिन्न विषयों में प्राप्त अंकों को बेस्ट ऑफ फाइव के आधार पर किया जाए। यदि विद्यार्थी परिणाम सुधारना चाहते हैं तो वे परीक्षा देकर परिणाम सुधार सकते हैं। प्रदेश में एक जुलाई से स्कूल नहीं खुलेंगे। ऑनलाइन और टीवी के माध्यम से ही पढ़ाई की व्यवस्था जारी रहेगी। स्कूल खोलने के महत्वपूर्ण निर्णय के संबंध में केंद्र सहित अन्य राज्यों और विशेषज्ञों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।   मुख्यमंत्री सोमवार को प्रदेश में शासकीय और निजी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों में कोविड -19 के दौरान भविष्य की रणनीति के संबंध में गठित मंत्री समूह की अनुशंसाओं पर मंत्रालय में चर्चा कर रहे थे। खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया वर्चुअली शामिल हुईं। बैठक में जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार और आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे उपस्थित थे। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया।   जनजातीय क्षेत्रों में शैक्षणिक गतिविधियों के लिए दूरदर्शन का सहयोग मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन और हाईब्रिड आधार पर अर्थात वाट्सएप और डिजिटल संसाधनों और टीवी आदि के माध्यम से भी शैक्षणिक गतिविधियाँ जारी रहें। क्लस्टर स्तर पर टीवी उपलब्ध कराने और शाला स्तर पर डिवाइज पूल बनाने जैसी गतिविधियाँ संचालित की जाएँ। जनजातीय क्षेत्रों में शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में दूरदर्शन से सहयोग लिया जाएगा।   शिक्षण संस्थाओं को बनाया जाएगा कोरोना सेफ मंत्री समूह द्वारा नवीन शैक्षणिक सत्र में संस्थाएँ खोले जाने के संबंध में सभी हितग्राहियों जैसे विद्यार्थी, पालक, संस्था प्रमुख, शिक्षकों और आम नागरिकों से सुझाव प्राप्त कर अनुशंसाएँ प्रस्तुत की गईं। प्राप्त अनुशंसाओं के अनुसार शिक्षकों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराया जाएगा। शैक्षणिक संस्थाओं में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के उपायों पर विशेष प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। शिक्षण संस्थाओं को कोरोना सेफ बनाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ विकसित की जाएंगी।   तकनीकी शैक्षणिक संस्थाएँ मंत्री समूह के प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि तकनीकी शैक्षणिक संस्थाओं में नवीन सत्र का शुभारंभ द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष की इंजीनियरिंग कक्षाओं के लिए 2 अगस्त से होगा। प्रथम वर्ष इंजीनियरिंग की कक्षाएँ 15 सितम्बर से आरंभ होंगी। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष डिप्लोमा की कक्षाएँ 17 अगस्त से, आई.टी.आई की द्वितीय वर्ष की कक्षाएँ 12 जुलाई से और आई.टी.आई की प्रथम वर्ष की कक्षाएँ 16 अगस्त से आरंभ होंगी। प्रथम वर्ष इंजीनियरिंग में प्रवेश जेईईई मेन्स तथा मध्यप्रदेश हायर सेकेण्डरी बोर्ड की 12वीं परीक्षा परिणाम के आधार पर होगा। प्रथम वर्ष डिप्लोमा में प्रवेश के लिए हाई स्कूल परीक्षा परिणाम को आधार माना जाएगा। आई.टी.आई की प्रवेश प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूर्ण कर ली जाएगी।   विद्यार्थियों को कोरोना पेडेंमिक प्रबंधन की ट्रेनिंग पैरामेडिकल डिग्री/डिप्लोमा पात्रता परीक्षाएँ जून-जुलाई माह में होंगी। पैरामेडिकल सर्टिफिकेट परीक्षाएँ जुलाई माह में ली जाएगी। बी.एस.सी. एवं एम.एस.सी. नर्सिंग की परीक्षाएँ मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा जुलाई माह में आयोजित की जाएंगी। मेडिकल एवं दंत चिकित्सा शिक्षा के अंतर्गत स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए राज्य सरकार द्वारा नीट, यू.जी./पी.जी. की परीक्षा उपरांत सत्र आरंभ किया जाएगा। कक्षाएँ ऑफलाइन पद्धति से संचालित होंगी। कोरोना पेडेंमिक तीसरी लहर की तैयारी के तहत प्रारंभ के 15 दिवस में विद्यार्थियों को कोरोना पेडेंमिक प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाएगी।   उच्च शिक्षा मंत्री समूह द्वारा प्रस्तुत अनुशंसाओं में उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत ओपन बुक परीक्षा एवं परीक्षा परिणाम के संबंध में बताया गया कि स्नातक तृतीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम जुलाई 2021 में, स्नातक प्रथम/द्वितीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएँ जुलाई 2021 में और स्नातक प्रथम/द्वितीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम अगस्त 2021 में जारी किए जाएंगे।   स्नातक प्रथम वर्ष एवं स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के लिए प्रवेश प्रक्रिया एक अगस्त से आरंभ होगी। स्नातक द्वितीय तथा तृतीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की कक्षाओं के लिए प्रवेश प्रक्रिया एक से 30 अगस्त 2021 तक चलेगी। स्नातक प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के लिए नवीन सत्र एक सितम्बर से आरंभ होगा। जिला आपदा प्रबंधन समिति के परामर्श पर महाविद्यालयवार समय सारणी अनुसार विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत भौतिक उपस्थिति के साथ कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। प्रयोगशालाओं का संचालन विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ किया जाएगा। छात्रावासों और ग्रंथालय विद्यार्थियों की भौतिक रूप से उपस्थिति के साथ चरणबद्ध रूप से आरंभ किए जाएंगे।   क्लीनिकल विषय पर 6-6 छात्रों के समूह में लगेंगी कक्षाएँ मंत्री समूह द्वारा अनुशंसा की गई है कि आयुष से संबंधित संस्थाओं में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के प्रवेश नीट परीक्षा 2021 के परीक्षा परिणाम उपरांत ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से सम्पन्न कराए जाएंगे। आयुष पाठ्यक्रम की कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन मोड में जारी रहेगा। क्लीनिकल विषय के लिए कैम्पस में भौतिक रूप से छात्रों के 6-6 के समूह बनाकर उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।   आयुष के अंतर्गत समस्त परीक्षाएँ ऑफलाइन मोड में संचालित की जाएंगी। बीएएमएस की परीक्षाएँ 7 जुलाई से 25 अगस्त तक, बीएचएमएस की परीक्षाएँ 30 जून से 24 जुलाई तक और बीयूएमएस की परीक्षाएँ 30 जून से 30 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी।   मुख्यमंत्री ने कहा है कि समस्त शैक्षणिक गतिविधियों में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण और शैक्षणिक परिसरों में कोविड अनुकूल व्यवहार के अनुसरण की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए। जिनका वैक्सीनेशन नहीं होगा, उन्हें परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाए।

Kolar News

Kolar News 28 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कैंसर, ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारियों की दवाओं के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए नई फार्मा नीति बनाई जाएगी। गंभीर बीमारियों की सस्ती लेकिन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उच्च गुणवत्ता की दवाएं बनाना हमारी प्राथमिकता होगी। जबलपुर में कम समय में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए आवश्यक एम्फोरेवा-बी का उत्पादन आरंभ होना प्रदेश के लिए आनंद, संतोष और गौरव की बात है।   मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात सोमवार को रेवा क्योर लाईफ साइंसेस कंपनी जबलपुर द्वारा ब्लैक फंगस के उपचार के लिए आवश्यक दवा एम्फोरेवा-बी इंजेक्शन के निर्माण के वर्चुअल शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी इस अवसर पर उपस्थित थे। जबलपुर संभाग आयुक्त वी. चंद्रशेखर, राज्य कोविड क्राइसिस मेनेजमेंट कमेटी के सदस्य डॉ. जीतेन्द्र जामदार सहित रेवा क्योर सांइसेस के संस्थापक डॉ. राजीव सक्सेना और डॉ. नीति भारद्वाज जबलपुर से वर्चुअली जुड़े।   मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर और लंग्स-किडनी-लीवर ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर और आर्थिक रूप से कमर तोड़ देने वाली बीमारियों में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार नीति बनाने पर विचार कर रही है।   उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस से निपटने के लिए इस इंजेक्शन का उत्पादन प्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। रेवा क्योर साइंसेस कंपनी के नाम के साथ रेवा शब्द जोड़ना कंपनी के अपनी जड़ों के साथ जुड़े रहने का प्रतीक है। यह इकाई एंटी कैंसर इंजेक्शन का निर्माण करने वाली मध्यप्रदेश की एकमात्र फार्मा कंपनी है। आधुनिक नैनो टेक्नोलॉजी आधारित इंजेक्शन का उत्पादन और कंपनी का डब्ल्यू.एच.ओ. और यूरोपियन जी.एम.पी. से सर्टिफाइड होना प्रदेश के लिए गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने रेवा क्योर के संस्थापकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।   उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्म-निर्भर भारत के निर्माण का मंत्र दिया गया है। इस दिशा में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए विकसित रोडमेप में स्वास्थ्य के लिये अधो-संरचना को सुदृढ़ करना शामिल है। प्रदेश ने कोविड के महासंकट में पीड़ित मानवता के असीम कष्टों को देखा है, परन्तु अब स्थिति नियंत्रण में है। कल हुए 75 हजार टेस्ट में से मात्र 35 पॉजीटिव आए हैं। एक्टिव केस अब केवल 800 हैं। तीसरी लहर की आशंका सर्वत्र व्याप्त है। प्रदेश में संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रहेगा।

Kolar News

Kolar News 28 June 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में एक देशी म्यूजियम बनाने के लिए मध्यप्रदेश के सतना जिले के रामलोटन कुशवाहा की तारीफ की है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से रामलोचन को बधाई दी है।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि "मध्य प्रदेश के सतना के एक साथी हैं श्रीमान रामलोटन कुशवाहा जी, उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है। रामलोटन जी ने अपने खेत में एक देशी म्यूजियम बनाया है। इस म्यूजिम में उन्होंने सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है। इन्हें वे दूर-सुदूर क्षेत्रों से यहां लेकर आए हैं। इसके अलावा वे हर साल कई तरह की भारतीय सब्जियां भी उगाते हैं। रामलोटन जी की इस बगिया, इस देशी म्यूजियम को लोग देखने भी आते हैं और उससे बहुत कुछ सीखते भी हैं। वाकई, यह एक बहुत अच्छा प्रयोग है, जिसे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में दोहराया जा सकता है।"   इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा है "सतना जिले के रामलोटन कुशवाहा जी ने अपने घर में औषधीय पौधों और बीजों का जो देशी म्यूजियम बनाया है वो अद्भुत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज 'मन की बात' में इसकी सराहना की है। आपके इस प्रयोग को प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश में पहुंचा दिया है।"   मुख्यमंत्री चौहान ने अगले ट्वीट में कहा है "रामलोटन जी, आपके इन प्रयासों से प्रेरणा लेकर अन्य लोग भी अपने लिये आय के साधन बनायेंगे। आपने स्थानीय स्तर पर जैव विविधता बढ़ाने का अद्भुत कार्य किया है। इसके माध्यम से सतना की पहचान भी बनेगी। आपको बधाई।"   64 वर्षीय रामलोटन कुशवाहा प्रदेश के सतना जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर उचेहरा ब्लॉक के गांव अतरवेदिया के निवासी हैं। वे यहां एक एकड़ से कुछ कम खेत में औषधीय गुणों से भरी जड़ी बूटियों का संरक्षण और संवर्धन कर रहे हैं। साथ में हर साल कई तरह की सब्जियां उगाते हैं। रामलोटन की बगिया में मौजूदा समय में 250 से भी अधिक औषधीय पौधों का अनुपम संग्रह है। यह यहां संवर्धित हो रहे हैं। इसके अलावा 12 प्रकार की लौकियां, गाय के मुंह के आकार के बैगन आदि हैं।   रामलोटन कुशवाहा बताते हैं कि "उनकी बगिया में सिंदूर, अजवाइन, शक्कर पत्ती, जंगली पालक, जंगली धनिया, जंगली मिर्चा के अलावा गौमुख बैगन, सुई धागा, हाथी पंजा, अजूबी, बालम खीरा, पिपरमिंट, गरुड़, सोनचट्टा, सफेद और काली मूसली और पारस पीपल जैसी तमाम औषधीय गुण के पौधे रोपे गए हैं। "    उन्होंने बताया कि "लौकियों को उनके आकार के आधार पर नाम दिए गए हैं। जैसे अजगर लौकी, बीन वाली लौकी, तंबूरा लौकी आदि। इनमें से कुछ खाने के काम आती हैं, बाकी की लौकियों का औषधीय उपयोग किया जा रहा है। इससे पीलिया, बुखार ठीक किया जाता है।"   जड़ी बूटियों को खोजने के लिए राम लोटन कहीं भी जा सकते हैं। ब्राम्ही के लिए हिमालय तक गए थे। वे बताते हैं कि "लोग कहते रहे कि हिमालय के पौधे यहां कैसे हो सकेंगे? लेकिन मेरी बगिया में सब कुछ वैसा ही फल-फूल रहा है। इसके अलावा अमरकंटक सहित अन्य जंगलों में भी भटके हैं। उनकी नर्सरी में सबसे खास सफेद पलाश है जो बहुत कम ही देखने को मिलता है। सफेद पलाश को बचाने के लिए वो उसकी नई पौध भी तैयार करे हैं। इसे देखने और पौध लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

Kolar News

Kolar News 27 June 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वैक्सीनेशन का महाअभियान शुरू हुआ है। 300 से अधिक प्रतिष्ठित साइंटिस्ट एवं एकेडमिशीयंस द्वारा वैक्सीन ड्राइव की सराहना करते हुए अभियान को समर्थन दिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस महाअभियान को लेकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में टीकाकरण की गति निरंतर बढ़ रही है।   मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कर्मठ नेतृत्व एवं सतत प्रोत्साहन से पूरे देश में टीकाकरण की गति निरंतर बढ़ रही है। 300 से अधिक प्रतिष्ठित साइंटिस्ट एवं एकेडमिशीयंस द्वारा वैक्सीन ड्राइव की सराहना करते हुए अभियान को आत्मीय समर्थन प्रदान किया गया है।"   उन्होंने कहा कि "वैक्सीनेशन महाअभियान को सफल बनाकर प्रदेश को कोरोना से सुरक्षा चक्र प्रदान करने हेतु प्रदेश के नागरिकों, स्वास्थ्य अधिकारियों कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों एवं जनप्रतिनिधियों का आभार। प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में हम वैक्सीनेशन महाअभियान को पूरी ऊर्जा के साथ जारी रखेंगे और जल्द ही पूरे प्रदेश को सुरक्षा चक्र प्रदान करने में सफल होंगे।"    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि "मुझे यह बताते हुए हर्ष है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विज़न के साथ मध्यप्रदेश सशक्त कदम मिलाकर चल रहा है। वैक्सीनेशन महाअभियान के अंतर्गत अब तक 45 लाख से भी अधिक डोज़ लगाए जा चुके हैं। 'When the going gets tough, the tough gets going' निश्चय ही इन अभूतपूर्व परिस्थितियों में प्रधानमंत्री मोदी जी ने जिस जीवटता और ऊर्जा से देश का नेतृत्व किया है, वह भी अप्रतिम है अनुकरणीय है।"

Kolar News

Kolar News 27 June 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में टीकाकरण, अस्पताल प्रबंधन और आत्म-निर्भर मप्र के रोडमैप के लिये गठित तीन मंत्री-समूहों की संयुक्त बैठक शुक्रवार को मंत्रालय में हुई। बैठक में मंत्री-समूहों के सदस्यों ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर विभिन्न विषयों पर मंथन किया।   बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, उद्यानिकी (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव वर्चुअली जुड़े। बैठक में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी और संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. उल्का श्रीवास्तव उपस्थित थीं।   अस्पतालों के प्रबंधन और संसाधनों की उपलब्धता की प्रगति का आंकलन बैठक में मंत्रियों की विभिन्न अनुशंसाओं पर चर्चा की गई। बैठक में शासकीय एवं निजी क्षेत्र के अस्पतालों के सुनियोजित प्रबंधन एवं सभी आवश्यक सुविधाओं और संस्थानों की उपलब्धता की सुनिश्चितता की प्रगति का आंकलन किया गया। मंत्री सारंग ने कहा कि कोरोना की थर्ड वेव को रोकने और बचाव की प्लानिंग रिपोर्ट जरूर बनायें। स्टाफ को मोटिवेशन और ट्रेनिंग देने की आवश्यकता बताई गई। बच्चों के साथ अभिभावकों के रहने के लिये स्पेस निर्धारित करने को भी कहा गया। उन्होंने आंकलन के लिये डाटा कलेक्शन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर लगातार मरीजों का ध्यान रखा जाये। दवाओं का आंकलन एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया।   मंत्री सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश में फॉर्मेसी कम्पनियों को प्रमोट करें। सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक प्लेटफार्म पर लाने सिंक्रोनाइज करने के लिये अध्ययन कर प्रयास किये जायें। हर जिले में ऑक्सीजन वाले कम से कम 50 बेड उपलब्ध हों। बैठक में साफ-सफाई व्यवस्था, जिला अस्पताल की प्रबंधन की तैयारी आदि पर चर्चा की गई।   स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने पर मंथन राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने सुझाव दिया कि जिला मुख्यालय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 80 प्रतिशत सुविधाएँ देने से जिला अस्पताल पर लोड कम होगा। वेंटिलेटर बेड और सीटी स्केन मशीन के बारे में भी चर्चा की गई। बैठक में कहा गया कि समय के साथ स्वास्थ्य सेवाएँ बेहतर हो सके, इसके लिये राज्य शासन भरसक प्रयास कर रहा है।   टीकाकरण और स्वास्थ्य अमले की उपलब्धता प्राथमिक लक्ष्य बैठक में बताया गया कि कॉलेजों में भी कैम्प लगाकर टीकाकरण करवाया जायेगा। लगातार वैक्सीनेशन किया जा रहा है। कर्मचारियों के शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य भी पूर्णता की ओर अग्रेषित है। आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास भी लगातार जारी हैं। चिन्हांकित 126 टेस्ट की सुविधाएँ हर जिले में उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इससे टेस्ट के लिये सेम्पल बाहर भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। आयुष्मान कार्ड की संख्या अब एक करोड़ से बढ़कर लगभग ढाई करोड़ हो गई है।   बैठक में डॉक्टर्स की भर्ती, नर्स, लैब टेक्नीशियन्स की उपलब्धता पर भी चर्चा की गई। बताया गया कि 1565 प्रसव केन्द्र क्रियाशील हैं। गर्भवती महिलाओं का चेकअप किया जा रहा है। सभी जिला अस्पतालों में लैब बन गई हैं। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग को दोनों विभाग के मंत्रियों की सहमति से संविलियन के प्रस्ताव को अग्रेषित किया गया है। आदिवासी विकासखण्डों में काम करने वाले डॉक्टरों को इन्सेंटिव देने पर भी विचार किया जा रहा है।   लक्ष्य प्राप्त करने की रणनीति पर चर्चा बैठक में बताया गया कि टीकाकरण महा-अभियान के प्रथम दो दिवसों में देश में सर्वाधिक वैक्सीनेशन मध्यप्रदेश में हुआ। प्रदेश में इंदौर जिले में सर्वाधिक पात्र हितग्राहियों का वैक्सीनेशन किया गया। नगर पंचायत बुढ़ार में शत-प्रतिशत नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण हुआ। जिला सागर के केन्द्रीय जेल के कैदियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण हुआ। प्रदेश में उच्च जोखिम वाले समूह का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करवाया गया है। प्रदेश की 20 ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ है। युवा शक्ति कोरोना मुक्ति अभियान के अंतर्गत 42 जिलों में 1200 मास्टर प्रशिक्षक प्रशिक्षित किये गये हैं। अगली दो तिमाहियों के लिये पहली और दूसरी खुराक का वर्गवार वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर प्लान प्रदर्शित किया गया। बैठक में जुलाई से दिसम्बर तक लगातार विभिन्न लक्ष्य प्राप्त करने की रणनीति पर चर्चा की गई।

Kolar News

Kolar News 25 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को कोरोना नियंत्रण एवं उपचार में कोविड केयर सेंटर, ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवाओं आदि के लिये निरंतर सहायता दी गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश को आवश्यक संख्या में वैक्सीन दिलवा रहे हैं और हम प्रदेश में अधिक से अधिक वैक्सीन डोज लगवा रहे हैं। मप्र ने एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का रिकार्ड बनाया है। यह मोदी वैक्सीन है, यह केवल डोज़ नहीं बल्कि जिन्दगी है। प्रदेश में हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाकर कोरोना से सुरक्षित किया जा रहा है।   मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें शुक्रवार को मंडला में मोइल (मैग्नीज ओर इंडिया लिमिटेड) द्वारा निर्मित 100 बिस्तरीय कोविड केयर सेंटर का वर्चुअल लोकार्पण करते हुए कही। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते उपस्थित थे। केन्द्रीय इस्पात, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी वर्चुअली शामिल हुए।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को कोविड केयर सेंटर और अन्य सुविधाएँ दिलाने में केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और फग्गन सिंह कुलस्ते ने सराहनीय भूमिका निभाई है। 'मैं दोनों मंत्रियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ'। उन्होंने न केवल मंडला में 100 बिस्तरीय कोविड केयर सेंटर दिया है, बल्कि बालाघाट में 100, सिवनी में 60, डिण्डौरी में 50, नरसिंहपुर में 40 और नैनपुर में 30 बिस्तरीय कोविड केयर सेंटर की सौगात दी है। बीना में रिफाइनरी के पास ही अस्पताल बनवाया गया, जिससे वहाँ ऑक्सीजन आसानी से सप्लाई की जा सके। प्रदेश में यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो ये सभी कोविड केयर सेंटर्स कोरोना उपचार में मील का पत्थर साबित होंगे।   कोविड नियंत्रण में मध्यप्रदेश ने देश में आदर्श प्रस्तुत किया केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि कोविड नियंत्रण में मध्यप्रदेश ने देश में आदर्श प्रस्तुत किया है। यहाँ जन-भागीदारी से कोविड नियंत्रण सराहनीय है। अब मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश में टीकाकरण को जन-आंदोलन बना दिया है। मध्यप्रदेश में तेज गति से टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन प्रबंधन, रेमडेसिविर आदि की उपलब्धता, कोरोना उपचार, होम आयसोलेशन की आदर्श व्यवस्था, माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की व्यवस्था की कारगर रणनीति के लिए राज्य शासन की सराहना की।   कोविड अस्पताल निर्माण के लिए सभी का अभिनंदन केन्द्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने जिले में कोविड केयर सेंटर के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री चौहान, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान सहित मोइल की टीम का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि मोइल के सौजन्य से प्रदेश के कई स्थानों पर कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं।   बीना, बुधनी और भोपाल में कोविड अस्पताल निर्माण में सहयोग प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा बीना, बुधनी और भोपाल में कोविड अस्पतालों के निर्माण में सहयोग किया गया है। इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। सांसद संपतिया उइके ने कहा कि कोविड केयर सेंटर के निर्माण से जिले की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी।

Kolar News

Kolar News 25 June 2021

भोपाल। देश में साल 1975 में आज के ही दिन लागू हुए आपातकाल को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आपातकाल लागू कर कांग्रेस ने गरीबों के मुंह का निवाला छीनने का पाप किया है, लेकिन समय बड़ा बलवान होता है। जनता की शक्ति छीनने वाले स्वयं अब शक्तिहीन होकर कहीं के न रहे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि -"1975 में आज के ही दिन भारतीय लोकतंत्र का गला घोंटकर #आपातकाल लागू हुआ था। आम नागरिकों के अधिकार छीन लिये गये। प्रेस के मुंह पर ताला जड़ दिया गया। विरोध में मुखर होने वाली आवाजों को काल कोठरी के अंधेरों में ठूंसकर चुप कराने का हरसंभव और क्रूरतम प्रयास किया गया।"    उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि -"गरीबी हटाओ का नारा देने वाली कांग्रेस ने आपातकाल लागू कर गरीबों के मुंह का निवाला छीनने का घनघोर पाप किया। सच्चाई के लिए उठने वाली हर आवाज पर जुल्म ढाये गये। 'समय होत बलवान'। समय ने करवट बदली और आपातकाल लगाकर जनता की शक्ति छीनने वाले स्वयं शक्तिहीन होकर कहीं के न रहे।"   मुख्यमंत्री चौहान ने अगले ट्वीट में कहा है कि -"भारत के लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व झोंकने तथा आपातकाल की क्रूर यातनाओं को सहते हुए अपने प्राणों को उत्सर्ग कर देने वाले महान आत्माओं के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि! साथ ही संकल्प कि आपके सपनों के भारत के निर्माण के लिए हम सब प्राण प्रण से प्रयास करेंगे।"

Kolar News

Kolar News 25 June 2021

भोपाल। केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुरुवार को राष्ट्रीय बीज निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल के भवन एवं तीन हजार एम.टी. क्षमता के बीज गोदाम तथा नेफेड के भोपाल कार्यालय का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार कृषि के क्षेत्र में विगत 15 वर्षों से बेहतरीन कार्य कर रही है।   केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि म.प्र. कृषि प्रधान राज्य है, जहाँ के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कृषि मंत्री कमल पटेल दोनों खेती-किसानी से जुड़े हुए हैं। दोनों ही किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम दिलाने तथा कृषि क्षेत्र को समृद्ध करने के लिये बहुत अच्छी तरह काम कर रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार को भारत सरकार की ओर से पहले भी पूरा सहयोग किया गया है और आगे भी पूरी मदद की जाती रहेगी। किसानों की भलाई के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कृत-संकल्पित है और किसानों की मदद करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।   नेफेड का क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल होने से किसानों को मिलेगा लाभः मंत्री पटेल कार्यक्रम के विशेष अतिथि मध्यप्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने भारत सरकार द्वारा भोपाल में नेफेड का क्षेत्रीय कार्यालय खोले जाने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे निश्चित ही किसानों को लाभ मिलेगा।  उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता परिवर्तन से व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प को पूरा करके दिखाया है। राज्य में समर्थन मूल्य पर किसानों की उपज के क्रय से किसान लाभान्वित हो रहे हैं।    उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का प्रदेश को आवश्यकता अनुसार समय-समय पर खाद्य की निरंतर आपूर्ति करने, ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने के लिये आभार व्यक्त किया।

Kolar News

Kolar News 24 June 2021

भोपाल। भाजपा कार्यसमिति की बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा कमलनाथ पर लगाए गए आरोपों के जवाब में पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पलटवार किया है।    उन्होंने गुरुवार को कहा है कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की मर्यादाओं और सिद्धांतों का पालन करने वाली पार्टी है। दूसरी पार्टियों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना कांग्रेस की संस्कृति नहीं है। लेकिन आज भोपाल में भाजपा कार्यसमिति की बैठक थी। जाहिर है इस तरह की बैठक में कोई भी पार्टी अपने आंतरिक मुद्दों पर चर्चा करती है, अपनी कमियों को पहचानती है और जनता की बेहतर सेवा करने का संकल्प लेती है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के डीएनए में झूठ और षड्यंत्र समाया हुआ है। वह कोई ऐसा काम कर ही नहीं सकती, जिससे जनता का भला हो। पूरी तरह से नाकाम और भ्रष्टाचार में डूबी बीजेपी की सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मध्य प्रदेश में जनादेश से चुनी और डेढ़ साल बाद धनादेश के खंजर से गिराई गई, कमलनाथ सरकार पर इल्जाम लगा रही है।   जीतू पटवारी ने कहा कि "जिस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रिश्वत लेते हुए कैमरे पर रंगे हाथों पकड़ा गया हो, उस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से भ्रष्टाचार मिटाने के उपदेश शोभा नहीं देते। जिस पार्टी ने देश को चूना लगाकर भागे तीन भगोड़ों में से एक को अपने आशीर्वाद से राज्यसभा सांसद बनाया, दूसरे को उस पार्टी के शीर्ष नेता "हमारे मेहुल भाई" कहते हैं और तीसरे को चोर कहने पर पार्टी के समर्थक मुकदमा कर देते हों, उस पार्टी के नेता आखिर किस मुंह से काला धन वापस लाने और ईमानदारी की बातें करते हैं।"   पूर्व मंत्री ने कहा कि "नड्डा जी एक ऐसे नेता हैं, जिन्हें उनके राज्य और पार्टी तक में कोई नहीं पूछता। बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाने की तरह वह मध्यप्रदेश में अपना राग अलाप रहे हैं। वे कमलनाथ जी पर कीचड़ उछाल कर अपने राजनीतिक मालिकों के दरबार में अपने नंबर बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन जनता को सब पता है। "नड्डा जी, भ्रष्टाचार की अगर आपको वाकई फिक्र है तो सबसे पहले पीएम केयर्स फंड का घोटाला जनता के सामने लाइए। उन पीडि़त परिवारों के सामने जाकर माफी मांगिये जिनके परिजन पीएम केयर्स फंड से खरीदे गए वेंटिलेटर खराब हो जाने से बेमौत मृत्यु को प्राप्त हुए।   जीतू पटवारी ने पूछा कि "आप कमलनाथ सरकार के कार्यकाल की कमियां निकालना चाहते हैं। अरे काम-काज देखना था तो 5 साल सरकार चलने देते। बीच में ही काले धन का खंजर लेकर सरकार गिराने का खेल ना करते। सैकड़ों करोड़ के काले धन से विधायक खरीद कर जनता की चुनी हुई सरकार गिराने वाले, आप भ्रष्ट ही नहीं है, लोकतंत्र के हत्यारे भी हैं। आपकी पार्टी का एक ही काम है, भ्रष्टाचारियों से दोस्ती करो, काला धन कमाओ और उस काले धन से चुनी हुई सरकारें गिराओ। एक-एक विधायक को खरीदने में काली कमाई के करोड़ों रुपए खर्च करने वाली पार्टी के अध्यक्ष, आपके मुंह से काले धन और भ्रष्टाचार की बातें शोभा नहीं देतीं।"   पटवारी ने मध्य प्रदेश की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि, "अब समय आ गया है की जनता भारतीय जनता पार्टी की सच्चाई को अपनी आंखों से देख ले। जिस समय जनता कोरोना महामारी, आसमान छूती महंगाई और हर घर को परेशान करती बेरोजगारी से त्राहि-त्राहि कर रही है, उस समय इस पार्टी के नेताओं को जश्न मनाने से फुर्सत नहीं है। नड्डा जी जिस जनता को आप 200 रुपये लीटर खाने का तेल और 100 रुपये लीटर गाड़ी का तेल खरीदने को मजबूर कर रहे हैं, वह दिन दूर नहीं जब वह जनता आपका तेल भी निकाल देगी। आपको तो पता ही है कि मध्य प्रदेश की जनता पहले से ही प्रदेश के गद्दारों का स्वागत तेल पिलाये डंडे और बेशर्म के फूलों की माला से कर रही है।"

Kolar News

Kolar News 24 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश में करीब 15 साल और तीन कार्यकाल का लंबा शासन देखा है। शिवराज सिंह के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को विकास की दिशा में ले जाने में काफी प्रगति हुई। एक समय ऐसा आया जब मध्य प्रदेश में एक और तस्वीर सामने आई।   नड्डा ने कहा कि कांग्रेस का पतन इतना बड़ा है कि वे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए भूल गए कि उन्होंने देश की आलोचना करनी शुरू कर दी है. कमलनाथ ने बीते दिनों कहा था कि भारत महान नहीं, बदनाम है। यही कांग्रेस की मानसिकता है। मध्य प्रदेश में रोजगार को लेकर किया गया कार्य भी काबिले तारीफ है। जेपी नड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों के विकास के लिए पिछले एक साल में 90,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। देश में अगर किसी ने किसानों के लिए काम किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और शिवराज जी ने राज्य में सभी केंद्रीय योजनाओं को लागू किया। गेहूं खरीद के मामले में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत सडक़ निर्माण की गुणवत्ता पहले नंबर पर है। आयुष्मान भारत योजना में गोल्डन कार्ड बनाने में मध्यप्रदेश पहले नंबर पर है। हम वो लोग हैं जो समाज के साथ चलते हैं, समाज का दर्द हर लेते हैं।   बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरली धर राव, सुहास भगत और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इसमें भाग लिया। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, प्रहलाद पटेल, धर्मेंद्र प्रधान, फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यसभा सदस्य ज्योति यार्डिया सिंधिया और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय दिल्ली से बैठक में शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News 24 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी स्थित समिधा पार्क में पौधरोपण किया। उन्होंने वैदिक मंत्रोचारण के साथ 21 पौधे लगाए। पौधरोपण के दौरान 11 पंडितों ने मंत्रोचारण किया।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि मानवता के सच्चे उपासक, भारतीय संस्कृति के नक्षत्र, भारतीय जनसंघ के संस्थापक, श्रद्धेय डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय श्यामाप्रसाद जी ने जो संकल्प लिया था और जिस संकल्प को लेकर भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई थी, आज वो संकल्प भाजपा की सरकार पूरा कर रही है। मां भारती के सच्चे सपूत के अमूल्य और प्रखर विचार सदैव हम सबको राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। आज भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में पूरी दुनिया के सामने सीना तानकर खड़ा है। कई मामलों में दुनिया के मार्गदर्शक के रूप में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में लगातार देश आगे बढ़ रहा है।   सीएम शिवराज ने कहा कि तुष्टीकरण की नीति कभी डॉ. मुखर्जी को रास नहीं आई। जनसंघ के बीज से आज बीजेपी विशाल वृक्ष बना है। वहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मप्र में हर बूथ पर वृक्षारोपण किया। कोरोना संक्रमण को लेकर सीएम ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन के महत्व को समझा। सीएम ने आगे कहा कि पौधरोपण से बड़ी कोई श्रद्धांजलि नहीं। वैक्सीनेशन के महाअभियान को लेकर सीएम ने कहा कि प्रदेश में इतना वैक्सीनेशन हुआ की डोज खत्म हो गए। आज कोरोना समीक्षा में डेल्टा प्लस वैरिएंट पर चर्चा करूंगा। विदेशों में भी तेजी से डेल्टा प्लस वेरिएंट बढ़ रहा है।

Kolar News

Kolar News 23 June 2021

भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में 21 जून को संपन्न " वैक्सीन महाअभियान "पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब यह बात सामने आ चुकी है कि कोरोना को रोकने के लिए सबसे कारगर उपाय वैक्सीनेशन ही है तो उसके बाद भी मध्यप्रदेश सामने आये आँकड़ों के अनुसार वैक्सीनेशन में लगातार पिछड़ा है?    पूर्व सीएम कमलनाथ ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि 21 जून को मप्र में वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत प्रदेश ने 16 लाख 95 हजार लोगों के वैक्सिनेशन के साथ देश में रिकॉर्ड स्थापित किया गया। कांग्रेस ने भी इस वैक्सीन महाअभियान का समर्थन करते हुए प्रदेश की जनता से अपील की थी कि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाएं, लेकिन जिस तरह के आंकड़े सामने आ रहे हैं कि इस महाअभियान के 7 दिन पूर्व पूरे प्रदेश में जिस प्रकार से वैक्सीनेशन को कम किया गया, लोग वैक्सीन की कमी से परेशान होते रहे, यह आंकड़े काफी कम हैं और वहीं इस महाअभियान के दूसरे दिन सिर्फ पाँच हज़ार के कऱीब लोगों को ही टीके लगे, जहां 21 जून को 8 हज़ार के करीब टीका केंद्र थे, जो अगले दिन घटकर सिर्फ तीन सौ के करीब रह गए, तो यह आंकड़े मध्यप्रदेश में संपन्न वैक्सीन महाअभियान पर ख़ुद सवाल खड़े कर रहे हैं?   पूर्व सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी आबादी से अधिक लोगों को वैक्सीन लगने के आँकड़े सामने आ रहे हैं, जो हमारे रिकोर्ड आँकड़े पर खुद सवाल खड़े कर रहे हैं? यदि हमें कोरोना की तीसरे लहर को रोकना है तो हमें प्रदेश में प्रतिदिन वैक्सीन महाअभियान चलाना होगा लेकिन इवेंट और अभियान में माहिर शिवराज सरकार ने सिर्फ़ एक दिन का वैक्सीन महाअभियान चलाकर और उसे भी इवेंट और अभियान बनाकर बता दिया कि इस महामारी में भी वह जनता को गुमराह करने में लगी हुई है? यदि सरकार को प्रदेश की जनता की चिंता है तो इस तरह के महाअभियान तो प्रदेश में रोज चलने चाहिए लेकिन सिर्फ रिकॉर्ड व इवेंट बनाने के लिए और हेडलाइन मेनेजमेंट के लिये, फर्जीवाडा कर इस महामारी में एक दिन का दिखावटी अभियान चलाना कहां तक उचित है?   कमलनाथ ने शिवराज सरकार से पूछा है कि वह स्पष्ट करें कि 21 जून के वैक्सीन महा अभियान के पूर्व के 7 दिन तक प्रदेश में कुल कितने लोगों को वैक्सीन लगी, इस अवधि में कितने टीका केंद्र प्रदेश में काम कर रहे थे और 21 जून के बाद अभी मध्यप्रदेश में वैक्सीन के कुल कितने डोज़ उपलब्ध हैं, कितने टीकाकरण केंद्र काम कर रहे हैं, इस महाअभियान के बाद कितने लोगों को वैक्सीन लगी है? कितने सत्र अभी काम कर रहे हैं?   कमलनाथ ने कहा कि आंकड़ों से यह स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि 8 दिन पूर्व के डोज बचाकर एक दिन के वैक्सीन महाअभियान के नाम पर सिर्फ़ रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए लगाए गये और अगले दिन हम वापस उसी स्थिति पर पहुंच गए? 21 जून को हम देश में नं. 1 और बाद में वही फिसड्डी? क्या इसी तरह के फर्जीवाड़े कर हम कोरोना की तीसरी लहर से प्रदेश की जनता को बचा सकते हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार अपने 15 वर्ष के पूर्व के शासन में भी इसी तरह इवेंट, अभियान और आयोजन के नाम पर जनता को गुमराह करती रही है। बड़े शर्म की बात है कि इस कोरोना महामारी में भी वह इसी तरह के कृत्य करने में लगी हुई है, जो बेहद शर्मनाक है? उन्होंने कहा कि हम इस पर कोई राजनीति भी नहीं करना चाहते, लेकिन शिवराज सरकार इस तरह के फर्जीवाड़े कर रही है तो प्रदेश की जनता के हित में हम चुप नहीं बैठ सकते।

Kolar News

Kolar News 23 June 2021

दतिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वैश्विह महामारी कोविड-19 को हराने के लिए और खुद को सुरक्षित करने के लिए कोरोना वैक्सीन लगवाना आवश्यक है। वैक्सीन लगवाने के बाद या तो कोरोना विलकुल नहीं हेागा और यदि हो गया तो इसका अधिक असर नहीं होगा एवं इसके लगने से जीवन को कोई खतरा नहीं होगा।       मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें सोमवार को दतिया जिले के ग्राम परासरी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित टीकाकरण के महाअभियान के शुभारंभ अवसर पर संबोधित करते हुए कही। उन्होंने मंच पर पांच लोगों को प्रतीक स्वरूप कोरोना वैक्सीन का मंगल टीका लगवाकर महाअभियान का शुभारंभ किया। यह महाअभियान पूरे प्रदेश में एक साथ चलाया जा रहा है। प्रदेश में आज 10 लाख लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। दतिया जिले में 8 हजार लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, सांसद संध्या राय, विधायक रक्षा संतराम सिरोनिया, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बुधौलिया, संभागीय कमिश्नर आशीष सक्सैना, डीआईजी सचिन अतुलकर, कलेक्टर संजय कुमार, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर एवं जनप्रतिधि, पत्रकार, अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।       मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए संजीवनी का कार्य करती है। इसके लगने से दर्द भी नहीं होता है। किसी-किसी को थोड़ा बहुत बुखार आता है। लेकिन जिंदगी पूरी तरह से सुरक्षित हो जाती है। इसलिए सभी लोग खुद भी वैक्सीन लगवाएं एवं अन्य लोगों केा भी लगवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा। कोविड-19 से खुद को भी सुरक्षित करना है एवं अपने बच्चों को भी सुरक्षित करें। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी गाइड लाइन का पालन करना है। इसके लिए मास्क का उपयोग करें, आवश्यक  दूरी बनाए रखें, भीड़-भाड़ में नहीं जाएं, आवश्यक होने पर ही घर से निकले तथा समय-समय पर साबुन से हाथ धोएं या सैनेटाइजर का उपयोग करते रहें।       मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह समय स्वागत का नहीं है। कोरेाना रूपी संकट से लडने का समय है। कोरोना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। इसलिए नियमों का पालन करते रहना अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता कोरोना पर विजय प्राप्त करना है। कोरोना वायरस बहुरूपिया है। अतः यह अपना रूप बदलता रहता है। उन्होंने कहा कि हमने कोरोनाकाल में अपनो को खोया है। इसलिए हमारा सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि ऐसा समय दुवारा नहीं आने पाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को फेलने नहीं देना है। इसलिए सभी को टेस्ट कराते रहना है।       कार्यक्रम में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटी बचाओ अभियान, तीर्थ दर्शन योजना एवं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की घोषणा दतिया में की थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व ने प्रदेश को संबल दिया है। दतिया में पॉजीटिविटी रेट अधिक होने के बाद भी कैजुअल्टी अधिक नहीं होने पाई। उन्होंने कहा कि दतिया के लिए जो भी मांग की गई है वह मुख्यमंत्री द्वारा पूरी की गई है।       समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रेरकों का सम्मान किया गया। साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण भी किया। जिसमें उन्होंने पीपल का पौधा रोपा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिदिन वृक्षारोपण किया जाता है।जिसमें अलग-अलग प्रजातियों के पौधे रोपे जाते हैं। समारोह में  उन्होंने वैक्सीनेशन के प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।  

Kolar News

Kolar News 21 June 2021

भोपाल। सोमवार को मध्य प्रदेश में महा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत आज राज्य में 10 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए राज्य में 7000 वैक्सीन सेंटर बनाए गए हैं और सीएम, मंत्री, सांसद और विधायक सभी लोग इस महाटीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय हैं। मप्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी टीकाकरण अभियान में शामिल होने अनोखे तरीके से निकले।   रायसेन में वैक्सीनेशन महाअभियान में शामिल होने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी हाईवे पर साइकिल लेकर निकल पड़े। वैक्सीनेशन महाअभियान का शुभारंभ रायसेन के उत्कृष्ट विद्यालय से होना था। इसमें स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को शामिल होना था। वे सुबह भोपाल रोड से पहले सागर तिराहा पहुंचे। वहां से एक किलोमीटर तक साइकिल चलाते हुए उत्कृष्ट विद्यालय गए। उनके पीछे एसपी मोनिका शुक्ला और कलेक्टर उमाशंकर भार्गव भी साइकिल से चल रहे थे। मंत्री चौधरी की साइकिल के पीछे उनके वाहनों का कारवां चलने से हाईवे पर लंबा जाम लग गया। गाडिय़ों की आवाजाही रुक गई जिससे गाडिय़ां फंसी रहीं। वैक्सीनेशन कक्ष में पहुंचकर स्वास्थ्य मंत्री ने एक युवती पूछा कि वैक्सीन लगने से कोई दिक्कत तो नहीं हुई। युवती ने जवाब देते हुए कहा नहीं हुई। इस पर मंत्री ने कहा कि अपने परिजनों और दोस्तों को भी लाकर वैक्सीन जरूर लगवाना। इसके बाद मंत्री ने परिसर में पौधे लगाए। यहां से खेल स्टेडियम पहुंचे, वहां भी पौधे रोपे गए।  

Kolar News

Kolar News 21 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भोपाल स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग से हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। योग हमारे शरीर को अनेक बीमारियों से लड़ने की क्षमता देता है। आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी योग करें और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा भी बनाएँ।       मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा है कि शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम् अर्थात शरीर स्वस्थ और निरोग रहे, इसकी कला है योग। इस योग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के साथ दुनिया में प्रतिष्ठित किया है। आज दुनिया के 193 देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी का हृदय से अभिनंदन करता हूं।       उन्होंने कहा कि योग करते रहिये और वैक्सीन भी अवश्य लगवाइये, क्योंकि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। सभी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लें, तो कोविड-19 संक्रमण नहीं होगा और यदि हुआ भी तो शरीर उसका मुकाबला कर लेगा।       मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारे ऋषियों-मुनियों ने योग का हम सबको जो अप्रतिम ज्ञान दिया है, हम उसे ना भूलें। दुनिया भी अब योग के रास्ते पर जा रही है। आपसे आग्रह है कि निरोग रहने के लिए के केवल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर नहीं, नित्य योग कीजिये। आपको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं!       उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में नई पहचान मिली और योग का लाभ विश्व के अधिक लोगों को मिलना प्रारंभ हुआ। प्रधानमंत्री जी के इस विश्व के कल्याणकारी कदम के लिए हृदय से अभिनंदन!     उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति की अमूल्य विद्या 'योग' विश्व का कल्याण करती है। योग गुरु महर्षि पतंजलि, परमहंस योगानंद, बाबा रामदेव जैसे अनेक योग गुरुओं ने अपने प्रयासों से योग विद्या को जन-जन तक पहुंचाकर सदैव स्वस्थ रहने का आशीर्वाद दिया है। योग से शारीरिक एवं मानसिक शांति मिलती है और यह निरोग तथा स्वस्थ रहने का सबसे प्रभावी माध्यम है। अत: आपसे आग्रह है कि नित्य योग कीजिये और सदैव स्वस्थ रहिये।

Kolar News

Kolar News 21 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने में कोरोना वॉलेंटियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोरोना वॉलेंटियर 21 जून को होने वाले वैक्सीनेशन महाअभियान में जन-सामान्य की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ग्राम और वार्ड स्तर पर सघन प्रयास करें। वैक्सीनेशन के प्रति विद्यमान भ्रांतियों का समाधान करना आवश्यक है। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए तार्किक रूप से सहमत और जागरूक करना आवश्यक है। जन-सामान्य को वैक्सीनेशन सेंटरों तक लाने में कोरोना वॉलेंटियर्स का योगदान संक्रमण को रोकने और जीवन बचाने में महत्वपूर्ण होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बातें शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान में जन अभियान परिषद की भूमिका संबंधी बैठक को निवास से वर्चुअली संबोधित करते हुए कही। परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय ने भी बैठक को वर्चुअली संबोधित किया।वॉलेंटियर वैक्सीनेशन के लिए बुजुर्गों का सहयोग करेंमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीनेशन के लिए 7 हजार केन्द्र बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक केन्द्र पर दो-दो वॉलेंटियर्स सेवा और सहयोग के लिए उपलब्ध रहें। यह वॉलेंटियर वैक्सीनेशन के लिए बुजुर्गों का सहयोग करें। साथ ही जन-सामान्य को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने के लिए ग्राम और वार्ड स्तर पर सम्पर्क, सोशल मीडिया पर वातावरण निर्माण जैसी गतिविधियाँ आवश्यक हैं।वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जन-सामान्य को प्रेरित किया जाएमुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर से बचाव के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने के लिए भी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जन-सामान्य को प्रेरित किया जाए। जानकारी दी गई कि वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए एक लाख कोरोना वॉलेंटियर्स को विभिन्न दायित्व सौंपे गए हैं।

Kolar News

Kolar News 19 June 2021

भोपाल।  मध्य प्रदेश में 21 जून को मप्र वैक्सीनेशन महाअभियान प्रारम्भ होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैक्सीनेशन महाअभियान के संबंध में शनिवार को प्रदेश के गणमान्य नागरिकों से विचार साझा किया और उनसे प्रेरक बन इस जीवनदायी अभियान को सफल बनाने की अपील की। सीएम शिवराज ने कहा कि समाज के प्रमुख लोग समाज को दिशा दिखाने का कार्य करते हैं। धर्मगुरु, चिंतक, लेखक, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि यदि वैक्सीनेशन के प्रति जागरुकता फैलाएँ, तो समाज जागृत होगा। वैक्सीनेशन महाअभियान लोगों का जीवन बचाने का पवित्र अभियान है। टीकाकरण के इस कार्य को पूर्ण कर सबके जीवन को सुरक्षित बनाना है। आप सभी जुट जायेंगे, तो तीसरी लहर आने पर भी हम अच्छी तरह से उसका मुकाबला कर सकेंगे।   कोरोना के महा वैक्सीनेशन अभियान को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज प्रदेश की जनता को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है। मध्यप्रदेश में सिर्फ 110 केस आए हैं। इंदौर भोपाल में भी संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है। सीएम ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हम बार-बार लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं। कब तक व्यापार बंद रखेंगे। आगे कहा कि कोरोना की दूसरी लहर भयावह थी,जिसे कंट्रोल करने के लिए बार-बार लॉकडाउन लगाया। इस दौरान हमने टेस्ट को कम होने नहीं दिया। आगे भी पूर सख्ती के साथ कोरोना की जांच होगी। रोज 75 से 80 हजार टेस्ट होने चाहिए। कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जाएगी। कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन से संक्रमण नहीं फैलेगा। किल कोरोना अभियान जारी रहेगा। आप वैक्सीनेशन सेंटर्स में लोगों को यह भी संकल्प दिलाएंगे कि मैंने वैक्सीन लगवाई है और मैं दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा। सेंटर में आनंद का वातावरण होगा। सीएम ने अपील करते हुए कहा कि दुकानदार और ग्राहक सभी मास्क लगाएं। समाज को सचेत रखना बहुत जरूरी है। सावधानी नहीं रहे तो संक्रमण की संख्या तेजी से बढ़ सकती। हम अस्पताल की व्यवस्थाएं बढ़ाएंगे। बेड,ऑक्सीजन,बच्चों के बेड बढ़ा रहे। ऑक्सीजन प्लांट लगा रहे।   जनता को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कोरोना के खतरे को लेकर कहा कि कामकाज चलाते हुए हम संक्रमण को नियंत्रित कर सकते। इसके लिए जरूरी है कि सभी वैक्सीनेशन में भाग ले। वहीं कोरोना को नियत्रण अकेले सरकार नहीं कर सकती इसमें आप सभी का सहयोग जरूरी है। सीएम ने आगे कहा कि कोरोना टेस्ट नहीं किए तो 1 से 10 में और 10 से 100 में संक्रमण फैल जाता है।कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करना है। वैक्सीनेशन का काम बहुत महत्वपूर्ण है। वैक्सीन सुरक्षा चक्र प्रदान करता है। प्रधानमंत्री ने तय किया है पूरी वैक्सीन अब केंद्र सरकार लगवाएगी। वैक्सीन लोगों की जिंदगी बचाने का अभियान है। वैक्सीन लोगों को सुरक्षा देने का अभियान है। सीएम शिवराज ने कहा कि 21 जून को 10 लाख वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जो आप सब के सहयोग से ही पूरा होगा।  

Kolar News

Kolar News 19 June 2021

भोपाल। हर साल की तरह इस बार भी ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मां धूमावती जयंती मनाई जा रही है। हिन्दू धर्म के अनुसार, इस अवसर पर दस महाविद्या का पूजन किया जाता है। शुक्रवार को धूमावती जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश-दुनिया को कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा है -"ॐ धूमावत्यै विद्महे संहारिण्यै धीमहि तन्नो धूमा प्रचोदयात!" माँ धूमावती जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं! मां के चरणों में यही प्रार्थना की कि देश-दुनिया को #COVID19 से मुक्ति का वरदान दें और अन्य विपत्तियों एवं रोगों का नाश कर सुख, समृद्धि तथा ऋद्धि-सिद्धि का आशीर्वाद दें।

Kolar News

Kolar News 18 June 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पूरी तरह स्वस्थ्य होकर घर पहुंच गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लोगों को इसकी जानकारी दी।   कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि ‘ईश्वर के आशीर्वाद और आप सभी की दुआओं से अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूँ। आज अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आ गया हूँ। मेरी अस्वस्थता के दौरान मुझे देश भर से आप सभी के बड़ी संख्या में शुभकामना संदेश प्राप्त हुए, इस प्रेम-स्नेह के लिये आप सभी का ह्रदय से आभार व धन्यवाद। आपका प्रेम-स्नेह इसी प्रकार मुझे सदैव मिलता रहे, यही कामना।   गौरतलब है कि कमलनाथ को 9 जून को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे सामान्य जांच के लिए अस्पताल गए थे। बीपी बढ़े होने और कोरोना के प्रारंभिक लक्षण दिखाई देने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों एक टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही थी। बीच में उनके स्वस्थ होने की जानकारी भी आई थी, लेकिन ऐहतियात के तौर पर डॉक्टरों ने उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा था।

Kolar News

Kolar News 18 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कल मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ हुई चर्चा उपयोगी और सार्थक रही है। प्राथमिकता के सभी विषयों पर मंत्री समूहों का गठन कर दिया गया है। हमें तत्काल कार्य आरंभ करना है। सभी मंत्री समूह इस सप्ताह अपनी बैठक कर लें। यह जानकारी मंगलवार को जनसंपर्क अधिकारी संदीप कपूर ने दी।    उन्‍होंने बताया कि मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि मंत्री समूह द्वारा बैठक कर आगामी कार्य-योजना और अनुशंसाओं का निर्धारण कर लिया जाए। बैठकों के निष्कर्षों पर आगामी सोमवार को प्रस्तुतीकरण रखा जाएगा। उन्‍होंने कहा कि सभी विषयों पर तत्काल कार्य आरंभ किया जाना है। चौहान ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित विषयों पर गठित समूहों की भी बैठक हो जाए तथा आगामी कार्य-योजना का निर्धारण कर जल्द प्रस्तुतीकरण सुनिश्चित किया जाये।

Kolar News

Kolar News 15 June 2021

भोपाल। लगातार बढ़ती महंगाई और पेट्रोल- डीजल के साथ खाद्य पदार्थों की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी पर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अबकी बार महंगाई से राहत वाली सरकार का नारा देने वाली मोदी सरकार में पेट्रोल-डीज़ल की आसमान छूती कीमतों, खाद्य पदार्थों की कीमतों में मूल्यवृद्धि से खुदरा महंगाई दर मई में उच्चतम स्तर 6.3 फीसदी पर पहुँच गयी है।   कमलनाथ ने केन्द्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वही थोक महँगाई दर 12.94 प्रतिशत के रिकोर्ड स्तर पर पहुँच गयी है। ईंधन और बिजली की महँगाई बढक़र मई में 11.58 प्रतिशत हो गयी है, वही दाल की कीमतो में यह बढक़र 9.39 प्रतिशत हो गयी है? जनता का जीना दूभर हो गया है। क्या यही अच्छे दिन है, महँगाई कम का नारा भी जुमला साबित हुआ?

Kolar News

Kolar News 15 June 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह द्वारा एक पाकिस्तानी पत्रकार के साथ क्लब हाउस चैट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दिग्विजय को इस मामले में भाजपा नेताओं के लगातार हमले झेलना पड़ रहे हैं। वहीं, सोमवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी इसी को लेकर दिग्विजय पर निशाना साधा है। उन्होंने दिग्विजयसिंह को गद्दार बताते हुए कहा कि वे खाते हिन्दुस्तान की हैं और गाते पाकिस्तान की हैं।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सोमवार को दिग्विजयसिंह पर हमला बोला। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिग्विजयसिंह गद्दार हैं। वो खाते हिंदुस्तान की है गाते पाकिस्तान की है। मंत्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से पाकिस्तान परस्ती का काम कर रही है। लेडी माउंटबेटन के साथ जो पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत के टुकड़े करने का काम किया था, वही डीएनए आज भी कांग्रेस के नेताओं में मौजूद है। उन्होंने कहा कि कश्मीर को भारत से अलग करने के लिए जवाहरलाल नेहरू ने धारा 370 लगाई थी और उनके समय से ही कांग्रेस के नेताओं ने इस देश में अराजकता फैलाने का काम किया था।   मंत्री सारंग ने कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ हो या अन्य कोई कांग्रेस का नेता हो यह लोग लगातार पाकिस्तान और चीन के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। दिग्विजयसिंह भूल गए हैं कि इस देश की संसद में धारा 370 हटाई गई थी। भारत लोकतंत्र के आधार पर चलने वाला देश है। यह नेहरू परिवार के साम्राज्यवाद का देश नहीं है। सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने देश के साथ गद्दारी की है। कांग्रेस को आगे आकर इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। सारंग ने कहा कि, दिग्विजय सिंह और कांग्रेस को चेतावनी देना चाहता हूं कि यदि इस तरह का वह काम करेंगे तो देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 14 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश में लगातार हो रहे अवैध उत्खनन और माफियाओं के हमले पर चिंता जताते हुए सरकार पर तंज कसा है।   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज जी, प्रदेश में इस कोरोना काल में भी अवैध रेत उत्खनन के मामले रोज़ सामने आ रहे है? रेत माफिया बेख़ौफ़ होकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं, सुरक्षाकर्मियों व अधिकारियों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं, इन माफिय़ाओं के आगे आपकी सरकार असहाय नजर आ रही है ? कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि चम्बल क्षेत्र में तो इस तरह की घटनाएँ रोज़ सामने आ रही है? ना माफिया गढ़ रहे हैं, ना टंग रहे हैं, ना नप रहे हैं? प्रदेश में कोरोना काल में भी माफिय़ाओ का बोलबाला है।

Kolar News

Kolar News 14 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश में लगातार हो रहे अवैध उत्खनन और माफियाओं के हमले पर चिंता जताते हुए सरकार पर तंज कसा है।   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज जी, प्रदेश में इस कोरोना काल में भी अवैध रेत उत्खनन के मामले रोज़ सामने आ रहे है? रेत माफिया बेख़ौफ़ होकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं, सुरक्षाकर्मियों व अधिकारियों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं, इन माफिय़ाओं के आगे आपकी सरकार असहाय नजर आ रही है ? कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि चम्बल क्षेत्र में तो इस तरह की घटनाएँ रोज़ सामने आ रही है? ना माफिया गढ़ रहे हैं, ना टंग रहे हैं, ना नप रहे हैं? प्रदेश में कोरोना काल में भी माफिय़ाओ का बोलबाला है।

Kolar News

Kolar News 14 June 2021

भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा क्लब हाउस चैट के दौरान दिये गये कथित बयान का नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने न केवल समर्थन किया था, बल्कि "अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाने के लिए उनका आभार भी जताया था। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फारूक अब्दुल्ला और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए उन्हें "'चोर-चोर मौसेरे भाई"' बताया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने ट्वीट में फारूक अब्दुल्ला के एक अंग्रेजी अखबार में छपे बयान को पोस्ट किया है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि "'चोर-चोर मौसेरे भाई"। छुप-छुपकर पाकिस्तान की नीतियों को समर्थन देने वाले और उसकी भाषा बोलने वाले अब अपने अस्तित्व को खतरे में देखकर सामने आने लगे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने आगे लिखा है कि -गुपकार गैंग के सदस्य चाहे जितना भी भारत को तोड़ने की साज़िश रच लें,वे भारत का बाल भी बाँका नहीं कर सकते।बता दें कि फारूक अब्दुल्ला ने दिग्विजय सिंह के कथित बयान पर कहा था कि "मैं दिग्विजय सिंह का बहुत आभारी हूं। उन्होंने लोगों की भावनाओं को अन्य पार्टियों के रूप में महसूस किया है, जिन्होंने इसके बारे में भी बात की है। मैं इसका तहे दिल से स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि सरकार इस पर दोबारा गौर करेगी।"दिग्विजय के बयान पर उनके छोटे भाई लक्ष्मण ने कहा- कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस लागू करना संभव नहींवरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के जम्मू-कश्मीर में दोबारा अनुच्छेद 370 लागू करने के बयान को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बयान के बाद भाजपा के निशाने पर आए दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में दोबारा अनुच्छेद 370 लागू करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वाले फारूक अब्दुल्ला एनडीए की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 13 June 2021

भोपाल। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर बयान देने के बाद राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भाजपा के निशाने पर आ गए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह की गतिविधियों की जांच कराये जाने की बात कही है। जिस पर दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है।   दिग्विजय सिंह ने रविवार सुबह एक ट्वीट कर भाजपा से सवाल किया है। उन्होंने एक अखबार की खबर का हवाला दिया है, जिसमें छह साल पहले संघ प्रमुख मोहन भावगत द्वारा पाकिस्तान को भारत का छोटा भाई बताते हुए उससे बेहतर रिश्ते रखने पर जोर दिया है। दिग्विजय सिंह ने खबर को आधार बनाकर कहा कि ‘क्या मोहन भागवत जी को भी पाकिस्तान भेजोगे और उनकी भी एनआईए की जांच कराओगे? हम दोनों की जांच एनआईए से करवा लों।   बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के जम्मू-कश्मीर में दोबारा अनुच्छेद 370 लागू करने का बयान दिया था। इसे लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। केंद्र एवं मध्यप्रदेश भाजपा ने बयान पर तिखी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही कई सवाल भी उठाए हैं।

Kolar News

Kolar News 13 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को 52 जिलों की क्राइसिस कमेटी की बैठक ली। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अभी भी कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत है। दहाई संख्या वाले 3 जिले हैं और संक्रमण दर 0.3 प्रतिशत है। कोरोना की तीसरी लहर को रोकना है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण लगातार घट रहा है, कील कोरोना अभियान चलता रहे। सर्दी- जुकाम होते ही तत्काल इलाज कराए। उन्होंने कहा कि इंग्लैड जैसे देश में अनलॉक के बाद संक्रमण फैला था हमें सतर्क रहना होगा।   सीएम शिवराज ने कहा कि सभी ने सेवा में अच्छा उदाहरण पेश किया कोरोना के रोकथाम में सभी को धन्यवाद देता हूं। मास्क लगाए दुकानों पर भीड़ भाड़ न हो गोले बनाकर रखे। मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा है कि मास्क और दूरी को व्यवहार में बनाये रखे। जितनी जवाबदारी मेरी है उतनी आपकी भी है। प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं कि टीका का काम अपने हाथ मे लिया। वर्तमान में ब्लैक फंग्स नई चुनौती है हमारे सामने है कोरोना रोकने और भविष्य की रणनीति पर जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई।

Kolar News

Kolar News 13 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की मूल्य वृद्धि के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस हल्ला बोल प्रदर्शन कर रही है। इसे लेकर छह महीने बाद कांग्रेस एक बार फिर सडक़ पर आ गई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत सभी जगह अपने क्षेत्रों में वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधा है।   मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो लोग शीशे के घर में रहते है वो दूसरों के घर मे पत्थर नही फेकते। कमलनाथ ने रेट घटाने के बजाय रेट बढाए थे उन्हें किसने अधिकार दिया था। कांग्रेस को पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर आंदोलन करने का अधिकार नहीं है। वचनपत्र में तेल के दाम कम करने का वादा करने वाली कांग्रेस ने सरकार में आते ही दाम बढ़ा दिए। कांग्रेस के इसी दोहरे चरित्र के कारण उसके किसी भी आंदोलन में जनता की भागीदारी नहीं होती, सिर्फ चुके हुए नेता नजर आते हैं।   नि:स्वार्थ भाव से देश सेवा में जुटे है पीएमशिवसेना सांसद संजय राउत की ओर से पीएम मोदी की तारीफ करने पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सांच को आंच नही रहती, सत्य परेशान हो सकता है परास्त नही। देश जानता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सब कुछ त्याग कर निस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा कर रहे हैं। उनकी सरकार सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास के मूलमंत्र को साकार कर रही है। जो भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रधानमंत्री जी को देखेगा उनका यही रूप नजर आएगा।   कोरोना संक्रमण से राहत की स्थिति में मप्र प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर मंत्री मिश्रा ने कहा कि कोरोना नियंत्रण की स्थिति में है और इसीलिए धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया को भी और अधिक बढ़ाया जा रहा है। मात्र 393 नए पॉजिटिव केस आए हैं। जबकि एक हजार 240 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से अधिक है संक्रमण की दर आधा प्रतिशत से भी कम है। कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत टेस्टिंग की प्रक्रिया निरंतर जारी है, कल भी  79 हजार कल भी टेस्ट किए गए हैं।

Kolar News

Kolar News 11 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना वैक्सीन के डोज खत्म होने की खबरों के बीच पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में वैक्सीन ही नहीं, लोग वापस लौट रहे? मुुख्यमंत्री को सामने आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के कई जिलों से वैक्सीन ख़त्म होने की खबरें सामने आ रही हैं। वैक्सीन की कमी के कारण कई सत्र कम कर दिये, कई केंद्र बंद कर दिये गये? कोई पहले डोज, तो कोई दूसरे डोज के लिये परेशान हो रहा है, लोग केंद्रों पर भटक रहे हैं, वैक्सीन कब उपलब्ध होगी, किसी को कोई जानकारी नहीं?   उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज जी को सामने आकर वैक्सीन को लेकर प्रदेशवासियो को स्थिति स्पष्ट करना चाहिए? प्रदेश में कुल कितने डोज की आवश्यकता है, कुल कितने डोज अभी तक प्रदेश की जनता को लगे हैं, कितने डोज अभी उपलब्ध है, वैक्सीन कब आयेगी, कितनी आयेगी, कब लगेगी, इसको लेकर सरकार को सामने आकर सारी स्थिति स्पष्ट करना चाहिये?

Kolar News

Kolar News 11 June 2021

भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को परिवार के साथ पचमढ़ी हिल स्टेशन में हैं। उनकी पत्नी साधना सिंह का 10 जून को जन्मदिन है। उनका जन्मदिन मनाने के लिए सीएम शिवराज पत्नी साधना सिंह और बेटे कार्तिकेय भी साथ यहां पहुंचेे हैं। सीएम शिवराज  ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्वीटर पर इस मौके की फोटो साझा की है। जिसमें उन्होंने पचमड़ी में अपने द्वारा लगाए गए आम के एक पेड़ में फल आने पर प्रसन्नता जाहिर की है।   सीएम शिवराज ने अपनी पोस्ट में लिखा है- 'मेहनत का फल शायद इसे कहते हैं। मेरे द्वारा 16 अगस्त 2016 को लगाए गए आम के पौधे में अब फल आ गए हैं। आप भी पौधा लगाएंगे, उसकी देखभाल करेंगे और जब यह पेड़ बड़ा होकर फल देगा, तो मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि उससे आपको बहुत खुशी होगी। इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पचमढ़ी के बडक़छार के प्रसिद्ध वटवृक्ष के भी दर्शन किए। उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर कहा आज बरा बरसात की पूजा के शुभ दिन पर मुझे पचमढ़ी के बडक़छार के प्रसिद्ध वटवृक्ष के दर्शन और उसकी छाया में समय व्यतीत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।    मान्यता है कि इसकी विशाल जटाएं दीवार बनकर नागरिकों की सुरक्षा कर रही हैं। यह शुभ और मंगलकारी दीवार सदैव ऐसे ही खड़ी रहे, यही शुभकामना! साथ ही आप सबसे आग्रह की आज बरा बरसात के पवित्र दिन पर पौधे अवश्य रोपिये। किसी भी विशिष्ट अवसर पर पौधे लगाने से आपको असीम आनंद एवं सुख अनुभूति होगी। पौधरोपण से न केवल आपको सुख मिलेगा, अपितु भावी पीढिय़ों को भी जीने के लिए एक बेहतर संसार मिलेगा। पचमढ़ी में मुख्यमंत्री व उनके परिवार ने जनता और मीडिया से दूरी बनाई। यह मुख्यमंत्री का व्यक्तिगत दौरा है, लेकिन प्रशासनिक अमला दो दिन से पचमढ़ी में तैयारी में लगा रहा। कलेक्टर धनंजय सिंह, एसपी संतोष सिंह गौर, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी भी पचमढ़ी में है। साधना सिंह और पुत्र कार्तिकेय बुधवार शाम पचमढ़ी पहुंचे। मुख्यमंत्री रात 12 बजे यहां पहुंचे। वे परिवार के साथ रविशंकर भवन में ठहरे हैं। अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री भोपाल के लिए रवाना होंगे।

Kolar News

Kolar News 10 June 2021

भोपाल।  प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देशानुसार डीजल और पेट्रोल की बढ़ती हुई महंगाई के खिलाफ 11 जून को कांग्रेस पार्टी प्रांत व्यापी प्रदर्शन करेगी। डीजल और पेट्रोल की बढ़ती हुई कीमतें आम आदमी के जीने की सारी परिस्थितियों को जर्जर कर चुकी हैं । कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि जनवरी में जो पेट्रोल 91 रुपये प्रति लीटर था आज 105 रुपये लीटर पर पहुंच गया है। यह बेतहाशा वृद्धि महंगाई में बदल गई है ,परिवहन लागत डेढ़ गुनी हो गई है। खाने के तेल की कीमतें दोगुनी हो गई हैं और बेरोजगारी से पीडि़त जनता खून के आंसू रो रही है। कांग्रेस ने अपने जिलाध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि प्रत्येक जिला स्तर पर महंगाई के खिलाफ आम जनता की आवाज को बुलंद करें और सरकार की नीतियों का विरोध दर्ज कराएं। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने सभी जिला इकाइयों को निर्देश दे दिए हैं।

Kolar News

Kolar News 10 June 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पचमढ़ी में प्राचीन वटवृक्ष के दर्शन किये। मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि आज बरा बरसात की पूजा के शुभ दिन पर मुझे पचमढ़ी के बड़कछार के प्रसिद्ध वटवृक्ष के दर्शन और उसकी छाया में समय व्यतीत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि मान्यता है कि वटवृक्ष की विशाल जटाएँ दीवार बनकर नागरिकों की सुरक्षा कर रही हैं। यह शुभ और मंगलकारी दीवार सदैव ऐसे ही खड़ी रहे, यही शुभकामना है।   मुख्यमंत्री ने सबसे आग्रह किया कि बरा बरसात के पवित्र दिन पर पौधे अवश्य रोपे। किसी भी विशिष्ट अवसर पर पौधे लगाने से आपको असीम आनंद एवं सुख की अनुभूति होगी। पौध-रोपण से न केवल सुख मिलेगा, अपितु भावी पीढ़ियों को भी जीने के लिए एक बेहतर संसार मिलेगा।   बरगद और आम का पौधा लगाया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पचमढ़ी के रविशंकर भवन परिसर में बरगद और आम पौधा लगाया। प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प के अंतर्गत मुख्यमंत्री चौहान प्रतिदिन पौधा लगा रहे हैं। पचमढ़ी में पौधरोपण के समय उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके द्वारा 5 वर्ष पूर्व लगाएं आम के पेड़ का अवलोकन भी किया। उन्होंने आम के पेड़ को फल देने वाली अवस्था में देख प्रसन्नता जाहिर की।

Kolar News

Kolar News 10 June 2021

भोपाल। जूनियर डॉक्टर्स में फूट पड़ने के बाद प्रदेश के जूडा पदाधिकारियों ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया है। प्रदेश में सबसे पहले ग्वालियर और रीवा में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। जूनियर डॉक्टर्स ग्वालियर में काम पर लौट आए। इसके बाद भोपाल में प्रदेश जूडा के पदाधिकारियों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात के बाद हड़ताल खत्म करने की बात कही। इससे पहले रविवार रात को मंत्री सारंग से हुई चर्चा असफल रही थी।   ग्वालियर और रीवा में हड़ताल खत्म होने के बाद जूडा की फूट उजागर हो गई थी। इसके बाद सोमवार को जूडा के पदाधिकारी भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मिले। इसके बाद उन्होंने अपनी हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी, जबकि पहले मांगों को पूरा करने के लिखित आदेश पर ही काम पर लौटने की बात कही थी। जूडा ने मंत्री से चर्चा के बाद कहा सरकार ने सभी मामलों के लिए कमेटी बना दी है। इसलिए हम काम पर लौट रहे हैं। जूडा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा ने कहा कि  हम हाईकोर्ट का सम्मान करते हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और जूडा पदाधकारियों की बैठक में एक कमेटी बनाई गई है। ग्रामीण इलाकों में अनुबंध को लेकर यह कमेटी 2 महीने में निर्णय लेगी। इसलिए हम हड़ताल वापस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी काम पर सभी लौट रहे हैं।   ग्वालियर जूडा के जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा का कहना है कि हमारी मांगों को मान लिया गया है, अब हाईकोर्ट के सम्मान और परेशान हो रहे मरीजों के लिए हम काम पर वापस लौट रहे हैं। जूडा के हड़ताल वापसी की घोषणा से एक दिन पहले रविवार को 46 सीनियर रेजीडेंट्स ने भी काम पर लौटना भी शुरू कर दिया था। जूडा के समर्थन पर उतरने में इन 46 सीनियर रेजीडेंट को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि रविवार शाम के बाद ही हड़ताल वापसी की योजना बन गई थी। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने जिन सीनियर रेजीडेंट को बर्खास्त किया था अब वह आदेश वापस लिया जा रहा है।   रविवार को बिगड़ गई थी बात रविवार शाम को जूनियर डॉक्टर और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की मुलाकात हुई थी, लेकिन  हड़ताल खत्म नहीं हुई थी। जूडा ने तीन और मांगें और जोड़ दी थीं। चर्चा के दौरान मंत्री सारंग ने कहा था कि हमने जूडा की मांगें पहले ही मान ली हैं। जूडा हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान कर हड़ताल वापस ले और काम पर लौटे। मंत्री से मिलने के बाद मध्यप्रदेश जूडा अध्यक्ष डॉक्टर अरविंद मीणा ने कहा था कि हम मंत्री जी से मिलने खुद आए थे। हम हड़ताल खत्म करना चाहते हैं, लेकिन मंत्री जी ने हमारी मांगों को लेकर न तो कोई आदेश दिया न कोई मीडिया के सामने कोई आश्वासन दिया। हमारी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।

Kolar News

Kolar News 7 June 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने विराम लगा दिया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से चर्चा के दौरान इन खबरों को फेक न्यूज बताया और कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमारे मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे।   कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन और आरएसएस पदाधिकारियों का एक-दूसरे से मुलाकातों का दौर चल रहा था। इसे लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे थे। इसकी शुरुआत कुछ दिन पहले भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से अचानक मुलाकात करने के बाद शुरू हुई। इसके बाद विजयवर्गीय ने सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से भी दिल्ली में मुलाकात की। इन मुलाकातों के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने भी गृहमंत्री से बंद कमरे में मुलाकात की। जिसके बाद बीडी शर्मा और संगठन के अन्य पदाधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करने पहुंचे। नेताओं की मुलाकात का दौर भोपाल से लेकर दिल्ली तक चला।    कहना होगा कि इसके बाद सत्ता और संगठन में बड़े बदलाव के कयास लगाए जाने लगे। सोशल मीडिया पर खबरें चलने लगी कि शिवराज सिंह चौहान केन्द्र में जाएंगे। उनकी जगह राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वी.डी. शर्मा में से कोई मुख्यमंत्री होगा।   सोशल मीडिया में चल रही इन अटकलों को भाजपा संगठन से जुड़े लोगों ने असत्य बताया था। अब गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बयान ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरें फेक हैं। मिश्रा ने कहा कि वाट्सएप ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसका वाइस चांसलर बनने के लिए डिग्री की जरूरत नहीं है, जो खबरें वायरल हो रही हैं, वह फर्जी हैं। इधर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नेतृत्व में ही चलेगा। उन्होंने खुद को सीएम की दौड़ से बाहर बताते हुए कहा कि मैं अभी कहीं और लगा हूं।

Kolar News

Kolar News 7 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि दूसरी लहर की भयावहता को देखने के बाद भी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर प्रदेश सरकार की तैयारी अपर्याप्त है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि प्रदेश की जनता सिर्फ भगवान भरोसे है।   कमलनाथ ने गुरुवार को अपने बयान में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस शिवराज सरकार से रोज गुहार कर रही है कि कोरोना की दूसरी लहर में जो दर्दनाक हालात हमने प्रदेश के देखे है, लोगों को इलाज-बेड-अस्पताल-ऑक्सीजन-जीवन रक्षक दवाइयों-वेंटीलेटर के लिये भटकते व तड़पते देखा है, हजारों लोगों की जान इनके अभाव में गयी है, अब उससे सबक़ लेते हुए तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को युद्ध स्तर पर दुरुस्त कर, इससे बचने के पर्याप्त इंतज़ाम किये जाये। लेकिन जो वास्तविकता व प्रदेश की स्थिति सामने आ रही है वो बेहद चिंताजनक है ?   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के 52 जिलो में से सिर्फ़ 20 जिला अस्पतालों में ही बच्चों का आईसीयू, पूरे प्रदेश में बच्चों के लिये आवश्यक सुविधाओं वाली सिर्फ़ एक एम्बुलेंस, बच्चों के लिये सिर्फ़ 2418 बेड? ये कैसी तैयारी? कागजी दावा तो शिवराज सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने का रोज कर रही है लेकिन यह है मैदानी स्थिति व वास्तविकता? प्रदेश की जनता सिर्फ़ भगवान भरोसे है?  

Kolar News

Kolar News 3 June 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में अब शिवराज सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के मद्देनजर गुरुवार को एक अहम फैसला लिया है। इस लिए गए बड़े निर्णय के तहत अब 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण पहले होगा। इसी के साथ उन  विद्यार्थियों को भी टीकाकरण में प्राथमिकता प्राथमिकता जिन्‍हें पढ़ाई के लिए विदेश जाना है।    कोरोना की तीसरी लगह का असर बच्‍चों पर ना हो, इसलिए ये निर्णय  इसे लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमने कोरोना की दूसरी लहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है। तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। तीसरी लहर का मुकाबला करने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। आशंका जताई जा रही है कि इसका असर बच्चों पर ज्यादा होगा। इस आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण करने का फैसला लिया गया है। अलग-अलग स्तर पर बच्चों के विशेष वार्ड बनाने का फैसला लिया गया है।   उन्‍होंने बताया है कि जिन माता-पिता के बच्चों की उम्र 12 वर्ष से कम है, उन बच्चों के माता-पिता को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जायेगी। उनका टीकाकरण बहुत आवश्यक है। क्योंकि किसी बच्चे को यदि संक्रमण हुआ तो बच्चे के साथ माता या पिता का रहना आवश्यक होगा। माता-पिता का टीकाकरण हो जायेगा तो वे बच्चों की देखभाल करते रहेंगे।   विदेश जाने वाले विद्यार्थियों को अब पहले लगेगा टीका  इसी के साथ चौहान यह भी बोले कि मेरे ध्यान में यह तथ्य भी आया है कि मध्यप्रदेश के कई बेटे- बेटियाँ शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना चाहते हैं। अत: हमारी ओर से यह फैसला भी लिया गया है कि जिन बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना है, उनका प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जायगा, जिससे वे सुरक्षित विदेश जा सकें और शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। 

Kolar News

Kolar News 3 June 2021

भोपाल। मैहर में पूर्व सीएम कमलनाथ के सरकार गिरने को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस में ही बवाल खड़ा हो गया है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को नसीहत दे डाली है। अल्प प्रवास पर सतना के ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचे अजय सिंह राहुल ने कमल नाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी अक्षमता का ठीकरा विंध्य पर न फोड़ा जाए। इस तरह के बयान से विंध्य का अपमान होता है। पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि इससे निराश हो जाते हैं। 2020 में सरकार गिरने का कारण विंध्य नहीं, बल्कि कमलनाथ खुद थे।   कांग्रेस नेता अजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ विंध्य का अपमान कर रहे। सरकार गिरने का कारण विंध्य नहीं बल्कि खुद की जिम्मेदारी थी। वे चाहते तो सरकार बची रहती। 2018 में विंध्य की हार की वजह कुछ और थी। इसे हर कोई जानता है। कमलनाथ जी का विंध्य पर आरोप लगाना विंध्य की जनता का अपमान करना है।   आगे अजय सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कमल नाथ को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए। ऐसे शब्द नहीं बोलें जिससे भाजपा को राजनीति करने का मुद्दा मिल जाए। भारत विश्व में हो रहा बदनाम के सवाल पर अजय सिंह ने कहा, संयम रखने की जरूरत थी। बता दें कि 7 दिन पहले मैहर दौरे पर आए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार गिरने का ठीकरा विंध्य पर फोड़ा था। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना संकट पर बयान देते हुए भारत को बदनाम देश कह डाला था। जिसके बाद पूरे प्रदेश में उनके बयान की जमकर किरकिरी हुई थी और भाजपा नेताओं द्वारा इसका विरोध भी किया गया था। अजय सिंह राहुल गुरुवार को सतना प्रवास के बाद तुरंत भोपाल के लिए रवाना हो गए लेकिन इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के भीतर एक बार फिर कलह की राजनीति को हवा दे दी है।

Kolar News

Kolar News 3 June 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी प्रायवेट अस्पतालों के लिए ईलाज की नई गाइडलाइन जारी की है। सरकार द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन पर पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि आग लगने के बाद सरकार कुंआ खोदने की बात कर रही है, शिवराज सरकार हमेशा से नींद से जागती है।   कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सरकार की सारी योजनाएं कागजी, दिखावटी होकर जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिलता है? शिवराज सरकार की नींद भी हमेशा देर से ही खुलती है और आग लगने के बाद ये कुआँ खोदने की बात करते है? कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन-आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं की और जब हजारों लोगों की मौत हो गयी, तब नींद से जागे और ऑक्सीजन प्लांट लगाने की घोषणा करने लगे? प्रदेश में इलाज- बेड के अभाव में हजारों लोगों की मौत के बाद बेड बढ़ाने की बात करने लगे?   पूर्व सीएम  ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कोई व्यवस्था नहीं की, जब इसकी कमी से हजारों लोगों की जाने गयी तो व्यवस्था की बात करने लगे? जब लोगों की जान बचाना थी, बच्चों को बेसहारा होने से रोकना था, तब सोये रहे और बाद में वास्तविक पीडि़तों को लाभ नहीं मिलने वाली कागजी योजनाओं की घोषणा कर दी? यही हालत वैक्सीन की भी है? कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि और अब जब पिछले 3 माह से जनता अस्पतालों की लूट-खसोट का शिकार होती रही, लूटती रही, मदद की गुहार लगाती रही, तब सोये रहे और अब जब कोरोना के आंकड़े कम हो रहे हैं, अस्पताल खाली हो रहे हैं तो सरकार को अस्पतालों के लिए इलाज की गाइडलाइन जारी करने की याद आयी, बेड-इलाज के नए रेट तय किये गए? इसी से समझा जा सकता है इस सरकार को जनता से कोई लेना-देना नहीं है?

Kolar News

Kolar News 31 May 2021

भोपाल। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। दोनों राजनेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बंद कमरे के अंदर चर्चा हुई। दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद मप्र की राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। इसकी वजह बंगाल चुनाव के बाद विजयवर्गीय को अस्थाई तौर पर कोई नई जिम्मेदारी नहीं मिलना और प्रदेश में सक्रिय होना है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जहां कोई नेता एक-दूसरे से मिलते हैँ तो वहां राजनीतिक चर्चा होना स्वभाविक है, लेकिन इस मुलाकात में कोई नया समीकरण नहीं बन रहा है। मैं 6 महीने बाद भोपाल आया हूं, मित्रों से मिलने। वहीं मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कैलाशजी बंगाल चुनाव में प्रभारी थे। मैं सहायक था। वे मेरे अच्छे मित्र हैं। वे मेरे निवदेन पर चाय पर आए थे। यह सहज मुलाकात थी। इसे किसी राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। दूसरी तरफ पार्टी के नेताओं की माने तो अगले माह केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होने की उम्मीद है। इसलिए विजयवर्गीय सक्रिय हैं।   कांग्रेस ने कसा तंजकैलाश विजयवर्गीय और गृहमंत्री नरोत्तम की मुलाकात को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। पार्टी प्रदेश मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर लिखा- मध्य प्रदेश में खेल चालू आहे.. एक घंटे की बंद कमरा बैठक में शिवराज सरकार के कामों की दिल खोलकर समीक्षा की गई?

Kolar News

Kolar News 31 May 2021

रतलाम। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने  भोपाल से वर्चुअली रतलाम मेडिकल कॉलेज में काश्यप फाउंडेशन द्वारा 1 करोड़ 2 लाख रुपये की लागत से स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया। ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता2 टन की है।   मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संबोधन में कहा कि ऑक्सीजन प्लांट मेडिकल कॉलेज के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा और अल्प समय में ही प्लांट तैयार हो गया है। इससे मेडिकल कॉलेज के लिए स्थाई व्यवस्था का निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रतलाम मेडिकल कॉलेज कोरोना काल में अत्यंत उपयोगी साबित हुआ है, यहां सैकड़ों मनुष्यों का जीवन बचाया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि रतलाम मेडिकल कॉलेज को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे कॉलेज में अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड क्षमता निर्मित हुई। उन्होंने अन्य स्थानों पर भी उपलब्ध कराई गई कंसंट्रेटर मशीनों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबकी मेहनत से रतलाम में अब कोरोना संक्रमण का प्रसार नियंत्रित कर लिया गया है, यह बड़े संतोष की बात है।    कोविड-प्रभारी मंत्री  जगदीश देवड़ा ने  कहा कि   मध्यप्रदेश के साथ ही रतलाम जिले में भी कोरोना संक्रमण पर कंट्रोल कर लिया गया है। सांसद गुमानसिंह डामोर ने कहा कि रतलाम शहर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना में विधायक चैतन्य काश्यप का महत्वपूर्ण योगदान है। विधायक  चैतन्य काश्यप ने  कहा कि रतलाम मेडिकल कॉलेज रतलाम जिले के अलावा आसपास के अन्य जिलों तथा राजस्थान के मरीजों के लिए भी अत्यंत उपयोगी साबित हुआ है।  मुख्यमंत्री कोविड-बाल कल्याण योजना के लिए विधायक काश्यप ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए योजना को सराहनीय बताया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, पार्टी कार्यकर्तागण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 31 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बीच राजनीति भी चरम पर है। कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाते हुए सवाल उठा रही है। वही कांग्रेस के आरोपों पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मैं और मेरी सरकार जनता एवं समाजसेवियों के साथ मिलकर कोविड19 संक्रमण को नियंत्रित करने के प्रयासों में लगे हुए हैं। हमारी कोशिश है कि इन परिस्थितियों को जल्दी से जल्दी सामान्य बना लें, लेकिन कांग्रेस झूठ बोलकर मध्यप्रदेश में आग लगाना चाहती है।   सीएम शिवराज ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के झूठ का स्तर तो देखिये! प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी अपने बयान में कह रहे हैं कि अभी मैं रामचंद्र अग्रवाल जी से मिलकर आया हूं, उन्होंने मुझे बताया कि उनकी मृत्यु नकली रेमडेसिविर से हुई है। अब मृत्यु के बाद रामचंद्र जी बता रहे हैं कि उनकी मृत्यु कैसे हुई है। सीएम शिवराज ने तंज कसते हुए कहा कि आप अब कांग्रेस के स्तर का अंदाजा लगा लीजिये। येनकेन प्रकारेण प्रदेश में आग लगाओ, सरकार को बद्नाम करो, कांग्रेस इस काम में लगी हुई है। कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है। ऐसी झूठी कांग्रेस से प्रदेश को बचाने की जरूरत है।

Kolar News

Kolar News 29 May 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्र की मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरे होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 7 वर्षों के बाद आमजनता खुद को ठगा महसूस कर रही है और देश की वर्तमान हालत का दोषी मोदी सरकार को मान रही हैं और यह सच्चाई भी है।   कमलनाथ ने कहा कि जनता को इस सरकार को चुनने का पछतावा है, इसलिये देश में 7 वर्ष का कही जश्न-उत्सव नहीं? देशवासी इस सच्चाई को जान चुके है कि मोदी सरकार की प्राथमिकता में आमजन नहीं बल्कि चुनाव व जश्न है? मोदी सरकार को भी यह अच्छे से पता है कि अब जनता को और बरगलाया नही जा सकता है, इसलिए इस वर्ष जश्न व उत्सव नही? नहीं तो हमने कोरोना की पहली लहर में 6 वर्ष का जश्न-उत्सव देखा है? उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा है कि कोरोना की इस दूसरी लहर में देश की जनता को भगवान भरोसे छोड़, पूरी सरकार पांच राज्यों के चुनाव में लगी रही, दूसरी लहर आने की सूचना होने के बाद भी सरकार ने कोई तैयारी नही की? उसका परिणाम देशवासियों ने भुगता है। कोरोना के मेनेजमेंट को छोडक़र मोदी सरकार अपने ईमेज मेनेजमेंट और ब्रांडिग में लगी रही ।   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में लाखों लोगों की जान इलाज-बेड-ऑक्सीजन-वेंटिलेटर-जीवन रक्षक दवाइयों व इंजेक्शन के अभाव के कारण गयी ? मोदी सरकार ने विश्व गुरु बनने के चक्कर में 84 देशों को 6 करोड़ 60 लाख वैक्सीन निर्यात कर दी और जिसका परिणाम है कि आज हमारे देशवासी ही वैक्सिंग के लिए दर-दर भटक रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि देश में वैक्सिनेशन का कार्यक्रम पंचवर्षीय योजना के तहत पूरा होगा? शायद देशवासियों को समय पर वैक्सीन लग जाती तो आज देश में लाखो जाने बचाई जा सकती थी? पूर्व सीएम ने कि वर्ष 2014 में झूठे वादे, झूठे नारे, झूठे जुमले के साथ सत्ता में आई खुद को 56 इंच बताने वाली मोदी सरकार के इन 7 वर्षों के बाद आमजन स्वयं को ठगा हुआ, बरगलाया सा महसूस कर रहा है? देशवासियों पर नोट बंदी थोपी, देशवासी अपने ही पैसे के लिए परेशान होते रहे, व्यापार-व्यवसाय तबाह हो गये और जो कारण इस नोट बंदी के लिए बताए गए थे, चाहे काला धन, चाहे हवाला का व्यापार, चाहे डिजिटल पेमेंट, चाहे आतंकी घटनाएँ वह सब झूठे साबित हुए ?   कमलनाथ ने कहा कि कुल मिलाकर मोदी सरकार के 7 वर्ष असफलताओं से भरे पड़े हैं। इन 7 वर्षों में  मोदी सरकार के केवल इमेज मैनेजमेंट, ब्रांड मैनेजमेंट को देशवासियों ने देखा है? देश की जनता तो आज ख़ुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है? मोदी सरकार के 7 वर्ष "देश को बदहाल" बनाने के लिये याद किये जाएँगे।

Kolar News

Kolar News 29 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आ  रही है। एक जून से प्रदेश सरकार अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू करने जा रही है। इस बीच प्रदेश के आगरमालवा जिले से राहत भरी खबर है। आगर मालवा जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है, यहां आज कोरोना के एक भी मामले सामने नहीं आए है।   आगर मालवा जिले के कोरोना मुक्त होने पर मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुशी जाहिर करते हुए प्रशासन और जिले की जनता को बधाई दी है। सीएम शिवराज  ने ट्वीट कर कहा ‘आज आगर मालवा जिले में कोविड19 का एक भी केस नहीं आया है। स्थानीय प्रशासन और जनता को बधाई देता हूँ जिनके सतत प्रयासों और सजगता के कारण अब धीरे-धीरे स्थितियाँ सामान्य हो रही हैं। हमें ऐसे ही सावधानी का पालन करते रहना है और जिले को कोरोना से मुक्त करना है।

Kolar News

Kolar News 28 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को मैहर में भारत है महान नहीं बदनाम है बयान ने प्रदेश की सियासत में खलबली मचा दी है। भाजपा नेता आक्रामक हो गए है और कमलनाथ पर हमला बोल रहे है। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ के बयान की निंदनीय बताते हुए सोनिया गांधी से कार्यवाही की बात कही है। सीएम शिवराज ने कमलनाथ के बयान पर भडक़ते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया है। सीएम शिवराज ने कहा कि सत्ता जाने के बाद लगता है कमलनाथ जी ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। कांग्रेस के मध्यप्रदेश के अध्यक्ष कह रहे हैं कि भारत बदनाम है!क्या श्रीमती सोनिया गांधी कमलनाथ जी के इस बयान से सहमत हैं? क्या कांग्रेस को लज्जा और शर्म नहीं आती? 'जाको प्रभु दारुण दुख देही, बाकी मति पहले हर लेही''विनाशकाले, विपरीत बुद्धि'अरे कमलनाथ जी, मैडम सोनिया गांधी जी, भारत अत्यंत प्राचीन और महान राष्ट्र है! इसकी गौरव गाथाएँ सारे विश्व ने गायी हैं!इसी धरती पर जन्म लिया कमलनाथ जी ने और आज कह रहे हैं कि भारत बदनाम है!   सीएम शिवराज ने सोनिया गांधी से जवाब मांगते हुए कहा कि क्या अपने देश को बदनाम कहना देश के साथ गद्दारी नहीं है? क्या यही कांग्रेस की सोच है?क्या स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू और स्व. इंदिरा जी ऐसी कांग्रेस चाहते थे? क्या उन्होंने यही शिक्षा दी? मैडम सोनिया जी, मौन तोड़ें! या तो कमलनाथ जी गलत हैं, इसके लिए उन्हें पार्टी से बाहर करें, या फिर यह कह दें कि मैं उनके बयान से सहमत हूँ! ये वही हैं, जो कहते हैं प्रदेश में आग लगा दो! हम जनता के साथ मिलकर दिन और रात कोरोना संक्रमण रोकने में लगे हैं, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बेशर्मी से कह रहे हैं!   मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कमलनाथ जी ने मानसिक संतुलन खो दिया है और यदि संतुलन नहीं खोया तो उनका दृष्टिकोण अत्यंत विकृत है! ऐसे विचार रखने वाले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भारत के नागरिक कहलाने के हकदार ही नहीं हैं! यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

Kolar News

Kolar News 28 May 2021

भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गई है। जन-प्रतिनिधियों, शासकीय सेवकों तथा आम नागरिकों के समन्वित प्रयासों से यह संभव हो पाया है। प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट निरंतर घटता जा रहा है। लगातार कम हो रहे कोरोना संक्रमण में थोड़ी सी लापरवाही भी पूरे प्रयासों को प्रभावित कर सकती है, इसलिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है। राज्य सरकार प्रत्येक पीड़ित परिवार की हरसम्भव मदद करेगी। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कही। वे शुक्रवार सीहोर के जिला पंचायत सभाकक्ष में जिले में कोविड की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक जून से चरणबद्ध तरीके से अनलॉक किया जाएगा। इसके लिए जिला, जनपद, ग्राम और वार्ड स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य तय करेंगे कि क्या-क्या खोला जाए और किस सीमा तक छूट प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जाए। शादी, समारोह आदि भीड़-भाड़ वाले आयोजनों को टालें। मुख्यमंत्री ने कोविड नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।    मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में जन-प्रतिनिधियों एवं प्रशासन के समन्वित प्रयासों ने कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोक लगाई है। उन्होंने सक्रिय भूमिका के लिए सभी जन-प्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारी, सामाजिक संगठनों और मैदानी अमले को बधाई दी। बैठक में सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, देवास सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी सहित अन्य विधायक तथा जन-प्रतिनिधियों ने अनलॉक के लिए सुझाव दिए।   ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करें मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जाए। क्षेत्रवार कार्य-योजना बनाकर मोबाइल टेस्टिंग भी की जाए। उन्होंने सीहोर जिले में 1700 से अधिक टेस्टिंग जारी रखने के लिये कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक मरीज की जान बचाने के पूरे प्रयास किए जाएं। वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड्स में भर्ती प्रत्येक मरीज की सघन मॉनिटरिंग करें।   कान्टेक्ट ट्रेसिंग एवं माइक्रो कंटेनमेंट जोन में सघन निगरानी मुख्यमंत्री शिवराज ने इस दौरान यह भी कहा कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों का कान्टेक्ट ट्रेसिंग के जरिये चिन्हांकन कर कोरोना टेस्ट किया जाए। इससे संक्रमण को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिक संक्रमण वाले ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। ऐसे क्षेत्रों में प्रशासन पूरी ताकत से सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों की पहचान कर तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराकर इलाज कराये। इस कार्य में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप सक्रिय भूमिका निभाएं। संक्रमित व्यक्तियों के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफेक्ट हो। घरों में पर्याप्त स्थान नहीं होने की दशा में कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाए।    तीसरी लहर के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का सामना करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें। कोरोना प्रोटोकाल का इतनी सख्ती से पालन किया जाए कि तीसरी लहर आए ही नहीं। ऑक्सीजन बेड्स और आईसीयू बेड्स बढ़ाए जाएं। ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर राज्य सरकार अनुदान और बिजली शुल्क में रियायत देगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज की भी समुचित व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की जा रही हैं। ब्लैक फंगस के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने ब्लैक फंगस की जांच के लिए व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।   किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रखा जाए। सर्दी, खांसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसे तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। कोरोना के लक्षणों को पहचानने और इलाज आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। जो कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। मरीज की जान बचाने की हरसंभव कोशिश की जाए। वैक्सीन का एक भी डोज व्यर्थ न जाए।    मुख्यमंत्री का कहना यह भी था कि वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा टीकाकरण के खिलाफ फैली भ्रांतियों को दूर किया जाये और लोगों में जागरूकता लायी जाए।

Kolar News

Kolar News 28 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों को देखते हुए एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश में धीरे धीरे अनलॉक किया जाएगा और इस दौरान आर्थिक गतिविधियां शुरू होंगी। इधर गुरुवार को मंत्रालय में कोरोना कर्फ्यू अनलॉक को लेकर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक हुई।    बैठक में 1 जून से  धीरे-धीरे अनलॉक के लिए मंत्री समूह की चर्चा हुई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि 50प्रतिशत सरकारी कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति रहेगी। राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रम में भीड़भाड़ पर पूरी तरह से पाबंदी रहेंगी। एक समय में पुजारी की अतिरिक्त दो अन्य श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। अभी मॉल ,टॉकीज बंद होंगे। निर्माण कार्य और सर्विस प्रोवाइडर संबंधी गतिविधियां चालू रखने पर सहमति बनी। पहले की तरह हवाई यात्रा शुरू रहेंगी। पंजीयन और एग्रीकल्चर कार्यालय खुलेंगे। इसके अलावा शादी समारोह में दोनों पक्षों से 20-20 संख्या रहेगी। मृत्यु भोज में 20 की संख्या रहेंगी। दाह संस्कार में 20 लोग रहेंगे। राज्यों की बॉर्डर पर सख्ती रहेगी। आर्थिक गतिविधि चालू रहेंगी। इस पर अंतिम फैसला 31 मई को मुख्यमंत्री के साथ बैठक में लिया जाएगा।   इस बैठक में कैबिनेट मंत्री कमल पटेल, कैबिनेट मंत्री मीना सिंह मांडवे, कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया, राज्य मंत्री हरदीप सिंह डंग और सुरेश धाकड़, एसीएस होम राजेश राजोरा और एडीजी अशोक अवस्थी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 27 May 2021

भोपाल। देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना बढ़ोत्तरी हो रही है। पेट्रोल की कीमतों सैकड़ा पार कर चुकी है, वहीं डीजल के भाव भी सौ के करीब पहुंच गया है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि सरकार महंगाई से जनता की जान लेगी।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा ‘पाँच राज्यों के चुनाव संपन्न होते ही जनता पर पेट्रोल-डीज़ल की मार जारी। पेट्रोल- डीजल की की क़ीमतों में बढ़ोत्तरी जारी। 2 मई से अभी तक 14 बार पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़े। 24 दिन में पेट्रोल 3.21 रुपये और डीज़ल 3.91 रुपये प्रति लीटर महँगा। पेट्रोल 100 पार और डीज़ल 100 छूने को बेताब।   कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ़ कोरोना का संकट, वही दूसरी तरफ़ दाले, खाने का तेल, खाद्य पदार्थों की क़ीमतें भी चरम पर। अबकी बार महंगाई से राहत दिलाने का नारा देकर सत्ता में आने वालो ने महंगाई को आसमान पर पहुँचाया और अब नया नारा सामने- अबकी बार- महंगाई से जनता की जान लेगी सरकार।

Kolar News

Kolar News 27 May 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रि-परिषद की वर्चुअल बैठक हुई। मंत्रि-परिषद की बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान, राज्य शासन के नियोजन में कार्यरत नियमित, स्थाईकर्मी, कार्यभारित एवं आकस्मिकता से वेतन पाने वाले, दैनिक वेतनभोगी, तदर्थ, संविदा, कलेक्टर दर, आऊटसोर्स, मानदेय के रूप में कार्यरत शासकीय सेवक, सेवायुक्त जिनकी शासकीय सेवा में कार्यरत रहने के दौरान मृत्यु हो जाती है, उनके पात्र आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के लिये 'मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना' लागू करने का निर्णय लिया गया।   मंत्रि-परिषद ने 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों को कोविड-19 का टीका लगाने के लिय ग्लोबल टेंडर के माध्यम से एक करोड़ वैक्सीन डोज क्रय करने के लिए मध्यप्रदेश हेल्थ कार्पोरेशन को अधिकृत किया। वैक्सीन क्रय की निविदा प्रक्रिया का तकनीकी परीक्षण करने एवं वित्तीय प्रस्ताव स्वीकृत करने के लिए उच्च-स्तरीय समिति के गठन का निर्यण लिया गया। तकनीकी परीक्षण के बाद निविदाकारों के वित्तीय प्रस्तावों का परीक्षण कर वैक्सीन क्रय के लिये दर निर्धारण की कार्यवाही का प्रस्ताव मंत्रि-परिषद के समक्ष स्वीकृति के लिये प्रस्तुत किया जायेगा।   कोरोना महामारी के दौरान जारी निर्देशों/ राशि का अनुमोदन मंत्रि-परिषद ने कोरोना महामारी से निपटने के लिये तात्कालिक एवं आकस्मिक व्यय जिनका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता था एवं राज्य के बाहर के प्रवासी श्रमिकों के परिवहन आदि की आवश्यकताओं के लिये जारी निर्देशों/राशि का अनुमोदन दिया।   मंत्रि-परिषद ने कोविड-19 महामारी के रोकथाम में अप्रत्याशित व्ययों के लिये, जो एस.डी.आर.एफ. के मापदण्डों में अनुमत्य नहीं थे जैसे मजदूरों की यातायात व्यवस्था के लिए, राहत शिविरों के संचालन के लिये (एस.डी.आर.एफ. में अनुमत्य व्ययों को छोड़कर), 52 जिलों को व्यय अनुमति के लिये जारी निर्देशों का कार्योत्तर अनुमोदन किया।   मंत्रि-परिषद ने वर्ष 2020 में लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फँसे श्रमिकों को मध्यप्रदेश में ट्रेनों के माध्यम से लाने के लिये की गई कार्यवाही का कार्योत्तर अनुमोदन दिया।   कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश राज्य के ऐसे मजदूर, जो अन्य राज्यों में फँसे हुए थे, की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति को ध्यान में रखते हुए उनके बैंक अकाउंट/ ई-वॉलेट के माध्यम से 1000 रूपये हस्तांतरित करने का प्रावधान करते हुए लागू की गई मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना का मंत्रि-परिषद ने कार्योत्तर अनुमोदन किया।   मंत्रि-परिषद ने कोरोना रोकथाम के लिये लॉकडाउन के दौरान प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन के लिये नायब तहसीलदारों को एक अप्रैल से 31 मई 2020 तक दो माह के लिए किराये के वाहन के लिये जारी निर्देशों का कार्योत्तर अनुमोदन दिया।   मंत्रि-परिषद ने कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों के ठहरने के लिये क्वारंटीन सेंटर के रूप में संचालित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा होटलों का अधिग्रहण के लिये की गई कार्यवाही का अनुमोदन दिया।   महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन स्थल कार्यक्रम मंत्रि-परिषद ने वित्तीय वर्ष 2020-2021 से 2022-2023 की अवधि में 'महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल कार्यक्रम' को संचालन करने की स्वीकृति प्रदान की है। इस कार्यक्रम के संचालन के लिये वर्ष 2020-21 के लिये 10 करोड़ 40 लाख 78 हजार 100 रूपये, वर्ष 2021-22 के लिये 10 करोड़ 5 लाख 51 हजार 360 रूपये तथा वर्ष 2022-23 के लिये 7 करोड़ 52 लाख 37 हजार 246 रूपये कुल 27 करोड़ 98 लाख 66 हजार 706 रूपये की राशि व्यय करने की स्वीकृति भी दी।   विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत विभागीय भर्ती नियमों में प्रथम श्रेणी विशेषज्ञों के स्वीकृत पदों पर 100 प्रतिशत पदोन्नति संबंधी प्रावधान में संशोधन करते हुए 25 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से एवं शेष 75 प्रतिशत पूर्ववत पदोन्नति से भरे जाने की स्वीकृति प्रदान की। उक्त प्रावधान विभागीय भर्ती नियमों में समाहित करने के बाद प्रदेश के आमजन को विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध कराए जाने के लिये सीधी भर्ती से विशेषज्ञों की भर्ती की कार्यवाही की जा सकेगी।   आमजन को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं प्रदान करने के लिये प्रदेश में द्वितीय श्रेणी पी.जी.चिकित्सकों को विभाग में सेवाओं के लिए आकर्षित करने के लिए चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यग्रहण करने के बाद का क्रमोन्नति के रूप में विशेषज्ञ के पद पर आगामी ग्रेड-पे (5400 से 6600) स्नातकोत्तर डिग्रीधारी चिकिसकों को दो वर्ष की सेवा उपरांत एवं स्नातकोत्तर डिप्लोमाधारी चिकित्सकों को तीन वर्ष की नियमित सेवा के बाद दी जा सकेगी।   विभाग में पहले से कार्यरत चिकित्सकों के सीधी भरती प्रक्रिया में विशेषज्ञ के पद पर चयनित होने पर उनकी पूर्व सेवाएँ, पेंशन के लिये अर्हतादायी सेवा गणना में शामिल की जायेगी।   कैम्पा निधि मंत्रि-परिषद ने राज्य शासन द्वारा प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि (कैम्पा निधि) अंतर्गत वर्ष 2021-22 की वार्षिक प्रचालन कार्य योजना (ए.पी.ओ.) के क्रियान्वयन के लिये राशि 776 करोड़ 97 लाख रूपये के कैम्पा निधि से उपयोग का अनुमोदन किया।   उपार्जन संबंधी मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में रबी 2020-21 (रबी विपणन वर्ष 2021-22) में भारत सरकार की पी.एस.एस. अंतर्गत चना, मसूर एवं सरसों उपार्जन के लिये पंजीकृत कृषकों से राज्य उपार्जन एजेंसी 'मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ' द्वारा करने का निर्णय लिया।   पर ड्रॉप मोर क्रॉप उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग के अंतर्गत क्रियान्वित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाय) के घटक पर ड्रॉप मोर क्रॉप (माइक्रो इरीगेशन) को 1 अप्रैल 2021 के बाद भी वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक निरन्तर रखे जाने की अनुमति मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदान की गई।

Kolar News

Kolar News 25 May 2021

भोपाल।  कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिए कोविड प्रबंधन रणनीति कामयाब होती जा रही है। इसमें जन-सहभागिता की महती भूमिका है। कोरोना संक्रमण लगातार कम होता जा रहा है। जो भी गाँव और ग्राम पंचायत कोरोना संक्रमण से पूर्णतया मुक्त हो जायें, उनकी विधिवत गर्व के साथ कोरोना मुक्त होने की घोषणा जन-प्रतिनिधि या क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य करें। अच्छा कार्य करने वाली आपदा प्रबंधन कमेटियों को 15 अगस्त को पुरस्कृत किया जाये। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कही। वे कोरोना नियंत्रण के लिए कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित कर रहे थे।    चौहान ने कहा कि सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्रामीणों में जागरूकता के लिए अपील करें। उन्हें प्रेरित किया जाये कि ऐसा प्रयास हो कि गाँव में कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं रहे। ग्रामीण पूरी सतर्कता के साथ सावधानी बरतें।   टेस्टिंग कम नहीं हो मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाये। कोरोना प्रकरण में भारी कमी आयी है। इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें ताकि सभी कोरोना संक्रमित मरीज चिह्नित किये जा सकें।   किल-कोरोना अभियान जारी रहे मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किल-कोरोना अभियान चलता रहे। किल-कोरोना-4 शुरू किया जाये ताकि कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान होती रहे तथा उन्हें उचित उपचार दिया जा सके।   कोरोना संक्रमितों को कोविड केयर सेन्टर में आइसोलेट करें चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या में काफी कमी आयी है। यह अच्छा संकेत है। इस स्थिति में कोविड केयर सेंटर के आइसोलेशन बेड रिक्त हैं। अत: अब संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करने के स्थान पर उन्हें कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जाये तथा दवा-भोजन आदि की बेहतर सुविधा दी जायें। इससे होम आइसोलेशन के दौरान घर के अन्य सदस्यों को होने वाले संक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा।   कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करें मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जाये ताकि 31 मई तक जीरो प्रतिशत पॉजिटिविटी दर को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि नागरिक उचित व्यवहार उपयोग कर कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी रहेगा और दुनिया की गतिविधियाँ भी चलती रहेंगी। सावधानी रखी जाये। माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन बनाये जाएं। वार्ड स्तर पर संक्रमण को रोका जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि फिलहाल कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाने की दिशा में रणनीति बनायी जा रही है।

Kolar News

Kolar News 25 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को उज्जैन प्रवास पर पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेशवासी सरकार के भरोसे नहीं, भगवान भरोसे है। किस तरह हमारा भारत आज भाजपा सरकार के कारण विश्व भर में बदनाम हो रहा है। पहले चीन का कोरोना कहा जाता था, आज पूरे विश्व में सारी मीडिया रिपोर्ट ने इसका नाम भारतीय वैरीयंट कोरोना लिख दिया है। कई देशों के प्रमुख इसे भारतीय वैरीअंट के नाम से पुकार रहे हैं। हमारे देश के कई छात्र व जो नौकरी कर रहे है वो वापस नहीं जा पा रहे है। कुछ भारतीय जो विदेशों में टैक्सी चलाते हैं, उनकी टैक्सी में लोग बैठने को तैयार नहीं है? यह जो भारत महान बनाने की बात करते थे, उनकी असलियत सामने आ रही है ?   कमलनाथ् ने कहा कि आज सरकार कोरोना से नहीं लड़ रही है, आलोचना से लड़ रही हैं। मीडिया के लोगों को भी दबाया जा रहा है, उन पर भी प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। यह आज इमेज मैनेजमेंट में लगे हैं। मोदी जी खुद को विश्वगुरु बताते थे,कहते थे कोरोना की लड़ाई हम जीत गयें ? 6.60 लाख वैक्सीन का निर्यात कर दिया? आज देशवासी वैक्सीन के लिये भटक रहे है? पूर्व सीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि हमारा छोटा-मध्यमवर्गीय व्यापारी, किसान युवा, बेरोजगार नौजवान परेशान है। अर्थव्यवस्था चौपट है। कई लोगों ने अपनो को खोया है और आगे आने वाला आर्थिक प्रभाव प्रदेश और देश को कहां ले जाएगा, हमें उसकी भी चिंता है ? मैंने कल ही प्रश्न पूछा था कि कोरोना के मौत के आंकड़े क्यों दबाए-छुपाए जा रहे हैं ? मैंने कल ही कहा था कि कितने शव मुक्तिधाम-कब्रिस्तान में आये है, इसका रिकॉर्ड दे दीजिए, जनता खुद फैसला कर लेगी? आज जनता के पास इलाज के पैसे नहीं, लोग बर्बाद हो गए, शव के अंतिम संस्कार तक के पैसे नहीं, अब वह क्या मृत्यु के प्रमाण पत्र के लिए दर-दर भटकेगी ?   कमलनाथ ने कहा कि मैंने प्रदेश के सभी 52 जिलों से जानकारी बुलायी है, जिसमें एक लाख 27 हज़ार शव मार्च और अप्रैल में मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में पहुंचे है।मेरे हिसाब से उसमें से 80प्रतिशत की मृत्यु कोविड से हुई। शिवराज जी ने कहा कि जिनकी कोरोना से मृत्यु हुई, उन्हें एक लाख की अनुग्रह राशि देंगे। मैंने कहा एक लाख नहीं 5 लाख दीजिए और किस सर्टिफिकेट पर आप देंगे, किस आधार पर देंगे, यह भी बताइये? आप जो भी शपथ पत्र दे कि मेरे परिवार के सदस्य की मृत्यु कोरोना से हुई है, उसे 5 लाख दीजिये। यह सिर्फ घोषणा कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं, इस सच्चाई को प्रदेश की जनता को समझना है।   गृहमंत्री पर पलटवार करते हए कमलनाथ ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा मुझसे प्रमाण मांग रहे हैं, आपके पास तो रिकॉर्ड है, आप शमशान, मुक्तिधाम, कब्रिस्तान के रिकॉर्ड और रजिस्टर को सार्वजनिक करिए, मुझे गलत साबित करिये, मैं माफी मांग लूंगा। मैं प्रदेश की जनता के साथ खड़ा हूं मुझे किसी एफआईआर व मुकदमे से डर नहीं लगता है। ये प्रदेश में कोरोना के आँकड़े छुपाने और दबाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट ज्यादा कर रहे हैं।   केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि मोदी सरकार पिछले 1 सप्ताह से अपनी गलती को छुपाने और दूसरों पर ढ़ोलने की तैयारी में लग गई है। अब यह स्वास्थ्य को राज्य सरकार का विषय और राज्य सरकारों को हम चेतावनी दे चुके थे, इसमें लग गये है। जबकि सच्चाई यह है कि यह 2020 में आपदा प्रबंधन कानून लाए थे, उन्होंने राज्यों से पूरे अधिकार ले लिए थे। ये रेमदेसीविर का एक्सपोर्ट कर रहे थे, ऑक्सीजन का निर्यात कर रहे थे। मोदी जी की असलियत पूरे देश की जनता समझ रही है, जनता समझ रही कि हर वर्ग के साथ धोखा हुआ है। 2014 से हम देख रहे हैं स्कील इंडिया, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, नोटबंदी, जीएसटी इसकी असलीयत देश की जनता ने देख ली है, नारों से देश चलने वाला नहीं है, कलाकारी और गुमराह की राजनीति का अब अंतिम समय आ गया है।

Kolar News

Kolar News 22 May 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में  31 मई तक प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों, विकासखंडों और जिलों को कोरोना मुक्त करना है। कोरोना के विरुद्ध आरंभ हुए युद्ध में प्रत्येक स्तर पर जन-भागीदारी और क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मई माह में कोरोना के प्रकरणों को शून्य कर एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक करने की प्रक्रिया का क्रियान्वयन भी जन-भागीदारी से किया जाएगा। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहीं। चौहान ने कोरोना नियंत्रण के संबंध में जिलों के कोविड प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारियों सहित सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, कलेक्टर्स तथा पुलिस अधीक्षकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।   मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। पॉजिटिविटी रेट 4.82 प्रतिशत है। प्रदेश में 79 हजार 737 टेस्ट किए गए जिसमें सिर्फ तीन  हजार 844 पॉजीटिव आए हैं और नौ हजार 327 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 90.86 प्रतिशत हो गया है।    उन्‍होंने कहा कि एक समय था जब अस्पतालों के सभी बिस्तर भरे हुए थे। ऑक्सीजन की मारामारी थी और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए हाहाकार मचा हुआ था। आज सबके परिश्रम व टीम भावना से कार्य करने के परिणाम स्वरूप वर्तमान में मध्यप्रदेश पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी।   माइक्रो प्लानिंग कर मॉनीटरिंग सुनिश्चित करें चौहान ने कहा कि कोरोना बहुरूपिया है, अत: इसे नियंत्रित देखकर निश्चिंत नहीं बैठा जा सकता है। परन्तु संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश में अनंतकाल तक बंद भी नहीं रखा जा सकता है। एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक प्रक्रिया आरंभ की जाना है। इसके लिए प्रभावी रणनीति का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। प्रदेश के कुछ जिलों में सिंगल डिजिट में केस आ रहे हैं जबकि कई जिलों में प्रकरणों की संख्या अभी भी अधिक है। इस स्थिति में हमें एरिया स्पेसिफिक रणनीति बनाना होगी।    उन्‍होंने कहा कि जिलों के अधिक संक्रमण वाले वार्डों तथा गाँव को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित करना होगा। इन क्षेत्रों को माइक्रो कन्टेन्टमेंट एरिया बनाकर सघन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। सघन टेस्टिंग के लिए अभियान जारी रहे। जिन घरों में कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति हैं उन्हें होम आइसोलेट किया जाए। यह भी सुनिश्चित करें की ऐसे व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिलें। इसका लगातार अनुसरण करना आवश्यक है। उन्‍होंने प्रभारी मंत्रियों तथा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में परिस्थिति अनुसार माइक्रो प्लानिंग कर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं।   टेस्टिंग जारी रहे चौहान ने कहा कि जहाँ कोरोना का एक भी पॉजीटिव केस हो वहाँ टेस्टिंग जारी रहे। टेस्टिंग के लिए सघन गतिविधियां संचालित की जाएं। कुछ जिलों में मोबाइल टेस्टिंग व्यवस्था की गई है। यह अच्छा प्रयोग है, जिसका अनुसरण आवश्कतानुसार अन्य जिले भी कर सकते हैं।   लगातार जारी रहेगा किल-कोरोना अभियान शिवराज का कहना था कि किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रखा जाए। तीसरा अभियान 24 मई को पूर्ण होगा, इसके साथ ही चौथा किल-कोरोना अभियान आरंभ किया जाएगा। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसे तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। कोरोना के लक्षणों को पहचानने और इलाज आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। जो कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। मरीज की जान बचाने की हरसंभव कोशिश की जाए।   तीसरी लहर के लिए तैयारियाँ आवश्यक चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयारी जारी है। इसके दो ही तरीके हैं। प्रथम कोरोना से बचाव की सावधानियों जैसे मॉस्क पहनना, भीड़ नहीं लगाना, दो गज की दूरी आदि का इतनी कड़ाई से पालन किया जाए की तीसरी लहर आए ही नहीं। इस रणनीति का क्रियान्वयन क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों, पंचायत एवं नगरीय क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता और जन-जागरण अभियान से किया जाए।  उन्‍होंने कहा कि प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की प्रशंसा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भी की गई है। प्रदेश में जन-भागीदारी की शक्ति को पहचानते हुए कोरोना के विरुद्ध इसका सार्थक उपयोग किया जाए। कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य अधो-संरचना ढाँचे को सशक्त करने के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।

Kolar News

Kolar News 22 May 2021

उज्जैन। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथन शनिवार सुबह एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन पहुंचे। यहां वे कांग्रेसजनों से मिलकर उज्जैन और आसपास के जिलों में कोरोना की स्थिति पर चर्चा करेंगे।   उज्जैन पहुंचने पर कमलनाथ ने सबसे पहले बाबा महाकाल के शिखर दर्शन कर पूजा अर्चना की। पूर्व मुख्यमंत्री ने शिखर दर्शन पूजन कर विश्व से कोरोना वायरस को निजात दिलाने की प्रार्थना बाबा महाकाल से की।

Kolar News

Kolar News 22 May 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना प्रबंधन में मध्य प्रदेश द्वारा अपनाये गये जन-भागीदारी मॉडल की सराहना की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर क्राइसिस मनेंजमेंट कमेटियां बनाई गई हैं। इनमें पक्ष-विपक्ष के सभी राजनैतिक दलों के लोगों को जोड़ा गया है। यह जनता से जुड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। जन-प्रतिनिधियों को जोड़कर हम उनकी ऊर्जा का उपयोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कर सकते हैं।    पीएम मोदी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण अब गांवों में तेजी से फैल रहा है। वहां इसका सामना बिना जनशक्ति और जन-सहयोग के नहीं किया जा सकता। ग्राम, वार्ड, जिला स्तर पर जन-प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राजनैतिक दल लोगों को जोड़ने की दिशा में अन्य राज्य भी मध्यप्रदेश के समान कार्य करें तो यह प्रभावी सिद्ध होगा।   प्रधानमंत्री मंगलवार को देशभर के राज्य और जिलों के अधिकारियों संग कोरोना महामारी के दौरान उनके अनुभवों के बारे में वीडियो कॉफ्रेंसिंग से संवाद कर रहे थे। इनमें वे जिले शामिल थे जहां कोरोना के प्रकरण और संक्रमण अधिक है। वर्चुअल संवाद में जिला अधिकारियों द्वारा अपनाई गई रणनीति, नवाचार और जिलों और राज्यों द्वारा अपनाई गई बेस्ट प्रेक्टिसेस की जानकारी भी दी गई।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निवास से इस कार्यक्रम में सम्मिलित थे। राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने यहां अपनाई गई रणनीति, जन-सहभागिता के लिए किए गए प्रयासों, स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों और आपूर्ति श्रृंखला की दिशा में किए गए कार्यों की जानकारी दी।    प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष हुए बेस्ट प्रेक्टिसेस के प्रस्तुतीकरण में मध्यप्रदेश का जन-भागीदारी मॉडल ही एक मात्र राज्य स्तरीय था, जबकि अन्य सभी बेस्ट प्रेक्टिसेस जिला स्तरीय थे।  केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि जिला, ब्लाक, पंचायत स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के गठन से जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के परिणाम स्वरूप मध्यप्रदेश में जनता कर्फ्यू का क्रियान्वयन बहुत प्रभावी रहा। इसके साथ ही कोविड के प्रबंधन और टीकाकरण में भी जन-भागीदारी से सहायता मिली। मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आगामी समय में कोविड प्रबंधन के लिए दिये गये मार्गदर्शन के लिए आभार माना।   ट्रेसिंग और टेस्टिंग में भी मिला जनता का सहयोग कलेक्टर इंदौर मनीष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश में कोरोना के खिलाफ युद्ध में प्रत्येक स्तर पर जनता का सहयोग लिया जा रहा है। जिला, ब्लाक, पंचायत स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ विद्यमान हैं। इनमें सभी राजनैतिक दलों के सभी स्तर के जन-प्रतिनिधि सम्मिलित हैं। इनकी पहल और सहयोग से ही जनता कर्फ्यू का क्रियान्वय किया जा रहा है, जिससे संक्रमण की चेन तोड़ने में मदद मिली। जनता का सहयोग ट्रेसिंग और टेस्टिंग में भी मिला। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने ग्रामीणों द्वारा स्व-प्रेरणा से विभिन्न गतिविधियों में कोरोना बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी दी।   नगरीय क्षेत्र में माइक्रो कंटेनमेंट एरिया, बाजारों की व्यवस्था, औद्योगिक इकाइयों के सीमित संचालन और ग्रामीण स्तर पर जारी किल कोरोना अभियान, कोविड केयर सेंटर, स्टेप डाउन सेंटर तथा टीकाकरण की व्यवस्था के संबंध में बताया कि जन-सहभागिता के परिणामस्वरूप इन व्यवस्थाओं का प्रबंधन बेहतर हुआ और संभावित मरीजों की पहचान तथा उनके सही समय पर इलाज करने में मदद मिली।

Kolar News

Kolar News 18 May 2021

भोपाल। चक्रवाती तूफान ताऊ ते का असर मप्र में भी देखने को मिला है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बेमौसम बारिश होने से खुले में रखा गेहूं बर्बाद हो गया है। जिससे किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों के लिए सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।   कमलनाथ ने कहा है कि चक्रवती तूफ़ान "ताऊ ते" के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भी बेमौसम बारिश हुई है। इस बारिश से गेहूँ खऱीदी केंद्रो पर गेहूँ बेचने के लिये लाइन में लगे किसानो के गेहूँ भीगने की खबरे कई स्थानों से आ रही है और यह भी शिकायतें आ रही है कि इस भीगे हुए गेहूँ को खरीदी केंद्रो पर नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मै सरकार से माँग करता हूँ कि पहले से ही संकट के इस दौर में कई परेशानी झेल रहे किसानों को राहत प्रदान करने के लिये भीगे हुए इस गेहूँ को खरीदने के लिये सरकार तत्काल आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करे। साथ ही इस तूफ़ान की तमाम चेतावनियो के बावजूद कई खरीदी केंद्रो के बाहर खुले में पड़े गेहूं का समय पर परिवहन कर उसे सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने का कार्य नहीं किया गया, जिससे खुले में पड़ा गेहूँ बारिश की चपेट में आ गया है, इससे गेहूँ के खराब व नुकसान होने की संभावना है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह घोर लापरवाही है, इसकी जिम्मेदारी तय कर, लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर भी सरकार तत्काल कार्यवाही करे।

Kolar News

Kolar News 18 May 2021

भोपाल। वरिष्ठ भाजपा नेता और दमोह से पूर्व सांसद शिवराज लोधी का मंगलवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और राजधानी के चिरायु अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जहां आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। पूर्व सांसद के निधन की खबर से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि दी है।   दमोह से पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह लोधी का निधन हो गया। उनका भोपाल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा ‘दमोह लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद श्री शिवराज सिंह लोधी के निधन की दु:खद सूचना मिली है। उनका जाना संगठन के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को इस अपार दु:ख को सहने की शक्ति दें।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने शोक संदेश में कहा दमोह लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद श्री शिवराज सिंह लोधी जी के निधन की दुखद सूचना मिली है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

Kolar News

Kolar News 18 May 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ब्लैक फंगस के प्रकरणों की जल्द पहचान के लिए संपूर्ण प्रदेश में तत्काल व्यापक स्तर पर अभियान चलाने की आवश्यकता है। प्रत्येक वार्ड और ग्रामस्तर पर ब्लैक फंगस के प्रकरणों की तत्काल पहचान के लिए आवश्यक रणनीति विकसित कर एडवाइजरी जारी की जाए। इससे ऐसे प्रकरणों में तत्काल उपचार सुनिश्चित किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री शिवराज ने ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पाँच मेडिकल कॉलेज भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर और रीवा में विशेष वार्ड बनाने के निर्देश भी दिए हैं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने विशेषज्ञों और ग्रुप ऑफ़ ऑफिसर के साथ कोविड नियंत्रण व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ीकरण के लिए भविष्य की कार्य योजनाओं पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर आयोजित 'विचार मंथन' को निवास से संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के विरुद्ध अभियान जनता के सहयोग से संचालित किया गया। जिले से लेकर ग्राम स्तर तक आपदा प्रबंधन समूहों और अन्य माध्यमों से जनता के सहयोग से लड़ी गई कोविड के विरुद्ध लड़ाई में सफलता मिली है और प्रदेश में संक्रमण नियंत्रित हुआ है। इस दिशा में लम्बी लड़ाई बाकी है। राज्य सरकार हर स्तर पर अपनी रणनीति में सुधार के लिए सुझाव और चर्चा को आवश्यक मानती है। मध्यप्रदेश आदर्श रूप से कोविड नियंत्रण कर सके, इस उद्देश्य से ही विशेषज्ञों और अधिकारियों की यह बैठक बुलाई गई है।   सीएम ने विशेषज्ञों और ग्रुप ऑफ़ ऑफिसर से कोविड-19 के प्रबंधन में समाज की सहभागिता बढ़ाने, कोविड नियंत्रण के लिए आवश्यक आदतों और व्यवहार को स्थाई रूप से जीवन का हिस्सा बनाने, निजी और शासकीय अस्पतालों के बेहतर प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण, नागरिकों को स्वस्थ जीवन चर्या अपनाने के लिए प्रेरित करने, परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों के विस्तार और अन्य राज्यों तथा देशों की बेस्ट प्रैक्टिसेस तथा उनकी प्रदेश के लिए प्रासंगिकता के संबंध में सुझाव मांगे। इसके साथ ही पोस्ट कोविड केयर की प्रक्रिया, ब्लैक फंगस की स्थिति और बचाव, कोरोना की तीसरी वेव को ध्यान में रखते हुए आवश्यक तैयारियों और कोरोना के बाद हमारा व्यवहार कैसा हो, इस संबंध में भी सुझाव आमंत्रित किए गए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने प्रदेश में कोविड-19 के प्रबंधन पर प्रस्तुतीकरण दिया।   'विचार मंथन' में नीति आयोग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. के. मदन गोपाल, दिल्ली स्थित थिंक टैंक रिसर्च एण्ड इनफार्मेंशन सिस्टम इन डव्हलेपमेंट कंट्रेरीज (आरआईएस) में डायरेक्टर जनरल तथा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में सदस्य प्रो. सचिन चतुर्वेदी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अभिषेक जैन, गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की सदस्य डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव, यूनिसेफ की वंदना भाटिया, डॉ. राहुल खरे, डॉ. निशांत खरे, एम्स भोपाल के डॉ. देवाशीष विश्वास, गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉ. लोकेन्द्र दवे, डॉ. महेश माहेश्वरी, नेशनल अस्पताल के डॉ. पी.के. पाण्डे सम्मिलित हुए।    चर्चा में अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, एस.एन. मिश्रा, मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मनोज गोविल, नीरज मण्डलोई, संजय दुबे, डॉ. पल्लवी जैन गोविल, प्रतीक हजेला, सचिव सुखवीर सिंह, आयुक्त जबलपुर बी. चंद्रशेखर, आयुक्त इन्दौर पवन शर्मा, कलेक्टर रीवा टी. इल्लैयाराजा, कलेक्टर बुरहानपुर प्रवीण सिंह अढायच ने अपने सुझाव रखे।

Kolar News

Kolar News 15 May 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री से चर्चा कर श्योपुर से लगे राजस्थान के नजदीकी शहरों में गंभीर स्थिति में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों की रोक पर से प्रतिबंध हटवाया। क्षेत्र के लोगों ने कमलनाथ का और राजस्थान के मुख्यमंत्री का आभार माना।   दरअसल कोरोना की इस महामारी में प्रदेश के श्योपुर में स्वास्थ सुविधाओं व संसाधनों के अभाव में और वहाँ से ग्वालियर की ज्यादा दूरी को देखते हुए, स्थानीय नागरिक इलाज के लिए, सिटी स्केन व तमाम आवश्यक जाँच के लिये बड़ी संख्या में नजदीक लगे राजस्थान के कोटा व सवाई माधोपुर शहरों में नियमित रूप से जाते थे लेकिन पिछले दिनों इन शहरों में जाने वाले मरीजों को पार्वती व चंबल नदी सीमाओं पर रोका जाने लगा, उनके जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। श्योपुर क्षेत्र के नागरिकों से इस संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तत्काल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस सम्बंध में चर्चा की, वह उनसे इन प्रतिबंधों में शिथिलता प्रदान करने की मांग की।   कमलनाथ की मांग व आग्रह पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने त्वरित निर्णय लेते हुए इन प्रतिबंधों में शिथिलता प्रदान करने के स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिये। जिससे एक बार फिर यहां के मरीजों को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए नजदीक लगे राजस्थान के शहरों में जाने की  अनुमति मिल गयी। इसको लेकर श्योपुर के नागरिकों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार मानते हुए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।

Kolar News

Kolar News 15 May 2021

भोपाल। कोरोना संकट के बुरे वक्‍त में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार उन तमाम लोगों के लिए फिर एक बार आशा की किरण बन सामने आई है, जिनके परिजनों की या तो इस महामारी में मृत्यु हो गई या फिर उनके आय के साधन समाप्‍त हो गए हैं। सरकार कोरोना संक्रमण की वजह से बेसहारा हुए बच्चों एवं परिवारों को मुफ्त राशन, पेंशन और बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने जा रही है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्‍वयं गुरुवार को इसकी घोषणा की।    इस निर्णय के साथ ही कोरोना संक्रमण से अपनों को खो चुके परिवारों को इस तरह की मदद देने वाला मध्यप्रदेश देश में पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसे बच्चे जिनके परिवार से पिता का साया उठ गया, कोई कामाने वाला नहीं बचा, ऐसे परिवारों को पांच हजार रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी। इतना ही नहीं इस प्रकार के सभी परिवारों में बच्चों की शिक्षा का निःशुल्क प्रबंध किया जाएगा जिससे कि वे आगे भी अपना अध्‍ययन जारी रख सकेंगे।    उन्‍होंने कहा कि जिन बच्चों के पिता एवं अभिभावक और बुजुर्गों के बुढ़ापे की लाठी उनके युवा बेटे तथा परिवार के कमाने वाले सदस्य अब इस दुनिया में नहीं हैं, ऐसे परिवारों को प्रदेश सरकार का सबंल मिलना ही चाहिए। ऐसे दुखी परिवारों को हम बेसहारा नहीं छोड़ सकते, उनका सहारा प्रदेश की सरकार है, ऐसे बच्चों को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, वो प्रदेश के बच्चे हैं। प्रदेश उनकी मदद करेगा, प्रदेश उनकी चिंता करेगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अनाथ बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों को जीवन यापन में कोई परेशानी नहीं होने नहीं दी जाएगी। प्रदेश सरकार पूरा ध्यान रखेगी। अनाथ बच्चों की शिक्षा का नि:शुल्क प्रबंध किया जाएगा, जिससे वे अपनी पढ़ाई बिना बाधा जारी रख सकें। अनाथ बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों को पात्रता नहीं होने के बाद भी नि:शुल्क राशन दिया जाएगा। उनके भोजन की समस्या का समाधान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाथ बच्चों और बुजुर्गों के परिवार और अनाथ हुए परिवार का कोई सदस्य यदि काम-धंधा करना चाहता है तो उसको प्रदेश सरकार की गारंटी पर बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे फिर से अपना काम-धंधा जीवन व्यापन के लिए शुरू कर सकें। 

Kolar News

Kolar News 13 May 2021

भोपाल। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि वैश्विक आपदा के समय लोगों को भ्रमित करने और अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि लोगों को भ्रमित करने और अफवाह फैलाने वाले वीडियो को जारी करने के एक प्रकरण में विदिशा विधायक शशांक भार्गव के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है।    गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा है कि भ्रम और अफवाह फैलाने वाला व्यक्ति कितना भी रसूखदार क्यों न हो, किसी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाएगी। डॉ. मिश्रा ने बताया कि शशांक भार्गव, विधायक विदिशा द्वारा वॉट्सऐप ग्रुप (विदिशा टूडे कलम का हमला) में विदिशा मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं के संबंध में वीडियो जारी किया गया था। जाँच-पड़ताल में पाया गया कि वह तस्वीर मेडिकल कॉलेज विदिशा की नहीं हैं। उन्होंने बताया कि सुरेन्द्र चौहान की शिकायत पर थाना सिविल लाईन, विदिशा में अपराध क्रमांक 350/2021 धारा 188, 505 भादंवि व 54 आपदा अधिनियम 2005 के अंतर्गत दिनांक 12 मई 2021 को कायम कर विवेचना में लिया गया।

Kolar News

Kolar News 13 May 2021

भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बुधवार को कोरोना महामारी में प्रमुखता से सामने आये पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लेक फन्गस) बीमारी के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ मंथन किया। मंत्री सारंग द्वारा इस बीमारी से पीड़ित कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश स्तर पर स्ट्रेटर्जी एवं प्लान तैयार किया जा रहा है।   मंत्री सारंग द्वारा इसके लिये विशेष रूप से अमेरिका के संक्रमक बीमारी के विशेषज्ञ डॉ. मनोज जैन का चिकित्सकीय तकनीकी सहयोग भी प्राप्त किया जा रहा है। बुधवार को गांधी मेडिकल कॉलेज में ब्लेक फन्गस बीमारी म्यूकोरमाइकोसिस के संबंध चिकित्सकीय ज्ञान, रोकथाम किये जाने के बिन्दु, उपचार की गाइडलाइन, मरीजों का लक्षणों अनुसार प्रबंधन तथा लोगों में बीमारी के संबंध में जागरूकता एवं तथ्यात्मक ज्ञान के संबंध में भोपाल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ विभिन्न चिकित्सा आयामों पर विस्तृत चर्चा की गई।   अमेरिका के डॉ. जैन द्वारा प्रेजेन्टेशन के माध्यम से इस बीमारी के सूक्ष्म पहलूओं और तथ्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। साथ ही उपस्थित नाक-कान-गला विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, डायबिटॉलाजिस्ट, न्यूरो सर्जन एवं मेडिसिन विशेषज्ञों के साथ ऑनलाइन पेनल डिस्कशन किया गया।   प्रदेश स्तर पर कोविड ट्रीटमेन्ट प्रोटोकॉल मे स्टेरॉयड एवं एन्टीबायोटिक के रेशनल उपयोग तथा अनियंत्रित मधुमेह के मरीजों के उपचार के दौरान ब्लड शुगर लेवल की सघन मॉनिटरिंग तथा सेकेण्डरी/हॉस्पिटल एक्वायरड इन्फेक्शन को सीमित करने के संबंध में प्रोटोकॉल निर्धारित करने के लिये विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गई।   देश में गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल एवं जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 10-10 बेड के म्यूकोरमाइकोसिस यूनिट स्थापित किये जा रहे हैं। इन यूनिटों में म्यूकोर के मरीजों का उपचार एवं ऑपरेशन जैसी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।   कोविड पॉजिटिव एवं नेगेटिव दोनों मरीजों में म्यूकोर इन्फेक्शन होने पर पृथक-पृथक ऑपरेशन थियेटर मरीजों के उपचार के लिये तैयार किये जायेंगे। इन यूनिटों का उद्देश्य है कि म्यूकोर के मरीजों को त्वरित इलाज एवं उपचार प्रदान किया जा सके।   म्यूकोर मरीजों की बढ़ती संख्या से आमजन में व्याप्त हो रही चिंता के लिये सरकार एवं चिकित्सक मिलकर उपयुक्त उपचार व्यवस्थाओं से उनका भरोसा मजबूत करने के लिये इस प्रयास के माध्यम से कार्यवाही कर रहे हैं।   इस गहन विचार-विमर्श में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा निशांत वरवड़े, संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत सहित विभिन्न विधाओं के चिकित्सकीय विशेषज्ञ एक साथ जुड़े।

Kolar News

Kolar News 12 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष, मीडिया प्रभारी व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भाजपा की शिवराज सरकार से 10 सवाल किए है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में जहाँ लोग जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन और अस्पतालों में बिस्तर के लिए परेशान हो रहे है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना महामारी की विपदा से निपटने के लिए न तो कभी सर्वदलीय बैठक बुलाई और न ही उनसे कोई सलाह ली बल्कि विपक्ष पर लगातार झूठे आरोप लगा कर अपनी निकामियों का ठीकरा विपक्ष पर फोडऩे का काम कर रहे है।   पूर्व मंत्री ने कहा कि शिवराज जी कहते है कि कांग्रेस के नेता भ्रम फैलाते है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार महामारी से निपटने को लेकर मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखकर चेता रहे है जबकि कमलनाथ जी ने कांग्रेस पदाधिकारीयों, कार्यकर्ताओं, नेताओं और विधायकों को दिशा निर्देश जारी किए है कि महामारी के दौर में जनता की सेवा में उनकी सहायता में जुट जाए।   कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर व्यंग करते हुए कहा कि गृहमंत्री जी प्रति दिन नहा धोकर, चेहरे पर पाउडर लगाकर, मूंछे काली करके, बाल काले करके, ओठों पर लाली लगाकर टीवी पर तथ्यहीन बातें करते हुए दिखते है अपनी भूमिका छोडक़र विपक्ष को कोसते हुए दिखते है। गृहमंत्री जी कहते है कि इस महामारी में काला बाजारी करने वाले लोगों को अजीवन कारावास की सज़ा होगी। लेकिन उन्हीं के पार्टी के कार्यकर्ता गिद्धों की तरह लोगों को नोंचने में लगे है उनके प्रति आपकी सरकार नर्म क्यों है। जीतू पटवारी ने कहा कि वह कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से वह 10 सवाल करते है जिसका जबाब वे प्रदेश की जनता को दें।जीतू पटवारी ने सवाल करते हुए कहा कि जबलपुर में सीटी हॉस्पीटल के संचालक सबरजीत सिंह मोखा जिसने करीब 1 लाख नकली रेमडेसिविर इजेक्शन बेंचे उसके खिलाफ आपकी पार्टी और सरकार का रूख नर्म क्यों है। रतलाम में भाजपा से जुड़े राजेश महेश्वरी को ऑक्सीफ्लोमीटर की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया उसे आपकी सरकार ने रात में ही क्यों छोड़ दिया। उज्जैन के कैबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रतिनिधि अभय विश्वकर्मा जो 30-30 हजार में अस्पताल में बेड बेच रहा था, अस्पताल के डॉक्टर ने यह बयान दिया है। आपकी सरकार क्यों चुप है? आपने नरोत्तम जी कार्यवाही क्यों नहीं की और आप विपक्ष पर नकारात्मकता का आरोप लगाते हैं। दो लाख से ज्यादा मौतें मध्य प्रदेश में हो गई है, आपकी सरकार कहती है कि  आपने जिले वार क्राइसिस मैनेजमेंट की कमेटियां बनाई है, गाँव-गाँव, नगर-नगर सर्वे चल रहा है तो फिर केन नदी की सहायक रूद्र नदी में शव नदियों में क्यों बह रहे हैं?   जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी सरकार से 10 सवाल करते हुए पूछा कि शिवराज जी यह बताएं कि कालाबाजारी करने वाले भारतीय जनता पार्टी से जुड़े गिद्द जो महामारी में भी अपना लालच नहीं छोड़ते, जिन्होंने मौत पर पैसा कमाया इनके खिलाफ क्या कार्यवाही की जा रही है। सरकार इनके खिलाफ कार्यवाही करेगी? दूसरा सवाल करते हुए पटवारी ने कहा कि नदियों में शव तैर रहे है ऐसा कैसे हुआ इसका उत्तर सरकार दे। तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि एक लाख नकली रेमडेसिविर इजेक्शन जो लगभग 40 हजार मरीजों को लगाए गए जिनकी मौतें हो गई इसकी सरकार जाँच करवाए, कांग्रेस इस महाघोटाले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जाँच करवाने की माँग करती है। चौथा सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के साथ ही फंगल इंफेक्शन लगातार बढ़ रहा है इसकी दवाईयों की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है इसके लिए सरकार ने क्या कार्ययोजना बनाई है। पाँचवा प्रश्न करते हुए कहा कि गाँव में कोविड की महामारी में फैल गई है 50 प्रतिशत से अधिक लोगों की मौत गाँव से हुई है, गाँवों को राम भरोसे छोड़ दिया गया है इसको लेकर क्या कार्ययोजना बनाई है यह सरकार स्पष्ट करें।   उन्होंने छठा सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में दो लाख से जायदा मृत्यु हुई है पर्याप्त टेस्ट हो नहीं रहे और सरकार महामारी को नियंत्रण में बता रही है यह भ्रम सरकार न फैलाए। क्या लगभाग 10 लाख में से 50 हजार लोगों की जाँच करवाने की कोशिश शिवराज जी करेंगे, क्या इसको लेकर कोई कार्य योजना है। सातवां सवाल करते हुए कहा कि तीसरी लहर को लेकर सरकार कि क्या कार्ययोजना है या फिर मुख्यमंत्री जी सिर्फ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जनता को बस काम कर रहे है यह दिखाने की कोशिश करते रहेंगे। आठवां सवाल करते हुए कहा कि वैक्सीन को लेकर आज तक लगभग 90 लाख लोगों को वैक्सीन लगाये जाने का दावा सरकार कर रही है ।क्या सभी को वैक्सीन लगे इसको लेकर सरकार की कोई कार्ययोजना है? आपको 8 करोड़ 64 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। क्या वैक्सीन को लेकर अन्य राज्यों की तरह ग्लोबल टैंडर कर प्रदेश के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का कार्य राज्य सरकार करेगी। नवां प्रश्न करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि सरकारी लापरवाही से दो लाख मौतें हुई है। कुछ मौते ऑक्सीजन के अभाव से हुई, कुछ मौतें दवाईयों की कमी की वजह से हुई है, आंध्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर 10 लाख रूपए देने की बात कही है। शिवराज सरकार किसानों की मौत पर 1 करोड़ रूपए दे सकती है तो क्या इसी तरह सरकार 10 लाख रूपए देंगे और जिस आयुष्मान योजना का प्रोपोगंडा शिवराज सरकार ने जारी किया, लेकिन मध्यम वर्गीय वह लोग जो लाखों रूपए खर्च करके अस्पताल से अपनी जान बचाकर आए है उनको आर्थिक सहायता देकर उनके बिल भरेगी क्या सरकार। वही दसवां प्रश्न करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य सरकार राशन के वितरण की योजना का बखान करती है क्या तीन महिने के राशन से जिसमें गेंहू नमक देने की बात कह रही है, चक्की खुली नहीं क्या सरकार पात्रता पर्ची वाले लोगों को हर महीने 7 हजार रूपए देने की पहल करेगी क्योंकि सिर्फ सूखा आटा फांकने से पेट नहीं भरता है।   जीतू पटवारी ने कहा कि इस महामारी के दौर में हमारे नेता कमलनाथ और पूरी कांग्रेस पार्टी सरकार को सहयोग करने में पीछे नहीं हटेगी हम सरकार के साथ है भले ही शिवराज सरकार उन पर नकारात्मकता फैलाने का आरोप लगाए लेकिन हमारे नेता, कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक सभी इस भयावह दौर में जनता की सेवा में लगे है और इस महामारी में सबका सहयोग कर रहे है।

Kolar News

Kolar News 12 May 2021

भोपाल। उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी में कोरोना मरीजों के शव बहते मिलने के बाद अब मप्र में भी ऐसे ही कुछ शव मिले हैं। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मामले पर चिंता जताते हुए सरकार से तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच करवाने की मांग की है।   कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा ‘शिवराज जी, अभी तक उत्तरप्रदेश और बिहार में गंगा नदी में बहते शवों की तस्वीरें हम देख रहे थे और अब मध्यप्रदेश में भी पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के गाँव नंदनपुर में रुँझ नदी में 6 बहते शवों की दर्दनाक तस्वीरे सामने आयी है? यह बेहद गंभीर मामला है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो चली है। इस पूरे मामले में सरकार तत्काल संज्ञान लेकर इसकी पूरी जाँच करवाये और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ व संसाधन बढ़ाने का काम युद्ध स्तर पर करे।   दरअसल पूरा मामला पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के गांव नंदनपुर की है, जहां रुंझ नदी में मंगलवार को 6 शव उतराते मिले। इससे गांव में दहशत फैल गई। धरमपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला और अन्य शवों की तलाश देर शाम तक जारी रही। ये शव कोरोना मरीजों के हैं या नहीं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। यह नदी उप्र में बांदा जिले की सीमा से सटी है। इसलिए आशंका है कि ये शव यूपी से बहकर आए हैं।

Kolar News

Kolar News 12 May 2021

भोपाल। दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा में विरोध के स्वर तेज हो गए हैे। पूर्व मंत्री जयंत मलैया और बेटे को हार के जिम्मेदार ठहराते हुए संगठन के फैसले के बाद कई वरिष्ठ नेता खुलकर इसका विरोध कर चुके हैं। पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के बाद अब पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले ने भी जयंत मलैया का समर्थन किया है।   कुसुम मेहदेले ने जयंत मलैया का बचाव करते हुए पार्टी पर निशाना साधा है और मलैया को शोकॉज नोटिस देने को दुर्भाग्यपूर्ण भी बताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा अब बीजेपी के पास वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा व अवमानना करने और उनकी निष्ठा पर असत्य लांछन लगाना भी शुरू हो गया है। जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस और सिद्धार्थ की सदस्यता समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है। वरिष्ठ नेत्री ने आगे लिखा- मलैया और सिद्धार्थ पर आरोप-प्रत्यारोप कतई उचित नहीं है। उप चुनाव करवाना भी उचित नहीं था। उन्होंने विधायक अजय विश्नोई का समर्थन करते हुए लिखा- अजय विश्नोईजी आापने दमोह उप चुनाव को लेकर को लेकर सही टिप्पणी की है। बता दें कि दो दिन पहले अजय विश्नोई ने सोशल मीडिया पर सवाल किया था- चुनाव में हार की जवाबदारी क्या टिकट बांटने वाले और चुनाव प्रभारी लेंगे?   चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी की हार के लिए जिम्मेदार मानते हुए पार्टी ने जयंत मलैया को नोटिस दिया गया है। बेटे सिद्धार्थ को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इस पर मलैया का कहना है कि सिर्फ मेरा बूथ नहीं हारी भाजपा।   कांग्रेस ने कसा तंजवहीं दमोह उप चुनाव में हार के बाद भाजपा में मची अंतर्कलह और वरिष्ठ नेताओं के मुखर होने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। पार्टी के प्रदेश मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर लिखा - दमोह उप चुनाव परिणाम के बाद अब एक बार फिर भाजपा में बिकाऊ-टिकाऊ संघर्ष शुुरू? टिकाउओं ने खोला बिकाऊओं के खिलाफ मोर्चा। सत्ता के लिए नीति, सिद्धांतों, निष्ठा को दांव पर लगाया। बिकाऊओं के लिए टिकाऊओं पर हो रही कार्यवाही। पद भी बिकाऊओं को, टिकाऊ क्या सिर्फ दरी उठाने के लिए।

Kolar News

Kolar News 10 May 2021

भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में धीमी गति से चल रही कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए केन्द्र और राज्य सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि वैक्सीन लगाने की बजाय शिवराज सरकार को वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए अभियान चलाना चाहिए।   कमलनाथ ने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार हो या शिवराज सरकार दोनो कोरोना संक्रमण से बचने के लिये वैक्सीन लगाने की बात तो रोज़ कह रही है लेकिन वैक्सीन के ही पते नहीं, विश्व गुरु बनने के चक्कर में वैक्सीन कई देशों में भेज दी और खुद के देश में ही वैक्सीन के पते नहीं? शिवराज सरकार को अब "आओ वैक्सीन लगवाओ" अभियान की जगह अब "पहले वैक्सीन उपलब्ध करवाओ" अभियान शुरू करना चाहिये।   एक अन्य ट्वीट कर कमलनाथ ने शिवराज सरकार का घेराव करते हुए कहा कि दवा की जगह दावा? जांच की जगह जुमले? ऑक्सीजन की जगह प्रोटोकॉल? अस्पताल की जगह श्मशान ? शिवराज जी,  प्रदेश की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 10 May 2021

जबलपुर। मध्य प्रदेश में हाल ही संपन्न हुए दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद पार्टी में आंतरिक कलह देखने को मिल रहा है। दमोह उपचुनाव के परिणाम आने के बाद प्रशासनिक स्तर से लेकर पार्टी स्तर पर तक कार्रवाई हुई है। शासन ने दमोह कलेक्टर का तबादला कर दिया है। पार्टी स्तर पर कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता जयंत मलैय को जवाब तलब किया गया है।   इस हार पर भाजपा नेताओं में आपसी कलह देखेन को मिल रही है। पार्टी संगठन द्वारा की गई कार्रवाई पर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने ट्वीट कर बड़ा सवाल किया है। अजय विश्नोई ने ट्वीट कर पार्टी संगठन से सवाल पूछा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि चुनावी हार की जिम्मेदारी टिकट बांटने वाले और चुनाव प्रभारी लेंगे?    बता दें कि उपचुनाव में हार मिलने के बाद भाजपा उम्मीदवार राहुल लोधी ने मलैया पर भितरघात का आरोप लगाया था। मलैया ने प्रह्लाद पटेल का भी वार्ड हारने के हवाला देकर टिकट चयन पर सवाल उठाए थे। उपचुनाव में मिली हार पर पार्टी संगठन ने निष्कासन की कार्रवाई की है। पूर्व मंत्री जयंत मलैया को नोटिस देकर बेटे सहित 5 मंडल अध्यक्षों को निष्कासित किया है जिसके बाद भाजपा में अंतर्कलह खुल कर सामने आने लगा है।

Kolar News

Kolar News 8 May 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दमोह उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार की करारी हार के बाद दमोह के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के तबादले पर सवाल उठाते हुए इस निर्णय को अचंभित व हैरान करने वाला बताया है? उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार के इस कृत्य से एक सवाल उठता है कि क्या दमोह में भाजपा को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी वहाँ के कलेक्टर और एसपी को सौंपी गई थी?   कमलनाथ ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि यदि दमोह जिले के कलेक्टर और एसपी ने अपने कत्र्तव्यों के निर्वहन और अपनी वर्दी का सम्मान करते हुये निष्पक्ष चुनाव कराये तो क्या सरकार उन्हें इस कर्तव्यपरायणता की सजा देगी? उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि साफ़ नजर आ रहा है भाजपा प्रशासन का दुरूपयोग कर चुनाव जीतना चाहती थी, और अपने इस नापाक मंसूबे में असफल होने के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों में आतंक पैदा करने के लिये कलेक्टर एवं एसपी को हटाया गया है।   पूर्व सीएम ने कहा कि दमोह चुनाव की पराजय का दूसरा शिकार भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया एवं उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया को बनाया जा रहा है। यदि वास्तव में धनबल के साथ-साथ पूरी भाजपा, पूरी सरकार, 22 मंत्री, कई विधायक और सांसद के दमोह में महीनों डेरा डालने के बाद भी यदि मलैया परिवार कांग्रेस को 17000 वोटों से जीत दिला सकते हैं, तब उनके वर्चस्व और राजनीतिक कौशल को देखते हुये उन्हें तत्काल मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बना देना चाहिये? जबकि ये हार वास्तव में भाजपा के हर उस नेता की है जो पूरे दो महीने दमोह में रहने के बाद भी अपने उम्मीदवार को जीत नहीं दिला सके, ये हार शिवराज की उस अनैतिक राजनीति की हार है जो खरीद-फऱोख्त से सत्ता हथियाने के लिये कुख्यात है, ये हार उन तमाम लोगों की हार है जो खुद को लोकतंत्र और संविधान से ऊपर समझते हैं।कमलनाथ ने कहा कि दमोह में भाजपा की हार शिवराज सरकार के एक साल के कार्यकाल पर जनता का मत है। ये हार बताती है कि भाजपा ने पिछले एक साल में मध्यप्रदेश को कैसी सरकार दी है। मध्यप्रदेश की सौदेबाजी की सरकार में आज हर व्यक्ति पीडि़त है, फिर भी सरकार अपनी झूठी वाहवाही और विज्ञापनबाजी में लगी हुई है। कमलनाथ ने कहा कि मुझे ये कहते हुये गर्व होता है कि दमोह में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत दमोह की जनता की जीत है, सच्चाई की जीत है, लोकतंत्र की जीत है, हमारे आदर्शवादी सिद्धांतों की जीत है।

Kolar News

Kolar News 8 May 2021

भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ फोन पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को प्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और कोरोना के खिलाफ किए जा रहे उपायों की जानकारी दी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी को प्रदेश में लगातार घट रहे पॉजिटिविटी रेट से अवगत कराया है और बढ़ रहे रिकवरी रेट की जानकारी दी है। पीएम मोदी ने सरकार के प्रयास पर संतोष व्यक्त करते हुए मदद का आश्वासन दिया है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर चर्चा कर उन्हें मध्यप्रदेश में कोविड19 की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और लगातार घट रहे पॉजिटिविटी रेट व तेजी से बढ़ रहे रिकवरी रेट की जानकारी दी। उनसे मैंने प्रदेश सरकार द्वारा किए गए अभिनव प्रयासों को भी साझा किया। सीएम शिवराज ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी को किल कोरोना अभियान, जनता कर्फ्यू 2, कोरोना वॉलंटियर्स, आइसोलेशन सेंटर, प्रदेश में बने कोविड19 केयर सेंटर, अस्थायी कोविड अस्पतालों के निर्माण के लिए सरकार के प्रयास, जनजागरुकता अभियान और योग से निरोग अभियान की प्रगति के बारे में बताया।   आगे सीएम शिवराज ने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति, ऑक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति और प्रदेश में बनाए जा रहे नए ऑक्सीजन प्लांट्स की विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री जी से प्रदेश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की प्रगति पर भी चर्चा की। जिस पर पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों पर संतोष व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार द्वारा हरसंभव मदद करने का आश्वासन मुझे दिया है। मैं उन्हें सादर धन्यवाद देता हूँ। उनके नेतृत्व में कोविड19 से मध्यप्रदेश को मुक्त करने का अभियान जारी है।

Kolar News

Kolar News 8 May 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कोरोना का स्‍तर गिर रहा है, लेकिन 18% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट में सरकार कोई भी भूल करना नहीं चाहती। जनता के जीवन को बचाए रखने के लिए लॉकडाउन ही एक उपाय दिखाई दे रहा है, ऐसे में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि हम वर्तमान परिस्‍थ‍ितियों में कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए आगामी 15 मई तक कुछ खोल नहीं सकते हैं।    श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से आह्वान करते हुए कहा है कि कोरोना मानवता पर बड़ा संकट है। कोरोना को नियंत्रित करने का एकमात्र उपाय संक्रमण की चेन तोड़ना है। यह कार्य सभी के सहयोग के बिना संभव नहीं है। हम लंबे समय तक बंद नहीं रख सकते, जन-जीवन सामान्य भी करना है। अतः आगामी 15 मई तक सब कुछ बंद कर दें। जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करें और संक्रमण की चेन तोड़ दें।    उन्‍होंने कहा, शादी विवाह आगे बढ़ा दें। जिस गाँव में एक भी कोरोना मरीज़ है, वहाँ मनरेगा के कार्य बंद कर दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस कार्य में सभी के सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि कोरोना को समाप्त करने के लिए गाँव-गाँव, शहर-शहर में किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सर्वे कर मरीजों की पहचान कर उनका तुरंत इलाज प्रारंभ किया जा रहा है, शहरी क्षेत्रों में कोविड सहायता केंद्र बनाए जाकर वहाँ जाँच, मेडिकल किट वितरण आदि की व्यवस्था की जा रही है।   श्री चौहान का कहना है कि शहरों में ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षणों को छिपाते हैं। किल कोरोना-2 अभियान की टीम घर-घर जाकर सर्वे करे और साथ में उस गांव की टीम को भी साथ ले जायें, ताकि लोग सहयोग करें।  कोरोना का प्रारंभिक लक्षण आने पर ही इलाज करा जाए  तो व्यक्ति आसानी से स्वस्थ हो सकता है। यह घातक तब होता है, जब संक्रमण फेफड़ों तक फैल जाता है। इसलिए जरा भी सर्दी, जुकाम, बुखार हो, तो तत्काल जांच और इलाज करायें।    उन्‍होंने कहा कि इस कोविड काल में प्रधानमंत्री जी ने गरीबों को 2 महीने का राशन नि:शुल्क दे दिया है। हमारी सरकार भी तीन महीने का राशन गरीबों को दे रही है, ताकि कोई गरीब भूखा न रहे। वहीं, उन्‍होंने कहा कुछ निजी अस्पतालों में इलाज का अधिक पैसा लेने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे संकट के समय में जनता को लूटने वाले अस्पतालों को मैं नहीं छोड़ूंगा।    मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि सरकार गरीब, आम आदमी, मध्यमवर्गीय व्यक्तियों को भी कोरोना का नि:शुल्क इलाज तुरंत उपलब्ध कराएगी। इसके लिए सरकार कल से ही योजना प्रारंभ कर रही है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पैकेज घोषित किया जा रहा है। निजी अस्पतालों के साथ सरकार अनुबंध करेगी। सीटी स्केन आदि जाँचें भी नि:शुल्क होंगी।

Kolar News

Kolar News 6 May 2021

इंदौर। इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट के बेटे और उनके पूरे परिवार पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने जैसा संगीन आरोप लगाया है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर मे इंदौर के सक्रिय कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने मीडिया को सनसनीखेज बयान देते हुए सरकार व प्रशासन पर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस विधायक के आरोपों के बाद अब राजनीति तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस विधायक के बयान की निंदा की है वहीं मंत्री सिलावट ने भी विधायक संजय शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।   मंत्री तुलसी सिलावट ने गुरुवार को कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के आरोप को बेबुनियाद, निराधार और असत्य बताते हुए कहा कि मैं संजय शुक्ला को मानहानि का नोटिस दूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ओछी और घृणा की राजनीति कर रहे हैं। मंत्री सिलावट ने उनको महापौर बनने के सपने आ रहे हैं, लेकिन ये सपने कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने साफ कहा कि मुझे उनके आरोप-प्रत्यारोप और प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। मुझे मेरी जनता ने प्रमाण दे रखा है। इससे बड़े प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है। मंत्री सिलावट ने कहा कि मैं सेवा करने के लिए आया हूं और मेरा संकल्प है कि मैं अपना काम पूरा करूं। मुझे इनके प्रमाण की जरूरत नहीं। मुझे मेरी माता बहनों और बुजुर्गों के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है।   बता दें कि कांग्रेस विधायक ने मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के पुत्र चिंटू सिलावट और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि ये लोग महंगे व आवश्यक इंजेक्शन बेच रहे हैं और दूसरी तरफ मंत्री जी घर में चूडिय़ां पहन कर बैठे हुए हैं।

Kolar News

Kolar News 6 May 2021

भोपाल। अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा बंगाल की स्थिति के बारे में किए गए एक ट्वीट को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। लोग इस पर सोशल मीडिया में टिप्पणियां कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने इसकी निंदा की है।   भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर एक ट्वीट किया है। बुधवार शाम को किए गए इस ट्वीट में उन्होंने बंगाल की स्थिति को मुमताज लोकतंत्र बताया है। उन्होंने यह भी लिखा है कि शठे शाठ्यम समाचरेत, टिट फार टैट करना ही होगा। राष्ट्रपति शासन और एनआरसी बस यही उपाय हैं। संतों और वीरों की भूमि पर अब तो 'राम' बनना ही होगा। उनके इस ट्वीट की विपक्षी दलों द्वारा आलोचना की जा रही है।   साध्वी प्रज्ञा के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी  के.के. मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि मध्यप्रदेश में जब लोकतंत्र पर हमला कर सरकार गिराई गई तब वे कुछ कहतीं तो अच्छा होता। प्रज्ञा सिंह ठाकुर बंगाल को लेकर ट्वीट कर रही हैं, लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण हो रही मौतों से अनजान हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ ट्वीट करने के बजाए वो भोपाल में कोरोना से हुई मौत को लेकर ट्वीट करतीं तो बेहतर होता।

Kolar News

Kolar News 6 May 2021

भोपाल। कोरोना संक्रमण के इस काल में आम नागरिक की परेशानी और स्वास्थ्य को लेकर चिंतायें अधिक हैं। चिकित्सालय में आने वाले रोगी अथवा उनके परिजन यही चाहेंगे कि उन्हें तत्काल उपचार की सुविधा मिल जाय। थोड़ी भी देर होने पर उनकी नाराजगी स्वभाविक है। हमें नाराजगी सहन करने की आदत डालना चाहिए क्योंकि यह संकट की घड़ी है।  लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री एवं कोविड-19 के अशोकनगर जिला प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने चंदेरी सिविल अस्पताल के चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को उक्ताशय की समझाइश देते हुए कहा कि सभी की नाराजगी सुनने और सहन करने के लिए मैं तो हूँ। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में प्रतिदिन आकर चिकित्सक और रोगियों से इसी लिए मिलता हूँ ताकि किसी भी प्रकार की कठिनाई को दूर किया जा सकें।   राज्यमंत्री यादव ने सिविल अस्पताल को कोरोना गाइडलाइन और भर्ती रोगियों की सुविधा व संख्या के अनुसार समय-समय पर सेनेटाइज किए जाने के निर्देश दिए। चंदेरी टी.आई. को राज्यमंत्री ने निर्देश दिए की शादी तथा अन्य आयोजनों में कोरोना गाइडलाइन से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हों यह सुनिश्चित किया जाय। चंदेरी सिविल अस्पताल में आऊटसोसिंग से कार्य कर रहे पाँच कर्मचारियों ने राज्यमंत्री को बताया कि उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है।  राज्यमंत्री ने उपस्थित 3 कर्मचारियों को तत्काल 3-3 हजार रुपये देते हुए कहा कि कोरोना काल में निजी तौर पर वे प्रत्येक कर्मचारी को हर माह 5-5 हजार रुपये की आर्थिक मदद देते रहेंगे।  उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को भी सिविल अस्पताल मुंगावली में कार्यरत 10 कर्मचारियों द्वारा वेतन नहीं मिलने की जानकारी दिए जाने पर राज्यमंत्री ने उन सभी को 5-5 हजार रूपये मासिक रूप से दिए जाने का आश्वासन दिया था। आज मुंगावली अस्पताल पहुँचकर राज्यमंत्री ने उन सभी 10 कर्मचारीयों को 5-5 हजार रुपये नकद प्रदान किये।

Kolar News

Kolar News 5 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ बुधवार को इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस नेताओं के साथ इंदौर में कोरोना की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मैंने आज छिंदवाड़ा के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में प्रदेश के नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य की, खुशहाली की प्रार्थना की और इस महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की क्योंकि आज जनता सरकार भरोसे नहीं, भगवान भरोसे है।   कमलनाथ ने कहा कि इंदौर, मध्य प्रदेश का और देश का बड़ा शहर है लेकिन यहां रोज कितने लोगों की मौत हो रही थी? यह आंकड़े छिपाने से और दबाने से कोरोना जाने वाला नहीं है, आज कितने टेस्टिंग हो रहे है? टेस्टिंग 10 से 15प्रतिशत ही हो रही है और जिन लोगों की टेस्टिंग नहीं हो रही वह कोरोना संक्रमण फैला रहे हैं। कोरोना  की रिपोर्ट भी चार-पांच दिन में मिल रही है, ऐसे में वह भी लोगों को संक्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज अस्पतालों में बेड के लिए, एंबुलेंस के लिए, इलाज के लिए, ऑक्सीजन के लिए, इंजेक्शन के लिए, डॉक्टर के लिये लाइन लगी है। तीन माह महीने पहले से ही कोरोना की दूसरी लहर को लेकर मीडिया और अन्य लोगों द्वारा तमाम चेतावनियाँ दी जा रही थी लेकिन इसका कोई प्रबंध सरकार ने नहीं किया ? मार्च तक तो देश से ऑक्सीजन का निर्यात हो रहा था, रेमडेसिविर इंजेक्शन तक एक्सपोर्ट हो रहा था, यह हालत है ? आज इंदौर-भोपाल तक में इलाज के लिए बेड नहीं मिल रहा है।   कमलनाथ ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज यह वैक्सिनेशन की बात कर रहे हैं, मै पूछना चाहता हूँ कि कितने लोगों को अभी तक वैक्सीन लगी है, कितने लोगों को लगाई जा रही है? वैक्सीन है ही नहीं, बस वैक्सीन की घोषणा कर दी बंगाल चुनाव के आखिरी चरण में युवाओं को लुभाने के लिये? यह कलाकारी की राजनीति अब बहुत हो गई। कमलनाथ ने जनता से अपील करते हुए कहा कि आज किसान, नौजवान, छोटा व्यापारी, गरीब वर्ग, मजदूर वर्ग सब परेशान है। आप सब लोग सच्चाई को पहचाने, सच्चाई अपनाये व सच्चाई का साथ दें।   कमलनाथ ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों के लिए भाजपा की वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।केंद्र में और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार तो दोषी कौन? क्या जनता दोषी है? प्रदेश की भाजपा सरकार आज लाशों के ढेर पर राजनीति कर रही है, उसे जनता की चिंता नहीं। पूर्व सीएम ने कहा कि मैं पूरे प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा हूं, जहां से भी मदद माँगी जा रही है, मदद की पूरी कोशिश कर रहा हूं। इंजेक्शन की कंपनियों से मैंने बात की कि मध्य प्रदेश का कोटा बढ़ाइए, ऑक्सीजन बढ़ाइए, जहां-जहां से मुझे खबर आती है, वहाँ मदद पहुंचाने का काम करता हूं।   प्रशासन पर साधा निशाना-कमलनाथ ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन भी आज भाजपा नेताओं को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करा रहा है और उनके लोग ही कालाबाजारी कर रहे हैं, इसको उन्होंने व्यापार बना लिया है।   ममता बनर्जी को दिया मप्र आने का न्यौता-बंगाल पर हो रही हिंसा पर उन्होंने कहा कि कहीं भी हिंसा हो, यह ठीक नहीं है मैंने ममता बनर्जी जी से बात की है। मैंने उन्हें मध्यप्रदेश आने का निमंत्रण दिया है उन्होंने स्वीकार किया है और वह जल्द ही मध्यप्रदेश आयेगी, मैं उन्हें इंदौर लाने का भी पूरा प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि वे मेरी मेरी पुरानी साथी रही है, युवक कांग्रेस के समय से हमने साथ काम किया है। किस प्रकार ममता जी ने मोदी जी, उनके मंत्रियों, विधायकों, इनकम टैक्स, सीबीआई व ईडी से लडक़र उन्हें हराया है। बंगाल जैसा चुनाव तो पूरे देश में कहीं नहीं हुआ?   जनता ने सौदेबाजी की राजनीति को नकारा-वहीं दमोह चुनाव पर कमलनाथ ने कहा कि दमोह की जीत का श्रेय वहाँ की जनता को जाता है, दमोह की जनता ने सौदेबाजी की राजनीति को नकारा है, वहाँ के मतदाताओं ने सच्चाई का साथ दिया है। इंदौर में कांग्रेस जनों से मुलाकात के बाद कमलनाथ सीधे झाबुआ के लिए रवाना हो गए, जहां वे विधायक स्वर्गीय कलावती भूरिया के शोक कार्यक्रम में शामिल होंगे। उनके साथ सांसद नकुल नाथ, पूर्व मंत्री हनी बघेल व प्रवीण कक्कड़ भी साथ गये।

Kolar News

Kolar News 5 May 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण के दौरान रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को भी कोरोना वॉरियर्स मानते हुए उन्हें भी फ्रंट लाइन वर्कर्स को दी जाने वाली सभी सुविधाओं का लाभ दिए जाने का फैसला लिया है।   मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ट्विट करके यह जानकारी साझा की ''हमारे पत्रकार मित्र #COVID19 काल में अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में सभी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को हमने 'फ्रंटलाइन वर्कर' घोषित करने का निर्णय लिया है। उनका पूरा ध्यान रखा जाएगा और उनकी पूरी चिंता की जाएगी।''    मुख्‍यमंत्री के इस निर्णय पर नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि पूरे कोरोना काल के दौरान पत्रकारों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों तक कोरोना से बचने के उपाय, कोरोना से संबंधित समाचार पहुंचाने का साहसिक कार्य किया है, इसलिए वे कोरोना वारियर्स की श्रेणी में शामिल होने के वास्तविक पात्र हैं। इसी तरह से पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि कोरोना काल में पत्रकारों ने लगातार लोगों तक बचाव, जागरुकता आदि विभिन्न तरह की जानकारी जन-सामान्य तक पहुंचाई। अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अनेक पत्रकार कोरोना संक्रमित हो गए और कुछ पत्रकारों की मृत्यु तक हो गई।फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल होने से उनको इस श्रेणी की सभी सुविधाएं मिलेंगी।

Kolar News

Kolar News 3 May 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चार राज्यों एवं एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चौहान ने जीत दर्ज करने वाले दलों और उसके नेताओं को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे जनता को कोरोना संकट से निजात दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, "असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में जो दल जीते हैं, मैं उनको और उनके नेताओं को बधाई देता हूँ। मुझे विश्वास है कि वो अपने प्रदेश की जनता की सेवा केंद्र के साथ मिलकर बेहतर तरीके से करेंगे और विशेषकर कोविड-19 के संकट से जनता को मुक्त कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।"   शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के प्रति इन चुनावों में जनता का विश्वास, प्रेम और श्रद्धा बढ़ी है। पार्टी और मजबूत हुई है। हमने असम में शानदार वापसी की है और पहले से ज़्यादा सीटें लेकर सरकार बनाने जा रहे हैं। पुडुचेरी में पहली बार भाजपा-नीत राजग की सरकार बन रही है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के 76 सीट जीतने पर चौहान ने इसे बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि बंगाल में तीन सीट से 76 सीट होना अपने आप में चमत्कार है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन और राज्यों के प्रभारियों के परिश्रम से हमें शानदार सफलता हासिल हुई।

Kolar News

Kolar News 3 May 2021

इंदौर। मीडियाकर्मियों के बारे में सांसद शंकर लालवानी के दिये गए एक बयान को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। मीडियाकर्मियों ने तो इसका विरोध किया ही है, कांग्रेस ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा है कि सांसद मीडियाकर्मियों से माफी मांगें।   सांसद शंकर लालवानी ने कहा है कि इंदौर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के लिए मीडियाकर्मी जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह बात एमवाय अस्पताल के दौरे के दौरान कही, जब मीडियाकर्मी उनके पास आ रहे थे। उन्होंने कहा कि तुम्हारे कारण ही कोरोना फैल रहा है। सांसद की इस टिप्पणी के बाद मीडियाकर्मियों में जमकर रोष है। सांसद को मीडियाकर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर बयान वापस लेकर सार्वजनिक रूप से मीडिया से माफी नही मांगी गई तो तो जल्द रूपरेखा तैयार कर जवाबी कार्यवाई की जाएगी,  इसके लिए वो तैयार रहें।   विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सांसद शंकर लालवानी के इस बयान का विरोध किया है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इंदौर सांसद शंकर लालवानी का शर्मनाक बयान कि मीडियाकर्मी कोरोना फैला रहे हैं, जबकि हमारे मीडिया के साथी निस्वार्थ सेवा भाव से कवरेज कर रहे हैं, कांग्रेस पार्टी मीडियाकर्मियों को कोरोना वॉरियर का दर्जा देने की बात करती है।  मोदी जी, शिवराज जी को मीडिया से माफी मांगना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 3 May 2021

भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कल किसानों से हुए संवाद व निर्णयों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सभी जानते है कि अभी कोरोना महामारी का भीषण संकट काल चल रहा है। इस संकट काल में हमारे किसान भाई पहले से ही दोहरी मार झेल रहे हैं और बड़े संकट से गुजर रहे हैं। यह समय है कि शिवराज सरकार को किसानों को तत्काल राहत प्रदान करना चाहिये और उनके लिए तत्काल राहत भरे निर्णय लेना चाहिये एवं राहत भरे कदम उठाये जाना चाहिये।   कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने पूर्व में भी सरकार से माँग की थी कि किसानों के खातों में एकमुश्त राशि डालकर इस संकट काल में किसानों को सरकार की ओर से तत्काल राहत प्रदान की जाना चाहिये, लेकिन अभी तक शिवराज सरकार ने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है?    उन्होंने कहा कि वही किसानों से संवाद में मुख्यमंत्री ने किसानों की कर्ज भुगतान की तारीख को 30 अप्रैल से बढ़ाकर 31 मई करने की घोषणा की है, जबकि सभी जानते हैं कि वर्तमान में कितना भीषण संकट काल चल रहा है। किसान इस संकट काल में कर्ज के दलदल में और धँसता जा रहा है। अभी तो आवश्यकता है कि किसानों का सम्पूर्ण कर्ज ही माफ किया जाए लेकिन शिवराज सरकार उसे माफ करने की बजाय, उसके भुगतान की तारीख को मात्र एक माह के लिए आगे बढ़ा रही है, जो कि किसानों के साथ बड़ा मजाक है ?   पूर्व सीएम ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि सरकार ही बताये कि जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण निरंतर बढ़ता जा रहा है, ग्रामीण इलाक़े लगातार इसकी चपेट में आते जा रहे है, ग्रामीण क्षेत्रों में भी मौत के आँकड़े बढ़ते जा रहे हैं, एक माह बाद भी किसान इस कर्ज का भुगतान कैसे कर पायेगा? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हमें पता है कि शिवराज सरकार भले खुद को कितना भी किसान हितेषी बताये लेकिन वह किसानों का कर्ज कभी माफ नहीं करेगी। यदि इस संकट काल में भी शिवराज सरकार किसानो के कर्ज को माफ नहीं करती है, किसानो के हित में निर्णय नहीं लेती है तो कम से कम कर्ज भुगतान की तारीख को ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का निर्णय लेकर उन्हें थोड़ी तो राहत प्रदान करे। साथ ही जिस प्रकार से गेहूं खरीदी की तारीख को भी मात्र चंद दिनों के लिए आगे बढ़ाया गया है, वह भी किसानों के हित में नहीं है?   कमलनाथ ने कहा कि यदि सरकार को किसानों की चिंता है तो इस गेहूं खरीदी की तारीख़ को भी उस समय तक के लिए बढ़ाया जाये,  जब तक किसानों का गेहूँ का एक-एक दाना खरीद नहीं लिया जाता क्योंकि वर्तमान कोरोना महामारी में खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का अंबार है। तुलाई के लिए हम्मालों- श्रमिकों की भारी कमी है, खरीदी की रफ्तार धीमी है, किसानों को खरीदी केंद्रों पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, कोरोना के इस संक्रमण काल में भी उन्हें लाइनों में लगना पड़ रहा है, कई-कई दिनों तक उन्हें खरीदी केंद्रों पर रुकना पड़ रहा है, उन्हें भुगतान भी समय पर नहीं मिल रहा है, इस संबंध में प्रदेशभर से किसानों की शिकायतें हमें निरंतर प्राप्त हो रही हैं और सरकार खऱीदी ज़्यादा हो इस पर भी ध्यान नहीं दे रही है? जब तक खऱीदी केंद्रो पर अव्यवस्थाएँ रहेगी, तब तक किसानों का एक-एक दाना कैसे खऱीदा जायेगा?    कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मैं शिवराज सरकार से मांग करता हूँ कि खरीदी के काम में तेजी लाने के साथ- साथ किसानों के हित में तत्काल यह सभी आवश्यक निर्णय लिये जायें।  

Kolar News

Kolar News 30 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर निरंतर घट रही है। कोरोना संक्रमण के मामले में प्रदेश देश में 14वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 90 हजार 796 हो गई है। नए प्रकरणों की तुलना में रिकवरी निरंतर बढ़ रही है।मुख्यमंत्री शिवराज आज शुक्रवार को निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में विभिन्न जिलों से कोर ग्रुप के सदस्य मंत्रीगण एवं अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।एक दिन में 13 हजार 585 मरीज ठीक हुएप्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 13 हजार 584 कोरोना के मरीज स्वस्थ हुए, वहीं 12400 नए मरीज आए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 83 प्रतिशत हो गया है।पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावटप्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी रेट 21.1 प्रतिशत हो गया है तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट 22.4 प्रतिशत है। देश की सात दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 21प्रतिशत है।इंदौर में सर्वाधिक नए प्रकरणजिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर जिले में सर्वाधिक 1811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। भोपाल में 1713, ग्वालियर में 980, जबलपुर में 771, रीवा में 345, उज्जैन में 322, रतलाम में 280, सागर में 257, शहडोल में 256 तथा धार में 249 नए कोरोना प्रकरण आए हैं।पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्तमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को अब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल रही है। 29 अप्रैल को प्रदेश को 556.2 एमटी ऑक्सीजन प्राप्त हुई, जबकि प्रदेश में 467 एमटी ऑक्सीजन की खपत हुई।घर में जगह नहीं है तो कोविड केयर सेंटर में जाएंसीएम शिवराज ने कहा कि जिन मरीजों के घर पर होम आइसोलेशन की जगह नहीं है, वे कोविड केयर सेंटर में जाएं। प्रदेश के सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर संचालित हैं, जिनमें कुल 3889 बेड्स तथा 650 ऑक्सीजन बेड्स हैं।प्रदेश में 57 हजार 741 बेड्सप्रदेश में कोरोना के उपचार के लिए शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कुल 57741 बेड्स हैं, जिनमें से वर्तमान में 40 हजार बेड्स भरे हैं। कुल मरीजों में 71प्रतिशत होम आइसोलेशन में तथा 29प्रतिशत अस्पतालों में हैं।नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर अनुदान व सहायतामुख्यमंत्री ने बताया कि निजी क्षेत्र में नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर शासन की और से अनुदान व सहायता दी जाएगी। अत: निवेशक मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन यूनिट स्थापित करें।

Kolar News

Kolar News 30 April 2021

भोपाल। देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए एक मई से 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को भी कोविड वैक्सीन लगाने का निर्णय सरकार ने लिया है। जिसके तहत कल एक मई से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण का अभियान शुरू होने जा रहा है। हालांकि कई राज्य एक मई से इसकी शुरुआत नहीं कर पाऐंगे, जिनमें अब मप्र भी शामिल हो गया है। मप्र में एक मई से वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम प्रारंभ नहीं किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी वजह बताई है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में 45 साल से ज्यादा उम्र वाले नागरिकों को वैक्सीन लगाने का अभियान जारी है और वैक्सीन की ये डोजें भारत सरकार द्वारा हमें नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 1 मई से 18 साल से ऊपर के नौजवानों को वैक्सीन लगाने का अभियान प्रारंभ होना था, इसके लिए मध्यप्रदेश ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों के लिए संबंधित कंपनियों को खरीदी के ऑर्डर दिये थे, लेकिन दोनों कंपनियों से बात करने पर यह पता चला है कि एक तारीख को वे हमें वैक्सीन नहीं दे पायेंगे। इसलिए 1 मई से वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश में प्रारंभ नहीं किया जा सकेगा।    मुख्‍यमंत्री शिवराज ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि हम जानते हैं कि उत्पादन की भी एक सीमा है। जैसे-जैसे उत्पादन होगा और हमें वैक्सीन मिलेगी, वैसे-वैसे 18 साल से ऊपर के हमारे जो नौजवान हैं, उनको नि:शुल्क वैक्सीन लगाने का अभियान चलायेंगे। आप सबसे आग्रह है कि धैर्य रखिये, पैनिक मत होइये। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को वैक्सीन 3 मई तक मिलने की संभावना है। वैक्सीन मिलते ही प्रदेश के नौजवानों को नि:शुल्क वैक्सीन लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा।

Kolar News

Kolar News 30 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच भी राजनीति जोरों से जारी है। विपक्ष लगातार शिवराज सरकार पर कोरोना की रोकथाम और उसके खिलाफ लड़ाई में प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में असफल होने का आरोप लगा रही है। इस बीच मप्र के दो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ द्वारा दिए गए बयानों पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कोरोना पर शिवराज सरकार को 10 सुझाव दिया है। इस सुझाव पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दिया है। आरएसएस को लेकर दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को आरएसएस का फोविया हो गया है। उन्हें इस पर उंगली उठाने से पहले सेवा भारती के कैंप में जाकर अपनी आंखों से देखना चाहिए की आरएसएस प्तकोरोना पीडि़तों की मदद के लिए क्या कर रहा है। मानवता की सेवा के प्रति समर्पित संगठन की आलोचना करना बेहद निंदनीय है।   कमलनाथ के बयान पर कसा तंजवहीं कमलनाथ के सीएम होने पर ऑक्सीजन बैंक बनाने वाले बयान पर तंज कसते हुए मंत्री मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ आक्सीजन का बैक क्या बनाते, चलती चलती बैंक बंद करवा कर चले गए। प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के फेर में बैंकों को डिफॉल्टर कराने वाले कमलनाथ जी ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन का बैंक बनाने की सलाह दे रहे हैं। मेरा सवाल है कि छग,राजस्थान और महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार है तो वहां ऑक्सीजन व जरूरी इंजेक्शन के बैंक क्यों नहीं बनाए गए? इसके अलावा जेएनयू के प्रोफेसर की वैक्सीन वाले बयान पर गृह मंत्री ने कहा कि इनका भाव वैक्शीन लगाना नही लोगो के बीच मे भ्रम पैदा करना है, टुकड़े-टुकडे गैग का काम है।

Kolar News

Kolar News 30 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुरुवार को निवास परिसर में नारियल का पौधा रोपा। नारियल को भारतीय सभ्यता में शुभ और मंगलकारी माना गया है। इसलिए पूजा-पाठ और मंगल कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है। नारियल सौभाग्य और समृद्धि की निशानी भी होती है।   नारियल को संस्कृत में 'श्रीफल' कहा जाता है। श्री का अर्थ लक्ष्मी है। नारियल के पेड़ को संस्कृत में 'कल्पवृक्ष' भी कहा जाता है।  नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, जिससे थकान या कमजोरी लगने पर ताजा महसूस होता है. एक नारियल में लगभग 600 मिलिग्राम पोटेशियम होता है।

Kolar News

Kolar News 29 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुरुवार को निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसे विकट संकट में जान हथेली पर रखकर दिन रात प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। समाज पर आपका यह ऋण कोई नहीं भूलेगा। आप कोरोना के संक्रमण से स्वयं को बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य ऐसे ही करते रहें।   मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना योद्धा योजना पुन: प्रारंभ कर दी है। कार्य करते-करते हमारे जो स्वास्थ्य कर्मी दिवंगत हो जाएंगे, उनके परिवार की देखरेख शासन की जिम्मेदारी होगी। उनके परिवारों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।आदरांजलि अर्पित कीमुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ऐसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों, जो कोरोना के दौरान सेवा करते-करते दिवंगत हो गए हैं, उन सभी को प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आदरांजली अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनकी सेवाएँ अमूल्य हैं।पिछले एक सप्ताह से स्थिति बेहतर हुईसीएम शिवराज ने कहा कि आप सभी के अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के संबंध में प्रदेश की स्थिति बेहतर हुई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 25प्रतिशत से घटकर 21.5प्रतिशत हो गया है, वहीं रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में 94 हज़ार से ज्यादा एक्टिव मरीज हो गए थे, अब एक्टिव मरीज 92 हज़ार रह गए हैं, इनमें से 70 हज़ार होम आइसोलेशन में हैं। डॉक्टर भगवान होते हैंमुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉक्टर सचमुच में भगवान होते हैं। वे मरीजों की जान बचाते हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में लगभग 99 प्रतिशत कोरोना मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। कोरोना मृत्यु दर 1प्रतिशत से थोड़ी ज्यादा है।सरकारी अस्पताल आमजनों का सहारा मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पताल आम जनों का सहारा बन रहे हैं तथा यहाँ अच्छे से अच्छा इलाज मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन लाइन बिछाई जा रही है। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं।मरीजों का मनोबल बढ़ाते रहेंमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी स्वयं का मनोबल टूटने न दें तथा मरीजों का मनोबल बढ़ाएं। मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी फोन, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से उनके परिजनों को निरंतर देते रहें। चार स्तर पर सेवा कर रहे हैं स्वास्थ्य कर्मीमुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी चार स्तरों पर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की, कोविड केयर सेंटर्स में तथा घर-घर जाकर।  

Kolar News

Kolar News 29 April 2021

भोपाल। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान का बुधवार रात को निधन हो गया। प्रदेश कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।   कांग्रेस सूत्रों के अनुसार मांडवी चौहान कुछ समय पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं, जिसके बाद से अस्पताल में भर्ती थीं और उनका उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान ही बुधवार रात को उनका निधन हो गया। प्रदेश कांग्रेस के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने स्व. मांडवी चौहान को श्रद्धांजलि अर्पित की है।   विवेक तन्खा ने साधा शिवराज पर निशाना-राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने स्व. मांडवी चौहान को ट्विटर के जरिए श्रद्धांजलि दी है, साथ ही उनकी मौत को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर निशाना साधा है। विवेक तन्खा ने लिखा है कि शिवराज जी आपसे कितना आग्रह किया था कि दमोह चुनाव टाल दीजिए, लेकिन आपने अपना दायित्व नहीं निभाया। अब नुकसान जनता का हो रहा है।

Kolar News

Kolar News 29 April 2021

भोपाल। होम आइसोलेशन में कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों को स्वस्थ्य रखने और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से इन दिनों मध्‍य प्रदेश में राज्य स्तरीय 'योग से निरोग' कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें अब पांच हजार योग प्रशिक्षक जुड़कर होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में रह रहे कोविड मरीजों का मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्वास्थ्य एवं मनोबल को निरंतर ऊँचा बनाये रखने के गुर सिखा रहे हैं।    इस संबंध में बुधवार मुख्‍यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है, जिसमें उन्‍होंने बताया है ''योग से निरोग अभियान में 5000 प्रशिक्षक होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को योग सिखा रहे हैं। होम आइसोलेशन के मरीजों पर ध्यान उचित ध्यान देते हुए उनसे उनसे दिन में दो बार बात की जाये''    उल्‍लेखनीय है कि कोविड संक्रमितों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करना भी इस कार्यक्रम के मुख्‍य उद्देश्‍यों में से एक है। आयुष विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, इण्डियन योग एसोसिएशन तथा पतंजलि योग पीठ के संयुक्त तत्वावधान में चलाये जाने वाले इस कार्यक्रम में योग प्रशिक्षित वॉलेंटियर्स दिन में  दो बार होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को वीडियो कॉल या फोन कॉल से ऑनलाइन योग, आसन, ध्यान, प्राणायाम आदि का अभ्यास करा रहे हैं।    इस संबंध में प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने बताया कि 'योग से निरोग' कार्यक्रम होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों के लिए है। कार्यक्रम का उद्देश्य मरीजों के डिप्रेशन को कम करने और उनके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के साथ उनका मनोबल और उत्साह बनाए रखना है। आयुष मंत्रालय भारत सरकार की कोविड-19 गाइडलाइन प्रोटोकॉल पर आधारित वीडियो ट्रेनिंग मॉड्यूल का प्रशिक्षण योग प्रशिक्षकों को दिया गया है। साथ ही कोविड-19 व्यक्तियों से संयम और सौम्यता से व्यवहार संबंधी प्रशिक्षण भी दिया गया।   उन्‍होंने बताया कि प्रत्येक योग प्रशिक्षित वॉलेंटियर्स को लगभग 10 मरीज आवंटित किये गए हैं । कार्यक्रम होम आइसोलेशन में रहने वाले और कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों में नई ऊर्जा, उत्साह, मनोबल और सकारात्मक भावों का संचार कर रहा है, जिससे उन्हें जल्द से जल्द ठीक होने में विशेष मदद मिल रही है।

Kolar News

Kolar News 28 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कोरोना संकट के समय सरकार पर लापरवाही पूर्वक रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए जनता द्वारा कभी माफ नहीं किए जाने की बात कही है।   कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतें जारी, ग्वालियर में दूसरी बार ऑक्सीजन की कमी से कई मरीज़ों की जान गयी? जो काम पहले करना था वो अब करने की बात कर रहे हैं? जब सब दूर से दूसरी लहर की चेतावनियाँ आ रही थी, तब सोये रहे? अब ऑक्सीजन प्लांट लगाने की, उसकी आपूर्ति बढ़ाने की बात कर रहे हैं। यदि यह पहले कर लिया जाता तो आज हजारों लोगों की जान बचायी जा सकती थी? कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार की लापरवाही का खामियाजा प्रदेश भर में कई लोगों ने अपनो को खो कर भुगता है। जनता इन्हें कभी माफ  नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 28 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष, मीडिया प्रभारी व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने एक साल का मूल वेतन देने की बात कही है। इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपने 12 माह का वेतन देने की जानकारी दी है।   उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि देश व प्रदेश सहित इंदौर शहर में कोविड महामारी के चलते अनेकों लोग कोरोना संक्रमण से पीड़ित हैं। महामारी की इस दशा में कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन के साथ जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर भी प्राप्त नहीं हो पा रहा है। जीतू पटवारी ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि उनके 12 माह के वेतन से इंदौर के कोरोना पीड़ित निर्धन परिवारों को जिन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है, उपलब्ध करवाने का कष्ट करें।   पूर्व मंत्री ने बताया कि वह खुद कोरोना पॉजिटिव आए थे और घर पर ही आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज किया। इस दौरान भी उन्होंने हर दिन इंदौर शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों के जरूरत के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति, अस्पतालों में बेड और जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए प्रशासन से विभिन्न सामाजिक माध्यमों से निवेदन किया ताकि लोगों की जान बच सकें। उन्होंने बताया कि मैंने हर दिन जिला प्रशासन को रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता वाले कोरोना पीड़ित मरीजों की लिस्ट भी प्रेषित की है। जीतू पटवारी ने कहा कि वह खुद कोविड की मार झेल रहे है और लोगों से भी अपील करते है कि वह अपने घरों पर ही रहे, मास्क लगाए और सामाजिक दूरी का पालन करें।   जीतू पटवारी ने विश्वास जताया कि हम मिलकर कोरोना से जंग लड़ रहे है और इसे अवश्य जीतेंगे। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि प्रदेश और खासकर इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में कोरोना संक्रमण विकराल रूप लिए हुए है, जहाँ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है वहीं, आए दिन समाचार पत्रों के माध्यम से कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकड़ा भी पता चल रहा है, जबकि सरकारी आंकड़ा इससे कहीं अलग है। कोरोना संक्रमण से मरने वाले मरीजों के परिजनों का दु:ख और श्मशानों तथा कब्रिस्तानों से आ रहे भयावह दृश्य मन को झंकझोर कर रख दे रहे है। यही कारण है कि वह मानव सेवा के लिए अपने एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देकर जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह कर रहे है ताकि उन परिवारों को यह इंजेक्शन मिल जाए जो इसे खरीद पाने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस ओर ध्यान देकर मेरे साथ पीड़ित मानवता की सेवा करने के लिए एक कदम ओर बढ़ाएंगे।  

Kolar News

Kolar News 28 April 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश की आर्थ‍िक राजधानी कहे जानेवाले इंदौर में मंगलवार को हनुमान जयंती के दिन रेलवे ने कोरोना मरीजों के संकटमोचक के रूप में अपने आप को प्रस्‍तुत किया है। उसने टीही स्टेशन पर 20 कोविड केयर कोच में 320 बेड्स की व्यवस्था की है। यह कोच रोगियों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य सुविधाओं से लैस हैं। इस संबंध में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट को शेयर किया है, जिसमें यह जानकारी दी गई। इसमें बताया गया है कि राज्य सरकार के आग्रह पर यह कोच उन्हें उपलब्ध कराए गए हैं।   रेल मंत्री गोयल ने अपने ट्वीट में लिखा, ''इंदौर के टीही स्टेशन पर भारतीय रेल द्वारा 320 बेड की व्यवस्था 20 कोविड केयर कोचेज में की गयी है। यह कोचेज रोगियों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य सुविधाओं से लैस हैं। राज्य सरकार के आग्रह पर यह कोचेज उपलब्ध कराये गये हैं।''    वहीं, मुख्‍यमंत्री शिवराज ने बताया कि कोरोना के विरुद्ध युद्ध जारी है और संक्रमित मरीजों के इलाज के हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। नई व्यवस्थाएं भी बनाई जा रही हैं। हम सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं ताकि इसकी कमी को पूरी तरह से दूर किया जा सके। उन्‍होंने धार में तीन साल से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को दिन-रात कार्य कर चार दिन में प्रारंभ करने के लिए टीम के सभी सदस्यों के प्रति हृदय से धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यह आपकी कर्मठता और संकल्प का ही परिणाम है, जो 90 दिनों का काम चार दिन में संभव हुआ। आप सच्चे कर्मयोगी और सेवक हैं।   उल्लेखनीय है कि इंदौर शहर में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में बिस्तर की कमी को देखते हुए पिछले साल ही पश्चिम रेलवे ने कुछ ट्रेनों के कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया था। बावजूद इसके एक भी कोच का इस्तेमाल अब तक नहीं हो सका था, जबकि रोजाना के मरीज भर्ती होने के लिए भटक रहे हैं। रेलवे कई बार जिला प्रशासन और राज्य सरकार को इस बात से अवगत करा चुका था, लेकिन इन्हें उपयोग करने का आदेश अब तक उसके पास नहीं पहुंचा था, पर जब मीडिया लगातार इस बात को प्रमुखता से उठाता रहा, तब जाकर प्रशासन को इन सभी कोचों के सार्थक उपयोग की याद आई है। 

Kolar News

Kolar News 27 April 2021

भोपाल। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम इंदौर में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराया जाना सुनिश्चित करें। इससे जवानों और उनके परिजनों को संक्रमण के खतरे से बचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने संक्रमित होने वाले पुलिस के जवानों को अस्पतालों से समन्वय कर भर्ती कराने के भी निर्देश दिए।   डॉ. मिश्रा ने कहा कि हमें हर हाल में कोरोना से जंग को जीतना है। सभी को अपना मनोबल ऊंचा रखना है और फील्ड में कार्य कर रहे जवानों की निरंतर हौसला अफजाई करते रहना है। डॉ. मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि यदि किसी को भी किसी भी प्रकार की दिक्कत है तो उन्हें तत्काल अवगत कराया जाना सुनिश्चित करें ताकि उनका निराकरण किया जा सके।    बैठक में पुलिस अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि इंदौर में अस्थाई जेल बनाई गई है। इंदौर में पुलिस के 111 एक्टिव केस है जिसमे 106 घर पर आइसोलेशन में है। शेष 5 कोरोना पॉजिटिव जवान अस्पताल में है। बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, क्षेत्रीय सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण और इंदौर पुलिस जोन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 27 April 2021

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का नि:शुल्क टीकाकरण योजनाबद्ध रूप से प्रारंभ किया जाएगा। इसमें प्रदेश के तीन करोड़ 22 लाख से अधिक नागरिकों को टीका लगेगा। भाजपा की शिवराज सरकार इस कार्य पर लगभग 2,710 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कोविडशील्ड वैक्सीन के 45 लाख डोज का कार्यादेश जारी कर दिया गया है।   इस संबंध में प्रदेश सरकार के सूचना अधिकारी अनुराग उइके ने बताया कि  इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 1075 को भी इस कार्य के लिये अपग्रेड किया गया है। अब तक प्रदेश के हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक के लगभग 79 लाख 18 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है।   प्रदेश के कोविड मरीजों में से 72 प्रतिशत होम आइसोलेशन में-  उन्‍होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि ये लोग होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जायें, जिससे अस्पताल जाने की नौबत ही न आये। होम आइसोलेशन वाले 99 प्रतिशत मरीजों से दूरभाष पर कम से कम एक बार संपर्क किया जा रहा है। साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से इन्हें आवश्यकतानुसार कॉल पर चिकित्सकीय परामर्श भी प्राप्त हो रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर की होम डिलीवरी की जा रही है। मध्‍य प्रदेश में कोविड के 72 प्रतिशत संक्रमित हैं जो अभी होम आइसोलेशन में हैं।    प्रदेश में 174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ-  उइके का कहना था कि प्रदेश के 52 जिलों में 174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ किये जा चुके हैं, जिनमें मंद लक्षणों वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 12 हजार 864 बेड्स हैं। इनमें से 634 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए गए हैं। कोविड केयर सेंटर्स में शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट प्रदाय की जा रही है। जिस कोविड केयर सेंटर में 50 प्रतिशत या उससे अधिक बिस्तर भर रहे हैं, वहाँ नए कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिये गये हैं।    उन्‍होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 20 हजार 411 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाये जा चुके हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 50 हजार से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं। उनका कहना था कि एक अप्रैल को प्रदेश में उपलब्ध बेड्स की कुल संख्या 20 हजार 159 थी, जो आज बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। इस प्रकार पिछले 25 दिनों में लगभग 32 हजार बेड्स बढ़ाए गए हैं। सागर जिले में बीना रिफाइनरी के निकट ऑक्सीजन सुविधा युक्त 1000 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता और इलाज के पैकेज की रीयल टाइम सही जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के लिये एक नया एप और एक वेबसाइट लाँच की गई है। 

Kolar News

Kolar News 26 April 2021

भोपाल। योग संक्रमण की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। होम आइसोलेशन में संक्रमितों के लिए योग से निरोग अभियान रामबाण उपचार साबित हो सकता है। जरूरत है कि इसका व्यापक स्तर पर प्रभावी प्रसार हो। प्रत्येक होम आइसोलेट रोगी से प्रशिक्षक दूरभाष पर संपर्क करें। योग की जानकारी देकर, रोगियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें और उनका मनोबल बढ़ायें। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 'योग से निरोग' अभियान की समीक्षा करते हुए कही हैं।    मुख्यमंत्री चौहान ने 'योग से निरोग' अभियान संचालन के संबंध में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि शमी अरुण और योग एसोसिएशन की अध्यक्ष पुष्पांजलि से चर्चा कर अभियान की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। इन अधिकारियों की ओर से मुख्‍यमंत्री को बताया गया कि प्रदेश में करीब ढाई हजार योग प्रशिक्षकों ने वॉलेंटियर्स के रूप में पंजीयन कराकर प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। वॉलेंटियर्स पंजीयन का कार्य अभी चल रहा है। प्रदेश में संक्रमित 60 हजार 835 व्यक्तियों में से 19 हजार 573 रोगियों के साथ 1957 योग प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ किया है।    यह भी बताया गया कि प्रशिक्षक द्वारा निरंतर तीन दिन तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिन बाद प्रशिक्षक दूसरे रोगियों के साथ संपर्क कर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह क्रमिक रूप से चलता रहेगा। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, आयुष अधिकारी, तकनीकी अमला और योग प्रशिक्षकों को तीन दिवस का प्रशिक्षण प्रदान कर प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों की जानकारी दी गई है। शासकीय योग केन्द्र में कॉल सेंटर की स्थापना भी की गई है। जहाँ से योग प्रशिक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया जा रहा है। जिला कमांड और कॉल सेंटर भी बनाया गया है, जहाँ से रोगियों से चर्चा कर उनका फीडबैक प्राप्त किया जा रहा हैं। स्कूल शिक्षा और आयुष विभाग द्वारा भी मॉनीटिरिंग किया जा रहा है।   इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान को पुष्पांजलि द्वारा यह भी जानकारी दी गई  कि 95 प्रतिशत से अधिक जिलों में 'योग से निरोग' अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है। मुख्‍यमंत्री शिवराज ने इसे सकारात्मक पहल बताया और कहा कि योग प्रशिक्षक पूरे उत्साह एवं सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि आगामी दो सप्ताह में 'योग से निरोग' अभियान के सफल परिणाम दिखने लगेंगे।  मुख्यमंत्री का कहना था कि संगठन के सदस्यों में वॉलेंटियर्स के रूप में कार्य करने का भरपूर उत्साह दिख रहा है और करीब पाँच हजार से ज्यादा संगठन के सदस्य अभियान के साथ शीघ्र ही जुड़ जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 26 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड संक्रमण के प्रबंधन में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज 11 हजार से अधिक व्यक्ति कोरोना की जंग जीत कर स्वस्थ्य हुए हैं। प्रदेश में जनता कर्फ्यू का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है। पॉजिटिविटि रेट स्थिर हुआ है। जिला स्तर पर अब अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों को चिंहित करने की आवश्यकता है।    सीएम शिवराज ने कहा कि शहरों ग्रामों में जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है उनका अध्ययन कर माइक्रो स्तर पर संक्रमण नियंत्रण के लिए रणनीति विकसित करना होगी। इन क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को फैलने से रोकने और इसे समाप्त करने के प्रयास किये जायें।   मुख्यमंत्री कोविड 19 की रोकथाम और व्यवस्थाओं के संबंध में निवास से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रूप की वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में कोविड नियंत्रण के कार्यों के परिवेक्षण और क्रियान्वयन के लिए मंत्रियों को सौंपे गये दायित्वों पर भी चर्चा हुई। बैठक में सभी संबंधित मंत्री, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्म्द सुलेमान तथा अन्य अधिकारी वर्चुअली सम्मिलित हुए।   इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि भोपाल में एम्स में आईसीयू के सौ बिस्तर बढ़ाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के सहयोग से 2 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 24 April 2021

भोपाल। पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रजेंद्र सिंह राठौर की तबियत अचानक ज्यादा बिगड़ गई है। वे कोरोना संक्रमित है और उन्हें इलाज के लिए झांसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके परिवार से बातचीत कर हालचाल जाना। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनके लिए उचित स्वास्थ्य व्यवस्था कराने के संबंध में बात हुई। इसके बाद सीएम शिवराज ने बृजेश राठौर को झांसी से एयर एंबुलेंस के जरिए भोपाल लाने के निर्देश दिए हैं। दरअसल दमोह उपचुनाव प्रचार प्रसार के दौरान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेस नेता कोरोना संक्रमित हो गए थे। इस दौरान ही पृथ्वीपुर से कांग्रेस विधायक ब्रजेंद्र सिंह राठौर 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे। कांग्रेस ने उन्हें दमोह उपचुनाव में प्रभारी बनाया था। इसके बाद से उन्हें ईलाज के लिए झांसी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो पा रहा। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार राठौर को एयर एंबुलेंस से भोपाल लाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें झांसी से भोपाल एयर लिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है।

Kolar News

Kolar News 24 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश की जोबट विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया का निधन हो गया है। कलावती भूरिया कोरोना संक्रमित थीं और पिछले कई दिनों से उनका इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां शनिवार सुबह उनका निधन हो गया। इसकी सूचना मिलने पर कांग्रेस पार्टी और उनके क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है।   कलावती भूरिया को 15 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पिछले दो दिनों से उनकी तबीयत ज्यादा खराब थी। शनिवार सुबह उन्होंने अस्पताल में आखिरी सांसें लीं।   बता दें कि कलावती भूरिया पहली बार जोबट विधानसभा से वर्ष 2018 में चुनाव जीतकर विधायक बनी थीं। इसके पहले झाबुआ जिला पंचायत की लगातार 4 बार अध्यक्ष रह चुकी थीं। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया की भतीजी थीं।   कमलनाथ जताया शोककांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा ‘प्रदेश के जोबट क्षेत्र की विधायक कलावती भूरिया के दुखद निधन का समाचार बेहद व्यथित व स्तब्ध करने वाला है। वे एक सक्रिय, दबंग, जुझारू, मिलनसार विधायक थीं। अपने क्षेत्र की जनता के प्रति उनका विशेष लगाव था और उनके हितों के लिये सदैव संघर्षरत रहती थीं। उनका दुखद निधन पूरे कांग्रेस परिवार और मेरे लिये भी एक बड़ी क्षति है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे।   विधायक जीतू पटवारी ने ट्वीट कर लिखा, जांबाज जनसेवक और जोबट विधायक बहन कलावती भूरिया हमारे बीच नहीं रहीं। झाबुआ-आलीराजपुर जिले से कांग्रेस का यह प्रतिनिधि चेहरा, अपनी निष्ठा-प्रतिष्ठा के लिए हमेशा याद किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है, उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। नमन।

Kolar News

Kolar News 24 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना मरीजों के उपचार के लिये सभी आवश्यक प्रबंध प्राथमिकता के आधार पर कर रही है। उपचार की सभी व्यवस्थाओं को युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है। आवश्यक दवाओं के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की सप्लाई भी निर्बाध रूप से की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रांरभ भी हो गये हैं। शीघ्र ही ऑक्सीजन के मामले में मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर होगा। रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाईप्रदेश में अब तक 7 विभिन्न कंपनियों से रेमडेसिवर इंजेक्शन के लगभग 01 लाख 50 हजार डोजेज प्राप्त हो गए हैं। गुरूवार को इंजेक्शन के 2 हजार 700 डोज निजी सप्लाई से प्राप्त हुए हैं, जिनका उचित और न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित किया गया है। शनिवार दोपहर तक सरकारी सप्लाई में 15 हजार डोज प्राप्त होंगे।ऑक्सीजन की उपलब्धताकेंद्र सरकार से 22 अप्रैल से 643 मीट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन आपूर्ति की स्वीकृति मिली है। गुरूवार को प्रदेश को 463 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिये राज्य सरकार द्वारा 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे गये हैं। प्रदेश के 34 जिलों में स्थानीय व्यवस्था से एक हजार से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स लगाए जा चुके हैं।कौंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च, भारत सरकार द्वारा अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रदेश के 5 जिला चिकित्सालयों (भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर और शहडोल) में नवीनतम (वीपीएसए) तकनीक आधारित ऑक्सीजन प्लांट्स 1 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से लगाये जा रहे है। इनमें 300 से 400 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनेगी, जो कि लगभग 50 बेड्स के लिए पर्याप्त होगी। इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है।प्रदेश के 8 जिलों में भारत सरकार के सहयोग से पीएसए तकनीक आधारित 8 आक्सीजन प्लांट्स स्वीकृत हुए हैं, जिनमें से 5 प्लांट्स ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। राज्य सरकार स्वयं के बजट से 37 जिला अस्पतालों में पीएसए तकनीक से तैयार होने वाले नए ऑक्सीजन प्लांट्स लगा रही हैं। इनमें से प्रथम चरण में 13 जिलों में 16 मई तक प्लांट प्रारंभ हो जायेंगे। द्वितीय चरण में 9 जिलों में प्लांट 23 मई तक चालू हो जायेंगे। तृतीय चरण में शेष 15 जिलों में आक्सीजन प्लांट्स 20 जुलाई तक प्रारंभ करने का लक्ष्य है।प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के बेड्स को ऑक्सीजन बेड्स में परिवर्तित करने के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। प्रथम चरण में जिला अस्पतालों के 2 हजार 302 बिस्तरों में से अब तक 603 बिस्तरों के लिए पाइपलाइन डालने का कार्य पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण में प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के 4588 बिस्तरों में से अब तक 100 बिस्तरों के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य पूर्ण हो चुका है।

Kolar News

Kolar News 23 April 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को कम करने के लिए सरकार लोगों में इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने के लिए योग का सहारा ले रही है। प्रदेश में आज से सभी कोविड सेंटर और होम आइसोलेट मरीजों में योगा के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखने के लिए 'योग से निरोग' अभियान की शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसकी शुरुआत करेंगे। सीएम शिवराज के इस अभियान पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसा है।   कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में, प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी के हालात है। ना लोगों को बेड मिल पा रहा है, ना ऑक्सीजन, ना समय पर इलाज और ना जीवन रक्षक दवाइयां व इंजेक्शन ? आज भी जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से कुछ लोगों की मौतों की दुखद खबर सामने आई है?    कमलनाथ ने सीएम शिवराज का घेराव करते हुए कहा कि बड़ा शर्मनाक है कि ऐसे समय जब हाईकोर्ट भी बार-बार निर्देश दे रहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बेड की व्यवस्था सरकार तत्काल करे, सरकार ने जनता को गुमराह करने के लिए एक नया कार्यक्रम "योग से निरोग" चालू कर दिया है? कोरोना कर्फ्यू में भी इसका प्रचार-प्रसार, होर्डिंग व विज्ञापन का काम चालू हो चुका है। लाखों- करोड़ों रुपये इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार व शुभारंभ के नाम पर उड़ा दिए जाएंगे, आपदा में भी अवसर? जबकि जरूरत आज प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर व अन्य सुविधाओं जुटाने व उनकी व्यवस्था करने की है। गरीब - माध्यम वर्ग को राहत प्रदान करने की है?   कमलनाथ ने कोरोना से बिगड़ते हालातों पर चिंता जताते हुए कहा कि अभी समय अभियानों-कार्यक्रम का नहीं है। मेहरबानी करकर जनता को गुमराह करने वाले इन कार्यक्रमों-अभियानों व इसके प्रचार-प्रसार, शुभारंभ  के नाम पर लाखों लुटाने से बचिये? अभी असली जरूरत लोगों को अस्पतालों में बेड मिले, इलाज मिले, ऑक्सीजन मिले, इंजेक्शन मिले, उसकी पूर्ति की है, सब छोड़ आप प्रदेश की जनता के हित के लिये अभी उसी पर ध्यान दीजिए। पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में रोज ऑक्सीजन की कमी से मौतों की, ऑक्सीजन के संकट की, अस्पताल की दहलीज पर दम तोड़ते मरीजों की, मुक्तिधामो में वेटिंग की, इलाज के लिये लोगों के भटकने की, ऑक्सीजन की मारामारी की तस्वीरें सामने आ रही है, इस पर सबसे पहले ध्यान दीजिए। इस महामारी के खत्म होने के बाद फिर आपके अभियान-कार्यक्रमों की नौटंकी को आप चालू कर देना, अभी तो प्रदेश की जनता को इन अभियानों व इनके नाम पर फिज़़ूलखर्ची से बख्शिये।

Kolar News

Kolar News 23 April 2021

इंदौर। लोकसभा की पूर्व अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन (ताई) के स्वास्थ्य में अब लगातार सुधार हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से  दी गई जानकारी के अनुसार उन्‍हें बुखार आने पर बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां जांच के दौरान कोविड-19 वायरस की उनकी रोपोर्ट निगेटिव आई है।   इस संबंध में भाजपा नेता राजेश अग्रवाल ने शुक्रवार बताया कि वे पहले से बहुत स्‍वस्‍थ हैं उन्‍हें अभी और दो-तीन दिन चिकित्‍सकों की निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद जैसा चिकित्‍सक कहेंगे वैसा आगे निर्णय लिया जाएगा। घबराने की कोई बात नहीं है। उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है।    वहीं, देर रात महाजन के कार्यालय से स्पष्ट किया गया था कि उनका स्वास्थ्य ठीक है। इसपर सुमित्रा महाजन की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है। अपने निधन की फर्जी खबरों पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई ने न्यूज चैनलों को जमकर फटकार लगाई और कहा, आखिर न्यूज चैनल बिना सच्चाई पता किए ऐसी खबर कैसे चला सकते हैं? क्या उन्होंने इंदौर प्रशासन से खबर की सच्चाई पता करने की कोशिश की? महाजन ने कहा, ‘मेरी भतीजी ने शशि थरूर के ट्वीट का खंडन किया, लेकिन बिना पुष्टि के इस तरह की खबरें फैलाने की क्या जल्दबाजी थी’।   उल्‍लेखनीय है कि बीते दिवस गुरुवार शाम उन्‍हें लेकर एक गलत सूचना चली जाने से सभी ओर हलचल मच गई थी। कुछ नेताओं ने तो उस सूचना पर ट्वीट भी कर दिए था। जिनमें कांग्रेस नेता शशि थरूर का नाम सबसे आगे है। उन्‍होंने फेक न्यूज के जाल में फंसते हुए सुमित्रा ताई के निधन को लेकर ट्वीट कर दिया था।   उनके उस ट्वीट पर जब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की नजर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत इसका जवाब दिया। विजयवर्गीय ने लिखा, ‘सुमित्रा ताई एकदम स्वस्थ हैं, भगवान उन्हें लंबी उम्र दे।’ भाजपा नेता के इस जवाब के बाद थरूर ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और माफी मांगी। उन्‍होंने पूरे मामले पर माफी मांगते हुए लिखा कि पता नहीं ये कौन लोग हैं, जो इस तरह की झूठी खबरें फैलाते हैं। मुझसे भूलवश ऐसा हुआ है। मेरी शुभकामनाएं सुमित्रा जी के साथ हैं। भगवान उन्हें लंबी उम्र दें और हमेशा स्वस्थ रखें। 

Kolar News

Kolar News 23 April 2021

भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर देश में बढ़ती गरीबी की हालत पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार को हर क्षेत्र में नाकाम बताया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है सरकार के सारे निर्णय अमीरों के पक्ष में और गरीबों विरोध में होते है।   दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि बीते एक साल में देश में दोगुनी हो गई गरीबों की तादाद! देखें क्या कहते हैं रिसर्च के आंकड़े...मोदीशाह सरकार हर क्षेत्र में फेल रही है। बिना सोचे समझे "56 इंची सीने" के फ़ैसलों ने देश को बर्बादी के रास्ते पर ला कर खड़ा कर दिया। आप कहते तो हैं आपने गऱीबी में जीवन जिया है पर गरीब के प्रति आपके मन का दर्द केवल आपके भषणों में झलकता है लेकिन आपके सारे निर्णय अमीरों के पक्ष में और गरीब के विरोध में होते हैं।   अपने अगले ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने कहा कि कॉंग्रेस शुरू से कह रही है गरीब के खाते में 6 हजार रुपये प्रति माह राशि डाल दें उस पर मोदीशाह जी निर्णय नहीं लेंगे। क्यों? क्योंकि कॉंग्रेस को श्रेय मिल जाएगा। मोदीशाह जी आपके राज में अमीर और अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। वे प्रवासी मजदूरों को कह तो रहे हैं कि आप जहॉं हैं वहीं रहें लेकिन उनकी रोज़ी रोटी का आप इंतज़ाम क्यों नहीं कर रहे। यह लोग रोज कमाते हैं तब उनका चूल्हा जलता है श्रीमान। आपका पीएम केयर्स फंड कब और किसके लिए काम आएगा? दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर अभी तक भाजपा की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई हैं। 

Kolar News

Kolar News 22 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोजाना एक पौधा रोपने के अपने संकल्प के क्रम में गुरुवार को आंवले का पौधा अपने निवास परिसर में रोपा।   सीएम शिवराज ने पौधारोपण करने के बाद बताया कि आज निवास में आंवले का पौधा रोपा। आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। आयुर्वेद के अनुसार आंवला एक ऐसा फल है, जिसके अनगिनत लाभ हैं। आंवला का नियमित सेवन शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है। आंवला न सिर्फ त्वचा, और बालों के लिए फायदेमंद है, बल्कि कई तरह के रोगों के लिए औषधि के रूप में भी काम करता है। पाचन संबंधित रोगों और पीलिया के लिए आंवला का उपयोग किया जाता है। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आंवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं।

Kolar News

Kolar News 22 April 2021

इंदौर। बेवजह बाहर निकलने वालों से घर में ही रहने का आग्रह करने के लिए प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट गुरुवार को रीगल चौराहे पर पहुंच गए। उन्होंने वहां से आने जाने वाले हर व्यक्ति के हाथ जोड़े और निवेदन किया कि वे बिना काम घर से नहीं निकलें। 30 अप्रैल तक जनता कर्फ्यू का पालन करें। मंत्री सिलावट ने कहा कि इस बार का वायरस बहुत घातक है। पहले यह 10 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा था, लेकिन अब यह इसकी गति लाख गुना हो गई है।   लोगों से निवेदन के लिए रीगल चौराहे पर पहुंचे सिलावट ने कहा कि होम आइसोलेशन का बहुत बड़ा रोल है। हर छोटी-बड़ी बीमारी के लिए लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिससे अस्पतालों पर भार बढ़ रहा है। नकली दवाई मिलने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को यह बदनाम करने की कोशिश है। कोविड को लेकर राजनीति हो रही है कि सवाल पर कहा कि मुझसे बेहतर आप जानते हो। सभी दलों से यही कहना चाहता हूं कि इंदौर, प्रदेश देश सबकुछ आपका है। सभी सेवा में लग जाएं।

Kolar News

Kolar News 22 April 2021

भोपाल। मप्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से बनी भयावह स्थिति को देखते हुए सरकार ने कई जिलों में जनता कफ्र्यू लगा दिया। राजधानी भोपाल में भी 30 अप्रैल तक जनता कफ्र्यू लागू है। सीएम शिवराज ने मंगलवार को जनता के नाम संदेश देते हुए जनता कफ्र्यू को सफल बनाने और कोविड पर विजय पाने के लिए सहयोग की अपील की है।   सीएम शिवराज ने अपने संदेश में कहा कि मेरे प्यारे प्रदेशवासियों, हमें घातक कोविड19 वायरस की इस दूसरी लहर को रोकने के लिए धैर्य और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ काम करने की जरूरत है। आपने जिस संयम एवं धैर्य के साथ अब तक सहयोग दिया है, उसे विजय श्री के वरण तक जारी रखना है। उन्होंने कहा कि कोविड19 वायरस की दूसरी लहर को रोकने के लिए हमें मप्र जनता कफ्यू को सफल बनाना है। सभी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करना है। याद रखिये कि सावधानी में ही सुरक्षा है।   सीएम शिवराज ने जनता से मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह करते हुए कहा कि सभी पात्र भाई-बहन, टीकाकरण अवश्य करवायें। स्वयं जागरुक रहें और दूसरों को जागरुक करें। सम्पूर्ण शक्ति और सावधानी से हम सब मिलकर लड़ेंगे, तो जीत शीघ्र मिलेगी।

Kolar News

Kolar News 20 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर सरकार तमाम दावे कर रही है। ऑक्सीजन की भरपूर आपूर्ति का आश्वासन दिया जा रहा है। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नींद में सोई यह सरकार आखिर कब और कैसे जागेगी।   राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में सोमवार को ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से 11 लोगों की मौत हो गई। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब फिर प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की मौत की दुखद खबर है। 13 दिन में 56 लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हो गई है। जिम्मेदारों के ऑक्सीजन की आपूर्ति के सारे दावे झूठे साबित हो रहे हैं।   उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता को भगवान और खुद को पुजारी बताने वाले, उनके सामने चुनावों में घुटने के बल बैठने वालों ने आज जनता को लावारिस व भगवान भरोसे छोड़ दिया है। निष्ठुरता, लापरवाही, नाकामी व गैरजिम्मेदाराना रवैये की अब तो हद हो गयी है।  

Kolar News

Kolar News 20 April 2021

भोपाल। देशभर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में भारतीय सेना भी हमकदम बनेगी। मध्यप्रदेश से हुई पहल के अंतर्गत आज सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भेंट की। भेंट करने वालों में सुदर्शन चक्र कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी और ब्रिगेडियर आशुतोष शुक्ला शामिल हैं।भोपाल, जबलपुर, सागर और ग्वालियर में होगी व्यवस्थासैन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोरोना संक्रमित रोगियों को सेना के अस्पतालों और आइसोलेशन केंद्रों में स्थान दिया जाएगा। भोपाल में लगभग 150, जबलपुर में 100, सागर में 40 और ग्वालियर में 40 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था के लिए प्रयास आज से प्रारंभ किए जा रहे हैं।रक्षा मंत्री से भी चर्चा हुईमुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज ही केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी सेना से सहयोग के प्राप्त करने के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा आवश्यकता हुई तो सेना द्वारा संचालित इन आइसोलेशन केन्द्रों में मध्यप्रेदश शासन आइसोलेटेड रोगियों के लिए ऑक्सीजन व्यवस्था भी उपलब्ध करवाएगा। भोपाल स्थित आइसोलेशन केंद्र के लिए ऑक्सीजन लाइन भी स्थापित की जा सकती है। इससे गंभीर स्थिति होने पर आइसोलेटेड रोगी को आवश्यक उपचार मिल सकेगा।पैरामेडिकल स्टाफ भी देंगेसेना के अधिकारियों ने रोगियों की समुचित देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने  के लिए भी आश्वस्त किया। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए सेना की ओर से प्रदेश में बिस्तर उपलब्ध करवाने एवं पूर्ण सहयोग के लिए आश्वस्त किया गया। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए आवश्यक प्रबंध हो जाने से आइसोलेशन रोगियों की देखरेख का कार्य हो सकेगा। सेना पर गर्व हैसीएम शिवराज ने कहा कि भारतीय सेना पर हम सभी को गर्व है। संकट के समय में सेना से किए गए अनुरोध का अच्छा रिस्पांस मिला है। यह सच है कि प्रदेश में संक्रमण बढ़ा है। सरकारी प्रयासों का साथ जन- जागरूकता भी बढ़ रही है। आगामी 30 अप्रैल तक मध्यप्रदेश में कोरोना कफ्र्यू लागू है। इसमें जनता भी सहयोग कर रही है।वरिष्ठ अधिकारी अधिकृतसेना द्वारा दिए जाने वाले इस सहयोग से संक्रमित रोगियों की बेहतर देखभाल की जा सकेगी। आवश्यक समन्वय के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और सेना सुदर्शन चक्र भोपाल की ओर से ब्रिगेडियर आशुतोष शुक्ला अधिकृत किए गए हैं।यह भी युद्ध हैमुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी एक तरह का युद्ध है। हम सभी मिलकर लड़ेंगे और विजय प्राप्त करेंगे। कोर कमांडर सुदर्शन चक्र अतुल्य सोलंकी ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता की समस्या हमारी समस्या है। हम इसके समाधान में सहभागी बनेंगे।      

Kolar News

Kolar News 19 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरों और कस्बों के साथ ही प्रदेश के ग्रामों में भी संक्रमण बढऩे से रोकना है। ग्रामों में जो सुरक्षित हैं, वे सुरक्षित रहें और बाहर न निकलें। जहाँ अधिक संक्रमित रोगी हैं वहाँ कन्टेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण नियंत्रण सुनिश्चित करें। हर स्थिति में संक्रमण की चेन तोडऩा है। रहवासी संघ और स्वैच्छिक संगठन सहयोग करें ताकि जो व्यवस्थाएँ छोटी पड़ रही हैं, उन्हें पर्याप्त बनाया जा सके। मुख्यमंत्री शिवराज ने आज सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा कलेक्टर्स से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने खंडवा, बुरहानपुर प्रशासन के संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को सराहनीय बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पात्र निर्धन उपभोक्ताओं को उचित मूल्य की दुकानों से एक साथ तीन माह का राशन नि:शुल्क मिलेगा।साँस की डोर न टूटेसीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में संक्रमित रोगियों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए गए हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगातार आ रहे हैं। इनका न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित किया जाए ताकि किसी रोगी की साँस की डोर न टूटे।हर व्यक्ति शंका होने पर टेस्ट अवश्य कराएँमुख्यमंत्री ने कहा कि आइसोलेशन से जुड़ी पूरी व्यवस्थाएँ जिलों में सुनिश्चित करें। जिन व्यक्तियों को सर्दी-खाँसी, बुखार है, वे तत्काल जाँच करवाएँ, जाँच की रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेशन में रखें। सेंपल देने के बाद बहुत से लोग घूमते रहते हैं। इस पर भी नियंत्रण करना है। इससे परिवार को संक्रमित होने से बचाया जा सकेगा। यदि घर छोटा है तो कोविड केयर सेंटर जाकर व्यवस्था का लाभ लेना चाहिए।सीएम ने कलेक्टर्स से कहा कि जिन जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं, वे प्लांट स्थापना का कार्य प्रारंभ करें। कुछ जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर लेने की पहल सराहनीय है। कलेक्टर द्वारा स्थानीय प्रबंध भी सुनिश्चित हों।भारत और मध्यप्रदेश हमारी माँ हैमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी 30 अप्रैल तक घर से न निकलें, संक्रमण की चैन तोड़ें। भारत और मध्यप्रदेश हम सबकी माँ है, इसके दूध की लाज रखना है। समाज, इस संकट में साथ खड़ा हो। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स से कहा कि आइसोलेशन केन्द्रों के लिए निजी और सरकारी भवन का उपयोग करें। कलेक्टर अपने स्तर पर नवाचार भी करें। हम सम्मिलित प्रयासों से जंग जीत जायेंगे।कारावास जाएंगे कालाबाजारी करने वालेमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि औषधियों की कालाबाजारी करने वाले को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएसए) में कारावास भेजें। इस समय सबसे बड़ी आवश्यकता लोगों का जीवन बचाना है। जीवनरक्षक इंजेक्शन को अधिक कीमत पर बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।वित्तीय समस्या नहीं होगीमुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा किए जाने वाले स्थानीय प्रबंध में वित्तीय समस्या नहीं आने दी जाएगी। राज्य शासन स्तर से धन राशि की कमी नहीं होगी। यह प्रत्येक जिले का टास्क होना चाहिए कि कम से कम रोगी अस्पताल पहुँचे। होम आइसोलेशन व्यवस्था का अधिकतम प्रयास हो। इन्दौर में की गई पहल प्रशंसनीय है। सांसद, विधायक भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। सामाजिक संगठन सरकार के प्रयासों को मजबूत करें। निश्चित ही इस महामारी को हम सभी मिलकर हरा देंगे।

Kolar News

Kolar News 19 April 2021

भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविवार को मुख्यमंत्री निवास में फाइकस पांडा का पौधा लगाया।   यह एक सजावटी पौधा है। घर की बगिया और उद्यानों में साज-सज्जा में इसका विशेष महत्व है। इसे इंटीरियर और आउटडोर डेकोरेशन में उपयोग में लाया जाता है। मुख्यमंत्री ने पौध-रोपण के साथ श्रमदान भी किया।

Kolar News

Kolar News 18 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना का संकट अत्यंत विकट है, यह एक युद्ध है, जिसमें सबको सारे मतभेद भुलाकर एकजुट होकर लडऩा पड़ेगा। सरकार अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रही है, परन्तु जब तक समाज का पूरा सहयोग नहीं मिलेगा, हम कोरोना को शीघ्र नियंत्रित नहीं कर पाएंगे।   मुख्यमंत्री ने रविवार को प्रदेश की जनता से कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सहायोग की अपील करते हुए कहा कि बीमारी के थोड़े भी लक्षण दिखने पर तुंरत जाँच करवायें तथा होम आइसोलेशन अथवा कोविड केयर सेंटर में रहकर इलाज लें। यहाँ सरकार द्वारा दवाओं, डॉक्टर का परामर्श आदि की पूरी व्यवस्था की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए संक्रमण की चेन को तोडऩा बहुत आवश्यक है। उन्होंने जनता से अपील की कि आगामी 30 अप्रैल तक कोई भी अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले। गाँव, मोहल्लों, कॉलोनियों, बिल्डिंग्स आदि में लोग जनता कफ्र्यू लगाएँ। इस दौरान आवश्यक वस्तुएँ दो-चार व्यक्ति जाकर ले आएँ। बाहर जाते समय मास्क अनिवार्य रूप से लगाएँ। सामाजिक दूरी रखें तथा अन्य कोरोना संबंधी सावधानियों का पालन करें।   सीएम ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सभी के सहयोग से हम इस लड़ाई को जल्दी जीतेंगे। कोरोना शीघ्र हारेगा। उन्होंने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक तथा अन्य संगठनों एवं जन-सामान्य से पूरा सहयोग करने की अपील की।होम आइसोलेशन में सभी सुविधाएँमुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में सरकार द्वारा कोरोना के इलाज की सभी सुविधाएँ प्रदान की जा रही है। आवश्यकता होने पर अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जा रही है। जिन मरीजों के घर में जगह कम है, वे कोविड केयर सेंटर में रहें। वहाँ पर दवाई के अलावा भोजन, चाय-नाश्ता आदि की व्यवस्था भी की गई है। सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर चालू हो गए हैं।बिस्तरों की संख्या निरंतर बढ़ाई जा रही हैमुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि सरकार अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ा रही है। जहाँ एक अप्रैल को हमारे पास कुल 21 हजार 159 बिस्तर उपलब्ध थे, वहीं आज बिस्तरों की संख्या बढक़र 40 हजार 784 हो गई है। पिछले तीन दिनों में लगभग 3 हजार बेड्स बढ़े हैं।रेमडेसिविर इंजेक्शन आपूर्तिमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 8 अप्रैल से अब तक सरकारी सप्लाई और निजी क्षेत्र की सप्लाई मिलाकर लगभग एक लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन आ चुके हैं। आज हैटरो कंपनी से 12 हजार इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई प्राप्त हो रही है। मॉयलॉन कंपनी से 20 अप्रैल को 20 हजार इंजेक्शन प्राप्त होंगे।निरंतर बढ़ रही है ऑक्सीजन की आपूर्तिसीए शिवराज ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर बढ़ाई जा रही है। प्रदेश में 8 अप्रैल को 130 एमटी ऑक्सीजन की आपूर्ति थी। वहीं 14 अप्रैल को यह बढक़र 280 एमटी, 16 अप्रैल को 350 एमटी तथा 17 अप्रैल को 390 एमटी हो गई। आगामी 30 अप्रैल तक प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति 700 एमटी हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिलों में छोटे-छोटे ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ किए जा रहे हैं, तथा बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी भिजवाए जा रहे है।सरकारी भवनों में भी प्रारंभ किए जा सकेंगे निजी अस्पतालसीएम ने कहा कि कोरोना के इलाज में निजी अस्पतालों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि यदि इस समय कोई निजी अस्पताल चालू करना चाहता है, तो उसे शासकीय भवन व अन्य सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। इन्दौर में राधा स्वामी सत्संग व्यास द्वारा एक बड़ा कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया गया है।कोरोना वॉलेंटियर्स बनेंमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना वॉलेंटियर्स कोरोना के नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सेवा का इच्छुक कोई भी व्यक्ति 181 पर कॉल कर कोरोना वॉलेंटियर्स बन सकता है। प्रदेश में अभी तक 97 हजार 500 कोरोना वॉलेंटियर्स पंजीकृत हुए हैं।

Kolar News

Kolar News 18 April 2021

भोपाल। मप्र में कोरोना संक्रमण अपना कहर बरपा रहा है। लगातर बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते चिकित्सा व्यवस्था भी चरमराई हुई है। सरकार ऑक्सीजन और दवाओं की भरपूत पूर्ति का दावा कर रही है, लेकिन रोजाना प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतों के मामले सामने आ रहे हैं। मप्र के शहडोल जिले में भी ऑक्सीजन की कमी के चलते 12 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। शहडोल मामले पर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने दुख जताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।   कमलनाथ ने शहडोल में हुई मौतों पर दुख जताते हुए कहा कि अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद खबर? भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, खंडवा, खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी? आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूँ ही मौतें होती रहेगी? कमलनाथ ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज जी आप कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर झूठे आँकड़े परोसकर, झूठ बोलते रहेंगे, जनता रूपी भगवान रोज दम तोड़ रही है? प्रदेश भर की यही स्थिति, अधिकांश जगह ऑक्सीजन का भीषण संकट? रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी यही स्थिति, सिर्फ़ सरकार के बयानों में व आँकड़ो में ही ऑक्सीजन व रेमडेसिविर उपलब्ध, अस्पतालों से गायब?    कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संकट के हालातों पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार कागजी बैठकों से निकलकर मैदानी स्थिति सम्भाले, स्थिति बेहद विकट, प्रदेश वासियों को इस संकट से निकाले, ऑक्सिजन की आपूर्ति के युद्ध स्तर पर प्रयास करे, स्थितियाँ भयावह होती जा रही हैं।

Kolar News

Kolar News 18 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए और उसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आना सुनिश्चित किया जाए। होम आयसोलेशन की व्यवस्था को पुख्ता बनाया जाए तथा होम आयसोलेशन में रह रहे हर मरीज को नि:शुल्क दवाई की किट उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवाओं आदि की सुविधा निर्बाध रूप से मिलती रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। साथ ही इन सुविधाओं की जानकारी कॉल सेंटर 1075 आदि के माध्यम से जनता को निरंतर मिलती रहे।   शिवराज शनिवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर बढ़ती जा रही है तथा उपयोग के हिसाब से ऑक्सीजन मिल रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राप्त ऑक्सीजन सभी जिलों को समय पर उपलब्ध हो जाए।   प्रदेश के विभिन्न जिलों में चार हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जा रही है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। दो हजार कंसंट्रेटर पहले दिए जा चुके हैं तथा 150 कंसंट्रेटर और आ गए हैं। इसी प्रकार सभी जिलों में कुल 58 ऑक्सीजन संयंत्र चालू किए जाने के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। इनमें से 21 लग गए हैं तथा 13 शीघ्र चालू होंगे।   प्रदेश में 63,889 एक्टिव मरीजप्रदेश में कोरोना के 63 हजार 889 एक्टिव मरीज हैं। कोरोना के 11 हजार 269 नए प्रकरण आए हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढऩे की गति धीमी हुई है। एक्टिव प्रकरणों में से 68 प्रतिशत होम आयसोलेशन तथा 32 प्रतिशत अस्पतालों में हैं।   विमान से मंगाए इंजेक्शनमुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की त्वरित आपूर्ति के लिए उन्हें विमान से मंगाने की व्यवस्था की जाए। हेट्रो कम्पनी को एक लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन का आर्डर दिया गया है।   निर्धारित दर पर ही हो जाँचमुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि निजी लैब, अस्पतालों द्वारा निर्धारित दर पर ही कोरोना टेस्ट, सीटी स्केन तथा कोरोना का उपचार किया जाए। अस्पताल टेस्ट एवं इलाज की दरें बाहर प्रदर्शित करें। जो अस्पताल निर्धारित दरों से अधिक शुल्क लें, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने शासकीय एवं निजी लैब में कोरोना टेस्ट क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही वहां इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए लाइन में न लगना पड़े। प्रदेश के सभी जिलों में 110 कोविड केयर सेंटर प्रारंभ कर दिए गए हैं। इनमें 6,153 बिस्तरों की उपलब्धता है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन मरीजों को होम आयसोलेशन के लिए उनके घर में जगह नहीं है, उन्हें सीसीसी में रखा जाए। यहाँ दवाओं, चाय, नाश्ता, भोजन आदि सभी व्यवस्थाएँ अच्छी हों।   होम आयसोलेशन व्यवस्था को पुख्ता करेंमुख्यमंत्री  ने कहा कि होम आयसोलेशन व्यवस्था को इतना सुदृढ़ बनाया जाए कि मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत ही न पड़े। होम आयसोलेशन में दवाओं की किट, टेलीमेडिसिन के साथ ही निरंतर निगरानी हो। दिन में दो बार मरीज से बात की जाए। होम आयसोलेशन में रह रहे मरीजों को शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों के माध्यम से नि:शुल्क दवाओं की किट वितरित की जाएगी। वर्तमान में प्रदेश में 44 हजार 999 मरीज होम आयसोलेशन में हैं।

Kolar News

Kolar News 17 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में सिकंद्रा (सफेद पुष्प) का पौधा रोपा।   सीएम शिवराज ने वृक्षारोपण करने के बाद ट्वीट पर फोटो साझा करते हुए सिकंद्रा के पौधे का लाभ बताते हुए कहा यह पर्यावरण के लिए उपयोगी होने के साथ अपने औषधीय गुणों के कारण अधिक लोकप्रिय है। आपसे भी आग्रह है कि पौधरोपण अवश्य कीजिये, यह धरती की समृद्धि के साथ-साथ मानव जीवन को भी धन्य करेगी व भावी पीढिय़ों को बेहतर दुनिया मिलेगी।  

Kolar News

Kolar News 17 April 2021

दमोह। दमोह विधानसभा 55 के उप चुनाव के मतदान के एक दिन पूर्व स्थानीय श्याम नगर में पैसों से भरी एक गाड़ी मिलने से हड़कम्प मच गया है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। अधिकारी जांच कर रहे हैं।    बताया गया है कि कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन और उनके समर्थकों के साथ पुलिस की जमकर झड़प हुई।शहर कांग्रेस अध्यक्ष को कोतवाली पुलिस ने हिरासत में लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी का आरोप है कि श्याम नगर स्थित क्लब हाउस में सरकारी गाड़ी में लाखों रुपये रखे हैं।    इतना ही नहीं क्लब हाउस के रूम नंबर 101 में भी लाखों रुपये होने का आरोप है। समाचार लिखे जाने तक न तो अभी तक गाड़ी खोली गई है और न ही किसी प्रकार की जानकारी सामने आई है। फिलहाल, पुलिस और संबंधित विभाग जांच कर रहा है।

Kolar News

Kolar News 16 April 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला किया है। मध्य प्रदेश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार और संक्रमितों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा है- प्रदेश में कोई एक ऐसा अस्पताल बताएं, जहां ऑक्सीजन, इंजेक्शन और इलाज का पूरा प्रबंध हो?   कमलनाथ ने कहा कि भोपाल, इंदौर, सागर, उज्जैन, खरगोन के बाद अब खंडवा व जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने की दुखद खबर सामने आयी है। प्रदेशभर में अस्पतालों के बाहर मरीज खुद ऑक्सीजन की व्यवस्था कर, मुंह पर ऑक्सीजन लगाये अस्पतालों में बेड के लिये घंटो इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इलाज के अभाव में अपनी जान गंवा रहे हैं, ऐसी तस्वीरें रोज सामने आ रही हैं।    उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर को लेकर अभी भी मरीज और उनके परिजन दर- दर भटक रहे हैं। शासन की सारी व्यवस्थाएं फेल हो चुकी हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। मौतों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, मुक्तिधामों-कब्रस्तानों से भयावह तस्वीरें सामने आ रही है ?   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े शहरों की यह स्थिति है तो छोटे शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों का तो भगवान ही मालिक है? फिर भी शिवराज रोज ऑक्सीजन की आपूर्ति, बेड की उपलब्धता, इंजेक्शन को लेकर जनता को झूठे आंकडे़े परोस रहे हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर कब शिवराज सरकार अपनी नाकामी और इस भयावह सच्चाई को स्वीकार करेगी और जनता की इन परेशानियों को दूर कर उन्हें राहत देगी ?

Kolar News

Kolar News 16 April 2021

भोपाल। दमोह जिले के विधानसभा क्षेत्र दमोह-55 के लिए मतदान 17 अप्रैल को प्रात: 7 बजे से प्रारंभ होगा। मतदान शाम 7 बजे तक चलेगा। मतदान के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कोविड-19 संबंधी गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जायेगा। मतदान के पहले सुबह 5.30 बजे मॉकपोल प्रारंभ होगा।   मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दमोह विधान सभा के उप निर्वाचन में कुल 2 लाख 39 हजार 808 मतदाता शामिल हैं। इनमें 1 लाख 24 हजार 345 पुरूष एवं 1 लाख 15 हजार 455 महिलाएँ और 8 थर्ड जेन्डर मतदाता शामिल हैं। कुल मतदाताओं में 80 वर्ष से अधिक उम्र के 2 हजार 647 मतदाता और 1 हजार 28 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। सर्विस मतदाताओं की संख्या 129 और पोस्टल बैलेट से मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 437 है।   दमोह विधान सभा के उप निर्वाचन में कुल 22 प्रत्याशी मैदान में है। इनमें 2 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। कुल 359 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले जायेंगे। उप निर्वाचन में एक-एक सामान्य एवं व्यय प्रेक्षक, 68 माइक्रो प्रेक्षक तैनात किये गये हैं। मतदान के लिए 1 हजार 448 पोलिंग कर्मचारी और 432 रिजर्व पोलिंग कर्मचारियों सहित 1 हजार 880 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मतदान पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ संपन्न होगा। उप निर्वाचन के लिए 3 सीएपीएफ, 2 एसएएफ की कंपनियाँ, 859 डीपीएफ, 413 होम गार्ड और 359 एसपीओ तैनात किए गए हैं। साथ ही 219 स्थानों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई हैं। कुल 5 हजार 163 हथियार जमा कराये गए हैं। क्रिटिकल मतदान केन्द्रों के रूप में 123 मतदान केन्द्र चिन्हित किये गए हैं। कुल 42 लाख 95 हजार रूपये की अवैध सामग्री, शराब और ड्रग्स की जप्ती की गई है।   अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि मतदान कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कराया जाएगा। मतदान केन्द्र पर मतदाता के तापमान की जाँच की जायेगी। यदि तापमान अधिक होगा तो उसका तापमान 10 मिनिट के पश्चात फिर से लिया जाएगा। इसके बाद भी तापमान अधिक पाया गया तो मतदान के अखिरी में उस मतदाता से मतदान कराया जाएगा। हर मतदाता को मास्क पहनना आनिवार्य है। मतदान केन्द्र पर मतदाता को एक हाथ का दस्ताना दिया जाएगा, जिसको पहन कर वह ईवीएम का बटन दबा सकेगा। मतदान केन्द्र पर अगमन और निर्गम द्वार पर हाथ धोने के लिए साबुन और सैनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी। मतदान प्रतिशत की जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश की वेबसाइट ceomadhyaprades.nic.in पर देखी जा सकेगी।  

Kolar News

Kolar News 16 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का रोजाना एक पौधा लगाने का क्रम सतत रुप से जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को सीएम शिवराज ने स्मार्ट पार्क परिसर में अशोक का पौधा लगाया और जनता से भी वृक्षारोपण करने की अपील की।   सीएम शिवराज  ने ट्वीट कर वृक्षारोपण की जानकारी साझा करते हुए कहा ‘आज भोपाल के स्मार्ट पार्क परिसर में अशोक का पौधा रोपा। अशोक वृक्ष सिर्फ पर्यावरण को ही शुद्ध नहीं करते, बल्कि हमारे शरीर को भी स्वस्थ करने में सक्षम हैं। पर्यावरण को शुद्ध करने के इस अभियान में आप सब भी भागीदार बनें, एक पेड़ अवश्य लगाएँ।

Kolar News

Kolar News 14 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुधवार को डॉ बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास सभाकक्ष में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डॉ अंबेडकर के योगदान का स्मरण भी किया।   इसके बाद स्मार्ट पार्क उद्यान में वृक्षारोपण करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि आज बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती है। हमारा सौभाग्य है कि उन्होंने मध्यप्रदेश की धरती पर जन्म लिया। महू में 14 अप्रैल को हर साल उनके चरणों में हम श्रद्धासुमन अर्पित करने जाते थे, इस वर्ष कोविड19 के संक्रमण के कारण नहीं जा सके। बाबा साहेब के चरणों में प्रणाम करता हूं।   यह समय चुनौती काप्रदेश में बढ़ते कोरोना संकट के ममालों और विकट परिस्थितियों पर सीएम शिवराज ने कहा कि यह चुनौती का समय है। हम व्यवस्थाओं में दिन-रात जुटे हुए हैं। कल 272 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता थी, आज बढ़ाकर 280 मीट्रिक टन कर पाये हैं। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। जनता से यही आग्रह है कि मास्क लगायें, डिस्टेंसिंग का पालन करें और घर में रहकर प्रार्थना एवं इबादत करें।  सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के चलते सामने आई चुनौतियों को लेकर कहा कि स्थिति विकट है, ऑक्सीजन चुनौती है, आज 280 मिट्रिक टन उपलब्धता है। हमारा आधा समय ऑक्सीजन के टैंकर को ट्रैक करने में लग जाता है। पुलिस बिठाई है केंद्र सरकार सहयोग कर रही है। मैंने रेल मंत्री से आग्रह किया है। ऑक्सीजन टैंकर को मालगाड़ी पर लादकर भेजने की व्यवस्था की जा सकती है।   सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यूनिट लगा रहे हैं। 180 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन हमें मिल गई है,जो वातावरन से आक्सीजन खींच लेती है। रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि सरकारी अस्पताल में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं होगी। लेकिन प्राइवेट अस्पताल भी हमारे अपने हैं। हम युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। 31 हजार रेमडेसिवीर इंजेक्शन मिल गए हैं। हेलीकाप्टर की जरूरत हो तो उसका उपयोग करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 14 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजनीतिक दलों के कार्यालय भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। राजधानी भोपाल में भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाद अब कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में भी कोरोना का प्रवेश हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को सात दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।   कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद  इन सात दिनों तक पीसीसी दफ्तर में किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा जो भी नेता और कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी राजीव सिंह के संपर्क में आए हैं, वह सभी क्वारंटाइन हो गए हैं। इस दौरान जो लोग पिछले एक दो दिन में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आए थे, उन्हें भी कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। कांग्रेस की तरफ से बताया गया कि पूरे  कार्यालय को जल्द ही सैनिटाइज किया जाएगा। दरअसल दमोह उपचुनाव के चलते कांग्रेस कार्यालय में इन दिनों ज्यादा हलचल थी। बैठकों के चलते प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक सभी बड़े नेता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। बता दे कि इससे पहले भाजपा के प्रदेश कार्यालय में भी दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उसके बाद भाजपा कार्यालय को भी 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। 

Kolar News

Kolar News 14 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजनीतिक दलों के कार्यालय भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। राजधानी भोपाल में भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाद अब कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में भी कोरोना का प्रवेश हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को सात दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।   कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद  इन सात दिनों तक पीसीसी दफ्तर में किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा जो भी नेता और कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी राजीव सिंह के संपर्क में आए हैं, वह सभी क्वारंटाइन हो गए हैं। इस दौरान जो लोग पिछले एक दो दिन में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आए थे, उन्हें भी कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। कांग्रेस की तरफ से बताया गया कि पूरे  कार्यालय को जल्द ही सैनिटाइज किया जाएगा। दरअसल दमोह उपचुनाव के चलते कांग्रेस कार्यालय में इन दिनों ज्यादा हलचल थी। बैठकों के चलते प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक सभी बड़े नेता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। बता दे कि इससे पहले भाजपा के प्रदेश कार्यालय में भी दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उसके बाद भाजपा कार्यालय को भी 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। 

Kolar News

Kolar News 14 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच अस्पतालों में बिस्तरों की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की आपूर्ति को लेकर निश्चिंंतता जताई है। सीएम शिवराज ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत अनेक शहरों में बड़ी संख्या में कोविड19 के सक्रिय प्रकरण आ रहे हैं। इसे देखते हुए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ती रहे।   उन्होंने बताया कि एम्स भोपाल में जितने बेड खाली हैं, वे कोरोना मरीजों के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। इसके अलावा भोपाल में आरकेडीएफ और पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में बेड बढ़ाए गए हैं। इंदौर में इंडेक्स अस्पताल ले लिया गया है। 9 अप्रैल तक बिस्तरों की संख्या सरकारी अस्पतालों में 17,492 और निजी अस्पतालों में 13,250 थी। कोविड19 के इलाज हेतु कुल संख्या 30,742 थी।   सरकारी और निजी अस्पतालों में बढ़ाई बिस्तरों की संख्याहमने बिस्तरों की संख्या बढ़ाई और 13 अप्रैल तक सरकारी अस्पतालों में इसकी संख्या 19,410 बेड और निजी अस्पतालों में 17,036 है। वर्तमान में कुल 36,446 बिस्तर उपलब्ध हैं। 52 में से 43 जिलों में कोविड19 केयर सेंटर्स की स्थापना हुई है जहाँ सामान्य लक्षण के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। कोविड19 केयर सेंटर्स में बिस्तरों की संख्या लगभग 7,215 है। आज हर जिले में चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली है। ऑक्सीजन की उपलब्धता 8 अप्रैल को हमारे पास 130 मी. टन थी, 9 अप्रैल को वह बढक़र 180 मी. टन हुई और 12 अप्रैल को बढक़र 267 मी. टन हुई है। मैं लगातार दिल्ली से संपर्क में हूँ।   ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ेगीमैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री श्री अमित शाह, श्री पियूष गोयल और श्री धमेन्द्र प्रधान के संपर्क में हूँ जिससे ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ती रहे। ऑक्सीजन का परिवहन कर रहे टैंकर्स को हमने एम्ब्युलेंस का दर्जा दिया है जिससे देरी न हो। टैंकर्स बढ़ाने का प्रयास जारी है।   प्रदेश को मिले 36 हज़ार रेमडेसिविर के इंजेक्शनहमें अब तक करीब 36 हज़ार रेमडेसिविर के इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं, 2,000 इंजेक्शन आज आने वाले हैं। 16 अप्रैल को 10,000 इंजेक्शन की और आपूर्ति होगी। जितने उपाय संभव हैं सभी किये जा रहे हैं। हम ऑक्सीजन का ऑडिट भी करेंगे।

Kolar News

Kolar News 13 April 2021

दमोह। कांग्रेस के नेता इस उपचुनाव में सौदेबाजी की बात करके जनता को भ्रमित कर रहे हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने मध्यप्रदेश को लूट प्रदेश बना दिया था। प्रदेश में अगर सबसे बड़ा कोई सौदेबाज है,  तो वह कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी है। 15 महीने जब प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता रही तो इन्होनें मध्यप्रदेश को तबाह कर उसे लूटने का काम किया था और आज वही जोड़ी दमोह की जनता के बीच झूठ बोलने का काम कर रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को लक्ष्मण कुटी में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। सभा को केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटेल, प्रदेश शासन के मंत्री भूपेन्द्र सिंह, रामखेलावन पटेल, पार्टी प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी एवं जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी ने भी संबोधित किया।   कांग्रेस सरकार ने सिर्फ वादे किए और भाजपा करती है विकास सिंधिया ने कहा कि 15 महीने प्रदेश में जब कमलनाथ सरकार रही, तब प्रदेश के विकास को लॉकडाउन लग गया था। वल्लभ भवन में आम जनता का प्रवेश निषेध था और कारोबारियों की लाईन लगी रहती थी। कमलनाथ जी ने किसानों के फसल बीमा की राशि लॉक कर दी थी। 7 हजार करोड़ की उस फसल बीमा की राशि का लॉक तोड़कर भाजपा सरकार ने उसे किसानों तक पहुँचाया। उन्होंने कहा कि चाहे सड़कों की बात हो या इंफ्रास्ट्रक्चर, पाईपलाइन की बात हो, भारतीय जनता पार्टी ने विकास की इबारत लिखी है। दमोह, टीकमगढ़ से झांसी तक 1200 करोड़ की 250 किमी की पाईपलाइन का काम और 255 किमी की सड़क का निर्माण केन्द्रीय सड़क निधि के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में इतना फर्क है कि कांग्रेस सरकार में वादों की सूची लंबी थी और भाजपा सरकार में विकास कार्यों की सूची लंबी है।   डबल इंजन की सरकार के साथ विकास के लिए भाजपा को जितायेंसिंधिया ने कहा कि जिन योजनाओं को कमलनाथ जी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था, शिवराज जी ने सरकार बनते ही उन्हें पुनः शुरू किया। भाजपा सरकार में किसानों को फसलों का दाम, युवाओं को काम, गरीबों का उत्थान एवं बुजुर्गों को सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि अटल जी ने बुंदेलखंड के लिए केन-बेतवा परियोजना का जो सपना देखा था, वह साकार हुआ है। इस योजना से कुल 8 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। दमोह की 30 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। 518 करोड़ की सीतापुर परियोजना से यह क्षेत्र लहलहायेगा। इस क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य के लिए मेडिकल कॉलेज भी भाजपा ने दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मिलकर विकास का इतिहास लिख रहे हैं। दमोह उपचुनाव में भाजपा को जिताकर हम इस इतिहास के साक्षी बनें। डबल इंजन की सरकार के साथ हमें चलना है और विकास के लिए भाई राहुल सिंह को जिताना है। जनमत विचार के साथ खड़ा होता है, तब मिलती है विजय: पटेलकेन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल में हमारे 150 से अधिक कायकर्ता मारे गये हैं। उनके बूथ के पास गोलियां चली, लेकिन फिर भी हमारे कार्यकर्ताओं ने अपना बूथ नहीं छोड़ा। विचार के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले उन कार्यकर्ताओं के कारण बंगाल में परिवर्तन होना तय है, वहां भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि जहां कोई आस भी नहीं दिखती थी, वहां भी पार्टी कार्यकर्ता झंडा लेकर आगे चलता था। किसी की मां को इसलिए मार दिया जाता है कि वह भाजपा कार्यकर्ता है और पार्टी का काम करता है। लेकिन जब जनमत पलटता है और विचार के साथ लोग खड़े होते हैं,  तब विजय मिलती है, विश्वास मिलता है और विकास भी मिलता है।   समाज में जहर घोलने वालों को रोकना होगापटेल ने कहा कि इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी विकास और विचार के साथ मैदान में है। लेकिन कांग्रेस इस चुनाव में विकास और विचार की चर्चा नहीं करेगी। वह सिर्फ छल-कपट और प्रपंच करेगी। जातियों में जहर घोलने का काम होगा, लेकिन हमें इस चुनाव को विकास की कसौटी पर कसने की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने विकास किया है और उस विकास का लाभ उसे मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह चुनाव राहुल सिंह लोधी नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि यह चुनाव तो भारतीय जनता पार्टी लड़ रही है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर फैसला नहीं करते तो आज मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार होती और जनता की वही हालत होती जो 15 महीने के शासन में हुई थी।इस अवसर पर मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन चौधरी, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भगत सिंह कुशवाह, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार, विधायक प्रदीप पटेल,  पी एल तंतुवाय, पूर्व विधायक लखन पटेल, सोनाबाई अहिरवार, शिवचरण दद्दा, सुखनंदन पटेल एवं घासीराम पटेल मंचासीन थे।  

Kolar News

Kolar News 13 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं कोरोना कर्फ्यू है। ऐसी व्यवस्था करें, जिससे लोगों का काम-धंधा व रोज़ी-रोटी चलती रहे। गांवों में पंचायतें एवं शहरों में रहवासी संघ, मोहल्ला समितियां स्वयं कन्टेनमेंट क्षेत्र बनाएं। अनावश्यक रूप से लोग घर से बाहर न निकलें। एक-दो व्यक्ति बाहर जाकर सभी के लिए आवश्यकता की वस्तुएं ले आएं। उन्‍होंने कहा कि स्व-प्रेरणा से इस प्रकार का संयम रखकर हम शीघ्र कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण कर सकते हैं। उक्‍त बातें मुख्‍यमंत्री ने मंगलवार को मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों की कोरोना स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कही।    मुख्‍यमंत्री चौहान ने कहा कि जन-जागरण से ही संक्रमण की चेन टूटेगी। मंत्रीगण अपने-अपने प्रभार के जिले में इस कार्य में जी-जान लगा दें। चौहान ने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के इलाज के लिए पर्याप्त बिस्तर, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन, दवाओं आदि की व्यवस्था है। कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजोरा, आयुक्त स्वास्थ्य आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे। सभी जिलों से प्रभारी मंत्री वर्चुअली सम्मिलित हुए।   आस्पतालों में हो अच्छा प्रबंधन मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में आस्पतालों में अच्छे से अच्छा प्रबंधन हो। बड़े अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन संयंत्र तथा एयर सेपरेशन यूनिट की व्यवस्था और हर जिले में सीटी स्केन मशीन की व्यवस्था भी की जा रही है।    सेवानिवृत्ति की अवधि बढ़ाएं चौहान ने निर्देश दिए कि चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ की सेवानिवृत्ति अवधि बढ़ाएं, जो सेवानिवृत्त हो गए हैं यदि वे चाहें तो उन्हें संविदा पर रखा जाए। सभी अस्पतालों में स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था हो।   प्रधानमंत्री जी की 4 बातें याद रखें मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चार बातें 'ईच वन वैक्सीनेट वन' (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति को टीका लगवाने में मदद करे), 'ईच वन ट्रीट वन' (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति का इलाज करवाने में मदद करे), 'ईच वन सेव वन' (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति को मास्क लगवाए और उसे कोरोना से सुरक्षित करे) तथा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 'स्व-प्रेरणा से माइक्रो कन्टेनमेंट जोन' बनाएँ।   सामान्य सर्दी, जुकाम, बुखार के लिए भी दवाओं की किट दें मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सामान्य सर्दी जुखाम बुखार आदि के लिए भी दवाओं की किट देने की व्यवस्था की जाए।   इंदौर एवं भोपाल में सर्वाधिक प्रकरण जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर में  1552 और भोपाल में 1456 नए प्रकरण आए हैं। ग्वालियर में 576, जबलपुर में 552, उज्जैन में 317, बड़वानी में 237, शाजापुर में 193, सागर में 188, बैतूल में 173, झाबुआ में 173, रीवा में 166, विदिशा में 156, कटनी में 155, राजगढ़ में 149, नरसिंहपुर में 141 और रतलाम में 130 नए प्रकरण आए हैं।   ज़रूरी हो तब ही रेमडेसिविर दिया जाए अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सुलेमान ने कहा कि मरीजों को डॉक्टर की सलाह अनुसार ज़रूरी हो तब ही रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाए। कम संक्रमण में डॉक्टर की सलाह अनुसार टेमी फ्लू या अन्य दवा दी जा सकती है।   1075 कॉल सेंटर को प्रभावी बनाएं हर जिले में 1075 कॉल सेंटर को प्रभावी बनाया जाए। सेंटर पर जिले में बिस्तरों आदि की व्यवस्था की अद्यतन जानकारी हो। यह कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का नंबर है, जिसके माध्यम से होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग की जाती है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की भी अच्छी देखभाल सुनिश्चित किए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने दिए।

Kolar News

Kolar News 13 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से विचार- विमर्श करने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज सर्वदलीय (वर्चुअल) बैठक बुलाई है। सीएम शिवराज ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण की स्थितियों पर बैठक में विचार होगा, सभी राजनीतिक दलों को वर्चुअली आमंत्रित किया गया है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह कोरोना संक्रमण से निपटने की लड़ाई जनता के सहयोग के बिना नहीं लड़ी जा सकती, सरकार व्यवस्थाएं बना रही है, अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि भोपाल में हमीदिया में 250 बिस्तर बढ़ रहे हैं, आरकेडीएफ भी अपने अस्पताल में कोरोना के बिस्तर प्रारंभ करेंगे और बाकी अस्पतालों से भी अलग-अलग जगह चर्चा चल रही है, इंदौर में भी चर्चा चल रही है बेड लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है,ऑक्सीजन की जितनी आवश्यकता है उससे ज्यादा अभी आपूर्ति है। व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे लेकिन जनता का स्वत: स्फूर्त सहयोग आवश्यक है। संक्रमण बढऩे से अगर रोकना है तो स्वयं को जागरूक रहना होगा।    मास्क, 2 गज की दूरी स्वच्छता और टीकाकरणमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज से टीका उत्सव प्रारंभ हुआ है, पूरे प्रदेश में पूरी ताकत से हम टीका उत्सव कार्यक्रम मना रहे हैं, मतलब टीकाकरण कर रहे हैं। हमारी कोशिश होगी कि जल्द ही वैक्सीन लगाकर हम संक्रमण की संभावनाओं को कम करते जाएं और या हो भी तो सुरक्षित रहें हमारे लोग इसमें केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।   लॉकडाउन समास्या का समाधान नहीइस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं यह मानता हूं लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है और मध्य प्रदेश में कहीं भी लॉकडाउन नहीं है, ना पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाया जाएगा। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में कुछ जगह जनता से चर्चा करके स्वत: स्फूर्त यह कहा कि संक्रमण की चैन ब्रेक करने के लिए हम घरों में रहेंगे और कुछ गतिविधियां नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर जिन नजरों ने तय किया है वह कोरोना कफ्र्यू है, वह लॉकडाउन नहीं है और कई गतिविधियों की उसमें छूट है। अन्य राज्य से आवागमन हो, मेडिकल की दुकानें हों, राशन की दुकानें हो, अस्पताल हो, नर्सिंग होम बैंक, एटीएम,दूध, सब्जी की दुकानें, उद्योगों में मजदूर, माल आदि का आवागमन, उद्योग चलते रहेंगे, परीक्षा केंद्रों में जाने वाले विद्यार्थी अन्य स्टाफ एंबुलेंस, फायर बिग्रेड, दूरसंचार,बिजली प्रदाय रसोई गैस सेवाएं, टीकाकरण पूरी ताकत से चलेगा। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट से आने जाने वाले नागरिक, आईटी कंपनियां बीपीओ, मोबाइल कंपनियों की यूनिट्स, अखबार वितरण, होटल जिनमें रूम इन डाइनिंग व्यवस्थाएं हैं। वैसा लॉकडाउन नहीं है कि सब ठप्प, यह लॉकडाउन नहीं है यह कोरोना कफ्र्यू स्वत: स्फूर्त जनता ने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से कहा और उन्होंने फैसला फैसला किया कि कुछ दिन भीड़ वाली गतिविधियां बंद रखेंगे।   आर्थिक गतिविधियां रहेंगी चालूूसीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश व्यापी लॉकडाउन नहीं लगेगा आर्थिक गतिविधियां चालू रहनी चाहिए ताकि लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित ना हो। लेकिन उतना ही महत्वपूर्ण है की जनता स्वयं ना निकले और यह फैसला करती है कि हमको भीड़ पर नियंत्रण करना है, इस संक्रमण की चैन रोकने के लिए बहुत उपयोगी होगा। कुछ नगरों ने कोरोना कफ्र्यू का फैसला किया है, जनता के सहयोग से और व्यवस्थाएं बनाकर हम इस बीमारी से लड़ रहे हैं और विश्वास है जल्द ही इस पर काबू पाएंगे।

Kolar News

Kolar News 11 April 2021

दमोह। भारतीय जनता पार्टी नेताओं की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी है। इसमें कार्यकर्ता ही नेता बनता है। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलजी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक सामान्य कार्यकर्ता ही थे। प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर और मैं स्वयं भी साधारण कार्यकर्ता रहे हैं। कार्यकर्ताओं की वजह से ही हमारी सरकारें बनीं। कश्मीर से अगर धारा 370 हट सकी है, तो यह कार्यकर्ताओं की बदौलत ही संभव हुआ। राम मंदिर का निर्माण अगर शुरू हो सका है, तो वह कार्यकर्ताओं की ही मेहनत है। हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी कहा था कि अगर में प्रधानमंत्री बना हूं, तो आप जैसे कार्यकर्ताओं के कारण। मध्यप्रदेश में अगर हम विकास कर सके हैं, संबल जैसी जनकल्याण की योजना शुरू कर सके हैं, किसानों के खाते में 89000 करोड़ रुपये डाल सके हैं, तो यह आप कार्यकर्ताओं के कारण ही संभव हो सका है।   यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को दमोह में आयोजित बूथ सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। सम्मेलन को प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, वरिष्ठ नेता जयंत मलैया ने भी संबोधित किया।भाजपा की तरह विकास नहीं कर सकती कांग्रेसमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ पर लोगों को यह समझाएं कि क्या कांग्रेस भाजपा की तरह विकास कर सकती है? क्या वो मेडिकल कॉलेज, स्कूल-कॉलेज खुलवा सकती है? क्या सड़कें, सिंचाई के साधन, पीने के पानी की व्यवस्था कर सकती है? लोगों को बताएं कि विकास सिर्फ भाजपा कर सकती है, जनकल्याण के काम सिर्फ भाजपा कर सकती है। लोगों के लिए रोटी, पानी, पढ़ाई-लिखाई और दवाई का इंतजाम सिर्फ भाजपा कर सकती है। कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों की सूची लेकर बैठें, उनसे संपर्क करें। चौहान ने कहा कि मैं दावे से कहता हूं कि अगर हर कार्यकर्ता अपना-अपना काम करेगा, तो कांग्रेस एक बूथ भी नहीं जीत सकेगी।   कांग्रेस के आरोप सही होते, तो क्या हम जीत का रिकॉर्ड बना पातेचौहान ने कहा कि दिग्विजय-कमलनाथ की जोड़ी ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। उन्होंने मध्यप्रदेश को लूट लिया। जब सिंधिया जी ने इसका विरोध किया, तो उन्हें सड़कों पर उतरने की चुनौती दे डाली। सिंधिया जी सड़क पर नहीं उतरे, सरकार ही सड़क पर आ गई। फिर कांग्रेस ने तरह-तरह के आरोप लगाए। बिकाऊ और टिकाऊ का मुद्दा बनाया। आप ही बताईये अगर ये सही होता, तो क्या हम 28 विधानसभाओं पर हुए उपचुनाव में जीत का रिकॉर्ड बना सकते थे? चौहान ने कार्यकर्ताओं से कहा कि राहुल लोधी ने हमारी सरकार को मजबूती देने के लिए विधायकी छोड़ी, इसलिए पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है। क्या उन्हें फिर से विधायक बनाना हमारी जिम्मेदारी नहीं है?कार्यकर्ताओं का वचन खाली नहीं जाने दूंगामुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राहुल लोधी सिर्फ प्रतीक हैं, चुनाव भारतीय जनता पार्टी लड़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी, मैं, प्रदेश अध्यक्ष वी.डी.शर्मा जी, नरेंद्रसिंह तोमर जी, जयंत मलैया जी, हम सब चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन यहां मुख्य कार्य बूथ के कार्यकर्ता का है। आज मैं यहां आप लोगों को यह वचन देने आया हूं कि बूथ का प्रमुख जनता को जो वचन देगा, मैं उसे खाली नहीं जाने दूंगा। इसलिए आप सब हर बूथ पर भाजपा को जिताने का संकल्प लें। चौहान ने कहा कि आप सब भाजपा को जिताने का संकल्प पूरा करें और दमोह के विकास का, जनकल्याण का संकल्प मैं पूरा करूंगा।

Kolar News

Kolar News 9 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल के स्मार्ट उद्यान में चम्पा का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान ने इस वर्ष नर्मदा जयंती पर प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था और वे प्रतिदिन एक पौधा लगा रहे है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चम्पा का पौधा शुभ माना गया है। पौध-रोपण और पर्यावरण संरक्षण का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।   चम्पा के पौधे का महत्व चम्पा के फूल सुगन्धित होते हैं। यह एक जड़ी -बूटी भी है। आयुर्वेद के अनुसार, चम्पा के औषधीय गुण से सिर दर्द, कान दर्द, आँखों की बीमारियों में लाभ होता है। पथरी और बुखार में भी चम्पा उपयोगी है। भारत में पूर्वी हिमालय पर चम्पा के पौधे बहुतायत में पाए जाते हैं। चम्पा का उपयोग सजावटी पौधे के रूप में भी किया जाता है।

Kolar News

Kolar News 9 April 2021

दमोह। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्ववर्ती कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ जी ने धान का भुगतान नहीं किया। हमने तो धान भी खरीदी और तिवड़ा युक्त चना भी खरीदा। कमलनाथ जी ने इस क्षेत्र से कॉलेज की सौगात छीन ली। सिंचाई की योजनाएं भी नहीं चलने दी। जब कमलनाथ जी की सरकार थी, तब किसानों से उड़द खरीदी गई, लेकिन उन्हें उसका मूल्य नहीं दिया गया।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को दमोह उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी के समर्थन में ग्राम बांसा ताराखेड़ा में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ जी की सरकार थी, तब किसानों से उड़द खरीदी गई, लेकिन उन्हें उसका मूल्य नहीं दिया गया। कांग्रेस सरकार द्वारा 11,873 किसानों को 27.16 करोड़ का भुगतान किया ही नहीं गया। हम किसानों को उनके हक के पैसे देंगे। आज मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूँ कि इस क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।    उन्होंने कहा कि गरीबों को उनका हक दिलाने वाली संबल योजना को भी कमलनाथ जी ने बंद कर दिया था। हमारी सरकार बनते ही यह योजना पुन: प्रारम्भ हुई। कमलनाथ जी ने बेटियों से उनके विवाह के लिए 51 हजार रुपये देने का वादा किया। बेटियों की शादी भी हो गई, भांजे-भांजी भी आ गए लेकिन पैसे नहीं आये। किसानों को राहत की राशि भी कमलनाथ जी ने नहीं दी। वो तो फसल बीमा योजना का प्रीमियम भी खा गए। किसान भाई चिंतित न हों। इस साल जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें राहत की राशि के साथ फसल बीमा योजना की राशि भी देंगे। अपने खाते चैक करते रहना, किसी न किसी योजना के अंतर्गत पैसे डालता रहूंगा!    मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेता कहते हैं कि राहुल लोधी ने गड़बड़ कर दी। अगर बेईमानी की होती तो हमारे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी जीत का नया रिकॉर्ड नहीं बना पाते। राहुल लोधी जी कमलनाथ जी के पास कोई भी काम लेकर जाते तो उन्हें कहा जाता कि चलो, चलो! लोधी जी ने उनको ही चलता कर दिया। जनता के विकास के कार्य जब बाधित हुए तो राहुल लोधी जी ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। वो हमारे साथ आये। उनकी एक ही मांग थी कि दमोह में मेडिकल कॉलेज बने। हमने तुरंत दमोह को यह सौगात दी। राहुल लोधी जी जनता के लिए जो-जो मांगेंगे, मैं उन्हें देता जाऊंगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में कुछ नहीं रखा। उनके नेता राहुल गांधी का ही कोई ठिकाना नहीं है। कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी ने मध्यप्रदेश को लूट लिया। मंत्रालय को तो दलालों का अड्डा बना दिया था इन्होंने। हमने दमोह के लिए 205 करोड़ रुपये की 9 सडक़ और पुल की सौगात दी है। सभा में प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल, कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और डॉ. प्रभुराम चौधरी, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह और जयंत मलैया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने जनता को संबोधित किया। 

Kolar News

Kolar News 9 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोरोना संक्रमण के संबंध में जन-जागृति के लिए आरंभ किए गए स्वास्थ्य आग्रह अभियान के दूसरे दिन बुधवार को किसान कल्याण तथा कृषि मंत्री कमल पटेल, खनिज साधन तथा श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद उज्जैन अनिल फिरोजिया, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री चौहान से भेंट कर अभियान को अपना समर्थन दिया।   किसान कल्याण तथा कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाने का सबसे प्रभावी उपाय है स्वयं को जागरूक रखना और सुरक्षित रखना। मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश के जन-जन को जागरूक करने के अभियान में लगे हैं। मैं उनका आभार मानता हूँ। पूर्व मंत्री रामपाल सिंह तथा सांसद उज्जैन अनिल फिरोजिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अग्रवाल समाज के प्रहलाद दास अग्रवाल, जैन समाज के प्रमोद जैन हिमांशु, माहेश्वरी समाज के रवि गंगरानी, मालवीय रजक समाज के नरेश मालवीय, कलार समाज के राजाराम शिवहरे ने मुख्यमंत्री चौहान से भेंट कर अभियान को अपना समर्थन प्रदान किया। भोपाल की शमीम अफजल ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें मुख्यमंत्री चौहान जैसा संवेदनशील मुख्यमंत्री मिला। वे लोगों की कठिनाईयों को कम करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।   थर्ड जेण्डर का प्रतिनिधित्व करते हुए भोपाल की देवीरानी और सुरैया ने स्वास्थ्य आग्रह अभियान में थर्ड जेण्डर को सम्मिलित करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान का आभार माना। उन्होंने कहा कि घर-घर सम्पर्क के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों की जानकारी देने और उसका पालन कराने का अभियान चलाया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 7 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने स्वास्थ्य आग्रह के दौरान बुधवार को भोपाल के मिंटो हॉल परिसर में प्रदेशभर के विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के नियंत्रण के संबंध में बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी धर्मगुरुओं से प्रार्थना करता हूँ कि वे समाज का मार्गदर्शन करें। सभी को मास्क लगाने के लिए गाइड करें और समाज को जागृत करें। मैं समस्त धर्मगुरुओं से कोरोना से लडऩे के लिए आशीर्वाद भी चाहता हूं। मास्क न लगाना एक सामाजिक अपराध है। मास्क न लगाने से आप न सिर्फ खुद को, बल्कि अपने आसपास के सभी लोगों के जीवन को खतरे में डालते हैं। इसलिए सभी से करबद्ध प्रार्थना करता हूँ कि मास्क जरूर लगाएं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपकी सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेगी, लेकिन आप सभी को सरकार का सहयोग करना पड़ेगा। सहयोग केवल इतना ही चाहिए कि सभी मास्क लगाएँ, आपस में दूरी बनाकर रखें और समस्त गाइडलाइंस का पालन करें। टीकाकरण का अभियान मध्यप्रदेश में पूरी रफ्तार से जारी है। जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक है, उन सभी नागरिकों से मेरा विनम्र निवेदन है कि आप सभी टीका अवश्य लगवाएँ। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा। हमने 'मैं कोरोना वॉलंटियर' अभियान प्रारम्भ किया है। वॉलंटियर्स लोगों को जागरुक करेंगे। जो लोग वॉलंटियर बनना चाहते वे 181 पर कॉल करें या mp.mygov.in पर रजिस्ट्रेशन करवाएँ।

Kolar News

Kolar News 7 April 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना लगातार बेकाबू हो रहा है। हालात को देखते हुए शिवराज सरकार जागरूकता और जनचेतना के लिए अभियान चला रही है। वहीं सीएम शिवराज खुद भोपाल के मिंटो हॉल में मंगलवार दोपहर 12 बजे से 24 घंटे के स्वास्थ्य आग्रह पर बैठे है। बुधवार सुबह सीएम शिवराज ने स्वास्थ्य आग्रह स्थल पर अपने दिन की शुरूआत योग के साथ की।   सीएम शिवराज ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए योग प्रणायाम से होने वाले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने कहा ‘आज भोपाल के मिंटो हॉल परिसर में स्वास्थ्य आग्रह स्थल पर योग किया। योग प्राणायाम स्वस्थ जीवन के लिए तो आवश्यक है ही, यह कोविड19 जैसी बीमारी से भी लडऩे में आपको सक्षम बनायेगी। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, तो आप एक बेहतर जीवन जी सकेंगे। आप भी योग करें, स्वस्थ रहें।   विश्व स्वास्थ्य दिवस पर की जागरुकता की अपीलइस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रदेशवासियों से स्वास्थ्य के प्रति जागरुक और सतर्क रहने की अपील की। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सभी नागरिकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क एवं जागरूक रहने की अपील करता हूं। अपने, अपनों व पूरे समाज के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क होने का यह संवेदनशील समय है। आइए हम सभी एकजुट होकर कोरोना को हराने का दृढ़ संकल्प लें।  

Kolar News

Kolar News 7 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 6 अप्रैल बहुत ऐतिहासिक और पवित्र दिन है। आज ही के दिन महात्मा गांधी की दांडी यात्रा का समापन हुआ और 6 अप्रैल को ही भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ। यह सुखद संयोग है कि आज 6 अप्रैल को हम गांधी प्रतिमा के समक्ष स्वास्थ्य आग्रह के लिए बैठे हैं। यह बात मुख्‍यमंत्री चौहान ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जन-जागृति पैदा करने के उद्देश्य से राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल के समक्ष स्थित गांधी प्रतिमा के समीप आयोजित स्वास्थ्य आग्रह में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्याग्रह कर देश को आजाद कराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ आग्रह कर देश को स्वच्छ बनाया। इसी कड़ी में आज मैं स्वास्थ्य आग्रह के लिए महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष हूँ। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य आग्रह में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के संबंध में कैबिनेट बैठक भी होगी। इसके साथ ही प्रदेश के जिलों के प्रमुख व्यक्तियों, व्यापारी संगठनों, स्वयंसेवी समूहों, शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्तियों, परिवहन व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों, कोरोना वॉलेंटियर्स, पथ विक्रेताओं आदि से चर्चा की जाएगी।   कोरोना संक्रमण को रोकने का व्यवहार आवश्यक चौहान ने कहा कि निश्चित ही पहला सुख निरोगी काया है। कोरोना संक्रमण ने देश, दुनिया को प्रभावित किया है। यह ऐसी बीमारी है, जिस पर केवल शासकीय प्रयासों से नियंत्रण नहीं किया जा सकता। समाज के सहयोग के बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती, क्योंकि समाज के व्यवहार से भी यह संक्रमण फैलता है। प्रधानमंत्री मोदी ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण का मंत्र दिया है। इसके साथ-साथ हमें कोरोना संक्रमण को रोकने का व्यवहार चाहिए। इसमें बहुत कुछ काम सरकार कर रही है। संक्रमण बढ़ने के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सरकार अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने और अन्य व्यवस्थाएँ करने में प्राण-प्रण से जुटी है।   समाज से नैतिक आग्रह करने के लिए मैं आज यहां हूं मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए समाज को जागरूक होना पड़ेगा। समाज से नैतिक आग्रह करने के लिए मैं आज यहां हूं। वर्तमान में भी प्रदेश में मास्क लगाने की आदत बहुत कम है। यह सही है कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व के परिणाम स्वरूप देश में कोरोना संक्रमण की दर कम हुई, इसके साथ ही वैक्सीन भी आ गई। परिणाम स्वरूप लोग निश्चिंत हो गए, जिसका नतीजा यह हुआ कि संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल गया।   सही नहीं है लॉकडाउन चौहान ने कहा कि संक्रमण को रोकने का सरल उपाय है लॉकडाउन। लेकिन लॉकडाउन हमारी अर्थ-व्यवस्था को ध्वस्त कर देगा। यह लोगों के रोजगार छीन लेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं लॉकडाउन को सही नहीं मानता। सीमित लॉकडाउन तक बात ठीक है, स्थायी लॉकडाउन संक्रमण रोकने का समाधान नहीं है।   आत्म अनुशासन से रोकेंगे संक्रमण मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने का दूसरा तरीका है कि हम आत्म अनुशासन अपनाएं। मास्क लगाएं, सुरक्षित दूरी बनाकर रखें, बार-बार हाथ धोते रहें, वैक्सीनेशन करवाएं। इस सबमें समाज का सहयोग चाहिए। मास्क लगाने के लिए लोगों में उदासीनता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना होगा। अत: मैं नैतिक आग्रह करने के लिए आपके सामने आया हूं। लोगों में ऐसा भाव विकसित करना होगा कि यदि मैं मास्क नहीं लगा रहा हूँ तो कोई अपराध कर रहा हूं। चौहान ने कहा कि सोमवार के दिन मैंने अपने परिवार के सदस्यों को मास्क लगाया। हम सभी संकल्प करें कि मैं मास्क लगाऊँगा और परिवार का कोई भी सदस्य बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलेगा। यह स्वास्थ्य का आग्रह है।    जन-जागरूकता के लिए मीडिया से अपील मुख्यमंत्री ने पत्रकार बंधुओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि मीडिया बहुत प्रभावी माध्यम है, जिससे जागरूकता पैदा की जा सकती है। यह महीना गंभीर संकट का महीना है। प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया यदि जागरूकता को अपना दायित्व मानेंगा तो यह समाज की बड़ी सेवा होगी। चौहान ने कहा कि मैं धर्मगुरूओं, समाजसेवियों, राजनैतिक दलों, कार्यकर्ताओं और सभी संस्थाओं से इस अभियान में साथ आने की अपील करता हूँ। हम सब मिलकर ही कोरोना से मुकाबला कर सकते हैं और संक्रमण को रोक सकते हैं।   'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान आरंभ किया गया है। इसका इसका अर्थ यह है कि लोग अपने आप को कोरोना वॉलेंटियर के रूप में रजिस्टर कराएं। वे 181 पर कॉल करके और mp.mygov.in पर रजिस्टर करा सकते हैं। यह वॉलेंटियर सरकारी व्यवस्था के अतिरिक्त वैक्सीनेशन स्वयं-सेवक और चिकित्सा सुविधा स्वयं-सेवक के रूप में अपने आप को रजिस्टर करा सकते हैं। इसके साथ ही मास्क जागरूकता स्वयं-सेवक मास्क लगाने के लिए रोकने-टोकने, प्रेरित करने, आग्रह करने और मास्क उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे। मोहल्ला टोली संगठन स्वयं-सेवक होम क्वारेंटाइन और संस्थागत क्वारेंटाइन में मददगार होंगे। इच्छुक व्यक्ति सीएम हेल्पलाइन और 181 पर इन कार्यों के लिए स्वयं का पंजीयन करा सकता है।

Kolar News

Kolar News 6 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में मंगलवार को भोपाल के स्मार्ट उद्यान में पीपल का पौधा लगाया। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से पौधारोपण करने की अपील भी की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि -‘आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में पीपल का पौधा रोपा है। पीपल का पौधा और वृक्ष प्रगति का प्रतीक है। मध्यप्रदेश के समस्त नागरिक साल में एक बार पौधा अवश्य लगाएं। परिवार के सदस्यों के जन्मदिन या वैवाहिक वर्षगाँठ पौधरोपण कर मनाई जाएगी तो इसमें अद्भुत आनंद की अनुभूति होगी।’   पीपल का महत्व पीपल एक छायादार वृक्ष है। पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक महत्व भी है। सर्दी-जुकाम जैसी समस्या में भी पीपल लाभदायक होता है। पीलिया हो जाने पर पीपल के 3-4 नए पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर बनाए गए शरबत को पीना बेहद फायदेमंद होता है।

Kolar News

Kolar News 6 April 2021

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज यानि मंगलवार को अपना 41वां स्थापना दिवस मना रही है। स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने-अपने घरों पर पार्टी का झंडा लगाएंगे। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के स्थापना दिवस पर सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी है। साथ ही उन्होंने देश और प्रदेश की जनता का आभार जताया है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर अपने संदेश में कहा भाजपा  के स्थापना दिवस की साथियों और भाजपा परिवार के सभी सदस्यों को बधाई। भाजपा की विचारधारा, नीतियों, प्रयासों में निरंतर विश्वास जताने के लिए देश-प्रदेश के सभी भाई-बहनों का हृदय से आभार। उन्होंने कहा कि हम सब नये भारत के निर्माण के लिए संकल्पित हैं। श्रद्धेय श्यामप्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों के समर्थ भारत के निर्माण के लिए भारतीय जनता पार्टी संकल्पित हैं। उनके दिये अंत्योदय के उत्थान और हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और पार्टी अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी की अभूतपूर्व कुशल नेतृत्व में नये भारत के निर्माण के लक्ष्य को हम सब प्राप्त करेंगे। एक शिक्षित, समर्थ और नये भारत के निर्माण के स्वप्न को साकार करेंगे। जय हिन्द! जय भारत!!  

Kolar News

Kolar News 6 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश आज कोरोना संक्रमण के मामले में भारतवर्ष में सातवें स्थान पर पहुंच गया है और प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है। प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है और अनेक प्रदेशवासी असमय काल कवलित हो रहे हैं।   कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर कोरोना को लेकर सुझाव दिए है। उन्होंने पत्र में कहा है कि कोरोना संक्रमण की इस द्वितीय लहर में प्रदेश की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है और इस समय गहन और तीव्र वैक्सीनेशन अभियान के साथ कोविड अनुकूल व्यवहार को बाध्यकारी बनाने की संयुक्त नीति से कार्य करने की आवश्यकता है। आपसे दूरभाष पर हुई चर्चा के अनुक्रम इस सामयिक एवं महती विषय पर मेरे सुझाव है।   1. आज कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गहनता और तीव्रता से लागू करने की आवश्यकता है। उम्र के बंधन को समाप्त कर प्रदेश के प्रत्येक आमजन को कोरोना वैक्सीन नि:शुल्क लगाई जाये। प्रथम लहर एवं वर्तमान में अधिक संक्रमित क्षेत्रों को चिन्हांकित कर उनमें वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता से किया जाये। 2. कोरोना वैक्सीन की आधिक्य में अग्रिम उपलब्धता एवं सुरक्षित भण्डारण वैक्सीनेशन के अभियान को अत्यधिक गति प्रदान करेगा। वैक्सीन की आधिक्य में अग्रिम उपलब्धता सुनिश्चित की जाना चाहिए। 3. कोरोना वैक्सीन की जिलों में तात्कालिन अनुपलब्धता कोरोना वैक्सीनेशन के अभियान की गति को प्रतिकूल रुप से प्रभावित करता है। प्रदेश में ऐसी स्थितियां निर्मित हुई है। अत: यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रत्येक वैक्सीनेशन केन्द्र पर वैक्सीन उपलब्ध रहे और कोई आमजन बिना वैक्सीनेशन के वापस न जाये। 4. वैक्सीनेशन अभियान को गति प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं अन्य की सहायता लेकर घर- घर जाकर आमजन को वैक्सीनेशन केन्द्र तक लाने के प्रयास किया जाये, जिससे कि वैक्सीनेशन के अभियान को तीव्रता मिले। 5. कोरोना की जांच हेतु रैपिड टेस्ट की संख्या एवं गति बढ़ाई जाये एवं घर- घर जाकर टेस्ट किए जाये, जिससे कि अधिकाधिक जनसामान्य की जांच हो सके। व्यापक मुफ्त टेस्टिंग से चिन्हांकन एवं एकांतीकरण के कार्य को गति मिलेगी और कोरोना की प्रभावी रोकथाम होगी। टेस्ट की रिपोर्ट न्यूनतम समय, यथा 8 घंटे, में जारी की जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ट्रेसिंग- सर्वे के कार्य में भी गति लाई जाये। 6. कोरोना की निजी अस्पतालोंं में जांच की दरों को न्यूनतम नियत किया जाकर इसके सुचारू अनुवीक्षण हेतु कठोर व्यवस्था लागू की जाना चाहिए। 7. कोरोना संक्रमितों के समुचित मुफ्त उपचार की सम्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाना चाहिए। प्रदेश में कोरोना के उपचार हेतु आईसीयू- एचडीयू बेड एवं आक्सीजन बेड की उपलब्धता लगभग समाप्त हो गई है। इस विषय पर तत्काल कार्यवाही आवश्यक है, अन्यथा की स्थिति भयावह हो। 8. अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इस हेतु तत्काल आवश्यक निर्णय लिये जाये। प्रदेश के ऐसे ऑक्सीजन प्रदाय प्लांट जो कि किसी कारण से बंद है, उन्हें पुन: प्रारंभ कराया जाना चाहिए ताकि ऑक्सीजन की सुचारू एवं सतत व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। ऑक्सीजन की उपलब्धता की सतत एवं प्रभावी निगरानी आवश्यक है। 9. निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज हेतु उपचार की दरें न्यूनतम तय कराई जाये एवं आमजन को मनमाने शुल्क से राहत उपलब्ध कराई जाये। यह कार्य सामाजिक सरोकर के रुप में भी किया जा सकता है। 10. कोरोना के ईलाज में लगने वाले आवश्यक इंजेक् शन एवं दवाईयों को पर्याप्त उपलब्धता सस्ती दरों पर सुनिश्चित कराई जाये। उदाहरणार्थ- रेमेडेसिवर इंजेक् शन का उनयोग अनेक स्थानों पर उपचार हेतु किया जा रहा है परन्तु यह उपलब्ध नहीं हो रहा है एवं कालाबाजारी की सूचनाएं मिल रही है। पर्याप्त उपचार सामग्री निश्चित दर पर उपलब्ध हो ऐसी व्यवस्था आवश्यक है। 11. कोविड अनुकूल व्यवहार को बाध्यकारी बनाने के प्रयास किए जाना चाहिए, परन्तु यह सुनिश्चित हो कि आमजन के साथ ज्यादती न हो। 12. आज प्रदेश का आमजन लॉकडाउन, आर्थिक मंदी एवं महंगाई की परिस्थितियों से  पीडि़त है। गरीब वर्ग, दिहाड़ी मजदूर एवं छोटे छोटे व्यवसाय कर रहे आमजन की स्थिति चिंतनीय है। आज तत्काल राहत की आवश्यकता है। इस हेतु आमजन के पक्ष में मानवीय सोच के साथ आर्थिक राहत के कदम उठाये जाने चाहिए।   हमारे मप्र के भाईयों और बहनों को कोरोना संक्रमण के इस काल में मानवीय सम्बल की भी आवश्यकता है। मैं और कांग्रेसजन कोरोना के विरुद्ध हर अभियान में आमजन के साथ खड़े है और प्रयास कर रहे हैं। आशा करता हूं कि आप मेरे इन सुझावों को लागू करेंगे ताकि प्रदेश का आमजन कोरोना से युद्ध जीत सके।  

Kolar News

Kolar News 6 April 2021

सागर। सागर जिले की 118 वर्षीय बुजुर्ग महिला तुलसा बाई ने खिमलासा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना का टीका लगवाया और इस तरह से देश में कोरोना का टीका लगवाने वाली देश की सबसे बुजुर्ग महिला बन गईं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर तुलसा बाई को बधाई देते हुए कहा कि नि:संदेह आप प्रदेश और देश के लिए प्रेरणा बनेंगी।   दरअसल, शनिवार को सागर जिले के ग्राम सदरपुर निवासी 118 वर्षीय बुजुर्ग महिला तुलसाबाई ने खिमलासा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना का टीका लगवाया था। इस खबर को संभागीय जनसंपर्क विभाग, सागर के ऑफिशियल सोशल मीडिया ट्विटर और फेसबुक पेज पर शेयर किया गया था। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अपने व्यक्तिगत सोशल मीडिया ट्विटर और फेसबुक पेज पर शेयर किया और मां तुलसाबाई को प्रणाम करते हुए कहा कि नि:संदेह, आप प्रदेश और देश में कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए लोगों की प्रेरणा बनेंगी। उन्होंने कहा कि सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और पात्र व्यक्ति वैक्सीन अवश्य लगवाएं।

Kolar News

Kolar News 5 April 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सह विषयों को मान्य करने का आग्रह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से किया है। उन्होंने कहा कि सह विषयों को अमान्य करने से वर्ग-1 के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अनेक युवक-युवतियां अपात्र घोषित किये जा रहे हैं।   कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में कहा है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2018 में वर्ग- 1 के शिक्षकों के लिए जीव विज्ञान के सह विषयों जैसे माइक्रोबायलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी आदि विषयों से स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में अयोग्य माना जा रहा है। जिससे वे लोग अपात्र हो गये है। पूर्व सीएम ने कहा कि वर्ष 2005 में संविदा शाला शिक्षक श्रेणी 1 के चयन प्रक्रिया में स्नातकोत्तर उपाधि के मूल विषयों के समकक्ष सह-विषयों को मान्य करने के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी परिपत्र में गणित, रसायन शास्त्र एवं जन्तु विज्ञान में सह विषयों को मान्य करने के निर्देश दिये गये थे। जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2018 में वर्ग 1 के शिक्षकों के लिए सह विषयों को अमान्य किया जा रहा है।   कमलनाथ ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में सह विषयों को सम्मिलित न करने के संबंध में लागू किये गये प्रावधानों से आधुनिक अध्ययन प्राप्त अभ्यर्थी अपात्र हो रहे है। जबकि सह विषय मूल विषय के ही नवीन विशेषीकृत एवं समयानुकूल विषय है। जिसमें आधारभूत अध्ययन मूल विषय के समान ही होता है। इन तीन सह-विषयों को मूल विषय के समकक्ष ही मान्य किया जाना चाहिए। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से कहा कि इस गंभीर विषय को अविलंब संज्ञान में लेते हुए, सह विषयों को मान्य करनेका निर्णय शासन स्तर पर लिया जाये। ताकि प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके।

Kolar News

Kolar News 5 April 2021

भोपाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य-मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने सोमवार को सिविल अस्पताल मुंगावली में कोरोना वैक्सीन लगवाई। मंत्री यादव के अनुरोध पर 45 वर्ष से अधिक आयु के 130 लोगों ने भी सिविल अस्पताल मे वैक्सीन लगवाई है।   राज्य-मंत्री यादव ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में स्वयं लोगों से भेंट कर कोरोना वैक्सीन लगवाने का अनुरोध कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र की जनता से कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए मास्क लगाने, सेनेटाइजर का उपयोग करने, पर्याप्त दूरी बनाये रखने के साथ ही कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाने का अनुरोध किया है।

Kolar News

Kolar News 5 April 2021

भोपाल। कोरोना की कठिन परिस्थितियों में किसान की कर्मठता ही अर्थ-व्यवस्था का आधार बनी है। प्रदेश में पिछले साल हुए अनाज के भरपूर उत्पादन ने प्रदेश ही नहीं, देश को मजबूती प्रदान की। राज्य सरकार किसान की आय को दोगुनी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। खेती-पशुपालन, उद्यानिकी, मछली पालन और सहकारिता को समग्रता में लेकर फसलों के विविधीकरण, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और सही मार्केटिंग से हमारे प्रदेश के उत्पाद देश ही नहीं दुनिया में धूम मचायेंगे। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश सरकार का एक वर्ष पूर्ण होने पर मिंटों हाल में आयोजित राज्य स्तरीय मिशन अर्थ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।   चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के विरूद्ध लड़ाई राज्य सरकार और समाज को मिलकर लड़ना है। मास्क लगाने के नियम का गंभीरता से पालन करें, इसे किसी भी स्थिति में हल्के में न लें। उन्होंने प्रदेशवासियों से स्व-प्रेरणा से टीकाकरण के लिए आगे आने की अपील की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अर्थ-व्यवस्था प्रभावित नहीं हो इसके लिए लॉकडाउन नहीं लगाया जा रहा है। कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।    समर्थन मूल्य से अधिक मिलने पर ही किसान बाजार में बेचें अपना उत्पाद उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदीजी ने कोरोना काल में आत्म-निर्भर भारत का मंत्र दिया। इस कड़ी में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोड मैप विकसित किया गया। अर्थ-व्यवस्था और रोजगार इस रोड मैप के आधार हैं। प्रदेश के युवा और किसानों में क्षमता, प्रतिभा और योग्यता है। किसान उत्पादक संगठन कृषकों की एकता, पहल और प्रगति का प्रतीक बनेगें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यदि किसानों को समर्थन मूल्य से अधिक कीमत मिले तो ही वे अपना उत्पाद बाजार में बेचें। राज्य सरकार किसानों का एक- एक दाना खरीदेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीमन प्रयोगशाला, किसान उत्पादक संगठन, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड स्कीम, मुख्यमंत्री गौ-सेवा योजना, मवेशियों के लिए यूनिक आईडी जैसी गतिविधियाँ प्रदेश में कृषि और पशुपालन का नया अध्याय लिखेंगी।   इस दौरान चौहान ने मिशन अर्थ के अंतर्गत भदभदा भोपाल में 47 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से स्थापित देश की दूसरी अत्याधुनिक सीमन उत्पादन प्रयोगशाला का वर्चुअली लोकार्पण किया। कार्यक्रम में विभिन्न ग्राम पंचायतों में 260 करोड़ रूपये की लागत से बनी 985 सामुदायिक गौ-शालाओं का लोकार्पण और 50 करोड़ रूपये से बनने जा रही 145 सामुदायिक गौ-शालाओं का शिलान्यास भी किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने मिशन अर्थ कार्यक्रम में 33 विद्युत उपकेंद्रों का लोकार्पण और चार उप केन्द्रों का भूमि-पूजन भी किया। इनकी कुल लागत 1530 करोड़ रूपये है। मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेश में स्व-सहायता समूहों द्वारा उद्यानिकी रोपणियों में उत्पादित 80 लाख पौधे प्रदेशवासियों को समर्पित किये। इसके साथ ही किसान उत्पादक संगठन और कृषि अधोसंरचना निधि के हितग्राहियों को चेक भी वितरित किये।   कन्या-पूजन और मध्यप्रदेश गान से आरंभ हुए इस कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी मंत्री  प्रेम सिंह पटेल, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री भारत सिंह कुशवाह तथा विधायक रामेश्वर शर्मा उपस्थित थे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम से सभी जिले वर्चुअली जुड़े थे। भोपाल में स्थापित अत्याधुनिक सीमन उत्पादन प्रयोगशाला पर लघु फिल्म का प्रस्तुतिकरण भी किया गया।   गोबर शिल्प से बनी मूर्ति व पुस्तक भेंट मुख्यमंत्री चौहान को पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल द्वारा गोबर शिल्प से बनी मूर्ति और पुस्तक "काऊ अवर अल्टीमेट सेवियर" भेंट की गई। इस पर सीएम शिवराज ने कहा कि गोबर से ऐसे नवाचार सोच से परे हैं। इन गतिविधियों से लगता है कि हमारी गौ-शालायें आत्म-निर्भर होंगी। कार्यक्रम को पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल और किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने भी संबोधित किया। अपर मुख्यसचिव पशुपालन श्री जे.एन. कंसोटिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।

Kolar News

Kolar News 3 April 2021

भोपाल। कोरोना काल में स्कूली परिक्षाओं को लेकर चल रहे असमंजस के बीच मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा है कि कक्षा 9वीं-11वीं की परीक्षा घर से ली जाएगी। इन कक्षाओं की ऑफलाइन परीक्षा आयोजित नहीं की जा रही है।   स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच परीक्षाएं ऑफलाइन नहीं ली जा सकती। घरों से परीक्षा देने के दौरान छात्र-छात्राओं को प्रश्न पत्र घर पर भेजे जाएंगे। स्टूडेंट्स कॉपियां स्कूल में जमा करायेंगे। ये फैसला बच्चों की सुरक्षा के चलते लिया गया है।

Kolar News

Kolar News 3 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में शनिवार को भोपाल के स्मार्ट उद्यान में गुलमोहर का पौधा लगाया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के नागरिकों से पौधरोपण करने की अपील भी की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ निरंतर संघर्ष जारी है।   गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस वर्ष नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रतिदिन पौधा लगाने का संकल्प लिया था, तब से वे निरंतर प्रतिदिन पौधा रोपण कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को ट्वीट के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए बताया कि-‘आज मैंने भोपाल के स्मार्ट पार्क में गुलमोहर का पौधा लगाया। पर्यावरण की रक्षा और धरती को हरा-भरा बनाये रखने के लिए वृक्षारोपण अभियान जारी है। यह छोटा-सा प्रयास हमारी धरती की समृद्धि का बड़ा आधार बनेगा। आपसे आग्रह है कि शुभ अवसरों पर पौधरोपण कर उसे विशिष्ट बना दीजिये।’   इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष लगातार जारी है। मास्क ही सबसे प्रभावशाली बचाव है। सभी से आग्रह है कि मास्क लगाकर रखें। मैं जनता के प्रति हृदय से आभार प्रकट करता हूं कि रंगपंचमी के दिन भी आपने आत्मानुशासन का परिचय दिया। संक्रमण रोकने के लिए त्योहार घर पर ही मनाया। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा, खरगोन, बैतूल, रतलाम में संक्रमण की चेन को ब्रेक करने के लिए लॉकडाउन लगाये गये हैं, जो सोमवार प्रात:काल तक जारी रहेंगे। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। कुछ स्थानों पर कोविड सेंटर भी खोले जायेंगे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा भी पोहरी और मुंगावली में पेयजल की योजनाओं के शिलान्यास का 5 अप्रैल को बड़ा कार्यक्रम था, उसे कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए मैंने स्थगित कर दिया है। सम्पूर्ण प्रदेश में जहां-जहां संक्रमण है, हमारी कोशिश है कि कोई बड़े आयोजन न हों। 

Kolar News

Kolar News 3 April 2021

भोपाल। मप्र के भिंड जिले के लहार क्षेत्र के असनेट गांव में होली के मौके पर जहरीली शराब पीने के कारण हुई सात लोगों की मौत के मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक जांच दल घटनास्थल पर भेजने का निर्णय लिया है। अब यही जांच दल ग्वालियर में जहरीली शराब से हुई मौतों की भी जांच करेगी।   इस संबंध में गुरुवार को जानकारी देते हुए कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि ग्वालियर में ज़हरीली शराब से हुई दो लोगों की मौत व कुछ लोगों की आँखो की रोशनी जाने की दुखद घटना को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी ने गंभीरता से लेते हुए, भिंड में ज़हरीली शराब से हुई 7 लोगों की मौत की घटना की जाँच को लेकर गठित कांग्रेस नेताओ की कमेटी को ग्वालियर में ज़हरीली शराब से हुई मौतों की भी मौक़े पर जाकर जाँच कर रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजने के निर्देश दिये है। यह जांच दल मौके पर जाकर, पीडि़त परिवारों से मिलकर अपनी रिपोर्ट मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगा। जांच दल में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह, लाखन सिंह, रामनिवास रावत, अशोक सिंह, विधायक प्रवीण पाठक को शामिल किया गया है।   कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशानाइसके अलावा कमलनाथ ने ट्वीट कर भी प्रदेश में जहरीली शराब से हो रही घटनाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में शराब माफिय़ाओ का क़हर जारी, अब ग्वालियर में ज़हरीली शराब से दो लोगों की मौत, कुछ लोगों की आँखो की रोशनी कम हुई? उज्जैन, मुरैना, भिंड के बाद अब ग्वालियर में ज़हरीली शराब से मौतें....पता नहीं माफिया कब गढ़ेंगे, कब टंगेंगे, कब लटकेंगे?  

Kolar News

Kolar News 2 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प अनुसार रोजाना पौधारोपण करने का दौर लगातार जारी हैं। इसी क्रम में गुरुवार को उन्होंने स्मार्ट पार्क में सप्तपर्णी का पौधा लगाया। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से वृक्षारोपण करने की अपील की है।   सीएम शिवराज ने पौधारोपण करने के बाद जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में सप्तपर्णी का पौधा लगाया। सप्तपर्णी पीलिया, पुराने घावों और दुर्बलता को दूर करने के साथ अनेक रोगों से छुटकारा दिलाने में भी कारगर होता है। सीएम शिवराज ने इस अवसर पर जनता से आग्रह करते हुए कहा कि पेड़-पौधे मानव जीवन और धरती को समृद्ध एवं सुखद बनाते हैं। आइये, इस ध्येय हेतु पौधरोपण करें।

Kolar News

Kolar News 2 April 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार प्रात: स्मार्ट उद्यान में पौधा रोपण के अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि प्रदेश के जिन 4 स्थानों में संक्रमण अधिक है वहां राजधानी से दल रवाना किए गए हैं। इनमें खरगोन, बैतूल, छिंदवाड़ा और रतलाम शामिल हैं। इन जिलों में वरिष्ठ अधिकारी कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की व्यवस्थाओं को देखेंगे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिले छिंदवाड़ा में अधिक रोगी संख्या को देखते हुए संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए तीन दिन के लिए लॉक डाउन किया गया है। इसके अलावा प्रदेश में संडे का लॉकडाउन जिन शहरों में पूर्व में रहा है वहां यथावत रहेगा।   परिवार के स्तर पर मनाएं त्यौहारमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिस तरह नागरिकों ने "मेरी होली मेरे घर" के स्लोगन को चरितार्थ किया, उसी तरह आज रंग-पंचमी का त्यौहार एवं अन्य आगामी त्यौहार सादगी से परिवार के स्तर पर मनाएं जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी त्यौहार के जुलूस अथवा गेर का आयोजन नहीं होगा। सामूहिक रूप से पर्व त्यौहार नहीं मनाए जा रहे हैं, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संयम आवश्यक है। जहां अधिक संख्या में संक्रमित रोगी हैं वहां अस्पतालों में बेड संख्या भी बढ़ायी गई है। राज्य सरकार इस कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सभी के प्रयासों से हम संक्रमण पर नियंत्रण कर लेंगे।     वैक्सीनेशन अभियानसीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रैल से टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है। लगभग सभी जिलों ने लक्ष्य प्राप्त करने के प्रयास किए हैं। जनता से अपील है कि 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति कृपया प्राथमिकता पूर्वक टीका अवश्य लगवाएं, यह वेक्सीन संक्रमण से लडऩे की क्षमता विकसित करती है।   गाइड लाइन का पालन होमुख्यमंत्री ने अपील की कि अन्य सावधानियों जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाईजर के उपयोग के साथ ही नागरिकगण मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें जो संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रभावी माध्यम है। साथ ही सभी लोग कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन भी करें। जनसहयोग से ही इस महामारी को पूरी तरह रोकने में सफलता मिलेगी।

Kolar News

Kolar News 2 April 2021

भोपाल। मप्र सरकान ने 1 अप्रैल से शहर के लोगों को जलकर और कचरा शुल्क की दुगुनी राशि के साथ ही सीवरेज का नया टैक्स भी लाद दिया है। बढ़ती महंगाई में नगर निगम ने टैक्स में वृद्धि कर का विपक्ष के साथ ही भाजपा नेताओं ने भी विरोध किया है। वहीं अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी करों में वृद्धि किए जाने को लेकर सरकार पर आपदा को अवसर में बदलने का आरोप लगाया है।   कमलनाथ ने गुरुवार को एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की आपदा को भी शिवराज सरकार अवसर के रूप में लेने का काम कर रही है। शिवराज सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन कर आज 1 अप्रैल से प्रदेश के नगरीय निकायों में लगने वाले विभिन्न करों में मनमानी वृद्धि कर व नये कर थोप पर प्रदेश की जनता पर करो का भारी बोझ लादने का निर्णय गुपचुप तरीक़े से लिया गया है।   उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में जनता पहले से ही आर्थिक मंदी, बेरोजगारी से जूझ रही है। व्यापार-व्यवसाय चौपट हो चुके हैं, नौकरियां जा चुकी है और ऐसे भीषण संकट काल में भी शिवराज सरकार जनता को राहत प्रदान करने की बजाय उन पर करों का भारी बोझ लादने का तानाशाही भरा काम कर रही है।    कमलनाथ ने कहा कि आज आवश्यकता है कि जनता को महंगाई से राहत दिलाने के लिए उन पर लगने वाले करों में कमी की जाए, पहले से ही प्रदेश की जनता महंगाई से राहत दिलाने के लिये पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करों में कमी की मांग कर रही है, राहत व कमी के बजाय शिवराज सरकार ने अब नगरीय निकाय में लगने वाले करों में मनमानी वृद्धि कर जनता की कमर तोडऩे का काम किया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इससे जनता बेहद आक्रोशित है। सरकार अविलंब इस वृद्धि को वापस ले अन्यथा कांग्रेस करो की इस वृद्धि का पुरजोर विरोध करेगी और इसके खिलाफ सडक़ से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।

Kolar News

Kolar News 1 April 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को सीएम शिवराज ने गुजरात में खंभात की खाड़ी में नर्मदा के समुद्र में संगल स्थली पर दर्शन कर पूजा अर्चना की। इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी उनके साथ मौजूद रही।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा ‘त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे! आज का दिन हमारे जीवन का सौभाग्य का दिन है। नर्मदा मैया खंभात की खाड़ी में जहां समुद्र से मिलती हैं, वहां संगम पर मां नर्मदा के दर्शन किये। अमरकंटक से निकली हुई नर्मदा मैया मध्यप्रदेश और गुजरात की जीवनरेखा हैं। ये साक्षात हमारे लिए मां हैं। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा केवल जल नहीं देतीं, इनके जल से खेतों में फसलें लहलहाती हैं, हमें बिजली मिलती है। जिस मां रेवा के तट पर एक नहीं, अनेक साधु-संतों ने तपस्या करके मानवता को नया मार्गदर्शन दिया है, आज उस रेवा मैया के पवित्र संगम स्थल, जहां समुद्र से आकर मिली हैं, पर आकर हम धन्य हो गये।   सीएम शिवराज ने देश और प्रदेश के कोरोना मुक्त होने की कामना करते हुए कहा कि मां नर्मदा से यही प्रार्थना है कि हे मां सुख, समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि सबकी जिंदगी में आये। समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश का निर्माण हो, #AatmanirbharBharat बने, #COVID19 समाप्त हो और यहां से नदियों के संरक्षण व पर्यावरण को बचाने का संकल्प भी प्रबल हुआ है। मां नर्मदा से यही प्रार्थना है कि हमें ये सभी संकल्प पूरे करने का आशीर्वाद दें और हम इन्हें पूर्ण कर सकें। यही मैया के चरणों में प्रार्थना है। हर हर नर्मदे!

Kolar News

Kolar News 1 April 2021

दमोह। आने वाला चुनाव विशुद्ध रूप से विकास का चुनाव है। यह जनकल्याण और दमोह को आगे बढ़ाने का चुनाव है। भाजपा का लक्ष्य दमोह और प्रदेश का विकास है। हम वचन देते हैं कि इस क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रहने देंगे। इसलिए आप भी यह संकल्प लें कि पार्टी प्रत्याशी श्री राहुल सिंह को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह बात मंगलवार को दमोह में पार्टी प्रत्याशी राहुल सिंह द्वारा नामांकन जमा किए जाने के उपरांत आयोजित जनसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कही। सभा को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष  विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री जयंत मलैया, मंत्री गोपाल भार्गव,  भूपेन्द्र सिंह, डॉ. प्रभुराम चौधरी, भारत सिंह कुशवाह, बृजेन्द्र सिंह यादव एवं पार्टी प्रत्याशी राहूल सिंह ने भी सम्बोधित किया। इससे पहले पार्टी प्रत्याशी राहुल सिंह ने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष एवं अन्य नेताओं की उपस्थित में निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में अपना नामांकन जमा किया। सभा के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकेश नायक के भाई एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सतीश नायक ने सैकड़ों कांग्रेस नेताओं के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।   उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी कांग्रेस, 15 महीनों में प्रदेश को बर्बाद कर दियाः शिवराजसिंह चौहानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला था। हम चाहते तो उनकी सरकार तब भी नहीं बनती। लेकिन उनके पास हमसे 2-4 सीटें ज्यादा थीं। हमने जनमत का आदर किया और सरकार नहीं बनाई। उम्मीद थी 15 साल बाद कांग्रेस लौटी है, कुछ बेहतर काम करेगी। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने 15 महीनों में प्रदेश को बर्बाद कर दिया। कमलनाथ सरकार ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया। ठेकेदारों, दलालों से सेटिंग होने लगी। भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बनने लगे। प्रदेश में विकास ठप्प हो गया। जनकल्याण की योजनाएं बंद कर दी गईं।  विकास के जो काम, योजनाएं कांग्रेस ने बंद की, हमने सब चालू कर दियेमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार-सरकार में फर्क होता है। वो कहते थे पैसा नहीं है, मैं कहता हूं विकास के लिए पैसे की कमी नहीं है। चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार बताए कि उसने यहां विकास का कौन सा काम किया है? उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय से लगाकर कांग्रेस सरकार के 50 सालों तक दमोह जिले में सिर्फ 12 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होती थी। भाजपा की सरकारों ने 152 परियोजनाएं पूरी कीं और अब यहां 52 हजार हैक्टेयर में सिंचाई होती है। जिन परियोजनाओं का काम चालू है, उनके पूरा होने पर 70 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होने लगेगी। आने वाले सालों में हमारी कोशिश है कि यहां हर किसान के खेत में सिंचाई के लिए और हर घर में पीने के लिए पानी पहुंच जाए। चौहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने यहां विकास के जो काम बंद किये थे, हमने फिर चालू कर दिये। सैकड़ों कि.मी.लंबी सड़कें बन रही हैं। 47 कि.मी. लंबी बिजली की 33 के.वी. लाइन बिछाई जा रही है। ट्रांसफार्मर लगाएंगे और घर-घर बिजली पहुंचाएंगे। चौहान ने कहा कि मैं वचन देता हूं कि हमारी सरकार दमोह के विकास में कोई कमी नहीं रहने देगी।   भारतीय जनता पार्टी विकास की पर्यायः विष्णुदत्त शर्मासभा को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी विकास का पर्याय बनकर खड़ी है। 15 महीनों में दिग्विजय सिंह के इशारे पर चलने वाली कमलनाथ सरकार ने गरीब जनता के अधिकार छीन लिये थे। भाजपा की सरकार द्वारा किये गये विकास को अवरुद्ध करने का काम किया। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के प्रयासों से केन-बेतवा परियोजना की सौगात बुंदेलखण्ड को मिली है। यह परियोजना स्व. अटलबिहारी वाजपेयी जी का सपना थी, जिसे मुख्यमंत्री जी ने पूरा किया है, इसके लिए हम हृदय से उनके आभारी हैं।   कांग्रेस की विश्वसनीयता खत्म, नेतृत्व बीमारशर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का नेतृत्व अब थक गया है। कांग्रेस की हालात खराब हैं।  छल, झूठ और कपट के कारण उसकी विश्वसनीयता प्रदेश में खत्म हो गई है। कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी मानसिक तौर से बीमार हो गया है। अब देश में कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। श्री शर्मा ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस और कमलनाथ को आईना दिखा दिया है और बता दिया है कि वह भाजपा सरकार और उसके नेतृत्व के साथ खड़ी है। अब दमोह की जनता को कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील ठोंकना है।   कांग्रेस ने इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं कियाः प्रहलाद पटेलसभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल कहा कि दमोह विधानसभा उपचुनाव सिर्फ विकास का चुनाव है। इस क्षेत्र के विकास को लेकर हमारी सरकार ने कई सौगातें देने का काम किया है, जबकि कांग्रेस ने क्षेत्र के विकास लिए कुछ नही किया। उन्होंने जनता से अपील की कि क्षेत्र के विकास के लिए पार्टी प्रत्याशी राहुल सिंह को विजयी बनाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से लेकर निचले कार्यकर्ता तक भाषा की मर्यादा को तारतार करने का काम कर रहे हैं। उन्होने जनता से आग्रह करते हुए कहा कि यह चुनाव पार्टी प्रत्याशी नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी लड़ रही है इसलिए भारी मतो से पार्टी प्रत्याशी को जिताएं।

Kolar News

Kolar News 30 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में मंगलवार सुबह राजधानी भोपाल के स्मार्ट पार्क में चांदनी का पौधा लगाया। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से पौधरोपण की अपील भी की।   मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि -‘ आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में चांदनी का पौधा लगाया। चांदनी के फूलों के साथ पत्तियों, छालों, जड़ों से अनेक औषधियां तैयार होती हैं, जो आंखों, दांतों व पेट दर्द से मुक्ति के अलावा अनेक रोगों में लाभकारी होती हैं। पौधे रोपिये, समर्थ व खुशहाल भविष्य का निर्माण होगा।’

Kolar News

Kolar News 30 March 2021

दमोह। मध्यप्रदेश की दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार राहुल सिंह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्ट्रेट स्थित रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव समेत अन्य पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे।   गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले दमोह सीट से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने विधायकी के साथ ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। इसीलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। इस सीट पर उप चुनाव के लिए आगामी 17 अप्रैल को मतदान होना है। राहुल सिंह लोधी इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके सामने कांग्रेस ने पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है।    भाजपा उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा विकास और जनकल्याण के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के सवा साल के शासनकाल में विकास ठप हो गया था और जनकल्याण बाधित हो गया था। केवल विकास ही नहीं रोका गया, एक-एक योजना बंद कर दी गई। जब जनता ठगा हुआ महसूस करने लगी तो राहुल लोधी जी को लगा कि ऐसी विधायकी का क्या फायदा! उन्होंने कहा कि दमोह में मेडिकल कॉलेज के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा थी कांग्रेस और कमलनाथ जी, जबकि राहुल लोधी ने कहा कि उन्हें दमोह का विकास चाहिए और मेडिकल कॉलेज चाहिए। भाजपा विकास के लिए समर्पित है। राहुल जी ने अपना करियर दांव पर लगाया दमोह के विकास के लिए और वे सब छोडक़र हमारे साथ आये। पूर्व में जयंत मलैया जी के  नेतृत्व में दमोह का विकास हुआ। एक बार फिर भाजपा की सरकार बनी और दमोह में विकास की गंगा बही। 

Kolar News

Kolar News 30 March 2021

दमोह। जिले की पथरिया विधानसभा से बसपा विधायक रामबाई सिंह परिहार के पति गोविंद सिंह परिहार का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में गोविंदसिंह 27 मार्च की सुबह पांच बजे भिंड जिले के किसी पुलिस थाने में सरेंडर करने की बात कह रहे हैं। लेकिन इसके 24 घंटे बाद यानी रविवार सुबह तक भी दमोह पुलिस को सरेंडर के बारे में कोई जानकारी नहीं है।  इससे जाहिर हो रहा है कि आरोपित द्वारा वीडियो केवल दिखावे के लिए जारी किया गया है, क्योंकि यदि उसने सरेंडर किया होता तो अभी तक इसकी सूचना दमोह पुलिस को मिल जाती।   करीब 2 महीने पहले देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में हटा न्यायालय ने विधायक पति का नाम फिर से एफआइआर में शामिल कर उसे आरोपित माना था और उसके बाद से ही आरोपित गोविंद सिंह फरार चल रहा है। पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है, वहीं सुप्रीम कोर्ट भी प्रदेश के डीजीपी और सरकार को दो बार फटकार लगा चुकी है। ऐसे में आरोपित की गिरफ्तारी आवश्यक है। अब वायरल वीडियो की सत्यता के संबंध में दमोह पुलिस जांच कर रही है।   वीडियो में कहा-मैं निर्दोष हूं आरोपित गोविंद सिंह द्वारा जारी वीडियो में वह कह रहा है कि उसकी पत्नी विधायक रामबाई ने मीडिया के माध्यम से उसे सरेंडर करने की अपील की थी इसलिए वह भिंड जिले के किसी भी थाना क्षेत्र में सरेंडर करने जा रहा है। वीडियो में उसने यह भी बताया है कि 27 मार्च की सुबह 5 बजे उसने यह वीडियो बनाया है और उसके बाद वह सरेंडर करने के लिए रवाना हो रहा है। इस वीडियो में उसने खुद को निर्दोष भी बताया है और उसका कहना है कि वह पूरी तरह निर्दोष है और यदि वह दोषी साबित होता है तो उसे चौराहे पर फांसी पर लटका दिया जाए।   इधर, दमोह पुलिस ने गोविंदसिंह के सरेंडर की जानकारी से इंकार किया है। जिले के एडिशनल एसपी शिव कुमार सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो उन्होंने भी देखे हैं। आरोपित ने भिंड क्षेत्र के किस थाना में गिरफ्तारी दी है वह इसकी जानकारी जुटा रहे हैं,  लेकिन अभी तक उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं आई है। उन्होंने कहा कि भिंड पुलिस से लगातार संपर्क बना हुआ है।

Kolar News

Kolar News 28 March 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अपने संकल्प अनुसार रोजाना पौधारोपण करने का दौर जारी है। इसी क्रम में रविवार को सीएम शिवराज ने स्मार्ट पार्क पहुंचकर आम का पौधा लगाया। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से होली पर्व पर पौधा रोपण करने का आग्रह किया है।   सीएम शिवराज ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी और तस्वीरें साझा की है। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने जनता से होली पर एक पौधा अवश्य लगाने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में मैंने आम का पौधा लगाया है। कल होली का त्योहार है। मैं चाहता हूँ कि आप सभी कल एक पौधा ज़रूर लगाएँ और रंगों और खुशियों के इस त्योहार को सार्थक बनाएँ।   सीएम ने बताई आम के पेड़ की उपयोगितासीएम शिवराज ने पौधारोपण करने के बाद आम के पेड़ की उपयोगिता बताते हुए कहा ‘आम का फल, इसकी पेड़ की छाल विशिष्ट औषधियों से परिपूर्ण होती हैं। मांगलिक अवसरों पर घरों में द्वार पर आम की पत्तियों की सज्जा की जाती है। पत्ती सरल, लम्बी एवं भाले के समान होती है। फूल छोटे-छोटे एवं समूह में रहते हैं, जिसे मंजरी कहते हैं। उन्होंने कहा कि आम भारत का सर्वसुलभ और हर प्रांत में आसानी से लगाया जा सकने वाला फल है। इसके स्वाद, सुवास और रंग-रूप के कारण आम को फलों का राजा कहा जाता है। मध्यप्रदेश में अलीराजपुर का नूरजहां, रीवा के सुंदरजा सहित आम्रपाली, मल्लिका, गाजरिया, दहीयड़ जैसी कुछ स्थानीय किस्में हैं।

Kolar News

Kolar News 28 March 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश वासियों को होली की शुभकामनाएं दी है। अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि होली का यह पावन पर्व हम सभी के जीवन को खुशियों से रंग दे, हम सभी मिल जुलकर, प्रेम-स्नेह-भाई चारे व पूर्ण हर्षोल्लास के साथ प्रति वर्ष होली का यह पर्व मनाते हैं। रंगों का यह त्यौहार हमें आपसी वैमनस्य, गिले-शिकवे भूलकर प्रेम-आत्मीयता का संदेश देता है।   कमलनाथ ने आगे कहा कि इस वर्ष होली के इस पावन पर्व के अवसर पर हम कोरोना महामारी के भीषण संकट काल से गुजर रहे हैं, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर प्रारंभ हो चुकी है। प्रदेश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं, इसलिए आज आवश्यकता है कि हम सभी अपने घरों में ही रह कर, अपनों के बीच इस पर्व को मनाये। इन परिस्थितियों में हमें जागरूक रहकर अपने उत्साह व उमंग पर नियंत्रण रखना होगा। कमलनाथ ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि कोरना की गाइडलाइन व नियमों का पालन करते हुए हम सभी इस पर्व को मनाये क्योंकि सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। मैं एक बार फिर सभी प्रदेशवासियों को रंगो के इस त्यौहार होली की शुभकामनाएं देता हूँ और ईश्वर से सभी के स्वस्थ रहने की कामना करता हूँ, साथ ही उम्मीद करता हूँ कि जल्द ही इस महामारी से हम सभी को मुक्ति मिलेगी।

Kolar News

Kolar News 28 March 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य सरकार के बार संचालकों को मदिरा के दोगुना भंडारण की छूट देने के फैसले पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा है कि शराबबंदी-नशाबंदी की बात सिर्फ जुमला बनकर रह गयी है।    पूर्व सीएम कमलनाथ ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से कहा है कि -‘शिवराज जी बाते भले नशाबंदी-शराबबंदी की खूब करें, लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है? शिवराज जी की सरकार ने अब फैसला लिया है कि बार संचालक अब मदिरा का दोगुना भंडारण कर सकेंगे, प्रदेश में होटल अब बार के अलावा परिसर में भी शराब परोस सकेंगे...।’ उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है कि -‘रेस्टारेंट-बार-होटल-क्लब अब नाममात्र का शुल्क देकर रात दो बजे तक शराब परोस सकेंगे। शराबबंदी-नशाबंदी की बात सिर्फ जुमला बन कर रह गयी है। इन फैसलों से शिवराज सरकार का शराब प्रेम जगजाहिर हो रहा है?

Kolar News

Kolar News 25 March 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम खराब होने के चलते समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीदी स्थगित कर दी गई है, जो अब 27 मार्च से शुरू होने जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से अपील की है कि उचित दाम मिलने पर ही वे अपनी उपज बाहर बेचें।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा कि -‘पिछले दिनों हुई बारिश के कारण मध्यप्रदेश में किसानों की फसलों की खरीदी रुकी हुई थी। 27 मार्च से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारम्भ की जा रही है। मैं किसानों को आश्वस्त करता हूँ, कि यदि उचित दाम मिलें, तो ही बाहर बेचें, समर्थन मूल्य पर आप सभी के उत्पाद सरकार खरीदेगी।’   गौरतलब है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार मप्र में गेहूं, चना, मसूर, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी 22 मार्च 2021 से शुरू होनी थी, लेकिन बारिश, ओलावृष्टि और आंधी तूफान जैसी अपरिहार्य स्थितियों के कारण शासन द्वारा गेहूं, चना, मसूर, सरसों की खरीदी तिथि को आगे बढ़ा दिया गया था। किसानों से कहा गया था कि जिन किसान भाइयों को फसल बेचने के लिए एसएमएस प्राप्त हो चुके हैं उनको पुन: नवीन तारीख का एसएमएस प्राप्त होगा। 

Kolar News

Kolar News 25 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में गुरुवार को भोपाल के स्मार्ट सिटी रोड स्थित स्मार्ट पार्क में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। इस दौरान उन्होंने सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि साल में एक पौधा अवश्य लगाएं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट पर इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि -‘आज भोपाल के स्मार्ट सिटी रोड स्थित स्मार्ट पार्क में सबके लिए कल्याणकारी, भगवान शिव को समर्पित रुद्राक्ष का पौधा लगाया है। भगवान शिव सभी का कल्याण करें, उनसे यही प्रार्थना है। सभी नागरिकों से एक ही अनुरोध है, साल में एक पौधा अवश्य लगाएं।’

Kolar News

Kolar News 25 March 2021

भोपाल।राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेशवासियों से लगातार सहयोग की अपील कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने एक बार प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि आपके सहयोग से ही कोरोना को हराया जा सकता है। मध्यप्रदेश से कोविड-19 को समाप्त करने के लिए आप संकल्प लें कि मास्क की सुरक्षा अपनाने सहित सभी सावधानियों का पालन करेंगे और अन्य लोगों को भी प्रेरित करेंगे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट के माध्यम से प्रदेशवासियों को कोरोना को हराने का संकल्प दिलाया है। उन्होंने कहा है कि- ‘सभी संकल्प लें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाऊंगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए परस्पर दो गज की दूरी रखूंगा और बार-बार हाथों को साफ करूंगा। मैं आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलूंगा और जब भी बाहर निकलूंगा, कोविड-19 से बचाव के सभी सुरक्षा उपायों का पालन करुंगा। कोरोना से इस लड़ाई में अन्य लोगों की भी सावधानी बरतने के लिए प्रेरित करूंगा।

Kolar News

Kolar News 24 March 2021

भोपाल। प्रदेश के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बुधवार को होशंगाबाद रॉड स्थिति आईएसबीटी में यात्री बसों का औचक निरीक्षण कर यात्रियों को कोरोना के प्रति जागरूक करते हुए मास्क पहनाया तथा हमेशा मास्क पहनकर यात्रा करने के लिये समझाइश दी।   उन्होंने बताया कि एक हफ्ते पहले मैंने परिवहन आयुक्त को निर्देश दिए थे कि सभी यात्री बसों में यात्री और वाहन चालक मास्क लगाकर ही यात्रा करें। प्रदेश में मेरा मास्क मेरी सुरक्षा अभियान चल रहा है। उसी तारतम्य में आज मैंने यात्री बसों का निरीक्षण किया और मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि लगभग 99 प्रतिशत वाहनों में वाहन चालक सहित यात्री मास्क लगाए नजर आए। कोरोना जैसी महामारी हमारे मध्यप्रदेश में पांव पसार रही है, इसलिए यात्रियों में परिवहन मंत्री होने के नाते जागरूकता फैलाना मेरा कर्तव्य है।   मंत्री राजपूत ने कहा कि अब मैं प्रदेश के विभिन्न जिलों में इसी तरह का औचक निरीक्षण करूंगा। यदि यात्री बसों में बिना मास्क के यात्री पाए जाएंगे तो बस मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री होने के नाते नागरिकों और वाहन चालकों को जागरूक कर रहा हूं और हमारे विभाग के अफसर भी मैदानी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएंगे। मेरी सुरक्षा मेरा मास्क अभियान प्रदेश में चल रहा है। सीएम स्वयं सडक़ों पर उतरे हैं, हम सभी मंत्रियों का भी दायित्व है कि हम मैदानी स्तर पर लोगों के बीच में जाकर उन्हें जागरूक करें।

Kolar News

Kolar News 24 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सोमवार को मंत्रालय में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स के सदस्यों के साथ कोविड19 को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में अपर व मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोरोना इंदौर से 27 प्रतिशत और भोपाल से 25 प्रतिशत केस आ रहे।   बैठक में सीएम शिवराज ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी मास्क लगाएँ, साथ ही इसे लेकर जनता को जागरुक करने हेतु सोशल मीडिया पर 'मेरा मास्क मेरी सुरक्षा' स्लोगन के साथ पोस्ट भी करें। जन जागरण अभियान ज़ोर-शोर से चलाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को सुबह 11 बजे और शाम 7 बजे मास्क लगाने की समझाइश दें। जिन्होंने मास्क नहीं लगाए, उन्हें रोकें और टोकें। इसके अलावा समस्त धर्मगुरु, सामाजिक संगठन, एनएसएस और एनसीसी के कार्यकर्ता सक्रिय रूप से जनता से सभी गाइडलाइंस का पालन करने हेतु आग्रह करें। विधायक, सांसद नागरिकों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। सामाजिक संगठन सक्रिय हों, एन एस एस,एन सी सी के कार्यकर्ता जुटें।   होली त्यौहार के मद्देनजर सीएम शिवराज ने निर्देश देते हुए कहा कि 'मेरी होली मेरे घर' इस बार घर पर ही सभी नागरिक होली का त्योहार मनाएँ। क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप यह सुनिश्चित करें कि मेलों और भीड़-भाड़ वाला आयोजन न हो। कोविड19 की रफ्तार को थामना बहुत ज़रूरी है। हमारी कोशिश रहेगी कि कोरोना  की रफ्तार थम जाए, लॉक डाउन न लगाना पड़े। सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र से लगे जिले विशेष सतर्कता रखें। सीएम ने कहा सभी जिले मास्क आपूर्ति के लिए स्व सहायता समूहों से बनवाएं। अशोक नगर जिले का होली अवसर पर होने वाला करीला मेला स्थगित रहेगा।   बैठक में रतलाम से बताया गया कि राजस्थान, गुजरात सीमाओं के कारण सतर्कता की जा रही। वहीं निवाड़ी से बताया गया कि नजदीक के उत्तर प्रदेश के नगर झांसी में काफी रोगी आ रहे, इसलिए सावधानी बरती जा रही है।

Kolar News

Kolar News 22 March 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में विश्व जल दिवस के अवसर पर सोमवार को केन-बेतवा लिंक परियोजना को लेकर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बीच समझौता हो गया है। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। केन- बेतवा परियोजना समझौता पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सवाल उठाए हैं।   कमलनाथ ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर परियोजना समझौता पर सवाल खड़े किए हैं, साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर मोदी सरकार के दबाव में आकर अनुबंध की शर्तों के विपरीत झुककर समझौता करने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘वर्षों से लंबित केन-बेतवा लिंक परियोजना का एमओयू हस्ताक्षर होना स्वागत योग्य, इस परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र का विकास होगा लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार के दबाव में शिवराज सरकार ने अनुबंध की शर्तों के विपरीत कई मुद्दों पर झुककर प्रदेश के हितो के साथ समझौता किया है। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2005 से हुई थी, 2008 में इसका खाका तैयार हुआ था, वर्षों से यह परियोजना लंबित थी। वर्ष 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस परियोजना के अमल को लेकर केंद्र सरकार को निर्देश दिए थे। इस परियोजना में तय अनुबंध  की शर्तों के विपरीत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पानी के बंटवारे लेकर मुख्य विवाद था।   कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश रबी सीजन के लिए 700 एमसीएम पानी उत्तप्रदेश को देने पर सहमत था लेकिन उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा अधिक मात्रा में पानी देने का दबाव बनाया जा रहा था, जबकि इस परियोजना से हमारे प्रदेश के कई गाँव, जंगल डूब रहे हैं। डूबत क्षेत्र के कई गाँवो का विस्थापन हमें करना पड़ेगा, पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र की 5500 हेक्टेयर जमीन सहित करीब 9 हज़ार हेक्टेयर जमीन डूब में आ रही है। हमारा बड़ा क्षेत्र डूब रहा है, कुछ पर्यावरण आपत्तियाँ भी थी, इस परियोजना से उत्तरप्रदेश को मध्यप्रदेश के मुक़ाबले अधिक लाभ होना है, इसलिये वर्षों से कई मुद्दों पर हमारी आपत्ति थी। लेकिन शिवराज सरकार ने मोदी सरकार के दबाव में कई मुद्दों पर झुककर प्रदेश के हितो के साथ समझौता किया है, प्रदेश हित के मुद्दों की अनदेखी की है।   कमलनाथ ने मांग करते हुए कहा कि शिवराज सरकार को इस परियोजना को लेकर प्रारंभ में तय अनुबंधों की शर्तों, विवाद के प्रमुख बिंदुओं, इस परियोजना में मध्यप्रदेश के हितों की अनदेखी, नुक़सान पर ली गयी आपत्तियों व वर्तमान एमओयू में तय शर्तों की जानकारी सार्वजनिक कर प्रदेश की जनता को वास्तविकता बताना चाहिये।

Kolar News

Kolar News 22 March 2021

भोपाल। रोजाना एक पौधा लगाने के अपने संकल्प के क्रम में रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी पार्क में पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम का पौधा लगाते हुए जनता से भी अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का आग्रह किया।सीएम शिवराज ने स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण करने के बाद ट्वीट पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि ‘आज भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में आम का पौधा लगाया। 'आम के आम गुठलियों के दाम' की कहावत आपने भी सुनी होगी। यह सत्य है कि आम का फल, पेड़ की छाल, इसकी पत्तियां सभी विशिष्ट औषधीय गुणों से भरी होती हैं। आपसे भी पौधे लगाने और धरती को हरा-भरा बनाने का आग्रह करता हूं।

Kolar News

Kolar News 21 March 2021

भोपाल। छतरपुर में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष की मौत मामले में सियासत गर्माती जा रही है। पूर्व सीएम और कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज पर इस विषय में बात करने के लिए समय नहीं देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि हत्या के गवाहों को जान से मारने की धमकी मिल रही है और शिवराज सरकार पूरे मामले पर मौन है।   दिग्विजय सिंह ने रविवार सुबह एक के बाद लगातार कई ट्वीट कर पूरे मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘मप्र के ग्राम पटिया बड़ा मलहरा जिला छतरपुर में कांंग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष इंद्र प्रताप परमार की 16 मार्च को हत्या की गई। मैं उनके परिवार से मिलने गया था। इसी ग्राम में इनके बड़े भाई भागवत सिंह व रखुआ अहिरवार की भी हत्या इन्हीं लोगों ने कर दी थी। उन दोनों परिवारों पर व उनकी छोटी छोटी बच्चियों पर क्या गुजऱ रही है मुझसे देखा नहीं गया।    उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज भी अपराधियों का पूरे क्षेत्र में आतंक है। प्रभावशाली भाजपा के नेताओं के संरक्षण 5 साल से फरारी काट रहे थे। छतरपुर में मुझे बताया गया 300 अपराधी कई वर्षों से फऱार हैं। शिवराज सरकार मौन है। पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे एसपी साहब ने सूचित किया है, इमरत हरचंदा व रामकृपाल पकड़े गए हैं लेकिन हाकिम मोरपाल व हरदेव जिनका ग्राम में भारी आतंक है वे अभी भी नहीं पकड़े गए। इन फरारी लोगों की फसलें पुलिस संरक्षण में काटी जा रही हैं। जबकि भागवत की हत्या में गवाह देने वालों को आज भी धमकियाँ मिल रही हैं।   उन्होंने प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा पटिया के रखुआ अहिरवार की हत्या व नरवर अहिरवार की नाक काट दी गई। शासन की नीति के अंतर्गत जिला प्रशासन से आज तक उनके परिवारों को कोई मुआवज़ा नहीं मिला है। ऐसे अ़क्षम प्रशासन पर क्या कार्रवाई नहीं हो सकती? क्या उन पर अजा अजजा अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई नहीं हो सकती?   दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि 18 मार्च से मैं व कमलनाथ जी, मुख्यमंत्री जी से बात करना चाह रहे हैं लेकिन उनके पास हम लोगों से बात करने के लिए भी समय नहीं हैं। जश्न मनाने के लिए समय है लेकिन दो पूर्व मुख्यमंत्रियों से फ़ोन पर भी बात करने के लिए समय नहीं है। यह है "शवराज का जंगलराज"।

Kolar News

Kolar News 21 March 2021

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मोयना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व क्रिकेटर अशोक डिंडा के समर्थन में रैली करने पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ममता बनर्जी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि टीएमसी का एक और मतलब टेरर (आतंक), मर्डर (हत्या) और करप्शन (भ्रष्टाचार) भी है।    शिवराज सिंह चौहान ने ममता बनर्जी को दीदी कहे जाने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए दीदी के ‘डी’ का अर्थ ‘डिक्टेटर’ यानी तानाशाह है, जो वो हैं। ‘आई’ का मतलब ‘इनसेंसटिव’ यानी लोगों के प्रति असंवेदनशील होना है। ‘डी’ का अर्थ ‘डीड ऑफ स्प्रेडिंग फियर’ यानी भय फैलाने का काम करना और ‘आई’ का अर्थ ‘इनकंपिटेंट सीएम’ यानी अयोग्य सीएम है। चौहान ने कहा कि ‌‌1906 में अंग्रेजों ने पश्चिम बंगाल को विभाजित किया और अब आपने सोनार बांग्ला को हिंदुओं और मुस्लिमों में विभाजित किया है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जब दो मई को दीदी जाएंगी, तो टीएमसी के गुंडों को सबक सिखाया जाएगा। भाजपा इस जंगल राज को जारी नहीं रखने देगी। पश्चिम बंगाल को बर्बाद कर दिया गया है।   शिवराज सिंह चौहान ने ममता बनर्जी के घायल होने और व्हीलचेयर पर चुनाव प्रचार करने पर भी तंज कसते हुए कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्ता में काबिज में टीएमसी का मुद्दा “टांग में चोट” है। टीएमसी बंगाल के विकास की कोई बात नहीं करती। सहानुभूति के लिए दीदी व्हीलचेयर पर घूम रही हैं। टांग में चोट का असर उनके दिमाग पर हो गया है। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों ने ममता बनर्जी को पहचान लिया है और इस बार 200 से अधिक सीटें देकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएगी। 

Kolar News

Kolar News 19 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर में नीम का पौधा लगाया। नीम के पौधे के औषधीय गुण हैं। यह संक्रमण दूर करता है। दंत रोगों के उपचार में इसका उपयोग है। नीम की पत्तियों को सुखाकर विभिन्न औषधियां तैयार की जाती हैं।   नीम के औषधीय गुण एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधिके रूप में जाना जाता है। नीम स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत के समान होते हैं।   चिकित्सा शास्त्रियों के अनुसारविषैले कीटों के काट लेने पर नीम के पत्तों को महीन पीस कर काटे गए स्थान पर उसका लेप करने से राहत मिलती है और जहर भी नहीं फैलता। किसी प्रकार का घाव हो जाने पर भी नीम के पत्तों का लेप लगाने से काफी लाभ मिलता है। जैतून के तेल के साथ नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर लगाने से नासूर भी ठीक हो जाता है। दाद या खुजली की समस्याएँ होने पर, नीम की पत्तियों को दही के साथ पीस कर लगाने पर काफी जल्दी लाभ होता है।  गुर्दे में पथरी होने की स्थिति में नीम के पत्तों की राख को 2 ग्राम लेकर, प्रतिदिन पानी के साथ लेने पर पथरी गलने लगती है और मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाती है।   मलेरिया बुखार होने की स्थिति में नीम की छाल को पानी में उबालकर, उसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को दिन में तीन बार, दो बड़े चम्मच भरकर पीने से बुखार ठीक होता है और कमजोरी भी ठीक होती है।    नीम के तेल का प्रयोग करना त्वचा रोग के लिए लाभकारी होता है। नीम के तेल में थोड़ा सा कपूर मिलाकर शरीर पर मालिश करने से त्वचा रोग ठीक हो जाते हैं। नीम के डंठल में, खाँसी, बवासीर, प्रमेह और पेट में होने वाले कीड़ों को खत्म करने के गुण होते हैं। इसे प्रतिदिन चबाने या फिर उबालकर  पीने से लाभ होता है।  सिरदर्द, दांत दर्द, हाथ-पैर दर्द और सीने में दर्द की समस्या होने पर नीम के तेल की मालिश से काफी लाभ मिलता है। इसके फल निमौरी का उपयोग कफ और कृमिनाशक के रूप में किया जाता है।    नीम के दातुन से दांत मजबूत होते हैं और पायरिया की बीमारी भी समाप्त होती है। नीम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर उससे कुल्ला करने पर दाँत व मसूढ़े स्वस्थ रहते हैं। मुँह से दुर्गंध भी नहीं आती। चेहरे पर कील-मुहाँसे होने पर नीम की छाल को पानी में घिसकर लगाने से फायदा होता है।

Kolar News

Kolar News 19 March 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां नये संक्रमितों का आंकड़ा 900 के पार पहुंच गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए प्रधानमंत्री जी के "दवाई भी और कड़ाई भी" के संदेश को अपनी जीवनचर्या में शामिल करें। सभी पात्र व्यक्ति वैक्सीन लगवाएं और कोरोना से बचाव के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से जारी आमजन के नाम संदेश में कहा है कि आप सभी के सहयोग और प्रयासों से पहले भी मध्यप्रदेश में कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रण पाने में हमें सफलता मिल चुकी है। कोरोना को हराने के लिएसभी पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन लगवानी चाहिए। कोरोना से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों के पालन के साथ-साथ मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने और स्वच्छता का कड़ाई से पालन करने सहित सभी सावधानिया बरतनी जरूरी हैं।

Kolar News

Kolar News 19 March 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्मयंत्री शिवराज सिंह चौहान का रोजाना एक पौधा रोपने का सिलसिला निरंतर जारी है। अपने इसी वचन के क्रम में गुरुवार को सीएम शिवराज ने स्मार्ट सिटी पार्क में करंज का पौधा रोपा।   पौधा रोपण करने के बाद सीएम शिवराज ने ट्वीट पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि पेड़ जीवन है! हम केवल पौधा नहीं, बल्कि जीवन रोप रहे हैं और बाकी लोगों के जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। पौधरोपण करने में जो आनंद है, वह अद्भुत है। मुझे ऐसा लगता है कि मैं खुशियाँ रोप रहा हूँ। आज मैंने भोपाल स्थित स्मार्ट पार्क में करंज का पौधा लगाया।

Kolar News

Kolar News 18 March 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लगातार लिए जा रहे कर्ज को लेकर कांग्रेस आक्रामक हो गई और खूब बयानबाजी कर रही है। कांग्रेस के आरोपों पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार विकास कार्यों के लिए ऋण लेती है। कांग्रेस की तरह आइफा का आयोजन कराने के लिए नहीं?   गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि वर्तमान वित्तीय स्थिति और कोरोना संक्रमण काल में भी विकास प्रभावित ना हो इसलिए हम कर्ज ले रहे हैं ना कि आईफा अवार्ड जैसी गतिविधियां करने के लिए।   उमंग सिंगार पर कसा तंजआदिवासियों को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता उमंग सिंगार के बयान पर मंत्री मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नेता उमंग सिंघार जी को समझना चाहिए कि सभी आदिवासी भाई हिंदू समाज का अभिन्न अंग हैं और रहेंगे। दरअसल सत्ता के लिए समाज को बांटना कांग्रेस की नीति रही है, जिसे देश की समझदार जनता नकार चुकी है। उन्होंने कहा कि हिंदू एक व्यापक शब्द है इसमें सब समाहित हो जाते हैं। जैसे ही हिंदू की बात आती है तो कांग्रेस के लिए तुष्टीकरण करना मुश्किल हो जाता है इसीलिए वह जातियों में बांटने की बात करती है।   देश को पीएम मोदी पर भरोसाइसके अलावा मंत्री मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार के हर अच्छे काम का विरोध करना कांग्रेस ही नहीं संपूर्ण विपक्ष का शगल बन गया है। लेकिन देश की जनता ने दिखा दिया कि उसे कोरोना की वैक्सीन से ज्यादा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सबल और सक्षम नेतृत्व पर भरोसा है।   ममता बेनर्जी पर साधा निशानापश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर ममता बेनर्जी पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि बंगाल में टीएमसी के घोषणा पत्र से साफ हो गया कि वहां 10 साल तक शासन करने के बाद भी ममता बेनर्जी सरकार ने कुछ नहीं किया। अब चुनाव में उन्हें गरीब, किसान और बेरोजगारों की याद आ रही है। ममता दीदी आप तो यह बताओ कि लॉकडाउन में केंद्र से गरीबों के लिए भेजा गया राशन कौन खा गया? आपने किसानों को सम्मान निधि का पैसा क्यों नहीं मिलने दिया?

Kolar News

Kolar News 18 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। अगर जरूरी हुआ, तो सरकार इसे रोकने और जनता की भलाई के लिए सख्त कदम उठाएगी।   गुरुवार को राजधानी के स्मार्ट पार्क में पौधारोपण करने के उपरांत मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश के लोगों को संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मेरे प्रिय प्रदेशवासियों, कोविड-19 से हमें डरने की जरूरत नहीं है, बस सावधान रहने की जरूरत है। हमें आप सभी का सहयोग चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा और महत्वपूर्ण निर्णय लूंगा। उन्होंने कहा कि जनता की भलाई के लिए यदि हमें सख्त कदम उठाने पड़े, तो वो भी उठाए जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 18 March 2021

भोपाल। मप्र कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्य मानक अग्रवाल ने अपने पार्टी से छह साल के निष्कासन को अवैध बताया है। उन्होंने इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।    मानक अग्रवाल ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में अपने निष्कासन को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर षडय़ंत्र करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ प्रदेश में कांग्रेस को समाप्त करना चाहते हैं। वे (कमलनाथ) उनके खिलाफ षडय़ंत्र कर रहे हैं। अग्रवाल का कहना है कि एआईसीसी सदस्य पर मध्यप्रदेश की अनुशासन समिति कार्रवाई नहीं कर सकती। इस समिति को यह कार्रवाई करने का अधिकार ही नहीं है। वे इस मामले में एआईसीसी में अपनी बात रखेंगे।   गौरतलब है कि गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल करने के खिलाफ मानक अग्रवाल ने कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। अग्रवाल ने कहा था कि कमलनाथ जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी जी की विचारधारा के साथ। गोडसे समर्थक को पार्टी में शामिल करना और जिस तरीके से उन्होंने अडानी और अंबानी की तारीफ पिछले दिनों की थी, उससे यह स्पष्ट होता है कि वह हमेशा से पार्टी की विचारधारा के विपरीत चल रहे हैं।   मप्र कांग्रेस की अनुशासन समिति ने सोमवार को हुई बैठक में अग्रवाल के इस बयान को पार्टी की रीति-नीति के खिलाफ और उनकी कार्यशैली को अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना और उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया। इसके बाद संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने इस संबंध में आदेश जारी किया।

Kolar News

Kolar News 15 March 2021

भोपाल। भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान को कोरोना वैक्सीन देने पर राजनीति शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान को कोरोना वैक्सीन देने को लेकर ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। वहीं उनके ट्वीट पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि दिग्विजय सिंह मुसलमानों को बरगलाना चाहते हैं। इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान को वैक्सीन देने पर उंगली उठाकर दिग्विजय सिंह जी देश के मुस्लिमों को बरगलाना चाहते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 'विश्व गुरु' के रूप में भारत के बढ़ते कदम नहीं सुहा रहे हैं। भाजपा मुस्लिमों की नहीं आतंकवाद की मानसिकता की विरोधी है। मंत्री मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि उनके मन में गोडसे और मुंह में गांधी रहते हैं। मंत्री मिश्रा ने आगे कहा कि वैक्सीन सिर्फ पाकिस्तान को नहीं 65 देशों को दे रहे। इस पहल पर आज भारत की तारीफ हो रही है। आज हर देश मोदी के कुशल नेतृत्व की तारीफ कर रही हैं।   कांग्रेस के वचन पत्र पर साधा निशानावहीं नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव के लिए वचन पत्र की बात करने से पहले विधानसभा चुनाव में की गईं घोषणाओं का हिसाब तो जनता को बताए। उसने प्रदेश के किसानों और युवाओं से जो वादे किए थे उनका क्या हुआ? वैसे ये जो पब्लिक है सब जानती है...!   ममता दीदी राजनीतिक पाखंड कर रहीइस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ममता बनर्जी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि दीदी का पांव टूटा था या प्लास्टर झूठा था। ममता बेनर्जी दीदी, आपके उस डॉक्टर की पूरे देश को जरूरत है जिसने 24 घंटे में आपके पैर की टूटी हड्डी जोड़ दी। प्लास्टर उतारकर क्रेप बैंडेज बांध दिया। उस डॉक्टर से देश के सभी डॉक्टरों का मार्गदर्शन जरूर कराइए। ममता बेनर्जी अब खुद को घायल बाघिन बताकर किसे डराना चाह रही हैं? वे बंगाल में भाजपा के 134 कार्यकर्ताओं को पहले ही शहीद करा चुकी हैं। क्या अब आदमखोर होने का संकेत दे रही हैं।

Kolar News

Kolar News 15 March 2021

भोपाल। प्रतिदिन एक पौधा लगाने के अपने संकल्प को आगे बढ़ाते हुए आज सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में गूलर का पौधा लगाया। इस मौके पर उन्होंने गूलर के लाभ बताते हुए लोगों से पौधारोपण करने और धरा को समृद्ध बनाने की अपील की।   मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर पौधारोपण की जानकारी साझा करते हुए कहा ‘आज मैंने स्मार्ट सिटी रोड पर स्मार्ट पार्क में गूलर का पौधा लगाया है। रक्तस्राव रोकने, डायबिटीज तथा शरीर की जलन व पुराने घाव को ठीक करने में गूलर बहुत उपयोगी माना जाता है। प्रदेशवासियों से अपील कि साल में एक बार किसी भी शुभ अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगायें।

Kolar News

Kolar News 15 March 2021

भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोजाना एक पौधा लगाने के अपने वचन के क्रम में रविवार सुबह परिजात का पौधा रोपा। सीएम शिवराज ने स्मार्ट सिटी पार्क में पहुंचकर परिजात का पौधा लगाया।   पौधा रोपण करने के बाद सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि ‘आज पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में मैंने स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में पारिजात का पौधा लगाया। संकल्प से ही सिद्धि प्राप्त होती है और यह सिद्धि पर्यावरण बचाने की है। हमारा प्रयास जारी है और यही अपील सबसे है कि अपने जीवन के शुभ अवसर पर पौधे जरूर लगायें। उन्होंने परिजात के पौधे की गुणवत्ता बताते हुए कहा कि पारिजात की सुगंध किसी का भी बरबस मन मोह लेती है। अपने औषधीय गुणों के कारण भी यह बहुत उपयोगी है। यह पाचनतंत्र, ज्वर, मूत्र रोग, लीवर विकार जैसे अनेक विकारों से मुक्ति दिलाने में अत्यंत कारगर माना जाता है। आप पौधे लगाइये, यही विनम्र अनुरोध!

Kolar News

Kolar News 14 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए वैक्सीनेशन अभियान जारी है। वैक्सीनेशन सुरक्षा के लिए आवश्यक है लेकिन हम यदि सावधानी नहीं बरतेंगे तो कोरोना की चपेट में आ जाएंगे। पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे हैं, मैं जनता से आग्रह करता हूं कि किसी भी हाल में बिना मास्क के न घूमें।   मुख्यमंत्री ने रविवार को प्रदेश की जनता के नाम एक संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिये हम तेजी से वैक्सीनेशन का काम कर रहे हैं। ये वैक्सीनेशन सुरक्षा के लिये आवश्यक है। हम ये मान बैठे हैं कि कोविड खत्म हो गया है पर यह खत्म नहीं हुआ है। वायरस अभी मौजूद है। हमने सावधानी नहीं रखी तो फिर से हम चपेट में आ सकते हैं। कई जिलों में एक महीने से लगातार केस बढ़ रहे हैं। मैं जनता को सावधान करना चाहता हूं, आगाह करता हूं, निवेदन करता हूं।   मुख्यमंत्री ने कहा है कि सावधानी में ही सुरक्षा है, मास्क मत हटाइये। मास्क ही गारंटी है कोरोना से बचने का। मास्क अवश्य लगायें। हमने जन जागरण चलाने का फैसला लिया है। जिला प्रशासन को हमने निर्देश दिये कि अगर कोई मास्क नहीं लगा रहा तो रोके-टोकें। मैं नहीं चाहता कि फिर से लॉकडाउन लगाने की स्थिति पैदा हो।

Kolar News

Kolar News 14 March 2021

भोपाल। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए केन्द्र सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। रविवार सुबह मुख्यमंत्री निवास में हुई चर्चा में केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आश्वस्त किया कि वे मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सहयोग में कोई कमी नहीं रखेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने डॉ. हर्षवर्धन को बताया कि प्रदेश में जबलपुर के कैंसर इंस्टीट्यूट को केन्द्र सरकार से 75 प्रतिशत अंशदान दिया जाए। वर्तमान में यह अंशदान 60 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाया जाना चाहिए।   मुख्यमंत्री ने जबलपुर के कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए केंद्रीय अनुदान की राशि में वृद्धि का आग्रह किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में 3 नवीन मेडिकल कॉलेजों दमोह, सिवनी और छतरपुर को प्रारंभ करने के लिए औपचारिक अनुमोदन और सहयोग का आग्रह किया। मुख्यमंत्री चौहान ने डॉ. हर्षवर्धन को बताया कि उन्होंने अपने पूर्व कार्यकालों में निरंतर नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने की पहल की थी। वर्ष 1964 के बाद लंबी अवधि तक नए कॉलेज नहीं खुले थे। सागर में नवीन मेडिकल कॉलेज से यह श्रृंखला शुरु हुई। वर्तमान बजट में भी नौ नए चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ करने का प्रावधान किया गया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री से भोपाल के गैस पीड़ितों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में भी चर्चा की और अतिरिक्त सुविधाएँ देने का आग्रह किया। उन्होंने गैस पीड़ितों के लिए संचालित अस्पताल के व्यवस्थित संचालन में केन्द्र के सहयोग का भी आग्रह किया।   मध्यप्रदेश में अगले सप्ताह से कोविड वैक्सीन के 10 लाख डोज़ की जरूरत मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में समस्त पात्र नागरिकों को आगामी 35 टीकाकरण दिवसों में कोविड की प्रथम डोज लगाये जाने की योजना है। इसके लिए लगभग 81 लाख प्रथम डोज की आवश्यकता होगी। अब तक राज्य को कोविशील्ड की कुल 28 लाख तथा को-वैक्सीन की कुल 3 लाख 84 हजार डोज प्राप्त हुई है। अभी तक 15 लाख वैक्सीन डोज़ लगाए जा चुके हैं। आगामी सप्ताह से प्रति सप्ताह 8 से 10 लाख वैक्सीन डोज की आवश्यकता है, जिससे निर्धारित समयावधि में टीकाकरण का कार्य जून के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण किया जा सके। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को आवश्यकतानुसार डोज उपलब्ध करवाई जाएगी।   प्रारंभ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुख्यमंत्री निवास आगमन पर मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी बैठक में उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 14 March 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर पत्र लिखा है। इस बार कमलनाथ ने पत्र लिखकर ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई फसलों के तत्काल सर्वे शुरू करने और राहत राशि वितरण की मांग की है।   पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने पत्र में कहा है कि प्रदेश में गत दिनों कई जिलों में हुई असमय वर्षा और ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों के सर्वे न होने और किसानों को राहत न मिलने से वे गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि वितरित करे। उन्होंने कहा कि 12 मार्च को भी हुई वर्षा और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का भी तत्काल सर्वे हो और प्रभावित किसानों को मदद दी जाये।   पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि दु:खद है कि गत दिनों रीवा, विदिशा, सीहोर, रायसेन और मंडला में हुई वर्षा और ओलावृष्टि से खराब फसलों का आज तक न तो सर्वे हुआ है और न ही किसानों को कोई राहत दी गई। उन्होंने कहा कि किसान चिंताग्रस्त है और गंभीर संकट से जूझ रहा है। मंहगाई चरम पर है डीजल के भाव में भारी वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। कोरोना काल से उत्पन्न स्थिति से वह पूर्व से ही जूझ रहा है ऐसी स्थिति में जरूरी है कि किसानों के नुकसान का तत्काल आकलन हो और उन्हें राहत मिले।   कमलनाथ ने कहा कि 12 मार्च को भी प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा और ओलावृष्टि से कई जिलों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। पूर्व में और वर्तमान में क्षतिग्रस्त हुई फसलों के नुकसान का अविलंब आकलन कर किसानों को राहत वितरण का काम शुरू किया जाये।  

Kolar News

Kolar News 13 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में शनिवार सुबह राजधानी भोपाल के स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में शीशम का पौधा लगाया। इस दौरान उन्होंने नागरिकों से पौधरोपण करने की अपील की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा कि पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में मैंने आज स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में शीशम का पौधा लगाया। शीशम का पेड़ हमें फर्नीचर के लिए मजबूत लकड़ी देता है और इसका औषधीय गुण एनीमिया, पेट और आंख में जलन से मुक्ति दिलाता है। आपसे भी पौधरोपण का आग्रह करता हूं।

Kolar News

Kolar News 13 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल हुनरमंदों का शहर है और हुनर की कद्र करना भोपाल जानता है। यहां हर मजहब, हर जाति के लोग आए हैं। मध्यप्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आपका स्वागत करता हूं। यह बात उन्होंने राजधानी भोपाल में 27वें ‘हुनर हाट’ के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में देशभर के दस्तकारों, शिल्पकारों द्वारा निर्मित दुर्लभ स्वदेशी उत्पादों के 27 वें हुनर हाट का उद्घाटन फीता काटकर किया।    मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी जी और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा जी के साथ भोपाल के लाल परेड मैदान में हुनर हाट का उद्घाटन किया। यह हुनर हाट हमारे कारीगरों को एक-दूसरे से मिलने-जुलने, सीखने और बढऩे का अवसर देता है। मैं हुनर हाट में पधारे समस्त कारीगरों का मध्यप्रदेश में स्वागत करता हूँ।    उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मैन ऑफ आइडियाज हैं। वे आपदा को अवसर में बदलना जानते हैं। कोरोना काल में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की बात कही तो हमने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का लक्ष्य तय किया। यह वोकल फॉर लोकल बिना कारीगरों, दस्तकारों और हुनरमंदों के नहीं बन सकता। हुनरमंद लोगों के उत्पादों को अब लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। यह हुनर हाट ऐसे कारीगरों, दस्तकारों और शिल्पकारों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कारीगरों की कला का सम्मान के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक उपयोगी प्रयास है।  मुख्तार अब्बास नकवी जी ने हमारे 1.61 लाख से अधिक अल्पसंख्यक बेटे-बेटियों को प्री-मेट्रिक व पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप प्रदान की है, जिसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ। जो लोग हमारे बारे में गलत अफवाह फैलाते हैं, वे इसपर भी ध्यान दें। जब पश्चिम के देशों में लोग अपने शरीर को पेड़ों के पत्तों से ढँका करते थे, तब हमारे यहाँ मलमल वाला धागा था।   चौहान ने कहा क‍ि हमारे हाथों में हुनर शताब्दियों पहले से है। हमने ऐसे उत्पाद बनाए कि लोग आज भी आश्चर्य करते हैं। कोरोना काल में भी हुनरमंदों ने बहुत सेवा की। यह हाट स्वदेशी निर्मित उत्पादों का प्रमाणिक ब्रांड भी बन गया है। देश के साथ दुनिया में भी आप अपना सामान बेचें और अपनी कला का लोहा मनवाएं। मैं प्रदेश सरकार की ओर से आश्वस्त करता हूं कि भारत सरकार के इस प्रयास के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। यह हुनर हाट 'अलग भाषा, अलग वेश, फिर भी अपना एक देश' के विचार को मजबूती प्रदान करता है।   मुख्‍यमंत्री ने कहा क‍ि केरल, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, असम समेत सभी राज्यों के लोग यहां आये हैं। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे हमारे आत्मनिर्भर कारीगर। भोपाल में आयोजित हुनर हाट में देशभर के कारीगर पधारे हैं। आप उनकी कला देखने जरूर हुनर हाट में पधारिये। शताब्दियों पहले से हुनर हमारे हाथों में है। मैं मध्यप्रदेश की जनता से अपील करता हूँ कि इन कारीगरों की कला को देखने के लिए एक बार जरूर हुनर हाट आइये।

Kolar News

Kolar News 13 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रोजगार सरकार के लिए बड़ा टास्क है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शासकीय सेवाओं में जितने आवश्यक पद है, उन्हें भरा जाएगा। इसके साथ ही स्व-रोजगार के लिए भी व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना के अंतर्गत कौशल विकास और स्व-रोजगार के लिए महाविद्यालयों में प्रशिक्षण ले रहे 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों से वर्चुअल संवाद करते हुए कही।    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय आरंभ करने के लिये ''स्टार्ट योर बिजनस इन थर्टी डेज' की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही कौशल उन्नयन और व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था, लोन की गारंटी और ब्याज पर अनुदान की सुविधा भी प्रदेश के युवाओं को उपलब्ध करायी जा रही है। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव तथा प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन भी उपस्थित रहे।   व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था के लिये प्रधानमंत्री मोदी का माना आभार मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था भविष्य में युवाओं के लिये उपयोगी सिद्ध होंगी। स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना में ई-कामर्स, ऑनलाइन बैंकिंग और कम्प्यूटर कौशल पर प्रशिक्षण उद्यमशीलता के विकास में महत्वपूर्ण है।   मध्यप्रदेश की बनेगी अलग पहचान मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं को लक्ष्य निर्धारित कर अनुशासित होकर व्यवस्थित रूप से परिश्रम करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जो पहल करते है, परिश्रम करते है, सफलता उन्हें ही मिलती है। मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोन काल में ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था जारी रखने के लिये उच्च शिक्षा विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयलीन स्तर पर व्यवसायिक प्रशिक्षण के नवाचार से मध्यप्रदेश की पूरे देश में अलग पहचान बनेंगी।   498 कॉलेजों के विद्यार्थियों ने लिया प्रशिक्षण उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना मुख्यमंत्री चौहान द्वारा वर्ष 2006 में आरंभ की गई। इस योजना में पहली बार आधुनिक तकनीक के माध्यम से 498 शासकीय महाविद्यालयों के 18 हजार 800 विद्यार्थियों और 1600 प्रधायपकों ने एक साथ स्व-रोजगार और रोजगार का प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह प्रशिक्षण नरोन्हा प्रशासन अकादमी द्वारा ऑनलाइन दिया गया है। मंत्री डॉ. यादव ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी।   दस विषयों में है प्रशिक्षण की व्यवस्था स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना के अंतर्गत विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार दस विषयों में से किसी एक विषय में प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके अंतर्गत उन्नत कृषि कौशल, सौर ऊर्जा संयंत्र संधारण एवं विपणन, पशुधन, कुक्कुट, मधुमक्खी-मत्स्य पालन, पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन कौशल, ई-कामर्स एवं ऑनलाइन बैंकिंग, कराधान, आई.टी.-जी.एस.टी., खाद्य पदार्थ निर्माण एवं प्र-संस्करण, खान एवं खनिज संबंधी स्व-रोजगार, बुनकर, छापा कला-वस्त्र निर्माण, पत्रकारिता और अनुवाद कार्य विषयों को शामिल किया गया है।

Kolar News

Kolar News 9 March 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में शराबबंदी और नशाबंदी के लिए अभियान की शुरुआत करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब भाजपा संगठन का दरवाजा खटखटाया है। उमा भारती ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखा है।  इस पत्र के माध्यम से उन्होंने  गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी शराबबंदी पर विचार करने की बात कही है।   उमा भारती ने इस संबंध में ट्वीट कर प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र साझा किया है। उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि ‘आज का बी-6,  श्यामला  हिल्स, भोपाल में नशाबंदी अभियान का प्रारंभ सफल रहा। हमने 200 महिलाओं को बुलाया था किंतु 500 की संख्या में महिलाएं उपस्थित हो गईं। हम बिल्कुल सुविचारित रणनीति से चल रहे हैं। मैं आज कार्यक्रम में नहीं आईं क्योंकि यह कार्यक्रम राजनीतिक छाया से दूर रहना चाहिए। जो प्रस्ताव पारित हुए हैं उनका पहला लक्ष्य होगा कि निषिद्ध और नियम विरुद्ध स्थानों पर सरकार पहले रोक लगावे तथा उन स्थानों को चिह्नित करने का काम विधायक लोग भी कर सकते हैं।  उमा भारती ने यह भी कहा कि यदि मध्य प्रदेश में महिलाओं को सम्मान एवं सुरक्षा के साथ जीने का अवसर देना है, तो शराबखोरों, नशाखोरों पर कड़ाई से नियंत्रण करना होगा। इस संबंध में मैंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष  वीडी शर्मा  को एक पत्र लिखा है जिसकी कॉपी आपको भेज रही हूं। महिला दिवस पर आज मेरा विश्वास है कि हम मध्य प्रदेश को शराबमुक्त नशामुक्त कर सकते हैं।    गुजरात और बिहार में शराबबंदी का दिया उदाहरण उमा भारती ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में गुजरात और बिहार में शराबबंदी का उदाहरण देते हुए कहा है कि इन दोनों प्रदेशों में लंबे समय से हमारी समर्थित सरकारें रही हैं। दोनों राज्यों की तुलना कर हम नशाबंदी, शराबबंदी को लेकर योजना बना सकते हैं। शराबबंदी से होने वाले राजस्व की हानि के विकल्प के लिए एक कमेटी बनाई जाए। इसके साथ ही प्रदेश में शराब और नशा छोडऩे के लिए जनजागरण अभियान चलाया जाए। वर्जित स्थानों पर शराब की दुकानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। शराब पीकर लोगों के बीच घूमने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया जाए। शराब के अहाते होना शर्मनाक है। इन्हें तत्काल बंद कर देना चाहिए।  

Kolar News

Kolar News 9 March 2021

भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को दमोह में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में जनजातीय कार्य विभाग के प्रकाशन 'बानगी' का विमोचन किया। 'बानगी' पुस्तिका मध्यप्रदेश की जनजातीय विरासत, विकास और सफल गाथाओं पर केन्द्रित है।    मुख्यमंत्री चौहान ने विमोचन के बाद पुस्तक की प्रथम प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद पटेल और केन्द्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजाति और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह सहित विधायकगण, प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, संचालक टीएडीपी शैलबाना मार्टिन अन्य प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में जनजाति समुदाय के लोग मौजूद रहे।   पुस्तिका की विषय वस्तु जनजातीय परिदृश्य, विरासत, विकास, संस्कृति और सफलता की कहानियों पर केन्द्रित पुस्तिका 'बानगी' में जनजातीय विरासत और प्रगति के विभिन्न आयामों और उपलब्ध्यिों को प्रस्तुत किया गया है। मध्यप्रदेश में जनजातीय विकास को रेखांकित करती 'बानगी' पुस्तक की संकल्पना और सम्पादन विभाग की अधिकारी डॉ. स्वाति तिवारी ने किया है। चार खण्ड में विभाजित इस पुस्तक के प्रथम खण्ड में जनजातीय संस्कृति और परम्परा, जनजातीय विकास, अवधारणा, आयाम एवं क्षेत्रीय विकास योजनाओं को दर्शाया गया है। द्वितीय खण्ड में विभिन्न योजनाओं पर केन्द्रित सफलता की 40 कहानियाँ हैं। तृतीय खण्ड में अभिनव पहल के रूप में अनूठी योजनाओं की बात रखते हुये उनकी सफलता पर केन्द्रित 11 गतिविधियों को रेखांकित किया गया है।चतुर्थ खण्ड मेँ जनजातीय अभिव्यक्ति की समृद्ध परम्पराओं में शामिल वाचक साहित्य, नृत्य, पर्व, कला एवं संग्रहालयों इत्यादि से संबंधित संक्षिप्त है। सवा सौ पृष्ठ में जनजातीय संस्कृति, विकास की चित्रमय बानगी है।   राष्ट्रपति ने वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर अर्पित किए श्रृद्धा सुमन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने रविवार को दमोह जिले के प्रवास के दौरान ग्राम पंचायत सिंग्रामपुर के पार्क में स्थापित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। राष्ट्रपति ने पार्क में पारिजात के पौधे का रोपण भी किया।

Kolar News

Kolar News 7 March 2021

भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को दमोह में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में जनजातीय कार्य विभाग के प्रकाशन 'बानगी' का विमोचन किया। 'बानगी' पुस्तिका मध्यप्रदेश की जनजातीय विरासत, विकास और सफल गाथाओं पर केन्द्रित है।    मुख्यमंत्री चौहान ने विमोचन के बाद पुस्तक की प्रथम प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद पटेल और केन्द्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजाति और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह सहित विधायकगण, प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, संचालक टीएडीपी शैलबाना मार्टिन अन्य प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में जनजाति समुदाय के लोग मौजूद रहे।   पुस्तिका की विषय वस्तु जनजातीय परिदृश्य, विरासत, विकास, संस्कृति और सफलता की कहानियों पर केन्द्रित पुस्तिका 'बानगी' में जनजातीय विरासत और प्रगति के विभिन्न आयामों और उपलब्ध्यिों को प्रस्तुत किया गया है। मध्यप्रदेश में जनजातीय विकास को रेखांकित करती 'बानगी' पुस्तक की संकल्पना और सम्पादन विभाग की अधिकारी डॉ. स्वाति तिवारी ने किया है। चार खण्ड में विभाजित इस पुस्तक के प्रथम खण्ड में जनजातीय संस्कृति और परम्परा, जनजातीय विकास, अवधारणा, आयाम एवं क्षेत्रीय विकास योजनाओं को दर्शाया गया है। द्वितीय खण्ड में विभिन्न योजनाओं पर केन्द्रित सफलता की 40 कहानियाँ हैं। तृतीय खण्ड में अभिनव पहल के रूप में अनूठी योजनाओं की बात रखते हुये उनकी सफलता पर केन्द्रित 11 गतिविधियों को रेखांकित किया गया है।चतुर्थ खण्ड मेँ जनजातीय अभिव्यक्ति की समृद्ध परम्पराओं में शामिल वाचक साहित्य, नृत्य, पर्व, कला एवं संग्रहालयों इत्यादि से संबंधित संक्षिप्त है। सवा सौ पृष्ठ में जनजातीय संस्कृति, विकास की चित्रमय बानगी है।   राष्ट्रपति ने वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर अर्पित किए श्रृद्धा सुमन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने रविवार को दमोह जिले के प्रवास के दौरान ग्राम पंचायत सिंग्रामपुर के पार्क में स्थापित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। राष्ट्रपति ने पार्क में पारिजात के पौधे का रोपण भी किया।

Kolar News

Kolar News 7 March 2021

दमोह। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा है कि विभिन्न जनजातीय समुदायों ने हमारे स्वाधीनता संग्राम में गौरवशाली योगदान दिया है। हमारे वे जनजातीय शहीद केवल स्थानीय रूप से ही नहीं पूजे जाते हैं, बल्कि पूरे देश में उन्हें सम्मान के साथ याद किया जाता है। उन्होंने यह बातें रविवार को मप्र के दमोह जिले में ग्राम सिंग्रामपुर में आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय सम्मलेन को संबोधित करते हुए कही।   मध्यप्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर आए राष्ट्रपति कोविन्द ग्राम सिंग्रामपुर में राज्यस्तरीय जनजातीय सम्मेलन में शामिल हुए। यहां उन्होंने सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्यों का शिलान्यास किया। इससे पहले उन्होंने यहां रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर परिसर में पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम में जनजातीय समूह के विकास के लिए मध्यप्रदेश जनजातीय विभाग द्वारा तैयार किए गए आदिरंग पोर्टल का शुभारंभ किया गया।    राष्ट्रपति ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनजातीय समुदायों में परंपरागत ज्ञान का अक्षय भंडार संचित है। मुझे बताया गया है कि मध्य प्रदेश में ‘विशेष पिछड़ी जनजाति समूह’ में शामिल बैगा समुदाय के लोग परंपरागत औषधियों एवं चिकित्सा के विषय में बहुत जानकारी रखते हैं। यदि आपको मानवता की जड़ों से जुड़ना है तो आपको जनजातीय समुदायों के जीवन-मूल्यों को अपनी जीवनशैली में लाने का प्रयास करना चाहिए।   उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदायों में व्यक्ति के स्थान पर समूह को प्राथमिकता दी जाती है, प्रतिस्पर्धा की जगह सहयोग को प्रोत्साहित किया जाता है। उनकी जीवनशैली में प्रकृति को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता है। आदिवासी जीवन संस्कृति में सहजता होती है तथा परिश्रम का सम्मान होता है। हम सबको अपने जनजातीय भाई-बहनों से बहुत कुछ सीखना चाहिए। जनजातीय समुदायों में एकता-मूलक समाज को बनाए रखने पर जोर दिया जाता है। उनमें स्त्रियों और पुरुषों के बीच भेदभाव नहीं किया जाता है। इसलिए जनजातीय आबादी में स्त्री-पुरुष अनुपात सामान्य आबादी से बेहतर है।   राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के 6 नए मण्डलों का सृजन किया गया है। इन नए मण्डलों में जबलपुर मण्डल भी शामिल है जिसका आज ही शुभारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि हम सबको यह स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि आदिवासी समुदाय का कल्याण तथा विकास पूरे देश के कल्याण और विकास से जुड़ा हुआ है। इसी सोच के साथ केंद्र एवं राज्य की सरकारों द्वारा जनजातियों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं।   उन्होंने कहा कि मैं रानी दुर्गावती को देवी कहता हूं। रानी दुर्गावती के अंतिम युद्ध का विवरण सभी के दिल को आंदोलित करता हैं। विभिन्न जनजातीय समुदायों ने हमारे स्वाधीनता संग्राम में गौरवशाली योगदान दिया है। हमारे वे जनजातीय शहीद, केवल स्थानीय रूप से ही नहीं पूजे जाते हैं बल्कि पूरे देश में उन्हें सम्मान के साथ याद किया जाता है। अंग्रेजी हुकूमत के दौर में, यदि हमारे आदिवासी भाई-बहनों ने अपनी वीरता और पराक्रम का प्रदर्शन न किया होता तो हमारी अमूल्य वन संपदा का और भी बड़े पैमाने पर दोहन हो चुका होता। इस प्रकार, हमारे आदिवासी भाई-बहन हमारे प्राकृतिक संसाधनों के प्रहरी और रक्षक रहे हैं।   राष्ट्रपति ने कहा कि मध्य प्रदेश में जन्मे, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत-रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का मुझे आज विशेष रूप से स्मरण हो रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री के उनके कार्यकाल के दौरान ही केंद्र सरकार में एक अलग ‘जनजातीय कार्य मंत्रालय’ का गठन किया गया था। शिक्षा ही किसी भी व्यक्ति या समुदाय के विकास का सबसे प्रभावी माध्यम है। इसलिए जनजातीय समुदाय के शैक्षिक विकास के लिए प्रयास करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज ‘मेड इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘हैण्ड मेड इन इंडिया’ को प्रोत्साहित करने पर भी बल दिया जा रहा है। हस्तशिल्प के क्षेत्र में हमारे जनजातीय भाई-बहन अद्भुत कौशल के धनी हैं। हम सबको मिलकर यह प्रयास करना चाहिए कि हमारे जनजातीय भाई-बहनों को आधुनिक विकास में भागीदारी करने का लाभ मिले और साथ ही, उनकी जनजातीय पहचान एवं अस्मिता अपने सहज रूप में बनी रहे।   उन्होंने कहा कि ‘आदिवासी महिला सशक्तीकरण योजना’ अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए एक विशिष्ट योजना है। ‘राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय वित्त और विकास निगम’ द्वारा इस योजना के तहत रियायती दर पर वित्तीय सहायता दी जाती है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि मध्य प्रदेश में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के निर्माण एवं संचालन पर विशेष बल दिया जा रहा है। जनजातीय छात्राओं में साक्षरता और शिक्षा के प्रसार के लिए मध्य प्रदेश में कन्या शिक्षा परिसरों के निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है।   कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण विकास को रेखांकित करती गतिविधियों एवं विकास कार्यों की संक्षिप्त बानगी पुस्तिका का विमोचन किया। साथ ही इसकी पहली प्रति राष्ट्रपति कोविन्द को भेंट की। कार्यक्रम में सिंग्रामपुर की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करती वीडियो फिल्म का प्रदर्शन हुआ। इसके साथ ही रानी दुर्गावती की वीरगाथा पर एकलव्य विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। जनजातीय कलाकारों द्वारा कला प्रशिक्षण वर्चुअल क्लास के पोर्टल का शुभारंभ राष्ट्रपति ने किया। इसके अलावा जनजातीय वर्ग के प्रतिभाशाली छात्रों को राष्ट्रपति ने शंकरशाह और रानी दुर्गावती पुरस्कार से पुरस्कृत किया।

Kolar News

Kolar News 7 March 2021

भोपाल। प्रतिदिन एक पौधा रोपने के अपने संकल्प के क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को जबलपुर स्थित सर्किट हाउस में रुद्राक्ष का पौधा रोपा।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर पौधारोपण की जानकारी साझा करते हुए लिखा ‘आज जबलपुर स्थित सर्किट हाउस में रुद्राक्ष का पौधा लगाया है। भोलेनाथ के अश्रुओं से उत्पन्न रुद्राक्ष को धारण करने से मनुष्य के समस्त दु:ख एवं समस्याओं का निवारण स्वत: होने लगता है। इससे दीर्घायु प्राप्त होती है और नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है।

Kolar News

Kolar News 7 March 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने एक नवाचार करते हुए सदन में एक नई व्यवस्था शुरू की है, जिसके अंतर्गत अब विधानसभा के हर सत्र में एक दिन ऐसा होगा, जब प्रश्नकाल के दौरान केवल पहली बार चुनकर आए विधायक ही सवाल पूछेंगे और सरकार की तरह से मंत्री उनका जवाब देंगे। वर्तमान सत्र में इसके लिए 15 मार्च का दिन निर्धारित किया है। इस दौरान केवल पहली बार चुनकर आए विधायक ही सरकार से सवाल पूछेंगे।   विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने शुक्रवार को विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 15 मार्च को प्रश्नकाल के दौरान केवल ऐसे विधायकों के 25 तारांकित प्रश्न लिये जाएंगे, जो पहली बार विधानसभा के सदस्य बने हैं। यह व्यवस्था विधानसभा के हर सत्र में लागू की जाएगी।   गौरतलब है कि विधानसभा में एक घंटे का प्रश्नकाल होता है और इस दौरान पूछे जाने वाले तारांकित प्रश्नों का चयन लॉटरी के माध्यम से होता है। यह लॉटरी विधायकों द्वारा ही निकाली जाती है। इसके बाद प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा सदन में अपने प्रश्न पूछे जाते हैं और जिन विधायकों का नम्बर नहीं आता, उन तारांकित प्रश्नों का सरकार द्वारा लिखित जवाब दिया जाता है। प्रेस वार्ता में विधानसभा अध्यक्ष से लॉटरी से प्रश्नों के चयन को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि 15 मार्च के लिए लॉटरी में सिर्फ पहली बार के विधायकों के प्रश्नों को ही लिया जाएगा। इस व्यवस्था से नए विधायकों को सरकार से सवाल-जवाब का मौका मिलेगा और उनका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि विधायकों को सदन में संरक्षण देना अध्यक्ष की नैतिक जिम्मेदारी है।

Kolar News

Kolar News 5 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्मदिन पर प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि अधिक से अधिक पौध-रोपण करें, यही मेरे लिये सच्चा उपहार होगा। उन्‍होंने कहा कि पेड़ लगाना पृथ्वी को बचाने का अभियान है। यह अत्यंत पुनीत कार्य है। इस पवित्र सामाजिक अभियान को सफल बनाने के लिए मैं निकल पड़ा हूं। आप सब इस कार्य में पूरा सहयोग करें।    मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को अपने जन्म-दिन के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर मंत्रि-परिषद के सदस्यों, जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और मीडिया प्रतिनिधियों के साथ सामूहिक रूप से पौध-रोपण किया। सभी ने पौध-रोपण में अत्यंत उत्साह के साथ हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री चौहान का जन्म-दिन वृक्ष महोत्सव बन गया।   सुबह रोपा बेलपत्र का पौधा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्म-दिन पर सुबह सबसे पहले अपने निवास पर बेलपत्र का पौधा रोपा। इस अवसर पर सांसद वी.डी. शर्मा, मंत्री विजय शाह, डॉ. प्रभुराम चौधरी सहित हितानंद और लोकेंद्र पाराशर आदि उपस्थित रहे।   परिवार के साथ किया पौध-रोपण मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास पर अपने परिवार के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय तथा कुणाल ने नारियल, शमी तथा आंवले के पौधे रोपे।   स्मार्ट सिटी पार्क में मीडिया के साथ किया पौध-रोपण मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट सिटी पार्क में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया। उन्होंने बरगद सहित लगभग 25 प्रजातियों के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर धरती को बचाने के लिए पेड़ लगाने के इस पवित्र सामाजिक अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए मीडिया तथा अन्य सभी की सराहना की और धन्यवाद दिया।   विधानसभा परिसर में लगाए पौधे मुख्यमंत्री चौहान ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ विधानसभा परिसर में कदंब के 6 पौधे रोपे।   मंत्रालय में खिरनी का पौधा लगाया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वल्लभ भवन मंत्रालय में फलदार खिरनी का पौधा लगाया। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पेल्टाफॉर्म, मंत्री कमल पटेल, मंत्री मोहन यादव, विधायक कृष्णा गौर, राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल ने भी पौधे लगाए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने पुत्रंजीवा, अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार ने गूलर का पौधा लगाया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव के. के. सिंह, मलय श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, मोहम्मद सुलेमान, एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव नीतेश व्यास, दीप्ति गौर मुखर्जी, कल्पना श्रीवास्तव, दीपाली रस्तोगी, पल्लवी जैन गोविल, नीरज मंडलोई, अशोक शाह, संजय शुक्ला, सत्येन्द्र कुमार सिंह के साथ मंत्रालय के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक सहित मंत्रालयीन अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। मंत्रालय परिसर में पीपल, आम, करंज, पाखर और सप्तपर्णी आदि के पौधों का भी रोपण किया गया।

Kolar News

Kolar News 5 March 2021

भोपाल। प्रतिदिन एक पौधा लगाने के अपने संकल्प के क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में गूलर का पौधा लगाया। इस मौके पर उन्होंने गूलर के लाभ बताते हुए कहा कि गूलर रक्तस्राव रोकने, मूत्र रोग, डायबिटीज तथा शरीर की जलन से मुक्ति दिलाने में बहुत उपयोगी होता है। आप भी पौधरोपण कीजिए और धरा को समृद्ध बनाइये।   मुख्यमंत्री चौहान ने अपने जन्मदिन पर 5 मार्च को प्रदेश की जनता से पौधरोपण करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आज मैंने गूलर का पौधा लगाया है। कल 5 मार्च को मेरा जन्मदिन है। मेरी आपसे अपील है कि मेरे जन्मदिन पर फूलों के हार, स्वागत द्वार, जय जयकार की कोई जरूरत नहीं है। केवल आप एक-एक पौधा लगा दें, तो यह जन्मदिन सार्थक हो जायेगा। वृक्ष धरती मां का श्रृंगार हैं और धरती माता के प्रति हमारे कर्तव्य हैं। मेरे और अपने जन्मदिन के अलावा परिवार में कोई भी शुभ अवसर हो, तो पौधरोपण जरूर करें। ये जन्मदिन आडंबर से नहीं, उपयोगी कार्य करने से ही सार्थक होंगे। आपसे आग्रह है कि पौधे अवश्य लगायें।   सीएम शिवराज ने आगे कहा कि सरकार के माध्यम से हम सार्थक काम कर ही रहे हैं, लेकिन मन में यह भाव भी आया कि जन्मदिन के अवसर को भी उद्देश्यपूर्ण बनाया जाये। मैंने एक साल तक रोज एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। धरती हमारी मां है। मां हमें सबकुछ देती है, लेकिन हमें भी मां को कुछ देना है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण बिगड़ रहा है। धरती की सतह का तापमान लगातार बढ़ रहा है और ऐसा अनुमान है कि 2050 तक ये 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ जायेगा और तब स्थितियां भविष्य के लिए ऐसी बनेंगी कि धरती पर मानव और जीव-जंतुओं का अस्तित्व ही एक समय संकट में पड़ जायेगा।   उन्होंने कहा कि हम आने वाले संकट को पहचानते हुए पर्यावरण बचाने का सार्थक प्रयास आज से ही करें। पेड़ों से धरती माँ का श्रृंगार करना पर्यावरण बचाने का प्रभावी माध्यम है। मेरी सभी से प्रार्थना है कि आप किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएँ। प्रसन्नता की बात है कि मध्यप्रदेश में वनक्षेत्र लगातार बढ़ा है। वनक्षेत्र को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें। हम पेड़ लगाएंगे तो अपने लिए ही नहीं, बल्कि प्रदेश, देश और दुनिया के लिए भी लगाएंगे। मेरी प्रार्थना है कि मेरे इस जन्मदिन की खुशी फूलमाला और बुके से स्वागत करके न मनाएँ, इसके बजाय एक पेड़ लगाएँ। ज़रूरी नहीं है मेरे जन्मदिन पर ही लगाएँ। आप अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएँ। पेड़ है तो प्राणवायु है, प्राणवायु है तो जीवन है। इसलिए  वृक्ष भी जीवन है। मैं अपना जन्मदिन पेड़ लगाकर ही मनाऊंगा।

Kolar News

Kolar News 4 March 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारी धरती पर ग्रीन कवर (हरित आवरण)  बढ़ेगा तो दुनिया बचेगी। इसके लिए आवश्यक है कि न केवल हम पेड़ों को बचाएं, बल्कि अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाएं। हर व्यक्ति पेड़ लगाने का संकल्प ले। मुख्यमंत्री शिवराज ने आज बुधवार को अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए स्मार्ट सिटी पार्क श्यामला हिल्स पर एक शीशम का पौधा रोपा तथा उसे पानी दिया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के एक सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश का वन क्षेत्र बढ़ा है। प्रदेश में अधिक से अधिक पौधे लगाए जाने का कार्य अभियान के रूप में चलाया जा रहा है। हर व्यक्ति को इस अभियान का हिस्सा बनना चाहिए। शीशम बहुपयोगी वृक्ष है। इसकी लकड़ी, पत्तियाँ, जड़ें सभी काम में आती हैं। लकडिय़ों से फर्नीचर बनता है। पत्तियाँ पशुओं के लिए प्रोटीनयुक्त चारा होती हैं। जड़ें भूमि को अधिक उपजाऊ बनाती हैं। पत्तियाँ व शाखाएँ वर्षा-जल की बूँदों को धीरे-धीरे जमीन पर गिराकर भू-जल भंडार बढ़ाती हैं।

Kolar News

Kolar News 3 March 2021

भोपाल। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल में लगाए गए आपातकाल को गलत बताया है। उनके इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। भाजपा आक्रामक हो गई है और जमकर बयानबाजी कर रही है। मप्र के सीएम शिवराज ने भी राहुल गांधी के बयान पर तंज कसा है।   सीएम शिवराज ने बुधवार को ट्वीट कर राहुल गांधी के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि #Emergency लगने के इतने वर्षों बाद राहुल गांधी जी को एहसास हुआ कि तब जो हुआ, वह गलत था। आज के समय में जब पीएम @narendramodi जी के बारे में जिस ढंग की बेहूदा टिप्पणियाँ राहुल जी करते हैं, कई वर्षों बाद उनकी ट्यूबलाइट जलेगी और तब उन्हें आज की गलती के लिए भी माफी मांगनी पड़ेगी।   प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा ‘@RahulGandhi  जी, मुझे खुशी हुई कि आखिर आपको भी समझ आ गया कि आपकी पार्टी देश विरोधी फैसले लिया करती है और आपकी दादी जी का देश में #Emergency लगाने का फैसला गलत था। कायदे से अब आपको आगे आकर देश से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि आपकी दादी जी ने तो माफी मांगी नहीं थी।   बता दे कि कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में प्रोफेसर कौशिक बसु के साथ वर्चुअल डिस्कशन में राहुल ने देश में इमरजेंसी लगाए जाने के फैसले को गलत बताया था। हालांकि उन्होंने ये बात मौजूदा मोदी सरकार के संदर्भ में कही थी।

Kolar News

Kolar News 3 March 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन सोमवार को विधानसभा के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब दो विधायक सदन की कार्यवाही में ऑनलाइन जुड़े और प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछे। मंडला से दो सदस्यों नारायण सिंह पट्टा और डॉ. अशोक मर्सकोले ने सदन की कार्यवाही के दौरान सरकार ने ऑनलाइन सवाल-जवाब किये।   मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू हुई। इस दौरान दोनों विधायक वर्चुअल तरीके से सदन की कार्यवाही में शामिल हुए अपने सवाल पूछे। कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा और डॉ. अशोक मर्सकोले विधानसभा की कार्यवाही में मंडला जिले से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। इसके साथ ही मप्र विधानसभा के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया।   कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा ने मंडला जिले के सिझोरा में स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में पदस्थ व्याख्याता अजय शर्मा की पदस्थापना के बारे में सवाल उठाते हुए कहा कि वे वहां नियम विरुद्ध तरीके से बने हुए हैं। उन्होंने व्याख्याता और उन्हें पदस्थ करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध मंत्री से किया। इस पर जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने सदस्य के पूरक प्रश्नों के उत्तर में कहा कि व्याख्याता ने अदालत से स्थगन लिया हुआ है। विभाग स्थगन हटवाने के लिए आवश्यक कदम उठाकर संपूर्ण मामले का परीक्षण कराएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।   इसी तरह कांग्रेस विधायक डॉ. मर्सकोले ने मंडला जिले में बस्ती विकास योजना के तहत धनराशि आवंटन का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि धनराशि के उपयोग के संबंध में जनप्रतिनिधियों की राय को तवज्जो नहीं दी जाती है। मंत्री मीना सिंह ने आश्वासन दिया कि उन्होंने जो भी बात उठायी है, उसका परीक्षण कराके समाधान निकाला जाएगा।   संसदीय कार्य मंत्री और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सदस्यों के ऑनलाइन कार्यवाही में शामिल होने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को बधाई देते हुए कहा कि आज नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष की अनुमति से यह व्यवस्था जारी रहेगी, लेकिन यह विशेष परिस्थितियों में ही ऐसी अनुमति दी जाए, ताकि सदन की गरिमा और गंभीरता बनी रहे।

Kolar News

Kolar News 1 March 2021

भोपाल। देश में आज से कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ। इस चरण में 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को एम्स पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। इस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी तारीफ की। चौहान ने मोदी को एक सच्चा लीडर बताते हुए कहा कि उन्होंने हर चुनौती में देश की अगुवाई की है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी का कोरोना टीका लगवाते हुए फोटो शेयर किया है। साथ ही लिखा, "लीडर सदैव आगे रहकर नागरिकों को राह दिखाते हैं और आप एक सच्चे लीडर हैं। हर चुनौती में आपने देश की अगुवाई की है। आज कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में देश एक नये आत्मविश्वास से भर गया है। देशवासियों को आपने आज पुन: नई प्रेरणा से भरकर स्वस्थ भारत के निर्माण को और गति दी है।"   प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को देश में दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचकर टीका लगवाया। 

Kolar News

Kolar News 1 March 2021

भोपाल। देशभर में आज से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया। मुख्यतौर पर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। मध्यप्रदेश में भी आज से 186 स्वास्थ्य संस्थाओं में दूसरे चरण में कोरोना का टीका लगेगा। भोपाल में कोरोना के दूसरे चरण का टीकाकरण सोमवार सुबह 10 बजे से शुरू हो चुका है, हालांकि टीकाकरण सुबह 9 बजे से शुरू होना था, लेकिन पोर्टल चालू नहीं होने की वजह से इसे एक घंटे देरी से शुरू किया गया। मध्य प्रदेश को दूसरे चरण के लिए वैक्सीन के 16.63 लाख डोज मिलेंगे।   इसी क्रम में मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई। मंत्री डा. चौधरी सोमवार सुबह राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने कोरोना की पहली डोज ली। स्वास्थ्य मंत्री ट्वीट कर भी इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘आज भोपाल के जेपी अस्पताल पहुँच कोविड 19 की वैक्सीन लगवाई और प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाया कि वैक्सीन पूर्णत: सुरक्षित है। इधर गांधी मेडिकल कॉलेज में बुजुर्गों को टीका लगाया जा रहा है। मंत्री विश्वास सारंग के मौजूदगी में टीका लगाया जा रहा है।   राजधानी में इन जगहों पर लगेगा टीका एम्स, हमीदिया, जेपी अस्पताल, प्रोतिमा मलिक पुलिस अस्पताल, बीएमएचआरसी, कस्तूरबा अस्पताल, ईएसआई अस्पताल, बैरागढ़ सिविल अस्पताल, बैरसिया सिविल अस्पताल, चिरायु, एलएन मेडिकल कॉलेज, एमआईएमएस, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, नेशनल अस्पताल, नोबल अस्पताल और भोपाल केयर हॉस्पिटल।

Kolar News

Kolar News 1 March 2021

भोपाल। सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त लगाया जाएगा, जबकि निजी केंद्रों पर इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। पहली मार्च से निजी अस्पताल कोरोना के टीके की एक डोज के लिए अधिकतम 250 रुपये देने होंगे। 28 दिनों के अंतराल में लगने वालीं कुल दो डोज की कीमत 500 रुपये होगी। इसमें सभी तरह के टैक्स भी शामिल होंगे। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आम लोगों से वैक्सीन के रुपये लेने की बात पर सरकार को घेरा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ माह पूर्व जब चुनाव का समय था, तो कोरोना की वैक्सीन आई भी नहीं थी, तब फ्री देने की बात होती थी।   पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘कुछ माह पूर्व जब चुनावी दौर चल रहा था, कोरोना की वेक्सिन आयी भी नहीं थी तब भाजपा के तमाम नेता देश में, प्रदेश में आम आदमी को फ्री वेक्सिन लगाने के बड़े- बड़े दावे कर रहे थे और आज यह जानकर कि देश में बुजुर्गों व गंभीर बीमारी वाले लोगों को भी वेक्सिन के दो डोज़ के 500 रुपये चुकाना होंगे, बड़ा ही आश्चर्य हुआ? आम आदमी का तो अभी नंबर ही नहीं आया है? वेक्सिन भी जुमला बनी?

Kolar News

Kolar News 28 February 2021

भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पश्चिम बंगाल में चुनावी आमसभा को संबोधित करने के लिए शनिवार रात कोलकाता पहुंच गए है। मुख्यमंत्री शिवराज कोलकाता के निकट धुलागोरी मोड़ से हावड़ा साउथ तक परिवर्तन रैली करेंगे। मुख्यमंत्री धुलागोरी मोड़, आलमपुर और हावड़ा साउथ में आम सभा को संबोधित भी करेंगे।   सबसे पहले रविवार सुबह सीएम शिवराज कालीघाट मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने मां काली की पूजा अर्चना कर आर्शीवाद लिया। सीएम शिवराज ने इसकी जानकारी ट्वीट कर साझा की है। उन्होंने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर कहा ‘आज कोलकाता में कालीघाट मंदिर में माँ काली के चरणों में प्रणाम और दर्शन कर जीवन धन्य हो गया। मैया से यही प्रार्थना कि बंगाल को टीएमसी के हिंसा, भ्रष्टाचार और अत्याचार से मुक्त कर नये प्रकाश से आलोकित करें। चारों तरफ खुशहाली, समृद्धि का कमल खिले।   एक अन्य ट्वीट कर सीएम शिवराज ने कहा कि पश्चिम बंगाल में परिवर्तन की लहर चल रही है। टीएमसी के अत्याचार, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी से लोग परेशान हैं। केंद्र की योजनाओं का लाभ यहां के भाई-बहनों को नहीं लेने दिया जा रहा है। हम ममता जी से पूछना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि के किसान भाइयों को मिल जाता तो, ममता दीदी का क्या बिगड़ जाता? गरीबों का राशन खा गये, आपदा का तिरपाल खा गये, चारों तरफ भ्रष्टाचार का राज है।   उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती पर जितने चिंतक, विचारक, क्रांतिवीर हुए, उससे इस धरती के प्रति हृदय श्रद्धा और सम्मान से झुक जाता है, लेकिन ऐसा लगता है कि टीएमसी ने इसे पूरी तरह से बर्बाद करने की ठान ली है। चारों तरफ भ्रष्टाचार और हिंसा का बोलबाला है। इस समय मैं देख रहा हूं कि परिवर्तन की लहर पूरे पश्चिम बंगाल में चल रही है। निश्चित तौर पर भाजपा चुनाव जीतेगी। टीएमसी का नाम तो हो गया है-तोड़ो, मारो, काटो। रैली की गाडिय़ां तोड़ी जा रही हैं, कार्यकर्ता मारे और काटे जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 28 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं महान समाजसेवी नानाजी देशमुख की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास पर दोनों महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण कर शत्-शत् नमन किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद ने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान किया था। वे अदम्य साहस की मिसाल थे, उनके नाम से अंग्रेज थर-थर कांपते थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महान समाजसेवी नानाजी देशमुख ने शिक्षा, स्वास्थ्य तथा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। इन महापुरुषों के बताये मार्ग पर चलकर हम देश एवं प्रदेश की उन्नति के लिए सदैव कार्य करते रहेंगे।   शहीद चन्द्रशेखर 'आजाद' शहीद चन्द्रशेखर 'आजाद' (23 जुलाई 1906 - 27 फ़रवरी 1931) महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व शहीद भगत सिंह जैसे महान क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। सन् 1922 में राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में उन्होंने 9 अगस्त 1925 को काकोरी हत्या काण्ड को अंजाम दिया। सन् 1927 में 4 प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर 'हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन' का गठन किया और भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स की हत्या करके लिया एवं दिल्ली पहुँच कर असेम्बली बम काण्ड को अंजाम दिया।   नानाजी देशमुख चंडिकादास अमृतराव देशमुख (11 अक्टूबर 1916 - 27 फरवरी 2010) एक भारतीय समाजसेवी थे। वे पूर्व में भारतीय जनसंघ के नेता थे। वर्ष 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उन्हें मोरारजी मंत्री मंडल में शामिल किया गया। उन्होंने यह कहकर मंत्री पद ठुकरा दिया कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग सरकार से बाहर रहकर समाज-सेवा का कार्य करें।   नानाजी देशमुख जीवन पर्यन्त दीनदयाल शोध संस्थान के अन्तर्गत चलने वाले विविध प्रकल्पों के विस्तार के लिये कार्य करते रहे। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया। अटलजी के कार्यकाल में ही भारत सरकार ने उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वालम्बन के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिये पद्म विभूषण भी प्रदान किया। वर्ष 2019 में उन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया।

Kolar News

Kolar News 27 February 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना को फिर से लागू करने और उसकी अवधि में वृद्धि करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना रिटर्न को लेकर जो निर्णय लिये जा रहे हैं और पुन: जिस तरह मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे मद्देनजर रखकर कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना की अवधि बढ़ायी जाना जरूरी है।   कमलनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना 30 अक्टूबर 2020 को समाप्त कर दी है, जबकि राज्य सरकार स्वयं स्वीकार रही है कि कोरोना पुन: लौट रहा है। ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि इस योजना को निरंतर जारी रखा जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि कोरोना महामारी का प्रकोप प्रदेश में अब भी विद्यमान है और हाल ही में कोरोना के प्रकरण पुन: बढऩे भी लगे हैं। शासन के इस निर्णय के कारण शासकीय कर्मियों का कोरोना से लडऩे में मनोबल कमजोर हो रहा है।   कमलनाथ ने कहा कि कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना की अवधि में वृद्धि किया जाना आवश्यक है ताकि आपदा की इस घड़ी में शासकीय कर्मी पूर्ण मनोयोग और समर्पित भावना से काम कर सकें तथा दिवंगत कर्मियों के परिवारों को समुचित सहायता भी मिले। उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा कि कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना में पात्रता की अवधि को बढ़ाया जाये और शीघ्र ही शासन स्तर पर निर्णय लिया जाये ताकि शासकीय कर्मी सुरक्षा एवं उत्साह की भावना से मध्यप्रदेश की जनता की सेवा कर सकें।

Kolar News

Kolar News 27 February 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शनिवार को वर्चुअली इंडिया टॉय फेयर 2021 का उद्घाटन किया गया। इसमें मध्यप्रदेश के भी तीन टॉय कलस्टर शामिल हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस टॉय फेयर से खिलौना कारीगरों को बढ़ावा मिलेगा और भारत इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि बच्चे के मानसिक विकास में खिलौने की भूमिका अहम होती है। मध्यप्रदेश को तीन टॉय क्लस्टर की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को को धन्यवाद देता हूँ। यह स्थानीय उत्पाद और कारीगरों को बढ़ावा देने और उनका कौशल संवर्धन करने में कारगर साबित होगा।    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इंडिया टॉय फेयर 2021 का उद्घाटन किया है, जिसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। भारत में असीम संभावनाएँ हैं, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं, जिसे हम पा न सकें। इस टॉय फेयर से खिलौना कारीगरों को बढ़ावा मिलेगा और भारत इस क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनेगा।

Kolar News

Kolar News 27 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिदिन वृक्षारोपण के अपने संकल्प की कड़ी में शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित स्मार्ट रोड श्यामला हिल्स पर नीम का पौधा रोपा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पौधे को लगाए जाने के साथ यह भी आवश्यक है कि उसका पूरा संरक्षण किया जाए।   मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए सुभद्रा कुमारी चौहान की एक कविता की दो पंक्तियों का उल्लेख किया- ‘यह कदम्ब का पेड़ अगर माँ होता यमुना तीरे। मैं भी उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे-धीरे॥’ उन्होंने आगे कहा कि उनके अनूठे संकल्प में आप भी भागीदार बनें और अपने आस पास पौधरोपण कर उनका संरक्षण करें।  

Kolar News

Kolar News 26 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के द्वितीय चरण में बने 100 रसोई केंद्रों का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल जी कहते थे कि अगर दीनों की, दुखियों की सेवा कर ली, उनके आंसू पोछ दिये तो उनकी आंखों में साक्षात भगवान के दर्शन हो जायेंगे। इसलिये हमने तय किया कि जो दूर से आते हैं उनको सस्ता और अच्छा भोजन मिल जाये और यह योजना हमने उनके ही नाम पर शुरू की।    मुख्यमंत्री ने राजधानी भोपाल के मिंटो हाल में कन्यापूजन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके बाद उन्होंने पंडित दीनदलाय उपाध्याय जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेशभर में बनाए गए 100 नये दीनदयाल रसोई केन्द्रों के साथ-साथ दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के पोर्टल का लोकार्पण किया।   मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करते हुए कहा कि भोजन है तो जिंदगी है। भोजन है, तो आनंद है। अपने-अपने गांव छोडक़र दूर-दराज शहरों में हम सब आते हैं, तो इसीलिए कि दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो जाये। रोटी, कपड़ा, मकान जीवन के लिए बहुत जरूरी है। हमारी सरकार हर गरीब के लिए रोटी, कपड़ा, मकान और पढ़ाई, लिखाई व दवाई के इंतजाम के लिए संकल्पित है।   उन्होंने कहा कि गरीबों को रोटी मिले, इसलिए हमने संबल योजना बनाई। इसमें गरीब को एक रुपया किलो गेहूं, चावल और नमक देने की व्यवस्था है। शहरी गरीब हों या ग्रामीण, अगले तीन साल में सबको पक्का मकान देने के लिए हम संकल्पित हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी कहते थे कि मुझे पता नहीं कि पूजा-पाठ, व्रत और तपस्या करने से भगवान प्रसन्न होंगे कि नहीं, लेकिन मैं यह जानता हूं कि यदि दरिद्र के आंसू पोंछ दिये, तो ईश्वर अवश्य प्रसन्न हो जायेंगे। दरिद्र ही नारायण हैं। परहित सरिस धर्म नहि भाई। भूखे को भोजन कराने से बड़ा पुण्य का कोई दूसरा काम नहीं है। दीनदयाल रसोई में स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिले, इसके लिए समाज और सरकार मिलकर कार्य करेंगे। 

Kolar News

Kolar News 26 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा है कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, परंतु प्रदेश का विकास निरंतर जारी रहना चाहिये। हम सभी के सहयोग से नया आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बना रहे हैं, जिसमें समाज के सभी वर्गों का कल्याण होगा। हर व्यक्ति के लिये मूलभूत सुविधाएँ रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई, दवाई तथा रोजगार सुनिश्चित होगा। हम पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के दर्शन पर चलते हैं, जिसके अनुसार समस्त जड़ और चेतन में एक ही चेतना का वास है। हम न केवल मनुष्य अपितु समस्त प्राणियों एवं प्रकृति का संरक्षण करते हैं।   मुख्यमंत्री द्वारा सर्वप्रथम सदन के कुशलतापूर्वक संचालन के लिये विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को ह्रदय से धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ को भी स्वस्थ एवं सकारात्मक चर्चा के लिये धन्यवाद दिया।   सदन लोकतंत्र का पवित्र मंदिर हैमुख्यमंत्री ने कहा कि यह सदन मात्र एक ईंट-गारे का भवन नहीं, बल्कि लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है। यहाँ से चिंतन, मंथन और विचार के उपरांत निकलने वाला अमृत जनता तक पहुँचाया जाता है। उन्होंने सार्थक चर्चा में भाग लेने के लिये सभी विधायकों का धन्यवाद दिया। उन्होंने विशेष रूप से नये सदस्यों को उनके सारगर्भित उद्बोधन के लिये बधाई दी।   सकारात्मक आलोचनाओं का स्वागत हैमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हमेशा सकारात्मक आलोचनाओं का स्वागत किया है। सदन में पक्ष एवं विपक्ष का विचार किये बिना प्रदेश के विकास के लिये जो भी महत्वपूर्ण सुझाव आये हैं, उन सब पर अमल करने की पूरी कोशिश की जायेगी।   मोदी जी की पूरी दुनिया में चर्चामुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली समृद्ध एवं सशक्त भारत के निर्माण का सपना पूर्ण हो रहा है। आज केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में पीएम मोदी का नाम सम्मान से लिया जा रहा है। उन्होंने कोरोना की लड़ाई को जिस प्रकार से लड़ा, वह पूरे विश्व के लिये उदाहरण है। दूसरे देशों को वैक्सीन के रूप में संजीवनी बूटी देकर भारत ने दुनिया में नाम किया है।   जनता की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ेंगेमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता की सेवा में हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश के विकास में परिश्रम की पराकाष्ठा करेंगे।   पेट्रोल एवं डीजल पर वेट/अतिरिक्त वेट कम कियासीएम ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार ने पेट्रोल एवं डीजल पर वेट/अतिरिक्त वेट कम किया।   एक लाख 18 हजार 455 करोड़ रुपये जनता के खातों में डालेमुख्यमंत्री ने बताया कि हमारी सरकार ने विभिन्न योजनाओं आदि के अंतर्गत कुल एक लाख 18 हजार 455 करोड़ रुपये जनता के खातों में डाले हैं। पिछली सरकार ने फसल बीमा का 2200 करोड़ का प्रीमियम नहीं भरा था, हमनें प्रीमियम जमा कराया और 3100 करोड़ रुपये की राशि किसानों को दिलाई गई, 100 करोड़ उद्यानिकी फसलों की राशि किसानों के खातों में डाली गई। इसी प्रकार 800 करोड़ रुपये सहकारी बैंको को दिये गये। प्रधानमंत्री सम्मान-निधि के अंतर्गत प्रदेश के 78 लाख किसानों को 5 हजार 474 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई। इसके अलावा राज्य सरकार ने सम्मान-निधि के रूप में इन सभी किसानों को 4-4 हजार रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराई है। प्रदेश में एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ तथा 37 लाख मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदे गये। किसानों के खातों में फसल खरीदी के 36 हजार करोड़ रुपये डाले गये।   हमने समृद्ध मध्यप्रदेश बनायामुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2003 में मध्यपदेश की हालत खराब थी। सडक़ों में गड्ढे नहीं, बल्कि गड्ढों में सडक़ थी। हमने प्रदेश में सडक़ों का जाल बिछाया। पहले केवल 4 घंटे बिजली मिलती थी। हमारी सरकार ने 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई। हमने सिंचाई क्षमता को 7.5 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 41 लाख हेक्टेयर किया है। नर्मदा, गंभीर, क्षिप्रा नदियों को जोडऩे का कार्य किया गया। कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने चमत्कार किया है। जन्म से लेकर मृत्यु तक के लिये योजनाएँउन्होंने कहा कि हमने हर वर्ग के कल्याण के लिये जन्म से लेकर मृत्यु उपरांत परिवार सहायता तक के लिये योजनाएँ बनाई हैं। संबल योजना, जिसे पिछली सरकार ने बंद कर दिया था, हर गरीब का सुरक्षा चक्र बन गई है। गाँव के विकास की पंच परमेश्वर योजना एवं मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की लैपटॉप प्रदाय योजना को पुन: चालू किया गया है।   बेटियों का सम्मान एवं सुरक्षा सर्वोपरिसीएम ने कहा कि हमारे लिये बेटियों का सम्मान एवं सुरक्षा सर्वोपरि है। इसके लिये प्रदेश में निरंतर कार्य हो रहे हैं। मध्यप्रदेश के न्यायालयों ने बेटियों के विरुद्ध अपराध पर 74 प्रकरणों में मृत्यु दण्ड की सजा सुनाई है। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप पर कार्यउन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है सभी को बुनियादी सुविधाएँ सुनिश्चित करना। प्रदेश में रोजगार के अधिक से अधिक अवसरों के लिये सरकार में भर्ती के अलावा निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा रहा है। हमारे समय 3 लाख करोड़ का निवेश प्रदेश में आया है। प्रदेश में उद्योगों का जाल बिछाया जा रहा है। विभिन्न क्लस्टर आ रहे हैं। कोरोना काल में 17 नये उद्योग लगना प्रारंभ हुए हैं। प्रदेश में "स्टार्ट योअर बिजनेस इन 30 डेज'' के माध्यम से उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल भी बनाई जा रही है।   कोई भी गरीब बिना छत के नहीं रहेगाशिवराज ने कहा कि आगामी वर्षों में कोई भी गरीब बिना छत के नहीं रहे, इस योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। गरीब को एक दिन की मजदूरी में पूरे महीने का राशन मिल जाये, इसके लिये एक रुपये किलो पर उन्हें गेहूँ, चावल और नमक दिलाये जा रहे हैं। प्रदेश में 37 लाख नये गरीबों को पात्रता पर्ची जारी कर यह सुविधा दी जा रही है।   कोई भी स्कूल बंद नहीं किया जायेगामुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रदेश में किसी भी स्कूल को बंद किये जाने की कोई योजना नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने के लिये हर 20-25 किलोमीटर पर सी.एम. राइज सकूल खोले जायेंगे जो अध्ययन की आधुनिकतम सुविधाओं से सुसज्जित रहेंगे। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत छठवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा देने के पूरे प्रयास किये जायेंगे।   सभी के लिये स्वास्थ्यमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति को अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिल सके, इसके लिये सभी शासकीय अस्पतालों को उत्कृष्ट बनाया जा रहा है। प्रदेश  में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 2 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं, जिनके माध्यम से एक साल में 5 लाख तक का नि:शुल्क इलाज चिन्हित निजी अस्पतालों में मिल सकेगा।महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाया गयाउन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाया जा रहा है। उनके खातों में 1150 करोड़ रुपये बैंकों के सहयोग से डाले गये हैं। प्रदेश में लोकल को वोकल बनाया जा रहा है। एक जिला-एक उत्पाद योजना में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में 2 लाख स्ट्रीट वेण्डर्स को 10-10 हजार रुपये स्व-रोजगार के लिये दिलाये गये हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के पथ व्यवसाइयों को 115 करोड़ रुपये व्यवसाय के लिये दिलवाये गये हैं। रोजगार के लिये प्रत्येक जिले में हर माह रोजगार मेले लगाये जा रहे हैं।   मन, बुद्धि एवं आत्मा के सुख का भी ध्यानसीएम ने कहा कि हमारी सरकार मन, बुद्धि और आत्मा के सुख पर भी पूरा ध्यान दे रही है। मन के सुख के लिये लोक-कलाओं, सांस्कृतिक गतिविधियों तथा खेलकूद आदि को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। हर पंचायत में एक खेल मैदान बनाये जाने की योजना है। बुद्धि के सुख के लिये हमारी प्रतिभाओं के प्रकटीकरण के प्रयास किये जा रहे हैं। बच्चों के बौद्धिक विकास पर जोर दिया जा रहा है। आत्मा के सुख के लिये अधिक से अधिक लोक-कल्याण किया जा रहा है। कोरोना काल में मध्यप्रदेश की जनता ने दूसरे राज्यों के प्रवासी मजदूरों की सेवा का जो कार्य किया है, वह बहुत बड़ा आत्मिक सुख है।   सभी वर्गों के कल्याण के लिये कार्यप्रदेश में अनुसूचित-जाति, अनुसूचित-जनजाति, पिछड़ा वर्ग तथा सवर्ण सभी वर्गों के कल्याण के लिये कार्य किये जा रहे हैं। पांचवीं अनुसूची के संबंध में विचार किया जा रहा है। पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के लिये सरकार अपना पक्ष मजबूती से रख रही है। अनुसूचित-जनजाति वर्ग एवं गरीबों को साहूकारों के चंगुल से छुड़ाने के लिये अवैध ऋणों को शून्य घोषित किया गया है। सवर्ण आयोग बनाया जा रहा है।   माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाहीमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न प्रकार के माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में 1500 भू-माफियाओं से 3 हजार 300 एकड़ भूमि छुड़वाई गई है। चिटफण्ड कम्पनियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए लोगों को उनकी राशि भी वापस कराई जा रही है।पर्यावरण की सुरक्षा में सभी सहयोग देंमुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि उन्होंने संकल्प लिया है कि वे एक वर्ष तक रोज एक पेड़ लगायेंगे। हम सभी का कत्र्तव्य है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगायें एवं उनकी सुरक्षा करें। हमें अपने नदी, पहाड़ों एवं पूरी प्रकृति का संरक्षण करना है। उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा में सभी के सहयोग की अपील की।

Kolar News

Kolar News 26 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि जहां राहुल गांधी के पांव पड़े वहां कांग्रेस का बंटाधार हुआ है। राहुल गांधी ने पहले उत्तर भारत को कांग्रेस मुक्त किया अब वे दक्षिण राज्यों के दौरे पर हैं। गुजरात निकाय चुनाव नतीजों पर सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। कांग्रेस कभी भी जनता और जमीन से जुड़ी राजनीति नहीं करती। जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के साथ खड़ी है।    दरअसल सीएम शिवराज ने मंगलवार रात अपने निवास पर बयान देते हुए राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जहाँ-जहाँ पाँव पड़े राहुल गांधी के, तहाँ-तहाँ कांग्रेस का बंटाधार! उन्होंने पहले उत्तर भारत को कांग्रेस मुक्त कर दिया, अब दक्षिण को चले हैं! हमारे और जनता के लिए पूरा देश एक है। कांग्रेस भारत को उत्तर और दक्षिण में बाँटना चाहती है, जनता ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देगी।   उन्होंने कहा कि चलो, राहुल जी ने अब दक्षिण भारत को भी ‘कांग्रेस मुक्त’ करने का बीड़ा उठा लिया है। ये एक अलग ही तरह की उत्तर वर्सेस दक्षिण की राजनीति है, जो हम और आप नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर पहले भारत और पाकिस्तान को बांट दिया। ये राहुल नहीं उनकी बांटने वाली मानसिकता बोल रही है। जनता ऐसे कुत्सित प्रयास सफल नहीं होने देगी। हमारे लिए तो पूरा भारत एक है, श्रेष्ठ है।   बता दें कि आज सुबह राहुल गांधी ने कहा कि मैं पहले 15 साल उत्तर भारत से सांसद था और मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। वहीं मेरे लिए केरल आना बेहद ताजगी भरा रहा, क्योंकि मैंने देखा कि यहां लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और वो इनके विस्तार में जाते हैं।

Kolar News

Kolar News 24 February 2021

भोपाल। प्रदेश में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, लेकिन राजनीतिक समागमों में न मास्क का ध्यान रखा जा रहा है, न सोशल डिस्टेंसिंग का। यहां तक कि मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान भी कई विधायक बिना मास्क के दिखाई दिए। इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि बीमारी देखकर नहीं आती, सांसद-विधायक और जनप्रतिनिधि सभी को मास्क लगाना चाहिए।   मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बुधवार को कहा है कि बीमारी आम और खास को देखकर नहीं आती है। विधायक, सांसद या मंत्री या किसी भी वर्ग के लोग हों उन सभी को मास्क लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मास्क लगाना हमारे और हमारे परिवार की सुरक्षा के लिए है। मैं सभी से निवेदन करूंगा कि सभी अनिवार्य रूप से मॉस्क लगाएं। खास कर जहां भीड़ है या जब हम सार्वजनिक स्थान पर हों। सारंग ने कहा कि कोरोना से पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है,  यह चिंता का विषय है। संक्रमण को रोकने के लिए जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई है। जिसमें स्थिति के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना गया नहीं है, उसकी गति मध्यम हुई थी। मध्यप्रदेश सरकार ने मरीजों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की है। महाराष्ट्र की सीमा से सटे जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। मॉस्क और सोशल डिस्टेसिंग के लिए जनजागरण अभियान भी चला रहे हैं।   कांग्रेस द्वारा की जा रही कोरोना महामारी पर खर्च के संबंध में श्वेत पत्र की मांग को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस किस मुंह से श्वेत पत्र लाने की बात कर रही है। जब प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी,  उस दौरान कोरोना वायरस आ चुका था। कांग्रेस सरकार उस समय जैकलिन के ऊपर करोड़ों रुपए खर्च करने की तैयारी में थी। हमारी सरकार ने तो लोगों को कोरोना से बचाने का काम किया है। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के दौरान 35 टेस्ट प्रदेश में हुआ करते थे,  जो कि अब 35 हजार हो रहे हैं।    

Kolar News

Kolar News 24 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्रवाई हंगामे के साथ शुरू हुई। प्रश्नकाल के बाद संसदीय कार्य मंत्री द्वारा सरकार द्वारा लव जिहाद को रोकने के लिए लाए गए धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश को पटल पर रखा। साथ ही सहकारी सोसायटी संशोधन अध्यादेश, लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अध्यादेश, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग संशोधन अध्यादेश, मध्य प्रदेश नगर पालिका विधि संशोधन अध्यादेश पटल पर रखे। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर जमकर हंगामा किया और सदन से  बहिर्गमन कर दिया।   मप्र के बजट सत्र में बुधवार को प्रश्नकाल से सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान सरकार और विपक्ष आमने सामने हो गए। बरगी से कांग्रेस विधायक संजय यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बड़ा देव मंदिर के निर्माण में स्वीकृत राशि खर्च नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार आदिवासी विरोधी है। कमलनाथ सरकार ने इस मंदिर के लिए पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने एक करोड़ 99 लाख रुपये स्वीकृत किए थे लेकिन सरकार ने पूरी राशि स्वीकृत नहीं की है। इसका जवाब पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने दिया। इस पर कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम में विधायकों को शांत कराया।   इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन को बताया कि हमारी सरकार विकास कार्यों में किसी तरह का भेदभाव नहीं करती है। विधायक चाहे सत्ता पक्ष का हो या फिर विपक्ष का, सभी के क्षेत्र में समान रूप से विकास किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब कर्ज माफी कमलनाथ सरकार ने की थी तब जो सूची बनी थी उसमें से बीजेपी विधायकों के क्षेत्र के किसानों के नाम गायब कर दिए गए थे। विधायक के आरोपों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सदन में कहा कि विधायक की रूचि सिर्फ आरोप लगाने में है, न सवाल पूछने में। हमारी सरकार अनुसूचित जनजाति विरोधी नहीं है।   इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने रायसेन स्थित सोम डिस्टलरी के प्लांट में अवैध रूप से 20 स्प्रिट टैंक बनाए जाने का मामला उठाया। उन्होंने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से पूछा कि क्या सोम डिस्टलरीज ने अवैध रूप से स्प्रिट टैंक बनाए हैं? डिस्टलरीज में आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी पदस्थ रहते हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? वित्त मंत्री ने सदन में यह स्वीकार किया कि सोम डिस्टलरीज ने 20 स्प्रिट टैंक अवैध रूप से बनाए। इसके बाद गत 22 जनवरी को कंपनी को बंद करा दिया गया है। यह विभाग की बड़ी चूक है कि यह टैंक वर्ष 2014 में बनकर तैयार हो गए थे। उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि इसके लिए जो भी अधिकारी कर्मचारी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।   शून्यकाल के दौरान संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सरकार द्वारा लव जिहाद को रोकने के लिए लाए गए धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश को पटल पर रखा। इसके साथ ही उन्होंने सहकारी सोसायटी संशोधन अध्यादेश, लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अध्यादेश, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग संशोधन अध्यादेश, मध्य प्रदेश नगर पालिका विधि संशोधन अध्यादेश भी पटल पर रखे। इसी बीच कांग्रेस विधायकों ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों का मुद्दा सदन उठाया और जमकर हंगामा किया।  पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि महंगाई के खिलाफ हमारा यह विरोध जारी रहेगा। कांग्रेस के विधायक महंगाई के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन के बाहर चले गए।   कांग्रेस के विधायक कमलेश्वर पटेल ने सीधी बस हादसे पर सदन में काम रोक कर चर्चा कराए जाने की मांग उठाई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि गंभीर मामलों में राजनीति करना ठीक नहीं है। फिलहाल, सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नोंकझोक जारी है।

Kolar News

Kolar News 24 February 2021

अनुपपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा जन्मोत्सव 2021 के तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को उद्गम स्थल पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना के बाद कन्याओं का पूजन किया। इस अवसर पर 108 कन्याओं का पूजन किया गया। कन्या पूजन के बाद सामूहिक कन्या भोज भी कराया गया। मुख्यमंत्री ने स्वयं कन्याओं को भोजन परोसा।   मुख्यमंत्री भण्डारा कार्यक्रम में हुए शामिल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती के अवसर पर मां नर्मदा मंदिर द्वारा आयोजित विशाल भंडारा समारोह में भी शामिल हुए। उन्होंने भण्डारे के दौरान साधु-संतों का शाल एवं श्रीफल से सम्मान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह समेत जनप्रतिनिधि, साधु-संत एवं आमजन उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 19 February 2021

भोपाल। पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस ने शनिवार को मध्यप्रदेश बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस के इस बंद को सफल बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने व्यापारियों से अपील की है। उन्होंने इसके लिए एक वीडियो जारी किया है। शनिवार को आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर प्रदेश में सभी कुछ बंद करने की बात कांग्रेस ने कही है। वहीं, यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता इसके लिए अभियान चला रहे हैं।   पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक वीडियो जारी करके  कहा है कि पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों से जनता परेशान हो रही है। प्रदेश सरकार जनता को राहत पहुंचाने के बजाय टैक्स वसूली में लगी है। सरकार के खिलाफ और आम लोगों को राहत देने के इरादे से कांग्रेस ने 20 फरवरी को मध्यप्रदेश बंद का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि इस बंद में शामिल होकर सरकार को जगाने में साथ दें।   प्रदेश के सभी शहरों में बंद की जवाबदारी यूथ कांग्रेस को सौंपी गई है। इसके चलते शुक्रवार को दिन भर कार्यकर्ता बाजारों में घूम-घूमकर व्यापारियों से शनिवार को अपनी दुकानें बंद रखने का आह्वान करेंगे। इसके साथ ही उनसे बंद के समर्थन में सहमति भी ली जा रही है। मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आह्वान पर हम प्रदेश भर में शांति पूर्ण बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बंद शनिवार दोपहर तक रहेगा। इस दौरान हम जबरन बंद नहीं कराएंगे। यह पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। व्यापारियों से इसके समर्थन में बंद करने का अनुरोध करेंगे। हमने आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को बंद से बाहर रखा है। सिर्फ किराने, बर्तन, इलेक्ट्रानिक्स  और अन्य दुकानदारों से अपना कारोबार शनिवार दोपहर बंद रखने के लिए कह रहे हैं। त्रिपाठी ने कहा कि बड़ी संख्या में व्यापारियों ने इसका समर्थन दिया है।

Kolar News

Kolar News 19 February 2021

सीधी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती पर तीन दिवसीय मां नर्मदा जन्मोत्सव में शामिल होने अमरकंटक प्रवास पर है। इस दौरान वे अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ अमरकंटक में मां नर्मदा का पूजन और आशीर्वाद लेने के साथ ही वहां की प्राकृतिक सौदर्यता को भी निहारने पहुंच रहे है। शुक्रवार को सीएम शिवराज शंभुधारा पहुंचे जहां उन्होंने पत्नी साधना सिंह के साथ कुछ वक्त व्यतीत किया और प्रकृति का आनंद लिया। इस दौरान सीएम शिवराज ने वृक्षारोपण भी किया।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर इस दौरान की फोटो साझा करते हुए कहा ‘त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे! आज #NarmadaJayanti पर मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मैया के चरणों में कोटिश: प्रणाम! सही अर्थों में कल अमरकंटक के दर्शन किये, इसके पहले मां नर्मदा मंदिर आकर दर्शन कर वापस लौट जाते थे; लेकिन कल माई की बगिया गये। कहते हैं कि नर्मदा मैया यहां बचपन में खेलती थीं और वहीं से प्रकट होकर आगे बढ़ती हैं। माई की बगिया में बैठ जाओ, तो जाने का मन नहीं करता है। आज शंभू धारा आये हैं। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य है। धारा का शांत जल और पक्षियों का कलरव मन मोह लेता है। जल प्रपात का ऊपर से नीचे गिरता पानी अनूठे संगीत का सृजन करता है। मन करता है कि उस संगीत को सुनते रहो। संगीत में पक्षियों की चहचहाहट मिलकर और अद्भुत बना देती है।   आगे उन्होंने कहा कि शंभु धारा और लक्ष्मण धारा के पास बैठो, तो मन असीम आनंद से भर जाता है। अत्यंत सुंदर जल प्रपात, जहां लगातार कल-कल करते हुए जलधारा ऊपर से नीचे की ओर बहती रहती है। यही जलधारा आगे जाकर नर्मदा जी में मिलती है और उन्हें विशाल स्वरूप प्रदान करती है। मां नर्मदा के जल को समृद्ध करने वाली धाराओं का सबसे बड़ा स्रोत साल के वृक्ष और सघन वन हैं। साल के वृक्षों का अपने आप में एक संसार है। कई प्रजातियों के पेड़-पौधे हैं, वनस्पतियां हैं, औषधियां हैं। बॉक्साइट का पत्थर भी यहां है।   शंभुधारा में साल के वनों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देते हुए सीएम शिवराज  ने कहा कि साल के पेड़ का विशेष गुण है कि वर्षा जल को अपने आप में संचित करके रखता है और वर्षा के बाद बूंद-बूंद करके उस जल को छोड़ता रहता है। यहां के बॉक्साइट के पत्थर वॉटर रिचार्जिंग का काम करते हैं और यही जल बाद में नर्मदा जी का स्वरूप धारण कर लेता है। हम सब यदि यह चाहते हैं कि नर्मदा जी कल-कल, छल-छल करके सदा ऐसे ही बहती रहें, तो साल के वृक्ष और बॉक्साइट के पत्थरों को बचाना पड़ेगा। इसलिए भी यह जरूरी है कि इन वनों के प्राकृतिक स्वरूप की रक्षा की जाये। नर्मदा जी जो मध्य प्रदेश की जीवन रेखा हैं, तभी सुरक्षित रहेंगी। मन में यही संकल्प यहां से उपजा है कि इस दिशा में जो भी आवश्यक कदम होंगे, वह हम उठाएं। उन्होंने वृक्षों और वनों की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा वृक्ष केवल पर्यावरण के लिए नहीं हैं, मनुष्य पशु पक्षियों और जीव-जंतुओं के लिए भी जरूरी हैं। इसलिए आज #NarmadaJayanti के दिन से एक साल तक लगातार अगली नर्मदा जयंती तक मैं स्वयं एक पौधा प्रतिदिन लगाऊंगा, ताकि मैं तो पौधे लगाऊं ही, बाकी सब भी पौधरोपण के लिए प्रेरित हों। मनुष्य ने अंधाधुंध वनों का विनाश किया है। आज धरती पर मानव जीवन के अस्तित्व पर ही संकट मंडरा रहा है। जीव-जंतुओं के जीवन पर तो संकट है ही, इस धरती को बचाना हमारा धर्म है। इसलिए मैंने प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा आपसे भी अपील करता हूं कि वनों को बचाने में योगदान दीजिए और वर्ष में ज्यादा नहीं, तो एक पेड़ अवश्य लगाइये और उसे सुरक्षित रखिये ताकि फॉरेस्ट कवर बढ़ाकर धरती मां का जो हम पर ऋण है, उसको उतार सकें। पेड़-पौधों से ही धरती समृद्ध होगी।   सीएम ने लगाया पौधा इस दौरान सीएम शिवराज ने शंभुधारा में वृक्षारोपण भी किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज #NarmadaJayanti के अवसर पर मैंने अमरकंटक के शंभू धारा में रुद्राक्ष और साल का पौधा लगाया। मां नर्मदा के आशीर्वाद से मेरा एक वर्ष तक प्रतिदिन पौधे लगाने का लक्ष्य प्राप्त हो और हमारी धरा अनवरत अन्न व जल रूपी धन से समृद्ध रहे। हर हर नर्मदे!

Kolar News

Kolar News 19 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आगामी 22 मार्च से शुरू हो रहा है। यह सत्र 26 मार्च तक चलेगा। सत्र की शुरुआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी। सत्र के दौरान विधानसभा के आसपास के क्षेत्रों में धरना-प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। भोपाल कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश 22 फरवरी से 26 मार्च तक सुबह 6 बजे से रात्रि 12 बजे की अवधि में विभिन्न क्षेत्रों में लागू रहेगा।   कलेक्टर लवानिया द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है कि यह आदेश 74 बंगले के ऊपर वाली सडक़ से होते हुए रोशनपुरा चौराहा में लागू रहेगा। नवीन  विधायक विश्रामगृह के सामने वाला मार्ग पुराना, पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सब्बन  चौराहा, ओमनगर और वल्लभ नगर का समस्त झुग्गी क्षेत्र धारा 144 के तहत जारी आदेश का प्रभाव क्षेत्र माना जायेगा। यह आदेश डयूटी पर कार्यरत कर्मचारियों-अधिकारियों पर लागू नहीं होगा। शवयात्रा या बारात भी इस आदेश से मुक्त रहेंगे। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोरोना के संबंध में जारी आदेशों-निर्देशों, सोशल डिस्टेंसिंग गाइडलाइन एवं कार्य स्थल के एस.ओ.पी. का पालन करना अनिवार्य होगा तथा कंटेनमेंट जोन से किसी भी स्टाफ की कार्य स्थल पर उपस्थिति प्रतिबंधित रहेगी।   जारी आदेश के मुताबिक उल्लेखित क्षेत्र में पांच या उससे अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे। कोई व्यक्ति किसी जुलूस- प्रदर्शन का न तो निर्देशन करेगा और न उसमें भाग लेगा तथा न ही कोई सभा आयोजित की जायेगी। आदेश में यह साफ कर दिया गया है कि सत्र के दौरान कोई भी व्यक्ति चाकू या अन्य धारदार हथियार लेकर नहीं चलेगा। कोई भी व्यक्ति ऐसा कोई कार्य नहीं करेगा जिससे उद्योग और सार्वजनिक या निजी सेवाओं पर विपरीत असर पड़ता हो। प्रभावित क्षेत्र में पुतला दहन या किसी तरह के आंदोलन की सख्त मनाही की गई है।

Kolar News

Kolar News 18 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर रात सीधी में बस दुर्घटना के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली और दुर्घटना के कारणों की जानकारी लेते हुए राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने बस दुर्घटना के लिये एमपीआरडीसी के डीएम, एजीएम, मैनेजर और परिवहन अधिकारी को निलंबित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने उन तीन व्यक्तियों को 5-5 लाख रुपये का पुरस्कार देने की भी घोषणा की, जिन्होंने अदम्य साहस दिखाकर लोगों की जान बचाई। गौरतलब है कि सीधी में मंगलवार को हुए बस हादसे में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार दोपहर करीब 2.15 बजे सीधी के रामपुर नैकिन पहुंचे। वे यहां बस हादसे में मृत लोगों के घर पहुंचे और परिजनों को ढाढस बंधाया। कुछ जगह परिजन उनसे लिपटकर रो पड़े, तो शिवराज भावुक हो गए। इस दौरान उन्हें परिवार के गुस्से का भी सामना करना पड़ा। एक परिवार ने जाते-जाते उनसे कहा कि रहम मत कीजिए। सस्पेंड करना समाधान नहीं। जिम्मेदार लोग और पुलिसवालों को पद से हटाइए। मुख्यमंत्री  ने अब तक रामपुर नैकिन, चुरहट, पचोखर, पड़रिया, कुकरझर,संझहा, गांधीग्राम, गाढ़ा खोह, बुदरहा, अमहवा सहित कई गांव पहुंचकर मृतकों के परिवारजनों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त की और सहायता राशि 7 लाख रुपये के चेक प्रदान किये।मृतकों के परिजनों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने सीधी में रात 10.00 बजे अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि ये हृदय विदारक घटना है। जिम्मेदारों को छोड़ा नहीं जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के डिविजनल मैनेजर, एजीएम, मैनेजर समेत सीधी के आरटीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिये। बैठक में आईजी, कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी समेत कई अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि हृदय विदारक घटना से मैं अंदर से व्यथित हूं और इसे बेहद गंभीरता से ले रहा हूं। मैं दिनभर से जनता को सुन रहा हूं।बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिन्हें हमने खो दिया, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता, पर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों को सात-सात लाख रुपये की सहायता दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना का सही कारण तो जांच के बाद पता चलेगा पर आम जनता से जो फीडबैक मिला उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होना तथा बार-बार जाम लगने के कारण रोड का बस का मार्ग बदलना पड़ा। इसलिए मध्यप्रदेश रोड कॉर्पोरेशन के डीएम, एजीएम तथा मैनेजर को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस का निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने का दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी को भी निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीआरडीसी के बड़े अधिकारियों को मौके पर भेजकर घाटी में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाएगा। साथ ही रोड के खतरनाक मोड़ को समाप्त करने के लिए दीर्घकालीन कार्य योजना बनेगी। ट्रैफिक का दबाव घटाने के लिए रीवा गड्डी रामपुर नैकिन रोड तथा जिगना भरतपुर रोड का निर्माण शीघ्र पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने राहत तथा बचाव कार्य में तत्परता के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की प्रशंसा की। उन्होंने बचाव कार्य मे उत्कृष्ट कार्य करने पर शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया तथा सतेन्द्र शर्मा को 5-5 लाख का पुरस्कार देने की भी घोषणा की।

Kolar News

Kolar News 18 February 2021

भोपाल। सीधी जिले के बाणसागर नहर में 16 फरवरी को हुए दर्दनाक बस हादसे में 51 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार की नींद टूटी है। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के एसीएस को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश में सख्त चेकिंग अभियान चलाने के आदेश के बाद आज से चैकिंग अभियान शुरू हुआ है। गुरुवार सुबह खुद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बसों का निरीक्षण करने सडक़ पर उतरे।   परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सुबह करीब 10 बजे औचक निरीक्षण पर निकले हैं। उनके साथ परिवहन विभाग के आला अधिकारियों की टीम मौजूद रही। परिवहन दस्ते के साथ मंत्री ने होशंगाबाद रोड स्थित 11 मील क्षेत्र में पहुंचे और वहां से गुजर रही बसों की चेकिंग व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चेकिंग अभियान सिर्फ सात दिन नहीं, बल्कि निरंतर चलेगा। नियमों का पालन नहीं करने वाले ड्राइवरों के लाइसेंस निरस्त होंगे। किसी भी अफसर और परिवहन माफिया को नहीं बख्शा जाएगा। चेकिंग के दौरान दो बसें ओवरलोडेड मिलीं और दो में साइड ग्लास, हेड लाइट, इमरजेंसी गेट नहीं मिले। इन बसों को रोक लिया गया है। डिप्टी परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना ने कहा कि यात्रियों को छोडऩे के बाद बसों को जब्त किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 18 February 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुए बस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने हादसे में दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करते हुए लापता लोगों के शीघ्र सुरक्षित मिलने की कामना की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुई सडक़ दुर्घटना के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना के लोकार्पण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। कार्यक्रम का लोकार्पण करने मिंटो हॉल पहुंचे सीएम शिवराज ने स्वयं कार्यक्रम स्थगित किए जाने की सूचना दी। उन्होंने कहा कि मेरा दिल, दिमाग, आत्मा और मन पूरी तरह से सीधी हादसे और यात्रियों में लगा हुआ है। मैं लगातार सीधी प्रशासन के संपर्क में हूं और आज का कार्यक्रम स्थगित करते है, इसको किसी ओर अवसर पर करेंगे।   इसके अलावा सीएम शिवराज ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताते हुए कहा ‘सीधी में सतना जा रही बस के नहर में गिरने से हुए हादसे में कई अनमोल जिंदगियों के काल कवलित होने के समाचार से बहुत दु:ख हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने और लापता लोगों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं। एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने बताया कि मैंने सीधी कलेक्टर से दुर्घटना के मामले में बात कर रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश दिये हैं। नहर के जलस्तर स्तर को कम करने के लिए बाणसागर की ओर से आने वाले पानी को भी रोक दिया गया है। मौके पर एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम मौजूद है। मैं सतत अधिकारियों के संपर्क में हूं।

Kolar News

Kolar News 16 February 2021

भोपाल। सीधी बस हादसे में अब तक 38 यात्रियों के शव बाहर निकाले जा चुके है। वहीं 7 लोगों को बचाया गया है, बताया जा रहा है कि बस में करीब 60 लोग सवार थे। मरने वालों में स्टूडेंट, महिला और बुजुर्ग सब शामिल हैं। सीएम शिवराज ने आज होने वाले कई बड़े कार्यक्रम कैबिनेट मीटिंग, गृह प्रवेशम् कार्यक्रम स्थगित कर दिए है। भीषण सडक़ हादसे को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अन्य लोगों ने गहरा दुख जताया है।   गृहमंत्री अमित शाह ट्वीट कर घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ बस हादसा बहुत दु:खद है, मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से बात की है। स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव के लिए हर संभव मदद पहुंचा रहा है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।   राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना पर खेद व्यक्त करते हुए लिखा- सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिरने से हुए हादसे में कई नागरिकों के दुखद निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है वे सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें।   सागर में मंत्री गोपाल भार्गव ने सीधी बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है, उन्होंने कहा कि लापरवाही किस की है इसकी जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी, लोगों को सावधानी रखनी चाहिए जिससे ऐसी घटनाएं दोबारा न हो। बस ओवर लोड थी या क्या लापरवाही हुई इसकी जांच की जाएगी।   बता दें कि हादसा सीधी जिले में मंगलवार सुबह बाणसागर नहर में हुई है। यहां सतना जा रही एक यात्री बस अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। बस में करीब 60 लोग सवार थे। इनमें से अब तक 38 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। अभी भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

Kolar News

Kolar News 16 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में गत दिवस जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत के मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में माफिया राज वापस आ रहा है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि उज्जैन में जहरीली शराब से 14 की एवं मुरैना में 25 की मृत्यु के बाद अब छतरपुर में शराब से 4 लोगों की दुखद मौत हो गई। शिवराज जी, ये शराब माफिया कब तक यूं ही लोगों की जान लेते रहेंगे? आखिर ये माफिया कब गड़ेंगे, कब टगेंगे, कब लटकेंगे, आपका बदला हुआ मूड कब इन माफियाओं को दिखेगा?   उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है कि रेत माफिया, भू माफिया, वन माफिया, शराब माफिया सब तरह के माफिया आपकी सरकार आते ही वापस बेखौफ, रोज सरकार को खुली चुनौती दे रहे हैं। आपके सारे दावे जुमले साबित हो रहे हैं। हमने 15 माह में ही प्रदेश को माफियामुक्त व भयमुक्त बनाने की दिशा में ठोस काम किया था लेकिन आपकी सरकार में प्रदेश वापस माफिया युक्त बनता जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 15 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सोमवार को उनके निवास पर पर्यावरण और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने चाय पर चर्चा की और विभागीय योजनाओं से अवगत करवाया।    मंत्री डंग ने मुख्यमंत्री चौहान को बताया कि किसानों को कुसुम योजना के अंतर्गत विद्युत उत्पादन के प्रावधानों का लाभ दिलवाया जा रहा है। यह क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है। व्यापक रूप से योजना लागू होने पर इसमें किसान को जहां सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली मिलेगी, वहीं विद्युत के स्टोरेज की व्यवस्था होने से अतिरिक्त उत्पादन की राशि किसान के खाते में जाएगी। पारेषण की हानि को रोकने में सफलता मिलेगी। इससे जहां सरकार का भी लाभ होगा, वहीं किसान को दिन के समय में 10 घंटे लाइट की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।   डंग ने बताया कि शासकीय भवनों में भी सौर ऊर्जा से विद्युत प्रदाय की योजना सफल हो रही है। शासकीय कार्यालयों की छत पर संयंत्र की स्थापना कर रूफ टॉप योजना को लोकप्रिय बनया गया है। नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में नई सोलर नीति के क्रियान्वयन के साथ ही विंड एनर्जी उत्पादन और इसके उपयोग को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 15 February 2021

भोपाल। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ी पेट्रोल डीजल की कीमतों पर लगने वाले करों में सरकार से राहत देने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने सरकार को प्रदेशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है।   कमलनाथ ने रविवार को एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें आसमान छूती जा रही है, वह उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। जनता निरंतर राहत की मांग कर रही है लेकिन केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार करो में कोई कमी नहीं कर जनता को राहत प्रदान नहीं कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष में भाजपा के लोग पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर विरोधस्वरुप खूब साइकिल चलाते थे, बेल गाड़ी यात्रा निकालते थे, बड़े-बड़े धरने देते थे, खूब भाषण देते थे, आज अनकी साइकिलें गायब है, विरोध प्रदर्शन ग़ायब है? मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सप्ताह में एक दिन वो और उनके मंत्री, साइकिल से मंत्रालय जाएँगे लेकिन आज पता नहीं उन सभी की साइकिल कहां पंचर पड़ी है?   कमलनाथ ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करो में कमी कर जनता को तत्काल राहत प्रदान करें अन्यथा कांग्रेस इसके लिये प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी। भाजपा सत्ता में आते ही भले जनता को भूल जाये लेकिन हम जनता के साथ खड़े हैं, खड़े रहेंगे और जनता की हर लड़ाई को सडक़ों से लेकर सदन तक लड़ेंगे।

Kolar News

Kolar News 14 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और विदिशा रायसेन संसदीय क्षेत्र की सांसद रही स्व श्रीमती सुषमा स्वराज की जयंती पर उन्हें नमन किया।   सीएम शिवराज ने मुख्यमंत्री निवास पर सभा कक्ष में श्रीमती स्वराज के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, विधायक कृष्णा गौर और सुमित पचौरी ने भी श्रीमती स्वराज को नमन किया । विदिशा में स्थापित होगी प्रतिमा इस अवसर पर सुषमा स्वराज की सेवाओं का स्मरण किया गया। मुख्यमंत्रीचौहान ने बताया  कि विदिशा  टाउन हॉल में सुषमा स्वराज की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 14 February 2021

उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग शुरू हुआ। इंदौर रोड स्थित होटल मित्तल एवेन्यू में दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश सह प्रभारी पंकजा मुण्डा, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस प्रशिक्षण वर्ग का शुभारम्भ किया।    प्रशिक्षण वर्ग के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता, प्रदेश सरकार के अनेक मंत्री और विधायक इस वर्ग में विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत, प्रदेश के मंत्रीगण व पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।

Kolar News

Kolar News 12 February 2021

उज्जैन। भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे। उन्होंने महाकाल मंदिर में दर्शन किए और मंदिर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि मंदिर में सफाई और निखार लाने की जरूरत है।   भाजपा विधायकों के दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में भाग लेने के लिए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को इंदौर से उज्जैन पहुंचे। उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए। इसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उज्जैन तो बाबा महाकाल का स्थान है, हमारा घर भी है। पीढ़ियों से इस मंदिर के साथ सिंधिया परिवार की भावनाएं जुड़ी हुई है। इस मंदिर को हम एक भव्य रूप प्रदान करवाना चाहते हैं। इसी के लिए 15वें वित्त आयोग से निवेदन किया था कि बाबा महाकाल मंदिर का जो पुराना निखार है उसे वापस लाने के लिए हमें कोशिश करनी चाहिए। इस काम के लिए मैंने 75 करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसकी मंजूरी मिल गई है। सिंधिया ने कहा कि मंदिर में प्राचीनता ज्यादा होना चाहिए। गर्भगृह में जो चांदी लगवाई गई थी, उसकी सफाई की जरूरत है। यहां जो पुराने काले पत्थर लगे हैं उनमें भी निखार आना चाहिए। इन सभी कामों को उस योजना में सम्मिलत किया जाएगा।   इंदौर में स्व माधवराव सिंधिया का प्रतिमा स्थल देखाउज्जैन पहुंचने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की प्रतिमा के लिए प्रस्तावित स्थल देखा। स्व. माधवराव सिंधिया की बंगाली चौराहा स्थित प्रतिमा को गोयलनगर जैन मंदिर के सामने शिफ्ट करना है या नहीं, यह देखने शुक्रवार सुबह खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। नए स्थान को देखने के बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिमा विस्थापन से बंगाली चौराहे पर फ्लायओवर ब्रिज पर आमजन को आने-जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता, कलेक्टर, कमिश्नर एवं अन्य अधिकारियों के साथ भी उन्होंने चर्चा की और उज्जैन रवाना हो गए।

Kolar News

Kolar News 12 February 2021

इंदौर। मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर इन दिनों खूब राजनीति हो रही है। उमा भारती के शराबंदी अभियान के एलान के बाद कांग्रेस ने उन्हें समर्थन देने की बात कही है। वही इस बीच अब प्रदेश की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर का शराबबंदी को लेकर अजीबो गरीब बयान सामने आया है। उनका कहना है कि जिन राज्यों में शराबबंदी हुई है वहां ज्यादा अपराध और अराजकता फैली है।   कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने दावा किया कि जिन राज्यों में शराबबंदी हुई है वहां अपराधए अवैध शराब की ब्रिकी और अराजकता ज्यादा है। यकीन न हो तो उनके आंकड़े उठाकर देख लीजिए। इसलिए शराबबंदी से ज्यादा जरूरी लोगों को जागरूक करना है। मंत्री ने कहा कि शराबबंदी की चर्चा गली चौराहे पर नहीं कैबिनेट में होनी चाहिए। शराब न केवल आदमी पीता है, बल्कि उसके दुष्परिणाम उसके परिवार को झेलने पड़ते हैं।

Kolar News

Kolar News 11 February 2021

भोपाल। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत इन दिनों मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक्शन फिल्म ‘धाकड़’ की शूटिंग कर रही हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कंगना ने गत दिनों ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने आंदोलनकारियों को आतंकवादी बताया था। इस बयान को लेकर युवक कांग्रेस द्वारा फिल्म की शूटिंग रोकने की चेतावनी देने के बाद मप्र के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि कंगना रनौत इस प्रदेश की बहन बेटी है और उनकी सुरक्षा हमारा दायित्व है।   प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को ट्वीट किया है कि - ‘फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को चिचोली (बैतूल) के युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाए जाने के मामले में मैंने बैतूल एसपी से चर्चा की है, मप्र में कानून का राज है, बेटी कंगना रनौत को किसी से डरने की जरूरत नहीं है।’ इसके साथ ही गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने बैतूल एसपी से बात कर उन्हें निर्देश दिये हैं कि कंगना रनौत की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए और आंदोलन करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कारवाई होनी चाहिए। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को भी इस तरह के कांग्रेसियों को संभालने की नसीहत दी है।   दरअसल, जिले के सारणी पावर प्लांट मे धाकड़ फिल्म की शूटिंग कर रही सुप्रसिद्ध अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किसानों को तथाकथित रुप से आतंकवादी कहे जाने पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बुधवार को विरोध स्वरुप तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कंगना रनौत से अपने बयान पर माफी मांगने की बात कही गई।   प्रदेश कांग्रेस सेवादल के सचिव मनोज आर्य एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नेकराम यादव ने बताया कि अभिनेत्री कंगना ने देश के किसानों को आतंकवादी कह कर पूरी किसान बिरादरी का अपमान किया है, जबकि किसानों को देश का अन्नदाता कहा जाता है, इसलिए कंगना रनौत अपने बयान पर किसानों से माफी मांगे, अन्यथा कांग्रेसियों के नेतृत्व में सारणी पहुंचकर उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही चेतावनी दी कि फिल्म की शूटिंग नहीं करने दी जाएगी। मनोज आर्य ने आगे बताया कि 12 फरवरी तक माफी नहीं मांगे जाने पर 13 तारीख को चिचोली के बाजार चौक से किसान ट्रैक्टर रैली निकालकर खेड़ी बैतूल रानीपुर घोड़ाडोंगरी होते हुए सारनी पहुंचेंगे तथा उग्र आंदोलन करेंगे। 

Kolar News

Kolar News 11 February 2021

भोपाल। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंगलवार को राज्यसभा में दिये गए गयान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। उनके इस बयान की निंदा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह ने उनसे पूछा है कि मोदी जी आप क्या हैं? परजीवी, भाषणजीवी, आंदोलनजीवी स्वजीवी? इधर, प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्विजय के बयान की कड़ी आलोचना की है।   मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर इशारों ही इशारों में तंज कसा है। उन्होंने तंज कसते हुए एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें भाजपा के कई वर्तमान नेताओं के पूर्व में किए गए आंदोलन की तस्वीरें बताई गई है। दिग्विजयसिंह ने उन्होंने बुधवार को सुबह किए ट्वीट में कहा है कि जब भगतसिंह जैसे युवा फांसी चढ़ रहे थे, तब गुरु गोलवलकर ने भी अपने स्वयंसेवकों से कहा था, 'आंदोलनजीवी 'पागलों' की टोली से दूर रहें। आंदोलनजीवियों ने फिर भी देश आजाद करा लिया। दिग्विजय ने इसके लिए हैशटेग भी दिया #आंदोलनजीवी vs #भाषणबाजी।   इधर, दिग्विजयसिंह के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासत गर्मा गई है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी दिग्विजय सिंह के बयान को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी को खुश करने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं। वे अपनी मानसिकता खो चुके हैं। वहीं, गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि कांग्रेस नेता अब अपना जनाधार खोते जा रहे हैं। वे ट्वीटर, टीवी और पेपर तक ही सीमित रह गए हैं।

Kolar News

Kolar News 10 February 2021

इंदौर। जल जीवन मिशन एक ऐसी अनूठी योजना है, जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर में नल जल पहुंचाने का संकल्प लिया है। मध्य प्रदेश में सांवेर ऐसा पहला विधानसभा क्षेत्र है, जहां पर सबसे पहले धरातल में यह योजना मूर्तरूप ले रही है। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को यह बात कहते हुए ग्राम झलारिया में 4 करोड़ 30 लाख 86 हजार रुपये की लागत से बनने वाली नल जल परियोजनाओं का भूमिपूजन किया।   कार्यक्रम में मंत्री सिलावट ने कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में गाँव और किसानों पर सरकार का फोकस है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सडक़ सहित सभी ज़रूरी और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सरकार बड़े जतन से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुझे सपनों में भी अपने ग्रामवासी भाइयों-बहनों की चिंता रहती है। उन्होंने कहा कि विगत उपचुनाव में जिस तरह से एक बड़े जीत का अंतर उन्हें मिला है, इससे वे अपने क्षेत्र की जनता के प्रति ज़्यादा जवाबदेह हो गए हैं। क्षेत्र का विकास और जन समस्याओं का निराकरण ही उनकी प्राथमिकता है।    मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नल जल परियोजनाओं का कार्य समयसीमा में पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें और क्षेत्र में प्रगति को एक नया आयाम प्रदान करें। उन्होंने झालरिया गांव में राम मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में हम सभी की सहभागिता भी होनी चाहिए। उन्होंने गांव के तालाब का गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के निर्देश भी दिए।   उल्लेखनीय है कि जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के प्रयासों के फलस्वरूप सांवेर विधानसभा क्षेत्र के 190 गांवों को नल जल योजना से जोडऩे के लिये केन्द्र सरकार द्वारा 132 करोड़ 96 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई थी। इसी तारतम्य में आज 10 सांवेर विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम झलारिया, अम्बामोलिया, बाल्यायखेड़ा, हांसाखेड़ी और पानोड में जल जीवन मिशन अंतर्गत 430.86 लाख रुपये की लागत से शुरू हो रहे कार्यों का मंत्री सिलावट द्वारा भूमिपूजन किया गया।

Kolar News

Kolar News 10 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिये गये। बैठक में मंत्री परिषद ने राजस्व पुस्तक परिपत्र में आवश्यक संशोधनों की मंजूरी देने के साथ ही बनी (हरबाखेड़ी) मध्यम सिंचाई परियोजना के लिए 93 करोड़ 75 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी। परियोजना से 3, 050 हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी। इसके साथ ही मंत्रि-परिषद ने आदिम-जाति कल्याण विभाग का नाम बदलकर जनजातीय कार्य विभाग करने का भी निर्णय लिया।   प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रि-परिषद ने राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ: क्रमांक 4 परिशिष्ट-1 में वन्य-प्राणियों द्वारा भी मकान पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से क्षत्रिग्रस्त होने पर आर्थिक अनुदान सहायता दी जाने  का प्रावधान जोड़ा जाने की मंजूरी दी। वर्तमान में इस परिशिष्ट में किसी भी प्रकार के प्राकृतिक प्रकोप या आग लगने के कारण मकान पूर्ण/आंशिक रूप से नष्ट होने पर अनुदान सहायता का प्रावधान था।   इसी प्रकार राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ: क्रमांक 4 परिशिष्ट-1 में वर्तमान में प्राकृतिक प्रकोप या अग्नि दुर्घटना के कारण पीड़ित परिवार के कपड़े, खाद्यान्न एवं बर्तनों की हानि के लिए प्रति परिवार के मान से 5 हजार रुपये का आर्थिक अनुदान, 50 किलोग्राम खाद्यान्न (गेहूँ/चावल) एवं 5 लीटर केरोसीन तात्कालिक सहायता के रूप में देने का प्रावधान है। मंत्रि-परिषद ने इसके साथ वन्य-प्राणियों द्वारा हुई क्षति को भी जोड़ने की मंजूरी दी।   उन्होंने बताया कि आपदाओं के दृष्टिगत, पीड़ितों को तत्काल राहत सहायता उपलब्ध कराने के लिये एस.डी.आर.एफ. (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फण्ड) से राशि व्यय के संबंध में भारत शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के अनुक्रम में ऐसे मद, जिनके विषय में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 में कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, को भी भारत शासन के एस.डी.आर.एफ. के संबंध में जारी निर्देशों के आधार पर शामिल करने का प्रावधान किया गया है।   राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ: क्रमांक 4 में वर्तमान प्रावधान देय अनुदान सहायता से कम मूल्य की फसल क्षति हुई हो तो अनुदान सहायता उस मूल्य के बराबर देय होगी, किंतु एक कृषक को सभी फसलों के मामलों में राशि देय 5 हजार रुपये से कम नहीं होगीं। इस के स्थान पर मंत्रि-परिषद ने ''उपरोक्तानुसार देय अनुदान सहायता  से कम मूल्य की फसल क्षति हुई हो तो अनुदान सहायता उस मूल्य के बराबर देय होगी। प्रत्येक खाते के लिये सभी फसलों के मामले में देय राशि  5 हजार रुपये से कम नहीं होगी। ''प्रतिस्थापित करने की मंजूरी दी।   राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत वर्तमान प्रावधान के कारण देय फसल हानि की सहायता फसल के मूल्य के कई गुना अधिक है। ऐसे प्रकरण जहाँ अनुदान सहायता से कम मूल्य की फसल क्षति हुई हो, में उपरोक्तानुसार देय अनुदान सहायता से कम मूल्य की फसल क्षति हुई हो तो अनुदान सहायता उस मूल्य के बराबर देय होगी। मंत्रि-परिषद ने प्रत्येक खाते के लिये सभी फसलों के मामले में देय राशि 5 हजार रुपये से कम नहीं होगी, प्रावधानित करने की भी मंजूरी दी।

Kolar News

Kolar News 9 February 2021

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व तथा जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के प्रयासों के फलस्वरूप सांवेर विधानसभा क्षेत्र के 190 गांवों को नल जल योजना से जोडऩे के लिये केन्द्र सरकार द्वारा 132 करोड़ 96 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई थी। इसी तारतम्य में बुधवार, 10 फरवरी को सांवेर विकासखण्ड स्थित ग्राम झलारिया, अम्बामोलिया, बाल्याखेड़ा, हांसाखेड़ी और पानोड में जल जीवन मिशन अंतर्गत 430.86 लाख रुपये की लागत से शुरू हो रहे कार्यों का मंत्री सिलावट द्वारा भूमिपूजन किया जायेगा।    मंत्री सिलावट ने मंगलवार को जारी अपने बयान में कहा है कि सांवेर विधानसभा प्रदेश का पहला क्षेत्र है जहां प्रत्येक घर के लिये नल जल योजना हेतु राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। क्षेत्र की जनता को शासन की योजना का लाभ समयबद्ध तरीके से प्राप्त हो सके। इसलिए क्षेत्र के पांच ग्रामों में योजना के तहत संचालित होने वाले कार्यों का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नल जल योजना के तहत सांवेर के प्रत्येक गांव में स्थित हर घर, स्कूल और आंगनवाड़ी में नल द्वारा जल प्रदाय कर सांवेर वासियों को सुरक्षित पेयजल आसानी से उपलब्ध कराया जायेगा।   उक्त मिशन के तहत सांवेर के 1585 जनसंख्या वाले ग्राम झलारिया में 95.53 लाख रुपये की लागत से किये जा रहे निर्माण कार्यों के अंतर्गत 317 घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय कर 5700 मीटर की पाइप लाईन, 40 कि.ली. सम्पवेल तथा 75 कि.ली. की क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी का निर्माण किया जायेगा। इसी तरह 1764 जनसंख्या वाले ग्राम अम्बामोलिया में 104.62 लाख रुपये की लागत से किये जा रहे निर्माण कार्यों के अंतर्गत 353 घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय कर 6600 मीटर की पाइप लाईन, 20 कि.ली सम्पवेल तथा 100 कि.ली की क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी, 1129 जनसंख्या वाले ग्राम बाल्याखेड़ा में 68.63 लाख रुपये की लागत से किये जा रहे निर्माण कार्यों के अंतर्गत 235 घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय कर 2700 मीटर की पाइप लाईन, 20 कि.ली सम्पवेल तथा 50 कि.ली की क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी ; 1497 जनसंख्या वाले ग्राम हांसाखेड़ी में 86.76 लाख रुपये की लागत से किये जा रहे निर्माण कार्यों के अंतर्गत 304 घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय कर 4200 मीटर की पाइप लाईन, 20 कि.ली सम्पवेल तथा 75 कि.ली की क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी तथा 1525 जनसंख्या वाले ग्राम पानोड में 75.32 लाख रुपये की लागत से किये जा रहे निर्माण कार्यों के अंतर्गत 259 घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय कर 3900 मीटर की पाइप लाईन, 20 कि.ली सम्पवेल तथा 75 कि.ली की क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी का निर्माण किया जायेगा।

Kolar News

Kolar News 9 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राइस मिलर्स को नुकसान न हो, किसान को उनका हक मिले और जन-सामान्य को सही गुणवत्ता का चावल उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित करना राज्य शासन का कर्त्तव्य हैं। प्रदेश के राइस मिलर्स के हितों की रक्षा के लिये राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जायेंगे। इनकी समस्याओं से केन्द्र सरकार को भी अवगत कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह बातें मंगलवार को मंत्रालय में प्रदेश के राइस मिलर्स के प्रतिनिधि-मंडल को संबोधित करते हुए कही।   उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मिलर्स को धान, मिलिंग कर चावल जमा करने में कुछ कठिनाइयाँ हैं, जिनके निराकरण के लिये मध्यप्रदेश चावल उद्योग मंडल द्वारा कुछ सुझाव मुख्यमंत्री चौहान के समक्ष प्रस्तुत किए गए। इसमें प्रदेश की उष्णा मिलों से कस्टम मिलिंग करवाकर उष्णा चावल भारतीय खाद्य निगम में जमा करवाने तथा प्रोत्साहन राशि एक सौ रुपये प्रति क्विंटल करने संबंधी सुझाव प्रमुख हैं।   बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई, विभागीय अधिकारी, मध्यप्रदेश चावल उद्योग महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष आशीष अग्रवाल तथा महासंघ के अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 9 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अधिकारी-कर्मचारी पूरी क्षमता, समर्पण, ईमानदारी और परिश्रम से कार्य कर प्रदेश की जनता के कल्याण को सुनिश्चित करें। कलेक्टर्स, विभागीय अधिकारी और उनका अमला प्रदेश के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ दें। विकास के लिए हम सब एक हैं। यदि हमारे प्रयासों में कोई कमी रह जाती है, तो यह प्रदेश का अहित होने का पाप भी होगा। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कही। इस दौरान उन्‍होंने प्रदेश के जिलों के कलेक्टर्स और सभी कमिश्नर्स, आई.जी. और एस.पी स्तर के अधिकारियों से प्रथम सत्र में संवाद किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि निर्धारित एजेंडा के अनुसार मासिक समीक्षा होगी। माह में 29 दिवस काम और एक दिन समीक्षा होगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह मासिक समीक्षा सु-शासन का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने मिलावटियों और माफियाओं के विरूद्ध पूरी ताकत से अभियान जारी रखने को कहा। वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।   अच्छे कार्य के लिए पीठ थपथपाएंगे मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों की पीठ थपथपाई जाएगी। जो अधिकारी परिणाम नहीं देंगे, तो वे उन पदों पर आसीन नहीं रहेंगे। निष्पक्ष मूल्यांकन करते हुए श्रेष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों की प्रशंसा भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दृष्टि में सभी समान हैं। मन में किसी तरह का राग-द्वेष किसी के लिए नहीं है।   माफिया के विरूद्ध जारी रहे कार्यवाही मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया के विरुद्ध पूरी सख्ती से कार्यवाही जारी रहे। चिन्हित अपराधों पर अच्छी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के लिए 3 जिलों बैतूल, सतना, रीवा को मुख्यमंत्री ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि गुमशुदा बच्चों को तलाशने का कार्य अच्छा हुआ है। सायबर क्राइम भी इसी तत्परता से रोके जाएं।   कॉन्फ्रेंस में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने जानकारी दी कि 12 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ हुए बलात्संग के प्रकरणों में गत चार वर्ष में 25 मामलों में मृत्यु-दण्ड की सजा सुनाई गई है। इन मामलों में आरोपियों ने न्यायालयों में अपील की है जिसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। महिला अपराध और आदतन अपराधियों के विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। बालिकाओं के अपहरण प्रकरणों की समीक्षा की गई। जनवरी 2021 में संचालित ऑपरेशन मुस्कान के फलस्वरूप कुल 2632 बालक-बालिकाओं की जानकारी प्राप्त कर उन्हें उनके परिवार तक पहुँचाने का कार्य किया गया।   मुख्यमंत्री ने पुलिस के इन प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने ऐसे परिवारों को अधिकार-पत्र दिए जाने के भी निर्देश दिए ताकि नाबालिग बालक-बालिकाओं की बरामदगी के संबंध में हो रहे प्रयासों से उनके परिजन अवगत रहें।   कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि नाबालिग बालक-बालिकाओं के गायब होने के मामलों में बैतूल, अशोकनगर, होशंगाबाद और सीहोर जिलों में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। इन जिलों को प्रकरणों में 75 से 90 प्रतिशत सफलता मिली है। मुख्यमंत्री ने इन जिलों को भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों का सामाजिक, मनोवैज्ञानिक अध्ययन भी करवाया जाए। बालिकाओं को सुरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा चलाया जा रहा सम्मान कार्यक्रम सराहनीय है। जागरूकता के प्रयास निरंतर चलना चाहिए।   एक माह में तोड़े 137 बड़े अतिक्रमण कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में भूमाफिया, गुंडा, बदमाश, अवैध कब्जाधारियों के विरूद्ध प्रभावी कदम उठाने वाले जिलों में देवास, छतरपुर, सिवनी, झाबुआ और निवाड़ी शामिल हैं। एक जनवरी से 31 जनवरी तक 695 गुंडों पर कार्रवाई की गई जिसमें 37 पर एनएसए लगाया गया। कुल 137 बड़े अतिक्रमण तोड़े गए। कुल 13 करोड़ 94 लाख रूपये की भूमि मुक्त करवाई गई। माफिया के खिलाफ कार्यवाही के दौरान गरीब और कानून का पालन करने वालों को कहीं परेशान न होना पड़े, यह सुनिश्चित किया जा रहा है।   पूरी ताकत से चलायें मिलावट के विरूद्ध अभियान मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के विरूद्ध संचालित अभियान पूरी ताकत से जारी रखा जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में एक माह में 48 प्रकरण दर्ज हुए हैं। कुल 46 दोषी व्यक्ति गिरफ्तार किए गए। कुल 1.36 करोड़ रूपये की लागत का मिलावटी पदार्थ जप्त किया गया। कुल 10 प्रकरण एन.एस.ए (रासुका) के दर्ज किए गए हैं। दो व्यक्तियों के विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की गई। खाद्यान्न और राशन की कालाबाजारी के विरूद्ध भी 137 प्रकरणों में 7 करोड़ 99 लाख रूपये का खाद्यान्न जप्त किया गया है। इसके लिए दोषी 8 व्यक्तियों के विरूद्ध रासुका की कार्यवाही की गई।   पी.एम. स्व-निधि योजना में प्रथम रहे मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना लोगों की जिंदगी बदलने वाली योजना है। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रेहड़ी लगाने वाले, छोटे व्यवसायियों (स्ट्रीट वेंडर्स) को ब्याज मुक्त ऋण दिलवाकर सहायता देने वाली स्व-निधि योजना की प्रगति की जिलावार जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि अलीराजपुर, निवाड़ी, इंदौर और सिंगरौली जिले योजना के क्रियान्वयन में आगे हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित जिला कलेक्टर को बधाई दी। प्रदेश में योजना में शहरी क्षेत्र में 2 लाख 25 हजार 374 प्रकरणों में ऋण राशि बाँटी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना के लिए पोर्टल सक्रिय किया गया है, जिसमें 29 जनवरी तक 12 लाख 78 हजार 637 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।   स्व-सहायता समूह को समर्थ बनाना सरकार की प्राथमिकता चौहान ने कहा कि राज्य सरकार के लिए स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सम्पन्न और आत्म-निर्भर बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। मध्यप्रदेश में स्व-सहायता समूहों का कार्य बेहतर चल रहा है। इसकी निरंतर प्रगति के लिए प्रयास करें।    अवैध खनन, परिवहन रोकें, राजस्व बढ़ाएं मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि अवैध उत्खनन और परिवहन सख्ती से रोका जाए। प्रबल इच्छा-शक्ति से ये कार्य कर सार्थक परिणाम दें। उन्होंने वैध रेत खनन कार्य में खनन मात्रा वृद्धि के लिए कटनी, खरगोन और रायसेन जिले को बधाई दी और अच्छा परफॉर्म करने वाले अन्य जिलों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भोपाल संभाग में की गई पहल सराहनीय है, जिसके अंतर्गत चेक पोस्ट पर वैधता और ओवर लोड संबंधी चेकिंग की जाती है। रेत खनिज के परिवहन में वैध मात्रा में बढ़ोत्तरी का सबसे अच्छा कार्य रायसेन, खरगोन और शिवपुरी जिले में हुआ है। इसके अलावा सीहोर जिले में भी इस कार्य में अच्छी सफलता मिली है।   कमिश्नर भोपाल कवीन्द्र कियावत ने बताया कि अकेले सीहोर जिले से दिसम्बर माह की 9 करोड़ की राजस्व प्राप्ति बढ़कर जनवरी माह में 20 करोड़ हो चुकी है। भोपाल संभाग में राजस्व प्राप्ति बढ़ रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि रेत के बिना रायल्टी परिवहन की रोकथाम में खरगोन 92 प्रतिशत प्रकरणों के निराकरण के साथ प्रथम स्थान पर है। राजगढ़ और उमरिया जिले 77 प्रतिशत मामलों के निराकरण के साथ दूसरे स्थान पर हैं। गौण खनिज के अवैध परिवहन पर रोकथाम की कार्यवाही में इंदौर अव्वल है, जहाँ निराकरण की शत-प्रतिशत कार्यवाही हुई है। इसी तरह सतना 94 प्रतिशत के साथ दूसरे और बालाघाट 79 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।    इस अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हुए धान उपार्जन कार्य और किसानों को किए गए भुगतान की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने मुरैना कलेक्टर से बाजरा खरीदी संबधित शिकायतों पर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने को कहा। वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने अन्न उत्सव, बायोमेट्रिक सत्यापन से राशन वितरण और ग्वालियर में दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को उनके घर तक खाद्यान्न पहुंचाने के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पात्रता पर्ची पर खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था की भी समीक्षा की।

Kolar News

Kolar News 8 February 2021

भोपाल। उत्तराखंड के चमोली जिले में रैनी गांव के पास ग्लेशियर टूटने की घटना को लेकर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सब कुछ जल्द सामान्य होने और प्रभावितों के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने कहा है कि यह घटना चिंता और चेतावनी दोनों का विषय है। इसके साथ ही उमा भारती का कहना है कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने गंगा और सहायक नदियों पर पावर प्रोजेक्ट ना बनाने के लिए आग्रह किया था।   पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती  ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर उत्तराखंड घटना पर कहा कि यह घटना चिंता और चेतावनी दोनों का विषय है। उमा भारती ने लिखा ‘जोशीमठ से 24 किलोमीटर, पैंग गांव जिला चमोली उत्तराखंड के ऊपर का ग्लेशियर फिसलने से ऋषि गंगा पर बना हुआ पावर प्रोजेक्ट जोर से टूटा और एक तबाही लेकर आगे बढ़ रहा है. मैं गंगा मैया से प्रार्थना करती हूं कि वह सबकी रक्षा करें। आगे अपने ट्वीट में उमा भारती ने कहा कल मैं उत्तरकाशी में थी, आज हरिद्वार पहुंची हूं। हरिद्वार में भी अलर्ट जारी हो गया है, यानी तबाही हरिद्वार आ सकती है। यह हादसा जो हिमालय में ऋषि गंगा पर हुआ यह चिंता एवं चेतावनी दोनों का विषय है। जब मैं मंत्री थी तब अपने मंत्रालय की तरफ से उत्तराखंड के बांधो के बारे में जो एफिडेविट दिया था उसमें यही आग्रह किया था कि हिमालय एक बहुत संवेदनशील स्थान है, इसलिए गंगा एवं उसकी मुख्य सहायक नदियों पर पावर प्रोजेक्ट नहीं बनने चाहिए।   उमा भारती ने आगे लिखा कि गंगा की सहायक नदियों पर पावर प्रोजेक्ट नहीं बनाने से उत्तराखंड को 12 प्रतिशत बिजली की क्षति होती है। नेशनल ग्रीड से इस क्षति की भरपाई कर देनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ''मैं इस दुर्घटना से बहुत दु:खी हूं. उत्तराखंड देवभूमि है। वहां के लोग बहुत कठिनाई का जीवन जी कर तिब्बत से लगी सीमाओं की रक्षा के लिए सजग रहते हैं। मैं उन सबकी रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना करती हूं।

Kolar News

Kolar News 8 February 2021

भोपाल। ट्राइडेंट समूह के चेयरमैन राजेंद्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों ने सोमवार को भोपाल स्थित मंत्रालय पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से बातचीत की और बुधनी में स्पिनिंग मिल का पहले से संचालन कर रहे समूह ने कृषि आधारित कम्पोजिट मिल की स्थापना की इच्छा जताई है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आज ट्राइडेंट समूह के चेयरमैन राजेंद्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों ने भेंट की। ट्राइडेंट समूह ने कृषि आधारित कम्पोजिट मिल की स्थापना की इच्छा जताई है। उद्योग संवर्धन के लिए लागू नीति के प्रावधानों के अनुसार समूह को हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा।

Kolar News

Kolar News 8 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर नगर में नल से पर्याप्त स्वच्छ पेयजल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए संचालित पेयजल योजनाएँ समय से पूरी हों, उनकी गुणवत्ता अच्छी हो तथा रेस्टोरेशन का कार्य भी साथ-साथ हो जाए और कार्य-स्थल खोद कर नहीं छोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का कोई भी नगर बिना सीवरेज सिस्टम के न रहे। सीवरेज कार्य होने पर वे कार्यशील हो और सीवेज का ट्रीटमेंट प्रारंभ हो जाए, यह सुनिश्चित किया जाए।   उन्होंने यह बातें शुक्रवार को मंत्रालय में शहरी पेयजल एवं सीवरेज योजनाओं के कार्य की समीक्षा करते  हुए कही। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव नीतेश व्यास आदि उपस्थित थे।   भौतिक सत्यापन कराएं मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो योजनाएँ पूर्ण हो गई हैं, उनका भौतिक सत्यापन कराया जाए। आयुक्त नगरीय प्रशासन ने बताया कि प्रदेश के 211 नगरीय निकायों में पेयजल योजनाएँ पूरी हो गई हैं और167 में कार्य चल रहा है।   वर्ष 2014 का कार्य पूरा क्यों नहीं हुआ मुख्यमंत्री ने लंबित पेयजल योजनाओं की कार्यवार समीक्षा की। पंधाना नगर की 2014 की पेयजल योजना वर्ष 2015 में पूरी होनी थी, जो अभी तक पूरी नहीं हुई। इस पर मुख्यमंत्री ने असंतोष व्यक्त करते हुए योजना को शीघ्र पूरा किए जाने के निर्देश दिए।   रोज मॉनीटरिंग करें, शीघ्र पूरा करें मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन पेयजल योजनाओं का कार्य पूरा नहीं हुआ है, उनकी रोज मॉनीटरिंग कर उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए।   अमरकंटक में विशेष प्रयास करें मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में सीवरेज की वर्तमान व्यवस्था ठीक नहीं है। वहाँ विशेष प्रयास किए जाकर तेज गति से सीवरेज का कार्य कराया जाए। नर्मदा नदी में गंदा मल-जल नहीं मिलना चाहिए। चित्रकूट में भी इस संबंध में विशेष ध्यान दिया जाए। ओंकारेश्वर की सीवरेज परियोजना भी शीघ्र पूरा करें।   स्नेहपूर्वक सहयोग करें मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले ठेकेदारों को स्नेहपूर्वक सहयोग करें। जो ठेकेदार कार्य नहीं करते अथवा घटिया कार्य करते हैं उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।   अभी 30 प्रतिशत ट्रीटमेंट की व्यवस्था नगरीय विकास आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के नगरीय निकायों में प्रतिदिन 2200 एम.एल.डी. सीवेज जनरेट होता है, जिसमें से लगभग 30 प्रतिशत मात्रा (690 एम.एल.डी.) का ही ट्रीटमेंट हो पाता है। वर्ष 2022 तक प्रतिदिन 1880 एम.एल.डी. सीवेज के ट्रीटमेंट की व्यवस्था हो जाएगी, जो कुल सीवेज का लगभग 86 प्रतिशत होगा।

Kolar News

Kolar News 5 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को भोपाल के राजा भोज विमानतल में हुए कार्यक्रम में फ्लाय बिग की भोपाल-अहमदाबाद के बीच सीधी उड़ान सेवा का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा विलासिता का विषय नहीं है, यह समय बचाने और कार्य-क्षमता बढ़ाने का सशक्त व प्रभावी माध्यम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा करें। सभी वर्गों के व्यक्ति सरलता से विमान सेवा का उपयोग कर सकें, इसके लिए शहरों की एयर कनेक्टिविटी तथा किफायती हवाई सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बढ़ रही हवाई सेवाओं से पर्यटन सेक्टर में वृद्धि होगी और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के मार्ग पर हम अधिक प्रभावी तरीके से चल सकेंगे। उन्होंने कम्पनी से अपेक्षा की, कि मध्यप्रदेश में फ्लाय बिग और भी उड़ानों का संचालन करेगा। मध्यप्रदेश पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। यहाँ धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ और ऐतिहासिक पर्यटन में भी पर्याप्त संभावनाएं हैं। विभिन्न शहरों से उड़ानें उपलब्ध होने से निवेश आकर्षित करने का मार्ग भी प्रशस्त होता है।    मुख्यमंत्री चौहान ने दीप-प्रज्जवलन कर औपचारिक रूप से हवाई सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रथम एयर टिकिट का अनावरण भी किया और विमानन कम्पनी के संचालकों को सेवा आरंभ करने के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कम्पनी के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि उन्हें नवीन हवाई सेवाएँ प्रारंभ करने की योजनाओं में राज्य सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।   जबलपुर, छिंदवाड़ा और सतना से भी आरंभ होगी विमान सेवा कार्यक्रम में फ्लाय बिग के कैप्टन संजय मंडालिया ने जानकारी दी कि भोपाल से अहमदाबाद के लिए फ्लाय बिग प्रति सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को हवाई सेवा उपलब्ध कराएगी। अभी तक इस सेक्टर पर एक ही एयर लाइन की सेवा यात्रियों को उपलब्ध हो सकी है। यात्रियों की माँग और दबाव को देखते हुए यह सेवा उपयोगी सिद्ध होगी। इससे दोनों राज्यों के व्यापारिक और पर्यटन सम्पर्क को बढ़ाने में मदद मिलेगी। कम्पनी की भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सतना और मध्यप्रदेश के अन्य जिलों से भी उड़ानें आरंभ करने की योजना है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर एवं बिलासपुर नगर को जोडऩे का भी विचार है।    हवाई सेवा के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कुछ यात्रियों से चर्चा भी की और उन्हें यात्रा की शुभकामनाएँ दी। यात्रियों ने बताया कि नियमित रूप से अहमदाबाद के लिए सीधी हवाई सेवा हमेशा उपलब्ध नहीं रही है। इस वजह से यात्रियों को अक्सर दिल्ली और मुंबई होकर ज्यादा किराया और समय देकर जाना होता था। अब सप्ताह में 3 दिन अतिरिक्त हवाई सेवा मिल जाने से मध्यप्रदेश और गुजरात के बीच हवाई आवागमन सुगम हो जाएगा।

Kolar News

Kolar News 5 February 2021

भोपाल। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं खंडवा विधानसभा सीट से सांसद नंदकुमार सिंह चौहान की हालत नाजुक बताई जा रही है। कोरोना संक्रमित होने के बाद उनका भोपाल के चिरायु अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह अस्पताल पहुंचकर उनका हाल-चाल जाना। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। बताया जा रहा है कि उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाने की तैयारियां की जा रही हैं।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ट्वीट किया है कि भोपाल के चिरायु अस्पताल में पहुंचकर साथी नंदकुमार सिंह चौहान जी के जी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने आगे लिखा है कि -‘आप शीघ्र स्वस्थ हों और पुन: सम्पूर्ण ऊर्जा के साथ जनसेवा के कार्य में जुट जाएं, यही ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’ वहीं, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट किया है कि -‘प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और खंडवा के लोकप्रिय सांसद नंदकुमार सिंह चौहान जी के अस्वस्थ होने की सूचना मिली है। मां पीताम्बरा से उनके यथाशीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’   गौरतलब है कि नंदकुमार सिंह चौहान 16वीं लोकसभा के सदस्य हैं और वे मध्यप्रदेश की खंडवा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। नंदू भैया नाम से चर्चित नंदकुमार सिंह चौहान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और भोपाल के 74 बंगला स्थित बंगले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पड़ोसी रहे हैं। गत दिनों तबियत खराब होने के बाद उन्होंने कोरोना की जांच कराई थी, जिसमें 11 जनवरी को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट के माध्यम से सम्पर्क में आने वाले लोगों को जांच कराने की सलाह दी थी और स्वयं चिरायु अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां उनका उपचार चल रहा है। हाल ही में दिल्ली एम्स के डाक्टरों की टीम ने भी उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया था। इसके बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है। अभी भी उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है, इसलिए उन्हें एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाने की तैयारियां की जा रही हैं।

Kolar News

Kolar News 5 February 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल को आधुनिक स्वरूप प्रदान कर मॉडल अस्पताल बनायेंगे। प्रतिदिन 5000 से अधिक गरीबों को इलाज उपलब्ध करवाने वाले इस अस्पताल के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए जो भी आवश्यक सुविधाएं हैं, वह शासन प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात बुधवार को जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट से चर्चा के दौरान कही। मंत्री सिलावट ने मंत्रालय में मुख्यमंत्री चौहान से इंदौर के एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करने और एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई के निर्माण को गति देने तथा आवंटित राशि में वृद्धि का आग्रह किया।   गरीब मरीजों को निरंतर मिलें विश्व-स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं - मंत्री सिलावट मंत्री सिलावट ने कहा कि एमवाय अस्पताल की ख्याति को स्थापित रखने एवं गरीब मरीजों को विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएँ निरंतर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसका रिनोवेशन करते हुए आधुनिक रूप देना आवश्यक है। मुख्यमंत्री चौहान से मंत्री सिलावट ने महाराजा यशवंतराव (एमवाय) चिकित्सालय इंदौर को आदर्श चिकित्सालय के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से आधुनिकतम तथा महत्वपूर्ण व्यवस्थाएँ उपलब्ध कराने का आग्रह किया। उन्होंने शासकीय कैंसर चिकित्सालय इंदौर में रेडियो थेरेपी की आधुनिक मशीन 'लीनियर-एक्सीलेटर' स्थापित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि एमवाय चिकित्सालय इंदौर में नये विभाग जैसे इमरजेंसी मेडिसिन, फिजिकल मेडिसिन एवं रिहेब्लीटेशन वायरोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन खोले जाना आवश्यक है। उन्होंने पुराने ऑपरेशन थियरेटरों को मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर में परिवर्तित करने, बढ़ते हुए एक्सीडेंट प्रकरणों को देखते हुए नवीन 200 बिस्तरों का ट्रामा सेंटर एवं इमरजेंसी सेंटर स्थापित करने की बात रखी। सिलावट ने आग्रह किया कि ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, आर्थोस्कोपी, स्पाईन सर्जरी एवं स्पोर्टस इंजूरी सर्जरी के साथ-साथ इण्डोक्राइन मेडिसिन एवं सर्जरी के उपचार की व्यवस्था भी की जाए।   मुख्यमंत्री चौहान से मंत्री सिलावट ने आग्रह किया कि मरीजों के ऑनलाईन एप्वाइंटमेंट और व्यवस्थित रिकार्ड संधारण के लिए ई-हॉस्पिटल एवं ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जाए। उन्होंने मल्टीलेवल आधुनिक पार्किंग एवं चिकित्सकों तथा स्टाफ के लिए मल्टीलेवल स्टॉफ क्वार्टर के निर्माण कराने और एन.ए.बी.एच. की मान्यता लेने के लिए पर भी ध्यान आकर्षित किया।   स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई मुख्यमंत्री चौहान को मंत्री सिलावट ने निवेदन किया कि नवीन स्थापित एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई के लिए बजट आवंटन में वृद्धि की जाए। उल्लेखनीय है कि यह स्कूल आँखों की सभी प्रकार की शल्य चिकित्सा के उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में निर्मित हो रहा है। यहाँ गरीब नागरिक बिना किसी खर्च के उच्च कोटि के उपकरणों से लैस सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। यहाँ वार्षिक दस हजार शल्य क्रिया का लक्ष्य है। वर्तमान में भवन निर्माण का कार्य जारी है। स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सेवाओं के साथ-साथ शिक्षण और सभी स्पेशलिटी में फेलोशिप सुविधा भी होगी।

Kolar News

Kolar News 3 February 2021

भोपाल। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है। आंदोलनकारी किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्काजाम करने का ऐलान किया है, जिसे देखते हुए दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है। प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने दिल्ली की सीमाओं पर कंक्रीट के भारी-भरकम बैरिकेडिंग कर दी है, इसके अलावा सडक़ों पर कीलें लगा दी हैं। किसानों को रोकने के लिए पुलिस के इंतजाम पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सवाल उठाए हैं।   कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर किसानों को रोकने के लिए किए गए पुलिस के इंतजाम की तुलना जनरल डायर के जुल्म से की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘किसानों पर जुल्म करने वालों को याद रखना चाहिए कि 102 साल पहले इसी पंजाब और हरियाणा में जनरल डायर ने किसानों पर जुल्म ढाए थे। उनके सारे संचार माध्यम काट दिए थे और उनसे मिलने जा रहे महात्मा गांधी को पलवल में हिरासत में ले लिया था।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि इसके बाद चिंगारी राष्ट्रीय आंदोलन में बदल गई और असहयोग का बड़ा भारी आंदोलन हुआ। जो किसान दुनिया के सबसे बड़े साम्राज्य को गिरा सकते हैं, वह आज की तानाशाही को भी तिनके की तरह उड़ा देंगे।

Kolar News

Kolar News 3 February 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आंदोलन के पीछे टुकड़े गैंग का हाथ होने की बात कही है। साथ ही कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि राहुल गांधी बातचीत में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसानों का धरना कोई जनांदोलन नहीं टुकड़े-टुकड़े गैंग का एक ऐसा प्रयोग है जो सफल हो जाए तो इसके बाद गैंग सीएए, अनुच्छेद 370 और राम मंदिर के मुद्दे पर भी दबाव बनाने का रास्ता खोल सके। इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आंदोलनकारी किसानों से चर्चा के सभी विकल्प खुले रखे हैं। लेकिन राहुल गांधी पर्दे के पीछे से बातचीत में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। असल में अपना वजूद बचाने के लिए संघर्षरत कांग्रेस की किसान आंदोलन के नाम पर घडिय़ाली आंसू दिखाना मजबूरी बन गई है।   नकली दवा माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी सरकारइस दौरान नकली दवा को लेकर सख्त रवैया दिखाते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश के सभी नागरिकों से विनम्र आग्रह है कि वे अमानक या नकली दवाओं की जानकारी सामने आने पर थाने में शिकायत जरूर कराएं। हम किसी भी सूरत में लोगों के जीवन से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। यह प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार का संकल्प है।

Kolar News

Kolar News 3 February 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने केन्द द्वारा पेश किए गए बजट को निराशाजनक और जनविरोध बताया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना की महामारी के भीषण संकट काल के समय आज आये देश के आम बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदे थी, लेकिन बजट से आमजन को भारी निराशा हुई है।   कमलनाथ ने सोमवार को मीडिया को जारी बयान में बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोरोना महामारी में ध्वस्त अर्थव्यवस्था को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। देश का सबसे बड़ा वर्ग किसान वर्ग जो अपने हक को लेकर सडक़ों पर पिछले 2 माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहा है, उसके लिए इस बजट में कुछ नहीं है। सिर्फ़ झूठे वादे, वर्षों पुराना आय दोगुनी का एक बार फिर वादा। एक तरफ़ नये कृषि क़ानूनों से मंडी व्यवस्था को ख़त्म करने का काम और आज बजट में मंडी व्यवस्था को मज़बूत करने का झूठा वादा, झूठे वादों से गुमराह करने का काम?   युवाओं का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद बड़ी संख्या में युवा वर्ग को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, युवा वर्ग के रोजगार को लेकर इस बजट में कुछ नहीं है। कई वर्षों पुरानी घोषणाओं को इस बजट में एक बार फिर दोहराने का काम किया गया है। जो लोग कहते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा, उनका आज नारा है सब चीज़ बेच दूँगा, यह इस बजट से भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है।   कमलनाथ ने सरकार पर जनता को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि गरीब-मध्यमवर्गीय के लिये इस बजट में कुछ नहीं है, आयकर में छूट की उम्मीद थी लेकिन छूट नहीं बढ़ायी गयी।यह बजट महंगाई बढ़ाने वाला बजट है। पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस बजट में करो में भारी राहत की जनता को उम्मीद थी लेकिन जनता एक बार फिर ठगी गयी है। मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया के पुराने नारों की तरह अब आत्मनिर्भर के नए नारे के साथ आंकड़ों की हेराफेरी कर देश की जनता को गुमराह करने का काम इस बजट में किया गया है। जो लोग एफड़ीआई का विरोध करते थे वो आज एफड़ीआई को हर क्षेत्र में लागू कर रहे है। यह बजट पूरी तरह से आमजन विरोधी व निराशाजनक बजट है।

Kolar News

Kolar News 1 February 2021

भोपाल। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में आम बजट पेश किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट में आत्मनिर्भर बातर के लक्ष्यों की प्राप्ति के कारगर प्रयास किये गये हैं। इसके साथ ही गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को उच्चतम स्तर पर पहुंचाने के लिए भी कारगर कदम उठाये गये हैं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय स्थित अपने कक्ष में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये आम बजट-2021 को सुना। इसके बाद उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में रोजगार के नए अवसर पैदा करने और व्यापार के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए उठाए गए कदमों से आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद मिलेगी।    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आर्थिक विकास की नई ऊचाइयों को हासिल किया है। चाहे वो कोविड-19 के कठिन समय में समाज के प्रत्येक वर्ग को राहत देना हो या दुनिया भर में देशों की मदद करना, हमारा देश हर मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है। बजट में ऐसे कई कदम उठाए गए हैं, जो न केवल वर्तमान अपितु भविष्य को भी लाभान्वित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म का मंत्र दिया है। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने बजट में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति के साथ-साथ गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को उच्चतम स्तर तक पहुंचाने के लिए भी कारगर प्रयास किये हैं।

Kolar News

Kolar News 1 February 2021

बालाघाट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम में मप्र के बालाघाट जिले के योग्यता आजीविका स्वयं सहायता समूह की मुखिया मीना रहांगडाले एवं उसके सदस्यों की सराहना की। मीना रहांगडाले एवं उसके समूह की सदस्य महिलाओं ने कोरोना संकट के समय में हकीकत में ऐसा काम कर दिखाया है, जिससे हर कोई प्रेरणा ले सकता है। प्रधानमंत्री द्वारा उनके समूह की सराहना किये जाने से मीना रहांगडाले एवं उसके समूह की सभी महिलाएं बहुत खुश है।   प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में कहा कि जब मैंने मध्यप्रदेश के जबलपुर की एक खबर देखी तो मुझे लगा कि इसका जिक्र तो मन की बात में जरूर करना चाहिये। ये खबर बहुत प्रेरणा देने वाली है। चीचगांव में कुछ आदिवासी महिलाएं एक राइस मिल में दिहाड़ी पर काम करती थीं। कोरोना महामारी ने जिस तरह दुनिया के हर एक व्यक्ति को प्राभवित किया उसी तरह ये महिलाएं भी प्रभावित हुईं। इनके राइस मिल में काम रुक गया। इससे आमदनी की दिक्कत आने लगी। लेकिन वो निराश नहीं हुईं, उन्होंने हार नहीं मानीं। उन्होंने तय किया कि साथ मिलकर अपनी खुद की राइस मिल शुरू करेंगी। जिस मिल में ये काम करती थीं वो अपनी मशीन भी बेचना चाहती थी। इनमें से मीना रहंगडाले जी ने सभी महिलाओं को जोडक़र स्व सहायता समूह बनाया। सभी ने अपनी बचाई हुई पूंजी से पैसा जुटाया। जो पैसा कम पड़ा वो आजीविका मिशन के तहत बैंक से कर्ज ले लिया और अब देखिये इन आदिवासी बहनों ने वही राइस मिल खरीद ली जिसमें वो काम करती थीं। आज वो अपनी खुद की राइस मिल चला रही हैं। इतने दिनों में इस मिल ने करीब 3 लाख रुपये का मुनाफा भी कमा लिया है। इस मुनाफे से उन्होंने सबसे पहले बैंक का लोन चुकाने और अपने व्यापार को बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।   बालाघाट जिले के बिरसा विकासखंड के ग्राम चिचगांव की महिलाओं द्वारा योग्यता आजीविका स्वयं सहायता समूह बनाया गया है। बीए तक शिक्षा प्राप्त मीना रहांगडाले इस समूह की मुखिया है। इस समूह की महिलायें अपने गांव से 12 किलोमीटर दूर बिरसा की राईस मिल में काम करने आती थी। लेकिन कोरोना संकट का प्रभाव इस राईस मिल पर भी पड़ा और वह बंद हो गई तो योग्यता समूह की महिलाओं के लिए रोजी-रोटी का संकट आ गया। राईस मिल का मालिक अपनी मिल को बेचना चाहता था। ऐसे में समूह की मुखिया मीना रहांगडाले ने हिम्मत दिखाई और समूह को महिलाओं को अपनी स्वयं की राईस मिल प्रारंभ करने की तैयारी कर ली। समूह की 14 महिलाओं ने 40-40 हजार रुपये जमा कर 05 लाख 60 हजार रुपये की राशि एकत्र की और किसान क्रेडिट कार्ड से लगभग 02 लाख रुपये का ऋण लेकर राईस मिल के लिए मशीन क्रय कर ली।   योग्यता समूह की महिलाओं ने राईस मिल के लिए मशीन तो खरीद ली थी, लेकिन मशीन लगाने के लिए स्थान की समस्या खड़ी हो गई थी। ऐसे में मीना रहांगडाले के घर पर मवेशी बांधने के स्थान पर राईस मिल लगाने का निर्णय लिया गया। योग्यता समूह की महिलायें अब राईस मिल का संचालन मालिक बन कर रही है। इन महिलाओं की लगन एवं अथक परिश्रम से समूह को राईस मिल से हर माह अच्छा खासा मुनाफा भी हो रहा है।   बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि जिले के बिरसा विकासखंड के ग्राम चिचगांव के योग्यता आजीविका समूह की महिलाओं ने कोरोना संकट काल में बहुत ही अच्छा काम किया है और अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया है। बालाघाट जिले में आजीविका मिशन के अन्य समूहों की महिलाओं द्वारा भी अच्छा काम किया जा रहा है। बालाघाट जिला स्त्री-पुरुष लिंगानुपात में 1000 पुरुषों पर 1021 महिलाओं के साथ मध्यप्रदेश में शीर्ष स्थान पर है। पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाओं वाले इस जिले में हर क्षेत्र में महिलाओं की अग्रणी भूमिका नजर आ जाती है। प्रधनमंत्री नरेन्द्र मादी जी द्वारा चिचगांव के योग्यता समूह की मुखिया मीना रहांगडाले की प्रशंसा किया जाना बालाघाट जिले के लिए गर्व की बात है।

Kolar News

Kolar News 31 January 2021

दतिया। प्रशासनिक अमले में रविवार को उस समय खलबली मच गई जब बड़ौनी प्रवास पर पहुंचे गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंच से ही तहसीलदार सुनील वर्मा के निलंबन की घोषणा कर डाली। इस घोषणा के बाद जहां ग्रामीण ताली बजा रहे थे, वहीं प्रशासनिक अमले में हड़कंप की स्थिति बनी हुई थी।   जानकारी के अनुसार गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पात्रता पर्ची वितरण कार्यक्रम में शामिल होने रविवार दोपहर में बड़ौनी पहुंचे थे। इसी दौरान वहां तहसील संबंधी समस्याओं सहित अन्य मामलों को लेकर करीब आधा सैकड़ा से ज्यादा ग्रामीणों ने उन्हें आवेदन सौंपकर अवगत कराया। इन समस्याओं के मौके पर निराकरण करने के लिए उन्होंने माइक संभाला और तहसील के संबंधित अधिकारी/कर्मचारियों को बुलाया। इसके बावजूद तहसीलदार सुनील वर्मा काफी देर तक मंच के पास नहीं पहुंचे। इस पर गृह मंत्री ने इस रवैए पर नाराजगी जताते हुए मंच से ही तहसीलदार सुनील वर्मा के निलंबन की घोषणा कर डाली। समझा जाता है कि प्रोटोकॉल का पालन ना करने के कारण तहसीलदार पर यह गाज गिरी है। वहीं गृहमंत्री की सख्ती को देखते हुए जिले के प्रशासनिक महकमे में सुस्ती दिखाने वाले अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं।

Kolar News

Kolar News 31 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को पल्स पोलियो राज्य स्तरीय टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने अभियान के अंतर्गत शिशुओं को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई। इस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा कि बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर राज्यस्तरीय टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया है। यह प्रसन्नता की बात है कि हमारा प्रदेश और देश पोलियो से पूरी तरह मुक्त है। आप सबसे अपील है कि इस अभियान से जुडक़र इसे सफल बनायें और स्वस्थ प्रदेश व देश के निर्माण में योगदान दें।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर अभियान का शुभारंभ करने की जानकारी देते हुए कहा ‘आज निवास पर बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर राज्यस्तरीय टीकाकरण अभियान का स्वास्थ्य मंत्री श्री डॉ प्रभुराम चौधरी के साथ शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि हमारा प्रदेश और देश पोलियो से पूरी तरह मुक्त है। हमें इस अभियान को सफल बनाने के साथ सदैव जागरुक भी रहना है।   सीएम शिवराज ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पोलियो को समाप्त करने के लिए 25 साल पहले जिन बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाई गई थी, उन्हीं को 'दो बूंद हर बार' की बुलाऊ टीम का प्रमुख नियुक्त किया गया है। वे पोलियो को समाप्त करने के इस अभियान में सक्रिय रूप से जुटे हैं। हमने पोलियो पर पूर्ण विजय प्राप्त की है। अब इसको पनपने नहीं देंगे। मैं समाज व सभी स्वयंसेवी संगठनों से भी अपील करता हूं कि वे इस अभियान से जुडक़र पोलियो को पूरी तरह से हमारे प्रदेश से बाहर करने में सहयोग करें। सबके प्रयास से ही इस ध्येय की सहज प्राप्ति संभव होगी।   इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य आयुक्त डॉ संजय गोयल ,प्रबंध संचालक स्वास्थ्य मिशन छवि भारद्वाज, राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ संतोष शुक्ला उपस्थित थे। यह पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का रजत जयंती वर्ष है।

Kolar News

Kolar News 31 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सागर बुंदेलखंड का केंद्र एवं क्षेत्र का एक प्रमुख नगर है। सागर एवं मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र के 2026 तक के रोडमैप की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि अब सागर में सुनियोजित ढंग से विकास होगा। समीक्षा बैठक में कलेक्टर दीपक सिंह ने पीपीटी के माध्यम से रोडमैप की विस्तृत जानकारी दी गई। सागर स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया एप तैयार की गई है। ‘‘निर्भया सागर' ऐप को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सराहा तथा इसे एक अच्छा प्रयोग बताया। उल्लेखनीय है कि निर्भया सागर ऐप के माध्यम से महिलाएँ आवश्यकता पड़ने पर पैनिक बटन के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकेगी। इस एप को स्मार्ट सिटी के कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर से संचालित किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने सागर शहर के विकास तथा निवेश की दृष्टि से ढाना हवाई पट्टी के विकास की कार्य-योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में महानगरों के विकास का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। आगे नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों, ग्राम पंचायतों के विकास के लिए भी रोडमैप बनाया जाएगा।स्वच्छता रैंकिग में प्रथम 10 में आने का करें प्रयासमुख्यमंत्री ने सागर जिले को स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में प्रथम 10 में  आने के प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को टीम भावना से मिलकर एक अभियान के रूप में कार्य करना होगा। उल्लेखनीय है कि कि इस बार सागर को ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा मिला है। अब सागर जिला स्टार रेटिंग तथा वाटर प्लस रैंकिंग के लिए कार्य कर रहा है।आहार ऐप का प्रयोग कर जरूरतमंदों को पहुँचाएँ भोजनमुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान आहार एप के प्रयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस ऐप से किसी समारोह या घर में बचे हुए भोजन की जानकारी अपलोड की जा सकती है, जिसे स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जरूरतमंदों को पहुँचाया जा सकता है।शहर में एक पार्क ऐसा बनाये जो बने शहर की पह्चानमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शहर में एक ऐसा पार्क विकसित किया जाए, जो शहर की पहचान बनकर उभरे। सागर एवं अपने परिवार में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस पार्क में जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने इन्क्यूबेशन सेंटर और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शहर के युवा, जो स्टार्टअप खोलने के इच्छुक हैं, के लिए इंदौर इन्क्यूबेशन सेंटर की तर्ज पर सागर शहर में ही आवश्यक प्रशिक्षण तथा स्टार्टअप से संबंधित बुनियादी ट्रेनिंग दी जाये।गुणवत्ता और समय-सीमा में पूर्ण हो एलिवेटेड कॉरिडोर का कार्यमुख्यमंत्री ने सागर भ्रमण के दौरान निर्देश दिए कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए एलिवेटेड कॉरिडोर का कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समय-सीमा में किया जाए।  उन्होंने सागर में एक आधुनिक बस टर्मिनल, मैकेनिकल एवं ट्रांसपोर्ट नगर निर्माण का प्रपोजल तैयार करने के निर्देश दिए। जिस प्रकार इंदौर के सुपर कॉरिडोर विकसित होने से वहाँ निवेश की संभावनाओं को गति मिली है, उसी प्रकार सागर में भी भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए बायपास का निर्माण किया जाए। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि सागर नगर तथा मकरोनिया नगरपालिका दोनों का समग्र एवं समेकित विकास किया जाना चाहिए। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, कृषि मंत्री कमल पटेल, पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल, सांसद राजबहादुर सिंह, विधायक शैलेन्द्र जैन, प्रदीप लारिया, महेश राय, जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया सहित प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने संजय वाल्मीकि के घर किया भोजनमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को सागर जिले के व्यस्ततम कार्यक्रमों के बीच प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से लाभान्वित हितग्राही गोपालगंज निवासी संजय वाल्मीकि के घर पहुँचकर उन्हें मिले आवास के लिए बधाई दी और दोपहर का भोजन किया। संजय बाल्मीकि और उनके पूरे परिवार ने मुख्यमंत्री को सागर की प्रसिद्ध मिठाई चिरोंजी की बर्फी, चने की भाजी, ज्वार की रोटी, कढ़ी, चावल, पापड़, सलाद और साथ में गुजिया भी परोसी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संजय के परिवार ने बड़ी आत्मीयता से भोजन कराया, इसलिये भोजन और भी स्वादिष्ट रहा। भोजन के साथ परोसी गई चिरोंजी की बर्फी बेहद अहम रही। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर वाल्मीकि परिवार अत्यंत उत्साहित नजर आया। संजय के पिता श्यामलाल वाल्मीकि, माताजी प्रभाबाई, पत्नी सुनीता वाल्मीकि और पुत्र प्रभांशु, प्रयांशु एवं प्रफुल्ल ने मुख्यमंत्री के साथ मोबाईल से फोटो भी ली।

Kolar News

Kolar News 30 January 2021

शाजापुर। प्रदेश की सरकार किसान हितैषी है। किसानों के कल्याण के लिए सरकार सदैव तत्पर है। यह बात प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने शनिवार को जिला मुख्यालय पर संपन्न हुए मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपये वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही।    कार्यक्रम में सागर में हुए राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्रदेश के 20 लाख किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 400 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित की गई। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया। इनमें शाजापुर जिले के 33 हजार 427 किसान भी लाभान्वित हुए।   कार्यक्रम में राज्यमंत्री परमार ने कहा कि प्रदेश की सरकार कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर एवं कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। किसानों को कम लागत पर ज्यादा उत्पादन प्राप्त हो तथा उन्हें उपज का सही दाम आधारभूत सुविधाएं, आधुनिक तकनीक से खेती आदि की सुविधा एवं प्रशिक्षण मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि यह राशि उन किसानों को प्रदान की गई है, जो पहली बार में छूट गये थे। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में उन्होंने बताया कि बीमा कराना किसानों की इच्छा पर निर्भर है। किसान स्वैच्छा से अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं।   परमार ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के लिए संवेदनशील है। सोयाबीन की फसलों को कीट व्याधि से हुये नुकसान के लिए 306 करोड़ रुपये का राहत पैकेज सरकार ने दिया है, जिसमें से 100 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाल दिये गये हैं, 206 करोड़ रुपये बकाया हैं। किसानों के लिए छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए सरकार द्वारा ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। किसान बिचौलियों-दलालों की बजाय अपनी उपज को सीधे बाजार में बेच सकता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त फायदा होगा। इस अवसर पर उन्होंने राज्य शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए बनाये गये कानूनों की जानकारी देते हुए इन्हें किसानों के लिए फायदेमंद बताया। इस अवसर पर कलेक्टर दिनेश जैन, अम्बाराम कराड़ा, पूर्व विधायक अरुण भीमावद, पुरुषोत्तम चन्द्रवंशी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।   पॉच ट्रांसजेंडर्स को पहचान पत्र वितरित मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत आयोजित हुए समारोह में जिले के 5 ट्रांसजेंडर्स को पहचान पत्र उपलब्ध कराकर जिला प्रशासन द्वारा अनुकरणीय पहल की है। इन पॉच ट्रांसजेंडर्स को समारोह में प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने उभयलिंगी व्यक्तियों का पहचान पत्र एवं परिचय पत्र उपलब्ध कराया है। इस अवसर पर लक्ष्मी, सीता, निर्मला, सुशीला एवं रानी को पहचान पत्र वितरित करते हुए शाल एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित भी किया गया। उल्लेखनीय है कि उभयलिंगी व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 2019 एवं 2020 के तहत उभयलिंगी व्यक्तियों को पहचान पत्र एवं परिचय पत्र जारी करने की प्रक्रिया प्रावधानित की गई है। इसके तहत जिला मजिस्ट्रेट आवेदन प्राप्त होने पर पहचान पत्र एवं परिचय पत्र उपलब्ध कराते हैं।

Kolar News

Kolar News 30 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनि‍वार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि पर मुख्‍यमंत्री निवास में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।    मुख्यमंत्री चौहान ने महात्मा गांधी की 73वीं पुण्य-तिथि पर उनका स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी। महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि को शहीद दिवस के रूप में याद किया जाता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने अन्य अज्ञात शहीदों को भी नमन कर श्रद्धांजलि दी।   मंत्रालय में शहीद दिवस के अवसर पर रखा गया मौन मुख्य सचिव इकबाल बैंस की उपस्थिति में मंत्रालय में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस एवं शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। शनिवार को शहीद दिवस के अवसर पर प्रातः 11 बजे मंत्रालय के सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में वल्लभ भवन, सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मौन रखा। इसके पूर्व मुख्य सचिव ने महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 30 January 2021

भोपाल। पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री गौ-सेवा योजना में स्वीकृत 1004 गौ-शाला में से 963 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इनमें से 905 गौ-शाला का संचालन प्रारंभ कर 71 हजार 27 निराश्रित गायों को आश्रय दिया गया है। गौ-शालाओं में निराश्रित बीमार और वृद्ध गायों को समय से चारा-पानी और उपचार मिलने से इनकी हालत बेहतर हुई है। दूसरी ओर गौ-शाला में रहने से सड़क पर बैठने वाले गायों के झुण्ड में भी उल्लेखनीय कमी आई है। इससे गायों के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगा है। यह जानकारी शुक्रवार को जनसंपर्क अधिकारी सुनीता दुबे ने दी।    नई 2409 गौ-शाला निर्माण कार्यों की स्वीकृति मंत्री पटेल ने कहा कि वर्ष 2020-21 में भी प्रदेश में 2409 गौ-शालाओं के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से 1808 गौ-शालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है और 11 निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। स्वीकृत गौ-शालाओं में से 44 गौ-शालाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावा नई स्वीकृत गौ-शालाओं में 961 का नींव स्तर, 529 का दीवाल स्तर और 356 का छत स्तर तक का काम पूरा हो गया है।   गौ-शाला स्वावलम्बन पटेल ने कहा कि गौ-शाला संचालकों को स्वावलम्बन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षित किया जा रहा है। गोबर-गौ-मूत्र से कृषि उपयोगी उत्पाद, दैनिक उपयोग की सामाग्री आदि का निर्माण किया जा रहा है। शासकीय विभागों द्वारा फिनाइल के स्थान पर गौ-फिनाइल के उपयोग के आदेश दिये गये हैं। गौ-उत्पाद साँची के आउटलेट पर भी ग्राहकों के लिये उपलब्ध हैं।

Kolar News

Kolar News 29 January 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में पर्यटन विभाग द्वारा ट्रेवल एजेंट और टूर-ऑपरेटर्स के लिये शुक्रवार को एक वर्चुअल रोड-शो का आयोजन किया गया। देश के ह्रदय कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में इस आभासी रोड-शो और ई-बैठक में प्रदेश के पर्यटन, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की विस्तृत जानकारी दी गयी। पर्यटनीय आकर्षण से भरपूर मध्यप्रदेश में 11 राष्ट्रीय उद्यान और 24 वन्य-जीव अभ्यारण्य हैं। टाइगर स्टेट ऑफ इण्डिया से सम्मानित राज्य को सर्वाधिक संख्या के कारण 'तेंदुआ राज्य' का भी दर्जा मिल चुका है।   टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि वर्चुअल रोड-शो द्वारा हम प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं, योजनाओं, उत्पादों आदि को बढ़ावा देने के सार्थक प्रयास कर रहे हैं। यह रोड-शो ट्रेवल एजेंट, टूर-ऑपरेटर्स और पर्यटन हितधारकों के बीच उत्सुकता उत्पन्न करने के साथ पर्यटकों को पर्यटन का नवीन आनंद लेने के लिये प्रोत्साहित करेगा। विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटकों के लिये नये यात्रा सर्किट को प्रोत्साहित करने और विरासत, साहसिक, वन्य-जीव, धार्मिक आदि पर्यटन-स्थलों को बढ़ावा देने के लिये नीतिगत कदम उठाये गये हैं।   पर्यटन बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सोनिया मीणा ने कहा कि कोविड-19 के सभी सुरक्षा उपायों और नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान विभिन्न पर्यटन कार्यक्रम आयोजित किये गये। कोविड ने पर्यटन यात्राओं की प्राथमिकताओं को बदल दिया है। इसके मद्देनजर विभाग द्वारा 'आसपास टूरिज्म' अभियान शुरू किया है। विभाग द्वारा मध्यप्रदेश के पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के पर्यटकों के लिये विशेष यात्रा कार्यक्रम तैयार किये गये हैं।   मध्यप्रदेश में मन की शांति के लिये विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ, वन्य-जीव सफारी, प्राकृतिक सौंदर्य, साहसिक गतिविधियाँ, शिविर, जल-क्रीड़ाएँ, खाद्य संस्कृति, पारम्परिक धरोहर, आदिवासी संस्कृति, हस्तशिल्प, स्वास्थ्य और पर्यटन उपलब्ध हैं। राज्य में होम-स्टे, ग्राम-स्टे और फार्म-स्टे का भी विकास किया गया है।

Kolar News

Kolar News 29 January 2021

भोपाल। प्रदेश में पहली बार गेंहू से पहले चने की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो जाएगी। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल के निर्देश पर किसानों का पंजीयन सोमवार से शुरू हो जाएगा। कृषि मंत्री की इस पहल से किसानों को खरीद में विलंब के चलते अपनी उपज औने पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।   कृषि मंत्री कमल पटेल ने शुक्रवार शाम अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक कर चने की खरीद पहले शुरू करने के फैसले पर मोहर लगवा ली गई है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि गेहूं की खरीद खाद्य विभाग करेगा जबकि चना, मसूर और सरसों की खरीद के लिए विपणन संघ को नोडल एजेंसी बनाया गया है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि रबी की फसल में गेंहू और चना प्रमुख उपज हैं, छोटे और असिंचित भूमि के किसान चना ही उगाते हैं। चने की फसल गेंहू के पहले आ जाती है लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीद की प्रक्रिया गेंहू के बाद मई- जून में शुरू होती है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि इस समय तक किसान अपनी अधिकतम उपज व्यापारियों को बेच चुके होते हैं, समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नहीं होने से व्यापारी कम भाव पर चना खरीद लेते हैं इससे किसानों को नुकसान होता है। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि वह खुद भी किसान है इसलिए हमने तय किया है कि इस वर्ष से चने की समर्थन मूल्य पर खरीद गेंहू से पहले शुरू कर दी जाएगी।   कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं, इसके बाद चना उगाने वाले किसानों का पंजीयन सोमवार से शुरू किया जा रहा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि चने की खरीद समर्थन मूल्य से करीब एक हजार रुपये क्विंटल कम पर खरीदा जा रहा है, समर्थन मूल्य पर खरीदी 15 मार्च से शुरू हो जाएगी इसके बाद व्यापारियों को समर्थन मूल्य से अधिक की बोली लगा कर माल खरीदना पड़ेगा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने पिछले वर्ष का उदाहरण देते हुए बताया कि सरसों, मसूर और चने की खरीद विलंब से शुरू हुई थी लेकिन हमने अधिकतम 15 क्विंटल की सीमा को समाप्त कर खरीद की, सरसों में भी अधिकतम 25 क्विंटल की सीमा को खत्म किया इससे मंडी में आवक बढ़ी और व्यापारियों को माल मिलना मुश्किल हो गया, मजबूरन व्यापारियों को समर्थन मूल्य से दो हजार रुपये क्विंटल अधिक देकर खरीद करना पड़ी इससे किसानों को एक हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि चने की समर्थन मूल्य पर खरीद पहले शुरू करने से व्यापारियों को इससे अधिक दाम देकर उपज खरीदना होगी इससे किसानों को उपनी उपज का अधिकतम दाम मिलेगा। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है, इस लक्ष्य को उपज का अधिकतम मूल्य दिलाकर पूरा किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 29 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नागरिकों को दफ्तरों में बिना लिए-दिए और बिना चक्कर लगाए निश्चित समय-सीमा में सेवा प्राप्त हो, यही सुशासन है। इसी उद्देश्य से दस वर्ष पूर्व मध्यप्रदेश में लोक सेवा प्रबंधन विभाग गठित कर नागरिकों को सेवाओं का प्रदाय शुरू किया गया। इससे नागरिकों के समानता के अधिकार की भी रक्षा हुई है। उन्हें किसी कार्य के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। मध्यप्रदेश से अन्य राज्य भी प्रेरणा लेकर ऐसा कार्य कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से प्रदेश में सीएम सेवा 181 के माध्यम से फोन द्वारा ही सेवाएँ प्रदाय की जा रही हैं। इसका विस्तार करते हुए अब तीन और सर्वाधिक जन-उपयोगी सेवाएँ खसरा, खतौनी एवं नक्शे की प्रतिलिपि सीएम जनसेवा के माध्यम से प्रदाय की जाएगी। इसके साथ प्रदेश में वॉट्सएप चैटबॉट सर्विस भी शुरू की जा रही है। गत 8-10 माह में भी अनेक नई सेवाएँ शुरू की गई हैं। इस व्यवस्था की जानकारी जन-प्रतिनिधियों द्वारा भी प्रचारित की जाए जिससे अधिक से अधिक लोग सेवाओं का लाभ ले सकें।   मुख्यमंत्री ने यह बातें सोमवार को मिंटो हाल में 'लोक सेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में बढ़ते कदम' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम मध्यप्रदेश में लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के सफलतम 10 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले कलेक्टर्स और अन्य अधिकारी पुरस्कृत किए गए। सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविन्द सिंह भदौरिया और लोक निर्माण राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ भी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सबसे बड़ी जनता है। मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है और यहाँ की जनता मेरे लिए भगवान है। इस मंदिर का पुजारी शिवराज सिंह चौहान है। उन्होंने श्रेष्ठ कार्य के लिए पुरस्कृत अधिकारियों को बधाई देते हुए अधिकारी वर्ग से आव्हान किया कि वे उपलब्ध सेवाओं के संबंध में नागरिकों को अवगत करवायें। पूरी क्षमता के साथ टीम भावना से कार्य कर आमजन को ईंधन, ऊर्जा, समय, राशि आदि के अपव्यय से बचाकर बिना परेशान हुए आवश्यक सेवाएँ प्रदान करवाई जाएं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि कत्र्तव्यनिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों से व्यवस्था दुरुस्त हो जाती है। जनता को दिक्कत -परेशानी देने वाले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इस उद्देश्य से ही पब्लिक सर्विस डिलेवरी गारंटी कानून बनाया गया है। यह भी व्यवस्था की गई कि तय वक्त में काम न करने वाले अधिकारियों पर जुर्माना किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस व्यवस्था की निरंतर मॉनिटरिंग करने से आम नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ दी जा सकेंगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सेवा भाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश में जब लोक सेवाओं का प्रदाय प्रारंभ किया गया, तब कुछ ही सेवाएँ प्राप्त हो पाती थी। आज इनकी संख्या बढक़र करीब 500 हो गई है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम आमजन के लिए कारगर सिद्ध हुआ है। लोक सेवा केन्द्र समय-सीमा में कार्यों का निपटारा कर रहे हैं। समाधान ऑनलाइन की व्यवस्था भी पुन: प्रारंभ की गई है। इसके अंतर्गत चिन्हित समस्याओं का राज्य स्तर के अधिकारियों और संबंधित जिले के अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निराकरण किया जाता है।    मुख्यमंत्री ने आव्हान किया कि कलेक्टर्स सुशासन के लिए इन सभी व्यवस्थाओं को पुख्ता बनाए रखें। सी.एम. डैशबोर्ड के माध्यम से अब एक नया माध्यम आमजन को उपलब्ध होगा। उन्होंने इंदौर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा प्रसव के कुछ दिन पहले तक और प्रसव के दस दिन बाद ही अपने दायित्व के निर्वहन के लिए सजग और सक्रिय रहने की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक प्रेरक उदाहरण है। अन्य अधिकारी इसी तरह सेवाभाव से अपनी जिम्मेदारी को निभाएं। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में लोक सेवा प्रबंधन और सुशासन क्षेत्र में हुई प्रगति के लिए मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, सेवानिवृत्त आईएएस मनोहर दुबे, पूर्व में मुख्यमंत्री के सचिव रहे और भारत सरकार में पदस्थ अनुराग जैन और कार्यपालक निदेशक मध्यप्रदेश राज्य लोक सेवा अभिकरण नंद कुमारम के प्रयासों की प्रशंसा की। 

Kolar News

Kolar News 25 January 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा नागरिकों को समय पर लोक सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से बनाए गए मप्र लोक सेवा गारंटी कानून के सोमवार को सफलतम 10 वर्ष पूर्ण हो गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में नवाचारों का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोक सेवाओं के प्रदाय में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये जिला निवाड़ी, ग्वालियर, झाबुआ कलेक्टर्स को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के मिंटो हॉल में कन्या पूजन कर "मध्यप्रदेश लोक सेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में बढ़ते कदम" कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने लोक सेवा प्रदाय के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों का शुभारंभ रिमोट का बटन दबाकर किया। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा तैयार ई-पत्रिका का विमोचन भी किया। इसके साथ ही सुशासन विषय पर पीएचडी करने वाले डॉ. आशीष अग्रवाल की पुस्तक "सुशासन की चुनौतियों" का विमोचन किया गया। इसमें छत्रपति शिवाजी, डॉ. हेडगेवार, दीन दयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की सुशासन पर विचार और नीतियां का जिक्र किया गया है।   मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में तंत्र लोगों के लिये होता है, जनता के लिये होता है। लोकतंत्र का मतलब जनता का, जनता के लिये है, ये जनता का राज है। मैं जब ये बात कहता हूं कि मध्यप्रदेश मेरा मंदिर और उसमें रहने वाली जनता मेरी भगवान है और मैं उसका पुजारी हूं। ये जुमला नहीं है, ये अंतर्आत्मा के भाव है।   उन्होंने कहा कि पिछले 9-10 महीनों में हम 100 से अधिक सेवाओं को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत लेकर आये हैं। सिटिजन इंटरफेस पर 14 नई सेवाओं को जोड़ा गया है। विभिन्न योजनाओं में नवाचार और तकनीकी को बढ़ावा देने के लिये एमपी इनोवेशन पोर्टल हमने विकसित किया है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े, इसलिये समाधान एक दिन में शुरू किया गया। सुबह आवेदन दो और शाम तक सेवा मिल जाये। समाधान एक दिन में यानी वन डे गवर्नेंस के तहत अधिकतम सेवाएं फोन से व्हाट्सऐप से मिल जाये उसकी कोशिश हो। सुशासन हमारा लक्ष्य है। यह आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का भी एक अंग है।   उन्होंने कहा कि इंदौर की नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल, कमिश्नर रहते हुये बेटे को जन्म देने के पहले तक वो लगातार ड्यूटी निभाती रहीं। मैंने उनसे कहा कि जरूरत पड़े तो आराम करना चाहिये। लेकिन लगातार काम करती रहीं और जन्म देने के बाद दसवें दिन फिर शहर की स्वच्छता देखने निकल पड़ीं। ऐसे उदाहरण प्रेरक हैं। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न हितग्राहियों से संवाद भी किया।   झाबुआ के कांति लाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि 181 पर फोन लगाकर मैंने आय और मूल निवासी प्रमाण पत्र बनवाये। उन्होंने मेरा कॉल ट्रांसफर किया। मुझे मैसेज आया जिसमें मैंने आधार नंबर डाला। मैंने 5 बजे शाम को फोन किया था, सुबह 8 बजे मुझे व्हाट्सऐप पर कागज मिल गये। रायसेन के वीरेंद्र ने सीएम से संवाद करते हुये बताया कि एक दिवसीय कार्यक्रम में मैंने वृद्ध पेंशन योजना के लिये अप्लाई किया था। तुरंत ही मेरे कागज जांचे गये और 24 घंटे में मेरा काम हो गया है और मुझे पेंशन भी मिल गई।   इसी तरह होशंगाबाद जिले के प्रकाश ने सीएम को बताया कि मैंने स्थानीय निवास प्रमाणपत्र के लिये आवेदन किया था। आपके भाषण में मैंने सुना था कि 181 पर कॉल कर के ये सुविधा ली जा सकती है। कॉल पर आधार सत्यापन हुआ और उसी दिन  प्रमाणपत्र मेरे मोबाइल पर आ गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लोक सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया।

Kolar News

Kolar News 25 January 2021

हरदा। किसान नेता एवं कृषि मंत्री कमल पटेल ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलंकनाथ कमलनाथ की सरकार गिराकर पुण्य का कार्य किया है।   हरदा जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कृषि मंत्री कमल पटेल ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि राजमाता सिंधिया ने जनसंघ की स्थापना में तन मन धन समर्पित कर दिया, उनके प्रयासों से आज भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि इतिहास ने अपने आपको दोहराया है, उन्होंने कहा कि राजमाता के प्रयासों से 1967 में कांग्रेस की द्वारका प्रसाद मिश्र की सरकार गिरी और संविद सरकार में गोविंद नारायण सिंह मुख्यमंत्री बने। वर्ष 2020 में उनके पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलंकनाथ कमलनाथ की सरकार गिराकर इतिहास दोहराया है, उनके इस प्रयास से प्रदेश में कुशासन का अंत हुआ और भाजपा की सरकार बनी। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ ने प्रदेश में महिलाओं, युवा बेरोजगारों, बुजुर्गों, गरीब, मजदूर और किसानों से झूठे वादे कर सत्ता हासिल की और प्रदेश में सरकारी खजाने में लूटपाट शुरू कर दी। कांग्रेस सरकार से सभी वर्गों के लोग त्रस्त हो गये थे जिन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया के सरकार गिराने से मुक्ति मिली, कमल पटेल ने कहा कि राजमाता के पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार गिराकर पुण्य का कार्य किया है, उनके साथ प्रदेश की जनता का आशीर्वाद है, क्योंकि जबसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है लोगों को उनके हक का पैसा मिलना शुरू हो गया है जिसे कमलनाथ की कांग्रेस सरकार दबाकर बैठी थी। कृषि मंत्री कमल पटेल का इस अवसर पर जिला भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

Kolar News

Kolar News 25 January 2021

भोपाल। नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने कहा था कि अपनी ताकत पर विश्वास करो, उधार की ताकत देश और समाज के लिए सबसे ज्यादा घातक है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नेताजी के इन्हीं सूत्र वाक्यों को आत्मसात किया है और उन्हीं के बताए रास्ते पर चलकर देश को सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही।   नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 125वीं जयंती को पूरे देश में पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया। भोपाल में 7 नं. स्टॉप पर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के समीप नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माल्यार्पण कर नेताजी की जयंती पर उनका पुण्य स्मरण किया। इस अवसर पर पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा सिंह, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर, जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी, विधायक कृष्णा गौर उपस्थित थीं।   गांव, प्रदेश और देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपनी भूमिका का निर्वाह करें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है और आज पूरा देश पराक्रम दिवस मना रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, देश की जनता और नौजवानों ने अपने गांव, क्षेत्र, प्रदेश और देश को आत्मिनर्भर बनाने का संकल्प लिया है। आज नेताजी की जयंती पर हमें यह सोचना होगा कि देश को आगे ले जाने में हमारी भूमिका क्या हो सकती है? किस तरह हम अपने बलबूते पर आगे बढ़ सकते हैं। शर्मा ने कहा कि देश-प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प के साथ ही मैं उस क्रांतिकारी नेता को नमन करता हूं, जिसने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।   कांग्रेस के आंदोलनों से नहीं पड़ता किसानों को फर्क शर्मा ने कांग्रेस के आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रही है। अपना अस्तित्व बचाने की जद्दोजहद में कांग्रेस पार्टी किसानों के नाम पर आंदोलन कर रही है, लेकिन देश के किसानों को कांग्रेस के इन आंदोलनों से कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। देश के किसान बता चुके हैं कि वे कृषि कानूनों के समर्थन में हैं और भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़े हैं।

Kolar News

Kolar News 23 January 2021

भोपाल। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने राजधानी भोपाल के 7 नंबर स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के समीप नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण  किया।   इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि प्रत्येक देशवासी के हृदय में स्वतंत्रता की अखण्ड अग्नि प्रज्ज्वलित कर देने वाल मां भारती के वीर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सुभाष चंद्र बोस तिराहे पर उनकी प्रतिमा के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया है। उन्होंने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा के मंत्र को उद्घोष कर जिन्होंने भारत माता के पैरों से परतंत्रता की बेडिय़ा काटने के लिए देश ही नहीं विदेश में जाकर आजाद भारत की सोच का गठन किया और जिनके पराक्रम के कारण ही अंग्रेज विवश हुए भारत छोडऩे के लिए ऐसे नेता के चरणों में हम प्रणाम करते है। सीएम शिवराज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पराक्रम दिवस मनाने का फैसला किया है। मप्र सरकार भी ऐसे विद्यार्थी जो समाज सेवा और प्रदेश सेवा के लिए उत्कृष्ट काम और पराक्रम का काम करेंगे, ऐसे पांच विद्यार्थीयों को नेताजी पराक्रम पुरस्कार से सम्मनित करेंगे।   कांग्रेस पर कसा तंजइस दौरान कांग्रेस पर तंज कसते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस को जनता के सुख-दु:ख से कोई लेना-देना नहीं है, इनके नेता तो केवल अपने पदों और हितों की रक्षा में ही अपनी समस्त ऊर्जा नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में नेता बने रहे या ना बने रहे, कौन अध्यक्ष रहेगा। ये जितने भी ट्वीट और कार्यक्रम करते है, इससे प्रदेश की जनता का कोई लेना देना नहीं है। किस के पास कौन सा पद सुरक्षित रहेगा या नहीं उनकी झूठी लडाई का प्रदर्शन और केवल यही नहीं हो रहा दिल्ली में मेडम के सामने लड़ पड़ते है। कोई कहता है कि कांग्रेस के लिए चुनाव करवाओं, कोई कहता है कि चुनाव नहीं करवाते एक ही परिवार रहेगा। एक परिवार की गुलामी में जकड़ी कांग्रेस केवल नाटक करती है, सेवा नहीं और वही भी अपने स्वार्थ के लिए।

Kolar News

Kolar News 23 January 2021

भोपाल। कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में राजभवन घेरने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोशनपुरा चौराहे पर रही रोक दिया। भीड़ को तितरबितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का उपयोग किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े।    किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को राजभवन के घेराव का निर्णय लिया था। इसके लिए दोपहर 11 बजे सभी कार्यकर्ता जवाहर चौक पर एकत्रित हुए। प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं समेत प्रदेश एवं जिलों से आये कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। इसके बाद यहां से रैली राजभवन के लिए रवाना हुई। रैली रवाना होने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को मजबूर बनाना चाहती है और तीन बिलों के माध्यम से खेती-किसानी उद्योगपतियों के हवाले करना चाहती है। रैली में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के अलावा पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और जीतू पटवारी समेत कई विधायक शामिल हुए।   दोपहर करीब डेढ़ बजे जब कांग्रेस की यह रैली रोशनपुरा चौराहे पर पहुंची, तो पुलिस ने वॉटर कैनन से पानी की बौछार कर कार्यकर्ताओं को रोक लिया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए रोशनपुरा और रंगमहल चौराहे पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े और भीड़ को तितरबितर करने के लिए लाठियां भी भांजी। पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह और विधायक कुणाल चौधरी समेत 20 कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार किया है।

Kolar News

Kolar News 23 January 2021

भोपाल। भोपाल में प्यारे मियां यौन शोषण केस की पीड़िता नाबालिग की मौत की जांच एसआईटी करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह इस घटना को लेकर बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने बच्ची की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।    उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में बेटी को हम बचा नहीं पाए। यह साधारण घटना नहीं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी होगा,कार्रवाई की जाएगी। बैठक में डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, सीएम के ओएसडी मकरंद देउसकर, आईजी भोपाल उपेंद्र जैन तथा भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाएगी। पीड़िता की ज्यादा मात्रा में नींद की गोलियां खा लेने के बाद बुधवार को मृत्यु हो गई थी। गुरुवार को पुलिस की निगरानी में दोपहर 1:30 बजे उसका भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। जबकि यह नाबालिग इस केस में पीड़िता और फरियादी थी, न कि आरोपी या अपराधी। फिर भी पुलिस शव को हमीदिया अस्तपाल से सीधे श्मशान ले गई। पीड़िता की मां और परिजन घर पर बेटी के शव का इंतजार करते रहे, लेकिन पुलिस उन्हें शव सौंपना ही नहीं चाहती थी।   कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि भोपाल पुलिस ने पीड़िता के साथ वैसी ही बेहरमी की है, जैसी पिछले साल हाथरस दुष्कर्म कांड की पीड़िता के साथ उत्तरप्रदेश पुलिस ने की थी। इसलिए इस घटना की जांच सीबीआई से कराई जाना चाहिए। इससे पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच को लेकर मुख्यमंत्री फैसला करेंगे।

Kolar News

Kolar News 22 January 2021

भोपाल। राजधानी में प्यारे मियां यौन शोषण मामले की शिकार नाबालिग बेटी की ज्यादा मात्रा में नींद की गोलियां खा लेने के बाद बुधवार को मृत्यु हो गई थी। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद अस्पताल से ही उसके शव को सीधे श्यमशान घाट ले जाकर परिजनों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब इस पूरे मामले पर राजनीति तेज हो गई है। प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है।   कमलनाथ ने शुक्रवार सुबह एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर इस पूरे मामले पर सरकार पर बड़ा हमला बोला है साथ ही सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि मामा के राज में बेटियां कही भी सुरक्षित नहीं है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा बेहद निंदनीय, बेहद शर्मनाक। शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ? प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियाँ बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं? कितनी अमानवीयता, मृत पीडि़ता को उसके घर तक नहीं जाने दिया, उससे अपराधियों जैसा व्यवहार? उसके परिवार को अंतिम रीति- रिवाजों से भी वंचित किया गया, यह कैसी निष्ठुर व्यवस्था? कहाँ है जिम्मेदार? प्रदेश को कितना शर्मशार करेंगे?   कमलनाथ ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि मामला बेहद गंभीर, मामले की सीबीआई जाँच हो, बाक़ी बालिकाओं को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए, उनके इलाज की भी समुचित व्यवस्था हो। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। गौरतलब है कि मृतक पीडि़ता प्यारे मियां यौन शोषण के मामले में बालिका गृह में रह रही थी और प्रताडऩा से तंग आकर मंगलवार को उसने नींद की गोलियां खा ली थी।

Kolar News

Kolar News 22 January 2021

उज्जैन। भारतीय नौसेना में पदस्थ उज्जैन के जवान भास्कर पांडे को हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करते की है।   उज्जैन के राजेन्द्र नगर में रहने वाले नंदवल्लभ पांडे के 28 वर्षीय पुत्र भास्कर पांडे भारतीय नौसेना में अपनी सेवा देने के लिए वर्ष 2012 में ट्रेनिंग प्राप्त कर पोर्टब्लेयर अंडमान निकोबार में पदस्थ हुए थे। नौ वर्षों की सेवा के बाद उनकी पदस्थी विशाखापट्टनम में हुई थी। गत 19 जनवरी को अचानक हृदयगति रूकने से उनका निधन हो गया था। शुक्रवार सुबह भास्कर की पार्थिव शरीर सम्मान के साथ महू स्थित मिलेट्री केम्प से उनके निवास स्थान राजेन्द्र नगर लाया गया, जहां परिवारजनों ने अंतिम दर्शन किए। मिलेट्री के वाहन में वीर सपूत का शव रखकर अंतिम यात्रा शुरू की गई। इस दौरान शहरवासी नमन के लिए हाथों में तिरंगा लेकर सडक़ों पर आ गए। शहरवासियों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। जवान को अंतिम नमन करने के लिए अंतिम यात्रा में सैलाब उमड़ पड़ा। देशभक्ति गीतों के साथ अमर शहीद के नारों से शहर गूंज उठा।   यहां सैनिक सम्मान के साथ वीर सपूत को सलामी दी गई। उसके बाद मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल हुए, वहीं तराना विधायक महेश परमार ने उनके निवास स्थान पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि -‘वीर सपूत भास्कर पांडे जी की आज अंतिम यात्रा को देखकर हम सबकी आंखें नम हैं। मन बहुत भारी और हृदय पीड़ा से भरा हुआ है। आप भले ही हमारे बीच सशरीर नहीं हैं, अपितु सर्वदा हमारे दिलों में एक अखण्ड प्रकाश पुंज की भांति देदीप्यमान रहेंगे। विनम्र श्रद्धांजलि!’  

Kolar News

Kolar News 22 January 2021

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून को लेकर जारी घमासा और किसान आंदोलन पर मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह आंदोलन किसानों की आड़ में विरोधियों का आंदोलन है। कृषि मंत्री ने बातचीत से समाधान निकालने के बजाय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े संगठनों को किसान संगठन मानने से ही इंकार कर दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी आग्रह किया है कि वह किसी के दबाव में आए बिना कृषि सुधार कानूनों को जारी रखें।   कृषि मंत्री कमल पटेल ने शुक्रवार को जारी अपने एक बयान में कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों से कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल सका है। आंदोलनरत किसान संगठन केवल कृषि कानून वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं, कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल ने हड़ताली संगठनों के इस अडिय़ल रवैये पर हैरानी जताते हुए कहा कि दरअसल यह संगठन किसानों के हैं ही नहीं, यह वो विरोधी ताकते हैं जो नहीं चाहतीं कि किसानों का भला हो।    कृषि मंत्री पटेल ने कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी और आप का नाम लेते हुए कहा कि इनका कोई समर्थन नहीं है, देश के किसान कृषि कानूनों के समर्थन में केन्द्र सरकार के साथ हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि वह किसी के दवाब में न आएं और कृषि कानूनों को जारी रखें। कृषि मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसानों को सम्मान निधि देने की पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की जिसकी मांग खेती में नुकसान के बावजूद कभी किसान संगठनों ने नहीं की थी लेकिन जब प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को संबल दिया तो इनमें से किसी संगठन ने आगे आकर प्रधानमंत्री का धन्यवाद नहीं किया। पटेल ने कहा कि यह कैसे किसान संगठन हैं जो किसानों का भला होते हुए भी नहीं देख पा रहे। उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में हैं और किसानों की दशा और दिशा बदलने वाले हैं।

Kolar News

Kolar News 22 January 2021

नरसिंहपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में स्टेडियम ग्राउंड में नेताजी की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। इस मौके पर केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल, राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी, विधायक जालम सिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिलाष मिश्रा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।   उल्लेखनीय है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय प्रो. कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन स्टेडियम ग्राउंड गोटेगांव में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का आयोजन सहयोग क्रीड़ा मंडल गोटेगांव के तत्वावधान में केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में खिलाडिय़ों के उत्साहवर्धन के लिए आज मुख्यमंत्री का गोटेगांव आगमन हुआ।   मुख्यमंत्री ने 90 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों का किया शिलान्यास   इस दौरान मुख्यमंत्रीचौहान ने 90 करोड़ 27 लाख 52 हजार रुपये की लागत के 2 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन कर शिलान्यास किया। इनमें उन्होंने 10 करोड़ 38 लाख 99 हजार रुपये लागत के नरसिंहपुर सांकल मार्ग पर शेढ़ नदी पर पहुंच मार्ग सहित उच्च स्तरीय पुल निर्माण और 79 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये लागत के नरसिंहपुर-सांकल-गोटेगांव मुख्य जिला मार्ग के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया।  मुख्यमंत्री ने मूर्ति अनावरण के पहले कन्या पूजन भी किया।

Kolar News

Kolar News 21 January 2021

अनूपपुर। पवित्र नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन रेखा है। माँ नर्मदा के आर्शीवाद से मध्यप्रदेश में सुख, समृद्धि आती है। नर्मदा नदी जहाँ एक ओर प्रदेश में सुख, समृद्धि लाती है, वहीं इसके उद्गम स्थल अमरकण्टक को इंसानों ने विकृत कर दिया है, जिसके कारण नर्मदा नदी के उद्गम स्थल से नर्मदा की धारा दिनों दिन कम हो रही है। नर्मदा के उद्गम स्थल से कलकल जल की धारा बहे और स्थल स्वच्छ एवं सुंदर हो, नर्मदा के उद्गम स्थल में गंदा पानी और मैला न मिले इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएँगे।  अमरकंटक स्वच्छ, सुंदर और पवित्र रहे इसके लिए जनमानस के साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अमरकंटक में भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजनांतर्गत 49.98 करोड़ लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास के अवसर पर कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मिनी स्मार्ट सिटी अमरकंटक योजना के तहत 8.01 करोड़ लागत के कार्यो के लोकार्पण एवं अन्य 24. 92 करोड़ लागत के विभिन्न विकास कार्यो का लोकार्पण एवं भूमि पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पवित्र अमरकंटक नगरी साधू संतों एवं ऋषिमुनियों की तपस्या स्थली रही है। इसे पवित्र बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। अमरकंटक क्षेत्र के नागरिक एवं संत समाज सोचे कि हमारी गंदगी पवित्र नर्मदा नदी तक न पहुंचे। इस पवित्र कार्य में सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा नर्मदा जल ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य आगामी 6 माह में पूरा किया जाए। नर्मदा के तट पर अमरकंटक क्षेत्र में पौधरोपण किया जाए। जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि अमरकंटक में पक्के निर्माण कार्यो को प्रतिबंधित करें तथा सीमेण्ट और कंक्रीट के कार्यो में प्रतिबंध लगाएं। क्षेत्र के पर्यावरण को वैज्ञानिक ढंग से संतुलित किया जाएगा। हमारा प्रयास है कि नर्मदा नदी का संरक्षण और संर्वधन हो जिसके माध्यम से नर्मदा का जल पुन: कल-कल बहे। गायत्री और सावित्री सरोवरो से भी गाद निकालने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा तथा दोनों सरोवरों को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाये।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजनान्तर्गत अमरकंटक में विभिन्न निर्माण कार्य किए जा रहे हैं जिससे अमरकंटक का स्वरूप बदलेगा, जिससे पर्यटको को सीधा लाभ होगा। ध्यानकुटी भी बनायी जायेगी जिसमें जंगल में कुटियों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र के 825 मूलनिवासियों को आवास योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। अमरकंटक क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटिया होती हैं। इन जड़ी बूटियों की खेती के लिए जनजातीय परिवार को प्रोत्साहित किया जाए तथा जनजातीय परिवारों के जड़ी बूटियों के ज्ञान का लाभ आमलोगो तक पहुंचाया जाए।

Kolar News

Kolar News 21 January 2021

भोपाल। अपने शासन काल के दौरान पत्रकारों की उपेक्षा करने का आरोप झेलने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अब पत्रकारों की चिंंता सता रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना काल में भी डटकर काम करने वाले पत्रकारों और मीडिया संस्थानों से जुड़े कर्मियों को कोरोना टीकाकरण अभियान में प्राथमिकता देते हुये उनका नि:शुल्क टीकाकरण किये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया के साथियों ने कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में जो जिम्मेदार पत्रकारिता का कर्तव्य निभाया है उसका सम्मान किया जाना चाहिये।   कमलनाथ ने अपने पत्र में कोरोना महामारी से निपटने के लिये स्वदेशी कोरोना वैक्सीन विकसित करने में अमूल्य योगदान देने वाले भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी है। उन्होंने कोरोना काल में संक्रमण से रोगियों को मुक्त कराने में योगदान देने वाले चिकित्सकों और उनके सहयोगियों को भी बधाई दी है। साथ ही उन्होंने अपने पत्र में कहा कि इसके साथ ही एक वर्ग ऐसा है जिसने मुश्किल से मुश्किल दौर में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रति लोगों में जागरूकता लाने और समय-समय पर महत्वपूर्ण जानकारी लोगों तक पहुंचाने में सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि यह वर्ग मीडिया से जुड़ा है। पत्रकार साथियों और उनके संस्थान में कार्यरत लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान अनवरत काम किया और संक्रमण की रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन लोगों ने कोरोना से संबंधित भ्रांतियों को दूर किया और वास्तविक स्थिति की जानकारी से शासन एवं नागरिकों तक पहुंचाई।   पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया के प्रति भी संवेदनशीलता और उनके जज्बे का सम्मान किया जाना चाहिये। श्री नाथ ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि कोरोना टीकाकरण अभियान में जिस तरह अन्य लोगों को जोड़ा गया है उसी प्रकार मीडियाकर्मियों को भी प्राथमिकता प्रदान कर उनका नि:शुल्क टीकाकरण किया जाये।

Kolar News

Kolar News 21 January 2021

भोपाल। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बुधवार को एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर सरकार पर प्रदेश को शराब के दलदल में झोंकने का आरोप लगाया है, साथ ही बिजली बिल के मुद्दे पर निशाना साधते हुए सवाल पूछे हैं।   कमलनाथ ने पहले ट्वीट में शराब के मुद्दे पर सरकार का घेराव करते हुए कहा कि कितना शर्मनाक है कि जो भाजपा चुनाव के पूर्व शराबबंदी की बात करती थी वो आज मध्य प्रदेश को शराब के दलदल में झोंकने की तैयारी कर रही हैं। अब जहरीली शराब के नाम पर शराब दुकानो को बढ़ाने की तैयारी की जा रही हैं। मैं तो शुरू से ही कहता आया हूं कि मध्यप्रदेश में भले लोगों को राशन नहीं मिले लेकिन सरकार शराब जरूर उपलब्ध करा रही है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना महामारी में भी भले धार्मिक स्थल, आयोजन, वैवाहिक कार्यक्रम बंद रहे, कफ्र्यू लगा रहा लेकिन शराब की दुकाने देर रात तक चालू रही। प्रदेश की शिवराज सरकार शराब प्रेमी सरकार है और शराब की दुकानें व शराब के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नित नए निर्णय लेने का काम करती रहती है। कमलनाथ ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि प्रदेश में शराब की दुकानें बढ़ायी गयी तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी, हम सदन से लेकर सडक़ तक इस जनविरोधी निर्णय का खुलकर विरोध करेंगे।बिजली पर आड़े हाथों लियावहीं कमलनाथ ने एक अन्य ट्वीट कर बिजली बिल के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारी सरकार ने लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए इंदिरा ग्रह ज्योति योजना शुरू की थी। जिसमें हमने 100 रुपये में 100 यूनिट तक बिजली प्रदान करते हुए 150 यूनिट तक खर्च वाले उपभोक्ताओं को भी इस योजना में शामिल किया था। अब शिवराज सरकार हमारी इस जनहितैषी योजना से मध्यम वर्ग के लोगों को बाहर करने की तैयारी कर रही है। सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार का यह निर्णय जनविरोधी है, कोरोना महामारी में पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे मध्यमवर्गीय लोगों पर इस निर्णय से बड़ी मार पड़ेगी। सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे।

Kolar News

Kolar News 20 January 2021

भोपाल। शराब की दुकानें बढ़ाने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का अजीबो गरीब बयान सामने आया है। उन्होंने आमनक शराब रोकने के लिए शराब की दुकानें बढ़ाने की बात कही है। उनका कहना है कि शराब की रोकथाम के लिए दुकानों की संख्या बढऩी चाहिए। मप्र में दूसरे प्रदेश की अपेक्षा प्रति लाख आबादी पर 4 दुकानें है जबकि यूपी में 12 और महाराष्ट्र में 21 दुकानें प्रति लाख आबादी पर है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में दुकानें बढ़ाने का सुझाव इसलिए बेहतर है क्योंकि आबादी के अनुपात में पड़ोसी राज्यों के मुकाबले मप्र में इनकी संख्या बहुत कम है। इस वजह से भी प्रदेश में पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब के परिवहन की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष ने सत्ता में रहते हुए घर घर शराब पहुंचाने की तैयारी की थी लेकिन हम यह पहल इसलिए कर रहे है ताकि लोगों को अमानक और जहरीली शराब पीने से बचाया जा सके।   इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि शराब दुकानों के बारे में कांग्रेस दोमुंही बातें कर रही है। कमलनाथ सरकार ने हर 5 किमी की दूरी पर एक दुकान खोलने और ऑनलाइन शराब बेचने का निर्णय लिया था। व्यक्तिगत लाभ के लिए शराब इतनी महंगी कर दी कि अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई। यदि यह गलत है तो कांग्रेस इसका खंडन करे।

Kolar News

Kolar News 20 January 2021

सिंगरौली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को सिंगरौली नगर निगम के विकास के लिए बनाई गई पांच वर्षीय कार्ययोजना का अवलोकन किया। अटल सामुदायिक भवन बिलौजी मे आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली शहर तथा जिले का सुनियोजित विकास करके इसे आदर्श शहर व जिला बनाएंगे। नगर के विकास की पांच वर्षीय कार्ययोजना का पूरा रोडमैप तैयार करके इसे धरातल पर उतारा जाएगा। सिंगरौली मे विकास की नई इबारत लिखकर इसे नई पहचान दी जायेगी।   मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के लिए जनप्रतिनिधियों तथा आम जनता के साथ मिलकर व्यापक अभियान नगर निगम क्षेत्र में चलाएं, जिससे सिंगरौली नगर निगम अपनी श्रेणी के टॉप पांच शहरों में शामिल हो सके। शहर के पार्कों तथा तालाबों का सौंदर्यीकरण कराएं। शहर के किसी एक पार्क को आदर्श पार्क के रूप में विकसित करें। नगर में चल रहे सिवर लाइन का निर्माण कार्य आगामी दो वर्ष में पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ यहां हर गरीब के लिए सिर पर पक्की छत तथा सुनिश्चित रोजगार का भी प्रबंध करें। गरीबों के विकास से ही शहर का विकास होगा।   बैठक मे कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने नगर निगम की कार्य योजना प्रस्तुत की। उन्होने कहा कि नगर निगम में विभिन्न आयामों को शामिल करते हुये पांच वर्ष की कार्ययोजना तैयार की है। इसमें गरीबों के लिए 13 हजार 442 आवासीय इकाइयां बनाने, हर घर को नल से जल की आपूर्ति, बड़े औद्योगिक संस्थानों की स्थापना, बीस पार्कों, बीस तालाबों के सौंदर्यीकरण को शामिल किया गया है। कार्ययोजना में तीन बाईपास मार्गों के निर्माण, नौगढ़ में ट्रन्सपोर्टनगर की स्थापना, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने, युवाओं के कौशल उन्नयन प्रशिक्षण, स्वरोजगार, स्वसहायता समूहों के स्वारोजगार तथा छोटे व्यावसाईयो के विकास के प्रस्ताव शामिल है। कार्ययोजना में पर्यटन शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता सहित विकास के सभी आयामों को शामिल किया गया है।   बैठक मे सांसद रीति पाठक, विधायक राम लल्लू वैश्य, विधायक अमर सिंह, विधायक सुभाष वर्मा, विधायक कुवर सिंह टेकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष अजय पाठक, रीवा संभाग के कमिश्नर राजेश कुमार जैन, आईजी उमेश जोगा, पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र सिह, आयुक्त नगर निगम आरपी सिंह, पूर्व महापौर प्रेमवती खैरवार, अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 16 January 2021

भोपाल। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री पी. सी. शर्मा ने एक पत्रकार वार्ता में शिवराज सरकार पर आरोप लगाया कि उसने मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर नहीं, बल्कि कर्ज पर निर्भर बना दिया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री पहले वैक्सीन लगवाते तो वैक्सीन को लेकर भ्रांतियां नहीं होती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वैक्सीनेशन का स्वागत करती है।   कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि देशभर में काले कानूनों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ है, कल पूरे प्रदेश में 500 से अधिक स्थानों पर किसानों के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी ने जबरदस्त प्रदर्शन कर सहयोग किया। काले कानूनों के जगह सरकार किसानों की भावनाओं को संज्ञान में ले। चार लोगों की कमेटी बनाना अपने आप में साबित करता है कि भारतीय जनता पार्टी दोहरा रवैया अपनाती है। एक तरफ कानून बदलने राजी नहीं दूसरी तरफ कमेटी को माध्यम बनाती है। आने वाले समय में मध्यप्रदेश की और देश की जनता मोदी को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस द्वारा प्रदेश में 3 आंदोलन बड़े किए जाएंगे 24 को इंदौर में सभी कांग्रेसजन काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। मुरैना में 20 तारीख को किसान महापंचायत होगी। तीनों कार्यक्रमों में कमलनाथ जी उपस्थित रहेंगे।   जीतू पटवारी ने कहा कि पीछे के रास्ते से मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह 17000 करोड़ 10 महीने में कर्ज ले चुके हैं। हर महीने 2-3000 करोड़ के कर्ज लेने वाली सरकार सिर्फ विज्ञापनों में चल रही है। कर्मचारियों का डीए नहीं दे रही है, कर्मचारियों को सही समय पर तनख्वाह नहीं मिल रही है। कई विभागों की परीक्षाएं हो गई है, लेकिन भर्ती नहीं हो रही। अतिथि शिक्षकों, अतिथि विद्वानों को काम पर नहीं रखा जा रहा, इन सब बातों को लेकर शिवराज सिंह से हमारा अनुरोध है कि वे भाषण से बचे और प्रदेश की ओर ध्यान दें।   प्रदेश में सरकार नाम की चीज नहीं - पी.सी. शर्मापूर्व मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की चीज ही  नहीं है।  एक सप्ताह के अंदर तीन रेप की घटनाएं राजधानी भोपाल में हो चुकी हैं। बेटी बचाओ की बात मुख्यमंत्री करते हैं, लेकिन महिलाओं पर अत्याचार दुष्कर्म की लगातार घटनाएं बढ़ रही है। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कंगना रनौत ने कहा था कि अरब में जो गैंग रेप करते हैं उन्हें चैराहे पर लटका दिया जाता है, ऐसा कानून बनना चाहिये। भाजपा उसकी बात मान ले, किसी एक दुष्कर्मी व्यक्ति को लटका दे। शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ऐसे हालात 70 साल में कभी नहीं बने जो आज हैं। आज तक जिला प्रभारी मंत्री नहीं बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश के अंदर लाचार मुख्यमंत्री हैं, कुछ कर नहीं पा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 16 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए स्वेदेशी वैक्सीन का निर्माण और उसका प्रयोग गर्व का विषय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का ही यह परिणाम है कि आज से देशवासियों को इस मेड इन इंडिया वैक्सीन का लाभ मिलना प्रारंभ हो गया है। सच ही कहा गया है कि "मोदी है तो मुमकिन है।" उन्होंने यह बात शनिवार को राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के कोविड ब्लाक एक में कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान का शुभारंभ अवसर पर कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हमीदिया अस्पताल में कार्यरत वार्ड बॉय संजय यादव को प्रथम वैक्सीन लगाया गया।    मुख्यमंत्री ने प्रथम वैक्सीन लगवाने वाले वार्ड बॉय संजय यादव को बधाई दी। संजय यादव ने मुख्यमंत्री को अभिवादन कर धन्यवाद दिया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, कमिश्नर कवीन्द्र कियावत, कलेक्टर अविनाश लवानिया, डीआईजी इरशाद वली, जनसंपर्क संचालक आशुतोष प्रताप सिंह उपस्थित थे।   "वैज्ञानिकों को किया प्रणाम" मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया प्रधानमंत्री मोदी ने मैन आफ आइडियाज हैं। उन्होंने समय रहते संकट को पहचाना था। कोरोना के नियंत्रण के लिए देश में उनके द्वारा किए गए प्रयास ऐतिहासिक हैं। कोरोना से बचाव के लिए स्वदेशी वैक्सीन के निर्माण और आज से अभियान के रूप में देशव्यापी स्तर पर वेक्सीन लगाने का कार्य शुरू हुआ है। इसके लिए निश्चित ही हमारे वैज्ञानिक विशेष धन्यवाद के पात्र हैं जिन्होंने दिन-रात एक कर वेक्सीन के निर्माण का कार्य किया। वैज्ञानिक वर्ग को प्रणाम करता हूँ।   "बलिदानियों का स्मरण" मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन बलिदानियों का स्मरण स्वाभाविक है जिन्होंने कोरोना से प्रभावितों का तब इलाज किया जब संक्रमित व्यक्ति के नाम से ही सभी घबराते थे। अनेक चिकित्सक उपचार सेवाएं देते-देते अपना जीवन त्याग कर दुनिया से चले गये। उन सभी को नमन करते हुए वेक्सिनेशन प्रारंभ किया जा रहा है।   "चाक चौबंद हैं व्यवस्थाएं" मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 150 स्थानों पर वेक्सिनेशन शुरू किया गया है। प्रथम चरण में कोरोना वारियर्स को इसका लाभ मिलेगा।  मध्यप्रदेश में भी प्राथमिकता क्रम में निर्धारित श्रेणियों के अनुसार वैक्सीन लगाई जाएंगी। पहली वेकसीन लगवाने के पश्चात दूसरी निर्धारित अवधि 28 दिन के बाद लगेगी। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। यह पूरी तरह प्रामाणिक है। नागरिकों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए यह प्रभावी सिद्ध होगी। वेक्सीन के लिए आवश्यक प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हमीदिया अस्पताल स्टाफ के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को बधाई  भी दी।   "मुख्यमंत्री ने दिया संजय यादव को धन्यवाद" मुख्यमंत्री की उपस्थिति में प्रथम वैक्सीन वार्ड बॉय संजय यादव ने लगवाई। मुख्यमंत्री ने संजय को धन्यवाद देते हुए हालचाल पूछा। संजय ने मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। इस अवसर पर डॉ. एके उपाध्याय, स्टाफ नर्स उषा किरण, एएनएम शकुन कर्णवाल, साफ्टवेयर इंजीनियर अंजलि राठौर ड्यूटी पर थीं। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों और अन्य स्टाफ को उनकी सेवाओं के लिए भी धन्यवाद दिया। हमीदिया के कोविड ब्लाक के अन्य कक्ष दो में डॉ एसके त्रिवेदी के साथ स्टाफ नर्स प्रीति पगारे और ए.एन.एम. सुश्री प्रतिभा सिंह ड्यूटी पर थीं। यहां डॉ. अजय गोयनका ने टीका लगवाया।    "प्रधानमंत्री का संबोधन सुना" मुख्यमंत्री ने टीकाकरण अभियान प्रारंभ होने के पहले प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन सुना। हमीदिया अस्पताल, गांधी मेडिकल कॉलेज परिसर में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस प्रसारण को सुनने का लाभ लिया।

Kolar News

Kolar News 16 January 2021

भोपाल। कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम राजधानी भोपाल के 12 सेंटर्स पर शनिवार को शुरू हुआ। सुबह सवा 11 बजे पहला टीका भोपाल के हमीदिया अस्पताल में वार्डबॉय संजय यादव को लगाया गया। दूसरी तरफ जे.पी.अस्पताल में कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे तय था, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के नहीं पहुंचने के कारण करीब एक सवा घंटा देरी से शुरू हो सका।   हमीदिया अस्पताल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल हुये। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा भी मौजूद थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में हमीदिया अस्पताल के वार्डब्यॉय संजय यादव को कोरोना का पहला वैक्सीन लगाया गया। वैक्सीन लगवाने वाले वार्ड बॉय संजय यादव ने मुख्यमंत्री चौहान का अभिवादन किया। इस दौरान कक्ष में ड्यूटी पर डॉ. एके उपाध्याय के साथ स्टाफ नर्स उषा किरण और एएनएम शकुन उपस्थित थी। कक्ष 2 में डॉ एस के त्रिवेदी के साथ स्टाफ नर्स प्रीति पगारे और एएनएम प्रतिभा सिंह ड्यूटी पर थी । यहां डॉ अजय गोयनका ने टीका लगवाया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान भी उपस्थित थे।   जेपी अस्पताल में हुई लेटलतीफी से पहले टीके के लिए चयनित हरिदेव सिंह इतने व्यथित हो गए कि उन्होंने टीका लगवाने का इरादा ही बदल दिया। हरिदेव सिंह ने वहां मौजूद मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि मैं पहले बहुत उत्साहित था। अब टीका लगवाने का कोई मतलब नहीं है मुझे इंतजार करने को बोला जा रहा है। आखिरकार लंबे इतजार के बाद 11:45 पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी जे.पी. अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हुआ। दुखी मन से हरिदेव सिंह ने भी वैक्सीन लगवाई। वैक्सीन लगवाने के बाद हरिदेव सिंह ने कहा कि सिस्टम देश को आगे नहीं बढ़ने देगा। बैरागढ़ स्थित सिविल अस्पताल में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की मौजूदगी में टीकाकरण शुरू हुआ।

Kolar News

Kolar News 16 January 2021

भोपाल। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए चंदा जुटाने का अभियान शुक्रवार से शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि संग्रह अभियान की शुरुआत की गई है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने इस अभियान की शुरुआत की। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निधि समर्पण अभियान के केंद्रीय सह अभियान प्रमुख विनायक राव शुक्रवार सुबह 10 बजे सीएम हाउस पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख रुपये की दान राशि दी है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि ‘आज निवास पर श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान  में सहयोग राशि दान कर विश्व हिंदू परिषद के विनायकराव देशपांडे जी एवं अन्य गणमान्य साथियों के साथ अभियान का शुभारंभ किया। आज का दिन मेरे जीवन का सबसे सौभाग्यशाली दिन है। ऐसा लग रहा है, जैसे मानव जीवन सफल हो गया।   उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण में एक ईंट हमारे परिवार की भी लगेगी। राम मंदिर नहीं, सचमुच में यह राष्ट्र मंदिर है। राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे आराध्य हैं, राम हमारे प्राण हैं, राम हमारे भगवान हैं और श्री राम भारत की पहचान हैं। बिना राम के यह देश नहीं जाना जा सकता है।   सीएम शिवराज ने प्रशंसा जाहिर करते हुए कहा कि राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, राम हमारी हर सांस में बसे हैं। यह सौभाग्य है कि अब भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण जनसहयोग से हो रहा है और इसमें गिलहरी की तरह अपना योगदान देने का हमें भी सौभाग्य मिला है। जय सियाराम! बता दें कि श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद मिलकर देश के पांच लाख गांवों के 1 करोड़ घरों से यह चंदा जुटाएंगे। राम मंदिर चंदा अभियान 15 जनवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक चलेगा।

Kolar News

Kolar News 15 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन आ गई है जो किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। नागरिकों को क्रमानुसार इसका लाभ मिलेगा। उन्‍होंने कहा कि अब हमें कोरोना महामारी का पूरी तरह समापन करना है। टीकाकरण के प्रथम चरण में करीब सवा चार लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, जिन्होंने हम सभी की जिन्दगी बचाने का कार्य किया है। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को एनएचएम भवन के उद्घाटन के पश्चात कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में कलेक्टर्स और कमिश्नर्स के साथ चर्चा करते हुए कही।    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्‍होंने आव्हान किया कि जिलों के प्रशासनिक अधिकारी, सभी धर्म गुरु, जनप्रतिनिधि, मीडिया इसके बारे में किसी भ्रामक जानकारी या अफवाहों को न पनपने दें और इस महाभियान को सभी मिलकर सफल बनाने में सहयोग दें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि 16 जनवरी को पहला टीका किसी सफाई कर्मचारी को लगाने का प्रयास है। यह सफाई कर्मियों की सेवाओं का सम्मान भी होगा जो कोरोना के संकटकाल में उन्होंने प्रदान की हैं। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग मौजूद रहे। वीडियो कान्फ्रेंस में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी उपस्थित रहे।   दूरदर्शी प्रधानमंत्री मोदी बधाई के पात्र हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाने का कार्य 16 जनवरी को सुबह 9 बजे से प्रारंभ होगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देता हूँ। वे दूरदर्शी हैं। उन्होंने पहले ही संकट को पहचान लिया था। प्रधानमंत्री ने तो कोरोना आते ही टास्क फोर्स बना दिया था। उन्होंने सभी व्यवस्थाएं कीं और लोगों को वायरस से बचाने का कार्य किया।    महाभियान के विभिन्न चरण चौहान ने बताया कि 16 जनवरी से प्रारंभ हो रहे अभियान के लिए जिलों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। केन्द्र सरकार द्वारा वैक्सीन की सेफ्टी की पुष्टि की गई है। प्रत्येक नागरिक को दो डोज लगेंगे। पहला डोज लगने के पश्चात इसे 28 दिन के पश्चात पुन: लगाया जाएगा। इसके 14 दिन पश्चात मानव शरीर में एंटी बॉडी का निर्माण होगा। टीका लगने के बाद तत्काल प्रभाव नहीं होता है। प्रदेश में जिलावार वैक्सीन का आवंटन किया गया है। शिकायत और सुझाव प्राप्त करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गईं हैं। शासकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन लगाने के लिए चिन्हित किया गया है।   जिन्होंने संकट के समय सेवा की, उन्हें सबसे पहले लगेगी वैक्सीन मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उन सभी वारियर्स को प्रणाम किया, जिन्होंने संकट के समय दूसरों की जान बचाने का कार्य किया और सेवा में संलग्न रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण का प्रोटोकॉल तय किया गया है। वैक्सीन उन्हें ही पहले लगेगी जिनका क्रम है। इनमें फ्रंट लाइन वर्कर्स जैसे पुलिस कर्मी, राजस्व अमला भी शामिल है और उनका सबसे पहले सुरक्षित होना जरूरी भी है। टीकाकरण के लिए पंजीयन जिस क्रम में हुआ, टीके भी उसी क्रम में लगेंगे। इस महाभियान में पहले किसी को टीका लगाने के लिए सिफारिश करने के कार्य भी नहीं होंगे।   परीक्षण के बाद हुआ है वैक्सीन का चयन प्रारंभ में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने वैक्सीनेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत में बनाई गई स्वदेश की वैक्सीन को देश-विदेश की उत्कृष्ट वैज्ञानिक संस्थाओं ने गहन परीक्षण और विश्लेषण के बाद स्वीकृत किया है। कई महीनों की मेहनत के बाद भारत में यह दो वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन स्वीकृत की गई हैं। अब दूसरे देशों से वैक्सीन इंपोर्ट करने की आवश्यकता नहीं है। प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स, द्वितीय चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण होगा, तृतीय चरण में पचास वर्ष की आयु से अधिक सभी नागरिकों तथा ऐसे नागरिकों जो पचास वर्ष से कम आयु के हैं परन्तु मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रस्त हैं उनका टीकाकरण किया जाएगा। वर्तमान में कोविशील्ड के पांच लाख डोज प्रदेश को मिले हैं। अगले चार सप्ताह में 2.25 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को ये डोज लगाए जाएंगे।   नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंस के पश्चात एनएचएम भवन में कोविड वैक्सीनेशन महाभियान के संबंध में बनाए गए राज्य नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया और कार्य पद्धति के संबंध में जानकारी प्राप्त की।   एनएचएम भवन का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने मुख्य मार्ग क्रमांक-3, पत्रकार कालोनी के पास, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के 27.42 करोड़ की लागत से निर्मित मुख्यालय भवन का उद्घाटन किया। बताया गया कि कोविड-19 के लिए वैक्सीनेशन निगरानी केन्द्र और कोविड-19 महामारी के राज्यस्तरीय नियंत्रण कक्ष का संचालन इसी भवन से होगा। भवन का कुल क्षेत्रफल 11 हजार वर्गमीटर से अधिक है इसमें एक सभाकक्ष, वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष, केंटीन, पुस्तकालय सहित अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए कक्षों की व्यवस्था है। नवनिर्मित भवन में तीन लिफ्ट के साथ ही रेन वाटर, हार्वेस्टिंग और अन्य आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है।

Kolar News

Kolar News 14 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा ने प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चा अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बुधवार देर शाम अपनी नई टीम की सूची जारी की है। जिसमें 7 मोर्चा अध्यक्ष, 12 नये उपाध्यक्ष, 12 मंत्री और कोषाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं।   कार्यकारिणी में महाकौशल का खास ध्यान रखा गया है। इसमें जबलपुर से 4 चेहरे शामिल किए गए हैं। हालांकि भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी में सिंधिया समर्थकों को जगह नहीं मिली है।   लंबे समय से भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन का इंतजार किया जा रहा था। बुधवार देर शाम को प्रदेश अध्यक्ष ने इसकी सूची जारी कर दी। नई टीम का गठन 2023 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया है। युवा चेहरों को मौका दिया गया है।    प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा और विजेश लुणावत प्रदेश कार्यकारिणी से बाहर कर दिए गए हैं। जबकि पूर्व महापौर आलोक शर्मा और राहुल कोठारी को इसमें शामिल किया गया है। अखिलेश जैन को कोषाध्यक्ष, प्रदेश मीडिया प्रभारी के पद पर लोकेंद्र पाराशर को बरकरार रखा गया है। इसके अलावा रजनीश अग्रवाल प्रदेश मंत्री बनाए गए हैं। खास बात ये रही कि सिंधिया समर्थक चेहरों को प्राथमिकता नहीं दी गयी है। नयी कार्यकारिणी में तीन विधायक और दो सांसद भी शामिल किए गए हैं।   यह है नई टीम अखिलेश जैन, प्रदेश कोषाध्यक्षअनिल जैन कालूहेड़ा, प्रदेश सह कोषाध्यक्षराघवेंद्र शर्मा, प्रदेश कार्यालय मंत्रीलोकेंद्र पाराशर, प्रदेश मीडिया प्रभारी   ये बने प्रदेश मंत्री मदन कुशवाहा, ललिता यादव, रजनीश अग्रवाल, लता वानखेड़े, प्रभु दयाल कुशवाहा, राजेश पांडे, मनीषा सिंह, आशीष दुबे, नंदनी मरावी, राहुल कोठारी, संगीता सोनी, जयदीप पटेल।   ये बने नये उपाध्यक्षसांसद संध्या राय, पूर्व विधायक मुकेश चौधरी, कांत देव सिंह, योगेश ताम्रकार, सुमित्रा वाल्मिकी, आलोक शर्मा, सीमा सिंह, जीतू जिराती,गजेंद्र पटेल, बहादुर सिंह सोंधिया, चिंतामणि मालवीय, पंकज जोशी   ये बने मोर्चा अध्यक्ष माया नरोलिया बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी बीजेपी किसान मोर्चा  अध्यक्षवैभव पवार बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्षरफत वारसी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्षभगत सिंह कुशवाह पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष कैलाश जावट, अनुं.जाति मोर्चा के अध्यक्ष कल सिंह भाबर, अनु.जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष

Kolar News

Kolar News 14 January 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार सुबह एक और मरीज की मौत हो गई। महाराजपुरा निवासी पवन राठौर ने भी दम तोड़ दिया। वहीं एक गंभीर मरीज को अभी मुरैना से ग्वालियर रेफर किया गया है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सुजानिया को तत्काल प्रभाव से हटाया दिया गया है। साथ ही एसडीओपी को निलंबित किया गया है।   मुरैना में शराब से हो रही लगातार मौत के तीसरे दिन बुधवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में शराब के प्रकरण के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में बैठक में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के अलावा सीएस, डीजीपी, प्रमुख़ सचिव मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह, ओएसडी मकरंद देउस्कर, सीपीआर सुदाम खाड़े सहित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। बैठक में सीएम शिवराज ने कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी घटना दुखद है। उन्होंने मुरैना कलेक्टर कलेक्टर एस पी हटाने के निर्देश दिए। सीएम शिवराज ने कहा कि पूरे मामले की जांच होगी। ऐसे मामलों में कलेक्टर, एसपी दोषी होंगे, एक्शन लिया जाएगा, मैं मूक दर्शक नहीं रह सकता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अवैध शराब के  खिलाफ प्रदेश में अभियान चले। आबकारी अमला हो, पर्याप्त, रिक्त पद भरें, शराब व्यवसाय पर कड़ी निगरानी हो। 

Kolar News

Kolar News 13 January 2021

उज्‍जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर उज्जैन में ट्रायसिकल वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने सांसद अनिल फिरोजिया द्वारा दिव्यांगजनों को बैटरी-चलित ट्रायसिकल उपलब्ध कराये जाने पर कहा कि दूसरों की सेवा से बड़ा कोई पुण्य नहीं और दूसरों को तकलीफ पहुंचाने से बड़ा कोई पाप नहीं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द कहते थे नर सेवा ही नारायण सेवा है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आम जनता ही मेरे भगवान है और उसकी सेवा में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने भू-माफिया और असामाजिक तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि आमजन को तकलीफ पहुँचाने वालों के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही की जायेगी, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा। चौहान ने कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को साफा बाँधा और पुष्प-गुच्छ भेंट कर उनका सम्मान किया।   मुख्यमंत्री ने उज्जैन प्रशासन की प्रशंसा की ट्रायसिकल वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भू-माफियाओं और असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरन्तर सख्त कार्यवाही करने और शासकीय जमीन को उनके कब्जे से मुक्त करवाने पर उज्जैन प्रशासन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उज्जैन प्रशासन द्वारा लगातार इस ओर कार्यवाही करने पर मैं प्रशासन को बधाई देता हूं। शासकीय जमीनों को असामाजिक तत्वों से मुक्त करवाने का काम बेहद प्रशंसनीय है। ये जमीन आमजन के ही काम आयेंगी।   100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल वितरित सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि जिन दिव्यांगजनों के मन में यह सपना था कि उन्हें ट्रायसिकल प्राप्त हो, ताकि वे सरलता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकें, उनका सपना आज मुख्यमंत्री चौहान द्वारा पूरा किया जा रहा है।   इस अवसर पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन मंत्री इंदर सिंह परमार, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, सांसद महेन्द्र सिंह सिसौदिया और विधायक पारस जैन उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 12 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो थाना क्षेत्र के लोग शामिल है। वहीं कई लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि दो लोगों को गंभीर हालत में ग्वालियर रैफर किया गया है। देर रात जहरीली शराब से मौत की सूचना मिलते ही मुरैना में कोहराम मच गया। वहीं अब इस पूरे मामले में राजनीति बयानबाजी शुरू हो गई है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जहरीली शराब मामले में सरकार पर निशाना साधा है।   कमलनाथ ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ चल रही कार्यवाही को दिखावटी बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘गाढ़ दूँगा, टाँग दूँगा, लटका दूँगा, सब दिखावटी व गुमराह करने वाली बातें? भाजपा सरकार में माफिय़ाओ के हौसले बुलंद, सारी कार्यवाही दिखावटी, बड़े माफिया अभी भी निर्भीक होकर अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। जिन माफिय़ाओं को हमने नेस्तनाबूद किया था आज वो भाजपा सरकार आते ही फिर मैदान में।   कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि शराब माफिय़ाओं का क़हर जारी, उज्जैन में 16 जान लेने के बाद अब मुरैना में शराब माफिय़ाओं ने 10 के कऱीब लोगों की जाने ली। शिवराज जी, शराब माफिय़ा आखिर कब तक यूँ ही लोगों की जान लेते रहेंगे? उन्होंने सरकार से पीडि़तों को मदद की मांग करते हुए कहा कि सरकार बीमार लोगों का समुचित इलाज करवाये और पीडि़त परिवारों की हरसंभव मदद करे।

Kolar News

Kolar News 12 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से मध्य प्रदेश में प्रारंभ होगा। हमारी तैयारी चाक-चौबंद है। सारे परीक्षणों के बाद तैयार वैक्सीन 'कोविशील्ड' एवं 'कोवैक्सीन' को हरी झंडी दी गई है, जो सर्वश्रेष्ठ, पूर्ण रूप से सुरक्षित एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करने में सक्षम हैं। कुछ लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, परंतु हमें उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना है। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में संपन्न हुई राज्य मंत्रि परिषद की बैठक में कही।    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 'मध्य प्रदेश ग्रामीण ऋण मुक्ति विधेयक-2020' ऐसे सूदखोर साहूकारों के चंगुल से जनता को मुक्त करेगा, जो बिना वैध लाइसेंस के मनमानी दरों पर ऋण देते और वसूलते हैं। इसके द्वारा 15 अगस्त 2020 तक लिए गए सभी अवैध ऋण शून्य हो जाएंगे। अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक के माध्यम से अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले जनजातीय भाई-बहनों को इस प्रकार के अवैध ऋणों से पहले ही मुक्त कराया गया है। बैठक में मध्य प्रदेश 'ग्रामीण ऋण मुक्ति विधेयक-2020' तथा केंद्र प्रवर्तित 'प्रधान मंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना' सहित अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक में मंत्री परिषद के सदस्य व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।   14 जनवरी को वी.सी. के माध्यम से करेंगे समीक्षा मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टीकाकरण अभियान के संबंध में 14 जनवरी को दोपहर 12:00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप, धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों, जन-प्रतिनिधियों आदि से चर्चा करेंगे। सभी के सहयोग से इस अभियान को सफलता से प्रदेश में संचालित किया जाएगा।   4 लाख 16 हजार स्वास्थ्य कर्मी पंजीकृत, 5 लाख डोज कोरोना वैक्सीनेशन के प्रथम चरण में 4 लाख 16 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीयन किया गया है। इनमें सभी शासकीय स्वास्थ्य कर्मियों के साथ 85 हजार निजी स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं। इनके लिए हमें पहले 5 लाख डोज प्राप्त हो रहे हैं। इनमें 04 लाख 80 हजार कोविशील्ड वैक्सीन के तथा 20 हजार कोवैक्सीन के होंगे।   25 जनवरी तक फ्रंटलाइन वर्कर्स का पंजीयन कोरोना वैक्सीनेशन के लिए फ्रंटलाइन वर्कर, जिनमें पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी, होमगार्ड, सफाई कर्मी आदि शामिल हैं, के पंजीयन का कार्य जारी है। पंजीयन की अंतिम तिथि 25 जनवरी है। इन वर्कर की संख्या लगभग 06 लाख होगी।   302 स्थानों से वेबकास्टिंग, दो जगह से संवाद प्रधानमंत्री मोदी 16 जनवरी को पूरे देश में वैक्सीनेशन का एक साथ शुभारंभ करेंगे। मध्य प्रदेश के 302 टीकाकरण केंद्रों से कार्यक्रम की वेबकास्टिंग होगी। दो केंद्रों जे.पी. हॉस्पिटल, भोपाल तथा एमजीएम कॉलेज, इंदौर से सीधे संवाद भी हो सकेगा।   13 जनवरी को वैक्सीन मिलने की संभावना मध्य प्रदेश के चार स्टोर्स भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में 13 जनवरी की सुबह केंद्र से वैक्सीन मिलने की संभावना है, जो वायु मार्ग से आएगी। इसके बाद 24 घंटे के अंदर प्रदेश के सभी जिलों में वैक्सीन पहुँचा दी जाएगी। मध्यप्रदेश के पास 4.2 करोड़ वैक्सीन खुराक स्टोर करने की क्षमता है, जो पर्याप्त है।   28 हज़ार 365 वैक्सीनेटर प्रदेश में टीकाकरण के लिए 28 हज़ार 365 वैक्सीनेटर बनाए गए हैं, जिनका प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। प्रदेश में 1149 केंद्रों पर टीकाकरण होगा। टीकाकरण दल के अलावा हर केंद्र पर एक चिकित्सक भी तैनात रहेगा। प्रदेश के 42 जिलों में टीकाकरण का कार्य 5 दिन में तथा शेष जिलों में 4 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।   वैध लाइसेंसधारी साहूकार दे सकेंगे ऋण चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश ग्रामीण ऋण मुक्ति विधेयक-2020 में वैध लाइसेंस धारी साहूकार द्वारा शासन की निर्धारित दरों पर ऋण देने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। वे नियमानुसार ऋण देकर उसकी वसूली कर सकेंगे। साथ ही ऐसे किसान जो मजदूरों को अग्रिम/ऋण देते हैं, उन पर भी कोई बंधन नहीं रहेगा।   खाद्य प्र-संस्करण के लिए अधोसंरचना तैयार करने में सहायक होगी केंद्र की योजना मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केंद्र प्रवर्तित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना मध्य प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण की अधोसंरचना तैयार करने में उपयोगी होगी। इसमें केंद्र तथा राज्य का अंश 60 एवं 40 होगा। इसके अंतर्गत प्रयोगशाला, वेयरहाउस, इनक्यूबेशन सेंटर, कोल्ड स्टोर्स आदि बनाए जाने पर कृषि उत्पादक समूह, स्व-सहायता समूह, सहकारी समितियों आदि को 35% क्रेडिट लिंकेज प्रदान की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 12 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में मानवीयता को शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन आरोपितों ने एक विधवा महिला के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसके साथ दिल्ली की निर्भया के साथ हुए गैंगरेप की तर्ज पर वारदात को अंजाम दिया गया है। गंभीर हालत में महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।   सीधी में विधवा महिला के साथ गैंगरेप मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। गृहमंत्री ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलेगा। आरोपितों को सख्त सजा दी जाएगी। आरोपितों ने दरिंदगी दिखाते हुए विधवा महिला के साथ गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट में सरिया डाला था।

Kolar News

Kolar News 11 January 2021

भोपाल। राजधानी भोपाल में भारत बॉयोटेक की कोरोना कोवैक्सीन का ट्रायल डोज लगवाने वाले वालंटियर दीपक मरावी (47) की मौत पर राजनीति शुरू हो गई है। मप्र पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को मृतक दीपक मरावी के परिजनों से मिलने पहुंचे। यहां दिग्विजय सिंह ने मृतक की पत्नि व तीनों बच्चों से बात की। मृतक की पत्नी ने दिग्विजय सिंह को बताया कि उनकी बिना जानकारी के उनके पति को टीका लगाया गया। उनके पति को कोई भी बीमारी नहीं थी, टीका लगने से ही उनकी मौत हुई है और उनकी मृत्यु के बाद शासन प्रशासन ने आज तक सुध नहीं ली। पीडि़त की व्यथा सुनने के बाद दिग्विजय सिंह ने मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि वे उनके परिवार की मदद करेंगे और स्व दीपक मरावी के छोटे बेटे पवन के दिल में छेद है जिसका वे व्यक्तिगत रूप से इलाज करवाएंगे।    पीडि़त परिवार से मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि भारत बॉयोटेक के टीके कोवैक्सीन के परीक्षण के बाद ही दीपक मरावी की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मैं निंदा करता हूँ चिकित्सा शिक्षा मंत्री की जिन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता रचना को टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य बताया, जिन्होंने इस मामले को उठाया। दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया कि आखिर गरीब लोगों पर ही क्यों टीके के परीक्षण किए जा रहे हैं और फिर परीक्षण के बाद उनपर कोई निगरानी नही रखी जा रही? तो फिर परीक्षण क्यों किया गया? उन्होंने कहा कि वे पीढि़त परिवार के साथ खड़े हैं और उनकी हरसंभव मदद करेंगे।

Kolar News

Kolar News 9 January 2021

भोपाल। महाराष्ट्र के सोलापुर में मजदूरी करने गए प्रदेश के कटनी जिले के 52 श्रमिकों को प्रशासन ने मुक्त करा लिया है। कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने शिकायत को गंभीरता से लिया और मामले में एक्शन लिया। शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे श्रमिकों को सकुशल स्लीमनाबाद लाया गया। सोलापुर एसपी तेजस्वी सतपोटे, इन्सपेक्टर महाराष्ट्र पुलिस नितिन थेटे और एसडीएम टीकमगढ़ सौरभ सोनवाने का रहा सक्रिय सहयोग रहा। प्रशासन की त्वरित कार्यवाई पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कटनी कलेक्टर और उनकी टीम की सराहना की है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर पूरी टीम को इस त्वरित एक्शन के लिए बधाई देता हूँ भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी है। सीएम शिवराज ने कहा ‘मध्यप्रदेश की जनता को सुशासन देना हमारी सरकार का एकमात्र लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शासन और प्रशासन निरंतर कार्यरत है। महाराष्ट्र के सोलापुर में मध्यप्रदेश के कटनी के 52 श्रमिकों को बंधक बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा था। जनसुनवाई में शिकायत प्राप्त कर कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व बहोरीबंद एसडीएम रोहित सिसोनिया ने तत्काल एक्शन लिया व सोलापुर पुलिस के सहयोग से श्रमिकों को सकुशल वापस ले आए। मैं कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसडीएम रोहित सिसोनिया, टीकमगढ़ एसडीएम सौरभ सोनवाने, सोलापुर पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सातपुते और उनकी पूरी टीम को इस त्वरित एक्शन के लिए बधाई देता हूँ और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ। आप जैसे अधिकारी हमारी शान हैं।   बता दे कि दीपावली के बाद सोलापुर (महाराष्ट्र) मजदूरी करने गए 50 से अधिक मजदूरों को बंधक बनाकर प्रताडि़त किया जा रहा है। मजदूरों को दलाल गांव भी नहीं लौटने दे रहा था। फोन पर स्वजन से बात करने पर भी मारपीट की जा रही थी। जनसुनवाई में मामला आने के बाद मामले में कलेक्टर ने बहोरीबंद एसडीएम रोहित सिसोनिया (आईएएस) को प्रकरण की जांच करने और त्वरित रूप से जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। एसडीएम सिसोनिया ने बंधक बनाए गए श्रमिकों की जानकारी एकत्र की। जिसमें बंधक बनाए जाने की पुष्टि होने के बाद उन्हें मुक्त करवाने की कार्यवाई हुई। 

Kolar News

Kolar News 9 January 2021

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। अपने पत्र में कमलनाथ ने डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्मभूमि महू में उनकी स्मृति में स्थापित स्मारक के संचालन के लिये अवैधानिक रूप से गठित की गई समिति को तत्काल प्रभाव से भंग कर विधिपूर्वक नियमानुसार गठित समिति को काम करने देने को लेकर मांग की है।   अपने पत्र में कमलनाथ ने लिखा है कि यह विडम्बना है कि जिन डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर ने संविधान का निर्माण कर नियमानुसार काम करने की व्यवस्था स्थापित की, उन्हीं की स्मृति में गठित स्मारक को अवैधानिक रूप से संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर जन्म भूमि स्मारक महू शासन द्वारा वित्त पोषित संस्था है। जिस पर सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम के प्रावधान लागू होते हैं। सोसायटी में अब तक 22 सदस्य होते रहे हैं और इन्हीं सदस्यों में से ही अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कार्यकारिणी का गठन होता रहा है। स्मारक की सोसायटी गठित थी और विधिपूर्वक काम कर रही थी। सोसायटी के अध्यक्ष के असामयिक निधन के बाद कतिपय लोगों ने निजी स्वार्थ के चलते अनियमितताएं शुरू कर दीं। इन लोगों ने सोसायटी के 12-13 नये सदस्य बनाकर चुनाव की घोषणा भी कर दी। अवैधानिक रूप से बनाये गये सदस्यों के खिलाफ पंजीयक फमर््स  एंड सोसायटीज को शिकायत की गई। उन्होंने कहा कि पंजीयक में समिति में बनाये गये नये सदस्यों को अवैधानिक माना और उनकी सदस्यता को निरस्त कर दिया गया। जिसकी अपील में पंजीयक आदेश को अवैधानिक रूप से निरस्त करते हुये नये सदस्यों की सदस्यता को पुन: बहाल कर दिया गया और समिति के चुनाव करा लिये गये एवं स्मारक का प्रभार ले लिया गया जबकि यह पूरा मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।   कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा कि डॉ. अम्बेडकर की स्मृति में स्थापित स्मारक भारत के अनुसूचित जाति वर्ग एवं सर्व समाज के लिये एक महती स्मारक है। जिसके संचालन के लिये अवैधानिक रूप से गठित समिति द्वारा काम करने और समिति का स्वरूप बदलने से संस्था के गठन का मूल उद्देश्य एवं अनुसूचति जाति वर्ग की भावनाएं आहत हुईं हैं। भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर जन्म भूमि के स्मारक की समिति के गठन में संवैधानिक मूल्यों का पालन न होना अत्यंत क्षोभपूर्ण है। उन्होंने कि इससे बाबा साहब की आत्मा को निश्चित ही आघात पहुंचेगा।   कमलनाथ ने मांग करते हुए मुख्यमंत्री से कहा है कि वे इस पूरे संवेदनशील मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता में लेते हुये डॉ. अम्बेडकर स्मारक महू के संबंध में न्यायपूर्ण एवं निष्पक्ष निर्णय लेकर विधिपूर्वक गठित समिति को कार्य करने के संबंध में तत्काल आवश्यक निर्णय लें। यही बाबा साहेब अम्बेडकर के प्रति सच्ची श्रंदाजलि होगी।

Kolar News

Kolar News 9 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल नगर में बीती रात कुछ स्थानों पर वाहनों की तोडफ़ोड़ की घटनाओं पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने शुक्रवार सुबह पुलिस महानिरीक्षक भोपाल को निर्देश दिए हैं कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाली वाहनों की तोडफ़ोड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाएं, ऐसे तत्वों पर शिकंजा कसें और इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाही करें।   मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक नागरिकों द्वारा जानकारी दी गई कि उनके वाहनों में कुछ असामाजिक तत्व बार-बार तोडफ़ोड़ कर क्षति पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इन मामलों में सख्त कार्रवाई कर दोषियों को दंडित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन घटनाओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नागरिकों के पक्ष में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा कि नागरिकों से इस प्रकार की शिकायतें नहीं आना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 8 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। इनमें स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दिशा में निरन्तर कार्य होगा ताकि बहनें स्वयं सशक्त होकर एक सशक्त समाज की रचना में सहयोगी बनें। प्रदेश की बहनों को गरीब नहीं रहने दिया जायेगा। स्व-सहायता समूहों के गठन, उनके प्रशक्षिण, उन्हें बैंक लिंकेज दिलवाने और मार्केटिग का लाभ दिलवाकर आर्थिक लाभ प्रदान करवाने के कार्य लगातार चलेंगे। पोषण आहार तैयार करने का कार्य अब ठेकेदार नहीं बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं करेंगी। इन समूहों के उत्पाद पोर्टल के माध्यम से दूसरे देशों तक जा सकेंगे। गरीबी मिटाने का यह बहुत बड़ा माध्यम होगा।    मुख्यमंत्री ने यह बातें शुक्रवार को राजधानी भोपाल के मिटों हाल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास द्वारा आयोजित कार्यक्रम में को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने स्व-सहायतासमूहों के खातों में 200 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। इस अवसर पर मध्यप्रदेश आजीविका मार्ट का शुभारंभ भी किया गया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में इन समूहों को बड़ी, अचार और पापड़ बनाने से आगे ले जाकर नवीन गतिविधियों जैसे किचिन शेड के निर्माण, बंजर भूमि समतलीकरण, वर्क शेड निर्माण, कुँआ निर्माण, मवेशी आश्रय भवन, भण्डरण भवन और पशुपालन से भी जोड़ा जायेगा। इन नयी जिम्मेदारियों से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगी। कोई ऐसा कार्य नहीं जो हमारी बहनें नहीं कर सकतीं। कार्यक्रम में समूहों को मिली सफलता पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। उन्होंने विभाग के नवीन पोर्टल http://shgjivika.mp.gov.in/mpmart/index की भी शुरूआत की, जिसके माध्यम से ग्रामों के उत्पाद के विक्रय का कार्य आसान होगा। इससे पंजीकृत समूह, शासकीय संस्थाओं और व्यक्तिगत उपभोक्ताओं को विक्रय कर अधिक लाभ अर्जित कर सकेंगे।   प्रदेश में 10 लाख परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश में 35 लाख से अधिक ग्रामीण निर्धन परिवारों के 3 लाख से अधिक स्व-सहायता समूहों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। प्रदेश में कुल 2237 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।   देश में द्वितीय स्थान के लिये मिली बधाइयां मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व-सहायता समूहों ने कोरोन संकट के समय प्रदेश में मास्क निर्माण जैसा महत्वपूर्ण कार्य किया। प्रदेश की आबादी को कोरोना वायरस से बचाने में समूहों की महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। इसके लिये महिला स्व-सहायता समूह की बहने बधाई की पात्र हैं। वस्तव में इन बहनों की कार्य क्षमता अभूतपूर्व है। समूहों को इस वर्ष कुल 1400 करोड़ की सहायता दी जायेगी। गतवर्ष के 175 करोड़ रुपये के वितरण के मुकबाले इस वर्ष समूहों को 883 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया जा चुका है। मध्यप्रदेश बीते वर्ष की तुलना में 708 करोड़ से अधिक राशि का वितरण कर देश में दूसरे स्थान पर है। इसके लिये समूहों की बहनें और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग बधाई का पात्र है। मुख्यमंत्री ने भोपाल जिले के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को राशि प्रदान की। प्रतीक स्वरूप 5 समूहों को राशि दी गई। राशि प्राप्त करने वालों में माया दीदी सीमा रिंकल ,सुनीता अनीता, तारा, रुकमणी दीदी आदि शामिल हैं।   महिलाओं को देंगे अधिक से अधिक सुविधाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं और महिलाओं को स्व-सहायता समूहों के माध्यम से सशक्त बनाने के अलावा अन्य योजनाओं के माध्यम से लाभांवित करने का कार्य किया जा रहा है। पूर्व वर्षों में विद्यालय जाने के लिये साइकिल प्रदान करने, गर्भावस्था और प्रसव के पश्चात पोषण आहार के लिये राशि, संबल योजना और लाड़ली लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन से महिलाओं को लाभ मिला है।   नशे के विरूद्ध अभियान में महिलाएँ बनें सहयोगी उन्होंने कहा कि प्रदेश में मफिया के विरूद्ध अभियान छेड़ा गया है। इसके साथ ही नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। महिलाएं भी बच्चों को नशे की तरफ बढऩे से रोककर इस कार्य में सहयोगी बन सकती हैं।   बेटी बचाओ अभियान में भी मददगार हो बहनें मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध न हों और बेटी बचाओ अभियान को गति मिले इसके लिये शासकीय विभाग सक्रिय हैं। इस कार्य में हमारी बहनें भी मददगार बनें। चिटफंड के नाम पर पैसे दोगुने करने वाले आर्थिक अपराधियों और गुंडागर्दी करने वालों को नहीं बख्शा जायेगा। महिलाएं भी इन प्रयासों में मददगार बनें।

Kolar News

Kolar News 8 January 2021

भोपाल। पाटन से भाजपा विधायक अजय विश्रोई इन दिनों अपनी पार्टी से नाराज है और आए दिन सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर करते रहते हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने मंत्रिमंडल में विध्य और महाकौशल की उपेक्षा की बात कहते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। वहीं अब एक बार फिर अजय विश्रोई ने सोशल मीडिया के माध्यम से मंत्रियों को जिलों के प्रभार अब तक नहीं दिए जाने पर तंज कसा है।   वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने अब सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट कर मंत्रियों को जिलों के प्रभार अब तक नहीं दिए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि मान्यवर @CMMadhyaPradesh श्री @ChouhanShivraj जी, सादर प्रणाम प्रदेश के सभी जिलों में अनेकों समस्याएं सरल समाधान के लिए प्रभारी मंत्री की बाट जोह रही हैं। अनुरोध है चौथी बार @CMMadhyaPradesh बनने की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर प्रदेश को यह उपहार देने की कृपा करें। और वायदे के अनुसार जबलपुर एवं रीवा का प्रभार स्वयं ग्रहण करें। धन्यवाद, अजय विश्नोई।   कांग्रेस ने कसा तंजअजय विश्रोई के इस ट्वीट के बाद भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी है लेकिन कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने अजय विश्रोई के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि ठीक कहा अजय विश्नोईजी ने जनता परेशान हो रही है,आज तक मंत्रियो को जिलो का प्रभार तक नहीं दे पाये , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपनी टीम तक नहीं बना पाये,नंदू भैया की 2016 की टीम से ही काम चला रहे है , निगम-मंडल के पते नहीं ? अबकी बार सौदे व समझौते की सरकार। बिकाऊ-टिकाऊ में संघर्ष जारी।   गौरतलब है कि कैबिनेट विस्तार के बाद भी विश्नोई का दर्द सोशल मीडिया पर झलका था। लेकिन इस बार उन्होंने सीएम शिवराज पर ही निशाना साधा है। एक तरफ सीएम शिवराज लगातार मंत्रियों और मैदानी अफसरों के साथ बैठक कर आम आदमी को किसी तरह की परेशानी नहीं होने के निर्देश दे रहे हें। वहीं दूसरी तरफ अब विश्नोई स्पष्ट सवाल उठा रहे हैं कि जिलों में समस्याएं हैं। जिसके बाद से पार्टी में हडक़ंप मच गया है।

Kolar News

Kolar News 8 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर बुधवार को आदिवासी वर्ग के प्रमुख नेताओं की बैठक संपन्न हुई। बैैठक में कमलनाथ ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उस पर बंटवारे की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘‘भाजपा की राजनीति सदैव बांटने की व तोडऩे की रही है। भाजपा ने आदिवासी वर्ग को भी बांटने का काम किया है। हमें भाजपा की इस नीति व नीयत को पहचानना होगा। बैठक में प्रमुख रूप से आदिवासी नेता व प्रदेश कांगे्रस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री बाला बच्चन, हनी बघेल, औंकार मरकाम, पूर्व सांसद गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी, नन्हेलाल धुर्वे, तिलकराजसिंह, अभिजीत शाह सहित अन्य आदिवासी नेता व विधायकगण उपस्थित थे।   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कुछ गैर राजनैतिक संगठनों का उपयोग कर आदिवासी वर्ग को बांटने व तोडऩे का काम कर रही है। हमें निरंतर इस तरह की शिकायतें मिलती आयी हैं। अब तो भाजपा ने खरीद-फरोख्त का भी काम चालू कर रखा है। हमें इस सच्चाई को पहचानना है। आपकी जागरूकता, सावधानी व एकता ही भाजपा की इस तोडऩे व बांटने की राजनीति को मुंहतोड़ जबाव दे सकती है। भाजपा का यह कृत्य हमारे देश की संस्कृति के विरूद्व है। हमारे देश की संस्कृति लोगों को जोडऩे की है। कांगे्रस ने इसी संस्कृति को अपनाते हुए देश को, समाज को, दिल को जोडऩे का काम किया है।   इस अवसर पर पूर्व सीएम ने कहा कि हमारी 15 माह की सरकार ने आदिवासी वर्ग के हित में कई कार्य किये, कई योजनाएं लागू की और कई क्रांतिकारी निर्णय लिये। वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार ने आदिवासी वर्ग की योजनाओं को बंद किया, भाजपा सरकार में आदिवासी वर्ग पर अत्याचार व उत्पीडऩ की घटनाएं भी बड़ी है। यह सर्वविदित है कि कांगे्रस सरकारों ने आदिवासी वर्ग के हित व उत्थान के लिए कई कानून व योजनाएं बनायी हैं। आज की पीढ़ी बेहद जागरूक है। आज आवश्यकता है, हम नई पीढ़ी को जोड़े, उन्हें जागरूक करें। हम आदिवासी वर्ग के उत्थान व हित के लिये भविष्य में और क्या-क्या कर सकते हैं, इसके लिए हम शीघ्र ही एक कार्ययोजना बनायेंगे। हमारा शुरू से ही लक्ष्य रहा है कि आदिवासी वर्ग के हित व उत्थान के लिये कार्य करना, इसके लिए हम सदैव प्रतिबद्ध हैं।   कमलनाथ ने आदिवासी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा सरकार में होने वाली उत्पीडऩ व अत्याचार की घटनाओं की जानकारी प्रदेश कांगे्रस कमेटी को तुरंत दें, ताकि हम आदिवासी वर्ग के साथ मिलकर दमनकारी व उत्पीडऩ की घटनाओं का विरोध कर सकें। इस अवसर पर श्री नाथ ने केंद्र द्वारा बनाये गये नये तीन किसान विरोधी कानूनों और वर्तमान में जारी किसान आंदोलन की विस्तृत जानकारी से भी आदिवासी वर्ग के नेताओं को अवगत कराया। बैठक में प्रमुख आदिवासी नेताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कांगे्रस शुरू से ही आदिवासी वर्ग की हितैषी पार्टी रही है। कांगे्रस सरकारों ने हमेंशा आदिवासी वर्ग के हित में कई महत्वपूर्ण काम किये हैं, 15 माह की कमलनाथ सरकार ने भी आदिवासी वर्ग के हित में कई क्रांतिकारी निर्णय लिये, आदिवासियों के हित की कई योजनाएं चलायी तथा वर्षों पुरानी उनकी मांगों को पूरा किया है। वहीं वर्तमान भाजपा की शिवराज सरकार पूरी तरह से आदिवासी विरोधी सरकार है।   उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने आते ही कमलनाथ सरकार द्वारा शुरू की गयी विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टी को भी निरस्त कर दिया है, 89 आदिवासी इलाकों में आदिवासी विभाग के अंतर्गत चलने वाले स्कूलों को भी शिक्षा विभाग में स्थानांतरित करने का काम कर रही है। जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आती है, आदिवासी वर्ग पर अत्याचार, दमन और उत्पीडऩ की घटनाएं बढ़ जाती हैं। आदिवासी वर्ग का विश्वास कांगे्रस के साथ सदैव से रहा है। इसलिए विधानसभा चुनावों में प्रदेश की 47 आदिवासी वर्ग के प्रभाव वाली विधानसभा सीटों में से 31 विधानसभा सीटों में कांगे्रस के पक्ष में परिणाम आये हैं।

Kolar News

Kolar News 6 January 2021

भोपाल। लगातार हो रही कौवों की मौतों के चलते मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को आला अफसरों की बैठक बुलाई। बैठक में निर्णय लिया गया कि दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से सीमित अवधि के लिए मुर्गे आदि का व्यापार प्रतिबंधित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अस्थाई रोक एहतियातन लगाई गई है।    मुख्यमंत्री द्वारा ली गई अधिकारियों की बैठक में केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को लेकर भी चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर जिलों में गाइडलाइन का पालन करवाने के निर्देश जारी करेगा। इसके साथ ही पशुपालन विभाग और सहयोगी एजेंसियों को इस मामले में सजग रहने, रैंडम चैट करने और आमजन को आवश्यक जानकारी देने के निर्देश को कहा गया है। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ मोहम्मद सुलेमान सहित कई अफसर मौजूद रहे।    गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 23 दिसम्बर से 3 जनवरी तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में नौ कौवों की मृत्यु हुई है। मृत कौवों के नमूने तत्काल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। जिलों में तैनात पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि कौवों की मृत्यु की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल नियंत्रण और शमन की कार्यवाही कर रिपोर्ट भेजें। साथ ही पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखते हुए प्रवासी पक्षियों के नमूने एकत्र कर भोपाल लैब को भेजें।

Kolar News

Kolar News 6 January 2021

भोपाल। प्रदेश में पिछले दिनों हुई पत्थरबाजी की घटनाओं के आरोपितों को गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर गलत करोगे तो रोकेंगे, नहीं मानोगे तो ठोकेंगे। उन्होंने कहा कि ध्यान रहे, प्रदेश में कानून का राज है। मिश्रा ने फिर दोहराया कि जिस घर से पत्थर आएंगे, उसी घर से पत्थर निकाले जाएंगे। समाज को तोड़ने वाली ताकत कोई भी हो या विध्वंसकारी, हम किसी को पनपने नहीं देंगे।   प्रदेश के नीमच, उज्जैन और मंदसौर में पिछले दिनों पत्थरबाजी की घटनाएं होने के बाद से ही सरकार पत्थरबाजों पर शिकंजा कसने में जुटी है। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह चुके हैं कि पत्थरबाजी करने वाले समाज के दुश्मन हैं। शांतिपूर्ण ढंग से कोई अपनी बात कहे, लोकतंत्र इसकी इजाजत देता। आग लगा दो, तोड़फोड़ कर दो, पत्थर चला दो, इसकी इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। यह अक्षम्य अपराध है। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ न केवल कार्रवाई की जाएगी, बल्कि अगर सार्वजनिक संपत्ति को क्षति होती है, तो सजा के साथ-साथ नुकसान की राशि वसूली जाएगी। इसके लिए भले ही आरोपितों की प्रॉपर्टी राजसात ही क्यों न करना पड़े।

Kolar News

Kolar News 6 January 2021

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रत्येक जिले की पृथक विकास योजना बनाई जाए। आगामी एक अप्रैल से इसका क्रियान्वयन प्रारंभ होगा। नगरों के साथ ग्राम पंचायत स्तर पर भी विकास का प्लान बनाया जाए। नागरिकों को विकास का पूरा लाभ दिलवाने के साथ ही अच्छी कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। यह बात उन्होंने सोमवार को मंत्रालय में वर्चुअल कलेक्टर्स, कमिश्नर्स कान्फ्रेंस में कही। उन्‍होंने यह भी कहा कि राज्य में गुंडागर्दी, नक्सलवाद, तस्करी आदि की समाप्ति के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक प्रयास हों। कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि जिला विकास योजना के निर्माण के साथ ही सुशासन, आधुनिक तकनीक का अधिकतम उपयोग, योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन, नागरिकों को समय पर आवश्यक सेवाएं देने, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, सभी तरह के माफिया को नेस्तनाबूत करने की हमारी प्राथमिकता है। सभी कलेक्टर्स, कमिश्नर्स और शासन स्तर के अधिकारी इन लक्ष्यों के अनुकूल कार्य करते हुए परफार्म करें। अच्छा कार्य प्रदर्शन करने वाले ही पदों पर कायम रहेंगे। चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा मैदानी अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रारंभ योजनाओं के क्रियान्वयन में भी मध्यप्रदेश को अव्वल रहना है। हमारे प्रयासों की पराकाष्ठा होना चाहिए ताकि अच्छे परिणाम प्राप्त हों।   स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जरूरी, अंधी गली में नहीं चलना है मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को हर योजना में नंबर वन रहना है। जिलों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होना चाहिए। प्रदेश को प्रधानमंत्री जी की योजनाओं में भी आगे रहना है। कलेक्टर्स भी स्थानीय स्तर पर जिले के विकास की योजनाएं बनाएं। हमें अंधी गली में नहीं चलना है। योजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग हो।    कोरोना वैक्सीन उन्होंने कहा कि सभी जिले नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारियां करें। सबसे पहले प्राथमिकता वाले समूह टीके लगवाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तय किया है कि वे पहले टीका नहीं लगवाएंगे। प्राथमिकता समूह को पहले इसका लाभ मिलना चाहिए।    समर्थन मूल्य पर धान और अन्य अनाज की खरीदी कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर्स को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, धान मिलिंग के संबंध में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खरीदी में किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। खरीदी पश्चात बिलिंग एवं भुगतान की कार्यवाही शीघ्र की जाये।    अनियमितताओं पर हुई कार्यवाही कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि 08 जिलों में खाद्यान्न उपार्जन में अनियमितताएं होने पर प्रकरण दर्ज किया गया है। कुल 32 एफ.आई.आर. कर 55 संस्थाओं और व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। लगभग 05 हजार क्विंटल धान जप्त किया गया। प्रदेश में 32 वाहन भी जप्त किए गए हैं। जानकारी दी गई कि प्रदेश में 03 जनवरी तक 25 लाख 39 हजार 613 मीट्रिक टन धान खरीदी हुई है। इसी तरह ज्वार और बाजरा भी करीब सवाल दो लाख मीट्रिक टन खरीदा जा चुका है। कुल 4.28 लाख किसानों से खरीदी हुई। इन्हें भुगतान का कार्य भी हो चुका है। कुल 87 प्रतिशत परिवहन हो गया है।    वैध उत्खनन नहीं रोकें अवैध के विरुद्ध सख्त कार्यवाही हो मुख्यमंत्री ने रेत उत्खनन के संबंध में कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि वैध ठेकेदारों को परेशान न करते हुए अवैध खनन और परिवहन करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि कमिश्नर भोपाल कवीन्द्र कियावत ने रेत उत्खनन के बाद वाहनों की चेकिंग के लिए बनाई गई व्यवस्था से राजस्व बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने इस व्यवस्था को अन्य जिलों को भी अपनाने को कहा।   मिलावट के विरुद्ध कार्यवाही जारी रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी स्थिति में मिलावट करने वालों को न बख्शें। मटर में हरा रंग, मिर्च में लाल रंग घातक है। आलू में एसिड मिलने का काम इंदौर में हो रहा था। इन मामलों का स्वास्थ्य विभाग फालोअप करे। उन्होंने कहा कि इंदौर में मिलावट के लिए दोषी फैक्ट्री तोड़ी गई, ये अच्छी कार्यवाही है। उन्होंने अच्छा कार्य करने वालों को बधाई और पिछड़े जिलों को अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए।   समय पर खाद्यान्न न बांटना पाप है चौहान ने कहा कि समय पर खाद्यान्न का वितरण न करना अपराध है, एक तरह का पाप है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर्स ऐसे मामलों में सख्त कार्यवाही करें। चौहान ने सतना में उपभोक्ता भंडार संचालक पर की गई कार्यवाही की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की कार्यवाही अन्य जिले भी सतत रूप से करें।    भू-माफियाओं से मुक्त करना है मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून, व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। ने कहा कि प्रदेश को माफिया मुक्त करना है। उन्होंने साफ शब्दों में दोहराया कि गरीबों को कहीं परेशान न होना पड़े, यह सुनिश्चित करें। अतिक्रमण के नाम पर सामान्य व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही न हो। गुंडे, रसूखदार के विरुद्ध हो एक्शन अवश्य लिया जाए।     सायबर क्राइम पर नजर रखें मुख्यमंत्री ने सायबर क्राइम के संबंध में समीक्षा करते हुए कहा कि सायबर क्राइम पर रोकथाम हो, अलग काल सेंटर बनाएं। सायबर क्राइम के लिए जन जागरूकता भी बढ़ाएं। सायबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम जन भी सजग हों। पुलिस स्टाफ को भी दक्ष किया जाए। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में सायबर क्राइम के गत माह 53 मामले दर्ज किए गए।    बालिकाओं और महिलाओं के विरूद्ध अपराध अक्षम्य मुख्यमंत्री ने कॉन्फ्रेंस में बालिकाओं और महिलाओं के विरूद्ध हुए अपराधों की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चिन्हित अपराधों के संबंध में की गई कार्यवाही की भी जानकारी ली। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि प्रदेश में कुछ जिलों में ऐसे अपराधों पर अच्छी कार्यवाही हुई है। सिवनी, आगर-मालवा, सतना, हरदा, बुरहानपुर जिले तत्परता से कार्यवाही कर श्रेष्ठ जिलों में शामिल हुए हैं।

Kolar News

Kolar News 4 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भोपाल को छोडक़र राज्य के सभी कोविड केयर सेंटर को बंद किए जाने के फैसले पर राजनीति तेज हो गई है। पूरे मामले पर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आमने सामने हो गए हैं। उनके बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दरअसल, कमलनाथ ने कोविड सेंटर बंद किए जाने के सरकार के फैसले को गलत बताया था जिस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा था कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। जरुरत पड़ने पर फिर से सेंटर खोले जा सकते हैं। वहीं अब एक बार फिर कमलनाथ ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।   कमलनाथ ने सोमवार को एक के बाद कई ट्वीट कर सरकार का घेराव किया है। उन्होंने ट्वीट में कहा ‘शिवराज जी, मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण का आँकड़ा 2.5 लाख के कऱीब पहुँच चुका है, अभी तक घोषित मौतों का आँकड़ा 3641 पर पहुँच चुका है। प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे है और रोज़ मौतें भी हो रही है, ऐसे भी कोविड केयर सेंटर को बंद करना बेहद ही अविवेकपूर्ण निर्णय है। जब तक कोरोना संक्रमण ख़त्म नहीं हो जाता है तब तक तो प्रदेश में कोविड केयर सेंटर चालू ही रहना चाहिये।   कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि ‘यह सही है कि शिवराज जी आप और भाजपा अपनी सुविधानुसार कोरोना को कभी मामूली सर्दी-खांसी और कभी डरोना व भयावह बताते आये हैं। जब आपको प्रदेश में उप चुनाव करवाना हो, अपनी पार्टी के कार्यक्रम, रैलियाँ, सभाएँ, कार्यालय उद्घाटन करवाना हो, शराब की दुकानें खुलवाना हो, कोरोना वारियर्स को नौकरी से निकालना हो, कोविड केयर सेंटर बंद करना हो तब कोरोना पूरी तरह से नियंत्रण में आ जाता है और जब जनहित के मुद्दों से बचना हो, विधानसभा का सत्र स्थगित करना हो, विपक्ष के कार्यक्रम रोकना हो, नगरीय निकाय के चुनाव को अभी नहीं करवाना हो, प्रदेश में धार्मिक आयोजन, शादियाँ या अन्य आयोजन रोकना हो तो यही कोरोना डरोना व भयावह हो जाता है। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप कोरोना को अपनी सुविधानुसार परिभाषित करते है। आपका यह दोहरा चरित्र प्रदेश की जनता खुली आँखो से देख रही है।

Kolar News

Kolar News 4 January 2021

जबलपुर।  शिवराज कैबिनेट विस्तार के बाद अब भाजपा विधायकों की नाराजगी और दर्द खुलकर सामने आने लगा है। पाटन से वरिष्ठ भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्रोई ने अपनी पार्टी पर तंज कसा है और शिवराज कैबिनेट में क्षेत्रीय असंतुलन बताते हुए नाराजगी जाहिर की है। विश्नोई ने कहा कि महाकौशल अब उड़ नहीं सकता बस फडफ़ड़ा सकता है। अब बस खुशामद करते रहना होगा।   अजय विश्रोई ने ट्वीट कर कैबिनेट विस्तार पर असंतोष जाहिर किया है। उन्होंने कैबिनेट में महाकौशल और विंध्य की उपेक्षा पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा 'महाकौशल' अब उड़ नहीं सकता फडफ़ड़ा सकता है! मध्यप्रदेश में सरकार का पूर्ण विस्तार हो गया है। ग्वालियर, चंबल, भोपाल, मालवा क्षेत्र का हर दूसरा भाजपा विधायक मंत्री है। सागर, शहडोल संभाग का हर तीसरा भाजपा विधायक मंत्री है। एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि ‘महाकौशल के 13 भाजपा विधायकों में से एक को तथा रीवा संभाग में 18 भाजपा विधायकों में से एक को राज्य मंत्री बनने का सौभाग्य मिला है। महाकौशल और विंध्य अब फडफ़ड़ा सकते हैं उड़ नहीं सकते। महाकौशल और विंध्य को अब खुश रहना होगा। खुशामद करते रहना होगा। बधाई। विधायक के बयान सामने आने से पार्टी में हलचल मची है। हालांकि अभी तक उनके इस बयान पर नेता, मंत्री की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। गाौरतलब है कि एक दिन पहले हुए कैबिनेट विस्तार में सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली है। सूत्रों की मानें तो कई वरिष्ठ भाजपा विधायक शिवराज मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिलने से निराश और असंतुष्ट हैं। खासकर विंध्य और महाकौशल क्षेत्र के विधायक।

Kolar News

Kolar News 4 January 2021

भोपाल। मप्र स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा भोपाल को छोडक़र प्रदेश के सभी कोविड सेंटर को बंद किए जाने के फैसले के बाद कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार के फैसले पर आपत्ति जताते हुए निशाना साधा है। वहीं अब कमलनाथ के सवालों पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है।   सीएम शिवराज ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि क्या कमलनाथ जी चाहते हैं कि कोविड सेंटर हमेशा खुले रहें? प्रदेश में कोविड19 पूरी तरह से नियंत्रित है। इलाज की पर्याप्त व्यवस्था है। होम आइसोलेशन का भी इंतजाम है। आवश्यकता होगी तो फिर कोविड सेंटर खोल देंगे, लेकिन केवल खोलने के लिए खोलना, इसका कोई औचित्य नहीं है।    सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रसंशा करते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का अभिनंदन करता हूं। उनके नेतृत्व में कोविड19 के खिलाफ लड़ाई को बहुत सफलतापूर्वक लड़ा गया है। इंडिपेंडेंट एजेंसी के सर्वे में भी मोदी जी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। कोविड काल में भी उन्होंने जैसा नेतृत्व किया है, वह अद्भुत है।   गौरतलब है कि कमलनाथ ने रविवार सुबह ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश में कोरोना से मौतें जारी, संक्रमण का आँकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। विधानसभा का सत्र तक कोरोना के भय से निरस्त और शिवराज सरकार ने भोपाल को छोडक़र प्रदेश के सभी कोविड केयर सेंटर बंद किये? 

Kolar News

Kolar News 3 January 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा जांच एजेंसियों द्वारा सीधे कार्यवाही करने पर रोक लगाने और भोपाल को छोडक़र प्रदेश के सभी कोविड सेंटर बंद किए जाने के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने शिवराज सरकार पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हए निशाना साधा है।   कमलनाथ ने रविवार सुबह ट्वीट कर शिवराज सरकार के उस फैसले पर उन्हें आड़े हाथों लिया है। जिसके तहत स्वास्थ्य संचालनालय ने भोपाल को छोडक़र राज्य के लगभग सभी कोविड सेंटर बंद कर दिए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रदेश में कोरोना से मौतें जारी, संक्रमण का आँकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। विधानसभा का सत्र तक कोरोना के भय से निरस्त और शिवराज सरकार ने भोपाल को छोडक़र प्रदेश के सभी कोविड केयर सेंटर बंद किये?   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने जांच एजेंसियों पर सीधे सरकारी कर्मचारियों पर कार्यवाही की बजाय सरकार से अनुमति लेने के फैसले पर भी सवाल उठते हुए कहा कि एक तरफ़ भ्रष्टाचार को रोकने के लिये लंबे-चौड़े भाषण और दूसरी तरफ़ सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के भ्रष्टाचार के मामलों की जाँच के लिये जाँच एजेंसियो को अब सरकार से अनुमति लेना आवश्यक ? शिवराज सरकार के दोहरे चरित्र के यह उदाहरण...शिवराज सरकार अजब है - गजब है ?   बता दें कि बंद किए गए कोविड सेंटरों में केवल मामूली लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने के लिए बनाया गया था। लेकिन इन सेंटरों में मरीजों की संख्या न के बराबर थी और कुछ केंद्र तो खाली पड़े हुए थे। इसलिए मप्र के अपर संचालक आइडीएसपी ने भोपाल को छोड़ कर राज्य के बाकी सभी सेंटरों को बंद करने के आदेश जारी किये हैं।

Kolar News

Kolar News 3 January 2021

भोपाल। आखिरकार सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। रविवार दोपहर साढ़े बारह बजे सिंधिया खेमे के दो विधायकों तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह में गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट के परिजन भी राजभवन पहुंचे। हालांकि अभी शिवराज कैबिनेट में 4 पद खाली हैं, जिससे साफ है कि आगे भी कैबिनेट विस्तार होगा।   गौरतलब है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल थे, लेकिन 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य नहीं बन पाने की वजह से उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दोनों विधायक उपचुनाव जीतकर फिर से विधायक बन चुके हैं। ऐसे में सीएम पर दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का दवाब था। अब आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद सीएम दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

Kolar News

Kolar News 3 January 2021

भोपाल। आखिरकार सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। रविवार दोपहर साढ़े बारह बजे सिंधिया खेमे के दो विधायकों तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह में गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट के परिजन भी राजभवन पहुंचे। हालांकि अभी शिवराज कैबिनेट में 4 पद खाली हैं, जिससे साफ है कि आगे भी कैबिनेट विस्तार होगा।   गौरतलब है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल थे, लेकिन 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य नहीं बन पाने की वजह से उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दोनों विधायक उपचुनाव जीतकर फिर से विधायक बन चुके हैं। ऐसे में सीएम पर दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का दवाब था। अब आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद सीएम दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

Kolar News

Kolar News 3 January 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी में शनिवार सुबह 8 बजे से जेपी अस्पताल से वैक्सीन भेजने के लिए शहर की तीन अलग-अलग डिस्पेंसरी में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन शुरू हुआ। इसके लिए चिन्हित स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों को बुलाया गया है। इन लोगों से इन लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां ली जा रही है और उसके बाद एक-एक करके वैक्सीन लगाया जा रहा है।   राजधानी के गांधी नगर डिस्पेंसरी, गोविंदपुरा स्थित डिस्पेंसरी और कोलार के जेके अस्पताल में शुरू किया गया है, यहां सुबह 8 बजे से चिन्हित किए गए स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों का वैक्सीनेशन जारी है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सुबह गोविंदपुरा डिस्पेंसरी में चल रहे ड्राई रन का निरीक्षण करने पहुंचे, यहां उन्होंने ड्राई रन में हिस्सा ले रहे स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों से बातचीत की। उनसे पूछा की वैक्सीनेशन की जो प्रक्रिया ड्राई रन के दौरान अपनाई जा रही है, उसमें आपको कोई दिक्कत तो नहीं है। इस पर कुछ लोगों ने बताया कि प्रक्रिया अच्छी है और कम समय लिया जा रहा है। सारंग ने ड्राई रन करने वाली टीम के अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें कहा कि ड्राई रन बेहतर तरीके से होनी चाहिए। इसमें कोई कमी न रहे, क्योंकि इस ड्राई रन में अपनाई जा रही प्रक्रिया से जब वैक्सीन आएगी तो उसे आम जनता तक जल्दी से जल्दी पहुंचाने में मदद मिलेगी।   वहीं, भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने ड्राई रन के दौरान सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वे गोविंदपुरा डिस्पेंसरी समेत अन्य डिस्पेंसरी में पहुंचे और उन्होंने वैक्सीनेशन ड्राई रन में जुटी टीम का हौसला बढ़ाते हुए वैक्सीनेशन के लिए आए लोगों से बातचीत भी की। कलेक्टर लवानिया ने बताया कि चुनाव प्रोटोकाल के आधार पर ही वैक्सीनेशन का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए कर्मियों की जिम्मेदारी तय की गई है। इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो इन सभी व्यवस्थाओं पर सतत रूप से निगाह रखेगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन का काम दोपहर 12 बजे तक चलेगा। तीनों डिस्पेंसरी में कुल 75 लोगों को बुलाया गया है, जिन पर यह वैक्सीनेशन ड्राई रन किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 2 January 2021

भोपाल। भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का आज शुक्रवार को जन्मदिन है। वे आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने के वारिस ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी, 1971 को हुआ था। उनके जन्मदिन पर देशभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सिंधिया को जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायु होने की कामना की है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर अपने शुभकामना संदेश में कहा ‘राज्यसभा सांसद, @BJPyIndia  के कर्मठ और लोकप्रिय नेता, श्री @JM_Scindia जी को जन्मदिन की आत्मीय बधाई! ईश्वर आपको उत्तम स्वास्थ्य, सुदीर्घ और मंगलमय जीवन प्रदान करें; शुभकामनाएं!भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सिंधिया को जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा ‘शुभ जन्मदिन !!! भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद श्री @JM_Scindia जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं... ईश्वर आपको सदा स्वस्थ और दीर्घायु रखे!

Kolar News

Kolar News 1 January 2021

भोपाल।  भारत सहित दुनियाभर के देशों में नए साल का आगाज हो चुका है। साल 2020 को अलविदा कहकर सभी ने 2021 का स्वागत किया। नववर्ष की शुभ बेला पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की है।   सीएम शिवराज ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर एक कविता के माध्यम से नए साल की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘नया साल है, नया गीत है, आशाओं ने आज फिर ली अंगड़ाई। आओ मिलकर कदम बढ़ाएं, पुन: संकल्पों ने मीठी धुन बजाई। साथ से साहस बढ़ा और मानवता मुस्काई, आप भी सदा मुस्कायें, नव वर्ष पर आत्मीय बधाई। नव वर्ष की आप सभी को शुभकामनाएं!   भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने शुभकामना संदेश में कहा ‘आप सभी को नव वर्ष 2021 के शुभ अवसर पर मंगलमय शुभकामनाएं। नया वर्ष सभी के लिए समृद्धि एवं खुशियां लेकर आये।

Kolar News

Kolar News 1 January 2021

इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से इंदौर में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत बनाए गए लाइट हॉउस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर से वर्चुअली शामिल हुए। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, इंदौर सांसद शंकर लालवानी, विधायक तुलसीराम सिलावट मौजूद रहे।    गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के 75 स्वतंत्रता दिवस पर सभी के लिए आवास की कल्पना की थी। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, आवास और शहरी मंत्रालय ने वर्ष 2022 तक सभी पात्र लाभार्थियों को पक्के मकान प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी मिशन लागू किया। इस योजना के माध्यम से भारत सरकार एवं राज्य सरकार झुग्गी निवासियों सहित शहरी गरीबों की आवास आवश्यकता को पूरी करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री आवास (शहरी) योजना के अंतर्गत इंदौर में इंदौर नगर निगम द्वारा 53 हजार 724 इकाइयों की डीपीआर स्वीकृत कराई गयी थी। प्रथम चरण में लगभग 15 हजार 514 यूनिट्स का निर्माण प्रगति पर है, जिन्हें जल्द ही पूरा कर पात्र हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराया जायेगा।   प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्मित किये जा रहे आवासों की गुणवत्ता को बेहतर करने और कार्य में गति लाने के लिए वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद परिकल्पित, ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया की अवधारणा की गई। इस चुनौती के अंर्तगत राज्यों, संघ शासित प्रदेशों द्वारा प्रदान की गई छह साइटें सिद्ध, वैकल्पिक और नवीन तकनीकों का उपयोग करके लाइट हाउस प्रोजेक्ट के निर्माण लिए शॉर्टलिस्ट की गई, जिसमें भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर भी एक है।   लाइट हाउस प्रोजेक्ट द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के काम की गति और गुणवत्ता में सुधार के लिए वैकल्पिक और नवीन निर्माण टेक्नोलॉजी को अपनाने के महत्व की परिकल्पना की गई है। इंदौर में लाइट हाउस परियोजना का निर्माण पूर्व निर्मित सैंडविच पैनल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके लागू किया जाना प्रस्तावित है। इंदौर नगर निगम ने इस परियोजना के लिए 4.19 हेक्टेयर भूमि की पहचान नगर निगम सीमा के भीतर कनाडिया गाँव में की है। प्रस्तावित लेआउट प्लान के अनुसार पार्किग +8 बहुमंजिला संरचना में लगभग एक हजार से अधिक वन बीएचके आवासीय इकाइयां होंगी। इस परियोजना के निर्माण की अनुमानित लागत 128 करोड़ रुपये है।   

Kolar News

Kolar News 1 January 2021

इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से इंदौर में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत बनाए गए लाइट हॉउस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर से वर्चुअली शामिल हुए। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, इंदौर सांसद शंकर लालवानी, विधायक तुलसीराम सिलावट मौजूद रहे।    गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के 75 स्वतंत्रता दिवस पर सभी के लिए आवास की कल्पना की थी। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, आवास और शहरी मंत्रालय ने वर्ष 2022 तक सभी पात्र लाभार्थियों को पक्के मकान प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी मिशन लागू किया। इस योजना के माध्यम से भारत सरकार एवं राज्य सरकार झुग्गी निवासियों सहित शहरी गरीबों की आवास आवश्यकता को पूरी करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री आवास (शहरी) योजना के अंतर्गत इंदौर में इंदौर नगर निगम द्वारा 53 हजार 724 इकाइयों की डीपीआर स्वीकृत कराई गयी थी। प्रथम चरण में लगभग 15 हजार 514 यूनिट्स का निर्माण प्रगति पर है, जिन्हें जल्द ही पूरा कर पात्र हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराया जायेगा।   प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्मित किये जा रहे आवासों की गुणवत्ता को बेहतर करने और कार्य में गति लाने के लिए वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद परिकल्पित, ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया की अवधारणा की गई। इस चुनौती के अंर्तगत राज्यों, संघ शासित प्रदेशों द्वारा प्रदान की गई छह साइटें सिद्ध, वैकल्पिक और नवीन तकनीकों का उपयोग करके लाइट हाउस प्रोजेक्ट के निर्माण लिए शॉर्टलिस्ट की गई, जिसमें भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर भी एक है।   लाइट हाउस प्रोजेक्ट द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के काम की गति और गुणवत्ता में सुधार के लिए वैकल्पिक और नवीन निर्माण टेक्नोलॉजी को अपनाने के महत्व की परिकल्पना की गई है। इंदौर में लाइट हाउस परियोजना का निर्माण पूर्व निर्मित सैंडविच पैनल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके लागू किया जाना प्रस्तावित है। इंदौर नगर निगम ने इस परियोजना के लिए 4.19 हेक्टेयर भूमि की पहचान नगर निगम सीमा के भीतर कनाडिया गाँव में की है। प्रस्तावित लेआउट प्लान के अनुसार पार्किग +8 बहुमंजिला संरचना में लगभग एक हजार से अधिक वन बीएचके आवासीय इकाइयां होंगी। इस परियोजना के निर्माण की अनुमानित लागत 128 करोड़ रुपये है।   

Kolar News

Kolar News 1 January 2021

उज्जैन। प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने गुरुवार को उज्जैन प्रवास के दौरान भगवान महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर बेरिकेट्स से बाबा महाकाल के दर्शन किये। उन्होंने सपरिवार भगवान के दर्शन किये और भगवान महाकालेश्वर से आशीर्वाद प्राप्त किया।    इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास और प्रदेश की जनता की नववर्ष में खुशहाली की कामना की। इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया, इकबालसिंह गांधी, महाकालेश्वर मन्दिर के पुजारी संजय पुजारी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 31 December 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कोरोना काल होते हुए भी 2020 में किसानों के हित के जो निर्णय हुए हैं, वे अब नया वर्ष लगने के साथ ही इतिहास बनने जा रहे हैं। किसान पुत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार शपथ लेते ही कोरोना की संकटकालीन परिस्थितियों के मुकाबले के साथ अन्नदाता किसानों की सबसे पहले चिंता की। किसानों की फसल कट चुकी थी, 23 मार्च को श्री चौहान ने मुख्यमंत्री की शपथ ली, तब-तक खरीदी प्रारंभ करने की कोई तैयारी नहीं थी। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे थीं।    वास्‍तव में यह चिंता कोविड-19 की भयावह तस्वीरों के कारण से थी, उन्‍हें लग रहा था कि इस बार उनका गेहूँ खरीदा भी जायेगा या नहीं। शपथ लेते ही मुख्यमंत्री ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी की प्रभावी तैयारियां कीं,  जिसके चलते प्रदेश में 15 अप्रैल से खरीदी प्रांरभ हुई। विपरीत परिस्थितियों में बेहतर तैयारियों और सतत मॉनिटरिंग से प्रदेश ने इस साल गेहूँ उपार्जन का ऑल टाईम रिकार्ड बनाया।   129 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ उपार्जन कर मध्यप्रदेश ने एक नया इतिहास रचा  वर्ष 2020 में मध्यप्रदेश ने एतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए गेहूँ उपार्जन के मामले में देश के अग्रणी राज्य के रूप में नई पहचान स्थापित की। मध्यप्रदेश के अन्नदाता किसानों ने मध्यप्रदेश को बनाया है। पंजाब जो परंपरागत रूप से गेहूँ उत्पादन और उपर्जन में देश में सबसे आगे होता था वो स्थान आज मध्यप्रदेश ने प्राप्त कर लिया है। वर्ष  2020 में 129 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ उपार्जन कर मध्यप्रदेश ने एक नया इतिहास रचा है।   उपार्जित गेहूँ के भुगतान की भी सरकार ने सुनिश्चित व्यवस्था की। कोरोना और लॉकडाउन के चलते इस वर्ष गेहूँ उपार्जन कर किसानों को प्राथमिकता के आधार पर राशि दी गई। जिसमें ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को गति मिली। गेहूँ उपार्जन की प्रकिया में छोटे-छोटे भूखंड पर खेती करने वाले लघु और सीमांत किसानों को सबसे पहले सीधे लाभान्वित करने में सफलता मिली।   किसानों को हुआ रबी फसलों का फसल बीमा प्रीमियम भुगतान  वहीं, पिछली सरकार ने खरीफ और रबी फसलों के लिए फसल बीमा प्रीमियम की राशि 2200 करोड़ रूपयें का भुगतान बीमा कंपनियों को नहीं किया था। जिसके कारण किसानों को बीमा राशि नहीं मिल रही थी। मुख्यमंत्री शिवराज ने बीमा राशि भुगतान करने का निर्णय लिया और इसके फलस्वरूप किसानों को शेष बीमा राशि मिली। मध्यप्रदेश सरकार ने फसल कटाई के लिए भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की। जीरो प्रतिशत ब्याज पर किसानों को ऋण देने की योजना फिर शुरू की गई। चना, मूंग, उड़द की भी सरकारी खरीदी की गई। चने में 2 प्रतिशत तक तिवड़ा होने पर भी चने की खरीदी की गई। मध्यप्रदेश में चना, मसूर, सरसों प्रतिदिन प्रति व्यक्ति उपार्जन सीमा 40 क्विंटल को समाप्त कर दिया गया, इससे किसानों को इन फसलों की पूरी उपज समर्थन मूल्य पर बेचने की सुविधा मिली।   अब नए दौर में मध्यप्रदेश के किसान कोरोना महामारी के संकटकाल में मध्यप्रदेश में किसानों को एक ऐसी सौगात दी गई, जिसका वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। कोरोना संकट के दौर में किसानों को आर्थिक परेशानियों से बचाने के लिए मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह ने एक ही झटके में मंडी अधिनियम में संशोधन करके किसानों को एक तरह से ग्लोबल मार्केटिंग से जोड़ने का करिश्मा कर दिखाया। आढ़त का काम कर रहे व्यापारियों को अगर लायसेंस राज से मुक्ति मिली है तो किसानों के लिए भी यह एक तरह से आर्थिक रूप से अपने को मजबूत बनाने का मौका कहा जा सकता है।     उल्‍लेखनीय है कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां किसानों के हित में मण्डी एक्ट में संशोधन किया गया है। मण्डी एक्ट में संशोधन का सीधा फायदा किसान को हुआ है । अब उसे अपने उत्पादन का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल रहा है। इसके लिए किसानों को अब मंडियों के चक्कर काटने की जरूरत भी नहीं रही। मंडियों में किसानों को लंबे इंतजार के साथ अपनी उपज की गुणवत्ता को लेकर कई परेशानियों से दो-चार होना पड़ता था। मंडी अधिनियम में संशोधन के बाद अब किसान घर बैठ कर भी अपनी फसल निजी व्यापारियों को बेच रहा है।    बिचौलियों की व्यवस्था समाप्‍त, किसान खुद बना व्‍यापारी  कृषि मंत्री कमल पटेल कहते हैं कि मंडी में जाकर समर्थन मूल्य पर उपज बेचने का विकल्प किसान के पास जस का तस है। नई वैकल्पिक व्यवस्था बन जाने के बाद कृषि जिंसों के व्यापार में एक नई प्रतिस्पर्धा खड़ी होने से इसका फायदा किसानों को मिल रहा है। लायसेंसी व्यापारी अब किसान के घर या खेत पर जाकर भी उसकी फसल खरीदने आगे आ रहे हैं।  एक ही लायसेंस से व्यापारी प्रदेश में कहीं भी जाकर यह खरीददारी कर पा रहे हैं । इससे बिचौलियों की व्यवस्था खत्म हुई है।    उनका कहना यह भी है कि सरकार ने ई-टेंडरिंग का भी इंतजाम किया है। वो देश की किसी भी मंडी में, जहां उसे दाम ज्यादा मिल रहे हों, अपनी फसल का सौदा कर सकता है। उन्‍होंने कहा कि नई व्यवस्था में किसानों से मंडी के बाहर उसके गांव से ही फूड प्रोसेसर, निर्यातक, होलसेल विक्रेता या फिर आखिरी उपयोगकर्ता सीधे किसान की उपज खरीद की ओर आगे आया है । इसका एक मतलब यह हुआ है कि आज की तारीख में किसान अब अपने उत्पादन का व्यापारी भी खुद बन चुका है।    वहीं, उनका कहना यह भी था कि प्रदेश में जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के अलावा ब्याज पर सब्सिडी का मामला हो या फिर किसानों के हित में लाभकारी मूल्य देने जैसे कदम। मुझे लगता है कि एक किसान पुत्र होने के कारण किसानों की वास्तविक तकलीफों को श्री चौहान बेहतर तरीके से समझते हैं। सरकार के इस कदम ने किसानों के लिए आर्थिक मंदी के इस दौर में एक नया रास्ता खोल दिया है। किसान के लिए आज बाजार बड़ा और व्यापक होता दिख रहा है।

Kolar News

Kolar News 31 December 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों को नववर्ष की बधाई दी है। उन्होंने गुरुवार को मीडिया को जारी अपने संदेश में कहा है कि मध्यप्रदेश आने वाले वर्षों में विकास के क्षेत्र में अलग पहचान बनाएगा। आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करने में मध्यप्रदेश आगे रहेगा। इसके लिए प्रदेश के हर नागरिक को अपनी भागीदारी भी करना है।   मुख्यमंत्री चौहान ने नव वर्ष के अवसर पर प्रदेश के नागरिकों को बधाई देते हुए अपेक्षा की है की प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण इस राज्य को बेहतर मानव संसाधन का लाभ मिलेगा। हर व्यक्ति प्रगति में अपनी प्रत्यक्ष भागीदारी सुनिश्चित करेगा। मध्य प्रदेश सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए चिंतित और प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि गत 9 माह में लिए गए निर्णय यह सिद्ध करते हैं कि कृषि, ग्रामीण विकास, अधोसंरचना, औद्योगिक विकास, शहरी कल्याण, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल संसाधन, जनजातीय विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं। माफिया चाहे किसी भी तरह का हो राज्य में पैर नहीं फैला पाएगा। मिलावट के विरुद्ध राज्य सरकार ने सख्त अभियान चलाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन स्थापित कर हम मध्यप्रदेश को बेहतर राज्य बनाएंगे।   उन्‍होंने कहा कि मध्यप्रदेश लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम में अध्यादेश के माध्यम से संशोधन कर प्रावधान किया जा रहा है कि सेवा प्रदाय की तय सीमा तक यदि आवेदक को अधिकारी द्वारा सेवा प्रदाय नहीं की जाती है तो वे सेवायें स्वत: ही निर्धारित समय-सीमा के बाद आवेदक को मिल जाएंगी। इसे डीम्डे सेवा कहा जाएगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून में संशोधन कर मिलावट के दोषियों को 6 माह के कारावास और एक हजार रुपये तक के जुर्माने के स्थान पर आजीवन कारावास और जुर्माना प्रतिस्थापित किया गया है। मिलावट करने वाले को आजीवन कारावास होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कानून में यह दोनों संशोधन जनकल्याण की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं।   चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश, कोरोना जैसी गंभीर समस्या को अवसर में बदलने में सफल रहा है। प्रदेश में राजस्व संग्रहण बढ़ रहा है। विकास के लिए बजट उपलब्ध करवाकर योजनाओं का क्रियान्वयन तेज किया गया है। अपूर्ण परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है। निर्माण कार्य को फिर से गति मिली है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे आगमन 2021 के अवसर पर शिरडी में सांई बाबा से प्रदेश के नागरिकों के कल्याण की प्रार्थना कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के नागरिक सुखी और समृद्ध हों, इसके लिए तिरुपति में भी भगवान बाला जी से प्रार्थना की है।

Kolar News

Kolar News 31 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केन्द्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा पर कोरोना के नाम पर विधानसभा व संसद की बैठकें टालने का आरोप लगाया है। साथ ही एक बार फिर ईवीएम को लेकर उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि जब तक ईवीएम है जनता की नाराजग़ी व चुनाव हारने की चिंता भी नहीं है। दिग्विजय के आरोपों पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय को आड़े हाथों लेते हुए उनके आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने ईवीएम को लेकर दिग्विजय सिंह के आरोपों पर निशाना साधते हुए कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर बेबुनियाद आरोप लगाकर भ्रम फैलाना आपका प्रिय शगल है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में जहां कांग्रेस जीते वहां ईवीएम अच्छी और जहां हारे वहां खराब। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद लगता है आपको ईवीएम फिर सपने में नजर आने लगी है। आप यह बताइए जब चुनाव आयोग ने ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों को साबित करने की खुली चुनौती दी थी तब आप और आपकी पार्टी कहां थी?   वहीं एक अन्य ट्वीट कर मंत्री मिश्रा ने मप्र विधानसभा स्थगित किए जाने पर दिग्विजय सिंह के सवाल उठाने पर कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कोविड19 संक्रमण के कारण स्थगित करने का फैसला सर्वदलीय बैठक में लिया गया है। इसमें आपकी पार्टी के नेता और अध्यक्ष कमलनाथ जी भी शामिल थे। उन्होंने दिग्विजय सिंह की चुटकी लेते हुए कहा कि क्या इस मुद्दे पर उन्होंने आपसे सलाह-मशविरा नहीं किया...?

Kolar News

Kolar News 30 December 2020

भोपाल। नए साल के आगमन के अब केवल एक दिन का समय बचा है। हर कोई नया साल मनाने की तैयारियों में जुट गया है। मध्य प्रदेश के मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तिरुपति बालाजी व शिर्डी में दर्शन कर नए साल का स्वागत करेंगे।   सोमवार देर शाम वे हैदराबाद के लिए रवाना हुए। बताया गया कि सीएम शिवराज पूरे परिवार के साथ भगवान तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गए हुए हैं। तिरुपति बालाजी के दर्शन के बाद सीएम शिवराज शिर्डी के लिए रवाना होंगे। नए साल की शुरुआत शिर्डी में साईं बाबा के दर्शन के साथ करेंगे। वे 2 जनवरी को भोपाल लौटेंगे।   बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भगवान में विशेष आस्था रखते हैं। आए दिन सोशल मीडिया पर उनकी पूजा अर्चना वाली तस्वीरें और वीडियो वायरल होते रहते हैं।

Kolar News

Kolar News 30 December 2020

भोपाल। नए साल के आगमन के अब केवल एक दिन का समय बचा है। हर कोई नया साल मनाने की तैयारियों में जुट गया है। मध्य प्रदेश के मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तिरुपति बालाजी व शिर्डी में दर्शन कर नए साल का स्वागत करेंगे।   सोमवार देर शाम वे हैदराबाद के लिए रवाना हुए। बताया गया कि सीएम शिवराज पूरे परिवार के साथ भगवान तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गए हुए हैं। तिरुपति बालाजी के दर्शन के बाद सीएम शिवराज शिर्डी के लिए रवाना होंगे। नए साल की शुरुआत शिर्डी में साईं बाबा के दर्शन के साथ करेंगे। वे 2 जनवरी को भोपाल लौटेंगे।   बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भगवान में विशेष आस्था रखते हैं। आए दिन सोशल मीडिया पर उनकी पूजा अर्चना वाली तस्वीरें और वीडियो वायरल होते रहते हैं।

Kolar News

Kolar News 30 December 2020

भोपाल। सोमवार को कांग्रेस पार्टी अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी स्थापना दिवस से एक दिन पहले रविवार को निजी यात्रा पर विदेश रवाना हो गए। इसको लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि स्थापना दिवस पर राहुल जी 'नौ दो ग्यारह ' हो गए।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से राहुल गांधी के विदेश दौरे पर कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा है कि -‘ 'कांग्रेस इधर अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है और राहुल जी '9 2 11' हो गए।'।

Kolar News

Kolar News 28 December 2020

भोपाल। सोमवार को कांग्रेस पार्टी अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी स्थापना दिवस से एक दिन पहले रविवार को निजी यात्रा पर विदेश रवाना हो गए। इसको लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि स्थापना दिवस पर राहुल जी 'नौ दो ग्यारह ' हो गए।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से राहुल गांधी के विदेश दौरे पर कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा है कि -‘ 'कांग्रेस इधर अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है और राहुल जी '9 2 11' हो गए।'।

Kolar News

Kolar News 28 December 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को कांग्रेस का 136वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय प्रांगण में आयोजित भव्य कार्यक्रम में पार्टी का ध्वजारोहण कर पार्टी ध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर कांगे्रस सेवादल द्वारा वंदे मातरम गायन किया गया, कांग्रेस की रीति-नीति पर चलने की प्रतिज्ञा दिलायी गयी तथा राष्ट्रगान जन-गण-मन का गायन हुआ। इस अवसर पर कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता उपस्थित थे।         प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ ने स्थापना दिवस पर कांग्रेसजनों और प्रदेश भर से आये सेवादल के साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश ही नहीं पूरे विश्व के लिए ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि आज एक ऐसी पार्टी का स्थापना दिवस है जिसने देश की आजादी के लिये सालों संघर्ष किया। आज हमें आजादी के उन महानायकों को भी नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा आज बहुत सारी पार्टियां हैं जो राष्ट्रवाद का नाम लेती हैं, राष्ट्रवाद के नाम पर लंबे-चैड़े भाषण देती हैं। मैं तो आज भाजपा नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आपकी पार्टी में कोई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहा है क्या? कांग्रेस पार्टी में तो हमारे सैकड़ों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का नाम है। कांग्रेस की संस्कृति जोडऩे की है, दिल जोडऩे की, संबंध जोडऩे की। भारत ही एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं, विभिन्न जातियों के लोग रहते हैं। हम उस कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं, जिसने एक झंडे के नीचे हम सभी को रखा। सेवादल की स्थापना तो 1923 में हुई थी, 3 वर्ष बाद हम उसका शताब्दी वर्ष भी बड़ी धूमधाम से मनायेंगे। आज इतनी अनेकताए व विभिन्नताएं होने के बावजूद देश यदि एक झंडे के नीचे खड़ा है तो उसके पीछे कांग्रेस की जोडऩे वाली संस्कृति ही है।   कमलनाथ ने आगे कहा कि आज देश के लोगों को भटकाने का काम किया जा रहा है, आज हमारे सामने हमारी संस्कृति को बचाने की चुनौती है। आज हमारे सामने चुनौती है कि हम कौन से रास्ते पर जायें। आज नौजवानों का भविष्य खतरे में है, सच्चाई को समझने की आवश्यकता है, हमें सच्चाई का साथ देना है। महात्मा गांधी जी भी सच्चाई के मार्ग पर चले और पूरे देश को एक माला में पिरोया और देश को आजाद कराया। आज जो लोग सत्ता में बैठे हैं, हमें गांव-गांव, घर-घर जाकर उनकी जनविरोधी नीतियों से लोगों को सावधान करना है। आज नौजवानों का भविष्य खतरे में है। महिलाओं की अस्मिता खतरे में है।   किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीते एक महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं, वे न्याय चाहते हैं, लेकिन सरकार उनकी आवाज को कुचलने का काम कर रही है। हमारे किसान भाइयों को, खेती को और उनके खेत को औद्योगिक घरानों का बधुंआ न बनाया जाए, यह किसान मांग कर रहे हैं। आजादी के संघर्ष व कुर्बानी का इतिहास यदि देखा जाये तो उसमें कांग्रेस के लोगों के नाम ही मिलेंगे। कमलनाथ ने कहा कि इंदिरा जी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण तो किया ही था, लेकिन कृषि क्षेत्र में भी उत्पाद का राष्ट्रीयकरण किया था। आज किसान चाह रहा है हमें अपनी फसल का समर्थन मूल्य मिले। आज मंडियों को समाप्त किया जा रहा है, कार्पोरेट जगत की मंडियां बनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज भी वचनवद्ध है कि जब भी कांग्रेस की सरकार बनेगी किसानों को न्याय मिलेगा। हम मप्र में ऐसा कानून बनायेंगे जिसमें एमएसपी से कम खरीद अपराध होगा।   उन्होंने कहा कि आज देश में सबसे बड़ा वर्ग किसान है और जो किसान से टकराएगा, मिट्टी में मिल जाएगा। किसान से बड़ी कोई शक्ति नहीं है। हम चाहते हैं कृषि के क्षेत्र में नई नीति बने, जिससे हमारे शिक्षित नौजवान, युवाओं को रोजगार मिले, नयी तकनीकि लायें। किसानों की मांग को लेकर राजगढ़ से पैदल चलकर भोपाल आये किसानों का कमलनाथ ने मंच पर बुलाकर सम्मान किया।

Kolar News

Kolar News 28 December 2020

भोपाल। पन्‍द्रहवीं विधानसभा के उप चुनाव में मध्‍यप्रदेश के विभिन्‍न निर्वाचन क्षेत्रों से निर्वाचित 28 सदस्‍यों को विधानसभा के सामयिक अध्‍यक्ष रामेश्‍वर शर्मा ने सोमवार को विधानसभा में शपथ दिलायी।   सर्वप्रथम मेवाराम जाटव निर्वाचन क्षेत्र गोहद ने शपथ ली तथा अंत में सुबेदार सिंह सिकरवार रजौधा द्वारा शपथ ली गई। उक्‍त सदस्‍य शपथ लेने वाले प्रद्युम्‍न सिंह तोमर, महेन्‍द्र सिंह सिसोदिया (संजू भैया), बृजेन्‍द्र सिंह यादव, बिसाहूलाल सिंह, डॉ.प्रभुराम चौधरी, राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्‍तीगांव, हरदीप सिंह डंग, ओ.पी.एस. भदौरिया, तुलसीराम सिलावट, अजब सिंह कुशवाह, राकेश मावई, कुवर रविन्‍द्र सिंह तोमर‘भिडौ़सा’, कमलेश जाटव, डॉ. सतीश सिकरवार, सुरेश राजे, रक्षा संतराम सरौनिया, प्रागीलाल जाटव, सुरेश धाकड़ राठखेड़ा, जजपाल सिंह जज्‍जी, गोविन्‍द सिंह राजपूत, कुंवर प्रद्युम्‍न सिंह लोधी, रामचंद्र दांगी, विपिन वानखेड़े, मनोज नारायण सिंह चौधरी, नारायण पटेल, सुमित्रा देवी कास्‍डेकर द्वारा शपथ ली गई ।   मध्‍यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव ए.पी. सिंह द्वारा प्रारंभ में शपथ कार्यक्रम की रूपरेख प्रस्‍तुत कर कार्यक्रम का संचालन किया गया। 

Kolar News

Kolar News 28 December 2020

भोपाल। आने वाले दिनों में कांग्रेस संगठन स्तर पर व्यापक बदलाव करने जा रही है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में युवा, सक्रिय और ऊर्जावान नेताओं को तरजीह देने और निष्क्रिय नेताओं को हटाने पर विचार होगा। इससे पहले रविवार को मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए नगर पालिका निगम क्षेत्र के प्रभारियों व जिला अध्यक्षों की बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर हुई बैठक में पूर्व सीएम ने संगठन की कसावट और निकाय चुनाव की रणनीति पर चर्चा की।   बैठक में कमलनाथ ने कहा कि ‘वैसे तो हर चुनाव लोकतंत्र की मजबूती के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, लेकिन नगरीय निकाय चुनाव का अपना महत्व है। यह चुनाव जनता से सीधा जुड़ाव वाला चुनाव होता है। यह जनता से हमारे रिश्तों को प्रगाढ़ करने वाला चुनाव होता है, यह चुनाव जड़ के समान होता है, जो कि पौधे को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कभी भी नगरीय निकाय चुनाव को छोटा चुनाव न समझें, यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण होकर इसके परिणाम विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जैसा हम बीज बोयेगें, वैसा ही पौधा तैयार होगा, सभी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता से, कांग्रेसजनों से चर्चा कर सर्वसम्मति से तेरा-मेरा नहीं देखते हुए, जीतने वाले योग्य उम्मीदवार का चयन करें। हमें जल्दी से जल्दी उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया को पूरा करना है, ताकि उम्मीदवारों को ज्यादा समय मिल सके। आज की राजनीति बेहद परिवर्तित राजनीति है, इसमें जो व्यक्ति जनता के सुख-दुख में सदैव खड़ा रहता है, वही जनता की पसंद होता है।   कमलनाथ ने पार्टी नेताओं से आव्हान किया कि किसान आंदोलन के समर्थन में सभी अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलायें। आज किसान कड़ाके की ठंड में पिछले एक माह से इन तीन नये कृषि काले कानूनों के विरोध में सडक़ों पर आंदोलन कर रहा है। मोदी सरकार तानाशाह रवैया अपनाये हुए है। स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी ने अपने कार्यकाल में किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने के लिए व किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले, इसको लेकर प्रावधान किये थे। आज केंद्र की भाजपा सरकार इन काले कानूनों के माध्यम से एमएसपी को खत्म करना चाहती है, मंडी व्यवस्था को खत्म करना चाहती है, जमाखोरी, कालाबाजारी को बढ़ावा देना चाहती है, कॉर्पाेरेट जगत को बढ़ावा देकर किसानों को बर्बाद करना चाहती है। हमें इसकी सच्चाई आमजन के बीच में ले जाना चाहिए।   इस अवसर पर बैठक में पांच प्रस्ताव पारित किये गये(1) किसान आंदोलन का समर्थन:- भारत एक कृषि प्रधान देश है, आज किसानों को उनकी फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है। खाद, बीज, डीजल, दवाईयों की कीमतों में लगातार वृद्वि के कारण किसानों पर फसल की लागत में लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पारित किये गये तीन कृषि कानूनों के कारण किसान बर्बाद हो जाऐंगे। किसान इन कानूनों के खिलाफ पिछले एक माह से आंदोलन कर रहा है। इन किसान विरोधी काले कानूनों को तत्काल वापस लिया जाये। कांगे्रस किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन करती है।   (2) नगरीय निकाय चुनाव - मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव तीन माह बढ़ा दिये गये है। इसके पीछे कोरोना महामारी को कारण बताया गया। जबकि इसी महामारी में देश के अन्य राज्यों में चुनाव संपन्न हुए हैं, प्रदेश में 28 उपचुनाव संपन्न हुए हैं। भाजपा की रैलियां व कार्यक्रम आज भी जारी हैं। भाजपा ने अपनी संभावित पराजय के डर से इन चुनावों को आगे बढ़ाया है। कांगे्रस मांग करती है कि नगरीय निकाय चुनाव शीघ्र कराये जाये।   (3) बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, महिलाओं पर अत्याचार - शिवराज सरकार के राज में समूचे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराकर बदहाल स्थिति में पहुंच चुकी है। शहडोल में 27 से अधिक बच्चों की अकाल मृत्यु, कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही, अस्पतालों में कभी आक्सीजन की कमी, कभी बिस्तरों, कभी डाक्टरों, कभी नर्सों की कमी, यह सामान्य सी बात हो गई है। यह स्थिति शिवराज सरकार के सुशासन की पोल खोल रही है। आज प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बहन-बेटियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं सामने आ रही है, बहन-बेटियों को पूजन से पहले सुरक्षा की आवश्यकता है। सरकार तत्काल इन्हें सुरक्षा प्रदान करे व बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करे।   (4) बढ़ती महंगाई - महंगाई से राहत का वादा कर सत्ता में आई भाजपा सरकार के राज में आज पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, रसोई गैस की कीमतों में 100 रूपये का इजाफा हो चुका है, बिजली की दर में दो प्रतिशत की वृद्धि की गई है। महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। सरकार जनता को राहत प्रदान करते हुए पेट्रोलियम पदार्थों में लगने वाले करों में कमी करे और बिजली दर वृद्धि को तत्काल वापस ले।   (5) बढ़ती बेरोजगारी - शिवराज सरकार में बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। आज युवा बेरोजगारी को लेकर बेहद आक्रोशित है। प्रदेश में हर वर्ग रोजगार की मांग को लेकर सडक़ों पर आंदोलन कर रहा है। शिवराज सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। युवाओं के रोजगार से संबंधित कई योजनाओं को बंद कर दिया गया है। कांग्रेस मांग करती है कि इस कोरोना महामारी के भीषण संकटकाल में कई लोगों का रोजगार छिन चुका है, उन्हें रोजगार देने के लिए सरकार गंभीरता से तत्काल कदम उठाये।

Kolar News

Kolar News 27 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र 28 दिसम्बर से प्रस्तावित है। हालांकि कोरोना के चलते सत्र के आयोजन पर खतरा मंडरा रहा है। विधानसभा के 61 कर्मचारी और 5 विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एक विधायक का पूरा परिवार ही कोरोना पॉजिटिव मिला है। रविवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कोरोना टेस्ट करवाया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार कोरोना के बहाने सत्र टालने का षडय़ंत्र कर रही है।   दरअसल, विधानसभा सत्र से पहले सभी विधायकों और कर्मचारियों को सुरक्षा के मद्देनजर कोरोना जांच के निर्देश दिए गए थे। निर्देशों के मुताबिक विधायकों को 72 घंटे पहले की टेस्ट रिपोर्ट दिखाने पर एंट्री मिलेगी। विधानसभा कर्मचारियों का भी कोविड टेस्ट कराया गया था, जिसमें अब तक 61 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई  है। वहीं कोरोना जांच करवा चुके 20 विधायकों में से 5 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। विधायकों की बैठक व्यवस्था के जिम्मेदार सत्कार अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।   बता दे कि कोरोना संकट को देखते हुए ही शनिवार को सर्वदलीय बैठक भी रद्द कर दी गई थी। फैसला हुआ था कि रविवार को भाजपा और कांग्रेस मीटिंग कर शीतकालीन सत्र के भविष्य पर निर्णय लेगें। अब दोनों पार्टियां आज अपने विधायक दल की बैठक करेंगी।

Kolar News

Kolar News 27 December 2020

सीहोर। सीहोर के क्रिसेंट रिसॉर्ट में चल रहे भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार से ज्यादा जरूरी मीडिया का सफाया है।   प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मंत्रिमंडल के विस्तार से ज्यादा जरूरी मध्यप्रदेश में फैले माफियाओं के राज को खत्म करना है। सीएम ने स्पष्ट किया कि हमारी प्राथमिकता फिलहाल मध्यप्रदेश में शांति स्थापित करना है। कैबिनेट विस्तार और संगठन में पद का वितरण प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रशिक्षण शिविर हर साल आयोजित किया जाता है, जिसमें पदाधिकारियों को भाजपा की रीति नीति से अवगत कराया जाता है। शिविर के प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय विजयवर्गीय, प्रदेश प्रभारी पंकजा मुंडे सहित अन्य अतिथियों ने किया।

Kolar News

Kolar News 27 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले सत्र पर कोरोना का संकट छाया हुआ है। सत्र से पहले यहां काम करने वाले 300 से ज्यादा कर्मचारियों की कोरोना जांच करवाई गई है, जिनमें से 34 कर्मचारी पॉजिटिव मिले है। वहीं 55 कर्मचारियों की रिपोर्ट शनिवार को आएगी।   दरअसल, विधानसभा सत्र से पहले विधानसभा सदस्यों की सुरक्षा को देखते हुए 300 लोगों का टेस्ट कराया गया है। जिनमें से 34 कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव आए कर्मचारियों में अधिकतर की तैनाती एमएलए रेस्ट हाउस में थी। इन सभी का रैपिड एंटीजन टेस्ट के बाद आरटीपीसीआर भी कराया गया था। इसके अलावा शुक्रवार को भी 55 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है। जिनकी रिपोर्ट आज शनिवार को आएगी। शीतकालीन सत्र से पहले इतनी ज्यादा संख्या में कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद विधानसभा सकते में है।    विधानसभा में शनिवार दोपहर तीन बजे होने वाली सर्वदलीय विधायक बैठक में सत्र को लेकर फैसला किया जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि बैठक में 1 दिन का सत्र बुलाने का फैसला लिया जा सकता है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा का 3 दिवसीय शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर 2020 से शुरू हो रहा है। सीएम शिवराज सिंह समेत 47 विधायक पहले ही कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं सत्र से पहले सभी विधायकों की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए गए है इसके लिए जिलों में विधायकों के सैंपल लिए जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ विधेयक को शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अब इसे 28 दिसम्बर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा। शनिवार को सीएम के आवास पर कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसमें कानून को और सख्त बनाने संबंधी फैसला लिया गया। यह 'लव जिहाद विरोधी विधेयक 'धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020' है। प्रदेश में अब 1968 का धर्म परिवर्तन कानून खत्म होगा। बताया जा रहा है कि इस मामले में पूरे देश में सबसे कठोर कानून मध्य प्रदेश में होगा।     इसकी जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि नए विधेयक के तहत किसी पर धर्म परिवर्तन करने, दबाव बनाने पर 2-10 साल की कैद की सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 28 दिसम्बर से मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि लव जिहाद विरोधी विधेयक 'धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020' को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। अब 1968 का धर्म परिवर्तन कानून खत्म होगा। पूरे देश में सबसे कठोर कानून मध्य प्रदेश में होगा। 2 साल से 10 साल तक की सजा का प्रावधान इसमें किया गया है। इसके अलावा 25 हजार रुपये से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा।  गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मौलवी, पुजारी और पीछे काम करने वाले संगठनों पर कड़ी कार्रवाई इसके तहत अब संभव हो सकेगी।      उल्‍लेखनीय है कि नई व्‍यवस्‍था में इसके तहत स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन के लिए एक महीने पहले आवेदन देना होगा और बिना आवेदन के अगर धर्मांतरण किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में शादी शून्य घोषित की जाएगी। शादी शून्य होने के बाद बीबी, बच्चों को संपति का हिस्सा दिया जाएगा। वहीं, इस कानून के तहत ऐसे मामलों की जांच टीआई रैंक से ऊपर के अधिकारी करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ विधेयक को शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अब इसे 28 दिसम्बर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा। शनिवार को सीएम के आवास पर कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसमें कानून को और सख्त बनाने संबंधी फैसला लिया गया। यह 'लव जिहाद विरोधी विधेयक 'धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020' है। प्रदेश में अब 1968 का धर्म परिवर्तन कानून खत्म होगा। बताया जा रहा है कि इस मामले में पूरे देश में सबसे कठोर कानून मध्य प्रदेश में होगा।     इसकी जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि नए विधेयक के तहत किसी पर धर्म परिवर्तन करने, दबाव बनाने पर 2-10 साल की कैद की सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 28 दिसम्बर से मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि लव जिहाद विरोधी विधेयक 'धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020' को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। अब 1968 का धर्म परिवर्तन कानून खत्म होगा। पूरे देश में सबसे कठोर कानून मध्य प्रदेश में होगा। 2 साल से 10 साल तक की सजा का प्रावधान इसमें किया गया है। इसके अलावा 25 हजार रुपये से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा।  गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मौलवी, पुजारी और पीछे काम करने वाले संगठनों पर कड़ी कार्रवाई इसके तहत अब संभव हो सकेगी।      उल्‍लेखनीय है कि नई व्‍यवस्‍था में इसके तहत स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन के लिए एक महीने पहले आवेदन देना होगा और बिना आवेदन के अगर धर्मांतरण किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में शादी शून्य घोषित की जाएगी। शादी शून्य होने के बाद बीबी, बच्चों को संपति का हिस्सा दिया जाएगा। वहीं, इस कानून के तहत ऐसे मामलों की जांच टीआई रैंक से ऊपर के अधिकारी करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं है और वही दूसरी तरफ विपक्षी दल खुलकर उनका समर्थन कर रहे हैं। मप्र में भी कांग्रेस लगातार किसानों के समर्थन में सरकार पर हमला बोल रही है। शनिवार सुबह पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव एवं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान उन्होंने तीनों कानून की कमियों को भी बताया।   पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंद औद्योगिक घरानों के हाथ की कठपुतली बनी हुई केन्द्र की भाजपा सरकार हर वह काम कर रही ह,ै जिससे कि देश के किसान का ज्यादा से ज्यादा दमन हो व उद्योगपतियों की जेबें खूब भरें। उन्होंने कहा कि बगैर किसानों से चर्चा किये, बगैर किसान संगठनो को विश्वास में लिये, बगैर विपक्षी दलों से चर्चा किय, बगैर मत विभाजन के, कोरोना जैसी महामारी में संसद का सत्र बुलाकर आनन-फानन में इन कानूनों को किसानों पर जबर्दस्ती थोपा गया है। इन कानूनों का देश भर के किसान खुलकर विरोध कर रहे है।   अरुण यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले एक माह से इन तीन काले कानूनों के खिलाफ पूरे देश के अन्नदाता कड़ाके की ठंड में, सडक़ों पर, अपने परिवारों के साथ शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे हैं, अभी तक 35 से ज्यादा किसान इस आंदोलन के दौरान शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता व हिटलरशाही दिखा रही है। वो इन कानूनों को वापस नहीं ले रही है। वो इसे किसानों का आंदोलन तक मानने को तैयार नहीं है। ऐसा देश में पहली बार हुआ है कि जब देश का अन्नदाता सडक़ों पर है और सरकार उसकी सुनवाई तक करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि एक तरफ चर्चा की बात की जा रही है, वही दूसरी तरफ किसानों का दमन किया जा रहा है, उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है, उन्हें कोसा जा रहा है, उन्हें धमकाया जा रहा है। इन कानूनों का हश्र भी नोटबंदी व गलत तरीके से थोपी गयी जीएसटी की तरह ही होगा, जिसको लेकर भी कालेधन से लेकर, आतंकवाद खत्म व क्या-क्या झूठे सपने दिखाये गये थे।   विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस करेगी घेरावपूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अब किसान इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे और मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने स्थापना दिवस पर कमलनाथ जी के नेतृत्व में पुरजोर तरीके से इन काले कानूनों का विरोध करेगी एवं इस किसान विरोधी तानाशाह सरकार को किसानों के समर्थन में आवाज उठाते हुए मजबूर करेगी कि वह इन तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस ले एवं किसानों पर अत्याचार करना बंद करें। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के निर्देश पर किसान आंदोलन के समर्थन में, इन तीन काले कानूनों के विरोध में प्रदेश भर में 19 दिसंबर को विरोध दिवस मनाया गया, उपवास किए गए, गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन आयोजित किये गये। आंदोलन के अगले चरण में 28 दिसंबर, सोमवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस के सभी विधायक किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रेक्टर-ट्रालियों से विधानसभा की ओर कूच करेंगे। इस आंदोलन का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ करेंगे।   उन्होंने कहा कि बड़ी शर्म की बात है कि जो शिवराज सिंह खुद को किसान पुत्र बताते हैं, सच्चा किसान हितैषी बताते हैं, वह इन कानूनों का विरोध करने की बजाय, इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं। प्रदेश में झूठे-सरकारी-प्रायोजित किसान सम्मेलन कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को किसान बनाकर इन सम्मेलनो में बैठाया जा रहा है। यह झूठा प्रचार किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश का किसान इन किसान विरोधी काले कानूनों के समर्थन में है। उन्होंने कहा कि सच्चाई सभी जानते हैं कि देश भर का किसान इन काले कानूनों को पूरी तरह नकार चुका है, वह कभी भी इन किसान विरोधी कानूनों का समर्थन नहीं कर सकता है। मध्य देश का किसान भी खुलकर इन काले कानूनों का विरोध कर रहा है। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसान संगठनों को इन काले कानूनों के विरोध में आंदोलन करने की इजाजत नहीं दे रही है, किसान नेताओं का दमन किया जा रहा है, उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है, उनके परिवार पर जुल्म ढहाये जा रहे हैं, यह शिवराज सरकार का काला घिनौना चेहरा प्रदेश के किसान खुली आंखों से देख रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 26 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदंडों के महत्व को प्रतिपादित करने के उदे्श्य से उनके जन्मदिवस (25 दिसम्बर) के एक दिन पूर्व गुरुवार को सुशासन दिवस धूमधाम से मनाया गया। राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय समेत प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों-कर्मचारियों ने सुशासन दिवस की शपथ ली।    प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय के सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में सुबह 11.00 बजे अधिकारियों और कर्मचारियों को सुशासन दिवस की शपथ दिलाई। इसके पूर्व उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण किया। मंत्री सारंग ने सुशासन के उच्चतम मापदंण्डों को स्थापित करने के लिये संकल्पित रहकर शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जनकल्याण केन्द्रित और जवाबदेह बनाने के प्रयास करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी सहित मंत्रालय, सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।   रेरा में प्रभारी अध्यक्ष दिनेश कुमार नायक ने दिलाई सुशासन की शपथ   वहीं, म.प्र. भू- संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) के प्रभारी अध्यक्ष तथा न्यायिक सदस्य दिनेश कुमार नायक ने प्राधिकरण में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ‘’सुशासन दिवस’’ के अवसर पर अधिकारियों तथा कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई। इस मौके पर नायक ने कहा कि सुशासन में आपके व्यक्तित्व और व्यवहार की अहम भूमिका है। सचिव/मुख्य प्रशासनिक अधिकारी दिलीप कुमार कापसे ने कहा कि आपकी कार्यप्रणाली महत्वपूर्ण है। इसमें आपकी शालीनता का बहुत महत्व है। इस अवसर पर न्यायनिर्णायक अधिकारी विनोद कुमार दुबे, जनसूचना सलाहकार सैयद ताहिर अली, निष्पादन अधिकारी डीएन शुक्ला, विधिक सलाहकार राजीव कृष्ण जोशी एवं जगत मोहन चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।   इसी प्रकार प्रदेश के सभी जिला कार्यालयों में भी सुशासन दिवस धूमधाम से मनाया गया। कलेक्टर कार्यालयों में सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सुशासन दिवस की शपथ ली गई।

Kolar News

Kolar News 24 December 2020

सतना। दिग्विजय सिंह ने जितना पाप किए हैं वह अभी धुले नहीं है। यह बात केंद्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बुधवार को दो दिवसीय निजी प्रवास पर सतना पहुंचे हैं।    इसी दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने जितने पाप किए हैं वह अभी पूरी तरह से धुले नहीं हैं अभी पाप बाकी हैं इसके अलावा केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भोपाल के नीलम पार्क में आंदोलन कर रहे किसानों की गिरफ्तारी पर कहा कि अगर कोई व्यक्ति कानून का उल्लंघन करता है तो उसकी गिरफ्तारी सही है।    इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने लव जिहाद के कानून पर कहा कि कोई व्यक्ति ऐसा कृत्य करता है तो उस पर सख्त कार्यवाही जरूरी है और होनी ही चाहिए। सरकार को इस बात का अधिकार है कि वह अपना कानून बनाए और रोकथाम करें।    उन्‍होंने किसानों से एमएसपी में खरीदी को लेकर साफ किया कि जो एमएसपी हमने तय किया है वह किसानों के हित में है। 6 साल पुराना इतिहास उठाकर रख देखेंगे तो ऐसी स्थिति बिल्कुल नहीं थी। सरकार के इस नए कानून से किसानों को फायदा होगा। 

Kolar News

Kolar News 23 December 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनजातीय वर्ग सहित वो लोग जो विकास में सबसे पीछे और सबसे नीचे हैं उनका कल्याण राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है। सरकारी खजाने पर भी पहला हक इन वर्गों का ही है। उन्होंने कहा कि जनजाति वर्ग की परंपराओं, जीवन मूल्यों और उनकी संस्कृति को कायम रखते हुए उनकी समग्र प्रगति के प्रयास बढ़ाये जाएंगे। मुख्यमंत्री एवं परिषद के अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा आदिम जाति मंत्रणा परिषद की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि आदिम जाति मंत्रणा परिषद का नाम अब जनजातीय मंत्रणा परिषद रहेगा। इस अवसर पर जानकारी दी गई कि विभाग की ओर से जनजातीय जन-जीवन पर केन्द्रित एक नवीन संग्रहालय शहडोल संभाग में प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए उमरिया या निकट के किसी उपयुक्त स्थल का चयन किया जाएगा। वर्तमान में विभाग का इस तरह का संग्रहालय छिन्दवाड़ा में संचालित है। बैठक में विभागीय मंत्री एवं परिषद की उपाध्यक्ष मीना सिंह भी उपस्थित थीं। परिषद के सदस्यों में वन मंत्री विजय शाह, विधायक अमर सिंह, कुंवर सिंह टेकाम, शरद कौल, जयसिंह मरावी, नंदिनी मरावी, पहाड़ सिंह कन्नौजे, दिलीप मकवाना, डॉ. रूपनारायण, राम दांगेरे, कालूसिंह मुजाल्दा आदि वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय वर्ग की कल्याण की योजनाओं के स्वरूप में यदि कहीं परिवर्तन की आवश्यकता है तो अध्ययन कर ऐसे परिवर्तन आवश्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में पीसा एक्ट के क्रियान्वयन का अध्ययन कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आवश्यकतानुसार छात्रावास भी प्रारंभ किया जाएगा। जनजातीय वर्ग को साहूकारों से भारी-भरकम ब्याज वाले कर्ज से बचाने के लिए मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति साहूकार विनियम-1972 में संशोधन की पहल की गई। मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक-2020 के माध्यम से साहूकारी का लायसेंस अनिवार्य कर ऐसे साहूकारों से भी ऋण की व्यवस्था का प्रावधान और नियम विरुद्ध दिए गए ऋण माफ करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। मुख्यमंत्री ने साहूकारी के लायसेंस की अनिवार्यता के संबंध में वैधानिक प्रावधानों को लागू किए जाने संबंधी जानकारी प्राप्त की। आहार अनुदान योजना में जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को कुल 218 करोड़ का लाभ दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग के हित में इस तरह के प्रयास जारी रहेंगे। सभी पात्रों को वनाधिकार पट्टेसीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय कल्याण योजनाओं का क्रियान्वयन इस तरह किया जाए कि इस वर्ग के लोगों की जिंदगी बदले। जनजातीय वर्ग के लोगों की संपत्ति पर किसी अन्य के कब्जे नहीं होने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वनाधिकार पट्टे देने के कार्य में पात्र व्यक्ति को वंचित नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यह अवश्य सुनिश्चित किया जाए कि नए कब्जे न हों। दिसम्बर 2006 के पूर्व के कब्जाधारियों को वनाधिकार के पट्टे दिए जाएं। जनजातीय वर्ग की युवतियों से विवाह कर उनकी भूमि पर कब्जा करने की मंशा रखने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्रीचौहान ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, सहरिया और भारिया के व्यक्तियों को उनके वास्तविक रहवास स्थल के अलावा भी कहीं निवास करने पर योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता की तरह अन्य वन उपज के लिए जनजातीय वर्ग के लोगों को आर्थिक लाभ दिलवाने के प्रयास होंगे। प्रदेश में पूर्व की 14 वनोपज के अलावा 18 नई लघुवन उपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू की गई। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनजातीय कल्याण योजनाओं को गति दी जाए। संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के कार्यों की भी समीक्षा की जाए। जनजातीय आबादी का स्वास्थ्य सर्वेक्षण होगामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनजातीय लोगों में अनुवांशिक रोग सिकिल सेल एनीमिया पर नियंत्रण के लिए पूरे प्रदेश में जनजातीय आबादी का स्वास्थ्य सर्वेक्षण करवाया जाएगा। इसके साथ ही इन्हें हेल्थ कार्ड भी उपलब्ध करवाये जाएंगे। सिकिल सेल, एनीमिया जैसी घातक बीमारी के बचाने के लिए जनजातीय समाज में जागरूकता अभियान भी संचालित किया जाएगा। आकांक्षा योजना की प्रगति सराहनीयमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आकांक्षा योजना में जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग दी जाती है। इस योजना  का लाभ लेने के लिये 721 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया जिनमें से  541 विद्यार्थियों का जेईई, नीट और क्लेट के लिये  चयन एक विशेष उपलब्धि है। योजना की प्रगति सराहनीय है। बैठक में बताया गया कि जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को  प्रतिभा योजना में जेईई, नीट, क्लेट, एनडीए, एनआईआईटी, एफडीडीआई, एनआईएफटी और आईएचएम में चयनित होने पर 50 हजार रूपए की राशि और अन्य परिक्षाओं के लिये 25 हजार रूपए की राशि प्रति विद्यार्थी प्रदान की जाती है। पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना में गत वर्ष लगभग साढ़े चार लाख विद्यार्थी लाभान्वित किये गये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि परिषद के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाव काफी महत्वपूर्ण है। इन सुझावों पर विचार कर अमल किया जाएगा।बैठक में प्रमुख सचिव आदिम जाति कल्याण पल्लवी जैन गोविल ने विभागीय गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। प्रदेश में 86 वन धन केन्द्र बनाए गए हैं। बड़वानी और उमरिया में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। प्रदेश में वर्तमान में 2645 आश्रम क्रीड़ा परिसर और अन्य संस्थाएं संचालित हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी दाखिल हैं। प्रदेश में 126 विशिष्ट आवासीय संस्थाएं संचालित हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग 22 हजार 592 प्राथमिक शालाओं, 6800 माध्यमिक शालाओं, 731 हाई स्कूल और 860 हायर सेकेण्डरी स्कूल का संचालन कर रहा है। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त आदिवासी विकास संजीव सिंह, संचालक आदिम जाति अनुसंधान संस्थान अशोक शाह, संचालक आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं शैलबाला मार्टिन, मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त विकास निगम से अभिषेक सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में परिषद की 9 जनवरी 2020 को हुई बैठक के पालन प्रतिवेदन पर भी चर्चा हुई।

Kolar News

Kolar News 23 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र 28 दिसम्बर से शुरू होने जा रहा है। 28 से 30 दिसम्बर तक आयोजित होने जा रहे सत्र को लेकर सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर दी है। उपचुनाव के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा का यह पहला सत्र होगा। शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है।   विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस नेता केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली से विधानसभा पहुंचेंगे और नारेबाजी करते हुए विधानसभा का घेराव करेंगे। विरोध प्रदर्शन में पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ समेत विधायक और पार्टी के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस पदाधिकारी इसे लेकर रणनीति बनाने में जुट गए हैं। बता दें कि उपचुनाव के दौरान भाजपा द्वारा की गई घोषणाओं को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। वहीं लव जिहाद बिल को लेकर भी सदन में हंगामा देखने को मिल सकता है।

Kolar News

Kolar News 23 December 2020

भोपाल। टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने के बाद मप्र को तेंदुआ स्टेट का दर्जा भी मिल गया है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने तेंदुए की गणना के आंकड़े जारी किए हैं। मध्य प्रदेश बाघों की गणना में बाजी मारने के बाद तेंदुओं के मामले में भी एक नंबर पर पहुंच गया है। इस उपलब्धि पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन्य प्राणी प्रेमियों का बधाई दी है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर खुशी जाहिर करते हुए मप्र को उपलब्धि हासिल होने पर बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए हमारी सरकार ने अनेक बड़े कदम उठाए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम हमें मिल रहे हैं। हर्ष का विषय है कि वाइल्ड लाइफ इन्स्टीट्यूशन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज़्यादा तेंदुए हमारे प्रदेश में हैं। इनकी संख्या 3,421 है। एक  अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा ‘मैं इस अनूठी उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश वन विभाग और वन्य जीव संरक्षण से जुड़े सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ। Tiger State of India बनने के बाद अब मध्यप्रदेश Leopard State of India बन गया है।

Kolar News

Kolar News 22 December 2020

भोपाल।  पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रभाव मप्र की राजनीति में भी देखने को मिल रहा है। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव के चार महिने पहले ही भाजपा और सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इस बीच, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बंगाल में भाजपा को कितनी सीटें मिलेंगी, इसे लेकर भविष्यवाणी की है। उनका दावा है कि 200 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा को दहाई अंक को पार करने के लिए ही संघर्ष करना पड़ेगा। प्रशांत किशोर की इस भविष्यवाणी पर प्रदेश के गृहमंत्री और पश्चिम बंगाल के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   गृह एवं जेल मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रशांत किशोर के बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पीके और शीके सब फीके होते हैं जब जनता खड़ी होती है। प्रशांत किशोर जैसे नॉन पालिटिकल लोग राजनीति के बारे में ज्यादा न बोलें तो बेहतर होगा। ये वही पीके हैं जिन्होंने यूपी में खाट पंचायत करवाकर कांग्रेस की खाट खड़ी, बिहार में तेजस्वी की लालटेन बुझाई थी, और उप्र में अखिलेश यादव की साइकिल पंक्चर करवा दी थी। अब ये बंगाल में तृणमूल को भी तिनके की तरह उड़वा देंगे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कह कि ये पेड वर्कर हैं राजनीति पर ज्यादा न बोलें।   काला कानून में काला क्या ये बताएवहीं 23 दिसंबर राजधानी में किसान संगठनों के सत्याग्रह पर बोलते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये ही समझ नहीं आ रहा कि उनकी मांग क्या है। जिसे काला कानून बोल रहे हैं तो वो ये बताए उसमें काला क्या है।   मप्र में वन्य प्राणाी ज्यादा सुरक्षित मप्र को तेंदुआ स्टेट का दर्जा मिलने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में वन्य प्राणी सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं। पहले कभी पश्चिम बंगाल में टाइगर ज्यादा हुआ करते थे आज हमारे प्रदेश में है। इसी तरह अब हम तेंदुओं की संख्या में भी अव्वल हो गए हैं। मप्र हर क्षेत्र में आगे होगा। यही प्रमुख प्रमाण है भाजपा शासित राज्यों में सुशासन का।

Kolar News

Kolar News 22 December 2020

भोपाल। तृणमूल कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा को डबल डिजिट तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। उनके इस दावे पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रशांतजी थोड़ा धैर्य रखें, भाजपा 200 से अधिक सीटें जीतकर बंगाल में सुशासन और विकास लाएगी। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने सोमवार को ट्वीट किया है- ‘बड़े बड़ाई ना करें, बड़े न बोलें बोल। रहिमन हीरा कब कहे, लाख टका मेरो मोल।’ उन्होंने आगे कहा है- ‘प्रशांतजी, थोड़ा धैर्य रखिए। भाजपा की रैलियों में उमड़ रहे जनसैलाब से आपका व्यथित होना स्वाभाविक है। भाजपा बंगाल में 200 से ज्यादा सीटें जीतकर वहां सुशासन और विकास लाएगी।’ उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर ने सोमवार को ट्वीट किया था कि- ‘भाजपा समर्थक कुछ मीडिया वाले इस तरह का माहौल बना रहे हैं जैसे पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनने वाली है। लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है। भाजपा पश्चिम बंगाल में डबल डिजिट क्रॉस करने के लिए संघर्ष करेगी। जो लोग भी इस ट्वीट को पढ़ें, वे इसे सेव कर लें। अगर भाजपा दहाई अंकों से बेहतर करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा।’ मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसी ट्वीट का जवाब दिया है।हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/बच्चन

Kolar News

Kolar News 21 December 2020

भोपाल। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का सोमवार को निधन हो गया। वे 93 साल के थे। खराब सेहत की वजह से मोतीलाल वोरा को रविवार रात एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां आज उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ ने मोतीलाल वोरा के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि दी है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोतीलाल वोरा को राजनीति का अजातशत्रु बताते हुए उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बतलाया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आदरणीय मोतीलाल वोरा जी के निधन का समाचार सुनकर दु:ख हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। आगे उन्होंने कहा देश के वरिष्ठ राजनेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा जी नहीं रहे। वे उस पीढ़ी से थे जिसने सेवा की राजनीति की और देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। वे सज्जन, शालीन और अजातशत्रु राजनेता थे। वे हम सबको स्नेह करते थे। मैं 1990 में उनके साथ विधायक रहा।   मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मोतीलाल वोरा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा ‘मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने जीवन पर्यन्त विभिन्न पदो पर रहकर कांग्रेस की सेवा की, कांग्रेस की मज़बूती के लिये कार्य किया। एक दिन पूर्व ही उनका 93 वाँ जन्मदिवस था। परिवार के प्रति शोक - संवेदनाएँ। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।

Kolar News

Kolar News 21 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने स्वरोजगार व कृषक उद्यमी योजना के तहत बेरोजगारों को मिलने वाले लोन पर रोक लगा दी है। शिवराज सरकार ने सभी बैंकों को इन योजनाओं के तहत नए केस स्वीकृत करने और ऋण देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इस संबंध में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग विभाग के सचिव ने स्टेट लेवेल बैंकर्स कमेटी को पत्र भी भेज दिया गया है। इससे जिले के उन बेरोजगार युवाओं, किसानों को नुकसान होगा, जो खुद के स्टार्टअप शुरू करने की प्लानिंग कर रहे थे। सरकार के इस निर्णय पर कांग्रेस आक्रामक हो गई है।   मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार के इस फैसले को जनविरोधी बातते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है। कमलनाथ ने सोमवार सुबह एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘शिवराज सरकार किसान विरोधी होने के साथ-साथ युवा व रोजग़ार विरोधी भी। अपने 15 वर्ष के शासनकाल में भी युवाओं को रोजगार देने को लेकर कुछ नहीं किया और वर्तमान सरकार में भी रोजग़ार वाली योजनाओं को कर रही बंद? देश में सर्वाधिक युवा मध्यप्रदेश में रोजगार के अभाव में आत्महत्या करते हैं और अब तीन स्वरोजगार योजनाएं भी बंद करने का निर्णय?   कमलनाथ ने कहा कि ‘कोरोना महामारी में पहले ही कई लोगों का रोजगार छिन चुका है, आर्थिक स्थिति भयावह हो चुकी है, ऐसे में इन योजनाओं के बंद होने से बेरोजगारी और बढ़ेगी, युवा हताश होगा। मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को ऋण मिलने के साथ- साथ अनुदान व सब्सिडी भी मिलती थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा-‘बड़ी शर्मनाक बात है कि जो प्रकरण स्वीकृत हो चुके हैं , उनके भी आवेदन रोकने का निर्णय लिया गया है? सरकार ऐसे जनविरोधी फैसले पर पुनर्विचार करें और इन योजनाओं को तत्काल वापस चालू करें।

Kolar News

Kolar News 21 December 2020

भोपाल। कमलनाथ सरकार के दौरान चुनाव में कालाधन इस्तेमाल के मामले में पड़े इनकम टैक्स छापे के दस्तावेजों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आने के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में हडक़ंप मच गया है। पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है।   प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में शनिवार को दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और जीतू पटवारी ने संयुक्त पत्रकार वार्ता की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और केंद्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए। उन्होंने सरकार पर अधिकारियों को डराने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी जिन अधिकारियों के नाम बताए जा रहे हैं। ये वही अधिकारी हैं जो ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को जो जांच कराना है करवा ले, लेकिन इससे कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस हर तरह की जांच का सामना करेगी। हम जमीन से अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे।   2013 में आयकर छापों का दिया हवालापत्रकार वार्ता के दौरान दिग्विजय सिंह ने 2013 में आयकर छापों के दौरान जिन भाजपा नेताओं और अधिकारियों के नाम सामने आए थे, उन्हें लेकर सवाल किया कि उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। दिग्विजय ने कहा कि आयकर विभाग के छापे में जो दस्तावेज मिले उनमें आईएएस नीरज वशिष्ठ को पैसे देने की बात समाने आई थी। नीरज वशिष्ठ शिवराज के स्टाफ में अब भी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे करीबी अफसर नीरज वशिष्ठ ही पैसों का लेन-देन का काम देखते हैं। 2013 में आयकर ने छापे मारे थे, जिसमें कम्प्यूटर की जांच में यह जानकारी मिली थी कि 12 और 29 नवंबर 2013 को नीरज वशिष्ठ ने गुजरात के मुख्यमंत्री को 5-5 करोड़ रुपये दिए। ऐसी कई एंट्री आयकर विभाग को मिली थीं।    पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सामने 5-5 करोड़ रुपये बैंक खाते से ट्रांसफर किए जाने के दस्तावेजी सबूत भी पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का काम इलेक्शन कंडक्ट कराना है। उसे अफसरों पर कोई कार्रवाई का कोई अधिकार नहीं है। अत: चुनाव आयोग से आग्रह है कि निष्पक्षता पर संदेह पैदा नहीं होने दे। हम किसी अधिकारी के साथ नहीं खड़े हैं। हम चाहते हैं कि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो नीरज वशिष्ठ के खिलाफ भी जांच हो।   घोटालों की जांच से डर कर गिराई सरकारदिग्विजय सिंह ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ई-टेंडरिंग, व्यापमं समेत भाजपा कार्यकाल में हुए अन्य घोटालों की जांच कर रही थी। इससे भाजपा भयभीत थी। जांच के बाद बड़े लोगों पर कार्रवाई होने जा रही थी, यह देखते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराई गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा के जिम्मेदार नेता ही ये बात कह चुके हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने सांवरे की बैठक कहा था कि कमलनाथ सरकार को गिराना जरूरी था, वरना हम बर्बाद हो जाते। उन्होंने कुछ दिन पहले ही स्वीकार किया था कि कमलनाथ की सरकार प्रधानमंत्री मोदी ने गिराई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीबीडीटी और आयकर विभाग ने गोपनीयता भंग की है। जानबूझकर लिस्ट लीक की गई है। इसकी जांच होना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 19 December 2020

भोपाल। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, प्रदेश में महंगी होती बिजली और कृषि कानूनों के खिलाफ मध्यप्रदेश कांग्रेस शनिवार को सड़कों पर उतरी। राजधानी भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, अरुण यादव और विधायक आरिफ मसूद धरने पर पहुंचे। यह प्रदर्शन पूरे प्रदेश में जिला और ब्लॉक स्तर पर किया गया।   भोपाल में धरने के दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार किसान विरोधी है। किसान आंदोलन के समर्थन में अब कांग्रेस प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 6 माह में 267 मंडियों में से 47 मंडियां बंद हो चुकी हैं। ये जानकारी सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो रही है। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आज बीजेपी के मंत्री किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चीन-पाकिस्तान के साथ कनेक्शन बता रहे हैं।   पीसी शर्मा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। भोपाल में कुछ दिन में पेट्रोल 100 रुपए लीटर बिकने लगेगा। उन्होंने कहा कि मंहगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। शिवराज सरकार को पेट्रोल और डीजल से राज्य की तरफ से लगाया जाने वाला वैट और सेस हटा लेना चाहिए, जिससे जनता को राहत मिल सके। आज के धरना प्रदर्शन के बाद कांग्रेस 23 दिसंबर से नीलम पार्क में किसानों के समर्थन में धरना देगी। रोशनपुरा धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने यह घोषणा की।

Kolar News

Kolar News 19 December 2020

भोपाल। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, प्रदेश में महंगी होती बिजली और कृषि कानूनों के खिलाफ मध्यप्रदेश कांग्रेस शनिवार को सड़कों पर उतरी। राजधानी भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, अरुण यादव और विधायक आरिफ मसूद धरने पर पहुंचे। यह प्रदर्शन पूरे प्रदेश में जिला और ब्लॉक स्तर पर किया गया।   भोपाल में धरने के दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार किसान विरोधी है। किसान आंदोलन के समर्थन में अब कांग्रेस प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 6 माह में 267 मंडियों में से 47 मंडियां बंद हो चुकी हैं। ये जानकारी सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो रही है। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आज बीजेपी के मंत्री किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चीन-पाकिस्तान के साथ कनेक्शन बता रहे हैं।   पीसी शर्मा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। भोपाल में कुछ दिन में पेट्रोल 100 रुपए लीटर बिकने लगेगा। उन्होंने कहा कि मंहगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। शिवराज सरकार को पेट्रोल और डीजल से राज्य की तरफ से लगाया जाने वाला वैट और सेस हटा लेना चाहिए, जिससे जनता को राहत मिल सके। आज के धरना प्रदर्शन के बाद कांग्रेस 23 दिसंबर से नीलम पार्क में किसानों के समर्थन में धरना देगी। रोशनपुरा धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने यह घोषणा की।

Kolar News

Kolar News 19 December 2020

उज्जैन। रायसेन जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को आयोजित किसान सम्मेलन का सीधा प्रसारण दूरदर्शन एवं अन्य चैनलों से किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में एक क्लिक से खरीफ फसल-2020 की क्षति राहत की 1600 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश के किसानों के खाते में डाली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केन्द्र द्वारा पारित तीन कृषक कानूनों के बारे में विस्तार से किसानों को जानकारी दी। मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी किसानों के लिये किये जा रहे बदलावों के बारे में किसानों को बताया। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री का सीधा प्रसारण देखने के लिये उज्जैन जिले के विभिन्न ग्रामों से किसान कालिदास अकादमी परिसर में एकत्रित हुए।    इसके पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव एवं विधायक  पारस जैन ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के लिये तीन कानून बनाकर उन्हें बंधे-बंधाये रूटिन से आजादी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि किसान अब अपनी क्षमता के अनुरूप उपज का भण्डारण कर सकता है। कॉन्टेक्ट फार्मिग के जरिये अच्छे से अच्छा लाभ लेकर अपनी फसल का अनुबंध कर सकता है और तीसरे कानून के तहत किसान अपने उत्पादों को कहीं भी जाकर बेच सकता है। जो लोग इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं वे असल में किसान विरोधी हैं।   सांसद  अनिल फिरोजिया ने कहा कि देश में झूठ फैलाया जा रहा है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी बन्द की जायेगी। समर्थन मूल्य बन्द किया जा रहा है, जबकि केन्द्र सरकार ने समर्थन मूल्य को 30 प्रतिशत बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि गहरे षडय़ंत्र के तहत लन्दन एवं कनाडा के लोग कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, आपत्ति ले रहे हैं। अध्यादेश लाने के पहले देश के सभी मुख्यमंत्रियों की राय ली गई थी। इसी के तहत कानून लागू किये गये हैं।   विधायक पारस जैन ने भी कृषि कानूनों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि किसानों के हित में केन्द्र एवं राज्य सरकार सदैव खड़ी है, यह बात किसानों को समझना चाहिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आज एक क्लिक से किसानों के खाते में 1600 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर कर रहे हैं। यह राशि सीधे किसानों को मिल रही है, कोई बिचौलिया नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिये बनाये गये तीनों कानून भी बिचौलियों को समाप्त करते हैं। कार्यक्रम में संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, कलेक्टर आशीष सिंह, पूर्व मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला सहित गणमान्य अतिथि मौजूद थे।    किसानों को क्रेडिट कार्ड एवं प्रमाण-पत्र वितरित किये गये कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से मौजूद किसानों को पशुपालन विभाग की ओर से क्रेडिट कार्ड के प्रमाण-पत्र, एफपीओ को पंजीयन प्रमाण-पत्र, कृषि विभाग की ओर से कृषि यंत्र आदि वितरित किये गये।    

Kolar News

Kolar News 18 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। पिछले दिनों गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ गए। अब बिजली भी महंगी हो गई है। बिजली के दाम 2 फीसदी बढ़ा दिए गए हैं। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सवार पर तंज कसा है।   कमलनाथ ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि महंगाई से राहत देने वाली सरकार का नारा देने वाली भाजपा जनता को महंगाई की आग में निरंतर झोंक रही है। पेट्रोल- डीजल की आसमान छूती कीमतों के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दामों में भारी वृद्धि और अब बिजली की दरों में वृद्धि...?  कांग्रेस सरकार ने जनता को 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली देकर राहत प्रदान की थी लेकिन भाजपा सरकार ने बिजली महँगी कर जनता के साथ बड़ा धोखा किया है। कमलनाथ ने बताया कि कांग्रेस 19 दिसंबर को प्रदेश में पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि व किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध दिवस मना रही है, उस दिन कांग्रेस बिजली दर वृद्धि का भी पुरजोर विरोध करेगी एवं इस मूल्यवृद्धि को वापस लेने की माँग करेगी।   बता दें कि बिजली कंपनियों ने 5.73 फीसदी बढ़ोतरी की मांग की थी, जिसके बाद राज्य में बिजली दरों में 1.98 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।

Kolar News

Kolar News 18 December 2020

भोपाल। प्रदेश के रायसेन में शुक्रवार को आयोजित किसान महासम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के साढ़े 35 लाख किसानों के खातों में फसल नुकसानी की प्रथम किश्त के रूप में 1600 करोड़ रुपये की राशि अंतरण की शुरुआत की। मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में 70 करोड़ रुपये से अधिक के कृषि अधोसंरचना विकास के कार्यों का शिलान्यास/लोकार्पण किया। इसके साथ ही 2 हजार मछुआ पालक एवं पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में सांसद  वीडी शर्मा कृषि मंत्री कमल पटेल, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वर्चुअली संबोधित किया।   कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के सारे किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ हैं तथा नए कृषि कानून लागू करने के लिए उनका अभिनंदन एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी किसानों के सबसे बड़े हितैषी नेता हैं। किसानों की आय दोगुना करना उनका जुनून एवं जज्बा है। उन्होंने फसल बीमा योजना बनाई, किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये किसान सम्मान निधि दी जा रही है। देश के किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 02 लाख करोड़ रुपये का रियायती दरों पर ऋण दिलवाया तथा कृषि अधोसंरचना विकास के लिए 01 लाख करोड़ रुपये की राशि दी। वे निरंतर किसानों के हित में कार्य कर रहे हैं।   कृषि कानूनों ने किसानों को मर्जी का मालिक बनाया   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बनाए गए कृषि सुधार कानूनों ने अब किसानों को अपनी मर्जी का मालिक बना दिया है। वे अपनी मर्जी से मंडी अथवा उसके बाहर कहीं भी देश-विदेश में, जहां उन्हें अच्छा दाम मिले, अपनी फसल बेच सकते हैं। इसी प्रकार फसल अनुबंध के माध्यम से किसानों को उनकी फसलों का निश्चित एवं अधिक मूल्य मिलेगा। 'स्टॉक लिमिट' समाप्त करने से व्यापारियों द्वारा फसलों की अधिक खरीदी होगी, जिससे किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होगा।   मध्यप्रदेश में किसानों को 82 हजार करोड़ से अधिक का लाभ दिया गया   मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों को विभिन्न योजनाओं, समर्थन मूल्य खरीदी आदि के माध्यम से 82 हजार करोड़ रुपये से अधिक का लाभ दिया गया है। मध्यप्रदेश के किसानों के खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा के 8 हजार 646 करोड़ रुपये, उद्यानिकी फसल बीमा के 100 करोड़ रुपये, सहकारी बैंकों के माध्यम से सहायता के लिए 800 करोड़ रुपये, प्रधानमंत्री सम्मान निधि के 6 हजार 815 करोड़ रुपये, खरीफ फसलों के नुकसान के 1600 करोड़ रुपये, गेहूँ, धान, ज्वार, बाजरा, चना, सरसों की समर्थन मूल्य खरीदी के 35 हजार करोड़ रुपये, बिजली की सब्सिडी के 14 हजार 804 करोड़ रुपये तथा किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए बैंकों को 550 करोड़ रुपये दिए गए हैं। किसान सम्मान निधि के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार वर्ष में किसानों को 4-4 हजार रुपये देगी। फसल नुकसानी के कुल 4500 करोड़ रूपए किसानों को दिए जाएंगे, जिसकी पहली किश्त आज दी गई है। इसी के साथ प्रदेश में 7 नई सिंचाई परियोजनाओं के लिए 8 हजार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।   कार्यक्रम के अंत में सभी किसानों ने खड़े होकर एवं हाथ उठाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कृषि कानूनों का समर्थन तथा अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने सभी का आभार प्रदर्शित किया।   50 लाख से अधिक किसान वर्चुअली शामिल हुए   कार्यक्रम में प्रदेश की समस्त 22 हजार 810 ग्राम पंचायतों, 52 जिला मुख्यालयों, 313 विकासखण्ड मुख्यालयों, 237 मंडियों तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों से 50 लाख से अधिक किसान वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम को देखने के लिए 01 करोड़ 11 लाख व्यक्तियों ने वेबसाइट पर प्री-रजिस्ट्रेशन कराया था।

Kolar News

Kolar News 18 December 2020

ग्वालियर। केन्द्रीय पंचायतीराज, ग्रामीण विकास और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि नए कृषि बिल से देश के किसानों की तकदीर और तस्वीर बदलेगी। यह कानून किसानों के हित संरक्षण और उनकी मांगों के अनुरूप बनाया गया है। इस कृषि कानून में समर्थन मूल्य को खत्म नहीं किया जायेगा। कृषि उपज मंडियों को भी बंद नहीं किया जायेगा। किसान अपनी फसलों को देश के अन्य राज्यों जहां उसे उचित मूल्य मिलेगा बेच सकेंगे।    उन्होंने यह बातें बुधवार को ग्वालियर में आयोजित भव्य किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत सहित अन्य राज्यों के किसानों ने केन्द्र सरकार द्वारा पारित किसान हितैषी अध्यादेश का तहेदिल से स्वागत किया है। वहीं पंजाब, हरियाणा के किसानों को विपक्षी राजनैतिक दलों द्वारा भडक़ाया जा रहा है, ताकि वे किसानों की आड़ में राजनैतिक रोटियां सेक सकें। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून में किसानों के हितों को पूरी तरह सुरक्षित रखकर ही बनाया है। यह कानून पूरी तरह किसान हितैषी है जिसे किसानों को समझना होगा। उन्होंने देश के सभी किसानों से अपील की है कि वे किसी भी राजनैतिक दल के बहकावे में न आएं।    केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 से लगातार किसानों के कल्याण के लिये प्रयास कर रहे हैं। किसानों की फसलों से आमदनी का धंधा तभी बन सकेगा, जब परंपरागत खेती को छोडक़र किसान आधुनिक तकनीकी को अपनाकर विभिन्न आयामों से जुड़ें, ताकि किसान आमदनी मुनाफे की श्रेणी में आ जाये। इसके लिये केन्द्र सरकार के साथ प्रदेश सरकारों को आगे कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। पहले समर्थन मूल्य लमसम तय होता था, लेकिन अब केन्द्र सरकार पहले किसानों द्वारा लगाई लागत को पूछेगी, जितनी किसानों ने लागत लगाई है उसमें 50 प्रतिशत लाभ जोडक़र अब समर्थन मूल्य घोषित किया जायेगा।    प्रधानमंत्री सम्मान निधि पर चर्चा करते हुये केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस योजना में किसानों को एक वर्ष में 3 किश्तों में 6 हजार रुपये दिये जाते थे। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुये कहा कि वे भी 2-2 हजार रुपये दो-दो किश्तों में देंगे। इस तरह अब किसानों की यह निधि 10 हजार रुपये तक पहुंच जायेगी। इस योजना में केन्द्र सरकार 75 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाल रही है।    उन्होंने कहा कि बड़े परिवारों में बंटवारे हो जाने से छोटे-छोटे भागों में खेत हो गये हैं। प्रधानमंत्री ने इन छोटे-छोटे मझोले किसानों के लिये कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिये एफपीओ बनाया है। इस एफपीओ में छोटे-छोटे किसान न ट्रेक्टर ले सकते है और न अन्य कृषि उपकरण इसके लिये उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि वे 5-5 बीघा के 100-100 किसान मिलकर एफपीओ की योजना में लाभ लेंगे तो उन्हें उन्नत कृषि उपकरण के साथ-साथ थोक में खाद बीज के दामों में रियायत मिल जायेगी और इस योजना का लाभ भी उठा सकेंगे।    उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से उद्यानिकी फसलों में कम लागत आयेगी और उत्पादन भी बढ़ेगा। कृषि अद्यौसंरचना पर केन्द्र सरकार ने एक लाख करोड़ का प्रावधान किया है। इसमें 20 हजार करोड़ मछली पालन को बढ़ावा देने, 15 हजार करोड़ पशुपालन, 4 हजार करोड़ हर्वल फसलों, 5 हजार करोड़ मधुमक्खी पालन और 10 हजार करोड़ छोटे-छोटे प्रोसेसिंग मशीनों के लगाने पर खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि साढ़े 17 हजार करोड़ प्रधानमंत्री किसान योजना में और 1 हजार 128 करोड़ रुपये कॉपरेटिव के लिये जारी किये गये है। उन्होंने कृषि सुधार के लिये आये अध्यादेश में किसानों को होने वाले फायदों को भी गिनाया।    इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आतिथ्य में रीवा में आयोजित कार्यक्रम का एलईडी पर सीधा प्रसारण किया गया।

Kolar News

Kolar News 16 December 2020

रीवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन नये कृषि कानूनों के समर्थन में बुधवार को रीवा में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि उपज मंडी किसी भी कीमत पर बंद नहीं होगी। मंडियों को और अधिक सशक्त बनाया जायेगा। किसान मंडियों के साथ-साथ अच्छे दाम मिलने पर व्यापारियों को भी फसल बेच सकेंगे। नये कृषि कानून किसानों को अपनी फसल का दाम तय करने और अपनी मर्जी से फसल बेचने का अधिकार देते हैं। एसे कानून किसान विरोधी कैसे हो सकते हैं। किसान कानून को लेकर वे लोग भ्रम फैला रहे हैं, जिन्होंने न कभी खेती की, न किसानों के हित की बात सोची। सम्मेलन में रीवा तथा शहडोल संभाग के हजारों किसान शामिल हुये।    मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य की धरा को बार-बार प्रणाम करने का मन करता है। विन्ध्य की धरा ने पिछले विधानसभा चुनाव में हमें भरपूर आशीर्वाद दिया। इस आशीर्वाद के दम पर ही वे आज प्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि किसान कानूनों के संबंध में लगातार भ्रम फैलाये जा रहे हैं। कान्ट्रैक्ट फार्मिंग के संबंध में कहा जा रहा कि कंपनी किसानों की जमीन पर कब्जा कर लेगी। यदि कोई किसान किसी कंपनी से फसल बोते समय ही अच्छे दाम में फसल खरीदने का अनुबंध करता है तो इसमें क्या बुराई है। फसल के दाम बाजार में घटेगें तब भी किसान को कंपनी अनुबंध के अनुसार अच्छे दाम देगी। अभी हाल ही में होशंगाबाद जिले के पिपरिया के किसानों से 3 हजार रुपये क्विंटल धान का अनुबंध करने के बाद कंपनी धान नहीं खरीद रही थी। नये कानून के प्रावधान के अनुसार कंपनी के कान पकड़े गये। कंपनी ने 3 दिन में सभी किसानों से धान खरीद कर पूरी राशि का भुगतान किया। ऐसे लाभकारी कानून का विरोध किया जा रहा है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि नये कृषि कानून में व्यापारियों की खरीद तथा अनाज भण्डारण की लिमिट को समाप्त कर दिया गया है। व्यापारी जब किसानों से अच्छी खरीद करेंगे तो अनाज के दाम अच्छे बने रहेंगे। किसानों को फसलों की अच्छी कीमत मिलेगी। नये कृषि कानून के तहत किसान समर्थन मूल्य पर अनाज देने, कृषि उपज मण्डी में अनाज बेचने अथवा अच्छे दामों पर व्यापारी को अनाज देने के लिए स्वतंत्र हैं। यदि कोई व्यापारी किसी किसान के घर से अच्छे दाम देकर अनाज खरीदा है तो किसान को फसल बेचने में आपत्ति क्यों होगी? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नये कृषि कानून बनाकर खेती के चहुमुखी विकास के द्वार खोल दिये हैं।   उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हर किसान को किसान सम्मान निधि से हर वर्ष 6 हजार रुपये की राशि प्रदान की है। इसमें मध्यप्रदेश सरकार किसान कल्याण निधि से 4 हजार रुपये की राशि दे रही है। अब किसानों को हर साल 10 हजार रुपये की सम्मान निधि मिलेगी। हर किसान को जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण दिया जा रहा है। सरकार का खजाना भले खाली रहे किसानों की सुविधा में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। किसानों को 18 दिसंबर को 1600 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा रही है। देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए जो प्रयास किये हैं, उसका समर्थन हर किसान को करना चाहिए।   समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि हर किसान को अपनी फसल का मूल्य निर्धारित करने का अधिकार है। यह अधिकार नये किसान कानून ने प्रदान किया है। किसान कानूनों का विरोध करने वालों तथा किसानों को बहकाने वालों को उचित जवाब दिया जायेगा। पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विंध्य की धारा को बाणसागर बांध का उपहार दिया। प्रदेश में 2003 में केवल 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी जो अब बढक़र 40 लाख हेक्टेयर हो गयी है। बाणसागर बांध से रीवा जिले में 2.50 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। यहां का किसान पंजाब और हरियाणा के किसानों को फसल उत्पादकता में टक्कर दे रहा है। प्रदेश में समर्थन मूल्य में गेंहू खरीदी का रिकार्ड बनाया है। नये किसान कानूनों से खेती में अभूतपूर्व विकास होगा। 

Kolar News

Kolar News 16 December 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित लाए गए कृषि कानूनों के संबंध में भाजपा द्वारा चलाए जा रहे जनजागरण अभियान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है और लगातार बयानबाजी कर भाजपा पर किसान विरोधी होने के आरोप लगा रही है। कांग्रेस के आरोपों पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के आरोपों पर आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का किसान समझदार है। नए कृषि सुधार कानून पूरी तरह से किसानों के हित की रक्षा करने वाले हैं। विपक्ष द्वारा फैलाए गए भ्रम से प्रदेश का किसान बहुत दूर है। वह जानता है भाजपा सरकार हमेशा किसानों के हित में फैसला करती है। इस दौरान कमलनाथ पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा दोमुंही राजनीति करती है। कमलनाथ जो कहते हैं वह करते नहीं, जो करते हैं वह कहते नहीं है। नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता और किसानों का कर्ज माफ नहीं करना, इसका प्रमाण है।   माफियाओं के खिलाफ सरकार गंभीरप्रदेश सरकार द्वारा माफिआयों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट को अब संज्ञेय अपराध घोषित करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इसमें 03 वर्ष से अधिक सजा का प्रावधान किया जाएगा। प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ अभियान में अभी तक 48 मामले दर्ज किए गए हैं।

Kolar News

Kolar News 16 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के राजनीति से आराम वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा है कि हम किसी को संन्यास नहीं दिलवाएंगे। ये उनकी मर्जी है कि घर बैठना है कि संन्यास लेना है। हमारी तरफ से तो उनको शुभकामनाएं।   दरअसल कमलनाथ ने सोमवार को छिंदवाड़ा के सौंसर में कहा था कि उन्होंने बहुत काम कर लिया, पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया। अब वे भी आराम करना चाहते हैं। कमलनाथ के इसी बायन पर जुबानी जंग तेज हो गई है।   सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ संन्यास लेना चाहते है या नहीं, इसका जवाब वे ही दे सकते हैं। लड़ाई उनके घर में चल रही है इसलिए उन्हें संन्यास लेना है या समाधान निकालना है, यह कमलनाथ को ही तय करना है। लेकिन हम किसी को भी संन्यास नहीं दिलवाने जा रहे। सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ को वे अपनी तरफ से शुभकामनाएं ही दे सकते हैं। कांग्रेस के नेता ही एक- दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। ये लड़ाई कांग्रेस की अपनी लड़ाई है, इसमें किसी का कोई लेना-देना नहीं है।   कमलनाथ ने यह दिया था बयानदरअसल, इन दिनों कमलनाथ छिंदवाड़ा जिले के दौरे पर है। सोमवार को जनता से संवाद में कमलनाथ ने कहा था कि मेरा आपसे राजनीति का नहीं आत्मीयता का रिश्ता है। मुझे आपके बीच 40 वर्ष के कऱीब हो गये। उन्हें कांग्रेस पार्टी ने बहुत कुछ दिया है और वे कई पदों पर रह चुके हैं। अगला समय नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव का है। मुझे पूरा प्रदेश देखना है, मैं छिन्दवाड़ा को ज़्यादा समय नहीं दे पाऊँगा, यहाँ का चुनाव आपको लड़ना है, आपको आराम नहीं करना है। छिन्दवाड़ा की जनता जब कहेगी तो मैं भी उस समय आराम करने चला जाऊँगा, संन्यास ले लूँगा।   सभा के दौरान जनता ने संन्यास के बयान पर लोगों ने नहीं-नहीं के नारे लगाए। लेकिन कमलनाथ के इस बयान को उनके रिटायरमेंट से जोड़कर देखा जाने लगा है। जिससे प्रदेश की सियासत में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।

Kolar News

Kolar News 15 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों के मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है, इधर सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां वोल्टेज की गड़बड़ी के कारण सिक न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट में मौजूद सभी बच्चों को दवा देने वाले इंफ्यूजन पंप और वेंटिलेटर में फॉल्ट हो गया। मशीनें बंद होने से नवजातों की जान पर बन आई। गनीमत रही कि बच्चों की जान बाल बाल बच गई। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों पर पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चिंता जताई है।   कमलनाथ ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जताते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘शहडोल में मासूम बच्चों की मौत निरंतर जारी, आँकड़ा 24 पर पहुँचा। सतना में 9 बच्चों की मौत, अनूपपुर, मंडला में भी यही हाल। हमीदिया में बिजली गुल से तीन मरीज़ों की मौत, जाँच के नाम पर सरकारी लीपापोती और अब सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में वार्मर, इंफ्य़ूजन पंप, वेंटीलेटर में फाल्ट, 18 मासूम बच्चों की जान पर बन आयी? कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा ये है प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के हाल, आखिर लीपापोती बंद कर कब सच्चाई स्वीकारेगी शिवराज सरकार?

Kolar News

Kolar News 15 December 2020

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता करीब दो साल पहले विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोडक़र कांग्रेस में चले गए थे। अब उन्होंने पुन: घरवापसी करते हुए भाजपा की सदस्यता ले ली। राजधानी भोपाल में मंगलवार को आयोजित भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेता भी मौजूद थे।  केन्द्र सरकार में भाजपा से मंत्री रह चुके सरताज सिंह को 75 साल से अधिक उम्र के फार्मूले के तहत 2018 में विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला, जिससे नाराज होकर वे कांग्रेस में चले गए और होशंगाबाद से उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन वे भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा से हार गए। इसके बाद से वे राजनीति में सक्रिय नहीं दिखाई दिये। इसी बीच वे मंगलवार को भोपाल में किसान सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे और मंच पर पहुंचकर भाजपा का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उन्हें पुन: पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए घरवापसी कराई। होशंगाबाद जिले के दिग्गज नेता सरताज सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मैं वापस अपनी विचारधारा से जुड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि टिकट के लालच में कांग्रेस ज्वाइन नहीं की थी। कमलनाथ अच्छे नेता हैं। उनसे कोई बुराई नहीं। मुझे पद की कोई लालसा नहीं है। कोई पद नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार परिवार में मतभेद हो जाते हैं लेकिन अब मैं घरवापसी कर रहा हूं। मैं आज से नहीं, बल्कि पिछले 60 साल से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। आगे भी पार्टी के हित में कार्य करता रहूंगा।

Kolar News

Kolar News 15 December 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों की आर्थिक उन्नति में उपयोगी होंगे। मध्यप्रदेश में किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) अनुबंध मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है। मंडी के अलावा फसल को बेचने के वैकल्पिक उपायों का लाभ किसानों को मिलेगा। यह बात उन्होंने सोमवार को भोपाल स्थित मिंटो हॉल में सिंचाई योजनाओं के वर्चुअल लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।    मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के सिंचाई रकबे में निरंतर वृद्धि की जाएगी। यह राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भगवान के बाद मेरे लिए किसान है। वो धरती पर अन्न उगाता है। खून-पसीना एक करता है। हमारी व्यवस्था का केन्द्र बिन्दु है किसान। सिंचाई साधनों का विस्तार धरती पुत्र किसानों के लिए वरदान होता है। प्रदेश के सिंचाई रकबे को 65 लाख तक पहुंचाया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। मध्यप्रदेश इस लक्ष्य को पूरा करने में सक्रिय रहेगा।    भरपूर गेहूँ उत्पादन से मिली कोरोना काल में राहत मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निर्मित सिंचाई क्षमता का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। इस वर्ष गेहूँ उत्पादन उपार्जन में मध्यप्रदेश ने पंजाब को पीछे छोड़ दिया। कोरोना काल में कम से कम अन्न का कोई संकट नहीं रहा। इस अवधि में यह राहतकारी सिद्ध हुआ। प्रदेश में कृषि अधोसंरचना को सशक्त बनाया जाएगा। किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) को आंदोलन का रूप देंगे। हमारा लक्ष्य किसानों की हालत को बदलना है।   निरंतर बढ़ता सिंचाई रकबा उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई रकबा सिर्फ सात-आठ लाख हेक्टेयर हुआ करता था जिसे बढ़ाकर हम चालीस लाख हेक्टेयर के आगे ले गए। अब 65 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य है। एक-एक इंच कृषि भूमि सिंचित होगी। चौहान ने कहा कि आने वाले एक वर्ष में 30 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं मंजूर की जाएंगी। नर्मदा जल का पूरा उपयोग किया जाएगा। तीन वर्ष में नर्मदा योजनाओं के क्रियान्वयन को भी पूर्ण किया जाएगा।    उन्‍होंने बताया कि प्रदेश में 27 वृहद, 47 मध्यम और 287 लघु सिंचाई परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इनकी लागत 60 हजार 737 करोड़ है। इन सभी की सिंचाई क्षमता 24 लाख हेक्टेयर होगी। इस लक्ष्य को पूरा करने का काम शुरू हो चुका है। करीब चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र में आंशिक सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है। स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।    मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की वजह से योजनाओं के निर्माण पर कुछ फर्क पड़ा है, लेकिन इस वर्ष करीब 100 परियोजनाएं पूरी कर सवा लाख हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित करने का लक्ष्य है। उन्‍होंने कहा कि आज लोकार्पित 50 योजनाओं की लागत 384.35 करोड़ रुपये है। इनसे 16 हजार 336 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित होगा। प्रदेश के 9 जिलों के 131 ग्रामों के किसान लाभान्वित होंगे। उन्‍होंने रतलाम जिले की 7.82 करोड़ रुपये की तीन अन्य सिंचाई योजनाओं के लिए भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग की योजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम में किसानों से भी बात की। मिंटो हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगभग 200 किसान, अधिकारी और आमजन उपस्थित रहे।   हमने फिर शुरू किया किसान कल्याण मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में फसल बीमा योजना की राशि जमा नहीं की गई थी। किसानों के वर्ष 2019 में वचन नहीं निभाए गए। किसान सम्मान निधि का लाभ किसानों को दिलवाने के लिए पात्र हितग्राहियों की सूची नहीं भिजवाई गई, जिसके फलस्वरूप प्रधानमंत्री किसान निधि के लाभ से प्रदेश के किसान वंचित हुए। अब योजना पुन: गति में आएगी, इसके अंतर्गत किसान को मिलने वाली 6 हजार रूपए की राशि में 4 हजार का योगदान राज्य सरकार दे रही है। हमने 70 लाख से अधिक किसानों की सूची तैयार की। आवश्यकता हुई तो अन्य पात्र किसान भी इसमें जोड़े जाएंगे। लघु और सीमांत कृषकों के लिए इस योजना के 10 हजार रूपए काफी महत्व रखते हैं।   नए कानून करेंगे किसानों का कल्याण मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कुछ लोग नए किसान कानूनों का विरोध कर रहे हैं। नए कानून किसानों के लिए कल्याणकारी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के रहते किसानों के हितों से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। चौहान ने कहा कि यह स्पष्ट किया गया है कि नए कानूनों के तहत मंडी बंद नहीं होगी।    जल संसाधन राज्य मंत्री रामकिशोर कांवरे ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाना है। मुख्यमंत्री चौहान ने यह प्रण लिया है कि हर छोटे-बड़े और मझोले किसानों के खेत तक पानी पहुंचाया जाए। इसके लिए लगातार प्रयास जारी हैं। 

Kolar News

Kolar News 14 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार सुबह भाजपा टीटी नगर मंडल भोपाल के प्रशिक्षण वर्ग में शामिल हुए। सीएम शिवराज इस प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षणार्थी के तौर पर शामिल हुए। भाजपा के प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन नर्मदा भवन में हो रहा है। इस दौरान सीएम शिवराज ने प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ चल रही कार्रवाई और किसान कानून पर बयान दिया।   सीएम शिवराज ने ड्रग माफिया और भू माफिया के खिलाफ जारी कार्रवाई पर सख्त लहजा दिखाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में चाहे ड्रग माफिया, भू-माफिया या अवैध काम करने वाले कोई भी हों, उन्हें किसी भी कीमत पर हम नहीं छोड़ेंगे। कानूनी कार्रवाई होगी और आर्थिक कमर भी तोड़ दी जायेगी। लगातार कार्रवाई हो रही है। माफिया मध्यप्रदेश छोड़ दें, नहीं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।   नये कृषि कानूनों का किसानों को मिल रहा लाभ इस दौरान किसान कानून को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि नये कृषि कानूनों का किसानों को लाभ मिल रहा है। दिल्ली की कंपनी ने पिपरिया के किसानों से 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का अनुबंध किया था। कंपनी ने बाद में खरीदी में आनाकानी की, तो एसडीएम ने कार्रवाई की और किसानों को न्याय मिला। कांग्रेस लोगों को भ्रमित न करे।   उन्होंने कांग्रेस के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं। कल कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला जी ने ट्वीट किया कि मध्यप्रदेश में किसान परेशान हैं। कांग्रेस के मित्र कब तक पाखंड करेंगे, कब तक झूठ बोलेंगे? हमने मध्यप्रदेश में मंडी शुल्क को 2 रुपये से घटाकर 50 पैसे किया है।

Kolar News

Kolar News 14 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरी निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। कांग्रेस पार्टी ने निकाय चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी के तहत पार्टी ने नगर निगमों के लिए प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। यह जानकारी सोमवार को भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर और संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने मीडिया को दी।    उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय चुनावों के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की सहमति से नगर निगमों में प्रभारी नियुक्त किये गये हैं। भोपाल में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, इंदौर में डॉ. विजय लक्ष्मी साधो, जबलपुर में हिना कांवरे और ग्वालियर में बृजेंद्र सिंह राठौर को प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही मुरैना के लिए प्रियव्रत सिंह को प्रभारी और रश्मि पवार को सह प्रभारी, सागर नगर निगम के लिए पीसी शर्मा प्रभारी और मनीष दुबे सह प्रभारी, रीवा नगर निगम के लिए हर्ष यादव प्रभारी और जमुना मरावी सह प्रभारी, सतना नगर निगम के लिए तरुण भनोत प्रभारी और पदमा शुक्ला सह प्रभारी, कटनी के लिए कमलेश्वर पटेल को प्रभारी और पुष्पा बिसेन को सह प्रभारी, छिंदवाड़ा के लिए सुखदेव पांसे को प्रभारी और नेहा को सह प्रभारी, देवास के लिए उमंग सिंघार को प्रभारी और यास्मीन शेरानी को सह प्रभारी, बुरहानपुर नगर निगम के लिए सुरेंद्र बघेल को प्रभारी और छाया मोरे को सह प्रभारी मनोनीत किया गया है।   उन्होंने बताया कि सभी नगरीय निकायों में प्रत्याशी चयन के लिए स्थानीय स्तर पर समितियां गठित की गई है। इसका अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को बनाया गया है। समितियां स्थानीय स्तर पर सभी पहलुओं को देखते हुए सर्वसम्मति से एक नाम तय करके प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अनुमोदन के लिए भेजेंगी। समिति में जिले के सभी विधायक युवा कांग्रेस सेवादल महिला कांग्रेस भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अध्यक्ष के अलावा प्रदेश कांग्रेस द्वारा मनोनीत प्रभारी सह प्रभारी सदस्य रहेंगे। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को भी इन समितियों में रखा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि समितियां पैनल बनाने की जगह एक नाम का चयन करके प्रदेश कांग्रेस को भेजें।

Kolar News

Kolar News 14 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में पदस्थ न्यायाधीश न्यायमूर्ति वंदना कसेरकर का रविवार सुबह 60 साल की उम्र में निधन हो गया। गत दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।   न्यायमूर्ति कसेरकर का जन्म 10 जुलाई 1960 को हुआ था। वे 25 अक्तूबर 2014 को मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ की न्यायाधीश नियुक्त हुई थीं। इंदौर हाईकोर्ट में दीपावली के बाद करीब 60 न्यायिक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें न्यायाधीश वंदना कसेरकर भी शामिल थीं। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है कि - ‘इंदौर उच्च न्यायालय में पदस्थ माननीय न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर के निधन का दु:खद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’

Kolar News

Kolar News 13 December 2020

सिंगरौली। सिंगरौली मध्यप्रदेश ही नहीं देश का पॉवर हब है। यहां विकास की आपार संभावनाएं हैं, लेकिन जब भी किसी उद्योगपति से बात होती थी तो वे कहते थे कि सिंगरौली में हवाई पट्टी नहीं है। कनेक्टिविटी बेहतर नहीं है। इसलिये हमने ये फैसला लिया। सिंगरौली की हवाई पट्टी इसके विकास में मील का पत्थर साबित होगी। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को भोपाल में अपने निवास से सिंगरौली की हवाई पट्टी का शिलान्यास करते हुए कही।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित अपने निवास से सिंगरौली हवाई पट्टी का वर्चुअल शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने सिंगरौली में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सिंगरौली सबसे तेज गति से बढऩे वाला जिला है। मैंने कहा था कि सिंगरौली सिंगापुर बनेगा और मुझे खुशी है कि यह विकास पथ पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। विकास के लिए जरूरी है कनेक्टिविटी। सीधी से सिंगरौली की सडक़ बन रही है। यह बहुप्रतीक्षित रोड है। इसके टेंडर हो गए हैं, तेज गति से कार्य प्रारम्भ होगा। सिंगरौली-सीधी रेलवे लाइन से क्षेत्र के विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।    उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लिए भगवान का वरदान हैं। तीनों कृषि कानून किसान के हित में हैं। विपक्षी दल अपने फायदे के लिए किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। किसान को जहां अच्छा दाम मिलेगा, वह अपनी उपज बेच सकेगा। मंडी रहेगी और उसके साथ उसे दूसरे विकल्प भी मिलेंगे, तो प्रतिस्पर्धा के कारण किसान को उसकी मेहनत की सही कीमत मिलेगी। होशंगाबाद के किसानों से दिल्ली की कंपनी ने अनुबंध किया था, उपज की खरीदी भी कर रही थी, लेकिन कीमत बढ़ी तो उन्होंने खरीदना बंद कर दिया था। कंपनी पर नये कृषि कानून के तहत कार्रवाई हुई और 24 घंटे में किसानों को न्याय मिला। कांग्रेस पार्टी ने अपने वचनपत्र में लिखा था कि हम कृषि क्षेत्र में सुधारों के लिए कानून लाएंगे लेकिन राहुल जी की अपरिपक्वता के कारण आज यूटर्न ले रहे हैं। केजरीवाल जी की पार्टी ने भी यूटर्न लिया। ये सभी पार्टियाँ किसानों का इस्तेमाल कर रही हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान सम्मान निधि में हमने किसान कल्याण की 4 हजार रुपये राशि जोडक़र देने का फैसला किया। प्रदेश का छोटा किसान हो या बड़ा, सबको इसका लाभ मिलेगा। प्रत्येक किसान को प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री जी के संवेदनशील नेतृत्व में हमारे स्ट्रीट वेंडर बंधुओं के सशक्तिकरणके लिए 10 हजार रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया गया। यह गरीबों, किसानों, विद्यार्थियों, व्यापारियों, महिलाओं, वृद्धों का कल्याण करने वाली सरकार है।    उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत रोजगार सिंगरौली के स्थानीय बच्चों को मिले इस बात को हम सुनिश्चित करेंगे। सीधी-सिंगरौली रोड की तत्काल मरम्मत के लिये 16 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं, लेकिन 425 करोड़ रुपये के टेंडर लग गये हैं। फरवरी से इस पर तेजी से काम करेंगे। माइनिंग से कुल प्राप्त रेवेन्यू में 37 प्रतिशत हिस्सा सिंगरौली से प्राप्त होता है। कोयले का उत्पादन भी लगातार बढ़ता जा रहा है। मप्र सिंगरौली का आभारी है कि हमें सबसे सस्ती बिजली सिंगरौली के सासन पावर प्लांट से मिल रही है। सिंगरौली में जल्द ही 200 बिस्तर का अस्पताल संचालित होने जा रहा है। सिंगरौली में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज की सुविधा पर भी हम विचार कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली हवाई पट्टी क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। हम इसे ऐसे विकसित करेंगे कि यहां भविष्य में बड़े हवाई जहाज भी उतर सकें। इससे पर्यटन का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय मध्यप्रदेश में माफियाओं के खिलाफ अभियान चल रहा है। हम नागरिकों के लिए फूल से कोमल हैं, लेकिन बदमाशों के लिए वज्र से भी कठोर। जब तक कोविड-19 है, तब तक मास्क ही बचाव है। इसलिए मास्क पहने रहिये, हाथ धोते रहिए और दो गज की दूरी बनाये रखिये। आप सबसे आग्रह है कि वैक्सीन आने तक सभी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन कीजिए।

Kolar News

Kolar News 13 December 2020

सिंगरौली। सिंगरौली मध्यप्रदेश ही नहीं देश का पॉवर हब है। यहां विकास की आपार संभावनाएं हैं, लेकिन जब भी किसी उद्योगपति से बात होती थी तो वे कहते थे कि सिंगरौली में हवाई पट्टी नहीं है। कनेक्टिविटी बेहतर नहीं है। इसलिये हमने ये फैसला लिया। सिंगरौली की हवाई पट्टी इसके विकास में मील का पत्थर साबित होगी। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को भोपाल में अपने निवास से सिंगरौली की हवाई पट्टी का शिलान्यास करते हुए कही।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित अपने निवास से सिंगरौली हवाई पट्टी का वर्चुअल शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने सिंगरौली में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सिंगरौली सबसे तेज गति से बढऩे वाला जिला है। मैंने कहा था कि सिंगरौली सिंगापुर बनेगा और मुझे खुशी है कि यह विकास पथ पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। विकास के लिए जरूरी है कनेक्टिविटी। सीधी से सिंगरौली की सडक़ बन रही है। यह बहुप्रतीक्षित रोड है। इसके टेंडर हो गए हैं, तेज गति से कार्य प्रारम्भ होगा। सिंगरौली-सीधी रेलवे लाइन से क्षेत्र के विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।    उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लिए भगवान का वरदान हैं। तीनों कृषि कानून किसान के हित में हैं। विपक्षी दल अपने फायदे के लिए किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। किसान को जहां अच्छा दाम मिलेगा, वह अपनी उपज बेच सकेगा। मंडी रहेगी और उसके साथ उसे दूसरे विकल्प भी मिलेंगे, तो प्रतिस्पर्धा के कारण किसान को उसकी मेहनत की सही कीमत मिलेगी। होशंगाबाद के किसानों से दिल्ली की कंपनी ने अनुबंध किया था, उपज की खरीदी भी कर रही थी, लेकिन कीमत बढ़ी तो उन्होंने खरीदना बंद कर दिया था। कंपनी पर नये कृषि कानून के तहत कार्रवाई हुई और 24 घंटे में किसानों को न्याय मिला। कांग्रेस पार्टी ने अपने वचनपत्र में लिखा था कि हम कृषि क्षेत्र में सुधारों के लिए कानून लाएंगे लेकिन राहुल जी की अपरिपक्वता के कारण आज यूटर्न ले रहे हैं। केजरीवाल जी की पार्टी ने भी यूटर्न लिया। ये सभी पार्टियाँ किसानों का इस्तेमाल कर रही हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान सम्मान निधि में हमने किसान कल्याण की 4 हजार रुपये राशि जोडक़र देने का फैसला किया। प्रदेश का छोटा किसान हो या बड़ा, सबको इसका लाभ मिलेगा। प्रत्येक किसान को प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री जी के संवेदनशील नेतृत्व में हमारे स्ट्रीट वेंडर बंधुओं के सशक्तिकरणके लिए 10 हजार रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया गया। यह गरीबों, किसानों, विद्यार्थियों, व्यापारियों, महिलाओं, वृद्धों का कल्याण करने वाली सरकार है।    उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत रोजगार सिंगरौली के स्थानीय बच्चों को मिले इस बात को हम सुनिश्चित करेंगे। सीधी-सिंगरौली रोड की तत्काल मरम्मत के लिये 16 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं, लेकिन 425 करोड़ रुपये के टेंडर लग गये हैं। फरवरी से इस पर तेजी से काम करेंगे। माइनिंग से कुल प्राप्त रेवेन्यू में 37 प्रतिशत हिस्सा सिंगरौली से प्राप्त होता है। कोयले का उत्पादन भी लगातार बढ़ता जा रहा है। मप्र सिंगरौली का आभारी है कि हमें सबसे सस्ती बिजली सिंगरौली के सासन पावर प्लांट से मिल रही है। सिंगरौली में जल्द ही 200 बिस्तर का अस्पताल संचालित होने जा रहा है। सिंगरौली में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज की सुविधा पर भी हम विचार कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली हवाई पट्टी क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। हम इसे ऐसे विकसित करेंगे कि यहां भविष्य में बड़े हवाई जहाज भी उतर सकें। इससे पर्यटन का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय मध्यप्रदेश में माफियाओं के खिलाफ अभियान चल रहा है। हम नागरिकों के लिए फूल से कोमल हैं, लेकिन बदमाशों के लिए वज्र से भी कठोर। जब तक कोविड-19 है, तब तक मास्क ही बचाव है। इसलिए मास्क पहने रहिये, हाथ धोते रहिए और दो गज की दूरी बनाये रखिये। आप सबसे आग्रह है कि वैक्सीन आने तक सभी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन कीजिए।

Kolar News

Kolar News 13 December 2020

भोपाल। कृषि कानून को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच अब भाजपा भी किसान संगठनों की तर्ज पर बिल के समर्थन में देश भर में अभियान चलाएगी। मध्यप्रदेश में इसकी जिम्मेदारी कृषि मंत्री कमल पटेल को सौंपी गई है। कमल पटेल केंद्रीय कृषि बिल को लेकर भाजपा नेताओं को ट्रेनिंग देकर बिल के फायदे भी बताएंगे। कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों को कृषि बिल के फायदे बताने के लिए खेत पर चर्चा अभियान भी शुरू किया है।   किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने शनिवार को इस संबंध में पत्रकार वार्ता कर जानकारी दी। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का संकल्प लिया है, इसलिए बिल में संशोधन किया है। कृषक उत्पाद व्यापार अधिनियम 2020, किसान उत्पाद करार अधिनियम और स्टॉक में छूट यह तीन बड़े फायदे हैं। किसान उत्पाद करार से फसल पैदा होने के पहले ही एग्रीमेंट के जरिए फसल बिक सकेगी। कमल पटेल ने विपक्ष पर किसानों को भडक़ाने का आरोप भी लगाया है ।   मप्र में निर्धारित होगी कृषि उपज की एमआरपी इसके अलावा उन्होंने बातया कि किसानों को अपनी उपज का अधिकतम लाभ दिलाने के लिये मेक्सिमम रिटेल प्राइस का निर्धारण किया जायेगा। जब कृषि उत्पादों की एमआरपी निर्धारित होने लगेगी, तो किसानों को अपने उत्पादों का अधिकतम मूल्य मिल सकेगा और खेती हर हाल में लाभ का धंधा बनेगी। उपज का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) निर्धारित होने से एमएसपी की जरूरत ही नहीं रह जायेगी। किसान स्वयं अपनी उपज का दाम तय करेंगे। कमल पटेल ने कहा कि जरूरत होने पर एमआरपी के निर्धारण के लिये आवश्यक मेकेनिज्म तैयार किया जायेगा।

Kolar News

Kolar News 12 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में दो दिन से लगातार बूंदाबांदी हो रही है। राजधानी भोपाल में भी मौसम खराब है और बिजली की समस्या बनी हुई है। शुक्रवार शाम को भोपाल से सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में बिजली गुल हो गई थी, जिससे यहां कोविड केयर सेंटर में आक्सीजन सर्पोट पर रखे गए पूर्व पार्षद की देर रात मौत हो गई थी। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के निर्देश दिये हैं।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को मामला संज्ञान में आने के बाद भोपाल संभाग के कमिश्नर  कवींद्र कियावत को तुरंत जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है, तो यह गंभीर लापरवाही है तथा शाम तक जांच कर इसकी रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।   जानकारी के मुताबिक, बारिश के चलते शुक्रवार रात हमीदिया अस्पताल की कोरोना यूनिट की बिजली चली गई थी। ऐसे में इमरजेंसी बैकअप का सहारा लिया गया, लेकिन महज 10 मिनट में वह भी बंद हो गया। इसके चलते करीब डेढ़ घंटे कोरोना वार्डों की बिजली ठप रही और कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की मशीनें बंद हो गई। इस दौरान कोरोना वार्डों में कुल 64 मरीज भर्ती थे। इनमें से 11 गंभीर मरीजों को आईसीयू वार्ड में रखा गया था। बिजली गुल होने से हाईफ्लो सपोर्ट पर रखे गए मरीजों की हालत बिगड़ गई। उनको वेंटिलेटर पर लिया, सीपीआर भी दिया गया, लेकिन कांग्रेस से दो बार पार्षद रहे 67 वर्षीय मरीज अकबर खान की रात 10.40 बजे मौत हो गई।    इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने हमीदिया के डीन और अधीक्षक को नोटिस दिया है, जबकि पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। अस्पताल के पावर बैकअप सिस्टम का सर्टिफिकेशन करने वाले इंजीनियर को भी निलंबित किया गया है और डॉक्टर को नोटिस दिया है।   अस्पताल अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया के मुताबिक, शुक्रवार की रात ट्रांसफॉर्मर में फॉल्ट होने से बिजली गई थी। बैकअप से भी 10 मिनट ही सप्लाई मिल पाई। सभी वार्डों में डॉक्टर भेजे गए थे। किसी की मौत होने की जानकारी नहीं है।

Kolar News

Kolar News 12 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ शुक्रवार को सागर एक निजी दौरे पर पहुंचे। शक्रवार रात वहां मीडिया से बातचीत करते हुए किसान कानून को लेकर कमलनाथ ने एक बार फिर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है और जो कानून किसानों को ही पसंद नहीं,उसे सरकार क्यों थोप रही है।   पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसान आंदोलन के मामले में मोदी सरकार के रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की आर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। जो कानून किसानों के हित के नाम पर बना है अगर किसान ही उसे खारिज कर रहे हैं तो उसका औचित्य क्या है? उन्होंने कहा जो किसान दिल्ली बार्डर पर हैं उनमें मध्यप्रदेश के भी लाखों किसान धरने पर बैठे हैं। किसान आंदोलन उस असंतोष का प्रतिफल है जो देश की आर्थिक गतिविधियों के लकवाग्रस्त होने से बनी हैं। इसे जल्द समाप्त होना चाहिये।

Kolar News

Kolar News 12 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि नवीन कृषि विधेयक किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएंगे। इन विधेयकों से किसान अब खेती के साथ-साथ कृषि आधारित उद्योग धंधे स्वयं स्थापित कर सकेंगे। वे कृषि के साथ-साथ उद्योग भी लगायेंगे और चलायेंगे। आम किसान बंधुओं को भ्रमित नहीं होना चाहिये। विधेयकों के कारण मण्डियां बंद नहीं होंगी, बल्कि उन्हें आदर्श और स्मार्ट मण्डी बनाया जायेगा। किसी प्रकार से भी फसलों की खरीदी संबंधी एमएसपी को समाप्त नहीं किया जायेगा।कृषि मंत्री पटेल बीते तीन दिनों से किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें नये कृषि कानूनों की जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को किसानों से बातचीत के दौरान कहा कि आजादी के बाद से ही किसान बरसों-बरस कर्जदार रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कृषि को लाभ का धंधा बनाने और किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये कृत-संकल्पित हैं। नवीन तीनों कृषि विधेयक इसी का परिणाम हैं। इन विधेयकों के आने के बाद किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के द्वार खुले हैं। अब किसान अपनी उपज को घर बैठे जहाँ अधिकतम दाम मिलेगा, वहाँ विक्रय के लिये स्वतंत्र रहेंगे। किसानों को अधिकतम लाभ मिले, इसके लिये कृषि उत्पादक समूह बनाये जायेंगे। मध्यप्रदेश में प्रत्येक विकासखण्ड में 2-2 कृषि उत्पादक समूह गठित किये जा रहे हैं।मण्डियां स्मार्ट होंगी, बंद नहींकृषि मंत्री पटेल ने कहा कि किसानों को भ्रमित नहीं होना चाहिये। नवीन विधेयकों के आने से कृषि उपज मण्डियों को और अधिक स्मार्ट बनाये जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कृषि उपज मण्डियों का उन्नयन किया जायेगा। उन्हें आधुनिक बनाया जायेगा। मण्डियों में किसानों को अधिकतम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी। मण्डियों में ही किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। मण्डियों में पेट्रोल पम्प भी स्थापित किये जायेंगे। किसानों के लिये मिलेट्री की तरह ए-क्लास कैंटीन की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।किसान तय करेंगे उपज का मूल्य : उपज एमएसपी नहीं एमआरपी पर बेचेंगेमंत्री पटेल ने कहा कि नवीन विधेयकों ने किसानों को इतनी स्वतंत्रता प्रदान की है कि वे स्वयं अपनी उपज का मूल्य तय करेंगे। किसान मिनिमम सपोर्ट प्राइज (एमएसपी) पर ही नहीं, बल्कि मेक्सिमम रिटेल प्राइज (एमआरपी) पर अपने उत्पादों का विक्रय करेंगे। वे स्वयं तय करेंगे कि उन्हें अपनी उपज को कब, कहाँ और किस तरह विक्रय करना है। किसान अपनी मर्जी के मालिक रहेंगे। वे फसलों को अपने घर से भी बेच सकते हैं, खलिहान से बेच सकते हैं या अपने खेत से बेच सकते हैं। वे अपनी फसलों को मण्डी में बेच सकते हैं या मण्डी से बाहर भी बेच सकते हैं। उन्हें अपनी उपज के निर्यात की भी स्वतंत्रता प्रदान की गई है।उद्योगपति बनेंगे किसानकृषि मंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को 24 अप्रैल, 2020 को मिले मालिकाना हक से अपनी सम्पत्ति के आधार पर उद्योग धंधों के लिये शासकीय योजनाओं में ऋण प्राप्त करने की पात्रता मिल गई है। अब किसान कृषि से संबद्ध उद्योग धंधे स्थापित कर सकेंगे। वे स्वयं कोल्ड-स्टोरेज, वेयर-हाउस, फूड-प्रोसेसिंग प्लांट और अन्य उद्योग लगायेंगे। किसान कृषि आधारित उद्योग धंधों में भी रोजगार उपलब्ध कराने में अपनी अग्रणी भूमिका निभायेंगे।

Kolar News

Kolar News 11 December 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि ड्रग्स एवं नशीली वस्तु का कारोबार करने वाले मानवता के दुश्मन हैं, इन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए विशेष अभियान चलाकर उनकी जड़ों पर प्रहार किया जाना चाहिए।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को प्रदेश में नशा विरोधी अभियान चलाए जाने के संबंध में निवास पर उच्च अधिकारियों की एक बैठक ली। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि जहां एक और ड्रग्स और नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाए, वहीं नशा करने वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति रखी जानी चाहिए तथा उन्हें स्नेह से नशे की लत छुड़ाने के प्रयास किए जाने चाहिएं, पुलिस उनके खिलाफ ज्यादती ना करे। नशा करने वालों की नशे की लत छुड़ाने तथा उनके पुनर्वास के लिए प्रदेश के सामाजिक न्याय विभाग एवं स्वयंसेवी संगठनों का भी पूरा सहयोग लिया जाए।   15 से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियानदेश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार द्वारा आगामी 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री शिवराज ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चलाए जाकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाए।   भारत सरकार ने दी मध्य प्रदेश के 15 जिलों की सूचीभारत सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की सूची भिजवाई गई है जहां नशीली वस्तुओं का कारोबार अधिक पाया गया है। ये जिले हैं इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रतलाम, ग्वालियर, सतना, सागर, दतिया तथा रीवा। इसके अलावा विदिशा, पिपरिया, आगर- मालवा क्षेत्र भी संवेदनशील है। इन सभी क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आए हैं।   कारोबार की देश-विदेश में जड़ेंमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इंदौर आदि जिलों में ड्रग माफियाओं के खिलाफ पुलिस द्वारा सराहनीय कार्रवाई की गई है। इंदौर की तथाकथित "ड्रग वाली आंटी" के तार दिल्ली गोवा मुंबई तथा नाइजीरिया से भी जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिए कि खोद-खोद कर ड्रग माफिया को समूल नष्ट करें।   कुछ जिम, पब, क्लब, कॉलेजों की कैंटीन आदि में सप्लाईकुछ स्थानों पर जिम, पब, क्लब, कॉलेजों की कैंटीन, स्कूलों के आसपास ड्रग्स एवं नशीले पदार्थों की सप्लाई की कोशिश के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस संबंध में सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रदेश में हुक्का लाउंज भी संचालित नहीं किए जाएंगे।   केमिकल ड्रग्स अत्यंत खतरनाकमुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि केमिकल अत्यंत खतरनाक होते हैं। इंदौर में जहां केमिकल ड्रग सप्लाई का बड़ा मामला सामने आया है, वहीं भोपाल, विदिशा, भिंड, उज्जैन, रतलाम आदि में स्मैक सप्लाई के मामले सामने आए हैं। जनता को नशे के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 11 December 2020

भोपाल। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार दोपहर सीएम हाउस पहुंचे। यहां उनकी पार्टी के संगठन पदाधिकारियों तथा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के साथ मंत्रणा चल रही है। सिंधिया जिस तरह से 40 गाड़ियों के लाव-लश्कर के साथ एयरपोर्ट से सीएम हाउस पहुंचे हैं, उससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में देरी को लेकर सिंधिया अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।    राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को अपने समर्थकों तुलसी सिलावट,गोविंद राजपूत, प्रद्युमन सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिसोदिया,ओपीएस भदोरिया, मुन्नालाल गोयल, जजपाल सिंह जज्जी, एदल सिंह कंषाना,  गिर्राज दंडोतिया ,गिरीश शर्मा और कृष्णा घाड़गे के साथ सीएम हाउस पहुंचे। इनके अलावा मंत्री हरदीप सिंह डंग और पूर्व मंत्री सरजात सिंह भी सीएम हाउस में मौजूद हैं। इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी सीएम  हाउस पहुंच गए हैं। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ तीनों नेताओं की बैठक हो रही है। माना जा रहा है कि बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी, मंत्रिमंडल विस्तार और निगम-मंडल में नियुक्तियों को लेकर निर्णय हो सकते हैं। गौरतलब है कि 12 दिन में यह दूसरा मौका है, जब सिंधिया सीएम हाउस पहुंचे हैं। उपचुनाव के एक माह बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया है।

Kolar News

Kolar News 11 December 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में देश के नवीन संसद भवन का शिलान्यास किया। शिलान्यास एवं भूमि पूजन वैदिक मंत्रों के साथ पूरे विधि विधान से संपन्न हुआ, जिसके साक्षी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बने। मुख्‍यमंत्री कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअली उपस्थित रहे।    मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर नवीन संसद भवन निर्माण के शिलान्यास के ऐतिहासिक एवं गौरवशाली अवसर पर प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से हार्दिक बधाई दी एवं शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने विश्‍वास प्रकट किया है कि प्रधानमंत्री जी की अद्भुत संकल्प शक्ति से यह कार्य समय-सीमा में पूर्ण होगा तथा भारत का नवीन संसद भवन विश्‍व में प्रतिष्ठित होगा।   पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में भारतीय लोकतंत्र ने जन अपेक्षाओं के पथ पर प्रगति के नए सोपान स्थापित किए हैं तथा लोकहित और समावेशी विकास के सिद्धांतों पर जनकल्याण और आत्मनिर्भरता के संकल्प को सिद्ध किया है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार पुनः संपूर्ण विश्‍व के समक्ष भारत के लिए एक गौरवशाली क्षण उपस्थित हुआ है, जब देश की राजधानी में लोकतंत्र के मंदिर अर्थात संसद भवन एवं संबंधित अन्य महत्वपूर्ण कार्यालयों के नए भवनों का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। एक महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी जा रही है। यह अनमोल क्षण भारत की लोकतांत्रिक परंपरा एवं विरासत के साक्षी हैं।

Kolar News

Kolar News 10 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर इन दिनों सख्त है। लापरवाही बरतने वालों अधिकारियों के खिलाफ वे कढ़ी कार्यवाही कर रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद कटनी कलेक्टर शशि भूषण सिंह और नीमच एसपी मनोज कुमार राय को हटा दिया है। बुधवार देर रात तबादला आदेश जारी कर जबलपुर जिला पंचायत में सीईओ प्रियंक मिश्रा को कटनी कलेक्टर बनाया गया है। इसी तरह इंदौर हैडक्वार्टर में एसपी सूरज वर्मा को नीमच एसपी बनाकर भेजा गया।   दरअसल बुधवार शाम को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर, कमिश्नर के साथ कांफ्रेंस कर विभिन्न शहरों में कानून व्यवस्था की जानकारी ली थी। इस कांफ्रेंस में सीएम शिवराज सिंह कई बार नाराज हुए। इस दौरान सीएम ने कटनी कलेक्टर को जमकर फटकार लगाई थी। कटनी में किसानों के जाम लगाए जाने की जानकारी सीएम ने मांगी थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नही दिया गया। कटनी कलेक्टर की कार्रवाई से सीएम नाखुश नजर आए। इसी प्रकार नीमच एसपी मनोज कुमार राय का तबादला किया गया है। सीएम शिवराज ने मनोज कुमार को अपराधियों को संरक्षण देने पर एसपी को फटकार लगाई थी। सूरज वर्मा को नीमच का नया एसपी बनाया गया है। वहीं मनोज कुमार राय को पीएचक्यू भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक कई लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

Kolar News

Kolar News 10 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर इन दिनों सख्त है। लापरवाही बरतने वालों अधिकारियों के खिलाफ वे कढ़ी कार्यवाही कर रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद कटनी कलेक्टर शशि भूषण सिंह और नीमच एसपी मनोज कुमार राय को हटा दिया है। बुधवार देर रात तबादला आदेश जारी कर जबलपुर जिला पंचायत में सीईओ प्रियंक मिश्रा को कटनी कलेक्टर बनाया गया है। इसी तरह इंदौर हैडक्वार्टर में एसपी सूरज वर्मा को नीमच एसपी बनाकर भेजा गया।   दरअसल बुधवार शाम को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर, कमिश्नर के साथ कांफ्रेंस कर विभिन्न शहरों में कानून व्यवस्था की जानकारी ली थी। इस कांफ्रेंस में सीएम शिवराज सिंह कई बार नाराज हुए। इस दौरान सीएम ने कटनी कलेक्टर को जमकर फटकार लगाई थी। कटनी में किसानों के जाम लगाए जाने की जानकारी सीएम ने मांगी थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नही दिया गया। कटनी कलेक्टर की कार्रवाई से सीएम नाखुश नजर आए। इसी प्रकार नीमच एसपी मनोज कुमार राय का तबादला किया गया है। सीएम शिवराज ने मनोज कुमार को अपराधियों को संरक्षण देने पर एसपी को फटकार लगाई थी। सूरज वर्मा को नीमच का नया एसपी बनाया गया है। वहीं मनोज कुमार राय को पीएचक्यू भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक कई लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

Kolar News

Kolar News 10 December 2020

भोपाल। कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों द्वारा मंगलवार को आहूत भारत बंद का मध्यप्रदेश में कोई खास असर दिखाई नहीं दिया। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश के किसानों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी और शरद पंवार जैसे नेताओं ने ही किसानों को बदहाल किया है और इसके लिए इन्हें किसानों से माफी मांगनी चाहिए।   मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट करके कहा है कि किसान हमारे भगवान हैं, प्रधानमंत्री मोदी का सबसे बड़ा संकल्प है किसानों की आय को दोगुना करने का। यह तीनों कानून क्रांतिकारी कदम है किसानों की जिंदगी को बदल देंगे। सीएम शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी, शरद पवार, कांग्रेस और विपक्ष के अन्य नेताओं ने किसानों का जीवन बर्बाद कर दिया। इन्हें जनता ने नकार दिया। इनका बंद बुरी तरह फ्लॉप हो गया। इन्हें तो किसानों से माफी मांगनी चाहिए। सब तरफ से नकारे जाने वाले लोग किसान हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं। जनता ने इनके पाखंड को पहचाना है। मध्यप्रदेश में बंद पूरी तरह से विफल हो गया। किसान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हुए हैं। मैं मध्यप्रदेश के किसानों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने बंद को विफल कर दिया। इस विश्वास के साथ कि हम किसानों के कल्याण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है।

Kolar News

Kolar News 9 December 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित रवींद्र भवन में नगर निगमों के महापौर और नगर पालिका व नगर परिषदों के अध्यक्षों के आरक्षण की प्रक्रिया बुधवार सुबह शुरू हो गई है। इसके अनुसार भोपाल और खंडवा में अगली महापौर ओबीसी महिला होगी, जबकि ग्वालियर, देवास, बुरहानपुर, सागर और कटनी में अनारक्षित महिला महापौर बनेंगी। इंदौर, जबलपुर, रीवा और सिंगरौली महापौर का पद अनारक्षित हो गया है।   भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के 16 नगर निगमों के महापौर के लिए आरक्षण की प्रक्रिया रवींद्र भवन में नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त की मौजूदगी में बुधवार सुबह शुरू हो गई है। इस दौरान 99 नगर पालिका व 292 नगर परिषदों के अध्यक्ष के लिए भी आरक्षण की प्रक्रिया भी सम्पन्न होगी, जिसके लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। नगर निगम में महापौर के लिए अजा, अजजा का आरक्षण आबादी के अनुसार होता है, जबकि ओबीसी आरक्षण 25 प्रतिशत होता है। ओबीसी आरक्षण में नियम है कि पिछली बार ओबीसी के लिए आरक्षित रहे निकायों को हटा कर यह आरक्षण होता है। इस बार भी पिछले बार की तरह वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर ही आरक्षण हो रहा है। ऐसे में जनसंख्या का अनुपात पिछले आरक्षण यानी 2014 जैसा ही होगा। आशय यह है कि अजा-अजजा के लिए आरक्षण में बदलाव नहीं होगा।

Kolar News

Kolar News 9 December 2020

इंदौर। कोरोना वैक्सीन ट्रायल का मामला अब राजनीतिक वाद-विवाद का विषय बनता जा रहा है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बीच बयानयुद्ध शुरू हो गया है। विजयवर्गीय ने दिग्विजयसिंह को नसीहत दी है कि जिस विषय की जानकारी न हो, उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहिए।    पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले कारोना वैक्सीन के ट्रायल को लेकर कहा था कि ऐसे समय में जो प्रोटोकाल है,  उसके साथ कंप्रोमाइज किया जा सकता है। लेकिन इसमें जो होड़ लग गई है, कौन सी फार्मा कंपनी में कौन से वैक्सीन का यूज किया जाएगा, जिससे हमें बचना चाहिए। देश के लोगों को गिनीपिग नहीं बनाना चाहिए। हरियाणा के मंत्री ने शोहरत पाने के लिए वैक्सीन लिया और उन्हें कोविड हो गया। अब कह रहे हैं कि सेकंड डोज लेना जरूरी है। कोई भी वैक्सीन आता है तो उसका परीक्षण मानव पर करने के पहले एनिमल पर किया जाता है। इस पर बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि भारत किसी वैक्सीन के लिए प्रयोग शाला नहीं हो सकता है।   वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को कहा है कि दिग्विजयसिंह कोई डॉक्टर तो हैं नहीं। जिसमें अपने को नॉलेज नहीं हो, उस बात पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इसलिए मैं भी कोई टिप्पणी नहीं करता हूं। विजयवर्गीय ने कहा कि दिग्विजयसिंह एक सीनियर लीडर हैं, इसलिए उन्हें सलाह देता हूं कि आपको यदि इस बारे में अल्पज्ञान है तो टिप्पणी नहीं करें।   विदेशी ताकतें कर रही किसान आंदोलन का सपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर कहा कि देश में जो किसान आंदोलन चल रहा है, उसमें मुझे लगता है कि 90 प्रतिशत किसान उससे दूर हैं। 10 प्रतिशत किसान आंदोलन में शामिल हैं। इस आंदोलन को जो ताकते सपोर्ट कर रही हैं वो इस देश के लिए अलार्मी है। विदेशों में किसान आंदोलन का समर्थन हो रहा है। ये कौन लोग हैं, इसकी गहराई में जाकर सोचना चाहिए कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है।

Kolar News

Kolar News 9 December 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के विकास, जनता के कल्याण एवं मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मंत्री गण 'इनोवेटिव आइडियाज' पर कार्य करें। उन्‍होंने कहा कि मंत्री गण की लीडरशिप में प्रत्येक विभाग कुछ इनोवेटिव आइडियाज निकालें तथा उन पर अमल करें। मध्यप्रदेश में 'बफर में सफर', 'ग्लोबल स्किल पार्क' तथा हिरोशिमा- नागासाकी स्मारक की तर्ज पर 'गैस त्रासदी स्मारक' आदि पर कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक सोमवार को मंत्री गण विभागीय बैठक में विभागीय प्रगति की समीक्षा करें। प्रत्येक मंगलवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित होगी। उक्‍त बातें मुख्‍यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट की बैठक को संबोधित करते हुए कही।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं, मध्य प्रदेश के किसान इस बात को अच्छी तरह समझते हैं तथा मध्यप्रदेश में पूरी शांति है। कतिपय लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं परंतु उनके प्रयास सफल नहीं होंगे।   ग्वालियर एवं ओरछा का यूनेस्को की ग्लोबल रिकमेंडेशन योजना के तहत चयन मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि यहां के ग्वालियर और ओरछा शहरों का यूनेस्को की ग्लोबल रिकमेंडेशन योजना के तहत चयन किया गया है। यहां की पुरातत्व संपदा को अंतरराष्ट्रीय महत्व का माना गया है। भारत में इससे पूर्व केवल दो शहर वाराणसी और अजमेर पुष्कर इस कार्यक्रम के तहत चिन्हित किए गए थे। हमें अब इन दो शहरों का ऐतिहासिक एवं पुरातत्व संपदा की दृष्टि से संरक्षण एवं विकास करना है।   तीन बातों का विशेष ध्यान रखें मंत्री गण मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मंत्री गण तीन बातों का विशेष ध्यान रखें। मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोडमैप तैयार है, उस पर कार्य प्रारंभ हो गया है, प्रत्येक मंत्री गण  इस पर तेजी से अमल सुनिश्चित करें तथा इसकी निरंतर मॉनिटरिंग हो। कोरोना के कारण प्रदेश में वित्तीय संकट है, ऐसे में सभी निर्माण विभाग कार्यों के लिए 'आउट ऑफ बजट' राशि की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें। मंत्री गण केंद्र की विभिन्न योजनाओं में मध्यप्रदेश को अधिक से अधिक राशि प्राप्त हो, ऐसे प्रयास करें। इसके लिए निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में रहें तथा आवश्यकतानुसार दिल्ली प्रवास भी करें।   पकड़ो, राजसात करो और जेल भेजो मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न प्रकार के माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाया जा रहा है। हमें मध्य प्रदेश को पूर्ण रूप से अपराध मुक्त करना है। अतः अपराधी तत्वों के विरुद्ध पकड़ो, अवैध सामग्री को रातसात करो तथा  जेल भेजो की कार्रवाई निरंतर जारी रहे।    धान खरीदी व खाद आपूर्ति निर्बाध हो मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य तथा किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार यूरिया की आपूर्ति निर्बाध हो यह सुनिश्चित किया जाए।   अब प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा अध्यक्ष एवं महापौर का निर्वाचन कैबिनेट में निर्णय लिया गया कि अध्यक्ष और महापौर का निर्वाचन अब प्रत्यक्ष प्रणाली के माध्यम से होगा। इसके लिए अध्यादेश आ चुका है, अब विधानसभा में बिल प्रस्तुत किया जाएगा।  वार्डों का निर्धारण भी अब पूर्व अनुसार होगा।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इससे अब मतदाता अध्यक्ष एवं महापौर के लिए सीधे वोट डाल सकेंगे।   ग्रामीण क्षेत्रों की सर्वे परियोजना को स्वीकृति कैबिनेट में ग्रामीण क्षेत्रों की सर्वे परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इससे सभी ग्रामों के राजस्व अभिलेख अद्यतन हो जाएंगे।   भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजना को भूमि  अधिग्रहण संबंधी मंजूरी कैबिनेट द्वारा भोपाल इंदौर मेट्रो रेल परियोजना को भूमि अधिग्रहण संबंधी मंजूरी दी गई।  भोपाल एवं इंदौर मेट्रो क्षेत्र को मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद अब इसके लिए भूमि का अधिग्रहण 'मेट्रो अधिनियम 1978' के अंतर्गत किया जाएगा।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इससे भू-धारकों को भूमि का बेहतर मुआवजा मिल सकेगा। वहीं भूमि पर गुमटी आदि लगाने वालों को भी मुआवजा मिलेगा। इससे गरीबों को पूरा न्याय मिल पाएगा।   ये भी निर्णय लिए गए कैबिनेट में गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल एवं शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों की पुनरीक्षित राशि की स्वीकृति प्रदान की गई। कोविड अवधि में बीयर बारों को निर्धारित न्यूनतम शुल्क में छूट, मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम को कुछ सड़कों पर यूजर फ्री टोल प्लाजा प्रारंभ करने आदि प्रस्तावों को भी  भी स्वीकृति दी गई। ग्लोबल स्किल पार्क का विकास प्राथमिकता से किया जायेगा। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग में विकास के लिये बनी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जायेगा।

Kolar News

Kolar News 8 December 2020

भोपाल/इंदौर। विरोधी दलों के भारत बंद का मध्यप्रदेश में कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है। धीरे-धीरे कर बाजार खुल रहे हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। इसी बीच इंदौर में कांग्रेस के लोग सब्जी मंडी बंद कराने पहुंचे, तो भोपाल में सिख समाज के लोगों ने किसानों के समर्थन में रैली निकाली।    किसानों के भारत बंद के मद्देनजर मंगलवार को मध्यप्रदेश भी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हालांकि प्रदेश में व्यापारी संगठनों ने बंद को समर्थन नहीं दिया है, लेकिन कांग्रेस इसके समर्थन में आ गई है। इंदौर और भोपाल में बाजार खुल गए हैं। उज्जैन में कांग्रेसियों ने बंद के समर्थन में रैली निकाली। हल्की बहस भी हुई। कई शहरों में पुलिस अलर्ट पर है। इंदौर में पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा बाइक रैली निकालकर छावनी मंडी बंद कराने पहुंचे हैं,  यहां पुलिस तैनात है।   जबरन बंद कराने वालों पर पुलिस की नजरभोपाल में एहतिहायत के तौर पर विशेष सुरक्षा बल और बम निरोधक दस्ता तक तैनात कर दिया है। पुलिसकर्मियों की मार्केट के पास तैनाती की गई है, ताकि जबरन बंद कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल भी लगाया गया है। इधर, बम निरोधक दस्ता दो दिन से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जांच कर रहा है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। मंगलवार सुबह किसानों के समर्थन में सिख समुदाय के लोगों ने ने बोर्ड ऑफिस चौराहे से ज्योति टॉकीज चौराहे तक रैली निकाली।   सब्जी मार्केट खुला, पूर्व मंत्री पहुंचे बंद करानेइंदौर में आलू, फ्रूट और सब्जी मंडी में कामकाज आमदिनों की तरह ही शुरू हो चुका है। किसानों के फल-सब्जी का लेनदेन अलसुबह से ही चल रहा है। उधर, कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता छावनी अनाज मंडी में धरना देकर बंद का समर्थन करने की तैयारी में हैं। दोपहर में आम आदमी पार्टी राजबाड़ा पर विरोध प्रदर्शन करेगी। सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव कार्यकर्ताओं के साथ बाइक रैली के रूप में छावनी अनाज मंडी पहुंचे। यहां पर नारेबाजी भी की, लेकिन इन्हें संभालने के लिए तीन थानों का बल मौजूद था।   उज्जैन में उजागर हुई कांग्रेस की गुटबाजी उज्जैन में मंगलवार सुबह कांग्रेस ने बंद के समर्थन में बाइक से रैली निकाली। अभी तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इधर, कांग्रेस के कई गुटों में बंटी होने के कारण बंद का उसका समर्थन महज औपचारिकता नजर आया। बंद के समर्थन में गिरफ्तारी देने के लिए कोई कांग्रेसी तैयार नहीं हुआ।   जबलपुर में आम आदमी पार्टी निकालेगी रैली जबलपुर शहर में मंगलवार सुबह से बाजार आम दिनों की तरह खुलने लगे हैं। कांग्रेसियों और आम आदमी पार्टी द्वारा कुछ देर में प्रदर्शन कर बंद कराया जा सकता है। दोपहर दो बजे के आसपास राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। बंद का फिलहाल कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।   कांग्रेस ने किया बंद का समर्थनमध्यप्रदेश में 8 दिसंबर के भारत बंद का कांग्रेस ने समर्थन कर दिया है। इसके  लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बाकायदा पत्र जारी करते हुए सभी जिला कमेटियों को निर्देश दिये हैं कि बंद का प्रभावी बनाया जाए। इससे पहले प्रदेश में बंद को लेकर कोई हलचल नहीं थी, लेकिन कांग्रेस के आह्वान के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है। चेकिंग के साथ संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनाती की तैयारी तेज कर दी गई है।

Kolar News

Kolar News 8 December 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आगामी 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कमलनाथ शीतकालीन सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ सकते हैं। ऐसे में अब कमलनाथ के बाद नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसको लेकर अटकले तेल हो गई है। पूर्व मंत्री उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग उठी है। लेकिन माना जा रहा है कि कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए आदिवासी कार्ड चल सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो बाला बच्चन के रुप में सदन को नया नेता प्रतिपक्ष मिल सकता है।   दरअसल, उपचुनाव परिणाम के बाद प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए कमलनाथ अपने जिम्मेदारियों को सीमित रखना चाहते हैं। ऐसे में कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ कर सिर्फ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते हैं। कमलनाथ के नेता प्रतिपक्ष पद छोडऩे के बाद सदन में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इस पर कांग्रेस पार्टी के साथ ही राजनीतिक गलियारे में चर्चा छिड़ी हुई है।    हालांकि कांग्रेस में दावेदारों की कमी नहीं है। पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, युवा नेता जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, महिला नेत्री विजय लक्ष्मी साधौ और बाला बच्चन का नाम चर्चाओं में है। लेकिन माना जा रहा है कि कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष के चयन में आदिवासी कार्ड चल सकते हैं और पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन नेता प्रतिपक्ष की रेस में अन्य को पछाड़ सकते हैं। बाला बच्चन को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का करीबी भी माना जाता है।    कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान से चर्चा में कमलनाथ ने बाला बच्चन का नाम आगे बढ़ाया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि बाला बच्चन के नाम पर हाईकमान और प्रदेश नेतृत्व के बीच सहमति बनती दिखाई दे रही है। बाला बच्चन वर्ष 2013 से 2018 तक मध्य प्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष का दायित्व निभा चुके हैं। यदि बाला बच्चन नेता प्रतिपक्ष बने तो वह दूसरे आदिवासी नेता होंगे जो नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। इससे पहले कांग्रेस की दिग्गज आदिवासी नेत्री जमुना देवी दो बार नेता प्रतिपक्ष रह चुकी है।

Kolar News

Kolar News 8 December 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के 8 दिसम्बर के भारत बंद के आव्हान को मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने पूर्ण समर्थन दिया है। प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर कांग्रेसजन प्रदर्शन कर किसानों की मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपेंगे। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों की बगैर सहमति से, उनसे बगैर चर्चा किए तीन नए कृषि कानून लागू किए गए हैं जो कि किसान विरोधी होकर किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे। इन कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कोई ग्यारंटी का जिक्र नहीं है, इन कानूनों से मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी, इन क़ानूनों से सिर्फ़ कारपोरेट जगत को फायदा होगा और जमाखोरी व मुनाफाखोरी को बढ़ावा मिलेगा, यह काले कानून पूरी तरह से किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का और खेती को लाभ का धंधा बनाने का दावा व वादा किया था और वहीं वो इन काले कानूनों के माध्यम से खेती को व किसानों को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं, खेती को घाटे का धंधा बनाने पर तुले हुए हैं।   कमलनाथ ने आगे अपने बयान में कहा कि कोरोना की इस भीषण महामारी के दौरान इन कानूनों को बगैर किसानों से चर्चा किए, बगैर विपक्षी दलों से चर्चा किए, बगैर मत विभाजन के लागू किया गया है। केंद्र सरकार तानाशाही तरीके से इन कानूनों को किसानो पर थोप रही है। जबकि देश का किसान इन कानूनों के विरोध में सडक़ों पर है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शर्म की बात है कि देश के तमाम किसान संगठन 11 दिनों से दिल्ली की सीमा पर अपने परिवारों के साथ कड़ाके की ठंड में बैठकर इन क़ानूनों को रद्द करने की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और केंद्र सरकार हठधर्मिता दिखाते हुए इन कानून काले कानूनों को रद्द नहीं कर रही है। केंद्र सरकार का रवैया पूरी तरह से किसान विरोधी बना हुआ है और कारपोरेट जगत के दबाव में वह खेती व किसानों को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। कमलनाथ ने कहा कि इन काले कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस ने भी देश भर में इस बंद को अपना समर्थन दिया है, उसी के मद्देनजर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी मध्यप्रदेश में किसानों के आव्हान पर हो रहे इस बंद को अपना पूर्ण समर्थन देती है।   कमलनाथ ने मध्य प्रदेश की सभी जिला इकाइयों को निर्देश दिए गए हैं कि वह बंद के समर्थन में जिला मुख्यालयो पर प्रदर्शन कर किसानों की मांगों का ज्ञापन दें। कांग्रेस सदैव किसानों के साथ खड़ी है। कांग्रेस की यूपीए सरकार के किसानों की ऐतिहासिक कर्ज माफी भी की थी, वहीं मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया था।   उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शुरू से संकल्प रहा है कि खेती को लाभ का धंधा बनाना, किसानों को कर्ज के दलदल से निकालना , किसानो को उनकी उपज का सही दाम दिलवाना। कांग्रेस किसानों की इस लड़ाई को सदैव लड़ेगी। कांग्रेस सडक़ से लेकर सदन तक किसानों के हर संघर्ष में उनके साथ है और इस बंद का भी कांग्रेस पूर्ण समर्थन करती है।

Kolar News

Kolar News 7 December 2020

भोपाल। कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के भारत बंद के समर्थन में विपक्षी दल भी उतर आए हैं। देशभर से अलग-अलग राजनीतिक दलों ने किसानों के इस बंद के ऐलान को समर्थन देने की घोषणा की है। कांग्रेस ने भी किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस द्वारा भारत बंद को समर्थन दिए जाने पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है।   कृषि आंदोलन के विरोध किसान संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद के ऐलान और कांग्रेस के समर्थन पर हमला बोलते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कल भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा कांग्रेसी सडक़ पर दिखेंगे। कांग्रेस क्या कर रही है, सब धीरे धीरे सामने आ जायेगा। भारत बन्द के आव्हान पर कहा कांग्रेस तुष्टिकरण कर रही है, किसानों को गुमराह किया जा रहा है। कृषि कानून किसानों के हित में है, स्थिति को बदलने की सार्थक कोशिश है।

Kolar News

Kolar News 7 December 2020

भोपाल। आज यानि सोमवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस है। शहीदों और देश की रक्षा के लिए जान गंवाने वाले जवानों के सम्मान में यह दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री निवास पर सेना के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को सैनिक कल्याण के लिए दान की राशि भेंट की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ट्वीट कर सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर देश के वीर जवानों को नमन किया है। उन्होंने अपने ट्वीट मेें कहा ‘शं नो वरुण:! स्वपूर्व सेवा! नभ: स्पृशं। दीप्तम! #ArmedForcesFlagDay हमें अपने वीर जवानों के प्रति उत्तरदायित्वों की याद दिलाता है। देश की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले वीरों के परिवारों के कल्याण के लिए हम सब हाथ बढ़ाएं। हे धरा के सपूतों तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम! एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा ‘#ArmedForcesFlagDay 2020 पर वीर जवानों और उनके परिजनों को हृदय से प्रणाम करता हूं।देश-देशवासियों की रक्षा हेतु अपने प्राणों को उत्सर्ग करने वाले वीरों के परिवारों के कल्याण के लिए सहयोग करने का यह दिन है। हम सब इस पवित्र ध्येय के लिए हरसंभव योगदान करें। वीरों को नमन! जय हिन्द!   वहीं, प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट कर देश की सुरक्षा में समर्पित रहने वाले हमारी तीनों सेनाओं के जांबाज सैनिकों के शौर्य व साहस को नमन किया और सशस्त्र सेना झंडा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि "हम-सब मिलकर अपने वीर जवानों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में अवश्य योगदान दें।"   सन 1949 में हुई थी सशस्त्र सेना झंडा दिवस की शुरूआत :   गौरतलब है कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस एक ऐसा दिन है जब भारत के सर्वोच्च पद पर बैठे हुए व्यक्ति से लेकर आम आदमी तक देश के जवानों के लिए आर्थिक सहयोग करता है। यह परंपरा 1949 से निरंतर चलती आ रही है। इसकी शुरूआत 1949 में हुई थी। यह दिन हमारे देश की रक्षा करते हुए जो सैनिक शहीद हो गए, अपाहिज हुए। पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के त्याग को सम्मान पूर्वक याद करने एवं आम नागरिकों का उनके प्रति आभार व्यक्त करने के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है।

Kolar News

Kolar News 7 December 2020

भोपाल। प्रतिभा कभी भी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती हैं। चाहे आर्थिक संकट हो, चाहे कच्चे मकान या खपरैल के घर हो, उन्हें प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है। वे तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद निखर कर सामने आती है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को यह बात होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा एवं आपदा आपातकालीन मोचन बल के 74 वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कही। वे स्थापना दिवस पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।   गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि होमगार्डस के जवानों ने विपदा में हमेशा अपने प्राणों की बाजी लगाकर दूसरों के प्राणों की रक्षा की है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवान पद में छोटे हो सकते हैं लेकिन उनके कार्य उत्कृष्ट हैं। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उनका निरंतर कार्य करते रहना उनके बड़प्पन को प्रदर्शित करता है।    इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेई की कविता को याद करते हुए कहा कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। जवानों का कार्य व्यवहार वन्दनीय और अनुकरणीय हैं। प्रदेश की सरकार होमगार्ड के जवानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य करती रही है और आगे भी कार्य करती रहेगी। डॉ. मिश्रा ने विश्वास दिलाया कि वे अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जोहरी के साथ मिलकर होमगार्ड के जवानों के कल्याण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। प्रदेश सरकार  जवानों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है।   होमगार्ड जवानों के प्रतिभाशाली बच्चों को किया गया पुरस्कृतसमारोह में होमगार्ड जवानों के 80प्रतिशत से अधिक  अंक लाने वाले प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को गृहमंत्री मिश्रा ने  सम्मानित किया । उन्होंने कहा कि इन छात्र-छात्राओं ने 96त्न तक अंक लाकर साबित कर दिया है कि वे विकास के मार्ग पर अग्रसर हो चुके हैं और ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। यह सुखद संकेत है आत्मनिर्भर और समृद्धशाली भारत का।    डॉ. मिश्रा ने सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, पुलिस महानिदेशक होमगार्ड श्री अशोक दोहरे, एडीजी श्री अशोक अवस्थी और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 6 December 2020

इंदौर। नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर हुए हिंसक प्रदर्शनों के पीछे जब से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम सामने आया है तब से हर राज्‍य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियां इसको लेकर काफी अलर्ट हैं, लेकिन इसके बाद भी यह संगठन धर्म और साम्‍प्रदायिक भड़काव के नाम पर भोले भाले मुसलमानों को अपने जाल में फंसाने में लगा है। ताजा मामला इंदौर में पर्चे चिपकाकर दंगा फड़काने की फिराक से जुड़ा है।    पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की कोशिश रही कि रविवार यानी कि आज छह दिसंबर को सांप्रदायिकता भड़काने में वह सफल हो जाए। इसके लिए उसने विवादास्‍पद मुद्दों को लेकर तैयार किए गए पर्चों को बांटने और चिपकाने का सहारा लिया, लेकिन यह संगठन अपने मकसद में सफल हो पाता, इससे पहले पुलिस की सक्रियता ने इसकी पूरी योजना को ध्‍वस्‍त कर दिया।    दरअसल, इंदौर जिले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए पीएफआई के अध्यक्ष ने पर्चे छपवा लिए थे। वह दो दिन में शहर के कई धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर पर्चे चिपकाना चाहता था। इसके लिए उसने पूरी योजना बना ली थी और अपने संगठन के सदस्‍यों के बीच काम का बंटवारा भी कर दिया था। लेकिन इंदौर पुलिस की खुफीया बिंग को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के इस षड्यंत्र की सूचना मिल गई थी, जिसके चलते पुलिस तेजी से सक्रिय हुई और शहर में दंगा भड़काने की पीएफआई कोशिशें नाकाम कर दी गई।    इस संबंध में एएसपी (पश्चिम) राजेश व्यास ने बताया है कि पूरे शहर में विवादित पर्चे चस्पा करवाने की तैयारी कर रहे पीएफआइ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद सईद पुत्र अब्दुल रशीद निवासी छत्रीपुरा मेनरोड को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसके विरुद्ध धारा 298, 505(2) व 188 का केस दर्ज किया गया है। उन्‍होंने बताया कि आरोपित पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी कर दी है।   श्री व्यास ने बताया कि बाबरी मस्जिद की बरसी को आधार बनाकर महू नाका कब्रिस्तान के पास छपे पर्चे की सूचना मिलते ही छत्रीपुरा के टीआई पवन सिंघल ने इसे गंभीरता से लिया और उक्‍त आरोपित पकड़ा जा सका है पुलिस अब इससे जुड़े अन्‍य लोगों की तलाश कर रही है। सईद के बारे में खुफिया सूचना मिली थी कि वह जिले में सक्रिय पीएफआइ कार्यकर्ताओं को एकत्र कर पूरे शहर में पर्चे चस्पा करवाने का षड्यंत्र रच रहा है। महूनाका कब्रिस्तान में उसने कुछ पर्चे चस्पा कर दिए हैं। देर रात पुलिस ने दबिश देकर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उससे बरामद पर्चों में '6 दिसंबर 1992 कहीं हम भूल न जाएं" लिखा हुआ है।    उल्‍लेखनीय है कि सबसे पहले देश में उग्र इस्लामी कट्टरपंथी संगठन पिछले वर्ष झारखंड में प्रतिबंधित किया गया था। ये कदम राज्‍य सरकार ने इस संगठन के राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत के बाद उठाया था। इतना ही नहीं झारखंड सरकार ने माना था कि पीएफआई एक ऐसा संगठन है जो आतंकवादी संगठन आईएस से प्रभावित है। यह भोले भाले मुसलमानों को इस्‍लाम की दुहाइ देकर और उन पर अत्‍याचार हो रहे हैं, यह बताकर अपने जाल में फंसाने का काम करता है। देश में योजनाबद्ध तरीके से ''लव जिहाद'' चलाने के आए तमाम प्रकरणों में भी इस संगठन का नाम बार-बार आता है। 

Kolar News

Kolar News 6 December 2020

भोपाल। उपचुनाव में जीत के बाद बहुमत हासिल कर चुके मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब पूरी तरह से एक्शन मोड पर है। आज यानि शुक्रवार से सीएम शिवराज सिंह चौहान एक विभाग समीक्षा बैठक करेंगे। आज सहकारिता विभाग की समीक्षा के साथ सीएम की बैठकों का आगाज हो जाएगा। समीक्षा बैठक में आगामी रोड मैप और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश पर चर्चा करने के साथ सीएम शिवराज शिवराज विभागों से बजट के उपयोग की जानकारी भी लेंगे।   सीएम शिवराज ने सभी मंत्रियों से एक दो और तीन साल का वर्क प्लान मांगा है। आज से सीएम शिवराज हर विभाग के साथ इसी वर्क प्लान पर चर्चा करेंगे। एक महिने तक चलने वाली बैठकों के बाद सीएम मॉनिटरिंग भी करेंगे, ताकि बैठकों में तय फैसलों को ग्राउंड जीरो पर उतारा जा सके। सीएम ने सभी मंत्रियों को हर सोमवार को अपनी विभाग की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए है।    इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह चौहान आज धर्मांतरण विरोधी कानून की बैठक भी लेंगे। बैठक में सीएम कानून को लेकर बने ड्राफ्ट पर चर्चा करेंगे। बताते चले कि आगामी विधानसभा सत्र में धर्म स्वातंत्र्य विधेयक पेश होगा। उल्लेखनीय है कि तीन साल बाद 2023 में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में सीएम शिवराज शार्ट टर्म और लांग टर्म प्लान से अपनी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना चाहते है।

Kolar News

Kolar News 4 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित और सीरियल किलर दिलीप देवल की पुलिस एनकाउंटर में मौत मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बदमाशों को चेतावनी देते हुए रतलाम पुलिस की प्रशंसा की और एनकाउंटर पर बधाई दी है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए रतलाम एनकाउंटर मामले में बयान दिया है। गृहमंत्री ने कहा कि रतलाम में तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित दिलीप देवल को मुठभेड़ में मार गिराने के लिए रतलाम पुलिस को बहुत-बहुत बधाई।  मेरी अपराधियों को चेतावनी है कि वे सुधर जाएं या मध्यप्रदेश की धरती छोड़ दें अन्यथा हर अपराधी का हश्र दिलीप जैसा ही होगा। साथ ही घायल हुए पुलिस जवानों के  लिए उन्होंने कहा कि एनकाउंटर में हमारे पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घायल जवानों से सरकार बात करेगी। पुलिस से कह दिया है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है। अब अपराधी मध्यप्रदेश की जमीन छोड़ दें या सुधर जाएं।   कमलनाथ और कांग्रेस पर कसा तंजइस दौरान कोरोना वॉरियर्स पर लाठीचार्ज मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अतिथि विद्वान कडक़ड़ाती ठंड में जब छह महीने तक टेंट लगाकर खुले आसमान के नीचे बैठे रहे तब भी कमलनाथ जी वल्लभ भवन की पांचवीं मंजिल से नीचे नहीं उतरे थे। अतिथि विद्वानों से स्थाई नियुक्ति का वादा कर उनको धोखा देने वाले कमलनाथ और कांग्रेस को अब बोलने का कोई अधिकार नहीं है।   कांग्रेस ने तोड़ी परंपराविधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में अध्यक्ष उपाध्यक्ष के लिए होने वाले चिुनाव और उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की दावेदारी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने की सालों पुरानी परंपरा किसने तोड़ी थी? खुद कमलनाथ जी ने ही तोड़ी थी। अब कमलनाथ जी और कांग्रेस किस अधिकार से विधानसभा के उपाध्यक्ष का पद मांग रहे हैं?

Kolar News

Kolar News 4 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय में नवजात बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार सुबह फिर दो नवजातों की मौत हो गई। बीते 12 घंटे के भीतर ही दोनों मासूमों की सांस थम गई। बता दें कि अस्पताल में उपचार के दौरान 6 दिन के भीतर 11 मासूमों की मौत हो गई। लगातार हो रही मौत पर अस्पताल में उपचार को लेकर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर मामले की जांच में उदसीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।   कमलनाथ ने शहडोल मामले की जांच के लिए कांग्रेस की एक टीम गठित की है। जो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। इस मामले को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी ने गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस का एक जांच दल मौक़े पर भेजने का निर्णय लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के निर्देश पर कांग्रेस उपाध्यक्ष चन्द्रप्रभाष शेखर व राजीव सिंह ने कांग्रेस के एक चार सदस्यीय सदस्य जाँच दल का गठन कर उन्हें मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं। इस जांच दल में विधायक सुनील सराफ, विधायक विजय राघवेंद्र सिंह, अनूपपुर के कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, शहडोल कांग्रेस अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह शामिल होंगे। यह जांच दल मौके पर जाकर पीडि़त पक्ष से चर्चा कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगा।   कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में लीपापोती का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘शहडोल में मासूम बच्चों की मौत का आँकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है। अभी तक 11 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है ? सरकार का रवैया बेहद उदासीन। जाँच दल भेजने के नाम पर सिर्फ़ खानापूर्ति व लीपापोती की गयी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पाँच दिन पूर्व की गयी समीक्षा बैठक व निर्देश के बावजूद मासूम बच्चों की मौत का आँकड़ा नहीं थम रहा है। बच्चों के समुचित इलाज के ना प्रबंध किये गये और ना आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये गये। कांग्रेस का जाँच दल शहडोल भेजने का निर्णय, जो मौक़े पर जाकर पीडि़त पक्षों से मुलाक़ात कर अपनी रिपोर्ट देगा।

Kolar News

Kolar News 4 December 2020

भोपाल। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के साथ गतिरोध तोडऩे के लिए केंद्र सरकार एक और कोशिश कर रही है। किसान सरकार से 5 मांगों को पूरा करने की जिद पर अड़े हुए हैं। आज केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच दूसरे दौर की बात होनी। पहले दौर की बातचीत बेनतीजा रही थी। इस बीच मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है।   गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसानों की समस्या का समाधान के लिए लगातार बात चल रही वार्ता लगातार जारी है। सार्थक बातचीत हो रही है, आज भी केंद्र सरकार के मंत्री गण उन्होंने कहा कि किसान हमारे अपने हैं कोई ना कोई रास्ता बातचीत से जरूर निकल आएगा। संवाद के जरिए कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के अंदर और संवाद एक प्रमुख माध्यम होता है।   भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि त्रासदी में जो लोग नहीं रहे वह अकारण मानवीय त्रुटि के कारण से इस दुनिया में नहीं रहे। उनको नमन उनको विनम्र श्रद्धांजलि। सरकार गैस पीडि़तों की मदद के लिए सभी आवश्यक इंतजाम कर रही है।   एफआईआर आपके द्वारएफआईआर आपके द्वार पर गृहमंत्री ने कहा कि अभी मध्यप्रदेश के कुछ चिन्हित जिलों में यह कार्य चल रहा था, पर अब यह कार्य प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया जाएगा। जिले में दो थाने लेंगे और कुछ ही महीनों में मध्य प्रदेश के सभी जिलों में एफआईआर आपके द्वार चालू करने का निर्णय हमने लिया। वहीं नशा मुक्त प्रदेश बनाने की बात को लेकर उन्होंने कहा कि नशे के व्यवसायियों की धरपकड़ प्रदेश में लगातार की जा रही है। नशे का कारोबार करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही हैं। रीवा में कोरेक्स की 26 हजार बोतल पकड़ी गई है। धरपकड़ अभियान जारी है।

Kolar News

Kolar News 3 December 2020

भोपाल। भोपाल गैस कांड की 36वीं बरसी पर सेंटर लायब्रेरी में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी धर्मो के धर्म गुरुओं ने मृतक गैस पीडि़तों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सर्वधर्म प्रार्थना सभा मे गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, पूर्व विधायक रमेश शर्मा गुट्टू भैय्या, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष अब्दुल सलीम सहित कई लोग उपस्थित थे।   इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज भोपाल गैस त्रासदी को 36 बरस हो गये हैं, लेकिन आज भी उस त्रासदी का असर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। फिर कोई शहर भोपाल न बने, आज यह संकल्प लेने का अवसर है। विकास के साथ पर्यावरण की रक्षा का भी हम प्रण लें, तभी यह संभव होगा। भोपाल में गैस त्रासदी का स्मारक बनाया जायेगा, जो संकल्प पैदा करे कि फिर ऐसी गैस त्रासदी दुनिया में कहीं न हो। सीएम शिवराज ने कहा कि गैस पीडि़त विधवा महिलाओ की पेंशन दोबारा शुरू होगी। हमारे भाई-बहन जो 2 और 3 दिसम्बर की दरमियानी रात इस त्रासदी के कारण नहीं रहे, मैं उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। धरती को हमें आने वाली पीढिय़ों के लिए बचाकर रखना है। ऐसा न हो कि यह धरती मनुष्य के रहने के योग्य ही न रह जाये। इसलिए हमें विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाकर चलना होगा।

Kolar News

Kolar News 3 December 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश उपचुनाव परिणामों के बाद भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल किया है। उपचुनाव नतीजों के बाद अब कैबिनेट विस्तार को लेकर कवायद तेज हो गई है। सूत्रों की माने तो 8 दिसम्बर को सीएम शिवराज अपना कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात होने के बाद कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा तेज हो गई है। फिलहाल सीएम शिवराज की टीम में 28 मंत्री है। वहीं उपचुनाव में तीन मंत्रियों की हार के बाद मंत्रिपरिषद में कुल 6 पद खाली है। सीएम शिवराज और सिंधिया की मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच नामों पर सहमति बन गई है। आगामी 8 दिसम्बर को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी 7 तारीख को भोपाल आएंगी। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके आने के अगले दिन 8 दिसम्बर को 6 नए मंत्री शपथ ले सकते हैं। 

Kolar News

Kolar News 2 December 2020

शहडोल। मध्यप्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में मासूम बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिला चिकित्सालय में मंगलवार सुबह दो और मासूमों की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके साथ ही पिछले तीन दिनों के भीतर यहां मरने वाले बच्चों की मौत का आकड़ा 8 हो गया है।    शहडोल जिले के कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में एक के बाद एक लगातार बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद अस्पताल में हडक़ंप मचा हुआ है। यहां पहले दिन शनिवार को 4 बच्चों की मौत का मामला सामने आया। इसके बाद रविवार और सोमवार को एक-एक मासूमों की मौत हो गई। वहीं मंगलवार सुबह दो और बच्चों ने दम तोड़ दिया। बता दें कि आज सुबह यह कहा जा रहा था कि दो मासूम बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके बाद सुबह 9 बजे के आसपास डॉक्टरों ने दोनों की मौत की पुष्टि कर दी। दोनों बच्चों की मौत एसएनसीयू में हुई है। दोनों को देर रात उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। वहीं दूसरी ओर इस मामले में सीएमएचओ डॉ. राजेश पाण्डेय ने कहा कि निमोनिया के चलते बच्चों की मौत हुई है।    गौरतलब है कि जिला अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें मामले में तुरंत जांच के आदेश दिए। जिसके मद्देनजर आज राजधानी भोपाल से एक विशेष टीम शहडोल पहुंचेगी और मामले की जांच करेगी।

Kolar News

Kolar News 1 December 2020

दमोह। कांग्रेस के दिग्गज नेता, राज्यसभा सांसद और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार पर जनता का ध्यान प्रमुख मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि आज जो समस्याएं हैं, उन पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। यह बातें उन्होंने सोमवार रात पन्ना जाते समय दमोह में लव जिहाद को खिलाफ सरकार द्वारा बनाए जा रहे कानून को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कही।   वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सोमवार देर रात एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पन्ना पहुंचे। भोपाल से पन्ना जाते समय दमोह में उन्होंने लव जिहाद को लेकर कहा कि यदि इससे बेरोजगारी, पिछड़ापन और गरीबी खत्म हो जाए तो हमें दिक्कत नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पर प्रमुख मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान ही नहीं दे रही है।   उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर भी भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। भाजपा को नये कानून बनाने से पहले किसानों से बात करनी चाहिए थी। इस कानून से बड़े लोगों और मल्टीनेशनल स्तर के लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, इसलिए किसान आंदोलन कर रहे हैं। यदि कानून लाने के पहले ही सरकार किसानों से चर्चा कर लेती, तो यह स्थिति नहीं बनती। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के मध्यप्रदेश में लोगों पर होने वाले परीक्षण को लेकर कहा कि इसमें प्रोटोकाल का पालन होना चाहिए। सरकार को जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। यदि कोई दुष्प्रभाव हुआ तो जिम्मेदारी किसकी होगी। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि नतीजे हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे। इस बात की भी समीक्षा की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 1 December 2020

दमोह। कांग्रेस के दिग्गज नेता, राज्यसभा सांसद और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार पर जनता का ध्यान प्रमुख मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि आज जो समस्याएं हैं, उन पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। यह बातें उन्होंने सोमवार रात पन्ना जाते समय दमोह में लव जिहाद को खिलाफ सरकार द्वारा बनाए जा रहे कानून को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कही।   वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सोमवार देर रात एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पन्ना पहुंचे। भोपाल से पन्ना जाते समय दमोह में उन्होंने लव जिहाद को लेकर कहा कि यदि इससे बेरोजगारी, पिछड़ापन और गरीबी खत्म हो जाए तो हमें दिक्कत नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पर प्रमुख मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान ही नहीं दे रही है।   उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर भी भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। भाजपा को नये कानून बनाने से पहले किसानों से बात करनी चाहिए थी। इस कानून से बड़े लोगों और मल्टीनेशनल स्तर के लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, इसलिए किसान आंदोलन कर रहे हैं। यदि कानून लाने के पहले ही सरकार किसानों से चर्चा कर लेती, तो यह स्थिति नहीं बनती। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के मध्यप्रदेश में लोगों पर होने वाले परीक्षण को लेकर कहा कि इसमें प्रोटोकाल का पालन होना चाहिए। सरकार को जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। यदि कोई दुष्प्रभाव हुआ तो जिम्मेदारी किसकी होगी। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि नतीजे हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे। इस बात की भी समीक्षा की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 1 December 2020

भोपाल। भाजपा के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार सुबह दो दिवसीय दौरे पर भोपाल पहुंचे। एयर इंडिया की फ्लाइट से सिंधिया 10 बजे दिल्ली से राजाभोज एयरपोर्ट पहुंचे। भोपाल आगमन पर विधायक गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी और तुलसी सिलावट ने सिंधिया का एयरपोर्ट पर स्वागत किया। एयरपोर्ट से सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ रवाना हुए। सिंधियाआज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से करेंगे मुलाकात। मुख्यमंत्री निवास में दोनों दिग्गज नेताओं के बीच मंत्री मंडल और निगम मंडल के विस्तार को लेकर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद ज्योतिरादित्तीय सिंधिया ओरछा होंगे रवाना।   मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिले बहुमत के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भोपाल आए हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी मुलाकात होगी। बताया जा रहा कि करीब 45 मिनट की मुलाकात के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि सीएम के साथ मुलाकात के दौरान मुख्य मुद्दा मंत्रिमंडल विस्तार और निगम मंडलों में होने वाली नियुक्तियां है। शाम को सिंधिया ओरछा में शादी समारोह में शामिल होंगे।   एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज के साथ होने वाली बैठक की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास के रोडमैप पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा होगी। इस दौरान सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला बोला। सिंधिया ने गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर भी कहा कि ये कांग्रेस की पृष्ठभूमि रही है, अब उजागर होना शुरू हुआ है। वहीं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज और आलाकमान चर्चा कर नामों पर मुहर लगेगी।

Kolar News

Kolar News 30 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित किया जाएगा। प्रदेश के कुल विद्युत उत्पादन में नवकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है। इसे निरंतर बढ़ाया जाएगा। उन्होंने नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेशकों को मध्यप्रदेश आने का आमंत्रण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश इस क्षेत्र में आदर्श प्रदेश है। निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रदेश के मुरैना, सागर, दमोह और रतलाम जिलों में 5 हजार मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सौर ऊर्जा परियोजनाओं को जमीन पर उतारने के स्वप्न को साकार करने में मध्यप्रदेश सहभागी बनेगा। नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए समस्त बाधाओं को दूर कर सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त किए जाएंगे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बातें शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से तीसरे वैश्विक नवकरणीय ऊर्जा निवेश सम्मेलन (थर्ड ग्लोबल आरई इन्वेस्ट रिनेवेबिल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एण्ड एक्स-पो) के सत्र को संबोधित करते हुए कही।   केन्द्रीय नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने कहा कि इस बैठक और सम्मेलन का उद्देश्य इस क्षेत्र में निवेश वृद्धि के लिए राज्यों की भागीदारी बढ़ाना है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन दिए गए संबोधन से इस क्षेत्र के विकास के प्रति उनकी रूचि और प्राथमिकता की दृष्टि की जानकारी प्राप्त होती है। सम्मेलन में आज मध्यप्रदेश के अलावा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और लद्दाख के उप राज्यपाल राधाकृष्ण माथुर ने भी हिस्सा लिया।   मुख्यमंत्री शिवराज ने मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रगति की जानकारी देते हुए बताया वर्ष 2012 में 438 मेगावॉट से बढक़र आज 5000 मेगावॉट नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन हो रहा है जो 12 गुना ज्यादा है। रीवा में विश्व की बड़ी परियोजनाओं में 750 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित की गई। इस परियोजना से प्राप्त बिजली की कीमत सबसे कम 2.97 प्रति यूनिट प्राप्त हुई। देश में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। गत वर्षो में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।   उन्होंने कहा कि धरती का तापमान बढ़ रहा है। यह जलवायु परिवर्तन विचारणीय और चिंतनीय है। वर्ष 2050 तक 2 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान बढऩे की आशंका विश्व के लिए भी चिंता का विषय है। पर्यावरण को बचाना आवश्यक है, धरती को बचाते हुए विकास की गति जारी रखना है। पर्यावरण और विकास का संतुलन स्थापित करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रीवा में 750 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र के शुभारंभ अवसर पर मंत्र दिया था कि जब भी हम भविष्य की ऊर्जा की बात करें, हमारे सामने वर्तमान के गरीब की झोपड़ी का चित्र आना चाहिए और अंतिम पंक्ति का व्यक्ति ही हमारी प्रेरणा का केन्द्र और ताकत है। नवकरणीय ऊर्जा को बेहतरीन विकल्प माना गया है क्योंकि यह प्योर, श्योर और सेक्योर है। मध्यप्रदेश इसी दिशा में प्रयास कर रहा है। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री श्री मोदी के वर्ष 2022 तक एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के संकल्प को पूरा करने में सहयोगी होगा। प्रदेश का सौर ऊर्जा उत्पादन 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार मेगावाट तक किया जाएगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में 21 हजार 500 सोलर पंप स्थापित किए गए हैं। वर्ष 2022 तक एक लाख सोलर पंप की स्थापना का लक्ष्य है। अक्षय ऊर्जा उपकरणों के विक्रय के लिए सभी जिलों में निजी इकाइयों को प्रोत्साहित कर 244 अक्षय ऊर्जा शॉप प्रारंभ की गई है।   उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में वर्ष 2014 में नीमच में 130 मेगावाट और मंदसौर में वर्ष 2017 में 250 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा उत्पादन परियोजना स्थापित की गई। रीवा में 750 मेगावाट की इकाइयों की स्थापना से इतिहास रचा गया। प्रदेश में ऐसी परियोजनाओं के विद्युत निकास के लिए ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर के अंतर्गत 2900 किलोमीटर लाइन और 11 सब स्टेशन का विकास हो रहा है। प्रदेश में 15 पावर ग्रिड सब स्टेशन में लगे हैं। गुजरात में मोदी जी ने नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में श्रेष्ठतम कार्य करते हुए फ्लोटिंग प्लांट की पहल की। उसी तरह मध्यप्रदेश में भी ये नवाचार करते हुए हम ओंकरेश्वर में फ्लोटिंग प्लांट लगाएंगे। देश के मध्य में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश को हब बनाएंगे। समस्त संभावनाओं का दोहन होगा। भारत सरकार के नवीन और नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने आगर, शाजापुर, नीमच, छतरपुर और ओंकारेश्वर में 3600 मेगावाट क्षमता के सोलर एनर्जी पार्क लगाने की मंजूरी दी है जिन पर 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश का अनुमान है।    मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह और सीआईआई के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंद्रजीत बेनर्जी का इस सत्र में उन्हें आमंत्रित करने के लिए आभार व्यक्त किया। वीडियो कान्फ्रेंस में प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा संजय दुबे उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 27 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी सत्र 28 दिसम्बर से 30 सितम्बर तक आहूत किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा अनुमोदित तदाशय की अधिसूचना विधानसभा सचिवालय द्वारा शुक्रवार को जारी कर दी गई है।    विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह (एपी सिंह) ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस तीन दिवसीय सत्र में सदन की कुल 03 बैठकें होंगी, जिसमें महत्वपूर्ण शासकीय विधि विषयक एवं वित्तीय कार्य संपादित किये जाएंगे। उल्लेखनीय है कि यह मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का आठवां सत्र होगा। 

Kolar News

Kolar News 27 November 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल में शुक्रवार से कोरोना की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और भारत बायोटेक इंटरनेशनल की कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। कोरोना वैक्सीन ट्रायल पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है।  गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कोरोना वैक्सीन ट्रायल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बहुत अच्छी बात है की आज से वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो रहा है। इससे लोगों को भी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का इस समय पूरे विश्व में प्रभाव है, अच्छी बात ये है की मृत्यु दर लगातार घट रही है। इंदौर, भोपाल में मामले ज़्यादा है, रतलाम में मामले बढ़े है। इस ट्रायल से हम निश्चिंतता की और बढ़ रहे हैं।   पीएम मोदी हमेशा कुछ नया सोचते हैं: नरोत्तम मिश्रा इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वन नेशन वन इलेक्शन पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा कुछ नया सोचते हैं। अनेक वेश, फिर भी एक देश, वन नेशन, वन राशन, इस तरह के कई प्रयोग मोदी जी ने किए है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां 5 वर्ष तक चुनाव ही चलते रहते हैं, इससे विकास प्रभावित होता है। ऐसे में वन नेशन वन वन इलेक्शन बहुत अच्छी सोच है। गौरतलब है कि संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर चर्चा करने और उस ओर आगे बढऩे की बात पर ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सबको मिलकर इस देश में वन नेशन वन इलेक्शन की तरफ आगे बढऩे को लेकर सकारात्मक तौर पर विचार करना होगा, क्योंकि ऐसा होने से हर साल होने वाले चुनावों, उन पर होने वाले खर्चों और चुनावों की वजह से रुकने वाले कामों से बच जा सकेगा।

Kolar News

Kolar News 27 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गुरुवार शाम को मंत्रालय में कैबिनेट की हुई हुई। इस वर्चुअल बैठक में मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिये। बैठक में मंत्रि-परिषद ने सीहोर जिले की सनकोटा सिंचाई परियोजना एवं मोगराखेड़ा सिंचाई परियोजना की पूर्व प्रदत्त प्रशासकीय स्वीकृति क्रमश: राशि 154 करोड़ 85 लाख रुपये एवं 105 करोड़ 72 लाख रुपये कुल राशि 260 करोड़ 57 लाख रुपये को परियोजनांतर्गत वन भूमि आने एवं व्यवस्थापन को दृष्टिगत रखते हुए निरस्त की और सीप अंबर सिंचाई कॉम्पलेक्स परियोजना की सिंचाई क्षमता 8000 हेक्टेयर के लिये राशि 174 करोड़ 94 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी।इसके साथ ही मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमिटेड, जबलपुर को केनरा बैंक से 800 करोड़ रुपये की राशि के ऋण, जो कि एक वर्ष के एमसीएलआर दर पर है, के लिये राज्य शासन की प्रत्याभूति, ऋण अवधि (13 वर्ष) तक प्रदान करने की मंजूरी दी। साथ ही उक्त ऋण पर कम्पनी से 0.50 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से प्रत्याभूति शुल्क लेने का निर्णय लिया।स्व-सहायता समूह को क्षमता अनुसार मिलेगा गणवेश प्रदाय का आर्डरमंत्रि-परिषद ने सभी ऐसे जिले, जहाँ पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास एवं नगरीय विकास एवं पर्यावरण विभाग अंतर्गत क्रियाशील एवं सक्षम स्व-सहायता समूह हैं, को उनकी क्षमता के अनुरूप गणवेश प्रदाय का आर्डर दिये जाने का निर्णय लिया। स्व-सहायता समूह द्वारा कक्षा एक से 8 तक के अनुरूप 3 माह के भीतर स्टेंडर्ड साइज की यूनिफार्म उपलब्ध कराई जायेगी।स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मेडिसिन जबलपुर में होंगे 20 पद स्थानांतरितमंत्रि-परिषद ने चिकित्सा महाविद्यालय, जबलपुर स्थित स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में राशि 17 करोड़ 88 लाख रुपये के अतिरिक्त निर्माण कार्य स्वीकृत करने पर परियोजना की पूर्व में जारी प्रशासकीय स्वीकृति 135 करोड़ 21 लाख रुपये के स्थान पर 153 करोड़ 9 लाख रुपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति एवं स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिये 20 पदों को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मेडिसिन जबलपुर में स्थानांतरित करने की मंजूरी दी।नर्सिंग पाठ्यक्रम के संचालन के संबंध में आवश्यक संशोधनमंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश में संचालित नर्सिंग पाठ्यक्रम के संचालन के संबंध में नवीन मान्यता, नवीनीकरण एवं सीट्स वृद्धि की मान्यता में शैक्षणिक सत्र 2018-19 एवं 2019-20 में की गई कार्यवाहियों में नियमों से संबंधित व्यवहारिक समस्याएँ उद्भूत हुईं, जिन्हें उदाहरण स्वरूप- एम.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम हेतु न्यूनतम 50 बिस्तरों का सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल अनिवार्य किया जाना, किसी चिकित्सालय द्वारा पैरेन्ट हॉस्पिटल के रूप में एक ही नर्सिंग संस्था को संबद्ध करना, वर्ष 2013 के बाद नवीन नर्सिंग संस्था प्रारंभ करने के लिये स्वयं का 100 बिस्तरीय अस्पताल होना एवं नर्सिंग संस्थाओं द्वारा ब्लॉक/जिला परिवर्तन करने पर नवीन संस्था के रूप में आवेदन किया जाना आदि निर्णयों के रूप में समाधान के लिये मध्यप्रदेश नर्सिंग शिक्षण मान्यता नियम, 16 अक्टूबर, 2018 एवं 23 सितम्बर, 2019 में आवश्यक संशोधन को मंजूरी दी गई।अन्य निर्णयमंत्रि-परिषद ने पशुपालन विभाग का नाम परिवर्तित कर पशुपालन एवं डेयरी विभाग किये जाने एवं कार्य (आवंटन) नियम में संशोधन की कार्यवाही करने का भी निर्णय लिया।मंत्रि-परिषद ने हॉक फोर्स में सहायक सेनानी के 5 पदों को समर्पित कर 3 उप सेनानी के पदों के निर्माण की स्वीकृति दी है।मंत्रि-परिषद ने शासकीय मुद्रणालय ग्वालियर, इंदौर, रीवा को बंद करने एवं शासकीय प्रेस के 495 पदों को समर्पित एवं 185 पदों को सांख्येत्तर घोषित करने का निर्णय लिया।मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश प्रतीकरात्मक वन-रोपण निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (राज्य कैम्पा प्राधिकरण) के कार्यालय की स्थापना तथा उसके लिये पदों की मंजूरी दी।

Kolar News

Kolar News 26 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में एनर्जी स्वराज यात्रा' का स्‍वयं गाड़ी में सवाह होकर विधिवत शुभारंभ किया । इस अवसर पर प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग के साथ ही आला अधिकारी एवं  एनर्जी स्वराज फाउंडेशन तथा मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के पदाधिकारी मौजूद रहे ।   इस अवसर पर अपने उद्बोधन के दौरान सीएम शिवराज ने कहा  मध्यप्रदेश अपने हीरों की खदानों के लिए जाना जाता है लेकिन प्रो. चेतन सिंह सोलंकी जैसे हीरे यहाँ पैदा भी होते हैं जो पूरे विश्व में अपना और प्रदेश का नाम रोशन करते हैं। जीते तो सब हैं लेकिन जो दूसरों के लिए जीये, वह सर्वश्रेष्ठ है। उन्‍होंने कहा कि एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के माध्‍यम से सौरऊर्जा के क्षेत्र में बहुत ही व्‍यापक और अद्भुत कार्य किया जा रहा है। इसलिए अब आगे से प्रो. चेतन सिंह सौलंकी मध्‍य प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ब्रांड एम्बेसडर  होंगे।  सीएम चौहान ने कहा कि सोलंकी के त्याग में उनकी पत्नी का अहम योगदान है। सोलंकी एक अच्छा जीवन जी सकते थे, लेकिन वे सभी के लिए जी रहे हैं।    चौहान ने कहा कि धरती के पारंपरिक ऊर्जा संसाधन धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं। इनसे प्रदूषण भी होता है। भावी पीढ़ियों के कल्याण के लिए हमें सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करना होगा। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने कहा है कि सौर ऊर्जा प्योर, श्योर और सिक्योर है। धरती के पारंपरिक ऊर्जा संसाधन अब धीरे-धीरे खत्म होते जा रहे हैं। इनसे प्रदूषण भी होता है और जीव-जंतुओं को नुकसान भी होता है। मध्यप्रदेश में हमारी सरकार नवीन और नवकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। अनेक ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं जिससे लोगों की जागरुकता इसके प्रति बढ़े।    उन्‍होंने कहा कि रीवा के गुढ़ में स्थापित  सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना 750 मेगावाट की है हम जल्‍द ही 1000 मेगावाट तक इसे लेकर जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विभिन्न सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से मध्य प्रदेश भविष्य में 10,000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करेगा और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम योगदान देगा। उनका कहना था कि हमने आगे सौर ऊर्जा के लिए ओंकारेश्‍वर क्षेत्र को चिन्‍हित किया है।  सौर ऊर्जा का हम भरपूर दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पानी की सतह पर हम सोलर पैनल लगायेंगे। इससे पानी का वाष्पीकरण भी रुकेगा और बिजली भी मिलेगी।    इसके अलावा मुख्‍यमंत्री चौहान ने सौर ऊर्जा पर प्रति यूनिट की क्रय दर का भी जिक्र किया और बताया कि अभी 2 रुपए 97 पैसे यह है, जो अब तक की न्यूनतम दर है। सौर परियोजना को पर्यावरण की दृष्टि से देखें तो रीवा सौर परियोजना से हर साल 15.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उर्त्सजन को रोका जा रहा है, जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है।    सीमए शिवराज  ने कहा कि आगे जैसे-जैसे टेक्नॉलॉजी का विकास होगा सौर ऊर्जा पर प्रति यूनिट की क्रय दर कम होती चली जाएगी। इस दौरान मुख्‍यमंत्री चौहान ने गायत्री मंत्र के महत्‍व एवं ऊर्जा से उसने आंतरिक जुड़ाव पर भी आध्‍यात्‍मिक एवं वैज्ञानिक दृष्‍टि से प्रकाश डाला। उल्‍लेखनीय है कि एनर्जी स्वराज फाउंडेशन तथा मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में इस यात्रा का आयोजन किया गया है। इसी के साथ कार्यक्रम स्थल पर प्रात: 09.00 बजे से सौर-बस एवं सौर-घर का प्रदर्शन भी किया गया । बताया जा रहा है कि यह यात्रा वर्ष 2020 से 2030 तक चलेगी।   गौरतलब है कि भारत में सौर ऊर्जा निर्माण के अंतर्गत मध्‍य प्रदेश का बहुत बड़ा हिस्‍सा है।  यही कारण है कि आज दुनिया के देशों में सौर ऊर्जा उत्‍पादन को लेकर शीर्ष के पांच देशों में भारत भी एक है । देश में यदि सौर ऊर्जा विकास की यही गति रही तो वह दिन भी दूर नहीं जब भारत विश्‍व में नम्‍बर एक पर होगा। भारत ने सौर ऊर्जा के विकास के साथ ही दुनिया को ये दिखाया है कि इकोनॉमी और पर्यावरण एक-दूसरे के पर्याय हो सकते हैं।  यहां अकेला एक ही रीवा का सौर ऊर्जा प्‍लांट 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल साइड सौर सयंत्रों में से एक है। इस प्लांट में कुल तीन इकाइयां है। प्रत्येक इकाई में 250 मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। परियोजना से पैदा हुई बिजली का 76% हिस्सा प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कंपनी और 24% दिल्ली मेट्रो को दिया जा रहा है। इसी प्रकार से अन्‍य छोटेे-बड़े सौर प्‍लांट मप्र मेें आज संचालित किए जा रहे हैं।   

Kolar News

Kolar News 26 November 2020

भोपाल। दक्षिण भारत की समृद्धि का आधार नारियल अब नर्मदा वैली के किसानों की तकदीर संवारेगा। कृषक अनिल पचौरी की अथक मेहनत और लगन से इस दिशा में मिली सफलता को सरकार अब अन्य किसानों से साझा कर उन्हें नारियल की खेती के लिए प्रोत्साहित करेगी। कृषि मंत्री कमल पटेल अपने गृहग्राम बारंगा में भी नारियल के पेड़ लगाने जा रहे हैं।   दरअसल, जबलपुर में लमेटा घाट के समीप कृषक अनिल पचौरी का नर्मदा ग्रीन पार्क प्रदेश के किसानों के लिए तकदीर बदलने की तस्वीर पेश कर रहा है। दस एकड़ के इस कृषि फॉर्म में नारीयल की पेड़ लहलहाने लगे हैं और उन पर नारियल की फसल आना शुरू हो गई है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने अनिल पचौरी के फार्म का निरीक्षण कर इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस फार्म पर नारियल के पेड़ों के बीच गुलाब के फूल भी उगाए जा रहे हैं इसके साथ ही चना और तुअर की खेती भी हो रही है। अनिल पचौरी इसके लिए जैविक खेती को अपनाए हुए हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि इस तरह की वैकल्पिक खेती को प्रोत्साहित करके किसानों की आय को तेजी से बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अन्य किसानों को प्रेरित करने के साथ ही वह अपने गृहग्राम बारंगा में भी नारियल की खेती शुरू करेंगे। कृषि मंत्री कमल पटेल ने गुरुवार को नर्मदा ग्रीन पार्क में अवलोकन के बाद चंदन का पौधा रोपा।   दस एकड़ में एक करोड़ का टर्नओवर संभव नर्मदा ग्रीन पार्क के संचालक अनिल पचौरी ने बताया कि नारियल का पेड़ वायुमंडल से अपने लिए पानी लेता है, इस लिहाज से नर्मदा नदी के किनारे की आद्र्रता नारियल के लिए मुफीद साबित हुई है। श्री पचौरी ने कहा कि नारियल को लक्ष्मी का पौधा कहा जाता है, एक बार लग जाने के बाद यह हमेशा धनवर्षा करता है। पचौरी ने पारंपारिक खेती के साथ नारियल के पेड़ लगाने पर दस एकड़ में एक करोड़ रुपये तक के टर्नओवर का दावा किया। उन्होंने कहा कि नारियल का पेड़ 80 से 90 साल तक फल देता है, एक पेड़ में एक साल के भीतर 400 से 500 फल आते हैं, इन्हें पक्षियों और अन्य जीवों के साथ आंधी तूफान से भी नुकसान नहीं होता, नारियल का पेड़ हर हाल में लाभ पहुंचाता है। नर्मदा वैली में नारियल की उपज को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार अनिल पचौरी की मदद लेगी।

Kolar News

Kolar News 26 November 2020

अनूपपुर। ग्राम पंचायत बरगवां को नगर परिषद बरगवां (अमलाई) बनाने के लिए प्रशासनिक आदेश दे दिए गए हैं, एसडीएम,तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों की टीम बरगवां व देवहरा के वार्डों का नक्शा तथा परिसीमन का कार्य किया जा रहा है, जैसे ही कार्य पूर्ण हो जाता है, उसके बाद नगर परिषद की प्रक्रिया प्रारभ्भ होते ही सीएमओ की नियुक्ति हो जाएगी। यह बात मंगलवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह का ग्राम बरगवां अमलाई वासियों द्वारा नगर परिषद बनाए जाने पर आभार प्रर्दशन के दौरान कही।   इस दौरान सैकड़ों लोगों ने कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह का नवगठित नगर परिषद बकहो के साथ ही अनूपपुर जिले की बरगवां अमलाई को नगर परिषद बनाए जाने पर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान नगर परिषद बकहो के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि करण त्रिपाठी,जनपद सदस्य राजेश मिश्रा, पवन चीनी, उपसरपंच संतोष टंडन,संदीप पुरी सहित अन्य सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 24 November 2020

भोपाल। सागर जिले के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के 23 वर्षीय डॉक्टर शुभम उपाध्याय कोरोना के मरीजों का इलाज करते हुए खुद संक्रमित हो गए। लेकिन हालात ये हैं कि डॉक्टर शुभम के पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं हैं। इसके लिए उनके साथी डॉक्टर सोशल मीडिया पर लोगों से मदद की अपील कर रहे हैं।  ऐसे में डॉ शुभम की मदद के लिए प्रदेश सरकार आगे आई है और उनकी पूरी मदद का आश्वासन दिया है। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा है कि आप पर पूरा प्रदेश गर्व करता है। आप शीघ्र स्वस्थ होंगे।   सीएम शिवराज ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा ‘प्रदेश गर्व करता है सागर के #CoronaWarrior डॉ. शुभम कुमार उपाध्याय पर, जिन्होंने अपनी परवाह न करते हुए दिन-रात कोरोना पीडि़तों की सेवा की। इस दौरान आप स्वयं पॉजिटिव हो गये, डॉ. शुभम जी आपके और आपके परिवार के साथ हम सब खड़े हैं। उन्होंने बताया कि आपकी इच्छानुसार चेन्नई के एमजीएम हॉस्पिटल में आपके इलाज की समस्त व्यवस्थाएं करा दी गई हैं। अपने कोरोना वारियर्स की हर संभव सहायता के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। डॉ शुभम, मध्यप्रदेश की आठ करोड़ जनता की शुभकामनाएं आपके साथ हैं। ईश्वर आपको शीघ्र पूर्णत: स्वस्थ करें, शुभकामनाएं!   दरअसल डॉक्टर शुभम उपाध्याय कोरोना के मरीजों का इलाज करते हुए संक्रमित हो गए। उनकी हालत नाजुक है और उनके परिजनों के पास इलाज के पैसे नहीं हैं। डॉक्टर शुभम का भोपाल के चिरायु अस्पताल में का इलाज जारी है। शुभम के साथी डॉक्टरों ने सोशल मीडिया में अपील जारी कर सहयोग की मांग की थी। जिसके बाद सरकार मदद के लिए आगे आई है। बता दें कि कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश शासन ने डॉक्टर शुभम को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित भी किया था। लेकिन वर्तमान में उनकी स्थिति गंभीर है और वह अपनी सांसे बचाए रखने के लिए हर पल संघर्ष कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 24 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस बनने का सपना देख रही महिलाओं के लिए खुशखबरी है। शिवराज सरकार ने महिला आरक्षक भर्ती में ऊंचाई की सीमा को घटा दिया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ऊंचाई की सीमा कम होने की जानकारी मीडिया को दी है। सरकार के इस ऐलान के बाद महिलाओं को पुलिस भर्ती में ऊंचाई को लेकर होने वाली समस्या से राहत मिलेगी।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पुलिस भर्ती में महिला उम्मीदवारों के लिए गृह विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। महिला आरक्षक भर्ती में ऊंचाई की सीमा अब कम होगी। इसके तहत अब महिला आवेदकों को ऊंचाई में 3 सेंटीमीटर की छूट मिलेगी। उनके लिए ऊंचाई के मापदंड को 158 सेंटीमीटर से घटाकर 155 सेंटीमीटर किया गया है। सरकार का यह नया नियम अगली भर्ती प्रक्रिया में लागू होगी। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से ऊंचाई की सीमा घटाने की मांग की जा रही थी। वहीं अब सरकार ने मांग पर अमल किया है।   बंदियों की पैरोल अवधि बढ़ेगीइसके अलावा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि जेल में बंदियों की पैरोल अवधि और 60 दिन बढ़ेगी। सरकार ने कोविड 19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश की जेलों में करीब 04 हजार कैदियों के पैरोल की अवधि और दो महीने बढ़ाने का फैसला लिया है।

Kolar News

Kolar News 24 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को एक्शन मोड में नजर आए। मुख्यमंत्री सोमवार की सुबह ही राजधानी भोपाल में औचक निरीक्षण के लिए निकल पड़े और लोगों से बातचीत कर उनका हाल जाना। इस दौरान सीएम ने लोगों की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी दिए।   कलेक्ट्रेट में पूछी लोगों की समस्याएंसूत्रों का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान सोमवार को किसी अन्य शहर के औचक निरीक्षण पर जाने वाले थे लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने राजधानी भोपाल में ही औचक निरीक्षण का कार्यक्रम तय किया और वो कलेक्ट्रेट जा पहुंचे। कलेक्ट्रेट में आए लोगों से सीएम शिवराज ने बातचीत की और उनका हाल जाना। इस दौरान सीएम ने लोगों से पूछा कि वो किस काम से आए हैं और कोई समस्या तो नहीं है। सीएम ने लोगों से कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने की बात भी कही। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी लोग समस्याएं लेकर आ रहे हैं,  जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का हल निकाला जाए।   सीएम को ज्यादा लगा आवेदन की प्रति का शुल्क लोक सेवा केन्द्र के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि सारी व्यवस्थाएं ठीक हैं और जितने भी लोगों से उन्होंने बात की वो भी संतुष्ट हैं। हालांकि आवेदन की प्रति के बदले लिए जाने वाले 5 रुपए प्रति शुल्क को लेकर सीएम ने ये जरुर कहा ये उन्हें ज्यादा लगा है और जल्द ही कलेक्टर इसे कम कर सकते हैं।   वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचे सीएमकलेक्ट्रेट का निरीक्षण करने के बाद सीएम शिवराज कोहेफिजा इलाके के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचे। यहां उन्होंने व्यवस्थाएं देखीं और अधिकारियों से बातचीत कर उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने सीवरेट ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के बाद कहा कि प्लांट के निर्माण कार्य को पूरा करने की तारीख 15 दिसंबर है और वो उस दिन इसका उद्घाटन करेंगे। सीएम ने बताया कि प्लांट से निकलने वाली गाद से खाद बनाई जाएगी।

Kolar News

Kolar News 23 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारा किसान दिन-रात पसीना बहाकर उत्पादन करता है परन्तु अधिक मुनाफा बिचौलिए ले जाते हैं। ऐसी बाजार व्यवस्था विकसित करें, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले। सब्जियों के थोक व खुदरा मूल्य में अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। सब्जियों के समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने के संबंध में रिपोर्ट तैयार की जाए। यह बात मुख्यमंत्री ने सोमवार को मंत्रालय में सब्जियों के दाम के संबंध में उद्यानिकी विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में कही।    समर्थन मूल्य निर्धारित करने संबंधी योजना पर विचार मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसानों को उनकी सब्जियों आदि उपज का समुचित मूल्य दिलवाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए अन्य राज्यों की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने संबंधी रिपोर्ट तैयार कर उनके समक्ष 2 दिन में प्रस्तुत की जाए।   केरल में है समर्थन मूल्य व्यवस्था बैठक में बताया गया कि केरल आदि राज्यों में सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की व्यवस्था है। केरल में इसके लिए किसानों का पंजीयन किया जा रहा है।   औचक निरीक्षण करें मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि पशुपालन व संबंधित विभागों के अधिकारी सब्जी मंडियों आदि का औचक निरीक्षण कर देखें कि किसानों से सब्जी किस मूल्य पर खरीदी जा रही है और उपभोक्ता को किस मूल्य पर मिल रही है। थोक व खुदरा मूल्य में अधिक अंतर नहीं होना चाहिए।   बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि प्रदेश में सब्जियों आदि के परिवहन पर कहीं भी किसी प्रकार की रोक नहीं है। किसान आसानी से किसी भी मंडी अथवा स्थान पर अपनी फसलें लाना-ले जाना कर सकते हैं। इस मौके पर कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव उद्यानिकी और अन्य संबधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 23 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों गाय की राजनीति देखने को मिल रही है। शिवराज सरकार द्वारा गौ कैबिनेट का गठन करने के बाद इसकी पहली बैठक भी संपन्न हो चुकी है। जिसके बाद अब गौमाता के कल्याण के लिए शिवराज सरकार एमपी में गौ टैक्स लगा सकती है। खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ये बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार गौ वंश के कल्याण के लिये धन जुटाने के लिये कुछ कर लगाने की योजना बना रही है। वहीं अब गौ टैक्स को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए गौ टैक्स लगाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम गाय पर टैक्स नहीं लगा रहे हैं। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि एक परंपरा प्रकृति की व्यवस्था है, वो व्यवस्था इस तरह है कि अगर घर में पहली रोटी बनती है तो गाय की बनती है और जो आखिरी रोटी बनती है वो कुत्ते की। आज भी हमारे यहां एक बड़ी आबादी इस परंपरा का निर्वाह करती है उसे गौ ग्रास कहते हैं। मंत्री मिश्रा ने कहा कि अभी उसका निर्णय नहीं हुआ है, उस दिशा में आगे बढऩे की सिर्फ बात हुई है। टैक्स गाय के ऊपर लगा है ये कहना ठीक नहीं है। इस दौरान राजस्थान में गायों की मौत पर गृह मंत्री मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का अलग- अलग जगह अलग -अलग स्टैंड रहता है, इसलिए अब उनको लोग छोड़ते जा रहे हैं।   वेब सीरीज को लेकर सरकार सख्तवही ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई वेब सीरीज द सूडेबल मेन पर आपत्ति को लेकर मंत्री मिश्रा सख्त नजर आए। उन्होंने कहा कि उसमें मुझे कुछ भी सूटेबल नहीं लगा। हमारे मंदिरों के अंदर कोई भी चुम्बन का दृश्य फिल्माया जाये उसको मैं अच्छा नहीं मानता। जो चीज़ टाली जा सकती है उसे क्यों नहीं टाल रहे हैं। मैं इसे अच्छा नहीं मानता ये गलत है, ये जहाँ भी होता है वहाँ पर गलत है। उन्होंने कहा कि मैंने विधी विभाग, गृह विभाग की आज बैठक बुलाई है और उस पर हम कानूनी रूप से क्या कर सकते हैं, इस विषय पर विचार होगा। इस पर बातचीत के बाद समाधान निकल आयेगा।   कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर कसा तंजइस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाब नबी आजाद पर तंज कसते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शायद नबी ने गुलाम को आजाद होने के लिए कहा होगा। हम तो पहले से ही कहते थे कांग्रेस रसातल में जा रही है। इसका कारण चिदंबरम, कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद है। मुझे नहीं लगता कि अब कोई कारण सफल होगा।   समय समय पर बदली जाएगी गाइडलाइन कोरोना और कर्फ्यू पर गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि अभी वो स्थान है जहाँ रात्रिकालीन कर्फ्यू है। गाइडलाइंस अवश्यकता अनुसार समय समय पर बदली जायेगी। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में बैड के साथ साथ आईसीयू भी हैं। किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है इसलिए कोई भ्रम न फैले।

Kolar News

Kolar News 23 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1528 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 09 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख 89 हजार 546 और मृतकों की संख्या 3138 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-313, भोपाल-378, ग्वालियर-96, जबलपुर-58, रतलाम-76, सागर-45, खरगौन-23, उज्जैन-22, विदिशा-39, रीवा-46, शिवपुरी-31, बालाघाट-24 के अलावा अन्य जिलों में 20 से कम मरीज मिले हैं।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 31,371 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1528 पॉजिटिव और 29,843 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 160 सेम्पल रिजक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1,88,018 से बढ़कर 1,89,546 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 36,623, भोपाल 28,738, ग्वालियर, 13,714, जबलपुर 13,591, खरगौन 4135, सागर 4068, उज्जैन 3794, नरसिंहपुर 3131, होशंगाबाद 3125, मुरैना 2982, शिवपुरी 3062, धार 3073, शहडोल 2716, रतलाम 3037, नीमच 2522, बैतूल 2785, रीवा 2985, छिंदवाड़ा 2369, बड़वानी 2256, सतना 2614, सीहोर 2264, विदिशा 2547, दमोह 2272, मंदसौर 2216, बालाघाट 2431, देवास 2079, खंडवा 1915, कटनी 1851, झाबुआ 1832, रायसेन 1995, राजगढ़ 1916, अनूपपुर 1825, छतरपुर 1706, दतिया 1556, हरदा 1707, सिंगरौली 1578, सीधी 1605, सिवनी 1303, शाजापुर 1431, भिण्ड 1280, अलीराजपुर 1087, श्योपुर 1172, मंडला 1052, टीकमगढ़ 1091, गुना 1081, उमरिया 1061, पन्ना 872, बुरहानपुर 795, डिंडौरी 847, अशोकनगर 821, आगरमालवा 528 और निवाड़ी 510 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 09 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के चार और भोपाल, जबलपुर, सागर, सतना व खंडवा के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3129 से बढ़कर 3138 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 726, भोपाल 503, उज्जैन 99, बुरहानपुर 26, खंडवा 53, जबलपुर 216, खरगौन 72, ग्वालियर 172, धार 52, मंदसौर 25, नीमच 35, सागर 131, देवास 23, रायसेन 37, होशंगाबाद 54, सतना 39, आगरमालवा 10, झाबुआ 20, अशोकनगर 16, शाजापुर 22, दतिया 19, छिंदवाड़ा 38, सीहोर 48, उमरिया 15, रतलाम 62, बड़वानी 21, मुरैना 25, राजगढ़ 57, श्योपुर 10, टीमकगढ़ 26, रीवा 31, गुना 16, हरदा 26, कटनी 16, सीधी 10, शिवपुरी 26, अलीराजपुर 13, भिंड 08, बैतूल 64, नरसिंहपुर 27, सिवनी 09, सिंगरौली 24, छतरपुर 30, विदिशा 52, दमोह 68, बालाघाट 11, अनूपपुर 14, शहडोल 28, निवाड़ी 01,मंडला 09, डिंडौरी 01 और पन्ना के तीन व्यक्ति हैं। बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 1,76,006 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 917 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 10,402 हैं।

Kolar News

Kolar News 20 November 2020

भोपाल। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने समीक्षा बैठक में साफ कर दिया है कि मध्यप्रदेश में लॉकडाउन की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्कता के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। यह भी कहा है कि स्कूल और कॉलेज अभी बंद ही रहेंगे। थिएटर के लिए पूर्व में जारी गाइडलाइन ही लागू रहेगी। इसके मुताबिक वहां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही संचालन होगा। जहां पांच प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट है, वहां रात 10 से सुबह 6 बजे तक का कफ्र्यू रहेगा।   दरअसल, भोपाल, इंदौर सहित कई शहरों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री चौहान इसकी गाइडलाइन पर समीक्षा कर रहे हैं। कई राज्यों ने कड़े कदम के संकेत दिए थे, इसी के चलते मध्यप्रदेश में सीएम का पुराना वीडियो वाइरल हुआ। इसमें वे लॉकडाउन की बात कर रहे हैं। ये वीडियो छह महीने से अधिक समय पुराना था।

Kolar News

Kolar News 20 November 2020

भोपाल। जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के गुपकार समझौते को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने गुपकार समर्थकों पर भड़ास निकालते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में लूट की दुकानें बंद हो गयी हैं, इसलिए 'अब्दुल्ला' 'मुफ्ती' और 'गांधी परिवार' एकजुट हो रहे हैं। दरअसल, यह 'गुप्तचर संगठन' है और चीन और पाकिस्तान के लिए गुप्तचरी का कार्य करते हुए दिखायी देते हैं। ये जासूसी करने वाले लोग हैं। ये गठबंधन नहीं है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में हुई प्रेसवार्ता में गुपकार समर्थकों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जो अलायंस बनाया गया और उसमें शामिल जितने नेता हैं, सब राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं। मैं 'मेडम सोनिया' से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस का अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को लेकर वास्तव में क्या दृष्टिकोण है? उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की नीतियों की भी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर मामले में दोगली और दोमुंही बातें करती आ रही है। पंडित नेहरू ने सत्ता के लिए देश के विभाजन को स्वीकार कर लिया। वह आदरणीय पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने कश्मीर में धारा 370 लागू करवाई, एक देश में दो निशान दो विधान दो कानून व्यवस्था करके कश्मीर को भारत से समरस नहीं होने दिया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि -महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि जब तक हमें जम्मू कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिलता, तब तक हम तिरंगा नहीं थामेंगे। यह तो चीन और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोग हैं और यह कोई गठबंधन नहीं है। कानून की आड़ में नेताओं ने जम्मू कश्मीर में हजारों करोड़ की जमीन हड़प ली। नेशनल कान्फ्रेंस हो या टीडीपी, इनके बच्चे तो विदेशों में पढ़ते रहे हैं। इन्होंने विलासिता पूर्ण जीवन जिया है। कश्मीर को लूटने की आजादी इनको दी गई और जम्मू और कश्मीर को अंधेरे में धकेल दिया गया। अब यह सब एकत्रित होकर देशद्रोह की भाषा बोल रहे हैं।   उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भी अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध किया था और केंद्र सरकार के इस कदम को असंवैधानिक बताया था। और तो और इसे देश की सुरक्षा के लिए खतरा तक बता दिया गया था। कांग्रेस ने देशद्रोहियों का साथ इस तरह पहली बार नहीं दिया। राहुल गांधी गुपकार गैंग में शामिल हैं। उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि गुपकार गैंग देश विरोधी काम कर रही है। कांग्रेसी की गैंग के साथ मिलकर चुनाव भी लड़ रही है। वहां महिला विकास परिषद के चुनाव हो रहे हैं। वास्तव में कांग्रेस हमेशा से इन देशद्रोही ताकतों का साथ देती रही है। गुलाम नबी आजाद जैसे लोग भी इसमें है। कांग्रेस आज देशद्रोही ताकतों के साथ खड़ी हुई है। इसे पूरा देश देख रहा है। उन्होंने राहुल गांधी से सीधा सवाल किया कि क्या वे देशद्रोही ताकतों का साथ दे रहे हैं?   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सोनिया गांधी ने चर्चित बाटला हाउस मुठभेड़ मामले में रातभर आंसू बहाए थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी आतंकवादियों के साथ खड़े हुए नजर आए थे। दरअसल, कांग्रेस अलगाववादी मानसिकता से आज भी ऊपर नहीं उठ पायी है। उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर में लोग चैन और अमन की सांस ले रहे हैं। धारा 370 हटाने के बाद यहां के लोगों का नजरिया बदला है, लेकिन आज जम्मू और कश्मीर की जन्नत में यह लोग फिर से जहर खोलने का प्रयास कर रहे हैं और कांग्रेस देशद्रोही ताकतों का साथ दे रही है। इसीलिए कांग्रेस को अपनी दृष्टिकोण को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 20 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के वामपंथी अतिवाद प्रभावित (एल.डब्ल्यू.ई.) क्षेत्रों में विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, जिससे इनका समुचित विकास हो, यहां कानून व्यवस्था सुदृढ़ हो तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर सुगम हों। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को गोंदिया में बालाघाट जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ नक्सल प्रभावित (वामपंथी अतिवाद प्रभावित) क्षेत्रों की व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा करते हुए कही।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वामपंथी अतिवाद प्रभावित क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले बालाघाट जिले के बैहर, बिरसा, परसवाड़ा, लांजी विकासखंडों में मनरेगा के अंतर्गत एक वर्ष में 100 दिवस के स्थान पर 200 दिवस का कार्य मजदूरों को दिया जाएगा। बैगा आदि अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के लिए स्थानीय तौर पर विशेष भर्ती अभियान चलाया जाएगा।   चौहान ने कहा कि वामपंथी अतिवाद प्रभावित क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी के लिए विशेष योजना बनाई जाएगी तथा ऐसे इलाकों जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है, वहां मोबाइल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि इन क्षेत्रों के कौशल विशेष को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जायेंगे। साथ ही इन क्षेत्रों के स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए व्यवस्था की जाएगी। 

Kolar News

Kolar News 19 November 2020

भोपाल। पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि निर्भीक, निडर और सुरक्षित पर्यटन कहीं है तो देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विशेष नवाचार पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे है। इसमें 'टाइग्रेस ऑफ द ट्रेल' एक ऐसा अनूठा नवाचार है जिसमें हमारी बाइकर्स बहनें सभी राष्ट्रीय उद्यानों का लुत्फ उठाएंगी। वहीं, दूसरी और पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार भी करेंगी। मंत्री ठाकुर ने गुरुवार को मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में साहसिक एवं सुरक्षित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई प्रथम महिला बाइकिंग ट्रेल को फ्लेग ऑफ कर रवाना किया। इस मौके पर विधायक नंदनी मरावी एवं प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला भी मौजूद रहे।    इस अवसर पर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में जितने नवाचारों के बारे में सोचें, उनको धरातल पर उतारकर एक अनूठा संदेश न सिर्फ प्रदेश में अपितु पूरे राष्ट्र में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों के लिये प्रतिबद्ध है, उनकी सुरक्षा के लिये जितने आयाम मध्यप्रदेश में निर्मित किये गए, शायद अन्य प्रांत उतने आयामों पर विचार भी नहीं कर पाते है।    उन्‍होंने कहा कि मातृशक्ति राष्ट्र की आधार शक्ति है, वह विश्व की निर्माण शक्ति है। वह प्रतिबद्ध होकर निकलती है तो चुनौतियों को अवसर में बदल देती है। बेटियां राष्ट्र का गौरव है, संस्कारी और सशक्त बेटियाँ ही राष्ट्र की मजबूत नींव का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने पर्यटन के क्षेत्र में जो समस्या खड़ी की उन्हें ऐसे नवाचारों के माध्यम से दूर कर पर्यटन को चरमोत्कर्ष तक ले जाना होगा। महिला बाइकर्स की यह यात्रा मध्यप्रदेश के सुशासन को भी परिभाषित करेगी कि मध्यप्रदेश में बेटियाँ निर्भीक और निडर होकर सुरक्षित घुम सकती है।   प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि कोरोना के निराशाजनक माहौल में पर्यटन विभाग ने ऐसे आयोजन का निर्णय लेकर चुनौतियों में नया रास्ता खोजा है। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि प्रथम महिला बाइकिंग 'टाइग्रेस ऑफ द ट्रेल' एक ऐसा नवाचार है जिसमें प्रदेश के पर्यटन स्थलों की ख्याति को और अधिक बढ़ाया जाएगा। महिला बाइकर्स पर्यटन का आनंद लेकर जहां से भी गुजरेंगी वहां महिलाओं को भी आगे आने के लिये प्रेरित करेंगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला बाइकर्स की यह पहली राइड हो रही है, जो 19 से 25 नवम्बर तक मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देगी और उसका प्रचार-प्रसार करेंगी।   शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश अब पर्यटन के लिये पूरी तरीके से खुला है। बिना किसी रूकावट के कोई भी पर्यटक प्रदेश में कही भी आ सकते है उनकी सुरक्षा का दायित्व प्रदेश सरकार ने लिया है। स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर चैन पूरे प्रदेश में चारों ओर बिछायी गई है, जिससे किसी को कोई असुविधा न हों। यह संदेश महिला बाइकर्स द्वारा अपने भ्रमण के दौरान दिया जाएगा। ये सभी महिला बाइकर्स प्रदेश के लिये ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करेंगी। इससे मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बढ़ेगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि महिला बाइकर्स 6 दिन में 1500 कि.मी. पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर मध्यप्रदेश के सुरक्षित वातावरण का संदेश देंगी।   महिला बाइकर्स मीनाक्षी ने कहा कि महिलाओं को लेकर इस प्रकार की प्रथम राइड मध्यप्रदेश में हो रही है। ग्रुप में मध्यप्रदेश सहित ऑल इण्डिया की गर्ल्स राइडर मौजूद है। एक साथ इतने सारे पर्यटन स्थलों का एक ही राइड में भरपूर एडवेंचर मिलेगा। इटली की बाइकर्स सिलवाना ने पर्यटन विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के लिये स्वतंत्रता और सुरक्षा का वातावरण है। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।   शुरूआत में मंत्री ठाकुर ने महिला बाइकर्स से परिचय प्राप्त कर उनको अंगवस्त्र से सम्मानित किया और उनकी हौसला अफजाई की। महिला बाइकर्स में मुम्बई की 31 वर्षीय एडविना डिसूजा, इटली की 35 वर्षीय सिलवाना, भुवनेश्वर की 43 वर्षीय अमिता सिंह, तमिलनाडू की 35 वर्षीय मीनाक्षी राव, इंदौर की 23 वर्षीय शीतल शर्मा, 24 वर्षीय कोमल मण्डलोई, 29 वर्षीय कीर्ति अलावा, 41 वर्षीय सुरभि भदौरिया, 21 वर्षीय अनुष्का जैन, 32 वर्षीय मीनाक्षी ठाकुर, पश्चिम बंगाल की 28 वर्षीय नीविया सिंह, पंजाब की 57 वर्षीय डॉ. नीता खाण्डेकर, पूणे की 24 वर्षीय मेघना पाटिल, पटना की 30 वर्षीय पूजा विक्रम और बैंगलौर की 24 वर्षीय सोनिया अधिकारे शामिल है।   महिला बाइकर्स भोपाल से मढ़ई पहुँचकर सांध्यकालीन जंगल वॉक और बोट सफारी का आनंद लेंगी। अगले दिन 20 नवम्बर को मढ़ई से पेंच पहुँचकर जंगल सफारी, ग्रामीण अध्ययन, भ्रमण एवं हस्तशिल्प का अवलोकन करेंगी। शनिवार 21 नवम्बर को पेंच से कान्हा पहुँचकर जंगल सफारी, जनजातीय ग्राम भ्रमण, जनजातिय नृत्य और बर्ड वाचिंग का लुत्फ उठाएंगी। रविवार 22 नवम्बर को कान्हा से बांधवगढ़ पहुँचकर जंगल सफारी, बोनफायर म्यूजिक और तैराकी का आनंद लेंगी। सोमवार 23 नवम्बर को बांधवगढ़ से मैहर माँ शारदा के दर्शन कर पन्ना केन रिवरसाइड वॉक करेंगी। मंगलवार 24 नवम्बर को पन्ना से खजुराहो पहुँचकर विश्व धरोहर साइट और रनेह फॉल का अवलोकन करेंगी। इसी दिन खजुराहो से विश्व धरोहर साइट साँची होते हुए भोपाल आएंगी और 25 नवम्बर को भोपाल भ्रमण करेंगी।

Kolar News

Kolar News 19 November 2020

भोपाल। पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि निर्भीक, निडर और सुरक्षित पर्यटन कहीं है तो देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विशेष नवाचार पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे है। इसमें 'टाइग्रेस ऑफ द ट्रेल' एक ऐसा अनूठा नवाचार है जिसमें हमारी बाइकर्स बहनें सभी राष्ट्रीय उद्यानों का लुत्फ उठाएंगी। वहीं, दूसरी और पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार भी करेंगी। मंत्री ठाकुर ने गुरुवार को मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में साहसिक एवं सुरक्षित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई प्रथम महिला बाइकिंग ट्रेल को फ्लेग ऑफ कर रवाना किया। इस मौके पर विधायक नंदनी मरावी एवं प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला भी मौजूद रहे।    इस अवसर पर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में जितने नवाचारों के बारे में सोचें, उनको धरातल पर उतारकर एक अनूठा संदेश न सिर्फ प्रदेश में अपितु पूरे राष्ट्र में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों के लिये प्रतिबद्ध है, उनकी सुरक्षा के लिये जितने आयाम मध्यप्रदेश में निर्मित किये गए, शायद अन्य प्रांत उतने आयामों पर विचार भी नहीं कर पाते है।    उन्‍होंने कहा कि मातृशक्ति राष्ट्र की आधार शक्ति है, वह विश्व की निर्माण शक्ति है। वह प्रतिबद्ध होकर निकलती है तो चुनौतियों को अवसर में बदल देती है। बेटियां राष्ट्र का गौरव है, संस्कारी और सशक्त बेटियाँ ही राष्ट्र की मजबूत नींव का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने पर्यटन के क्षेत्र में जो समस्या खड़ी की उन्हें ऐसे नवाचारों के माध्यम से दूर कर पर्यटन को चरमोत्कर्ष तक ले जाना होगा। महिला बाइकर्स की यह यात्रा मध्यप्रदेश के सुशासन को भी परिभाषित करेगी कि मध्यप्रदेश में बेटियाँ निर्भीक और निडर होकर सुरक्षित घुम सकती है।   प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि कोरोना के निराशाजनक माहौल में पर्यटन विभाग ने ऐसे आयोजन का निर्णय लेकर चुनौतियों में नया रास्ता खोजा है। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि प्रथम महिला बाइकिंग 'टाइग्रेस ऑफ द ट्रेल' एक ऐसा नवाचार है जिसमें प्रदेश के पर्यटन स्थलों की ख्याति को और अधिक बढ़ाया जाएगा। महिला बाइकर्स पर्यटन का आनंद लेकर जहां से भी गुजरेंगी वहां महिलाओं को भी आगे आने के लिये प्रेरित करेंगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला बाइकर्स की यह पहली राइड हो रही है, जो 19 से 25 नवम्बर तक मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देगी और उसका प्रचार-प्रसार करेंगी।   शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश अब पर्यटन के लिये पूरी तरीके से खुला है। बिना किसी रूकावट के कोई भी पर्यटक प्रदेश में कही भी आ सकते है उनकी सुरक्षा का दायित्व प्रदेश सरकार ने लिया है। स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर चैन पूरे प्रदेश में चारों ओर बिछायी गई है, जिससे किसी को कोई असुविधा न हों। यह संदेश महिला बाइकर्स द्वारा अपने भ्रमण के दौरान दिया जाएगा। ये सभी महिला बाइकर्स प्रदेश के लिये ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करेंगी। इससे मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बढ़ेगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि महिला बाइकर्स 6 दिन में 1500 कि.मी. पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर मध्यप्रदेश के सुरक्षित वातावरण का संदेश देंगी।   महिला बाइकर्स मीनाक्षी ने कहा कि महिलाओं को लेकर इस प्रकार की प्रथम राइड मध्यप्रदेश में हो रही है। ग्रुप में मध्यप्रदेश सहित ऑल इण्डिया की गर्ल्स राइडर मौजूद है। एक साथ इतने सारे पर्यटन स्थलों का एक ही राइड में भरपूर एडवेंचर मिलेगा। इटली की बाइकर्स सिलवाना ने पर्यटन विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के लिये स्वतंत्रता और सुरक्षा का वातावरण है। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।   शुरूआत में मंत्री ठाकुर ने महिला बाइकर्स से परिचय प्राप्त कर उनको अंगवस्त्र से सम्मानित किया और उनकी हौसला अफजाई की। महिला बाइकर्स में मुम्बई की 31 वर्षीय एडविना डिसूजा, इटली की 35 वर्षीय सिलवाना, भुवनेश्वर की 43 वर्षीय अमिता सिंह, तमिलनाडू की 35 वर्षीय मीनाक्षी राव, इंदौर की 23 वर्षीय शीतल शर्मा, 24 वर्षीय कोमल मण्डलोई, 29 वर्षीय कीर्ति अलावा, 41 वर्षीय सुरभि भदौरिया, 21 वर्षीय अनुष्का जैन, 32 वर्षीय मीनाक्षी ठाकुर, पश्चिम बंगाल की 28 वर्षीय नीविया सिंह, पंजाब की 57 वर्षीय डॉ. नीता खाण्डेकर, पूणे की 24 वर्षीय मेघना पाटिल, पटना की 30 वर्षीय पूजा विक्रम और बैंगलौर की 24 वर्षीय सोनिया अधिकारे शामिल है।   महिला बाइकर्स भोपाल से मढ़ई पहुँचकर सांध्यकालीन जंगल वॉक और बोट सफारी का आनंद लेंगी। अगले दिन 20 नवम्बर को मढ़ई से पेंच पहुँचकर जंगल सफारी, ग्रामीण अध्ययन, भ्रमण एवं हस्तशिल्प का अवलोकन करेंगी। शनिवार 21 नवम्बर को पेंच से कान्हा पहुँचकर जंगल सफारी, जनजातीय ग्राम भ्रमण, जनजातिय नृत्य और बर्ड वाचिंग का लुत्फ उठाएंगी। रविवार 22 नवम्बर को कान्हा से बांधवगढ़ पहुँचकर जंगल सफारी, बोनफायर म्यूजिक और तैराकी का आनंद लेंगी। सोमवार 23 नवम्बर को बांधवगढ़ से मैहर माँ शारदा के दर्शन कर पन्ना केन रिवरसाइड वॉक करेंगी। मंगलवार 24 नवम्बर को पन्ना से खजुराहो पहुँचकर विश्व धरोहर साइट और रनेह फॉल का अवलोकन करेंगी। इसी दिन खजुराहो से विश्व धरोहर साइट साँची होते हुए भोपाल आएंगी और 25 नवम्बर को भोपाल भ्रमण करेंगी।

Kolar News

Kolar News 19 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ससुर और साधना सिंह के पिता घनश्यामदास मसानी (88 वर्ष) का बुधवार देर शाम निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और भोपाल के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जहां बुधवार देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। गुरुवार को सुबह साढ़े सात बजे उनका पार्थिव शरीर गृह जिला गोंदिया-महाराष्ट्र ले जाया गया। वहां दोपहर ढाई बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिलहाल तिरुपति की यात्रा पर थे। ससुर के निधन का समाचार मिलते ही वे देर रात भोपाल पहुंच गए। उन्होंने अपने सुसर के निधन पर गहरा दु:ख प्रकट किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। गुरुवार सुबह साढ़े सात बजे कार्गो विमान से मसानी का पार्थिव शरीर गोंदिया ले जाया गय। जहां दोपहर ढाई बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।   उल्लेखनीय है कि घनश्याम मसानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय स्वयं सेवक एवं समाजसेवी थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी सुशीला देवी, तीन बेटियां रेखा ठाकुर, कल्पना सिंह और साधना सिंह तथा दो बेटे अरुण सिंह मसानी और संजय सिंह मसानी हैं। संजय मसानी कांग्रेस नेता हैं।

Kolar News

Kolar News 19 November 2020

भोपाल। राज्य शासन द्वारा मध्यप्रदेश में गौ-धन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये समग्र रूप से योजना बनाने एवं निर्णय के लिये गौ-केबिनेट का गठन किया गया है। गौ-केबिनेट के अध्यक्ष मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे।     इस समिति में गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह सिसोदिया और पशुपालन, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल सदस्य होंगे। अपर मुख्य सचिव पशुपालन विभाग समिति के भार-साधक सचिव होंगे।

Kolar News

Kolar News 18 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए 'गौकैबिनेट' गठित करने जा रही है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बुधवार सुबह ट्वीट कर दी है। सरकार के इस फैसले पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसा है। साथ ही उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे अपनी पूर्व की सभी घोषणाओं को भूलकर फिर से नई घोषणा कर रहे हैं।   कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार के गौ मंत्रालय गठन के निर्णय पर तंज कसते हुए कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौ कैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गयी घोषणा में गौ मंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभ्यारण और गौशालाओं के जाल बिछाने की बात भी कही थी, प्रत्येक घर में भी छोटी-छोटी गौशाला बनाने की भी बात उन्होंने अपनी चुनावी घोषणा में कही थी।   उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी पूर्व की घोषणा को भूलकर शिवराज फिर एक नई घोषणा कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि अपनी 15 वर्ष की सरकार में व वर्तमान 8 माह में शिवराज सरकार ने गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए कुछ भी नहीं किया। उल्टा गौमाता के लिये चारे की राशि में कांग्रेस सरकार ने जो बीस रुपये प्रति गाय का प्रावधान किया था, उसे भी कम कर दिया।   कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने वचन पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार आने पर हम एक हज़ार गौशालाओं का निर्माण शुरू करायेंगे। हमने अपने वचन को पूरा किया, प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण व्यापक स्तर पर चालू करवाया। चलो कांग्रेस सरकार के गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए किए जा रहे कामों से भाजपा सरकार को थोड़ी सदबुद्धि तो आयी और उन्होंने गौमाता की सुध लेने की सोची लेकिन यदि गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए सही मायनों में काम करना है तो कांग्रेस सरकार की तरह ही भाजपा सरकार प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण शुरू कराये और गौ माता को लेकर अपनी पूर्व की सारी घोषणाओं को पूरा करें तभी सही मायनों में गौमाता का संरक्षण व संवर्धन हो सकेगा।

Kolar News

Kolar News 18 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार सामने आ रहे लव जिहाद के मामलों को लेकर भाजपा सरकार सख्त है। शिवराज सरकार पहले ही साफ कर चुकी थी कि लव जिहाद को लेकर एक कानून बनाया जाएगा। वहीं आज प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार लव जिहाद को लेकर धर्म स्वातंत्र्य कानून लाएगी, इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में विधेयक लाया जाएगा। कानून लाए जाने के बाद गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और 5 साल की कठोरतम सजा दी जाएगी।   प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए लव जिहाद कानून को लेकर कहा कि इसके तहत गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा और 5 साल तक की कठोरतम सजा का प्रावधान रहेगा। वहीं उन्होंने कहा कि लव जिहाद जैसे मामलों में सहयोग करने वालों को भी मुख्य आरोपी बनाया जाएगा और उन्हें अपराधी मानते हुए मुख्य आरोपी की तरह ही सजा होगी। वहीं उन्होंने कहा कि शादी के लिए धर्मांतरण कराने वालों को भी सजा देने का प्रावधान इस कानून में रहेगा।   स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन के लिए एक महीने पहले देना होगा आवेदनकई मामलों में देखा गया है कि युवतियां स्वेच्छा से धर्मांतरण कर शादी करना चाहती है ऐसे मामलों को देखते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कानून में यह भी प्रावधान होगा कि अगर कोई स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन शादी के लिए करना चाहता है तो उसे 1 महीने पहले कलेक्टर के यहां आवेदन देना होगा। धर्मांतरण कर शादी करने के लिए कलेक्टर के यहां यह आवेदन देना अनिवार्य होगा और बिना आवेदन के अगर धर्मांतरण किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 17 November 2020

इंदौर। शासकीय कार्य में बाधा, धमकाने सहित कई मामलों में पुलिस कार्रवाई का सामना कर रहे कम्प्यूटर बाबा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को जिला न्यायालय ने उन्हें एक मामले में जमानत दी तो पुलिस ने दूसरे मामले में उन्हें रिमांड पर ले लिया। अब पुलिस उन्हें मंगलवार को फिर कोर्ट में पेश करेगी।    हाईकोर्ट के आदेश के बाद एट्रोसिटी एक्ट सहित दो मामलों में सोमवार को कम्प्यूटर बाबा की दो जमानत अर्जी पर जिला व सत्र न्यायालय में सुनवाई हुई। गांधी नगर थाने द्वारा बाबा के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहे जाने के मामले में जो केस दर्ज किया था, उसमें 25 हजार रुपए की राशि पर जमानत मिल गई। वहीं, तलवार वाले मामले में कोर्ट ने बाबा को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एरोड्रम पुलिस मामले में पूछताछ करेगी। 17 नवम्बर को पुन: बाबा को कोर्ट में पेश किया जाएगा।    बाबा के वकील के अनुसार बाबा पर गांधीनगर थाने में जातिसूचक शब्द कहने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज था। उस मामले में विशेष न्यायालय द्वारा उन्हें 25 हजार रुपये की राशि पर जमानत दी गई। एरोड्रम थाने में अंबिकापुरी के रहवासियों को धमकाने और मारपीट मामले में न्यायालय ने एक दिन का पुलिस रिमांड दिया है। दोनों ही मामले में रिमांड मांगा गया था। तलवार आदि जब्ती के लिए एरोड्रम पुलिस को एक दिन का रिमांड मिला है। मंगलवार को पुलिस को फिर से न्यायालय में पेश करना है। इसके बाद कोर्ट यह तय करेगी कि बाबा को जेल भेजा जाना है या जमानत देना है।

Kolar News

Kolar News 17 November 2020

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को भाईदूज के मौके पर अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ अपने गृह ग्राम जैत पहुंचे, जहां उन्होंने प्रसिद्ध खेड़ापति हनुमान मंदिर विधिवत पूजा अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को सुबह 9.30 बजे भोपाल से हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर 9.50 बजे सीहोर जिले की बुदनी तहसील के ग्राम जैत पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ खेड़ापति हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री अपने गृह  ग्राम जैत में स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम 4.30 बजे भोपाल के लिए रवाना होंगे।

Kolar News

Kolar News 16 November 2020

भोपाल। दीपावली का पांच दिवसीय त्यौहार गुरुवार को धनतेरस से शुरू हो गया है। पांच दिन चलने वाला यह पर्व भाई दूज को समाप्त हो जाएगा। इस बार धनतेरस का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। शुक्रवार को भी अधिकांश लोग बाजार में जाकर धनतेरस की खरीदारी कर रहे हैं, जबकि शुक्रवार को ही रूपचौदस का पर्व भी मनाया जा रहा है। यानी, धनतेरस और रूपचौदस साथ-साथ मनायी जा रही है। वहीं, शनिवार, 14 नवम्बर को देशभर में दीपावली मनाई जाएगी और घर घर लक्ष्मीजी की पूजा होगी। इसके अगले दिन 15 नवम्बर को गोवर्धन पूजा व 16 नवम्बर को भाई दूज मनाई जाएगी।    ज्योतिषाचार्य आचार्य पं बालेन्द्र शास्त्री के अनुसार, हिंदू धर्म में समृद्धि के प्रतीक पांच दिवसीय दिवाली पर्व का विशेष महत्व है। इस साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि गुुरुवार रात से शुरू होकर शुक्रवार रात तक रहेगी। इसीलिए धनतेरस का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। इसके साथ ही रूप चौदस भी शुक्रवार को ही मनाई जा रही है। इसे नरक चौदस भी कहा जाता है। नरक चतुर्दशी आम तौर पर दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है। इस दिन शुभ मुहूर्त शाम 5.23 बजे से शाम 6.43 बजे तक है।   दीपावली के दिन रहेगा प्रदोष काल लक्ष्मी पूजा मुहूर्त शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक प्रदोष काल - शाम 5:55 बजे से रात 8:25 बजे तक वृषभ काल - शाम 6 बजे से रात 8:04 बजे तक गोवर्धन पूजा  गोवर्धन पूजा प्रात:काल मुहूर्त - प्रात: 6:25 से प्रात: 8:30 तक गोवर्धन पूजा सायंकल मुहूर्त - दोपहर 2:44 बजे से शाम 4:49 बजे तक। भाई दूज 16 नवंबर भाई दूज का शुभ मुहूर्त 16 नवंबर को दोपहर 2:26 बजे तक ही है।

Kolar News

Kolar News 13 November 2020

भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते बंद स्कूलों को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि दिवाली बाद स्कूलों को खोल दिया जाएगा और बच्चे स्कूल पहुंचकर पढ़ाई कर सकेंगे लेकिन शासन ने नया आदेश जारी किया है। इसके अनुसार दिवाली बाद भी स्कूल नहीं खोले जाएंगे और ऑनलाइन क्लास जारी रहेगी।   मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार कक्षा एक से 8वीं तक के स्कूल 30 नवम्बर तक नहीं खुलेंगे। इससे पहले प्रदेश सरकार ने 15 नवम्बर तक स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए थे। ऐसे में माना जा रहा था कि 15 नवम्बर के बाद स्कूल खोले जा सकते हैं, लेकिन जारी किए गए नए आदेश के तहत अब 30 नवम्बर तक स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि 9वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक की कक्षाएं डाउट क्लियर करने के लिए जारी रहेंगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में कहा गया था कि 15 अक्टूबर से स्कूल खुल सकते हैं। राज्य सरकारें खुद इस पर निर्णय ले सकती हैं। लिहाजा मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने फिलहाल स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है।  गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल स्कूल नहीं खुल पाए है। स्कूलों में ऑनलाइन क्लास संचालित हो रही है। संक्रमण के चलते स्कूलों को खोलने का निर्णय सरकार नहीं ले पा रही है। ऐसे में अब स्कूल जाने के लिए बच्चों को थोड़ा ओर इंतजार करना पड़ेगा।

Kolar News

Kolar News 13 November 2020

भोपाल। मध्य प्रद्रेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार देर शाम को धनतेरस पर्व पर खरीदारी करने अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ न्यू मार्केट पहुंचे। यहां सीएम शिवराज ने परंपरा अनुसार चांदी का सिक्का और बर्तन खरीदे। इस दौरान उन्होंने न्यू मार्केट की मशहूर पान का स्वाद भी चखा। इसके बाद सीएम शिवराज ने मुख्यमंत्री निवास पर पत्नी के साथ विधि विधान के साथ धनतेरस पर्व की पूजा अर्चना की। साथ ही उन्होंने देश और प्रदेश वासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए सभी के विकास और खुशहाली की कामना की।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा ‘ धनतेरस के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक बधाई। सबके जीवन में सुख-समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि आये, यही प्रार्थना है। धनतेरस पर कुछ खरीदने की परंपरा है। मैंने भी आज शगुन स्वरूप चांदी का सिक्का और बर्तन खरीदा है। हम सबको अपनी परंपरा का निर्वाह करना चाहिए। आप सभी को शुभकामनाएं!   इसके अलावा मुख्यमंत्री निवास पर धनतेरस पर्व की पूजा की तस्वीरे साझा करते हुए सीएम शिवराज ने ट्वीट पर लिखा ‘ऊँ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम: धनतेरस के पावन पर्व पर विधि-विधान से निवास पर पूजा-अर्चना कर हर घर को धन-धान्य, सुख-समृद्धि से समृद्ध करने व सबके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की। मां लक्ष्मी और भगवान धनवंतरी की कृपा सर्वदा मध्यप्रदेश पर बरसती रहे, यही करबद्ध प्रार्थना!  

Kolar News

Kolar News 13 November 2020

भोपाल।  मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आ चुके हैं। प्रदेश की सत्ता पर शिवराज सिंह चौहान का शासन जारी रहेगा। उपचुनाव में 19 सीटें जीतकर भाजपा ने बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। हालांकि उपचुनाव में शिवराज मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कयास लगने लगे हैं। इस बीच मंत्रिमंंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है।   उपचुनाव संपन्न होने और भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज सरकार जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सामने आ रहे सवालों पर मुख्यमंत्री शिवराज ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अभी इसकी कोई योजना नहीं है। वहीं बिजली के दाम बढ़ाने के सवाल पर सीमए शिवराज ने कहा कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है।   गौरतलब है कि उपचुनाव में शिवराज कैबिनेट में मंत्री एंदल सिंह कंसाना, गिरर्राज दंडौतिया और इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा। जबकि तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। तीन मंत्री के चुनाव हारने और दो मंत्री के इस्तीफा देने के बाद अब 5 मंत्री पद खाली है। ऐसे में अब सरकार बनने का रास्ता साफ होने के बाद मंत्री पदों के लिए विधायक अपने-अपने दावे ठोक रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 12 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर उपचुनाव में मिली भारी जीत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह राजभवन पहुंचे और यहां उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को उपचुनाव परिणामों की जानकारी दी।    मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने 28 में से 19 सीटों पर जीत हासिल की, जिससे शिवराज सरकार को मजबूती मिली। वहीं, दूसरी तरफ सभी सीटें जीतने का दावा करने वाली कांग्रेस सात सीटें ही जीत पाई। भाजपा उम्मीदवारों की जीत से उत्साहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से सौजन्य भेंट की और उन्हें उपचुनाव में मिली सफलता और जनादेश से अवगत कराया। राज्यपाल ने भी उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। इस मुलाकात के दौरान दीपावली की शुभकामनाओं का आदान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी ट्वीट के माध्यम से मीडिया से शेयर की है।

Kolar News

Kolar News 11 November 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को तुलसी मानस प्रतिष्ठान की प्रबंध-कारिणी की बैठक में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रतिष्ठान की गतिविधियों के लिए राज्य शासन की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा मानस भवन परिसर में एक ऐसे केन्द्र का विकास सराहनीय है जो राजधानी में एक विशिष्ट दर्शनीय श्रीराम सांस्कृतिक और पुरातात्विक संग्रहालय के साथ ही धर्म और आध्यात्म में रूचि रखने वालों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा। साथ ही युवा पीढ़ी को भी इससे दिशा मिलेगी।    मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने मानस भवन आकर राम काज के साथ दिन की शुरुआत की है। चौहान ने मानस भवन परिसर का अवलोकन भी किया और परिसर में स्थित मंदिर जाकर भगवान श्रीराम दरबार के दर्शन किए। बैठक में शिक्षा मंत्री एवं प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष इंदर सिंह परमार भी उपस्थित रहे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बाबा तुलसी दास रचित रामचरित मानस एक विशिष्ट ग्रंथ है। वे विद्यार्थी जीवन से इसकी चौपाईयों का अध्ययन और मीमांसा करते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा संचालित मानस भवन की लीज के नवीनीकरण और संपत्ति कर संबंधी छूट दिए जाने के आग्रह पर प्रबंधकारिणी समिति को आश्वस्त किया कि इनकी स्वीकृति शीघ्र प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रतिष्ठान की पत्रिका तुलसी मानस भारती के दीपावली अंक का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री चौहान को प्रतिष्ठान द्वारा प्रकाशित अन्य साहित्य भी भेंट किया गया।   चौहान ने तुलसी मानस प्रतिष्ठान की बैठक में कार्याध्यक्ष रघुनंदन शर्मा से गतिविधियों की जानकारी भी प्राप्त की। इस अवसर पर समिति के सचिव कैलाश जोशी, सदस्यगण प्रभुदायल मिश्रा, राजेंद्र शर्मा, रमेश शर्मा, विजयदत्त श्रीधर, महेश सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 11 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के उप चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं और प्रदेश की सत्ता पर कौन राज करेगा, यह भी साफ हो गया है। प्रदेश की जनता ने एक बार फिर भाजपा पर भरोसा जताया है और कांग्रेस को नकार दिया है। उप चुनाव में जहां भाजपा ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की तो वहीं कांग्रेस को 9 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। उप चुनाव में मिली इस हार पर मंथन के लिए आज बुधवार को कमलनाथ के निवास पर पार्टी की एक बैठक हो रही है।महामंथन की बैठक में दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, अरुण यादव, अजय सिंह, सुरेश पचौरी, नकुल नाथ मौजूद रहेंगे। 28 विधानसभा सीटों के प्रभारी और हारे हुए प्रत्याशियों को भी बैठक में बुलाया गया है। बैठक में जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस के अध्यक्षों के बाद जिला अध्यक्षों पर भी कार्रवाई होगी। जिन सीटों पर कांग्रेस को हार मिली है उन सीटों के जिलाध्यक्ष पर कार्रवाई होगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक की बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है।

Kolar News

Kolar News 11 November 2020

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश की जनता का आभार व्यक्त करता हूं।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है। यहां की जनता मेरे लिए भगवान के समान है। मैं इस मंदिर का पुजारी हूँ। मुझे जनता का आशीर्वाद मिला है, मैं  प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोडूंगा। राज्य सरकार हर क्षेत्र में  तेजी से कार्य करेगी। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को अपने निवास पर विधानसभा उप निर्वाचन के परिणामों के पश्चात बधाई देने आए आगंतुकों से चर्चा करते हुए कही।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नागरिकों का पूरा सहयोग प्राप्त कर प्रदेश की प्रगति के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के विकास के लिए भी तेजी से प्रयास होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा उप निर्वाचन में नागरिकों ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों और लोक हितैषी कार्यक्रमों के प्रति विश्वास व्यक्त किया है।   उन्‍होंने निष्पक्ष और निर्विघ्न निर्वाचन संपन्न होने पर समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को भी बधाई दी। उन्होंने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों सहित जिलों के पुलिस अधीक्षक, प्रशासनिक अमले और निर्वाचन दायित्व में संलग्न किए गए प्रत्येक शासकीय सेवक के परिश्रम भाव की सराहना की है।

Kolar News

Kolar News 10 November 2020

भोपाल।  मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव के नतीजे आज सामने आ जाऐंगे। यह उपचुनाव बीजेपी की शिवराज सिंह चौहान सरकार के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी अहम है। साथ ही उपचुनाव परिणाम से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक भविष्य भी तय होगा। सीटों की संख्या से तय होगा कि भाजपा में सिंधिया की ताकत बढ़ेगी या घटेगी?   ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस साल मार्च में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके साथ 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ दिया था और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और शिवराज चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। सिंधिया के कारण भाजपा सत्ता में आई तो उन्होंने अपने समर्थन वाले नेताओं को शिवराज सरकार में मंत्री बनवाया। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 11 नेता शिवराज सरकार में मंत्री बने। यह परिणाम से भी पता चलेगा कि दलबदल कानून से बचने के लिए इस्तीफा देकर पार्टी बदलने का फॉर्मूला कितना कामयाब हुआ? लोगों ने थोक में दलबदल करने वाले विधायकों को स्वीकार किया या नहीं? शिवराज सरकार को सत्ता बचाए रखने के लिए सिर्फ 8 सीटों की जरूरत है। इन्हें पाना आसान भी दिख रहा है, लेकिन पार्टी का टार्गेट कम से कम 20 सीटें हासिल करने का है। वजह साफ है, 20 से 25 के बीच सीटों का आंकड़ा ही मध्य प्रदेश को स्थायी सरकार दे सकता है, नहीं तो बाहरियों का दबाव झेलना पड़ेगा।   यह है सिंधिया खेमे के नेताओं का हालभाजपा के तुलसीराम सिलावट सांवेर से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू पीछेभाजपा के गोविंद सिंह राजपूत सुरखी से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस की पारुल साहू पीछेभाजपा के इमरती देवी डबरा से आगे चल रही हैं, कांग्रेस के सुरेश राजे पीछेभाजपा के प्रद्युम्न सिंह तोमर ग्वालियर से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के सुनील शर्मा पीछेभाजपा के प्रभुराम चौधरी सांची से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के मदनलाल चौधरी पीछेभाजपा के ओमप्रकाश सिंह भदौरिया मेहगांव पीछे चल रहे हैं, कांग्रेस के हेमंत कटारे आगेभाजपा के गिर्राज दंडौतिया दिमनी से पीछे चल रहे हैं, कांग्रेस के रवींद्र सिंह तोमर आगे भाजपा के सुरेश धाकड़ पोहरी से पीछे चल रहे हैं, बसपा के कैलाश कुशवाहा आगेभाजपा के राज्यवर्धन सिंह बदनावर से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के कमल पटेल पीछेभाजपा के बृजेंद्र सिंह यादव मुंगावली आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के कनई राम लोधी पीछेभाजपा के महेंद्र सिंह सिसौदिया बमौरी से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस के कन्हैयालाल अग्रवाल पीछे

Kolar News

Kolar News 10 November 2020

भोपाल। प्रदेश की 28 सीटों की मतगणना के बीच अब रुझानों के साथ-साथ परिणाम भी आने लगे हैं। पहला परिणाम भाजपा के पक्ष में गया है। मांधाता सीट से भाजपा के नारायण पटेल चुनाव जीत गए हैं, हालांकि अधिकृत घोषणा का इंतजार है।    मांधाता सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से आए नारायण पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया था। नारायण पटेल ने यहां 21 रांउड की मतगणना के बाद प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार पर 21900 वोटों की बढ़त बना ली है। इसके साथ ही यहां मतगणना पूरी हो गई है। हालांकि फिलहाल निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव परिणाम की अधिकृत घोषणा नहीं की गई है। मांधाता की सीट पर जीत के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव में अपना खाता खोल लिया है।

Kolar News

Kolar News 10 November 2020

गुना।जिले के बमौरी विधानसभा के उकावदखुर्द में सामने आई ह्द्यविदारक घटना को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गांव पहुँचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार को सांत्वना प्रदान की। मुख्यमंत्री की सांत्वना पाकर पीडि़त परिवार बिलख पड़ा। जिससे माहौल गमगीन हो गया और मुख्यमंत्री सहित उपस्थितजनों की आँखें नम हो गईं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान विजय सहरिया के दोनों बच्चों को गोद में बैठाया और परिवार के सिर पर हाथ रखकर उन्हे मदद का भरोसा दिलाते हुए भरे गले से बोले कि बिछुड़े हुए को तो वह वापस नहीं ला सकते पर परिवार की जिम्मेदारी अब उनकी है। इस दौरान मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, सांसद डॉ. केपी यादव, गुना विधायक गोपीलाल जाटव, भाजपा जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिकरवार, हरिसिंह यादव, संतोष धाकड़ आदि उपस्थित थे।    पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने परिवार को न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने मृतक विजय सहरिया के पिता एवं भाई से चर्चा कर उन्हें ढांढस बंधाया। इसके साथ ही मृतक की पत्नी से सरकारी नौकरी करने के बारे में भी पूछताछ की। मुख्यमंत्री ने  दोनों बच्चों को आश्रम शाला में भर्ती कराने की बात कही, हालांकि बच्चों की उम्र कम होने के कारण मृतक की पत्नी ने बच्चों को गांव में ही पढ़ाने की बात कही।   परिवार को 5 माह तक 5 हजार गुजारा भत्ता मिलेगा इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पीडि़त परिवार के लिए पक्का मकान और 8 लाख 50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा 4 लाख संबल योजना के अंतर्गत परिवार को दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि परिवार को 5 माह तक 5 हजार गुजारा भत्ता भी दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होने क्रांतिकारी फैसला लिया है अनुसूचित जाति वर्ग के गरीब लोगों को बिना लाइसेंस के कोई भी कर्ज नहीं दे सकता अगर कोई कर्ज देता है और वसूली करता है तो वह कानूनी अपराध होगा। सरकार ने  प्रावधान किया है कि ऐसे में व्यक्ति को 3 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना है।     मुख्यमंत्री से मिला लोधा समाज का प्रतिनिधि मंडल  शिवराज सिंह जब मृतक विजय सहरिया के परिवार से मिलकर हैलीपेड लौट रहे थे, उसी समय लोधा समाज का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिला। प्रतिनिधिमंडल में आरोपी के परिजन भी शामिल थे। उन्होने मुख्यमंत्री को बताया कि घटना दिनांक को विजय ने काफी शराब पी रखी थी। इसके बाद भी वह और शराब पीने के लिए राधेश्याम से पैसे मांग रहा था। जब उसने पैसे नहीं दिए तो वह गाली देने लगा। इसकी शिकायत राधेश्याम ने युवक के परिजनों से भी की। बाद में  विजय के घर पहुँचने पर परिजन उसे समझा रहे थे, किन्तु उसने काफी शराब पी रखी थी। इसी के चलते उसने अपने ऊपर केरोसिन डालकर आग लगा ली। परिजनों ने खुद को बचाने के लिए षड्यंत्र के तहत उसके पति को फंसाया है।  उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में गांव वालों से बातचीत कर सच्चाई जानी जा सकती हैं। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले आरोपित के परिवार ने एसपी राजेश कुमार सिंह को आवेदन देकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी।    जलने से हुई थी विजय सहरिया की मौत उल्लेखनीय है कि गत रात्रि उकावदखुर्द निवासी विजय सहरिया की जलने से मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि विजय ने 5 हजार रुपए राधेश्याम से उधार ले रखे थे। इसी को लेकर दोनों में विवाद हुए और राधेश्याम ने विजय के ऊपर केरोसिन डालकर उसे आग लगा दी। जिससे गंभीर जली अवस्था में विजय को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी दौराने उपचार मौत हो गई। 

Kolar News

Kolar News 9 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को संपन्न हुए उपचुनाव का परिणाम मंगलवार 10 नवंबर को को सामने आ जाऐगे। परिणाम आने के साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि प्रदेश में शिवराज सरकार की सत्ता जारी रहेगी या एक बार फिर कमलनाथ के हाथों में प्रदेश की कमान आएगी। वहीं उपचुनाव परिणाम से पहले पूर्व सीएम और कांग्रेेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि सौदेबाजी व बोली की सरकार का अंत होगा और प्रदेश में कांग्रेस का परचम लहराएगा।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार देर शाम ट्वीट कर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि मध्यप्रदेश में संपन्न 28 उपचुनावों का परिणाम सामने आने वाला है। यह चुनाव जनता का चुनाव था, जनता ने खुद इसे लड़ा और जीत भी जनता की ही होगी, सच की जीत होगी, इसका हम सभी को पूर्ण विश्वास है। उन्होंने कहा कि यह परिणाम स्वच्छ, नैतिक व ईमानदार राजनीति के लिए एक संदेश के रूप में होंगे। लोकतंत्र व संविधान के हत्यारों के लिए एक सबक के रूप में होंगे।   कमलनाथ ने आगे अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि इन चुनावों में जुटे सभी कांग्रेसजनों से अनुरोध है कि आपकी इतने दिनों की मेहनत व संघर्ष का निर्णायक समय आ गया है। लोकतंत्र व संविधान की सुरक्षा व सम्मान के दायित्व का यह महत्वपूर्ण दिन आ गया है। मतगणना के दौरान पूरी सावधानी बरतें, सचेत रहें। अपनी संभावित हार देखकर बौखला रही भाजपा किसी भी प्रकार की साजिश, षड्यंत्र व हथकंडे अपना सकती है। हमें शांतिपूर्ण ढंग से मुस्तैद रहकर भाजपा की तमाम साजिशों व षड्यंत्रो का मुखर होकर विरोध करना है। हमें जनादेश का व जनता के एक-एक वोट का व सम्मान व सुरक्षा क़ायम रखना है।   कमलनाथ ने उपचुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि हर हाल में कांग्रेस का परचम इन चुनावों के परिणामों में लहराएगा। प्रदेश में सौदेबाजी व बोली की सरकार का अंत होगा। जनता की चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार वापस प्रदेश में क़ाबिज होगी।

Kolar News

Kolar News 9 November 2020

इंदौर। इंदौर जिला प्रशासन ने राज्यमंत्री का दर्जा पा चुके नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा पर शिकंजा कस दिया है। रविवार को ग्राम जम्बूडी हप्सी में गोम्मटगिरी पहाड़ी पर स्थित उनके आश्रम पर बुलडोजर चलाकर करीब 46 एकड़ जमीन अतिक्रिमण मुक्त कराई थी। इसके बाद लगातार दूसरे दिन भी उनके अवैध कब्जों पर जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया और करोड़ों की बेशकीमती शासकीय जमीनों को अतिक्रिमण मुक्त कराया।    जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने भारी पुलिसबल की मौजूदगी में सोमवार सुबह इंदौर के सुपर कॉरिडोर स्थित कप्यूटर बाबा द्वारा किये गए अवैध कब्जे को जेसीबी के माध्यम से तोड़ा और सरकार जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। इसके बाद टीम अम्बिकापूरी एक्सटेंशन मंदिर में पहुंची और यहां पर से बाबा का कब्जा छुड़ाया गया। टीम ने कार्रवाई कर आईडीए की योजना 151 में शामिल करीब पांच करोड़ रुपए मूल्य की 20 हजार वर्गफीट जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है।    बता दें कि रविवार को प्रशासन द्वारा कम्प्यूटर बाबा के आश्रम से अतिक्रमण हटाया जा रहा था। इसी दौरान बाबा ने अतिक्रमण हटाने का विरोध किया था। इसके चलते कम्प्यूटर बाबा समेत सात लोगों को सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। फिलहाल बाबा जेल में हैं। कांग्रेस पार्टी ने जिला प्रशासन द्वारा की गई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को बदले की कार्रवाई बताया और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह सोमवार को बाबा से जेल में मिलने जाने वाले थे, लेकिन अंतिम क्षणों में उनका इंदौर जाने का कार्यक्रम रद्द हो गया। बताया गया है कि उन्हें दिल्ली से बुलाया गया है। 

Kolar News

Kolar News 9 November 2020

भिंड। मध्य प्रदेश में गत 3 नवम्बर को 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न हुए हैं। वहीं उपचुनाव के परिणाम 10 नवम्बर को आएंगे, लेकिन उससे पहले उपचुनाव में लापरवाही और फर्जी वोटिंग की मुद्दा गरमा रहा है। भिण्ड जिले के मेहगांव विधानसभा के एक मतदान केंद्र में फर्जी वोटिंग का मामला सामने आया है। यहां फर्जी वोट डालने का वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है।   दरअसल, मामला भिंड के इंद्र नगर का है। यहां उपचुनाव में तैनात कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है। आरोपों के मुताबिक, अकलोनी के इंद्रा नगर में फर्जी वोट डाले गए थे। यहां वोट डालने आ रहे मतदाताओं की उंगली में स्याही नहीं लगाई जा रही थी। इस घटना के सामने आने के बाद पीठासीन अधिकारी ने वीडियो बनाने वाले युवक से माफी मांगकर अपनी गलती स्वीकारी है।   गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ने भी इस विधानसभा में फर्जी मतदान के आरोप लगाए हैं। वहीं अब फर्जी वोटिंग का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है और दोबारा वोटिंग  कराने की मांग कर रही है।

Kolar News

Kolar News 6 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव के बाद भी राजनीतिक गलियारों में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि हार को देखते हुए भाजपा निर्दलीय और कांग्रेस विधायकों को प्रलोभन देकर अपनी ओर करने का प्रयास कर रही है। वहीं कांग्रेस के इन आरोपों के बीच बसपा और निर्दलीय विधायकों ने भोपाल में कैबिनेट मंत्री और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह से मुलाकात कर सरगर्मी को और तेज कर दिया है।   दरअसल, शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ बसपा विधायक संजीव कुशवाहा, निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा और पार्टी से लगातार नाराज चल रहे भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुलाकात की। इन विधायकों के साथ हुई मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इसे औपचारिक भेंट बताया। उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक जब भी भोपाल आते हैं तो मुझसे मुलाकात करते हैं। आज की मुलाकात भी सामान्य थी। वे खुद आए थे, मैंने उन्हें नहीं बुलाया था। अब भले ही मंत्री निर्दलीय विधायकों के साथ अपनी भेंट को सामान्य बताए, लेकिन उनकी इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में हडक़ंप मच गया है। बंद कमरे में चली करीब आधे घंटे की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या निर्दलीय विधायक भी भजपा से मिलने जा रहे हैं।   वहीं मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ मुलाकात करने पहुंचे बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने बड़ा बयान देते हुए दावा किया है कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ जाएगी।

Kolar News

Kolar News 6 November 2020

भोपाल। 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान के दिन मंगलवार को अधिकांश नेता और प्रत्याशी भगवान की शरण में पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने घर पर ही सुबह एक घंटे पूजा पाठ किया है। वहीं,  पूर्व सीएम कमलनाथ गुफा मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने हनुमान जी के दर्शन किए और पूजा अर्चना की।    पूर्व मंत्री पी.सी.शर्मा के साथ गुफा मंदिर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंदिर में दर्शन के पहले कहा कि प्रदेश की जनता गरीब हो सकती है लेकिन मूर्ख नहीं हो सकती है। उन्हें अपना भविष्य पता है और वह इसी तरह से वोट करेंगे। हार-जीत के दावे पर कहा कि मैं शिवराज नहीं हूं, मैं कोई दावा नहीं करता हूं। कमलनाथ ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को ये एहसास हो गया है कि वो हार नहीं रहे,  बल्कि बुरी तरह से पिट रहे हैं। इसलिए भाजपा शराब, पैसा, पुलिस और प्रशासन के जरिए जीतने का प्रयास कर रही है। लेकिन आम मतदाता इसे कतई स्वीकार नहीं करेगा।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बाहर निकलने से पहले मुख्यमंत्री निवास में ही बने पूजा घर में एक घंटे तक भगवान की पूजा की। उन्होंने कहा कि मतदान लोकतंत्र की आत्मा है, मतदान करने से ही लोकतंत्र मजबूत होता है। सभी मतदाताओं से निवेदन करता हूं कि निष्पक्षता और निडरता के साथ मतदान करें और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में वोट डालें। शिवराज ने कहा कि भाजपा दमदार वापसी कर रही है और 28 में से 28 सीटों पर भाजपा जीत हासिल करेगी।

Kolar News

Kolar News 3 November 2020

ग्वालियर। 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान के दौरान प्रत्याशियों और नेताओं ने भी मतदान किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में मतदान किया, तो डबरा से भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी भी मंदिर में माथा टेककर वोट डालने पहुंची, लेकिन एक वोटर को मतदानकर्मियों द्वारा रोके जाने पर भड़क गईं।    सांसद सिंधिया सुबह 9.30 बजे अपने मतदान केंद्र एमआई शिशु मंदिर पहुंचे। मतदान से पहले वे अपनी मामी व पूर्व मंत्री माया सिंह के गले मिले और फिर वोट डालने गए। सिंधिया ने वोट डालने के बाद विक्ट्री साइन दिखाते हुए कहा- इस चुनाव में जनता का पूरा समर्थन भाजपा के साथ है। आज के दिन को प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए सिंधिया ने कहा कि 28 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं। मैंने मतदान के अधिकार का उपयोग किया है। मेरा निवेदन है कि एक-एक व्यक्ति मतदान करे। कोविड से बचाव की सारी व्यवस्थाएं हैं। ये प्रजातंत्र के महत्व की लड़ाई है। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी सीटों पर कमल का फूल खिलेगा। ये सरकार जन हितैषी सरकार है। किसानों, महिलाओं, गरीबों और जनता की हितैषी सरकार है। इसलिए इसका कार्यकाल ऐतिहासिक होगा।   हनुमान जी के दर्शन कर वोट डालने पहुंची इमरती देवीग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी वोट डालने से पहले चीनौर रोड स्थित हनुमान मंदिर पहुंची और हनुमान जी के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि वे 80 हजार वोटों से जीतेंगी। यहां से वे जनता स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंची, तो मशीन खराब मिली। करीब एक घंटे बाद मशीन ठीक हो सकीं। उसके बाद ही मतदान शुरू हुआ।    इसी दौरान एक युवती वोट देने पहुंची, लेकिन पहचान पत्र नहीं होने के कारण चुनाव अधिकारियों ने उसे वोट डालने से रोक दिया। इस पर इमरती देवी भड़क गईं और चुनाव अधिकारी से बहसबाजी की। उन्होंने अधिकारी की फोन पर भी बात कराई। अधिकारी का कहना था कि मतदान करने के लिए पहचान पत्र अनिवार्य है। गौरतलब है कि  डबरा के पोलिंग बूथ 211 और 212 पर दो मशीनें देर से शुरु हो सकीं। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने पर इन केंद्र की मशीनें ऑन नहीं हुईं। ऐसे में लोगों को टोकन तो दे दिए गए, लेकिन मतदान शुरू नहीं हो सका। करीब डेढ़ घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ।

Kolar News

Kolar News 3 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए मंगलवार को सुबह सात बजे से 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है और पोलिंग बूथों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। दोपहर एक बजे तक 42.04 फीसदी मतदान हो चुका है।   निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। शुरुआत में मतदान की गति धीमी थी, लेकिन 10 बजे के बाद इसमें गति आई है। बड़ी संख्या में मतदाता पोलिंग बूथों पर पहुंचकर वोटिंग कर रहे हैं। प्रदेश के 19 जिलों के इन 28 विधानसभा क्षेत्रों में दोपहर एक बजे तक औसत 42.04 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है। इनमें आगरमालवा-53.64, अनूपुपुर-40.38, अशोकनगर-42.14, भिण्ड-37.31, बुरहानपुर-47.60, छतरपुर-44.66, दतिया-42.36, धार-53.23, देवास-49.23, गुना-55.09, ग्वालियर-29.97, इंदौर-48.52, खंडवा-36.60, मंदसौर-55.91, मुरैना-36.54, रायसेन-40.32, राजगढ़-57.37, सागर-46.00 और शिवपुरी-42.17 फीसदी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 3 November 2020

भोपाल। मेरे लिए मेरी माताओं, बहनों ने रास्ते में फूल बिछाए हैं, बेटियों ने तिलक लगाकर मेरा स्वागत किया है, मैं उनके रास्ते में कांटे कभी नहीं रहने दूंगा। बेटियों की जिंदगी में कभी अंधेरा नहीं रहने दूंगा। भाजपा की सरकार विकास और कल्याण के कार्यों में कोई कमी नहीं रहने देगी। भाजपा सरकार ने गरीबों, किसानों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं का दर्द समझा है और उनके विकास के कार्यों को करने का काम किया है। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को हाटपिपल्या में भाजपा प्रत्याशी मनोज चौधरी के लिए आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही। इससे पहले उन्होंने रोड शो भी किया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा से जनता के कल्याण और विकास के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने का काम किया है। प्रदेश में 15 माह कमलनाथ की सरकार रही, लेकिन हाटपिपल्या के लिए 15 रूपए के विकास कार्य उन्होंने नहीं किए। जब यहां के विधायक उनके पास विकास कार्यों के लिए जाते थे, तो वे पैसों का ही रोना रोते थे और कहते थे कि खजाना खाली है चलो... चलो...। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण कुछ दिक्कतें जरूर हैं, लेकिन विकास कार्यों, लोगों के कल्याण के कार्यों के लिए हमारा खजाना हमेशा भरा हुआ है। हमने कोरोना काल में भी विकास कार्यों को करने में कोई कमी नहीं की है।   काम करने के लिए इच्छाशक्ति जरूरी-   शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास कार्य करने के लिए इच्छाशक्ति चाहिए और कमलनाथ के पास यह इच्छाशक्ति कभी नहीं रही। कांग्रेस की सरकारों में कभी भी प्रदेश एवं प्रदेश की जनता के लिए कुछ काम नहीं हुए। 2003 से पहले प्रदेश में मिस्टर बंटाढार का शासन चला तो उन्होंने पूरे प्रदेश को ही बंटाढार कर दिया। 15 माह कमलनाथ ने सरकार चलाई तो इन्होंने वल्लभ भवन को दलालों की मंडी बना दिया। उनके पास मंत्री-विधायकों से मिलने का समय नहीं रहता था, लेकिन उद्योगपति और दलालों के लिए समय ही समय था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता के हितों के लिए जिन योजनाओं को शुरू किया था कमलनाथ ने उन सभी योजनाओं को बंद कर दिया और सिर्फ तबादला उद्योग, लूटमार, मकानों की तोड़ाफोड़ी ही चलती रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हाटपिपल्या के हर घर तक नर्मदा का पानी पहुंचाने के लिए काम शुरू किया जाएगा।   मुख्यमंत्री के स्वागत में उमड़ा जनसैलाब-   सभा से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशी मनोज चौधरी के समर्थन में रोड शो किया। रोड शो की शुरूआत हाटपिपल्या के देवगढ़ चैराहा से हुई। इसके बाद रोड शो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बस स्टैंड पहुंचा, जहां पर मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान अपने लाड़ले मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए हाटपिपल्या की सडक़ों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोग घरों की छतों से लेकर सडक़ों तक आकर मुख्यमंत्री का स्वागत करते रहे। जगह-जगह उनका तिलक हुआ तो वहीं फूलों की वर्षा भी लगातार होती रही।    मुख्यमंत्री ने भी किसी को नाराज नहीं किया और हर व्यक्ति का शीश झुकाकर अभिवादन किया, उन्हें प्रणाम किया। जनता ने भी अपने मामा  शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखी। रोड शो के रास्ते में कई जगह स्टेज बनाकर लोगों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान ढोल-नगाड़ों के साथ लोग रास्ते पर नाचते-गाते रहे और जय-जयकार के नारे भी लगाते रहे। इस दौरान दीपक जोशी, गायत्री राजे पंवार, दिलीप सिंह परिहार, अभिलाष पांडे, राजीव खंडेलवाल सहित पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 1 November 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में सेवानिवृत्ति की उम्र को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा सवाल उठाने के बाद राज्य सरकार स्थिति स्पष्ट की है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा रविवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा है कि राज्य में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु घटायी नहीं गयी है। विभाग की ओर से जो अधिसूचना 30 अक्टूबर को जारी की गयी है, वह मंत्रियों की निजी स्थापना में मंत्रियों की ओर से अपने कार्यकाल के दौरान रखे जाने वाले अस्थायी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से संबंधित है।   इस स्पष्टीकरण के बाद कमलनाथ ने सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि - ‘प्रदेश के कर्मचारियों का भ्रम दूर करने के लिये धन्यवाद। कांग्रेस सदैव कर्मचारी भाइयों के साथ है, उनके हितों के साथ हम कभी समझौता होने नहीं देंगे, उनके हितों पर कुठाराघात होने नहीं देंगे, उनके हितों के लिये सदैव संघर्षरत रहेंगे।’   दरअसल, कमलनाथ ने रविवार को सुबह ट्वीट कर कहा था कि शिवराज सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर पुन: 60 वर्ष करने का फैसला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा है। इस निर्णय से उनके सामने संकट खड़ा होने वाला है। एक तरफ सरकार एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी? चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नियत का खोट उजागर हुआ है। यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है। भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे। कांग्रेस सरकार आने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त करेंगे।   कमलनाथ के इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र घटाने की खबर का खंडन किया था और कमलनाथ पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि - ‘कमलनाथ जी, रोज सुबह आप आईने में अपने आप को कैसे देख पाते होंगे? अपनी घटिया राजनीति एवं कांग्रेस की हार को सामने देख बौखलाये हुए, आप इस तरह की झूठी अफ़वाहें फैला रहे हैं? ये घिनौना कार्य सिर्फ आप और आपकी पार्टी ही कर सकती है।’   उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने ऐसा कोई भी आदेश पारित नहीं किया है। यह पूर्णत: असत्य है कि हमने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु घटाई है। वो आज भी 62 वर्ष ही है। अब वक्त आ गया है कि जनता आप जैसी झूठ की राजनीति करने वालों को पहचाने और हमेशा के लिए आप से और कांग्रेस से मुक्ति पा ले। आप तो बस अब छिन्दवाड़ा या फिर दिल्ली वापसी की तैयारी कर लीजिये। वहाँ आप की कोठियों के बड़े-बड़े आईने आपकी राह तक रहे हैं।   शिवराज ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए भी ट्वीट करने से पहले आपने ये जानना भी उचित नहीं समझा कि जो अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी की गई है, वह मंत्रीगण की निजी स्थापना में मंत्रियों द्वारा अपने कार्यकाल तक के लिए रखे जाने वाले अस्थाई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से संबंधित है। सरकार ने उनकी भी कार्य करने की आयु सीमा 40 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष की है। इस अधिसूचना का चतुर्थ श्रेणी के स्थायी कर्मचारियों से कोई संबंध नहीं है। उनकी सेवानिवृत्ति की आयु यथावत 62 वर्ष ही है। मेरी सरकार हमेशा से ही कर्मचारी हितैषी सरकार रही है, आज भी है और आगे भी रहेगी। आप की तरह तबादला उद्योग चला कर्मचारियों को परेशान करने वाली सरकार नहीं है। हम सब एक टीम की तरह कंधे से कंधा मिलाकर काम करते है एवं मध्यप्रदेश के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।’   इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने एक आदेश जारी कर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र को लेकर स्पष्टीकरण दिया। इस पर कमलनाथ ने पुन: ट्वीट कर स्पष्टीकरण के लिए धन्यवाद दिया।

Kolar News

Kolar News 1 November 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपुचनाव से पहले राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभावने वादे कर उनका वोट कमाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में मतदान के दो दिन पहले पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़ा दाव खेला है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कांग्रेस सरकार बनने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और आशा कार्यकर्ताओं को स्थाई कर्मचारी घोषित करने का एलान किया है। साथ ही कमलनाथ ने दोहराया कि इसके लिए हम वचनबद्ध हैं।   कमलनाथ ने संविदा कर्मचारियों और रोजगार सहायकों को भी नियमित करने का ऐलान किया है। पूर्व सीएम ने कहा है कि रेगुलर होने पर इनका मानदेय और सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह किया जाएगा। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘कांग्रेस सरकार बनने पर हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं को स्थायी कर्मचारी घोषित करते हुए इनके मानदेय में बढ़ोतरी करेंगे। इसके लिये हम वचनबद्ध है।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार बनने पर संविदा कर्मचारियों व रोजगार सहायकों को नियमित करते हुए, इनका मानदेय एवं सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही करेंगे। भाजपा सरकार के कार्यकाल में  नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को पुन: नौकरी में बहाल किया जाएगा। इसके लिये हम वचनबद्ध है।

Kolar News

Kolar News 1 November 2020

भोपाल। चुनाव आयोग द्वारा कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीनने के बाद कांग्रेस में खासा नाराजगी है। कांग्रेस इसे चुनाव आयोग की असंवैधानिक कार्यवाई बताते हुए इसका विरोध कर रही है। वही इस मुद्दे को लेकर अब कांग्रेस चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने अपने ट्विटर हैंडल पर चुनाव आयोग की कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताया है बताते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। वहीं मप्र के पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी आयोग की कार्यवाई पर सवाल उठाया है।     दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग द्वारा कमलनाथ पर की गई कार्यवाई पर सवाल उठाया है। शनिवार को इंदौर में मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ का नाम कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची से हटाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि "मैं चुनाव आयोग का सम्मान करता हूँ और हमारी शिकायतों पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन पर कार्यावाही भी की है लेकिन कमलनाथ जी का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटाना स्वयं आयोग के नियमों और कानून का खुला उल्लंघन है। स्टार प्रचारकों का नाम सूची में जोडऩे और हटाने का अधिकार राजनीतिक दल को है न कि चुनाव आयोग को। हमने कल ही चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी द्वारा डबरा में द्वारा दिये गए एक वकतव्य का जबाव मांगा गया। 21 अक्टूबर का वक्तव्य था और 48 घण्टे का उन्हें नोटिस दिया गया और 48 घण्टे में कमलनाथ जी ने अपना जबाव दे दिया और 26 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग ने उन्हें एक एडवायजरी देकर भाषा को सयंमित रखने के लिए कहा और ये बात समाप्त हो गई। अब चुनाव आयोग के कल के निर्णय में कमलनाथ जी के 13 अक्टूबर के भाषण का उल्लेख करके उनको स्टार प्रचारक की सूची से अलग कर दिया। चुनाव आयोग ने अपने निर्देश, गाइडलाइन और उनकी मान्यताओं का भी उल्लंघन किया है। वही उन्होंने सवाल उठाया कि कमलनाथ जी ने जो कुछ कहा है उससे ज्यादा गम्भीर और उससे ज्यादा भद्दी बाते कमलनाथ जी के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा ने कही है उनको नोटिस क्यों नही दिया गया उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नही कि गई, ये दोहरा मापदंड उचित नही है।

Kolar News

Kolar News 31 October 2020

भोपाल। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज शनिवार को पुण्यतिथि है। उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरागांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पीसीसी कार्यालय पहुंकर इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।   इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि स्व.इंदिरा गांधी जी की आज पुण्यतिथि है और स्व. सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की आज जयंती है, दोनों के श्री चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। उन्होंने कहा कि इंदिरा जी से मेरा संपर्क उस समय का है, जब मैं काफी छोटा था। उनकी दी गई सीख और उनके कहे गए शब्द आज भी मेरे कानों में गूंजते हैं।,उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। उनकी दी गई सीख आज भी मेरे लिए अमूल्य धरोहर है।   इस दौरान प्रदेश में हो रहे उपचुनाव और चुनाव आयोग द्वारा उनसे स्टार प्रचारक का दर्जा छिने जाने पर कमलनाथ ने कहा कि मैंने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में देश-प्रदेश में कई चुनाव देखें, कई  चुनाव लड़े, कई लड़वाये। मैं जानता हूँ कि विरोधी दल की क्या परिस्थिति होती है, जब वह हार रहे होते हैं। एक स्थिति होती है जब वह पीट रहे होते हैं। तब वो प्रशासन का, पुलिस का, शराब का, पैसे का उपयोग करना शुरू कर देते हैं। उन्होंने जनता पर भरोसा जताते हुए कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा विश्वास है, मुझे पूरा भरोसा है कि मध्य प्रदेश के मतदाता और इन 28 सीटों के जागरूक मतदाता मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखेंगे। हमारे प्रजातंत्र और संविधान की रक्षा करेंगे।   भाजपा पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि किस प्रकार यह सौदेबाज़ी की व बिकाऊ सरकार बनी है, जनता यह सच्चाई समझती है और जनता इनको मुंहतोड़ जवाब देगी। मैं आज आगर और हाटपीपलिया के दौरे पर जा रहा हूँ, मैं कल भी प्रचार पर जाऊंगा। मुझ पर प्रचार की कोई रोक नहीं लगी है। भाजपा का पूरा प्रयास चल रहा है, वे तड़प रहे हैं, अब प्रश्न उनके हारने का नहीं है, अब तो प्रश्न हर सीट पर कितने से हारने का बचा है।    

Kolar News

Kolar News 31 October 2020

राजगढ़। भाजपा की रीति-नीति के कारण आमजन पार्टी से जुड़ गया, लोगों के दिल में बस गई है भाजपा, हम सब मिलकर शिवराज सिंह के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को देश का नंबर वन राज्य बनाने का सपना पूरा करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत विश्व का श्रेष्ठ देश बनेगा। कांग्रेस तो लंबे समय के लिए सत्ता से बाहर गई। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने गुरुवार को सुठालिया के जीन मैदान में भाजपा प्रत्याशी नारायणसिंह पंवार के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही।    उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किसान, गरीब, मजदूर और महिलाओं के हित में किए गए कार्य सबके सामने है, जनता सब समझती है, वह किसी के बहकावे में नही आएगी, जो काम करेगा वही जीतेगा। उमा भारती ने कहा कि सभी के लिए एक समान शिक्षा, स्वास्थय और कानून व्यवस्था होगी तभी रामराज्य आएगा। सरकारी स्कूल और अस्पतालों की हालत किसी से छिपी नहीं है, ऐसे में इन सुविधाओं में बेहतर सुधार हो और सभी को एक समान सुबिधा मिल सके, सच्चे मायने में तभी रामराज्य होगा।    उन्होेंने कहा कि कांग्रेस ने प्रलोभन और झांसा देकर सत्ता भले ही हासिल कर ली हो, परंतु जोर का झटका धीरे से लगा और कांग्रेस सरकार धराशाई हो गई, अब लगने लगा है कि कांग्रेस लम्बे समय तक सत्ता प्राप्त नही कर सकती। वहीं उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में गांव-गांव जाकर जनसम्पर्क किया। इस मौके पर सांसद रोड़मल नागर, भाजपा जिलाध्यक्ष दिलवर यादव, पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव, पूर्व विधायक अमरसिंह यादव, जिला मीडिया प्रभारी रवि बड़ोने सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 29 October 2020

मंदसौर। कांग्रेस के पास चुनाव का कोई मुद्दा नहीं बचा है, तो मुझे गालियां देने ही उनका चुनावी मुद्दा बन गया है। कभी मुझे घुटना टेक, कभी कमीना, कभी भूखा-नंगा तो कभी कुछ और कहते हैं। मैं प्रदेश की प्रगति और उन्नति के लिए काम करने में व्यस्त हूं और कांग्रेसी मुझे कोसने में। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुुरुवार को मंदसौर जिले के सुवासरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार हरदीप सिंह डंग के समर्थन में ग्राम चंदवासा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। उन्होंने भी जनसभा को संबोधित किया।   मुख्यमत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ जी ने अकडक़र कहा था कि कन्या विवाह योजना में मैं बेटियों को 51 हजार रुपये दूंगा। बेटियों की शादी हो गई, डोली उठ गई, ससुराल चली गईं, बेटे-बेटी भी उनकी गोद में आ गये, लेकिन कमलनाथ जी के 51 हजार रुपये में से अब तक धेला भी बेटियों को नहीं मिला। उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे भाइयों-बहनों, मेरा जीवन प्रदेश की प्रगति और उन्नति एवं जनता की सेवा के लिए समर्पित है। अगले तीन साल में विकास के माध्यम से क्षेत्र की तस्वीर भी बदलूंगा और मध्यप्रदेश की जनता की तकदीर भी बदलूंगा।   मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मेरे भाइयों-बहनों, प्रदेश की प्रगति और विकास के काम केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। इसलिए कमल के फूल का बटन दबाकर भाजपा को अपना आशीर्वाद दीजिए। मैं भी आपको वचन देता हूं कि आपका विश्वास टूटने नहीं दूंगा।

Kolar News

Kolar News 29 October 2020

रायसेन। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे राजनेताओं के अलग और अनोखे अंदाज देखने को मिल रहे हैं। चुनावी मैदान में उतरे नेता मतदाताओं को रिझाने के लिए भाषण बाजी से अलग हटकर क्रिकेट खेल रहे हैं, गोलगप्पे खा रहे हैं, दंडवत प्रणाम करने के अलावा खाना तक पका रहे हैं। ऐसे में ही अब सांची विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ प्रभुराम चौधरी का भी अनोखा अंदाज देखने को मिला है। यहां जनता के बीच वोट मांगने पहुंचे नेताजी ने दंगल में उतरकर खूब करतब दिखाए। नेताजी का करतब करते वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।   दरअसल, उपचुनाव में सांची सीट से भाजपा ने डॉ प्रभुराम चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर भाजपा और प्रभुराम चौधरी दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हर हाल में भाजपा इस सीट पर जीत हासिल करना चाहती है। ऐसे में ही बुधवार को जब प्रभुराम चौधरी प्रचार के लिए रायसेन जिले के सांची विधनसभा पहुंचे तो यहां ग्रामीणों से मुलाकात के बाद वे ग्रामीणों के साथ अखाड़े जा पहुंचे और वहां उन्होंने अलग अलग करतब दिखाए। नेताजी का अनोखा अंदाज देखकर वहां मौजूद लोग चौंक गए और नेताजी के लिए खूब तालियां बजाई।    गौरतलब है कि इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिमनी विधानसभा सीट में चुनाव प्रचार के दौरान क्रिकेट मैच खेलते हुए नजर आए थे। वहीं, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिहं तोमर प्रचार के दौरान गोलगप्पे खाते हुए दिखाई दिए थे। भांडेर से भाजपा प्रत्याशी रक्षा सिरौनिया के पति संतराम सिरौनिया तो मंच पर ही जनता के सामने दंडवत हो गए। वहीं, सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट से कांग्रेस की पारूल साहू प्रचार के दौरान एक घर में खाना बनाती और बच्चों के साथ खेलती भी नजर आई थी। 

Kolar News

Kolar News 29 October 2020

भोपाल/अनूपपुर। मध्यप्रदेश में गरीब परिवारों के मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस भरवाने का मैंने फैसला किया, ताकि ये भी डॉक्टर, इंजीनियर बनकर अपने सपने को साकार कर सकें। कमलनाथ जी ने इस योजना को बंद कर दिया था, मैंने फिर से प्रारम्भ कर दिया। मध्यप्रदेश की धरती पर उद्योग लाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इन उद्योगों में 75 फीसदी रोजगार प्रदेश के मेरे बेटे-बेटियों को मिलेगा। शासकीय नौकरियों में भर्ती पर लगे प्रतिबंध को हटाकर हमने युवाओं के जीवन को सरल बनाने की दिशा में संकल्पित प्रयास किया है।   यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी स्ट्रीट वेंडर बंधु थे, जिनका कोविड-19 के लॉकडाउन के कारण धंधा चौपट हो गया था, उन्हें पुन: स्थापित करने के लिए बिना गारंटी और बिना ब्याज के 10,000 रुपये का ऋण दिया गया है। किसानों की सम्मान निधि में प्रदेश सरकार की ओर से 4 हजार रुपये जोडक़र देने का हमने फैसला किया है। अब प्रदेश के हर किसान के खाते में सरकार की ओर से प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये जमा होंगे।   उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास और क्षेत्र के कल्याण की जब भी बात आई, हमने कभी भी पैसों की कमी नहीं आने दी। मैं तो मुख्यमंत्री ही इसलिए बना हूँ कि जनता को लाभ दिला पाऊँ। कमलनाथ जी तो जितने दिन मुख्यमंत्री रहे, उतने दिन रोते रहे। ऐसा मुख्यमंत्री किसी काम का नहीं होता। मैं आप सबसे प्रार्थना करता हूं कि मध्यप्रदेश के विकास और जनकल्याण के कार्य अबाध गति से चलते रहें, इसके लिए आप अपना आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी को दीजिए।

Kolar News

Kolar News 28 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कई नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं। इस उपचुनाव में दल बदल की राजनीति भी खूब देखने को मिली। इसी क्रम में अब भाजपा से नाराज होकर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले और अंबाह से सपा प्रत्याशी एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए है। बुधवार को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के सामने उन्होंने दोबारा भाजपा की सदस्यता ली।   उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। अंबाह विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी बंशीलाल जाटव भाजपा में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली और अंबाह से भाजपा प्रत्याशी कमलेश जाटव को अपना समर्थन दिया है। दरअसल भाजपा से नाराज होकर बंसीलाल जाटव ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी। वहीं अब उपचुनाव से ठीक चार दिन पहले नाटकीय घटनाक्रम में बंशीलाल जाटव ने घर वापसी कर ली है। बंशीलाल जाटव की वापसी भाजपा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। बताते चले कि बंसी लाल जाटव एक कद्दावर नेता माने है और तीन बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लडक़र विधायक रह चुके हैं। उपचुनाव के लिए उन्होंने भाजपा से टिकट मांगा था, टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली थी। लेकिन एक बार फिर उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है।

Kolar News

Kolar News 28 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनावों को लेकर चुनाव प्रचार जोरों पर है। ऐसे में नेता अपनी मर्यादा भूलकर विवादित बयान देने से भी नहीं चूक रहे हैं। दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार फूल सिंह बरैया पहले सवर्णों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। अब उनका एक और विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे झांसी की रानी का उपहास उड़ाते नजर आ रहे हैं।    गौरतलब है कि कांग्रेस उम्मीदवार फूलसिंह बरैया का गत दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने मुस्लिम व दलितों को एक ही माता-पिता की संतान बताया था और हिंदुओं को बाहर से आया हुए बताते हुए उन्हें देश से बाहर खदेडऩे को कहा था। इसके साथ ही उन्होंने सवर्ण वर्ग की महिलाओं को लेकर भी स्तरहीन व अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसके बाद जमकर बरैया का जमकर विरोध हुआ था और उनके पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किये गये थे। मंगलवार को उनका एक और वीडियो फेसबुस, ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बरैया एक सभा के मंच से कह रहे हैं कि रानी लक्ष्मी बाई कोई वीरांगना नहीं थी। वे अपने बच्चों को लेकर झांसी से भागी थी और ग्वालियर में आकर उन्होंने आत्महत्या की थी।    यह वीडियो 9 अक्टूबर 2015 में ग्वालियर के मेला ग्राउंड में आरक्षण समर्थक महारैली कार्यक्रम का है, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। इस महारैली को संबोधित करते हुए बरैया कह रहे हैं कि -‘खूब लड़ी मर्दनी वो तो झांसी वाली रानी है...बुंदेले हरबोलो के मुंह हमने सुनी कहानी हैं। सुनी ही है, यह तो लिखी भी नहीं, क्यों सुनते हो तुम..? युद्ध का मैदान कहां था...झांसी। और मरी आत्महत्या करके (रानी लक्ष्मीबाई) ग्वालियर में। वीरांगना उसी को कहते हैं जो युद्ध के मैदान में मरे। युद्ध का मैदान झांसी में था, मरी थी लक्ष्मीबाई ग्वालियर में 'आत्महत्या करके"। आत्महत्या करने वाले को अगर वीरांगना कहा, तो रोज 10 लड़कियां आत्महत्या कर रही हैं, उन्हें भी लिखो कि वीरांगना हैं ये...दिमाग से सोचिए आप..लिखी हुई और सुनी हुई बातें मत करिए। कौन लड़ा था मालूम है? इसके बारे में पढिय़ो। झलकारी बाई कोरिन हमारी बहन लड़ी थी झांसी में...ये तो बच्चे को ले करके भाग रही थीं, ये लड़ी नहीं हैं, एक मिनट नहीं लड़ीं। और लिख दिया खूब लड़ी मर्दानी...।’   सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर अभी किसी की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन इसको लेकर घमासान मचना तय माना जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 27 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अपनी संभावित पराजय से बौखलाकर राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों को धमका रहे हैं। उन्होंने निर्वाचन आयोग से मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की अपील की है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ट्वीट के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि -अपनी संभावित पराजय से बौखलाकर कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी आजकल अधिकारियों और कर्मचारियों को धमका रहे हैं! वे रोज कर्मचारियों को धमकी दे रहे हैं कि देख लेंगे, निपट लेंगे, निपटा देंगे। ऐसे शब्दों का प्रयोग कर अधिकारियों-कर्मचारियों को धमकाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर अधिकारियों और कर्मचारियों का भी आत्मसम्मान है। उनके मनोबल को तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। उनका अपमान किया जा रहा है। माननीय चुनाव आयोग से अपील है कि वह स्वत: संज्ञान ले और धमकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे।’

Kolar News

Kolar News 27 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनावों को प्रचार-प्रसार जोर-शोर से जारी है। राज्य के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा हैं। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव प्रचार से दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से वे भाजपा पर जमकर निशाना साध रहे हैं। अब उन्होंने निर्वाचन आयोग के उस निर्णय पर सवाल उठाया है, जिसमें कोरोना के चलते डाक मतपत्र से वोट डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि उन्हें आयोग पर पूरा विश्वास है, लेकिन उसे पूरी निष्पक्षता भी दिखना चाहिए।   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘कोविड-19 के कारण पोस्टल बेलट (डाक मतपत्र) डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को नहीं देने का निर्णय समझ से परे है।चुनाव आयोग को कहीं भी, किसी को भी, किसी प्रकार की शंका की गुंजाइश नहीं छोडऩा चाहिए। निष्पक्ष चुनाव आयोग ही हर लोकतंत्र की सफलता है।’   गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यानी सोमवार को पूर्व सीएम एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उपचुनावों के दौरान कई जगह पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारी-कर्मचारी सत्तारूढ़ दल भाजपा मदद कर रहे हैं। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से अनुरोध किया था कि वे निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। अब दिग्विजय सिंह ने डाक मतपत्र को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्णय पर सवाल खड़े किये हैं और निष्पक्षता से चुनाव कराने की मांग की है।

Kolar News

Kolar News 27 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे व मुरैना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई के समर्थन में शनिवार को विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि शिवराज जी आज सभाओं में लोगों से कह रहे हैं कि मैं अभी टेंपरेरी मुख्यमंत्री मुझे परमानेंट मुख्यमंत्री बनाओ। शिवराज जी जनता ने तो आपको पूरे 15 वर्ष परमानेंट मुख्यमंत्री बनाए रखा, आपने तो प्रदेश को बर्बाद कर दिया, विकास की दृष्टि से पीछे धकेल दिया।   कमलनाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि अब जनता धोखा खाने वाली नहीं है। अब तो वह आपको फिर 5 साल घर बैठायेगी। जनता ने आपको 2018 में ही पहचान लिया था ,इस बार फिर आपको घर बैठना है लेकिन इस बार सच बोलना जरूर सीख लेना। उन्होंने कहा कि चंबल वीरों की भूमि है, मैं उसे नमन करता हूँ। यहां के लोग बड़ी संख्या में सेना में शामिल सीमा पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यहां का खून गर्म है, वह लड़ सकता है लेकिन बिक नहीं सकता। यहां के पानी की तासीर में बगावत है लेकिन गद्दारी नहीं। जिसने चंबल से गद्दारी की, उसे चंबल कभी माफ नहीं करता।   कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने सौदेबाजी कर प्रदेश को देश भर में कलंकित किया है, बदनाम किया है। ग्वालियर- चंबल के लोग और प्रदेश की जनता इस अपमान का व कलंक का बदला ज़रूर लेगी। हम चंबल घाटी के शहीदों की याद में भव्य शहीद स्मारक बनाएंगे। मैं मामा नहीं, मैं जेब में नारियल लेकर नहीं चलता, मैं झूठ नहीं बोलता, मैं घोषणा नहीं करता, मैंने कभी चाय नहीं बेची, मैं तो सिर्फ साधारण कमलनाथ हूँ। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने सौदेबाजी व बोली से सरकार बना कर प्रदेश को देश भर में कलंकित किया। भाजपा का तो लक्ष्य है कि पंचायत के भी चुनाव ना हो, बोली लगाकर सरपंच चुन लिया जाए। इन्होंने प्रजातंत्र को धनतंत्र में तब्दील कर दिय। यह उपचुनाव नहीं है, यह तो मध्य प्रदेश के किसानों, युवाओं के भविष्य का चुनाव है। यह थोपा गया उपचुनाव है। चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है लेकिन यह कैसा उत्सव ? यह तो सौदेबाजी का उत्सव है। कमलनाथ ने कहा कि 3 नवम्बर के बाद यह तंबू-टेंट-झंडे-पोस्टर नहीं रहेंगे लेकिन हमारा युवा नौजवान यही रहेगा, किसान भाई यही रहेगा और आपके साथ कमलनाथ भी रहेगा। 

Kolar News

Kolar News 24 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए जोर-शोर से प्रचार-प्रसार जारी है। चुनावी सभाओं में नेता अपने पक्ष में मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान वे अपनी मर्यादाएं भी भूल रहे हैं और विपक्षी नेताओं के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे हैं। अभी कमलनाथ द्वारा इमरती देवी को लेकर दिये गये बयान का मामला सुलझा भी नहीं था कि अब इमरती देवी ने कमलनाथ को लेकर अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर दिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें इमरती देवी द्वारा कमलनाथ के लिए शराबी, कबाड़ी लुच्चे, लफंगे जैसे शब्द इस्तेमाल किये जा रहे हैं।    बता दें कि बीते रविवार को डबरा की चुनावी सभा में पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमनलाथ ने प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री एवं डबरा से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को ‘आइटम’ कह दिया था। कमलनाथ के इस बयान को आपत्तिजनक बताते हुए इमरती देवी लगातार हमलावर रूख अपनाए हुए है और उनके खिलाफ विवादित बयानों की बौछार कर रही हैं। इमरती देवी ने शुक्रवार को अपने क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कमलनाथ शराबी कबाड़ी की तरह बन गए हैं। जैसे शराबी के सामने से कोई महिला निकलती है तो शराबी कबाड़ी महिला पर अभद्र टिप्पणी करता है कि देखो क्या आइटम जा रहा है, ऐसे ही लुच्चे लफंगे अब कमलनाथ भी बन गए हैं। इमरती देवी ने कहा कि - ‘मेरे ससुर के सामने, सास, नंद, देवरानी-जेठानी, बेटों के सामने कमलनाथ ने ऐसी भाषा बोली है। कमलनाथ को शर्म नहीं आई। भगवती के दिन चल रहे थे, जिसमें ऐसी भाषा बोली, देख लेना अब भविष्य में कभी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं आएगी। इमरती देवी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।   किसानों की समस्या को लेकर कहा-भाड़ में जाए पार्टी   मंत्री इमरती देवी ने कमलनाथ के खिलाफ ही नहीं, किसानों की समस्याओं को लेकर उन्होंने अपनी पार्टी को भी भाड़ में जाने को कह दिया। इसके लिए बाद में उन्हें सफाई देनी पड़ी। दरअसल, इमरती देवी शुक्रवार को चुनाव प्रचार के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मसूदपुर पहुंची थी। वहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ उनका एक कार्यक्रम था। वहां से लौटते समय देर शाम इमरती देवी को कुछ किसानों ने घेर लिया, जो धान का वाजिब मूल्य न मिलने के कारण पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरती देवी को अपने बीच देखकर किसानों ने उनसे बात शुरू की, जिसके बाद मंत्रीजी ने कहा कि मैं पूरी तरह डबरा के किसानों के साथ हूं और मैं किसानों के लिए लड़ती रहूंगी। यहां तक तो ठीक था, लेकिन इसी बीच किसी ने पार्टी की बात की तो इमरती देवी ने कहा "भाड़ में जाए पार्टी।"   हालांकि, कुछ देर बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और इमरती देवी अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी। उनका कहना है कि वहां कांग्रेस के कुछ लोग भी किसानों के साथ थे, जो कांग्रेस पार्टी की बात कर रहे थे। उन्होंने पार्टी की बात कही तो मैंने कांग्रेस को लेकर कहा था कि पार्टी भाड़ में जाए। इमरती देवी ने कहा कि मैं बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ रही हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी की पूजा करती हूं, मैं क्यों उसे कुछ कहूंगी। 

Kolar News

Kolar News 24 October 2020

भोपाल। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के तिरंगे को लेकर दिए विवादित बयान पर हंगामा मचा हुआ है। देश भर में भाजपा नेता उनके बयान की निंदा कर रहे हैं और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर और भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने महबूबा मुफ्ती के बयान की कड़े शब्दों में भर्तसना करते हुए उन पर बड़ा हमला बोला है और महबूबा मुफ्ती को पाकिस्तानी एजेंट करार दिया है। जम्मू कश्मीर की नेत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा तिरंगा झंडा को लेकर दिए गए बयान पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने हमला किया है। उन्होंने उनके बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती यह कान खोलकर सुन लें कि यह देश हिन्दुस्तान है। उनके बाप को इस देश ने गृहमंत्री के रूप में स्वीकार किया था। आज तुम्हारा असली चेहरा और चरित्र सामने आ गया। अगर तुम हिन्दुस्तान का तिरंगा हाथ में नहीं लोगी, तो महबूबा मुफ्ती और फारुक अब्दुल्ला कान खोलकर सुन ले कि कश्मीर की धरती पर हिन्दुस्तान का तिरंगा जो लेगा वही नेतागिरी कर पएगा, वही सीएम बन पाएगा, वही कश्मीर में रह पाएगा। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जो देश के तिरंगे का अपमान करेगा, वह चाहे किसी भी जाति- धर्म का हो वह हिन्दुस्तान में रह भी नही पाएगा। इस देश की सरकार अब इस हिसाब से चलेगी कि देशद्राहियों को हम कुचलेंगे। हिन्दुस्तान के राष्ट्रध्वज का जो अपमान करेगा उसे जेल के अंदर डाला जाएगा। प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि महबूबा मुफ्ती अगर तुमको और तुम्हारे पुरखों को हिन्दुस्तान में रहना है तो तिरंगा हाथ में लेना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश में मोदी सरकार है, ऐसे लोगों पर देशद्रोह का केस दर्ज कर अपराधी बनाकर जेलों में डाला जाएगा। जो तिरंगे का, संविधान का, देश का अपमान करेगा, जो भारत माता को गाली दे, ऐसे लोग देशद्रोही है। चाहे महबूबा मुफ्ती हों, फारुक अब्दुल्ला हों या उनके चट्टे-बट्टे जो भी हों, यह सब पाकिस्तान के एजेंट हैं। ऐसे एजेंटों को जेल में डाला जाए और इनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाए।

Kolar News

Kolar News 24 October 2020

भोपाल। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सिंधिया धीरे धीरे भाजपा की विचारधारा को समझ रहे हैं और मुझे पूरी आशा है कि वह भारतीय जनता पार्टी में समरस होंगे। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने कमलनाथ और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा।   गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भाजपा प्रदेश कार्यायल पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति निर्माण की प्रक्रिया की गति हमेशा धीमी रहती है। सिंधिया जी आए हैं भारतीय जनता पार्टी में उनका स्वागत है। भारतीय जनता पार्टी विचार आधारित, कार्यकर्ता आधारित दल है। वह हमारी परंपराओं से, क्रियाओं से, पद्धति से परिचित हो रहे हैं और मुझे पूरी आशा है कि वह भारतीय जनता पार्टी में समरस होंगे।   राहुल गांधी पर साधा निशानाइस दौरान कमलनाथ के बयान को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने दिल से माफी मांगने की बात नहीं कही है। राहुल गांधी दो पक्षीय बातें कर रहे हैं। अगर सच में राहुल गांधी ने कमलनाथ को माफी मांगने को कहा है और अगर कमलनाथ राष्ट्रीय नेता की बात नहीं मान रहे हैं तो राहुल गांधी को कमलनाथ पर कार्यवाही करना चाहिए।   कांग्रेस के पास कोई उपलब्धि नहीराजनीति के गिरते स्तर को लेकर कांग्रेस पर तंज कसते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा स्तर नहीं गिरा है, कांग्रेस स्तर गिराने की कोशिश कर रही है। यह इसलिए होता है क्योंकि जब चुनाव में राजनीतिक दल के पास कहने के लिए कोई उपलब्धि नहीं होती है तो वह हल्की बातें करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। कांग्रेस के पास सवा साल की कोई उपलब्धि नहीं है, कांग्रेस के पास 2003 से पहले 10 साल तक उनकी सरकार रही लेकिन उसकी कोई उपलब्धि नहीं है। 10 साल तक यूपीए सरकार रही उसकी भी कोई उपलब्धि नहीं है। खाली दिमाग शैतान का घर होता है इसलिए कांग्रेस कुछ ना कुछ उल्टा बोल कर चुनाव को हल्का करने का प्रयास कर रही है। मैं कांग्रेस को कहना चाहता हूं कि चुनाव में मर्यादाए नहीं तोडऩा चाहिए।   सभी को नियमों का पालन करना चाहिएचुनाव आयोग के नियमों को लेकर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा चुनाव आयोग और न्यायालय में भरोसा करने वाला राजनीतिक दल है। चुनाव आयोग का कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए जो निर्णय है निश्चित रूप से को सभी को उसके नियमों का करना चाहिए। मैं भी आप सब लोगों के माध्यम से सभी से यह आग्रह करना चाहता हूं कि कोरोना वायरस के संकट में कोविड के प्रोटोकोल का सभी लोग पालन करें।

Kolar News

Kolar News 22 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मप्र हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के निर्देश के बाद गुरुवार को अशोकनगर विधानसभा क्षेत्र के शाडोरा और भिंड जिले के भांडेर विधानसभा क्षेत्र के बराच में होने वाली चुनावी सभाओं को निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र की जनता से माफी भी मांगते हुए कहा है कि वे हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं, लेकिन इस निर्णय के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘ आज शाडोरा और बराच में मेरी सभाएँ थीं, मैं वहाँ के नागरिकों से क्षमा मांगता हूँ, हमने आज वो सभाएँ निरस्त की हैं। माननीय उच्च न्यायालय की ग्वालियर बेंच ने एक फैसला दिया है, जिसके तहत चुनावी रैली या सभाएँ आयोजित नहीं की जा सकती हैं या चुनाव आयोग की अनुमति से ही आयोजित की जा सकती हैं।    उन्होंने आगे लिखा है कि - ‘मैं इस फैसले का सम्मान करता हूँ लेकिन इस फैसले के संबंध में हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उच्च न्यायालय के इस फैसले से एक असमंजस की स्थिति बन गई है। एक देश में दो विधान जैसी स्थित हो गई है।मध्यप्रदेश के एक हिस्से में सभाएँ हो सकती हैं और दूसरे हिस्से में नहीं हो सकतीं। बिहार में भी आम सभाएं और रैलियां हो रही हैं, लेकिन मप्र के एक हिस्से में नहीं हो सती। इस फैसले के संबंध में न्याय प्राप्ति के लिए हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय जा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय में हमें न्याय मिलेगा।’

Kolar News

Kolar News 22 October 2020

भोपाल। उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे दोनों प्रमुख पार्टियों में कशमकश भी तेज होती जा रही है और वे एक दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। इसी क्रम में गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस ने मंत्री बिसाहूलाल सिंह का वीडियो वायरल किया है, जिसमें वे हाथ में रिवाल्वर लिये एक कार्यकर्ता को धमकाते दिख रहे हैं। वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा ने इसे 8 साल पुराना वीडियो बताया है।    विधानसभा उपचुनाव में अनुपपूर से भाजपा के उम्मीदवार मंत्री बिसाहूलाल सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वे एक कार्यकर्ता को रिवॉल्वर दिखाकर गालियां देते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को एमपी कांग्रेस ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर किया है। वीडियो में बिसाहूलाल सिंह एक कार्यकर्ता से रिवॉल्वर दिखाते हुए गाली- गलौच कर रहे है और 18 हजार रुपये लाने की भी बात कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस ने इस वीडियो को शेयर करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी को निशाना बनाया है। वीडियो के साथ कांग्रेस ने लिखा है- शिवराज जी यह व्यक्ति आपकी पार्टी के लिए बिल्कुल फिट है, अगला प्रदेश अध्यक्ष इसी को बनाना।   वहीं, कांग्रेस के इस कदम को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हथकंडेबाजी बताया है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो आठ साल पुराना है, जब बिसाहूलालसिंह कांग्रेस में थे। उन्होंने कहा कि फेक और पुराने वीडियो जारी करना कांग्रेस का स्टाइल है। गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि बिसाहूलाल जी से मेरी बातचीत हुई है और उन्होंने भी कहा है कि यह वीडियो आठ साल पुराना है।

Kolar News

Kolar News 22 October 2020

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मंत्री इमरती देवी के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग और राज्य महिला आयोग आमने-सामने आ गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने जहां कमलनाथ के स्पष्टीकरण पर नाराजगी जताई है, वहीं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा कमलनाथ के पक्ष में खड़ी दिखाई दे रही हैं।    राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा इमरती देवी पर की टिप्पणी के मामले में उनके स्पष्टीकरण पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मंच से इमरती देवी पर बयान देने के बाद कमलनाथ की हंसी फिल्मी विलेन की तरह थी। जिस तरह फिल्मों में महिलाओं को प्रताड़ित करने के बाद विलेन हंसते हैं, वैसी ही हंसी थी। रेखा शर्मा ने कहा कि कमलनाथ के साथ जो लोग मंच पर खड़े थे वो भी ऐसे ही हंस रहे थे। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मैंने उनका स्पष्टीकरण पढ़ा है, जिसमें कमलनाथ का कहना है कि उनके पास एक लिस्ट थी, जिसमें आइटम के अनुसार लिखा था, इसी तरह वे आइटम वन और आइटम टू पढ़ रहे थे। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ का यह तर्क बिल्कुल झूठ है, सारी दुनिया ने देखा कि उन्होंने क्या कहा था।   वहीं, राज्य महिला आयोग को कमलनाथ के बयान में कुछ भी अनुचित दिखाई नहीं दे रहा है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि आइटम का मतलब वस्तु या सामान होता है। इसे आमतौर पर सभी इस्तेमाल करते हैं। संसद में भी इस शब्द का उपयोग होता है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी असामान्य या अनुचित नहीं है।

Kolar News

Kolar News 21 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल खोल कर घोषणाएं कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने प्रदेश के अधिकारी- कर्मचारियों को दीपावली से पहले सातवें वेतनमान के लिए तीसरे एरियर की 25 प्रतिशत राशि देने का ऐलान किया है। सरकार के इस ऐलान के बाद पूर्व सीएम कमलनाथन ने इसे चुनावी घोषणा बताते हुए सीएम शिवराज पर निशाना साधा है।    कमलनाथ ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए रुके डीए का भुगतान करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी अपना कर्मचारी विरोधी रवैया छोड़िए। कोरोना महामारी के इस भीषण संकट काल, त्योहारों और दीपावली को देखते हुए सातवें वेतन आयोग के एरियर की तीसरी किस्त की पूरी राशि कर्मचारियों के खाते में जमा करवाइये, उनके रोके हुए डीए का पूर्ण भुगतान करिये, उनकी रुकी हुई वेतन वृद्धि का पूरा लाभ उन्हें दीजिए, ताकि वे अपने परिवार के साथ त्यौहार मना सके।    कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे कर्मचारी भाइयों- बहनों ने कोरोना के इस संकट काल में चुनौती का सामना कर हरसंभव सहयोग किया है। आपको चुनाव के 14 दिन पूर्व कर्मचारी याद आ रहे है, अभी तक आप कहाँ थे? उन्होंने सरकार पर कर्मचारियों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सातवें वेतन आयोग के एरियर की तीसरी किश्त की मात्र 25 प्रतिशत राशि की चुनावी घोषणा कर आप इसे तोहफा बता रहे हैं, यह तो कर्मचारियों के साथ अन्याय है, यह राशि अपर्याप्त है, डीए व वेतनवृद्धि रोककर सातवें वेतन आयोग के एरियर की किश्त की मात्र 25 प्रतिशत राशि देकर आप तो कर्मचारियों के साथ धोखा कर रहे हैं। आप दीपावली के पूर्व पूरी किस्त का भुगतान करिए, उनके रुके हुए डीए का भुगतान उन्हें करिए, उनकी वेतन वृद्धि का लाभ उन्हें दीजिए, ताकि उनके जीवन में ख़ुशियाँ आ सके सिर्फ़ चुनाव को देखते हुए गुमराह करने का काम ना करें।

Kolar News

Kolar News 21 October 2020

भोपाल। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने अपना इस्तीफा बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेज दिया है। मुख्यमंत्री ने दोनों के इस्तीफे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेज दिये हैं।   दरअसल, पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सिलावट और राजपूत ने मार्च में विधायक पद से इस्तीफा दिया था और इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में इन्हें बिना विधायक के मंत्री बनाया गया था। मंगलवार को इन दोनों का छह महीने का कार्यकाल पूरा हो गया। इस मामले में कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बीते दिनों राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से दोनों के पद को खत्म करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि बिना विधायक रहते हुए इन्हें मंत्री बनाया गया है और यह नियमों के मुताबिक गलत है। नियमों के मुताबिक किसी मुख्यमंत्री या मंत्री बिना सदन का सदस्य रहते हुए छह माह तक ही अपने पद पर बना रह सकता है। छह माह के बाद उसका सदन का सदस्य होना जरूरी होता है। मीडिया में यह खबर आने के बाद बुधवार को तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।

Kolar News

Kolar News 21 October 2020

ग्वालियर। प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिकायत थाने में पहुंच गई है। मंगलवार को डबरा के रिटर्निंग अधिकारी ने इमरती देवी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर थाने में आवश्यक कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने अपने आवेदन के साथ कमलनाथ के बयान की सीडी भी प्रस्तुत की है। डबरा थाना पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है और मंत्री इमरती देवी को नोटिस देकर बयान देने के लिए थाने बलाया है। उनके बयान के बाद कमलाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है।   प्रदेश में जिन 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें ग्वालियर जिले की डबरा सीट भी शामिल है। यहां से भाजपा ने मंत्री इमरती देवी को उम्मीदवार बनाया है। कमलनाथ ने बीते रविवार को यहां चुनावी सभा में इमरती देवी का नाम लिये बिना उन्हें आइटम कहकर संबोधित किया था। इस मामले में डबरा विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी प्रदीप शर्मा की ओर से मंगलवार को डबरा थाने में आवेदन दिया गया है, जिसमें कमलनाथ के विवादित बयान को लेकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है। रिटर्निंग अधिकारी ने अपनी शिकायत में सभा में कोविड-19 गाइडलाइन के उल्लंघन की शिकायत भी है।   पुलिस का कहना है कि इस मामले को लेकर मंत्री इमरती देवी को थाने बुलाया गया है, ताकि उनके बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जा सके। पुलिस फिलहाल इतरती देवी के बयान के इंतजार में है। उनके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। माना जा रहा है कि कमल नाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है।

Kolar News

Kolar News 20 October 2020

भोपाल। डबरा से भाजपा उम्मीदवार और प्रदेश की मंत्री इमरती देवी के लिए अभद्र टिप्पणी कर विवादों में घिरे कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भाजपा पहले से इस पूरे मामले पर आक्रामक है। वहीं अब मंत्री इमरती देवी ने कमलनाथ और अजय सिंह के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत कार्यवाही किए जाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह अपनी जान दे देंगी।   कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी के बाद मंत्री इमरती देवी ने इस पूरे मामले में कमलनाथ पर पलटवार किया है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कमलनाथ और अजय सिंह पर एफआईआर या हरिजन एक्ट दर्ज नहीं हुआ तो अपनी जान दे दूंगी। मैं कार्रवाई के लिए धरने पर बैठूंगी। उन्होंने कहा कि अगर वो ऐसा नहीं करती हैं तो कमलनाथ किसी भी महिला को ऐसे तंज कसते रहेंगे। इमरती देवी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कमलनाथ के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैं सोनिया गांधी से हाथ जोडक़र निवेदन करती हूं कि वो ऐसे नेताओं को तुरंत पार्टी से निष्कासित करें। अगर ऐसे लोग कांग्रेस पार्टी में रहेंगे तो फिर कांग्रेस को खत्म कर देंगे।   मंत्री इमरती देवी ने कहा कि कमलनाथ ने एक दलित का अपमान किया है। मध्य प्रदेश में एससी का एक भी वोट कांग्रेस को कभी नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कमलनाथ को चैलेज करते हुए कहा कि कमलनाथ डबरा में खटिया डालकर बैठ जाओ, लेकिन तुम अगर डबरा की सीट निकाल कर दिखा दो तो मैं जानूं। इमरती ने कहा कि मैं जनता की चुनी हुई महिला हूं मुझे ढाई लाख लोग मिलकर चुनते हैं। मुझमें कुछ तो होगा जो मेरी जनता मुझे लगातार 4 सालों से चुन रही है। जब कमलनाथ सीएम थे तो डबरा के लिए कुछ काम नही किया था, इसी वजह से मैं पार्टी छोडक़र चली आई।

Kolar News

Kolar News 20 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन 35 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लिये हैं। इसके बाद अब चुनावी मैदान में 355 उम्मीदवार शेष बचे हैं, जो उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इनमें मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना। दोनों ही पार्टियों के लिए यह उपचुनाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे तय होगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी।    राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के अंतर्गत प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में आगामी तीन नवम्बर को मतदान होगा, जबकि मतों की गणना 10 नवम्बर को होगी और इसी दिन नतीजे घोषित किये जाएंगे। इन 28 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया नौ अक्टूबर को शुरू होकर 16 अक्टूबर तक चली थी। इस दौरान कुल 456 उम्मीदवारों ने 604 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये थे। इसके बाद 17 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच हुई, जिसमें 67 उम्मीदवारों के नाम निर्देशन-पत्र निरस्त किये गये। वहीं, सोमवार को 35 उम्मीदवारों ने अपनी अभ्यर्थिता से नाम वापस ले लिये। अब उपचुनाव के मैदान में 355 उम्मीदवार बचे हैं।    इनमें मुरैना जिले की तीन सीटें जौरा, मुरैना और अम्बाह से 15-15 व सुमावली में 9, दिमनी में 13 उम्मीदवार मैदान में है। भिण्ड जिले की मेहगांव से 38, गोहद से 15, ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर से नौ, ग्वालियर पूर्व से 12 और डबरा से 14 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। दतिया जिले के विधानसभा क्षेत्र भांडेर से 13, शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र पोहरी और करेरा से 13-13, अशोकनगर जिले के विधानसभा क्षेत्र अशोकनगर से नौ, मुंगावली से 13, देवास के हाटपिपल्या से 11, बुरहान के नेपानगर से छह, अनूपपुर से 12, राजगढ़ जिले के ब्यावरा से आठ, सागर जिले के विधानसभा क्षेत्र सुरखी से 15, छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र मलहरा से 19, रायसेन जिले के विधानसभा क्षेत्र सॉची से 15 आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्र आगर से आठ खण्डवा जिले के विधानसभा क्षेत्र मांधाता से आठ, धार जिले के विधानसभा क्षेत्र बदनावर से तीन, मंदसौर जिले के विधानसभा क्षेत्र सुवासरा से नौ, इंदौर जिले के विधानसभा क्षेत्र सांवेर से 13 उम्मीदवार मैदान में हैं।   सबसे अधिक 38 उम्मीदवार मेहगांव और सबसे कम तीन उम्मीदवार बदनावर विधानसभा क्षेत्र में हैं। बता दें कि राज्य की 28 में से 25 क्षेत्रों में उपचुनाव तत्कालीन विधायकों के त्यागपत्र देने और शेष तीन में तत्कालीन विधायकों के निधन के कारण हो रहे हैं। इन उपचुनावों से राज्य की सरकार का भविष्य तय होगा। मध्यप्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 107, कांग्रेस के 28, बसपा के दो, समाजवादी पार्टी का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 116 है। इस जादुई आंकड़े को हासिल करने के लिए दोनों ही प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस जोर-आजमाइश कर रही है। राज्य में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है और एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 20 October 2020

अनूपपुर। प्रदेश खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री और विधानसभा उपचुनाव से भाजपा प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। यहीं नहीं जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को चुनाव समाप्त होने के बाद देख लेने की भी बात कही है। यह घटना तब सामने आई, जब हाल के दिनों में अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के उपरांत १७ अक्टूबर को हुई स्कूटनी में कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए भाजपा प्रत्याशी द्वारा अग्नेय शस्त्र के सम्बंधित में शपथ पत्र में उल्लेख नहीं किए जाने की बात कहते हुए शिकायत रिटर्निंग अधिकारी से की थी। इसी विरोध में भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ की पत्नी पर अमर्यादित बोल बोले। उन्होंने कहा कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी पहली पत्नी की जगह दूसरी पत्नी का नाम शपथ पत्र में दिया है, पहली पत्नी की जानकारी छिपाई है। वही भाजपा प्रत्याशी ने जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी जय प्रकाश अग्रवाल को चुनाव उपरांत देख लेने की बात कही है। इस संबंध में कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि वह हमे क्या देखेगे 3 नवंबर के बाद उन्हे जनता देखेगी। कांग्रेस उम्मीदवार विश्वनाथ सिंह ने कहा कि जिनका चाल चरित्र खराब हो वह इसी प्रकार की अभद्र बाते करता है।

Kolar News

Kolar News 19 October 2020

खंडवा/भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर विवादों में घिर गए हैं। मंत्री इमरती देवी पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा हमलावर हो गई और सोमवार को प्रदेशभर में मौन उपवास कर धरने प्रदर्शन किये जा रहे हैं। इसी कमलनाथ सोमवार को ओंमकारेश्वर पहुंच गए और ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।   दरअसल, मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इसके लिए ताबड़तोड़ चुनावी अभियान चलाया जा रहा है। डबरा उपचुनाव के मद्देनजर कमलनाथ ने रविवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए इमरती देवी को आइटम कह दिया था। मंत्री इमरती देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ प्रदेशभर में भाजपा के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में विरोध स्वरूप दो घंटे मौन उपवास किया, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इंदौर में कमलनाथ के खिलाफ धरना दिया।    इसी बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमवार को ओंमकारेश्वर पहुंचे और यहां बाबा भोलेनाथ के दरबार में शीश झुकाया। उन्होंने ज्योतिर्लिंग भगवान के दर्शन कर पूजा और आरती की। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव भी उनके साथ मौजूद रहे। यहां दर्शन करने के बाद पंडित पुजारियों ने मंदिर परिसर में अभिषेक संपन्न करवाया। इसके बाद वे हेलीकाप्टर से पुनासा के लिए रवाना हो गए। यहां मांधाता विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी उत्तमपाल सिंह के पक्ष सभा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

Kolar News

Kolar News 19 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग की महिला एवं प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अपमानजनक बयान के विरोध में भाजपा नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। कमलनाथ ने उन्हें एक दिन पहले ‘आइटम’ कहकर संबोधित किया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा नेता कमलनाथ के बयान के विरोध में सोमवार को मौन उपवास पर बैठ गए हैं।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार सुबह मिंटो हाल परिसर पहुंचे और गांधी प्रतिमा के सामने मौन उपवास पर बैठ गए। वे यहां दो घंटे मौन उपवास करेंगे। उनके साथ गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग समेत अन्य पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हैं। मौन उपवास पर बैठने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि - ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:।’ जहां नारी की पूजा होती है, वहीं देवताओं का वास होता है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कल एक महिला के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उससे मैं आहत हूँ, शर्मिंदा हूँ। आज बापू के चरणों में उनके लिए प्रायश्चित करने हेतु बैठा हूँ।   उन्होंने कहा कि हम महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता उनके विचारों और उनकी सीख की धज्जियाँ उड़ाते हैं। कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा अपने बयानों के माध्यम से अपनी महिला विरोधी सोच का परिचय दिया है। कमलनाथ जी के कारण पूरे देश में आज मध्यप्रदेश की बदनामी हुई है! कमलनाथ जी भले ही बहुत बड़े सेठ और उद्योगपति होंगे लेकिन क्या इससे उन्हें महिलाओं को अपमानित करने की अनुमति मिल गई है? मैं कांग्रेस की महिला नेताओं से भी पूछना चाहता हूँ, क्या वे अपने नेता कमलनाथ जी के शब्दों का पूर्णत: समर्थन करती हैं?   वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के साथ वरिष्ठ नेता प्रभात झा, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, सांसद रीति पाठक और प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ग्वालियर में और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, मंत्री तुलसीराम सिलावट समेत अन्य नेता इंदौर में मौन उपवास पर बैठे हैं।   बता दें कि पूर्व सीएम एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को ग्वालियर जिले के डबरा में आयोजित चुनावी सभा में डबरा से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम कहा था। इसके बाद से भाजपा हमलावर है और चुनाव आयोग से शिकायत कर कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी गई है, जबकि कमलनाथ ने रविवार को देर रात अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि आइटम कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है।  

Kolar News

Kolar News 19 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर रविवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा आदेश भी जारी कर दिया गया है। एसपी को हटाने के तत्काल बाद दो अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है। शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रुपेश कुमार द्विवेदी का तबादला कर दिया गया है, जबकि उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) रजनीश कश्यप कोल को निलंबित कर दिया है। इधर, कलेक्टर आशीष सिंह ने जहरीली शराब मामले में 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है।   उज्जैन में जहरीली शराब मामले में आरोपितों की धरपकड़ के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। शहर के खाराकुआं थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को बीते शुक्रवार को ही निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद महाकाल थाने में पदस्थ दो पुलिसकर्मियों पर शनिवार को निलंबन की कार्रवाई की गई। रविवार को एसपी मनोज कुमार सिंह को भी उज्जैन से हटाकर भोपाल पुलिस मुख्यालय में अटैच कर दिया गया। इसके बाद एएसपी रुपेश कुमार द्विवेदी का तबादला कर दिया गया, जबकि डीएसपी रजनीश कश्यप कोल को निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में डीएसपी का मुख्यालय, पुलिस मुख्यालय भोपाल रहेगा और उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता भी मिलता रहेगा।   इधर, उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत होने की खबरें सोशल मीडिया प्रसारित-प्रकाशित की जा रही हैं। इसी को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह ने रविवार को स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा है कि डीनेचर्ड स्पिरिट (जहरीली शराब) पीने से अब तक कुल 12 व्यक्तियों की ही संदिग्ध मृत्यु हुई है। सभी 12 मृतकों का पोस्टमार्टम करने के बाद विसरा जांच के लिए ग्वालियर लेबोरेटरी में भेज दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 18 October 2020

बुरहानपुर।यह उप चुनाव तय करेगा आपका विकास, आपकी प्रगति, आपका भविष्य और मप्र का भविष्य। एक वह कमलनाथ की सरकार थी जिसने झूठे वादे किए तो वहीं दूसरी यह कमल की सरकार है जिसने प्रदेश काविकास ही विकास किया। जहां जहां भी झूठे वादों की सरकार होगी सिंधिया परिवार का यह मुखिया वहां से उसे उखाड फेकेंगे।   यह बात रविवार सुबह ग्राम दरियापुर में आयोजित भाजपा की सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कही। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गद्दार हैं मैं उनको कहना चाहता हूं कि पत्तियां झड गई हमसे गुलशन को सींचने में, वह इल्जाम लगा रहे हैं पर बेवफाई का। गुलशन को रौंद डाला जिसने अपने हाथों से वही दावा कर रहे हैं इस चमन की रहनुमाई का। सिंधिया ने कहा शादी होती है तो क्या घर वालों से दुल्हे की मुलाकात नहीं होती क्या। लोगों ने कहा होती है। तब सिंधिया ने कहा क्या मप्र का नया दुल्हा एक बार भी बुरहानपुर, नेपानगर या दरियापुर आया। लोग बोले नहीं आया। इस पर उन्होंने कहा कि जिस दूल्हे ने अपना चेहरा 15 महीने नहीं दिखाया। आज अगर वोट के लिए आएगा तो क्या करोगे।   सिंधिया परिवार का बुरहानपुर जिले से पारिवारिक रिश्ता सिंधिया ने कहा सिंधिया परिवार का बुरहानपुर जिले से राजनीतिक रिश्ता नहीं पारिवारिक रिश्ता है। यहां मराठा समाज का अखंड भाग महाराष्ट्र से जुडा है। एक एक व्यक्ति ने यहां त्याग तपस्या कर इस जमीन को सींचा है। नेपानगर में चुनाव होने जा रहे हैं यह मत समझना कि यह उपचुनाव है। यह उपचुनाव नहीं सत्य, प्रगति और आपके भविष्य का चुनाव है।   सिंधिया ने कहा 2018 में मेरे मन में एक सोच और विचारधारा थी कि मप्र विकास और प्रगति करेगा। मेरे मन में भी एक अलख थी कि कांग्रेस के झंडे के साथ काम करूंगा। यह सोचा था मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जनसेवा कर मप्र में जो विकास की लंबी लकीर खींची थी उससे ज्यादा लंबी लकीर हम खींचकर बताएंगे। आपसे सुमित्रा कास्डेकर ने आशीर्वाद मांगा था। कुर्सी के लिए नहीं, स्वयं के लिए नहीं बल्कि जनसेवा के लिए, लेकिन 15 महीने की सरकार ने लकीर तो खींची, लेकिन वह लकीर अपना जेब भरने और भ्रष्टाचार की लकीर थी।   सिंधिया ने कहा कि मप्र में 15 महीनों में कोई बीमार हुआ हो तो कहां से इलाज कराता होगा समझा जा सकता है। एक मामूली ट्रांसफर के लिए वल्लभ भवन में बोली लगती थी 10 लाख, 20 लाख, 30 लाख। कलेक्टर, एसपी, एसडीओपी तक के ट्रांसफर होते थे। एक एसपी का ट्रांसफर एक हफ्ते में चार बार होता था। सुमित्रा कास्डेकर पूर्व सीएम कमलनाथ के पास जाती थी उनके काम नहीं होते थे।   सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ ने 10 दिन के अंदर कर्ज माफ करने की बात कही थी। मैंने 10 दिन इंतजार किया जो किसानों के साथ वादा खिलाफी करेगा उस सरकार को उखाडने का काम ज्योतिरादित्य सिंधिया करेगा। 15 महीने में कर्ज माफ नहीं किया। पांच माह में शिवराजसिंह ने पूरे मप्र सरकार में 5 लाख मिट्रिक टन गेहूं की खरीदी की। चना फसल की खरीदी की अवधि की एक माह बढवाई। हर किसान को लाभ मिला। बिजली के बिल को समाधान योजना में डाला गया। कमलनाथ ने फसल बीमा योजना को लॉक किया था वहीं शिवराजसिंह ने किसानों को साढे सात हजार करोड रूपए भिजवाए। पीएम ने किसान सम्मान निधि की योजना की। 94 हजार करोड किसानों के खाते में पैसे गए। 4 हजार रूपए मप्र ने देने का निर्णय लिया। 10 हजार प्रत्येक किसान के खाते में हर साल पहुंचेंगे। वह कमल की सरकार थी और यह कमल की कमाल की सरकार है। उन्होंने कहा कमलनाथ ने 25 हजार की जगह 51 हजार रूपए देने को कहा था। लाखों बच्चियों की शादी हो गई। सात फेरे हो गए। बच्चियां अपने नए घर चली गईं। कमलनाथ कहते रहे पैसे नहीं हैं पैसे नहीं हैं। जबकि सीएम शिवराज ने एक एक बच्ची के खाते में पैसे पहुंचाए।   नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि मप्र शिवराजसिंह चौहान को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाना है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और 25 विधायकों ने अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। अब हमारी बारी है कि इनका साथ दें। उन्होंने कहा सुमित्रा कास्डेकर को नेपानगर विधानसभा से ऐतिहासिक जीत दिलाना है।   

Kolar News

Kolar News 18 October 2020

भोपाल। ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2020 की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। दुनियाभर के 107 देशों के लिए जारी की गई इस रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग 94वें पायदान पर है। इंडेक्स जारी होने के बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। हंगर इंडेक्स को लेकर कांग्रेस नेता सरकार पर जमकर निशाना साध रहे है। वहीं अब मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी केन्द्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।   हंगर इंडेक्स को लेकर कमलनाथ ने एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वल्र्ड हंगर इंडेक्स - 2020 की रिपोर्ट में 107 देशों में भारत 94 वें स्थान पर आया है और भारत की 14 प्रतिशत आबादी कुपोषित है। जबकि बंगलादेश, पाकिस्तान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका की स्थिति हमसे बेहतर है। वहीं प्रदेश में कुपोषण की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि रिपोर्ट के मुताबिक़ मध्यप्रदेश की स्थिति बेहद खराब? भाजपा सरकार के 15 वर्ष में प्रदेश कुपोषण में देश में शीर्ष पर रहा। ऐसा प्रदेश बनाया भाजपा ने?

Kolar News

Kolar News 18 October 2020

भोपाल। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में बीते दो दिन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। नशे के सौदागरों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जाएगा। मैंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं, जल्द ही दोषी सलाखों के पीछे होंगे।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर उज्जैन में जहरीले नशीले पदार्थ के सेवन से हुई मौतों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली और निर्देश दिये कि लोगों में नशे की आदत और अवैध रूप से ऐसे पदार्थों की आपूर्ति व बिक्री पर नजर रखी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन की तरह अन्य स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हों तो दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। प्रदेश में नशे के सौदागरों को नेस्तनाबूत किया जाए।    मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी ऐसे पदार्थों की बिक्री और आपूर्ति करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव  बैंस ने बताया कि वे आज ही इस संबंध में एक अभियान की रूपरेखा को अंतिम रूप दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। किसी भी तरह की मिलावट का मामला हो, दोषी व्यक्ति बचना नहीं चाहिए। आम जनता को बचाने के लिए सभी संबंधित विभाग सतर्क, सजग और सक्रिय रहें।   मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसानों से किए जा रहे उपार्जन कार्य के संबंध में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने खाद्य, सहकारिता और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों  को निर्देश दिए कि खरीद से संबंधित कार्य व्यवस्थित रूप से संपन्न हो। आवश्यक अमले को दायित्व देकर इन कार्यों को बखूबी पूर्ण करने के निर्देश दिए जाएं। किसानों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए। पंजीयन कार्य और खरीदी केंद्र संख्या इस तरह से निर्धारित हो कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो।

Kolar News

Kolar News 16 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में कुछ व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु और उसकी परिस्थितियों के संबंध में गुरुवार सुबह अपने निवास पर विशेष बैठक बुलाकर वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली। मुख्यमंत्री चौहान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए निर्देश दिए हैं कि ऐसे पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे व्यक्तियों का नेटवर्क तोड़ा जाए। इस घटना की विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) द्वारा जांच हो। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे मौजूद रहे।    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अन्य कई स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हैं, पुलिस बल इसका पता लगाए और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपर मुख्य सचिव गृह इस मामले में समन्वय कर प्रारंभिक जांच के आधार पर प्रतिवेदन दें। चौहान ने ऐसे विषैले नशीले पदार्थ बेचने वाले समाज के दुश्मन है। इन्हें कड़ी सजा मिले। ऐसे लोगों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने का कार्य किया जाए। जिन व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, वे काफी निर्धन भी हैं। संभवत: कई दिन से वे इस तरह का नशा कर रहे होंगे। ऐसे नशीले पदार्थ बेचने वालों का नेटवर्क ध्वस्त किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि न सिर्फ उज्जैन बल्कि पूरे प्रदेश में इस तरह के मामलों पर नजर रखी जाए। जहां कहीं भी ऐसे मिलावटी और जहरीले पदार्थों का विक्रय होने की आशंका हो सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।   बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध अपराध सहन नहीं होंगे मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल में एक बालिका के विरुद्ध हुए अपराध के संबंध में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध अपराध किसी भी स्थिति में सहन नहीं किए जाएंगे। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधिक तत्वों के लिए सरकार कठोरतम कार्यवाही करेगी। पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने जानकारी दी कि इस घटना के तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। करीब दो माह पूर्व की घटना की पृष्ठभूमि में पबजी जैसे खेल हैं जो प्रतिबंधित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समाज में बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध घटनाओं के संबंध में कार्यवाही न करने वाले दोषी व्यक्ति भी दंडित किए जाएं।

Kolar News

Kolar News 15 October 2020

भोपाल। उज्जैन जिले में झिंझर नामक कच्ची शराब पीने से हुई मौत के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को संज्ञान में लेकर गुरुवार सुबह उच्च स्तरीय बैठक लेकर अधिकारियों को घटना की जांच के विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने के निर्देश दिये हैं। साथ ही गृह विभाग को निर्देशित किया गया है कि दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए। वहीं मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी उज्जैन की घटना को लेकर जाँच टीम बनाई है, जो मौक़े पर जाकर पीडि़त परिवारों से मिलकर, इस पूरे मामले की जाँच कर कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेगी। इस टीम में विधायक महेश परमार, मनोज चावला, दिलीप गुर्जर, मुरली मोरवाल को शामिल किया गया है।   पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि प्रदेश के कई जिलों से शराब माफिय़ाओं के व अवैध शराब के कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही है। हमारी सरकार जाते ही ये माफिया वापस बेखौफ होकर सक्रिय हो गये है। हमारी सरकार ने इन्हें कुचला था और भाजपा सरकार इन्हें संरक्षित कर रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि पूरी सरकार उपचुनावों में लगी हुई है। जनता को भगवान मानने वाले शिवराज जी ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। क़ानून व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन लचर होती जा रही है। बहन- बेटियों के साथ प्रतिदिन दरिंदगी की घटनाएँ घटित हो रही है। सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है। ये माफिया बेगुनाह लोगों की जान ले रहे है।   कमलनाथ ने सरकार को चेतावरी भरे लहजे में का है कि हमारी सरकार के माफिया मुक्त प्रदेश बनाने के अभियान को भाजपा सरकार ने रोक दिया है लेकिन कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। माफिय़ाओं व मिलावट खोरों से प्रदेश को मुक्त करने का हमारा अभियान बंद नहीं होने देंगे, इसके लिये सडक़ों पर संघर्ष करेंगे।

Kolar News

Kolar News 15 October 2020

गुना। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री  कमलनाथ को चुन्नू और दिग्विजय सिंह को मुन्नू बताकर  तंज कसा और कहा कि चुन्नू और मुन्नू तुम दोनों अपनी संपत्ति मिला लो, वह हजार करोड़ से अधिक की नहीं होगी, इतनी कीमत का तो राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का बंगला ही अकेला है, तुम दोनों उनकी बराबरी भी नहीं कर पाओगे। इतना ही बोलकर नहीं माने उन्होंने कहा कि चुन्नू मुख्यमंत्री बन गए और मुन्नू ने ट्रांसफर उद्योग खोल लिया। यह काम सिंधिया को रास नहीं आई उन्होंने उनका साथ ही छोड़ दिया। जनता इस उपचुनाव में पूरी तरह कांग्रेस को उखाड़ फेंकेगी।   उन्होंने मोदी की सरकार को  गरीबों, आदिवासियों की सरकार बताई। कैलाश विजयवर्गीय बमौरी विधानसभा क्षेत्र के ऊमरी में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने बुधवार को गुना आए थे। विजयवर्गीय यहां आने के बाद प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री के यहां उनकी मां के निधन पर शोक जताने पहुंचे। हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी करने पहुंचने वालों में भाजपा जिलाध्यक्ष,  भाजपा विधायक गोपीलाल जाटव, पूर्व विधायक राजेन्द्र सलूजा, पन्नालाल शाक्य,संतोष धाकड़, वंदना मांडरे,अलका बिंदल, अनुसुईया रघुवंशी, शांति जोगी, संजीव विजयवर्गीय,बारेलाल धाकड़,हेमराज किरार, आलोक विजयवर्गीय, दिनेश शर्मा चुग्गी,श्याम रघुवंशी आदि उपस्थित थे।    राहुल गांधी पढ़ते-लिखते नहीं :  कैलाश  हवाई पट्टी पर कुछ पत्रकारों से चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल के मामले में कहा कि वहां भाजपा मजबूत हुई है और आने वाले समय में भाजपा की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी।

Kolar News

Kolar News 14 October 2020

इंदौर। प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट ने बुधवार को सिर्फ तीन लोगों के साथ जाकर सांवेर विधानसभा से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बुधवार को सिर्फ 15 मिनट के लिए अभिजीत मुहूर्त आया था और इसका लाभ लेने के लिए मंत्री सिलावट को जल्दबाजी करनी पड़ी। मंत्री सिलावट अब अपना दूसरा नामांकन रैली के रूप में जाकर भरेंगे, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता भी शामिल रहेंगे।     सांवेर विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी तुलसी सिलावट ने बुधवार सुबह अभिजीत मुहूर्त में नामांकन का पहला परचा दाखिल किया। सिलावट दोपहर में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दूसरा नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। मंत्री सिलावट नामांकन फार्म जमा करने से पहले बुधवार सुबह हनुमान मंदिर पहुंचे और बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने बताया कि मंत्री सिलावट की कुंडली के हिसाब से पंडित जी ने 10.50 से 11.05 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त बताया था। इसलिए मंत्री सिलावट सुबह 10.50 बजे चुनाव सह प्रभारी सावन सोनकर, प्रस्तावक दिलीप चौधरी और जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर के साथ नामांकन जमा कराने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मंत्री सिलावट लोस की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन और भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में दोपहर में दूसरा नामांकन फार्म दाखिल करेंगे। दोपहर में नामांकन जुलूस बाजार चौक से होते हुए तहसील कार्यालय सांवेर पहुंचेगा। इससे पहले बाजार चौक पर एक सभा भी होगी।

Kolar News

Kolar News 14 October 2020

  भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को गैर उपचुनाव वाले 33 जिलों में 107 ग्रामीण पेयजल कार्यो का भूमिपूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये भोपाल के मिंटो हाल से किया। मख्यमंत्री शिवराज ने गांवों में हो रही पानी की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए आज पेयजल योजना का भूमिपूजन किया।   इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना काल में विकास और जनकल्याण के कार्य लगातार जारी है। इसी कड़ी में आज 107 ग्रामीण पेयजल की नल जल योजना का हमने शिलान्यास किया है जिसमें 127 करोड़ों रुपए की राशि खर्च होगी जिससे कि गांव को पीने का पानी मिलेगा। सभी गांव को पीने का शुद्ध पानी मिले, हैंडपंप पर निर्भरता ना रहे इसलिए नल जल योजनाओं के माध्यम से पाइप लाइन बिछाकर नल लगाकर यह पीने का पानी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज तो हमने 107 नल जल योजनाओं का शिलान्यास किया है लेकिन मुझे बताते हुए खुशी है कि 2241 योजनाएं और हमने स्वीकृत की है। जिससे 2241 गांव में पीने का पानी नल जल योजना के माध्यम से दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त समूह पेयजल योजना भी हमने स्वीकृत की है, जिसकी कुल लागत 8261 करोड़ 60 लाख रुपए होगी।   सीएम शिवराज ने बताया कि हमारा प्रयास होगा कि 2023 के अंत तक सभी गांव को नल जल योजना के माध्यम से पीने का पानी दे। यह विकास की एक बड़ी सौगात है। माताएं, बहनें, बेटियां जो हैंडपंप से पानी भर कर लाती थी उनके लिए यह बड़ा फायदा है कि अब घर में ही शुद्ध पीने का पानी मिलेगा और कई बीमारियों से छुटकारा भी मिलेगा।   कांग्रेस पर लगाये आरोपइस दौरान सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस मुझे कभी नंगा भूखा कहती है फिर हिसाब लगाते है कि मेरे पास क्या क्या है। कभी कहते हैं एक्टर है, कलाकार है, तो कभी कहते हैं जेब में नारियल लेकर घूमता है। कभी कहते है लेट जाता है। अब मैं क्या करूँ मुझे समझ नही आता की मैं भूखा रहू, नंगा रहू या फिर लेटा रहू। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की घटिया मानसिकता है जो व्यक्तिगत आरोप लगा रही है। नंगा भूखा कहना वास्तव में आम जनता का अपमान है। मैं तो 5 बार मध्य प्रदेश से सांसद रहा, 5 बार से विधायक हूं। चौथी बार मुख्यमंत्री हूं। कांग्रेस का यह नंगा भूखा कहना कितना उचित है। क्या कांग्रेस का किसी का मजाक उड़ाना कि एक्टर है शाहरुख खान को मात करता है कभी सलमान खान को मात कर देता है यह भाषा शैली ठीक है।  

Kolar News

Kolar News 14 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में कन्यापूजन कर गणमान्य जनप्रतिनिधियों के साथ चुनाव प्रचार रथों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जी, भूपेंद्र सिंह जी और उनकी टीम को हृदय से बधाई देता हूं कि कोविड-19 काल में जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए आपने वीडियो रथ माध्यम का उपयोग करना सुनिश्चित किया है। आपका यह प्रयास भारतीय जनता पार्टी के संदेश को गांव-गांव लेकर जायेगा। ये वीडियो रथ भाजपा के काम को जनता के बीच रखेंगे। प्रत्यक्ष रूप से कोरोना में काल में उतनी सभाएं संभव नहीं हैं। इससे कोरोना के संकट से भी जनता को हम बचा पायेंगे और अपनी बात भी प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचा पायेंगे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता चुनाव में बौरा से गये हैं। कह रहे हैं कि शिवराज तो चुनाव से पहले ही जनता के सामने घुटनों के बल बैठ गया। मुझे तो जनता की सेवा के लिए अपनी जिंदगी भी न्योछावर करनी पड़े तो कर दूंगा, घुटनों पर बैठना कौन सी बड़ी बात है। अब कांग्रेसी हमें भूखा-नंगा कह रहे हैं। हम तो भूखे-नंगे ही भले हैं। हमें भव्य बंगलों वाला नहीं बनना है। हम तो इसी में प्रसन्न हैं कि प्रदेश की जनता की पूरी गंभीरता और शिद्दत के साथ सेवा के काम में लगे हैं। आपकी अमीरी आपको मुबारक हो।

Kolar News

Kolar News 13 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में तेजी से नये हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल का निर्माण किया है। हमने प्रदेश में स्कूल खोले, अब हमारा लक्ष्य है उन स्कूलों के लिए बेहतर भवनों का निर्माण। नवनिर्मित भवनों में अब कक्षाओं के साथ ही लैब, लाइब्रेरी और खेल प्रांगण की सुविधा से युक्त हैं। नये स्कूल खोले जायेंगे और पुराने भवनों में भी हम सुविधाओं का विस्तार करेंगे। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जो नई शिक्षा नीति बनी है, उसके अंतर्गत अब कक्षा छठवीं से ही व्यावसायिक शिक्षा बच्चों को दी जाएगी। हम मध्यप्रदेश में बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा तो देंगे ही, साथ ही रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेंगे।   मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें मंगलवार को प्रदेश के चुनाव अप्रभावित जिलों में 497.70 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 145 शाला और छात्रावास भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम बच्चों को शिक्षा तो दें ही, इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बच्चों को पढऩे के लिए भवन उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि बच्चों को नैतिक शिक्षा देना भी आवश्यक है। हमारे शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। ये ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देकर राष्ट्र के निर्माण में अपना अभूतपूर्व योगदान देते हैं। महापुरुषों की जीवनियां पढ़ाई जायेंगी, ताकि हमारे बच्चों के जीवन को सही दिशा मिल सके। गरीब को भी जीने और मुस्कुराने का हक होता है। इन्हें भी सपने देखने और उसे साकार करने का अवसर मिलना चाहिए। मैं इन्हें इनका हक और अधिकार देने के लिए संकल्पित हूं। गरीब परिवारों के बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस हमारी सरकार भरवायेगी।   मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे बच्चों मन लगाकर पढ़ो, तुम्हारी प्रतिभा के रास्ते में धन को बाधा नहीं बनने दूंगा। हमने ऐसी अनेक योजनाएँ प्रारम्भ की हैं जिससे मध्यप्रदेश के गरीबों के जीवन में बुनियादी बदलाव आ रहे हैं। बच्चे गरीब के घर में पैदा भले ही हुए हों, उनमें क्षमताएँ और टैलेंट हैं, तो हम उन्हें धन की कमी नहीं होने देंगे। हम मध्यप्रदेश में 10,000 विद्यालय खोलेंगे जिससे बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिले। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में हमारे गरीब बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनेंगे। सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को निजी स्कूलों के समान करने के लिए संकल्पित हूं। गरीब, निर्धन, किसान, कमजोर वर्ग के बच्चों को किसी कीमत पर पीछे नहीं रहने दूंगा।   10 हजार गुणवत्तापूर्ण नये विद्यालय भवन बनाये जायेंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 3 वर्षों में ऐसे दस हजार विशाल भवनयुक्त विद्यालयों का निर्माण किया जायेगा जिसमें एक ही स्थान पर कई बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल कर सकें। अत्याधुनिकता से परिपूर्ण इन स्कूल परिसरों में शिक्षकों के निवास, लायब्रेरी, खेल परिसर एवं आसपास 25 से 30 कि.मी. की परिधि में रहने वाले बच्चों के लिए स्कूल आने-जाने के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध रहेगी। वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में उपस्थित प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने इस कल्पना को शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिक्षण संस्थान से एक ही भवन में एक ही स्थान पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना संभव हो सकेगा।

Kolar News

Kolar News 13 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ मंगलवार को बमोरी विधानसभा पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कलाकारी में माहिर शिवराज जी कभी घुटनों के बल बैठ जाते हैं, कभी कहते हैं कि प्रदेश की जनता मेरी भगवान और मैं उसका पुजारी, अरे शिवराज जी प्रदेश की जनता भली-भांति जानती है कि आपकी नजऱ में जनता असली भगवान नहीं, आपकी नजऱ में तो माफिया और मिलावट खोर भगवान हैं और आप उनके पुजारी है।   कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि आपको तो मैं पहले भी कह चुका हूँ कि आपको कलाकारी करने मुंबई चले जाना चाहिए, अच्छे-अच्छे फिल्मी कलाकारों को आप पीछे छोड़ देंगे। आप कितना झूठ बोलते हैं, कितनी झूठी घोषणाएँ करते हैं। यहाँ के लोग बता रहे है कि अकेले बमोरी में ही उपचुनाव को देखते हुए आपने 1100-1200 करोड़ की घोषणाएँ कर दी, क्या जनता को आप मूर्ख समझते हैं? आज का मतदाता बहुत समझदार है, आपकी कलाकारी का शिकार बनने वाला नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज मुझे बमोरी आकर कर बेहद खुशी हुई है और मैं यहां की जनता को बधाई देता हूं कि आपने पिछले चुनाव में यह संदेश दे दिया था कि हमें गुलाम समझने की भूल ना करे, हम आजाद हैं और यहाँ की जनता ने आजादी का झंडा उठाकर बमोरी को आजाद किया लेकिन आज मुझे यहाँ आकर बमोरी के विकास को देखकर बड़ा ही ताज्जुब हो रहा है। ना यहाँ स्कूल है, ना कॉलेज है, ना ठीक-ठाक अस्पताल? सिंधिया पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि जो लोग खुद को महाराज कहते हैं, जिनके खुद के कई स्कूल-कॉलेज है, उनका क्षेत्र इतना उपेक्षित कि स्कूल-कॉलेज तक नहीं है? चुनाव में भी लड़ता हूँ, 40 साल से जनता का प्रतिनिधित्व करता हूँ, मेरे क्षेत्र की जनता मुझ पर विश्वास करती है, क्षेत्र का विकास करता हूँ। आप छिंदवाड़ा का विकास देख कर आइए और उसकी तुलना महाराजा के इस क्षेत्र से कीजिये, विकास की सोच व नीयत आपको ख़ुद दिखाई देगी।   इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए नाथ ने कहा कि शिवराज जी को जनता ने पूरे 15 वर्ष दिए लेकिन उनका पेट नहीं भरा, उन्होंने 15 माह में ही हमारी सरकार गिरा दी। यह मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है, हमें बिकाऊ राजनीति को जवाब देना है, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना हैं। हमने अपने सरकार में नीति और नियत का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि आज अतिथि शिक्षक मुझसे मिले, कह रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ना हमारे ढाल बने ना तलवार तो मैंने उनसे कहा कि आप चिंता मत करिए, हमारा लक्ष्य रोजगार है। इसके पूर्व आज मंगलवार के शुभ दिन के अवसर पर हनुमान भक्त कमलनाथ जी का बमोरी आगमन पर, वहाँ की जनता ने बमोरी के प्रसिद्ध हनुमान स्थल टेकरी सरकार का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका भव्य स्वागत किया।

Kolar News

Kolar News 13 October 2020

अशोकनगर। यह उपचुनाव ग्वालियर संभाग के अस्मिता एवं मान सम्मान का चुनाव है। जहां-जहां कार्यकर्ताओं का पसीना टपकेगा वहां मेरा खून बहेगा। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने वल्लभ भवन को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा था और जो वादा खिलाफी उन्होंने की थी उसी कसूर के कारण उनकी सरकार गई है। यह बात राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को अशोकनगर विधानसभा क्षेत्र के शाढौरा मण्डल सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।   सिंधिया ने अपने उदबोधन में सबसे पहले अपनी दादी विजयाराजे सिंधिया के कामों को याद करते हुए उनके सम्मान में सरकार द्वारा आज जारी किए गए सिक्के को लेकर प्रधानमंत्री मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी का आभार व्यक्त किया। सिंधिया ने कहा कि जहां-जहां कार्यकर्ताओं का पसीना टपकेगा वहां मेरा खून बहेगा। रविवार को राजपुर में कमलनाथ द्वारा दिए गए तमाम सारे बयानों पर भी सिंधिया ने मंच से जवाब दिया।   उन्होंने कहा कि 70 साल के इतिहास में ग्वालियर संभाग में कांग्रेस कभी 18 सीट भी नहीं जीत पाई थी। पिछली बार इसी संभाग के कारण प्रदेश में सरकार बनी और यहां 26 सीटें आई थीं  मगर कमलनाथ ने इस पूरे इलाके का विकास रोक दिया और यहां के जनप्रतिनिधियों की लगातार उपेक्षा की इसी कारण यह उपचुनाव पूरे ग्वालियर चंबल संभाग के सम्मान का प्रतीक बन गया है। कमलनाथ के द्वारा खुद को कसूरवार न मानते हुए जो भाषण दिया था उस पर सिंधिया ने कहा कि आपने प्रदेश में भ्रष्टाचार किया, किसानों एवं महिलाओं के साथ वादा खिलाफी की यही आप का कसूर था और इसी कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस सरकार को मिटाने का काम किया है। सिंधिया ने कहा कि गद्दारी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने जनता के साथ की थी, इस कारण सडक़ों पर है। इस दौरान सतना सांसद गणेश सिंह, सागर विधायक शैलेंद्र जैन एवं भाजपा उम्मीदवार जजपाल सिंह मंच पर मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 12 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जनसभा में घुटने टेकने के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस सीएम पर निशाना साध रही है। वहीं कांग्रेस पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने जिंदगी भर केवल गांधी परिवार के आगे ही घुटने टेेके हैं। हमारे लिए जनता ही भगवान है, उनके सामने घुटने टेकने में कुछ गलत नहीं है।   मंत्री मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस जिंदगी भर गांधी परिवार के आगे घुटने टेकती आई है, जनता और भगवान ही जनार्दन, अपने आराध्य के सामने घुटने टेकने में क्या गलत है। उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि हम तो पहले से कहते आए हैं कि कमलनाथ जैसे नेता सोने का चम्मच लेकर पैदा होते हैं। इसीलिए इन्हें जनता के बीच से निकलकर आने वाले नेता नहीं सुहाते। उनकी सरकार ने गरीबों के कल्याण की कई योजनाएं बंद कर दीं। दरअसल जनता के दुख-दर्द वही नेता समझ सकता है जिसने गरीबी देखी हो।   पटवारी के वायरल वीडियो पर साधा निशाना इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी द्वारा एक महिला से कमलनाथ शासन के कार्यों के बारे में पूछे जाने वाले वायरल वीडियो पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि जनता से ज्यादा सवाल न पूछें तो ही इनके लिए बेहतर, नहीं तो और हक़ीकत सामने आएंगी।   सरकार के कर्ज लेने पर दिया बयानकर्जा तो कमलनाथ सरकार ने भी बहुत लिया था, लेकिन उनकी सरकार और भाजपा सरकार के कर्ज के उद्देश्य में बहुत अंतर है। उन्होंने सलमान और जैकलीन की अगुआई में आइफा अवार्ड जैसे आयोजन कराने के लिए कर्ज लिया जबकि हमारी सरकार का कर्ज लेने का उद्देश्य बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय है।

Kolar News

Kolar News 12 October 2020

आगर-मालवा। मप्र में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है। जनसभाओं और रैलियोंं में राजनीतिक दल एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस दौरान कई बार राजनेताओं के बोल भी बिगड़ रहे हैं। ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में प्रचार करने के लिए पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के साथ हुआ। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बेतुका बयान दे डाला। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें जमीन में दफना देने तक की बात कह डालीउच्च शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े की ओर इशारा करते हुए हा कि विधायक इसलिए नहीं होते हैं कि सरपंचों का शिकार करें। शिकार करना है और अगर तुम्हारे अंदर दम है तो जंगल में जाओं और जानवर मारो। इस दौरान मंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस सरकार में अतिक्रमण के नाम पर तोड़े गए धर्मशाला को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार में तुम हमारे समुदाय का धर्मशाला तोडऩे पहुंच गए थे। तुम्हारे बाप की इतनी हिम्मत कैसे हो गई? उज्जैन लंका में नहीं है, हम दौड़े चले आएंगे और ईंट से ईंट बजा देंग। उन्होंने कहा कि हमारे साथ कोई अगर बुरा करेगा तो हम उसे घर से निकाल लाएंगे और जमीन में दफना देंगे। मंत्री यादव यही नहीं रुके उन्होंने आगर मालवा विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रभारी जयवर्धन सिंह पर भी हमला करते हुए कहा कि नकली राजा के छोरे को लेकर आए, हम सबको ठिकाने लगा देंगे।   कांग्रेस ने बयान की निंदा कीवहीं, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के इस बयान की कांग्रेस ने निंदा की है। कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा मंत्री यादव के बयान पर ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘ये है मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, जऱा इनकी उच्च शिक्षा सुनिए। " घर से निकालकर ज़मीन में गाढ़ देंगे, सबको ठिकाने लगा देंगे, तेरे को भी देख लेंगे, तेरे राजा- महाराजा को भी देख लेंगे। इनसे उच्च शिक्षा लेकर इन्हें तो पशुपालन देना चाहिये। कैसे - कैसे मंत्री ?

Kolar News

Kolar News 12 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपुचनाव को देखते हुए राजनेता हर हाल में जनता को रिझाने का प्रयास कर रहे हैं। उपचुनाव में भाजपा की साख दांव पर लगी हुई है। दल-बदल कर आए भाजपा के प्रत्याशी जनता को रिझाने के लिए उनके पैर तक पकड़ रहे हैं। वहीं सीएम शिवराज भी जीत की खातिर जनता जनार्दन के सामने घुटनों पर आ गए हैं। सीएम शिवराज की जनता के सामने घुटनें टेककर वोट की अपील किए जाने पर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने तंज कसा है।   कमलनाथ ने ट्वीट कर सीएम शिवराज के मंच पर घुटनों पर बैठकर हाथ जोडक़र वोट की अपील किए जाने पर तंज कसते हुए कहा है कि -‘यदि नेता जनता को झूठे सपने, झूठे सब्जबाग ना दिखाये, झूठी घोषणाएँ ना करे, झूठे चुनावी नारियल ना फोड़े, जनता से किये अपने हर वादे को वचन समझ पूरा करे, जनता को झूठे- लच्छेदार भाषण परोसकर मूर्ख ना समझे, अपनी सत्ता लोलुपता के लिये सौदेबाज़ी से जनादेश का अपमान कर राजनीति को कलंकित ना करे, जनहित उसके लिये सदैव सर्वोपरि हो तो जनता उसे हमेशा सर आँखो पर बैठाती है, अपने सिर का ताज बनाती है, उसको घुटने टेकने की कभी ज़रूरत ही नहीं पड़ती है।   गौरतलब है कि शुक्रवार को मंदसौर जिले की सुवासरा विधानसभा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज ने मंच पर घुटनों पर बैठकर हाथ जोडक़र प्रणाम किया और वोट की अपील की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

Kolar News

Kolar News 10 October 2020

भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह की आज मंदसौर-आगर व हाटपिपलिया की सभाओं में दिये संबोधन व परोसे झूठ पर पलटवार करते हुए कहा कि अपने सम्बोधन में शिवराज सिंह कह रहे थे कि कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया। उनका सिर्फ फसल ऋण ही माफ किया और वो भी दो लाख तक का ही कर्जा माफ किया ,एक ही खाते का माफ किया।   कमलनाथ ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज जी, हमने तो खाली खजाने से भी 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया और हमारी सरकार रहती तो जो किसान बचे थे उनका भी कर्ज माफ हो जाता।यह तो आपकी सरकार ने खुद विधानसभा में लिखित रूप में स्वीकारा है। हमने अपने वचन पत्र में कर्ज माफी का वचन दिया था और उसे पूरा किया। आपने तो 2008 के अपने घोषणा पत्र में किसानो के 50 हज़ार तक के कर्ज माफ़ी का वादा किया था और उससे भी आप मुकर गए, उसे भी आज तक पूरा नहीं किया।   कमलनाथ ने कहा कि यदि आज आपको लगता है कि हमने 2 लाख तक का ही कर्ज माफ किया है, फसल ऋण ही माफ किया है, एक ही खाते का माफ किया है तो अभी तो आप मुख्यमंत्री हो, खुद को किसान हितेषी, किसान पुत्र बताते हो, आपकी सरकार है, कर दो घोषणा कि सारे किसानों के कर्ज़़, सारे खातों के, सभी तरह के, जितनी भी राशि के होंगे, एक समय सीमा में हमारी सरकार माफ़ करेगी। किसने रोका है? खुद कुछ करना नहीं और कांग्रेस सरकार की कमियां निकालना है।उसे छोडक़र आप भी किसानो के लिये कुछ करके दिखाओ।   नाथ ने कहा कि शिवराज जी कितना झूठ बोलते है और कैसे दूसरों का यश अपने खाते में लेते हैं। उसका नमूना आज उनकी सभाओं में देखने को मिला। किसानों को कह रहे थे कि मैंने 6 माह में आपके खाते में 23 हज़ार करोड की राशि डाल दी। कितना बड़ा सफेद झूठ, कितना हास्यादपद, इसमें उन्होंने बीमा कंपनी की राशि भी जोड़ दी, प्रधानमंत्री सम्मान निधि के पैसे भी जोड़ दिए, किसानों की फसलें खराब पर उन्हें एक पाई का भी मुआवजा भी आज नहीं मिला है। उसके भी 4 हज़ार करोड रुपए उन्होंने खुद ही जोड़ दिए, समर्थन मूल्य की खरीद के पैसे भी जोड़ दिए, ऐसे कई पैसे उन्होंने जोड दिये ?   शिवराज जी आप इतना झूठ क्यों बोलते हैं ?कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज कितना झूठ बोलते हैं कि झूठ भी शर्मा जाता है। बड़ा ही शर्मनाक है कि अपने भाषणों में वह सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि, गरीबों को मिलने वाला राशन आटा-नमक, मध्यान्ह भोजन योजना, छात्रवृत्ति योजना की राशि का भी जिक्र कर रहे हैं थे। यह सारी योजनाएं वर्षों से चली आ रही है, यह किसी सरकार की कोई उनके लिए सौगात नहीं है। यह प्रदेश की जनता का हक है, जिसे देना हर सरकार का कर्तव्य है और उसे भी वह इस तरह से गिना रहे हैं कि यह कोई शिवराज सरकार की योजना है ? यह तो जब शिवराज जी जब आप प्रदेश के मुख्यमंत्री भी नहीं बने थे, तब भी यह नागरिकों को मिलता था और आप मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे, तब भी मिलता रहेगा।  

Kolar News

Kolar News 9 October 2020

भोपाल। भाजपा का दामन थामने के बाद से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के निशाने पर है। सिंधिया किसी जमाने में कांग्रेस के श्रीमंत हुआ करते थे लेकिन अब उन्हें श्रीअंत बुलाया जाता है, साथ ही उन पर कई आरोप भी कांग्रेस लगाती रहती है। सिंधिया की संपत्ति को लेकर भी कांग्रेस सवाल उठाती रही है और उन्हें भूमाफिया तक बता चुकी है। उपचुनाव में कांग्रेस खासतौर से ग्वालियर में सिंधिया ट्रस्ट के द्वारा जमीन अपने नाम कराए जाने को लेकर बड़ा मुद्दा बना रही है और सिंधिया को भू माफिया साबित करने में लगी हुई है। इन आरोपों पर भाजपा राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और कांग्रेस पर पलटवार किया है।   कांग्रेस के तमाम आरोपों पर आखिरकार सिंधिया ने चुप्पी तोड़ते हुए पहली बार जवाब दिया है। सिंधिया ने कहा है कि मेरी संपत्ति 300 वर्ष पुरानी है। यदि मैं किसी परिवार विशेष में पैदा हुआ हूं तो इसमें क्या गलत है। सिंधिया ने कहा है कि 'ये संपत्ति मेरी 300 साल पुरानी है और सवाल तो मैं उन लोगों से करना चाहता हूं, जो नए-नए महराजा बने हुए हैं। मैं एक परिवार विशेष में पैदा हुआ हूं इसमें गलत क्या है।  ग्वालियर में सिंधिया ट्रस्ट के द्वारा जमीन अपने नाम कराए जाने को लेकर लगातार कांग्रेस के झूठे और खोखले आरोपों का सिंधिया ने आज मुंह तोड़ जवाब दिया। दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब से कांग्रेस छोड़े हैं तब से ही कांग्रेस के नेता बौखलाहट में सिंधिया के ऊपर असत्य एवं अनर्गल आरोप लगाते जा रहे हैं। जिसका आज सिंधिया ने पहली बार उत्तर दिया है।

Kolar News

Kolar News 9 October 2020

भोपाल। आज के ही दिन यानी आठ अक्टूबर सन 1932 को भारतीय वायुसेना की स्थापना की गई थी। भारतीय वायुसेना गुरुवार को अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा नेताओं ने आकाश के प्रहरियों को नमन करते हुए उनकी वीरता को सलाम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि आप जैसे सपूतों से ही देश पूरी तरह सुरक्षित है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से कहा है कि - ‘नभ: स्पृशं दीप्तम्। वायुसेना दिवस पर अनंत आकाश के प्रहरियों के शौर्य, पराक्रम और वीरता को सलाम करता हूं! आप जैसे सपूतों से ही राष्ट्र का गौरव अक्षुण्ण और देश पूर्णत: सुरक्षित है। राष्ट्र का गौरव सदैव ऐसे ही अखण्डित रहे, यही कामना! नभ के वीर जवानों को प्रणाम!’   वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने ट्वीट किया है कि -‘मां भारती की रक्षा हेतु सदैव समर्पित, अपने शौर्य, पराक्रम एवं वीरता के लिए विश्वविख्यात भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस पर देश के वीर सपूतों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।’   प्रदेश के गृह मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि - ‘नभ के वीर जवानों को सलाम। हमारे आकाश के जांबाज प्रहरियों के शौर्य, पराक्रम और वीरता को नमन और वायु सेना के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।’   भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया है कि -‘ भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.। राष्ट्रसमर्पण एवं कर्तव्य परायणता की मिसाल, गौरवमयी भारतीय वायुसेना के बहादुर जवानों को नमन।’

Kolar News

Kolar News 8 October 2020

भोपाल। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा है कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने महामारी की विभीषिका का फायदा उठाकर किसान विरोधी तीन काले कानून असंवैधानिक तरीके से पास किये। इतना ही नहीं इन किसान विरोधी कानूनों को पास करते हुए केंद्र सरकार ने भारत के संघीय ढांचे को भी आघात पहुंचाया है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 246 की सांतवी अनुसूची में कृषि और कृषि मंडिया राज्य सरकारों का अधिकार है। मगर चंद पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए राज्यों के अधिकारों का हनन करते हुए किसान विरोधी तीन काले कानूनों का क्रूर प्रहार किसानों पर किया है। उन्होंने कहा कि मैं दृढ़ संकल्पित हूं कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनते ही किसानों के हित में फैसला लूंगा और इन तीनों काले कानून को मध्यप्रदेश में लागू नहीं होने दूंगा। साथ ही मंडी टैक्स को न्यूनतम स्तर पर लाया जायेगा और मंडियों का दायरा भी बढ़ाया जायेगा।   कमलनाथ ने केन्द्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस काले कानून के जरिये पूंजीपति और कॉर्पोरेट क्षेत्र को लाभ पहुँचाना चाहते है। इसलिए बिना किसानों के भविष्य की सोचे ताबडतोड़ तरीके से प्रदेश में इस कानून को लागू कर दिया गया। लेकिन मैं भाजपा को खुली चेतावनी देता हूँ कि वह किसानों के खिलाफ अमीरों से मिलकर जो साजिशें रच रही है उसका  कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करेगीं। उन्होंने कहा कि संसद में जिस आलोकतांत्रिक ढंग से किसान विरोधी पारित कराये गये है। वह भाजपा की मंशा को स्पष्ट करते हैं कि वह सीधे-सीधे इनके जरिये किसानों की कीमत पर बड़े घरानों को लाभ पहुँचाना चाहती है। अपने आप को किसान का बेटा होने का दावा करने वाले शिवराज सिंह चौहान ने इस काले कानून को लागू कर यह बता दिया है कि किसान हितैषी होने का दावा झूठा हैं। मैं शिवराज को बताना चाहता हूँ कि कांग्रेस सरकार आने के बाद सबसे पहले मेरा निर्णय होगा कि मध्यप्रदेश में यह काला कानून लागू नहीं होने दूँगा।   पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये तीनों काले कानून पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाले है। आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 में संशोधन किया है, जिसके जरिये खाद्य पदार्थों की जमाखोरी पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया, इसका मतलब है कि अब व्यापारी असीमित मात्रा में अनाज, दालें, तिलहन, खाद्य तेल प्याज और आलू को इक_ा करके रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 23 प्रकार की फसलों का समर्थन मूल्य घोषित करती है। मगर सिर्फ धान और गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदती है और बहुत सीमित मात्रा में दाल और मोटा अनाज वो भी इसलिए क्योंकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में वितरित करना होता है और आपात स्थिति के लिए संग्रहित करना होता है। सरकार नाम मात्र एक या दो फसलें समर्थन मूल्य पर खरीदती है बाकी की फसलों के लिए किसान बाजार के भरोसे होता है। अगर, बड़े व्यापारी असीमित मात्रा में भंडारण करके रखेंगे और किसानों की फसलों के आने पर उसे बाजार में उतार देंगे तो किसानों की उपज की कीमत जमीन पर आ जाएगी और किसान ओने-पोने दाम में अपनी फसल बेचने पर मजबूर होगा।   कमलनाथ ने कहा है कि भाजपा दोहरी चाल चरित्र और चेहरे की पार्टी है, इसका ज्वलंत उदाहरण किसान विरोधी काले कानून हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का झूठ 15 साल तक शिवराज सिंह चौहान बोलते रहे। असलियत यह है कि आज हमारे किसानों की आय दोगुनी की बजाय आधी ही रह गयी है। केन्द्र सरकार वर्ष 2015 में आयी शांताकुमार कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की ओर कदम बढ़ा रही है और देश में समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदने के खात्मे की बुनियाद रख रही है। भाजपा शुरू से ही किसान विरोधी रही है। वर्ष 2014 में केन्द्र में सत्ता में आते ही सरकार ने किसानों के हक का भूमि का उचित मुआवजा कानून भी अध्यादेशों के माध्यम से बदलने की कोशिश की थी। मगर कांग्रेस पार्टी ने किसानों के पक्ष में मुखरता से आवाज उठायी और केन्द्र सरकार को उन अध्यादेशों को वापस लेने पर मजबूर किया।   पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाता किसान जो अथक परिश्रम कर अपना पेट काटकर देश के भोजन का प्रबंध करता है। उसे भाजपा षडयंत्र पूर्वक ना केवल कमजोर करने बल्कि उसे कंगाल बनाने में तुली है। कांग्रेस पार्टी संकल्पित है कि वह भाजपा सरकार की इन कोशिशों को न केवल बेनकाब करेंगी बल्कि उसके मनसूबों को सफल नहीं होने देगी।

Kolar News

Kolar News 8 October 2020

भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण को लेकर गुरुवार को एक नई गाइडलाइन जारी की है। इस आदेश में जिन इलाकों में चुनाव होने वाले हैं वहां कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर चुनावी सभा करने की अनुमति दी गई है। चुनावी सभाओं में 100 से ज्यादा लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए शामिल हो सकते हैं। राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए पहले से जारी 100 लोगों की बंदिश खत्म कर दी गई है।   मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है। इसे देखते हुए केंद्र की नई गाइडलाइन को प्रदेश के लिए खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्ताक्षर से गुरुवार को जारी की गई नई गाइडलाइन के अनुसार बंद स्थानों पर सभा के दौरान लोगों के बैठने की क्षमता के अनुसार 50 फीसद लोग शामिल हो सकते हैं। बंद स्थानों जैसे हॉल आदि में करीब 200 लोगों की सभा की जा सकती है, लेकिन इस दौरान कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रहेगी। वहीं खुले क्षेत्र में सभा के दौरान भी मास्क, शारीरिक दूरी, थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाजर का ध्यान रखना जरूरी होगा। गौरतलब है कि इसके पहले चुनावी सभाओं में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए 100 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति थी।

Kolar News

Kolar News 8 October 2020

रीवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को रीवा में 150 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया। समारोह में मुख्यमंत्री 399 करोड़ 30 लाख रुपये की कुल लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इनमें  203 करोड़ 96 लाख रुपये की लागत के 24 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 195 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।   मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 9.99 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पोषण आहार संयंत्र पहडिय़ा तथा मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास प्राधिकरण द्वारा 381 करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से बनायी गई पांच सडक़ों, नव निर्मित 9 शासकीय हाईस्कूल भवनों तथा 28 गौशालाओं का लोकार्पण मुख्यमंत्री ने 75 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन करके शुभारंभ किया।    मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित, कोरोना योद्धाओं का किया सम्मान   समारोह में मुख्यमंत्री ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया। मुख्यमंत्री ने वनाधिकार अधिनियम के हितग्राहियों परेशनाथ कोल, रामसुजावन कोल तथा श्यामलाल कोल को वनाधिकार पत्र प्रदान किये। तीनों हितग्राही गंगेव विकासखण्ड के ग्राम सरई के निवासी हैं। मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना से लाभान्वित रिद्धिमा सोंधिया तथा आशी सेन को दुलार करते हुए उनके अभिभावकों को प्रमाण पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार के लिये महिला स्वसहायता समूहों को 59 लाख 55 हजार रुपये की ऋण राशि का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में तीन किसानों महेन्द्र तिवारी रामयश पटेल तथा महेन्द्र सिंह को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया।   मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्र में पथ पर विक्रय करने वालों के लिये प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से स्ट्रीट वेण्डर अजीत गुप्ता, सुभाष चौरसिया तथा रामकिशोर सोंधिया को दस-दस हजार रूपये की ऋण राशि का चेक प्रदान किया। उन्होंने समारोह में प्रदेश की बोर्ड परीक्षाओं की मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली रीवा जिले की गौरव खुशी सिंह को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का ब्राण्ड एंबेस्डर बनाते हुए 11 हजार रूपये की सम्मान निधि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने बोर्ड की मेरिट सूची में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली अपर्णा गुप्ता तथा दसवां स्थान प्राप्त करने वाली अदिति शुक्ला को भी ब्राण्ड एंबेस्डर बनाते हुए पांच-पांच हजार रूपये की सम्मान निधि प्रदान की।   समारोह में मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी से बचाव एवं उपचार में सराहनीय कार्य करने वाले चार कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कोरोना परीक्षण लैब संजय गांधी हास्पिटल के प्रभारी डॉ. अम्बरेश, सफाईकर्मी सुधीर कुमार स्वीपर, लैब टेक्नीशियन पतिराज सिंह, नर्स रजनी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।   मुख्यमंत्री ने चाकघाट पहुंचकर दी पूर्व मंत्री स्वर्गीय रमाकांत तिवारी को श्रद्धांजलि   कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चाकघाट पहुंचकर पूर्व मंत्री स्वर्गीय रमाकांत तिवारी के परिजनों को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय तिवारी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से प्रदेश की राजनीति में जो रिक्तता आयी है उसे भर पाना संभव नहीं है। रमाकांत तिवारी कुशल एवं सफल राजनेता थे। उन्होंने बड़ी कुशलता से पशुपालन मंत्रालय का कार्य किया। उनकी पहल से पशुपालकों के हित में कई कल्याणकारी योजनायें प्रारंभ की गईं। तिवारी का निधन हम सबके लिये अपूर्णीय क्षति है। भगवान उनके परिवारजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।   मुख्यमंत्री के रीवा पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी आगवानी   इससे पहले मुख्यमंत्री एक दिवसीय रीवा प्रवास पर भोपाल से स्टेट प्लेन से प्रात: 11 बजे चोरहटा हवाई पट्टी रीवा पहुंचे, जहां जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी आगवानी की। मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी रीवा पहुंचे। इस अवसर पर सांसद रीवा जनार्दन मिश्र, पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल, विधायक नागेन्द्र सिंह, गिरीश गौतम, डॉ. पंचूलाल प्रजापति, श्यामलाल द्विवेदी, दिव्यराज सिंह, के.पी. त्रिपाठी, भाजपा अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह सहित जनप्रतिनिधियों व कमिश्नर राजेश जैन, आईजी उमेश जोगा, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, कलेक्टर इलैयाराजा टी, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह एवं अधिकारियों ने मुख्यमंत्री की अगवानी की।   मुख्यमंत्रीचोरहटा हवाई पट्टी से कार द्वारा सतना जिले के पडिय़ा गांव पहुंचे, जहां अमर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद रीवा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री स्थानीय राजनिवास सर्किट हाउस में कुछ समय व्यतीत करने के उपरांत सैनिक स्कूल हेलीपैड से चाकघाट के लिये रवाना हुए।

Kolar News

Kolar News 7 October 2020

  भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2001 में आज के ही दिन यानी 07 अक्टूबर को गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उनकी लीडरशिप के 20 साल पूरे होने के अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी नेतृत्व क्षमता की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पिछले दो दशकों के दौरान न केवल चुनौतियों पर विजय ही नहीं प्राप्त की, बल्कि उन्हें अवसर में परिवर्तित करने का अद्भुत कार्य किया है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि महान सपने देखने और उन्हें पूरा करने के संकल्प के अप्रतिम गुणों के कारण नरेन्द्र मोजी दी ने अनेक अद्वितीय कार्य किये। प्रदेश या देश के मुखिया के रूप में जो उन्होंने किया और कर रहे हैं, वह हर देशवासी को राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने न केवल चुनौतियों पर विजय ही नहीं प्राप्त की, बल्कि उसे अवसर में परिवर्तित करने का अद्भुत कार्य किया।    उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि -‘ 2001 में भुज में आये भूकंप और अब 2020 में कोविड 19 की चुनौती का सामना जिस तरह से माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने किया, उससे देश और दुनिया अचंभित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के समस्त वर्ग के कल्याण के लिए अभिनव प्रयास किये। उन्होंने किसानों के उत्थान के लिए सिंचाई, खाद-बीज और उपज की बिक्री की समुचित व्यवस्था की। चौबीस घंटे बिजली और गांव-गांव सडक़ का निर्माण कर सबकी उन्नति के संकल्प को पूरा किया।’  

Kolar News

Kolar News 7 October 2020

सतना। जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के दौरान दो दिन पहले शहीद हुए सतना के सपूत धीरेंद्र त्रिपाठी का पार्थिव शरीर आज बुधवार की सुबह सतना पहुंचा गया। उनका अंतिम दाह-संस्कार उनके पैत्रृक गांव में किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे। शहीद धीरेंद्र त्रिपाठी का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह करीब 8 बजे रामपुर थाना क्षेत्र के पड़िया गांव लाया गया, जो कल मंगलवार की शाम करीब छह बजे लखनऊ से सड़क मार्ग से सतना के लिए रवाना हुआ था। रात करीब 2 बजे सतना में कुछ देर विराम के बाद बुधवार सुबह 6 बजे सीआरपीएफ के जवानों ने बलिदानी धीरेंद्र के पार्थिव शरीर को उनके गांव पहुंचाया। यहां जैसे ही पार्थिव शरीर आया, ग्रामीणों ने शहीद धीरेंद्र अमर रहे के नारे के साथ-साथ भारत माता की जय के उद्घोष किए। पड़िया गांव में पुलिस बल तैनात है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 11:15 बजे गांव पहुंचेंगे। इसके मद्देनजर पड़िया-खैरा में आईपीएस हितिका वासल के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात है। सतना जिले में एक दिन पूर्व से ही कई जगह लोग शहीद धीरेंद्र त्रिपाठी को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। गांव में दोपहर 11 से 12 के बीच शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके लिए भोपाल से भी सीआरपीएफ के वरिष्ठ अफसर गांव पहुंच गए हैं।

Kolar News

Kolar News 7 October 2020

  भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बीच राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की उपस्थिति में मंगलवार को उनके निवास पर इंदौर जिले के भाजपा एवं आम पार्टी के कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर पूर्व सीएम कमलनाथ नाथ ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र को बचाने और सौदेबाजी कर बोली लगाकर सरकार बनाने वाली भाजपा को मुहतोड़ जवाब देने की है।    उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव साधारण चुनाव नहीं हैं। यह मध्यप्रदेश के भविष्यि का चुनाव है जो यह तय करेगा कि हमारे प्रदेश की राजनीति और सरकारे सौदेबाजी और बोलियां लगाकर नहीं बनेगी। लोकतंत्र और संविधान के अनुसार जनादेश ही सर्वोपरि होगा, जिसका अपमान करने का हक किसी को नहीं होगा।   पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपने बेहतर प्रदेश की तस्वीर बनाने के लिए सच्चाई अपनाने और सच के साथ खड़े होने का जो निर्णय लिया है, उससे निश्चित ही प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के मात्र 6 माह के शासनकाल में हर वर्ग परेशान है। किसानों की रोजी-रोटी छीनने के लिए नया कानून, दलालों और बिचौलियों को लाभ पहुंचायेगा। नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है। व्यारपारी वर्ग परेशान है और महिलाएं व हमारी बच्चियां फिर से मध्यप्रदेश में असुरक्षित हो गई हैं।उन्होंने कांग्रेस में शामिल हुए सभी भाजपा और आप पार्टी के कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे आगामी उपचुनाव में प्रजातंत्र के हत्यारों को सबक सिखाने के लिए जुट जाएं। इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव पवन कुमार पटेल एवं पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के महासचिव विनय कटियार उपस्थित थे।   

Kolar News

Kolar News 6 October 2020

अशोकनगर। जिले के मुंगावली के पूर्व विधायक एवं पीएचई राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव द्वारा महिलाओं को साडिय़ां बांटते एक वीडियो वायरल होने से उपचुनाव में चर्चा का विषय बन गया है।    इससे पूर्व प्रदेश के एक और मंत्री बिसाहू लाल सिंह के नोट बांटते विडियो वायरल होने के बाद जिले से राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव द्वारा महिलाओं को साड़ी बांटते विडियो के वायरल होते ही कांग्रेस ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है, चूंकि जो राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह को विडियो वायरल हुआ वे मुंगावली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के संभावित प्रत्याशी भी हैं।    प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान ने मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि आगामी उपचुनाव में जो भाजपा के प्रत्याशी राज्यमंत्री की इस बात पर मोहर लगती है कि जो बैंगलोर की मण्डी में अपने को 35-35 करोड़ में बेचकर आये थे अब वो जनता के जनमत को खरीदने साडिय़ां बांट रहे हैं।    कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह से साडिय़ां बांटना अथवा बिसाहूलाल सिंह द्वारा नोट बांटना, इस ओर इशारा कर रहा है कि जनता के जनमत को किस तरह से खरीदने का ये षणयंत्र कर रहे हैं। कहा कि प्रदेश की जनता इन्हें सबक सिखाने का मन बना चुकी है। जिस प्रकार इन्हें काले झंडे दिखाकर गांवों से भगाने का काम जनता कर रही है, इससे इन्हें अपनी हकीकत समझ में आ गई है।    कांग्रेस प्रवक्ता एवं अशोकनगर-मुंगावली के मीडिया समन्वयक का कहना है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐसी घटना कभी नहीं हुई थी, कमलनाथ सरकार को माफियाओं के पैसे से जो गिराने का पाप जो इन्होंने किया था, अब जनता ने इस लड़ाई को अपनी आन की लड़ाई बना लिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के षणयंत्र आगे भी होंगे पर जनता इन्हें सबक सिखायेगी।

Kolar News

Kolar News 6 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों उपचुनाव को लेकर खूब प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इस दौरान जनसभाओं में वे सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं कि शिवराज जेब में दो नारियल लेकर चलते हैं और जहां मौका मिलता है नारियल फोड़ कर घोषणा कर देते हैं। कमलनाथ के इस बयान पर गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है, साथ ही राहुल गांधी की ट्रैक्टर सवारी को लेकर भी उन्होंने चुटकी ली है।    गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ जी को नारियल और हवन-पूजन सामग्री से इतना परहेज क्यों है। क्या उन्हें नहीं मालूम कि इससे असुरी शक्तियां दूर होती हैं। हम भारतीय संस्कृति के उपासक हैं और हमें इसका अनुसरण करने में कोई परहेज नहीं है। इसके अलावा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी जनता के बीच 15 महीने की सरकार की उपलब्धियां क्यों नहीं बताते। आएंगे फिर कर देंगे क्यों कह रहे हैं, इसके पहले क्या किए हैं, संभावनाओं और कल्पना के ऊपर जी क्यों रहे हैं। उन्हें क्यों कहना पड़ रहा है कि यदि दोबारा कांग्रेस सरकार बनी तो अधूरे वादे पूरे करेंगे।    उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो कहा है, पूरा किया है। किसानों के कल्याण के लिए जितना काम भाजपा ने किया है उतना किसी ने नहीं किया। हम जा रहे हैं तो बता रहे हैं हमने 0 प्रतिशत ब्याज पर दिया एक रुपये किलो चावल दिया, गेहूं दिया। हमने किसान के लिए खेती को लाभ का धंधा बनाया, विद्युत की अलग से लाइन दी गई। किसान के लिए खेती को लाभ पहुंचाने के लिए अलग से विधानसभा में बजट किया गया और यह सब सिर्फ और सिर्फ मध्यप्रदेश में हुआ।   राहुल गांधी पर साधा निशाना  इस दौरान गृह मंत्री मिश्रा ने पंजाब में राहुल गांधी द्वारा ट्रैक्टर पर किसान अध्यादेश के विरोध को लेकर कहा कि पहली बार लग्जरी सोफा, लग्जरी जूते, लग्जरी जैकेट और बिसलेरी की बोतल रखकर कोई किसान निकला है। न जानता है, न मानता है कि आलू खेत में पैदा होती है या पेड़ में। ऐसा व्यक्ति किसान का नेतृत्व कर रहा है, इसके बारे में क्या कहें हंसी ही आती। कांग्रेस द्वारा किसान अध्यादेश का विरोध किए जाने पर  उन्होंने कहा कि इन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं ये सिर्फ राजनैतिक लाभ के लिए विरोध कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 6 October 2020

सतना। जम्मू कश्मीर में गत दिवस हुए आतंकी हमले में विंध्य की माटी ने भारत माता के माथे पर एक बार फिर तिलक किया है। विंध्य के सतना जिले के एक जांबाज बेटे ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देकर अपनी जन्मभूमि को गौरवांवित किया है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुकाबला करते हुए जिले अमरपाटन क्षेत्र अंतर्गत पैपखरा पंचायत के ग्राम पड़िया निवासी धीरेंद्र त्रिपाठी श्रीनगर में शहीद हो गए हैं। सोमवार देर शाम इसकी सूचना मिलने के बाद गांव में मातम छा गया है और शहीद के परिजनों को सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है।     ग्राम पड़िया निवासी धीरेंद्र त्रिपाठी सीआरपीएफ में सैनिक के पद पर पदस्थ था। उसकी बटालियन श्रीनगर में तैनात थी। सोमवार को आतंकियों ने पुलवामा पर हमला किया, जिसमें भारतीय सेना के 2 जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में धीरेंद्र त्रिपाठी भी शामिल है। धीरेंद्र की शहादत की खबर सोमवार देर शाम सतना जिला प्रशासन को मिली। उधर, सीआरपीएफ ने शहीद के पिता को फोन पर सूचना दी है। शहीद के पिता रामकलेश त्रिपाठी भी सीआरपीएफ में ही हैं और बालाघाट में पदस्थ हैं। शहीद जवान के घर मंगलवार को सुबह से ही लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है और परिजनों को सांत्वना दी जा रही है। लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि हमें गर्व है कि देश की सेवा में हमारे वीर जवान ने विंध्य का मान बढ़ाया है।

Kolar News

Kolar News 6 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले जीत को लेकर राजनेता एक दूसरे के खिलाफ जमकर तीखी टिप्पणी कर रहे हैं। इस बीच प्रदेश सरकार के मंत्री बिसाहुलाल का एक वीडियो वायरल होने के बाद सियासी गलियारों में खलबली मच गई है। दरअसल, चुनाव में ताबड़तोड़ प्रचार प्रसार के बीच मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री बिसाहूलाल साहू लोगों को नोट बांटते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।   पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने अपने एक बयान में कहा कि यह केवल नोट बाटेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने इनको नोट बांटें और अब ये जनता में घुसकर नोट बांटेंगे। पूर्व मंत्री शर्मा ने कहा कि अभी तो बिसाहूलाल सिंह का उजागर हुआ है। अब बाकी का भी उजागर होगा। कांग्रेस के लोग सजग हैं। जैसे यह मामला उजागर हुआ है बाकी का भी उजागर होगा। वहीं जबकि कांग्रेस के आरोपों को भाजपा सियासी स्टंट बता रही है।   क्या है पूरा मामलादरअसल अनूपपुर विधानसभा सीट से संभावित उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वे लोगों को नोट बांटते नजर आ रहे हैं। उनकी यह फोटो कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने ट्विटर पर शेयर कर चुनाव आयोग से मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Kolar News

Kolar News 5 October 2020

अशोकनगर। नोट लेकर लोकतंत्र की हत्या करने वालों को जनता को वोट नहीं देना है, ये उपचुनाव नहीं बल्कि धर्म और अधर्म की लड़ाई का चुनाव है, जिसमें जनता को धर्म को चुनना है और गद्दारों को सबक सिखाना है। यह बात सोमवार को कम्प्यूटर बाबा ने यहां एक पत्रकार वार्ता के तहत कही। कम्प्यूटर बाबा अपने सेकड़ों साधुओं के साथ लोकतंत्र बचाओ यात्रा लेकर यहां आये।   उन्होंने कहा कि प्रदेश में 25 विधायकों ने लोकतांत्रिक सरकार गिराई, उन सभी 25 विधानसभा क्षेत्रों में वे लोकतंत्र बचाओ यात्रा लेकर पहुंच रहे हैं, जिसमें अशोकनगर विधानसभा का 13 वां स्थान है। कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने वाले गद्दारों का नाम नहीं लेना चाहिए और न उनका मुंह देखना चाहिए जिससे पूरा दिन खराब जाता है, उन्होंने कांग्रेस सरकार गिराने में शामिल अशोकनगर के पूर्व विधायक का बिना नाम लिए उन्हें गद्दार नम्बर 13 बताते हुए कहा कि मेरे द्वारा लोकतंत्र बचाओ यात्रा 13 वें विधानसभा क्षेत्र की है, इस कारण से मैंने यहां नाम गद्दार नम्बर 13 दिया। उन्होंने कहा कि सभी 25 विधानसभाओं में क्रमश: गद्दार नम्बरों से वे गद्दारी करने वालों को सम्बोधित कर रहे हैं।    उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की हत्या करने वालों को कतई वोट न दें ये कोई साधारण उपचुनाव नहीं है बल्कि धर्म और अधर्म की लड़ाई का चुनाव है, इस कारण से भाजपा-कांग्रेस का चुनाव न देखते हुए धर्म और अधर्म के चुनाव को देखते हुए धर्म का साथ देना है और धर्म की रक्षा के लिए गद्दारों को सबक सिखाना है। इसलिए धर्म की रक्षा के लिए संत समाज मैदान में उतरा है। कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि इन सभी गद्दारों के सरदार ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, जिसमें ज्योतिरादित्य की कोई गलती नहीं है, उनकी नस्ल ही गद्दार खानदान की है, 1857 का इतिहास सभी को याद है, अगर इनके खानदान ने उस वक्त गद्दारी नहीं की होती तो देश 100 साल पहले आजाद हो गया होता।    कम्प्यूटर बाबा ने पत्रकारों के माध्यम से जनता को आह्वान किया कि इन गद्दारों की सरकार नहीं बनना चाहिए जिससे कि लोकतंत्र की रक्षा हो सके, भाजपा और कांग्रेस भूलकर किसी को भी वोट दें पर लोकतांत्रिक सरकार गिराने वालों को कतई वोट न देते हुए इन्हें सबक सिखायें। 

Kolar News

Kolar News 5 October 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में प्रदेश में बाढ़ एवं कीट-व्याधि से फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ एवं कीट-व्याधि से प्रभावित हुए किसानों को हर हालत में पूरी सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को उनकी खराब हुई पूरी फसल का मुआवजा दिलाया जाएगा। यद्यपि प्रदेश में कोविड संकट के चलते अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब है, परंतु किसानों की मदद में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी।    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को पर्याप्त सहायता राशि उपलब्ध करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य मंत्रियों से अनुरोध किया गया है। इसके लिए शीघ्र ही प्रदेश के मंत्रियों एवं अधिकारियों का दल केंद्र सरकार में फॉलोअप के लिए भेजा जाएगा। किसानों को यथाशीघ्र पर्याप्त सहायता राशि मिलेगी। किसान बिल्कुल चिंता न करें, मध्यप्रदेश सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। बैठक में कृषि मंत्री कमल पटेल, मुख्य सचिव  इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त केके सिंह, प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी, प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।   लगभग 40 लाख हेक्टेयर में क्षति, 4000 करोड़ रुपये संभावित मुआवजा   राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा फसलों की 33 प्रतिशत या अधिक क्षति होने पर मुआवजा दिया जाता है, जबकि राज्य सरकार द्वारा 25 प्रतिशत या अधिक क्षति पर ही किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया जाता है। प्रदेश में बाढ़ एवं कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं, जिनके लिए लगभग 4000 करोड़ रुपये का मुआवजा संभावित है। गत वर्ष प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुईं थी तथा किसानों को 2000 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया गया था।   फसलों की क्षति का सर्वे कार्य पूर्ण   बैठक में बताया गया कि प्रदेश में फसलों को हुई क्षति का सर्वे कार्य पूर्ण हो गया है। इस संबंध में केंद्र सरकार का दल भी प्रदेश आया था, जो सर्वे कर वापस चला गया है। मुख्य सचिव बैंस ने बताया कि केंद्रीय सर्वे दल ने फसलों की क्षति के सर्वे के दौरान प्रदेश में रिकॉर्ड कीपिंग के कार्य को परफेक्ट माना।   केंद्र सरकार से 2487 करोड़ रुपये की मांग   बताया गया कि प्रदेश में बाढ़ एवं कीट से फसलों का 39 लाख 95 हजार हेक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ है। इसमें से 37 लाख हेक्टेयर रकबे में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार से 34 लाख 87 हजार हेक्टेयर रकबे में फसलों को हुए नुकसान के लिए 2487 करोड़ 21 लाख रुपएयेकी सहायता राशि की मांग की गई है।   तिवड़े वाला बीज न बोयें किसान   कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को अच्छी किस्म का चने का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। अत: किसान तिवड़ा मिश्रित बीज न बोयें।

Kolar News

Kolar News 5 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को राजनीतिक घमासान जारी है। उपचुनाव की तैयारियों में जुटी दोनों प्रमुख पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। पूर्व सीएम एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमनलाथ ने शनिवार को देवास जिले के हाटपिपलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाये तो वहीं शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी, हमें जनता का निर्णय शिरोधार्य होगा।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को दो ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया है कि - ‘आप के झूठे वादों से डिफाल्टर बन चुके किसानों को राहत दूं? फसल खरीदूं? फसल बीमे से नुकसान का भुगतान करूं? छात्रों को प्रोत्साहन दूं? बेटियों का कन्यादान करूं? स्ट्रीट वेंडर्ज को ऋण दूं या फिल्मी सितारों का मजमा लगा कर तमाशा रचाऊं?’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा है कि -‘हमें ना तो ‘तमाशों’ की राजनीति आती है ना ही ‘तमाचों’ की। हमें तो सिर्फ जनता की सेवा की नीति आती है। हे ईश्वर! मुझे तुम इतनी शक्ति देना की हर तरह से में मध्यप्रदेश की सेवा कर पाऊं। कमलनाथ जी, हमें जनता का निर्णय शिरोधार्य होगा।’   दरअसल, पूर्व सीएम कमलनाथ ने हाटपिपल्या की सभा में शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए किसान कर्जमाफी को लेकर कहा कि हमारी सरकार किसानों का कर्जा माफ कर रही थी, लेकिन सौदेबाजी से हमारी सरकार गिरा दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि हमने कभी सौदेबाजी नहीं की। अगर सौदेबाजी की होती तो आज प्रदेश में उपचुनाव नहीं हो रहे होते। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान फिर से हमें बुला रहा है। 

Kolar News

Kolar News 3 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों जनसभाओं और रैलियों में शामिल हो रहे हैं। शनिवार को वे देवास जिले के हाटपिपलिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार राजवीर सिंह बघेल के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे। यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ भाजपा पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बढ़ा ही आश्चर्य है कि शिवराज सिंह अपने 15 वर्ष के शासनकाल का तो हिसाब नहीं देते लेकिन वह मुझसे मेरी 15 माह की सरकार का हिसाब ज़रूर मांगते हैं। मेरे को तो काम करने को सिर्फ साढ़े 11 माह ही मिले।   सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने सीएम शिवराज को चुनौती भरे लहले में कहा कि मैं शिवराज जी को खुली चुनौती देता हूं कि आ जाइये जनता के सामने, मैं मेरे साढ़े 11 माह का हिसाब जनता के सामने रख देता हूं, आप अपने 15 वर्ष के शासनकाल का हिसाब जनता के समक्ष रख दीजिए। जनता ख़ुद फ़ैसला कर लेगी। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि आप लोगों ने देखा है कि कैसे हमारी चुनी हुई सरकार को सौदेबाजी कर गिरा दिया गया। मैंने प्रदेश की पहचान बदलने का काम किया। पहले प्रदेश की पहचान माफियाओं से, मिलावटखोरों से होती थी, मैंने उसको बदलने को लेकर काम किया, क्या यह मेरा गुनाह था ? हां मेरा गुनाह यह जरूर था कि मैंने सौदेबाजी नहीं करी क्योंकि यह कांग्रेस की संस्कृति व सिद्धांत नहीं है। यदि मै भी सौदे की राजनीति करता तो आज प्रदेश में यह उपचुनाव नहीं होते।   इस अवसर पर सभा में उपस्थित विशाल जनसैलाब को देखकर कमलनाथ ने कहा कि मेरा खून बढ़ गया है, यह भीड़ सरकारी भीड़ नहीं हुई है, लाई हुई भीड़ नहीं है, यह तो अपनी मर्जी से आई हुई भीड़ है। शिवराज जी की सभाओं में अधिकारियों को भीड़ लाने के टारगेट दिए जाते हैं। आज बेचारे अधिकारी नौकरी बचाने के लिए शिवराज जी की सभाओं में भीड़ इक_े कर रहे हैं। मैं आपको यह बताना नहीं चाहता हूं कि प्रदेश पर उप चुनावो का बोझ क्यों आया, यह आप सब भली भांति जानते हैं। चुनाव तो प्रजातंत्र का त्यौहार होता है क्या यह त्यौहार है? भाजपा ने प्रजातंत्र व संविधान के साथ खिलवाड़ किया। हमने वोटों से सरकार बनाई और इन्होंने नोटों से। कमलनाथ ने जनता से अपील करते हुए कहा कि मैं प्रदेश की जनता से अपील करना चाहता हूं कि इनकी झूठ और कलाकारी की राजनीति को पहचान ले, प्रदेश के नव निर्माण का संकल्प लें। हम चाहते हैं कि प्रदेश की तुलना पिछड़े प्रदेशों से ना हो, बड़े-बड़े विकसित प्रदेशों से प्रदेश की तुलना हो। आज प्रदेश की जनता पूछती है कि प्रदेश में "किसान बिना दाम के -नौजवान बिना काम के और शिवराज जी आप किस काम के " ?   इसके पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी राजवीर सिंह बघेल ने हाटपिपलिया क्षेत्र की जनता की ओर से कमलनाथ जी का आभार व्यक्त किया जो उन्होंने क्षेत्र के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी जी की समाधि के लिए करोड़ों रुपए की जमीन का तुरंत आवंटन किया।   किसानों सौंपा ज्ञापनइस अवसर पर क्षेत्र के डेरिया साहू के किसानों ने पूर्व की शिवराज सरकार के समय से बकाया उनकी 4.5 करोड़ की प्याज़ की भावांतर राशि को दिलाने को लेकर कमलनाथ को ज्ञापन सौंपा। साथ ही इस अवसर पर मंच पर आकर किसानों ने अपनी कर्ज माफी के प्रमाण पत्र उपस्थित जनसमूह को दिखाएं और सार्वजनिक रूप से बताया कि उनकी और उनके परिजनों की हजारों रुपए की कर्ज माफी कमलनाथ सरकार ने की है।

Kolar News

Kolar News 3 October 2020

सागर। प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव बीती देर रात अपने गृहनगर गढ़ाकोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां डॉक्टर-स्टाफ सभी नदारद थे। उन्हें अस्पताल में कोई दिखाई नहीं दिया। उन्होंने जोर-जोर से आवाज भी लगाई और विभिन्न कक्षों में जाकर देखा, लेकिन अस्पताल का एक भी कर्मचारी उन्हें नजर नहीं आया। इसकी जानकारी उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिये देते हुए अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है। साथ ही अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।   पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव भार्गव ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि पिछले कई दिनों से उन्हें शिकायत प्राप्त हो रही थीं कि गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है, लेकिन कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी उन्हें नहीं मिलते हैं। भोपाल से गढ़ाकोटा लौटने के बाद गुरुवार को भी उन्हें फिर इसी तरह की शिकायत मिलीं और वे गुरुवार तथा शुक्रवार की दरम्यानी रात्रि में लगभग ढाई बजे अचानक स्वास्थ्य केंद्र पहुुंच गए। उनके साथ कुछ आम लोग भी थे। उन्होंने पूरी अस्पताल का भ्रमण किया और जोर-जोर से आवाज लगाई, लेकिन अस्पताल में कोई उपस्थित नहीं था। डॉक्टर, कंपाउंडर, नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ, यहां तक कि चौकीदार भी अस्पताल में नहीं मिला। पूरे अस्पताल की परिक्रमा करने के बाद वे अपनी स्कूटी से घर वापस आ गए।   मंत्री भार्गव ने आगे लिखा है कि -'सोच रहा हूं कि कैसे गैर जिम्मेदार लोग हैं कि प्रदेश सरकार में मंत्री के गृहनगर के स्वास्थ्य केंद्र के यह हालात हैं कि मंत्री 2.30 बजे रात को जाग रहा है और कर्मचारी दिन में भी नहीं मिल रहे हैं। यही हाल मेरे विधानसभा क्षेत्र रहली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा शाहपुर स्वास्थ्य केंद्र का भी है। मैंने आज यह तय किया है कि जब भी मैं अपने क्षेत्र में रहूंगा, दिन और रात में कम से कम दो बार इन अस्पतालों का औचक निरीक्षण अवश्य करूंगा। न खुुद सोऊंगा और न ही सोने दूंगा। लापरवाही में लिप्त पाए जाने पर इनके विरुद्ध विधिसम्मत जो भी सख्त कार्रवाई की जा सकेगी, उसे भी करूंगा।'   उन्होंने आगे लिखा है कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में स्वास्थ्य सेवा जैसी आपातकाल सेवाओं में इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त करने लायक बिल्कुल भी नहीं है। एक तरफ जहां मनरेगा का मजदूर 200 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी के लिए अपनी हड्डियां तोड़ रहा है, वहीं तीन चार हजार रुपये प्रतिदिन का मोटा वेतन लेने वाले डॉक्टर और अधिकारी अपने वातानुकूलित घरों में ऐश कर रहे हैं। अब यह नहीं चलेगा। मंत्री ने कहा कि वे अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों के औचक निरीक्षण के साथ साथ अब जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज (सागर) की व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी सप्ताह में दो दिन करेंगे।   मंत्री गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि वे अपने समर्थकों के साथ पूरे अस्पताल में घूमे और एक-एक कक्ष में पहुंचकर डॉक्टर्स-स्टॉफ को ढूंढा, लेकिन उन्होंने वहां कोई नहीं मिला। किसी के नहीं मिलने पर भार्गव वीडियो में 'बहुत बढिय़ा, बहुत बढिय़ा' भी कहते हुए नजर आए। इसके बाद वे केंद्र के बाहर आए और स्कूटर पर सवार होकन अपने समर्थकों के साथ चल दिए।

Kolar News

Kolar News 2 October 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे के निशाने पर है। बयानबाजी और आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भाजपा पर शासकीय तंत्र के भरोसे चुनाव जीतने का गंभीर आरोप लगाया है।   कमलनाथ ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा पर उपचुनाव को प्रशासन के जरिए प्रभावित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासकीय तंत्र के भरोसे चुनाव जीतना चाहती है, उसे जनता पर भरोसा नहीं है। इसीलिए भाजपा का बिल्ला जेब में लिए घूम रहे अधिकारियों की पोस्टिंग उपचुनाव वाले क्षेत्रों में की जा रही है। उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि मैं पुलिस से निवेदन करना चाहता हूं कि वह अपनी वर्दी की इज्जत रखें और जो अधिकारी भाजपा का बिल्ला जेब में रखकर काम कर रहे हैं, उन्हें भी कहना चाहता हूं कि चिंता ना करें, जनता को गवाह बना कर चुनाव के बाद इन सब से भी हिसाब लूंगा।   शिवराज ने 15 वर्ष सिर्फ तमाशा कियामुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आइफा अवार्ड के आयोजन को तमाशा बताए जाने पर पलटवार करते हुए कमलनाथ ने कहा कि यह जनता तय करती है कि क्या तमाशा है और क्या गैर तमाशा है। शिवराज जी यह तय करने वाले कौन? वह शिवराज जिन्होंने 15 वर्ष सिर्फ तमाशा किया वो आईफ़ा के आयोजन को तमाशा बता रहे हैं। जिन शिवराज जी के राज में प्रदेश की पहचान माफियाओं से थी मिलावट खोरो से थी, उनको तो ऐसे आयोजन तमाशे ही लगेंगे। कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज इतना झूठ बोलते हैं कि झूठ भी शर्मा जाए। कभी कहते हैं कि आईफा के लिए हमारी सरकार ने पैसे का आवंटन किया, जबकि हमने आईफा के लिए एक रुपए का भी ना बजट में कोई प्रावधान किया और ना ही कोई आवंटन किया।   शिवराज के मंत्री ही खोल रहे पोलइस दौरान गोपाल भार्गव द्वारा उनके विस क्षेत्र में अस्पातल में स्टाफ के नदारद रहने पर कमलनाथ ने कहा कि गोपाल भार्गव ने स्वास्थ्य केंद्र के दौरे के दौरान खुद देखा कि डॉक्टर, नर्स यहाँ तक की चपरासी तक गायब है। उन्होंने सच को स्वीकार किया, उन्हें बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं आगे भी वे इसी प्रकार सच बोलते रहेंगे।

Kolar News

Kolar News 2 October 2020

भोपाल। विधानसभा उपचुनाव से पहले राजनेताओं में बयानबाजी तेज हो गई है। इस दौरान कई बार राजनेता मर्यादाओं को तोड़ कर आपत्तिजनक भाषण तक दे रहे हैं। भांडेर से कांग्रेस के प्रत्याशी फूल सिंह बरैया ने एक और विवादित बयान दिया है। उनके बयान ने मप्र की सियासत में खलबली मचा दी है। एक ओर जहां बरैया के बयान ने कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है, वहीं दूसरी ओर भाजपा आक्रामक हो गई है और भाजपा नेताओं के सूर तेज हो गए हैं। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी बरैया के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें करारा जवाब दिया है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आज बापूजी का जन्मदिन है। विचारों में किसी के प्रति घृणा नहीं होना चाहिए। घृणा की भावना भी आना पाप है। भगवान ने जिनको बनाया है, वह सब समान है। सब को न्याय मिलना चाहिए। घृणा की राजनीति को हमारे देश में कोई स्थान नहीं है। बताते चले कि कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया ने बेहद ही विवादित बयान दिया है। जिसे लेकर अब भाजपा आलोचना कर रही हैं। इस बयान के बाद अब कांग्रेस की मुसीबत बढ़ गई है।   गौरतलब है कि एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए फूल सिंह बरैया ने कहा कि अभी भी वक्त है कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को जाग जाना चाहिए वरना सवर्ण देश को हिंदू राष्ट्र बना देंगे। इस दौरान उन्होंने सभा में एक और आपत्तिजनक भाषण दिया था और सवर्णों की महिलाओं के लिए काफी अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। इस सभा का वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

Kolar News

Kolar News 2 October 2020

भोपाल। अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा ने गुरुवार को सभी कलेक्टर्स को कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए गृह सचिव भारत सरकार द्वारा अनलॉक-5 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये हैं। भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश सभी कलेक्टर्स को भेजे गए हैं।   केन्द्रीय गृह सचिव द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के अनुसारकंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में 15 अक्टूबर से सिनेमा, थिएटर, मल्टीप्लेक्स को फि‍र से खोलने की अनुमति होगी, जिनमें दर्शकों के बैठने की क्षमता अधिकतम 50 प्रतिशत तक ही होगी। इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी।   कंपनियों के स्‍तर पर आयोजित होने वाली ‘बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) प्रदर्शनियों’ को पुन: खोलने की अनुमति दी जाएगी, जिसके लिए वाणिज्य विभाग द्वारा एसओपी जारी की जाएगी।खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे स्विमिंग पूल को भी फि‍र से खोलने की अनुमति दी जाएगी, जिसके लिए मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय (एमओवाईएएंडएस) द्वारा जारी की जाएगी।मनोरंजन पार्कों और इसी तरह के अन्य स्थानों को भी पुन: खोलने की अनुमति दी जाएगी, जिसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्‍ल्‍यू) द्वारा एसओपी जारी की जाएगी।    स्कूल, कॉलेज, शिक्षा संस्थान और कोचिंग संस्थान को खोलना स्कूलों और कोचिंग संस्थानों को फिर से खोलने के लिए राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को 15 अक्टूबर 2020 के बाद क्रमबद्ध तरीके से निर्णय लेने के लिए छूट दी गई है। स्थिति के मूल्यांकन के आधार पर संबंधित स्कूल व संस्थान के प्रबंधन के साथ परामर्श करके निर्णय लिया जाएगा जो कि निर्धारित शर्तों के अधीन होगा।    ऑनलाइन व डिस्टेंस लर्निंग, शिक्षण का पसंदीदा तरीका बना रहेगा और इसे प्रोत्साहित किया जाएगा। जहां स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहे हैं और कुछ छात्र शारीरिक रूप से उपस्थित होने के बजाय ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेना पसंद कर रहे हैं, वहां उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी जा सकती है। छात्र सिर्फ अभिभावकों की लिखित सहमति से ही स्कूलों व संस्थानों में उपस्थित हो सकते हैं। उपस्थिति को जबरन लागू नहीं किया जाना चाहिए और यह पूरी तरह से माता-पिता की सहमति पर निर्भर होनी चाहिए।   जिन स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जाएगी उन्हें राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा विभागों द्वारा जारी की जाने वाली एसओपी का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। शिक्षा मंत्रालय का उच्च शिक्षा विभाग (डीएचई) स्थिति के आकलन के आधार पर गृह मंत्रालय (एमएचए) के साथ परामर्श करके कॉलेजों व उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने के समय को लेकर निर्णय ले सकता है। ऑनलाइन व डिस्टेंस लर्निंग, शिक्षण का पसंदीदा तरीका बना रहेगा और इसे प्रोत्साहित किया जाएगा। हालांकि, ऐसे शोध विद्यार्थियों (पीएचडी) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषय में स्नातकोत्तर छात्रों जिन्हें प्रयोगशाला व प्रायोगिक कार्यों की आवश्यकता होती है, उनके लिए ही उच्च शिक्षा संस्थानों को 15 अक्टूबर, 2020 से इस प्रकार खोलने की अनुमति होगी।   लोगों के एकत्रित होने से संबंधित नियम कंटेनमेंट जोन के बाहर वाले क्षेत्रों में किसी भी सामाजिक, अकादमिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक या राजनीतिक गतिविधियों के आयोजनों के लिए 100 व्यक्तियों के साथ आयोजन की अनुमति पहले ही दी जा चुकी है। अब राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को कंटेनमेंट जोन के बाहर 15 अक्टूबर के बाद से 100 व्यक्तियों से ज्यादा संख्या के साथ ऐसे आयोजनों की निश्चित शर्तों के साथ अनुमति देने की रियायत दी जा रही है।   बंद परिसरों में 100 व्यक्तियों के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकता है बशर्ते हॉल में उपस्थित लोगों की संख्या कुल क्षमता से 50 प्रतिशत से अधिक न हो, चेहरे पर मास्क पहनना और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना, थर्मल स्कैनिंग और हाथ धोने के लिए हैंड वॉश या सैनिटाइजर का प्रबंध अनिवार्य रूप से किया जाए। खुले स्थानों में मैदान या परिसर के आकार को ध्यान में रखते हुए सामाजिक दूरी, चेहरे पर मास्क, थर्मल स्कैनिंग और हैंडवाश व सैनिटाइजर की उपलब्धता के साथ कड़ी निगरानी के बीच अनुमति दी जा सकती है।   यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसे आयोजनों से कोविड-19 का संक्रमण नहीं फैलेगा। राज्य तथा केंद्र शासित सरकारों को भीड़-भाड़ या सामाजिक आयोजनों के नियमन के लिए विस्तृत एसओपी जारी करनी होगी और उसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।

Kolar News

Kolar News 1 October 2020

कोविड-19 के उपचार और प्रबंधन के लिए दी सहयोग राशि   भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सेवा निवृत्त बैंक अधिकारियों के फेडरेशन ने गुरुवार को 4.58 लाख रुपये की सहयोग राशि का चेक भेंट किया। रिटायर्ड बैंक अधिकारियों ने कोविड-19 के उपचार और प्रबंधन के लिए यह सहयोग राशि एकत्र की है।   मुख्यमंत्री चौहान ने सेवानिवृत्त बैंक अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के लिए बधाई और स्वस्थ बने रहने के लिए शुभकामनायें दीं। मुख्यमंत्री चौहान से भेंट करने वालों में फेडरेशन के चेयरमैन ए.पी. खांडेकर, अध्यक्ष श्याम कस्तूरे, उपाध्यक्ष ए.एस. तोमर, महासचिव जी.एस. सोलंकी और संगठन सचिव एन.के. अय्यर उपस्थित रहे।   मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन ने किया चेक भेंट मुख्यमंत्री चौहान को मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन ने भी सीएम सहायता कोष में 3 लाख 1 हजार रुपये का योगदान कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए दिया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री चौहान को निवास पर चेक भेंट किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री केयर फंड के लिए भी 1 लाख 1 हजार रुपये का चेक दिया गया। मुख्यमंत्री चौहान से ओ.पी. तिवारी के नेतृत्व में अध्यक्ष हरीश बिष्ट और अन्य पदाधिकारियों ने सहायता राशि का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री से भेंट करने वालों में ग्रामीण बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन के भोपाल और होशंगाबाद के सदस्य भी शामिल रहे।

Kolar News

Kolar News 1 October 2020

भोपाल। मप्र की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कांग्रेस लगातार किसान और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेर रही है। इसी क्रम में मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर एक बार फिर किसान, रोजगार और कानून व्यवस्था पर सरकार से सवाल पूछा है।   कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा ‘शिवराज सरकार में मध्यप्रदेश में किसान फसल खराब होने पर मुआवजे के अभाव में कर रहे हैं आत्महत्या, रोजगार को लेकर भटकते युवा कर रहे हैं। खुदकुशी, मासूम बहन- बेटियों से हो रही दरिंदगी की घटनाएँ। खरगोन में मासूम बेटी के साथ दरिंदगी की घटना, सीहोर में फिर एक किसान की खुदकुशी की घटना, भोपाल में युवा की रोजगार ना मिलने पर खुदकुशी की घटना इसके प्रत्यक्ष उदाहरण है। पता नहीं शिवराज सरकार कब नींद से जागेगी और ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी ?   चयनित शिक्षकों की भर्ती की मांगवहीं एक अन्य ट्वीट कर कमलनाथ ने प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति की मांग की है। उन्होंने कहा ‘प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को बीच में रोक देने के कारण बड़ी संख्या में उच्च माध्यमिक तथा माध्यमिक चयनित शिक्षक परेशान होकर दर-दर भटक रहे हैं। बेरोजगारी के कारण वे इस महामारी में आर्थिक व मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। मैं सरकार से मांग करता हूँ कि शिक्षक भर्ती - 2018 वर्ग 01, वर्ग 02 की प्रक्रिया को तत्काल पूर्ण करवा कर, चयनित शिक्षकों अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करें, उनकी रोजगार की मांग को पूरा करें।

Kolar News

Kolar News 1 October 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तारीखों की घोषणा होने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। दोनों ही प्रमुख पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे हैं। इसी बीच पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मीडिया को बिकाऊ और जनता को सोई हुई करार देते हुए उन्हें देश की बर्बादी का कारण बताया है।   कांग्रेस विधायक और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रभारी जीतू पटवारी ने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर न केवल भाजपा पर निशाना साधा, बल्कि मीडिया और आम लोगों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट किया है कि - ‘अब तो विश्वास होने लगा है कि बिकी हुई मीडिया और सोई हुई जनता ही देश की बर्बादी का कारण होती है। काले कानून से किसान परेशान, बेरोजगारी से युवा परेशान, अर्थव्यवस्था कैसे सुधरे, इस पर नहीं सरकार का ध्यान, कंगना, सुशांत, रिया, छज्जा चिल्लाना यही है आज की मीडिया की पहचान, कैसे बने मेरा देश महान।’   उन्होंने एक अन्य ट्वीट में भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा है कि -‘ 3 नवम्बर को लोकतंत्र के हत्यारों को, किसानों के कर्ज माफी को रोकने के गुनहगारों को, कोरोना में झोंककर कई घरों की रोशनी छीनने वालों को, अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण रोकने वालों को, दलबदलू सौदेबाजों को जनता का मिलेगा जवाब.. होगा एक-एक पापों का हिसाब।’ वहीं, इंदौर में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भी उन्होंने शिवराज सिंह चौहान सरकार और मंत्री तुलसीराम सिवालवट पर हमला किया है। उन्होंने इंदौर में कोरोना मामलों का जिक्र करते हुए लिखा है कि - ‘पिछले 20 दिनों में, 1500 चिताएं जलीं, 500 के लगभग नए संक्रमित रोज, 25000 से ज़्यादा संक्रमित, यह सब सरकारी आंकड़े, सच्चाई इससे और भयंकर है। इसका जिम्मेवार तो बेंगलुरु भागा हुआ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री है। इंदौर परिवार जन के लिए कांग्रेस-भाजपा से ऊपर उठकर विचार होना चाहिए।’   बता दें कि जीतू पटवारी अपने विवादित बयानों के चलते पहले भी मीडिया की सुर्खियां बटौर चुके हैं। अब उन्होंने मीडिया को बिकाऊ और जनता को सोई हुई बताकर देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा है।

Kolar News

Kolar News 30 September 2020

भोपाल। अयोध्या में छह दिसम्बर 1992 को ढहाए गए विवादित ढांचे के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए सभी 32 आरोपितों को बरी कर दिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि अंतत: सत्य की विजय हुई। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, किंतु पराजित नहीं। आज एक बार फिर सत्य की जीत हुई है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट के माध्यम से सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि - ‘ तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जो हमारे संत, महात्मा, वरिष्ठ नेताओं पर झूठे आरोप लगाये थे, वो निर्मूल सिद्ध हुए हैं। विशेष अदालत के फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं! सत्य परेशान हो सकता है, किंतु पराजित नहीं। आज एक बार फिर सत्य की जीत हुई है! भारतीय न्यायपालिका की जय!’   वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल भी सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले के स्वागत करते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि छद्म निरपेक्षता का लबादा ओढक़र सांप्रदायिक राजनीति करने वालों के दोनों गालों पर न्यायालय का यह निर्णय करारा तमाचा है।

Kolar News

Kolar News 30 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक दल चुनावी क्षेत्रों में पहुंचकर जनता से अपने पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं। साथ ही बड़ी- बड़ी घोषणाएं कर जनता का मन जीतने की भी कोशिश जारी है। इस बीच नेता बयानबाजी से भी नहीं चूक रहे हैं और जीत के दावे ठोक रहे हैं। इसी कड़ी में बसपा विधायक रामबाई का बड़ा बयान सामने आया है। रामबाई ने कहा है कि अगर हम 15 सीट जीते तो सरकार बना लेंगे और एक बार सत्ता में आने दो, बता देंगे सरकार क्या होती है। इसके साथ ही उन्होंने मायावती को किंगमेकर होने का दावा किया है।   दरअसल, चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद बसपा विधायक रामबाई ने मंगलवार देर शाम मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बसपा उप चुनाव में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने उप चुनाव में बसपा की जीत का दावा करते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती किंगमेकर होंगी। 15 सीटों में हम जीत गए तो हमारी सरकार बनेगी, फिर हम बताएंगे कि सरकार क्या होती है। इसके अलावा रामबाई ने जनता से अपने विधानसभा क्षेत्रों से बसपा उम्मीदवारों को जिताने की अपील करते हुए कहा कि अन्य सरकार के समय में जो घोषणा सिर्फ घोषणा थी, वह बसपा के समर्थन से मिलकर बनी सरकार में सभी वादे पूरे किए जाएंगे।    रामबाई ने कहा कि वह बसपा केे समर्थन से बनी सरकार चाहती हैं। उन्होंने कहा है कि जो पार्टी समर्थन देगी उसके सहयोग से हमारा सीएम बनेगा। वहीं, उन्होंने कमलनाथ सरकार के दौरान किए गए किसान कर्जमाफी को लेकर कहा कि मैं झूठ नहीं बोल सकती, किसानों का कर्ज माफ हुआ है।

Kolar News

Kolar News 30 September 2020

भोपाल। लंबे इंतजार के बाद चुनाव आयोग ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में 29 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। नौ अक्टूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद 3 नवंबर को मतदान और 10 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। उपचुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही कांग्रेस ने एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में वापसी का दावा किया है। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है।   कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘चुनाव आयोग द्वारा मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव की घोषणा का स्वागत। कांग्रेस इन उपचुनावों को लेकर पूरी तरह से तैयार है। हमने अभी तक 24 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिये है, शेष नाम भी हम शीघ्र घोषित करेंगे। कमलनाथ ने एक अन्य ट्वीट कर जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस का परचम इन सीटों पर निश्चित लहरायेगा और हम भाजपा को इन सीटों पर परास्त करेंगे। यह उप चुनाव जनादेश का अपमान, संवैधानिक मूल्यों व लोकतंत्र की हत्या करने वालों को कड़े जवाब के रूप में होगा। मध्य प्रदेश की जनता एक लोकप्रिय, चुनी हुई, विकास की सोच वाली सरकार को सौदा कर गिराने वालों को इन चुनावों में कड़ा जवाब देगी।   हनुमान भक्त कमलनाथ को मिला वरदान: जीतू पटवारीवहीं पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने भी उपचुनाव की तारीख का ऐलान होने पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘ आखिर वह दिन आ ही गया, लोकतंत्र के गद्दारों से किसानों के हत्यारो से 3 नवंबर को बदला लेना है। 10 नवंबर को पुन: लोकप्रिय और जन हितेषी सरकार कमलनाथ जी के नेतृत्व में बनेगी। एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा ‘हनुमान भक्त कमलनाथ को मिला वरदान- आज मंगलवार दिनांक 29 सितंबर को चुनाव की घोषणा हुई, मंगलवार दिनांक 3 नवंबर को वोटिंग होगी और मंगलवार दिनांक 10 नवंबर को काउंटिंग होगी। "हनुमान लला की जय"

Kolar News

Kolar News 29 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सृजनकर्ता बताते हुए कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि हमने जो कहा, वह किया। जनता से भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का वादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, वह पूरा होने जा रहा है। देश के करोड़ों नागरिकों की आकांक्षा पूरी हुई, तो कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के नेता किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए। भारत के नवनिर्माण और जनता के कल्याण के लिए संकल्पित अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश ने पहचान लिया है। अकारण विरोध करने वाले हितैषी नहीं हैं, यह देश समझ गया है। सृजनकर्ता के साथ देशवासी हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ऐसे ही भारत बढ़ता रहे, शुभकामनाएं!    दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक और राम मंदिर निर्माण को लेकर केन्द्र सरकार पर सवाल उठाने वाले को करारा जवाब दिया। इसी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि 'कांग्रेस के नेताओं को समझना होगा कि जनता उन्हें बुरी तरह नकार चुकी है। यह हास्यास्पद है कि समय समय पर अपने कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए धरना, प्रदर्शन और विरोध को वे जनता की आवाज करार कर देते हैं। उनके शीर्ष नेता अगर जमीन पर उतरें, तो उन्हें वस्तुस्थिति मालूम हो जाएगी।'   मुख्यमंत्री ने अपने अगले ट्वीट में कहा है कि - ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति और नीयत पर मध्यप्रदेश के किसानों को पूरा भरोसा है। मध्यप्रदेश का प्रत्येक किसान जानता है कि केंद्र सरकार का प्रत्येक कदम किसानों के हित और कल्याण के लिए है। प्रदेश का किसान  मोदी के साथ पूरे विश्वास के साथ खड़ा है।’ उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर बौखलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी एक-एक कर ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं। ऐसे निर्णयों की अपेक्षा कांग्रेस और विपक्षी दलों ने कभी नहीं की थी और इसलिए अब वे बुरी तरह बौखला गए हैं। यही बौखलाहट आज सडक़ों पर दिख रही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि मोदी जी के निर्णयों का जो विरोध कर रहे हैं, वे अंगुलियों पर गिने जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं को जनता का हितैषी घोषित करने वाले कांग्रेस के नेताओं को जवाब देना चाहिए कि किन वजहों से आजादी के इतने वर्षों के बाद भी करोड़ों लोगों को पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया।

Kolar News

Kolar News 29 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की अधिसूचना के पहले शिवराज कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को राजधानी भोपाल में संपन्न हुई। कैबिनेट की बैठक में सरकार ने कुछ बड़े फैसलों को मंजूरी दी है। कैबिनेट की बैठक में बड़ामलहरा और जौरा की सिंचाई परियोजनाओं को भी मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा कृषक कल्याण योजना और मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। आयोग में एक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और तीन सदस्य होंगे। आयोग के पास अधिकारियों को बुलाने का अधिकार रहेगा। कैबिनेट की बैठक में बड़ामलहरा और जौरा की सिंचाई परियोजनाओं को भी मंजूरी दे दी गई है।   शिवराज कैबिनेट के निर्णय की जानकारी देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट ने कृषक कल्याण योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। इस योजना के मंजूर होने के बाद अब किसानों के खाते में 10 हजार रुपये की राशि आएगी। पहले केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सम्मान निधि के द्वार प्रदेश के 77 लाख किसानों को 6000 रुपये की राशि मिलती थी, लेकिन मुख्यमंत्री कृषक कल्याण योजना के तहत प्रदेश सरकार 3000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि दो-दो हजार रुपये की किश्त के रूप में किसानों के खाते में डालेगी।   कैबिनेट के बड़े फैसले- कैबिनेट की बैठक में साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में भूमिगत पाइप लाइन डालने की अनुमति दी है। राजस्व विभाग में कंप्यूटराइजेशन के लिए अब प्रदेश के 17 हजार पटवारियों को लैपटॉप दिया जाएगा, इस निर्णय पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है।   मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की उन्नयन और स्थापना के लेकर प्रदेश के करीब एक दर्जन स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन पर कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत गोहद जिला भिंड, बरेली, गैरतगंज, बदनावर, सुसनेर, आगर मालवा, इछावर, सिलवानी, बेगमगंज, रायसेन के सांची में स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन किया जाएगा. साथ ही कुछ नए स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना होगी।   सिलवानी में नए स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाएगी, सभी अस्पतालों के लिए कैबिनेट ने पद भी स्वीकृत कर दिए हैं।   मुरैना में चंबल के पानी से पेयजल की सप्लाई को लेकर लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए कैबिनेट ने पेयजल आवर्धन योजना को स्वीकृति दे दी है, इससे मुरैना के आसपास के निकायों को भी फायदा मिलेगा।   प्रदेश में संचालित यात्री बस सेवाओं में एकमुश्त टैक्स भुगतान की अवधि को 31 मार्च 2020 से बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक कर दी गई है, लॉकडाउन के दौरान यात्री बसों का टैक्स भी माफ करने का सरकार ने निर्णय लिया है।   जबलपुर स्टेट मध्य प्रदेश धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के भवन के निर्माण के लिए कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।   मुरैना के जौरा विकासखंड में आसान बैराज में सिंचाई योजना को कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी, लंबे समय से ये मांग चली आ रही थी। इसमें 392 करोड़ रुपये की लागत आएगी।   कांठल बृहद सिंचाई परियोजना बड़ा मलहरा की परियोजना को प्रशासनिक मंजूरी दी गई, इससे 15 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।   मध्य प्रदेश राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों को पिछले 15 महीने से तनख्वाह नहीं मिली थी। ऐसे 15 महीनों के लंबित वेतन को भुगतान करने के प्रस्ताव को कैबिनेट द्वारा अनुमोदित किया गया है।

Kolar News

Kolar News 29 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कोरोना वारियर्स का सम्मान किया और उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। प्रदेश सरकार के इस आयोजन पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सवाल उठाए है और सरकार पर कोरोना वारियर्स के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। सोमवार को कमलनाथ ने एक के बाद एक सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना में संशोधन पर एक बार फिर सरकार को घेरा है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘कोरोना वारियर्स हमेशा सम्मान के पात्र है। जिन्होंने इस भीषण संकट काल में अपनी जान जोखिम में डाल जनता की रात- दिन सेवा की, उन्हें सुरक्षा प्रदान की। शिवराज सरकार एक तरफ़ तो कोरोना योद्धाओ का सम्मान समारोह आयोजित कर रही है ,वही दूसरी तरफ कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना में संशोधन करते हुए गृह विभाग, नगरीय विकास, राजस्व और नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को इस योजना से बाहर कर रही है। उन्होंने कहा ‘कोरोना की इस महामारी में हमारे डॉक्टर्स, विशेषज्ञ, आशा-आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पैरामेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी सब दिन रात कोरोना योद्धा की तरफ़ अपनी जान जोखिम में डाल फ़ील्ड में निरंतर कार्य कर रहे है। अवसर है उन्हें प्रोत्साहित करने का लेकिन शिवराज सरकार ने इस योजना में संशोधन कर हमारे कई कोरना योद्धाओं को इस योजना से बाहर कर उन्हें हतोत्साहित करने का काम किया है। एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा हमारे कई कोरोना वारियर्स पीपीई किट, मास्क व अन्य आवश्यक संसाधनो के अभाव में पूर्व में संक्रमित भी हो चुके है और कईयों की मृत्यु भी हो चुकी है। फ़ील्ड में काम करते समय कोरोना वारियर्स पर हमले की प्रदेश में कई घटनाएँ भी घट चुकी है। सरकार को इन्हें सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना चाहिये,इनको फ़ील्ड में पूर्ण सुरक्षा भी प्रदान की जाना चाहिये। उन्होंने कोरोना वारियर्स को दी जाने वाली सहायता राशि को लेकर अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि साथ ही हम पहले भी कई बार मांग कर चुके हैं कि कोरोना वारियर्स के निधन होने पर मध्यप्रदेश में जो 50 लाख की राशि प्रदान करने का प्रावधान है, उसे अन्य राज्यों की तरह बढ़ाकर एक करोड़ करना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 28 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को राजधानी भोपाल के मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क ही एक तरह की वैक्सीन है। प्रत्येक व्यक्ति अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करे। यह बचाव का बहुत बड़ा अस्त्र है।    मुख्यमंत्री ने आव्हान किया कि मास्क के अलावा बार-बार साबुन से हाथ धोने या सेनेटाईज करने की आदत भी कोरोना से बचाने में काफी मददगार है। इसे हर नागरिक जरूर अपनाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस दुनिया के सामने एक नई चुनौती है। बीमारी के स्वरूप, प्रभाव और इलाज का कुछ पता नहीं। इसकी घातकता से संपूर्ण विश्व दहशत में है। ऐसे में चिकित्सा अमले ने जिस साहस, धैर्य और जीवन को जोखिम में डालकर समर्पण से कार्य किया तथा लोगों का विश्वास टूटने नहीं दिया, वह मानवता के इतिहास में अभूतपूर्व है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की आठ करोड़ जनता की ओर से सभी डॉक्टर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ का अभिनंदन कर आभार माना। उन्होंने इस समर्पण की तुलना दधीचि के प्रसंग से करते हुए कहा कि संकटकाल में मेडिकल अमले की भूमिका के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना सरकार और समाज का कर्तव्य है।    कोरोना के विरूद्ध युद्ध में नहीं आने देंगे संसाधनों की कमी   मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय संकट अवश्य है, पर कोरोना के विरुद्ध युद्ध में किसी भी तरह के संसाधनों और धन की कमी नहीं होने दी गई। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता हो या उपकरणों व सामग्री की व्यवस्था, आपूर्ति का क्रम निरंतर जारी रहेगा। नये मेडिकल कॉलेजों के निर्माण की ओर हम निरंतर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि हर कदम और परिस्थिति में सरकार कोरोना योद्धाओं के साथ है।   आपदा में भी बनेगा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप कोरोना महामारी के संकट का देश ने सूझबूझ के साथ सामना किया। लॉकडाउन के परिणामस्वरूप व्यवस्थाओं को बनाए रखने में मदद मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने इस आपदा को अवसर में बदलने का आव्हान किया। कोरोना के विरुद्ध यह लड़ाई लम्बी अवश्य है पर हमारी रणनीति सटीक है। धैर्य, हिम्मत, सावधानी के साथ मन में उत्साह लिए हम निरंतर प्रयासरत रहेंगे और इस आपदा में भी आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण की ओर लगातार अग्रसर होते रहेंगे।   मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कोविड-19 महामारी काल में योगदान देने वाले चिकित्सा क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्रीचौहान की ओर से समस्त चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा सम्मान और डिजिटल प्रशस्ति प्रमाण-पत्र जारी किए गए। कार्यक्रम मध्यप्रदेश गान से आरंभ हुआ।   प्रभावित एक लाख व्यक्ति हुए स्वस्थ   लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मुख्यमंत्री चौहान का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्रीचौहान ने लगभग प्रतिदिन कोरोना की समीक्षा कर निरंतर स्थिति की निगरानी के साथ-साथ चिकित्सा अमले का उत्साहवर्धन भी किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप संक्रमण रोकने के सुदृढ़ उपाय किए जा रहे हैं। प्रदेश में कोरोना से प्रभावित 1 लाख 24 हजार व्यक्तियों में से 1 लाख लोग पूर्णत: स्वस्थ हो गए। यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि जांच और संसाधनों की क्षमता वृद्धि की दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं। प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता एक दिन में तीस हजार तक बढ़ाई जा चुकी है। वर्तमान में 716 फीवर क्लीनिक संचालित हैं। बिस्तरों की उपलब्धता भी पर्याप्त है।   मुख्यमंत्री ने किया 'सुख का दाता दुख का साथी' पंक्ति को चरितार्थ   चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश गान की प्रथम पंक्ति 'सुख का दाता दु:ख का साथी' को चरितार्थ किया है। उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति और प्रयासों के कारण ही प्रदेश में आज कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ का आभार मानते हुए कहा कि भगवान ने सर्वाधिक भाग्यशाली डॉक्टरों को बनाया है क्योंकि डॉक्टर में लोगों की जान बचाने की क्षमता है। पीडि़त मानवता की सेवा से मिलने वाला सुख सर्वाधिक डॉक्टरों के भाग्य में ही है।    

Kolar News

Kolar News 28 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार देर रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपनी पत्नी को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा का है, जो अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर रहे हैं। चार मिनट के इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह अपनी पत्नी को बेरहमी से पीट रहे हैं और कमरे में मौजूद दो व्यक्ति उनकी पत्नी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं लोक अभियोजन संचालनालय के संचालक पुरुषोत्तम शर्मा को राज्य सरकार ने तत्काल पद से हटा दिया है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा सोमार को आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के मुताबिक, लोक अभियोजन संचालनालय मप्र भोपल के संचालक पुरूषोत्तम शर्मा को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करते हुए कार्यमुक्त किया गया है। वरिष्ठ आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा मप्र में पुलिस महानिदेशक (डीजी) स्तर के अधिकारी हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के मुताबिक घटना रविवार दोपहर 2.49 बजे की है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आईपीएस अधिकारी अपनी पत्नी को बेरहमी से पीटते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं और यह घटना अधिकारी के किसी महिला के साथ बैठने पर पत्नी द्वारा जताई गई आपत्ति को लेकर हुई प्रतीत होती है। वीडियो में इसका जिक्र भी किया गया है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हडक़ंप की स्थिति है। वीडियो के साथ अफसर के बेटे का एक संदेश भी वायरल हुआ है, जिसमें बताया गया है कि बेटे द्वारा इस घटना की जानकारी गृहमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को देते हुए पिता के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। हालांकि पुलिस के आला अधिकारी इस वीडियो या शिकायती पत्र प्राप्त होने से इनकार कर रहे हैं।   इधर, इस मामले मेें प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार सुबह मीडिया से बातचीत में कहा है कि उन्होंने भी वीडियो देखा है। कोई लिखित में शिकायत आएगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मामले में भोपाल डीआईजी इरशाद वली से बात की गई तो उनका कहना है कि वीडियो प्राप्त हुआ है, लेकिन अभी इस मामले में कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत प्राप्त होने के बाद ही कोई कार्रवाई की जा सकती है।    

Kolar News

Kolar News 28 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, राजनेताओं की बयानबाजी तेज हो गई है। बयान देते समय राजनेता अपना संयम भी खो रहे हैं और विवादित बयान दे रहे हैं। मप्र के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पर आपत्तिजनक बयान दिया है। कृषि मंत्री द्वारा सदन में दिए गए जवाब पर उन्होंने कहा कि क्या कमल पटेल शराब पीकर या भांग खाकर बोल रहे थे। जीतू पटवारी यही नहीं रुके उन्होंने कृषि मंत्री के मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठा दिया।   जीतू पटवारी ने रविवार को मीडिया को बयान देते हुए विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कमल पटेल की या तो मानसिक स्थिति ठीक नहीं है या फिर उनका अध्ययन गलत है। उन्होंने कहा कि जो कृषि मंत्री एक बात पर कायम नहीं है, वह कैसे किसानों की रक्षा करेगा? इसके अलावा उन्होंने कहा कि कमल पटेल 5 बार एफआईआर कराने की बात कह चुके हैं, लेकिन कराई एक बार भी नही। पूर्व मंत्री ने सीएम से अनुरोध करते हुए कहा है कि उन्हें ऐसे अपरिपक्व मंत्री को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए, वरना जनता तो तैयार है, वो खुद ही हटा देगी। गौरतलब है कि कमल पटेल ने शुक्रवार को कहा था कि कमलनाथ और राहुल गांधी किसानों के मामले में झूठ बोलने के लिए माफी नहीं मांगेंगे तो वह उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। वहीं इससे पहले 21 सितंबर को एक दिवसीय विधानसभा सत्र के दौरान सदन में कृषि मंत्री कमलनाथ पटेल ने खुद स्वीकारा था कि कमलनाथ सरकार के दौरान 27 लाख किसानों कर्ज माफ किया गया था। यह कर्जमाफी 2 चरणों में की गई थी।

Kolar News

Kolar News 27 September 2020

भोपाल। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के पूज्य राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी, लोकनायक जयप्रकाश जी, आदरणीय नानाजी देशमुख और देश के महापुरुषों के सपनों के भारत के निर्माण के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। गौरवशाली, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत हम सब मिलकर बनायेंगे। यह बातें मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से हम सभी देशवासियों से अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर बात की और हमें प्रेरणा दी। किसानों को कैसे बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, कैसे उनकी आय दोगुना हो और कैसे वे मुख्यधारा से जुड़ें, इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी निरंतर प्रयासरत हैं। उनकी प्रेरणा से और योजनाओं का लाभ लेकर आज हमारे युवा साथी खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 27 September 2020

भोपाल। वैश्विक महामारी कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आम जनता से लेकर राजनेता तक इसकी चपेट में आ रहे हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री, मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज भाजपा नेत्री उमा भारती भी कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। उन्होंने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उमा भारती इन दिनों तीर्थयात्रा पर हैं और उन्होंने रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद खुद को हरिद्वार एवं ऋषिकेश के बीच वन्दे मातरम् कुंज में एकांतवास कर लिया है।   मप्र की पूर्व सीएम उमा भारती ने रविवार को एक के बाद सिलसिलेवार कई ट्वीट कर खुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं आपकी जानकारी में यह बात डाल रही हूं कि मैंने आज अपनी पहाड़ की यात्रा के समाप्ति के अन्तिम दिन प्रशासन को आग्रह करके कोरोना टेस्ट के टीम को बुलवाया, क्योंकि मुझे 3 दिन से हल्का बुख़ार था। मैंने हिमालय में कोविड के सभी विधिनिषेध एवं सोशल डिस्टंस का पालन किया फिर भी मै अभी क़ोरोना पॉजिटिव निकली हूं।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि मैं अभी हरिद्वार एवं ऋषिकेश के बीच वन्दे मातरम् कुंज में क्वारंटिन हूं जो कि मेरे परिवार के जैसा है। 4 दिन के बाद फिर से टेस्ट कराऊँगी एवं स्थिति ऐसी ही रही तो डॉक्टरो के परामर्श के अनुसार निर्णय लूंगी। उन्होंने अपने संपर्क में आए लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेरे इस ट्वीट को जो भी मेरे संपर्क में आये हुए भाई- बहन पढ़े या उन्हें जानकारी हो जाये उन सबसे मेरी अपील है की वो अपनी कोरोना टेस्ट करवाये एवं सावधानी बरते।   गौरतलब है कि इससे पहले 23 सितम्बर को ही उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि केदारनाथ में उनके साथ रहे उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। भाजपा नेत्री ने ट्वीट कर लिखा था, 'श्री केदारनाथ बाबा के दर्शन करके कल जब मैं रुद्रप्रयाग पहुंची तो शाम को सात बजे खबर मिली कि मेरे साथ श्री केदारनाथ जी में रहे उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, धन सिंह रावत जी श्री केदारनाथ जी में मेरे साथ ही थे।' जिसके बाद अब उमा भारती भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई है। 

Kolar News

Kolar News 27 September 2020

धार। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का शनिवार को जिले को अनेक सौगातें दी। बदनावर क्षेत्र  के कोटेश्वर में मुख्यमंत्री ने 1587 करोड़ रुपये की नर्मदा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन किया। वहीं 313.28 करोड़ के अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।    प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा माँ नर्मदा की मूर्ति का पूजन कर नर्मदा के जल से मूर्ति का अभिषेक तथा कन्या पूजन भी किया। इसके पूर्व उन्होंने कोटेश्वर मंदिर में पहुँचकर वहां पूजन अर्चन भी किया।   मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोटेश्वर की पवित्र धरती पर जब में पिछली बार आया था, तब आप लोगो ने माँ नर्मदा के पानी की मांग की थी, तब अधिकारियों ने कहा था कि इतनी दूर से पानी लाना सम्भव नहीं है। मैंने कहा था कि बदनावर में माँ नर्मदा का पानी ही आएगा। अब इस योजना का कार्य होने के पश्चात माँ नर्मदा के पानी से सबसे पहले कोटेश्वर महादेव का अभिषेक किया जाएगा।    उन्होंने कहा कि जो योजनाए बन्द कर दी गई थी, उनमें से लगभग सारी योजनाए पुनः चालू कर दी गई है। कोरोना काल खत्म होने के बाद फिर से बुजुर्ग तीर्थ दर्शन करने जा सकेंगे। बदनावर क्षेत्र क़े गांव इस योजना में बच गए हैं, उन्हें भी दूसरे चरण में जोड़कर नर्मदा का जल पहुँचाया जाएगा। किसानों को कभी कोई समस्या आने नहीं दूंगा। भले पैसा कहीं से लाना पड़े। उन्होंने कहा कि आपको मुझ पर विश्वास है तो विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।    कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बदनावर क्षेत्र से पुराना रिश्ता है। मंत्री दत्तीगांव यहां के विकास एवं प्रगति में कोई कमी आने नहीं देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने विकास तथा प्रगति की लंबी लकीर खींची है। प्रदेश के किसानों को किसान सम्मन निधि योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया जा रहा है। नर्मदा के पानी से यहां के गांव पंजाब की तरह हो जाएंगे। इस माइक्रो उदवहन परियोजना से बदनावर क्षैत्र की 50 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।       इस अवसर पर औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि आज मुख्यमंत्री नर्मदा का जल हमारे बीच ला रहे हैं, इसी प्रकार वे आजीवन जनता की सेवा करते रहें। राष्ट्र निर्माण में धार जिले के एक एक सपूत आपके साथ है। उन्होंने बताया कि बदनावर क्षेत्र में दो हजार करोड़ से अधिक के निवेश का प्रस्ताव है, जिससे यहां का और अधिक विकास होगा, लोगों को रोजगार मिलेगा। दत्तीगंव ने सीएम से आग्रह किया कि बदनावर क्षेत्र के ग्राम तिलगारा में आईटीआई कॉलेज, बदनावर में कृषि महाविद्यालय, केसुर में महाविद्यालय तथा कोद में सीएससी की स्थापना हो, साथ ही कोटेश्वर एक धाम है, जिसे एक तीर्थ के रूप में विकसित किया जाए।

Kolar News

Kolar News 26 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित समारोह में मध्यप्रदेश के 1.75 लाख कृषकों के बैंक खातों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा तैयार किये गए 'सीमांक' मोबाइल एप्प का शुभारंभ भी किया।   दरअसल, मप्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में गरीब कल्याण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी के तहत शनिवार को आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह किसानों के खातों में 100 करोड़ 61 लाख रुपये की फसल बीमा दावा राशि के वितरण का शुभारंभ किया। यह राशि खरीफ 2019 एवं रबी 2019-20 की है। इस दौरान उन्होंने राशि का अंतरण ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को संबोधित भी किया। कार्यक्रम का जिला स्तर पर ऑनलाइन माध्यमों से सीधा प्रसारण किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 26 September 2020

भोपाल। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बिहार में तीन चरणों में चुनाव संपन्न होंगे और 10 नवंबर को परिणाम घोषित किया जाएगा। कोरोना संग्राम के बीच चुनावी संग्राम और बयानबाजी भी जोर पकड़ रही है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार चुनाव को लेकर कोरोना के बहाने कांग्रेस पर तंज कसा है और हाथ को साफ करने की बात कही है।   दरअसल मप्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में सीएम शिवराज ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट लिखा है कि मेरे प्रिय दोस्तों, मध्य प्रदेश, बिहार, कर्नाटक सहित देश भर में कई जगह चुनाव होने वाले है। हमें कोरोना काल को देखते हुए चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों का पूरा ध्यान रखना है। 'हाथ' पूरी तरह 'सैनिटाइज' कर 'साफ' कर देना है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में भी 28 सीटों पर उपचुनाव होने है लेकिन इसकी तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। चुनाव आयोग 29 सितंबर को एक बैठक लेने के बाद प्रदेश के उपचुनाव पर फैसला ले सकता है।

Kolar News

Kolar News 26 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं से कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिए हरसंभव कोशिश करें। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है। मुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप क्रय के लिए 16 हजार 208 विद्यार्थियों के खाते में 25 हजार रुपये प्रति छात्र के मान से 40 करोड़ 52 लाख रुपये सिंगल क्लिक द्वारा अंतरित किए गए। योजना के तहत इस वर्ष 40 हजार 542 विद्यार्थियों को 101 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जानी है।      मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना बंद कर दी गई थी। पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर छात्रों को प्रोत्साहन देने, हौसला बढ़ाने और प्रतिस्पर्धी भाव पैदा करने वाली यह योजना आज पुन: आरंभ की जा रही है। कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों को यह प्रोत्साहन वर्चुअल आधार पर दिया जा रहा है। अन्यथा मुझे सर्वाधिक खुशी तो भांजे-भांजियों से मिलने पर होती है।   पं. दीनदयाल उपाध्याय और प्रधानमंत्री मोदी का जीवन प्रेरणादायी   मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को पं. दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरणा लेना चाहिए। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में जीवन-यापन किया पर कभी हिम्मत नहीं हारी। अपनी प्रतिभा के बल पर संगठन खड़ा किया और विश्व को एक नया विचार दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जीवन भी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी है। संघर्षपूर्ण परिस्थितियों से निकले मोदी के संगठन कौशल की सराहना करते हुए चौहान ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में नये गौरवाशाली, वैभवशाली, संपन्न, समृद्ध और सशक्त भारत का निर्माण हो रहा है। आने वाली पीढ़ी आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ अपनी रूचि और प्रवृति के क्षेत्र में आगे बढ़े। व्यक्ति जो भी लक्ष्य निर्धारित करता है उसे प्राप्त करने का रोडमेप विकसित कर दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर प्रयासरत रहे तो उसे सफलता अवश्य मिलती है।   आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए विद्यार्थियों का जीवन निर्माण आवश्यक   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत मुझे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना है। इसके लिए आपके जीवन का निर्माण आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने छात्रों से स्वतंत्र सोच, सतर्क मस्तिष्क अहंकार शून्यता और धैर्य रखते हुए हिम्मत व उत्साह के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि 'मन के हारे हार है-मन के जीते जीत' के मंत्र को सदा ध्यान रख अनुसरण करना चाहिए।   योजना पुन: आरंभ करने के लिए मुख्यमंत्री का माना आभार   मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मिंटो हाल में प्रतीक स्वरूप भोपाल के छह विद्यार्थियों क्रमश: रजनीश सिंगरोले, सुमित शुक्ला, अंचल जैन, अंजली मिश्रा, इलमा खान और शैल्या सिंह को प्रशस्ति पत्र तथा चैक प्रदान किए। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए योजना को पुन: आरंभ करने पर मुख्यमंत्री का आभार माना। कार्यक्रम को आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह ने भी संबोधित किया।    वर्ष 2020 में लेपटॉप के लिए प्रदान किए जाएंगे 101 करोड़ रुपये   उल्लेखनीय है कि प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना 2009 में आरंभ हुई थी। प्रारंभ में माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को लेपटॉप लेने के लिए राशि प्रदान की जाती थी। वर्ष 2013 से अशासकीय विद्यार्थियों को भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जाने लगा। इस बार वर्ष 2020 की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत तथा उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 40 हजार 542 विद्यार्थियों को 25 हजार प्रति विद्यार्थी के मान से 101 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदान की जा रही है।   जिलास्तर पर भी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र तथा चैक प्रदान किए गए। यह कार्यक्रम वेबकॉस्ट, यू-ट्यूब, फेसबुक पर उपलब्ध था साथ ही दूरदर्शन अन्य प्रमुख चैनलों द्वारा भी प्रसारण किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले चार विद्यार्थियों से बातचीत की।   पढ़ाई और कोचिंग की चिंता मत करना    शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय त्योंथर, जिला रीवा की खुशी सिंह ने कला संकाय में 97.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। मुख्यमंत्री ने खुशी से परिवार के सदस्यों के बारे में पूछा। खुशी ने कहा कि स्कूल पांच किलोमीटर दूर था और साइकिल पर आना-जाना करती थीं। खुशी आईएएस बनना चाहती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे की पढ़ाई और कोचिंग की चिंता मत करना इसकी व्यवस्था सरकार करेगी। पढ़ाई के साथ-साथ खेल और व्यायाम को भी दैनिक जीवन में शामिल करना आवश्यक है।   ये बेटा हौसले से उड़ान भर रहा    उत्कृष्ट विद्यालय मऊगंज रीवा के कृष्ण कुमार केवट के दोनों हाथ नहीं हैं उन्होंने पैरों से लिखकर 82.8 प्रतिशत अंकों में परीक्षा पास की है। जब वीडियो कान्फ्रेसिंग से कृष्ण कुमार से जुड़े और उसके बारे में जाना तो मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जुनून की जीत है, तुमने तो नया इतिहास लिख दिया। कृष्ण कुमार ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं, अब बुजुर्ग होने के कारण घर खर्च मुश्किल से चल पाता है। उसने कहा कि वह प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहता है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये बेटा तो हौसले से उड़ान भर रहा है। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुमार के हाथ लगवाने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इनका पूरा खर्च राज्य शासन उठायेगा। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुमार से कहा कि तुम मध्यप्रदेश के बेटे हो पूरी पढ़ाई, कोचिंग और ट्रेनिंग का खर्च मध्यप्रदेश सरकार उठायेगी। साथ ही सरकारी खर्च पर कृत्रिम हाथ ही लगवाएगी।   ' ये हैं रियल हीरो '   कुमारी कीर्ति कुशवाह, अशासकीय प्रियंवदा बिड़ला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतना की छात्रा हैं। जन्म से ही 75 प्रतिशत दृष्टि बाधित हैं। इन्होंने वाणिज्य में 94.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। मुख्यमंत्री ने कीर्ति से बात करते हुए कहा कि 'ये रियल हीरो हैं,बच्चों को बॉलीवुड की तरफ देखने की जरूरत नहीं है।' कृष्ण कुमार और कीर्ति जैसों से प्रेरणा लें। उन्होंने शंकर नेत्रालय चेन्नई में कीर्ति का उपचार कराने के निर्देश कलेक्टर सतना को दिए। मुख्यमंत्री ने भिंड के अभिषेक शाक्य से भी बात कर बधाई दी।

Kolar News

Kolar News 25 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को भोपाल स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में स्व. पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर उनके जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर उनके चरणों में प्रणाम किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चरणों में इस संकल्प के साथ प्रणाम करता हूं कि उनके दिखाये मार्ग पर चलते हुए जनकल्याण और राष्ट्र सेवा करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एक गौरवशाली, वैभवशाली और सशक्त भारत के निर्माण में हरसंभव योगदान देंगे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन सभी कार्यकर्ताओं के लिए बहुत ही पवित्र दिन है। आज महामानव देवपुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म हुआ था। आज भाजपा जो कुछ भी है, उनकी प्रेरणा से ही है। वे भारतीय संस्कृति के उपासक थे, उन्होंने अपना जीवन देश के लिए न्योछावर किया।   उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारत माता की सेवा में समर्पित कर दिया था। उनका अपना कोई निजी परिवार नहीं था, यह सम्पूर्ण भारत ही उनका परिवार था। पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने बचपन से ही भारत मां की उपासना प्रारम्भ कर दी थी। वे देशभक्त थे, कुशल संगठक थे और प्रखर राष्ट्रवादी थे। उनकी प्रेरणा से हम मध्यप्रदेश की गरीब जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्य कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 25 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल किसानों को साधने में जुटे है। सीएम शिवराज ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं और घोषणाएं कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस भी किसानों के मुद्दे पर आक्रामक हो गई है। कांग्रेस किसानों के सहारे उपचुनाव में जीत हासिल करने की कोशिश कर रही है और प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साध रही है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर किसानों के साथ कल्याण योजना के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाया है।   कमलनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट कर सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘ये कैसा किसानों का सम्मान, ये कैसी कल्याण योजना? कोरोना महामारी के इस संकट काल में किसानों को मात्र 10/- रुपये प्रतिदिन के कऱीब देकर ये उसे किसानों का कल्याण बता रहे हैं, किसानों का सम्मान बता रहे हैं? एक अन्य ट्वीट कर कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा एक तरफ़ किसानों, खेत- खलिहान के विरोध में तीन-तीन बिल लाते हैं, वही दूसरी तरफ़ खुद को किस मुँह से किसान हितैषी बताते है? यदि शिवराज सरकार को किसानों के सम्मान की, कल्याण की चिंता है तो कांग्रेस सरकार की कर्जमाफ़ी योजना को चालू रखे, किसानों को कर्ज़ मुक्त बनाये, जिससे किसान सम्मान पूर्वक अपना जीवन जी सके। यही किसानो का सबसे बड़ा सम्मान है, यही कल्याण है।

Kolar News

Kolar News 25 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों की घोषणा निर्वाचन आयोग आज कर सकता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस अब से कुछ ही देर में राजधानी दिल्ली में होने वाली है, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया जाएगा। ऐसे में यह भी संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग साथ में मप्र विधानसभा उपचुनाव की तारीखें भी घोषित कर सकता है।   मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव होना है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग इन दिनों उम्मीदवार से नामांकन पत्र, शपथ पत्र और नामांकन को लेकर सिक्युरिटी मनी ऑनलाइन ही जमा करा रहा है। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस भी जोर लगा रही है। भाजपा जहां सदस्यता अभियान चला रही है, वहीं कांग्रेस भी दोबारा सत्ता में आने के लिए लोगों का मन टटोलने के साथ-साथ जिताऊ प्रत्याशियों को खोज रही है। इसी बीच बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दावा किया है कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के ग्वालियर, गुना, भिंड व मुरैना संसदीय क्षेत्रों के 76 हजार 361 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा ज्वाइन कर ली है। अब हम सब मिलकर कांग्रेस को हराएंगे।

Kolar News

Kolar News 25 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण को सर्वोपरि मानती है। संसाधनों का समान वितरण कर जरूरतमंद गरीबों को सहारा देने वाली संबल जैसी व्यावहारिक योजना को पूर्व सरकार ने बंद कर दिया था। जन्म के पूर्व से लेकर असामयिक मृत्यु की स्थिति में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने वाली संबल योजना पर निरंतर अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को भोपाल के मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में संबल योजना के 3700 हितग्राहियों के खाते में 80 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि का अंतरण किया।   तीन साल में मिलेगा सभी को पक्का मकान   मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल संसाधनों के समान वितरण की योजना है। यह योजना गरीबों के लिए बहुत बड़ा सहारा बनी है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने मुँह का निवाला भी छीन लिया था। गर्भवती बहनों के पोषण में उपयोगी लड्डू से उन्हें वंचित कर दिया गया था। पूर्व सरकार के इशारे पर योजना बंद हो गई थी। आने वाले तीन साल में सभी को पक्का मकान मिलेगा। उन्होंने हितग्राहियों से चर्चा के दौरान उन्हें संबल योजना के लाभ बताए और आश्वासन दिया कि आप लोग कभी चिंता न करना। यह योजना चालू रहेगी और आप लोगों को इसका लाभ मिलता रहेगा।   प्रवासी श्रमिकों को संबल से जोड़ा जाएगा   मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जो हितग्राही योजना के लाभ से वंचित हैं उन्हें भी इसका लाभ दिलवाया जाएगा। जो प्रवासी श्रमिक कोविड-19 की समस्या के कारण प्रदेश में लौटे उन्हें भी संबल से जोड़ा जाएगा। इन श्रमिकों को भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल से जोडक़र भी लाभान्वित किया जाएगा। इन श्रमिकों के बच्चों के लिए नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह वास्तविकता है कि जिस परिवार में कोई दु:खद घटना होती है, कुछ दिन सभी लोग सहानभूति व्यक्त करते हैं। वास्तविक पीड़ा प्रभावित व्यक्ति ही महसूस कर सकता है। ऐसे लोगों को सरकार से आर्थिक सहायता मिलना ही चाहिए। गरीबों की योजना संबल के क्रियान्वयन के लिए धनराशि की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। आज जिन हितग्राहियों को योजना का लाभ मिला है, वे आत्मनिर्भर हो सकेंगे।   22 जिलों में 308 स्थानों पर मना कार्यक्रम   मुख्यमंत्र् ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना में 22 जिलों के हितग्राहियों के खाते में 80 करोड़ रुपये की सहायता राशि ऑनलाईन अंतरित की। राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ प्रथम चरण में 22 जिलों के 308 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने संबल योजना की राशि हितग्राहियों के खातों में अंतरित करने के बाद हितग्राहियों से संवाद किया। कार्यक्रम के प्रसारण के लिए एनआईसी द्वारा नेट लिंक प्रदान किया गया था।    हर हाल में जारी रखना संबल योजना   मंदसौर के ग्राम नाटाराम की लीलाबाई बागरी ने मुख्यमंत्री से कहा कि संबल योजना को हरहाल में जारी रखना। लीला बाई के पति मजदूरी करते थे। बीमारी के कारण उनकी असामयिक मृत्यु हो गई थी। संबल योजना के अंतर्गत लीला बाई को दो लाख रुपये की सहायता मिली। लीला बाई ने मुख्यमंत्री को बताया कि इससे बंजर खेत को सुधारने की योजना है। साथ ही बकरी पालन भी शुरु करने का विचार है। उन्होंने कहा कि मुसीबत के समय मिली सहायता से बेटों की पढ़ाई की चिंता दूर हुई है।   जाने वाले की कमी दूर नहीं होती पर संबल बनी सहारा   मंदसौर की ग्राम पंचायत गोवर्धनपुरा की श्यामू बाई सेन ने मुख्यमंत्री से कहा कि जाने वाले की कमी पूरी नहीं होती पर संबल ने सहारा दिया है। श्यामू बाई के पति की सूरत में दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। संबल के अंतर्गत उन्हें चार लाख रुपये की सहायता मिली। उन्होंने कहा कि इस सहायता से किराना दुकान आरंभ करने की योजना है। मुख्यमंत्री ने श्यामू बाई को हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि बच्चों की पढ़ाई की फीस सरकार भरेगी। तुम बच्चों को पढ़ाना जरूर।   चिंता नहीं करना भाई साथ है   मुख्यमंत्री ने गुना की सुमेला बाई भील से कहा कि चिंता नहीं करना। भाई साथ है। मिलकर मुसीबत से निकलेंगे। सुमेला के पति का बीमारी से निधन हो गया था। उन्हें दो लाख रुपये की सहायता मिली इससे वे रेडीमेड कपड़े की दुकान शुरु कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने सुमेला को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रेडीमेड की बहुत मांग है।   हिम्मत नहीं हारना सीमा   सागर की सीमा अहिरवार के पति की मृत्यु टायफाइड के कारण हो गई थी। वे कृषक मजदूर थे। सीमा को दो लाख रुपये की सहायता मिली है। इससे वे सिलाई मशीन खरीद कर सिलाई का काम शुरु करने की योजना बना रहीं हैं। मुख्यमंत्री ने सीमा से घर के बारे में जानकारी ली और कहा कि बस हिम्मत मत हारना सरकार हर कदम पर तुम्हारे साथ है।   मुख्यमंत्री ने रायसेन की साधना बाई से भी बात की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल की जायदा बी, सीता नागर, रेखा बाई, सुहागमल, सोमू गुर्जर और प्यारे सिंह को हितलाभ वितरण प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया गया।

Kolar News

Kolar News 23 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वॉरियर्स के लिए शुरू हुई मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना’ को संशोधित किया। नए नियम के अनुसार योजना के तहत अब स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के हर सफाई कर्मचारी, वार्ड ब्वॉय, नर्स, आशा कार्यकर्ता, पैरामेडिक्स, तकनीशियन, डॉक्टर, विशेषज्ञ और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजना का लाभ अब उन्हीं लोगों को मिलेगा जो सीधे तौर पर कोविड संक्रमण को रोकने में जुटे हैं। इनमें कोविड के अधिकृत अस्पताल, कोविड केयर सेंटर, कोविड टेस्टिंग लैब, क्वारेंटाइन सेंटर में काम करने वाले शामिल हैं। कोविड योद्धा कल्याण योजना में संशोधन पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आपत्ति जताई है और इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की है।   कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार के फैसले पर एतराज जताते हुए कहा ‘इस कोरोना महामारी में हमारे डॉक्टर्स, नर्स, विशेषज्ञ, आशा- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सफ़ाई कर्मी, पेरामेडिकल स्टाफ़, स्वास्थ्य कर्मी बड़ी संख्या में फ़ील्ड में जुटे होकर अपनी जान जोखिम में डाल कोरोना योद्धा की तरह रात-दिन काम कर रहे है। अवसर है उनको प्रोत्साहित करने का लेकिन मध्यप्रदेश में कोरोना वारियर्स के लिये बनी कोविड योद्धा कल्याण योजना में संशोधन की जानकारी सामने आयी है। अब इसमें पूर्व से शामिल सभी लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा सिर्फ़ चुनिंदा लोगों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि एक तरफ़ देश के अन्य राज्य कोरोना योद्धाओं को निरंतर प्रोत्साहित करने को लेकर काम कर रहे है , उनके लिये कई प्रावधान कर रहे है लेकिन दूसरी तरफ़ प्रदेश में शिवराज सरकार में कोरोना वारियर्स को हतोत्साहित करने का काम किया जा रहा है , वो भी ऐसे समय जब प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आँकड़ो भयावह होते जा रहे हैं। कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मै सरकार से माँग करता हूँ कि इन संशोधनों को तत्काल निरस्त किया जाए और पूर्व की भॉति ही सारे कोरोना वारियर्स को इस योजना का लाभ मिलता रहे।

Kolar News

Kolar News 23 September 2020

इंदौर। प्रदेश में 15 महीने कांग्रेस की सरकार रही। कमलनाथजी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उन्होंने गरीब के दर्द और पीड़ा को समझा ही नहीं। वे उद्योगपति हैं, बड़े आदमी के बेटे हैं, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए थे, गरीब का दर्द कैसे समझते। जाके पांव ना फटी बेमाई, वो का जाने पीर पराई। दर्द का एहसास है भाजपा को, उसके नेताओं को और हमारे मुख्यमंत्री को, क्योंकि वे गरीब और किसान के बेटे हैं। यह बात प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को रवींद्र नाट्यगृह में आयोजित अनुग्रह सहायता राशि वितरण कार्यक्रम के दौरान कही।    गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आप उनके काम देखें और हमारे काम को देखें। कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू की तो भाजपा ने। एक रुपये किलो चावल, एक रुपये किलो गेहूं और एक रुपये किलो नमक देने का काम भाजपा ने किया। यह भाव कभी कांग्रेस के मन में नहीं आया। प्रधानमंत्री आवास देने का भाव हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी के मन में आया। उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवराज के मन में दर्द है, इसलिए उन्होंने गरीबों के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। संबल योजना भी इसी का हिस्सा है। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार ने जनता को सिर्फ धोखा दिया। जनता को धोखा देने के कारण ही मंत्री सिलावट ने कांग्रेस को छोड़ दिया और भाजपा से जुड़े। गृह मंत्री ने कहा कि काम तो भाजपा करती है,  बाकी पार्टियां तो सिर्फ बातें करती हैं। कार्यक्रम में गृह मंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता समेत निगम और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 23 September 2020

गुना। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं बमौरी विधानसभा से उपचुनाव में भाजपा के संभावित प्रत्याशी महैन्द्र सिंह सिसौदिया कोरोना संक्रमित निकले है। इसके साथ ही उनकी माँ की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजीटिव आने की खबर है। बता दें कि सिसौदिया की पत्नी पहले ही कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुकी है। हालांकि उपचार के बाद अब वह स्वस्थ है। बहरहाल सिसौदिया ने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी खुद ट्वीट कर मंगलवार को दी।    इससे पूर्व एक बार पहले भी सिसौदिया के लक्षणों के आधार पर कोरोना संक्रमित होने की आशंका बनी थी, किन्‍तु जांच में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इस बार ऐसे समय वह संक्रमित निकले है। जब बमौरी में उपचुनाव की घड़ी निकट आने लगी है और कुछ दिनों में ही आचार संहिता लगने वाली है। इसके साथ ही भाजपा का चुनाव प्रचार चरम पकड़ रहा है। इसी तारतम्य में 25 सितंबर को बमौरी में भाजपा की उनके पक्ष में विशाल आमसभा भी होने जा रही है। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होंगे। ऐसे में सिसौदिया के कोरोना संक्रमित निकलने से भाजपा की चुनावी तैयारियां प्रभावित हो सकतीं है। हालांकि खुद सिसौदिया इससे संभवत: इससे इत्फाक नहीं रखते है और इसके संकेत उन्होने अपने ट्विट में भी दिए है। जिसमें उन्होने उपचुनाव को भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ताओं को चुनाव बताते हुए इसमेंं सफल होने का विश्वास जताया है। साथ ही जय श्रीराम का जयघोष किया है।   अधिकारी के बाद मंत्री भी संक्रमित कोरोना संक्रमण जिले मेंं तेजी से पैर पसार रहा है। आमजन तो इससे पीडि़त हो ही रहे है। इसके साथ ही अब अधिकारी, राजनेता और मंत्री तक अछूते नहीं रह गए है। एक पूर्व नपाध्यक्ष सहित अन्य राजनेताओं के संक्रमित होने की खबर पहले ही सामने आ चुकी है तो हाल ही में पंचायत मंत्री के ही विभाग से जुड़े एक अधिकारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है। इसके बाद अब खुद पंचायत मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया कोरोना संक्रमित निकले है। इसके साथ ही उनकी माँ की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजीटिव आई है। दोनों फिलहाल भोपाल के चिरायू अस्पताल में उपचारत है।    गौरतलब है कि सिसौदिया का कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य खराब हुआ था। जिसके बाद उन्होने अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए थे और चिकित्सकों की सलाह पर क्वारेंटाइन हो गए थे। यहां तक की शासन के महत्वकांक्षी कार्यक्रम वन भूमि के पट्टा वितरण में भी पंचायत मंत्री शामिल नहीं हो पाए  थे। इसी बीच उनकी कोरोना जांच कराई गई। जो पॉजीटिव निकली।    पंचायत मंत्री ने किया जय श्रीराम का जयघोष पंचायत मंत्री सिसौदिया ने अपने कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को देवतुल्य बताते हुए जय श्रीराम का जयघोष भी किया है। सिसौदिया के ट्वीट के मुताबिक जांच के दौरान मुझमें कोरोना पॉजीटिव लक्षण आए है और मैं चिरायु अस्पताल में उपचारत हूं। मेरे संपर्क में जो भी आए हैं, वह अपना कोरोना टेस्ट करा लें। आने वाला चुनाव भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ताओं का चुनाव है और मुझे विश्वास है हम निश्चित रुप से सफल होंगे। जय श्री राम, वहीं राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर सिसौदिया के जल्द स्वास्थ्य होने की प्रार्थना ईश्वर से की है।    आचार संहिता के पहले की हो सकती है आखरी बड़ी सभा उपचुनाव की तैयारियों क्रम में 25 सितंबर को भाजपा की बमौरी में विशाल आमसभा होने जा रही है। इस आमसभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होने जा रहे है। सभा को लेकर तैयारियां इन दिनों जोरों पर चल रहीं है। उपचुनाव को लेकर चुनावी नियम-कायदों से परे यह आखरी बड़ी सभा मानी जा रही है। दरअसल, जिस तरह के संकेत मिल रहे है, उस लिहाज से 27-28 सितंबर तक आचार संहिता लग सकती है। इसके बाद जो भी सभा होगी, वह आचार संहिता के नियम कायदों में बंधी रहेगी। चूंकि पंचायत मंत्री सिसौदिया बमौरी से भाजपा के संभावित उम्मीद्वार भी है और फिलहाल की स्थिति में उनके सभा में मौजूद रहने की संभावना नहीं बन रही है। अगर ऐसा होता है तो उनकी गैरमौजूदगी में यह सभा कैसे हो पाएगी? इस पर सभी की निगाहें लगी हुईं है।    जोर-शोर से चल रहा है चुनाव प्रचार बमौरी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव को लेकर भाजपा का प्रचार जोरशोर से चल रहा है। शुरुआती दौर से ही भाजपा चुनाव में बाजी हथियाएं हुए है। जहां पंचायत मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया लगातार बमौरी क्षेत्र का दौरा कर रहे थे तो भाजपाजन भी पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुटे हुए है। इसके साथ ही भाजपा के प्रादेशिक और केन्द्रीय पदाधिकारी भी चुनाव में अपनी भूमिका दर्ज करा चुके है। इन सबके मद्देनजर भाजपा के आम कार्यकर्ता का उत्साह भी चरम पर बना हुआ है और वह चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ जीत की बात कह रहा है। सिसौदिया के कोरोना संक्रमित होने को भी वह इसमें बाधा नहीं मानता है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ईश्वर की कृपा से सिसौदिया और उनकी माँ जल्द स्वस्थ होंगे, वहीं चुनाव सिर्फ सिसौदिया नहीं, बल्कि  उनके पक्ष में भाजपा कार्यकर्ता और बमौरी की जनता खुद लड़ रही है।

Kolar News

Kolar News 22 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मध्यप्रदेश में गरीब कल्याण सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मंगलवार को प्रदेश के 63 हजार किसानों को क्रेडिट कार्ड का वितरण किया गया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि मप्र के किसानों को हर साल सम्मान निधि के रूप में दस हजार रुपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अभी तीन किस्तों में सालाना छह हजार रुपये मिलते हैं। अब इसमें चार हजार रुपये राज्य सरकार मिलाएगी। इसके साथ ही सहकारी बैंकों को कर्ज माफी की बकाया राशि भी दी जाएगी। कार्यक्रम में जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों को 800 करोड़ रुपये का अनुदान भी दिया गया।    मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों, पशुपालकों और मत्स्य पालकों को हमने शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देने की योजना प्रारम्भ की थी, जिसे कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया था। हमने इसे फिर से प्रारम्भ कर दिये हैं। आपके कल्याण के किसी काम को मैं रोकने नहीं दूंगा, परिस्थिति चाहे जैसी हो। किसानों को बिना ब्याज के कर्ज देने का काम जारी रहेगा। इसमें पशुपालक और मत्स्य पालकों को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण खजाने की स्थिति अच्छी नहीं है, लेकिन किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।    उन्होंने कहा कि मैं रोने वाला मुख्यमंत्री नहीं हूं कि पैसा नहीं है। पिछली सरकार ने फसल बीमा के 22 सौ करोड़ रुपये का अंशदान जमा नहीं किया था, जिसकी वजह से किसानों को बीमा राशि नहीं मिल पा रही थी। सरकार में आते ही बीमा कंपनियों को राज्यांश दिया और किसानों को 31 सौ करोड़ रुपये का फसल बीमा दिलाया। इसके बाद 4600 करोड़ रुपये से ज्यादा का फसल बीमा हाल ही में 22 लाख से ज्यादा किसानों को दिया गया है।   कृषि संबंधित तीनों विधायक किसानों के हित में   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संसद में पारित तीन कृषि विधयकों को लेकर कहा कि कुछ लोग कृषि संबंधित जो तीनों विधेयक बने हैं, उसके बारे में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ये विधेयक किसान की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होंगे। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का अभिनंदन करता हूं। मंडिया बंद नहीं होंगी, ये पूर्ववत चलती रहेंगी। किसान अपनी उपज चाहे खेत से बेचे, प्राइवेट मंडियों में बेचे, वेयरहाउस से ही बेच दे। किसान को जहां अधिक कीमत मिलेगी, बेचने के लिए स्वतंत्र है। समर्थन मूल्य पर उपज की खरीदी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मेरे किसान भाइयों मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कृषि संबंधित जो तीनों विधेयक बने हैं, वे किसानों के हित में हैं। किसानों को इसका लाभ मिलेगा और पहले से अधिक सशक्त बनेंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लहसुन, धनिया आदि का उत्पादन बहुत अधिक होता है। प्रसंस्करण इकाइयां लगाकर प्रदेश में ही मसाले तैयार किये जायेंगे, ताकि किसान को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

Kolar News

Kolar News 22 September 2020

ग्वालियर। मध्यप्रदेश विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर दोनों प्रमुख पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हैं। भाजपा द्वारा अभी इन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इन सीटों पर कांग्रेस से आए पूर्व विधायकों को ही उपचुनाव लड़ाएगी, जबकि कांग्रेस ने 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। शेष सीटों पर उम्मीदारों को लेकर खींचतान जारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस शेष सीटों की सूची भी आज या कल में जारी कर सकती है।   दरअसल, प्रदेश की जिन सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से अधिकांश सीटें कांग्रेस विधायकों द्वारा इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने से रिक्त हुई हैं। इनमें ग्वालियर चम्बल अंचल की सीटें ज्यादा हैं। मुरैना सीट से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राकेश मावई का नाम लगभग तय माना जा रहा है, मगर बीच मे ही किसान कोंग्रेस के नेता दिनेश गुर्जर का नाम सामने आने के बाद सूची अटक गई।    दिनेश को कमलनाथ को करीबी माना जाता है, मगर मैदानी सर्वे में पिछड़ रहे हैं, ऐसे में दोनों के बीच खींचतान मच गई है। इस वजह से सूची जारी नहीं हो सकी। संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस की अगली सूची बुधवार तक जारी हो सकती है। ग्वालियर पूर्व विधानसभा से डॉ सतीश सिंह सिकरवार का नाम तय हो चुका है। इसकी घोषणा होना ही शेष है। हालांकि दो दिन पहले शहर के दौरे पर आए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सतीश से अपने छेत्र में काम मे जुट जाने की बात कही थी। अंचल की जौरा सीट को लेकर भी भारी घमासान मचा हुआ है। यहां से 4 दावेदार होने की वजह से कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। वहीं परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ सुर्खी से पूर्व विधायक पारुल शाह का नाम भी लगभग तय हो चुका है।

Kolar News

Kolar News 22 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रदेश में मनाये जा रहे गरीब कल्याण सप्ताह अन्तर्गत 22 सितंबर, मंगलवार को 63 हजार कृषकों, पशुपालकों एवं मत्स्य पालक हितग्राहियों को नवीन किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किये जायेंगे। 'सबको साख-सबका विकास' राज्य-स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह 11.30 बजे मिन्टो हॉल में करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम में प्रदेश के किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैंकों/समितियों को 800 करोड़ रूपये की सहायता भी प्रदान की जायेगी।   मुख्यमंत्री चौहान द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों, पशुपालकों एवं मत्स्य पालकों से सीधा संवाद भी किया जाएगा। इस अवसर पर अपेक्स बैंक द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिये एक करोड़ रूपये की राशि भेंट की जाएगी। कार्यक्रम का क्षेत्रीय न्यूज चैनल्स और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।   सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि किसानों, पशुपालकों और मत्स्य पालकों का विकास करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार उन्हें आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करने के लिये क्रेडिट कार्ड और शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिये सहकारी बैंकों को आवश्यक राशि भी उपलब्ध करा रही है।   कार्यक्रम से जुड़ने के लिये मेपआईटी ने भेजे रिकार्ड 2 करोड़ मेसेज 'सबको साख-सबका विकास' की भावना से आयोजित इस कार्यक्रम में आम लोगों के जुड़ने के नये कीर्तिमान स्थापित होंगे। प्रमुख सचिव सहकारिता उमाकांत उमराव ने बताया कि सहकारिता विभाग द्वारा मेपआईटी (MAPIT) के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ने हेतु फ्री-रजिस्ट्रेशन के लिये लगभग 2 करोड़ लोगों को मेसेज भिजवाये गये हैं। इसके लिये जरूरी डाटा मेपआईटी को उपलब्ध कराया गया है।   12 लाख लोग जुड़ेंगे लाइव टेलीकास्ट से प्रमुख सचिव सहकारिता उमराव ने बताया कि 'सबको साख-सबका विकास' थीम अन्तर्गत 22 सितंबर को आयोजित होने वाले सहकारिता विभाग के कार्यक्रम को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने के लिये 40-45 हजार स्थानों पर लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था करवाई गई है, जिसमें लगभग 12 लाख लोग जुड़ेंगे। साथ ही कार्यक्रम में 15 लाख लोगों को मायगोव (Mygov) के माध्यम से सीधे जोड़ने के लिये वेबलिंक भी भेजी गई है। कार्यक्रम से जुड़ने वाली संख्या के मान से यह एक नया कीर्तिमान होगा।

Kolar News

Kolar News 21 September 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की फसल खरीद संबंधी तीन अध्यादेश को लेकर राजनीति तेज हो गई है। देशभर में कांग्रेस अध्यादेश का विरोध कर रही है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए इसके खिलाफ सदन से लेकर सडक़ तक लड़ाई लडऩे की बात कही है।   कमलनाथ ने ट्वीट कर अध्यादेश का विरोध करते हुए कहा कि मोदी सरकार के अध्यादेश पूरी तरह से किसान विरोधी व खेतिहर मजदूर विरोधी है। यह दिन इतिहास में काले दिवस के रूप में दर्ज होगा। इसको लेकर ना किसानों की सहमति ली गयी ना अन्य राजनैतिक दलों से चर्चा की गयी। उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार तानाशाही तरीक़े से देश को चलाना चाहती है। पुरानी जमींदारी प्रथा वापस लाना चाहती है। वादा किसानों की आय दोगुनी का किया था लेकिन भाजपा सरकार किसानो की रोज़ी- रोटी छिनना चाहती है।   कमलनाथ आगे अपने ट्वीट में कहा कि देश भर के किसानों की इस लड़ाई को कांग्रेस लड़ेगी। सदन से लेकर सडक़ तक कांग्रेस किसानों के हित में इस काले क़ानून के विरोध में संघर्ष करेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि शिवराज सरकार स्पष्ट करे कि वो किसानो के साथ है या इन किसान विरोधी काले क़ानून के साथ? प्रदेश का किसान इस सच्चाई को जानता चाहता है कि कौन उसके साथ है और कौन किसान विरोधी काले क़ानून के साथ?

Kolar News

Kolar News 21 September 2020

भोपाल। कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश विधानसभा का एक दिवसीय सत्र सोमवार को शुरू हुआ। सत्र में भाग लेने के लिए विधानसभा पहुंचने के पहले विधानसभा अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ, संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा समेत सभी विधायकों की जांच की गई और हाथ सैनिटाइज कराने के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। सदन में सबसे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राज्यपाल लालजी टण्डन समेत अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।   बता दें कि यह मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का सातवां सत्र है। शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, तत्कालीन राज्यपाल लालजी टंडन, सदन के सदस्य मनोहर ऊंटवाल और गोवर्धन दांगी तथा पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हजारीलाल रघुवंशी के निधन की विधिवत सूचना सदन को दी। साथ ही पूर्व विधायक डेरहू प्रसाद धृतलहरे और अन्य नेताओं के अलावा गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए जवानों, जम्मू कश्मीर के बारामूला में शहीद सैनिक और देश प्रदेश में कोरोना के कारण व्यक्तियों के निधन की सूचना दी और सदन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।   इसके अलावा सदन में पूर्व विधायक उदय सिंह पंड्या, चंपालाल देवड़ा, देवेंद्र कुमारी, बलिहार सिंह, बलबीर सिंह कुशवाह, घनश्याम प्रसाद जायसवाल, बूंदीलाल रावत, विमला शर्मा, मनमोहन शाह बट्टी, चिमनलाल सडाना, रमाकांत तिवारी, गणेशराम खटीक और बिंद्रा प्रसाद साकेत तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज भारद्वाज के निधन के उल्लेख के साथ उनके प्रति भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी दिवंगतों का राजनैतिक, सामाजिक और देश सेवा के क्षेत्र में योगदान का जिक्र करते हुए सभी के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। विपक्ष के नेता कमलनाथ ने अपनी और दल की ओर से सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सभी ने दो मिनट का मौन रखा और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने दिवंगतों के सम्मान में कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।   स्थगन के बाद जब सदन दोबारा समवेत हुआ, तो सबसे पहले संसदीय कार्य मंत्री ने आदेशों पत्रों को पटल पर रखा। अध्यक्ष ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने वाले विधायकों, सदस्यों की सूचना सदन को दी। वित्त मंत्री की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री ने उनका कार्य संपादित किया। सबसे पहले धन विनियोग विधेयक सदन में प्रस्तुत किया गया। इस पर कांग्रेस ने चर्चा कराने की मांग की, लेकिन सरकार ने मना कर दिया। इसके बाद मध्यप्रदेश विनियोग विधेयक 2020 पारित हो गया। संसदीय कार्य मंत्री ने समस्त विभागों की अनुदान मांगों का प्रस्ताव एक साथ प्रस्तुत किया। इस पर कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक गोविंद सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने चर्चा कराने का अनुरोध किया। जिसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने सर्वदलीय बैठक का उल्लेख किया। फिलहाल सदन की कार्रवाई जारी है।   बता दें कि कोरोना के चलते इस तीन दिवसीय सत्र को महज एक दिन का किया गया है, जिसमें केवल शासकीय कार्य ही संपादित किए जाएंगे। सदन में कुल 202 विधायकों में से केवल 60 ही मौजूद रहे, जबकि कई विधायक अपने अपने जिलों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सदन की कार्यवाही में शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News 21 September 2020

  भोपाल। मंदसौर जिले में पिछले साल बाढ़ से भारी तबाही हुई थी। मैंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा कि आप भी देख लीजिए कितना नुकसान हुआ है। वो नहीं आए और बोले हम तो बंगले में बैठे-बैठे ही देख लेते हैं। मंदसौर में ही राहुल गांधी ने ये घोषणा की थी कि हम 10 दिनों में किसानों का हर प्रकार का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे। लेकिन जब सरकार बन गई, तो कर्जमाफी में कई शर्तें लगा दीं। रंग-बिरंगे फार्म भरवाने लगे। कटऑफ की तारीख बदल दी। कांग्रेस की सरकार ने किसानों को धोखा दिया। आप कहीं भी बहस कर लें कमलनाथ जी, मैं फिर ये कहता हूं कि आपने कर्जमाफी के झूठे प्रमाण पत्र बांटे, बैंकों को पैसा नहीं दिया। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रविवार को सुवासरा विधानसभा के सीतामऊ, महिदपुर के इन्दौख और आगर मालवा विधानसभा के बड़ौद में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए कही।   हम बहाने नहीं बनाते, काम करते हैंमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय जब भी जनप्रतिनिधि कोई मांग रखते थे, वो कहते थे पैसा नहीं है। कोरोना के कारण आज भी आर्थिक संकट है, लेकिन हम बहाना नहीं बनाते। हम पैसा कहीं से भी लाएं, लेकिन विकास के काम नहीं रुकने देंगे। हमने शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज योजना का पैसा भरा, किसानों के फसल बीमा की प्रीमियम भरी। सस्ते अनाज की योजना जिसे कांग्रेस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था, हमने फिर शुरू कर दी है। संबल योजना, तीर्थदर्शन योजना हम फिर शुरू कर रहे हैं और सभी योजनाओं को दोबारा शुरू करेंगे, जिन पर कमलनाथ सरकार ने रोक लगा दी थी। चौहान ने कहा कि किसान भाई चिन्ता न करें, हम सोयाबीन का मुआवजा भी देंगे और जल्द ही हम किसान भाइयों के लिए ऐसी योजना लाने वाले हैं, जिससे उनके खातों में पैसा आता रहे। हम शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती भी शुरू करने वाले हैं, ताकि युवाओं को रोजगार मिले। मुख्यमंत्री चौहान ने सीतामऊ में 2187 करोड़ रुपये लागत वाली कयामपुर माइक्रो इरिगेशन परियोजना की स्वीकृति की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले तीन सालों में हम किसी भी गरीब को बिना पक्की छत के नहीं रहने देंगे और हर घर में साफ पीने का पानी उपलब्ध कराएंगे।   सवा साल में प्रदेश को लूट लियाचौहान ने कहा कि सवा साल की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को लूट लिया। पद बिकते थे, शराब के ठेके और रेत का कारोबार बिकता था। विभाग बंटते थे और प्रदेश का विकास ठप हो गया था। आम लोगों को तो छोड़िये, तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास मंत्री-विधायकों से मिलने के लिए भी समय नहीं होता था। लेकिन जब कोई बड़ा ठेकेदार आ जाए, तो वो कहते थे आने दो-आने दो। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उस सरकार ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। लेकिन प्रदेश की जनता से उस सरकार को ही चलो-चलो कह दिया।   हमारी सरकार को परमानेंट करें, विकास में कसर नहीं छोड़ेंगेमुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार के सवा सालों में आपने सरकार-सरकार का फर्क देखा होगा। एक वो सरकार थी, जिसने भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड बना डाले। किसानों, नौजवानों, बहन-बेटियों का पैसा खा गई। उस सरकार के पास बस एक ही काम रहा-शिवराज को गाली दो। दूसरी तरफ हमारी सरकार है, जो विकास करती है, योजनाओं का पैसा लोगों के खातों में डालती है। वो जनता के बीच जाते नहीं थे और हमारे दिल में जनता के लिए दर्द है। चौहान ने कहा कि हम विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। लेकिन आपसे निवेदन है कि अभी हमारी सरकार टेम्परेरी है। इसलिए आने वाले चुनावों में हमारी सरकार को परमानेंट बनायें, मोदी जी के हाथ मजबूत करें और धोखेबाजों का साथ छोड़ें।  

Kolar News

Kolar News 20 September 2020

  भोपाल। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में कहीं भी कोई कमी भाजपा की सरकार अपनी ओर से नहीं आने देगी। 4% से अधिक ब्याज साल भर जो स्‍वसहायता समूह पर बैंक द्वारा लगाया जाता है वह भी अब उसे नहीं देना होगा, प्रदेश में स्वसहायता समूह का ब्याज अब सरकार भरेगी। सभी स्वसहायता समूह को बाजार उपलब्ध कराने के लिए भी सरकार की ओर से काम होगा। राज्य स्तरीय विपणन महासंघ बनाया जाएगा।    उक्‍त बातें मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राजधानी भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 13 हजार स्व-सहायता समूहों से जुड़े एक लाख 30 हजार से अधिक जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को 200 करोड़ रूपये की ऋण राशि प्रदान करते हुए कही।   सीएम चौहान ने इस ऋण वितरण के लिये वर्चुअल कार्यक्रम में भोपाल से शामिल होकर दमोह, देवास तथा शिवपुरी जिलों के हितग्राहियों से सीधा संवाद किया। उन्‍होंने कहा कि सरकार एक संस्थान या यूनिवर्सिटी बनाएगी, जहां के विशेषज्ञ तय करेंगे कि हम कैसे महिला  स्वसहायता समूहों को मदद करें और उन्हें बताएं कि कौन से काम करने से वे आर्थिक रूप से अधिक सुदृढ़ हो सकती हैं। सीएम शिवराज ने कहा,  अभी प्रदेश में स्वसहायता समूह से 33 लाख बहनों को और जोड़ना है, कहीं भी कार्य के विकास में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी ।  उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में राज्य आजीविका संस्थान खड़ा किया जाएगा तो वहीं, महिलाओं के आर्थ‍िक सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेशभर में विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाएंगे। स्कूल और महाविद्यालयों में सफल बहनों और स्वसहायता समूहों की केस स्टडी पर अध्ययन की व्यवस्था सरकार करेगी । इसके अलावा सरकार में कैसे आवेदन देकर बड़े काम प्राप्त किए जा सकते हैं, उसके लिए भी स्वसहायता समूह को सरकार की ओर से सहायता मुहैया कराई जाएगी।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब मुख्यमंत्री बना तो सबसे पहले मध्यप्रदेश की धरती पर यह भेद मिटाने के लिए मैंने अपना संकल्प जमीन पर उतारा । बेटी जन्म ले तो वह लखपति ही पैदा हो इसलिए सरकारी स्तर पर मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना को साकार रूप दिया । एक नहीं अनेकों योजनाएं उसके बाद से महिला सशक्तिकरण के लिए मैंने प्रदेश में संचालित करने का प्रयास किया जोकि आज भी सफलता से चल रही हैं।   मुख्‍यमंत्री सिंह ने कहा कि प्रदेश तब तक सशक्त नहीं हो सकता जब तक कि राज्‍य की महिलाएं हमारे प्रदेश की शक्ति व सामर्थ्य नहीं बनेंगी। हम अकेले बहुत बड़ा काम ना कर पाएंं लेकिन जब समूह में इकट्ठे होते हैं तो हम बहुत बड़े-बड़े काम कर जाते हैं इसलिए आज के समय में महिला समूह की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा में भगवान राम के साथ पहले सीता माता का नाम आता है, श्री कृष्‍ण के साथ पहले राधा का नाम लिया जाता है और भगवान शंकर के साथ गौरीजी का नाम पहले आता है, यह तो कुछ काल ऐसा रहा जिसमें शक्तिशाली सबला,  अबला बन गई,  लेकिन अब समय बदल चुका है हमें बहनों को फिर शक्तिशाली स्वरुप में लाना है।    इस दौरान स्व सहायता समूह की मध्य प्रदेश में परफॉर्मेंस पर एक शार्ट फिल्म की स्क्रीनिंग प्रस्‍तुत की गई। स्व सहायता समूह का एक वेब पोर्टल का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया जो कि स्वसहायता समूह की गतिविधियों का एकल प्लेटफार्म होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिंगल क्लिक से 70 करोड़ रुपए की रिवाल्विंग फंड एवं सामुदायिक निवेश निधि की राशि ई माध्‍यम से स्‍व सहायता समूहों को प्रदान की। इस दौरान मंच का संचालन ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव मनोज श्रीवास्‍तव करते नजर आए।  

Kolar News

Kolar News 20 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले घमासान मचा हुआ है। भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता लगातार चुनावी दौरे कर रहे हैं और जनता तक पहुंच कर अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं अब इस सियासी संग्राम में नेता पुत्रों की भी एंट्री हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चुनाव मैदान में उतरेंगे तो वहीं सिंधिया के बेटे महा आर्यमन सोमवार को चुनाव प्रचार करेंगे।   कार्तिकेय और महाआर्यमन दोनों नेता पुत्र सांची में चुनावी समर में ताकत झोकेंगे। दोनों मंत्री प्रभु राम चौधरी के पक्ष में प्रचार करेंगे। दोनों नेता पुत्र सांची में युवा सम्मेलन में भाग लेंगे। आपको बता में मध्यप्रदेश उपचुनाव में सियासी दलों ने ताकत झोकना शुरू कर दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान मंदसौर, आगर और उज्जैन के दौरे पर रहेंगे हैं। वे यहां चुनावी सभाओं को संबोधित कर सरकार की योजनाओं की जानकारी देंगे।

Kolar News

Kolar News 20 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में सिंगल क्लिक से प्रदेश के 22 लाख किसानों के खाते में प्रधानमंत्री फसल बीमा के 4 हजार 686 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार किसान हितैषी है और सरकार का मुख्य केन्द्र बिन्दु किसान एवं खेती है। हर परिस्थिति में सरकार किसान के साथ खड़ी है। कार्यक्रम में मौजूद एवं वेब कास्टिंग के माध्यम से जुड़े किसानों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सरकार में आते ही किसानों की प्रधानमंत्री फसल बीमा की पुरानी किश्त भरने का काम किया। किसानों के हित में निर्णय लिया गया है कि मध्यप्रदेश में कोई भी मंडी बंद नहीं होगी। प्रदेश के किसान को यह सुविधा दी गई है कि वह चाहे तो अपने खेत से या अपने घर से भी अपनी उपज बेच सकता है।   उन्होंने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाया जायेगा और माँ नर्मदा का जल मालवा क्षेत्र में लाकर रहेंगे। आगामी तीन वर्षों में सूक्ष्म सिंचाई के लिये हरित क्रान्ति समिति का गठन भी किया जायेगा।   किसानों की जिन्दगी को पटरी से उतरने नहीं दिया   मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी से किसानों को बीमा राशि की सौगात दी जा रही है। कोरोना संकट के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था के बाबजूद भी किसानों के हित में किसी भी तरह की कोई बाधा नहीं आने दी जायेगी। लॉकडाउन के चलते कारखाने और उद्योग-धंधे बंद हो गये। टैक्स आना बंद हो गया, फिर भी हमने ढाई सौ करोड़ रुपये का प्रीमियम किसानों का भरा। किसानों की जिन्दगी को पटरी से उतरने नहीं दिया। सहकारी बैंक का 1500 करोड़ रुपये भर रहे हैं। इसके साथ ही भावांतर के 470 करोड़ रुपये भी हम देंगे।    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों का एक करोड़ 29 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदा। गेहूं खरीदी में हमने पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़ दिया। 25 हजार करोड़ रुपये की राशि किसानों के खाते में हस्तांतरित की। तिवड़ा लगा चना भी खरीदा। पूर्व में 13 क्विंटल चना खरीदी की ही अनुमति थी। केन्द्रीय कृषि मंत्री से बात कर इसे 20 क्विंटल तक बढ़ाया। उपार्जन की राशि 30 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाली। पूर्व में प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ 35 लाख किसानों को मिलता था, जिसे हमने बढ़ाकर 77 लाख तक कर दिया है।   अब हर किसान को मिलेगा किसान क्रेडिट कार्ड   मुख्यमंत्री ने बताया कि अब कोई भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित नहीं रहेगा। दूध उत्पादक कृषकों के भी किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जायेंगे। यदि कोई व्यक्ति गोवंश के लिये ऋण लेता है तो उसे जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र का सर्वे कर ग्रामीण व्यक्तियों को भू-अधिकार दिया जायेगा। वह अपने घर के माध्यम से ऋण ले सकेगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में 13 हजार लोगों की जान बचाई गई और फसल नुकसान का सर्वे किया गया। सोयाबीन, उड़द एवं मक्का की फसल में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जायेगी, चाहे इसके लिये कहीं से भी उधारी लेनी पड़े। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है और हमने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का संकल्प लिया है। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश किसानों के सहयोग से ही बन सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी कभी बन्द नहीं की जायेगी।   एक हजार जलवायु आधारित गाँव बनाये जायेंगे   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक हजार जलवायु आधारित गाँव बनाये जायेंगे। गांवों में कस्टम हायरिंग सेन्टर स्थापित किया जायेगा। अब किसानों से ही कच्चे माल का फूड प्रोसेसिंग करवायेंगे। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा। तीन हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जायेगा। चिन्नौर का चावल एवं गाडरवाड़ा की दाल को जियोटैग दिलवायेंगे। एक जिला एक पहचान के तहत उस जिले की उद्यानिकी फसल को पहचान दिलाई जायेगी।   मुख्यमंत्री ने किसानों को फसल बीमा की राशि के प्रमाण-पत्र वितरित किये   कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के छह किसानों को खरीफ-2019 की फसल बीमा राशि के भुगतान का प्रमाण-पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री ने जयरामपुरा के बद्रीलाल को तीन लाख 13 हजार रुपये की राशि का प्रमाण-पत्र वितरित किया। इसी क्रम में तालोद के अर्जुनसिंह रघुवंशी को तीन लाख 66 हजार 24 रुपये का, जलवा के जालमसिंह सोलंकी को तीन लाख 50 हजार 60 रुपये का, उमरिया के बनेसिंह को तीन लाख दो हजार 49 रुपये का, जवासिया के करणसिंह को 66 हजार 605 रुपये तथा लिघोड़ा के आत्माराम को एक लाख छह हजार रुपये की राशि के प्रमाण-पत्र वितरित किये।

Kolar News

Kolar News 18 September 2020

  भोपाल/उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को उज्जैन में कालिदास अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के 22 लाख 51 हजार 188 किसानों को खरीफ 2019 की फसल बीमा दावा की कुल राशि 4 हजार 688 करोड़ 83 लाख रुपये का ई-अंतरण के माध्यम से भुगतान किया। इस दौरान उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य जिलों के किसानों से संवाद भी किया। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव उपस्थित रहे।   उज्जैन का कालिदास अकादमी में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कोरोना संकट के कारण चुनिंदा किसानों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 22 लाख किसानों को फसल बीमा की 4688 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया। उन्होंने ई-अंतरण के माध्यम से यह राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर की। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने माधवनगर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बने आइसीयू वार्ड का भी लोकार्पण किया। कार्यक्रम का वेबलिंक के माध्यम से प्रदेशभर में सीधा प्रसारण किया गया।    गौरतलब है कि खरीफ 2019 में 37 लाख किसानों द्वारा फसल बीमा कराया गया था, जिसका बीमित क्षेत्र 61.09 लाख हेक्टेयर था तथा किसानों से कुल राशि 343.81 करोड़ रुपये कृषक अंश लिया गया। राज्यांश 1072.44 करोड़ एवं केन्द्रांश 1072.44 करोड़ रुपये, इस प्रकार कुल 2488.69 करोड़ रुपये प्रीमियम बीमा कंपनियों को भुगतान किया गया है।  

Kolar News

Kolar News 18 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व भाजपा विधायक पारुल साहू ने शुक्रवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उन्होंने कहा कि मुझे आज बहुत खुशी है कि पारुल साहू ने प्रदेश की वर्तमान तस्वीर देखते हुए, सच्चाई को पहचानते हुए आज कांग्रेस में प्रवेश लिया है। इनका परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है और आज इनकी घर वापसी हुई है। इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि आज जो प्रदेश की तस्वीर है सब जानते है कि किस प्रकार कलाकारी से, झूठी घोषणाओं से प्रदेश की जनता को भाजपा द्वारा गुमराह करने का काम जारी है। शिवराज जी तो अपनी जेब में नारियल रख कर चलते है, जहां मौका मिलता है फोड़ देते है और घोषणाएँ कर देते है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव उपचुनाव नहीं है, यह प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। इसका परिणाम प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखेगा। भाजपा ने कितना कलंकित प्रदेश को किया। बाबा साहेब आंबेडकर ने भी सोचा नहीं होगा कि हमारे देश के राजनीतिक क्षेत्र में इस प्रकार की अनैतिक घटना भी घटेगी। भाजपा पर बरसते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज देश में प्रदेश का नाम बिकाऊ राजनीति के लिये जाना जाने लगा है। मुझे शर्म आती है जब देश में प्रदेश का नाम बिकाऊ राजनीति के लिए कहा जाता है लेकिन भाजपा यह समझ ले कि कुछ नेता बिक ज़रूर सकते हैं, पर प्रदेश के ईमानदार मतदाताओं के ईमान को भाजपा कभी खऱीद नहीं सकती। वह प्रयास ज़रूर करेंगे लेकिन कभी सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में सविधान और प्रजातंत्र के साथ खिलवाड़ किया है। इसका फैसला जनता इस उपचुनाव में करेगी। जनता यह भी फैसला करेगी कि हमारे प्रदेश में ऐसी राजनीति चलेगी क्या कि बोली बोलो और सरकार बना लो, फिर चुनाव का क्या फायदा? सीएम शिवराज और भाजपा पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश के नौजवानों के बारे में भाजपा नहीं सोच रही है, आज नौजवान रोजगार को लेकर भटक रहा है, आज पीडि़त किसान गुहार लगा रहा है लेकिन सिर्फ गुमराह करने का काम जारी है। शिवराज जी आज किसानों को फसल बीमा का पैसा बाटेंगे, सच्चाई यह है कि इसका प्रीमियम भी कांग्रेस सरकार ने ही जमा किया था और यह सिर्फ़ झूठी वाहवाही करेंगे क्योंकि आगे उपचुनाव लेकिन आज का मतदाता बहुत समझदार है। अहंकार और डर के खिलाफ लड़ाई लड़ रहीइस अवसर पर पारुल साहू ने कहा कि मैं आज सुरखी विधानसभा क्षेत्र की जनता की आवाज बनकर अहंकार और डर के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हूं। आज मेरी घर वापसी हुई है और मैं अपने परिवार में वापस आयी हूँ, इसकी मुझे बेहद खुशी है।

Kolar News

Kolar News 18 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश में 8 लाख बच्चों को दूध वितरण आरंभ कर राज्यव्यापी पोषण महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के विभिन्न स्थानों की बालिकाओं और महिलाओं से संवाद किया। उन्होंने आंगनवाड़ी संचालन, लाड़ली लक्ष्मी योजना के संबंध में जानकारी ली।   दीया सुमन ने कहा कलेक्टर बनूंगी   मुख्यमंत्री ने श्योपुर जिले की पांडोला ग्राम पंचायत की कक्षा 6वीं की विद्यार्थी दीया सुमन से बात की। लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राही दीया 6वीं कक्षा में पढ़ती है। मुख्यमंत्री के दीया से पूछा कि वह बड़ी होकर क्या बनना चाहती है। दीया ने कहा कि मामा मैं तो कलेक्टर बनूंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी ताकत प्रयास करने में है, तुम मन से कोशिश करो सफलता अवश्य मिलेगी।   खुशी से बात कर सीएम की खुशी का ठिकाना न रहा   ग्वालियर जिले के डबरा विकासखंड की सहोना ग्राम पंचायत की कक्षा 9वीं की बालिका खुशी परिहार से मुख्यमंत्री ने बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे वह समय याद आ रहा है जब रायसेन में छोटी सी बेटी को गोद में लेकर मैंने पहली एन.एस.सी. प्रदान की थी। आज यह बेटियां कक्षा 9वीं, 10वीं में पढ़ रही हैं। यह क्षण मेरे लिए व्यक्तिगत संतोष और अपार प्रसन्नता का क्षण है। खुशी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां चाह होती है वहीं राह निकलती है।   पोषण आहार का पैकेट खिलाती भी हो या पटक देती हो   मुख्यमंत्री ने ग्वालियर जिले के डबरा विकासखंड की ग्राम पंचायत सहोना के आंगनवाड़ी जाने वाले बालक बलदेव यादव की माँ पूजा यादव से बात की। मुख्यमंत्री ने श्रीमती पूजा यादव से पूछा कि आंगनवाड़ी समय पर खुलती है या नहीं। उन्होंने यह भी पूछा कि आंगनवाड़ी से पोषण आहार का जो पैकेट मिलता है, वो बलदेव को खिलाती भी हो या कहीं पटक देती हो। उन्होंने कहा कि बच्चे के खान-पान में पोषण का ध्यान जरूरी है। मुख्यमंत्री ने पूजा सहित सभी बहनों को बच्चों का टीकाकरण समय पर कराने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी है।   'राम-राम मामा'   बड़वानी जिले के पाटी विकासखंड की ग्राम पंचायत ओसाड़ा के आशीष सस्ते की माँ राहाबाई ने मुख्यमंत्री को स्क्रीन पर देखते से ही कहा 'राम-राम मामा'। मुख्यमंत्री ने राहाबाई से आशीष के खान-पान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अब आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए दूध पाउडर देना भी शुरू कर रहे हैं।   कोंदो-कुटकी की पहचान देश-दुनिया में बना दी   मुख्यमंत्री ने तेजस्विनी समूह की रेखा पन्द्राम से कहा कि तुमने तो कोंदो-कुटकी की पहचान देश-दुनिया में बना दी। डिंडौरी के स्व-सहायता समूह से बातचीत के दौरान रेखा पन्द्राम ने बताया कि कोंदो कुटकी से बने बर्फी, बिस्किट आदि की बिक्री मध्यप्रदेश पर्यटन के माध्यम से हो रही है। एक यूनिट को एक माह में 20 से 25 हजार रुपये का शुद्ध लाभ होता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अन्य स्व-सहायता समूहों को इससे प्रेरणा लेकर स्थानीय खाद्य सामग्री से पौष्टिक आहार बनाने के लिए पहल करने को कहा।   आठ लाख बच्चों को मिलेगा दूध   कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 8 लाख कुपोषित अथवा कम पोषित बच्चों के लिए मीठे दूध पाउडर का वितरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस से आरंभ किया जा रहा है। प्रतिदिन दूध के सेवन से यह कुपोषित बच्चे जल्द ही सुपोषित होंगे।   मुख्यमंत्री ने किया 601 आंगनवाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण   मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में विभिन्न गांवों में आए प्रवासी मजदूरों द्वारा निर्मित 601 आंगनवाड़ी भवनों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण भी किया।   मुख्यमंत्री ने दिलाया पोषण संकल्प   मुख्यमंत्री ने पोषण रणनीति का प्रभावी क्रियान्वयन कर प्रदेश को एनीमिया व कुपोषण से मुक्त करा कर विकास की ओर अग्रसर करने तथा सुपोषित प्रदेश बनाने के लिए पोषण संकल्प दिलाया।

Kolar News

Kolar News 17 September 2020

भोपाल। अपने बेबाक अंदाज और बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाली सिंधिया समर्थक और शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल इमरती देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कह रही है कि हम कलेक्टर को कहेंगे तो उतनी सीट हमें मिल जाएगी।   मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने है। जिसको लेकर इन दिनों राजनेता क्षेत्रों में पहुंचकर सभाएं कर रहे हैं। ऐसे ही डबरा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में इमरती देवी उपचुनाव में जीत का दावा करते हुए कह रही है कि उपचुनाव के बाद प्रदेश में भाजपा की ही सरकार बनी रहेगी। इमरती ने यह भी कहा कि भाजपा को सिर्फ 8 सीटों की जरुरत है, इतनी तो कलेक्टर ही जितवा देंगे। कांग्रेस को 27 सीटें चाहिए, तो आप ही बता दो सत्ता सरकार क्या आंखे मीचे बैठे रहेगी और वो पूरी की पूरी सीट जीत जाएंगे। सत्ता सरकार का इतना बहुमत होता है कि वो कलेक्टर से कहकर जो सीट चाहे जीत सकते है। इमरती का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है।इमरती देवी ने वीडियो को बताया गलतवीडियो वायरल होने के बाद इमरती देवी ने वीडियो को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने कोई गलत बात नहीं की है। सरकार काम कर रही तो चुनाव जीतेगी। अभी आचार संहिता लागू नहीं हुई है, लिहाजा उसके उल्लंघन का सवाल नहीं उठता।

Kolar News

Kolar News 17 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के दमोह से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल कोरोना संक्रमित पाए गए है। उन्होंने खुद ट्वीट कर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी है। उनकी जांच रिपोर्ट बुधवार की देर रात आई। जिसके बाद मंत्री आइसोलेशन में चले गए हैं। उन्होंने संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, कल रात्रि में मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जो लोग मुङो मंगलवार को मिले थे उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। मंत्री के संपर्क में आने वाले स्टाफ और अन्य लोग भी अब कोरोना की जांच कराने की तैयारी में हैं।

Kolar News

Kolar News 17 September 2020

भोपाल। राजस्थान प्रदेश में अब निजी चिकित्सा संस्थानों और लैबों में कोविड-19 की जांच की निर्धारित दरें कम की गई है। अब यह जांच 1200 रुपए में हो सकेगी। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राजस्थान की तर्ज पर प्रदेश सरकार से भी कोविड 19 की जांच दर कम करने की मांग की है।   कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर प्रदेश सरकार से राजस्थान की तरह कोरोना की जांच दर निर्धारित करने की मांग की है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘राजस्थान सरकार ने एक फैसला लेते हुए निर्णय लिया है कि अब प्राइवेट हॉस्पिटल और लैब में कॉविड-19 की  जांच अब मात्र 1200 रुपए में होगी। मध्यप्रदेश की सरकार को भी जनहित में ऐसा ही फ़ैसला लेना चाहिये। प्रदेश में जाँच की दर अभी ज़्यादा है। जाँच दर कम होने से आम आदमी भी निजी लेब में अपनी जाँच करा सकेगा।

Kolar News

Kolar News 16 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के दमोह जिले में मंगलवार देर शाम को बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की तीन घटनाओं में कुल सात लोगों की मौत हो गई है। इन मृतकों में एक ही परिवार के तीन सदस्य भी शामिल हैं, जबकि एक गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है।   दमोह जिले के पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान ने बताया कि दमोह जिले में आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हुई है। ये घटनाएं जिले के तीन अलग-अलग गांवों में हुई हैं। तेजगढ़ पुलिस थानांतर्गत ग्राम छोटी लमती गांव में एक खेत में काम कर रहे लोगों पर मंगलवार की शाम आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि एक घायल हुआ है। मरने वालों में लमती गांव के लखन यादव (35), उसकी पत्नी सावित्री बाई (32) एवं उनके बेटे नरेंद्र (7) और जालम पुत्र रामलाल आदिवासी (21) एवं प्रेमबाई आदिवासी (50) शामिल हैं। हादसे के वक्त ये सभी लोग खेत में काम कर रहे थे। इस हादसे में लखन यादव का दूसरा बेटा छोटू यादव (12) गंभीर रूप से घायल हुआ है। इसके अलावा, पटेरा पुलिस थाना अंतर्गत ग्राम सतरिया में वज्रपात होने से प्रीतम (38) की मौत हुई है, जबकि कुंवरपुर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से गोपाल पटेल (48) की भी आज मौत हो गई।   सीएम शिवराज ने जताया दुख बिजली गिरने की घटना में मृतकों के लिए सीएम शिवराज ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘ दमोह जिले में आकाशीय बिजली गिरने से हुई। 7 लोगों की आकस्मिक मृत्यु का दु:खद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें।   पूर्व सीएम ने भी दुख प्रकट कियापूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वज्रपात की घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा ‘प्रदेश के दमोह जिले में एक दुखद हादसे में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की अकाल मृत्यु होने की जानकारी मिली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति और पीछे परिजनों को इस दु:ख  को सहने की शक्ति प्रदान करे।

Kolar News

Kolar News 16 September 2020

ग्वालियर। ग्वालियर पूर्व के कांग्रेस के टिकट को लेकर जबर्दस्त घमासान मचा हुआ है। दावेदारी कर रहे मितेन्द्र सिंह को कमलनाथ ने अपने ग्वालियर दौरे के पहले भोपाल बुला लिया है। इसके साथ ही अब कमलनाथ के 18 सितम्बर के दौरे पर दावेदार जमकर शक्ति प्रदर्शन भी करने के मूड़ में है।    दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा की रिक्त 27 सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों के लिए जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव आयोग के साथ ही प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और भाजपा भी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं। इन 27 सीटों में ग्वालियर पूर्व की सीट भी शामिल है। कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए कमर कस ली है। कांग्रेस ने जिले में डबरा और ग्वालियर सीट पर टिकटों की घोषणा कर दी गई है, जबकि एकमात्र पूर्व विधानसभा को होल्ड पर रखा गया है।    दरअसल, पेंच यह है कि सिंधिया राजघराने के करीब रहे मितेन्द्र पूर्व के कुछ समय पहले तक टिकट के प्रबल दावेदार थे। बताया गया कि भोपाल से कमलनाथ के ऑफिस से आये कॉल के बाद मितेन्द्र भोपाल पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी कमलनाथ के साथ उप चुनाव की टिकट को लेकर बैठक हुई। अब कमलनाथ 18 सितम्बर को ग्वालियर के दौरे पर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान कांग्रेस के दावेदार जमकर शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सामने जनसमर्थन दिखाने के लिये भीड़ जुटाने की मशक्कत सभी ने शुरू कर दी है।

Kolar News

Kolar News 16 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी सत्र 21 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रतिपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा, विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।    सर्वदलीय बैठक में मुख्यत: कोविड-19 से प्रभावित 39 वर्तमान विधानसभा सदस्यों के साथ ब्यावरा विधायक गोवर्धन सिंह दांगी के निधन को देखते हुए विचार-विमर्श किया गया और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोविड-19 के चलते विधानसभा का प्रस्तावित सत्र केवल एक दिन 21 सितम्बर को आवश्यक वित्तीय एवं विधायी कार्य सीमित उपस्थिति के साथ संपन्न होगा। इस दौरान निधन उल्लेख सहित शासकीय कार्य किये जाएंगे।    बता दें कि विधानसभा का प्रस्तावित सत्र तीन दिवसीय 21, 22 व 23 सितम्बर को संपन्न होना था। तीनों दिन के लिए विधानसभा सचिवालय को प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण, शून्यकाल की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। सर्वदलीय बैठक में निर्णय लिया गया है कि विधानसभा सचिवालय को प्राप्त सभी सूचनाओं के उत्तर सदस्यों को लिखित रूप में दिये जाएंगे। सत्र में दोनों पक्षों के सहमति के आधार पर उपस्थिति-गण पूर्ति करते हुये पूर्ण होगी। कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुये विधानसभा सचिवालय स्थित एलोपैथिक चिकित्सालय में कोरोना का रेपिड टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सभी सदस्यों के साथ विधानसभा सचिवालय के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों का अनिवार्य रूप से किया जाएगा।   बैठक में अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान द्वारा कोविड-19 के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया, साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी गई।

Kolar News

Kolar News 15 September 2020

राजगढ़। ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी का बीती रात गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया, उनका पार्थिव देह ब्यावरा लाया जा रहा है,उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया जाएगा। बतादें कि विधायक श्री दांगी कोरोना संक्रमण से पीड़ित थे, जिसके चलते भोपाल के चिरायु अस्पताल में उपचार किया जा रहा था,लेकिन 8 सितम्बर को स्वांस लेने में ज्यादा तकलीफ आ रही थी, जिससे उन्हें दिल्ली के गुरुग्राम मेदांता अस्पताल रेफर किया गया था। दूसरे दिन उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई, लेकिन स्वास्थ लगातार बिगड़ता चला गया और बीती रात 1ः30 बजे उनका दुखद निधन हो गया। विधायक श्री दांगी का पार्थिव देह ग्वालियर के रास्ते ब्यावरा लाया जा रहा है, जहां उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। वही माना जा रहा है कि अब मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में 27 की जगह 28 सीटों पर चुनाव होंगे। श्री दांगी के निधन से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।

Kolar News

Kolar News 15 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की ब्यावरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायन गोवर्धन दांगी (63 वर्ष) का मंगलवार तडक़े निधन हो गया। पिछले दिनों विधायक दांगी  कोरोना संक्रमित पाए गए थे। लगातार तबीयत बिगडऩे पर उन्हें ईलाज के लिए दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। गोवर्धन दांगी के निधन का समाचार मिलते ही पार्टी में शोक की लहर फैल गई है। कांग्रेस नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। मप्र के मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं ने भी विधायक दांगी के निधन शोक व्यक्त किया है।   सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘मध्यप्रदेश की ब्यावरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक श्री गोवर्धन सिंह दांगी जी के निधन का समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं। श्रद्धांजलि!   भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस विधायक दांगी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘मध्य प्रदेश की ब्यावरा विधानसभा से कांग्रेस विधायक श्री गोवर्धन सिंह दांगी जी के निधन का दु:खद समाचार मिला। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे एवं शोक संतप्त परिवार को इस दु:ख को सहने की शक्ति दे।   गृहमंत्री नरोत्तम ने अपने शोक संदेश में कहा ‘ब्यावरा से कांग्रेस विधायक श्री गोवर्धन सिंह दांगी जी के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।

Kolar News

Kolar News 15 September 2020

  भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल के ग्राम मुगालिया कोट, विदिशा रोड में निर्मित नए भवन का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा की। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद विष्णुदत्त शर्मा, सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर उपस्थित हुए।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी विश्वविद्यालय द्वारा चिकित्सा शिक्षा पाठ्यक्रम हिन्दी में प्रारंभ करने और अभियांत्रिकी की हिन्दी में प्रकाशित पुस्तकों को मान्यता के संबंध में प्रयास किए जाएंगे। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से पूर्व में भी हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा पाठ्यक्रम की अनुमति प्राप्त करने के प्रयास किए गए थे। यह प्रयास पुन: करते हुए ग्रामीण क्षेत्र से हिन्दी माध्यम से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। लोकार्पण कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल अमलीकरण में मध्यप्रदेश अन्य राज्यों का दिशा दर्शन करें, इसके लिए शिक्षा व्यवस्था में बदलाव करना होगा। परिवर्तन के लिए शिक्षकों, सिखाने वालों की सोच में बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि हिंदी और विज्ञान के शिक्षकों को अन्य विषयों की शिक्षा के लिए सक्षम बनाना होगा। इसी अनुरूप शिक्षक प्रशिक्षण की व्यवस्था और पाठ्यक्रम तैयार करने होंगे। सबकी रुचि के अनुसार सब को शिक्षा देने में प्रथम पांच वर्षों की शिक्षा व्यवस्था बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षा में शिक्षण कैसे होगा, क्या पढ़ाएंगे, प्रकृति कैसी होगी, हमारे भ्रमण कार्यक्रम कैसे होंगे, कुटीर उद्योग कैसे होंगे, ऐसे अनेक विषय कैसे शामिल होंगे, इस पर चिंता और चिंतन कर क्रियान्वयन की योजना बनानी होगी। राज्यपाल ने नए भवन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह ईंट-चूने से बनी इमारत नहीं है, विद्यार्थियों के भावी जिंदगी के निर्माण का केंद्र है। प्रयास किया जाए कि यहां का वातावरण, प्रवृत्ति ऐसी हो, जहां विद्यार्थी को जो चाहिए वह मिले, दुनिया भर की जानकारी, संस्कृति और हमारी परंपरा, जीवन मूल्यों के ज्ञान के साथ विद्यार्थी परिसर से बाहर जाए। उन्होंने कहा कि हिंदी को वैश्विक मान्यता प्रदान करने के लिए चिकित्सा, तकनीक ज्ञान से समृद्ध किया जाए। उसमें अहिंदी भाषी शब्दों का खुलकर इस्तेमाल हो। भारतीय परंपरा में विकसित लोक विद्या को उच्च शिक्षण संस्थाओं की व्यवसायिक शिक्षा में शामिल किया जाए। प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता वाले पर्यटन स्थलों के विषय में अच्छी पाठ्य सामग्री तैयार कराने में विश्वविद्यालय सहयोग करें।मातृभाषा में आसान होता है ज्ञान को आत्मसात करनामुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार चिकित्सा और अभियांत्रिकी सहित अन्य तकनीकी विषयों की शिक्षा भी हिंदी में उपलब्ध करवाने का प्रयास करेगी। विद्यार्थी मातृभाषा में ग्रहण की गई ज्ञान को गहराई से आत्मसात कर पाते हैं। मध्यप्रदेश में हिंदी विश्वविद्यालय प्रारंभ करने का कार्य कोई कर्मकांड नहीं था। यह हिंदी की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी द्वारा किए गए प्रयासों की श्रृंखला में एक नया कदम था। प्रदेश सरकार ने हिंदी विश्वविद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय सुविचारित सोच के साथ लिया था जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान और क्षमतावान हिंदी माध्यम में शिक्षित, दीक्षित विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के स्तर पर हिंदी में पढ़ाई का अवसर उपलब्ध करवाने वाला कदम था।विकसित देशों में भी सम्मान का भाव भरती है हिन्दीमुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी का ज्ञान किसी हीनता का परिचायक नहीं। हिंदी सम्मान की भाषा है। हम अंग्रेजी के गुलाम कतई नहीं हो सकते। ब्रिटेन और अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्रों में भी कोई व्यक्ति हिंदी में बात कर सम्मानित महसूस करता है और उसे सुनने वाले भी सम्मान के भाव से देखते हैं। यह धारणा गलत है कि अंग्रेजी के बिना प्रगति नहीं हो सकती। आज ऐसी मानसिकता बना दी गई है कि अंग्रेजी में बोलना प्रतिष्ठा की बात समझी जाती है। हिन्दी भारत माता के माथे की बिंदी है। निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। हिन्दी दुनिया की तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। संयुक्त राष्ट्र संघ में अटल बिहारी वाजपेयी जी ने हिन्दी का उपयोग किया। उनकी हिन्दी मंत्रमुग्ध कर देती है। उनके भाषण हो अथवा काव्य पाठ, दोनों ही अद्भुत हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिंदी की प्रतिष्ठा को दुनिया में स्थापित करने का कार्य किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हिंदी विश्वविद्यालय में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी प्रवेश ले रहे हैं। इसलिए हम यह कह सकते हैं कि हिंदी विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के उद्देश्य में सफल है। विद्यार्थियों में प्रतिभा की कमी नहीं होती। अंग्रेजी की वजह से भाषा का बोझ उनके लिए ज्ञान अर्जित करने में बाधक है।हिन्दी को विकृति से बचाना हम सबका दायित्वमुख्यमंत्री ने हिन्दी के विकृत हो रहे स्वरूप का उल्लेख करते हुए कुलपति रामदेव भारद्वाज से अपेक्षा की कि वे हिन्दी को विकृत होने से बचाने के संबंध में शोध कार्य प्रारंभ करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी में पाठकों की संख्या भी बढ़ रही है। हिन्दी की पत्रिकाएं और अखबार देश-विदेश में रूचि के साथ पढ़े जाते हैं। हिंदी का प्रयोग निरंतर बढ़ रहा है। यह भी जरूरी है कि हम सभी मिलकर  हिंदी की स्वीकार्यता बढ़ाएं। हिन्दी की प्रतिष्ठा को अधिक से अधिक बढ़ाने का दायित्व हिंदी विश्वविद्यालय का है और मुझे विश्वास है कि इसे निभाते हुए विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति पथ पर आगे बढ़ेगा।  

Kolar News

Kolar News 14 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना प्रबंधन की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर से प्रदेश तक कोरोना महामारी की गंभीर होती स्थिति के कारण सजगता और सतर्कता जरूरी है। कोरोना संक्रमण की घातकता को समझना और उससे डरना आवश्यक है। तभी हर व्यक्ति कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी का गंभीरता से पालन करेगा।    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना नियंत्रण और प्रबंधन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ भी प्राण-प्रण से लगे हैं। अभी कोरोना की दवा उपलब्ध नहीं है, इसमें समय लगना संभावित है। अत: समाज को इस दिशा में और अधिक गंभीर होना होगा। सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं को सक्रिय होकर जन-जन को कोरोना से बचाव की सावधानियां अपनाने के लिए प्रेरित करना होगा। यह वातावरण बनाना होगा कि यह मजबूरी नहीं अपने बचाव और सुरक्षा के लिए जरूरी है।    व्यापारियों की पहल सराहनीय   मुख्यमंत्री ने भोपाल के न्यू मार्केट और दस नंबर क्षेत्र तथा इंदौर के व्यापारियों द्वारा दुकानें खोलने का समय स्वयं सीमित करने और भीड़ नियंत्रण के लिए की गई पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि सावधानियां बरतने के इस प्रेरणादायी व्यवहार को राज्य शासन प्रोत्साहित करेगा।   सबकी सहमति से बनेगी दीर्घकालिक रणनीति   मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की गंभीर होती स्थिति और सामाजिक व आर्थिक गतिविधियां लंबे समय तक बंद नहीं कर पाने की बाध्यता को देखते हुए दीर्घकालीक रणनीति बनाना आवश्यक है। उन्होंने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को उप समूह बनाकर इस पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से रोडमैप विकसित किया जाए। इसके लिए धर्मगुरुओं, सामाजिक, राजनैतिक, व्यापारिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं से विचार-विमर्श कर कार्ययोजना बनाई जाए। कोरोना प्रबंधन के लिए शासकीय सहित निजी अस्पतालों के प्रबंधन, चिकित्सा महाविद्यालयों, विषय-विशेषज्ञों से संवाद कर रणनीति विकसित करने के निर्देश भी दिए गए। आवश्यकता होने पर जिलों की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट स्पैसिफिक रणनीति विकसित की जाए।   बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट 75 प्रतिशत है, पर सक्रिय प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन आदि जिलों की जानकारी लेते हुए सजगता एवं सावधानियां बरतने के निर्देश दिये। बैठक में अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या व प्रबंधन, संचालित फीवर क्लीनिक, जिला स्तरीय कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर के कार्यों की समीक्षा भी की गई। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्म्द सुलेमान उपस्थित थे। विभिन्न जिलों के प्रभारी अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा बैठक में शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News 14 September 2020

  भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ लगातार बैठके और जनसभा मेंं भाग ले रहे हैं। सोमवार को उन्होंने अपने निवास पर मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में कमलनाथ भाजपा पर जमकर बरसें। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की खुशहाली से ही बाजारों में रोशनी है, यह रोशनी बनी रहे, इसके लिए हमने किसानों का ऋण माफ कर 27 लाख किसानों को कर्ज मुक्त किया। किसानों की ऋण माफ़ी का कार्य जारी था लेकिन सौदा करकर, बोली लगाकर कांग्रेस की किसान हितैषी सरकार को गिरा दिया गया।   कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि आधारित है। इसलिए जरूरी है कृषि क्षेत्र खुशहाल हो। हमारे सामने यह सबसे बड़ी चुनौती थी। मेरा सपना था कि कृषि क्षेत्र से पढ़ा-लिखा नौजवान जुड़े। हमने प्रयास किया कि किसानों की उपज दलालों के हाथों में ना जाए। उन्हें बेहतर दाम मिले , इसके लिए मैंने मुख्यमंत्री के तौर पर सभी जिला कलेक्टरों से व्यक्तिगत बातचीत कर उन्हें निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो प्रदेश हमारे हाथों में भाजपा ने सौंपा था, उसमें किसानों की आत्महत्या, बेरोजगार, महिलाओं पर अत्याचार में मप्र नंबर वन था। प्रदेश की इस पहचान को बदलने के लिए हमने शुरुआत की। हर क्षेत्र में, चाहे मिलावट खोरी हो, माफिया हो या नकली खाद बेचने वाले हो, इन सब के खिलाफ हमारी सरकार ने अभियान चलाया। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार में हमारे प्रदेश में लोग निवेश नहीं करते थे क्योंकि हमारा प्रदेश भ्रष्टाचार में भी देश में शीर्ष पर था। इस माहौल को हमने 15 माह के कम समय में ही बदल दिया था। निवेशकों का विश्वास वापस लौटा था और वे निवेश करने के लिए उत्सुक हुए थे।   बैठक के दौरान उपचुनाव में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की  बात कहते हुए कमलनाथ ने कहा कि  यह उप चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। किसानों, गरीबों और इस प्रदेश की जनता का भविष्य इन उपचुनावों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि किसान कांग्रेस के सभी लोग अपने उत्साह, जोश और निष्ठा से इन उपचुनावो में कांग्रेस प्रत्याशियों को विजय दिलाने में जुट जाये। प्रदेश के किसान भाइयों से आव्हान करे कि इन उपचुनावों में प्रदेश से इस किसान विरोधी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंके। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ,पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव एवं मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के दिनेश गुर्जर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान कांग्रेस के पदाधिकारी उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 14 September 2020

इंदौर। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दौरे शुरू कर दिए है। रविवार को वे सांवेर के अर्जुन बरोदा गांव में पहुंचे जहां उन्होंने हुंकार भरते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने साँवेर के कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर सौदेबाजी का सरकार गिराने का आरोप लगाते हुए अपनी सरकार के दौरान किए गए कार्यों को गिनाया।   कमलनाथ ने कहा कि " मैं प्रदेश की जनता से और सांवेर की जनता से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि क्या माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ मैंने कोई पाप किया, क्या मिलावट के खिलाफ युद्ध छेड़ मैंने कोई गलती की, क्या लोगों को शुद्ध दूध पिला कर मैंने कोई गलती की। क्या यह मेरा गुनाह है,जो सौदेबाजी कर मेरी सरकार गिरा दी गई? उन्होंने कहा कि क्या प्रदेश की पहचान माफिय़ाओं से होगी, मिलावटखोरों से होगी। इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि सांवेर में नर्मदा लाने की शुरुआत हमारी सरकार ने की, उस पर काम हमने शुरू किया लेकिन यह लोग आज सिर्फ घोषणा की राजनीति कर जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं। यह लोग सिर्फ घोषणा की, कलाकारी की राजनीति जानते हैं। अभी अगले 6 महीने तक ये लोग कई झूठी घोषणाएं करेंगे। मुझे लगा था कि शिवराज जी इतने वर्षों बाद अब झूठी घोषणाओं से बाहर जाएंगे लेकिन अभी भी उनका झूठ बोलने का काम निरंतर जारी है। मैं कभी घोषणा नहीं करता, मैंने तो मुख्यमंत्री रहते भी एक भी घोषणा नहीं की। इनको सडक़ पर रोजगार को लेकर भटकता नौजवान-युवा दिखाई नहीं देता, इनकी आंखें बंद है, इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता क्योंकि इनके कान बंद है, इनका तो सिर्फ मुंह चालू है। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है।   कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश की इन्होंने क्या हालत कर दी, तस्वीर आपके सामने है। आपने कभी गुजरात, केरल या तमिलनाडु का मजदूर देखा है लेकिन आपने टीवी पर भी देखा होगा तो मध्यप्रदेश का मजदूर देखा होगा। इन्होंने अपने 15 वर्ष की सरकार में मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा मजदूरों का उत्पादन वाला राज्य बना कर रख दिया। इन्होंने अपनी 15 वर्ष की सरकार में मुझे कैसा प्रदेश सौंपा। बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं से अत्याचार में नंबर वन, किसानों की आत्महत्याओं में नंबर वन। हमारी सरकार को तो काम करने के लिए मात्र साढे 11 माह ही मिले, इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया।   प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जो अधिकारी आज भाजपा का एजेंट बनकर काम कर रहे हैं, भाजपा का बिल्ला जेब में लिए फिर रहे हैं, उनसे भी हम समय आने पर हिसाब किताब लेंगे। आज हमारे सामने कृषि क्षेत्र की चुनौती है, कैसे आर्थिक मजबूती आए। आज इंदौर का बाजार दिल्ली से नहीं चलता, यह हमें देखना होगा। आज हमारा युवा-नौजवान भटक रहा है, यह चित्र सबके सामने है। आप कमलनाथ का भले साथ मत देना लेकिन सच्चाई का साथ ज़रूर देना क्योंकि यह उपचुनाव नहीं है, यह तो प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। प्रदेश के नौजवानों के भविष्य को हमें सुरक्षित रखना है।   हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

Kolar News

Kolar News 13 September 2020

इंदौर। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दौरे शुरू कर दिए है। रविवार को वे सांवेर के अर्जुन बरोदा गांव में पहुंचे जहां उन्होंने हुंकार भरते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने साँवेर के कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर सौदेबाजी का सरकार गिराने का आरोप लगाते हुए अपनी सरकार के दौरान किए गए कार्यों को गिनाया।   कमलनाथ ने कहा कि " मैं प्रदेश की जनता से और सांवेर की जनता से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि क्या माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ मैंने कोई पाप किया, क्या मिलावट के खिलाफ युद्ध छेड़ मैंने कोई गलती की, क्या लोगों को शुद्ध दूध पिला कर मैंने कोई गलती की। क्या यह मेरा गुनाह है,जो सौदेबाजी कर मेरी सरकार गिरा दी गई? उन्होंने कहा कि क्या प्रदेश की पहचान माफिय़ाओं से होगी, मिलावटखोरों से होगी। इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि सांवेर में नर्मदा लाने की शुरुआत हमारी सरकार ने की, उस पर काम हमने शुरू किया लेकिन यह लोग आज सिर्फ घोषणा की राजनीति कर जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं। यह लोग सिर्फ घोषणा की, कलाकारी की राजनीति जानते हैं। अभी अगले 6 महीने तक ये लोग कई झूठी घोषणाएं करेंगे। मुझे लगा था कि शिवराज जी इतने वर्षों बाद अब झूठी घोषणाओं से बाहर जाएंगे लेकिन अभी भी उनका झूठ बोलने का काम निरंतर जारी है। मैं कभी घोषणा नहीं करता, मैंने तो मुख्यमंत्री रहते भी एक भी घोषणा नहीं की। इनको सडक़ पर रोजगार को लेकर भटकता नौजवान-युवा दिखाई नहीं देता, इनकी आंखें बंद है, इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता क्योंकि इनके कान बंद है, इनका तो सिर्फ मुंह चालू है। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है।   कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश की इन्होंने क्या हालत कर दी, तस्वीर आपके सामने है। आपने कभी गुजरात, केरल या तमिलनाडु का मजदूर देखा है लेकिन आपने टीवी पर भी देखा होगा तो मध्यप्रदेश का मजदूर देखा होगा। इन्होंने अपने 15 वर्ष की सरकार में मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा मजदूरों का उत्पादन वाला राज्य बना कर रख दिया। इन्होंने अपनी 15 वर्ष की सरकार में मुझे कैसा प्रदेश सौंपा। बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं से अत्याचार में नंबर वन, किसानों की आत्महत्याओं में नंबर वन। हमारी सरकार को तो काम करने के लिए मात्र साढे 11 माह ही मिले, इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया।   प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जो अधिकारी आज भाजपा का एजेंट बनकर काम कर रहे हैं, भाजपा का बिल्ला जेब में लिए फिर रहे हैं, उनसे भी हम समय आने पर हिसाब किताब लेंगे। आज हमारे सामने कृषि क्षेत्र की चुनौती है, कैसे आर्थिक मजबूती आए। आज इंदौर का बाजार दिल्ली से नहीं चलता, यह हमें देखना होगा। आज हमारा युवा-नौजवान भटक रहा है, यह चित्र सबके सामने है। आप कमलनाथ का भले साथ मत देना लेकिन सच्चाई का साथ ज़रूर देना क्योंकि यह उपचुनाव नहीं है, यह तो प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। प्रदेश के नौजवानों के भविष्य को हमें सुरक्षित रखना है।   हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

Kolar News

Kolar News 13 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में एक क्षेत्रीय विधायक के फर्जी हस्ताक्षकर कर विधानसभा में प्रश्न लगाने का मामला सामने आया है। इस मामले में विधायक की शिकायत पर भोपाल के अरेरा हिल्स थाने में अज्ञात आरोपित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।   अरेरा हिल्स थाने के नगर पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने बताया कि शनिवार देर रात दतिया जिले सेवड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक घनश्याम सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर किसी व्यक्ति ने उनके नाम से विधानसभा में एक प्रश्न लगाया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।    विधायक घनश्याम सिंह ने अपनी शिकायत में बताया है कि उनके नाम से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा विधानसभा में जमीन पर अतिक्रमण संबंधित एक प्रश्न लगाया गया था। विधानसभा में प्रश्न की जांच के दौरान विधानसभा के उपसचिव को हस्ताक्षर को लेकर शंका हुई, तो उन्होंने विधायक घनश्याम सिंह से इस संबंध में जानकारी ली, जिसमें उन्होंने इस तरह का प्रश्न लगाने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद विधायक ने तत्काल पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने विधायक के हस्ताक्षर का नमूना लेकर प्रश्न में किये गए हस्ताक्षर से मिलान किया तो वह फर्जी निकला। इसके बाद पुलिस ने आपराधिक धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अज्ञात आरोपित की तलाश शुरू की।

Kolar News

Kolar News 13 September 2020

मुरैना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सुमावली के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कोई भी गरीब भूखा नहीं रहेगा। सभी गरीब परिवारों को चिन्हित कर राशन दिया जाएगा। प्रदेश सरकार हर गरीब को ढूंढ-ढूंढक़र खाद्यान्न पर्चियाँ देगी और उन्हें एक रुपये प्रतिकिलो की दर से राशन मुहैया करायेगी। इसके लिये आगामी 16 सितम्बर को महा अभियान शुरू होगा। उन्होंने यह बातें शनिवार को मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा के छैरा ग्राम में आयोजित हुए विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही।   उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ऐदल सिंह कंसाना के साथ लगभग 68 करोड़ रुपये लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 8500 करोड़ की लागत से चम्बल अटल प्रोग्रेस-वे बनकर तैयार होगा। इससे चम्बल क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा। बच्चों के लिये खेल स्टेडियम भी बनाया जायेगा। कोरोना काल में जो भी बिजली के बिल आयें है, उनका भुगतान सरकार करेगी। उपभोक्ताओं को चालू माह से बिल भुगतान करना होगा। साथ ही सरकार ने किसान व गरीबों के कल्याण के लिये बनी संबल योजना को फिर से चालू करने का फैसला भी लिया है। इसी तरह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की उच्च शिक्षा में मदद के लिये शुरू की गईं योजनायें भी सरकार ने चालू कर दी हैं। सरकार गरीबों के बच्चों की आईआईटी, आईआईएम व मेडीकल इत्यादि संस्थानों की फीस भरेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। युवाओं के लिए पुलिस की भर्ती होगी। महिलाओं को परेशान न होना पड़े इसलिए हर घर नल से जल पहुंचाया जाएगा।    केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनहित के कार्य करने वाले एक संवेदनशील जनसेवक हैं। जो हर वर्ग के कल्याण के लिए तत्पर होकर काम कर रहे हैं। प्रदेश सरकार किसान, मजदूर, गरीबों, महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। आज यहाँ लगभग 68 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण कर उन्होंने एक सौगात दी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़ निर्माण, विद्युत, हर घर नल से जल आदि के लिए काम किया जा रहा है।   राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सुमावली के विकास के लिए आज विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जा रहा है। आज मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की सौगातें देकर क्षेत्र के विकास के लिये नए दरवाजे खोले हैं। आगे भी इसी प्रकार निरंतर विकास के लिए काम किया जाएगा। कमजोर वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 12 September 2020

आगरमालवा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को आगरमालवा जिले के बड़ौद में आगर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने वोट से सरकार बनाई थी वही भाजपा ने नोट से सरकार बनाई है ये जो उपचुनाव है, ये प्रदेश के भविष्य का चुनाव है।    उन्होंने कहा कि मैने किसानों का कर्ज माफ किया, नौजवानों के लिये रोजगार के अवसर के लिए कार्य किया, माफिया के खिलाफ मोर्चा खोला, शुद्ध के लिये युद्ध अभियान चलाया, गौशालाएं बनाई हमे सिर्फ 11-12 माह मिले फिर भी हमने भाजपा के 15 साल से अच्छा काम करने का प्रयास किया है। भाजपा घोषणा और झूठ की राजनीति करती है। हमने कभी ऐसी राजनीति नहीं की है। इसके पूर्व कमलनाथ ने आगरमालवा जिले की इसके पूर्व श्रीनाथ ने जिले के नलखेड़ा पहुचंकर विश्वप्रसिद्ध पीताम्बरा सिद्धपीठ माँबगलामुखी के दर्शन कर पूजा अर्चना की।    इस मौके पर श्रीनाथ के साथ पूर्व मंत्रीगण सज्जनसिंह वर्मा, जयवर्द्धनसिंह भी थे। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में आगर विधानसभा क्षैत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मनोहर उंटवाल विजय हुए थे। बीमारी के चलते श्री उंटवाल की विगत दिनों मृत्यु हो गई थी। 

Kolar News

Kolar News 12 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार सुबह मध्यप्रदेश में ऑनलाइन गृह प्रवेशम् कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत बनाए गए मकानों में 1.75 लाख परिवारों को गृह प्रवेश कराया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 1.75 लाख घरों का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी ऑनलाइन कार्यक्रम से जुड़े। यह घर राज्य के 12 हजार गांवों में तैयार किए गए हैं।    प्रधानमंत्री ने इस दौरान पीएम आवास के हितग्राहियों से संवाद भी किया। उन्होंने धार जिले के सरदारपुर गांव के हितग्राही गुलाब सिंह, सिंगरौली जिले के हितग्राही प्यारेलाल यादव, ग्वालियर जिले के हितग्राही नरेंद्र नामदेव से बातचीत कर योजना के संबंध में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार आप सभी की दीवाली, आप सभी के त्योहारों की खुशियां कुछ और ही होंगी। कोरोना काल नहीं होता तो आज आपके जीवन की इतनी बड़ी खुशी में शामिल होने के लिए आपके घर का एक सदस्य, आपका प्रधानसेवक आपके बीच होता। आज का ये कार्यक्रम मध्य प्रदेश समेत देश के सभी बेघर साथियों को एक विश्वास देने वाला भी पल है। जिनका अब तक घर नहीं, एक दिन उनका भी घर बनेगा, उनका भी सपना पूरा होगा   पीएम मोदी ने कहा कि सही नीयत से बनाई गई सरकारी योजनाएं साकार भी होती हैं और उनके लाभार्थियों तक पहुंचती भी हैं। जिनको आज अपना घर मिला है, उनके संतोष और आत्मविश्वास को मैं अनुभव कर सकता हूं।   उन्होंने धार जिले के अमझेरा में आदिवासी गुलाब सिंह और उनके बेटे से हलमा पद्धति की जानकारी ली। उन्होंने पीएम को बताया कि इस पद्धति से समाज और परिवार के लोगों ने घर बनाने के लिए मदद की, इसमें मजदूरी के पैसे नहीं देना होते हैं। बस मकान बनवाने में मदद करने वालों को सिर्फ खाना खिलाया जाता है। इस पर प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या यह परंपरा सिर्फ आपके ही गांव में है या दूसरे गांवों में भी। उन्हें बताया गया कि यह परंपरा दूसरे गांवों में भी है। पीएम ने उनकी तारीफ की। पीएम आवास योजना के लाभार्थी सिंगरौली के प्यारेलाल यादव ने पक्का घर मिलने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। मप्र में 16 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करवाया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 12 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 27 सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियों की बीच कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इनमें उपचुनाव के लिए 15 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किये गए हैं।    जारी सूची के अनुसार, दिमनी विधानसभा सीट से रविंद्र सिंह तोमर, अम्बाह से सत्यप्रकाश, गोहद से मेवाराम जाटव, ग्वालियर से सुनील शर्मा, डबरा से सुरेश राजे, भांडेर से फूल सिंह बरैया, करैरा से प्रागीलाल जाटव, बमोरी से कन्हैयालाल अग्रवाल, अशोकनगर से आशा दोहरे, अनूपपुर से विश्वनाथ सिंह कुंजाम, सांची से मदनलाल चौधरी अहिरवार, आगर से विपिन वानखेड़े, हाटपीपल्या से राजवीर सिंह बघेल, नेपानगर से रामकिशन पटेल और सांवेर से प्रेमचंद गुड्डू को उम्मीदवार घोषित किया गया है।   बता दें कि मध्यप्रदेश में इसी साल मार्च के महीने में सत्ता परिवर्तन हुआ था। इस दौरान कांग्रेस के 22 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। इसके बाद कांग्रेस के तीन अन्य विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए थे। वहीं दो सीटें विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई। इस प्रकार प्रदेश विधानसभा की कुल 27 सीटें रिक्त हैं, जिन पर उपचुनाव होना है। फिलहाल, उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है, लेकिन प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस उपचुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं। कांग्रेस ने शुक्रवार को 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किये, जबकि भाजपा सभी सीटों पर पूर्व विधायकों को उपचुनाव लड़ाएगी। इसके अलावा बसपा भी मैदान में है और उसने भी आठ विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम पहले ही घोषित कर दिये थे।

Kolar News

Kolar News 11 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन का संकट नहीं है। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। किसी को भी चिंता की आवश्यकता नहीं है। राज्य शासन द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गईं हैं। विभिन्न राज्य सरकारों से भी समन्वय किया जा रहा है। प्रदेश में ऑक्सीजन उपलब्धता की मॉनीटरिंग के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला को दायित्व सौंपा गया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को कोरोना की समीक्षा बैठक ली। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी को लेकर निरंतर सजगता की आवश्यकता है। स्वास्थ्य संस्थाओं में स्थापित किए गए फीवर क्लीनिक, संभावित लक्षणों से प्रभावित व्यक्तियों के परीक्षण और उपचार के लिए निरंतर सक्रिय रूप से कार्य करें। होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की मॉनीटरिंग के लिए जिला स्तर पर बनाए गए कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की व्यवस्थाओं की भी प्रभारी अधिकारी निरंतर मॉनीटरिंग करें।    बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश का रिकवरी रेट 75.3 प्रतिशत है। प्रदेश में अब-तक 83 हजार 619 पॉजीटिव प्रकरण सामने आए। रिकवर हुए केस 62 हजार 936 हैं। जिलावार स्थिति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने ग्वालियर चिकित्सा महाविद्यालय से किसी विशेषज्ञ को शिवपुरी भेजने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने एम्स भोपाल में उपलब्ध क्षमता तथा संसाधनों की भी जानकारी ली।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के प्रकरण प्रदेश में लगातार बढ़ रहे हैं। इससे बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क रहना आवश्यक है। कार्य व्यवहार में परस्पर दूरी और मॉस्क का उपयोग सुनिश्चित करना आवश्यक है। समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 11 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण प्रारंभिक आकलन के अनुसार लगभग 9 हजार 500 करोड़ की हानि हुई है। प्रदेश में फसलें, मकान, पशु हानि के साथ-साथ सड़कों तथा अधोसंरचना को हुई क्षति के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं। इस स्थिति में लोगों को अपने घरों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया। जनहानि न हो इसके प्रयास किए गए और इसमें सफलता भी मिली। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने निवास पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन और अध्ययन करने आए केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों से चर्चा करते हुए कही। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि अध्ययन दल के समक्ष गुरुवार को विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से भी प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति को सामने रखा जा चुका है।    मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में बीते पखवाड़े अतिवर्षा से हुई हानि की विस्तृत जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है। सर्वे कार्य निरंतर जारी है और अधिक नुकसान की स्थिति भी सामने आ सकती है। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को अधिकाधिक सहायता दी है। आगे भी राहत पहुँचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। केन्द्रीय अध्ययन दल के प्रभावित जिलों में भ्रमण के पश्चात राहत कार्यों को पूरी तरह से पूर्णता तक पहुंचाने में सहयोग मिलेगा।    कीट-व्याधि से नुकसान के आकलन के लिए पृथक केन्द्रीय दल भेजने का अनुरोध चौहान ने कहा कि फसल बीमा और राहत राशि से नुकसान की भरपाई की जा रही है, परन्तु कीट-व्याधि से हुए नुकसान की पूर्ति के लिए केन्द्र से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि कीट-व्याधि के कारण फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। प्रदेश का राजस्व अमला उस नुकसान का सर्वे कर रहा है। उन्होंने कीट-व्याधि से हुए नुकसान के आकलन के लिए भी पृथक से केन्द्रीय अध्ययन दल भेजे जाने का अनुरोध किया। बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यत: सोयाबीन, मक्का तथा चने की फसल कीट व्याधि से प्रभावित हुई है। प्रदेश में 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें और 17 लाख कृषक कीट-व्याधि से प्रभावित हैं।   लगातार निगरानी से जनहानि रोकने में मिली सफलता मुख्यमंत्री ने बताया कि 28 एवं 29 अगस्त को अतिवृष्टि से जलस्तर खेतों के साथ ग्रामीण आवासीय क्षेत्रों तक पहुंच गया था। सेना और अन्य राहत दलों ने सतर्कतापूर्वक दिन-रात कार्य किया। निरंतर मॉनीटरिंग की गई। प्रदेश के 12 जिले गंभीर रूप से और 23 जिले आंशिक रूप से प्रभावित हुए। कुल 8 हजार 442 गांवों में नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि वे स्वयं भी 48 घंटे सोये नहीं। तत्काल प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों की जीवन रक्षा और राहत शिविरों में उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का कार्य सुनिश्चित किया। श्री चौहान ने कहा कि परिणाम स्वरूप हमें इस बात का संतोष है कि पूरे अमले की सक्रियता के परिणामस्वरूप जनहानि रोकने में सफल हुए।   औसत से 39 प्रतिशत तक अधिक हुई वर्षा चौहान ने बताया कि सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, देवास सहित इन्दौर, आगर-मालवा, भोपाल और छिंदवाड़ा में औसत से 26 से 39 प्रतिशत तक अधिक वर्षा अगस्त माह में दर्ज की गई। प्रदेश में होमगार्ड, सेना, एसडीईआरएफ और एनडीईआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सक्रिय होकर कार्य किया। प्रदेश में 13 हजार 344 लोग रेस्क्यू किए गए। अतिवर्षा से अधिक प्रभावित जिलों में उज्जैन, खरगौन, खण्डवा, विदिशा, निवाड़ी, नरसिंहपुर, सिवनी से कुल 22 हजार 546 लोगों को उनके निवास स्थान से हटाकर सुरक्षित किया गया। प्रदेश में कुल 231 राहत शिविर स्थापित किए गए।   फसलों और मकानों को हुआ नुकसान मुख्यमंत्री ने बताया कि अतिवर्षा और बाढ़ से 24 जिलों में लगभग 11 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है। करीब 11 लाख 34 हजार किसान प्रभावित हुए हैं। लगभग 60 हजार मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए। सरकार ने फौरी राहत के लिए पूरे प्रयास किए हैं। अभी भी लोगों को राहत की आवश्यकता है। चौहान ने केन्द्रीय दल से प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विस्तृत निरीक्षण और प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात और चर्चा के बाद क्षति की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया।

Kolar News

Kolar News 11 September 2020

  भोपाल। मध्यप्रदेश की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस विधायक आरिफ अकील को ब्रेन हेमरेज हुआ है। चिरायु अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उनका ऑपरेशन भी किया गया है। गुरुवार देर रात उनकी हालत नाजुक होने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, लेकिन अच्छी बात यह है कि फिलहाल आरिफ़ अकील की तबियत स्थिर बनी हुई है।   भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक व पूर्व मंत्री आरिफ अकील को शुगर और बीपी की समस्या है और इसका वे नियमित उपचार कराते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या से जूझ रहे थे। अधिक परेशानी होने के बाद तीन दिन पहले उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद अब उनकी हालत स्थिर है और उनका इलाज जारी है। उनके भाई ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। वहीं वरिष्ठ विधायक के स्वास्थ्य को लेकर कांग्रेस नेता और उनके समर्थक चिंतित है, सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। बताते चले कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ अकील 6 बार भोपाल उत्तर से विधायक रहे हैं। 1972 से छात्र राजनीति शुरूआत करने वाले अकील लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 September 2020

दतिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चंबल अटल प्रोग्रेस-वे बनने से इस क्षेत्र का विकास तेजी से होगा और बड़ी संख्या में उद्योग धंधे खुलेंगे, जिससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा।चंबल अटल प्रोग्रेस-वे से क्षेत्र का चहुमुखी विकास होगा। इससे कृषि, उद्योग, शिक्षा एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री गुरुवार को चंबल संभाग के मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रतीरामपुरा में आमसभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 88 करोड़ से अधिक की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम दिमनी में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। साथ ही दिमनी में ही खेल मैदान एवं मुरैना जिले में सैनिक स्कूल खोलने की भी बात कही।   समारोह में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ऐदल सिंह कंषाना, कृषि राज्यमंत्री गिर्राज डण्डोतिया, जिला पंचायत अध्यक्षा गीता हर्षाना, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, पूर्व विधायक रघुराज सिंह कंषाना, पूर्व मंत्री मुंशी लाल, पूर्व विधायक गजराज सिंह एवं पूर्व महापौर अशोक अर्गल, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया सहित जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जितनी गर्मी पड़ रही है, उससे अधिक गर्मी मुरैना एवं भिण्ड जिलों के युवाओं के खून में होती है। चंबल क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करते है। वे लड़ाई के समय दुश्मन की छाती छलनी कर देते हैं। इसलिये हमारे देश की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता है। यदि किसी ने गलत हरकत की तो उसका सेना ने मुंहतोड़ जबाव दिया है। चंबल की माटी में जन्मे मुरैना जिले के ग्राम बरबाई निवासी शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल ने स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में अंग्रेजों को सबक सिखाया था।   उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में प्रदेश में बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों में भर्ती होगी। सरकार ने निर्णय लिया है कि अब नौकरी में मध्यप्रदेश के ही युवाओं की भर्ती की जायेगी। पिछली सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, इन्हीं योजनाओं को वर्तमान सरकार ने पुन: शुरू किया है। जिसमें संबल योजना, तीर्थ दर्शन योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं अन्य योजनायें शामिल है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जो भी बिजली के बिल आये हैं, उनका भुगतान सरकार करेगी। उपभोक्ताओं को चालू माह से बिल भुगतान करना होगा। प्रदेश में गरीब परिवारों को पात्रता पर्ची दी जायेगी। जिसके माध्यम से एक रुपये किलो गेहूं दिया जायेगा, ताकि प्रदेश में कोई गरीब भूखा न रहे। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित करें जिले में कोई पात्र व्यक्ति गेहूं से वंचित न रहे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्र में बिना ब्याज के 10 हजार रुपये का ऋण सरकार दे रही है। इसी प्रकार की सहायता ग्रामीण क्षेत्रों में भी पथ विक्रेताओं के लिये लागू की गई है। उन्होंने बताया कि किसानों के कल्याण के लिये शीघ्र ही सरकार द्वारा उनके खाते में फसल बीमा की 4 हजार 600 करोड़ रुपये की राशि डाली जायेगी। दिमनी विधानसभा क्षेत्र के हर घर में अगले 3 वर्ष में नलजल योजना के द्वारा पानी पहुंचाया जायेगा।       चंबल संभाग की तकदीर एवं तस्वीर बदलेगी: केन्द्रीय मंत्री तोमर    केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने 88 करोड़ से अधिक के कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण के लिये क्षेत्र की जनता को बधाई दी एवं मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सरकार ने जनता का ध्यान रखा है और विकास कार्यों को इतनी जल्दी स्वीकृत किया है। विकास कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी तथा अब विकास का पहिया थमने नहीं देंगे। आने वाले दिनों में घर-घर में बिजली एवं नलजल योजना के माध्यम से शुद्ध पानी पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि चंबल अटल प्रोगे्रस-वे के निर्माण के लिये केन्द्र सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस वे के बन जाने से क्षेत्र की तकदीर एवं तस्वीर बदल जायेगी।   मप्र की सरकार प्रगतिशील है: सिंधिया   राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रगतिशील सरकार है। जनता को न्याय व सम्मान दिलाने के लिये उन्होंने वर्तमान सरकार बनाने में साथ दिया है।चंबल अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण इटावा से होकर राजस्थान के कोटा शहर तक होगा। यह केवल सडक़ ही नहीं है, इससे चंबल क्षेत्र के संपूर्ण विकास को गति मिलेगी।   कार्यक्रम के अन्त में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत लाड़लियों को प्रमाणपत्र एवं अन्य योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये।

Kolar News

Kolar News 10 September 2020

भोपाल। कोरोना काल के बीच मप्र मेंं मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। देवास, जबलपुर, ग्वालियर, शिवपुरी समेत कई जिलों में मंगलवार-बुधवार को यह दिक्कत आई है। किल्लत इसलिए हुई, क्योंकि मप्र की मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र पूरी करते हैं। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने अपनी जरूरत बढ़ती देख दूसरे राज्यों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई करने से इंकार कर दिया। इसके बाद मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई। ऑक्सीजन की कमी के लिए प्रदेश सरकार पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। इन सभी आरोपों के बीच गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की है।   आक्सीजन की सप्लाई की कमी को लेकर सीएम शिवराज के निवास पर सुबह एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। सीएम ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी का विषय महत्वपूर्ण था जो मुझे विचलित कर रहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से कहा है कि संकट के समय ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं  रोकी जानी चाहिए। सीएम ठाकरे में मुझे आश्वस्त किया है। हमने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड मरीजों को ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी।   सीएम शिवराज ने बताया कि हमने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है, प्रारंभ मे एमपी में आक्सीजन की उपलब्धता थी केवल 50 टन, जिसे बढ़ा कर 120 टन तक कर ली है। 30 सितंबर तक 150 टन तक आक्सीजन की व्यवस्था कर लेंगे। एमपी को महाराष्ट्र से 20 टन आक्सीजन मिलती थी। आईनॉक्स की जो कंपनी 20 टन आक्सीजन नागपुर से सप्लाई करती थी, अब वही कंपनी गुजरात से और उत्तरप्रदेश से 20 टन आक्सीन एमपी को सप्लाई करेगी। उन्होंने कहा कि हमारे यहां आक्सीजन के जो छोटे छोटे प्लांट है उनकी क्षमता भी कवल 50-60 टन थी, हमने उनसे आग्रह किया है कि वो फुल कैपिसिटी पर अपना प्लांट चलाएं। मैं प्रदेश की जनता को आश्वस्थ करता हूं कि आक्सीजन की कमी प्रदेश में नही होने पाएगी।

Kolar News

Kolar News 10 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पीएम स्वनिधि योजना के मप्र के हितग्राहियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जो पुरुषार्थ में कण-कण और जीवन का क्षण-क्षण लगाने वाले वैश्विक नेता हैं। उन्होंने कोरोना संकट के समय राह निकालने का कार्य किया। देश की 130 करोड़ जनता के लिए 1 लाख 75 हजार करोड़ का गरीब कल्याण राहत पैकेज प्रदान कर, गरीब की थाली, खाली न रहने देने के संकल्प के साथ 80 करोड़ जनता तक अनाज पहुंचाया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश के 24 जिले भी चुने जहां लोग अधिक जरूरतमंद थे।    मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा से रोजगार और आत्मनिर्भरता के मंत्र से आमजन को राहत मिली। लॉकडाउन की अवधि में अपनी जीविका गवां चुके लोगों को प्रत्यक्ष सहायता मिली है। बाजार से महंगी ब्याज दर पर कर्ज लेने वाले लोग पठानी ब्याज चुकाते-चुकाते त्रस्त हो जाते थे। उनका कुछ बच ही नहीं पाता था। उन्होंने कहा कि जून 2020 से प्रारंभ पीएम स्वनिधि योजना में भारत सरकार द्वारा 7 प्रतिशत ब्याज के प्रावधान के साथ कार्यशील पूंजी उपलब्ध करवाती है। इससे यह योजना छोटे-छोटे स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक वरदान के रूप में लाभान्वित करने वाली सिद्ध हुई है। मध्यप्रदेश में सिर्फ तीन सप्ताह में 8 लाख 78 हजार पंजीयन पोर्टल के माध्यम से कर लिए गए। भौतिक सत्यापन के बाद साढ़े चार लाख पात्र स्ट्रीट वेंडर्स में से चार लाख को परिचय-पत्र और वेंडर प्रमाण- पत्र भी जारी कर दिए गए। बैंकों के समक्ष 2.55 लाख आवेदन पेश हो गए हैं, जिनमें से 1.56 लाख आवेदनों में राशि की मंजूरी दी जा चुकी है। हितग्राहियों के खातों में पैसा पहुंच रहा है।    उल्लेखनीय बात यह है कि प्रत्येक हितग्राही को डिजिटल ट्रांजेक्शन से जोडऩे के लिए यूपीआई-आईडी और क्यूआर कोड उपलब्ध करवाया गया है। चाहे पान की दुकान वाला हो, चाट मूंगफली बेचने वाला, पंचर बनाने वाला, जूते सुधारने वाला, सैलून चलाने वाला या फिर झाडू बेचने जैसे कार्य करने वाले अब इन स्ट्रीट वेंडर्स की खुशियों में नया रंग जुड़ेगा। डिजिटल लेनदेन के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के हितग्राहियों से इन काव्य पंक्तियों के साथ अपना व्यवसाय करने का आव्हान किया- 'समय विषम है, डगर कठिन है, जाना भी उस पार है, छोड़ चलो ये रीत पुरानी, राह नई तैयार है.... ।'     अब बड़े लक्ष्य की चुनौती स्वीकार करें   वर्चुअल कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पीएम स्वनिधि योजना में पांच लाख स्ट्रीट वेंडर्स हितग्राही लाभान्वित करने का लक्ष्य पूर्ण किया जाए। योजना में प्रति हितग्राही 10 हजार रुपये की कार्यशील पूंजी मिलने से छोटे व्यवसायियों का उन्नयन हो जाता है। मध्यप्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स को चिन्हित करने का कार्य बड़े पैमाने पर हुआ है। जिन आवेदकों को अभी ऋण प्राप्त नहीं हुआ है, उन्हें लाभान्वित करने की कार्रवाई तेज की जाए। बड़े लक्ष्य की चुनौती को स्वीकार करते हुए अधिक से अधिक रेहड़ी वालों को योजना का लाभ दिलवाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस योजना के शानदार क्रियान्वयन की प्रशंसा की है। इस नाते मध्यप्रदेश सरकार का यह प्रयास रहेगा कि यह योजना सफलता के और भी नए आयाम प्राप्त करे।   व्यापक रूप से देखा गया स्वनिधि संवाद कार्यक्रम   स्वनिधि संवाद में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन मध्यप्रदेश के पौने चार सौ स्थानों पर सुना गया। इसके साथ ही इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर इसके सीधे प्रसारण की व्यवस्था से योजना के बारे में नागरिक अवगत हो सके। लगभग 2 करोड़ दर्शकों और श्रोताओं तक क्षेत्रीय टीव्ही चैनल्स ने यह प्रसारण पहुंचाया। प्रदेश में करीब 20 लाख लोग वेबकास्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हितग्राहियों से आत्मीयतापूर्वक किए गए संवाद के साक्षी भी बने। वर्चुअल कार्यक्रम का संचालन प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास नीतेश व्यास ने किया।

Kolar News

Kolar News 9 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 12 सितम्बर को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आयोजित होने वाला गृह प्रवेश कार्यक्रम उत्साहपूर्वक मनाया जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि 'हर परिवार के पास अपना घर हो'। इस दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो लाख आवास निर्मित किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन आवासों में हितग्राहियों को गृह प्रवेश करायेंगे। प्रधानमंत्री प्रदेश के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बातें बुधवार को मंत्रालय में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गृह प्रवेश कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने बैठक में गृह प्रवेश कार्यक्रम की विस्तार से समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के हितग्राही परिवारों के लिए यह दिन आनंद और उत्साह का है। अपना घर लोगों के मन में सुरक्षा का भाव लाएगा। अत: वर्चुअल आधार पर आयोजित इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोग जुड़ें। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।   वर्चुअल आधार पर आयोजित इस कार्यक्रम में हितग्राही वेबकास्ट के माध्यम से जुड़ेंगे। कार्यक्रम प्रात: 11 बजे आरंभ होगा। जिसका प्रसारण फेसबुक, ट्विटर के साथ-साथ क्षेत्रीय चैनल पर होगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी अवधि में बने इन आवासों से बड़े पैमाने पर श्रमिक वर्ग को काम मिला तथा स्थानीय निवासियों के साथ-साथ प्रवासी श्रमिकों के लिए भी आवास सुविधा उपलब्ध हो सकी।

Kolar News

Kolar News 9 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्ट्रीट वेंडर्स के लिए बनाई गई स्वनिधि योजना का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के सांवेर के झगनलाल एवं ग्वालियर की अर्चना शर्मा से भी बातचीत की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी उपस्थित थे।    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान सांवेर के झाड़ू कारोबारी झगनलाल से बातचीत की। उन्होंने  झगनलाल को आइडिया दिया कि यदि झाड़ू का पाइप दोबारा इस्तेमाल में लाया जाए तो ग्राहक को झाड़ू सस्ती दी जा सकती है। प्रधानमंत्री ने झगनलाल से पूछा कि वे झाड़ू किस चीज से बनाते हैं, तो झगनलाल ने उन्हें बताया कि खजूर के पत्ते से। प्रधानमंत्री मोदी ने झगनलाल से झाड़ू बनाने में आने वाले खर्च और झाड़ू बनाने के तरीके के बारे में भी जानकारी ली। झगनलाल ने बताया कि वह झाड़ू बनाने के साथ-साथ बच्चों को भी पढ़ाते हैं। प्रधानमंत्री ने जब झगनलाल से उनके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि मैं छोटा सा व्यवसाय करता हूं। आपकी योजना का जो लाभ मिल रहा हैं, जिससे मेरा व्यवसाय अच्छा चल रहा है।   ग्वालियर में टिक्की सेंटर चलाने वाली अर्चना शर्मा से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे पूछा कि ग्वालियर आएं,  तो हमें टिक्की खिलाएंगे? अर्चना के साथ उनके बच्चे भी बैठे थे। मोदी ने अर्चना के बच्चों से पूछा कि पढ़ते हो, पेंटिंग करते हो, क्या-क्या पेंटिंग में बनाया। मोदी ने अर्चना से पूछा कि आपके पति क्या करते हैं, तो अर्चना ने कहा कि उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण वे अब घर पर ही रहते हैं। इस पर मोदी ने कहा कि आप बहुत मेहनत करती हैं, घर भी संभालती हैं और टिक्की सेंटर भी चलाती हैं। मोदी ने उन्हें सुझाव दिया कि जो लोग साफ सफाई से काम करते हैं,  हाईजीन रखते हैं लोग उन्हीं के पास जाना पसंद करते हैं। मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के बारे में पूछा तो अर्चना ने कहा कि मेरे पति का इलाज आयुष्मान भारत योजना से ही चल रहा है। अर्चना के पति राजेंद्र शर्मा ने भी मोदी से बात की।   मुख्यमंत्री ने दी योजना की जानकारीवीडियो कांफ्रेंस में उपस्थित मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि केशकर्तन, चूड़ी कंगन बेचने वाले, सब्जी बेचने वाले, नाश्ते, चाट, नमकीन बेचने वाले, आइसक्रीम बेचने वाले, कबाड़ा बीनने वाले, आइसक्रीम आदि बेचने वालों की किस्मत बदलने का काम प्रधानमंत्रीजी ने किया है। प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हमने योजना बनाई, जिसमें आठ लाख 78 आवेदन प्राप्त हुए। चार लाख 51 हजार लोगों को परिचय पत्र प्रदान किया। उन्होंने स्ट्रीट वेंडर्स की योजना के बारे में विस्तार से बताया।

Kolar News

Kolar News 9 September 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्ट्रीट वेंडर्स के लिए बनाई गई स्वनिधि योजना का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के सांवेर के झगनलाल एवं ग्वालियर की अर्चना शर्मा से भी बातचीत की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी उपस्थित थे।    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान सांवेर के झाड़ू कारोबारी झगनलाल से बातचीत की। उन्होंने  झगनलाल को आइडिया दिया कि यदि झाड़ू का पाइप दोबारा इस्तेमाल में लाया जाए तो ग्राहक को झाड़ू सस्ती दी जा सकती है। प्रधानमंत्री ने झगनलाल से पूछा कि वे झाड़ू किस चीज से बनाते हैं, तो झगनलाल ने उन्हें बताया कि खजूर के पत्ते से। प्रधानमंत्री मोदी ने झगनलाल से झाड़ू बनाने में आने वाले खर्च और झाड़ू बनाने के तरीके के बारे में भी जानकारी ली। झगनलाल ने बताया कि वह झाड़ू बनाने के साथ-साथ बच्चों को भी पढ़ाते हैं। प्रधानमंत्री ने जब झगनलाल से उनके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि मैं छोटा सा व्यवसाय करता हूं। आपकी योजना का जो लाभ मिल रहा हैं, जिससे मेरा व्यवसाय अच्छा चल रहा है।   ग्वालियर में टिक्की सेंटर चलाने वाली अर्चना शर्मा से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे पूछा कि ग्वालियर आएं,  तो हमें टिक्की खिलाएंगे? अर्चना के साथ उनके बच्चे भी बैठे थे। मोदी ने अर्चना के बच्चों से पूछा कि पढ़ते हो, पेंटिंग करते हो, क्या-क्या पेंटिंग में बनाया। मोदी ने अर्चना से पूछा कि आपके पति क्या करते हैं, तो अर्चना ने कहा कि उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण वे अब घर पर ही रहते हैं। इस पर मोदी ने कहा कि आप बहुत मेहनत करती हैं, घर भी संभालती हैं और टिक्की सेंटर भी चलाती हैं। मोदी ने उन्हें सुझाव दिया कि जो लोग साफ सफाई से काम करते हैं,  हाईजीन रखते हैं लोग उन्हीं के पास जाना पसंद करते हैं। मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के बारे में पूछा तो अर्चना ने कहा कि मेरे पति का इलाज आयुष्मान भारत योजना से ही चल रहा है। अर्चना के पति राजेंद्र शर्मा ने भी मोदी से बात की।   मुख्यमंत्री ने दी योजना की जानकारीवीडियो कांफ्रेंस में उपस्थित मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि केशकर्तन, चूड़ी कंगन बेचने वाले, सब्जी बेचने वाले, नाश्ते, चाट, नमकीन बेचने वाले, आइसक्रीम बेचने वाले, कबाड़ा बीनने वाले, आइसक्रीम आदि बेचने वालों की किस्मत बदलने का काम प्रधानमंत्रीजी ने किया है। प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हमने योजना बनाई, जिसमें आठ लाख 78 आवेदन प्राप्त हुए। चार लाख 51 हजार लोगों को परिचय पत्र प्रदान किया। उन्होंने स्ट्रीट वेंडर्स की योजना के बारे में विस्तार से बताया।

Kolar News

Kolar News 9 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना कहर बनकर टूटा है। कोरोना संक्रमण ने तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेने के बाद अब अपनी बढ़त राजनीतिक गलियारे तक बना ली है। सत्ता पक्ष भाजपा के साथ विपक्षी कांग्रेस के राजनेता भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के बाद अब कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता एनपी प्रजापति भी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं।   बताया जाता है कि कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने के बाद एनपी प्रजापति ने अपने सैंपल जांच के लिए दिए थे। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्होंने खुद को क्वारंटाइन कर लिया हैं। वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संपर्क में आए हुए सभी लोगों से खुद को क्वारंटाइन करने और जांच कराने की अपील भी की हैं।   गौरतलब है कि अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई मंत्री और भाजपा विधायक कोरोना संक्रमित हो चुके है। वही कांग्रेस में पूर्व मंत्री तरुण भनोत भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुके हैं। सबसे पहले कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित हुए और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा समेत कई राजनेता कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।  

Kolar News

Kolar News 8 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रि-परिषद की पांचवीं वर्चुअल बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिये गये। मंत्रिपरिषद ने अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम के साथ ही खर्राघाट नहर मध्यम सिंचाई परियोजना रूपांकित सिंचाई क्षमता 3500 हेक्टेयर के लिए 46 करोड़ 43 लाख 21 हजार की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी है।   भोपाल बायपास मार्ग पर टोल की स्वीकृति   मंत्रीपरिषद ने भोपाल बायपास मार्ग पर टोल की स्वीकृति दी है। इसके तहत मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम के अंतर्गत भोपाल बायपास मार्ग पर कार, हल्के (वाणिज्यिक) वाहन, बस, ट्रक, मल्टी एक्सल ट्रक पर दूरी आधारित टोल दरें निर्धारित की गई है। साथ ही मासिक पास की राशि  85 रुपये नियत की गई है। सरकारी कर्तव्य पर भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश शासन के सभी यान, संसद तथा विधानसभा के सदस्यों के यान, भारतीय सेना की ड्यूटी के सभी यान, एम्बुलेंस, फायर बिग्रेड, भारतीय डाक तथा तार विभाग के यान, भूतपूर्व विधायकों एवं सांसदों के यान, कृषि प्रयोजन के लिए उपयोग की जाने वाली ट्रेक्टर-ट्राली, आटो रिक्शा, दो पहिया एवं बैलगाडिय़ां, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को मार्ग पर टोल से छूट रहेगी।   दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में 44 नए अतिरिक्त केंद्र खुलेंगे   मंत्रिपरिषद ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना को कुछ संशोधनों के साथ निरंतर रखने की मंजूरी दी है। योजना में पूर्व में 56 केंद्रों के अतिरिक्त 44 नए केंद्रों के साथ कुल 100 रसोई केंद्र स्थापित किए जाएंगे। योजनान्तर्गत दिन का भोजन 10 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से दिये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। योजना के परिचालन के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा नगरीय विकास एवं आवास विभाग के मांग अनुसार गेहूं और चावल उपलब्ध कराया जायेगा। योजना में औद्योगिकी नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग को प्राथमिकता के आधार पर कार्पोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत धन राशि उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया हैं। योजना के क्रियान्वयन के लिए सभी अनुषांगिक कार्यवाही के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया गया हैं।    आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 के अंतर्गत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम   मंत्रिपरिषद ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 में भारत सरकार, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना(शहरी) अंतर्गत प्रारंभ की गई अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम को प्रदेश में लागू करने की मंजूरी दी । योजना 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लागू की जायेगी। आपरेशन गाइडलाईन के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा मेमोंरेंडम ऑफ एग्रीमेंट हस्ताक्षरित करने के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया हैं।   योजना स्थल पर ट्रंक अंधोसंरचना का कार्य निकाय द्वारा किया जायेगा। इन कार्यो का वित्तीय भार निकायों पर आयेगा। ट्रंक अंधोसंरचना को पूरा करने के लिए राज्य शासन की ओर से प्रति परियोजना 5 करोड़ रुपये की अधिकतम सीमा में 50 प्रतिशत का वित्तीय अनुदान अलग से दिया जायेगा। योजनान्तर्गत स्वीकृत परियोजनाओं के लिए नगरीय सेवाएं यथा जल प्रदाय शुल्क, सम्पत्तिकर,सीवरेज शुल्क इत्यादि को आवासीय श्रेणी के अंतर्गत आरोपित किया जायेगा। इसके लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे।   पद सृजन की मंजूरी   मंत्रिपरिषद ने राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्यालय के लिए नगरीय निकायों, त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन वर्ष 2020-21 के लिए कुल 15 पदों को अस्थाई रूप से 1 जुलाई 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि के लिए सृजित करने की मंजूरी दी है। इसमें अपर सचिव/उप सचिव, अवर सचिव, प्रोग्रामर, अनुभाग अधिकारी के 2-2 और सहायक प्रोग्रामर (कम्प्यूटर) के 4 तथा डाटा एन्ट्री आपरेटर के 3 पद शामिल हैं।   अन्य निर्णय   लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग का गठन एवं कार्य (आवंटन) नियम में संशोधन की कार्यवाही करने का मंत्रिपरिषद ने निर्णय लिया।   मंत्रिपरिषद ने मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) अध्यादेश 2020 का मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक 2020 के रूप में प्रतिस्थापन तथा मध्यप्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी (संशोधन) विधेयक 2020 लाए जाने के संबंध में, दोनों विधेयकों को विधानसभा में प्रस्तुत करने की मंजूरी दी।

Kolar News

Kolar News 8 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रजातंत्र को खरीदा गया है, यह एक शर्मनाक कृत्य है जो भाजपा ने सत्ता के सौदागरों के साथ बोली लगाकर खरीदा है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज मंगलवार को ग्वालियर-चंबल संभाग के कद्दावर भाजपा नेता डॉ.सतीश सिकरवार और उनके साथ आये सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में स्वागत करते हुए कही।   उन्होंने कहा कि आपने सच्चाई को पहचाना है और सच का साथ देने का निर्णय लिया है, यह प्रदेश और लोकतंत्र के हित में बड़ा निर्णय है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सतीश सिकरवार के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब कांग्रेस में महलों का दखल खत्म हो गया है। अब कांग्रेस में कोई महल नहीं है, आप सभी लोग आज कमलनाथ के घर में आए है। आज आप कांग्रेस पार्टी के परिवार से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश देवी-देवताओं, विभिन्न संस्कृतियों का देश है। यहां जोडऩे की बात होती है, तोडऩे की नहीं। कांग्रेस सदैव जोडऩे की राजनीति करती है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता भी सच्चाई को जान चुकी है। समय आने पर वह जनादेश का अपमान करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को धोखा देकर बिकने वाले को व खरीदने वालों को इस प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 8 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गौण खनिज खदानों के लीज धारकों को 75 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के मूल निवासियों को देना होगा। दागी अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल सेवा से पृथक किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खनिज से संबंधित समस्त प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाते हुए ऑनलाइन व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। प्रदेश में उपलब्ध मुख्य खनिज तथा गौण खनिज, रायल्टी का बड़ा स्रोत है। उत्खनित खनिज की शत-प्रतिशत रायल्टी राज्य को प्राप्त हो, इसके लिए हमें हरसंभव प्रयास करना होंगे। राज्य शासन खनिज संसाधनों की सुरक्षा व प्रबंधन के लिए पृथक बल बनाने पर भी विचार कर सकती है। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में गौण खनिज नियम तथा जिला खनिज प्रतिष्ठान नियम में प्रस्तावित संशोधनों पर विचार-विमर्श करते हुए कही।   अवैध रेत खदानों को वैधानिक प्रक्रिया में लाया जाएगा मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रेत रायल्टी का बड़ा स्रोत है। इससे जुड़ी अवैध गतिविधियों के कारण जो रायल्टी राज्य सरकार को प्राप्त नहीं हो रही है, उसे राज्य निधि में लाने के लिए वैधानिक विकल्प विकसित कर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। अवैध रेत खदानों को वैधानिक प्रक्रिया में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन जिलों के खनिज प्रतिष्ठान में अधिक राशि आती है उसका सार्थक उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तर से गाइडलाइन तथा प्राथमिकताएं निर्धारित करना आवश्यक है।   बैठक में जिला खनिज प्रतिष्ठान की वार्षिक प्राप्तियों और उनके उपयोग पर विचार-विमर्श हुआ। जिला खनिज प्रतिष्ठान के वार्षिक कार्य की योजनाओं का अनुमोदन राज्य स्तर से कराने, राज्य खनिज निधि में जिला खनिज प्रतिष्ठान से अंतरित की जाने वाली राशि को बढ़ाने तथा राज्य निधि में एकत्रित राशि से किए जाने वाले विकास कार्यों के अनुमोदन तथा पर्यवेक्षण के लिए समिति गठित करने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। जिला निधि में जिला कलेक्टर तथा प्रभारी मंत्री के अधिकार और राज्य निधि के प्रबंधन के संबंध में भी विचार-विमर्श हुआ।   31 मुख्य खनिजों को गौण खनिज में शामिल करने का प्रस्ताव बैठक में 31 मुख्य खनिजों को गौण खनिज में शामिल करने, ग्रेनाइट, मार्बल, फर्शी-पत्थर के वेस्ट केनिराकरण, शासकीय भूमि पर फर्शी पत्थर व पत्थर की खदानों को नीलामी के स्थान पर लीज से आवंटित करने, लीज स्वीकृति की शक्तियों के निर्धारण और गौण खनिज की रॉयल्टी दर के पुनरीक्षण पर भी चर्चा हुई।   निर्मित रेत (एम-सैंड) की रॉयल्टी दर पर चर्चा नदी की रेत के विकल्प एम-सैंड (निर्मित रेत) की रॉयल्टी दर पर भी चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि इसे नवीन गौण खनिज के रूप में शामिल किया जा रहा है। यह लोक निर्माण विभाग के एस.ओ.आर. में भी शामिल है।   बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, सचिव खनिज साधन सुखवीर सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 7 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया सोमवार को पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर जमकर बरसें। उन्होंने किसानों के मामले में भाजपा पर लगाए जा रहे आरोपों के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए प्रदेश में उनकी सरकार के दौरान कर्जमाफी को लेकर पलटवार किया और कई गंभीर आरोप लगाए।   सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए किसानों की कर्ज माफी को लेकर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ जी की सरकार ने 15 महीने में किसी किसान का कर्ज माफ नहीं किया। कांग्रेस ने बस कागजी कार्यवाही में ही किसानों का कर्जा माफ किया है जमीनी स्तर से कोई काम नहीं किया। इसके अलावा मंत्री भदौरिया ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर घोषणा पत्र के मुताबिक प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को बेरोजग़ारी भत्ता न देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने कहा था कि हम बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे लेकिन पिछले 15 माह की सरकार में उन्होंने किसी एक व्यक्ति को भी बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया।पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह की नदी बचाओ यात्रा पर कसा तंजइस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए मंत्री भदौरिया ने पूर्व मंत्री गोविंद सिंह द्वारा निकाली जा रही नदी बचाओं यात्रा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पूर्व सहकारिता मंत्री जो नदी बचाओ यात्रा निकाल रहे हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आप अपनी अंतरात्मा में झांक कर यह बताएं की सबसे ज्यादा अवैध उत्खनन किस सरकार में हुआ है। उत्खनन के लिए जो भी टेंडर हुए हैं वह आपकी सरकार के समय के ही हैं। उप चुनाव के समय ही यह सब हो रहा है क्योंकि खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे।   कमलनाथ सरकार ने नहीं कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र में विकास मंत्री अरविंद भदौरिया ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर ग्वालिय चंबल क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी की सरकार ने पिछले 15 महीने के कार्यकाल में ग्वालियर चंबल क्षेत्र में एक पैसे का भी काम नहीं किया। जैसे ही सरकार बदली तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर चंबल को सौगात देते हुए 8 हजार करोड़ की लागत से बनने वाले एक्सप्रेस वे का भूमि पूजन कर दिया।   रुतबे जलवे को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा दिए बयान पर कहा कि रुतबे जलवे से कुछ नही होता। हम जनता की सेवा तभी कर सकते हैं जब हम सरकार में हैं। विकास के सपने तभी साकार हो सकते हैं जब सरकार में हो इसीलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि क्षेत्र में जाकर जनता की सेवा करें।

Kolar News

Kolar News 7 September 2020

  भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस किसानों के मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही है। कांग्रेस प्रदेश सरकार को किसानों की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उस पर किसान विरोधी होने और किसानों के साथ छल करने का आरोप लगा रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ भी लगातार ट्वीट कर किसानों की आत्महत्या के मामले में सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कमलनाथ के ऐसे ही एक ट्वीट कर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने प्रदेश में किसानों की आत्महत्या को लेकर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा। मंत्री मिश्रा ने कमलनाथ के किसान आत्महत्या मामले पर ट्वीट को कहा, मौत कोई हो दुखद होती है, कैसी भी हो पीड़ा दायिक होती है और मौत के ऊपर राजनीति करना उससे भी ज्यादा पीड़ादायक हैं। मंत्री मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ ने कभी यह ट्वीट नही किया की हमने और हमारे नेता राहुल गांधी ने 10 दिनों में 2 लाख रुपये का कर्ज माफ का कहाँ था, मगर झूठ का सहारा बांधने का कार्य किया हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को कर्जमाफी के नाम पर सपना दिखाया और किसानों को धोखा दिया।   कमलनाथ का ग्वालियर दौरा रद्द होने पर कसा तंजगृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम कमलनाथ के ग्वालियर दौरा रद्द होने पर तंज कसते हुए कहा कि हमें नही लगता कि कमलनाथ कभी ट्विटर के आगे जा पाएंगे। उन्होंने उपचुनाव को लेकर कहा कि क्या कांग्रेस से और नेता भागने वाले है। उन्होंने कहा कि वह न तो नेता ठीक है और ना ही राजनीति ठीक इसलिए वह कोई रुकना नही चाहता। कांग्रेस में नीति, नियत, नेता ठीक नहीं है, कांग्रेस डूबता जाहज है। इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोविंन्द सिंह की यात्रा पर तंज कसते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि जब मंत्री थे तब माफी मांगी, आज प्रदेश जानता है गोविंन्द सिंह क्यों यात्रा निकाल रहे हैं।   सावधानी हटने से बढ़ा कोरोना का संक्रमणमें आज भी सक्रिय हूं और कल भी सक्रिय था। पार्टी के अनुसार ही कार्य करता हूँ उसको अन्यथा नही जोड़ो। गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना चल रहा उनको उनके स्वास्थ्य की चिंता हैं। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी है, सावधानी हटने से बढ़ा कोरोना का संक्रमण, सरकार अपनी तरफ से सभी काम कर रही है, मगर सावधानी में ही सबकी सुरक्षा हैं।  

Kolar News

Kolar News 7 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश की सत्तर प्रतिशत आबादी गांवों में निवासरत है। गांवों की तस्वीर बदलने का दायित्व पंचायत प्रतिनिधियों का है। राज्य सरकार इन कार्यों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं होने देगी। पंचायत प्रतिनिधि विकास कार्यों का पूरी प्रतिबद्धता, पारदर्शिता और ईमानदारी से संचालन करें। मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को 15वें वित्त आयोग अनुदान की 996 करोड़ राशि, पंचायतों को सिंगल क्लिक से ई-ट्रांसफर की। इस अवसर पर उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित भी किया। मंत्रालय से आयोजित इस वर्चुअल संवाद में मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना काल में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा की गई व्यवस्थाओं और कार्यों के लिए उनकी सराहना की।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पंच परमेश्वर योजना के अंतर्गत प्राप्त 996 करोड़ रुपये पंचायतों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे पेयजल और स्वच्छता से संबंधित कार्य कराये जाना है। इस वित्तीय वर्ष में अब तक पंचायतों को 15वें वित्त आयोग से तीन हजार 984 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इससे ग्रामों की तस्वीर बदलेगी। इस मौके पर बताया गया कि कुल राशि का 85 प्रतिशत ग्राम पंचायत, 10 प्रतिशत जनपद पंचायत और 5 प्रतिशत जिला पंचायतों को उपलब्ध कराया जा रहा है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पंच परमेश्वर योजना गांवों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। इससे ग्राम पंचायतों ने पेयजल, जल संरक्षण, अधोसंरचना निर्माण और कोरोना महामारी से बचाव के लिए सैनेटाइजर, मास्क, प्रवासी श्रमिकों की भोजन व्यवस्था, आश्रय तथा अन्य प्रशासनिक कार्य संचालित किए हैं। मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना, पात्रता पर्ची तथा खाद्यान्न वितरण की तैयारियों और संबल योजना के क्रियान्वयन की स्थित की जानकारी भी ली।   प्रधानमंत्री 12 सितम्बर को करेंगे 1.50 लाख आवासों का लोकार्पण मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को एक लाख 50 हजार आवासों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री, वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद भी करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का समारोहपूर्वक गृह प्रवेश आयोजित करें। कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन सुनिश्चित किया जाए।   मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों को उपलब्ध कराई जा रही राशि से पंचायतें सामुदायिक स्वच्छता परिसर, पेयजल कूप, नल-जल संबंधी कार्य, रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, साफ-सफाई व स्वच्छता के कार्य और जल संरक्षण संबंधी निर्माण कार्य करा सकेंगी।   वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी जिला व जनपद पंचायतें एन.आई.सी. से तथा सभी ग्राम पंचायतों को वैब लिंक के माध्यम से जोड़ा गया था। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने पंचायत पदाधिकारियों से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं को पंचायतें गति दें। इसके लिए सभी मिलकर कार्य करें। विशेष रूप से छोटे-छोटे कार्य करने वालों के व्यवसाय को पटरी पर लाने के लिए ग्रामीण पथ विक्रेता कल्याण योजना के बेहतर क्रियान्वयन में सहयोग दें। पंचायत राज की असल भावना को जमीन पर उतारें। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने हितग्राहियों से भी बातचीत की। 

Kolar News

Kolar News 5 September 2020

रायसेन। जिले के देवनगर थाना क्षेत्र में बीती रात भोपाल-सागर मार्ग पर रायसेन के पास सडक़ हादसे में देवरी के वरिष्ठ भाजपा नेता तेजी सिंह राजपूत की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है।    सागर जिले के देवरी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता 65 वर्षीय तेजी सिंह राजपूत शुक्रवार को देर शाम भोपाल से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान देवनगर थाना क्षेत्र में उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में वे देवरी से भाजपा के उम्मीदवार थे।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने शनिवार को ट्वीट किया है कि - ‘ प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता श्रद्धेय तेजीसिंह जी राजपूत ‘ककाजू’ के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों और समर्थकों को इस अपार दु:ख को सहन करने की शक्ति दें।’

Kolar News

Kolar News 5 September 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी, पूर्व मंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में आई राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। जीतू पटवारी ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि मोदी जी, शिवराज जी और भारतीय जनता पार्टी एनसीआरबी के आंकडे यह बताते हैं कि देश में कितनी भयावाह स्थिति  है।   उन्होंने कहा कि 2019 सबसे अधिक आत्महत्या करने वाला वर्ष बन गया है। वर्ष 2019 में 10281 किसानों और खेतिहर मजदूरों ने जान दी है। जबकि 32,559 दिहाड़ी मजूदरों ने इस अवधि में आत्महत्या की है। साल 2019 में कुल 139,123 लोगों ने पूरे देश में जान दी। पूरे देश में मौत को गले लगाने वाले लोगों में 7.4 फीसदी लोग खेती से जुड़े किसान और खेतिहर मजूदर थे। यही नहीं आत्महत्या करने वालों में बेरोजगार युवा भी थे।    पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि क्या यही वह अच्छे दिन है जिसे भारतीय जनता पार्टी, मोदी जी और शिवराज जी ने देने का वादा किया था। अब लोग गुहार लगा रहे हैं कि हमें हमारे पुराने दिन ही लौटा दो। जीतू पटवारी ने बताया कि गृह मंत्रालय के आधीन आने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार मेरे प्रदेश मध्य प्रदेश में 12,457 किसान, मजदूरो और युवा बेरोजगारों ने आत्महत्या की है। उन्होनें भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदेश की वस्तु स्थिति है, और यही शिवराज सिंह चौहान का असली चेहरा है। मध्य प्रदेश को आत्महत्याओं का हब बना दिया है। जीतू पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जिस जिले सीहोर की बुधनी विधानसभा से चुनकर आते है वहाँ पिछले तीन दिनों में तीन-तीन लोगों ने आत्महत्या की है। यह देश का सबसे अधिक आत्महत्या करने वाला जिला बना हुआ है।

Kolar News

Kolar News 5 September 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बेरोजगार संघ के आह्वान पर शुक्रवार को बेरोजगार युवक-युवतियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। शहर के रोशनपुरा चौराहे पर हजारों की संख्या में बेरोजगार युवक-युवतियां एकत्रित हुए और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैठ गए, जिससे रास्ता जाम हो गया। पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और रास्ता खुलवाया। पुलिस ने 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इसी बीच पूर्व सीएम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी रोशनपुरा पहुंच गए और उन्होंने बेरोजगारों के प्रदर्शन का समर्थन किया।   बेरोजगार संघ के आह्वान पर प्रदेश के कई हिस्सों ने बेरोजगार युवक-युवतियां शुक्रवार सुबह भोपाल पहुंचे और जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर रोजगार मुहैया कराने की मांग को लेकर रोशनपुरा चौराहे पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी रोशनपुरा पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से मिले और उनका समर्थन किया। प्रदर्शनकारियों ने रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मांग संबंधी नारे लगाए और सीएम हाउस का घेराव करने के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा संबंधी सख्त प्रबंध किए थे और उन्हें रोशनपुरा क्षेत्र से आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सडक़ पर बैठ गए और चक्काजाम करते हुए इन युवाओं ने सरकार से रोजगार दिए जाने की मांग की।   बिना अनुमति प्रदर्शन करने के कारण पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी और बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा गया। पुलिस ने इस दौरान 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। इनमें लड़कियां भी शामिल हैं। फिलहाल, पुलिस की कार्रवाई जारी है। टीटी नगर सीएसपी उमेश तिवारी ने बताया कि अब तक 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन और कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन नहीं करने का प्रकरण दर्ज किया है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाए कि पुलिस ने उन पर जानबूझकर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अनुमति नहीं दी गई। 

Kolar News

Kolar News 4 September 2020

रायसेन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चाहे उन्हें कर्ज लेना पड़े, वे किसानों के नुकसान की भरपाई राहत की राशि और फसल बीमा से करेंगे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को गैरतगंज में प्रभावित फसलों का जायजा लेने के बाद किसानों को सांत्वना देते हुए सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सिलवानी के विधायक रामपाल सिंह भी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि लगता है ईश्वर ने उन्हें कोरोना से लडऩे और किसानों के दुख दर्द दूर करने के लिए ही फिर मुख्यमंत्री बनाया है। उन्होंने किसानों से कहा कि आंख में आंसू मत लाना, मैं परिश्रम की पराकाष्ठा करके आपको संकट से पार निकालकर ले जाऊंगा। उन्होंने यहां सोयाबीन और उड़द फसलों में लगे यलो-मौजिक रोग के चलते फसलों के नुकसान का खेतों मे जाकर निरीक्षण किया और जिला-प्रशासन को निर्देश दिए कि सर्वे का काम शीघ्र करें और किसी भी प्रकार की हड़बड़ी न हो इसका भी विशेष ध्यान रखें।    उन्होंने कहा कि कोई भी प्रभावित किसान फसलों के सर्वे के बाद राहत और बीमा राशि से वंचित नहीं रहें। सर्वे में पंचायत के 5 सदस्यों को भी रखें जिससे कोई गड़बड़ी नहीं हो। उन्होंने बेगमगंज और सिलवानी के किसानों को आश्वस्त किया कि पूर्व में हुई गड़बड़ी की जांच के साथ इस बार पारदर्शी तरीके से सर्वे होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सजग है और बाढ़ पीडि़तों की मदद के साथ ही गरीब किसानों की मदद में अपनी सक्रिय भूमिका में कार्यरत है। दिन-रात एक करके पिछले हफ्ते ही बाढ़ में फंसे 13 हजार लोगों की जान बचाई हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि रायसेन जिले का कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा और हजारों की संख्या में शीघ्र ही राशन पर्ची देकर राशन दिया जाएगा। उन्होंने कोरोना से प्रभावित ग्रामीण छोटे व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उन्हें मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना से 10 हजार की रकम दिलाई जाएगी और उसकी गारंटी वह लेंगे।   आंखों में आँसू मत लाना, सरकार और मैं किसानों को संकट से निकालूंगा   इससे पहले मुख्यमंत्री ने गैरतगंज से लगे ग्राम सहजपुर के खेतों मे पहुंचकर यलो-मौजिक रोग से प्रभावित हुई सोयाबीन फसल का जायजा लिया। कृषि अधिकारियों ने बताया कि लगातार 3 हफ्ते बारिश नहीं होने के कारण यह प्रकोप हुआ है। मुख्यमंत्री ने कृषक महेंद्र यादव को भी सांत्वना दी और कहा कि आंखों में आंसू मत लाना सरकार और मैं आपको संकट से पार निकालेंगे। उन्होंने मौके पर उपस्थित किसानों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया।   गरीबों के भारी-भारी बिजली के बिल स्थगित   मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के भारी-भारी बिजली के बिल उन्होंने स्थगित कर दिये हैं और इस माह से माह वार नये बिल आएंगे। पिछली सरकार द्वारा गरीबों के कल्याण की सभी योजनाएं बंद कर दी थी, संबल सहित ऐसी सभी योजनाएं फिर से शुरू कर दी हैं। अब किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रायसेन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की किश्त जमा करने की तारीख अब 7 सितम्बर कर दी है। विधायक रामपाल सिंह ने तिथि बढ़ाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।    प्रदेश में लैब से लेकर ऑक्सीजन, दवाई, वेंटिलेटर और अस्पतालों की व्यवस्था की है   मुख्यमंत्री ने किसानों को से कहा कि कोरोना से जंग के लिए प्रदेश में लैब से लेकर आक्सीजन, दवाई, वेंटिलेटर और अस्पताल आदि की व्यवस्था की है। कोई भी व्यक्ति अब इस संक्रमण से लड़ सकेगा।  कोई भी नागरिक इससे घबरायें नहीं, सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं। मुख्यमंत्री किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं से भी रूबरू हुए।

Kolar News

Kolar News 4 September 2020

भोपाल। बालाघाट और मंडला में गरीबों को घटिया चावल बांटने के मामले के बाद सरकार सख्त हो गई है। बुधवार देर रात बैहर में 5 और वारासिवनी में 3 राइस मिल को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। जबकि 10 और मिलों को सील करने की प्रशासन ने कमर कस ली है। बालाघाट जिला प्रशासन ने खैर लांजी की दुर्गा राइस मिल, वारासिवनी की संचेती राइस मिल, लालबर्रा की कुमार राइस को सील कर दिया है। यह कार्यवाही देर रात हुई। वही अब इस पूरे मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। घटिया चावल बांटने के मामले में भाजपा और कांग्रेस में बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगा रही है। कंाग्रेस के आरोपों पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शायराना अंदाज में तंज कसा है। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि "उन्होंने गरीबों के ज़ख्म का कुछ यूं किया इलाज़, मलहम भी लगा रहे हैं तो खंजर की नोंक से" ये चावल तो कांग्रेस ने खरीदा था, हमारी सरकार ने सड़ा हुआ चावल पकड़ा है। उन्होंने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार, राज्य में हमारी सरकार। घटिया चावल तो कमलनाथ जी की सरकार ने ही खरीदे थे। पोल खुली तो वो अब वो ट्वीट कर भाजपा सरकार पर इल्ज़ाम लगा रहे हैं। उन्हें तो घटिया अनाज की खरीद के लिए गरीबों से माफ़ी मांगनी चाहिए। कांग्रेस बहा रही मगरगच्छ के आंसू के आंसू गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सीहोर में किसान आत्महत्या मामले पर कांग्रेस द्वारा सरकार पर झूठ बोलने के आरोपों पर कहा कि किसान के बेटे ने कहा कि उनका मन भटका हुआ था। कांग्रेस मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। कांग्रेस के पास कुछ बताने के लिए नही है। पब्जी बंद करने का फैसला स्वागतयोग्यवहीं चायनीस ऐप पब्जी को बंद किए जाने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि चाइनीज एप पबजी का बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा था और लंबे समय से देश में इस पर बैन लगाने के लिए आवाज उठ रही थी। केंद्र सरकार के इस फैसले का आज पूरे देश में स्वागत हो रहा है।

Kolar News

Kolar News 3 September 2020

भोपाल। एक से 30 सितंबर तक की अवधि के लिये भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स के पालन के लिए प्रदेश सरकार ने आदेश जारी कर दिये हैं। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने मंगलवार को आदेश जारी करते हुए बताया है कि रियायतों के साथ अनलॉक 4 की गाइडलाइन्स जारी की गई हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की चेन-ब्रेकिंग के लिये आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए पुख्ता प्रबंध कर निश्चित लोगों की उपस्थिति में 21 सितंबर के बाद कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे। गाइडलाइन्स का उल्लंघन होने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।   केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की जाने वाली एसओपी के बाद 21 सितंबर से अधिकतम 100 लोगों की उपस्थिति में विभिन्न सामाजिक अकादमिक, स्पोर्ट्स, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनैतिक और अन्य सामुहिक कार्यक्रम किये जा सकेंगे। इसमें भी फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्केनिंग और सेनेटाइजेशन के प्रबंध रखना अनिवार्य रहेगा।   21 सितंबर 2020 से कन्टेंमेंट जोन के बाहर के स्कूलों में ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग की गतिविधियाँ संचालिक हो सकेंगी। स्कूलों में 50 प्रतिशत टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ को बुलाया जा सकेगा। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी पालकों की सहमति से स्कूलों में शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिये आ सकेंगे। राष्ट्रीय संस्थानों और इससे पंजीकृत संस्थानों में लघु कौशल शिक्षण की अनुमति रहेगी। उच्च शिक्षा विभाग गृह मंत्रालय की सहमति से शोधार्थियों और तकनीकि और व्यावसायिक कार्यक्रमों में स्नातकोत्तर कक्षाओं में अध्ययनरत छात्रों को कोविड-19 की गाइडलाइन्स अनुसार अनुमति प्रदान कर सकेगा। 30 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे। इनमें नियमित संचालित होने वाली गतिविधियाँ नहीं होंगी।   केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये माइक्रो लेवल पर कंटेनमेंट जोन को चिन्हांकित कर सकेंगे। जिला कलेक्टरों को इन जोन्स को वेबसाइट पर अधिसूचित करना होगा। राज्य में कहीं भी आने-जाने पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। आने-जाने के लिये किसी प्रकार की अनुमति, अनुमोदन या ई-परमिट की जरूरत नहीं होगी। अनलॉक 4 की गाइडलाइन्स में 65 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धजनों और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अत्यावश्यक नहीं होने पर घरों में रहने की सलाह दी गई है।   भारत सरकार द्वारा जारी अनलॉक 4 की गाइडलाइन्स में राज्य स्तर से किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिये राज्य सरकार धारा 144 का प्रयोग कर सकती हैं। गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अन्तर्गत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 1 September 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अनंत चौदस के शुभ अवसर पर अपने सरकारी आवास पर विराजमान भगवान गणेश की प्रतिमा का मंगलवार को विसर्जन किया। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सीएम शिवराज ने अपने पूरे परिवार के साथ निवास में ही बने कुंड में भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन और दुनिया को कोरोना मुक्त करने और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।   इस अवसर सीएम शिवराज ने प्रदेश की जनता से भी आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए बड़े आयोजन ना करें। भगवान गणेश का विसर्जन अपने घरों में करें। घर में छोटे कुंड बनाकर विसर्जित करें। गणेश जी जहां विसर्जित हों वहां पौधा रोपित करें और भगवान की आराधना करें। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान गणेश की आराधना कर प्रदेश की सुख शांति समृद्धि की प्रार्थना की।  उल्लेखनीय है कि हर वर्ष सीएम शिवराज के घर गणेश पूजा धूमधाम से होती है। दस दिनों तक सीएम शिवराज परिवार के साथ भगवान गणेश की पूजा अर्चना करते हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन सीएम शिवराज पत्नी के साथ धूमधाम से गणेश विसर्जन करने घाट पर जाते थे लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण उन्होंने अपने परिवार के साथ सादगी पूर्वक त्यौहार को मनाया।

Kolar News

Kolar News 1 September 2020

भोपाल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी के इस बयान पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार कर किया है और राहुल गांधी का आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि भारत के ऊपर उंगली उठना राहुल गांधी का स्वभाव है, भारत को कैसे कमजोर बताना राहुल गांधी की आदत है। कोरोना में पूरे विश्व मे वैश्विक मंदी का दौर है, लेकिन सरकार ने पूरे लॉक डाउन में तीन महीने तक राशन दिया गया, वेंडर्स के खातों में पैसे डाले। मध्य प्रदेश में किसी गरीब को भूखा नही सोने दिया। प्रवासियों को घर तक छोडऩे का प्रबंधन किया गया। उन्होंने कहा कि एक उंगली हम पर तो 3 कांग्रेस वालों पर उठती है। मंत्री मिश्रा ने राहुल गांधी को सलाह देते हुए कहा कि जीडीपी भारत की गिर रही है वो कह रहे हंै, राहुल कभी अपने नाना के घर इटली देखे, जहाँ की 39 प्रतिशत जीडीपी गिरी है।   कांग्रस और कमलनाथ पर कसा तंजइसके अलावा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के चुनावी सर्वे और कमलनाथ के ग्वालियर- चम्बल में धमाकेदार एंट्री की तैयारी पर मंत्री डॉ मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस और उनके नेताओं की लीला अपरंपार है। हमने कमलनाथ का बयान पढ़ा हैं। वे बोलते है संविधान पर खतरा है, खतरे में गांधी नही कांग्रेस है। उस पर ध्यान दे केवल टीवी और ट्विटर पर राजनीति कर रहे हैं, टीवी और ट्विटर से बाहर निकलो। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री रात रात भर नावों में सवार होकर बाढ़ प्रभावितों के पास पहुँच रहे हैं। कांग्रेस के नेता केवल ट्विटर पर है, कांग्रेस में व्यक्तियों का टोटा है। कमलनाथ के ग्वालियर- चम्बल में धमाकेदार एंट्री की तैयारी पर मंत्री डॉ मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ कांग्रेस के फुसडी लड़ी है। केवल हमारी आलोचना कर के वह जा रहे है, खुद की तो कुछ उपलब्धि नही है।

Kolar News

Kolar News 1 September 2020

भोपाल। भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को निधन हो गया। प्रणब मुखर्जी को कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था, जिसके बाद उनकी सर्जरी हुई थी। आज दोपहर उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। उनके बेटे अभिजित मुखर्जी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया है।   सीएम शिवराज प्रणब मुखर्जी के निधन को अपूर्णीय क्षति बताते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘भारत के पूर्व राष्ट्रपति मा. श्री प्रणब मुखर्जी के निधन के समाचार को सुनकर अत्यंत दु:ख हुआ। आज मां भारती ने अपने एक गुणी और राष्ट्र के लिए समर्पित पुत्र को खो दिया। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा ‘ पूर्व राष्ट्रपति "भारत रत्न" श्री प्रणव मुखर्जी जी का निधन पूरे देश के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं शोक संत्पत परिवार को इस दु:ख को सहने की शक्ति दे।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन को युग का अंत बताते हुए कहा कि ‘देश के लिए दुख और गहन वेदना का दिन है। हम-सबके बेहद सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति, भारतरत्न डॉ. प्रणब मुखर्जी के निधन से देश में राजनीति के एक विशिष्ट युग का अवसान हुआ है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना और परिजनों के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूँ।  

Kolar News

Kolar News 31 August 2020

इंदौर/भोपाल। शहर के खजराना क्षेत्र में प्रतिबंध के बावजूद रविवार को ताजिये निकालने का मामला गर्मा गया है। इंदौर की पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसे भय फैलाने की साजिश बताया है और कार्रवाई की मांग की है।   कोरोनाकाल में प्रतिबंध के बाद भी शहर में ताजिए निकालने की घटना सामने आई है। इंदौर में खजराना के बड़ला इलाके में बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए लोग पांच ताजिए लेकर मैदान में आ गए, जिसके बाद वहां सोशल डिस्टेंसिंग टूट गई। सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाकर ताजिए वापस रखवाए। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार घटना रविवार दोपहर को बड़ला में हुई है। चार दिन से लगातार समुदाय के लोगों को समझाया जा रहा था कि कोविड काल में कोई भी भीड़ इकट्ठी नहीं होने देना है। लोगों ने पुलिस की बात मानी, लेकिन बड़ला में अचानक भीड़ सामने आ गई। यहां लोगों ने पुलिस की सारी व्यवस्थाओं को धत्ता बताते हुए ताजिए निकाल दिए। ताजिए मैदान में भी घुमाए।   डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार पूरे शहर में हमने सख्त कार्रवाई की है। व्यवस्थाएं चाक चौबंद थी। हालांकि राजीव नगर बड़ला में व्यवस्था बिगड़ी तो वहां टीआई औऱ आयजकों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार इसमें 4 एफआईआर हुई। सभी पर भादवी की धारा 188, 269 और 270 के तहत केस दर्ज हुआ है। इसमें कुछ नामजद लोग हैं जिसमें उस्मान पटेल का नाम भी शामिल है। बाकी की पहचान फोटो और वीडियो देखकर होगी। वीडियो के लिहाज से इसमें 100 से ज्यादा लोग होंगे।   पूर्व महापौर ने लिखा पत्र   इस घटना को लेकर पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। गौड़ ने लिखा है कि रविवार की घटना को संयोग नहीं, बल्कि भय फैलाने की साजिश थी। इंदौर में इस प्रकार की घटना होने पूरे शहर के लिए खतरनाक है। इससे यह बात पता चलती है कि यहां का इंटेलीजेंस पूरी तरह से फेल है। इस प्रकार की घटना के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोग भी दोषी हैं। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

Kolar News

Kolar News 31 August 2020

भोपाल। मप्र में एक और राजनेता ने कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए हैं। भोपाल विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष और मप्र कांग्रेस महासचिव मोहम्मद सलीम का सोमवार सुबह निधन हो गया। कांग्रेस नेता मोहम्मद सलीम कोरोना संक्रमित थे और भोपाल के चिरायु अस्पताल में उनका ईलाज चल रहा था। मोहम्मद सलीम ने सोमवार सुबह करीब पांच बजे अंतिम सांस ली। मोहम्मद सलीम का जनाजा दोपहर 1:00  बजे जदे वाले कब्रिस्तान जहांगीराबाद भोपाल में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।   कांग्रेस नेता मोहम्मद सलीम के निधन का समाचार मिलते ही पार्टी में शोक की लहर दौड़ पड़ी। भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मोहम्मद सलीम पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने समर्थक और करीबी नेता थे। उनके निधन पर कमलनाथ ने गहरा दुख जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘ मेरे वर्षों के साथी, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री मो. सलीम के दुखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ। उनका निधन मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे।   सीएम शिवराज ने जताया दुख कांग्रेस नेता मोहम्मद सलीम के निधन पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख व्यक्त करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं भोपाल विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष मो. सलीम जी के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि!

Kolar News

Kolar News 31 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से नौ जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। नर्मदा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे करीब साढ़े चार सौ गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। हालांकि, रविवार को बारिश से थोड़ी राहत मिली है और भोपाल के आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश का दौर थम गया है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को कई क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया था। दूसरे दिन रविवार को भी उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से निरीक्षण किया।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को जहां होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन के बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया था, तो वहीं रविवार को फिर उन्होंने होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन जिलों के साथ ही देवास, हरदा और विदिशा जिले के जलमग्न क्षेत्रों को देखा। इस दौरान उन्होंने जिला कलेक्टर से फोन पर बात की और इन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति, प्रभावित जनसंख्या, जनधन क्षति और मवेशियों, फसलों एवं अन्न भण्डार की सुरक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।    इस दौरान उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि वे संकट की इस स्थिति में प्रभावित लोगों की पूरी सहायता के लिए सक्रिय रहें। निचली बस्तियों में पानी के भराव की स्थिति को देखते हुए समय रहते नागरिकों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। नियंत्रण कक्ष सक्रियता से कार्य करें। जहां आवश्यक हो तत्काल पुलिस, होमगार्ड, सेना और आपदा प्रबंधन दल की सहायता प्राप्त की जाए।   मुख्यमंत्री ने सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में किए गए सुरक्षा प्रबंधनों की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए गोताखोर, बोट, हेलीकाप्टर आदि के पुख्ता इंतजाम हैं। जिन क्षेत्रों में सडक़ों पर पुल-पुलियों पर बाढ़ का पानी है, उसे पार करने का प्रयास न किया जाए। जनता स्वयं भी सावधान रहे, पिकनिक स्थलों पर जाने से भी लोग बचें। उन्होंने कहा कि बांधों का जलस्तर बढऩे से गेट खोलने की सूचना दी जाती है, लेकिन बहुत से लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते। आम नागरिकों की सहायता के लिए राज्य सरकार तत्पर है। लेकिन आमजन का सजग रहना बहुत आवश्यक है। जिलों में पदस्थ आपदा प्रबंधन दल हर तरह के संकट में लोगों की सहायता के लिए तैयार हैं।   बाढ़ प्रभावित इलाकों से 325 लोगों को सफलतापूर्वक किया गया रेस्क्यू   होशंगाबाद जिले के बाबई विकासखंड में रविवार को बाढ़ प्रभावित ग्रामों में सेना एवं प्रशासन की टीम द्वारा 161 लोगों को रेस्क्यू कर राहत पुनर्वास केंद्र रूप में शिफ्ट किया। इससे पूर्व 164 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। इस क्षेत्र के ग्राम बालाभेंट से 90, बिकोर से 30, मनवाड़ा से 14, गुराडिया से 5, तमचरू से 18, नसीराबाद से 4 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि शनिवार को यहां 164 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू किए गए लोगों को सुरक्षित राहत पुनर्वास केंद्रों पर भेजा गया है।   बारिश से सीहोर में पार्वती नदी का पुल क्षतिग्रस्त   इधर, सीहोर जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते सीहोर-शाजापुर जाने वाले मार्ग पर कालापीपल के पास बना यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल के ऊपर से लगातार पानी बह रहा है। रविवार को बारिश कम होने के कारण पानी में कुछ कमी आई है, तब जाकर पता चला कि पुल का ऊपरी हिस्सा एक तरफ का कट चुका है। इसके साथ ही बारिश से जिले के नदी नाले उफान पर तथा कई स्थानों पर बाढ़ के हालात बने हुए हैं   बाढग़्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी   प्रदेश के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में रविवार को बारिश का क्रम कमजोर पडऩे के कारण राहत और बचाव कार्य में तेजी आयी है। सेना, पुलिस, होमगार्ड और विशेष दलों की मदद से बाढग़्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के कार्य में जुटे हैं। इस कार्य में सेना के हेलीकॉप्टर, मोटरबोट और अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है।

Kolar News

Kolar News 30 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। राज्य के नौ जिलों के करीब साढ़े चार सौ गांवों बाढ़ की चपेट में हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि राज्य के बाढ़ से प्रभावित 9300 से अधिक लोगों को 170 से अधिक राहत शिविरों में ठहराया गया है और उनके खान पान की व्यवस्था भी की गयी है। वहीं, सीहोर जिले के बुधनी के सोमलवाड़ा में बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगों को सेना के जवानों द्वारा हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने निवास पर पत्रकारों से बाचतीत में कहा है कि पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश का क्रम आज राज्य दक्षिण और पूर्वी हिस्से में थम गया है, जिससे इन इलाकों में थोड़ी राहत है, लेकिन बारिश वाला यह सिस्टम राज्य के पश्चिमी हिस्से में पहुंच गया है, इसलिए अब इंदौर और उज्जैन संभागों में प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है।   इधर, सीहोर जिले के सोमलवाड़ा में रविवार सुबह बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगों को सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू कर शाहगंज मंडी प्रांगण में बने रेस्क्यू सेटर में सुरक्षित पहुंचाया गया। मौके पर सांसद रमाकांत भार्गव, कलेक्टर अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि बुदनी के सोमलवाड़ा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना द्वारा राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से कई प्रभावितों को सुरक्षित निकाला गया है। राज्य सरकार इस आपदा से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।   रायसेन में भी बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने हेलीकॉप्टर बुलाए गए   इसी तरह रायसेन जिले के बाड़ी बरेली क्षेत्र में बिगड़े बाढ़ के हालात के बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के प्रयास से सेना के तीन हेलीकॉप्टर बुलाए गए, जिससे इस क्षेत्र के 20 लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। प्रशासन द्वारा मौके पर रेस्क्यू किये लोगों को एक गार्डन में रखा जा रहा है। ग्राम भोति में बाढ़ से हालात बिगड़े हैं। उधर, तेन्डोनी नदी में शनिवार की रात कार से जा रहा एक युवक कार समेत बह गया। बहे युवक का शव रविवार सुबह बरामद हो गया है। मृतक युवक की पहचान ग्राम पंचायत सचिव दर्शन सिंह के रूप में हुयी है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से किया बाढ़ प्रभावितों की मदद का अनुरोध   वहीं, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी कार्यकर्ताओं से बाढ़ में फंसे लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का अनुरोध किया है। उन्होंने रविवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा है कि - ‘मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गये हैं। मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूँ कि बाढ़ पीडि़तों-प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने का कार्य करें। प्रदेशवासी अपनी एवं अपनों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।’

Kolar News

Kolar News 30 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को भी सुबह से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। नर्मदा समेत सभी नदी-नाले उफान पर हैं और होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर और अन्य जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। हालांकि, जिला प्रशासन की टीमें एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं और सेना की मदद भी ला जा रही है। अब तक लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राज्य की बाढ़ की स्थिति के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की और उन्हें स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी स्वयं ट्वीट के माध्यम से दी।   उन्होंने ट्वीट के माध्यम से प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा है कि - ‘मेरे प्रदेश के भाई-बहनों, पूरा प्रशासन और मैं स्वयं पूरी रात राहत एवं बचाव में लगे रहे। यह बताते हुए खुशी है कि बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के 411 गांवों में हमने एक भी जान का नुकसान नहीं होने दिया। आठ हजार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।’ उन्होंने कहा है कि मैंने आज प्रात: काल माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से चर्चा कर पूरी स्थिति की जानकारी दी है। उनका स्नेहपूर्ण समर्थन, सहयोग और आशीर्वाद मिल रहा है। रात को मैंने सेना के 5 हेलिकॉप्टर मांगे थे, तीन टेकऑफ कर चुके हैं और 2 और की तैयारी है। इससे बचाव कार्य में तेजी आयेगी।’   मुख्यमंत्री ने कहा कि - ‘सीहोर जिले के सोमालवाड़ा से फंसे सभी भाई-बहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन रायसेन के भौंती गांव से प्रारम्भ होने वाला है। रायसेन के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए लोग परेशान ना हो। आर्मी के दो कॉलम भी भेजे रहे हैं। हम सभी को सुरक्षित निकाल लेंगे।’   मध्यप्रदेश में भारी बारिश वाले इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जोर-शोर से जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम शनिवार को देर रात भी होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, बालाघाट और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे। बता दें कि राज्य के मध्य, दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है। नर्मदा और अन्य नदियां लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। तटीय गांवों और कस्बों में बाढ़ का पानी आने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सेना के हेलीकॉप्टर और सेना के जवानों को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। कम से कम नौ जिलों में बाढ़ की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है।

Kolar News

Kolar News 30 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में बनी अतिवर्षा और बाढ़ की स्थिति से कोई जनहानि न हो, यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य भी है और धर्म भी। उन्होंने विशेष रूप से भोपाल, होशंगाबाद तथा जबलपुर संभाग में आगामी 48 घंटों में बन रही अतिवृष्टि की संभावनाओं को देखते हुए, जिला प्रशासन को निरंतर सतर्क रहने के निर्देश दिए। आवश्यकता होने पर सेना और वायुसेना की मदद ली जाए। यह बात मुख्‍यमंत्री ने शनिवार को प्रदेश में बनी अतिवर्षा और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए कही।    मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में संभागवार स्थिति पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नावों, गोताखोरों तथा उपकरणों की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करें। निचली बस्तियों में पानी भरने की आशंकाओं को देखते हुए लोगों को समय रहते राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाए। शिविरों में कोरोना से बचाव की सभी सावधानियाँ बरती जाएं। अतिवृष्टि तथा बाढ़ से प्रभावित व्यक्ति डायल-100 तथा फोन नं. 1079 पर मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं। नर्मदा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर और विभिन्न बांधों के गेट खुलने तथा सहायक नदियों से आ रहे पानी के कारण होशंगाबाद, शाहगंज तथा बरेली में जिला प्रशासन को आगामी 10 दिन के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश भी दिए गए हैं। बैठक में डूब में आने वाले संभावित निचले इलाकों की जिलावार जानकारी ली गई।    बैठक में जानकारी दी गई की भोपाल, होशंगाबाद तथा जबलपुर संभाग में निरंतर अतिवर्षा जारी है तथा अगले 48 घंटों में भी वर्षा की संभावना है। साथ ही सागर तथा उज्जैन संभाग भी वर्षा से प्रभावित हैं। ग्वालियर संभाग भी इससे प्रभावित होगा। प्रदेश के सभी बांध लगभग भर गए हैं। तवा डेम के 13 में 13 गेट खोले गए हैं, इंदिरा सागर बांध के 22 गेट, ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट, राजघाट बांध पर 18 में से 14 गेट, बरगी बांध 21 में से 17 गेट खोले गए हैं। सरदार सरोवर बांध भी हाई लेवल से 7 मीटर नीचे है। मण्डला तथा पेंच बांध के भी गेट खोले गए हैं। जबलपुर संभाग में छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर में सबसे अधिक बारिश हुई है। छिंदवाड़ा के बेलखेड़ा में 150 लोगों को सुरक्षित केम्प में पहुँचाया गया। यहां बाढ़ में फंसे मधु कहार को सुरक्षित निकाला गया। नर्मदा नदी की सहायक नदियों से आ रहे पानी के कारण जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इन्दौर संभाग में सर्वाधिक वर्षा खण्डवा में दर्ज की गई है। सागर संभाग के दमोह, छतरपुर, निवाड़ी भी अतिवर्षा से प्रभावित हैं तथा राहतगढ़ में कुछ परिवारों को कैम्प पहुँचाया गया है।   उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 29 August 2020

भोपाल। छिंदवाडा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व विधायक और गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी की मौत के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र में कमलनाथ ने मनमोहन शाह बट्टी की मौत के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने सीएम शिवराज से उच्च स्तरीय जांच सहित सीबीआई जांच का अनुरोध किया है।   कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अमरवाड़ा विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय मनमोहन शाह बट्टी का आकस्मिक निधन 2 अगस्त 2020 को हो गया था। शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने मैं 24 अगस्त को उनके गृह नगर ग्राम देवरी गया था। ग्राम में आदिवासी समाज के वरिष्ठजन एवं अन्य उपस्थित प्रबुद्धजनों द्वारा मनमोहन शाह बट्टी की मृत्यु को संदेहास्पद बताया गया एवं  शंकाओं के समाधान के लिए उनकी मृत्यु की जांच को अत्यावश्यक बताया।   आगे उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मनमोहन बट्टी आदिवासी समाज के लोकप्रिय एवं बड़े नेता थे। उनकी मृत्यु अप्रत्याशित रुप से हुई है। उनकी मृत्यु के कारण संपूर्ण आदिवासी समाज में संदेह और आक्रोश की स्थिति है। आदिवासी समाज के मानस में उपजे अविश्वास एवं शंका के समाधान हेतु आवश्यक है कि उनकी मृत्यु की विश्वसनीय एजेंसी के माध्यम से निष्पक्ष, विस्तृत और गहन जांच हो जिससे उनकी मृत्यु के स्पष्ट तथ्य सामने आ सकेंगे और आदिवासी समाज का विश्वास बनेगा।   कमलनाथ ने मांग करते हुए कहा कि आपसे अनुरोध है कि मनमोहन शाह बट्टी की मौत की जांच एक उच्च स्तरीय समिति अथवा सीबीआई के माध्यम से कराई जाए। गौरतलब है कि इससे पहले छिंदवाडा जिला गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर और एसडीएम को सौंपा था, ज्ञापन के माध्यम से सीबीआई जांच की मांग रखी थी।

Kolar News

Kolar News 29 August 2020

होशंगाबाद। होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने सेना बुलाई है। संभागयुक्त रजनीश श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई हैं। नर्मदा का रौद्र रूप देखकर याद आई 1973 की भीषण बाढ़, आज ही दिन पानी-पानी हुआ था पूरा शहर। शनिवार सुबह 9 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 973 फीट तक पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर चल रहा है।   होशंगाबाद में 29 अगस्त 1973 का दिन। जब लोगों की सुबह आंख खुली थी नर्मदा उफन रही थी। कई मोहल्लों में पानी भर चुका था। 29 अगस्त 2020 को भी नर्मदा एक बार फिर से उफान पर है। जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चल रहा है। कई मोहल्लों में पानी भरने के कारण उन्हे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। सुबह 9 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 973 फीट तक पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर चल रहा है।   यह हुआ था 29 अगस्त 1973 को होम साइंस कॉलेज के पास बनी पिचिन के टूटने से शहर के कई हिस्सों में पानी पहुंच गया था। देखते ही देखते पूरे शहर में पानी भर गया था। कई मकान भी धराशायी हो गए थे। तूफानी बरसात में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया था। बच्चे, महिलाएं सभी अपनी जीवन रक्षा के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे थे।   इस बार फिर से जिले में रिटर्न 1973 जैसे हालात 29 अगस्त 1973 में भी बारिश के साथ तीनों बांधों के गेट खोल दिए जाने से बाढ़ आई थी, ऐसे ही हालात 47 साल बाद फिर आज के दिन 29 अगस्त 2020 में भी बन रहे हैं। जिसमें सराफा चौक के पास तक नर्मदा का पानी पहुंच गया था। तटीय बस्तियां भी जलमग्न हो गईं थी। बीटीआई, एसपीएम पुलिया, महिमा नगर, ग्वालटोली रोड, धानाबड़, बांद्राभान में बैक वाटर भरा रहा है।   होशंगाबाद में बांधों का जलस्तर अपडेटसमय 10 बजे सुबहनर्मदा नदी - 974.40 फीटतवा जलाशय - 1166.10 फीटबरगी जलाशय - 422.40 मीटरबारना जलाशय -348.22 मीटर

Kolar News

Kolar News 29 August 2020

भोपाल। मप्र में होने वाले उपचुनावों को लेकर गुरुवार को मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर गुरुवार को एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में कमलनाथ भाजपा पर जमकर बरसे। कमलनाथ ने मीडिया में जारी अपने एक बयान में आरोप लागते हुए कहा कि जब- जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आयी है, किसान परेशान हुआ है और भ्रष्टाचारी, घोटालेबाजों, मिलावटखोरों व कालाबाजारी करने वालों के हौसले बुलंद हुए है।   कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा रोज सामने आ रहा है। जिस दिन से प्रदेश में भाजपा की सरकार काबिज हुईं है, प्रदेश का किसान उसी दिन से परेशान हो चला है। आज प्रदेश में यूरिया का जमकर संकट बना हुआ है। प्रदेश के कई हिस्सों में किसानों को यूरिया के लिये भटकना पड़ रहा है। यूरिया की कालाबाजारी जमकर जारी है। किसानों को महँगे दामों पर यूरिया खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। खाद के लिये लाइनों में लगा किसान पुलिस की लाठियाँ भी खा रहा है।   उन्होंने बताया कि एक तरफ़ किसान इस महामारी में लंबी- लंबी लाइन लगाकर एक- एक बोरी खाद के लिये भटक रहा है। वही दूसरी और किसानों को मिलने वाली खाद को भूमिहीनों व मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से आवंटित कर लाखों क्विंटल खाद को भाजपा समर्थित व्यापारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर ठिकाने लगाया जा रहा है, इसके प्रमाण भी प्रदेश के कई हिस्सों से सामने आ चुके है।   कमलनाथ ने प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में यूरिया की जमकर कालाबाज़ारी हो रही है, प्रदेश में अमानक खाद की बिक्री भी चरम पर है। किसान एक- एक बोरी खाद के लिये परेशान है वही शिवराज सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है। मुख्यमंत्री सिर्फ़ ज़ुबानी चेतावनी व धमकियों से काम चला रहे हैं। ज़मीनी धरातल पर कालाबाज़ारी व मिलावट खोरी रोकने के कोई इंतज़ाम नहीं है। किसान परेशान होकर सडक़ों पर उतर रहा है। सरकार को सारी स्थिति पूर्व से ही पता थी लेकिन इसको रोकने को लेकर कोई ठोस कदम समय पर नहीं उठाये गये।   कमलनाथ ने सरकार से चेतावनी भरे लहजे में मांग करते हुए कहा कि मै सरकार से माँग करता हूँ कि वे मैदान में जाकर ज़मीनी हकीकत देखे। प्रदेश में किसान भाइयों को मिलावट रहित यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये तत्काल आवश्यक कदम उठाये जावे अन्यथा कांग्रेस किसानो के समर्थन में, सरकार की किसान विरोधी नीतियो के विरोध में सडक़ों पर प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।  

Kolar News

Kolar News 27 August 2020

  भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ गुरुवार सुबह अचानक सीएम हाउस पहुंच गए और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस दौरान उनके बीच आगामी विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी दी।   मध्यप्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र आगामी 21 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। यह पंद्रहवीं विधानसभा का सांतवां सत्र है, जो कि 23 सितम्बर तक चलेगा। गुरुवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सीएम हाउस पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। इसके बाद दोनों के बीच विधानसभा सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा अन्य विषयों को लेकर भी उनके बीच बातचीत हुई।    गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन इसी साल मार्च में प्रदेश में राजनीति उलटफेर हुआ और कांग्रेस के 22 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिससे कमलनाथ सरकार अल्पमत में आकर गिर गई। इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की लेकर भाजपा की सरकार बनाई और 24 मार्च को विधानसभा में आहूत विशेष सत्र में उन्होंने बहुमत साबित किया। इसके बाद 20 जुलाई से विधानसभा का मानसून सत्र होना था, लेकिन उसे कोरोना संकट के चलते स्थगित कर दिया गया था। अब अगला सत्र 21 सितम्बर से शुरू होगा, जिसमें राज्य सरकार कई विधेयक पेश कर सकती है। इसी को लेकर पूर्व सीएम और वर्तमान सीएम के बीच चर्चा हुई।  

Kolar News

Kolar News 27 August 2020

भोपाल। भाजपा के सदस्यता अभियान की तर्ज पर कांग्रेस ने भी बुधवार को ग्वालियर में महासदस्यता अभियान का बिगुल फूंका। इस अभियान में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, डॉ गोविंद सिंह, पीसी शर्मा, जयवर्धन सिंह, पूर्व विस अध्यक्ष एनपी प्रजापति जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंच पर जमा हुए और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। वहीं अब कांग्रेस के इस कार्यक्रम पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को अपने निवास पर मीडिया से बताचीत करते हए ग्वालियर पहुंचे कांग्रेस नेताओं को लेकर कहा कि ग्वालियर में कांग्रेसी नेता पॉलिटिकल पर्यटन के लिए गए थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कार्यक्रम में कांग्रेस बी टीम के लोग थे और वहां सदस्यता का कहकर कुछ और किया गया। मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ की आंधी अपनी ही सरकार को ले उड़ी, कांग्रेस बस बड़ी बैठक कर सकती है, प्रदर्शन बड़ा नहीं कर सकते। कांग्रेस पार्टी और नेता सिर्फ ट्वीट कर सकते हैं, पार्टी कांग्रेस का लोकतंत्र नहीं बचा पाई, देश का क्या बचाएंगे। इसके अलावा कांग्रेस जांच दल के दतिया दौरे पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि एक भी झूठा प्रकरण हो तो मीडिया के सामने लाये। एक भी प्रकरण झूठा नहीं है, नेता वहां केवल माफियाओं के लिए जा रहे हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने बिजली उपलब्ध कराई और कांग्रेस देश को चिमनी चम्बल युग में ले गयी है, हमने सम्बल जैसी योजनाएं दी हैं जिससे लोगों को राहत मिली। या तो कांग्रेस मुक्त भारत होगा या गांधी मुक्त कांग्रेस होगी।   कलाबजारी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सख्त लहजे में कहा है कि कलाबजारी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, शिकायत मिलने पर थानों पर भी होगी कार्रवाई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में यूरिया और राशन की कालाबाजारी करने वाले सीधे जेल भेजे जाएंगे। यदि किसी क्षेत्र में यूरिया या राशन की कालाबाजारी पाई गई तो उस क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।   एनईईटी परीक्षा नौजवानों और देश के भविष्य से जुड़ी एनईईटी- जेईई परीक्षा पर कांग्रेस के विरोध पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह परीक्षा बहुत ज़रूरी है। इससे जनभागीदारी के काम होते हैं। उन्होंने कहा कि एनईईटी- जेईई की परीक्षा कोई छोटी-मोटी परीक्षा नहीं है। ये नौजवानों और देश के भविष्य से जुड़ी हैं। विपक्ष को इसका विरोध कर देश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 27 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यूरिया और खाद्य सामग्री की कालाबाजारी तथा मिलावट को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें प्रदेश में ऐसी व्यवस्था स्थापित करनी है जिससे कालाबाजारी और मिलावट की गतिविधियां शून्य की स्थिति में हों। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने बुधवार को मंत्रालय में आयोजित बैठक में दिए।    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि किसानों और राशन उपभोक्ताओं के लिये संचालित योजनाओं में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए अद्तन तकनीक का उपयोग सुनिश्चित किया जाए। सुशासन स्थापित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। चौहान ने कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ लगने वाली धाराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि दोषियों पर विधि सम्मत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।   उन्‍होंने कहा कि अपराधियों पर मुकदमें दर्ज हों और उनके वाहन भी राजसात किए जाएं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह के अलावा आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) के अधिकारी भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने ईओडब्ल्यू के अधिकारियों को दोषियों के प्रकरण में कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्‍होंने कालाबाजारी के दर्ज हुए मामले, अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।

Kolar News

Kolar News 26 August 2020

जबलपुर/ भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बुधवार को अल्प प्रवास पर जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सर्किट हाउस में मुलाकात की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। सवाल यह भी उठता है कि आखिर कब तक देश की जनता अस्थिरता का माहौल में झूलती रहेगी। आखिर कब तक विधायकों की खरीद फरोख्त चलती रहेगी।   पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनमत को समाप्त करना चाह रही है। आज के माहौल में कब, किस विधायक को खरीद लें, कब सरकार गिरा दी जाए, कुछ पता ही नहीं चल रहा है। जनमत से जो सरकार बनती है, उस सरकार को अस्थिर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मप्र में होने वाले आगामी उपचुनाव पर कांग्रेस ने जनता के सामने मुद्दा रखा है कि गद्दारों को भगाओ और लोकतंत्र बचाओ। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दोबारा सत्ता में लौटेगी।   दिग्विजय सिंह ने इस दौरान मीडिया के सवालों के जवाब भी दिये। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का अध्यक्ष अगले 6 माह में तय हो जाएगा। सीडब्ल्यूसी की बैठक में तय हो गया है सिर्फ नाम पर अंतिम मुहर लगना बाकी है, लेकिन वे इस बात को टाल गए कि इस बार फिर से कहीं गांधी परिवार का ही कोई सदस्य तो नहीं बनेगा। इधर, भाजपा के सदस्यता अभियान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये कोई अभियान नहीं है ये सिर्फ मिस्ड काल अभियान है, जिसे की भाजपा प्रदेश में चला रही है।    वहीं, केवल प्रदेश के युवाओं को ही रोजगार देने वाले शिवराज सिंह के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में युवाओं को रोजगार देने की हमेशा से प्राथमिकता रही है, लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश में सरकार आई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रथा को बंद कर दिया। इसकी वजह यह थी कि वह अपने परिवार वालों को,ससुराल वालों को प्राथमिकता देते हुए उनकी नियुक्ति करवाई थी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब तक गजट नोटिफिकेशन नहीं हो जाता तब तक उनके इस बयान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।   शक्ति पूजा करने पहुंचे   इसके बाद दिग्विजय सिंह सर्किट हाउस से सीधे बगलामुखी मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने विधिवत शक्ति पूजन कर आशीर्वाद लिया। ब्रह्मचारी चैतन्यानंद महाराज ने उनका स्वागत किया और पूजन सम्पन्न कराया। इस मौके पर नगर अध्यक्ष दिनेश यादव, प्रदेश प्रवक्ता टीकाराम कोष्टा, कदीर सोनी समेत अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 26 August 2020

देवास। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित नई आबादी में  मंगलवार शाम को एक तीन मंजिला जर्जर मकान भरभरकार ढह गया था, जिससे मकान में रहने वाले 12 लोग मलबे में दब गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस, प्रशासन, नगर निगम और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। देर रात चले रेस्क्यू के दौरान 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई।    शहर के लाल गेट के सामने घमंडी होटल के पीछे रहने वाले जाकिर शेख का तीन मंजिला पक्का मकान मंगलवार शाम को अचानक भरभराकर ढह गया। इस मकान में चार भाइयों के परिवार रहते थे। सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। जेसीबी और गैस कटर की मदद से मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। रात 9 बजे तक छह लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा चुका था। इस दौरान नगर निगम कमिश्नर विशाल सिंह चौहान और ट्रैफिक डीएसपी किरण शर्मा ने रेस्क्यू की कमान संभाली और देर रात तक तीन और लोगों को मलबे से निकाल लिया गया। इसके बाद भी तीन लोगों का पता नहीं चल पा रहा था। फिर, एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला।    रेस्क्यू टीम ने कैमरे डालकर तीनों की तलाश शुरू की। अंदर फंसे तीनों लोगों की सलामती के लिए कमिश्नर ने ऐहतियात बरतते हुए मशीनों से केवल सहारा देने का काम किया। कांक्रीट का एक-एक हिस्सा कटर और क्रेन की सहायता से सावधानी से काटा। डीएसपी किरण शर्मा स्वयं मलबे में उतर गए। कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला व एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह ने भी पहुंच कर टीम को जरूरी मार्गदर्शन दिया। तीन क्रेन, पांच जेसीबी, होम गार्ड की टीम के साथ रेस्क्यू चलाया। रात एक बजे तक चले इस रेस्क्यू के बाद मलबे से एक और को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए।    एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह के अनुसार, इस हादसे में 12 लोग मकान के मलबे में दबे थे, जिनमें से 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 23 वर्षीय सिमरन पुत्री फिरोज खान और एक वर्षीय आहिल पुत्र आदिल शामिल हैं। वहीं, 10 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें दो की हालत गंभीर है, उन्हें इंदौर रैफर किया गया है।   घायलों में 55 वर्षीय बस्कर बी पत्नी अजीज शेख, आठ वर्षीय आफिया पुत्री इरशाद उर्फ मोनू शेख, 16 वर्षीय अक्शा पुत्री जाकिर शेख, 40 वर्षीय अंजुम पत्नी जाकिर शेख, 16 वर्षीय अल्फेज पुत्र ईरशाद शेख, 14 वर्षीय अलीशा पुत्री जाकिर शेख, 24 वर्षीय शिरिन पत्नी शहनावज, 40 वर्षीय शबाना पत्नी फिरोज शेख, 15 वर्षीय शिनम पुत्री रशीद शेख और 16 वर्षीय रेहान शामिल हैं। बस्कर बी और आफिया को इंदौर रैफर किया गया। बाकी का इलाज देवास जिला अस्पताल में चल रहा है। 

Kolar News

Kolar News 26 August 2020

भोपाल। केन्द्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की 11 हजार 427 करोड़ की लागत से 1361 किमी लम्बाई की 45 सडक़ परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय स्थित कक्ष से इसमें हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री शिवराज ने वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में कहा कि मध्यप्रदेश के लिए आज का दिन प्रगति का नया अध्याय जोडऩे का दिन है। केन्द्रीय मंत्री गडकरी की कार्यों को तत्परता से पूरा करने की शैली और वित्तीय प्रबंधन के गुण का कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश से साकार किया जा रहा है।   प्रदेश को मिलीं सडक़ों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री मोदी और गडकरी का प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ऐसे जननेताओं का अभिनंदन करना चाहते हैं। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने प्रदेश में उनके मंत्रालय से जुड़े किसी भी कार्य के लिए स्वीकृति देने में इंकार नहीं किया, बल्कि बिना देर किए मंजूरियां दी हैं। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी को जानकारी दी कि आज ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का ड्राफ्ट फायनल हुआ है। मध्यप्रदेश में जलीय परिवहन के संबंध में विचार किया जा रहा है। ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर जलाशयों के पर्यटन संबंधी उपयोग के साथ ही एम.एस.एम.ई. सेक्टर में नवीन गतिविधियों का रोडमैप बनाया गया है। प्रदेश के औद्योगिक विकास को इससे बढ़ावा मिलेगा।    उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 329 कि.मी. के आठ मार्गों में से दो मंजूर हो गए हैं। ये मार्ग नसरुल्लागंज-रेहटी-बुदनी 42 कि.मी. और सागरटोला-कबीर चबूतरा 44 कि.मी. हैं। शेष 6 मार्गों के लिए भूमि उपलब्ध है। उन्होंने केन्द्रीय सडक़ परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से जीरापुरा-पिछोर, भोजापुरा-ढोलखेड़ी, कुरवाई-मुंगावली-चंदेरी, जीरापुर-सुसनेर, पवई-चंदिया, बमीठा-खजुराहो के लिए मंजूरी का आग्रह किया। उन्होंने गडकरी को सडक़ सुरक्षा के प्रयासों के लिए भी धन्यवाद देते हुए कहा कि इन प्रयासों से आज अनेक कीमती जानें बच पा रही हैं। केन्द्र सरकार के इस तरह के नवाचार प्रशंसनीय हैं।   मुख्यमंत्री ने कहा कि रामवन गमन पथ के लिए भी केन्द्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा है। वर्तमान में इस मार्ग के एक हिस्से मैहर-सतना-चित्रकूट की 121 कि.मी. की स्वीकृति मिली है। इसी तरह जिलों में ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर्स प्रारंभ करने, इंदौर जबलपुर में बीओटी मॉडल पर लॉजिस्टिक हब की शुरूआत के लिए पूर्ण सहयोग की आशा है।   वन टाइम इनवेस्टमेंट पॉलिसी में मध्यप्रदेश के लिए सहयोग बढ़ाने का आग्रह   मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माला परियोजना में बहुत सी सडक़ें मध्यप्रदेश से गुजरती हैं जो वरदान बन गईं। उन्होंने कहा कि नर्मदा एक्सप्रेस-वे के संबंध में अलाइनमेंट और भूमि के सर्वे के लिए एजेंसी निर्धारित की जा चुकी है। प्रस्ताव के अनुसार अमरकंटक से जबलपुर, बुदनी, खातेगांव, कुक्षी और अलीराजपुर तक कुल 968 किमी. की लम्बाई मध्यप्रदेश में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्षेत्र उपजाऊ होने से भूमि अर्जन में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एनएचएआई के सहयोग से इस कार्य की शीघ्र पूर्णता के संबंध में केन्द्रीय मंत्री गडकरी से अनुरोध किया। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से वन टाइम इनवेस्टमेंट पॉलिसी के तहत 278 किमी. लंबाई के 182 करोड़ के 65 सडक़ निर्माण कार्यों के लिए आग्रह भी किया। मुख्यमंत्री ने गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि वे उलझे मामले सुलझा देते हैं। प्रतिदिन 32 कि.मी. सडक़ें बनना चमत्कार से कम नहीं है।

Kolar News

Kolar News 25 August 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को करीब 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक  लागत की 1361 किलोमीटर लम्बी 45 सडक़ परियोजनाओं की सौगात दी गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इन परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत और नरेंद्र सिंह तोमर, कोरोना पीडि़त प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद वीडी शर्मा भी जुड़े।   केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्यप्रदेश की करीब 50 विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली 45 सडक़ व पुल परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें 26 योजनाओं का लोकार्पण और 19 योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इनकी कुल लागत दस हजार करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है। ये सभी परियोजनाएं राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी हैं। इसमें सडक़ों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, नई सडक़ और पुल शामिल हैं।    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से नर्मदा एक्सप्रेस वे को मंजूरी देने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने चंबल एक्सप्रेस वे का काम तेज करने और रामायणकालीन प्रमुख ऋषियों के आश्रम जोडऩे वाले रामगमन पथ के निर्माण को मंजूरी व सहयोग देने का भी अनुरोध किया।

Kolar News

Kolar News 25 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध अनुसंधान और योजना शाखाओं की समीक्षा की गई। बैठक में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। अपराध अनुसंधान की समीक्षा बैठक में मंत्री मिश्रा ने गरीबों के साथ धोखाधड़ी कर उनकी मेहनत की कमाई का पैसा हड़पने वाली चिटफंड कंपनियों के खिलाफ पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में गरीबों के हक़ से खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।   मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री मिश्रा ने बताया कि धोखाधड़ी कर गरीबों का पैसा हड़पने वाली चिटफंड कंपनियों के खिलाफ पुलिस को 150 से ज्यादा शिकायतें मिली हैं। करीब डेढ़ करोड़ रुपये की राशि शिकायकर्ताओं को वापस भी दिलाई गई है। प्रदेश में गरीबों के शोषण के खिलाफ ये कार्रवाई जारी रहेगी। इसके अलावा मंत्री मिश्रा ने पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को प्रदेश में पुलिसकर्मियों के लिए अधिक से अधिक आवास निर्माण की पहल करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि जिलों में पदस्थापना के दौरान आवास समस्या का सामना करना पड़ता है। उनकी आवास समस्या के निराकरण के लिए मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन को पुलिस विभाग के लिए अधिकतम आवास का निर्माण करना चाहिए, जिससे वे अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन कर सकें।   उन्होंने समीक्षा के दौरान सभी जिला मुख्यालयों पर महिला पुलिस थाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मंत्री मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में महिला संबंधित अपराधों की विवेचना के लिए महिला थाना होना जरुरी है। उन्होंने इसके लिए आवश्यक पहल करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने अवगत कराया कि प्रदेश के 10 जिलों में महिला थाना स्थापित किए गए है।

Kolar News

Kolar News 25 August 2020

सीहोर/शाजापुर। भोपाल से सटे सीहोर जिले में सोमवार दोपहर एक हृदयविदारक दुर्घटना में एक पिता के सामने उसकी तीन बेटियां और दो भतीजी पार्वती नदी में डूब गईं। पिता ने नदी में छलांग लगाकर अपने भाई और साले की बेटियों को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन उनमें से एक की ही जान बच पाई। लेकिन लाचार पिता अपनी तीन बेटियों को नहीं बचा सका। भोपाल और शाजापुर से राहत और बचाव कार्य के लिए विशेष टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। देर शाम दो शवों को गोताखोरों की मदद से नदी से निकाल लिया गया। एक बच्ची का शव नहीं मिल पाया था, जिसकी तलाश जारी है।   सीहोर एएसपी समीर यादव के अनुसार घटना मंडी थाना क्षेत्र के मूंडला गांव की है। यहां रेलवे पुल के नीचे से पार्वती नदी बहती है। दोपहर करीब 1 बजे गांव के मुबीन खां अपनी तीन बेटियों 10 साल की सानिया, कहकशां और मनतसा तथा भाई अंसार मियां की 17 साल की बेटी आबसार और 16 साल की मुनिया के साथ नदी में नहाने पहुंचे। रेलवे पुल के नीचे वे बच्चियों के साथ नहाने लगे। इसी दौरान तेज बहाव में लड़कियां बहने लगीं। मुबीन खां ने छलांग लगाते हुए दो बच्चियों को किसी तरह पानी के बाहर निकाला, लेकिन तीन लड़कियां गायब हो गईं। मुनिया की जान तो बच गई, लेकिन आबसार की जान नहीं बच सकी थी। मुबीन ने दोबारा पानी में छलांग लगाई, लेकिन उनकी बेटियों का कुछ पता नहीं चला। सूचना मिलते ही भोपाल होमगार्ड की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गई थी। शाम 5 बजे के बाद ही दो के शव निकाले जा सके। एक की तलाश जारी थी।   पीछे-पीछे आ रही थी बच्चियां अपनी आंखों के सामने तीन बेटियों को खो देने वाले मुबीन खां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसने सुबकते हुए बताया कि मैं आगे-आगे जा रहा था, जबकि पांचों पीछे-पीछे आ रही थीं। मुझसे बोली पापा आप रुको हम तैरकर आते हैं। किसी को भी तैरना नहीं आता था। उनके पानी में तैरने का प्रयास करते ही पांचों यहां-वहां डूबने लगी। मैंने किसी तरह दो को तो पकड़कर किनारे कर दिया, लेकिन मेरी तीनों बेटियां बह गईं। उनका कुछ पता नहीं चला।

Kolar News

Kolar News 24 August 2020

भोपाल। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा है कि जो भाजपा नेतागण कह रहे है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण बनी, वो उनके ख़ुद के चुनाव का परिणाम ही एक बार फिर से देख ले। हमारी सरकार तो उनके कारण नहीं बनी लेकिन भाजपा की प्रदेश में सरकार तो उन्ही के कारण ही बनी है। कमलनाथ के इस बयान पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   मंत्री मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सिंधिया को धोखा देकर पहले कमलनाथ खुद मुख्यमंत्री बन गए, इसलिए उन्हें लग रहा है यहां भी ऐसा हुआ है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने जनता को सुंदर मोड़ा दिख कर बुजुर्ग से शादी कर दी। वास्तव में कांग्रेस अब टूटी है, बिखरी है, अपना दोष किसी ओर पर मत डालो। उन्होंने कहा कि दतिया में कांग्रेस की बैठक में हंगामा हुआ। कांग्रेस जो भी है उसमें से अधिकांश आयातित है।   इसके अलावा सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह कांग्रेस का अन्यरिक मामला है। कांग्रेस को क्यों हमारी प्रतिक्रिया चाहते है, कांग्रेस में बहुत सारे योग्य उमीदवार है। सोनिया गांधी है, राहुल गांधी है, प्रियंका वाड्रा है, रेहान वाड्रा है, कई योग्य उमीदवार है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को यह समझना जरूरी होगा की कांग्रेस वो विद्यालय है, कहा कार्यकर्ता कितना ही पढ़ ले फस्र्टतो हेडमास्टर का बेटा ही आएगा।    सिंधिया का विरोध इस्पांसरग्वालियर में सिंधिया के विरोध पर मंत्री डॉ मिश्र ने कहा कि ये सभी विरोध एस्पांसर कार्यक्रम है और इन कांग्रेस के इन एस्पांसर कार्यक्रमों को वरोध नही मानो। एक दो महीने रुको हम आप को बताएंगे समर्थन।

Kolar News

Kolar News 24 August 2020

ग्वालियर। ग्वालियर में भाजपा का तीन दिवसीय सदस्यता अभियान चल रहा है। अभियान के तीसरे दिन सोमवार को ग्वालियर से पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने घर वापसी की है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली।    दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में समीक्षा गुप्ता ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उस समय भाजपा के कई बड़े नेताओं ने समीक्षा गुप्ता से चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा था, लेकिन पूर्व महापौर का कहना था कि एक ही समाज के व्यक्ति को लगातार तीन बार से टिकट देना गलत है, दूसरों को भी मौका मिलना चाहिए। समीक्षा की बगावत का खामीयाजा भाजपा को भुगतना पड़ा था।भाजपा के उम्मीदवार पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह चुनाव हार गए थे और कांग्रेस से पहली बार चुनाव लड़े प्रवीण पाठक मात्र 121 वोट से चुनाव जीत गए थे।   पिछले कई दिनों से अटकलें लगाई जा रही थी कि समीक्षा गुप्ता जल्दी ही भाजपा में फिर लौटेंगी। उनकी भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात हो चुकी है और फिर जब ग्वालियर में संभाग स्तरीय सदस्यता ग्रहण समारोह आयोजित किया गया तो ये तय माना जा रहा था कि इसमें समीक्षा गुप्ता की वापसी निश्चित है। मुख्यमंत्री की ग्वालियर में मौजूदगी ने ये राह आसान कर दी हालांकि पार्टी के कुछ नेता विरोध कर रहे थे। बता दें कि मध्यप्रदेश में आगामी उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा सदस्यता अभियान चला रही है। सदस्यता अभियान का आज तीसरा दिन है। सीएम शिवराज ने भाजपा ज्वाइन करने वाले सभी 35, 843 सदस्यों का स्वागत किया है।

Kolar News

Kolar News 24 August 2020

भोपाल। प्रदेश में 24 घंटों से जारी बारिश के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। नदियां जहां उफान पर आ गई हैं, वहीं अधिकांश बांध लबालब हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार को ग्वालियर रवाना हो गए, लेकिन उन्होंने ग्वालियर रवाना होने से पहले सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में अतिवर्षा की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कलेक्टरों को छोटे-बांधों बांधों की लगातार निगरानी करने को कहा और उन पर अमले को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए।    मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शनिवार को भाजपा के सदस्यताग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ग्वालियर रवाना हो गए हैं, लेकिन इससे पहले उन्होंने बारिश से पैदा हुए हालात की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने कहा कि जलभराव और बांधों के गेट खोलने की स्थिति आने पर जरूरी व्यवस्थाएं करें। बाढ़ के हालात जानने के लिए समीपी कलेक्टरों के लगातार संपर्क में रहें।    मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां जल भराव की स्थिति बनी हुई है, वहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की व्यवस्था करें। चौहान ने सभी संभागायुक्तों को नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए हैं और राहत स्थलों पर खाना-पानी सहित अन्य सभी इंतजाम करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश में मनोहारी दृश्य देखने लोग जाते हैं। इसमें सावधानी बरतें और जहां जरूरी हो, तत्काल राहत टीम भेजें।

Kolar News

Kolar News 22 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर सहित कई मध्य प्रदेश के इलाकों में देर रात से भारी बारिश हो रही है। भोपाल में भारी बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है, देर रात कलेक्टर अविनाश लवानिया ने निचली बस्तियों का दौरा कर जल जमाव की स्थिति की समीक्षा की। भोपाल में शनिवार सुबह तक करीब 5 इंच बारिश हो चुकी है। उधर इंदौर में भी देर रात तीन बजे से हुई भारी बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है। इस तेज बारिश ने इंदौर में 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सुबह 5.30 बजे तक 24 घंटे में इंदौर में 8 इंच बारिश दर्ज की गई।    होशंगाबाद में तवा डैम के पांच गेट खोले   भारी बारिश से बढ़ते जल स्तर के बाद होशंगाबाद में तवा डैम के पांच गेट खोल दिए गए हैं। पांच-पांच फीट खोले गए गेट से 40415 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया जाएगा। तवा के केचमेंट एरिया में लगातार बारिश हो रही है। होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।   यशवंत सागर डेम के गेट खोले गए   यशवंत सागर डेम के दो गेट रात में ही खोल दिए गए थे, सुबह 6 गेट खोले गए हैं। बागली में झमाझम बारिश, नेमावर में नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, लोगों को चेतावनी दी गई।   इन इलाकों में के लिए जारी की गई चेतावनी   मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग में अच्छी बरसात होगी। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। रविवार को रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल और चंबल संभाग में कहीं-कहीं भारी बरसात होने की संभावना है।    इंदौर शहर और आस-पास के इलाकों में देर रात तीन बज से भारी बारिश ने 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक शहर में 24 घंटे में सुबह 8 बजे तक 10.3 इंच बारिश हो चुकी है। इसके पहले अगस्त के महीने में एक दिन में सर्वाधिक बारिश 10 अगस्त 1981 में हुई थी। वहीं रात 8.30 बजे के बाद आज सुबह तक 7 इंच बारिश दर्ज की गई है। इस सीजन में अब तक शहर में 32 इंच बारिश हो गई है। मौसम विभाग ने पहले ही इंदौर में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मप्र में हो रही झमाझम बारिश की वजह दो सिस्टम हैं। गहरा कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मप्र पर सक्रिय है। मानसून द्रोणिका (ट्रफ) भी गुना से होकर गुजर रही है। मौसम विज्ञानियों ने शनिवार, रविवार को भोपाल, सागर, जबलपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है। बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा गहरा कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मप्र में जबलपुर और गुना के बीच सक्रिय है। साथ ही मानसून द्रोणिका भी गुना से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उधर, अरब सागर से भी लगातार नमी मिल रही है। इस वजह से भोपाल सहित प्रदेश के कई स्थानों पर अच्छी बरसात हो रही है। रुक-रुक कर तेज बौछारें पडऩे का सिलसिला दो दिन तक जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा 23 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उसके सक्रिय होते ही बारिश का एक और दौर शुरू हो जाएगा।   मप्र में कैसा 21 से 27 अगस्त के बीच रहेगा मौसम   21 और 22 अगस्त को मध्य प्रदेश के पश्चिमी तथा मध्य भागों में भारी वर्षा होने की संभावना है। 23 अगस्त होते-होते वर्षा की गतिविधियां कम हो जाएंगी। सीधी, सतना, उमरिया, दमोह, जबलपुर, मांडला सहित पूर्वी मध्य प्रदेश में 25 से 27 अगस्त के बीच एक बार फिर से वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। लेकिन उस दौरान पश्चिमी जिलों में ज़्यादातर क्षेत्रों में मौसम लगभग शुष्क ही बना रहेगा।

Kolar News

Kolar News 22 August 2020

भोपाल। गणेश चतुर्थी के अवसर पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं, साथ ही कोरोना को लेकर भाजपा पर तंज भी कसा है।    पूर्व सीएम कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट किया है कि - ‘वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ समस्त देशवासियों को विघ्नहर्ता, प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी की आराधना के महापर्व गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं। श्री गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी से प्रार्थना करता हूँ कि कोरोना महामारी से उत्पन्न विघ्नों को दूर कर समस्त देशवासियों को निरोगी काया प्रदान करे।’   उन्होंने अगले ट्वीट में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि -‘ गणेश चतुर्थी की प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ। इस कोरोना महामारी में पूरे प्रदेश में जनता के लिये तो लॉकडाउन रहा लेकिन भाजपा के राजनैतिक उत्सव इस दौरान  निरंतर चलते रहे, प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता गया , अब हम 50 हज़ार के पार पहुंच गए हैं। सत्ता का ऐसा दुरुपयोग पहली बार देखा, जहां आमजन के लिये ही सिर्फ नियम, धार्मिक स्थलों के लिये व धार्मिक आयोजनों पर भी रोक, लेकिन भाजपा नेताओ के लिये कोई नियम नहीं, उन्हें हर कार्यक्रम के लिये पूरी छूट? कोरोना संक्रमण भले बढ़ता रहे? भगवान श्री गणेश इन्हें सदबुद्धि प्रदान करे व प्रदेश वासियों को स्वस्थ रखे। यही कामना।’

Kolar News

Kolar News 22 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंस से केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण, पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ कृषि अधोसंरचना कोष के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत चर्चा में हिस्सा लिया। केन्द्रीय मंत्री तोमर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा आत्मनिर्भर भारत अन्तर्गत कृषि क्षेत्र में अधोसंरचना कोष के संबंध में राज्यों से चर्चा की और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसानों की समृद्धि के लिए तैयार किए गए प्रकल्प को सफल बनाने का आव्हान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत कृषि अधोसंरचना कोष का अधिकाधिक लाभ किसानों को दिलवाने का कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की यह अद्भुत योजना है। मध्यप्रदेश सरकार इसके क्रियान्वयन में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इसे जमीन पर उतारने की दिशा में मध्यप्रदेश सरकार ने ठोस प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं।   मध्यप्रदेश के प्रयासों का शुक्रवार को हुई वीडियो कान्फ्रेंस में उल्लेख हुआ। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने मध्यप्रदेश में आत्मनिर्भर वेबिनार के माध्यम से कृषि अधोसंरचना कोष के प्रावधानों का लाभ लेने के लिए की गई अग्रिम पहल को अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय बताया। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की इस वीडियो कान्फ्रेंस में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के दोनों राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और कैलाश चौधरी के साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और हिमाचल प्रदेश, गुजरात एवं अन्य प्रांतों के कृषि एवं सहकारिता मंत्री उपस्थित रहे।   मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मध्यप्रदेश में सुनियोजित प्रयास होंगे। इस दिशा में कृषि, सहकारिता और उद्यानिकी विभाग की गतिविधियाँ प्रारंभ हो गई हैं। कृषि विभाग की तरफ से राज्यस्तरीय निगरानी समिति और जिलास्तरीय निगरानी समितियों के गठन, कृषक उत्पादक समूह (एफपीओ) को आंदोलन के रूप में विस्तारित करने का लक्ष्य है। हर विकासखंड से योजना के अंतर्गत कम से कम दो प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए हैं। सहकारिता विभाग की तरफ से भारत सरकार के उपक्रम नाबार्ड, एनसीवीसी के अधिकारियों को शामिल करते हुए सहकारिता विभाग, अपेक्स बैंक और मार्कफेड के अधिकारियों की दो कमेटियों का गठन किया गया है। निर्धारित मापदंडों के मुताबिक 263 जिलास्तरीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) और 54 विपणन समितियों को चिन्हित कर लिया गया है।      कृषि क्षेत्र में आएगी क्रांति : केन्द्रीय मंत्री तोमर केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत कृषि अधोसंरचना कोष में एक लाख करोड़ की राशि के प्रावधान और क्रियान्वयन के बिंदुओं पर राज्यों से हो रही यह बातचीत इस कार्य को गति प्रदान करेगी। कृषि क्षेत्र में वृहद स्तर पर निवेश से निश्चित ही क्रांति आएगी। आमूल-चूल परिवर्तन के यह प्रयास आत्मनिर्भर भारत में बड़ा योगदान देंगे। केन्द्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि एक लाख करोड़ के पैकेज को 8 जुलाई को मंजूरी मिली थी, एक माह बाद ही 9 अगस्त को कार्यवाही पूरी की गई। प्रधानमंत्री ने इस दिन साढ़े आठ करोड़ किसान परिवारों को पीएम किसान सामान्य निधि के 17 हजार करोड़ रुपये प्रदान कर लाभान्वित किया। इसके साथ ही मंत्रिमंडल द्वारा योजना के अनुमोदन के 30 दिन बाद 2282 कृषक सोसायटियों को 1000 करोड़ रुपये से अधिक राशि की मंजूरी दी गई।      अनुकूल परितंत्र के निर्माण की पहल किसानों को उद्यमी बनाने की दिशा में भारत सरकार ने एक अनुकूल परितंत्र के निर्माण की पहल की है। यह पहल देश के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचने में सक्षम है। मध्यप्रदेश के लिए कृषि अधोसंरचना कोष में 7 हजार करोड़ का लक्ष्य निर्धारित है। योजना में शासकीय सहायता के प्रावधान किसानों के लिए किए गए हैं। इसमें अधिकतम दो करोड़ रुपये की ऋण राशि के प्रकरण में वार्षिक ब्याज दर में 3 प्रतिशत की छूट रहेगी। यह छूट अधिकतम 7 साल के लिए होगी। क्रेडिट गारंटी के अंतर्गत अधिकतम 2 करोड़ की ऋण राशि पर प्रति प्रकरण क्रेडिट गारंटी शुल्क आवश्यक राशि का भुगतान सरकार करेगी। योजना में प्राथमिक कृषि साख समितियों, किसान उत्पादक समूहों, स्वसहायता समूहों, कृषि उद्यामियों, स्टार्टअप और बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों के साथ ही केन्द्रीय/राज्य एजेंसियां या सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) परियोजना को पात्र माना गया है। सम्मिलित प्रयासों से भारत को विश्व की फूड मार्केट बनाने का प्रयास है।   राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) अध्यक्ष गोविंदा राजुलु चिंताला  ने अपने संबोधन में कृषि अधोसंरचना कोष को सराहनीय कदम बताया। वीडियो कान्फ्रेंस में मध्यप्रदेश के विभिन्न मंत्री, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 21 August 2020

भोपाल। आयकर विभाग की अलग-अलग टीमों द्वारा भोपाल के रियल एस्टेट कारोबारी फेथ ग्रुप के चेयरमैन राघवेंद्र सिंह तोमर उनके सहयोगी पीयूष गुप्ता के 20 से अधिक ठिकानों पर गुरुवार को छापामार कार्रवाई शुरू की। यह कार्रवाई दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। अब तक की कार्रवाई में आयकर विभाग को एक करोड़ रुपये की नकदी और 100 से अधिक संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। विभाग अब इनसे जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रहा है  साथ ही ऑफिस और घर से मिली संपत्तियों की कीमत का आकलन किया जा रहा है।   आयकर विभाग के 150 से अधिक अधिकारियों ने गुरुवार को पुलिस बल के साथ अलग-अलग टीमों में भोपाल के हाईप्रोफाइल रियल एस्टेट कारोबारी राघवेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गुप्ता चूड़ीवाला के 20 ठिकानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई में अब तक एक करोड़ रुपये की नगदी और 100 बेहिसाब संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए, जिनकी कीमत 200 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके अलावा अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। फिलहाल, विभाग की एक विशेष टीम केवल संपत्तियों के मूल्यांकन के काम में जुटी है, जबकि अन्य टीमें दोनों कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश देकर उनसे जुड़े लोगों की जानकारी निकाल रही है। फिलहाल, आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है।   बताया जा रहा है कि पीयूष गुप्ता के नौकर, ड्रायवर और उनके रिश्तेदारों के पर भी रियल एस्टेट में निवेश किया गया है। आयकर विभाग की टीम सभी की जानकारी जुटा रही है। शुक्रवार सुबह आयकर विभाग की एक टीम पीयूष गुप्ता के नौकर विपिन के घर पहुंची है, जहां फिलहाल तलाशी ली जा रही है। इसके अलावा आयकर विभाग की टीम पीयूष के चौक बाजार स्थित दफ्तर, और एनआईआर स्थित उनके और नौकर के मकान-ऑफिस समेत अन्य जगहों पर कार्रवाई कर रही है। हालांकि, इस कार्रवाई में अब तक क्या-क्या बरामद हुआ है, आयकर विभाग ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी है।

Kolar News

Kolar News 21 August 2020

भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने वर्चुअल रैली के माध्यम से युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में कमलनाथ ने युवाओं के नाम सन्देश दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी आधुनिक डिजि़टल भारत के सच्चे अर्थों में वास्तुविद थे। उन्होंने लोकतंत्र और सदभाव को मजबूत बनाने के साथ ही भारतीय राजनीति में भविष्य की सोच के एक राजनेता की पहचान बनाई और इक्कीसवी सदी के नए भारत की नीवं रखी। उन्होंने कहा की आज जो हालात है उससे हमारा युवा और किसान दोनों हताश है। यह वही शक्ति है जिसकी देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है। कमलनाथ ने कहा की उस समय विरोधी दलों ने कंप्यूटर को लेकर विरोध किया और आन्दोलन किया। राजीव गांधी की सोच थी कि युवा देश का भविष्य है उनकी भागीदारी और सक्षमता ही इस देश के निर्माण का भविष्य तय करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की मुझे यह कहते हुए अफसोस है कि, जो युवा 5-10 वर्ष पहले कॉलेज की पढ़ाई करके निकले हैं- वे- अच्छे भविष्य का इंतजार करते करते आज ओवर एज हो गये। ऐसे युवा जो पढे लिखे हैं और जिन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है वे ना तो गांव के रहे और ना ही शहर के रहे। पिछले 15 वर्ष में हमारा मध्यप्रदेश बहुत पीछे रह गया है। नौकरी और रोजगार को लेकर न तो कोई सोच और न ही कोई योजना बन पाई। इससे नौजवानों में हताशा और निराशा का माहौल है। केवल मीडिया में ऐलान करने से नौजवानों को रोजगार नहीं मिलेगा। कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज के नौजवानों में एक तड़प है वो आगे बढऩा चाहता है वो ठेका या कमीशन नही चाहता है, वो तो अपना भविष्य बनाना चाहता है। उसे व्यवसाय और रोजगार की तलाश है। 15 सालों मे भाजपा सरकार ने जितनी घोषणायें ,आश्वासन और विज्ञापन दिये ,उनमे से कुछ पर भी अमल होता तो आज हमारा प्रदेश आगे बढ़ जाता।    इन 15 वर्षों में प्रदेश के किसान और नौजवान सबसे ज्यादा निराश हुये हैं। इस दौरान कमलनाथ ने उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए कई बातें कही। कमलनाथ ने हाल ही में मध्यप्रदेश में घटित घटनाक्रम का उल्लेख किया द्य उन्होंने कहा की जनादेश के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तब कांग्रेस को ऐसा मध्यप्रदेश सौंपा गया, जो किसानों की आत्महत्या में नंबर वन, बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन, भ्रष्टाचार में नंबर वन- बिगड़ती कानून व्यवस्था और तिजोरी खाली थी। इन परिस्थितियों में मैने सरकार संभाली और एक नई शुरूआत की। कांग्रेस सरकार को 5 वर्ष काम करने का जनादेश मिला था लेकिन, काम करने के लिये 15 माह ही मिले इनमें से 3 माह  लोकसभा चुनाव और राजनैतिक उथल-पुथल में ही निकल गये। इतने अल्प समय में प्रशासन में एक नयी सोच,नई दिशा और कार्यप्रणाली की शुरूआत की। नौजवानों के भविष्य को लेकर अपने संकल्प सामने रखेद्य पांच वर्षों में मेरा प्रयास पूरे प्रदेश की तस्वीर बदलने का होता। सौदेबाजी और बोली लगाकर कांग्रेस सरकार को गिरायाकमलनाथ ने अपने संबोधन में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सौदेबाजी और बोली लगाकर कांग्रेस सरकार को गिराया गया। भाजपा ने मध्यप्रदेश की पहचान बिकाउ राजनीति करने वाले राज्य के रूप में बनाने की शुरूआत की है। मध्यप्रदेश इस राजनैतिक सौदेबाजी के कारण देश में कलंकित हुआ है। जब पूरा देश और प्रदेश कोरोना से लडने की तैयारी कर रहा था, तब कांग्रेस सरकार गिराने के लिये भाजपा सौदेबाजी में व्यस्त थी। कोरोना महामारी से निपटने के खराब प्रबंधन ने एक आर्थिक संकट खडा कर दिया है। भाजपा सरकार की नाकामी का दौर जारीउन्होंने कहा की भाजपा सरकार की नाकामी का दौर जारी है, बेरोजगारी बढ़ रही है। केन्द्र की भाजपा सरकार ने 20 लाख करोड़ रूपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी। मै पूछना चाहता हूँ कि क्या प्रदेश के किसी युवा को कोई राशि मिली ? इस बात को हमारे प्रदेश के नौजवान बेहतर समझते हैं। प्रदेश की आर्थिक गतिविधि चौपट हो चुकी है, केवल घोषणा और मीडिया की राजनीति से ध्यान हटाने का काम चल रहा है।     हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

Kolar News

Kolar News 20 August 2020

भोपाल। केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के नतीजे घोषित किए गए। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को देश का सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इंदौर ने लगातार चौथी बार यह उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल देश का सातवां स्वच्छ शहर बन गया है। इसके अलावा मप्र के ग्वालियर और जबलपुर शहर ने भी स्वच्छ शहरों की टॉप-20 सूची में अपनी जगह बनाई है।   केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी द्वारा गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणाम घोषित किये गये। मप्र का इंदौर शहर लगातार चौथी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। वहीं, दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर नवी मुंबई रहा। स्वच्छता के मामले में इंदौर लगातार तीन साल (2017, 2018, 2019) तक शीर्ष स्थान पर रहा और अब चौथी बार भी देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।   मध्य प्रदेश के अन्य तीनों महानगर भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टॉप-20 सूची में जगह बनाने में सफल रहे। भोपाल इस सूची में सातवें नम्बर पर है, जबकि ग्वालियर 13वें और जबलपुर 17वें स्थान पर रहा। राजधानी भोपाल की बात करें तो पिछले साल यह देश के स्वच्छ शहरों में 19वें नम्बर पर था। इस बार भोपाल की रैंकिंग के जबरदस्त सुधार हुआ और यह देश का सातवां सबसे स्वच्छ शहर बन गया। ग्वालियर शहर इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में 46 अंकों की छलांग लगाकर 59 से 13वें नम्बर पर पहुंचा है। वहीं, जबलपुर भी टॉप-20 स्वच्छ शहरों में जगह बनाने में सफल रहा।

Kolar News

Kolar News 20 August 2020

भोपाल। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को विधानसभा में नेता प्रतिपक्षा बनाया गया है। कमलनाथ को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक औऱ कमलनाथ जी को विपक्ष का नेता बनने की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मैं शाम को उनसे व्यक्तिगत मुलाकात कर बधाई दूंगा।   मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हए कमलनाथ के युवा संवाद संबोधन कार्यक्रम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि मैं युवाओं से पार्थना करुंगा की वो कमलनाथ से चार हजार महंगाई भत्ते की घोषणा के बारे में पूछे। पन्द्रह महीने में कमलनाथ ने किसी भी एक नौजवान को महंगाई भत्ता दे पाए या फिर 15 महीनों की सरकार में किसी को भी एक नौकरी दे पाए, ये सावल नौजवान उनसे आज के कार्यक्रम में जरूर पूछे। कांग्रेस के राम राज्य के विज्ञापन पर गृहमंत्री मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि ये ही अचम्बा है कि कांग्रेस को विज्ञापन देकर बताना पढ़ रहा है कि राम हमारे है। अगर राम तुम्हारे हैं तो शक कैसा और अगर नहीं है तो हक कैसा। रोम रोम में राम बसे हैं विज्ञापन देना ही शक पैदा करता है।   इसके अलावा केंद्र सरकार के सरकारी नौकरी में एक राष्ट्र एक परीक्षा के फैसले पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार हर बड़े फैसले करती है। एक नेशन- वन राशन, एक देश- एक टैक्स लेकर आए। उन्होंने कहा कि केंद्र ने ये फैसला लेकर नोजवानों के लिए व्यपाक अवसर खोले हैं। वहीं प्रदेश में सरकारी नोकरी में 100प्रतिशत मूलनिवासी को नौकरी देने के फैसले पर कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के किसी भी प्रमाण पत्र की जरूरत भाजपा को नही है, लेकिन अच्छा है वो हमला करे वो विपक्ष में है लेकिन ट्विटर या विज्ञापन से नही सडक़ों पर उतरे।   सद्भावना दिवस पर मंत्री डॉ.मिश्रा ने दिलाई शपथगृह एवं जेल मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने आज गुरुवार को सद्भावना दिवस के अवसर पर वल्लभ भवन स्थित पार्क में  सद्भावना एवं एकता की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार, प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई सहित मंत्रालय विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

Kolar News

Kolar News 20 August 2020

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के यात्रियों से भरी एक बस को आगरा के पास कार सवार बदमाशों द्वारा हाईजेक करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बस में मप्र के पन्ना जिले के 34 यात्री सवार हैं, जो सुरक्षित बताये जा रहे हैं। मामले का पता बुधवार को अलसुबह उस समय चला, जब बस के चालक और क्लीनर मलपुरा थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और आला अधिकारियों से सम्पर्क साधा। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।   जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के गुरुग्राम से मंगलवार शाम को एक बस मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के 34 यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी। आगरा के पास बस को कार सवार बदमाशों ने रोका और अपने साथ ले गए। बताया गया है कि बस चालक ग्वालियर के डबरा निवासी रमेश कुमार व परिचालक को बदमाशों ने मलपुरा थाना क्षेत्र में बस से उतार दिया और फिर वे बस लेकर चले गए। बुधवार तडक़े करीब चार बजे चालक और परिचालक मलपुरा थाने पहुंचे और पुलिस को बस हाईजेक की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और बस की तलाश शुरू की।    ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने बताया कि राजस्थान और यूपी पुलिस के आला अधिकारियों से मामले को लेकर बातचीत हुई है और जगह-जगह सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि बदमाश बस को कहा ले गए गए हैं, इसकी पता लगाया जा सके। एसपी ने बताया कि यात्रियों को बदमाशों ने एक दूसरी बस में शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। ग्वालियर में पुलिस को अलर्ट कर दिया है। बताया जा रहा है कि बस पर कल्पना ट्रैवल्स लिखा है और वह इटावा पासिंग है। जानकारी मिली है कि बस का मालिक ग्वालियर का रहने वाला है। 

Kolar News

Kolar News 19 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है। सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस एक बार फिर उसे हथियाने के लिए किसानों, महिला सुरक्षा के साथ युवाओं को भी साधने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में अब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ गुरुवार 20 अगस्त को युवाओं के साथ संवाद करेंगे। कमलनाथ युवाओं की वर्चुअल सभा को संबोधित करेंगे।   दरअसल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को युवाओं को सरकारी नौकरियां देने को लेकर बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है। कमलनाथ ने मंगलवार देर शाम ट्वीट कर अपने कार्यकाल में युवाओं के लिए किए गए कामों का जिक्र किया था। लेकिन अब युवाओं को सीधे साधने के लिए कमलनाथ गुरुवार को युवा संवाद कार्यक्रम के तहत वर्चुअल सभा को संबोधित करेंगे। इस वर्चुअल रैली का सीधा प्रसारण कांग्रेस के सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शाम 4 बजे से किया जाएगा। कांग्रेस सरकार में युवाओं के लिए किए गए काम की जानकारी साझा करेंगे।

Kolar News

Kolar News 19 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार को अंधी, बहरी, लूली, लंगड़ी, सरकार बताया है। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने पूर्व मंत्रियों के बंगले खाली करवाने के मुद्दे पर भाजपा की शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार चुन-चुनकर विधायकों और पूर्व मंत्रियों को बंगला खाली करवाने का नोटिस दे रही है।   पूर्व मंत्री साधौ ने सोमवार जारी अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में 15 महिने हमारी सरकार ने भाजपा के कई नेता जो मंत्री पद पर नहीं रहे उनसे कभी बंगला खाली करवाने नोटिस नहीं भेजा। उन्होनें उदाहरण देते हुए कहा कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, जगदीश देवड़ा, पारस जैन, सुरेन्द्र पटवा, रामपाल सिंह, कृष्णा गौर, दीपक जोशी जैसे भाजपा नेता कमलनाथ सरकार के दौरान सरकारी बंगलों में रही, लेकिन हमने द्वेषपूर्ण कार्यवाही नहीं की। जिसमें सुरेन्द्र पटवा और कृष्णा गौर तो मात्र विधायक है जिन्हें बी टाइप बंगले मिले हुए है।    पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि सरकार बंगलों पर मेरी और न किसी और की बपौती नहीं है, पर विधानसभा ने अपने सदस्यों के लिए नियम कानून बनाए है। इसके आधार पर वह इन बंगलों में रहने के पात्र है। जिसकी यह अंधी, बहरी, लूली, लंगड़ी सरकार अनदेखी कर रही है। साधौ ने कहा कि शिवराज सरकार इस कोरोना काल में भेदभाव पूर्व रवैया अपनाकर एससी और एसटी विधायकों और पूर्व मंत्रियों से बंगला खाली करवाने नोटिस भेज रही है। जिसमें दो एससी विजयलक्ष्मी साधौ और सज्जन वर्मा तथा दो एसटी बाला बच्चन और उमंग सिंघार को नोटिस दिए गए है। पूर्व मंत्री साधौ ने कहा कि आखिर शिवराज सरकार भेदभाव पूर्ण रवैया क्यों अपना रही है। पहली बार के विधायकों को बी टाइप बंगले और जो पाँच बार के विधायक हो, एक बार उच्च सदन का सांसद हो, चार बार का मंत्री हो और पात्र हो उसे बंगले से बाहर निकालने का नोटिस दिया जा रहा है। कोरोना काल में बंगले में घुसकर महिलाओं और बच्चों को बाहर निकालने की कार्यवाही की जा रही है।     कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विजयलक्ष्मी साधौ ने किसानों के कर्जमाफी पर शिवराज सरकार के कृषिमंत्री कमल पटेल के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कृषिमंत्री कहते है कि किसानों के कर्जमाफी का पाप कांग्रेस ने किया है तो हम उसे ढोएंगे थोड़ी। साधौ ने कहा कि कृषि मंत्री के यह उद्गार निकल रहे है, इससे पता चलता है कि यह कैसे सरकार चला रहे है। इन्होंने एन केन प्रकारेण सरकार बना ली लेकिन इनकी स्थितियां खराब है, इन्होनें प्रजातंत्र का गला घोंटकर सरकार बना ली। लेकिन अब कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गई किसान, मजदूर और गरीबों के लिए योजनायें बंद करने में लगी है। साधौ ने कहा कि यह घोषणावीर की सरकार है उप चुनाव हुआ तो यह सरकार नहीं रहेगी।

Kolar News

Kolar News 18 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को घोषणा की है कि राज्य में अब सरकारी नौकरियां सिर्फ प्रदेश के बच्चों की दी जाएगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत करते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि पूर्व की घोषणा की भांति यह भी कहीं घोषणा बनकर ही न रह जाए।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘मैंने अपनी 15 माह की सरकार में प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता से रोजगार मिले, इसके लिये कई प्रावधान किये। मैंने हमारी सरकार बनते ही उद्योग नीति में परिवर्तन कर 70 फीसदी प्रदेश के स्थानीय युवाओं को रोजगार देना अनिवार्य किया। हमने युवा स्वाभिमान योजना लागू कर युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिये कई महत्वपूर्ण निर्णय किये। आपकी 15 साल की सरकार में प्रदेश में बेरोजगारी की क्या स्थिति रही, यह किसी से छिपी नहीं। युवा हाथों में डिग्री लेकर नौकरी के लिये दर-दर भटकते रहे।’   उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है कि -‘क्लर्क व चपरासी की नौकरी तक के लिये हजारों डिग्री धारी लाइनों में लगते रहे। मजदूरों व गरीबों के आंकड़े इसकी वास्तविकता खुद बयां कर रहे हैं। अपनी पिछली 15 वर्ष की सरकार में कितने युवाओं को आपकी सरकार ने रोजगार दिया, यह भी पहले आपको सामने लाना चाहिये।’   कमलनाथ ने अगले ट्वीट में कहा है कि -‘चलिये आप 15 वर्ष बाद आज युवाओं के रोजगार को लेकर नींद से जागे, आज आपने प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता से नौकरी देने के हमारे निर्णय के अनुरूप ही घोषणा की, लेकिन यह पूर्व की तरह ही सिर्फ घोषणा बन कर ही ना रह जाये। प्रदेश के युवाओं के हक के साथ पिछले 15 वर्ष की तरह वर्तमान में भी छलावा न हो, वे ठगे न जाएं, यह आगामी उपचुनावों को देखते हुए मात्र चुनावी घोषणा बनकर ना रह जाये, इस बात का ध्यान रखा जाए, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।’

Kolar News

Kolar News 18 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में अब सरकारी नौकरियां राज्य के लोगों को ही मिलेंगी। इस संबंध में राज्य सरकार ने फैसला ले लिया है और आवश्यक कानून बनाने की तैयारियां भी प्रारंभ कर दी गयी हैं। कानूनी प्रावधान किए जा रहे हैं।   मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है। साथ ही मंगलवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, ‘मेरे प्यारे भांजे-भांजियों! आज से मध्य प्रदेश के संसाधनों पर पहला अधिकार मध्य प्रदेश के बच्चों का होगा। सभी शासकीय नौकरियाँ सिर्फ मध्य प्रदेश के बच्चों के लिए ही आरक्षित रहेंगी। हमारा लक्ष्य प्रदेश की प्रतिभाओं को प्रदेश के उत्थान में सम्मिलित करना है।’   उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा है, ‘मध्य प्रदेश के युवाओं का भविष्य ‘बेरोजगारी भत्ते’ की बैसाखी पर टिका रहे, यह हमारा लक्ष्य न कभी था और न ही है। जो यहां का मूल निवासी है, वही शासकीय नौकरियों में आकर प्रदेश का भविष्य संवारे, यही मेरा सपना है। मेरे बच्चों, खूब पढ़ो और फिर सरकार में शामिल होकर प्रदेश का भविष्य गढ़ो।’

Kolar News

Kolar News 18 August 2020

उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी सोमवार को धूमधाम से निकाली गई। पालकी में विराजित मनमहेश जैसे ही महाकाल मन्दिर परिसर से बाहर आये, कड़ाबीन के धमाकों से लोगों को राजाधिराज के आने की सूचना दी गई। समूचा परिवर्तित सवारी मार्ग ध्वज, वंदनवार एवं गुब्बारों एवं फूलों से सजाया गया था। सवारी के लिये मार्ग में लाल कालीन बिछाया गया। सवारी के आगे नगर के राजा के सम्मान में घुड़सवार दल चल रहा था। इसके पीछे पुलिस बैण्ड "ओम नम: शिवाय" की धुन बजाते हुए निकला।   महाकालेश्वर मन्दिर के सभामण्डप में सोमवार शाम चार बजे भगवान मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन पुजारी घनश्याम शर्मा द्वारा किया गया एवं उन्हें पालकी में विराजित किया गया। सभा मण्डप में  संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा ने सपत्नीक भगवान मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन किया एवं आरती उतारी। सवारी से पहले पुलिस बैण्ड और फिर महाकाल का चांदी का ध्वज निकाला गया। इसके बाद पालकी में सवार होकर भगवान महाकाल की सवारी निकली। सवारी के पीछे पांच मुखौटे एक रथ पर एवं हाथी पर चंद्रमौलेश्वर सवार होकर निकले। सम्पूर्ण सवारी मार्ग में संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी एवं पुजारी चल रहे थे। सवारी में दो नगाड़े भी आकर्षण का केन्द्र बने हुए थे। परिवर्तित मार्ग अनुसार भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंची। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंची।    भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन किया रामघाट पर भगवान महाकाल की पालकी के पहुंचने के पश्चात उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल, लोकसभा सांसद अनिल फिरोजिया और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। पूजन-अर्चन पं. आशीष गुरू द्वारा सम्पन्न करवाया गया। इस दौरान अन्य पुजारी भी मौजूद थे।    परम्परा अनुसार दत्त अखाड़े की तरफ से शिप्रा नदी के दूसरे तट से भी भगवान महाकालेश्वर की आरती की गई। रामघाट से पूजन-अर्चन के पश्चात भगवान महाकालेश्वर की पालकी को होमगार्ड के सशस्त्र्र बल के जवानों द्वारा सलामी दी गई। इस अवसर पर रामघाट पर रंग-बिरंगी छत्रियों में आतिशबाजी आकर्षण का केन्द्र थी। रामघाट पर इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, महापौर मीना जोनवाल, विधायक बहादुरसिंह चौहान, महेश परमार, मुरली मोरवाल, मनोज चावला, जिला पंचायत अध्यक्ष करण कुमारिया, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती, बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, संभागायुक्त आनंद कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, एडीएम बिदिशा मुखर्जी, प्रशासक एसएस रावत एवं अन्य नागरिक मौजूद थे।   इसके पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मन्दिर मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची।

Kolar News

Kolar News 17 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में सभी नगर पालिका के अध्यक्ष सोमवार को सुबह भोपाल पहुंचे और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सीएम हाउस का घेराव किया। हालांकि, पुलिस ने सीएम हाउस से पहले ही उन्हें पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की।   जानकारी के अनुसार प्रदेश के 100 से अधिक नगर पालिका अध्यक्ष सोमवार को सुबह से ही भोपाल में जुटने लगे थे। सभी सीएम हाउस के बाहर ही जमा हो गए। भीड़ बढ़ती देख जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये और सीएम हाउस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। बताया जा रहा है कि इनमें कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा के नगरपालिका अध्यक्ष भी शामिल रहे। सभी ने एकत्रित होकर श्यामला हिल्स स्थित सीएम हाउस का घेराव कर दिया। हालांकि पुलिस ने उन्हें पॉलिटेक्निक चौराहा से आगे नहीं जाने दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर प्रदर्शनकारियों ने पॉलिटेक्निक चौराहे पर जोर-शोर से नारेबाजी करते हुए सरकार पर उनकी उपेक्षा के आरोप लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके कार्यकाल को बढ़ाने के लिए अप्रैल में घोषणा कर दी थी, लेकिन इस पर अमल आज तक नहीं हुआ है। अगर अब भी सरकार ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया, तो वे किसी भी स्तर तक जा सकते हैं।

Kolar News

Kolar News 17 August 2020

भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आए दिन भाजपा और केन्द्र सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। वहीं अब राहुल गांधी ने भाजपा और आएसएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर एक विदेशी अखबार में छपी खबर का हवाला देते हुए भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों संगठन भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को कंट्रोल करते हैं। वे इसके माध्यम से फर्जी खबरें और नफरत फैलाते हैं और इसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए करते हैं। राहुल गांधी के बयान पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी के ट्वीट पर शायराना अंदाज में पलटवार किया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उम्र भर ग़ालिब यही भूल करता रहा धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा। वो अपने चेहरे की धूल साफ करे। वो सिर्फ इल्ज़ाम पर इल्ज़ाम ही लगाते हैं। अपनी गलतियां ठीक करें। इसके अलावा उपचुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र पर उन्होंने कहा कि पिछले घोषणा पत्र की एक बात भी पूरी नही की कांग्रेस ने। हमने मंदिर बनाने का कहा और बनाया, हमने ट्रिपल तलाक़ का कहा तो हटाया। कांग्रेस ने झूट बोले है कर्ज माफ नही किया। मंत्री मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था हमने मप्र को विकाशशील राज्य बनाया।

Kolar News

Kolar News 17 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड परिसर के मोतीलाल नेहरु स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री चौहान ने महिला विशेष सशस्त्र बल, जिला बल, शासकीय रेल पुलिस, विशेष शस्त्रबल हॉक फोर्स, एस.टी.एफ., नगर सेना, जेल विभाग और पुलिस बैंड की टुकड़ियों से सज्जित परेड का निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी मौजूद रहे।   मुख्यमंत्री चौहान एवं सभी उपस्थितों द्वारा भारतमाता की जयघोष के साथ मुख्यमंत्री का संबोधन प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्र को स्वतंत्रता दिलवाने वाले वीर बलिदानियों के चरणों में नमन करते हुए कहा कि देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वालों के सम्मान में भोपाल में निर्मित शौर्य स्मारक में आज भारतमाता की प्रतिमा स्थापित हुई है। यह सभी को राष्ट्र प्रेम, शौर्य और साहस की प्रेरणा देगी। प्रत्येक नागरिक को भोपाल के शौर्य स्मारक में स्थापित इस प्रतिमा के दर्शन करना चाहिए।   मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण किया तथा उनके कथनों को उद्धृत किया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सीमा पर अतिक्रमण करने का दुस्साहस करने वालों को हमारे वीर सैनिकों ने अपने प्राणों की परवाह न कर मुँहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास के इस महत्वपूर्ण अध्याय में मध्यप्रदेश के रीवा जिले के फरेदा गाँव के सैनिक दीपक सिंह ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। उन्हें सादर श्रद्धांजलि।    प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में कोरोना से बचाव मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सही समय पर लिए गए सुविचारित निर्णयों के परिणामस्वरूप भारत ने कोरोना संक्रमण से बचाव की दिशा में प्रभावी कार्य किया। मोदी मैन ऑफ़ आइडियाज हैं। कठिन चुनौती भरे समय को अवसर के रूप में लेते हुए उन्होंने आत्म-निर्भर भारत का जो मंत्र दिया है उस पर प्रदेश तेज गति से चल रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोविड की आपदा से निपटने के लिए सरकार ने समाज के सहयोग से आई.आई.टी.टी. अर्थात् “आईडेंटीफाई, आयसोलेट, टेस्ट एण्ड ट्रीट' की रणनीति बनाकर उस पर अमल किया।    एक हजार नवीन कृषक उत्पादक संघ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश अभियान के अंतर्गत अगले तीन वर्ष में प्रदेश में 1000 नवीन कृषक उत्पादक संगठनों का सृजन कर इन्हें पूँजी अनुदान, क्रेडिट गारंटी और प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश में बड़ी संख्या में खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित की जाएंगी।   नर्मदा जल का पूरा उपयोग नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-दायिनी है। मध्यप्रदेश को आवंटित 18.25 एम.ए.एफ. नर्मदा जल का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए रणनीति पर काम चल रहा है। नर्मदा कछार में 2.85 मिलियन एकड़ फिट अतिरिक्त जल भण्डारण के लिये 13 हजार 544 करोड़ रुपये लागत की 8 नवीन परियोजनाओं की स्वीकृतियाँ प्रदान की गई हैं। राज्य शासन द्वारा साँवेर परियोजना सहित अनेक सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।    महिला एस.एच.जी. को कम ब्याज पर ऋण महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूहों के लिए कम ब्याज पर ऋण दिलाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस वर्ष 1300 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण 4 प्रतिशत की ब्याज दर पर प्रदान किया जाएगा।   आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किए जाने के लिए भौतिक अधोसंरचना विकास, सुशासन, शिक्षा, उद्योग एवं रोजगार विषयों पर वेबिनार आयोजित कर विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त कर ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। इसे नीति आयोग से चर्चा उपरांत इस माह के अंत तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने नागरिकों का आव्हान करते हुए कहा कि वे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये अपने बहुमूल्य सुझाव सरकार के पोर्टल mp.mygov.in पर दे सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि आगामी तीन वर्ष के रोडमैप से समृद्ध, समावेशी और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की कल्पना को साकार करते हुए कोविड-19 आपदा के दौरान प्रदेश के 20 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह सदस्यों द्वारा एक करोड़ 12 लाख से अधिक मास्क, एक लाख 12 हजार से अधिक पी.पीई. किट्स, 96 हजार लीटर सेनिटाइजर तथा 2 लाख से अधिक साबुन बनाकर विक्रय किए गए।    रीवा में 'अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना' गत दिनों प्रधानमंत्री ने रीवा में 750 मेगावॉट की 'अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना' का लोकार्पण किया। यह विश्व की सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाली बड़ी इकाइयों में से एक है। राज्य सरकार ओंकारेश्वर में 3000 करोड़ रुपये की लागत से 600 मेगावॉट का विश्व का सबसे बड़ा 'फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट' तैयार करेगी।   'चंबल प्रोगेस-वे' एवं 'नर्मदा एक्सप्रेस-वे' चंबल क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिये चंबल प्रोग्रेस-वे को फास्ट-ट्रेक मोड में विकसित किया जायेगा। लगभग 6 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 309 किलोमीटर लंबाई का चंबल प्रोग्रेस वे श्योपुर, मुरैना एवं भिण्ड से होते हुए राजस्थान एवं उत्तरप्रदेश की सीमाओं को जोड़ेगा। अमरकंटक से होकर अलीराजपुर के रास्ते गुजरात को जाने वाले लगभग 1300 किलोमीटर लंबाई के नर्मदा एक्सप्रेस-वे से जुड़े चिन्हित क्षेत्रों में नया निवेश लाया जाएगा।   'रेडीमेड गारमेंट' क्षेत्र को बढ़ावा रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र के उद्योगों में बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होता है। प्रदेश में रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र में पूँजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये उद्योग संवर्धन नीति में बदलाव किया गया है। अब यंत्र, संयंत्र एवं भवन में 25 करोड़ से अधिक पूँजी निवेश करने वाली गारमेंट निर्माण इकाइयों को भी मेगा स्तर की औद्योगिक इकाई माना जाएगा।    भोपाल में पुलिस के लिए 50 बिस्तरीय अस्पताल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि हमारे पुलिस के साथियों के इलाज के लिए भोपाल में सर्वसुविधायुक्त 50 बिस्तरीय अस्पताल बनाया जाएगा।   बेटियों की पूजा से ही प्रारंभ होंगे सरकारी आयोजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में बेटियाँ की पूजा से ही सभी सरकारी आयोजन प्रारंभ होंगे। बेटियों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत 78 हजार से अधिक ई-सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत 5 लाख 9 हजार से अधिक हितग्राहियों के बैंक खातों में 84 करोड़ रुपये से अधिक राशि डाली गई है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी संचालित की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 15 August 2020

भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ध्वजारोहण किया और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर विजयगीत ‘विजय विश्व तिरंगा प्यारा’ और राष्ट्र-गान ‘जन-गण-मन’ का गायन हुआ। प्रदेश के नागरिकों, कांग्रेसजनों के नाम संदेश का वाचन किया।   कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद सैनानियों को नमन किया। उन्होंने ने कहा कि आज देश के सामने कई चुनौतियां हैं और सबसे बड़ी चुनौती देश के लोकतंत्र और संविधान की अस्मिता को बचाये रखना है। देश में दल बदल कानून होने के बावजूद ऐसी नई परिस्थितियां पेश हुईं, जिससे जनता द्वारा बहुमत से चुनी सरकारों को अस्थिर करने का काम न केवल मप्र में बल्कि अनेक प्रदेशों में किया गया है। संविधान और लोकतंत्र की भावनाओं के विपरीत मप्र में जो घटनाक्रम हुआ उससे प्रजातंत्र के मूल्यों पर प्रहार हुआ है, प्रजातंत्र की हत्या की गई।   इस अवसर पर कमलनाथ ने अपने सीएम कार्यकाल में किए गए कार्यों का वर्णन करते हुए संदेश में कहा कि 15 महीने की सरकार में हमें 12 महीने काम करने का अवसर मिला। सरकार बनते ही हमने किसानों का 2 लाख रू. तक का फसल ऋण माफ करने का निर्णय लिया, 21 लाख किसानों के ऋण खाते में 7155 करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया तथा 7 लाख से अधिक किसानों के कर्ज भुगतान हेतु 4612 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि प्रयोजन के विद्युत कनेक्शन की दर में 50 प्रतिशत छूट दी गई, इंदिरा गृह ज्योति योजना के अन्तर्गत 100 यूनिट तक मासिक खपत करने पर 100 रूपये प्रतिमाह की दर से विद्युत प्रदाय की गई। वृद्धा, विधवा एवं विकलांगों की पेंशन राशि में दुगनी बढौत्री अर्थात 300 रूपये की जगह 600 रू प्रतिमाह की गई। कन्याओं के विवाह हेतु सहायता राशि बढ़ाकर 51 हजार रूपये की गई। युवाओं के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना प्रारंभ की गई। उन्होंने कहा कि हमने आम नागरिकों के हित में भूमाफिया तथा मिलावट खोरों के लिए सघन अभियान चलाया। हमारा यह प्रयास रहा है कि प्रदेश की जनता के हित में जो संभव हो सके वे निर्णय लिये।   कमलनाथ ने कहा कि महामारी कोरोनाकाल में प्रदेश के आम नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा के लिए जो गंभीर प्रयास किए जाने थे, हमें दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि इसके लिए वर्तमान सरकार द्वारा जरूरी कदम नहीं उठाये गए, जो प्रवासी मजदूर बाहर प्रदेशों से आए है, उन्हें रोजगार देने में वर्तमान सरकार असफल हुई है। कोरोना महामारी के इस दौर में कर्ज माफ न होने के कारण किसान, बिजली के लंबे-चौड़े बिलों के कारण आम नागरिक और हित लाभ न मिलने पर कर्मचारी वर्ग परेशान है। आज प्रदेश की जनता दोहरी मार झेल रही है जिससे उसका सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।  

Kolar News

Kolar News 15 August 2020

भोपाल। स्वंतत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री निवास पर झंडावंदन किया तथा सलामी ली। राष्ट्रगान हुआ तथा भारत माता की जय का उदघोष हुआ। मुख्यमंत्री ने आजादी के पर्व की सभी को शुभकामनाएँ दीं।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी शासकीय सेवकों को शुभकामनाएँ देते हुए उनकी सुरक्षा में पदस्थ पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अपना कार्य अधिक मेहनत, लगन और निष्ठा के साथ किए जाने  के फलस्वरूप उन्हें पुरस्कृत भी किया। राजपत्रित अधिकारियों को प्रशंसा-पत्र, सभी निरीक्षकों को 5750 रुपये उप निरीक्षकों एवं सहायक उप निरीक्षकों को 5500 रुपये तथा प्रधान आरक्षकों एवं आरक्षकों को 5000 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया।     राज्य निर्वाचन आयुक्त ने किया ध्वजारोहण   वहीं, प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिह ने स्वतंत्रता दिवस पर राज्य निर्वाचन आयोग में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर आयोग के सचिव दुर्गविजय सिंह सहित स्टाफ ने राष्ट्रगान का सामूहिक गायन किया।   राजभवन में हुआ ध्वजारोहण   इधर, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर विधि अधिकारी डीपीएस गौर, राज्यपाल के परिसहाय द्वय विजय राणा, अखिल पटेल, नियंत्रक  सुरभि तिवारी, सुरक्षा अधिकारी नीरज ठाकुर सहित राजभवन के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।   अंटोनी डिसा ने रेरा भवन में ध्वजारोहण किया   इसी तरह रेरा अध्यक्ष अंटोनी डिसा ने रेरा भवन परिसर में 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस मौके पर न्यायिक सदस्य दिनेश कुमार नायक, तकनीकी सदस्य अनिरूद्ध डी. कपाले, न्यायनिर्णायक अधिकारी विनोद कुमार दुबे, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी दिलीप कुमार कापसे सहित अन्य स्टाफ ने राष्ट्रगान का सामूहिक गायन किया।

Kolar News

Kolar News 15 August 2020

उज्जैन। इतिहास अपने आप को दोहराता है,यह तो सुना था। लेकिन इतिहास परंपराओं को तोड़ता है, ऐसा पहली बार आगामी सोमवार को होगा। इस बार बाबा महाकाल की शाही सवारी में एक इतिहास बनेगा है और एक मिथक टूट जाएगा। ऐसा होगा ज्योतिरादित्य सिंधिया के उज्जैन आगमन पर।   तत्कालिन सिंधिया रियासत की बात की जाए तो उस समय शैव एवं वैष्णवों के बीच मतांतर के चलते संघर्ष की स्थितियां रहती थी। सिंधिया रियासत शैव धर्म का पालन तो करती थी लेकिन वैष्णवों को भी समभाव से स्थान देती थी। इतिहास को थोड़ा पिछे जाकर खंगालें तो तत्कालिन रियासतदारों ने राजपाठ चलाने के लिए शैव एवं वैष्णवों के बीच समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से हरि-हर मिलन की परंपरा स्थापित की थी। यह दो हिस्सों में होती थी। पहली तो बाबा महाकाल की श्रावण-भादौ मास की सवारी की रामघाट से वापसी में गोपाल मंदिर के बाहर सिंधिया परिवार के सदस्य द्वारा बाबा महाकाल की अगवानी करके आरती,पूजन करने की तो दूसरी वैकुण्ठ चतुर्दशी पर रात्रि में बाबा महाकाल का हरि के राजप्रासाद में आकर मिलने की।   इस बार कोरोना काल में यह परंपरा एक वर्ष के लिए टूट गई। कोरोनाकाल में जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए नए छोटे मार्ग से बाबा की सवारी निकाली जा रही है। इसके चलते पुराने रूट पर गोपाल मंदिर आएगा नहीं, यही कारण है कि सिंधिया परिवार इस बार स्वयं रामघाट जाएगा और वहां पर बाबा महाकाल का पूजन करते हुए परंपरा का निर्वाह करेगा। शैव-वैष्णव के बीच समन्वय की अपनी रियासती दौर की परंपरा का पालन करते हुए ज्यातिरादित्य सिंधिया हरि की ओर से हर के लिए भेंट लेकर भी पहुंचेंगे। इसी के साथ वे यह मिथक तोड़ देंगे कि रियासतकालीन परंपराएं अटूट नहीं रहेगी, बल्कि समय काल के अनुसार इसमें परिवर्तन किया जाएगा।    सूत्रों का कहना है कि यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया थोड़ा सा भी दबाव बनाते तो जिला प्रशासन को शाही सवारी का मार्ग पर्व वर्षो के परंपरागत मार्ग को करना पड़ सकता था। इसमें अत्यधिक मशक्कत करना पड़ती और लोकतंत्र में राजशाही का गलत संदेश जाता। यही कारण है कि ग्वालियर से ही यह पहल हुई कि परिवार के मुखिया याने ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वयं रामघाट पहुंचकर बाबा का पूजन करेंगे। ऐसा करके एक नया इतिहास लिखेंगे। पूर्व मे कभी नहीं हुआ कि रियासतकालीन परिवार के सदस्य रामघाट पहुंचे हो और बाबा महाकाल का पूजन किया हो।

Kolar News

Kolar News 14 August 2020

  भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शीघ्र ही समृद्ध, विकसित और आत्मनिर्भर प्रदेश की पहचान बनायेगा। सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित करते हुए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का लक्ष्य हासिल करेंगे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट की परिस्थितियों में आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया है। इसके अंतर्गत आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण तेजी से किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश की स्वतंत्रता जिन बलिदानियों के कारण मिली है, उनका पुण्य स्मरण करते हुए इस वर्ष छोटे स्वरूप में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने उम्मीद व्यक्त की है कि प्रदेश के नागरिक वर्तमान कोरोना की चुनौती का साहस से सामना करते हुए प्रदेश की प्रगति के लिए सहभागी बनेंगे।  

Kolar News

Kolar News 14 August 2020

भोपाल। मप्र में कांग्रेस की इन दिनों खूब किरकिरी हो रही है। दरअसल, सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों की बगावत के चलते कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद उस दिन मध्यप्रदेश कांग्रेस के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा गया कि इस ट्वीट को संभाल कर रखना, 15 अगस्त 2020 को कमलनाथ जी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे। ये बेहद अल्प विराम है। पार्टी का यह ट्वीट इन दिनों खूब सुर्खियों में है। ट्वीट को लेकर कांग्रेस की खूब किरकिरी हो रही है।   वहीं, अब पूर्व सीएम कमलनाथ स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आज शुक्रवार को मध्यप्रदेश की जनता को संबोधित करेंगे। कांग्रेस ने अपने आफिशियल ट्वीटर अकाउंट से इसकी जानकारी दी है। इसका सीधा प्रसारण शाम 4 बजे कांग्रेस के सभी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर किया जाएगा। दरअसल मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पूर्व सीएम कमलनाथ का एक ट्वीट पोस्ट किया है। जिसमें 14 अगस्त शाम 4 बजे जनसंबोधन लाइव करने की बात कही है साथ ही इसे कांग्रेस के सभी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर प्रसारित करने की बात भी कही गई है। इसे लेकर भाजपा नेता हितेश वाजपेयी ने ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कमलनाथ को घेरते हुए कहा है कि 14 अगस्त को तो पाकिस्तान आजाद हुआ था क्या कमलनाथ प्रदेश की जनता को ये याद दिलाना चाहते है कि तब कांग्रेस ने देश के दो हिस्से करवा दिए थे। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘14 अगस्त को सत्ता के बिछोह में डूबे कंपनी बहादुर साहब अपनी प्रशासनिक खुजली मिटाते हुए मप्र की जनता को पाकिस्तान के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देंगे।

Kolar News

Kolar News 14 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोन हर किसी को अपनी चपेट में ले रहा है। राजनेता भी खुद को इससे बचा नहीं पा रहे हैं। कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा असर भाजपा में देखने को मिल रहा है। यहां रोजाना नेता कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। सीएम शिवराज से लेकर मंत्रिमंडल के मंत्री और संगठन के सदस्य तक इसकी चपेट में आ चुके हैं। वहीं अब भाजपा के एक और नेता कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने अपने करीबी और संपर्क में आए लोगों से तुरंत जांच करवाने और क्वारंटाइन में चले जाने की अपील भी की है।   जीतू जिराती ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘मुझे एक-दो दिन से जुकाम व बुखार था, टेस्ट के बाद मेरी रिपोर्ट कोविड19 पॉजिटिव आई है। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं ,वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें ओर मेरे निकट संपर्क वाले लोग क्वारन्टीन में चले जाएँ।   गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गुरुवार को ही निवाड़ी से भाजपा विधायक अनिल जैन और भाजपा से राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुमेर सिंह सोलंकी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दोनों ही राजनेताओं की तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं थी, जिसके बाद उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सांसद सुमेर सिंह और विधायक अनिल जैन ने फिलहाल खुद को क्वॉरंटीन कर दिया गया है। सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर दोनों नेताओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी। वहीं राजनेताओं में लगातार संक्रमण को देखते हुए भाजपा में हडक़ंप मच गया है।

Kolar News

Kolar News 14 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना में प्रदेश का रिकवरी रेट 74.7 प्रतिशत हो गया है। सभी जिले मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्यता सुनिश्चित करें। यह कोरोना संक्रमण को रोकने में प्रभावी हैं। होम आइसोलेशन के साथ-साथ कोरोना की चैन तोड़ने के लिए जहां-जहां आवश्यक हो वहां संस्थागत क्वारेंटाइन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले त्यौहारों जैसे गणेश उत्सव तथा मोहर्रम आदि में किसी भी तरह का सार्वजनिक आयोजन तथा समागम न हों यह सुनिश्चित किया जाए। इस उद्देश्य से यदि कहीं बड़ी मूर्तियों और ताजिए आदि का निर्माण आरंभ हो रहा है तो उस पर तत्काल पाबंदी लगाई जाए। धार्मिक कार्यक्रम घरों में ही हों, यह सुनिश्चित करें। उक्‍त निर्देश मुख्‍यमंत्री ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिए।   वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने जेलों में फैल रहे संक्रमण को गंभीरता से लेने तथा इसके प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फ्रंट लाइन शासकीय सेवकों में संक्रमण से बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने दिवंगत प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी की मृत्यु के संबंध में भी जानकारी ली।    टेस्टिंग क्षमता में लगातार हो रही है वृद्धि समीक्षा में बताया गया कि प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता में लगातार विस्तार हो रहा है। अब 20 हजार से अधिक टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। अब तक कोरोना से प्रभावित 42 हजार 618 में से 31 हजार 835 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में सक्रिय केस 9 हजार 718 हैं।   राजगढ़ तथा सीधी जिले की समीक्षा मुख्यमंत्री चौहान ने राजगढ़ तथा सीधी जिले की विशेष रूप से जानकारी ली। राजगढ़ में 54 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं। मास्क न पहनने पर जुर्माना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर प्रभावी कार्रवाई लगातार जारी है। राजगढ़ कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि जो परिवार होम आइसोलेशन के प्रावधानों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन में रखा जाए। इसी प्रकार सीधी जिले में प्रकरणों की समीक्षा तथा उपलब्ध क्षमता की जानकारी ली गई।   अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि होम आइसोलेशन तथा संस्थागत क्वारेंटाइन पर विस्तृत दिशा-निर्देश जिलों को जारी किए गए हैं। जबलपुर, मुरैना, खरगोन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, सागर, इंदौर जिलों की समीक्षा भी की गई। कोरोना की समीक्षा में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अन्य अधिकारीगण ने भाग लिया।

Kolar News

Kolar News 13 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के इकलौते कांग्रेस सांसद और पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ का राजधानी भोपाल में लगा एक पोस्टर मीडिया की सुर्खियों में छाया हुआ है। दरअसल, पोस्टर में ‘स्वतंत्रता दिवस’ के अवसर पर सांसद नकुल नाथ ने देशवासियों को ‘गणतंत्र दिवस’ की शुभकामनाएं दी हैं। बताया गया है कि यह पोस्टर नकुल नाथ के समर्थकों द्वारा लगाया गया है, लेकिन कांग्रेस ने इसे फेक बताया है। वहीं, भाजपा ने चुटकी लेते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ को सलाह दी है कि वे अपने सांसद बेटे को दोबारा स्कूल भेंजे, ताकि उन्हें गणतंत्र दिवस और स्वस्तंत्रता दिवस का फर्क बता चल सके।   राजधानी भोपाल के एमपी नगर चौराहे स्थित एक भवन पर छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ का गुरुवार सुबह एक होर्डिंग लगा देखा गया, जिसमें उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की जगह गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। होर्डिंग के लगते ही इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस ने इस होर्डिंग को फेक बताया है। कांग्रेस नेता एवं पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि यह भाजपा की डर्टी पॉलिटिक्स है। भाजपा किस तरह फेक होर्डिंग के माध्यम से जानबूझकर झूठ परोसने में लगी हुई है। पहले जयवर्धन सिंह के इसी तरह नकली पोस्टर लगवाये और अब ....? स्वतंत्रता दिवस पर गणतंत्र दिवस का फेक होर्डिंग? भाजपा के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।’   इधर, भाजपा ने होर्डिंग को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ पर तंज कसा है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि जो नकुल नाथ ठीक से बोल नहीं पाते हैं, उन्हें स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बीच का फर्क क्या पता? स्वतंत्रता की कीमत देश के लाखों लोगों ने अपनी प्राणों की आहुति देकर चुकाई है, कांग्रेस ने तो केवल मलाई खाने का काम किया है। मैं कमल नाथ जी से आग्रह करूंगा कि नकुल नाथ को दोबारा स्कूल भेजें, शायद वे राजनीति में बहुत जल्दी आ गए।’

Kolar News

Kolar News 13 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है और प्रदेश सरकार पर जनता के साथ धोखे का आरोप लगा रही है। इन सब के बीच प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र में विधान परिषद के गठन को जुमला बताया है।   गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने विधान परिषद के गठन का जुमला दिया था। उस पर कमलनाथ सरकार चार कदम भी नहीं चली। जिस तरह बाकी सब झूठ बोला, उसी तरह इस पर भी सिर्फ और सिर्फ झूठ ही बोला। अभी विधान परिषद गठन का कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि 15 महीने की कांग्रेस सरकार का विजन, युवाओं को ढोर-चराने, बैंड बजाने का विजऩ था। 15 महीने में किसी को रोजगार नहीं दिया गया, न बेरोजग़ारी भत्ता दिया। पूरा पैसा छिंदवाड़ा भेज दिया।   वहीं कांग्रेस द्वारा कमलनाथ सरकार गिरने के बाद पार्टी द्वारा 15 अगस्त पर कमलनाथ के ध्वजारोहण वाले ट्वीट पर चुटकी लेते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ झूठ की राजनीति करती है। कह दिया कि पंद्रह अगस्त को झंडा वंदन करेंगे ,कहीं दिखें तो बताना, हम भी देखने जाएंगे।   दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि छपास के लिए दिग्विजय सिंह भगवान राम के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं, राम मंदिर के शिलान्यास से सर्वाधिक पीड़ा या तो बाबर के मन में हुई होगी या तो उसके समर्थकों में, दिग्विजय सिंह और लक्ष्मण सिंह का यह कृत्य निंदनीय है। उन्होंने कहा कि राम के साथ मजाक करना बहुत निंदनीय है, कांग्रेस राम का दुरुपयोग छपास के लिए कर रहे हैं। कांग्रेस को इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि उनके मंत्री-विधायक,नेता ही क्यों टूटते हैं।

Kolar News

Kolar News 13 August 2020

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के सरला नगर में स्थित मैहर सीमेंट कंपनी में डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीई) द्वारा बुधवार को छापामार कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि कंपनी द्वारा कोरोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी का मामला उजागर हुआ है। फिलहाल कार्रवाई जारी है।   बताया जाता है कि मैहर सीमेंट द्वारा जीएसटी चोरी का यह खेल काफी समय से किया जा रहा था, जिस पर जीएसटी विभाग द्वारा लगातार नजर रखी जा रही थी। कंपनी के खिलाफ काफी पुख्ता सबूत जमा हो गये तो डीजीजीई की टीम बुधवार को मैहर सीमेंट कंपनी पहुंची और यहां छापमार कार्रवाई शुरू की, जिसमें करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। कार्रवाई में अब तक 52 लाख रुपये से ज्यादा नकद बरामद किए गए हैं। बताया गया है कि डीजीजीई द्वारा कंपनी के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 28 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। कंपनी से अहम दस्तावेज जब्त किये गये हैं।

Kolar News

Kolar News 12 August 2020

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के बीच राजनेताओं में बयानबाजी भी जोरों से चल रही है। शिवराज सरकार में पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने उपचुनाव से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने रेत खनन को लेकर गोविंद सिंह के उपवास वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार के समय वे उपवास पर क्यों नहीं बैठे। इतना ही नहीं मंत्री कंसाना ने गोविंद सिंह और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं को राजनीति छोडक़र आराम करने की सलाह दी है।   मंत्री एंदल सिंह कंसाना ने मीडिया से बातचीत करते हुए उपचुनाव की तैयारी को लेकर कहा कि चुनावी प्रचार चल रहा है, हम तैयार है, चाहे जब भी चुनाव हो। इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेड पर है, 70 पार वाले क्या राजनीति करेंगे। मेरी सलाह है गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह को अब ये लोग आराम करें। चम्बल के कांग्रेस विधायकों के भाजपा से संपर्क में होने के सवाल पर मंत्री कंषाना ने कहा कि कांग्रेस के विधायक पहले भी संपर्क में थे, आज भी हैं। अगर विधायक संपर्क में नहीं होते तो, हम बीजेपी में कैसे होते। गोविंद सिंह के उपवास वाले बयान पर उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन तो गोविंद सिंह के विधानसभा क्षेत्र में होता था, अब तो टेंडर प्रक्रिया से उत्खनन होता है। जब कांग्रेस की सरकार थी तो गोविंद सिंह उपवास पर बैठते थे।   कांग्रेस ने की मुरैना की उपेक्षा  कैबिनेट मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पहली बार मुरैना क्षेत्र से सभी 6 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। लेकिन जब मंत्री पद देने की बात आई तो किसी को मौका नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुरैना का अपमान किया  यही कारण है कि कांग्रेस से बगावत की है। 

Kolar News

Kolar News 12 August 2020

भोपाल। मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर मचे घमासान पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस किसी तीसरे को अध्यक्ष नहीं बना सकती, जब भी नया अध्यक्ष बनेगा गांधी परिवार से ही बनेगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस में 20 लोग भी नहीं है तो कैसे इंचार्ज बना दिया। कांग्रेस किसी तीसरे को अध्यक्ष बना ही नहीं सकती। दौड़ में एक लडक़ा फस्र्ट आया तो दूसरे ने पूछा सेकंड कौन आया? जवाब मिला, दौड़ा ही अकेला था, तो फस्र्ट तो आना ही था...।   वहीं जन्माष्टमी पर कमलनाथ को अर्जुन बताने वाला पोस्टर वायरल होने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि अर्जुन ने ऐसी हालात नहीं कि थी अपनी सेना की जैसी कमलनाथ के रहते में हो गयी है। कमलनाथ पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि वो तो कभी सुंदरकांड करते हैं, कभी कृष्ण दरबार सजाते हैं। कुछ लोग ऐसे ही होते हैं जो हालात देखकर बाजार लगाते हैं। कांग्रेस द्वारा वेबिनार कि आलोचना किए जाने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है, वेबिनार का आयोजन समृद्ध एमपी के लिए है। 4 समूह बने हैं सभी मंत्री किसी न किसी समूह में शामिल हैं, आत्मनिर्भर भारत और एमपी के लिए जो सुझाव सभी से मिले हैं फोन पर चर्चा कर 25 अगस्त तक ड्राफ्ट सभी समूह पेश करेंगे।   व्यापारियों से की गाईडलान का पालन करने की अपीलइसके साथ ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी व्यापारी भाइयों से पुन: आग्रह है कि वे कोरोना की गाइडलाइन का गम्भीरता से पालन करें और कराएं। ऐसी व्यवस्था रखें कि हमें फिर से सख्ती न करनी पड़े। सभी अपनी दुकानों पर मास्क, सैनेटाइजर और पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। साथ ही आम जनता से भी कोरोना को लेकर मंदिरों में भीड़ से बचने की अपील की है, केंद्र की गाइडलाइंस का पालन हो, मोहर्रम पर तजियाँ भी न निकालें। 

Kolar News

Kolar News 12 August 2020

भोपाल। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत मंगलवार को अर्थव्यवस्था और रोजगार विषय पर आयोजित वेबिनार में केन्द्रीय उड्डन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा है कि शिवराज जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में जो प्रगति हुई है, उससे अन्य राज्य भी प्रेरणा लेते हैं।    आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप निर्माण के लिए वेबिनार श्रृंखला के माध्यम से किए जा रहे मंथन के चौथे दिन मंगलवार को अर्थव्यवस्था एवं रोजगार विषय पर विशेष विशेषज्ञों द्वारा अपने विचार रखे गए। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में जो प्रगति शिवराज जी के नेतृत्व में हुई है, अन्य राज्य उससे प्रेरणा लेते हैं। जिस प्रकार सिंचाई की व्यवस्था मध्यप्रदेश में हुई है और किसान समृद्ध हुए हैं, वह अनुकरणीय है। हमें अपने भाग्य को अपने आप बनाना है। हमारे पास सभी तरह के साधन उपलब्ध होना चाहिए। इसी को आत्मनिर्भरता कहा जाता है। हमें देश के नजरिए से नहीं ग्लोबल लेवल पर कंपीटिटिव बनना है। प्रदेश और देश की कम्पनियां वैश्विक कम्पनियों से प्रतिस्पर्धा कर सकें। इनके उत्पाद ग्लोबल स्टैंडर्ड के हों, तो हम तेजी से आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे।   इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वेबीनार का शुभारंभ करते हुए कहा कि कोरोना काल में हमने देखा कि यदि अर्थव्यवस्था का पहिया रुक जाए, तो चारों ओर हाहाकार मच जाता है। मध्यप्रदेश को भी काफी नुकसान हुआ, लेकिन हमने तय किया कि जनता की भलाई के कार्य नहीं रुकेंगे। हमें सुनिश्चित करना है कि नागरिकों की आजीविका कैसे सुरक्षित रहे। मैं मानता हूं कि जरूरी चीजों के लिए उधार लेकर उसकी पूर्ति की जाये, तो वह उचित है। बेहतर अर्थव्यवस्था और नागरिकों के रोजगार के लिए कुछ नया करना पड़े तो उसे करना चाहिए।    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मनरेगा के मध्यप्रदेश में बेहतर उपयोग किया। हमें पूंजी की उपलब्धता को बढ़ाने पर भी कार्य करना है। मुझे लगता है कि बच्चों को शिक्षा लेने के साथ ही काम करना भी सीखना चाहिए। हमने मध्यप्रदेश वापस आये श्रमिकों की स्किल मैपिंग की और रोजगार-सेतु बनाया। हमारे प्रदेश के हर क्षेत्र की कुछ न कुछ विशेषताएं हैं। महेश्वरी, चंदेरी साडिय़ां विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। मालवा फेस नामक ब्रांड हमने बनाया और संतरे बाहर भेजे, तो उसका बहुत बढिय़ा दाम मिला। ऐसे प्रयासों के लिए विचार होना चाहिए। महिला स्वसहायता समूहों ने प्रदेश को बड़ी ताकत दी। पोषण आहार से लेकर पीपीई किट, सैनिटाइजर बनाने का अद्भुत काम किया। मेरी बहनें चमत्कार कर सकती हैं। इनकों हम सशक्त बनाएं, ये प्रदेश और देश को सशक्त बनाने का काम स्वयं कर देंगी। हम चाहते हैं कि प्रदेश के गाँव स्वावलंबी बनें। गाँव की ज़रूरत गाँव में ही पूरी हो, इसके लिए कदम उठाने होंगे। हमने मध्यप्रदेश में श्रम कानूनों में सुधार किए हैं। अर्थव्यवस्था एवं रोजगार विषय पर आयोजित इस वेबिनार में नीति आयोग के सदस्यों एवं विषय विशेषज्ञों के साथ भाग लिया।  

Kolar News

Kolar News 11 August 2020

इंदौर। मशहूर शायर डॉ. राहत इंदौरी का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें मंगलवार को सुबह अरविंदो अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां शाम को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।   इंदौर एमजीएम मेडिकल कॉलेज की सोमवार देर रात जारी की गई जांच रिपोर्ट में डॉ. राहत इंदौर भी संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें अरविंदो अस्पताल में भर्ती किया गया। इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने ट्वीटर और फेसबुक अकाउंट पर भी दी थी। मंगलवार शाम को अचानक उन्हें दिल के दो दौरे पड़े और उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली। डाक्टरों के अनुसार उनके दोनों फेफड़ों में कोरोना का संक्रमण, किडनी में सूजन थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। अरविंदों अस्पताल के चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि की है।   राहत इंदौर का जन्म एक जनवरी 1950 को इंदौर में हुआ था। उनके पिता रफ्तुल्लाह कुरैशी एक कपड़ा मिल में काम करते थे। शहर के नूतन विद्यालय में प्रारंभिक शिक्षा के बाद उनकी पढ़ाई आयके कॉलेज में हुई। भोपाल के बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय से उर्दू में एमए करने के बाद राहत इंदौरी ने भोज मुक्त विश्वविद्यालय से उर्दू साहित्य में पीएचडी की उपाधि हासिल की। उन्होंने अपनी शायरी से दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने फिल्मों में गीत भी लिखे। अपनी शायरी के लिए राहत इंदौरी का नाम पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इंदौर का नाम पूरी दुनिया में रोशन करने वाला यह शायर कोरोना वायरस संक्रमण से हार गया। 

Kolar News

Kolar News 11 August 2020

भोपाल। ग्वालियर अंचल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मप्र कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह परिहार का मंगलवार तडक़े दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे कोरोना से संक्रमित हो गए थे। उनके निधन की खबर से कांग्रेस और उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है।   कांग्रेस नेता बृजमोहर सिंह परिहार पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। इस दौरान वे कोरोना पॉजिटिव हो गए। उन्हें ईलाज के लिए ग्वालियर के सिम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां ज्यादा तबीयत खराब होने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार सुबह करीब 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। परिहार युवावस्था से ही कांग्रेस के खाँटी नेता रहे। छात्र जीवन से ही वे एनएसयूआई, फिर युवक कांग्रेस और कांग्रेस में अनेक पदों पर रहे। उनकी गिनती दिग्विजय सिंह के करीबियों में होती थी। स्व परिहार की पत्नी रश्मि परिहार भी कांग्रेस की प्रमुख नेता हैं। वे कांग्रेस और महिला कांग्रेस में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं और एक बार कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में उन्हें प्रत्याशी भी बनाया था लेकिन वे मामूली अंतर से चुनाव हार गईं थीं। उनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं।   कमलनाथ ने जताया दुख प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (पूर्व मुख्यमंत्री) कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता बृजमोहन परिहार के दु:खद निधन पर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा बहुत ही दु:खद खबर है कि श्री परिहार का आज निधन हो गया, मैं उनके निधन से बहुत ही स्तब्ध और दु:खी हूं। परमपिता परमेश्वर दिवंगत उनको अपने श्रीचरणों में स्थान दे तथा शोकाकुल परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें, यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है।   प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों ने भी शोक संवेदना व्यक्त कीबृजमोहन परिहार के असमयिक दुखद निधन पर प्रदेश कांगे्रस पदाधिकारीगण चंद्रप्रभाष शेखर, प्रकाश जैन, राजीव सिंह, जीतू पटवारी, नरेन्द्र सलूजा ,भूपेन्द्र गुप्ता ,मो. सलीम, राजकुमार पटेल, अभय दुबे, जे.पी. धनोपिया, रवि सक्सेना, विभा पटेल, दुर्गेश शर्मा सहित सभी पदाधिकारियों ने शोक संवेदना व्यक्त कर ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की, ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे।

Kolar News

Kolar News 11 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिस तरह मध्यप्रदेश ने बीते वर्षों में बिजली, पानी और कृषि के क्षेत्र में विकास के नए रिकार्ड बनाए हैं, उसी तरह अब स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ उपलब्धियां प्राप्त करने के प्रयास होंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने सोमवार को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप निर्माण के लिए वेबिनार श्रृंखला के माध्यम से किए जा रहे मंथन के तीसरे दिन स्वास्थ्य और शिक्षा वेबिनार का शुभारंभ करते हुए कही।    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में भारत की नई शिक्षा नीति के तीन प्रमुख उद्देश्यों ज्ञान-कौशल और संस्कार को प्राप्त करने के सोच से तैयार की गई है। मध्यप्रदेश इसका आदर्श तरीके से क्रियान्वयन करेगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी आयुष्मान भारत योजना में नया सहारा दिया है। यह योजना मार्गदर्शक सिद्ध हो रही है। मध्यप्रदेश में दूरस्थ ग्रामीण अंचलों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि तकनीकि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में 600 करोड़ की लागत से सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क के विकास की योजना है। इसके क्रियान्वयन की गति बढ़ायी जाएगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की प्राप्ति के लिए नीति आयोग के निर्देशन में इस वेबिनार श्रृंखला के माध्यम से रोडमैप तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है। तीन वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा।   केन्द्रीय मंत्री निशंक ने की वेबिनार आयोजन की प्रशंसा केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए वेबिनार का आयोजन प्रशंसनीय है। विचार-विमर्श से महत्वपूर्ण सुझाव मिलते हैं। भारत की नई शिक्षा नीति के लिए करीब सवा दो लाख सुझाव प्राप्त हुए। नई शिक्षा नीति में 10+2 के फार्मेट स्थान पर 5+3+3+4 फार्मेट लागू होगा। स्वतंत्र भारत के बाद हुए सबसे बड़े नवाचार में अनेक शिक्षाविद् और कुलपति आदि ने परामर्श देने का कार्य किया।    निशंक ने भारत की नई शिक्षा नीति की विशेषताओं का विस्तार से उल्लेख किया। निशंक ने बताया कि कक्षा छठवीं से विद्यार्थी व्यावसायिक शिक्षा से जुड़ जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई बच्चा शिक्षा से नहीं छूटेगा। करीब ढाई करोड़ विद्यार्थी के ड्राप आउट को समाप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब पहली से पांचवी कक्षा तक मातृभाषा का उपयोग किया जाएगा। विश्व के अनेक देशों में मातृभाषा को इस तरह का महत्व दिया गया है। भारत में पहली बार आठवीं अनुसूची में शामिल भारतीय भाषाओं को शिक्षा से जोड़ा गया है। केंद्रीय मंत्री निशंक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश स्थित केंद्रीय संस्थानों को सक्षम बनाकर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के टारगेट को पूरा करने में सहयोग दिया जाएगा।   वेबिनार में नीति आयोग के एडिशनल सेक्रेटरी डॉ. राकेश सारवाल ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से शिशु और मातृ मृत्यु दर की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 88 प्रतिशत आधार कार्ड इनरोल है। सारवाल ने बताया कि प्रदेश में नागरिकों की आवश्यकता के अनुरूप डॉक्टरों की संख्या कम है। इसे बढ़ाये जाने की तत्काल आवश्यकता है। नीति आयोग के सारवाल ने माना कि मध्य प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की संख्या निरंतर बढ़ रही है। लेकिन इन सबके बावजूद प्रदेश मे प्रायवेट सेक्टर में मेडिकल कॉलेज शुरू किये जाने को प्रोत्साहित किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने मेडिकल एजुकेशन की गुणवत्ता में और सुधार किये जाने की आवश्यकता बताई। एडिशनल सेक्रेटरी नीति आयोग ने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा सुविधा को बढ़ाने में टेली मेडीसन मुख्य भूमिका हो सकती है। उद्घाटन सत्र के बाद वेबिनार में चार अलग उप समूह में चर्चा प्रारंभ हुई।   शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश सत्र के प्रारंभ में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में गिनी जाती है। आम जनता के मंशानुरूप इन सुविधाओं की गुणवत्ता में व्यापक सुधार हो। इसके लिये वेबिनार सत्र के पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने आपसी विचार विमर्श के बाद लक्ष्य निर्धारित किये है। उन्होंने बताया कि इन दो विषयों पर व्यापक चर्चा के लिये आज देश भर के 83 सब्जेक्ट एक्सपर्ट से भी वेबिनार के माध्यम से सुझाव लिये जा रहें है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि चर्चा के लिये चार उप समूह तैयार किये गये है। पहला समूह स्वास्थ्य, दूसरा समूह हायर एजुकेशन, तीसरा समूह स्कूल एजुकेशन और चौथा समूह कौशल विकास और टेक्नीकल एजुकेशन चर्चा करें। इसके साथ ही इन विषयों पर चर्चा में मंत्री परिषद के 13 सदस्य भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत कर रहे है।    अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि जिन बिन्दुओं पर मुख्य रूप से चर्चा की जा रही है उनमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिये प्रायवेट सेक्टर की भागीदारी, तकनीकी शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाना, तकनीकी शिक्षा की भाषा का माध्यम क्या हो साथ ही प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में और कैसे सुधार हो, जैसे मुद्दो पर आपसी विचार विमर्श किया जाना है। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा में आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की पूर्ति कैसे पूरी हो। इस पर भी महत्वपूर्ण सुझाव लिये जा रहे है।

Kolar News

Kolar News 10 August 2020

भोपाल। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो के साथ छेड़छाड़ के मामले मेें भाजपा ने एफआईआर दर्ज करवाई है। जीतू पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने से कांग्रेस तिलमिला उठी है और एक के बाद एक कांग्रेस नेता इस पर आपत्ति जताते हुए भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। वहीं अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।    पूर्व सीएम कमलनाथ ने जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर पर अपना विरोध जताया है। उन्होंने ट्वीट कर इस मामले में भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि मैं पहले भी इस बात को कह चुका हूँ और आज फिर दोहरा रहा हूँ भाजपा प्रदेश में निरंतर ग़लत परंपराओ को जन्म दे रही है, राजनैतिक बदलेबाजी, दबाव -दुर्भावना की राजनीति व द्वेष भावना से काम कर रही है। भाजपा जनता का विश्वास खो चुकी है इसलिये बौखलाहट में यह सब कर रही है।   कमलनाथ ने कहा कि सरकारें आती जाती रहती है। हमारी भी प्रदेश में सरकार रही है लेकिन हमने कभी इस भावना से काम नहीं किया। हम भी यदि भाजपा की राह पर चलते तो आज कई भाजपाइयों पर इसी तरह से प्रकरण दर्ज हो चुके होते, लेकिन हम इस तरह की राजनैतिक द्वेष भावना में विश्वास नहीं करते है। कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश भर में हमारे नेताओं, जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर काम करने वाले हमारे लोगों को डराया, धमकाया जा रहा है, उन पर झूठे प्रकरण दर्ज किये जा रहे हैं।    कमलनाथ ने प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि मैं भाजपा सरकार को खुली चेतावनी देता हूँ कि वो इस कुत्सित व घृणित राजनीति से बाज आये अन्यथा हमें सडक़ों पर उतरना पड़ेगा। भाजपा सरकार की इस दमनकारी सोच का मुँह तोड़ जवाब देना पड़ेगा। हम अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे, हमने देश की आज़ादी की लड़ाई के लिये अंग्रेजो से संघर्ष किया है तो भाजपा क्या है ? भाजपा सरकार ने यदि इस तरह की द्वेष भावना की राजनीति बंद नहीं की तो हम इसके खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।

Kolar News

Kolar News 10 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंस से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर संभागवार मृत्यु दर, उसके कारणों तथा बचाव की प्रभावी रणनीति पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना पर जीत से कम कुछ नहीं चाहिए। प्रदेश में कोरोना की मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिए शासन, प्रशासन, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ और जनसामान्य को साथ मिलकर काम करना होगा। कोरोना संभावित व्यक्तियों की जल्द पहचान तथा उन्हें तत्काल मेडिकल केयर उपलब्ध कराना ही बचाव एवं उपचार ही सर्वश्रेष्ठ उपाय है। इसके लिए प्रदेश में परीक्षण क्षमता बढ़ाना होगी। उन्होंने प्रदेश में प्रतिदिन 20 हजार टेस्ट की क्षमता विकसित करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने जागरूकता अभियान को विस्तार देने,  घरेलू एकांतवास को प्रोत्साहित करने और प्लाज्मा थैरेपी को बढ़ावा देने की आवश्यकता बतायी। वीडियो कान्फ्रेंस में सभी संभागायुक्त सहित मेडिकल कॉलेज के डीन, चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया।मुख्यमंत्री करेंगे प्लाज्मा डोनेटमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे भी कोरोना पॉजिटिव हो गये थे। उपचार के बाद पूर्ण स्वस्थ हैं। उनकी बॉडी में कोरोना के एंटीवायरस डेवलप हो गये होंगे। प्लाज्मा थेरेपी के लिये वे शीघ्र ही प्लाजमा डोनेट करेंगे।गंभीर मरीज अस्पताल में और सामान्य लक्षण वाले घरेलू एकांतवास में रहेंमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना अब शहरों से कस्बों और कस्बों से गाँवों की ओर फैल रहा है। अत: इससे बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों पर जागरूकता अभियान चलाना होगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह को नगरीय क्षेत्रों में मास्क के उपयोग तथा सामाजिक दूरी पर जागरूकता तथा इनका पालन सुनिश्चित कराने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज से लेकर जिला चिकित्सालयों तक की क्षमता में सुधार करना भी आवश्यक है। एम्बुलेंस सुविधा तथा गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सालय तक पहुंचाने में विलंब न हो, इस तथ्य का विशेष ध्यान रखा जाए। कोरोना मरीजों के उपचार संबंधी प्रोटोकॉल तथा गाइडलाइन पर जिला अस्पतालों का प्रशिक्षण आवश्यक है, जिसमें मेडिकल कॉलेज तथा एम्स जैसी संस्थाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। सीएम ने कहा कि अस्पतालों में गंभीर मरीजों का उपचार ठीक से हो, इसके लिए सामान्य लक्षण वाले मरीजों के घरेलू एकांतवास को प्रोत्साहित करना चाहिए। इसमें रियल टाइम मॉनीटरिंग सुनिश्चित करने के लिए एप तथा अन्य आवश्यक साधनों का उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने और मास्क का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए।संभाग स्तर पर होगी मीडिया ब्रीफिंगमुख्यमंत्री ने कहा कि इस समीक्षा का उद्देश्य चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टॉफ की कमियां निकालना नहीं है। वे हमारे कोरोना वारियर हैं उनका मनोबल तथा उत्साह बनाए रखना आवश्यक हैं। शीघ्र ही कोरोना वारियर्स के सम्मान के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कोरोना की स्थिति पर वास्तविक जानकारी जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से संभाग स्तर पर मीडिया ब्रीफिंग आयोजित करने के निर्देश भी दिए। वीडियो कान्फ्रेंस में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने जानकारी दी कि जनसामान्य में जागरूकता के लिए 15 अगस्त से 'सहयोग से सुरक्षा अभियान' आरंभ किया जाएगा।जनसामान्य को नकारात्मकता से बचाना आवश्यकमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमणकाल में जनसामान्य को नकारात्मकता से बचाने की भी आवश्यकता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोग और विशेषकर संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति अवसाद में न जाए। इसके लिए अस्पतालों में मनोरंजन, इनडोर गेम्स, संगीत, टेलीविजन, ध्यान व योग और प्रेरणादायी उद्बोधन आदि की व्यवस्था की जाए।कॉल सेंटर बने मार्गदर्शन में सहायकवीडियो कान्फ्रेंस में हुई संभागवार समीक्षा में संभागायुक्त तथा संबंधित चिकित्सा महाविद्यालय के डीन ने भाग लिया। इंदौर में जागरूकता तथा सर्वेक्षण की सहायता से प्रारंभिक लक्षणों की पहचान कर तत्काल इलाज आरंभ करने की रणनीति से स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिली है। इसके साथ ही प्रशासन तथा चिकित्सकों द्वारा प्रतिदिन प्रशासनिक समीक्षा और क्लीनिकल तथ्यों के आधार पर स्थिति की समीक्षा की जा रही है। इसी प्रकार भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा, ग्वालियर मेडिकल कॉलेज द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। वीडियो कान्फ्रेंस में एम्स भोपाल के निदेशक ने कोरोना संभावित और संक्रमित व्यक्तियों के मार्गदर्शन के लिए प्रभावी कॉल सेंटर व्यवस्था विकसित करने की आवश्यकता बतायी।कोरोना मरीजों को उपलब्ध हों मनोवैज्ञानिकों की सेवाएंचिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने घरेलू एकांतवास के संबंध में स्पष्ट गाइडलाइन जारी करने की आवश्यकता बतायी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि जहाँ-जहाँ मनोवैज्ञानिक उपलब्ध हैं, वहां उनकी सेवाएं कोरोना मरीजों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाएं। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि आज की चर्चा के निष्कर्षों के आधार पर कोरोना के मरीजों के बचाव एवं उपचार संबंधी बनाई गई विस्तृत एडवाइजरी एवं गाइड लाइन सभी जिलों को जारी की जाएगी। वीडियो कान्फ्रेंस में डॉ. निशांत खरे, डॉ. लोकेन्द्र दवे तथा अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा भी सुझाव रखे गये।कोरोना समीक्षा के मुख्य बिन्दु     डेथ ऑडिट के साथ-साथ ट्रीटमेंट ऑडिट सुनिश्चित होगा।     उपचार और व्यवस्था में सुधार की दृष्टि से गंभीर मरीजों की उपचार प्रक्रिया के अध्ययन के लिए विशेषज्ञ समूह का गठन।     जनसामान्य में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ कोरोना के खतरों की जानकारी देने पर फोकस।     कोरोना के लक्षणों का लगातार विस्तार हो रहा है, तदनुसार उपचार रणनीति विकसित करना।     लक्षणों के परीक्षण के लिए निश्चित चेकलिस्ट विकसित करना तथा समय-समय इसे अद्यतन करना।     संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल की निरंतर समीक्षा।     चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टॉफ को संक्रमण से बचाने के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करना।     कोरोना वार्ड के अनुवीक्षण का दायित्व वरिष्ठ चिकित्सकों को सौंपा जाए।     गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए चिकित्सकों की टीम आधारित एप्रोच क्रियान्वित हो।     कोरोना उपचार के अद्यतन प्रोटोकॉल के अनुसार पैरामेडिकल स्टॉफ का निरंतर प्रशिक्षण सुनिश्चित करना।     स्थानीय स्तर पर उपलब्ध चिकित्सकों तथा अन्य पैरोमेडिकल को कोरोना संक्रमण की पहचान प्रक्रिया से जोड़ना।     संभावित तथा संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर तथा डेडिकेटेड सेंटर में रैफर करने के लिए सरल व सुविधाजनक प्रोटोकॉल  सुनिश्चित करना।     थर्मल गन, पल्स ऑक्सीमीटर तथा अन्य परीक्षण उपकरणों की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित करना।     मेडिकल कॉलेज तथा एम्स को जिला चिकित्सालयों की मेंटरिंग का दायित्व।     60 वर्ष से अधिक उम्र के अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के चिन्हांकन के लिए विशेष व्यवस्था।

Kolar News

Kolar News 10 August 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘पीएम-किसान योजना’ के अंतर्गत देश के 8.5 करोड़ किसानों के खातों में 17,000 करोड़ रुपये सहायता राशि ट्रांसफर की और एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा की भी शुरुआत की। इस योजना को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देश का किसान तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। मोदी जी के सपनों के समर्थ और सशक्त भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना हरसंभव योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि - ‘देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र के नेतृत्व में केंद्र सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। लॉकडाउन में किसानों को लाभान्वित करने, आत्मनिर्भर कृषि बनाने व किसान बन्धुओं की आय दोगुना करने संबंधी अनेक कल्याणकारी निर्णय किये गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम फसल बीमा, किसान सम्मान निधि व राष्ट्रीय कृषि विकास जैसी योजनाओं से अन्नदाता सशक्त हो रहा है। ऐसे अभूतपूर्व प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन।'   मुख्यमंत्री ने अगले ट्वीट में लिखा है कि -'डिजिटल रूप से देशभर की मंडियों में अब अपनी उपज उचित मूल्य पर किसान प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए बेच सकेंगे। देश और मध्यप्रदेश के किसानों की ओर से इस ऐतिहासिक और कल्याणकारी कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन करता हूं।' उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि ‘प्रधानमंत्री मोदी जी के सपनों के समर्थ और सशक्त भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना हरसंभव योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। आत्मनिर्भर कृषि के लक्ष्यों को आत्मसात कर मध्यप्रदेश आगे बढ़ेगा और अपने किसानों को समर्थ बनाकर इस पावन ध्येय को सफल बनाएगा।’   मध्यप्रदेश ने रचा कीर्तिमान, गेहूं उपार्जन में बना नंबर-1   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए बताया कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 129 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीदी कर देशभर में खरीदी का नया रिकार्ड कायम किया है। मध्यप्रदेश सरकार से किसानों को भरपूर सुविधा मिली है, जिससे अन्नदाता की हर दुविधा दूर हुई। कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि कार्य के लिए बिना ब्याज पर लिए फसल ऋण भुगतान की तारीख बढ़ाई, वर्ष 2020-21 में भी किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिल रहा है।   वहीं, कृषि मंत्री कमल पटेल ने ट्वीट के माध्यम से बताया है कि मध्यप्रदेश में खरीफ फसलों की बुआई का कार्य निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 92.5 प्रतिशत पूरा हो चुका है। जिसमें प्रमुख फसलें धान 70.6 प्रतिशत, मक्का 100.9 प्रतिशत, सोयाबीन 100.7 प्रतिशत हैं। इस वर्ष मध्यप्रदेश में खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य 146.31 लाख हेक्टेयर है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 25.32 लाख हेक्टेयर अधिक है। पिछले वर्ष खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य 120.99 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया गया था।

Kolar News

Kolar News 9 August 2020

भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह अपनी बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। लक्ष्मण सिंह आए दिन अपनी पार्टी लाइन से हटकर बयान देते रहते हैं। रविवार को एक बार फिर उन्होंने ट्वीट कर भाजपा के साथ ही अपनी पार्टी के नेताओं पर भी निशाना साधा है।   दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह ने बीजेपी पर और अपनी ही पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से शुद्धिकरण अभियान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजनेताओं के भी शुद्धिकरण को आवश्यक बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि "सूटकेस और लूटकेस" वाले नेताओं को राजनीति से जनता स्वयं हटाएगी। लक्ष्मण सिंह ने अपने ट्वीट में कहा "शुद्धिकरण"राजनेताओं का भी आवश्यक है,"सूटकेस और लूटकेस"वाले राजनेताओं को अब जनता स्वयं घर बैठा देगी। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब लक्ष्मण सिंह ने इस तरह के सवाल उठाए है, इससे पहले भी कई बार वे अपनी ही पार्टी की कार्यप्रणाली और रणनीति को लेकर पार्टी के खिलाफ ही बयान दे चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 9 August 2020

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत शनिवार को देर रात भोपाल पहुंचे। वे यहां दो दिवसीय प्रवास पर आए हैं। भोपाल में वे क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत संवाद करेंगे तथा कोरोना संकट में स्वयंसेवकों द्वारा किये गए सेवा कार्यों की समीक्षा करेंगे। साथ ही भविष्य के सेवा कार्यों की योजना पर भी विस्तृत चर्चा होगी।    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत नागपुर से शनिवार देर रात ट्रेन से भोपाल पहुंचे हैं। यहां वे संघ कार्यालय समिधा में ठहरे हैं। डॉ. भागवत यहां राष्ट्रीय मजदूर संघ के कार्यालय ठेंगड़ी भवन में रविवार को मध्यभारत व मालवा प्रांत के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ होने वाली बैठक में भाग लेंगे।   मध्यभारत प्रांत के प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश सिसोदिया ने बताया कि कोरोना काल में मध्यभारत प्रांत में संघ, सेवा भारती व समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से व्यापक सेवा कार्य किये गए हैं। कोरोना संक्रमण के समय जब अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रक्त की आवश्यकता हुई तो संघ के स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़ कर रक्तदान किया। मध्यभारत प्रांत में मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में 1173 स्वयंसेवकों ने लोगों का जीवन बचाने के लिये रक्तदान किया। इस मुश्किल समय में जब हम सब समाज की सुरक्षा के लिए अपने घरों में थे तब कोरोना वारियर्स अपने प्राणों की चिंता किये बगैर सेवा कार्यों में लगे थे।    उन्होंने बताया कि डॉ. मोहन भागवत रविवार को संघ की महत्पूर्व बैठक में शामिल होकर स्वयंसेवकों द्वारा किये गये सेवा कार्यों की समीक्षा करेंगे। विभिन्न सत्रों में आयोजित इस बैठक में देश के आर्थिक हालातों के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में आगामी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सेवा के नए कार्यों पर सरसंघचालक जी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

Kolar News

Kolar News 9 August 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनके घर में इसके लिए व्यवस्था है तथा जो घर पर ही रहना चाहते हैं, उनके 'होम आइसोलेशन' के दौरान उनके उपचार एवं देखभाल की मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था बनाएं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग गाइड लाइन तैयार कर प्रत्येक जिले को भिजवाए। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कही। वीडियो कान्फ्रेंस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, डीजीपी विवेक जौहरी तथा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि चूंकि अब कस्बों एवं गांवों में भी कोरोना संक्रमण हो रहा है अत: जिलों की ही तरह सब डिविजन स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जाएं, जो वहां की परिस्थितियों के अनुरूप कोरोना नियंत्रण का कार्य करें। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि इस संबंध में जिलों को ‍विस्तृत निर्देश जारी कर दिए हैं।   टेस्ट बढ़ाए जाएं कटनी जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि गत 7 दिनों में वहां पॉजिटिविटी दर 7.36 प्रतिशत आई है। जिले में वर्तमान में 221 पॉजीटिव व 77 एक्टिव मरीज हैं, 139 स्वस्थ होकर घर गए है तथा 5 मृत्यु हैं। जिले में टेस्टिंग कम है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिलें में टेस्टिंग बढ़ाई जाए तथा पूरी सर्तकता के साथ काम किया जाए।   अन्य राज्यों से आने वालों की स्क्रीनिंग अनिवार्य सिंगरौली जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां गत 7 दिन में कोरोना के 91 नए प्रकरण आए हैं। जिला जेल में 27 प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना स्वास्थ्य जाँच के कोई भी व्यक्ति जिले में न आए। जेल में भी क्वारेंटाइन हैल्थ स्क्रीनिंग आदि की समुचित व्यवस्था हो।    क्वारेंटाइन की गाइडलाइन फिर से जारी करें मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए हे कि 'क्वारेंटाइन' एवं 'आइसोलेशन' किए जाने के संबंध में जिलों को गाइडलाइन दोबारा जारी करें। एसीएस हैल्थ ने बताया कि जो मरीज कोविड पॉजीटिव हैं, उनका परिस्थिति अनुसार 'होम आइसोलेशन' किया जा सकता है तथा जो संदिग्ध हैं, उनका 'होम आइसोलेशन' अथवा 'संस्थागत क्वारेंटाइन' किया जा सकता है।   इन 5 जिलों में सर्वाधिक नए मरीज जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और मुरैना में सर्वाधिक क्रमश: 184,138,61,35 तथा 32 कोरोना प्रकरण पाए गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने इन सभी जिलों में विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए।   प्रदेश में 1185 मरीज 'होम आइसोलेशन' में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में बिना लक्षण वाले 1185 कोरोना मरीजों को 'होम आइसोलेशन' में रखा गया है, इनमें से मुख्यरूप से इंदौर में 492, जबलपुर में 326, ग्वालियर में 113, भोपाल में 47 तथा शिवपुरी में 42 मरीजों को 'होम आइसोलेशन' में रखा गया है।   सतना एवं झाबुआ भी विशेष ध्यान दें सतना एवं झाबुआ जिले की समीक्षा में वहां पॉजिटिविटी रेट अधिक पाए जाने पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने दिए। झाबुआ जिले को टेस्टिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए। वहां प्रति व्यक्ति 10 लाख टेस्टिंग 2 से 2.5 हजार है, जो कि काफी कम है।

Kolar News

Kolar News 8 August 2020

भोपाल। राज्य शासन के गृह विभाग द्वारा आगामी स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम, धार्मिक कार्य त्यौहार एवं उपासना स्थलों पर कोविड-19 से बचाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने शनिवार को प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी को इस संबंध में आदेश दिये गये हैं।   जारी आदेश के अनुसार, कोई भी कोई भी धार्मिक कार्य त्यौहार का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाएगा, न ही कोई धार्मिक जुलूस या रैली निकाली जाएगी, साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार की मूर्ति झांकी एवं ताजिए स्थापित नहीं किया जाएंगे। लोग अपने-अपने घरों में पूजा-उपासना करेंगे।   आदेश में कहा गया है कि धार्मिक उपासना स्थलों पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक है कि एक समय में 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठे न हों, साथ ही उपासना स्थलों पर फेस कवर एवं सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करें। आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर प्रशासन द्वारा प्रसारित निर्देशों के अनुरूप आयोजित किए जाएं, निजी तौर पर आयोजित किए जाने वाले समारोह में 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठे न हों, साथ ही फेस कवर एवं सामाजिक दूरी के मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।   आदेश में कहा गया है कि माह अगस्त 2020 में जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम के त्योहारों को देखते हुए सभी जिलों में डिस्ट्रिक्ट क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक आगामी तीन दिवस में निर्देशों से सर्वसंबंधित एवं धार्मिक संप्रदाय से जुड़े लोगों को अवगत कराया जाएगा। निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए।

Kolar News

Kolar News 8 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिका और बाल शिक्षा केंद्र की महिलाओं को ड्रेस कोड को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिका और बाल शिक्षा केंद्र की महिलाओं को ड्रेस कोड साड़ी खरीदने के लिए सरकार खातों में पैसा जमा करेगी। इसके लिए महिला एवं बाल विकास संचालक विभाग ने पहले से ही बजट में 16 करोड़ 2 लाख रुपये आवंटित किए हैं।   राज्य के प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका और बाल शिक्षा केंद्र की महिलाओं के खाते में साड़ी खरीदने के लिए सरकार द्वारा 800 रुपये भेजे जाएंगे। नियम के मुताबिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को क्रीम बॉर्डर वाली लाल रंग की साड़ी, जबकि सहायिकाओं को क्रीम बॉर्डर वाली हरे रंग की साड़ी खरीदनी होगी। इससे पहले आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं की साड़ी का रंग गुलाबी होता था, जिसे इस बार बदला जा रहा है। पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार के दौरान साड़ी का रंग तय नहीं होने के कारण पूरा मामला अटक गया था। हालांकि बाद में कमलनाथ सरकार ने साड़ी खरीदने के लिए सूरत की एक कंपनी को थोक में खरीदने का प्रस्ताव दिया था, जिसे शिवराज सरकार ने खारिज कर दिया है।

Kolar News

Kolar News 8 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के प्रसिद्ध बासमती चावल को भौगोलिक संकेत टैग (जीआई टैगिंग) दिलाने के प्रयासों के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की निंदा की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि उनका यह कदम राजनीति से प्रेरित है। इस संबंध में उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मीडिया को जारी अपने बयान में कहा है कि 'मैं पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जीआई टैगिंग देने के मामले में प्रधानमंत्री जी को लिखे पत्र की निंदा करता हूँ और इसे राजनीति से प्रेरित मानता हूँ। मैं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से यह पूछना चाहता हूँ कि आखिर उनकी मध्यप्रदेश के किसान बन्धुओं से क्या दुश्मनी है? यह मध्यप्रदेश या पंजाब का मामला नहीं, पूरे देश के किसान और उनकी आजीविका का विषय है।   मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संदर्भ में पत्र लिखा है। उन्होंने मध्यप्रदेश के बासमती चावल के एतिहासिक संदर्भ का उल्लेख करते हुए प्रदेश के किसानों एवं बासमती चावल आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश के बासमती चावल को जी.आई. दर्जा प्रदान करने का अनुरोध किया है।   मध्यप्रदेश के निर्यात होने वाले प्रसिद्ध बासमती चावल को जीआई टैग दिलाने के राज्य के प्रयासों के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे इस संबंध में हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में दावा किया गया है कि ऐसा हो जाने पर पंजाब और अन्य राज्यों के हित प्रभावित होंगे, जिनके बासमती चावल को पहले से ही 'जीआई टैग' हासिल है। पत्र में यह भी कहा गया है कि ऐसा होने पर पाकिस्तान को भी लाभ मिल सकता है।   मुख्यमंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपेडा) के मामले का मध्यप्रदेश के दावों से कोई संबंध नहीं है। क्योंकि यह भारत के जीआई एक्ट के तहत आता है और इसका बासमती चावल के अंतर्देशीय दावों से कोई जुड़ाव नहीं है। पंजाब और हरियाणा के बासमती निर्यातक मध्यप्रदेश से बासमती चावल खरीद रहे हैं। केंद्र सरकार के निर्यात के आकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं। केंद्र सरकार वर्ष 1999 से मध्यप्रदेश को बासमती चावल के 'ब्रीडर बीज' की आपूर्ति कर रही है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन 'सिंधिया स्टेट' के रिकॉर्ड में अंकित है कि वर्ष 1944 में प्रदेश के किसानों को बीज की आपूर्ति की गई थी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ राइस रिसर्च, हैदराबाद ने अपनी 'उत्पादन उन्मुख सर्वेक्षण रिपोर्ट' में दर्ज किया है कि मध्यप्रदेश में पिछले 25 वर्ष से बासमती चावल का उत्पादन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश को मिलने वाले जीआई टैगिंग से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारत के बासमती चावल की कीमतों को स्थिरता मिलेगी और देश के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया है कि मध्यप्रदेश के 13 जिलों में वर्ष 1908 से बासमती चावल का उत्पादन हो रहा है और इसका लिखित इतिहास भी है। मध्यप्रदेश का बासमती चावल अत्यंत स्वादिष्ट माना जाता है और अपने जायके और खुशबू के लिए यह देश विदेश में प्रसिद्ध है।   मुख्यमंत्र् ने बताया कि मध्यप्रदेश में बासमती की खेती परम्परागत रूप से होने के संबंध में आईआईआरआर हैदराबाद एवं अन्य विशेषज्ञ संस्थानों द्वारा प्रतिवेदित किया गया है। इस प्रतिवेदन की प्रति केन्द्रीय कृषि मंत्री को इस संदर्भ में पृथक से भेजी गयी है। प्रदेश में उत्पादित बासमती चावल को जीआई सुविधा देने के लिये दिये गये अभ्यावेदन के परीक्षण के लिये उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है और प्रकरण अभी समिति के समक्ष निराकरण हेतु लंबित है।

Kolar News

Kolar News 6 August 2020

भोपाल। दिग्गज भाजपा नेत्री और पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज की आज गुरुवार को प्रथम पुण्यतिथि है। आज से ठीक एक साल पहले 6 अगस्त 2019 को उनका देहांत हो गया था। राजनीति में सुषमा स्वराज एक ऐसा नाम था, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। हाजिर जवाब, अपनी रणनीति और लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़ी रहने वालीं सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि के मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। उनके उन साहसी कार्यों को याद कर रहा है, जो उन्होंने विदेश मंत्री के तौर पर लोगों की मदद करके किए। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सुषमा स्वराज को पुण्यतिथि पर याद कर भावुक हो गए।   अपने मृदुभाषी स्वभाव के लिए प्रसिद्ध सुषमा स्वराज को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी बहन की तरह सम्मान देते थे। विदिशा संसदीय सीट से दो बार सांसद रही सुषमा स्वराज का मध्यप्रदेश से खास रिश्ता भी रहा। ऐसे में सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए सीएम शिवराज भावुक हो गए। उन्होंने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा ‘आज बहन सुषमा स्वराज जी की पुण्यतिथि है। हमें छोडक़र गये उन्हें एक साल बीत गया हैं, लेकिन लगता है कि जैसे कल की ही बात है। ऐसा लग रहा है कि वे अचानक मेरे सामने आयेंगी और मुझे स्नेह से डांटेंगी कि इतना काम मत करो। तबीयत खराब हो जायेगी, जैसा वे मुझे डांटते हुए अक्सर कहा करती थीं।   एक अन्य ट्वीट कर विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज के अभूतपूर्व कार्यों को याद करते हुए सीएम शिवराज ने कहा ‘विदेश मंत्री रहते हुए दीदी ने यमन में फंसे भारतीयों के साथ विदेशी नागरिकों को भी उनके घर पहुंचाने का मानवीय कार्य किया। किसी ने ट्विटर पर भी मदद मांगी तो, दीदी ने उन्हें निराश नहीं होने दिया। आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड उनके ऐसे ही अनूठे कार्यों का सम्मान है।   उन्होंने कहा कि सात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थीं, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं। मैं, विदिशा, मध्यप्रदेश और यह देश उन्हें अनंत काल तक न भुला सकेगा। सादर नमन, श्रद्धांजलि!

Kolar News

Kolar News 6 August 2020

भोपाल। शिवपुरी जिले के पिछोर तहसील मुख्यालय स्थित बस स्टैंड पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा ख्ंाडित होनेे के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। बसपा नेताओं ने गुरुवार सुबह ही इस नाराजगी जताते हुए कलेक्टर के नाम स्थानीय तहसील कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा। वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मामले की निंदा कर जिला प्रशासन को कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं। वहीं अब इस मामले में कांग्रेस भी कूद गई है। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने घटनाक्रम को शर्मनाक बताते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।   कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना पर कड़ी निंदा जताई है, साथ ही भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शिवपुरी के पिछोर नगर में बाबा साहेब डॉ.भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा खंडित किये जाने की जानकारी मिली है। जब से प्रदेश में शिवराज सरकार आयी है, प्रदेश में अनुसूचित जनजाति व अनुसूचित जाति वर्ग के उत्पीडऩ की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।   कमलनाथ ने एक अन्य ट्वीट कर घटना को निंदनीय बताते हुए कहा पिछोर नगर की यह घटना बेहद निंदनीय है। ऐसा कृत्य कर क्षेत्र का माहौल खऱाब करने का प्रयास किया जा रहा है। मैं सरकार से माँग करता हूँ कि तत्काल इसके दोषियों को चिन्हित कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। बाबा साहेब की प्रतिमा को वापस पुराने स्वरुप में ससम्मान स्थापित किया जाए व प्रतिमा की सुरक्षा के सभी इंतज़ाम किये जाये।

Kolar News

Kolar News 6 August 2020

अयोध्या। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां अभिजीत मुहूर्त में भूमिपूजन किया। यह मुहूर्त कुल 32 सेकंड का रहा। षोडश वरदानुसार 15 वरद में ग्रह स्थितियों का संचरण शुभ और अनुकूलता प्रदान करने वाला है।प्रधानमंत्री ने आयोजन स्थल पर पहुंचने पर सभी विशिष्ट आमंत्रित अतिथियों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन किया गया। भूमिपूजन स्थल पर प्रधानमंत्री और सभी आचार्यों के आसन के बीच दूरी का खास ध्यान रखा गया।    मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री पूर्व की दिशा में मुख कर पूजन में शामिल हुए। उन्होंने विधिवत पूजन प्रक्रिया का पालन किया। यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को संकल्प दिलाया गया। भगवान श्री गणेश की स्तुति के साथ प्रधानमंत्री ने आचमन किया। इस दौरान सभी देवताओं का ध्यान किया गया। पांच सौ वर्षों बाद इस शुभ घड़ी के लिए धन्यवाद किया गया।जिस स्थल पर रामलला विराजमान थे उसी स्थल पर शिलाओं का पूजन किया गया। भूमिपूजन स्थल पर राम मन्दिर आन्दोलन से जुड़े भक्तों की ओर से भेजी गई नौ शिलाएं रखी हुई थीं। प्रधानमंत्री ने पहले प्रधान शिलापूजन संकल्प होने के बाद अष्ट उपशिला का पूजन किया। प्रभु श्रीराम की कुलदेवी के पूजन के साथ ही सभी देवियों का पूजन किया गया। प्रधामनंत्री ने मुख्य कूर्म शिला का पूजन किया। इसके बाद कूर्म शिला पर पंचधातु जड़ित कमलपुष्प अर्पण किया।भूमिपूजन के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी अपनी ओर से भेंट समर्पित ​की। इस दौरान श्री राम जन्म्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मौजूद रहे।     अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां रामलला प्रांगण में भगवान रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन किया। वह रामलला प्रांगण में भगवान श्रीराम और हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहे।प्रधानमंत्री ने रामलला को साष्टांग प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने भगवान को माला अर्पण की और उनकी आरती की। इस दौरान आचार्य मंत्रोच्चार करते रहे। दर्शन के बाद प्रधानमंत्री ने रामलला की प्रक्रिमा की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने पारिजात का पौधा भी लगाया।    रामलला के पूजन के लिए प्रधानमंत्री को पूजा की थाल दी गई। कोरोना के मद्देनजर पूजन को लेकर कई प्रकार की सुरक्षा व सतर्कता बरती गई। भूमि पूजन के दिन रामलला को नवरत्न जड़ित वस्त्र पहनाये गए हैं। इसमें उनकी सुन्दरता देखते ही बन रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन और आरती की और उनकी आज्ञा की।

Kolar News

Kolar News 5 August 2020

भोपाल।  भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी जाएगी। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती भी राम मंदिर भूमिपूजन में शामिल होंगी। इसके लिए उन्हें रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थली पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। यह जानकारी उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।   वरिष्ठ भाजपा नेत्री उमा भारती ने बुधवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा से बँधी हूँ। मुझे रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थली पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। इसलिये मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहूँगी।’   बता दें कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्होंने मंगलवार को कहा था कि वे राममंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। वे प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, इसलिए इस दौरान सरजू के तट पर निवास करेंगी और शिलान्यास के बाद वे रामलला के दर्शन करेंगी। अब उन्होंने शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही है।

Kolar News

Kolar News 5 August 2020

भोपाल। अयोध्या में आज बुधवार को बहुप्रतिक्षित राम मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे, इसके लिए वो अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। पूरा देश इस खास दिन को उत्सव की तरह मना रहा है। देश भर में इस शुभ घड़ी पर लोग अपने घरों में विभिन्न आयोजन कर रहे हैं। भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी अपने घरों से ही पूजा पाठ कर मना रहे हैं। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व सीएम दिग्विजय अब भी राम मंदिर मुहूर्त का राग अलाप रहे हैं। बुधवार को एक बार फिर उन्होंने ट्वीट कर मुहूर्त को अशुभ बताते हुए भगवान क्षमा प्रार्थना की है।   दिग्विजय सिंह भूमिपूजन के मुहूर्त को अशुभ बता रहे हैं। बीते पांच दिनों में दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे को लेकर कई ट्वीट किए। बुधवार को भी भूमि पूजन से पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि - आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का "शिलान्यास" वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम। गौरतलब है कि इससे पहले भी दिग्विजय सिंह मुहूर्त को अशुभ बताते हुए पीएम मोदी पर अपनी सुविधा अनुसार शिलान्यास करने का आरोप लगा चुके है। इतना ही नही दिग्विजय सिंह ने यह तक कह दिया कि अशुभ मुहूर्त के कारण राम मंदिर के पुजारी समेत गृहमंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेता बीमार हो रहे हैं और कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। 

Kolar News

Kolar News 5 August 2020

भोपाल। देशभर में राम मंदिर शिलान्यास की तारीख सामने आने के बाद खुशी का माहौल है। एक दिन बाद शिलान्यास का शुभ मुहूर्त है, इस खुशी के मौके पर पूरी अयोध्या को भगवा रंग में रंग दिया गया है। वहीं राम मंदिर शिलान्यास पर मप्र में राजनीति भी जमकर हो रही है। कांग्रेस में भी अब खुद को राम भक्त साबति करने की होड़ मच गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ पहले ही वीडियो जारी कर राम में खुद की आस्था जाहिर कर चुके हैं। लेकिन अब उनका नया रुप सामने आया है। कमलनाथ भी अब पूरी तरह से भगवा रंग में रंग चुके हैं।   मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ भगवा रंग में रंग चुके हैं। उन्होंने अपना ट्विटर हैंडल भगवा रंग में रंग चुका है। ट्विटर के कवर पिक्चर और पोफाइल पिक में पूर्व सीएम भगवा वस्त्र धारण किए नजर आ रहे हैं। ट्विटर प्रोफाइल पिक में पूर्व सीएम हनुमान जी की तस्वीर के साथ भगवा वस्त्र पहने नजर आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि श्री राम के हनुमान कल्याण करो। कमलनाथ अपने निवास में आज हनुमान चालीसा का पाठ करवा रहे हैं। वहीं भाजपा युवा मोर्चा ने घर-घर भगवा फहराने के साथ राम मंदिरों में दीप जलाकर आतिशबाजी करने का ऐलान किया है। कांग्रेसी भी इस खुशी में शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News 4 August 2020

भोपाल, 04 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों उपचुनाव की बजाय राम नाम गूंज रहा है। पांच अगस्त को राम मंदिर शिलान्यास से पहले अब कांग्रेस भी खुद को राम भक्त साबित करने मेें जुट गई है। इसके लिए पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ राम मंदिर में आस्था जता चुके हैं और आज मंगलवार को हनुमान पाठ का आयोजन किया है। वहीं दूसरी तरफ पिछले कई दिनों से पूर्व सीएम और कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मंदिर शिलान्यास के मुहूर्त को लेकर सवाल उठा रहे हैं। जिस पर खूब राजनीति हो रही है।   दिग्विजय सिंह लगातार ट्वीट कर राम मंदिर शिलान्यास के मुहूर्त पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने तो यहां तक का दिया कि अशुभ मुहूर्त के कारण राम मंदिर के पुजारी और देश के गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेता बीमार हो रहे हैं और कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। दिग्विजय सिंह लगातार ट्वीट कर निशाना साध रहे हैं। वहीं अब इस ट्वीट वार में प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी एंट्री कर ली है। उन्होंने ट्वीट कर दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहा है कि ज्योतिषाचार्य दिग्विजय सिंह यह भी बता दे कि अगले मुहूर्त में कौन सा कांग्रेस नेता पार्टी छोडऩे वाला है। मंत्री मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा ‘करोड़ों राम भक्तों की आस्था से खेलने के बजाय ज्योतिषाचार्य दिग्विजय सिंह जी को कुछ और शुभ मुहूर्त निकालने के सुझाव... -अगला कौन नेता हताश होकर कांग्रेस छोड़ेगा ?- पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा ?- वो खुद किस मुहूर्त में पार्टी छोड़ेंगे ?

Kolar News

Kolar News 4 August 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती पांच अगस्त को अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। इसके लिए उन्होंने राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी और प्रधानमंत्री कार्यालय को सूचना भेज दी है। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर चिंतित हैं। यह जानकारी उन्होंने ट्वीट के माध्यम से मीडिया को दी है।   बता दें कि उमा भारती ने 90 के दशक में अयोध्या आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। इसीलिए उन्हें राम जन्म भूमि न्यास द्वारा भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया था। उमा भारती ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा है कि वे पांच अगस्त को अयोध्या में रहते हुए भी शिलान्यास कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगी। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि -‘ कल जब से मैंने गृह मंत्री अमित शाह जी और यूपी भाजपा के नेताओं के बारे में कोरोना पॉजिटिव होने का सुना, तभी से मैं अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों के लिए, खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के लिये चिंतित हूं। इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है कि शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में शरयू के किनारे पर रहूंगी।’   उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है कि -‘मैं भोपाल से आज रवाना होऊंगी। कल शाम अयोध्या पहुंचने तक मेरी किसी संक्रमित व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है, ऐसी स्थिति में जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और सैकड़ों लोग उपस्थित हो, मैं उस स्थान से दूरी रखूंगी तथा नरेन्द्र मोदी और सभी समूह के चले जाने के बाद ही मैं रामलला के दर्शन करने पहुंचूंगी। यह सूचना मैंने अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी और पीएमओ को भेज दी है कि माननीय नरेन्द्र मोदी जी के शिलान्यास कार्यक्रम के समय उपस्थित समूह के सूची में से मेरा नाम अलग कर दें।’

Kolar News

Kolar News 3 August 2020

भोपाल। अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर पांच अगस्त को भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए आधारशिला रखी जाएगी, लेकिन मध्यप्रदेश के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा भूमिपूजन के शुभ मुहूर्त पर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस और उसके नेताओं पर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि कांग्रेस के ही कुछ अतिउत्साही नेताओं ने नारा दिया था, 'मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे!' वह शुभ घड़ी आई तो उनके पेट में दर्द होने लगा है। श्रीराम के अस्तित्व को ही नकारने वाले कांग्रेस नेता राम मंदिर के निर्माण के शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करने में लगे हैं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘कांग्रेस के ही कुछ अतिउत्साही नेताओं ने नारा दिया था, 'मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे!' अब वह शुभ घड़ी आई तो उनके पेट में दर्द होने लगा है। सीएम शिवराज ने ट्वीटर पर एक फोटो भी पोस्ट किया है, जिसमें भगवान श्रीराम साधु-संतों द्वारा यज्ञ के दौरान विघ्न डालते राक्षसों का वध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि -‘पौराणिक काल में जब ऋषि-मुनि यज्ञ करते थे, तो असुर और राक्षस आकर उसमें विघ्न डालते थे, कांग्रेस के नेता यही चरितार्थ कर रहे हैं। इस निकृष्ट सोच और सनातन धर्म की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ का नतीजा है कि आज सम्पूर्ण कांग्रेस अपने पतन की ओर अग्रसर है।’   सीएम शिवराज ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि - ‘कांग्रेस के लिए राम, राजनीति के विषय होंगे लेकिन हमारे लिए राम, भक्ति और आस्था के विषय हैं। कपिल सिब्बल जी ने रामलला के विरुद्ध खड़े होकर सनातन आस्था का अपमान किया। कमलनाथ जी भगवान राम को राजनीतिक स्टंट बताते हैं। एक मिस्टर बंटाधार हैं, जिन्हें राम नाम में सिर्फ राजनीति दिखाई देती है। राहुल बाबा तो यह तक कह चुके हैं कि लोग मंदिर लड़कियों को छेडऩे जाते हैं।’   उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि - ‘देश की जनता बहुत अच्छे से जानती है कि कांग्रेस वही पार्टी है जिसने कभी प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाये! सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि भगवान राम कभी पैदा ही नहीं हुए, यह एक कोरी कल्पना है। मणिशंकर अय्यर जी ने भगवान श्रीराम के जन्मस्थान पर सवाल खड़े किए! कांग्रेस के नेता, जिन्होंने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया, आज राम मंदिर के निर्माण के शुभ-अशुभ समय के निर्धारण करने में लगे हैं। अरे कांग्रेसियों, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है!’   बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह लगातार तीन दिनों से राम मंदिर शिलान्यास के मुहूर्त पर सवाल उठा रहे हैं। सोमवार को भी उन्होंने ट्वीट कर सिलसिलेवार ट्वीट कर भूमिपूजन के मुहूर्त पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा है कि-‘अशुभ मुहूर्त के कारण राम मंदिर के मुख्य पुजारी से लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह तक कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्होंने इसे उन्होंने ‘सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का नतीजा बताया, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से 5 अगस्त के मुहूर्त को टालने की मांग की है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के जवाब ट्वीट के माध्यम से दिया है, जिसमें उन्होंने पूरी कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं को निशाने पर लिया है।

Kolar News

Kolar News 3 August 2020

भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह द्वारा राम मंदिर निर्माण के मुहूर्त को लेकर दिए गयान के बाद बवाल मच गया है। भाजपा की ओर से दिग्विजय के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। वहीं मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने दिग्विजय पर तंज कसते हुए कहा है कि कमलनाथ जी सुंदरकांड करवा रहे हैं, दिग्विजय सिंह जी लंका कांड में बिजी हैं। इतिहास गवाह है, जब जब कोई धार्मिक काम या हवन होते थे, तो आसुरी शक्ति विघ्न बाधा डालती हैं, कमोबेश यह उसी तरह की राजनीति है। जिस तरह से यह कर रहे हैं भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।   सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए गृहमंत्री नरोत्त मिश्रा ने दिग्विजय के बयान पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए जमकर बरसें। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को फ्री कंसल्टेंसी खोल लेनी चाहिए। वे सबको सुबह से शाम तक सलाह ही देते रहते हैं। अब राहुल गांधी पता नहीं कौन सी यात्रा निकलें, कहीं उत्तराखंड की यात्रा पर न चले जाएं। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि एक ओर कमलनाथ  जी सुंदरकांड करा रहे हैं तो दूसरी ओर दिग्विजय सिंह जी लंकाकांड में व्यस्त हैं। इतिहास गवाह है कि जब-जब कोई धार्मिक कार्य होता है तो आसुरी शक्तियां विध्न बाधाएं डालतीं हैं। कमोवेश ये उसी तरह की राजनीति है, भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि ज्योतिषाचार्य दिग्विजय सिंह राममंदिर के भूमिपूजन के मुहूर्त की चिंता करने के बजाय अपने शास्त्रीय ज्ञान का उपयोग कांग्रेस की दुर्दशा सुधारने के लिए आवश्यक अनुष्ठान का मुहूर्त निकालने में करें। इससे उनका भी भला होगा और कांग्रेस का भी।

Kolar News

Kolar News 3 August 2020

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने दो लाख रुपये की फिरौती की मांग की और नहीं देने पर पर जान से मारने की धमकी दी। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम सैलजा भाई बताया है। मामले को लेकर विधायक ने नयागांव थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ी दी गई है।जानकारी के अनुसार, कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के कम्प्यूटर ऑपरेटर विजय शुक्ला के मोबाइल पर शुक्रवार को देर शाम को किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया पर आया। फोन करने वाले शख्स ने दो लाख रुपये की मांग की और  पैसे नहीं मिलने पर जान से मारने की धमकी दी। बताया जा रहा है कि शख्स ने अज्ञात नंबर से फोन किया था और खुद का नाम सैलजा भाई बताया। जानकारी मिलने के बाद विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के निजी सचिव ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं, विधायक की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। विधायक के निवास पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

Kolar News

Kolar News 1 August 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत जारी है। प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह लगातार राम मंदिर निर्माण को लेकर निशाना साध रहे हैं। 5 अगस्त को पीएम मोदी अयोध्या में मंदिर का शिलान्यास करने वाले हैं। जिस को लेकर एक बार फिर दिग्विजय ने ट्वीट कर मंदिर निर्माण की शिलान्यास तारीख पर सवाल उठाए है। उनके ट्वीट कर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।   मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को मीडिया से बाचतीत करते हुए दिग्विजय के बयान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जब बोलते हैं उल्टा ही बोलते हैं, लेकिन कांग्रेस ने कम से कम राम का नाम तो लिया, कांग्रेस के कारण राम मंदिर निर्माण लेट हुआ है। मंत्री मिश्रा ने दिग्विजय की चुटकी लेते हुुए कहा आदणीय दिग्विजय जी के लिए तो बस इतना ही कहूंगा कि कबीरदास की उल्टी वाणी, बरसे कंबल भींजे पानी। उन्हें तो अच्छाई में भी बुराई नजर आती है लेकिन उन्होंने आलोचना में ही सही कम से कम भगवान राम का नाम तो लिया। वहीं कोरोना के चलते बढ़ रही बेरोजग़ारी को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को रोजग़ार देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। हजारों को रोजगार मिला, स्किल्स के हिसाब से काम मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 13 लाख 10 हजार से ज्यादा लोगों को काम मिला है।   कमलनाथ पर साधा निशाना इस दौरान कमलनाथ द्वारा सीएम शिवराज से पेट्रोल डीजल के दामों में कमी की मांग किए जाने पर मंत्री मिश्रा ने कमलनाथ को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी को तो कहने का अधिकार ही नहीं है। शीशे के घरों में रहने वाले यदि दूसरों पर पर पत्थर फेंकेंगे तो कैसे काम चलेगा। पहले ये तो देख लें कि विधानसभा चुनाव के वचन पत्र में उसने जनता से क्या वादा किया था और उसकी सरकार ने किया क्या...? उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने ही टैक्स बढ़ाया था, हमारे विधायक, मंत्री, अपनी सैलरी कोरोना से लड़ाई के किए दे रहे हैं, कांग्रेस का काम वो ही जानें।

Kolar News

Kolar News 1 August 2020

भोपाल। मप्र की राजनीति में लोकसभा उपचुनाव की सरगर्मियों के बीच कोरोना की एंट्री हो गई है। सरकार और भाजपा संगठन को अपनी चपेट में लेने के बाद अब विपक्ष में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। शुक्रवार देर शाम को उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद वे ईलाज के लिए चिरायु अस्पताल में भर्ती हुए है।   पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने स्वयं ट्वीट कर अपने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी है। उन्होंने शुक्रवार देर रात ट्वीट कर कहा मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, मैं अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं। कृपया कर मेरे संपर्क में हुए लोग अपनी अपनी जांच करवा ले। धन्यवाद। इसके बाद पीसी शर्मा ईलाज के लिए चिरायु अस्पताल में भर्ती हुए है। उनके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी समेत भाजपा नेता और उनके समर्थक और साथी विधायक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान, उनके मंत्रिमंडल के तीन मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, महामंत्री सुहास भगत कोरोना संक्रमित पाए गए है और सभी का ईलाज जारी है।   कांग्रेस नेताओं में मचा हडक़ंप विधायक पीसी शर्मा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कांग्रेस नेताओं में हडक़ंप मच गया है। पिछले दिनों वे कांग्रेस की कई बैठकों में भी शामिल हुए थे। 28 जुलाई को विधायक पीसी शर्मा ग्वालियर में थे और एक पत्रकार वार्ता में भी शामिल हुए। इस दौरान वे ग्वालियर में कई कांग्रेस नेताओं के घर भी गए थे।

Kolar News

Kolar News 1 August 2020

जबलपुर। जबलपुर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को एक अहम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने एक पत्र की सुनवाई करते हुए अपने अंतिम आदेश में कहा है कि भारतीय रेलवे बर्थ के आरक्षण की प्रक्रिया में वरीयता के क्रम पर विचार करे। एक पत्र याचिका का निराकरण करते हुए हाईकोर्ट ने कहा है कि रेलवे सीट रिजर्वेशन में सबसे पहले गर्भवती महिलाओं, फिर सीनियर सिटीजन और उसके बाद फिर वीवीआईपी को प्राथमिकता दे।   लोअर बर्थ के आरक्षण के मुद्दे पर हाई कोर्ट के जस्टिस संजय यादव और जस्टिस अतुल श्रीधरण की डबल बेंच ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता देने के लिए सिर्फ इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य कारणों के कारण उनके लिए मिडिल बर्थ या अपर बर्थ उचित नहीं होगी। ऐसे में गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों की बजाए उनको आरक्षण में वरीयता दी जाए। इस आग्रह के साथ डिवीजन बेंच ने पत्र याचिका का निराकरण करते हुए रेलवे से वरीयता क्रम में बदलाव करने को कहा है।   क्‍या था मामला   जस्टिस राजीव कुमार श्रीवास्तव ने ग्वालियर से जबलपुर के बीच अपने ऑफिशियल विजिट के दौरान अपने अनुभवों को लेकर हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र भेजकर कई खामियां गिनाई थीं। मकसद यही था कि रेलवे आरक्षण में व्यवस्था और सुधार करने के लिए कुछ नये और ठोस कदम उठाए जा सकें।इसमें जस्टिस राजीव कुमार श्रीवास्तव के अनुभव पर अधिवक्ता आदित्य संघी ने अपनी सहमति जताते हुए एक अर्जी दायर की थी। याचिका की सुनवाई के दौरान रेलवे की ओर से जवाब दिया गया था कि लोअर बर्थ के आवंटन में सबसे पहले प्राथमिकता वीवीआईपी को दी जाती है। इसमें मंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज भी शामिल रहते हैं।   वीवीआईपी के बाद गर्भवती महिलाओं और फिर सीनियर सिटीजन को प्राथमिकता दी जाती है, हालांकि रेलवे का यह भी कहना था कि हर व्यक्ति को लोअर बर्थ चाहिए होती है, लेकिन सबसे पहले कोशिश यही की जाती है कि सीनियर सिटीजन को पहले प्राथमिक्ता दी जाए।

Kolar News

Kolar News 31 July 2020

  भोपाल। मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों से निपटने और लोगों की मदद के लिए शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने मंत्रियों के वेतन में 30 प्रतिशत कटौती का फैसला लिया है। शुक्रवार को कोरोना की वर्तमान स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के साथ चर्चा की। इस दौरान सीएम ने प्रदेश के सभी मंत्रियों से कोरोना फंड में 30 फीसदी सैलरी देने की अपील की। जिस पर सभी मंत्रियों ने अपनी सहमति जताई है।   मंत्रियों की वेतन कटौती का फैसला लेते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि उनके योगदान से कोरोना के खिलाफ जंग में मदद मिलेगी। सीएम ने बताया कि प्रदेश के 22 जिलों में डीएमएफ है उसका 30 प्रतिशत कोरोना की जरुरत जैसे बेड, पीपीई किट, वेंटिलेटर, अस्पताल इत्यादि में खर्च की जाएगी। वहीं इसकी मॉनिटरिंग जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा की जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले मोदी सरकार ने यह फैसला लिया था, जिसके तहत प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्रियों और सांसदों के वेतन में एक वर्ष तक 30 प्रतिशत कटौती की गई है। इसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल भी शामिल है। यह राशि कोरोना के खिलाफ जंग में उपयोग की जाएगी।   बताते चले कि इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 से 14 अगस्त तक किल कोरोना अभियान पार्ट 2 चलाने के आदेश दिए हैं। इस दौरान कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 14 अगस्त सभी मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को किसी प्रकार के सार्वजनिक एवं राजनैनितक कार्यक्रम दौरा करने पर रोक लगाई है। जरूरी होने पर वर्चुअल सभा करने की सलाह दी है।  

Kolar News

Kolar News 31 July 2020

भोपाल। मप्र में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसारता जा रहा है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में कुछ दिनों का लॉकडाउन भी लगया गया है। वहीं कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है।   मप्र में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले पर शुक्रवार को गृहमंत्री ने कहा है कि कोरोना को लेकर कल मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे कि 14 अगस्त तक कोई भी मंत्री सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा महती आवश्यकता हो तो वर्चुअल मुलाकात कर सकते हैं। इसके अलावा 5 लोगों से अधिक लोग भी जनप्रतिनिधि के पास इकट्ठा नहीं होंगे। कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर उन्होंने कहा कि देश भर में कोरोना पीक पर जा रहा है, उसी कड़ी में एमपी में भी कोरोना बढ़ा है लेकिन अच्छी बात ये है की हमारी रिकवरी रेट बढ़ा है। गृहमंत्री ने कहा कि हमारे पास इलाज की पर्याप्त व्यवस्था है, एक दो दिन में कोरोना की रफ्तार पकड़ में आ जायेगी। अब लगता नही की कोरोना की रफ्तार इससे तेज़ हो पाएगी।   बंदी-परिजन ई मुलाकात का लोकार्पण जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज सुबह 11 बजे अपने निवास से ही बंदी-परिजन ई मुलाकात का लोकापर्ण किया। कोरोना काल में जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैदियों को लेकर नया फैसला लिया है, आज से जेल में बंद कैदियों की उनके परिजन से ई मुलाकात शुरू करवाई जाएगी। भोपाल के बाद यह व्यवस्था सभी जिलों में लागू की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 31 July 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा राफेल को भारत लाने और नई शिक्षा नीति लागू किए जाने के बाद कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। कांग्रेस द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा अपने भारत को एक करना चाहती है जबकि कांग्रेस हमेशा विभाजन की बात करती है।   प्रदेश सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भाजपा का हमेशा से राष्ट्र सेवा का भाव रहा हैं। जब जीएसटी आई तब हमने कहा था वन नेशन वन टैक्स। भाजपा ने 370 हटाई और इस देश में वन नेशन वन लॉ लागू करवाया। 370 हटा कर वन नेशन वन फ्लैग  देश में लागू करवाया। इसके बाद देश में वन नेशन वन एजुकेशन लेकर आई, इस बात को समझने की जरूरत है कि हम अपने बच्चों को बचपन से टेक्निकल बनाएं, जिससे उनको काम मिलेगा। इस एजुकेशन से काफी लाभ मिलेगा ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अपने भारत को एक करना चाहती है जबकि कांग्रेस हमेशा विभाजन की बात करती है। वहीं दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा से लगातार सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार बोल रहा हूं जब सत्र निरस्त हो जाता है तो उसकी कार्रवाही भी निरस्त हो जाती है। उन्हें थोड़ा ज्ञान वर्धन करने की जरूरत है।   लक्ष्मण के ट्वीट को बताया सही   चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह सिंह के बाबाओ वाले ट्वीट पर ग्रहमंत्री ने कहा कि उनकी बात ठीक है। कांग्रेस की विचारधारा लुप्त हो गई है, इसलिए वो सुप्त हो गई है, इसलिए कांग्रेस विचरण कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस द्वारा 11 हजार का इनाम गृहमंत्री को मास्क और नियमों का पालन करवाने वाले मामले पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब से लॉक डाउन शुरू हुआ है तब से मैं सीधे मीडिया से मिला हूं। मैं हमेशा थ्री लेयर तोलिये के साथ रहता हूं, ये परिस्थतिवश है मेरी प्रार्थना है कि कांग्रेस वो ग्यारह हजार रुपये किसी गरीब को दान करे।   आज से प्रदेश में शुरू होगा रेपिड टेस्ट प्रदेश में आज से शुरू होने जा रहे रेपिड टेस्ट पर गृहमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य है किल कोरोना अभियाम से वाइरस को किल करना है। न्यापालय कि हर बात का पालन करेंगे। वहीं सीएम शिवराज के कोविड संक्रमित होने के वाबजूद समीक्षा बैठक करने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी जिंदगी का भाग देश सेवा के लिए निकाल रहे है। इसलिए बीमार रहते हुए भी समीक्षा बैठक कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 30 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। यहां सरकार के साथ भाजपा संगठन भी कोरोना संक्रमण की चपेट में है। सीएम शिवराज के साथ उनके तीन मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत सभी कोरोना पॉजिटिव है और इनका उपचार जारी है। भाजपा नेताओं में कोरोना संक्रमण फैलने पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने बयान दिया है।   उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा ने कोरोना गाइडलाइंस का उलंघन किया, इसलिए भाजपा के सभी बड़ी नेता संक्रमित हुए और प्रदेश भर में संक्रमण फैला। उपचुनाव को लेकर तैयारियों पर पीसी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस वर्चुअल रूप से नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ लगातार बैठककर रहे हैं। बिकाऊ नहीं टिकाऊ चाहिए लिखे मास्क के जरिये कांग्रेस का मास्क कैंपेन शुरू हुआ है।   शिवराज सरकार द्वारा भोपाल मास्टर प्लान को रद्द करने पर पीसी शर्मा ने कहा कि जनता की सलाह से एक्सस्पर्ट के द्वारा प्लान बनाया गया था। मास्टर प्लान बहुत अच्छा था, प्लान रद्द करने की जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा इतने सालों से मास्टर प्लान नहीं बना पाई। भाजपा अपने फायदे के लिए बड़े स्तर पर हेराफेरी करना चाहती है। वहीं लक्षमण सिंह के ट्वीट पर कहा उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा सेवा की रही है, कांग्रेस नेता सेवा की भावना से ही काम करते हैं।

Kolar News

Kolar News 30 July 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल में तीन दिन पहले प्रेस कॉन्फेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाने वाले आरोपित डॉ. राजन सिंह को क्राइम ब्रांच पुलिस ने गुरुवार को दोपहर में एक अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि वह सीने में दर्द की शिकायत को लेकर एक अस्पताल में भर्ती हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल, आरोपित से पूछताछ जारी है। बता दें कि एचसी/पीएचडी मध्यप्रदेश कुपोषण निवारण समिति के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजन सिंह ने तीन दिन पहले भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाए थे और सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल किया था। उसने चिरायु अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री की जान को खतरा भी बताया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने डॉ. राजन सिंह के खिलाफ धारा 500, 501, 505 (2), 188 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।क्राइम ब्रांच पुलिस को गुरुवार सुबह जानकारी मिली कि डॉ. राजन कोरोना इलाके के एक अस्पताल में भर्ती हुआ है। क्राइम ब्रांच की टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बात कर मामले की जानकारी ली। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि राजन सीने में दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचा है। वह अब बिलकुल ठीक है और उसे दोपहर में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। क्राइम ब्रांच की टीम दोपहर में अस्पताल पहुंच गई और उसके डिस्चार्ज होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपित से पूछताछ में जुटी है और उससे वीडियो में लगाए गए आरोपों के सबूत मांगे जा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 30 July 2020

भोपाल। मप्र में सरकार और भाजपा संगठन कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और उनकी पत्नी और राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा भाजपा के संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी, पूर्व विधायक रघुराज सिंह कंसाना और विधायक गिरीश गौतम की पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।    भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत की दूसरी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनकी पहली रिपोर्ट निगेटिव आई थी। स्वर्गीय लालजी टंडन के निधन में लखनऊ जाने वाले नेताओं में कोरोना संक्रमित होने वाले सुहास भगत तीसरे व्यक्ति है। सबसे पहले मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उसके बाद सीएम शिवराज में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। अब केवल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ही निगेटिव हैं। उनकी दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।   मंत्रीमंडल के दो मंत्री भी कोरोना पॉजिटिवइसके अलावा शिवराज मंत्रिमंडल में सहाकरिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के बाद अब जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के साथ उनकी पत्नी और राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। मंत्री रामखेलावन सतना अमरपाटन से विधायक हैं और फिलहाल वे भोपाल में नवीन पारिवारिक परिसर स्थित एमएलए रेस्ट हाउस में रहते हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है, वहीं उनके परिवार और स्टॉफ के भी सैंपल लिए गए हैं। वहीं सिलावट सांवेर विधानसभा उपचुनाव के लिए कई दिनों से गांव-गांव जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं। चार-पांच दिन में ही वे करीब साढ़े तीन हजार लोगों से मिल चुके हैं। शिवराज के साथ उनकी टीम के दो मंत्रियों के पॉजिटिव आने के बाद अब बाकी मंत्रियों में भी संक्रमण होने संभावनाएं होने की अटकलें हैं। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी सेंपल दिया है। 

Kolar News

Kolar News 29 July 2020

भोपाल। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुुर को फोन पर धमकी मिली है। अज्ञात व्यक्ति ने सांसद प्रज्ञा को राम मंदिन निर्माण मुद्दे पर धमकी दी है। सांसद ने कमला नगर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। भोपाल पुलिस की साइबर सेल ने मोबाइल नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।   जानकारी अनुसार बुधवार सुबह सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर धमकी दी है। अज्ञात आरोपित ने राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर साध्वी प्रज्ञा के बयानों से नाराजगी जताते हुए धमकाया है। सांसद प्रज्ञा को धमकी देने वाले ने भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं को लेकर भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसके बाद भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कमला नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। सांसद की शिकायत पर साइबर सेल पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास किया जाना है। इस मुद्दे पर  साध्वी प्रज्ञा का बयान सामने आया का था, जिस पर अज्ञात आरोपित ने नाराजगी जताते हुए सांसद को धमकाया है।

Kolar News

Kolar News 29 July 2020

  भोपाल। उपचुनाव से पहले कांग्रेस विभिन्न मुद्दों पर सरकार के खिलाफ आक्रामक हो रही है। वहीं अब कांग्रेस ने सरकार द्वारा कर्मचारियों के वेतन वृद्धि रोकने के फैसले को मुद्दा बनाया है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर सरकार के इस फैसले का विरोध किया है और सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।   कमलनाथ ने बुधवार को सीएम शिवराज को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। चूंकि आप निरंतर सक्रिय है इसलिए मैं आपका ध्यान कर्मचारियों के साथ लगातार हो रहे अन्याय की ओर दिलाना चाहता हूं। हाल ही मैंने समाचार पत्रों में पढ़ा है कि आपकी सरकार ने कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि न देने का फैसला किया है। प्रशासनिक भाजपा में आपने उन्हें काल्पनिक वार्षिक वेतन वृद्धि दी है। इसके पूर्व मेरी सरकार ने कर्मचारियों को 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का निर्णय लिया था। इस फैसले पर भी आपकी सरकार ने रोक लगा दी जिसके संबंध में मैंने आपकों पूर्व में भी एक पत्र लिखा था। यही नहीं आपकी सरकार ने कर्मचारियों को मिलने वाले सातवें वेतनमान के एरियर्स की राशि, जो अंतिम किश्त के रुप में दी जानी थी, उसे भी न देेने का निर्णय भी लिया है। उन्होंने कहा कि यह भी ज्ञात हुआ है कि पर्यटन विभाग के अंतर्गत कर्मचारियों को 50 प्रतिशत वेतन न देने का निर्णय भी लिया गया है। विगत पांच माह में आपकी सरकार ने निरंतर कर्मचारियों के हित एवं उनके अधिकारों को छिनने वाले निर्णय लिए है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है।   अपने पत्र में कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके से गद्दारों के साथ मिलकर हटाने का भाजपा ने जो कृत्य किया है, उसके परिणामस्वरुप आज प्रदेश के 25 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहे हैं। इन उपचुनावों में लगभग जो 100 करोड़ खर्च हो रहे हैं इसके जवाबदेह भी आज की सरकार ही है। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन उप चुनावों को येनकेन प्रकारेण जीतने के लिए प्रतिदिन सरकार द्वारा करोड़ों रुपयों के कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। ब्रांडिंग और विज्ञापनों पर भी निरंतर राशि खर्च की जा रही है। अगर प्रदेश के आर्थिक हालात वास्तव में खराब है तो उक्त कार्य चुनाव के लिए कैसे स्वीकृत हो पा रहे हैं। स्पष्ट है कि सरकार द्वारा प्रदेश की जनता एवं कर्मचारियों दोनों को भ्रमित कर धोखे में रखा जा रहा है।   कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अत: मेरा आपसे अनुरोध है कि कर्मचारियों के रोके गए समस्त लाभ अविलंब प्रदान करने का निर्णय लेने का कष्ट करें जिससे प्रदेश के कर्मचारी दौगुने उत्साह से वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में अपना सक्रिय और महती योगदान दे सकेंगे।  

Kolar News

Kolar News 29 July 2020

भोपाल। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस विश्व भर में 29 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन बाघों के प्रति जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। मप्र को देश में टाइगर स्टेट के दर्जे का गौरव प्राप्त है। पिछले साल जुलाई 2019 में 13 साल के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर मप्र को टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त हुआ है। लेकिन पिछले एक साल में यहां लगातार बाघों की मौत के मामले सामने आए हैं। पिछले एक सप्ताह के अंदर ही पन्ना टाइगर रिसर्व में दो बाघों की मौत हुई है। जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने चिंता जाहिर की है।   अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस के एक दिन पहले पन्ना टाइगर रिजर्व में कुछ दिनों के अंतर में दो बाघों की मौत पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने चिंता जताई है। साथ ही वीडी शर्मा ने सीएम से मांग करते हुए कहा है कि सरकार को इस दिशा में उचित कदम उठाने चाहिए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी करनी चाहिए। वीडी शर्मा ने ट्वीट कर कहा ‘मध्य प्रदेश की पहचान पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले कुछ दिनों में दो बाघों की मौत बेहद चिंता का विषय है। यूनेस्को की विश्व धरोहरों में से एक खजुराहो से कुछ ही दूरी पर होने के कारण पन्ना टाइगर रिजर्व भारतीय एवं विदेशी दोनों ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने सीएम शिवराज से मांग करते हुए कहा कि ‘बाघों के मरने की इस तरह की घटनाओं से पर्यटन पर भी नाकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मेरा सरकार से आग्रह है कि दोषियों पर तुरंत कार्यवाही की जाए एवं यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपनी ही सरकार से दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की अपील की है।

Kolar News

Kolar News 28 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक ओर भाजपा नेता कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। मुरैना से वरिष्ठ भाजपा नेता रघुराज कंसाना कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सीएम शिवराज के संपर्क में आने के बाद रघुराज कंसाना ने कोरोना की जांच कराई थी। जिसमें उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमित होने के बाद अब रघुराज कंसाना ने अपने संपर्क में आए ग्रामीणों, नेताओं और कार्यकर्ताओं से कोरोना की जांच कराने की अपील की है।   कंसाना ने अपने फेसबुक अकाउंट पर संपर्क में आए लोगों से जांच कराने और घरेलू एकांतवास में जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ‘मेरे प्रिय मुरैना वासियों, मुझे माननीय मुख्यमंत्री महोदय संपर्क में आने के कारण मैंने अपना कोविड-19 टेस्ट करवाया था टेस्ट के बाद मेरी रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं, वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें। मेरे निकट संपर्क वाले लोग क्वारन्टीन में चले जाएं। गौरतलब है कि शनिवार को सीएम शिवराज कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी थी। इसके बाद उन्होंने अपने संपर्क में आए लोगों से जांच कराने की अपील भी की थी। जिसके बाद उनके संपर्क में आए सभी लोगों ने अपनी जांच कराई है।   कांग्रेस विधायक ने जीती कोरोना से जंग   वहीं कोरोना संक्रमण से कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने जंग जीत ली है। उन्हें गुरुग्राम के निजी अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। लखन खनघोरिया भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनका इलाज गुरुग्राम के निजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा था। आपकों बता दें जबलपुर में घनघोरिया की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। पूर्व मंत्री और जबलपुर विधायक लखन घनघोरिया की पिछले करीब 1 माह से अस्वस्थ थे।

Kolar News

Kolar News 28 July 2020

भोपाल। मप्र में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार सुरक्षा के हर संभव प्रयास कर रही है। कोरोना का संकट अब जेलों में भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश के जेलों में कैदियों के कोरोना संक्रमित होने के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में कैदियों की सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन पेशी पर सरकार विचार कर रही है। इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है।   गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कैदियों की पेशी भी अब वर्चुअल के माध्यम से कराने पर सरकार विचार कर रही है। कोरोना संकट काल में अब जेल में बंदियों की कोर्ट पेशी भी ऑनलाइन कराई जाएगी। सरकार इस संबंध में जल्द ही निर्णय लेने जा रही है। इसके अलावा गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने कहा हैं कि प्रदेश के सभी जिलों में अब मैदानी पुलिसकर्मियों के लिए सर्वसुविधायुक्त आवास बनाए जाएंगे। वे अपने परिवार को कम समय दे पाते हैं। इसलिए मैंने पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन को हर भवन में लाइब्रेरी भी बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि अराजपत्रित पुलिस कर्मियो को जिलों में मकान की समस्या से पुलिस विभाग निजात दिलाएगा। डॉ. मिश्रा ने पुलिस हाउसिंग बोर्ड के महानिदेशक अजय शर्मा को निर्देशित किया कि इसकी शुरुआत छोटे और मध्यम जिलों से करें। जिलों में मल्टी स्टोरी बनाएंगे। सर्व सुविधायुक्त अत्याधुनिक भवन होगा जिसमें लिफ्ट और सामुदायिक भवन की भी सुविधा होगी। बैठक में एडीजी प्लानिंग अनिल कुमार भी मौजूद थे।   राहुल गांधी और कांग्रेस पर कसा तंज   इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी देश की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर भी जिस तरह से सार्वजनिक टिप्पणी कर रहे हैं, वो उचित नहीं। एक तरफ वे चीन के राजनयिक से गुपचुप मुलाकात करते हैं फिर दूसरी तरफ चीन को लेकर सवाल भी खड़े करते हैं? वहीं प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर मचे घमासान पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अभी अंतद्र्वंद और संक्रमण के दौर से गुजर रही है। उपचुनाव को लेकर उसके दावों पर मेरा कहना है कि न पटवारी, न व्यापारी, अबकी बार जनता की बारी। दिग्विजय दस साल सीएम रहे उन पर तरस भी नही आता वो अनुभवी हैं। जो सत्र निरस्त होता है उसकी सारी प्रक्रिया निरस्त हो जाती है।   गलतियों में किया जाएगा सुधार भोपाल में कोरोना को लेकर बनी स्थिति पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि सुधार की प्रक्रिया निरंतर जारी है जहां गलती हुई वहां सरकार झुकने के लिए भी तैयार है। स्वास्थ मंत्री भोपाल के हैं। पूरी व्यवस्था ठीक है, बेड भी काफी संख्या में हैं। यदि कोई कोरोना पेसेंट टेस्ट कराता है और रिपोर्ट आने में देरी होती है तो उसे अस्पताल में कैसे भर्ती किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस भी मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उसे भर्ती होने मे दिक्कत हुई उसके लिए सरकार क्षमा प्रार्थी है और गलतियों को सुधार किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 28 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 27 सीटों पर आगामी दिनों में होने वाले उपचुनावों को लेकर राजनीतिक चरम पर है। दोनों ही प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के नेता इन सीटों पर जीत का दावा कर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा की वरिष्ठ नेत्री, केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश की मुख्यमंत्री उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की सभी सीटों पर विजय होगी।दरअसल, उमा भारती श्रावण सोमवार के अवसर पर सीहोर के प्राचीन गणेश मंदिर पहुंची थी। यहां उन्होंने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर दर्शन किये। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए में कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के स्वस्थ होने की कामना की है। वे बहुत जल्द ठीक होकर जनता की सेवा करेंगे। उमा भारती ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। उन्होंने भोपाल में लगाए गए 10 दिन के लॉकडाउन का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रकरण लगातार बढ़ रहे हैं और ऐसे में भोपाल में लॉकडाउन लगाना सरकार का सही फैसला है। लोगों को चाहिए कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। घर से बाहर निकलने के पहले मास्क पहनकर निकले और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें।

Kolar News

Kolar News 27 July 2020

भोपाल। मप्र में विधानसभा उपचुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से कांग्रेस सासंद नकुलनाथ के प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व संभालने की चर्चा सुर्खियों में है। इन चर्चाओं पर तंज कसते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस में नेतृत्व पर हमेशा परिवारवाद हावी रहा है। अब प्रदेश में युवाओं का नेतृत्व नकुलनाथ करेंगे और बुजुर्गो का नेतृत्व कमलनाथ के हाथ होगा। बाकी सारी कांग्रेस अनाथ रहेगी। गृहमंत्री के बयान के बाद बयानबाजी का दौर तेज हो गया है।   गृहमंत्री के बयान पर सांसद नकुलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर बड़े ही रोचक अंदाज में गूहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को जवाब दिया है। नकुलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि ‘"अनाथ" प्रदेश को "नाथ" चाहिए..."कमल" नहीं "कमल नाथ" चाहिए।   इसके अलावा कांग्रेस विधायक और युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने भी गृहमंत्री के बयान पर पलटवार किया है। सोमवार को जारी अपने एक बयान में कुणाल चौधरी ने कहा कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को कांग्रेस पर तंज कसने से ज्यादा अच्छा होता कि मंत्री प्रदेश में गिर रही कानून व्यवस्था को लेकर चिंता करते और अपराधियों पर लगाम लगाने की फिक्र करते। प्रदेश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर कोई योजना बनाते। कुणाल ने कहा कि सांसद नकुलनाथ कांग्रेस के युवा चेहरा है और नकुलनाथ ही युवाओं का नेतृत्व करेंगे।

Kolar News

Kolar News 27 July 2020

भोपाल। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राजधानी के चिरायु अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की दूसरी रिपोर्ट भी सोमवार को पॉजिटिव आई है। वहीं, राजधानी भोपाल में सोमवार को चार डॉक्टरों समेत 177 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। इससे पहले रविवार को भोपाल में 199 मरीज सामने आए थे।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोरोना की दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। हालांकि, उनके अब तक किए गए सभी टेस्ट की रिपोर्ट सामान्य है। उन्होंने रविवार को अस्पताल से ही कोरोना समेत अन्य विभागों के अधिकारियों और मंत्रियों से चर्चा की। राजधानी भोपाल में 10 दिन का टोटल लॉकडाउन है। ऐसे में कई लोग शहर छोड़कर जा रहे हैं। वहीं, अब प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 28 हजार के पार पहुंच गया है। रविवार को सबसे ज्यादा 874 नए मामले मिले थे। अब तक 19132 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। एक्टिव केस 7857 हैं। रविवार को 13752 सैंपल में से 12 हजार 878 की रिपोर्ट निगेटिव निकली। रविवार को 12 कोरोना संक्रमितों के दम तोड़ने से प्रदेश में 811 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। कटनी में 2 अगस्त और छतरपुर में 31 जुलाई तक टोटल लॉकडाउन किया गया है।भोपाल में 177 नए मामले सोमवार को राजधानी में फिर 177 नए केस सामने आए। नए संक्रमितों में गांधी मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टर समेत कुल 4  डॉक्टर भी पॉजिटिव निकले हैं। अच्छी बात यह है कि रविवार को कुल 77 मरीज ठीक होकर घर पर भी पहुंचे। भोपाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5720 हो गई है। रविवार को 4 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई।

Kolar News

Kolar News 27 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संक्रमित हो गए हैं। शनिवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी पुष्टि होने के बाद वे अपना इलाज कराने के लिए यहां चिरायु अस्पताल पहुंच गए और वहां उन्हें भर्ती कर लिया गया है।   मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया है कि मैं कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन कर रहा हूं। उन्होंने अपील की है कि मेरे सम्पर्क में जो भी लोग आए हों, वे तुरंत अपनी जांच करवाएं। मुख्यमंत्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम सीएम हाउस पहुंची और शिवराज सिंह चौहान के परिवार के सदस्यों और वहां मौजूद स्टॉफ की जांच की। इसके बाद एम्बुलेंस से मुख्यमंत्री को चिरायु अस्पताल लाया गया। उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री को अस्पताल में भर्ती करने से पहले ही चिरायु अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मीडिया को भी अस्पताल से दूर रखा गया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सीएम ने सभी मंत्रियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की थी, इसी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा उनके साथ ज्यादातर स्थानों पर साथ गए थे। इससे पहले प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और मुख्यमंत्री उनसे भी लगातार सम्पर्क में बने हुए थे। शनिवार सुबह कोरोना जांच रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 'मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूं। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं, वे अपना कोरोना टेस्ट करवा लें। मेरे निकट सम्पर्क वाले एकांतवास में चले जाएं। मैं कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन कर रहा हूं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्वयं को एकांतवास करुंगा और और इलाज कराऊंगा। मेरी प्रदेश की जनता से अपील है कि सावधानी रखें, जरा सी असावधानी कोरोना को निमंत्रण देती है।'मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना का समय पर इलाज होता है तो कोरोना बिल्कुल ठीक हो जाता है। मैं 25 मार्च से प्रत्येक शाम को कोरोना की समीक्षा बैठक करता रहा हूं। मैं यथासंभव अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोरोना की समीक्षा करने का प्रयास करूंगा और मेरी अनुपस्थिति में यह बैठक गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी करेंगे। मैं स्वयं भी एकांतवास में रहते हुए इलाज के दौरान प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के हर संभव प्रयास करता रहूंगा।

Kolar News

Kolar News 25 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शुक्रवार रात आठ बजे से 10 दिन का टोटल लॉकडाउन लगाया है। शनिवार को सुबह से ही पूरा भोपाल लॉक है। बाजार पूरी तरह बंद हैं और सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और बेवजह घूमने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल वासियों से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सहयोग की अपील की है। शनिवार को सुबह से ही भोपाल में पुलिस की सख्ती देखने को मिल रही है। लॉकडाउन के दौरान लोग बाहर निकल रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। कुछ लोग पुलिस को देखकर वापस लौट रहे हैं तो कुछ बहस करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, जरूरी सेवाओं और जरूरत पड़ने पर निकलने वाले लोगों को पूछताछ के बाद जाने दिया जा रहा है। भोपाल में लॉकडाउन के दौरान बाजारों के साथ-साथ बैंक भी आम लोगों के लिए बंद रखे गए हैं। दूध की दुकानें केवल सुबह नौ बजे तक खोली गई, उसके बाद पुलिस ने उन्हें भी बंद करा दिया।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमण की चेन तोडक़र इसे पराजित करने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह जनता को बचाने का फैसला है। फिलहाल, पार्टियां और समारोह आयोजित न हों। घरों में भी सामाजिक दूरी का पालन करते और स्वच्छता से रहते हुए संक्रमण की चेन को हर स्थिति में तोड़ा जाए। लॉकडाउन से अनलॉक की स्थिति में आने के बाद जुलाई माह में कोरोना के पॉजीटिव प्रकरण निरंतर बढ़े हैं, जो चिंता का विषय है।भोपाल में टोटल लॉकडाउन 4 अगस्त की सुबह 5 बजे तक रहेगा। इसका कड़ाई से पालन कराने के लिए शहर में पुलिस ने करीब 200 जगह नाकेबंदी की है। करीब ढाई हजार पुलिसकर्मी शहरभर में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए तैनात किये गये हैं, जो बिना कारण और मास्क लगाए बिना निकलने वाले पर धारा 144 के उल्लंघन की कार्रवाई करेंगे।

Kolar News

Kolar News 25 July 2020

भोपाल। मप्र में कोरोना का कहर तेजी से बड़ रहा है। इसके लिए राजधानी भोपाल में दस दिनों का टोटल लॉकडाउन भी लगाया गया है। इस बीच राजधानी भोपाल से बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान भी कोरोना की चपेट में आ गए है। शनिवार सुबह उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने स्वयं ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने संपर्क में आए सभी लोगों को घरेलू एकांतवास में जाने की सलाह दी है। सीएम शिवराज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क मेंं आए नेताओं में हडक़ंप मच गया है। वहीं सीएम शिवराज देश के पहले मुख्यमंत्री है जो कोरोना की चपेट में आए है।   सीएम शिवराज ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ‘मेरे प्रिय प्रदेशवासियों, मुझे कोविड19 के लक्षण आ रहे थे, टेस्ट के बाद मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूं। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें । मेरे निकट संपर्क वाले कोरेंनटाइन में चले जाएं। मैं कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन कर रहा हूं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्वयं को कोरेनटाइन करूंगा और इलाज कराऊंगा। मेरी प्रदेश की जनता से अपील है कि सावधानी रखें, जरा सी असावधानी कोरोना को निमंत्रण देती है। मैंने कोरोना से सावधान रहने के हर संभव प्रयास किए लेकिन समस्याओं को लेकर के लोग मिलते ही थे। मेरी उन सब को सलाह है कि जो मुझसे मिले वह अपना टेस्ट करवा लें।एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि कोविड19 का समय पर इलाज होता है तो व्यक्ति बिल्कुल ठीक हो जाता है। मैं 25 मार्च से प्रत्येक शाम को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक करता रहा हूँ। मैं यथासंभव अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोरोना की समीक्षा करने का प्रयास करूंगा। मेरी अनुपस्थिति में अब यह बैठक गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरी विकास एवं प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी करेंगे। मैं स्वयं भी इलाज के दौरान प्रदेश में कोविड19 नियंत्रण के हरसंभव प्रयास करता रहूंगा।   गौरतलब है कि सीएम शिवराज पिछले दिनों राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम दर्शन करने लखनऊ गए थे। उनके साथ विमान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री सुहास भगत और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया मौजूद थे। मंत्री भदौरिया पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद सभी ने अपनी जांच करवाई थी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन मंत्री सुहास भगत की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन सीएम शिवराज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

Kolar News

Kolar News 25 July 2020

शिवपुरी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा से अभी हाल ही में राज्यसभा सांसद बने ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्र की मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संसदीय समिति में सदस्य मनोनीत किया गया है। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमेटी में सदस्य मनोनीत किया है।   मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संसदीय समिति में सदस्य के रूप में नई जिम्मेदारी मिलने पर भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया और शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि अभी हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया  भाजपा की ओर से मप्र से राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं। 22 जुलाई को राज्यसभा सदस्य के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शपथ ली थी और इस शपथ के बाद राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति बैंकैया नायडू ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमेटी में सदस्य मनोनीत किया है।   लंबा अनुभव काम आएगा-    ज्योतिरादित्य सिंधिया का लोकसभा सांसद के रूप में लंबा अनुभव रहा है और अब वह राज्यसभा में अपनी नई पारी की शुरूआत कर रहे हैं। वैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना-शिवपुरी संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीते थे। इसके बाद वह गुना-शिवुपरी से संसदीय सीट से लगातार कई सांसद रहे। इसके बाद वह केंद्र सरकार में संचार मंत्री, ऊर्जा मंत्री सहित कई पद संभाल चुके हैं। ऐसे में उनके लंबा अनुभव का लाभ मिलना तय है।

Kolar News

Kolar News 24 July 2020

भोपाल। एग्रो इंडस्ट्रीज निगम द्वारा शुक्रवार को मंत्रालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 2 करोड़ 64 लाख 85 हजार 618 रुपये का लाभांश चेक भेंट किया गया। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य  मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने एमपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कारपोरेशन की ओर से लाभांश का यह चेक भेंट किया। जनसम्पर्क अधिकारी अशोक मनवानी ने बताया कि राज्य सरकार के इस सरकारी उपक्रम की कुल प्रदत्त समता अंश पूंजी 3 करोड़ 29 लाख 49 हजार 800 रुपये है। इसमें राज्य शासन की अंशदान राशि दो करोड़ 9 लाख 49 हजार 800 है और भारत शासन की अंशदान  राशि 1 करोड़ 20 लाख रुपये है। निगम ने वर्ष 2017- 18  में 966 .68 करोड़ का व्यवसाय किया है। एग्रो निगम द्वारा निरंतर डिविडेंड का भुगतान राज्य सरकार को किया जा रहा है। इसके साथ ही राज्य शासन से प्राप्त ऋण और ब्याज का पूर्ण भुगतान पूर्व में किया जा चुका है। एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन वर्ष 2017 - 18 की स्थिति में 188.46 करोड़ के संचित लाभ में है। मुख्यमंत्री को निगम की गतिविधियों की जानकारी भी दी गई।मुख्यमंत्री को चेक भेंट किए जाने के अवसर पर प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण कल्पना श्रीवास्तव, प्रबंध संचालक एमपी एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन श्रीकांत बनोठ भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 24 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों सियासी उठापटक तेज है। एक तरफ कोरोना समेत अलग अलग मामलों को लेकर सरकार मोर्चा संभाले हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस भी हर मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए तैयार है। इन सब के बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने प्रदेश के हालात और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा है।   कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से प्रदेश की व्यवस्था और हालातों के लिए सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘क्या हालत हो गयी प्रदेश की? हमने तो ऐसा प्रदेश नहीं सौंपा था? आप विधायकों की खऱीद- फऱोख्त करते रहो, खुली बोलियाँ लगाते रहो। वही प्रदेश के गुना में जिला अस्पताल के सामने अशोक नगर निवासी एक महिला अपने ढाई साल के बच्चे के साथ अपने पति के इलाज के लिये दिन भर गुहार लगाती रही। 5 रुपये नहीं होने पर उसका इलाज का पर्चा नहीं बनाया गया और उसका इलाज नहीं किया गया और उसकी आँखो के सामने ही उसके पति ने तड़प- तड़प कर दम तोड़ दिया।   सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने आगे कहा कि ‘यह है प्रदेश कि स्वास्थ्य सेवाएँ, शिवराज सरकार में प्रदेश की स्थिति ? दावे बड़े- बड़े लेकिन धरातल पर स्थिति ज़ीरो। खुद को मामा बताने वाले व खुद को बड़ा जनसेवक बताने वाले आँख खोलकर देखे यह सच्चाई, प्रदेश वासियों को झूठे हवाई सपने दिखाना बंद करे, ज़मीन पर लौट आये, प्रदेश को वापस गर्त में ना ले जाये। प्रदेश के गऱीब वर्ग की चिंता करें, उन्हें कम से कम इलाज तो उपलब्ध करवाये।

Kolar News

Kolar News 24 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 26 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए राज्य की दोनों ही प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस तैयारियों में जुटी हुई हैं। दोनों पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में जुटे हैं। ऐसे में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। मंधाता विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने अपना इस्तीफा दे दिया है। मांधाता विधायक नारायण पटेल गुरुवार को भोपाल पहुंचे और विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा से मिलकर उन्होंने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंप दिया। माना जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने गुरुवार को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की और अपने इस्तीफे की जानकारी दी। इसके अलावा वे प्रदेश के मंत्रियों से भी मिले।एक सप्ताह पहले बड़ामल्हरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई थी। इसके दो दिन बाद ही यानी बीते शुक्रवार को नेपानगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक सुमित्रा कास्डेकर ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गई थी। उन्होंने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। अब मंधाता से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने भी गुरुवार को अपना विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। एक सप्ताह में कांग्रेस को यह तीसरा झटका है। अब तक कांग्रेस के 25 विधायक अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंप चुके हैं, जबकि दो विधायकों का निधन हुआ है। इस तरह अब प्रदेश विधानसभा की 27 सीटें खाली हो गई हैं, जिन पर आने वाले दिनों में उपचुनाव होंगे।गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं। जिसके बाद कांग्रेस ने सपा-बसपा और निर्दलीय विधायकों के साथ कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में सरकार बनाई थी, लेकिन 19 महीने में परिस्थितियां बदल गईं और कमलनाथ सरकार गिर गई। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफा देने से प्रदेश का राजनीतिक परिदृश्य बदल गया और फिर से भाजपा की सरकार आ गई। अब प्रदेश में कांग्रेस के खाते में मात्र 89 विधायक बचे हैं, जबकि विधानसभा में भाजपा के 107, बसपा के दो, सपा का एक और निर्दलीय चार विधायक हैं।

Kolar News

Kolar News 23 July 2020

ग्वालियर। मध्य प्रदेश की 25 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों ने उपचुनाव के लिए अपनी तैयारी जोरों से शुरू कर दी है। वहीं अब कांग्रेस सरकार में कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके नदी न्यास आयोग के पूर्व अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने भी कांग्रेस का प्रचार करने के लिए कमर कस ली है। कम्प्यूटर बाबा ने कांग्रेस के पक्ष में उपचुनाव से पहले सभी 25 विधानसभा सीटों पर लोकतंत्र बचाओं यात्रा निकालने का ऐलान किया है।   कम्प्यूटर बाबा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में उपचुनाव के पहले सभी 25 विधानसभा सीटों पर "लोकतंत्र बचाओ यात्रा" निकलेंगे। कोरोना संकट के बीच "लोकतंत्र बचाओ यात्रा" चंबल से शुरू की जाएगी। यात्रा में एक सैकड़ा से अधिक साधु-संत मौजूद रहेंगे। "लोकतंत्र बचाओ यात्रा" के जरिए कम्प्यूटर बाबा उपचुनाव वाली विधानसभा में वोटर्स से सीधा संवाद करेंगे । कम्प्यूटर बाबा गली-गली मोहल्ले-मोहल्ले जाएंगे और कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे। गौरतलब है कि कम्प्यूटर बाबा के अलावा मिर्ची बाबा भी कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने की तैयारी में है। मिर्ची बाबा के प्रचार करने पर वरिष्ठ कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह प्रदेश नेतृत्व को पहले ही सतर्क रहने की सलाह दे चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 23 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया (50 वर्ष) कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। मंत्री ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में हिस्सा लिया था और वे राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे। बुधवार देर रात उन्हें 2 बजे चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।   जानकारी के अनुसार उनमें कोरोना वायरस संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब उनके संपर्क में आए सभी लोगों को एहतियातन क्वारंटीन में रहने के लिए कहा गया है और सभी की कोरोना जांच की जाएगी। गौरतलब है कि मंत्री भदौरिया 2 दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ स्टेट प्लेन से लखनऊ गए थे। वे वहां राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे और कई लोगों के साथ भी रहे थे। इसके अलावा, बुधवार को भोपाल में कैबिनेट की बैठक से लेकर अब तक उन्होंने भिंड में कई बड़ी आम सभाएं भी की है। ऐसे में उनके संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है। सभी के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिए जाएंगे।   सीएम शिवराज ने की जल्द स्वस्थ होने की कामना कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिलने पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘कैबिनेट साथी श्री @bhadoriabjp जी के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। आप पूर्णत: स्वस्थ हों और पुन: उसी ऊर्जा के साथ अपने कार्य में डट जायें। हम सबकी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

Kolar News

Kolar News 23 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में अंदरुनी कलह मची हुई। तमाम दावों के बाद भी नेताओं के बीच जारी खटास सामने आ ही जा रही है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक डॉ गोविंद सिंह का भी एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कमलनाथ की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि कांग्रेस में सारी शक्तियों, सारे निर्णयों का केन्द्रीकरण हो गया है। गोविंद सिंह के इस बयान पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इस बयान में उनकी पीड़ा झलक रही है और इससे कांग्रेस की स्थिति को समझा जा सकता है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए गोविंद सिंह के बयान पर कहा कि कांग्रेस के सारे नेता 69 से 75 तक की उम्र के है। गोविंद सिंह बहुत वरिष्ठ नेता हैं, हालांकि वह समाजवादी पृष्ठभूमि के हैं, लेकिन यह सच है कि वह बोलते खरा है। इस बयान में उनकी पीड़ा, उनका दर्द झलक रहा है, तो कांग्रेस की स्थिति को समझा जा सकता है। उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ ने केंद्रीय व्यवस्था कर ली इसमें बुराई क्या है, क्योंकि यहां तो सब एक परिवार के भरोसे चल रहा है। इसलिए उस संस्कृति को कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में बढ़ाया है। गोविंद सिंह को समझना चाहिए, जब नाथ कैबिनेट में नंबर दो मंत्री थे, तभी ऐसे विभाग दिए गए थे कि लगते ही नहीं थे कि वह वरिष्ठ हैं।   कांग्रेस ने कानून व्यवस्था को खत्म कर दिया था वहीं बुधवार को राजधानी भोपाल में ईनामी कुख्यात बदमाश शेखर लोधी के साथ हुई पुलिस मुठभेड़ और गिरफ्तारी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने कानून व्यवस्था को खत्म कर दिया था, थानों की नीलामी होती थी। टी आई की पोस्टिंग रिचार्ज और रिन्यूअल की तरह होती थी। कांग्रेस के समय में सारे अवैध काम हो रहे थे। उन्होंने कहा कि अब अपराधियों के विरूद्ध भाजपा का अभियान चल रहा है। लॉकडाउन आ गया उसके बाद अब ताकत के साथ अपराधियों के खिलाफ माफिया मतलब कार्रवाई हो रही है। ऐसे भी जितने भी अपराधी जहां भी हैं, उनके साथ पुलिस सख्ती से पेश आएगी।

Kolar News

Kolar News 22 July 2020

भोपाल। उज्जैन में आबकारी विभाग के उपनिरीक्षण पंकज जैन द्वारा नाबालिग के साथ यौन शोषण मामले को सीएम शिवराज ने गंभीर बताते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इस विषय में अब कोई भी विभागीय जांच नहीं होगी। बुधवार को सीएम शिवराज ने कैबिनेट बैठक में यह निर्देश दिए।   गौरतलब है कि उज्जैन में आबकारी विभाग में कार्यरत पंकज जैन पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप है। पुलिस ने उसे यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया है। घर पर काम करने वाली महिला की 17 साल की बेटी का उपनिरीक्षक एक साल से शारीरिक शोषण कर रहा था। मामला सामने आने के बाद बुधवार को कैबिनेट बैठक के  दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा यह बेहद गंभीर मामला है, इस मामले में अब आगे कोई जांच नहीं होगी। पंकज जैन को सीधे बर्खास्त किया जाएगा। हालांकि संभागायुक्त आनंद कुमार शर्मा ने जैन पर कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया था।

Kolar News

Kolar News 22 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले राजनीतिक दलों और नेताओं के साथ उनके समर्थकों ने भी कमर कस ली है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस के लिए मिर्ची यज्ञ करने वाले मिर्ची बाबा भी एक बार फिर कांग्रेस का प्रचार करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन इस बार कांग्रेस वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने प्रदेश नेतृत्व को मिर्ची बाबा से सतर्क रहने की सलाह दी है।    दरअसल सिंह ने ट्वीट कर कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को सतर्क किया है। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने मिर्ची बाबा को लेकर कांग्रेस और पूर्व सीएम को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि "मिर्ची" बाबा पुन: कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं, पिछले लोक सभा चुनाव में "मिर्ची"यज्ञ के परिणाम हम देख चुके हैं। कृपया सतर्क रहें। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के समय मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए 5 क्विंटल मिर्ची का हवन किया था। बाबा ने साथ ही पूरी मीडिया के सामने दावा किया था कि भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ही जीतेंगे। अगर भोपाल में कोई अन्य प्रत्याशी जीतता है तो वह जल समाधि ले लेंगे। हालांकि दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए थे और उसके बाद मिर्ची बाबा भी गायब हो गए थे।

Kolar News

Kolar News 22 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की उम्र में मंगलवार सुबह लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां सुबह 5.35 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। यह जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर के माध्यम से दी।राज्यपाल लालजी टंडन को सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत आने के कारण गत 11 जून को अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां 15 जून को उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके चलते उनका ऑपरेशन किया गया था। तभी वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। सोमवार शमा को मेदांता अस्पताल द्वारा जारी बुलेटिन में उनकी हालत नाजुक बताई गई थी। मंगलवार को सुबह 5.35 बजे उनका निधन हो गया। बताया गया है कि आज शाम को ही उनका अंतिम संस्कार किय जाएगा।मूल रूप से उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहने वाले 85 वर्षीय लालजी टंडन प्रदेश की भाजपा सरकारों में कई बार मंत्री भी रहे हैं और वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी के रूप में जाने जाते रहे। उन्होंने अटल जी के चुनाव क्षेत्र लखनऊ की कमान संभाली थी। अटलजी के निधन के बाद वे लखनऊ से ही 15वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए। उन्हें 2018 में बिहार का राज्यपाल बनाया गया था। इसके बाद 2019 में उन्हें मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया। उनके निधन से भाजपा में शोक की लहर छा गई। देशभर के राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

Kolar News

Kolar News 21 July 2020

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत पांच दिवसीय प्रवास पर सोमवार रात को भोपाल पहुंचे हैं। यहां वे संघ की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बात करेंगे। उनके साथ सर कार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी भी हैं। बैठकें केरवा डेम स्थित शारदा विहार में होंगी। इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने सर संघचालक भागवत का स्वागत किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख अपने स्वयंसेवकों से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के भ्रष्टाचार की जानकारी अवश्य लें।   सर संघचालक मोहन भागवत को संबोधित करते हुए दिग्विजयसिंह ने मंगलवार को तीन ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा है कि 'संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी का भोपाल शहर में हार्दिक स्वागत। कृपया भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री गणों के आचरण व भ्रष्टाचार के विषय पर अपने स्वयं सेवकों से गुप्त रिपोर्ट अवश्य लें। शिवराज जी के परिवार जनों का अवैध रेत खनन में सम्मिलित होने की भी जानकारी अवश्य लें।'   दिग्विजय ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि ' मध्यप्रदेश में विधायकों की ख़रीद फ़रोख़्त की भी अवश्य जानकारी लें। संघ इस प्रकार के प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विधायकों के आचरण और फिर उन्हें बिना विधायक रहे मंत्री बनाने में क्या सोचता है उसे भी अवश्य स्पष्ट करने की कृपा करें।' दिग्विजय ने तीसरे ट्वीट में कहा कि ' हम सनातन धर्म को पालन करने वालों को इस बात पर आपत्ति है मोदी जी आपने किसी भी प्रमाणित शंकराचार्य जी व रामानन्दी सम्प्रदाय के धर्म गुरू को न्यास में स्थान नहीं दिया। शिलान्यास की तिथि भी मोदी जी की सहुलियत से तय की गयी है। क्या यह शुभ मुहूर्त है?'    

Kolar News

Kolar News 21 July 2020

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत सोमवार देर रात भोपाल पहुंचे। वे यहां मंगलवार से शुरू होने वाली संघ की तीन दिवसीय अनौपचारिक बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार्यवाह भय्याजी जोशी के साथ ही सभी सह सरकार्यवाह और शीर्ष प्रचारक शामिल रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में देशहित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा।संघ से जुड़े नेताओं के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देशभर के प्रांत प्रचारकों की नियमित बैठक जुलाई के महीने में होती है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष यह बैठक रद्द कर दी गई थी। लॉकडाउन खुलने के बाद संगठन द्वारा भोपाल में यह तीन दिवसीय अनौपचारिक बैठक बुलाई है। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत सोमवार की रात भोपाल पहुंच चुके हैं। भोपाल के कोलार रोड स्थित शारदा विहार मंदिर में मंगलवार को दोपहर में यह बैठक शुरू होगी। बताया जा रहा है कि इसमें भारत-चीन संबंधों, राम मंदिर निर्माण की आगे की रणनीति के साथ ही देश की तात्कालिक और सामयिक हालातों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा मध्यप्रदेश की 26 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर भी इस बैठक चर्चा होने की संभावना है। इस बैठक में शामिल होने के लिए देशभर के 20 प्रचार प्रमुख भोपाल पहुंचे हैं। बताया गया है कि सरसंघचालक डॉ. भागवत भोपाल में पांच दिन रहेंगे।

Kolar News

Kolar News 21 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों नित नए सियासी ड्रामे देखने को मिल रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों प्रदेश की राजनीति का केन्द्र बिंदू बने हुए है। भाजपा में शामिल होने और राज्यसभा सांसद बनने के बाद अब भी उन्हें लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि सिंधिया अपनी खुद की नई पार्टी बनाऐंगे।   गोविंद सिंह ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया को कई सालों से देखता आ रहा हूं। जिस तरह से उनका चाल चरित्र है, उसको देखकर मेरा अनुमान है सिंधिया अपनी खुद की पार्टी बनायेगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी जब सिंधिया कांग्रेस को छोडऩे का मन बना चुके थे तब भी यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे अपने पिता की पार्टी मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी को दोबारा खड़ा करेंगे। हालांकि सभी कयासों को छोडते हुए सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। उल्लेखनीय है कि साल 1993 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्व. माधवराव सिंधिया दिग्विजय सिंह की सरकार से अलग हो गए थे। माधवराव सिंधिया ने पार्टी में उपेक्षा के कारण कांग्रेस को छोड़ दिया था। फिर बाद में उन्होंने मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी बनाई था। हालांकि बाद में माधवराव सिंधिया कांग्रेस पार्टी में वापस लौट आए थे।   अपनी कमजोरी दूर करने कांग्रेस कर रही मंथनवही कांग्रेस की कमजोरी पर पूर्व मंत्री गोविन्द सिंह ने कहा कि कुछ कमजोरी है, उन्हें दूर करने पर मंथन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गलतियों से सबक लेकर काम कर रहे हैं। एक समय भाजपा के पास भी दो सीट थी, लेकिन आज उनके पास सत्ता है।

Kolar News

Kolar News 19 July 2020

भिंड। मध्य प्रदेश में 25 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। दोनों दलों के नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पर सीधा हमला बोला है।   उन्होंने दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस समय पूर्व सीएम कमलनाथ की सरकार संकट में थी, तब दिग्विजय ने मेरे भाई को घर से उठवाया था, मुझे धमकाया, तब मैंने कहा था, कुछ भी कर लो मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। मैंने सभी 22 विधायकों की रखवाली की है।वहीं सहकारिता मंत्री के बयान के बाद पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मंत्री भदौरिया के बयान को ओछी राजनीति बताते हुए कहा है कि भाजपा के नेता बौखलाए हुए हैं, दलितों पर भी लगातार हमले हो रहे हैं। पीसी शर्मा यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि मंत्री भदौरिया की टिप्पणी अभद्र और बौखलाहट में दी गई है। मंत्री अरविंद की टिप्पणी की में निंदा करता हूं, ये ओछी राजनीति कर रहे हैं। भाजपा के नेता दिग्विजय सिंह से घबराए हुए हैं। सिंधिया खेमे के खिलाफ भाजपा के ही अंदर साजिश हो रही है। कांग्रेस का सर्वे, 26 में से 25 सीट जीतेंगे, सर्वे के आधार पर टिकिट वितरण होगा, नेताओं की नहीं चलेगी। दल बदल को लेकर निर्णायक फैसला साबित होगा।

Kolar News

Kolar News 19 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए राज्य शासन के निर्देश पर रविवार को टोटल लॉकडाउन रखा गया है। सुबह से राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश से प्राय: सभी शहरों में बाजार बंद हैं और सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि, इस दौरान दूध, मेडिकल सहित इमरजेंसी सुविधाएं लोगों की उपलब्ध कराई जा रही हैं, लेकिन लोगों का घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध है। इसलिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और सडक़ों पर बेवजह निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।उल्लेखनीय है कि प्रदेश में बीते एक सप्ताह में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने आगामी 31 जुलाई तक हर रविवार को लॉकडाउन रखने के निर्देश जारी किये थे। इसी को देखते हुए पिछले रविवार को इस बार भी पूरा प्रदेश लॉकडाउन है। हालांकि, इस दौरान आवश्यक सेवाओं के साथ-साथ दूध मेडिकल दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। भोपाल में सुबह से सभी मार्केट बंद हैं। शहर के सभी चौराहों पर पुलिसबल तैनात है और घर से बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा सडक़ों पर पुलिस के वाहन घूमते नजर आ रहे हैं और लोगों को घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। लॉकडाउन का पालन शहरवासी करते हुए घर पर सुरक्षित रहें इसके लिए पुलिस जवान और अफसर सडक़ों पर मॉनीटरिंग करते हुए घूम रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 19 July 2020

उज्जैन। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शुक्रवार दोपहर में उज्जैन आए। उन्होंने यहां महाकालेश्वर के दर्शन किए और मंदिर में चल रहे शिव-शक्ति यज्ञ में आहूति दी। उन्होंने शाम को वृहद् बैठक लेकर कोरोना महामारी को लेकर उज्जैन में किए गए प्रयास एवं मिली सफलताओं तथा आनेवाली चुनौतियों पर चर्चा की और इसके बाद वे भोपाल रवाना हो गए।   मुख्यमंत्री चौहान भाजपा की नई सरकार के गठन के बाद पहली बार शुक्रवार को उज्जैन आए। उन्होंने महाकाल दर्शन किए। यहां कोरोना महामारी से बचाव,बीमारी का उन्मूलन एवं विश्व कल्याण के लिए चल रहे शिव-शक्ति यज्ञ में आहूति भी दी। गत 9 जुलाई से मंदिर परिसर में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से चल रहे इस यज्ञ की पूर्णाहुति 18 जुलाई को है। इसमें चौहान ने शुक्रवार को आहूति दी। ज्ञात रहे यज्ञ में शिव स्तुति हो रही है वहीं शक्ति की उपासना हेतु देवी सप्तशती का पाठ भी हो रहा है। चौहान यहां से कोरोना को लेकर होनेवाली बैठक के लिए रवाना हो गए।   दिखा सिंधिया समर्थकों का तालमेल   जब मुख्यमंत्री उज्जैन आए तो उनका स्वागत करनेवालों में सिंधिया के खास समर्थक और उज्जैन उत्तर से पूर्व विधायक राजेंद्र भारती भी चौहान का स्वागत करने हेलीपेड पर पहुंचे। चौहान ने उनका अभिवादन किया। खास बात यह रही कि उज्जैन उत्तर से एक दूसरे को एक-एक चुनाव हरा चुके राजेंद्र भारती एवं पारस जैन के बीच संवाद नहीं हुआ। जबकि भारती अब भाजपा में आ चुके हैं। हेलीपेड के बाद जैन महाकाल मंदिर में भी नहीं दिखे।

Kolar News

Kolar News 17 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमित मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 20 हजार के पार पहुंच गई है और लगातार नये मामले सामने आने से रिकवरी रेट में भी कमी आई है। इसी के चलते प्रदेश में आगामी 31 जुलाई तक लॉकडाउन किया जा रहा है। इसी बीच प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी लॉकडाउन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश स्तर पर अभी जो हर रविवार को लॉकडाउन हो रहा है वह जारी रहेगा।गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को सुबह ट्वीट किया है कि -‘मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन का फैसला लिया जाता है। प्रदेश के स्तर पर अभी जो हर रविवार को लॉकडाउन हो रहा है, वो जारी रहेगा।’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी को लेकर संजीदा है और इसके नियंत्रण के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस झूठ और फरेब की राजनीति में जुटी है। दिल्ली से लेकर मध्यप्रदेश तक के कांग्रेस नेता भ्रामक ट्वीट करके प्रदेश का माहौल खराब कर रहे हैं।’

Kolar News

Kolar News 17 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए आगामी 20 जुलाई से शुरू होने वाले मप्र विधानसभा के मानसून सत्र को स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय शुक्रवार सुबह भोपाल में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में लिया गया।गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होने वाला था। 24 जुलाई तक चलने वाले इस पांच दिवसीय सत्र में पांच बैठकें होनी थी और इसके लिए विधानसभा में जोर-शोर से तैयारियां चल रही थीं। इसी बीच प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को विधानसभा में सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें विधानसभा सत्र को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। बताया गया है कि राजधानी भोपाल में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मानसून सत्र स्थगित होने की जानकारी देते हुए बताया कि भोपाल में 20 जुलाई से 24 जुलाई तक चलने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र स्थगित कर दिया गया है। सर्वदलीय  बैठक में (कोरोना संक्रमण) वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए सत्र स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। सीएम शिवराज ने कहा कि जो दूसरों को नसीहत देते हैं, वो खुद पर भी लागू होती है। लोगों को दूरी बनाए रखने के लिए कहते हैं तो विधायकों और मंत्रियों को भी उसका पालन करना चाहिए। इसलिए सत्र केंसिल कर दिया गया है। जो भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव होंगे वो अध्यादेश के माध्यम से पारित होंगे।   प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सत्र स्थगित होने की जानकारी देते हुए कहा कि हमारी विधानसभा में विधायकों के साथ करीब एक हजार लोग विधानसभा में आएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होगा। ऐसी स्थिति में कोरोना की चैन तोडऩे के लिए यह कदम उठाया गया है।  

Kolar News

Kolar News 17 July 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण काल में पीडि़तों की मदद के लिए आगे आकर पीपीई किट, मास्क एवं सैनिटाइजर बनाकर वितरण करने के लिए महिलाओं की सराहना की है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि मध्यप्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर और स्वस्थ भारत के सपने को साकार कर रही हैं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट किया है कि - ‘प्रदेश की हमारी बहनें करोड़ों मास्क और लाखों लीटर सैनिटाइजर एवं हजारों पीपीई किट बनाकर आत्मनिर्भर तथा स्वस्थ भारत के सपने को सतत साकार कर रही हैं। यह हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से ही संभव हुआ है। मध्यप्रदेश उनका अभिनंदन करता है।’ सीएम ने अगले ट्वीट में लिखा है कि -‘श्री मोदी जी के युवाओं को कुशल बनाकर आत्मनिर्भर बनाने के पवित्र ध्येयों को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश संकल्पित है। 'स्किल इंडिया मिशन' में हम अपने राज्य के युवाओं को कुशल बनाकर आत्मनिर्भर भारत की नींव को सतत मजबूत कर रहे हैं।’मुख्यमंत्री ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि - ‘मोदी जी के नेतृत्व में देश तीव्रतम गति से विकास पथ पर अग्रसर है। प्रत्येक वर्ग के कल्याण के साथ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उनके संकल्प को साकार करने में मध्यप्रदेश पूरी ताकत के साथ जुटा है। हम सब उनके महान सपनों को पूरा करेंगे।’

Kolar News

Kolar News 15 July 2020

भोपाल। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की 15 माह की सरकार को भ्रष्टाचारी बताए जाने के बयान के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा सिंधिया के बयान पर पलटवार करने के बाद अब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि लक्ष्मण सिंह भी अपने बड़े भाई की तरह हवाई बयान दे रहे हैं।   दरअसल लक्ष्मण सिंह ने बुधवार को सिंधिया को आड़े हाथों लेते हुए बयान में कहा कि जितने भी कांग्रेस से भाजपा में शामिल होकर मंत्री बने है, वह सभी बेईमान है और इसका साक्षात प्रमाण उनके पास है। उन्होंने कहा कि वह यह प्रमाण सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा तक को उपलब्ध करवा सकते हैं। लक्ष्मण सिंह के इस बयान पर करारा जवाब देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि लक्ष्मण सिंह के पास किसी के भी खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं, तो वो सार्वजनिक करें। उन्होंने लक्ष्मण सिंह को मशवरा देते हुए कहा कि तथ्य छिपाना भी गलती है, वे अपने बड़े भाई की तरह हवाई बयान न दें।   गृह विभाग के नवाचार करने वाला मप्र देश का पहला राज्य बना इसके अलावा गृह विभाग के नवाचार पर डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पहले आरोपियों को चालान की कॉपी दी जाती थी, लेकिन अब फरियादियों को भी इसकी एक कॉपी दी जाएगी। हमने इससे पहले एफआईआर आपके द्वार की भी शुरुआत की थी। दोनों नवाचार करने वाला मप्र देश का पहला राज्य बना।  

Kolar News

Kolar News 15 July 2020

भोपाल/देवास। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के जन्म दिवस पर मंगलवार को हाटपिपल्या में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया तथा उनकी स्मृति में उद्यान का भूमि पूजन भी हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्वर्गीय जोशी जी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बागली को जिला बनाने की घोषणा की।इस असर पर वक्ताओं ने कहा कि श्रद्धांजलि स्व. कैलाश जोशी जी आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और उनकी शिक्षाएं आज भी हमें रास्ता दिखा रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की एक पूरी पीढ़ी को प्रशिक्षित किया और यह सिखाया कि राजनीति धन और पद के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा के लिए करना चाहिए। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री और कैलाश जोशी जी के पुत्र दीपक जोशी, सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, पूर्व विधायक मनोज चौधरी ने भी संबोधित करते हुए श्रद्धेय स्व. कैलाश जोशी जी का पुण्य स्मरण किया। इस अवसर पर नेताओं ने स्ट्रीट वेंडर्स को उनके ऋणों की स्वीकृति पत्र भी वितरित किए। इस अवसर पर खण्डवा सांसद नंदकुमारसिंह चौहान, सांसद डॉ. सत्यनारायण जटिया, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर, विधायक पहाड़ सिंह कनौजिया, जिलाध्यक्ष राजू खण्डेलवाल, पूर्व विधायक बृजमोहन धूत, राजेन्द्र वर्मा, युवा मोर्चा अध्यक्ष डॉ. अभिलाष पाण्डे, अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष सूरज केरो सहित प्रदेश एवं जिला पदाधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 14 July 2020

भोपाल। भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को सुबह भोपाल में पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सीएम उमा भारती के निवास पहुंचे और वहां उनसे मुलाकात की। इस दौरान उमा भारती ने सिंधिया का वैदिक मंत्रोच्चार से स्वागत किया। इसकी जानकारी सिंधिया ने स्वयं ट्वीट के माध्यम से दी है। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें उमा भारती अपने निवास पर सिंधिया का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच परम्परागत करीके से स्वागत करते हुए दिखाई दे रही हैं।दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को दोपहर में देवास जिले के हाटपिपलिया जाने वाले हैं, जहां वे पूर्व सीएम स्व. कैलाश जोशी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार सुबह विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। इसके बाद वे सीधे पूर्व पार्टी की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती से मिलने के लिए उनके बंगले पर पहुंचे। उमा भारती ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सिंधिया ने कहा कि उनके उमा भारती के साथ पारिवारिक सम्बद्ध है और आज वे उनके पास आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं।   इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है। उन्होंने कांग्रेस की 15 महीने की सरकार को भ्रष्टाचारी बताते हुए कहा कि 90 दिन में शांत था क्योंकि कोरोना का प्रकोप था लेकिन अब मैदान में उतरा हूं और कांग्रेस को जवाब दूंगा। मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मंत्रिमंडल और विभागों के बंटवारे को भूल जाइए। सभी मंत्री जन सेवक के तौर पर करेंगे काम, बीते 15 महीनों में जो विकास रुक गया था उसे गति देने की होगी काम। सभी मंत्री जन सेवक के लिए काम करेंगे। इस दौरान सिंधिया राजस्थान के सियासी संकट पर बोलने से बचते नजर आए।   वहीं सिंधिया के साथ मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए उमा भारती ने कहा कि सिंधिया परिवार से उनके पुराने पारिवारिक सम्बन्ध हैं। उन्होंने सिंधिया को आशीर्वाद देते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य पूरे देश मे जगमगाएंगे। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उमा ने कहा कि कांग्रेस पर पूरा संकट राहुल गांधी के कारण है, कांग्रेस में अच्छे नेताओं की कद्र नही। राजस्थान के हालातों पर सियासी सहानुभूति दिखाते हुए उमा भारती न कहा कि सचिन पायलट के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है।

Kolar News

Kolar News 14 July 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोमवार को सुबह अपने मंत्रिमंडल विस्तार के 11वें दिन मंत्रियों को विभाग आवंटित किये और उसके बाद उन्होंने दोपहर में मंत्रिमंडल की बैठक ली। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को अपनी सरकार की प्राथमिकताएं बताईं।मुख्यमंत्री ने बैठक में मंत्रियों से कहा है कि वे सप्ताह में एक दिन अपने विभाग की समीक्षा करें। समीक्षा का दिन सोमवार को तय किया जाए। इसके साथ ही मंत्री सप्ताह में कम से कम चार दिन अपने क्षेत्र का दौरा करें और अधिकारियों के साथ-साथ नागरिकों की समस्याएं जानें और उनका समाधान करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अभी कुछ दिन बाद सभी मंत्रियों को जिला का भी आवंटन किया जाएगा। इसके बाद सभी मंत्री एक जिले में दो दिन दौरा करें और अपने क्षेत्र में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लें। इसके अलावा जिलों में विकास कार्यों का निरीक्षण कर सतत जायजा लेते रहें। भ्रमण के दौरान ग्रामीणों से मिले और उनसे योजनाओं की जानकारी लें। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश जरूरी है और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए आपका विभाग क्या करेगा, इसकी योजना रोडमैप बनाएं। इस संबंध में जनता से भी सुझाव मांगे गए हैं। अभी तक करीब 700 सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। इन सुझावों को लेकर विभागों के अधिकारियों और अनुभवीं लोगों से बात करें। इस माह के अंत तक विचार कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में अपने विभाग का रोड मैप तैयार करें। उन्होंने कहा कि मैं भी समयानुसार आप सभी के विभागों की समीक्षा करता रहूंगा।

Kolar News

Kolar News 13 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह अपने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। जिसके बाद 25 कैबिनेट मंत्री और 08 राज्‍य मंत्रियों सहित कुल मंत्रीमण्‍डल के 33 सदस्‍यों को उनके विभागों की जिम्‍मेदारी मिल गई है। इनमें से पांच पूर्व से ही कैबिनेट मंत्री के रूप से शिवराज टीम में कार्य कर रहे हैं। शिवराज सरकार में अब मुख्यमंत्री को मिलाकर 34 मंत्री हैं।   अधिकारिक जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज ने जनसंपर्क, सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास, विमानन एवं उन तमाम विभागों को अपने पास रखा है जिन्‍हें अब तक अन्‍य किसी को नहीं सौंपा गया है। श्री चौहान ने मंत्रिमंडल विस्तार इनमें से अधिकांश मंत्रियों के शपथग्रहण किए जाने के 11वें दिन विभागों का बंटवारा किया है । जिनमें से कई पूर्व मंत्रियों के विभागों में परिवर्तन भी किया गया है।    डॉ नरोत्तम मिश्रा गृह, जेल, संसदीय कार्य और विधि विभाग संभालेंगे। उनसे स्वास्थ्य विभाग लेकर सिंधिया समर्थक डॉ. प्रभुराम चौधरी को दे दिया है। पूरी सूची में ज्‍यादातर सिंधिया समर्थकों को उनकी पसंद के विभाग सीएम चौहान आज यहां बांटते हुए दिखे हैं। वहीं गोपाल भार्गव लोक निर्माण, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग देखेंगे।  तुलसीराम सिलावट को नई जिम्‍मेदारी में जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विभाग सौंपा गया है। गोविंद सिंह को राजस्व, परिवहन विभाग की जिम्‍मेदारी मिली है।  मीना सिंह, आदिम जाति कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याण देखेंगी साथ ही कमल पटेल किसान कल्याण एवं कृषि विकास के पहले से ही मंत्री हैं।    इसी तरह से वाणिज्यिक कर, वित्त और योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी की जिम्‍मेदारी जगदीश देवड़ा को मिली है। यशोधरा राजे को उनके प्रिय विभाग पूर्व की भांति खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार का जिम्‍मा सौंपा गया है। भूपेंद्र सिंह जो पहले गृहमंत्री रह चुके हैं, नई जिम्‍मेदारी में नगरीय विकास एवं आवास देखेंगे। विजय शाह को वन विभाग दिया गया है।    वहीं, ऐंदल सिंह कंसाना-लोक स्वास्थ्य, यांत्रिकी, बृजेंद्र प्रताप सिंह-बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग-चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास, इमरती देवी-महिला एवं बाल विकास, महेंद्र सिंह सिसोदिया-पंचायत और ग्रामीण विकास, बिसाहूलाल सिंह-खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण, प्रद्युम्न सिंह तोमर-ऊर्जा, प्रेम सिंह पटेल-पशुपालन, सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण, ओमप्रकाश सकलेचा-सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और प्रौद्योगिकी, उषा ठाकुर-पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म, अरविंद सिंह भदौरिया-सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन, मोहन यादव-उच्च शिक्षा, हरदीप सिंह डंग-नवीन, एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव-औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन कैबिनेट मंत्री के रूप में सीएम शिवराज के मंत्रीमण्‍डल में कार्य करेंगे।    उल्‍लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल में 2 जुलाई को 28 मंत्रियों को शामिल किया था। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के 16 मंत्रियों में 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल हुए थे।जबकि इसी साल मार्च में कुल 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया था, जोकि कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। इसी के साथ सीएम शिवराज के चौथे कार्यकाल में उनके सहित अब त 34 मंत्री हो गए हैं।

Kolar News

Kolar News 13 July 2020

ग्‍वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन ने ग्वालियर प्रवास के दौरान शनिवार को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुचकर भर्ती कोविड-19 के मरीजों से व्हीसी के माध्यम से चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और शीघ्र स्वस्थ होकर अपने घर वापस जाने की ईश्वर से प्रार्थना की।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मरीज दुर्गा एवं अभय जैन से चर्चा करते हुए उनके स्वास्थ्य के संबंध मे जानकारी ली। उन्होने कोविड-19 के भर्ती मरीजों से कहा कि घबराने की बात नहीं है, आप सभी लोग चिंता ना करें। आप सभी लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर शीघ्र अपने घर वापिस जा सकेंगे।   चौहान ने कहा कि हमारे चिकित्सक, पैरामैडीकेल स्टाफ, नर्सेस आदि अपनी जान की परवाह किये बिना कोरोना योद्धा के रूप में मरीजों का उपचार एवं सेवा कर रहें है, ये सभी बधाई के पात्र हैं। हम सभी का दायित्व है कि इन सब का अभिनंदन करें। उन्होने कहा कि हम सभी लोग संकल्प लें कि कोरोना से लडने में कोई कोर कसर न छोडें।बिना मास्क लगाये घर से बाहर ना निकलें। सेनिटाइजर का उपयोग करें तथा फिजीकल डिस्टेंसिंग का भी पूर्ण रूप से पालन करें। चौहान ने भर्ती मरीज अभय जैन एवं श्रीमती दुर्गाबाई से चर्चा करते हुए बीमारी के संबंध मे जानकारी ली। इस दौरान अभय जैन ने बताया कि चिकित्सक एवं चिकित्सालय का स्टॉफ पूरी लगन के साथ उपचार कर रहे हैं। भर्ती मरीज श्रीमती दुर्गा बाई ने कहा कि उनका इलाज बेहतर तरीके से हो रहा है, अब उनकी तबियत ठीक है।   मुख्यमंत्री को इस दौरान सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार हेतु भर्ती मरीजों एवं ठीक होकर घर गए मरीजों के संबंध में जानकारी दी गई। इस मौके पर मंत्री प्रघुम्न सिंह तोमर, मंत्री श्रीमती इमरती देवी, राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद विवे‍क नारायण शेजवलकर, प्रशासननिक और पुलिस अधिकारी सहित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सकगण आदि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 11 July 2020

ग्वालियर/भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने ग्वालियर प्रवास के दौरान जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह (डिस्ट्रिक क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप) की बैठक में जिले में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ग्वालियर कोरोना पर जीत हासिल करेगा। लेकिन कोरोना को हराने के लिये हमें सावधान रहकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में कोई कमी न रहे। इस संक्रमण से किसी मरीज की मृत्यु नहीं होना चाहिए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिये जिन संसाधनों की भी जरूरत होगी, प्रदेश सरकार उनकी कमी नहीं आने देगी।बैठक में प्रदेश के लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, राज्य सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व इमरती देवी, राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी मौजूद थे।मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता के सहयोग से ही जीती जा सकती है। जिला प्रशासन एवं पुलिस सभी को भरोसे में लेकर इस अभियान को आगे बढ़ाएं। खुशी की बात है कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग के निवासियों की प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बहुत मजबूत है। यही वजह है कि दोनों संभाग में कोरोना मरीजों की मृत्यु दर अत्यंत कम है। ग्वालियर में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण रहा है। मगर पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। प्रदेश सरकार इस स्थिति को लेकर पूरी तरह सजग है। इसी सिलसिले में आज ग्वालियर में समीक्षा बैठक रखी गई। उन्होंने निर्देश दिए कि परिस्थितियों को ध्यान में रखकर रणनीति में भी बदलाव करें, जिससे कोरोना का फैलाव न होने पाए।मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव के लिए पुख्ता रणनीति के साथ काम करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिए कि जिले में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर में कम से कम 4 हजार बिस्तर की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित पुख्ता चिकित्सीय इंतजाम किए जाएं, जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों का बेहतर से बेहतर इलाज हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य बीमारियों के इलाज के लिये भी अस्पताल निर्धारित रहें।क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में मौजूद सदस्यों से मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर शहर के बाजार खोलने के समय के संबंध में निर्णय लें। उन्होंने कहा कि बाजार पर्याप्त समय तक खोले जा सकते हैं पर इस बात का ध्यान रखा जाए कि ग्राहक एवं दुकानदार मास्क लगाएं और दो गज की दूरी का अनिवार्यत: पालन हो।मुख्यमंत्री ने कलेक्टर से सामुदायिक संक्रमण रोकने के लिये किए जा रहे उपाय, फीवर क्लीनिक की स्थिति, होम आइसोलेशन की सुविधा, कोरोना से निपटने के लिये तैयार की गई नई रणनीति एवं अस्पतालों में भर्ती मरीजों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। साथ ही कहा किल कोरोना अभियान को प्रभावी ढंग से अंजाम दें। बैठक में मुख्यमंत्री ने सदस्यों के सुझाव सुने और उन पर अमल करने के निर्देश कलेक्टर को दिए।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा "किल कोरोना अभियान" की सर्वे की गति बढ़ाएं। अभियान के तहत सर्वे का काम हर हाल में 15 जुलाई तक पूर्ण हो जाना चाहिए। साथ ही जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण पाए जाएं उनकी जाँच भी हो जाए।   कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में जानकारी दी कि जिले में सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने के लिये पूल सेम्पलिंग का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। अब तक लगभग 9 हजार पूल सेम्पल कराए गए हैं, जिनमें मात्र 25 कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री मिली है। इससे पता चलता है कि जिले में अभी सामुदायिक संक्रमण जैसी स्थिति नहीं है। जिले में संचालित 30 फीवर क्लीनिक में इलाज के लिये आए मरीजों की सेम्पलिंग भी प्रमुखता से कराई गई है। जिले में केन्टोनमेंट क्षेत्र की निगरानी में वार्ड समितियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। कलेक्टर ने कोरोना से निपटने के लिये बनाई गई नई रणनीति बताई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाली कोरोना योद्धा स्व. हेमलता वर्मा की पुत्री कु. प्रीति वर्मा को 50 लाख रुपये की सहायता राशि का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के तहत यह सहायता राशि दी गई है। मुख्यमंत्री ने प्रीति वर्मा को सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा भी दिलाया। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को इस आशय का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। ज्ञात हो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हेमलता वर्मा की ड्यूटी कोविड-19 के सर्वे कार्य में लगी थी। ड्यूटी के दौरान वे कोरोना से संक्रमित हो गई। ग्वालियर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज के दौरान गत 28 जून को उनकी मृत्यु हो गई थी।

Kolar News

Kolar News 11 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी भोपाल में भी रोजाना कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशाासन ने भोपाल में 31 जुलाई तक हर रविवार को कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। इस दौरान सभी बाजार, कार्यालय, प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे। और बेवजह लोगों के बाहर घूमने पर पाबंदी रहेगी। आदेश का उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस दौरान दूध पार्लर और मेडिकल जैसी जरुरी सेवाओं को चालू रखा रहेंगी।  मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को लॉकडाउन लगाए जाने के निर्णय को जरुरी बताया है। शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में किल कोरोना अभियान से हम कोरोना पर नियंत्रण कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह कोरोना देश-दुनिया में पांव पसार रहा है, उसकी आशंका को भांपते हुए रविवार को टोटल लॉकडाउन किया है। उन्होंने कहा कि रविवार को बाजारों में भीड़ बढ़ रही थी। अनलॉक का मकसद आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाना है, लोगों को सतर्कता को लेकर गंभीर होना चाहिए।   सीएम शिवराज के ग्वालियर- चंबल दौरे को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि पड़ोस के राज्यों से कोरोना मुरैना, ग्वालियर में पहुंच रहा है। आज सीएम खुद पहुंच रहे हैं, वहां खुद कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे। वहीं ग्वालियर दौरे को उपचुनाव से दूर बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता कोरोना पर नियंत्रण करने की है।   महाकाल मंदिर के शंखद्वार का शुद्धिकरण कांग्रेस का पाखंडवहीं कांग्रेस नेताओं के शुद्धिकरण करने महाकाल मंदिर जाने को गृहमंत्री मिश्रा ने पॉलिटिकल पाखण्ड बताया है। उन्होंने कहा है कि भगवान महाकाल मंदिर के शंखद्वार के शुद्धिकरण की मप्र कांग्रेस की बात राजनीतिक पाखंड है, कांग्रेस को कम से कम पवित्र धार्मिक स्थलों को लेकर इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए।

Kolar News

Kolar News 11 July 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना का लोकार्पण दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा है कि भारत विश्व में 'क्लीन एनर्जी का मॉडल बनेगा। भारत ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये 'अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस' का निर्माण किया है। हमारे प्रयास है कि आम आदमी अपनी जरूरत की बिजली घर पर ही पैदा करे। इस कार्य में सरकार मदद करेगी। हम प्रयासरत है कि देश में बेहतर सोलर पैनल, बेट्री, स्टोरेज बनें तथा हमें विदेशों से उपकरण आयात नहीं करना पड़ें। मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हो रहे है। मध्यप्रदेश सस्ती एवं साफ-सुथरी बिजली का हब बन रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रीवा ने आज वाकई इतिहास रच दिया है। सफेद बाघ के नाम से जाना जाने वाला रीवा अब विश्व में सेालर प्लांट के नाम से भी जाना जाएगा। यहां खेतों में लगे हजारों पैनल ऐसा अहसास दिलाते है, मानो खेतो में फसल लहरा रही हो या गहरे समंदर का नीला पानी हो। इस अभूतपूर्व कार्य के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्र की जनता सहित पूरी टीम बधाई की पात्र है।मप्र ने गेहूं का रिकार्ड उत्पादन कियाउन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। कोरोना के प्रभावी नियंत्रण के साथ ही मध्यप्रदेश ने गेहूँ का रिकार्ड उत्पादन किया है। अब मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा उत्पादन में भी रिकार्ड बनायेगा। शासन ऐसी योजना बना रहा है, जिसके माध्यम से अब किसान अपनी बंजर एवं अनुपयोगी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकेगा। वह स्वयं की आवश्यकता की पूर्ति के साथ ही दूसरों को भी बिजली दे पायेगा। हमारा अन्नदाता किसान अब ऊर्जादाता भी बन सकेगा।दिल्ली की मेट्रो रीवा से चलेगीप्रधानमंत्री ने कहा कि रीवा सोलर परियोजना से न केवल मध्यप्रदेश को बिजली प्राप्त हो रही है बल्कि यह हर्ष का विषय है कि परियोजना अपनी 24 प्रतिशत बिजली दिल्ली मेट्रो को प्रदान कर रही है। दिल्ली की मेट्रो रीवा से चलेगी।श्योर, प्योर एवं सिक्योर ऊर्जा का स्त्रोत है सूर्यउन्होंने कहा कि हमारे देश में सूर्य उपासना का विशेष स्थान है। सूर्य हमें पवित्र तो करता ही है, हमारे लिये अक्षय ऊर्जा का स्त्रोत भी है। सूर्य श्योर, प्योर एवं सिक्योर ऊर्जा देता है। इसकी ऊर्जा 'श्योर' अर्थात सदा सर्वदा है, 'प्योर' अर्थात पर्यावरण के लिये सुरक्षित एवं शुद्ध है तथा 'सिक्योर' अर्थात हमेशा के लिये है और हमारी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकती है।भारत की सस्ती सौर ऊर्जा की पूरी दुनिया में चर्चा हैप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हम विश्व के टॉप 5 देशों में पहुँच गये हैं। भारत ने सिद्ध कर दिया है कि सौर ऊर्जा अर्थव्यवस्था एवं पर्यावरण दोनों की दृष्टि से लाभदायी है। वर्ष 2014 में जहां सौर ऊर्जा की कीमत 7 से 8 रुपये प्रति यूनिट हुआ करती थी, आज वह घटकर 2.25 से 2.50 रुपये प्रति यूनिट हो गयी है। रीवा सोलर प्लांट के माध्यम से सस्ती बिजली का उत्पादन बड़ी उपलब्धि है। सोलर बिजली की आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भर भारत के लिये आवश्यक है।साफ-सुथरी ऊर्जा के प्रति हम संकल्पितउन्होंने कहा कि साफ सुथरी ऊर्जा के प्रति हम संकल्पित है। हमें पर्यावरण की सुरक्षा तो करना ही है, साथ ही जनजीवन को आसान भी बनाना है। हमने हर घर में एलपीजी, सीएनजी आधारित वाहन व्यवस्था तो की ही है, अब बिजली आधारित परिवहन की व्यवस्था के प्रयास किये जा रहे हैं। देश में गत वर्षों 36 करोड़ एलईडी बल्ब के माध्यम से लगभग 600 अरब यूनिट बिजली बचाई गई है। हमारा ध्येय है हर व्यक्ति तक सस्ती बिजली पहुँचे तथा वातावरण हवा पानी भी शुद्ध बना रहे।मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण के प्रभावी उपायप्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना नियंत्रण के प्रभावी उपाय किये है। उन्होंने कहा कि थोड़े से प्रयासों दो गज की दूरी चहरे पर मास्क लगाना, हाथ को 20 सेकण्ड तक साबुन से धोना, जगह-जगह नहीं थूकना आदि के माध्यम से हम कोरोना जैसी भयानक बीमारी को आसानी से हरा सकते है। नियमों का पालन करें तथा अनुशासन में कमी न आने दें।इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ से, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, धर्मेन्द्र प्रधान, प्रहलाद पटेल, आर.के. सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते दिल्ली से तथा रीवा से सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

Kolar News

Kolar News 10 July 2020

भोपाल। उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को शुक्रवार सुबह यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद सियासी गलियारों में घमासान मच गया है। उज्जैन महाकाल मंदिर से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद से उसके एनकाउंटर होने तक मप्र की राजनीति में भी इसको लेकर गहमा गहमी चल रही है। मप्र कांग्रेस पहले उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठा रही थी, वहीं अब उसके एनकाउंटर पर भी कांग्रेस ने भाजपा का घेराव किया है।    कांग्रेस ने विकास दुबे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठाए हैं। इसी क्रम में अब मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि ‘यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था? अब राजनीतिक राज पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। उसके सरेंडर से लेकर एनकाउंटर तक की कार्रवाई संदेह के घेरे में है। उसकी सीबीआई जांच होनी ही चाहिए।   इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पुलिस के हाथों मौत नहीं कोर्ट से फांसी की सजा का अधिकारी था विकास दुबे। आगे उन्होंने लिखा है कि 'क्या उप्र सरकार ने खो दिया है न्यायिक प्रणाली पर विश्वास ? हिस्ट्रीशीटर होने पर भी बड़े नेताओं के साथ हैं विकास की फोटो। कल से ही थी विकास दुबे के एनकाउंटर की आशंका। तन्खा ने कोर्ट के नियंत्रण और निगरानी में हो एनकाउंटर की जांच की मांग की है। उनके मुताबिक कानूनी प्रक्रिया से मिलनी थी विकास दुबे को सज़ा।

Kolar News

Kolar News 10 July 2020

भोपाल। उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित विकास दुबे की शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई है। इससे पहले गुरुवार को विकास दुबे को मप्र पुलिस ने उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर से पकड़ा था। विकास दुबे की गिरफ्तारी से लेकर उसके एनकाउंटर तक राजनीतिक दल कई सवाल उठा रहे हैं। इस बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व सीएम उमा भारती ने विकास दुबे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से तीन सवाल पूछे हैं। उमा भारती ने सबसे पहले ट्वीट कर विकास दुबे एनकाउंटर के लिए यूपी पुलिस को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार डीएसपी एवं उनके साथ 8 पुलिस अधिकारी एवं सिपाहियों की निर्मम हत्या करने वाले राक्षस विकास दुबे को मार गिराने के लिए @Uppolice को बधाई, @Uppolice की जय हो। अभी भी उसने भाग निकलने की चेष्टा की किंतु वह मार गिराया गया।   इसके अलावा एक अन्य ट्वीट कर उमा भारती ने सीएम शिवराज और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से तीन तीखे सवाल कर पूछा है कि आखिर विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंचा और महाकाल मंदिर पहुंचने पर उसे किसी ने पहचाना क्यों नहीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा मैं @ChouhanShivraj जी से एवं गृह मंत्री @drnarottammisra जी से इस विषय पर बात अवश्य करूंगी किंतु यह सच्चाई तो सामने आ गई कि भगवान महाकाल ने देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार पुलिस अधिकारी के हत्यारे का संहार कर दिया। अब तीन बातें रहस्य की परत में हैं-(1) वह उज्जैन तक कैसे पहुंचा? (2) वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा? (3) उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता तो उसको पहचाने जाने में इतना समय कैसे लगा?   उल्लेखनीय है कि विकास दुबे कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहा था। उसे उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन करते हुए गिरफ्तार किया गया था। एक जानकारी यह भी थी कि विकास दुबे ने सरेंडर किया है। विकास दुबे की गिरफ्तारी के  बाद अब उसके एनकाउंटर पर भी सवाल उठ रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 10 July 2020

भोपाल/उज्जैन। उत्तरप्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले पांच लाख के इनामी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने गुरुवार सुबह महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया है। उसके साथ ही पुलिस ने उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इधर, विकास दुबे की गिरफ्तार के बाद राज्य में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस इस गिरफ्तारी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साध रही है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाये हैं।उज्जैन पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उसके दो साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है। इधर, दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि - ‘यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए एक प्रायोजित सरेंडर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है। जय महाकाल।’

Kolar News

Kolar News 9 July 2020

भोपाल। उत्तरप्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले पांच लाख के इनामी कुख्यात अपराधी विकास दुबे की उज्जैन में हुई गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में राजनीतिक घमासान मच गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां इस गिरफ्तारी को लेकर उज्जैन पुलिस की पीठ थपथपा रहे हैं तो वहीं कांग्रेस के नेता इस गिरफ्तारी को विकास दुबे का सरेंडर बताते हुए उसके उज्जैन पहुंचने को लेकर सवाल उठा रहे हैं और राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी एक ट्वीट को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार किया है और कहा है कि क्या भगवान महाकाल उनको माफ कर देंगे?दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद ट्वीट के माध्यम से उज्जैन पुलिस को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए उज्जैन पुलिस को बधाई। 'जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे तो उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं’। शिवराज ने आगे लिखा कि हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है।’ मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार किया है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘जिन्होंने अपने भ्रष्टाचार व घोटालों से उज्जैन महाकाल की नगरी को भी नहीं छोड़ा, वे क्या सोचते हैं कि भगवान महाकाल उनको माफ कर देंगे। अभी उन्होंने भगवान महाकाल को जाना नहीं। उनको उनके पापों की सजा हर हाल में मिलेगी। भगवान महाकाल उनको बख्शने वाले नहीं।’

Kolar News

Kolar News 9 July 2020

उज्जैन। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिसकर्मी जब उसे महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा रहे थे, तब उसने पुलिस टीम पर रौब दिखाने का प्रयास किया। उसने लोगों को देखकर जोर से चिल्लाते हुए कहा कि ‘मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला'। इस पर एक पुलिसकर्मी ने उसे जोरदार थप्पड़ मारा और चुप रहने को कहकर गाड़ी में बैठाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गैंगस्टर विकास दुबे के गिरफ्तार होने की जानकारी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन पर दी।जानकारी के मुताबिक कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित पांच लाख का इनामी विकास दुबे गुरुवार को सुबह करीब सात बजे उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा था। यहां उसने फैसिलिटी सेंटर पर अपना बैग रखने के बाद यहां उसने शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये की रसीद कटवाई और मंदिर में दर्शन करने चला गया। जब वह दर्शन करके लौट रहा था, उसी दौरान मंदिर में एक सिक्योरिटी गार्ड को शंका हुई तो वह उसे महाकाल पुलिस चौकी लेकर पहुंचा, जहां पूछताछ शुरू होते ही उसने कहा- हां, मैं विकास दुबे हूं। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना दी गई। एसपी मनोज सिंह खुद उसे गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।फिलहाल आरोपित से आईजी राकेश गुप्ता, एसपी मनोज सिंह सहित कुछ अन्य अफसर पूछताछ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर सूचना दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक उज्जैन पुलिस जरूरी कार्रवाई करने के बाद आरोपित को कानपुर पुलिस को सौंप देगी। बताया गया है कि उसके साथ उसके दो साथी भी थे जो पुलिस के देखकर मौके से फरार हो गए।इधर जानकारी सामने यह भी आ रही है कि विकास दुबे ने उज्जैन पहुंचकर सरेंडर किया है। दरअसल, उसे आशंका थी कि पुलिस जल्द ही उसका भी एनकाउंटर कर सकती है, इसीलिए उसने महाकाल मंदिर में जब गार्ड ने उससे नाम पूछा तो कोई झूठ बोलने के बजाए उसने अपना सही नाम बताया। यही उसकी गिरफ्तारी का बड़ा कारण रहा। हालांकि इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी कहने से बच रही है। इसमें कितनी सच्चाई है, इसका पता तो पुलिस के खुलासा करने से हो सकता है।

Kolar News

Kolar News 9 July 2020

उज्जैन/भोपाल। कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपित विकास दुबे मप्र के उज्जैन से गिरफ्तार हो गया है। वह उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था। विकास दुबे कानपुर गोलीकांड मुख्य आरोपी है और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।    विकास दुबे के पकड़े जाने को लेकर दो बातें सामने आ रही हैं। पहली यह कि वह सरेंडर करने के लिए ही यहां आया था और दूसरी उसे महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने पहचान लिया और पुलिस को सूचना दे दी। विकास दुबे सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल के दर्शन करने पहुंचा था। वह 250 रुपये का टिकट लेकर अंदर प्रवेश कर रहा था, तभी वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी उसे चौकी लेकर पहुंचे। बाद में उज्जैन एसपी मनोज सिंह दुबे को गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।   एक जानकारी यह भी सामने आ रही है कि बताया जा रहा कि एनकाउंटर से बचने के लिए विकास दुबे ने खुद सरेंडर किया है। आरोपित विकास दुबे ने महाकाल चौकी पर खुद जाकर कहा कि मैं मोस्टवांटेड हूं, मुझे गिरफ्तार करो।   सीएम शिवराज ने यूपी के मुख्यमंत्री से फोन पर की चर्चामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की है। मध्य प्रदेश पुलिस, विकास दुबे को यूपी पुलिस को हैंड ओवर करेगी।

Kolar News

Kolar News 9 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा उत्पादन में देश में अग्रणी स्थान पर है। विश्‍व की सबसे बड़ी परियोजनाओं में रीवा सौर परियोजना शामिल है। लगभग 4 हजार करोड़ की लागत से 750 मेगावाट की रीवा सौर परियोजना में पूर्ण क्षमता के साथ उत्पादन प्रारंभ हो गया है। इसके अलावा पांच हजार मेगावाट की छ: परियोजनाएं और निर्माणाधीन हैं। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना को शुक्रवार, 10 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस परियोजना से लगभग 800 लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।   जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि रीवा सौर परियोजना के लिये मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया की ज्वाइंट वेंचर कम्पनी के रूप में रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड कम्पनी का गठन किया गया। इस परियोजना को राज्यस्तर पर नवाचार के लिये प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिये सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं में चयनित किया गया। इस परियोजना में उत्पादित विद्युत का न्यूनतम टैरिफ 2 रुपये 97 पैसे यूनिट था, जो समकालीन परियोजनाओं से प्राप्त टैरिफ साढ़े चार से पांच रुपये प्रति यूनिट की तुलना में डेढ़ से दो रुपये तक कम था।   रीवा सौर परियोजना रीवा जिले में 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल साइट सौर संयंत्रों में से एक है। परियोजना से उत्पादित विद्युत का 76 प्रतिशत अंश प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कम्पनी को और 24 प्रतिशत दिल्ली मेट्रो को प्रदान किया जा रहा है। इस परियोजना से प्रथम बार ऑपन एक्सेस के माध्यम से राज्य के बाहर किसी व्यावसायिक संस्थान दिल्ली मेट्रो को बिजली प्रदान की गई। आंतरिक ग्रिड समायोजन के लिए वर्ल्ड बैंक से ऋण प्राप्त करने वाली यह देश के पहली परियोजना है। विश्व बैंक का ऋण राज्य शासन की गारंटी के बिना और क्लिन टेक्नॉलिजी फण्ड (सीटीएफ) के अंतर्गत सस्ती दरों पर दिया गया है।   रीवा सौर परियोजना से प्रतिवर्ष 15.7 लाख टन कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन को रोका जा रहा है, जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है। रीवा सौर ऊर्जा परियोजना न केवल प्रदेश को नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि मध्यप्रदेश को अन्य राज्यों एवं व्यावसायिक संस्थानों को बिजली प्रदान करने में अग्रणी रखेगी।

Kolar News

Kolar News 8 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार को एक सप्ताह होने जा रहा है, लेकिन विभागों के बंटवारें को लेकर अभी तक पेंच फंसा हुआ है। विभागों के बटवारे को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान आलाकमान से चर्चा करने दो दिवसीय प्रवास पर दिल्ली भी पहुंचे थे। जहां उन्होंने केन्द्रीय नेतृत्व को स्थिति से अवगत कराया। इसी बीच सीएम शिवराज सिंह ने गुरुवार को सुबह 10:30 बजे कैबिनेट बैठक भी बुला ली है। ऐेसे में संभावना जताई जा रही है कि कैबिनेट बैठक से पहले आज यानि बुधवार शाम तक विभागों का बंटवारा किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो कैबिनेट बैठक में बजट के साथ ही रेवेन्यू से जुड़े कुछ खास विधेयकों को भी मंजूरी दी जा सकती है। गौरतलब है कि शिवराज सरकार बनने के 100 दिनों बाद मंत्रिमंडल का विस्तार 2 जुलाई को किया गया था। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार के 6 दिनों बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है। सिंधिया के भाजपा में शमिल होने और उनके समर्थकों को मंत्री बनाए जाने के बाद अब विभागों के बंटवारे को लेकर भाजपा में ऐसी घमासान मची कि सीएम शिवराज को मंत्रियों को विभागों के बटवारे के लिए केंद्र की दौड़ लगानी पड़ रही है। सीए शिवराज की दिल्ली में दो दिन केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद तकरीबन सहमति बन गई है। बताया जाता है कि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने सिंधिया समर्थक 14 मंत्रियों के विभाग तय कर दिए हैं। शेष मंत्रियों के विभागों का चयन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को स्थानीय पार्टी नेताओं से विचार-विमर्श कर करना है। मंगलवार को दिल्ली से लौटने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ विचार-विमर्श किया है। विभाग वितरण की प्रस्तावित सूची प्रभारी उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे को भेज दी गई है। उम्मीद है कि आज शाम तक दिल्ली से हरी झंडी मिलते ही विभागों का वितरण कर दिया जाएगा।    

Kolar News

Kolar News 8 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों की प्रमुख दलों ने बिसात बिछानी शुरू कर दी है। सरकार बचाए रखने के लिए भाजपा हर संभव प्रयास कर रही है। वहीं दोबारा सत्ता में आने के लिए कांग्रेस भी पुरजोर कोशिश कर रही है। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ग्वालियर- चंबल की सीटों पर ’यादा फोकस कर रही है। ऐसे में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी पर कांग्रेस की जीत की जिम्मेदारी देखी जा रही है। इस बीच गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दोनों की जोड़ी पर तंज कसा है।   गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए दिग्विजय- कमलनाथ की जोड़ी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि कोई दिग्विजय- कमलनाथ की जोड़ी नहीं है। उपचुनाव के दौरान दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश में कहीं सभा करते नहीं दिखाई देंगे और बचे हुए कांग्रेसी खुद दिग्विजय को सभा में नहीं बुलाएंगे। मंत्री मिश्रा ने चुटकी लेते हुए कहा कि सभी कांग्रेसी यही सोचते हैं कि दिग्विजय सिंह के आने से वोट कटेंगे। मेरा अनुभव यह कहता है कि दिग्विजय सिंह किसी भी सभा में नजर नहीं आएंगे। वहीं ग्वालियर- चंबल में कांग्रेस के मुख्यालय बनाए जाने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि ये कुछ भी कर ले कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है, जब परिणाम आएगा तो सब स्पष्ट हो जाएगा।   कांग्रेस की उपचुनाव की तैयारी पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि जो लोग जनता को धोखा देते हैं, झूठ बोलते हैं, वो लोग कभी वापस नहीं आए। ये मेरा &0 साल का विधानसभा का अनुभव है और वह यही कहता है।   कांग्रेस के ध्येय पत्र पर बोला हमला उपचुनाव में कांग्रेस द्वारा ध्येय पत्र लाए जाने पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस कोई भी पत्र बना ले वो झूठ का पुलिंदा ही होगा। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती, चढ़ गई एक बार। उन्होंने कहा कि किसान और नौजवान के साथ कांग्रेस ने जो धोखा किया, उसके बाद ये कभी वापस नहीं आ सकते। घोषणापत्र का वादा पूरा नहीं किया, तो अब इनका सरवाइव करना मुश्किल है।   जल्द होगा विभागों का बंटवारावहीं मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बहुत जल्दी विभागो का बंटवारा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सबसे सलाह- मशवरा कर के फैसला करती है। ये किसी परिवार की पार्टी नही है, ये एक समूह है। बहुत जल्द सलाह लेकर मंत्रिमंडल के विभागों का बंटवारा हो जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 8 July 2020

उज्जैन। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 24 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक घमासान जारी है। प्रदेश के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का बड़ा बयान सामने सामने आया है। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में राजनीति में छाए टाइगर जिंदा है वाले मुद्दे पर कहा है कि कौन टाइगर और कौन चूहा-बिल्ली, जनता सब जानती है।   दरअसल, पूर्व सीएम कमलनाथ मंगलवार को उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने यहां महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक गर्भगृह के बाहर से ही महाकाल के दर्शन किए और अभिषेक पूजन किया। मंदिर से बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं यहां महाकाल का आशीर्वाद लेने आया था। प्रदेश के किसानों को, मध्य प्रदेश की जनता को आशीर्वाद मिले, मुझे आशीर्वाद मिले, मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे, यही कामना महाकाल से की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सीधी-सादी और समझदार है। वह जानती है कि कांग्रेस सरकार गिराने के लिए क्या-क्या गद्दारी हुई है और क्या सौदा हुआ?    उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौदे से सरकार बनी और सौदे से मंत्रिमंडल भी बना। अब विभागों के बंटवारे के लिए सौदेबाजी हो रही है। उन्होंने टाइगर के मुद्दे पर कहा कि कौन टाइगर, कौन बिल्ली है और कौन चूहा है, जनता सब जानती है। वो कभी टाइगर बन जाते हैं, कभी यह बन जाते हैं कभी वह बन जाते हैं। इसका मतलब असली बात जनता तक नहीं जा पा रही। टाइगर कहकर गुमराह किया जा रहा है, लेकिन जनता समझदार है। कौन टाइगर है, कौन हाथी है, कौन बिल्ली है, कौन चूहा है, ये सब जनता के सामने है।   उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि हमारी सरकार में किस पटरी पर मध्यप्रदेश आगे चल रहा था। किस तरह से मध्य प्रदेश को नई दिशा मिली थी, विकास को गति मिली थी। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रदेश में फिर जनता हमारा साथ देगी और कांग्रेस की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि 15 साल की बीजेपी और शिवराज सरकार के दौरान किए गए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश मेरी सरकार ने किया और वह हम पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। जनता सब जानती है, फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी। इसके बाद वे यहां से धार के बदनावर रवाना हो गए, जहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है।    कमलनाथ के महाकाल मंदिर में दर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का हुजूम मंदिर में उमड़ पड़ा। वे मंदिर में प्रवेश करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा गाड्र्स ने कोरोना के कारण ऐहतियात के तौर पर गेट बंद कर दिया। कांग्रेस के घटिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामलाल मालवीय ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता भी और अपशब्द कहते हुए सरकार आने पर देख लेने की धमकी तक दे दी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने गेट खोल दिया और पूरी भीड़ मंदिर में घुस गई।

Kolar News

Kolar News 7 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अनलॉक के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। बीते दो दिनों से यहां लगातार बड़ी संख्या में लोग संक्रमित मिल रहे हैं। मंगलवार को सुबह आई रिपोर्ट में रिकॉर्ड 86 नये संक्रमित मिले हैं, इनमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का पीए भी शामिल है। उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।   भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सुबह 86 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यहां पहली बार इतनी अधिक संख्या में कोरोना के मरीज मिले हैं। इससे पहले रविवार को यहां 78 और सोमवार को 51 संक्रमित मिले थे। मंगलवार को 86 नये मरीज मिलने के बाद राजधानी में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3261 हो गई है, जबकि भोपाल में अब तक कोरोना से 113 लोगों की मौत हो चुकी है। नये संक्रमितों में सिंधिया के पीए के साथ, एक डॉक्टर, अरेरा कॉलोनी में एक साल कके बच्चे समेत परिवार के 6 सदस्य भी शामिल हैं।    राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पीए अनिल मिश्रा भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। गत दो जुलाई को राजभवन में मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में वे शामिल हुए थे। भाजपा कार्यालय की वर्चुअल रैली के दौरान भी वे कई नेताओं के संपर्क में रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास में भी सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों से चर्चा के दौरान भी वे पूरे समय उपस्थित रहे थे। अनिल मिश्रा की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनके सम्पर्क में आए लोगों में हडकम्प मच गया है। गौरतलब है कि इसके पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी माता भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे। दिल्ली के अस्पताल में इलाज के बाद वे स्वस्थ हुए और घर लौटे। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने के लिए वे भोपाल आए थे।   बता दें कि भोपाल में लॉकडाउन के दौरान कम संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन अनलॉक के बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है और रोजाना 50-60 नये मामले सामने सामने आ रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 7 July 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि उपभोक्ताओं को जून माह के राशन का वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही लंबे समय से राशन सामग्री न लेने वाले उपभोक्ताओं के नामों की समीक्षा करते हुए नए पात्र उपभोक्ताओं के नाम जोड़ने की कार्यवाही की जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा जिला कलेक्टर्स के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण की समीक्षा करते हुए दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कुछ जिलों से उपभोक्ता भंडार द्वारा गड़बड़ी की शिकायतें प्राप्त होती हैं। शिकायतों की स्थिति को समाप्त किया जाए।   मुख्यमंत्री चौहान ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं को पूर्व में मार्च, अप्रैल और मई माह का राशन प्रदान किया जा चुका है। कोविड-19 के संकट को देखते हुए सामग्री का अग्रिम प्रदाय भी किया गया। जून माह के लिए आवंटित खाद्यान्न के शत-प्रतिशत पात्र उपभोक्ताओं को वितरण का कार्य पूरा किया जाए। प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि 88 प्रतिशत खाद्यान्न का वितरण किया जा चुका है। उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुए गत दो माह बायोमेट्रिक पद्धति की अनिवार्यता भी समाप्त की गई। उपभोक्ताओं के सर्वेक्षण का कार्य कर लिया गया है। प्रत्येक पात्र उपभोक्ता को खाद्य सामग्री का प्रदाय सुनिश्चित किया जा रहा है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े उपस्थित रहे।   मध्यप्रदेश में नहीं होगी उर्वरक और खाद की कमी मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में उर्वरक और खाद आवश्यकता के अनुसार उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री से आग्रह किया गया है। चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिरिक्त उर्वरक प्राप्त करने के संबंध में यथासमय कार्यवाही पूर्ण करें। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रमुख सचिव कृषि को इस संबंध में जरूरी फॉलोअप करने के निर्देश दिए। इसी तरह गत वर्ष उपार्जित 6.45 लाख मेट्रिक टन गेहूँ केन्द्रीय पूल में दिए जाने के संदर्भ में मुख्यमंत्री चौहान द्वारा किए गए अनुरोध पर केन्द्र सरकार द्वारा राज्य शासन के अधिकारियों से संवाद कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 7 July 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा से नई दिल्ली में मुलाकात कर राज्य के लिए अतिरिक्त यूरिया आवंटन का अनुरोध किया। चौहान ने कुल 5.75 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया राज्य के लिए शीघ्र आवंटन करने की मांग की। चौहान ने बताया कि माह जुलाई के लिए डेढ़ लाख मीट्रिक टन यूरिया और अगस्त से सितम्बर तक के लिए 4.25 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटन की आवश्यकता है। केन्द्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने राज्य को अतिरिक्त यूरिया का कोटा बढ़ाने का आश्वासन दिया और साथ ही प्रदेश में रैक प्वाइंट्स बढ़ाने की सहमति दी।    उल्लेखनीय है कि खरीफ 2020 के लिए केन्द्र सरकार ने 11 लाख मीट्रिक टन यूरिया देने पर सहमति जतायी थी। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। इसके परिणामस्वरूप 72 लाख हैक्टेयर क्षेत्र की बुआई हो चुकी है। अच्छी वर्षा और जल्दी बुआई होने के फलस्वरूप प्रदेश में यूरिया के वितरण में विगत वर्षों की तुलना में 23 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है।    चौहान ने कहा कि कोविड 19 के कारण इंदौर, खण्डवा, छिन्दवाडा और इटारसी के रैक प्वाइंट्स पर अनलोडिंग पर अधिक समय लगने के कारण प्रदेश के अन्य जिले में यूरिया प्रदाय प्रभावित हुआ है। चौहान ने प्रदेश में रैक प्वाइंट बढ़ाने की मांग की।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित दो पुस्तिकाओं-’उम्मीद’ और ’मध्यप्रदेश विकास के प्रतिबद्ध प्रयास’ की प्रतियां भेंट कीं।

Kolar News

Kolar News 6 July 2020

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में मंत्रियों को मलाईदार विभागों के बंटवारे को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि हमारी पार्टी की संस्कृति में किसी भी जिम्मेदारी में मलाई नहीं दिखती। हम मालदार नहीं, बल्कि चौकीदार हैं। उन्होंने यह बातें श्रावण के पहले सोमवार को उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कही।   दरअसल, उमा भारती सोमवार सुबह उज्जैन पहुंची थी। यहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन किये। मंदिर से बाहर निकलते ही उन्हें मीडियाकर्मियों ने घेर लिया और कई सवाल पूछे। उन्होंने सवालों के जवाब देते हुए कहा कि मैं भगवान महाकाल के दर्शन करके अभिभूत हुई हूं। मैं बाबा से प्रार्थना करती हूं कि देश और दुनिया को कोरोना से मुक्ति मिले। उन्होंने शिवराज कैबिनेट विस्तार के बाद मंत्रियों को विभागों के बंटवारे को लेकर कहा कि आमतौर पर मंत्रिमंडल गठन के बाद पोर्टफोलियो के बंटवारे के समय यह चर्चा आम होती है कि मलाईदार विभाग किसको मिलेगा, लेकिन उन्होंने साफ-साफ कहा कि हमारी पार्टी की संस्कृति में किसी भी जिम्मेदारी में मलाई नहीं दिखती, यह सबको समझना पड़ेगा।    उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी के समय पर सरकार उनके नियंत्रण में नहीं थी। तब भ्रष्टाचारियों का बोलबाला हो गया था तथा वह अपनी सरकार पर नियंत्रण नहीं रख पाए, लेकिन अब शिवराज जी राज्य में सब चीजों को दुरुस्त करेंगे एवं हम 24 सीटों पर चुनाव जीतेंगे। उन्होंने सिंधिया को लेकर कहा कि ज्योतिरादित्य जी की दादी की भी इच्छा थी कि माधवराव जी भाजपा में रहे। उनकी इच्छा ज्योतिरादित्य जी ने पूरी की है। वहीं, इंदौर से विधायक उषा ठाकुर को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर उन्होंने कहा कि उषा जी पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं, उनको मंत्री पद देकर भाजपा ने निष्ठावान कार्यकर्ता का मान बढ़ाया है।

Kolar News

Kolar News 6 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अपने नई दिल्ली के प्रवास के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से सौजन्य भेंट की। उनकी माह मार्च 2020 में मुख्यमंत्री बनने के उपरांत राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से यह पहली मुलाकात थी।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को दोपहर में राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को राज्य की वर्तमान कोरोना स्थिति की जानकारी और अन्य विषयों पर चर्चा की। साथ ही राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित दो पुस्तिकाओं ’उम्मीद’ और ’मध्यप्रदेश-विकास के प्रतिबद्ध प्रयास’ की प्रतियां राष्ट्रपति को भेंट की।   इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति को प्रदेश में इस वर्ष हुए बम्पर गेहूँ उपार्जन की जानकारी दी और राज्य सरकार ने कोरोना नियंत्रण एवं प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाये गये कदमों से अवगत कराया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित दो पुस्तिकाओं ’उम्मीद’ और ’मध्यप्रदेश-विकास' के प्रतिबद्ध प्रयास’ की प्रतियां उपराष्ट्रपति को भेंट की।

Kolar News

Kolar News 6 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में लम्बी माथामच्ची के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का विस्तार तो हो गया, लेकिन अब मंत्रियों को विभागों के बंटवारे के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। मंत्रिमंडल विस्तार के तीन दिन बीत जाने के बावजूद विभागों को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां मंत्रियों के विभाग आवंटन को वे केन्द्रीय नेतृत्व से विचार-विमर्श करेंगे।   मध्यप्रदेश में लम्बे विचार-विमर्श के बाद बीते गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, लेकिन अब तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया। विभाग बंटवारे में हो रही देरी का कारण सिंधिया समर्थकों का महत्वपूर्ण विभागों की मांग बताया जा रहा है। इसी बीच रविवार को सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोबारा दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं, जहां वे पार्टी हाईकमान से इस विषय में विचार-विमर्श करेंगे। मुख्यमंत्री विभागों के संबंध में भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर बातचीत करेंगे।   बताया गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में दोपहर तीन बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिलेंगे और इस दौरान ग्वालियर चंबल अंचल में सैनिक स्कूल खोलने के संबंध में चर्चा होगी। शाम पांच बजे केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से मिलकर गेहूं खरीदी के संबंध और देर शाम केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा से मिलकर प्रदेश में यूरिया का कोटा बढ़ाने के लिए बातचीत करेंगे।    उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मंत्रिमंडल विस्तार के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बैठकों का लम्बा दौर चला, लेकिन अब विभागों के बंटवारे को लेकर भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री रविवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। वे वहां पार्टी नेतृत्व और केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात के बाद सोमवार शाम तक या मंगलवार को सुबह भोपाल वापस लौंटेंगे। संभावना है कि इस दौरान उनकी मंत्रियों को विभागों के बंटवारों को लेकर भी विचार-विमर्श होगा। इसके बाद तय होगा कि किसके हिस्से कौन-सा विभाग रहेगा।   कांग्रेस ने कसा तंज   इधर, मंत्रिमंडल विस्तार के तीन दिन बाद भी मंत्रियों को विभाग का बंटवारा नहीं करने पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान का विभाग बांटने से पहले दिल्ली जाना उनकी विवशता को दर्शाता है। वह पहले भी दिल्ली गए तो प्रदेश के लिए कोई सौगात लाने की बजाय सिंधिया के 14 मंत्रियों की सूची लेकर आए। उन्होंने दावा किया कि इस तरह के दबावों में ही यह सरकार गिर जाएगी।

Kolar News

Kolar News 5 July 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या स्थिर बनी हुई है, लेकिन यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब यहां कोरोना के 23 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 4833 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 244 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 1271 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 23 पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये 23 मामलों के साथ अब यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4833 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 42 वर्षीय और 53 वर्षीय दो महिलाओं के साथ एक 63 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 244 हो गई है।   सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा के मुताबिक, राहत की बात यह है कि इंदौर में संक्रमित मरीज लगातार स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं। अब तक यहां 3772 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं और अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 817 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में बीते 15 दिन से सक्रिय मरीजों की संख्या स्थिर है, क्योंकि यहां जितने मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं, उतने ही नये मरीज भी मिल रहे हैं।   पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की भाभी की कोरोना से मौत, चार सदस्य भी संक्रमित इंदौर में जिन तीन लोगों की मौत हुई है, उनमें एक कमलनाथ सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा की भाभी भी शामिल हैं। बताया गया है कि चार दिन पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अरबिंदो अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां शनिवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके परिवार से कई सदस्यों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से चार और सदस्य पॉजिटिव आए हैं। 

Kolar News

Kolar News 5 July 2020

भोपाल/लखनऊ। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। वे लम्‍बे समय से बीमार चल रहे हैं। उनकी हालत लगातार स्थिर बनी हुई है और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका उपचार जारी है। उन्हें अभी भी विशेषज्ञों की निगरानी में ट्रकोस्ट्रामी के माध्यम से क्रिटिकल केयर वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। मेदांता हॉस्पिटल के चिकित्सकों की ओर से जारी बुलेटिन के हवाले से राजभवन द्वारा  रविवार को यह जानकारी मीडिया को दी गई।   उल्‍लेखनीय है कि राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने और पेशाब में दिक्कत के साथ बुखार होने पर परिजनों ने लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका आंतरिक रक्तस्राव होने के कारण इमरजेंसी ऑपरेशन करना पड़ा था। इसके बाद से ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के हवाले से राजभवन द्वारा बताया गया है कि राज्यपाल लालजी टंडन का स्वास्थ्य स्थिर है।    हालांकि, उनका मधुमेह और संक्रमण नियंत्रण में है। किडनी, लीवर और हार्ट पहले से बेहतर है, लेकिन अभी भी उन्हें ट्रेकोस्ट्रामी के माध्यम से क्रिटिकल केयर वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है, जहां क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 5 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक है। यहां अब तक 11 हजार से अधिक व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं। इसके बावजूद राज्य में नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब तीन जिलों में 125 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 14 हजार 422 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 596 लोगों की मौत हो चुकी है।    इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 1447 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 34 पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4810 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 241 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी रिपोर्ट में 60 नये संक्रमित मिलने की पुष्टि की है। इसके अलावा ग्वालियर में कोरोना के 31 नये मामले सामने आए हैं।   इन 125 नये मामलों के साथ राज्य में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14,422 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4810, भोपाल 2993, उज्जैन 863, खंडवा 322, बुरहानपुर 402, जबलपुर 423, खरगौन 300, धार 179, ग्वालियर 467, नीमच 448, मंदसौर 129, सागर 396, मुरैना 540, देवास 226, रायसेन 112, भिंड 265, बड़वानी 119, होशंगाबाद 41, रतलाम 170, रीवा 61, विदिशा 53, बैतूल 69, सतना 40, छतरपुर 59, डिंडौरी 31, दमोह 46, आगरमालवा 16, झाबुआ 17, अशोकनगर 48, शाजापुर 65, सीधी 21, सिंगरौली 19, दतिया 43, शहडोल 24, बालाघाट 33, श्योपुर 81, शिवपुरी 38, टीकमगढ़ 48, छिंदवाड़ा 65, नरिसंहपुर 32, सीहोर 21, उमरिया 11, पन्ना 37, अलीराजपुर 04, अनूपपुर 29, हरदा 39, राजगढ़ 98, गुना 19, मंडला 06, सिवनी 15. निवाड़ी 10 और कटनी 19 मरीज शामिल हैं।   वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 596 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 241, भोपाल 105, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 21, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 05, राजगढ़ 06, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 02, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।   वहीं, स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 11,049 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और वे स्वस्थ हो अपने घर पहुंच गए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2780 हैं। 

Kolar News

Kolar News 4 July 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शनिवार दोपहर 12 बजे 10वीं बोर्ड का परिणाम जारी दिया। स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट ऑनलाइन देख सकते हैं। हाईस्कूल परीक्षा में इस वर्ष 62.84 प्रतिशत नियमित परीक्षार्थी तथा 16.95 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे है। कुल 60.09 प्रतिशत नियमित छात्र तथा 65.87 प्रतिशत नियमित छात्रायें परीक्षा में सफल हुई है।   दसवीं में अभिनव शर्मा ने टॉप किया है। दूसरे स्थान पर गुना के लक्षदीप धाकड़, तीसरे नंबर पर गुना के ही प्रियांश रघुवंशी ओर चौथा स्थान पवन भार्गव ने हासिल किया है। इन चारों ने 300 में से 300 अंक प्राप्त किए है। परीक्षा परिणाम देखने के लिए मंडल ने 4 सरकारी वेबसाइट और मोबाइल फोन पर दो ऐप में यह रिजल्ट अपलोड किया है। इस बार 10वीं की परीक्षा में 11 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कोरोना की वजह से 10वीं का नतीजा पहले घोषित किया गया है। बताते चले कि हाईस्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा को सम्पन्न कराने के लिये इस वर्ष नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिये प्रदेश में कुल 3936 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षाएं आयोजित की गई थी।    हाईस्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में इस वर्ष नियमित परीक्षार्थियों के रूप में 893336 परीक्षार्थी तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के रूप में 204110 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। 360 मेरिट लिस्ट में आए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं और दो विषयों विशिष्ट भाषा और सामान्य भाषा के पेपर नहीं हो पाए थे, इन दोनों विषयों में सभी विद्यार्थियों को पास किया गया है।

Kolar News

Kolar News 4 July 2020

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंत्रि-परिषद के नवनियुक्त 20 केबिनेट मंत्रियों और 8 राज्य मंत्रियों को तात्कालिक रूप से मंत्रालय वल्लभ भवन क्रमांक 1 में 5 जुलाई तक के लिए कक्ष आवंटित किये गए हैं। केबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव को कक्ष क्रमांक 546, बिसाहूलाल सिंह को 545, विजय शाह को 516, जगदीश देवड़ा को 544, यशोधरा राजे सिधिया को 540, भूपेन्द्र सिंह को 543, एदल सिंह कषांना को 542, बृजेन्द्र प्रताप सिंह को 541, विश्वास सारंग को 538, डॉ. प्रभुराम चौधरी को 535, इमरती देवी को 537, प्रद्युमन सिंह तोमर को 534, महेन्द्र सिंह सिसोदिया को 536, प्रेमसिंह पटेल को 520, ओम प्रकाश सकलेचा को 519, उषा ठाकुर को 518, अरविंद भदौरिया को 517, मोहन यादव को 515, हरदीप सिंह डंग को 514 और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को कक्ष क्रमांक 513 आवंटित किया गया। राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाहा को वल्लभ भवन क्रमांक एक में कक्ष क्रमांक 327, इंदर सिंह परमार को 213, राम खेलावन पटेल को 241, राम किशोर कांवरे को 242, बृजेन्द्र सिंह यादव को 228, गिर्राज डण्डोतिया को 227, सुरेश धाकड़ को 145 एवं ओ.पी.एस. भदौरिया को कक्ष क्रमांक 130 आवंटित किया गया है।

Kolar News

Kolar News 2 July 2020

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा की दिग्गज नेत्री उमा भारती को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मंत्रिमंडल विस्तार रास नहीं आया। बताया गया है कि इसमें जातीय संतुलन का ध्यान नहीं रखा गया, इसलिए उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को संदेश भेज कर राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में ‘सैद्धांतिक मुद्दों’ पर आपत्ति जताई है। उन्होंने मंत्रिमंडल में जातीय संतुलन बनाने की मांग की है।   सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंत्रिमंडल विस्तार से पहले ही उन्होंने मंत्रियों के नामों को लेकर केन्द्रीय नेतृत्व को एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा है कि "अभी मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की जो जानकारियां मिल रहीं हैं, जिनके अनुसार प्रस्तावित मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है, जिसका मुझे दुख है। ......मंत्रिमंडल के गठन में मेरे सुझावों की पूर्णत: अनदेखी करना उन सबका अपमान है, जिनसे मैं जुड़ी हुई हूं, इसलिये जैसे कि मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है, उसके अनुसार सूची में संशोधन किया जाए।"    हालांकि, उनके इस संदेश की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन सूत्रों से जानकारी मिली है कि वे मंत्रिमंडल में जातीय संतुलन नहीं बनाने को लेकर नाराज हैं। बता दें कि उमा भारती इन दिनों लखनऊ में हैं। वे वहां अयोध्या रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की अदालत में पेश होने के लिए गई हैं। बुधवार सुबह सीबीआई विशेष अदालत में उनके बयान होने थे, लेकिन अदालत में एक व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण कोर्ट सैनिटाइज किया गया है, इसलिए उनके बयान नहीं हो सके। अब अदालत उनके बयानों के लिए अगली तारीख देंगी, तब तक वे लखनऊ में ही रहेंगी।

Kolar News

Kolar News 2 July 2020

भोपाल। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल विस्तार शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन राजभवन के सांदीपनि सभागार में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित थे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में 20 केबिनेट एवं 8 राज्यमंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। केबिनेट मंत्री के रूप में गोपाल भार्गव, जगदीश देवड़ा, विजय शाह, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेन्द्र सिंह, एदल सिंह कंषाना, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, डॉ. प्रभुराम चौधरी, महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, अरविंद भदौरिया, डॉ. मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग और राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्तीगांव ने शपथ ली। राज्यमंत्री के रूप में भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशोर कांवरे, बृजेन्द्र सिंह यादव, गिरिराज डंडौतिया, सुरेश धाकड़ और ओ.पी.एस. भदौरिया ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में केन्द्रीय मंत्री कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायत नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री सामाजिक न्याय और अधिकारिता थावरचंद गहलोत, केन्द्रीय राज्यमंत्री संस्कृति और पर्यटन प्रहलाद पटेल, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद प्रज्ञा ठाकुर सहित राज्य मंत्री मण्डल के सभी मंत्रीगण उपस्थित थे। शपथ विधि का संचालन मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने किया।

Kolar News

Kolar News 2 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बुधवार, एक जुलाई से 'किल कोरोना' अभियान का आगाज हो गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समन्वय भवन मेंं आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किल कोरोना अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक कृष्णा गौर समेत स्वास्थ विभाग, आशा- ऊषा कार्यकर्ता और नगर निगम की टीम के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।   बताते चले कि कील कोरोना अभियान के तहत 15 जुलाई तक डोर-टू-डोर सर्वे का काम किया जाएगा। 'सार्थक एप' में संदिग्ध मरीजों की एंट्री की जाएगी। इस सर्वे का मकसद कोरोना का पहले ही पता लगाना है। साथ ही दूसरी बीमारियों का भी सर्वे किया जाएगा। कोरोना का पहले ही पता चलने पर इसका जल्द इलाज मुहैया कराया जाएगा। कोरोना की रोकथाम में ये सर्वे काफी मददगार साबित होगा।

Kolar News

Kolar News 1 July 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार लगातार टलता जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी नेताओं के साथ बैठककर लगातार मंथन कर रहे हैं, लेकिन अब तक मंत्रियों के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि मंथन में विष ही विष निकला है, जिसे अब रोज पीना पड़ेगा।    पूर्व सीएम कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए लिखा है कि - ‘मंथन इतना लंबा हो गया कि अमृत तो निकला नहीं, सिर्फ विष ही विष निकला है। मंथन से निकले विष को तो अब रोज ही पीना पढ़ेगा, क्योंकि अब तो कल से रोज मंथन करना पढ़ेगा।’ उन्होंने आगे लिखा है कि - ‘अमृत के लिये तो अब तरसना ही तरसना पढ़ेगा। इस विष का परिणाम तो अब हर हाल में भोगना पढ़ेगा।’

Kolar News

Kolar News 1 July 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के चंबल क्षेत्र में कोरोना के नियंत्रण के लिए जिला कलेक्टरों सहित प्रभारी अधिकारियों से सजग रहकर समस्या बढ़ने के पूर्व ही नियंत्रण के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने पूरे प्रदेश में एक जुलाई से प्रारम्भ हो रहे 'किल कोरोना अभियान' का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।    मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मुरैना जिले में कोरोना की समीक्षा करते हुए कहा कि एहतियातन लगाये गये कर्फ्यू को जारी रखा जाए। कमर कसकर रोग नियंत्रण का कार्य हो। मुरैना जिले के प्रभारी अधिकारी प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव को उन्होंने स्थिति पर निरंतर निगाह रखने को कहा। सोमवार को मुरैना में 59 पॉजीटिव प्रकरण आने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री चौहान ने चिंता व्यक्त की और मुरैना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्रभारी अधिकारी मलय श्रीवास्तव ने बताया कि एक जुलाई से प्रारंभ होने वाले किल-कोरोना अभियान में मुरैना की घनी बस्तियों को भी कवर किया जाएगा।   अब पूरी तरह समाप्त करेंगे कोरोना को मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पिछले तीन माह में सभी के मिले-जुले प्रयासों से हम कोरोना को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल रहे है। कोरोना नियंत्रण की दिशा में मध्यप्रदेश देश के अन्य राज्यों के लिये उदाहरण बना है। मध्यप्रदेश की गतिविधियों को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सराहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अगले चरण में प्रदेश को कोरोना से पूर्ण मुक्ति दिलाने के लिये 'किल कोरोना' अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अभियान में सहभागी बनने का आव्हान किया।   अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि मुरैना में रोगियों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। संदिग्ध रोगियों को क्वॉरेंटाइन किए जाने के लिए भी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। बाहरी व्यक्तियों के आने से पॉजिटिव प्रकरण आए हैं। कर्फ्यू जारी रहने से सुधार परिलक्षित होगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के क्षेत्रों की नियमित जानकारी प्राप्त कर किए जा रहे प्रयासों की सतत समीक्षा करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि फीवर क्लीनिक पूरी क्षमता से कार्य करें। बुधवार से प्रारंभ होने वाले डोर टू डोर सर्वे में नागरिकों को रोग के लक्षणों के आधार पर आवश्यक उपचार और मार्गदर्शन उपलब्ध करवाया जाए।   वीडियों कान्फ्रेंस और समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश कोरोना के नियंत्रण में अन्य प्रदेशों से बेहतर स्थिति में है। प्रदेश में ग्रोथ रेट 1.46 प्रतिशत है जो देश के औसत ग्रोथ रेट से 3.68 से आधे से भी काफी कम है। प्रदेश का रिकवरी रेट 76.5 प्रतिशत है जो प्रथम स्थान (राजस्थान) के 77.1 से थोड़ा ही कम है। प्रदेश में टेस्टिंग सुविधा विकसित होने के फलस्वरूप वायरस नियंत्रण में अच्छी सफलता मिली है। गत 24 घंटे में 9 हजार 855 टेस्ट किए गए हैं। इनमें मात्र 223 पॉजीटिव केस मिले हैं। वीडियो कान्फ्रेंस में यह भी जानकारी दी गई कि प्रदेश में मेडीकल कॉलेज में भी रिकवरी रेट काफी बेहतर हुआ। जबलपुर, इन्दौर, रतलाम, खंडवा मेडीकल कॉलेज सहित भोपाल के चिरायु मेडीकल कॉलेज में रिकवरी रेट 80 प्रतिशत और उससे अधिक है। इस समय प्रदेश में 1106 कंटेंटमेंट क्षेत्र हैं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य फैज अहमद किदवई भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 30 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के चंबल क्षेत्र में कोरोना के नियंत्रण के लिए जिला कलेक्टरों सहित प्रभारी अधिकारियों से सजग रहकर समस्या बढ़ने के पूर्व ही नियंत्रण के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने पूरे प्रदेश में एक जुलाई से प्रारम्भ हो रहे 'किल कोरोना अभियान' का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।    मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मुरैना जिले में कोरोना की समीक्षा करते हुए कहा कि एहतियातन लगाये गये कर्फ्यू को जारी रखा जाए। कमर कसकर रोग नियंत्रण का कार्य हो। मुरैना जिले के प्रभारी अधिकारी प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव को उन्होंने स्थिति पर निरंतर निगाह रखने को कहा। सोमवार को मुरैना में 59 पॉजीटिव प्रकरण आने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री चौहान ने चिंता व्यक्त की और मुरैना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्रभारी अधिकारी मलय श्रीवास्तव ने बताया कि एक जुलाई से प्रारंभ होने वाले किल-कोरोना अभियान में मुरैना की घनी बस्तियों को भी कवर किया जाएगा।   अब पूरी तरह समाप्त करेंगे कोरोना को मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पिछले तीन माह में सभी के मिले-जुले प्रयासों से हम कोरोना को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल रहे है। कोरोना नियंत्रण की दिशा में मध्यप्रदेश देश के अन्य राज्यों के लिये उदाहरण बना है। मध्यप्रदेश की गतिविधियों को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सराहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अगले चरण में प्रदेश को कोरोना से पूर्ण मुक्ति दिलाने के लिये 'किल कोरोना' अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अभियान में सहभागी बनने का आव्हान किया।   अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि मुरैना में रोगियों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। संदिग्ध रोगियों को क्वॉरेंटाइन किए जाने के लिए भी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। बाहरी व्यक्तियों के आने से पॉजिटिव प्रकरण आए हैं। कर्फ्यू जारी रहने से सुधार परिलक्षित होगा।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के क्षेत्रों की नियमित जानकारी प्राप्त कर किए जा रहे प्रयासों की सतत समीक्षा करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि फीवर क्लीनिक पूरी क्षमता से कार्य करें। बुधवार से प्रारंभ होने वाले डोर टू डोर सर्वे में नागरिकों को रोग के लक्षणों के आधार पर आवश्यक उपचार और मार्गदर्शन उपलब्ध करवाया जाए।   वीडियों कान्फ्रेंस और समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश कोरोना के नियंत्रण में अन्य प्रदेशों से बेहतर स्थिति में है। प्रदेश में ग्रोथ रेट 1.46 प्रतिशत है जो देश के औसत ग्रोथ रेट से 3.68 से आधे से भी काफी कम है। प्रदेश का रिकवरी रेट 76.5 प्रतिशत है जो प्रथम स्थान (राजस्थान) के 77.1 से थोड़ा ही कम है। प्रदेश में टेस्टिंग सुविधा विकसित होने के फलस्वरूप वायरस नियंत्रण में अच्छी सफलता मिली है। गत 24 घंटे में 9 हजार 855 टेस्ट किए गए हैं। इनमें मात्र 223 पॉजीटिव केस मिले हैं। वीडियो कान्फ्रेंस में यह भी जानकारी दी गई कि प्रदेश में मेडीकल कॉलेज में भी रिकवरी रेट काफी बेहतर हुआ। जबलपुर, इन्दौर, रतलाम, खंडवा मेडीकल कॉलेज सहित भोपाल के चिरायु मेडीकल कॉलेज में रिकवरी रेट 80 प्रतिशत और उससे अधिक है। इस समय प्रदेश में 1106 कंटेंटमेंट क्षेत्र हैं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य फैज अहमद किदवई भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 30 June 2020

भोपाल। मप्र में शिवराज कैबिनेट विस्तार एक बार फिर आपसी समन्वय नहीं होने के कारण रुक गया है। सूत्रों की माने तो अगर आज शाम तक इन नामों पर सहमति नहीं बन सकी तो कैबिनेट विस्तार पर विराम भी लग सकता है।   बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 5 खास समर्थक भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, संजय पाठक और विश्वास सारंग के नाम पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और संघठन महामंत्री सुहास भगत सहमत नहीं हैं। प्रदेश भाजपा संगठन प्रदेश सरकार में नये चेहरों को मौका देने के बहाने अपने खास समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह देना चाहते हैं। यही वजह है कि मप्र में भाजपा की सरकार के 100 दिवस पूरा होने के बाद भी शिवराज सिंह चौहान अपना मंत्रीमंडल विस्तार नहीं कर पा रहें हैं।   ऐसे में जहां मंत्रिमंडल नहीं बन पा रहा है वही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कार्यसमिति पर भी ग्रहण की छाया पड़ी हुई हैं। सरकार के साथ साथ प्रदेश कार्यसमिति भी अधर में लटकी हुई है। स्वाभाविक है जब मंत्रिमंडल में प्रदेश संगठन इतनी रुकावटें खड़ी कर रहा है, तो प्रदेश कार्यसमिति को भी शिवराज गुट बनने आसानी से बनने नहीं देगा और लंबे समय तक लटका के रखा जायेगा। अब आगे का रास्ता जहा मंत्रीमंडल के लिये कठिन है, वही संघठन के लिये भी परीक्षा की घड़ी है। देखना होगा की वीडी शर्मा और सुहास भगत की जोड़ी कार्यसमिति को कैसे शिवराज सिंह चौहान की छाया से मुक्त कराती हैं।

Kolar News

Kolar News 30 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज कैबिनेट का विस्तार एक बार फिर टल गया है। अब यह एक जुलाई को संभवत: हो सकता है। दिल्ली में आला नेताओं से कैबिनेट के नामों पर रजामंदी के बाद सीएम शिवराज समेत प्रदेश के सभी बड़े नेता मंगलवार दोपहर तक भोपाल पहुंचेंगे।   बता दें कि कैबिनेट में शामिल होने वाले नामों को लेकर दिल्ली से मुहर लग गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। देर शाम नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंचे और बैठकों में शामिल हुए। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में कुछ वरिष्ठ विधायकों के नाम नहीं होने से उलझन अब तक बरकरार है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी संगठन ने नए चेहरों को शामिल करने पर जोर दिया है। इस संभावना पर भी विचार हुआ है कि फिर दस से बारह लोगों का छोटा मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए। बाकी पद दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार से भरे जाएं।

Kolar News

Kolar News 30 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक है। इसके बावजूद यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां तीन जिलों में 92 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 13 हजार 278 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 561 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अब तक यहां 10 हजार से अधिक संक्रमित पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1512 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 49 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4664 पहुंच गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतक चारों पुरुष हैं। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 226 हो गई है। इसके अलावा, मुरैना में कोरोना के 24 और सागर में 19 नये मामले सामने आए हैं।   इन 92 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 13,278 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4664, भोपाल 2740, उज्जैन 856, खंडवा 304, बुरहानपुर 392, जबलपुर 395, खरगौन 284, धार 173, ग्वालियर 351, नीमच 439, मंदसौर 110, सागर 356, मुरैना 349, देवास 214, रायसेन 109, भिंड 206, बड़वानी 108, होशंगाबाद 41, रतलाम 151, रीवा 55, विदिशा 44, बैतूल 56, सतना 33, छतरपुर 56, डिंडौरी 30, दमोह 36, आगरमालवा 16, झाबुआ 16, अशोकनगर 43, शाजापुर 61, सीधी 20, सिंगरौली 16, दतिया 23, शहडोल 22, बालाघाट 21, श्योपुर 71, शिवपुरी 33, टीकमगढ़ 37, छिंदवाड़ा 55, नरिसंहपुर 30, सीहोर 13, उमरिया 10, पन्ना 34, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 30, राजगढ़ 85, गुना 15, मंडला 06, सिवनी 14. निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं।    वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 561 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 226, भोपाल 94, उज्जैन 70, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 20, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 03, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।   इधर, स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 10,084 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने के अस्पतालों से डिस्चार्ज कर अपने घर भेज दिया गया है। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2637 हैं, जिनका उपचार जारी है।

Kolar News

Kolar News 29 June 2020

भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों दिल्ली में हैं। वे प्रदेश के बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार की केन्द्रीय नेतृत्व से मंजूरी के लिए वहां गए हुए हैं। सोमवार को उन्होंने नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। इसकी जानकारी सीएम सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ट्वीट किया है कि -‘आज नई दिल्ली में नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट कर बधाई दी’। उन्होंने कोविड-19 के राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में 30 लाख की राशि का चेक मुझे सौंपा। मध्यप्रदेश की बेहतरी के लिए आपके द्वारा दिये गए योगदान के लिए धन्यवाद देता हूं।’   बता दें कि सीएम शिवराज रविवार शाम को दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने वहां मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी नेताओं के साथ देर रात बैठकें कीं। अंत में देर रात तक गृहमंत्री अमित शाह के आवास में चली बैठक में प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार के स्वरूप को अंतिम रूप दे दिया गया। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, संगठन मंत्री सुहास भगत के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। सीएम सोमवार शाम को चार बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले होने जा रही ये मुलाकात महत्वपूर्ण है। सीएम शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकार कर उनकी सहमति लेंगे।   मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में रविवार की रात संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और जेपी नड्डा के साथ अलग-अलग बैठक करके मंत्रिमंडल विस्तार का खाका तैयार किया और अंत में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात पर मंत्रिमंडल को अंतिम रूप दिया गया। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सोमवार शाम तक वे भोपाल लौट सकते हैं। बताया जा रहा है कि उनके साथ सिंधिया भी भोपाल आएंगे। उम्मीद है कि मंगलवार, 30 जून को मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है।   इधर, राज्यपाल लालजी टंडन इन दिनों अस्वस्थ हैं और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है, ऐसे में मंत्रियों को शपथ नहीं दिलाई जा सकती थी, लेकिन रविवार रात में ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश के बाद उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार दे दिया गया, इसलिए अब मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में कोई अड़चन नहीं है। 

Kolar News

Kolar News 29 June 2020

रीवा। मध्यप्रदेश में बीते दिनों राज्यसभा की रिक्त सीटों के लिए विधानसभा में हुए मतदान के बाद एक भाजपा विधायक कोरोना संक्रमित पाये गये थे। इसके बाद अब भाजपा के एक विधायक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रीवा जिले की सिरमौर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने खुद को घरेलू एकांतवास में कर लिया है।   बताया गया है कि बीते दिन दिव्यराज सिंह को सर्दी-खांसी की शिकायत हुई तो उन्होंने अपनी जांच कराई। इस दौरान चिकित्सकों द्वारा उनका सेम्पल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा था। सोमवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उन्होंने खुद को अपने घर में एकांतवास में कर लिया है। विधायक के संक्रमित पाये जाने के बाद रीवा किले के मुख्य द्वारा को बंद कर दिया गया है। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई है और उनके परिवार के सदस्यों के भी सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। इससे पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा विधायक ओमप्रकाश सकलेचा और उनकी पत्नी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। अब यह भाजपा के यह दूसरे विधायक भी कोरोना संक्रमित हो गए।

Kolar News

Kolar News 29 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब चार जिलों में 82 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 13 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 554 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 1534 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 40 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4615 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 222 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में रविवार को सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण के 30 नये मामले सामने आए हैं। इसके अलावा सागर में नौ और नीमच में तीन नये संक्रमित मिले हैं।   इन 82 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,965 से बढक़र 13,047 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4615, भोपाल 2735, उज्जैन 856, खंडवा 301, बुरहानपुर 392, जबलपुर 386, खरगौन 282, धार 170, ग्वालियर 334, नीमच 439, मंदसौर 109, सागर 337, मुरैना 278, देवास 213, रायसेन 109, भिंड 198, बड़वानी 106, होशंगाबाद 41, रतलाम 147, रीवा 51, विदिशा 44, बैतूल 49, सतना 31, छतरपुर 56, डिंडौरी 30, दमोह 34, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 43, शाजापुर 58, सीधी 20, सिंगरौली 16, दतिया 21, शहडोल 22, बालाघाट 20, श्योपुर 70, शिवपुरी 33, टीकमगढ़ 34, छिंदवाड़ा 48, नरिसंहपुर 30, सीहोर 13, उमरिया 10, पन्ना 33, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 28, राजगढ़ 88, गुना 14, मंडला 06, सिवनी 14. निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं।    वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 554 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 222, भोपाल 94, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 20, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, अब तक यहां 9971 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 2526 हैं।

Kolar News

Kolar News 28 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा है। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में राज्यपाल टण्डन का उपचार कर रहे चिकित्सकों की ओर से जारी बुलेटिन के हवाले से राजभवन द्वारा रविवार को यह जानकारी मीडिया को दी गई है।   बता दें कि राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने और पेशाब में दिक्कत के साथ बुखार होने पर परिजनों ने लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका आंतरिक रक्तस्राव होने के कारण इमरजेंसी ऑपरेशन करना पड़ा था। इसके बाद से ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के हवाले से राजभवन द्वारा बताया गया है कि राज्यपाल लालजी टंडन के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। उनका मधुमेह और संक्रमण नियंत्रण में है। किडनी, लीवर और हार्ट पहले से बेहतर हैं। चिकित्सकों की टीम उनका इलाज कर रही है। शनिवार को उन्हें क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर से हटा लिया गया है। इसके बाद बाई-पैप मशीन पर शिफ्ट किया गया है। अब उनकी हालत में पहले से काफी सुधार है। एक-दो दिन में उन्हें आईसीयू से सामान्य रूम में शिफ्ट किया जा सकता है। 

Kolar News

Kolar News 28 June 2020

भोपाल। कोरोना महामारी की चुनौतियों से जूझते हुए समुचित व्यवस्थाओं के बीच मध्यप्रदेश में जिस रणनीति को अपनाकर किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं का उर्पाजन किया, वह देश के लिए कीर्तिमान बन गया है। प्रदेश के अन्नदाता किसानों की मेहनत को राज्य सरकार ने जिस तरीके से संजोया उससे मध्यप्रदेश ने पंजाब राज्य को भी पछाड़ दिया है। ऑलटाईम रिकार्ड बनाने में प्रदेश के सभी जिलों के किसानों और शासकीय मशीनरी की अहम भूमिका रही है।   जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते 15 अप्रैल से शुरू किये गये उपार्जन कार्य में सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां थी। इनका सामना करते हुए मंडियों में न सिर्फ उपार्जन की व्यवस्था, बल्कि किसानों को मंडी आने की सूचना एसएमएस के माध्यम से देना, बारदाने की व्यवस्था करना, भंडारण, परिवहन के साथ भुगतान की व्यवस्था भी त्वरित गति से की गई। खरीदी के लिये पिछले वर्ष की तुलना में करीब एक हजार अतिरिक्त उपार्जन केन्द्र भी संचालित किये गये। इन सभी व्यवस्थाओं के चलते मध्यप्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर अब तक का सबसे अधिक एक करोड़ 29 लाख 34 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   भोपाल संभाग में सर्वाधिक 27.89 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जित   भोपाल संभाग में सबसे अधिक 27.89 लाख मीट्रिक टन गेहूँ 3 लाख 6 हजार 485 किसानों के माध्यम से उपार्जित किया गया है। इसमें विदिशा में 69 हजार 2 किसानों से 7,23,710 मीट्रिक टन गेहूँ, सीहोर में 81,269 किसानों से 7,43,223 मीट्रिक टन गेहूँ, रायसेन में 62,128 किसानों से 6,28,634 मीट्रिक टन तथा राजगढ़ में 63,832 किसानों से 3,85,443 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   ग्वालियर संभाग   ग्वालियर जिले में 15,061 किसानों के माध्यम से 1,81,179 मीर्टिक टन गेहूँ, अशोकनगर में 17,885 किसानों से 2,03515 मीट्रिक टन गेहूँ, 17,885 किसानों से 2,03,515, शिवपुरी में 28,998 किसानों से 2,54,049, दतिया में 19,577 किसानों से 1,76,840 और गुना में 22,534 किसानों से 2,17,053 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   चम्बल संभाग   श्योपुर जिले में 22,627 किसानों से 2,56,318 मीट्रिक टन गेहूँ, मुरैना में 14,204 किसानों से 84,229 और भिण्ड में 10,612 किसानों से 79,296 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   इंदौर संभाग   इंदौर जिले में 29,350 किसानों से 3,78,697 मीट्रिक टन गेहूँ, खंडवा में 26,945 किसानों से 2,01,412, धार में 34,803 किसानों से 3,56,400, खरगौन में 25,454 किसानों से 1,55,943, बुरहानपुर में 1,176 किसानों से 4,694, अलीराजपुर में 885 किसानों से 2,507, बड़वानी में 5,446 किसानों से 33,643 तथा झाबुआ में 6,727 किसानों से 41,047 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   जबलपुर संभाग   जबलपुर जिले में 35,936 किसानों से 4,13,090 मीट्रिक टन गेहूँ, सिवनी में 47,401 किसानों से 4,37,142, नरसिंहपुर में 30,941 किसानों से 2,03,022, कटनी में 32,727 किसानों से 2,10,726, छिन्दवाड़ा में 29,792 किसानों से 2,33,087, बालाघाट में 5,745 किसानों से 12,839 तथा डिण्डोरी में 5,117 किसानों से 9,753 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   नर्मदापुरम संभाग   नर्मदापुरम संभाग के होशंगाबाद जिले में 70,754 किसानों से 8,95,373 मीट्रिक टन गेहूँ, हरदा में 41,385 किसानों से 4,96,004 और बैतूल में 22,072 किसानों से 1,26,724 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   रीवा संभाग   रीवा जिले में 32,856 किसानों से 1,25,593 मीट्रिक टन गेहूँ, सतना में 46,100 किसानों से 3,19,442, सीधी में 8,851 किसानों से 26,873 तथा सिंगरौली में 7,100 किसानों से 22,686 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया।   सागर संभाग   सागर जिले में 66,749 किसानों के माध्यम से 49,2,127 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया। इसी प्रकार छतरपुर में 47,100 किसानों से 3,09,776 मीट्रिक टन गेहूँ, दमोह में 30,741 किसानों से 2,09,607, पन्ना में 30,692 किसानों से 1,54,986, टीकमगढ़ में 38,775 किसानों से 1,77,335 तथा निवाड़ी में 8,398 किसानों से 41,511 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   शहडोल संभाग   शहडोल जिले में 8,271 किसानों से 28,575 मीट्रिक टन गेहूँ, अनुपपुर में 876 किसानों से 1,832 मीट्रिक टन गेहूँ तथा उमरिया में 10,848 किसानों से 40,985 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।   उज्जैन संभाग   उज्जैन जिले में 8,35,705 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन 92,798 किसानों के माध्यम से किया गया। देवास में 56,478 किसानों से 4,04,296, मन्दसौर में 47,188 किसानों से 2,85,476, नीमच में 21,320 किसानों से 1,15,263, रतलाम में 33,357 किसानों से 2,39,841, शाजापुर में 56,333 किसानों से 4,09,220 तथा आगर-मालवा में 25,280 किसानों से 1,79,546 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया।

Kolar News

Kolar News 28 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां चार जिलों में 85 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढक़र 12 हजार 883 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 550 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 1248 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 32 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 4574 हो गई है। वहीं, इंदौर में चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 70 वर्षीय और 80 वर्षीय दो बुजुर्ग महिलाओं के साथ 62 वर्षीय तथा 71 वर्षीय दो पुरुष भी शामिल हैं। अब इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 218 हो गई है। वहीं, भोपाल में शनिवार सुबह आई रिपोर्ट में 40 नये मामले सामने आए हैं। इसके अलावा सागर में 10 और उज्जैन में तीन नये संक्रमित मिले हैं।   इन 85 नये मामलों के साथ अब प्रदेश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,883 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4575, भोपाल 2704, उज्जैन 856, खंडवा 299, बुरहानपुर 391, जबलपुर 380, खरगौन 277, धार 166, ग्वालियर 321, नीमच 436, मंदसौर 106, सागर 329, मुरैना 260, देवास 210, रायसेन 108, भिंड 189, बड़वानी 105, होशंगाबाद 41, रतलाम 147, रीवा 51, विदिशा 44, बैतूल 49, सतना 29, छतरपुर 55, डिंडौरी 30, दमोह 33, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 43, शाजापुर 56, सीधी 20, सिंगरौली 16, दतिया 21, शहडोल 21, बालाघाट 20, श्योपुर 70, शिवपुरी 33, टीकमगढ़ 32, छिंदवाड़ा 46, नरिसंहपुर 30, सीहोर 13, उमरिया 10, पन्ना 32, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 26, राजगढ़ 83, गुना 14, मंडला 06, सिवनी 14. निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं।    वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 550 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 218, भोपाल 94, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 20, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 9804 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2533 हैं। 

Kolar News

Kolar News 27 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को अपने परिवार के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर पहुंचे और यहां भगवान वेंकटेश्वर की पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुजारियों ने उन्हें दर्शन के बाद रंगनायकुला मंडपम में वेदाशिर्वचनम दिया। यह जानकारी मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के माध्यम से मीडिया को दी।    उन्होंने ट्वीट किया कि - "आज सपरिवार तिरुपति बालाजी मंदिर में सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी भगवान श्रीवेंकटेश्वर के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। धरती के सभी जीवों के जीवन में सभी तरह के दु:ख-दर्द और कठिनाइयां समाप्त हों, ईश्वर से यही प्रार्थना की।"   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया और उसके बाद उन्होंने तिरुमला में नदनीराजनम मंडपम में सुंदरकांड पाठ कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। फिर उन्होंने अखिलंदम में नारियल चढ़ाया और मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद लिया। मंदिर प्रबंधन की तरफ से अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी एवी धर्मा रेड्डी ने सीएम शिवराज को ‘तीर्थ प्रसादम’ और भगवान की लैमिनेटिड फोटो भेंट की।    इस पर पर सीएम शिवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस समय एक तरफ पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सीमा पर उपजे चीन के साथ तनाव के बुरे दौर से गुजर रहा है। इसीलिए उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर से राष्ट्र को कोरोना के चंगुल से बचाने और भारत-चीन सीमा पर उपजे तनावों को खत्म करने की प्रार्थना की और उनका आशीर्वाद लिया। उनके साथ उनके दोनों पुत्र भी थे।

Kolar News

Kolar News 27 June 2020

दतिया। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को दतिया जिले के प्रवास के दौरान ग्राम गंधारी एवं लरायटा पहुंचकर जरूरतमंद परिवारों को राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने सैनिटाइजर से लोगों के हाथ धुलवाए और उनका हालचाल जाना। उन्होंने लोगों से कहा कि राज्य सरकार उनके साथ है और जरूरतमंदों की हर संभव मदद करेगी।   इस मौके पर मंत्री डॉ. मिश्रा ने प्रवासी श्रमिकों को मुख्यमंत्री जन कल्याण (संबल) योजना 2018 के तहत पंजीयन सूचना पत्र भी वितरण किए। उन्होंने ग्राम लरायटा में पौधरोपण किया एवं पौधरोपण महायज्ञ के अंतर्गत दोनों ग्रामों में ग्रामीणों को विभिन्न जातियों के फलों के पौधे वितरण कराए। कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने पौध वितरण करते हुए कहा कि यह पौधे लगाकर उनकी देखभाल भी आगे चलकर करनी है। जिससे यह पौधे बड़े होकर आपके दोगुना लाभ पहुंचा सकें, इन पौधों से फल भी मिलेंगे एवं छाया के साथ वातावरण में शुद्वता भी आएंगी, जो कि मानव शरीर के लिए वर्तमान युग में बहुत महत्व रखती है।   इस अवसर पर दतिया जनपद पंचायत सीईओ गिर्राज दुबे ने बताया कि हमने शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में जनपद पंचायत दतिया के विभिन्न क्षेत्रों में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो कि गृह एवं लोक स्वास्थ्य मंत्री द्वारा वितरण किए जाएंगे। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अतेन्द्र सिंह गुर्जर, अतिरिक्त सीईओ धनंजय मिश्रा, मुधसूदन तिवारी, योगेश सक्सेना, आशाराम अहिरवार, सतीष यादव, विनय यादव, पुष्पेन्द्र रावत, धीरू दांगी, मुकेश यादव, झंडागुरू, गुड्डी साहू, राहत अली जैदी, अतुल भूरे चौधरी, गंधारी सरपंच इंदिरा उदय सिंह परिहार, लरायटा सरपंच उर्मिला यादव, बृजमोहन यादव, दिनेश यादव, नरेन्द्र शर्मा, बल्लू पाल, जगदीश यादव, मनोहरपाल आदि ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 27 June 2020

भोपाल। भाजपा ने गुरुवार को आपातकाल की बरसी को ‘काला दिवस’ के रूप मनाया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आपातकाल की मुश्किलों पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने इस चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जनता पर अमानवीय अत्याचार कराए, लोगों को पीटा गया,  करंट लगाया गया, बर्फ की सिल्लियों पर लिटाया गया। स्वतंत्र भारत में लोगों को इस तरह की यातनाएं दी जाएंगी, किसी ने ऐसी कल्पना नहीं की थी। 25 जून का दिन भारत के लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला दिन था,  जब आपातकाल लगाया गया। मेरे हमउम्र 16-17 साल के कार्यकर्ताओं तक को जेल में डाल दिया गया। आज भी कांग्रेस उसी मानसिकता से काम कर रही है। आपातकाल जैसा काला अध्याय कांग्रेस की प्रवृत्ति है और भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस चरित्र की निंदा करती है।   सत्ता में बने रहने के लिए लोकतंत्र को कुचल दिया   शिवराज ने कहा कि आज 25 जून है और 1975 में आज ही के दिन आपातकाल घोषित किया गया था। एक खानदान जिसने वर्षों तक सरकार चलाई, उसमें सत्ता की लोलुपता इतनी ज्यादा थी कि कोर्ट के फैसले को ही नहीं माना। जयप्रकाश नारायण जी ने जब ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है’ का नारा दिया, तो कांग्रेस की सरकार ने लोकतंत्र को कुचल दिया। संविधान की धज्जियां उड़ा दीं और पूरे देश को जेल बना दिया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण, अटलबिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जी जैसे उन नेताओं को जेलों में डाल दिया गया, जो सरकार के इस फैसले से असहमति रखते थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे अनेकों संगठनों के कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया।    कांग्रेस के राजनीति चरित्र की अच्छी तरह समझता है देश   उन्होंने कहा कि आज भारत के प्रधानमंत्री दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता श्री नरेंद्र मोदी जी हैं और देश का लोकतंत्र मजबूत है, परिपक्व है। हर देशवासी यह संकल्प लेता है कि हम अपने लोकतंत्र को और मजबूत बनाएंगे। लेकिन एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे नेता उनके बारे में लगातार जिस तरह की टिप्पणियां करते हैं, वह कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को उजागर करती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह जान ले कि देश और उसकी जनता कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बहुत अच्छी तरह समझती है। इसलिए कांग्रेस के षडयंत्र कभी सफल नहीं होंगे। देश की सीमाओं पर यदि कोई संकट है तो देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सारा देश एकसाथ खड़ा है और हमारी बहादुर सेनाएं हर चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।   कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर काला इतिहास लिखा   प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज ही के दिन 1975 में इंदिरा गांधी की सरकार ने आपातकाल की घोषणा करके लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। इसलिए 25 जून की तारीख भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में काले दिन के रूप में दर्ज हो गई है। आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोकतंत्र सेनानियों ने लंबा संघर्ष किया और अपने प्राणों का बलिदान तक कर दिया था। कांग्रेस ने देश में किस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या की, देश में किस प्रकार इंदिरा गांधी ने इंमरजेंसी लगाकर काला इतिहास लिखा। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी सहित विचार परिवार के लोगों पर आक्रमण किया जिनमें मुख्यमंत्री जी सहित वरिष्ठ नेता थे, उन्हें प्रताडऩा दी गई।   भाजपा की भोपाल इकाई ने जो प्रदर्शनी लगाई है कि लोकतंत्र की हत्यारी कांग्रेस और आपातकाल के दौरान मध्यप्रदेश में जो घटित हुआ उसको हम इस प्रदर्शनी में देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपातकाल के समय प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान छात्र के रूप में प्रत्यक्षदर्शी थे और प्रताडऩा देकर जेल के अंदर डाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता विजयाराजे सिंधिया सहित जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को सींचा और खड़ा किया ऐसे लाखों लोगों पर इमरजेंसी में देश और मध्यप्रदेश के अंदर अत्याचार किए गए।

Kolar News

Kolar News 25 June 2020

भोपाल। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने में लगी कांग्रेस को जीतू पटवारी के ट्वीट ने खामोश कर दिया, लेकिन अब कांग्रेस को एक नया मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस ने अब थाली पर राजनीति शुरू कर दी है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो एक फोटो जिसमें पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी पत्तल में खाना खाते नजर आ रहे है। जबकि सामने बैठे संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी स्टील की थाली में खाना खा रहे है। इस तस्वीर को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट कर भाजपा पर तंज कसा है और इसे दलितों का अपमान बताया है। हालांकि अभी तक इस मामले में भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन यह तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है।   कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि तस्वीर शर्मसार करती है, अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी को भाजपा के संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी के साथ जब खाना परोसा गया तो प्रभुराम चौधरी के लिए डिस्पोजेबल का उपयोग कर अपमानित किया गया। इसी सम्मान की भूख में जनता को धोखा दिया?   वहीं पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने भी तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दलित होने का मतलब यह नहीं कि किसी के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करें। मंत्री तुलसीराम सिलावट पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह स्वयं दलित वर्ग से आते है, उन्होंने चार दिन पहले कहा था कि जो लोग भाजपा में गए है, उनके साथ कांग्रेस गलत व्यवहार करती थी। जबकि पहले वो खुद ही एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कह चुके है कि कांग्रेस से महान पार्टी नहीं हो सकती और आज वही व्यक्ति कह रहा है कि कांग्रेस में दलितों का अपमान हो रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने मंत्रिमंडल में 21 प्रतिशत स्थान दलितों को दिए. भाजपा दलितों का कितना सम्मान कर रही है यह सोशल मीडिया पर दिख रहा है? अब समझ में आ रही है कि उनके नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बड़ेे भाजपा नेताओं के घर लाइन में बैठना पडता है। उनके पूर्व मंत्री के साथ कैसे दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 25 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 24 रिक्त सीटों के लिए चल रही तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलों का दौर भी लगातार जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं संकेत दिये हैं कि वे जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, लेकिन अभी इसका तारीख तय नहीं हो पाई है। राज्यपाल लालजी टण्डन की अस्वस्थता के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार कई दिनों से टलता आ रहा है, लेकिन अब अटकलें लग रही हैं कि छत्तीसगढ़ या उत्तरप्रदेश की राज्यपाल को कार्यवाहक बनाकर मंत्रियों की शपथ कराई जा सकती है।   बता दें कि कमलनाथ के नेतृृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के बाद 23 जून को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और कोरोना संकट के बीच रिकॉर्ड 29 दिन अकेले सरकार चलाई। इसके बाद उन्होंने अपना मिनी मंत्रिमडल गठित किया, जिसमें पांच मंत्रियों को शामिल किया गया। तभी से मीडिया में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लग रही हैं। इसी बीच विधानसभा के मानसून की तारीख भी घोषित हो गई है। यह पांच दिवसीय सत्र 20 से 24 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा, लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया है।   इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि वे जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इसके लिए हमने पूरी तैयारी कर ली है। मंत्रिमंडल से जुड़े सभी पहलुओं को लेकर प्रदेश संगठन से चर्चा हो गयी है। इस संबंध में केन्द्रीय नेतृत्व से विचार-विमर्श होना बाकी है। उनका निर्देश मिलते ही मंत्रियों को शपथ दिला दी जाएगी। मुख्यमंत्री कब दिल्ली जाएंगे और केन्द्रीय नेतृत्व से विचार-विमर्श कर कब अपने मंत्रियों की शपथ दिलाएंगे, इसकी समय-सीमा उन्होंने नहीं बताई थी, इसलिए मीडिया में अटकलों केवल अटकलें ही चल रही हैं।    गौरतलब है कि राज्यपाल लालजी टण्डन की इन दिनों तबीयत खराब है और लखनऊ के मेदांता हास्पिटल में उनका उपचार चल रहा है। वे वहां वेटिंलेटर पर हैं। हालांकि, उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन उनकी अस्वस्थता के चलते मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्य में कार्यवाहन राज्यपाल की नियुक्ति की जा रही है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके या फिर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश में कार्यवाहन राज्यपाल बनाया जा सकता है।

Kolar News

Kolar News 25 June 2020

भोपाल। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी लगातार हमलावर हैं और केन्द्र सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि राहुल गांधी 'घटिया स्तर' की राजनीति कर रहे हैं।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को ट्वीट पर एक वीडिया संदेश पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी की ऐसी मानसिकता है, जो सेनाओं का मनोबल गिराए और विरोधियों को ताकत  दे। उनकी इस राजनीति के लिए तो ‘घटिया’ शब्द भी छोटा है। देश सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।    शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि देश की जनता ने बता दिया है कि देश मोदी जी के हाथों में सुरक्षित हैं और पूरा देश उन पर विश्वास करता है। राहुल गांधी ऐसा करके देश का मान गिरा रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा  कि ‘राहुल बाबा सूरज पर थूकोंगे, तो थूंक पलट का आपके ऊपर ही आएगा।’

Kolar News

Kolar News 24 June 2020

भोपाल। देश में बीते 17 दिनों से लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर बुधवार को मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। भोपाल में पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के नेतृव में पार्टी कार्याकर्ताओं ने साइकिल चलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए।   देश एवं प्रदेश में डीजल-पेट्रोल के दामों में लगातार की जा रही वृद्धि के विरोध में कांग्रेेस कार्यकर्ताओं द्वारा बुधवार को प्रदेशभर में सडक़ पर उतरकर केंद्र एवं राज्य सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल से निकले। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए उन्हें रेत खनन का बादशाह बताया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार बढ़ा है।    उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में सरकार को जनता की जेब में पैसा डालना चाहिए, लेकिन डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाकर जनता को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में ही प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। शिवराज सिंह चौहान को पैसा चाहिए, इसलिए भ्रष्टाचार की छूट दे दी है।    भोपाल समेत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बुधवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने साइकिल चलाकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग की। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि एक तरफ लोग कोरोना के दौरान किए गए लॉकडाउन के कारण पहले से ही आर्थिक मंदी से बेहाल हैं। ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल की बढ़ोतरी कर रही है। पिछले 17 दिन में पेट्रोल और डीजल के दाम 10 रुपये से अधिक बढ़ गए हैं। इससे महंगाई भी बढ़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार बढ़े हुए दाम वापस नहीं लेगी तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।

Kolar News

Kolar News 24 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे परिणाम प्राप्त किए जाएं। कोरोना संकट की इस घड़ी में बेहतर कार्य से आमजन को कठिनाईयों से बाहर निकाल कर राहत पहुंचाई जाए। इसके लिए प्रशासनिक अमला सक्रिय हो जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा कलेक्टर्स-कमिश्नर्स को दिए ।   मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रदेश में गेहूँ उपार्जन, श्रम सिद्धि अभियान, मानसून के आगमन पर मौसमी बीमारियों और बाढ़ से बचाव की तैयारी, रोजगार सेतु की प्रगति, पथ विक्रेता उत्थान योजना, मध्यप्रदेश इनोवेशन चैलेंजस पोर्टल पर सुझाव देने, वनाधिकार पट्टों के संबंध में पुन: परीक्षण कर कार्यवाही करने और लोक सेवाओं के बेहतर प्रदाय के संबंध में निर्देश दिये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। अनलॉक की स्थिति में अपराध न हों, इसके लिए पुलिस बल सजग रहे।   चौहान ने कहा कि प्रदेश के किसानों को समुचित खाद और बीज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। खरीफ फसलों के लिए किसानों को आवश्यक आदान की आपूर्ति हो। इसके साथ ही नकली बीज के उपयोग पर नजर रखते हुए दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही भी की जाए।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसानों ने एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन कर ऑलटाइम रिकार्ड बना लिया है। उपार्जित गेहूँ के परिवहन के बाद शत-प्रतिशत भंडारण भी हो रहा है। कहीं भी गेहूँ बारिश से भीगने की शिकायतें नहीं आना चाहिए। चौहान ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार से जोड़ने का कार्य निरंतर चलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने श्रम सिद्धि अभियान में श्रमिकों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाने, मनरेगा कार्यों में मशीनों का इस्तेमाल न करने और समय पर मजदूरी के भुगतान के निर्देश दिए।   मुख्यमंत्री चौहान ने कॉन्फ्रेंस में निर्देश दिए कि वर्षाकाल के आगमन पर जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठकें आयोजित कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। शहरों में जल का भराव न हो और ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों में जल स्तर बढ़ने की स्थिति में बचाव दल की उपयोगिता को देखते हुए उन्हें प्रशिक्षित करने का कार्य भी पूरा कर लिया जाए। उन्‍होंने मानसून के आगमन पर प्रदेश के क्वारेंटाइन केन्द्रों में रह रहे नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में भी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि ऐसे नागरिकों को स्वच्छता और संक्रमण मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाया जाए।   चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए पूरे प्रयास किए जाएं। शहरों और गाँवों में स्ट्रीट वेण्डर्स को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाने के लिए पंजीयन की कार्यवाही पूरी की जाए। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश इनोवेशन चैलेंज पोर्टल पर सुझाव देने का भी आव्हान किया। इस पोर्टल पर 30 जून तक विभिन्न क्षेत्रों में अभिनव और मौलिक सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। विशेष रूप से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और अधोसंरचना क्षेत्र के साथ ही नवीन तकनीक के उपयोग और लोक सेवा प्रदाय कार्य को बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव दिए जा सकते हैं।    इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि वन क्षेत्र में काबिज निवासियों को पट्टा देने के लिए वन अधिकारियों के साथ बैठक कर पुन: परीक्षण किया जाए और निरस्त किए गए पट्टों के संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्‍होंने स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोकल को वोकल बनाने के आव्हान के अनुरूप इन समूहों की क्षमताओं को बढ़ाने और आर्थिक समृद्धि का अवसर उपलब्ध करवाने के निर्देश कलेक्टर्स को दिए। कान्फ्रेंस में स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 24 June 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 54 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4427 हो गई है। वहीं, इंदौर में दो लोगों की मौत भी हुई है। अब तक यहां कोरोना से 203 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार को देर रात 1588 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 54 पॉजिटिव और शेष 1528 निगेटिव आई है। वहीं, कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4427 है, जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या 203 हो गई है। हालांकि, इंदौर में अब तक 3278 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और वे पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 946 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।

Kolar News

Kolar News 23 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति निरंतर धीमी होती जा रही है। मध्यप्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट घटकर 1.43 प्रतिशत हो गई है, जबकि गुजरात की ग्रोथ रेट 2.10, राजस्थान की 2.31, महाराष्ट्र की 2.96, पश्चिम बंगाल की 3.23, उत्तरप्रदेश की 3.82 तथा तमिलनाडु की 4.21 प्रतिशत है। भारत की कोरोना ग्रोथ रेट 3.63 प्रतिशत है। अब हमें कोरोना की प्रदेश में पूरी तरह समाप्ति की ओर बढ़ना है। इसके लिए प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग में तेजी लानी होगी।    मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान और प्रमुख सचिव संजय शुक्ला उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री चौहान ने सख्त निर्देश दिए कि यदि किसी भी अस्पताल में कोविड मरीज के इलाज में थोड़ी भी लापरवाही हुई तो दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा, कड़ी कार्रवाई होगी। हमें एक-एक कोरोना मरीज की जान बचाना है।   दतिया हुआ संक्रमण मुक्त दतिया जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ कोरोना के 20 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। दतिया जिला अब पूरी तरह संक्रमण मुक्त हो गया है। इसी प्रकार अलीराजपुर एवं उमरिया जिले भी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।    पूरे फर्स्ट कॉन्टेक्ट ट्रेस करें छिंदवाड़ा जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ कोरोना के 11 नए पॉजीटिव प्रकरण आए हैं।  मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि संक्रमित व्यक्तियों के सभी फर्स्ट कॉन्टेक्ट की ट्रेसिंग करवाकर उनकी जाँच की जाए।   धौलपुर आने-जाने से संक्रमण का खतरा मुरैना जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ 23 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। जिले के सीमा पार के राजस्थान के जिले धौलपुर में संक्रमण अधिक है तथा वहाँ आने-जाने से मुरैना में संक्रमण का खतरा है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि इस संबंध में जनता को जागरूक किया जाए। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक कर संक्रमण रोकने के संबंध में सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।    टेस्टिंग बढ़ाई जाए मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि हमें एक-एक कोरोना मरीज की जल्दी पहचान कर उनका इलाज करना है, जिससे प्रदेश में कोरोना से एक भी मृत्यु न हो। इसके लिए प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जाए। वर्तमान में प्रदेश में 23 लैब टेस्टिंग कर रही हैं। हमारी टेस्टिंग क्षमता 6000 प्रतिदिन से अधिक है।

Kolar News

Kolar News 23 June 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 54 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4427 हो गई है। वहीं, इंदौर में दो लोगों की मौत भी हुई है। अब तक यहां कोरोना से 203 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार को देर रात 1588 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 54 पॉजिटिव और शेष 1528 निगेटिव आई है। वहीं, कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4427 है, जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या 203 हो गई है। हालांकि, इंदौर में अब तक 3278 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और वे पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 946 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।

Kolar News

Kolar News 23 June 2020

भोपाल। जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी कार्यक्रम का उद्घाटन मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया। प्रदर्शनी के शुभांरभ अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि धारा 370 खत्म करने का श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना पूरा हो गया है। अब उनके सपनों का भारत बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बनेगा।   कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत की सेना के हौसलें पर सवाल खड़ा करने वाले ऐसे नेता के बारे में क्या कहा जाए. ऐसे नेता पर शर्म आती है। राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी सेना को हतोत्साहित कर रहे है, सेना का अपमान कर रहे है, कहते हुए लज्जा भी आती है शर्म भी आती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी भारत के नागरिक होते हुए सेना का मनोबल तोडऩे का काम कर रहे है। पहले जब- जब ऐसी परिस्थिति आती थी तब भाजपा, कांग्रेस सरकार के साथ खड़ी रहती थी, लेकिन अब राहुल गांधी किस हद तक गिर गए है। आगे सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस को हमला करना चाहिए चीन पर, लेकिन उन्हें पीएम मोदी के अलावा कोई नजर नहीं आ रहा है। लेकिन सैनिकों का अपमान हम नहीं सहेंगे।

Kolar News

Kolar News 23 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों एवं निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली दिलवाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दे रही है। प्रदेश के लगभग 95 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 623 करोड़ रूपये का लाभ दिया जा रहा है। यह बात मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं से बातचीत करते हुए कही।   मुख्‍यमंत्री चौहान ने भोपाल से वेब लिंकिंग के माध्यम से प्रदेश के 10 लाख से अधिक घरेलू, कृषि, उद्योग बिजली उपभोक्ताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव संजय दुबे, सचिव आकाश त्रिपाठी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं से बातचीत की। सभी ने बिजली बिलों में राहत देने पर मुख्यमंत्री को हार्दिक धन्यवाद दिया। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में कृषि कार्य के लिए 10 घंटे एवं घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा रही है।   100 रुपये का बिल आने पर 50 रुपये का भुगतान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मार्च 2020 के ऐसे उपभोक्ता जो संबल योजना में शामिल हैं, जिनके बिल अप्रैल माह में 100 रूपये तक आये हैं, उन उपभोक्ताओं को आगामी 3 माहों में 100 रुपये तक बिल आने पर 50 रुपये ही बिल का भुगतान करना होगा। इस व्यवस्था के अंतर्गत लगभग 30 लाख 68 हजार उपभोक्ता लाभान्वित होंगे तथा लगभग 46 करोड़ रुपये की राशि का लाभ उपभोक्ताओं को मिल सकेगा।   400 रुपये तक के बिल पर 100 रुपये का भुगतान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसे उपभोक्ता जिन्हें माह अप्रैल में 100 रूपये का बिल आया था किन्तु माह मई, जून एवं जुलाई में 100 से 400 रुपये के मध्य बिल आया है तो मात्र 100 रुपये ही बिल का भुगतान करना होगा। इस तरह लगभग 56 लाख उपभोक्ताओं को लगभग 255 करोड़ रुपये की राहत उपलब्ध करायी जायेगी।   400 रुपये से अधिक बिल पर आधा भुगतान ऐसे उपभोक्ता जिनका बिल अप्रैल माह में 100 से 400 रूपये के मध्य आया था तथा माह मई, जून एवं जुलाई में 400 रूपये से अधिक आता है तो, ऐसे उपभोक्ता को बिल की आधी राशि का भुगतान करना होगा। शेष राशि के भुगतान के संबंध में बिलों की जांच करने के उपरांत आगामी निर्णय लिया जायेगा। इसमें भी लगभग 183 करोड़ रूपये का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।   बिजली कर्मियों की सराहना की मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लॉकडाउन के समय में जब आप सभी लोग अपने घरों में थे, तब हमारे बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने लगातार बिना रूके आपके घरों में बिजली सप्लाई चालू रखी। आंधी बारिश के समय भी सभी विद्युतकर्मी आपकी सेवा में तत्पर हैं। वाकई ये हमारे कोरोना योद्धा है। इनका कार्य प्रशंसनीय है।

Kolar News

Kolar News 22 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 75 फीसदी से अधिक होने के बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब पांच जिलों में 105 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि प्रदेश में कोरोना से अब तक 519 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1404 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 44 नए लोग पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 4373 हो गई है। चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 50 वर्षीय, 56 वर्षीय, 65 वर्षीय और 85 वर्षीय चार पुरुष शामिल हैं। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 201 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह 40 लोगों की रिपोर्ट पॉटिजिव आई है। इसके अलावा बड़वानी में नौ, सिवनी में सात और उज्जैन में पांच नये मामले सामने आए हैं।   वहीं 105 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,903 से बढक़र 12, 008 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4373, भोपाल 2544, उज्जैन 843, खंडवा 287, बुरहानपुर 389, जबलपुर 348, खरगौन 258, धार 145, ग्वालियर 286, नीमच 416, मंदसौर 101, सागर 286, मुरैना 161, देवास 205, रायसेन 92, भिंड 141, बड़वानी 89, होशंगाबाद 41, रतलाम 134, रीवा 42, विदिशा 42, बैतूल 45, सतना 24, छतरपुर 50, डिंडौरी 30, दमोह 30, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 42, शाजापुर 48, सीधी 19, सिंगरौली 13, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 17, श्योपुर 63, शिवपुरी 23, टीकमगढ़ 22, छिंदवाड़ा 31, नरिसंहपुर 26, सीहोर 12, उमरिया 10, पन्ना 26, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 24, राजगढ़ 80, गुना 12, मंडला 05, सिवनी 11, निवाड़ी 07 और कटनी 14 मरीज शामिल हैं।    इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 519 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 201, भोपाल 83, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 9015 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2478 हैं। 

Kolar News

Kolar News 22 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 75 फीसदी से अधिक होने के बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब पांच जिलों में 105 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि प्रदेश में कोरोना से अब तक 519 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1404 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 44 नए लोग पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 4373 हो गई है। चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 50 वर्षीय, 56 वर्षीय, 65 वर्षीय और 85 वर्षीय चार पुरुष शामिल हैं। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 201 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह 40 लोगों की रिपोर्ट पॉटिजिव आई है। इसके अलावा बड़वानी में नौ, सिवनी में सात और उज्जैन में पांच नये मामले सामने आए हैं।   वहीं 105 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,903 से बढक़र 12, 008 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4373, भोपाल 2544, उज्जैन 843, खंडवा 287, बुरहानपुर 389, जबलपुर 348, खरगौन 258, धार 145, ग्वालियर 286, नीमच 416, मंदसौर 101, सागर 286, मुरैना 161, देवास 205, रायसेन 92, भिंड 141, बड़वानी 89, होशंगाबाद 41, रतलाम 134, रीवा 42, विदिशा 42, बैतूल 45, सतना 24, छतरपुर 50, डिंडौरी 30, दमोह 30, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 42, शाजापुर 48, सीधी 19, सिंगरौली 13, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 17, श्योपुर 63, शिवपुरी 23, टीकमगढ़ 22, छिंदवाड़ा 31, नरिसंहपुर 26, सीहोर 12, उमरिया 10, पन्ना 26, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 24, राजगढ़ 80, गुना 12, मंडला 05, सिवनी 11, निवाड़ी 07 और कटनी 14 मरीज शामिल हैं।    इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 519 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 201, भोपाल 83, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 9015 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2478 हैं। 

Kolar News

Kolar News 22 June 2020

भोपाल। बीते दिनों एलएसी पर चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। इस मुद्दे पर रविवार को राहुल गांधी ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए ट्वीट कर कहा है कि नरेंद्र मोदी असल में सरेंडर मोदी हैं। राहुल गांधी के इस बयान के बाद से भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान के बाद अब मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है।    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राहुल गांधी के सरेंडर मोदी कहने के बयान पर गृहमंत्री नरोतम मिश्रा ने सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दो लोगों ने योग नहीं किया, पहला चीन और दूसरे राहुल गांधी। इन दोनों ने योग नहीं किया। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि उनके शब्द उनकी बुद्धि के पैमाने को बताते हैं। वे जब भी बोलते हैं, ऐसा ही बोलते है। वह देश के सैनिक और देश का मनोबल तोडऩे की बात बोलते हैं। बस उनका खुद का मनोबल ऊपर जाए, लेकिन देश की जनता सब जानती है। देश के स्वाभिमान और देश के सम्मान को जानती है।    मंत्री मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। राहुल गांधी की छोटी बातों से कोई फक्र नहीं पड़ता। वहीं मंत्रिमंडल विस्तार पर सीएम शिवराज सिंह के दिल्ली दौरे पर गृहमंत्री नरोतम मिश्रा ने कहा कि ये मुख्यमंत्री शिवराज का अधिकार है। वो जब जहां चाहे, वहां जा सकते है और जब चाहे कैबिनेट विस्तार करेंगे।    कांग्रेस देश में कही कोई चुनौती नहीं   इस दौरान प्रदेश में होने वाले उपचुनाव लेकर कांग्रेस की रणनीति पर गृहमंत्री ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस केवल मप्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कहीं चुनौती नहीं बची हैं। जो पार्टी 10 सालों से विपक्ष में एक अच्छा नेता नहीं बना पाई, उसका अस्तित्व नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि जहां तक सवाल मप्र का है, यहां धोख्ेा से एक बार आ गई, वो भी बहुमत नहीं मिला लेकिन काठ की हांडी बार बार नहीं चड़ती। एक बार किसान- नौजवान को धोखा दे दिया। मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस की चुटकी लेते हुए कहा कि अब उपचुनाव में क्या चिंता करना, जाऐंगे तो यही लोग, नेता तो यही है। यह नेतृतव जो कांग्रेस का सामने दिख रहा है, यह क्या खाकर शिवराज का मुकाबला करेंगे।   कांग्रेस अनुसूचित वर्ग को धोखा देने वाली पार्टी    कांग्रेस द्वारा फूल सिंह बरैया को उपचुनाव में टिकट दिए जाने के सवाल पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि बरैया बहुत सज्जन और सीधे आदमी है, वो छल कपट से परे रहते है। लेकिन कांग्रेस हमेशा उनके साथ छल कपट करती है। मंैने पहले भी कहा था कि विधायक नहीं तो बरैया को लड़ाया क्यों और लड़ाया तो फिर हराया क्यों। अब हराया है तो आगे भी इस तरह से हराऐंगे। मंत्री मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अनुसूचित वर्ग को धोखा देने वाली पार्टी है। यह बात इस चुनाव ने नहीं बताया अनुसूचित जाति के प्रति अपना व्यवहार आदिकाल से बता रहे है। उन्होंने कहा कि जब भाल सिंह सोलंकी का नंबर आया तो अर्जुन सिंह आए, इसके बाद जमुना देवी के समय दिग्विजय सिंह और राहुल सिंह आ गए। अब बरैया के समय फिर दिग्विजय आ गए हैं। 

Kolar News

Kolar News 22 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अनलॉक लागू होने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। यहां अब 34 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2538 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 78 लोगों की मौत हो चुकी है।    कोरोना की रोकथाम के लिए मार्च में लगाए गए लॉकडाउन के सख्त नियमों को अनलॉक के दौरान एक जून से शिथिल कर दिया गया है। इसके बाद से यहां रोज 30 से 50 नये मामले सामने आ रहे हैं। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह 940 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आई, जिसमें 34 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2538 हो गई है। सभी नये मरीजों को कोविड केयर सेंटरों में भर्ती कर उनका उपचार शुरू कर दिया गया है और उनकी कांन्टेक्ट हिस्ट्री तलाशी जा रही है। हालांकि अभी तक यहां 1750 व्यक्ति कोरोना से जंग जीत चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं।

Kolar News

Kolar News 21 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज अपने निवास पर परिवार के साथ योगाभ्यास किया।   उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोविड-19 के दृष्टिगत सामूहिक योग आयोजन न कर प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपने घर पर ही योग किए जाने के संबंध में निर्देश जारी किए थे। केंद्र सरकार ने इस वर्ष योग दिवस के अवसर पर घर पर योग, परिवार के साथ योग की थीम दी है। परिवार के साथ किया योगाभ्यास   मुख्यमंत्री ने निवास पर परिवार के साथ योग किया। मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्म पत्नीसाधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय सिंह और कुणाल सिंह ने भी योग किया। प्रतिदिन योग का महत्व इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योग से जीवन में अद्भुत परिवर्तन का अनुभव होता है क्योंकि योग व्यक्ति को शक्ति से, ऊर्जा से और सकारात्मकता से भर देता है। इसलिए एक दिन नहीं, प्रतिदिन योग करना चाहिए।इसका विशेष महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष घर पर योग, परिवार के साथ योग की थीम दी है। उसी का पालन करते हुए हमने आज घर पर परिवार के साथ योग किया है। दुनिया योग की तरफ आकर्षित मुख्यमंत्री ने कहा कि योग निरोग रहने का, स्वस्थ रहने का सबसे प्रभावी माध्यम है। ये वो विधा है जो वर्षों के अनुसंधान के बाद हमारे महाऋषियों ने, योग गुरुओं ने हमें ही नहीं, विश्व को दी है। आज सारी दुनिया योग की तरफ, निरोग रहने के लिए आ रही है। ऐसे में हम अपने देश को स्वस्थ रखने के लिए, निरोग रखने के लिए सिर्फ एक दिन नहीं नित्य योग करें। आष्टांग योग का महत्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आष्टांग योग का महत्व सभी स्वीकार करते हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा, समाधि। आष्टांग योग के अलग-अलग चरण हैं। लेकिन हम कम से कम यम, नियम, आसन, और प्राणायाम तक तो योग अवश्य करें।

Kolar News

Kolar News 21 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को अनलॉक रास नहीं आ रहा है। लॉकडाउन खुलने के बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब यहां 48 नये मामले सामने आए हैं, जिनमें भाजपा के एक विधायक और उनकी पत्नी भी शामिल है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा ढाई हजार के पार पहुंचकर 2505 हो गया है। वहीं, भोपाल में अब तक में कोरोना से 78 लोगों की मौत हो चुकी है।   भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई है कि शनिवार को सुबह आई रिपोर्ट में 48 नये पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक भाजपा विधायक और उनकी पत्नी, बंगरसिया सीआरपीएफ कैंपस के तीन जवान, जीएमसी की एक महिला डॉक्टर भी शामिल है। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, शुक्रवार शाम को भोपाल के एक्सीलेंस कॉलेज की 56 वर्षीय महिला प्रोफेसर की कोरोना से मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 2505 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 78 पहुंच गई है। हालांकि अब तक भोपाल में 1700 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। नये मरीजों को कोविड केयर सेंटरों में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।   

Kolar News

Kolar News 20 June 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए आव्हान किया है कि कोविड-19 की वजह से घर पर रहकर ही योग और प्राणायाम करें। मुख्यमंत्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने संदेश में कहा कि पहला सुख निरोगी काया होता है। हमारा शरीर कर्तव्यों के निर्वहन का माध्यम है। योग रामबाण औषधि की तरह है। योग का अर्थ है, जोड़ना। आप सभी निरोग रहें, स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें और सामूहिक योग कार्यक्रम की बजाय अपने घर पर रह कर ही योग करें। नियमित योग और सूर्य नमस्कार अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है, आज कोरोना संकट के दौर में शरीर को सशक्त बनाने में इसके महत्व को दुनिया भी समझ रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा योग को विश्व में महत्व दिए जाने का श्रेय भी दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। आज कोरोना के संकट के समय योग अधिक महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि यह शरीर को स्वस्थ्य रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे योग दिवस पर अपने निवास पर ही प्रात:काल योगाभ्यास करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 20 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के एक भाजपा विधायक कोरोना की चपेट में आ गए हैं। शनिवार को उनकी जांच रिपोर्ट आई है, जिसमें वे पॉजिटिव निकले हैं। उनके साथ उनकी पत्नी की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। कोरोना पॉजिटिव भाजपा विधायक ने शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान में शामिल भी हुए थे। भाजपा विधायक के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिलते ही पार्टी नेताओं में हडक़ंप मच गया है।    दरअसल, नीमच जिले की जावद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वे 16 जनवरी से भोपाल में हैं और शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में उन्होंने मतदान भी किया था। उनके परिवार मेें उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। इस खबर के बाद हडक़ंप मच गया है। शुक्रवार को विधानसभा में मतदान के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्रियों और कांग्रेस भाजपा विधायकों के साथ भी यह संपर्क में रहे थे।  भाजपा विधायक के कोरोना पॉजिटव होने की खबर मिलते ही सभी विधायकों में हडक़ंप मच गया है। शनिवार सुबह कुछ विधायक भोपाल स्थित जेपी अस्पताल में अपनी जांच कराने पहुंचे। चारों विधायक सकलेचा के संपर्क में आए थे। भाजपा विधायक के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिलतेे ही विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, देवी सिंह धाकड़ और दिलीप मकवाना, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार जांच कराने जेपी अस्पताल पहुंचे हैं। यहां विधायकों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उनके साथी ओमप्रकाश सकलेचा कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। इस वजह से वह एहतियातन जांच कराने पहुंचे हैं।    बता दें कि जावद में विधायक सकलेचा का निवास क्षेत्र पहले से ही जोखिम क्षेत्र बना हुआ है। सकलेचा पिछले कुछ दिनों से उनके फॉर्म हाउस पर रह रहे थे। गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। शुक्रवार को विधानसभा में कुणाल पीपीई किट पहनकर मतदान करने पहुंचे थे।   

Kolar News

Kolar News 20 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 73.6 से अधिक है। इसके बावजूद नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब पांच जिलों में कोरोना के 74 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या साढ़े 11 हजार पहुंच गई है। वहीं प्रदेश में कोरोना से अब तक 490 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2439 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 55 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 4246 हो गई है। चार लोगों की कोरोना से मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 58 और 80 वर्षीय दो पुरुषों तथा 74 और 61 वर्षीय दो महिलाएं शामिल हैं। अब इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 189 हो गई है। इसके अलावा राजगढ़ में 11, उज्जैन में पांच, नीमच में दो और कटनी में एक नया पॉजिटिव मिला है।   इन 74 नये मामलों के साथ राज्य में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 11, 426 से बढक़र 11,500 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4246, भोपाल 2382, उज्जैन 831, खंडवा 283, बुरहानपुर 388, जबलपुर 324, खरगौन 238, धार 141, ग्वालियर 277, नीमच 414, मंदसौर 98, सागर 276, मुरैना 152, देवास 181, रायसेन 85, भिंड 132, बड़वानी 76, होशंगाबाद 41, रतलाम 127, रीवा 41, विदिशा 40, बैतूल 38, सतना 23, छतरपुर 48, डिंडौरी 30, दमोह 29, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 41, शाजापुर 47, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 15, श्योपुर 62, शिवपुरी 22, टीकमगढ़ 22, छिंदवाड़ा 31, नरिसंहपुर 22, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 23, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 23, राजगढ़ 62, गुना 12, मंडला 05, सिवनी 03 निवाड़ी 07 और कटनी 12 मरीज शामिल हैं।    वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 490 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 190, भोपाल 73, उज्जैन 67, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 12, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 04, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, कटनी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, प्रदेश में अब तक 8632 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2382 हैं।

Kolar News

Kolar News 19 June 2020

भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और भोपाल के नवागत कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शुक्रवार सुबह कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना कार्यभार संभाल लिया है। वे सुबह नौ बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और अपना पदभार ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर भोपाल में कोरोना संक्रमण एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की।   बता दें कि राज्य शासन ने गुरुवार को 2009 बैच के दो आईएएस अधिकारियों का तबादला करते हुए उन्हें इधर से उधर कर दिया था। इनमें भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम में संचालक नियुक्त किया गया था, जबकि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के संचालक अविनाश लवानिया को भोपाल कलेक्टर बनाया गया था। शुक्रवार सुबह नवागत कलेक्टर लवानिया ने अपना कार्यभार ग्रहण किया।

Kolar News

Kolar News 19 June 2020

भोपाल। मप्र में रिक्त राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गए है। शाम पांच बजे से मतों गिनती शुरू होगी। देर शाम तक राज्यसभा चुनाव के परिणाम आ जाऐंगे।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहला वोट डाला। कांग्रेस को क्रास वोटिंग की आशंका है, इसीलिए वह अपने विधायकों को संभालकर रख रही है। कांग्रेस के विधायक पूर्व सीएम कमलनाथ के बंगले से दो बसों में बैठकर विधानसभा पहुंचे।    दरअसल, मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में 24 सीटें रिक्त हैं और फिलहाल 206 सदस्य हैं, जो मतदान करेंगे। जिनमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय सदस्य शामिल हैं। राज्यसभा की तीन सीटों में दोनों पार्टियों भाजपा और कांग्रेस की एक-सीट पक्की मानी जा रही है। इधर, सपा-बसपा और निर्दलीयों ने भी भाजपा को समर्थन दिया है, इसलिए तीसरी सीट भी भाजपा के खाते में जा सकती है। इस सीट पर कांग्रेस को क्रास वोटिंग की आशंका है। इसी के चलते सुबह करीब 9 बजे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शासकीय निवास से दो बसों में अपने विधायकों को लेकर वोटिंग के लिए विधानसभा पहुंचे। खुद कमलनाथ भी बस में बैठकर विधानसभा पहुंचे और वोटिंग की। दिग्विजय की जीत पक्की करने के लिए 52 की जगह 54 विधायक वोट कर रहे हैं। ऐसे में फूल सिंह की हार पक्की मानी जा रही है।    विधानसभा के अपर सचिव मुकेश मिश्रा ने बताया कि मतदान के दौरान कोविड-19 बीमारी के संक्रमण से निर्वाचकों एवं निर्वाचन प्रक्रिया से संबद्ध अमले के बचाव के मद्देनजर समुचित ऐहतियात एवं व्यवस्थाएं गई हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्यसभा के लिए ऐसे निर्वाचक सदस्य जो कोविड-19 के संक्रमण से ग्रसित हैं तथा राज्य के अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें पोस्टल मतपत्र की सुविधा प्रदान की गयी है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के विधायक कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित हैं। बताया जा रहा है कि वे पीपीई किट पहनकर वोट कर सकते हैं।   राज्यसभा की रिक्त तीन सीटों के लिये भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सुमेर सिंह सोलंकी तथा कांग्रेस के दिग्विजय सिंह एवं फूलसिंह बरैया उम्मीदवार हैं। विधानसभा में सदस्य संख्या के अनुसार भाजपा के पक्ष में दो और कांग्रेस के पक्ष में एक सीट जाना सुनिश्चित माना जा रहा है। फिलहाल मतदान जारी है। भाजपा जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर पार्टी की जीत का भरोसा जताया है।      

Kolar News

Kolar News 19 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिये रिक्त हुए तीन स्थानों लिए वोटिंग पूरी हो गई है। आखिरी वोट कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने डाला। कुणाल चौधरी कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से पीपीई किट में मतदान करने पहुंचे। उनका वोट अलग से लिफाफे में रखा गया है। मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और 6 बजे तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।    इससे पहले भाजपा ने कुणाल चौधरी के मतदान पर सवाल उठाए थे। भाजना नेता हितेष वाजपेयी ने शुक्रवार को मीडिया को जारी अपने एक बयान में कहा है कि चुनाव आयोग द्वारा कोरोना पॉजिटिव विधायक को परिसर में प्रवेश की अनुमति महामारी नियंत्रण नियमों का उल्लंघन है और परिसर को कंटेमिनेट करने का आयोग को कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आयोग द्वारा की जा रही अवैध गतिविधि है, जो चिंताजनक है जबकि बीमारी फैलाना अपराध की श्रेणी में आता है। हितेष वाजपेयी ने मांग करते हुए कहा है कि प्रशासन को इसे रोकना चाहिए।   बतातें चले कि राज्यसभा के लिए भाजपा ने सिंधिया और सुमेर सिंह को उम्मीदवार बनाया हैं। जबकि कांग्रेस से दिग्विजय और फूल सिंह प्रत्याशी हैं। दिग्विजय को पहली वरीयता देने के निर्देश दिए गए हैं। विधायकों के आंकड़ों के हिसाब से मध्यप्रदेश की 3 सीटों में से 2 पर भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है।   

Kolar News

Kolar News 19 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 73.6 फीसदी पहुंच गया है। इसके बावजूद यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां छह जिलों में 130 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 11 हजार 374 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 485 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार रात 2266 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 57 पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 4191 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इंदौर में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 185 हो गई है। इधर, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 58 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा उज्जैन में चार, नीमच में पांच, नरसिंहपुर में तीन और बालाघाट में तीन नये मामले सामने आए हैं।   इन 130 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 11,374 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4191, भोपाल 2372, उज्जैन 826, खंडवा 283, बुरहानपुर 388, जबलपुर 318, खरगौन 238, धार 141, ग्वालियर 272, नीमच 413, मंदसौर 97, सागर 270, मुरैना 148, देवास 179, रायसेन 85, भिंड 124, बड़वानी 72, होशंगाबाद 37, रतलाम 118, रीवा 40, विदिशा 40, बैतूल 38, सतना 22, छतरपुर 48, डिंडौरी 30, दमोह 29, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 41, शाजापुर 47, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 21, शहडोल 15, बालाघाट 15, श्योपुर 61, शिवपुरी 21, टीकमगढ़ 22, छिंदवाड़ा 31, नरिसंहपुर 22, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 23, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 21, राजगढ़ 49, गुना 12, मंडला 05, सिवनी 02 निवाड़ी 07 और कटनी 09 मरीज शामिल हैं।   वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 485 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 185, भोपाल 73, उज्जैन 67, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 12, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 05, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 04, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, कटनी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 8388 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2504 हैं। 

Kolar News

Kolar News 18 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन रिक्त सीटों के चुनाव के लिए शुक्रवार, 19 जून को मतदान होना है। इससे पहले अब इन चुनावों को लेकर तस्वीर काफी हद तक स्पष्ट होती जा रही है। चुनाव में भाजपा का पलड़ा भारी होता दिखाई दे रहा है। बुधवार रात्रि को पार्टी द्वारा आयोजित डिनर में पांच अन्य विधायकों की उपस्थिति से इसकी पुष्टि हो गई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इन पांचों विधायकों को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर लंच पर आयोजित बैठक में भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन ये वहां नहीं पहुंचे। निर्दलीय व अन्य दलों के विधायकों के इस रवैये के चलते तीन में से दो राज्यसभा सीटें भाजपा की झोली में आना तय माना जाता रहा है।    भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार रात्रि में प्रदेश कार्यालय में अपने विधायकों के लिए डिनर का आयोजन किया था। विपरीत मौसम और तेज बारिश के बावजूद इसमें यशोधरा राजे सिंधिया को छोड़कर पार्टी के 106 विधायक पहुंचे। इनके अलावा सभी की नजरें जिन विधायकों पर टिकी थीं, वे निर्दलीय और अन्य दलों के पांच विधायक थे। भाजपा के इस डिनर में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा और विक्रम राणा के साथ बसपा के दो विधायक संजीव कुशवाहा व राम बाई तथा सपा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने सभी विधायकों से अलग-अलग चर्चा की। आश्चर्य की बात यह रही कि हमेशा ढुलमुल रवैया रखने वाले भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल इस बार अपने निर्णय पर बिलकुल दृढ़ नजर आए और उन्होंने भाजपा उम्मीदवारों को ही वोट देने का निश्चय कर लिया है।    निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों के समर्थन के साथ राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के कुल विधायकों की संख्या 112 हो रही है, जिसे देखते हुए पार्टी के दो उम्मीदवारों ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रो. सुमेरसिंह सोलंकी की जीत तय मानी जा रही है। वहीं, एक सीट कांग्रेस को जाती दिखाई दे रही है। कांग्रेस पार्टी ने हालांकि 92 विधायकों के समर्थन का दावा किया है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर बुधवार को आयोजित लंच और बैठक में कुल 87 विधायक ही पहुंचे थे। कांग्रेस विधायक हिना कांवरे, रवि जोशी, लक्ष्मण सिंह, कुणाल चौधरी और केपी सिंह विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे।   केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में चले बातचीत के दौर  राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर व बीजे पांडा के साथ प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी डिनर में मौजूद थे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी साथ थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सभी विधायकों से अलग-अलग बात की। पार्टी के विधायक दल की बैठक गुरुवार शाम को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई है, जिसकी तैयारियां जोरों पर है।   

Kolar News

Kolar News 18 June 2020

ग्वालियर/भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 24 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियों में जुटी दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर निरंतर जारी है। ऐसे में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर उनका समाधि स्थल भी राजनीति से अछूती नहीं रहा। ग्वालियर में उनके समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे कांग्रेस नेताओं लक्ष्मीबाई की शहादत को नमन करने के बाद सिंधिया राजघराने को पर निशाना साधा और महात्मा गांधी की हत्या और वीरांगना लक्ष्मीबाई की शहादत के पीछे सिंधिया परिवार का हाथ होने का आरोप लगाया।   गुरुवार को वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के ग्वालियर-चम्बल संभाग के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा, पार्टी प्रवक्ता आरपी सिंह, सिद्धार्थ सिंह राजावत, धर्मेंद्र शर्मा अन्य कार्यकर्ताओं ने उनकी समाधि स्थल पर पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर आदरांजलि अर्पित की। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए केके मिश्रा ने सिंधिया परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई स्वतंत्रता संग्राम की वह नायिका थी, जिन्होंने अपने देशप्रेम और आजादी के सपनों को साकार करने के लिए अंग्रेज हुकूमत के आगे घुटने नहीं टेकने के संकल्प के साथ गद्दारों के हाथों अपना बलिदान देना उचित समझा। इतिहास साक्षी है कि उस दौरान उनकी हत्या से लेकर अंग्रेजी हुकूमत का हमदर्द और झंडाबरदार कौन था? आज भी उनके ही वंशज ने उन्हें सब कुछ देने वाली मां रूपी पार्टी और जनता के वोट तक का सौदा कर दिया।    मिश्रा ने कहा कि कई सालों के संघर्ष, त्याग, महारानी लक्ष्मीबाई सहित हजारों-लाखों कुर्बानियों के बाद हमें प्राप्त आजादी मिली। ऐसे में यह वक्त का तकाजा है कि उन बलिदानियों का सम्मान करने वाला हर सच्चा भारतीय ऐसे गद्दारों को सबक सिखाये, क्योंकि जिन लोगों के हाथ महात्मा गांधी-महारानी लक्ष्मीबाई की हत्या के खून से रंगे हो, वे देश, किसी भी पार्टी और ग्वालियर-चम्बल संभाग के नागरिकों के कभी भी नहीं हो सकते। मिश्रा ने यह भी कहा कि इतिहास इस बात का भी साक्षी है कि ग्वालियर-चम्बल संभाग के नागरिक सभी गलतियों, अपराधों को माफ कर सकते हैं, लेकिन गद्दारों को माफी उनके शब्दकोष में नहीं है। इसका प्रमाण आने वाले दिनों में दिखाई भी देगा।  

Kolar News

Kolar News 18 June 2020

भोपाल। भाजपा द्वारा अपने ऊपर दर्ज कराए गए प्रकरण के जवाब में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह बुधवार सुबह सीएम शिवराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने क्राइम ब्रांच पहुंचे। दिग्गी का कहना है कि अगर मुझ पर एफआईआर हुई है तो वहीं अपराध सीएम शिवराज ने भी किया है, तो उन पर भी एफआईआर होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने चिटफंड कंपनी को लेकर घोटाला उजागर किया था, जिससे डर कर शिवराज सिंह चौहान ने उनके खिलाफ एफआईआर करवाई है। दिग्गी के इन आरोपों पर प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।    गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह द्वारा क्राइम ब्रांच जाकर सीएम शिवराज के खिलाफ एफआईआर कराने पर निशाना साधा है। बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि मेरे मन को अच्छा लगता कि अगर वह किसानों के साथ दो- दो लाख रुपये, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने और कन्यादान योजना में जो छलावा किया उस पर एफआईआर कराते तो बेहतर होता। मंत्री मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह राज्यसभा चुनाव के चलते यह सब कुछ कर रहे हैं, चुनाव के बाद फिर वो अंतर्ध्यान हो जाएंगे। दिग्विजय के बयान कि चुनाव के समय ही वीडियो वार होते हैं इस पर गृहमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि चुनाव के समय ही होते हैं इस सवाल में ही जवाब छुपा है। भाजपा विधायक दल की बैठक और डिनर पर गृहमंत्री ने कहा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है, चुनाव के समय ऐसी बैठकें होती ही हैं।    कांग्रेस ने किया अनुसूचित जाति और दलितों का अपमान राज्यसभा चुनाव की तैयारी को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारी कोई रणनीति नहीं है, हमारे पास पूरे वोट है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि चिंता तो वह लोग करें, जिन्होंने अनुसूचित जाति और दलितों का अपमान किया है। इस बार फिर फूल सिंह बरैया जैसे दलित चेहरे को पीछे कर दिग्विजय सिंह को आगे रखा गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चाहिए कि वह फूल सिंह बरैया को आगे रखें, मैं तो कांग्रेस से मांग करूंगा कि दलित चेहरे फूल सिंह बरैया को प्राथमिकता दें।   

Kolar News

Kolar News 17 June 2020

भोपाल/रीवा। भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर हुई सैन्य झड़प में देश के कमांडिंग अफसर सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। इनमें मध्यप्रदेश के रीवा जिले का जवान दीपक सिंह गहरवार भी शामिल है, जो इस सैन्य झड़प में शहीद हुए हैं। बिहार रेजीमेंट द्वारा इसकी सूचना रीवा पुलिस अधीक्षक को दी गई। पुलिस कंट्रोल रूप द्वारा जैसे ही दीपक के परिजनों को उनके शहीद होने की सूचना दी गई। इसके बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। दीपक शहीद होने की खबर सुनकर उनकी पत्नी और मां का रो-रोकर बुरा हाल है।    रीवा एसपी आबिद खान ने बुधवार को बताया कि जिले के मनगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फरैदा निवासी सिपाही दीपक सिंह गहरवार के शहीद होने की सूचना आई है। शहीद के परिजनों की इसकी सूचना भेज दी गई है। उनका पार्थिव शरीर पहुंचने में अभी दो से तीन दिन का समय लगेगा।    बता दें कि मनगवां थाना क्षेत्र के ग्राम फरैदा निवासी दीपक सिंह गहरवार 16-बिहार रेजीमेंट में सिपाही के पद पर पदस्थ थे और उनकी इन दिनों लद्दाख में पोस्टिंग थी। दीपक की नवम्बर 2019 में ही हुई थी। वह शादी के बाद अपनी पत्नी को गांव में छोडक़र अपनी ड्यूटी पर चले गए थे। वे आखिरी बार होली में घर आए थे। बताया गया है कि 15 दिन पूर्व दीपक ने घर पर फोन करके पत्नी से कहा था कि घर वापसी के समय वे उसके लिए कश्मीरी शाल एवं कुछ गहने लेकर आएंगे, लेकिन इससे पहले ही उनके शहीद होने की खबर आ गई।   

Kolar News

Kolar News 17 June 2020

भोपाल। एडिट किया हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले पर राजनीति तेज हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह का एक एडिट किया हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी की ओर से सोमवार को दिग्विजयसिंह के खिलाफ एफआईआर कराई गई थी। इसके बाद बुधवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह भी भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर कराने क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे।    पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बुधवार सुबह राहुल गांधी का वीडियो छेड़छाड़ कर प्रस्तुत करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं ने वीडियो में छेड़छाड़ करके उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इस दौरान दिग्विजयसिंह के साथ पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा और जयवर्धन सिंह भी मौजूद रहे। दिग्विजय सिंह का कहना था कि अगर पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती है, तो वे कोर्ट की शरण में जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने मुझसे डरकर मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। 

Kolar News

Kolar News 17 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों टिड्डियों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां के कई जिलों से होते हुए टिड्डी दल भोपाल पहुंच गया है और बीते दो दिनों से राजधानी के आसपास डेरा डाले हुए है। इसी बीच मंगलवार सुबह टिड्डियों ने शहर के बीचोबीच मंत्रालय एवं विधानसभा पर हमला कर दिया। टिड्डियों के घेराव से अधिकारी एवं कर्मचारी दशहत में आ गए। हालांकि, प्रशासन की ओर से फायर ब्रिगेड से छिडक़ाव कर टिड्डियों को भगाया गया।   बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह टिड्डी दल भोपाल के बीच शहर में पहुंच गया और वीआईपी क्षेत्र मंत्रालय और विधानसभा में हमला कर दिया। ऐहतियातन मंत्रालय के दरवाजे-खिड़कियों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, ताकि टिड्डी दल अंदर न पहुंच पाए। थोड़ी देर के लिए इलाके के लोग परेशान हुए, लेकिन ये बिना कोई नुकसान किए यहां से गुजर गया। नगर निगम का अमला फायर ब्रिगेड लेकर यहां पहुंच गया और कीटनाशक का छिडक़ाव कर टिड्डियों को यहां से भगाया गया। टिड्डी दल, वल्लभ भवन, विधानसभा परिसर, दशहरा मैदान, लिंक रोड नंबर एक, 74 बंगला, शौर्य स्मारक, चिनार पार्क होते हुए आगे बढ़ गया। टिड्डी दल के आने से इलाके में दहशत का माहौल है। राजधानी भोपाल में टिड्डियों का यह तीसरा हमला है।   गौरतलब है कि भोपाल के कई इलाकों में रविवार को टिड्डी दल ने प्रवेश किया था। इसके बाद टिड्डियों ने रात भी भोपाल के आसपास ही बिताई। सोमवार को कृषि विभाग, वन विभाग और फायर बिग्रेड ने मिलकर इस टिड्डी दल का सफाया किया था। टिड्डियों को भगाने के लिए इस टीम ने टिड्डी प्रभावित इलाकों में कैमिकल का छिडक़ाव किया और तेज आवाजें की थीं। करीब चार घंटे तक जंगल में छिडक़ाव करने से लाखों की संख्या में टिड्डियों की मौत हो गई। वहीं कुछ टिड्डियां वहां से उड़ गईं। उन्होंने रातभर में कई पेड़ों को नुकसान भी पहुंचाया। इससे पहले सोमवार को भी भोपाल के कई इलाकों में टिड्डी दल ने हमला किया। फिर मंगलवार को यह दल मंत्रालय-विधानसभा क्षेत्र में पहुंच गया।  

Kolar News

Kolar News 16 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव सितम्बर माह मेंं हो सकते हैं। हालांकि अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि सितम्बर में उपचुनाव संपन्न हो सकते हैं। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी हैं। आयोग की तरफ से उपचुनाव में उपयोग होने वाली मतदाता सूची के पुन: निरीक्षण का काम शुरू हो गया है।     उपचुनाव को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। प्रदेश में 24 विस सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसमें से 22 सीटें कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई है। जबकि 2 सीटें सदस्यों की मौत के बाद रिक्त हुई है। रिक्त हुई सीटों पर चुनाव छह माह में संपन्न कराने होते है, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के कारण उपचुनाव में देरी हो गई। कांग्रेस के पूर्व 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर विधानसभा ने रिक्त सीटों की जानकारी चुनाव आयोग को भेजी थी, इसके बाद इन सीटों को रिक्त घोषित कर दिया गया था, अब वहां 6 महीने के अंदर यानी 10 सितम्बर के पहले चुनाव कराया जाना है। इसी प्रकार सदस्यों की मौत से रिक्त हुई दो अन्य सीटों जौरा पर 20 जून तक और आगर मालवा का चुनाव 15 जुलाई तक चुनाव कराया जाना है। जौरा सीट पर उप चुनाव आगे बढ़ाए जाने पर आयोग धारा 151 के तहत नोटिफिकेशन जारी कर चुका है। इसी तरह आगर-मालवा सीट पर चुनाव कराए जाने की तारीख भी आगे बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है। इसीलिए इन दोनों सीटों पर भी 22 विधानसभा सीटों के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं।    इन सीटों पर होगा उपचुनाव प्रदेश की जिन 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले है उनमें: सुमावली, मुरैना, दिमनी, अम्बाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, सांची, अनूपपुर, सांवेर, हाटपिपल्या, सुवासरा, बदनावर समेत जौरा और आगर मालवा विधानसभा शामिल है। 

Kolar News

Kolar News 16 June 2020

भोपाल/दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया गत दिनों कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते वे दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती थे। अब ज्योतिरादित्य सिंधिया कोरोना से जंग जीत चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। वहीं, उनकी मां फिलहाल अस्पताल में ही है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।   सीएम शिवराज ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया है कि - ‘देश और प्रदेश के लोकप्रिय नेता, हमारे अनुज ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। यह अत्यंत आनंद और प्रसन्नता का विषय है। उनकी माताजी, श्रीमंत राजमाता ग्वालियर के स्वास्थ्य में शीघ्र सुधार हो, ऐसी ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना है।’   गौरतलब है कि सिंधिया और उनकी मां को बुखार, खांसी और गले की खराश होने के कारण गत नौ जून को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद उनके सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि, दो दिन बाद दोनों के सेम्पल पुन: जांच के लिए भेजे थे, जो निगेटिव आए। ज्योतिरादित्य सिंधिया अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अभी वे दिल्ली में ही हैं और जल्द ही भोपाल आ सकते हैं। वहीं, उनकी मां माधवी राजे सिंधिया का अभी अस्पताल में उपचार जारी है और उनकी सेहत में लगातार सुधार आ रहा है। जल्द ही उन्हें भी अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।

Kolar News

Kolar News 16 June 2020

भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुराने वीडियो को ऑडिट कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत 11 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। दिग्विजय सिंह पर एफआईआर होने के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है। विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगाते हुए हमले कर रही है। वहीं दिग्विजय सिंह ने भाजपा द्वारा अपने ऊपर दर्ज हुए एफआईआर को बदले की कार्रवाई बताया है।    दिग्विजय सिंह ने सोमवार को ट्वीट कर भाजपा द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे खिलाफ  केस दर्ज कराया है। साथ ही उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि ‘मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज एफआईआर की तत्काल जांच हो। फेक वीडियो में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है।   बता दें कि शिवराज ने विपक्ष में रहते हुए 12 जनवरी 2020 को तत्कालीन कमलनाथ सरकार की शराब नीति पर बोलते हुए दो मिनट 19 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया था। आरोप है कि उस वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके नौ सेकंड का एक वीडियो तैयार किया गया है। इसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में कथित तौर पर मुख्यमंत्री को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ‘दारू इतनी फैला दो कि पीएं और पड़े रहें'।

Kolar News

Kolar News 15 June 2020

भोपाल। पूर्ववर्ती कमलाथ सरकार में मंत्री रहे 22 कांग्रेस विधायकों को राज्य सरकार द्वारा लगातार बंगला खाली करने के नोटिस दिये जा रहे हैं, लेकिन कोरोना संकटकाल के चलते वे अपने आवंटित बंगले खाली नहीं कर पा रहे हैं। इसी बीच संपदा विभाग ने एक बार फिर पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट को नोटिस जारी कर बंगले खाली करने को कहा है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर आगामी 24 जून तक बंगलों से अपना सामान नहीं हटाया तो सामान की नीलामी कर दी जाएगी।   दरअसल, पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट को कमलनाथ सरकार के दौरान भोपाल के चार इमली क्षेत्र स्थित बी-16 बंगला आवंटित हुआ था। अब शिवराज सिंह चौहान सरकार ने यह बंगला भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को आवंटित कर दिया है। संपदा विभाग द्वारा पूर्व में भनोट को नोटिस जारी कर बंगला खाली करने को कहा था, लेकिन उन्होंने तय समय पर बंगला खाली नहीं किया तो पिछले महीने उनके बंगले को सील कर दिया गया था। अब संपदा विभाग ने पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत का बी-16 चार इमली स्थित बंगले पर कब्जा अनाधिकृत घोषित कर दिया गया है। उन्हें 24 जून तक स्वयं उपस्थित होकर बंगले में मौजूद अपने सामान लेने को कहा गया है, अन्यथा बंगले में रखे सामान की नीलामी करने का नोटिस दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 15 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 68 फीसदी से अधिक होने के बावजूद नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब चार जिलों में 140 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 10,583 हो गई है। वहीं प्रदेश में इस महामारी की चपेट में आने से अब तक 442 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 2131 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 57 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4029 हो गई है। कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 166 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार देर रात 1964 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 63 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2145 हो गई है। अब तक भोपाल में कोरोना से 69 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा नीमच में 12 और उज्जैन में कोरोना के आठ नये मामले आए हैं।   इन 140 नये मामलों के साथ राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,583 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4029, भोपाल 2145, उज्जैन 777, खंडवा 276, बुरहानपुर 381, जबलपुर 298, खरगौन 212, धार 132, ग्वालियर 249, नीमच 370, मंदसौर 95,  सागर 243, मुरैना 140, देवास 152, रायसेन 82, भिंड 112, बड़वानी 62, होशंगाबाद 37, रतलाम 85, रीवा 39, विदिशा 37, बैतूल 37, सतना 22, छतरपुर 42, डिंडौरी 29, दमोह 27, आगरमालवा 15, झाबुआ 14, अशोकनगर 40, शाजापुर 43, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 20, शहडोल 14, बालाघाट 12, श्योपुर 57, शिवपुरी 21, टीकमगढ़ 19, छिंदवाड़ा 30, नरिसंहपुर 18, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 21, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 26, हरदा 08, राजगढ़ 41, गुना 10, मंडला 05, सिवनी 02 और कटनी 04 मरीज शामिल हैं।    इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 442 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 166, भोपाल 69, उज्जैन 66, बुरहानपुर 21, खंडवा 17, जबलपुर 11, खरगौन 13, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 05, सागर 13, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 04, बड़वानी 02 मुरैना 01, राजगढ़ 04, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि प्रदेश में अब तक 7201 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घर जा चुके हैं। अब यहां सक्रिय प्रकरण 2942 हैं।  

Kolar News

Kolar News 13 June 2020

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कोरोना के लगातार बढ़ते आंकड़ों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़े निरंतर बढक़र भयावह होते जा रहे हैं, वहीं सरकार इन्हें भूल व जनता को अपने हाल पर छोड़ उपचुनावों की तैयारियों में पूरी तरह से जुट गयी है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट के माध्यम से राज्य सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि  ‘ प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंच गया है और अभी तक 440 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में यह आंकड़ा 2000 के पार और 74 लोगों की अभी तक मृत्यु हो चुकी है, जबकि इंदौर में यह आंकड़ा 4000 के पार व 166 लोगों की अभी तक मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश के 52 जिले संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।’   उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि - ‘आज भी प्रदेश में आम मरीजों को अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पा रहा है। इसके अभाव में मरीज रोज दम तोड़ रहे हैं। प्रदेश के सभी स्थानों से निजी अस्पतालों की मनमानी और भारी-भरकम बिल वसूलने की शिकायतें रोज सामने आ रही हैं। राज्य सरकार का अभी तक उन पर कोई नियंत्रण नहीं बन पाया है।’    कमलनाथ ने कहा है कि -‘ आज भी आवश्यक सुरक्षा संसाधनों के अभाव में कोरोना वारियर्स प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं और वहीं दूसरी तरफ इन सब बातों से बेखबर सरकार और जिम्मेदार उप चुनावों की तैयारियों के लिये घंटों मंथन करने में जुटे हैं। जनता को उन्होंने अपने हाल पर छोड़ दिया है।’  

Kolar News

Kolar News 13 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राजनेता भी इसकी चपेट में आने से खुद बचा नहीं पा रहे हैं और इस संक्रामक वायरस का शिकार हो रहे हैं। पूर्व विधायक जितेन्द्र डागा, वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेता कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। वहीं अब भोपाल में भी एक युवा कांग्रेस विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शनिवार सुबह उनकी रिपोर्ट आई, जिसमें वो कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। कोरोना संक्रमित कांग्रेस विधायक पूर्व मंत्रियों समेत कई वरिष्ठ नेताओं के भी संपर्क में रहे हैं। विधायक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राजनेताओं में हडक़ंप की स्थिति है।    राजधानी भोपाल में शनिवार सुबह आई कोरोना रिपोर्ट में 52 लोग पॉजिटिव निकले हैं। उनमें से एक कांग्रेस के युवा विधायक भी शामिल है। कांग्रेस के युवा नेता पहली बार विधायक चुने गए हैं और कांग्रेस के यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष भी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक पूर्व मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के भी संपर्क में रहे है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की प्रेस कांफ्रेंस में भी वो वहां मौजूद थे। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, मीडियाकर्मी और पार्टी  कार्यकर्ता मौजूद थे। युवा कांग्रेस विधायक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राजनेताओं में हडक़ंप मच गया है। विधायक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अब उनके संपर्क में आए पूर्व मंत्री का भी सैंपल भी लिया जा सकता है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर उनके संपर्क में सभी लोगों ने खुद को एकांतवास कर लिया है। 

Kolar News

Kolar News 13 June 2020

सीहोर। वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के सरकार के साथ मेडिकल साइंस से जुड़े लोग भी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हर कोई इस बिमारी जल्द छुटकारा पाना चाहता है। इस बीच सीहोर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने कोरोना को लेकर एक अजीबोगरीब दावा किया है। पूर्व विधायक व रमेश सक्सेना का कहना है कि कोरोना से मुक्ति पाने का एक ही तरीका है हनुमान चालीसा का पाठी, ऐसा करने से कोरोना दूर भाग जाएगा।    पूर्व विधायक ने यह बयान गुरुवार देर शाम को पत्रकारों से बात करते हुए दिया। उन्होंने ने कहा, "मैं इसे अधिकार के साथ कह सकता हूं कि अगर किसी भी परिवार के सदस्य 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए एक साथ बैठते हैं, जिसमें मुश्किल से आधा घंटा लगेगा, तो कोरोना उन्हें छू भी नहीं पाएगा।" उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए मेडिकल साइंस में भी कोई कारगर दावा नहीं है, ऐसे में सर्वशक्तिमान और सबके पालनहार ईश्वर की कृपा ही मानव को संकट से बचा सकती है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा में उल्लेख है कि 'नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा', इससे स्पष्ट है कि महाबली हनुमान जी की विधि विधान से पूजा अर्चना करने और हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करने से कोई भी बीमारी दूर हो सकती है।   हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब पूर्व विधायक सक्सेना ने इस तरह का सुझाव दिया हो। इससे पहले भी 2018 में बारिश और ओलावृष्टि के दौरान फसलों को क्षतिग्रस्त होने से रोकने के लिए उन्होंने इसी तरह की सलाह दी थी। उन्होंने लोगों से हर दिन कम से कम 500 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए कहा था।  

Kolar News

Kolar News 12 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों उपचुनाव के साथ बंगले को लेकर भी राजनीति जोरों से चल रही है। कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्रियों के बंगले को लेकर चल रहा विवाद अब गरमा गया है। पूर्व मंत्री तरुण भनोट का 4 इमली स्थित बंगला बी-16 भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को अलॉट किया गया है। जिसके चलते तरुण भनोट पर बंगला खाली करने का दवाब बनाया जा रहा है। संपदा विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने उनका बंगला सील कर दिया। इस संबंध में पूर्व मंत्रियों ने बैठक की और अभी बंगला ना खाली करने का फैसला लिया। साथ ही जरुरत पडऩे पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी भी कर ली है।    बंगले को लेकर चल रही राजनीति पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, विजय लक्ष्मी साधौ और हर्ष यादव ने बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया कि बंगला अभी खाली नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए पीसी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व मंंत्रियों और विधायकों से भाजपा सरकार द्वारा बंगला खाली करने का दबाव बनाना बदले की कार्यवाही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के दौरान भाजपा के पूर्व मंत्री भी बंगले रहे हैं लेकिन कमलनाथ सरकार ने खाली नही कराए। पीसी शर्मा ने कहा कि जो अब विधायक या मंत्री नही रहें और भाजपा में शामिल हो चुके है, उन्हें नोटिस नही दिया गया है लेकिन कांग्रेस के पूर्व मंत्री, विधायकों को नोटिस भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज आग्रह किया है, दूसरा कोई बंगला विधायक को दिया जाए। भोपाल के जितने विधायक है सबको बंगला आबंटित है। जो मेरा विधानसभा क्षेत्र है तो वहां मेरा बंगला आबंटित है।    सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों के बंगले को आधार बनाकर जंग लड़ेगी कांग्रेस  माना जा रहा है कि बंगले को लेकर मचे घमासान को कांग्रेस के पूर्व मंत्री कोर्ट तक लेकर जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस, सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों के बंगलों को आधार बनाकर ये सियासी जंग लडऩे की तैयारी में है। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय की ओर से कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों को 15 जून तक बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था। जिसके बाद से ही लगातार बंगला पॉलिटिक्स चली आ रही है। पहले भी तरुण भनोट के बंगले को लेकर काफी गहमागहमी हुई थी।   

Kolar News

Kolar News 12 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को अपने निवास पर रोजगार संवर्धन को लेकर उद्योगपतियों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बाद उत्पन्न हालातों में अधिकतम लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। इसको दृष्टिगत रखते हुए आज उन्होंने उद्योगपतियों से चर्चा की है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।    गृहमंत्री मिश्रा से चर्चा के दौरान सभी उद्योगपतियों ने सहमति देते हुए कहा कि वे अपने- अपने क्षेत्रों में अधिकतम लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। उद्योगपतियों ने कहा कि वे रोजगार सर्जन के लिए नए कार्य भी प्रारंभ करेंगे ताकि और अधिक लोगों को कार्य उपलब्ध कराया जा सके। आज की बैठक में सुनील बंसल, राजीव अग्रवाल, मनोज मोदी, अमरजीत सिंह , एन. एल. गुर्जर, अनिरुद्ध चौहान,  डॉ. राहुल खरे, बीएस यादव, डॉ. उमेश शारदा, सुरेंद्र मित्तल और प्रदीप मित्तल मौजूद थे।   चर्चा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उद्योगपतियों के साथ हुई बैठक सकारात्मक रही। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री एसोसिएशन ने कई सुझाव दिए है। अब मप्र सरकार केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीताराम के सामने इन सुझावों को रखेगी। वहीं कोरोना को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा सरकार की पूरी तैयारी है। मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट बेहतर है।  

Kolar News

Kolar News 12 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 68 फीसदी से अधिक होने के बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां चार जिलों में 61 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10 हजार 110 हो गई है। वहीं, राज्य में अब तक कोरोना से 429 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 3107 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 41 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 3922 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 51 वर्षीय महिला और एक 83 वर्षीय पुरुष शामिल है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 163 हो गई है। इसके अलावा उज्जैन में 14, नीमच में तीन और शिवपुरी में तीन नये पॉजिटिव मिले हैं।   इन 61 नये मामलों के साथ राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10,110 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3922, भोपाल 1927, उज्जैन 759, खंडवा 274, बुरहानपुर 377, जबलपुर 283, खरगौन 209, धार 129, ग्वालियर 228, नीमच 356, मंदसौर 95, सागर 242, मुरैना 133, देवास 145, रायसेन 76,  भिंड 106, बड़वानी 62, होशंगाबाद 37, रतलाम 85, रीवा 38, विदिशा 37, बैतूल 36, सतना 22, छतरपुर 41, डिंडौरी 29, दमोह 27, आगरमालवा 15, झाबुआ 13, अशोकनगर 32, शाजापुर 38, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 20, शहडोल 13, बालाघाट 11, श्योपुर 53, शिवपुरी 20, टीकमगढ़ 16, छिंदवाड़ा 29, नरिसंहपुर 18, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 21, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 24, हरदा 03, राजगढ़ 37, गुना 09, मंडला 05, सिवनी 02 और कटनी के तीन मरीज शामिल हैं।    इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 429 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 163, भोपाल 66, उज्जैन 64, बुरहानपुर 19, खंडवा 17, जबलपुर 11, खरगौन 13, ग्वालियर 02, धार 04, मंदसौर 09, नीमच 05, सागर 13, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 04, बड़वानी 02 मुरैना 01, राजगढ़ 03, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। इधर, राज्य में रिकवटीर रेट 68.5 फीसदी है। राज्य में अब तक 6892 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2791 हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 June 2020

जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ऑडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक हलकों में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष में बैठी कांग्रेस लगातर सीएम शिवराज पर निशाना साध रही है और कांग्रेस नेता कानूनी कार्यवाही तक की बात कह रहे हैं। ऑडियो-वीडियो सनसनी पर बयानबाजी का दौर जारी है। वहीं एक बार फिर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओर और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट कर भाजपा को आड़े हाथों लिया है। तन्खा ने ट्वीट कर लिखा है कि 'अटल की भाजपा बदल गई है'।    विवेक तन्खा ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर भाजपा से सवाल पूछे है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘मेरा प्रश्न शिवराज जी से :: जो उनका वक्तव्य केंद्र नेतृत्व की मंशा को लेकर सामने आया है::क्या ऐसी सोच या परिकल्पना अटल जी के नेतृत्व काल में सम्भव थी।जिस तरह धन बल का प्रयोग मप्र सरकार गिराने में हुआ क्या अटल जी इसे स्वीकार करते ! क्या नैतिकता का चिंतन भाजपा में समाप्त हो चुका है’।    इससे पहले गुरुवार को भी विवेक तन्खा ने वायरल ऑडिया मामले में ट्वीट कर इसे देश के लिए अत्यंत शर्मनाक बताते हुए कहा था कि केंद्र के षड्यंत्र से विपक्ष की राज्य सरकारें गिराना भाजपा की अल्प काल में जीत ज़रूर है मगर हमारे समविधान और प्रजातांत्रिक मूल्यों की हार है। पैसे के दम सरकारें बनाना या गिराना छोटी मानसिकता का प्रतीक।    ऑडियो में यह कहा है सीएम शिवराज ने मुख्यमंत्री शिवराज का ये वायरल ऑडियो इंदौर की रेसिडेंसी कोठी में सांवेर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच का है। वायरल ऑडियो क्लिप में सीएम शिवराज सिंह चौहान कह रहे है कि केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि ये सरकार गिरना चाहिए, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगैर सरकार गिर सकती थी क्या और कोई तरीका नहीं था इसलिए पार्टी ने फैसला लिया है। फैसला प्रधानमंत्री जी का, अमित शाह का, नड्डा जी का, और केंद्रीय नेतृत्व का था। देखना प्रधानमंत्री जी का फैसला गलत ना हो जाए। सीएम शिवराज सिंह चौहान के इस कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद कांग्रेस ने कांग्रेस की सरकार गिराने के आरोप लगाए हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 June 2020

इंदौर। सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के वायरल ऑडियो- वीडियों को लेकर इन दिनों प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस द्वारा लगातार बयानबाजी कर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैंं। इस बीच प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि 22 विधायकों ने अपने आत्मसम्मान के लिए डंके की चोट पर कमलनाथ सरकार गिराई है।    प्रदेश में सीएम शिवराज के कथित ऑडियो वायरल पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने बयान देकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री सिलावट ने कहा कि एक सीएम कार्यकर्ताओं का हौंसला बढ़ाने के लिए इतने आत्मसम्मान से बात कह रहे हैंं। कांग्रेस के पास कोई काम नहीं बचा है।  सिलावट ने माना है कि सीएम ने जो कुछ भी कहा सबके सामने कहा है मैं भी वहीं मौजूद था। सीएम कार्यकर्ताओं से बात नहीं करेंगे तो किससे बात करेंगे।    मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि 22 विधायकों ने डंके की चोट पर सरकार गिराई है। जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सडक़ पर उतरने की बात कही थी, तो कमल नाथ ने कहा था उतर जाओ सडक़ पर। यह 22 विधायकों के आत्म सम्मान का सवाल था। अब हम भाजपा में हैं, संगठन चुनाव में हमारी मदद कर रहा है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिलावट ने कहा कि भाजपा में चुनाव संगठन लड़ता है, और कांग्रेस में केवल व्यक्ति विशेष। यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है नेताअेां की नहींंं, यह बहुत बड़ा अंतर है। सिलावट ने कहा है कि मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री ने मेरे लिए प्रचार किया है ये मेरे लिए गर्व की बात है।  

Kolar News

Kolar News 11 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे कह रहे हैं कि केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि ये सरकार गिरना चाहिए, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगैर सरकार गिर सकती थी क्या? इसलिए पार्टी ने फैसला लिया है। इस ऑडियो को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है और शिवराज सरकार को घेरने में जुटी हुई है। इसी बीच पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का भी बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने षड्यंत्र से हमारी सरकार गिराई है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि - ‘मैं तो शुरू दिन से ही कह रहा था कि भाजपा ने मेरी बहुमत व जनादेश प्राप्त सरकार को जानबूझकर साजिश-षड्यंत्र व प्रलोभन का खेल रचकर गिराया है, क्योंकि मेरी सरकार किसानों का कर्ज माफ कर रही थी, युवाओं को रोजगार दे रही थी, महिलाओं को सुरक्षा देकर उनके सम्मान की रक्षा कर रही थी, मिलावट व माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही थी, प्रदेश में निवेश ला रही थी, निरंतर जनहितैषी कार्य कर रही थी।    उन्होंने कहा कि भाजपा को यह सब सहन नहीं हुआ। उसे डर व भय था कि इन सब कार्यों से उसका वर्षों तक सत्ता में वापस लौटना नामुमकिन हो जायेगा। कमलनाथ ने कहा कि अब तो इस बात की पुष्टि भी हो गयी और सच्चाई भी प्रदेश की जनता के सामने आ गयी कि मेरी सरकार को गिराने के लिये किस तरह की साजिश व खेल रचा गया और उसमें कौन- कौन शामिल था। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते थे कि कांग्रेस की सरकार के पास बहुमत नहीं था, वह अपने असंतोष से गिरी, हमने नहीं गिरायी, उनके झूठ की पोल भी अब सभी के सामने आ चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज ने 15 वर्ष झूठ के बल पर सरकार चलायी, जनता ने सबक भी सिखाया, लेकिन अभी भी निरंतर झूठ परोस रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 10 June 2020

जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कथित विवादित वायरल ऑडियो पर प्रदेश की राजनीति में उफान आ गया है। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने शिवराज और भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे संविधान और प्रजातांत्रिक मूल्यों की हार बताते हुए शर्मनाक बतलाया है।    विवेक तन्खा ने कथित वायरल ऑडियों को लेकर बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा है कि ‘यदि किसी भी सोर्स से प्राप्त यह ऑडियो सही है तो देश के लिए अत्यंत शर्मनाक है। केंद्र के षड्यंत्र से विपक्ष की राज्य सरकारें गिराना भाजपा की अल्प काल में जीत जरूर है मगर हमारे समविधान और प्रजातांत्रिक मूल्यों की हार है। पैसे के दम सरकारें बनाना या गिराना छोटी मानसिकता का प्रतीक।    उल्लेखनीय है कि कथित वायरल ऑडियो में सीएम शिवराज कह रहे है कि केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि ये सरकार गिरना चाहिए, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगैर सरकार गिर सकती थी क्या ?  और कोई तरीका नहीं था इसलिए पार्टी ने फैसला लिया है। फैसला प्रधानमंत्री जी का, अमित शाह का, नड्डा जी का, औऱ केंद्रीय नेतृत्व का था। देखना प्रधानमंत्री जी का फैसला गलत ना हो जाए।

Kolar News

Kolar News 10 June 2020

भोपाल। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने मध्यप्रदेश में कोरोना के खिलाफ स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जमकर सराहना करते हुए स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बधाई दी है। उन्होंने इंदौर में रिकवरी दर 64 प्रतिशत होने पर खुशी जताने के साथ ही भोपाल में तेजी से कोरोना मरीजों के सुधार पर भी संतोष जताया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने ट्वीट कर सीएम शिवराज और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा की तारीफ करते हुए कहा है कि मप्र देश का पहला राज्य है जहां ग्रोथ रेट सबसे कम है। केन्द्रीय मंत्री द्वारा सराहना किए जाने पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनका आभार जताया है।    मप्र के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह द्वारा तारीफ किए जाने पर कहा कि मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह का आभारी हूं। लेकिन उन्होंने मेरी तारीफ नहीं कि बल्कि स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ की तारीफ की है। वह कारोना योद्धा है उनकी वजह से ही प्रदेश नियंत्रण में हो पाया है।    कांग्रेस हमेशा ईवीएम का रोना रोती है कांग्रेस द्वारा उपचुनाव बैलेट पेपर से कराने की मांग पर मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी सरकार ईवीएम से बनी थी। वो हमेशा ईवीएम का रोना रोते रहे है, परिणाम के बाद खामोश हो जाते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के बीच नहीं जाती है क्योंकि यह उनका हार का डर है। मंत्री मिश्रा ने दावा किया है कि उपचुनाव में कांग्रेस की हार सुनिश्चित है।   वहीं इसके अलावा अनलोक में बढ़ते आपराधिक ग्राफ पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह चिंता का विषय है, हम पूरी तरह से चिंता कर रहे है। अधिकरियों से भी बातचीत हुई है। पहले से आशंका है 3 महीने के लॉक डाउन के बाद अपराध बढऩे की।  

Kolar News

Kolar News 10 June 2020

भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा की 24 रिक्त सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां इन सीटों को जीतने के लिए जोर-आजमाइश में जुटी हुई हैं। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कोरोना संक्रमित हो गए हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। उनके साथ उनही मां माधवी राजे सिंधिया भी कोरोना संक्रमित हो गई हैं। अस्पताल प्रबंधन ने दोनों को कोरोना संक्रमित होन के बाद अस्पताल में भर्ती होने की पुष्टि की है।   बता दें कि कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश में होने वाली 24 सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों में जुटे थे। वे लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में ही थे। वे लॉकडाउन खुलने के बाद ग्वालियर आने की तैयारियों में जुटे थे, ताकि यहां आकर उपचुनाव का काम संभाल सकें। लेकिन मंगलवार को जानकारी मिली है कि एक दिन पहले उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनके सेम्पल लेकर जांच की गई, जिसमें वे और उनकी मां दोनों की कोरोना संक्रमित पाये गये। फिलहाल दोनों अस्पताल में भर्ती हैं और उनका उपचार चल रहा है। जानकारी मिली है कि सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद उनके पूरे परिवार की स्वास्थ जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि वे कैसे इसकी चपेट में आ गए।  

Kolar News

Kolar News 9 June 2020

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। कमलनाथ ने पत्र के माध्यम से लॉकडाउन में स्वयं के सीमित संसाधनों से विवाह सूत्र में बंधने वाले निर्धन नवदंपत्तियों को कन्यादान योजना का लाभ देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में सरकार का दायित्व है कि वह जोड़ों को योजना का पूर्ण लाभ प्रदान करें, जिससे नव युगलों का नवजीवन खुशियों से प्रारंभ हो सकें।    कमलनाथ ने मंगलवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर निर्धन नवदंपत्तियों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ देने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि मैं आपका ध्यान कोरोना महामारी के कारण अधिरोपित लॉकडाउन के दौरान निर्धन और कमजोर परिवारों की कन्याओं के संपन्न हुए विवाहों और निकाहों की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं। विगत तीन माह से लॉकडाउन के कारण विवाह कार्यक्रमों के आयोजन में कठिनाईयां आ रही थी परंतु निर्धारित शर्तों के तहत विवाह करने की अनुमति दी गई थी। प्रदेश में अनेक युवक- युवतियों के पंजीयन मुख्यमंत्री कन्या विवाह/ निकाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम हेतु किए गए थे परंतु शासन द्वारा कार्सक्रम आयोजित नहीं किए जा सके और ऐसे जोड़ों के विवाह उनके पास उपलब्ध सीमित संसाधनों से संपन्न हुए। इसी प्रकार अनेक जोड़ों के विवाह अक्षय तृतीया के शुभ मुहुर्त में होना नियत थे परंतु योजना अंतर्गत उनके पंजीयन नहीं किए गए और उनके विवाह भी स्वयं के संसाधनों से संपन्न हो गए। इन नवविवाहित जोड़ों को योजना का कोई लाभ नहीं मिल पाया है जबकि सामान्य स्थितियों में इन्हें योजना का पूर्ण लाभ मिलता।    आगे अपने अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि आज कोरोना काल में सभी वर्गों की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब है और ऐसी परिस्थिति में समस्त जोड़ों को योजना का पूर्ण लाभ प्रदान किया जाना आपकी सरकार का दायित्व है। हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह/ निकाह योजना की सहायता राशि को 28 हजार रुपये से बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर सहायता को दोगुना करने की ओर कार्य किया था जिससे नवविवाहित जोड़ों को नव जीवन प्रारंभ करने में सहायत मिल रही थी।    कमलनाथ ने सीएम शिवराज से मांग करते हुए कहा है कि अत: मेरा आपसे अनुरोध है कि विगत तीन माह में जिन युवक युवतियों के विवाह संपन्न हुए है उन्हें मुख्यमंत्री कन्या विवाह/ निकाह योजना के अंतर्गत संपन्न हुआ विवाह मान्य करते हुए निर्धारित सहायता राशि 51 हजार रुपये स्वीकृत करने का निर्णय लेने का कष्ट करें ताकि इन नव युगलों का सुखद नवजीवन, इस कोरोना काल में भी, खुशियों से प्रारंभ हो सके।   

Kolar News

Kolar News 9 June 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 45 नए मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 3800 के पार पहुंच गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 159 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार को देर रात 2107 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 45 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष 2046 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3830 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 62 वर्षीय पुरुष और 72 वर्षीय महिला शामिल है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 159 हो गई है।    सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने राहत की खबर यह बताई है कि अब तक शहर में 2566 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और वे पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 1105 है और उनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। यहां रिकवरी रेट 65 फीसदी से अधिक है।  

Kolar News

Kolar News 9 June 2020

भोपाल। गृह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा को आज अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सलमान ने इंदौर और उज्जैन के वर्तमान हालातों से अवगत कराया।    मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुलेमान ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं , जिससे कि इंदौर और उज्जैन के हालातों को नियंत्रित किया जा सके । वर्तमान में हालात नियंत्रण में हैं।   मंत्री डॉ मिश्रा ने अपर मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि अनलॉक वन की स्थिति में किसी भी कीमत पर सामुदायिक तौर पर संक्रमण का प्रसार ना हो इसके लिए सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। हर हाल में इंदौर और उज्जैन में कोरोना को नियंत्रित कर जनजीवन को सामान्य  बनाना है। लोगों में  पैनिक क्रिएट न हो  और लोग सभी आवश्यक सावधानियां बरतें इसके पर्याप्त बंदोबस्त किया जाना भी सुनिश्चित करें।

Kolar News

Kolar News 3 June 2020

इंदौर। राजनीति में मंत्री तुलसी सिलावट के प्रतिद्वंदी कहे जाने वाले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार सुबह प्रेमचंद गुड्डू सांवेर विधानसभा क्षेत्र के सेमलिया चाउ गांव के उस गड्ढे पर पहुंचे, जिसे भरने का वादा कभी तुलसी सिलावट ने किया था। लेकिन यह गड्ढा अभी तक वैसा ही है।    पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू बुधवार सुबह कनाडिय़ा रोड स्थित ग्राम सेमलिया चाउ पहुंचे। यहां नागरिकों ने उन्हें गांव की बदहाली और सिलावट के झूठ की कहानी सुनाई। गांव वालों ने विधानसभा चुनाव के पहले सिलावट द्वारा इस गड्ढे पर खिंचवाया गया फोटो भी गुड्डू को दिखाया। उन्होंने कहा कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के पहले 2017 में इस गांव में सिलावट पहुंचे थे। उन्होंने इस गड्ढे को सांवेर की बदहाली का प्रतीक बताते हुए उसके साथ अपना फोटो खिंचवाया था। इसके बाद विधानसभा के चुनाव हो गए, लेकिन इस गड्ढे से अब तक मुक्ति नहीं मिली। इसके बाद पूर्व सांसद गुड्डू कांग्रेस नेताओं और नागरिकों के साथ मुख्य मार्ग के उस गड्ढे पर पहुंचे। गुड्डू के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव सिह सहित अन्य कई नेता मौजूद थे। इस अवसर पर ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद से लेकर अब तक सिलावट हमेशा पॉवर में रहे हैं। उन्होंने अपने पॉवर को बढ़ाने के लिए कभी स्वामीभक्ति की तो कभी सौदा किया, लेकिन सांवेर को कुछ नहीं दिया। सांवेर की जनता को तो झूठे वादे कर सिलावट ने ठग लिया। अब सांवेर की जनता को इस ठगी का हिसाब बराबर करना है। 

Kolar News

Kolar News 3 June 2020

भोपाल। मौसम विभाग ने निसर्ग नाम के एक और चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की है, ये आज यानी कि 3 जून को महाराष्ट्र और गुजरात के तट से टकरा रहा है। निसर्ग चक्रवात तूफान का असर मध्यप्रदेश में दिखाई देगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर चक्रवात निसर्ग को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। शिवराज सिंह ने ट्वीट में लिखा की अपना और अपनों का ध्यान रखें और सुरक्षित रहें।     मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा ‘भारत के पश्चिमी क्षेत्रों के साथ देश के कुछ अन्य भागों में कल चक्रवात 'निसर्ग' के आने की आशंका है। आप सब जागरूक रहें, सतर्क रहें। अपना और अपनों का हरसंभव ध्यान रखें। सभी सुरक्षित रहें, ईश्वर से यही प्रार्थना। आपको बता दें कि निसर्ग हिंद महासागर में उठने वाले चक्रवातों की ताकत से दोगुनी ताकत का है। चक्रवातों की ताकत को उनके द्वारा उत्पन्न हवा की गति से मापा जाता है।  

Kolar News

Kolar News 3 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में लॉकडाउन के बीच भी अपराधियों के हौसले बुलंद है। आए दिन प्रदेश में हत्या और बलात्कार जैसे मामले सामने आ रहे है। लॉकडाउन में पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच इस तरह के जघन्य अपराधों से कई सवाल खड़े हो रहे है। ऐसे में विपक्ष में बैठी कांग्रेस मौके का फायदा उठाते हुए लगातार प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला बोल रही है। वहीं अब पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी छतरपुर में मासूम के साथ हुई दुष्कर्म और हत्या की घटना को दुखद बताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।    कमलनाथ ने ट्वीट कर प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘शिवराज सरकार में लॉकडाउन में भी दुष्कर्म, गैंगरेप, हत्या, चोरी, लूट की घटनाएँ रुक नहीं रही है। छतरपुर के नौगाँव में एक मासूम बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना शर्मसार करने वाली है। मासूम बच्चियाँ भी सुरक्षित नहीं ?   कमलनाथ ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग विपक्ष में इस तरह की घटनाओं पर मासूम बच्चियों को लेकर धरना देते थे, आज सत्ता में आते ही ऐसी घटनाओं पर मौन क्यों है? इस घटना में पुलिस की लापरवाही की बात सामने आ रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि छतरपुर मामले में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो, लापरवाहों को दंडित किया जाए और साथ ही पीडि़त परिवार की हर संभव मदद की जाए।

Kolar News

Kolar News 1 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने श्रम विभाग के प्रमुख सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 1990 बैच के अधिकारी राजेश राजौरा को मुख्य सचिव के वेतनमान पर पदोन्नत करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी किये गये हैं।   जारी आदेश के मुताबिक, आईएएस राजेश राजौरा को मुख्य सचिव वेतनमान पर पदोन्नत करते हुए आगामी आदेश तक उन्हें श्रम विभाग में ही अपर मुख्य सचिव बनाया गया है।   

Kolar News

Kolar News 1 June 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्र ने सोमवार सुबह चिरायु अस्पताल पहुँचकर कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल करने वाले 108 लोगों के साथ डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ का सम्मान किया। साथ ही डिस्चार्ज हो रहे मरीजों को किट व बच्चों द्वारा बनाए गए काड्र्स भेंट किए। उन्होंने लोगों से मरीजों से आत्मीयता का व्यवहार करने की अपील की। राजधानी भोपाल का चिरायु अस्पताल देश का पहला स्थल है जहां से अब तक एक हज़ार से अधिक कोरोना संक्रमण के मरीज स्वस्थ हो कर घर लौटे है। साथ ही सोमवार को रिकॉर्ड 108 कोरोना पेशेंट ठीक हो कर घर लौटे है। यह पहला मौका है जब भोपाल में इतनी संख्या में एक साथ कोरोना के पेशेंट अस्पताल से डिस्चार्ज हुए है।   कोरोना योद्धाओं के सम्मान में स्वास्थ्य मंत्री ने चिरायु प्रबंधन को कोरोना से डरने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि यहां से स्वस्थ होकर जाने वाले लोगों से संपर्क कर उनके कोरोना से लडऩे वाले अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करें। उन्होंने कहा जो लोग कोरोना से डर रहे है, उनके बीच कोरोना को हराने वालों के अनुभव पहुंचाए जाए। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक होने के पीछे कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया था अगर इंटेलीजेंस की रिपोर्ट पर कांग्रेस काम कर लेती तो ऐसा नहीं होगा।    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन पद्धति के आधार पर काम करने वाली पद्धति चिरायु अस्पताल ने विकसित की है। इस पद्धति का जिक्र मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में भी किया था। वहीं उन्होंने गायों में कोरोना नही फैलने का कारण गोबर को बताया है। उन्होंने कहा गांवों में कोरोना इसलिए नही पहुँचा क्योंकि गाँव में घर के बाहर गोबर से लीपा जाता है, वहीं घर के अंदर जाने से पहले हाथ और पैर धोकर ही जाया जाता है।    कोरोना योद्धाओं को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, जिस व्यक्ति को कोरोना हो जाता था लोग उससे दूरी बना लेते थे, यह देखकर दुख होता था। उन्होंने कहा कि महामारी पहले भी आती रही है, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने हमें लडऩा सिखाया है। लोगों से थाली बजाने को कहा तो उन्होंने थाली बजाकर थाली ही तोड़ दी, दिये जलाने को कहा तो लोगों ने दीवाली बना दी। मंत्री मिश्रा ने कहा कि जनता मजदूरों की सेवा के लिए आगे आ रही है। खुद भूखे रहकर जरूरत मंद को भोजन कराना यही हमारी संस्कृति है। 

Kolar News

Kolar News 1 June 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 110 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8089 से बढक़र 8199 हो गई है। वहीं, प्रदेश में अब तक कोरोना से 354 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 922 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 865 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं, जबकि 53 रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई हैं। इन 53 नये मामलों के साथ अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3539 हो गई है। इसके अलावा शहर में तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 135 हो गई है।   भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार जिले में बीती देर रात 43 नये पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा उज्जैन में छह, देवास में तीन, छिंदवाड़ा में चार और नीमच में एक नया कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। इन 110 नये मामलों के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8199 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3539, भोपाल 1510, उज्जैन 676, खंडवा 240, बुरहानपुर 302, जबलपुर 238, खरगौन 140, धार 123, ग्वालियर 121, नीमच 206, मंदसौर 92,  सागर 172, मुरैना 93, देवास 95, रायसेन 68,  भिंड 56, बड़वानी 53, होशंगाबाद 37, रतलाम 34, रीवा 35, विदिशा 27, बैतूल 26, सतना 21, छतरपुर 20, डिंडौरी 20, दमोह 24, आगरमालवा 13, झाबुआ 13, अशोकनगर 12, शाजापुर 09, सीधी 14, सिंगरौली 11, दतिया 08, शहडोल 10, बालाघाट 07, श्योपुर 14, शिवपुरी 10, टीकमगढ़ 09, छिंदवाड़ा 14, नरिसंहपुर 10, सीहोर 11, उमरिया 07, पन्ना 16, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 17, हरदा 03, राजगढ़ 10, गुना 03, मंडला 04, सिवनी 02 और कटनी का एक मरीज शामिल है।    इंदौर-भोपाल में हुई चार लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 354 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 135, भोपाल 58, उज्जैन 57, बुरहानपुर 15, खंडवा 13, जबलपुर 09, खरगौन 11, ग्वालियर 02, धार 03, मंदसौर 08, नीमच 04, सागर 08, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 01, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 01, उमरिया 01, रतलाम 01, बड़वानी 01 मुरैना 01, राजगढ़ 01, श्योपुर 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, रात की खबर यह है कि राज्य में रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है। यहां अब तक 4842 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। अब यहां एक्टिव प्रकरणों की संख्या 3007 है।

Kolar News

Kolar News 1 June 2020

भोपाल। मालवा अंचल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उज्जैन से सांसद रहे प्रेमचंद गुड्डू डेढ़ साल बाद फिर अपने बेटे अजीत बौरासी के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर रविवार को दोपहर उन्होंने विधिवत कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।   बता दें कि गत दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बयानबाजी को लेकर उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद रविवार को दोपहर पूर्व सांसद गुड्डू अपने बेटे अजीत बौरासी के साथ भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी मौजूद रहे।    कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते समय पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रताडऩा से तंग आकर मैंने पार्टी छोड़ी थी। मैं जब तक बीजेपी में था तब तक एक रात भी ऐसी नहीं थी कि मैं चैन से सो पाया हूं। उन्होंने कहा कि मैं जब सांसद था तब सिंधिया केंद्र में मंत्री थे। उन्होंने मुझे एक भी योजना मेरी लोकसभा के लिए नहीं दी। अब मैं वापस घर आकर बहुत खुश हूं। अब मैं चैन की नींद सो पाऊंगा।    इस अवसर पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि प्रेमचंद गुड्डू वापस अपनी मातृ संस्था कांग्रेस पार्टी में आ गए हैं। कुछ समय बाद उनके समर्थक भी कांग्रेस में आ जाएंगे।   गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान करीब डेढ़ साल पहले प्रेमचंद गुड्डू ने दिल्ली में कैलाश विजयवर्गीय और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की मौजूदगी में कांग्रेस छोडक़र भाजपा की सदस्यता ली थी, लेकिन कुछ दिनों से भाजपा और प्रेमचंद गुड्डू एक-दूसरे पर पत्रों के जरिए निशाना साध रहे थे। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी सिलावट के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें निशाना बनाया था। जिसके बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओं नोटिस दिया था, इस पर गुड्डू ने कहा था कि वे पहले ही भाजपा से इस्तीफा दे चुके हैं। फिर कुछ समय बाद भाजपा ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था। गुड्डू ने इसे अपमानजनक बताया था और कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जताई थी। रविवार को वे पुन: कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उनका स्वागत कर पार्टी की पुन: सदस्यता दिलाई।

Kolar News

Kolar News 31 May 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां इस महामारी की चपेट में आने से और तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 55 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3431 से बढक़र 3486 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 132 लोगों की मौत हो चुकी है।   इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार को देर रात 975 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 882 रिपोर्ट निगेटिव और 55 पॉजिटिव आई हैं। इन नये मामलों के साथ अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3486 हो गई है। वहीं, इंदौर में तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में दो 67 वर्षीय पुरुष और एक 65 वर्षीय महिला शामिल है। इसके साथ ही अब इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 132 हो गई है।   डॉ. शर्मा ने बताया कि इंदौर जिले में अब तक कुल 1961 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पतालों से डिस्चार्ज कर अपने घर भेज दिया गया है। अब शहर में एक्टिव केस 1403 हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।

Kolar News

Kolar News 31 May 2020

पुंछ। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने शनिवार देर रात एक बार फिर पुंछ जिले के मेंढर तथा बालाकोट सेक्टर में भारी गोलीबारी की। इस गोलीबारी में एक स्थानीय युवक गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।   पाकिस्तान की ओर से शनिवार देर रात पुंछ जिला के मेंढर के गोहलाड क्षेत्र तथा बालाकोट सेक्टर में नियत्रंण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों तथा रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए भारी गोलीबारी की तथा मोर्टार शैल दागे। यह गोलीबारी सुबह 4 बजकर 50 मिनट तक चली। भारतीय जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की इस गोलाबारी में 26 वर्षीय मोहम्मद यासिन घायल हो गया। स्थानीय लोगों की सहायता से युवक को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पर युवक का उपचार जारी है। पाकिस्तान की गोलाबारी में दो मवेशी भी घायल हो गए हैं और कुछ रिहायशी मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। गोलाबारी शुरू होने के तुरन्त बाद स्थानीय लोग आसपास के बंकरों में चले गए। स्थानीय लोग पाकिस्तान की इस नापाक हरकत से काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान रिहायशी इलाकों को जानबूझकर निशाना बना रहा है।   इससे पहले शनिवार दोपहर पाक सेना ने शाहपुर किरनी सेक्टर में भी गोलीबारी की थी। इस गोलीबारी में किसी प्रकार के नुकसान कीे कोई सूचना नहीं है। भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने गोलीबारी कम कर दी। पाक सेना ने फिर रात को पुंछ जिले के खड़ी करमाड़ा और बालाकोट सेक्टर में गोलीबारी शुरू कर दी जो रविवार सुबह 4 बजे तक जारी रही।  

Kolar News

Kolar News 31 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया के माध्यम से अब राज्य में रेड जोन में शराब दुकानें खोलने को लेकर शिवराज सिंह चौहान सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार सिर्फ अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिये प्रदेश को कोरोना की आग में धकेल रही है और मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश बनाने में लगी हुई है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘कोरोना महामारी के इस लॉकडाउन में देशभर में कई पाबंदियां हैं। मध्यप्रदेश में भले इस लॉकडाउन में धार्मिक स्थल, स्कूल-कॉलेज, सब कुछ बंद हैं, लेकिन प्रदेश की मदिरा प्रेमी सरकार ने शराब की दुकानें जरूर खुलवा रखी हैं और अब तो हद हो गयी कि सरकार ने अपने ही पूर्व के आदेश को पलटते हुए रेड जोन में भी अब शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया है।’   उन्होंने ट्वीट कर राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि जब रेड जोन में लोगों को आवश्यक वस्तुएं दूध, दवाई, सब्जी तक भले नहीं मिल पा रही हो, हर चीज पर पाबंदी लगी हुई है, लेकिन सरकार उन्हें शराब जरूर मुहैया करवाने जा रही है। उन्होंने कहा है कि इन क्षेत्रों में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय बेहद शर्मनाक है। यह निर्णय रेड जोन में कोरोना के संक्रमण को और बढ़ायेगा।   उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार सिर्फ अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिये प्रदेश को कोरोना की आग में धकेल रही है, प्रदेश को मदिरा प्रदेश बनाने में लगी हुई है। यह वही लोग हैं, जो विपक्ष में बैठकर शराब पर बड़े-बड़े भाषण देते थे, विरोध करते थे, धरने देते थे, इसे बहन-बेटियों के लिये खतरा बताते थे, लेकिन अब  सरकार में आते ही इनकी प्राथमिकता जनता नहीं, शराब की बिक्री हो गयी है।

Kolar News

Kolar News 29 May 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच राजनीतिक दलों में पोस्टर वार भी तेज हो गया है। यहां एक के बाद राजनेताओं की गुमशुदगी के पोस्टर लग रहे हैं। राजधानी भोपाल में अब भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लापता होने के पोस्टर शहर में जगह जगह लगाए गए हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता की गुमशुदगी के पोस्टर लगे हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया व उनकी समर्थक इमरती देवी तक के लापता होने के पोस्टर लग चुके हैं।    दरअसल, राजधानी भोपाल के कई हिस्सों में शुक्रवार सुबह सांसद प्रज्ञा ठाकुर के गुमशुदा होने के पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में सांसद प्रज्ञा ठाकुर के लापता होने का दावा किया गया है। पोस्टर में लिखा गया है कि कोरोना महामारी में भोपाल की जनता परेशान, सासंद प्रज्ञा ठाकुर कहा लापता। यह पोस्टर शहर में किसने लगवाए है इसको लेकर अभी कोई खुलासा नहीं हुआ हैं। वहीं, भाजपा इसको लेकर कांग्रेस की और इशारा कर रही हैं। कोरोना संकट के बीच साध्वी प्रज्ञा का सक्रिय नहीं रहना पहले ही सियासी मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस पहले भी सांसद प्रज्ञा के लापता होने पर सवाल उठा चुकी है। कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना पहले ही साध्वी प्रज्ञा के गायब होने पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने एक बयान जारी कर पूछा था कि क्या भोपाल सांसद लापता है और अगर ऐसा है तो मैं उन्हें ढूंढ कर लाने वाले को पांच हजार रुपए का ईनाम और प्रशस्ति पत्र दूंगा। 

Kolar News

Kolar News 29 May 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार सुबह कटनी पहुंचे। यहां उन्होंने झिझरी स्थित दद्दाधाम पहुंच कर देश के जाने माने गृहस्थ संत पूज्य देव प्रभाकर शास्त्री दद्दाजी को श्रृद्धांजलि दी। गृहस्थ संत पूज्य देव प्रभाकर शास्त्री दद्दाजी का 17 मई को देवलोक गमन हो गया था। इस मौके पर सांसद बीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, सुहास भगत, विधायक संजय पाठक, संदीप जायसवाल, प्रणय प्रभात पांडेय भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम शिवराज का यह राजधानी भोपाल के बाहर पहला दौरा है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संकट के चलते संत पूज्य देव प्रभाकर शास्त्री दद्दाजी के निधन के बाद उनके अंतिम दर्शन करने नहीं पहुंच सके थे। जिसके बाद आज उन्होंने कटनी में झिझरी स्थित दद्दाधाम पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम शिवराज ने ट्वीटर पर भी अपने प्रवास की जानकारी साझा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘आज कटनी पहुँचकर श्रद्धेय दद्दाजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दद्दाजी, आपने भले ही नश्वर शरीर को त्याग दिया हो, लेकिन आप अपने सद्विचारों के माध्यम से हम सभी को सन्मार्ग पर चलने हेतु सदैव प्रेरित करते रहेंगे। दद्दाजी का आशीर्वाद और स्नेह हम पर बना रहे, ईश्वर से यही प्रार्थना है।   एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने दद्दाजी को नमन करते हुए कहा कि ‘दद्दाजी ने अपनी आध्यात्मिक शक्ति और आशीर्वाद से लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी, लोगों के जीवन को नई दिशा दी। दद्दाजी से प्रार्थना करता हूँ कि हम सभी के जीवन में जब भी अंधकार हो, तो प्रकाश पुंज बनकर हमें राह दिखाना। हमें जब भी सहारे की ज़रूरत होगी, दद्दाजी हमारा सहारा बनेंगे, सबके जीवन में ज्ञान का प्रकाश और भक्ति का विश्वास पैदा करते हुए हमारा पथप्रदर्शन करते रहेंगे। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ।  

Kolar News

Kolar News 29 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब यहां 128 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 7453 से बढक़र 7581 हो गई है। प्रदेश में इस वैश्विक महामारी की चपेट में आने से अब तक 328 लोगों की मौत हो चुकी है।    इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 1073 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 964 रिपोर्ट निगेटिव और 84 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। इन नये मामलों के साथ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3344 हो गई है। वहीं, यहां चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इनमें 62 वर्षीय, 65 वर्षीय और 84 वर्षीय तीन पुरुष तथा एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 126 हो गई है।   भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार बीती देर रात भोपाल में 22 नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा उज्जैन में 19 और छिंदवाड़ा में कोरोना के तीन नये मामले सामने आए हैं। इन 128 नये मामलों के साथ राज्य में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7581 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3344, भोपाल 1395, उज्जैन 658, खंडवा 235, बुरहानपुर 293, जबलपुर 221, खरगौन 125, धार 120, ग्वालियर 120, नीमच 149, मंदसौर 90,  सागर 112, मुरैना 88, देवास 91, रायसेन 68,  भिंड 53, बड़वानी 42, होशंगाबाद 37, रतलाम 32, रीवा 33, विदिशा 20, बैतूल 21, सतना 20, डिंडौरी 16, दमोह 16, आगरमालवा 13, झाबुआ 13, अशोकनगर 12, शाजापुर 09, सीधी 12, सिंगरौली 11,  छतरपुर 09, दतिया 08, शहडोल 07, बालाघाट 07, श्योपुर 07, शिवपुरी 08, टीकमगढ़ 09, छिंदवाड़ा 09, नरिसंहपुर 08, सीहोर 06, उमरिया 05, पन्ना 04, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 03, हरदा 03, राजगढ़ 07, गुना 02, मंडला 03,  सिवनी 02 और कटनी का एक मरीज शामिल है। प्रदेश के 52 में से 51 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है। केवल निवाड़ी जिला अब तक कोरोना से सुरक्षित है।   इंदौर में चार और भोपाल में तीन लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 328 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 126, भोपाल 54, उज्जैन 54, बुरहानपुर 14, खंडवा 13, जबलपुर 09, खरगौन 09, ग्वालियर 02, धार 03, मंदसौर 08, नीमच 04, सागर 04, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 01, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 01, उमरिया 01, रतलाम 01, बड़वानी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।  

Kolar News

Kolar News 29 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में अब कोरोना के 109 नये मामले और सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6665 से बढक़र 6774 हो गई है। इंदौर में दो लोगों की मौत की पुष्टि के बाद प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 292 पहुंच गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार को देर रात 857 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 796 सेम्पल निगेटिव और 56 सेम्पल पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा दो लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 62 वर्षीय पुरुष और एक 60 वर्षीय महिला शामिल है। इंदौर में 56 नये मामले आने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3064 और मृतकों की संख्या 116 हो गई है। इसके अलावा, उज्जैन में 25, बुरहानपुर में 10, देवास में तीन, सागर में सात, अलीराजपुर में दो, नीमच में दो, बालाघाट में तीन और झाबुआ में कोरोना का एक नया मामला सामने आया है। इन 109 नये मामलों को मिलाकर अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6774 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3064, भोपाल 1241, उज्जैन 578, खंडवा 222, बुरहानपुर 281, जबलपुर 209, खरगौन 117, धार 111, ग्वालियर 98, नीमच 90, मंदसौर 87, देवास 83, मुरैना 71, सागर 75, रायसेन 67,  भिंड 48, बड़वानी 39, होशंगाबाद 37, रतलाम 31, रीवा 26, विदिशा 18, बैतूल 17, आगरमालवा 13, झाबुआ 13, सतना 13, अशोकनगर 10, डिंडौरी 09, शाजापुर 09, सीधी 08, सिंगरौली 07, श्योपुर 06, शिवपुरी 06, दमोह 08, टीकमगढ़ 06, दतिया 05, छिंदवाड़ा 05, सीहोर 05, शहडोल 05, बालाघाट 06, अलीराजपुर 05, अनूपपुर 03, हरदा 03, पन्ना 03, गुना 02, छतरपुर 05, राजगढ़ 02, सिवनी 02, उमरिया 02, मंडला 01 और नरसिंहपुर का एक मरीज शामिल है। इंदौर में हुई दो मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 292 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर के 116, भोपाल 45, उज्जैन 53, खरगौन 08, देवास 08, बुरहानपुर 13, धार, 03, जबलपुर 09, खंडवा 11, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 06, होशंगाबाद 03,  नीमच 03, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 03, ग्वालियर 01, झाबुआ 01, और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है।  

Kolar News

Kolar News 25 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को ईद उल फितर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की खुशहाली तरक्की और सबके मंगल की कामना की है।राज्यपाल लालजी टण्डन ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि रमजान की इबादत और कड़ी तपस्या करने के बाद ईद की खुशियां ईश्वर की तरफ से इनाम है। इस बार समाज और देश की भलाई के लिए हम सब एक साथ मिलकर अपनी इबादत और खुशियां नहीं मना पाए हैं। देशहित में मिलने-जुलने और घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह का पालन करते हुए हमने ईद की खुशियों के साथ सामाजिक सरोकारों को पूरा करने में जो अनुशासन, समरसता और एकता दिखाई है। उसके लिए प्रदेशवासी दोहरी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा है कि हम सब प्रदेश की तरक्की, सबकी खुशहाली और ऐसी स्थिति फिर कभी पैदा न हो, इसकी दुआ करें।वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईद उल फितर के अवसर पर अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि रमजान माह की समाप्ति पर यह पर्व खुशियों का पैगाम लेकर आया है। इस समय कोरोना के संकट के कारण परस्पर मिल-जुलकर त्यौहार मनाए जाने का संयोग नहीं हो पा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी समुदाय अपने त्यौहार और पर्व मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ईद पर पारम्परिक सद्भाव और भाईचारे को मजबूत बनाते हुए पर्व मनाने का आग्रह किया है।

Kolar News

Kolar News 25 May 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के 151 नये मामले सामने आए हैं। इसे लेकर राज्य में संक्रमितों की संख्या 6321 हो गई है। वहीं इस महामारी से प्रदेश में अबतक 274 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि इंदौर में दो लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। जबकि संक्रमित मरीजों का ताजा आंकड़ा यहां 2933 हो चुका है और कोरोना से मरने वालों की संख्या 111 हो गई है। भोपाल में शनिवार की सुबह तक कोरोना के 38 नये मामले सामने आए हैं। उज्जैन में 21, देवास में सात और बालाघाट में दो नये पॉजिटिव मामले मिले हैं। कुल 151 नये मामलों के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कुल 6321 हो गई है। सबसे अधिक इंदौर में 2933, भोपाल 1191, उज्जैन 525, मुरैना 67, ग्वालियर 90, सागर 57, सिंगरौली 07, देवास 80, रीवा 26, बुरहानपुर 209, भिंड 44, जबलपुर 194, सतना 12, डिंडौरी 05, मंदसौर 83, रतलाम 30, सिवनी 02, शिवपुरी 05, उमरिया 02, विदिशा 17, आगरमालवा 13, अलीराजपुर 03, अनूपपुर, 03, अशोकनगर 06, बालाघाट 03, बड़वानी 39, बैतूल 09, छतरपुर 02, छिंदवाड़ा 05, दमोह 06, दतिया 04, धार 107, गुना 01, हरदा 03, होशंगाबाद 37, झाबुआ 11, खंडवा 208, खरगौन 114, मंडला 01, नीमच 58, पन्ना 03, रायसेन 67, राजगढ़ 02, सीहोर 05, सीधी 08, शहडोल 04, शाजापुर 09, श्योपुर 05 और टीकमगढ़ 06 के मरीज शामिल हैं। इंदौर में हुई दो लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 274 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 111, भोपाल 40, उज्जैन 51, खरगौन 08, देवास 08, बुरहानपुर 11, धार, 02, जबलपुर 09, खंडवा 10, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 06, होशंगाबाद 03, नीमच 02, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 02, ग्वालियर 01, झाबुआ 01, और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है।

Kolar News

Kolar News 23 May 2020

भोपाल। कोरोना संकट के चलते बनी लॉकडाउन की स्थिति में हर वर्ग के लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। ऐसे समय में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ समय समय पर विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर सीएम शिवराज को पत्र लिखकर उनका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। एक बार फिर कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र लिखा है। इस बार उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं का मुद्दा उठाते हुए उनकी समस्या का निराकरण करने और आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।    कमलनाथ ने शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बौद्ध भिक्षुओं का मामला उठाया है। पत्र में कमलनाथ ने बौद्ध विहार बंद होने से वहां श्रद्धालुओं के दर्शन करने नहीं पहुुंचने से बौद्ध भिक्षुओं को हो रही परेशानी के बारे में बताते हुए आर्थिक सहायता की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मध्य प्रदेश में वर्तमान में हजारों बौद्ध विहार है। इनका संचालन सामाजिक संस्थाओं एवं मठ में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दान आदि से चलता है। बौद्ध भिक्षुओं का जीवन यापन भी इसी व्यवस्था से होता है। वर्तमान में लॉक डाउन के कारण माठों में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ नहीं आ पाने से बौद्ध भिक्षुओं के जीवन यापन में कठिनाईयां आ रही है। ऐसे समय में शासन द्वारा इनका सहयोग किया जाना अत्यंत आवश्यक है।    कमलनाथ ने सीएम शिवराज से आग्रह करते हुए कहा है कि अत: अनुरोध है कि प्रदेश के सभी बौद्ध बिहारों में पूजा अर्चना करने वाले बौद्ध भिक्षुओं को कम से कम तीन माह तक 7500 रुवए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लेने का कष्ट करें।   

Kolar News

Kolar News 22 May 2020

भोपाल। मप्र कांग्रेस द्वारा हमेशा ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संरक्षण में नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन के आरोप लगाए गए है। एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने शिवराजसिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके संरक्षण में पुन: नर्मदा में मशीनों के माध्यम से अवैध रेत उत्खनन व अवैध परिवहन शुरू हो जाने का गंभीर आरोप लगाया है। अरुण यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाते हुए एक वीडियो भी साझा किया है। अपने ट्वीट में अरुण यादव ने अवैध खनन करने वालों पर हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।     अरुण यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में सीएम के दो भाइयों और उनके एक सेवानिवृत रिश्तेदार पुलिस अधिकारी पर यहां खुलेआम रेत का अवैध कारोबार का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘जीवित नदी का दर्जा प्राप्त मां नर्मदा के सीने को एकबार फिर मुख्यमंत्री के संरक्षण में छलनी करने का अभियान शुरू, 500 डंपर प्रतिदिन बिना रॉयल्टी हो रहा है, रेत का अवैध परिवहन। हाल ही में इसी मुद्दे को उठाते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी कलेक्टर होशंगाबाद को एक पत्र में कहा है कि नर्मदा एक जीवित नदी है। इस पर एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा है कि हत्या का प्रकरण दर्ज हो, आखिरकार क्या कारण है कि यहां मंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दो माह पूर्व अपनी विपक्ष की भूमिका में यही शिवराजसिंह चौहान कमलनाथ सरकार के खिलाफ अवैध उत्खनन, परिवहन का आरोप लगा रहे थे।    अरुण यादव ने अवैध खनन पर तत्काल रोक नहीं लगाए जाने पर लॉकडाउन खत्म होने के बाद सडक़ पर उतरने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अब उनका अपना परिवार ही अपने उसी अवैध कार्यों मे लिप्त होकर "सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का" की तर्ज पर लूटखसौट कर रहा है। यदि इनके खिलाफ  कार्यवाही नही हुई तो कांग्रेस लॉक डाउन से राहत मिलते ही सडक़ पर उतरेगी।

Kolar News

Kolar News 22 May 2020

इंदौर। जिले में एक ओर लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है, तो  दूसरी ओर प्रशासन जिले को संक्रमण मुक्त करने की कोशिश करते हुए आर्थिक गति देने में भी जुट गया है। गुरुवार रात आई रिपोर्ट में जिले में 76 नए केस सामने आए हैं,  वहीं दो के मौत की पुष्टि हुई। इसके साथ ही संक्रमितों को आंकड़ा बढ़कर 2850 पर पहुंच गया है।    जिले के स्वास्थ्य महकमे को गुरुवार रात मिली रिपोर्ट के अनुसार जिले में 76 नए पॉजीटिव पाए गए हैं। गुरुवार को दो और कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है, जिसे मिलाकर कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या अब 109 तक पहुंच गई है। गुरुवार को 67 लोग डिस्चार्ज हुए। इसे मिलाकर अब तक 1260 लोग कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं। इन सबके बीच प्रशासन ने इंदौर में कोरोना से निपटने के लिए प्रायवेट क्लीनिक खोलने की इजाजत दे दी है। हालांकि इसके लिए कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। ये क्लीनिक रविवार से शुरू हो सकेंगे। कंटेनमेंट एरिया के कोई क्लीनिक नहीं खुलेंगे, ना ही वहां का कोई मेडिकल स्टाफ काम करेगा।   बैठक में हुआ निर्णय    शेहर के नेहरू स्टेडियम में गुरुवार रात कलेक्टर मनीष सिंह, सांसद शंकर लालवानी सहित कई जनप्रतिनिधि और आधिकारियों के साथ डॉक्टरों की बैठक हुई। कलेक्टर ने डॉक्टर्स को क्लीनिक की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए शुक्रवार से क्लीनिक खोलने की अनुमति दे दी। कलेक्टर ने कहा कि प्रायवेट क्लीनिक जल्द ही खोले जाएंगे। गाइड लाइन के साथ शनिवार को इसके आदेश जारी कर दिए जाएंगे। सभी डॉक्टरों को गाइड लाइन का पूरा पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सभी  एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, युनानी आदि चिकित्सा पद्धति के क्लिनिक खोले जाना है। उन्होंने सभी डॉक्टरों से कहा कि इंदौर के हित में है कि सभी प्रायवेट क्लिनिक खुलें। क्लिनिक में स्वयं तथा आने वाले मरीजों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे, इसका ध्यान रखा जाए।  

Kolar News

Kolar News 22 May 2020

भोपाल।  मध्यप्रदेश सरकार ने श्रम सुधारों में श्रमिक हितों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया है। ओवर टाइम के लिये श्रमिक की सहमति कानूनी रूप से जरूरी होगी। सहमति के आधार पर ओवर टाइम करवाने पर दरें दो गुनी रहेंगी। बाल श्रमिकों का नियोजन यथावत प्रतिबंधित रहेगा।इस संबंध में सरकार की ओर से जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय  ने बताया कि ओवर टाइम के लिये श्रमिक की सहमति कानूनी रूप से आवश्यक होगी। श्रमिकों के हित में ओवर टाइम के लिये दोगुनी दरें यथावत देना बंधनकारी होगा। श्रमिकों को समय पर वेतन भुगतान संबंधी प्रावधान पूर्वानुसार लागू रहेंगे। महिला श्रमिकों को समान कार्य के लिये समान वेतन संबंधी लाभ के कानून यथावत रहेंगे।    उन्‍होंने बताया कि श्रमिकों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए इससे संबंधित कानूनी प्रावधानों से कोई समझौता नहीं किया गया है। इनमें किसी प्रकार की छूट नहीं दी गई है। कार्य के दौरान दुर्घटना आदि सुरक्षा से संबंधित कानूनी प्रावधान लागू रहेंगे। श्रमिकों की दुर्घटना आदि से सुरक्षा से संबंधित प्रावधान कानूनी यथावत रखे गए हैं। श्रमिकों के सवैतनिक अवकाश संबंधी कानूनी प्रावधान यथावत रहेंगे।इसके अलावा सभी श्रमिकों को साप्ताहिक अवकाश का लाभ पूर्वानुसार प्रदान किया जाना होगा। श्रमिक हित में छंटनी तथा बंदीकरण के पूर्व नियमानुसार प्रक्रिया अपनाया जाना वैधानिक रूप से आवश्यक रहेंगे। महिला श्रमिकों को प्रसूति की स्थिति में 26 सप्ताह के सवैतनिक मातृत्व अवकाश की पात्रता के कानून लागू रहेंगे। छंटनी की स्थिति में एक माह की सूचना एवं वेतन के स्थान पर 3 माह की सूचना या वेतन के कानूनी प्रावधान लागू रहेंगे।    वहीं, मध्यप्रदेश औद्योगिक संबंध अधिनियम समाप्त होने से श्रमिकों की ओर से उनके श्रम संगठन नियोजकों से श्रमिक हितों की रक्षा के लिये पुन: चर्चा के लिये सक्षम रहेंगे। मध्यप्रदेश श्रम कल्याण मण्डल, भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल, मध्यप्रदेश स्लेट पेंसिल कर्मकार मण्डल की योजनाओं के लाभ पूर्वत प्राप्त होते रहेंगे। मुख्यमंत्री जनकल्याण(संबल) योजना में श्रमिकों को समस्त लाभ यथावत प्राप्त होते रहेंगे। कर्मकारी राज्य बीमा(ESI) अस्पतालों एवं क्लिनिकों का लाभ श्रमिकों को पूर्ववत मिलेगा।

Kolar News

Kolar News 21 May 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कोरोना संकट के समय नि:स्वार्थ भाव से सेवा दे रहे एनसीसी कैडेट्स के कार्यों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि एनसीसी के कैडेट नये भारत के शिल्पकार हैं। निस्वार्थ सेवाभावी युवा देश की ताकत और उज्जवल भविष्य के संवाहक है। कोविड-19 पेंनडमिक के दौरान कैडेट्स द्वारा प्रशासन और नागरिकों के मदद के लिए किए गए कार्य, उनकी सेवा संकल्प का प्रमाण है। उनकी सेवा भावना अनुकरणीय और सराहनीय है। राज्यपाल लालजी टंडन राजभवन में अपर महानिदेशक एनसीसी मेजर जनरल संजय शर्मा से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कैडेट्स और उनके पालकों को अपनी भावनाओं से अवगत कराने के लिए भी कहा।   राज्यपाल ने कहा कि इस महामारी में एन.सी.सी. कैडेट्स ने देश के समक्ष सच्ची राष्ट्रवादी भावनाएं और सेवा प्रदर्शित की है। उन्होंने कैडेट्स के माता-पिता को भी धन्यवाद दिया है। इस वैश्विक महामारी की स्थिति में जिन्होंने अपने बच्चों को आगे लाकर प्रशासन को सहयोग प्रदान किया है।    राज्यपाल को अपर महानिदेशक एन.सी.सी. ने अवगत कराया कि मध्यप्रदेश निदेशालय स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए एन.सी.सी. कैडेट्स उपलब्ध कराने वाला देश का पहला निदेशालय था। एन.सी.सी. कैडेट्स ने नीमच, मंदसौर, रतलाम और राजगढ़ जिले में सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजार, बैंक और डाकघरों में यातायात व्यवस्था, खाद्य सामग्री वितरण और सामाजिक दूरी बनाये रखने के दायित्वों को सुनिश्चित किया। एन.सी.सी. कैडेट्स ने रतलाम रेलवे स्टेशन पर लगभग 15 हजार प्रवासियों के सुचारू स्वागत और रवानगी में भी सहायता की। कैडेट्स ने लोगों को सामाजिक जागरूकता के कार्यों के साथ-साथ भोजन, राशन पैकेटों तथा मास्क का वितरण जरूरतमंद लोगों को करने में सहायता की। उन्होंने यह भी बताया कि 3000 से अधिक एन.सी.सी, कैडेट विभिन्न जिलों में सहायता के लिए तैयार हैं। लगभग 60 हजार एन.सी.सी. कैडेट पूरे देश में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 21 May 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के 139 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 5735 से बढ़कर 5874 हो गई है। वहीं दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 269 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार की देर रात 644 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई है। इनमें 581 सेम्पल निगेटिव और 59 सेम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 62 और 57 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। नये मामलों के साथ अब इंदौर में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2774 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 107 पहुंच गई है।   भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में भी बुधवार की देर रात आई रिपोर्ट में 61 नये पॉजिटिव मामले मिले हैं। इन्हें मिलाकर अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 481 हो गई है, जबकि यहां अब तक कोरोना से 50 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा मुरैना में 14, देवास में तीन और नीमच में दो नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।इन नये 139 मामलों के साथ अब राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5874 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 2774, भोपाल 1088, उज्जैन 481, जबलपुर 186, बुरहानपुर 194, खरगौन 114, धार 107, खंडवा 186, रायसेन 67, मंदसौर 79, देवास 69, नीमच 52, होशंगाबाद 37, ग्वालियर 77, बड़वानी 34, मुरैना 58, रतलाम 28, आगरमालवा 13,  विदिशा 16, सागर 44, शाजापुर 08, भिण्ड 38, छिंदवाड़ा 05, सतना 10, श्योपुर 05, सीधी 05, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03,  शिवपुरी 03, टीमकगढ़ 06, रीवा 25, डिंडौरी 04, बैतूल 09, अशोकनगर 05, पन्ना 03, झाबुआ 11. सीहोर 05, गुना 01, मंडला 01, सिवनी 01, दतिया 03 दमोह 05, उमरिया 01, राजगढ़ 01, सिंगरौली 01 और छतरपुर में दो मामले दर्ज किए गए हैं। इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 269 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 107, भोपाल 40, उज्जैन 50, खरगौन 08, देवास 08, बुरहानपुर 11, धार, 02, जबलपुर 09, खंडवा 10, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 06, होशंगाबाद 03,  नीमच 01, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 02, ग्वालियर 01, झाबुआ 01, रीवा 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है।

Kolar News

Kolar News 21 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 109 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 5236 से बढ़कर 5345 हो गई है। इंदौर में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इन्हें मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना से 254 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जड़िया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने सोमवार को देर रात 902 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की जिसमें 830 रिपोर्ट निगेटिव और 72 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। इसके साथ ही दो 70 वर्षीय महिलाओं की मौत की पुष्टि हुई है। नये मामलों को मिलाकर अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2637 पहुंच गई है। इंदौर में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 103 हो गई है।सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के बायरोलॉजी विभाग द्वारा सोमवार देर रात जारी की गई जांच रिपोर्ट में 16 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 39 हो गई है। इसके अलावा उज्जैन में मंगलवार सुबह 21 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 362 हो गई है, जबकि यहां 48 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इन 109 नये मामलों के साथ अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5345 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 2537, भोपाल 1030, उज्जैन 362, जबलपुर 182, बुरहानपुर 152, खरगौन 99, धार 106, खंडवा 165, रायसेन 65, मंदसौर 60, देवास 63, नीमच 50, होशंगाबाद 37, ग्वालियर 65, बड़वानी 31, मुरैना 34,  रतलाम 28, आगरमालवा 13,  विदिशा 15, सागर 39, शाजापुर 08, भिण्ड 19, छिंदवाड़ा 05, सतना 08, श्योपुर 04, सीधी 04, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03,  शिवपुरी 03, टीमकगढ़ 05, रीवा 14, डिंडौरी 02, बैतूल 03, अशोकनगर 03, पन्ना 02, झाबुआ 07. सीहोर 05, गुना 01, मंडला 01, सिवनी 01, दतिया 03 दमोह 01 और उमरिया का एक मरीज शामिल हैं। इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 252 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 103, भोपाल 39, उज्जैन 48, खरगौन 08, देवास 07, बुरहानपुर 11, धार, 02, जबलपुर 08, खंडवा 08, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 05, होशंगाबाद 03,  नीमच 01, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 01, ग्वालियर 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल हैं।  

Kolar News

Kolar News 19 May 2020

बैतूल। जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुवाड़ी में  बीती देर रात अवैध रेत खनन रोकने से लिए पहुंची राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम पर रेत माफिया ने जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे शाहपुर थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी, तहसीलदार और तीन पटवारी घायल हो गए हैं। पुलिस ने हवाई फायर कर हमलावरों को जवाब दिया, जिससे वे वहां से भाग गए। मामले में मंगलवार को पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है।शाहपुर एसडीओपी एमएस मीणा ने बताया कि ग्राम गुवाड़ी में शिवा कॉर्पोरेशन की रेत खदान है, जहां बड़े पैमाने पर जेसीबी और पोकलेन मशीनों से रेत निकालकर जगह जगह भंडारण किया जाता है। स्थानीय लोगों द्वारा इसकी शिकायत की गई थी। इसीलिए सोमवार को देर रात करीब 12 बजे तहसीलदार नरेंद्र ठाकुर, डीएसपी देवनारायण यादव, पटवारी हरीश गुप्ता, इम्रतलाल धुर्वे, रामस्वरूप नवड़े पुलिबल के साथ मौके पर निरीक्षण करने गए थे। संयुक्त टीम जब वहां पहुंची तो खदान से रेत का अवैध खनन हो रहा था और डम्परों के माध्यम से रेत का परिवहन किया जा रहा था। टीम ने डम्पर जब्ती का कार्रवाई की। इसी दौरान पास के ग्राम ढोंढरामोहार से 50-60 लोग वहां पहुंच गए और संयुक्त टीम पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए इस हमले में तहसीलदार, डीएसपी के वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, पटवारी हरीश गुप्ता, ड्राइवर गोलू, रामस्वरूप नवड़े, इम्रतलाल धुर्वे को सिर में पत्थर लगने से गंभीर चोट आई। पुलिसबल ने अपने बचाव में हवाई फायर किया तब जाकर हमलावर वहां से भागे। देर रात जिला का पुलिसबल मौके पर पहुंच गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। एसडीओपी मीणा ने बताया कि इस हमले में डीएसपी देवनारायण यादव और तहसीलदार नरेन्द्र ठाकुर के साथ ही तीनों पटवारी घायल हुए हैं। इनमें पटवारी हरीश की हालत गंभीर है। उन्हें मंगलवार को सुबह नागपुर रैफर किया गया है, जबकि अन्य सभी का शाहपुर अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस ने इस मामले में अभी आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 19 May 2020

भोपाल। गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से आज सुबह मध्यप्रदेश लिकर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर मांग-पत्र सौंपा। डॉ. मिश्रा ने सदस्यों को गंभीरतापूर्वक सुना। उन्होंने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि उनकी माँगों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया जायेगा। लिकर एसोसिएशन को राहत दिये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा उपरांत निर्णय लिये जायेंगे। बैठक में अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर मनोज गोविल, आयुक्त आबकारी राजीव चन्द्र दुबे और प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये हुए लिकर एसोसिएशन के पदाधिकारी जगदीश अरोरा, राहुल जायसवाल, अक्षय सहगल, रामस्वरूप शिवहरे, मंजीत सिंह और विनोद राठौर मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 19 May 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। सीएम शिवराज ने गत दिवस अपने एक बयान में पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर निशाने साधते हुए खजाने का रोना रोने और लूट खसोट मचाने का आरोप लगाया था। सीएम शिवराज के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार ने 15 महीने में ही 15 साल से ज्यादा काम कर किया है और हमने कभी अपने काम को प्रसार प्रचार के लिए उपयोग नहीं किया।    पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को एक बयान जारी कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा अपनी डेढ़ माह सरकार में किसान, गरीब व मजदूरों के लिए किए गए कार्यों पर किए गये खुद के महिमामंडन पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज जी मेरी 15 माह की सरकार ने किसानों, गरीबों व मजदूरों के लिए मात्र 15 माह में ही 15 साल से ज्यादा काम किया और इससे बस अपना कर्तव्य मानकर किया, बस उसे जताने का काम नहीं किया,उसे कभी प्रचार-प्रसार का माध्यम नहीं बनाया। आप कह रहे हैं कि आपने डेढ़ माह में गरीब, किसान और मजदूर का भाग्य उदय कर दिया तो कोरना महामारी के संकट काल में खुद की महिमामंडन की इससे शर्मनाक बात और कुछ नहीं हो सकती।   आगे अपने बयान में उन्होंने कहा कि हमने तो खाली खजाने से भी लाखों किसानों का कर्ज माफ किया, खाली खजाने का रोना तो आपके पूर्व वित्त मंत्री ही सार्वजनिक रूप से बयां करते थे। आपकी पूर्व की 15 वर्ष की सरकार में भी आप किसानों के खातों में 30,000 करोड़ से अधिक राशि डालने का दावा करते थे, उसके बाद भी प्रदेश का किसान कर्जदार बना रहा। कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि आपकी सरकार ने किसानों का एक रुपये का भी कर्ज माफ नहीं किया, कर्ज माफी का वादा कर आप मुकर गए। हमने तो प्रदेश के लाखों किसानों का करोड़ों रुपये का कर्ज माफ किया, इसके गवाह प्रदेश के किसान खुद हैं। हमने किसानों को कर्ज माफी से मुक्ति दिलाई, हमने इसे अपना कर्तव्य माना, आपकी तरह हमने इसे प्रचार -प्रसार का माध्यम नहीं बनाया।   कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि यह सही है कि प्रदेश में वापस प्रचार-प्रसार वाली सरकार लौट आयी है, करेंगे थोड़ा दिखाएंगे ज्यादा, यह वापस से शुरू हो गया है। यह इसके माध्यम से वापस गुमराह करने का खेल खेलेंगे। डेढ़ माह के कार्यकाल में ही घोटालों के मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। ग्वालियर में आटा घोटाला, इंदौर में नक़ली मास्क व पीपीई खऱीदी घोटाला, श्रमिकों की बस के नाम पर घोटाला। उन्होंने कहा कि यह सही है कि जनता ने 15 माह में किसी भी घोटाले का नाम नहीं सुना था, पर कोरोना के संकट में भी मात्र डेढ़ माह के कार्यकाल में ही वापस घोटाले सामने आना शुरू हो गए हैं। कमलनाथ ने सीएम शिवराज को सलाह देते हुए कहा कि शिवराज सरकार को भी इन कामों को अपना कर्तव्य मानकर इसके गुणगान से बचना चाहिए क्योंकि कहीं ना कहीं ऐसा कर कर हम उन गरीब, किसानों, मजदूरों भाइयों का अपमान करते हैं।   उल्लेखनीय है कि रविवार को सीएम शिवराज ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस के मात्र डेढ़ साल के शासनकाल में गरीब की सुविधाएं छिन ली गई और उसे दर दर की ठोकरे खाने के लिए मजबूर किया गया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस ने गरीब जनता की पढ़ाई, लिखाई और दवाई सब चौपट कर दी थी।   

Kolar News

Kolar News 18 May 2020

भोपाल। पर्यावरण प्रेमी व नर्मदा समग्र अभियान प्रमुख रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता स्वर्गीय अनिल माधव दवे की आज सोमवार को तृतीय पुण्यतिथि है। उनकी पुण्यतिथि पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। साथ ही उनके निवास नदी का घर पहुंच कर उनकी याद में पौधारोपण किया है।    सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा है कि ‘सविन्दु सिन्धु-सुस्खलत्तरंगभंगरंजितं, द्विषत्सु पापजातजात करिवारी संयुतं। कृतांतदूत कालभूत भीतिहारी वर्मदे, त्वदीय पादपंकजं नमामि देवि नर्मदे।। मां नर्मदा की सेवा में आजीवन रत रहने वाले मध्यप्रदेश के रत्न, नर्मदा पुत्र अनिल माधव दवे जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि! इसके अलावा सीएम शिवराज ने अनिल माधव दवे की पुण्यतिथि पर उनके शिवाजी नगर स्थित निवास ‘नदी का घर’ भी पहुंचे। वहां उन्होंने स्वर्गीय अनिल माधव दवे के निवास के सामने स्थित पार्क में पौधारोपण किया।    इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि दवे जी की प्रेरणा से की थी। ‘अनिल जी ने क्राफ़्ट द्वारा माँ नर्मदा की यात्रा कर आसपास के लाखों लोगों को माँ नर्मदा को स्वच्छ और निर्मल रखने की प्रेरणा दी। मेरी माँ नर्मदा यात्रा के प्रेरणा स्त्रोत भी वही रहे। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री रहते हुए उन्होंने पर्यावरण बचाने की दिशा में अथक प्रयास किए। आज ही के दिन वो हमें छोड़ कर अचानक चले गए थे। बड़े गौर से सुन रहा था ज़माना, तुम्हीं छोड़ गए दास्तान कहते-कहते...। आप सदैव अपने हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।

Kolar News

Kolar News 18 May 2020

भोपाल। गृह तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह ने प्रदेश में कोविड-19 की परिस्थितियों के मद्देनजर राजस्व वृद्धि के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। मंत्री समूह की बैठक में खनिज विभाग और आबकारी विभाग से प्राप्त राजस्व में वृद्धि के संबंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अनुराग जैन, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर मनोज गोविल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई, सचिव खनिज सुखवीर सिंह एवं आबकारी आयुक्त राजीव चन्द्र दुबे मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 18 May 2020

नई दिल्ली। गुरुवार को उत्तरी सिक्किम क्षेत्र के लुगनाक ला इलाके में एक हिमस्खलन की चपेट में आने से एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक जवान की शहादत हो गई है। कई घंटे चले बचाव और राहत कार्यों के बावजूद इन्हें बचाया नहीं जा सका।    उत्तरी सिक्किम में 14 मई को हिमस्खलन के दौरान सेना के 18 जवानों का गश्त-कम-हिम निकासी दल उस लुगनाक ला इलाके की ओर जा रहा था जहां 9 मई को भारतीय और चीनी सैनिक भिड़ गए थे। तभी अचानक हिमस्खलन हो जाने से सेना की पूरी टीम बर्फ के पहाड़ के बीच फंस गई। बचाव दल नेे तत्काल बचाव एवं राहत कार्य शुुरू किया। अपनेे सर्वश्रेष्ठ प्रयासों से अन्य 16 लोगों को तो सुरक्षित निकाल लिया गया लेकिन लेफ्टिनेंट कर्नल रॉबर्ट टीए और सैपर सपला शनमुखा राव हिमस्खलन में फंसे रह गए।   इनकी खोजबीन के लिए दोपहर से चला ऑपरेशन देेर शाम तक चला। सारी मेेेहनत पर तब पानी फिर गया जब बर्फ में दबे कर्नल रॉबर्ट टीए और जवान सैपर सपला शनमुखा राव के शव मिले। भारतीय सेना के प्रवक्ता के मुताबिक टीम के बचाए गए अन्य सभी सदस्य सुरक्षित और स्वस्थ हैं। सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल और जवान के शहीद होने की पुष्टि की है।   

Kolar News

Kolar News 15 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां कोरोना के 83 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत पुष्टि हुई है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 4500 के पार पहुंच गई है। राज्य में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 239 हो गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुुरुवार को देर रात 1053 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की। इनमें 992 सेम्पल निगेटिव और 61 सेम्पल पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2299 हो गई है, जबकि यहां अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा बुरहानपुर जिले में 13, जबलपुर में छह, खरगौन में दो और सागर जिले में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।इन नये 83 मामलों के साथ अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4426 से बढक़र 4509 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 2299, भोपाल 900, उज्जैन 274, जबलपुर 163, खरगौन 99, धार 89, खंडवा 81, रायसेन 65, बुरहानपुर 108, मंदसौर 57, देवास 58, नीमच 45, होशंगाबाद 37, ग्वालियर 31, बड़वानी 26, मुरैना 25,  रतलाम 28, आगरमालवा 13,  विदिशा 13, सागर 15, शाजापुर 08, भिण्ड 10, छिंदवाड़ा 05, सतना 07, श्योपुर 04, सीधी 04, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03,  शिवपुरी 03, टीमकगढ़ 03, रीवा 07, डिंडौरी 02, बैतूल 01, अशोकनगर 02, पन्ना 01, झाबुआ 07. सीहोर 04, गुना 01, मंडला 01, सिवनी का एक मरीज शामिल है।इंदौर में हुई दो मौतों के बाद प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 239 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 98, भोपाल 35, उज्जैन 45, खरगौन 08, देवास 07, बुरहानपुर 09, धार, 02, जबलपुर 08, खंडवा 08, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 04, होशंगाबाद 03,  नीमच 01, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 01, ग्वालियर 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है। राज्य में अब तक 2171 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि एक्टिव प्रकरण 2018 हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या एक्टिव प्रकरण से अधिक है।

Kolar News

Kolar News 15 May 2020

नई दिल्‍ली। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत आर्थिक पैकेज की तीसरी किस्त का ऐलान शुक्रवार शाम 4:00  बजे करेंगी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत पिछले दो दिनों से आ‍र्थिक पैकेज का ऐलान  कर रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्री पर्यटन और अन्‍य सेक्टर से जुड़ी गतिविधियों को लेकर एक बड़ा पैकेज का ऐलान कर सकती हैं।  गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 की महामारी और देशव्‍यापी लॉकडाउन से जूझती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत आर्थिक पैकेज का ऐलान किया जा रहा है। पहले दिन वित  मंत्री ने एमएसएमई सेक्‍टर और मध्‍यम वर्ग के लिए राहत पैकेज की घोषणा की थी, जबकि दूसरे दिन प्रवासी कामगारों, गरीब और छोटे किसानों के लिए ऐलान किया।  सूत्रों के अनुसार पैकेज की तीसरी किस्त में विशेष तौर पर सेक्टोरल रियायतों पर वित मंत्री का फोकस रहेगा। इसके तहत अलग-अलग सेक्टर के लिए रियायतों का ऐलान किया जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 15 May 2020

अनूपपुर। कोरोना संकमण काल में देश-दुनिया में पिछले डेंढ़ माह से अधिक समय से जारी लॉकडाउन से प्राकृतिक वातावरण ने नया आवरण ओढ़ा है। नभ, जल, थल पर व्याप्त पर्यावरणीय, मावनीय और वनीय जीवन शैली में बदलाव आया है। बताया जा रहा है कि जनजीवन, उद्योग सामान्य गति से काम करना आरम्भ करेंगे, वैसे-वैसे फिर से प्रकृति में बदलाव आएगा। फिलहाल मई माह में मार्च जैसा मौसम बना हुआ है। जेष्ठ के महीने में आमतौर पर भीषण गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार सर्दी का अहसास हो रहा है।   दरअसल, जिले में हो रही लगातार बारिश से धरती में नमी बनी हुई है। इससे तापमान में लगातार उतार चढ़ाव बन रहा है जो मानव शरीर के लिए विकार का कारण बन रहा है। सर्द के कारण कोरोना के डर को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस संबंध में सेवानिवृत्त मेडिकल ऑफिसर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरपी श्रीवास्तव बताते हैं कि लोगों को वर्तमान मौसम में आ रहे उतार चढ़ाव से बचना चाहिए। गर्म महसूस होने पर कूलर, एसी, ठंडा पेय पदार्थ का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। रात के समय एसी का उपयोग तो बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। मटका का पानी उपयोग में लाया जा सकता है।    उन्होंने बताया कि खाना ताजा और हल्के रूप में ले, ताकि पाचन आसानी से हो सके। धूप से आने के उपरांत ठंडे पानी से न नहाए, थोड़ा आराम कर ले। धूप में निकलते समय सिर और गर्दन के हिस्से ढंक कर रखे। चेहरे को ढककर ही बाहर निकले। सर्दी, खांसी या बुखार आए तो घबराएं नहीं, बिना डॉक्टर सलाह लिए दवा का उपयोग बिल्कुल नहीं करें। ऐसी स्थिति में तत्काल आसपास के स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर चिकित्सीय सलाह लें। कोशिश करें हल्का गुनगुना पानी से तीन बार गरारा करें।

Kolar News

Kolar News 13 May 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां 91 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या 2107 हो गई है, वहीं तीन लोगों की मौत के बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 95 हो गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार को देर रात 1026 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिसमें 935 सेम्पल निगेटिव और 91 सेम्पल पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 66 वर्षीय पुरुष और 45 वर्ष और 52 वर्ष की दो महिलाएं शामिल हैं। इन 91 नये मामलों के साथ अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2107 हो गई है, जिनमें से अब तक 95 की मौत हो चुकी है। वहीं, इंदौर में अब तक एक हजार से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें दूसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छुट्टी दे दी गई है।

Kolar News

Kolar News 13 May 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार रात देश के नाम अपने संबोधन में कोरोना संकट के बीच 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पैकेज से जुड़ी सभी जानकारी साझा करेंगी। मध्य प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पैकेज को देश को आत्मनिर्भर होने का रामबाण बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी की घोषणा से नवीन भारत का निर्माण होगा।    बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि आज जब कोरोना संक्रमण  से पूरा विश्व टूटा, थका और हारा पड़ा है। ऐसे समय में वैश्विक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्बोधन भारत को वैश्विक रूप से वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ विश्व का नेतृत्व करने की राह दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कोरोना के प्रति हमारी लड़ाई के भाव को और अधिक मजबूत, सशक्त और प्रभावी किया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा करोड़ों भारतीय परिवारों के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने का रामबाण साबित होगा। पीएम मोदी की घोषणा एक नवीन भारत का निर्माण करेगी।   उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी द्वारा दिया गया 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज देश की जीडीपी का करीब 10प्रतिशत है। पीएम मोदी ने अपने संबोधित में कहा था कि इस आर्थिक पैकेज से कुटीर उद्योग, लघु-मंझोले उद्योग, श्रमिकों, किसानों और मध्यम वर्ग को फायदा मिलेगा। इसके साथ ही भारतीय उद्योग जगत को भी नई ताकत देगा।फिलहाल आर्थिक पैकेज में किस वर्ग को कितना लाभ सरकार देगी। इसकी जानकारी वित्त मंत्री बुधवार शाम 4 बजे बताएगी।  

Kolar News

Kolar News 13 May 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां बीती देर रात 92 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इन नये मामलों के साथ शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार के पार पहुंचकर 2016 हो गई है। वहीं, अब तक यहां 92 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।इंदौर के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार को देर रात 1044 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 81 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इसके अलावा दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 62 वर्षीय महिला और 95 वर्षीय पुरुष शामिल है। नये 81 मामले सामने आने के बाद इंदौर में अब कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2016 हो गई है, जबकि दो मौतों के साथ यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 92 हो गई है। उन्होंने बताया कि इंदौर में अब तक कोरोना को मात देकर 926 मरीज स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किया जा चुका है। वर्तमान में जिले में 998 मरीजों का आइसोलेशन में उपचार जारी है।

Kolar News

Kolar News 12 May 2020

भोपाल। आज यानी मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस है। पूरे विश्व में हर साल 12 मई को यह दिन नोबल नर्सिंग सेवा की शुरुआत करने वाली फ्लोरेन्स नाइटिंगेल के जन्मदिन पर दुनिया भर की नर्सों को यह दिन समर्पित है। इस वक्त जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है तो स्वास्थ्यकर्मी ही एक मजबूत दीवार बनकर खड़े हुए हैं।खासकर नर्सें अपने घर-परिवार से दूर डॉक्टर के सुझाव पर मरीजों की देखभाल कर रही हैं और उनके अंदर इस भावना को भी जगा रही हैं कि वह इस महामारी से जल्द ठीक हो जाएंगे।    अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कोरोना महामारी में डटकर अपनी सेवा दे रहे सभी नर्स भाई-बहनों को इस खास दिन की शुभकामनाएं देते हुए सलाम किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, " आज नर्सों के बिना स्वस्थ और खुशहाल दुनिया की कल्पना भी असंभव है। ये स्वस्थ विश्व की जीवन-रेखा हैं। करुणा, दया और सेवा के पर्याय सभी नर्स बहन- भाइयों को #InternationalNursesDay पर प्रणाम करता हूं।    एक अन्य ट्वीट कर सीएम शिवराज ने कहा कि "अपने त्याग व सेवा से सबको अपना बना लेने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल जी की स्मृति में यह #InternationalNursesDay मनाया जाता है। विश्व के करोड़ों बहन और भाई उनकी प्रेरणा से स्वस्थ देश-दुनिया के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं। समस्त मानवता इनके योगदान के लिए सदैव ऋणी रहेगा|   भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर कोरोना संकट में सेवा दे रही नर्सों के योगदान को मानवता के लिए अतुल्यनीय बताते हुए शुभकामनाएं दी हैं| उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि "समस्त नर्सों को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मानवता के प्रति आपकी कर्तव्यनिष्ठा को मेरा नमन। विश्वव्यापी आपदा की इस घड़ी में आपने जिस प्रकार से #CoronaWarriors के रूप अपना योगदान दिया हैं, वह अद्वितीय है। 

Kolar News

Kolar News 12 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में इंदौर के बाद कोरोना का हॉटस्पाट बन चुके भोपाल में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को यहां 54 नये पॉजिटिव सामने आए हैं, जिनमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसके साथ ही भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 774 से बढक़र 828 हो गई है। वहीं, एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब तक भोपाल में कोरोना से 34 लोगों की मौत हो चुकी है।भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मंगलवार को सुबह जारी रिपोर्ट में 54 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। इनमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसके अलावा एम्स की नर्सिंग ऑफिसर की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, पुलिस परिवार के कुछ लोगों के साथ ही जहांगीराबाद क्षेत्र के 10 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। सभी मरीजों को क्वारेंटाइन कर उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भोपाल में अब तक 489 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 12 May 2020

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के बाद विनिर्माण उद्योगों को फिर से शुरू करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके तहत तमाम सुरक्षा-प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विनिर्माण क्षेत्र में कार्य शुरू किया जा सकेगा। इस तरह देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का काम भी होगा। गृह मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि उद्योग इकाइयों को फिर से शुरू करने के दौरान पहले सप्ताह को ट्रायल या परीक्षण अवधि के रूप में देखा जाए। इस दौरान सभी प्रकार के सुरक्षा और प्रोटोकॉल का पालन करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही शुरुआती दौर में उच्च उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास न किया जाए। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि यह आदेश कंटेनमेंट जोन में लागू नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि देश में लॉकडाउन 3.0 शुरू हो चुका है। ऐसे में सरकार ने कुछ शर्तों के साथ औद्योगिक क्षेत्रों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। लगातार गिर रही अर्थव्यवस्था को संभालने को लेकर सरकार ने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उद्योगों को शुरू करने की योजना बनाई है। लॉकडाउन-3 की अवधि 17 मई को समाप्त होगी।  

Kolar News

Kolar News 10 May 2020

भोपाल। कोरोना महामारी के प्रदेश में प्रसार के बीच मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार रात बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की है। इस उलटफेर में स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, उद्योग, पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा, आबकारी, सहकारिता, वाणिज्यिक कर, श्रम व संस्कृति जैसे तमाम अहम विभागों के प्रशासनिक मुखिया समेत 50 सीनियर आईएएस अफसरों को इधर से इधर किया गया है। कमलनाथ सरकार के जाने के एक सप्ताह पहले मुख्य सचिव बनाए गए एम. गोपाल रेड्डी शिवराज के मुख्यमंत्री बनते ही हटा दिए गए थे। इसके बाद वे करीब डेढ़ माह  खाली बैठे रहे। अब उन्हें राजस्व मंडल का अध्यक्ष बनाया गया है। कोरोना पॉजिटिव पाई गईं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल को आदिम जाति विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। कमिश्नर चंबल संभाग रेनू तिवारी की जगह एमबी ओझा को कमिश्नर का प्रभार सौंपा गया है। ओझा वर्तमान में ग्वालियर कमिश्नर हैं।   - केके सिंह जीएडी के जिम्मे से मुक्त होंगे। वे कृषि उत्पादन आयुक्त रहेंगे।- उमाकांत उमराव उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण के प्रभार से मुक्त होंगे।- ग्वालियर संभाग के कमिश्नर एमबी ओझा को चंबल संभाग का प्रभार।- डॉ.अशोक कुमार भार्गव शहडोल संभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। वे रीवा संभाग के आयुक्त हैं।- कौशल विकास संचालक धनराजू एस प्रबंध संचालक पब्लिक हेल्थ सर्विसेस कार्पो. के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे।- आलोक कुमार सिंह को एमडी कृषि विकास उद्योग निगम का अतिरक्त प्रभार।

Kolar News

Kolar News 10 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीती देर रात से रविवार सुबह तक कोरोना के 87 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3457 से बढक़र 3544 हो गई है। नये मरीजों में सबसे अधिक इंदौर में 78 पॉजिटिव मिले हैं। राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 213 पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार को देर रात 1105 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 78 व्यक्ति पॉजिटिव पाये गये हैं, जबकि शेष सेम्पल निगेटिव आए हैं। वहीं, इंदौर में दो लोगों की कोरोना से मौत की भी पुष्टि हुई है। इन नये मामलों को मिलाकर अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1858 हो गई है। वहीं, शहर में अबतक कोरोना से 89 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के अलावा रविवार को सुबह देवास में सात और जबलपुर में दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।इन नये 87 मामलों को मिलाकर अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3544 हो गई है। इनमें इंदौर में सबसे अधिक 1858, भोपाल 704, उज्जैन 227, जबलपुर 121, खरगौन 81, रायसेन 64, धार 79, खंडवा 56, होशंगाबाद 36, मंदसौर 51, बुरहानपुर 47, बड़वानी 26, देवास 43, रतलाम 23, मुरैना 22, विदिशा 13, आगरमालवा 13, शाजापुर 08, सागर 06, छिंदवाड़ा 05, ग्वालियर 17, श्योपुर 04,  नीमच 10, अलीराजपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03,  शिवपुरी 03, टीमकगढ़ 03, रीवा 02, अनूपपुर 03, बैतूल 01, डिंडौरी 01, अशोकनगर 01, पन्ना 01, सतना 02, झाबुआ 01. सीहोर 01, गुना 01 तथा भिण्ड जिले का एक मरीज शामिल है।इंदौर में हुई दो लोगों की मौत के बाद प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 213 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 89, भोपाल 29, उज्जैन 45, खरगौन 08, देवास 07, बुरहानपुर 05, धार, 01, जबलपुर 05, खंडवा 07, रायसेन 03,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 04, होशंगाबाद 03,  अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 1480 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। दूसरी बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और वे अपने घर पहुंच चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 10 May 2020

भोपाल। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मध्य प्रदेश के मजदूरों के साथ हुए रेल हादसे के बाद मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है। उन्होंने मप्र के बाहर दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों से पैदल चलकर घर से निकलने के लिए मना किया है साथ ही आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है और सभी को घर तक पहुंचाने की उचित व्यवस्था कर रही है।    सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर मजदूरों से अपील कर कहा है कि सरकार द्वारा सभी की घर वापसी के लिए प्रक्रिया जारी है। रेलवे के साथ मिलकर इस पूरे मिशन को अंजाम दिया जा रहा है। सीएम शिवराज ने अपने ट्वीट में लिखा ‘मेरे हर श्रमिक भाई-बहन से मेरी ये विनम्र अपील है कि वो चलते हुए अपने घरों की तरफ़ न निकले, हमने आप सब को घर लाने हेतु उचित व्यवस्थाएँ की है और ये प्रक्रिया ज़ोरों से चल रही है। हर राज्य के साथ  बात कर, रेलेवे के साथ मिल कर ये पूरा मिशन पूरा किया जा रहा है। हम देश के हर राज्य के अख़बारों में विज्ञप्ति जारी कर रहे है, सोशल मीडिया द्वारा उन तक पहुँचने की कोशिश कर रहे है, प्रदेश के सभी विधायक लगातार उनके सम्पर्क में लगे हुए है।    साथ ही सीएम शिवराज ने दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए टोल फ्री नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि घर वापसी में देरी हो सकती है लेकिन वापसी निश्चित तौर पर होगी। उन्होंने ट्वीट में कहा ‘उनके लिए प्रदेश में एक कॉल सेंटर लगा कर टोल फ्री नम्बर 0755-2411180 भी जारी किया है। प्रदेश के पंजीकृत श्रमिकों को एसएमएस के द्वारा भी संदेश भेजे जा रहे है। अब तक हम तकऱीबन 80000 श्रमिकों को वापिस ला चुके हैं। आप सब से मेरी विनती है कि मेरे ये ट्वीट को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाए। ये पूरी प्रक्रिया लगातार जारी है। इस में थोड़ी देर लग सकती है लेकिन हम सब को वापिस लाएँगे। धैर्य रखे और मुझ पर भरोसा रखे। मैं हमेशा आप के साथ था, हूँ, और रहूँगा। आप जहां हो वहीं रहे, कृपया पैदल चल कर न आए और हम से जल्द से जल्द सम्पर्क करे।  

Kolar News

Kolar News 8 May 2020

भोपाल। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आए सभी 16 मजदूर मध्यप्रदेश के उमरिया और शहडोल जिले के रहने वाले हैं। ये लोग रेल पटरी के सहारे जालना से भुसावल जा रहे थे। करीब 40 किमी पैदल चलने के बाद थकान के कारण सभी मजदूर पटरी पर बैठ गए और उन्हें वहीं ट्रेक पर नींद आ गई। इसी दौरान वहां से एक मालगाड़ी गुजरी, जिसने सभी मजदूरों को अपनी चपेट में ले किया।जानकारी मिली है कि औरंगाबाद ट्रेन हादसे में मरने वाले मजदूरों में 12 उमरिया जिले और चार शहडोल जिले के रहने वाले हैं। उमरिया जिले के मजदूरों के नाम पता चल गए हैं। मृतकों में धर्मेंद्र सिंह (20), ब्रिजेंद्र सिंह (20), निर्बेश सिंह (20), धन सिंह (25), प्रदीप सिंह, राज भवन, शिव दयाल, नेमसहाय सिंह, मुनिम सिंह, बुधराज सिंह, अचेलाल, रविंद्र सिंह शामिल हैं। वहीं, शहडोल जिले के मजदूरों के नाम अभी पता नहीं चल पाए हैं।वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औरंगाबाद ट्रेन हादसे में मारे गए 16 मजदूरों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने और घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था सरकार की तरफ से करने की घोषणा की है। उन्होंने हादसे पर दुख जताते हुए कहा है कि औरंगाबाद में हुए रेल हादसे से हृदय पर ऐसा कुठाराघात हुआ है की मैं उसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता! संवेदना से मन भर जाता है..।शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री मीना सिंह उमरिया जिले के मानपुर से विधायक हैं। उन्होंने औरंगाबाद ट्रेन हादसे पर कहा कि वे अभी उमरिया रवाना हो रही हैं और उमरिया और शहडोल के सभी मजदूरों के शव को लाने की व्यवस्था की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 8 May 2020

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीमा के पास शुक्रवार की सुबह वायुसेना का मिग-29 प्लेन क्रैश हो गया। गनीमन यह रही कि दोनों पायलट पैराशूट की मदद से नीचे उतर गए। फिलहाल पायलट एमके पांडेट की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। विमान का मलबा दूर-दूर तक खेतों में बिखर गया। वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी का आदेश दिया है।   यह इलाका भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित है और इसके आस-पास पठानकोट, आदमपुर समेत कई एयरबेस हैं।आमतौर पर यहां ट्रेनिंग के लिए लड़ाकू विमानों का संचालन होता रहता है। वायुसेना के मिग-29 ने जालंधर के निकट आदमपुर एयरबेस से करीब 10.30 बजे उड़ान भरी थी। कुछ समय बाद विमान में तकनीकी खराबी आ गई और विमान का संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया। करीब 10.45 बजे लोगों को आसमान से आग का गोला गिरता दिखाई दिया। यह विमान नवांशहर के गांव चुहड़पुर के खेतों में जा गिरा। लोग खेत की ओर भागे तो देखा कि खेत में गिरे विमान में विस्फोट हो रहा है और इसी कारण खेत में आग भी लग गई। आग लगने से विमान का मलबा आसपास के खेतों में बिखर गया। खेतों में गेहूं की कटाई का काम कर रहे किसानों में भगदड़ मच गई।   वायुसेना के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद पायलट एम.के. पांडेट और को-पायलट पैराशूट की मदद से उतर गए क्योंकि वह विमान को नियंत्रित करने में असमर्थ था। पायलट की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने पर नवांशहर के एसडीएम तथा अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय प्रशासन ने आदमपुर हवाई अड्डा प्रबंधन को सूचना दी।    संभावना है कि ट्रेनिंग के दौरान मिग-29 में तकनीकी खराबी आने की वजह से प्लेन क्रैश हुआ है, इसलिए वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी का आदेश दिया है।  

Kolar News

Kolar News 8 May 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं रहा है। यहां एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार को देर रात जारी की गई जांच रिपोर्ट में 18 नये पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 83 हो गई है, जबकि कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1699 पर पहुंच गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि बुधवार देर रात एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा 556 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 538 सेम्पल निगेटिव और 18 सेम्पल पॉजिटिव आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इन नये मामलों के साथ अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1699 हो गई है और मृतकों की संख्या 83 हो चुकी है। मृतकों में 50 वर्षीय और 54 वर्षीय दो पुरुष शामिल हैं।उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 10 हजार 965 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 1699 सेम्पल पॉजिटिव और शेष सेम्पल निगेटिव प्राप्त हुए हैं। वहीं, बुधवार को भी शहर में 1174 लोगों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा शहर में अब तक 625 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 7 May 2020

अमरावती (आंध्र प्रदेश)। आंध्र प्रदेश के औद्योगिक नगर विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन सौ से ज्यादा अस्वस्थ लोगों को नजदीती अस्पताल पहुंचाया गया है। आशंका जताई गई है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासन प्रभावित क्षेत्र गोपालपुरम को खाली कराने में लगा है। गैस रिसाव की सूचना फैलते ही लोगों को इलाका छोड़ते देखा गया है। अमरावती सचिवालय के सूत्रों के अनुसार मख्यमंत्री आज दोपहर में स्थिति का जायजा लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचेंगे।   राजस्व विभाग और पुलिस इलाके घरों की तलाशी लेने में जुटी है। बताया जा रहा है कि यह रिसाब रात करीब 3 बजे हुआ, जब लोग गहरी नींद में थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लम्बे लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलीमर्स में बुधवार से ही काम शुरू हुआ था। साउथ कोरिया की यह कंपनी विशाखापट्टनम के पास वेंकटापुरम में स्थित है। इसी गांव के लोग गैस रिसाब का ज्यादा प्रभाव है।    विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी विनय चंद के अनुसार वे एनडीआरएफ की टीम के साथ राहत और बचाव कार्य में लगे हैं और स्थिति पर तेजी से नियंत्रण पाया जा रहा है। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गैस का रिसाव पांच किलोमीटर के दायरे में हुआ है, जिससे करीब दो हजार लोगों के प्रभावित होने की आशंका है।    जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार सांस लेने की तकलीफ होते ही कुछ लोग पड़ोसी गांव मेघध्रिगाड़ा की ओर भाग निकले। वहीं जो लोग बेहोश हो गए उन्हें प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगे हैं। गैस रिसाव की घटना में कारखाने के आसपास सड़कों पर कुछ जानवर और पक्षी मृत पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है।    जानकारी के मुताबिक 80 से ज्यादा लोग वेन्टिलेटर पर हैं और एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया है। वहीं अन्य अस्वस्थ लोगों को राज्य परिवहन निगम के बसों के जरिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।   प्रशासन का कहना है कि कोरोना (कोविड-19)  संक्रमण के चलते प्रशासन और मेडिकल तंत्र पहले से ही अलर्ट पर था। इसलिए एम्बुलेंस को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया। सांस लेने में तकलीफ होने के बााद लोग खुद ही परिवार सहित सुरक्षित स्थानों पर जाने में लगे थे। लगभग पूरा इलाका खाली हो चुका है। जिलाधिकारी विनय चंद ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है, लोग धैर्य बनाए रखें। वहीं अमरावती सचिवालय के सूत्रों ने बताया है कि मख्यमंत्री दोपहर दो बजे के करीब स्थिति का जायजा लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचेंगे।  

Kolar News

Kolar News 7 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के लॉकडाउन के चलते कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए इसलिए सरकार ने गरीबों को नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण कार्य किया हे। अब तक विभिन्न श्रेणी के 5 करोड़ 75 लाख 92 हजार हितग्राहियों को 5 लाख 692 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बिना पात्रता पर्ची वाले 32 लाख लोगों को उचित मूल्य की दुकानों से एक माह का राशन (चार किलो गेहूँ तथा एक किलो चावल प्रति व्यक्ति) नि:शुल्क प्रदान किया गया। साथ ही, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिये संचालित उचित मूल्य दुकानें 12 घंटे खोलने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदेश के सभी जिलों में आटा चक्की, फ्लोर मिल निश्चित समयावधि में खोलने की अनुमति दी गयी है। ग्राम पंचायतें भी करा रही हैं भोजन मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर प्रदेश की 22 हजार 812 ग्राम पंचायतों ने 8 लाख 70 हजार श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराया गया। ग्राम पंचायतों द्वारा प्रदेश में प्रतिदिन 37 से 38 हजार जरूरतमंद परिवारों को भोजन कराया जा रहा है। इस संकट काल में 60 लाख से अधिक हितग्राहियों को आँगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर 'रेडी-टू-ईट' पूरक पोषण आहार प्रदान कर रही हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में दीनदयाल रसोई द्वारा लाखों जरूरतमंद लोगों को दोनों समय का भोजन वितरित किया जा रहा है। आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश राज्य शासन ने आवश्यक वस्तुओं के व्यापारियों को चिन्हित वस्तुओं की सामान्य उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। आवश्यक वस्तुओं में 30 जून 2020 तक मास्क और हैण्ड सेनिटाइजर भी शामिल किये गये। साथ ही इनकी उपलब्धता एवं कीमतों की नियमित समीक्षा और निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित की है। इन वस्तुओं की जमाखोरी की शिकायत सीएम हेल्पलाइन के टोल फ्री नम्बर 181 पर की जा सकती है। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में फूड प्रोडक्ट्स (अनाज, फल एवं सब्जी) के परिवहन को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करते हुए छूट दी गयी। प्रदेश में अति-आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में लगे वाहनों को पुलिस द्वारा नहीं रोके जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। यदि पुलिस ऐसे वाहनों को रोकती है तो वाहन चालक राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम के नम्बर 100 पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकता है। यह सुविधा 24&7 उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री ने बड़ी मंडियों को विकेन्दीकृत कर किसानों से फल एवं सब्जियाँ खरीदी करने के निर्देश दिये हैं ताकि आमजन को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति निर्बाध होती रहे। इन्दौर, भोपाल, उज्जैन आदि शहरों को जोन में बांट कर छोटे वाहनों से आवश्यक सामग्री घर-घर पहुँचाने की व्यवस्था की गयी है। लाखों लोगों को उपलब्ध कराया पका हुआ भोजन बेघर, बेसहारा तथा अन्यत्र रुके लोगों से नि:शुल्क पका हुआ भोजन प्राप्त करने के लिये टोल फ्री 1800233297 स्थापित किया गया। इस भोजन राहत हेल्पलाइन तथा 181 पर फोन कॉल के आधार पर 81 लाख 76 हजार से ज्यादा जरूरतमंदों को पका भोजन तथा राशन सामग्री पहुँचायी गयी। उचित मूल्य पर दाल प्रदाय करने तथा उज्जवला योजना कनेक्शन धारकों को एक अप्रैल से तीन माह तक नि:शुल्क गैस सिलेण्डर प्रदान किये जा रहे हैं। राज्य-स्तरीय कंट्रोल रूम प्रदेश के निवासियों की मूलभूत आवश्यकताओं और समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिये राज्य-स्तरीय कंट्रोल रूम स्मार्ट सिटी कार्यालय भोपाल में स्थापित किया गया है। यह कंट्रोल रूम 24&7 काम करता है। टोल फ्री नम्बर 181/104 के अलावा व्हाट्सअप मेसेजिंग नम्बर 8989011180 पर भी नागरिकों ने आवश्यकताओं और समस्याओं को भेजा, जिनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया गया। इसकी मॉनीटरिंग प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी द्वारा प्रतिदिन की जाती है।    

Kolar News

Kolar News 5 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार देररात इंदौर में एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी रिपोर्ट में 43 नये कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं भोपाल में भी एक कोरोना पीड़ित ने दम तोड़ दिया। इन तीन मौतों के साथ प्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 160 पर पहुंच गई है, जबकि प्रदेशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2897 हो गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने मंगलवार को बताया कि सोमवार देररात एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा 483 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 440 सेम्पल निगेटिव आए हैं, जबकि 43 सेम्पल पॉजिटिव हैं। इसके साथ इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1654 हो गई है। वहीं  सोमवार देर रात आई रिपोर्ट में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में 45 वर्षीय एक महिला और 64 वर्षीय पुरुष शामिल है। साथ ही इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 77 से बढ़कर 79 हो गई है। भोपाल के सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि भोपाल के एम्स अस्पताल में उपचाररत कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। अब भोपाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 16 हो गई है।इंदौर में आए नये पॉजिटिव मरीजों को मिलाकर अब प्रदेश में कोरोना के संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2897 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1654, भोपाल 563, उज्जैन 166, जबलपुर 98, खरगौन 77, रायसेन 59, धार 55, खंडवा 47, होशंगाबाद 36, मंदसौर 36, बुरहानपुर 34, बड़वानी 26, देवास 26, रतलाम 16, मुरैना 17, विदिशा 13, आगरमालवा 12, शाजापुर 07, सागर 05, छिंदवाड़ा 05, ग्वालियर 05, श्योपुर 04,  अलीराजपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03,  शिवपुरी 02, टीमकगढ़ 02, रीवा 02, अनूपपुर 02, बैतूल 01, डिंडौरी 01, अशोकनगर 01, पन्ना 01, सतना 01 तथा अन्य राज्य के दो मरीज शामिल हैं।वहीं इंदौर और भोपाल में हुई तीन मौतों के बाद प्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों की कुल 160 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 79, भोपाल 16, उज्जैन 35, खरगौन 07, देवास 07, बुरहानपुर 03, धार, 01, जबलपुर 01, खंडवा 06, रायसेन 03, छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 03, होशंगाबाद 03,  अशोकनगर 01, आगर मालवा 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है।

Kolar News

Kolar News 5 May 2020

नई दिल्ली। खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद नौसेना ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। मालदीव और यूएई से भारतीयों को लाने के लिए तीन जहाज भेजे गए हैं जो नागरिकों को लेकर समुद्री मार्ग से कोच्चि लौटेंगे।   रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कोविड-19 के कारण मालदीव और यूएई में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भेजे गए तीन युद्धपोतों में आईएनएस जलाश्व, आईएनएस मगर और आईएनएस शार्दुल शामिल हैं। आईएनएस जलाश्व विशाखापत्तनम से कुछ दिन पहले पूर्वी तट से पश्चिमी तट तक गया था। खाड़ी और अन्य देशों से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए कुल 14 युद्धपोतों को तैयार किया गया है।   सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ओमान, बहरीन, क़तर में लाखों भारतीय काम करते हैं। वे ज़्यादातर मज़दूर हैं। वे सभी वहां फंस गए हैं। सरकार को खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने की व्यवस्था करने और दूसरी ज़रूरी सुविधाएं पहुंचाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी। इस पर उस समय सुप्रीम कोर्ट ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा था कि अभी हालात ठीक नहीं हैं, इसलिए जो जहां है, वह फिलहाल वहीं रहे। हालात सामान्य होने पर भारत सरकार खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए उचित समय पर फैसला लेगी। इसके बाद खाड़ी देशों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सरकार ने नौसेना को योजना बनाने के निर्देश दिए थे।    सुप्रीम कोर्ट में 28 अप्रैल को भी सऊदी अरब में करीब 250 से ज्यादा गर्भवती नर्सों और डॉक्टरों के फंसे होने की जानकारी देकर बताया गया कि सऊदी अरब में कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है। इन नर्सों और डॉक्टरों ने मार्च और अप्रैल महीने में भारत लौटने की योजना बनाई थी लेकिन सभी फ्लाइट निरस्त होने की वजह से वे सऊदी अरब में ही फंसे हुए हैं।   विदेश मंत्रालय के दूतावास और उच्चायोग ऐसे व्यथित भारतीय नागरिकों की सूची तैयार कर रहे हैं। इस सुविधा के लिए यात्रियों को भुगतान देना होगा। हवाई यात्रा के लिए गैर-अनुसूचित वाणिज्यिक उड़ानों का इंतज़ाम होगा। यह यात्राएं 7 मई से चरणबद्ध तरीके से प्रारम्भ होंगी। विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय शीघ्र ही इसके बारे में विस्तृत जानकारी वेबसाइट द्वारा साझा करेंगे। राज्य सरकारों को वापसी करने वाले भारतीयों के परीक्षण, क्वारंटाइन और अपने राज्यों में आवाजाही की व्यवस्था बनाने के लिए सलाह दी जा रही है।  

Kolar News

Kolar News 5 May 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक तरफ जहां कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर भी जा रहे हैं। यहां एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार को देर रात हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें दो लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 23 नये पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। वहीं, राहत देने वाली खबर यह है कि शनिवार को ही इंदौर में कोरोना 121 स्वस्थ हुए और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया है।इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार को देर रात 515 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 492 सेम्पल निगेटिव और 23 सेम्पल पॉजिटिव आए हैं। इन नये मामलों को मिलाकर अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1568 हो गई है। इसके अलावा शनिवार की रात दो लोगों क मौत की पुष्टि भी हुई है। मृतकों में एक 55 वर्षीय महिला और एक 59 वर्षीय पुरुष शामिल है। इसके साथ ही इंदौर में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 74 से बढक़र 76 हो गई है।उन्होंने बताया कि शनिवार को इंदौर में 121 कोरोना के संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए हैं और उनकी दूसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पतालों से छुट्टी देकर अपने घर भेज दिया गया है। इस तरह अब तक इंदौर में 350 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 3 May 2020

भोपाल। कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाउन ने उद्योग और व्यापार पर बुरा असर डाला है। मंदी के दौर से गुजर रहे उद्योग धंधों और व्यापार के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई है। मप्र में इसका खासा असर पड़ा है। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मंदी के दौर से गुजर रहे उद्योग और व्यापार के लिए सुझाव दिए है। विदित हो गई इससे पहले भी कमलनाथ विभिन्न मामलों को लेकर सीएम शिवराज को पत्र लिख चुके है और अपनी मांगों के साथ सुझाव भी पेश किए है।    कमलनाथ ने रविवार को एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखाा है। इस बार कमलनाथ ने अपने पत्र के माध्यम से उद्योग और व्यापार का मामला उठाया है। उन्होंने सीएम को संबोधित करते हुए अपने पत्र में लिखा है कि ‘आपको विदित है कि पिछले कुछ समय से व्यापार और उद्योग  मंदी के दौर से गुजर रहे है। ऐसे समय में कोरोना महामारी की वजह से उद्योगों का बाजार स्पर्धा में बना रहना अत्यंत कठिन हो गया है। मध्य प्रदेश के छोटे मध्यम उद्योग और व्यवसायी प्रतिस्पर्धा के युग में किसी तरीके से अपना व्यापार कर रहे है। कई व्यापारी और उद्योगपती बैंक के ऋणी भी है। बैंक देयताओं के भुगतान और व्यवसाय के लिए तरलता के अभाव से अत्यंत कठिनाई का सामना कर रहे है। संस्थानों का संधारण व्यय भी निरंतर हो रहा है, जैसे विद्युत देयकों आदि को पेनल्टी से बचने के लिए समय पर भुगतान आदि।    आगे अपने पत्र में कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग में सामान्यत: प्रदेश के व्यक्ति ही कार्यरत है एवं बड़े उद्योगों में भी प्रदेशजन बहुतायत में है। प्रदेशवासियों के रोजगार और आजीविका के लिए उद्योगों का इस समय संरक्षण आवश्यक है। कमलनाथ ने सीएम शिवराज को बिंदुओं में सुझाव देते हुए कहा है कि आपसे आग्रह है कि प्रदेश के उद्योग और व्यवसाय पूर्ण क्षमता से प्रारंभ हो इसके लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए। मप्र के उद्योग जगत को वर्तमान स्थिति से उबारने के लिए निम्नलिखित कदमों को भी राज्य स्तर से निर्णीत कर लागू किया जाना आवश्यक है।    1. जीएसटी की 50 प्रतिशत राशि सीजीएसटी के रुप में भारत सरकार को जाती है एवं 50 प्रतिशत राशि एसजीएसटी के रुप में प्रदेश सरकार को प्राप्त होती है। वर्तमान परिस्थिति में राज्य को मिलने वाली एसजीएसटी का 50 प्रतिशत अर्थात कुल जीएसटी की 25 प्रतिशत राशि टैक्स सब्सिडी के रुप में हर अगले माह में रिफंड की जाए तथा कम से कम 31 मार्च 2021 तक यह फंड व्यापार व उद्योग जगत को प्रदान किया जाए।  2. बिजली के बिल में लगने वाले फिक्स चार्ज को 6 माह के लिए आरोपित नहीं करते हुए वास्तविक उपभोग के आधार पर ही देय राशि बिल में आरोपित की जाए।  उल्लेखनीय है कि इस तरह के निर्णय अन्य राज्य में भी लिए गए है।    3. एमएसएमई एवं व्यापारियों की सरकारी विभागों में सिक्योरिटी डिपॉजिट के रखी राशि को रिलीज कर फंड कर दिया जाए जिससे तरलता उपलब्ध हो सकेगी।    4. व्यापारी एवं एमएसएमई संस्थाओं के पूर्व से लम्बित जीएसटी, आदि के रिफंड का तत्काल भुगतान किया जाए।    5. मप्र की उद्योगिक एवं व्यवसायिक ईकाइयों में उत्पादन हेतु आवश्यक अनुमतियां सुरक्षा शर्तों के साथ शीघ्र प्रदान की जाए।    अपने पत्र के अंत में कमलनाथ ने लिखा ‘मुझे आशा है कि आप उपरोक्त सुझावों पर विचार कर मप्र के उद्योग व व्यवसाय जगत को राहत देने और उनके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आवश्यक निर्देश तत्काल जारी करेंगे।    

Kolar News

Kolar News 3 May 2020

भोपाल। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस और नगर निगम कर्मचारियों का रविवार को पूरे देश में भारतीय सेना के जवानों द्वारा सम्मान किया गया। मध्यप्रदेश में भी तीन सेनाओं ने भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर सहित कई शहरों में हेलिकॉप्टर से फूल बरसाकर बजाकर कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट किया, साथ ही आर्मी बैंड ने देशभक्ति की धूनें बजाकर सभी का हौसला बढ़ाया।भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में सेना के जवानों ने जहां हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए, वहीं आर्मी बैंड ने देशभक्ति की धुनें बजाकार कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया। देशभक्ति गीतों की धुनों पर अस्पताल का स्टॉफ और मरीजों के परिजन झूमने लगे। कार्यक्रम की शुरुआत में कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने राष्ट्रध्वज फहराया। इसी दौरान चिरायु अस्पताल से कोरोना को परास्त करने वाले 26 मरीजों को डिस्चार्ज किया। आर्मी बैंड की धुन पर कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करते हुए 26 मरीज अपने घर रवाना हुए। यह अवसर उनके लिए यादगार बन गया। इस दौरान पूरा माहौल देशभक्ति से ओतप्रोत नजर आया।वहीं, जबलपुर शहर में सदर यादगार चौक में जैक राइफल रेजीमेंट के जवानों ने कोरोना योद्धाओं का सम्मान और स्वागत किया। वहीं, ग्वालियर में न्यू कलेक्ट्रेट परिसर में सेन्य अधिकारियों ने कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों को बचाने में लगे योद्धाओं को फूल व अन्य उपहार देकर सम्मानित किया। इसके अलावा सागर, इंदौर समेत कुछ और शहरों में भी सेना द्वारा रविवार को सुबह 11.30 बजे कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट किया गया।

Kolar News

Kolar News 3 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम से लिए लागू लॉकडाउन के चलते लम्बे समय से काम-धंधे और कारोबार बंद हैं। हालांकि, निर्धारित शर्तों पर कुछ काम-धंधों को शुरू कर दिया गया है, लेकिन किराना दुकानों के साथ ही सब्जी-दूध की सप्लाई के छोडक़र ज्यादातर दुकानें बंद हैं। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पान व्यवसायियों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पान व्यवसाय को बंद से मुक्त करने की मांग की है, साथ ही उन्हें सरकार से राहत राशि और राशन देने का आग्रह भी किया है।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वर्तमान कोरोना आपदा में लॉकडाउन के कारण पान व्यापारियों की समस्या की ओर आपका ध्यान दिलाना चाहता हूं। पान को काफी समय तक सुरक्षित नहीं रखा जा सकता है, इस कारण पान व्यापारियों का कच्चा माल खराब हो गया है और उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने आगे लिखा है कि मेरे ध्यान में यह बात भी लाई गई है कि बिहार और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में पान का थोक व्यापार शुरू हो गया है। अत: आपसे अनुरोध है कि प्रदेश में ग्रीन झोन वाले क्षेत्रों में पान के व्यापार को बंद से मुक्त किया जाए तथा थोक व फुटकर व्यापारियों के नुकसान का आकलन कर उन्हें एकमुश्त राहत राशि प्रदान की जाए। साथ ही गुमटीधारी पान व्यापारियों को कम से कम तीन माह तक नि:शुल्क राशन एवं 7500 रुपये प्रतिमाह की राहत राशि देने का निर्णय लिया जाए, ताकि संकट के समय उन्हें राहत पहुंचाई जा सके।

Kolar News

Kolar News 1 May 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंदौर में गुरुवार देररात 28 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जबकि चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसी के साथ इस महामारी की चपेट में आने से अब तक प्रदेश में 141 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं शुक्रवार सुबह रतलाम में भी दो पॉजिटिव केस सामने आए हैं, इस तरह प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2655 पर पहुंच गई है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने शुक्रवार सुबह बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देररात 285 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिसमें 257 रिपोर्ट निगेटिव और 28 रिपोर्ट पॉजिटिव हैं। वहीं चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 72 हो गई है, जबकि नये कोरोना पॉजिटिव मामलों को मिलाकर अब इंदौर में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1514 हो गई है।इंदौर में हुई चार मौतों के साथ प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 141 पर पहुंच गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर के 72, भोपाल 15, उज्जैन 24, खरगौन 07, देवास 07, धार, 01, जबलपुर 01, खंडवा 04, रायसेन 02,  छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 02, होशंगाबाद 03,  अशोकनगर 01 और आगर मालवा का एक व्यक्ति शामिल है।इधर रतलाम सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह 32 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें 30 सेम्पल निगेटिव और दो पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही रतलाम में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16 हो गई है।इंदौर और रतलाम में मिले पॉजिटिव मरीजों को मिलाकर अब प्रदेश में कोरोना के कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2655 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1514, भोपाल 508, उज्जैन 138, खरगौन 70, धार 48, खंडवा 46, जबलपुर 85, रायसेन 47, होशंगाबाद 35, बड़वानी 24, देवास 24, मुरैना 13, विदिशा 13, रतलाम 16, मंदसौर 09, आगरमालवा 12, शाजापुर 06, सागर 05, ग्वालियर 04, श्योपुर 04,  छिंदवाड़ा 05, अलीराजपुर 03, शिवपुरी 02, टीमकगढ़ 02, बैतूल 01, डिंडौरी 01, हरदा 01, बुरहानपुर 01, अशोकनगर 01, शहडोल 02, रीवा 02 तथा अन्य राज्य के दो मरीज शामिल हैं। कोरोना से प्रदेश के 31 जिले प्रभावित हो चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 1 May 2020

भोपाल। आज यानि शुक्रवार को मजदूर दिवस है। हर साल दुनियाभर में 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। यह दिवस उन लोगों के नाम समर्पित है जिन्होंने अपने खून पसीने से देश और दुनिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस दिन की खास बात यह है कि इस दिवस को पिछले 132 साल से मनाया जा रहा है। बता दें कि 1 मई को ही दुनियाभर के मजदूरों के अनिश्चित काम के घंटों को 8 घंटे में बदल दिया गया था। इस दिन को पूरी तरह से मजदूरों को समर्पित किया जाता है। मजदूर दिवस के दिन दुनिया के 80 से अधिक देशों में छुट्टी होती है। ये दिन मजदूरों के सम्मान, उनके हक और उनकी एकता के समर्थन में मनाया जाता है।   अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत समस्त भाजपा नेताओं ने शुभकामनाएं दी है और मेहनतकश मजदूरों के जज्बे को सलाम किया है। सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा ‘श्रमेण लभ्यं सकलं न श्रमेण विना क्वचित् । अनेन श्रमेण राष्ट्र: समाज: परिवारश्च उन्नतिपथमारोहति । श्रम से ही साध्य प्राप्त होता है। इससे ही राष्ट्र, समाज और परिवार की उन्नति संभव है। राष्ट्र के सच्चे निर्माता श्रम करने वाले ही हैं। हर मेहनतकश को सलाम!    वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ट्वीट कर अपने संदेश में कहा ‘अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर राष्ट्रनिर्माण में समर्पित करोड़ों श्रमिक भाई बहनों के परिश्रम और समर्पण को नमन।   गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्त्म मिश्रा ने मजदूर दिवस पर ट्वीट कर लिखा ‘श्रमवीरों के धैर्य,संयम,निष्ठा,कड़ी मेहनत और समर्पण से रोशन है समूची मानवजाति। सभी श्रमवीरों का शत शत अभिनन्दन।   भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट में कविता की लाईने लिख कर मजदूर दिवस की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस !!! जिसके कन्धों पर बोझ बढ़ा, वो भारत माँ का बेटा कौन, जिसने पसीने से भूमि को सींचा, वो भारत माँ का बेटा कौन, वह किसी का गुलाम नहीं, अपने दम पर जीता है, सफलता का एक कण ही सही, लेकिन है अनमोल, जो मजदूर कहलाता है।   भाजपा सांसद राकेश सिंह ने अपने संदेश में कहा ‘श्रेष्ठ भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी श्रमिक भाई बहनों को श्रमिक दिवस की हार्दिक शुभकामनाऐ’।   

Kolar News

Kolar News 1 May 2020

भोपाल। सत्ता गंवाने के बाद एक बार फिर कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है। इस समय जब सरकार का पूरा ध्यान कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगा हुआ है ऐसे में कांग्रेस सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस किसानों को मुद्दा बनाकर सरकार पर लगातार हमले बोल रही है।    मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने श्योपुर जिले में तहसीलदार द्वारा गेहूं बेचने गए किसान से मारपीट का मामले में सरकार से डंडे बरसाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही साथ कमलनाथ ने उचित कार्रवाई नहीं किए जाने पर सरकार को सडक़ पर उतरने की चेतावनी भी दी है।    श्योपुर जिले में तहसीलदार द्वारा गेहूं बेचने गए किसान से मारपीट के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर मामले को गंभीर बताते हुए सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘शिवराज जी आपकी 1 माह की सरकार में ही प्रदेश में किसानो का दमन प्रारंभ हो गया है। आपकी पूर्व की सरकार में अपना हक़ माँग रहे निर्दोष किसानो के सीने पर किस प्रकार गोलियाँ दागी गयी, उनके कपड़े उतारकर उन्हें थानों में बंद किया गया, उनका किस प्रकार दमन किया ,यह पूरे प्रदेश ने देखा हैं। वही इतिहास आपकी वर्तमान सरकार के 1 माह में ही दोहराने का काम फिर से किया जा रहा है। पूर्व में जबलपुर में एक किसान की पुलिस पिटाई से हुई मौत की घटना और अब श्योपुर जिले के सलमान्या सायलो गेहूँ खऱीदी केन्द्र पर अन्नदाता किसानों पर अधिकारियों द्वारा बेरहमी से लाठीचार्ज व दमन की घटना।    कमलनाथ ने एक अन्य ट्वीट कर कार्रवाई नहीं किए जाने पर सडक़ पर उतरने की चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘कांग्रेस किसान भाइयों का दमन बर्दाश्त नहीं करेगी व सडक़ से सदन तक इसके विरोध में लड़ाई लड़ेगी। श्योपुर घटना के दोषी अधिकारियों पर अविलंब कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, घायल किसान का समुचित इलाज सरकार कराये, खरीदी केंद्रो पर अव्यवस्था तत्काल दूर की जाये,कांग्रेस आपसे यह माँग करती है। 

Kolar News

Kolar News 27 April 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कोरोना (कोविड-19) वायरस का संकट लगातार गहराता जा रहा है। डॉक्‍टरों के लगातार के प्रयास से लोगों का जीवन तो बचाया जा रहा है लेकिन इस वायरस से मरने वालों की संख्‍या भी कोई कम नहीं। प्रदेश में कोरोना के नए मरीज मिलने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा। रविवार को भी 56 नए मरीज मिले और आठ मरीजों की मौत हो गई। कुल मरीजों का आंकड़ा 2137 के पार हो गया और प्रदेश लगातार 105 मौतों के साथ ही तीसरे स्‍थान पर चल रहा है। ऐसे में अब चिकित्‍सकों के सामने प्‍लाज्‍मा थेरेपी ही वरदान के रूप में सामने है, जिसके जरिए मरीज को कम समय में स्‍वस्‍थ कर उसके घर भेजा जा सकता है। सभी आवश्‍यक मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश में भी इसके जरिए कोविड-19 का इलाज शुरू कर दिया गया है।    राज्‍य में इसकी सफल शुरूआत इंदौर से हुई है, प्रयोग के तौर पर आरंभ इस थेरेपी के परिणाम अब तीन दिन बाद आएंगे, जिसके बाद ही इससे प्रदेश के सभी कोरोना प्रभावित जिलों में इलाज शुरू कर दिया जाएगा। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि जो भी अस्पताल इस प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से इलाज करना चाहते हैं, वे तत्काल ई-मेल के माध्यम से आईसीएमआर को सूचित करें ताकि वे गाइडलाइन का पालन करते हुए इलाज कर सकें। इसके लिए उन्हें तत्काल अनुमति मिल जाएगी। उन्‍होंने बताया कि अभी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति देने का दो दिन पूर्व अनुरोध किया गया था। उनके निर्देश पर इंदौर में यह इसकी शुरुआत हुई है। मुझे भरोसा है कोरोना पर विजय पाने में यह थेरेपी कारगर साबित होगी।   प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग मध्‍य प्रदेश से पहले दिल्‍ली, केरल, गुजरात, उत्‍तरप्रदेश में शुरू कर दिया गया है। कोरोना से पहले भी कई बार संकट के मौके पर प्लाज्मा थेरेपी अपना सटीक काम कर चुकी है। सार्स, एच1एन1, इबोला और मर्स जैसे खतरनाक वायरस के इंफेक्शन को रोकने के लिए प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जा चुका है,  जिसमें काफी हद तक वायरस को हराने में यह कामयाब साबित हुई है।   यही कारण है कि इस वक्‍त दुनियाभर में कई अन्य देशों में इस थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत के अलावा अमेरिका, स्पेन, दक्षिण कोरिया, इटली, टर्की और चीन समेत कई देशों में इसका इस्तेमाल हो रहा है। चीन के बुहान में कोराना से जंग जीतने में इसी थेरेपी का सबसे बड़ा रोल होना बताया जा रहा है, जिसके बाद अब यहां कोरोना संक्रमण शून्‍य पर पहुंच गया है। इन्‍हीं सकारात्‍मक परिणामों के कारण ही मध्‍य प्रदेश में भी इसका प्रयोग शुरू किया गया है। बस इस थेरेपी में जरूरत सबसे अधिक प्‍लाज्‍मा की है, वह भी उस मरीज की जो अब कोरोना से पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर जा चुका है।    फिलहाल, इंदौर से इस थेरेपी की शुरूआत अरबिंदो अस्पताल से की गई है। इमरजेंसी क्लीनिकल ट्रायल के आरंभ में यहां सबसे पहले तीन चिकित्‍सक सामने आए हैं, जो पहले कोरोना संक्रमित थे। स्वस्थ होने के 14 दिन बाद इन डॉक्टरों का प्लाज्मा लेकर अस्‍पताल में भर्ती तीन मरीजों में इंजेक्ट किया गया है। डॉ. आकाश तिवारी, डॉ. इजहार मोहम्मद मुंशी और डॉ. इकबाल कुरैशी ने 500-500 एमएल प्लाज्मा अरबिंदो अस्पताल में दान किया है, जिसके कि परिणाम पांच दिन में सामने आ जाएंगे।    इस संबंध में सोमवार अरबिंदो अस्पताल के चेयरमैन डॉ विनोद भंडारी ने बताया कि भारत में इसके इस्‍तमाल से दिल्ली में  चार मरीज ठीक हो चुके हैं। इसी तरह से आरसीएमआर ने तय मापदंडों के साथ ही अन्‍य राज्‍यों में इसका प्रयोग आरंभ किया गया है, हमारे यहां भी निश्‍चित किए गए मापदंडों का पालन करते हुए क्लीनल ट्रायल शुरू हुआ है। जिसके परिणाम इस सप्‍ताह के अंत तक सामने आ जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि यह प्लाज्मा थैरेपी कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए काफी मददगार है। क्‍योंकि कोरोना वायरस से स्‍वस्‍थ हुए लोगों के प्लाज्मा में इसके खिलाफ आइजीएम और आइजीजी नामक एंटीबॉडी विकसित हो जाता है। ऐसे में यदि प्लाज्मा दूसरे रोगियों के शरीर में डाला जाता है तो उनका शरीर भी कोरोना के संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। एक ठीक हुआ मरीज 400 सीसी प्लाज्मा देकर दो संक्रमित मरीजों की जान बचा सकता है।    वहीं, अरबिंदो अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉ. रवि दोशी का कहना है कि इंदौर में प्लाज्मा थेरेपी से पहली बार इलाज प्रारंभ हुआ है, जिसमें कि संक्रमित मरीजों में 200 एमएल प्लाज्मा इंजेक्ट किया जाता है। फिलहाल यहां पर तीन मरीजों के शरीर में 200-200 एमएल इंजेक्ट किया गया है। तीनों के फेफड़ों में संक्रमण है और सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इनका कहना यह भी है कि संक्रमण से ठीक हो चुके और जो अभी संक्रमित हैं, दोनों का ब्लड ग्रुप एक होना आवश्‍यक है, तभी यह  थेरेपी काम करेगी । इस दौरान डॉ. दोशी ने कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से अधिक से अधिक प्‍लाज्‍मा दान देने का भी आग्रह किया है। 

Kolar News

Kolar News 27 April 2020

कुलगाम। जिले के काजीगुंड अंतर्गत लोअर मुंडा इलाके में सोमवार की सुबह सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया। इनको लेकर 12 घंटे में आतंकियों के मरने की संख्या सात हो गई है। इस दौरान सुरक्षाबल का एक जवान भी घायल हुआ है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं क्षेत्र में अन्य आतंकियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान जारी है।   सुरक्षाबलों के अनुसार मारे गए आतंकियों के पास से हथियार व गोला-बारूद बरामद हुआ है। मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों में एक टीआरएफ कमांडर आकिब निवासी काकापोरा है। बाकी के देानों आतंकियों की पहचान में पुलिस लगी हुई है। सोमवार सुबह जिले के काजीगुंड के अंतर्गत लोअर मुंडा इलाके में जम्मू -श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षाबलों का एक दल गश्त पर था, तभी वहां पहले से छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। एक जवान घायल हो गया। सुरक्षाबलों ने तुरंत पोजीशन लेते हुए आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। मुठभेड़ में घायल जवान को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। थोड़ी देर बाद अन्य सुरक्षाबल जिसमें एसओजी की टीम, सेना की 19 आरआर और सीआरपीएफ की 24 बटालियन के जवान शामिल थे, मौके पर पहुंच गए। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। ये आतंकी द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के सदस्य बताए गए हैं। कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई यह दूसरी मुठभेड़ थी। पिछले 12 घंटे में सुरक्षाबलों ने सात आतंकियों को मार गिराया है। इससे पहले रविवार देर रात भी कुलगाम जिले के अस्थाल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि इस मुठभेड़ में सेना का एक मेजर भी घायल हुआ है।

Kolar News

Kolar News 27 April 2020

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन का एक माह पूरा होने के बाद शुक्रवार देर रात अपनी पुरानी अधिसूचना में संशोधन करते हुए कन्टेंमेन्ट और रेड जोन के बाहर की सभी दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी है।   कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मार्च की रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिन के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया था। इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से देश भर में फैले जमातियों की वजह से कोरोना संक्रमण के केसों में बढ़ोत्तरी होने पर 14 अप्रैल को यह लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। इस तरह 24 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन का एक माह शुक्रवार की रात पूरा हो गया।    इस बीच एक माह में सिर्फ आवश्यक सेवाओं, राशन, खाद्य सामग्री, मेडिकल स्टोर, पैथालॉजी लैब, डेयरी प्रोडक्ट आदि की दुकानों को खोलने की छूट दी गई ताकि आम जनता को रोजमर्रा की जरूरत का सामान मिलने में दिक्कत न हो। इस दौरान देश भर में कोरोना संक्रमण के ज्यादा फैलाव वाले क्षेत्रों को कन्टेंमेन्ट एरिया या रेड जोन घोषित करके इन इलाकों में पूरी तरह सख्ती कर दी गई।    अब लॉकडाउन का एक माह पूरा होने के बाद शुक्रवार देर रात गृह मंत्रालय ने एक राहत भरा आदेश जारी किया है। दरअसल इस माह के दौरान सभी तरह की दुकानें बंद रहने से लोगों की परेशानियां बढ़ने के साथ ही व्यापारियों को भी लगातार आर्थिक नुकसान बढ़ने लगा था, इसलिए लोगों को राहत देने वाला यह फैसला लेना पड़ा।    गृह मंत्रालय के देर रात जारी आदेश में कहा गया है कि गृह मंत्रालय ने 15 अप्रैल 2020 को हॉटस्पॉट्स या कन्टेंमेन्ट ज़ोन में शामिल न होने वाले इलाकों में संशोधित दिशा-निर्देशों के तहत कुछ गतिविधियों में छूट देने का आदेश जारी किया था। इसलिए अब देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उन वाणिज्यिक और निजी प्रतिष्ठानों को छूट देने का फैसला लिया गया है जो संबंधित राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों के दुकानों और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजीकृत हों। उन सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए जिनमें आवासीय परिसरों, पड़ोस और स्टैंडअलोन की दुकानें शामिल हैं। बाजार परिसर के अलावा नगर निगमों और नगर पालिकाओं की सीमा को छोड़कर दुकानें खोलने की अनुमति होगी। मंत्रालय ने अपने आदेश में यह भी साफ किया है कि एकल और बहु-ब्रांड मॉल में दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी।    मंत्रालय ने साथ ही यह भी शर्त रखी है कि खुलने वाली दुकानों में कर्मचारियों की संख्या केवल 50% होगी। सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के मानदंडों का सख्ती से पालन करना होगा। लॉकडाउन प्रतिबंधों में ये छूट हॉटस्पॉट्स या कन्टेंमेन्ट ज़ोन में लागू नहीं होंगी। 

Kolar News

Kolar News 25 April 2020

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में शनिवार से सीबी-नैट मशीन से कोरोना सैंपल की जांच शुरू हुई। इसके साथ ही इंदौर शहर, राज्य में ऐसा पहला शहर बन गया है जहां सीबी-नेट मशीन के द्वारा कोरोना सैंपल की जांच शुरू की गई है। यह मशीन एमआरटीबी अस्पताल की आईआरएल लैब में लगाई गई है। सैंपल टेस्ट की नई मशीनों के आने से टेस्ट की पेंडेंसी लगभग खत्म होगा और टेस्टिंग क्षमता बढऩे के साथ ही स्मूथ सिस्टम विकसित होगा।    संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने शनिवार को बताया कि इस मशीन के द्वारा जांच शुरू होने के पश्चात टेस्टिंग क्षमता में लगभग 100 के मान से वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि, मशीन में लगने वाली कार्टरेज टीबी सोसायटी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। अत: कार्टरेज की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ऑटोमेटिक पीसीआर मशीन/ थर्मल फिशर मशीन भी प्राप्त हुई है, जिसका इंस्टॉलेशन का कार्य शीघ्र शुरू हो रहा है। इन मशीनों के बाद टेस्टिंग क्षमता में और अधिक वृद्धि होगी।   प्राइवेट लैब के बारे में बताते हुए संभागायुक्त त्रिपाठी ने कहा कि, सुप्राटेक लैब, शासन द्वारा निर्धारित दरों पर सैंपल टेस्टिंग के लिए तैयार है। इसके माध्यम से आज 500 सैंपल भेजे गए हैं, जिनका रिजल्ट 36 घंटों में प्राप्त हो जाएगा। अत: यह कहा जा सकता है कि, नई मशीनों के क्रियाशील होने के पश्चात सैंपल टेस्ट की पेंडेंसी लगभग खत्म हो जाएगी तथा टेस्टिंग का एक सिस्टम तैयार होगा।  

Kolar News

Kolar News 25 April 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में  कोरोना (कोविड-19)वायरस से  अब तक हुए संक्रमितों को लेकर नई जानकारी निकलकर सामने आई है। इसके अनुसार भोपाल में मिले कोरोना पॉजिटिवों में अधिकांश बुजुर्ग अपने को इस वायरस से बचाने में सक्षम रहे हैं। यहां जो मरीज आज तक सामने आए हैं, उनमें अधिकांश की उम्र 15 से 55 साल के बीच है। जबकि इस वायरस को लेकर पहले से यही बताया जा रहा था कि कोरोना का अटैक सबसे अधिक बुजुर्गों पर होता है, लेकिन राजधानी भोपाल के बुजुर्गों ने इस बात को अब गलत साबित कर दिखाया है, सच यही है कि जिसने सावधानी नहीं बरती, कोरोना ने उसी को अपना संक्रमण दिया है।    सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 312 से बढ़कर 348 पर पहुंच गई है, जबकि मौत का आंकड़ा 10 पर पहुंच गया है शुक्रवार को 784 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें से 36 की रिपोर्ट पॉजिटिव और 747 निगेटिव आई है। 35 कोरोना संक्रमित व्यक्ति को चिरायु में भर्ती किया गया है। 2988 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इसमें से 1700 से ज्यादा की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। जबकि इस सब के बीच कुल मरीजों में 90 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों की आयु 15 से 55 वर्ष के बीच पाई गई है।    वहीं, इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी तरुण पिथोड़े ने बताया कि वरिष्‍ठ नागरिक अधिकांशत: इस बीमारी की चपेट में आने से बचे हैं। यह अच्‍छी खबर है। उन्‍होंने कहा है कि अभी संकट टला नहीं है, सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण के चलते चिन्हित संवेदनशील और कंटेनमेंट क्षेत्रों में आमजनों की सुरक्षा की दृष्टि से एवं लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए लॉक डाउन नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। इसके साथ ही सीसीटीवी सर्विलेंस व्हीकल एवं लाइव वीडियोग्राफी कर मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही भी की जा रही है।   उन्‍होंने कहा कि इन इलाकों में कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग की तैयारी के साथ ही अभी तक जितने भी पॉजिटिव मिले हैं, उनके सीधे संपर्क में आने वाले 80 फीसदी से अधिक लोगों की सैंपलिंग की जा चुकी है। राजधानी भोपाल में संक्रमण की आशंका वाले इलाकों में लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति‍ जानने के लिए घर-घर मेडिकल चेकप अब होगा और डायबिटीज, हृदय रोग, कैंसर और उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों समेत बुजुर्ग नागरिकों की जानकारी एकत्र की जाएगी ।   

Kolar News

Kolar News 25 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बंशीपुर में एक सात वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए अपहरण और दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना को संज्ञान में लेकर आरोपितों को जल्द पकडऩे के निर्देश दिए है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ट्वीट कर मासूम के साथ हुई घटना को शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए परिजनों को सहायता का अश्वासन भी दिया है। सीएम शिवराज ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘दमोह जिले में एक मासूम बिटिया के साथ हुई दुष्कर्म की घटना शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने घटना का संज्ञान लेकर अपराधी को जल्द से जल्द पकडऩे के निर्देश दिए हैं। उस दरिंदे को सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी! बिटिया के समुचित इलाज में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।   इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर सवाल साधते हुए बच्ची के ईलाज और दोषियों को पकडऩे की मांग की थी। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि ‘शिवराज जी, ये प्रदेश में क्या हो रहा है। लॉकडाउन में भी अपराधियों के हौसले बुलंद ?दमोह के जबेरा में एक मासूम बालिका की दोनो आँख फोडऩे व दरिंदगी की भी बात सामने आ रही है। इतनी नृशंस,दरिंदगी भरी घटना,वो भी लॉक डाउन के दौरान,जहाँ आमजन आवश्यक वस्तुओं के लिये भी घर से बाहर तक नहीं जा पा रहा है,वहाँ अपराधी खुलेआम घूम रहे है,प्रदेश में रेप,हत्या,किसान की हत्या, गोलीबाज़ी, चाकूबाज़ी की घटनाएँ जारी। एक माह की आपकी सरकार प्रदेश को किस ओर ले जा रही है। दमोह की इस विभत्स घटना के आरोपियों को शीघ्र पकड़ा जाये , उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो , सरकार मासूम बालिका का इलाज करवाये , परिवार की हरसंभव मदद हो , दोषी व लापरवाह जिम्मेदारों पर भी कड़ी कार्यवाही हो।    

Kolar News

Kolar News 23 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बंशीपुर में एक सात वर्षीय मासूम बच्ची का अपहरण कर उसके साथ हुई दुष्कर्म की वारदात पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान हुई इतनी बड़ी घटना पर सरकार पर सवाल साधते हुए दोषियों और जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।    कमलनाथ ने गुरुवार को ट्वीट कर दमोह दुष्कर्म घटनाक्रम पर सरकार को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाए है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवाल पूछते हुए कहा है कि शिवराज जी, ये प्रदेश में क्या हो रहा है। लॉकडाउन में भी अपराधियों के हौसले बुलंद? दमोह के जबेरा में एक पाँच वर्षीय मासूम बालिका की दोनो आँख फोडक़र हत्या कर दी जाती है , दुष्कर्म की भी बात सामने आ रही है। इतनी नृशंस, दरिंदगी भरी घटना, वो भी लॉक डाउन के दौरान, जहाँ आमजन आवश्यक वस्तुओं के लिये भी घर से बाहर तक नहीं जा पा रहा है, वहाँ अपराधी खुलेआम घूम रहे है।   एक अन्य ट्वीट कर कमलनाथ ने पीडि़त परिवार को सहायता करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए कहा ‘लॉक डाउन में भी प्रदेश में रेप, हत्या, किसान की हत्या, गोलीबाज़ी, चाकूबाजी की घटनाएँ जारी। एक माह की आपकी सरकार प्रदेश को किस ओर ले जा रही है। मासूम बालिकाएँ भी सुरक्षित नहीं? दमोह की इस विभत्स घटना के आरोपियों को शीघ्र पकड़ा जाये, उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, परिवार की हरसंभव मदद हो, दोषी व लापरवाह जिम्मेदारों पर भी कड़ी कार्यवाही हो।  

Kolar News

Kolar News 23 April 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक ली। बैठक में सीएम शिवराज ने समिति को कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड 19 की नीति - आईआईटीटी को साझा किया। अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के जरिये समिति को प्रदेश में अब तक किए गए प्रयासों को बताया।   बैठक में समिति के सदस्य नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने सीएम को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। सत्यार्थी ने अधिकारियों, पुलिसकर्मियों, डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ को भी धन्यवाद दिया। बैठक के दौरान कैलाश सत्यार्थी ने अपने सुझाव के शुरुआत में अथर्ववेद के एक मंत्र का उल्लेख किया। उन्होंने कहा ‘अभयं मित्रादभयममित्रात् अभयं ज्ञातादभयं पुरो य: । अभयं नक्तमभयं दिवा न: सर्वा आशा मम मित्रं भवन्तु’। इसके बाद कैलाश सत्यार्थी ी ने संकटकाल में मुख्यमंत्री के संवेदनशील व्यक्तित्व और उनके प्रयासों की चर्चा की और उन्हें धन्यवाद दिया। सत्यार्थी के मुताबिक अभी लोक जागरण की आवश्यकता है। पूरे देश मे प्रदेश में अभी लोक जागरण की दिशा में और प्रयास करना होगा। धार्मिक संगठन, धर्म गुरु लोक चेतना के लिए आगे आएं । बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए, ऐसे बच्चे जो दैनिक श्रम करते रहे हैं, उन्हें भोजन और आश्रय का ध्यान दिया जाए।

Kolar News

Kolar News 23 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का मंगलवार को गठन हो गया। राजभवन में हुए 13 मिनट के शपथ ग्रहण समारोह में पांच मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें भाजपा के वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल और मीना सिंह के साथ-साथ सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत भी मंत्री बने हैं। राज्यपाल लालजी टण्डन ने इन पांचों मंत्रियों को पद एवं गोपनीय का शपथ दिलाई। शपथ लेने वाले पांचों नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं। भोपाल स्थित राजभवन में मंगलवार को दोपहर 12 बजे आयोजित सादे एवं संक्षिप्त समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने डॉ. नरोत्तम मिश्रा, तुलसीराम सिलावट, कमल पटेल, गोविंद सिंह राजपूत और मीना सिंह को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलायी। इसके साथ ही लगभग एक माह पुरानी शिवराज सिंह चौहान सरकार ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया। तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में भी मंत्री थे। तत्कालीन कमलनाथ सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले 22 कांग्रेस विधायकों में ये दोनों भी शामिल थे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद उन्होंने भी भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और अब वे विधायक नहीं हैं, लेकिन शिवराज सरकार में भी दोनों कैबिनेट मंत्री बनाये गए हैं।तुलसीराम सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और गोविंद सिंह राजपूत राजस्व और परिवहन मंत्री थे। वहीं, भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में जनसंपर्क मंत्री और कमल पटेल चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे, जबकि मीना सिंह महिला और बाल विकास राज्य मंत्री रह चुकी हैं। शिवराज की नई कैबिनेट में सिलावट सबसे उम्रदराज होने के साथ ही सबसे अमीर मंत्री भी हैं। 65 वर्षीय सिलावट के पास 8.26 करोड़ रुपये की संपत्ति है। वहीं, कैबिनेट की सबसे युवा मंत्री 48 वर्षीय मीना सिंह के पास सबसे कम 1.67 करोड़ की संपत्ति है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 61 वर्षीय हैं और उनकी कुल संपत्ति 7.67 करोड़ रुपये है, जबकि 60 वर्षीय डॉ. नरोत्तम मिश्रा 6.88 करोड़, 58 वर्षीय कमल पटेल 6.43 करोड़ और 54 वर्षीय गोविन्द सिंह राजपूत 3.87 करोड़ के आसामी हैं।छोटे-से मंत्रिमंडल में भी शिवराज ने रखा जातीय समीकरण का ध्यानशिवराज ने अपने छोटे मंत्रिमंडल में भी जातीय समीकरण का खास ध्यान रखा है। महिला और आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली विधायक मीना सिंह को मंत्री बनाया गया है, वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग से कमल पटेल, अनुसूचित जाति वर्ग से तुलसीराम सिलावट के अलावा मंत्रिमंडल में डॉ. नरोत्तम मिश्रा और गोविंद सिंह राजपूत को शामिल करके सामान्य वर्ग को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया है।मुख्यमंत्री की शपथ के 29 दिन बाद हुआ मंत्रिमंडल का गठनगौरतलब है कि कमलनाथ सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और तब से अकेले ही सरकार चला रहे थे। कोरोना संकट के चलते वे अपने मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पा रहे थे। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पूरे 29 दिन बाद आखिरकार मंगलवार को उन्होंने अपने छोटे-से मंत्रिमंडल का गठन किया। मंत्रिमंडल गठन के बाद मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है, लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि अभी मंत्रियों को विभागों का बंटवारा नहीं किया जाएगा।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, फिलहाल मंत्रिमंडल में सभी मंत्री बिना विभाग के रहेंगे। बैठक में सिर्फ प्रदेश मे गहराए कोरोना संकट को लेकर चर्चा की जाएगी। मंत्रियों को टीम के साथ मैदान में उतरा जाएगा। हालांकि, विभागों की जगह सभी मंत्रियों को 2-2 संभाग बांट दिए जाएंगे और वहां जाकर के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा-निर्देश देंगे। बताया जा रहा है कि तीन मई को लॉकडाउन खुलने के बाद मुख्यमंत्री पुन: मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे और उसके बाद सभी मंत्रियों को एक साथ विभागों का बंटवारा किया जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 21 April 2020

भोपाल। महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा दो संतों की हत्या के बाद से देश भर में संत समाज में आक्रोश है। राजनीति में सक्रिय संत समाज से जुड़े नेताओं ने भी घटना की निंदा करते हुए धर्म की दृष्टि से इसे महापाप बताया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दिग्गत भाजपा नेत्री उमा भारती ने भी पालघर हिंसा और संतों की हत्या को दुखद बतातें हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है और आरोपितों के खिलाफ कढ़ी कार्रवाई की मांग की है। घटना से दुखी उमा भारती ने एक दिन के मौन उपवास का संकल्प भी लिया है।   उमा भारती ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र भेजा है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि आप एक महान पिता की संतान है एवं आप स्वयं भी साधुओं का सम्मान करने वाले व्यक्ति है। पालघर महाराष्ट्र में जो महान साधुओं की, भीड़ के द्वारा हत्या हुई है यह कानून की दृष्टि से जघन्य अपराध एवं धर्म की दृष्टि से महापाप है। आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है, आपने स्वयं यह कृत्य नहीं किया है किन्तु आपके द्वारा शासित राज्य में यह जघन्य कृत्य हुआ है, इसलिए इसमें सभी दोषियों को दंडित करना होगा। जिन पुलिसकर्मियों के हाथ पकडक़र वह असहाय साधु जीवन रक्षा की गुहार लगा रहे थे। उन पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाने के बजाय उन्हें भीड़ के हवाले हो जाने दिया और स्वयं को छुड़ाकर अलग हो गए, वह पुलिसकर्मी भी हत्यारोपी है। उन पर भी 302 ही दर्ज होना चाहिए यदि वह चाहते तो हवा में फायर करके उन साधुओं को बचा सकते थे।    आगे अपने पत्र में उमा भारती ने लिखा कि मेरा अनुरोध है कि आपकों उन समस्त पुलिस सहित हत्यारों को कठोर दंड देना ही होगा अन्यथा आप स्वयं भी इस पाप के भागीदार होंगे। मैं आज प्रायश्चित के लिए भोपाल में अपने आवास में ही उपवास कर रही हूं तथा मैंने साधु समाज से भी अपने अपने स्थान पर रहते हुए एक दिन का उपवास करने की अपील की है। आपसे भी अपेक्षा करती हूं कि अपराधियों पर कठोरतम कार्यवाही आपका प्रायश्चित होगा। जब भी लॉकडाउन खत्म होगा मैं उस स्थान पर अवश्य जाऊंगी तथा थोड़ी देर वहां रहकर निर्दयता से मारे गए उन साधुओं के लिए भी प्रार्थना करुंगी तथा अनसे अपने देश एवं समाज के लिए क्षमा मांगूंगी। मैं आप जैसे संवेदनशील व्यक्ति से आपके राज्य में हुए इस महापातक के लिए कठोर कार्यवाही का आग्रह करती हूं एवं आप पर विश्वास करती हूं कि आप ऐसा करेंगे।   

Kolar News

Kolar News 21 April 2020

उज्जैन। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़कर 1480 के ऊपर पहुंच चुकी है और 76 लोगों अब तक इस बीमारी से काल के गाल में समा चुके है और 139 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अब प्रदेश के पुलिसकर्मियों के लिए भी यह महामारी जानलेवा साबित हो रही है। मंगलवार सुबह उज्जैन के पुलिसकर्मी की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई है।   जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह उज्जैन के नीलगंगा थाने के टीआई यशवंत पाल (59) का कोरोना वायरस की वजह से आज सुबह निधन हो गया । उन्हें इलाज के लिए शहर के अरविंदो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। नीलगंगा थाने में पदस्थ यशवंत पाल अम्बर कालोनी कंटेमेंट इलाके में ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। अरविंदो अस्पताल में 14 दिनों तक कोरोना से लड़ने के बाद आज इंदौर में उन्‍होंने अंतिम सांस ली । उज्जैन एडिशनल एसपी प्रमोद सोनकर ने थाना प्रभारी की मौत की पुष्टि की है।   टीआई पॉल के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनकी पत्नी मीना और दोनों बेटियां फाल्गुनी और ईशा को विक्रमादित्य होटल में क्वॉरेंटाइन किया गया था। तीनों की दो दो बार जांच के लिए सैंपल लिए गए थे, लेकिन आज तक दोनों सैंपल की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिली है। उज्जैन एसपी रूपेश द्विवेदी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ भोपाल में भी इस संबंध में बात कर ली गई थी, मगर उनके परिवार की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई।   गौरतलब है कि बीते रविवार को इंदौर में जूनी इंदौर थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी की भी कोरोना से लड़ते हुए मौत हो गई थी। बीते रविवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार रामबाग मुक्तिधाम पर किया गया था। मुख्यमंत्री चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए परिवार को 50 लाख रु. मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की घोषणा की है। 

Kolar News

Kolar News 21 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना से संक्रमित दो और लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक इंदौर की 70 वर्षीय महिला और एक भोपाल का 60 वर्षीय पुरुष शामिल है। शनिवार को देर रात आई जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 71 हो गई है।  इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि एक 70 वर्षीय महिला की शुक्रवार को मौत हो गई थी, लेकिन शनिवार को देर रात उसकी जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जो पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 48 हो गई है। इसी प्रकार भोपाल में भी एक व्यक्ति की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को देर शाम जहांगारीबाद निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। शनिवार को देर रात उसकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही भोपाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या सात हो गई है। इन दोनों मौतों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 71 हो गई है। इनमें इंदौर के 48, भोपाल में 07, उज्जैन में 06, खरगौन 04, छिंदवाड़ा 01 और देवास के पांच व्यक्ति शामिल हैं।मध्यप्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1402 बताई गई है। इनमें इंदौर में इंदौर में सबसे अधिक 890, भोपाल 213, जबलपुर 16, ग्वालियर 06, शिवपुरी 02, उज्जैन 31, खरगौन 47, मुरैना 13, छिंदवाड़ा 02, बड़वानी 26, बैतूल 02, विदिशा 13, श्योपुर 05, होशंगाबाद 23, खंडवा 32, रायसेन 07, देवास 20, धार 24, सागर 01, शाजापुर 06, मंदसौर 09, रतलाम 13, टीमकगढ़ 01, अलीराजपुर 05, आगरमालवा 05 तथा एक मरीज अन्य राज्य का शामिल है।

Kolar News

Kolar News 19 April 2020

भोपाल। इंदौर में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमित पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हो गई। देवेंद्र चंद्रवंशी जूनी इंदौर थाना प्रभारी भी रहे। कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आने के बाद अरविंदो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। अरविंदो अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार देर रात उन्होंने दम तोड़ा है। इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि टीआई चंद्रवंशी ने कोरोना को मात दे दी थी। उनकी जांच रिपोर्ट एक बार निगेटिव आ चुकी है, लेकिन शनिवार देर रात करीब दो बजे उनकी कार्डियक अरेस्ट (हार्ट अटैक) से मौत हो गई। टीआई देवेन्द्र चंद्रवंशी के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है साथ ही 50 लाख मुआवजा और उनकी पत्नी को नौकरी का एलान किया है।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई देवेन्द्र चंद्रवंशी के निधन पर ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘इंदौर की हमारी पुलिस टीम के कर्तव्यनिष्ठ सदस्य, पूर्व थाना प्रभारी, निरीक्षक श्री देवेंद्र कुमार जी ने कोरोना से जंग में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राण न्योछावर कर दिये। इंदौर के अरविंदों अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था और हाल ही में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी और ये हमारे लिए एक अच्छी खबर थी। लेकिन कल देर रात अचानक ही 2:00 बजे उनकी मृत्यु का दु:खद समाचार मिला। मैं उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस संकट की घड़ी में मेरे साथ पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है।     एक अन्य ट्वीट कर सीएम शिवराज ने 50 लाख मुआवजे और नौकरी का एलान करते हुए कहा ‘शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख राशि व उनकी पत्नी श्रीमती सुषमा जी को विभाग में उप निरीक्षक के पद पर नियुक्ति दी जा रही है।

Kolar News

Kolar News 19 April 2020

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से सरकार से माँग की है कि प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना अभी तक नहीं पहुँचा है या जहाँ कोरोना संक्रमण के कम मामले है, वहाँ के पुलिस फ़ोर्स को तत्काल कोरोना प्रभावित रेड हॉट स्पॉट जिलों में पदस्थ किया जाये। उन जिलो में रोटेशन पद्धति लागू की जाये, जिससे रात-दिन काम कर रही वहाँ की फ़ोर्स का भार भी कम हो सके। कमलनाथ ने कहा कि साथ ही मैं सरकार से यह भी माँग करता हूँ कि इंदौर के शहीद पुलिस अधिकारी को शहीद का दर्जा देकर, सहायता राशि बढ़ाकर, परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाये। तथा जनता की सुरक्षा के लिये अपनी जान को जोखिम में डाल कर, फ़ील्ड में काम कर रहे डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस कर्मी, मेडिकल स्टाफ़, आशा कार्यकर्ता, अधिकारी-कर्मचारी गण ही जिस प्रकार से बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित होते जा रहे हैं, सभी को तत्काल पीपीई किट, मास्क से लेकर सुरक्षा के आवश्यक सारे संसाधन उपलब्ध कराये जायें। फ़ील्ड में काम कर रहे इन सभी कर्मवीर योद्धाओं को अन्य राज्यों की तरह 50 लाख के बीमा के दायरे में लाकर सुरक्षा कवच प्रदान किया जाये।

Kolar News

Kolar News 19 April 2020

भोपाल। राज्य शासन द्वारा प्रशांत श्रीवास्तव (अशासकीय व्यक्ति) को मुख्यमंत्री की निजी स्थापना में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है। इस संबंध में गुरुवार को आदेश जारी किए गए हैं।    जारी आदेश के अनुसार संविदा आधार पर की गई यह नियुक्ति श्रीवास्तव के कार्यभार ग्रहण करने की दिनांक से आगामी आदेश तक की गई है।

Kolar News

Kolar News 16 April 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना वायर से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां दिल्ली भेजे गए सेम्पलों की जांच रिपोर्ट गुरुवार को सुबह प्राप्त हुई है, जिनमें 110 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन नये मामलों को मिलाकर अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 696 हो गई है। इनमें से अब तक इंदौर में कोरोना से 39 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने इसकी पुष्टि की है। इंदौर सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा ने गुरुवार को जारी अपने बयान में बताया कि बुधवार रात तक जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 586 थी। आज सुबह दिल्ली से आई जांच रिपोर्ट में 110 नये पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 696 हो गई है। उन्होंने बताया कि अधिकतर पॉजिटिव मामले उन क्षेत्रों से आ रहे हैं, जहां पहले से कोरोना का संक्रमण फैला हुआ था और पुराने पॉजिटिव मरीजों के सम्पर्क में आने से नये लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। सभी पॉजिटिव लोगों को क्वारेंटाइन और आइसोलेट कर ऐहतियातन पहले से ही निगरानी में रखा जा रहा है। इनमें से अधिकांश मरीजों की हालत स्थिर है। 

Kolar News

Kolar News 16 April 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण तेजी के साथ बढ़ा है। यहां देर रात तक संक्रमितों की संख्‍या बढ़कर 999 पहुंच गई, जबकि अभी कई कोरोना से संभावित संक्रमितों की टेस्‍ट रिपोर्ट आना बाकी है, इसके बाद कहना होगा कि प्रदेश में इस महामारी की चपेट में आने वालों की संख्‍या गुरुवार को 1000 पार कर चुकी है। वहीं इस बीमारी के संक्रमण के चलते अब तक 57 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। गुरुवार सुबह तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में 239 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इंदौर से दिल्ली भेजे गए 200 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 117 पॉजिटिव मिले हैं।   इसके अलावा देर रात अन्य 47 संक्रमित मिले हैं, जिन्‍हें मिलाकर एक दिन में इंदौर में 164 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। यहां कुल मरीजों की संख्‍या 696 पहुंच गई है । 92 की हालत स्थिर है और तीन गंभीर है। इंदौर में कल 4 मौत हुई और आंकड़ा 39 पर पहुंच गया है। सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया के अनुसार 117 संक्रमितों में से अधिकतर पहले से ही क्‍वॉरेंटाइन हाउस में रह रहे हैं जो कि प्रथम कान्‍टेक्‍ट हिस्‍ट्री के तहत क्‍वॉरेंटाइन किए गए हैं। भोपाल में 10 नए संक्रमित पाए गए हैं। इसमें एक दो साल का बच्चा व पूर्व में संक्रमित हो चुके लोगों के परिवार जन शामिल हैं। राजधानी भोपाल के जहांगीराबाद निवासी पॉजिटिव व्यक्ति के बेटे और बेटे के साले के बाद अब बहू भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस तरह कुल संक्रमितों की संख्या 170 हो गई है। बड़वानी जिले में पांच पॉजिटिव बड़वानी जिले में पांच नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। यहां अब तक जिले में 22 संक्रमित मरीज मिले हैं।   वहीं, देवास जिले में सात नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद अब यहां कोविड-19 पॉजिटिव संख्‍या 15 हो चुकी है। चार संक्रमित यहां पर भी इस बीमारी से मौत का शिकार हो चुके हैं। ऐसे ही खंडवा में जमातियों के संपर्क में आने के कारण से अधिकतम लोग इस जिले में संक्रमित हुए हैं, जिसमें से आज सुबह तक सर्वाधिक 18 कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इसके बाद खण्‍डवा में 33 मरीज कोरोना के हो गए हैं। तीन हाटपिपलिया के एक ही परिवार के सदस्‍य प्रदेश में कोरोना मरीज मिले  हैं।   उधर, जिस तरह से मध्‍य प्रदेश में कोरोना के संक्रमित मिल रहे हैं, उसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन और होशंगाबाद जिलों को रेड हॉट स्पॉट घोषित किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को 28 दिन के अंदर रेड अलर्ट वाले जिलो को ग्रीन अलर्ट में बदलने के निर्देश दिए है। इस मामले में केंद्र ने कड़ाई से नियमों का पालन करने का कहा है।   इसके अलावा रतलाम जिले में अभी तक 13 मरीज मिल चुके हैं। पिछले 24 घण्‍टे में यहां पर 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। धार में दो नए मरीज मिले हैं। आलीराजपुर में पहला मामला इस दौरान सामने आया है। मंदसौर में पांच नए केस सामने आए हैं। जिले में अब सात पॉजिटिव मरीज हो गए हैं।  जबलपुर में एक और पॉजिटिव मिला है, जिसके बाद इस जिले में 13 संक्रमित हो गए हैं। इस सब के बीच ग्वालियर-चंबल में एक अच्‍छी खबर भी सामने आई है। यहां के भेजे गए सभी 166 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। ग्वालियर-चंबल अंचल से बुधवार को राहतभरी खबर आई। यहां सभी 166 रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस अंचल में ग्‍वालियर, मुरैना, भिण्‍ड, श्‍योपुर, शिवपुरी, दतिया गुना और अशोकनगर जिले शामिल हैं। यहां अभी तक कोरोना के कुल 25 संक्रमित मिले हैं। रीवा, सागर जैसे विंध्‍य और बुन्‍देलखण्‍ड अंचल में भी कोरोना का प्रदेश में कोई प्रभाव अभी तक बड़े स्‍तर पर देखने को नहीं मिला है।   उल्‍लेखनीय है कि मध्‍य प्रदेश में इंदौर और भोपाल संभाग में ही सबसे अधिक कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है। इंदौर में कंटेनमेंट एरिया की संख्या ही 125 है, जिसमें केवल 25 फीसदी लोगों की ही स्क्रीनिंग हो पाई है। तीन हजार से ज्यादा सैंपल लिए हैं पर कंटेनमेंट एरिया में डोर डू डोर सैंपलिंग नहीं हो पा रही है। फिलहाल, स्क्रीनिंग के लिए इंदौर में 465 टीम काम कर रही हैं, जिसने द्वारा पिछले छह दिन में ही लगभग शहर के ढाई लाख लोगों की जांच की गई है। वहीं, यहां अभी साढ़े सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग होना अभी शेष है। शहर में 1700 लोगों को अभी क्वारेंटाइन  में रखा गया है। इसके उलट प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्क्रीनिंग की रफ्तार बहुत तेज है। जहांगीराबाद जैसे इलाके में वहां एक दिन में ही 900 सैंपल लिए गए हैं। जिसमें से 415 लोगों में जुकाम-खांसी एवं हल्‍का बुखान होने की जानकारी मिली, जिन्‍हें कि अब आइसोलेट कर दिया गया है। 

Kolar News

Kolar News 16 April 2020

भोपाल। केन्द्र सरकार पर अक्सर राजनीतिक बयानबाजियां और तीखे हमले करने वाले मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके एक फैसले के लिए धन्यवाद किया है। मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रोज कमाने वाले गरीब परिवारों की चिंता करते हुए उन्हें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से मदद कराए जाने के फैसले के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है।    दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा ‘मोदी जी ने पहली बार दिहाड़ी मज़दूरों के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्हें धन्यवाद। मोदी जी आपकी सरकार ने जो राहत पैकेज दिया है, विशेष कर मुफ़्त अनाज वितरण का उसे शीघ्र पालन करवायें। उसके वितरण में राशन कॉर्ड की बाध्यता ना हो। लॉकडाउन में उन्हें मज़दूरी कहॉं से मिलेगी? एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने गरीब परिवारों के खाते में 6 हजार रुपए जमा किए जाने की मांग करते हुए लिखा ‘मोदी जी को नोबेल प्राइज़ विजेता, अभिजीत बेनर्जी के सुझाव पर 2019 कॉंग्रेस के घोषणा पत्र में गऱीबों के लिये सुझाई गयी "न्याय" योजना पर विचार करना चाहिये। प्रति माह हर गरीब परिवार के खाते में 6000/- रुपए जमा किये जायें।

Kolar News

Kolar News 14 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमित शहर इंदौर में मंगलवार को सुबह महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी रिपोर्ट में 74 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 362 से बढक़र 436 हो गई है, जबकि प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा बढक़र 722 पर पहुंच गया है। नये मरीजों में दो चिकित्सक, एक पत्रकार और एक मेडिकल दुकान संचालक भी शामिल है। वहीं, मध्यप्रदेश में कोरोना से अब तक 50 लोगों की जान चुकी है। इनमें सबसे अधिक इंदौर के 35 लोग शामिल है। इंदौर के सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि महात्मा गांधी मेडिकल कालेज द्वारा मंगलवार सुबह 91 कोरोना पॉजीटिव मरीजों की सूची जारी की थी, लेकिन सूची में कुछ नाम रिपीट हो गए थे। साथ ही पूर्व से कोरोना पॉजीटिव मरीजों की दोबारा जांच कराई गई थी और वे दूसरी जांच में भी संक्रमित पाए गए हैं। इस कारण सूची की समीक्षा के बाद कुल 74 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 436 हो गई है। नये मरीजों में दो डॉक्टर, एक पत्रकार और मेडिकल स्टोर संचालक के साथ ही इंदौर विकास प्राधिकरण के पीआरओ की पत्नी भी कोरोना पॉजीटिव पाई गई है।इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 722 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 436 के अलावा, भोपाल में 142, जबलपुर 10, ग्वालियर 06, शिवपुरी 02, उज्जैन 24, खरगौन 17, मुरैना 14, छिंदवाड़ा 04, बड़वानी 14, बैतूल 01, विदिशा 13, श्योपुर 02, होशंगाबाद 15, खंडवा 05, रायसेन 04, देवास 04, धार 02, सागर 01, शाजापुर 01, मंदसौर 01, रतलाम 01, सतना 02 तथा एक मरीज अन्य राज्य का शामिल है। वहीं, मध्यप्रदेश में कोरोना से अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में इंदौर के 35 भोपाल 04, उज्जैन 06, खरगौन 03, छिंदवाड़ा 01 और देवास का 01 मरीज शामिल है। राहत की खबर यह है कि कुल कोरोना संक्रमित मरीजों में 51 स्वस्थ हो चुके हैं और उनकी दूसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे गई है और वे अपने घर पहुंच चुके हैं। 

Kolar News

Kolar News 14 April 2020

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देश के नाम अपने संदेश में कोरोना महामारी के फैलाव की रोकथाम के लिए देशभर में जारी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की। इसके साथ ही साफ किया कि कोरोना संक्रमण से अब तक बचे रहे क्षेत्रों  में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में सशर्त ढील देने दी जा सकती है।  उन्होंने कहा कि इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश सरकार की ओर से बुधवार को जारी किए जायेंगे।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार सुबह 10 बजे राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित विशेषज्ञों का यह मानना है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाना चाहिए। अनेक राज्यों ने तो पहले से ही लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी है। सबकी राय मानते हुएदेशभर में लॉकडाउन को 3 मई (रविवार) तक आगे बढ़ाने का फैसला किया है। 21 दिन के लॉकडाउन के बाद 19 दिन की और बढ़ोत्तरी करने से देश भर में कुलमिलाकर 40 दिन का लॉकडाउन हो जाएगा।  प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का मकसद है कि देश में कोरोना का संक्रमण नए क्षेत्रों में न फैले। इसके लिए अगले एक सप्ताह तक कोरोना संक्रमण को लेकर अधिक सख्ती बरती जाएगी। संक्रमण रोकने के लिए सख्ती का कड़ाई से पालन कराने वाले और अबतक संक्रमण से बचे रहने वाले क्षेत्रों में एक सप्ताह बाद यानी 20 अप्रैल से लॉकडाउन में सशर्त ढील दी जाएगी। ऐसा दिहाड़ी मजदूरों, गरीबों, किसानों के लिए किया जाएगा जो कि कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है। साथ ही उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि छूट दिए जाने के बाद अगर संक्रमण का प्रसार इन क्षेत्रों में होता है तो तुरंत प्रभाव से सभी रियायतें व ढील वापिस ले ली जाएगी।    मोदी ने कहा कि वर्तमान में देश में रवि की फसल की कटाई का समय है, ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकारें किसानों को कम से कम दिक्कत हो, इसका प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में जरूरत के सामान में कमी नहीं है और सरकार सामान की आवाजाही सुगम बना रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधित सुविधाओं को भी बढ़ाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में देश के युवा वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वह अधिक प्रयास कर इस बीमारी के खिलाफ वैक्सिन बनाए जिससे देश और दुनिया का भला हो सके।    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने समय रहते कदम उठाए जिसके चलते वह विश्व के अनेक सामर्थ्यवान देशों की तुलना में काफी संभली हुई स्थिति में है। जब देश में एक भी कोरोना का मरीज नहीं था तभी से हमने एयरपोर्ट पर जांच का काम शुरू कर दिया था। इसके बाद बाहर से आए लोगों का क्वारंटाइन आवश्यक करने से लेकर समय रहते  21 दिनों का लॉकडाउन जैसा कठोर कदम उठाने के चलते ही हम संकट को काफी हद तक कम कर पाए हैं। विश्व भर में कोरोना से जैसा प्रकोप दिखाया है, उसकी भारत में कल्पना करने से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं।   प्रधानमंत्री ने कहा कि समय पर तेज फैसले और एकीकृत निर्णय लेने की प्रक्रिया से ही देश कोरोना से काफी हद तक बचा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि समाजिक दूरी बनाने और लॉकडाउन की बहुत बड़ी  आर्थिक कीमत चुकानी पड़ी है लेकिन यह देशवासियों की जिदंगी से ज्यादा नहीं है। दुनियाभर में भारत के प्रयासों की प्रशंसा हो रही है। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों और स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यों की प्रशंसा की।    प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान पहले गमछे से मुंह को ढका हुआ था हालांकि भाषण देते हुए उन्होंने इसे उतार दिया। लोगों को भी इसी तरह से अपने मुंह और नाक को ढकने की अपील की।    अपने संबोधन की शुरूआत में ही संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि देश संविधान की प्रस्तावना में ‘हम भारत के लोग’ इस भावना को आगे ले जा रहे हैं और मिलकर परेशानियों के बावजूद संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने देश में त्यौहारों और नववर्ष की शुरुआत की बधाई देते हुए लोगों के घर में रहकर त्यौहार बनाने को प्रेरक और प्रशंसनीय बताया। उन्होंने लोगों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।    प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में लोगों से सात बातों का विशेष ध्यान रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों और बीमार लोगों का खास ध्यान रखा जाए, समाजिक दूरी का पालन करते हुए मास्क का प्रयोग करें, खुद की रोक प्रतिरोधक क्षमता को लगातार बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के सुझावों का पालन करें, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें और दूसरों से भी करायें, गरीबों की देख-रेख करें, अपने कर्मचारियों का ख्याल रखें और उन्हें नौकरी से न निकालें और कोरोना के खिलाफ लड़ाई कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का सम्मान करें। 

Kolar News

Kolar News 14 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना से पीडि़त एक और व्यक्ति की मौत हो गई। शनिवार को देर रात भोपाल मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। यह भोपाल में कोरोना से दूसरी मौत है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में मृतकों की संख्या 41 पहुंच गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 30 लोगों की मौत हुई है, जिनमें दो चिकित्सक भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, भोपाल के जहांगीराबाद निवासी 77 वर्षीय जगन्नाथ मैथिल को तबियत खराब होने के बाद गत आठ अप्रैल को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां से गंभीर हालत में उन्हें नर्मदा अस्पताल रैफर किया गया, लेकिन कोरोना जांच के लिए उन्हें चिरायु अस्पताल भेजा गया, जहां सेम्पल लेने के बाद उन्हें हमीदिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया, जहां आठ अप्रैल की रात में ही उनकी मौत हो गई। अब शनिवार को देर रात उनकी जांच रिपोर्ट आई, जिसमें वह कोरोना पॉजीटिव पाए गए। इससे पहले भोपाल में पांच-छह अप्रैल की दरमियानी रात इब्राहिमगंज निवासी नरेश खटीक की भी कोरोना से मौत हो गई थी। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 41 हो गई है। मृतकों में इंदौर 30, उज्जैन 05, भोपाल 02, खरगौन 02, छिंदवाड़ा 01 तथा देवास 01 मरीज शामिल है।

Kolar News

Kolar News 12 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब अपने मंत्रिमंडल का गठन करने जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 15 अप्रैल तक मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। दरअसल, लॉकडाउन के प्रथम चरण के 21 दिन पूरे होने वाले हैं और द्वितीय चरण के लिए आम सहमति बन गई है। ऐसे में समझा जा रहा है कि सीएम मंत्रिमंडल का गठन कर देंगे।    जानकारी के अनुसार, शिवराज पहले चरण में लगभग 25 से 28 लोगों को मंत्री बना सकते हैं। इन मंत्रियों को कोरोना वायरस संक्रमित जिलों की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है और वही जाकर कोरोना की स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए कहा जा सकता हैं।    उल्लेखनीय है कि 23 मार्च को शिवराज सिंह ने अकेले शपथ ली थी और तब से अब तक वो अकेले ही सरकार चला रहे हैं। इधर, भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस लगातार मंत्रिमंडल गठन को लेकर सवाल उठा रही हैं। शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल रखा है, आए दिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। ऐसे में लगातार बढ़ते दवाब के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना जताई जा रही हैं। माना जा रहा है शिवराज 15 अप्रैल तक विस्तार कर सकते हैं। इसके अलावा 15 अप्रैल से मध्यप्रदेश में गेहूं की खरीदी भी शुरू होने वाली है और ऐसे में जनप्रतिनिधियों का सक्रिय होना बेहद जरूरी हैं।    इन्हें मिल सकती है जगह    शिवराज मंत्रिमंडल में पहले दस स्थान सिंधिया समर्थक विधायकों के लिए तय है, जिनमें प्रभुराम चौधरी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी आदि शामिल है। इसके अलावा बिसाहूलाल सिंह, एन्दल सिंह कंसाना और हरदीप सिंह डंग का मंत्री बनना भी तय है। शेष बचे 20 स्थानों पर भाजपा अपने कई कद्दावर नेताओं के लिए जिसमें नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, रामपाल सिंह, सीताशरण शर्मा, कुंवर विजय शह, जगदीश देवड़ा आदि नेताओं के लिए सुरक्षित रखे है।   

Kolar News

Kolar News 12 April 2020

भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां कोरोना संक्रमित तीन और मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। इंदौर में शनिवार देर रात दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई, जबकि राजधानी भोपाल में शनिवार देर रात मृतक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इन तीन मौतों के साथ मध्यप्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 43 पहुंच गई है। इंदौर मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार सुबह जारी बुलेटिन में बताया गया कि शनिवार देर रात कोरोना से संक्रमित दो मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में एक 65 वर्षीय सोमनाथ की चाल निवासी और दूसरा 70 वर्षीय मोतीतबेला निवासी मरीज शामिल है। इंदौर सीएमएचओ डॉ प्रवीण जडिय़ा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दोनों मृतकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 32 हो गई है। भोपाल में जहांगीराबाद निवासी 77 वर्षीय बुजुर्ग को तबियत खराब होने के बाद गत आठ अप्रैल को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां से गंभीर हालत में उन्हें नर्मदा अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन कोरोना जांच के लिए उन्हें चिरायु अस्पताल भेजा गया, जहां सैम्पल लेने के बाद उन्हें हमीदिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया, जहां आठ अप्रैल की रात में ही उनकी मौत हो गई। शनिवार को देर रात उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। भोपाल में यह कोरोना से दूसरी मौत है। इससे पहले भोपाल में पांच-छह अप्रैल की दरमियानी रात इब्राहिमगंज निवासी एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई थी। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 43 हो गई है। मृतकों में इंदौर 32, उज्जैन 05, भोपाल 02, खरगौन 02, छिंदवाड़ा 01 तथा देवास 01 मरीज शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News 12 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान को एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री बताते हुए उन पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को मीडिया को जारी अपने बयान में कहा है कि वन मैन आर्मी के नायक बनने के चक्कर में एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की जान खतरे में डाल दी है। कोरोना से बचाव के बदले में वे अपने प्रचार और पीआर करने में लगे हैं। मध्यप्रदेश पूरे देश में ऐसा राज्य है, जहां हालात निरंतर बदतर होते जा रहे हैं। शिवराज स्थिति संभालने में असफल हो गए हैं। अजय सिंह ने कहा कि आज जनता की चिंता में दुबले हो रहे शिवराज सिंह जवाब दें कि जब पूरा विश्व और हमारा देश कोरोना के कहर से ग्रसित था, तब वे मध्यप्रदेश में सरकार गिराने और मुख्यमंत्री बनने के सपने को साकार करने में लगे थे। मध्यप्रदेश के इस शर्मनाक इतिहास के नायक शिवराज सिंह चौहान हैं। यही वह दिन थे, जब कोरोना की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाये जाने थे तब भाजपा एक चुनी हुई सरकार को गिराने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही थी।पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भोपाल और इन्दौर में जिस तेजी से हालात बदतर हो रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश का दूर दराज के इलाके कितनी खतरनाक स्थिति से गुजर रहे होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों की तो अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि अपने निजी स्वार्थों और खरीद फरोख्त की राजनीति के संकट से घिरे शिवराज मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पा रहे हैं। इससे निरंतर हालात खराब हो रहे हैं। प्रदेश की जनता इसके लिए उन्हें माफ नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 10 April 2020

भोपाल।मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे है। प्रदेश के बिगड़ते हालात को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरूवार देर शाम को एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इस बार कमलनाथ ने अपने पत्र में सरकार से कोरोना जांच के लिए आरटी- पीसीआर टेस्ट कराने की मांग की है। कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि समूचा विश्व कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए हर प्रकार के जतन कर रहा है। हमारे देश में भी हम इस महामारी को परास्त करने की हर संभव कोशिश कर रहे है। हमारे देश में सामूहिक रूप से लॉकडाउन का निर्णय लिय है जिसके पीछे का मूल कारण है कि हम सोशल डिस्टेंसिंग से इस महामारी की चेन को तोडऩा चाहते है। समूचे विश्व ने इस कात को एक स्वर में स्वीकारा है कि इस महामारी से वर्तमान में लडऩे का एक ही कारगर अस्त्र है, वो है अधिक से अधिक टेस्ट। स्वाभाविक भी है, लॉकडाउन तग ही कारगर सिद्ध होगा जब हम अधिक से अधिक संक्रमित लोगों को पता लगाकर उन्हें ठीक होने तक बाकी लोगों से देर रखें।    कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि आज बड़े अफसोस की बात है कि विश्व के दूसरे देशों की तुलना में हमारे देश मेें काफी कम टेस्ट किए जा रहे है। देश में प्रति 10 लाख आबादी पर मात्र 121 टेस्ट किए गए है और मध्य प्रदेश का टेस्ट करने का रेट तो बेहद ही चिंताजनक है। 8 अप्रैल 2020 तक सवा सात करोड़ की आबादी पर मात्र 4056 टेस्ट किए गए थे जो कि प्रति 10 लाख की आबादी पर मात्र 55 टेस्ट आता है। अर्थात देश के औसत का भी आधा। जबकि प्रति 10 लाख आबादी पर जर्मनी में 15730, स्विट्जरलैंड में 19867, नार्वे में 21009 टेस्ट किए गए है। इतना ही नहीं चिली जैसे छोटे से देश में भी यह ऑकड़ा 3159 है।    इसमें संदेह नहीं कि वर्तमान में हो रहे आरटी- पीसीआर टेस्ट अधिक प्रमाणिक है। उन्हें तो जारी रखना ही चाहिए। मगर यह टेस्ट चूंकि डीएनए पर काम करता है, अर्थात ये टेस्ट कोविड 19 वायरस को पहले डीएनए में बदलता है, जिसमें समय भी अधिक लगता है और खर्च भी। इस एक टेस्ट का 4500 रुपए के लगभग खर्च आता है। जबकि एंटी बॉडी टेस्ट में मात्र 30 मिनट का समय लगता है और इसमें कोई बहुत बड़े विशेषज्ञ की भी आवश्यकता नहीं होती। उंगली पर से थोड़ा ब्लड सैंपल ले कर ये टेस्ट किया जा सकता है और इसका खर्च भी मात्र 300 रुपए ही आता है।    कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि इस टेस्ट को हमें प्राथमिक रुप से भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में करना चाहिए, जहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है। साथ ही संक्रमण संभावित जिलों को चिन्हित कर इस टेस्ट को उपयोग उन जिलों में भी शीघ्रता से प्रारंभ करना चाहिए ताकि लॉकडाउन का प्रभावी उपयोग हो सके। अत: आपसे अनुरोध है कि प्रदेश में अधिकाधिक जांच करने के लिए आरटी- पीसीआर टेस्ट के साथ साथ रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट भी करना प्रारंभ कराएं।   

Kolar News

Kolar News 10 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में कोरोना के 31 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिनमें राजधानी भोपाल में कोरोना के 14, बड़वानी और खरगोन में दो-दो, विदिशा में पांच, गंजबासौदा में चार तथा सागर, उज्जैन, लटेरी और सिरोंज में एक-एक मरीज शामिल है। गुरुवार शाम तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 411 थी, जो अब बढक़र 442 पर पहुंच गई है। वहीं, इनमें से अब तक प्रदेश में 33 लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल में 14 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि होने के बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 112 हो गई है। इनमें गांधी मेडिकल कॉलेज की दो जूनियर डॉक्टर कोरोना से पॉजीटिव पाई गई है। दोनों पॉजीटिव जूनियर डॉक्टर पीएसएम और स्त्री रोग विभाग में कार्यरत हैं। मरीजों की संख्या बढऩे के चलते भोपाल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। मध्यप्रदेश में नये 31 पॉजिटिव मिलने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 442 हो गई है। इनमें इंदौर में सबसे अधिक 221, भोपाल में 112, जबलपुर 09, ग्वालियर 06, शिवपुरी 02, उज्जैन 16, खरगौन 14, मुरैना 13, छिंदवाड़ा 02, बड़वानी 14, बैतूल 01, विदिशा 13, श्योपुर 01, होशंगाबाद 06, खंडवा 05, रायसेन 01, देवास 03, धार 01, सागर 01 तथा अन्य राज्य का एक मरीज शामिल है। वहीं, प्रदेश में अब तक कोरोना से 33 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें इंदौर में सबसे अधिक 23, उज्जैन 05, भोपाल 01, खरगौन 02, छिंदवाड़ा 01 तथा देवास का 01 मरीज शामिल है।

Kolar News

Kolar News 10 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले शहर इंदौर के बाद राजधानी भोपाल में भी कोरोना से संक्रमित मामलों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रहा है। मंगलवार सुबह भोपाल में कोरोना संक्रमित 12 नए मरीज मिले हैं।    मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि मंगलवार सुबह 12 संक्रमित व्यक्तियों की सैम्पल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से 5 व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं और 7 मरीज पुलिस और उनके परिवार के लोग हैं। इनमें से शमहेंद्र मर्सकोले, सौरभ श्रीवास्तव, सुनील यादव, अशोक कुमार और धर्मेंद्र कुशवाह स्वास्थ विभाग के कर्मचारी हैं। शेष 7 पुलिस विभाग के और उनके परिवार के सदस्य हैं। इन सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। आज प्राप्त रिपोर्ट में 12 नए मरीजों के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। भोपाल में अभी तक 74 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से दो संक्रमित मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। 

Kolar News

Kolar News 7 April 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे है। प्रदेश में अब तक कोरोना मरीजों का आंकड़ा 263 पर पहुंच गया है। जबकि 19 लोग इस महामारी का शिकार बन कर अपनी जान गंवा चुके हैं। इंदौर के बाद अब भोपाल में भी यह तेजी से फैल रहा है। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े के आदेश पर भोपाल में 9 अप्रैल तक पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही लोगों को घर के बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही है, लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे है। समझाइश देने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के साथ अनुचित व्यवहार कर रहे है। इंदौर के टाटपट्टी बाखल में डाक्टरों के साथ हुए दुव्र्यवहार के बाद अब भोपाल में पुलिस पर हमला हुआ है। बदमाशों के हमले से पुलिस के दो जवान घायल हो गए है।    जानकारी अनुसार पुलिस पर हमले की घटना राजधानी भोपाल के पुराने शहर के तलैया थाना स्थित इतवारा इलाके में सोमवार देर रात को हुई। तलैया थाना प्रभारी डीपी सिंह के अनुसार रात करीब 11 बजे इतवारा इलाके के रसीदिया स्कूल के पीछे शामद मस्जिद के पास विशेष वर्ग के करीब 20 युवक एक साथ घूम रहे थे। पुलिस ने उन्हें समझाया और उन्हें घर जाने को कहा तो भीड़ में शामिल शातिर बदमाश शाहिद कबूतर, मोहसिन कचौड़ी और उनके दोस्तों ने पुलिस पर चाकू से हमला कर पथराव कर दिया।    हमले में सिपाही लक्ष्मण यादव के बाएं कंधे और सतीश कुमार के बाएं हाथ में चाकू लगा है। पुलिस पर हमला कर बदमाश मौके से फरार हो गए। पुलिस पर हमले की सूचना मिलते ही अफसर मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। बतातें चले कि इससे पहले बुधवारा इलाके में लॉकडाउन का पालन कराने गई टीम पर पानी डालने की घटना हो चुकी है।    मुख्यमंत्री बोले, किसी को नहीं बख्शा जाएगा इस आपराधिक मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा ‘दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! "कबूतर" हो या "कचौड़ी", किसी को बख्शा नहीं जाएगा! अराजकता फैलाने वाले गुंडे-बदमाशों को सबक सिखाना अतिआवश्यक है! इन गुंडों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी!  

Kolar News

Kolar News 7 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को देर रात इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 15 नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 151 पर पहुंच गई है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की आंकड़ा 263 पर पहुंच गया है। भोपाल में सोमवार को देर शाम तक 22 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें अधिकांश स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 63 पहुंच गया है। इनमें 23 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और सात पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि सोमवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज से जारी रिपोर्ट में 16 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। नए मरीजों में दाऊदी नगर खजराना से 13 साल का एक बच्चा भी शामिल है, जबकि एमवाय अस्पताल की एक नर्स भी पॉजिटिव आई है। सोमवार को आई रिपोर्ट के अनुसार जिन चार लोगों की मौत की पुष्टि कोरोना से हुई है, उनमें से तीन की मौत रिपोर्ट आने के पहले हो चुकी थी। इस प्रकार अब तक इंदौर में कोरोना से 13 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भोपाल के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि सोमवार को देर शाम तक भोपाल में प्राप्त जांच रिपोर्ट में 22 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें अधिकांश पॉजीटिव मरीज स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के हैं। भोपाल में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 63 पहुंच गया है। मध्यप्रदेश में मंगलवार सुबह तक कोरोना संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा 263 पर पहुंच गया है। इनमें इंदौर में 151, भोपाल में 63, मुरैना में 12, जबलपुर में 8, बड़वानी में 3, उज्जैन में 11, खरगौन में चार तथा ग्वालियर, शिवपुरी और छिंदवाड़ा के दो-दो, विदिशा में एक, बैतूल में एक तथा अन्य एक संक्रमित मरीज शामिल हैं। इधर, प्रदेश में कोरोना संक्रमित कुछ मरीज ठीक भी होने लगे हैं। वहीं, प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 19 पहुंच गई है। मृतकों में इंदौर के 13, उज्जैन से तीन और भोपाल, छिंदवाड़ा व खरगौन के एक-एक मरीज शामिल हैं। 

Kolar News

Kolar News 7 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौरान को लगातार पत्र लिखकर विभिन्न मांगें कर रहे हैं। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि समर्थन मूल्य पर फसल उपार्जन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए, ताकि किसानों की आजीविका का सुनिश्चित किया जा सके।  दरअसल, राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की प्रक्रिया को फिलहाल आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि हम सभी को ज्ञात है कि एक भयावह महामारी कोरोना से समूची दुनिया संघर्षरत है। मध्यप्रदेश में भी इस महामारी का व्यापक प्रभाव है, परन्तु जितना इस महामारी की विभीषिका से लडऩा जरूरी है, उतना ही जरूरी हमारे किसान भाइयों की आजीविका के लिए सार्थक कार्य करना भी जरूरी है। रबी की फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी इस वर्ष 25 मार्च से से प्रारम्भ होनी थी, फिर इस तिथि को बढ़ाकर एक अप्रैल किया गया, लेकिन चार अप्रैल तक भी खरीदी की प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं की गई है और न ही खरीदी की आगामी तिथि के लिए कोई आदेश जारी किया गया है।उन्होंने पत्र में लिखा है कि मप्र में लगभग 19 लाख 44 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर अनाज विक्रय के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें गेहूं, चना, मसूर, सरसो आदि फसलें शामिल हैं। इस समय किसानों की आजीविका गहरे संकट में है। अधिसंख्य किसानों की क्षमता इतनी नहीं है कि वे अपनी फसल काटकर गोदामों में रख पाएं और जिनती क्षमता है वे बड़े किसान भी परिवहन और मजदूरों की परेशानी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि कोरोना महामारी की सावधानी के मापदंडों के साथ समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया तत्काल प्रारम्भ की जाए। उन्होंने आश्वस्त किया है कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता खरीद प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए उपलब्ध रहेंगे।

Kolar News

Kolar News 4 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तर्ज पर कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेशवासियों से संबोधित करेंगे। वे आज (शनिवार) रात आठ बजे टीवी के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के लिए संदेश देंगे। इसकी जानकारी उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। सीएम शिवराज ने शनिवार को ट्वीट किया है कि -‘मेरे प्यारे प्रदेशवासियों,  कोविड-19 के विरुद्ध युद्ध में आप सबका अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है और हम सब इसे नियंत्रित करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। इस महामारी को परास्त करने के लिए कुछ और कदम उठाने हैं, जिसके संबंध में आज रात 8 बजे आपसे संवाद करूंगा। ’ मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में आये संकट में सभी धर्मगुरुओं से सहयोग का आव्हान करते हुए कहा है कि सभी धर्मगुरू अपने अनुयायियों को लॉकडाउन का पालन करने के लिए समझाएं एवं सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में आवश्यक जानकारी दें, क्योंकि कोरोना वायरस की महामारी से बचने का एकमात्र तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह रामनवमी एवं नवरात्रि का त्यौहार लोगों ने घरों में ही मनाया, उसी तरह आगामी दिनों में आने वाले त्यौहार महावीर जयन्ती, हनुमान जयन्ती, गुड फ्राईड, शबे बारात भी घरों में रहकर मनाई जाये। घर में ही इबादतगाह एवं पूजाघर बना लें और घरों से बाहर न निकलें। सभी धर्मों के लोग पीडि़त मानवता की सेवा में आगे आये हैं। वे इसके लिये आभारी हैं। सभी धर्मों के लोग भोजन एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं। 

Kolar News

Kolar News 4 April 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 161 पहुंच गई है, जिनमें से अब तक 11 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इनमें से तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत शनिवार को हुई है। मृतकों में इंदौर के दो मरीज और छिंदवाड़ा का एक मरीज शामिल है। इंदौर में एमआर टीबी अस्तपाल में भर्ती 42 वर्षीय पुरुष और 80 वर्षीय महिला की मौत हुई है, जबकि छिंदवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव एक युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इन तीनों मौतों के साथ  मध्यप्रदेश में अब कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढक़र 11 हो गया है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि शनिवार को सुबह इंदौर के चन्दननगर नगर में रहने वाली 80 वर्ष की महिला सकीना और 42 वर्षीय जावेद निवासी हाथीपाला की मौत हो गई है, जिसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या वालों की संख्या सात हो गई है। इसी प्रकार छिंदवाड़ा जिले में भी शनिवार सुबह एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई। यहां जिस कोरोना संक्रमित युवक की मौत हुई है, वह इंदौर में वाणिज्य कर विभाग में लिपिक था। वह 20 को ही इंदौर से अपने गांव केवलारी आया था। आईजी भागवत सिंह चौहान ने उसकी मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि उसकी पत्नी, मां, बच्चे अभी इंदौर में ही है और उनको जानकारी भेज दी गई है। वहीं, मृतक के पिता भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जबकि बुआ, चाची और बहनों को क्वारेंटाइन में रखा गया है।इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा 11 पहुंच गया है। इससे पहले इंदौर में पांच, उज्जैन में दो और खरगौन के एक कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात हो गई है। वहीं, मध्यप्रदेश में शुक्रवार को देर रात तक कोरोना के 41 नए मरीज मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा इंदौर में 23, मुरैना में 10, भोपाल में छह तथा उज्जैन और जबलपुर में एक-एक कोरोना पॉजिटिव शामिल हैं। इन्हें मिलाकर मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 161 पहुंच गया है। इनमें इंदौर में 115, मुरैना 12, भोपाल 15, जबलपुर 8, उज्जैन 7, ग्वालियर-शिवपुरी 2-2 और खरगौन-छिंदवाड़ा में एक-एक मरीज शामिल हैं। इनमें से अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें इंदौर में सात, उज्जैन में दो तथा खरगौन व छिंदवाड़ा के एक-एक मरीज शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News 4 April 2020

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में गुरुवार को एक और कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या चार पहुंच गई है, जबकि मध्यप्रदेश में यह कोरोना से सातवीं मौत है। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना संक्रमित 65 वर्षीय जेतून बी को 29 मार्च को इंदौर के एमआरटीबी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, जहां गुरुवार को सुबह साढ़े बजे जेतून बी की मौत हो गई। इससे पहले इंदौर में तीन, उज्जैन में दो और खरगौन में एक कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा सात पर पहुंच गया है।कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 98इंदौर में 12 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। बुधवार को देर रात स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में इसकी पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 75 और पूरे मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 98 पहुंच गई है। इनमें से अब तक सात  लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बुधवार रात एमजीएम मेडिकल कालेज की वायरोलॉजी लैब द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 12 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से आठ की हालत गंभीर है। रिपोर्ट के अनुसार तंजीम नगर के तीन पुरुष पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा चंदन नगर से 80 वर्षीय महिला पॉजिटिव पाई गई है। यह अब तक की सबसे उम्रदराज पॉजिटव महिला है। खजराना और स्नेहलतागंज से 38 वर्षीय पुरुष और 53 वर्षीय महिला पॉजिटिव पाई गई है। इन नये 12 मामलों को मिलाकर इंदौर में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 75 हो गई। इंदौर में सामने आए इन 12 नए मामलों के बाद मध्यप्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 98 हो गई है। इनमें इंदौर में 75, जबलपुर में आठ, भोपाल में चार, उज्जैन में छह, ग्वालियर में दो, शिवपुरी में दो और खरगौन के कोरोना पॉजीटिव मरीज शामिल हैं। इनमें से प्रदेश में अब तक सात कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में चार इंदौर, दो उज्जैन और एक खरगौन का मरीज शामिल है।

Kolar News

Kolar News 2 April 2020

भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों से अन्य शहरों की स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन इंदौर में हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। यहां 12 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। बुधवार को देर रात स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में इसकी पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 75 और पूरे मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 98 पहुंच गई है। इनमें से अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बुधवार रात एमजीएम मेडिकल कालेज की वायरोलॉजी लैब द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 12 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से आठ की हालत गंभीर बताई गई है। इस महामारी ने शहर के 06 नए इलाकों में दस्तक दे दी है। इससे चिंता और बढ़ गई है।    रिपोर्ट के अनुसार तंजीम नगर के तीन पुरुष पॉजिटिव पाए गए हैं। एक दिन पहले इसी इलाके से एक ही परिवार के 9 सदस्य पॉजिटिव मिले थे। इसके अलावा चंदन नगर से 80 वर्षीय महिला पॉजिटिव पाई गई है। यह अब तक की सबसे उम्रदराज पॉजिटव महिला है। खजराना और स्नेहलतागंज से 38 वर्षीय पुरुष और 53 वर्षीय महिला पॉजिटिव पाई गई है। इन नये 12 मामलों को मिलाकर इंदौर में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 75 हो गई। कलेक्टर ने बताया कि यहां पॉजिटिव मरीजों के मामले अभी और बढ़ सकते हैं, जिसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। इंदौर में सामने आए इन 12 नए मामलों के बाद मध्यप्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 98 हो गई है। इनमें इंदौर में 75, जबलपुर में आठ, भोपाल में चार, उज्जैन में छह, ग्वालियर में दो, शिवपुरी में दो और खरगौन के कोरोना पॉजीटिव मरीज शामिल हैं। इनमें से प्रदेश में अभ तक छह कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में तीन इंदौर, दो उज्जैन और एक खरगौन का मरीज शामिल है।

Kolar News

Kolar News 2 April 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल में एक ओर युवक की कोरोना पॉजीटिव पाया गया है।  भोपाल का रहने वाला यह युवक कुछ दिन पहले विदेश से दिल्ली आया था। दिल्ली से मुम्बई गया और वहां से इंदौर पहुंचा था। इंदौर जिला प्रशासन ने इसकी ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर इसे 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया था। लेकिन युवक वहां से भाग निकला और किसी की मोटर साइकिल लेकर भोपाल पहुंचा गया था। इस युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भोपाल में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या चार हो गई है।   जानकारी अनुसार मंगलवार को एम्स में भर्ती एक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि 20 तारीख को लंदन से दिल्ली आया और दिल्ली से मुंबई पहुंचा था। इसके बाद युवक मुंबई से इंदौर आया। इंदौर में उसको क्वारेंटाइन किया गया था किंतु वो इंदौर से भाग निकला और बाइक से भोपाल आ पहुंचा। भोपाल में हालत बिगडऩे पर उसने जेके अस्पताल में अपना इलाज कराया। यहां हालत में सुधार नहीं होने पर उसे एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स में आज यह कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। अब प्रशासन निजी अस्पताल में उसके संपर्क में आए डॉक्टर और स्टाफ की पहचान कर रहा है। पीडि़त का इलाज एम्स में जारी है।   नीमच से एक कोरोना संदिग्ध की मौत वहीं एक अन्य मामले में सोमवार रात नीमच से एक अन्य कोरोना संदिग्ध मरीज को भोपाल एम्स रेफर किया गया था। जहां मरीज की कुछ देर में ही मौत हो गई। यह कोरोना पॉजीटिव था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। इस मरीज की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।   

Kolar News

Kolar News 31 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामले आये दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। इसी स्थिति को मद्देनजर राजधानी भोपाल में मंगलवार से संक्रमण रोकने शहर में नई व्यवस्था लागू की गई है। भोपाल शहर को चार जोन में बांटा गया है। इस व्यवस्था के तहत लोग अब एक जोन से दूसरे जोन में नहीं जा सकेंगे।   वहीं, किराना, दूध के नाम पर तफरी करने वालो पर भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी। ऐसे दुकानदारों पर पुलिस की नज़र होगी। बिना अनुमति अगर कोई भी व्यक्ति सड़क पर घूमते पाया गया तो उसपर कानूनी कार्यवाही होगी। आज से शहर में चार पहिया वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है। सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी वाले लोगो को नहीं रोका जाएगा। हालांकि भोपाल में अब तक 21 मार्च से अब तक कोरोना संक्रमण के 03 मामले सामने आए हैं और अब यह मरीज भी बेहतर हालत में है।

Kolar News

Kolar News 31 March 2020

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। सोमवार देर रात इंदौर में कोरोना से एक और मरीज की मौत हो गई। देर रात एमजीएम मेडिकल कॉलेज लैब द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन से मौत की पुष्टि हुई है। इससे पहले सोमवार सुबह भी एक 41 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी। महिला की मौत के साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। वहीं प्रदेश में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।     अस्पताल द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार कोरोना की इंदौर में तीसरी शिकार इंदौर के 71, धार रोड़ डी सेक्टर, चन्दन नगर में रहने वाली जरीन बी (49 वर्ष) पत्नी अकरम खान को कोरोना संक्रमण के चलते रविवार 29 मार्च को शाम 4 बजे अरिहंत हॉस्पिटल से एमआरटीबी अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। जहां सोमवार रात 10 बजकर 20 मिनिट पर उसकी मौत हो गई। मेडिकल बुलेटिन में दिए गए तथ्यों के आधार पर ये बात भी सामने आई है कि मृतक महिला ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से भी ग्रसित थी और सांस लेने में तकलीफ होने के चलते उसे 22 मार्च को शाम 6 बजकर 6 मिनिट पर अरिहंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 23 मार्च को मृतक महिला को कोविड 19 पॉजिटिव घोषित किया गया था। मृतक महिला की कोई कांटेक्ट और ट्रेवल हिस्ट्री नही है। इंदौर के धार रोड़ चंदन नगर में रहने वाली महिला की मौत के बाद अकेले इंदौर में कोरोना से अब तक 3 मौत हो चुकी है।    13 सैंपलों को फिर से जांच होगी मेडिकल लैब की रिपोर्ट के आधार पर बात की जाए तो इंदौर में सोमवार को 46 लोगों के सैम्पल लिए गए जिनमें से 33 लोगों की रिपोर्ट निगेटीव आई है। मेडिकल कॉलेज डीन ने पुष्टि करते हुए कहा भर्ती 24 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 18 की स्थिति पहले से बेहतर है। 13 सैंपलों को फिर से जांच होगी। फिलहाल, इंदौर में कोरोना से तीसरी मौत हो गई है इसके पहले शहर के रानीपुरा क्षेत्र में 65 वर्षीय बुजुर्ग और राजकुमार नगर बांक क्षेत्र के एक 41 वर्षीय युवक की मौत का खुलासा सोमवार दोपहर को किया गया था।    देश का आठवां सबसे संक्रमित शहर बना इंदौर कोरोना संक्रमण के मामले में मप्र देश के दसवें नंबर पर है, लेकिन शहरों के मामले में इंदौर संक्रमित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर है। अकेले इंदौर में कोरोना संक्रमण के 32 मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश के जबलपुर, भोपाल उज्जैन, इंदौर, शिवपुरी और ग्वालियर में संक्रमण का मामला सामने आया हैं। वहीं कोरोना संक्रमण से मौत के मामले में भी मप्र दूसरे नंबर पर है। अब तक कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं उसके बाद दूसरे नंबर पर मप्र है।   

Kolar News

Kolar News 31 March 2020

छतरपुर। देशभर में लॉकडाउन के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा भी सामने आ रहा है और वे गरीबों की जमकर मदद भी कर रहे हैं, लेकिन छतरपुर जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। जिले के गौरीहार थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर अमिता अग्निहोत्री ने उत्तर प्रदेश की सीमा से मप्र में आने वाले एक मजदूर के माथे पर परमानेंट मार्कर से लिख दिया...मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है मुझसे दूर रहें। इस मामले में सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है। दरअसल, लॉक डाउन के चलते काम धंधे बंद हो गए हैं और देश भर में मजदूरों का पलायन जारी है। गत दिवस छतरपुर के रहने वाले कुछ मजदूर उत्तर प्रदेश से वापस घर लौट रहे थे। इनमें से कुछ मजदूरों को छतरपुर पुलिस की सब इंस्पेक्टर अमिता ने क्षेत्र के ग्राम चंद्रनगर में रोका और उनमें से एक मजदूर के माथे पर न केवल मुझसे दूर रहना लिखा, बल्कि उसकी वीडियो बनाकर सार्वजनिक भी किया। रविवार को इस घटना के सार्वजनिक होने के बाद जिले के लोग पुलिस की निंदा कर रहे हैं और लोगों ने उस वीडियो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और डीजीपी को भेजकर सब इंस्पेक्टर अमिता अग्निहोत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में जब छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने एसपी से कहा है कि घटना के संबंध में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करें एवं भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसका ध्यान रखें।

Kolar News

Kolar News 29 March 2020

भोपाल। राज्य शासन ने प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव नियुक्त किया है। इस संबंध में रविवार को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया।    जारी आदेश के अनुसार रस्तोगी को प्रमुख सचिव राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा राहत आयुक्त एवं पुनर्वास आयुक्त का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।  

Kolar News

Kolar News 29 March 2020

भोपाल। कोरोना के चलते देशव्यापी लॉकडाउन से प्रदेश की बोर्ड समेत दूसरी कक्षाओं की परिक्षाओं पर पड़े असर को देखते हुए मप्र की शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। 10वीं और 12वीं कक्षाओं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं को जनरल प्रमोशन देकर अगली कक्षा में भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार देर शाम को मंत्रालय में कोरोना को लेकर प्रदेश की व्यवस्थाओं को लेकर की गई समीक्षा बैठक में यह आदेश जारी किया है।    कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की अनिश्चित स्थिति को देखते हुए मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ाने का निर्देश जारी किया है। शेष कक्षाओं यानी एक से नौ तक और 11वीं के स्टूडेंट्स बिना परीक्षा दिए ही अगली कक्षाओं में चले जाएंगे। स्कूल उनकी छमाही परीक्षा में मिले अंकों के हिसाब से आंकलन करके अंकसूची में नंबर जारी करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संपत्ति कर, किसान क्रेडिट कार्ड भुगतान तथा स्कूल कॉलेजों की फीस भरने की तिथि भी 30 अप्रैल तक बढ़ाई जाए। 

Kolar News

Kolar News 29 March 2020

भोपाल। कोरोना वायरस की दहशत के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्यर्मियों, पुलिसकर्मियों और निगमकर्मियों को भोपाल की सड़कों पर उतरकर धन्यवाद दिया और उन्हें प्रेरणा दी कि वे इसी तरह जनसेवा में लगे रहे। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने दवा, सब्जी और किराने की दुकानों में पहुंचकर लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहर का जायजा लेक लोगों की हिम्मत बढ़ा रहे हैं। शनिवार को वे शहर के दौरे पर निकले। सबसे पहले वे बिट्टन मार्केट पहुंचे और चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों की हौसला अफजाई करने के बाद फल विक्रेताओं से बात की। इसके बाद मुख्यमंत्री शाहपुरा पहुंचे और उन्होंने पुलिसकर्मियों से सोशल डिस्टेंटिंग का पालन करते हुए बात की। मुख्यमंत्री का काफिला अब कोलार के लिए रवाना हुए। कोलार पहुंचकर उन्होंने सफाईकर्मियों का हाथ जोडक़र अभिवादन किया और मास्क लगा तथा पर्याप्त दूरी बनाकर काम करने कहा।

Kolar News

Kolar News 28 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर से सबसे ज्यादा मरीज संक्रमित पाये गए हैं। शुक्रवार को देर रात एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी की गई जांच रिपोर्ट में चार नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 19 और मध्यप्रदेश में 33 हो गई है।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि शुक्रवार को देर रात आई रिपोर्ट में चार लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। इनमें तीन लोग इंदौर के रहने वाले हैं जबकि एक उज्जैन का है। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 33 हो गई है। इनमें से अब तक कोरोना के दो मरीजों की मौत हुई है। मृतकों में एक इंदौर और उज्जैन का मरीज शामिल है। शुक्रवार को शाम को जबलपुर में भी दो और भोपाल में एक कोरोना का पॉजिटिव मरीज मिला है। इस प्रकार इंदौर में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 19, जबलपुर में आठ, भोपाल में तीन, शिवपुरी में दो और ग्वालियर में एक मरीज मिला है। शुक्रवार को भोपाल के सेमरा क्षेत्र में रहने वाले रेलवे गार्ड का सैंपल पॉजिटिव पाया गया, वह शख्स रेलवे गार्ड है। गुरुवार को सर्दी-जुकाम की समस्या होने पर उसने रेलवे अस्पताल में जांच कराई थी। डॉक्टर्स ने उसे एम्स रेफर किया। वहां की जांच रिपोर्ट में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया। वहीं, भोपाल में एक पत्रकार केके सक्सेना और उसकी बेटी में पहले ही कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, जबलपुर में विदेश यात्रा से लौटे ज्वैलर्स मुकेश अग्रवाल के सम्पर्क में आए दो नये लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है और जबलपुर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या आठ हो गई है। मध्यप्रदेश में विदेश से लौटे 12 हजार से अधिक लोग मध्य प्रदेश सरकार ने 15 फरवरी के बाद विदेश से लौटे लोगों की शुक्रवार को जारी हुई सूची के अनुसार अब तक 12,125 लोग विदेशों से लौटकर मध्यप्रदेश में आए हैं। सरकार ने जिलेवार विदेश से लौटे लोगों की संख्या बताई है। इन लोगों से कहा गया है कि वे होम क्वारंटाइन में ही रहें। अगर कोई प्रोटोकॉल फॉलो नहीं करता तो उसकी सूचना जिले के कंट्रोल रूम या हेल्पलाइन नंबर 104 पर दी जाए। जो लोग विदेश से लौटे हैं, उनके यहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें जा रही हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि वह कहां-कहां गए, किन-किन लोगों से मिले।इंदौर में प्रशासन मुहैया कराएगा टेलीमेडिसिन सुविधामुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया ने शनिवार को बताया कि कलेक्टर के आदेश पर एक निजी अस्पताल को कोरोना पेशेंट के लिए अधिकृत किया गया है और जल्द ही वहां मरीजों को उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात सामाजिक दूरी बनाने को कहा जा रहा है, ऐसे में जिला प्रशासन ने इंदौर में टेलीमेडिसिन सुविधा की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत 74892 44895 नंबर पर व्हाट्सएप वॉइस कॉल अथवा वीडियो कॉल के द्वारा एक्सपर्ट चिकित्सकों से परामर्श लिया जा सकता है।

Kolar News

Kolar News 28 March 2020

भोपाल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आगामी 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है। वहीं, मध्यप्रदेश के आठ जिलों में कर्फ्यू लागू है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लॉक डाउन का सख्ती से पालन करा रहे हैं। इसके बावजूद लोगों द्वारा लॉक डाउन के आदेश का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस सख्ती से कार्रवाई भी कर रही है। पूरे प्रदेश में लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले 169 लोगों पर कार्रवाई की गई है, जिनमें से 99 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह जानकारी प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने शनिवार को मीडिया को जारी अपनी रिपोर्ट में दी है। डीजीपी विवेक जौहरी ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद लॉक डाउन के बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर सडक़ों पर निकल रहे हैं। बिना किसी काम के सडक़ों पर घूमने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसीलिए लोग बेवजह अपने घरों से बाहर न निकलें और लॉक डाउन के नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन घोषित होने के बाद गत 24 मार्च से अब तक मध्यप्रदेश में 169 लोगों पर पुलिस कार्रवाई की गई है। इनमें से 99 लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई, जिनमें सबसे अधिक 62 एफआईआर रा

Kolar News

Kolar News 28 March 2020

गुना। देशभर 21 दिन के लॉक डाउन से शिक्षा सत्र भी गड़बड़ा गया है। एक अप्रैल से शुरू होने वाला सत्र, इस साल आरंभ नहीं हो पाएगा। गुना सहित पूरा देश 14 अप्रैल तक लॉक डाउन है। इस वजह से न तो परीक्षा पूरी हो पाएगी और ना ही समय पर परीक्षा परिणाम तैयार हो सकेगा। पहले चरण में 21 मार्च से कापी जांचने का काम शुरू होना था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया था। 10वीं और 12वी बोर्ड परीक्षा के भी कई पेपर नहीं हो पाए। उधर, शिक्षा सत्र को लेकर शिक्षा विभाग तैयारी में जुटा है। जिला शिक्षा अधिकारी आरएल उपाध्याय ने बताया, कागजी तैयारी कर रहे हैं। 14 अप्रैल के बाद जो निर्देश आएंगे। उस हिसाब से काम किया जाएगा। परीक्षा और मूल्यांकन का काम आगे बढ़ा दिया है।    एक अप्रैल से शुरू होना था सत्र    हर साल एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू होता था। लेकिन इस साल अभी से स्कूलों मेें कोरोना के डर से ताले लगे हैं। स्थिति ये हैं कि लंबे समय बाद 5वीं-8वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू हुई। लेकिन परीक्षा पूर्ण नहीं सकी।    9वीं-11वीं का रिजल्ट घोषित   उधर, शिक्षा विभाग ने इस बार 9वीं और 11वीं का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। लेकिन ये परीक्षा परिणाम स्कूल के सूचना पटल पर नहीं है। सीधे इंटरनेट पर डाला है। हालांकि इंटरनेट पर स्कूलों का परिणाम दिख नहीं रहा है। 

Kolar News

Kolar News 25 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमण का दूसरा मामला सामने आया। एक पत्रकार को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। प्रोफेसर कॉलोनी निवासी पत्रकार से पहले उनकी बेटी कोरोना पॉजिटिव मिली थी। यह पत्रकार 20 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। इसमें कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान किया था। पत्रकार में संक्रमण सामने आने पर कमलनाथ ने भी खुद को आइसोलेट कर लिया है। सीएम हाउस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के सभी विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों समेत करीब 200 पत्रकार मौजूद थे। प्रशासन ने सभी पत्रकारों को खुद को आइसोलेट करने की सलाह दी है।    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि गत दिनों कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाई गई लड़की के पिता का कोरोना संक्रमण सेंपल भी पॉजिटिव आया है। सीएचएमओ डेहरिया ने बताया कि पत्रकार के संपर्क में आये प्रत्येक व्यक्ति को 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहने की आवश्यकता है। 6 से 7 दिनों में सर्दी, खासी, बुखार आने पर तुरन्त कंट्रोल रूम से संपर्क करने की हिदायत दी जा रही है। लड़की के स्वास्थ्य मानकों के अनुसार उससे मिलने जुलने वाले 10 व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिये भेजे गए थे। उनमें से 9 लोगों के टेस्ट नेगेटिव आए हैं। उनकी माताजी, भाई, घर में काम करने वाले लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। केवल उनके पिताजी का टेस्ट पॉजिटिव आया है जिन्हें इलाज के लिये एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है। हालांकि अभी प्रेस कांंफ्रेंस में शामिल अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और विधायकों के बारे में कोई सूचना नहीं है कि उन्हें विभाग की ओर से क्या हिदायत दी गई है या वे क्या एहतियात बरत रहे हैं। केवल पूर्व सीएम कमल नाथ ने खुद को आइसोलेट किया है।       चिकित्सा अधिकारी डेहरिया ने आमजन से अपील की है कि किसी को घबराने या दहशत में आने की आवश्यकता नहीं है। लड़की और उनके पिताजी भी नार्मल हैं। दोनों का इलाज एम्स में चल रहा है। साथ ही साथ कोरोना पॉजिटिव आए व्यक्ति से क्लोज कॉन्टैक्ट में आए व्यक्तियों को स्वयं को 14 दिन तक होम क्वारेन्टीन करने की हिदायत भी दी गई है।  

Kolar News

Kolar News 25 March 2020

भोपाल। कोरोना के चलते देश भर में लगे लॉकडाउन और कफ्यू लगा दिया गया है। भारत बंद का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले गरीब परिवारों पर पड़ा है। लॉकडाउन के चलते इनके सामने रोजी रोटी की मुसीबत खड़ी हो गई है। इन सब के बीच मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार से राहत पैकेज की घोषणा करने की मांग की है।   पूर्व सीएम कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर सरकार से  गरीब- मध्यमवर्ग के लोगों के लिये भी राहत पैकेज व राशन का इंतज़ाम करने की मांग की है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘देश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 21 दिन का लॉकडाउन घोषित हो चुका है। इन 21 दिनों में हमें कोरोना से बचाव व सुरक्षा हेतु विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मै मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से पहले भी यह माँग कर चुका हूँ कि लॉकडाउन के इन दिनों में हमें कोरोना से बचाव के साथ-साथ उन गरीब- मध्यमवर्ग के लोगों के लिये भी राहत पैकेज व राशन का इंतज़ाम करना चाहिये जो प्रतिदिन कमाकर अपना जीवन यापन करता है। उनके लिये यह दोहरा संकट है।    आगे कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘मेरी सरकार होती तो अभी तक हम इन वर्ग के लिये राहत पैकेज की घोषणा कर चुके होते। पता नहीं क्यों नई सरकार ने इस मामले में अभी तक निर्णय नहीं लिया है? इन 21 दिन में प्रदेशवासियों को आवश्यक वस्तुओं की परेशानी ना हो, उसको भी सरकार सुनिश्चित करें। उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि मैं प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों, नेताओ, कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों, संस्थाओं, धर्म प्रमुखों से भी अपील करता हूँ कि वो इन गरीब-मध्यम वर्ग, दिहाड़ी मज़दूरों के भोजन-राशन के इंतज़ाम के लिये अपनी ओर से हरसंभव मदद करें, संकट के इस दौर से हम एक दूसरे की मदद से निजात पा सकते है।   

Kolar News

Kolar News 25 March 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथ सत्ता की कमान आते ही बदलाव शुरू हो गए हैं। शासन ने मंगलवार को मुख्य सचिव के पद पर बड़ा बदलाव किया है। मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी की जगह आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह बैंस को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है।    इकबाल सिंह बैंस 1985 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में राजस्व मंडल, ग्वालियर, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष के रूप में पदस्थ थे। इससे पहले की शिवराज सरकार में वे सीएमओ में भी रह चुके हैं। हाल ही में एसआर मोहंती के रिटायर होने के बाद एम गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव बनाया गया था। गोपाल रेड्डी कमलनाथ के खास माने जाते हैं। रेड्डी को सितम्बर 2020 में सेवानिवृत्त होना था लेकिन इसके पहले ही उन्हें हटा दिया गया।

Kolar News

Kolar News 24 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का छठवां सत्र मंगलवार अपने समय सुबह ठीक 11 बजे शुरू हुआ, जिसमें सरकार के प्रति विश्वास प्रस्ताव लाया गया जो सर्वसम्‍मति से पास हो गया। इस दौरान कांग्रेस का सदन में कोई भी विधायक नहीं पहुंचा। इसके साथ ही आज मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार ने सदन में बहुमत हासिल कर लिया है।    सदन की पूरी कार्यवाही के लिए सभापति जगदीश  देवड़ा को बनाया गया था। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्‍थगित कर दी गई। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज सदन की कार्यवाही के बाद बताया कि सभापति तालिका जीवित थी, इसलिए सभापति के रूप में वरिष्‍ठ सदस्‍य जगदीश देवड़ा उपस्‍थ‍ित थे, सदन में कोई प्रोटेम स्‍पीकर नहीं बनाया गया था क्‍योंंकि हाल ही में विधानसभा अध्‍यक्ष ने इस्‍तीफा दिया है।  डॉ.  मिश्रा ने बताया कि बहुमत के लिए हमें 104 सदस्‍य सदन में चाहिए थे,  जिसमें कि सदन में इससे कहीं अधिक सदस्‍य आज उपस्‍थ‍ित हुए। निर्दलीय विधायक भी यहां उपस्‍थ‍ित हुए, जिन्‍होंने भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार के प्रति अपना भरोसा जताया।    उल्‍लेखनीय है कि सरकार इस सत्र में लेखानुदान लाएगी। आज के सत्र के पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा के चार दिवसीय सत्र को लेकर व्हिप जारी कर समस्त विधायक को सदन की कार्यवाही में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने को कहा था। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने व्हिप जारी करते हुए सभी पार्टी विधायकों को निर्देशित किया था कि वे 24 मार्च को प्रारंभ हो रहे विधानसभा के सम्पूर्ण सत्र में सदन की पूरी कार्यवाही में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।  

Kolar News

Kolar News 24 March 2020

भोपाल, 23 मार्च (हि.स.)। शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात 9 बजे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। चौहान प्रदेश के इतिहास में ऐसे पहले नेता हैं, जो चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। राजभवन में हुए एक सादा समारोह में राज्‍यपाल लालजी टंडन ने उन्‍हें प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव एम.गोपाल रेड्डी ने किया। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ एवं सुश्री उमा भारती, भारतीय जनता पार्टी के विधायक एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। मध्‍य प्रदेश में भाजपा ने 15 साल अपनी सत्‍ता चलाई थी, उसके बाद बीच में 15 महीने कांग्रेस की सरकार रहने के बाद फिर भाजपा की सरकार एक बार यहां आ गई है। इससे पहले शिवराज 2003, 2008 और 2013 में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके मुख्‍यमंत्री बनने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित अनेक नेताओं ने उन्‍हें बधाई दी है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान के शपथ लेने पर मैं उन्हें बधाई देता हूं। साथ ही उम्मीद करता हूं कि कांग्रेस सरकार द्वारा विगत 15 माह में शुरू किये गये जनहितैषी कार्यों, निर्णयों व योजनाओं को प्रदेशहित में वे आगे बढ़ाएंगे। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम सब मिलकर प्रदेश को नम्‍बर एक का राज्‍य बनाएंगे। हमारे सामने आज चुनौतियां बहुत हैं, जिनका हम सभी को मिलकर मुकाबला करना है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह का जन्म 5 मार्च, 1959 को हुआ। पिता का नाम प्रेमसिंह चौहान है और माता का नाम श्रीमती सुंदरबाई चौहान है। वर्ष 1992 में साधना सिंह के साथ शिवराज सिंह चौहान का विवाह हुआ और उन्‍होंने स्नातकोत्तर (दर्शनशास्त्र) तक स्वर्ण पदक के साथ शिक्षा प्राप्‍त की है। सन् 1975 में मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। आपात काल के विरोध करने पर 1976-77 में भोपाल जेल में निरुद्ध रहे। अनेक जन समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन और जेल यात्राएं की हैं। सन् 1977 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में नर्मदा नदी के किनारे जैत नाम के छोटे से गांव के किसान परिवार में जन्मे शिवराज की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है, लेकिन जब वे विद्यार्थी परिषद के संपर्क में आए तो छात्र राजनीति करने लगे। सबसे पहले वे गरीब मजदूरों की हक में लड़ाई लडऩे के लिए अपने परिवार के विरोध में गए। यहीं से समझिए कि उनके आन्‍दोलन का सफर का प्रारंभ हो गया और उनके इस एक कदम ने तय कर दिया कि वे भविष्‍य में एक सफल राजनेता बनकर उभरेंगे और ऐसा समय के साथ हुआ भी। आज वे एक सफल राजनेता हैं। सन् 1977-78 में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के संगठन मंत्री रहे। सन् 1978 से 1980 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मध्य प्रदेश के संयुक्त मंत्री रहे। सन् 1980 से 1982 तक अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के प्रदेश महासचिव, 1982-83 में परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य, 1984-85 में भारतीय जनता युवा मोर्चा, मध्य प्रदेश के संयुक्त सचिव, 1985 से 1988 तक महासचिव तथा 1988 से 1991 तक युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे।पहली बार विधायक बने:चौहान 1990 में पहली बार बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। वे 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद बने। चौहान 1991-92 मे अखिल भारतीय केसरिया वाहिनी के संयोजक तथा 1992 में अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव बने। सन् 1992 से 1994 तक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव रहे। सन् 1992 से 1996 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति, 1993 से 1996 तक श्रम और कल्याण समिति तथा 1994 से 1996 तक हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य रहे।  जब पहुंचे लोकसभा: चौहान 11वीं लोकसभा में वर्ष 1996 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गये। सांसद के रूप में 1996-97 में नगरीय एवं ग्रामीण विकास समिति, मानव संसाधन विकास विभाग की परामर्शदात्री समिति तथा नगरीय एवं ग्रामीण विकास समिति के सदस्य रहे। चौहान वर्ष 1998 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से ही तीसरी बार 12वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गये। वह 1998-99 में प्राक्कलन समिति के सदस्य रहे। चौहान वर्ष 1999 में विदिशा से चौथी बार 13वीं लोकसभा के लिये सांसद निर्वाचित हुए। वे 1999-2000 में कृषि समिति के सदस्य तथा वर्ष 1999-2001 में सार्वजनिक उपक्रम समिति के सदस्य रहे। सन् 2000 से 2003 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। इस दौरान वे सदन समिति (लोक सभा) के अध्यक्ष तथा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रहे। चौहान 2000 से 2004 तक संचार मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे। शिवराज सिंह चौहान पाँचवीं बार विदिशा से 14वीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वर्ष 2004 में कृषि समिति, लाभ के पदों के विषय में गठित संयुक्त समिति के सदस्य, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, भाजपा संसदीय बोर्ड के सचिव, केन्द्रीय चुनाव समिति के सचिव तथा नैतिकता विषय पर गठित समिति के सदस्य और लोकसभा की आवास समिति के अध्यक्ष रहे। चौहान वर्ष 2005 में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किये गये। पहली बार बने थे मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री:चौहान 29 नवम्बर, 2005 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा के निर्वाचन में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की। चौहान को 10 दिसम्बर, 2008 को भारतीय जनता पार्टी के 143 सदस्यीय विधायक दल ने सर्वसम्मति से नेता चुना। चौहान ने 12 दिसम्बर, 2008 को भोपाल के जम्बूरी मैदान में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा के निर्वाचन में भी चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की। चौहान को 165 सदस्यीय भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल ने तीसरी बार सर्वसम्मति से अपना नेता चुना। चौहान ने 14 दिसम्बर, 2013 को भोपाल के जम्बूरी मैदान में लगातार तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। चौहान 16 दिसंबर, 2018 तक मुख्यमंत्री रहे।  शिवराज सिंह चौहान दिसंबर 2018 के विधानसभा निर्वाचन में बुधनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। इसके बाद आज सोमवार को फिर एक बार चौहान ने प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है। 

Kolar News

Kolar News 24 March 2020

भोपाल। देश में कोरोना वायरस के कोहराम के बीच मध्यप्रदेश में नयी सरकार के गठन को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कोरोना के चलते भाजपा द्वारा अपनी सभी बैठकों को टाल दिया गया था, लेकिन जानकारी मिली है कि सोमवार शाम को ही भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें विधायक दल के नेता का चयन होगा। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विधायक दल के नेता चुने जा सकते हैं। उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। राजभवन में शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। शिवराज आज शाम को ही चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के चलते भोपाल में आगामी 31 मार्च तक लॉक डाउन किया गया है। वहीं, भाजपा ने भी 25 मार्च तक अपनी सभी बैठकों को निरस्त कर दिया गया था, लेकिन जानकारी मिली है कि भाजपा ने सोमवार शाम 6.00 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायशुमारी की जा रही है। मुख्यमंत्री पद के लिए तीन नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम चर्चा में है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है। शिवराज लगातार तीन बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि बैठक के बाद भाजपा आज ही राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। राजभवन में नये सीएम के शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

Kolar News

Kolar News 23 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे जिले में धारा 144 लागू रहेगी। निर्देश का पालन नहीं करने वालों पर पुलिस सख्ती बरतेगी। कोरोना के चलते मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मचे सियासी घमासान पर भी ब्रेक लग गया है। कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब भाजपा सरकार बनाने की तैयारी में है। राज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दे सकते हैं। इसके पहले भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि कोरोना के बचाव के लिए ये बैठक लगातार टलती जा रही है। 23 मार्च को प्रस्तावित बैठक एक दिन और टल गई है।   सोमवार को होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक अब 24 मार्च को होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि 24 मार्च की शाम या देर रात को भाजपा विधायक दल की औपचारिक बैठक में शिवराज सिंह चौहान को नेता चुना जा सकता है। भाजपा इसी दिन राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। सरकार बनाने का दावा पेश करने के चलते भाजपा ने अपने सभी विधायकों को दो- तीन दिन भोपाल में ही रुकने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि बतौर पर्येवेक्षक धर्मेंद्र प्रधान और अनिल जैन दिल्ली से भोपाल आ सकते हैं। सबकुछ ठीक रहा तो 25 मार्च को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जा सकती है। शपथ ग्रहण समारोह में भी किसी तरह के ताम-झाम नहीं करने का फैसला पार्टी ने किया है। चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में सादगी से शपथ दिलाई जाएगी।    

Kolar News

Kolar News 23 March 2020

भोपाल। भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने लोक स्वास्थ्य और कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 31 मार्च रात्रि 12:00 बजे तक भोपाल जिले की राजस्व सीमाओं को सील करते हुए भोपाल जिले में पूरी तरह से लॉक डाउन करने का आदेश तत्काल रूप से लागू कर दिया गया है।    इस दौरान सभी शासकीय, अर्ध शासकीय ,अशासकीय कार्यालय, संस्थान बंद रहेंगे, लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी, सभी सार्वजनिक परिवहन और निजी वाहन भी सड़कों पर नहीं निकल सकेंगे । भोपाल से सभी बसों, ट्रेन, हवाई उड़ानों, धार्मिक स्थलों, निर्माण कार्यो को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।   धारा 144 के अंतर्गत जारी किए गए आदेश में अति आवश्यक सेवाओं से संबंधित व्यवसायिक प्रतिष्ठान जैसे दूध, फल, सब्जी, किराना, दवा,प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, पेट्रोल पंप को इस आदेश के अंतर्गत छूट दी गई है। इसके साथ ही होम डिलीवरी टिफिन सेंटर, कम्युनिटी किचिन, स्वस्थ्य विभाग के निर्देश के पालन पर चालू रहेंगे। आदेश में बताया गया कि दूध और पेपर बांटने वाले व्यक्तियों को सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक इस कार्य के लिए छूट रहेगी।   अत्यावश्यक सेवा के लिए परिवार का कोई एक सदस्य आवास के निकट सेवा प्रदाता संस्थान तक जा सकेगा और सोशल डिस्टेंस का पालन करेगा। इसके साथ ही जिले में किसी भी व्यक्ति के बाहरी व्यक्ति के प्रवेश और व्यक्ति के बाहर जाने को प्रतिबंधित कर दिया गया। जिले में कोई भी वाहन प्रवेश नहीं करेगा अति आवश्यक सेवाओं के लिए जैसे मास्क , दवाएं फल, सब्जी, न्यूज़ पेपर ले जाने वाले वाहन, दूध के वाहन, गैस सिलेंडर, पेट्रोल और समय समय पर आवश्यकता के अनुसार निर्धारित होने वाली सेवाओ को इस प्रतिबंध से छूट रहेगी । किसी व्यक्ति को यदि घर या शहर से बाहर जाना है तो उसके लिए संबंधित थाने में जाकर उसे पास प्राप्त करना होगा।    अतिआवश्यक सेवाओ और दवाई,मास्क, पेट्रोल, गैस, और ऐसी ही अन्य सेवाओ में लगे कर्मचारियों को इसके लिये डीएम,एडीएम,एसडीएम कार्यालय से पास प्राप्त करने के बाद अनुमति रहेगी, इस दौरान उन सभी को लोगो को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के प्रोटो काल का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।     इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर जारी किये जाने वाले निर्देशों का पालन किया जाए। राजस्व, नगर निगम,पंचायत, स्वास्थ्य,पुलिस ,होमगार्ड्स, बिधुत, पेयजल, लेखा ,आपदा प्रबंधन, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, टेलीकॉम, पोस्टल,बैंकिंग सेवाओ आदि को इस आदेश से मुक्त रखा गया है। घर से बाहर निकलने वाले कर्मचारियों को अपना आई डी कार्ड साथ रखना होगा।   

Kolar News

Kolar News 23 March 2020

भोपाल। कोरोना वायरस के खिलाफ देशभर में रविवार सुबह से जनता कफ्यू शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद देशभर में इसका पालन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी जनता कफ्यू का असर देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश के आठ जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण से बचान के लिए शनिवार को ही लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। इन सात जिलों में जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, रीवा, छिंदवाड़ा और ग्वालियर, बैतूल शामिल है। जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर में रविवार से 14 दिन के लिए लॉक डाउन रहेगा।   राजधानी भोपाल में रविवार सुबह जनता कफ्यू के चलते सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा। सभी छोटी दुकानें बंद रही। रोजाना सुबह सैर पर निकलने वाले लोग भी आज बाहर नहीं निकले। रोजाना सैकड़ों की संख्या में शाहपुरा तालाब में भीड़ लगती है। हर रोज यहां सुबह 6 से 7 बजे के बीच 200 से 300 लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं। लेकिन आज यहां भी सन्नाटा पसरा रहा। बसों के पहिये पूरी तरह से थम चुके हैं। हर रोज यात्रियों की भीड़ से भरा रहने वाला भोपाल का आईएसबीटी सूना पड़ा है। सिटी बसों के पहिये भी थमे हुए हैं। भेल इलाके में सभी सिटी बसों को पार्क कर दिया गया है। अयोध्या नगर बायपास पर सुबह 7 बजे खुले रिलायंस स्टोर को पुलिसकर्मियों ने बंद करवा दिया। पुलिसकर्मियों ने स्टोर खोलने पर उसे सील करने की चेतावनी दी है। वहीं होशंगाबाद में ऑटो-बस सर्विस बंद हैं। सब्जी मंडी बंद हैं। दूध, मेडिकल और पेट्रोल पंप खुले हैं। लोग भी बंद में बढ़चढक़र सहभागिता कर रहे हैं। मंदसौर में पशुपतिनाथ मंदिर में भी आम दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद हो गया है। सिर्फ पुजारी पूजन कर रहे हैं। हालांकि जनता कफ्र्यू के चलते दैनिक कमाई करने वालों को परेशानी हो रही है।    हालांकि कोरोना का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरी पर पड़ा है। भोपाल में अन्ना नगर के लोग आज बेरोजगार हैं। इनके सामने भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। इन लोगों का कहना है कि हमारे लिए बंदी का मतलब बेरोजगारी है। आज काम नहीं करने से हमारे परिवार पर संकट आ जाएगा। ऐसे में मजदूरों के भरण-पोषण का खर्च जल्द ही सरकार उठा सकती है। राज्य शासन ने इस दिशा में विचार शुरू कर दिया है। निर्णय नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद ही हो सकेगा। इधर इंदौर शहर के स्वच्छता प्रहरी जनता कफ्र्यू के दिन रविवार को भी शहरों से कचरा इकट्ठा करने में लगे रहे। कर्मचारियों का कहना है कि सुबह 10 बजे तक ही डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन का काम किया जाएगा।   

Kolar News

Kolar News 22 March 2020

भोपाल। भोपाल में कोरोना के पहले मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। रविवार को भोपाल के प्रोफेसर कॉलोनी में एक कोरोना संक्रमित युवती मिली है। युवती तीन दिन पहले ही लंदन से भोपाल लौटी थी। इसके साथ ही अब मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5 हो गई है। इससे पहले संक्रमण के 4 मरीज शुक्रवार को जबलपुर में मिले थे। इनमें से तीन एक ही परिवार के थे, जो दुबई से लौटे थे। चौथा मरीज स्विट्जरलैंड से आया था। सभी मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।    स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि लंदन में एलएलएम की पढ़ाई कर रही 26 वर्षीय युवती 17 मार्च की सुबह दिल्ली पहुंची थी। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के बाद डॉक्टर्स ने उसे फिट घोषित किया था। इससे बाद वह शताब्दी एक्सप्रेस में सवार होकर भोपाल आई थी। रविवार दोपहर को परिजनों ने कलेक्टर तरुण पिथौड़े से संपर्क कर कोरोना जांच की मांग की थी। सूचना मिलने के बाद जेपी अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम ने घर पहुंचकर लडक़ी के थ्रोट के सुआब का नमूना लिया था, जिसे जांच के लिए भोपाल एम्स भेजा गया। अब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।  

Kolar News

Kolar News 22 March 2020

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर आज सुबह सात बजे से जनता कफ्यू जारी है। देशभर में लोग पीएम की अपील का समर्थन कर रहे है। मध्य प्रदेश में भी जनता कफ्यू का असर देखने को मिल रहा है। भोपाल में कोरोना वायरस का एक मरीज भी सामने आया है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके बाद एहतियात के तौर पर मुख्य सचिव और डीजीपी को भोपाल में लॉकडाउन के निर्देश दिए थे। जिस पर अमल करते हुए भोपाल में 3 दिनों केे  लॉकडाउन का एलान कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। वहीं जनता कफर््यू के बीच कमलनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है।   कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर जनता से सावधानी बरतने और भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘कोरोना से बचाव हेतु पूरे देश में आज सुबह 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक जनता कफर््यू लागू है। मेरी प्रदेश के नागरिकों से अपील, जितना सहयोग आपका इस जनता कफर््यू के लिये दे रहे है, उतना ही सहयोग हमें रात्रि 9 बजे के बाद भी करना है। ऐसा ना हो कि हम रात्रि 9 बजे के बाद सडक़ों पर निकल जाये, भीड़ ना करे, ऐसा करने से जनता कफर््यू का उद्देश्य ही ख़त्म हो जायेगा। इसलिये हम आगे भी सावधानी बरते, रात्रि 9 बजे के बाद भी यदि आवश्यक कार्य हो तो ही घर से बाहर निकले, कही भी भीड़भाड़ ना करे, एकत्रीकरण ना हो।   आगे कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा ‘पूरे प्रदेश में प्रशासन को भी निर्देश कि रात्रि 9 बजे के बाद भी सावधानी बरती जाये, कही भी भीड़भाड़ व एकत्रीकरण ना होने दिया जाय। लोगों के अनावश्यक निकलने पर उन्हें समझाईश दी जाये। सावधानी से ही हम कोरोना पर नियंत्रण पा सकते है।  

Kolar News

Kolar News 22 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टण्डन को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने अपना ट्वीटर स्टेटस भी बदल लिया है। अब उन्होंने अपने ट्वीटर स्टेटस में मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन की जगह कांग्रेस महासचिव और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख लिख लिया है।  कमलनाथ ने शुक्रवार को दोपहर में राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन को मुख्यमंत्री पद से अपना त्याग-पत्र सौंपा। राज्यपाल ने उनका त्याग-पत्र मंजूर कर उन्हें नये मुख्यमंत्री द्वारा कार्यभार ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है। इसके साथ ही राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के साथ ही उनके मंत्रिपरिषद का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है, साथ ही नये मुख्यमंत्री द्वारा शपथ ग्रहण किये जाने तक उन्हें अपने सहयोगियों सहित अपने पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इसकी अधिसूचना जारी की गई है।इधर, कमलनाथ ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपने के बाद अपने ट्वीटर स्टेटस बदलने में भी देर नहीं की। अब ट्विटर पर उनकी प्रोफाइल महासचिव और प्रदेशाध्यक्ष कांंग्रेस के नाम से है। 

Kolar News

Kolar News 20 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमनलाथ ने शुक्रवार को दोपहर में सीएम हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इस पर कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट के माध्यम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। सत्यमेव जयते। मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया है कि - ‘मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। मेरा सदैव यह मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी। सच्चाई की फिर विजय हुई है। सत्यमेव जयते।’

Kolar News

Kolar News 20 March 2020

भोपाल। मेरे 40 साल के राजनैतिक जीवन में मैंने हमेशा से विकास में विश्वास रखा है और भाजपा ने हमेशा विश्वासघात में। जब में केन्द्र की यूपीए की सरकार में मंत्री था, हमेशा यह सोचता था कि प्रदेश का विकास कैसे करूं। मुझे जनता ने प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए पांच वर्ष दिए, भाजपा को जनता ने पूरे 15 वर्ष दिए, जनता ने उनके कार्यकाल की सच्चाई देखी है और मेरे 15 माह के कार्यकाल को भी देखा है। इन 15 माह में प्रदेश का हर नागरिक गौरवान्वित हुआ है। यह बातें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना इस्तीफा देने से पहले शुक्रवार को सीएम हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।  उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश हित में मेरे द्वारा किए जा रहे जनहितैषी कार्य रास नहीं आए, इसलिए भय व बौखलाहट में वो मेरे खिलाफ निरंतर साजिश रचती रही। हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया, जिसकी सच्चाई देश की जनता ने देखी। किस प्रकार करोड़ों रुपये खर्च कर प्रलोभन का खेल खेला गया। तथाकथित जनता द्वारा नकारे गए महत्वाकांक्षी, सत्तालोलुप "महाराज" और उनके द्वारा प्रोत्साहित 22 लोभियों के साथ मिलकर भाजपा ने खेल रच लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की, जिसकी सच्चाई थोड़े ही समय में सभी के सामने आएगी। प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों व बागियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।    कमलनाथ ने कहा कि मैं चाहता था कि कांग्रेस महल में नहीं बल्कि महल कांग्रेस में आए ताकि जनता शक्तिशाली बने। हमने कई बार विधानसभा में अपना बहुमत साबित किया लेकिन भाजपा बार-बार अल्पमत की सरकार बताकर प्रदेश की जनता को गुमराह व भ्रमित करती रही। मेरी सरकार को अस्थिर कर भाजपा प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ विश्वासघात कर रही है। उसे यह भय सता रहा है कि यदि मैं प्रदेश की तस्वीर बदल दूंगा तो प्रदेश से भाजपा का नामोनिशान मिट जाएगा।उन्होंने कहा कि मेरी सरकार को अस्थिर करके भाजपा ने प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता से सिर्फ धोखा नहीं किया है, बल्कि इन 15 माह में हमारे द्वारा प्रथम चरण में 20 लाख किसानों की कर्ज माफी की गयी, दूसरे चरण में साढ़े सात लाख किसानों की कर्ज माफी की प्रक्रिया चालू है। एक जून से हम कर्ज माफी का तीसरा चरण प्रारंभ करने वाले थे। हमने कर्ज के बोझ के कारण किसानों की आत्महत्याओं को रोका। हमने किसानों के हित में कई निर्णय लिए। भाजपा ने हमारी सरकार के साथ षड्यंत्र कर उन सभी किसान भाइयों के साथ धोखा व विश्वासघात करने का काम किया है।उन्होंने कहा कि इन 15 माह में हमने प्रदेश को माफिया मुक्त प्रदेश बनाने को लेकर माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया। भाजपा नहीं चाहती है कि माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही हो, क्योंकि ये सारे माफिया भाजपा की 15 वर्ष की सरकार में ही पनपे, इसलिए उसने माफियाओं के साथ मिलकर मेरी सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची और प्रदेश को भयमुक्त और सुरक्षित प्रदेश बनने से रोकने का काम किया। हमने युवाओं को रोजगार देने के लिए युवा स्वाभिमान योजना प्रारंभ की। भाजपा के शासनकाल में रोजगार के अभाव में युवाओं की आत्महत्या में प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में शामिल रहा। हम प्रदेश पर लगे बेरोजगारी के दाग को धोने का काम निरंतर कर रहे थे, भाजपा को हमारा युवाओं को रोजगार देना रास नहीं आया। इसलिए भाजपा ने यह खेल खेला।कमलनाथ ने कहा कि इन 15 माह में हमने प्रदेश को मिलावट मुक्त प्रदेश बनाने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया। भाजपा नहीं चाहती कि प्रदेश की जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिले इसलिए उसने यह साजिश रच प्रदेश की जनता के साथ धोखा व विश्वासघात करने का काम किया है। हमने इंदिरा गृह ज्योति योजना के माध्यम से प्रदेश की जनता को 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली प्रदान की। हमने किसानों को आधी दर में बिजली प्रदान की। हमने भोपाल और इंदौर में मेट्रो का कार्य प्रारंभ किया, भाजपा को यह रास नहीं आया। इसी तरह हमने प्रदेश हित में कई उल्लेखनीय निर्णय लिए, जिनकी सूची काफी लम्बी है। भाजपा को हमारे जन हितैषी कामों से यह भय सताने लगा कि हमारे इन कामों से प्रदेश की जनता अगले पांच वर्ष भी प्रदेश की बागडोर हमारे हाथों में सौंपेगी, इसलिए भाजपा ने यह साजिश रची। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इस सच्चाई को जानती है कि मैंने इन 15 माह में दिन रात कार्य कर प्रदेश की प्रोफाइल बदलने का काम पूरी ईमानदारी से किया है। प्रदेश पर पिछले 15 वर्षों में लगे दागों को धोने का काम किया है। इन 15 माह में हमारे ऊपर किसी भी घोटाले या भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। प्रदेश की जनता ने यह महसूस किया कि सरकार क्या होती है, जनहितैषी कार्य क्या होते हैं। भाजपा कितनी भी साजिश रच ले, विकास के पथ पर हम सदैव अग्रसर रहेंगे, चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगे। प्रदेश की जनता का विश्वास हमारे साथ है। 

Kolar News

Kolar News 20 March 2020

जबलपुर। शहर के पास खमरिया स्थित आयुध निर्माणी फैक्ट्री में बुधवार रात एक फिर भीषण हादसा हो गया। यहां भारतीय सेना के लिए गोला बारूद सुरक्षित रखने और बनाने वाली ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की एक बिल्डिंग में जबरदस्त विस्फोट के बाद पूरी बिल्डिंग तबाह हो गई। हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। मौके पर पहुंची फायर दल ने देर रात आग पर काबू पा लिया।    जानकारी अनुसार फैक्ट्री के फिलिंग सेक्शन एफ 2 की 147 नंबर की बिल्डिंग में यह विस्फोट हुआ है। जिस समय विस्फोट हुआ था उस समय एफ टू सेक्शन में कोई भी कर्मचारी नहीं था, यही वजह है कि इस भीषण विस्फोट में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। विस्फोट के तुरंत बाद एक दर्जन से ज्यादा दमकल वाहन मौके पर पहुंच गए और बिल्डिंग में लगी आग को काबू करने में जुट गए। देर रात करीब 12 बजे आग पर काबू पा लिया गया। विस्फ़ोट की सूचना मिलते ही जीएम सहित अन्य आला अधिकारी और कर्मचारी नेता मौके पर पहुँच गए। इधर सूचना के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी फेक्ट्री पहुँच गए पर सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें गेट पर ही सुरक्षा अधिकारियों ने रोक लिया। बताया जा रहा है कि सेक्शन में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इनक्वारी शुरू कर दी है।  

Kolar News

Kolar News 19 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में अस्पमत के संकट से जूझ रही कमलनाथ सरकार इन दिनों अधिकारियों के ताबड़तोड़ तबादलों में जुटी है। पिछले एक सप्ताह से लगातार तबादलों का दौर जारी है। इसी क्रम में पुन:  भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के चार वरिष्ठ अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया गया है। मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी ने गुरुवार को उनकी नवीन पदस्थपना के आदेश जारी कर दिये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभांशु कमल को प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके सिंह को कृषि उत्पादन आयुक्त का दायित्व दिया गया है। वहीं, प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष आईसीपी केशरी को वाणिज्यिक कर विभाग में अपर मुख्य सचिव और अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के प्रबंध संचालक विनोद कुमार को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा अनुसूचित कल्याण विभाग के आयुक्त डॉ. मसूद अख्तर को अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वहीं, राज्य सरकार ने बुधवार को देर रात आदेश जारी कर दो आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था। इनमें नगर निगम ग्वालियर के आयुक्त संदीप कुमार माकिन को भोपाल गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग का संचालक और जबलपुर के अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित को नगर निगम ग्वालियर में आयुक्त नियुक्त किया गया था।

Kolar News

Kolar News 19 March 2020

भोपाल। बेंगलुरु में बागी विधायकों से मिलने पहुंचे दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लेने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बुधवार सुबह मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि जरूरत पड़ी तो मैं भी बेंगलुरु जाऊंगा। वहीं भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है। भाजपा हमारे 16 विधायकों को यहां लाने में क्यों घबरा रही है। एक व्यक्ति के 16 विधायकों से मिलने में क्या संकट ? मेरी चलती हुई सरकार है , 15 माह में हमने कई बार विश्वास का मत फ्लोर टेस्ट में साबित किया है।   इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर बेंगलुरु में कांग्रेस नेताओं को विधायकों से मिलने से रोकने और उनको हिरासत को लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या बताया है। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘बैंगलोर में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना , उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।    एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कांग्रेस नेताओं को शीघ्र रिहा करने की मांग करते हुए लिखा ‘पूरा देश आज देख रहा है कि एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिये किस प्रकार से भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। क्यों विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, आखिर किस बात का डर भाजपा को है ? भाजपा द्वारा एक गंदा खेल प्रदेश में खेला जा रहा है। लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक मूल्यों व अधिकारों का दमन किया जा रहा है। हमारे हिरासत में लिये गये नेताओ को शीघ्र रिहा किया जावे और बंधक विधायकों से मिलने की इजाज़त दी जाये, हालांकि  दिग्विजय सहित अन्‍य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लेने  के बाद पुलिस ने उन्‍हें छोड़ दिया है।   

Kolar News

Kolar News 18 March 2020

भोपाल। फ्लोर टेस्ट से इनकार कर रही प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अब अपने ऊपर आए राजनीति संकट से निकलने के लिए बागी विधायकों को मनाने की नई रणनीति तैयार की है। इसके तहत बुधवार सुबह दिग्विजय सिंह प्रदेश के 6 मंत्री और 9 विधायकों के साथ बेंगलुरु पहुंच गए हैं। यहां दिग्विजय सिंह ने बागी विधायकों से मिलने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद अब दिग्विजय सिंह ने बागी विधायकों से मुलाकात नहीं होने तक थाने में भूख हड़ताल पर बैठने की बात कही है।    बेंगलुरु में सुबह से चल रहे घमासान की हर पल की जानकारी दिग्विजय सिंह अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्वीटर पर साझा कर रहे है। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि हमारे जो विधायक यहां हैं, उनकी प्राइवेसी के चलते हम उनसे नहीं मिल सकते हैं। निगरानी के लिए पुलिस 24 घंटे उनपर नजऱ रखे है। प्राइवेसी की रक्षा का ये गज़़ब उदाहरण है! हर संवैधानिक अधिकार, हर संवैधानिक व्यवस्था की स्वार्थी व्याख्या भाजपा से सीखें। दिग्विजय ने भूख हड़ताल पर जाने का एलान करते हुए कहा कि ‘कर्नाटक पुलिस हमें स्थानीय डीसीपी ऑफि़स लायी है। हमारी माँग है कि भाजपा की क़ैद में रह रहे हमारे विधायकों से हमें मिलने दिया जाए। जब तक हमारी मुलाक़ात अपने विधायकों से नहीं होगी, मैं अनशन की घोषणा करता हूं। हमारे देश में लोकतंत्र है, डिक्टेटरशिप नहीं।   उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘मैं बेंगलुरु में अपने विधायकों से मिलने आया हूं। कर्नाटक पुलिस हमें मिलने नहीं दे रही है। मैं गांधीवादी हूँ, निहत्था हूं। उनकी सुरक्षा के लिए कोई ख़तरा नहीं हूं। मैं गुप्त रूप से नहीं, खुलेआम मिलने आया हूं। लेकिन भाजपा उन्हें तालाबंद रखना चाहती है और लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है। दिग्विजय ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि विधायक निजी नागरिक नहीं हैं। वो लाखों जनता/ वोटरों के प्रतिनिधि हैं। विधायक को अगर कोई संकट है तो संवैधानिक व्यवस्था है कि वे स्पीकर को मिलें, या सदन पटल पर बोलें या पार्टी के अधिकृत प्रतिनिधियों से कहें। अन्य कोई भी तरीक़ा लोकतंत्र का अपहरण है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ‘बेंगलुरु में तो भाजपा की सरकार है। यहाँ की पुलिस भाजपा सरकार के अधीन है। मैं यहां गांधीवादी तरीक़े से अपने विधायकों से मिलने आया हूं। मुझे तो भाजपा के राज में भी, उनकी पुलिस के बीच भी डर नहीं लग रहा है। लेकिन भाजपा नेता कह रहे हैं कि विधायकों को डर है। तो डर किससे है? खुद भाजपा से न?

Kolar News

Kolar News 18 March 2020

भोपाल। अपने समर्थकों के साथ बेंगलुरु पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह जहां बागी विधायकों से मिलने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं, वहीं इन विधायकों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। इन वीडियो में विधायक कह रहे हैं कि हम दिग्विजयसिंह के कारण ही भोपाल से यहां आए हैं और हमें उनसे नहीं मिलना है।    बेंगलुरु में रुके बाकी विधायकों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसमें वो कह रहे हैं कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस का बंटाधार कर दिया। हम उनकी वजह से ही भोपाल से भागकर यहां आए हैं और हमें दिग्विजय सिंह से नहीं मिलना। इसी बीच कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जा चुके बिसाहूलाल सिंह ने कर्नाटक डीजीपी को पत्र लिखकर अपने लिये सुरक्षा की मांग की है।    दिग्विजय पहले सड़क देखकर आएं: मनोज चौधरीप्रदेश की हाट पिपल्या विधानसभा से विधायक मनोज चौधरी अपने वीडियो में कह रहे हैं कि वो अपनी मर्जी से यहां आए हैं। चौधरी कहते हैं कि वो दिग्विजय सिंह से मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन उससे पहले दिग्विजय सिंह उनके निर्वाचन क्षेत्र की तमाम सड़कों को देखकर आएं। उन किसानों से मिलकर आएं जिन पर झूठे केस लाद दिए गए हैं।    भाई-भतीजावाद फैला रहे दिग्विजय: बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर से विधायक बिसाहूलाल सिंह अपने वीडियो में कह रहे हैं कि मैं 40 साल से दिग्विजय को अपना नेता मानते आ रहा हूं। पार्टी में वरिष्ठ होने के नाते मैं मंत्री पद का स्वाभाविक दावेदार था, लेकिन दिग्विजय सिंह के भाई-भतीजावाद के कारण मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। बिसाहूलाल सिंह ने अपने बयान में राहुल गांधी तक का हवाला दिया है। उन्होंने कर्नाटक के डीजीपी को सुरक्षा के लिये पत्र भी लिखा है।    अपनी मर्ज़ी से आए हैं, मर्ज़ी से जाएंगे: कमलेश विधायक कमलेश अपने वीडियो में कहते हैं कि हम लोग स्वेच्छा से आए हैं और स्वेच्छा से ही जाएंगे। वो कहते हैं कि कांग्रेस के बड़े नेता आए हैं, लेकिन अब ये फालतू क्यों परेशान हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता क्षेत्र की जनता का कोई काम नहीं कर रहे थे, इसलिए अब ये वापस चले जाएं।    दिग्गी की वजह से डूबी कांग्रेस की नैया: सुरेश धाकड़ एक ओर बागी विधायक सुरेश धाकड़ अपने वीडियो में कहते हैं कि मैं अपनी मर्जी से यहां आया और अपना इस्तीफा भेजा। वो कहते हैं कि दिग्गी यहां आए हैं, लेकिन इन्हीं की वजह से कांग्रेस की नैया डूबी हैं। हम इनसे नहीं मिलना चाहते।    दिग्विजय ने कांग्रेस बर्बाद कर दी: इमरती देवीपूर्व मंत्री इमरती देवी वीडियो में कहती हैं कि मैं मंत्री रही हूं, अभी पता चला है कि दिग्विजय सिंह आए हैं। लेकिन हम दिग्विजय सिंह की वजह से ही भोपाल से भागे हैं। उन्होंने पूरी कांग्रेस बर्बाद कर दी। ऐसी कांग्रेस में हम नहीं रहना चाहते, जहां दिग्विजय सिंह हों।     स्वयं की इच्छा से यहां आया हूं: तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट अपने वीडियो में कहते हैं कि मैं स्वास्थ्य मंत्री था और स्वयं की इच्छा से यहां आया हूं। दिग्गी यहां आए हैं, लेकिन हमें उनसे नहीं मिलना। इसी तरह की बातें ग्वालियर विधायक मुन्ना लाल गोयल और रघुराज सिंह कंसाना ने भी कही हैं।   

Kolar News

Kolar News 18 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहा राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को सुबह कांग्रेस के सिधिया समर्थक बागी विधायकों ने प्रेस वार्ता आयोजत कर कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस मामले में कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाए कि बेंगलुरु में बंधक कांग्रेस विधायकों से जबरन प्रेस क्रांफ्रेंस कराई है। बुरहानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा में मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि बेंगलुरु में बैठे विधायकों को कांफ्रेंस करने की जगह विधानसभा में आना चाहिए था। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस के विधायकों को भाजपा द्वारा बंधक बनाकर जबरदस्ती वीडियो बनाए जा रहे हैं और उनसे जबरन प्रेस वार्ता कराई जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि कमलनाथ सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और यह सरकार पूरे पांच साल चलेगी। बेंगलुरु में बैठे सभी 16 विधायक पक्के कांग्रेसी हैं और वे कमलनाथ सरकार का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। 

Kolar News

Kolar News 17 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के जारी सियासी उठापटक के बीच राज्यपाल लालजी टंडन के पत्र का जवाब देते हुए सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को दोबारा पत्र लिखा है। अपने पत्र में सीएम कमलनाथ ने लिखा है कि आज फ्लोर टेस्ट ना बुलाए जाने पर बहुमत नहीं होने की बात लिखना असंवैधानिक है। पहले बेंगलुरु में बंधक 16 विधायक स्वतंत्र होने दीजिए खुले वातावरण में आने दीजिए। उल्लेखनीय है कि सोमवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को दोबारा पत्र लिखकर मंगलवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा था।    मंगलवार को राज्यपाल लालजी टंडन को लिखे अपने पत्र में सीएम कमलनाथ ने कहा है कि आपने अपने पत्र में दी गई समयावधि में फ्लोर टेस्ट नहीं कराए जाने पर खेद जताया है लेकिन मैंने पिछले 15 महिनों में कई बाद सदन में बहुमत सिद्ध किया है। यदि भाजपा मेरे पास बहुमत नहीं होने का अरोप लगा रही है तो वे अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से फ्लोर टेस्ट करा सकते हैं। सीएम कमलनाथ ने पत्र में कहा है कि भाजपा द्वारा विधानभा के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत कर दिया गया है। विस अध्यक्ष द्वारा नियमानुसार कार्यवाही के बाद अपने आप सिद्ध हो जाएगा कि विधानसभा में हमारा बहुमत है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि आपके द्वारा 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं करवाए जाने पर और अपना बहुमत सिद्ध नहीं करने पर मुझे विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है मान लेना आधारहीन होने के साथ असंवैधानिक भी है।    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पत्र में राज्यपाल से बेंगलुरु में रुके बागी विधायकों का मुद्दा भी उठाते हुए उन्हें मुक्त कराने की बात कही है। सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर कांग्रेस के 16 विधायकों को जबरदस्ती बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि विधायकों को बेंगलुरु में पुलिस की मदद से होटल रिसॉर्ट में बंदी की तरह रखा गया है। उनसे कोई मिल नहीं सकता, बात नहीं कर सकता और उन्हें भोपाल आने से रोका जा रहा है। भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा कि विधायकों के मन मस्तिष्क पर प्रलोभन, डर दबाव डालकर मीडिया में झूठे बयान दिलवाए जा रहे है। सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि बंदी बनाए गए 16 कांग्रेस विधायकों को स्वतंत्र होने दीजिए और पांच सात दिन खुले वातावरण में बिना किसी डर दबाव के रहने दीजिए फिर वे स्वतंत्र मन से निर्णय ले सकेंगे। 

Kolar News

Kolar News 17 March 2020

भोपाल। बेंगलुरु में ठहरे कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 बागी विधायक मंगलवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। विधायकों का कहना है कि वचन पत्र में किए गए वादों को नहीं निभाए जाने के कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है। इसके अलावा बागी विधायकों ने भाजपा द्वारा बंधक बनाए जाने की खबरों का भी खंडन किया है। इसके साथ ही विधायकों ने यह भी दावा किया है कि हमारे साथ अभी 20 और कांग्रेस विधायक आएंगे।    मंगलवार को बेंगलुरु के रिसार्ट में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के सभी 22 विधायकों ने एक सुर में कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। सिंधिया समर्थक विधायकों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हमें 5 मिनट भी धैर्य से नहीं सुना। हमारे विधानसभा क्षेत्र में 1 रुपये का भी काम नहीं हुआ लेकिन हम किसको अपनी समस्या बताएं। विधायकों का आरोप है कि सारे काम छिंदवाड़ा में हुए, वहां हुए हजारों करोड़ के कार्यों के मुकाबले हमारे विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी मंजूर नही हुआ, इसलिए हम सब ने विधायक पद से इस्तीफे दिए हैं। विधायकों ने मीडिया के सामने आकर कहा कि हमें यह सूचना मिली कि हमें बंधक बनाया गया है, लेकिन आप लोग देख सकते हैं कि यह बात गलत है, हम स्वतंत्र है और अपनी मर्जी से यहां है। जब चुनाव लड़ा गया तो दो चेहरे सामने लाए गए जिसमें कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया थे। इसके बाद सिंधिया की जगह कमलनाथ को सीएम बनाया गया। सीएम बनने के बाद उनका व्यवहार बदल गया। हर बार छिंदवाड़ा में कामों के लिए पैसा लगाया जा रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका थी। हमारे साथी विधायक जो जयपुर में थे उनसे पूछ लीजिए, वह भी इनसे प्रताड़ित हैं।   बिसाहूलाल बोले, मुझे सम्मान नहीं दिया गया प्रेस वार्ता में सिंधिया समर्थक विधायक बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि मैं दिल्ली गया, वहां मुझे राहुल गांधी ने कहा तुम्हारे साथ अन्याय हुआ है, तुम्हारा नाम तो मंत्री बनाए जाने की सूची में था। बिसाहूलाल ने कहा कि मुझे सम्मान नहीं दिया गया, सीएम से मिलने पर कहा जाता था जल्दी निकल जाओ। कमलनाथ ने एक भी आदिवासी को पट्टा नहीं दिया गया, आदिवासी को शादी पर कोई पैसा नहीं मिला। यह सिर्फ बोलते हैं, मैंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। बिसाहूलाल ने कहा कि कोरोना का इतना ही डर है तो वल्लभ भवन में भी छुट्टी करवा दीजिए। सबसे सीनियर नेता को न तो मंत्री बनाया गया न ही विधानसभा अध्यक्ष। बेंगलुरु में रुकने पर विधायक ने कहा कि जब सिंधिया जैसे बड़े नेता पर हमला हो सकता है, तो हम लोग कैसे मप्र में सुरक्षित रह सकते हैं, इसलिए हम विधायक यहाँ बेंगलुरु में हैं।   इमरती बोली, मुख्यमंत्री से मिलना मुश्किल होता था प्रेसवार्ता में इमरती देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलना मुश्किल होता था। जब मुलाक़ात करने जाए तो कहते थे चलो निकलो, जल्दी बात करो और जाओ। मैं आज जो भी हूं, ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से हूं। सरकार ने वचनपत्र तैयार किया था, उस पर कोई अमल नहीं हुआ। मैंने मुख्यमंत्री से कहा था कि जब मेरे इलाके में काम ही नहीं हुआ, तो मुझे अब आगे चुनाव नहीं लड़ना।   गोविंद सिंह का आरोप, सिर्फ छिंदवाड़ा को दिए हजारों करोड़ पत्रकारों को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह राजपूत ने आरोप लगाए कि कैबिनेट ने सिर्फ छिंदवाड़ा को ही हजारों करोड़ रुपए आवंटित किए। हमने मुख्यमंत्री से कहा कि केवल इस पर चुनाव नहीं जीता जा सकता। गोविंद सिंह ने कहा कि जयपुर-भोपाल में ठहराए गए कांग्रेस के विधायकों को अगर खुला छोड़ दिया तो वे भी हमारे पास बेंगलुरु में आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने इस्तीफा सौंपा है और सभी केंद्रीय सुरक्षा बल की मौजूदगी में भोपाल आने को तैयार हैं। छह विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए गए तो 16 के क्यों नहीं। हम सभी उपचुनाव के लिए तैयार हैं। दिग्जिवय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा माफिया आज भी सरकार चला रहा है।   इससे पहले सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की संभावना के चलते सभी 22 बागी विधायकों का मेडिकल फिटनेस कराया गया है। कोरोना टेस्ट की स्क्रीनिंग के लिए 5 सीनियर डॉक्टरों की टीम 30 से ज्यादा किट लेकर पहुंची थी। सभी विधायकों का हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर ओर शुगर टेस्ट भी कराया गया। कुछ विधायक ने बेचैनी की शिकायत की थी। डॉक्टरों ने मेडिकल फिट घोषित कर दिया है। कोरोना नेगेटिव पाया गया है। ये सर्टिफिकेट भोपाल पहुंच गए हैं।

Kolar News

Kolar News 17 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे राजनैतिक घमासान और उठापटक के बीच मुख्‍यमंत्र ने साफतौर कहा है कि यदि भारतीय जनता पार्टी के पास बहुमत है, तो वह कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ सकती है। उन्हें किसी ने रोका नहीं है।  कमलनाथ सोमवार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे  ।उन्‍होंने विश्‍वास के साथ कहा है कि बहुमत का आंकड़ा कांग्रेस के पास है। अवसर आने पर राज्‍य सरकार अपना बहुमत साबित करने में सक्षम है । वहीं, उन्‍होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके कई विधायकों को बंदी बनाकर रख हुआ है और इस तरह की परिस्थिति में विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराये जाने का कोई औचित्य नहीं है। अब उन्हें अलग-अलग बयान देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। फ्लोर टेस्ट का औचित्य तभी है, जब सभी विधायक बंदिश से बाहर और दबावमुक्त हों।दूसरी ओर राज्‍यपाल को लिखे अपने पत्र में सीएम कमलनाथ ने स्‍पष्‍ट तौर पर लिख दिया कि राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष का मार्गदर्शक या परामदर्शदाता नहीं है। राज्यपाल अध्यक्ष से यह अपेक्षा नहीं कर सकता कि अध्यक्ष उनके अनुसार  सदन में कार्य करें या सदन की प्रक्रिया संपादित करवाएं। राज्यपाल और अध्यक्ष दोनों के अपने स्वतंत्र संवैधानिक जिम्मेदारियां हैं। उन्‍होंने इस पत्र में यह भी लिखा है कि विधानसभा राज्यपाल के नीचे काम नहीं करती। मुख्यमंत्री ने आज के पत्र में राज्यपाल को पूर्व में 13 मार्च को लिखे गये पत्र का भी उल्लेख किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस के विधायकों को रिश्वत और अन्य प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने का षडयंत्र रच रही है। 

Kolar News

Kolar News 16 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सुमेर सिंह सोलंकी के नामांकन पर आपत्ति दर्ज कराई है।  कांग्रेस द्वारा आपत्ति दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने नामांकन पत्र में अपने ऊपर चल रहे केस का जिक्र नहीं किया, जबकि सुमेर सिंह सोलंकी के मामले में यह कहा गया है कि जिस दिन उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया था, उस दिन वह शासकीय नौकरी में थे। उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था। इस वजह से इन दोनों नामांकन पत्र को निरस्त किया जाए। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन खाली होने वाली सीटों के लिए कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया ने नामांकन दाखिल किये हैं, जबकि भाजपा की तरफ से तीन उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी और भाजपा उम्मीदवार रंजना बघेल ने अपने नामांकन दाखिल किये थे। सोमवार को इन नामांकन पत्रों की जांच की गई, जिसमें कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह, फूल सिंह बरैया और भाजपा नेता रंजना बघेल के नामांकन पत्र स्वीकार कर लिये गये हैं, लेकिन जांच के दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह के नामांकन पत्रों पर आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों के नामांकन को होल्ड पर रखा गया है। अब मंगलवार, 17 मार्च को इन दोनों नामांकनों की समीक्षा की जाएगी।  दिग्विजय सिंह ने सिंधिया के नामांकन पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने आपराधिक प्रकरणों का उल्लेख नामांकन पत्र में नहीं किया है। उन पर जमीन विवाद के कई आपराधिक मामले दर्ज है। वहीं, सुमेर सिंह सोलंकी ने प्रशासनिक कार्य में रहते हुए नामांकन पत्र दाखिल किया। कांग्रेस की आपत्ति के बाद मंगलवार को सिंधिया और सोलंकी के फॉर्म की समीक्षा होगी। बताया जा रहा है कि दोनों के नामांकन निरस्त भी हो सकते हैं।

Kolar News

Kolar News 16 March 2020

भोपाल। प्रदेश में चल रहा राजनीति विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। भाजपा विधायक दल की ओर से फ्लोर टेस्ट कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। उम्मीद की जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को इस याचिका पर सुनवाई करेगा।    भारतीय जनता पार्टी विधायक दल ने विधानसभा में कमलनाथ सरकार को अल्पमत में बताते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग वाली याचिका सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है। इस याचिका में अगले 48 घंटों के भीतर मध्यप्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की गई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार का कहना है कि याचिका में कुछ खामियां हैं, अगर इन्हें दूर कर दिया जाता है, तो संभवत: इस पर मंगलवार को सुनवाई हो सकती है।  इससे पहले सोमवार को राज्य विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण हुआ। इसके तुरंत बाद कोरोना वायरस की वजह बताते हुए बिना फ्लोर टेस्ट कराए विधानसभा 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि 26 मार्च को ही राज्यसभा चुनाव के लिये मतदान भी होना है। 

Kolar News

Kolar News 16 March 2020

भोपाल। बेंगलुरु में मौजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों ने रविवार सुबह एक नया वीडिया जारी किया है। वीडियो में विधायकों ने खुद पर हमला होने की आशंका जताते हुए सीआरपीएफ की सुरक्षा की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि हमने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और हम अपनी स्वेच्छा से बेंगलुरु आए हुए हैं, किसी ने हमें बंधक नहीं बनाया है।    बेंगलुरु में मौजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने रविवार सुबह एक नया वीडियो जारी कर कहा है कि उन सभी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। ये सभी भोपाल आना चाहते हैं। इसके लिए विधायकों ने सीआरपीएफ की सुरक्षाा मांगी है। सभी ने कांग्रेस सरकार से खुद को खतरा बताया और कहा कि जब सिंधिया को भोपाल में निशाना बनाया जा सकता है तो हमें भी खतरा है। विधायकों ने यह भी कहा कि अगर परिजनों द्वारा कोई शिकायत की जाए तो उसे अमान्य कर दिया जाए।     विधायकों द्वारा जारी वीडियो पर कांग्रेस ने सवाल उठाए है। कांग्रेस प्रवक्ता जफर ने वीडियो की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए इमरती देवी का एक वीडियो जारी किया है। इसमें फुसफुसाने की आवाज आ रही है। कांग्रेस का कहना है कि ये वीडियो विधायकों से जबरदस्ती बनवाए जा रहे हैं।    शोभा ओजा भी बोली, बेंगलुरु में विधायकों को बंधक बनाया गया प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी शोभा ओजा ने भी बेंगलुरु में विधायकों को बंधक बनाने का अरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा बार-बार एक ही बात कह रही हैं कि विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, यह बात उन्होंने टीवी पर कही है। विधानसभा स्पीकर ने सभी विधायकों को सामने आकर अपनी बात रखने को कहा है, लेकिन भाजपा उन्हें आने नहीं दे रही। सीएम ने खुद राज्यपाल से कहा है कि हमारे पास बहुमत है।

Kolar News

Kolar News 15 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस विधायक जयपुर से भोपाल वापस लौट आए हैं। रविवार सुबह करीब 11 बजे 130 सीटर इंडिगो एयरलाइन्स के विशेष विमान से सभी कांग्रेस विधायक भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए कांग्रेस विधायकों ने विक्ट्री साइन दिखाया। कांग्रेसी विधायकों के साथ उनका स्टॉफ भी इसी विमान से भोपाल आया। विधायकों को लेने पूर्व महापौर सुनील सूद, कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल एयरपोर्ट पहुंचे। पिछले पांच दिनों में जयपुर में रखे गए कांग्रेस के 82 विधायक रविवार को भोपाल आ गए। जयपुर से आए सभी कांग्रेसी विधायकों को एयरपोर्ट से सीधे होटल ले जाया गया, यहां सभी को एक साथ रखा जाएगा। सीएम कमलनाथ होटल में विधायकों से मुलाकात करेंगे। इसके मद्देजनर होटल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। होटल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बाहरी लोगों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसके अलावा आज शाम को मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक है। जहां सभी विधायक बैठक में शामिल होंगे। संभावना है कि सोमवार को कांग्रेस विधायकों को सीएम हाउस से ही विधानसभा ले जाया जाएगा। इससे पहले भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट पर धारा 144 लागू कर दी गई थी। साथ ही साथ एयरपोर्ट पर सुरक्षा इतनी कड़ी कर दी गई थी कि एयरपोर्ट छावनी में तब्दील हो गया। आम लोगों की गाडिय़ों को एयरपोर्ट से पहले ही रोक दिया गया था। 

Kolar News

Kolar News 15 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते कई दिनों से जारी सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। संकट से गुजर रही कमलनाथ सरकार को 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट से गुजरना होगा। शनिवार आधी रात राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दे दिया। राज्यपाल का यह आदेश पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत प्रदेश भाजपा नेतृत्व का एक दल द्वारा राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने के सात घंटे बाद आया है।     राज्यपाल ने पत्र में कहा कि सरकार अभिभाषण के ठीक बाद बहुमत साबित करे। विश्वास मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर होगा, अन्य किसी तरीके से नहीं। इसकी संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाए। यह कार्यवाही हर हाल में 16 मार्च को प्रारंभ होगी और स्थगित, विलंबित या निलंबित नहीं की जाएगी। इस फरमान के साथ जोड़-तोड़ की सियासत करने वालों को तगड़ा झटका लगा है। राज्यपाल ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 174 और 175 (2) में वर्णित संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए वे निर्देश देते हैं कि एमपी की विधानसभा का सत्र 16 मार्च को उनके अभिभाषण के साथ शुरू होगा।  राज्यपाल ने स्पष्ट कहा है कि उनके अभिभाषण के तत्काल बाद सदन में जो एकमात्र काम होगा वो विश्वास मत पर मतदान होगा।    राज्यपाल ने अपने पत्र में लिखा है, मुझे जानकारी मिली है कि 22 विधायकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया को भी इसकी जानकारी दी है। मैंने इस बावत मीडिया कवरेज को भी देखा है। राज्यपाल लालजी टंडन ने सीएम को लिखा है कि उन्होंने भी अपने 13 तारीख के पत्र में विश्वास मत हासिल करने पर सहमति दे दी है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा के विपक्षी दल भाजपा ने एक ज्ञापन दिया है और ताजा घटनाक्रम का उल्लेख किया है। राज्यपाल ने कहा कि भाजपा ने यह भी बताया है कि राज्य सरकार द्वारा त्यागपत्र देने वाले एंव अन्य सदस्यों पर अवांछित दबाव बनाया जा रहा है।   राज्यपाल ने आगे पत्र में लिखा, मुझे प्रथम दृष्टया विश्वास हो गया है कि आपकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और आपकी सरकार अल्पमत में है, यह स्थिति अत्यंत गंभीर है, इसलिए संवैधानिक रूप से अनिवार्य एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आवश्वयक हो गया है कि दिनांक 16 मार्च 2020 को मेरे अभिभाषण के तत्काल बाद आप विधानसभा में विश्वासमत हासिल करें।   उल्लेखनीय है कि वहीं शनिवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत अन्य भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर बजट सत्र से पहले फ्लोर टेस्ट की मांग की थी। वहीं कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायक बेंगलुरु में हैं। इनमें 6 मंत्री भी थे। इन सभी 22 विधायकों ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इनमें से छह विधायक जो राज्य में मंत्री थे उनके इस्तीफे को विधानसभाध्यक्ष एन पी प्रजापति ने मंजूर कर लिया है। इस बीच, कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया। स्पीकर ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 22 विधायकों को नया नोटिस जारी किया है। अब इन सभी विधायकों को 15 मार्च को शाम 5 बजे तक पेश होने का वक्त दिया गया है। नियम के मुताबिक सभी विधायकों को स्पीकर के सामने उपस्थित होना जरूरी है। इसबीच, सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 15 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच शनिवार को दोपहर में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा और राज्यपाल लालजी टण्डन से मुलाकात कर दो पन्नों का एक ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं ने ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से मौजूदा घटनाक्रम पर हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र से पहले ही कमलनाथ सरकार का फ्लोर टेस्ट होना चाहिये। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा एवं भूपेंद्र सिंह सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र सोमवार, 16 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। इससे पहले शनिवार को भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल लालजी टण्डन से मुलाकात कर उन्हें दो पन्नों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश विधानसभा के 22 सदस्यों ने अपनी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इन विधायकों ने मीडिया में आकर अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। इसके बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली कमनलाथ की सरकार ने विधानसभा का विश्वास खो दिया है। अब उनके लिए राज्य में संवैधानिक तरीके से सरकार चलाना संभव नहीं है। इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए सरकार को  सत्र के पहले ही बहुमत साबित करने के लिए अपना फ्लोर टेस्ट करवाना चाहिए।  राज्यपाल से मुकाकात के बाद राजभवन से बाहर निकलने पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से बातचीत की। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है। अब बजट सत्र का कोई औचित्य नहीं है। सरकार विश्वास मत प्राप्त न करने के लिए साजिश कर रही है। राज्य में अराजकता का माहौल है। सरकार मामले को लंबा खींचना चाहती है। बजट सत्र से पहले फ्लोर टेस्ट होना चाहिये। राज्यपाल के अभिभाषण से पहले ऐसा होना चाहिये। उन्होंने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग को रोकना होगा। इससे लोकतंत्र का गला घोंटा जाएगा, राज्यपाल इसे रोकें। हमारे विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है। हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भोपाल में हमला किया गया। कांग्रेस को अब सरकार चलाने का हक नहीं है। राज्य में बहुमत प्राप्त सरकार का होना आवश्यक है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई को उचित बताया। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि एक अल्पमत सरकार राज्यपाल का अभिभाषण कैसे करवा सकती है। नैतिकता का यह तकाजा है कि पहले फ्लोर टेस्ट हो। राज्य में संवैधानिक संकट खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। यह सरकार अल्पमत में है। 

Kolar News

Kolar News 14 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए भाजपा की तरफ से नामांकन दाखिल करने वाले प्रोफेसर सुमेर सिंह का इस्तीफा राज्य सरकार ने शनिवार को स्वीकृत कर लिया है। अब राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे।  दरअसल, मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। इनमें से एक-एक सीट भाजपा और कांग्रेस के खाते में जाना तय है, जबकि तीसरी सीट के लिए चुनाव होगा। कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवारों दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया ने नामांकन दाखिल किया गया, जबकि भाजपा की तरफ से तीन नामांकन दाखिल किये गये हैं। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रोफसर सुमेर सिंह और रंजना बघेल शामिल हैं। सुमेर सिंह बड़वानी के शहीद भीमा नायक कॉलेज में प्रोफेसर हैं और सरकारी नौकरी करते हुए वे राज्यसभा का चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए उन्होंने भाजपा की तरफ से उम्मीदवार घोषित करने के बाद अपना इस्तीफा कॉलेज के प्राचार्य को सौंप दिया था, जिसे स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा गया था। वहीं, भाजपा को डर था कि अगर सुमेर सिंह का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो वे चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, इसीलिए भाजपा की ओर से तीसरे उम्मीदवार रंजना बघेल से डमी नामांकन दाखिल करवाया था, लेकिन शनिवार को राज्य सरकार ने प्रो. सुमेर सिंह का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। अब वे राज्यसभा की तीसरी सीट के लिए चुनाव लड़ सकेंगे। कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह और भाजपा की तरफ से ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक-एक सीट पर राज्यसभा जाना लगभग तय है, लेकिन तीसरी सीट पर का फैसला चुनाव से चुनाव होगा, जिसमें कांग्रेस के फूलसिंह बरैया और भाजपा के सुमेर सिंह के बीच मुकाबला होना है।

Kolar News

Kolar News 14 March 2020

भोपाल। दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार उन पर जुबानी हमले किए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता उन पर पद की लालसा में पार्टी के साथ धोखा करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं अब मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सिंधिया पर तंज कसा है। दिग्विजय सिंह ने शनिवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर सिंधिया पर जमकर हमला बोला है और उन्हें कांग्रेस और गांधी परिवार को धोखा देेने की बात कही है।    दिग्विजय ने ट्वीट कर खुद के लिए कहा कि मुझे सत्ता मोह नहीं है। मैं सत्ता से बाहर रहा और कांग्रेस पार्टी के लिए 2004 से 2014 तक काम किया, इस तथ्य के बावजूद कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल होने और राज्यसभा में जाने की पेशकश की गई थी, लेकिन मैंने विनम्रता से मना कर दिया। मैं अपने गृह क्षेत्र राजगढ़ से आसानी से लोकसभा में आ सकता था लेकिन मैंने मना कर दिया और कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली। क्यों? क्योंकि मेरे लिए विश्वसनीयता और विचारधारा अधिक महत्वपूर्ण है जो दुर्भाग्य से भारतीय राजनीतिक परिदृश्य से गायब हो गई है। दुखद है।    अपने ट्वीट में सिंधिया को महाराज संबोधित कर दिग्विजय ने तंज कसते हुए लिखा ‘मैंने कभी यह उम्मीद नहीं की थी कि महाराज (क्षमा करें, क्योंकि मैं खुद एक रियासती पृष्ठभूमि से आता हूं, मैं उन्हें ज्योतिरादित्य कह कर संबोधित नहीं कर सकता) कांग्रेस और गांधी परिवार को धोखा देंगे और किसके लिए!  राज्यसभा और कैबिनेट मंत्री बनने मोदीशाह के नेतृत्व में? दु:खद है कभी भी उनसे यह उम्मीद नहीं करता था। लेकिन फिर कुछ लोगों के लिए पॉवर ऑफ हंगर (सत्ता की भूख), विश्वसनीयता और विचारधारा जो एक स्वस्थ लोकतंत्र का सार है से अधिक महत्वपूर्ण है।   दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मैं ऐसे परिवेश में पला बढ़ा जहाँ मेरे पिता नास्तिक थे और मेरी माँ बहुत धार्मिक थीं। मेरे लिए मेरा धर्म सनातन धर्म है और सार्वभौम भाईचारे में मेरा विश्वास है। 1981 में जब मैं भारत के सबसे अधिक सम्मानित और वरिष्ठतम जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी से मिला तब मेरी मान्यताओं को और दृढ़ता मिली। और मैंने उनसे "दीक्षा" ले ली। मेरे लिए मेरा धर्म मानवतावाद "इन्सानियत" है जो हिंदुत्व के बिलकुल विपरीत है। अपने आप को शक्तिशाली बनाने की बजाय मेरे लिए सत्ता सिर्फ मानवता की सेवा करने के संकल्प को पूरा करने का साधन मात्र है।   मुझे संघ में शामिल होने का मौका मिला लेकिन मैं नहीं गया   एक पुराने किस्से को साझा करते हुए दिग्विजय ने आगे लिखा कि राजमाता विजया राजे सिंधिया जी, जिनके लिए मेरे मन में अभी भी बहुत सम्मान है, वे चाहती थी कि मैं 1970 में जनसंघ में शामिल हो जाऊं। जब मैं राघौगढ़ नगर पालिका का अध्यक्ष था, लेकिन मैंने विनम्रता से मना कर दिया। जब मैंने गुरु गोलवलकर की किताब "बंच ऑफ थॉट्स" को पढ़ा और आरएसएस के नेताओं से बातचीत की।   प्रधानमंत्री मोदी आरएसएस के प्रचारकों की इस नई नस्ल का सबसे शानदार उदाहरण   दिग्विजय ने कहा कि मैं भाजपा से बिलकुल सहमत नहीं हूँ लेकिन उनकी विचारधारा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा करता हूँ। आरएसएस 1925 से 90 के दशक तक अपने अंतिम लक्ष्य "हिंदू राष्ट्र" को भुलाए बगैर दिल्ली में सत्ता में आने के लिए इंतजार किया। उन्होंने सफलतापूर्वक समाजवादियों और विशेष रूप से जेपी और अब नीतीश को आरएसएस प्रचारक को पीएम बनाए जाने के अपने अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मूर्ख बनाया है। मैंने ऐसे आरएसएस कार्यकर्ताओं को भी देखा है जिन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर अपने परिवार को संघ के लिए काम करने के लिए छोड़ दिया। लेकिन अब आरएसएस के नए प्रचारक बदल गए हैं। नरेंद्र मोदी आरएसएस के प्रचारकों की इस नई नस्ल का सबसे शानदार उदाहरण हैं। मैं नरेंद्र मोदी जी का प्रशंसक नही हूँ बल्कि उनके सबसे कटु आलोचकों में से एक हूँ, लेकिन हर मुद्दे और हर अवसर पर बिना कोई समझौता किए देश को ध्रुवीकृत करने के उनके साहस के प्रयास की प्रशंसा करता हूं। ऐसा करते वक्त उन्होंने कभी परवाह नही की कि भारत के सनातन धर्म और हिंदू धर्म की मान्य परंपराओं द्वारा बुने गए सामाजिक ताने बाने को नष्ट करने से देश को क्या नुकसान हो रहा है?

Kolar News

Kolar News 14 March 2020

भोपाल। कमलनाथ सरकार से बगावत करने वाली सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों को राज्यपाल लालजी टंडन ने मंत्रिपरिषद से पृथक कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की सलाह पर राज्यपाल ने शुक्रवार को मंत्रि-परिषद के 6 सदस्यों को तत्काल प्रभाव से मंत्रि-परिषद से पृथक कर दिया है। मंत्रिमंडल से अलग किए गए मंत्रियों में इमरती देवी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हैं।   छह मंत्रियों के बर्खास्त होने के तुरंत बरद ही इनके विभागों का बंटवारा अन्य मंत्रियों को कर दिया गया। विजयलक्ष्मी साधौ को महिला बाल विकास विभाग, मंत्री गोविंद सिंह को खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग, बृजेंद्र सिंह राठौर को परिवहन विभाग, सुखदेव पांसे को श्रम विभाग, जीतू पटवारी को राजस्व विभाग,  कमलेश्वर पटेल को स्कूल विभाग और तरुण भनोट को स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।    उल्लेखनीय है कि सिंधिया के भाजपा के शामिल होने के बाद उनके समर्थक 6 मंत्रियों और विधायकों ने भी कांग्रेस से बगावत कर दी थी। यह सभी 22 मंत्री और विधायक पिछले कुछ दिनों से बेंगलुरु में थे। शुक्रवार को कढ़ी सुरक्षा के बीच इन सभी की वापसी हुई।   

Kolar News

Kolar News 13 March 2020

भोपाल। मध्‍यप्रदेश में पिछले दो सप्‍ताह से चल रही सियासी उठापठक के बीच शुक्रवार को मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने राज्‍यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम को लेकर एक चिट्ठी भी सौंपी । इसमें उन्होंने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए। मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं। यदि कांग्रेस को यहां सफलता नहीं मिली तो इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट की शरण में जाएगी। कुल मिलाकर कयास लगाए जा रहे हैं कि मध्‍यप्रदेश में सत्‍ता की कुर्सी के लिए नूरा कुश्‍ती का खेल लंबा खिंच सकता है।    जानकारी के अनुसार एक दिन पहले विधानसभा अध्‍यक्ष एन.पी प्रजापति ने बागी विधायकों को नोटिस जारी कर उपस्थित होने को कहा था। उन्‍होंने पूछा है कि क्‍या यह इस्‍तीफा व्‍यक्तिगत रूप से दिए हैं या फिर किसी की दबाव में यह सब उन्‍हें स्‍वयं बताना होगा। जिसके बाद बैंगलोर से सिंधिया समर्थक विधायक शुक्रवार को विशेष विमान से राजधानी भोपाल पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि बागी विधायक आज विधानसभा अध्‍यक्ष से मिलकर विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।    दूसरी ओर मध्‍यप्रदेश विधानसभा सचिवालय द्वारा डीजीपी को एक पत्र भी लिखा जिसमें बागी विधायकों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि जो विधायक बाहर से आ रहे है उनकी सुरक्षा बढ़ाना आवश्‍यक है, सुरक्षा व्‍यवस्‍था के पहले से ही कड़े इंतजाम किए गए हैं। राजाभोज विमानतल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।    क्‍या है मध्‍यप्रदेश विधानसभा का वर्तमान गणित  मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार अभी सूबे में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 भाजपा, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है, लेकिन वर्तमान हालातों को देखते हुए मध्‍यप्रदेश की कांग्रेस सरकार अल्‍पमत में आ गई है, किन्‍तु आज सीएम कमलनाथ ने राज्‍यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं। 

Kolar News

Kolar News 13 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में इन दिनों भूचाल मचा हुआ है। सिंधिया के पाला बदलने के बाद उनके समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने भी बगावत कर दी। कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाने और विधायकों की टूट-फूट के बाद कांग्रेस ने अपने बाकी विधायकों को जयपुर के रिजॉर्ट में भेज दिया है। इस दौरान रिजॉर्ट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें विधायक प्रदेश की सियासी उठापटक को भूल कर राजस्थानी लोकनृत्य पर ठुमके लगाते दिख रहे हैं।    प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट और ट्री हाउस रिसॉर्ट में शिफ्ट किया है। अब यह दोनों रिसोर्ट प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख केंद्र बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ही रिसॉर्ट में लग्जरी सुविधाएं मौजूद हैं। बुधवार रात यहां विधायकों के मनोरंजन के लिए कालबेलिया नृत्य कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें विधायक चिंतामुक्त होकर राजस्थानी लोकनृत्य पर का आनंद लेते हुए नाचते गाते नजर आ रहे हैं। विधायकों का ठुमका लगाते हुए विडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि राजस्थान सरकार द्वारा विधायकों के मनोरंजन के लिए यह व्यवस्था की गई है, ताकि विधायक तनावमुक्त रहकर फ्लोर टेस्ट और राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग कर सके। 

Kolar News

Kolar News 13 March 2020

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल होने के बाद गुरुवार को पहली बार भोपाल पहुंचे। उनके साथ केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे। यहां राजाभोज एयरपोर्ट पर उनका पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह पूर्व महापौर आलोक शर्मा समेत पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।  ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली से विमान द्वारा गुरुवार शाम को करीब पांच बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनके स्वागत के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और उनके समर्थक एयरपोर्ट पर जमा हो गए थे। सिंधिया समर्थक उनके बड़े-बड़े कटआउट लेकर एयरपोर्ट पर जमा हो गए थे और यहां उनके पहुंचने के बाद भगदड़ जैसे हालात बन गए। एयरपोर्ट से निकलते ही कोई उन पर फूल और मालाएं फेंक रहा था तो कोई उनसे हाथ मिलाने की जद्दोजहद करता दिखा। ऐसा लग रहा था, जैसे कांग्रेस के महाराजा के बीजेपी में आने की खुशी किसी से संभाले नहीं संभल रही।सिंधिया ने सभी का अभिवादन किया और उसके बाद शहर में उनका रोड शो शुरू हुआ। इस दौरान सिंधिया की एक झलक पाने के लिए लोग सडक़ के दोनों ओर बड़ी संख्या में मौजूद रहे। रोड शो के दौरान फूलों की बरसात कर उनका जगह-जगह स्वागत किया। उनके स्वागत के लिए जगह-जगह मंच बनाए गए थे, जहां से उनके रोड शो पर फूलों की बारिश की गई। रोड शो भाजपा कार्यालय पहुंच चुका है, जहां लाखों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और उनके समर्थक मौजूद हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन  ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। न्यू मार्केट स्थित रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता सिंधिया को काले झंडे दिखाने के लिए रवाना हुए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोककर गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, उन्हें थाने लाकर कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।

Kolar News

Kolar News 12 March 2020

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार गुरुवार को दोपहर बाद भोपाल पहुंचेंगे। उनके स्वागत में भोपाल में जगह-जगह पोस्टर लगाए थे, जिन्हें नगर निगम द्वारा हटा दिया गया है। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सिंधिया का विरोध किया जा रहा है। भोपाल के पॉलीटेक्निक चौराहे पर कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया और यहां सिंधिया के पोस्टर पर कालिख पोत दी। बताया जा रहा है कि यह पोस्टर सीएम कमलनाथ के पोस्टर के ऊपर लगाया गया था, जिसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फाड़ने की कोशिश की और फिर उस पर काला रंग पोत दिया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सिंधिया गुरुवार को दोपहर तीन बजे भोपाल पहुंचेंगे। भाजपा ने भोपाल में उनके स्वागत में कई जगह बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। बुधवार को देर रात ही शहर को सिंधिया के स्वागत में पोस्टर-बैनरों से पाट दिया था, जिन्हें गुरुवार सुबह ही नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया। कांग्रेसियों ने भी सुबह सिंधिया के खिलाफ प्रदर्शन किया और भोपाल के पॉलीटेक्निक चौराहे पर लगे सिंधिया के पोस्टर पर कालिख पोत दी है। इन पोस्टरों में भाजपा के अन्य नेताओं की तस्वीरें भी थीं, लेकिन उनमें से सिर्फ सिंधिया की तस्वीर पर (चेहरे पर) ही काला रंग फेंका गया।

Kolar News

Kolar News 12 March 2020

भोपाल। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी अमृता सिंह, पुत्र और नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह, मंत्री गोविंद सिंह, आरिफ अकील, पीसी शर्मा, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, रामेश्वर निखरा, राजकुमार पटेल समेत समर्थक उपस्थित थे।    दिग्विजय सिंह ने नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को धन्यवाद दिया। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी भी विचारधारा से समझौता नहीं किया और न ही उन्होंने कभी पद का लालच रखा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में इस समय साम्प्रदायिक शक्तियां हावी हैं। भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए जिस तरह के हथकंडे अपना रही है, उसे जनता को समझना चाहिए। ये प्रजातंत्र के सिद्धांत के खिलाफ है। हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं।    सिंधिया के भाजपा से जुड़ने पर उन्होंने कहा कि ये लड़ाई नेहरू-गांधी और गोडसे की विचारधारा के बीच की है। इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोडसे को चुना जिसका हमें दुख है। उन्होंने सिंधिया द्वारा प्रदेश सरकार पर ट्रांसफर उद्योग चलाए जाने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि सिंधिया के कहने पर सैकड़ों तबादले हुए हैं।मेरे गृह जिले में कलेक्टर-एसपी तक के तबादले सिंधिया के कहने पर किये गए। यहां तक कि सिंधिया के मुताबिक टिकट बांटे गए और मंत्री बनाये गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस को उन्हें अध्यक्ष बनाने या फिर राज्यसभा भेजने में कोई दिक्कत नहीं थी। उन्होंने कहा कि जब सरकार बनी थी, तब सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाने का प्रस्ताव दिया था लेकिन वो तुलसी सिलावट को डिप्टी सीएम बनाना चाह रहे थे। दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक गांधी की विचारधारा छोड़कर गोडसे की विचारधारा से जुड़ रहे हैं। उन्होंने सिंधिया को भाजपा की ओर से सीएम के लिए बेहतर उम्मीदवार बताया है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में जल्द ही राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने हैं।  

Kolar News

Kolar News 12 March 2020

कांग्रेस छोड़ने के 27 घंटे बाद सिंधिया ने भाजपा का दमन थम ही लिया | सिंधिया कांग्रेस की नीतियों और व्यव्हार से नाराज थे | इसलिए सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। और ठीक २७ घंटे बाद बीजेपी दफ्तर जा कर ३ बजे बीजेपी के हो गया  | पहले उनके 12:30 बीजेपी ऑफिस पहुंचने की खबर आ रही थी | वे नहीं पहुंचे थे क्यूंकि उस वक्त राहुकाल चल रहा था वे राहुकाल समाप्त होने के बाद बीजेपी ऑफिस पहुंचे और बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की |  अब सिंधिया को बीजेपी से राज्यसभा भेजे जाने की तैयारी है। सत्र के बाद सिंधिया को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने सिंधिया के इस्तीफे की खबर लगते ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है। खास बात ये रही की सिंधिया ने पुरे समय मोदी की तारीफ की मगर एक बार भी शिवराज का नाम नहीं लिया | सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने के तीन कारण बताये  | बोले- कांग्रेस आज पहले जैसी नहीं रही। राष्ट्रीय स्तर पर विडंबना है, राज्य में अलग स्थिति है। कांग्रेस की इस स्थिति के तीन बिंदु हैं। वास्तविकता से इनकार करना, जड़ता का वातावरण और नई सोच व नए नेतृत्व को मान्यता न मिलना। राष्ट्रीय स्तर की जो स्थिति है, वही मध्य प्रदेश में है।हली वास्तविकता से इनकार करना, दूसरा जड़ता का माहौल और तीसरा नई सोच और नए नेतृत्व को मान्यता न दिया जाना। ज्योतिरादित्य ने 10 मिनट स्पीच दी। उन्होंने कमलनाथ सरकार पर वादाखिलाफी, ट्रांसफर उद्योग चलाने के आरोप लगाए और कहा कि 18 महीनों में उनके सारे सपने बिखर गए। सिंधिया ने कहा कि उनके जीवन की दो अहम तारीखें हैं। पहली 30 सितंबर 2001 जब उनके पिता की मृत्यु हुई और दूसरी 10 मार्च 2020 जब उन्होंने अपने जीवन का अहम फैसला यानी कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया। सिंधिया अपने घर से भाजपा नेता जफर इस्लाम के साथ भाजपा मुख्यालय पहुंचे, जफर ने ही सिंधिया और भाजपा में डील कराई नड्डा ने कहा- ज्योतिरादित्यजी के नेतृत्व और प्रखरता से हम वाकिफ हैं, मोदीजी के नेतृत्व में इन्हें मुख्यधारा में काम करने का मौका मिलेगा जेपी नड्डा ने ज्योतिरादित्य की दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया के भाजपा और जनसंघ में योगदान का जिक्र किया।  सिंधिया ने शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद देने से की। उन्होंने कहा कि देशसेवा के लिए यह मंच दिलवाने के लिए सभी का शुक्रिया। इसके बाद अपने भाषण में 2-2 बार नड्डा और शाह का जिक्र किया। नरेंद्र मोदी का जिक्र चार मौकों पर किया और उनकी तारीफ भी की।  

Kolar News

Kolar News 11 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके समर्थक मंत्रियों, विधायकों यहां तक कार्यकर्ताओं द्वारा भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया गया है। इसी बाच प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि सिंधिया के एक्शन से उनके समर्थक विधायक नाराज हैं और उनकी जल्द ही घर वापसी होगी। बता दें कि सिंधिया समर्थक छह मंत्री और 12 विधायक बेंगलुरु में हैं। सीएम कमलनाथ ने उन्हें मनाने के लिए मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को बेंगलुरु भेजा था। बुधवार को सुबह वे बेंगलुरु से लौटकर भोपाल पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वहां मौजूद सभी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक्शन से नाराज हैं। सभी की शीघ्र घर वापसी होगी। अभी मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर विधायकों को लेकर जयपुर जा रहा हूं। दो दिन लौटूंगा, तब तक सब सामान्य हो जाएगा। सिंधिया के भाजपा में जाने का विधायक कर रहे विरोध, नई पार्टी बनाने की मांगइधर, जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच उनके समर्थकों ने भाजपा में जाने का विरोध किया है। बेंगलुरु में सिंधिया समर्थक मंत्रियों-विधायकों का कहना है कि हम सिंधिया के साथ खड़े हैं, लेकिन भाजपा के साथ नहीं हैं। उन्होंने मांग की है कि भाजपा में जाने की बजाय सिंधिया को नई पार्टी बनाना चाहिए। इस मामले में प्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि बेंगलुरु में जितने भी विधायक हैं उन्हें गुमराह किया गया है, लेकिन उनकी पार्टी में वापसी होगी। वे सभी हमारे साथ हैं। वहीं, कुछ भाजपा के विधायक भी हमारे सम्पर्क में हैं। हमारी सरकार पूरे पांच साल चलेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करेंगे।

Kolar News

Kolar News 11 March 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच आज कांग्रेसी विधायक सीएम हाउस से निकलकर सीधे एयरपोर्ट पहुंच गए हैं । यह सभी विधायक जयपुर रवाना होने वाले हैं ।    इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने बताया कि हमारे साथ न केवल कांग्रेस के सभी विधायक है बल्कि निर्दलीय और सपा, बसपा के विधायक भी साथ में जयपुर जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है । विधानसभा में जब बहुमत सिद्ध करने की बात होगी तो हम अपना बहुमत सिद्ध कर देंगे ।    उधर, जब विधायकों से इस संबंध में बात की तो ज्यादातर विधायकों का कहना है कि वह होली मनाने के लिए जयपुर जा रहे हैं । कुछ का कहना था कि वह आत्ममंथन करने जा रहे हैं, जबकि कुछ सीधे तौर पर पूरे घटनाक्रम के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार और कसूरवार ठहराते हैं, इनका कहना है कि जिस तरीके का खरीद-फरोख्त का माहौल मध्यप्रदेश में भाजपा ने खड़ा कर दिया है, उसको देखते हुए कॉन्ग्रेस हमें एकजुट रखना चाहती है और सबको साथ लेकर जयपुर के लिए रवाना हो रही है ।    उल्लेखनीय है कि अभी थोड़ी देर में यह सभी जयपुर के लिए निकल जाएंगे । यहां उनकी सुरक्षा में कई गाड़ियां और लोग लगाए गए हैं । कोई विधायक किसी तरीके से बचके ना भाग जाए या इधर उधर ना हो जाए इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है । एक-एक विधायक पर कांग्रेस संगठन के लोग कड़ी नजर रखे हुए हैं । 

Kolar News

Kolar News 11 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले पांच दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पार्टी में लगातार उपेक्षा होने के चलते उनके गुट के छह मंत्रि के साथ ही कुछ विधायक सोमवार को दोपहर बाद से लापता हैं। उनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी बेंगलुरु पहुंच गए हैं। इधर, सीएम कमलनाथ सोमवार को पार्टी हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली में थे, लेकिन मंत्री-विधायकों के लापता होने की खबर मिलते ही वेे शाम को भोपाल पहुंच गए और उन्होंने पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई। फिलहाल, सीएम हाउस में बैठक जारी है, जिसमें दिग्विजय सिंह समेत कुछ मंत्री और पार्टी के विधायक शामिल हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन खाली होने वाली सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, जीतू पटवारी व अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता सोमवार को दिल्ली पहुंचे थे, जहां पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात हुई। इसी बीच सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, तुलसी सिलावट, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत और प्रभुराम चौधरी अचानक लापता हो गए। उनका मोबाइल फोन भी बंद हो गए। उनसे किसी का भी सम्पर्क नहीं हो रहा है। इसके अलावा कांग्रेस के विधायकों में ओपीएस भदौरिया, जसवंत जाटव, बिजेंद्र यादव, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव, रक्षा सिरोनिया, मुन्ना लाल गोयल के मोबाइल भी बंद आ रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंत्रियों के साथ ये विधायक भी बेंगलुरु पहुंच गए हैं। मंत्रियों-विधायकों से सम्पर्क नहीं होने की खबर मिलने के बाद सीएम कमनलाथ सोमवार शाम को विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। उनके साथ जीतू पटवारी और अन्य पार्टी के नेता थे, लेकिन सिंधिया भोपाल नहीं आए। बताया जा रहा है कि वे अभी दिल्ली में हैं। वहीं, सीएम कमलनाथ ने भोपाल पहुंचते ही मंत्रियों-विधायकों को सीएम हाउस बुलाया और आपात बैठक आयोजित की। फिलहाल सीएम हाउस में बैठक जारी है। दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा समेत कई पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, मंत्री और विधायक शामिल हैं। बैठक शुरू हुए करीब दो घंटे से अधिक हो गए हैं।

Kolar News

Kolar News 9 March 2020

अनूपपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को मप्र के एक दिवसीय प्रवास पर अनूपपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अमरकंटक पहुंचे। यहां उन्होंने माँ नर्मदा उद्गम मंदिर में माँ नर्दा के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया और सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना की। उन्होंने ने नर्मदा उद्गम मंदिर परिसर में स्थित रूद्रमंदिर में सुख समृद्धि के लिए रुद्राभिषेक भी किया।कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को माँ नर्मदा उद्गम मंदिर ट्रस्ट द्वारा नर्मदा उद्गम जल, भोग महाप्रसाद तथा नारियल लड्डू भेंट किया। मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की। मुख्यमंत्री बघेल ने अनूपपुर सहित प्रदेश के समस्त नागरिकों को होली की शुभकामनाएँ दी हैं। इस दौरान विधायक पुष्पराजगढ़ फुदेलाल सिंह मार्को, डीआईजी शहडोल रेंज पीएस उईके, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अन्य विभागीय अधिकारी कर्मचारी एवं आमजन उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 9 March 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच सोमवार को बुरहानपुर क्षेत्र से निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा भोपाल में प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मंत्री भनोट की उपस्थिति में मीडिया से बात करते हुए गृह मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की। विधायक शेरा ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन बेहतर काम नहीं कर पा रहे हैं। यदि उन्हें गृह मंत्री बनाया जाता है तो वे गृह विभाग को ठीक कर देंगे। शेरा ने कहा कि सरकार पर गहराया संकट मंत्रिमंडल विस्तार के बाद खत्म हो जाएगा। बता दें कि कांग्रेस के तीन विधायकों के साथ निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा भी पिछले पांच दिनों से लापता थे, लेकिन शनिवार को वे बुरहानपुर पहुंच गए थे और रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर उन्होंने सरकार का समर्थन में रहने की बात कही थी।मार्को बोले- मुझे भी बनना है मंत्रीवहीं, अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस विधायक फुंदेलाल मार्को ने भी मंत्री बनने की इच्छा जताई है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि यदि मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो फिर उन्हें भी मंत्री बनाया जाए। वे भी इसके योग्य हैं। 

Kolar News

Kolar News 9 March 2020

वणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने कहा है कि 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव न सिर्फ रामराजा की नगरी ओरछा के महत्व में वृद्धि करेगा बल्कि निकटवर्ती पर्यटन और आस्था के अन्य केन्द्र भी राष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे पर उभर कर आएंगे। राठौर आज ओरछा में 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव के दूसरे दिन बिजनेस कॉनक्लेव के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ओरछा के नजदीक गढ़कुण्डार, बल्देवगढ़ का किला, मढ़खेरा सूर्य मंदिर आदि स्थानों में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं को साकार करने के लिये यह महोत्सव महत्वपूर्ण प्रयास है। राठौर ने कहा कि ओरछा में विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।   मंत्री राठौर ने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों के लिये भी ओरछा और आस-पास का क्षेत्र बहुत अनुकूल है। यहाँ करीब पांच सौ तालाब होने से यहां जलक्रीड़ा स्पर्धाएँ संभव हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मों के निर्माण की दृष्टि से ओरछा में जो सुविधायें उपलब्ध हैं, उसका लाभ लेने के लिये लोग आगे आयेंगे। राठौर ने कहा कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और मध्यप्रदेश के चंदेरी जैसे पर्यटन स्थलों से टूरिस्ट सर्किल द्वारा ओरछा को जोड़ने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे। वाणिज्यिक कर मंत्री राठौर ने कहा कि यहां हवाई पट्टी की संभावनाओं को भी साकार किया जा सकता है।   मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती ने कहा कि मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति के कारण देश की लगभग पचास प्रतिशत आबादी इससे जुड़ी है। मध्यप्रदेश अनके क्षेत्रों में अग्रणी स्थिति में है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में नवकरणीय उर्जा के क्षेत्र में काफी काम किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में शीघ्र ही नवकरणीय उर्जा की ‘‘न्यू विजन पॉलिसी’’ लाई जायेगी।   मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिये स्वीकृतियाँ देने की समयबद्ध व्यवस्था की गई है। कृषि आधारित उद्योगों के विकास, खाद्य प्र-संस्करण इकाईयाँ लगाने, नये आवासीय क्षेत्र विकसित करने, फार्मास्युटिकल उद्योग, टेक्सटाइल सेक्टर और पर्यटन विकास के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। उन्होंने बताया कि इन्दौर और भोपाल में मेट्रो रेल लाने, स्मार्ट नगरों के विकास, रेल सुविधाएँ बढ़वाने, खनिज क्षेत्र में परियोजनाओं की शुरूआत और पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के तीन विश्व धरोहर स्थल साँची, खजुराहो और भीम बैटका के बाद शीघ्र ही ओरछा भी इस श्रेणी में शामिल हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं।  एस.आर. मोहंती ने बिजनेस कॉनक्लेव में आये उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये भूमि आवंटन और अन्य सुविधाओं के साथ ही आदर्श कानून-व्यवस्था आदि का लाभ सहज उपलब्ध है। ये व्यवस्थाएं निरंतर कायम रखने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 7 March 2020

  चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ आज निवाड़ी जिले के प्रवास पर रहीं। उन्होंने ओरछा में श्रीरामराजा सरकार के दर्शन किये।   डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने शीश महल में फूड एवं क्राफ्ट मेला देखा। उन्होंने मेले में आये शिल्पकारों, कलाकारों तथा दुकानदारों से चर्चा की। डॉ. साधौ ने जहांगीर महल तथा शीश महल का भी भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पर्यटकों के लिये बेहतर व्यवस्थाएं बनाये रखने के निर्देश दिये।

Kolar News

Kolar News 7 March 2020

मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक संपन्न हुई जिसमें वर्ष 2020- 21 के बजट को अनुमोदन दिया गया मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि बजट को लेकर आपके जो भी सुझाव हो वो दे दें। इसके अलावा बजट सत्र में प्रस्तुत होने वाले राज्यपाल के अभिभाषण को भी अनुमोदन दे दिया गया राज्यपाल लालजी टंडन 16 मार्च को विधानसभा में अभिभाषण देंगे। सूत्रों के मुताबिक बजट दो लाख 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का होगा। बैठक में सरकार द्वारा संधारित मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार के लिए लाई गई प्रमोटर बिल्डर पॉलिसी पर नाराजगी जताई। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह का कोई प्रावधान मध्य प्रदेश सरकार नहीं करेगी। कैबिनेट बैठक के निर्णयों की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि राज्यपाल लालजी टंडन के सचिव मनोहर दुबे को ओएसडी के पद पर संविदा नियुक्ति देने का निर्णय लिया गया है। सीएम हेल्पलाइन में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की सेवा अवधि आगामी 5 साल तक के लिए निरंतर रखी जाएगी। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि राम वन गमन पथ बनाया जाएगा ट्रस्ट के सचिव मुख्यमंत्री कमलनाथ होंगे जबकि सचिव मुख्य सचिव रहेंगे। इसमें अध्यात्म संस्कृति और पर्यटन विभाग के मंत्री व वरिष्ठ अधिकारी सदस्य रहेंगे। 4 विधायक व सांसदों के अलावा आठ अशासकीय सदस्य भी ट्रस्ट में रहेंगे। राम वन गमन पथ चित्रकूट से अमरकंटक तक दोनों और बनेगा। इसके सर्वे के लिए आदेश पूर्व में दिए जा चुके हैं। जनसंपर्क मंत्री ने यह भी बताया कि श्रीलंका में सीता माता मंदिर का निर्माण भी करवाया जाएगा। इसके लिए बजट में प्रावधान भी रखा गया है। कैबिनेट ने एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में अदानी पावर लिमिटेड से चार रुपए 79 पैसे प्रति यूनिट की दर से 1320 मेगा वाट बिजली लेने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। इसके लिए पावर मैनेजमेंट कंपनी को अधिकृत किया गया है।

Kolar News

Kolar News 6 March 2020

  मेरे मिडिया के साथियों मैं आपसे आग्रह कर रहा हूँ की कल से जो मेरे बारे में भ्रामक समाचार आप लोग फैला रहे हैं  |  उसको फैलाना बंद कर दे | गलत मत दिखाए आपके ऊपर जनता विश्वास करती हैं | ये सब कहते संजय पाठक ने अपना एक वीडियो जारी किया हैं वे इसमें सफाई देते नजर आये हैं | की वे किसी वरिष्ठ नेता के यहाँ नहीं गया किसी से नहीं मिला | मेरे साथ जो जो हो रहा हैं पुरे प्रदेश की जनता देख रही हैं मेरी हत्या ना हो जाये बस इतना ध्यान रखियेगा |  ये अपने राजनितिक लाभ फायदे के लिए मुझे कहीं मार कर भी फेंक सकते हैं | आप भरम ना फैलाये 

Editor Dinesh Garg

Dinesh Garg 6 March 2020

निर्भया की माँ का सब्र अब टूट रहा हैं | हर दिन बस इस उम्मीद में निकाल रही हैं की एक दिन न्याय होगा और निर्भया के चारो दोषियों को फांसी पर लटकाया जायेगा | मगर हर बार चारों आरोपीयों के वकील एक नया पैंतरा अपना कर फांसी की सजा को लम्बे समय से टलवाते आ रहे हैं | पूरा देश अंतिम फैसले का इंतजार कर रहा हैं | निर्भया इस दुनिया में नहीं हैं मगर चारों दोषी जीने के लिए कानून को ललकार रहे हैं | निर्भया केस के चारों दोषियों की क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं। उनका नया डेथ वारंट जारी हो सकता है। निर्भया की माँ ने हैं कहा 'चारों दोषी सारे कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल कर चुके हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि कोर्ट आज नया डेथ वारंट जारी कर देगा। निर्भया केस के चारों दोषियों के नए डेथ वारंट को लेकर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई होगी। दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खारिज किए जाने के बाद अब चारों दोषियों के पास कानूनी विकल्प नहीं बचे हैं। निर्भया के परिजनों द्वारा कोर्ट में नई याचिका दायर करते हुए चौथी बार चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी करने की गुहार लगाई गई है। इस पर ही आज कोर्ट को अपना निर्णय लेना है। बता दें कि पटियाला हाउस कोर्ट अब तक तीन बार डेथ वारंट जारी कर चुका है लेकिन कानूनी पेचिदगियों की वजह से हर बार डेथ वारंट को टालना पड़ा था। निर्भया केस के चारों दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय अपने सारे कानूनी हथकंडे आजमा चुके हैं। हर जगह से उन्हें मुंह की खानी पड़ी है। आखिरी दांव के तौर पर दोषी पवन कुमार ने पहले क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की, जब वह खारिज हो गई तो उसके द्वारा राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका लगाई गई थी। इस याचिका को भी बुधवार को राष्ट्रपति द्वारा खारिज कर दिया गया। 16 दिसंबर 2012 की देर शाम दिल्ली में चलती बस में 6 बदमाशों द्वारा निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इसके बाद उसकी जघन्य हत्या कर दी गई थी। पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में मामला चला था। इस दौरान एक आरोपी ने जेल में ही फांसी लगाकर जान दे दी थी वहीं एक अन्य आरोपी को नाबालिग होने का लाभ मिल गया था, वहीं चार अन्य आरोपियों को कोर्ट ने दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। विडंबना यह हैं की निर्भया पर जरा भी दया न करने वाले निर्भया की जान लेने वाले चारों दोषी बार - बार दया याचिका का सहारा लेकर अपनी जिंदगी चाहते हैं | 

Kolar News

Kolar News 5 March 2020

   भगोरिया में मांदल की थाप पर जमकर थिरके लोग सीसीटीवी कैमरे से की जा रही निगरानी 30 से अधिक झूला-चकरी लगे 200 दुकानें और लगी  ग्राम पंचायत ने की हर प्रकार की व्यवस्थाएं झाबुआ में 40 हजार जल संरचनाएं बनाई 20 हजार लोगों ने   आदिवासी परम्परा का प्रमुख त्यौहार भगोरिया अब केवल आदिवासी समाज तक ही सीमित नहीं रहा। अब इसमें देश की विभिन्ना संस्कृतियां तो देखी ही जा सकती है। साथ ही विदेशी मेहमान भी अब भगोरिया देखने आते हैं।  पारा में भरने वाले भगोरिया के लिए क्षेत्र के करीब 100 से अधिक गांवों के लोग शामिल हुए हैं। वहीं स्थानीय व्यापारियों के साथ बाहर से आने वाले दुकानदार भी काफी उम्मीदें की उनकी आमदनी अच्छी होगी ।  झाबुआ जिले के उमरकोट, माछलिया, करवड़, बोलायता, कल्याणपुरा, मदरानी तथा ढेकल में भगोरिया हाट भरा। आलीराजपुर जिले में चांदपुर, बरझर और बड़ी खट्टाली में आदिवासी समाजजन मांदल की थाप और बांसुरी की धुन पर थिरके। गेर निकाली गई। धार जिले के सुसारी, राजगढ़ के पास ग्राम गोलपुरा और ग्राम कराड़ा में भगोरिया की धूम रही। बड़वानी जिले में सात स्थानों पर भगोरिया के हाट लगे। सिलावद में बड़वानी विधायक प्रेमसिंह पटेल तो बालसमुद के हाट में गृहमंत्री बाला बच्चन ग्रामीणों के साथ झूमे।   झाबुआ जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर ढेकल ग्राम में बुधवार को भगोरिया मेला आयोजित किया गया। यहां सुबह 10 बजे से ही ग्रामीण मेला स्थल पर पहुंचने लगे थे। भगोरिये मेले में 30 से अधिक झूले-चकरी लगाए गए। दोपहर 12.30 बजे से मेला स्थल पर भीड़ एकत्रित होने लगी थी। दोपहर 2 बजे तक मेला स्थल खचाखच भर गया। यहां बड़ी संख्या में खाद्य सामग्री की दुकानें लगाई गई। खिलौनों की बिक्री भी जमकर हुई। महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन की सामग्रियां भी जमकर खरीदी। यहां आधुनिकता का असर दिखाई दिया। युवा जींस, टी-शर्ट के साथ ही युवतियां पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में नजर आई। दोपहर बाद पंचायत की तरफ से ढोल-मांदल पर गेर निकाली गई। गेर में ग्रामीणों ने भाग लिया। ढोल-मांदल की धुन पर जमकर थिरके ग्रामीण।   रानापुर। क्षेत्र का दूसरा भगोरिया मेला कंजावाणी में आदिवासी संस्कृति के अनुरूप भराया। पहली बार सीसीटीवी कैमरे की नजर में मेला आयोजित हुआ। पुलिस प्रशासन व डॉक्टर भी मेले में मुस्तैद रहे। रानापुर के दूरस्थ ग्राम कंजावाणी भगोरिये में आसपास के ग्रामों के लोगों ने मेले का लुत्फ उठाया। यहां व्यापार भी अच्छा चला। हालांकि सुबह 11 बजे तक तो मेला स्थान खाली रहने से व्यापारी व झूले वाले चिंतित नजर आ रहे थे, लेकिन 12 बजे बाद भीड़ बढ़ी। रानापुर के दूसरे भगोरिया मेले में 20 से अधिक झूले-चकरियां मेला स्थल पर लगी थी। वहीं बच्चों के खिलौने, खानपान की दुकानें, कपड़े की दुकानें, गरमागरम भजिये व जलेबी और गन्नो की मिठास से मेला सरोबार रहा।   कंजावाणी के सरपंच गवरसिंह ने बताया कि आदिवासी संस्कृति की पहचान स्वरूप मनाए जाने वाले भगोरिया पर्व के लिए पंचायत की ओर से आगंतुकों के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं की गई। पानी के टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। साथ ही व्यापारियों को किसी तरह की कठिनाई न हो, इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया। सरपंच ने यह भी बताया कि पहली बार भगोरिया मेले में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। रानापुर प्रभारी डीएस भंवर के नेतृत्व में कंजावाणी चौकी से एमएल लस्करी, दिलीपसिह गोर, संतोष गुप्ता के अलावा झाबुआ डीआरपी व निर्भया वाहन भी नजर आए।   कालीदेवी। ग्राम रोटला तथा मछलिया में बुधवार को भगोरिया की धूम रही। आसपास के हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने मेले का आनंद लिया। रोटला में भगोरिया बड़ी धूमधाम से लोगों ने मनाया। हाट में 200 दुकानें और 30 से अधिक झूला-चकरी लगे। भगोरिया में लोक नृत्य कर ग्रामीण झूला का लुत्फ उठा रहे हैं। वही 150 से 200 ढोल आए। क्षेत्रीय विधायक वालसिंह मेड़ा ने भी ढोल बजाया। उसके बाद सब एकत्रित होकर भगोरिया हाट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गेर निकाली। इसमें क्षेत्रीय विधायक मेड़ा, रोटला सरपंच वरसिंह भूरिया, अमरसिंह भूरिया, बहादुरसिंह अमिलिया, फतेहसिंह भाबर, रमेश वास्केल, विक्रम मीणा व कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण भी शामिल थे। थाना प्रभारी अशफाक खान चाक-चौबंद व्यवस्था बनाए हुए पुलिस बल के साथ मौजूद थे।   मेघनगर। होली का त्यौहार नजदीक आते ही हाटों में भीड़ का माहौल बन जाता है। दुकानें भी सजकर तैयार रहती है। दिन-प्रतिदिन भगोरिया परवान पर चढता दिखाई दे रहा है। आदिवासी युवक-युवतियों में गुलालिया हाट को लेकर विशेष उत्साह दिखाई दिया। होली के पर्व के पूरे सप्ताह में हर वार को लगने वाले बाजार गुलालिया-भगोरिया के नाम से प्रसिद्ध है। जिले के अलावा आसपास के आदिवासी अंचल में भी इन बाजारों की प्रसिद्धि कम नहीं है। तपती धूप में सूखते गले व भूख की परवाह किये बिना इस पर्व की रस्म अदायगी करते युवक-युवतियों में त्योहार के प्रति पूर्ण श्रद्धा रहती है। ढोल-ताशो की थाप पर थिरकते हुए नाचते-गाते हुए दिन कब पूरा हो जाता है, पता ही नहीं चलता। कई श्रद्धालु इन दिनों व्रत रखने की परंपरा का भी निर्वहन करते हैं। मदरानी में भगोरिया पर्व पर कई युवा और बुजुर्ग लाल रंग के वस्त्र धारण करके शरीर पर हल्दी, गुलाल व हाथ में नारियल लेकर त्योहार का स्वागत करते नजर आये। बरबुलिये बने श्रद्धालु इस पर्व पर व्रत में बिना अन्ना के खाद्य एवं पेय पदार्थों का उपयोग करते हैं। ग्रामीणों ने भगोरिया हाट में झूले-चकरी का भी जमकर आनंद लिया। भगोरिया त्योहार के लिए काम की तलाश में गुजरात के साथ अन्य जगहों पर गए हुए ग्रामीण भी विभिन्ना साधनों से घर वापसी कर रहे हैं। पारा में भगौरिये के एक दिन पहले ही बाजारों में अच्छी खासी चहल-पहल रही। रबी की बम्पर फसलों के बाद भगोरिया मनाने को लेकर ग्रामीण ज्यादा खुश दिखाई दे रहे हैं। अधिकतर ग्रामीणों ने भगोरिया त्योहार के पूर्व ही अपनी फसल काटकर खेतों में ही पुलों को बांधकर रख दिया है।   भगोरिये की आहट हो और कुर्राटी सुनाई न दे, ऐसा असंभव ही होता है। भगोरिया की गेर में मदमस्त होकर ग्रामीण कुर्राटियां लगाते मांदल की धूम पर थिरकते हैं। भगोरिया को लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस की सख्ती के कारण अब कोई अनहोनी नहीं के बराबर होती है। सरपंच इंदूबाला डामोर और पूर्व सरपंच ओंकारसिंह डामोर ने बताया कि आदिवासी समाज के लिए यह वर्ष का महत्वपूर्ण त्योहार होता है और ग्राम पंचायत भी इस त्योहार को जोश के साथ मनाने के लिए पूरी तैयारी कर रही है। सूखे तालाब में झूले-चकरियों के साथ राजगढ़ रोड पर भगोरिया की रंगत दिखाई देगी। लगभग 8 जगह पीने का ठंडा पानी और ग्रामीणों को बैठने के लिए टेंट की व्यवस्था की जा रही है। सभी ग्रामों के कोतवालों और झाबुआ से आने वाले बल सहित करीब 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। जिन लोगों के यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, वे अपने बाहर तरफ लगे कैमरे का फोकस बाजारों की ओर कर लें, ताकि किसी घटना या वारदात होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।  होली के पहले सप्ताह में मनाया जाने वाला भगोरिया पर्व का हाट लगा। इसमें युवक-युवतियां बाजार में कम दिखाई दी। भगोरिया हाट में एसपी विनीत जैन के निर्देशानुसार पहली बार सीसीटीवी कैमरे सदर बाजार व मुख्य चौराहा बस स्टैंड पर सीसीटीवी कैमरे, ग्राम पंचायत सचिव गोपालदास बैरागी, रोजगार सहायक संगीता सीनम द्वारा सदर बाजार चांदनी चौक के साथ प्रमुख स्टैंड पर जहां से रतलाम रोड, बामनिया रोड, टेमरिया रोड पर आने-जाने वाले ग्रामीणों के साथ वाहनों की गतिविधियां कैमरे में कैद की जा सकेंगी। क्षेत्र में बड़ी ताद्द से ग्रामीण होली त्यौहार सामग्री की खरीदारी के लिए हाट में पहुंचते हैं। त्योहारी हाट के चलते पुलिस प्रशासन के चौकी प्रभारी पृथ्वीसिंह डामोर दल-बल के साथ मुस्तैद रहे। हाट के साथ गलियों, मोहल्लों में निगरानी की। गांव में खास धुलेंडी पर्व मनाया जाता है, जिसमें 8 से 10 हजार ग्रामीण आस्था व विश्वास का पर्व, दहकते अंगारों पर चूल पर चलने का त्योहार मनाने पहुंचते हैं। इस दिन सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़े स्तर पर व्यवस्था की जाती है।

Kolar News

Kolar News 5 March 2020

    सरकार के कदमों से किसानों के चेहरों पर आई रौनक - कृषि मंत्री सचिन यादव  "जय किसान फसल ऋण माफी योजना" के तहत ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये       किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने कहा कि किसानों के लिये सरकार के प्रयासों के चलते प्रदेश के किसानों के चेहरों पर रौनक आई है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की बेहतरी के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार के 365 वचनों में सबसे महत्वपूर्ण वचन अन्नदाता किसानों की ऋण माफी का था। सरकार ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद किसानों से किया वचन पूरा किया है।  यादव  उज्जैन जिले के घट्टिया में आयोजित 'जय किसान फसल ऋण माफी योजना' के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कई बार मंडी में किसानों को फसल के बेहतर दाम नहीं मिलते इसके लिये सरकार द्वारा योजना तैयार की जा रही है, जिससे उन्हें कम दाम में अपनी फसल नहीं बेचनी पड़ेगी। किसान मंडी प्रांगण के 15 किलोमीटर के दायरे में अपनी फसल का भण्डारण कर सकेंगे। यही नहीं सरकार भण्डारण के किराये का वहन भी करेगी। मंडी प्रांगण में ग्रेडिंग, सार्टिंग करने जैसी सारी सुविधाएं भी किसानों को मुहैया करायी जायेंगी।   कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए घट्टिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय ने कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश के किसानों के दुख-दर्द समझा है। ऋण माफी योजना से प्रदेश के किसान बेहद खुश हैं।   कृषि मंत्री ने घट्टिया में छात्रावास और गौ-शाला का लोकार्पण किया   कार्यक्रम में कृषि मंत्री सचिन यादव ने अनुसूचित जाति विभाग द्वारा संचालित शासकीय उत्कृष्ट छात्रावास का लोकार्पण किया। कुल एक करोड़ 94 लाख रूपये की लागत से तैयार इस छात्रावास 50 छात्र रहेंगे।   मंत्री यादव ने ग्राम पंचायत बनड़ा में नव-निर्मित श्री देवनारायण गौ-शाला का भी लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से गौ-शालाओं का निर्माण-कार्य जारी है। गौ-शाला निर्माण कार्य के दूसरे चरण में 3 हजार गौ-शालाओं का निर्माण किये जाने की योजना है।   कार्यक्रम में कमल पटेल ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष अजीत सिंह भी मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 5 March 2020

  दुनिया में ज्ञान-विज्ञान हमारे पूर्वजों की देन है - राज्यपाल     राज्यपाल एवं कुलाधिपति लालजी टंडन के मुख्य आतिथ्य में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का अष्टम दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। समारोह में कृषि, कला, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास एवं व्यवसाय प्रबंध, विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय सहित पी.एच.डी. तथा स्वर्ण पदक विजेता विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई।   विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये राज्यपाल एवं कुलाधिपति लालजी टंडन ने कहा कि उपाधियाँ प्राप्त करने के बाद जीवन के नए रास्ते खुल जाते हैं। किसी विधा में कड़ी मेहनत कर विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए। हमारी संस्कृति हजारों साल पुरानी है। दुनिया को ज्ञान-विज्ञान की देन हमारे पूर्वजों की देन है। सारी दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में भारतीय मूल के नागरिकों की अहम् भूमिका रही है। हमारे ऋषि मुनियों ने सारी दुनिया को ज्ञान दिया है। मेडिकल साइंस में आज भारत किसी से कम नहीं है। आज सारी दुनिया सुश्रुत को फादर आफ सर्जरी मानती है। कौटिल्य ने सारी दुनिया को सबसे पहले अर्थशास्त्र की सीख दी। शून्य की खोज भी भारत के महान गणितज्ञ आर्य भट्ट ने की।   राज्यपाल टंडन ने कहा कि भारत की आत्मा ग्रामों में रहती है। नानाजी देशमुख ने इसी को ध्यान में रखते हुए इस विश्वविद्यालय की शुरूआत की। उन्होंने नानाजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की सराहना की। उनकी सोच से ही ग्राम विकास का माडल चित्रकूट में देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में शोध कार्य पर ध्यान देंगे तो उनके कैरियर के लिए बेहतर होगा। यदि आप किसी एक विषय में आगे बढेगें तो देश के लिए अहम योगदान दे सकते हैं।   कला संकाय के छात्रों ने राज्यपाल को उनके चित्र की प्रतिकृति भेंट की। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बैंगलौर के अध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि चित्रकूट शिक्षा ग्रहण करने के लिये अच्छा स्थान है।   दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को देश की समृद्वि, विकास एवं अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर होने की शपथ दिलाई गई। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं को पदक एवं उपाधियां प्रदान की। समारोह में कुल 120 शोध उपाधि धारकों को डिग्रियां प्रदान की गई। इनमें 64 छात्र एवं 56 छात्राएँ शामिल थी। समारोह में 42 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेशचंद गौतम, विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव, जन-प्रतिनिधि, शिक्षाविद्, गणमान्य नागरिक, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।   दीक्षांत समारोह के पूर्व राज्यपाल एवं कुलाधिपति  लालजी टंडन की अध्यक्षता में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के रजत जयंती भवन में प्रबंध मंडल की 56 वीं बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रबंध मंडल के सदस्यगण सहित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेश चंद गौतम, कुलसचिव राकेश कुमार चौहान मौजूद थे। बैठक में पिछली बैठक के पालन-प्रतिवेदन एवं विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई।  

Kolar News

Kolar News 5 March 2020

ग्वालियर। ग्वालियर-चम्बल अंचल में शनिवार की शाम आसमान से आफत के ओले गिरे। पानी के साथ गिरे ओलों से फसल को नुकसान पहुंचा है। फसल को हुए नुकसान के चलते किसानों के चेहरे मुरझा गए। हालांकि जिला मुख्यालय पर ओलों का आकार मटर के दाने के बराबर था, लेकिन जौरा, कैलारस, पहाडग़ढ़, सुमावली क्षेत्र में बड़े आकार के ओले गिरे।   शनिवार शाम 4 बजे के करीब जिले का मौसम बदल गया। यहां बूंदाबांदी के साथ ही ओले गिरने लगे। जिला मुख्यालय सहित अंबाह, पोरसा, जौरा, सुमावली, कैलारस आदि स्थानों पर ओले गिरे। ओलों का आकार कहीं छोटा तो कहीं बड़ा था। ओलों से सबसे अधिक नुकसान खेतों की खड़ी सरसों की फसल को हुआ है। दरअसल जिले में कई स्थानों पर सरसों की फसल कटने के लिए तैयार है। ओले एवं पानी की वजह से सरसों फसल को नुकसान पहुंचा है। ओले एवं पानी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि इस प्राकृतिक आपदा से उनकी फसल को नुकसान पहुंचा है। उधर रात आठ बजे के बाद दोबारा बूंदाबांदी प्रारंभ हो गई। बरसात व ओले से मौसम में भी ठण्डक घुल गई है।   उधर  जौरा सहित आसपास के डेढ़ दर्जन गांव में बारिश के साथ ओले भी गिरे। दोपहर तीन बजे शुरू हुई बारिश व ओले शाम 5.30 बजे तक आधे घंटे के अंतराल में तीन बार गिरे। बेमौसम हुई बारिश व ओलावृष्टि से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की खेतो मे खडी गेहूं और सरसों की फसल मे दस से बीस फीसदी का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बारिश व ओलावृष्टि से खेतों मे पकी फसल को 5 से 10 फीसदी तक का नुकसान होने की बात कही गई है। बारिश व ओलावृष्टि से जौरा शहर सहित बिशनौरी,हरिभान का पुरा, अलापुर, धमकन, थरा, चिराइतिनी, गैपरा, हथरिया, छैरा, ककरधा, नूरपुर, बडोना, बिरूआ, दुल्हैनी आदि गांवों में नुकसान पहुंचा है।

Kolar News

Kolar News 29 February 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि युवा पीढ़ी की बौद्धिक क्षमता का उपयोग समाज और देश हित में करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही इस देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने में सक्षम है। यह बात मुख्‍यमंत्री नाथ ने बुधवार को मध्यप्रदेश कुर्मी क्षत्रीय समाज के 20वें अखिल भारतीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।   मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवाओं के पास ज्ञान है। समय रहते हमें इस ज्ञान संपदा का रचनात्मक उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के बुजुर्गों का दायित्व है कि वे भावी पीढ़ी को सामाजिक मूल्यों से जोड़ें। भारत की सभ्यता, संस्कृति और अनेकता को आज की पीढ़ी अपनाए, यह हमारा दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुर्मी क्षत्रीय समाज एक जागरूक समाज है। इस समाज का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बताया कि कुर्मी क्षत्रीय समाज से मेरा व्यक्तिगत संबंध रहा है। यह समाज आगे बढ़े, इसके लिए सदैव मेरा सहयोग रहेगा।   उन्‍होंने विश्‍व की महाशक्ति सोवियत संघ के बिखरने का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां एकजुटता की संस्कृति नहीं थी। सोवियत संघ के सरकार, समरसता और एक दूसरे के प्रति आदर-सम्मान की भावना नहीं होने के कारण ही टुकड़े-टुकड़े हो गए। उन्होंने कहा कि विश्‍व में ऐसा कोई देश भारत जैसा नहीं है, जिसकी इतनी भाषा, जाति, धर्म के साथ रहन-सहन, खान-पान के तरीके इतने अलग हों। इसके बावजूद हम सदियों से एकजुट होकर एक झंडे के नीचे खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी अनेकता में एकता को ताज्जुब की दृष्टि से पूरी दुनिया देखती है, हमारी यह शक्ति बनी रहे। यह हम सभी का दायित्व है।   पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ का कुर्मी समाज से विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस गति और नई सोच के साथ काम कर रहे हैं, उससे निश्चित ही हमारा प्रदेश और हर गांव खुशहाल बनेगा।   मुख्यमंत्री का सम्मेलन में कुर्मी समाज ने गजमाला, शाल-श्रीफल और ताम्रपत्र भेंटकर सम्मान किया। मध्यांचल प्रोफेशनल युनिवर्सिटी की चांसलर प्रीति पटेल ने आभार माना। अखिल भारतीय क्षत्रीय कुर्मि समाज के अध्यक्ष एन.पी. पटेल, महामंत्री वी.एस. निरंजन, पूर्व सांसद रामकृष्ण कुसमारिया सहित समाज के गणमान्य नागरिक सम्मेलन में उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News 26 February 2020

धार। जिले के अमझेरा क्षेत्र के निकट ग्राम पिपलिया में एक आदमखोर तेंदुएं को आखिरकार वन विभाग ने पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है। चार दिन से क्षेत्र में दशहत का माहौल था। चार दिन बाद बुधवार को तड़के चार बजे तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया।   दरअसल, गत विगत 22 फरवरी को ग्राम पिपलिया के रहने वाला परिवार अपने खेत पर फसल की रखवाली के लिए सोया था। इस दौरान एक तेंदुआ परिवार के 7 वर्षीय बच्चे आनंद को माता-पिता, भाई-बहन के बीच से उठाकर ले गया था और उसे अपना शिकार बना लिया था। घटना के बाद वन विभाग की टीम ने आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चलाते हुए इंदौर के रालामण्डल क्षेत्र से सपेशल रेस्क्यू दल बुलवाकर घटनास्थल सहित एक अन्य जगह पर पिंजरे लगाया। चार दिनों के बाद बुधवार को अलसुबह करीब 4 बजे तेंदुआ पुनः उसी स्थल पर आया, जहां उसने बच्चे को मौत के घाट उतारा था। वह वन विभाग द्वारा लगाए गए पिजरे में जा घुसा। वन विभाग द्वारा तेंदुए को पकड़ने में मिली सफलता की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गये। वन विभाग के अनुसार पकड़ाया तेंदुआ मादा बताया जा रहा है तथा इसकी उम्र लगभग 8 वर्ष बताई जा रही है। वहीं तेंदुए को सुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों वन विभाग के मार्गदर्शन में निर्णय किया जाएगा। यह जानकारी सरदारपुर क्षेत्र एसडीओ राकेश डामोर ने दी।  

Kolar News

Kolar News 26 February 2020

भोपाल। फिल्म अभिनेत्री तापसी पन्नू की आगामी हिंदी फिल्म 'थप्पड़ को मध्य प्रदेश सरकार ने टैक्स में छूट देने का ऐलान किया है। सरकार की घोषणा के बाद राज्य कर विभाग ने फिल्म को तीन महीने के लिए एसजीएसटी से छूट देने का आदेश जारी कर दिया है। सरकार के निर्णय और आदेश जारी होने के बाद राज्य कर विभाग ने सभी सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स को निर्देशित किया है कि फिल्म देखने आने वाले दर्शकों से टिकट पर एसजीएसटी (स्टेट जीएसटी) न वसूलें।    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार सुबह ट्वीट कर फिल्म थप्पड़ को टैक्स फ्री किए जाने की जानकारी देते हुए लिखा ‘मध्यप्रदेश में 28 फरवरी से रिलीज होने वाली  हिंदी फिल्म " थप्पड़ " को जिसकी पटकथा एक सामाजिक संदेश पर आधारित है, को राज्य वस्तु एवं सेवा कर ( एसजीएसटी )की छूट प्रदान की जाती है। लिंग भेदभाव हिंसा पर आधारित इस फि़ल्म की पटकथा में एक महिला के बदलाव , बराबरी के हक़ व आत्म सम्मान के लिये किये संघर्ष को प्रमुखता से दिखाया गया है।   उल्लेखनीय है कि अनुभव सिन्हा की निर्देशन में बनी फिल्म थप्पड़ में घरेलू हिंसा का मुद्दा उठाया है। इससे पहले प्रदेश सरकार ने दीपिका पादुकोण अभिनित फिल्म छपाक और अक्षय कुमार की पैडमेन को भी मप्र में टैक्स फ्री किया था।

Kolar News

Kolar News 26 February 2020

भोपाल। ग्वालियर के जिला शिक्षा अधिकारी ने तुगलकी फरमान जारी किया है। शिक्षकों को अपमानित करने वाले आदेश में निलंबित शिक्षकों के लिए अलग से बैठने का  स्‍थान आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है।    निर्देश में लिख गया है कि निलंबित टीचर को जिस निर्धारित स्थान पर बैठाया जाए, उस स्थान पर पेंट से 'निलंबित कर्मचारियों के बैठने का स्थान' लिखवाया जाए। यदि एक से अधिक निलंबित कर्मचारी मुख्यालय पर ज्वाइन हुए होंं तो बैठक व्यवस्था में 1,2,3 अंकित किया जाए। निलंबित कर्मचारी के निर्धारित स्थान पर बैठने के बाद उसका फोटो खींचकर वाट्सअप पर भेज दिया जाए। इस व्यवस्था को मंगलवार यानी आज के दिन तक पूरा करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी ने दिए हैंं। जिला शिक्षा अधिकारी ने यह निर्देश सभी प्राचार्य, बीईओ, बीआरसीसी को दिए हैंं। डीईओ के इस फरमान से कर्मचारी संगठनों में नाराजगी है।  

Kolar News

Kolar News 25 February 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अप्रैल में पूरा होने जा रहा है। इस रिक्त होने वाली सीटों के निर्वाचन का कार्यक्रम केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने जारी कर दिया है। इस संबंध में मंगलवार को विधानसभा सचिवालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मप्र से रिक्त राज्यसभा की इन तीन सीटों पर चुनाव के लिए आगामी 6 मार्च को अधिसूचना जारी होगी और इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी, जो कि 13 मार्च तक चलेगी। यानी नामांकन पत्र 13 मार्च तक दाखिल किए जा सकेंगे और 16 मार्च को इनकी जांच होगी। वहीं, 18 मार्च तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं। चुनाव के लिए मतदान 26 मार्च को होगा और इसी दिन मतगणना होगी और परिणाम भी घोषित कर दिया। पूरी चुनाव प्रक्रिया 30 मार्च तक पूरी कर हो जाएगी। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश से तीन राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (कांग्रेस), प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया (दोनों भाजपा) का कार्यकाल आगामी 9 अप्रैल को पूरा हो जाएगा। विधानसभा में वर्तमान में विधायकों की संख्या के आधार पर माना जा रहा है कि इन 3 में से 2 सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे। राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से राज्यसभा जाने के इच्छुक दावेदार सक्रिय हो गए हैं। भाजपा और कांग्रेस के खाते में एक-एक सीट पर चुनाव की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन तीसरी सीट को लेकर पेंच फंस सकता है। मप्र में कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़े दावेदार हैं। दिग्विजय सिंह प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं और इस समय वो केवल राज्यसभा सांसद हैं। ऐसे में ये माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह एक बार फिर से अपना दावा पेश कर सकते हैं। वहीं, अगर दिग्विजय सिंह अपना दावा पेश नहीं करते हैं तो वे अजय सिंह का नाम आगे बढ़ा सकते हैं। वहीं, कुछ मंत्री और नेता प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने की इच्छा जता चुके हैं तो कुछ ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी राज्यसभा भेजने का गणित लगा रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटों में से 8 सीट पर भाजपा का कब्जा है, जबकि तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। इनमें से तीन सीट 9 अप्रैल को खाली हो रही हैं, जिनमें एक कांग्रेस की और दो भाजपा के खाते की हैं। विधानसभा में संख्याबल के आधार पर इन तीन सीटों में दो पर कांग्रेस के बाजी मारने की संभावना है।

Kolar News

Kolar News 25 February 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को मंत्रालय में यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड का लोकार्पण किया। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड एक साथ लोकार्पित किया है। इसके पूर्व उत्तर प्रदेश राज्य ने सिर्फ यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस जारी किया है। इस मौके पर परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत उपस्थित रहे।   मुख्यमंत्री कमलनाथ ने परिवहन विभाग को मध्यप्रदेश को देश में यूनिफाईड पंजीयन कार्ड बनाने में पहला और ड्रायविंग लायसेंस में दूसरा राज्य बनाने के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यूनिफाईड कार्ड के प्रथम 6 उपभोक्ताओं को टोकन के रूप में कार्ड वितरित किए। इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह एवं परिवहन एस.एन. मिश्रा, आयुक्त परिवहन मधु कुमार एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।   कार्ड की मुख्य विशेषता यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड में नई जानकारियाँ संकलित की गई हैं। पूरे देश में यह कार्ड एक समान और एक रंग का है। पहाड़ी और खतरनाक क्षेत्रों में ड्रायविंग करने की क्षमता का भी इसमें उल्लेख होगा। विशिष्ट सीरियल नंबर होने के साथ ही इसमें आकस्मिक इमरजेंसी नंबर होगा। साथ ही बैज नंबर भी अंकित होगा। नए कार्ड के दोनों तरफ जानकारी अंकित होने के साथ ही ऑर्गन डोनर, क्यूआर कोर्ड और अमान्य वाहन पंजीयन नंबर की भी जानकारी होगी।  

Kolar News

Kolar News 25 February 2020

भोपाल। वाणिज्यिक कर मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में उपभोक्ताओं को विदेशी मदिरा की बिक्री ऑनलाइन नहीं की जायेगी। यह जानकारी रविवार को जनसंपर्क अधिकारी आर.एस. मीणा ने दी।    उन्‍होंने बताया कि मंत्री राठौर ने कहा है कि नई आबकारी नीति में विदेशी मदिरा के वेयरहाउस से दुकान तक परिवहन के परमिट ऑनलाइन प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गई है। विदेशी मदिरा के परिवहन परमिट ऑनलाइन प्रदान करने का उद्देश्य नकली विदेशी मदिरा की बिक्री और उसके अवैध परिवहन की रोकथाम करना है।  

Kolar News

Kolar News 23 February 2020

गुना । लंबे समय बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं गुना-शिवपुरी के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की 24 फरवरी को दोपहर के समय गुना सर्किट हाउस के बंद कमरे में चर्चा होगी। राजनीतिज्ञों के अनुसार इन दोनों के बीच आगामी राज्यसभा के होने वाले चुनाव और मप्र के कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो सकती है। सिंधिया के आगमन को देखते हुए श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया के नेतृत्व में कांग्रेसजनों द्वारा स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। इसके लिए शहर में लगे होर्डिंगों से जहां जिले के प्रभारी मंत्री इमरती देवी गायब हैं, वहीं पूर्व मु यमंत्री दिग्विजय सिंह भी यहां लगे बैनरों में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। इन होर्डिंगों से  साफ नजर आ रहा है कि कांग्रेस गुटबाजी की शिकार है, जिसके चलते होर्डिगों से सिंधिया समर्थक इमरती के साथ-साथ दिग्विजय सिंह का फोटो गायब कर दिया है।  यह बात अलग है कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसजनों से होर्डिंग के रूप में अपव्यय न करने का आग्रह किया है। इन होर्डिंगों के बहाने कांग्रेसियों के बीच शक्ति प्रदर्शन हो रहा है। अलग-अलग नेताओं ने अपने-अपने वरिष्ठ नेताओं के फोटो वाले होर्डिंग लगाए हैं। शहर को होर्डिंग से पाट दिया है, बिजली के खंबे व विभिन्न कंपनियों के होर्डिगों पर भी ये होर्डिंग टंगे हैं।इनमें से अधिकतर बगैर अनुमति के लगे हैं।   सवा बारह बजे आएंगे दिग्विजय  निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह काफी समय बाद गुना के अल्प प्रवास पर 24 फरवरी को दोपहर सवा बारह बजे आएंगे। यहां आने के बाद पायगा मोहल्ला स्थित सत्येन्द्र तिवारी के निवास पर और वहां से पौने एक बजे हड्डी मिल बजरंगगढ़ रोड पर अ तर खान के निवास पर शोक व्यक्त करने जाएंगे। पूर्व मु यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह 1.15 बजे सर्किट हाउस जाएंगे जहां वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के  महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट करेंगे। दोपहर दो बजे वे गुना से इंदौर के लिए रवाना हो जाएंगे।   साढ़े तीन बजे सर्किट हाउस पहुंचेंगे सिंधिया  पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 24 फरवरी को दोपहर 1 बजे करीब चार घंटे के अल्प प्रवास पर गुना आएंगे।  वे आरोन रोड से जयस्तम्भ चौराहा आएंगे, उनको जय स्तम्भ चौराहे सर्किट हाउस तक पैदल ले जाया जाएगा। सिंधिया के निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सिंधिया 24 फरवरी को दोपहर साढ़े तीन बजे सर्किट हाउस पहुंचेंगे। जहां विभिन्न संगठनों व गणमान्य नागरिकों से चर्चा करेंंगे।  इसके बाद वे शहर के कई क्षेत्रों में जाएंगे। सायं 4.4० बजे गुना से चंदेरी के लिए रवाना होंगे।    इमरती आईं, चौधरी, राजपूत, सिलावट आज आएंगे  अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना आगमन को देखते हुए जिले की प्रभारी मंत्री इमरती देवी रविवार को सायं पांच बजे करीब गुना आईं, यहां आने के बाद उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस एवं उसके मोर्चा व संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक ली और उनसे तैयारियों को लेकर चर्चा की।प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभूराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कल 24 फरवरी को सुबह के समय गुना आएंगे।    सिंधिया,दिग्विजय और मंत्रियों की सुरक्षा कड़ी सोमवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री सिंधिया जिनको जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है, उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के अलावा प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत के आगमन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सौ से अधिक पुलिस अधिकारी व कर्मियों को अलग-अलग जगह ड्यूटी बतौर तैनात किया है। इसके साथ ही यातायात बाधित न हो, इसकी भी समुचित व्यवस्था की गई है।    

Kolar News

Kolar News 23 February 2020

रायसेन। रायसेन जिले में अवैध तरीके से हो रहे रेत खनन को रोकने के लिए नदी न्याय के अध्यक्ष कम्प्यूटर बारा बीती देर रात डम्पर में छिपरकर खदानों पर छापामार कार्रवाई करने पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ शनिवार को देर रात कोटपार और सोजनी रेत खदान पर से दो पोकलेन मशीन और तीन डप्पर पकड़े।  कंप्यूटर बाबा सिलवानी से रेत के डम्फर में बैठकर रेत खदान तक पहुंचे। डम्पर की वाकदा चेक पोस्ट पर रसीद भी कटवाई और खदानों पर छापामार कार्रवाई की। कम्बल ओढक़र डम्फर में बैठे कंप्यूटर बाबा ने पुलिस बल के साथ सोजनी और कोटपार स्थित रेत खदानों पर खुलेआम मशीनों से हो रहे खनन को रोका और मौके से दो पोकलेन मशीन और तीन डम्पर जब्त कर पुलिस के हवाले किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में मशीनों से खनन पर रोक के बाद भी खुलेआम पोकलेन मशीनों से खनन कर रेत निकाली जा रही है। रायसेन जिले की अधिकांश रेत खदाने अवैध रूप से संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अवैध रेत खनन पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है और इस काम में वे सरकार की मदद कर रहे हैं। इसीलिए वे निरंतर रात में खदानों पर छापामार कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 23 February 2020

उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी महाकालेश्वर मंदिर में विराजमान भगवान महाकाल ने महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन शनिवार को पुष्प मुकुट धारण कर श्रद्धालुओं को दर्शन दिये। वर्ष में एक बार होने वाली दोपहर की भस्मारती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। भगवान महाकाल के दर्शन पाकर लेकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए। भगवान भोलेनाथ ने अपने भक्तों को दिव्य रूप में दर्शन दिये। बता दें कि महाशिवरात्रि पर्व पर महाकाल मंदिर के पट 21 फरवरी को तडक़े 2.30 बजे खुल गए थे, जो कि अगले दिन शनिवार को रात 11 बजे बंद होंगे। इस दौरान भगवान महाकाल श्रद्धालुओं को लगातार दर्शन देते हैं। महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन शनिवार को सुबह 4.00 बजे भगवान महाकाल को सेहरा चढ़ाया गया और सुबह 6.00 बजे सेहरे की आरती की गई। उसके बाद सुबह 11.00 बजे सेहरा उतारा गया। तत्पश्चात शनिवार को दोपहर 12.00 बजे से भगवान महाकाल की भस्मारती शुरू हुई। भगवान महाकाल की भस्मारती में शामिल हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया और अपने आप को धन्य महसूस किया। भस्मारती के पूर्व भी हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। इस बार महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा के साथ-साथ सभी तरह की व्यवस्थाएं व्यापक स्तर पर की गई थीं, जिसकी सभी ने सराहना की। भस्मारती में हजारों लोगों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर आरती का लाभ लिया। भस्मारती के बाद मंदिर समिति की ओर से महाकाल प्रवचन हॉल में पारणा भोजन (ब्राह्मण भोज) हुआ। जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर एवं मंदिर के प्रशासक एसएस रावत ने महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्थाओं की सराहना कर मंदिर के कर्मियों का आभार व्यक्त कर सभी को धन्यवाद दिया।   गौरतलब है कि भगवान महाकाल की भस्मारती सुबह 4.30 से 6.00 बजे के बीच होती है, लेकिन महाशिवरात्रि के अलगे दिन साल में एक बार भस्मारती दोपहर में होती है। शनिवार को दोपहर में हुई भस्मारती में उज्जैन महापौर मीना जोनवाल, पार्षद और कई प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। प्रशासक एसएस रावत शनिवार को सुबह से ही मंदिर की व्यवस्थाओं पर कड़ी नजर रखे हुए थे। प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से आम श्रद्धालु प्रसन्न नजर आए। महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित निर्गम गेट के सामने नि:शुल्क हरबल चाय सेवा का दो दिन में हजारों श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया।

Kolar News

Kolar News 22 February 2020

भोपाल। मध्‍यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ शुरू हुआ अधिकारियों के तबादला का दौर निरंतर जारी है। इसी क्रम में राज्य शासन द्वारा बड़ा प्रशासिनक फेरबदल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के (आईएएस) 13 अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इस संबंध में शुक्रवार को देर रात आदेश जारी किये गये हैं। इनमें तीन जिलों के कलेक्टरों को हटाकर उन्हें मंत्रालय में पदस्थ किया गया है। प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, बैतूल कलेक्टर तेजस्वी एस. नायक को हटाकर उन्हें भोपाल मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया है, जबकि उनकी जगह नगरीय प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त राकेश सिंह को बैतूल कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह सतना कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह और छतरपुर कलेक्टर मोहित बुंदस को भी भोपाल मंत्रालय में उप सचिव का दायित्व सौंपा गया है और उनकी जगह अशोकनगर जिला पंचायत के सीईओ अजय कटेसरिया को सतना कलेक्टर और राजस्व विभाग के उप सचिव शीलेन्द्र सिंह को छतरपुर कलेक्टर के पद पर नई पदस्थापना की गई है।इसी तरह चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर गुप्ता को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में प्रमुख सचिव का दायित्व दिया गया है, जबकि उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त डीपी आहूजा को पशुपालन विभाग में प्रमुख सचिव बनाया गया है। वहीं, मप्र ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के सीईओ उमाकंत उमराव को सहकारिता, उद्यानिकी तथा खाद्य विभाग में प्रमुख सचिव, पदस्थापना के लिए प्रतीक्षारत आईएएस सुखवीर सिंह को वित्त विभाग में सचिव सह-आयुक्त, नगरीय विकास व जनसम्पर्क आयुक्त पी नरहरि को माध्यम के प्रबंध संचालक की अतिरक्त प्रभार और प्रशासिनक अकादमी के संचालक मुकेश कुमार शुक्ला को उच्च शिक्षा विभाग में आयुक्त पदस्थ किया गया है। इसके अलावा जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के प्रमुख सचिव के साथ-साथ जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त का जिम्मा भी सौंपा गया है।

Kolar News

Kolar News 22 February 2020

भोपाल। देशभर के साथ मप्र में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के प्रमुख शिव मंदिरों और शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। देर रात से मंदिरों के बाहर भीड़ देखने को मिल रही है। मंदिरों के बाहर लंबी कतारें नजर आ रही हैं। बच्चे हों या बुजुर्ग सभी भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों की फूलों से विशेष साज सज्जा की गई है। सुबह से भक्त भगवान भोलेनाथ को दूध और बेलपत्री चढ़ाकर मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद मांग रहे हैं। देश के प्रमुख मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कड़े सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं। मंदिरों में भगवान भोले का खास श्रृंगार भी किया गया है। कहीं उन्हें नवीन वस्त्रों के साथ, आभूषण और फूलों से सजाया है, वहीं कहीं बाबा भोलेनाथ अपने औघड़ अंदाज में नजर आ रहे हैं।   उज्जैन के महाकाल ज्योतिर्लिंग में महाशिवरात्रि के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों की संख्या में लोग बाबा महाकाल के दर्शन-पूजन के लिए मंदिर परिसर में एकत्रित हुए हैं। उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में रात 2.30 बजे से मंदिर के पट खुल गए थे और भस्मारती के बाद सुबह 4.30 बजे से दर्शन शुरू हो गए हैं। इस दौरान भगवान शिव को दूल्हे के रूप में सजाया गया है। महाकालेश्वर में गर्भगृह में प्रवेश बंद रखा गया है। 22 फरवरी को सुबह सेहरा दर्शन होंगे। इसी दिन दोपहर 12 बजे भस्म आरती होगी। साल में एक बार ही भस्म आरती दोपहर में होती है। यह क्रम 22 फरवरी को रात 10.30 बजे होने वाली शयन आरती तक जारी रहेगा। इस दौरान 43 घंटे भक्तों के लिए बाबा महाकाल का दरबार खुला रहेगा। मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा अर्चना का क्रम चलता रहेगा।    महाशिवरात्रि को लाखों की संख्या में पहुंचे भक्तों को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने गर्भगृह में जाकर दर्शन करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। हालांकि यह केवल आज के लिए किया गया है। बाद के दिनों में श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर दर्शन कर सकते हैं। जिला प्रशासन ने मंदिर समिति के सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा मंदिर समिति के लोग भी श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए जगह-जगह पर तैनात हैं। अतिवृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध है।

Kolar News

Kolar News 21 February 2020

भिंड। मध्य प्रदेश के भिण्ड जिले में महाशिवरात्रि पर्व के दिन बड़ा हादसा हो गया। यहां त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कांवड़ भरकर आए तीन कांवरियों की कार गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 2:40 बजे गौरी सरोवर में जा गिरी। हादसे में कार सवार तीनों लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर और एएसपी समेत पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत कार्य शुरू किया। पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को सरोवर से बाहर निकाला। तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल के डेड हाउस भिजवा दिया गया। वहीं अपनी आंखों के सामने अपनों को खो देने के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।    जानकारी अनुसार महाशिवरात्रि पर्व के लिए भारौली खुर्द गांव से बृजमोहन सिंह 50 पुत्र परमाल सिंह राजावत, चंद्रभान सिंह उर्फ लला 25 पुत्र यदुनाथ सिंह राजावत, बृजकिशोर शर्मा 22 पुत्र सत्यनारायण शर्मा गुरुवार को श्रृंगीराम पुर कांवर लेकर रवाना हुए थे। वहां से कांवर भरकर तीनों रात देर रात 1:30 बजे वापस लौटे। कांवरियों में से एक बृजमोहन सिंह का बेटा पंकज रात 2:40 बजे सिंह एंडुवर कार क्रमांक एमपी 21 सीए 0084 में मां विनीता देवी, दादी रामादेवी और चंद्रभान की मां ओमवती सिंह और पत्नी सपना सिंह को लेकर गौरी सरोवर किनारे तीनों को लेने आया था। यहां त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सामने पंकज ने कार खड़ी कर दी और अन्य परिजनों के साथ कार से नीचे उतरकर बाहर खड़े हो गए। पंकज के पिता बृजमोहन सिंह, बृजकिशोर शर्मा थकावट दूर करने के लिए कार में बीच वाली सीट पर बैठ गए। आगे ड्राइवर सीट पर चंद्रभान सिंह बैठ गए। इस दौरान चंद्रभान सिंह ने पंकज से कार की चाबी मांग ली। चाबी देकर पंकज परिजन के पास वापस चला गया। चंद्रभान सिंह ने कार में चाबी लगाकर उसे स्टार्ट कर लिया। कार के आगे बढ़ने पर उसने ब्रेक लगाने की कोशिश की लेकिन गलती से पैर एक्सीलेटर पर चला गया। इससे कार करीब 100 की स्पीड से त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सामने बने घाट की ओर घूमकर सरोवर में जा गिरी। कार के सरोवर में डूबते ही वहां चीख पुकार मच गई। मौके पर मौजूद परिजनों और अन्य लोगों ने मदद के लिए रस्सी से गाड़ी को बाहर खिंचने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। सरोवर में गिरी कार को निकालने के प्रयास के दौरान अंदर फंसे तीनों लोग बचाने के लिए चीख रहे थे। इस दौरान इन्होंने बाहर निकलने के लिए कार का शीशा तोड़ा। शीशा टूटते ही कार में पानी भरने लगा। इससे तीनों की डूबकर मौत हो गई। इधर हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर छोटे सिंह, एएसपी संजीव कंचन, एसडीएम इकबाल मोहम्मद मौके पर आ गए थे। स्थानीय गोताखोरों को मदद के लिए बुलाया गया। आखिरकार क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला जा सका। कार बाहर निकलने पर तीनों के शव पीछे की सीटों पर मिले। शवों को देखकर परिजन बेहाल हो गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामला दर्ज कर लिया है। 

Kolar News

Kolar News 21 February 2020

शिवपुरी। मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ पोस्टर लगाकर सवाल पूछने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया पर कार्रवाई के आसार हैं। पार्टी की नीति व अनुशासन को तार करने वाला एक पोस्टर शहर के माधव चौक पर लगाए जाने के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष पर कार्रवाई हो सकती है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पोस्टर वार का यह मामला दिल्ली और भोपाल वरिष्ठ नेताओं के बीच पहुंच चुका है और अब इस मामले में शहर कांग्रेस अध्यक्ष पर गाज गिर सकती है। इस पूरे मामले के तूल पकड़ते ही आनन-फानन में शहर के माधव चौक चौराहे से इस पोस्टर को हटवा दिया गया है। यह पोस्टर गुरु व शुक्रवार की रात को हटा दिया गया।    पोस्टर के जरिए कमलनाथ पर साधा था निशाना-  शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को निशाने पर रखते हुए एक पोस्टर लगवाया गया। इसमें सीएम कमलनाथ पर निशाना साधा गया है। इस पोस्टर में लिख गया कि एक पद एक सिद्धांत का फार्मूला क्यों याद नहीं आ रहा मप्र सरकार को। इस पोस्टर में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य की राहुल गांधी के साथ फोटो लगाई है और अप्रत्यक्ष तौर पर मुख्यमंत्री को निशाने पर रखते हुए लिखा गया कि मुख्यमंत्री इस छाया चित्र की मर्यादा को भूल गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा गया है उस पर पुनरू विचार करना चाहिए। लोकतंत्र में अपनी बात रखने पर पार्टी मजबूत होती है। एक पद पर एक ही व्यक्ति का फार्मूला क्यों याद नहीं आ रहा मप्र सरकार को। शिवपुरी के मुख्य चौराहे पर लगाया गया यह पोस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया ने लगवाया था और इसमें उनकी भी फोटो थी। लेकिन अब मामले के तूल पकड़ते ही इस पोस्टर को चौराहे से हटा दिया गया है। 

Kolar News

Kolar News 21 February 2020

शिवपुरी। मप्र कांग्रेस में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रही खेेमेबाजी अब सड़कों पर आ गई है। इस खेमेबाजी के बीच अब नेताओं का पोस्टर वॉर भी शुरू हो गया है। शिवपुरी में तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को निशाने पर रखते हुए एक पोस्टर लगवा दिया है, जिसमें सीएम कमलनाथ पर निशाना साधा गया है।    इस पोस्टर में लिख गया है कि एक पद एक सिद्धांत का फार्मूला क्यों याद नहीं आ रहा मप्र सरकार को। इस पोस्टर में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य की राहुल गांधी के साथ फोटो लगाई है और अप्रत्यक्ष तौर पर मुख्यमंत्री को निशाने पर रखते हुए लिखा गया है कि मुख्यमंत्री इस छाया चित्र की मर्यादा को भूल गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा गया है उस पर पुन: विचार करना चाहिए। लोकतंत्र में अपनी बात रखने पर पार्टी मजबूत होती है। एक पद पर एक ही व्यक्ति का फार्मूला क्यों याद नहीं आ रहा मप्र सरकार को।    शिवपुरी के मुख्य चौराहे पर लगाया गया यह पोस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया ने लगवाया है और इसमें उनकी भी फोटो है। शिवपुरी में सिंधिया समर्थकों की पोस्टर वॉर की राजनीति के बाद अब मप्र में कांग्रेस की आपसी कलह सड़कों पर आ गई है। जब इस मामले में स्थानीय सिंधिया समर्थक नेताओं से बात की तो उन्होंने कहा कि हमाने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधानसभा में जो वचन पत्र का वादा किया था उसे याद दिलाया है।    मप्र कांग्रेस के प्रदेश सचिव विजय शर्मा ने कहा कि हमारे नेता ज्योतिरादित्य जनता से किया वचन पत्र सरकार को याद दिला रहे हैं और हम अपने महाराज के साथ हैं। शिवपुरी कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में ग्वालियर संभाग में सबसे ज्यादा सीट हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की बदौलत जीती। जनता से जो वादे किए उन्हें तो पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि हम हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हैं। 

Kolar News

Kolar News 20 February 2020

छिन्दवाड़ा । मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार नये नजरिये से प्रदेश के चहुंमुखी विकास की दिशा में कार्य कर रही है। उन्‍होंने कहा क‍ि व्यवसाय से जुड़ी सुगम, सरल प्रक्रिया एवं प्रदेश सरकार की उदार नीतियों से उद्योगपतियों एवं निवेशकों में मध्यप्रदेश के प्रति विश्‍वास बढ़ा है, जिससे बड़ा निवेश प्रदेश में आया है जो औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने के साथ ही चिकित्सा व शिक्षा के क्षेत्र के विकास में सहायक होगा। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री ने गुरुवार को छिन्दवाड़ा जिले के ग्राम उमरहर में 30 लाख रुपये की लागत से तैयार मॉडल गौ-शाला के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।  इस अवसर पर सांसद नकुल नाथ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे, सामाजिक न्याय, नि:शक्तजन कल्याण और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया मौजूद रहे।    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वचनपत्र के अनुसार प्रदेश की प्रत्येक पंचायत मुख्यालय में आदर्श गौ-शाला का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा जिले में ही 31 गौ-शालाओं का निर्माण किया जा रहा है, जो प्रगति पर है। इन गौ-शालाओं से गौ-मूत्र एवं गोबर के प्रसंस्करण एवं अन्य उत्पाद जैविक खेती को बढ़ावा देंगे तथा गौ-शाला से जुड़े व्यक्तियों की आय में वृद्धि होगी। सांसद नकुल नाथ ने कहा कि गौ-सेवा हमारी परंपरा ही नहीं अपितु हमारा कर्तव्य भी है। मंत्री पांसे ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशन में गौ-वंश संरक्षण की दिशा में प्रत्येक ग्राम पंचायत में आदर्श गौ-शाला के निर्माण किये जाने से आम जनों की आस्था एवं संवेदनाओं को शासन द्वारा सम्मान देने का कार्य किया जा रहा है। मंत्री घनघोरिया ने कहा कि गौ-संरक्षण व गौ-पूजन पुरातन काल से ही हमारे धर्म में बसा है। प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में गौ-शाला निर्माण किये जाने की योजना से शासन द्वारा गौ-माता के प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर इसे चरितार्थ किया गया है।    कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से संगम स्व-सहायता समूह को कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर 2.50 लाख रुपये, अहिल्या स्व-सहायता समूह को एक लाख रुपये एवं राहुल विश्‍वकर्मा को मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के तहत केंटीन व्यवसाय के लिए एक लाख रुपये लागत की परियोजना के स्वीकृति पत्रों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, चौरई विधायक सुजीत चौधरी, कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों की उपस्थिति रहे।  

Kolar News

Kolar News 20 February 2020

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार सुबह पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर (बीईओ) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित बीईओ ने शिक्षक का रुका हुआ वेतन निकालने के बदले में 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए कसरावद में लोकायुक्त इंदौर की टीम ने ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। शिक्षा अधिकारी के खिलाफ लोकायुक्त नियमानुसार कार्रवाई कर रही है।   लोकायुक्त डीएसपी शिव सिंह यादव के अनुसार राकेश वर्मा ढालखेड़ा में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। सितम्बर-अक्टूबर महीने में उनकी तबीयत खराब हो गई थी। इस पर उन्होंने मेडिकल लीव ली थी। राकेश वर्मा ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर अनिल शर्मा को सभी दस्तावेज दिखाने के बाद भी वे मेडिकल लीव का डेढ़ माह का वेतन निकालने के एवज में उनसे 10 हजार की मांग कर रहे थे। राकेश वर्मा ने इसकी जानकारी अपने बेटे ऋतिक वर्मा को दी। फरियादी के बेटे ने इस संबंध में 11 फरवरी को इंदौर लोकायुक्त को शिकायत की थी। फरियादी ने बताया कि अब तक वे शर्मा को 8 हजार रुपये दे चुके हैं। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त ने बीईओ को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। योजना अनुसार गुरुवार सुबह फरियादी को रिश्वत के पांच हजार रुपये लेकर आरोपी से मिलने कसरावद में विजय स्तंभ चौराहा के पास बुलाया। वहां पर जैसे ही बीईओ ने रिश्वत के पैसे लिए वहां पर पहले से तैनात लोकायुक्त पुलिस ने बीईओ को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार शर्मा उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य होने के साथ ही वर्तमान में ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के पद पर पदस्थ हैं। 

Kolar News

Kolar News 20 February 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के तीन महानगरों भोपाल, इंदौर और जबलपुर नगर निगम का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त होने के बाद यहां के नगरीय निकायों के प्रशासक की जिम्मेदारी संबंधित संभाग के कमिश्नर को सौंप दी गई है। बुधवार से कमिश्नर प्रशासक के तौर पर यहां नगर सरकार के कामकाज का संचालन करेंगे।  दरअसल, राज्य सरकार द्वारा जहां-जहां महापौर और नगर पालिका अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, वहां चुनाव नहीं कराते हुए उनकी जगह प्रशासक को नियुक्त किया  जा रहा है। मध्यप्रदेश में अधिकांश नगर निगम और नगर पालिकाओं के कार्यकाल समाप्त हो चुके हैं। ऐसे में राज्य शासन ने इन नगर निगमों और नगर पालिकाओं की कमान वहां के कमिश्नरों और कलेक्टरों को सौंप दी है। भोपाल महापौर आलोक शर्मा का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त होने के बाद संभागीय आयुक्त कल्पना श्रीवास्तव को नगर निगम की कमान सौंप दी गई हैं। बुधवार से उन्होंने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। इससे पहले मंगलवार शाम को महापौर आलोक शर्मा रैली के रूप में नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और निगम आयुक्त बी. विजय दत्ता को गाड़ी की चाबियां सौंपी। इसके बाद महापौर ने 74 बंगला स्थित अपना सरकारी आवास भी खाली कर दिया है । 

Kolar News

Kolar News 19 February 2020

भोपाल। राजधानी भोपाल के मिंटो हाल में बुधवार को आईपीएस आफिसर्स कानक्लेव 2020 का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ मुख्य रुप से शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग से भविष्य की पुलिस फोर्स के पास हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी। इसलिए अभी से पुलिस को नई नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा। राज्य सरकार इस दिशा में आगे बढऩे के लिए पुलिस बल को हरसंभव सहायता उपलब्ध करायेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में मध्यप्रदेश की पुलिस प्रौद्योगिकी के उपयोग की दृष्टि से इतनी दक्ष होगी कि अन्य प्रदेशों के लिए आदर्श होगी।    मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास बढऩे के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिये शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक विशिष्ट देश है। मध्यप्रदेश स्वयं में विशिष्टि प्रदेश है। यह विविधताओं से भरा-पूरा प्रदेश है। विविधताओं और भिन्नताओं के बावजूद एक बने रहना इसकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश न सिर्फ सबसे बड़ा वन प्रदेश है बल्कि सबसे बड़ी जनजातीय संख्या वाला प्रदेश भी है। इसलिए सामाजिक-आर्थिक विषमताओं और विभिन्नताओं को देखते हुए मध्यप्रदेश में पुलिस के सामने भी कई चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है। तकनीकी और प्रौद्योगिकी के कारण सामाजिक व्यवहार और नजरिये में भी बदलाव आ रहा है। इस बदलाव को पुलिस बल को पहचानना होगा।    मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहाँ अपनी धतरी पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है क्योंकि सहिषणुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सोच में अलगाव या बंटवारे के विचार की कोई जगह नहीं है। बंटवारे का मतलब है विनाश।    डीजीपी पुलिस वी.के. सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि बदलते हुए वैश्विक परिदृश्य और सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में आ रहे परिवर्तनों को देखते हुए पुलिस की चुनौतीपूर्ण भूमिका को समझने और पूरी दक्षता के साथ इसे स्वीकारने और निभाने के तौर-तरीकों पर विचार करने की जरूरत बताई । उन्होने पुलिस बल के लिये आवास सुविधाओं के विस्तार और साप्ताहिक अवकाश जैसे निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री का आभार जताया। आईपीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय यादव ने कन्क्लेव के उद्देश्य से विस्तार से चर्चा की।   डीजीपी वी.के. सिंह, आईपीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं विशेष पुलिस निदेशक विजय यादव ने आईपीएस ऑफिसर्स की ओर से मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

Kolar News

Kolar News 19 February 2020

भोपाल । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश से राज्य सभा भेजने की अटकलें तेज हो गईं हैं । फिलहाल प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हैं । पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं ने दबी जुबान से जरूर प्रियंका को लेकर अपनी स्वीकार्यता जाहिर की है लेकिन ऊपर क्या चल रहा है, इसकी खबर किसी को नहीं मिल पा रही है ।     दो महीने बाद मध्य प्रदेश में तीन सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर कुछ दिनों से सियासत तेज हो गयी है ।  कहा जा रहा है कि कांग्रेस को प्रदेश से मिलने जा रही दो राज्यसभा सीटों में से एक पर प्रदेश के बाहर के किसी नेता को भेजा जा सकता है । जिसमें प्रियंका गांधी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है ।   पीसीसी के चंद्रप्रभाष शेखर ने इस संबंध में कुछ भी बोलने से इंकार किया । उन्होंने कहा कि अभी तक पीसीसी को एआईसीसी की तरफ से कोई पत्र नहीं मिला है। गौरतलब है कि प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने का बयान प्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की तरफ से आया । इसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी ट्वीट के जरिये मैदान में उतर गए । उन्होंने प्रियंका को राज्यसभा भेजे जाने को आज की जरूरत बताया और कहा कि इससे राज्यसभा में फांसीवादी विचारधारा के विरुद्ध संघर्ष के लिए एक सशक्त आवाज मिलेगा ।     पूर्व विधायक हामीद काजी ने कहा कि प्रियंका को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजा जाता है तो अच्छा फैसला होगा। दूसरी तरफ महामंत्री महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वे केंद्रीय नेतृत्व से यह मांग करेंगे कि  प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा का टिकट दिया जाय ।    वहीं, विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने भी प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा चुनाव में उतारे जाने की वकालत की है, उन्होंने कहा है कि प्रियंका गांधी  के प्रदेश से जुड़ने पर कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलेगी। वरिष्ठ कॉंग्रेस नेत्री किरण अहिरवार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं इसलिए प्रियंका गांधी की जरूरत वहां ज्यादा से ज्यादा है।   

Kolar News

Kolar News 19 February 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्य सरकार द्वारा उद्योगपतियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, लेकिन जिनी निवेशक तभी आएगा, जब उसे भरोसा होगा। इसके लिए पीपीपी मॉडल ही सबसे बेस्ट विकल्प है। इसके लिए केंद्र सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाना चाहिए, ताकि निवेशकों को विश्वास रहे। यह बातें योजना आयोग के पूर्व अध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित वैकल्पिक प्रबंधन पर केन्द्रित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।  इससे पहले मुख्यमंत्री कमनलाथ और मोंटेक सिंह अहलूवासिया ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला की शुरुआत में सीएम मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण इलाकों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने से बाजार में पैसा आता है और पैसे का यही बहाव कस्बा और फिर शहरों की आर्थिक गतिविधियां बढ़ाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना का उदाहरण देते हुए कहा कि यह योजना सिर्फ सडक़ निर्माण से ही जुड़ी नहीं है। ग्रामीण व्यवस्था को गति देने वाली योजना है। इस वजह से सिर्फ सडक़ें नहीं बनीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ीं और ग्रामीण इलाकों में संपन्नता दिखायी दी।    सीएम ने लोकल इकोनामिक एक्टिविटी बढ़ाने पर जोर दिया। प्रदेश में अर्थव्यवस्था को मजबूत देने और आर्थिक गतिविधियों में निरंतरता बनाने के लिए निवेश बढ़ाना होगा। पूरा देश बदल रहा है, हमें भी बदलाव को स्वीकार करना होगा और उसके हिसाब से ही अपनी नीति और कार्यक्रम बनाने होंगे। कर्ज माफी को लेकर उठ रहे सवालों पर का जवाब देते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा कि जब हमने यह योजना लागू की थी तब हमारी अर्थशास्त्रियों और बैंकिंग सेक्टर से जुड़े लोगों ने आलोचना की थी। हमारा यह स्पष्ट मत था कि प्रदेश में 70 फीसदी ग्रामीण आबादी है, जो खेती किसानी से जुड़ी हुई है। खेती किसानी से ग्रामीण बाजार जुड़ा हुआ होता है। ग्रामीण बाजार में तभी आर्थिक गतिविधि बढ़ेंगी, जब किसानों की क्रय शक्ति बढ़ेगी। इसीलिए हमने उनके ऊपर से कर्ज उतारने के लिए यह योजना शुरू की है। इस पर अभी काम जारी है।कार्यक्रम में योजना आयोग के पूर्व अध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने पीपीपी मॉडल को निवेश के लिए बेस्ट विकल्प बताया। उन्होंने आंध्रप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर राजनीतिक स्थितियां बदली तो एक निजी एजेंसी ने पैसा लगाकर मेगा सिटी बनाई थी। दूसरी सरकार ने आकर उस फैसले को पलट दिया। ऐसे में निजी निवेशक निवेश करने से पहले कई बार सोचता है। पीपीपी मॉडल का रूप अभी निर्धारित नहीं हुआ है। इसे हर राज्य अपने हिसाब से देखता है और काम करता है। सभी अधिकारियों को यह सोचना होगा कि वह किस आधार पर काम करें, जबकि निजी निवेशक चाहता है कि सरकार उसके लोन की गारंटी ले। ऐसे में पूरी लायबिलिटी सरकार पर आ जाती है। निवेशक को यह भरोसा होगा कि उसका निवेश व्यर्थ नहीं जाएगा तो वह कहीं भी निवेश करने के लिए तैयार हो जाएगा।

Kolar News

Kolar News 18 February 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान मच गया है। दरअसल, शनिवार को पार्टी के विधायक आरिफ मसूद ने एनपीआर का मध्य प्रदेश में राजपत्र जारी होने का कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने विरोध किया था। उन्होंने प्रेसवार्ता आयोजित कर सरकार को धमकी देते हुए कहा था कि यदि मुख्यमंत्री का रुख सकारात्मक नहीं रहा तो ऐसी पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस राजपत्र को तत्काल खारिज करने की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐलान किया कि प्रदेश में एनपीआर लागू नहीं होगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा शनिवार को देर रात एक बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि वह एनपीआर लागू करने नहीं जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में एनपीआर का गैजेटेड नोटिफिकेशन जारी होने की बात पता चलने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने शनिवार को प्रेसवार्ता के दौरान कमलनाथ सरकार से गैजेटेड नोटिफिकेशन को खारिज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी ये लागू हो गया। अब हम इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर इसे खारिज करने की मांग की जाएगी। हम इसके खिलाफ भोपाल सहित पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे। हर मुस्लिम घर के आगे नो सीएए और नो एनआरसी के पोस्टर लगाए जाएंगे। इसके अलावा जनगणना करने आने वालों का भी विरोध करेंगे।प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी किये गये बयान में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायक मसूद की शंका का समाधान करते हुए कहा है कि एनपीआर की जिस अधिसूचना की बात की जा रही है, वह नौ दिसंबर 2019 का है। इस अधिसूचना के बाद केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) जारी किया है अर्थात जो एनपीआर अधिसूचित किया गया है, वह नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नहीं किया गया है। नागरिकता संशोधन अधिनियम 1955 की नियमावली 2003 के नियम तीन के तहत किया गया है। मध्यप्रदेश सरकार ने अभी कोई गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। मध्यप्रदेश में राज्य सरकार एनपीआर को लागू नहीं करेगी।

Kolar News

Kolar News 18 February 2020

खरगौन। मध्यप्रदेश के पश्चिमी निमाड अंचल का कसरावद क्षेत्र तीखी मिर्च के उत्पादन में अग्रणी है। यहां की मिर्च को नई पहचान दिलाने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा जिले के कसरावद में दो दिवसीय मिर्च महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव का आगामी 29 फरवरी को शुभारम्भ होगा और यह एक मार्च तक चलेगा।  प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि निमाड़ी तीखी मिर्च की पहचान केवल देश ही नही, बल्कि पूरे विश्व मे हो। साथ ही हमारे किसान जिस तरह मिर्च की खेती करते है, उनकों तकनीकी जानकारी नही होने की स्थिति में मनचाहा उत्पादन नही ले पाते है। इसलिए उनको तकनीकी जानकारी सहित उनके उत्पादित निमाड़ी मिर्च की ब्रांडिंग करना आवश्यक हो गया है। इसीलिए इस मिर्च महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें कई बड़ी कंपनियां शिरकत करेंगी।कृषि मंत्री ने बताया कि यह आयोजन मिर्च को लेकर है, लेकिन इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस आयोजन में 120 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां विभिन्न कंपनियों के लाइव डेमों भी दिखाएंगे। साथ ही निमाड़ी कवि सम्मेलन, निमाड़ी व्यंजन, गणगौर और भगोरिया नृत्य की भी प्रस्तुतियां दी जाएगी। तकनीकी सत्र में निमाड़ में मिर्च की संभावनाएं तथा यहां मिर्च पर होने वाले वायरस अटैक से निजात पाने लिए विशेष फोकस होगा। मिर्च महोत्सव को लेकर खरगौन कलेकर गोपालचंद्र डाड मंगलवार को शाम 5 बजे स्थानीय व बाहर से आने वाली मिर्च बीज उत्पादक व अन्य कंपनियों के साथ बैठक करेंगे। इसके पश्चात वे प्रेसवार्ता कर महोत्सव से संबंधित जानकारी मीडिया से साझा करेंगे।

Kolar News

Kolar News 18 February 2020

छतरपुर। प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों की तरक्की के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं। कुपोषण मुक्त मध्यप्रदेश बनाना सरकार की प्राथमिकता है। सरकारी नौकरियों और स्थानीय चुनावों में बेटियों और महिलाओं की पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है। यह बात सोमवार को प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने खजुराहो के एक निजी होटल में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में कही। कार्यशाला का आयोजन यूएनएफपीए के सहयोग से किया गया था। मंत्री इमरती देवी ने कहा कि प्रदेश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कमतर नहीं है। अच्छी सोच के साथ आगे बढऩे से कामयाबी मिलती है। कोई भी काम जिम्मेवारी और लगन के साथ करना चाहिए। वर्तमान में बेटियों की तरक्की के लिए परिवार और समाज की सोच में अंतर आया है। उन्होंने कहा कि शिक्षित मां से शिक्षित परिवार बनता है। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों और मैदानी कर्मचारियों से पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर प्रदेश को विकसित बनाने में भागीदार बनने की अपील की। उन्होंने किशोरी बालिकाओं में लीडरशिप और स्किल डेवलपमेंट निर्माण के लिए ऐसे कार्यक्रमों को जरूरी बताया और यूएनएफपीए के इस प्रयास की सराहना की। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास आयुक्त नरेश पाल ने कहा कि पिछड़ापन दूर करने के लिए निचले स्तर के कर्मचारियों को जागरूक रहना अधिक जरूरी है। मंत्री के मार्गदर्शन में विभाग को नवाचार और बेहतर कार्य के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार मिले हैं। विभाग द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को आगामी 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जागरूकता गतिविधियां बढ़ाने, योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने, बच्चों के चिन्हांकन में लापरवाही नहीं बरतने और किशोरी बालिका योजना का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए कहा। उन्होंने विभाग में ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने की जानकारी भी दी।कलेक्टर मोहित बुंदस ने बताया कि छतरपुर जिले में निरंतर मॉनिटरिंग के जरिए विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए परिवार और समाज को बेटियों को आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। जिले में पॉस्को एक्ट में की गई कार्यवाही और समाज में अपराध की पुनरावृत्ति रोकने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी भी उन्होंने दी। उन्होंने कहा कि जिले में वन स्टॉप सेंटर के जरिए विपत्तिग्रस्त महिलाओं का पुनर्वास किया जा रहा है। इसके अलावा घरेलू हिंसा से प्रताडि़त महिलाओं के पुनर्वास, राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य योजना के जिले में क्रियान्वयन, लाडो अभियान और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में अवगत कराया।   उन्होंने ग्रामसभा में स्कूलों से ड्रापआउट बच्चों के संबंध में चर्चा करने, महिलाओं की सुरक्षा के लिए सिटी एप बनाने, एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव में निरंतर बढ़ोत्तरी, महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण, डीवार्मिंग कैम्प, दस्तक, मिशन इन्द्रधनुष और टीकाकरण के बारे में अब तक की वस्तुस्थिति और आगामी कार्ययोजना के बारे में बताया। यूएनपीएफए के राज्य समन्वयक नीलेश देशपाण्डे ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया और कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में काउंसलिंग सेंटर खोले गए हैं।मंत्री ने मोबाइल एप का किया विमोचनमहिला बाल विकास मंत्री ने कार्यशाला में समृद्धि (सेग) मोबाइल एप का विमोचन भी किया। इस एण्ड्राएड एप के जरिए विभागीय बैठकों और योजनाओं के क्रियान्वयन की बेहतर तरीके से रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग सुनिश्चित होगी।

Kolar News

Kolar News 17 February 2020

इंदौर| वाराणसी से इंदौर के बीच शुरू हुई काशी महाकाल एक्सप्रेस सोमवार सुबह पहली बार इंदौर पहुंची। काशी महाकाल एक्सप्रेस देश की तीसरी प्राइवेट ट्रेन हैं | ट्रेन की विशेषता यह है कि इसमें भगवान् भोले नाथ के लिए एक सीट परमानेंट बुक कराई गई है| ट्रेन के एसी कोच में भगवान् भोले नाथ  का दरबार सजा है | कोच बी 4  में सीट नंबर 64 पर भगवान् को बड़ी साज सज्जा के साथ रखा गया हैं| भारतीय रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब बाबा महाकाल के लिए ट्रेन में सीट रिज़र्व की गई है|    सोमवार सुबह 8 :10 बजे ट्रेन इंदौर रेलवे स्टेशन पहुंची| जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची शिव भक्तों ने जयकारे लगाकर और भजन कीर्तन गाकर यात्रियों का स्वागत किया । काशी महाकाल एक्सप्रेस कि ख़ास बात यह हैं कि यह ट्रेन तीन ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने वाली देश की पहली ट्रेन है| यह ट्रेन तीन ज्योतिर्लिंगों को आपस में जोड़ेगी, सबसे पहले काशी विश्वनाथ उसके बाद उज्जैन के बाबा महाकाल और इंदौर के नजदीक ओम्कारेश्वर के दर्शन इस ट्रेन से भक्त कर सकेंगे| आज ट्रायल के तौर पर ट्रैन इंदौर पहुंची हैं| 20 फ़रवरी से ट्रेन नियमित सप्ताह में तीन दिन चलेगी |   उल्लेखनीय हैं कि पिछले दिनों उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आए रेल मंत्री पियूष गोयल ने ट्रेन चलाने का एलान किया था | पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को इसको वाराणसी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था|  

Kolar News

Kolar News 17 February 2020

भोपाल। प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हमले जारी हैं। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में अतिथि शिक्षकों की उपेक्षा, महापुरुषों के अपमान, धान खरीदी और कांग्रेस नेताओं में तनातनी जैसे मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है।    अजब-गजब है कमलनाथ सरकार  पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सरकार अजब - गजब है और ऐसी सरकार मैंने पहले कभी देखी। उन्होंने कहा कि इस सरकार में  कैबिनेट के फैसले को मुख्य सचिव उड़ा देते हैं। मंत्रियों के साथ ठेकेदार गठजोड़ कर जनता के पैसे की बंदरबांट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को ऐसे सभी सवालों का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारों तरफ हाहाकार मचा है। किसानों की धान की खरीदी नहीं की जा रही और जिनकी खरीदी की भी गई है, उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक तरफ सरकार कह रही है कि उसके पास भुगतान के लिए पैसे नहीं हैं और दूसरी तरफ आईफा जैसे महंगे आयोजन पर पैसे उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।    आप उलटे चलो, प्रदेश को सीधा चलने दो   शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के नेता एक-दूसरे से उलट चल रहे हैं। कोई कह रहा है कि काम नहीं हुआ तो मैं सड़कों पर उतर जाऊंगा तो दूसरे कह रहे हैं कि उतर जाओ, मैं भी देख लूंगा। क्या कोई कुश्ती चल रही है? उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार चल रही है या कोई तमाशा हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कांग्रेस के नेताओं से यह कहना चाहता हूं कि आप उल्टे चल रहे हो, तो चलो, लेकिन प्रदेश को तो सीधी दिशा में बढ़ने दो। उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वान आत्महत्या कर रहे हैं। वह बहन, जिसके पति ने वेतन नहीं मिलने के कारण आत्महत्या कर ली थी, वह उनका अस्थि कलश लेकर भोपाल में बैठी है। सरकार किसी और की नहीं, तो कम से कम उस विधवा बहन की गुहार सुन ले। चौहान ने कहा कि यह सरकार की असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।   महापुरुषों का अपमान सहन नहीं करेगा प्रदेश    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि महापुरुषों का अपमान करना कांग्रेस का स्वभाव बन गया है। पहले राजधानी भोपाल में चंद्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा का अपमान किया गया। उसके बाद छिंदवाड़ा जिले के सौंसर में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया। अब यह सरकार रानी कमलावती जी की प्रतिमा को अवैध बता रही है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी, मध्यप्रदेश महापुरुषों का अपमान सहन नहीं करेगा। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शनिवार को सौंसर गए थे और वहां उन्होंने शिवाजी महाराज की नई प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमिपूजन किया था तथा आम नागरिकों को संबोधित भी किया था।   

Kolar News

Kolar News 17 February 2020

भोपाल। प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए आदेश को कांग्रेस केंद्र की भाजपा सरकार की साजिश बता रही हे। इसके विरोध में प्रदेश कांग्रेस शनिवार को राजधानी के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर विरोध प्रदर्शन भी करने जा रही है। इसी बीच प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस की इस कवायद को देश और प्रदेश के लोगों की आंखों में धूल झोंकना बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने इसे कांग्रेस का दुष्प्रचार बताकर इसकी निंदा की है।    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि कांग्रेस ने आरक्षण के मुद्दे पर अब तक जो भी किया है, वह देश की जनता की आंखों में धूल झोंकने के अलावा कुछ नहीं है। कांग्रेस के पास देश की जनता को देने के लिये कुछ नहीं है। वैचारिक और सैद्धांतिक रूप से यह पार्टी पूरी तरह दिवालिया हो चुकी है। नीतियों,  सिद्धांतों के अकाल से जूझ रही कांग्रेस को अब तो भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मुद्दे भी नहीं मिल रहे हैं। इसीलिए कांग्रेस अब नकारात्मक राजनीति का सहारा लेकर लोगों को भ्रमित करने, भड़काने का सहारा ले रही है। पहले सीएए पर अल्पसंख्यक समुदाय को गुमराह किया और अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से भाजपा का नाम जोड़कर लोगों की आंखों में धूल झौंकने का काम कर रही है।    भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण के मामले में भाजपा नीत केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है। इसके संबंध में हाल ही में जो व्यवस्था आई है, वह सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले पर सुनवाई के दौरान दी है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश उत्तराखंड सरकार के एक मामले की सुनवाई के दौरान दिये हैं और यह उस समय का यह मामला है, तब उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस अगर वास्तव में प्रमोशन में आरक्षण की पक्षधर थी, तो उसने उस समय इसे लेकर अपनी ही उत्तराखंड सरकार से बातचीत क्यों नहीं की? पूर्व मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश अध्यक्ष  सिंह ने कहा कि खुद को दलितों का शुभचिंतक बताने वाली कांग्रेस ने कभी भी देश के दलितों और आदिवासियों का भला नहीं चाहा और ना ही उनके लिये कोई काम किया।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश की जनता और विशेषकर युवाओं को मूर्ख बनाने के लिये उन्हें भाजपा का नाम लेकर गुमराह करने का प्रयास कर रही है। लेकिन जनता पर्याप्त समझदार और युवा वर्ग शिक्षित है। वह कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाला। भाजपा नेताओं ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस इस दुष्प्रचार के जरिए देश की सर्वोच्च अदालत का अपमान कर रही है, जिसने यह आदेश दिया है। कांग्रेस इस मुद्दे पर जो आंदोलन कर रही है ,यह उसका दोगला चरित्र है। अच्छा होगा कांग्रेस अपने इस कृत्य के लिए देशवासियों से माफी मांगे ।  

Kolar News

Kolar News 14 February 2020

भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज की आज 14 फरवरी को जयंती है। सुषमा स्वराज अपनी सरलता और सादगी के लिए जानी जाती थींं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में ही सुषमा को विदेश मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था। इस पद पर रहते हुए सुषमा ने विदेश में रह रहे भारतीयों की मदद की दिशा में सराहनीय कार्य किए थे। इसके चलते उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर विदेश मंत्रालय ने प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज भवन करने का एलान किया है। इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस करने का फैसला किया गया है।   सुषमा स्वराज की जयंती पर देशभर में राजनेता उन्हें याद कर रहे हैंं। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी देश और पार्टी हित में सुषमा स्वराज के अमूल्य योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया है। शिवराज ने अपने ट्वीट हैंडल से भावुक संदेश लिखकर उन्हें देश और दुनिया के लिए मिसाल बताया है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा ‘जनसेवा के माध्यम से भारत के साथ विश्व को अपना बना लेने वाली, असाधारण वक्ता, बहन स्व. सुषमा स्वराज जी के जन्मदिवस पर कोटि-कोटि नमन! जनकल्याण और राष्ट्र उत्थान के अपने सर्वोत्तम कार्यों और श्रेष्ठतम प्रयासों के लिए आप याद आयेंगी। हमारी स्मृतियों में अनंत काल तक जिंदा रहेंगी।   एक अन्य ट्वीट कर शिवराज ने कहा ‘हमारी बड़ी बहन आदरणीय सुषमा स्वराज का भारतीय जनता पार्टी को इस मुक़ाम पर पहुँचाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है। आप ने देश के विदेश मंत्री रहते हुए, दुनिया भर में बसे भारतीयों के लिए माँ, बेटी, दीदी का फर्ज़़ निभाया। वो ममता की एक मिसाल थी। विदिशा से सांसद होने पर उनको गर्व था। मध्यप्रदेश से उनका विशेष लगाव था। आज उनकी कमी हम सब को महसूस होती है। सुषमा जी, आप हमारे हृदय में सदैव जीवित रहेगी। हम आप के दिखाए हुए निस्वार्थ सेवा भाव वाले पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे’।    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी सुषमा स्वराज को जयंती पर नमन किया है और विदेश मंत्रालय द्वारा 'प्रवासी भारतीय केंद्र' का नाम स्व. सुषमा स्वराज के नाम पर करने की सराहना करते हुए ट्वीट पर लिखा ‘देश की पूर्व विदेश मंत्री, ओजस्वी नेता स्व. सुषमा स्वराज जी की जयंती पर कोटिश: नमन। विदेश मंत्रालय द्वारा  'प्रवासी भारतीय केंद्र' का नाम स्व. सुषमा स्वराज जी के नाम पर करने की घोषणा सुषमा जी के योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि है। इस केंद्र का नाम अब 'सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस' होगा।   भाजपा  राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा ‘सरलता और सादगी की मूरत एवं पूर्व विदेश मंत्री 'पद्मविभूषण' श्रीमती सुषमा स्वराज जी की जयंती पर सादर नमन’। 

Kolar News

Kolar News 14 February 2020

भोपाल। छिंदवाड़ा के सौंसर में शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाए जाने के मामले में राजनीतिक घमासान जारी है। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सीएम कमलनाथ के सांसद पुत्र नकुलनाथ आमने सामने हो गए हैं और दोनों के बीच ट्वीटर पर जंग छिड़ गई है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ द्वारा अपने खर्च पर प्रतिमा स्थापना किए जाने पर तंंज कसने के साथ ही शनिवार को सौंसर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का एलान किया है। वहीं अब नकुल नाथ ने भी ट्वीट कर शिवराज पर पलटवार किया है।    शिवराज के ट्वीट पर पलटवार करते हुए सांसद नकुलनाथ ने उनका विकास मॉडल के लिए स्वागत किया है लेकिन राजनीति के लिए शिवाजी महाराज के नाम के प्रयोग को गलत ठहराया है। नकुलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘@ChouhanShivraj जी आपका विकास मॉडल छिंदवाड़ा में स्वागत है,परन्तु आप जिस तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज जी के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेंकने आ रहे है वह गलत है, छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी आस्था के प्रतीक है,आपका उनके नाम को राजनीति के लिए प्रयोग करना उचित नहीं।    एक अन्य ट्वीट कर नकुलनाथ ने शिवराज को भोजन का न्यौता देने के साथ ही छिंदवाड़ा के विकास को देखने का आग्रह भी किया है। नकुलनाथ ने ट्वीट में कहा है कि ‘आप छिंदवाड़ा आ ही रहे है तो आप मेरे ग्रह ग्राम शिकारपुर में कल दोपहर भोजन के लिए भी आमंत्रित है। और भोजन के पश्चात मैं चाहूंगा कि आप एक दफा सम्पूर्ण छिंदवाड़ा के विकास को देखकर अवश्य लौटे’।

Kolar News

Kolar News 14 February 2020

भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को सुबह 9.00 बजे प्लेटफार्म नम्बर-2 के ऊपर फुट ओवरब्रिज का कुछ स्लैब टूटकर प्लेटफॉर्म पर गिर गया था, जिसमें नौ यात्री घायल हो गए थे। मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) उदय बोरवणकर ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं।  भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे ने तत्काल घायल यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये एवं मण्डल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर रेल अधिकारियों की टीम के साथ भोपाल स्टेशन पर पहुंच गये। घटना में कुल नौ यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से 7 घायल यात्रियों को चिरायु हॉस्पिटल एवं 2 घायलों को हमीदिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।उन्होंने बताया कि मण्डल रेल प्रबंधक ने रेल अधिकारियों और रेल चिकित्सकों के साथ स्वयं चिरायु तथा हमीदिया हॉस्पिटल जाकर घायलों की स्थिति की पूरी जानकारी ली है। घायलों में से किसी भी यात्री के शरीर के अंग की क्षति नहीं हुई है। उन्हें केवल शारीरिक चोटें आई हैं। सभी घायलों को रेलवे की तरफ से पूरी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। डीआरएम ने कहा है कि रेलवे की पूरी सहानुभूति व संवेदना इस असमायिक घटना में घायल यात्रियों और उनके परिजनों के साथ है।  उन्होंने बताया कि घटना की उच्च स्तरीय जांंच के आदेश दे दिये गये हैं और  रेलवे द्वारा घायलों को रेल नियमानुसार तत्कालिक अनुग्रह राशि भी प्रदान की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 13 February 2020

भोपाल। खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर 7.59 फीसद तक बढ़ गई है। बीते दिन बुधवार को सरकार ने महंंगाई दर के आंंकड़े जारी किए थे। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई दिसम्बर 2019 में 7.35 फीसद और पिछले साल जनवरी में 1.97 फीसद थी। महंगाई दर में हुई बढ़ोतरी के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।   मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर महंगाई दर में हुई बढ़ोतरी के लिए केंद्र सरकार को कोसते हुए वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा, 'एनएसओ के आंकड़े बता रहे हैं कि खुदरा महंगाई दर 7.59 फीसदी पर पहुंची, यह छह साल का सबसे ऊंचा स्तर है। बेरोज़गारी पहले से ही 45 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। सब्ज़ियों के दाम 50 प्रतिशत तक बढ़ गए, दूसरी तरफ़ औद्योगिक उत्पादन में भी 0.3% की गिरावट, मेन्यूफ़ैक्चरिंग सेक्टर के 23 उद्योगों में से 16 में ग्रोथ नेगेटिव, ग़ैर सब्सिडी वाले घरेलू सिलेंडर के दाम 144.50 तक बढ़े, खाने-पीने की चीजें महंगी हुई और रोज़गार घट रहे हैं, आखिर देश किस दिशा में जा रहा है। आज आवश्यकता है इस दिशा में ध्यान देने की, बहुत हो गया वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम।  

Kolar News

Kolar News 13 February 2020

भोपाल | भोपाल से बड़ी खबर सामने आ रही है| भोपाल रेलवे स्टेशन पर 2 और 3 नंबर प्लेटफार्म को जोड़ने वाला फुटओवर ब्रिज का एक हिस्सा अचानक नीचे आ गिरा| ओवर ब्रिज की सीढ़ियां गिरने से 9 लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है| ऑटो और एंबुलेंस से  हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया हैं|    हादसा गुरुवार सुबह तक़रीबन 9:00 बजे हुआ | घटना के बाद स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति बन गई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और यात्रियों को वहां से हटाया। घायलों को रेलवे के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। घटना वाले स्टेशन से ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है। घटना में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। 

Kolar News

Kolar News 13 February 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री  कमलनाथ ने प्रदेश में माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों की शिकायतों को देखते हुए लोगों को इनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि माइक्रो फाइनेंस माफिया पनपने से पहले इस पर अंकुश लगायें। सक्रिय माइक्रो फाइनेंस माफिया पर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करें। मंगलवार देर शाम मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में जनाधिकार कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टरों  को निर्देश दिए।    मुख्यमंत्री ने किसानों के फसल ऋण माफी के दूसरे चरण की शुरूआत समय पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने 31 मार्च तक अविवादित नामांतरण एवं बँटवारे संबंधित प्रकरणों को निपटारा आवश्यक रूप से कहा। उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को और ज्यादा गतिशील बनाएँ। नकली दवाईयाँ बनाने वाली कंपनियों और इससे जुड़े माफिया पर लगातार निगरानी रखें और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में आ रही समस्याओं का भी तत्काल समाधान करें। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सभी प्रकार के एतिहाती उपाय करने के निर्देश दिये।    सीएम ने शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान किया। कुछ प्रकरणों में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। टीकमगढ़ के एक शिकायतकर्ता द्वारा गलत परमिट पर वाहन चलाने, परमिट निरस्त नहीं किए जाने और डबल टैक्स वसूली संबंधी शिकायत पर टीकमगढ़ आरटीओ को हटाने और उसके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।    वहीं भोपाल जिले के एक प्रकरण में ‍शिकायतकर्ता यशोदा रजक की ओर से उनके पति ने मुख्यमंत्री को बताया कि ग्रीन लेंड गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल द्वारा उनके प्लाट का नामंतरण नहीं किया गया। सोसायटी की मिलीभगत से सोसायटी के सदस्य द्वारा उन्हें अविकसित प्लाट बेच दिया गया। उन्होंने गृह निर्माण सोसायटी से वैधानिक तरीके से प्लाट लिया। बेचने वाले और सोसायटी की मिलीभगत से अविकसित जमीन बेचने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने सोसायटी और बेंचने वाले दोनों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रकरण शुद्ध रूप से माफिया से जुड़ा प्रकरण है। इसमें सोसायटी और प्लाट बेचने वाले दोनों की मिलीभगत है   रीवा में धान खरीदी में आ रही अनियमितताओं के संबंध में मुख्यमंत्री ने रीवा कलेक्टर से पूछताछ की। उन्हें बताया कि रीवा के किसानों की शिकायत है कि उन्हें धान की तुलाई में परेशानी आ रही इसे भी दूर किया जाए। मुख्यमंत्री ने देवास जिले में आंगनवाड़ी भवन बनने में तीन साल की देरी होने के प्रकरण में निर्देश दिए कि निर्माण में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी होने के 15-20 दिनों में कड़ी कार्रवाई करें।    इंदौर जिले के एक प्रकरण के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि सूदखोर माफिया को सख्ती से रोकें। कलेक्टर इंदौर ने बताया कि माफिया के विरूद्ध अभियान चलने के कारण पिछले एक महीनें में सूदखोरी के 21 मामले सामने आए हैं। इन प्रकरणों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इंदौर के ही एक प्रकरण में शिकायतकर्ता को एक गृह निर्माण सोसायटी ने फ्लैट बुक करने के बाद भी उसका आघिपत्य नहीं मिलने को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलोनाइजर द्वारा आम जनता के साथ की गई धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। ऐसे कालोनाइजरों पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि इंदौर से गैरकानूनी कॉलोनी द्वारा किए जा रहे धोखाधड़ी के प्रकरण सामने आ रहे है। इसमें ढील न देकर कलेक्टर सख्त कार्रवाई करें। ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय में एक्स-रे कोर्स परीक्षा में विलम्ब होने पर मुख्यमंत्री ने परीक्षा नियंत्रक और संबंधित लिपिक स्टाफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।    बैठक में मुख्य सचिव एस आर मोहंती, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री अशोक बर्णवाल और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

Kolar News

Kolar News 12 February 2020

भोपाल। मप्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कमलनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। निलंबित डॉक्टरों की बहाली के बाद अब जल्द ही सरकार स्वास्थ्य विभाग में बड़े स्तर पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। डॉक्टर्स के अलावा मेडिकल आफिसर, विशेषज्ञों और नर्स व लैब टैक्रिशियन की भर्ती भी सरकार करेगी। यह जानकारी जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बुधवार का मीडिया से बातचीत करते हुए दी।    मंगलवार को सीएम कमलनाथ ने पिछले 6 माह में निलंबित किए गए डॉक्टरों के बहाली के निर्देश जारी किए। इसके साथ ही प्रदेश में 1700 से अधिक डॉक्टरों की भर्ती के लिए भी विज्ञापन जारी करने और इस साल 5000 से अधिक नर्सों की भी भर्ती करने की जानकारी दी। जल्द ही विज्ञापन जारी होने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सरकार स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्ती करेगी। जल्द ही 1700 डॉक्टर्स भर्ती किये जायेंगे। साथ ही 722 मेडिकल आफिसर और 900 से अधिक विशेषज्ञों की भी स्वास्थ विभाग भती करेगा। इसके अलावा 5 हजार नर्स 620 लैब टेक्नीशियन और 04 हजार कम्युनिटी हेल्थ आफिसर की भी भर्ती प्रदेश में जल्द शुरू होगी   घायलों को जल्द इलाज देने सरकार लाएगी नई पॉलिसी जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार रोड एक्सीडेंट इंश्योरेंस पालिसी शुरू करेगी जिससे घायलों को प्राइवेट अस्पताल में इलाज मिल सकेगा। इस पालिसी से प्राइवेट अस्पतालों में निशुक्ल इलाज मिलेगा। 

Kolar News

Kolar News 12 February 2020

उज्जैन। आय से अधिक संपत्ति के मामलों पर मप्र में लोकायुक्त लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी के तहत बुधवार सुबह लोकायुक्त की टीम ने उज्जैन में सहकारिता निरीक्षक के घर पर छापा मारा है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में टीम कार्रवाई कर रही है। उज्जैन लोकायुक्त की टीम दस्तावेज खंगालने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में 10 लाख की नकदी सहित 5 प्लॉट, एक आलीशान बंगले के दस्तावेज मिले है। फिलहाल कार्यवाही जारी है, जांच पूरी होने के बाद बड़ी संपत्ति का खुलासा होने की संभावना है।     उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने बुधवार अलसुबह सहकारिता विभाग में पदस्थ सहकारी निरीक्षक निर्मल कुमार राय के सेठी नगर स्थित घर पर छापा मारा। लंबे समय से लोकायुक्त पुलिस को उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी। लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा के निर्देशन में टीम सहकारिता निरीक्षक के घर कार्यवाही करने पहुंची। आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई छापेमार कार्यवाही में सहकारिता निरीक्षक निर्मल कुमार राय धन कुबेर निकला।    टीम को उनके पास से एक तीन मंजिला मकान, एक दुकान, एक फार्म हाउस, 15 लाख से अधिक नगद,1 कार, 4 बाइक, सोने चांदी के जेवरात समेत प्रापर्टी के दस्तावेज बरामद किए है। टीम की कार्यवाही निर्मल राय के सेठी नगर स्थित घर एवं चौराहे पर स्थित ऑफिस पर चल रही है। लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा के अनुसार 10 लाख से अधिक नकदी के साथ ही 2 करोड़ कीमत के पांच प्लाट मिले। इसके अलावा निर्मल राय कई सोसायटियों में सदस्य निकला है। 2 बैंक में लॉकर मिले है। फिलहाल लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है, उक्त कार्रवाई में डीएसपी वेदांत शर्मा इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव एवं राजेंद्र वर्मा शामिल है।

Kolar News

Kolar News 12 February 2020

भोपाल| दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके है और एक बार फिर वहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है| चुनाव में जीत मिलने के बाद सीएम केजरीवाल को देश भर से राजनेता बधाई दे रहे हैं| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी अरविन्द केजरीवाल को बधाई दी है| साथ ही सीएम कमलनाथ ने दिल्ली में भाजपा को मिली शिकस्त के लिए तंज कसते हुए कहा है कि दिल्ली के परिणाम भाजपा के लिए सदस्य सबक के रूप में हैं|    सीएम कमलनाथ ने मंगलवार शाम ट्वीट कर दिल्ली में कांग्रेस को मिली हार के लिए मंथन करने कि बात कही है| उन्होंने ट्वीट कर लिखा "दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलने पर मै मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को बधाई देता हूँ और उम्मीद व विश्वास करता हूँ कि दिल्ली की नवनिर्वाचित सरकार उनके नेतृत्व में दिल्ली के विकास, प्रगति व जनहित को लेकर कार्य कर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।   एक अन्य ट्वीट कर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने लिखा " कांग्रेस पार्टी के लिये भले परिणाम अनुकूल नहीं रहे, हम पार्टी स्तर पर इसकी समीक्षा भी करेंगे, मंथन भी करेंगे लेकिन दिल्ली के विधानसभा चुनाव के यह परिणाम भाजपा के लिये एक कड़े सबक़ के रूप में है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छतीसगढ़ के बाद महाराष्ट्र, झारखंड और अब दिल्ली के परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि भाजपा की नफ़रत व बाटने की राजनीति को देशवासी नकारते जा रहे है। पूरी भाजपा ने देश की राजधानी दिल्ली के इस चुनाव में अपने आप को पूरी तरह से झोंके रखा, मुद्दों से भटकाने का व गुमराह करने का जमकर प्रयास किया, जमकर झूठ परोसा लेकिन वो इसमें सफल नहीं हो पाये।यह परिणाम केन्द्र की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियो की हार है, यह भाजपा के लिये आत्मचिंतन का समय है, यह परिणाम देश से भाजपा को नकारने की जो शुरुआत हो चुकी है, उसी कड़ी के रूप में है।

Kolar News

Kolar News 11 February 2020

मंदसौर। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में भीलवाड़ा-कोटा राजमार्ग पर बीगोद और त्रिवेणी के बीच जबरदस्त सड़क हादसा हुआ है। इसमें मध्‍यप्रदेश के रहने वाले नौ लोगों की मौत हो गई। सभी राज्‍य के मंदसौर जिले के संधारा गांव के रहने वाले थे। हादसा सोमवार रात का है जब कोटा से भीलवाड़ा आ रही रोडवेज बस ने क्रूजर जीप को टक्कर मार दी। सभी भीलवाड़ा में शादी समारोह में भाग लेने के बाद वापस अपने गांव लौट रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि जीप का आधा हिस्सा पूरी तरह से खत्म हो गया। मंदसौर प्रशासन ने शव लाने के लिए प्रशासनिक टीम को राजस्थान भेज दिया है।   पुलिस एवं बस में सवार प्रत्‍यक्षदर्शियों के अनुसार रोडवेज की बस की स्पीड करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। बस में करीब 30-40 सवारियां थीं। सवारियों ने ड्राइवर को बस आराम से चलाने को भी कहा था लेकिन उसने स्पीड कम नहीं की। स्पीड को लेकर ड्राइवर की यात्रियों से बहस भी हुई थी। इसी बीच ड्राइवर को बस के आगे चल रहा ट्रैक्टर नजर नहीं आया। जब यह हादसा हुआ, तब ड्राइवर का ध्‍यान आगे सड़क पर न होकर बस के यात्रियों पर था जब तक वह अपने को सम्‍हाल पाता और सामने देख पाता तब तक घटना घट गई । दूसरी ओर ट्रैक्टर के भी पीछे लाइट एवं रिफ्लेक्टर नहीं थे। इसके बाद बीगोद और त्रिवेणी के बीच रात नौ बजे के करीब भीलवाड़ा से आ रही रोडवेज बस ने क्रूजर जीप को टक्कर मार दी। क्रूजर जीप बिल्कुल पिचक गई। क्रूजर में बैठे 15 में से नौ लोगों की मौत हो गई। इनमें से सात एक ही परिवार के थे। बाकी दो में एक उनका पारिवारिक मित्र तो दूसरा जीप का ड्राइवर था।    हादसा इतना भयानक था कि पुलिस को क्रूजर जीप से शव निकालने में ही रात के 12 बज गए। घायलों को भीलवाड़ा जिला अस्‍पताल रेफर कर दिया गया था जिसमें से इन घायलों में से दो की मौत अस्‍पताल में हुई । वहीं क्रूजर में सवार छह लोग अब भी गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें तीन साल की एक बालिका भी है। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया है कि  मंदसौर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक लगातार भीलवाड़ा प्रशासन के संपर्क में हैं। क्रूजर जीप में सवार मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के संधारा गांव के रहने वाले ये सभी लोग भीलवाड़ा में शादी समारोह में अपनी बुआ के लिए मायरा लेकर आए थे जो मायरा भरने के बाद वापस अपने गांव जा रहे थे।    रोडवेज बस के एक घायल यात्री कांस्टेबल रामप्रसाद ने बताया कि बीगोद के पास बस के आगे ट्रैक्टर चल रहा था। पहले बस ड्राइवर को ट्रैक्टर नजर नहीं आया। बस जब ट्रैक्टर के पास पहुंची तो अचानक ट्रैक्टर दिखा। बस ड्राइवर घबरा गया और ट्रैक्टर को बचाने के चक्‍कर में उसने  बस को साइड से घुमाया। इतने में सामने की तरफ से आ रही जीप से वह जा टकरा गई और बस भी खड्डे में गिर गई। 

Kolar News

Kolar News 11 February 2020

भोपाल। मध्‍यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने दिल्‍ली इलेक्‍शन चुनाव परिणामों को लेकर  एक बड़ा खुलासा किया है, उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्‍व को मालूम था कि उन्‍हें वहां विधानसभा की कोई भी सीट मिलने नहीं जा रही।    उन्‍होंने मंगलवार यहां कहा कि हमारा संगठन और मैं यह पहले से ही जानते थे कि वहां कांग्रेस कहीं नहीं है लेकिन  इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि भाजपा का क्‍या परिणाम हुआ केंद्र में, जोकि इतनी लम्‍बी चौड़ी बात करते हैं।  उन्‍होंने कहा कि केंद्र भी दिल्‍ली में है। यदि लोग संतुष्‍ट होते , यदि सबसे ज्‍यादा सत्‍ता के करीब लोग किसी स्‍थान पर हैं तो वह दिल्‍ली है। मोदीजी भी तो दिल्‍ली के सबसे ज्‍यादा करीब हैं। फिर ये क्‍या हुआ?    मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधान मंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍होंने केवल विकास की बात की है, भारतीय जनता पार्टी का सही चेहरा पूरे देश ने देख लिया । वह पूरे देश में आज पहचाना जा रहा है।  सभी का ध्‍यान मोदी की राजनीति पर है। आज मोदीजी बेरोजगारी की कोई बात नहीं करते । किसी क्षेत्र के बारे में बात नहीं करते । राष्‍ट्रवाद, पाकिस्‍तान, सीएए, जैसे मुद्दे ही उनके पास हैं।    उन्‍होंने कहा कि मेरा तो सीधे तौर पर मानना है कि यह एक बुनियादी प्रश्‍न है ? सीएए पर कोई वार हो रहा है?  कोई रिफ्यूजी आ रहे हैं? तब  इसकी क्‍या आवश्‍यकता थी ? कौन सी आफत थी कि आप संसद को 12 बजे तक बिठाकर बिल पास कर रहे हैं । मुख्‍यमंत्री ने कहा कि इसके पीछे मोदी सरकार का क्‍या लक्ष्‍य था, जब कोई वार नहीं था,  रिफ्यूजी नहीं आ रहे तब फिर क्‍यों यह निर्णय लिया गया। उन्‍होने कहा कि सच पूछिए तो वे ऐसा कर देश को बांटने का संदेश देना चाहते थे ।   

Kolar News

Kolar News 11 February 2020

भोपाल। पशु पालन, मत्स्य विकास एवं मछुआ कल्याण मंत्री लाखन सिंह यादव ने सोमवार को दतिया जिले के भांडेर में नव-निर्मित गौशाला का लोकार्पण किया। उन्होंने गौशाला परिसर में पौधरोपण भी किया।   मंत्री यादव ने कहा कि गौशाला के निर्माण का उद्देश्य जहां एक ओर गौवंश को आश्रय स्थल उपलब्ध कराना है, वहीं दूसरी ओर निराश्रित गौवंश के कारण सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना भी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अगले दो वर्षो में कोई भी निराश्रित गौवंश सड़कों पर नजर नहीं आयेगा।   मंत्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने एक वर्ष में लगभग एक हजार गौशालाओं के निर्माण के अपने लक्ष्य को लगभग पूर्ण कर लिया है। अधिकतर गौशालाओं का लोकार्पण भी हो चुका है। शेष गौशालाओं का निर्माण पूर्णता की ओर है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में शेष दो हजार गौशालाओं के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 10 February 2020

भोपाल। कमलनाथ सरकार एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने की तैयारी में है। इसमें सीनियर आईएएस अधिकारियों के साथ आईपीएस अफसर भी शामिल होंगे। फेरबदल में उन अधिकारियों के नाम को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा जिनका उनके विभाग के मंत्रियों से पटरी नहीं बैठती। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैंं। इन सब परिस्थितियों को लेकर प्रशासनिक सर्जरी जल्द हो सकती है। सूची पर एक दौर की चर्चा हो चुकी है। इसी सप्ताह मुख्यमंत्री कमलनाथ सूची को अंतिम रूप दे सकते हैं।   प्रशासन से जुड़ेे अधिकारिक सूत्रों की मानें तो प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठते सवाल और अधिकारियों के विवादों को देखते हुए सीएम कमलनाथ द्वारा करीब 12 जिलों के कलेक्टर और 18 से ज्यादा जिलों के पुलिस अधिकारी बदले जा सकते हैंं। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद किन अधिकारियों के पास प्रमुख विभागों का दोहरा प्रभार है। उनके नाम भी इस सूची में शामिल हो सकते हैंं।    उल्‍लेखनीय है कि लंबे समय से सीएम के पास शिकायत पहुंच रही थी कि कई मंत्रियों के साथ उनके विभाग के प्रमुख सचिवों का संतुलन नहीं बन पा रहा। जिन मंत्री और अधिकारियों में पटरी नहीं बैठ रही है उनमें खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और प्रमुख सचिव नीलम शमी राव, मंत्री ओमकार सिंह मरकाम और प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और प्रमुख सचिव अनुपम राजन, मंत्री तरुण भनोत और अपर मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और प्रमुख सचिव संजय दुबे शामिल हैं।    कुछ कलेक्टर भी हो सकते हैं इधर से उधर इसी प्रकार कुछ जिलों के कलेक्टर भी इधर से उधर हो सकते हैंं। सीएए को लेकर सुर्खियों में आई मंडला कलेक्टर का तबादला हो सकता है। इंदौर कलेक्टर भी सचिव पद पर प्रमोट हो चुके हैं। अशोक नगर कलेक्टर मंजू शर्मा जून में, देवास कलेक्टर श्रीकांत पांडे सितंबर में रिटायर होंगे। शहडोल, होशंगाबाद और छतरपुर के एसपी डीआईजी पद पर प्रमोट हो चुके हैं। छतरपुर और जबलपुर के डीआईजी भी आईजी बन चुके हैं। इसलिए फेरबदल में ये भी शामिल हो सकते हैं। राजगढ़ में कलेक्टर-एसपी में विवाद के बाद माना जा रहा है कि यहां के एसपी को कहीं अन्‍यत्र भेजा जा सकता है। 

Kolar News

Kolar News 10 February 2020

उज्जैन। भाजयुमो के मंडल उपाध्यक्ष के लिये अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करने वाली महिला मोर्चा की पूर्व पदाधिकारी श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किये जाने को लेकर फरियादी लाखन चौहान ने सोमवार को आईजी उज्जैन को आवेदन दिया है। फिलहाल उक्त आवेदन विचाराधीन है।    फेसबुक पोस्ट को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश मंत्री श्रेष्ठा जोशी का उज्जैन भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष लाखन चौहान से विवाद हो गया था। लाखन चौहान ने मीडिया को बताया कि उन्होंने दलितों के संबंध में फेसबुक पर एक पोस्ट अपलोड की थी,  जिसे लेकर श्रेष्ठा जोशी ने नाराज हो गईं। उन्होंने मेरे मोबाइल पर कॉल करके अश्लील गालियां देने के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी। चौहान का कहना है कि वह दलित समाज से आते हैं और आरोपित ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित किया है। चौहान ने बताया कि इसी आधार पर उन्होंने सोमवार को आईजी को आवेदन देकर आरोपित श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज किये जाने की मांग की है।    आवेदन में यह लिखा    लाखन चौहान ने अपने आवेदन में लिखा है कि 31 जनवरी को आरोपित श्रेष्ठा अपने कुछ साथियों के साथ मेरे घर आई और मुझे डराया-धमकाया और मारपीट कर मेरे बयान का फर्जी वीडियो बनाकर मेरी फेसबुक आईडी से अपलोड कर दिया। चौहान ने बताया कि उनके चुंगल से छूटने के बाद उन्होंने गलत वीडियो हटाकर अपने बयान का सही वीडियो अपलोड किया। चौहान का कहना है कि उनकी जान को जोशी से खतरा है, पिछले 8 दिनों से वह लगातार छुपते फिर रहे हैं। चौहान ने अपने आवेदन में आरोपी श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। आईजी ने चौहान को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि श्रेष्ठा जोशी और लाखन चौहान की बातचीत के पांच ऑडियो वायरल हुए हैं, जिनमें श्रेष्ठा लाखन को अश्लील गालियां देती सुनाई देती हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने जोशी को पद से हटाते हुए स्पष्टीकरण मांगा था।

Kolar News

Kolar News 10 February 2020

बैतूल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रशासनिक अधिकारी अति उत्साह में कानून को हाथ में लेकर सार्वजनिक रूप से मारपीट एवं गाली गलौच करने से भी नहीं चूक रहे हैं। गत दिनों राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदित द्वारा सहायक उपनिरीक्षक को थप्पड़ मारने के मामले में कलेक्टर के खिलाफ आरोप प्रमाणित होने के बाद भी अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी बीच बैतूल जिले के भैंसदेही एसडीएम आरएस बघेल द्वारा रेत के ट्रकों की जांच के दौरान उनके चालकों एवं मालिकों के साथ गाली गलौच करने का मामला सामने आया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद भैंसदेही एसडीएम के दुव्र्यवहार से आक्रोशित महाराष्ट्र के रेत कारोबारियों ने मय प्रमाण प्रदेश के मुख्यमंत्री से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। कारोबारियों ने आरोप लगाया है कि भैंसदेही एसडीएम द्वारा रेत के ट्रकों की जांच की आड़ में अवैध वसूली के लिए लम्बे समय से दबाव बनाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह भैंसदेही एसडीएम आरएस बघेल ने गुदगांव चौपाटी पर पुलिस एवं राजस्व अमले के साथ रेत के ट्रकों की जांच पड़ताल की थी। इस दौरान अवैध रेत परिवहन की आशंका में एसडीएम ने 30 ट्रकों को जब्त कर भैंसदेही में खड़ा करवा दिया था। बताया जाता है कि ट्रक चालकों एवं मालिकों ने रेत परिवहन की वैध अनुज्ञा होने के बाद भी वाहन जब्ती की कार्रवाई की गई। वैध अनुज्ञा को मानने से जब एसडीएम ने इंकार किया तो ट्रक चालकों और उनके बीच बहस होने लगी। इसी दौरान अपनी पदीय गरिमा को भूलकर एसडीएम भडक़ गये एवं पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में उन्होंने चिल्ला चिल्लाकर गालियां देनी शुरू कर दी। एसडीएम द्वारा की गई गाली गलौच का शनिवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।वीडियो में एसडीएम को साफ-साफ ट्रक चालकों को गालियां देते हुए सुना जा सकता है। वे कह रहे हैं कि ‘चोर साले क्या समझ रहे हो... तुम गुंडे हो... मेरे को नियम कानून सिखाओ... इसी दौरान एक ट्रक ड्रायवर ने प्रति प्रश्र किया कि क्या मैं चोर हूं.... गुंडा...हूं... मैं रायल्टी दिखाता हूं... नियम हमारे लिए भी बने हैं। वीडियो में भैंसदेही एसडीएम पदीय गरिमा को भूलकर तैश में आकर अपना आपा खोते नजर आ रहे हैं। एसडीएम जब गाली गलौच कर रहे थे तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ट्रक ड्रायवरों-चालकों के साथ धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं। अवैध परिहवन की आशंका में भैंसदेही एसडीएम द्वारा जब्त किए गए तीस ट्रकों की जांच दो दिनों बाद भी शुरू नहीं हुई है, जिससे महाराष्ट्र के रेत कारोबारी आक्रोशित हैं। एसडीएम के द्वारा की गई जांच पड़ताल को संदिग्ध बताते हुए महाराष्ट्र के रेत कारोबारियों ने आरोप लगाया है कि रेत के ट्रकों की जांच के दौरान खनिज विभाग के अधिकारियों का नहीं होना यह साबित करता है कि दबाव बनाने के लिए जांच पड़ताल की गई है। उनके द्वारा बाकायदा वैध परिवहन अनुज्ञा के आधार पर रेत का परिवहन किया जा रहा है। यदि रेत परिवहन में गड़बड़ी है तो मौके पर ही खनिज अधिकारियों को बुलाकर कार्यवाही क्यों नहीं की गई। इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक शिकायती पत्र भेजकर एसडीएम के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।मेरे ऊपर चढ़ाई कर रहे थे इसलिए की गाली गलौच: एसडीएमइस मामले में भैंसदेही एसडीएम आरएस बघेल का कहना है कि रेत के अवैध परिवहन की आशंका में 30 ट्रक जब्त कर जांच के लिए माइनिंग को केस भेज दिए हैं। जांच के दौरान ट्रक ड्रायवरों के साथ गाली गलौच करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे लोग मेरे ऊपर चढ़ाई कर रहे थे इसलिए उन्होंने गोली गलौच की थी। प्रतिवेदन आया है, जांच करेंगे: माइनिंग ऑफीसरवहीं, जिला खनिज अधिकारी शशांक शुक्ला ने बताया कि भैंसदेही एसडीएम द्वारा 30 ट्रकों से रेत के अवैध परिवहन का प्रतिवेदन रायल्टी पर्ची एव पंचनामे के साथ जांच के लिए भेजा है। प्रतिवेदन में ड्रायवरों के बयान नहीं है। प्रतिवेदन के साथ भेजी गई रायल्टी पर्चियां की जांच पोर्टल से की जाएगी। जांच होने के बाद नियमानुार कार्यवाही की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 9 February 2020

धार। जिले के मनावर थाना क्षेत्र में बच्चा चोरी के शक में 6 किसानों पर भीड़ के हमला करने (माब लिंचिंग) के मामले में पुलिस ने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, जिला पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने एक अन्य थाना क्षेत्र तिरला के एसआई रमेश चौहान को निलंबित कर दिया है।    बताया गया है कि करीब 45 लोगों पर हत्या और बलवे का मामला दर्ज किया गया है। इसमें से 30 आरोपितों को चिन्हित कर उनके फोटोग्राफ्स जारी कर इन पर 10 -10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है। पुलिस ने शनिवार की रात बोरलाई और लिम्दा से दो आरोपितों को पकड़ा है। इसमें मंगलसिंह पुत्र भुवानसिंह निवासी लिम्दा और दूसरा दिनेश पुत्र मांगू बोरलाई के साथ ही लालू पुत्र राम सिंह भीलाला टेमरिया मनावर को गिरफ्तार किया है। अन्य सभी शातिर अपराधी जंगलों में जाकर छुप गए हैं। पुलिस पांच टीमें बनाकर अलग-अलग छापेमारी कर पकड़ने का प्रयास कर रही है।

Kolar News

Kolar News 9 February 2020

बैतूल (मध्य प्रदेश)। चीन से हाल ही में लौटे पांच स्थानीय छात्र स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की कड़ी निगरानी में हैं। पांचों एमबीबीएस के छात्र हैं।    पांचों को अपने-अपने घरों में अलग कमरे में रखा गया है। इन कमरों को अस्थाई रूप से आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। इन कमरों में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। जिला महामारी एवं रोग नियंत्रण अधिकारी आरके धुर्वे का कहना है कि पांचों छात्र स्वस्थ हैं। इनमें कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार के कोई लक्षण अभी तक नजर नहीं आया है। इन छात्रों में एक पाढर,एक बैतूल, एक भौंरा, एक सारणी और एक शाहपुर का रहने वाला है। इनके स्वास्थ्य की रिपोर्ट प्रतिदिन भोपाल और दिल्ली भेजी जा रही है।

Kolar News

Kolar News 9 February 2020

भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को लेकर चल रही प्रशासनिक राजनीति के चलते प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों को कठपुतलियों की तरह नचाया जा रहा है, कमलनाथ सरकार ने अधिकारियों को कठपुतली बना दिया है। जैसा सरकार चाहती है, अगर वैसा अधिकारी करते है, तो वे पद पर बने रहेंगे, जो लोकतंत्र के लिए घातक है। उन्होंने प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का उल्लेख करते हुए कहा कि, वे ईमानदारी से काम करना चाहते हैं, तो उन्हें पद से हटाया जा रहा है, जबकि दोषी अधिकारी अपने पद पर बने हुए हैं।   भार्गव ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्‍यम से कहा कि मध्यप्रदेश में पूरी तरह अराजकता का वातावरण है। एक तरफ अधिकारी ईमानदारी से काम कर रहे हैं तो उन्हें पद से हटाकर उनके अंदर खौफ पैदा किया जा रहा है। दूसरी तरफ आरोपित अधिकारियों को संरक्षण देकर उन्हें पद से नहीं हटाया जा रहा है। जब से प्रदेश में कमलनाथजी की सरकार बनी है, तब से लेकर अब तक सिर्फ अधिकारियों को इधर से उधर करके तबादला उद्योग ही चलाया गया है। अधिकारी अपनी ईमानदारी और निष्ठा से काम कर रहे हैं तो उनके अंदर तबादले का खौफ पैदा किया जा रहा है। यह उचित नहीं है।   उन्‍होंने लिखा कि डीजीपी मप्र ने ईमानदारी से अपना काम किया और एकआएएस अफसर पर कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिख दिया तो इससे मुख्यमंत्री नाराज हो गए। अब उन्हें पद से ही हटाया जा रहा है। दूसरी तरफ एएसआई को थप्पड़ मारने वाली कलेक्टर पर आरोप सिद्ध होने के बाद भी उन्हें नहीं हटाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथजी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के बीच में गहरी खाई पैदा करने में लगे हुए हैं। सरकार का काम होता है कि वे अधिकारियों के बीच में बेहतर माहौल बनाए और उनके बीच में संतुलन बनाकर रखें, लेकिन प्रदेश सरकार तो अधिकारियों को दो धड़ों में बांटने का काम कर रही है।   यहां साथ ही उन्‍होंने आगाह करते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार पुलिस अधिकारियों के तबादला करने के कारण लॉ एंड आर्डर की स्थिति भी चिंताजनक है। अधिकारियों को बार-बार पद से हटाने के कारण वे अपना काम बेहतर ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। यही कारण है कि प्रदेश में क्राइम लगातार हो रहे हैं। सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था सुधारें।  

Kolar News

Kolar News 8 February 2020

भोपाल। मध्‍यप्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रकाशित एक खबर के मामले में तमाम सवाल खड़े किए हैं। उक्‍त प्रकाशित समाचार में तथ्‍यों के साथ बताया गया है कि कैसे कांग्रेस की सरकार में आंकड़ों की बाजीगरी की जा रही है और कैसे ग्वालियर, भोपाल सहित प्रदेश के 14 जिलों के तीन लाख से अधिक उपभोक्ताओं को मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अफसरों ने फॉल्स बिलिंग कर करोड़ों रुपये की अपने लिए रिश्वत की जुगाड़ कर ली। गत छह माह में कंपनी के अफसरों ने इन उपभोक्ताओं के बिलों में लेन-देन, राजनीतिक दबाव की आड़ में 4198 करोड़ रुपए माफ किए हैं। ऐसे लाखों उपभोक्ता जो जुगाड़ नहीं लगा पाए, उन्हें ओवर चार्ज व फॉल्स बिलिंग का शिकार होना पड़ा।   इस मामले को लेकर पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कड़ी आपत्‍त‍ि दर्ज की है। सोशल मीडिया ट्वीटर के माध्‍यम से उन्‍होंने अपनी बात साझा कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरते हुए  लिखा कि ''आखिरकार सरकार कब तक जनता को छलती रहेगी? जो वचन दिया है, उसे निभाये। कब तक आम आदमी अपना काम छोड़ बिजली बिलों को दुरुस्त कराने के लिए दफ्तर के चक्कर लगाता रहे? सरकार का इलाज का तरीका वैसा ही है कि "मर्ज बढ़ता गया, ज्यों ज्यों दवा की।"    उल्‍लेखनीय है कि ग्वालियर, भोपाल सहित प्रदेश के 14 जिलों के तीन लाख से अधिक उपभोक्ताओं को मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अफसरों ने फॉल्स बिलिंग की है। जिसका कि आंकड़ा एवं संपूर्ण जानकारी हाल ही में बिजली कंपनी की समीक्षा बैठक में निकलकर सामने आया है, जिसमें बताया गया कि  पिछले छह माह से उपभोक्ताओं के बिल एडजस्टमेंट के नाम पर कम किए जा रहे हैं। अब यह आंकड़ा लगभग 4198 करोड़ रुपये से अधिक पर पहुंच गया है। इसमें कई बिल पेंडिंग होकर एक से दो माह बाद करेक्ट किए गए हैं, जबकि स्पॉट बिलिंग का उद्देश्य ही इस तरह की गड़बड़ी को रोकना था। वहीं कई बिलों को चालू माह में ही चेंज किया गया है। जब उपभोक्ता द्वारा आपत्ति जताई जाती है, तो नोटशीट के आधार पर बिल में संशोधन किया जाता है। इसमें कंपनी के ऑनलाइन डाटाबेस में पुराना बिल दिखता रहता है और नए बिल में संशोधन राशि का उल्लेख होता है। इस मामले में यह भी सामने आया है कि जो उपभोक्ता बिल चार्ज कम करने को लेकर कोई भी जुगाड़ लगाने में असफल रहे हैं, उन्हें ओवर चार्ज व फॉल्स बिलिंग का शिकार पिछले कई माह से लगातार होना पड़ रहा  है ।

Kolar News

Kolar News 8 February 2020

भोपाल। विशेष अदालत से पूर्व सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लालसिंह आर्य को शनिवार को बड़ी राहत मिली है। अदालत ने कांग्रेस विधायक माखनलाल जाटव की हत्या के मामले में लालसिंह आर्य को बरी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, अदालत ने लालसिंह आर्य के खिलाफ प्रस्तुत किये गए सबूतों को पर्याप्त नहीं माना।     भिंड जिले के छरेंटा गांव में 13 अप्रैल 2009 को रात 8 बजे गोहद से कांग्रेस विधायक माखनलाल जाटव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। विधायक जाटव की हत्या के मामले में पुलिस ने सुरक्षा गार्ड शिवराज सिंह की रिपोर्ट पर नारायण शर्मा, शेरा उर्फ शेर सिंह, पप्पू उर्फ मेवाराम, सेठी कौरव, गंधर्व सिंह, केदार सिंह, तेजनारायण शर्मा (मृत्यु हो चुकी), रामरूप सिंह गुर्जर को आरोपित बनाया था। इस मामले में स्पेशल कोर्ट ने पहले लालसिंह आर्य को भी आरोपित बनाया था, लेकिन मंत्री आर्य हाईकोर्ट गए तो वहां स्पेशल कोर्ट का फैसला निरस्त हो गया। इस दौरान मंत्री आर्य ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दाखिल की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भिंड कोर्ट के फैसले को सही माना। इसके बाद भिंड की स्पेशल कोर्ट ने राज्यमंत्री लालसिंह आर्य को आरोपित बनाते हुए 25 हजार रुपये का जमानती वारंट जारी किया था। मंत्री आर्य के वकील की ओर से कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने निरस्त कर दिया था। स्पेशल कोर्ट में गुरुवार को अरविंद जाटव, श्रीपाल सिंह के अलावा हत्या के समय विधायक माखनलाल जाटव के साथ गाड़ी में मौजूद रहे सुरक्षा गार्ड एएसआई बालकृष्ण ढोंगरा के बयान भी हुए थे। सुरक्षा गार्ड ढोंगरा ने कोर्ट में कहा था कि उन्होंने वारदात के समय 2 गोली चलने की आवाज तो सुनी थी, लेकिन अंधेरा होने से किसी को पहचान नहीं पाये। इसके बाद ही शनिवार को विशेष अदालत का यह फैसला आया है।   

Kolar News

Kolar News 8 February 2020

इंदौर। जिले के इंदौर -उज्जैन रोड स्थित धरमपुरी गांव के एक बड़े पॉवर हाउस में शुक्रवार सुबह अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि दूर से ही उसे देखा जा सकता था। पॉवर हाउस से धुंआ निकलता देख वहां अफरा तफरी मच गई। सूचना के बाद मौके पर पहुुंची फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया।    आग की वजह से जैतपुरा, धरमपुरी, सांवेर के कुछ क्षेत्रों और इंदौर के औद्योगिक इलाकों में बिजली बंद होने की जानकारी सामने आई है। फिलहाल अलग अलग ट्रांसफार्मर में लगी आग पर पानी से काबू नहीं पाया जा सका है और अब रेत का सहारा लेकर आग बुझाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। आग पर काबू पाने के बाद विद्युत विभाग जल्द पॉवर सप्लाई शुरू करने की कोशिश के साथ ही ग्रिड में आई खामी का पता लगाने की कोशिश भी करेगा।   घटना धरमपुरी ग्राम के पाकीजा स्कूल के पास जेतपुरा पहाड़ी पर स्थित ग्रिड की है। यहां स्थित पॉवर हाउस में शुक्रवार सुबह एक के बाद एक धमाके की आवाज आई और उसके बाद सांवेर रोड क्षेत्र में स्थित धरमपुरी इलाके और आस - पास के अन्य ग्रामीण इलाकों के आसमान में धुंए का गुबार छा गया। यहां पॉवर हाउस की एक बड़ी ग्रिड में आग इतनी तेजी से फैली की उसकी लपटें दूर दूर तक दिखाई देने लगीं। चंद मिनटों में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। आग लगने के बाद विद्युत विभाग ने ग्रिड से विद्युत सप्लाई रोक दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी, जिसके बाद बहुत हद तक आग पर काबू पा लिया गया है। धरमपुरी के रहने वाले अजय कुमार चौहान ने बताया कि घटना धरमपुरी क्षेत्र के जैतपुरा गांव की है, जहां ग्रिड में बड़ा ब्लास्ट हुआ और 10 मिनट तक धमाके होते रहे।

Kolar News

Kolar News 7 February 2020

इंदौर। जिले के इंदौर -उज्जैन रोड स्थित धरमपुरी गांव के एक बड़े पॉवर हाउस में शुक्रवार सुबह अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि दूर से ही उसे देखा जा सकता था। पॉवर हाउस से धुंआ निकलता देख वहां अफरा तफरी मच गई। सूचना के बाद मौके पर पहुुंची फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया।    आग की वजह से जैतपुरा, धरमपुरी, सांवेर के कुछ क्षेत्रों और इंदौर के औद्योगिक इलाकों में बिजली बंद होने की जानकारी सामने आई है। फिलहाल अलग अलग ट्रांसफार्मर में लगी आग पर पानी से काबू नहीं पाया जा सका है और अब रेत का सहारा लेकर आग बुझाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। आग पर काबू पाने के बाद विद्युत विभाग जल्द पॉवर सप्लाई शुरू करने की कोशिश के साथ ही ग्रिड में आई खामी का पता लगाने की कोशिश भी करेगा।   घटना धरमपुरी ग्राम के पाकीजा स्कूल के पास जेतपुरा पहाड़ी पर स्थित ग्रिड की है। यहां स्थित पॉवर हाउस में शुक्रवार सुबह एक के बाद एक धमाके की आवाज आई और उसके बाद सांवेर रोड क्षेत्र में स्थित धरमपुरी इलाके और आस - पास के अन्य ग्रामीण इलाकों के आसमान में धुंए का गुबार छा गया। यहां पॉवर हाउस की एक बड़ी ग्रिड में आग इतनी तेजी से फैली की उसकी लपटें दूर दूर तक दिखाई देने लगीं। चंद मिनटों में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। आग लगने के बाद विद्युत विभाग ने ग्रिड से विद्युत सप्लाई रोक दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी, जिसके बाद बहुत हद तक आग पर काबू पा लिया गया है। धरमपुरी के रहने वाले अजय कुमार चौहान ने बताया कि घटना धरमपुरी क्षेत्र के जैतपुरा गांव की है, जहां ग्रिड में बड़ा ब्लास्ट हुआ और 10 मिनट तक धमाके होते रहे।

Kolar News

Kolar News 7 February 2020

सीहोर। चार साल पहले आष्टा जनपद सीईओ के रहते ग्राम पंचायतों में भारी  भ्रष्टाचार हुआ था। जांच रिपोर्ट में पंचायतों पर आरोप सिद्ध होने के बाद कुछ कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई भी हुई थी, लेकिन जिला पंचायत सदस्य ने इस मामले में सरपंच, सचिवों व जिम्मेदारों को दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की थी। बावजूद इसके 1 फरवरी 2020 को एक बार फिर से उन्हीं सीईओ को आष्टा जनपद सीईओ की कमान सौंपने आदेश जारी किए गए है।    जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 से 2016 तक संजय अग्रवाल आष्टा जनपद में सीईओ रहे हैं। जिनके 1 फरवरी को पुन: पदस्थापना के आदेश जारी होने से स्थानीय जनप्रतिनिधयिों में हलचल तेज हो गई है। क्योंकि पूर्व कार्यकाल में हुए ग्राम पंचायतों के घोटाले को लेकर उन पर कई आरोप लगे थे। इसको लेकर जिला पंचायत सदस्य आम्बाराम मालवीय ने पंचायतों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की थी। जिसमें कहा गया था कि आष्टा जनपद सीईओ संजय अग्रवाल के रहते मनरेगा के कार्य पशु शेड, मेढ़बंधान आदि में 55 लाख रुपए का फर्जी भुगतान किया था, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कुमडावदा तालाब के भंडार भूमि की नीलामी न कर सीधे लाखों रुपए का गबन किया गया। इसको लेकर दोषियों पर एफआईआर व शासन को हुई क्षति भरपाई करने की कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन सीईओ संजय अग्रवाल की पुन: पदस्थापना से एक बार फिर प्रदेश की कमलनाथ सरकार प्रश्न चिंह तो लग ही रहे हैं। साथ ही जनप्रतिनिधि भी इस आदेश से भौचक्के नजर आ रहे हैं।    यह है मामला, सही पाई गई थी शिकायत शिकायतकर्ता भैरोलाल व हमीरसिंह द्वारा ग्राम पंचायत मुगली जनपद पंचायत आष्टा द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसकी तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ डॉ केदार सिंह ने 4 सदस्यीय दल गठित कर जांच कराई थी। जॉच रिपोर्ट ग्राम पंचायत मुगली में व 2013-14 में 45 में से चार ही पशु शेड मौके पर मिले थे, जिसमें लगभग 18.22 लाख राशि फर्जी तरीके से आहरित की गई। वहीं 2012-13 से 2013-14 में 75 बकरी शेड 9 ही मिले थे, जिसमें करीब 29.33 लाख रुपए आहरण किए गए थे। जबकि इसी समय 31 मेढ़ बंधान कार्य स्वीकृत किए गए जिसमें से मौके पर कोई बंधान नहीं पाया गया, जिस पर कुल व्यय राशि 3.72110 का दुरूपयोग किया गया था। इसमें फर्जी तरीके से मूल्यांकन उपयंत्री पुरूषोत्तम अग्रवाल तथा तत्कालीन सहायक यंत्री आरबी चौधरी द्वारा लगभग 52 रुपए से अधिक राशि के फर्जी मूल्यांकन तथा सत्यापन किया गया। जांच रिपार्ट में बिना कार्य कराए फर्जी राशि आहरण की पुष्टि हुई थी। जिसमें चार कर्मचारियों को निलंबित किया गया था, लेकिन अभी तक उनसे वसूली नहीं की गई है।   शिकायत की थी ग्रामीणों के साथ मिलकर मैंने मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले को जिला पंचायत की सामान्य सभा में भी कई बार उठाया गया था। मेरा प्रयास है कि जिन हितग्राहियों के नाम पर गबन किया गया है, उसकी वसूली कर हितग्राहियों को लाभ दिलाया जाए।  आम्बाराम मालवीय, सदस्य जिला पंचायत

Kolar News

Kolar News 7 February 2020

भोपाल। केंद्र सरकार ने नयी आयकर व्यवस्था में वैकल्पिक मार्ग चुनने की व्‍यवस्‍था देकर करदाताओं के सामने अपने लिए सही विकल्‍प का चुनाव करने का जो अवसर दिया है, उससे जहां अब तक कई करदाताओं के बीच भ्रम की स्‍थ‍िति बनी हुई है, आखिर वे अपने लिए कौन से आयकर स्लैब का चुनाव करें नए या पुराने? वहीं अब सरकार स्‍वयं उनकी मदद करने इस मामले में आगे आई है। आयकर विभाग की वेबसाइट को देखें तो आयकरदाताओं को मदद देने उसने  ई-कैल्कुलेटर लॉन्च किया है।    गौरतलब है कि इंडिया फिलिंग के डाटा के अनुसार मध्‍यप्रदेश में पिछले वित्‍त वर्ष के दौरान 26 लाख 35 हजार 445 लोगों ने आयकर जमा किया था, जबकि देशभर में कुल आयकर जमा करनेवालों की संख्‍या 08 करोड़ 45 लाख 14 हजार 539 थी । इसी तरह से पिछले वर्ष में 154 करोड़ रुपये केगत वर्ष रिफंड के मुकाबले 38.39 फीसदी अधिक यानी कि 213 करोड़ रुपये के रिफंड इश्यू किए थे और  पिछले वित्त वर्ष में करीब 6 लाख 80 हजार नए आयकरदाता पूरे मध्यप्रदेश में जोड़े गए हैं।     इस मामले में जब विभाग की अधिकारिक वेबसाइट incometaxindiaefiling.gov.in पर जाते हैं तो वहां एक ऑनलाइन ई-कैल्कुलेटर नजर आता है, जिसकी मदद से सभी आयकर दाता अपने लिए बेहतर विकल्‍प चुन सकते हैं । सभी करदाता यहां वेबसाइट की मदद से कैल्कुलेटर के जरिए बजट में प्रस्तावित नए और पुराने आयकर स्लैब विकल्पों की तुलना कर अब आसानी से जान सकते हैं  कि उनके लिए कौन सा विकल्‍प चुनना लाभकारी होगा ।    उल्‍लेखनीय है कि आयकर के मोर्चे पर करदाताओं कुछ राहत देते हुए वित्त मंत्री ने आयकर स्लैब में व्यापक बदलाव की घोषणा की है। नए टैक्स सिस्टम में 100 रियायतों में से 70 को खत्म करने के साथ ही कर के कई स्लैब बनाए हैं। नयी आयकर व्यवस्था वैकल्पिक है।  करदाताओं को पुरानी व्यवस्था या नयी व्यवस्था में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया गया है । उन्होंने कहा कि 15 लाख रुपए की आय पर पर आयकर दाता यदि किसी प्रकार की छूट या लाभ नहीं लेता है तो उसे एक लाख 95 हजार रुपए का कर देना होगा जबकि पुरानी प्रणाली में दो लाख 73 हजार रुपये का कर देना पड़ता था। इस प्रकार नयी प्रणाली को अपनाने पर 78 हजार का लाभ होगा। फिर भी कई मामलों में पुरानी कर प्रणाली चुनने में अपने अलग लाभ भी यहां आयकर विभाग ने बताए हैं।    उधर, यह जानना भी जरूरी है कि  नई आयकर व्यवस्था वैकल्पिक है और करदाता चाहे तो छूट और कटौती के साथ पुरानी कर व्यवस्था में पूर्वत ही रह सकता है। यहां महत्‍वपूर्ण और ध्‍यानदेने योग्‍य जरूरत यह है कि एक बार नई कर व्यवस्था को चुनने के बाद करदाता पर यह व्यवस्था आगामी वर्षों में भी लागू रहेगी। अब फैसला आयकर दाताओं को लेना है कि उनके लिए कौन सा स्‍लैब फायदेमंद है। 

Kolar News

Kolar News 7 February 2020

धार। जिले के मनावर थाना क्षेत्र अंतर्गग ग्राम खरिकिया में गत दिवस हुई मॉब लिंचिंग के मामले में मुख्यमंत्री कमनलाथ के निर्देश के बाद पुलिस सक्रिय हुई और गुरुवार को पांच आरोपितों को पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में एडीजी विवेक शर्मा  ने मनावर टीआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। गुरुवार सुबह स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट इंदौर में भर्ती घायलों से मिलने पहुंचे। मनावर में बुधवार को हुई भीवत्स घटना में सांवेर के किसान गणेश पुत्र मनोज पटेल की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने राज्य शासन की ओर से मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की। इसके साथ ही भीड़ द्वारा की गई मारपीट में गंभीर घायल हुए 4 किसानों को इंदौर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती करवा कर डॉक्टरों को बेहतर चिकित्सा के निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिले के खड़किया में क्षेत्र के किसानों को पैसे लेने के बहाने बुलाकर उनके साथ षड्यंत्र पूर्वक मारपीट कर की घटना ना सिर्फ निंदनीय है, बल्कि सभ्य समाज के नाम पर कलंक है। मंत्री सिलावट ने धार पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर से इस संबंध में बात कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ मंत्री ने कहा कि महज एक अफवाह से गुस्साए लोगों द्वारा पीट-पीट कर मार डालना एवं मौत की कगार तक पहुंचाना अत्यंत दु:खद, गंभीर घटना है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार पीडि़तों को पूरी मदद एवं न्याय दिलवाएगी, साथ ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी करवाई कर ये सुनिश्चित करेगी की ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।माब लीचिंग मामले में एडीजी विवेक शर्मा ने बताया कि मनावर टीआई युवराज सिंह चौहान सहित पांच अन्य पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही 30 अन्य दोषियों को भी चिन्हित कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है। पूरी घटना की जांच के लिए टीम भी गठित कर दी गई है, वहीं अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि इस घटना का एक भी आरोपी बचना नहीं चाहिए।इंटेलीजेंस एडीजी डॉ. एसडब्ल्यू नकवी ने बताया कि धार के मनावर में बुधवार को भीड़ द्वारा जिन लोगों को पीटा गया, उन्हें खाती समाज के किसानों ने उधारी चुकाने के लिए अपने गांव बुलाया था। वहां उन्हें उधारी की राशि देने के बजाय उनके बारे में फैला दिया कि वे बच्चा चोर हैं और पथराव कर दिया। स्थानीय पुलिस ने भीड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। आरोपितों की पहचान की जा रही है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।वहीं, मनावर में हुई मॉब लॉन्चिंग की घटना पर प्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि घटना को लेकर एसपी और कलेक्टर धार से बात हुई है। सीएम ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं टीम का गठन कर दिया गया है, जिसमें एडिशनल एसपी, सीएसपी, टीआई और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। इस मामले को लेकर वे गृह मंत्री से भी चर्चा करेंगे और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जल्द एक्शन लिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 6 February 2020

उज्जैन। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी ने बोर्ड परीक्षा के संचालन के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि परीक्षा के पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें। इस मौके पर आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत और संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्रीमती आइरिन सिंथिया जेपी भी उपस्थित थीं। प्रमुख सचिव श्रीमती शमी ने कहा कि कमजोर बच्चों की नियमित रूप से रेमेडियल और एक्सट्रा क्लासेस लगाई जायें। बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। नकल रोकने के लिये पुख्‍ता इंजताम हों। उन्होंने कहा कि नकल किसी भी स्थिति में नहीं होना चाहिये। मिशन- 1000 के तहत चिन्हित स्कूलों पर विशेष ध्यान दिया जाये। राज्य शिक्षा केन्द्र के माड्यूल एवं निर्देश अनुसार बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करायें। बच्चों को प्रतिदिन अभ्यास कराया जाये। किसी भी दिन अवकाश नहीं दिया जाये। श्रीमती शमी ने बताया कि इस बार पांचवी और आठवीं बोर्ड के बच्चों को प्रश्न-पत्र लिखने की तैयारी कराने के लिए दो बार प्री-बोर्ड परीक्षा कराई जा रही है, ताकि बच्चे समय प्रबंधन के साथ उत्तर दे सकें। प्री-बोर्ड में पेपर के दिन ही शिक्षक सेकण्ड हाफ में बच्चों को बैठाकर पेपर साल्व करायेंगे। परीक्षा केन्द्रों की होगी मेपिंग इस बार बच्‍चों के एडमिट कार्ड से लेकर रिजल्ट तक सभी जानकारी ऑनलाईन उपलब्ध रहेगी। परीक्षा के दिन परीक्षा केन्द्र पर बच्चों की उपस्थिति की जानकारी ऑनलाईन रहेगी। सभी परीक्षा केन्द्रों की मेपिंग होगी। एक्जाम वेल्यूएशन भी आनलाईन दर्ज होगा। बहुत दूर स्थित केन्द्रों पर बच्चों को लाने-ले-जाने की व्यवस्था भी की जाएगी। विद्यार्थियों के लिये टोल-फ्री नम्बर 14425 प्रमुख सचिव ने सभी स्कूलों में उमंग माड्यूल एवं एस्पायर पोर्टल की जानकारी चस्पा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को टोल फ्री नंबर 14425 की जानकारी हो ताकि परीक्षा के तनाव अथवा अन्य समस्या के समाधान के लिये विद्यार्थी परामर्श ले सकें। कोई भी बच्चा समग्र आई.डी. से एस्पायर पोर्टल पर लॉग-इन कर सकता है। एस्पायर पोर्टल पर स्नातक के लिए सभी विषयों एवं संबंधित संस्थाओं तथा छात्रवृत्ति सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ है। परीक्षा बाद स्कूलों में होगा केरियर मेला परीक्षा के बाद प्रत्येक स्कूल में कैरियर मेला भी आयोजित किया जाएगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि 12वीं कक्षा के बाद 50-50 छात्र-छात्राओं को लक्ष्य योजना के तहत ट्रेनिंग दिलाने के लिये अभी से चिन्हित कर लें ताकि उन्हें पैरा-मिलिट्री, पुलिस तथा अन्य परीक्षाओं के लिए फिजिकल ट्रेनिंग दी जा सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि स्कूलों में शिक्षकों की रिक्तियों की सटीक जानकारी दी जाये ताकि वर्ग 1 और 2 की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने पर चयनित शिक्षकों की पदस्थापना दूरस्थ स्कूलों, मॉडल एवं उत्कृष्ठ स्कूलों में की जा सके। 

Kolar News

Kolar News 5 February 2020

इंदौर।  इंदौर के देवी अहिल्या विमानतल पर दिनों दिन सोने की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार रात भी दुबई से आई फ्लाइट से एक यात्री एक किलो सोना तस्करी कर लेकर आया था, जिसे चेकिंग के दौरान डीआरआई की टीम ने पकड़ लिया। पकड़ाए यात्री से कड़ी पूछताछ में अब यह पता लगाया जा रहा है कि वह यह सोना किसे देने के लिए लाया था। अभी तक आरोपित ने इस संबंध में कोई जानकारी पुलिस को नहीं दी है।    दरअसल, जब मंगलवार की रात दुबई से आने वाली फ्लाईट क्रमांक ए1904 के यात्रियों के सामान की जांच की जा रही थी। इस दौरान डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की इंदौर यूनिट द्वारा शंका होने पर एक यात्री मोहम्मद वसीम के सामान में रखे मिक्सर ग्राइंडर के पाट्स की तलाशी ली गई तो उसमें छिपा के रखा सोना दिखा, जो करीब एक किलो था। इस पर उक्त सोने को जब्त कर लिया गया। मामले में वसीम से पूछताछ की जा रही है।      गौरतलब है किइसके पहले डीआरआई की इंदौर यूनिट के द्वारा गत दिनों दुबई से इंदौर पहुंची इस फ्लाइट के एक यात्री की तलाशी ली गई थी और एक यात्री के पास से कैप्सूल के अंदर तरल पदार्थ के रूप में भरा हुआ आधा किलो सोना जब्त किया गया था। मंगलवार-बुधवार की रात हुई इस कार्रवाई में डीआरआई के द्वारा इंदौर के विमानतल पर सोना पकड़े जाने का यह दूसरा मामला है। इसके पूर्व डीआरआई ने 29 सितंबर 2019 को मुंबई इंदौर फ्लाइट से 5 किलो सोना पकड़ा था। इस वित्त वर्ष में डीआरआई इंदौर के द्वारा अब तक साड़े 13 किलो सोना जप्त किया जा चुका है।

Kolar News

Kolar News 5 February 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय क्षेत्रीय बैठक बुधवार को शारदा विहार सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय परिसर में शुरू हो गई। बैठक के महत्‍व को देखते हुए देररात से ही संघ से जुड़े विविध संगठन के पदाधिकारियों का आना शुरू हो गया था जो सुबह 8 बजे तक जारी रहा। संघ प्रचारक श्रेणी के पदाधिकारी दो दिन पहले ही आ गए थे । माना जा रहा है कि इस बैठक के माध्‍यम से संघ अपने सभी समविचारी अनुषांगिक संगठनों के साथ मिलकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की मौजूदा स्थितियों की समीक्षा कर रहा है और अगले एक साल के लिए मध्‍य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को लेकर  अपना एजेंडा तय करेगा। इस बार संघ का सबसे अधिक फोकस महिला कार्य,  युवाओं एवं ग्राम विकास पर दिखाई दे रहा है ।   उल्‍लेखनीय है कि अपने कार्य के लिए सुविधा की दृष्‍टि से संघ ने अपने कार्य को मध्य प्रदेशऔर छत्‍तीसगढ़ में चार प्रांतों में बांटा है, जिसमें कि मध्‍य भारत, मालवा और महाकौशल मध्‍य प्रदेश में आते हैं जबकि छत्‍तीसगढ़ को संघ अपना एक प्रांत मानता है। अपने कार्य को विस्‍तार देने एवं जीवनवृति पूर्णकालिक प्रचारकों को सर्वप्रथम पाथेय देने एवं कार्य करते वक्‍त उन्‍हें आ रही कठिनाइयों को जानने के लिए राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के सर संघचालक पिछले तीन दिन से भोपाल में हैं। उन्‍होंने गत दो दिनों में जिला और विभाग प्रचारकों की बैठकें ली हैं और उन्‍हें कार्य संबंधी आवश्‍यक दिशा-निर्देश एवं अपना पाथेय प्रदान किया है।    इस बैठक को लेकर संघ से जुड़े अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को जो क्षेत्रीय समन्वय बैठक हो रही है, इसमें भारतीय जनता पार्टी  के वरिष्ठ पदाधिकारियों के अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय मजदूर संघ, विश्व हिंदू परिषद, हिन्‍दू जागरण मंच, सेवाभारती, विद्याभारती, इतिहास संकलन समिति, ग्राम भारती, ग्राहक पंचायत, सहकार भारती,  समेत करीब 20 से अधि‍क अनुषांगिक संगठनों के संगठन मंत्री, प्रदेश अध्‍यक्ष, उपाध्‍यक्ष और संगठन महामंत्री बैठक में हिस्‍सा ले रहे हैं । हालांकि संघ से जुड़े अन्‍य कई संगठन भी हैं, जिनमें काम कर रहे प्रचारकों को तो इस बैठक में बुलाया गया है, लेकिन कई पदाधिकारियों को यहां नहीं बुलाया गया है। उनके लिए यही कहा गया है कि वे बैठक समाप्‍त होने के बाद अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जाकर सरसंघचालक जी का पाथेय सभी को बताएं और भावी भारत के विकास में हमारी भूमिका क्‍या होगी इस बात पर फोकस करें।    इस बैठक को लेकर यह भी बताया गया कि सभी संगठन अपने कार्य के बीच के अच्‍छे और बुरे अनुभवों को सभी के बीच साझा करेंगे। मिल जुलकर कैसे कार्य किया जा सकता है, इस पर विचार विमर्श एवं मंथन होगा। आगामी दो दिनों तक अलग-अलग गुटों में बैठकर विविध विषयों पर चर्चा होगी । महिला कार्य, ग्राम विकास, युवाओं को संघ से जोड़ने को लेकर भी इस बैठक में सत्रों का आयोजन किया गया है।  प्रत्‍येक बैठक लगभग समान कार्य या एक दूसरे से मिलते-जुलते कार्यों को लेकर यहां की जा रही हैं। सभी संगठन पिछले एक वर्ष में अपने किए गए कार्यों की उपलब्‍धियों के साथ आगामी एक वर्ष का लक्ष्‍य साझा करेंगे। यहां होने वाली हर छोटी बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत न रहकर क्षेत्र संघ चालक, क्षेत्र प्रचारक, क्षेत्र कार्यवाह, सह क्षेत्र कार्यवाह, प्रांत कार्यवाह, प्रांत सहकार्यवाह एवं प्रान्‍त प्रचारक रहेंगे जोकि इस सभी अलग होनेवाली बैठकों का संचालन करेंगे एवं सभी को अपना पाथेय प्रदान करेंगे।    उल्लेखनीय है कि क्षेत्र एवं प्रांत प्रचारकों को सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का पाथेय पिछले दो दिनों में मिल चुका है, जिसमें कि उन्‍होंने इन सभी से धर्म कहा कि संस्कृति एवं समाज के सर्वांगीण विकास को पूर्ण करने का दायित्व हमारा है। इस दायित्व को पूरा करने के लिए हम सभी को मनुष्य निर्माण के कार्य में लग जाना चाहिए। समस्याओं के समाधान के लिए ऐसे सामर्थ्यवान स्वयंसेवक खड़े करने हैं, जो परिस्थिति के साथ स्वयं की भूमिका को तय करने के लिए तैयार रहें। इस दौरान डॉ. भागवत ने यह भी कहा था कि राष्ट्र विरोधी ताकतें देश के माहौल को खराब करना चाहती हैं। ऐसी राष्ट्र विरोधी साजिशों से सतर्क रहें। डटकर मुकाबला करें। युवाओं को, समाज को इन राष्ट्र विरोधी साजिशों से सतर्क करें। 

Kolar News

Kolar News 5 February 2020

भोपाल। मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में आयोजित होने वाले आईफा अवार्ड समारोह को लेकर सरकार पर फिर निशाना साधा है। इस बार उन्‍होंने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को घेरते हुए गंभीर आरोप भी लगाए हैं। साथ में अपने आरोपों को पुख्‍ता करने के लिए सोशल मीडिया पर एक समाचार पत्र की कटिंग की साझा की है।    उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि '' प्रदेश सरकार #IIFA2020 में व्यस्त हैं। फिल्मी सितारों के ग्लैमर में मदहोश है। इसे आम जनता का दर्द दिखाई नहीं दे रहा है। गाड़ियां फूंकी जा रही हैं, गुंडों की पौ बारह है, चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची है, लेकिन सरकार कुंभकरणी निद्रा में सो रही, आखिर कब तक सोती रहेगी? #MP_मांगे_जवाब''। पूर्व मुख्‍यमंत्री ने इससे पहले भी एक ट्वीट कमलनाथ सरकार को घेरते हुए उस पर गंभीर आरोप लगाते हुए किया, जिसमें उन्‍होंने लिखा कि 'कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। इसीलिए अतिथि विद्वानों और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए #IIFA अवॉर्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली है। अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी। मध्‍यप्रदेश जवाब मांग रहा है' ।    उल्‍लेखनीय है कि मध्‍यप्रदेश में लम्‍बे समय से शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ा रहे अतिथि विद्वान नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र जिसे उसने वचन पत्र का नाम दिया था उसमें भी इन अतिथि विद्वानों के नियमित करने का जिक्र है, इसलिए पूर्व मुख्‍यमंत्री चौहान बार-बार इस मुद्दे पर कमलनाथ सरकार से कह रहे हैं कि कांग्रेस सरकार अपने वचन पत्र में कही बातों को अमल में लाए। प्रदेश की जनता से वादा खिलाफी ना करे। वहीं, उनका कहना यह भी है कि आईफा अवार्ड समारोह में प्रदेश का धन खर्च करने के बजाए पहले प्रदेश की सरकार प्रदेश की समस्याओं का हल करे, उन पर व्‍यय करने पर ध्‍यान दे।   

Kolar News

Kolar News 4 February 2020

भोपाल। रीवा लोकायुक्त पुलिस ने योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग रीवा संभाग के संयुक्त संचालक आरके झारिया को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए सोमवार को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उनके रीवा तथा भोपाल स्थित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई देर रात तक होकर मंगलवार सुबह तक चलती रही। इस कार्रवाई के दौरान अकेले उनके भोपाल में कोलार स्‍थ‍ित घर से 36 लाख नगद की राशि बरामद हुई है। वहीं रीवा के ठिकानों को मिलाकर यह राशि चालीस लाख रुपए से अधिक व  नगदी सहित करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का खुलासा लोकायुक्त पुलिस द्वारा किया गया है ।   उनके इस भ्रष्‍टाचार का खुलासा तब हुआ जब संयुक्त संचालक ने विधायक निधि से काम कराने वाले ठेकेदार को प्रशासनिक स्वीकृति दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग की। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रीवा राजेंद्र वर्मा ने बताया है कि पिछले दिनों ठेकेदार संतोष (34) पिता रामनिवास द्विवेदी निवासी रतहरा ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक आरके झारिया विधायक निधि से स्वीकृत कार्य में प्रशासनिक अनुमति दिलवाने के एवज में 3 प्रतिशत राशि की मांग कर रहे हैं। विधायक निधि से ग्रामीण क्षेत्र में पानी का टैंकर व 10 गांवों में यात्री प्रतीक्षालय बनवाने के लिए विधायक निधि से 71 लाख 22 हजार 500 रुपये की धनराशि जारी की गई थी। इस काम में प्रशासनिक अनुमति दिलाने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है।   लोकायुक्त एसपी राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि इस शिकायत के बाद लोकयुक्‍त पुलिस सक्रिय हुई और डेढ़ लाख में सौदा तय किया गया। हमने अपने साथी प्रवेंद्र कुमार, निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर के नेतृत्व में 16 सदस्यीय टीम का गठन कर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद संयुक्त संचालक आरके झारिया को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। अब कार्रवाई के बाद आरोपित को जमानत दे दी गई है।   उधर, भोपाल लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक नवीन अवस्थी के नेतृत्‍व में भोपाल में कोलार क्षेत्र स्थितउनके निजी निवास पर छापे की कार्रवाई की गयी, जिसमें लोकायुक्‍त पुलिस को 36 लाख रुपये नगद, पौने दो किलो सोना एवं चांदी बरामद हुई है। इसके अलावा उनके दो बैंक लॉकरों का भी पता चला है। लोकयुक्‍त पुलिस से जुड़े अधिकारिक सूत्रों ने इस कार्रवाई को लेकर बताया कि पहले यह छापा सोमवार सुबह तय 11 बजे डाला जाना था लेकिन लोकायुक्त टीम ने अचानक से अपनी योजना में फेरबदल किया ओर इसे शाम पांच बजे का कर दिया, जोकि जांच आगे फिर पूरी रात चलती रही। अपने तय समय के अनुसार  ठेकेदार रिश्वत की रकम लेकर जैसे ही संयुक्त संचालक आरके झारिया को देने उनके कार्यालय में पहुंचा तभी लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते हुए संयुक्त संचालक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था।

Kolar News

Kolar News 4 February 2020

भोपाल। मध्‍य प्रदेश की धरती पर पहली बार अगले माह आईफा अवॉर्ड्स समारोह का आयोजन 27 से 29 मार्च के बीच होने जा रहा है, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा और अन्‍य विपक्षी नेताओं खासकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े नेताओं ने सूबे की कांग्रेस के नेतृत्व वाली कमलनाथ सरकार को घेरा है। कांग्रेस सरकार इस मामले में चारों ओर से घिरी नजर आ रही है। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लेकिन वह कुछ बोल नहीं रही है।    नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मंगलवार को आईफा अवार्ड पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आईफा अवार्ड मध्‍यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के निकम्मेपन, नाकारापन और वादाखिलाफी का जश्न है। प्रदेश सरकार एक साल  बाद भी किसानों का कर्जमाफ नहीं कर सकी है। सरकार ने वृद्धजनों के लिए जिलों की निराश्रित निधि के 750 करोड़ भी अन्यत्र खर्च कर दिए। हड़ताल पर बैठे अतिथि विद्वानों को नौकरी से निकाला जा रहा है और सरकार का यह तर्क की आईफा से रोजगार बढे़गा, हास्यास्पद है।   उन्‍होंने सोशल मीडिया के जरिए ट्वीट करते हुए सरकार से प्रश्‍न किया कि एक तरफ कमलनाथ की सरकार तत्कालीन भाजपा सरकार पर दोषारोपण करती है कि खजाना खाली छोड़ा है। लेकिन फिजूल खर्ची के लिए मप्र की कांग्रेस सरकार के पास पैसा कहां से आ रहा है। आईफा अवार्ड पर करीब 58 करोड़ से अधिक राशि खर्च करने जा रही है। इसकी तैयारियों के लिए सरकारी मशीनरी को लगाया गया है। सरकार में बैठे लोगों को आईफा अवार्ड जैसे नाच गाने का शौक है तो बड़े शहरों में जाकर अपने पैसों से अपने शौक पूरे करें। जनता की गाढ़ी कमाई ऐसे आयोजनों पर खर्च करना जनता का अपमान है। इसे प्रदेश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।   उनका कहना यह भी है कि यह आईफा अवार्ड प्रदेश की जनता के पैसों से कमलनाथ सरकार के नाकारापन, वादाखिलाफी, दलित और आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचारों का जश्न है। गरीबों की चिंता करने की बजाय कमलनाथ सरकार फिल्म स्टारों की आवभगत में लगेगी।    उधर, कांग्रेस की तरफ से फिलहाल इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने कहा है कि इस समारोह के होने से प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और यहां के पर्यटन, उद्योग, व्यवासाय और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश में नया निवेश आएगा। इतना ही नहीं, इंदौर में होने वाले आईफा अवार्ड से प्रदेश की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचेगी।    नेता प्रतिपक्ष के लगाए गए आरोपों को लेकर इनका कहना यही था कि वे सिर्फ राजनीतिक आधार पर इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं जोकि  बेहद शर्मनाक है। इस कार्यक्रम को सिर्फ नाचने गाने वालों का बताकर भाजपा अपनी सोच उजागर कर रही है। सलूजा आगे कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव का आयोजन को लेकर किया जा रहा विरोध इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हजारों लोगों का अपमान है।    उल्‍लेखनीय है कि देश की आर्थ‍िक राजधानी महाराष्‍ट्र के मुंबई शहर के बाद यह आयोजन भारत में दूसरी बार मध्‍यप्रदेश की आर्थ‍िक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर में होने जा रहा है। 

Kolar News

Kolar News 4 February 2020

इंदौर | शहर में शुक्रवार रात नशे में धुत एक कार चालक ने सड़क पर कहर बरपा दिया।तेज रफ्तार से कार दौड़ा रहे युवक ने पहले तो पांच लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। इसके बाद एक घर के बाहर लगे बिजली पोल से टकरा गया।हादसे के बाद रहवासियों ने चालक को पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।घायलों को इलाज़ के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है|    मिली जानकारी अनुसार पवन सिंह (18 वर्ष) पुत्र नवल सिंह बामनिया पेशे से ड्राइवर का काम करता है| फिलहाल वह महेश यादव के यहां ड्राइवर है| शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे वह नशे में धुत होकर खालसा चौराहे से निरंजनपुर चौराहे की तरफ जा रहा था| पवन कार को करीब 120 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ा रहा था| उसने पहले एक बाइक (एमपी 09 क्यूएफ 6011) सवार राजेश पिता निर्भय सिंह निवासी कैलोद काकड़ को टक्कर मारी। घटना में राजेश के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए। बाइक पर बैठा उनका आठ साल का बेटा उज्ज्वल भी गंभीर घायल हो गया। राहगीरों ने राजेश और उज्ज्वल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। इस दौरान कार चालक ने साइकल सवार बुजुर्ग नामदेव गावड़े को टक्कर मार दी। इसके बाद बाइक सवार सिद्धनाथ व एक बाइक चालक को टक्कर मारी। इन तीनों को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद अनियंत्रित कार एक घर के सामने लगे बिजली के खंभे से टकरा गई और घर के बाहर लगी सीढ़ी में फंस गई। रहवासियों ने चालक पवन को पकड़ लिया और पिटाई कर दी। लोगों ने पवन को मौके पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया। फरियादी राजकुमार मेहरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लसूडिया पुलिस के मुताबिक कार महेश यादव के नाम पर दर्ज है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वह घटना के समय नाइट्रावेट के नशे में था और महज 3 मिनट में 5 लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया।   

Kolar News

Kolar News 1 February 2020

गुना। मध्यप्रदेश के गुना शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय युवा संकल्प शिविर में शनिवार को सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने देश को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि भारत केवल भूगोल का टुकड़ा नहीं है, बल्कि स्वभाव का नाम है। इस दौरान मंच पर मध्यक्षेत्र के संघचालक अशोक सोहनी एवं प्रान्त संघचालक सतीश पिम्पलिकर उपस्थित थे। तीन दिनों तक चलने वाले इस शिविर में मध्यप्रदेश के 16 शासकीय जिलों से आए हुए युवा राष्ट्र निर्माण के में युवाओं की भूमिका से संबंधित विभिन्न विषयों पर चिंतन सत्रों में भाग ले रहे हैं। देश को नेता की नहीं, नायक की आवश्यकतायुवाओं को संबोधित करते हुए सरसंघचालक डॉ. भागवत ने कहा कि जब तक समाज नहीं बदलता, देश का भविष्य नहीं बदल सकता। आज हमें स्वयं कुछ ना करते हुए, सब कुछ प्राप्त की अपेक्षा करने की गलत आदत बन गई है। यदि भवसागर से पार होना है तो केवल प्रार्थना से काम नहीं चलेगा, आपको सद्कर्म भी करने होंगे। इसी प्रकार यदि आप राष्ट्र का उत्थान चाहते हैं तो आपको इसके लिए प्रयास भी करने होंगे। आज हर व्यक्ति सामने आकर नेता बनने का प्रयास करता है, यह ठीक नहीं है।कुछ लोग कभी सामने नहीं आते लेकिन वह नींव के पत्थर का काम करते हुए देश के हित में अपना जीवन लगा देते हैं। उनका नाम भी कोई नहीं जानता, लेकिन उनके प्रयासों के कारण देश का नाम और ख्याति लगातार बढ़ रही है। आज हमें उन लोगों की पद्धति का अनुसरण करने का प्रयास करना चाहिए। हमारा व्यक्तित्व भी उन्हीं की तरह होना चाहिए। आज देश को नेता की नहीं, नायक की आवश्यकता है।विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का किया गया आयोजनशिविर में आए सभी युवाओं को तीन विभिन्न डोलियों में बांटा गया था, जहां उन्होंने प्रतिभा प्रदर्शन शौर्य गीत एवं नुक्कड़ नाटक जैसी विभिन्न विधाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। नुक्कड़ नाटक में  सर्जिकल स्ट्राइक जलियांवाला बाग जैसे ज्वलंत विषयों पर नाटक शिक्षार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए। प्रतिभा प्रदर्शन में युवाओं ने तात्कालिक भाषण मिमिक्री एवं अन्य विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में भी शामिल हो रहे हैं युवाशिविर में शामिल युवा सुबह और शाम शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। इनमें व्यायाम, खेल जैसी गतिविधियां शामिल हैं। युवा कब्बडी जैसे भारतीय खेल खेल रहे हैं एवं सामूहिक व्यायाम में भी शामिल हो रहे हैं। बड़े मैदान में शनिवार को सुबह स्वयंसेवकों ने पावन खंड युद्ध खेल खेला, यह युद्ध शिवाजी महाराज द्वारा लादे गए प्रसिद्द युद्ध पर आधारित है। जिसमें उन्होंने एक रात में 64 किमी की विपरीत बाधाओं को पार करके केवल 300 सैनिकों के साथ दस हजार मुगलों पर विजय प्राप्त की थी।गौरतलब है कि गुना में आयोजित संघ का यह शिविर शुक्रवार को शुरू हुआ, जो रविवार, 02 फरवरी तक चलेगा। इस शिविर में शामिल होने के लिए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शुक्रवार को देर शाम गुना पहुंच गए थे। शनिवार को उन्होंने युवाओं का मार्गदर्शन किया। रविवार को भी वे शिविर में बौद्धिक देंगे।

Kolar News

Kolar News 1 February 2020

नरसिंहपुर। एक ओर प्रदेश सरकार लोगों को शुद्ध खाद्य सामग्री खाने की सलाह के साथ दुकानों पर भी शुद्धता के लिये जोर आजमाईश कर रही है। इसके लिए प्रदेशभर में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन नरसिंहपुर के गुड़ उत्पादन पर यह अभियान भी बेअसर साबित हो रहा है। प्रशासन के जिम्मेदार कर्मचारी व उनके सामने व्यापारी किस प्रकार अनदेखी कर रहे हैं, इसका प्रमाण कृषि उपज मंडी में जाकर देखा जा सकता है। व्यापारी गुड़ के ऊपर जूते पहनकर खड़े रहते हैं। मध्यप्रदेश का नरसिंहपुर जिला गुड़ उत्पादन के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। यहां बनने वाला गुड़ देश के कई राज्यों मे बेचा जाता है, साथ ही प्रदेश में गन्ना उत्पादन में भी नरसिंहपुर जिला आगे है। सम्पूर्ण जिले मे लगभग 65 प्रतिशत खेती गन्ने की होती है। इधर, प्रशासन द्वारा लोगों के स्वास्थ को ध्यान मे रखते हुये शुद्धता को बरकरार रखने के लिये शुद्ध के लिये युद्ध अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन यह यद्ध भी मात्र दुकानों तक ही सीमित रह गया और वास्तविकता को नजर अंदाज किया जा रहा है। जब प्रशासन द्वारा इतनी गंभीरता बरती जाती है तो इस ओर भी ध्यान देना चाहिये कि कृषि उपज मंडी मे गुड़ की बिक्री के समय व्यापारी व कर्मचारी गुड़ के पारियों पर जूते पहन कर खड़े न हो और शुद्धता बनी रहे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जिले की सभी मंडियों में व्यापारी व मंडी कर्मचारी बोली लगाने के दौरान गुड़ की पारियों पर जूते पहनकर खड़े रहते हैं। इससे शुद्धता पर सवाल खड़ हो रहे हैं।गुड़ के नाम पर मीठा जहरगुड़ एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसे थाली में परोसने या अन्य उपयोग के पूर्व धोया नहीं जाता है और सीधे खरीदने के बाद उपयोग कर लिया जाता है, जबकि इस गुड़ मे कितनी मिलावट की जा रही है, इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं है। जिले में गुड़ बनाने वाली भट्टियों में काम करने के लिये यूपी व बिाहर के लोग आते हैं, जिन्हें गुणवत्ता से कोई लेना देना नहीं रहता। उनका उद्देश्य केवल पैसे कमाना होता है। गुड़ में तरह-तरह के रसायनों का उपयोग कर उसे चमकदार बना दिया जाता है, जो कि लोगों के लिये मीठे जहर से कम नहीं होता।गुड़ का उपयोग खाने के साथ भगवान को भोग लगाने में भी किया जाता है और प्रसाद के रूप में भी बांटा जाता है। कुछ देवी- देवताओ को गुड़ का ही भोग लगाया जाता है, लेकिन इस बात का पता उन व्यक्तियों को नहीं होता कि इस गुड़ पर लोग जूते पहनकर भी चला करते हैं। यदि वास्तविकता का पता चल जाए तो गुड़ का उपयोग खाने के लिये नहीं किया जाएगा। प्रशासन को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत न हों और उनका स्वास्थ्य भी बरकरार रहे।बीते दिनो करेली एसडीएम द्वारा कुछ चिन्हित गुड़ भट्टियों पर कार्रवाई की गई थी, जिसमें अधिक मात्रा में केमिकल का उपयोग किया जाना पाया गया था। इस दौरान एक दुकान पर 500 लीटर से ज्यादा मात्रा में हानिकारक केमिकल पाया गया था और दुकानदार भी वह केमिकल गुड़ भट्टी संचालकों को बेचने के लिये लाया था, लेकिन अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।इनका कहना हैनरसिंहपुर के अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि गुड़ के ऊपर जूते पहनकर चलने की जानकारी आपके द्वारा मुझे दी गई है। मैं इसकी जांच कराता हूं क्योंकि गुड़ का उपयोग भोग व प्रसाद के रूप मे भी किया जाता है। गुड़ भट्टियों में यदि केमिकल का उपयोग किया जा रहा है तो इसकी भी जांच की जाएगी और ऐसा पाया गया तो विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 1 February 2020

भोपाल। चीन में फैले कोरोना वायरस की वजह से भारत के कई छात्र-छात्राएं शियान सिटी में फंसे हुए हैं। इन छात्रों में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के दो विद्यार्थी शुभम गुप्ता और मतीन खान भी शामिल हैं। दोनों छात्रों ने वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई थी। मामला संज्ञान में आने के बाद अब प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोनों छात्रों और उनके परिजनों को उनकी सुरक्षित वापसी का आश्वासन दिया है।    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर दोनों छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से अनुरोध करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने ने प्रदेशवासियों से कोरोना वायरस को लेकर चिंतित नहीं होने की अपील की है। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि 'प्रदेश के खरगोन ज़िले के दो छात्रों के चीन में फंसे होने और मदद मांगने की जानकारी मिली है। हम विदेश मंत्रालय से आज ही अनुरोध करेंगे कि तत्काल इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के इंतज़ाम हों। चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इनके अलावा अन्य सभी भारतीयों को भी सुरक्षित वापस लाने के इंतज़ाम हों। प्रदेश के नागरिक कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चिंतित ना हों। प्रदेश सरकार ने इससे बचाव तथा रोकथाम को लेकर व्यापक दिशा-निर्देश पूर्व में ही जारी किये हुए हैं। हमने प्रदेश के सभी अस्पतालों में इसको लेकर विशेष इंतज़ाम करने के निर्देश जारी किये हैं।'   गृहमंत्री बोले-सकुशल वापसी का प्रयास करेगी सरकार  इस मामले में गृहमंत्री बाला बच्चन का कहना है कि चीन के वुहान में फंसे खरगोन के दो छात्रों की सकुशल वापसी के लिए मध्य प्रदेश सरकार प्रयास करेगी। इसके साथ अन्य जिलों में फंसे बच्चों को भी लाने का काम किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा इस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए। चीन के वुहान में फंसे दो बच्चों के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में फंसे बच्चों को लाने के लिए तुरंत एक्शन प्लान बनाकर काम किया जाएगा।   उल्लेखनीय है कि वीडियो में खरगोन के दोनों छात्रों शुभम गुप्ता और मतीन खान ने तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस और उससे होने वाली परेशानियों का जिक्र किया है। छात्रों ने वायरस की वजह से कमरे में कैद होने और खाने-पीने की कमी की बात कही है।    उल्लेखनीय है कि शुभम गुप्ता और मतीन खान चीन के वुहान में स्थित शियान सिटी के कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. दोनो MBBS -2 के छात्र है। छात्रों के वीडियो से परिवार के लोग चिंतित है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी,  रक्षा मंत्रालय एंव विदेशमंत्री तक से मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई है|   

Kolar News

Kolar News 31 January 2020

भोपाल। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंक कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल शुक्रवार से शुरू हो गई है। प्रदेश के 22 हजार बैंक कर्मी इस हड़ताल में शामिल हुए हैं, जिसके चलते प्रदेशभर के सात हजार से अधिक बैंक शाखाओं पर लाते लटके हुए हैं। इधर, भोपाल में शुक्रवार को बैंक कर्मियों ने विशाल रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों बैंककर्मी शामिल रहे। रैली के दौरान सड़कों पर जोरदार नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के जिला अध्यक्ष किशोर जेवरिया ने गुरुवार को आईबीए की बुलाई गई बैठक में वेतन पुनरीक्षण समझौता वार्ता विफल होने के कारण यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर यह हड़ताल की है। इसमें देशभर के 10 लाख बैंक कर्मचारी-अधिकारी शामिल हैं। मध्यप्रदेश के करीब 22 हजार अधिकारी-कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं। भोपाल में शुक्रवार को सुबह 10 बजे अरेरा हिल्स पर सभी बैंककर्मी एकत्रित हुए और शहर में विशाल विरोध रैली निकाली। यह रैली एमपी नगर, बोर्ड आफिस चौराहा, डी मॉल होते हुए पुन: अरेरा हिल्स पहुंची। इंदौर में भी शुक्रवार को सुबह 10 बजे बैंककर्मी सांठा बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने एकत्रित हुए और यहां भव्य रैली निकाली जो कि बोहरा बाजार, सराफा होते हुए प्रिंस यशंवत रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया पर खत्म हुई, जहां बैंककर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया। इसी प्रकार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।शुक्रवार को शुरू हुई हड़ताल शनिवार, एक फरवरी को भी जारी रहेगी। इस दौरान सार्वजनिक, राष्ट्रीयकृत और कुछ प्राइवेट बैंक पूरी तरह बंद रहेंगे। बैंक पदाधिकारियों के मुताबिक, इस हड़ताल के चलते प्रदेश के सात हजार बैंक शाखाओं के 22 हजार अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस दो दिवसीय हड़ताल के चलते प्रदेश में सात लाख करोड़ का लेन-देन प्रभावित होने की संभावना है।

Kolar News

Kolar News 31 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के खरगौन जिले के तीन विद्यार्थी इन दिनों चीन में फंसे हुए हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री कमलनाथ से चीन में फैले कोरोना वायरस से बचाने की गुहार लगाई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से इस संबंध में बातचीत की है, जिसके बाद तीनों विद्यार्थियों को सुरक्षित भारत लाने का आश्वासन दिया गया है।   जानकारी के मुताबिक, खरगोन निवासी 21 वर्षीय शुभम गुप्ता और जिले के गोगावां नगर निवासी 21 वर्षीय मतीन खान पिछले दो साल से चीन के शियान हुबेई प्राविंस नगर में रहकर पढ़ाई कर हैं। वहीं गोगावां का रहने वाले एक अन्य छात्र 21 वर्षीय राकेश नायर चीन के हंजू शहर में पढ़ाई करता है। वे इस समय चीन में ही हैं, जबकि वहां कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है। ऐसे में तीनों छात्रों ने अपने परिजनों से सम्पर्क कर कोरोना वायरस से बचाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार से मदद मांगी है। खरगौन निवासी शुभम गुप्ता की मां मनीषा और पिता संतोष गुप्ता ने बताया कि उनका बेटा दो साल से चीन के शियान हुबेई प्राविंस नगर में पढ़ाई कर रहा है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण वह पिछले एक सप्ताह से अपने कमरे में बंद है। उससे लगातार वीडियो कॉलिंग से बात हो रही है और अभी तो वह ठीक है, लेकिन कोरोना वायरस की चपेट में आने की संभावना है। वहीं, गोगावां निवासी मतीन खान के पिता सलीम खान और रोहित के पिता राकेश नायर ने मुख्यमंत्री कमनलाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें वापस लाने की गुहार लगाई है। खरगौन विधायक रवि जोशी और जिले के प्रभारी व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने तीनों विद्यार्थियों के परिजनों से गत दिवस मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया है कि तीनों बच्चों को सुरक्षित भारत लाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लम्बी बातचीत की है और उन्हें केंद्र सरकार ने बच्चों को सुरक्षित भारत लाने का आश्वासन दिया है।

Kolar News

Kolar News 31 January 2020

सागर। मध्य प्रदेश के सागर में एक मार्मिक मामला सामने आया है। यहां जेल में बंद अपनी मां से मिलने आए एक मासूम की जिद पर देर रात जज को कोर्ट खोलकर बैठना पड़ा और मां बेटे की मुलाकात करवानी पड़ी। अपनी मां से मिलने के बाद जहां बच्चे के चेहरे पर खुशी छा गई, वहीं पुलिस और जज को भी बच्चे का खिलखिलाता चेहरा देख कर सुकून मिला।     दरअसल, बुधवार रात को एक चार साल का मासूम बच्चा जारौन अली रोता बिलखता सागर सेंट्रल जेल के बाहर भटक  रहा था। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की नजर जब उस पर पड़ी तो उन्होंने बच्चे के बारे में पूछताछ की। बच्चे के साथ मौजूद उसके चाचा रहमान अली ने बताया कि सागर निवासी एक नाबालिग लडक़ी से जुड़े आपराधिक मामले में उसके बड़े भाई शहजान अली, भाभी आफरीन और मां नगमा को गोपालगंज पुलिस ने आरोपित बनाया है। ये सभी केंद्रीय जेल सागर में बंद हैं। बच्चा अपनी मां आफरीन से मिलने के लिए बिलख रहा है, लेकिन मुलाकात का समय खत्म होने की वजह से अधिकारियों ने बच्चे को मां से मिलने नहीं दिया।    युवक की बात सुनने के बाद प्रहरियों ने केंद्रीय जेल के अफसरों को वस्तुस्थिति बताई और उन्हें लेकर जेल परिसर लेकर पहुंचा। जेलर नागेंद्रसिंह चौधरी ने जेल सुपरिटेंडेन्ट संतोषसिंह सोलंकी को पूरे घटनाक्रम से वाकिफ कराया। पहले तो जेल सुपरिटेंडेन्ट सोलंकी ने नियमों की बात कहकर सुबह आने को कहा। लेकिन मां से मिलने के लिए रो रहे मासूम को देखकर उन्हें भी दया आ गई और विशेष न्यायाधीश एडीजे डीके नागले को घटना बताई। इसके बाद न्यायाधीश रात करीब 8. 30 जिला न्यायालय पहुंच गए। यहां से जेलर चौधरी, मां आफरीन और सुपरिटेंडेन्ट सोलंकी की तरफ से लिखी चिट्ठी लेकर कोर्ट में हाजिर हो गए। जज नागले ने विचारण के बाद जारौन को जेल दाखिल करने की अनुमति दे दी और मासूम अपनी मां से मिल कर खुश हो गया। इस पूरे मामले पर सागर के केंद्रीय जेल के सुपरिटेंडेन्ट संतोषसिंह सोलंकी ने बताया कि मेरे करियर में ये पहला ऐसा मामला हैं, जिसमें मैंने कोर्ट खुलवाने के लिए आवेदन किया। एक रोता-बिलखता मासूम अपनी मां से मिलवा कर मुझे आत्मिक सुकून मिला है।

Kolar News

Kolar News 30 January 2020

भोपाल। आगर से भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल ने गुरूवार सुबह दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें कुछ दिन पहले उन्हें ब्रेन हेमरेज के चलते इंदौर में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद 4 दिन पहले ही उन्हें दिल्ली शिफ्ट किया गया था। जहां से आज उनके निधन का समाचार मिला।     जीवन परिचय   19 जुलाई 1966 में धार जिले के बदनावर में जन्मे मनोहर ऊंटवाल पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहे। 1980 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंद्ध एवं मिडिल स्कूल बदनावर के छात्र संघ अध्यक्ष रहे। 1993- 94 में नगर पालिका बदनावर के पार्षद रहे। इसके बाद 1998 पहली बार विधानसभा के सदस्य चुने गए। 2013 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में देवास संसदीय सीट से सांसद थे। इसके लिए विधानसभा की सदस्यता से त्याग पत्र दिया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा ने उन्हें आगर-मालवा से विधायक निर्वाचित हुए थे। मनोहर ऊंटवाल भाजपा के कद्दावर नेता थे। शिवराज मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और दो बेटा है।   सीएम कमलनाथ ने जताया शोक   भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक जताया है और परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘प्रदेश के आगर के विधायक मनोहर उंटवाल  के दु:खद निधन का समाचार प्राप्त हुआ। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे’।

Kolar News

Kolar News 30 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की आगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और दिल्ली के मेदांता अस्पताल में ईलाज के लिए उन्हें भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सास ली। मनोहर ऊंटवाल के निधन का सामाचार मिलते ही आगर समेत पूरे प्रदेश में भाजपा पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन का खबर मिलते ही उनके कार्यकर्ताओं का जमावड़ा उनके घर पर लगना शुरू हो गया है। मनोहर ऊंटवाल आगर से 2013 के बाद 2018 में भी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।   मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने मनोहर ऊंटवाल के निधन पर दुख जताते हुए उनके निधन को मप्र के अपूर्णीय क्षति बताया है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा ‘@BJPyMP के प्रदेश महामंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, आगर से विधायक और अत्यंत लोकप्रिय नेता, जो सहज, सरल और समर्पित व्यक्तित्व के धनी थे, श्री मनोहर ऊंटवाल जी अब इस दुनिया में नहीं रहे। आज ही सवेरे श्री मनोहर ऊंटवाल जी ने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके असमय निधन से मध्यप्रदेश की जनता ने अपने प्रिय सेवक को खोया है। उनका पूरा जीवन प्रदेश एवं देशवासियों की सेवा में समर्पित रहा। उनका निधन पूरे मध्यप्रदेश की क्षति है। श्री मनोहर ऊंटवाल जी मेरे व्यक्तिगत मित्र थे, भाई थे, निकट सहयोगी थे। @BJPyMP ने अपने प्रिय कार्यकर्ता को खोया है और मैंने अपने व्यक्तिगत मित्र को। भगवान उनके परिवार को यह असह्य वेदना सहने की शक्ति दे। बड़े गौर से सुन रहा था ज़माना, तुम ही सो गए दास्ताँ कहते, कहते।   भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने मनोहर ऊंटवाल के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट कर लिखा ‘@BJPyMP के प्रदेश महामंत्री एवं आगर विधायक भाई मनोहर ऊंटवाल का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया है। मैं स्तब्ध हूँ, यह सूचना अत्यंत दु:खद है, ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें एवं परिवारजनों को यह वज्रपात सहन करने का संबल दे ॐ शांति। मनोहर ऊंटवाल जी का निधन का भाजपा परिवार की व्यक्तिगत क्षति है। भाजपा के एक निष्ठावान कार्यकर्ता के साथ,मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री, सांसद, चार बार विधायक व @rssorg के एक आदर्श स्वयंसेवक के रूप में आजीवन आपने राष्ट्र की सेवा की है’।   भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने शोक संदेश में कहा ‘सादर श्रद्धांजलि !!! मेरे साथी और आगर-मालवा के भाजपा विधायक श्री मनोहर ऊंटवाल जी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को ये अपार दु:ख सहने का साहस दे। ॐ शांति’!   नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मनोहर ऊंटवाल के निधन पर परिवा के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट कर लिखा ‘भाजपा विधायक दल परिवार के सदस्य और @BJPyMP के प्रदेश महामंत्री श्री मनोहर ऊंटवाल जी के दुखद निधन का समाचार मिला। मन व्यथित है, और दुखी है। उनका असामयिक निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान दें। ॐ शांति...’। 

Kolar News

Kolar News 30 January 2020

निर्भया के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए: शिवराज   भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आज दिल्ली के चुनावी दौरे पर हैं। वे वहां भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इसी बीच उन्होंने निर्भया के दोषियों को जल्द फांसी पर लटकाए जाने और इसके लिये संसद से कानून में बदलाव किये जाने की मांग की है।    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में महिला अपराधों को लेकर प्रदेश सरकार को लगातार कठघरे में खड़ा करते रहे हैं। अब उन्होंने निर्भया के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दिये जाने की मांग की है। उन्होंने बुधवार को कहा है कि निर्भया के अपराधी हर बार कोई न कोई कानूनी पेंच फंसाकर फांसी से बचने का प्रयास करते हैं, लेकिन इन्हें कोई छूट न देकर तुरंत फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि न्याय में हुई देरी न्याय मिलने के बराबर है और इसी वजह से लोग हैदराबाद जैसे एनकाउंटर पर खुशियां मनाते हैं तथा उसे ही त्वरित न्याय और उचित सजा मानते हैं। लेकिन जनता का यह आक्रोश अराजकता को बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने देश की संसद से अनुरोध करते हुए कहा है कि कानून में ऐसा बदलाव किया जाना चाहिए, जिससे ऐसे अपराधियों को बिना देरी किये फांसी दी जा सके। 

Kolar News

Kolar News 29 January 2020

मंडला। विश्व पर्यटन के नक्शे पर अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए मशहूर कान्हा की खूबसूरती निहारने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बुधवार को परिवार और दोस्तों के साथ कान्हा टाइगर रिजर्व पहुंचे हैं। धोनी यहां 31 जनवरी तक मुक्की गेट के समीप स्थित बंजारा ताज रिसोर्ट में रुकेंगे और जंगल सफारी का आनंद लेंगे। पूर्व कप्तान धोनी पहली बार कान्हा की सैर करने आए हैं।    बुधवार सुबह महेन्द्र सिंह धोनी अपनी पत्नी साक्षी और दोस्तों के साथ प्राइवेट प्लेन से बिरसा हवाई पट्टी पहुंचे। जैसे ही लोगों को उनके आने की खबर मिली बिरसा हवाई पट्टी के पास प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई। प्रशंसक धोनी का नाम लेकर पुकारने लगे, इस पर उन्होंने सबका अभिवादन किया और कुछ लोगों के साथ सेल्फी भी ली। इसके बाद धोनी बिरसा हवाई पट्टी से सीधे रिसोर्ट पहुंचे। धोनी 31 जनवरी तक बंजारा टोला के रिसॉर्ट में रुकेंगे। वे कान्हा की सैर कब करेंगे यह कार्यक्रम अभी पार्क प्रबंधन तक नहीं पहुंचा है। धोनी के पहुंचने के बाद कान्हा टाइगर रिजर्व की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। धोनी का किसी से भी मिलने का कार्यक्रम नहीं हैं। यह पहली बार नहीं है जब कान्हा के रोमांचकारी टाइगर सफारी का आनंद लेने कोई बड़ी हस्ती आई हो, इसके पहले भी यहां प्राकृतिक सुंदरता और बाघों को देखने के लिए बड़ी सेलिब्रिटी आते रहे हैं। टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश में बाघ कान्हा नेशनल पार्क में ही सबसे आसानी से दिख जाते हैं।

Kolar News

Kolar News 29 January 2020

भोपाल। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को राजगढ़ में कस्तूरबा गांधी छात्रावास का भूमि-पूजन और ग्राम बरखेड़ा में उप-स्वास्थ्य केन्द्र तथा ग्राम कुण्डीबे में गौ-शाला का लोकार्पण किया।    मंत्री सिंह ने कार्यक्रमों में लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार शहर और गाँव में सभी मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए वचनबद्ध है। कार्यक्रम में विधायक श्री बापू सिंह तंवर तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 27 January 2020

ग्वालियर। ग्वालियर सेंट्रल जेल में पॉस्को एक्ट के आरोप में बंद एक कैदी ने पेड़ पर लटक कर फांसी लगा ली। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन ने बंदी के शव को नीचे उतारा। अधीक्षक ने लापरवाही का दोषी पाते हुए तीन प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया।    अधीक्षक सेंट्रल जेल मनोज कुमार साहू के मुताबिक कैदी नरोत्तम रावत (20 वर्षीय) ने सोमवार शाम साढ़े छह बजे खाना खाया था। उसके बाद से वह किसी को भी दिखाई नहीं दिया। देर शाम करीब साढ़े सात बजे तक जब वो बैरक में नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू की गई। उसे तलाशते हुए प्रहरी जेल परिसर के अंदर बने मंदिर के पास पहुंचे तो वहां नरोत्तम पेड़ पर गमछे से फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। प्रहरियों ने तुरंत इसकी सूचना अपने अधिकारियों को दी और कैदी के शव का नीचे उतारा। जेल अधीक्षक ने बताया कि नरोत्तम रावत ग्वालियर जिले के करैया थाने के एटमा गाँव का रहने वाला था और 23 जनवरी को पॉस्को एक्ट में जेल में बंद हुआ था। उन्होंने बताया कि घटना में प्रथम दृष्ट्या लापरवाही मिलने पर तीन जेल प्रहरी सस्पेंड कर दिये गए हैं। सस्पेंड प्रहरियों में मुख्य प्रहरी ओम प्रकाश सुमन,  प्रहरी मनोज त्यागी और प्रहरी प्रेम गोयल शामिल हैं। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर घटना की सूचना बहोडापुर थाना पुलिस और मृतक के परिजनों को दे दी गई है। 

Kolar News

Kolar News 27 January 2020

भोपाल। प्रदेश सरकार द्वारा नियमितीकरण में की जा रही हीलाहवाली के बाद प्रदेश के हजारों होमगॉर्ड सैनिक भी आंदोलन पर उतर आए हैं। सोमवार को जहांगीराबाद स्थित होमगॉर्ड मुख्यालय के परिसर में होमगॉर्ड सैनिकों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और मांगें न माने जाने पर आत्महत्या कर लेने  की चेतावनी भी दी।    राजधानी के जहांगीराबाद स्थित होमगार्ड मुख्यालय में सोमवार सुबह सैकड़ों होमगॉर्ड सैनिक इकट्ठा हो गए, जिनमें पूरे प्रदेश के होमगॉर्ड सैनिक शामिल थे। इन सैनिकों ने परिसर में स्थित ग्राउंड में नियमितीकरण तथा अन्य मांगों के लिये प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल होमगॉर्ड्स ने जमकर नारेबाजी की और भारतमाता की जय के जयकारे लगाए। इसके साथ ही इन सैनिकों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे आत्महत्या कर लेगें। प्रदर्शन में शामिल सैनिकों ने बताया कि उनका यह प्रदर्शन नियमितीकरण, तथा पुलिस के समान वेतन की मांगों को लेकर है। इसके अलावा वे एक वर्ष में 10 महीने नौकरी, हर तीन साल में मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन के खिलाफ आंदोलन कर रहें है। इधर, होमगॉर्ड मुख्यालय में सैनिकों के प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही राजधानी पुलिस में हड़कंप मच गया। प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारी फोर्स लेकर होमगॉर्ड मुख्यालय पहुंच गए थे।   

Kolar News

Kolar News 27 January 2020

इंदौर। गत दिनों गीता भवन चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के पास आत्मदाह करने वाले कम्युनिस्ट पार्टी के एक कार्यकर्ता रमेश प्रजापति (72) निवासी प्रजापत नगर ने खुद के शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह कर लिया था, जिनकी रविवार रात उपचार के दौरान मौत हो गई। 72 वर्षीय वृद्ध करीब 90 फीसदी झुलस गए थे, जिससे शुरू से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। मामले में पुलिस मर्ग कायम कर आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।     जानकारी के अनुसार रमेश प्रजापत द्वारा आत्मदाह के बाद तुकोगंज थाना पुलिस ने उनसे बयान लेने की कोशिश की लेकिन वो कुछ बोल नहीं पाए। सीएसपी सेंट्रल कोतवाली बीपीएस परिहार का कहना है कि प्रजापत के पास से सीएए के विरोध के करीब एक दर्जन पर्जे मिले थे। हालांकि बेटे दीपक ने सीएए के विरोध में पिता के द्वारा यह कदम उठाने से इनकार किया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सीएल सरावत ने बताया कि प्रजापत पार्टी से जुड़े रहे हैं। वे माणिकबाग क्षेत्र में चल रहे विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि प्रजापत टेलरिंग का काम करते हैं। 90 प्रतिशत झुलसने के कारण उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। इस मामले में पुलिस का कहना है कि, पुलिस रमेशचंद्र का बयान लेने पहुंची थी लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण वो कुछ बोल नहीं पाए। जिस कारण ये नहीं पता चला की उन्होंने आग क्यों लगाई।   उधर, उनके बेटे का कहना था कि पिता ने हमेशा सिखाया है कि जियोगे तभी लड़ सकोगे। अगर मर गए तो फिर किसके लिए लड़ोगे। करीब 50 साल से पिता कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े है। कई मु²ो पर उन्होंने विरोध प्रर्दशन किया। सीएए का मु²ा उनके लिए इतना महत्वपूर्ण नहीं था कि अपनी जान देने की कोशिश करे। घर से जाते समय भी वे सामान्य थे। परिवार को शंका है कि ये कोई साजिश हो सकती है। या किसी ने पिता को बरगलाया है। पुलिस जांच कर हकीकत को सामने लाए। मामले में शनिवार को बेटे दीपक प्रजापत व कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारियों ने आईजी विवेक शर्मा से मिलकर मामले की जांच की मांग भी की थी।    मामले में पुलिस का कहना है कि घटना स्थल पर सीसीटीवी में घटना कैद नहीं हुई। एक जगह कैमरे में रमेश जाते हुए नजर आए। कई लोगो ने घटना के वीडियो बनाए है। पास की बिल्ंिडग के सिक्योरिटी गार्ड के बयान लिए गए। उसने बताया कि आग लगने के बाद वे इधर-उधर भाग रहे थे। बेटे दीपक ने भी बयान में सीएए के विरोध के लिए आत्मदाह से इनकार किया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 27 January 2020

नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश नदी न्यास के अध्यक्ष महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा ने बीती देर रात नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा के पास संसारखेड़ा घाट पर आकस्मिक निरीक्षण कर अवैध रेत का खनन करते हुए चार मशीनों को पकड़ा। उन्होंने चारों मशीनों को पुलिस के हवाले किया। कम्प्यूटर बाबा शुक्रवार को देर रात करीब 12 बजे नर्मदा नदी के संसारखेड़ा घाट पर पुलिसबल के साथ पहुंचे। यहां रात के अंधेरे में रेत का अवैध खनन हो रहा था। उन्होंने मौके से तीन पोकलन और एक जेसीबी मशीन की पकड़ा। पुलिस ने चारों मशीनों को जब्त कर गाडरवारा पुलिस थानेे में खड़ा किया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद कम्प्यूटर बाबा मेहरागांव घाट पहुंचे। वहां भी रेत का अवैध उत्खकन हो रहा था, लेकिन पुलिस को आता देख उत्खननकर्ता वहां से भाग गए।

Kolar News

Kolar News 25 January 2020

भोपाल| वरिष्ठ भाजपा नेत्री राजमाता विजयाराजे सिंधिया की आज शनिवार को 19वी पुण्यतिथि है| उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर भाजपा ने पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की है। मुख्य कार्यक्रम ग्वालियर में विजियाराजे सिंधिया की छत्री पर आयोजित किया गया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ग्वालियर पहुंचे| छत्री पर आयोजित कार्यक्रम में राजामाता की छोटी बेटी यशोधरा राजे और ज्योतिरादित्य के बेटे आर्यमन भी पहुंचे। इस दौरान श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिवराज ने विजयाराजे सिंधिया को स्मरण करते हुए वो भजन भी सुनाया जो उन्होंने सालों पहले राजमाता को सुनाया था। शिवराज सिंह भजन गा रहे थे उस दौरान महाआर्यमन भी ताली बजा उनका साथ देते रहे।   शिवराज सिंह चौहान ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अपने पावन प्रयासों और अद्वितीय विचारों से गरीबों के कल्याण एवं मध्यप्रदेश के उत्थान का अखंड दीप प्रज्ज्वलित करने वाली श्रद्धेय स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया 'अम्मा महाराज' की छतरी पर उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। आज श्रद्धेय अम्मा महाराज की पुण्यतिथि है। वह ममतामयी, करुणामयी, स्नेहमयी मां थीं। उनको सामने से देखकर लगता था कि जैसे देवी साक्षात हमारे सामने हैं और हमें आशीर्वाद दे रही हैं। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूं। अम्मा महाराज ने संगठन की जड़ों को सींचा और हम जैसे लाखों कार्यकर्ताओं को पुत्रवत स्नेह दिया। आज हम उनका पुण्यस्मरण इस संकल्प के साथ कर रहे हैं कि आपने राष्ट्र निर्माण की जो राह दिखाई है, उस पर चलते हुए हम एक वैभवशाली, गौरवशाली, समर्थ भारत का निर्माण कर सकें।    इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए शिवराज ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा| शिवराज ने आरोप लगते हुए कहा कि सत्ता के अहंकार और मद में इतना चूर नहीं होना चाहिए कि आप विपक्ष को कुछ भी कहें! यह लोकतंत्र है, विरोध करने का विपक्ष का अपना अधिकार है। कांग्रेस सरकार यदि यह चाहती है कि इन अधिकारों को वह कुचल देगी, तो हम कहते हैं कि हम इस कुचलने वाली मानसिकता को ही कुचल देंगे! मीडिया ने जब पूर्व मुख्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के विपक्ष की तुलना कुत्ते से करने वाले बयान पर उनकी प्रतिक्रिया चाही तो उन्होंने  कहा कि अब मैं उनकी बात का क्या जवाब दूँ वो जो हैं सो हैं। उन्होंने कहा कि वे मुरैना जिले के जौरा में आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल  होने जा रहे हैं| उन्होंने दावा किया कि जौरा विधानसभा में जीत दर्ज करने के साथ प्रदेश में फिर  भाजपा लौटेगी और प्रदेश में मचा हाहाकार खत्म होगा। 

Kolar News

Kolar News 25 January 2020

हरदा। हरदा स्टेशन से पहले एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। यहां फिरोजपुर से मुंबई जा रही पंजाब मेल की कपलिंग टूटने से ट्रेन दो हिस्से में बंट गई। ट्रेन केवल 17 डिब्बों के साथ ही स्टेशन पहुुंची, जबकि सात अन्य डिब्बे स्टेशन से कुछ दूर जंगल में ही छूट गए। जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। ट्रेन को पीछे की तरफ ले जाया गया और छूटे हुए सातों बोगियों को जोड़कर फिर हरदा रेलवे स्टेशन लाया गया। यहां मरम्मत होने के बाद ट्रेन रात 10:45 बजे रवाना हुई। दरअसल, ट्रेन के दो हिस्से में बंटते ही एस-5 के यात्रियों को झटका लगा। झटका इतना जोर का था कि बर्थ पर सोए कई यात्री गिर गए। कुछ के हाथ-पैर और कुछ को अंदरूनी चोटें आई हैं। अंधेरा होने से अफरातफरी मच गई। तुरंत रेलवे को सूचना दी गई। रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंचा। तब पता चला कि ट्रेन दो हिस्से में बंट चुकी है। सात बोगियां हरदा रेलवे स्टेशन से पहले ओवरब्रिज के पास रुक गईं। हरदा के एएसएम रामेश्वर सिंह ने बताया कि पंजाब मेल के एस-5 बोगी की स्पेयर कपलिंग टूट गई थी। बाद में 17 डिब्बों को भी वापस लाकर जंगल में छूटे सातों डिब्बों से जोड़ा गया। उसके बाद उसे हरदा स्टेशन लाया गया। मरम्मत में करीब 25 मिनट लगे। इसके बाद ट्रेन रात 10.45 बजे रवाना कर दी गई।

Kolar News

Kolar News 24 January 2020

नरसिंहपुर/ सुआतला। बीते दिनों हुई चोरी को लेकर सुआतला थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर अनेकों सवाल उठ रहे है। भगवान 11 दिन से मंदिर में जाने के लिये इंतजार कर रहे है। लेकिन उनका इंतजार कब समाप्त होगा इस बात का ना तो भगवान को पता है और ना ही भक्त जानते है कि आखिर कब भगवान पुन: अपने स्थान पर पहुचेंगे। लोगों का कहना है कि भगवान भी पुलिस के चक्कर मे उलझे हुये है।   पुलिस की पकड़ से बाहर चोर   भगवान के घर में चोरी करने वाले चोर आज दिन तक पुलिस के हाथ नही आये और पुलिस आये दिन ग्रामीणो को बुलाकर थाने में बैठा लेती है। पुलिस द्वारा आए दिन ग्रामीणों को आश्वसन दिया जाता है कि जल्द ही चोर पकड़ मे आ जाएगा और भगवान की मूर्तियां जल्द ही मंदिर समीति के सुपुर्द कर दी जावेंगी। ग्रामीणो का कहना है कि 11 दिन से जारी कार्रवाई के बाद चोर पुलिस के हाथ नही आ सके है तो इस बात का इंतजार कब तक किया जाये। अगर चोर पकड़ में ही नहीं आए तो क्या भगवान यूं ही जप्ती में ही रहेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई निरंतर जारी रखें, परन्तु चोरी गई मूर्तियां मंदिर समीति के सुपुर्दगी में दे ताकि भगवान की पुन: स्थापना कर उनका पूजन अर्चन विधिवत हो सके ।   क्या है मामला   दरअसल बीते पखवाड़े की 8-9 जनवरी को चोरों द्वारा ग्राम पिठेहरा के राम जानकी मंदिर में घुसकर भगवान की मूर्ति चोरी की गई थी। तीन दिन बाद पिठेहरा से चार किमी दूर बंधी तिराहे पर बने हनुमान मंदिर में चोरी गई मूर्तियों की बरामदगी पुलिस द्वारा की गई। मुर्ति बरामद होने के बाद पुलिस ने चोरों को पकडऩे के सतत प्रयास जारी रखे है लेकिन आज दिनांक तक चोर पकड़ में नही आये और भगवान मंदिर की जगह थाने मे रखे हुये है ।   इनका कहना है   घटना के संबंध मे मुझे जानकारी थी और पुलिस अधीक्षक द्वारा मूर्तियां बरामद होने की जानकारी दी गई थी। आपके द्वारा जानकारी दी गई है कि 11 दिन  बीत जाने के बाद भी मूर्ति मंदिर में नही पहुंची। अभी में दिल्ली में हूं संबंधितों से जानकारी लेने के बाद ही कुछ स्पष्ट कर पाऊंगा ।   जालम सिंह पटैल, विधायक नरसिंहपुर   मूर्तियां बरामदगी के बाद चोरों की पता साजी के लिये संदेहियो से पूछताछ की जा रही है एंव मामले की निरंतर जांच जारी है। मूर्तियों की सुपुर्दगी संबंधितों को न्यायलय के माध्यम से की जावेगी। सटटा शराब के अवैध कारोबार करने वालो पर निरंतर कार्रवाई की जा रही है ।   अजकृत धुर्वे, थाना प्रभारी सुआतला

Kolar News

Kolar News 24 January 2020

ब्यावरा। पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव द्वारा बुधवार को ब्यावरा में आयोजित सभा में दिये गए भाषण को लेकर राजनीतिक गलियारों में खासी चिल्लपौ मची हुई है। कांग्रेस के मीडिया विभाग से लेकर अधिकतर नेता उनके इस भाषण की छीछालेदर कर चुके हैं। इसी बीच, पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव ने अपने उस भाषण को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि सभा के दौरान उन्होंने जो कहा, वह मातृत्व भावना को लेकर कहा था, उनके इस बयान को तोड़ा मरोड़ा गया है।    पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव ने अपने बिगड़े बोल पर सफाई देते हुए गुरुवार को कहा है कि जिलाधीश जिले का मुखिया होता है, उनका व्यवहार सभी के लिए एक समान होता है। इस बात पर बच्चे और मातृत्व की भावना के साथ दिए गए बयान को गलत दिशा में ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा भाषण में मालवी भाषा का उपयोग करता हूं और हमेशा से ही लोकसेवकों का सम्मान करता आया हूं। उन्होंने कहा कि मेरा भाव किसी का अपमान करना नही है, मेरा आशय था कि कलेक्टर भाजपा नेताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है और तमाचे मारती है, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त संरक्षण प्रदान करती है, हमसे बात करना पसंद नही करती और कांग्रेसियों को बुलाकर चाय-दूध पिलाकर स्वागत-सत्कार करती है। उन्होंने कहा कि महिला जाति का सम्मान हमारी संस्कृति और सभ्यता में है। कांग्रेस उनके बयान का गलत तरीके से अर्थ निकालकर माहौल खराब करना चाहती है। इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष दिलवर यादव का कहना है कि पूर्व राज्यमंत्री ने सभा में जो बोला उसे उन्होंने सुना नही है, लेकिन अगर कुछ बोला है तो यह उनका व्यक्तिगत विचार है, इससे पार्टी का कोई सरोकार नही है। वहीं पूर्व राज्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान को लेकर गुरुवार को महिला कांग्रेस द्वारा यादव का पुतला दहन किया जाएगा, साथ ही कलेक्टोरेट के कर्मचारियों द्वारा कलमबंद हड़ताल करने की बात कही गई है।

Kolar News

Kolar News 23 January 2020

जबलपुर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास से पहले द्वारिका-शारदा, ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की तबीयत अचानक बिगड़ गई। गले में इंफेक्शन के चलते उन्हें बुधवार देर शाम अस्पताल में कराया गया है। जहां डाक्टरों की देखरेख में उनका आईसीयू में ईलाज जारी है। उन्हें लगातार डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।    दरअसल शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की बुधवार देर शाम नरसिंहपुर जिले के सांकल घाट आश्रम में मौजूद थे। इस दौरान उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने पर उनके साथी उन्हें गोटेगांव में डॉक्टरों को दिखाया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें जबलपुर रेफर कर दिया गया। इसके बाद उन्हें ईलाज के लिए जबलपुर लाया गया। प्रारंभिक जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि उनके सीने में कफ जम गया था, जिसकी वजह से शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। हालांकि ये बताया जा रहा है कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की सेहत में पहले से सुधार हो रहा है, लेकिन हॉस्पिटल में अभी भी डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। उन्हें एक निजी अस्पताल के एआईसीयू में एडमिट कराया गया है। वहां वो डॉक्टरों की सघन देखरेख में हैं।

Kolar News

Kolar News 23 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले में धर्म विशेष के तीन लोगों के 14 जनवरी को आपसी रंजिश में जलाए गए युवक धनप्रसाद अहिरवार की इलाज के दौरान बुधवार को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मौत हो गई। युवक को मंगलवार रात एयरलिफ्ट कर भोपाल से दिल्ली ले जाया गया गया था। धनप्रसाद की मौत के बाद अब एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने धनप्रसाद की मौत के लिए कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया है और सांप्रदायिक तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए जमकर लताड़ा है।    राकेश सिंह ने गुरुवार सुबह एक के बाद कई ट्वीट कर धनप्रसाद की मौत पर दुख जताते हुए कमलनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राकेश सिंह ने ट्वीट कर लिखा ‘कमलनाथ सरकार की सांप्रदायिक तुष्टिकरण की नीति ने अंतत: अनुसूचित जाति के बंधु धनप्रसाद के प्राण ले लिए। सम्प्रदाय विशेष के लोगों द्वारा जिंदा जला दिए गए धन प्रसाद के अपराधियों को पकड़ना तो दूर, सरकार ने उन्हें ठीक से इलाज भी मुहैया नहीं कराया। यह अत्यंत दु:खद और शर्मनाक है’। हमारे विधायक प्रदीप लारियाजी ने धनप्रसाद के दु:खद निधन का समाचार दिया। मैं स्तब्ध हूं, दुनिया से जाने की उम्र नही थी उनकी,लेकिन कांग्रेस सरकार ने इलाज में लापरवाही बरती। राष्ट्रीय अनुसूचितआयोग निर्देश न देता तो पीड़ित को दिल्ली भी नहीं भेजा जाता। ये सरकार का बेहद अमानवीय चेहरा है।   कमलनाथ सरकार पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हुए राकेश सिंह ने कहा कि ‘यदि सागर के धनप्रसाद हिन्दू नहीं होते तो कमलनाथ सरकार एक पैर पर खड़े होकर उनके इलाज व सेवा में लगी होती। लेकिन दुर्भाग्य से इस सरकार के रहते अपराध व मानवता को भी सांप्रदायिक चश्मे से देखा जाता है। सरकार की सांप्रदायिक नीति हमारे अनुसूचितजाति के बंधु के जीवन पर भारी पड़ गई’।   उल्लेखनीय है कि 14 जनवरी को सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में दो पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर विवाद हो गया था। धर्मश्री क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक युवक के घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की और फिर केरोसिन डालकर आग लगा दी थी। पुलिस ने इस मामले में धनप्रसाद अहिरवार का पड़ोस में रहने वाले इरफान खान, कल्लू अज्जू को गिरफ्तार किया था। इस मामले को लेकर भाजपा और अहिरवार महापंचायत सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन किया था।

Kolar News

Kolar News 23 January 2020

भोपाल। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। शमशेर सिंह सुरजेवाला हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। वे अखिल भारतीय किसान खेत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे। शमशेर सिंह सुरजेवाला के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुख व्यक्त किया है।    सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर शमशेर सुरजेवाला के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला के पिताजी शमशेर सिंह जी के दुखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व पीछे परिवार को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे।”

Kolar News

Kolar News 20 January 2020

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश को माफियामुक्त बनाने के अभियान को जिम्मेदार अधिकारियों ने आधे से ज्यादा प्रदेश में माफिया विरोधी अभियान के नाम पर अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू कर दिया गया है। ऐसे कई मामले सामने आए है जिसमें नगर निगम और राजस्व महकमे ने आम लोगों को बिल्डिंग परमिशन में नियमों के उल्लंघन और अतिक्रमण के नाम पर नोटिस थमा दिए हैं। माफिया के खिलाफ मुहीम के नाम पर आम लोगों को तंग किए जाने से मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ काफी नाराज़ है। इसे लेकर उन्होंने अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं।   मुख्यमंत्री कमलनाथ इन दिनों दावोस दौरे पर है। इस बीच उन्होंने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर आम आदमी को अतिक्रमण, भवन अनुज्ञा के उल्लंघन का मामला बनाकर तंग किए जाने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुई नाराजगी जाहिर की है और संभागीय कमिश्नरों को आम नागरिकों की बजाय माफियाओं के खिलाफ योजनाबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए है।   जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सोमवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि माफिया के नाम पर अफसरों ने हजारों को अतिक्रमण के नोटिस थमा दिए थे। मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नोटिस थमाने पर सभी संभागीय कमिश्नर्स को निर्देश दिए है। जिसमें उन्होंने कहा है कि माफियाओं के नाम पर आम लोग परेशान न हों। साथ ही माफिया मुक्त अभियान के लिए सभी संभागीय कमिश्नरों के तहत जो कमेटी बनी है उसे निर्देश दिए है कि वो देखेंगे कि माफियाओं के खिलाफ एक्शन हो रहा है या फिर आम आदमी परेशान हो रहा है।    महिला अधिकारियों से मारपीट निंदनीय   वहीं राजगढ़ में सीएए के समर्थन में रैली निकाले जाने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा द्वारा एफआईआर कराने जाने पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि राजगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं को धारा 144 में अनुमति लेकर रैली प्रदर्शन करना चाहिए लेकिन उनके द्वारा धारा 144 तोडक़र महिला कलेक्टर और महिला डिप्टी कलेक्टर से मारपीट निंदनीय है। महिला कलेक्टर को धक्का दिया गया और अधिकारियो के साथ अभद्र व्यवहार किया इस पर एक्शन लिया जाना चाहिए। विपक्ष पर निशाना साधते हुए मंत्री शर्मा ने कहा कि बगैर अनुमति लिए ये सब करना भाजपा की ये प्रवृत्ति है।    वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा महिला अधिकारियों को सरकारी गुलाम कहे जाने की मंत्री शर्मा ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा महिला प्रशासनिक अधिकारी पर टिपण्णी दुर्भाग्यपूर्ण है। वक्त बदला है इसलिए भाजपा नेता बौखलाए हुए हैं। 

Kolar News

Kolar News 20 January 2020

जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पार्टी हाईकमान द्वारा सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी है। इसके बाद मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित जेपी नड्डा के ससुराल में जश्न का माहौल है। उनकी सास जयश्री बनर्जी ने उन्हें बधाई दी है। भाजपा से पूर्व सांसद रही जेपी नड्डा की सास जयश्री बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर उन्होंने अपने दामाद को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि यह जबलपुर के लिए गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि आगामी 24 जनवरी को उनके नाती की शादी हो रही है, जिसमें शामिल होने के लिए उनके दामाद जबलपुर आ रहे हैं। यह राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उनका पहला जबलपुर आगमन होगा। इस दौरान उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 20 January 2020

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर और मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में साइकिल एसोसिएशन द्वारा रविवार को सुबह पर्यावरण बचाने के उद्देश्य से 'आओ चलाएं साइकिल' कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत शहर में विशाल साइकिल रैली (परेड) निकाली गई। इस कार्यक्रम में तीन हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए और करीब आठ किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया। प्रतिभागियों ने रैली में पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया। इस रैली महू से आर्मी के जवान, हाईकोर्ट के वकील और बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल रहे। साइकिल परेड को लेकर सभी बहुत उत्साहित थे। आयोजकों द्वारा इस रैली में विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा भी किया है। सायक्लोथोन दिवस के उपलक्ष्य में इंदौर में रविवार को सुबह यह आयोजन किया गया था, इस साइकिल रैली को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विजय नगर क्षेत्र से निकली यह साइकिल रैली लवकुश चौराहे पहुुंची और यहां से पुन: विजय नगर क्षेत्र पहुंची। करीब आठ किलोमीटर लंबी इस रैली में तीन हजार लोगों ने साइकिल चलाई। रैली के दौरान साइकिल चालक कतार में निकले और उनके बीच की दूरी 5 से 10 फीट थी।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने साइकिल रैली में शामिल सभी लोगों को पर्यावरण के साथ-साथ पेट्रोलियम संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई। सभी ने यहां शपथ ली कि वे अपने सभी कार्यों में पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण के लिए प्रयास करते रहेंगे, ताकि देश की प्रगति के लिए आवश्यक इन सीमित संसाधनों की पूर्ति लंबे समय तक संभव हो सके। पेट्रोलियम पदार्थों के व्यर्थ उपयोग को रोकने के लिए लोगों को जागरूक भी करेंगे। इस रैली में पर्यावरण, नशा मुक्ति और नो हॉर्न का संदेश भी दिया गया। रैली में विधायक रमेश मेंदोला सहित भाजपा के कई नेता मौजूद थे। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया है। आयोजकों ने इस रैली में विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है। अब तक साइकिल परेड का विश्व कीर्तिमान बांग्लादेश और तुर्कीस्तान के नाम था, जो कि उन्होंने 1995 साइकिल चालकों को साथ बनाया था। इंदौर में निकाली गई इस साइकिल परेड तीन हजार से अधिक लोग शामिल हुए। जबलपुर में भी निकली साइकिल रैलीइंदौर के साथ ही प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में भी रविवार सुबह पर्यावरण बचाने का संदेश देते हुए साइकिल रैली निकाली गई। इस साइकिल मैराथन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी इसमें हिस्सा लिया। रैली के बाद युवाओं और बच्चों ने स्टेज पर डांस का परफॉरमेंस भी दिया।

Kolar News

Kolar News 19 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में वकीलों की शीर्ष संस्था राज्य अधिवक्ता परिषद (स्टेट बार कौंसिल) के 25 सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहा है। इसके लिए राज्य के सभी जिला एवं तहसील न्यायालयों में बनाए गए पोलिंग बूथों पर शुक्रवार को सुबह 10 बजे मतदान शुरू हुआ। इस चुनाव में प्रदेशभर के 145 उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें भोपाल के 13 वरिष्ठ अधिवक्ता भी शामिल हैं। स्टेट बार कौंसिल के 25 सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को प्रदेशभर में मतदान हो रहा है। सुबह 10 बजे मतदान शुरू हुआ, जो शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। हालांकि, शुरुआत में मतदान की रफ्तार बहुत धीमी थी, लेकिन धीरे-धीरे अधिवक्ता मतदान करने पहुंच रहे हैं और दोपहर तक करीब 25 फीसदी मतदान हो चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि शाम करीब 70 फीसदी मतदान हो सकता है। निर्वाचन अधिकारी व एडीजे उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि मतदाता बगैर किसी व्यवधान के हो सके, इसके लिए सभी जगह तहसील और जिला अदालतों में अलग-अलग बूथ बनाए गए हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। वहीं, मतदान केंद्र से 200 गज की परिधि में किसी भी चुनाव उम्मीदवार अथवा उनके समर्थकों को चुनाव प्रचार की अनुमति नहीं है। इस चुनाव में प्रदेशभर के करीब 60 हजार अधिवक्ता मतदान में हिस्सा लेंगे। दो माह बाद घोषित होंगे परिणामस्टेट बार कौंसिल के 25 सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न होगा और इसके बाद सभी जगह की मत पेटियां सुरक्षित जबलपुर भेजी जाएंगी, जहां दो महीने बाद मतगणना होगी और परिणाम घोषित किये जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 17 January 2020

भोपाल ।मध्य प्रदेश विधानसभा में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण को आगामी 10 साल के लिए बढ़ाने वाले संविधान (126वां) संशोधन विधेयक का अनुमोदन करने के लिए बुलाई गई दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन सदन में शुक्रवार को अतिथि विद्वानों का मामला गूंज उठा। जिसके चलते विपक्ष ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सदन के वहिगर्मन तक कर दिया।    राज्य विधानसभा में एससी-एसटी आरक्षण को लेकर विधेयक के अनुमोदन पर कोई चर्चा आरंभ होती, उससे पहले  नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव एवं भाजपा के अन्‍य सदस्‍यों ने अथिति विद्वानों का मामला विधानसभा में उठाया और कहा कि कांग्रेस अपने वादे को निभाए। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे अतिथि शिक्षक-अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण को लेकर किया था उसने उसका पालन अब तक नहीं किया और  अलग से इस मामले में जांच समिति का गठन कर दिया, जिसकि कोई चर्चा पहले नहीं थी । वास्‍तव में ऐसा करना कांग्रेस की वादा खिलाफी को दर्शाता है ।    उन्‍होंने कहा कि यह दुखद है कि कांग्रेस अपने वचन पत्र का मान नहीं रख रही है। प्रदेश में 8000 सहायक प्राध्यापकों के पद खाली हैं, ऐसे में जो अतिथि विद्वान पिछले 1 वर्ष से आंदोलन कर रहे हैं, उन सभी को सरकार द्वारा समायोजित किया जाता चाहिए था ना कि वह जांच बैठाने का कार्य करती । हम इस सदन के माध्यम से यह मांग रखते हैं सभी अतिथि विद्वानों को नियमित किया जाए ।    नेता प्रतिपक्ष के साथी साथ ही विधानसभा में आज अन्य भाजपा विधायकों ने भी कांग्रेस के ऊपर वादा खिलाफी का आरोप लगाया  और कहा कि कांग्रेस जिस वचन पत्र में किए वादों के साथ सत्‍ता में आई है, उसे वह पूरे करने चाहिए। अतिथि विद्वानों के नियमित करने का वादा कांग्रेस का है लेकिन एक वर्ष बीत चुका है, सरकार ने किसी एक अतिथि विद्वान को भी नियमित नहीं किया जो सीधे तौर पर उसकी वादा खिलाफी को दर्शाता है।     इसके बाद जब उच्‍चशिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की तरफ से जो जवाब दिया गया उससे भाजपा के विधायक संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने सदन का वहिर्गमन कर दिया।  मंत्री जीतू पटवारी ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव से कहा कि आप सदन के वरिष्ठ सदस्य हैं, आपके सुझाव हमारे लिए मान्य हैं । आप हमें बताइए हम उनके ऊपर विचार करेंगे जबकि भाजपा के विधायकों और नेता प्रतिपक्ष का साफ कहना था कि आपने जो चुनावी वादा किया अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण का, उसे आप पूरा कीजिए,  इधर-उधर की बात मत कीजिए ।    उल्‍लेखनीय है कि अतिथि विद्वानों के पूरे प्रदेश में अब तक करीब 1300 से ज्यादा अतिथि विद्वानों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है।  साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने अतिथि विद्वानों के लिए च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है ।  अतिथि विद्वानों ने उच्च शिक्षा विभाग के च्वाइस फिलिंग के आदेश की प्रतियों की होली जलाकर सरकार के खिलाफ विरोध भी जताया है । साथ ही अतिथि‍  विद्वान सरकार के खिलाफ लगातार अपना आन्‍दोलन चला रहे हैं।   

Kolar News

Kolar News 17 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में शुक्रवार को तीन दिवसीय आईएएस सर्विस मीट 2020 की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसका शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में मध्यप्रदेश विविधताओं से सम्पन्न राज्य है और पूरे विश्व में भारत ऐसा देश है, जो विविधताओं से पूर्ण है। इस विविधता को सकारात्मक ऊर्जा में बदलना होगा। उन्होंने कहा कि विविधता में भारत की बराबरी करने वाला देश सिर्फ सोवियत संघ था। आज वह अस्तित्व में नहीं है क्योंकि उसने भारत जैसी सोच-समझ और सहिष्णुता की संस्कृति नहीं थी। यही भारत की पहचान है।  उन्होंने कहा कि जो आईएएस अधिकारी अपनी सेवा यात्रा के मध्य में है, जो सेवा पूरी करने वाले हैं वे चिंतन करें कि मध्यप्रदेश को वे कहां छोडक़र जाना चाहते हैं। जो अधिकारी अपनी सेवा यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, वे साचें कि मध्यप्रदेश को कहां देखना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को न्याय देने वाला बताते हुए कहा कि संविधान में उल्लेखित स्वतंत्रता और समानता जैसे मूल्यों की सीमाएं हो सकती हैं लेकिन न्याय की कोई सीमा नहीं है। यह हर समय और परिस्थिति में दिया जा सकता है। दृष्टिकोण में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। प्रशासनिक अधिकारियों के पास जो क्षमता और कौशल है वह सामान्यत: राजनैतिक नेतृत्व के पास नहीं रहता। राजनैतिक नेतृत्व बदलते ही प्रशासनिक तंत्र का भी नया जन्म होता है लेकिन ज्ञान, कला, कौशल नहीं बदलते। न्यू आइडिया आफ चेंज के लिए मिलेंगे तीन पुरस्कार, मुख्य सचिवों की जूरी चुनेगी सर्वोत्कृष्ट आइडिया कार्यक्रम में सीएम कमलनाथ ने नए परिवर्तनकारी विचारों- ‘न्यू आइडिया आफ चेंज’ के लिए तीन पुरस्कार देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूर्व मुख्य सचिवों की एक ज्यूरी बनाई जाएगी, जो सर्वोत्कृष्ट आइडिया चुनेगी। बदलना होगा मप्र की प्रोफाइलसीएम कमलनाथ ने कहा कि हर राज्य का अपना प्रोफाइल होता है। सबको मिलकर मध्यप्रदेश का प्रोफाइल बनाना होगा। वर्तमान प्रोफाइल को बदलना होगा। मध्यप्रदेश की नई पहचान बनानी होगी। इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा आर्थिक गतिविधियां उत्पन्न हों। प्रौद्योगिकी हर पल बदल रही है। पूरा भारत बदल रहा है। ज्ञान और सूचना के भंडार तक आज जो पहुंच बढ़ी है वह पहले नहीं थी। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी जनसंख्या भारत में है। ये जनसंख्या युवाओं की है। बदलते समय में महत्वाकांक्षाएं भी बदल रही हैं। अब यह देखना है कि इन्हें कैसे अपनाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का प्रदेश है। वर्तमान समय में अधिक उत्पादन की चुनौती है। खाद्यान्न की कमी अब चुनौती नहीं रही। परिवर्तन तब दिखेगा जब धोती-पायजामा पहनने वाला किसान आधुनिक खेती करते हुए जींस और शर्ट वाला किसान बन जाये। सबसे बड़ी चुनौती हमारी नई पीढ़ी की है। हर साल बड़ी संख्या में कौशल सम्पन्न युवा तैयार होते हैं। उन्हें रोजगार की जरूरत है। रोजगार आर्थिक गतिविधियों का एक घटक है। इसलिए आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ाना चुनौतीपूर्ण काम है। उन्होंने कहा कि हर सरकार की अपनी कार्यशैली होती है। अपनी अच्छाइयां और कमजोरियां होती हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की नई पीढ़ी को यह देखना होगा कि मध्यप्रदेश को किस दिशा में जाना चाहिए। मध्यप्रदेश एक आर्थिक शक्ति बनने की संभावना रखता है। मध्यप्रदेश के पास लॉजिस्टिक लाभ है। यहाँ का बाजार और व्यापार पूरे देश से जुड़ सकता है। सिर्फ नजरिए में परिवर्तन लाने की देर है। इसके लिए नया सीखने की जरूरत है। क्या सीखते हैं इससे ज्यादा जरूरी है कि कैसे सीखते हैं। मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने आईएएस मीट के आयोजन की पृष्ठभूमि की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह नई ऊर्जा और अनुभव को एक साथ लाने का अवसर है ताकि यह कार्यशैली में भी बना रहे और इसका भरपूर लाभ समाज को मिले। अपर मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी, मनोज श्रीवास्तव एवं प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। प्रारंभ में मध्यप्रदेश आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईसीपी केशरी ने अपने स्वागत भाषण में मुख्यमंत्री को आधुनिक, उदार, डॉयनमिक और विश्वदृष्टि से सम्पन्न नेता बताते हुए कहा कि वे 159 देशों का भ्रमण कर चुके हैं। वे किसानों के हित में 19 मंत्रियों के साथ विश्व व्यापार संगठन की बैठक का भी विरोध करने वाले नेता हैं। उनके नेतृत्व में देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रांतिकारी परिवर्तन आया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रख्यात लेखक पवन वर्मा और प्रशासन अकादमी की महानिदेशक वीरा राणा उपस्थित थीं।  

Kolar News

Kolar News 17 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र गुरूवार से प्रारंभ हो गया है। हालांकि पहला दिन का सत्र दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दी गई है।  कार्यवाही स्थगित होने के बाद एक बार फिर सदन में वास्तुदोष का मुद्दा गूंजा। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा में काशी से विद्वान बुलाकर अनुष्ठान करवाने की सलाह दी है।   विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि हमारे वर्तमान विधानसभा को एक वर्ष हुआ है। पिछले चालीस वर्षो से देख रहा हूं, कि सदन के एक कार्यकाल में ही दस से ग्यारह विधायक दिवंगत हो गए है। इसको लेकर मैंने कई विद्वानों और बुद्धि जीवियों से चर्चा की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वास्तु का अपना अलग महत्व है, पिछले कई समय में हमारे कई साथी दिवंगत हो गए है, इस कारण को समझना चाहिए। गोपाल भार्गव ने कहा कि मैंने मनोवैज्ञानिक लोगों से भी पूछा तो उन्होंने बताया कि विधायक को मानसिक दबाव रहता है, देर रात तक जागते है। इसलिए उनकी असमय मृत्यु का बड़ा कारण मानसिक तनाव भी रहता है। नेताओ की अकाल मृत्यु का सबसे बड़ा कारण मानसिक तनाव है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा में कुछ ना कुछ ऐसी चीज है, जिसके चलते लगातार विधानसभा के सदस्यों की मौत हो रही है। काशी से विद्वान बुलाकर विधानसभा में अनुष्ठान करावाना चाहिए।   वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा है कि उनके समय भी विधायकों को वास्तु को लेकर आशंका थी। इसके बाद विधानसभा में वास्तु में कुछ परिवर्तन कराया था। कांग्रेस सरकार में राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के सदन में अनुष्ठान के वक्तव्य का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जब से विधानसभा बनी है तब से असमय विधायकों की मौतें हुई है। अगर ऐसा है तो किसी क़ाबिल व्यक्ति से वास्तुदोष दूर कराए जाना चाहिए। 

Kolar News

Kolar News 16 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) द्वारा बीते रविवार को राज्य सेवा एवं वन सेवा की प्रारंभिक परीक्षा-2019 का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में भील जाति को लेकर पांच प्रश्न पूछे गए थे, जिनमें इस जाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया था। हालांकि इस मामले में विवाद होने के बाद राज्य सरकार ने इन प्रश्नों को विलोपित करा दिया, लेकिन एक जयस कार्यकर्ता की शिकायत पर इंदौर के अजाक थाने में एमपी-पीएससी के अधिकारियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।  दरअसल जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) कार्यकर्ता रवि बघेल ने इंदौर के अजाक थाने में एमपी-पीएससी की परीक्षा में पूछे गए भील जाति के सवालों के संबंध में कार्रवाई करने के लिए गत दिवस एक आवेदन दिया था। पुलिस ने आवेदन पर कार्रवाई करते हुए बुधवार की रात ही एमपी-पीएससी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रवि बघेल की शिकायत पर पुलिस ने अनुसूचित जाति-जनजाति नृशंसता निवारण अधिनियम की धारा 3 (1) द और 3 (1) यू में केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा जयस के राष्ट्रीय संयोजक एवं कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने भील जनजाति के संबंध में दिए गए गद्यांश और उस पर आधारित प्रश्नों से जनजाति के दुष्चरित्रण को लेकर विधानसभा के विशेष सत्र में चर्चा कराने की मांग की है। डॉ. अलावा ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में एमपी-पीएससी के अधिकारियों ने भील जनजाति के लोगों के प्रति उपेक्षा व तिरस्कार की मनोवृत्ति को दर्शाया है, जो अलोकतांत्रिक व गैर संवैधानिक है। इससे मप्र सहित देशभर के भील जनजातियों का अपमान, उपेक्षा व तिरस्कार हुआ है। इसका पूरा आदिवासी समाज विरोध करता है। इस गंभीर मुद्दे पर विधानसभा द्वारा बुलाई गई दो दिवसीय विशेष बैठक में चर्चा कराई जाए।

Kolar News

Kolar News 16 January 2020

भोपाल।  मध्य प्रदेश विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र गुरूवार से शुरू हो रहा है। सत्र को बुलाने का सरकार का उद्देश्‍य अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण को आगामी 10 साल के लिए बढ़ाने वाले विधेयक का अनुमोदन करना है। सरकार ने इस कार्य को पूरा करने के लिए 16 और 17 जनवरी दो दिन का समय तय किया था। इस दो दिवसीय सत्र में सिर्फ संविधान संशोधन के अनुसमर्थन में प्रस्ताव पारित किए जाने के अलावा अन्य कोई कामकाज नहीं होगा।   उल्‍लेखनीय है कि संविधान (126वां) संशोधन विधेयक को लोकसभा और राज्यसभा द्वारा क्रमश: 10 और 12 दिसम्बर को पारित कर दिया गया था।  विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति समुदायों के आरक्षण को दस वर्ष बढ़ाने का प्रावधान है। फिलहाल आरक्षण 25 जनवरी, 2020 को समाप्त हो रहा है।  बिल में इसे 25 जनवरी, 2030 तक बढ़ाने का प्रावधान है।    इस संबंध में मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया कि राज्य विधानसभाओं एवं लोकसभा में एससी-एसटी आरक्षण को और 10 साल के लिए बढ़ाए जाने संबंधी विधेयक के अनुमोदन के लिए यह मध्य प्रदेश विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आहूत किया गया है। उन्‍होंने बताया कि इसे अनुमोदन के लिए केंद्र द्वारा राज्यों को भेजा गया, क्योंकि इसे लागू करने से पहले कम से कम 50 प्रतिशत विधानसभाओं की सहमति जरूरी है। आगे देश की 50 प्रतिशत विधानसभाओं द्वारा अनुमोदन मिलने के बाद इसे राष्ट्रपति को भेजा जाएगा और उनकी स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा।    इस दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी । इससे पहले सुबह कमलनाथ मंत्रिमण्‍डल की बैठक होगी। इसमें अजा-अजजा की आरक्षण व्यवस्था को आगामी दस वर्षों के लिए जारी रखने संबंधी विधेयक को मंजूरी देने के साथ ही आईएएस सतीश मिश्रा की संविदा नियुक्ति को बढ़ाने का  प्रस्ताव मंजूरी ले लिए रखा जाएगा । इसके अलावा कैबिनेट में मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान की राशि डेढ़ गुना करने और मुख्यमंत्री हॉर्टिकल्चर पालिसी को मंजूरी देने का प्रस्ताव रखे जाने की संभावना है। आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होगी, जिसे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोपहर 1:00 बजे बुलाया है। 

Kolar News

Kolar News 16 January 2020

इंदौर। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और दिग्गज भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय में राजनीतिक बयानबाजी और एक दूसरे के खिलाफ तीखे तेवर अक्सर सुर्खियां बनते है। लेकिन बुधवार को उस एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब इंदौर में इन दोनों नेताओं का आमना सामना हो गया। सभी की सोच से अलग हटकर दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगा लिया और मकर संक्रांति की बधाई देते हुए एक दूसरे का मुंह मीठा किया। इस नजारे को देखकर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी दंग रह गए।    भले ही राजनीतिक गलियारों में दिग्विजय सिंह और कैलाश विजयवर्गीय एक दूसरे के धुर विरोधी हो लेकिन इनकी दोस्ती भी उतनी ही गहरी है। और इस बात पर आज उस वक्त मुहर लग गई जब इंदौर में दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले मिलकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी और साथ ही ठहाके भी लगाए।  यह पूरा वाकया इंदौर के पलासिया स्थित आदर्श रोड का है जहां राजनीतिक मतभेद भुलाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एक दूसरे के गले मिले। मकर संक्रांति के पर्व पर दोनों ही वरिष्ठ नेताओं ने एक दूसरे को मालवी टोपी पहनाकर अभिवादन भी किया।    बता दें कि पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के राजनीतिक गुरु माने जाते है। आज जब दिल्ली से 10 सदस्यीय संसदीय दल इंदौर की स्मार्ट सडक़ का निरीक्षण करने पहुंचा, तो वहां इन दोनों दिग्गज नेताओं की मुलाकात हो गई। दौरे पर आई टीम ने इंदौर की स्मार्ट सडक़ की तारीफ की।    संसदीय टीम में शामिल शहरी विकास मंत्रालय की स्टेंडिंग कमेटी की सदस्य और वरिष्ठ सांसद जगदंबिका पाल ने कहा ये स्मार्ट सडक़ अब देशभर के लिए मॉडल होगी। हालांकि इस दौरान कई बड़े नेता मौजूद थे लेकिन आदर्श सडक़ के साथ ही आदर्श दोस्ती की चर्चा बनी रही। हाल ही में कई कांग्रेसी नेताओं ने विजयवर्गीय के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी लेकिन आज की तस्वीरें कुछ ओर ही बयां कर रही है। लिहाजा कांग्रेस नेताओं के बयान और आज की ताजा तस्वीर आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल पैदा कर सकती है।  

Kolar News

Kolar News 15 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति पर्व पर पवित्र नदियों शिप्रा और नर्मदा के तटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। प्रदेश में घने कोहरे और ठंड के बीच भी नदियों के किनारे अल सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कडक़ड़ाती ठंड में श्रद्धालुओं ने नदियों में डुबकी लगायी। उज्जैन में रामघाट सहित अन्य घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं का स्नान के लिए पहुंचना जारी है। यहां श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर सिंहस्थ की तरह व्यवस्था की गई है। होशंगाबाद के सेठानी घाट, जबलपुर के ग्वारीघाट और नरसिंहपुर, ओंकारेश्वर, नेमावर और मोरटक्का में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।    मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान को बहुत विशेष माना जाता है। मां नर्मदा की नगरी होशंगाबाद में बड़ी संख्या में नर्मदा घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे। यहां साधु, संत व श्रद्धालुओं को तिल, गुड़ व खिचड़ी का दान किया जा रहा है। महिलाएं भी हल्दी-कुमकुम का आयोजन कर एक-दूसरे को सुहाग सामग्री प्रदान कर रही है। पुलिस के 200 जवान यहां विभिन्न घाटों पर तैनात हैं। रेलवे की ओर से श्रद्धालुओं को यहां पहुंचाने के लिए 6 ट्रेंने भी चलाई गई हैं। इसके अलावा उज्जैन के रामघाट पर प्रशासन द्वारा स्नानार्थियों के लिए घाटों की पर्याप्त सफाई करवाई गई है। घाट पर यात्रियों को स्वास्थ्य सहायता देने के लिए एंबुलेंस भी तैनात है। इसके अलावा तैराक और पुलिस बल भी तैनात किया गया है।    महाकाल मंदिर में दिव्यांगों को वीआईपी का दर्जा   मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर उज्जैन स्थिति ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में कलेक्टर शशांक मिश्र ने दिव्यांगों की सुविधा के लिए कोटा सिस्टम लागू किया है। अब से यहां दिव्यांगों को वीआईपी का दर्जा मिलेगा। महाकाल मंदिर समिति प्रतिदिन 20 दिव्यांग व उनके अटेंडर को प्रोटोकॉल के तहत भस्मारती की अनुमति देगी। यह पहला मौका है जब दिव्यांगों को भस्मारती अनुमति में विशेष कोटा जारी किया गया है।

Kolar News

Kolar News 15 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में मुख्य आरोपित श्वेता विजय जैन से सोमवार को छह घंटे पूछताछ के बाद दूसरी आरोपित आरती दयाल पर भी आयकर विभाग ने शिकंजा कस दिया है। इंदौर की जेल में न्यायिक हिरासत में बंद आरती दयाल को आयकर विभाग की टीम मंगलवार को पुलिस कस्टडी में भोपाल लेकर आई है और यहां आयकर विभाग के कार्यालय में उससे पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि हनीट्रैप मामले में पांच आरोपित महिलाएं इंदौर की जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं। सोमवार को आयकर विभाग की टीम मामले की मुख्य आरोपित श्वेता विजय जैन को भोपाल लेकर आई थी और उससे करीब छह घंटे पूछताछ की। इसके बाद आयकर विभाग की टीम मंगलवार को हनीट्रैप मामले की दूसरी आरोपित आरती दयाल को भी भोपाल लेकर आई है। पुलिस भीड़ से बचाने के लिए उसे आयकर विभाग के कार्यालय के पिछले दरवाजे से अंदर लेकर पहुंची। इसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने उससे पूछताछ शुरू की। बता दें कि पुलिस ने हनीट्रैप मामले में अदालत में जो चालान पेश किया है, उसमें आरती दयाल पर एक आईएएस अधिकारी से एक करोड़ रुपये लेने का आरोप है, लेकिन चालान में उस आईएएस अधिकारी का नाम नहीं दिया गया है। फिलहाल आरती दलाय से पूछताछ जारी है।

Kolar News

Kolar News 14 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) पर अफसरों में भी सियासी रंग चढ़ने लगा है। मंडला के कलेक्टर जगदीश प्रसाद जटिया की सीएए के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने जटिया पर सेवा शर्तो के उल्लंघन का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है ।   पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर की फेसबुक पोस्ट की शिकायत की है। पत्र में कहा गया है कि कलेक्टर ने लिखा है, "मैं खुद सीएए, एनआरसी का सपोर्ट नहीं करता।" भाजपा नेता चौहान का कहना है कि यह टिप्पणी अक्षम्य और दंड योग्य है। शिवराज ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वे संज्ञान लें और  राज्य सरकार को कलेक्टर पर कार्रवाई करने के लिए कहें। इससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, सांसद बीडी शर्मा ने भी कलेक्टर  की इस टिप्पणी पर आपत्ति दर्ज कराते हुए उन पर सेवा शर्तो का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।     उल्लेखनीय है कि मंडला कलेक्टर ने अपने फेसबुक पेज पर छपाक फिल्म का पोस्टर अपलोड करते हुए लिखा कि तुम चाहे जितनी घृणा करो हम देखेंगे छपाक। इसके बाद उनके दोस्तों ने इस पर कमेंट करते हुए सीएए और एनआरसी को लेकर टिप्पणी की, जिसका जवाब देते हुए कलेक्टर जगदीश जटिया ने सीएए और एनआरसी का समर्थन नहीं करने की बात कही थी। हालांकि विवाद होने पर उन्होंने फेसबुक से अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी पर तब तक इसका स्क्रीन शॉट वायरल हो चुका था। 

Kolar News

Kolar News 14 January 2020

भोपाल। हमेशा अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाली भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिली है। सोमवार रात उनके घर से धमकी भरा पत्र और संदिग्ध रसायन मिलने से सनसनी फैल गई। उर्दू में लिखी उस चिट्ठी को भेजने वाले ने साध्वी प्रज्ञा के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी हमले की धमकी दी है। चिट्ठी के साथ इन सभी की फोटो भी लगी हुई थी, जिस पर क्रॉस बना हुआ है। साध्वी प्रज्ञा ने खुद के खिलाफ साजिश की आशंका जताई है और जान का खतरा बताया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।   भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के घर पाउडर युक्त लिफाफा पहुंचने से सनसनी फैल गई। दरअसल, साध्वी प्रज्ञा को सोमवार रात को सिल्वर कलर के पाउडर का पैकेट और उर्दू में लिखा हुआ एक कागज मिला। जैसे ही उन्होंने उसे उठाया उनके हाथ में खुजली होने लगी। सांसद की सूचना पर पुलिस और एफएसएल की टीम देर रात उनके बंगले पर पहुंची और पत्र और पाउडर को अपने कब्ज़े में ले लिया है, मामले की जांच शुरू कर दी है। लिफाफे में सिल्वर कलर का करीब 20 ग्राम पाउडर मिला है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह पाउडर क्या है? लिफाफे में मिले कागज में उर्दू भाषा में धमकी भरे शब्द लिखे गए हैं। हालांकि प्रशासन ने भी तत्परता दिखाते हुए पुलिस और एफएसएल की टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है और साध्वी प्रज्ञा की सुरक्षा बढ़ा दी है। साध्वी प्रज्ञा का आरोप है कि लिफाफे में हानिकारक केमिकल होने के बाद त्वचा में गंभीर इंफेक्शन हो गया है। साध्वी प्रज्ञा ने लिफाफे के अंदर-बाहर जहरीले रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल होने की आशंका जताई है।   साध्वी ने बताया खुद की जान को खतरा साध्वी प्रज्ञा ने जहरीले रसायन से खुद की जान को खतरा बताया है। साध्वी ने पुलिस से कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। पहले भी उन्हें धमकी और धमकी भरे लेटर मिल चुके है। साध्वी प्रज्ञा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज करवाने के बाद एफएसएल की टीम जांच में जुट गई है। देर रात वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।  

Kolar News

Kolar News 14 January 2020

भोपाल। एमपीपीएससी की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर किए गए एक सवाल पर बवाल मच गया है। इसमें भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है। मध्य प्रदेश के पंधाना से भाजपा विधायक राम दांगोरे ने पहले ही प्रश्नपत्र में भील जाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताने वाले सवाल को लेकर रोष जताया था। भाजपा विधायक के बाद अब चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस तरह के सवाल पूछने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से माफी मांगने की मांग की है।    एमपीपीएससी परीक्षा के पश्रपत्र में भील जाति को लेकर पूछे गए सवाल पर लक्ष्मण सिंह ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने  ट्वीट कर सीएम कमलनाथ को माफी मांगने की बात कही है। लक्ष्मण ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘भील समाज पर प्रदेश शासन के प्रकाशन पर अशोभनीय टिप्पणी से आहत हूँ। अधिकारी को तो सजा मिलना ही चाहिए, परन्तु मुख्यमंत्री को भी सदन में खेद व्यक्त करना चाहिए, आखिर वह प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं। इससे अच्छा संदेश जाएगा’।   गौरतलब है कि भाजपा विधायक राम दांगोरे ने भी रविवार को हुई एमपीपीएससी परीक्षा दी। विधायक राम दांगोरे ने परीक्षा के बाद पीएससी परीक्षा में भील समाज को लेकर आए प्रश्न पर आपत्ति जताई थी। विधायक ने कहा था कि राज्य की सबसे बड़ी इस जाति की उपेक्षा की गई है। भील जनजाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है, जबकि ये लोग भोले-भाले होते हैं। बतातें चलें कि रविवार को एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पूरे प्रदेशभर में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के द्वितीय पाली में जनरल एप्ट्यिूट का पेपर था। इसमें गद्यांश के आधार पर प्रश्न पूछे गए थे। इसमें भील जनजाति पर एक गद्यांश था। गद्यांश में लिखा गया था कि भीलों की आपराधिक प्रवृत्ति का भी एक प्रमुख कारण यह है कि सामान्य आय से अपनी देनदारियां पूरी नहीं कर पाता। फलत: धन उपार्जन की आशा में गैर वैधानिक तथा अनैतिक कामों में भी संलिप्त हो जाते हैं। इसी गद्यांश पर पांच सवाल पूछ गए थे। इनमें से तीन सवाल ऐसे हैं, जिस पर हंगामा मच गया है।

Kolar News

Kolar News 13 January 2020

सतना। जिले के जैतवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोनैता में स्वास्थ्य विभाग के चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान के दौरान टीका लगाने से बीमार हुए बच्चों में से बीती रात दो की मौत हो गई जबकि पांच बच्चों की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है। सोमवार को सुबह सूचना मिलने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच में जुटे हैं। जैतवारा थाना पुलिस के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान के तहत गत 11 जनवरी को नयागांव पंचायत के ग्राम कोनैता के आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को टीके लगाए गए थे। टीका लगाने के बाद एक-एक करके सभी बच्चे बीमार हो गए। स्थानीय अस्पताल में उन्हें भर्ती कर उपचार किया जा रहा था, जहां रविवार को देर रात दो बच्चों की मौत हो गई। मृतक बच्चों के नाम अरुण कुशवाह और दिन्नू डोहर बताये गये हैं, जिनकी उम्र डेढ़-दो माह के बीच है। सूचना मिलने पर मझगवां बीएमओ तुरणकांत और जैतवारा अस्पताल के डॉ. आशुतोष त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। डॉ. आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि पांच बच्चों को गंभीर हालत में बिरसिंहपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जहां आईसीयू में उनका उपचार किया जा रहा है। दो बच्चों की मौत हो गई है। उनकी मौत कैसे हुई, इसकी जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। इधर, पुलिस ने दोनों मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है। सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी भी गांव कोनैता के लिए रवाना हो गए हैं।

Kolar News

Kolar News 13 January 2020

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में रेलवे स्टेशन के सफाई कर्मी वेतन नहीं मिलने से नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को सुबह से ही उन्होंने काम बंद कर दिया, जिसके चलते सुबह न तो रेलवे स्टेशन और न ही यहां रुकने वाली ट्रेनों की सफाई हो पाई। हड़ताल की सूचना मिलने पर रेलवे और ठेका कंपनी के अधिकारी हरकत में आए और सफाई कर्मियों से बातचीत की। अधिकारियों के समझाने के बाद सफाई कर्मी काम पर लौट आए हैं  और दोपहर बाद स्टेशन की सफाई शुरू की। जानकारी के मुताबिक, इंदौर रेलवे स्टेशन की सफाई का ठेका प्राइवेट कंपनी क्रॉम्पटन ग्रुप को दिया गया है। कंपनी ने कर्मचारियों को दिसम्बर माह का वेतन अब तक नहीं दिया गया है, जिसके चलते सोमवार को सफाई कर्मियों ने काम बंद हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान इंदौर रेलवे स्टेशन से आने-जाने वाली सभी ट्रेनों ने में न तो पानी भरा गया, न साफ-सफाई की गई। इंदौर-पटना, इंदौर-पुणे, इंदौर-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस को बिना सफाई के ही यहां से रवाना कर दिया गया। हड़ताली कर्मियों का कहना है कि ठेका कंपनी ने दिसम्बर माह की तनख्वाह अब तक जमा नहीं की है। इसके अलावा उन्होंने वेतन बढ़ाने की भी मांग की है। बताया जा रहा है कि बाद में रेल प्रशासन और ठेका कंपनी के अधिकारियों ने सफाई कर्मियों को जल्द वेतन जारी करने और बढाने का आश्वासन दिया, इसके बाद सभी कर्मी काम पर वापस लौटे और ट्रेनों में सफाई का कार्य शुरू किया। 

Kolar News

Kolar News 13 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन रविवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थाओं में इस अवसर पर सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के साथ, अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और आम नागरिक शामिल हुए। वहीं, उज्जैन में रामघाट पर मां शिप्रा तैराक दल के सदस्यों ने अलग ही तरह से सूर्य नमस्कार किया गया। उन्होंने अलसुबह दीप जलाकर शिप्रा नदी किनारे सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार किया। रविवार को सुबह से स्कूल-कॉलेजों के बच्चे युवा दिवस के रंग में रंगे हुए नजर आए। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेशभर में रविवार को छुट्टी के बावजूद स्कूल-कॉलेज पहुंचकर विद्यार्थियों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार में हिस्सा में लिया। मध्यप्रदेश के सभी शहरों में कई स्थानों पर राष्ट्रीय युवा दिवस पर सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। इंदौर में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव, पुलिस अधिकारी रुचिवद्र्धन मिश्रा सहित कई अधिकारी और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए। इंदौर एयरपोर्ट पर भी सूर्य नमस्कार का आयोजन हुआ। भोपाल में भी शासकीय सुभाष स्कूल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम हुआ, जिसमें जनप्रतिनिधि और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों सहित बच्चों ने सूर्य नमस्कार किया। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी बड़ी संख्या में सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम हुए। बड़वानी में सामूहिक सूर्य नमस्कार में क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार, जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, युवाओं के साथ सामूहिक सूर्य किया।वहीं, उज्जैन में शिप्रा नदी किनारे राम घाट पर दीपक लगाकर युवाओं ने अलसुबह 5 बजे सूर्य नमस्कार किया। मां शिप्रा तैराक दल के बच्चे और सदस्यों ने इस बार कुछ नया करने के इरादे से रामघाट पर दीपक जलाए और दीपक की रोशनी के बीच सूर्य नमस्कार किया। 

Kolar News

Kolar News 12 January 2020

इंदौर। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल रविवार सुबह बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे। यहां महाकालेश्वर मंदिर में तडक़े सुबह होने वाली भस्म आरती में रेल मंत्री पीयूष गोयल पत्नी के साथ शामिल हुए। उन्होंने गर्भगृह में पहुंचकर पूजन-अर्चन किया और भगवान से आशीर्वाद लिया। पंडित आशीष पुजारी ने मंत्री पीयूष गोयल को पूजन अभिषेक करवाया।   मीडिया से बातचीत करते हुए रेलमंत्री ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से उज्जैन-इंदौर सहित काशी विश्वनाथ महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी के माध्यम से रेलवे द्वारा एक विशेष ट्रेन शुरू की जा रही है। इससे पहले काशी विश्वनाथ के लिए अहमदाबाद से भी एक विशेष ट्रेन 17 तारीख को रवाना हो रही है। उसी की तर्ज पर यह ट्रेन भी इंदौर और काशी के बीच में चलाई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने इंदौर से बनारस के बीच शिवरात्रि पर स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा भी की है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इंदौर की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि पूरे भारत में आने वाले पर्यटक देश के सबसे सुंदर शहर इंदौर को भी देखना चाहते हैं। देश में जो प्राइवेट ट्रेन चलने वाली है, यह ट्रेन भी उसी में से एक होगी। इसके लिए रेलवे अगले 12 साल में 50 लाख करोड़ का निवेश करेगी। इसके तहत यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। इंदौर रेलवे स्टेशन में साज सज्जा के साथ सर्वसुविधा युक्त बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द टेंडर जारी किया जाएगा। 

Kolar News

Kolar News 12 January 2020

भोपाल। अध्यात्मिक सहिष्णुता, राष्ट्रीयता और वैचारिक साहस के प्रतीक तथा युवाओं के आदर्श पुरुष स्वामी विवेकानंद की आज रविवार को 157वीं जयंती है। स्वामी विवेकानंद को लोग आज याद कर रहे हैं और उन्हें अपनी श्रद्घांजिल अर्पित कर रहे हैं। स्वामी विवेकानंद भारत के महानतम धर्म गुरुओं में से एक हैं। स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके संदेश व प्रवचन ने दुनिया के लाखों लोगों को प्रभावित किया है। वह विद्वता और प्रेरणा के बड़े श्रोत माने जाते हैं। साल 1984 में भारत सरकार ने विवेकानंद जयंती और राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने कि घोषणा की। तभी से इस दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर आज देशभर में विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं।      मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवाओं को एक संदेश दिया है। अपने संदेश में शिवराज ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलकर और इन सूत्रों को अपने जीवन में उतार कर किस प्रकार सफलता हासिल की जा सकती है इस बारे में बताया है। शिवराज ने युवाओं को संदेश में कहा है कि ‘मेरे प्रिय भांजे और भांजियों राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं। आज स्वामी विवेकानंद जयंती है। स्वामी विवेकानंद जी को मैं बचपन से पढ़ता रहा हूँ। वे मेरी और मुझ जैसे लाखों लोगों की प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा था, मनुष्य केवल साढ़े तीन हाथ का हाड़-माँस का पुतला नहीं है। वह अमृत का पुत्र है, ईश्वर का अंश है, अमर-आनंद का भागी है और अनंत शक्तियों का भंडार है। दुनिया में कोई काम ऐसा नहीं जो वो न कर सके।      अपने संदेश में आगे शिवराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के ये वाक्य मुझे आज भी उत्साह और ऊर्जा से भर देते हैं और में एक नई ऊर्जा से फिर काम में जुट जाता हूँ। आइये, स्वामी विवेकानंद जी को पढ़ें, समझें, प्रेरणा प्राप्त करें और आगे बढ़ें व देश को आगे बढ़ाएँ। शिवराज ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि स्वामी जी ने कहा था मुझे केवल सौ नौजवान चाहिए, ऐसे जिनकी मांसपेशियाँ लोहे की हों, स्नायु स्पात के हों, जो दृढ़ संकल्पित हों और अपना सारा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दें। क्या हम उन सौ में से एक बनने का प्रयास कर सकते हैं? स्वामी जी ने कहा था, अपने लिए तो सब जीते हैं, कीट-पतंगे भी और पशु-पक्षी भी। अपने लिए जिये तो क्या जिये। जीते वास्तव में वो हैं जो औरों के लिए जीते हैं, देश के लिए, समाज के लिए जीते हैं। क्या हम अपने देश और समाज के लिए जीने का संकल्प लेंगे? स्वामी जी ने कहा था, दरिद्र ही हमारा नारायण है। उसकी सेवा भगवान की पूजा है। आइये, हम संकल्प लें कि सेवा के व्रत को अपनाकर गरीब के जीवन में बेहतरी लाने का प्रयास कर अपने जीवन को सफल, सार्थक और धन्य बनाएँ। आइए, इस पुनीत अवसर पर संकल्प लें कि हमारा जीवन केवल हमारे लिए नहीं रहेगा। अपने समाज व देश के लिए जीयेंगे और अपने मानव जीवन को सार्थक करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 12 January 2020

भोपाल। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण अभिनीत एसिड सर्वाइवर पर बनी फिल्म छपाक आज शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। दीपिका पादुकोण द्वारा जेएनयू में छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने के बाद इस फिल्म कही विरोध हो रहा है तो कई लोग इसका समर्थन भी कर रहे है। भाजपा अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म के बहिष्कार की मांग कर रही है। इससे अलग मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। जिसके बाद अब भाजपा सडक़ों पर उतर आई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को लेकर विवादित बयान तक दे डाला था। फिल्म को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच अब मुख्यमंत्री कमलनाथ फिल्म और कलाकारों के बचाव में उतर आए है।    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर फिल्मों और उसमें काम करने वाले कलाकारों का बचाव किया है और कहा है कि सभी फि़ल्में कोई ना कोई अच्छा व सामाजिक संदेश लेकर आती है इसलिए इसे दलों व विचारधाराओं में बाँटना और राजनीति से जोडऩा गलत है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘फि़ल्मों व कलाकारों को दलों में, विचारधाराओं में बाँटना व राजनीति से जोडऩा पूरी तरह से गलत परंपरा। यह परंपरा पिछले कुछ वर्षों से प्रारंभ हुई है। कई फि़ल्में अच्छे सामाजिक संदेश के साथ व सामाजिक बदलाव के उद्देश्य के साथ बनती है। उन्होंने कलाकारों का समर्थन करते हुए कहा कि कलाकार भी एक इंसान, उन्हें भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आज़ादी है। उसके लिये उन्हें कोसना , उनका विरोध करना, उनके विरोध में बोलना क़तई उचित नहीं। विचारधारा के आधार पर एक फि़ल्म का सपोर्ट, एक का विरोध, यह हम देश को कहाँ ले जा रहे है?   आगे अपने ट्वीट में सीएम कमलनाथ ने लिखा कि ‘सभी फि़ल्मों को, सभी कलाकारों को एक नज़रिये से देखना चाहिये। कलाकारों को बाँटना क़तई सही नहीं। मैं तो जनता से अपील करता हूँ कि वे अपनी सोच, विचार, मनोरंजन व पसंद अनुसार कोई भी फि़ल्म देखे, यह उनका अधिकार। देश में किसी को हक़ नहीं कि वो हमें बताये कि हम क्या देखे, कौन सी फि़ल्म देखे, कौन सी नहीं। सभी फि़ल्में कोई ना कोई अच्छा व सामाजिक संदेश लेकर आती है।

Kolar News

Kolar News 10 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की नई शराब नीति को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। पक्ष और विपक्ष इस पूरे मामले में आमने सामने हो गए है। एक तरफ भाजपा शराब नीति का विरोध कर रही है और सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रही है। वहीं कमलनाथ सरकार के मंत्री गोविंद सिंह ने नई शराब नीति को अच्छा बताते हुए इसका समर्थन किया है।    शुक्रवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने नई शराब नीति पर अजीबों गरीब बयान दिया। उन्होंने कहा कि नई शराब नीति बहुत बढिय़ा है और इसके लागू होने के बाद अब साफ सुधरी शराब मिलेगी। लोग मिलावटी शराब नहीं पीएंगे। आगे उन्होंने कहा कि शराब पीने वालों पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं होना चाहिये, शराब पीने वालों को कोई जबर्दस्ती तो पिलाता नहीं है। गोविंद सिंह ने नई शराब नीति का समर्थन करते हुए कहा कि देश में प्रजातंत्र है और सभी खाने पीने के लिए स्वतंत्र है। हम तो इस पर कोई प्रतिबंध नहीं चाहते है।    शिवराज के बयान पर किया कटाक्ष   वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शराब नीति को लेकर दिए बयान और सीएम कमलनाथ को पत्र लिखे जाने पर मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह केवल थोथले बयान देते है। शिवराज पहले अपने गरेबान में झांक कर देखें, 15 साल में तो कुछ कर नहीं पाए। उन्होंने कहा कि नीति को लागू करने का मकसद केवल इतना है कि गाँव मे साफ सुधरी शराब मिल जाये, लोग मिलावटी शराब ने पीये। इस नीति में गांवों में बढ़ रहे शराब माफिया खत्म होंगे। 

Kolar News

Kolar News 10 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा चलाया गया शुद्ध के लिए युद्ध अभियान अंतर्गत राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र में तीन गुटखा कंपनियों के कारखानों पर स्टेट जीएसटी, खाद्य विभाग, बिजली विभाग और ईओडब्ल्यू ने संयुक्त कार्रवाई की। छापे में 100 करोड़ से अधिक का मिलावटी स्टॉक बरामद हुआ है। गुटखा बनाने की मशीनें भी जब्त की गई हैं। इस कार्रवाई से मिलावटखोरों में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्यमंत्री की माफिया के खिलाफ कार्यवाही के तहत यह छापा मारा गया है और छापे का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक अरुण मिश्रा कर रहे हैं। गोविंदपुरा स्थित सी-सेक्टर के तीन गुटखा फैक्टरियों में देर रात एकसाथ छापा मारा गया और कार्रवाई शुक्रवार की सुबह भी जारी है। जांच में करोड़ों रुपये के टैक्स की हेराफेरी का मामला भी सामने आया है।   छापामार कार्रवाई राजश्री गुटखा, कमला पसंद गुटखा और ब्लैक लेबल गुटखा का उत्पादन करने वाली कंपनियों में किया गया है। मिलावटखोर गुटका कंपनियों द्वारा गुटखा उत्पादन कर खुले बाजार में बिक्री करने की लंबे समय से शिकायत मिल रही थीं। उसी आधार पर यह कार्रवाई की गई है। करोड़ों रुपये की कर चोरी : गुटखा कारखानों पर संयुक्त कार्रवाई के दौरान लगभग 500 करोड़ की कर चोरी करने का मामला भी सामने आया है। कारखानों में जो मशीनें गुटखा बनाने के लिए उपयोग की जा रही थीं, उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन मशीनों से कई ज्यादा गुना अधिक मिलावटी उत्पादन कारखानों में किया जा रहा था। दूसरी तरफ बिजली की चोरी करने का मामला सामने आया है। बिजली चोरी कर गुटखा कारखानों में दिन रात उत्पादन किए जाने की भी बात सामने आई है। अनुमान से अधिक उत्पादन करने का मामला सामने आने से यही अंदाज लगाया जा रहा है कि 400 से 500 करोड़ की कर चोरी पिछले कई सालों से राजनैतिक संरक्षण में की जा रही थी। ईओडब्ल्यू के पास ई टेंडर, एमसीयू, सिंहस्थ जैसे मामलों पर भी आर्थिक अपराध से जुड़े पुख्ता सबूत मिले हैं। जल्द ही ऐसी मामलों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। कराया जा रहा था बालश्रमगुटखा कारखानों में नाबालिग बच्चे भी कार्यरत थे। इससे बालश्रम अधिनियम का दुरूपयोग करने का भी मामला सामने आया है और श्रम विभाग आगे की कार्रवाई कर रहा है।

Kolar News

Kolar News 10 January 2020

भोपाल/ग्वालियर/गुना। मध्य प्रदेश समेत आसपास के राज्यों में शराब का कारोबार करने वाले ग्वालियर के शिवहरे ग्रुप के विभिन्न ठिकानों पर गुरुवार को आयकर विभाग द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। ग्वालियर के अलावा गुना, अशोकनगर, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, सतना और बैतूल स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की अलग-अलग टीमों ने दबिश देकर टैक्स से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि विभाग को शिवहरे ग्रुप के खिलाफ लम्बे समय से टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। फिलहाल आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है।   ग्वालियर के शिवहरे ग्रुप का मध्यप्रदेश के अलावा उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड समेत कई राज्यों में शराब का कारोबार है। ग्रुप के मालिक ग्वालियर के लक्ष्मीनारायण शिवहरे, रणजीत, आकाश, आशीष शिवहरे हैं। आयकर विभाग की अलग-अलग टीमें गुरुवार को गुना में लक्ष्मीगंज स्थित एक होटल, सिसोदिया कॉलोनी स्थित उसके निवास के साथ-साथ अन्य स्थानों के अलावा प्रदेश के इंदौर, भोपाल और सागर में व्यवसायी के ठिकानों पर एक साथ दबिश देकर छापामार कार्रवाई शुरू की और दस्तावेज खंगाले। इनमें ग्रुप से संबंध रखने वाले मालिक के दोस्तों और रिश्तेदारों के ठिकानें भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और झारखंड में शिवहरे ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है। जानकारी मिली है कि कारोबारी रणजीत शिवहरे के निवास से दस्तावेज जब्त किए गए हैं। उनके मकान पर पुलिस बल तैनात किया गया है।भोपाल में शिवहरे से जुड़े संस्थान विष्णु हाईटैक सिटी, जबलपुर में आशीष शिवहरे के निवास और दफ्तर, इंदौर में स्कीम नम्बर-78 क्षेत्र में शिवहरे ग्रुप के करीब आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है और जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 9 January 2020

छतरपुर। मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर मध्यप्रदेश के कई जिलों में भले ही माफिया विरोधी अभियान के कारण सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालों में खौफ पनप रहा हो, लेकिन छतरपुर में माफिया जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण खूब मजे में है। दिलचस्प बात है कि छतरपुर जिले में प्रशासन अपने ही एक विभाग की जमीन पर पांच महीने से चल रहे अवैध निर्माण को रोकने का साहस नहीं जुटा पा रहा है। सिविल न्यायाधीश की अदालत ने अतिक्रमणकारियों को हटाने के निर्देश भी दे दिए इसके बाद भी अतिक्रमणकारी जमे हुए हैं। अपनी तरह का यह रोचक मामला मध्यप्रदेश सरकार को संज्ञान में लेना चाहिए।   यह है मामला   छतरपुर जिला मुख्यालय पर सटई रोड स्थित कृषि उपज मंडी की सरकारी जमीन पर यहीं रहने वाले जीतेन्द्र जैन तनय ज्ञानचंद्र जैन एवं उनके भाई प्रत्येन्द्र तनय ज्ञान चंद्र जैन के द्वारा कब्जा कर दुकानें बनाई जा रही हैं। पांच महीने से मंडी सचिव दर्जनों शिकायती आवेदन देकर जिला प्रशासन को आगाह कर चुका है कि अतिक्रमणकारियों ने उक्त सरकारी जमीन को अपनी जमीन बताकर इस पर निर्माण कार्य चालू कर रखा है लेकिन प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंगी।    मंडी सचिव ने हक 3 जनवरी को फिर से एक बार माफिया विरोधी अभियान के मुखिया अपर कलेक्टर प्रेम सिंह चौहान को एक शिकायती आवेदन सौंपा था। इस आवेदन में बताया गया कि उक्त दोनों अतिक्रमणकारी वर्ष 2014 में इस मामले को दीवानी अदालत में ले गए थे। जहां से उनकी अपील 29.01.2014 को प्रस्तुत होकर 7.03.2019 को निरस्त हो चुकी है। अपील खारिज होने के बाद आरोपियों ने 30.07.2019 से जबरदस्ती निर्माण कार्य शुरु करा दिया। जब इस निर्माण कार्य को मंडी के कर्मचारियों ने रोका तो उन्हें गुंडों के द्वारा गालियां देकर भगा दिया गया। यह निर्माण कार्य 02.08.2019 को फिर शुरु हुआ। इस बार मंडी के कर्मचारियों ने सिविल लाइन पुलिस को इसकी सूचना दी लेकिन पुलिस ने भी कोई कार्यवाही नहीं की। मंडी गेट क्रमांक 1 के बगल में अतिक्रमणकारियों ने जबरदस्ती कई दुकानों का निर्माण कर लिया है और देखते ही देखते यह निर्माण पूर्ण हो चुका है।    मंडी सचिव ने दिए कई आवेदन, फिर भी सुनवाई नहीं   मंडी सचिव ने हाल ही में एडीएम को दी गई शिकायत में बताया कि पहले भी अवैध निर्माण कार्य के दौरान कई आवेदन प्रशासन और पुलिस को दे चुका है। उन्होंने 30.07.2019, 01.08.2019 को भी आवेदन देकर अवैध निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिए भी प्रशासन को सूचित किया था लेकिन किसी ने इस बात पर गौर नहीं किया। इस मामले में जब कलेक्टर मोहित बुंदस से अथवा एडीएम प्रेम सिंह चौहान से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।   इनका कहना इस मामले में कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायतें की जा चुकी हैं। अतिक्रमणकारियों ने बिना किसी ठोस दस्तावेज के यहां तीन दुकानें बना ली हैं। इस बार फिर से शिकायत की है। शिवभूषण निगम, प्रभारी मंडी सचिव

Kolar News

Kolar News 9 January 2020

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में बुधवार रात एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देते हुए युवक ने अपनी पत्नी और सास की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। यह पूरा घटनाक्रम तीन साल की मासूम बच्ची के सामने हुआ। वारदात को अंजाम देने के बाद वहां मौजूद लोगों ने आरोपित को रोकने की कोशिश की तो वह चाकू दिखाकर वहां से भाग निकला। थोड़ी दूर आगे जाकर पानी पूरी खाने लगा। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। वारदात द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के शनि मंदिर रोड की है।    जानकारी अनुसार के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के शनि मंदिर रोड निवासी नीतू (23 साल) ने संदीप सोनी के साथ करीब चार साल पहले प्रेम विवाह किया था। दोनों की तीन साल की एक बेटी भी है। शादी के कुछ समय बाद से ही दोनों के बीच में विवाद होने लगे। मामले की शिकायत पुलिस में भी हुई थी। संदीप के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस भी चल रहा था। इसके बाद वे अलग रहने लगे। नीतू अपनी बेटी को लेकर मां के साथ रह रही थी। पुलिस के मुताबिक नीतू के पिता की मौत हो चुकी है। वे अपने नाना रामफल पुत्र खेमाजी वर्मा के साथ रहती थी। नाना विज्ञापन वाली सायंकाल चलाते हैं।   नीतू अपनी मां पद्मा (50 साल) के साथ 15 दिन पहले ही अपने नाना रामफल के यहां रहने आई थी। संदीप बुधवार रात करीब नौ बजे नीतू के घर पहुंच गया और आते ही उसकी मां पद्मा पर मोगरी से हमला कर दिया। मां पर हमला होता देख नीतू ने बीच-बचाव किया तो संदीप ने चाकू से पद्मा पर वार कर उसे बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। मां को गंभीर हालत में देख नीतू मदद के लिए घर से बाहर भागी तो संदीप ने उसे पीछे से पकड़ लिया और धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद संदीप ने उसके सीने पर ताबड़तोड़ चाकू से वार कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम को उसकी तीन साल की बेटी यह देखती रही। वह बहुत घबरायी हुई थी।    आरोपित ने जिस वक्त घटना को अंजाम दिया उससे कुछ देर पहले ही नीतू के नाना कुछ काम से घर के बाहर गए थे। घर से चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद के लिए पहुंचे तो आरोपित चाकू लहराने लगा और मारने की धमकी देकर वहां से फरार हो गया। इसके बाद आरोपित कुछ दूरी पर जाकर पानी पूरी खाने लगा। इसी दौरान आसपास के लोगों ने 108 और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि संदीप कुछ दूर ही खड़ा है। इसके बाद उसे पकड़ लिया। पुलिस ने तुरंत घायल मां और बेटी को अस्पताल भिजवाया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। कुछ देर बाद जब नाना घर लौटे तो पता चला कि बेटी और पत्नी की हत्या हो गई है। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने पारिवारिक विवाद में इस घटना को अंजाम देने की बात कबूल की है। पुलिस ने बताया कि संदीप मंगलवार को यहां पर आया था और दोनों को जान से मारने की धमकी देकर गया था।

Kolar News

Kolar News 9 January 2020

इंदौर। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) मध्य प्रदेश सरकार के निर्णय की खिलाफत करते हुए मोर्चा खोलने वाला है। मध्यप्रदेश के अलावा देश के दूसरे राज्यों में जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां प्रदेश सरकारों की नीतियों के खिलाफ ज्ञापन और प्रदर्शन के माध्यम से विहिप अपना विरोध जाहिर करेगी।    इसकी जानकारी बुधवार को विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने इंदौर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। इस दौरान उन्होंने सीएए सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। परांडे ने कहा कि मुस्लिम देशों में रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दू शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने के लिए विहिप पूर्ण प्रयास करेगा। परांडे ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में कोर्ट के आदेश की अवहेलना करके राज्य सरकार हिन्दू मंदिरों की जमीन को अधिग्रहित करके आवंटित कर रही है, जिसके विरोध में विश्व हिन्दू परिषद फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। प्रदेश में मौलवी और पादरियों को सरकारी खजाने से दी जाने वाली पगार का भी विरोध किया जाएगा।    जेएनयू में हाल ही में हुई घटना में एबीवीपी छात्रों के शामिल होने की बात पर सफाई देते हुए परांडे ने कहा कि कुछ लोगों ने जेएनयू के सर्वर रूम पर हमला किया था, ताकि छात्रों की परीक्षा ना हो सके और वहां नए एडमिशन ना हो सके। बाहर के तत्व यूनिवर्सिटी में आकर हिंसा कर रहे हैं, इसे रोकने के लिए एबीवीपी के छात्र वहां गए होंगे। यदि किसी दल को प्रदर्शन करना है तो लोकतांत्रिक तरीके से करना चाहिए। विद्यार्थियों को भडक़ाना अच्छी बात नहीं है। परांडे के मुताबिक एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को टारगेट किया जा रहा है। विद्यार्थियों को सतर्क रहने की बात कहते हुए परांडे ने कहा कि देश हित के मुद्दे से भटकाने वाले संगठनों को सबसे पहले देश हित की बात सोचनी चाहिए।

Kolar News

Kolar News 8 January 2020

भोपाल। सरकार की नीतियों के खिलाफ आज बुधवार को भारत बंद बुलाया गया है। दस केंद्रीय मजदूर संघों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं स्वतंत्र फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर पर केंद्रीय कर्मचारियों ने एक दिवसीय हड़ताल की है। इस हड़ताल में कांग्रेस के मजदूर संगठन इंटक के अलावा वामदलों के मजदूर संगठन एटक, सीटू समेत कई मजदूर संघ शामिल होंगे। मध्य प्रदेश में भी हड़ताल का असर केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों सहित बैंक,बीमा कंपनी,डाक,रेलवे एवं संचार कार्यालय में भी देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश में बिजली कर्मी भी हड़ताल पर हैं, आज अगर कही फॉल्ट हुआ तो कल ही सुधार होगा।    मध्य प्रदेश में हड़ताल के समर्थन में इनकम टैक्स कार्यालय बंद रहेंगे। पहली बार राजपत्रित अधिकारी भी काम नहीं करेंगे। कोई जांच पड़ताल नहीं होगी। ट्रेड यूनियन के सहायक महासचिव एटी पद्मनाभन ने कहा कि भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में संगठित मजदूर, भेल कारखाने के मजदूर भी हड़ताल में शामिल होंगे। भोपाल की 490 बैंकों में भी काम नहीं होगा। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, संविदा अधिकारी कर्मचारी महासंघ संघ ने हड़ताल का समर्थन किया है।   ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रीय समिति के जबलपुर इकाई की ओर से यह हड़ताल बुलाई गई है। हड़ताल को लेकर ऑल इंडिया डिफेंस इंप्लॉई फेडरेशन के संगठन मंत्री रामप्रवेश ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार मजदूर विरोधी नीतियां चलाकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही है। वर्तमान की केंद्र सरकार मजदूर विरोधी रवैया अपना रही है। देश विरोधी, छात्र विरोधी रवैया के साथ काम कर रही है, यही वजह है कि उसके खिलाफ आज पूरे देश के केंद्रीय श्रम संगठनों द्वारा इस हड़ताल को आयोजित किया गया है।    आज देश में बैंक, पॉलिसी बीमा तथा टेलीकॉम क्षेत्र, कॉलेज इसमें बंद को लेकर समर्थन दे रहे हैं। कर्मचारी नेता ने आरोप लगाया है कि इस बंद के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है क्योंकि सबका साथ सबका विकास के साथ केंद्र में आई ये सरकार देश में विनाश करने पर उतारू है। इस विनाशकारी नीति के खिलाफ आज बंद है, जिसका समर्थन सभी यूनिराज पूरी तरह से कर रही है। वही उत्पादन के विषय में उन्होंने कहा कि 31मार्च उत्पादन का समय होता है इसलिए आम जनता को इसमें जबरन शामिल नही किया गया है, पर ट्रेड यूनियन आज हड़ताल पर हैं।

Kolar News

Kolar News 8 January 2020

उज्जैन। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बुधवार सुबह अपने परिवार के साथ बाबा महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान गर्भगृह में बाबा का पूजन कर जलाभिषेक कर उनका आशीर्वाद लिया। उनके साथ उनकी पत्नी वीणा सिंह, बेटा अभिषेक सिंह और बहू ऐश्वर्या मौजूद रहे।   पूजा करने के बाद बाहर निकलकर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रदोष का शुभ दिन है। इस दिन महाकाल मंदिर के दर्शन परिवार समेत करने आया हूं। इस दौरान रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले एक साल में प्रदेश की हालत खराब हो गई है। किसानों में हा-हाकार मचा हुआ है। समाज के सभी वर्गों को इस 12 महीने के अंदर ही समझ में आ गया कि यह सरकार सिर्फ वादा करने वाली है। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर हो रही हिंसा के पीछे रमन सिंह ने विपक्ष का षड्यंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और देश की प्रगति, सुख-शांति और समृद्धि के लिए केंद्र सरकार दिल्ली में काम कर रही है। बड़े-बड़े निर्णय ले रही है, उसका क्रियान्वयन राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर हो इसी को लेकर महाकाल बाबा से प्रार्थना की है। 

Kolar News

Kolar News 8 January 2020

भोपाल। इंदौर में माफियाओं पर कार्रवाई और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा आग लगाए जाने के बयान के बाद से राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस नेताओं के जुबानी हमले तेज हो गए है और लगातार भाजपा पर हमला कर रहे है। मप्र सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने भी माफियाओं पर कार्यवाही को लेकर बड़ा बयान दिया है और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।    मंत्री जीतू पटवारी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए माफियाओं पर कार्यवाही को लेकर भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा में माफिया है, तभी तो भाजपा कह रही है कि भाजपा के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय पर हमला करते हुए कहा कि कैलाश सुगनी देवी घोटाला, पेंशन घोटाला में लिप्त है, लेकिन कांग्रेस सरकार के राज में किसी भी माफिया को छोड़ा नही जाएगा। उन्होंने कहा कि तंज कसते हुए कहा कि भाजपा में नेता बनने की होड़ लगी है इसलिए नरोत्तम मिश्रा और कैलाश विजयवर्गीय आग लगाने की बात करते हैं और शिवराजसिंह चौहान विचलित हैं।   इसके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि प्रदेश के कॉलेज माफियाओं पर भी सरकार का डंडा चलेगा। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग में माफियाओं की पहचान की जा रही है। जो धंधा के रूप में कॉलेज चला रहे है उन्हें चिन्हित करके कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि जो कॉलेज छात्रों से ज्यादा फीस वसूल रहे हैं और छात्रों को बेवजह परेशान करते है उन पर भी कार्यवाही की जाएगी।   मप्र में परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आऐंगे   छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मप्र में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्णय जनता को भा रहे है। ऐसे में मप्र के पंचायत और नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस का परचम लहरायेगा। जेएनयू घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री पटवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह शिक्षण संस्थान में बेहतर शिक्षा देने में फेल हुए है। जेएनयू में अब तक तीन बार प्रोटेस्ट हो चुके है। देश के छात्रों के असंतोष को भविष्य के साथ जोडक़र पीएम मोदी को देखना चाहिए।   

Kolar News

Kolar News 7 January 2020

भोपाल। हनीट्रैप मामले में नाम आने के बाद दो मंत्रियों के ओएसडी को हटाए जाने के बाद अब इसी मामले में घिरे आईएएस अफसर पी.सी.मीणा की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस चिट्ठी में मीणा ने मुख्य सचिव से मिलने का समय मांगते हुए अपनी परेशानियां बताई हैं।    हनीट्रैप मामले में फंसे आईएएस अधिकारी पीसी मीणा की एक चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। हिन्दुस्थान समाचार वायरल हुई चिट्ठी की वास्तविकता की पुष्टि नहीं करता है,  लेकिन जो चिट्ठी वायरल हुई है, उसमें पी.सी.मीणा ने मुख्य सचिव से मिलने का वक्त मांगा है। 06 जनवरी की तारीख वाली इस चिट्ठी में मीणा की ओर से खुद की जान को खतरा बताया है। साथ ही ये भी लिखा है कि उनका परिवार मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा है। चिट्ठी में मीणा ने लिखा है कि उनके खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया है। करीब 6 महीने पहले एक वीडियो वायरल करके मेरी व्यक्तिगत छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए मैं इस मामले में चुप था। उन्होंने कहा है कि एसआईटी की ओर से कोर्ट में पेश किए गए चालान में जो बातें लिखी गई हैं, वो भ्रामक हैं और इस मामले में वो पूरी जानकारी मुख्य सचिव को देना चाहते हैं।    सबसे पहले वायरल हुआ था मीणा का वीडियोपीसी मीणा वही आईएएस अधिकारी हैं, जिनका वीडियो सोशल मीडिया में हनीट्रैप के खुलासे से पहले वायरल हुआ था। इस वीडियो में मीणा एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में दिखे थे। बाद में जब हनीट्रैप केस की जांच आगे बढ़ी तो इस मामले के तार भी उससे जुड़ गए।   

Kolar News

Kolar News 7 January 2020

इंदौर। भारत-श्रीलंका के बीच रविवार को गुवाहटी में टी-20 सीरीज का पहला मैच बारिश के चलते रद्द हो गया था, जिससे दर्शक मायूस हो गये थे। हालांकि मंगलवार शाम को इंदौर होने वाले दूसरे टी-20 मैच में मौसम बाधक नहीं बनेगा। यहां मौसम साफ रहेगा और दर्शक मैच का लुत्फ उठा सकेंगे। रात में समय ओस प्रभाव दिखाएगी लेकिन स्टेडियम प्रबंधन का कहना है कि ओस को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भारत-श्रीलंका के बीच खेली जा रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार शाम सात बजे से इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक उदय सरवटे ने मंगलवार को बताया कि इंदौर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो रविवार की तुलना में चार डिग्री अधिक था। मंगलवार को भी सुबह से मौसम साफ है और तेज धूप खिली हुई है। उन्होंने बताया कि अभी तक चल रही उत्तरी व उत्तर-पूर्वी हवा चल रही थी लेकिन सोमवार को शहर में पूर्वी व दक्षिणी-पूर्वी हवा चलने लगी है, इसकी वजह से तापमान में इजाफा हुआ है। मंगलवार को सुबह हल्का कोहरा अवश्य छाया था लेकिन सुबह 8.30 बजे दृश्यता एक हजार मीटर तक रही। इंदौर में अगले दो दिन तापमान बढ़ा हुआ रहेगा।वही, जिला प्रशासन ने भारत और श्रीलंका के बीच हो रहे टी-20 क्रिकेट मैच को लेकर ट्रैफिक लान तैयार किया है। शाम सात बजे से शुरू होने वाले मैच के लिए दोनों टीमें दो घंटे पहले मैदान में पहुंच जाएंगी। इसके चलते दोपहर दो बजे से मैच समाप्त होने तक जंजीरवाला चौराहे से लैंटर्न चौराहे तक (रेसकोर्स रोड) के मार्ग पर ट्रैफिक पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। एएसपी ट्रैफिक एमके जैन ने बताया कि मैच शुरू होने से पहले और समाप्ति पर भीड़ को देखते हुए इस यह निर्णय लिया गया है। इस दौरान पूरा मार्ग बंद कर दिया जाएगा। वहीं, स्टेडियम के आसपास के व्यापारिक संस्थान, अस्पताल व रहवासियों के लिए पास से ही रेसकोर्स रोड पर एंट्री होगी। इमरजेंसी वाहनों को निकलने दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 7 January 2020

इंदौर। भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गत दिनों उनके साथ ही करीब 150 पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने कैलाश विजयवर्गीय समेत सभी 350 लोगों के खिलाफ धमकी देने वाले बयान को लेकर चार धाराएं बढ़ा दी हैं।  बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा भूमाफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को लेकर कैलाश विजयवर्गीय पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ अधिकारियों से मिलने पहुंचे थे, लेकिन अधिकारी उनसे मिलने नहीं आए। इससे बाद विजयवर्गीय कमिश्नर आकाश त्रिपाठी के घर पहुंच गए, जहां कमिश्नर भी उन्हें नहीं मिले। उस दिन हनुवंतिया में चतुर्थ जल महोत्सव का शुभारंभ होना था और कमिश्नर आकाश त्रिपाठी भी हनुवंतिया गए हुए थे। इससे नाराज होकर कैलाश विजयवर्गीय पार्टी पदाधिकारियों और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ कमिश्नर के बंगले के बाहर धरने पर बैठ गए और इस दौरान उन्होंने धमकी देने वाला बयान दे दिया। इसी को लेकर शनिवार को संयोगितागंज थाना पुलिस ने कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, नगर अध्यक्ष गोपी नेमा सहित 350 लोगों के खिलाफ धारा 188 के तहत केस दर्ज किया था। अब इन सभी के खिलाफ चार धाराएं बढ़ा दी गई हैं।संयोगितागंज थाना पुलिस के मुताबिक, भाजपा नेताओं द्वारा बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन किया गया था, इसलिए उन पर धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था, लेकिन बीती देर रात उनके खिलाफ धरने के दौरान भडक़ाऊ बयान देने, धमकी देने, विधि विरुद्ध भीड़ जमा के मामलों में आईपीसी की धारा 149,143, 506 और 153 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।

Kolar News

Kolar News 6 January 2020

सीहोर। मध्य प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में है। लगातार  प्रदेश के माफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाकर कार्रवाई कर रही है। सरकार की इस मुहिम के लिए पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सरकार की तारीफ की है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सिंघम संबोधित करते हुए कहा है कि वो जो कहते है, वह करते है।    सोमवार को शहर के कलचुरी समाज के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार की जमकर तारीफ की और मुख्यमंत्री कमलनाथ को सिंघम तक कह डाला। प्रदेश में भूमाफियाओं के खिलाफ चल रही कार्रवाई पर दिग्विजय सिंह ने सीएम कमलनाथ को सिंघम बताते हुए कहा कि वे ऐसे सीएम है जो वो कहते है उसे करते भी है। साथ ही उन्होंने कहा कि कब्जे वाली जमीन तो बची नहीं। कब्जाधारियों से जमीन खाली कराई जा रही है। कब्जा हटाने के बाद भी अगर खाली जमीन बचती है तो वो जमीन गरीबों की होगी।    इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये दो जिस्म है लेकिन इनकी आत्मा एक है। ये जोड़ी देश का भला नहीं चाहती है। केन्द्र सरकार की योजनाओं पर भी निशाना साधते हुए आयुष्मान भारत में फर्जीवाड़े पर उन्होंने कहा कि आयुष्मान जैसी योजनाओं के नाम पर बीमा कम्पनियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी-शाह की कंपनी काम कर रही है। एग्रीकल्चर बीमा कम्परियों को हजारों करोड़ों का फायदा होता है। जिसकी पुष्टि केन्द्र सरकार खुद राज्यसभा में कर चुकी है। आयुष्मान योजना और किसान बीमा यह सब योजनाएं निजी अस्पताल और बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है। दिग्विजय सिंह ने एनआरसी को लेकर केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 11 साल लग गए एनआरसी कराने में। इसके लिए 16 सौ करोड़ रूपए खर्च हुए, लेकिन सामने क्या आया कि करीब 19 लाख लोग विदेशी है। जिसमें ज्यादातर हिंदू है। यह सरकार देश की आर्थिक हालात पर से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के कदम उठा रही है। केन्द्र सरकार से अगर रोजगार या किसी मुद्दे पर सवाल करते है, तो उनका एक ही जवाब होता है कि देश में एनआरसी लागू करेंगे।   

Kolar News

Kolar News 6 January 2020

भोपाल।  हनीट्रैप से जुड़े मानव तस्करी केस में नाम आने के बाद खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के ओएसडी हरीश खरे व अरुण निगम की छुट्‌टी कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कैबिनेट बैठक में मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने खरे और निगम को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी कर दिए।    मानव तस्करी केस में जांच कर रही एसआईटी ने जो चालान पेश किया था, उसमें खरे और निगम के भी नाम शामिल थे। चालान में नाम आने के बावजूद खरे और निगम पद पर बने हुए थे। इससे मंत्रियों के बारे में भी सवाल उठने लगे थे। कैबिनेट बैठक में जब मुख्यमंत्री ने नाराजगी दिखाई तो मंत्री तोमर व जायसवाल ने बैठक के बाद अपने-अपने ओएसडी को हटाने की नोटशीट लिख दी थी। इसके बाद जीएडी से देर रात हटाने का आदेश निकाल दिया। तोमर के ओएसडी खरे को महिला एवं बाल विकास विभाग में उपसंचालक के मूल पद पर भेज दिया गया है। उनकी जगह ग्वालियर में पदस्थ राज्य प्रशासनिक सेवा के संयुक्त कलेक्टर चंद्रभूषण प्रसाद को मंत्री का ओएसडी बनाया गया है। वहीं, मंत्री जायसवाल के ओएसडी निगम को अनुसूचित जाति कल्याण विभाग भेजा गया है।  

Kolar News

Kolar News 6 January 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद एमपी-पीएससी चयनित पुरुष सहायक प्रोफेसरों के नियुक्ति पत्र जारी कर दिये हैं, लेकिन आरक्षण का मामला हाईकोर्ट में चलने के कारण चयनित 91 सहायक महिला प्रोफेसरों की नियुक्ति अभी तक अटकी हुई है। इसी को लेकर इन महिला सहायक प्रोफेसरों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उच्च शिक्षा विभाग की उदासीनता को लेकर रविवार को एमपी-पीएससी से चयनित 91 महिला सहायक प्रोफेसर भोपाल के नीलम पार्क में धरने पर बैठ गई हैं। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रविवार शाम को कैंडल मार्च निकालने की तैयारी भी की जा रही है। प्रदर्शनकारी सहायक महिला प्रोफेसरों का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या कर उच्च शिक्षा विभाग ने उन्हें नियुक्ति से वंचित कर दिया है। इस सम्बम्ध में उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात की थी। तब उन्हें मंत्री ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही उनके मामले में हाईकोर्ट में शपथ पत्र देकर मामले का जल्द निराकरण कराया जाएगा, लेकिन इस दिशा में उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक कोई पहल नहीं की है। इसके साथ ही कानून मंत्री पीसी शर्मा ने भी महिला सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति को रोककर रकने को अन्यायपूर्ण मानते हुए मामले को संज्ञान में लेने की बात कही थी। मुख्यमंत्री को भी इस मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग उदासीन रवैया अपनाए हुए है और उनकी नियुक्ति को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।नियुक्ति मिलने से वंचित 91 सहायक महिला प्रोफेसर रविवार को भोपाल के नीलम पार्क पहुंचीं और धरने पर बैठ गईं। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उच्च शिक्षा विभाग पर दोषारोपण किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके मामले में आगामी सात जनवरी तक कोई सकारात्मक पहल विभाग द्वारा नहीं की जाती है तो वे आमरण अनशन पर बैठजाएंगी। इसके साथ ही सभी मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग करेंगी।उल्लेखनीय है कि एमपी-पीएससी द्वारा 2700 सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गई थी, जिसका परिणाम पिछले साल दिसम्बर में ही घोषित कर दिया गया था। इस परीक्षा में महिला आरक्षण को लेकर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया था, जिसके चलते 18 विषयों में अनारक्षित महिला सीट पर चयनित आरक्षित वर्ग की 91 महिलाओं को ज्यादा नम्बर लाने पर भी नियुक्ति नहीं दी गई। बताया गया है कि इन महिलाओं के नम्बर अनारक्षित वर्ग की महिला एवं पुरुष अभ्यर्थियों से अधिक हैं। अंग्रेजी, भूगोल मनोविज्ञान आदि विषयों में तो प्रथम स्थान पर चयनित महिला को इसी कारण नियुक्ति नहीं दी गई, जबकि चयन सूची में सबसे अंतिम स्थान पर चयनित अभ्यर्थी को नियुक्ति दे दी गई है। यह नियुक्तियां हाईकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद दी गई है, लेकिन 91 महिला सहायक अध्यापक अब भी नियुक्ति मिलने के इंतजार में हैं और अब उन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

Kolar News

Kolar News 5 January 2020

भोपाल। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशभर में प्रबुद्धजन सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं देश के गृह मंत्री अमित शाह आगामी 12 जनवरी को जबलपुर आएंगे। वे यहां आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में शामिल होंगे और सीएए को लेकर अपने विचार व्यक्त करेंगे। यह जानकारी रविवार को पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पारासर ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि सीएए को लेकर कांग्रेस पूरे देश में दुष्प्रचार कर रही है। इसीलिए भाजपा इस कानून की सच्चाई बताने के लिए देशभर में प्रबुद्धजन सम्मेलन आयोजित कर रही है। गृह मंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी 12 जनवरी को जबलपुर में प्रबुद्धजन सम्मेलन में भाग लेंगे।उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी बड़े नेता इन प्रबुद्धजन सम्मेलनों में भाग ले रहे हैं। सोमवार, 6 जनवरी को पार्टी के वरिष्ठ नेता व केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर नगर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय छिन्दवाडा, कृष्ण पाल भिण्ड, सांसद गणेश सिंह अनूपपुर, प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा सीहोर एवं राजस्थान के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी नीमच में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इसी प्रकार आगामी दिनों में यह सम्मेलन होंगे, जिनमें पार्टी के वरिष्ठ नेता सीएए की सच्चाई जनता के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।

Kolar News

Kolar News 5 January 2020

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर में ''आग लगाने'' वाले बयान पर आखिरकार पुलिस ने एक दिन बाद देर रात उन समेत अनेक लोगों पर धारा 180 के तहत केस दर्ज किया है ।शनिवार दिन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीएसपी को ज्ञापन सौंपकर विजयवर्गीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। उधर, इंदौर कलेक्टर ने भी मामले की जांच करने की बात कही थी। उसके बाद पुलिस प्रशासन ने रात्रि में कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, भाजपा नगर अध्‍यक्ष गोपी नेमा, महेंद्र हार्डिया सहित पार्टी के 350 नेताओं-कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया है।    इस संबंध में शहर एसपी ने पुष्‍टि‍ की है। एसपी ने कहा कि इन सभी के खिलाफ पुलिस ने एक्‍शन लिया है। उन्‍होंने बताया है कि इंदौर शहर में जब धारा 144 लगी हुई है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के नेतागण इकट्ठा हुए। एसपी मोहम्‍मद युसुफ कुरैशी ने बताया कि भाजपा के इन नेताओं ने झुंंड बनाकर नारेबाजी भी की । इसलिए कानून तोड़ने पर इन सभी पर यह कार्रवाई की गई है।     उल्‍लेखनीय है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को संयोगिता गंज थाने पहुंच सीएसपी को ज्ञापन सौंपकर कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी । यहां कांग्रेसियों का कहना था कि जब दो लोगों के विवाद में एक व्यक्ति द्वारा दूसरे को जान से मारने की धमकी दी जाती है तो पुलिस उस पर केस दर्ज करती है। ऐसे ही विजयवर्गीय पर भी एफआईआर दर्ज हो। मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने भी भाजपा के राष्‍ट्रीय महासचिव के बयान को उनकी बौखलाहट करार दिया था।   दरअसल, मामला तब बिगड़ा जब भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संभागायुक्त, कलेक्टर, डीआईजी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया था कि वे रेसिडेंसी कोठी में मिलना चाहते हैं। यह घटना शुक्रवार की है। इसके बावजूद कोई भी अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा, जिसके बाद विजयवर्गीय प्रशासन के इन अधिकारियों के प्रति नाराज हो गए। उन्होंने तब वहां एडीएम बीबीएस तोमर से जो कहा उसी को पुलिस प्रशासन ने अपनी कार्रवाई का आधार बनाया है । उस वक्‍त भाजपा के महासचिव संभागायुक्त के बंगले के सामने धरने पर बैठ गए थे। उनके साथ सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला और नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा भी इस धरने में शामिल थे।

Kolar News

Kolar News 5 January 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले दिनों यूरिया संकट को लेकर जमकर राजनीति हुई। पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप के साथ ही किसानों को भी यूरिया के लिए घंटों लाईन में लगकर परेशान होना पड़ा। ऐसे हालात में यूरिया की समस्या से निपटने के लिए अब कमलनाथ सरकार नया प्रयोग करने जा रही है। प्रदेश सरकार नैनो यूरिया कॉन्सेप्ट की शुरूआत करने जा रही है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि खरीफ सीजन से पहले किसानों को यह उपलब्ध कराया जाएगा।   शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने यूरिया आपूर्ति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया का कॉन्सेप्ट के साथ कमलनाथ सरकार का नया प्रयोग करने जा रही है। इस कॉन्सेप्ट के  तहत एक बोटल में एक बोरी के बराबर यूरिया मिलेगा। मंत्री शर्मा ने कहा कि इस प्रयोग से यूरिया खराब होने की समस्या से मुक्ति  मिलेगी, एक बोटल में यूरिया आ जाएगा। खरीफ सीजन से पहले किसानों को नैनो यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा।   सेवादल के ट्रेनिंग शिविर में हुए बवाल पर जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई ने साफ कर दिया है। कोई एक साल पुरानी किताब लेकर आ गया था। होशंगाबाद जिले में महिलाओं को खेती के क्षेत्र में सम्मान मिलने और प्रदेश को कृषि कमृण अवार्ड मिलने पर मंत्री शर्मा ने सीएम कमलनाथ और कृषि मंत्री सचिन यादव को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही हमेशा सीएम कमलनाथ ने किसानों और उससे जुड़ी चीजों पर काम किया। ऋणमाफी के वचन को पूरा किया। इसके अलावा मसालों की खेती के लिए कमलनाथ सरकार किसानों को अनुदान देगी।   उन्होंने कहा कि प्रदेश लगातार उद्योग निवेश की बात हो रही है। उद्योग के क्षेत्र में निवेश के लिए सीएम कमलनाथ एक बार फिर दावोस जाएँगे। निवेश आकर्षण से आता है और सीएम के प्रयास से लगातार प्रदेश में उद्योग आ रहे है। जिससे सीधे 70 प्रतिशत युवाओं को उद्योग जोड़ेगा।  

Kolar News

Kolar News 3 January 2020

इदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। इसमें शामिल होने के लिए संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत भी इंदौर पहुंच चुके हैं। इस बैठक में संघ के 400 पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर मचे घमासान के बीच इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। इसमें बैठक में सीएए को लेकर देशभर में बने माहौल पर मंथन किया जाएगा। इसके अलावा केन्द्र सरकार के कश्मीर से धारा 370 हटाने और अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ होने जैसे विषयों को घर-घर तक पहुंचाने की रणनीति भी बनाई जाएगी। सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत गुरुवार को सुबह विमान से इंदौर एयरपोर्ट आए और यहां से सीधे होटल ओमनी पैलेस गार्डन पहुंचे, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक हो रही है। मीडिया को इस बैठक से दूर रखा गया है। बताया जा रहा है कि बैठक शुरू हो गई है और इसमें सरसंघचालक डॉ. भागवत के अलावा सरकार्रवाह भैयाजी जोशी समेत प्रांच प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक, कार्यवाहक संघ चालक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के 400 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इसमें देशभर में चल रहे माहौल के साथ संगठन को और मजबूत बनाने की चर्चा के अलावा आगामी साल की कार्ययोजना भी बनाई जाएगी। इस दौरान संगठन की भी समीक्षा भी जोर रहेगा। बैठक के अलावा डॉ. भागवत गुरुवार शाम को यहां साउथ तुकोगंज नाथ मंदिर परिसर में बने निजानंदी ताई भक्त निवास का लोकार्पण करेंगे। मंदिर ट्रस्ट के सचिव संजय नामजोशी ने बताया कि इस भक्त निवास का लोकार्पण शाम 6 बजे होगा, जिसमें सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत के मुख्य आतिथ्य के रूप में शामिल रहेंगे। 

Kolar News

Kolar News 2 January 2020

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार के प्रखर आलोचक हैं। इन्हीं दोनों मुद्दों को लेकर उन्होंने एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह पर विरोधाभासी बयान देने का आरोप लगाया है।    पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने सीएए और एनआरसी पर पुराना राग अलापते हुए सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने गुरुवार को कई ट्वीट करते हुए कहा कि दोनों के विरोधाभासी बयानों से विश्वास उठ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि आप कहते हैं एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई, तो क्या राष्ट्रपति ने आपकी स्वीकृति के बिना संसद में एनआरसी का उल्लेख कर दिया? दिग्विजय ने कहा है कि आपकी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं एनआरसी लायेंगे और आप कहते हैं चर्चा नहीं हुई। अब देश की जनता किस पर विश्वास करे। ऐसे में एक ही रास्ता बचता है कि सीएए कानून वापस लिया जाए और एनआरसी तथा एनपीआर पर चल रही कार्रवाई बंद की जाए। दिग्विजय ने कहा है कि आधार कार्ड बन गया, वोटर कार्ड बन गया और हर 10 साल में देश में जनगणना होती है, फिर एनआरसी की क्या जरूरत है?

Kolar News

Kolar News 2 January 2020

भोपाल। एमपी में नए साल की शुरुआत बारिश के साथ हुई। सिवनी, बालाघाट और कटनी में ओले गिरे तो शहडोल समेत अन्य जिलों में झमाझम बारिश हुई है । अचानक हो रहे मौसम में बदलाव के चलते पारा नीचे लुढक आया है और ठंड बढ़ गई है। कई जिलों में चार जनवरी तक स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। भोपाल, इंदौर समेत कई जिलों में आज गुरुवार सुबह कोहरा छाया हुआ है। लोग धूप के लिए तरस गए है। वही बारिश और ओलो ने किसानों की परेशानी बढ़ी दी है।इसके साथ ही कोहरे के चलते हादसों की भी खबरें सामने आ रही है।मौसम विभाग की माने तो तीन चार दिन मौसम ऐसा ही बना रहेगा।    दरअसल, नए साल के आते ही मौसम ने करवट ले ली है। साल के पहले दिन सिवनी ,बालाघाट और कटनी  में  जमकर ओलावृष्टि हुई। सिवनी में देर रात 2 बजे जमकर ओले गिरे, वहीं बालाघाट के निलजी, पल्हेरा और समनापुर में भी ओलावृष्टि हुई। गुरुवार सुबह से यहां बारिश होती रही। कटनी शहर व आसपास के ग्रामीण इलाके में भी ओला वृष्टि हुई। जिससे किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इधर शहडोल में बीती रात हुई जमकर बारिश से शहर में जगह-जगह पानी भर गया। रात में औसत 9 मिलीमीटर बारिश शहडोल जिले में दर्ज की गई है। जिसके चलते स्कूलों में फिलहाल छुट्टी घोषित कर दी गई है।   फसलों को नुकसान की आशंका बारिश और ओलो से फसलों को भारी नुकसान की आशंका है।कृषि विभाग ने फसलों को पाले से बचाव के लिए किसानों को सलाह दी है ।विभाग द्वारा कहा गया है कि पाले से बचाव के लिए फसलों में हल्की सिचाई करें। खेत के चारों कोनों में धुंआ करके भी पाले के प्रकोप से फसल को बचाया जा सकता है।   मौसम विभाग का कहना है  मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटों में होशंगाबाद, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, रीवा और सागर संभागों के जिलों में कहीं कहीं बारिश होने के आसार हैं तथा ग्वालियर, दतिया, मुरैना एवं भिंड जिलों में कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम के और बिगडऩे का अनुमान जताया है। साथ ही कहा कि आने वाले दिनों में ठिठुरन बढ़ेगी। प्रदेश में 3 या 4 जनवरी से पारा फिर लुढक़ने लगेगा और कडाके की ठंड शुरू हो जाएगी।

Kolar News

Kolar News 2 January 2020

भोपाल। साल के आखिरी दिन पार्टी कर नए साल का स्वागत करने के बाद लोगों ने नव वर्ष के पहले दिन की शुरूआत भगवान का आशीर्वाद लेकर की। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर के सभी छोटे बड़े मंदिरों में सुबह से भक्तों की कतारें लगी रही। लोगों ने यहां नववर्ष 2020 में परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मंदिर परिसर में आकर्षक सजावट की गई है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।   भोपाल के भोजपुर मंदिर, बिरला मंदिर, कालीघाट मंदिर में नव वर्ष 2020 के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। इसी तरह इंदौर शहर के खजराना गणेश मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने पहुंचे। यहां नववर्ष में विश्व की खुशहाली के लिए देर रात 12 बजे विशेष आरती हुई। इस बार आरती को चलायमान रखा गया जिसमें श्रद्धालु भगवान के दर्शन करते हुए आगे बढ़ते रहे। इंदौर के बड़ा गणपति मंदिर, बिजासन माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और नए वर्ष में सुख-शांति की कामना की।   उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 43 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। भस्मारती में भी करीब दो हजार श्रद्धालु पहुंचे थे। मंगलनाथ, कालभैरव, हरसिद्धि, चिंतामण आदि मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की कतारें दिखाई दीं। अधिकारियों का कहना है कि 1 जनवरी को महाकाल मंदिर में 50 हजार से अधिक भक्तों के आने की संभावना है। ओंकारेश्वर, पशुपतिनाथ, बाबा बैजनाथ और मां बगलामुखी मंदिर, उज्जैन के चिंतामण गणेश मंदिर, हरसिद्धी माता मंदिर में श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। 

Kolar News

Kolar News 1 January 2020

महू। देशभर में जहां नव वर्ष का स्‍वागत बड़े ही जोरशोर से हो रहा है। वहीं मध्‍यप्रदेश में इंदौर के महू में एक परिवार के लिए यह नया साल मौत बनकर आया और देखते ही देखते परिवार के छह सदस्‍य मौंत की नींद सो गए । यहां न्यू ईयर सेलीब्रेशन के दौरान मंगलवार को व्यवसायी पाथ इंडिया कंपनी के मालिक पुनीत अग्रवाल का परिवार एक हादसे की भेंट चढ़ गया । इसमें  पुनीत अग्रवाल, उनके बेटी, दामाद, पोते समेत 6 लोगों की मौत हो गई और एक अब भी जिंदगी की जंग लड़ रहा है । घायल सदस्‍य का इलाज चोइथराम हॉस्पिटल में किया जा रहा है।    इस घटना को लेकर एएसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि हादसे में पुनीत अग्रवाल, पलक, पलकेश, नव, गौरव और आर्यवीर की मौत हुई है । शाम सात बजे वह सपरिवार टावर में लिफ्ट के ऊपर गए। 70 फीट की ऊंचाई से अचानक लिफ्ट गिर गई। बताया जा रहा है कि  अग्रवाल परिवार  इस फार्म हाउस में ही नव वर्ष मनाने गया क्‍योंकि यहां ऊपर टावर से पातालपानी का नजारा दिखता है।   वहीं, घटना को लेकर महू के अनु विभागीय अधिकारी पुलिस विनोद शर्मा ने बताया कि लिफ्ट ऊपर जाने के स्‍थान पर टैक्‍नीकल रूप से घूम गई और टावर की लिफ्ट पटलने से यह हादसा हुआ है । उन्‍होंने बताया कि जब पुनीत अग्रवाल महू के पास अपने फार्म हाउस में न्यू ईयर पार्टी मनाने गए थे। जहां  एक टावर लगा हुआ है और उसमें ऊपर जाने के लिए लिफ्ट का काम चल रहा है । ऐसे में जो ऊपर जाने के लिए टेम्परेरी लिफ्ट लगाई गई थी । परिवार इसी का उपयोग कर ऊपर की ओर जा रहा था । तभी अचानक से लिफ्ट में तकनीकी खराबी आ गई और लिफ्ट पलट गई।  देखते ही देखते पुनीत अग्रवाल का पूरा परिवार नीचे गिर गया । इस घटना के वक्‍त फार्म हाउस पर जब आस पास के किसानों ने तेज चीख-पुकार सुनी तो वे बिना देरी किए घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे,  लेकिन सात सदस्‍यों में परिवार के छह सदस्‍यों को नहीं बचाया जा सका ।    उल्‍लेखनीय है कि पाथ इंडिया के निदेशक पुनीत अग्रवाल का नाम उस सूची में शुमार है जोकि बड़े-बड़े ठेके पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत सरकार से लेते हैं। मध्‍यप्रदेश सहित देश के तमाम बड़े ऐसे काम है जोकि उनकी कंपनी द्वारा पूरे किए गए हैं। इंदौर खलघाट नेशनल हाईवे, महू-मंडलेश्वर रोड, जयपुर-रींगस फोरलेन रोड, झांसी-उरई रोड, आगरा-ग्वालियर रोड प्रोजेक्ट जैसे कामों के अलावा सिंहस्थ के दौरान हुए विभिन्‍न कार्यों को देख सकते हैं। बताया जाता है कि इस वक्‍त देशभर में पाथ इंडिया के पास 10 बड़े टोल रोड के मेंटेनेंस का कार्य है।  

Kolar News

Kolar News 1 January 2020

सीहोर। राज्य सरकार ने राईट टू वाटर एक्ट का मसौदा तैयार कर लिया है। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में पाईप लाइन बिछा कर हर घर मे प्रत्येक व्यक्ति को 55 लीटर प्रतिदिन स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने का वादा किया गया है। लेकिन जिले में 1031 में से 734 गांव आज भी नलजल योजना से अछूते हैं। यह गांव पारम्परिक जल स्रोत और हैंडपंपों के भरोसे हैं, जहां आज भी नलजल योजना नही पहुंच सकी है। जिसके चलते गर्मियों में जल संकट का सामना करना पड़ता है।    सरकार ने जल अधिकार कानून का पूरा खाका तैयार कर लिया है। जिसमे हर घर तक  पाइप लाइन बिछाकर स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का वादा सरकार का है। जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को 55 लीटर पानी रोजाना उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। लेकिन जमीनी हालात कुछ और ही दास्तान बयान कर रहे हैं, जिले के लगभग 70 प्रतिशत गांव आज भी नलजल योजना से अछूते हैं। जबकि दूरस्थ आदिवासी अंचलों के हालात तो और भी ज्यादा बुरे हैं, योजना के आभाव में ग्रामीण हैंडपंप और पारंपरिक जल स्रोतों पर निर्भर हैं जो फरवरी माह तक सूखने लगते हैं ऐसे में ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। वर्तमान में जिले के 297 गांव में ही नलजल योजना संचालित है। जबकि जिले के अलग-अलग विकासखंडों के 734 गांव में आज भी नलजल योजना नही पहुंच सकी है। ऐसे में प्रत्येक घर तक पानी पहुँचाना बड़ी चुनौती होगी।    21 गांव में बंद पड़ी नलजल योजना    जिले में नलजल योजना दम तोड़ रही है। ग्राम मोगरा, नीलबड़, चेनपुरा, कालापीपल, दिवडिय़ा, थूनाकला, रामनगर, मगरदा, बाजार गांव, धनखेड़ी, ढाबला, कतपोन, महऊखेड़ा, चरनाल,तजपुरा, बड़ोदिया गाडरी, नोगाव, कल्याणपुरा, मेहतवाड़ा, पीलूखेड़ी हैदरगंज में नलजल योजना बन्द पड़ी है। विभाग की लापरवाही के चलते ग्राम मेहतवाड़ा में योजना विगत 6 साल से बन्द पड़ी है।   ग्राम पंचायत में होगा सर्वे   इस मामले को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सीहोर के अधीक्षण यंत्री एमसी अहिरवार का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर में स्वच्छ पानी पहुचाने का लक्ष्य रखा गया है, जल्द ही ग्राम पंचायतों में सर्वे होगा।    क्या कहते हैं सरकारी आंकड़े   जिले में कुल गांव- 1031  नलजल योजना -297 नलजल चालू-276 नलजल बंद-21  नलजल योजना कनेक्शन- 45000 जिले में कुल कुल हैंडपंप- 9017 चालू हैंडपंप - 8839 बंद हैंडपंप  - 178

Kolar News

Kolar News 31 December 2019

इंदौर। देश और दुनिया भर में नए साल के स्वागत की तैयारी जोरों शोरों के साथ चल रही है। नए साल के स्वागत में आज साल का आखरी दिन को यादगार बनाने में लोग जुटे हुए हैं। नए साल की शुरुआज लोग भगवान के दर्शन कर उनका आर्शीवाद लेकर करते है। ऐसे में मंदिरों में भी नए साल के स्वागत के लिए अलग- अलग तैयारी कर रहे है। प्रदेश के इंदौर का एक ऐसा स्थान ऐसा भी है जहां वक्त की अंधी दौड़ के बीच में भगवान गणेश के दर्शन कर नए वर्ष का स्वागत कर आगाज किया जाता है ताकि शहर ही नही बल्कि समूचे देश मे शांति व एकता बनी रहने की प्रार्थना की जाती है। लाखों भक्त, रिद्धि सिद्धि दाता के दर्शन कर हर वर्ष नया आगाज करते है।    दरअसल हम बात कर रहे है इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर की, जहां नए वर्ष को लेकर बीते कई दिनों से तैयारियां की जा रही थी। हालांकि एक संयोग ये भी है इस बार नए वर्ष के पहले दिन की शुरुआत बुधवार से हो रही है, इसे देखते हुए यहां बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है। गत वर्ष तक जहां नव वर्ष के पहले दिन भगवान गणेश जी के दर्शन करने वालों की संख्या डेढ़ लाख तक होती थी वही इस बार यह संख्या लगभग दुगुनी याने 3 लाख तक पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन द्वारा तैयारियां की जा रही हैं।    मंदिर परिसर में भगवान गणपति के दर्शन के लिए अलग-अलग ऊंचाई की चार कतारें बनाई गई हैं इन कतारों के जरिये भक्त लगातार दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए खजराना रोड़ की ओर से और निकास के लिए गणेशपुरी कॉलोनी की ओर से व्यवस्थाएं की गई है वही मंदिर परिसर में सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम भी प्रशासन द्वारा किये गए हैं। बता दे आज रात मंदिर में रात्रि 12 बजे महाआरती होगी और हजारो की संख्या में भक्त उसमे शामिल होने इसी के चलते मंदिर परिसर व बाहर की ओर जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और मंदिर समिति ने पुख्ता इंतजाम किए है।  

Kolar News

Kolar News 31 December 2019

भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जनता में फैली भ्रांतियों को दूर करने के काम को भारतीय जनता पार्टी काफी गंभीरता से ले रही है। इसके लिए पूरे देश को ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की गई है और विभिन्न राज्यों में जन जागरण की जिम्मेदारी भी सक्षम नेताओं को सौंपी जा रही है। इसी क्रम में प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भी पार्टी नेतृत्व ने चुना है। डॉ. मिश्रा को महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में जन जागरण की जिम्मेदारी दी गई है।    भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के अनुसार पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्यप्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को जन जागरण अभियान से संबंधित बड़ी जिम्मेदारी दी है। उन्हें महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्यों का जिम्मा सौंपा है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा जन जागरण जागरूकता अभियान के लिए दोनों राज्यों का दौरा करेंगे और जनता के बीच नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर फैले भ्रम को दूर करेंगे। डॉ. नरोत्तम मिश्रा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी हाई कमान के विश्वसनीय माने जाते हैं। कई मौके पर उन्हें अन्य राज्यों में बड़ी जिम्मेदारी दी जा चुकी है। 

Kolar News

Kolar News 31 December 2019

भोपाल। पुराना साल खत्म होने के साथ ही सरकार नए साल में कामकाज का एजेंडा तैयार करने में जुट गई है। नए साल के महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ तीन जनवरी को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद चार जनवरी को कैबिनेट बैठक होगी, जिसमें सरकार आने वाले साल में किए जाने वाले अहम कार्यों को लेकर रणनीति तैयार करेगी।   सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2020 में विकास को दिशा और गति मिले उसके लिए तीन जनवरी को सीएम वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेंगे। वहीं चार जनवरी को कैबिनेट बैठक में वर्ष 2025 का हमने जो विजन डॉक्यूमेंट पेश किया है, उस पर चर्चा करेंगे। वर्ष 2019 में जो कमियां रहीं उसको ठीक करने पर चर्चा भी होगी। साथ ही नए साल में भी माफियाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। 2020 में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सरकार शिक्षा विजन लाने जा रही है। इसके लिए गांव के स्कूल के लिए कमेटी बनेगी। टीम गांव गांव जाकर सुझाव लेगी, जिससे शिक्षा के स्तर को मजबूत किया जाएगा।    पीसी शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बांस की खेती को बढ़ाने के लिए छिंदवाड़ा में पॉयलेट प्रोजेक्ट शुरू होगा। भोपाल एयरपोर्ट को भी इंटरनेशनल कैटेगिरी में लाया जाएगा। 2019 में भोपाल से 40 नई उड़ाने शुरू हुई हैं। मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट है बाघों के संरक्षण के लिए हम काम कर रहे हैं, 2019 में प्रदेश में कुल 27 बाघों की मौत हुई थी। हम जानते हैं कि मोदी सरकार मध्य प्रदेश सरकार को पैसा नहीं देगी, जिसको लेकर फंड बढ़ाने को लेकर उच्च अधिकारियों से चर्चा कर रोडमैप तैयार कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 30 December 2019

उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में नए साल के अवसर पर आगामी 31 दिसम्बर और एक जनवरी को हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और भगवान के दर्शन कर अपने नये साल की शुरुआत करते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। महाकाल मंदिर समिति और जिला प्रशासन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में इस दौरान सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है। महाकालेश्वर मंदिर में अंग्रेजी नव वर्ष में आगंतुक दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर की व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए सोमवार से आगामी दो जनवरी तक प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया है। महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह ने रावत ने सोमवार को बताया कि हर साल की तरह इस बार भी नव वर्ष अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे और भगवान महाकाल के दर्शन कर अपने नये साल की शुरुआत करेंगे। इस दौरान भस्मार्ती में भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। मंगलवार, 31 दिसम्बर और एक जनवरी को यहां आम दिनों की अपेक्षा दोगुनी हो जाएगी। यहां श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंदिर समिति द्वारा सुगम दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है। वहीं, मंदिर की व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए आगामी दो जनवरी तक प्रशासनिक अधिकारियों की 03 शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि रात्रि 02 से सुबह  08 बजे तक, सुबह 08 से दोपहर 03 बजे तक तथा दोपहर 03 से रात्रि पट बंद होने तक अलग-अलग शिफ्टों में सहायक प्रशासक चन्द्रशेखर जोशी, मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी, अधीक्षक पीएन उदैनिया नंदीहॉल एवं गणेश मंडपम में उपस्थित होकर व्यवस्था का संचालन करेंगे तथा समय -समय पर उनसे (प्रशासक सुजान सिंह रावत) से संपर्क में रहकर अपना कार्य संपादित करेंगे। भगवान महाकाल की सुबह 04 बजे होने वाली भस्मार्ती व्यवस्था में अतिरिक्त कर्मचारियों की रात्रि 12 से प्रात: 08 बजे तक ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें पीयूष त्रिपाठी, गोपाल सिंह कुशवाह, निनाद काले, अनुराग चौबे, विरेन्द्र शर्मा, महेन्द्र काकडे, संदीप कौशल, भगवान सिंह परमार, बद्री शर्मा, प्रदीप रठा, जितेन्द्र सिंह सिकरवार शामिल हैं। ये सभी कर्मचारी भस्मार्ती प्रभारी उमेश पण्ड्या के संपर्क में रहकर अपना कार्य करेंगे। इसी प्रकार गणेश मंडपम के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय बैरीकेट्स में लाईन चलाने की व्यवस्था के लिए अलग-अलग शिफ्टों में  कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या को देखते हुए कतारबद्ध दर्शन कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में बैरीकेट की व्यवस्था की गई है, साथ ही अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी के माध्यम से कार्यपालिक दण्डाधिकारी की ड्यूटी लगायी जा रही है।

Kolar News

Kolar News 30 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में मुस्लिम समाज के लोग सडक़ों पर उतर आए और हाथों में तिरंगा लेकर संविधान बचाओ के नारे लगाए गए। इस दौरान शहर के छह क्षेत्रों में विशाल रैली निकाली गई, जिसमें मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल रहे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग की। दरअसल, सीएए और एनआरसी के विरोध में सोमवार को सुबह मुस्लिम समाज के लोग खजराना स्थित दरगाह मैदान पर एकत्रित हुए और यहां से विशाल रैली निकाली गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरगां लेकर संविदान बचाओ के नारे लगा। रैली में शामिल लोगों ने देश में एकता और अखंडता बनाए रकने की बात कही। खजराना के अलावा शहर के संयोगितागंज, मल्हारगंज, चंदन नगर में भी मुस्लिम समाज के लोगों ने सीएए और एनआरसी का विरोध में प्रदर्शन करते हुए पुलिस-प्रशासन के अफसरों को ज्ञापन सौंपा। बताया जा रहा है कि इस विरोध प्रदर्शन में अन्य समाज के लोग भी शामिल रहे। खजराना में करीब 300 लोग प्रदर्शन में शामिल रहे। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग की गई है। प्रदर्शन को देखते हुए एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। 

Kolar News

Kolar News 30 December 2019

इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज सुबह इंदौर पहुंचे । वे यहां के कार्यक्रम के बाद उज्‍जैन रवाना होंगे । जहां वे बाबा महाकाल के दर्शन करने के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में भाग लेकर उन्‍हें जनता के बीच नागरिकता संशोधन कानून को लेकर घर-घर जाकर जनजागरण करने के बारे में बताएंगे । वहीं उनके आगमन पर भाजपा की सभी तैयारियों पर प्रशासन ने पानी फेर दिया है । फिर जिस रूट को प्रशासन ने फाइनल किया मजबूरन भाजपा को उसे ही स्‍वीकार करना पड़ा ।    दरअसल, अध्‍यक्ष बनने के बाद वे पहली बार इंदौर आ रहे हैं, ऐसे में अपने अध्‍यक्ष की तैयारियों के लिए यहां भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने जबरदस्‍त तैयारी कर रखी थी, लेकिन प्रशासन नेउनकी रैली के लिए अनुमति नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का हवाला देकर नहीं दी । इसके बाद भाजपा ने जो एयरपोर्ट से राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे तक मार्ग में जगह-जगह उनका स्वागत करने की योजना बनाई, उस पर भी प्रशासन ने उनके पूरे मार्ग को बदल दिया । भाजपा के बताए रूट को बदलकर प्रशासन ने उसे जवाहर मार्ग के बजाय बड़ा गणपति, गंगवाल बस स्टैंड चौराहा, केसरबाग ब्रिज होते हुए शुभकारज गार्डन कर दिया । यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो बड़ा गणपति चौराहे पर अपने कार्यकारी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा  के स्वागत में स्वागत मंच और लाउड स्पीकर लगाए थे उन्‍हें भी प्रशासन ने हटवा दिया। जिसके बाद स्‍थानीय भाजपा नेताओं में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्‍याप्‍त है।    नड्डा की रैली 11.30 बजे बड़ा गणपति चौराहा से प्रारंभ हुई है । यह रैली राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे पर समाप्त होगी जहां नड्‌डा जनसभा को संबोधित करेंगे। अपने संबोधन के दौरान नड्‌डा नागरिकता संशोधन कानून के संबंध में लोगों को जनकारी देंगे। रैली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, विधायक और कई नेता शामिल है।    उधर, रविवार अपने कार्यकारी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा  की आगवानी के लिए भाजपा के राष्‍ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सहित तमाम भाजपा नेता व पूर्व प्रदेश सरकार में रहे मंत्रीगण इंदौर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने पहुंचे । नड्डा के इस प्रवास को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शुभकारज गार्डन में दोपहर 01 बजे  जिस कार्यक्रम में हमारे कार्यकारी अध्‍यक्ष शामिल होंगे, वहां वे लोग भी रहेंगे, जिन्हें देश की नागरिकता मिल चुकी है या जिन्‍हें नागरिकता कानून के प्रभावी होने के बाद मिलने वाली है। कहना यही है कि वे सिंधी समाज और सिख समाज सहित ऐसे लोगों से मिलेंगे जो बरसों से नागरिकता बिल की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसके बाद उनका उज्‍जैन का कार्यक्रम है। 

Kolar News

Kolar News 22 December 2019

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के बरगी थाना क्षेत्र में शनिवार रात करीब 12 बजे बापाईस पर ट्रक और यात्रियों से भरी बस में जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई और 35 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।    दुर्घटना के बाद बरगी बाईपास पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं थी। जिन्‍हें अल सुबह रविवार को आगे की ओर रवाना किया जा सका। पोस्टम़ॉर्टम के बाद आज सुबह शव परिजनों को सौंप दिए गए। हालांकि अभी उनके नाम और पता की जानकारी नहीं मिल सकी है। दुर्घटना के बाबत बरगी सीएसपी रवि चौहान ने बताया कि एक यात्री बस आधी रात के करीब जबलपुर से बालाघाट जा रही थी तभी बाईपास पर वह सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। इसमें हादसे में दो पुरुष, एक महिला और एक बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। उन्‍होंने बताया कि बस में 40 से ज्यादा यात्री सवार थे। इनमें से कोई ऐसा नहीं बचा जिसे चोटें न आई हो।    दुर्घटना के बाद बस में सवार यात्रियों के रोने-चिल्लाने की आवाज और बस-ट्रक की भिड़ंत से तेज धमाका जैसा हुआ उसकी आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पर पहुंचे, लेकिन तब तक रास्ते गुजर रहे अन्य वाहन चालकों ने इस दुर्घटना की सूचना पुलिस और एंबुलेंस को दे दी थी । उन्होंने घायलों को बाहर निकाला और उसने पूछा कि किसी को गंभीर चोट तो नहीं लगी है। घटना में एक बच्ची बस में बुरी तरह से फंस गई थी। उसे निकालने में पुलिस और ग्रामीणों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। किसी तरह बच्ची को निकाला गया, लेकिन उसने बस से बाहर आते ही दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Kolar News

Kolar News 22 December 2019

भोपाल। अपने विवादित बयानों से मीडिया की सुर्खियों में रहने वाली भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शनिवार को देर शाम दिल्ली से स्पाइस जेट की फ्लाइट से भोपाल आ रही थीं। बताया जा रहा है कि वे इस दौरान फ्लाइट में उन्हें पहली पंक्ति में सीट नहीं मिली तो वे नाराज हो गईं और विमान में ही धरने पर बैठ गईं। भोपाल पहुंचने के बाद उन्होंने एयरपोर्ट प्रबंधक से स्पाइस जेट के खिलाफ सेवाओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई हैं।  जानकारी के अनुसार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शनिवार शाम को दिल्ली से स्पाइस जेट की फ्लाइट से भोपाल आने के लिए टिकट बुक कराई थीं। जब वे फ्लाइट में पहुंची तो उन्हें सीट नंबर 2-ए दे दी गई, जबकि उन्होंने प्रोटोकाल के लिहाज से सीट नंबर ए-1 की मांग की थी और यह सीट पहले ही दूसरे यात्री को दी जा चुकी थी। मनचाही सीट नहीं मिलने से वे नाराज हो गईं और भोपाल पहुंचने पर विमान से भी यात्री तो उतर गए, लेकिन साध्वी प्रज्ञा विमान से उतरने के लिए तैयार नहीं थीं। विमान के कर्मचारियों ने उनसे नीचे उतरने का अनुरोध किया, लेकिन वे नहीं मानी। इसके बाद भोपाल एयरपोर्ट प्रबंधक अनिल विक्रम विमान में पहुंचे और उन्हें करीब 20 मिनट तक मनाया, तब जाकर वे विमान से नीचे आईं। बाद में उन्होंने स्पाइस जेट की सेवाओं में कमी को लेकर एयरपोर्ट प्रबंधक को शिकायत की।इस मामले को लेकर मीडिया द्वारा साध्वी प्रज्ञा सिंह पूछा गया कि क्या उन्होंने विमान में ही धरना शुरू कर दिया था तो उन्होंने कहा कि वे विमान में धरने पर नहीं बैठी थी। मैंने जो सीट बुक कराई थी, स्पाइट जेट द्वारा वह सीट मुझे नहीं दी गई। इसके लिए मैने एयरपोर्ट प्रबंधक से स्पाइस जेट की सेवाओं में कमी को लेकर शिकायत की है। इस कंपनी की सेवाएं ठीक नहीं है, कंपनी अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाती है।

Kolar News

Kolar News 22 December 2019

भोपाल। नागरिता संशोधन कानून (सीएए) और एनसीआर के खिलाफ वापदलों के आह्वान के बावजूद गुरुवार को मध्यप्रदेश में कोई प्रदर्शन नहीं हुआ, लेकिन शुक्रवार को राजधानी भोपाल में इसका व्यापस असर देखने को मिला। शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद शुक्रवार को नमाज के बाद बुधवारा इलाके में मुस्लिम समाज के लोग एकत्रित हुए और सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि, जिला प्रशासन पहले से ही मुस्तैद था और भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई थी। मुस्लिम समाज का प्रदर्शन शुरू हुआ तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। फिलहाल, प्रदर्शन जारी है।   बता दें कि सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ वामपंथी पार्टियों ने गुरुवार को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, लेकिन गुरुवार को खंडवा में छुटपुट घटना के अलावा पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल रहा, लेकिन शुक्रवार को राजधानी भोपाल के बुधवारा इलाके में तनाव का माहौल बन गया। नमाज के बाद मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने बुधवारा चौराहे पर आकर सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी और उन्होंने प्रदर्शन करने वालों को डरा-धमकाकर वहां से भगा दिया, लेकिन इसके बाद माहौल गरमाने लगा। कुछ देर में ही यहां भीड़ एकट्ठी होना शुरू हो गई और हजारों लोग पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलने के बाद कलेक्टर तरुण पिथोड़े, नगर निगम आयुक्त विजय दत्ता और मुस्लिम नेता भी प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि यहां करीब 10 हजार लोग पहुंचे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है और अतिरिक्त पुलिस बल भी बुला लिया गया है।

Kolar News

Kolar News 20 December 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का सात दिवसीय शीतकालीन सत्र चार दिन में ही समाप्त हो गया। सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही हंगामेदार रही। विधानसभा में अतिथि विद्वान, अतिथि शिक्षक और संविदा शिक्षकों, किसानों की कर्जमाफी, टोल टैक्स वसूली जैसे कई मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार नोंकझोंक हुई। सदन में विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया। विधानसभा में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। प्रदेश में गहराते यूरिया संकट और पूर्ववर्ती सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को वर्तमान सरकार द्वारा बंद करने के मुद्दे को लेकर शुक्रवार को भाजपा विधायक बिड़ला मंदिर से पैदल मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाये कि सरकार ने संबल योजना को बंद कर दिया। गरीबों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। अगर कही फर्जीवाड़ा हुआ था तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाना चाहिए थी। लेकिन पूरी योजना ही बंद करदी। वहीं, अतिथि शिक्षिकों को नियमितिकरण को लेकर भी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों से उनकी अंत्येष्टि तक के पांच हजार बंद कर दिए। कन्या विवाह राशि  भी अभी तक प्रदेश में किसी भी जोड़े को नहीं दी गई है। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने गरीबों से बिजली बिल वसूल कर रही है। जनता परेशान है। लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत सभी भाजपा विधायक मौजूद रहे। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, जिसमें विधायकों ने कई मुद्दे उठाये, जिन पर सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीथी नोंकझोंक हुई। विपक्ष के हंगामे के बीच सत्ता पक्ष ने विधेयकों को पारित करा लिया। विपक्षी विधायक कई मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष को घेरते हुए गर्भ गृह तक पहुंच गए। शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अतिथि विद्वान, अतिथि शिक्षक और संविदा शिक्षकों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह सभी लोग परेशान हैं। अतिथि विद्वान मुंडन करा रहे हैं सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पूछा कि कांग्रेस ने वचन पत्र में इन्हें नियमितीकरण करने का वादा किया था कि नहीं। इसका जवाब जीतू पटवारी ने देते हुए कहा कि वचन पत्र में जो वादे किए गए हैं, वह हर हाल में पूरे किए जाएंगे। अतिथि विद्वानों के लिए कार्य योजना बनाई जा चुकी है। किसी भी अतिथि विद्वान को निकाला नहीं जाएगा, अतिरिक्त पद बनाए जा रहे हैं। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मंत्री अतिथि विद्वानों को धमका रहे हैं। इसके बाद आईएएस अधिकारी गौरी सिंह द्वारा वीआरएस लिए जाने का मामला भी सदन में गूंजा। पूर्व मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव ने आईएएस अफसरों को प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब आईएएस अफसर के ऐसे हालात हैं तो बाकी कर्मचारियों का क्या रहो रहा होगा। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के विधायकों ने शून्यकाल के दौरान गर्भ गृह में पहुंचकर नारेबाजी की, विपक्ष के जमकर हंगामे के दौरान विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ने सरकार पर पूरक पोषण माफिया के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। सत्ता पक्ष की ओर से सज्जन सिंह वर्मा, तरुण भनोत ने इसका जवाब दिया। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि असली वजह यह नहीं है, यह कदम उनके द्वारा पंचायत राज्य संस्थाओं के आरक्षण संबंधी आदेश को बिना किसी उच्च स्तरीय अनुमोदन के जारी किए जाने के चलते तबादला किया गया था। तरुण भनोट ने कहा कि वल्लभ भवन में दलाल बैठते हैं ऐसा कहना सरासर गलत है। वहां पर नेता, कार्यकर्ता, आम जनता सभी आते हैं। वहीं कमलेश्वर पटेल ने भी कहा कि पंचायतों का आरक्षण देना अनुमोदन के घोषित कर दिया था, यह संवैधानिक नहीं है नियम विरुद्ध है, इस मुद्दे को लेकर शून्यकाल में जबरदस्त हंगामा हुआ।संसदीय कार्य मंत्री ने शून्यकाल में विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दे पर मंत्री से जवाब दिलवाने की व्यवस्था पर कहा कि इस तरह का कोई नियम नहीं है। यदि नियम हो तो बताएं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमने पिछले सत्र में यह व्यवस्था की थी कि कुछ ज्वलंत मुद्दे होते हैं, जिन पर चर्चा होनी चाहिए। इसके लिए ही यह व्यवस्था बनाई गई थी। भारी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में शासकीय कार्यों को कराने का क्रम जारी रखा। वहीं, विपक्ष के सदस्यों द्वारा गर्भ गृह में नारेबाजी की जाती रही। भारी हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सात दिवसीय गत 17 दिसम्बर को शुरू हुआ था, जो कि 23 दिसम्बर तक चलना था। इस दौरान सदन की पांच बैठकें होनी थी, लेकिन चौथे दिन शुक्रवार को ही यह सत्र समाप्त हो गया।

Kolar News

Kolar News 20 December 2019

भोपाल। भोपाल नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी पिछले कुछ समय से जनता की सेवा करने के बजाए कोर्ट के चक्कर लगाने में ज्यादा व्यस्त नजर आ रहे हैं, क्योंकि निगम इन दिनों अदालतों में चल रहे पेंडिंग मामलों से जूझ रहा है। मामलों को निपटाने में अधिकारी लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के चक्कर लगा रहे है। दरअसल लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक 1400 से ज्यादा मामले निगम के चल रहे है और इन्हीं केसों की पेशी में ही ज्यादातर अधिकारियों का समय खप जाता है। जिस कारण राजधानी के विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।   नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी जहां एक तरफ कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ एसआईसी मैंबर्स के बीच इस बात को लेकर सियासत शुरू हो गई है। इस मामले को लेकर महापौर आलोक शर्मा का कहना कि मामलों को जल्द ही निपटा लिया जाएगा। कोर्ट प्रोसिजिंग में समय लगता है हम जल्द ही मामलों का निपटारा कर लेंगे, लेकिन नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर भाजपा पर आरोप लगाते हुए यह कह रहे हैं कि आज नगर निगम केसों के फेर में फंस रहा है। वो सब बीजेपी से जुड़े हुए लोगों की देन हैं। इनके पैनल के कारण यह केस हुए हैं और इन्हें तत्काल बाहर कर देना चाहिए। निगम के आपसी सियासी जंग के कारण आम जनता पिसती हुई नजर आ रही है।    किस शाखा में, कितने मामले है लंबित   जिन शाखाओं के मामले कोर्ट में लंबित चज रहे है उनमें जलकार्य शाखा के 28, राजस्व शाखा के 177, बिल्डिंग परमिशन शाखा के 622, संपत्तिकर शाखा के 83, अतिक्रमण शाखा के 20, फायर ब्रिगेड के 02, शिक्षा विभाग के 05, प्रोजेक्ट शाखा के 26, उद्यान शाखा के 10, निर्वाचन शाखा के 03, झील संरक्षण प्रकोष्ठ के 04, होडिंग शाखा के 09, जीएड के 54, संस्थापना शाखा के 05, पेंशन शाख के 18, लोक सूचना विभाग के 02, जन्म-मृत्यु शाखा के 06 मामले लंबित है।   

Kolar News

Kolar News 20 December 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की मंगलवार को शुरुआत हुई। इस सात दिवसीय सत्र के पहले दिन गत दिनों दिवंगत हुए राजनेताओं को श्रद्धांजलि दी गई और इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह सत्र आगामी 23 दिसम्बर तक चलेगा, जिसमें सदन की कुल पांच बैठकें होंगी। मध्यप्रदेश विधानसभा में मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए शीतकालीन सत्र की शुरुआत की। इस दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और लगातार दस बार विधानसभा के सदस्य रहे बाबूलाल गौर, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, एस. जयपाल रेड्डी, डॉ. जगन्नाथ मिश्र, राम जेठमलानी, विधानसभा के पूर्व सदस्य लक्ष्मीनारायण नायक, मेहरबान सिंह रावत, राज बहादुर सिंह और देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।    विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने दिवंगतों के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन के नेता और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी और अपनी पार्टी की तरफ से दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि भाजपा की तरफ से नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवंगतों के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके बाद दिवंगतों के सम्मान में सदन में दो मिनट का मौन रखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।उल्लेखनीय है कि यह मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का चौथा सत्र है। इस सात दिवसीय सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह के अनुसार शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा 2125 प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि ध्यानाकार्षण की 300 सूचनाएं सदन में रखी जाएंगी। इसके अलावा स्थगन प्रस्ताव के 20, अशासकीय संकल्प की 22, शासकीय विधेयकों की पांच और शून्यकाल की 93 सूचनाएं सदन में पढ़ी जाएंगी।

Kolar News

Kolar News 17 December 2019

छिंदवाड़ा। जिले में बैतूल मार्ग पर मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है। यहां एक तेज रफ्तार बस और पिकअप वाहन की आमने सामने से भिडं़त हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से छतिग्रस्त हो गया। पिकअप वाहन के भी परखच्चे उड़ गए। इस दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब 10 लोगों के घायल होने की सूचना है। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।    जानकारी अनुसार हादसा छिंदवाड़ा-बैतूल मार्ग पर नरसला गांव के पास हुआ। मंगलवार सुबह घना कोहरा होने की वजह से एक पिकअप वाहन और बस की आमने सामने टक्कर हो गई। यात्री बस भोपाल से छिंदवाड़ा आ रही थी, जबकि पिकअप वाहन समीपस्थ ग्राम सांवरी जा रहा था। हादसे में पिकअप वाहन सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि करीब 10 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में बस सवार यात्री और पिकअप का ड्राइवर भी शामिल है। घटना के बाद मौके पर स्थानीय ग्रामीण जमा हो गए और घायलों को बाहर निकाल कर पुलिस व एंबुलेंस को सूचित किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   

Kolar News

Kolar News 17 December 2019

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर मंगलवार को अपना पांच साल का विजन डाक्यूमेंट जारी किया। राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उपस्थिति में मध्यप्रदेश विजन-टू-डिलीवरी रोडमैप 2020-2025 का विमोचन किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति, वित्तमंत्री तरुण भनोट और मुख्य सचिव एस आर मोहंती उपस्थित थे।   कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह रोडमैप प्रदेश को विकास की ओर ले जाएगा। 15 साल बाद एक नई सरकार बनी है। वचन पत्र में जो कहा, वह किया जा रहा है। हमें खाली तिजोरी मिली है, बजट में कोई प्रवधान नहीं थी फिर भी घोषणा की। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पिछली सरकार ने छलावा किया। 1700 करोड़ का बोझ हम पर थोपा और इस बोझ के साथ हमने काम शुरू किया। हमारी सरकार विजन की सरकार है, टेलीविजन की नही। उन्होंने कहा कि हमें जनता से प्रमाण पत्र चाहिए।    कर्जमाफी पर सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने 365 दिन में 365 काम किये। किसानों का कर्ज माफ किया और एक साल में दो लाख तक का किसानों का कर्ज माफ किया। हमे प्रमाण पत्र जनता से चाहिए। किसानों की कर्जमाफी हमारी पहली प्राथमिकता थी। किसान का जन्म कर्ज में होता है और मरता भी कर्ज में है, लेकिन हमारी सरकार ने किसानों के चालू खाते का कर्ज भी माफ किया जिसने ट्रैक्टर लिया और अन्य में कर्ज लिया उसका माफ नहीं किया। उन्होंने बातया कि कर्जमाफी का दूसरा चरण आज से शुरू हो रहा है। जितने भी पात्र हैं उनके कर्ज माफ होगा। दूसरे चरण में एक लाख तक कर्ज माफ किया जा रहा है।   बिजली पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सराकर के राज में 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली दिया जा रहा है। जिसका 85 लाख लोगों को फायदा हो रहा है। हमने रेत के लिए सरल नियम बनाये जो हमारे सामने चुनोती है। हमें नौजवानों के भविष्य की और मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की चिंता है।

Kolar News

Kolar News 17 December 2019

इंदौर। राज्य सरकार के माफिया के खिलाफ जंग के ऐलान के बाद भू-माफिया के सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बनाए गए अवैध निर्माणों पर पिछले दो दिनों से लगातार तोड़फोड़ की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार इंदौर नगर निगम ने भूमाफिया के निर्माणों पर तीन स्थानों पर एक साथ ही कार्रवाई शुरूकी। इस कार्रवाई के लिए रविवार को रात में ही तैयारी कर ली गई थी। पुलिस एवं जिला प्रशासन के अधिकारी भी रात को ही योजना को अंतिम रूप दे चुके थे। इस योजना के अनुसार ही सोमवार को सुबह से निगम की पोकलेन मशीन और जेसीबी निर्माणों को जमींदोज करने में लग गईं।बब्बू उर्फ सुल्तान के खजराना स्थित निवास पर नगर निगम की टीम सोमवार को अलसुबह तोडफ़ोड़ करने के लिए पहुंच गई। टीम ने बब्बू के तीन निर्माणों को एक साथ निशाने पर लिया। इसमें बब्बू का घर, बब्बू का ऑफिस और दरगाह के समीप बना उसका फार्म हाउस शामिल है। निगम के इंजीनियर महेश शर्मा ने बताया कि तीनों अवैध निर्माणों को अलग-अलग पोकलेन मशीनें लगाकर धराशायी किया गया। इस दौरान इन निर्माणों के अंदर रखा सामान भी बाहर निकाल कर ढेर लगा दिया गया। यह फार्म हाउस तीन हजार स्क्वेयरफीट क्षेत्र में बना हुआ था।इसके साथ ही 15 हजार स्क्वेयरफीट की रिक्त भूमि को भी कब्जे में लिया गया है। जमीनों पर अवैध कब्जे करने, अवैध भवनों का निर्माण करने और रंगदारी के साथ वसूली करने के मामले में बब्बू-छब्बू कुख्यात है। पिछले दिनों ये लोग शहजाद लाला हत्याकांड के कारण चर्चा में आए थे। पुलिस खजराना द्वारा इन दोनों अपराधियों की जोड़ी के खिलाफ रविवार को ही प्रकरण दर्ज किया गया था। इस प्रकरण को दर्ज करने के साथ ही बब्बू को गिरफ्तार भी कर लिया गया था। बब्बू को गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा उसे किस तरह रखा जा रहा था इसका अंदाज तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि बब्बू के परिजन पूरे समय थाने जाकर आराम से बब्बू से मिल रहे थे और उसकी खातिरदारी का दौर भी चल रहा था। उसके परिजनों ने थाने के बाहर ही डेरा डाल रखा था। पहले भी बब्बू-छब्बू के साथ पुलिस की मिलीभगत की खबरें सामने आती रही हैं। अब बब्बू अंदर है और आज उसका घर भी तोड़ दिया गया है। ऐसे में सभी की नजरें छब्बू पर होने वाली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।सलूजा के पांच मंजिला मकान पर भी बोला निगम ने धावानगर निगम की टीम के द्वारा पिपलियाराव क्षेत्र में स्थित जगजीत नगर में भू-माफिया ओमप्रकाश सलूजा के पांच मंजिला मकान को तोडऩे की कार्रवाई सोमवार को सुबह की गई। मौके पर पहुंचे निगम के इंजीनियर ओपी गोयल ने बताया कि सलूजा के द्वारा 4 हजार स्क्वेयरफीट के प्लाट पर जी प्लस 4 के रूप में 5 मंजिला भवन का निर्माण किया जा रहा था। यह बिल्डिंग जगजीत नगर गुरुद्वारे के पास बनाई जा रही थी। इस बिल्डिंग के निर्माण के लिए किसी भी तरह की कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पूरे प्लाट पर अवैध रूप से कब्जा करने के बाद अवैध भवन का निर्माण अंतिम चरण में था, पूरा भवन बन गया था। भवन के अधिकांश हिस्से में फिनिशिंग का कार्य भी हो गया था। निगम की टीम इस भवन पर पहुंची और जेसीबी और पोकलेन मशीन की मदद से भवन को धाराशाई करने का अभियान शुरू किया गया। इस मामले में आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि इतनी बड़ी इमारत कई महीनों में बनकर तैयार हुई लेकिन अब तक नगर निगम के अमले को इस इमारत पर कार्रवाई करने की कभी सुध नहीं आई। अब जब यह अभियान शुरू हुआ है तब जाकर यह कार्रवाई शुरू हो पाई।अग्रवाल का अवैध रूप से बनाया गया कार्यालय किया जमींदोजनामचीन कालोनाइजर शिवनारायण अग्रवाल के कब्जे से आज तुलसीनगर में 15 हजार स्क्वेयरफीट जमीन को मुक्त कराया गया। इस जमीन की कीमत करोड़ों रुपये है। अग्रवाल के द्वारा इस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया था। इसके साथ ही इस जमीन पर 20 गुणा 30 के आकार में एक कार्यालय भी बना लिया गया था। यह कार्यालय संचालित हो रहा था।    उल्लेखनीय है कि तुलसीनगर के रूप में अवैध कालोनी का निर्माण करने और सरकारी जमीन को भी कालोनी में शामिल कर देने के मामले में पहले भी अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। उस समय भी उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अब एक बार फिर तुलसी नगर घोटाला ही अग्रवाल के गले की हड्डी बन रहा है। इस मामले में आज निगम की टीम के द्वारा इंजीनियर अवधेश जैन के नेतृत्व में मौके पर पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इसके साथ ही उसके कब्जे से करोड़ों रुपये की जमीन भी छीन ली गई है।

Kolar News

Kolar News 16 December 2019

भोपाल। पाकिस्तानी सेना से वर्ष 1971 में मिली भारतीय सेना की विजय की याद में ‘विजय दिवस’ का राज्य स्तरीय कार्यक्रम सोमवार को शौर्य स्मारक परिसर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधो सहित सभी वरिष्ठ अफसर शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की विजय दिवस पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत  न पहले कमजोर था और न ही आज कमजोर है।   विजय दिवस समारोह में सीएम कमल नाथ ने कहा कि विजय दिवस पर हम सब को यह याद रखना चाहिए कि सभी नागरिकों को चाहे वे किसी भी मजहब, जाति या पंथ को मानने वाले हो सबका यह कर्तव्य है कि राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाएं। अपने शहीदों का गुणगान करें। उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि हम सब भारत के विकास खुशहाली और अमन-चैन के लिए मिलकर प्रयास करें। मुख्यमंत्री ने विजय दिवस पर अपने संदेश में कहा कि 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध एक सैन्य संघर्ष था। यह संघर्ष 3 दिसम्बर 1971 को शुरू हुआ और 16 दिसम्बर को ढाका में पाक सेना के समर्पण के साथ  समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि इस युद्ध की शुरुआत में पाकिस्तान ने भारत की वायुसेना के 11 स्टेशनों पर हवाई हमले किए । इसमें भारतीय सेना का पाकिस्तान से पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर संघर्ष हुआ।  भारतीय सेना ने पाक सेना को दोनों मोर्चों पर परास्त किया।  हताश पाकिस्तानी सेना आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर हुई। इसी के साथ पूर्वी पाकिस्तान एक नए देश बांग्लादेश के रूप में स्थापित हुआ।   मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी जीत को हम आज विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह युद्ध स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सशक्त नेतृत्व और अद्वितीय राष्ट्रवाद की अद्भुत मिसाल होने के साथ-साथ भारतीय जांबाज सैनिकों के अदम्य में शौर्य का प्रतीक है। इस युद्ध में पाकिस्तान के 93000 सैनिक घुटने टेकने पर मजबूर हुए और उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा। मुख्यमंत्री ने इस अभूतपूर्व विजय के दो कारण बताते हुए कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी का दृढ़ संकल्प और राजनीतिक नेतृत्व और दूसरा कारण था। भारतीय थल सेना अध्यक्ष और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल एच एच एफ जे सैम मानेकशॉ के कुशल रणनीतिक नेतृत्व। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1971 की इस जीत ने भारत को एक अंतरराष्ट्रीय शक्ति के रूप में स्थापित किया। इससे देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पूरे विश्व में दृढ़ता  के साथ निर्णय लेने वाली "आयरन लेडी " के रूप में पहचान मिली।

Kolar News

Kolar News 16 December 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। कमलनाथ सरकार अपने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर किसानों को बड़ी सौगात देने जा रही है। मंगलवार, 17 दिसंबर से प्रदेश भर में किसान ऋण माफी का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है। दूसरे चरण में करीब 12 लाख किसानों के खाते में ऋण माफी के पैसे डाले जाऐंगे। यह जानकारी जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में दी।   उन्होंने बताया कि ऋण माफ़ी का दूसरा चरण 17 दिसम्बर मंगलवार से शुरू होगा। जिसमें करीब 12 लाख किसानों का कर्ज माफ होगा। साथ ही जीएसटी पंजीयन की सीमा 20 लाख से 40 लाख तक कर दी है। सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आज कमलनाथ सरकार के एक साल पूरे हो गए हैं और इस एक साल में जनता का विश्वास कमलनाथ सरकार पर बना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र में किए गए सभी बड़े वादे 1 साल के भीतर हमारी सरकार ने पूरे किये और जनता के साथ साथ उद्योगपतियों का भी विश्वास जीता है।    शिव ‘राज’ में बढ़े माफिया    मप्र में बढ़े माफिया राज के लिए पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर आरोप लगाते हुए मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 15 साल में माफिया राज स्थापित हुआ है। लेकिन कमलनाथ सरकार माफियाओं के खिलाफ सख्त है। इसी के तहत प्रदेशभर में माफिया को लेकर कार्यवाई जारी है। 

Kolar News

Kolar News 16 December 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्य लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की परीक्षा में चयनित हुए सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। इसी क्रम में शनिवार को देर रात उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चार विषयों के 591 सहायक प्राध्यापकों के नियुक्ति पत्र जारी किये गये हैं। इससे पहले शुक्रवार की रात भी 778 सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र जारी किये गये थे। इस प्रकार अब तक करीब 2400 चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी किये जा चुके हैं। उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव संजीव कुमार जैन ने बताया कि शनिवार की रात चार विषयों के 591 सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र जारी किये गये हैं। इनमें अर्थशास्त्र विषय के 206, वनस्पति शास्त्र विषय के 137, इतिहास के 151 और गणित के 97 चयनित उम्मीदवार शामिल हैं। इससे पहले करीब 1800 चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जा चुकी है। शेष उम्मीदवारों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। उनके लिए भी जल्द आदेश जारी कर दिये जाएंगे। उल्लेखनीय है कि एमपीपीएससी से आयोजित सहायक प्राध्यापक परीक्षा का परिणाम पिछले साल दिसम्बर में घोषित किया गया था, जिसमें कुल 2700 उम्मीदवारों का चयन हुआ था, लेकिन महिला आरक्षण को लेकर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया, जिसके चलते करीब एक साल तक चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति नहीं हो सकी। बीते दिनों हाईकोर्ट ने आरक्षण से जुड़े उम्मीदवारों को छोडक़र शेष की नियुक्ति करने के आदेश राज्य सरकार को दिये थे। इसके बाद से यह नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई है। 

Kolar News

Kolar News 15 December 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार देर शाम को जोरदार बारिश हुई। भोपाल समेत इंदौर, देवास, होशंगाबाद, खजुराहो, खरगोन, सागर, सतना, ग्वालियर, जबलपुर और नौगांव में गरज चमक के साथ कई घंटों तक झमाझम बारिश हुई। बारिश के चलते प्रदेश में ठंड का असर बढ़ गया है। वहीं बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पहले से ही यूरिया के लिए जूझ रहे किसानों के लिए बारिश आफत बन कर टूटी है। कई जगहों पर खुले में रखा अनाज भीग जाने से किसानों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। ऐसी स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए चिंता जाहिर करते हुए सरकार से उन्हें राहत देने की मांग की है।    शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार देर रात ट्वीट कर किसानों के लिए चिंता जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि ‘मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा और ओले गिर रहे हैं। मैं चिंतित हूं कि यह कुसमय की वर्षा और ओले अन्नदाता के लिए नई कठिनाइयां न खड़ी कर दें। प्रशासन और सरकार से अपील करता हूं कि तत्काल प्रभाव से राहत देने के लिए कदम उठायें अन्यथा किसानों को भारी नुकसान हो सकता है’।   शिवराज ने सरकार से तत्काल राहत देने का आग्रह करते हुए अपने दूसरे ट्वीट में लिखा ‘मैं जानता हूं कि मध्यप्रदेश में हुई इस असमय वर्षा और ओलावृष्टि ने किसानों को चिंतित कर दिया है। खासकर मालवा और निमाड़ के वे किसान अधिक परेशान हैं, जिनके प्याज बाहर पड़े हैं। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि समस्या के विकराल होने की प्रतीक्षा न करें, तत्काल किसानों को राहत दें’।   कृषि मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन   प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘आज प्रदेश के बहुत से जिलों से ओलावृष्टि की दु:खद खबरें प्राप्त हुई है, किसान भाइयों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, कमलनाथ सरकार किसानों की सरकार है, हम किसानों के साथ हरसंकट में साथ खड़े है और हरसंभव मदद करने के लिए तैयार है’।

Kolar News

Kolar News 13 December 2019

भोपाल। दिल्ली में कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई है। जिसके तहत 14 दिसम्बर को कांग्रेस 'भारत बचाओ अभियान' लेकर किसानों सहित अन्य मुद्दों को लेकर सडक़ पर प्रदर्शन करेगी। देशभर के अलग-अलग राज्यों से कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली कूच कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए है। इस आंदोलन में ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, अजय सिंह के साथ कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसके लिए आज भोपाल से दिल्ली के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएगी।   दिल्ली में 14 दिसंबर को केन्द्र सरकार के खिलाफ सोनिया गांधी के नेतृत्व में आंदोलन होगा। इस आंदोलन के जरिए कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी, मंदी और किसानों की समस्या के साथ-साथ अब नागरिकता संशोधन बिल को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सीएम कमलनाथ गुरूवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए है। केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करने के लिए मध्यप्रदेश से भी आज बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली की लिए रवाना होंगे। सभी दिल्ली में 14 दिंसबर को भारत बचाओ आंदोलन में शामिल होंगे। इंदौर से कार्यकर्ताओं के लिए 45 बसों की व्यवस्था की गई है, जिनमें 5 हजार से अधिक कार्यकर्ता आज दिल्ली रवाना होंगे।  

Kolar News

Kolar News 13 December 2019

भोपाल। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर देशभर में अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कोई इसका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध। कैब को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है और राजनीतिक दल एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे है। भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा कैब और एनआसी लागू होने पर विधायकी छोडऩे का एलान करने के बयान पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस देशभर में भ्रम फैलाने का काम कर रही है।    शुक्रवार को पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कांग्रेस पर निशासा साधा है। उन्होंने कहा है कि कैब की भावना को सोचे समझे बगैर बोलना आपत्तिजनक है। उसकी भावना नागरिकता देने की है नागरिकता समाप्त करने की नहीं है। कांग्रेस के लोग पूरे देश में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे है और देश के अंदर विवाद पैदा करने की स्थिति निर्मित कर रहे है, जो अच्छी बात नहीं है। पूर्व मंत्री ने सीएम कमलनाथ पर सवालिया निशान साधते हुए कहा कि संगठन के मुखिया होने के नाते कमलनाथ को सोचना और बताना चाहिए कि वे देश तोडऩे वाली ताकतों के साथ है या देश जोडऩे वाली ताकतों के साथ।    गौरतलब है कि गुरुवार को भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कैब और एनआरसी बिल के विरोध में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस सभा में उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए यह तक कह डाला था कि अगर मध्य प्रदेश में सरकार ने एनआरसी लागू किया तो वह विधायकी छोड़ देंगे। 

Kolar News

Kolar News 13 December 2019

शिवपुरी। मध्‍यप्रदेश के शिवपुरी जि‍ले की करैरा तहसील खोड़ चौकी क्षेत्र स्‍थ‍ित पत्थर खदानों पर माफियाओं को वन विभाग की टीम के रोकने से नाराज खनन माफिया ने उन पर अचानक से हमला बोल दिया। जिसमें एक डिप्टी रेंजर सहित उनके सहयोगी को गंभीर चोटें आई हैं । दोनों को जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। घटना बुधवार रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच की  है। माफियाओं ने वन विभाग के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है । पुलिस ने पांच लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा एवं जानलेवा हमले जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया है।    पुलिस के अनुसार जब अमोला सब रेंज प्रभारी डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता समेत वनरक्षकों ने पत्थर खदानों से अवैध खनन कर लौट रहे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की, तो पत्‍थर माफिया ने उन पर हमला कर दिया।  जिसमें कि डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता और उनके साथी नीरज राजोरिया के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है।    डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग करमई के जंगल में पत्थर की खदान से अवैध पत्थर भरकर ट्रैक्टर से परिवहन कर रहे हैं। सूचना मिलते ही डिप्टी रेंजर ने एक छोटी टीम अपने साथ कार्रवाई के लिए ली और मौके पर पहुंचे। जब वे घटनास्थल पर पहुंचते तब तक खनन माफिया अपने ट्रैक्टर को तेज गति से भगाते हुए नावली गांव के अंदर ले गया था । इसके बाद ट्रैक्टर का पीछा करते हुए वन विभाग की टीम पत्थरों से लदे ट्रैक्टर  तक जा पहुंचीं।    इस बीच वन विभाग की टीम को अपने पास आता देख चालक ने ट्रैक्टर मालिक एवं अन्य खनन माफियाओं को इसकी सूचना दे दी, इस पर खनन माफिया कार से पहुंचे और वन विभाग के लोगों का रास्‍ता बीच में ही रोक लिया । चालक पर 315 बोर का देसी कट्टा तानकर उन्‍होंने वन विभाग के कर्मचारियों पर पत्थरों से हमला बोल दिया, जिसमें कि किसी तरह से डिप्टी रेंजर और वन कर्मचारी अपनी जान बचाकर वहां से भागे लेकिन इस पर भी माफियाओं के फैंके गए पत्‍थरों से वन विभाग के कई कर्मचारी घायल हो गए । सबसे अधिक चोट अमोला सब रेंज प्रभारी डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता को आई हैं। 

Kolar News

Kolar News 12 December 2019

अशोकनगर। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ.केपी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट कर उन्हें चंदेरी के कुर्ते और शॉल भेंटकर पर्यटन नगरी चंदेरी एवं गुना संसदीय क्षेत्र में आने का न्यौता दिया। यह कुर्ता और शॉल चंदेरी के बुनकरों ने बनाई है।   सांसद डॉ.केपी यादव एवं उनकी पत्नी डॉ.अनुराधा यादव ने बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने चंदेरी के बुनकरों द्वारा निर्मित कुर्ते एवं शॉल प्रधानमंत्री को भेंट किए। भारतीय जनतापार्टी के जिला मीडिया प्रभारी देवेन्द्र ताम्रकार ने बताया कि सांसद ने इस ऐतिहासिक अवसर पर सांसद डॉ.यादव के न्यौते को प्रधानमंत्री ने सहज स्वीकार किया। प्रधानमंत्री से भेंट के अवसर पर सांसद डॉ. यादव ने गुना-शिवपुरी क्षेत्र के विकास के लिए अभी तक दिए गए मंत्रालय में 60 पृष्ठों के पत्रों की समरी भी भेंट की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सांसद को चंदेरी संसदीय क्षेत्र में आने का वायदा किया। 

Kolar News

Kolar News 12 December 2019

भोपाल। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर देशभर में अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कोई बिल पास होने के समर्थन में जश्न मना रहा है तो कहींं इसका विरोध हो रहा है। बिल को लेकर राजनेताओं के सियासी बयान भी सामने आ रहे हैंं। इस बीच मध्‍यप्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील का विवादित बयान सामने आया है।    नागरिकता संशोधन बिल पर गुरुवार को मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील बोलते-बोलते बहकते दिखे  और उन्‍होंंने विवादित बयान दे दिया। बिल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई बिल पास कर लो, कोई कानून बना लो। हिन्दुस्‍तान  किसी के बाप का नहीं है, इसे बनाने में हम सभी के बुजुर्गों का खून शामिल है। उनके बाप भी हमारा बाल बांका नहीं कर सकते, हम यहां थे, हैंं और हम मरेंगे भी तो यहींं दफन होंगे।    वहीं, प्रदेश में हो रहे रेत खनन पर भी मंत्री आरिफ अकील ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रेत खनन पर जितनी रॉयल्टी मिली है उस पर तो सीएम कमलनाथ की फोटो की पूजा करनी चाहिए। लेकिन उसके बाद भी लोग नहीं मान रहे।  

Kolar News

Kolar News 12 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश के हनीट्रैप मामले में अपने अखबार के माध्यम से खुलासे करने वाले कारोबारी जीतू सोनी पर जिला प्रशासन और पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। जिला प्रशासन और इंदौर नगर निगम ने बुधवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए भारी पुलिसबल की मौजूदगी में जीतू सोनी के संझा लोकस्वामी अखबार के दफ्तर पर कार्रवाई की गई और अखबार के भवन को ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी बुधवार को अलसुबह प्रेस कॉम्प्लेक्स पहुंच गए थे। वहां प्लॉट नंबर 23 पर स्थित अखबार के भवन पर कार्रवाई की गई। नगर निगम ने जेसीबी और पोकलेन मशीन की मदद से इस भवन को जमींदोज किया गया। यह कार्रवाई बुधवार को करीब 6.45 बजे शुरू हुई। कार्रवाई को अंजाम देने के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारी सुबह 6 बजे ही मौके पर पहुंच गए थे। निगम का दावा है कि इस अखबार का कार्यालय वाला भवन बिना नक्शा स्वीकृति के बनाया गया था। इसके साथ ही जिस प्लॉट पर यह भवन बना था, उस प्लॉट के मामले में भी पुलिस द्वारा रवींद्र पंडित की शिकायत पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पिछले कुछ दिनों से प्रशासन के चलाए जा रहे अभियान में इस भवन पर भी कार्रवाई की गई है। अभी इस अभियान में ही प्रशासन ने पहले तो इस भवन को सील कर दिया था। बुधवार को इस भवन को नेस्तानाबूत कर दिया गया।जब यह कार्रवाई की जा रही थी, तब बड़ी संख्या में अधिकारी मौके पर थे। यह सभी अधिकारी भवन के बाहर ही सडक़ किनारे कुर्सी लगाकर लाइन से बैठे हुए थे। मौके पर एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था। कदाचित यह पहला मौका है, जब किसी अखबार के भवन को इस तरह गिराया गया है।इस कार्रवाई में तीन पोकलेन मशीन लगी। इस दौरान पानी का पाइप फटने से एक मशीन को हटा लिया गया। तोडफ़ोड़ के दौरान पोकलेन का पंजा मालवीय नगर के मकान पर लगा, जिससे उसकी गैलरी की दीवार गिर गई। यहां दिगपाल नाम के व्यक्ति रहते हैं और उनके साथ अन्य सात-आठ परिवार रहते हैं। घटना के बाद सभी सुरक्षित हैं। उधर पुलिस ने लोकस्वामी परिसर में खड़ी दो गाड़ियों को भी जब्त कर  लिया है। इसके पहले भी जीतू सोनी के माय होम होटल, बेस्ट वेस्टर्न होटल, ओटू कैफे और दो बंगलों पर नगर निगम ने अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई की थी।पुलिस ने जीतू सोनी पर मंगलवार को देर शाम ही तीन और प्रकरण दर्ज किए गए थे। तुकोगंज थाने में आईडीए ने आवंटित प्लॉट पर अवैध कब्जे का प्रकरण दर्ज कराया, जबकि इसी थाने में धोखाधड़ी के दो अन्य प्रकरण सोनी के खिलाफ दर्ज कराए गए। इस मामले मे अब तक सोनी के खिलाफ 57 प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। आईडीए के आवंटित प्लॉट पर अवैध कब्जे के मामले में पुलिस ने जीतू सोनी और रवींद्र निगम के खिलाफ केस दर्ज किया है।नोटिस भी जारी किए थेप्रेस कॉम्प्लेक्स में आईडीए ने वर्ष 1987 में दैनिक नवीन इंदौर को प्लॉट नंबर 23 आवंटित किया था, जिसका क्षेत्रफल 1105 वर्गमीटर है। प्राधिकरण ने 1988 में लीज डीड तैयार कर जारी कर दी। आवंटी रवींद्र पंडित ने आईडीए को आवेदन दिया कि दस्तावेज में जो हस्ताक्षर हैं, वे उनके नहीं हैं। रवींद्र ने तब अफसरों से आग्रह किया था कि भविष्य में प्लॉट को लेकर पत्र व्यवहार उनके नाम से ही हो और भवन बनाने का प्रमाण-पत्र भी उन्हें ही दिया जाए। बाद में भवन किराए पर दे दिया गया। आईडीए ने इस पर आपत्ति लेने हुए निगम को नोटिस भी जारी किए थे और कहा गया कि प्राधिकरण का आवंटित भवन किराए पर नहीं दिया जा सकता।उल्लेखनीय है कि जीतू सोनी पर मानव तस्करी सहित अन्य अपराधों में 36 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं और वह अभी फरार है। पुलिस ने उस पर तीस हजार का इनाम भी घोषित किया है। बताया जा रहा है कि उसकी तलाश में पुलिस मुम्बई और कोलकाता में भी लगातार दबिश दे रही है। वहीं, जीतू सोनी का बेटा अमित पुलिस की गिरफ्त में है और उसे रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 11 December 2019

भोपाल । मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने 1 वर्ष पूरे हो गए हैं । चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए तमाम घोटालों को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा था और सरकार बनने के बाद उन घोटालों की जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाने की बात कही थी । लेकिन इतना समय गुजर जाने के बाद भी आज तक कमलनाथ सरकार किसी भी घोटाले की जांच के अंजाम तक नहीं पहुंच सकी है । इस बारे में कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह से यह पूछे जाने पर उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बदले की राजनीति करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ नहीं । घोटालों की जांच चल रही है, समय आने पर ठोस कार्रवाई होगी ।    बुधवार को मीडिया ने सहकारिता मंत्री मंत्री गोविन्द सिंह ने एक साल बीत जाने के बाद भी घोटालों को लेकर किसी एक भी पूर्व मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किये जाने के बारे में पूछा । जिसका जवाब देते हुए मंत्री गोविन्द सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ संवेदनशील हैं और बदले कि भावना से काम नहीं करते है, जैसा की प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं । अगर सीएम कमलनाथ भी ऐसा ही करने लगे तो दोनों में क्या फर्क रह जायेगा । उन्होंने कहा कि अभी जांच चल रही है, धीरे-धीरे तथ्य सामने आ रहे हैं । जो दोषी हैं उनपर कार्यवाई हो रही है । उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि जो पूर्व मंत्री घोटालों की जांच में दोषी पाए जाएंगे, उनको भी नहीं बख्शा जायेगा ।   

Kolar News

Kolar News 11 December 2019

भोपाल | मध्‍य प्रदेश में 17 दिसम्बर को मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल का एक साल पूरा होने जा रहा है। इस अवसर पर कांग्रेस विजन डॉक्यूमेंट लॉन्च करने की तयारी में है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस कार्यक्रम मे ख़ास तौर से मौजूद रहेंगे। विजन डॉक्‍यूमेंट पेश करने के मौके पर सीएम के साथ पूरी कैबिनेट भी रहेगी।    बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि 17 दिसम्बर को कमलनाथ सरकार अपने एक साल पूरे करने जा रही है। इस मौके पर कांग्रेस अपना विजन डॉक्यूमेंट जनता के सामने रखेगी जिसमे सरकार अपनी आगामी कार्य योजना पेश करेगी। मंत्री शर्मा ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 17 दिसम्बर को आएंगे भोपाल और विजन डॉक्यूमेंट लांच करेंगे। राजधानी स्थित मिंटो हॉल में यह कार्यक्रम होगा। इसके अलावा मंत्री शर्मा ने बताया कि कमलनाथ सरकार राजनैतिक मामले वापिस लेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में अहम बैठक कर पिछले 15 साल में दर्ज हुए लगभग चार हज़ार राजनैतिक मामले वापस लिए जाएंगे ।    मंत्री शर्मा ने बताया कि प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने वाले वकीलों को सरकार ने निर्देश दिए हैं जिसके तहत कोर्ट में जल्द और पूरी तैयारी के साथ वकीलों को सरकार का पक्ष रखने के लिए कहा गया है। फैसला होने तक स्केल के मुताबिक पदनाम दिए जाएंगे| वही अतिथि विद्वानों को लेकर मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि सरकार हर अतिथि विद्वान को एडजस्ट करेगी| अतिथि विद्वानों  के लिए सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी ने निर्णय लिया गया है जिसमें सभी को खाली जगह एडजेस्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि अतिथि विद्वानों को धरना प्रदर्शन की करने की जरूरत नहीं है।    नई रेत नीति से होगा लाभ  नई रेत नीति के बारे मे बात करते हुए मंत्री शर्मा ने कहा है कि रेत खदानों से अब तक जहा 2 सौ करोड़ आते थे, अब नई रेत नीति के बाद 12 करोड़ से ज्यादा लाभ होगा | हीरा की खदान की नीलामी के लिए अडानी और बिड़ला आमने सामने हैं। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उद्योग जगत मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आ रहे हैं सीएम कमलनाथ  के नेतृव में निवेश बढ़ रहा है।   

Kolar News

Kolar News 11 December 2019

भोपाल। राजधानी के पंचशील नगर स्थित सरकारी स्कूल में मंगलवार सुबह एक जली हुई लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतक को जंजीरों से बांधकर जलाया गया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। बताया जा रहा है कि लाश इतनी बुरी तरह से जल चुकी है कि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि लाश महिला की है या पुरुष की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है। पुलिस घटना स्थल का मुआयना करने में जुटी है। घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है।    जानकारी अनुसार मामला टीटी नगर थाना क्षेत्र का है। यहां पंचशील नगर स्थित सरदार पटेल स्कूल की एक क्लास में मंगलवार सुबह एक अज्ञात शव मिला। घटना का खुलासा मंगलवार सुबह स्कूल खुलने के बाद हुआ। स्कूल के चपरासी ने पुलिस और रहवासियों को जानकारी दी। सूचना मिलते ही मौके पर डीआईजी इरशाद वली और टीटी नगर थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस आसपास के लोगों से घटना संबंधित पुछताछ करने में जुटी है। अज्ञात शव को लेकर अब तक कोई पहचान नहीं हो पाई है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर सुराग जुटाने में जुटे हैं।   डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि लाश पूरी तरह से जली हालत में मिली है। लाश किसी युवक की है। लेकिन उसकी हालत ऐसी नहीं है कि देखकर शिनाख्त की जा सके। डीएनए रिपोर्ट के बाद ही लाश की शिनाख्त हो पाएगी। उन्होंने कहा कि लाश के पास से एक जंजीर भी मिली है। जंजीर लाश के गले में फंसी हुई मिली है। स्कूल के सीसीटीवी फुटेज लिए जा रहे हैं।    मंत्री बोले, शाम तक होगा खुलासा सूचना मिलने के बाद जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद कहा कि स्कूल में मिली लाश किसी युवक की है। उसकी उम्र 24-25 साल है। आरोपित स्कूल की बाउंड्री फांदकर अंदर आए हैं। उन्होंने कहा कि कितने आरोपी हैं अभी नहीं कहा जा सकता। युवक की हत्या के बाद लाश को जलाया गया है। पीसी शर्मा ने कहा कि शाम तक पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा।

Kolar News

Kolar News 10 December 2019

विदिशा। मध्यप्रदेश के कई जिलों में यूरिया की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। विदिशा-गुना समेत कई जिलों में यूरिया के लिए किसान आधी रात से वितरण केन्द्र पहुंच जाते हैं और लम्बी-लम्बी लाइनें लगाकर सुबह तक खड़े रहते हैं।    विदिशा जिले में सोमवार को यूरिया नहीं मिलने के बाद किसानों ने हंगामा कर दिया था, जिसके चलते मंगलवार को यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है और विदिशा स्थित वेयर हाउस से किसानों को पुलिस के साये में दो-दो बोरी यूरिया का वितरण किया जा रहा है। यहां आधी रात से ही किसान लाइनों में लगे हुए हैं। दरअसल विदिशा में रामलीला मैदान स्थित वेयर हाउस में मंगलवार को सुबह यूरिया की रैक पहुंची है। यहां भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों को यूरिया बांटी जा रही है। किसानों ने बताया कि वे कई दिनों से आधी रात से ही आकर लाइनों में लग जाते हैं और देर शाम तक खड़े रहने के बाद भी उन्हें यूरिया नहीं मिल रहा है। सोमवार को अधिकारियों ने उन्हें यह आश्वासन दिया था कि मंगलवार को सुबह यूरिया की रैक आने वाली है और उन्हें वेयर हाउस से यूरिया वितरित किया जाएगा। इसके चलते हजारों की संख्या में किसान रात में ही वेयर हाउस पहुंच गए थे और यूरिया की रैक आने के बाद वेयर हाउस से यूरिया का वितरण शुरू हुआ। इस दौरान किसानों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पुलिसबल की तैनाती की गई ताकि किसी प्रकार का उपद्रव होने से रोका जा सके। हालांकि, भीड़ होने के कारण किसानों के बीच धक्का-मुक्की हो रही है, जिससे बुजुर्ग किसानों को भारी परेशानी हो रही है।उल्लेखनीय है कि कई दिनों से यूरिया नहीं मिलने के कारण किसान सोमवार को आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने शमशाबाद में ट्रक से यूरिया लूटने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्होंने भारी हंगामा करते हुए चक्काजाम भी किया था। इस दौरान अधिकारियों ने किसानों को मंगलवार से वेयर हाउस से यूरिया देने का आश्वासन देकर समझाकर शांत कराया। इसी के चलते विपणन संघ ने वेयर हाउस में यूरिया खाली कराया और यहीं से यूरिया का वितरण कराया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 10 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाईल हनीट्रैप मामले में मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जो अधिकारी हनीट्रैप मामले में शामिल हैं, सीएम उनकी उंगलियों पर नाच रहे हैं। इस दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अगर ऐसे अधिकारियों का नाम सामने नहीं लाएगी तो वे स्वयं उनके नामों का खुलासा करेंगे।  दरअसल, हनीट्रैप मामले में अपने अखबार के माध्यम से नित नए खुलासे करने वाले कारोबारी जीतू सोनी के खिलाफ पुलिस-प्रशासन ने शिकंजा कसा है। इस मामले में पुलिस होटल माय होम से मानव तस्करी की शिकार हुई महिलाओं और युवतियों से लगातार पूछताछ कर रही है और उनके पतियों को भी गिरफ्तार किया है। इसी सिलसिले में विजयवर्गीय ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि होटल माय होम मामले में पुलिस-प्रशासन ने गरीब आर्केस्ट्रा वाले और वेटरों पर मानव तस्करी के केस दर्ज किए हैं, जबकि उनका इसमें कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि हनीट्रैप मामले में मुझे जानकारी मिली है कि इसमें बड़े-बड़े अधिकारी शामिल हैं। अब वे बचने के लिए बड़े धमाके कर रहे हैं, लेकिन इन दमाकों से वे बच नहीं पाएंगे। मैं उन अधिकारियों को चेतावनी देता हूं कि इसमें जो भी शामिल हैं, वे बच नहीं पाएंगे। यदि सरकार ने नहीं किया तो हम करेंगे।

Kolar News

Kolar News 10 December 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के मनुआभान टेकरी पर आठ महीने पहले एक नाबालिक बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को धरने पर बैठ गए हैं। शिवराज सोमवार को दोपहर 12 बजे भोपाल के न्यू मार्केट के पास रोशनपुरा चौराहे पर पहुंचकर धरना शुरू किया। उनके साथ पूर्व मंत्री जयंत मलैया, उमाशंकर गुप्ता, राजेन्द्र शुक्ल, महापौर आलोक शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिवराज समर्थक भी धरने पर बैठे हैं। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चियां भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है  कि भोपाल की मनुआभान टेकरी पर आठ महीने पहले 12 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन इस मामले में अभी तक पीडि़त परिजनों को न्याय नहीं मिला है। मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को रोशनपुरा चौराहे पर धरना शुरू किया है। धरनास्थल पर बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे और महिलाएं भी मौजूद हैं। सभी पीडि़त परिवार को जल्द न्याय दिलवाने की मांग कर रहे हैं।    धरना पर बैठने के बाद शिवराज ने कहा कि ऐसे हैवानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। दुष्टता का बर्ताव करने वाले इन लोगों को जिंदा रहने का हक नहीं। आखिर कब तक बेटियां दरिंदगी की शिकार होती रहेंगी। उन्होंने अदालतों से निवेदन किया है कि दुष्कर्म के मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए जल्द सजा सुनाने की व्यवस्था की जाए।

Kolar News

Kolar News 9 December 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों प्याज और यूरिया को लेकर खूब हंगामा मचा हुआ है। यूरिया संकट को लेकर मध्य प्रदेश में सिसायत चरम पर है। एक तरफ राज्य सरकार केंद्र सरकार पर मांग के मुताबिक यूरिया नहीं देने का आरोप लगाते हुए हर हाल में यूरिया उपलब्ध कराने का वादा कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर यूरिया खाद की किल्लत के कारण किसानों को घंटों लाइन में खड़े रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्याज और यूरिया को लेकर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने सरकार पर तंज कसा है। उनका कहना है कि अगर यूरिया और प्याज नहीं है तो ब्लैक में कैसे मिल रहे हैं? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के साथ और जमाखोरी करने वालों के साथ में राज्य सरकार का गठजोड़ हो गया है।   सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मेरा मानना है कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। क्योंकि अगर खाद नहीं होती तो ब्लैक में कैसे मिल रही होती और अगर ब्लैक में मिल रही है तो इसका मतलब है कि किसान को नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया की कमलनाथ सरकार के डंडे मिल रहे है, भूख और प्यास मिल रही है, लाईन में लगना मिल रहा है। प्याज को लेकर मचे हाहाकार पर भी पूर्व मंत्री ने कहा कि प्याज भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। अगर नहीं होती तो 100 और 150 रुपए कैसे मिल रही होती, लेकिन वो केवल गरीब को नहीं मिल रही है।   सरकार पर आरोप लगाते हुए मिश्रा ने कहा कि जमाखोरों और ब्लैक मार्केटिंग करने वालों का एक बड़ा वर्ग कमलनाथ सरकार के संरक्षण में चल रहा है, जिसके कारण यह अव्यवस्था हो रही है। उन्होंने अपनी सरकार के कार्यकाल का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने तो 8 रुपए किलो प्याज खरीदकर मुफ्त में बांटा था, उस दौरान लेने वाले नहीं थे। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि आपदा की ऐसी घड़ी में ऐसे कामों को आगे बढ़ाए। 

Kolar News

Kolar News 9 December 2019

इंदौर। मानव तस्करी सहित तीन दर्जन मामलों में फरार जितेंद्र उर्फ जीतू सोनी के अवैध निर्माणों पर जिला प्रशासन और पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। बीते दिनों नगर-निगम और पुलिस-प्रशासन ने अवैध निर्माणों को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी। सोमवार को फिर उसके बंगले पर नगर निगम और जिला प्रशासन ने बुल्डोजर चलाया। सोमवार सुबह शांति कुंज स्थित बंगले को जमींदोज कर दिया गया। यह बंगला बगीचे की जमीन पर कब्जा कर बनाने की बात सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है। रेडिसन होटल के सामने स्कीम-94 से लगी शांति कुंज में सोमवार को नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस ने मिलकर अवैध तरीके से बनाए गए जी प्लस वन के बंगले को तोड़ने की कार्रवाई की। यह बंगला जीतू सोनी का था। कार्रवाई के दौरान नगर निगम के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा भी मौजूद रहे। इनके साथ यहां बड़ी संख्या में पुलिस और निगमकर्मी भी मौजूद रहे। कॉलोनी के रहवासी नगर निगम की इस कार्रवाई से खुश नजर आए।बताया जाता है कि इस बंगले में जीतू सोनी की मित्र सोनिया ठहरती थीं जो मुंबई में रहती हैं। हर महीने 6 से 7 दिन सोनिया यहां जीतू के साथ रहती थीं। उसकी सुरक्षा में लगने वाले बाउंसर यहां के रहवासियों के साथ दुर्व्यहार करते थे। इस कारण महिलाओं ने तो अपने घर से निकलना तक बंद कर दिया था। शांति कुंज में बगीचे की जमीन पर कब्जा कर जीतू ने मकान बनाकर अपने हिसाब से बगैर नक्शे के 32, शांति कुंज का पता भी दे दिया, जबकि कॉलोनी में इस नंबर का प्लॉट स्वीकृत नहीं है।जानकारी के मुताबिक कॉलोनी के बगीचे की जमीन पर यह बना था, जिसमें दो हजार वर्गफीट पर बंगला बना था और छह से सात हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा किया गया था। शांतिकुंज कॉलोनी के रहवासियों ने इसकी शिकायत पुलिस को की थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि किस तरह जीतू सोनी ने मंदिर और बगीचे की जमीन पर इसे तान लिया। इसके पहले जीतू सोनी के माय होम होटल, बेस्ट वेस्टर्न होटल, ओटू कैफे और बंगले पर भी नगर निगम और प्रशासन की टीम ने अवैध हिस्सों पर कार्रवाई की थी। माय होम होटल से महिलाओं को भी बरामद किया गया था, जिनसे पूछताछ में पता चला कि माय होम होटल में उनसे डांस करवाया जाता था और ग्राहक जो पैसा उन पर लुटाते थे उसमें से ज्यादातर हिस्सा जीतू सोनी रख लेता था। पुलिस ने फरार जीतू सोनी की तलाश भी तेज कर दी है। जानकारी के अनुसार उसकी लोकेशन मुंबई में मिली है।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले से जुड़े वीडियो वायरल करने और अपने दैनिक सांध्य अखबार में रोजाना नए-नए खुलासे करने के बाद पुलिस और प्रशासन ने कारोबारी जीतू सोनी के खिलाफ शिंकजा कसना शुरू किया और अवैध से बनाए गए मकानों, होटलों को तोड़ा गया। 

Kolar News

Kolar News 9 December 2019

भोपाल। भोपाल की अदालत द्वारा अवैध खनन मामले में सजा सुनाने के बाद विधानसभा द्वारा सदस्यता समाप्त करने के मामले में प्रदेश के पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को बड़ी राहत दे दी है। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार द्वारा दायर याचिका को खारिज करते हुए मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा है।  दरअसल, विधायक प्रहलाद लोधी के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा दायर याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और विवेक तन्खा ने सरकार की तरफ से अदालत में अपना पक्ष रखा। वहीं, प्रहलाद लोधी की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी और पुरुशेन्द्र कौरव ने सरकार की दलीलों का जवाब दिया। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की अपील को खारिज कर दिया और मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए उन्हें आगामी 17 दिसम्बर से शुरू होने वाले मप्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शामिल होने की अनुमति प्रदान की।गौरतलब है कि अवैध उत्खनन मामले में विधायक प्रहलाद लोधी को दोषी मानते हुए भोपाल की विशेष अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने तत्परता दिखाते हुए उनकी विधानसभी की सदस्यता समाप्त कर दी। इस मामले को लेकर जमकर राजनीति हुई। विधायक लोधी ने भोपाल की विशेष अदालत के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उनकी याचिका पर हाईकोर्ट में विशेष अदालत के फैसले पर दो महीने तक के लिए रोक लगा दी थी। इसके बाद भी उनकी विधानसभा की सदस्यता बहाल नहीं की गई। इस मामले को प्रदेश में जमकर राजनीति हुई। यहां तक कि भाजपा ने राज्यपाल को भी कई बार ज्ञापन सौंपा, लेकिन राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की याचिका को खारिज कर दिया है। साथ ही हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आगामी 17 दिसम्बर से शुरू होने जा रहा है। विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद विधायक प्रहलाद लोधी के सत्र में शामिल होने पर असमंजस बना हुआ था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद अब वे शीतकालीन सत्र में हिस्सा ले सकेंगे।

Kolar News

Kolar News 6 December 2019

होशंगाबाद। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पचमढ़ी से सेना शिक्षा कोर में शहीद दीपक स्मारक गेट से बीती देर रात दो बदमाश ड्यूटी पर तैनात सैनिकों की 2 इंसास रायफल और कई कारतूस चोरी करके फरार हो गए। घटना की जानकारी लगते ही पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है और पुलिस फिलहाल बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है। होशंगाबाद आईजी आशुतोष राय ने बताया कि घटना गुरुवार देर रात की है। ड्यूटी पर तैनात जवानों की दो इंसास रायफल के साथ ही कई राउंड की गोलियां बदमाश चुराकर भाग गए। देर रात सूचना मिलने के बाद भोपाल-जबलपुर सहित सेन्ट्रल कंट्रोल रूप में सूचना दे दी गई है। साथ ही प्रदेशभर में अलर्ट जारी कर बदमाशों की तलाश की जा रही है। मामले में उस टैक्सी चालक को गिरफ्तार किया है, जो बदमाशों को पचमढ़ी लेकर पहुंचा और वापस पिपरिया स्टेशन छोडऩे आया था। शुक्रवार को अलसुबह उसने श्रीधाम एक्सप्रेस के समय पर उन्हें पिपरिया स्टेशन पर छोड़ा था। उन्होंने बताया कि बदमाशों के जबलपुर की ओर भागने की संभावना को देखते हुए उनकी तलाश की जा रही है। नरसिंहपुर, जबलपुर आदि स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेंज खंगाले जा रहे हैं। पिपरिया स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए हैं, इसलिए यहां से वे किस ट्रैन में बैठे, इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। टैक्सी चालक ने पूछताछ में बताया कि दोनों बदमाश पंजाबी में बात कर रहे थे। उनके पास पचमढ़ी आते समय कुछ नहीं था, लेकिन वापस लौटते समय उनके पास एक क्रिकेट किट जैसा बैग था। संभवत: वह रायफल उसी किट में रखकर ले गए होंगे। उन्होंने कहा है कि पुलिस फिलहाल, मामले की जांच में जुटी है। जल्द ही बदमाशों का पता लगा लिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 6 December 2019

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने 75 पार के नेताओं को टिकट न देने के फॉर्मूले के बाद एक और नया नियम बनाया था। नियम के तहत जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के लिए भी उम्र का बंधन लागू किया गया था। पार्टी ने तय किया था कि 50 साल से ज्यादा की उम्र वालों को जिला और नगर अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। जबकि 35 साल से ज्यादा उम्र वालों को मंडल अध्यक्ष पद नहीं दिया जाएगा। वहीं इससे उलट भाजपा द्वारा जारी जिला अध्यक्ष की सूची में नियम की खुलकर उल्लंघन किया गया है।    मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। पार्टी द्वारा तय की गई गाइडलाइन के अनुसार 55 वर्ष से अधिक उम्र के नेता को भाजपा का जिला अध्यक्ष नहीं बन सकता। लेकिन कटनी में सभी नियम को शिथिल करते हुए 56 वर्षीय रामरतन पायल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रामरतन पायल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के खास समर्थक बताए जाते हैं। स्थानीय स्तर पर भाजपा के सभी विधायकों ने और नेताओं ने रामरतन पायल का विरोध भी किया था। इसके बाद भी नियमों को शिथिल करते हुए पायल को कटनी भाजपा जिला अध्यक्ष घोषित किया गया है।    उधर, जब इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष राकेश सिंह से बातचीत करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी है। वहीं, इस निर्णय से नाराज तमाम लोगों ने कहा कि अब पार्टी अपनी सहूलियत के हिसाब से निर्णय लेने लगी है, जिन्‍हें महत्‍वपूर्ण पद पर नहीं बैठाना चाहती, उसके लिए नियमों का हवाला दे दिया जाता है और जिसे पद देना होता है तो उसके लिए कोई नियम लागू नहीं होता । इस दौरान इन लोगों का कहना यह भी था कि पार्टी की मध्‍यप्रदेश में हार का कारण भी यही है कि भाजपा में अब सही निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं। 

Kolar News

Kolar News 6 December 2019

  इंदौर। मानव तस्करी, आईटी एट, आर्स एट, शासकीय कार्य में बाधा, 144 उल्लंघन, लूट-मारपीट, धमकी, वसूली व धोखाधड़ी सहित करीब एक दर्जन मामलों में फरार आरोपी 20 हजार के इनामी भू-माफिया जितेन्द्र उर्फ जीतू सोनी के अवैध साम्राज्य को प्रशासन, नगर निगम व पुलिस की टीम ने गुरुवार को सूरज की पहली किरण के साथ ध्वस्त कर दिया।    जीतू सोनी के  होटल और मकान को नेस्तनाबूत करने के लिए आज सुबह से काम शुरू हुआ। तुकोगंज क्षेत्र में स्थित होटल बेस्ट वेस्टर्न ओटू, गीताभवन चौराहे पर स्थित होटल माय होम, न्यू पलासिया में स्थित कॉफी-शापी ओटू और कनाडिय़ा रोड पर स्थित ऑलीशान आवास पर आज सुबह एक साथ कार्रवाई शुरू हुई। इन सभी स्थानों पर कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 6 बजे टीमें पहुंच गई थीहर स्थान पर इस समय पर पोकलेन मशीनें घड़़घड़ाने लगी। जेसीबी मशीन का पंजा निर्माण को गिराने के लिए उठने लगा। इसके साथ ही जीतू सोनी की सल्तनत को मिट्टी में मिलाने का अभियान आकार लेने लगा। चारों स्थानों पर शुरू हुई कार्रवाई में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। कल देर रात तक इन निर्माणों को तोडऩे के लिए योजना बनाने का काम चल रहा था।  सारी कार्रवाई आज आकार लेती हुई नजर आई।  उल्लेखनीय है कि जीतू सोनी ने अपने अखबार में हनी ट्रेप से जुड़े मामलों का खुलासा किया था। वहीं जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों द्वारा गत 30 नवंबर की रात जीतू सोनी के बंगले, होटल माय होम, होटल बेस्ट वेस्टर्न और ओ2 पब पर एक साथ कार्रवाई की थी। साथ ही जीतू सोनी व उनके बेटे के खिलाफ तुकोगंज, कनाडिय़ा, पलासिया और एमआईजी थाने में आईएक्ट, मानव तस्करी, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। इस कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान भी खड़े हुए थे। बंद कर दिए थे रास्ते इन चारों स्थानों पर जहां कि कार्रवाई की जा रही थी वहां सामने सड़क पर आवाजाही का रास्ता बंद कर दिया गया था। इसके लिए पुलिस ने सुबह 6 बजे ही मोर्चा संभाल लिया था ताकि कोई भी व्यक्ति स्टापर हटाकर गाड़ी लेकर प्रवेश नहीं कर सके। अधिकारी लेते रहे रिपोर्ट जहां कार्रवाई चल रही थी वहां तो पुलिस, प्रशासन अथवा नगर निगम का एक भी नेतृत्वकर्ता वरिष्ठ अधिकारी नहीं आया, लेकिन इन तीनों ही विभाग के अधिकारी अपने मौके पर तैनात किए गए मातहतों के माध्यम से मौके की रिपोर्ट लेते रहे।  कार्रवाई के आगे बढऩे की गति की जानकारी भी इन वरिष्ठों तक लगातार जाती रही। वीडियों बनाकर अधिकारियों को भेजे कई अधिकारियों ने अपने विभाग प्रमुखों को घटनाक्रम से प्रत्यक्ष रूप से रुबरू कराने के लिए उन्हें वीडियों बनाकर भिजवाए । अधिकारियों ने  भी वीडियों देखकर अपने मातहतों को मार्गदर्शन देने का काम मोबाइल फोन और वायरलेस सेट के माध्यम से किया । नहीं आए विरोध करने इस कार्रवाई को अंजाम देने के पूर्व पिछले चार दिनों में पुलिस एवं प्रशासन के द्वारा ऐसा माहौल बना दिया गया जिससे कि पहले से ही यह लग गया था कि अब तोडफ़ोड़ ही होना है। आज जब अमला तोडफ़ोड़़ को अंजाम देने के लिए मैदान में उतरा तो इस अमले की कार्रवाई का विरोध करने के लिए कोई सामने नहीं आया। वैसे भी कई प्रमुख व्यक्ति तो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुके है। जो गिरफ्तार नहीं हुए है वे अंडर ग्राउंड हो गए है। इस स्थिति को देखते हुए इस बात की उम्मीद भी नहीं थी कि कही कोई विरोध होगा।  ट्रैक्टर में भर कर लाए मजदूर एक तरफ जहां मशीनों के माध्यम से निर्माणों को तोडऩे का काम तेज गति के साथ किया जा रहा था तो वहीं दूसरी तरफ भवन के अंदर के निर्माण जहां कि मशीन नहीं पहुंच सकती है वहां तोडफ़ोड़ को अंजाम देने के लिए मजदूर लगाए गए। इस कार्य के लिए सुबह करीब 8 बजे तीन ट्रैक्टरो  में भरकर मजदूरों को होटल बेस्ट वेस्टर्न में ले जाया गया।  यह मजदूर अपने साथ गेती, फावड़े, हथौड़े लेकर आए थे।  होटल की घरेलू गैस टंकी से भरा गई गाड़ी कार्रवाई के दौरान माय होम से घरेलू गैस टंकियों का जखीरा मिला, देखते ही देखते पूरी गाड़ी गैस टंकी से भरा गई। पुलिस का कहना है कि खाद्य विभाग के माध्यम से इस मुद्दे पर भी कार्रवाई की जाएगी कि कमर्शियल जगह पर घरेलू गैस टंकी का उपयोग कैसे  किया जा रहा था और इन टंकियों को कौन-सी गैस एजेंसी रिफलिंग कर रही थी उस पर भी कार्रवाई के संकेत प्रशासन और खाद्य विभाग के अधिकारियों ने दिए हैं। इधर अधिकारियों को आश्चर्य है कि इतनी बड़ी तादाद में यह टंकियां अन्दर रखी हुई थी, कुछ टंकियां बंकर से भी मिली है और अधिकारियों का कहना है कि सालों से रिस्क लेकर यह टंकियां यहां पड़ी थी कभी भी आगजनी या अन्य घटना में ब्लास्ट भी हो सकते थे। अब फिर से इस मामले में एक और प्रकरण आज दर्ज होने की संभावना जताई जा रही है। कानोकान नहीं हुई किसी को खबर कल शाम को जीतू सोनी के होटल और हवेली पर कार्रवाई करने के लिए  जिलाधिकारी  लोकेश जाटव, एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र और निगमायुक्त आशीष सिंह ने गोपनीय योजना तैयार की। इस बात की किसी को कानोकान भनक तक नहीं लगने दी। चूंकि पूरा मामला नगर निगम से संबंधित था और खबर लीक न हो, उसके चलते सुबह 9 बजे विधायक संजय शुक्ला के साथ क्षेत्र में सडक़ को लेकर दौरे की खबर चलाई गई। इधर, अंदरूनी तौर पर निगम टीम के अफसरों को साफ कर दिया गया था कि वे अलर्ट रहें। कल बड़ी कार्रवाई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चारों स्थानों पर अफसरों की ड्यूटी लगा दी। देखनेवालों की लग गई भीड़ होटल में कार्रवाई शुरू होने से पहले ही वहां तमाशबीनों की भीड़ लग गई। आसपास की इमारतों में रहने वाले छतों, गैलरी और छज्जों से झांक रहे थे। लोगों में खुसुर-फुसुर चल रही थी कि इतनी बड़ी कार्रवाई कैसे हो रही है? करना पड़ा लाइट का इंतजाम होटल के सामने से ही बिजली के तार जा रहे थे। हालांकि कार्रवाई शुरू होने के पहले बिजली बंद करवा दी गई थी, लेकिन जब कार्रवाई शुरू हुई तो तार आड़े आने लगे, इसलिए इन्हें हटाया गया। बिजली बंद करवाने से एक समस्या आ गई कि बेसमेंट और अंदर के हिस्सों में अंधेरा हो गया। इसके बाद निगम ने लाइट का अस्थाई इंतजाम करवाया, ताकि कार्रवाई जारी रहे।     होटल माय होम दो बेसमेंट में पार्किंग बनानी थी, लेकिन मौके पर दो हॉल बने हैं जिनकी दीवारें तोड़ी गई। होटल  की  एक हैंगिंग को तोड़ा गया। साउथ तुकोगंज स्थित बेस्ट वेस्टर्न होटल की टॉप फ्लोर पूरी तरह अवैध निकला। इसके अलावा बेसमेंट में पार्किंग की जगह हॉल और कमरे बना लिए गए। वहां भी खुला क्षेत्र नहीं छोड़ा गया है जिसके लिए निगम को छतें तोडऩी पड़ी इसके अलावा साइड एमओएस के भी अवैध निर्माण हटाए गए। कनाडिय़ा रोड स्थित सोनी के बंगले पर काफी अवैध निर्माण मिला। वहां 2100 वर्गफीट की मंजूरी है, लेकिन बंगला सात से आठ हजार वर्गफीट जमीन पर बना रखा था। इसके अलावा आसपास भी अवैध कब्जा मिला। इन सभी अवैध निर्माण और कब्जों को हटाया गया।  न्यू पलासिया स्थित ओ2 कैफे में साइड और फ्रंट में अवैध निर्माण हैं जिन्हें तोड़ा गया तीसरी मंजिल का भी अवैध हिस्सा तोड़ा गया। 

Kolar News

Kolar News 5 December 2019

शिवपुरी।मप्र के शिवपुरी जिले में नसबंदी शिविर के दौरान अव्यवस्था के बीच महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए जाने के बाद यहां पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है।    शिवपुरी जिला अस्पताल में करीब 50 महिलाओं की नसबंदी शिविर लगाकर की गई। ऑपरेशन के बाद महिलाओं को पलंगों की बजाय वार्ड के फर्श पर गद्दे बिछाकर लिटा दिया गया। जबकि इस समय सर्दी के बीच सर्द हवाएं चल रही हैं लिहाज़ा महिलाओं की हालत बिगड़ सकती थी। लेकिन इस अव्यवस्था के बीच यहां पर महिलाओं के ऑपरेशन किए गए।    वहीं दूसरी ओर इस मामले पर  जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एएल शर्मा का कहना है कि अस्पताल में एक साथ इतने पलंगों की व्यवस्था नहीं थी,इसलिए फर्श पर गद्दे बिछा कर लिटा दिया गया।फिर भी इस मामले की जाँच की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 5 December 2019

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। यहां एक तेज रफ्तार यात्री बस सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे से जा टकराई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था और ड्राइवर समेत दस यात्रियों की मौत हो गई। हादसे में कई लोगों के घायल होने की सूचना है। मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। घायल यात्रियों को इलाज के लिए रीवा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।    प्रधान ट्रेवल्स की यह यात्री बस रीवा से सीधी जा रही थी। इस दौरान गुरुवार सुबह करीब 6 बजे गुड़ बाईपास के निकट बस सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे से टकरा गई। अचानक हुए हादसे से बस में सवार यात्री घबरा गए और चिल्लाने लगे। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में बस चालक समेत 10 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के वक्त वहां से गुजर रहे राहगीरों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी और बस के पीछे का दरवाजा खोलकर वहां बैठे यात्रियों को भी बाहर निकाला। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल यात्रियों को इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसे के वक्त बस में करीब 60 यात्री सवार थे।    घायल यात्रियों का कहना है कि ड्राइवर बस को बहुत तेज रफ्तार में चला रहा था। इसी दौरान गुड़ बाईपास के निकट वह बस पर नियंत्रण खो बैठा और हादसा हो गया। मौके पर पुलिस और मेडिकल टीमें पहुंच गई है। ट्रक में फंसी बस को अलग करने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब भी बस में कई यात्रियों के फंसे होने की सूचना है, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है। कमिश्नर अशोक भार्गव के मुताबिक घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। राहत एवं बचाव अभियान जारी है।  

Kolar News

Kolar News 5 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में जब्त किये गये वीडियो और ऑडियो की जांच अब हैदराबाद की सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब में होगी। दरअसल मंगलवार को मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई थी। सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति एससी शर्मा और शैलेंद्र शुक्ला की युगलपीठ ने विशेष जांच दल (एसआईटी) को मामले से जुड़ी हार्ड डिस्ट, वीडियो-आडियो की जांच सेंट्रल लैब में कराने का आदेश दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक चितने ने मामले की जानकारी देते हुए  बुधवार को बताया कि हनीट्रैप से जुड़े मामले में लगाई गई तीन अलग-अलग चायिकाओं पर मंगलवार को इंदौर उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने अपनी अभिरक्षा में जमा कराई गई हार्ड डिस्क को सील बंद लिफाफे में एसआईटी को सौंपा, जिसे एसआईटी की टीम दूसरे साक्ष्यों के साथ हैदराबाद की फोरेंसिक लैब परीक्षण के लिए भेजेगी। बाकी दो याचिकाओं पर सुनवाई के लिए आगामी 10 फरवरी की तारीख निर्धारित की गई है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश एससी शर्मा और शैलेंद्र शुक्ला की युगलपीठ ने मामले में आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया है कि आरोपित महिलाओं के पास जो हार्ड डिस्क व अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस जब्त किये हैं, उन्हें एसआईटी की सदस्य इंदौर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र को बंद लिफाफे में सौंप गई और उन्हें निर्देश दिये कि वे उसे सीलबंद लिफाफे में सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी हैदराबाद को जांच के लिए भेज दें।हनीट्रैप मामले को लेकर जो तीन याचिकाएं दायर की गई थी, उनमें से एक सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक चितने का माध्यम से वीडियो-आडियो को लेकर लगाई थी, जिस पर हाईकोर्ट ने उनकी जांच हैदराबाद में कराने के निर्देश दिये। वहीं, दूसरी याचिका मीडिया ट्रायल को लेकर लगी नगर निगम के निलंबित इंजीनियर हरभजन सिंह ने लगा थी, जिसका हाईकोर्ट ने कोई जवाब नहीं दिया। तीसरी याचिका आरोपित मोनिका यादव की ओर से एडवोकेट सुदर्शन जोशी ने दायर की थी। इन दोनों याचिका की सुनवाई अब 10 फरवरी को होगी।

Kolar News

Kolar News 4 December 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में चयनित हुए सहायक प्रोफेसर लम्बे समय से नियुक्त पत्र का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अब उनका इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित विद्वानों के लिए नियुक्ति पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस संबंध में ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि चयनित सहायक प्रोफेसरों के नियुक्त पत्र जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही उन्हें नियुक्त मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें संशय की कोई गुंजाइश नहीं है, साथ ही जो अतिथि विद्वान पहले से कार्यरत हैं, वे भी यथावत रहेंगे।उल्लेखनीय है कि दिसम्बर-2018 में सहायक प्रोफेसर परीक्षा की परिणाम घोषित किया गया था, जिसमें 2500 से अधिक उम्मीदवारों का चयन किया गया था लेकिन महिला आरक्षण को लेकर मुद्दा हाईकोर्ट पहुंच गया था। इसीलिए मामला लम्बे समय से अटका हुआ था। गत दिनों आरक्षण से जुड़ी महिला उम्मीदवारों को छोड़कर शेष को नियुक्त देने के लिए आदेश हाईकोर्ट ने अनुमति दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार के निर्देश पर कुछ सहायक प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए। जिन उम्मीदवारों को नियुक्त पत्र नहीं मिले वे लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार देररात चयनित सहायक प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र जारी करने के निर्देश दिए।

Kolar News

Kolar News 4 December 2019

भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगाने और शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कमलनाथ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अपने चुनावी वादे को तोड़ते हुए सरकार के आदेश पर स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों में ई-अटेंडेंस को अनिवार्य करने का फैसला किया है। जनवरी 2020 से सभी स्कूलों में शिक्षकों को अपनी और बच्चों को उपस्थिति ई-अटेंडेंस के माध्यम से दर्ज करानी होगी। विभाग ने ऐप के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट कर लिया है। साथ ही शिक्षकों को अपनी उपस्थिति भी ऐप के माध्यम से लगानी होगी।   तत्कालीन भाजपा सरकार ने 2018 में ई-अटेंडेंस सिस्टम लागू किया था। इस पर शिक्षकों ने प्रदेश भर में आंदोलन कर विरोध दर्ज कराया था। विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसके अमल में ढील दी गई थी। शिक्षकों के विरोध के चलते कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ई-अटेंडेंस सिस्टम को बंद करने का वादा किया था लेकिन अब कमलनाथ सरकार इसे तोड़ने जा रही है। दरअसल विभाग ने पाया था कि प्रदेश के करीब 55 फीसदी शिक्षक नियमित रूप से स्कूल नहीं जा रहे हैं। अधिकांश शिक्षक स्कूल में देरी से पहुंच रहे हैं। वहीं बच्चों की उपस्थिति भी 40 फीसदी पाई गई। दूसरी ओर हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक में सरकारी स्कूलों में स्तरहीन पढ़ाई को लेकर कमलनाथ ने नाराजगी जाहिर की थी। इस कारण विभाग ने यह निर्णय लिया कि अब बच्चों की उपस्थिति भी ई-अटेंडेंस से लगाई जाएगी। प्रक्रिया के तहत हर शिक्षक के पास लॉग इन व पासवर्ड होता है। वे स्कूल पहुंचकर अपनी उपस्थिति ई-अटेंडेंस में लगाएंगे। साथ ही कक्षा में उपस्थित बच्चों की संख्या भी प्रतिदिन दर्ज करेंगे। सूत्रों के मुताबिक ई-अटेंडेंस को एक जनवरी से पहले भी लागू किया जा सकता है। विभाग ने इस संबंध में पूरी तैयारी कर ली है, बस शासन से आदेश का इंतजार है।    इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी कहना है कि स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए अब शीघ्र ही बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति शिक्षा मित्र ऐप के माध्यम से लगाई जाएगी। इसके लिए ई-अटेंडेंस को अनिवार्य किया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 4 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप के मामले में इंदौर के अखबार मालिक जीतू सोनी और उनके बेटे अमित पर शासन-प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। शहर के दो अलग-अलग थानों ने फरार आरोपित जीतू सोनी पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है। लूट, मानव तस्करी से लेकर तमाम धाराओं में पुलिस ने प्रकरण दर्ज किए हैं।  बता दें कि इंदौर नगर निगम के अफसर हरभजन सिंह हनीट्रैप का शिकार हुए थे और उनकी शिकायत पर पुलिस ने अखबार मालिक जीतू सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इस मामले में जीतू सोनी का बेटा अमित पुलिस की गिरफ्त में है। अब निगम के अफसर हरभजन सिंह ने अपनी जान को खतरा बताकर सुरक्षा मांगी है। हाईकोर्ट में भी तमाम याचिकाएं दायर की गई, जिसमें हनी ट्रैप से संबंधित खुलासों पर रोक की मांग की गई है। जीतू सोनी के अवैध साम्राज्य पर निगम सहित अन्य विभागों की कार्रवाई भी होना है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के कड़े निर्देश के बाद ही पुलिस-प्रशासन सहित अन्य विभागों ने सोनी के ठिकानों पर छापे मारे और अड़ीबाजी, ब्लैकमेलिंग से लेकर कई मामले मुख्यमंत्री तक मय प्रमाण पहुंच भी गए और दिल्ली का भी दबाव इस पूरे मामले में बताया जा रहा है।पिछले कई दिनों से मीडिया में हनी ट्रैप छाया हुआ है और इस मामले में नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने सबसे पहले पलासिया थाने पर शिकायत दर्ज करवाई थी, उसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में भी सोमवार को एक आवेदन दिया, जिसमें जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी गई और साथ ही हनी ट्रैप से संबंधित वीडियो-आडियो पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। उल्लेखनीय है कि हनी ट्रैप के मामले में कई राजनेता, अफसर और रसूखदार फंसे हैं, जिसकी जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है। पिछले दिनों हनी ट्रैप से संंबंधित कुछ वीडियो और अन्य जानकारी लीक हुई, जिसका प्रकाशन शाम के दैनिक में किया गया। इसके मालिक जीतू सोनी और उनके बेटे अमित को अड़ीबाजी, ब्लैकमेलिंग से लेकर मानव तस्करी और आईटी एक्ट के उल्लंघन के मामले में पुलिस ने अपने शिकंजे में लिया है। जीतू सोनी तो अभी गायब है, जिसके चलते 10-10 हजार रुपए का इनाम भी पुलिस ने घोषित कर दिया। होटल माय होम से 67 लड़कियों को मुक्त भी करवाया गया और उनके बयान भी दर्ज किए गए कि वे किस तरह अमानवीय परिस्थितियों में रह रही थी। ओटू, बेस्ट वेस्टर्न और कनाडिय़ा रोड स्थित जीतू सोनी के मकान की भी जांच की जा रही है। जिन लड़कियों को माय होम से मुक्त करवाया, उन्हें जीवन ज्योति आश्रम राऊ में रखा गया है और उनसे भी पुलिस द्वारा कई तरह की जानकारियां ली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में दिल्ली का भी दबाव है, क्योंकि पिछले दिनों हनीट्रैप में फंसे एक पूर्व मंत्री का भी खुलासा किया था, जिसने कई तरह की अनाब-शनाब बातें कहीं, जिसका प्रकाशन किया गया। इसके चलते दिल्ली तक हडक़ प मचा और वहां से भी प्रदेश सरकार पर कार्रवाई के लिए दबाव आया। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कमलनाथ को इंदौर से संबंधित मामलों में शिकयतें मिल रही थी कि जमीनों से लेकर तमाम मामलों में अड़ीबाजी और ब्लैकमेलिंग की जाती है। मुख्यमंत्री के पास कई जमीनों से संबंधित मामले सप्रमाण भी पहुंचे, जिनमें बड़े पैमाने पर मीडिया की धौंस-धपक दिखाकर करोड़ों रुपये की वसूली करने के मामले भी शामिल है। इसके बाद ही योजनाबद्ध तरीके से अखबार मालिक के ठिकानों पर कार्रवाई की गई।सीलिंग पर बने मकान को लेकर नोटिस जारीजीतू सोनी की तमाम स पत्तियों की जांच-पड़ताल पुलिस-प्रशासन द्वारा की जा रही है और इंदौर से लेकर मुंबई तक जांच हो रही है। होटल, दफ्तर, मकान से बड़ी संख्या में सम्पत्तियों से संबंधित रजिस्ट्रियां, दस्तावेज और अन्य सीडी, पेनड्राइव व सामग्री जब्त की गई है। होटल माय होम, बेस्ट वेस्टर्न, ओटू के अलावा कनाडिय़ा रोड स्थित जीतू सोनी के विशाल मकान की भी जांच-पड़ताल की जा रही है। कलेक्टर लोकेश जाटव ने बताया कि यह मकान सीलिंग की जमीन पर बना होने की जानकारी सामने आई है। लिहाजा इस संबंध में एसडीएम सोहन कनाश से रिपोर्ट मांगी गई है। जमीन की स्थिति, सीमांकन, भूमि उपयोग और नगर निगम ने क्या अनुमति दी इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 3 December 2019

गुना| मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों मे हालत सुधरने का नाम नहीं ले रहे है| अव्यवस्था और कुप्रबंधन के चलते यहाँ इलाज के लिए आने वाले मरीजों को लापरवाहियों का सामना करना पड़ रहा है| वही ऐसी गंभीर परिस्थितियों मे भी शासन और प्रसाशन ध्यान नहीं दे रह है| हाल ही में विदिशा के ग्यारसपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और छतरपुर जिला अस्पताल मे नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लेटाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब ऐसा ही एक और मामला गुना जिले से सामने आया है|    गुना जिले में सरकारी अस्पतालों मे लापरवाही सामने आई है| यहाँ जिला अस्पताल  में नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लेटाने का मामला सामने आया है| इतना ही नहीं आपरेशन के तत्काल बाद ही  महिलाओं को अस्पताल से बाहर कर दिया गया| मजबूरीवश लोग किराये के  वाहन टेक्सी कर अपने घर  गए| ग्रामीण क्षेत्रों से सुबह दस बजे से ही इलाज के लिए गुना जिला अस्पताल पहुंचे लोगों को खाने पीने की तक कि कोई व्यवस्था नही मिली|   गुना के जिला अस्पताल मे उस समय एक बार फिर स्वस्थ सुविधा कि पोल खुल गई, जब मंगलवार को वेटिंग हाल में महिलाओं को नसबंदी ऑपरेशन के बाद पलंग तक नहीं मिला| ऐसे मे महिलाओं को ठंड के इस मौसम में जमीन पर ही लेटा दिया गया| सिर्फ यही नहीं, इलाज के बाद उन्हें स्ट्रेचर तक नहीं मिला, जिसकी वजह से उनके परिजन उन्हें हाथों में उठाकर बाहर लाए| जमीन पर ऐसे लेटाने से महिलाओं को इंफेक्शन का खतरा भी था|    एम्बुलेंस भी मुहैया नहीं कराई गई नसबंदी करवाने आईं महिलाओं को एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराई गई और वो खुद के खर्चे से ही अस्पताल आईं| वही गुना से बीजेपी के विधायक गोपी लाल जाटव जब मौक़े पर पहुँचे और वह महिलाऔ को ज़मीन पर लेटा देखा तो नाराज़गी जाहीर की और मामले की शिकायत जिले के कलेक्टर से करने की बात कही| वही महिलाओं के परिजनों ने अस्पताल में फैली अव्यवस्था पर नाराजगी जताई और बताया कि सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था सरकार बदलने के बाद भी नहीं सुधरी है।

Kolar News

Kolar News 3 December 2019

भोपाल। भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने विवादित बयानों को लेकर जहां मीडिया की सुर्खियां बटोरती रही हैं तो वहीं अब वे गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान के बाद उन्हें जलाकर मार देने की धमकी देने वाले विधायक गोवर्धन दांगी को चुनौती देकर सोशल मीडिया पर छा गई हैं। ट्वीटर पर उनकी सक्रियता ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। यहां तक कि साध्वी प्रज्ञा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी आगे निकल गई हैं। दरअसल साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गत दिनों संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था। इसके लिए उन्होंने संसद में माफी भी मांग ली थी और अपनी सफाई भी पेश की थी। इसी दौरान राजगढ़ जिले के ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा था कि अगर साध्वी प्रज्ञा उनके क्षेत्र में आएंगी तो उन्हें जला कर मार देंगे। हालांकि उन्होंने उसी दिन अपने बयान पर सफाई देकर माफी मांग ली थी। इसके बाद सोमवार को भी विधायक दांगी ने एक पत्र लिखकर साध्वी से अपने बयान के लिए माफी मांगी। साध्वी प्रज्ञा ने दो दिन पहले ट्वीट करके विधायक दांगी को चुनौती दी थी कि मैं आठ दिसम्बर को ब्यावरा आ रही हूं, जला लीजिए।साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने विधायक दांगी को जिंदा जला दिए जाने की धमकी का जवाब देते हुए अपने ट्वीट में कहा था कि कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है। मैं आठ दिसम्बर को आ रही हूं, जला लीजिए। इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर जमकर लाइक्स मिल रहे हैं। पिछले दो दिन में इस ट्वीट को 47 हजार 600 लोगों ने लाइक किया है, जबकि 17 हजार 300 लोगों ने उस जवाब को री-ट्वीट किया है। ट्वीटर के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी साध्वी की पोस्ट को जबरदस्त लाइक मिल रहे हैं। प्रदेश में इस समय भाजपा के सबसे बड़े चेहरा शिवराज सिंह चौहान हैं, लेकिन साध्वी प्रज्ञा के एक ट्वीट ने उनको भी पीछे छोड़ दिया है। शिवराज के करीब 57 लाख फॉलोअर हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में उन्हें करीब 10 हजार लाइक ही मिले हैं।

Kolar News

Kolar News 3 December 2019

भोपाल। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा संसद में नाथूराम गोड़से को देशभक्त कहने पर देशभर में सियासी गलियारों में जमकर हो हल्ला हुआ। मप्र के व्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने तो साध्वी प्रज्ञा को जला देने तक की बात कह डाली थी। लेकिन अब विधायक गोवर्धन दांगी का हृदय परिवर्तन हो गया है और उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर को पत्र लिखकर ब्यावरा आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने पत्र में लिखा कि वे ब्यावरा आएं हम "ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान" भजन गाते हुए उनका स्वागत करेंगे और उन्हें गांधी साहित्य भेंट करेंगे।   रविवार को कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पत्र लिखा है। जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अपने पत्र में विधायक दांगी ने लिखा है कि ‘आपने एक बार नहीं कई बार महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से को देशभक्त कहते हुए कहा कि नाथूराम गाड़से देशभक्त है, देशभक्त था और देशभक्त रहेगा। पूरा देश आपके इस घृणित बयान से जब आहत हुआ तो आपने अपने कहे पर माफी मांग ली। दूसरी बार फिर आपने संसद में गोड़से को देशभक्त कहकर अपनी दूषित मानसिकता का ही परिचय दिया है। मेरी पार्टी सहित पूरे देश में जब इस घटिया बयान की निंदा हुई तो आपने अपने बयान पर खेद व्यक्त कर दिया। इसमें आपकी गलती नहीं है आप तो मालेगांव कांड से मशहूर है। साम्प्रदायिकता आपके जेहन में बसती है। इसलिए हिंसा के प्रतिरुप नाथूराम गोडसे रह- रह कर आपकी जुबान पर आ जाता है। लोकलाज और राजनीति की मर्यादा का ध्यान आते ही आप बार- बार माफी मांगने और खेद व्यक्त करने की नोटंकी करने लगती है। गंगा जमनी तहजीब के शहर भोपाल ने आपको लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद भेजा है और आप भोपाल ही नहीं पूरे भारत को दुनिया के सामने शर्मिंदा कराने में आमदा है।    विधायक गोवर्धन दांगी ने साध्वी प्रज्ञा को अपने जिले में आने का निमंत्रण देते हुए आगे अपने पत्र में कहा है कि ‘यदि हकीकत में आप गोडसे के प्रति कहे गए शब्दों पर शर्मिंदा है और दिमाग से गोडसे को निकालकर गांधी दर्शन और विचारधारा स्वीकार करना चाहती है, तो मेरे जिले राजगढ़ के मेरे शहर ब्यावरा में आइए। हम नगरवासी महात्मा गांधी के प्रिय भजन ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सब को सनमति दे भगवान’ भजन गाते हुए आपका स्वागत करेंगे। आप हमारे साथ ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये जो पीर पराई जाने रै’ जैसे भजन गाईये। हम व्यावरा नगरवासी इस दिन आपको ‘गांधी साहित्य’ भी भेंट करेंगे ताकि आप साम्प्रदायिकता सद्भाव की विचारधारा से ओतप्रोत होकर अपने मन में हिंसक मनोवृत्ति को सदा के लिए निकाल दें।    पत्र में अपने बयान पर माफी मांगते हुए गोवर्धन दांगी ने कहा कि गांधी के विचारों की गूंज का ही मेरे जैसे गांधीवादियों पर प्रभाव है कि जिसने मुझे आपको पत्र लिखने की प्रेरणा दी है। महात्मा गांधी की विचारधारा पर लगातार कुठारघात होते और उन्हें चतुर बनिया जैसे शब्दों का उद्बोधन होते देख में भी आवेश में आ गया। राष्ट्रपिता के हत्यारे को जब देशभक्त जैसे शब्द कहे तो मै आपा खो बैठा। भावावेश में आपका पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन करने की बात कह रहा था कह कुछ और गया। गांधी सच्चा अनुयायी होने के नाते अपनी गलती स्वीकार कर रहा हूं और कहे गए शब्दों के लिए माफी मांग रहा हूं। गांधी विचारधारा में देश की आत्मा बसती है और आगे भी बसती रहेगी। अत: आपसे प्रार्थना है कि आप नाथूराम गोडसे को देशभक्त करने की जगह महात्मा गांधी का हत्यारा कहकर देश को अनुग्रहित करें।  

Kolar News

Kolar News 2 December 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों यूरिया का संकट गहराता जा रहा है। किसान सुबह से ही सहकारी समितियों पर पहुंच जाते हैं और लम्बी-लम्बी कतारों में खड़े होकर दिनभर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। किसानों को प्रति हेक्टेयर के मान से यूरिया वितरित किया जा रहा है। वहीं, राज्य सरकार ने किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराने की बात है। कृषि विभाग के अनुसार हाल में प्रदेश में नौ रेक यूरिया आयी है और आगामी 11 दिसम्बर तक 49 रेक यूरिया की आपूर्ति होने की संभावना है।  प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने सोमवार को मीडिया से कहा कि वे स्वयं प्रदेश में यूरिया की उपलब्धता, वितरण तथा आपूर्ति की सतत् मॉनीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने आश्वस्त किया है कि सभी किसानों को उनकी आवश्यकता अनुसार समय पर निर्धारित मूल्य पर यूरिया उपलब्ध करायी जाएगी । सोमवार को खण्डवा, इटारसी, पिपरिया, कच्छपुरा में यूरिया की दो-दो, हरदा, दमोह, मुरैना/डबरा, रतलाम और हरपालपुर में एक-एक रेक तथा तीन दिसम्बर को नीमच, ब्यावरा, विदिशा तथा बालाघाट में एक-एक और चार दिसम्बर को विक्रमनगर में दो एवं मांगलिया, मण्डीदीप, बैतूल, सतना, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर में रेक पाइंट पर एक-एक यूरिया की रेक पहुंचेगी। पांच दिसम्बर को सागर, विदिशा, नरसिंहपुर और रीवा में एक-एक, छह दिसम्बर को खण्डवा, मांगलिया, सीहोर, हरदा में एक-एक तथा मण्डीदीप में दो, सात दिसम्बर को शाजापुर, सतना और मुरैना में एक-एक, आठ दिसम्बर को मांगलिया, इटारसी और मण्डीदीप में एक-एक, नौ दिसम्बर को मुरैना, अशोक नगर/शिवपुरी में एक-एक, दस दिसम्बर को दतिया, पिपरिया में एक-एक तथा 11 दिसम्बर को खण्डवा में यूरिया की एक रेक पहुंच जाएगी। इस प्रकार, 11 दिसम्बर तक केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को 49 रेक यूरिया उपलब्ध करायी जाएगी।गौरतलब है कि प्रदेशभर में रबी सीजन में गेहूं और चना की बुवाई पूरी हो चुकी है और किसानों को अपनी फसलों की बढ़वार के लिए यूरिया खाद की आवश्यकता है। इसीलिए वे सहकारी सोसायटियों में यूरिया के लिए दिनभर परेशान हो रहे हैं। सोमवार को भी सुबह से प्रदेश की सभी सोसायटियों में यूरिया का वितरण किया गया, लेकिन किसानों को दो से पांच बोरी तक यूरिया ही दी जा रही है। किसानों ने इसे नाकाफी बताया है। प्रदेश में यूरिया को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा ने सरकार पर किसाना विरोधी होने के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर यूरिया कोटे में कटौती करने और यूरिया की सप्लाई में देरी के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, पिछले साल की अपेक्षा मप्र को अभी तक यूरिया का ज्यादा मात्रा में स्टॉक मिल गया है, इसके बावजूद यूरिया की कमी बनी हुई है। यूरिया के लिए किसान परेशान हो रहे हैं। यूरिया के लिए दुकानों पर लंबी लाइनें लगाने को भाजपा ने कालाबाजारी से जोड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर कहा है कि सच तो यह है कि सरकार किसानों को तबाह और बर्बाद कर रही है। पहले कर्जमाफी का झूठा वादा किया, बोनस व राहत राशि के लिए तरसाया और अब यूरिया के लिए तरसा रहे हैं। 24 घंटे किसान लाइन में लगे हैं । यूरिया पर्याप्त मात्रा में है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में यूरिया का संकट नहीं है। 

Kolar News

Kolar News 2 December 2019

भोपाल। सत्ता जाने के बाद भी मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता आज भी लोगों में कम नहीं हुई है। हर कोई उनकी सादगी और व्यवहार कुशलता का कायल है। शिवराज भी एक जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी और प्यार जताते रहते हैं। यही वजह है कि कई बार शिवराज को खुलकर लोगों की मदद करते देखा गया है। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। जब पूर्व सीएम शिवराज ने अपना काफिला रुकवाकर सड़क पर पड़े एक घायल युवक की मदद को पहुंचे और सही समय पर उसे अस्पताल पहुंचाया।   दरअसल रविवार रात आठ बजे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लालघाटी की तरफ से लौट रहे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि सड़क किनारे भीड़ लगी हुई है। शिवराज ने अपना काफिला रुकवाया और वहां पहुंचकर देखा तो पता चला कि एक युवक की बाइक फिसलने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल युवक शुभम पटेल (25 वर्ष) एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। घटना के समय शुभम लालघाटी से वीआईपी रोड होते हुए अपने घर की ओर लौट रहा था। इस हादसे में युवक के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। एंबुलेंस को आने में देरी होने के कारण शिवराज ने बिना देरी किए अपने काफिले की एक कार से उसे अस्पताल पहुंचाया। सही समय पर इलाज मिलने के बाद डॉक्टरों ने शुभम की हालत खतरे से बाहर बताई है। घायल शुभम की मदद करके एक बार फिर शिवराज ने मनावता की मिसाल पेश की है और प्रदेश के बच्चों का मामा होने का फर्ज निभाया है। 

Kolar News

Kolar News 2 December 2019

भोपाल। विश्व की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी माने जाने वाले यूनियन कार्बाइड गैस कांड को 35 साल बीत गए हैं। इसके बावजूद हजारों पीडि़त अब भी उन गुनाहगारों को सजा मिलने की इंतजार में हैं, जिनकी वजह से यहां यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट का रिसाव हुआ। हजारों लोग मौत के मुंह में चले गए लेकिन कार्बाइड परिसर में पड़े कचरे को आज तक नष्ट नहीं किया जा सका है। निकट भविष्य में इसके निपटान की कोई उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है।   वर्ष 1984 में मप्र की राजधानी भोपाल में 2 और 3 दिसम्बर की दरम्यानी रात्रि में यूनियन कार्बाइड कारखाने की गैस के रिसाव से हजारों लोगों की मौत हो गई थी। हजारों प्रभावित व्यक्ति आज भी उसके दुष्प्रभाव झेलने को मजबूर हैं। उस त्रासदी की वजह से सबसे ज्यादा पीड़ा शायद महिलाओं को ही उठानी पड़ी थी। महिलाओं को अपने पिता, पति और औलाद के रूप में सैकड़ों लोगों को खोना ही पड़ा लेकिन अनेक महिलाओं को हमेशा के लिए मातृत्व सुख से भी वंचित रहना पड़ा।    पूर्ववर्ती शिवराज सरकार द्वारा कुछ साल पहले यूनियन कार्बाइड परिसर में पड़े लगभग 350 मीट्रिक टन कचरे का निपटान गुजरात के अंकलेश्वर में करने का निर्णय लिया गया था। उस समय गुजरात सरकार भी इसके लिए तैयार हो गई थी। गुजरात की जनता द्वारा इसको लेकर आंदोलन किए जाने के बाद गुजरात सरकार ने कचरा वहां लाए जाने से इनकार कर दिया। उसके बाद सरकार ने मध्य प्रदेश के धार जिले के पीथमपुर में कचरा नष्ट करने का निर्णय किया और 40 मीट्रिक टन कचरा वहां जला भी दिया लेकिन यह मामला प्रकाश में आने के बाद यहां विरोध में किए गए आंदोलन के बाद स्वयं मध्य प्रदेश सरकार ने इससे अपने हाथ खींच लिये। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नागपुर में डीआरडीओ स्थित इंसीनिरेटर में कचरे को नष्ट करने के आदेश दिये लेकिन महाराष्ट्र के प्रदूषण निवारण मंडल ने इसकी अनुमति नहीं दी और महाराष्ट्र सरकार ने भी नागपुर में कचरा जलाने से इनकार कर दिया।   प्रदेश सरकार ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट की शरण ली और न्यायालय ने नागपुर स्थित इंसीनिरेटर के निरीक्षण के आदेश दिए। न्यायालय को यह बताया गया कि वहां स्थित इंसीनिरेटर इतनी बड़ी मात्रा में जहरीला कचरा नष्ट करने में सक्षम नहीं है। सरकार द्वारा महाराष्ट्र के कजोला में भी कचरा नष्ट करने पर विचार किया गया लेकिन प्रदूषण निवारण मंडल द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने से यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इससे आज तक परिसर में पड़ा हजारों टन कचरा जहां था, वहीं आज भी पड़ा है।    इस कचरे के होने से जहां भूमिगत प्रदूषण फैल रहा है वहीं कई प्रकार की बीमारियां भी बनी रहती हैं। हालांकि सरकार द्वारा गैस पीड़ितों के लिए पानी एवं आवास की व्‍यवस्‍था की गई है लेकिन उनका कहना है कि सरकार द्वारा उन्‍हें नाम मात्र सुविधाएं ही दी गई हैं। गैस पीडि़तों की लड़ाई लड़ रहीं रचना डींगरा का कहना है कि गैस पीडितों को मिला पैसा अधिकारी और नेता दीमक की तरह चट कर गए हैं। इन 35 सालों में कई सरकारें आईं लेकिन गैस पीड़ितों को आज तक ठीक तरह से न्‍याय नहीं दिला पाईं।    उल्लेखनीय है कि दो तीन दिसंबर 1984 की रात हुई इस त्रासदी में हजारों लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि लाखों लोग आज भी गैस त्रासदी का दंश झेल रहे हैं।    क्‍या कहते हैं संगठन  भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन के प्रमुख सतीनाथ षडंगी व सदस्य रचना ढींगरा का कहना है कि दुनिया की सबसे बड़ी गैस त्रासदी का असर आज भी दिख रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अधीन संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन एनवायरमेंटल हेलट ने एक शोध में यह पाया था कि जहरीली गैस का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ा। इसके कारण बच्चों में जन्मजात बीमारियां हो रही हैं। उन्‍हेंने आरोप लगाते हुए कहा कि आइसीएमआर की रिपोर्ट सरकार ने प्रकाशित ही नहीं होने दी बल्कि रिपोर्ट को दबा लिया गया। जहरीली गैस का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ा। इसके कारण बच्चों में जन्मजात बीमारियां हो रही हैं।    भोपाल की वो काली रात -भोपाल गैस त्रासदी पूरी दुनिया के औद्योगिक इतिहास की सबसे बड़ी दुर्घटना है। -दो-तीन दिसंबर, 1984 की आधी रात को यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली जहरीली गैस ने हजारों लोगों की जान ले ली थीं। -यूनियन कार्बाइड में हुए रिसाव के बाद वातावरण में मिथाइल आइसोसाइनेट गैस घुल गई। -सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुछ ही घंटों के भीतर तीन हजार लोग मारे गए थे। - गैस त्रासदी में लगभग 15000 से ज्यादा लोगों की दर्दनाक मौत। -  गैस त्रासदी में लाखों की संख्या में लोग अपंग हो गए।   कैसे हुआ हादसा -यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से करीब 40 टन गैस का रिसाव हुआ था। -इसकी वजह थी टैंक नंबर 610 में जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का पानी से मिल जाना। -इससे हुई रासायनिक प्रक्रिया की वजह से टैंक में दबाव पैदा हो गया और टैंक खुल गया और गैस रिसने लगी -लोगों को मौत की नींद सुलाने में विषैली गैस को औसतन तीन मिनट लगे।   पर्यावरण पर असर -यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के कारण आस-पास का भूजल मानक स्तर से 562 गुना ज्यादा प्रदूषित हो गया। -कारखाने में और उसके चारों तरफ तकरीबन 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक कचरा जमीन में आज भी दबा हुआ है। -बीते कई सालों से बरसात के पानी के साथ घुलकर अब तक 14 बस्तियों की 50 हजार  से ज्‍यादा की आबादी के भूजल को जहरीला बना चुका है। -सीएसई के शोध में परिसर से तीन किलोमीटर दूर और 30 मीटर गहराई तक जहरीले रसायन पाए गए।   क्या बनता था इस कारखाने में यूनियन कार्बाइड कारखाने में कारबारील, एल्डिकार्ब और सेबिडॉल जैसे खतरनाक कीटनाशकों का उत्पादन होता था। संयंत्र में पारे और क्त्रसेमियम जैसी दीर्घस्थायी और जहरीली धातुएं भी इस्तेमाल होती थीं। सरकार का कृषि विभाग उन कीटनाशकों का एक बड़ा खरीददार था। भोपाल कारखाने से कीटनाशकों का निर्यात दूसरे देशों को किया जाता था और उससे भारत को निर्यात शुल्क की आय होती थी। जानकारों का कहना है कि कीटनाशकों की आड़ में यह कारखाना कुछ ऐसे प्रतिबंधित घातक एवं खतरनाक उत्पाद भी तैयार करता था, जिन्हें बनाने की अनुमति अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों में नहीं थी।

Kolar News

Kolar News 1 December 2019

भोपाल। मप्र में सरकारी स्कूलों में अध्यापन कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में स्कूल शिक्षा विभाग ने 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। इस संबंध में शनिवार को देर रात करीब 10 बजे विभाग ने आदेश जारी किया है। आदेश में बताया गया है कि अन्य 68 शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है।  दरअसल प्रदेश में स्कूल शिक्षा में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई शुरू की है, जो शिक्षा के पैमानों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में अयोग्य शिक्षकों के खिलाफ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के निर्देश पर शनिवार की रात आदेश जारी कर 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई।बच्चों के भविष्य को देखते हुए की गई सख्त कार्रवाई: मंत्री डॉ. चौधरी स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि अध्यापन में लापरवाही बरतने वाले 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। मध्यप्रदेश सिविल सर्विसेज (पेंशन) रूल्स के तहत 20/50 के फार्मूले पर सेवानिवृत्ति दी गई है, जिसमें प्रावधान है कि 20 साल की सेवा या 50 वर्ष की आयु पूरी होने पर अनिवार्य सेवानिवृत्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शिक्षा कार्य में लापरवाही बरतने एवं 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट लाने वाले शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है। उन्होंने कहा कि अध्यापन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर सेवानिवृत्ति की कार्यवाही करने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य है। ऐसे शिक्षक, जो या तो पढ़ाना नहीं चाहते या पढ़ाने में अक्षम हैं, उन्हें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जाएगी।उन्होंने बताया कि 30 प्रतिशत रिजल्ट वाले शिक्षकों की पात्रता परीक्षा जून में ली गई थी। यह परीक्षा 5891 शिक्षकों ने दी थी, जिसमें से 1351 फेल हुए शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर 14 अक्टूबर को फिर से परीक्षा ली। दूसरी बार में भी 84 शिक्षक 33 प्रतिशत से कम अंक लाकर फेल हो गये। अनुत्तीर्ण हुए 26 शिक्षकों को चेतावनी देते हुए हाई और हायर सेकण्डरी स्कूल से पदावनत करते हुए प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं में भेजने की कार्रवाई की गई। वहीं 20 साल की नौकरी या 50 की उम्र फार्मूले से बाहर आने वाले 20 शिक्षकों की विभागीय जांच शुरू हो चुकी है। ट्रायवल विभाग के 20 शिक्षकों की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जा रही है। फेल हुए शिक्षकों में 2 के दस्तावेजों की जांच स्कूल शिक्षा विभाग कर रहा है।

Kolar News

Kolar News 1 December 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश में उजागर हुए हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में पुलिस ने एक मीडिया हाउस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की अंजाम दिया है। मीडिया हाउस और उससे जुड़े संस्थानों के पांच ठिकानों पर पुलिस ने शनिवार को देर रात छापमार कार्रवाई की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान मीडिया कर्मियों का पुलिस से विवाद भी हुआ। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान कुछ दस्तावेज जब्त किये गये हैं। यह कार्रवाई हाल में हनीट्रैप से जुड़े कुछ वीडियो वायरल होने के बाद योजनाबद्ध तरीके से की गई।  दरअसल गत दिनों हनीट्रैप मामले से जुड़ी एक महिला आरोपित के साथ पूर्व मंत्री का वीडियो वायरल हुआ था। इसके अलावा मीडिया संस्थान द्वारा हनीट्रैप मामले से जुड़े अन्य खुलासे भी किये जा रहे थे। इसी के चलते पुलिस और प्रशासन ने शनिवार को देर शाम छापा मारने की रणनीति तैयार की और रात करीब साढ़े 11 बजे पुलिस, नगर निगम, बिजली कंपनी, आबकारी विभाग, खाद्य विभाग के कर्मचारियों की अलग-अलग टीमों ने एक साथ गीता भवन और साउथ तुकोगंज स्थित दो होटलों, न्यू पलासिया स्थित एक रेस्टोरेंट, प्रेस कॉम्प्लेक्स स्थित मीडिया हाउस, कनाडिय़ा रोड स्थित निवास पर छापा मारा। एसडीएम राकेश शर्मा ने बताया कि मीडिया संस्थान के पांच ठिकानों पर बीती रात कार्रवाई की गई। टीमों को सर्चिंग करने से रोका गया जिसके चलते विवाद भी हुआ। लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इसीलिए पुलिस ने पुलिस बल की तैनाती में सर्चिंग की और कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं, जिनकी फिलहाल जांच की जा रही है। जांच के बाद मामले में बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

Kolar News

Kolar News 1 December 2019

भोपाल। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने अब अपने बयान पर सफाई दी है। उनका कहना है कि उनकी मंशा ऐसा बयान देने की नहीं थी।    कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जि़ंदा जलाने वाले बयान पर राजनीति तेज़ हो गई है। भाजपा नेताओं ने उनके बयान की घोर निंदा की है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कांग्रेस पर सवाल खड़े किए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ट्वीट कर गोवर्धन दांगी से तत्काल माफी की मांग की है। वहीं विवादित बयान पर बढ़ते बवाल को देखते हुए विधायक गोवर्धन दांगी सफाई दी है। विधायक का कहना है कि उनके बयान अन्यथा नहीं लेना चाहिए, ऐसे शब्द निकल गए। उनकी मंशा ऐसा बयान देने की नहीं थी। बतातें चले कि प्रज्ञा ठाकुर द्वारा संसद में गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान के बाद विवाद इतना बढ़ा कि उनकी संसदीय सीट भोपाल समेत प्रदेश भर में उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए है। 

Kolar News

Kolar News 29 November 2019

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ब्यावरा के कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी द्वारा साध्वी प्रज्ञा को जलाने की धमकी दिए जाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस विधायक अपने इस बयान के लिए तत्काल माफी मांगें।   राजगढ़ जिले के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने गुरुवार को कहा था कि बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाली साध्वी प्रज्ञा अगर यहां आई, तो उसे जिंदा जला देंगे। विधायक दांगी के इस बयान को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि द्वारा एक महिला के बारे में इस तरह की टिप्पणी की जाना निंदनीय है। उन्होंने मांग की है कि अपने इस बयान के लिए विधायक दांगी तत्काल माफी मांगें।    

Kolar News

Kolar News 29 November 2019

भोपाल। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने के बाद भाजपा ने भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया है। इसके साथ ही सत्र के दौरान होने वाले भाजपा संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया है। साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ पार्टी ने दो सख्त कदम जरूर उठाए हैं, लेकिन कांग्रेस को भाजपा की कार्यवाही नाकाफी लग रही है और वो साध्वी प्रज्ञा की संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग कर रही है।    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान के बाद उनके खिलाफ की गई कार्यवाही को दिखावटी व नाकाफ़ी बताया है। उन्होंने ट्वीट कर भाजपा से साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करते हुए उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की है।   मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर के संसद में गोडसे को लेकर दिये गये बयान पर भाजपा नेतृत्व की उन्हें दोषी मान की गयी कार्यवाही दिखावटी व नाकाफ़ी। उनकी बड़ी गलती की सज़ा काफ़ी छोटी। आगे सीएम कमलनाथ ने कहा ‘यदि भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को ग़लत मान उन्हें दोषी माना है और उनके बयान को वो निंदनीय बता रही है तो उनके इस आचरण पर उनकी सदस्यता समाप्ति की कार्यवाही होना चाहिए। यदि वो गांधी जी के साथ है तो गांधी जी के हत्यारे को महिमा मंडित करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही अविलंब भाजपा को करना चाहिये।  

Kolar News

Kolar News 29 November 2019

भोपाल। लोकसभा में नाथूराम गोडसे के बारे में बयान देकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चौतरफा घिरती नजर आ रही हैं। आक्रामक कांग्रेस इसे लेकर भाजपा पर हमला बोल रही है और पार्टी द्वारा साध्वी के खिलाफ कार्रवाई की बातें भी उठ रही हैं। इधर, साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए अपनी सफाई दी है।    लोकसभा में एसपीजी बिल पर बहस के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे के बारे में बयान दिया था। साध्वी के इस बयान का विरोध होने पर भारतीय जनता पार्टी सरकार ने उन्हें रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटा दिया है। वहीं, यह भी माना जा रहा है कि साध्वी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है। इसी बीच साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार को ट्वीट करके इस मामले में अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि कभी- कभी झूठ का बबण्डर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता। पलभर के बबण्डर में लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैंने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस ।  

Kolar News

Kolar News 28 November 2019

रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार सुबह दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर गुरुवार तडक़े 5.30 बजे मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। दुर्घटना में रेलवे का एक भवन धराशाई हो गया और पटरियों के साथ बिजली के पोल भी टूट गए। जिस समय यह हादसा हुआ उसदौरान पास के ट्रैक से जयपुर-भोपाल इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन गुजरने वाली थी। अगर हादसे के दौरान ये ट्रेन वहां से गुजरती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।    जानकारी के अनुसार मालगाड़ी नए बनाए हुए ट्रैक पर खड़ी थी। इसके रोल बैक होने (पीछे की ओर लुढ़कने) से यह मालगाड़ी बेपटरी हुई है । अपयार्ड कि दो नंबर लाइन पर यह हादसा हुआ है । 373/4 प्वाइंट के पास, अंतिम छोर यानी डेड एंड को तोड़कर ये मालगाड़ी रेलवे ट्रैक पर पीछे लुढक कर बेपटरी हो गई। डिब्बों की टक्कर से बिजली का खंभा और ओएचई लाइन के तार भी टूट गए। हादसे के बाद रेलवे का बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचा और मालगाड़ी को हटाने का काम शुरू किया। घटना के बाद जयपुर भोपाल इंटरसिटी एक्सप्रेस को प्लेटफार्म नंबर 2 की बजाय 5 पर लाकर भोपाल के लिए रवाना किया गया, जिससे ट्रेन करीब तीन घंटे की देरी से चल रही है। हादसे की वजह से कुछ दूसरी ट्रेनें लेट चल रही हैं।    रतलाम से मथुरा पैसेंजर को रद्द किया गया है और इंदौर आने वाली गाडिय़ां तथा इंदौर से जाने वाली गाडिय़ों पर आंशिक प्रभाव पड़ा है। बहरहाल घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। डिब्बे हटाने का काम जारी है। डिब्बे हटाए जाने के बाद पटरियों की मरम्मत की जाएगी। घटना की सूचना मिलने के बाद रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। नई लाइन पर खड़ी मालगाड़ी अचानक इस तरह पटरी से कैसे उतर गई, इसकी जांच करवाई जाएगी।

Kolar News

Kolar News 28 November 2019

भोपाल। भोपाल से लोकसभा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर आए दिन अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहती हैं। इस बार संसद पटल में उन्होंने एक बार फिर नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से इस विवादित बयान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है।    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर आपत्ति जताते हुए उन पर अविलंब कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ‘राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल से कभी माफ़ नहीं करने की बात कहने वाले मोदी जी को अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में इसी बयान को दोहराने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर को क़तई माफ़ नहीं करना चाहिए।’ सीएम कमलनाथ ने भाजपा से सवाल करते हुए कहा, ‘देश तो उन्हें इस बयान के लिये कभी भी माफ़ नहीं करेगा। भाजपा से देश अब यह जानना चाहता है कि वो गांधी जी के साथ है या गोडसे के साथ ? उन्हें अब यह स्पष्ट करना चाहिए। यदि वो गांधी जी के साथ है तो गांधी जी के हत्यारे को महिमा मंडित करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही अविलंब भाजपा को करना चाहिए।’

Kolar News

Kolar News 28 November 2019

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने फिर इतिहास रच दिया। इसरो ने बुधवार सुबह श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के लॉन्च पैड से कार्टोसैट-3 को कक्षा में स्थापित कर दिया। कार्टोसेट के सफल प्रक्षेपण के साथ इसरो ने 13 अमेरिकी नैनो सैटेलाइट को भी लॉन्च किया है। इस तरह कुल 14 सैटेलाइट्स का प्रक्षेपण किया गया है। यह सैन्य जासूसी उपग्रह है। इससे भारत, पाकिस्तान सहित अपने दुश्मन देशों की गतिविधियों पर निगरानी रख सकेगा।    इसरो प्रमुख के सिवन ने कार्टोसैट-3 के सफल प्रक्षेपण पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा खुशी है कि पीएसएलवी-सी 47 ने 13 अन्य उपग्रहों के साथ सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। कार्टोसैट-3 उच्चतम रिजाल्यूशन वाला नागरिक उपग्रह है। सिवन ने कहा इसरो के पास मार्च तक 13 अंतरिक्ष मिशन हैं। इनमें छह बड़े वाहन मिशन और 7 सैटेलाइट मिशन हैं।   कार्टोसैट-3, कार्टोसैट सीरीज का नवीनतम उपग्रह है। इसे आसमान में भारत की आंख कहा जाता है। यह दुश्मन की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखेगा। बेहतर क्षमता और नवीनतम तकनीक वाला यह उपग्रह श्रीहरिकोटा केंद्र से सुबह 9:28 बजे रवाना हुआ। इसरो ने कहा है कि हाल ही में बनाई गई व्यावसायिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड ने पहले ही 13 अमेरिकी नैनोसैटेलाइट प्रक्षेपित करने के लिए समझौता किया था। कार्टोसैट-3 का वजन करीब 1625 किलोग्राम है। इसे 509 किलोमीटर दूर कक्षा में स्थापित किया गया। कार्टोसैट-3 की आयु पांच वर्ष होगी।    कार्टोसैट अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है। इससे पृथ्वी की साफ तस्वीर ली जा सकती है। इसकी तस्वीर इतनी साफ होगी कि किसी व्यक्ति के हाथ में बंधी घड़ी के समय को भी स्पष्ट देखा जा सकेगा। मुख्य रूप से इसका काम अंतरिक्ष से भारत की जमीन पर नजर रखना है। इसरो इससे पहले अप्रैल और मई में दो सर्विलांस सैटेलाइट्स का प्रक्षेपण कर चुका है। 22 मई को सर्विलांस सैटेलाइट रीसैट-2 बी और पहली अप्रैल को ईएमआईसैट लॉन्च किया गया था। दोनों का मुख्य काम दुश्मनों के रडार पर नजर रखना है।  

Kolar News

Kolar News 27 November 2019

भोपाल। व्यापार घाटे और असंतुलन की स्थिति को देखते हुए एक तरफ जहां देश में चीनी कंपनियों का विरोध हो रहा है, वहीं प्रदेश का स्कूल शिक्षा विभाग मेड इन चाइना का समर्थन करते नजर आ रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को पढ़ाने और सिखाने के लिए जिन एजुकेशनल पजल और उपकरणों का सहारा ले रहा है, वे चीन के बने हुए हैं।    प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बुधवार को राजधानी की एक होटल में विभाग की मीडिया कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस कार्यशाला का आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग की पिछले एक साल की उपलब्धियों तथा आगामी योजनाओं की जानकारी मीडिया को देने के लिए किया गया था। कार्यशाला में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों को वो उपकरण भी दिखाए गए जिनका प्रयोग बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए विभाग द्वारा किया जा रहा है। एजुकेशनल पजल और अन्य उपकरणों को देख मीडिया प्रतिनिधि उस समय चौंक गए, जब इन उपकरणों पर चीनी कंपनियों की सील लगी दिखाई दी। इसके बाद कार्यशाला में उपस्थित पत्रकारों के बीच चीनी कंपनियों के बनाए उपकरण ही चर्चा का विषय बने रहे। वहीं, कुछ पत्रकार यह कहते भी सुने गए कि अपने इस तरीके से स्कूली शिक्षा विभाग बच्चों की समझ को भले ही विकसित न कर पाए, लेकिन चीनी कंपनियों का कारोबार बढ़ाने में जरूर मदद कर रहा है। 

Kolar News

Kolar News 27 November 2019

शिवपुरी। मप्र में अब कमलनाथ सरकार की मुसीबत उनकी ही पार्टी के कांग्रेस विधायक बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पोहरी से विधायक सुरेश राठखेड़ा ने एक नया बयान देकर राजनीतिक हलचल मचा दी है। शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सुरेश राठखेड़ा ने बयान दिया है कि यदि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी छोड़ते हैं तो सबसे वह पहले उनके साथ जाने वालों में शामिल होंगे।     कांग्रेस विधायक का कहना है कि महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) किसी पार्टी में जाएंगे, यह तो दिमाग से निकाल दीजिए, वे इतनी बड़ी ताकत हैं कि जब जो चाहें प्रदेश में कर सकते हैं। नई पार्टी खड़ी कर सकते हैं। अगर महाराज ने नई पार्टी बनाई तो सबसे पहले मैं उनके साथ जाऊंगा। उन्होंने कहा कि आज मैं जहां भी हूं, उनके आशीर्वाद से हूं। पार्टी सर्वोपरि है, लेकिन महाराज उससे भी ऊपर हैं। मैं उनका एक छोटा सा चरण सेवक हूं।    विधायक यहां तक बोले कि जब मैं जाऊंगा तो अपने बच्चों को भी कहकर जाऊंगा कि सदैव सिंधिया जी के साथ रहें। उनके इस बयान से जिले के एक और विधायक ने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि वे सिंधिया के खास सिपहसालार हैं। सिंधिया जो कहेंगे, वे करने को तैयार हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों ज्योतिरादित्य ङ्क्षसधिया द्वारा अपने ट्विटर से स्टेट्स बदलने के बाद गर्माई राजनीति में यह कयास लगाए गए कि सिंधिया मप्र में अपनी उपेक्षा के बाद पार्टी छोड़ सकते हैं हालांकि सिंधिया ने इन बातों को अफवाह बताया और बाद में सफाई दी कि उन्होंने तो अपना स्टेटस एक महीने पहले ही बदल दिया था लेकिन अब इतना बवाल क्यों मच रहा है। 

Kolar News

Kolar News 27 November 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पर कांग्रेस की सरकार का समर्थन करने वाले ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक शरद कोल ने मंगलवार को भोपाल पहुंचकर प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात की। मंत्री से चर्चा के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं अपने क्षेत्र के काम की वजह से जीतू पटवारी से मुलकात करने आया था। मैं अभी भी भाजपा का ही सदस्य हूं। मेरे बारे में कौन क्या कहता है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। दरअसल, भाजपा विधायक शरद कोल मंगलवार को जब मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे, तो राजनीतिक गलियारों में उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई थीं, लेकिन लेकिन जीतू पटवारी से काफी लम्बी चली मुकाकात के बाद विधायक शरद कौल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री से अपने क्षेत्र में एक कॉलेज के संबंध में चर्चा करने आए थे। अब कोई क्या सोचता है इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। विधायक तो वे भाजपा के ही हैं। अगली बार फ्लोर टेस्ट होने पर कांग्रेस या भाजपा को वोट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय बताएगा किसे दूंगा वोट।गौरतलब है कि विधानसभा के पिछले सत्र में भाजपा के दो विधायकों शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से शरद कौल और सतना जिले की मैहर विधानसभा क्षेत्र से नारायण त्रिपाठी ने एक विधेयक पर सरकार का समर्थन किया था। इसके बाद दोनों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पत्रकारवार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सरकार पर जमकर भड़ास निकाली थी। हालांकि पिछले महीने विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के साथ मीडिया से बात कर भाजपा के साथ होने की बात कही थी। नारायण त्रिपाठी भी तब मंत्री जीतू पटवारी से अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मिले थे और अब शरद को भी मंत्री पटवारी से मिलने पहुंच गए। शरद कौल के खेल मंत्री से मिलने पर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि इस तरह की मुलाकातें एक सामान्य प्रक्रिया है। जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तब कांग्रेस के विधायक भी भाजपा सरकार के मंत्रियों से मिलने आते रहते हैं।

Kolar News

Kolar News 26 November 2019

भोपाल। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जनता के सामने वचन पत्र रखा था जिसमें कई लुभावने वादे किए थे। कांग्रेस सरकार जनता को दिए वचनों को पूरा करने के लिए गंभीर हैं। सरकार बनने के बाद पिछले एक साल में कमलनाथ सरकार ने अपने कई वचन पूरे भी किए है। जिन्हें अब ऑनलाइन करने की तैयारी है।   मध्य प्रदेश की अब सरकार ने वचनों को पूरा करने के लिए मॉनिटरिंग का फैसला लिया है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी पूरे हुए वचनों को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अब हर दिन 8 विभागों की समीक्षा भी की जाएगी। साथ ही कहा कि जो वचन बगैर आर्थिक खर्च के पूरे हो सकते हैं। उनके लिए टाइम लाइन प्रस्ताव बनाकर भेंजे और जो नीतिगत फैसले होने हैं, उनके लिए अलग से प्लान तैयार किया जाए। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि वचन पत्र के हर एक वादें को पूरा करने के लिए कमलनाथ सरकार प्रतिबद्ध है और सभी वादे पूरे किए जाऐंगे। 

Kolar News

Kolar News 26 November 2019

भोपाल। संविधान दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत कार्यालयों में शपथ कार्यक्रम और शिक्षण संस्थानों, नेहरू युवा केन्द्र, एनएसएस के संगठनों में जागरूकता रैली, शपथ जैसे कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। आज संविधान दिवस पर मंत्रालय स्थित पार्क में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारी कर्मचारियों को शपथ दिलाई।    संविधान दिवस पर मंगलवार को मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल पार्क में सुबह 10.40 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मंत्रालय सहित विंध्याचल तथा सतपुड़ा भवन के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया। 

Kolar News

Kolar News 26 November 2019

भोपाल। भाजपा के वरिष्ठ नेता, राजनीति में सादगी- पारदर्शिता के प्रतीक, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह 10:45 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचा। कैलाश जोशी के पार्थिव देह को भाजपा कार्यालय मैं अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रामेश्वर शर्मा, विधायक विश्वास सारंग, पूर्व सांसद आलोक संजर आदि नेताओं ने भाजपा कार्यालय में उन्हें श्रद्धांजलि दी। भाजपा कार्यालय में राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई जो बैरागढ़, सीहोर और आष्टा होते हुए हाटपिपलिया पहुंचेगी। जहां दोपहर 3:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।   शिवराज सिहं चौहान ने ट्वीट कर कैलाश जोशी को अंतिम विदाई देते हुए कहा कि ‘भाजपा कार्यालय में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कैलाश जोशी जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मध्यप्रदेश ने अपने एक सच्चे सपूत को खो दिया है। आपके बिना मध्यप्रदेश सदैव अधूरा रहेगा। विनम्र श्रद्धांजलि’! एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि ’राजनीति के संत, श्रद्धेय कैलाश जोशी जी चले गए। उनके कारण ही भाजपा का यह भव्य स्वरूप है। हमारे लिए, हर जनप्रतिनिधि के लिए उनका जीवन और उनकी कार्यप्रणाली आज प्रेरणा का स्रोत है। जोशी जी जैसे व्यक्तित्व युगों में पैदा होते हैं। उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं’। अपने आखिरी ट्वीट में शिवराज ने कहा ‘राजनीति के संत, कैलाश जोशी को भोपाल, भाजपा कार्यालय में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। वह आम जन के नायक थे। उनका जाना मध्य प्रदेश के करोड़ों करोड़ लोगों की आंखों को नम कर गया। आपको कभी भुलाया न जा सकेगा। विनम्र श्रद्धांजलि’!

Kolar News

Kolar News 25 November 2019

भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्वीटर हैंडल में बदलाव के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल आया हुआ है। सिंधिया द्वारा स्टेटस में खुद को कांग्रेस नेता की बजाय समाजसेवी लिखने से कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई है। यहां तक कि अपने नेता को ऐसा करते देख समर्थकों ने भी अपना ट्वीटर स्टेटस बदलना शुरु कर दिया है। इस बदलाव के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इन सब के बीच सिंधिया ने मामले को लेकर सफाई दी है।   ट्वीटर बदलाव को लेकर चल रही सियासी सरगर्मी के बीच सिंधिया ने एक भारतीय न्यूज सर्विस के जरिए सफाई दी है। सिंधिया का कहना है कि उनके ट्विटर बायो में कांग्रेस पार्टी का कोई उल्लेख नहीं। एक महीने पहले मैंने ट्विटर पर अपना बायो बदल दिया था। लोगों की सलाह पर मैंने अपना बायो छोटा कर लिया था। इस बारे में अफवाहें निराधार हैं। बता दें लंबे समय से खाली मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपने की मांग की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर बीते दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा ज्वॉइन करने की अटकलें जोरों पर थी।  

Kolar News

Kolar News 25 November 2019

भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और पार्टी के बीच चल रहा घमासान अब जगजाहिर होने लगा है। विधानसभा चुनाव के बाद सिंधिया के मुख्यमंत्री बनने और उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर अब तक सियासी ड्रामा चलता रहा। इस दौरान विभिन्न मौकों पर सिंधिया की कांग्रेस और प्रदेश सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली। लेकिन सोमवार को सिंधिया ने जो किया उससे प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक हड़कम्प मच गया।  लंबे समय से खामोश चल रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुप्पी तोड़ दी है। सोमवार को सिंधिया ने अपने अधिकारिक ट्विटर एकाउंट से पार्टी का नाम हटा दिया है। सिंधिया ने ट्विटर प्रोफाइल पर खुद को समाज सेवक और क्रिकेट प्रेमी बताया है। इससे पहले सिंधिया ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद अपने पद में बदलाव किया था। सिंधिया ने ट्विटर प्रोफाइल पर कांग्रेस महासचिव, 2002-2019 तक गुना लोकसभा सीट से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लिखा था। लेकिन अब उन्होंने इसे भी हटाकर खुद को समाज सेवक और क्रिक्रेट प्रेमी लिख दिया है। सिंधिया ने अपनी नई प्रोफाइल में कांग्रेस का कोई जिक्र नहीं किया है। सिंधिया के इस फैसले के बाद मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में हड़कम्प मच गया है। इसे सिंधिया की लंबे समय से पार्टी से चल रही नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि खुले तौर पर सिंधिया ने इसे स्वीकार नही किया है।  लंबे समय से खाली मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपने की मांग की जाती रही है। बीते दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा ज्वॉइन करने की अटकलें जोरों पर थी। हालांकि उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इस बात को खारिज कर दिया था। लेकिन अब अपने सोशल मीडिया एकाउंट से नाम हटाकर सिंधिया ने एक बार फिर सियासी गलियारों में हड़कम्प मचा दिया है।

Kolar News

Kolar News 25 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। उससे पहले बर्खास्त विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता को लेकर सस्पेंस बरकरार है। विधानसभा सचिवालय ने भी प्रहलाद लोधी का नाम विधायक सूची ने निकाल दिया है और उनके साथ पत्र संबंध समाप्त कर लिए है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा हर हाल में अपने विधायक की बहाली कराने के प्रयास में जुटी है। सदस्य बहाली को लेकर भाजपा लगातार विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगा रही है। इस बीच शुक्रवार सुबह नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से मिलने उनके घर पहुंचे।    नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से मिलने का समय लिया था। शक्रवार सुबह वे उनके घर पहुंचे जहां भार्गव ने लोधी की सदस्यता बहाली को लेकर चर्चा की, साथ ही विधानसभा सत्र को लेकर भी चर्चा की। विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि मुलाकात हुई है लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 17 दिसंबर से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। पार्टी विधायक दल की बैठक में हमारे वरिष्ठ नेताओं और संगठन के साथ चर्चा करके आगामी सत्र में क्या करना है इसकी रुपरेखा तैयार करेंगे। गोपाल भार्गव ने कहा कि मैं 35 वर्षों से ज्यादा इस विधानसभा में सदस्य रहा हूं। मेरा ऐसा मानना है कि नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा अध्यक्ष लोकतांत्रित व्यवस्था के अंतर्गत जीते है, इसलिए दोनों के बीच संवाद समाप्त नहीं होना चाहिए। गोपाल भार्गव ने कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष को सहयोग नहीं करेंगे तो मैं मानता हूं कि विधानसभा की कार्रवाई सुचारू रुप से कभी नहीं चल सकती। लगातार द्वंद होता रहेगा, कार्रवाई बाधित होती रहेगी और प्रश्रों के उत्तर नहीं आऐंगे। गोपाल भार्गव ने कहा कि मेरा प्राथमिक चरण था कि मैं अध्यक्ष से निवेदन करुं कि वो हमारे सदस्य की सदस्यता बहाल करे। सदन में बैठने का पात्र बनाए ताकि वे अपने क्षेत्र की समस्या को उठा सकें। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष किसी दल या पार्टी के नहीं सब विधायकों के संरक्षक है। विधायकों का कोई सीएम या मंत्री संरक्षक नहीं होता है। हम विधायकों का संरक्षक अध्यक्ष है। यदि हाईकोर्ट ने अपने आदेश में सजा को निलंबित कर दिया है तो उस आदेश के परिपेक्ष में सदस्य को बैठने की अनुमति दे।    वहीं विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति का कहना है कि भाजपा के आरोप से वे आहत हुए हैं। सब विधि अनुसार हुआ है। कोर्ट से मिली सजा के बाद सुप्रीम कोर्ट के नियम के मुताबिक सदस्यता रद्द हो जाती है। इस पर उन्होंने तीन दिन बाद निर्णय लिया, अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है। मैं निष्पक्ष हूँ। 

Kolar News

Kolar News 22 November 2019

भोपाल। देश की राजधानी दिल्ली की तर्ज पर अब मध्य प्रदेश में भी गली-गली मोहल्ला क्लीनिक खुलने वाले हैं। कमलनाथ सरकार पूरे प्रदेश में संजीवनी क्लीनिक खोलने का प्लान लेकर आयी है। जिसके तहत सबसे पहले राजधानी भोपाल में ये क्लीनिक खोले जाएंगे।    प्रदेश का पहला संजीवनी क्लीनिक भोपाल के प्रियदर्शिनी नगर में तैयार कर लिया गया है। जिसकी शुरुआत 2 दिसंबर को की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह संजीवनी क्लीनिक की शुरुआत करेंगे। संजीवनी क्लीनिक में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और नर्सिंग स्टाफ तैनात किया जाएगा। रोजाना सुबह 8 बजे से शाम आठ बजे तक क्लीनिक खुला रहेगा। जिसमें मरीजों को जांच, इलाज और दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। भोपाल के बाद पूरे प्रदेश में इसका विस्तार होगा। प्रदेश के 89 ब्लॉक में संजीवनी क्लीनिक शुरु करने की योजना है। 

Kolar News

Kolar News 22 November 2019

इंदौर। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार की सुबह देपालपुर में पंचायत सचिव के घर छापा मारा। आय से अधिक संपत्ति के मामले मेें की गई इस कार्रवाई में अभी तक कृषि भूमि, जमीन, सोने-चांदी के जेवरात और लाखों रुपये नकदी का पता चला है। शुरुआती जांच में करीब दो करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है। वहीं जमीनों व बैंक खातों से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिससे संपत्ति का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।    लोकायुत की टीम शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे पंचायत सचिव दुबे के घर पहुंची। दरवाजे पर लोकायुत पुलिस को देख दुबे की नींद के साथ उसके होश भी उड़ गए। डीएसपी एसएस यादव और संतोष सिंह भदौरिया की अगुवाई पहुंची लोकायुक्त पुलिस टीम ने दुबे को सर्च वारंट दिखाया और सभी को एक कमरे में बैठाकर की सर्चिंग शुरू की गई। विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त इंदौर के एसपी एसएस सराफ ने बताया कि दुबे जनपद पंचायत देपालपुर की ग्राम पंचायत अत्याना में पंचायत सचिव है। दुबे के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज हुआ था। इसके बाद लोकायुत पुलिस ने विशेष न्यायालय इंदौर से सर्च वारंट लेकर देपालपुर उसके घर पर सुबह से कार्रवाई शुरू की। योगेश दुबे की जमीन जायदाद, संपत्ति और बैंक खातों के बारे में लोकायुक्त पुलिस ने जानकारी जुटाई, जिसमें कृषि भूमि के अलावा अन्य जमीनों का पता चला है। वहीं नकदी के अलावा करीब 15 तोला सोने के जेवरात और चांदी के आभूषण के साथ ही अचल संपत्तियों में वाहन  भी मिले हैं।    गौरतलब है कि पंचायत सचिव के खिलाफ कई गांव वाले शिकायत कर चुके हैं और लंबे समय से लोकायुक्त पुलिस पंचायत सचिव योगेश दुबे के क्रियाकलापों पर नजर रख रही थी। फिलहाल पंचायत सचिव की कुल संपत्ति के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। योगेश दुबे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज होने के बाद विशेष न्यायालय इंदौर से सर्च वारंट जारी किया गया था।    अब तक यह खुलासा  प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पंचायत सचिव के पास अब तक तीन मकान, जमीन, नगदी सहित अन्य सामग्री की जानकारी मिली है। लोकायुक्त डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया ने बताया अब तक छापे में करीब 15 तोला सोना, 4 लाख 16 हजार रुपये नकद, 2 मकान, देपालपुर में साढ़े 3 बीघा जमीन पाई गई है, जो उसकी आय से कहीं ज्यादा है। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक 1997 से नौकरी में आए योगेश दुबे की आय अब तक 20 लाख होनी चाहिए थी, जबकि कार्रवाई के महज 2 घंटे में ही इनके पास अब तक करीब 2 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हो चुका है और आगे की जांच और संपत्ति के बारे में जानकारी मिल सकती है। फिलहाल छापे की कार्रवाई चल रही है और अवैध संपत्ति का आंकड़ा बढऩे की संभावना है।

Kolar News

Kolar News 22 November 2019

शिवपुरी। शिवपुरी के महिला बाल विकास में विभाग में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। कोलारस और शिवपुरी ग्रामीण क्षेत्र में इस घोटाले की शिकायतें आने के बाद अब विभाग के सीडीपीओ पर कार्रवाई की जा रही है। इस घोटाले में विभाग के कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में कोलारस में पदस्थ रहीं और वर्तमान में शिवपुरी शहर की सीडीपीओ नीलम पटेरिया को निलंबित कर दिया गया है। ग्वालियर संभाग के आयुक्त एमबी ओझा ने महिला एवं बाल विकास विभाग शिवपुरी में पदस्थ परियोजना अधिकारी नीलम पटेरिया को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती में विभिन्न अनियमितताएं किए जाने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।  कलेक्टर ने की कार्रवाई-  जिला कलेक्टर अनुग्रह पी ने बताया कि कोलारस अनुविभाग में महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ होने के दौरान नीलम पटेरिया द्वारा आंगनबाड़ी सहायिकाओं और कार्यकर्ताओं की भर्ती में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनकी जांच के बाद तथा उन शिकायतों में की गई सुनवाई के बाद पटेरिया को निलंबित किए जाने की अनुशंसा ग्वालियर संभाग के आयुक्त से की गई थी।  फर्जीवाड़ा करने के बाद आ गईं थीं शिवपुरी शहर में  आयुक्त द्वारा पटेरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित करके जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय में अटैच किया गया है। उन्होंने बताया कि जिस समय आंगनबाड़ी में भर्ती निकली थी, उस समय वह कोलारस में पदस्थ थीं। उसके बाद उनका स्थानांतरण शिवपुरी परियोजना में हो गया था एवं  निलंबन के समय वह शिवपुरी परियोजना में पदस्थ थीं।

Kolar News

Kolar News 21 November 2019

भोपाल। राजधानी भोपाल के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को खाने में अंडा देने का प्रस्ताव मंजूर हो गया है। 1 अप्रैल 2020 से बच्चों को हफ्ते में 3 दिन खाने में अंडे दिए जाएंगे। इसके साथ ही अंडा नही खाने वाले बच्चों को फल दिए जाएंगे। राज्य सरकार इस योजना पर सालाना 113 करोड़ रुपए खर्च करेगी।   मध्यप्रदेश सरकार सभी आंगनबाडिय़ों में एक से 6 साल तक के करीब 10 लाख बच्चों और गर्भवती महिलाओं को हफ्ते में 3 दिन अंडे बांटेगी। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि आंगनबाड़ी में बच्चों को अंडा देने प्रस्ताव मंजूर हो गया है। जो बच्चे या महिलाएं अंडे नहीं खाते उन्हें उस राशि के फल दिए जाएंगे। महिला और बाल विकास विभाग इस योजना पर सालाना 113 करोड़ रुपए खर्च होंगे। विभाग अब बजट के लिए फाइल वित्त विभाग को भेजेगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने आंगनबाडिय़ों में अंडा बांटने जाने का विरोध किया है, जिसके बाद से यह प्रस्ताव सरकार के पास अटका हुआ था। विभाग यह प्रयास कर रहा है कि प्रदेश से ही अंडा लिया जाए। इसके लिए जोन बनाए जा सकते हैं, ताकि ताजा अंडा आंगनबाडिय़ों तक तुरंत पहुंच जाए। वेंडर के लिए अलग से ड्राफ्ट तैयार होगा। 

Kolar News

Kolar News 21 November 2019

भोपाल। विजयपुर जनपद पंचायत के सीईओ जोशुआ पीटर का तबादला जिले से बाहर कर दिया गया है। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने प्रभारी मंत्री के भतीजे व एक अन्य पर फोन पर धमकाने के आरोप में विजयपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। उनके तबादले को इसी मामले से जोडक़र देखा जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस पूरे मामले में सरकार का घेराव करते हुए मंत्रियों और विधायकों के रिश्तेदारों पर अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।    नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘अधिकारियों को धमकाना, चमकाना और नहीं माने तो फिर ट्रांसफर करवाना। प्रदेश सरकार की यह गाइडलाइन बन गयी है। गलत कामों के लिए @INCMP के मंत्रियों और विधायकों के रिश्तेदार अधिकारियों पर दबाव बना रहें है। मना करने पर अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर कर दिए जाते है’।    एक अन्य ट्वीट कर गोपाल भार्गव ने लिखा ‘कांग्रेस के नेता अपने कोटे के मंत्रियों और विधायकों पर दबाव बना रहे हैं। मंत्री और विधायक, मुख्यमंत्री पर दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस के मंत्री-विधायकों के रिश्तेदार अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। कुल मिलाकर मध्यप्रदेश में @OfficeOfKNath सरकार सिर्फ दबाव नीति पर काम करती है। अपने आखिरी ट्वीट में उन्होंने कहा ‘@OfficeOfKNath सरकार बदला और तबादला नीति पर काम कर रही है। ईमानदार अधिकारी काम नही कर पा रहें है। एसपी, कलेक्टर, एसडीएम, जनपद सीईओ प्रदेश का हर अधिकारी परेशान हैं। उन्हें हमेशा यह डर बना रहता है कि अगर उन्होंने ईमानदारी से काम किया तो उनका ट्रांसफर हो जाएगा’। 

Kolar News

Kolar News 21 November 2019

जबलपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने निगम एक्ट में संशोधन कर पार्षदों को मेयर के निर्वाचन का अधिकार दिए जाने को चुनौती देने वाली याचिका बुधवार को खारिज कर दी है। याचिका में एक्ट में किए गए संशोधन को अवैधानिक करार दिया गया था। हाईकोर्ट ने याचिका की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश संजय यादव और न्यायाधीश अतुल श्रीधरन ने पाया कि एक्ट में संशोधन नियम अनुसार किया गया है। याचिका में कोई कानूनी तथ्य नहीं होने के कारण युगलपीठ ने उसे खारिज कर दिया।    गौरतलब है कि जबलपुर के अनवर हुसैन ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करते हुए कहा था कि राज्य सरकार ने नगरपालिका अधिनियम में संशोधन किया है। इसमें नगर निगम महापौर व अन्य निकायों के अध्यक्ष पद का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से निर्वाचित पार्षदों के जरिए करने की व्यवस्था की गई है। हालांकि इससे पहले तक नगर निगम महापौर व अध्यक्षों का निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से आम चुनाव के जरिए होने की व्यवस्था रही है। अधिवक्ता अजय रायजादा ने हाईकोर्ट को तर्क दिया है कि संविधान में अनुच्छेद का उल्लंघन करके नगर निगम एक्ट में संशोधन किया गया है। उधर, शासकीय अधिवक्ता हिमांशु मिश्रा ने हाईकोर्ट को बताया कि नगरीय निकायों की सभी सीटों के लिए संविधान के सभी इसी अनुच्छेद के अनुसार प्रत्यक्ष प्रणाली से निर्वाचन व्यवस्था है।   कैबिनेट में सरकार लाई थी अध्यादेश डेढ़ दशक बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार ने 25 सितम्बर को महापौर के सीधे चुनाव खत्म करने के संबंध में कैबिनेट बैठक में अध्यादेश पारित किया था। साथ ही यह भी प्रस्ताव लाया गया था कि अब चुनाव से दो महीने पहले तक परिसीमन सहित अन्य निर्वाचन प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी। वर्तमान में छह माह का प्रावधान है। चुनाव में उम्मीदवार के गलत जानकारी देने पर 6 माह की जेल और 50 हजार का जुर्माने का प्रावधान किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 20 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार गांजे की खेती को वैध करने की तैयारी कर रही है। इसे भी अफीम की खेती की तरह लाइसेंस दिया जाएगा। इसके लिए वाणिज्यिक कर विभाग ने एनडीपीसी नियमों में बदलाव करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।   ये बदलाव इंडसकेन कंपनी के प्रस्ताव पर किया जा रहा है। कंपनी ने गांजे से कैंसर समेत कई असाध्य बीमारियों की दवा बनाने के लिए 12 सौ करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है। कंपनी के इस प्रस्ताव पर सीएम कमलनाथ ने भी सहमति दी है। कंपनी प्रदेश में 25 एकड़ जमीन पर गांजे की खेती करना चाहती है। बता दें कि अभी तक देश में गांजे की खेती और उसे बेचना गैर कानूनी है।   गांजे की खेती को लेकर प्रदेश सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बयान दिया है। बुधवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार हेम्प की खेती करायेगी। ये गांजे की प्रजाति की है। इसका उपयोग केंसर की दवा के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये गांजा खाने या पीने के लिए नही है।   बर्खास्त भाजपा विधायक प्रहलाद पर बोले पीसी शर्मा बर्खास्त भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता और पोर्टल बंद करने पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि जो पूर्व विधायक के अधिकार होते हैं वो उन्हें भी मिलेंगे। कोर्ट के आदेश पर उन पर कार्यवाही की जा रही है। हाईकोर्ट द्वारा महापौर का चुनाव पार्षदों के जरिए करने का रास्ता साफ होने पर मंत्री शर्मा ने कहा कि महापौर का चुनाव पार्षदों के जरिये करने का फैसला मंत्रिमंडल में तय हुआ था जिसके खिलाफ विपक्ष हाई कोर्ट गया था। लेकिन अब कोर्ट ने याचिका खारिज की है और अब पार्षद ही महापौर को चुनेंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगमों में प्रशासक बैठकर चुनाव कराएंगे। 

Kolar News

Kolar News 20 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने विधायकों की सूची से भाजपा नेता प्रहलाद लोधी का नाम हटा दिया है। वह पवई विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। सचिवालय ने लोधी की सदस्यता रद्द करने के बाद अब विधायकों को मिलने वाले उनके अधिकार और सुविधाओं को बंद कर दिया है।   हाईकोर्ट ने लोधी की सजा पर भले ही रोक लगा दी है, लेकिन उन्हें राहत मिलती नजर नहीं आ रही। सचिवालय ने उन्हें शीतकालीन सत्र की अधिसूचना भी नहीं भेजी है। अब उनके वेतन भत्ते अन्य सुविधाएं बंद किए जाने की तैयारी है। लोधी का अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। अब वो ऑनलाइन सवाल भी नहीं पूछ सकेंगे। उनके लिखित सवाल भी मान्य नहीं होंगे। इसके अलावा सभी सुविधाएं भी प्रहलाद लोधी से छीनी जाएंगी। वेतन भत्ते पर रोक लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।    विधानसभा सचिवालय ने इनका वेतन जारी नहीं करने के निर्देश संंबंधितों को दिए हैं। प्रहलाद लोधी को एक मामले में दो साल की सजा सुनाई जा चुकी है। इसके बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। सजा पर लोधी को हाई कोर्ट से राहत जरूर मिली है, लेकिन सदस्यता को लेकर अब भी संशय है। सदस्यता बहाली को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जंग जारी है। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। 

Kolar News

Kolar News 20 November 2019

भोपाल। प्रसिद्ध फिल्म-टीवी अभिनेता, निर्माता-निर्देशक और पहलवान दारा सिंह का आज यानि मंगलवार को 91वां जन्मदिन है। दारा सिंह ऐसे व्यक्ति रहे जिन्होंने फिल्म, टीवी, खेल, राजनीति हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की। 1947 के दौर से दारा सिंह ने पहले खेल और फिर फिल्मों के जरिए अपना परचम लहराया। दारा सिंह एक पहलवान के रूप में तो विश्व विजेता बने, लेकिन उन्होंने अपनी फिल्मों से भी बेमिसाल रिकॉर्ड बनाए। 12 जुलाई 2012 को इनका निधन हो गया।   दारा सिंह के जन्मदिन पर मप्र के राजनेताओं ने इस महान शख्सियत को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी । भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दारा सिंह को याद करते हुए उन्हेें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा ‘अपने पहलवानी के 36 साल के कॅरियर में  सभी 500 मुकाबलों में अपराजेय रहने वाले फ्री स्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन,अभिनेता, सांसद स्व. दारा सिंह जी के जन्मदिवस पर नमन ! आपने हर क्षेत्र में न केवल अपरिमित सफलता पाई,बल्कि लोगों के दिलों को भी जीता! आप सदा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे’।   भाजपा  राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दारा सिंह के निभाए किरदार और उनकी पहलवानी को याद करते हुए अपने ट्वीट में लिखा ‘श्री रामानंद सागर जी द्वारा निर्मित 'रामायण' में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त श्री हनुमानजी के अभिनय को जीवंत करने वाले अपने जमाने के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल चैम्पियन रहे श्री दारा सिंह जी की जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। जय श्रीराम’। 

Kolar News

Kolar News 19 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश में शराब पर तकरार तेज हो गई है। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर जबरदस्त हमला बोलते हुए सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाया है। शिवराज ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार मप्र को मदिरा प्रदेश बनाने में तुली हुई है।  दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार देर रात एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर प्रदेश सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए हमला बोला है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 47 (राज्य नीति निदेशक तत्व) के अनुसार लोककल्याण की सुरक्षा और वृद्धि के लिए राज्य मादक पदार्थों के उपयोग पर रोक लगाने हेतु प्रयासरत रहेगा। लेकिन कांग्रेस सरकार हमारे मध्यप्रदेश को मदिराप्रदेश बनाने पर तुली हुई है! एक अन्य ट्वीट करते हुए शिवराज ने कमलनाथ सरकार को घेरा और अपने शराब से लोगों की समस्या, सुरक्षा और हानि का जिक्र करते हुए लिखा ‘शराब की वजह से हज़ारों घर बर्बाद होते हैं, इस जंजाल से समाज को मुक्ति दिलाने हेतु हम अपने शासनकाल में राज्य को शराबबंदी की ओर ले गए। हमने तय किया कि नर्मदा नदी के किनारे शराब की सभी दुकाने तत्काल बंद होंगी तथा प्रदेश में कहीं भी शराब की नई दुकान नहीं खोली जाएगी!  शिवराज ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे अपने ट्वीट में कहा कि ‘मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इसे आगे बढ़ाना तो दूर की बात, प्रदेश में नई शराब दुकान खोलने का निर्णय लिया। वे यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने दुकानों के साथ ही अहाते खोलने का भी निर्णय लिया जिसे हथियाने के लिए आज कांग्रेसी नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है। विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ आज हमारी अगली पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। मेरा राज्य सरकार से अनुरोध है कि नशे के फलते-फूलते कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास करें ताकि हमारी युवा शक्ति देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दे सकें व अपना नाम रोशन कर सकें।  शिवराज ने आग्रह करते हुए कहा है कि राज्य सरकार के साथ ही मेरा समाज से भी आग्रह है कि सरकार के साथ कदम मिलाकर एक नशामुक्त समाज के निर्माण में भागीदार बनें। परिवार या परिचितों में युवकों को नशे के दुष्परिणामों व इसके विपरीत प्रभावों के प्रति जागरूक करें। बतातें चले कि इससे पहले भी शिवराज सिंह चौहान ट्वीट कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा नई शराब दुकानें और अहाते खोलने के निर्णय पर सरकार का घेराव कर चुके है। 

Kolar News

Kolar News 19 November 2019

भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भावुक संदेश लिखा है। सीएम कमलनाथ ने अपने संदेश में इंदिरा गांधी को मां संबोधित करते हुए कहा है कि आपके लिए क्या लिखूं माँ बस तुम्हे नमन करता हूँ..देख कर हाल वतन का, तुम्हे याद करता हूँ। "इंदिरा माँ को नमन"  मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदिरा गांधी की जयंती पर उनकी सशक्त नेतृत्व क्षमता को याद करते हुए देश की एकता के लिए उनके दिखाए मार्ग को आवश्यक बताया है। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. इंदिरा गांधी जी की जयंती पर शत-शत नमन...इंदिरा माँ ने भारतीय सीमाओं की रक्षा करते हुए वर्ष 1971 में पाकिस्तान से हुए युद्ध में उसे करारी शिकस्त देते हुए पाकिस्तानी सैनिकों को आत्म-समर्पण के लिए मजबूर किया। उन्होंने बांग्लादेश को आजादी दिलाकर वहाँ लोकतांत्रिक व्यवस्था स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक अन्य ट्वीट कर सीएम कमलनाथ ने लिखा ‘आज जब विघटनकारी शक्तियां देश की एकता और अखण्डता को चुनौती दे रही हैं, ऐसे समय में मुझे इंदिरा जी के सशक्त नेतृत्व की याद आती है। सर्वधर्म-समभाव के साथ हमारे देश की एकता अक्षुण्ण रहे, इसके लिए इंदिरा माँ द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है’।  

Kolar News

Kolar News 19 November 2019

भोपाल। न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबड़े ने आज सोमवार को भारत के 47वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद की शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति रंजन गोगोई के रविवार को सेवानिवृत्त हो जाने के बाद जस्टिस बोबड़े भारत के मुख्य न्यायाधीश बने हैं। पूर्व में वह 16 अक्टूबर 2012 को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद संभालने पर मप्र भाजपा नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जस्टिस बोबड़े को भारत का मुख्य न्यायाधीश बनने पर बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा ‘भारत के 47 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर न्यायाधीश शरद अरविंद बोबड़े को बधाई। मैं आगे उनके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं’। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने अपने शुभकामना संदेश में कहा ‘भारत के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण करने पर श्री शरद अरविंद बोबडे जी को  हार्दिक बधाई एवं आपके सफल कार्यकाल हेतु शुभकामनाएं’। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जस्टिस बोबड़े को शुभकामना देते हुए कहा ‘मध्यप्रदेश के लिए ये सम्मान की बात है कि यहां के हाईकोर्ट के चीफ़ जस्टिस रहे न्यायमूर्ति श्री अरविंद बोबडे जी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बने हैं। अपनी न्यायप्रियता के लिए पहचाने जाने वाले श्री बोबडे को नए दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं!

Kolar News

Kolar News 18 November 2019

भोपाल। अपने बयानों के कारण विवादों में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ट्वीटर पर आए दिन अपने ट्वीट को लेकर दिग्विजय ट्रोलर के निशाने पर आते रहते हैं। सोमवार को एक बार फिर ऐसा हुआ जब सीएम कमलनाथ को दिए बधाई संदेश पर दिग्विजय सिंह फिर को यूजर्स ट्रोल करने लगे।    दरअसल, दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को जन्मदिन की बधाई दी है। उन्होंने लिखा- माननीय कमलनाथ के जन्म दिवस पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं। दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद लोगोंं ने उन पर जमकर भड़ास निकाली और अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर्स ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर लिखा- इससे भी कम शब्दों में बधाई दे देते। एक अन्य यूजर्स ने लिखा- चचा, यहां भी मोदीजी ने बाजी मार ली। तुम फिर पीछे रह गये...3 मिनट से।    एक अन्य यूजर्स ने दिग्विजय सिंह का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट पर लिखा ‘महोदय, आपको इतिहास की पुस्तकों में एक सफल असफल नेता के रूप में याद किया जाएगा। जब आप सत्ता में थे तब कुछ न करने के लिए धन्यवाद। अब जन्मदिन की कामना करते रहो !! एक अन्य यूजर्स ने लिखा ‘बस वो आपकी काली छाया से परे रह पाएं तो अच्छा काम कर पाएंगे’। 

Kolar News

Kolar News 18 November 2019

भोपाल, 17 नवम्बर (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजनीति में सक्रिय रहने के साथ-साथ खेती-किसानी को लाभ का धंधा बनाने के लगातार प्रयास कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही वे खेत में ट्रैक्टर चलाकर से गेहूं की बोवनी करते नजर आये थे। अब उन्होंने किसानों को एक उपयोगी सलाह दी है। शिवराज ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर किसानों से अपील की है कि गोबर को व्यर्थ न जाने दें, इसकी खाद बनाकर खेती में उपयोग करें।शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार की रात अपने ट्वीटर पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने किसानों को खेतों में जैविक खाद के उपयोग का महत्व समझते हुए उनसे अपील की है। उन्होंने कहा है कि "हम अपनी गायों के गोबर से 'स्फूर्ति' के नाम से खाद तैयार करते हैं। यह खाद जमीन के लिए अमृत है! मैं सभी किसान भाइयों से अनुरोध करता हूँ कि अपने घर के गोबर को व्यर्थ न जाने दें, इसकी खाद बनाकर खेती में उपयोग करें, धरती माता के स्वास्थ्य को बेहतर करें व उत्तम फसलों का उत्पादन करें।"गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए काफी प्रयास किये और किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। वे स्वयं अपने खेतों में जैविक खाद का उपयोग करते हैं और किसानों को भी जैविक खेती की ओर बढऩे के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे अपने यहां स्फूर्ती नाम से गाय के गोबर से खाद बना रहे हैं और अब उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि गाय के गोबर की खाद का खेतों में उपयोग करें।

Kolar News

Kolar News 17 November 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार के दौरान किये गए वृहद स्तर पर पौधारोपण में हुए कथित घोटाले की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से जांच के लिए वन मंत्री की कोशिश को राज्य शासन ने तगड़ा झटका दे दिया है। दरअसल, वन मंत्री उमंग सिंघार ने मामले की जांच की ईओडब्ल्यू से कराने का एक प्रस्ताव वन विभाग को भेजा था, जिसे विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव ने खारिज कर दिया है।बता दें कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार के दौरान दो जुलाई 2017 को विशेष अभियान चलाकर एक साथ सात करोड़ पौधे रोपे गए थे, जो एक रिकॉर्ड था, लेकिन पिछले साल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से कांग्रेस की सरकार इस पौधरोपण अभियान में करोड़ों का घोटाला होने की बात कह रहे थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कम्प्यूटर बाबा समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने पौधरोपण अभियान में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, तत्कालीन वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार व वन विभाग के अफसरों पर घोटाला करना का आरोप लगाया था। वहीं, कमलनाथ सरकार ने पिछले विधानसभा सत्र में मामले की जांच कराने की बात भी कही थी। इसी के तहत वन मंत्री उमंग सिंघार ने मामले की जांच ईओडब्ल्यू के कराने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन शासन ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव ने वन मंत्री के प्रस्ताव को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय को एक नोटशीट भेजी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार के खिलाफ पौधरोपण अभियान में घोटाला करने का कोई साक्ष्य नहीं हैं, इसलिए उनके खिलाफ जांच की सिफारिश नहीं की जा सकती। पौधारोपण से जुड़े अधिकारियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती, क्योंकि यह निर्णय शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिया गया था, जिसका पालन करना अधिकारियों ने जिम्मेदारी थी।फिलहाल, मुख्यमंत्री कमलनाथ मनाली में अपने परिवार के साथ जन्मदिन मनाने की तैयारियों में व्यस्त हैं। सोमवार, 18 नवम्बर को उनका जन्मदिन है और वे अपना जन्मदिन परिवार के साथ मनाएंगे। उनके आने के बाद ही इस मामले में आगे क्या होना है, इसका फैसला हो पाएगा। फिलहाल तो यह मामला ठंडे वस्ते में जाता दिख रहा है। अपर मुख्य सचिव वन एपी श्रीवास्तव से इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि पौधारोपण मामले में जिस स्तर से निर्णय होना है, फाइल वहां भेज दी है। इसमें विभाग द्वारा क्या क्या तर्क दिये गये हैं, वह बताये नहीं जा सकते।  

Kolar News

Kolar News 17 November 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का 18 नवम्बर को 72 साल के हो जाएंगे। उन्होंने अपने जन्म-दिवस पर लोगों से किसी भी प्रकार के बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स, फ्लेक्स आदि नहीं लगाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोग, संस्थाएं और कार्यकर्ता इस तरह के प्रचार से दूर रहें। कमलनाथ ने ट्वीट किया है-‘प्रदेश की खूबसूरती बिगाड़ते, यातायात में बाधा बनते व दुर्घटनाओं को खुला न्योता देते इन अवैध होर्डिंगों से प्रदेश को बदरंग होने से बचाने के लिए और जनता की सुरक्षा की दृष्टि से इन पर प्रतिबंध का निर्णय मैंने पिछले दिनों लिया है। सभी कांग्रेसजनों, शुभचिंतकों, स्नेहीजनों, प्रशंसकों से मेरी विनम्र अपील है कि मेरे जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश में कही भी होर्डिंग -पोस्टर -बैनर लगाकर प्रदेश को बदरंग न करें, नियम का पालन करें। कमलनाथ ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि प्रदेश में मेरे जन्मदिवस पर कहीं भी अवैध होर्डिंग-पोस्टर-बैनर लगे दिखें, भले उसमें मेरा फोटो लगा हो, तत्काल उसे हटा दे। 

Kolar News

Kolar News 17 November 2019

भोपाल। प्रदेश की राजनीति इन दिनों पैर पढ़ने और पढ़वाने को लेकर गर्मा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया से शुरू हुआ यह सिलसिला अब मुख्यमंत्री कमलनाथ तक जा पहुंचा है। विदिशा दौरे पर आए मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक महिला जनप्रतिनिधि ने सार्वजनिक रूप से मंच पर पैर पढ़े। विपक्षी भाजपा ने इसे जहां शर्मनाक और अलोकतांत्रिक बताया है, वहीं कांग्रेस ने इसे सामान्य बताते हुए अभिवादन का तरीका निरूपित किया है।    हाल ही में ग्वालियर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की आगवानी के लिए पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने रेलवे स्टेशन पर ही सार्वजनिक रूप से साष्टांग दंडवत करके उनका अभिवादन किया था। इसके बाद देवास में एक कार्यक्रम में एक महिला अधिकारी द्वारा मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पैर पढ़ने पर भी काफी बयानबाजी हुई थी। मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सिलसिले की सबसे ताजा कड़ी हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ जिला चिकित्सालय के नए भवन और कई अन्य निर्माण कार्यों के भूमिपूजन के लिए विदिशा पहुंचे। यहां मंच पर चढ़ते ही एक महिला जनप्रतिनिधि ने झुककर मुख्यमंत्री के पैर छुए।    हमलावर हुई भाजपा, कांग्रेस ने बताया सामान्य बातमुख्यमंत्री द्वारा एक महिला जनप्रतिनिधि से पैर पढ़वाने को लेकर विपक्षी भाजपा हमलावर हो गई है। पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने इसकी निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी अपनी कार्यप्रणाली से लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री और मंत्री शासन के अधिकारियों, नेताओं से पैर पढ़वा रहे हैं, वह बहुत शर्मनाक है। ऐसा करके लोकतांत्रिक मूल्यों को भारी आघात पहुंचाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता संगीता शर्मा ने कहा है कि यह सामान्य रूप से अभिवादन का ही तरीका है। जिस तरह से कुछ लोग नमस्कार या प्रणाम करके अभिवादन करते हैं, वैसे ही कुछ लोग पैर छूकर अभिवादन करते हैं।   

Kolar News

Kolar News 15 November 2019

भोपाल। राफेल खरीदी मामले की जांच को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण, यशवंत सिन्हा आदि की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को खारिज कर दी थी। कोर्ट ने कहा था कि राफेल खरीदी की प्रक्रिया सही थी और राफेल विमान की कीमत उसमें लगी एक्सेसरीज के हिसाब से उचित है। इस आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दिसम्बर, 2018 में दिये गए आदेश को बरकरार रखते हुए पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके बावजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने राफेल राग नहीं छोड़ा है और इस मामले की जांच की मांग की है।   राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए फैसले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि जस्टिस के.एम.जोसेफ राफेल मामले की जांच की आवश्यकता बताई थी, इसलिए इस मामले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति बनाई जानी चाहिए। उनके ट्वीट के रिट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने शुक्रवार को ट्वीट किया है। उन्होंने अंग्रेजी में किए गए अपने ट्वीट में कहा है कि मैं राहुल जी से पूरी तरह सहमत हूं और मेरे सवाल निम्नानुसार हैं- 1.    सुरक्षा संबंधी जरूरतों को देखते हुए हमारी वायुसेना ने 126 फाइटर एयरक्राफ्ट की मांग की थी, जिससे यूपीए सरकार सहमत थी। फिर प्रधानमंत्री ने इनकी संख्या घटाकर 36 क्यों कर दी? क्या यह देश की सुरक्षा से समझौता नहीं है?2.    राफेल एयरक्राफ्ट की कीमत क्या है?   

Kolar News

Kolar News 15 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से बहुचर्चित डंपर कांड का जिन्न जिंदा हो गया है। रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक ज्ञापन का पत्र के माध्यम से जवाब दिया है। रीवा कमिश्नर ने आरोपों पर जवाब देते हुए शिवराज और उनके नेताओं पर ही कई गंभीर आरोप मढ़ दिए हैं। इशारों ही इशारों में सभाजीत यादव ने डंपर कांड का भी जिक्र किया है।  दरअसल, बीते चार नवंबर को शिवराज सिंह चौहान भाजपा के किसान आक्रोश रैली को संबोधित करने रीवा आए थे। वहां पर उन्होंने नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कमिश्रर सभाजीत यादव को समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा था। शिवराज के ज्ञापन के जवाब में रीवा नगर निगम कमिश्नर ने शिवराज को पत्र लिखा है और उस पत्र में बिंदुवार उनके ज्ञापन में पूछे गए सवालों का जवाब दिया है। जिसमें सभाजीत यादव ने एक बार फिर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल और भाजपा कार्यकर्ताओं को ही गड़बड़ी का जिम्मेदार ठहराया है। पत्र में सभाजीत यादव ने कहा है कि जिन योजनाओं का उल्लेख किया गया है, वह भाजपा के कार्यकाल में ही प्रारंभ की गई थी। भाजपा नेताओं की वजह से ही नगर निगम को करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। इसके पहले पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला को वसूली का नोटिस देकर निगम कमिश्नर चर्चा में आए थे।  वहीं पत्र के अंत में रीवा कमिश्रर ने शिवराज द्वारा अपनी पत्नी पर लगाए आरोपों के जवाब में डंपर का जिक्र किया है। निगम कमिश्नर की पत्नी पर पूर्व सीएम शिवराज ने आरोप लगाया था कि वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं, इसलिए कमिश्नर कांग्रेसी मानसिकता से काम कर रहे हैं। जिस पर कमिश्नर ने जवाब में कहा है कि आपने (शिवराज ने) मेरी पत्नी पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे के आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह निराधार हैं। हांलाकि मेरे पास जरूर कुछ लोग आए थे और आपकी (शिवराज की) पत्नी रीवा में जहां किराए के मकान में रहती है, उसे साफ कराने के लिए कह रहे थे ताकि वहां डंपर खड़े हो सकें।  पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल का पलटवार शिवराज को चिट्ठी पर पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि जिसको राजनीति का कीड़ा काट जाए उसकी महत्वाकांक्षा बढ़ जाती हैं। यह पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष भाव से दिया गया बयान है। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेट्स को राजनीति का आरोप नहीं लगाना चाहिए। रीवा नगर निगम कमिश्नर रिटायरमेंट के बाद राजनीति के लिए अपना इंतजाम कर रहे हैं।   

Kolar News

Kolar News 15 November 2019

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह गुरुवार सुबह कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे और देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उनकी फ़ोटो पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने नेहरू और महात्मा गांधी के अमर रहे के नारे लगाए। मीडिया से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने जवाहर लाल नेहरू की जीवनी प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने खादी पहन कर आजादी की लड़ाई लड़ी और अपना पूरा जीवन जेल में बिता दिया। जिसके बाद भारत आजाद होने पर उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाया। आज पंडित जवाहरलाल नेहरु की जन्म तिथि है हम उन्हें स्मरण करते हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन आजादी की लड़ाई में बीता दिया और उन्होंने इस देश के नवनिर्माण में बाबा साहब अंबेडकर के अध्यक्षता  के संविधान  अंतर्गत  अर्थव्यवस्था की नींव रखी।  वहीं भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए दिग्विजय सिंह ने बड़े आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उस समय बीजेपी और आएसएस के लोगों ने संविधान को नहीं माना था। आज वो सब महात्मा गांधी और नेहरू की छवि बिगाडऩे में लगे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए दिग्विजय ने कहा कि मोदी का षडयंत्र है महात्मा गांधी और नेहरू की छवि बिगाडऩे का। नेहरू ने भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव नहीं रखी होती तो आज भारत अर्थव्यवस्था में आगे नहीं होता। भाजपा में अफवाहे फैलाने की ट्रेनिंग दी जाती है और स्वतंत्रता सेनानियों को बदनाम किया जा रहा है। अयोध्या फैसले पर उन्होंने कहा कि इस चीज़ की खुशी है कि मंदिर मस्जिद का फैसला खत्म हुआ। लेकिन भाजपा कोर्ट का दिया शबरी माला का फैसला क्यों नही मानती, डरती क्यों है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ मजबूत मुख्यमंत्री है मजबूर नही है। भाजपा कहती थी कि कांग्रेस सरकार 2 -3 महीने चलेगी लेकिन यह सरकार पूरे 5 साल चलेगी। और उसके बाद के 5 साल की भी तैयारी शुरू कर दी है।    

Kolar News

Kolar News 14 November 2019

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में राठखेड़ा गांव में घटिया शौचालय बनाए जाने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के सहरिया आदिवासी इस समय प्रदेश की कमलनाथ सरकार से नाराज हैं। इस गांव में पंचायत द्वारा घटिया शौचालय बनाए जाने के बाद एक शौचालय ढह जाने से दो बच्चों की मौत के बाद आदिवासी परिवारों ने गुरुवार को घटिया शौचालयों को स्वयं ही तोड़ दिया। नाराजगी जताते हुए आदिवासियों ने कहा कि हमने तो पहले ही कहा था कि यह शौचालय घटिया बनाए गए हैं, लेकिन हमारी सुनी नहीं और कहा गया कि एक बार शौचालय बने गए तो अब दोबारा नहीं बनेंगे। प्रदेश सरकार और ग्राम पंचायत के खिलाफ आदिवासियों में उनके घटिया शौचालय बनाए जाने को लेकर आक्रोश है। इस घटिया शौचालय में दबकर जिन आदिवासियों के बच्चे मरे हैं उनके परिजनों ने ही इन घटिया शौचालयों को तोड़ दिया। नाराज आदिवासियों का कहना है कि सरकारी सिस्टम उनके नाम से आने वाले बजट में सेंधमारी कर रहा है।  आदिवासियों ने कहा था कि दोबारा से बना दें लेकिन नहीं बनाए-  इस गांव के भीम आदिवासी ने बताया कि गांव में आदिवासी परिवारों के लिए बनाए गए अधिकतर शौचालयों का निर्माण घटिया हुआ है और गांव वाले इनका उपयोग ही नहीं करते हैं। पिछले दिनों दो बच्चों की मौत हो गई। गांव के हरिलाल आदिवासी ने बताया कि गांव के अधिकतर शौचालयों की स्थिति खराब है। दोबारा से हमने शौचालय बनवाने की मांग की तो कहा कि एक बार बन गए अब दोबारा नहीं बनेंगे। वहीं जिला पंचायत के सीईओ एचपी वर्मा का कहना है कि राठखेड़ा गांव में शौचालय निर्माण में घटिया काम कराए जाने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।    क्रियान्वयन एजेंसियों द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है-  पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की अब पोल खुलने लगी है। केंद्र की मोदी सरकार प्रदेश व पंचायतों को गांवों के विकास के लिए राशि भेज रही है लेकिन इसमें क्रियान्वयन एजेंसियों द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। राठखेड़ा गांव में घटिया शौचालय ढह जाने से जिन दो आदिवासी बच्चों की मौत हुई है, उसके पीछे भी शौचालय निर्माण का भ्रष्टाचार एक प्रमुख कारण रहा है। वर्ष 2013 में मर्यादा अभियान अंतर्गत आदिवासियों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया था। गांव को ओडीएफ करने के फेर में नाम के लिए शौचालय तो बना दिए गए लेकिन उनका उपयोग गांव वाले कर ही नहीं पाएं, क्योकि भ्रष्टाचार और कमीशन के फेर में आधा-अधूरा व घटिया काम किया गया।  

Kolar News

Kolar News 14 November 2019

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारत के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश टीम को शुरुआत में लगातार झटके देते हुए लंच तक तीन विकेट झटक लिये। लंच तक बांग्लादेश की टीम ने 3 विकेट खोकर 63 रन बना लिये थे।इंदौर टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इमरुल कायस 6 रन बनाकर उमेश यादव की गेंद पर गली में अजिंक्य रहाणे को कैच थमा बैठे। इसके बाद ईशांत शर्मा ने शादमान इस्लाम (6) को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों में कैद करवाया। बांग्लादेश की टीम 12 रनों पर दूसरा विकेट गंवाकर संकट में आ गई। इसके बाद मोहम्मद शमी ने मोहम्मद मिथुन (13) को आउट कर बांग्लादेश को तीसरा झटका दिया। बांग्लादेश ने पहले टेस्ट के पहले दिन लंच तक पहली पारी में 26 ओवरों में 3 विकेट पर 63 रन बना लिए हैं और कप्तान मोमिनुल हक 22 और मुश्फिकुर रहीम 14 रन बनाकर अपनी टीम को संकट में उबारने का प्रयास कर रहे हैं।प्लेइंग इलेवन टीमें इस प्रकार हैं :-बांग्लादेश :- शादमान इस्लाम, इमरुल कायस, मोहम्मद मिथुन, मोमिनुल हक (कप्तान), मुश्फिकुर रहीम, महमदुल्लाह, लिटन दास, मेहदी हसन, ताइजुल इस्लाम, अबु जायद, इबादत हुसैनभारत :- रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, रवींद्र जडेजा, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद शमी।

Kolar News

Kolar News 14 November 2019

महाराष्ट्र में कुर्सी के लिए कसरत जारी मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही सियासी हलचलों के बीच खबर आ रही है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर एक प्रस्तावित फार्मूले पर सहमति बनी है। इस फार्मूले पर आगामी कुछ दिनों में पार्टी शीर्ष नेताओं से चर्चा करके अंतिम मुहर लगाई जाएगी।    तीनों दलों के प्रस्तावित फार्मूले के अनुसार शिवसेना और एनसीपी का ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री होगा। पूरे पांच साल के लिए कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री होगा। तीनों दलों को 14-14 विभाग दिए जाएंगे। इसी तरह महामंडलों और अन्य समितियों में तीनों की समान भागीदारी होगी। शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की मुंबई के ट्रायडेंट होटल में मंगलवार की देर रात मुलाकात की थी। दोनों ने करीब पौने घंटे तक सत्ता में भागीदारी और मसलों को लेकर विस्तृत चर्चा की। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस और एनसीपी नेताओं की बैठक हुई थी। एनसीपी नेताओं के साथ बैठक होने के बाद अहमद पटेल मंगलवार देर रात उद्धव से मिले और उनकी राय जानी। उद्धव से मुलाकात के बाद पटेल दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पटेल पार्टी नेतृत्व के सामने एनसीपी और शिवसेना के साथ हुई बातचीत का ब्योरा रखेंगे। बताया जाता है कि आगामी दिनों में तीनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं से चर्चा करने के बाद प्रस्तावित फार्मूले को अंतिम स्वरूप दिया जाएगा।     देना चाहते हैं स्थाई सरकार  कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना तीनों साफ कर चुके हैं कि राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद हमें सरकार बनाने की अब जल्दी नहीं है। सभी मसलों का समाधान होने के बाद सरकार गठन के लिए अगला कदम बढ़ाया जाएगा। हम राज्य को स्थाई सरकार देना चाहते हैं। आगे चलकर तनाव जैसी स्थितियां न बनें, इसलिए सभी मसलों पर सहमति बनने के बाद ही सरकार गठन के लिए अगला कदम बढ़ाया जाएगा।    आज नहीं होगी शिवसेना की याचिका पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना द्वारा दायर की गई याचिका पर बुधवार को सुनवाई नहीं होगी। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा शिवसेना को सरकार गठन के लिए पर्याप्त समय नहीं दिए जाने के विरोध में शिवसेना ने याचिका कोर्ट में दायर की है। कांग्रेस नेता व वकील कपिल सिब्बल अदालत में शिवसेना का पक्ष रखेंगे। बहुमत का आंकड़ा पेश करने के लिए शिवसेना ने दो दिन का समय मांगा था, जिसे राज्यपाल ने अस्वीकार कर दिया था।   राउत से मिले अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोरात  बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने लीलावती अस्पताल जाकर शिवसेना सांसद संजय राउत से मुलाकात की और उनकी तबीयत का हालचाल जाना। राउत की एंजियोप्लास्टी हुई है। आज शाम या कल तक उन्हें घर जाने की अनुमति मिल सकती है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसके बावजूद अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी राउत राजनीतिक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैें।

Kolar News

Kolar News 13 November 2019

राज्यपाल और केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसकी अनुमति दे दी है। सोमवार को शिवसेना द्वारा बहुमत साबित ना कर पाने के बाद  राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को मौका मिला । राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार रात को एनसीपी को राज्य में सरकार बनाने का न्यौता दिया था । एनसीपी को मंगलवार को बहुमत साबित करना था, लेकिन उसने कहा इतने काम समय में चिट्ठी दे पाना संभव नहीं हैं  | जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया | आपको बता दे की  शिवसेना के पास 56 सीटें हैं और वह भाजपा के बाद राज्य में दूसरा सबसे बड़ा दल है। इसके बाद एनसीपी के खाते में 54 सीटें हैं। कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा शिवसेना को वक्त ना दिए जाने के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। याचिका में शिवसेना को सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटाने समय ना बढ़ाने की शिकायत की गई है। वकील सुनील फर्नांडीज द्वारा यह याचिका दायर की गई।  

Kolar News

Kolar News 12 November 2019

केन्द्र सरकार प्रदेश के अति-वर्षा और बाढ़ प्रभावितों के लिये जारी करे 7154.28 करोड़ मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में अति-वर्षा और बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिये केन्द्र सरकार से 7154.28 करोड़ रुपये की सहायता राशि शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया है। इस राशि में एनडीआरएफ मद से 6621.28 करोड़ रुपये केन्द्रीय सहायता राशि और एसडीआरएफ से इस वर्ष की दूसरी किश्त की राशि 533 करोड़ रुपये शामिल है। प्रदेश के प्रमुख सचिव, राजस्व श्री मनीष रस्तोगी ने हाल में केन्द्र को भेजे प्रस्ताव मे कहा है कि प्रदेश के लिए राज्य आपदा प्रबंधन के अंतर्गत वर्ष 2019-20 के लिए 1066 करोड़ रूपये स्वीकृत हैं। इसमें से सितम्बर मध्य तक 362 करोड़ रूपये की राशि अन्य प्राकृतिक आपदाओं, ओला-पाला तथा राहत वितरण में खर्च की गई। वित्तीय वर्ष 2019 में केन्द्रांश के अंतर्गत 247 करोड़ की पहली किश्त जारी की गई, जिसमें पिछले वर्ष 2018-19 में दी गई 152 करोड़ रूपये की अतिरिक्त केन्द्रांश राशि का समायोजन है। अत: वर्ष 2019 में प्रदेश में अब तक एस.डी.आर.एफ में 285.50 करोड़ की राशि ही उपलब्ध है। प्रदेश के राजस्व विभाग के अनुसार प्रदेश के 52 में से 39 जिलों में अतिवृष्टि और बाढ़ से बहुत अधिक क्षति हुई है। राज्य में जून से सितंबर माह के बीच हुई वर्षा से लगभग 60 लाख 47 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की 16 हजार 270 करोड़ रूपये की फसल प्रभावित हुई है। इसमें लगभग 53 लाख 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 33 प्रतिशत तक फसल क्षतिग्रस्त हुई है। प्रदेश में अति-वृष्टि से क्षतिग्रस्त मकानों में 55 हजार 372 पक्का-कच्चे मकान, 4 हजार 98 पक्के मकान तथा 55 हजार 267 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे मकान शामिल हैं। इसी क्रम में 3 हजार 649 झोपड़ियाँ और 3 हजार 274 पशु शेड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदेश में बाढ़ और आकाशीय बिजली से 674 लोगों की मृत्यु हुई, 18 लोग शारीरिक अपंगता के शिकार हुए तथा तीन लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। लगभग 1515 दुधारू पशु, 373 भारवाही पशु तथा 3 हजार 270 मुर्गियों की क्षति हुई है। राजस्व विभाग के अनुसार प्रदेश में अति-वृष्टि से सार्वजनिक संपत्तियों को हुए नुकसान की राशि 2285 करोड़ रूपये आँकी गई है। फसलों की कुल क्षति का अनुमान लगभग 16 हजार 270 करोड़ रूपये है तथा फसलों के नुकसान के लिए मांगी गई सहायता राशि तीन हजार 742 करोड़ रूपये है। इसी प्रकार मकान की क्षति, लोगों और पशुओं की मृत्यु एवं अपंगता के लिए 579.96 करोड़ रूपये, रेस्क्यू आपरेशन के लिए 10.02 करोड़ रूपये, राहत शिविरों पर एक करोड़ 75 लाख रूपये, खाद्यान और मिट्टी तेल के नुकसान पर एक करोड़ 67 लाख रूपये की सहायता राशि अनुमानित है।

Kolar News

Kolar News 3 October 2019

स्वच्छता ही सेवा मामले में इंदौर को देशभर में नंबर वन का तमगा मिला है। उल्‍लेखनीय है कि शहरी विकास मंत्रालय ने 11 सितंबर से 2 अक्टूबर तक इस संबंध में सर्वे किया था। इंदौर के लोगों ने देशभर में सबसे ज्यादा संख्या में की भागीदारी। इस सर्वे में भोपाल नौवें नंबर पर रहा। शहरी विकास मंत्रालय ने देश के 4327 शहरों में यह सर्वे किया था। शीर्ष 20 शहरों में मध्‍यप्रदेश के केवल दो ही शहर हैं। उल्‍लेखनीय है कि इंदौर लगातार तीन बार स्‍वच्‍छता के मामले में नंबर वन रहा है। शहर के सफाई के मॉडल को अपनाने के लिए देश के अन्‍य शहरों ने भी इंदौर के अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया है। इंदौर निगमायुक्‍त आशीष सिंह को दिल्‍ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी कचरे के निष्‍पादन से संबंधित मामले में दिल्‍ली बुलाया था।   उत्‍तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश के कई शहर इंदौर के सफाई मॉडल को अपनाने के लिए पिछले दिनों शहर में आए थे। इनमें से ज्यादातर शहरों को इंदौर को कचरा पेटी से मुक्त करने की योजना पसंद आई । इंदौर की सफाई व्‍यवस्‍था का यह आलम है कि अभी तक देश भर के 200 शहरों के अधिकारी यहां आ चुके हैं।यहां तक कि आगरा, मेरठ, जयपुर के अलावा महाराष्ट्र के कुछ शहराें ने भी इंदौर की तर्ज पर सफाई व्यवस्था शुरू कर दी है। उल्‍लेखनीय है कि इंदौर शहर की सफाई व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए कई स्तर पर अहम फैसले लिए गए, इस वजह से ही इंदौर सफाई के कई पैमानों में आगे है। शहर में कचरे से जैविक खाद बनाई जा रही है। पॉलिथीन पर रोक लगा दी गई है। इंदौर नगर निगम की यह कोशिश है कि कचरे का मौके पर ही निपटान हो जाए। शहर में रात में मशीनों से सड़कों की सफाई कर शहर को धूल मुक्त बनाने का अभियान भी नियमित तौर पर चलाया जाता है।   केबीसी में जीते 12.50 लाख स्‍वच्‍छता के क्षेत्र में उल्‍लेखनीय प्रयासों के लिए इंदौर के निगमायुक्‍त आशीष सिंह को केबीसी में आमंत्रित किया गया था। उन्‍होंने सुलम इंटरनेशनल के प्रमुख डॉ. बिंदेश्वर पाठक के साथ12.50 लाख रुपए जीते।   निगमायुक्त ने डॉ. पाठक से आग्रह किया कि वे जीती हुई राशि इंदौर में शौचालय बनाने में लगाएं। डॉ. पाठक ने उनका आग्रह माना और घोषणा की कि चूंकि इंदौर लगातार तीन साल से देश का सबसे साफ शहर है इसलिए जीती हुई रकम की आधी राशि इंदौर के लिए खर्च की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 3 October 2019

राज्यपाल श्री टंडन सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल हुये राज्यपाल  लाल जी टंडन ने कहा है कि महात्मा गांधी भारतीयता में रचा-बसा व्यक्तित्व है। कभी भी ऐसा प्रतीत नहीं होता कि वे हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गांधी अपने विचारों के साथ आज भी हमारे साथ हैं। आवश्यकता उन्हें समझने और उन पर चलने की है। उन्होंने बताया कि युवाओं, बच्चों को गांधी जी के विचारों से परिचित कराने के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और स्कूलों में गांधी साहित्य का वाचन कराया गया है। राज्यपाल आज गांधी भवन में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। प्रारम्भ में श्री टंडन ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने समाधि स्थल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उन्हें भी नमन किया गया। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि गांधी जी का राजनीतिक संघर्ष, सामाजिक सुधार और जीवन त्याग एवं बलिदान की प्रेरणा देता है। उनका मानना था कि बुराई के साथ समझौता करना कायरता है । उन्होंने कहा कि गांधीजी ने जीवन के मूल मंत्र मानव की समानता और दूसरों के सुख के लिए त्याग का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि गांधी जी आजादी के संघर्ष के बीच भी नियमित रूप से प्रार्थना सभा में शामिल होते थे। यदि हम आज अपनी दैनिक दिनचर्या में प्रार्थना और गांधी साहित्य का अध्ययन शामिल कर लें तो हम अपने जीवन में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। जब भी अंधकार में मार्ग की तलाश करेंगे तो महात्मा गांधी के विचार प्रकाशपुंज की तरह हमारा मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने दुनिया को सुख, समृद्धि का रास्ता बताया है। शुद्ध, नैतिक और चरित्रवान जीवन जीने का तरीका दिखाया है। राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रार्थना सभा कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किये। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार भावना प्रजापति को, द्वितीय सोनिया सोनी, तृतीय निहारिका और चतुर्थ करीना को प्रदान किया गया। चित्रकला के लिए प्रथम पुरस्कार रिया जैन को, द्वितीय खुशी मणि और तृतीय पुरस्कार सुनयना को प्रदान किया गया।   

Kolar News

Kolar News 3 October 2019

महात्मा गाँधी के 150वें जन्म वर्ष के मौके पर भारत भवन में 2 से 6 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 7 बजे से विभिन्न कार्यक्रम होंगे। गाँधी जयंती 2 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से 'फिर गाँधी' कला प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। साथ ही 'खादी कला प्रदर्शनी' और 'महात्मा गाँधी : कला अभिव्यक्तियाँ' के अंर्तगत 'मध्यप्रदेश में महात्मा' तथा 'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जाएंगी। इस अवसर पर गाँधी जी के आचार-विचार पर केन्द्रित प्रकाशनों तथा ऑडियो सी.डी. का विमोचन होगा। इस दौरान मेहर वाद्य वृन्द द्वारा आश्रम-भजनावली प्रस्तुतिकरण के साथ राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान अलंकरण भी होगा। दो अक्टूबर को शाम 7 बजे नई दिल्ली की सुश्री गीता चंद्रन 'गाँधी : ताना-बाना' नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी। तीन अक्टूबर को शाम 7 बजे गाँधी विचारों पर एकाग्र शैरी नशिस्त का भोपाल की सुश्री परवीन कैफ, तथा मुम्बई की सुश्री लता हया तथा श्री इब्राहिम अश्क द्वारा प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। इसके बाद नई दिल्ली की सुश्री विद्या शाह का गायन होगा। चार अक्टूबर को रीवा के श्री शशि कुमार पाण्डेय, श्री सुराज गीत तथा पुणे की सुश्री शमा भाटे द्वारा नृत्य नाटिका 'पीर पराई जाणे रे' प्रस्तुत करेंगी। पांच अक्टूबर को शाम 7 बजे भोपाल की सुश्री कीर्ति सूद आश्रम भजनावली के पदों का गायन, अलवर के श्री जुम्मे खाँ मेवाती गाँधी गीत और अहमदाबाद के श्री शिशिर भट्ट वैष्णव भजन प्रस्तुत करेंगे। छ: अक्टूबर को दिल्ली की सुश्री फौज़िया दास्तानगो और श्री फज़ल द्वारा 'दास्तान ए गाँधी : दास्तान गोई' प्रस्तुत किया जायेगा। इसके बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की प्रस्तुति पहला सत्याग्रही नाटक का मंचन होगा।  

Kolar News

Kolar News 30 September 2019

राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बालकृष्ण शर्मा का त्यागपत्र अस्वीकृत कर दिया है। राज्यपाल ने कुलपति प्रो. शर्मा को पद पर कार्य करते रहने के निर्देश दिये हैं। राज्यपाल श्री टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति पद से प्रो. शर्मा का त्याग-पत्र मिलने पर उन्हें समक्ष में उपस्थित होकर पक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। श्री टंडन ने प्रो. शर्मा से त्याग-पत्र के कारणों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों के उदंडतापूर्ण व्यवहार से शैक्षणिक गतिविधियों के सुचारू संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही हैं। छात्रों के ऐसे व्यवहार से आहत होकर वे कुलपति पद से त्याग-पत्र देने को विवश हुए हैं। श्री लालजी टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति के पक्ष को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद कहा कि विश्वविद्यालय में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अभद्र व्यवहार और उदंडतापूर्ण आचरण करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। श्री टंडन ने प्रो. शर्मा से कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति को परिसर में अनुशासन स्थापित करने के संपूर्ण अधिकार हैं। प्राप्त अधिकारों का निष्पक्ष रहकर विवेकपूर्ण उपयोग करें। उदंड तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की गरिमा और शिक्षण व्यवस्था के लिए अनुशासित व्यवहार अनिवार्य है। राज्यपाल ने कहा कि कुलपति के वैधानिक और न्याय संगत कार्यो को राजभवन से पूरा सहयोग मिलेगा। श्री टंडन ने प्रो. बालकृष्ण शर्मा का त्याग-पत्र अस्वीकार करते हुए उन्हें पद पर कार्य करते रहने के निर्देश दिए।

Kolar News

Kolar News 28 September 2019

साल भर होंगे गाँधी जी के विचारों, आदर्शों एवं प्रेरणाओं से प्रेरित कार्यक्रम राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के 150वें जयंती वर्ष को पूरे प्रदेश में समारोहपूर्वक मनाया जायेगा। जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी किये गये हैं कि गाँधी जी के सिद्धांतों, विचारों और प्रेरणाओं को बच्चों, युवाओं और आमजन तक पहुँचाने के लिये 2 अक्टूबर 2019 से 2 अक्टूबर 2020 तक लगातार गतिविधियाँ आयोजित करें। प्रदेश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में गाँधी जी के आदर्शों, विचारों एवं प्रेरणाओं पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, भाषण, क्विज, विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। शहर के वरिष्ठ नागरिकों, लेखकों, कलाकारों, रंगकर्मियों, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं को कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा। गाँधी जयंती पर 2 अक्टूबर को जिलों में प्रभात फेरी निकाली जायेगी। इसमें शहर के संस्कृति कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक शामिल होंगे। प्रभात फेरी के समापन स्थल पर भजन कार्यक्रम होगा। गाँधी जी के जीवन दर्शन, ग्राम स्वराज, नशा मुक्ति, कुटीर उद्योगों पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 28 September 2019

स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत शहर को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। एनजीओ के सहयोग से गुरुवार को विभिन्न क्षेत्रों के तहत आने वाले बाजारों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। टीम द्वारा बताया गया कि प्लास्टिक की पानी के बोतलों की जगह शीशा, धातु, कॉपर और सेरामिक की बनी बोतलों का इस्तेमाल करने, प्लास्टिक के कप की जगह दोबारा इस्तेमाल होने वाले कप लेकर अपने साथ लेकर जाएं। प्लास्टिक की थैली की जगह जूट की बनी थैली या कागज की बनी थैली का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्लास्टिक की चाकू, चम्मच आदि के स्थान पर आप स्टेनलेस स्टील की के सामान इस्तेमाल कर सकते हैं। निगम अधिकारियों के अनुसार स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत नगर निगम द्वारा शहर के बाजारों में एनजीओ के साथ मिलकर लोगों को सिंगल यूज पॉलीथिन के दुष्प्रभाव से अवगत कराया जा रहा है। इसके साथ ही बाजारों में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही हैं। प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले व्यापारियों को 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर सम्मानित किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 27 September 2019

अमूमन सितंबर के दूसरे पखवाड़ा में मानसून की विदाई के संकेत मिलने लगते हैं, लेकिन इस वर्ष सितंबर के अंतिम सप्ताह में भी झमाझम बरसात का दौर जारी है। इसी क्रम में गुरुवार सुबह 8ः30 बजे तक प्रदेश में 1289.7 मिमी. बरसात हो चुकी है,जो कि सामान्य (931.1मिमी.) से 39 फीसदी अधिक है। मौसम विज्ञान केंद्र में अभी तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक संभवतः प्रदेश में पहली बार सामान्य से 39 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इसके पूर्व वर्ष-2013 में 30 सितंबर तक सामान्य से 37 फीसदी अधिक बरसात दर्ज की गई थी। विज्ञानियों के मुताबिक रुक-रुक कर बौछारें पड़ने का सिलसिला अभी 2-3 दिन तक जारी रहने के आसार बने हुए हैं।   मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता जीडी मिश्रा के मुताबिक अभी तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पहली बार प्रदेश में सामान्य से 39 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। अभी बरसात के सीजन(30 सितंबर) को पूरा होने में चार दिन शेष भी हैं। उधर, गुरुवार को सुबह 8ः30 बजे से शाम 5ः30 बजे तक दमोह में 26, सीधी में 16, नौगांव और शाजापुर में 12,जबलपुर में 9.6, सागर में 9, रतलाम और सिवनी में 5, भोपाल में 3.4,पचमढ़ी और खरगोन में 3 मिमी. बरसात हुई। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने बताया कि वर्तमान में एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) महाराष्ट्र कोस्ट से बिहार तक बना हुआ है। यह सिस्टम महाराष्ट्र, मप्र और उप्र से होकर गुजर रहा है। इसके असर से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश के कई स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है। सरवटे के मुताबिक बरसात का यह क्रम अभी 2-3 दिन तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।

Kolar News

Kolar News 27 September 2019

कमलनाथ सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए कई प्रस्तावों को मंजूरी देगी। पीथमपुर में रेडियल टायर और लोहे के सरिया बनाने की फैक्ट्री जल्द लगेगी। वहीं, धार में सीमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में बुधवार को निवेश प्रोत्साहन एवं सवंर्धन समिति की बैठक होगी। इसमें तीन कंपनियों के दो हजार करोड़ रुपए के प्रस्तावों को मंजूरी मिलेगी। इसके अलावा तीन कंपनियों को निवेश पर अधिक छूट देने के मामले में निर्णय हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक रालसन टायर पीथमपुर में रेडियल टायर बनाने की फैक्ट्री लगाने की इच्छा जाहिर की है। कंपनी लगभग 17 सौ करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के मौके भी बनेंगे। वहीं, जयदीप अलाय भी पीथमपुर में लोहे के सरिया बनाने की फैक्ट्री लगाने जा रहा है। कंपनी तीन सौ करोड़ रुपए का निवेश करेगी। धार में सद्गुरु सीमेंट का साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए लगाकर प्लांट स्थापित करेगा।   इन तीनों कंपनियों के प्रस्तावों पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली निवेश प्रोत्साहन एवं संवर्धन समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। कंपनियों के निवेश करने पर उन्हें कुछ छूट भी दी जाएगी। वहीं, मंडीदीप की एचईजी 12 सौ करोड़ रुपए का निवेश करके परियोजना का विस्तार करने जा रही है। इसी तरह इंडिया सीमेंट दो हजार करोड़ रुपए का निवेश दमोह, छिंदवाड़ा और खंडवा में करेगा। छिंदवाड़ा में सीमेंट की बोरी तैयार होगी। प्रॉक्टर एंड गैंबल भी छह सौ करोड़ रुपए लगाकर काम को विस्तार देने जा रहा है। इन तीनों कंपनियों ने सरकार से नीति में तय सुविधाओं से अधिक की मांग की है। इस पर भी बैठक में निर्णय लिया जाएगा।   निवेश के जरिए रोजगार के मौके बढ़ाना चाहती है सरकार सरकार निवेश के जरिए प्रदेश में रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके बढ़ाना चाहती है। इसी मकसद से उद्योगों में 70 फीसदी स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार देने की शर्त रखी गई है। निवेशकर्ता को दोस्ताना माहौल मिले, इसके लिए वास्तविक सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। मुख्य सचिव सुधिरंजन मोहंती और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल के स्तर पर इसकी निगरानी भी हो रही है। निवेशकों के हर प्रस्ताव की प्रगति की साप्ताहिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव कार्यालय से लेने की व्यवस्था लागू की गई है।

Kolar News

Kolar News 25 September 2019

राज्यपाल  लालजी टंडन 25 सितम्बर को कुरूक्षेत्र (हरियाणा) में गौ-आधारित शून्य लागत प्राकृतिक कृषि मॉडल और गुरुकुल के कृषि फार्म में प्राकृतिक कृषि के व्यापक प्रकल्प का अवलोकन करेंगे।  राज्यपाल को राष्ट्रपति द्वारा गठित राज्यपालों की कृषि सुधार समिति के संयोजक, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए गौ-आधारित शून्य लागत प्राकृतिक कृषि मॉडल को देखने के लिए आमंत्रित किया है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्वारा राज्यपाल श्री टंडन को कृषि और कृषक विषय पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के संयोजन में गठित कृषि सुधार समिति का सदस्य मनोनीत किया गया है। समिति में महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल भी सदस्य हैं। राज्यपाल  टंडन समिति के समक्ष किसानों की आय को दोगुना करने के संबंध में कृषि आदान लागत को कम करने, उन्नत कृषि तकनीक को बढ़ावा देने, जैविक खेती का विस्तार करने, सिंचाई क्षेत्र के विस्तार और सूक्ष्म सिंचाई को प्रोत्साहन देने, तीसरी फसल के क्षेत्रफल में वृद्धि करने, कृषि वि‍विधिकरण, उद्यानिकी क्षेत्र के विस्तार के प्रयासों पर विशेष बल दिये जाने का पक्ष प्रस्तुत करेंगे। श्री टंडन समिति के समक्ष कृषि क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों की रूपरेखा पर भी प्रकाश डालेगें। उत्पादकता में वृद्धि के साथ जीविकोपार्जन एवं आय को दोगुना करने में मदद के लिए विभिन्न योजनाओं की उपयोगिता एवं प्रभाव का सर्वेक्षण और विश्लेषण कर डाटाबेस बनाने की आवश्यकता बतायेंगे। फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए तकनीकी विकास एवं प्रसार के साथ मौसम परिवर्तन से होने वाले दुष्प्रभाव के प्रबंधन के लिये प्रयासों की जरूरत भी बतायेंगे। जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिये तकनीकी सहयोग और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों तथा तकनीकी हस्तांतरण की जरूरत को रेखांकित करें। कृषि वानिकी से संबंधित तकनीकी विकास के प्रसार, कृषि विज्ञान केन्द्रों का अधिक संख्या में विस्तार और किसानों को उद्यानिकी फसलों की पैदावार के लिये प्रोत्साहित करने के प्रयासों पर बल देंगे। साथ ही पशुपालन के क्षेत्र में गोवंश संरक्षण एवं सुधार के लिए प्रोत्साहित करने, दुग्ध उत्पादकों को कृषि उत्पादकों की भाँति उचित मूल्य एवं सुविधाएँ उपलब्ध कराने का सुझाव भी देंगे। दलहन, तिलहन, दुग्ध उत्पादन में अव्वल मध्यप्रदेश   ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश देश का प्रमुख अनाज उत्पादक क्षेत्र है। यहाँ लगभग 63% फसली क्षेत्र में खाद्यान्न उत्पादन होता है, जिसमें वर्ष 2014-15 के अनुसार 41% में अनाज, 21% में दलहन तथा 29% में तिलहन की खेती होती है। दलहन उत्पादन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अव्वल है। देश के कुल उत्पादन में मध्यप्रदेश 26.4% योगदान दे रहा है । प्रदेश का चना उत्पादन में 38.6 प्रतिशत और सोयाबीन में 44 प्रतिशत योगदान है। उद्यानिकी फसलों में अमरुद, लहसुन एवं मिर्च के उत्पादन में प्रदेश प्रथम स्थान पर और संतरा, प्याज, हरा मटर तथा धनिया उत्पादन में द्वितीय और टमाटर उत्पादन में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश में देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 8.34% हो रहा है, जो देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश में किसानों की आय को दोगुना करने और खेती में सुधार के लिए प्रदेश में अनुसंधान की गतिविधियाँ, जैविक खेती के लिए फसल सुधार योजना, बीज उत्पादन, खेती की तैयारी तथा मृदा की जाँच आदि कार्यक्रमों को प्राथमिकता से नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है। कृषि उपज की 58 मंडियों को ई-नाम से भी जोड़ा गया है।  

Kolar News

Kolar News 25 September 2019

प्रदेश में गांधीजी के विचारों पर केन्द्रित स्थायी कार्यक्रम और अभियान चलेगामुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गांधीजी के 150वें जन्म वर्ष आयोजन समिति की बैठक सम्पन्न मुख्यमंत्री  कमल नाथ ने कहा है कि गांधीजी के विचार, उनके दर्शन और सिद्धांतों को घर-घर तक पहुँचाना है। हमारा मूल लक्ष्य यह होना चाहिए कि युवा पीढ़ी गांधीजी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जाने और उसे अपनाए। श्री कमल नाथ आज मंत्रालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जन्म वर्ष पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आयोजित गतिविधियों के लिए गठित समिति को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि गांधीजी के विचार और उनकी प्रासंगिकता हमारे देश में सदैव रही है, आज भी है और आगे भी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिस दौर से आज भारत गुजर रहा है, उसमें यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम गांधीजी के सिद्धांतों और उनके द्वारा स्थापित मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाये, उसे लोग अपनाएँ, यह भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से हम किसी एक वर्ष में गांधीजी को समेट नहीं सकते बल्कि हमारे प्रयास सदैव गांधीजी को लोगों तक पहुँचाने के होंगे। इसके लिए स्थायी कार्यक्रम बनाने होंगे। उन्होंने कहा कि गाँधीजी की 150वीं जयंती पर हमारी सारी गतिविधियाँ केवल टी.वी. पर दिखाने और अखबारों में छपने तक सीमित न रहें। युवा पीढ़ी तक उनके विचार और आज के समय में उनकी प्रासंगिकता पहुँचे, इस पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की बैठक में गांधीजी के विचारों का क्रियान्वयन कैसे हो, इसका एक समग्र प्रारूप तैयार किया जाये। अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में पुन: एक बैठक की जाएगी, जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दर्शन और सर्वधर्म समभाव, धर्म-निरपेक्षता और राष्ट्रीय एकता के लिए उनके जो विशेष आग्रह थे, उस पर एक स्थायी कार्यक्रम के संचालन की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी। उस रूपरेखा के आधार पर हम मध्यप्रदेश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लोगों तक पहुँचाने का काम करेंगे। आज के दौर में महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत की सबसे ज्यादा जरूरत बैठक में समिति के सदस्यों ने गांधीजी द्वारा सांप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्र की एकता, सभी वर्गों के कल्याण और धर्म के प्रति उनके विचारों, उनके दर्शन, सिद्धांतों और मूल्यों को शहरों से लेकर गाँव तक कैसे पहुँचाये, इसके बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि आज के दौर में महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत की सबसे ज्यादा जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने गांधीजी के 150वें जयंती वर्ष में आजादी की लड़ाई में उनके द्वारा अपनाए गए प्रमुख शस्त्र, जिनसे उन्होंने युवाओं, महिलाओं, आदिवासियों, दलितों में नई चेतना जागृत की और खादी को लेकर उनके दर्शन, को जन-जन तक पहुँचाने का सुझाव दिया। उन्होंने बैतूल जिले में हुए जंगल सत्याग्रह को केन्द्रित करते हुए वन क्षेत्रों में पदयात्रा निकालने, ग्राम स्वराज्य की अवधारणा पर ग्रामीण क्षेत्रों में पदयात्रा निकालने, महात्मा गांधीजी के नाम पर पाठशाला का नामकरण करने और सरकार के सभी पत्राचारों और विज्ञापन में गांधीजी की 150वीं जयंती का लोगो तथा उनकी सूक्तियाँ अंकित करने का सुझाव दिया। समाज में कटुता फैलाने वाले लोगों को प्रतिबंधित करने, स्कूलों में प्रार्थना में रामधुन और गांधीजी की सुप्रसिद्ध प्रार्थना 'ईश्वर अल्लाह तेरे नाम-सबको सन्मति दे भगवान', सभी सरकारी कार्यक्रमों में गांधीजी की प्रार्थना तथा खादी के उत्पादन को विशेष प्रोत्साहन देने का सुझाव दिया। उन्होंने गांधीजी के नशामुक्ति संबंधी विचारों के आधार पर युवाओं को नशे से मुक्त करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा। श्री सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी गांधीजी के विचारों को प्रचारित करने तथा हाई-स्कूल पाठ्यक्रम की पुस्तकों में गांधीजी का पाठ शामिल करने को कहा। महाराष्ट्र के वर्धा से आये श्री सुमन बरंत ने कहा कि पर्यावरण को लेकर गांधीजी का विशेष आग्रह रहा है। इस विषय पर हमें युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण आयोजित करना चाहिए। उन्होंने चरखा पर प्रबोधन कार्यक्रम और गांधीजी पर केन्द्रित पोर्टेबल प्रदर्शनी लगाने का सुझाव दिया। श्री बरंत ने कहा कि भागवत कीर्तन के जरिए भी हम गांधीजी को जन-जन तक पहुँचा सकते हैं। उन्होंने गांधीजी के विचारों और उन पर लिखे जाने वाले नए साहित्य को सामान्य भाषा में लिखकर लोगों तक पहुँचाने को कहा। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में गांधीजी पर केन्द्रित पाँच दिवसीय कार्यक्रम हों और आदिवासी क्षेत्रों में भी गांधीजी से संबंधित आयोजन किये जाये। गांधीवादी चिंतक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को बधाई दी कि उन्होंने मध्यप्रदेश में महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम करने का निर्णय लिया है। डॉ. सुब्बाराव ने सुझाव दिया कि सबसे पहले हमें सांप्रदायिक सद्भाव और देश की अखंडता को मजबूत बनाने वाले कार्यक्रम करना चाहिए। उन्होंने गांधीजी के विचारों को आत्म-सात कर निष्ठावान कार्यकर्ताओं का निर्माण करने और धर्म तथा भाषा में एकता तथा भूख, गरीबी, बेगारी, भ्रष्टाचार और छूआछूत मुक्त भारत बनाने संबंधी प्रयासों को कार्यक्रम में जोड़ने का सुझाव दिया। पूर्व महाधिवक्ता और गांधीवादी श्री आनंदमोहन माथुर ने सभी सरकारी स्कूलों में 1857 से 1947 तक हुए स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले महापुरुषों पर केन्द्रित लघु पुस्तिकाएँ बाँटने को कहा। उन्होंने स्कूल-कॉलेजों में गांधीजी के जीवन पर केन्द्रित निबंध प्रतियोगिता के आयोजन, संग्रहालय, शोध संस्थान की स्थापना स्थापित करने और विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में उदार विचार वाले क्रांतिकारी वक्ताओं के व्याख्यान आयोजित करने का सुझाव दिया। उन्होंने स्कूली तथा महाविद्यालयीन शिक्षा में महापुरुषों पर केन्द्रित पाठ पाठ्यक्रम में शामिल करने तथा महापुरुषों के स्मारकों का जीर्णोद्धार करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मध्यकालीन इतिहास को लेकर जो भ्रांतियाँ फैलायी गई हैं, उससे युवा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए भी कार्यक्रम करने होंगे। उन्होंने हर 6 गाँव के बीच स्वास्थ्य केन्द्र खोलने और उनमें भारतीय चिकित्सा पद्धति से इलाज करवाने की सुविधा उपलब्ध करवाने, स्कूलों में सभी भाषाएँ पढ़ाने और पुस्तकालय बनाने का सुझाव दिया। गांधीवादी नेता श्री पी. राजगोपाल ने शांति और अहिंसा का मंत्रालय गठित करने, सर्वोदय संगठनों को मजबूत बनाने और शांति आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह वर्ष कस्तूबा गांधीजी का भी 150वां जन्म वर्ष है। इसलिये हमें महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें भूमि अधिकार देने और गाँवों को भूमि विवाद से मुक्त कराने की मुहिम भी चलाना चाहिए। श्री चंद्रिकाप्रसाद द्विवेदी ने बड़वानी जिले में डूब में आये गांधीजी के स्मारक को अन्य स्थान पर भव्य रूप में स्थापित करने, वास्तविक रूप में ग्राम-स्वराज्य को लागू तथा युवा पीढ़ी को भ्रमित करने वाले इतिहास तथा प्रदूषित विचारधारा से मुक्त करने का अभियान चलाने का सुझाव दिया। श्री एल.एस. हरदेनिया ने गांधीजी के शिक्षा, संस्कृति, महिलाओं और विश्व-शांति को लेकर जो विचार हैं, उन्हें हर पंचायत तक पहुँचाने और गांधीजी पर केन्द्रित फिल्में स्कूलों में दिखाने तथा गांधीजी के प्रति पूरे विश्व के जिन महापुरुषों ने विचार व्यक्त किए हैं, उनसे बच्चों और युवाओं को अवगत कराने का सुझाव दिया। श्री करुणाकर त्रिवेदी ने नागरिकों को गांधीजी के विचार, व्यवहार और मूल्यों से अवगत कराने, खादी के महत्व को पुन:स्थापित करने और गांधीजी के विचारों को लेकर जो संस्थान काम कर रहे हैं, उन्हें सशक्त बनाने को कहा। श्री चिन्मय मिश्रा ने गांधीजी के विचारों के साथ काम करने वाले व्यक्तियों को रेखांकित करने को कहा। गांधीजी के विचारों पर केन्द्रित सांस्कृतिक उत्सव आयोजित करने और जो कानून दमनकारी हों, उन्हें नरम बनाने या समाप्त करने का सुझाव दिया। श्री घनश्याम सक्सेना ने गांधीजी के जंगल सत्याग्रह को प्रचारित करने और धर्म-निरपेक्षता को मजबूत बनाने के संबंध में सुझाव दिए। सुश्री मीनाक्षी नटराजन ने एनएसएस के राष्ट्रीय एकता शिविर लगाने, विश्वविद्यालय में गांधी अध्ययन केन्द्र खोलने और फैलोशिप स्थापित करने को कहा। सुश्री नटराजन ने संविधान पर केन्द्रित पुस्तक के प्रकाशन और बच्चों तथा युवाओं को उससे अवगत कराने का सुझाव दिया। प्रारंभ में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री पंकज राग ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी 150वीं जयंती पर प्रस्तावित कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की।   बैठक में संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, ग्रामोद्योग मंत्री श्री हर्ष यादव एवं पंचायत तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे। बैठक में मुख्य सचिव एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 20 September 2019

अंतर मंत्रालयीन केन्द्रीय दल से तत्काल राहत उपलब्ध कराने का अनुरोधछोटी अवधि के कृषि ऋण को मध्यम अवधि ऋण में बदलने की मांगमुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न मुख्य सचिव श्री एस.आर.मोहन्ती ने निर्देश दिए हैं कि, प्रदेश में अति-वृष्टि और बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी सभी विभाग 24 सितम्बर तक राहत आयुक्त को सौंप दें। प्रदेश के 52 में से 36 जिलों में क्षति बहुत अधिक हुई है। उन्होंने कहा कि राहत पहुँचाने, आगामी रबी फसल के संधारण और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए केन्द्रीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है। श्री मोहन्ती मंत्रालय में अंतर मंत्रालयीन केन्द्रीय दल के साथ बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में केन्द्रीय दल को वर्षा ऋतु में अति-वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश में अब तक हुई क्षति की जानकारी दी गई। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नई दिल्ली के संयुक्त सचिव श्री संदीप पौण्डरिक के नेतृत्व में आया केन्द्रीय दल दो दिन में प्रदेश के पाँच जिलों क्रमश: विदिशा, रायसेन, राजगढ़, मंदसौर और आगर-मालवा का भ्रमण करेगा। केन्द्रीय दल में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के उप सचिव श्री के.एम. सिंह, जल संसाधन मंत्रालय के संचालक श्री मनोज पोनीकर, कृषि मंत्रालय के संचालक डॉ.ए.के. तिवारी, वित्त मंत्रालय के संचालक श्री अमरनाथ सिंह तथा ऊर्जा मंत्रालय के सहायक संचालक श्री सुमित गोयल सम्मिलित हैं। प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी ने कहा कि प्रदेश में वर्षा निरंतर जारी है। श्री रस्तोगी ने केन्द्रीय दल के सम्मुख अब तक हुई क्षति की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि सभी विभागों से जानकारी प्राप्त होने तथा मानसून समाप्ति के बाद क्षति की जानकारी अंतिम रूप से प्रस्तुत की जा सकेगी। श्री रस्तोगी ने बताया कि जनहानि और पशुधन की हानि के मामलों में तत्काल राहत उपलब्ध कराई गई है। एसडीआरएफ के अंर्तगत अब तक 125 करोड़ रूपये की राहत प्रदान की जा चुकी है। फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण 24 सितम्बर तक पूर्ण होगा। तत्पश्चात 27 सितम्बर तक सहायता के लिए अंतिम रूप से मांग प्रस्तुत की जा सकेगी। राज्य सरकार ने छोटी अवधि के कृषि ऋण को मध्यम अवधि ऋण में बदलने की मांग भी रखी। बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में 18 सितम्बर तक 1203.5 एम.एम. वर्षा हुई, जो सामान्य से 37 प्रतिशत अधिक है। लगभग 24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में 22 लाख किसानों की 9 हजार 600 करोड़ रूपये की खरीफ फसल प्रभावित हुई है। प्रदेश में मकानों को हुई क्षति लगभग 540 करोड़ है। इसी क्रम में सड़कों की क्षति का अनुमान 1566 करोड़ रूपये और लगभग 200 करोड़ रूपये का अन्य नुकसान भी हुआ है। केन्द्रीय दल को अवगत कराया गया कि प्रदेश को अब तक 11 हजार 906 करोड़ रूपये की क्षति हुई है। प्रदेश में बाढ़ और आकाशीय बिजली से 225 लोगों की मृत्यु हुई और लगभग 1400 से अधिक जानवरों की मौत हुई। केन्द्रीय दल को अति-वृष्टि के दौरान प्रदेश के बांधों, तालाबों और नदियों की स्थिति तथा बचाव के लिए किये गए कार्यो से अवगत कराया गया। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रभांशु कमल, अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती गौरी सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री मोहम्मद सुलेमान सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 20 September 2019

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह नेआज स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। बेंगलुरु के सेंटर से तेजस विमान में वे सवार हुए थे। वे देश के पहले रक्षा मंत्री भी बन गए हैं जिसने तेजस विमान में उड़ान भरी। तेजस विमान को एचएएल ने तैयार किया है। सफल अरेस्ट लैंडिंग हो चुकी है इस लड़ाकू विमान के नौसेना संस्करण की सफल अरेस्ट लैंडिंग करवाई जा चुकी है। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है जो विमानवाहक पोत पर उतरने में सक्षम जेट विमान का डिजाइन तैयार करने में सक्षम हैं।   जानकारी के मुताबिक, तेजस की स्पीड उस वक्त 244 किलोमीटर प्रति घंटा थी और सिर्फ दो सेकंड में उसे जीरो कर लैंड कराया गया। तेजस में रक्षा मंत्री की यह उड़ान उस वक्त होने जा रही है जब HAL को देश में बनाए जाने वाले 83 एलसीए मार्क 1ए विमान के निर्माण के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की परियोजना मिलने वाली है।

Kolar News

Kolar News 19 September 2019

भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया और रवि कुमार यहांं खेली जा रही वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में अपने-अपने वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। इसी के साथ दोनों पहलवानों ने 2020 टोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल कर लिया। बता दें कि बजरंग पूनिया ने 65 किलो वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने कोरिया के जे सन को 8-1 से पराजित किया। वर्ल्ड नंबर एक पहलवान बजरंग ने इस मुकाबले में जबर्दस्त शुरुआत की और वे पूरी तरह कोरियाई पहलवान पर हावी रहे। इससे पहले बजरंग ने दूसरे दौर के अपने मुकाबले में स्लोवाकिया के डेविड हबाट को 3-0 से हराया था। गौरतलब है कि बजरंग से भारत को पदक की उम्मीद थी और फिलहाल वे उम्मीदों पर खरे उतरते नजर आ रहे हैं। उन्होंने पिछली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही बजरंग ने ओलिंपिक कोटा भी हासिल कर लिया।   बजरंग के अलावा भारत के रवि कुमार भी 57 किलो वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। रवि ने अपने क्वार्टर फाइनल मैच में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन युकी ताकाहाशी को 6-1 से पराजित किया। रवि ने पिछले साल नवंबर में अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती थी। सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही रवि कुमार ने भी 2020 के टोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल कर लिया। पुरुष वर्ग के इन दो पहलवानों के अलावा महिला वर्ग में विनेश फोगाट ने भी टोक्यो 2020 ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया है। विनेश अपने वर्ग में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।

Kolar News

Kolar News 19 September 2019

अतिवृष्टि से खराब हुई सड़कों को सुधारने की कार्यवाही करें प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन. मिश्रा ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण बड़ी-छोटी नदियों के पुल-पुलियों से पानी उतरने पर खराब हुई सड़कों को सुधारने की कार्यवाही सड़क निर्माण एजेन्सी द्वारा शुरू की जाये। सुरक्षा की दृष्टि से पुल-पुलिया को भी बारीकियों से देख लिया जाये कि वो क्षतिग्रस्त नहीं हुई हो। पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने या उनमें दरार आने पर आवश्यक सुधार कार्य तत्काल कराये जायें। श्री मिश्रा ने आज मंत्रालय में राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति की बैठक में यह निर्देश दिये। प्रमुख सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन के मामलों में ड्रायविंग लायसेंस निलम्बन की कार्रवाई के लिये लायसेंस नम्बर के साथ पूरी सूची परिवहन विभाग को उपलब्ध करायें। यह कार्यवाही पूरे प्रदेश में की जाये। बताया गया कि इस वर्ष अभी तक लगभग 5726 ड्रायविंग लायसेंस निलम्बित किये गये हैं। पहले 6 माह में 306 फिटनेस निलम्बन और 408 ओव्हर लोडिंग वाहन के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। श्री मिश्रा ने कहा कि एक स्थान पर दो या दो से अधिक दुर्घटना होने पर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आवश्यक रूप से स्थल निरीक्षण करें। बताया गया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिये स्कूल बस पॉलिसी भी बनाई गई है। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि 20 से 25 प्रतिशत दुर्घटनाओं वाले जिलों में दुर्घटना रोकने के लिये विशेष प्रयास किये जायें। श्री मिश्रा ने लीड एजेन्सी में नोडल अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। बताया गया कि प्रदेश में 44 स्थानों पर ट्रॉमा सेन्टर बनाये गये हैं। जिला चिकित्सालयों को भी ट्रॉमा सेन्टर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। प्रमुख सचिव ने एम्बुलेंसो को दो चरणों में एकीकृत/केन्द्रीयकृत करने के निर्देश दिये। बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक श्री महान भारत सागर और परिवहन आयुक्त श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 19 September 2019

अयोध्या राम जन्मभूमि केस में अहम सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस मामले में सुनवाई पूरी होने को लेकर अहम बात कही है। चीफ जस्टिस ने कहा है कि मामले में 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी करने की कोशिश है। चीफ जस्टिस ने बुधवार को कहा कि इस मामले में मध्यस्थता को लेकर भी पत्र मिला है और सुनवाई के साथ ही मध्यस्थता की कोशिश भी जारी रहेगी। मध्यस्थता की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय रहेगी। संभावित तारीख को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि सबमिशन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर तक पूरी करने की साझा कोशिश करेंगे।   उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए जरूरत हुई तो शनिवार को भी सुनवाई करेंगे। 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला लिखने के लिए 4 हफ्ते का वक्त मिलेगा। उन्होंने इस दौरान मध्यस्थता फिर शुरू करने की बात भी कहा और कहा कि सुनवाई के साथ ही मध्यस्थता की प्रक्रिया भी जारी रहेगी और इसमें कोई आपसी रजामंदी से हल निकलता है तो उसे कोर्ट में फाइल किया जा सकता है।

Kolar News

Kolar News 18 September 2019

राजा भोज एयरपोर्ट पर अब अधिकतम काम हिंदी में ही होगा। कार्यालयीन आदेश भी हिंदी भाषा में ही जारी करने के प्रयास किए जाएंगे। सोमवार को एयरपोर्ट पर हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ करते हुए डायरेक्टर अनिल विक्रम ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि वे साल भर हिंदी में काम करने का प्रयास करें। कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक प्रशासनिक कार्यालय के उपमहाप्रबंधक प्रमोद कुमार बंसल एवं अवधेश चंद्र सक्सेना बतौर अतिथि उपस्थित थे। श्री बंसल ने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण लंबे समय से हिंदी भाषा को बढ़ावा दे रहा है। प्राधिकरण की ओर से हिंदी पखवाड़े के तहत विभिन्न स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। पहले दिन भाषण स्पर्धा हुई। कार्यक्रम का संचालन महिमा सोनी ने किया। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने अतिथियों का सम्मान पौधा देकर किया।

Kolar News

Kolar News 17 September 2019

सभी विश्वविद्यालय मासिक एवं वार्षिक लक्ष्य आधारित रोड मैप बनाएँ राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से कहा है कि नई शिक्षा नीति के लिए अभी से तैयारी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक उद्देश्यों के लिये वार्षिक और मासिक लक्ष्य आधारित रोड मेप बनाये। श्री टंडन रविवार देर शाम राज भवन में नैक ग्रेडिंग कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। नैक अध्यक्ष प्रोफेसर बी.एस. चौहान भी मौजूद थे। श्री लालजी टंडन ने कहा कि कुलपति नई शिक्षा व्यवस्था के निर्माता हैं। उन्होंने कहा कि कर्त्तव्यों का पालन अधिकारिता के साथ किया जाये। शोध और रोजगारपरक शिक्षा का उदाहरण प्रस्तुत करें। शैक्षणिक गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपस्थिति, पुस्तकालय और प्रयोगशालाओं की व्यवस्था को बेहतर बनाया जाये। मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता पर फोकस करें। विश्वविद्यालयीन कार्यों को डिजिटल और ऑनलाइन करें। इससे व्यवस्था पारदर्शी बनेगी। कार्य के प्रति जवाबदारी बढ़ेगी। श्री टंडन ने कहा कि वे स्वयं विश्वविद्यालयों में पहुँचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय जो ज्ञान दे रहे हैं, विद्यार्थियों को उसका व्यवहारिक अनुभव भी अध्ययन काल में मिले। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षा की अलग-अलग विचारधाराएँ और वाद होते थे। आज केवल राष्ट्रवाद और यथार्थवाद शिक्षा का आधार है। शिक्षा पद्धति में बदलाव का प्रयास नई शिक्षा नीति है । विश्वविद्यालय अपने बल पर आदर्श व्यवस्था निर्मित करें। उनके सहयोग के लिए यू.जी.सी., रूसा और विश्व बैक की परियोजनाएँ उपलब्ध हैं। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि प्रथम चरण में विश्वविद्यालय खास बातों पर ध्यान केन्द्रित करें। स्वयं को आत्म-निर्भर बनाएँ। जल का संरक्षण करें। वर्षा ऋतु के पानी के संरक्षण के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग कराएँ। श्री टंडन ने कहा कि आज प्रदेश और देश के सामने किसानों की आय दोगुना करने की बड़ी चुनौती है। विश्वविद्यालयों को इसके समाधान के लिये जीरो बजट खेती को गाँवों में लागू करके दिखाना होगा। छात्रों के माध्यम से ग्रामीणों को बिना लागत की खेती के लिए प्रेरित किया जाये। श्री लालजी टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालयों की समस्याओं के निराकरण पर विचार करने के बाद रिक्त पदों की पूर्ति करने का फैसला हो गया है। श्री टंडन ने कहा कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित होगी। श्री टंडन ने कहा कि चयन समिति में नैक का प्रतिनिधि अनिवार्य रूप से होना चाहिए।  

Kolar News

Kolar News 17 September 2019

 भोपाल के खटलापुरा घाट पर आज सुबह गणेश विसर्जन के दौरान एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। मूर्ति को विसर्जित करने के दौरान नाव पलट गई और एक-एककर 12 लोगों की डूबने से मौत हो गई। कुछ लोग खुशकिस्मत रहे, जो या तो तैरकर किनारे आ गए या कुछ लोगों ने अपनी जान पर खेलकर उनको बचा लिया। इस हादसे में पिपलानी क्वाटर्र में रहने वाले 12 साल के परवेज़ की भी मौत हो गई। अपने कलेजे के टुकड़े को खोने के बाद से ही मां और भाई का रो-रोकर बुरा हाल है। वो बस एक ही रट लगा रहे हैं कि परवेज वापस लौट आ। बता दें कि परवेज के पिता सईद की 6 साल पहले ही मौत हो गई। घर की माली हालत ठीक नहीं थी तो परवेज़ की पढ़ाई भी बीच में ही छूट गई। लेकिन इस दौरान जो एक चीज नहीं छूटी, वो था गणेश चतुर्थी पर धूमधाम से बप्पा को अपनी कॉलोनी में बैठाना। धर्म भले ही अलग था, लेकिन परवेज़ बाकी लोगों के साथ मिलकर पिछले 5 साल से अपने मोहल्ले में गणेश जी की स्थापना कर रहा था। इस बार भी बड़े उत्साह के साथ बप्पा को लाए थे। विदाई से पहले गुरुवार रात को बप्पा की झांकी निकाली और फिर ये बोलकर कि मैं बप्पा को विसर्जित करने जा रहा हूं परवेज़ घर से रुखसत हो गया। किसे पता था कि अगले दिन वो कफन में लिपटा हुआ घर आएगा। हादसे के बाद भाई भी गमनीन है। उसने बताया कि, 6 साल पहले पिता की मौत हो गई थी। उसके बाद से ही परवेज़ की पढ़ाई छूट गई थी। लेकिन उसे झांकी में जाने का बड़ा जूनून था। हादसे से एक दिन पहले रात में वो घर से यही बोलकर निकला था कि मैं झांकी में जा रहा हूं। लेकिन फिर वापस नहीं लौटा।

Kolar News

Kolar News 13 September 2019

मुख्यमंत्री द्वारा नाव दुर्घटना में मृत लोगों के प्रति गहन दु:ख व्यक्त मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भोपाल में छोटे तालाब के खटलापुरा घाट पर हुई नाव दुर्घटना पर गहन दु:ख व्यक्त किया है। श्री नाथ ने कहा कि मैं इस दुर्घटना में मृत लोगों के परिजनों के दु:ख में सहभागी हूँ। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ग्यारह-ग्यारह लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के बाद से ही मैं निरंतर जिला प्रशासन के सम्पर्क में रहा और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। यह घटना कैसे हुई ? क्या इसमें किसी स्तर पर लापरवाही हुई ? इन सब बिंदुओं पर मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दे दिये हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक-संतप्त परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

Kolar News

Kolar News 13 September 2019

राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा प्रदेश के शासकीय स्कूलों में संचालित दक्षता उन्नयन कार्यक्रम में 851 स्कूलों ने स्वर्ण पदक चैम्पियन स्तर हासिल किया है। इन स्कूलों के नाम राज्य शिक्षा केन्द्र की वॉल ऑफ फेम पर प्रदर्शित किये जायेंगे। इन स्कूलों की जिलावार सूची राज्य शिक्षा केन्द्र के 'विमर्श' पोर्टल पर उपलब्ध है। इन स्कूलों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। इन स्कूलों में भोपाल संभाग के 82, इन्दौर के 107, उज्जैन के 119, रीवा के 34, सागर के 72, होशंगाबाद के 104, ग्वालियर के 52, शहडोल के 47, मुरैना (चंबल) के 49 और जबलपुर संभाग के 186 स्कूल शामिल हैं। दक्षता उन्नयन कार्यक्रम दक्षता उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत शालाओं को राज्य स्तर से 'वॉल ऑफ फेम' पर सम्मानित किये जाने के लिये तीन स्तर निर्धारित किये गये हैं। स्कूल के 90 प्रतिशत विद्यार्थियों के भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर स्कूल को स्वर्ण पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र, 75 प्रतिशत विद्यार्थियों द्वारा भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर रजत पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र और 60 प्रतिशत विद्यार्थियों द्वारा भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर स्कूल को कांस्य पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र दिया जायेगा। इन तीनों पदक के अर्हता प्राप्त स्कूलों को क्रमश: राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर सम्मानित किया जायेगा।   भाषा और गणित की मूलभूत दक्षता के उच्चतम स्तर को स्कूल में बेसलाइन, मिडलाइन और एंडलाइन टेस्ट के आधार पर जाँचा जाता है। स्वर्ण चैम्पियन, रजत चैम्पियन और कांस्य चैम्पियन स्कूलों की सूची एक वर्ष में तीन बार जारी की जाएगी। प्रथम सूची 30 सितम्बर से पहले, द्वितीय सूची 31 दिसंबर से पहले और तृतीय सूची 31 मार्च से पहले जारी की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 12 September 2019

जम्मू कश्मीर में जारी सख्ती के बीच आज पुलिस ने हथियार और गोला बारूद ले जा रहे एक ट्रक को पकड़ा है। पुलिस ने कठुआ में इस ट्रक को पकड़ा है। जम्मू कश्मीर के एसएसपी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए ट्रक पकड़ने की जानकारी दी है। इस घटना के सामने आने के बाद सुरक्षा बल अलर्ट हो गया है। पुलिस ने ट्रक चालक को पकड़कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध ट्रक में हथियार हो सकते हैं। इस सूचना के आधार पर दिखाई गई सख्ती के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस को ये सफलता हाथ लगी है। ट्रक पंजाब से आ रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रक से 5 एके 47 बरामद हुईं है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही राज्य में आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए यहां पहले से ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। ऐसे में ट्रक के भीतर हथियार और गोला बारुद मिलने के बाद पुलिस सतर्क हो गई है।   बता दें कि पाकिस्तान भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने के साथ ही घाटी का माहौल बिगाड़ने के लिए आतंकियों को सहयोग दे रहा है।  

Kolar News

Kolar News 12 September 2019

PM नरेंद्र मोदी ने झारखंड को आज कई सौगातें दी हैं। झारखंड के नए विधानसभा भवन को पीएम मोदी ने राज्य को सौंप दिया है। अलग राज्य बनने के 19 साल बाद प्रदेश को अपना नया विधानसभा भवन मिला है। इस दौरान स्पीकर दिनेश उरांव, राज्यपाल द्रोपदी मुरमू और सीएमम रघुवर दास मौजूद थे। इसके बाद पीएम मोदी प्रभात तारा मैदान के लिए रवाना हो गए हैं। आज पीएम मोदी झारखंड से कई अहम सौगात देंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्तर पर किसान मान धन योजना, खुदरा व्यापारिक एवं स्वरोजगार पेंशन योजना तथा एकलव्य मॉडल विद्यालय का शुभारंभकरेंगे। इसके साथ ही साहिबगंज के मल्टी मॉडल टर्मिनल (बंदरगाह) का उद्घाटन कर विशेष तोहफा देंगे।   क्‍या है मानधन योजना किसानों को सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने के लिए मासिक पेंशन के रूप में पीएम किसान मान धन योजना लागू की जा रही है। इस योजना के तहत 18 से 40 साल की उम्र के किसानों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। किसानों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद 3000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। किसान मान धन योजना के लिए झारखंड में एक लाख नौ हजार से ज्यादा किसानों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है।   खुदरा दुकानदारों के लिए पेंशन योजना देश के रिटेल व्यापार करने वाले दुकानदारों और स्वरोजगार करने वाले को पेंशन की योजना से जोड़ने की पहल की है। इसके अंतर्गत 18 से 40 साल के खुदरा व्यापारियों एवं दुकानदारों को भी 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद 3000 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलेगी।

Kolar News

Kolar News 12 September 2019

ट्रेन, स्टेशन व दफ्तरों में सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने की कवायद रेलवे कर रहा है। इसके चलते बुधवार को मंडल रेल कार्यालय हबीबगंज में डीआरएम उदय बोरवणकर ने सभी रेलकर्मियों को सामूहिक संकल्प दिलाया। रेलकर्मियों ने संकल्प में कहा कि वे दैनिक जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे। इसी तरह के कार्यक्रम भोपाल, हबीबगंज, इटारसी, बीना व मंडल के अन्य स्टेशनों पर भी हुए। संकल्प सभा में डीआरएम ने कहा कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए घातक है, यह सभी जानते हैं। ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। ऐसा हम सबके प्रयासों से ही होगा।

Kolar News

Kolar News 12 September 2019

22 अक्टूबर तक ऑनलाईन होंगे आवेदन सेना में भर्ती के लिये भोपाल के लाल परेड मैदान में 7 से 16 नवम्बर तक भर्ती रैली की जायेगी। सेना भर्ती कार्यालय भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोल्जर सामान्य, टेक्निकल, नर्सिंग, सोल्जर क्लर्क, सोल्जर ट्रेडमेन, सोल्जर फार्मा आदि पदों के लिये भर्ती की जाएगी। भर्ती रैली में शामिल होने के लिए आवेदक को WWW.JOININDIANARMY.NIC.IN पर ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य है। ऑनलाईन आवेदन प्रक्रिया 8 सितम्बर से प्रारम्भ हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 22 अक्टूबर है। रिक्त पदों की संख्या, शारीरिक एवं शैक्षणिक योग्यता आदि का विवरण 9 से 15 सितम्बर के साप्ताहिक 'रोजगार और निर्माण', भोपाल में प्रकाशि‍त है। विभिन्न श्रेणी के रिक्त पदों के लिएहरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़ ,छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन और भोपाल जिले ‍के युवा ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में भाग ले सकेंगे। केवल सोल्जर फार्मा पद के लिए विदिशा, हरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन, भोपाल, जबलपुर, बालाघाट, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, सिवनी,‍ सीधी, डिंडौरी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सिंगरौली, दमोह, पन्ना, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी , गुना, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर और सागर जिले के आवेदक ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में शामिल हो सकेंगे।

Kolar News

Kolar News 11 September 2019

राजधानी में मोहर्रम की 10 तारीख मंगलवार को यौम-ए-आशूरा पर हजरत इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा शहर के कई चौक-चौराहों से परंपरागत जुलूस निकाले गए। इसमें 250 से अधिक ताजिए शामिल थे। जुलूस में अलम-ए-मुबारक तथा मातमी जत्थे भी चल रहे थे। उनके पीछे छोटे-बड़े आकर्षक ताजिया, सवारियां, अखाड़े, नगाड़े, ढोल, ताशे और मश्क आदि भी शामिल अपना करतब दिखाते हुए चल रहे थे। सबसे बड़ा जुलूस ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी द्वारा निकाला गया। अन्य स्थानों से भी जुलूस निकले। इनमें किन्नरों द्वारा निकला जुलूस लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। जुलूस में मुस्लिम समाज के अलावा हिंदू, सिख, ईसाई धर्मो के लोग भी शामिल हुए। सभी ने नेकी, सच्चाई, ईमानदारी के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।   सर्वधर्म के लोग हुए शामिल ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी द्वारा सर्वधर्म संभाव की तर्ज पर परंपरागत जुलूस निकाला गया। प्रमुख चौराहों पर उलेमाओं की मजहबी तकरीरें भी हुई। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से शुरू हुए जुलूस पीरगेट पर पहुंचे। यहां से ताजिए, सवारियां लेकर गिन्नौरी घाट पहुंचे, जहां ताजिए ठंडे किए गए। मंगलवारा व बुधवारा में किन्नरों द्वारा आकर्षक ताजिए सजाए गए, जो लोगों के लिए मुख्य आकर्षण के केंद्र रहे। जुलूस मार्ग में अकीदतमंदों द्वारा 'हम हुसैन के गुलाम हैं, या हुसैन, हक हुसैन, मौला हुसैन' आदि नारे लगाए गए। जुलूस मार्ग में अखाड़ा में फनकारों ने हैरत अंगेज करतब दिखाए। इस दौरान जुलूस में अकीदतमंदों की भारी भीड़ उमड़ी। प्राचीन कर्बला मैदान पर हुसैनी भंडारा लंगर-ए-आम हुआ। पीरजादा डॉ. खुर्रम ने बताया कि इस दसवें मोहर्रम के दिन इस्लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपने प्राण त्याग दिए थे। यही कारण है कि मुसलमान भाई इस महीने को गम के रूप में मनाते हैं और अपने हर किसी खुशी का त्याग कर देते हैं। मोहर्रम कोई त्योहार नहीं, यह दिन अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। इस मौके पर मुस्लिम धर्म के उलेमा के अलावा हिंदू, सिख, ईसाई धर्मावलंबी भी शामिल थे।

Kolar News

Kolar News 11 September 2019

प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए राज्य सरकार पर्यटन पर विशेष ध्यान दे रही है। इसे लेकर प्रदेश में पर्यटन के नए रास्ते खोजे जा रहे हैं। इसमें पर्यटन के अलावा वन विभाग भी भूमिका निभा रहा है। वन विभाग ने हाल ही में 12 नए अभयारण्य खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसमें जबलपुर, इंदौर में भी अभयारण्य प्रस्तावित किए गए हैं। संबंधित जिलों के डीएफओ से अभयारण्य के लिए स्थान का चयन करने को कहा गया है। एक अभयारण्य के लिए कम से कम 200 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। वर्तमान में प्रदेश में 10 नेशनल पार्क और 25 अभयारण्य हैं। इनसे सरकार को हर साल करीब 27 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है। इस राशि को 200 करोड़ रुपए तक ले जाने की तैयारी है।   इसके लिए वन्यप्राणी मनोरंजन केंद्र के साथ ही नए अभयारण्य भी खोले जा रहे हैं। वनमंत्री उमंग सिंघार ने इसमें रुचि दिखाई है। इसके बाद विभाग नए अभयारण्यों की तैयारी में जुट गया है। एक प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है, जबकि डीएफओ से स्थान चयन कर पूरी प्लानिंग के साथ प्रस्ताव भेजने को कहा है। इन जिलों में खुलेंगे अभयारण्य     वन विभाग ने प्रारंभिक तौर पर श्योपुर, बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा, शहडोल, डिंडौरी, सागर, खंडवा, जबलपुर, इंदौर, सिवनी और होशंगाबाद में वाइल्ड लाइफ अभयारण्य खोलने का प्रस्ताव दिया है। जबकि रातापानी और मानधाता को नेशनल पार्क बनाने की तैयारी है। इनके भी प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिए गए हैं।   गठन की तैयारी     नए अभयारण्य बनने से शाकाहारी जानवरों की संख्या बढ़ेगी और उनके ऊपर निर्भर बाघ, तेंदुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी। नए अभयारण्यों के गठन किया जा रहा है। - जेएस चौहान, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक, वाइल्ड लाइफ

Kolar News

Kolar News 11 September 2019

   निगम आयुक्त विजय दत्ता ने कलियासोत नदी किनारे जाली लगाने के निर्देश दिए |  कोलार दामखेड़ा बी सेक्टर के बेघर हुए दर्जनभर परिवार के लोगों से कलेक्टर तरुण पिथोड़े सोमवार को मिले। रहवासियों ने झुग्गियों में पानी भरने की पीड़ा कलेक्टर को सुनाई। कलेक्टर ने उपस्थित जिला व ननि अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल में ठहरे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आनी चाहिए। इसके बाद कलेक्टर से बच्चों को सेव व बिस्किट दिए। एक बुजुर्ग महिला से बात की तो पता चला उसे बुखार है। कलेक्टर ने तत्काल डॉक्टर को फोनकर बुलाया और इलाज कराया। शाम तकरीबन चार बजे नगर निगम आयुक्त विजय दत्ता भी दामखेड़ा पहुंचे और पीड़ितों से मिले। डेढ़ घंटे तक कलियासोत नदी के उस किनारे का निरीक्षण किया, जहां की झुग्गी बस्तियों में पानी भरा है। ननि अधिकरियों से किनारे पर हरे रंग की प्लास्टिक की जालियां लगाने के लिए कहा। इसके बाद आयुक्त नयापुरा स्थित कोलार फायर बिग्रेड कार्यालय पहुंचे। यहां बनने वाले वाचनालय की जगह देखी। फायर अधिकारियों को जलभराव की स्थिति से निपटने के निर्देश दिए। जब तक कलियासोत डैम के छह गेट खुले रहे, तब तक लोग स्कूल में ठहरे रहे। शाम पांच बजे के बाद डैम के दो गेट बंद कर दिए गए। इससे कलियासोत नदी के किनारे दामखेड़ा बी सेक्टर की झुग्गियों में पानी कम हुआ तो लोग अपनी झुग्गियों की ओर सामान निकालने जाने लगे। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ननि कर्मचारियों ने लोगों को झुग्गियों में प्रवेश नहीं करने दिया। आसपास करंट न फैले, इसलिए बिजली कंपनी ने रविवार से ही दामखेड़ा नदी किनारे बनी झुग्गियों की बिजली सप्लाई बंद कर रखी है।दामखेड़ा  बस्ती के बिगड़ते हालातों को देखते हुए | दामखेड़ा बी सेक्टर के रहवासियों की मदद करने कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ता भी डटे रहे। खाद्य सामग्री भी वितरित की। 

Kolar News

Kolar News 10 September 2019

किसान की आमदनी दोगुना करने व्यवहारिक मॉडल बनायें विश्वविद्यालय राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने आज राजभवन में कृषि एवं वेटनरी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से किसान की आमदनी दोगुना करने के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि कृषि की मूलभूत समस्याओं और आवश्यकताओं के समाधान का पायलट प्रोजेक्ट बनायें। राज्यपाल के सचिव श्री मनोहर दुबे भी मौजूद थे।  राज्यपाल ने कहा कि कम लागत में अधिक कृषि उत्पादन का व्यवहारिक मॉडल बनायें। जीरो बजट की खेती के उपाय खोजें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्वयं की जमीन पर प्रोजेक्ट बनाकर क्रियान्वित कर उसकी प्रमाणिकता की जाँच करें। उन्होंने कहा कि गाय के गोबर और गौमूत्र से खाद तथा कीटनाशक तैयार किये जा सकते हैं। बीज का शोधन कर रोगमुक्त फसल पैदा की जा सकती है। रासायनिक उर्वरकों पर होने वाला बड़ा खर्च बचाकर भी किसान की आय को दोगुना किया जा सकता है। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय किसान की अतिरिक्त आय के माध्यम खोजें और उन्हें उन माध्यमों को अपनाने के लिये प्रेरित भी करें। उन्होंने फलों के बगीचे में हल्दी, अदरक और काली मिर्च की मिश्रित खेती करने को कहा। श्री टंडन ने कहा कि समस्या के मूल मुद्दों पर मात्र चिंतन करना पर्याप्त नहीं है। विश्वविद्यालयों को समस्या के समाधान का व्यवहारिक उदाहरण भी प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्पादक और उपभोक्ता में सीधा सम्पर्क होना चाहिये। इसमें बिचौलियों की लम्बी श्रृंखला को कम करना होगा। किसान को फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए विश्वविद्यालयों को खाद्य प्र-संस्करण की व्यवस्थाओं का भी व्यवहारिक क्रियान्वयन करना चाहिए, इससे जल्द नष्ट होने वाले उत्पादों को संरक्षित कर किसानों को उसका उचित मूल्य दिलाया जा सकेगा। राज्यपाल ने ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का उदाहरण देते हुये कुलपतियों का आव्हान किया कि वे देशी पशुधन की नस्ल सुधार के प्रयासों में आगे आएँ। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष के चक्र में उन्नत नस्ल का निर्माण किया जा सकता है। आवश्यकता समग्रता से प्रयास करने की है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कृषि की मूल समस्या और उसके समाधान के लिए समग्रता में चिंतन करें।   बैठक में नानाजी देशमुख वेटनरी साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति डा. प्रयाग दत्त जुयाल, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डा. प्रदीप कुमार बिसेन और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति डा. एस.के. राव एवं अन्य विषय विशेषज्ञ, अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 10 September 2019

राजभवन के मार्गदर्शन में बनेगा एक्शन प्लानकुलपतियों की संयुक्त कार्यशाला 15 सितम्बर को राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिये सभी निजी और शासकीय विश्वविद्यालय द्वारा नैक ग्रेडिंग  प्राप्त करने के लिए सुनियोजित प्रयास किये जाने पर बल दिया है। राजभवन में 15 सितम्बर को समस्त निजी एवं शासकीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा, जिसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। संयुक्त कार्यशाला में नैक ग्रेडिंग प्रक्रिया की संकल्पना पर विचार-विमर्श किया जायेगा। विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की जायेगी। देश के अन्य विश्वविद्यालयों के साथ तुलनात्मक स्थिति पर विचार किया जायेगा। विश्वविद्यालयों को वर्तमान स्थिति से अगले चरण में ले जाने के लिये कार्य-योजना बनाई जायेगी। नैक ग्रेडिंग में गुणवत्ता गहरा प्रभाव रखती है, इसलिये विश्वविद्यालय परिसर की स्वच्छता, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों की समृद्धता, जल एवं ऊर्जा संरक्षण और स्वावलंबन कार्यों पर विशेष ध्यान देने के बारे में चिंतन किया जायेगा। विश्वविद्यालय द्वारा लक्ष्य निर्धारित करके किस स्तर तक, किस चरण में पहुँचा जा सकेगा, इसका रोड मैप भी तैयार किया जायेगा। सभी विश्वविद्यालयों को ग्रेडिंग निर्धारण के लिये मार्गदर्शन दिया जायेगा। ग्रेडिंग प्रक्रिया के अनुसार समयबद्ध एक्शन प्लान भी बनाया जायेगा। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय संयुक्त कार्यशाला का समन्वय करेगा।  राज्यपाल श्री टंडन ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से पहली चर्चा में ही कहा था कि कार्य संस्कृति परिणाम मूलक बनायें। संसाधनों का अभाव बताकर परिणाम नहीं देने की प्रवृत्ति को बदलना होगा। उन्होंने कहा था कि समय के बदलावों के साथ कदमताल करते हुए आगे बढ़ने वालों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं होती। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नैक और रूसा की ग्रेडिंग, नई परियोजनाओं और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विश्वविद्यालय को भरपूर संसाधन उपलब्ध हो सकते हैं। जरूरत प्रगतिशील सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की है। विश्वविद्यालयों को अपने वित्तीय स्त्रोतों का नियोजन इस तरह से करना चाहिए कि स्वयं के साधनों से 50 प्रतिशत और शेष 25-25 प्रतिशत सरकार तथा अन्य मदों से अर्जित किये जायें। जिस विश्वविद्यालय में उच्च गुणवत्ता के शोध और रोजगार परक शिक्षा होगी, उसके सामने कभी भी संसाधनों की कमी नहीं होगी।   

Kolar News

Kolar News 9 September 2019

वन्य-प्राणी फोटो प्रतियोगिता के लिये प्रविष्टि आमंत्रित हर साल की तरह इस वर्ष भी वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में एक से सात अक्टूबर तक वन्य-प्राणी सप्ताह मनाया जायेगा। इस दौरान होने वाली वन्य-प्राणी फोटोग्राफी प्रतियोगिता के लिये 20 सितम्बर तक कार्यालय संचालक वन विहार द्वारा 5 फोटोग्राफ लिये जायेंगे। प्रतियोगिता के लिये शौकिया एवं व्यवसायिक फोटोग्राफर वन्य-प्राणियों के 12'x18' साइज के फोरेक्स शीट पर तैयार फोटोग्राफ भेज सकते हैं। ये फोटोग्राफ वन्य-प्राणी सप्ताह के दौरान प्रदर्शनी में रखे जायेंगे। उत्कृष्ट फोटोग्राफ को पुरस्कृत भी किया जायेगा। पुरस्कृत फोटोग्राफ को छोड़कर श्रेष्ठ फोटो 10 अक्टूबर के बाद प्रतिभागियों को वापिस कर दिये जायेंगे। पुरस्कृत फोटोग्राफ वन विहार की धरोहर होगा। उत्कृष्ट फोटोग्राफ को वन विहार में सात अक्टूबर को होने वाले राज्य-स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के समापन दिवस पर पुरस्कृत किया जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 7 September 2019

श्री महाकालेश्वर मंदिर को "स्वच्छ आइकॉनिक स्थल का पुरस्कार मिला स्वच्छ भारत मिशन में महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन को जल शक्ति मंत्रालय एवं पेयजल और स्वच्छता विभाग, भारत सरकार द्वारा फेज-2 में फर्स्ट रनरअप 'स्वच्छ आइकॉनिक स्‍थल'' घोषित किया गया है। आज दिल्ली में यह पुरस्कार केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने उज्जैन कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा को दिया। द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर के हर कोने में स्वच्छता एवं सुंदरता दिखाई पड़ती है। यहाँ पर आधुनिक मशीनों से साफ-सफाई करवाई जा रही है। इसीलिये स्वच्छता के सभी मानकों पर मंदिर की व्यवस्थाएँ खरी उतरी हैं। इस दौरान जिला पंचायत, उज्जैन के सीईओ श्री नीलेश पारिख और महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक श्री सुजान सिंह रावत उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 7 September 2019

मंदसौर जिले के ग्राम गरनाई में शासकीय मिडिल स्कूल को प्रिंसिपल श्रीमती ललिता सिसोदिया ने गाँव वालों के सहयोग और खुद के खर्चे पर सर्वसुविधा सम्पन्न उत्कृष्ट स्कूल बना दिया है। इस नवाचार के लिये राज्यपाल द्वारा शिक्षक दिवस पर उन्हें सम्मानित किया गया है। ग्राम गरनाई के इस स्कूल में हर बच्चे को हिन्दी में कहानी स्तर तक और गणित में भाग स्तर तक पूरी तरह सक्षम बनाया जाता है। कक्षाओं में और बाहरी दीवारों पर ज्ञानवर्धक पेटिंग कराई गई है। बच्चों को गीतों के जरिये सफाई की शिक्षा दी जा रही है। परिसर में ग्रामीणों और बच्चों ने पौधा-रोपण कर हरियाली की है। जन-सहयोग और लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग की मदद से स्कूल परिसर में हैण्डपम्प लगाया गया है। ग्रामीणों और पालकों के सहयोग से पूरा स्कूल सुन्दर और सुविधाओं से भरपूर बन गया है। वर्षों तक जर्जर रही स्कूल बिल्डिंग अब बिलकुल नई बन गई है। लाईट, पेयजल, पंखों की पर्याप्त व्यवस्था है। बच्चों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण पर भी यहाँ ध्यान दिया जा रहा है। ग्राम गरनाई का सरकारी मिडिल स्कूल जिले की पहचान बन गया है।

Kolar News

Kolar News 6 September 2019

राज्यपाल श्री लालजी टंडन से आज रेरा अध्यक्ष श्री अन्टोनी डिसा ने राजभवन में सौजन्य भेंट की। श्री डिसा ने राज्यपाल को रेरा की गतिविधियों से अवगत कराया। इस मौके पर रेरा सदस्य जस्टिस श्री दिनेश कुमार नायक, सदस्य (तकनीकी) श्री अनिरूद्ध डी. कपाले तथा सचिव श्री चन्द्रशेखर वालिम्बे भी मौजूद थे।     

Kolar News

Kolar News 6 September 2019

राज्यपाल श्री लालजी टंडन से राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कथेरिया ने राजभवन में सौजन्य भेंट की। डॉ. कथेरिया ने राज्यपाल को आयोग की गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही, अनुसूचित जाति कल्याण कार्यों की क्रियान्वयन व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श भी किया। शिरोमणि गुरूद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों ने की मुलाकात राज्यपाल से सचिव शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर साहिब श्री अवतार सिंह ने भी सौजन्य भेंट की।     

Kolar News

Kolar News 6 September 2019

एक किताब, एक शिक्षक, एक विद्यार्थी बदल सकते हैं देश-दुनिया की तस्वीर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शोध परक शिक्षा के प्रणेता थे। उन्होंने भारत के उप राष्ट्रपति और राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पदों पर रहते हुए भी पूरा जीवन शिक्षकीय दायित्व निभाया। डॉ. राधाकृष्णन का मानना था कि एक किताब, एक शिक्षक और एक विद्यार्थी देश और दुनिया की तस्वीर बदल सकते हैं। इसलिये शिक्षकों का दायित्व है कि वे शिक्षा के मूल उद्देश्यों के साथ विद्यार्थियों को ज्ञान दें। विद्यार्थियों को ज्ञान का समाज हित में अधिक से अधिक उपयोग करने के लिये प्रेरित करें। राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 21 वें स्थापना दिवस और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस समारोह में यह बात कही। राज्यपाल ने डॉ. राधाकृष्णन का स्मरण करते हुए शिक्षकों, छात्रों और कुलपतियों से कहा कि शिक्षा की गुणात्मकता, उपयोगिता और सार्थकता को प्रतिष्ठापित करें। राज्यपाल ने कहा कि आज हम शिक्षा के मूल स्रोत और उद्देश्य से भटक गये हैं। हजारों साल पुरानी शिक्षण पद्धति को छोड़ अंग्रेजों द्वारा लादी गयी शिक्षा पद्धति का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अब पुरानी नींव पर नया निर्माण कर शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाना होगा। पूर्वजों के अविष्कारों को भारत की समृद्ध ज्ञान परम्परा के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अभी तक तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में जो कार्य और नवाचार हुए हैं, आपको उससे आगे की यात्रा शुरू करना है, जिससे देश और अधिक समृद्ध तथा खुशहाल हो सके। यह तकनीकी क्रांति की सदी है - मंत्री श्री बच्चन तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री बाला बच्चन ने कहा कि पिछली सदी औद्योगिक क्रांति की थी। यह सदी तकनीकी क्रांति की है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने नवाचारों के माध्यम से देश के तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने वर्तमान आश्यकता को देखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही तकनीक शिक्षा और उद्योगों में समन्वय स्थापित कर रोजगार बढ़ाने की दिशा में प्रदेश सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। भारत तकनीकी शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र बनने की ओर अग्रसर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष श्री एम.पी. पूनिया ने कहा कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि भारत तकनीकी शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र बनने की ओर अग्रसर है। देश में प्रतिवर्ष लगभग 37 लाख एडमीशन तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रम में हो रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप पर समाज का विश्वास होता है, जिसे कायम रखना आप सभी का दायित्व है। अपने चरित्र को पारदर्शी बनाये रखना और क्लास में पूरी तैयारी के साथ जाने पर ही आप वास्तविक शिक्षक की जिम्मेदारी निभा पायेंगे। उन्होंने छात्र समुदाय से तकनीकी शिक्षा से गांवों के विकास और किसानों की समृद्धि के लिये नवाचार करने का आव्हान किया। विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सुनील गुप्ता ने कहा कि हमारी प्राचीन और वर्तमान ज्ञानार्जन पद्धति में एक बड़ा फर्क हम सभी महसूस कर रहे हैं। तकनीकी विकास के कारण अब ज्ञान प्राप्त करना उतना कठिन नहीं रहा लेकिन आज भी उस ज्ञान का उपयोग देश और समाज हित में करने की जरूरत है।   राज्यपाल श्री टंडन ने विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपतियों का सम्मान किया। राज्यपाल ने परिसर में अमलतास का पौधा भी लगाया।

Kolar News

Kolar News 6 September 2019

अति वर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत 30 नवम्बर तक सुनिश्चित होगी मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने प्रदेश में अति वृष्टि और अनेक जगहों पर बाढ़ की स्थिति के बनने से क्षतिग्रस्त ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत का कार्य 30 नवम्बर तक आवश्यक रूप से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि सड़कों की मरम्मत का कार्य 15 से 20 सितम्बर के बीच आवश्यक रूप से शुरू किया जाना सुनिश्चित किया जाये। संबंधित विभाग 15 सितम्बर से मरम्मत का कार्य शुरू करने के लिए अभी से प्रक्रियागत कार्यवाही पूरी कर आवश्यक तैयारियाँ करें। मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज मंत्रालय में एक बैठक में दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि अति वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश में अनेक जगहों पर नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को क्षति पहुँची है। उन्होंने कहा कि अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति बनने से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का आकलन कर सभी संबंधित विभाग मरम्मत की कार्यवाही तत्काल शुरू करें। बैठक में इस संबंध में मुख्य रूप से लोक निर्माण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग शामिल हुए। मुख्य सचिव स्वयं करेंगे समीक्षा मुख्य सचिव ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत कार्य की शुरूआत और निर्धारित तिथि तक पूर्णता को सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जायेगा। मुख्य सचिव स्वयं भी समय-समय पर इसकी समीक्षा करेंगे।   बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री मलय श्रीवास्तव, सचिव ग्रामीण विकास श्री उमाकांत उमराव, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल, सचिव और आयुक्त नगरीय प्रशासन श्री पी. नरहरि, मुख्य अभियंता लोक निर्माण श्री आर.के. मेहरा, मुख्य अभियंता नगरीय प्रशासन श्री प्रभाकांत कटारे और मुख्य अभियंता ग्रामीण विकास उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 4 September 2019

प्रदेश में इस वर्ष मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना से 3 हजार 434 बेरोजगार स्वावलंबी बने हैं। इन्हें परियोजना लागत पर कुल 116 करोड़ 35 लाख रूपये की अनुदान राशि प्रदान की गई है। इन्हें 3 करोड़ 14 लाख रूपये की अनुदान सहायता भी दी गई है। मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में 2,671 हितग्राही लाभान्वित हुए। इन्हें कुल 3 करोड़ 38 लाख अनुदान सहायता दी गई। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में 763 हिताग्राहियों को एक करोड़ 9 लाख रूपये अनुदान सहायता देकर व्यवसाय उन्नयन का लाभ दिया गया। मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में परियोजना लागत का न्यूनतम 50 हजार और अधिकतम 10 लाख तक राशि उद्यमियों को दी जाती है। कढ़ाई, वस्त्र बुनाई, बाँस शिल्प, काष्ठ शिल्प, वस्त्रों पर हाथ से छपाई, बर्तन उद्योग, कागज के थैले और लिफाफे बनाना, खेल का सामान, पत्थर शिल्प, संगमरमर की कलाकृतियाँ बनाने की इकाइयों के उन्नयन के लिए सहायता दी जाती है। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में शिल्प कार्य से संबंधित गतिविधियों में शिल्पियों को उद्यम की स्थापना और उपकरण खरीदने के लिए कार्यशील पूंजी के रूप में अधिकतम 50 हजार की परियोजना लागत पर अनुदान दिया जाता है। छिन्दवाड़ा में बने वस्त्रों का महानगरों में विक्रय करने के लिए सर्वे छिन्दवाड़ा जिले में सौंसर के हाथकरघा वस्त्रों की बाजार में मांग को देखते हुए संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प और हाथकरघा विकास निगम ने पहल शुरू की है। राजधानी भोपाल सहित देश के पाँच बड़े नगर मुम्बई, दिल्ली, चेन्नई और बैंगलुरू में सौंसर के वस्त्रों के विक्रय के लिये सर्वे किया जा रहा है। हाथकरघा संचालनालय ने सौंसर के पारम्परिक वस्त्रों की मांग में वृद्धि के लिए नवीन उत्पादन विकास के लिए सात लाख रूपये की राशि स्वीकृत की है। छिन्दवाड़ा के वस्त्रों में उत्पादन विविधता, अद्यतन डिजाइन, आकर्षक रंग संयोजन के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि बुनकरों को निरन्तर रोजगार मिले और उनकी आय बढ़े। इस उद्देश्य से उन्हें पारम्परिक साड़ी, सूट, क्लाथ, ड्रेस मटेरियल तक सीमित न रखते हुए विभिन्न पेटर्न में कार्य के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बाजार के ट्रेड के अनुसार बुनकरों द्वारा टसर और कॉटन शर्ट तथा अन्य ट्रेड के अनुसार उत्पाद तैयार करवाने की पहल की गई है। मृगनयनी एम्पोरियम नए उत्पादों की बिक्री में विशेष सहयोगी होंगे।

Kolar News

Kolar News 4 September 2019

पाँच सितम्बर से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उपभोक्ताओं का भौतिक सत्यापन प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में दर्ज एक करोड़ 17 लाख 46 हजार परिवार का भौतिक सत्यापन 5 सितम्बर से 29 अक्टूबर 2019 तक किया जाएगा। अपात्रों के नाम काटे जाएंगे। राज्य शासन द्वारा सभी कलेक्टर्स को इस बारे में निर्देश जारी किये गये हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत 25 श्रेणी के परिवारों को समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के पोर्टल पर सत्यापन के बाद राशन दिया जाता है। प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में दर्ज परिवार के 5 करोड़ 46 लाख हितग्राहियों को एक किलो ग्राम की दर से गेहूँ और चावल उपलब्ध कराया जा रहा है। सूची में अपात्रों के नाम शामिल होने की शिकायतों पर सत्यापन के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। अभियान के दौरान प्रत्येक जिले में कलेक्टर द्वारा कृषि, महिला-बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, उद्यानिकी, श्रम, मंडी, नगरीय प्रशासन और आदिम-जाति कल्याण विभाग के मैदानी अमले की टीम गठित की जाएगी। टीम दो सदस्यीय होगी। एक टीम 200 परिवारों का घर-घर जाकर सत्यापन करेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत और नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका का एक कर्मचारी टीम का सदस्य होगा। सत्यापन कार्य की जिला और प्रदेश स्तर से सतत् मॉनीटरिंग की जाएगी। इसके लिये राज्य स्तर पर कन्ट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका टेलीफोन नम्बर 0755-2551413 है। पात्र और अपात्र हितग्राही रेखांकित होने पर सूची विभाग की वेबसाइट www.food.mp.gov.in तथा nfsa.samagra.gov.in  पर उपलब्ध रहेगी। अपात्र परिवारों की सूची जनपद पंचायत/नगरीय निकाय की बैठक में सदस्यों को देखने के लिए प्रस्तुत की जाएगी। अपात्र व्यक्ति विलोपन की कार्रवाई के विरूद्ध कलेक्टर को अपना दावा/आपत्ति प्रस्तुत कर सकता है, जिसकी सुनवाई समय-सीमा में की जाएगी। अंतिम निर्णय के अद्यतन होने पर NFSA की पोर्टल पर पात्रता प्रदर्शित होने पर पात्रता पर्ची जारी की जाएगी।  

Kolar News

Kolar News 4 September 2019

अति वर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत 30 नवम्बर तक सुनिश्चित होगी मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने प्रदेश में अति वृष्टि और अनेक जगहों पर बाढ़ की स्थिति के बनने से क्षतिग्रस्त ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत का कार्य 30 नवम्बर तक आवश्यक रूप से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि सड़कों की मरम्मत का कार्य 15 से 20 सितम्बर के बीच आवश्यक रूप से शुरू किया जाना सुनिश्चित किया जाये। संबंधित विभाग 15 सितम्बर से मरम्मत का कार्य शुरू करने के लिए अभी से प्रक्रियागत कार्यवाही पूरी कर आवश्यक तैयारियाँ करें। मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज मंत्रालय में एक बैठक में दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि अति वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश में अनेक जगहों पर नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को क्षति पहुँची है। उन्होंने कहा कि अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति बनने से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का आकलन कर सभी संबंधित विभाग मरम्मत की कार्यवाही तत्काल शुरू करें। बैठक में इस संबंध में मुख्य रूप से लोक निर्माण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग शामिल हुए। मुख्य सचिव स्वयं करेंगे समीक्षा मुख्य सचिव ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत कार्य की शुरूआत और निर्धारित तिथि तक पूर्णता को सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जायेगा। मुख्य सचिव स्वयं भी समय-समय पर इसकी समीक्षा करेंगे।   बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री मलय श्रीवास्तव, सचिव ग्रामीण विकास श्री उमाकांत उमराव, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल, सचिव और आयुक्त नगरीय प्रशासन श्री पी. नरहरि, मुख्य अभियंता लोक निर्माण श्री आर.के. मेहरा, मुख्य अभियंता नगरीय प्रशासन श्री प्रभाकांत कटारे और मुख्य अभियंता ग्रामीण विकास उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 4 September 2019

राष्ट्रीय पोषण अभियान में सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। ग्वालियर व्यापार मेले के फेसिलिटेशन सेंटर में 04 सितम्बर को सुबह 11 बजे राज्य स्तरीय पोषण माह का शुभारंभ होगा। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी। संस्कृति एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी कार्यक्रम में भाग लेंगे।

Kolar News

Kolar News 3 September 2019

  मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पूर्व मुख्य सचिव से चर्चा के बाद किया अनशन और धरना खत्म पुनर्वास मुद्दों पर अब भोपाल में एनवीडीए अधिकारियों से होगी चर्चा  नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता सुश्री मेधा पाटकर ने आज रात मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पूर्व मुख्य सचिव श्री एस.सी. बैहार से चर्चा के बाद अपना अनशन और धरना आंदोलन खत्म किया। सुश्री पाटकर ने श्री बेहार के हाथों नीबू पानी पीकर अपना अनशन खत्म किया। सुश्री पाटकर के साथ अनशन पर बैठे नर्मदा बचाओ आंदोलन के अन्य छह कार्यकर्ताओं, जिनमें चार महिलाएँ हैं, ने भी अपना अनशन खत्म किया। सोमवार की देर शाम मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रतिनिधि के रूप में बड़वानी जिले के छोटा बड़दा आये पूर्व मुख्य सचिव श्री बैहार ने धरना स्थल पर पहुँचकर सुश्री पाटकर और उनके साथियों से चर्चा कर उन्हें मुख्यमंत्री के संदेश और सरदार सरोवर परियोजना के जल स्तर को कम करवाने के प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। श्री बैहार ने सुश्री पाटकर एवं डूब प्रभावितों से भी चर्चा कर पूरी जानकारी ली। उन्होंने अनुरोध किया कि सुश्री पाटकर और अन्य साथी अपने स्वास्थ्य एवं मध्यप्रदेश सरकार के पूर्ण समर्थन को देखते हुए अपना अनशन और धरना समाप्त कर दें। इसके बाद तय हुआ कि सुश्री पाटकर और साथी 9 सितम्बर को भोपाल में एनवीडीए के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में उनके मुद्दों का निराकरण नहीं होने पर भोपाल में धरने का निर्णय लेंगे। सुश्री पाटकर और उनके साथी विगत 25 अगस्त से अनशन और धरना आंदोलन पर थे।

Kolar News

Kolar News 3 September 2019

नर्मदा बचाओ आन्दोलन और सुश्री पाटकर के 30 मुद्दों पर शासन द्वारा की गई कार्यवाही की दी जानकारी मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती ने नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नेता सुश्री मेधा पाटकर को आज लिखे एक पत्र में उनके साथ 24 अगस्त को भोपाल में हुई चर्चा में उठाये गये सभी 30 बिन्दु पर राज्य सरकार द्वारा की गई कार्यावाही की जानकारी दी है। मुख्य सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार विस्थापितों के संरक्षण के लिये कटिबद्ध हैं। मुख्य सचिव ने अपने पत्र में सुश्री पाटकर को जानकारी दी है कि पुनर्वास कार्यों में विस्थापितों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये प्रत्येक डूब ग्राम की ग्राम स्तरीय एवं जिला स्तरीय पुनर्वास समिति गठित की जा चुकी है। इनमें जन-प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं विस्थापित शामिल किये गये हैं। वर्तमान सरकार द्वारा 115 नये परिवारों को राशि रू. 60 लाख हेतु पात्र माना गया है एवं गुजरात शासन से इस राशि की माँग की गई है। गुजरात शासन से राशि अभी तक अप्राप्त है। वर्तमान सरकार द्वारा मानसून 2019 में व्यापक स्तर पर डूब से बचाव और राहत की व्यवस्था की गई है। इनमें ग्राम स्तरीय दल गठन, बोट, नाव एवं वाहन व्यवस्थाएँ, भोजन एवं अस्थाई आवास व्यवस्था की गई है जिससे कि डूब क्षेत्र रिक्त कर रहे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। मुख्य सचिव ने पत्र में बताया है कि इसके अतिरिक्त नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा विभिन्न पैकेजों के अन्तर्गत राशि का भुगतान प्राप्त विस्थापितों की सूची वेबसाइट पर डाली जा चुकी है। पुनर्वसाहट स्थलों पर सभी जरूरी विकास कार्य कराये गये हैं और सतत रूप से कराये जायेंगे। डूब क्षेत्र के जो परिवार पहले विस्थापित सूची में शामिल होने से छूट गये थे उनकी पात्रता का पुन: परीक्षण कराया जा रहा है। मुख्य सचिव ने पत्र में सुश्री पाटकर से अपेक्षा व्यक्त की है कि वे राज्य सरकार द्वारा की गई कार्यवाही से सहमत होंगी।  

Kolar News

Kolar News 3 September 2019

नया मोटरयान अधिनियम आज से लागू, मध्यप्रदेश सरकार दे सकती है 50 फीसदी राहत  केंद्र सरकार का नया मोटरयान अधिनियम 2019 भले ही अब तक देश के किसी प्रदेश में लागू नहीं हुआ हो, लेकिन मध्यप्रदेश में सरकार ने इसे 1 सितंबर से लागू करने का निर्णय ले लिया है। हालांकि राज्य सरकार इसमें राहत देने की तैयारी कर रही है। दलील है कि इतने तगड़े जुर्माने की वसूली संभव नहीं है। इसलिए जुर्माने की राशि कम की जाएगी। ऐसे में जब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं होता है तब तक परिवहन एवं पुलिस विभाग नए नियम के तहत कोर्ट चालान बना सकते हैं। इससे पकड़े जाने पर कोर्ट में जुर्माना चुकाकर वाहन चालक को गाड़ी छुड़ाना पड़ेगी। केंद्र सरकार ने 9 अगस्त से नया मोटरयान अधिनियम लागू कर दिया है। इसके बाद राज्य सरकार को निर्णय लेना होता है कि वह कब से राज्य में इसे लागू कर रही है। मध्यप्रदेश में सरकार ने इसे 1 सितंबर से लागू करने का फरमान जारी कर दिया है। इसके बाद नोटिफिकेशन तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, क्योंकि अभी केंद्र ने जो जुर्माना राशि तय की है वह अधिकतम है, अब राज्य सरकार धारा 200 के तहत यह तय करेगी कि परिवहन एवं पुलिस अधिकतम कितना जुर्माना कर सकते हैं। इस पूरी कवायद में 3-4 दिन या इससे अधिक भी लग सकते हैं। ऐसे में कानून लागू होने के बाद 2 सितंबर से परिवहन एवं पुलिस विभाग इसी नियम के तहत वाहनों पर कार्रवाई शुरू करेगा, लेकिन कोर्ट चालान बनाए जाएंगे। नोटिफिकेशन जारी होने तक नए नियम के तहत जुर्माना केवल कोर्ट ही कर सकता है। नाबालिग को गाड़ी देना पड़ेगा महंगा - नाबालिग को वाहन चलाते पाए जाने पर 25 हजार और 3 साल की सजा, वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द और गाड़ी के मालिक व नाबालिग दोषी माने जाएंगे। नाबालिग को 25 साल की उम्र तक लायसेंस नहीं जारी किया जाएगा। सेल्फी ली तो खैर नहीं - ड्रायविंग के दौरान पहले सेल्फी लेने पर फाइन नहीं था। नए नियम के तहत 2 हजार का जुर्माना वसूला जाएगा। इमरजेंसी वाहन को देना होगा रास्ता - इमरजेंसी वाहन एम्बुलेंस को यदि सड़क पर रास्ता नहीं दिया तो अब 10 हजार का जुर्माना चुकाना पड़ेगा। किस धारा में सबसे अधिक हुए जुर्माने     बिना हेलमेट गाड़ी चलाना 2017 - 2018   60678 - 42853 बिना सीट बेल्ट वाहन चलाना   2017 - 2018 59 - 79 प्रदूषण फैलाने पर जुर्माना 2017 - 2018 152 - 117 तीन सवारी वाहन का संचालन 2017 - 2018 940 - 3097 वाहन पर मोबाइल से बात करना 2017 - 2018 43 - 399 नो पार्किंग में वाहन खड़ा करना 2017 - 2018 2114 - 1449 शराब पीकर वाहन चलाना 2017 - 2018 288 - 890 ओव्हर लोडिंग यात्री 2017 - 2018 319 - 253 ओव्हरलोडिंग माल 2017 - 2018 68 - 253 नियम विरूद्ध स्कूल बस एवं ऑटो का संचालन 2017 - 2018 44 - 133 बिना वैध बीमा के वाहन संचालन 2017 - 2018 439 - 1184 बिना परमिट या परमिट शर्तों का उल्लंघन करने पर 2017 - 2018 334 - 202 बिना लायसेंस वाहन ड्राइव करना 2017 - 2018 638 - 539 बिना रजिस्ट्रेशन वाहन चलाना 2017 - 2018 289 - 209 ओवर स्पीड ड्रायविंग 2017 - 2018 11 - 51 खतरनाक तरीके से वाहन चलाना 2017 - 2018 17 - 26 बिना नंबर प्लेट वाहन चलाना 2017 - 2018 951 - 2470 रेड लाइट जम्प 2017 - 2018 1644 - 2791 नोट - आंकड़े ग्वालियर के हैं। कार्रवाई शुरू हो जाएगी हमें बीते रोज ही आदेश मिले हैं कि 1 सितंबर से मोटरयान अधिनियम 2019 लागू होना है। ऐसे में इस नियम के तहत कार्रवाई तो शुरू हो जाएगी। हालांकि इसमें कंपाउंडिंग राशि कम की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिसमें कुछ समय लग सकता है - शैलेन्द्र श्रीवास्तव, आयुक्त परिवहन विभाग   स्टाफ को निर्देश दे दिए हैं मोटरयान अधिनियम में अधिकतम जुर्माना राशि तय की गई है। अब राज्य सरकार यह तय करेगी कि परिवहन एवं पुलिस किस अपराध में अधिकतम कितना जुर्माना कर सकती है। हालांकि 1 सितंबर से मोटरयान अधिनियम लागू हो जाएगा। हम 2 सितंबर से कार्रवाई शुरू करेंगे, इस संबंध में स्टाफ को निर्देश दे दिए गए हैं। नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है इसलिए कोर्ट चालान किए जाएंगे। क्योंकि न्यायालय को नए नियम के तहत अधिकतम जुर्माने के अधिकार हैं - एमपी सिंह, आरटीओ ग्वालियर

Kolar News

Kolar News 1 September 2019

27 को जेब खाली हो जाती है, इसलिए जन्मदिन की खुशियां पहली तारीख को मिले तो वेतन पर मनाई जा सकती है' 'अरे भाई, रुपये-पैसे के बिना कोई कैसे अपना जन्मदिन मनाता है? महीने के आखिर में कोई रुपयों की तंगी में कोई अपना जन्मदिन मनाता है क्या भाई? एक नौकरीपेशा आदमी के लिए महीने के आखिरी दिन और तनख्वाह कितनी मायने रखती है? अंटी में रुपया होगा तभी तो जन्मदिन बेहतर मनेगा, इसलिए ऐसा करते है कि अब हम अपना जन्मदिन हर साल एक सितंबर को ही मनाया करेंगे, 27 सितंबर को नहीं।' यह बात हिंदी के प्रख्यात गजलकार दुष्यंत कुमार 'त्यागी'अपनी पत्नी राजेश्वरी से कहा करते थे। वे बताती है कि दुष्यंत जी का वास्तविक जन्मदिन एक सितंबर 1933 नहीं है, जबकि वे अपना जन्मदिन एक सितंबर को ही मनाते थे। दरअसल, सरकारी नौकरीपेशा दुष्यंत जी की तनख्वाह एक तारीख को आती थी। लिहाजा, उन्होंने तय किया कि वे अपना जन्मदिन एक सितंबर को ही मनाएंगे। वह अपना जन्मदिन ताउम्र इस दिन मनाते रहे, जबकि उनका वास्तविक जन्मदिन 27 सितंबर 1931 है। हालांकि, सरकारी हाईस्कूल के सर्टिफिकेट में अंकित जन्मतिथि को बदलना आसान नहीं था। सरकारी सेवा में रहने वालों के लिए तो और भी नहीं। लिहाजा, उनकी जन्मतिथि सरकारी दस्तावेजों में 1 सितंबर 1933 ही दर्ज है। इस रोचक तथ्य को जानकर भले ही दुष्यंत कुमार त्यागी के प्रशंसक और हिंदी साहित्य के जानकार चौके, लेकिन यही वास्तविकता है। दुष्यंत कुमार का जन्मदिन एक सितंबर 1933 को नहीं, बल्कि 27 सितंबर 1931 को होता है। इस तथ्य की पुष्टि आलोचक विजयबहादुर सिंह द्वारा संपादित 'दुष्यंत कुमार रचनावली' में भी दुष्यंत कुमार के वास्तविक जन्मदिन की जानकारी 27 सितंबर 1931 होना प्रकाशित किया गया है। शोधार्थी छात्रों के रिसर्च में यह तथ्य उभर कर सामने आया कि दुष्यंत कुमार का जन्मदिन 27 सितंबर 1931 को हुआ था। कवि ने अपने जीवनकाल में प्रकाशित कृतियों पर जो जन्मतिथि विज्ञापित की है वह 1 सितंबर 1933 की है। इसका एक बुनियादी और अनिवार्य कारण वे स्कूली दस्तावेज है, जहां दुष्यंत की जन्मतिथि 1 सितंबर 1933 दर्ज है। रचनावली में प्रकाशित जानकारी के मुताबिक दुष्यंत कुमार की राजो भाभी यानी श्रीमती राजेश्वरी त्यागी इस प्रसंग पर उल्लेख कर बैठती है कि 27 सितबंर वाली तिथि को कवि दुष्यंत 1 सितंबर करने के पक्ष में कैसा रोचक तर्क दिया करते थे। कहते कि 'महीने की 27 तारीख तक जेब खाली हो जाती है। इसलिए जन्मदिन खुशियां तो पहली तारीख को मिले तो वेतन पर ही मनाई जा सकती है।' -सरकारी दस्तावेजों में एक सितंबर ही दर्ज हिंदी के प्रख्यात आलोचक विजयबहादुर सिंह कहते है कि सरकारी दस्तावेजों में दुष्यंत कुमार की जन्मतिथि एक सितंबर ही दर्ज है। चूंकि इस तिथि में उस दौर में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता था, इसलिए जन्मतिथि यही रखी गई, जबकि दुष्यंत कुमार का वास्तविक जन्मदिन 27 सितंबर 1931 को जन्मकुंडली में अंकित है। इस तथ्य की पुष्टि उनके सुपुत्र आलोक कुमार त्यागी ने भी की है। गौरतलब है कि दुष्यंत कुमार का जन्म भले ही उत्तर प्रदेश के ग्राम राजपुर (बिजनौर) में हुआ था, लेकिन उनकी कर्मभूमि भोपाल रही है। -दुष्यंत कुमार के साहित्य पर शोध कर रही छात्रा वर्तमान में अलीगढ़ विश्वविद्यालय की स्टूडेंट प्रीति कुमारी दुष्यंत कुमार पर पीएचडी कर रही हैं। उनके शोध का विषय 'दुष्यंत कुमार के साहित्य में व्यवस्था की आलोचना' है। प्रीति ने नवदुनिया को बताया कि मैं किसी नए टॉपिक पर रिसर्च करना चाहती थी। इसके लिए मैंने मिथक को चुना था। मिथक पर सर्चिंग के दौरान मुझे दुष्यंत कुमार के साहित्य की जानकारी मिली। हालांकि, इसके पहले मैं दुष्यंत कुमार को एक गजलकार के रूप में जानती थी। फिर मेरे गाइड ने दुष्यंत कुमार पर ही रिसर्च की सलाह दी। प्रीति ने बताया कि मेरे रिसर्च की सामग्री दुष्यंत कुमार के पद्य में तो है पर गद्य में व्यवस्था की आलोचना देखने को नहीं मिलती। दुष्यंत संग्रहालय जिस पत्रिका (सारिका) के अंक की खोज में आई थी, वह यहां मिल गई। प्रीति ने बताया की 1 सितंबर 1933 दुष्यंत का वास्तविक जन्मदिन नहीं है। उनका जन्म 1931 में हुआ था। अलीगढ़ विवि से रांची की छात्रा खुशी कुमारी भी दुष्यंत कुमार पर एमफिल कर रही हैं।

Kolar News

Kolar News 1 September 2019

राज्यपाल ने दी चोबदार को सम्मानपूर्वक विदाई     राज्यपाल श्री लाल जी टंडन ने आज राजभवन में चोबदार के पद पर पदस्थ श्री चूड़ामणि शर्मा को उनकी सेवानिवृत्ति पर सम्मानपूर्वक विदाई दी। राज्यपाल श्री टंडन ने अपने आत्मीय उदबोधन में कहा कि जब मुझे बताया गया कि राजभवन में विगत 36 वर्षों से पदस्थ श्री चूड़ामणि सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो मैंने सोचा कि जिस व्यक्ति ने अपने सेवाकाल में अनेक राज्यपाल के लिए कार्य किया है, उसके विदाई कार्यक्रम में शामिल होना किसी सम्मान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि नेपाल हमारा पड़ोसी देश है और वहाँ के निवासी श्री शर्मा ने 36 वर्षों तक कर्त्तव्यनिष्ठता, ईमानदारी और विनम्रता के साथ जो सेवाएँ दी हैं, उनका सम्मान कर राजभवन परिवार भी गौरवान्वित हुआ। राज्यपाल ने श्री चूड़ामणि का शाल, श्रीफल, से सम्मान करते हुए उनके स्वत्वों के भुगतान राशि भी प्रदान की। कार्यक्रम में राज्यपाल की उपस्थिति से भावुक चूड़ामणि शर्मा ने अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि 36 साल से राजभवन में पदस्थ हूँ और यह पहला मौका है जब राज्यपाल ने स्वयं उपस्थित होकर मेरे स्तर के कर्मचारी को विदाई दी है। मेरे लिये यह अत्यंत गर्व की बात है। राज्यपाल की सदाशयता से सभी उपस्थित अधिकारी, कर्मचारी भी अभिभूत और उत्साहित थे। कार्यक्रम का संचालन राज्यपाल के विशेष सहायक श्री राजेश गुप्ता बरसैया ने किया। आभार सहायक सत्कार अधिकारी सुश्री शिल्पी दिवाकर ने माना।

Kolar News

Kolar News 1 September 2019

शासकीय अधिकारी भी नये मोटर व्हीकल एक्ट का कड़ाई से पालन करें। यह बात आज प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन. मिश्रा ने राज्य सड़क सुरक्षा कोष की बैठक में कही। श्री मिश्रा ने अधिकारियों को चेताया कि नये प्रावधान अनुसार नियमों का पालन करें और अपने वाहन चालक को भी इसके प्रति सचेत रहने को कहें। बैठक में पूर्व बैठक में लिये गये निर्णयों से सभी को अवगत करवाया गया। भविष्य में राज्य सड़क सुरक्षा कोष की राशि के उपयोग पर चर्चा कर अगली बैठक 18 सितंबर को तय की गई। बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक श्री महान भारत सागर और परिवहन आयुक्त श्री शैलेंद्र श्रीवास्तव सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 31 August 2019

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के सभी 16 जिलों में 2 सितम्बर (गणेश चतुर्थी), 10 सितम्बर (मोहर्रम), सहित सभी अवकाश दिनों में बिजली बिल भुगतान केन्द्र सामान्य कार्य दिवसों की तरह कार्य करते रहेंगे। भोपाल शहर वृत्त के यथा पश्चिम, पूर्व, दक्षिण तथा उत्तर संभाग के सभी जोनल कार्यालय और दानिश नगर, मिसरोद, मण्डीदीप में बिल भुगतान केन्द्र छुट्टी के दिन भी सामान्य कार्य दिवस की तरह खुले रहेंगे। बिजली उपभोक्ताओं से अपील है कि वे राजधानी के जोनल आफिस में राउंड दि क्लॉक चेक से बिल भुगतान और भोपाल शहर में अरेरा कालोनी, एम.पी. नगर, टी.टी. नगर, वल्लभ नगर, गोविंदपुरा, शक्तिनगर, विद्यानगर, रॉयल मार्केट, राज होम्स, शाहपुरा, रचना नगर, बस स्टैण्ड, कोटरा, बैरागढ़, चॉंदबड़, करोंद, शिवाजी नगर, सुल्तानिया, छोला एवं जहॉंगीराबाद पर लगी ए.टी.पी. मशीन में भी बिल भुगतान कर सकते हैं।

Kolar News

Kolar News 31 August 2019

बिजली चोरी एवं अनियमितताओं के प्रकरण के होंगे समझौते नेशनल लोक अदालत में बिजली चोरी एवं अनियमितताओं के प्रकरणों को समझौते के जरिये निराकृत किया जाएगा। कंपनी द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं एवं उपयोगकर्ताओं से अपील की गई है कि वे अप्रिय कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए अदालत में समझौता करने के लिए संबंधित बिजली कार्यालय से संपर्क करें। नेशनल लोक अदालत 14 सितम्बर को लगेगी। कंपनी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि धारा 135 व 138 के न्यायालयों में लंबित प्रकरण एवं जो प्रकरण न्यायालय में दर्ज नहीं हो सके हैं तथा धारा 126 के अंतर्गत बनाये गये ऐसे प्रकरण, जिनमें उपभोक्ताओं द्वारा अपीलीय कमेटी के समक्ष आपत्ति/अपील प्रस्तुत नहीं की गई है, का प्री-लिटिगेशन से निराकरण के लिये निम्न दाब श्रेणी के समस्त घरेलू, समस्त कृषि, 5 किलोवॉट तक के गैर घरेलू एवं 10 अश्व शक्ति भार तक के औद्योगिक उपभोक्ताओं को छूट दी जाएगी। प्री-लिटिगेशन स्तर पर - कंपनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 40 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारण आदेश जारी होने की तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्त होने के बाद छः माही चक्रवृद्धि दर अनुसार 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। न्यायालयीन लंबित प्रकरणों में - कंपनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 25 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारण आदेश जारी होने की तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्त होने के बाद प्रत्येक छःमाही चक्रवृद्धि दर अनुसार 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत छूट दी जाएगी। आवेदक को निर्धारित छूट के बाद शेष बिल आंकलित सिविल दायित्व एवं ब्याज की राशि का एकमुश्त भुगतान करना होगा। उपभोक्ता/उपयोगकर्ता को विचाराधीन प्रकरण वाले परिसर और अन्य परिसरों पर उसके नाम पर किसी अन्य संयोजन/संयोजनों के विरूद्ध विद्युत देयकों की बकाया राशि का पूर्ण भुगतान भी करना होगा। आवेदक के नाम पर कोई वैध कनेक्शन न होने की स्थिति में छूट का लाभ लेने के लिए आवेदक द्वारा वैध कनेक्शन प्राप्त करना एवं पूर्व में विच्छेदित कनेक्शनों के विरूद्ध बकाया राशि (यदि कोई हो) का पूर्ण भुगतान किया जाना अनिवार्य होगा। नेशनल लोक अदालत में छूट, आवेदक द्वारा विद्युत चोरी/अनाधिकृत उपयोग पहली बार किये जाने की स्थिति में ही दी जाएगी। विद्युत चोरी/अनाधिकृत उपयोग के प्रकरणों में पूर्व की लोक अदालत/अदालतों में छूट प्राप्त कर चुके उपभोक्ता/उपयोगकर्ता छूट के पात्र नहीं होंगे। सामान्य बिजली बिलों में जुड़ी बकाया राशि पर कोई छूट नहीं दी जाएगी। यह छूट मात्र नेशनल ‘‘लोक अदालत‘‘ 14 सितम्बर को समझौते करने के लिये ही लागू रहेगी।  

Kolar News

Kolar News 31 August 2019

राज्यपाल श्री लालजी टंडन से सर्वधर्म समिति भोपाल के सदस्यों ने राजभवन में आज भेंट की। राज्यपाल श्री टंडन का समिति के सदस्यों ने शाल-श्रीफल और पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनन्‍दन किया। समिति के वरिष्ठ सदस्य श्री एल एस हरदेनिया ने राज्यपाल को समिति की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर श्री हाजी हारून, सरदार ज्ञानी जी, पं नरेन्द्र दीक्षित, श्री आनंद मुट्टुगल, श्री मनोज जैन, श्री अमानउल्लाह तथा अन्य धर्मों के धर्मगुरू उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 31 August 2019

विदेशों से आयात होने वाली 800 करोड़ की अगरबत्ती की काड़ी का प्लांट प्रदेश में स्थापित होगा विदेशों से आयात की जाने वाली 800 करोड़ की अगरबत्ती की काड़ी अब मध्यप्रदेश में ही बनाई जाएगी। प्रदेश के 3 लाख 70 हजार बिगड़े वनों में पंचायत एवं वन समितियों से अच्छे किस्म के बाँस के पौधों का रोपण करवाया जाएगा। आई.टी.सी. कंपनी इसके लिए प्रदेश में अगरबत्ती की काड़ी बनाने का प्लांट स्थापित करेगी। इससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज मंत्रालय में आई.टी.सी. कंपनी के चेयरमेन श्री संजीव पुरी एवं सीईओ श्री चितरंजन दास के साथ चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के तामिया में कैंसर के उपचार के लिए वनौषधियों की पहचान कर उनके दवाओं में उपयोग के लिए प्र-संस्करण इकाई लगाई जाए। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मध्यप्रदेश में औषधीय फसलों के लिए 50 हजार मीट्रिक टन क्षमता का डिहाइड्रेशन प्लांट लगाने के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगरबत्ती के लिए उपयोग होने वाली काड़ी के लिए प्रदेश के बिगड़े वनों का उपयोग कर बाँस की खेती को बढ़ावा दें। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा और विदेशों में जाने वाली 800 करोड़ की राशि मध्यप्रदेश को मिलेगी। इससे प्रदेश में ग्रामीणों को बड़ी मात्रा में रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा फूड प्रोसेसिंग यूनिट के विस्तार से हम किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम दिला सकेंगे और इससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। आई.टी.सी. कंपनी के चेयरमेन श्री संजीव पुरी ने बताया कि औषधि फसलों की खेती करने वाले किसानों के साथ कांट्रेक्ट फार्मिंग कर बाई-बैक व्यवस्था के तहत खरीदी कर इन उत्पादों का प्र-संस्करण किया जाएगा। नूडल्स में उपयोग होने वाली सब्जी गाजर, मटर, बींस और आलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया जायगा। बाई-बैक व्यवस्था से किसानों को इन सब्जियों का उचित मूल्य प्राप्त होगा।  मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने औषधीय फसलों, अगरबत्ती की काड़ी बनाने एवं सब्जी आदि की प्र-संस्करण इकाई स्थापित करने संबंधी प्रस्तावों को समयबद्ध योजना बनाकर क्रियान्वित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही के लिए अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग को इसका नोडल अधिकारी बनाया है। बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग  इक़बाल सिंह बेंस, आयुक्त सह संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी डॉ. एम. कालीदुरई, संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री मुकेश कुमार शुक्ला, एग्री बिजनेस, आई.टी.सी. के श्री रजनीकांत राय, उप संचालक, उद्यानिकी श्री राजेन्द्र कुमार एवं डॉ. विजय अग्रवाल उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 30 August 2019

  लोक निर्माण मंत्री श्री वर्मा ने ग्राम ओढ़नी में किया गौशाला का किया भूमि-पूजन  लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार गौमाता की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौशाला निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवीन गौशालाएँ आधुनिक रूप से तैयार की जायेंगी। मंत्री श्री वर्मा मंगलवार को देवास जिले के सोनकच्छ विकासखंड की ग्राम पंचायत बाबई के ग्राम ओढ़नी में गौशाला के भूमि-पूजन के बाद ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। मंत्री श्री वर्मा ने इसके बाद किसानों से चर्चा कर सोयाबीन फसल की स्थिति की जानकारी ली। सामुदायिक भवन का भूमि-पूजन लोक निर्माण मंत्री श्री वर्मा ने सोनकच्छ विकासखंड के नगर भौंरासा में करीब 23 लाख रुपये लागत से बनने वाले नवीन सामुदायिक भवन का भूमि-पूजन किया। मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता की सुख-दु:ख की साथी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी की तकलीफों के निराकरण के लिये राज्य सरकार ने आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम की शुरूआत की है। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं का निराकरण शिविर स्थल पर ही किया जायेगा। नवीन सामुदायिक भवन के निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है। बाल शिक्षा केन्द्र में बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार मिलेंगे लोक निर्माण मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने नन्हें-मुन्नें बच्चों में अच्छी शिक्षा और संस्कार के लिये बाल शिक्षा केन्द्रों की शुरूआत की है। मंत्री श्री वर्मा सोनकच्छ विकासखंड के ग्राम फावड़ा में बाल शिक्षा केन्द्र के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन कर रही हैं। लोक निर्माण मंत्री श्री वर्मा ने भौंरासा के रानी दमयंती तालाब के किनारे स्थित शक्ति माता मंदिर परिसर में बने गार्डन में पौधा-रोपण किया। उन्होंने नदियों की सफाई में जन-भागीदारी पर जोर दिया। ग्राम बरखेड़ा में खेतों में पहुँचकर किया फसलों का निरीक्षण   लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने टोंकखुर्द क्षेत्र के भ्रमण के दौरान ग्राम बरखेड़ा में खेतों में पहुँचकर फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर समय किसानों के दु:ख दर्द के समय उनके साथ खड़ी है। मंत्री श्री वर्मा ने किसानों की सोयाबीन की फसल में अफलन की स्थिति का तत्काल सर्वे करवाये जाने के निर्देश जिला अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजा प्राप्त करने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जायेगी।  

Kolar News

Kolar News 29 August 2019

राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेराथन दौड़ को दिखाई हरी झंडी जनसंपर्क मंत्री श्री पी सी शर्मा ने  आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर स्पोर्ट्स एकेडमी ऑफ इंडिया (साईं )द्वारा बिशन खेड़ी में आयोजित कार्यक्रम में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल में शीघ्र ही इंटरनेशनल स्टेडियम बनाया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेराथन दौड़ को हरी झंडी  दिखाई। मंत्री श्री शर्मा ने सभी खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित की। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि भोपाल में साईं के पास 50 एकड़ जमीन है। इस पर शीघ्र ही इंटरनेशनल स्टेडियम बनाने का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ इस कार्य का भूमि-पूजन शीघ्र ही करेंगे। श्री शर्मा ने मेजर ध्यानचंद को उनके जन्म-दिन  और  राष्ट्रीय खेल दिवस  पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए । उन्होंने कहा कि  परिश्रम  सदैव सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है । मेजर ध्यानचंद  ने  इसे साबित कर दिखाया। सुविधाओं के अभाव के बाद भी उन्होंने अपने समय में भारतीय हॉकी को  शिखर पर बनाए रखने में अपना अतुलनीय योगदान देकर भारतीयों को गौरवान्वित किया। इस अवसर पर मंत्री श्री शर्मा और हॉकी ओलंपियन श्री जलालुद्दीन ने मेराथन दौड़ के लिए एकत्रित खिलाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Kolar News

Kolar News 29 August 2019

  नहीं हटेगा भोपाल का  BRTS नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि भोपाल के कोलार इलाके को नगर निगम से अलग नहीं किया जाएगा वहीँ भोपाल के बीआरटीएस कॉरिडोर को भी अब तोडा नहीं जाएगा इसमें जो भी खामियां हैं उन्हें जल्द ठीक कर लिया जाएगा | मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार आते ही राजधानी के कोलार क्षेत्र को नगर निगम से अलग कर पुन: नगर पालिका गठित करने के अपने निर्णय को कांग्रेस सरकार ने वापस ले लिया गया है  ...  नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने इस मामले में स्थिति साफ करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने कोलार को नगर पालिका बनाने का अपना फैसला बदल लिया है  कोलार को नगर पालिका नहीं बनाया जाएगा, वह नगर निगम का हिस्सा ही रहेगा वहीं दूसरा मामला राजधानी से बीआरटीएस हटाने का था इस पर भी सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. एस वेलुमुरुगन ने निरीक्षण के बाद कहा कि बीआरटीएस को हटाने की जरूरत नहीं है  सिटी बसों द्वारा हो रहे प्रदूषण के सवाल के जवाब में जयवर्धन सिंह ने कहा कि मप्र सरकार जल्द ही ई-व्हीकल पॉलिसी ला रही है | भोपाल, इंदौर जैसे शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल पर ही आधारित होगा, ताकि प्रदूषण कम हो सके जयवर्धन सिंह ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न् योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी 378 नगरीय निकायों में वाटर ऑडिट कराया जाएगा, ताकि शहरों में होने वाली पानी की समस्या की जड़ तक पहुंचकर उसका निराकरण किया जा सके स्मार्ट सिटी के विकास को लेकर जयवर्द्धन सिंह ने कहा.. हमने स्मार्ट सिटी की जमीन को फ्री होल्ड करने का फैसला लिया था | स्मार्ट सिटी एरिया में वाटर हार्वेस्टिंग पर खास ध्यान दिया जायगा

Kolar News

Kolar News 26 June 2019

बालाकोट से पहले भी हुई एयर स्ट्राइक भारतीय वायुसेना ने दावा किया की बालाकोट से पहले भी एयर स्ट्राइक हुई हैं  | साल 2002 में की गई इस एयर स्ट्राइक में लेजर गाइडेड बमों का इस्तेमाल किया गया था  | यह एयर स्ट्राइक  2 अगस्त, 2002 को की गई थी   वायुसेना प्रमुख ने कहा  बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि, "मैं आपको बता दूं कि बालाकोट के बाद पाकिस्तान हमारे एयरस्पेस में नहीं आया था | हमारा उद्देश्य आतंकी कैंपों को निशाना बनाना था और पाकिस्तान की नजर हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की थी  | हमें अपने उद्देश्य में कामयाबी मिली  लेकिन पाकिस्तान एलओसी क्रॉस नहीं कर पाया  करगिल विजय दिवस के बीस साल पूरा होने पर एयरफोर्स ने एक और दावा किया कि करगिल युद्ध के बाद 2002 में भी भारतीय वायुसेना ने एलओसी क्रॉस कर आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया था वायुसेना ने ग्वालियर के महाराजपुरा एय़रबेस पर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, साल 2002 में की गई इस एयर स्ट्राइक में लेजर गाइडेड बमों का इस्तेमाल किया गया था  | यह 2 अगस्त, 2002 को एयर स्ट्राइक की गई थी   संसद पर हमले के बाद साल 2002 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान यह एयर स्ट्राइक की गई थी  | करगिल युद्ध में मिली ऐतिहासिक जीत के बीस साल पूरा होने पर भारतीय वायुसेना जश्न मना रही है  ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस पर 'ऑपरेशन विजय' का बड़े ही अनूठे अंदाज में जश्न मनाया गया  करगिल युद्ध के दौरान जिस तरह टाइगर हिल पर भारतीय सेना को जीत मिली थी   उसे याद करने के लिए एयरबेस पर वैसी ही एक डमी चोटी बनाई गई और युद्ध के दौरान इस्तेमाल हुए लड़ाकू विमानों के जरिए एक बार फिर इस दुर्गम चोटी पर भारतीय सैनिकों ने चढ़ाई की और फिर तिरंगा फहराया इस दौरान एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी मौजूद रहे  |

Kolar News

Kolar News 25 June 2019

  प्रारंभिक तौर पर बीआरटीएस का इंफ्रास्ट्रक्चर में कोई खामी नहीं है। बीआरटीएस में हो रही दुर्घटनाओं को लेकर कहा कि यह डेटा के अध्ययन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। डॉ वेलुमुरुगन बीआरटीएस पर रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।बीआरटीएस लेन के अध्ययन के लिए सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली (सीआरआरआई) के सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. एस वेलुमुरुगन मंगलवार को भोपाल पहुंचे, उन्होंने बैरागढ़ में लेन का निरीक्षण किया। डॉ वेलुमुरुगन ने नवदुनिया से कहा कहा की लेन में बूम बेरियर लगने चाहिए। उन्होंने कहा कि बीआरटीएस हटाने की जरूरत नहीं है। कुछ व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है। दिल्ली और भोपाल के बीआरटीएस की तुलना नहीं की जा सकती। यहां बसों की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने की जरूरत है। प्राइवेट और दूसरी बसों को कारीडोर में चलने के लिए अध्ययन करना होगा। इसकी रिपोर्ट बनाने के लिए तीन से चार महीने लग सकते हैं। वेलुमुरुगन के साथ मंत्रालय में बैठक रखी गई है। इस दौरान लेन के निर्माण, फायदे व नुकसान, दुर्घटनाएं, भविष्य में ट्रैफिक सिस्टम, जनसंख्या व कनेक्टविटी पर विचार मंथन किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 25 June 2019

सड़कोंकी मरम्मत नही कोलार की सड़कें बदहाल हैं। पहले केरवा पेयजल योजना के तहत पानी की पाइपलाइन बिछाने सड़कों खोदाई हुई, लेकिन संबंधित एजेंसी ने मरम्मत नहीं कराई। अब सीवेज नेटवर्क बिछाने सड़कें खोदी जा रही हैं, पर सीवेज की पाइपलाइन व चैंबर बनाने के बाद सड़कों की मरम्मत नहीं की जा रही है। खोदाई के बद सड़कों पर मिट्टी छोड़ दी जाती है। बारिश होने पर सड़कों पर कीचड़ व दलदल हो जाता है। इससे लोगों की आवाजाही बंद हो जाती है।ललिता नगर के रहवासी नितेश वर्मा और राजहर्ष कॉलोनी के निवासी रोहित शर्मा ने बताया कि यदि जल्दी ही नगर निगम प्रशासन ने ललिता नगर, राजहर्ष सहित अन्य बदहाल सड़कों पर मुरम नहीं डाली तो प्रदर्शन करेंगे। खोदाई के कारण नगर कोलार की सड़कें बदहाल हो गई है। बारिश में परेशानी बढ़ जाती है। ननि के जिम्मेदार अधिकारियों को तेज बारिश शुरू होने से पहले बदहाल सड़कों पर मुरम बिछा देनी चाहिए।कोलार में खोदाई के कारण सड़कें बदहाल हुई हैं। सड़कों का मरम्मत कार्य संबंधित एजेंसी को कराना चाहिए। बारिश में दिक्कत होती है। शिकायत मिलते ही मुरम डाली जाती है।

Kolar News

Kolar News 25 June 2019

  बर्रूकट नजर आए दिग्विजय सिंह    मंगलवार रात बादलों के बीच नजर आए चांद के बाद देशभर में ईद उल फित्र का त्योहार मनाया जा रहा है | सुबह से ही हर शहर और कस्बे में ईद की नमाज अदा कर एक दूसरे को मुबारकबाद  दी जा रही है | भोपाल के ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ी गई | इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लोगों को ईद की मुबारक बाद दी भोपाल के शहर काज़ी जनाब मुश्ताक़ अली नदवी  के ऐलान के बाद भोपाल में ईद ऊल फित्र का त्योहार मनाया गया | ईद की नमाज और  इबादत कर  पूरी दुनिया के लिए अमन चैन की दुआ मांगी गई | भोपाल के ईदगाह पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ , कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह , जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा  सहकारिता मंत्री ,गोविंद सिंह , अभिनेता रजा मुराद भोपाल के आवाम को ईद की बधाई देते नजर आए ईदगाह पर मुख्यमंत्री कमल नाथ के जाने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह  ने टोपी लगाकर  लोगों को ईद की शुभकामनायें दीं दिग्विजय सिंह ने कहा ईद प्यार और भाईचारे का त्यौहार है | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस मौके पर पूरे देश को ईद की मुबारक बात दी है |  उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'सभी देशवासियों, खास तौर से देश और विदेश के हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों, को ईद मुबारक रमज़ान के महीने के समापन का यह त्योहार परोपकार और भाईचारे की भावना में हमारे विश्वास को मजबूत बनाता है | यह शुभ दिन हम सब के परिवारों में खुशियां, शांति और समृद्धि लाए

Kolar News

Kolar News 5 June 2019

  नर्मदा के लिए विशेष अभियान  कम्प्यूटर बाबा नदी न्यास के अध्यक्ष बनने बाद नर्मदा किनारे आवली घाट पर पहुंचे और और नर्मदा नदी का पूजन किया कम्प्यूटर बाबा ने कहा नर्मदा ने अवैध उत्खनन रोकना सबसे बड़ी चुनौती है |   माँ नर्मदा,माँ शिप्रा ,माँ मंदाकनी  नदी न्यास  के अध्यक्ष कप्यूटर बाबा अपना पद भार ग्रहण करने के बाद रेहटी तहसील के प्रसिद्ध आवली घाट पहुंचे और  कर माँ नर्मदा की पूजा अर्चना की  कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा  घाट की दशा देखकर चिंता जाहिर की इसके बाद कम्प्यूटर बाबा ने सलकनपुर माँ विजयासन धाम पर सीढ़ी  दर्शन किये बाबा ने बताया कि सभी नदियों के लिए और  खासकर नर्मदा नदी के लिए  विशेष अभियान चलाना है | अवैध उत्खनन सबसे बड़ी चुनोती है | हम अभियान चलाएंगे और इससे भी निपटेंगे |   

Kolar News

Kolar News 5 June 2019

केरवा पेयजल योजना का काम अूधरा कोलार में वर्ष 2016 से चल रहा 52.10 करोड़ की केरवा पेयजल योजना का काम पूरा नहीं हुआ है। अब भी बैरागढ़ चीचली इलाके में पानी की पाइपलाइन बिछाने का काम अधूरा पड़ा है। इतना ही नहीं बैरागढ़ चीचली में बनाए गए 20 लाख लीटर की क्षमता के ओवर हैड टैंक से पाइपलाइन नहीं जोड़ी गई है। इससे बैरागढ़ चीचली, गेहूंखेड़ा, अमराई सहित आसपास के इलाके की करीब 20 हजार की आबादी भीषण गर्मी में जल संकट से जूझ रही है।पानी भरने के लिए स्थानीय लोगों को मुख्य मार्ग से निकलने वाली कोलार पाइपलाइन के वॉल्बों से टपकने वाले पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। पानी की समस्या को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने हर साल की तरह इस बार निजी टैंकरों का अनुबंध भी नहीं किया है, जिससे टैंकरों से पानी सप्लाई की जा सके। नगर निगम के पास छोटे-बड़े करीब 20 टैंकर है, जो सिर्फ स्लम एरिया तक पानी सप्लाई करने तक सीमित हैं। बाकी कॉलोनियों में ननि के टैंकर नहीं पहुंच रहे।केरवा पेयजल योजना के तहत केरवा डैम पर इंटकवेल बनाया गया। पहाड़ी पर वाटर फिल्टर बना। यहां से मुख्य पाइपलाइन जंगल से होते नहर के किनारे-किनारे बैरागढ़ चीचली के पास से निकली, लेकिन यहां पर पहले केरवा का पानी नहीं आया। 25 दिसंबर 2017 में पहली बार केरवा का पानी बंजारी व मंदाकिनी, महाबली नगर, सर्वधर्म पर आया। वर्ष 2018 के जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल में नयापुरा, अकबरपुर, ललिता नगर, फाइन एवेन्यू सहित अन्य कॉलोनियों में केरवा के पानी की सप्लाई शुरू की गई, लेकिन ननि ने अब तक बैरागढ़ चीचली, गेहूंखेड़ा व अमराई में पाइपलाइन बिछाने का काम भी पूरा नहीं किया। बैरागढ़ चीचली, गहूंखेड़ा सहित वार्ड 81 में आने वाली तीन से चार कॉलोनियों में करीब 35 किमी की पाइपलाइन बिछाने का काम किया जाना है। साथ ही बैरागढ़ चीचली में बने ओवर हैड टैंक से पाइपलाइन जोड़ने सहित अन्य छोटे-छोटे कार्य किए जाने हैं। इसके बाद ही घर-घर केरवा के नल कनेक्शन दिए जा सकेंगे।केरवा पेयजल योजना 52.10 करोड़ रुपए की है, लेकिन काम बढ़ने से आठ करोड़ रुपए की राशि बढ़ गई। मप्र में सरकार बदलने से नगर निगम को शासन से आठ करोड़ रुपए मिलने में समय लग गया। अप्रैल में करीब चार करोड़ रुपए ननि को स्वीकृत हुए। उसके बाद ननि ने केरवा पेयजल योजना का काम देख रही एजेंसी को पैसे दिए। इसके बाद राजवैद्य, राजहर्ष बी सेक्टर व आसपास लगी कॉलोनियों में अधूरा शुरू कराया, लेकिन पवन बोरानाका कहनाहै… बैरागढ़ी चीचली, गेहूंखेड़ा, अमराई समेत आसपास की कॉलोनियों में केरवा पेयजल योजना का काम अधूरा है। गर्मी में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं। प्रभारी जलकार्य शाखा, ननिआशीष मार्तण्डने बताया… गर्मी में पानी की समस्या है, लेकिन शिकायत मिलने पर तत्काल टैंकरों से पानी सप्लाई की जाती है। बैरागढ़ चीचली में जल्द ही केरवा पेयजल योजना का काम पूरा किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 3 June 2019

सर्वार्थ सिद्धि-अमृत सिद्धि योग में तीन जून को एक साथ सोमवती अमावस्या, वट सावित्री व्रत और शनि जयंती है। एक साथ तीन पर्व मनाने का महासंयोग 149 वर्ष बाद बना है। जहां सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालु मन संबंधी दोषों के लिए चंद्रमा की पूजा करेंगे वहीं जो लोग शनि की साढ़ेसाती व महादशा से परेशान हैं वे शनिदेव को मनाएंगे। इसके अलावा वट सावित्री पर्व पर महिलाएं पति की दीर्घायु की कामना के लिए वटवृक्ष में  कच्चा धागा लपेटकर परिक्रमा करेंगी। यानि सभी राशियों के जातक इस दिन अपनी परेशानियों से मुक्ति के लिए विशेष पूजा पाठ करेंगे। पंडितों के मुताबिक सोमवार को बुध, मंगल और राहु का त्रिग्रही योग बन रहा है। केतु के साथ शनि की उपस्थिति होने से इसका असर प्रत्येक जातक पर पड़ेगा। उन लोगों के लिए खास दिन होगा, जो शनि की साढ़ेसाती, वृश्चिक, धनु, मकर एवं शनि के ढैय्या में वृषभ और कन्या राशि या जन्मकुंडली में शनि की महादशा या अंतर्दशा से परेशान चल रहे हैं। सभी राशियों के जातक इस दिन अपनी परेशानियों से मुक्ति के लिए विशेष पूजा पाठ करें, तो लाभ मिल सकता है।ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष में सोमवती अमावस्या सूर्योदय से दोपहर 3.27 तक रहेगी। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। सोमवार भगवान चंद्र को समर्पित दिन है। भगवान चंद्र को शास्त्रों में मन कारक माना गया है। यह दिन मन संबंधी दोषों के समाधान के लिए अति उत्तम है। महिलाएं पतियों की दीर्घायु की कामना के लिए व्रत रखती हैं। शनिदेव जातक को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए बड़ा अवसर है। शनि जयंती के दिन काला कपड़ा, लोहा, काले तिल, उड़द, तेल के साथ फूल माला चढ़ाएं। दीपक जलाकर ऊं शं शनिश्चराय नम: मंत्र जाप के साथ पूजा-पाठ, अभिषेक, परिक्रमा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। श्री हनुमानजी की उपासना भी शनिदेव को प्रसन्न करने का उत्तम उपाय है।सोमवती अमावस्या के दिन ही सावित्री अपने पति परमेश्वर सत्यवान के प्राण यमराज से बचाकर लाई थी। इसलिए महिलाएं वट वृक्ष में कच्चा सूत, लपेटते हुए 108 परिक्रमा कर पूजापाठ करती हैं। अपने अखंड सौभाग्य एवं सुखसमृद्धि के लिए यह महा संयोग वर्षों बाद बना है।

Kolar News

Kolar News 3 June 2019

  भोपाल। पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में मोटापा दूर करने के लिए 5 जून से विशेष क्लीनिक शुरू की जाएगी। अभी हफ्ते में तीन दिन ओपीडी में यह क्लीनिक चलेगी। मरीजों की संख्या बढ़ने पर दिन बढ़ा दिए जाएंगे। मोटापा कम करने के लिए मरीजों का पंचकर्म कराया जाएगा। कॉलेज के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार, मंगलवार व बुधवार को क्लीनिक चलेगी। क्लीनिक का समय सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक होगा। यहां स्वस्थ वृत (प्रिवेंटिव सोशल मेडिसिन) के डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे। ज्यादा मोटे मरीजों का पंचकर्म कराया जाएगा। पंचकर्म की अवधि भी मोटापे के अनुसार एक हफ्ते से चार हफ्ते तक हो सकती है। इसके लिए डायटीशियन उन्हें खान-पान की सलाह देंगे। योग व ध्यान भी यहां पर मरीजों को सिखाया जाएगा। शहर के डायबिटीज व हार्मोन रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन गुप्ता ने बताया कि करीब 20 फीसदी लोग मोटापे के शिकार हैं। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की बड़ी वजह भी मोटापा है। दिनचर्या में बदलाव कर मोटापा को कम किया जा सकता है।  

Kolar News

Kolar News 1 June 2019

भोपाल। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विभागों से अब तक हुए कामों का लेखा-जोखा लेना शुरू कर दिया है। इसके लिए विभागीय समीक्षाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा विभाग की बैठकें हो चुकी हैं और तीन जून को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा होगी। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह में विभागीय रोडमैप तैयार कर लें। वचन पत्र में किए गए वादों को प्राथमिकता में रखें और कामों को पूरा करने की समयसीमा भी तय करें। उधर, समीक्षा के समय होने वाले सवाल-जवाब के मद्देनजर मंत्रियों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल शनिवार को विभागीय समीक्षा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री का अब पूरा फोकस विभागों को गतिशील बनाने पर है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते बीते ढाई माह में विभागीय काम लगभग ठप पड़ गए थे। मंत्रियों की व्यस्तता के चलते वचन पत्र में किए गए वादों पर भी कोई खास काम नहीं हो पाया। इसके मद्देनजर उन्होंने तय किया है कि वे विभागीय समीक्षा करेंगे। इसकी शुरुआत उन्होंने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग से कर दी। इस दौरान जनता को राइट टू हेल्थ का अधिकार देने पर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। साथ ही मरीजों की सुविधा को देखते हुए सरकारी अस्पतालों की ओपीडी सुबह नौ से चार बजे तक चलाने की व्यवस्था बनाने का फैसला भी लिया गया। शुक्रवार को उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा हुई। मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि यह सिलसिला लगातार चलेगा। समीक्षा में वचन पत्र में विभाग से संबंधित वादों की स्थिति को लेकर मंत्री और अधिकारियों से सवाल-जवाब भी किए जा रहे हैं। इसे देखते हुए मंत्री भी अलर्ट हो गए हैं। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के सामने जाने से पहले खुद तैयारी कर रहे हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा तीन जून को प्रस्तावित है। इसके मद्देनजर विभागीय मंत्री कमलेश्वर पटेल ने शनिवार को ही विभागीय अधिकारियों की बैठक बुला ली है। उधर, मुख्यमंत्री ने राइट टू एजुकेशन, राइट टू फूड की तरह राइट टू वॉटर देने की दिशा में विचार करने की बात कही है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे ने बताया कि मुख्यमंत्री की सोच अभिनव है। जनता को पानी का अधिकार होना ही चाहिए। इसके लिए विभाग के स्तर पर कार्ययोजना बनाने पर मंथन किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीण नलजल योजना का दायरा बढ़ाने के लिए हर विधायक को मौजूदा वित्तीय वर्ष में चार-चार नलजल योजनाएं उनकी मांग पर स्वीकृत की जाएंगी। विधायकों की मांग और उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए क्षेत्रवार एक जून से बैठकें बुलाई गई हैं। इसके आधार पर बजट में प्रावधान रखा जाएगा।

Kolar News

Kolar News 1 June 2019

भोपाल। राजधानी के कोलार रोड पर बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानसिक पुनर्वास केंद्र के निर्माण में हाईटेंशन लाइन की बाधा जल्दी ही दूर करेंगे। केंद्र के लिए पानी की मुकम्मल व्यवस्था भी सुनिश्चित किए जाने के प्रयास चल रहे हैं। जिला प्रशासन से इस बारे में चर्चा कर जल्दी ही औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इसके अलावा दिव्यांगों की सुविधाओं के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। यह जानकारी केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने दी। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पुराने विभाग की जवाबदारी संभालने वाले चुनिंदा मंत्रियों में गेहलोत भी शामिल हैं।  उन्होंने यह भी कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि केंद्रीय योजनाओं के काम में राज्य सरकार का सहयोग मिलता रहेगा। उन्होंने बताया कि भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानसिक पुनर्वास केंद्र का भूमिपूजन हुए काफी समय बीत चुका है। अब जल्दी ही इसका निर्माण पूरा कराएंगे। गेहलोत ने बताया कि कुछ अड़चनें आ रही हैं, उन्हें दूर करने के लिए मैं फॉलोअप कर रहा हूं। हमारे मंत्रालय के अधिकारी जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। केंद्रीय मंत्री गेहलोत ने एक सवाल के जवाब में बताया कि जबलपुर और ग्वालियर के लिए भी मंत्रालय की योजनाएं हैं। संभागीय स्तर पर दिव्यांगों के लिए 500 सीटर का हॉस्टल बनाने की योजना भी है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय का दूसरी बार कामकाज संभालने के बाद दिल्ली में कुछ दिन व्यस्तताएं रहेंगी। इसके बाद भोपाल का कार्यक्रम बनाएंगे। पुनर्वास केंद्र के निर्माण को पहली प्राथमिकता पर रखा गया है।

Kolar News

Kolar News 1 June 2019

 भले ही जिला प्रशासन की ओर से कोलार क्षेत्र में फिर नगर पालिका गठन की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए दावे-आत्तियां बुलाई जा रही हैं, लेकिन हकीकत यह है कि नगर पालिका का गठन होने से कोलार में विकास कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा। वर्ष 2014 में नगर निगम में शामिल होने बाद साल 2015 में नगर निगम के चुनाव हुए। 21 नपा के वार्डों को मिला कर पांच वार्ड बनाए गए। अब फिर से नगर पालिका का गठन कर नपा के करीब 30 वार्ड बनाए जाने की बात चल रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों को चिंता सताने लगी है कि कहीं नपा का गठन के बाद नगर निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे बड़े प्रोजेक्ट पर ब्रेक न लग जाए। इसमें केरवा पेयजल योजना, सीवेज नेटवर्क, खेल मैदान, हाट बाजार, हॉकर्स कॉर्नर शामिल हैं। इनमें से केरवा पेयजल योजना का काम सिर्फ 10 प्रतिशत बचा है। सीवेज नेटवर्क का काम चल रहा है। खेल मैदान का काम किया जाना है। वहीं गेहूंखेड़ा में हाट बाजार का रंग-रोगन होना है। यदि नपा का गठन होता है तो इन कार्यों में पूरा होने लंबा समय लग सकता है। वर्ष 2014 में नगर निगम में शामिल होने के बाद 2015 में नगर निगम चुनाव हुए। नगर निगम के चार साल के कार्यकाल में 52.10 करोड़ की पेयजल योजना, 135 करोड़ का सीवेज नेटवर्क योजना, पांच करोड़ का खेल मैदान, 2.5 करोड़ का गेहूंखेड़ा में हाट बाजार निर्माण का कार्य शुरू हुए। इनमें से एक भी का पूरा नहीं हुआ है। यदि नगर पालिका का गठन हुआ तो इन कार्यों को पूरा होने में समय लग जाएगा। क्योंकि इन प्रोजेक्ट के काम फिर नगर पालिका की देखरेख में होंगे। नगर निगम प्रशासन देखरेख बंद कर देगा। कोलार रहवासी विकास समिति के अध्यक्ष डीपी द्विवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री,सांसद, कलेक्टर,नगर निगम आयुक्त,नगरीय प्रशासन आयुक्त को नगर पालिका गठन पर आपत्ति लगा चुके हैं। यदि प्रशासन ने नगर पालिका गठन करने की आगे की कार्रवाई शुरू की तो सड़कों पर उतर कर विरोध करेंगे। कोलार क्षेत्र को अब फिर से नपा में नहीं धकेलने दूंगा। सुमित्रा परिसर रहवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष एमएल सोनी ने बताया कि नगर निगम से कोलार को अलग करने का सबसे बड़ा नुकसान है कि विकास कार्यों के बड़े विकास कार्य नहीं होंगे। चल रहे कार्यों पर भी ब्रेक लग जाएगा। विरोध प्रदर्शन करेंगे कोलार को फिर नगर पालिका में शामिल नहीं होने देंगे।

Kolar News

Kolar News 3 March 2019

टाइटल रजिस्टर्ड कराने के लिए कई प्रोडक्शन हाउस इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन  के चक्कर लगा रहे हैं। जांबाज पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान देश के रियल हीरो बन चुके हैं। आम आदमी हो या खास हर कोई ये जानना चाहता है कि उनके साथ पाकिस्तान में क्या हुआ और उन्होंने कैसे परिस्थिति का सामना किया। ऐसे में बॉलीवुड भारत और पाकिस्तान के इस तनाव को बिजनेस में कैश न कराए ऐसा भला कैसे हो सकता है। खबर है कि बॉलीवुड के तमाम छोटे-बड़े फिल्म मेकर्स ने अभिनंदन, पुलवामा, बालाकोट जैसे नामों पर फिल्म बनाने के लिए इन नामों के टाइटल रजिस्टर्ड करवाए हैं। बता दें कि, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और क्रिकेट हमेशा ही दिलचस्प विषय रहे हैं। शायद यही वजह है कि दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद फिल्म निर्माता मौजूदा स्थितियों को भुनाना चाहते हैं। आतंकियों द्वारा पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर किए गए आत्मघाती हमले के जवाब में इंडियन एयरफोर्स ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में घुसकर 350 आतंकियों और उनके ठिकानों को तबाह कर दिया था। उरी की तरह ही अब इस घटना पर भी कई फिल्म मेकर्स फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं। टाइटल रजिस्टर्ड कराने के लिए कई प्रोडक्शन हाउस इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMMPA) के चक्कर लगा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 5 प्रोडक्शन हाउस टाइटल रजिस्टर्ड कराने के लिए IMMPA के पास पहुंचे थे। इनमें से एक टाइटल विंग कमांडर 'अभिनंदन' भी है। अभिनंदन, पुलवामा, बालाकोट पर फिल्म बनाने के लिए फिल्ममेकर्स और प्रोडक्शन हाउस जो टाइटल रजिस्टर्ड करवाना चाह रहे हैं, इनमें पुलवामाः द टेरर अटैक, पुलवामा अटैक Vs सर्जिकल स्ट्राइक 2.0, सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 और बालाकोट जैसे नाम शामिल हैं। एक ट्रेड मैगजीन के मुताबिक पुलवामा: द सर्जिकल स्ट्राइक, वॉर रूम, हिंदुस्तान हमारा है, पुलवामा टेरर अटैक, द अटैक्स ऑफ पुलवामा और एटीएस- वन मैन शो जैसे टाइटल्स पहले ही रजिस्टर्ड किए जा चुके हैं। बताते चलें कि, देश में फिल्मों/टीवी सीरियल और वेब सीरीज के टाइटल रजिस्टर करने का काम इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) करता है। कोई टाइटल रजिस्टर करवाने के लिए किसी निर्माता या प्रोडक्शन हाउस को एक फॉर्म भरना होता है, जहां उन्हें प्राथमिकता के आधार पर चार से पांच टाइटल बताने होते हैं, साथ ही 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 250 रुपये जमा करने होते हैं। उरी में हुई आतंकी घटना पर बनी फिल्म 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' ने लगभग 238 करोड़ की कमाई की है। इस फिल्म में विक्की कौशल और यामी गौतम ने लीड रोल प्ले किया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। फिल्म ने वर्ल्डवाइड 327 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया।  

Kolar News

Kolar News 3 March 2019

जनसम्पर्क, विधि एवं विधायी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार बालिकाओं की सम्पूर्ण शिक्षा को नि:शुल्क करने के लिए रूप रेखा तैयार करने जा रही हैं, जिसको शीघ्र ही मूर्तरूप प्रदान किया जाएगा। श्री शर्मा ने बालिकाओं से कहा कि वे किसी भी स्थिति में आर्थिक तंगी की वजह से अपनी पढ़ाई न छोड़ें। आवश्यकता होने पर स्थानीय पार्षद, विधायक से या स्वयं उनसे सम्पर्क करें। हर संभव आवश्यक मदद की जाएगी। श्री शर्मा ने शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चूनाभट्टी के वार्षिकोत्सव समारोह में यह बात कही। जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ रोजगार सृजनकर्ता है। आज की स्थिति में छिंदवाड़ा के नौजवान और नव युवतियां स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे हैं। श्री कमल नाथ ने न केवल छिंदवाड़ा में अधोसरंचनात्मक विकास किया है, अपितु रोजगार सृजन के उपाय कर क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी प्रदान किए हैं। अब पूरे प्रदेश में रोजगार सृजन के लिए विभिन्न उद्योग धंधें लगाए जाएंगे। साथ ही रोजगार प्रदान करने के अन्य उपाय भी किये जाएंगे। जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि स्कूली विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए समुचित उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब भोपाल शहर स्मार्ट सिटी बन रहा है, तो स्कूल और उसकी कक्षाओं को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। स्कूल का कोई भी कार्य रूकने नहीं देंगे। श्री शर्मा ने युवा संसद, कालिदास समारोह और मोगली उत्सव में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। समारोह की अध्यक्षता स्थानीय पार्षद श्रीमती सीमा प्रवीण सक्सेना ने की।  

Kolar News

Kolar News 18 January 2019

TRAI के नए नियम का लागू होने में अब बस महज दो दिन बचे हैं और 29 दिसंबर के बाद से आपका टीवी देखने का अनुभव बदलने वाला है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं जिसके बाद ब्रॉडकास्ट सेक्टर को अपने कंज्यूमर को चैनल सेलेक्ट करने और उसी के पैसे देने का ऑप्शन उपलब्ध कराना होगा। इसके बाद अब खबरें आ रहीं हैं कि ट्राई के इस आदेश के बाद अब टीवी देखना महंगा होगा। हालांकि, वास्तव में यह सब आपके केबल ऑपरेटर्स और डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर पर निर्भर करेगा। फिलहाल डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर भी नई कीमतों के आधार पर अपने पैक्स बनाने में लगे हैं। अब तक यह डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर्स वेबसाइट्स और अपने चैनल्स के माध्यम से लोगों को नए पैक्स की जानकारी दे रहे हैं। हालांकि, वक्त कम बचा है और आम यूजर के मन में सबसे पहला सवाल यह है कि 29 दिसंबर के बाद क्या होगा, क्या उसने जो पैक ले रखा है वही जारी रहेगा या कोई नए पैक्स डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर्स उपलब्ध करवाएंगे। साथ ही इनकी कीमतों को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। इसलिए, हम आपको आज स्टार, जी, सोनी व अन्य चैनल ब्रॉडकास्चर्स द्वारा घोषित किए गए चैनल्स के दामों और पैक्स के हिसाब से होने वाले खर्च की जानकारी देने जा रहे हैं। यह तो साफ है कि अब तक आप जो फ्री टू एयर चैनल्स मुफ्त में देख रहे थे अब वो मुफ्त में नहीं मिलेंगे और उसके लिए आपको 130 रुपए चुकाने होंगे जिस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगने वाला है। इसके अलावा हिंदी में देखे जाने वाले ज्यादातर चैनल्स सोनी, जी, स्टार व कलर्स के होते हैं। साथ ही कुछ अन्य भी है जिनके न्यूज चैनल्स देखे जाते हैं। अगर ब्रॉडकास्टर्स द्वारा घोषित किए गए आ ला कार्टे और बैक्वेट चैनल्स की कीमतों पर नजर डालें तो लगता है कि जहां तक अपनी पसंद के चैनल चुनने की बात है तो इसमें कुछ चैनल्स के पैकेज सस्ते हैं वहीं कुछ चैनल्स आ ला कार्टे के माध्यम से चुनना फायदेमंद होगा। हालांकि, डीटूएच सर्विस प्रोवाइडर्स ने इसे लेकर अब तक कोई जानकारी अपने ग्राहकों को उपलब्ध नहीं करवाई है कि उन्हें कैसे अपने पैक अपडेट करवाने होंगे। जैसा कि बताया जा रहा है आपका खर्च बढ़ेगा, यह संभव है लेकिन तब जब वर्तमान के हिसाब से उन चैनल्स को भी सबस्क्राइब करें जिन्हें आप खबी देखते भी नहीं। वहीं ट्राई का नया नियम कहता है कि अब आप वही चैनल्स देखेंगे जो आप चाहते हैं और उन्हीं का पैसा चुकाना होगा। इस आधार पर ब्रॉडकास्टर्स ने अपनी वेबसाइट्स पर बैंक्वेट और आ ला कार्टे के आधार पर चैनल्स की कीमतें दी हैं। बैंक्वेट्स में उन चैनल्स का शामिल किया गया है जो यूजर द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाते हैं। स्टार ने अपने 49 रुपए के पैक में 13 सबसे ज्यादा देखे जाने वाले चैनल्स रखे हैं इनमें मूवी, एंटरटेनमेंट, जनरल नॉलेज और स्पोर्ट्स के सभी चैनल्स मौजूद हैं। हालांकि, अगर आप स्पोर्ट्स के चैनल्स नहीं देखना चाहते तो आपके लिए आ ला कार्टे ठीक रहेगा जिसमें सिर्फ स्टार प्लस, स्टार गोल्ड, स्टार गोल्ड सिलेक्ट, मूवीज ओके, नेशनल जियोग्राफी और नेट जियो वाइल्ड चुनते हैं तो आपको 37 रुपए ही खर्च करने होंगे। वहीं अगर आप इसमें एक भी स्पोर्ट चैनल एड करते हैं तो आपके आ ला कार्टे का खर्च सीधे 54 रुपए हो जाएगा। जी ने भी अपने 24 सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले चैनल्स का पैक पेश किया है और इसकी कीमत 45 रुपए है। जी के चैनल्स के मामले में बैंक्वेट पैक ज्यादा बेहतर नजर आता है क्योंकि 45 रुपए में यूजर को सभी जरूरी चैनल्स मिलते हैं। वहीं अगर वो आ ला कार्टे करता है तो महज 4-5 चैनल्स जिमें जी टीवी, जी सिनेमा, एंड पिक्चर्स, एंड टीवी जैसे चैनल्स के लिए ही 50 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ जाएंगे, ऐसे में न्यूज और स्टेट न्यूज के अलावा एंटरटेनमेंट के अन्य चैनल्स नहीं मिल पाएंगे। सोनी चैनल्स के मामले में भी कंपनी 31 रुपए में बैंक्वेट पैक लॉन्च किया है जिसमें 9 सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले चैनल्स हैं। इस चैनल के मामले में भी बैंक्वेट पैक चुनना ही बेहतर होगा क्योंकि आ ला कार्टे करने में सोनी सब, सोनी चैनल, सेट मैक्स के दाम ही लगभग 50 रुपए हो जाते हैं। वहीं स्पोर्ट्स चैनल्स का खर्च तो अलग ही है। हालांकि, सोनी ने अपने 31 रुपए वाले पैक में स्पोर्ट्स चैनल्स नहीं रखे हैं और इन्हें देखने के लिए 69 रुपए का प्लैटिनम पैक बनाया है जिसमें सभी बड़े चैनल्स शामिल हैं। टाइम्स, जिस्कवरी व अन्य ने मिलकर अपने अलग चैनल पैक्स लॉन्च किए हैं और बड़े ब्रॉडकास्टर्स के मुकाबले इन पैक्स के दाम कम हैं। मसलन डिस्कवरी के 8 चैनल्स महज 8 रुपए मे देख उपलब्ध हैं वहीं डिज्नी के 7 चैनल्स 10 रुपए में। इसके अलावा टाइम्स के 4 चैनल्स 7 रुपए में उपलब्ध होंगे जबकि टर्नर्स के 2 चैनल्स साढ़े चार रुपए में मिलेंगे। वायोकॉम ने भी 20 रुपए में 25 चैनल्स का पैक पेश किया है जिसमें न्यूज, एंटरटेनमेंट, म्यूजिक के अलावा कार्टून चैनल्स भी शामिल हैं हालांकि, आ ला कार्टे में भी इन चैनल्स की कीमत बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन इस मामले में भी वायोकॉम का बैंक्वेट पैक ज्यादा बेहतर नजर आता है। हालांकि, यह पूरा आंकलन चैनल कंपनियों द्वारा दी चैनल्स की कीमतों के आधार पर है। इसके बाद डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर्स की भूमिका भी बेहद अहम है। अगर आपका डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर वर्तमान की ही तरह कोई बजट पैक पेश करता है तो आपका खर्च ज्यादा प्रभावित नहीं होगा।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2018

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की जिंदगी पर बनी फिल्म ठाकरे का ट्रेलर बुधवार को मुंबई में लॉन्च किया गया। फिल्म में बाल ठाकरे का किरदार नवाजुद्दीन सिद्दीकी निभा रहे हैं। ट्रेलर में बालासाहेब के एक सामान्य इंसान से लोकप्रिय नेता बनने की यात्रा को बखूबी दर्शाया गया है। फिल्म में नवाजुद्दीन के लुक खूब चर्चा हो रही है। लगभग 2:54 मिनट के इस ट्रेलर की शुरुआत मुंबई दंगों से होती है। इसके बाद बाल ठाकरे के किरदार में नवाजुद्दीन सिद्दीकी दिखाई पड़ते हैं। ट्रेलर में बाल ठाकरे के जीवन के शुरुआती जीवन को दिखाया जाता है। बाल ठाकरे ने कैसे मराठी मानुष का आंदोलन खड़ा किया, कैसे राजनीति में प्रवेश किया कैसे शिवसेना की स्थापना हुई, बाबरी मस्जिद को लेकर बाल ठाकरे क्या सोचते थे, उनके जीवन की तमाम यात्राओं को ट्रेलर में दिखाने की कोशिश की गई है। लॉन्चिंग इवेंट में फिल्म और राजनीति जगत की कई हस्तियां शामिल हुईं। ठाकरे का परिवार, शिवसेना के कार्यकर्ता भी ट्रेलर लॉन्च इवेंट में मौजूद रहे। बाल ठाकरे की बायोपिक से राजनीतिक विवाद भी शुरू होने की आशंका है। फिल्म से जुड़े जितने भी पोस्टर्स आए हैं उसमें नवाज बाला साहेब के किरदार में अद्भुत नजर आए हैं। अब ट्रेलर आ चुका है और इसमें भी नवाज बेहतर परफॉर्म करते दिखाई दे रहे हैं। इस फिल्म का निर्माण कर रहे सांसद संजय राउत और बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे भी इस खास मौके पर मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2018

  देशभर में पटाखों के उत्पादन, उनको बेचने और स्टॉक पर पाबंदी की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि दिवाली पर लोग रात 8-10 बजे तक ही पटाखे चला सकेंगे। यह आदेश सभी धर्मों के त्यौहारों पर लागू होगा। सर्वोच्च न्यायालय ने यह भी कहा है कि जो पटाखें चलाए जाएं वो कम धुएं और आवाज वाले हों ताकि प्रदूषण ना फैले। सर्वोच्च न्यायालय ने पटाखों की बिक्री पर से भी कुछ शर्तों के साथ रोक हटाई है। इसके तहत पटाखों की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगा दी है। इससे पहले जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण की पीठ ने कहा, हालांकि यह मामला सोमवार की सूची में शामिल था, लेकिन इस पर निर्णय 23 अक्टूबर को सुनाया जाएगा। शीर्ष कोर्ट ने 28 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि शीर्ष कोर्ट ने 2017 में दिल्ली-एनसीआर में दीपावली पर पटाखों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी थी। दरअसल, वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर देशभर में पटाखों पर रोक लगाने की मांग की गई थी। पीठ ने इस मुद्दे पर याचिकाकर्ता, पटाखा निर्माता केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की दलीलों को सुनने के बाद कहा था कि पटाखों से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव और इसके व्यापार के बीच एक संतुलन रखना होगा। पीठ का कहना था कि जहां पटाखा निर्माताओं को अपने जीविकोपार्जन का मूल अधिकार प्राप्त है वहीं 130 करोड़ लोगों को भी अच्छे स्वास्थ्य का मूल अधिकार प्राप्त है। सुनवाई के दौरान पटाखा निर्माताओं ने दलील दी थी कि दीपावली के बाद बढ़ने वाले वायु प्रदूषण के लिए सिर्फ पटाखे जिम्मेदार नहीं हैं और सिर्फ इस वजह से पूरे उद्योग को बंद करने का आदेश देना न्यायसंगत नहीं होगा। सुनवाई के दौरान पीठ ने बच्चों में श्वसन संबंधी दिक्कतों के बढ़ने पर चिंता जताते हुए पटाखों पर पूरी तरह से या फिर आंशिक प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।  

Kolar News

Kolar News 23 October 2018

अपना मानदेय बढ़ाने और स्थायी करने की मांग को लेकर भोपाल के  पॉलीटेक्निक चौराहे पर प्रदर्शन कर रहीं आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन उस वक्त उग्र हो गया, जब टॉवर पर चढ़ने की कोशिश कर रही एक महिला कार्यकर्ता बीस फीट ऊपर से नीचे गिर गई। नाराज आशा-ऊषा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांगों को लेकर मिलना चाहती थी। लेकिन मुख्यमंत्री दौरे पर थे। इसके चलते नाराज आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं के 8 सदस्यीय दल को बुधवार दोपहर 12 वल्लभ भवन बुलाया गया। यहां अधिकारियों ने चर्चा की और मांगों को मानने के आश्वासन दिए। लेकिन वे नहीं मानी और तुरंत नियमित करने व मानदेय बढ़ाने की मांग पर अड़ी रही। इसी को लेकर बहस भी की। वापस पॉलीटेक्नीक चौराहे के पास पहुंच गईं। यहां चौराहे पर लगे टॉवर पर चढ़ गईं। उन्हें उतारने के लिए पुलिस के जवान चढ़े। झूमा-झटकी में कार्यकर्ता व पुलिस के जवान गिर गए। महिला के नीचे गिरते ही साथी कार्यकर्ता आग-बबूला हो गईं और उनकी पुलिसवालों से हुज्जत हो गई। नौबत हाथापाई तक कि आ गई। आशा-ऊर्षा कार्यकर्ताओं को मौके से खदेड़ने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। घायलों को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया है। बाकी की आधा सैंकड़ा कार्यकर्ताओं को सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा है। पूरा घटनाक्रम दोपहर 2 बजे के बाद का है। इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करके प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा कि, प्रदेश की आशा- उषा कार्यकर्ता अपनी मांगों लेकर सीएम हाउस के पास सड़क पर बच्चों के साथ धरना दे रही हैं, लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। प्रदेश की आशा-उषा कार्यकर्ता अपनी जायज माँगो को लेकर सीएम हाउस के समीप सड़कों पर कड़ी धूप में अपने बच्चों को लेकर धरने पर बैठी है.. उनसे राखी बँधवाने वाले शिवराज को चुनावी भूमिपूजन छोड़ उनकी खैर खबर लेना चाहिये लेकिन अभी तक सरकार का कोई भी ज़िम्मेदार उनसे मिलने तक नहीं पहुँचा है। इससे पहले मंगलवार को पुलिस व्यवस्था को चकमा देकर सैकड़ों आशा-ऊषा कार्यकर्ता मंगलवार सुबह 9.30 बजे मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच गई थी। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसका महिला कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया था। लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। इससे वे नाराज हो गईं और पॉलीटेक्नीक चौराहे के पास सड़क पर बैठ गईं। वो मंगलवार सुबह 10 से शाम पांच बजे तक वे यहीं बैठीं रहीं। इससे वहां ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई। रुक-रुककर जाम लगने लगा। लोगों की परेशानी देख पुलिस ने उन्हें चौराहे से उठाकर सड़क के किनारे बैठा दिया। वे देर शाम तक बैठीं रहीं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनका वेतन बढ़ाकर स्थायी नहीं किया जाता, तब तक वे भोपाल नहीं छोड़ेंगी। प्रदेश की आशा-ऊषा कार्यकर्ता मानदेय नहीं बढ़ाने से नाराज हैं। नाराजगी उस दिन से और बढ़ गई जब प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का वेतन बढ़ा दिया। अब ये भी मानदेय बढ़ाने व स्थाई करने की जिद पर अड़ी हैं। इसके लिए कार्यकर्ता पूर्व में भी भोपाल समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विरोध दर्ज करा चुकी हैं।

Kolar News

Kolar News 3 October 2018

कोलार रोड पर 6 किमी में बनेंगे 4 अंडरपास, बार-बार लगने वाले जाम से मिलेगी निजात कोलार रोड पर हर रोज लगने वाले जाम में फंसने वाले वाहन चालकों के लिए राहत भरी खबर है। 6 किमी की इस रोड पर 4 अंडरपास बनाए जा रहे हैं। चूनाभट्टी चौराहा, मंदाकिनी चौराहा, सीआई हाईट्स और गेहूंखेड़ा नहर पर बनने वाले इन अंडरपास का निर्माण एमपीआरडीसी की ओर से कराया जाएगा। अंडर पास बनने के बाद वाहन चालकों को सुबह-शाम के पीक अवर्स में लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी।  दरअसल, इस रोड को सिक्सलेन बनाया जाना है, लेकिन सड़क के किनारे-किनारे गुजरी कोलार पाइपलाइन निर्माण में सबसे बड़ी बाधा है। योजना के मुताबिक उक्त लाइन के बदले नई लाइन बिछाई जा रही है। इसका काम चल रहा है, जो फरवरी 2019 में पूरा होना है। नई लाइन डलने पर मौजूदा लाइन को हटा दिया जाएगा। ऐसे में सिक्सलेन का काम मार्च 2019 में शुरू होगा, जो कि 18 महीने में पूरा किया जाएगा। उक्त सिक्स लेन रोड के निर्माण के साथ ही इन चारों अंडर पास का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 200 करोड़ रुपए से ज्यादा है।  शाहपुरा की ओर चूनाभट्टी चौराहे का अंडरपास कलियासोत नहर से शाहपुरा की ओर निकलेगा।  अमरनाथ कॉलोनी की ओर  मंदाकिनी चौराहे का अंडरपास मंदाकिनी से अमरनाथ कॉलोनी की ओर निकलेगा।  कान्हाकुंज रोड की ओर सीआई हाईट्स का अंडरपास विनीत कुंज से प्रस्तावित कान्हाकुंज रोड की ओर निकलेगा।  प्रियंका नगर की ओर  गेहूंखेड़ा नहर अंडरपास प्रियंका नगर से निगम जोन कार्यालय की ओर निकलेगा।  सिक्सलेन बनाने में कोलार पाइपलाइन बन रही थी सबसे बड़ी बाधा, इसलिए नई लाइन बिछाने का चल रहा है काम  कोलार रोड पर अभी हालात ऐसे हैं कि सुबह 9 से 11 और शाम के 5 से रात 8 बजे तक जगह-जगह जाम लगता है। खासकर चूनाभट्टी चौराहा, सर्वधर्म पुल, मंदाकिनी चौराहा, बीमाकुंज, सीआई हाइट्स और गेहूंखेड़ा की नहर के पास जाम के हालात बनते हैं। इन स्थानों पर कॉलोनियों के रास्ते मुख्य सड़क से जुड़ते हैं। ऐसे में यहां बार-बार जाम लगता है। जाम में फंसने के कारण पीक अवर्स में गेहूंखेड़ा नहर से चूनाभट्टी तक छह किलो मीटर का सफर 10 मिनट के बजाय 20 मिनट में पूरा होता है।  अंडर पास टू लेन में बनाए जाएंगे। एक लेन करीब साढ़े तीन मीटर चौड़ी होगी। इनकी चौड़ाई करीब सात मीटर होगी। ऐसे में दोनों आेर के वाहन आसानी से आ-जा सकेंगे। यही नहीं, सर्वधर्म पुल की मौजूदा चौड़ाई कम होने के कारण यहां लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए पुल से लगाकर नए टू लेन पुल का भी निर्माण किया जाएगा।  पहले उक्त सड़क के लिए 87 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ था। इस बजट से मौजूदा फोरलेन सड़क को ही रिपेयर करने का प्लान बनाया गया था। सड़क पर बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए दोबारा से इसकी प्लानिंग की गई। इसके बाद ही सड़क को सिक्स लेेन बनाने का निर्णय लिया गया।   

Kolar News

Kolar News 29 September 2018

बाल आयोग की कार्यशाला में बोले सायबर क्राइम एआईजी सुदीप गोयनका वाट्सएप, फेसबुक या ईमेल के जरिए बच्चे किसी न किसी रूप में सायबर बुलिंग (धमकाना या भद्दे कमेंट) के शिकार हो जाते हैं। साथ ही सायबर स्टॉकिंग में भी फंस जाते हैं। कई बार ऐसा होता है कि कोई अनजान व्यक्ति बार-बार आपका प्रोफाइल चेक करता है और बार-बार फे्रंड रिक्वेस्ट भेजता है तो इसे सायबर स्टॉकिंग कहते हैं। जब तक आप सामने वाले को पूरी तरह से न जान जाएं, तब उसकी रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें। यह बात सायबर क्राइम एआईजी सुदीप गोयनका ने शुक्रवार को समन्वय भवन में मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित कार्यशाला में कही। उन्होंने बताया कि स्कूलों में प्राचार्यों और संचालकों को बच्चों को सायबर क्राइम के प्रति जागरूक करना होगा। साथ ही स्कूलों के पाठ्यक्रम में सायबर क्राइम को शामिल करना चाहिए। भले ही इसकी परीक्षा न ली जाए, लेकिन 5वीं से 12वीं तक सायबर क्राइम को शामिल करना जरूरी है। उन्होंने वाट्सएप व फेसबुक के माध्यम से बच्चों द्वारा जाने-अनजाने में किए गए अपराधों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर बच्चे से फेसबुक, वाट्सएप या ईमेल पर कोई गलती हो जाती है तो उसके बारे में अभिभावक, टीचर या पुलिस को जरूर बताएं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीआर) के तकनीकी सलाहकार रजनीकांत, मप्र बाल आयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा, सदस्य आशीष कपूर, जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा, राज्य शिक्षा केंद्र के रामाकांत तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे। एआईजी गोयनका ने कहा कि 13 वर्ष की उम्र से बच्चा अपना फेसबुक प्रोफाइल और 18 वर्ष के बाद ईमेल आईडी बना सकता है। उन्होंने डिजिटल फुटप्रिंट को मैनेज करने के लिए विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने की सलाह भी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि हर खाते का पासवर्ड वैसे ही अलग रखना चाहिए, जैसे हर कमरे का एक ताला और एक चाबी होता है। वहीं, राघवेंद्र शर्मा ने कहा कि आज समाज में संवेदना की कमी के कारण लैंगिक अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के मौलिक अपराधों का हनन आपराधिक श्रेणी में आता है। एनसीपीआर के तकनीकी सलाहकार रजनीकांत ने बताया कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर अलग-अलग विभागों की अलग-अलग गाइडलाइन बनी हुई है। इसके लिए एनसीपीआर ने सभी को मिलाकर एक गाइडलाइन की बुक तैयार की है। इसमें सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में शिकायत पेटी लगाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि स्कूल की संरचना, प्रबंधन, सेनीटेशन, यातायात सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका मानना था कि 5वीं कक्षा के बाद ही बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा दी जानी चाहिए। बस्ते का बोझ कम करने के लिए साल भर के कोर्स की किताब को 3-3 महीने में बांटकर कोर्स की बुक बनानी होगी॥ सायबर क्राइम से बचने के उपाय अलग-अलग खाते का पासवर्ड अलग रखें।  किसी अनजान की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। कभी भी मोबाइल में भी अपना ईमेल या फेसबुक लॉगइन न रखें, बल्कि लॉग आउट कर दें। मोबाइल को पैटर्न नंबर या थंब लॉक न कर, पिन नंबर से लॉक करें। वाईफाई घर या ऑफिस में लगाए हैं तो पासवर्ड प्रोटेक्शन रखें।अपना ओटीपी शेयर न करें।सोशल अकाउंट में अपनी फोटो सही जानकारी या फोन नंबर न डालें। स्टेटस अपडेट में समय और स्थान न लिखें। किसी अनजान से चैटिंग न करें। कम्प्यूटर व मोबाइल के प्रति एडिक्ट न हों।  

Kolar News

Kolar News 29 September 2018

  मध्यप्रदेश पर्यटन को एक बार फिर से लगातार दूसरे साल नेशनल आवर्डस से नवाजे जाने का सुअवसर हासिल हुआ है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज नई दिल्ली में घोषित नेशनल अवार्डस में मध्यप्रदेश पर्यटन को 10 अवार्ड प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त लगातार तीन साल से बेस्ट टूरिज्म स्टेट के रूप में हॉल ऑफ फेम का नेशनल अवार्ड भी दूसरे साल भी प्रभावशील है। यह अवार्ड लगातार तीन साल तक प्रभावी रहेगा। अवसर था; विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह का। समारोह में केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के.जे. अल्फोन्स ने यह अवार्ड प्रदान किये। मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं टूरिज्म बोर्ड के एमडी श्री हरि रंजन राव, पर्यटन निगम के एमडी श्री टी इलैया राजा एवं टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक श्रीमती भावना वालिम्बे आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विश्व पर्यटन दिवस पर घोषित अवार्डस में मध्यप्रदेश को एक्सीलेन्स एन पब्लिसिंग इन फॉरेन लेंगवेज अदर देन इंगलिश के लिए विदेशी भाषा जर्मनी में रूचिकर कॉर्पोरेट ब्रोशर के प्रकाशन, बेस्ट हेरीटेज वॉक का इन्दौर शहर को, बेस्ट हेरीटेज सिटी का सिटी ऑफ जॉय माण्डू को, बेस्ट एडवेंचर स्टेट का मध्यप्रदेश और उत्तराखण्ड को संयुक्त रूप से, एक्सीलेन्स एन पब्लिसिंग इन इंगलिश लेंगवेज में कॉफी टेबल बुक कान्हा टाईगर रिर्जव को स्वच्छता का नेशनल अवार्ड इन्दौर को, बेस्ट सिविक मैनेजमेंट का ओंकारेश्वर को, बेस्ट वाइल्ड लाइफ गाइड का पन्ना नेशनल पार्क के गाइड श्री राशिका प्रसाद को, वेस्ट एयरपोर्ट के रूप में देवी अहिल्या बाई होलकर एयरपोर्ट इन्दौर को और बेस्ट हेरीटेज प्रोपर्टी का देवबाघ ग्वालियर को नेश्नल अवार्ड मिला है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा सहित पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय बताते हुए हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने पर्यटन की संपूर्ण टीम संबंधित विभाग और संस्थाओं को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए इसी तरह आगे भी टीम भावना से कार्य करने और इस गौरव को बरकरार रखने की अपेक्षा की है।  

Kolar News

Kolar News 27 September 2018

  मध्यप्रदेश पर्यटन को एक बार फिर से लगातार दूसरे साल नेशनल आवर्डस से नवाजे जाने का सुअवसर हासिल हुआ है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज नई दिल्ली में घोषित नेशनल अवार्डस में मध्यप्रदेश पर्यटन को 10 अवार्ड प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त लगातार तीन साल से बेस्ट टूरिज्म स्टेट के रूप में हॉल ऑफ फेम का नेशनल अवार्ड भी दूसरे साल भी प्रभावशील है। यह अवार्ड लगातार तीन साल तक प्रभावी रहेगा। अवसर था; विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह का। समारोह में केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के.जे. अल्फोन्स ने यह अवार्ड प्रदान किये। मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं टूरिज्म बोर्ड के एमडी श्री हरि रंजन राव, पर्यटन निगम के एमडी श्री टी इलैया राजा एवं टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक श्रीमती भावना वालिम्बे आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विश्व पर्यटन दिवस पर घोषित अवार्डस में मध्यप्रदेश को एक्सीलेन्स एन पब्लिसिंग इन फॉरेन लेंगवेज अदर देन इंगलिश के लिए विदेशी भाषा जर्मनी में रूचिकर कॉर्पोरेट ब्रोशर के प्रकाशन, बेस्ट हेरीटेज वॉक का इन्दौर शहर को, बेस्ट हेरीटेज सिटी का सिटी ऑफ जॉय माण्डू को, बेस्ट एडवेंचर स्टेट का मध्यप्रदेश और उत्तराखण्ड को संयुक्त रूप से, एक्सीलेन्स एन पब्लिसिंग इन इंगलिश लेंगवेज में कॉफी टेबल बुक कान्हा टाईगर रिर्जव को स्वच्छता का नेशनल अवार्ड इन्दौर को, बेस्ट सिविक मैनेजमेंट का ओंकारेश्वर को, बेस्ट वाइल्ड लाइफ गाइड का पन्ना नेशनल पार्क के गाइड श्री राशिका प्रसाद को, वेस्ट एयरपोर्ट के रूप में देवी अहिल्या बाई होलकर एयरपोर्ट इन्दौर को और बेस्ट हेरीटेज प्रोपर्टी का देवबाघ ग्वालियर को नेश्नल अवार्ड मिला है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा सहित पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय बताते हुए हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने पर्यटन की संपूर्ण टीम संबंधित विभाग और संस्थाओं को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए इसी तरह आगे भी टीम भावना से कार्य करने और इस गौरव को बरकरार रखने की अपेक्षा की है।  

Kolar News

Kolar News 27 September 2018

भारत में टेलिविजन का क्रेज किसी से छिपा नहीं है। यहां फिल्मों से ज्यादा टीवी सीरियल्स को महत्व दिया जाता है। बार्क द्वारा जारी 38वें हफ्ते की टीआरपी रेटिंग्स में भी यह बात दिखाई दे रही है। इस बार की रेटिंग में काफी उलटफेर भी देखने को मिले हैं। हालांकि इस बार सभी की निगाहें सलमान खान द्वारा होस्ट बिग बॉस की रेटिंग पर थीं। इस सप्ताह बार्क की लिस्ट में इस शो को 6वां स्थान मिला है। जबकि, डांस दीवाने रियलिटी शो, एकता कपूर का नागिन 3 अभी भी टॉप 5 की लिस्ट में जमें हुए हैं। सबसे बड़ा झटका टीवी सीरियल 'ये हैं मोहब्बतें' को लगा है जो टॉप  पिछले हफ्ते की तरह इस हफ्ते भी 'नागिन 3' सबसे ज्यादा प्वाइंट्स के साथ पहले पायदान पर बना हुआ है। इसके दर्शकों की संख्या 10 मिलियन से भी उपर है। माधुरी दीक्षित के डांस रियलिटी शो 'डांस दीवाने' बार्क की लिस्ट में दूसरे नंबर पर काबिज है। यह शो पूरे समय टॉप 10 में जमा रहा। इस बार इसे 7 मिलियन दर्शक मिलें। टीवी सीरियल 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। चौथा और पांचवां नंबर 'कुंडली भाग्य' और 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' को मिला। मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस को 6वां स्थान मिला। कुमकुम भाग्य को इस हफ्ते रेटिंग में नुकसान का सामना करना पड़ा। यह टॉप 5 से बाहर होकर इस बार 7वें नंबर पर आ गई। इस हफ्ते जारी रेटिंग्स के अनुसार कलर्स, स्टार प्लस, सोनी इंटरटेनमेंट, जी टीवी और सब टीवी टॉप 5 में शामिल हैं  

Kolar News

Kolar News 27 September 2018

    कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भोपाल पहुंचे। पार्टी के प्रदेशअध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्टेट हैंगर पर राहुल गांधी का स्वागत किया। स्टेट हैंगर से राहुल गांधी का काफिला लालघाटी चौराहे पर पहुंचा। जहां से राहुल ने अपना रोड शो शुरू किया। राहुल गांधी रोड शो के दौरान करीब 13 किलोमीटर का रास्ता तय कर वे  भेल दशहरा मैदान  पहुंचे और कार्यकर्ताओं से संवाद किया । लालघाटी चौराहे पर 21 पंडितों द्वारा मंत्रोचार के बीच 11 कन्याओं ने तिलक लगाकर राहुल गांधी की आरती उतारी और उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। यहां से राहुल गांधी बस में सवार हुए। बस में उनके साथ कमलनाथ व सिंधिया के अलावा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अजय सिंह, अरुण यादव, विवेक तनखा, कांतिलाल भूरिया, राजमणि पटेल व आरिफ अकील मौजूद हैं। राहुल गांधी के इस शो और सभा के लिए प्रदेशभर से कांग्रेसी भोपाल पहुंचे हैं। इस दौरे को लेकर कांग्रेसियों में जबर्दस्त उत्साह रहा । लालघाटी से होते हुए राहुल का रोड शो लालघाटी से वीआईपी गेस्ट हाउस, इमामी गेट, सदर मंजिल, कमला पार्क, पॉलिटेक्निक चौराहा, बाण गंगा, रोशनपुरा चौराहा, अपेक्स बैंक, पीसीसी, ज्योति टॉकीज, चेतक ब्रिज, कस्तूरबा नगर तिराहे से अन्ना नगर होता हुआ दशहरा भेल मैदान पहुंचा।   

Kolar News

Kolar News 17 September 2018

अगले दो महीने में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन सांसद अभी भी अपने क्षेत्र में सक्रिय नहीं हैं। इस वजह से एक बार फिर सांसदों को क्षेत्रीय जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों अनूप मिश्रा और भागीरथ प्रसाद को इस गुस्से से दो-चार होना पड़ा, जब स्थानीय लोगों ने संसदीय क्षेत्र में ही लापता होने के पोस्टर लगा दिए और पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज की। अनूप मिश्रा के बारे में जानकारी देने पर 51 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। यह सभी भाजपा के सांसद हैं। यह पहली बार नहीं है, जब सांसदों के लापता होने के पोस्टर उनके क्षेत्र में चिपकाए गए हैं। एक साल में भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा सांसदों के खिलाफ ऐसे अभियान चल चुके हैं। हालांकि पिछले दिनों ओबीसी और सामान्य वर्ग के लोगों ने एससी-एसटी एक्ट के विरोध में पोस्टर लगाए थे। दरअसल, भाजपा के कई सांसद अब अपने लिए विधानसभा सीट ढूंढ रहे हैं। भागीरथ प्रसाद खुद गोहद से विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक माने जा रहे हैं, वहीं अनूप मिश्रा की विधायक बनने की इच्छा किसी से छुपी नहीं है। गुमशुदगी के पोस्टर लगने के बाद भिंड सांसद भागीरथ प्रसाद ने कहा कि महज कुछ लोग क्षेत्र में मेरा विरोध कर रहे हैं। यह विरोध भी एससी-एसटी एक्ट को लेकर है। मैं लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहा हूं। पिछले एक हफ्ते से क्षेत्र से जुड़े विषयों पर ही बैठकें कर रहा हूं। कुछ लोगों के विरोध से मेरे द्वारा कराया गया विकास नहीं छुपेगा। नागेंद्र सिंह: अप्रैल 2018 में खजुराहो सांसद नागेंद्र सिंह के लापता होने के पोस्टर फेसबुक पर जारी किए गए। उनके संसदीय क्षेत्र में भी यह पोस्टर लगाकर लोगों ने नाराजगी जाहिर की। सुभाष पटेल: खरगोन सांसद सुभाष पटेल के खिलाफ ऐसे अभियान एक नहीं दो बार चल चुके हैं। पिछले साल कुछ ग्रामीणों ने उनके खिलाफ पोस्टर लगाए थे। ज्यादातर लोग सांसद के रवैये से नाराज थे। ज्ञान सिंह: मंत्री पद छोड़कर बेमन से सांसद बने ज्ञान सिंह को भी पिछले साल इस विरोध का सामना करना पड़ा। ज्ञान सिंह को गुमशुदा बताने वाला मैसेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। सुषमा स्वराज: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ भी विदिशा में पोस्टर अभियान चल चुका है। सुषमा स्वराज काफी समय अपने संसदीय क्षेत्र से दूर रहीं।      

Kolar News

Kolar News 17 September 2018

    एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री मोदी के रूप में देश को एक सशक्त और दूरदर्शी नेतृत्व मिला है। श्री मोदी के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में  भारत का गौरव बढ़ा है। उन्होंने श्री मोदी के सुदीर्घ और यशस्वी जीवन की ईश्वर से  कामना की है।

Kolar News

Kolar News 17 September 2018

  एससी-एसटी एक्ट में सशोधन के खिलाफ गुरुवार को भारत बंद रहा वहीं इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। इस बीच यह मामला एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस बार वकील पृथ्वी राज चौहान और प्रिया शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है और 6 हफ्ते में जवाब मांगा है। अपनी याचिका में दोनों ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के 20 मार्च के आदेश को लागू किया जाए। एससी-एसटी संशोधन के माध्यम से जोड़े गए नए कानून 2018 में नए प्रावधान 18 A के लागू होने से फिर दलितों को सताने के मामले में तत्काल गिरफ्तारी होगी और अग्रिम जमानत भी नहीं मिल पाएगी। याचिका में नए कानून को असंवैधानिक घोषित करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह में जवाब मांगा है। कोर्ट ने कानून पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा है कि बिना सुनवाई रोक लगाना वाजिब नहीं है।गौरतलब है कि एससी-एसटी संशोधन कानून 2018 को लोकसभा और राज्यसभा ने पास कर दिया था और इसे नोटिफाई कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने गत 20 मार्च को दिये गए फैसले में एससी-एसटी कानून के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए दिशा निर्देश जारी किये थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि एससी एसटी अत्याचार निरोधक कानून में शिकायत मिलने के बाद तुरंत मामला दर्ज नहीं होगा डीएसपी पहले शिकायत की प्रारंभिक जांच करके पता लगाएगा कि मामला झूठा या दुर्भावना से प्रेरित तो नहीं है। इसके अलावा इस कानून में एफआईआर दर्ज होने के बाद अभियुक्त को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। सरकारी कर्मचारी की गिरफ्तारी से पहले सक्षम अधिकारी और सामान्य व्यक्ति की गिरफ्तारी से पहले एसएसपी की मंजूरी ली जाएगी। इतना ही नहीं कोर्ट ने अभियुक्त की अग्रिम जमानत का भी रास्ता खोल दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद देशव्यापी विरोध हुआ था, जिसके बाद सरकार ने कानून को पूर्ववत रूप में लाने के लिए एससी एसटी संशोधन बिल संसद में पेश किया था और दोनों सदनों से बिल पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा गया था। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद संशोधन कानून प्रभावी हो गया। इस संशोधन कानून के जरिये एससी एसटी अत्याचार निरोधक कानून में धारा 18 ए जोड़ी गई है जो कहती है कि इस कानून का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत नहीं है और न ही जांच अधिकारी को गिरफ्तारी करने से पहले किसी से इजाजत लेने की जरूरत है। संशोधित कानून में ये भी कहा गया है कि इस कानून के तहत अपराध करने वाले आरोपी को अग्रिम जमानत के प्रावधान (सीआरपीसी धारा 438) का लाभ नहीं मिलेगा यानी अग्रिम जमानत नहीं मिलेगी।  

Kolar News

Kolar News 7 September 2018

एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान श्रीकृष्ण से कृपा की वर्षा करने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा है कि प्रगति और विकास पथ पर प्रदेश-देश लगातार उन्नति करे। सबके जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धी-सिद्धी आये। श्री चौहान ने यह प्रार्थना कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में की। सर्वधर्म समभाव की परंपरा को आगे बढाते हुए मुख्यमंत्री निवास में श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रद्धा और भक्ति भाव से आज मनाया गया। इस अवसर पर श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान श्री कृष्ण के श्रीचरणों में नमन करते हुये कृपा और आनंद की वर्षा करने की प्रार्थना की। उन्होंने भक्तगणों का आव्हान किया कि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो जायें। उन्होंने सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी। सब सुखी, सब निरोगी हों। श्री चौहान ने बताया कि भोपाल सेंट्रल जेल के कार्यक्रम में बंदियों के भक्ति रंग को देख, वे अत्यंत प्रभावित हुये। उन्हें कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में एक अच्छा इंसान जिंदा रहता है। कई बार विपरीत परिस्थितियों वश जेल जाना पड़ता है। आपातकाल के दौरान उन्हें भी भोपाल जेल में रहना पड़ा था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भी कारागार में हुआ था। जन्मोत्सव में सेंट्रल जेल भोपाल के बंदियों द्वारा भक्ति संगीत की ऐसी धारा प्रवाहित की गई जिसमें सारा परिवेश भक्तिरस में सराबोर हो गया। भगवान श्रीकृष्ण के भजनों से वातावरण कृष्णमय होकर, पूरी तरह आध्यात्मिक बन गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने सभी धर्मों के विशिष्ट त्यौहारों और अवसरों पर मुख्यमंत्री निवास में उत्सवों के आयोजन की परंपरा स्थापित की है। इसे गरिमा के साथ आगे बढ़ाते जा रहे हैं। इसी श्रंखला मे आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरी पारंपरिक गरिमा एवं अनुष्ठान से मनाया गया। बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उत्सव में विधिवत कृष्ण जन्म, मटकी फोड़, पूजन-अर्चन आदि के कार्यक्रम भक्तिपूर्ण उल्लासमय गरिमा के साथ मनाये गये। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। श्री चौहान ने शुभकामना संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद् भगवद् गीता के माध्यम से कर्मयोग की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन, भक्ति-ज्ञान और कर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक उत्कर्ष उनके दार्शनिक तत्व हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों पर चलने का आव्हान करते हुए कहा कि भक्ति, कर्म और ज्ञान मार्ग से ही समाज और प्रदेश के नव-निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। राज्यपाल ने जन्माष्टमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्रीमती पटेल ने शुभकामना संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया को सत्य के मार्ग पर चलते हुए कठिनाईयों का सामने करने की सीख दी है। भगवद गीता के उपदेश जनमानस के लिए जीवन दर्शन प्रस्तुत करते हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया गीता का ज्ञान विश्व में आज भी प्रासांगिक है। श्रीमती पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों की सुख- समृद्धि की कामना की है।

Kolar News

Kolar News 4 September 2018

कोलार से निकलने वाली कलियासोत नदी के 33 मीटर दायरे के भीतर हुआ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आज तक नहीं हो सकी। इस बार अभी तक कम बारिश होने से जिल प्रशासन और नगर निगम के जिम्मेदार अफसर कलियासोत नदी से लगे दामखेड़ा की झुग्गियां तक नहीं हटाई। जिम्मेदारों की ओर से ध्यान नहीं देने से और अतिक्रमण हो रहे हैं। दामखेड़ा ए और बी में नदी किनारे 100 से ज्यादा टीन शेड के मकान बने हैं। झुग्गियां भी तन गई हैं। लेकिन, जिम्मेदार अफसर अतिक्रमण हटाने को लेकर गंभीर नहीं हैं। अतिक्रमण हटाने के नाम पर नगर निगम प्रशासन ने नदी की सीमा में आने वाली अतिक्रमण की जानकारी जिला प्रशासन तक पहुंचाई है। लेकिन, बड़े स्तर पर कोई अतिक्रमण विरोधी मुहिम जिला प्रशासन ने नगर निगम के सहयोग नहीं चलाई। ऐसे में नदी के आससपास अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। नगर निगम जोन-18 की अतिक्रमण शाखा के प्रभारी जगदीश टांक ने बताया कि कलियासोत नदी किनारे अतिक्रमण है। मकान व झुग्गिया बनी हैं। जिला प्रशासन को जानकारी भेजी है। निर्देश मिलने पर जिल प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण विरोधी मुहिमक चलाई जाएगी। जिस साल तेज बारिश होती है और नदी में पानी बढ़ जाता है। उस दौरान नदी की सीमा में बने टीन शेड के मकान व झुग्गियों में रहने वाले लोगों की जान का खतरा बढ़ जाता है। पिछले साल तेज बारिश होने पर कलियासोत से लगे दामखेड़ा के कई घरों में पानी घुस गया था। इससे 50 से जयादा परिवार बेघर हो गए थे। इस बार अभी तक तेज बारिश नहीं होने घरों में पानी घुसने के कोई हालत नहीं बने हैं। लेकिन, दो दिन ही भारी बारिश हो जाए तो लोगों की जान का खतरा बढ़ जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 30 August 2018

  वन अधिकारियों को जारी हुए विस्तृत निर्देश मध्यप्रदेश में इस वर्ष भी एक से 7 अक्टूबर, 2018 तक वन्य-प्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जायेगा। लोगों में वन और वन्य-प्राणियों के प्रति लगाव और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सप्ताह के दौरान विभिन्न आयोजन के लिये अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री आलोक कुमार ने प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक, राष्ट्रीय उद्यान के संचालक, समस्त वन मण्डलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं। उल्लेखनीय है कि विगत वर्षों में बच्चों ने वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में बहुत रुचि और उमंग से भाग लिया। इससे बच्चों में वन और वन्य-प्राणियों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ी है। वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान प्रदेश में स्कूली छात्र-छात्राओं के लिये वन्य-प्राणी संरक्षण पर व्याख्यान, निबंध, पेंटिंग आदि विभिन्न प्रतियोगिताएँ होंगी। प्रत्येक परिक्षेत्र में 2 से अधिक संयुक्त वन प्रबंध समितियाँ कार्यक्रम आयोजित करेंगी। कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय और सांस्कृतिक धरोहर का भी समावेश होगा। स्थानीय भजन मण्डलियों द्वारा संरक्षण संबंधी गीतों का गायन, स्थानीय कलाकारों द्वारा गाँव के भवनों की दीवारों पर वन्य-प्राणियों का चित्रण और वन्य-प्राणी पर केन्द्रित नाटिका का मंचन आदि कार्यक्रम भी होंगे। वन अधिकारी और सेवानिवृत्त अधिकारी अपने क्षेत्र के विद्यालयों में वन्य-प्राणी संरक्षण पर व्याख्यान देंगे। अखिल भारतीय बाघ गणना में मास्टर-ट्रेनर रहे कर्मचारी भी स्कूलों में व्याख्यान के दौरान बाघ गणना के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे। जिला-स्तर पर वन्य-प्राणी केन्द्रित पोस्टर, फोटो, पेंटिंग आदि की प्रदर्शनी लगाई जायेगी। स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों के लिये भाषण, पेंटिंग, रांगोली, प्रश्न-मंच, निबंध आदि प्रतियोगिताएँ होंगी और विद्यार्थियों को वन भ्रमण भी करवाया जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 30 August 2018

राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने अमलतास कालोनी, चूना भट्टी में शासकीय नवीन हायर सेकेण्डरी स्कूल के पास पार्क का भूमि-पूजन किया। उन्होंने पौध-रोपण भी किया। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 24 August 2018

मध्यप्रदेश की राज्यपाल  आनन्दीबेन पटेल ने उज्जैन में महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित महर्षि पतंजलि छात्रावास एवं संस्कृत शिक्षण-प्रशिक्षण, ज्ञान-विज्ञान संवर्द्धन-योग केन्द्र का शुभारम्भ किया। राज्यपाल ने कहा कि महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के बटुक एक दिन महान राजनीतिज्ञ चाणक्य बनकर राष्ट्र को नई दिशा देंगे। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि आज यहां विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षा प्राप्त करने वाले बेटे-बेटियों ने मिलकर 1111 पौधे रोपकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाकर विश्वविद्यालय को गौरव प्रदान किया है। यह देशवासियों के लिये एक अनुकरणीय उदाहरण है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, संतुलित तथा स्वस्थ बनाये रखने की दिशा में ऐसे प्रयास निरन्तर होते रहने चाहिये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारी संस्कृति संस्कृत के बिना संभव नहीं है। इसमें मां-बेटी का सम्बन्ध है। संस्कृत मां है और उसकी बेटी संस्कृति है। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत केवल मातृभाषा ही नहीं है, एक विचार भी है। संस्कृत एक संस्कृति है, संस्कार है, सभ्यता भी है और वह आचार संहिता भी है। विश्व का सबसे उत्कृष्ट ज्ञान और विज्ञान है। संस्कृत सबका मूल है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति से कहा कि विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा का प्लांट लगाया जाये। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का कहना है कि सौर ऊर्जा क्षमता में वृद्धि का लाभ किसानों और आम लोगों तक पहुँचाना चाहिये। विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाये जायें और उसमें छात्राओं के स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। कार्यक्रम को विधायक डॉ.मोहन यादव ने भी संबोधित किया। शुरूआत में कुलपति प्रो.रमेशचंद्र पांडा ने विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने कात्यायन शुल्बसूत्र, व्यक्तित्व का मनोविज्ञान एवं दर्शन आदि नाम की पुस्तकों का विमोचन किया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की मीनाक्षी सेन को एमपीपीएससी में संस्कृत में सहायक अध्यापक का चयन होने पर सम्मानित किया। वहीं विश्वविद्यालय के एवं संबद्धता वाले महाविद्यालयों के संस्कृत में प्रथम आने पर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने रूद्राक्ष का पौधा रोपा। अन्य अतिथियों और सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने विद्यालय परिसर और विद्यालय के समीप की पहाड़ी पर एकसाथ पौध-रोपण किया। अंत में कुलसचिव श्री मनोज कुमार तिवारी ने आभार माना।  

Kolar News

Kolar News 24 August 2018

  राजीव शुक्ला अटलजी पर बहुत लोग बहुत कुछ कह रहे हैं, लेकिन किसी के लिए भी उनके जीवन से जुड़े सभी पहलुओं पर प्रकाश डालना संभव नहीं। वह एक ऐसे असाधारण व्यक्तित्व थे, जिनके बारे में जितना कहा जाए, कम है। मेरी उनसे प्रगाढ़ता उस समय बढ़ी, जब मेरे सुसर पूर्व मंत्री ठाकुर प्रसाद के निधन पर वह उनके घर पटना आकर रुके। ठाकुर प्रसाद जी से उनके आत्मीय संबंध थे। वह हमेशा उन्हीं के घर रुकते थे और कार के बजाय रिक्शे पर बैठकर उनके साथ अक्सर रेस्त्रां में जाकर कीमा समोसा और रसगुल्ला खाते थे। इतना बड़ा कद होने के बावजूद उनकी कोशिश एक आम आदमी की तरह रहने की होती थी। वह कम बोलते थे, सुनते ज्यादा थे, लेकिन भाषण देते वक्त सब कुछ कह जाते थे। यह उनके अद्भुत वक्तृत्व कौशल का ही कमाल था कि उनके विरोधी दल के लोग भी उनका भाषण सुनने उनकी सभाओं में जाते थे। भाषण में हास्य-व्यंग्य के साथ वह गंभीर बातें भी कह जाते थे। मुझे याद है कि परवेज मुशर्रफ के साथ आगरा वार्ता विफल होने के बाद राज्यसभा में जोरदार बहस हुई और दो दिन तक अटलजी को कोसा गया कि उन्होंने मुशर्रफ को क्यों बुलाया, लेकिन जब वह जवाब देने खड़े हुए तो एक मिनट में माहौल बदल गया। वह बोले, 'पहले मैं जब ट्रेन से दिल्ली आता-जाता था, तब दोनों तरफ दीवारों पर लिखा रहता था, रिश्ते ही रिश्ते, कम से कम मिल तो लें- प्रो. अरोड़ा। यदि हम मुशर्रफ साहब से रिश्ते बनाने के लिए मिले तो उसमें हमने कौन-सा गुनाह किया? उनकी यह बात सुनकर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा और बहस समाप्त हो गई। राज्यसभा सदस्य बनने के बाद मेरे उनसे रिश्ते और प्रगाढ़ हो गए। मैं अक्सर उनसे मिलने लगा। उन्होंने मुझे समन्वय समिति में भी नामित किया। कलाम साहब को राष्ट्रपति बनाने का फैसला इसी समिति ने उन्हीं के प्रयासों से किया। अटलजी की यह खूबी थी कि वह कठिन से कठिन समस्या आने पर भी घबराते नहीं थे। एक बार समिति की बैठक में चंद्रबाबू नायडू ने गुजरात दंगों को लेकर समर्थन वापस लेने की धमकी दी, लेकिन अटलजी विचलित नहीं हुए। उन्होंने सहजता से कहा कि राजधर्म निभाएंगे, लेकिन दबाव में नहीं झुकेंगे। उन्होंने सबको समोसा, खस्ता और मिठाई खिलाई। सरकार जाने का उन्हें तनिक भी भय नहीं था। अपने घर वह एक आम इंसान की तरह रहते थे। हफ्ते में एक बार यूपी वाला खाना-पूड़ी-कचौरी और आलू टमाटर या फिर कद्दू की सब्जी खाते थे। वह चाहे प्रधानमंत्री रहें हों या नेता विपक्ष, सर्दियों में लॉन में खटिया बिछाकर धूप में बैठते थे। उन्होंने अपने बंगले में एक शिवलिंग स्थापित किया था, जिस पर नियमित जल चढ़ाते थे। उनके कक्ष में परिवार के अलावा सिर्फ एक शख्स को जाने-रहने की इजाजत थी और वह थे उनके करीबी मित्र भैरोसिंह शेखावत। उनकी जिंदगी में राजकुमारी कौल, जिन्हें हम सब कौल आंटी कहते थे, और उनकी बेटी नमिता का बहुत योगदान रहा। अटलजी की देखरेख की जो जिम्मेदारी कौल परिवार ने निभाई, वह भी अपने आपमें एक मिसाल है। नमिता के पति रंजन भट्टाचार्य रात-दिन उनकी सेवा में रहते थे। करीब चार वर्ष पहले कौल आंटी का देहावसान हो गया था। वह घर आने वाले लोगों का ख्याल अटलजी से भी ज्यादा रखती थीं। अटलजी हर साल संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में न्यूयॉर्क जाना पसंद करते थे। वह वहां काफी समय तक रहते थे। इंदिराजी, राजीवजी, नरसिंह राव सहित हर प्रधानमंत्री ने उन्हें इस प्रतिनिधिमंडल में भेजा। जब अटलजी खुद प्रधानमंत्री बने तो न्यूयॉर्क के साथ वाशिंगटन भी जाने लगे। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिटंन उन्हें बहुत इज्जत देते थे। उन्होंने ह्वाइट हाउस के लॉन में तंबू लगवाकर सिर्फ दो लोगों के लिए शाही भोज दिया- एक, चीनी राष्ट्रपति को और दूसरे, अटलजी को। उन दिनों अटलजी के घुटनों में दर्द रहता था। मैंने खुद देखा कि क्लिंटन अटलजी का हाथ पकड़कर पूरे समय उन्हें सहारा देते रहे। अटलजी को फिल्म देखने का भी शौक था। उनके प्रधानमंत्री रहते समय कई बार विशेष शो होते थे, जिनमें अक्सर मैं भी जाता था। वह शाहरुख, सलमान को पसंद करते थे। शाहरुख मेरे साथ कई बार बीमार अटलजी को देखने गए। एक बार उन्होंने मेरे जरिए अपने पसंदीदा क्रिकेटर इरफान पठान को भी पीएम हाउस बुलाया। जब 2003 में गृह मंत्रालय ने भारत-पाक क्रिकेट सीरीज का विरोध किया, तो मैंने अटलजी से मिलकर टीम को पाकिस्तान भेजने का आग्रह किया। उन्होंने अनुमति दिला दी। इसके बाद सबको पता है कि उस दौरे ने भारत-पाक संबंधों को बेहद मजबूत किया। अटल-आडवाणी के संबंधों को लेकर तमाम तरह की बातें होती हैं, लेकिन उनकी दोस्ती अनोखी थी। यदि कोई एक किसी बात पर अड़ जाता तो दूसरा झुक जाता था। शायद इसीलिए यह दोस्ती 65 साल तक चली। विवादित ढांचे के ध्वंस के दूसरे दिन अटलजी बेहद दुखी थे। संसद के केंद्रीय कक्ष में अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा, आज हमारा सर शर्म से झुका हुआ है। जब 2004 के चुनाव चल रहे थे तो मैंने उनसे कहा कि ज्यादातर सर्वे आपको जिता रहे हैं। इस पर वह तपाक से बोले, कोई सर्वे कुछ भी कहे, मेरी सरकार नहीं आ रही है। समय से पहले चुनाव कराकर बहुत गलती हो गई। मैं उनकी बात सुनकर अवाक रह गया। बाद में वही सच साबित हुए। (लेखक पूर्व केंद्रीय मंत्री व क्रिकेट प्रशासक हैं)  

Kolar News

Kolar News 18 August 2018

देश के पूर्व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बुधवार से लगातार नाजुक बनी हुई है। इस बीच गुरुवार सुबह से ही एम्स में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मूवमेंट बढ़ गया है।  हालचल तेज होती नजर आ रही है और एसपीजी की टीम अटल जी के तुगलक रोड़ स्थित घर पहुंच चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एम्स पहुंचे। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि हम उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं। वो केवल भारत नहीं पूरी दुनिया में शांति चाहते थे। अटल जी के हालचाल जानने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला एम्स पहुंचे। एम्स के बाहर और उस तरफ के रास्तों पर ट्रैफिक डाइवर्ट कर दिया गया है।एम्स से निकलकर अमित शाह सीधे भाजपा मुख्यालय पहुंचे हैं। देशभर में अटल जी के स्वस्थ्य होने की कामना की जा रही है। हमेशा मस्तमौला रहे अटल जी, विमान भटका तो डरने की बजाय सो गए थे एम्स ने अटल जी का मेडिकल बुलेटिन जारी कर दिया है जिसमें कहा गया है कि अटल जी की हालत वैसी है जैसी कल रात को थी। अस्पताल के बाहर हलचल तेज हो गई है, रास्ते बंद कर दिए गए हैं और एम्स के बाहर खड़े वाहनों को हटाया जा रहा है। पुलिस ने भी बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। इसके बाद अब तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। सुबह उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, मुख्तार अब्बास नकवी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अलावा कई वरिष्ठ नेता अटल जी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एम्स पहुंचे। उनके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी एम्स पहुंचे और अटल जी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। इनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एम्स जाएंगे। पिछले 66 दिनों से एम्स में भर्ती अटल जी की तबीयत बुधवार को अचानक बिगड़ी और उसके बाद से ही उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। जानकारी के अनुसार उनकी देखरेख में लगी डॉक्टर्स की टीम वाजपेयी के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अटल जी के स्वास्थ्य की सूचना के बाद देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एम्स पहुंचे। उन्होंने करीब एक घंटे तक एम्स के डॉक्टरों से वाजपेयी के स्वास्थ्य पर चर्चा की। रात करीब दस बजे एम्स प्रशासन की ओर से बताया गया कि अटल की तबीयत पिछले 24 घंटे से बेहद गंभीर है। जानकारी के अनुसार आज सुबह एम्स की तरफ से अटल जी के स्वास्थ्य को लेकर अपडेट आ सकता है। बुधवार दोपहर भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत खराब होने की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एम्स पहुंचीं। उन्होंने अटल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इस बीच शाम तक एम्स के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया। शाम करीब सात बजे वाजपेयी के स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए पीएम मोदी बिना ट्रैफिक रूट के ही अचानक एम्स पहुंचे और करीब आठ बजे तक रुके। इसके बाद रात करीब दस बजे एम्स प्रशासन की ओर से मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया गया कि वाजपेयी पिछले 24 घंटे के दौरान उनकी हालत ज्यादा गंभीर हो गई है। उन्हें जीवन रक्षक उपकरणों की सहायता दी जा रही है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री पिछले दो माह से एम्स में भर्ती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रही है। उन्हें सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था।  

Kolar News

Kolar News 16 August 2018

समाज में कई बार बुजुर्गों को वह सम्मान नहीं मिल पाता जिसके वे हकदार हैं। आर्थिक रूप से संपन्न होने के बाद भी कई बार बुजुर्ग अकेलापन महसूस करते हैं। प्रदेश के ऐसे बुजुर्ग जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या किसी कारणवश अपने परिवार के साथ नहीं रहते या फिर बच्चे विदेश चले गए हैं। ऐसे बुजुर्गों के लिए ओल्ड एज होम बनेगा। यहां उनकी देखरेख के लिए तमाम संसाधन उपलब्ध रहेंगे। प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय अशोक शाह ने कलेक्टर सुदाम पी खाडे को दोबारा पत्र लिखकर ओल्ड एज होम के लिए इनायतपुर कोलार की 4 एकड़ जमीन जल्द आवंटित करने के लिए कहा है। शाह ने पत्र में उल्लेख किया है कि आचार संहिता लागू होने से पहले जमीन का शिलान्यास किया जा सके इसलिए त्वरित कार्रवाई करें। जिला प्रशासन ने इससे पहले बड़बई जेल की पहाड़ियों में जमीन आवंटित कर दी थी। जो बुजुर्गों के हिसाब से अनुपयुक्त पाई गई। यहां पहाड़ी में जमीन होने के कारण बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता। इसलिए कलेक्टर को दोबारा पत्र लिखकर कोलार के इनायतपुर की जमीन आवंटित करने के लिए कहा गया है। ओल्ड एज होम में रहने के लिए पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर रूम आवंटित होगा। इसके लिए यहां रहने वालों को हर साल फीस अदा करना होगी। इसमें एसी और नॉन एसी दोनों तरह के कमरे उपलब्ध रहेंगे। एसी कमरों के लिए अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ेगा। कमरे भी सिंगल और डबल बेड के रहेंगे। इसे बनाने में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च आएगा। ओल्ड एज होम में बुजुर्गों के मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यहां लाइब्रेरी, पार्क, पूजा व ध्यान कक्ष, विभिन्न खेल, वाई-फाई, योगा, वॉकिंग ट्रैक, ग्रॉसरी शॉप, स्टेशनरी, मैस, डॉक्टर सहित अन्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। लांड्री और दवाखाना आदि की व्यवस्था भी रहेगी। ओल्ड एज होम में शुरुआत में 100 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था रहेगी। ये बुजुर्ग उच्चाधिकारी के साथ, डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, व्यवसायी या किसी अन्य क्षेत्र से जुड़े हो सकते हैं। साहित्य में रुचि रखने वालों के लिए यहां गोष्ठी कक्ष भी बनाया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने बताया ओल्ड एज होम बनाने के लिए इनायतपुर कोलार में 4 एकड़ जमीन दी आवंटित की जा रही है। फिलहाल यह जमीन आरक्षित कर दी है। प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही जमीन आवंटित कर दी जाएगी।  

Kolar News

Kolar News 8 August 2018

हर साल महज 10 फीसदी फीस बढ़ाने को लेकर निजी स्कूल संचालकों ने अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने 'मप्र निजी विद्यालय फीस अधिनियम" की शर्तों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि इतनी कम वृद्धि से काम नहीं चलेगा। लिहाजा इस प्रावधान को खत्म किया जाना चाहिए। वहीं कानून की मार से बचने के लिए निजी स्कूल संचालकों ने अभिभावकों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया है। संचालकों का कहना है कि फीस के लिए जिला और राज्य स्तर पर गठित कमेटियों में अभिभावकों को भी शामिल नहीं किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने 26 जून को कानून का मसौदा सार्वजनिक किया है। विभाग ने 25 जुलाई तक इस पर दावे-आपत्तियां मंगाए थे। कानून की शर्तों में संशोधन के लिए एक महीने में एक हजार से ज्यादा आपत्ति आई हैं। कानून के इन प्रावधानों को देखकर निजी स्कूल संचालक एक हो गए हैं और हर साल फीस बढ़ाने से लेकर कैशलैस सुविधा तक का विरोध शुरू कर दिया। संचालकों का कहना है कि महज 10 फीसदी फीस बढ़ाई तो स्कूल का खर्च तक नहीं निकलेगा। वहीं कैशलैस को लेकर उनकी आपत्ति है कि अधिकतर लोग ई-ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं। इसलिए उन्हें फीस जमा करने में दिक्कत होगी। इससे स्कूल को भी परेशानी होगी। आपत्ति दर्ज कराने वालों में स्कूल संचालक ज्यादा हैं, जबकि अभिभावक जागरूक नहीं दिखे। सबसे ज्यादा आपत्ति फीस वृद्धि को लेकर आई है। इस कानून में साल में महज 10 फीसदी फीस बढ़ाने और इससे ज्यादा मांगने पर फीस अमान्य करने का प्रावधान किया गया है, जो स्कूल संचालकों को मान्य नहीं है। अब विभाग सभी आपत्तियों की एकजाई जानकारी तैयार कर रहा है। फिर इन पर सुनवाई शुरू होगी।  

Kolar News

Kolar News 8 August 2018

  एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भारत रक्षा पर्व पर सीमा पर तैनात सैनिकों के लिये मध्यप्रदेश की बहनों की ओर से राखी ले जा रहे रक्षा रथ को आज राजभवन से झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि मैं बहादुर सैनिकों को सैल्यूट करती हूँ। उनके कारण ही आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। रक्षा रथ में नवदुनिया समाचार पत्र द्वारा बहनों से संग्रहित राखियाँ सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजी गईं हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में समाचार पत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर कठिन परिस्थिति में जनता और नेताओं का मार्गदर्शन किया है, सजग प्रहरी की भूमिका का निर्वहन किया है। आजादी के बाद भी देश के विकास में समाचार पत्रों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि हमारी सेना ने विश्व की बड़ी सेनाओं में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित की है। आतंकवाद, नक्सलवाद और पड़ोसी देशों से घुसपैठ तथा अकारण गोलाबारी के बावजूद हमारे सैनिकों के हौसले बुलंद हैं। वो दुश्मनों को करारा जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सेना की 40 साल पुरानी मांग को पूरा कर उनका हक अदा किया है। राज्यपाल ने कहा कि रक्षाबंधन भाई को बहन की रक्षा करने का संकल्प याद दिलाता है। सीमा पर तैनात सैनिक भी हमारे भाई हैं। रक्षाबंधन के दिन हजारों, लाखों सैनिक सीमा पर तैनात रहने के कारण अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते। उन्होंने कहा कि देश की सभी बहनों द्वारा राखी भेजने से उनके हौसले बुलंद होंगे। इस अवसर पर नवदुनिया के संपादक श्री सुरेश गौड़, स्टेट उप संपादक श्री ऋषि पांडे, विश्वविद्यालय के चांसलर श्री संजीव अग्रवाल और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 4 August 2018

मध्यप्रदेश शासन ने संबल योजना और म.प्र. भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल पोर्टल पर पंजीकृत कर्मकारों के विरुद्ध जून 2018 तक दर्ज घरेलू बिजली संबंधी न्यायालयीन प्रकरणों में अभियोजन वापस लेने का निर्णय लिया है। राज्य शासन के अनुरोध पर म.प्र. उच्च न्यायालय ने इन प्रकरणों के निराकरण के लिये विशेष लोक अदालतों के आयोजन की अनुमति दे दी है। प्रमुख सचिव ऊर्जा  आई.सी.पी. केशरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्रमिकों और कर्मकारों के विरुद्ध विशेष न्यायालयों में वर्तमान में विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 135 और 138 के लगभग 20 हजार प्रकरण प्रचलन में है। उच्च न्यायालय की अनुमति के बाद अब इन प्रकरणों के निराकरण के लिये शीघ्र ही विशेष लोक अदालतें लगायी जायेंगी। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा पंजीकृत श्रमिकों और कर्मकारों के जून 2018 तक के घरेलू संयोजन पर बिजली बिल की समस्त बकाया राशि माफ कर दी गई है। यह कार्यवाही मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी स्कीम-2018 में की गई है। इसके अतिरिक्त, इन हितग्राहियों को जुलाई 2018 के बिल से घरेलू संयोजन पर अधिकतम 200 रुपये प्रति माह के बिजली बिल की सुविधा दी गई है। इस सुविधा के अन्तर्गत हितग्राहियों के बिजली बिल की शेष राशि राज्य शासन द्वारा वहन की जा रही है।  

Kolar News

Kolar News 4 August 2018

हाल ही में कोलार फाइन एवेन्यू फेस-1 कॉलोनी की सड़क के दोनों ओर डाली गई मुरम में पाषण युग और उत्तर पाषण युग के पत्थरों के औजार मिले हैं। यह दावा पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास ने किया है। इस मामले की नवदुनिया टीम ने जब पड़ताल की तो पता चला कि सड़क के दोनों ओर डाली गई मुरम बोरदा गांव स्थित पहाड़ी से लाई जा रही है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस पहाड़ी पर लाखों वर्ष पहले आदिमानव रहते थे। कोलार के कोलूखेड़ी से करीब 3 किलोमीटर दूर स्थित बोरदा गांव की पहाड़ी की मुरम में पाषण युग और उत्तर पाषाण युग के पत्थरों से बनाए गए औजार मिले हैं। इन औजारों का इस्तेमाल आदिमानव जानवरों के शिकार और आत्मरक्षा के लिए करते थे। वह इन पत्थरों से कुल्हाड़ी, भाला, हाशिया, हथौड़ा सहित अन्य औजार बनाते थे। इन पत्थरों की पहचान राजधानी के पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास ने की है। उन्होंने बताया कि विंध्याचल पर्वत माला में भोपाल व आसपास का क्षेत्र बसा है। यह जगह आदिमानवों का पसंदीदा स्थान रहा है। क्योंकि यहां पर आदिमानव द्वारा बनाए गए शैलचित्र, गुफाएं और पत्थरों से बने औजार मिलते रहे हैं, जो एक धरोहर हैं। पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास को दो माह पहले कलियासोत डैम से लगी पहाड़ियों से पाषण युग में आदि मानव द्वारा बनाए गए पत्थरों के औजार मिले थे। एक दर्जन ऐसे पत्थर मिले थे, जिनका आकार कुल्हाड़ी की तरह था। श्री व्यास ने भदभदा, कोलार नहर तिराहे की पहाड़ी, लालघाटी, कठौतिया की पहाड़ी पर पाषण युग के पत्थरों से बने औजार मिलने का दावा किया है। वर्ष 2015 में स्पेन का पुरातत्व विशेषज्ञों का एक दल भोपाल व कोलार की पहाड़ियों को देखने आया था। इस दौरान यहां पर मिले कुछ शैलचित्रों व पत्थरों को देखा। स्पेन का दल शैलचित्रों की आयु का पता लगाने के लिए रिसर्च कर रहा है। संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से जुड़े पुरातत्व विशेषज्ञों द्वारा पूर्व में किए गए सर्वे में मनुआभान टेकरी, लालघाटी, कोलार कठौतिया, भोजपुर, भीम बैठिका, भदभदा, कलियासोत डैम से लगी पहाड़ियों पर शैलचित्र, गुफाएं और पत्थरों के बनाए गए पाषण युग के औजार मिले हैं। इससे इन जगहों पर 15 से 20 लाख साल पहले आदि मानवों के रहने का पता चलता है। उस समय आदिमानव पत्थरों का आकार बदलकर शिकार व जानवरों से आत्मरक्षा करने के लिए नुकीले औजार बनाते थे। पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास ने बताया कि अमूमन पत्थर साधारण होता है। लेकिन, आदिमानव उसे तोड़कर उसका आकार बदल देते थे। कुल्हाड़ी, भाला, फरसा, हशिया बनाने के लिए नुकीला करते थे। इससे आदिमानव द्वारा पत्थरों से बनाए गए औजार सामान्य पत्थर से अलग ही नजर आते हैं। हालांकि पुरातत्व विशेषज्ञ ही पत्थरों की पहचान कर पाते हैं। पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास ने बताया कि दो तरह के पत्थर होते हैं। बड़े पत्थर जो पूर्व पाषण युग के होते हैं और छोटे पत्थर जो उत्तर पाषाण युग के होते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे संग्रहालय में पाषाण युग के 550 पत्थर हैं। फाइन एवेन्यू फेस-1 कॉलोनी की सड़क के दोनों ओर डाली गई मुरम पाषाण युग के 8 और उत्तर पाषाण युग के 3 पत्थर मिले हैं। पुरातत्व अधिकारी, संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय डॉ. रमेश यादव ने बताया भोपाल पहाड़ियों व झीलों का शहर है। मनुआभान टेकरी, लालघाटी, कोलार सहित अन्य ऐसे स्थान हैं, जहां आदिमानव द्वारा बनाए गए पत्थरों के औजार और शैलचित्र मिलते हैं। कोलार फाइन एवेन्यू की सड़क के दोनों और डाली गई मुरम में पाषण युग के पत्थर डॉ. नारायण व्यास को मिले हैं। डॉ. व्यास का पुरातत्व में लंबा अनुभव है। पाषण युग के पत्थरों का संग्रहालय उनके घर में भी है।

Kolar News

Kolar News 31 July 2018

  मध्यप्रदेश के शहरों में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति के तहत मेट्रो रेल और बीआरटी कॉरीडोर के दोनों ओर करीब आधा किमी क्षेत्र में अब बहुमंजिला इमारतें बनेंगी। इसके लिए नगरीय विकास विभाग द्वारा कैबिनेट में प्रस्तुत ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) नीति को मंजूरी दे दी। इससे टीओटी क्षेत्र में अब सरकार जमीन के मिश्रित उपयोग को बढ़ावा देगी। इसमें आवासीय, वाणिज्यिक, सार्वजनिक, अर्द्ध सार्वजनिक और मनोरंजन क्षेत्र शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति का अनुमोदन करने की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने पुष्टि की। उन्होंने  बताया  कि टीओडी पॉलिसी से भोपाल और इंदौर में मेट्रो रूट के ईद-गिर्द हाईराइज बिल्डिंग बन सकेंगी। बताया जा रहा है कि मेट्रो परियोजना का काम शुरू करने के लिए इस नीति को लागू करना जरूरी था। जनसंपर्क मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट ने प्याज और लहसुन के पौने दो लाख से ज्यादा किसानों को 800 करोड़ रुपए प्रोत्साहन राशि देने की मंजूरी दी गई। किशोरी बालिका योजना अब पूरे प्रदेश में लागू होगी।  

Kolar News

Kolar News 31 July 2018

अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस इस साल मध्यप्रदेश में खुशियों की सुगबुगाहट लेकर आया है। अखिल भारतीय बाघ आंकलन 2018 के प्रथम चरण के आंकड़ों में बाघों की संख्या काफी बढ़ने के आसार दिखने लगे हैं। वर्ष 2014 के प्रथम चरण के आकलन में प्रदेश की 717 फॉरेस्ट बीट में 308 बाघों की उपस्थिति पायी गयी थी। इसके विरूद्ध वर्ष 2018 में 5 फरवरी से 26 मार्च तक चार चक्रों में हुए आंकलन में 1432 बीट में बाघ की उपस्थिति के प्रमाण मिले हैं। बाघ अपनी स्वतंत्र टेरिटरी बनाता है। बाघों की संख्या बढ़ने से शावक से नए बाघ में विकसित हुए बाघों ने नए-नए क्षेत्रों का रूख किया। वन विभाग के बाघ बहुसंख्य इलाकों से संजय गांधी, पन्ना, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व आदि में बाघों की शिफ्टिंग से भी बाघों की आपसी वर्चस्व लड़ाई टलने के साथ नए जोड़े बने हैं। वन विभाग के साथ-साथ वन्य-प्राणी संरक्षण में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े़ नागरिकों और गैर-सरकारी संगठनों का भी इसमें योगदान है। अखिल भारतीय बाघ आंकलन के दौरान फेस-1 में भारत में 21 राज्यों के लगभग 30 हजार बीट में आंकड़े इकट्ठे किये गये हैं। इनमें से 9 हजार बीट अकेले मध्यप्रदेश में है। प्रदेश में इसकी तैयारी लगभग एक साल पहले फरवरी 2017 में ही शुरू कर दी गयी थी। प्रदेश को सात जोन में बांटते हुए प्रत्येक जोन में मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया है। प्रत्येक वन मण्डल से तीन-तीन मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षित करते हुए पूरे प्रदेश में 250 मास्टर ट्रेनर्स बनाये गये हैं। बाघ आंकलन के पहले के कई चरणों में मॉक एक्सरसाईज और प्रशिक्षण हुआ। इस बार की गणना मे त्वरित सूचनाओं के आदान-प्रदान में सोशल मीडिया का उपयोग भी शामिल किया गया है। एक साल चली तैयारी का सुखद परिणाम आना शुरू हो गया है। राज्य शासन ने वन्य-प्राणियों द्वारा जन-हानि और जन-घायल प्रकरणों में मुआवजा राशि में वृद्धि की है। बाघ आदि वन्य-प्राणी द्वारा अब जन-हानि में 4 लाख रूपये की राशि दी जाती है। पहले पशु घायल प्रकरणों में मुआवजे का प्रावधान नहीं था। अब पशु घायल प्रकरणों में भी मुआवजे का प्रावधान किया गया है। घायल व्यक्ति को अस्पताल में उपचार के अतिरिक्त 500 रूपये प्रति दिन देने का प्रावधान किया गया है। जन-हानि, जन-घायल और पशु-हानि प्रकरणों को लोक-सेवाओं के प्रदान गारंटी अधिनियम 2010 में शामिल करना भी एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ है। बाघों को पूर्ण आहार मिले, इसके लिये वन विभाग ने प्रदेश के टाइगर रिजर्व में न केवल बहुतायत वाले क्षेत्रों से शाकाहारी प्राणियों की शिफ्टिंग की है बल्कि टाइगर रिजर्व में खाली हुए गाँवों में वैज्ञानिक प्रबंधन द्वारा घास उत्पादन भी शुरू किया जा रहा है। पौष्टिक आहार और घास मिलने से शाकाहारी प्राणियों की संख्या काफी बढ़ी है और टाइगर रिजर्व में बाघों को भरपूर आहार मिल रहा है। प्रदेश में टाइगर रिजर्व और उनके बाहर के वन क्षेत्रों में भी वन्य-प्राणी की बहुतायत है। वन्य प्राणियों के संरक्षित क्षेत्रों को जोड़ने के लिये कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। वन्य-प्राणियों के प्रबंधन के लिये राज्य शासन ने एक विशेष बजट मद निर्धारित किया है। इससे संरक्षित क्षेत्रों के बाहर वन्य-प्राणी प्रबंधन के लिये राशि उपलब्ध करायी जा रही है। प्रदेश में औद्योगिकीकरण और जनसंख्या वृद्धि के साथ प्रदेश में वन्य-प्राणियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इससे मानव-वन्य-प्राणी टकराव की घटनाएँ भी सामने आने लगी हैं। इनसे निपटने के लिये प्रदेश में वन्य-प्राणी रेस्क्यू स्क्वॉड की स्थापना की गई है। प्रदेश में कार्यरत 15 रीजनल रेस्क्यू स्क्वॉड ने पिछले सालों में मानव-वन्य प्राणी टकराव टालने में बड़ी भूमिका अदा की है। कई बार ऐसी विषम परिस्थितियों में स्क्वॉड ने वन्य-प्राणी और नागरिक दोनों को सुरक्षित निकाल लिया है। टाइगर रिजर्व क्षेत्रों से गाँव की पुनर्स्थापना की गई है। पुनर्स्थापित ग्रामवासियों को 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि उपलब्ध करवाई गई है। इससे बाघों की सुरक्षा बढ़ी है और ग्रामवासी विकास की मुख्य धारा से जुड़ सके हैं। बाघों की सुरक्षा में वन विभाग द्वारा स्थापित की गई एसटीएफ टीम की महत्वपूर्ण भूमिका है। एसटीएफ ने पिछले सालों में वन्य-प्राणी अपराधियों को पकड़ने, उन्हें न्यायालय से सजा दिलवाने और वन्य-प्राणी अपराध तंत्र को ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। एसटीएफ के कार्यों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है। इंटरपोल जैसी संस्था ने भी कई बार मध्यप्रदेश की वन एसटीएफ टीम की कार्यवाही को सराहा है।  मध्यप्रदेश टाइगर फाउण्डेशन सोसायटी और मध्यप्रदेश ईको पर्यटन बोर्ड द्वारा बाघ सुरक्षा से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में बच्चों की भागीदारी ने वन और वन्य-प्राणियों के प्रति नवाचारी संवेदनशीलता और आत्मीयता स्थापित की है। टाइगर रिजर्व के आसपास रहने वाले समुदायों को विभिन्न कार्यक्रमों से जोड़कर उनकी आय के साधन भी बढ़ाये जा रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 26 July 2018

जलस्त्रोत में किसी भी बच्चे के डूबने की सूचना, उनके दिल में लगे जख्म को हरा कर देती है। किसी भी हादसे के बाद बयान यही आता है कि बच्चे मानते ही नहीं? लापरवाही करते हैं? नशे की हालत में कुछ सोचते ही नहीं? जब तक 'बड़ों' की और प्रशासन की सोच ऐसी रहेगी हादसे होते रहेंगे। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए 'फूल प्रूफ' (शरारत करने, अनजाने में भी हादसे से बच सकें) योजना बनाने की जरूरत है। भोपाल में तीन वर्ष पहले अपने इकलौते बेटे मंदार को केरवा डैम पर बने 'मौत के कुएं' में खोने वाले विश्वास घुषे कोलार डैम क्षेत्र में 6 युवाओं के कार सहित डूबने की घटना से काफी आहत हैं। बेटे की मौत (21 मार्च 2015) के दो दिन बाद ही मंदार के पिता ने केरवा डैम के उस कुएं के मुंह को हमेशा के लिए बंद करने का बीड़ा उठा लिया। संकल्प लिया कि अब बस! अब और नहीं। साथ ही मंदार एंड नो मोर मिशन की शुरुआत हुई। पानी के बहाव को रोकने वाली मिट्टी और झाड़ियों को हटाकर नाले बनाकर वहां का जल स्तर खतरनाक स्तर तक उठने से रुक गया। जलाशय के ढलान भरे तल को समतल बनाया गया। यह सारे काम बिना किसी सरकारी मदद के किए। नेटवर्क के लिए वहां बीएसएनएल का टावर लगाया गया, उसे मंदर टॉवर के नाम से जाना जाता है। विश्वास घुषे ने बताया कि प्रयास के सकारात्मक नतीजे सामने हैं। मंदार के पहले 'मौत का कुआं' करीब 175 लोगों को लील चुका था। लेकिन, वहां पर हुए ऐहतियात के इंतजाम के बाद से अब तक कोई हादसे की सूचना नहीं है। विश्वास घुषे का सवाल है, कि बड़ा तालाब में भी अथाह जल राशि है, लेकिन वहां इस तरह डूबने के मामले कम ही आते हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि बड़ा तालाब के आसपास इस तरह की परिस्थितियां नहीं हैं, जैसे कोलार, कलियासोत, केरवा, महादेव पानी, हताईखेड़ा जैसे जलाशयों के आसपास हैं। जिम्मेदार एजेंसियों को चाहिए कि वे हर उस स्थान को चिन्हित करे, जिनके कारण हादसा होता है। इसके बाद उस समस्या का स्थाई हल करें ताकि हादसे की संभावना ही खत्म हो जाए।

Kolar News

Kolar News 25 July 2018

  बीते तीन दिनों से जारी ट्रकों की हड़ताल के देश को रोजाना 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। मगर, अभी तक ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल खत्म नहीं हुई है। खबरों के मुताबिक, हड़ताल के तीसरे दिन ट्रेड-इंडस्ट्री की सप्लाई पर असर साफ दिखा। ज्यादातर बड़े उद्योग-व्यापार केंद्रों पर बुकिंग, लोडिंग, अनलोडिंग में 70 फीसद की कमी दर्ज की गई। हाालंकि, बीते दो दिन वीकेंड होने की वजह से हड़ताल का वास्तविक असर लोगों को नहीं दिखा। मगर, सोमवार से हड़ताल का असर देखने को मिलेगा। हड़तालियों और सरकार के बीच फिलहाल किसी तरह की सहमति बनती नहीं दिख रही है। ऐसे में हड़ताल के लंबा खिंचने की आशंका भी जताई जा रही है। संगठन का दावा है किया कि उससे करीब 93 लाख ट्रक चालक जुड़े हुए हैं. हालांकि इंडियन फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने कहा कि दिल्ली समेत देश भर में हड़ताल का आंशिक असर हुआ है। हड़ताल के चलते कई जगह रास्ते में इनके भरे हुए ट्रक खड़े हैं तो कई जगह से रवाना नहीं हुए। ऑपरेटर्स की मांग है डीजल की कीमतें कम हो ,टोल प्लाजा पर बैरियर बंद हो ,ट्रांसपोर्टरों पर टीडीएस खत्म हो ,थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी की छूट हो|  दूसरी ओर ट्रेड-इंडस्ट्री ने हड़ताल पर चिंता जताई है। उन्होंने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मामले में दखल देने की अपील की है। ज्यादातर ट्रांसपोर्टर बुकिंग नहीं ले रहे हैं और जो छिटपुट ऑपरेटर चल रहे हैं, वे ज्यादा चार्ज कर रहे हैं। हड़ताल जारी रही, तो बिजनेस के अलावा आम उपभोक्ता को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। इंडियन फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपॉर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग के आकलन के मुताबिक, फल-जब्जी, दूध, दवाइयां और अन्य जरूरी चीजों के हड़ताल से बाहर होने के चलते अभी उपभोक्ता स्तर पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं दिख रहा है। जानकार यह भी कह रहे हैं कि पहले दो-तीन दिन के लिए इंडस्ट्री पहले से तैयार थी। मगर, अब सप्लाई खत्म होने के बाद मुश्किलें बढ़ेंगी।  

Kolar News

Kolar News 23 July 2018

बीते चार माह में ही भोपाल जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में खासा परिवर्तन आ गया है। पहले जहां भोपाल जिले में कुल 19 लाख 37 हजार 494 मतदाता थे। अब यहां वोटर संख्या घटकर 18 लाख 38 हजार 399 रह गई है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाताओं की घर-घर जांच के बाद कुल एक लाख 27 हजार 844 मतदाताओं के नाम वोटर सूची से हटा दिए गए हैं। अब मतदाता सूची का फाइनल प्रकाशन करने के बाद दावे-आपत्ति मंगवाई जाएगी, इसमें भी नाम काटने और जोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। खास बात यह है कि सबसे ज्यादा वोटर नरेला विधानसभा सीटें 25 हजार 550 के नाम हटाए गए हैं। वहीं दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से भी 24 हजार 624 मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। इतना ही नहीं हुजूर विधानसभा क्षेत्र में भी 19 हजार 750, गोविंदपुरा से 18 हजार 307, मध्य से 15 हजार 646, उत्तर से 15 हजार 818 और सबसे कम बैरसिया से 7 हजार 710 नाम हटाने की कार्रवाई की गई है। यह स्थिति 19 जुलाई तक की गई कार्रवाई के दौरान सामने आई है। मतदाता सूची का यह फिल्टरेशन 25 जुलाई तक चलेगा। 30 जुलाई को विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन होगा। जो मतदाता मृत हो गए या फिर विधानसभा क्षेत्र से शिफ्ट हो गए, उन्हें सूची से हटाया गया है। इसके अतिरिक्त अनुपस्थित पाए गए मतदाता व डुप्लीकेट एंट्री वाले मतदाताओं को भी सूची से हटाने की कार्रवाई की गई है। एक लाख 83 हजार ने कराया संशोधन, 28 हजार नाम जोड़े निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची से 28 हजार 749 नाम जोड़े गए हैं। इसके लिए 30 हजार 913 ने फार्म 6 भरा था। इतना ही नहीं एक लाख 83 हजार 890 के नाम और पते संशोधित किए गए हैं। एक लाख 87 हजार 673 ने नाम पते संशोधन के फार्म भरे थे। सबसे ज्यादा नाम हुजूर और नरेला विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने कराए हैं। हुजूर में 35 हजार 935 और नरेला में 31 हजार 460 ने अपने नाम संशोधित कराएं हैं। 19 जुलाई तक की स्थिति में नाम जोड़े गए : 30 हजार 913 फार्म भरे गए, इसमें से 28 हजार 749 के नाम जोड़े गए नाम हटाए गए : एक लाख 28 हजार 714 में से 1 लाख 27 हजार 844 के नाम हटाए गए नाम संशोधित करने के लिए एक लाख 87 हजार 673 फार्म भरे गए, इसमें से 1 लाख 83 हजार 890 के नाम संशोधित किए गए एडीएम संतोष वर्मा का कहना है मतदाता सूची के लिए हुजूर में 15 मई से 7 जुलाई तक अभियान चलाकर डोर-टू-डोर सर्वे कराया गया था। इसमें नाम जोड़ने, काटने और संशोधित करने के लिए मतदाताओं के फार्म भरवाए गए थे। जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। करीब एक लाख 27 हजार वोटरों के नाम काटे गए हैं, इसमें मृतक, शिफ्टेट और अनुपस्थित पाए गए मतदाताओं के नाम शामिल हैं 

Kolar News

Kolar News 20 July 2018

स्कूलों को स्मार्ट बनाने में जुटी केंद्र सरकार ने पहली खेप में देशभर के सभी स्कूलों को बिजली से लैस करने का फैसला लिया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्यों के साथ बातचीत में यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों के बजट को भी बढ़ाया गया है। ऐसे में सभी राज्य यह सुनिश्चित करें कि उनके सभी स्कूलों में बिजली उपलब्ध हो। साथ ही उन्होंने राज्यों से शिक्षा में सुधार को लेकर उठाए गए कदमों को भी अपनाने के लिए कहा है। जावड़ेकर सोमवार को सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ 117 पिछड़े जिलों में शिक्षा से जुड़ी योजनाओं को लेकर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। साथ ही बताया कि गुणवत्ता के साथ सरकार स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजूबत बनाने का काम कर रही है। इस दौरान उन्होंने स्कूल भवनों के निर्माण सहित उन्हें बिजली से लैस करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों को व्यवसायिक कनेक्शन के बजाय घरेलू कनेक्शन से जोड़ने का सुझाव दिया। इसके लिए सभी राज्यों से अपने यहां की बिजली कंपनियों से बातचीत करने को भी कहा है। जावड़ेकर ने कहा कि सरकारी स्कूलों का संचालन कोई फायदा कमाने के लिए नहीं हो रहा, ऐसे में स्कूलों के लिए व्यवसायिक कनेक्शन लेना ठीक नहीं है। इससे खर्च बढ़ेगा। राज्यों की ओर से शिक्षकों की कमी को लेकर उठाए गए मुद्दों पर उन्होंने अपने पुराने दावों को फिर दोहराया और कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को कोई कमी नहीं है। इनकी तैनाती में ही खामी है। उन्होंने पिछड़े जिलों के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए।

Kolar News

Kolar News 17 July 2018

  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा शनिवार को उज्जैन में दिया गया भाषण भाजपा की सुविधा बढ़ा गया और कांग्रेस को दुविधा में डाल गया। चुनाव बाद सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर भाजपा में जो भी शंकाएं थीं, वो अब साफ हो गई। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के चेहरे के मुद्दे पर जूझ रही कांग्रेस की दुविधा शाह के दौरे के बाद और बढ़ गई है। मतदाताओं को यह समझाने में कांग्रेस के प्रचार तंत्र को मुश्किल आना तय है कि शिवराज का विकल्प उनके पास कौन है? इधर विकल्प माने जा रहे दोनों नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर पोस्टर वार में सक्रिय हैं। शाह शनिवार को उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाने आए थे। वहां उन्होंने साफ कर दिया कि शिवराज के नेतृत्व में ही चुनाव होगा और वे ही मुख्यमंत्री भी होंगे। शाह की इस घोषणा से जहां चौहान के आत्मबल में बढ़ोतरी हुई, वहीं पार्टी में व्याप्त संशय के बादल भी काफी हद तक छंट गए। पार्टी में एक तबका ऐसा था जो मानकर चल रहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद मप्र में परिवर्तन होगा पर मोदी और शिवराज की जोड़ी को पांच साल के लिए मौका देने संबंधी शाह के वक्तव्य के बाद इस मामले में ज्यादा कुछ बचा नहीं। दूसरी ओर कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दो दावेदार हैं एक ज्योतिरादित्य सिंधिया और दूसरे कमलनाथ। दोनों एक-दूसरे से कम नहीं बैठते। कमलनाथ जहां उम्र, अनुभव, पकड़ व गांधी परिवार से निकटता के चलते ताकतवर हैं तो सिंधिया आकर्षक छवि, प्रभावी वृकतत्व शैली व हर वर्ग में स्वीकार्यता के कारण कम नहीं बैठते। पार्टी आलाकमान पिछले साल डेढ़ साल से चेहरे की लड़ाई में कोई फैसला नहीं ले पा रहा था, जिसका फायदा अरुण यादव लेते रहे। बाद में कमलनाथ को पार्टी अध्यक्ष और सिंधिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर बीच का रास्ता खोजा गया। अध्यक्ष होने के बावजूद न तो कमलनाथ को यकीं होगा कि पार्टी उन्हें अपना चेहरा मानती है और न चुनाव अभियान समिति के मुखिया के नाते सिंधिया इस भरोसे में होंगे कि उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया जाएगा। यह स्थिति भाजपा के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि बहुमत आने की स्थिति में विधायकों की रायशुमारी और आलाकमान की मर्जी के बाद पार्टी फैसला लेगी। हालांकि इसका खामियाजा कांग्रेस गुजरात समेत कुछ राज्यों में उठा चुकी है।  

Kolar News

Kolar News 16 July 2018

विधायक रामेश्वर शर्मा की फटकार का कोलार नगर निगम अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। विधायक की ओर से अधिकारियों को एक सप्ताह का समय देने के बाद भी कोलार की सड़कों पर न मुरम दिख रही है और न ही कोपरा। बारिश के बाद से क्षेत्र की सड़कों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। कोलार की बदहाल सड़कों के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। सड़कें पानी और कीचड़ से लबालब हैं। वाहन चालक गिर रहे हैं। पैदल चलना दूभर भी हो गया है। लेकिन, कोलार के लोगों की परेशानी नगर निगम के अधिकारियों को नहीं दिख रही है। जब निगम के अधिकारी विधायक की नहीं सुन रहे हैं तो आम जनता की क्या सुनेंगे? इन इलाकों की बदहाल सड़कों पर भरा पानी ,ये बदहाल इलाके के ललिता नगर, राजहर्ष, राजवैद्य, गेहूंखेड़ा, प्रियंका नगर, दानिशकुंज, अकबरपुर, नयापुरा, विनीतकुंज, सनखेड़ी, राजहर्ष ए सेक्टर, बांसखेड़ी आदि। बदहाल सड़कों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। कॉलोनियों के लोग निगम के अधिकारियों से मुरम व कोपरा डलवाने के लिए गेहूंखेड़ा स्थित जोन-18 के कार्यालय जा रहे हैं। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर रहवासियों को लौटा देते हैं। लेकिन, वह सड़कों के गड्ढे नहीं भर रहे हैं। गड्ढों की सड़कों पर पानी भरने से रोजाना वाहन चालक गिर रहे हैं। कोलार के अधिकतर कॉलोनियों के बच्चे अपने-अपने घरों में पूरी तरह से कैद हो गए हैं। कोलार के लोगों को बदहाल सड़कों की समस्या से राहत देने के लिए विधायक रामेश्वर शर्मा ने निगम अधिकारियों के साथ दो बैठक कर चुके हैं। दोनों बैठकों में अधिकारियों से बदहाल सड़कों पर मुरम डालने के निर्देश दिए गए। लेकिन, असर नहीं हुआ। पहली बैठक जेके अस्पताल के सभागृह में हुई। बैठक में सड़कों पर मुरम व कोपरा नहीं डालने पर निगम अधिकारियों की फटकार भी लगाई थी और कहा कि यदि एक सप्ताह में कोलार की सड़कों पर मुरम व कोपरा नहीं डाला गया तो वे स्वयं धरने पर बैठेंगे। दूसरी बैठक कोलार के विकास के लिए हुई समीक्षा बैठक के दौरान हुई। इसमें भी अधिकारियों को जल्दी ही सड़कों के गड्ढे भरने के निर्देश दिए थे। लेकिन, इस बैठक के आठ दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी सड़क पर न तो मुरम डाली गई और न ही कोपरा। क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ननि अधिकारियों से सख्त लहजे में कोलार की बदहाल सड़कों पर मुरम व कोपरा डालने के लिए कह चुका हूं। जल्द ही निरीक्षण कर के देखूंगा। यदि मुरम व कोपरा सड़कों पर नहीं दिखा तो वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करुंगा।  

Kolar News

Kolar News 15 July 2018

भू माफियाओं द्वारा काटे जा रहे प्लॉट को नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने कार्रवाई कर रोक दिया कोलार के वार्ड-83 बंजारी दशहरा मैदान के पास संजय नगर झुग्गी बस्ती नाले से लगी सरकारी जमीन पर सत्तारूढ़ दल से जुड़े भू माफियाओं द्वारा काटे जा रहे प्लॉट को नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने कार्रवाई कर रोक दिया। कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद की गई। अमले को मौके पर 600-600 वर्गफीट के छह प्लॉट मिले। यहां भू माफियाओं ने प्लॉट चूना डालकर बांस की बल्लियां लगा ली थीं। बस झुग्गियां बनना बाकी था। ननि का अमला जैसे ही कार्रवाई के लिए पहुंचा भू माफिया भाग गए ,यह सब बलिया से आये एक स्थानीय पार्षद के समर्थक बताये गए हैं  । ननि अधिकारियों ने झुग्गी बनाने के लिए लगाई गई बांस की बल्लियों को जब्त कर लिया। जानकारी के अनुसार कोलार बंजारी दशहरा मैदान के आसपास लगी शासकीय जमीन पर भू माफियाओं की नजर है। यहां पर कुछ क्षेत्रीय नेता लोगों से 50-50 हजार रुपए लेकर झुग्गियां बनवा रहे हैं। संजय नगर व दानिश हिल्स पहाड़ी के आसपास पिछले पांच सालों में 100 से ज्यादा झुग्गियां बनाई गई हैं। इससे पहले बंजारी दशहरा मैदान से लगी दानिश पहाड़ी पर 300 से ज्यादा झुग्गियां बन चुकी हैं। भू माफिया पहले खड़े होकर लोगों के प्लॉट कटवाते हैं। इसके बाद अलसुबह या रात को बांस की बल्लियां लगवाकर पन्नी लगाकर झुग्गियां बनवा देते हैं। 15 दिन में झुग्गियां तैयार हो जाती हैं। जब लोग रहने लगते हैं तो अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध होने लगता है। बढ़ते अतिक्रमण के पीछे लोग स्थानीय नेताओं का संरक्षण बता रहे हैं पर किसी नेता का अब तक नाम सामने नहीं आया है। करीब आठ साल पहले शहर के अलग-अलग इलाकों से बंजारी दशहरा मैदान दानिश पहाड़ी पर 150 झुग्गियों को शिफ्ट किया। अब 300 से ज्यादा झुग्गियां बन चुकी हैं। पिछले चार सालों में झुग्गियों में दो बार आग भी लग चुकी हैं। जब-जब ननि व जिला प्रशासन ने झुग्गियां हटाने का प्रयास किया है, तब-तब वहां रहने वाले लोगों के भारी विरोध और नेताओं के दवाब के चलते अतिक्रमण अमले को बिना झुग्गियां हटाए ही लौटना पड़ा है। कोलार बंजारी दशहरा मैदान के पास शासकीय जमीन पर प्लॉट काट कर झुग्गियां बनाने का पता चला था। भू माफियाओं ने प्लॉट काट कर चूना भी डाल दिया था। पटवारी व आरआई को ननि अतिक्रमण विरोधी अमले के साथ भिजवाया। अमले को देख अतिक्रमण करने वाले भाग गए - विनोद सोनकिया, तहसीलदा ननि अतिक्रमण प्रभारी, जोन-18 - जगदीश टांक ने बताया -सूचना मिलने पर तत्काल अमले के साथ पहुंचे। भू माफियाओं को अमले की भनक पहले ही लग गई थी, इसलिए वो भाग गए। इसके बाद बांस की बल्लियों व अन्य सामान को जब्त किया गया।     

Kolar News

Kolar News 10 July 2018

  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान  मुम्बई में स्टॉक एक्सचेंज में घंटा बजाकर इंदौर नगर निगम के बॉण्ड दर्ज करवाया । इंदौर नगर निगम ने शहरी विकास की गतिविधियों में नागरिकों की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये अभी हाल ही में 28 जून को 170 करोड़ रुपये के बॉण्ड जारी किये हैं। इंदौर नगर निगम इस तरह के बॉण्ड जारी करने वाला राज्य का प्रथम और देश का तीसरा नगर निगम बन गया है। भारत सरकार की अमृत योजना के माध्यम से इंदौर शहर में नगर निगम ने जल-वितरण, सीवरेज और शहरी परिवहन सुविधाओं को विकसित करने के लिये बॉण्ड जारी किये हैं। इसमें भारत सरकार का 324.05 करोड़, राज्य सरकार का 486.18 करोड़ और नगर निगम का 162.08 करोड़ रुपये अंशदान निर्धारित किया गया है। निवेश आमंत्रित करने वरिष्ठ उद्योगपतियों से मिले मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज अपने मुम्बई प्रवास के दौरान सीआईआई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। श्री चौहान ने इस दौरान प्रदेश में निवेश के संदर्भ में विभिन्न देशों के वाणिज्यिक दूतों और उद्योग जगत के वरिष्ठ उद्योगपतियों से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री मुख्य रूप से आस्ट्रेलिया, कनाडा, इण्डोनेशिया, जापान, सिंगापुर, कोरिया और रशिया के वाणिज्यिक दूतों से मिले और उन्हें प्रदेश की विकास यात्रा के बारे में जानकारी दी। श्री चौहान ने बताया कि आज की तारीख में मध्यप्रदेश सभी क्षेत्रों में निवेश के लिये एक आदर्श राज्य बन चुका है। उन्होंने निवेशकों को आगामी 23-24 फरवरी, 2019 को मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी इंदौर में आयोजित की जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मित्र देश के रूप में आने का न्यौता भी दिया। मुख्यमंत्री को सिंगापुर के वाणिज्यिक दूत श्री अजीत सिंह ने मध्यप्रदेश में निवेश के लिये किये जा रहे प्रयासों के लिये बधाई देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा दी जा रही सुविधाएँ हमें आकर्षित करती हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि हम सिंगापुर से विशिष्ट क्षेत्र के विकास के लिये निवेशक लायेंगे। आस्ट्रेलिया के वाणिज्यिक दूत श्री टोनी उबर ने भी मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहा। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन के श्री बेन ग्रीन ने भी मध्यप्रदेश में शिक्षा और बैंकिंग के क्षेत्र में निवेश के मामले में रुचि जताई। कनाडा के वाणिज्यिक दूत ने प्रदेश में जल-संचयन के क्षेत्र में रुचि दिखाई और मुख्यमंत्री का निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा कि वे शीघ्र ही मध्यप्रदेश आयेंगे। इण्डोनेशिया के वाणिज्यिक दूत ने उनके देश में आगामी 24 से 28 अक्टूबर तक आयोजित ट्रेड एक्सपो में भारतीय प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया। मुख्यमंत्री ने समस्त वाणिज्यिक दूतों को सीआईआई के कार्यक्रम में शामिल होने पर धन्यवाद दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के. मिश्रा भी मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 5 July 2018

  कोलार में रहने वाले एक फुटबॉल कोच का शव उनके घर में संदिग्ध हालत में मिला। उनके परिजन उनको लेकर निजी अस्पताल पहुंचे थे। जहां उनको मृत घोषित किया गया है। पुलिस को मृतक के घर से एक आठ पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें चार पेज हिंदी और चार पेज में इंग्लिश में लिखे हैं। बाकी पेज पर हिंदी सिनेमा के गाने, डायलॉग और गजलें हैं। सात वर्ष पहले प्रेम विवाह करने वाले कोच ने सुसाइड नोट में साफ लिखा है कि अगर तुम मुझको छोड़कर गई तो वह खुदकुशी कर लेगा, उसने आगे लिखा है कि उसने अपना वादा निभाया। मृतक की पत्नी डेढ़ माह पहले उससे अलग हो गई थी। पुलिस का दवा है कि कोच ने जहर खाया हैं। हालांकि पीएम रिपोर्ट आने क बाद उनकी मौत का खुलासा हो जाएगा। कोलार थाने के एएसआई राजेंद्र सिंह गुर्जर के अनुसार अमरनाथ कॉलोनी में रहने वाले 30 वर्षीय रिशश दुबे एक निजी कॉलेज में फुटबाल कोच थे। उन्होंने 7 वर्ष पहले कोलार में रहने वाली नेहा नाम की एक युवती के साथ प्रेम विवाह किया था। दोनों का उससे पहले लंबे समय प्रेम प्रसंग चला था। एएसआई राजेंद्र गुर्जर का कहना है कि सुसाइड नोट में आठ पेज हैं। जिसमें ज्यादातर में गाने , गजल और प्रेम प्रसंग के समय के साथ गुजरे समय का जिक्र किया है। सुसाइड नोट का मजमून यह है कि तुमसे मैंने कहा था कि अगर तुम मुझको छोड़कर चली गई तो मैं खुदकुशी कर लूंगा, मैंने तुमसे वादा किया था , वह निभा कर जा रहा हू। मुझे प्रेम में धोखा मिला है। ज्यादातर सुसाइड नोट में गाने और शायरी लिखी हैं। उनकी जांच कराई जा रही है। मृतक की पत्नी नेहा डेढ़ माह से उससे अलग रह रही थी। उसकी दो साल की बेटी उनकी पत्नी के पिता के साथ रहती है। उसके जगदीश दुबे पिता और मां दोनों एसबीआई बैंक में नौकरी करते हैं। छोटा भाई डांस टीचर हैं। नेहा और उसके बीच में क्या हुआ । उसके बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। टीआई कोलार भरत ठाकुर का कहना है कि अभी शार्ट पीएम रिपोर्ट भी नहीं मिली है। आशंका है कि जहर खाकर खुदकुशी की है। उनके पास से सुसाइड नोट मिल गया है। पीएम रिपोर्ट मिलते ही मौत के कारणों का खुलासा होगा।  

Kolar News

Kolar News 4 July 2018

  कोलार जोन-18 और 19 में कार्यरत नगर निगम के दैनिक वेतन भोगी (दैवेभो) की हड़ताल सोमवार को भी जारी रहेगी। 20 जून से नियमितीकरण की मांग को लेकर गेहूंखेड़ा स्थित जोन-18 के कार्यालय के सामने बैठे ननि कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ले रहा। शनिवार को कर्मचारियों ने ननि आयुक्त अविशान लावनिया से भी मुलाकात की। ननि आयुक्त ने कहा कि ऐसा कोई आदेश दिखाओ जिसमें लिखा हो कि आप लोग 89 दिन के कर्मचारी हैं, जिन्हें भविष्य में नियमित किया जाएगा। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि कोलार नगर पालिका थी। नगर निगम में शामिल होने के बाद कर 300 कर्मचारियों को नगर निगम वार्डों में कार्य करने के लिए पदस्थ कर दिया। मंडीदीप और औबेदुल्ला नगर पालिका है। वहां के कर्मचारियों को कैसे नियमित कर दिया। इसी तरह कोलार जोन-18 और 19 समेत अन्य जोनों में काम कर रहे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। साधना रिछारिया, पकंज खरे व दीपक सहित अन्य दैवेभो कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम आयुक्त से नियमितीकरण का कोई आश्वासन नहीं मिला है। अब आर-पाल की लड़ाई लड़ेंगे। शासन ने मंडीदीप और औब्बेदुल्ला नगर पालिका के कर्मचारियों को कैसे नियमित किया है, उसी के आधार पर नियमितीकरण की मांग पर हड़ताल जारी रहेगी। बारिश के बाद दलदल हुई सड़कों पर ननि कर्मचारी हड़ताल पर होने से मुरम तक नहीं बिछ पा रही। सड़कों पर भरा बारिश व सीवेज का पानी नहीं निकाला जा रहा। प्रॉपर्टी व जल कर जमा नहीं हो पा रहा। कोलार में साफ-सफाई नहीं होने से गंदगी बढ़ रही। समय पर टैंकर नहीं पहुंच रहे, रिक्शा कचरा उठाने घर-घर तक नहीं आ रहे। ननि कर्मचारियों को समर्थन देने व नियमितीकरण की मांग को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाने के लिए विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा अब तक सामने नहीं आए। वार्ड पार्षदों ने शुरुआत में हड़ताल का समर्थन जरूर किया था। लेकिन, अब वो भी ननि कर्मचारियों के साथ धरने पर नजर नहीं आ रहे।  

Kolar News

Kolar News 2 July 2018

  कोलार के एलएन मेडिकल कॉलेज ने सुरक्षा निधि (कॉशन मनी) बढ़ाने का प्रस्ताव निजी विवि नियामक आयोग को दिया है। कॉलेज ने एमबीबीएस की सुरक्षा निधि 5 लाख रुपए व पीजी कोर्स की 8 लाख रुपए करने की मांग शासन से की है। इसके लिए अलावा कॉलेज प्रबंधन ने चिकित्सा शिक्षा संचालनालय (डीएमई) को भी पत्र लिखा है। इसमें कॉलेज ने सुरक्षा निधि 3 लाख रुपए करने की मांग की है। कॉलेज के पत्र के आधार पर डीएमई ने निजी विवि नियामक आयोग से राय मांगी थी। आयोग ने कहा है कि यह नीतिगत निर्णय जो शासन स्तर पर लिया जाना है। जब तक शासन से कोई मार्गदर्शन नहीं मिलता एमबीबीएस कोर्स की फीस 25 हजार ली जाए।

Kolar News

Kolar News 30 June 2018

नगर निगम के कोलार स्थित जोन 18 और 19 में तैनात दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी मांग को लेकर गेहूंखेड़ जोन कार्यालय में धरने पर बैठे हैं। इससे वार्डों में सफाई व्यवस्था, जलकार्य सप्लाई, यांत्रिकी संबंधी काम, समग्र आईडी और संपत्तिकर तक जमा नहीं हो पा रहे हैं। इसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। इतने दिनों बाद भी निगम अफसर हड़ताल पर गए कर्मचारियों से चर्चा करने तक के लिए नहीं पहुंचे। बुधवार को कर्मचारी स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों ने विधायक को बताया कि निगम में विलय के बाद उन्हें 89 दिवसीय से हटाकर 25 दिवसीय कर्मचारी में कर दिया गया है। इससे शासन द्वारा आदेश जारी होने के बाद भी विनियमितीकरण नहीं हो पाया। कर्मचारियों ने स्थापना के उपायुक्त एलआर कोली पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ही गलत नोटशीट बनाकर विनियमितीकरण से वंचित कर दिया है। अब हड़ताल करने वालों को नौकरी से हटाने की धमकियां दी जा रही हैं। इस पर विधायक ने कहा कि मेरे रहते किसी की नौकरी नहीं जाएगी। इस संबंध में विधायक ने गुरुवार को निगम आयुक्त अविनाश लवानिया ने चर्चा करने का आश्वासन दिया। विधायक ने कहा कि निगम के कुछ कर्मचारी संगठन व अफसर कोलार के कर्मचारियों का हित नहीं चाहते, इसलिए मामले को अटकाया जा रहा है, जो गलत है। कर्मचारियों के समर्थन में एमआईसी मेंबर कृष्णमोहन सोनी, भूपेंद्र माली, दिनेश यादव भी पहुंचे। हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि इतने दिनों बाद भी अफसर बात करने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में अब माता मंदिर स्थित निगम मुख्यालय का घेराव किया जाएगा। बता दें कि हड़ताल के पहले दिन कर्मचारी निगम आयुक्त लवानिया से मिलकर ज्ञापन सौंपा था। आयुक्त ने मामले का अध्ययन कर जल्द उनकी मांगों के संबंध में उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। लेकिन, अब तक कुछ नहीं हुआ। कोलार नगर पालिका का भोपाल नगर निगम में चार साल पहले विलय हुआ था। उस दौरान नपा के 358 कर्मचारी 89 दिवसीय में थे, जिन्हें 25 दिवसीय में कर दिया गया। इससे कोलार के कर्मचारी विनियमितीकरण के लाभ से वंचित हो गए।  

Kolar News

Kolar News 28 June 2018

भूमि के डायवर्सजन के लिये अब किसी को भी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के न्यायालय से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। अब भूमि स्वामी अपनी भूमि का विधि-सम्मत जैसा चाहे, डायवर्सन कर सकेगा। उसे केवल डायवर्सन के अनुसार भूमि उपयोग के लिये देय भू-राजस्व एवं प्रीमियम की राशि की स्वयं गणना कर राशि जमा करानी होगी और इसकी सूचना अनुविभागीय अधिकारी को देनी होगी। यह रसीद ही डायवर्सन का प्रमाण मानी जायेगी। अनुज्ञा लेने का प्रावधान अब समाप्त किया जा रहा है। एमपी के राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री  उमाशंकर गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि इस संबंध में विधानसभा में मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक-2018 पारित किया जा चुका है। भू-राजस्व संहिता में अब तक हुए 58 संशोधन श्री गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता-1959 में अब तक 58 संशोधन किये जा चुके हैं। इसके बाद भी जन-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिये जरूरी संशोधनों के सुझाव के लिये भूमि सुधार आयोग गठित किया गया था। आयोग के सुझावों के आधार पर भू-राजस्व संहिता में संशोधन किये गये हैं। नामांतरण के बाद मिलेगी नि:शुल्क प्रति नामांतरण का आदेश होने के बाद अब सभी संबंधित पक्षों को आदेश और सभी भू-अभिलेखों में दर्ज हो जाने के बाद उसकी नि:शुल्क प्रति दी जायेगी। यह प्रावधान भी किया गया है कि भूमि स्वामी जितनी चाहे, उतनी भूमि स्वयं के लिये रखकर शेष भूमि बाँट सकेगा। निजी एजेंसी करेगी सीमांकन सीमांकन के मामले जल्दी निपटाने के लिये अब निजी प्राधिकृत एजेंसी की मदद ली जायेगी। प्रत्येक जिले के लिये एजेंसी पहले से तय की जायेगी। यदि तहसीलदार द्वारा सीमांकन आदेश के बाद पक्षकार संतुष्ट नहीं है, तो वह अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन कर सकेगा। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा विशेषज्ञ कर्मचारियों की टीम से सीमांकन करवाया जायेगा। पहले यह मामले राजस्व मण्डल ग्वालियर में प्रस्तुत होते थे। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में राजस्व सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से संबंधित रहे भू-राजस्व संहिता के अध्याय-7 एवं 8 को हटाकर एक अध्याय-7 भू-सर्वेक्षण के रूप में रखा जा रहा है। अब राजस्व सर्वेक्षण के स्थान पर भू-सर्वेक्षण की कार्यवाही कलेक्टर के नियंत्रण में करवाई जायेगी। अब पूरे जिले को भू-सर्वेक्षण के लिये अधिसूचित करने की जरूरत नहीं रहेगी। अब तहसील अथवा तहसील से भी छोटे क्षेत्र को भी अधिसूचित किया जा सकेगा। खसरे में छोटे-छोटे मकानों के प्लाट का भी इंद्राज हो सकेगा। पटवारी हल्के के स्थान पर होगा सेक्टर का नाम भू-अभिलेखों के संधारण तथा शहरी भूमि प्रबंधन को अधिक व्यवस्थित बनाने के लिये शहरी क्षेत्रों में अब पटवारी हल्के के स्थान पर सेक्टर का नाम दिया जायेगा। आयुक्त भू-अभिलेख को सेक्टर पुनर्गठन के अधिकार होंगे। भू-अभिलेख संधारण के मामलों में ऐसी भूमियाँ, जिनका कृषि भूमि में कृषि से भिन्न प्रयोजन के लिये डायवर्सन कर लिया जाता है, उन्हें नक्शों में ब्लाक के रूप में दर्शाया जायेगा। यदि अनेक भूखण्ड धारक हैं, तो उनके अलग-अलग भू-खण्ड दर्शाये जायेंगे। अतिक्रमण पर एक लाख का जुर्माना शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण के मामलों में अब अधिकतम एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकेगा। निजी भूमियों के मामले में 50 हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान होगा। इसके साथ ही जिस भूमि पर अतिक्रमण होगा, उसे अतिक्रामक से 10 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष के मान से मुआवजा भी दिलाया जा सकेगा। अभी अतिक्रमित भूमि के मूल्य के 20 प्रतिशत तक अर्थदण्ड के प्रावधान थे। 

Kolar News

Kolar News 28 June 2018

नवगठित आनंद विभाग के तहत प्रदेशभर में धूमधाम से खोले गए आनंदम् केन्द्रों (आनंद की दीवार,नेकी की दीवार ) को चलाने में सामाजिक संस्थाओं की अरुचि देख सरकार ने उन्हें बंद करने का फैसला कर लिया है। राजधानी में प्रारंभ से ही ठप पड़े चार केन्द्रों को औपचारिक तौर पर तालाबंदी का निर्णय हो गया है। इसी तरह जिलों में खोले गए ज्यादातर केन्द्र भी ठप हैं।सबसे पहली नेकी की दीवार कोलार रोड पर बनी थी वहां भी अब कुछ नहीं है।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में सामाजिक संस्थाओं ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। डेढ़ साल पहले मकर संक्रांति पर राजधानी के टीटी नगर स्टेडियम में मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों की मौजूदगी में बड़ी धूमधाम से प्रदेशभर में यह अभियान शुरू किया गया था। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए एक साथ इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर के केन्द्रों को संबोधित कर नागरिकों से बातचीत भी की थी। उस दिन मंत्री, अफसर, सामाजिक संगठनों और उद्योगपतियों ने बढ़-चढ़ कर सहयोग करने की घोषणाएं की थीं। गैर सरकारी संगठनों का दो-तीन महीने में ही इन केन्द्रों से मोहभंग हो गया। पहले यह मांग भी उठी कि इन केन्द्रों को सरकार सीधे चलाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। समाज का सहयोग भी नहीं मिला। इसलिए धीरे-धीरे सामाजिक संस्थाओं ने जवाबदारी से अपने हाथ खींचना शुरू कर दिए। इस कारण सरकार को मन मारकर इन केंद्रों को बंद करने का फैसला करना पड़ा। प्रदेश भर में खोले गए करीब पौने दो सौ केन्द्रों में भी कमोबेश यही स्थिति है। आधे से ज्यादा केन्द्र पहली सालगिरह भी नहीं मना पाए। प्रदेश में अब बमुश्किल उंगलियों पर गिनने लायक केन्द्र ही रह गए हैं। भोपाल में अब आधा दर्जन में से महज दो केन्द्र ही चल रहे हैं। इनमें संजय तरण पुष्कर कोहेफिजा और कॉन्सेप्ट स्कूल टीटी नगर हैं, इसलिए जिला प्रशासन की ओर से गोविंदपुरा, स्वर्ण जयंती पार्क, बैरागढ़ और पॉलिटेक्निक चौराहा स्थित केन्द्रों की तालाबंदी की औपचारिक घोषणा कर दी गई। पिछले आठ माह से इन केंद्रों में गतिविधियां ठप पड़ी थीं। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार यह अनूठा प्रयोग राज्य आनंद संस्थान ने शुरू किया था। कान्सेप्ट यह था कि समाज के संपन्ना लोगों के पास यदि दैनंदिनी उपयोग की वस्तुएं अतिरिक्त हैं तो वे उसे इन केन्द्रों पर छोड़ जाएं। मसलन कपड़े, गद्दे, कंबल-चादर, बर्तन एवं फर्नीचर आदि। जिन्हें जरूरत है वे इन केन्द्रों से यह सामान उठा ले जाएं। शुरुआती उत्साह के कारण डेढ़-दो महीने ही यह प्रयोग ठीक ढंग से चल पाया।

Kolar News

Kolar News 25 June 2018

     मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान से आज मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल उन्नयन और उद्यमिता श्री अनंत कुमार हेगड़े ने सौजन्य भेंट की। श्री चौहान ने केंद्रीय राज्य मंत्री का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की।  

Kolar News

Kolar News 22 June 2018

  भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएससीडीसीएल) द्वारा तैयार किए गए ग्रीन एंड ब्लू मास्टर प्लान के ड्राफ्ट में घटते हरियाली चौकाने वाला तथ्य सामने आया है। प्लान में बताया गया है कि वर्ष 1977 में 92 फीसदी हिस्से में हरियाली थी। वर्ष 1992 में यह 66 प्रतिशत रह गई। बीते 26 साल में शहरीकरण से इसमें 44 फीसदी की कमी आई। फिलहाल शहर के 22 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रीन कवर है। यह राष्ट्रीय प्रतिशत से ज्यादा है, लेकिन, 2030 तक यह चार फीसदी रह जाएगा। जो कि केंद्र के 15 प्रतिशत के पैरामीटर से काफी कम होगा। रिपोर्ट में बताया गया कि शहर में कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन वर्ष 2007-08 में 0.74 मिलियन था। इसका 80 फीसदी उत्सर्जन रहवासी, व्यवसायिक व परिवहन सेक्टर से हो रहा है। वर्ष 2035 तक यह तीन गुना बढ; जाएगा। इस पर लगाम कसने के लिए 2036 तक भोपाल के सभी मकानों, भवनों को ग्रीन बिल्डिंग बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2021-2050 के बीच प्रदेश में अधिकतम तापमान 1.8 से दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। बुधवार को आईटीपीआई में आयोजित कार्यशाला में ग्रीन ब्लू मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिए सुझाव लिए गए। कार्यशाला में भोपाल सिटीजन फोन सहित टाउन एंड कंट्री प्लानिंग सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारियों ने अपने सुझाव दिए। चीफ प्लानर वीपी कुलश्रेष्ठ सहित केपीएमजी कंपनी के प्रतिनिधियों ने सवालों के जवाब दिए। कार्यक्रम में बीएससीडीसीएल के सीईओ संजय कुमार भी मौजूद थे। मुख्य रूप से छह बिंदुओं को शामिल किया गया है। इसमें ग्रीन कवर यानी हरियाली, ब्लू कवर जल स्त्रोतों, बिल्डिंग, वेस्ट मैनेजमेंट, परिवहन और पानी शामिल हैं। 7.5 करोड़ रुपए से कलियासोत, जहांगीराबाद, लहारपुर, लहारपुर नाला, हताईखेड़ा, बड़ा तालाब पातरा नाला को ग्रीन कॉरीडोर के तौर पर विकसित करने पर जोर दिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्मार्ट सिटी की इमारत को कार्बन न्यूट्रल बिल्डिंग बनाने, ग्रीन बिल्डिंग मटेरियल की टेस्टिंग, सर्टिफिकेट देने के लिए स्मार्ट सिटी लैब की स्थापना करने कहा गया है।

Kolar News

Kolar News 21 June 2018

  अरब सागर से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल ठिठक गया है। अरब सागर में वैदर सिस्टम सक्रिय नहीं होने से मानसून को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की बरसात के लिए अभी कम से कम एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि वातावरण में नमी मौजूद रहने से कहीं-कहीं मानसून पूर्व की बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रहेगा। भीषण गर्मी और उमस झेल चुके लोगों की उम्मीद पर फिलहाल मानसून ने पानी फेर दिया है। मप्र से लगे छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में प्रवेश करने के बाद अरब सागर से चला मानसून ठिठककर रह गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को कोंकण का अधिकांश भाग,मध्य महाराष्ट्र का कुछ और हिस्सा,मराठवाड़ा,विदर्भ,छत्तीसगढ़,उड़ीसा के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर लिया था। लेकिन उसके बाद वह स्थिर हो गया है। शुक्ला के मुताबिक अरब सागर में फिलहाल मानसूनी गतिविधियां सुस्त पड़ी हैं। जिससे मानसून को आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पा रही है। उधर बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब का क्षेत्र बना है। लेकिन उसका रुख बांग्लादेश की तरफ होने की संभावना है। इस वजह से अभी कम से कम एक सप्ताह तक मानसून के आगे बढ़ने की संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि वातावरण में आद्रता बनी रहने से प्री मानसून एक्टिविटी के तहत गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 June 2018

  प्रदेश के दोनों बड़े शहर इंदौर और भोपाल का 2050 तक बारिश का तरीका (पैटर्न) बदल जाएगा। बर्षा समय पर नहीं होगी। जलवायु परिवर्तन के अध्ययन के लिए तैयार किए मॉडल के आधार पर तैयार पूर्वानुमानों से यह संकेत मिले हैं। यह कहना है कि स्मार्ट सिटी के चीफ प्लानर वीपी कुलश्रेष्ठ का। वे विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर यहां मेपकास्ट में 'जलवा भोपाल। प्रदेश के दोनों बड़े शहर इंदौर और भोपाल का 2050 तक बारिश का तरीका (पैटर्न) बदल जाएगा। बर्षा समय पर नहीं होगी। जलवायु परिवर्तन के अध्ययन के लिए तैयार किए मॉडल के आधार पर तैयार पूर्वानुमानों से यह संकेत मिले हैं। यह कहना है कि स्मार्ट सिटी के चीफ प्लानर वीपी कुलश्रेष्ठ का। वे विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर यहां मेपकास्ट में 'जलवायु परिवर्तन ज्वलंत मुद्दे और समस्याएं' विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों में हीट आईलैंड जैसी स्थिति बन रही है। यह इस बात के संकेत हैं कि स्थनीय तापमान में बढ़ोतरी जारी रहेगी। 2050 तक इन शहरों का तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि शुष्क और अर्धशुष्क इलाकों में सतही जल का संकट पैदा होगा। प्रवासी पक्षियों के प्रजनन और प्रवास पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए संसाधनों के फिर इस्तेमाल पर जोर होना चाहिए। इस दौरान मेपकास्ट के महानिदेशक डॉ. नवीन चंद्रा व अन्य वैज्ञानिकों ने विज्ञान भवन में पौधरोपण किया।

Kolar News

Kolar News 7 June 2018

  मानसून की उलटी गिनती शुरू होते ही दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में गुरुवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 44.7 डिग्रीसे. होशंगाबाद में रिकार्ड हुआ। इसके अलावा पूरे प्रदेश में तापमान 44 डिग्रीसे. से कम दर्ज हुए। उधर मंडला,उमरिया और जबलपुर में बौछारें भी पड़ीं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मानसून के तेजी से आगे बढ़ने की स्थितियां अनुकूल बनी हुई है। इस वजह से मौसम के मिजाज में भी परिवर्तन होने लगा है। दिन के तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो चुका है। हालांकि वातावरण में नमी बढ़ने से उमस बढ़ गई है। इसी क्रम में गुरुवार को शाजापुर में 43.8,रायसेन में 43.6,गुना में 43.5,राजगढ़ में 43.4,खजुराहो में 43.2,ग्वालियर,छिंदवाड़ा,नरसिंहपुर और श्यौपुरकला में 43 डिग्रीसे.तापमान दर्ज हुआ। इसी तरह खरगोन में 42.9,भोपाल में 42.7,खंडवा में 42.5,बैतूल में 42.5,जबलपुर में 42.2,रीवा में 41.5,इंदौर में 41.2,सतना में 41 और पचमढ़ी में 38 डिग्रीसे. तापमान रिकार्ड किया गया।

Kolar News

Kolar News 1 June 2018

  देश में पहली बार शुक्रवार से मध्यप्रदेश ,हरियाणा समेत अन्य राज्यों के किसान 10 दिन की छुट्टी पर जा रहे हैं। किसान एक से 10 जून तक शहरों में फल-सब्जियों और दूध की सप्लाई नहीं करेंगे। किसानों ने इन 10 दिनों में शहर की दुकानों, शोरूम और सुपर बाजार का रुख नहीं करने का भी अहम निर्णय लिया है। अगर शहरी लोगों को फल-दूध या सब्जी चाहिए तो उन्हें गांवों का रुख करना पड़ेगा। दाम भी किसान ही तय करेंगे। किसान यह सब केंद्र व राज्य सरकारों की नीतियों के विरोध में कर रहे हैं। राष्ट्रीय किसान महासंघ के प्रतिनिधियों ने एक से 10 जून तक शहरों में दूध व फल-सब्जियों की आपूर्ति नहीं होने देने की रणनीति बनाई है। राष्ट्रीय किसान महासंघ के वरिष्ठ सदस्य व भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी और प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार ने बताया कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं करने व कर्ज माफी नहीं होने पर किसानों को यह कदम उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 62 किसान संगठनों ने इस दौरान गांवों से शहरों को खाद्य पदार्थो की सप्लाई नहीं होने देने की पूरी रणनीति बना ली है। गुरनाम चढूनी और राकेश कुमार ने साफ किया कि इस बंद में वह कोई रोड जाम नहीं करेंगे। किसान अपने घर और गांव में बैठकर शहर और सरकार को अपना दर्द समझाएंगे। आंदोलन के दौरान किसान आढ़तियों से भी पूरी तरह दूरी बनाकर रखेंगे। किसानों द्वारा एक दूसरे से उधार लेकर 10 दिन तक आर्थिक लेन-देन किया जाएगा। जगह-जगह  दिखा किसान आंदोलन का असर  किसान आंदोलन का असर धीरे-धीरे छोटे-बड़े शहरों की मंडियों में दिखने लगा है। अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक किसानों ने कहा था कि वे अपनी उपज मंडियों में नहीं भेजेंगे, ऐसे में मंडियों में शुक्रवार को सामान्य से कम ही भीड़ नजर आई। कई मंडियों में किसान अपनी उपज लेकर नहीं पहुंचे और व्यापारियों ने पुराना स्टॉक किया माल ही बेचा। भोपाल की भी प्रमुख मंडियों में लोगों तक पुराना माल ही पहुंच रहा है। हालांकि लोगों ने एक दिन पहले से सब्जी और अन्य जरुरी सामानों का स्टॉक करना शुरू कर दिया था लेकिन आज भी कई लोग जब मंडियों में पहुंचे तो उन्हें ताजा माल नहीं मिला। किसान सब्जी, अनाज और अपनी उपज लेकर मंडियों में नहीं पहुंचे। पुराना माल होने के कारण भी बिक्री ज्यादा नहीं हुई। इधर होशंगाबाद ,पिपरिया में भी सब्जी मंडी में माल नहीं आया और 2 दिन पुरानी सब्जियां बिकीं। सब्जी मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष आमीन राइन के मुताबिक बिक्री में 30 फीसदी गिरावट आई है और सब्जियां रोड़ पर ही बिक रही हैं। मंडियों में ज्यादा किसान नहीं पहुंचे हैं। दूध की सप्लाई पर फिलहाल असर नहीं है। बाजार के जानकारों के मुताबिक हड़ताल का असर 3 जून से नजर आएगा। इधर इटारसी मंडी में पुलिस ने किसानों से संवाद किया। एसपी मंडी क्षेत्र का जायजा ले रहे हैं। वहीं पिपरिया में कुछ लोगों को रोकने का प्रयास हुआ है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रात 3 बजे से लगाई गई है। वहीं विदिशा में किसानों के बंद आंदोलन का खासा असर दिखाई दे रहा है। विदिशा शहर के बाहरी इलाकों में बंद आंदोलन कर रहे किसान सुबह से ही जमा हो गए थे और शहर में आने वाले दूध बेचने वालों को वापस गांव लौटा रहे थे। इस दौरान किसानों और दूध बेचने वालों के बीच मामूली विवाद की स्थिति भी बनीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। हालांकि इस दौरान पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। बंद आंदोलन से विदिशा में दूध की सप्लाई प्रभावित हुई है और आज कई जगह दूध की सप्लाई नहीं हो पाई।

Kolar News

Kolar News 1 June 2018

 महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब रसोई गैस भी सताएगी। दरअसल, तेल एवं गैस कंपनियों की ओर से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 52 रुपये बढ़ा दी गई है। कॉमर्शियल सिलेंडर भी 82.50 रुपये महंगा हो गया है। नई दरें एक जून से प्रभावी होंगी। आज से देश के बड़े महानगरों में एलपीजी की कीमत इस प्रकार से तय हो गई है। दिल्ली में प्रति सिलिंडर एलपीजी 493.55 रुपए, कोलकाता में प्रति सिलिंडर एलपीजी 496.65, मुंबई में प्रति सिलिंडर एलपीजी 491.31 जबकि चेन्नई में प्रति सिलिंडर एलपीजी 481.84 रुपए की कीमत से उपलब्ध की जाएंगी।  14.2 किलो वाला गैर रियायती रसोई गैस सिलेंडर अब तक 734 रुपये में उपलब्ध होता था। एक जून से यह 786 रुपये में मिलेगा। इसकी कीमत 52 रुपये बढ़ गई है। इसी तरह से 19.2 किलो वाला कॉमर्शियल सिलेंडर अब 1,401 रुपये में मिलेगा। अब तक इसकी कीमत 1,318.50 रुपये थी। इसकी कीमत 82.50 रुपये बढ़ाई गई है। रसोई गैस सब्सिडी जून में प्रति सिलिंडर 288.28 रुपये मिलेगी। मई माह में यह राशि 240.72 रुपये थी। इसमें 47.56 रुपये की वृद्धि हुई है। हर महीने के अंत में तेल एवं गैस कंपनियां गैस कीमतों की समीक्षा करती हैं। इस वृद्धि से वैसे रसोई गैस उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ेगी जो बिना सब्सिडी सिलिंडर लेते हैं। इसके साथ ही कॉमर्शियल सिलेंडर का उपयोग करने वालों की भी मुसीबत बढ़ेगी। कॉमर्शियल सिलेंडर का उपयोग होटल, रेस्टोरेंट आदि में किया जाता है। मालूम हो कि मई माह में गैर रियायती और कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में मामूली स्तर पर कमी आई थी। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत अप्रैल में 735 रुपये थी जो एक रुपये की कमी के साथ मई माह में 734 रुपये हो गई थी। इसी तरह से कॉमर्शियल सिलेंडर जो अप्रैल माह में 1327 रुपये में उपलब्ध था वह मई महीने में 8.50 रुपये सस्ता होकर 1318.50 रुपये हो गया था।  

Kolar News

Kolar News 1 June 2018

  मुख्यमंत्री ने सफल विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों को दी बधाई  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल परीक्षा 2018 के परिणामों की घोषणा की। हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 66.54 प्रतिशत और हायर सेकेण्डरी का परीक्षा परिणाम 68.07 प्रतिशत रहा। हाई स्कूल परीक्षा की मेरिट सूची में 98 छात्राएं और 83 छात्र एवं हायर सेकेण्डरी की मेरिट सूची में 71 छात्राएं और 62 छात्रों ने स्थान प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी सफल विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने सफलता का इतिहास लिखा है। उन्होंने कहा कि इस साल का परीक्षा परिणाम पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा अच्छा है। श्री चौहान ने उम्मीद के अनुरूप सफलता प्राप्त नहीं कर सके विद्यार्थियों से कहा कि वे किसी भी प्रकार से हताश, निराश या उदास नहीं हों। जीवन में आगे बढ़ने के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। आगे और बेहतर प्रयास करें तथा आगे बढ़े। उन्होंने क्रिकेट खिलाडी श्री सचिन तेन्दुलकर, महिला बॉक्सर सुश्री मेरीकॉम, ऑलराउंडर क्रिकेट खिलाड़ी श्री कपिल देव और अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जार्ज वाशिंगटन का उदाहरण देते हुये कहा कि कम नंबर लाने के बावजूद इन हस्तियों ने असाधारण और महान काम किये हैं। इसलिये निराश होने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत जो विद्यार्थी 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक लायेंगे, उन्हें उच्च शिक्षा के लिये किसी भी संस्थान में प्रवेश लेने पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी। उन्होंने कहा कि पैसों के अभाव में किसी भी विद्यार्थी के सपनों को अधूरा नहीं रहने देंगे। उन्होंने परीक्षाओं में बेटियों के आगे रहने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुये कहा कि बेटियों को आगे बढ़ायें, बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं। हर जिले में होंगे कॅरियर काउंसलर : श्री चौहान ने कहा कि इस बार विद्यार्थियों के लिये कॅरियर काउंसलिंग की विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि बच्चों को अपने भविष्य का रास्ता तय करने में भरपूर मदद मिले। हर जिले में कॅरियर काउंसलिंग की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले विद्यार्थियों के जिलेवार सम्मेलन आयोजित होंगे। सम्मेलन में विद्यार्थियों का स्वागत किया जायेगा और उन्हें कॅरियर काउंसलिंग दी जायेगी। हर जिले में रोजगार कार्यालय में न्यूनतम पाँच कॅरियर काउंसलर नियुक्त किये जायेंगे। उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से भी प्रत्येक जिले में दो-दो कॅरियर काउंसलर उपलब्ध होंगे। आगामी 17 मई को 500 कॅरियर परामर्शदाताओं का उन्मुखीकरण प्रशासन अकादमी में आयोजित किया जायेगा और कॅरियर परामर्श योजना शुरू की जायेगी। अच्छा परिणाम देने वाले जिलों, शिक्षकों का होगा सम्मान : श्री चौहान ने माध्यमिक शिक्षा मंडल को समय पर रिजल्ट घोषित करने और निर्विघ्न रूप से परीक्षाएँ सम्पन्न कराने के लिये बधाई दी। उन्होंने शासकीय शालाओं के शिक्षकों को भी बधाई दी, जिनके अथक परिश्रम से शासकीय स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों के परीक्षा परिणाम से उत्कृष्ट रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा परिणाम देने वाले जिलों और शालाओं के शिक्षकों को सम्मानित करने के लिये अलग से कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि सभी अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन होगा। जो शिक्षक पहले से कार्यरत हैं, उनकी वरिष्ठता किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा की कि आने वाले समय में शिक्षा की गुणवत्ता में और ज्यादा सुधार लाने के लिये प्रयास करें। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष श्री एस.आर. मोहंती ने परीक्षा परिणामों पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस बार कक्षा दसवीं के लिये बेस्ट ऑफ फाईव व्यवस्था लागू की गई थी। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिये अलग से परीक्षाएं आयोजित की गईं। उन्होंने बताया कि अंकसूची में त्रुटियों को तीन महीनों के अंदर दूर करने के लिये विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं। तीन महीने के अंदर त्रुटि नि:शुल्क दूर कर दी जायेगी। श्री मोहंती ने बताया कि इस बार हाई स्कूल परीक्षा में 11 लाख 3 हजार 852 विद्यार्थी बैंठे थे। इनमें से 66.54 प्रतिशत विद्यार्थी सफल रहे। पिछले साल की तुलना में यह 16.8 प्रतिशत अधिक हैं। इनमें 64 प्रतिशत छात्र और 69 प्रतिशत छात्राएं हैं। प्रावीण्य सूची में 98 छात्राएं और 83 छात्र ने स्थान प्राप्त किया है। नीमच और देवास जिलों से पास होने वाले बच्चों की संख्या सर्वाधिक है। मण्डल अध्यक्ष ने बताया कि हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 7 लाख 44 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 68.07 प्रतिशत सफल हुए हैं। प्रावीण्य सूची में 71 छात्राएं और 62 छात्र शामिल हैं। 12वीं में भी नीमच और दमोह जिलों से सर्वाधिक विद्यार्थी पास हुए हैं। उन्होंने बताया कि 23 हजार विद्यार्थियों ने 75 प्रतिशत और 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किये हैं । इसमें 12 हजार 871 विद्यार्थियों ने 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल किये और 10 हजार 469 विद्यार्थियों ने 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल किये। मूकबधिर श्रेणी में हाई स्कूल परीक्षा में भिण्ड की सुश्री दीक्षा शर्मा प्रथम, ग्वालियर के श्री सार्थक चितले द्वितीय एवं धार के श्री कृष्णा गुप्ता तृतीय स्थान पर रहे। दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से विकलांग श्रेणी में हाई स्कूल में सागर के श्री भूपेन्द्र सिंह ठाकुर प्रथम, इंदौर के अक्षत द्वितीय और सागर के श्री प्रहलाद दांगी तृतीय स्थान पर रहे। हाई स्कूल की मेरिट सूची में प्रथम दस में स्थान प्राप्त करने वालों में विदिशा की कुमारी अनामिका साध और शाजापुर के श्री हर्षवर्धन परमार प्रथम रहे। उमरिया के श्री सुभाष प्रसाद पटेल, उमरिया के श्री प्रभात शुक्ला, आगर मालवा के श्री संयम जैन, राजगढ़ के श्री राधेश्याम सोंधिया द्वितीय स्थान पर रहे। बुरहानपुर के श्री चितवन नाईक, बुरहानपुर की कुमारी आयुषी शाह, नरसिंहपुर की कुमारी साक्षी लोधी और छतरपुर की कुमारी प्रिया साहू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। हायर सेकेण्डरी के परिणाम में मानसिक विकलांग श्रेणी में ग्वालियर श्री शशिशेखर प्रकाश प्रथम रहे। मूकबधिर श्रेणी में सुश्री ऋतिका गोयल प्रथम रहीं। कला संकाय में छिंदवाड़ा की सुश्री शिवानी पवार प्रथम रहीं। गणित संकाय में श्री ललित पंचोली शिवपुरी प्रथम रहे। वाणिज्य संकाय में शिवपुरी सुश्री आयुषी प्रथम रहीं और कृषि संकाय में श्री संतोष रावत शिवपुरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जीव विज्ञान श्रेणी में बालाघाट की सुश्री दीपल जैन प्रथम रहीं और गृह विज्ञान संकाय में सुश्री तमन्ना कुशवाहा प्रथम रहीं। इस अवसर पर विधान सभा के उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवरविजय शाह, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री श्री दीपक जोशी, प्रावीण्य सूची में आने वाले विद्यार्थी, शिक्षक और उनके परिजन उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 14 May 2018

  कोलार के नयापुरा स्थित प्रज्ञा विद्यालय में रविवार को सांस्कृतिक संस्था सारांश द्वारा श्रीमंत बाजीराव पेशवा प्रथम के चरित्र और कार्य पर एक संगोष्ठी का आायेजन किया गया। परिचर्चा में पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास ने संबोधित करते हुए कहा कि श्रीमंत बाजीराव पेशवं विश्व के अजेय योद्घा थे। ेउन्होंने पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उनकी रावेरखेड़ी खरगौन में स्थित समाधि के संदर्भ में विभाग द्वारा कार्यों की समीक्षा की। श्रीमंत बाजीराव पेशवा के 1738 की भोपाल में निजामउल मुल्क पर विजय के संदर्भ में भोपाल में उनकी प्रतिमा स्थापित होना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित संस्था के अध्यक्ष शशिकांत लिमये ने बाजीराव पेशवा द्वारा लड़े गए 43 सुद्घों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर भगवत सिंह चंदेल, पूनम कुलकर्णी, बसंत देशपांडे समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 7 May 2018

मध्यप्रदेश में निरंतर किये जा रहे प्रयासों से बाघों की संख्या बढ़ रही है। किशोर होते बाघों को वर्चस्व की लड़ाई और मानव द्वंद से बचाने के लिये वन विभाग ने अभिनव योजना अपनायी है। वन विभाग अनुकूल वातावरण का निर्माण कर बाघों को ऐसे अभयारण्यों में शिफ्ट कर रहा है, जहाँ वर्तमान में बाघ नहीं हैं। पन्ना में बाघ पुनर्स्थापना से विश्व में मिसाल कायम करने के बाद वन विभाग ने सीधी के संजय टाइगर रिजर्व में भी 6 बाघों का सफल स्थानांतरण किया है। बाघ शून्य हो चुके पन्ना में आज लगभग 30 बाघ हैं। अब नौरादेही अभयारण्य में बाघ पुनर्स्थापना का कार्य प्रगति पर है। मध्यप्रदेश केवल प्रदेश में ही नहीं देश में भी बाघों का कुनबा बढ़ा रहा है। जल्द ही प्रदेश उड़ीसा के सतकोसिया अभयारण्य को भी 3 जोड़े बाघ देगा। वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार स्वयं नौरादेही पहुँचकर ऑपरेशन का जायजा ले रहे हैं। जबलपुर से 140 किलोमीटर दूर दमोह, सागर और नरसिंहपुर जिले में 1197 वर्ग किलोमीटर में फैले नौरादेही अभयारण्य में बहुत पहले कभी बाघ रहे होंगे। यह जंगल देश की दो बड़ी नदियों गंगा और नर्मदा का कछार होने के कारण यहाँ पानी की कमी नहीं है। वन विभाग ने पन्ना की तर्ज पर देश के सबसे बड़े इस अभयारण्य में बाघ आबाद करना शुरू कर दिया है। पिछले 18 अप्रैल को यहाँ कान्हा से ढ़ाई वर्षीय एक बाघिन और 29 अप्रैल को बाँधवगढ़ से लगभग पाँच वर्षीय बाघ का स्थानांतरण किया गया है। बाघिन तो नये वातावरण में रम गई है, पर बाघ को नये आवास का अभ्यस्त बनाने के लिये विभाग काफी मशक्कत कर रहा है। नौरादेही की टीम ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम के साथ मिलकर युद्ध स्तर पर मात्र तीन दिनों में दोनों के लिये विशेष रूप से अलग-अलग बाड़ा तैयार किया है। प्रबंधन ने इन्हें एन-1 और एन-2 का नाम दिया है। बाघ का जोड़ा आने से स्थानीय लोगों में काफी उत्साह और गर्व की भावना है। वे इन्हें राधा-किसन के नाम से पुकारने लगे हैं। वनमंडलाधिकारी श्री रमेशचन्द विश्वकर्मा ने बताया कि शुरू में एक-दो दिन असहज रहने के बाद बाघिन ने नये वातावरण के साथ सामंजस्य शुरू कर दिया है। वह शिकार भी कर रही है और एक हेक्टयेर में बने अपने बाड़े में स्वाभाविक रूप से दिनचर्या व्यतीत कर रही है। पास में स्थित मचान और एक वाहन के माध्यम से वन अधिकारी-कर्मचारी 24 घंटे बाघिन के स्वास्थ्य और सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं। बाघ ने स्वयं को बाड़े से आजाद कर दो-ढाई किलोमीटर की दूरी पर स्थित नाले के किनारे प्राकृतिक रूप से बनी खोह में अपना ठिकाना बना रखा है। दो सौ किलोग्राम से अधिक वजन वाला यह बाघ काफी तन्दरूस्त और शक्तिशाली है। शुरूआती दिनों में असहज रहने के बाद वह भी नये माहौल में घुलने-मिलने लगा है। बाघ के रेस्क्यू के लिये बांधवगढ़ से हाथी की टीम के साथ दल आ गया है। वन विभाग बाघ पर सतत निगरानी रखे हुए हैं। कुछ दिनों के बाद बाघ की पसंद को देखते हुए निर्णय लिया जायेगा कि इसे वापस बाड़े में पहुँचायें या उन्मुक्त जंगल में विचरण करने दें। अभयारण्य में बसे गाँव के लोग भी इस काम में मदद कर रहे हैं। अभयारण में 69 गाँव थे, जिनमें से 10 गाँव का विस्थापन कर मुआवजा दिया जा चुका है। सात गाँव के विस्थापन की प्रक्रिया जारी है। इनमें 4 सागर और 3 नरसिंहपुर जिले के हैं। ग्रामीण भी खुश हैं कि अब उन्हें जंगल में होने वाली दिक्कतों से दो-चार नहीं होना पड़ रहा है। घर में बिजली है, कहीं आने-जाने के लिये सड़क और साधन हैं। तेंदुआ, सियार आदि जंगली जानवरों का भय भी नहीं रहा। रिक्त गाँवों में बड़ी मात्रा में घास विकसित की गई है। इससे शाकाहारी प्राणियों की संख्या बढ़ने से बाघों को भरपूर शिकार मिलेगा। विस्थापन से मानव हस्तक्षेप खत्म होने से जंगल अपने प्राकृतिक स्वरूप में आता जा रहा है। यहाँ के भारतीय भेड़िया के साथ भालू, सांभर, चीतल, चिंकारा, जंगली बिल्ली आदि की संख्या बढ़ी है। पेंच राष्ट्रीय उद्यान से भी सात खेप में यहाँ 125 चीतल आ चुके हैं।  

Kolar News

Kolar News 5 May 2018

  आनंद विभाग के एक कार्यक्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक मजाक ने अचानक राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी। मुख्यमंत्री ने भाषण के अंत में कहा कि मेरे झाबुआ, आलीराजपुर में कुछ कार्यक्रम हैं तो जल्दी जाना पड़ेगा। सामने रखी कुर्सी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे एक मौका और मिलेगा, यह कुर्सी जिस पर लिखा है माननीय मुख्यमंत्री। उस पर भी कोई बैठ सकता है। गुरुवार सुबह-सुबह नई दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री के इतना कहते ही अचानक राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। कांग्रेस नेताओं के एक के बाद धड़ाधड़ ट्वीट आने लगे, तो भाजपा नेताओं ने भी इस पर सफाई दी। सोशल मीडिया के कई ग्रुप पर तो नेतृत्व परिवर्तन की अफवाह उड़ने लगी। अपने बयान के करीब पांच घंटे बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 'कार्यक्रम में मेरे लिए आरक्षित रखी गई कुर्सी को लेकर थोड़ा-सा मजाक क्या कर लिया, कुछ मित्र अत्यंत आनंदित हो गए। चलो, मेरा आनंद व्याख्यान में जाना सफल हो गया।" कांग्रेस नेताओं ने कहा- सीएम ने चुनाव से पहले स्वीकारा मुख्यमंत्री के बयान के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को हटाया जा रहा है या वे यह सच स्वीकार कर चुके हैं कि अबकी बार-कांग्रेस सरकार। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बयान दिया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को हकीकत समझ आने लगी है। अभी चुनावों में वक्त है, लेकिन शिवराज सिंह अभी से हताश होने लगे हैं।  कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि अपने कर्मों से अब मुख्यमंत्रीजी खुद अहसास करने लगे हैं कि अब मैं नहीं कोई और मुख्यमंत्री होगा। यह सच्चाई स्वीकार करने में इतना समय क्यों लगा मुख्यमंत्रीजी? भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि मप्र में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही सभी खबरें पूरी तरह असत्य और अफवाह हैं। प्रदेश में आगामी चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि देशभर में कांग्रेस का संकट यह है कि वे मजाक की बात को गंभीरता से लेते हैं और गंभीर मामलों को मजाक में उड़ा देते हैं। भोपाल में वेद मर्मज्ञ एवं प्रखर आध्यात्मिक गुरू स्वामी सुखबोधानन्द ने कहा है कि खुशी के लिये काम करने से खुशी नहीं मिलेगी, बल्कि खुश होकर काम करने से खुशी मिलेगी। यंत्रवत जीवन और प्रतिक्रिया करने की प्रवृत्ति से मुक्ति पाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि परेशानियों और समस्याओं को सकारात्मक दृष्टि से देखने पर वे भी गुरू बन जाती हैं। स्वामी सुखबोधानन्द ने आज यहां प्रशासन अकादमी में आनन्द विभाग के अंतर्गत राज्य आनन्द संस्थान द्वारा आयोजित 'आनन्द व्याख्यान' में यह विचार व्यक्त किये। मन की भीतर की स्थिति है आनन्द मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि सकारात्मक विचार ही सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार का दर्शन आनन्द को प्राप्त करने का मार्ग बताता है। साम्यवाद और पूंजीवाद ने भी आनन्द प्राप्ति का रास्ता दिखाया था, लेकिन कालांतर में सही साबित नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आनन्द और सुख में भेद नहीं समझने के कारण ऐसा होता है। उन्होंने कहा कि आनन्द मन की भीतर की स्थिति है, जबकि सुख बाहरी परिस्थितियों से निर्मित होता है। श्री चौहान ने कहा कि केवल अधोसंरचनाएं खड़ी करने से आनन्द नहीं मिलता। अर्थपूर्ण जीवन जीना महत्वपूर्ण है। समृद्ध लोग भी दुखी रहते हैं और अभाव में रहने वाले भी खुश रहते हैं। इसलिये मनोदशा को सकारात्मक बनाने की कला सीखना होगा। प्रत्येक क्षण में है आनन्द स्वामी सुखबोधानंद ने आनन्द की चारित्रिक विशेषताओं और जीवन में उसकी उपस्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आनन्द को भविष्य में देखने की प्रवृत्ति और आदत बना लेने से निराशा और दुख ही हाथ आयेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान ही सब कुछ है, इसलिए आनन्द भी वर्तमान में ही उपस्थित है। यह मन के भीतर है। उन्होंने कहा कि जब सब दरवाजे बंद हो जाते हैं, तब ईश्वर नया द्वार खोल देता है। इसलिए प्रत्येक क्षण में आनन्द है। प्रत्येक पल में जीवन है। प्रत्येक पल ऊर्जावान है। वर्तमान में भूतकाल का हस्तक्षेप नहीं होने दें स्वामीजी ने कहा कि राग और द्वेष का रूपांतरण प्रेम में करने के लिए भक्ति की जरूरत पड़ती है। इसलिए भक्ति प्रमुख तत्व है। स्वामी ने कहा कि भविष्य माया है। सिर्फ वर्तमान ही सच है और वर्तमान में ही आनन्द व्याप्त है। उसकी अनुभूति करने की आवश्यकता है। आश्चर्य तत्व की प्रधानता होना चाहिए। उन्होने कहा कि वर्तमान में भूतकाल का हस्तक्षेप नहीं होने दें, इसके प्रति भी सचेत रहें। आनंद का दूसरा स्वरूप ऊर्जा है। आनन्द विभाग के मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान निरंतर नवाचार करने वाले मुख्यमंत्री हैं। आनन्द विभाग की स्थापना इसका उदाहरण है। उन्होंने बताया कि बहुत कम समय में आनन्द विभाग की गतिविधियों का प्रदेशव्यापी विस्तार हुआ है। पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द विभाग श्री इकबाल सिंह बैंस और आनन्द क्लबों के सदस्य उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 3 May 2018

  पिछले दो साल से हाउसिंग बोर्ड बैरागढ़ चीचली स्थित गौरव कालोनी की एप्रोच रोड बनाने में बाधक बन रहे जिन दो शेडों को तोड़ने की लगातार कोशिशें कर रहा था,  तहसीलदार विनोद सोनकिया ने कार्रवाई करते हुए इसे हटा दिया। जैसे ही अतिक्रमण टूटा, हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। वह जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहते नजर आए कि पिछले दो साल से जिस कालोनी का लोकार्पण कार्यक्रम अटका पड़ा हुआ था, वह अब जल्द ही कराया जा सकेगा। बता दें कि इस कार्रवाई को करने से पहले हाउसिंग बोर्ड को दो नए शेड दोनों महिलाओं की जमीनों को बनाकर देने पड़े, तब कहीं जाकर दोनों महिलाओं ने सरकार की जमीन पर बनाई जा रही एप्रोच रोड से कब्जा छोड़ा। तहसीलदार ने बताया कि गुरूवार को अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई की गई। इस दौरान शेड में रखे सामान को नए शेड में शिफ्ट कराया गया। इसके बाद पुराने शेड को तोड़ दिया गया। यह कार्रवाई शाम 7 बजे तक चली। ज्ञात हो कि हाउसिंग बोर्ड बैरागढ़ चीचली में 4 एकड़ जमीन में गौरव नगर नाम की कालोनी बना रहा है। इस जमीन की एप्रोच रोड पर पास ही स्थित 100 एकड़ कृषि भूमि वाली दो महिलाओं ने कब्जा कर अपने मकान बना लिए थे। इससे यह रोड नहीं बन पा रही थी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कई बार स्थगित करनी पड़ी थी।

Kolar News

Kolar News 27 April 2018

  भोपाल विकास प्राधिकरण के सलैया अफोर्डेवल हाउसिंग प्रोजेक्ट के रहवासी प्रोजेक्ट में व्यापत खामियों और बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। रहवासियों ने बताया कि बीडीए ने भले ही पजेशन दे दिया हो लेकिन पार्क, गार्ड और अन्य सुरक्षा संबंधित इंतजाम नहीं किए हैं। इससे पहले भी कई बार अधिकारियों से कई बार शिकायतें भी की गई लेकिन नतीजा सिफर ही निकला। बता दें कि परेशान रहवासियों ने पहले ही सलैया प्रोजेक्ट में ही बीडीए के खिलाफ नारेबाजी की थी।  

Kolar News

Kolar News 23 April 2018

  भोपाल में स्कूटी सवार रिटायर्ड पुलिस कर्मचारी की बेटी को बाइक सवार तीन मनचलों ने पॉलीटेक्निक चौराहे से एक किमी तक पीछा कर छेड़खानी की और विरोध करने पर चाकू से हमला कर दिया। रविवार शाम को हुई इस सनसनीखेज वारदात में युवती के साथ उसकी बहन भी थी। गनीमत है कि पीड़िता को कोहनी पर ही चाकू लगा है। उसकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई, लेकिन पुलिस आरोपितों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। जहांगीराबाद पुलिस के अनुसार 26 वर्षीय युवती शाहजहांनाबाद में रहती है। वह महिला एवं बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक है और उसके पिता रिटायर्ड पुलिस कर्मचारी हैं। युवती की पोस्टिंग फिलहाल दूसरे जिले में हैं। वह शनिवार को वह अपने घर आई थी। रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे युवती स्कूटी से अपनी बड़ी बहन के साथ न्यूमार्केट शॉपिंग के लिए आ रही थी। पॉलीटेक्निक चौराहे के पास लाल रंग की पल्सर बाइक पर सवार तीन मनचलों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। उनसे बचने के लिए युवती ने अपनी गाड़ी की रफ्तार बढ़ाई लेकिन मनचले पीछा करते रहे। किसी तरह पीड़िता बाणगंगा चौराहा स्थित पीतल देवी मंदिर के सामने पहुंची तो बाइक सवार मनचले उसे अश्लील कमेंट्स करने लगे। वे पीड़िता की स्कूटी रुकवाना चाह रहे थे लेकिन उसने गाड़ी नहीं रोकी। तब बाइक पर बीच में बैठे युवक ने चलती गाड़ी में ही उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और भाग निकले। युवती की कोहनी में चाकू लगा है। घटना के बाद घायल पीड़िता ने टीटी नगर थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने युवती के बयान लेने के बाद शून्य पर कायमी कर ली और घटनास्थल जहांगीराबाद थाना क्षेत्र का होने के कारण केस डायरी जहांगीराबाद थाने भेज दी। पुलिस ने बताया कि चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हड़बड़ी में फरियादी, आरोपी की गाड़ी का नंबर नहीं देख पाई थी। फुटेज के आधार पर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 18 April 2018

  नोटबंदी के बाद अब एक बार फिर मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में एटीएम मशीनों से पैसे खत्म हो गए हैं। एक के बाद एक देश के 8-10 राज्यों में कैश का संकट सामने आया है जिसके बाद केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ने इससे निपटने का काम शुरू कर दिया है। पूरे मामले को लेकर वित्त मंत्री ने कहा है कि देश में कैश की कोई दिक्कत नहीं है। खबरों के अनुसार यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश के अलावा गुजरात और तेलंगाना समेत कई राज्यों में एटीएम मशीनों में कैश खत्म होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। कैश की किल्लत को लेकर वित्त विभाग के सचिव एससी गर्ग ने कहा कि हम रोजाना 500 रुपए के 500 करोड़ की लागत के नोट छाप रहे हैं। हमने इस छपाई को 5 गुना करने के लिए भी कदम उठाए हैं। अगले कुछ दिनों में हम 2500 करोड़ के 500 के नोट सप्लाय करने लगेंगे वहीं एक महीने में यह बढ़कर 7000-7500 करोड़ हो जाएगी। देश में कैश की कमी नहीं है। कैश की किल्लत को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार सिन्हा के अनुसार यह एक अस्थायी समस्या है जो कि जियोग्राफिकल कारणों से है। इसका एक ही समाधान है कि कैश मैनेजमेंट सिस्टम का पालन हो। इसके साथ ही सिन्हा ने 2000 के नोट की कमी की बात भी स्वीकारी। इसे लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि हमने देश में करेंसी की समीक्षा की है और फिलहाल जरूरत से ज्यादा पैसा उपलब्ध है। नोटों की आचनक हुई कमी का कारण कुछ इलाकों में बढ़ी खपत है जिसे टैकल किया जा रहा है। वहीं कैश की किल्लत को लेकर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री एसपी शुक्ला ने कहा है कि हमारे पर फिलहाल 1,25,000 करोड़ का कैश है। एक समस्या है कि कुछ राज्यों में कैश कम है वहीं कुछ में ज्यादा है। सरकार ने राज्य स्तर पर कमेटियां बनाईं हैं साथ ही रिजर्व बैंक ने भी कमेटी बनाई है ताकि यह नकदी एक राज्य से दूसरे राज्य भेजी जा सके। जानकारी के अनुसार राज्यों के कई शहरों में एटीएम मशीनें बंद हैं और लोगों को नकदी के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें एक बार फिर से नोटबंदी का समय याद आने लगा है। हालांकि, यूपी में कैश की किल्लत को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक बुलाई है वहीं केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक भी सक्रिय हुए हैं। जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक ने इन राज्यों में नकदी की सप्लाय दुरुस्त करने के लिए कदम उठाए हैं और कहा जा रहा है कि जल्द हालात सामान्य हो जाएंगे।  

Kolar News

Kolar News 17 April 2018

धनंजय प्रताप सिंह  भारतीय जनता पार्टी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे लोकप्रिय चेहरे होने के बावजूद पार्टी प्रदेश में सियासी तौर पर पिछड़ती नजर आ रही है। वजह ये है कि पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं है। लगातार उपेक्षा के कारण कार्यकर्ता नाराज होकर घर बैठ गए हैं। 14 साल में शासन में सत्ता- संगठन का एकमात्र चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रहे। बाकी मंत्रियों सहित संगठन के सारे नेता ऐसे आत्ममुग्ध हैं कि दलित उपद्रव हो या किसान आंदोलन, कभी कोई जनता के सामने नहीं आया। कार्यकर्ताओं के मनोबल में कमी 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा था। वो जोश-जुनून इस चुनाव से पहल गायब नजर आ रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निष्ठावान कार्यकर्ता भी नाराज हैं। सामाजिक ताना-बाना बिगड़ा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में जो सामाजिक ताना-बाना बुना था, किसान-कर्मचारी, दलित समुदाय के साथ जिस तरह तारतम्य बैठाया था, वह बिगड़ गया है। मंदसौर में हुए गोलीचालन के बाद से किसान वर्ग का विश्वास जीतने में भाजपा को काफी जद्दोजहद करना पड़ रही है। रिटायरमेंट की उम्र 60 से 62 करने से लेकर तमाम घोषणाओं के बावजूद कर्मचारी सड़क पर हैं। मप्र में जातिगत संघर्ष होगा, खूनखराबा होगा, ये किसी ने सोचा नहीं था। इसे रोकने में प्रशासन तो नाकाम रहा ही, राजनीतिक नेतृत्व भी असफल साबित हुआ। संघ सहित सारे अनुषांगिक संगठन दलित-आदिवासियों के बीच फैले दुष्प्रचार को नहीं रोक पाए। मैदानी तैयारियां गायब विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले पार्टी के जो सुर होने थे, वह नहीं दिख रहे। एक बूथ-दस यूथ जैसे नारे हवाओं में तैरते थे। पार्टी के नेता ही कह रहे हैं कि कमजोर कांग्रेस को देखकर भाजपा अति आशावाद की शिकार हो गई है या ये मान लिया है कि चुनाव जीतने के लिए शिवराज और मोदी का चेहरा ही काफी है। वहीं नेतृत्व क्षमता वाले नेताओं का मानना है कि सुगठित कार्यकर्ता ही संगठन की ताकत होते हैं। ऐसे नेताओं की मानें तो बीते तीन चुनाव की तुलना में इस बार पार्टी को ज्यादा मेहनत की जरुरत है। क्या-क्या है चुनौतियां   - कार्यकर्ताओं के साथ सत्ता-संगठन में समन्वय का अभाव।   - कार्यकर्ताओं के मनोबल और उत्साह में कमी।   - एंटीइनकमबेंसी।   - नेतृत्व क्षमता वाले अच्छे नेता, जो कार्यकर्ताओं में जोश भर सकें।   - जनता के साथ संवाद।   - कमजोर संगठन को मजबूत करना।   - उपचुनाव के परिणामों से कांग्रेस पुनर्जीवित हुई, इसलिए मुकाबला कठिन होगा।   विषयों पर नजर रखते हैं   जिन विषयों पर आपने बातचीत की है। वह सांगठनिक और चुनाव प्रबंधन का हिस्सा हैं। मैं इस विश्लेषण से असहमत हूं। परन्तु हम अपने तरीके से इन सभी विषयों पर नजर रखते हैं और जरुरत पड़ने पर आवश्यक फैसले लेते हैं - डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश प्रभारी महासचिव, भाजपा [नवदुनिया से साभार ]

Kolar News

Kolar News 16 April 2018

  लहसुन की फसल बेचने वाले किसानों की नाराजगी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि किसानों को लहसुन की फसल पर 800 रुपए क्विंटल का अनुदान दिया जाएगा। बाबा साहब अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर 'दिल से" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी सूचना मिली है कि लहसुन के भाव 1600 रुपए क्विटंल से भी नीचे चले गए हैं। ऐसे में उन्हें भावांतर का लाभ नहीं मिल पा रहा था। इसलिए सरकार ने तय किया है कि लहसुन पर किसानों को 800 रुपए क्विंटल का फिक्स रेट दिया जाएगा।  मुख्यमंत्री ने बातों-बातों में कुछ कर्मचारी संगठनों पर तंज भी कसा। शिवराज ने कहा कि कर्मचारियों के सभी वर्ग के वेतन में भाजपा सरकार में भारी बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने कर्मचारियों को सातवां वेतनमान भी दिया है, लेकिन कुछ लोग सीमा से आगे जाकर अधिकारों की बात करते हैं। कर्मचारियों को अपने कर्तव्य की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। पिछले दिनों दलित आंदोलन में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने समाज से अपील की कि कोई भी वर्ग सामाजिक विषमता को न बढ़ाए। सब एक साथ मिलकर रहें।  मुख्यमंत्री ने कहा कि दलित बाहुल्य दतिया, छतरपुर, विदिशा और कुछ अन्य जिलों में 480 सीटों के कन्या ज्ञानोदय विद्यालय खोले जाएंगे। जहां छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी।  मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि अब पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की वार्षिक आय सीमा खत्म की जा रही है। एससी वर्ग के छात्रों को डिजीटल जाति प्रमाण पत्र मिलेगा।

Kolar News

Kolar News 13 April 2018

  मध्यप्रदेश में गेहूँ, चना, मसूर और सरसों की उत्पादकता को बढ़वा देने के लिये राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना लागू किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के क्रियान्वयन से फसल उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होगी और 5 वर्ष में किसानों की आय दोगुनी किये जाने की दिशा में एक ठोस प्रयास होगा। प्रदेश में फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, राष्ट्रीय तिलहन मिशन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों को क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके साथ ही किसानों के बीच नवीन किस्मों के बीजों का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से किसानों को फेयर एवरेज क्वालिटी (एफएक्यू) गुणवत्ता के उत्पादन को प्रोत्साहित करना भी है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में रबी 2017-18 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जित करने वाले किसानों को 265 रुपये प्रति क्विंटल की राशि पात्र किसानों के बैंक खातों में जमा की जायेगी। किसानों द्वारा 15 मार्च से 26 मई तक कृषि उपज मण्डी में गेहूँ बेचे जाने पर 265 रुपये प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। कृषि उत्पाद मण्डी में न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे अथवा न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर गेहूँ बेचा गया हो, दोनों ही स्थिति में मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना का लाभ पंजीकृत किसान को दिया जायेगा। योजना में रबी 2017-18 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना, मसूर एवं सरसों उपार्जित कराने वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि उनके बैंक खाते में जमा करवाई जायेगी। पंजीकृत किसानों द्वारा बोनी एवं उत्पादकता के आधार पर उत्पादन की पात्रता की सीमा तक 10 अप्रैल से लेकर 31 मई तक कृषि उपज मण्डी में विक्रय पर 100 रुपये प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। प्रदेश में गेहूँ का पंजीयन 'ई-उपार्जन'' पोर्टल पर तथा चना, मसूर एवं सरसों का पंजीयन भावांतर भुगतान योजना के पोर्टल पर किया गया है। जिलों में योजना के क्रियान्वयन के लिये कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी में उप संचालक कृषि विकास एवं किसान कल्याण, सीईओ जिला पंचायत, अतिरिक्त कलेक्टर राजस्व, उप पंजीयक सहकारी संस्था, जिला खाद्य अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी केन्द्रीय सहकारी बैंक, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, मार्कफेड और जिला लीड बैंक अधिकारी को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। यह समिति लाभान्वित किसानों के बैंक खातों एवं योजना के क्रियान्वयन की निरंतर समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के संबंध में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा प्रदेश के जिला कलेक्टर्स को लगातार निर्देश दिये जा रहे हैं। जिला मुख्यालय पर 16 अप्रैल को जिला-स्तरीय किसान सम्मेलन और शाजापुर में राज्य-स्तरीय किसान महा-सम्मेलन होगा। इनकी व्यवस्थाओं के संबंध में भी कलेक्टर्स को निर्देश दिये गये हैं।  

Kolar News

Kolar News 9 April 2018

  नगर निगम की हॉकर्स कॉर्नर योजना के तहत कोलार के हर वार्ड में हॉकर्स कॉर्नर बनाए जाने हैं। लेकिन, पिछले एक साल में वार्ड-80, 81, 82, 83, 84 में हॉकर्स कॉर्नर निर्माण नहीं हुआ। गुरुवार को वार्ड-81 और 82 के लिए गेहूंखेड़ा में नहर के पास हॉकर्स कॉर्नर निर्माण का भूमिपूजन हुआ। बाकी वार्डों में अब भी हॉकर्स कॉर्नर के लिए जगह नहीं मिली है। वार्ड पार्षद अपने-अपने वार्डों में जगह ही तय नहीं कर पाए। इससे कोलार मुख्य सड़क के दोनों तरफ लगे हाथठेले और गुमठियों के लिए एक स्थाई जगह नहीं मिल रही है। मुख्य सड़क के दोनों रखीं गुमठियां और लगे हाथठेलों से बार-बार जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वार्ड-82 के पार्षद भूपेंद्र माली को अपने वार्ड में हॉकर्स कॉर्नर बनाने के लिए जगह नहीं मिली। आखिरकार वार्ड का हॉकर्स कॉर्नर वार्ड-81 में स्थित गेहूंखेड़ा नहर के पास ही बनाया जाएगा। लेकिन, इसका सीधा लाभ वार्ड-82 के लोगों को नहीं मिलेगा। 15-15 लाख रुपए की लागत से वार्डों में बनाए जाने वाले हॉकर्स कॉर्नर की स्वीकृति नगर निगम ने तो दे दी है। लेकिन, अब पार्षदों को अपने वार्ड में जगह ही नहीं मिल रही है। कोलार रोड पर नगर निगम प्रशासन हर सप्ताह अतिक्रमण विरोधी मुहिम चलाती है। हर कार्रवाई में बड़ी संख्या में हाथठेले और गुमठियां जब्त की जाती हैं। कार्रवाई के एक दिन बाद ही उन्हीं जगहों पर फिर से हाथठेले और गुमठियां लग जाती हैं। सर्वधर्म से लेकर ललिता नगर तक 300 से ज्यादा ठेले व गुमठियां हैं। इनसे यातायात प्रभावित होती है। वार्ड-83 में अब तक जगह तय नहीं नहीं है ,वार्ड-84 में सुलभ कॉम्प्लेक्स के पास नहर से सटी जमीन पर हॉकर्स कॉर्नर बनेगा। पार्षद ने नगर निगम अधिकारियों को नहर के पास वाली ही जमीन बताई है। लेकिन, अब तक काम शुरू नहीं हुआ। वहीं वार्ड-83 में हॉकर्स कॉर्नर के लिए जगह अभी तय नहीं हुई है। इलाके के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा अभी दो वार्डों में ही हॉकर्स कॉर्नर बनेंगे। जल्द ही बाकी वार्डों में भी हॉकर्स कॉर्नर के लिए जगह तय करके निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। इससे मुख्य सड़क पर हाथठेले-गुमठियां नहीं दिखेंगे। इससे कोलार मेन रोड पर ठेलों के कारण जमा नहीं लगेगा। जोन-18 के प्रभारी शैलेष चौहन ने कहा दो वार्डों में हॉकर्स कॉर्नर के लिए जगह मिली है। बाकी वार्डों में जगह नहीं मिली है। जमीन मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 7 April 2018

मध्यप्रदेश की नई मुकदमा नीति को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके अलावा सरकार ने सभी विभागों में लीगल एक्सपर्ट रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। वहीं इंदौर प्रेस की जमीन को पीडब्ल्यूडी के अधीन करने का भी फैसला किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई कैबिनेट बैठक में राज्य की नई मुकदमा नीति को भी हरी झंडी दी गई। राज्य सरकार जिन मामलों में पक्षकार हैं उन मामलों में और प्रकरणों की जल्द सुनवाई और छोटे-छोटे प्रकरणों के लिए शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाने का फैसला किया है। ये प्रकोष्ठ कर्मचारियों से जुड़े मामलों की शिकायत का निवारण भी करेगा। सरकार ने सभी विभागों में लीगल एक्सपर्ट रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके बाद लीगल ओपिनियन के लिए हर मामला विधि विभाग को नहीं भेजा जाएगा। वहीं लापरवाही बरतने वाले सरकारी वकील-अधिकारी अन्य को चिन्हित करने की व्यवस्था भी नई मुकदमा नीति में रखी गई है। सरकार ने ये भी तय किया कि जो रेत खदानें लोगों को स्वीकृत हो गई थी और किसी वजह से संचालित नहीं हो पा रही हैं, ऐसे सभी 33 लोग या समूह की सिक्यूरिटी मनी भी वापस कर दी जाएगी। एक अन्य फैसले में तय किया गया कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के लिए 1600 पद निर्माण किया जाएगा। सेंट्रल जेल भोपाल में सिमी के कैदियों की सुरक्षा के मद्देनजर हाई सिक्योरिटी यूनिट के लिए 120 पद मंजूर किए गए। सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला करते हुए लहसुन को भी भावांतर योजना में शामिल किया है। सरकार ने स्पष्ट किया कि लहसुन की फसल भावंतर योजना में खरीदी जाएगी। किसान को कम से कम 800 रु. का लाभ हो ऐसी व्यवस्था है। कैबिनेट ने इंदौर प्रेस क्लब की जमीन के विवाद को सुलझाने को लेकर भी फैसला किया। अब इंदौर प्रेस क्लब का भवन लोक निर्माण विभाग की भवन पुस्तिका में दर्ज होगा। प्रेस क्लब को अब बाजार रेट से 10 फीसदी किराया भी देना होगा। सरकार ने ये फैसला प्रेस क्लब से चर्चा के बाद कैबिनेट बैठक में किया। कैबिनेट मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों के साथ कानून व्यवस्था के मद्देनजर अनौपचारिक तौर पर चर्चा की। इसमें भिंड, मुरैना, ग्वालियर सहित प्रदेश के अन्य अंचलों में दलित समाज के आंदोलन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं पर चर्चा की गई। सीएम ने सभी मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने के साथ और सभी वर्गों के बीच संवाद करने के निर्देश दिए।  

Kolar News

Kolar News 3 April 2018

  मंडीदीप से निकले नेशनल हाईवे के किनारे स्थित आयशर ट्रैक्टर फैक्ट्री और मैक्शन इंडस्ट्रीज के पीछे 60 फीट चौड़ी कलियासोत नदी को एक बिल्डर द्वारा पूरा जा रहा है। इस नदी को लगभग एक किलोमीटर की लंबाई के दायरे में पूर दिया गया है। इसमें हजारों ट्रक मलबा डाला जा चुका है। इससे अब नदी की चौड़ाई मात्र 30 फीट ही बची है।ऐसे में अच्छी बारिश हो गई तो कोलार इलाके में बाढ़ आ जाएगी।  नगर के आस्था का केंद्र और जल स्तर बढ़ाने की स्रोत कलियासोत नदी को समरधा के पास अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा मलबा डाल कर पूरा जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से हजारों ट्रक मलबा यहां डाला जा चुका है। लेकिन, राजस्व विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। स्थानीय रहवासी चंद्रशेखर चौकसे बताते हैं कि यहां पर अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 27 एकड़ क्षेत्र में डुप्लेक्स मकान बनाए जा रहे हैं। इसके साथ कलियासोत नदी के किनारे ही एक होटल का निर्माण किया जा रहा है। इसलिए वह 60 से 70 फीट चौड़ी कलियासोत नदी के आधे हिस्से में मलबा डालकर पूर दिया है। उन्होंने बताया कि मलबा डालने से जहां नदी का प्राकृतिक बहाव प्रभावित होगा। वहीं बारिश के दिनों में यहां जलभराव की स्थिति बनेगी। इससे आसपास के इलाके में स्थित कारखानों में पानी भर जाएगा। किसी भी नदी के 33 मीटर के दायरे में नहीं कर सकते निर्माण नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों अनुसार किसी भी नदी के किनारे 33 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जा सकता। लेकिन, यहां पर अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा नदी में मलबा डालकर पूरने का काम किया जा रहा है। यही नहीं नदी के किनारे कई दर्जन पेड़ भी काट दिए गए हैं। कलियासोत नदी के डूब क्षेत्र में आने वाले इस क्षेत्र में बिल्डर द्वारा करीब एक माह से काम किया जा रहा है। बिल्डर ने पहले हाईवे किनारे नदी तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण किया। इसके बाद इस क्षेत्र का बाउंड्रीवॉल से कवर कर नदी किनारे मलबा डालने का काम शुरू कर दिया गया।  

Kolar News

Kolar News 31 March 2018

  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की कॉलोनियों को अवैध के कलंक से मुक्त किया जायेगा। कॉलोनियों के नियमितिकरण का कार्य 7 अप्रैल से शुरू होकर 15 अगस्त तक पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने असंगठित मजदूर पंजीयन कार्य अभियान के रूप में करने के निर्देश भी दिये हैं। श्री चौहान आज आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन अकादमी में अवैध कॉलोनियों के नियमितिकरण संबंधी कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला का आयोजन नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा किया गया था। गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्ण मुरारी मोघे मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आजीविका मिशन (शहरी) में प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त होने का प्रमाण-पत्र मंत्री श्रीमती माया सिंह को सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था जनता के लिये है। नियम, कायदे और कानून सब जनहितकारी होने पर ही मान्य हैं। ऐसा नहीं होने पर, उन्हें बदला जायेगा। सरकार ने अवैध कॉलोनी के दर्द को समझ कर नियमित करने का कार्य किया है। विस्थापितों के पट्टे और मर्जर की समस्याओं का समाधान किया है। नियमितिकरण कार्य व्यवहारिक और रहवासियों के जीवन में खुशियों के रंग भरने के दृष्टिकोण के साथ उत्साह और उमंग से किया जाये। नियमितिकरण की प्रक्रिया में बाधा स्वीकार नहीं की जायेगी। जहाँ रास्ता नहीं होगा, वहाँ नियमों में परिवर्तन-परिवर्धन कर रास्ता निकाला जायेगा। उन्होंने नगरीय नियोजन में भविष्य में शहरों में आने वाली आबादी के लिये सुविधाजनक आवास की सुविधा की व्यवस्थाओं के प्रावधान रखने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास 'विकास का प्रकाश' हर गरीब तक पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनी नियमितिकरण की वे स्वयं नियमित मॉनीटरिंग करेंगे। अंसंगठित श्रमिक पंजीयन को अभियान का रूप दें: मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान ने असंगठित मजदूरों के लिये बनायी गई, सबसे बड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना सेवा का नया इतिहास रचने का अवसर है। योजना में पंजीयन का कार्य एक से 14 अप्रैल तक अभियान के रूप में किया जाये। सुनिश्चित किया जाये कि रहने के लिये भूमि का टुकड़ा अथवा आवास, नि:शुल्क उपचार, नि:शुल्क शिक्षा, पोषण आहार, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की सुविधाएँ मजदूरों को पंजीयन के साथ ही मिलें। असंगठित मजदूरों में किसान, जिनके पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है, भी शामिल किए गए है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर गलत नजर रखने वालों के विरुद्ध ऐसी कड़ी कार्रवाई करें कि बदमाशों में भय का वातावरण व्याप्त हो जाये। उन्होंने कहा कि गुंडों, बदमाशों के अतिक्रमण सख्ती के साथ ध्वस्त किये जायें। यह भी ध्यान रखा जाये कि आम नागरिक सताये नहीं जायें। श्री चौहान ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर कार्य के लिये सभी नगरीय निकायों को बधाई दी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि नगर की सभी कॉलोनियों में विकास के कार्य समान रूप से हो सकें, इसलिये अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया बनायी गयी है। इससे करीब 4 हजार 500 अवैध कॉलोनियाँ नियमित हो जायेंगी। वैधानिक प्रक्रिया द्वारा अवैध कॉलोनियों को नियमित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा। पूर्व में 31 दिसम्बर, 2012 की अवधि तक स्थापित अवैध कॉलोनियों का नियमितिकरण किया जाता था, जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसम्बर 2016 तक की कॉलोनियों के लिये कर दिया गया है। विकास व्यय में रहवासी अंशदान को घटाकर 20 प्रतिशत किया गया है। शेष राशि संबंधित निकाय द्वारा वहन की जायेगी। सांसद और विधायक निधि का भी उपयोग हो सकेगा। रहवासियों को बिजली, पानी, सीवेज जैसी जन सुविधाएँ सामान्य वैध कॉलोनियों की भांति सर्विस प्रभार पर मिलेंगी। मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रभावी प्रयास किया गया है। अवैध कॉलोनियों के मूल कारणों को चिन्हित कर, उनके समाधान के प्रयास हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों की सफलता और सार्थकता तभी है जब समस्त अवैध कालोनियाँ वैध हो जायें और कोई नई अवैध कालोनी नहीं बने। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री विवेक अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला अवैध कॉलोनियों को नगर की मुख्य-धारा में शामिल करने के लिये नियमितिकरण की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी देने के लिये की गई है। आवश्यकता होने पर वैधानिक प्रावधानों को सरल भी बनाया जायेगा। कार्यशाला में नियमितिकरण प्रक्रिया से संबंधित सवाल-जवाब, सामूहिक चर्चा और सुझाव के सत्र होंगे। उन्होंने बताया कि पहले कॉलोनियों को वैध किया जायेगा, बाद में शेष औपचारिकताएँ होगी। नियमितिकरण से करीब 25 लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने बताया कि शहरी विकास योजना के संचालन में प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है।

Kolar News

Kolar News 27 March 2018

लहसुन के लिये 3200 रूपये प्रति क्विंटल दर निर्धारित  कृषि उत्पाद निर्यात एजेंसी बनाई जायेगी  खरीदी की व्यवस्था में बाधा डालने वाले तत्वों से सावधान रहें मुख्यमंत्री श्री चौहान का किसानों को संबोधन        एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ प्रदेश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिये प्रतिबद्ध है। श्री चौहान ने कहा कि 10 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों की खरीदी 257 मंडियों में होगी। इन फसलों के किसानों का भावांतर भुगतान योजना में हुआ पंजीयन न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिये लागू होगा। पंजीयन से छूट गये किसान 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। फसलों की खरीदी दस अप्रैल से 31 मई तक की जायेगी। किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चना, मसूर और सरसों पर कृषि समृद्धि योजना में 100 रूपया प्रति क्विंटल अलग से दिया जायेगा। किसानों को सही मूल्य देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि खरीदी की व्यवस्था में बाधा डालने वाले तत्वों से सावधान रहें। इसमें सरकार का सहयोग करें। किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत होने पर कॉल सेंटर के नम्बर 0755 2540500 पर शिकायत करें। शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के उत्पाद को निर्यात करने की जरूरत है। उन्होंने कृषि उत्पादन के रिकार्ड बनाने पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि कृषि उत्पाद का निर्यात करने के लिये एक एजेंसी बनाई जायेगी। यह एजेंसी किसानों का मार्गदर्शन करेगी। यह एजेंसी भारत सरकार से तालमेल करके वे सभी जरूरी व्यवस्थाएँ करेगी, जिससे विदेशों में भी फसलों का निर्यात हो सके। श्री चौहान ने बताया कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ देने के लिये मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना बनाई गई है। इसमें किसानों को अतिरिक्त लाभ दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गेहूँ 1735 रूपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा और सरकार 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त देगी। समर्थन मूल्य के बाहर गेहूँ बेचने पर भी किसान को यह लाभ मिलेगा। यदि अच्छी क्वालिटी का गेहूँ दो या ढाई हजार रूपये प्रति क्विंटल बिकता है तब भी उन्हें 265 रूपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। अच्छी गुणवत्ता का गेहूँ नहीं होने पर भी यह लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल बेचे गये धान और गेहूँ पर भी किसानों को 200 रूपया प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस साल 16 अप्रैल को पिछले साल के गेहूँ और धान के लिये किसानों के खाते में 200 रूपये क्विंटल की दर से राशि समारोहपूर्वक जमा करा दी जायेगी। प्रदेश के किसानों के लिये 16 अप्रैल आनंद का दिन होगा। इस दिन नया इतिहास बनेगा। उन्होंने कहा कि इस साल बेचे जाने वाली गेहूँ की फसल की प्रोत्साहन राशि 265 रूपया प्रति क्विंटल की दर से 10 जून को किसानों के खाते में आ जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले किसानों को अपनी फसल के लिये ऊँट के मुँह में जीरा बराबर राहत मिलती थी। अब 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पर सिंचित जमीन पर राहत राशि को दोगुना करके 30 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर की राहत मिल रही है। फसल बीमा योजना का लाभ भी अलग से मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों को मिलाकर किसानों को जितना नुकसान होगा, उसकी भरपाई हो जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये सात हजार रूपया फ्लैट रेट पर बिजली दी जा रही है जिसके लिये सरकार 36 हजार रूपये प्रति वर्ष देती है। किसानों को समय से पहले खाद का उठाव करने पर ब्याज की राशि भी दी जा रही है। शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण लौटाने की तारीख 28 मार्च से बढ़ाकर 27 अप्रैल कर दी गई है। उन्होंने कहा कि 1600 करोड़ रूपये सूखा राहत में और इतनी ही राशि फसल बीमा में देने का फैसला किया़ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को लाभ देने के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था और भावांतर भुगतान योजना उपलब्ध है। इन दोनों योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूँ के साथ चना, सरसों और मसूर को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खदीदा जायेगा। भावांतर भुगतान योजना में ये फसलें नहीं रहेंगी। इस योजना में लहसुन और प्याज की खरीदी की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि लहसुन का बंपर उत्पादन होने से भाव गिर गये हैं। लहसुन के लिये 3200 रूपये प्रति क्विंटल दर निर्धारित की गई है। यदि प्याज का भाव 800 रूपया प्रति क्विंटल से कम आता है, तो प्याज की खरीदी भी की जायेगी। पिछले साल भी प्याज खरीदी गई थी। डोडा चूरा खरीदा जायेगा मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदसौर, नीमच और रतलाम के अफीम उत्पादक किसानों से पारदर्शी व्यवस्था बनाकर डोडा चूरा खरीदा जायेगा और सरकार उसे जलायेगी।  किसान का नुकसान नहीं होने देंगे। 30 हजार नौजवानों को मिलेगा लोन श्री चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना में 1900 करोड की राशि खरीफ की फसलों के लिये किसानों को दी गई है। किसानों को ठीक दाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कृषक उद्यमी योजना की चर्चा करते हुए कहा कि 30 हजार नौजवानों को इस वित्तीय वर्ष में फूड प्रोसेसिंग से जुडे रोजगार के लिये लोन उपलब्ध करवाये जायेंगे। सरकार लोन की गारंटी लेगी और 15 प्रतिशत सबसिडी देगी। सात साल तक 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जायेगा। इन युवा उद्यमियों को मूल्य संवर्धन के लिये परामर्श और प्रशिक्षण दिया जायेगा। बासमती के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्र से चर्चा श्री चौहान ने कहा कि बासमती चावल के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश प्रभु से चर्चा हुई है। प्रदेश से बासमती चावल का तीन हजार करोड का एक्सपोर्ट होता है। उन्होंने कहा कि बासमती चावल उत्पादक किसानों की लड़ाई सरकार लड़ रही है और संबंधित एजेसिंयों के समक्ष सभी तथ्यों को रखा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूँ पर 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि देने से किसानों को 26 सौ करोड़ रूपये मिल रहे हैं। पिछले साल के 200 रूपये प्रति क्विंटल देने के फैसले से 1750 करोड़ रूपये किसानों को मिलेंगे। फसल बीमा योजना में 6000 करोड़ रूपये से ज्यादा के दावे हैं। सूखा राहत का पैसा भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में किसानों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने प्रदेश को लगातार पाँचवीं बार कृषि कर्मण अवार्ड मिलने का श्रेय किसानों की अथक मेहनत को देते हुए उन्हें बधाई दी।

Kolar News

Kolar News 25 March 2018

  विधानसभा में बुधवार को करीब साढ़े तीन घंटे सदन में सिर्फ हंगामा हुआ। हंगामे की वजह बना लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह की पुत्रवधू प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या का मामला। सदन में न तो प्रश्नकाल हुआ और न ही शून्यकाल। कांग्रेस ने कार्यवाही शुरू होते ही काम रोककर चर्चा कराने की मांग उठा दी। सत्तापक्ष ने विरोध किया। हंगामा और शोर-शराबे के कारण मात्र सात मिनट में ही कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस विधायक गर्भगृह में आकर सरकार और मंत्रियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे तो भाजपा विधायक कांग्रेस के खिलाफ। इसी दौरान कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा सचिवालय में लगा दिया। इससे माहौल और गरमा गया। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने आधा घंटे में ही छह दिन का सरकारी काम पूरा कराया और संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के प्रस्ताव पर सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में हुए घटनाक्रम को प्रदेश के इतिहास का काला दिन बताया। बेटे ने स्वीकार कर लिया तो मुझे कोई परहेज नहीं-रामपाल प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, रामनिवास रावत, आरिफ अकील और डॉ. गोविंद सिंह ने स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करने का अनुरोध किया। इसको लेकर संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति उठा दी। उन्होंने कहा कि मंगलवार को भी कांग्रेस ने इसी तरह प्रश्नकाल नहीं चलने दिया था। विपक्ष सदन चलाना ही नहीं चाहता है। जिस विषय पर सबकुछ हो चुका है, उसे बिना मतलब उठाया जा रहा है। इस पर रावत ने कहा कि पीड़ित परिवार को धमकाया जा रहा है। पलटवार करते हुए डॉ. मिश्रा बोले कि क्या थाने में कोई रिपोर्ट डाली गई है। सिर्फ असत्य बातें कही जा रही हैं। सदन को राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच जब तीखी बहस होने लगी तो कांग्रेस के सचिन यादव सहित अन्य विायक गर्भगृह में आ गए। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ने कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो फिर काम रोककर चर्चा कराने की मांग उठने लगी और शोर-शराबा बढ़ता देख अध्यक्ष ने 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस दौरान रामनिवास रावत और डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बीच तीखी बहस हो गई। डॉ. मिश्रा ने कहा कि विपक्ष का व्यवहार अमर्यादित है। अध्यक्ष ने भी कहा कि आप विधायकों के विशेषाधिकार का हनन नहीं कर सकते हैं। तीसरी बार अध्यक्ष ने सदन का काम शुरू कराने की कोशिश की लेकिन दोनों पक्षों से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला नहीं थमा। इस पर तीसरी बार दो बजे तक के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया। चौथी बार भी जब विवाद नहीं रुका तो अध्यक्ष ने एकतरफा कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए सरकारी कामकाज निपटवाया और संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के प्रस्ताव पर सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। प्रीति आत्महत्या केस : जान देने के बाद मिला मंत्री की 'बहू' का दर्जा जब रामपाल ने स्वीकार कर लिया बहू तो बचा क्या संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि जब रामपाल सिंह ने प्रीति रघुवंशी को बहू स्वीकार कर लिया तो फिर बचा क्या। कांग्रेस सदन की कार्यवाही को बाति करने की कोशिश कर रही है। इनकी चर्चा कराने में रुचि नहीं है। जनता इन्हें जवाब देगी। कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में चर्चा होनी थी पर सब हंगामे की भेंट चढ़ गया। फिर आमने-सामने आए मिश्रा-सिंह सदन में एक बार फिर संसदीय कार्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने आ गए। तीसरी बार सदन की कार्यवाही शुरू होने पर डॉ. मिश्रा ने व्यवस्था का प्रश्न उठा दिया। इस पर नेता प्रतिपक्ष भी खड़े हो गए और कहा कि पहले मुझे बोलने का मौका मिलना चाहिए, क्योंकि जब सदन की कार्यवाही स्थगित हुई थी तब मैं खड़ा था। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि पहले डॉ. मिश्रा खड़े हो गए थे, इसलिए पहले वे फिर नेता प्रतिपक्ष और बाद में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव बोलेंगे। इस बात को लेकर फिर हंगामा होने लगा और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।  

Kolar News

Kolar News 22 March 2018

  अपने बेबाक बोल से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को घेरा है। इस बार गौर ने मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट पर हो रही लेटलतीफी पर सरकार पर हमला बोला है। गौर ने यहां तक कहा कि ये सरकार कभी मेट्रो ट्रेन नहीं चला पाएगी। पिछले दिनों प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट बताने वाले बाबूलाल गौर ने कहा कि सरकार मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर नहीं नजर आ रही। गौर ने कहा कि मेट्रो ट्रेन के नाम पर गोरखधंधा हो रहा है। उन्होंने ये तक कह दिया कि ये सरकार कभी मेट्रो ट्रेन नहीं चला पाएगी। उन्होंंने दावा किया कि मेट्रो को लेकर अभी की सभी रिपोर्ट निरस्त हुई है, ऐसे में मेट्रो प्रोजेक्ट खटाई में नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने मेट्रो को लेकर नई गाइडलाइन बना दी है। उन्होंने ये भी दावा किया कि मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने में मेट्रो मैन कहे जाने वाले ई. श्रीधरन की सेवाएं भी नहीं ली गई।   

Kolar News

Kolar News 15 March 2018

  त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने को लेकर देशभर में हिंसा भड़क रही है। चेन्नई में प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई। उसके बाद कलकत्ता में श्यामाप्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया। इसका असर मप्र में न हो इसके लिए पुलिस ने थानास्तर पर महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा के निर्देश जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार माकपा ने बुधवार को भाजपा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। माकपा ने शाहजहांनी पार्क में पोस्टर लगाकर इस प्रकार की हिंसा का विरोध किया। इसकी जानकारी लगने के बाद भोपाल पुलिस के आला अफसर भी सक्रिय हो गए। डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने एसपी नार्थ और एसपी साउथ को अपने-अपने इलाके में महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा करने के निर्देश दिए। जिन चौक- चौराहों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं लगी हैं, उस थाना क्षेत्र के टीआई की सुरक्षा की जिम्मेदारी रहेगी।  

Kolar News

Kolar News 9 March 2018

  हाईकोर्ट के फैसले और मुख्यमंत्री की घोषणा के सालों बाद भी नई पोषण आहार व्यवस्था नहीं बन पाई है। एक ही कंपनी से पोषण आहार लेना प्रदेश में कुपोषण का बड़ा कारण है। यह बात बुधवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायक हिना कांवरे ने कही। वे राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोल रही थीं। कांवरे ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों से पोषण आहार तैयार कराने की मुख्यमंत्री की घोषणा पूरी नहीं हो रही है। दो साल से यह बात सिर्फ मुख्यमंत्री के भाषणों में आ रही है। उसका फील्ड में पालन नहीं हो रहा। कांवरे ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को बगैर पैसे दिए मकान नहीं मिल रहे। उन्होंने सरकार से इन हितग्राहियों का सम्मेलन कराने और एक-एक हितग्राही से वास्तविकता पूछने की मांग भी की। विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि सरकार ने किसानों को भावांतर के भंवर में फंसा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 साल से भाजपा की सरकार है। फिर अब गरीब कल्याण वर्ष मनाने की क्या जरूरत पड़ गई। उन्होंने कहा कि बिजली बिल जमा न करने पर बीपीएल हितग्राहियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये कार्रवाई मंत्री के इशारे पर हो रही है।  

Kolar News

Kolar News 7 March 2018

कांग्रेस ने कहा यही है बीजेपी का चाल,चेहरा और चरित्र  आरएसएस के स्वयं सेवक और कोलार बीजेपी के पार्षद रविंद्र यति की बर्थडे के जश्न में  जम कर शराब बाँटी गई। कोलार रोड पर घंटों सरेआम सड़क पर टंकियों में शराब भरी गई और फिर उसे जग में भरभर के रविंद्र यति के समर्थकों को पिलाया गया। इस सब के वीडिओ वाइरल होने के बाद बीजेपी बैकफुट पर है और कांग्रेस आक्रामक मुद्रा में। इससे पहले भी कई विवादों में पार्षद रविंद्र यति का नाम सामने आ चुका है जिसके कारण बीजेपी की जमकर किरकिरी हुई है। पार्षद यति के ताजा कांड पर कांग्रेसियों का कहना है कि पार्षद ने बुधवार रात को सर्वधर्म चौराहे पर अपना जन्मदिन मनाया। केक काटने के बाद समर्थकों से लोगों को शराब बंटवाई। सार्वजनिक स्थान पर टेबल रखकर खुलेआम लोगों को शराब पिलवाई गई। देर रात तक पार्षद के समर्थक हुड़दंग करते रहे। युवा कांग्रेस नेता राहुल सिंह राठौड़ ने बताया कि पार्षद अपने जन्मदिन पर खुलेआम शराब बंटवा रहे हैं। इसके वीडियो भी जारी किए गए हैं।  इससे पहले नगर निगम की महिला आयुक्त के बारे में अभद्र टिपण्णी करने और लोगों को धमकी देने के पार्षद रविंद्र यति के ऑडियो वाइरल हो चुके हैं। जिसमे खुद को यह बलिया का गुंडा बता रहा था। इससे पहले एक शिक्षक की खुदकशी के मामले में भी इस पार्षद का नाम आया था ,लेकिन अपने रसूख और पैसे के दम पर बीजेपी के बड़े नेताओं को इसने अपनी जेब में डाल रखा है।  कांग्रेस नेता रवि सक्सेना ने कहा शिवराज सिंह अगर नैतिकता की बात करते हैं तो ऐसे आदमी को अपनी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएँ। उन्होंने कहा पार्षद की शराब पार्टी ने बीजेपी का चाल चेहरा और चरित्र सामने ला दिया है। 

Kolar News

Kolar News 16 February 2018

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ने बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे देशभर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा पर चर्चा की। परीक्षा पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज यहां पीएम नहीं हूं बल्कि आप मुझे अपना दोस्त समझें। आज मुझे 10 करोड़ छात्रों और उनके अभिभावकों से चर्चा का मौका मिला है। यह मेरी परीक्षा है। यह कोई पीएम का कार्यक्रम नहीं बल्कि बच्चों का कार्यक्रम है। पीएम इस दौरान बच्चों को बोर्ड परीक्षा में होने वाले तनाव से बचने के टिप्स भी देंगे। इस चर्चा का विषय है मेकिंग एग्जाम फनः चैट विद पीएम मोदी। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें देश के कई स्कूलों से छात्र और शिक्षक शामिल हुए हैं। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होने वाली इस चर्चा में देश भर के लाखों छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं। चर्चा की शुरुआत सवाल-जवाब के साथ हुई आप भी देखें छात्रों के सवाल और पीएम के जवाब छात्रों ने सवाल पूछा कि पूरी तैयरी और अच्छी मेहनत के बाद भी पेपर हाथ में आने पर ऐसा लगता है सब भूल गए, साथ ही परीक्षा होने के बाद भी नतीजे आने तक तनाव रहता है इससे कैसे बचें इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद की बात दोहराते हुए कहा कि अगर आत्मविश्वास नहीं है तो सफल नहीं होंगे। आप 33 करोड़ देवी-देवताओं की पूजा करों लेकिन आत्मविश्वास नहीं है तो भगवान भी कुछ नहीं करेंगे। आत्मविश्वास किसी के कहने या भाषण देने से नहीं आता। हमें अपने आप को कसौटी पर परखते रहना चाहिए। यह हर कदम पर कोशिश करने से बढ़ता है। इसलिए निरंतर कोशिश होनी चाहिए कि मैं जहां हूं वहां से आगे जाने के लिए जो करना होगा मैं करूंगा। पीएन ने विंटर ओलंपिक में मेडल जीतने वाले एक खिलाड़ी का जिक्र करते हुए कहा कि वो 11 महीने पहले घायल हो गया था लेकिन इतने कम समय में उसने मेडल जीता। उसने मेडल के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि थैंक्यू जिंदगी। मतलब यह है कि आत्मविश्वास हमारे प्रयासों से आता है। स्कूल जाते वक्त इस बात को निकाल दो कि कोई आपकी परीक्षा लेगा और अंक देगा। यह तय करके परीक्षा दो कि मैं अपना भविष्य तय करूगा कोई और नहीं। नोएडा की छात्रा ने सवाल पूछा कि पढ़ाई करते वक्त ध्यान भटकता है वही बीएचयू के छात्र ने पूछा कि अपने लक्ष्य से भटकने लगें तो क्या करें इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि ध्यान लगाना कोई विधा है लेकिन यह सच नहीं। आप दिन में कोई ना कोई ऐसा काम करता है तब उसका ध्यान पूरी तरह उस काम में लगा होता है। कॉन्स्ट्रेशन के लिए कोई अलग से गतिविधियों की जरूरत नहीं है, इसकी बजाय आप पता करें कि किन कामों में आपका ध्यान ज्यादा लगता है और क्यों। अगर आपने वो पता लगा लिया तो इसकी मदद से आप दूसरे कामों में भी अपना ध्यान लगा सकेंगे। जीवन में कई बातें होती हैं कि हमें हमेशा याद रहती है। इसका मतलब जिन चीजों में सिर्फ दिमाग नहीं दिल भी जुड़ जाता है वो जिंदगी का हिस्सा बन जाती हैं। इसमें योग मदद करता है। दिल्ली, मध्यप्रदेश की छात्राओं ने पूछा की पीयर प्रेशर ज्यादा हो गया है, दोस्तों के बीच प्रतियोगिता के चलते तनाव बढ़ जाता है इससे आत्मविश्वास कम होता है, क्या करें? खुद को ना जानना कई बार इस समस्या का कारण होता है। दूसरी बात जब आप प्रतिस्पर्धा में उतरते हैं तो तनाव का सामना करना पड़ता है। उसे देखकर आप अपनी तैयारी करते हैं, इसकी बजाय आप खुद को देखकर अपनी तैयारी करो। अपनी ताकत पहचानों की आपकी क्षमता तय करो। दूसरों की होड़ में ना रहें बल्कि खुद से प्रतियोगिता करें। खुद को पहले से बेहतर करने की कोशिश करें। जब आप अपने पहले प्रदर्शन से बेहतर करने लगेंगे तो खुद के अंदर ऐसी उर्जा पैदा होगी जो आपको और आगे ले जाएगी। पीएम ने यूक्रेन के खिलाड़ी का जिक्र करते हुए कहा कि उसने 36 बार अपने रिकॉर्ड तोड़े, अगर वो दूसरों से प्रतियोगिता करता तो पीछे रह जाता। दिल्ली, लेह की छात्राओं ने सवाल किया कि माता पिता बच्चों पर ज्यादा से ज्यादा अंक लाने के लिए दबाव बनाते हैं। वो 90 प्रतिशत अंक लाने पर भी खुश नहीं होते। वो भूल जाते हैं कि हर किसी की अलग क्षमता है। साथ ही एक छात्र ने पूछा की सामाजिक दबाव को कैसे सहन करें। पीएम ने इसके जवाब में कहा कि मुझसे माता-पिता ने भी आप लोगों को समझाने के लिए कहा है। पहली बात यह कि माता-पिता अपने बच्चों के लिए अपनी जिंदगी खपा देते हैं। उनकी जिंदगी का सपना होता है अपने बच्चों को कुछ बनते देखने का। उनकी बातों पर शक नहीं करना चाहिए। पहले उन पर भरोसा पैदा करें कि वो हमारे लिए कुछ गलत नहीं सोचते। वहीं माता-पिता भी कभी-कभी अपने अधूरे सपनों का बोझ बच्चों पर डालते हैं। कई बार इच्छाओं के भूत होते हैं जो आपको जकड़ लेते हैं। इसके लिए अपने माता-पिता से बात करें। भारत के बच्चे जानते हैं कि अपना काम कैसे निकालना है। पीएम ने माता-पिता से कहा कि बच्चों को सोशल स्टेटस मत बनाइए। बच्चों पर अनावश्यक दबाव ना डालें। पीएन ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का उदाहरण देकर कहा कि वो पायलट नहीं बन सके तो वैज्ञानिक बने। परिवार में खुला वातावरण रहे। छात्रों ने पूछा कि परीक्षा के दौरान खेलना चाहता हूं लेकिन ध्यान भटकने का डर रहता है पीएन ने इसके जवाब में कहा कि फोकस बनाने के लिए पहले डिफोकस होने सीखें। फोन का उपयोग कम कैसे करें। आपके दिमाग में पढ़ाई, एग्जाम और स्कूल ही हैं, इनसे बाहर निकलना जरूरी है। इसके लिए खेलना जरूरी है। पीएम ने पंच महाभूतों का जिक्र करते हुए कहा कि जब इंसान इनके संपर्क में आता है तो फ्रैश हो जाता है। आप फोकस करने के लिए डिफोकस करिए और वो करें जो आपका मन फ्रैश कर दे। दोस्तों से मिलो, गेम खेलो जो अच्छा लगता है वो करो। छात्रों ने परीक्षा के दौरान खुद को फिट और फ्रैश रखने के लिए योग की मदद पर सवाल किया। छात्रों ने पूछा कि योग हमें कैसे मदद करता है। कुछ आसन बताएं। आईक्यू और ईक्यू को कैसे बैलेंस करें पीएम ने इसके जवाब में कहा कि इमोशन प्रेरणा का सबसे बड़ा स्त्रोत है। जितनी संवेदना से जुड़ी चीजों से जुड़ते हैं उनका ईक्यू तेजी से बढ़ता है। इंसान का आईक्यू बचपन से उसमें होता लेकिन बड़े होने के साथ वो सामने आता है। पीएम ने योग टिप्स देते हुए कहा ताड़ासन से शरीर और मन जुड़ता है। कई देशों में हाइट बढ़ाने के लिए ताड़ासन जरूरी कर दिया गया है। इसके अलावा शवासन और योग निंद्रा आसन कर सकते हैं। नींद जरूरी लेकिन क्वांटिटि नहीं बल्कि क्वालिटि की नींद लें।

Kolar News

Kolar News 16 February 2018

  एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जब बेटियाँ सशक्त होंगी, तभी प्रदेश सशक्त होगा और आगे बढ़ेगा। श्री चौहान ने बेटियों से कहा कि सरकार हमेशा उनकी रक्षा करने, उन्हें आगे बढ़ने में सहयोग देने के लिये तैयार है। बेटियों की तरक्की में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने बेटियों का आव्हान किया कि बड़ा लक्ष्य तय करें और आत्म-विश्वास के साथ कठिन परिश्रम करते हुए सफलता हासिल करें, सरकार हर कदम पर साथ देगी। उन्होंने कहा कि बेटियों के सहयोग से नये मध्यप्रदेश का निर्माण हो रहा है। श्री चौहान आज यहाँ स्थानीय सरोजिनी नायडू कन्या स्वशासी महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव 'अद्विता 2018' को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बेटियों के हित में संचालित योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं को नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत स्थान आरक्षित हैं। पूरी प्रतिभा के साथ बेटियाँ शासन-प्रशासन चला रही हैं। उन्होंने बेटियों से कहा कि बड़ी सोच रखें, आत्म-विश्वास रखें, आगे बढ़ने का रोडमैप बनायें और पूरी एकाग्रता तथा दृढ़ निश्चय के साथ सफलता हासिल करें। देश का गौरव बढ़ायें और प्रदेश की शान बन जायें। उन्होंने कहा कि बेटियाँ कमजोर नहीं होतीं, इसलिए हमेशा सकारात्मक सोचें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें। उन्होंने गीता के श्लोक के माध्यम से समझाया कि अहंकार से दूर रहें, उत्साह से भरपूर रहें। कठिन परिश्रम करें और हर परिस्थिति में निरपेक्ष रहें। शुभांगी का इलाज कराएगी सरकार मुख्यमंत्री श्री चौहान समारोह में हाथीपाँव की बीमारी से पीड़ित छात्रा शुभांगी जैन से मिले। शुभांगी से चलते नहीं बन रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुभांगी का पूरा इलाज सरकार द्वारा करवाया जायेगा। विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह ने कहा कि बेटियों की पढ़ाई के लिये राज्य सरकार ने अभूतपूर्व काम किये हैं। उच्च शिक्षा संस्थानों में 70 प्रतिशत अंकों के साथ प्रवेश लेने पर शिक्षा का खर्च सरकार उठा रही है। प्राचार्या डॉ. मंजुला शर्मा ने प्रशासकीय प्रतिवेदन पढ़ा और महाविद्यालय की अकादमिक प्रगति की जानकारी दी। अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये। उच्च शिक्षा आयुक्त श्री नीरज मंडलोई भी में मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 8 February 2018

कोचिंग केन्द्रों के आस-पास लगेंगे सीसीटीवी कैमरे  मुख्यमंत्री ने प्रेरणा संवाद में विद्यार्थियों के सवालों के दिये जवाब  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां स्थानीय माडल स्कूल में प्रेरणा संवाद के बाद विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब दिये और उनकी शंकाओं का समाधान किया। विद्यार्थियों ने लक्ष्य तय करने, समय का प्रबंधन करने, पढ़ाई के लिये दिनचर्या तय करने, स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा और अच्छे नंबर लाने का तनाव दूर करने के तरीकों से संबंधित सवाल पूछे। मुख्यमंत्री ने एक शिक्षक, पालक और विद्यार्थियों के मामा के रूप में सहजता के साथ विद्यार्थियों के सवालों के जवाब दिये और उनकी शंकाओं का समाधान किया। सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 11वीं कक्षा के छात्र श्री अंकित पटेल ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री बनने के लिये कोई लक्ष्य तय किया था। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने गाँव में बचपन में खेती और मजदूरों का मेहनताना बढ़ाने के लिये किये आंदोलन की चर्चा की। उन्होंने कहा कि अन्याय को किसी भी रूप में सहना सही नहीं है। उन्होने कहा कि किसी भी काम के प्रति लगन और प्रतिबद्धता जरूरी है, यही काम आती है। डी.ए.वी. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टी.टी.नगर की कॉमर्स संकाय की 12वीं कक्षा की छात्रा सुश्री दिपांशी पांडे ने स्कूलों में विद्यार्थियों की विशेष रूप से बेटियों की सुरक्षा के संबंध में सवाल किये। मुख्यमंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा संबंधी सभी उपायों को सुदृढ़ किया गया है। छात्रावासों में प्रवेश द्वार पर सीसीटीव्ही कैमरे लगाये जा रहे हैं। छात्रावास आने-जाने वाले रास्तों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बेटियों की गरिमा को धूमिल करने वाले दरिदों को फाँसी की सजा देने के लिये बनाये गये कानूनी प्रावधान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि समाज को भी नैतिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है। इससे सुरक्षा के लिये एक स्वस्थ वातावरण बनेगा। सिर्फ कर्म पर ध्यान दें सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के 11वीं के छात्र श्री आनंद लोधी ने मुख्यमंत्री से पूछा कि एक दिन में बहुत सारे काम करने के बावजूद उन्हें तनाव क्यों नहीं होता। इस पर मुख्यमंत्री ने गीता का श्लोक पढ़ते हुये बताया कि सिर्फ कर्म करने पर हमारा अधिकार है, परिणाम पर नहीं। इसलिये परिणाम पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय अपने कर्म पर ध्यान दें और यही दृष्टि जीवन में अपनायें तो तनाव नहीं होगा। दसवीं कक्षा की छात्रा सुश्री पूजा कानस ने मुख्यमंत्री से कहा कि हर स्कूल में खेल सुविधा और खेल के मैदान होना चाहिये। इस पर सहमति व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जरूरी है। शासकीय विद्यालयों में खेल सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी। मन को स्वस्थ रखने के लिये खेलों से जुड़े रहना जरूरी है। मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल के श्री ऋतिक विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि यदि अच्छे नंबर नहीं आ पाये तो माता-पिता की क्या प्रतिक्रिया होना चाहिये। इस पर मुख्यमंत्री ने सभी अभिभावकों से अपील की कि बच्चों को किसी भी प्रकार का तनाव नहीं दें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि माता-पिता केवल लाड़-प्यार के कारण बच्चों को डाँटते है ताकि वे सजग और चैतन्य रहें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि केवल मेहनत और अच्छे से अच्छे प्रदर्शन की कोशिश करें, अच्छे नंबर अवश्य आयेंगे। विद्या विहार हायर सेकेण्डरी स्कूल की 11वीं की छात्रा सुश्री प्रियंका ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इंजीनियरिंग की शिक्षा लें, इसके लिये आईआईटी में सीट बढ़ाई जानी चाहिये। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसदिशा में कोशिश की जायेगी। सुभाष उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल के 11वीं के छात्र श्री शिवालाल मंडलोई ने मुख्यमंत्री से पूछा कि शिक्षा व्यवस्था में व्यवहारिक शिक्षा को शामिल करने के लिये कौन से सुधार किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के तीन उद्देश्य है ज्ञान देना, कौशल देना और नागरिक संस्कार देना। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में हम ज्ञान दे रहें हैं। अब कौशल देने पर भी ध्यान केन्द्रित किया गया है। भोपाल में 600 करोड़ रूपये की लागत से ग्लोबल स्किल संस्थान जुलाई से काम करना शुरू कर देगा। इसके अलावा उत्कृष्ट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं। शिक्षा पद्धति को मूल्य आधारित बनाने के लिये कोशिश की जा रही है। स्कूल-कॉलेजों में कॅरियर परामर्श की व्यवस्था भी की जा रही है। डी.ए.वी हायर सेकेण्डरी स्कूल की 12वीं की छात्रा सुश्री मोनिका यादव ने सवाल किया कि शालाओं में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिये सरकार ध्यान दे रही है, लेकिन कोचिंग संस्थाओं के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था के लिये कौन से उपाय किये जा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन शहरों में कोचिंग केन्द्र हैं, उनके आने-जाने वाले रास्तों पर सीसीटीव्ही कैमरे लगाने और वहाँ पर लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा डॉयल-100 वाहनों को भी विशेष निर्देश इस संबंध में दिये गये हैं। जरूरी है समय प्रबंधन मे-फ्लावर स्कूल के 9वीं कक्षा के छात्र श्री अंकित ने पूछा कि व्यवहारिक ज्ञान देने के लिये कौन-कौन से प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार करते हुए पढ़ाई के तरीकों में बदलाव लाने पर विचार किया जा रहा है। मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल की 12वीं कक्षा की छात्रा सुश्री गुंजन बघेल ने मुख्यमंत्री से समय प्रबंधन के संबंध में सवाल करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री के नाते वे स्वयं अपना समय प्रबंधन कैसे करते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने सुबह साढ़े पाँच बजे से लेकर रात साढ़े ग्यारह बजे तक की दिनचर्या और कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तार से बताया। इसमें सुबह सैर करना, योग एवं प्राणायाम करना, प्रशासनिक कार्यों की तैयारी-बैठकें करना और प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से संवाद करना, लोगों-प्रतिनिधि मंडलों और विभिन्न संगठनों से मिलना, मंत्रालय में शासकीय कार्य का संपादन करना जैसे कार्यों को विस्तार से बच्चों को बताया। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार जिलों के दौरों के समय आम लोगों से जिले में सुशासन के स्तर और नये विकास कार्यक्रमों एवं योजनाओं की आवश्यकता के संबंध में जानकारी मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि एक मुख्यमंत्री और अभिभावक के रूप में वे अपने परिवार के लिये कैसे समय निकालते हैं और किस प्रकार सार्वजनिक और निजी जीवन में संतुलन बनाये रखते हैं।

Kolar News

Kolar News 3 February 2018

   वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को संसद में बजट पेश कर दिया। यह केंद्र सरकार का अंतिम पूर्ण बजट था। अपने पिटारे से वित्त मंत्री ने जहां गांव, गरीब, किसान और महिलाओं को फायदे पहुंचाए वहीं नौकरीपेशा और आम आदमी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वित्त मंत्री ने बजट में स्वास्थ्य, परिवहन, शिक्षा और कृषि से जुड़ी महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में स्वास्थ्य क्षेत्र में दो बड़ी घोषणाएं की है। उन्होंने नेशनल हेल्थ स्कीम के अलावा स्वास्थ्य एवं देखभाल केंद्रों की घोषणा की। नेशनल हेल्थ स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को अस्पतालों में इलाज के लिए 5 लाख रुपए दिए जाएंगे। इससे देश के 50 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। वहीं यह विश्व का सबसे बड़ा सरकारी वित्त पोषित कार्यक्रम होगा। वहीं 1200 करोड़ रुपए से स्वास्थ्य एवं देखभाल केंद्र विकसित करने की कोशिश की गई है। वित्त मंत्री ने आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया जिससे नौकरीपेशा वर्ग को मायूसी हुई है। हालांकि, उन्होंने स्टैंडर्ड डिडक्शन को फिर से पेश किया गया है और इसके तहत लोगों को मेडिकल खर्चों पर 40 हजार रुपए तक का फायदा हो सकेगा। किसानों को समर्थन मूल्य का तोहफा देते हुए वित्त मंत्री ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 1.5 गुना कर दिया है। साथ ही 2000 करोड़ रुपए की लागत से कृषि बाजार बनाने का भी प्रावधान भी किया है। कृषि प्रोसेसिंग सेक्टर को 1400 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके अलावा 500 करोड़ की लागत से ऑपरेशन ग्रीन शुरू किया जाएगा। किसानों को कर्ज के लिए बजट में 11 लाख करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी किया गया है। युवाओं के लिए बड़ी घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार इस साल देश में 70 लाख नए रोजगार पैदा करेगी। महिलाओं के लिए घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने आठ करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा ईपीएफ में महिलाओं का योगदान 12 से 8 प्रतिशत किया गया है। गांवों पर मेहरबान होते हुए वित्त मंत्री ने आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए 2018-19 के बजट में सरकार ने 14 लाख करोड़ से ज्यादा का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में 2 करोड़ शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा है वहीं सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके अलावा 2022 तक हर गरीब को घर देने की योजना भी है। रेलवे को 1.48 लाख करोड़ देने का ऐलान करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि पूरे देश की रेल लाइनें ब्रॉडगेज करने के अलावा 2018-19 में 36000 किलोमीटर ट्रैक बदला जाएगा। सभी ट्रेनों में सीसीटीवी और वाईफआई लगेंगे। मुंबई लोकल पर 1100 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे और 90 किलोमीटर पटरी का विस्तार होगा। 25000 से ज्यादा मुसाफिर वाले स्टेशनों पर एस्केलेटर लगेंगे। बेंगलुरू रेलवे नेटवर्क को 17 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। शिक्षा को लेकर घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश में 24 नए मेडिकल खोले जाएंगे वहीं आदिवासियों के लिए एकलव्य स्कूल खोले जाएंगे। प्री-नर्सरी से 12 वीं तक के लिए एक नीति बनेगी। अब तक प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के लिए अलग-अलग नीति होती थी लेकिन अब इसे समग्र रूप से देखना चाहते हैं। केंद्र सरकार स्कूली टीचरों के लिए एकीकृत बीएड कार्यक्रम शुरू करेगी। 18 आईआईटी और एनआईआईटी की घोषणा की गई। कस्टम मंत्री ने बजट में कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा कर दी है। उन्होंने इसे 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया है जिसके चलते टीवी, मोबाइल के अलावा कई चीजें महंगी हो जाएंगी। साथ ही उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य पर लगने वाला सेस भी 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। लॉन्ग टर्म कैपिटल टैक्स की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि एक लाख रुपए से अधिक दीर्घकालिक पूंजी लाभों पर किसी सूचकांक के बिना 10 प्रतिशत की दर से टैक्स लगाने का प्रस्ताव करता हूं। लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने 3974 करोड़ का प्रावधान किया है। उन्होंने कॉर्पोर्ट टैक्स को कम करते हुए 250 करोड़ के सालाना टर्नओवर वाले उद्योगों को 25 प्रतिशत के टैक्स के दायरे में रखा है। वरिष्ठ नागरिकों को राहत देते हुए वित्त मंत्री ने बजट में बैंकों तथा डाकघरों में जमा राशि पर ब्याज में छूट की सीमा को 10 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है। साथ ही 80 डी के तहत स्वास्थ्य बीमा या चिकित्सा व्यय के लिए कटौती की सीमा 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी गई है। वित्त मंत्री ने बजट में राष्ट्रपति का वेतन 5 लाख रुपए, उपराष्ट्रपति का 4.5 लाख रुपए और राज्यपाल का वेतन 3.5 लाक रुपए किए जाने की घोषणा की। सड़क और हवाई यातायात को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि भारतमाला परियोजना के अंतर्गत 35 हजार किमी सड़कों के निर्माण को मंजूरी देने की बात कही। साथ ही हवाई अड्डों की क्षमता 5 गुना करने की बात भी कही।

Kolar News

Kolar News 1 February 2018

  सुप्रीम कोर्ट द्वारा पद्मावत फिल्म को देश भर में रिलीज करने के आदेश के  बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पद्ममावत से मप्र में बैन हटाने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। चौहान के अनुसार हमने राज्य के एडवोकेट जनरल से कोर्ट के आदेश का परीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा है। एडवोकेट जनरल की रिपोर्ट के बाद ही फिल्म के प्रदर्शन और सुप्रीम कोर्ट में अपील के बारे में फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि मप्र सरकार ने पद्मावत फिल्म पर बैन लगाने को लेकर अब तक कोई ऑर्डर जारी नहीं किया है। हालांकि शिवराज ने फिल्म को मप्र में बैन करने को लेकर कहा था कि जो कह दिया, वो होगा।  

Kolar News

Kolar News 20 January 2018

मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों और अपने कॅरियर के विकल्पों की जानकारी देने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने इस वर्ष 6 लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण (इन्टरेस्ट टेस्ट) कराने का निर्णय लिया है। इसके लिये पुणे के श्यामची आई फाउण्डेशन के साथ 3 वर्ष का एमओयू किया गया है। यह एजेंसी अभिरुचि परीक्षण और कॅरियर काउंसिलिंग का कार्य नि:शुल्क रूप से करेगी। सरकारी स्कूल के 6 लाख विद्यार्थियों का होगा अभिरूचि परीक्षण एक लाख विद्यार्थियों का होगा एप्टीट्यूट टेस्ट विद्यार्थियों की काउसिलिंग के लिए एम.पी. कॅरियर मित्र पोर्टल लांच होगा मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कुछ समय पहले विद्यार्थियों को उनकी अभिरुचि के अनुसार विषय चयन के लिये प्रति वर्ष एक लाख विद्यार्थियों के एप्टीट्यूड टेस्ट और कॅरियर काउंसिलिंग कराने की घोषणा की थी। इसी संदर्भ में स्कूल शिक्षा विभाग ने यह कार्यक्रम तैयार किया है। पुणे की संस्था द्वारा विद्यार्थियों के अभिरुचि परीक्षण और एप्टीट्यूड टेस्ट के लिये मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न विभागों से जानकारी प्राप्त कर कॅरियर काउंसिलिंग के लिये संबंधित एजेंसी द्वारा एम.पी. कॅरियर पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है। अभिरुचि परीक्षण विद्यार्थियों को अभिरुचि को परिभाषित करने में सहायता करती है। इस टेस्ट के माध्यम से यह पता लगता है कि विद्यार्थी को क्या पसंद है और उनमें मौजूद क्षमता के अनुरूप वह किस दिशा में बढ़ सकते हैं। इनमें कला, विज्ञान, नृत्य, संगीत, खेल और पेंटिंग के विषय हो सकते हैं। एप्टीट्यूड टेस्ट के माध्यम से विद्यार्थी किस विषय का अध्ययन करें, इसके लिये टेस्ट किया जाता है। टेस्ट के बाद उन्हे मार्गदर्शन दिया जाता है। कॅरियर काउंसिलिंग में विद्यार्थियों को यह बताया जाता है कि उनकी रुचि के अनुसार अध्ययन की व्यवस्था किन शिक्षण संस्थानों में मौजूद है और वहाँ किस तरह प्रवेश लिया जा सकता है। इस वर्ष तैयार किये गये कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 10वीं में पढ़ने वाले 6 लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण फरवरी-2018 में किया जायेगा। परीक्षण का परिणाम 2 अप्रैल, 2018 तक घोषित किया जायेगा। इसी दिन एम.पी. कॅरियर मित्र पोर्टल लांच होगा। दो अप्रैल को ही लगभग एक लाख विद्यार्थियों का एप्टीट्यूड टेस्ट होगा। एप्टीट्यूड टेस्ट का परिणाम जून-2018 में होगा। कॅरियर काउंसिलिंग के लिये शिक्षकों का प्रशिक्षण मई और जून माह में इस वर्ष किया जायेगा। जून माह में ही विद्यार्थियों की कॅरियर काउंसिलिंग और पालकों से चर्चा की जायेगी।  

Kolar News

Kolar News 16 January 2018

दो शावकों के साथ एक बाघिन राजधानी भोपाल से सटे केरवा के जंगल तक पहुंच गई है। इसके चलते जंगल में पहले से घूम रहे बाघों के साथ उसकी भिड़ंत का खतरा बढ़ गया है। यह बाघिन नई है जो दिसंबर 2017 के आखिरी में कठौतिया के जंगल में देखी गई थी। जिसे रातापानी की तरफ से आना बताया जा रहा है। फिलहाल वन विभाग ई-सर्विलांस टॉवर की मदद से दोनों शावक और बाघिन पर नजर रखें हुए हैं। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बाघिन को उसके शावकों के साथ केरवा-कलियासोत के जंगल में घूमते देखा गई है। उसके साथ घूम रहे दोनों शावकों की उम्र 2 से 6 महीने की बताई जा रही है। सूत्रों की माने तो यही बाघिन दिसंबर 2017 के आखिरी सप्ताह में कठौतिया के जंगल में शावकों के साथ देखी गई थी लेकिन कठौतिया के जंगल में पहले से बाघिन टी-21 अपने शावकों के साथ ढेरा डाल हुई थी। इसके कारण दो शावकों के साथ पहुंची बाघिन जंगल छोड़कर केरवा-कलियासोत के जंगल में पहुंच गई। बीते एक साल से केरवा-कलियासोत के जंगल में बाघिन टी-123 और बाघ टी-121 घूम रहे हैं। एक महीने पहले सबसे उम्रदराज बाघ टी-1 भी आ चुका है। ऐसे में नई बाघिन व उसके दोनों शावकों को पहले से घूम रहे बाघों से खतरा भी हो सकता है। वन्यप्राणी विशेषज्ञ आरके दीक्षित का कहना है जब भी बाघिन के साथ शावक होते हैं तो उसे दूसरे बाघों से खतरा हो सकता है। वन विभाग को इसकी कड़ी मॉनीटरिंग करनी चाहिए।   

Kolar News

Kolar News 15 January 2018

केन्द्र शासन द्वारा हाल ही में जारी सेम्पल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस-2016) में मध्यप्रदेश में बाल मृत्यु दर में 7 अंकों की भारी गिरावट दर्ज की गई है। परिणाम स्वरूप 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की बाल मृत्यु दर वर्ष 2015 के 62 से गिरकर 55 प्रति हजार जीवित जन्म हो गई है। यह गिरावट राज्य शासन द्वारा आरंभ किये गये दस्तक अभियान, विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और अन्य प्रयासों के चलते हुई है। देश में सर्वाधिक गिरावट दर्ज करने वाले राज्यों में 10 अंक के साथ असम प्रथम और 7 अंक के साथ मध्यप्रदेश द्वितीय स्थान पर है। भारत में बाल मृत्यु दर में 4 अंकों की गिरावट दर्ज हुई है। यह दर वर्ष 2015 में 43 से घटकर 39 प्रति हजार  जीवित जन्म रिपोर्ट हुई है। बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में निमोनिया 14 प्रतिशत, दस्त रोग 9.2 प्रतिशत, गंभीर कुपोषण 45 प्रतिशत और गंभीर एनीमिया हैं। इसे मद्देनजर रखते हुए प्रदेश में 6 माह के अंतराल में घर-घर जाकर दस्तक अभियान में पीड़ित बच्चों की पहचान, उपचार और प्रबंधन की कार्यवाही की जा रही है। अभियान में 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये दी जा रही है। गंभीर रक्ताल्पता से ग्रसित बच्चों को नि:शुल्क खून चढ़ाया जा रहा है। इससे वे बाल्यावस्था में होने वाली बीमारियों से बच रहे हैं। दस्त रोग की रोकथाम के लिये हर घर में ओआरएस तथा जिंक गोली वितरण के साथ उचित शिशु एवं बाल आहार की समझाइश भी परिवारों को दी जा रही है। सुदूर इलाकों में परिवारों को बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि पहली बार प्रदेश में बाल मृत्यु दर में इतनी महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई है। दस्तक अभियान के 15 जून से 31 जुलाई-2017 के मध्य हुए प्रथम चरण में 5 वर्ष से कम उम्र के 76 लाख बच्चों तक घर-घर पहुँच बनाई गई। गंभीर कुपोषण, गंभीर एनीमिया, निमोनिया, दस्त रोग, जन्मजात विकृतियों तथा अन्य बीमारियों की सक्रिय पहचान की गई। द्वितीय चरण 18 दिसम्बर, 2017 से 18 जनवरी, 2018 के मध्य किया जा रहा है। अब तक 68 लाख बच्चों की नामजद जानकारी दर्ज करने के साथ 23 लाख बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिन्हित बच्चों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये विटामिन-ए का सप्लीमेंट दिया गया है। पोषण पुनर्वास केन्द्रों में 1500 बच्चों को भर्ती किया जा चुका है और शेष बच्चों को नि:शुल्क परिवहन से लाने की व्यवस्था की जा रही है। 514 बच्चों को नि:शुल्क ब्लड ट्रांसफ्यूजन (खून चढ़ाना) किया जा चुका है, शेष की व्यवस्था की जा रही है। जन्मजात विकृतियों वाले 3237 बच्चों की पहचान कर उनके इलाज का नि:शुल्क प्रबंध किया जा रहा है। निमोनिया के 2245 और दस्त रोग के 3351 बच्चों की पहचान कर उपचारित किया गया है। गंभीर संक्रमण सेप्सिस से पीड़ित 1318 बच्चों की पहचान कर उपचारित किया जा रहा है। यह बच्चे दो माह से कम उम्र के हैं। करीब 25 हजार बच्चों में अन्य बीमारियाँ पाई गईं जिनके उपचार का प्रबंध दस्तक दल द्वारा किया जा रहा है।    

Kolar News

Kolar News 13 January 2018

  मध्यप्रदेश सरकार आदि शंकराचार्य के जीवन और उनके दर्शन को लेकर एकात्म यात्रा निकाल रही है। अब उनकी जीवनी को 11वीं हिंदी विशिष्ट की किताब में पढ़ाया जाएगा ताकि छात्र भी उनके दर्शन को जान सकें। नए शिक्षण सत्र के लिए प्रकाशित हो रही किताब में उनका पाठ शामिल किया जा रहा है। अप्रैल से शुरू होने वाले शिक्षण सत्र में हिंदी विशिष्ट की किताब में आदि शंकराचार्य का पाठ जोड़ने के बाद अगले साल से इंग्लिश स्पेशल की किताब में भी उनका पाठ शामिल किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि अन्य विषयों की किताबें प्रकाशित होने के लिए चली भी गई हैं केवल हिंदी की किताब में उक्त पाठ को शामिल करने के लिए इसका प्रकाशन रोका गया था। पाठ में आदि शंकराचार्य के बाल्यकाल से लेकर महेश्वर के प्रकांड विद्वान मंडन मिश्र तक से उनके शास्त्रार्थ को शामिल किया गया है। उनकी जीवनी (पाठ) को माध्यमिक शिक्षा मंडल के उपाध्यक्ष व पाठ्यपुस्तक स्थायी समिति के स्थायी सदस्य डा. भागीरथ कुमरावत ने लिखा है। इस पाठ को निबंध शैली में लिखा गया है। पाठ में बताया गया है कि कैसे शंकराचार्य ने आठ वर्ष की उम्र में गुरु की खोज के लिए अपनी माता से आज्ञा मांगी थी। माता से आज्ञा लेने के बाद वे बनारस गए थे। उन्हें वहां एक संत मिले और उन्होंने शंकराचार्य से कहा कि वे ओंकारेश्वर जाएं उन्हें वहां कुमारिल भट्ट नाम के संत मिलेंगे वे ही उन्हें दीक्षा देंगे। इसके बाद वे ओंकारेश्वर आए। जब वे कुमारिल भट्टी की कुटिया में गए तब वे ध्यानमग्न थे। जब उनका ध्यान समाप्त हुआ तो उन्होंने देखा कि सामने एक बालक बैठा है। उन्होंने शंकराचार्य से पूछा कि वे कौन हैं ? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि 'अहं ब्रह्ास्मी" इसके बाद उन्होंने उन्हें दीक्षा दी और वेदों का ज्ञान दिया। इसके बाद उन्होंने देशाटन किया। बाद में उन्हें किसी ने बताया कि महेश्वर के मंडन मिश्रा वेदों के प्रकांड विद्वान हैं। वे उनसे शास्त्रार्थ करने जाएं। जब वे वहां पहुंचे तो उन्होंने कुछ महिलाओं से पूछा कि मंडन मिश्र कहां रहते हैं। उन्हें बताया गया कि जिस घर में तोता-मैना संस्कृत में वेदों की बात करते नजर आएं समझना वही मंडन मिश्र का घर है। इसके बाद वे उनसे मिलने पहुंचे और उनसे शास्त्रार्थ किया। इसमें निर्णायक की भूमिका में मंडन मिश्र की पत्नी थी जो विदुषी महिला थीं। शास्त्रार्थ में शंकराचार्य ने उन्हें हरा दिया। इसके बाद शंकराचार्य ने उनसे कहा कि हराने का तात्पर्य यह नहीं है कि वे उनके दास हो गए। उन्होंने मंडन मिश्र को श्रृंगेरी पीठ का पीठाधीश्वर बना दिया और वेदों का प्रचार प्रसार किया। प्रदेश में आदि शंकराचार्य के दर्शन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एकात्म यात्रा निकाली जा रही है। छात्रों को भी उनके बारे में जानकारी मिले इसके लिए इस साल से 11वीं की हिंदी विशिष्ट में आदि शंकराचार्य पर आधारित पाठ को शामिल किया जा रहा है। अगले साल से इंग्लिश की किताब में भी पाठ को शामिल करेंगे।  डॉ.भागीरथ कुमरावत, उपाध्यक्ष, मप्र माशिमं   

Kolar News

Kolar News 10 January 2018

  कोलार के कुछ लोगों का केरवा के पानी का इंतजार शुक्रवार को खत्म हो गया। 52.10 करोड़ की केरवा पेयजल योजना के लोकार्पण के 11 वें दिन कान्हाकुंज फेस-2 और अमरनाथ कॉलोनी के दो दर्जन घरों में शुक्रवार पानी पंद्रह-पंद्रह मिनट के लिए टेस्िटग के तौर पर सप्लाई की गई। बंजारी दशहरा मैदान और पैलेस आर्चर्ड की टंकियों में एक-एक मीटर पानी भरकर घरों तक पानी सप्लाई शुरू की गई। साथ ही ननि अफसरों ने रहवासियों से अभी दो से तीन दिनों तक पानी का इस्तेमाल पीने के लिए नहीं करने की अपील की। क्योंकि अभी पानी मटमैला है। केरवा पेयजल योजना का काम कर रही नीति इंफ्रा एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित निगम ने बताया कि कान्हाकुंज फेस-2 के 12 घरों और अमरनाथ कॉलोनी में भी इतने ही घरों में पानी सप्लाई हुआ। जिन लोगों ने कनेक्शन के पैसे जमा किए थे। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने 25 दिसंबर को केरवा पेयजल योजना का लोकार्पण किया था। लेकिन टेस्िटग व लीकेज होने के कारण घरों तक पानी की सप्लाई नहीं हुई थी। दोपहर 4ः30 बजे कान्हाकुंज फेस-2 बंजारी दशहरा मैदान की टंकी से पानी सप्लाई शुरू हुआ। पहले पैलेस आर्चर्ड की टंकी से पानी सप्लाई होनी थी। लेकिन खादिम शोरूम के सामने लीकेज होने से बंजारी दशहरा मैदान की टंकी से सबसे पहले कान्हाकुंज फेस-2 में सप्लाई की गई। लीकेज ठीक करने के बाद रात 8 बजे पैलेस ऑचर्ड से अमरनाथ कॉलोनी में पानी छोड़ा गया। शनिवार को दामखेड़ा, अमरनाथ समेत जहां-जहां कनेक्शन है, वहां पानी की सप्लाई शुरू हो सकती है। पानी सप्लाई पर रहा असमंजस दोपहर 3 बजे बंजारी दशहरा मैदान और पैलेसे आर्चर्ड की 20-20 लाख लीटर की क्षमता की टंकियों से पानी की सप्लाई होनी थी। लेकिन अधिकारी दोपहर 4 बजे पैलेस ऑर्चर्ड पानी की टंकी के पास दीवार गिरने वाली जगह पर वॉल्व व पाइप लाइन के ऊपर सीमेंट कंक्रीट का काम कराते रहे। वहीं कोलार मेन रोड खादिम शोरूम के सामने वॉल्व में आई एयर व खराब पानी को निकलाने में जुटे रहे। पानी सप्लाई पर असमंजस की स्थिति बनती रही। इधर पार्षद पवन बोराना ने कहा कि नहीं आया पानी |  कान्हाकुंज में पानी सप्लाई होने पर वार्ड-81 के पार्षद पवन बोरना ने कहा कि कान्हाकुंज में पानी नहीं आया। रहवासी आशा जैन ने भी कहा कि पानी की सप्लाई नहीं हुई। वहीं ननि अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों ने कनेक्शन लिए हैं, वहीं पानी सप्लाई किया गया है। बिना कनेक्शन के पानी सप्लाई कैसे होगी। आशीष मार्तण्ड, सहायक यंत्री(जलकार्य)ननि का कहना है  टेस्टिंग के रूप में कान्हाकुंज और अमरनाथ कॉलोनी के घरों में केरवा का पानी सप्लाई शुरू किया गया। अभी पीने योग्य पानी नहीं है। सिर्फ 15-15 मिनट के लिए दोनों टंकियों से पानी छोड़ा गया। अभी नल कनेक्शन कम हैं, इसलिए कम ही घरों तक पानी पहुंचा है। जल्द ही जांच करके अन्य कॉलोनियों में पानी सप्लाई किया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 6 January 2018

    भोपाल में  यदि आप बिना हेलमेट चौराहे पर पहुंचे तो यहां लगे कैमरों से आपकी ऑटोमैटिक फोटो खिंचेगी और दो तीन दिन में ई-चालान घर पहुंचेगा। इसी तरह यदि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया तो चालानी कार्रवाई होगी। यह व्यवस्था फरवरी से शहर के दो प्रमुख चौराहों पर शुरू होगी। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन (बीएससीडीसीएल) द्वारा लगाए जा रहे इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से यह संभव होगा। वर्तमान में बोर्ड ऑफिस और रोशनपुरा चौराहे के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं, इन दोनों चौराहों पर ड्राय रन भी चल रहा है। स्मार्ट सिटी कंपनी ड्राय रन पूरा होते ही मॉनिटरिंग का जिम्मा ट्रैफिक पुलिस को सौंप देगी। इसके अलावा गोविंदपुरा स्मार्ट सिटी कार्यालय में भी कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। बीएससीडीसीएल के सीईओ चंद्रमौलि शुक्ला ने बताया कि फरवरी से यह व्यवस्था चालू हो जाएगी। स्मार्ट सिटी कंपनी अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल रन के दौरान रात के समय कैमरे मौजूदा सफेद और काले रंग की जेब्रा क्रासिंग और स्टाप लाइन को डिटेक्ट नहीं कर पा रहे थे। अब इसे नए सिरे से पेंट किया जा रहा है। इसकी शुरुआत रोशनपुरा चौराहे से की गई है। पेंटिंग से लोग समझ सकेंगे कि यहां उन पर नजर रखी जा रही है। पहले फेज में 14 चौराहों और सात प्रमुख मार्गों पर यह व्यवस्था लागू होगी। इनमें बोर्ड ऑफिस चौराहा, रोशनपुरा, पॉलीटेक्निक चौराहा, बाग सेवनिया थाना के पास, पिपलानी चौराहा, गणेश मंदिर होशंगाबाद रोड, रेतघाट, वीआईपी रोड, एयरपोर्ट रोड, नई जेल रोड शामिल हैं। ये कैमरे किसी भी ट्रैफिक संबंधी गड़बड़ियों को पकड़ लेंगे और फोटो खींचकर कंट्रोल रूम को भेजेंगे। ट्रैफिक पुलिस ई चालान भेजकर कार्रवाई करेगी, स्मार्ट सिटी कंपनी के पास पूरा डाटा मौजूद होगा। सिर पर हेलमेट नहीं पहनने, ओवर स्पीड, खतरनाक ड्राइविंग, स्टाप लाइन का तोड़ने, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन पर कैमरा संबंधित वाहन और व्यक्ति की फोटो खींच लेगा।  

Kolar News

Kolar News 4 January 2018

शिवराज सिंह चौहान  वर्ष 2017 बीत गया। हमने कई नवाचारी प्रयासों और ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ 2017 को यादगार बना दिया। इन्हीं मधुर स्मृतियों के साथ आइए हम 2018 का स्वागत करें। आज मध्य प्रदेश किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। प्रदेश के नागरिकों में अद्भुत क्षमता, प्रतिभा और प्रदेश के लिए कुछ कर गुजरने की दक्षता है। वर्ष 2017की उपलब्धियां इस बात को मुखरता से रेखांकित करती हैं कि प्रदेश के नागरिकों में भरपूर आत्मविश्वास और संकल्प शक्ति है। नागरिकों की रचनात्मक ऊर्जा और सकारात्मक सोच के साथ ही मध्यप्रदेश ने विकास के नए कीर्तिमान बनाए हैं और 2018 में भी यह सिलसिला जारी रहेगा। सरकार के साथ-साथ नागरिकों की भी जिम्मेदारी थी कि वे विकास में पूरे मनोयोग से अपना योगदान दें। इस जिम्मेदारी को नागरिकों ने अच्छी तरह निभाया है। इसलिए मध्य प्रदेश का कायाकल्प करने का श्रेय सरकार की अपेक्षा नागरिकों को ज्यादा है। नागरिकों के सहयोग और समर्थन के बिना हर काम अधूरा रहता है। मैं नागरिकों को विशेषज्ञ मानता हूं और उनके विवेक का मैंने हमेशा सम्मान किया है। यह सर्वमान्य तथ्य है कि विकास निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। एक मुद्दा हल होता है तो दूसरे मुद्दे खड़े हो जाते हैं और फिर उनके समाधान के प्रयासों की श्रृंखला शुरू हो जाती है। सरकार के लिए बिना थके और बिना रुके काम करना अनिवार्य हो जाता है। ऐसे में सिर्फ लोगों के विश्वास की शक्ति ही संबल बढ़ाती है। हम सब नई ऊर्जा, नई आशाओं और अपेक्षाओं के साथ 2018 में प्रवेश कर रहे हैं। जहां एक ओर 2017 में ढेरों उपलब्धियां रही, वहीं कुछ नई चुनौतियां भी सामने आईं जो हमारे संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने टिक नहीं पाईं। हमारे प्रयासों में किसी प्रकार की कोताही नहीं रहना चाहिए। लोकशक्ति और लोक-विश्वास की अभिव्यक्ति हमने नर्मदा सेवा यात्रा में देखी। नर्मदा मैया जीवनदायी नदी है। हमारी आस्था में उन्हें मां का दर्जा मिला है। नर्मदा का जीवन ही हमारा जीवन है, इसका बोध होते ही लाखों लोग नर्मदा सेवा यात्रा से जुड़ गए और यह विश्व का सबसे बड़ा नदी बचाओ अभियान बन गया। आज हर तरफ चर्चा है कि जैसा मध्य प्रदेश के लोगों ने अपनी नर्मदा मैया के प्रति आस्था और समर्पण दिखाया, वैसा अन्यत्र संभव क्यों नहीं ? आज कई राज्यों के लिए यह प्रेरणा स्रोत बन गया है। सरकार और समाज के साथ- साथ मिलकर काम करने का यह सबसे अच्छा उदाहरण है। पिछले साल कई चुनौतीपूर्ण क्षण आए जो समुदाय के सहयोग से समाप्त हो गए हैं। कई चुनौतियों का स्थाई समाधान हो गया। भावांतर भुगतान योजना इसका अच्छा उदाहरण है। अब किसानों को फसलों के दाम गिरने पर भी नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। ऐसे ही हमारे प्रतिभाशाली बच्चों की चिंता हमेशा के लिए समाप्त हो गई है कि उच्च स्तर की पढ़ाई का खर्चा कौन उठाएगा? अब बच्चों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें सिर्फ पढ़ना है, अच्छे नंबर लाना है। बाकी चिंता करने के लिए सरकार है। परीक्षा को शुरू होने में अब कुछ ही समय रह गया है। मैं बच्चों से कहना चाहूंगा कि खूब पढ़े और अच्छे नम्बर लाकर अपने माता-पिता को 2018 का सर्वश्रेष्ठ उपहार दें। वर्ष 2017 में युवाओं की अपेक्षाएं पूरा करने के लिये युवा सशक्तिकरण मिशन की शुरुआत हुई थी। नये साल में इसके परिणाम मिलेंगे। इसी प्रकार महिलाओं के स्व-सहायता समूह के रूप में नारी शक्ति का उदय हुआ है। नये साल में यह एक सशक्त आर्थिक आंदोलन बन जायेगा। ऐसे ही लोक-विश्वास की अभिव्यक्ति देने वाली हमारी 'एकात्म यात्रा' उज्जैन से शुरू हुई और 22 जनवरी को ओंकारेश्वर में समाप्त होगी। एकात्म यात्रा से भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक एकात्मकता के ध्वजवाहक आदि शंकराचार्य की स्मृति जनमानस में ताजा हो रही है। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा की स्थापना होगी। यह मध्य प्रदेश की आदरांजली है, ऐसे महाअवतारी पुरुष को जिसने भारत के अखंड स्वरूप को गढ़ा। यह सांस्कृतिक चेतना को जागृत करने वाली यात्रा है। मैं समझता हूं कि विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक प्रगति भी जरूरी है। इससे शासन, प्रशासन के प्रति नजरिया बदलता है। भ्रष्टाचार के तौर तरीकों से ध्यान हटता है। ईमानदार प्रयासों और परिणामों के प्रति रुझान बढ़ता है और जनमानस में स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है। इसलिए मैंने कुछ प्रयास जैसे तीर्थ दर्शन योजना, नर्मदा सेवा और एकात्म यात्रा इस दिशा में शुरु किए हैं जो विकास के दृष्टिकोण के साथ-साथ आध्यात्मिक पूंजी को समृद्ध करने वाले हैं। सरकार, समाज और अध्यात्म का एकीकरण भी सुशासन का जरूरी आयाम है। नए साल की शुरुआत में एक और बात का स्मरण कराना चाहूंगा। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का तेजी से कायाकल्प हो रहा है। नए संकल्पों के साथ नया भारत उभर रहा है। हम संकल्प लें कि मध्य प्रदेश के संवेदनशील नागरिक के रूप में हमारा भी सर्वश्रेष्ठ योगदान होगा। अपनी पूरी क्षमता और प्रतिभा के साथ नया भारत बनाने में सहयोग करें। नए भारत में नया मध्य प्रदेश बनाना हमारा मिशन है। सभी नागरिकों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, सब सुखी हों, सबका मंगल हो, नए साल में सब स्वस्थ रहें, यही ईश्वर से प्रार्थना है। (लेखक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)  

Kolar News

Kolar News 31 December 2017

कोलार में लगातार चौथे दिन भी केरवा जलाशय से पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। दोपहर पानी की दो टंकियां भरी जा रही थीं, तभी बैरागढ़ चीचली के पास दोपहर 2.55 बजे केरवा की पाइप लाइन में अचानक नया लीकेज हो गया। इसके बाद पानी सप्लाई को बंद करके नगर निगम के इंजीनियरों ने लीकेज को दुरुस्त कराया। फिर शाम को पानी टंकियों में भरने का काम चालू हुआ। निगम अधिकारियों ने बताया कि अब दो तीन दिनों तक दोनों टंकियों में एक-एक मीटर पानी भरा जाएगा, फिर टंकियों को खाली किया जाएगा। ऐसा करके टेस्टिंग की जाएगी। जहां लीकेज होगा उसे सुधारा जाएगा। यही क्रम लगातार दो तीन दिनों तक जारी रहेगा। टेस्टिंग के बाद सबकुछ ठीक रहा तो इन दो टंकियों से कॉलोनियों में पानी सप्लाई होगी। बता दें कि 25 दिसंबर को लोकार्पण हुआ था। लेकिन इस दिन से लगातार पाइप लाइन में लीकेज की समस्या हो रही है। जिससे टंकियां नहीं भर पा रही हैं। अब निगम प्रशासन ने तय किया है कि जब तक दो तीन दिन टेस्टिंग के बाद ही सबकुछ ठीक रहने के बाद ही पानी सप्लाई शुरू होगा। निगम का मुख्य लक्ष्य कोलार में पानी पहुंचाना था, जो पहुंच चुका है। अब सप्लाई के लिए जल्दबाजी नहीं की जाएगी।  

Kolar News

Kolar News 29 December 2017

केरवा पेयजल योजना के लोकार्पण के दो दिन बाद भी केरवा का पानी लोगों के घरों तक नहीं पहुंचा। बंजारी दशहरा मैदान और पैलेस आर्चर्ड की टंकियां भी नहीं भर सकीं। केरवा डैम पंप हाउस से मंगलवार सुबह 4 बजे छोड़ा गया। लेकिन नॉन रिटर्निंग वॉल्व में खराबी आने से पानी वापस लौटने लगा। साथ ही शालीमार गार्डन के सामने और पैलेस आर्चर्ड टंकी के पास लीकेज हो गया है। सुधार कार्य के लिए पानी सप्लाई बंद करनी पड़ी। इससे दोनों टंकी नहीं भर सकीं। पता चलते ही एजेंसी के कर्मचारी वॉल्व सुधारने में जुट गए। नगर निगम इंजीनियर भी सुधरवाने की मशक्कत करते हुए दिखे। केरवा पहाड़ी पर बने वाटर फिल्टर प्लांट पर भी पानी बहा, जो केरवा पर बनी नर्सरी तक आ गया। सुबह 6 बजे बैरागढ़ चीचली में एक वॉल्व फूट गया। जिससे तेज दवाब से पानी निकलने लगा, जो पास में लगे बिजली के पोल तक पहुंच गया। वॉल्व फूटने से बैरागढ़ चीचली मेन रोड व खाली जमीन पर पानी भर गया। नगर निगम प्रशासन के अफसर फिर वॉल्व सुधारने में जुट गए और बुधवार शाम 5 बजे तक सुधार कार्य चलता रहा। अब तक एक भी टंकी में नहीं भर पाया पानी नगर निगम प्रशासन ने केरवा पेयजल योजना का लोकार्पण करने से पहले बंजारी व पैलेस ऑर्चर्ड की टंकियों की टेस्टिंग करने का दावा किया था। लेकिन ललिता नगर और नयापुरा मां निर्मला देवी मार्ग पर पहले दिन (25 दिसंबर) ही पाइप लाइन में लीकेज हो गया था। इसके चलते क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा को घरों में पानी पहुंचाए बिना ही योजना का लोकर्पण करना पड़ा था। मंगलवार और बुधवार को भी केरवा डैम पर बने पंप हाउस से टेस्टिंग के तौर पर पानी छोड़ा गया। लेकिन दोबारा लीकेज की समस्या आ गई और टंकियां नहीं भरी गईं। नगर निगम सहायक यंत्री आशीष मार्तण्ड ने बताया कि अभी टेस्िटग के तौर पर ही केरवा का पानी सप्लाई किया जा रहा है। जहां भी लीकेज व वॉल्व फूटने की समस्या आ रही है, उसे तत्काल प्रभाव से ठीक कराया जा रहा है। अब फिर से टंकिया भरी जाएंगी। टंकियों में पानी भरने के बाद वार्ड-80 और 82 के दो हजार घरों में पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री की घोषणा पूरी करने के लिए नगर निगम के अफसरों ने काम की रफ्तार तो बढ़ा दी पर गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा। जिम्मेदारों ने संबंधित एजेंसी से जल्दबाजी में पाइप लाइन बिछाने और वॉल्व जोड़ने का काम कराया, जिससे बार-बार पाइप लाइन लीकेज होने और वॉल्व खराब होने की समस्या आ रही है। केरवा पेयजल योजना के तहत केरवा डैम से कोलार तक नई पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है। शुरुआत में लीकेज की समस्याएं आती हैं। बुधवार तक सभी लीकेज सुधार लिए गए हैं। गुरुवार को टंकियां भरकर पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। एमपी सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम

Kolar News

Kolar News 28 December 2017

केरवा पेयजल योजना का काम दिन-रात चला। कोलार में बंजारी दशहरा मैदान और पैलेस आर्चार्ड की 20-20 लाख लीटर क्षमता की टंकियों को जोड़ने वाली पाइप लाइन में वॉल्व फिटिंग का काम पूरा हो गया। शनिवार दोपहर 3 बजे तक बंजारी दशहरा मैदान की टंकी से पानी सप्लाई शुरू करने के लिए तीन वॉल्व लगा दिए गए। वहीं पैलेस आर्चार्ड की टंकी से कॉलोनियों में पानी वितरण करने के लिए वॉल्व फिट करने का काम पूरा हो गया। इधर, केरवा डेम पर नगर निगम के 5 अफसरों की टीम समेत निर्माणाधीन एजेंसी नीति इंफ्रा के कर्मचारी व ठेकेदार काम पूरा कराने में जुटे रहे। शाम 6 बजे तक इंटकवेल से केरवा पहाड़ी पर बने वाटर फिल्टर प्लांट तक पानी चढ़ाने के लिए जरूरी वोल्टेज के हिसाब से बिजली सप्लाई करने के लिए 750 केवीए की डीपी रखी गई। इसका विधायक व ननि कमिश्नर ने लोकार्पण किया। इसके बाद पूरी रात केरवा डेम पर अधूरे कार्यों को पूरा करने का काम चलता रहा। रविवार को बिजली की सप्लाई समेत अन्य छोटे-छोटे अधूरे कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। केरवा डेम पर बनाए गए इंटकवेल में जमा पानी को दो पंपों से केरवा पहाड़ी पर बिछाई गई 150 मीटर लंबी ग्रेवटी लाइन के माध्यम से फिल्टर प्लांट तक पानी जाएगा। यहां पर पानी फिल्टर होगा। इसके बाद प्लांट के पीछे से केरवा नहर के किनारे-किनारे मप्र हाउसिंग बोर्ड के गौरव नगर के प्रोजेक्ट होते हुए बैरागढ़ चीचली के रास्ते कुल 7 किमी पानी की मेन लाइन तक पानी आएगा। फिर कोलार मेन रोड पर बिछाई गई पाइप लाइन तक पानी पहुंचेगा। मेन लाइन से बंजारी दशहरा मैदान पर बनी टंकी भरी जाएगी। ऐसे ही पैलेसे आर्चार्ड टंकी तक पानी आएगा। दोनों टंकियों से कॉलोनियों में बिछाई गई लाइन के माध्यम और फिर बल्क कनेक्शन से 25 दिसंबर तक वार्ड-80 और 82 के 500 से ज्यादा घरों तक पानी सप्लाई होने लगेगा। केरवा पेयजल योजना का काम पूरा कराने शनिवार को क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा और नगर निगम कमिश्नर ने केरवा डेम पर डेरा डाल लिया। दोपहर 4 बजे केरवा पहुंचकर इंटकवेल से लेकर वाटर फिल्टर प्लांट के अधूरे कार्यों को रविवार तक पूरा कराने के लिए ननि अधिकारियों को निर्देश दिए। विधायक-कमिश्नर चार घंटे से ज्यादा समय रुके और दो पंप तक बिजली सप्लाई शुरू कराने काम खड़े होकर कराया। 25 दिसंबर सोमवार को क्षेत्रीय विधायक बंजारी दशहरा मैदान पर पैलेस आर्चार्ड की टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कर केरवा पेयजल योजना का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद लगातार तीन दिन तक टेस्टिंग के रूप में पानी सप्लाई किया जाएगा। लोकार्पण से पहले कोई टेस्टिंग नहीं होगी। नगर निगम प्रशासन तीन दिन तक पानी का इस्तेमाल नहीं करने की अपील करेगा। तीन दिन के बाद लोग पानी का उपयोग कर सकेंगे।  

Kolar News

Kolar News 24 December 2017

शनिवार रात के डेढ़ बज रहे हैं। सजावटी पिंक लाइट सजे न्यू मार्केट में खासी रौनक है। अमूमन इतनी रात में महिलाओं की सड़कों पर मौजूदगी नहीं होती है लेकिन आज नजारा दूसरा था। पुलिस, नगर निगम, जिला प्रशासन और न्यू मार्केट व्यापारी संघ की पहल पर शुरू हुई नाइट शापिंग के तहत शी कॉर्निवाल में देर रात तक महिलाओं ने शॉपिंग की और लजीज व्यंजनों का स्वाद चखा। उधर, पूरे शहर में पुलिस ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की। हर 500 मीटर पर एक पुलिस कर्मी की तैनाती की गई। पुलिस बैंड और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की तरफ से रॉक बैंड में लोगों की पसंद के गाने गाकर लोगों के मन को बहलाया और रात दो बजे तक भीड़ को रोक रखा। हनुमान मंदिर और रोशनपुरा स्थित जय स्तंभ के पास विशेषतौर पर गराडू, ढोकले, दही बड़े और चाट सहित अन्य खान-पान के स्टॉल लगाए गए। शापिंग के साथ ही लकी ड्रॉ भी निकाले गए। महिलाओं ने क्रिसमस और नए साल के लिए जमकर खरीदारी की। स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्लेस मेकिंग प्रोजेक्ट के तहत मार्केट में शी कार्नीवल बनाया गया था। रात 11 बजे तक अधिकांश मोबाइल, कपड़े और ज्वेलरी की दुकानें सिमटने लगी थी। हालांकि खान-पान और जनरल स्टोर सहित महिलाओं का मार्केट देर रात तक खुला रहा। ऐसी थी सुरक्षा व्यवस्था - महिलामैत्री मोबाइल की 30 पुलिसकर्मी को पूरे मार्केट के चारों-कोने और जगह-जगह तैनात किया गया था। दो से तीन जगह अलाव की व्यवस्था की गई थी। टॉप एंड टाउन स्क्वायर पर स्पेशल डेस्क बनाई गई जहां महिला पुलिस मुस्तैद थी इसके अलावा शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई। परिवार के साथ आए अधिकारी - मार्केट खुलने के पहले ही दिन अधिकांश आईएएस, आईपीएस सहित अन्य अफसर अपने परिवार के साथ मार्केट पहुंचे। खास बात तो यह है कि भोपाल आने के बाद पहली बार कलेक्टर सुदाम पी खाडे भी अपने परिवार के साथ न्यू मार्केट पहुंचे। महिलओं ने कमिश्नर प्रियंका दास से पूछा की घर से आने और वापस जाने के लिए सुरक्षा की क्या व्यवस्था रहेगी। इसके जवाब में दास ने कहा कि अगली बार से महिलाओं और परिवार के लिए बस की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर सुदामा पी खाडे ने कहा कि  हम मुंबई या किसी बड़ी सिटी में जाते है वहां मार्केट रात में खुलते है। इसी तर्ज पर भोपाल में यह मार्केट दो बजे तक खोला जाएगा। इससे रात के समय न केवल घरों के बल्कि लोगों की सोच के दरवाजे भी खुलेंगे। महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि इंदौर में अगर राजवाड़ा खुला रहता है तो हमारा न्यू मार्केट भी अब दो बजे तक खुलेगा। यहां महिलाएं आए इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। रात को इस मार्केट में आएं टिकिया और आईसक्रीम खाएं और खरीदी करें। संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नेने कहा कि  कहा हम पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कर रहे हैं। अगर कोई कमेंट करता है बर्दाश्त न करें सीधे पुलिस से संपर्क करें। हिमाचल के CM बनेंगे जयराम ठाकुर, बोले कांग्रेस मुक्त हुआ राज्य हिमाचल प्रदेश में 44 सीटें जीतने के बावजूद मुख्यमंत्री पद के लिए करीब एक सप्ताह से जारी ऊहापोह रविवार को समाप्त हो गई। विधयक दल की बैठक में जयराम ठाकुर को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला हुआ है।  

Kolar News

Kolar News 24 December 2017

भोपाल में मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाई स्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा का टाइम टेबल घोषित कर दिया है। इसके तहत 12वीं की परीक्षा एक मार्च से और दसवीं की परीक्षा 5 पांच से शुरू होंगी। परीक्षा का समय सुबह 9 से 12 बजे तक रहेगा। परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को पर्याप्त समय भी दिया गया है। दसवीं की परीक्षा 31 मार्च को और 12वीं की परीक्षा 3 अप्रैल को समाप्त होगी। पहला पेपर सामान्य भाषा का : दसवीं का पहला पेपर 5 मार्च को सामान्य भाषा का रहेगा। इसके बाद 9 मार्च को गणित का पेपर होगा। इस तरह से गणित की तैयारी के लिए छात्रों को काफी समय दिया गया है। 13 मार्च को सामाजिक विज्ञान और 16 मार्च को विज्ञान का पेपर होगा। 12वीं का विशिष्ट भाषा हिंदी का पहला पेपर: हायर सेकंडरी में विशिष्ट भाषा हिंदी का पहला पेपर 1 मार्च को होगा। इसमें भी विभिन्न् प्रश्नपत्रों के बीच तैयारी के लिए पर्याप्त गेप दिया गया है। दिव्यांग परीक्षार्थियों का भी टाइम टेबल घोषित: मंडल ने दसवीं और 12वीं में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्रों का भी टाइम टेबल घोषित कर दिया है। इसके तहत 10वीं की दृष्टीहीन, मूक-बधिर विद्यार्थियों की परीक्षा 5 मार्च से 7 अप्रैल तक चलेगी। हायर सेकंडरी की परीक्षा 1 मार्च से 21 अप्रैल तक संचालित होगी।  

Kolar News

Kolar News 21 December 2017

  परीक्षा या घरेलू तनाव की स्थिति में स्कूली बच्चे डायल-100 से मदद मांग सकेंगे। परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर ऐसे बच्चों की काउंसलिंग करेंगे और उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने से रोकेंगे। बच्चों में आत्महत्या की प्रवृत्ति रोकने के लिए शासन स्तर पर किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा के लिए बुधवार को मंत्रालय में बैठक हुई, जिसमें ये निर्णय लिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुकर्जी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बच्चों की काउंसलिंग का काम बेंगलुरु के स्वयं सेवी संगठन 'योर दोस्त' को देने पर भी चर्चा हुई। इसके बाद डायल-100 से काउंसलिंग कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में ये भी बात आई कि परामर्श केंद्र के काउंसलर महिलाओं के मामले में ट्रेंड हैं, वे बच्चों के मामले कैसे सुलझाएंगे। अफसरों ने कहा कि काउंसलरों से पहले बात कर ली जाए, जो इसमें रुचि रखता हो, उसे ये जिम्मेदारी सौंपी जाए। उल्लेखनीय है कि विधानसभा की समिति ने बच्चों में आत्महत्या की प्रवृत्ति रोकने के लिए सुझाव दिए थे। संबंधित विभाग उन्हीं पर काम कर रहे हैं। ऐसे होगी मददः बच्चा तनाव में डायल-100 पर फोन लगाएगा। मामले को समझते हुए कॉल काउंसलर को ट्रांसफर किया जाएगा। यदि ये मुनासिब नहीं हुआ तो डायल-100 बच्चे तक पहुंचने का प्रयास करेगी। इस मामले में मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन के काउंसलर भी बच्चों की काउंसलिंग करेंगे।

Kolar News

Kolar News 14 December 2017

  मध्यप्रदेश के 28 खिलाड़ी शिखर सम्मान से अलंकृत  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एकलव्य पुरस्कार विजेताओं को शासकीय नौकरी देने, अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को बिना परीक्षा के पुलिस में उपनिरीक्षक, आरक्षक के पद पर नियुक्ति देने और अन्य शासकीय विभागों में भी ऐसी व्यवस्था करने की घोषणा की है। श्री चौहान आज भोपाल में मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2017 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, विधायक, गणमान्य नागरिक, खेल प्रेमी और खिलाड़ी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन्दगी खेल के बिना अधूरी है। राजनीति में खेल आ जाये तो चमत्कार होता है, लेकिन खेलों में राजनीति नहीं आनी चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस विजन के साथ राष्ट्र निर्माण का कार्य हो रहा है, उसमें 2020 के ओलंपिक में भारत पदकों का रिकार्ड बनायेगा। खेलों में देश में नया इतिहास रचा जा रहा है। मध्यप्रदेश भी इसमें अग्रणी रहेगा। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में यह दिख रहा है। भारत की महिला हॉकी टीम में आधे खिलाड़ी मध्यप्रदेश की हॉकी अकादमियों के हैं। अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश के 80 खिलाड़ियों ने प्रतिभागिता की, जिनमें से 46 ने पदक प्राप्त किये। उन्होंने पालकों से कहा कि बच्चों को खेलने-कूदने और मस्ती करने का अवसर भी दें। जो बच्चे पढ़ना चाहते हैं और जो खेलना चाहते हैं, दोनों के साथ प्रदेश की सरकार है। मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाये जाने की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि खेलने वाले बच्चों को भी पीछे नहीं रहने दिया जायेगा। बच्चे राज्य का भविष्य हैं, उनकी हर आवश्यकता को पूरा किया जाएगा। केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि कानून बनाकर केन्द्रीय सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिये निर्धारित पदों के आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी। खिलाड़ियों के लिये आरक्षित पद पर उम्मीदवार नहीं मिलने पर रिक्त पद अगले वर्ष की रिक्तियों में जोड़ दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि खेलों से संबंधित मोबाइल एप्लीकेशन भी तैयार किया जा रहा है जिसमें खेल मैदानों, अन्य सुविधाओं और प्रशिक्षकों की जानकारी उपलब्ध रहेगी। श्री राठौर ने कहा कि भारत सरकार खेलों इंडिया के विजन पर कार्य कर रही है। देश में पहली बार अंडर-17 की खेल प्रतियोगिताओं का विशाल टूर्नामेंट 31 जनवरी से 8 फरवरी 2018 तक आयोजित किया जायेगा। इस टूर्नामेंट में विभिन्न विद्यालयों, फेडरेशनों और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीमें भाग लेंगी। खिलाड़ियों को समर्थन और संसाधन उपलब्ध कराने के लिये प्रथम चरण की स्पांसरशिप भी केन्द्र सरकार द्वारा दी जायेगी। हर वर्ष देश भर से एक हजार खिलाड़ियों को पांच लाख रुपये प्रति वर्ष के मान से आठ वर्ष की स्पांसरशिप दी जायेगी। विद्यालयों में आगामी ग्रीष्मावकाश से पूर्व आठ से चौदह वर्ष की उम्र की खेल प्रतिभाओं की खोज का कार्य भी किया जायेगा। उनकी शारीरिक क्षमताओं और दक्षताओं के आधार पर उनको उपयुक्त खेल का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसी तरह खेल प्रतिभाओं को खोजने वाले प्रशिक्षकों को भी उचित प्रोत्साहन और सम्मान दिये जाने की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि पदक विजेता खिलाड़ी के प्रशिक्षक के लिये निर्धारित प्रोत्साहन राशि का बीस प्रतिशत हिस्सा प्रारंभिक कोच को मिले। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया अभियान में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने के प्रयास किये जा रहे है। अच्छा इंजीनियर, अच्छा डॉक्टर और अच्छा नागरिक बनाने के लिये खेल आवश्यक हैं। टीम के लिये खेलने, गिर कर उठने और हार कर जीतने की शिक्षा खेल मैदान में ही मिलती है। ऐसे गुरुओं के सम्मान और गुरु-शिष्य की संस्कृति को पुनर्स्थापित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। श्री राठौड़ ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व की सराहना करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश राज्य में ही उनकी विद्यालयीन और सैनिक शिक्षा संपन्न हुई है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि दिल और दिमाग में जीत हासिल करने का जज्बा ही जीत को पक्का करता है। पैरा ओलम्पियन खिलाड़ियों के जीवन संघर्ष का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने चुनौतियों का सामना संकल्प और कठोर परिश्रम से किया और सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने आज दो सौ करोड़ का बजट खेलों को उपलब्ध कराया है। इस अवसर पर रियो पैरा ओलम्पिक के पदक विजेताओं सुश्री दीपा मलिक को चालीस लाख रुपये, श्री देवेन्द्र झांझरिया को पचास लाख रुपये, मरियप्पन थंगावेलू को पचास लाख रुपये और वरुण सिंह भाटी को पच्चीस लाख रुपये तथा रियो ओलम्पिक-2016 में महिला कुश्ती में कांस्य पदक विजेता सुश्री साक्षी मलिक को पच्चीस लाख रुपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया गया। भारतीय महिला हॉकी दल में मध्यप्रदेश राज्य महिला हॉकी अकादमी की सुश्री अनुराधा देवी, पी. सुशीला चानू, रेणुका यादव तथा एल. फैली को 5-5 लाख रुपये की सम्मान निधि दी गई। वर्ष 2017 के लिये एकलव्य, विक्रम एवं विभिन्न खेल पुरस्कारों के लिए प्रदेश के कुल 28 खिलाड़ियों को शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया।  

Kolar News

Kolar News 5 December 2017

  कलियासोत नदी के 33 मीटर तक ग्रीन बेल्ट के दायरे में सर्वधर्म ए और बी सेक्टर में पक्के निर्माण वैध हैं। क्योंकि इनके निर्माण की अनुमति वर्ष 1995 से पहले हो चुकी थी। इस दौरान यहां मास्टर प्लान लागू नहीं था। नगर निगम की अपर आयुक्त मलिका निगम नागर ने 171 मामलों की सुनवाई पूरी कर अनुशंसा कमेटी के पास भेज दी है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित कमेटी अब अंतिम फैसला लेगी। कमेटी में टीएंडसीपी के ज्वाइंट डायरेक्टर, नगर निगम के चीफ सिटी प्लानर, एसडीएम, तहसीलदार शामिल हैं।  बता दें कि निगम ने सर्वधर्म एरिया में नदी के किनारे बने भवन मालिकों को नोटिस जारी कर भवन निर्माण से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। इस पर रहवासियों ने जवाब दिए थे। सुनवाई के दौरान लोगों का कहना था कि उन पर ग्रीन बेल्ट का प्रावधान लागू नहीं होता, लिहाजा उनके निर्माण वैध हैं। अपर आयुक्त ने भी रहवासियों के पक्ष में अनुशंसा दी है। कलियासोत नदी के ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण मामले में याचिका की सुनवाई करते हुए एनजीटी ने अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। सीमांकन में नदी के ग्रीन बेल्ट के दायरे में सबसे अधिक निर्माण सर्वधर्म ए और बी सेक्टर में मिले थे। निगम ने इस पर नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। रहवासियों ने एनजीटी में विशेष आवेदन लगाकर कहा था कि उन पर ग्रीन बेल्ट का नियम लागू नहीं होता। इस पर एनजीटी ने कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। सर्वधर्म एरिया को छोड़कर सलैया के बीच करीब एक दर्जन हाउसिंग प्रोजेक्ट हैं। जिन्होंने नदी में बाउंड्रीवॉल बनाकर निर्माण किया है। जांच में सामने आया है कि कई जगह नदी को पूर दिया, लेकिन उस हिस्से में ठोस कार्रवाई नहीं हुई। कुछ बिल्डरों के फ्लैट भी ग्रीन बेल्ट के दायरे में थे लेकिन निगम और जिला प्रशासन ने नहीं तोड़ा। सुभाशीष बैनर्जी, चीफ सिटी प्लानर का कहना है अपर आयुक्त ने अपनी अनुशंसा कमेटी को भेज दी है, अब एकाध सप्ताह में कमेटी की बैठक होनी है, जिसमें कलियासोत मामले में अंतिम फैसला होगा।  

Kolar News

Kolar News 28 November 2017

  पीएमटी 2012 में हुए घोटाले के आरोपी भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज के डीन वीरेंद्र मोहन को अदालत ने 30 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने वीरेंद्र मोहन को लुधियाना से गिरफ्तार कर मंगलवार को विशेष न्यायाधीश एससी उपाध्याय की अदालत में पेश किया था। आरोपी वीरेंद्र की ओर से अदालत में जमानत अर्जी पेश की गई थी जिस पर बुधवार को विशेष न्यायाधीश डीपी मिश्रा की अदालत में सुनवाई होगी। सीबीआई की चार्जशीट में वीरेंद्र पर आरोप है कि उन्होंने 21 सितंबर 2012 को चिरायु मेडिकल कॉलेज का डीन रहते हुए डीएमई को गलत सूचना दी थी कि प्रवेश की द्वितीय काउंसिलिंग में मात्र 9 सीटें खाली हैं, जबकि उस समय सरकारी कोटे की लगभग 50 सीटें खाली थीं। इस दौरान उन्होंने 12 स्कोरर छात्रों को प्रवेश दिया, जिनकी सीटें बाद में खाली कर अयोग्य छात्रों को बेच दी गईं। पीएमटी 2012 की काउंसिलिंग का द्वितीय चरण 29 से 30 सितंबर 2012 तक चला था। इसमें 28 सितंबर को 19, 29 सितंबर को 32 और 30 सितंबर को 4 नए एडमिशन दिए गए। चिरायु ने इस प्रकार कुल 55 सीटों में घालमेल कर लाखों रुपए लेकर अयोग्य छात्रों को सीधा प्रवेश दिया था।  

Kolar News

Kolar News 28 November 2017

मध्यप्रदेश शासन द्वारा भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों के खातों में भावांतर राशि जमा करवाने की प्रक्रिया निर्धारित कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि योजना में खरीफ-2017 में सोयाबीन, मूंगफली, उड़द, मूंग, मक्का में पंजीकृत किसानों द्वारा उत्पादित एवं मंडी प्रांगण में 16 से 30 अक्टूबर तक बेची गई उपज की पात्रता अनुसार भावांतर की राशि किसानों के खातों में जमा कराई जायेगी। योजना के पोर्टल पर राजस्व एवं कृषि उपज मंडी समिति द्वारा भरे गए डाटा के आधार पर निर्धारित विक्रय अवधि के मॉडल विक्रय दरों की गणना कर पोर्टल पर दर्ज पंजीकृत किसानों को भावांतर की कुल राशि किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड के खातों में राशि जमा कराई जायेगी। इस राशि को पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के क्रम में गणना अनुसार जिला-स्तर की कृषि उपज मंडी समितियो को भुगतान के लिये प्रदाय किया जायेगा। जिला-स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति योजना के अंतर्गत 16 से 30 अक्टूबर 2017 की अवधि के लिये औसत मॉडल (Wholesale) रेट घोषित किये गये हैं। इन औसत मॉडल दर के आधार पर योजना के प्रावधानों अनुसार भावांतर की गणना तथा भुगतान किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिये जिला-स्तर पर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति के अन्य सदस्यों में उप जिलाध्यक्ष स्तर का कलेक्टर द्वारा नामांकित अधिकारी, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ के जिला विपणन अधिकारी, म.प्र. राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के जिला सूचना अधिकारी, लीड बैंक अधिकारी को सदस्य और जिला मुख्यालय की मंडी के सचिव को समिति का सचिव बनाया गया है। इस समिति द्वारा पोर्टल पर दर्ज जानकारी का सात दिवस में सत्यापन कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। सत्यापन की प्रक्रिया में यह ध्यान रखा जायेगा कि पोर्टल पर प्रत्येक पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों द्वारा प्रेषित राजस्व संबंधी जानकारी यथा- क्षेत्रफल, जिसमें अधिसूचित फसल की बोनी की गई है, का सत्यापन राजस्व अमले द्वारा कर लिया गया है। योजना के पोर्टल पर दर्ज किसानों द्वारा पंजीकृत बैंक खाते का क्रमांक एवं आईएफएस (IFS) कोड सही है। पंजीकृत एवं लाभान्वित होने वाले किसानों द्वारा नियत विक्रय अवधि में अधिसूचित फसल की कृषि उपज मंडी के भुगतान पत्रक अनुसार बिक्री की मात्रा एवं किसान के विक्रय दर की जानकारी का पोर्टल पर सही इन्द्राज किया गया है। समिति जिले में योजना अंतर्गत कृषि उपज विक्रय संख्या के दस प्रतशत संव्यवहार का रेण्डम तौर पर विश्लेषण करेगी। इस विश्लेषण का कृषक की अनुबंध पर्ची, तौल पर्ची, भुगतान पर्ची से मिलान किया जायेगा। यह भी देखा जायेगा कि नियत विक्रय अवधि में किसी भी पंजीकृत किसान द्वारा अधिसूचित फसल की बिक्री अधिसूचित मंडी में किये जाने पर मण्डी अभिलेखों के अनुसार किसी भी पात्र किसान की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने से नहीं छूटी है। कृषि जलवायु क्षेत्र अंतर्गत योजना के लिये फसलवार, जिलेवार औसत उत्पादकता की पोर्टल पर सही जानकारी दर्ज कर संबंधित जिले की उत्पादकता की निश्चित सीमा तक विक्रय की गई फसल पर भावांतर की राशि की गणना की गई है। तय की गई प्रक्रिया के अनुसार पंजीकृत किसान द्वारा योजना में चयनित फसल को निर्धारित पात्रता से अधिक मात्रा में एक से अधिक सौदों में बेचा गया है, तो उसके सौदों के परस्पर विक्रय दर में से न्यूनतम दरों के सौदों के आधार पर पात्रता की नियत सीमा तक की मात्रा को मान्य कर भावांतर की राशि की गणना की जायेगी। पंजीकृत कृषक का खेत जिस जिले में स्थित है उसके द्वारा यदि अन्य जिले की मंडी में चयनित कृषि उपज का विक्रय किया गया है, तो जिस जिले में पंजीकरण किया गया है उस जिले से भावांतर की राशि का भुगतान किया जायेगा। जिला मुख्यालय की कृषि उपज मंडी समिति द्वारा भावांतर भुगतान योजना में भुगतान के लिये प्राप्त फण्ड को रखने हेतु राष्ट्रीयकृत बैंक में अलग खाता खोला जायेगा। इस खाते से किसानों के खाते में सीधे डिजिटल भुगतान किया जायेगा। जिला कलेक्टर इन सब तथ्यों की पुष्टि के लिये राजस्व और कृषि विभाग तथा कृषि उपज मंडी समिति के अमले का उपयोग कर सकेंगे। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र द्वारा भावांतर भुगतान योजना के पोर्टल पर गणना के संबंध में पात्र एवं लाभान्वित हितग्राहियों को भुगतान किये जाने के संबंध में विशेष पासवर्ड तैयार कर प्रत्येक जिले की समिति में कलेक्टर जिला कार्यालय को उपलब्ध करवाया जाये। यह समिति उपरोक्तानुसार पुष्टि के बाद पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों की पोर्टल पर जानकारी की त्रुटि में सुधार किये जाने के लिये जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त करने के बाद ही त्रुटि-सुधार करने के लिये सक्षम होंगी। पुष्टि एवं सत्यापन के बाद 20 नवम्बर तक सभी पंजीकृत एवं पात्र लाभान्वित किसानों के बैंक खातों में नियत भावांतर की कुल भुगतान राशि उनके द्वारा पंजीयन के समय पंजीयन कराये गये बैंक खाते में जमा करवाई जायेगी। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के माध्यम से भुगतान के समय पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों को उनके बैंक खाते में कुल भुगतान की गई राशि की जानकारी पंजीयन के समय उपलब्ध करवाये गये मोबाइल फोन पर एसएमएस द्वारा प्रदाय किये जाने की व्यवस्था जिला कलेक्टर द्वारा 20 नवम्बर के पहले सुनिश्चित की जायेगी। जिला स्तर की कृषि उपज मंडी समिति के कार्यालय द्वारा जिलों में पंजीकृत एवं लाभान्वित हितग्राहियों को भुगतान किये जाने के बाद पोर्टल पर जिले के पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों की सम्पूर्ण जानकारी हार्ड कॉपी में सुरक्षित रखी जायेगी। इसकी एक प्रति जिला कलेक्टर कार्यालय को समिति के सदस्यों के हस्ताक्षर सहित उपलब्ध करवाई जायेगी और एक प्रति मंडी बोर्ड को भेजी जायेगी। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि पोर्टल पर जिला-स्तर पर जिन पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों को भुगतान की प्रक्रिया पूरी हो गयी है उनके पोर्टल पर दर्ज समस्त रिकार्ड फ्रीज किये जायें। पंजीकृत कृषक द्वारा भावांतर भुगतान की राशि उसके खाते में जमा होने के 15 दिवस में किसी प्रकार की त्रुटि के लिये जिला कलेक्टर को अभ्यावेदन प्रस्तुत किया जा सकेगा। जिला कलेक्टर स्तर पर अभ्यावेदन के प्राप्ति दिनांक से 10 दिवस में निराकरण कर अभ्यावेदक को संसूचित किया जायेगा। ऐसे समस्त पंजीकृत एवं लाभान्वित किसान जिनको 2,000 रुपये से अधिक की राशि जारी की गई है उनके प्रमाण-पत्र तैयार कर सार्वजनिक कार्यक्रम में वितरित किये जायेंगे ताकि योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। भुगतान की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर विवाद की स्थिति में योजना के प्रावधानों के अनुरूप एवं समय-समय पर जारी परिपत्रों की परिधि में रहते हुए भुगतान के संबंध में निर्णय लिये जाने के अधिकार जिला कलेक्टर को दिये गये हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 November 2017

मध्यप्रदेश में भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों को खरीफ-2017 के लिये चिन्हित 8 जिन्सों को बेचने के लिये अगर खेत से 15 किलोमीटर या इससे अधिक दूरी पर स्थित कृषि उपज मण्‍डी/उप मण्‍डी तक फसल ले जाना पड़ेगा तो उसे प्रति किलोमीटर के आधार पर परिवहन व्यय मिलेगा। किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा आज इस आशय के विस्तृत निर्देश जारी कर दिये गये हैं। परिवहन दर का निर्धारण जिला कलेक्टर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तथा जिला स्तर की मण्‍डी के सचिव की समिति करेगी। परिवहन व्यय की राशि का भुगतान मण्‍डी निधि से किया जायेगा। परिवहन व्यय के लिये चयनित जिन्सों में सोयाबीन, मक्का, तिल, रामतिल, मूंगफली, मूंग, उड़द और तुअर शामिल हैं। परिवहन व्यय भुगतान की शर्तें और प्रावधान भी तय कर दिये गये हैं। शर्तों और प्रावधानों में प्रदेश के अधिसूचित आदिवासी क्षेत्र के जिलों में जिला प्रशासन एग्रीकेटर के तौर पर ट्रेक्टर-ट्राली/वाहन को अधिकृत करेंगे। अधिसूचित आदिवासी जिलों की सूची सभी संबंधितों को भेजी गई है। गैर आदिवासी क्षेत्रों के जिलों में कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा खुलवाये गये कस्टम हायरिंग सेन्टर के उपलब्ध ट्रेक्टर-ट्राली/वाहन से परिवहन का भुगतान किया जायेगा। कस्टम हायरिंग सेंटर की जिलेवार जानकारी कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय की वेबसाइट www.mpdag.org पर उपलब्ध है। परिवहन की गई फसल के मण्‍डी के दस्तावेजों के आधार पर विक्रय का सत्यापन करने के बाद संबंधित जिला कलेक्टर की समिति द्वारा निर्धारित की गई प्रति किलोमीटर परिवहन दर से निकटतम मंडी प्रांगण की दूरी का जहाँ फसल बेची गई है, परिवहनकर्ता को व्यय का भुगतान किया जायेगा। योजना की शर्तों में जिले की अन्य निकटवर्ती मण्‍डी में विक्रय किये जाने पर जिले की समिति द्वारा तय दर पर भुगतान किया जायेगा। एक बार में एक से अधिक किसानों के उत्पाद का एक ट्रेक्टर-ट्राली में सम्मिलित रूप से परिवहन किये जाने की स्थिति में परिवहनकर्ता को अधिसूचित क्षेत्र और गैर-धिसूचित क्षेत्र के जिलों के लिये लागू शर्तों के तहत परिवहन व्यय का भुगतान होगा। परिवहन व्यय का भुगतान मण्‍डी समिति द्वारा परिवहनकर्ता के खाते में डिजिटल पेमेंट के माध्यम से जमा कराया जायेगा।दो नवंबर तक प्रदेश के एक लाख 12 हजार से अधिक किसानों ने अपनी 32 लाख क्विंटल उपज का विक्रय अधिसूचित मंडियों में किया है। मुख्य सचिव ने ली बैठक भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत राज्य शासन द्वारा 25 जिलों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की डयूटी लगाई गई है। ये अधिकारी उक्त जिलों का भ्रमण कर वहाँ की मंडियों की व्यवस्था तथा योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। ये अधिकारी समीक्षा में पाई गई कमियों को जिला प्रशासन के माध्यम से दूर करवायेंगे। संबंधित अधिकारियों की बैठक मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह द्वारा आज ली गई। बैठक में नामांकित अधिकारियों को योजना के बारे में और निरीक्षण प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई।

Kolar News

Kolar News 3 November 2017

25 जुलाई को नगर निगम द्वारा री-लॉन्च की गई महापौर एक्सप्रेस सेवा को पटरी पर लाने के लिए एक साथ 25 सेवाएं शुरू की जाएंगी। महापौर एक्सप्रेस की सेवाओं की बुकिंग के बाद कम समय में सुविधा मिल सके, इसके लिए सॉफ्ट टेक कंपनी खुद का एप और कॉल सेंटर लॉन्च करेगी। गुरुवार को नगर निगम आयुक्त प्रियंका दास ने महापौर एक्सप्रेस की समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया। बैठक में महापौर एक्सप्रेस के प्रभारी व उपायुक्त हरीश गुप्ता और सॉफ्ट टेक कंपनी के प्रतिनिधि शामिल हुए। निगम आयुक्त ने कहा कि महापौर एक्सप्रेस की सेवा के लिए लोग पहले निगम के कॉल सेंटर में बुकिंग कराते हैं, इसके बाद कॉल कंपनी के कॉल सेंटर में ट्रांसफर होती है, इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है। जिससे लोगों को सेवा मिलने में देर लगती है। निगम आयुक्त ने कंपनी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह खुद का अपना एप लॉन्च करें, ताकि लोग सीधे कंपनी से संपर्क कर महापौर एक्सप्रेस की सुविधा का लाभ ले सकें। आयुक्त ने कहा कि कंपनी जिस कर्मचारी को तैनात करे उसका वेरिफिकेशन हो, ताकि निगम प्रशासन की छवि पर बुरा असर न पड़े। निगम आयुक्त ने कहा कि महापौर एक्सप्रेस में अभी सिर्फ पांच सेवाएं चल रही हैं, कम सेवा के कारण रिस्पांस नहीं मिल रहा है। बाकी बची हुई 25 सेवाओं को जल्द से जल्द चालू किया जाए। इसके लिए 8 नवंबर तक कंपनी अपना प्रजेंटेशन दे और एक महीने में सभी सेवाओं को चालू किया जाए। वर्तमान में महापौर एक्सप्रेस में कारपेंटर, इलेक्ट्रीशियन, माली, प्लंबर और ड्राइवर की सुविधा है। अब पेंटर, अकाउंटेंट, एयर कंडीशन रिपेयरिंग, पेस्ट कंट्रोल, ब्यूटीशियन, घरेलू कामकाजी महिला, होम ट्यूटर, कार क्लीनर, कुक, साफ-सफाई और फोटोग्राफर आदि की सुविधा बढ़ेगी। हर सेवा का दो घंटे का 200 रुपए शुल्क है। वर्तमान में भोपाल प्लस एप के माध्यम से ऑनलाइन या फिर निगम के कॉल सेंटर 155304 व 18002330014 पर सेवाओं के लिए बुकिंग करा सकते हैं।  

Kolar News

Kolar News 3 November 2017

   मध्यप्रदेश में रात दस से सुबह छह बजे तक तेज आवाज के पटाखे चलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना के मद्देनजर 125 से 145 डेसीबल से ज्यादा के पटाखे बनाना, बेचना और उपयोग पूरी तरह वर्जित किया गया है। यह बात पर्यावरण मंत्री अंतर सिंह आर्य ने कही। पर्यावरण मंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए तय ध्वनि स्तर के पटाखों के सीमित उपयोग औेर कचरे को अलग से नष्ट करने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि पटाखे के कचरे को ऐसी जगह पर न फेंके, जहां पेयजल स्त्रोत के प्रदूषित होने की संभावना हो। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मद्देनजर उन्होंने कहा कि रात दस से सुबह छह बजे तक ध्वनिकारक पटाखों का चलाया जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

Kolar News

Kolar News 11 October 2017

हैंडलूम लवर्स हो या घर को डेकोरेट करने की तैयारी में हो, दीपावली की शॉपिंग करना हो, घर को दियों से रोशन करना हो या फिर वेडिंग सीजन को देखते हुए लेटेस्ट ज्वेलरी की खरीदी करना हो, ये सारी चाहत पूरी हो सकती है गौहर महल में आयोजित दीपोत्सव में। जहां चंदेरी, शिबोरी, सिल्क, मलबरी और महेश्वरी साड़ियों का जबरदस्त कलेक्शन तो मौजूद है ही, साथ ही मेले में दीपावली के त्योहार को देखते हुए डेकोरेटिव आइटम्स और दीयों की भी जबरदस्त रेंज शामिल हुई है। दीपोत्सव में आई टेम्पल ज्वेलरी महिलाओं को खासी पसंद आ रही है। दीपावली और वेडिंग सीजन को देखते हुए इस ज्वेलरी को काफी पसंद किया जा रहा है। रतलाम से आए ज्वेलरी डिजाइनर राजेश सोनी बताते हैं टेम्पल ज्वेलरी में दक्षिण भारत का टच नजर आता है। इसमें लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती, शिवजी की आकृतियां बनाई जाती हैं। ये ज्वेलरी 2 प्रकार की मीनाकारी और प्लेटेड ए बेल्जियम होती है, जिनकी कीमत एक से पांच हजार तक होती है। मेले में छतरपुर से दीयों की काफी वैरायटी आई है। रेखा शर्मा और समीक्षा शर्मा बताती हैं इन दीयों में सबसे खास कछुआ दीया है, जिसे मेजिकल दीया भी कहते हैं। इस दीये का लुक जितना इंट्रेस्टिंग है उतना ही इंट्रेस्टिंग इसका काम करने का तरीका भी है। दीये में नीचे से तेल डाला जाता है और कछुए के मुंह में बाती लगाई जाती है। उल्टा सिस्टम होने के कारण ही इसे मैजिकल दिया भी कहते हैं। मेले में इस दीये की डिमांड है। इसके अतिरिक्त मटकी दीया और स्टैंड वाला दिया भी आकर्षित कर रहा है। स्टैंड वाले दीये में तेल डालकर दिवार पर हैंग करने के बावजूद भी दीवार खराब नहीं होती। इन दीयों को बहुत पसंद किया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 11 October 2017

वेदर सिस्टम के ग्वालियर के रास्ते उत्तरप्रदेश की तरफ शिफ्ट हो जाने से भोपाल सहित प्रदेशभर में अब बरसात की गतिविधियों में कमी आना शुरू हो गई है। रात और सुबह के वक्त माहौल में ठंडक का अहसास बढ़ गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में राजधानी से मानसून की विदाई शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार मानसून की रवानगी दशहरा के बाद होने की पूरी संभावना बन रही है। उधर, धूप निकलने के कारण शनिवार को दिन का तापमान 32.5 डिग्रीसे. दर्ज हुआ जो कि शुक्रवार (27.4) के मुकाबले 5.1 डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कई स्थानों को तरबतर करने के बाद गहरा कम दवाब का क्षेत्र कमजोर होकर पश्चिमी उप्र की तरफ चला गया है। वर्तमान में अभी अन्य कोई वेदर सिस्टम नहीं होने से अब तेज बौछारें पड़ने की संभावना कम ही है। लेकिन वातावरण में बड़े पैमाने पर आद्रता बनी रहने और धूप के कारण दिन का तापमान बढ़ने से कहीं-कहीं शाम के वक्त गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। वर्तमान में 17-18 किमी. की औसत रफ्तार से पश्चिमी हवा चल रही है। रात का तापमान भी अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। इस वजह से रात और सुबह के वक्त हवा में सिहरन महसूस होने लगी है। इसी क्रम में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात का तापमान 21.8 डिग्रीसे. दर्ज हुआ जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरबटे ने बताया कि अब राजस्थान से मानसून की विदाई के संकेत मिलने लगे हैं। प्रदेश में मानसून की विदाई ग्वालियर-चंबल संभाग से शुरू होती है। वर्तमान में हवा की तेज रफ्तार से वातावरण में तेजी से नमी की कमी होना शुरू हो सकती है। साथ ही हवाओं का रुख उत्तरी होते ही उत्तरभारत की ठंडी हवाएं प्रदेश में दाखिल होने लगेंगी। हालांकि राजधानी से मानसून दशहरा (30 सितंबर) के बाद ही विदा होगा। क्या हैं मानसून की विदाई के संकेत वातावरण में नमी (आद्रता) तेजी से कम होना शुरू हो जाती है। लगातार पांच दिन तक संबंधित क्षेत्र में पानी नहीं गिरता। प्रदेश के ऊपर चक्रवात के स्थान पर प्रतिचक्रवात बनने लगता है।

Kolar News

Kolar News 25 September 2017

रचना नगर अंडर ब्रिज सड़क। चार महीने में चार बार 40 से ज्यादा गड्ढों में पेंचवर्क के नाम पर ईंट,पत्थर आदि का मलबा डाला। दो-चार दिन में ही फिर से गड्ढे। एक-डेढ़ लाख रुपए भी खर्च हो गए। यही हाल ही शहर की दूसरी सड़कों को भी। नगर निगम और सीपीए ने इसी में चार से पांच करोड़ रुपए खर्च कर दिए। अब 15 अक्टूबर के बाद इन सड़कों पर डामर से पेंचवर्क के लिए फिर से टेंडर निकलेंगे। यानी तीन लाख रुपए और खर्च करेंगे। इस राशि की बचत भी हो सकती थी यदि कोलार रोड पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौर से पहले नई तकनीक से किए गया पेंचवर्क सभी जगह होता। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तीस प्रतिशत महंगी जरूर है लेकिन बार-बार मलबा भरने और फिर बाद में डामरीकरण करने की कुल लागत से सस्ती है। इससे लोगों को भी एक ही बार में गड्ढे से निजात मिल सकती है। कोलार रोड में पहले अफसरों ने मलबा डाला और फिर विधायक रामेश्वर शर्मा ने पेविंग ब्लॉक डलवा दिए। इतने खर्च के बाद सीएम के यहां आने का ऐलान हुआ तो पिछले एक हफ्ते से कोल्ड मिक्स वाला डामरीकरण किया जा रहा है। करीब पौने तीन लाख रुपए इसकी लागत है। यदि पीडब्ल्यूडी पहले ही यह काम कर देता तो मलबा डालने में लगे 50 हजार रुपए भी बच जाते और लोगों को गड्ढों से भी निजात मिल जाती। यह है तकनीक - कोलार रोड के गड्ढों की मरम्मत कोल्ड मिक्स और कैटानिक इमर्शन के साथ की गई है। यह रेडीमेड मटेरियल होता है। यह बारिश में नमी के दौरान भी सड़क पर टिक जाता है। साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इससे सड़क की उम्र बढ़ जाती है। सड़क की उधड़ी हुई सतह पर यह बेहतर ढंग से पकड़ बनाता है। इसका उपयोग पूरी सड़क बनाने में नहीं बल्कि उसकी मरम्मत करने में किया जाता है। जिस रोड से मुख्यमंत्री को आना था  वह तो आनन-फानन में बनाकर तैयार दी गई लेकिन बाकी सड़कों पर किसी का ध्यान नहीं है। अगर कोलार रोड पर भी मुख्यमंत्री के आने का कार्यक्रम नहीं होता तो बहुत संभव था कि इस सड़क को भी नहीं सुधारा जाता। लोग रोजाना घंटों जाम से जूझते हुए आते-जाते। शहर में कोहेफिजा, रचना नगर अंडर ब्रिज से सुभाष नगर की ओर जाने वाली रोड, वीआईपी गेस्ट हाउस से ईदगाह पहुंच मार्ग, बावड़िया रोड सहित कई अन्य सड़कें बहुत खराब स्थिति में है। लोग यह सवाल उठा रहे हैें कि जब कोलार रोड पर कोल्ड मिक्स डालकर काम किया जा सकता है तो बाकी सड़कों पर ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा।  एसोसिएशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स के अध्यक्ष अब्दुल मजीद का कहना है -सड़क की मरम्मत के लिए कोल्ड मिक्स एक अच्छी तकनीक है। इस मौसम में डामर नहीं टिक पाता है क्योंकि कई बार बारिश हो जाती है। इस कारण कोल्ड मिक्स किया जाता है। इसमें कोई बुराई नहीं है। इससे भी सड़क काफी समय तक चल जाती है। हॉट मिक्स से यह थोड़ा महंगा जरूर होता है पर अगर इस मौसम में सड़क की मरम्मत करना है तो कोल्ड मिक्स का ही उपयोग किया जाना चाहिए।  

Kolar News

Kolar News 20 September 2017

कोलार की डेढ़ लाख की आबादी को सीवेज नेटवर्क का आधा-अधूरा ही फायदा मिलेगा। 115 करोड़ रुपए की योजना सिर्फ नगर निगम के क्षेत्र तक सीमित है। 50 से ज्यादा निजी कॉलोनियों में सीवेज नेटवर्क का प्रावधान नहीं रखा गया है। यही नहीं भविष्य में निजी कॉलोनी को जोड़ने के लिए भी शुल्क और नियम भी नहीं बनाए हैं। यानी इसकी हालात भी 415 करोड़ रुपए की वाटर सप्लाई योजना जैसी हो सकती है, जिसमें होशंगाबाद रोड, अवधपुरी व अयोध्या बायपास आदि इलाकों की निजी कॉलोनियों को नर्मदा का पानी नहीं मिल पाया। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन अधूरी योजना का भूमिपूजन किया , वह भी तब जबकि इसके टेंडर तक नहीं हो पाए हैं। आम्र विहार, आम्र स्टेट, बीमाकुंज, सिग्नेचर, सागर प्रीमियम जैसी अन्य निजी कॉलोनियों के भीतर सीवेज लाइन नहीं बिछाई जाएगी। यहां मेन लाइन से सीवेज कनेक्शन के लिए बाद मे नीति बनाई जाएगी। वहीं राजहर्ष ए,बी, सी,डी सेक्टर सहित, बंजारी, अकबरपुर, ललिता नगर, सलैया जैसी कई कॉलोनियों के भीतर भी सीवेज लाइन बिछाई जाएगी। फिलहाल सीवेज लाइन का कनेक्शन देने के लिए शुल्क तय नहीं है। कोलार में सीवेज उपचार संयंत्र(एसबीआर) आधुनिक तकनीक से सीवेज नेटवर्क बिछेगा। परियोजना पांच जोनों में बांटी गई है। कुल पांच सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे। जो 29 एमएलडी क्षमता के होंगे। सर्वधर्म दामखेड़ा कलियासोत नदी किनारे, सनखेड़ी विश्राम घाट के पास, प्रियंका नगर, बैरागढ़ चीचली, हिनौतिया आलम में जगह तय की गई है। पांचों सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ढलान पर ही बनेंगे। जिससे घरों से पाइप लाइन व चेंबर द्वारा प्लांट तक सीवेज पहुंचेगा। फिर प्लांट पर सीवेज का ट्रीटमेंट होगा। आधुनिक तकनीक से पानी अलग निकाला जाएगा और वेस्टेज अलग। पानी का पार्कों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा व वेस्टेज से खाद्य बनाया जाएगा। 5 मार्च 2015 में में 52.10 करोड़ की केरवा पेयजल योजना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बंजारी दशहरा मैदान पर ही भूमिपूजन किया था। साथ ही एक साल में कोलार की जनता से केरवा का पानी देने का वादा किया था। लेकिन ढाई साल पानी नहीं मिला। करीब एक साल बाद तो योजना पर काम शुरू हुआ। उस कार्यक्रम में ही मुख्यमंत्री ने 80 करोड़ की लागत से सीवेज नेटवर्क बिछाना था। नगर निगम के बजट 2015-16 में कोलार सीवेज के लिए 80 करोड़ का प्रावधान भी किया गया था। जब ढाई साल में भूमिपूजन हुआ है तो काम कब तक पूरा होगा। इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। 9 फरवरी 2017 को नगरीय प्रशसन विभाग की एसएलटी ने योजना को मंजूरी दे दी थी। कंसलटेंड फर्म वापकोस लिमिटेड ने इसकी लागत 15.91 करोड़ बताई। 21 अप्रैल 2017 को टेंडर बुलाए गए। 21 जुलाई को दो एजेंसी टेंडर में शामिल हुईं। 3 अगस्त को टेक्निकल और 5 को फायनेंशिायल ऑफर बुलाए। गए। मेहसाणा गुजरात की जंयती सुपर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने न्यूनतम निविदा 179.14 आंकी। इस प्रकार पूर्व में बताई गई 115.91 से 34.89 प्रतिशत ज्यादा निकली। इसके चलते टेंडर निरस्त कर दिया। सीवेज उपचार संयंत्र(एसबीआर) तकनीक पर आधारित सीवरेज योजना 115.91 कुल लागत(केंद्र की अमृत परियोजना) 50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल 2 लाख 15 हजार से ज्यादा आबादी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई योजना। 05 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। सब को मिलकर 29 एमएलडी क्षमता रहेगी। 05 जोन में बांटी योजना। 05 कोलार के वार्ड की 100 से ज्यादा कॉलोनियों को होगा लाभ। 150 किलोमीटर की बिछाई जाएगी सीवेज लाइन(निजी कॉलोनियों की मेन लाइन से सीवरेज लाइन जोड़ी जाएगी) टेंडर फिर से बुलाए गए हैं। एजेंसी मिलने के बाद काम शुरू कराया जाएगा। भविष्य में ढाई लाख आबादी को देखते हुए अमृत योजना में सीवेज नेटवर्क काम कराया जाएगा। निजी कॉलोनियों के लिए भी जल्द ही नीति बनाई जाएगी। एआर पवार, प्रभारी इंजीनियर, अमृत परियोजना  

Kolar News

Kolar News 18 September 2017

स्वास्थ्य विभाग और नगर-निगम ने बनायी कार्य-योजना   डेंगू के नियंत्रण और प्रभावी रोकथाम के लिये स्वास्थ्य विभाग ने भोपाल नगर निगम के सहयोग से कार्य-योजना बनाई है। दोनों ने संयुक्त रूप से 19 टीम बनाई हैं, जो वार्डों में जाकर पार्षदों के समन्वय से लार्वा सर्वे और विनिष्टिकरण का काम करेंगी। जिन घरों में लगातार मच्छर का लार्वा पाया जायेगा, उन भवन स्वामियों पर 500 रुपये का जुर्माना होगा। यह जानकारी आज स्वास्थ्य विभाग की दैनिक समीक्षा में दी गई। डेंगू, चिकनगुनिया और मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिये भोपाल के फायर ब्रिगेड फतेहगढ़ में अतिरिक्त कंट्रोल-रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 0755-2542222 है। लोगों से अपील की गई है कि लार्वा या डेंगू का मरीज मिलने पर कंट्रोल-रूम में तुरंत सूचना दें। इससे समय रहते कार्यवाही की जा सकेगी। डेंगू नियंत्रण के लिये भोपाल में 10 नये माउंटेड फॉगिंग मशीन वाहनों द्वारा फॉगिंग की जायेगी। जमा पानी स्रोतों पर टीमोफॉस का छिड़काव होगा। डेंगू से बचने के लिये घरों में साफ पानी से भरे बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें। पानी भरने से पूर्व बर्तन अच्छी तरह साफ कर लें। कूलर में लगी हुई पुरानी खस को निकाल कर जला दें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। शरीर ढँकने वाले कपड़े पहने। प्रदेश में एक जुलाई से अब तक स्वाइन फ्लू के 329 मरीज मिल चुके हैं। इनमें सर्वाधिक भोपाल के 60 मरीज हैं। जबलपुर जिले में 48, इंदौर में 25, उज्जैन में 20, ग्वालियर में 14, दमोह में 12 और सतना जिले में 10 प्रकरण शामिल हैं। वर्तमान में शासकीय अस्पताल में 56 और निजी अस्पताल में 53 एच-1 एन-1 मरीज उपचाररत हैं। शासन द्वारा सभी जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू चिकित्सा के लिये पर्याप्त इंतजाम करने के साथ प्रदेश के 66 निजी अस्पतालों को भी इलाज के लिये चिन्हित किया गया है। लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वे स्वाइन फ्लू के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें। सर्दी, जुकाम, खाँसी, बुखार, तेज सिर दर्द, श्वांस लेने में परेशानी हो, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। सार्वजनिक स्थलों से लौटने के बाद साबुन से हाथ धोएँ। चेहरे का स्पर्श न करें। नमस्ते से अभिवादन करें, हाथ न मिलायें। एच-1 एन-1 पीड़ित व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाये रखें और मास्क का प्रयोग करें।  

Kolar News

Kolar News 14 September 2017

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से आतंकवाद, भ्रष्टाचार, गरीबी, गंदगी, सम्प्रदायवाद और जातिवाद मुक्त भारत के निर्माण का संकल्प लेने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे भारत के निर्माण में ही जीवन की सार्थकता है। केवल सफल नहीं सार्थक जीवन जरूरी है। वे आज आकाशवाणी और दूरदर्शन पर “दिल से” कार्यक्रम में युवाओं से संवाद कर रहे थे। कार्यक्रम की श्रंखला की दूसरी कड़ी है। इसका शुभारंभ किसानों के साथ संवाद से हुआ था। श्री चौहान ने कहा कि युवाओं का भविष्य खराब नहीं होने देंगे क्योंकि वे प्रदेश और देश का भविष्य हैं। युवाओं को दी सीख मुख्यमंत्री ने युवाओं को कई अनमोल सीख दी। हमेशा माता-पिता का सम्मान करें। आदर करें। माता-पिता जीवन देते हैं तो गुरू जीवन बनाता है इसीलिये गुरू का सम्मान करें। भारतीय संस्कृति अद्भुत है। पूर्वजों के प्रति आदर व्यक्त करने की परम्परा है। सरकार हमेशा सहयोगी भूमिका में होती है आगे बढ़ने के लिये स्वयं कदम बढ़ायें। सरकार हमेशा साथ रहेगी। सबमें प्रतिभा है। कोई छोटा-बड़ा नहीं है। सवाल केवल प्रतिभा के प्रगटीकरण का है। जो जैसा सोचता है और करता है वह वैसा ही बन जाता है। हमारी सोच ही हमारे व्यक्तित्व को बनाती है। ब्लू व्हेल गेम के काल्पनिक संसार से बचो श्री चौहान ने ब्लू व्हेल जैसे गेम से बचने का आग्रह करते हुए कहा कि इस काल्पनिक संसार से दूर रहो। यह जिन्दगी खराब कर देते हैं। अपनी शक्ति और अपनी क्षमता पहचानो। कभी निराश मत हो। ऊर्जा से भरे रहो। जिन्दगी में उतार-चढ़ाव से घबराओ मत। सरकार से भी अपनी समस्याएँ साझा कर सकते हैं। बड़ा बनने की पाँच बातें श्री चौहान ने कहा कि बड़ा बनने के लिये सबसे जरूरी है खुद पर भरोसा रखना। आत्म-विश्वास से भरे रहना। स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए श्री चौहान ने कहा युवाओं की क्षमता और प्रतिभा में कोई कमी नहीं है। जो चाहोगे कर गुजरोगे। दूसरी जरूरी बात है कि लक्ष्य तय करो। तीसरा लक्ष्य तय करने के बाद उसे प्राप्त करने के लिये दृढ़ संकल्प करो। चौथी बात लक्ष्य प्राप्त करने का रोडमैप बनाओ और पाँचवीं बात रोडमैप पर चलने के लिये कठिन परिश्रम करो। केवल सफल जीवन नहीं, सार्थक जीवन जरूरी है। श्री चौहान ने महात्मा गांधी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जीवन के प्रेरक संस्मरण सुनाये। 'थ्री इडियट' फिल्म का उदाहरण श्री चौहान ने कहा कि अच्छी शिक्षा जिन्दगी बना देती है। इसलिये मन लगाकर पढ़ों। रटने का काम मत करो। उन्होंने “थ्री इडियट” फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि विषय को रटना नहीं, समझना है। अपनी प्रतिभा का स्वाभाविक विकास होने देना चाहिये। उन्होंने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि बच्चों से स्नेह से पेश आयें। केवल रटवाने से काम नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पढाई को आसान बनाने के लिये कई पहल की गई है जैसे पहली से बारहवीं तक की किताबें, आठवीं कक्षा तक गणवेश, स्कूल जाने के लिये साइकिल, स्कालरशिप, बारहवीं में 85 प्रतिशत अंक लाने पर लेपटाप, कॉलेज में एडमिशन लेने पर स्मार्ट फोन। स्मार्ट फोन का उपयोग ज्ञान के लिये करें। गाँवों में जो बेटिया 60 प्रतिशत अंक लाती है वो गाँव की बेटी कहलाती है। कालेज की पढ़ाई के लिये अलग से 5 हजार रूपये सालाना मिलते हैं। श्री चौहान ने कहा हर ब्लाक में उत्कृष्ट विद्यालय खोले गये हैं। कन्या शिक्षा परिसर बन रहे हैं। ज्ञानोदय विद्यालय, उत्कृष्ट विद्यालय संचालित हैं। मजदूरों के बच्चों के लिये श्रमोदय विद्यालय अगले साल शुरू हो जायेंगे। मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि बारहवीं बोर्ड में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने और राष्ट्रीय संस्थानों में प्रवेश लेने पर सरकार फीस भरेगी। उन्होंने कई ऐसे विदयार्थियों का उल्लेख लिया जिनकी फीस सरकार भरेगी। इनमें अनूपपुर जिले के केल्होरी के श्री सुयश नामदेव-आई.आई.टी. खड़गपुर, श्री पवन मंडलोई -श्री अरविंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, इंदौर, भोपाल की कुमारी शुभांगी बागरे -स्कूल ऑफ प्लानिंग एण्ड आर्किटेक्चर, भोपाल, इंदौर की कुमारी अनुज्ञा मुकाती -एनएलआईयू, भोपाल, रीवा के गोरगांव की कुमारी जस्मिन पटेल -एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर में चयन हुआ है। बैतूल जिले के गाँव ओहर की कुमारी किरन आप्टे इंडियन इंस्टीट्यूट इनफार्मेशन टेक्नालॉजी भोपाल में है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं का परिश्रम व्यर्थ नहीं जायेगा। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे लगन और मेहनत से पढ़कर इन योजनाओं का लाभ उठायें। श्री चौहान ने ऐसे बच्चों का भी उल्लेख किया जो गरीबी और अभावों में रहने के बावजूद परीक्षा में अव्वल रहे। उन्होंने बैगा जनजाति की सुश्री गीता टेकाम एकलव्य विद्यालय मंडला, दसवीं में 93.4 प्रतिशत नंबर लाने वाली माधुरी वारासिया, 92.34 प्रतिशत अंक लाने वाली कु. कुसुम कांजले हरदा, 91.01 प्रतिशत अंक लाने वाली छिंदवाड़ा की कु. प्रियाशु बारंगे का उल्लेख किया। खंडवा जिले के 94.83 प्रतिशत अंक लाने वाले श्री अभिषेक पटेल और उनके अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार में रहते हुए इन बच्चों ने चमत्कार कर दिया और अन्य युवाओं के लिये प्रेरणा बन गये। श्री चौहान ने सीहोर की प्रीति मैथिल का भी जिक्र किया जिन्होंने टयूशन पढ़ाकर खुद पढ़ाई की और यू.पी.एस.सी. में 92वाँ स्थान कर रीवा जिले की कलेक्टर की जिम्मेदारी सम्हाल रही हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि थोड़ी सी लगन और परिश्रम से आसमान छू सकते हैं। मुख्यमंत्री ने खेल अकादमियों से निकली खेल प्रतिभाओं की भी चर्चा की जिन्होंने गरीब परिवारों से आने के बावजूद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के स्किल डेवलपमेंट मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि एक तरफ बेरोजगारों की संख्या है और दूसरी तरफ हुनरमंद लोग नहीं मिलते। यदि युवाओं को हुनर दे दें तो और रोजगार की कोई कमी नहीं है। उन्होंने मध्यप्रदेश स्किल डेवलपमेंट मिशन और आईटीआई को उन्नत बनाने के प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि संभागीय मुख्यालयों पर उत्कृष्ट आईटीआई स्थापित किये जा रहे हैं। हर साल साढ़े सात लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार प्राप्त करने योग्य बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क भोपाल में बन रहा है जिसमें हजारों युवा उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहाकि नौकरी देने वाले बनें। इसके लिये मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना का लाभ उठायें। लघु और कुटीर उद्योगों का विस्तार करने में युवाओं की मुख्य भूमिका है। लोन की गारंटी सरकार लेगी। उन्होंने ऐसे कई युवा उदयमियों का उल्लेख किया जो आज सफल उद्यमी हैं और कई लोगों को रोजगार दे रहे हैं। इनमें सिवनी के श्री रजत ताम्रकार, सीहोर के श्री अनुराग सोडानी, जबलपुर की श्रीमती मधुराज, ग्वालियर के श्री राजीव भिलवारे, जबलपुर के श्री दुर्गेश धुर्वे और नीमच के श्री शैलेन्द्र धाकड़ प्रमुख हैं। समाज के लिये भी काम करें श्री चौहान ने युवाओं से कहा कि उनका जीवन देश और समाज के लिए भी है। उन्होंने आव्हान किया कि हर युवा कोई न कोई काम समाज के लिये जरूर करे। उन्होंने भोपाल की 11 वर्षीय मुस्कान का उल्लेख किया जो झुग्गी बस्ती में लायब्रेरी चला रही है। गरीब बच्चों के लिये खिलौने इकट्ठे कर सकते हैं। पेड़ लगाने, पर्यावरण बचाने के काम में योगदान दे सकते हैं। नर्मदा बचाने, नदियाँ बचाने का काम कर सकते हैं। नर्मदा सेवक बन सकते हैं। उन्होंने सदगुरू जग्गी वासुदेव द्वारा शुरू किये गये नदियों को बचाने के अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे अभियान से जुड़ सकते हैं। समाज को नशा मुक्त बनाने का अभियान चला सकते हैं। मुख्यमंत्री ने 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म-दिन की चर्चा करते हुए कहा कि स्वच्छता को समर्पित कर हम उनका जन्म-दिन मना सकते हैं। नये भारत के लिये नया मध्यप्रदेश बनाना सबका काम है। सब मिलकर मध्यप्रदेश बनायें। कार्यक्रम, नीतियाँ बनाने में सहयोग करें। श्री चौहान ने युवाओं से एमपी माय गव एमपी एप पर सुझाव माँगे। अच्छे सुझाव देने वाले युवाओं का भी उल्लेख किया। इनमें राजगढ़ (ब्यावरा) के श्री अनिल सिरिया ने सुझाव दिया कि बी-1 खसरा की नकल एमपी ऑनलाईन से निकालना चाहिए। भोपाल के मिलिन नामदेव ने सुझाव दिया कि दूरदराज के स्कूलों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से अध्यापन होना चाहिये। विदिशा के ग्राम कुल्हार के श्री अजीत ओझा ने सुझाव दिया कि कुल्हार में पर्यावरण और जल सुधार में अच्छा कार्य हुआ है इसे ईको टूरिज्म की दृष्टि से प्रचारित करना चाहिये। उदयपुरा (रायसेन) के श्री आशीष बिलथिरिया ने सुझाव दिया कि सम्पत्ति की ऑनलाईन रजिस्ट्री को देखते हुए सॉफ्टवेयर में ऐसी व्यवस्था करें कि नामांतरण, सीमांकन करना है या नहीं इसकी पुष्टि समय पर हितग्राही से हो जाये। इससे समय और धन बचेगा। विदिशा के श्री योगेश राठौर ने बरसाती नदियों और मुख्य नदियों को एक किलोमीटर तक 40 फीट गहरा करने सुझाव दिया। गायक पलक मुछाल की मानवीय पहल का उल्लेख करते हुए श्री चौहान ने कहा कि उन्होंने ‘‘पलक मुछाल हार्ट फाउण्डेशन’’ के माध्यम से पिछले 16 वर्षों में लगभग 1000 गरीब बच्चों को हृदय के इलाज के लिए तीन करोड़ से अधिक की राशि दान में दी है। इस उदाहरण से प्रेरणा लेना चाहिये। उन्होंने युवाओं को समाज के लिए जीने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री आई टी कौशल केन्द्र मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला मुख्यालयों पर आईटीआई, पॉलिटेक्निक और उत्कृष्ट स्कूल में मुख्यमंत्री आई टी कौशल केन्द्र की स्थापना की जायेगी। इन केन्द्रों से बच्चे कौशल भी प्राप्त कर सकेंगे और इन केन्द्रों का उपयोग ऑनलाईन परीक्षा के लिए भी किया जा सकेगा। उत्कृष्ट विज्ञान संस्थानों के भ्रमण की योजना मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और विज्ञान में रूचि जाग्रत करने के लिये उत्कृष्ट विज्ञान संस्थानों जैसे इसरो, भाभा एटामिक सेंटर, हिन्दुस्तान एयरोनाटिक, विभिन्न एम्स, आईआईटी का शैक्षणिक भ्रमण करने की योजना प्रारंभ की जायेगी। राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश के लिये पदक जीतने वाले दिव्यांग खिलाडियों को सीधे शासकीय नौकरी में नियुक्ति दी जायेगी। उन्होंने युवाओं से प्रदेश की योजनाओं में सुधार करने, नई योजनाएँ बनाने, प्रशासनिक व्यवस्थाओं में सुधार के लिये सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि ट्वीटर, फेसबुक, शिवराज सिंह चौहान एप्प, एम.पी.माय गव.इन पर सुझाव दिये जा सकते हैं।  

Kolar News

Kolar News 11 September 2017

मध्यप्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। 51वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने वर्ष 2017 के लिए साक्षर भारत अवार्ड वितरित किये। इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 में साक्षर भारत योजना में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले राज्य, जिला और राज्य संसाधन केन्द्र के लिए मध्यप्रदेश को पुरस्कृत किया गया।  राज्यों की श्रेणी में मध्यप्रदेश के साक्षरता मिशन भोपाल को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर साक्षरता मिशन के संचालक श्री लोकेश कुमार जाटव, तत्कालीन अपर संचालक श्रीमती शीला दाहिमा और मिशन के संयोजक डॉ. राकेश दुबे ने पुरस्कार ग्रहण किया।  जिला लोक शिक्षा समिति की श्रेणी में जिला टीकमगढ़ को सम्मानित किया गया। टीकमगढ़ जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री पर्वतलाल अहिरवाल और जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्री आर.के. पस्तोर ने पुरस्कार ग्रहण किया। गैर सरकारी संगठनों के क्षेत्र में राज्य संसाधन केन्द्र इंदौर को पुरस्कृत किया गया। श्रीमती अंजलि अग्रवाल ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।  उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 में मध्यप्रदेश में 24 लाख 61 हजार से अधिक प्रौढ़ निरक्षरों को प्रशिक्षण के बाद साक्षरता परीक्षाओं में सफलता प्राप्त हुई है। प्रदेश के 31 सांसद आदर्श ग्रामों में लगभग 24 हजार प्रौढ़ निरक्षर नवसाक्षर बनकर सामने आये।  

Kolar News

Kolar News 8 September 2017

  केंद्र में नरेंद्र मोदी कैबिनेट का तीसरा और संभवत: आखिरी विस्तार हो रहा है। सुबह 10.30 बजे राष्ट्रपति भवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। नौ मंत्रियों को सरकार में शामिल किए जाने की संभावना है। इसमें शिव प्रताप शुक्ला, अश्विनी कुमार चौबे, वीरेंद्र कुमार, अनंत कुमार हेगड़े, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, सत्यपाल सिंह और अल्फोंस कन्ननथनम को सरकार में शामिल किया जा रहा है। माना जा रहा है कि तीन राज्य मंत्रियों का प्रमोशन किया जा सकता है। इनमें धर्मेंद्र प्रधान और पीयूष गोयल का नाम शामिल है। इससे पहले सहयोगी दलों की सरकार में भागीदारी को लेकर शनिवार शाम तक असमंजस बना रहा। जदयू और शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया कि शनिवार शाम तक उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पटना में कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में मुझे मीडिया से ही जानकारी मिली है। इस पर औपचारिक रूप से मेरी किसी से बात नहीं हुई है। शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी कहा कि मैंने इसके बारे में किसी से कुछ नहीं पूछा है। न तो हमें किसी का संदेश मिला है और न ही हमें सत्ता की लालच है। पिछले विस्तार में भी शिवसेना ने कैबिनेट मंत्री का पद नहीं दिए जाने को लेकर विरोध जताया था। हालांकि, उनका एक कैबिनेट मंत्री पहले से सरकार में शामिल है। जदयू से भी आरसीपी सिंह और संतोष कुशवाहा को सरकार में शामिल किए जाने की चर्चा चल रही थी। शुक्रवार की रात संघ प्रमुख मोहन भागवत से चर्चा के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को दिनभर वरिष्ठ पदाधिकारियों और कुछ मंत्रियों के साथ मशविरा किया। रात में उन्होंने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की। बताते हैं कि जिन्हें शामिल होना है, उन्हें शाम के बाद फोन जाने शुरू हुए।  नए मंत्रियों को सरकार में शामिल किए जाने के साथ ही तीन-चार मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। शुक्रवार को भी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी विचार-विमर्श में जुटे थे। शनिवार शाम गडकरी ने अलग से जाकर प्रधानमंत्री से मुलाकात की। संभावित मंत्रियों की लिस्ट -  शिव प्रताप शुक्ल : उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य। आठ वर्षों तक राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं। आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में रहे। अश्विनी कुमार चौबे : बिहार के बक्सर से लोकसभा सदस्य। राज्य सरकार में आठ वर्षों तक मंत्री रहे। जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत। राजकुमार सिंह : 1975 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी। बिहार के आरा से लोकसभा में। केंद्रीय गृह सचिव और रक्षा उत्पादन सचिव रहे हैं। वीरेंद्र कुमार : मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद। दलित नेता कुमार छह बार सांसद और कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं। अनंत कुमार हेगड़े : कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से लोकसभा में। 28 साल की उम्र में पहली बार सांसद बनने के बाद यह पांचवीं पारी है। हरदीप सिंह पुरी : 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी। संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों में भारत के राजदूत रहे। हिंदू कॉलेज, दिल्ली में पढ़ाई के समय जेपी आंदोलन में सक्रिय रहे हैं।  गजेंद्र सिंह शेखावत : जोधपुर, राजस्थान से लोकसभा सदस्य। टेक्नो-सैवी और प्रगतिशील किसान माने जाते हैं। बास्केट बॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।  सत्यपाल सिंह : उत्तर प्रदेश के बागपत से अजीत सिंह को हराकर सांसद बने। 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह मुंबई, पुणे और नागपुर के पुलिस आयुक्त रह चुके हैं। अल्फोंस कन्ननथनम : 1979 बैच के आईएएस अफसर और केरल के भाजपा नेता। 1989 में उनके डीएम रहते कोट्टायम सौ फीसद साक्षरता वाला देश का पहला शहर बना था।  

Kolar News

Kolar News 3 September 2017

कोलार पाइप लाइन बिछाने में सीएम की घोषणा आड़े आ रही है। नगर निगम अभी तक पाइप लाइन बिछाने को लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सका है। इसके पीछे हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा की नाराजगी बताई जा रही है। शर्मा का कहना है कि पाइप लाइन बिछाने के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशा जाए। उधर नगर निगम ने सारी तैयारियां कर ली हैं, इसमें कई बाधाएं हैं। 250 से अधिक दुकान और मकान इसके दायरें में आ रहे हैं। बिजली के खंभे भी शिफ्ट नहीं किए गए। जबकि लाइन बिछाने के लिए सड़क के किनारे पाइप आ चुके हैं। फिलहाल अभी बैठकों और चर्चा का दौर जारी है। बारिश में काम शुरू होने की संभावना कम है। यानि अगले चार-पांच माह तक के लिए यह काम टल जाएगा। सर्वधर्म पुल से लेकर सर्वधर्म शादी हॉल तक और अनुपम हास्पिटल व नयापुरा तक 10 मीटर के दायरे में पाइप लाइन बिछाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि कोलार में पानी की पाइप लाइन से लेकर मेन रोड पर कई लोगों ने मकान और दुकानें बनाकर अतिक्रमण कर रखा है, जिन्हें हटाने में निगम अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दूसरी ओर 10 मीटर पाइप लाइन बिछाने के दौरान मेन रोड पर वाहन चालकों को भी दिक्कतें होंगी। चूनाभट्टी चौराहे से बैरागढ़ चीचली के बीच कोलार पाइप लाइन पर अतिक्रमण है। स्वर्ण जयंती पार्क से सर्वधर्म पुल तक भूमिगत लाइन के नजदीक दुकानें लग रही हैं। यहां आने वाले वाहन पाइप लाइन के ऊपर खड़े किए जा रहे हैं। लाइन पर दबाव पड़ने से उसे क्षति पहुंच सकती है। सर्वधर्म से बैरागढ़ चीचली के बीच कई जगहों पर लाइन पर बिल्डिंग मटेरियल पड़ा रहता है। मगर नगर निगम प्रशासन द्वारा भी कार्रवाई नहीं की जाती है। करीब पांच माह पहले कर्मश्री संस्था द्वारा श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोलार में आए दिन जाम से निपटने के लिए सिक्सलेन बनाने की घोषणा की थी। इसका सर्वे भी शुरू हो चुका था। मगर बीच में कोलार पाइप लाइन का मामला सामने आ गया। 50 किमी लाइन बनी रोड़ा कोलार में सर्वधर्म पुल से लेकर बैरागढ़ चीचली तक प्रस्तावित सिक्सलेन सड़क के निर्माण के बीच में 50 किमी लंबी कोलार पाइप लाइन बाधा बन रही है। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और विद्युत मंडल के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पाइप लाइन को शिफ्ट करने वैकल्पिक जगह तलाशें, जिससे नुकसान भी न हो औरलाइन भी बिछाई जा सके। अपर आयुक्त, नगर निगम एमपी सिंह ने कहा कोलार पाइप लाइन बिछाने में कुछ तकनीकी अड़चने हैं। लोकनिर्माण अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है। कुछ फाइनल नहीं है। जो डीपीआर बन चुकी है, उसे बदलना मुश्किल है।

Kolar News

Kolar News 1 September 2017

  एमपी के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने आज सागर जिले के हेड कांस्टेबल  अभिषेक पटेल को 400 बच्चों की  जान बचाने के लिये पचास हजार रूपये का पुरस्कार प्रदान किया। उन्होने श्री पटेल के साहस की सराहना की और शुभकामनायें दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास पर श्री पटेल को 50 हजार रूपये का चेक भेंट किया। उन्होंने श्री पटेल को पुष्प भेंट कर उनकी कर्तव्यनिष्ठा और साहस की प्रशंसा की। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री आर के शुक्ला, अपर पुलिस महानिदेशक श्री राजीव टंडन एवं श्री आदर्श कटियार भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि श्री पटेल ने सागर के चितोरा गांव के माध्यमिक स्कूल के पास पड़े तोप के गोले को अपने कंधे पर उठाकर एक किलोमीटर दूर जाकर फेंका ताकि वहां मौजूद 400 बच्चों की जान बच सके। इस तरह श्री पटेल ने अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया।  

Kolar News

Kolar News 29 August 2017

मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून में एक जून से 23 अगस्त तक 2 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के 20 जिले ऐसे हैं जहाँ सामान्य वर्षा दर्ज हुई है। कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 29 है। अभी तक सामान्य औसत वर्षा 524.7 मिमी दर्ज की गई है जबकि प्रदेश की सामान्य औसत वर्षा 682.2 मिमी है। सामान्य से अधिक वर्षा कटनी और झाबुआ में दर्ज की गई है। सामान्य वर्षा वाले जिले जबलपुर, पन्ना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, इंदौर, धार, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, खण्डवा, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, गुना, राजगढ़ और होशंगाबाद हैं। कम वर्षा वाले जिले बालाघाट, छिन्दवाड़ा, सिवनी, मण्डला, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मुरैना, श्योपुर, भिण्ड, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, हरदा और बैतूल हैं।  

Kolar News

Kolar News 24 August 2017

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने दौरे के दूसरे दिन प्रेस कांन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भोपाल आने का मकसद पार्टी को मजबूत करना है। राम मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आपसी सहमति या कोर्ट के फैसले से राम मंदिर बनेगा। पार्टी की मीटिंग में हुई बातों को मीडिया को न बताने की बात पर उन्होंने कहा कि यह अनुशासन की बात है। पार्टी के अंदर लोकतंत्र है कोई भी व्यक्ति बैठक के अंदर अपनी बात रख सकता है, लेकिन वो बाते सार्वजनिक न हो इसे ही अनुशासन कहते हैं। जेडीयू के एनडीए में शामिल होने पर शाह ने कहा कि सभी दल सरकार में शामिल होते हैं। शाह ने कहा कि हर प्रदेश में वे दौरा किया कर रहे हैं। 2014 में जनता ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है, पहली बार किसी पार्टी को पूर्ण मिला। तीन साल में विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगा पाए। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में प्रधानमंत्री पद की गरीमा नीचे जा रही थी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन, जीएसटी से एक देश एक कर का सपना पूरा किया। दुनिया आज भारत को अलग नजर से देख रही है। इसके पहले शाह ने भाजपा के विभाग और प्रकल्प संयोजकों की बैठक में वन टू वन चर्चा की और मोर्चा अध्यक्षों से काम का ब्यौरा मांगा। लेकिन संगठन का गठन नहीं होने से उन्हें चुप करा दिया। भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पांडेय से जब मोर्चा गठन को लेकर सवाल पूछा गया तो वे कोई जवाब नहीं दे सके। इसके बाद शाह ने उन्हें फटकार दिया। उन्होंने नसीहत दी कि अगले 10 दिन के अंदर संगठन का गठन कर लिया जाए। इसके बाद शाह सीएम हाउस पहुंचे जहां उन्होंने साधु संतों का सम्मान किया और फिर उनके साथ भोजन किया।  

Kolar News

Kolar News 19 August 2017

  शिक्षाविद सोनल विपिन माहेश्वरी बच्चों को खेल खेल में पर्यावरण संरक्षण की सीख दी। सोनल ने बच्चों को बताया की पर्यावरण का हमारे जीवन में क्या महत्व है।  किड्स कैम्पस फाउंडेशन स्कूल  की संचालक सोनल विपिन माहेश्वरी ने बच्चों को बताया  स्वच्छ वातावरण एक शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन जीने के लिए बहुत आवश्यक है। लेकिन मनुष्य की लापरवाही से हमारा पर्यावरण दिन ब दिन गन्दा होता जा रहा है। यह एक मुद्दा है जिसके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए खासकर के बच्चो को क्योकि आगे भविष्य मे इसे सहेजने का जिम्मा बच्चो का ही है।  इसी सोच को बढ़ाते हुए बीमा कुंज सर्वधर्म सी सेक्टर स्थित किड्स कैम्पस फाउंडेशन  स्कूल में पर्यावरण दिवस  मनाया गया । सभी बच्चो  एवं शिक्षकों ने  पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली । बच्चो ने पर्यावरण की कविताएं एवं स्लोगन सुनाये। डायरेक्टर सोनल विपिन माहेश्वरी ने सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवायी ।  

Kolar News

Kolar News 16 August 2017

    भोपाल से सटे समरधा के जंगल में फिर बाघिन टी- 123 के साथ युवा बाघ टी- 121 का मूवमेंट देखा गया है। मंगलवार तड़के दोनों बुल मदर फार्म, सेत करार गुफा और ऑवला वृक्षारोपण के आसपास के जंगलों में देखे गए हैं उसके बाद से वन विभाग की पेट्रोलिंग और क्रेक टीम अलर्ट है। पूर्व में दोनों साथ में देखे गए थे उसके बाद दोनों ने साथ शिकार किया था। पिछले एक महीने से लगातार बाघिन मेंडोरा और बुल मदर फार्म से सटे जंगल में देखी जा रही हैं। 15 दिन पहले बाघ भी संस्कार वैली स्कूल गेट के पास मुर्रा भैंस से भिड़ गया था। दोनों के बीच काफी समय तक संघर्ष हुआ और भैंस ने बाघ को खद़ेड दिया था। उसके बाद बाघ वापस रातापानी अभयारण्य की तरफ चला गया था। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार त ड़गे दोनों को एक साथ घूमते देखा गया है। दोनों के पगमार्क भी मिले हैं, उसके बाद से टीम अलर्ट है। तेंदुए का भी मूवमेंटः इस क्षेत्र में लगातार तेंदुए का भी मूवमेंट है इसके चलते दोनों ही टीम अलर्ट है और आबादी वाले क्षेत्रों से सटी वन सीमा पर नजर रखे हुए है।  

Kolar News

Kolar News 9 August 2017

  मध्यप्रदेश की सभी दवा की दुकानों में स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली दवा टेमीफ्लू उपलब्ध रहेगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्वाइन फ्लू की दवाओं जैसे- ओसाल्टामिविर और जेनामिविर को औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली-1945 के तहत शेड्यूल-एक्स से हटाकर शेड्यूल-एच-1 में शामिल किया है। पहले स्वाइन फ्लू दवा के शेड्यूल-एक्स में होने से इसके लिये अलग से लायसेंस दिया जाता था। यह दवा दूसरी दवाओं के साथ न रखते हुए लायसेंस प्राप्त अस्पतालों में तालाबंद रखी जाती थी। अब एच-1 में शामिल होने से फुटकर दवा विक्रेता भी इसे रख सकेंगे और आवश्यकता होने पर मरीज के परिजन डॉक्टर के पर्चे पर केमिस्ट से खरीद सकेंगे। दुकानदार के लिये अलग से लायसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होगी। लायसेंस की बाध्यता समाप्त होने से स्टॉकिस्ट अब आसानी से होलसेल डीलर से दवा खरीद सकेंगे। भोपाल के गर्ग मेडिकल स्टोर के श्री सुमित अग्रवाल ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे स्वाइन फ्लू मरीजों को त्वरित लाभ मिलेगा। छतरपुर के केमिस्ट श्री सुनील चौबे ने कहा कि स्वाइन फ्लू मरीज को बहुत तेजी से प्रभावित करता है। ऐसे में दवा की सहज उपलब्धता स्वाइन फ्लू जैसी खतरनाक बीमारी के मुकाबले के लिये वरदान सिद्ध होगी।  

Kolar News

Kolar News 5 August 2017

  कोलार के बीच से बहने वाली कलियासोत नदी को नाला ही घोषित कर देना चाहिए क्योंंकि न तो सरकार इसे बचाना चाहती है और न ही लोग नदी बचाने के प्रति जागरूक हैं। यही कारण है कि एनजीटी के आदेश के 3 साल बीतने के बावजूद यहां ग्रीन बैल्ट विकसित करना तो दूर, न तो नदी से अतिक्रमण हटाए गए, न सीवेज को रोकने की दिशा में कोई प्रयास हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कलियासोत नदी के संरक्षण की घोषणा की। स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलियासोत महोत्सव मनाने का ऐलान किया, लेकिन अब तक नदी किनारे एक पौधा तक नहीं रोपा गया है। यह स्थिति तब है कि जब प्रदेश सरकार नदियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए नर्मदा सेवा यात्रा जैसा विशाल नदी बचाओ आंदोलन चलाती है। इस दौरान मुख्यमंत्री के आह्वान पर सरकारी एजेंसियों ने एक हजार किमी लंबी नदी के किनारे सिर्फ एक दिन में 6 करोड़ 67 लाख पौधे रोप दिए। यदि सरकार गंभीर होती तो सिर्फ 36 किमी की लंबाई में बहने वाली कलियासोत के किनारे एक दिन में 10 हजार पौधे तो लगाए ही जा सकते थे।  कलियासोत नदी के ग्रीनबेल्ट पर निर्माण करने वाले करीब 250 लोगों को नोटिस जारी किए थे। सभी को पक्ष रखने का मौका दिया है। सुनवाई जारी है। सुनवाई पूरी होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। - मल्लिका निगम नागर, अपर आयुक्त एवं प्रभारी बिल्डिंग परमीशन शाखा, नगर निगम, भोपाल  एनजीटी ने 20 अगस्त 2014 को नदी किनारे से अतिक्रमण हटाकर दोनों ओर 33 मीटर ग्रीन बेल्ट विकसित करने का आदेश दिया था, लेकिन सरकारी एजेंसियां अब तक न तो नदी के का पाट की चौड़ाई चिन्हित कर पाई हैं, न ही नदी किनारे अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाने की दिशा में कोई कार्रवाई कर पाईं। नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक नदी के बहाव क्षेत्र और ग्रीनबेल्ट की जमीन पर करीब 265 अतिक्रमण हैं, जिन्हें हटाने नोटिस तो जारी हुए, लेकिन कार्रवाई नहीं। वहीं पूर्व फॉरेस्ट अफसर व पर्यावरण कानूनों के जानकार सुदेश्वर राव वाघमारे का कहना है कि कलियासोत को बचाने की संभावनाएं अब धूमिल नजर आती हैं। मामला हाईकोर्ट ट्रांसफर हो गया है, शासन को कलियासोत की कोई फिक्र नहीं है। एनजीटी में कलियासोत की लड़ाई लड़ रहे डॉ. सुभाष पांडेय कहते हैं कि यह हकीकत है सरकार खुद ही नहीं चाहती कि कलियासोत नदी का पुनर्जीवन हो या ग्रीनबेल्ट बने। इस मामले में पहली याचिका लगाने वाले प्रदीप पांडे कहते हैं कि सरकार को इसे नाला ही घोषित कर देना चाहिए।  कलियासोत में सीवेज रोकने एसटीपी और नालों को रोकने के लिए भी कुछ नहीं किया गया।  नवंबर 2014 : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलियासोत नदी के संरक्षण की योजना बनाने की घोषणा की।  ननि ने 265 को अतिक्रमण कर निर्माण करने का नोटिस दिया, लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं की।  20 अगस्त 2014: एनजीटी का आदेश, नदी किनारे अतिक्रमण हटाकर दोनों ओर 33 मीटर ग्रीन बैल्टडेवलप करें।  ईको टूरिज्म बोर्ड ने उत्सव के लिए योजना बनाई, लेकिन आज तक महोत्सव नहीं हुआ।  फरवरी 2014: विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलियासोत महोत्सव मानने की घोषणा की और सरकार को पत्र लिखा।  जिला प्रशासन : दामखेड़ा में नदी किनारे झुग्गियां बढ़ती जा रही हैं। इनमें रहने वाले हर साल बाढ़ से प्रभावित होते हैं, लेकिन इसका स्थाई समाधान नहीं निकाला जा रहा है।  टाउन एंड कंट्री प्लानिंग: अफसरों ने बिना जमीनी हकीकत की पड़ताल किए ग्रीनबेल्ट की जमीन पर निर्माण की मंजूरी दे दी।  जल संसाधन विभाग : विभाग के पास रिकॉर्ड ही नहीं कि नदी की लंबाई कितनी है। वह कलियासोत डैम व उसकी नहरों के मेंटेनेंस तक सीमित है।  नगर निगम : सीवेज गिरने और अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी निगम की है, लेकिन शुरुआती कार्रवाई कर मामले को ढ़ाई साल से लटका रखा है।   

Kolar News

Kolar News 4 August 2017

  एमपी के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रूस्तम सिंह ने लोगों से अपील की है कि यदि निजी अस्पताल की जाँच में डेंगू पाया जाता है तो उसकी पुष्टि शासकीय चिकित्सालय में अलाइजा टेस्ट से अवश्य करवायें। श्री सिंह ने कहा ठंड लगकर तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर पर चकत्ते और उल्टी आये तो चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। सलाह अनुसार शासकीय अस्पताल में रक्त की जाँच करवायें। पानी जमा न रहने दें श्री सिंह ने कहा कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में काटता है। अत: अपने घर में कूलर, टायर, पुराने मटके आदि में लम्बे समय तक पानी जमा न रहने दें। दिन में पूरी आस्तीन के कपड़े पहने। श्री सिंह ने कहा कि कूलर में एक चम्मच सरसों का तेल डाल दें इससे पानी के ऊपर तेल की परत जमने से लार्वा नहीं उत्पन्न होता है। अधिक तरल पदार्थ पियें बुखार आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थ जैसे पानी, दूध, मट्ठा, जूस आदि का अधिक से अधिक सेवन करे। बुखार के दौरान पूरे शरीर पर पानी की पट्टियाँ रखें। शरीर पर चकत्ते होने पर मरीज को तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाकर इलाज करवायें। खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने पर भी न घबरायें। पैरासिटामोल को छोड़कर कोई भी अन्य दर्द निवारक दवा का सेवन न करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज भी प्रदेश में स्वाईन फ्लू, डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य, आयुष, गैस राहत त्रासदी और नगरीय प्रशासन विभाग की समन्वित टीमें लार्वा विनिष्टीकरण करने के साथ ही इन बीमारियों पर नजर रख रही हैं। 3 अगस्त को डेंगू के 9, चिकनगुनिया और स्वाईन फ्लू के एक-एक संदिग्ध मरीज का टेस्ट किया गया जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। प्रदेश में जनवरी से अब तक डेंगू के कुल 22 मामले सामने आये हैं जिनमें भोपाल जिले के 10, जबलपुर के 9, पन्ना, डिण्डोरी और दमोह का एक-एक मामला शामिल है। डेंगू से वर्ष 2017 में कोई मृत्यु नहीं हुई है।

Kolar News

Kolar News 4 August 2017

भोपाल में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली मुस्कान अहिरवार का अपना पक्का पुस्तकालय होगा। अभी वो राजधानी की दुर्गानगर बस्ती में कच्चे मकान में पुस्तकालय चलाती हैं। बच्चों की शिक्षाप्रद 25 किताबों से उनका पुस्ताकलय 2016 में शुरू हुआ था। अब 1000 से ज्यादा किताबों से सज्जित हो गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां अपने निवास पर मुस्कान अहिरवार का सम्मान किया और उन्हें दो लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की। साथ ही यह भी कहा कि जल्दी ही एक कमरे का पक्का पुस्तकालय बन जायेगा। मुख्यमंत्री के इस भावनात्मक उपहार से अभिभूत मुस्कान कहती हैं कि अब उन्हें और बस्ती के बच्चों को पढ़ने और आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। मामाजी हमारे साथ हैं। अब हमें अपना काम करना है। मामा जी की सरकार हमारे साथ है। मुस्कान ग्लोरियस हायर सेकेण्डरी स्कूल जहांगीराबाद में पढ़ती हैं। उनकी बड़ी बहन नेहा अहिरवार नवीं कक्षा में तात्या टोपे हायर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ती हैं। छोटा भाई विकास चौथी में मुस्कान के साथ ही स्कूल जाता है। आकाश पहली कक्षा में है। उनके चाचा राकेश कुमार घर में मदद करते हैं। उनका सेंटरिंग का काम है। मुस्कान के पिता मनोहर अहिरवार भी सेंटरिंग का काम करते थे। सात जुलाई को उनका निधन हो गया। मुस्कान बताती हैं कि पापा कहते थे कुछ करके दिखाओ । इसके लिये खूब पढ़ो। वो स्वयं डाक्टर बनना चाहती हैं। मुस्कान बताती हैं कि अभी रोज शाम पांच से सात बजे तक पुस्तकालय लगता है। करीब बीस पच्चीस बच्चे आते हैं। चटाई और दरी पर बैठना पड़ता है। कुछ बच्चे किताबें घर ले जाते हैं। फिर वापस कर देते हैं। मैं किताब के बारे में कुछ सवाल पूछ लेती हूँ जिससे यह पता चल जाता है कि बच्चे ने किताब पढ ली है। एक रजिस्टर है जिसमें सारा हिसाब रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्कान जैसी बेटियों के काम को पूरा समाज आगे बढ़ाये तो स्थितियां बदलते देर नहीं लगेगी। सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता दी जायेगी।  

Kolar News

Kolar News 3 August 2017

  कलियासोत इलाके में हाथ लगा शिकार गंवाने के बाद से युवा बाघ टी- 121 और आक्रमक हो गया है। शुक्रवार तड़के 7 बजे वह जंगल से बाहर मौत के कुंए के आसपास बकरी चराने वाले चरवाहों द्वारा देखा गया। उसके बाद चरवाहे बकरी लेकर भाग निकले। बाघ ने एक दिन पहले गुरुवार तड़के संस्कार वैली स्कूल गेट के पास मुर्रा भैस पर पीछे से हमला कर दिया था लेकिन भैस ने उसे खदेड़ दिया। इस तरह बाघ शिकार नहीं कर पाया था। राजधानी से सटे समरधा रेंज में बाघ टी-121 और बाघिन टी- 123 के मूवमेंट को देखते हुए लगातार चौकसी बरती जा रही है। शुक्रवार को भी टाइगर पेट्रोलिंग और क्रेक टीम के अमले ने मौके पर पहुंचकर सर्चिंग की है और लोगों को बारिश व रात्रि में सतर्क रहने की सलाह दी है। बाघ से भिड़ंत के बाद जख्मी मुर्रा भैस की तबीयत बिगड़ गई है। पशु चिकित्सकों के मुताबिक पहले की तुलना में दूध की मात्रा कम हुई है साथ ही डाइट भी कम हो गई है। भैस मालिक जगदीश यादव का कहना है कि बाघ के हमले के पहले दिन तो भैस पर कोई खास असर नहीं दिखा। लेकिन दूसरे दिन उसने बराबर डाइट नहीं ली। वन विभाग के अमले ने भैस के फोटो लिए है। भैस के इलाज पर होने वाले खर्च का भुगतान किया जाएगा। समरधा रेंज स्थित राजधानी के संस्कार वैली स्कूल के मुख्य गेट से महज 500 मीटर की दूरी पर गुरुवार सुबह एक मुर्रा भैंस पर बाघ ने दबे पांव हमला कर दिया। बाघ का पंजा जैसे ही भैंस के पिछले हिस्से को लगा। वैसे ही भैंस ने बाघ को लताड़ लगा दी। बाघ लड़खड़ाकर नीचे गिर पड़ा। फिर क्या था, भैंस ने पलटकर अपने सींग से बाघ पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बाघ और भैंस की लड़ाई करीब आधा घंटे तक चली। भैंस को भारी पड़ता देख बाघ सहम गया और दुम दबाकर घास व झुरमुटों में छिप गया। शिकारी बाघ और शिकार होने से बचने की भैंस की इस लड़ाई के दौरान बाघ झुरमुटों के पीछे से भैंस पर हमला करने के लिए मौके की तलाश करती रही, वहीं भैंस भी टस से मस नहीं हुई। बाघ और भैंस की लड़ाई को दूर से देख रहे स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना वन विभाग के अमले को दी। अमले ने मौके पर पहुंच कर दो घंटे की मशक्कत के बाद बाघ को ही जंगल की ओर खदेड़ा, वहीं जख्मी भैंस को अस्पताल पहुंचाया। बाघ टी-121 और भैंस की यह ल़ड़ाई जगदीश यादव और अन्य चरवाहों ने पेड़ चढ़कर देखी। वे तब तक पेड़ पर चढ़े रहे, जब तक भाग को वन अमले ने खदेड़ नहीं दिया। सूचना पर डिप्टी रेंजर आरबी शर्मा अपनी पेट्रोलिंग वाहन लेकर मौके पर पहुंचे तो बाघ गाड़ी को देख उसके इर्द-गिर्द घूमने लगा। उन्होंने हार्न बजाया और अन्य युक्तियां अपनाई। तब जाकर बाघ को सुबह साढ़े आठ बजे तक जंगल में खदेड़ा जा सका। भैंस ने बाघ को खदेड़ दिया मैं भैंसे चराने गया था। अचानक बाघ ने भैंस पर हमला कर दिया। एक मुर्रा भैंस बाघ से भिड़ गई। पहले सोचा वह नहीं बचेगी। मैने तो आस ही छोड़ दी थी। एकाएक भैंस बाघ पर भारी पड़ गई। दोनों आमने-सामने डटे रहे। बाघ थोड़ी दूर चला गया। बाद में डिप्टी रेंजर साहब की सूझबूझ से मेरी भैंस बच गई। जगदीश यादव, प्रत्यक्षदर्शी भैंस का शिकार करने बाघ घात लगाकर खड़ा था। भैंस काफी बड़ी थी। उससे बाघ को खतरा हो सकता था, इसलिए पेट्रोलिंग वाहन से दोनों के बीच पहुंच गए। बाघ ने भैंस का पीछा छोड़ दिया लेकिन वह पेट्रोलिंग वाहन के आसपास दहाड़ने लगा। फिर जंगल में चला गया। बाघ-भैस के बीच आधे घंटे संघर्ष हुआ। भैस ने बाघ को खदेड़ दिया। फिर भी दोनों 2 घंटे तक आमने- सामने डटे रहे। पेट्रोलिंग टीम के प्रयासों से बाघ को जंगल में खदेड़ा गया। भैस का इलाज कराया जा रहा है। - अरविंद अहिरवार, रेंजर, समरधा रेंज

Kolar News

Kolar News 1 August 2017

  लोकायुक्त और हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ने एक बार फिर बिना अनुमति बनी इमारतों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हो गई है। शनिवार को दिव्य चिनार फारच्यून सिटी, दीपश्री होम्स और बर्रई में अवैध निर्माण तोड़े गए। यह कार्रवाई फिलहाल 4 अगस्त तक जारी रहेगी। इसके बाद पुलिस बल मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। नगर निगम के अमले ने कोलार नहर के पास से भी अतिक्रमण हटाए।  होशंगाबाद रोड स्थित दिव्य चिनार फारच्यून सिटी पर भवन स्वामी द्वारा पोर्च पर किए गए अतिरिक्त निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की गई। वहीं, आधारशिला स्थित दीपश्री होम्स के मुख्यद्धार पर अवैध रूप से बनाई जा रही तीन दुकानों के शटरों को निकाल दिया गया। भवन अनुज्ञा शाखा के साथ संयुक्त कार्रवाई में निगम अमले ने संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ स्थित बी न्यू आरा मशीन रोड पर अवैध रूप से लगे मोबाईल टॉवर की बैटरी डिस्कनेक्ट कर दिया। कार्रवाई के दौरान सिटी प्लानर सुभाशीष बैनर्जी सहित सहायक यंत्री व पुलिस बल मौजूद रहा। निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने काल सेंटर से प्राप्त शिकायत पर निजामउद्दीन कालोनी में सार्वजनिक भूमि पर बन रही तीन झुग्गियों को हटाया। कोलार नहर के पास फल, सब्जी आदि की दुकान लगाने वालों के अतिक्रमण को हटाया। आरएलएल तिराहा, हबीबगंज से सी-21 माल तक होशंगाबाद रोड के दोनो ओर अतिक्रमण कर यातायात को बाधित करने वालों के अतिक्रमणों को हटाया। महापौर आलोक शर्मा ने एक महीने पहले निरीक्षण कर जलभराव में बाधा बने अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए। निगम अमले ने नंदबिहार बिल्डर्स द्वारा कटारा हिल्स ग्राम बर्रई के पास एप्रोच रोड बनाकर बारिश के पानी की निकासी को बाधित कर दिया था। जिससे जलभराव की समस्या होने लगी थी। निगम अमले ने पुलिस बल की मौजूदगी में एप्रोच रोड से पानी की निकासी की व्यवस्था कराई। निगम परिषद की बैठक में दो साल पहले शहर के अवैध निर्माण को हटाने के लिए फैसला लिया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद विरोध के चलते कार्रवाई बंद कर दी गई। पिछले साल बारिश में हुए जलभराव के बाद नाले पर बनी इमारतों सहित बिना अनुमति बनी 100 से अधिक इमारतों को चिन्हित किया गया था। ये इमारतें कोलार, बैरागढ़, ईदगाह हिल्स, नेहरू नगर, कोटरा, होशंगाबाद रोड, पुराने शहर के इमारतें भी शामिल थीं। लेकिन कार्रवाई बंद कर दी गई। पिछले साल निगम ने एमपी नगर जोन टू, त्रिलंगा, ईदगाह हिल्स में पक्के निर्माण को तोड़ा था। इसके बाद जाटखेड़ी में नाले पर बनी पांच मंजिला इमारत में तोड़फोड़ की गई थी। फिर इसे विस्फोट से उड़ाया जाना था। लेकिन तभी अचानक कार्रवाई बंद कर दी गई। बताया जाता है कि भवन अनुज्ञा शाखा ने सीएम हेल्प लाइन, कॉल सेंटर की शिकायत और लोकायुक्त, हाईकोर्ट के आदेश के बाद निगम प्रशासन कार्रवाई के लिए योजना तैयार की है। लेकिन हर बार की तरह विरोध के चलते इस बार भी अंजाम तक पहुंच पाना मुश्किल होगा। नगर निगम में अपर आयुक्त मलिका निगम नागर ने बताया लोकायुक्त और हाईकोर्ट के मामलों में अवैध निर्माण को हटाया जाना है। इसके साथ ही ऐसे भवन जो बिना अनुमति बने हैं और कंपाउंडिंग के दायरे से बाहर हैं। ऐसे तमाम अवैध निर्माण को हटाया जाना है। पुलिस बल की उपलब्धता पर कार्रवाई जारी रहेगी।  

Kolar News

Kolar News 31 July 2017

  भोपाल में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के सम्मेलन में मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों सहित कई पर्यावरणविद शामिल हुए। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत वर्ष 2016-17 में किए गए स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत देश में पहला स्थान प्राप्त करने व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर इंदौर महापौर मालिनी गौड़ और आयुक्त मनीष सिंह को पुरस्कृत किया गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देशभर में हरियाली और प्रदूषण रोनके लिए एनजीटी ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पर्यावरण को सुरक्षित रखाना है तो एनजीटी को और कड़े कदम उठाने होंगे। मध्यप्रदेश के लोग पर्यावरण प्रेमी है। सीएम ने कहा कि पेड़ों में तुलसी, आवंला, बरगद और पीपल की पूजा की जाती है। यह पर्यावरण बचाने का संदेश है। छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए हम दूसरों से उम्मीद करते हैं कि वो नियम फॉलो करे, लेकिन खुद नहीं करते। उन्होंने कहा कि गंगा में डुबकी लगाकर हम खुदको पवित्र समझते हैं, लेकिन नदियों का जल कितना प्रदूषित हो गया है। वृक्षारोपरण क्या किया जाए इस पर भी ध्यान देना होगा।

Kolar News

Kolar News 29 July 2017

  न जांच, न कार्रवाई। बस नोटिस और फिर उनका जवाब। बीते साढ़े तीन सालों से कलियासोत नदी के किनारे रहने वाले रहवासी नगर निगम के इस रवैए से परेशान हो चुके हैं। अब एक बार फिर निगम के भवन अनुज्ञा शाखा ने चौथी बार नोटिस जारी कर भवन अनुमति संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। इसमें चेतावनी दी गई है कि यदि तय समय पर जवाब नहीं दिया गया तो कार्रवाई की जाएगी। अब तक 40 लोगों को नोटिस जारी हो चुके हैं। सबसे अधिक सर्वधर्म ए और बी सेक्टर के रहवासी शामिल हैं। लोगों का कहना है कि पूर्व में मिले नोटिस का जवाब दिया जा चुका है, लेकिन निगम प्रशासन बार-बार नोटिस जारी करके लोगों को परेशान कर रहा है, वहीं निगम अफसरों का कहना है कि कुछ लोगों ने अपना जवाब प्रस्तुत नहीं किया है, इसलिए एनजीटी के आदेशानुसार नोटिस जारी कर सुनवाई के लिए अंतिम मोहलत दी गई है। ज्ञात हो कि 20 अगस्त 2014 को एनजीटी ने कलियासोत मामले में अंतिम आदेश जारी किया था। इसमें नदी से 33 मीटर ग्रीन बेल्ट के दायरे में आने वाले अतिक्रमण को हटाने और नदी के संरक्षण के लिए कॉलोनियों के अनट्रीटेड वॉटर को मिलने से रोकने के लिए एसटीपी बनाने के आदेश दिए थे। इसके अलावा पौधरोपण कर ग्रीन बेल्ट को हराभरा बनाने को कहा था, लेकिन 34 महीने बाद नगर निगम अब तक सिर्फ नोटिस ही जारी कर रहा है। जानकारों के अनुसार सर्वधर्म ए और बी सेक्टर कॉलोनी को वर्ष 1983 में कलेक्टर ने परमिशन दी थी। यह कॉलोनी जब बनी उस समय यह क्षेत्र मास्टर प्लान के प्लानिंग एरिया से बाहर थी। मास्टर प्लान में सर्वधर्म को वर्तमान आवासीय दर्शाया गया है। सर्वधर्म के रहवासियों ने अपने जवाब में भी कहा है कि उन पर 33 मीटर का नियम लागू नहीं होता, इसलिए उन्हें इस केस से बाहर रखा जाए। लेकिन इस तथ्य को राज्य सरकार की ओर से एनजीटी के समक्ष नहीं रखी। सर्वे में ग्रीन बेल्ट के दायरे में आए थे बिल्डर भूमिका रेसीडेंसी और अल्टीमेट प्लाजा की बिल्डिंग और पार्क का हिस्सा ग्रीन बेल्ट के दायरे में है। नदी के किनारे रिटेनिंग वॉल बनाकर अतिक्रमण किया गया है।सागर प्रीमियम टावर का कुछ हिस्सा 33 मीटर के दायरे में आ रहा है, साथ ही पार्क और बाउंड्रीवॉल भी ग्रीन बेल्ट में आ रहा है। सिग्नेचर 99 की रिटेनिंग वॉल सहित संपवेल टैंक और पार्क की जमीन अतिक्रमण के दायरे में है। विरासा हाइट्स द्वारा नदी का भराव करते हुए रिटेनिंग वॉल और पार्क का निर्माण किया गया है। आम्रवैली के पास नदी का भराव कर रिटेनिंग वॉल बनाकर नदी को डायवर्ट किया गया है। आईबीडी के किनारे नदी में दीवार खड़ी कर संकरा किया गया है। सर्वधर्म ए और बी सेक्टर में 50 से अधिक मकान आए थे। आदेश के बाद बिल्डरों ने नदी को खुद के निर्माण को 33 मीटर से बाहर दिखाने के लिए नदी का भराव करवा दिया। निगम प्रशासन ने पूर्व में नदी में किए गए मलबे के भराव को हटाने की कार्रवाई कि लेकिन दोषी बिल्डरों से खर्च नहीं वसूला गया और न ही कार्रवाई हुई। सर्वधर्म के रहवासियों ने एनजीटी में पुर्नविचार याचिका लगाई, जिसमें कहा कि सर्वधर्म ए और बी सेक्टर प्लानिंग एरिया से बाहर हैं। इस पर सुनवाई चल रही है। नदी का आधा अधूरा सीमांकन और मुनारे लगाए गए। अपर आयुक्त नगर निगम मलिका निगम नागर ने कहा एनजीटी के आदेश का पालन करने के लिए कमेटी बनाई गई है। जिन लोगों नोटिस का जवाब नहीं दिया था, उन्हें दोबारा नोटिस जारी कर सुनवाई की मोहलत दी गई है। सभी का पक्ष सुनने के बाद कमेटी अंतिम निर्णय लेगी। सर्वधर्म बी सेक्टरके निवासी मो.हबीब खान का कहना है सर्वधर्म के लोग पूर्व में नोटिस का जवाब दे चुके हैं, लेकिन निगम बार बार नोटिस देकर लोगों को परेशान कर रहा है। कॉलोनाइजर को नोटिस ले आउट की जांच की जानी चाहिए इस तरह व्यक्गित नोटिस देने का क्या औचित्य है। सर्वधर्म मास्टर प्लान के प्लानिंग एरिया से बाहर है, फिर भी बार बार अतिक्रमणकारी कहा जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 28 July 2017

पुलिस और एम.आई.टी. के मध्य हुआ एम.ओ.यू.   मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष मध्यप्रदेश पुलिस और विश्व के उत्कृष्टतम विश्वविद्यालयों में से एक मैसाच्यूसेट इस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी के मध्य समझौता आज मुख्यमंत्री निवास में हस्ताक्षरित हुआ। प्रदेश पुलिस को और अधिक जनोन्मुखी बनाने के लिये संस्थान द्वारा शोध कार्य किया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला और मैसाच्यूसेट इस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी शोध संस्थान के श्री अब्दुल लतीफ ज़मील, गरीबी उन्मूलन एक्शन लैब की दक्षिण एशियाई प्रमुख सुश्री शोभनी मुखर्जी ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर पुलिस अधिकारी, संस्थान के प्राध्यापक और शोधकर्ता उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सामुदायिक पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के निरंतर प्रयास हो रहे हैं। इस दिशा में वर्ष 2009 से जनसुनवाई शुरू की गई। प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रभावी पहल के लिए पुलिस बल में उनके लिए 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने संस्थान के साथ हुये एम.ओ.यू. पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शोध कार्य निष्पक्ष और निरपेक्ष रूप से किया जाये। अध्ययन के निष्कर्ष पुलिस व्यवस्था को अधिक बेहतर और मजबूत बनाने में सहयोगी हों। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक बेहतर तथा मज़बूत बनाने के लिये शोध का कार्य-क्षेत्र जनता एवं पुलिस के मध्य संवाद, पुलिस प्रतिक्रिया-प्रक्रिया और पुलिस बल में महिलाओं के एकीकरण पर केन्द्रित होगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह श्री के. के. सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक बर्णवाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजीव टंडन और श्रीमती अनुराधा शंकर सिंह, प्रोफेसर वर्जीनिया विश्वविद्यालय श्री संदीप सूथांकर, प्रोफेसर हावर्ड विश्वविद्यालय श्री अक्षय मंगला, प्रोफेसर विज़नर वर्जीनिया सुश्री ग्रैब्रीला क्रूक्स, प्रोजेक्ट ऑफीसर जे.पी.ए.लैब दक्षिण एशिया श्री विष्णु पदमाभन, शोध सहायक श्री अंशुमान भार्गव उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 27 July 2017

एमपी के10 जिलों में सामान्य से अधिक और 34 जिलों में सामान्य वर्षा मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून में एक जून से 25 जुलाई तक 10 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के 34 जिले ऐसे हैं जहाँ सामान्य वर्षा दर्ज हुई है। कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 7 है। अभी तक सामान्य औसत वर्षा 378.6 मिमी दर्ज की गई है जबकि प्रदेश की सामान्य औसत वर्षा 366.0 मिमी है। सामान्य से अधिक वर्षा कटनी, रीवा, सतना, झाबुआ, खण्ड़वा, नीमच, रतलाम, दतिया, राजगढ़ और जबलपुर में दर्ज की गई है। सामान्य वर्षा वाले जिले छिंदवाड़ा, सिवनी, मण्डला, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़ छतरपुर, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, इंदौर, धार, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, देवास, शाजापुर, मुरैना, भिण्ड, गुना, अशोकनगर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा और बैतूल हैं। कम वर्षा वाले जिले बालाघाट, शहडोल, अनूपपुर, आगर-मालवा, श्योपुर, ग्वालियर और शिवपुरी हैं।    

Kolar News

Kolar News 26 July 2017

 भारत के 14वें राष्ट्रपति बने रामनाथ कोविंद  रामनाथ कोविंद भारत के 14वें राष्ट्रपति बन चुके हैं। चीफ जस्टिस जेएस खेहर ने उन्हें शपथ ग्रहण करवाई। शपथ के बाद अपने पहले संबोधन में उन्होंने पद ग्रहण करते हुए कहा कि मैं देश के 125 करोड़ लोगों का आभार जताता हूं। मैं एक मिट्टी के घर में पला हूं और आज इस पथ पर बढ़ने वाला हूं जिस पर डॉ. राधाकृष्णन, डॉ. अब्दुल कलाम और प्रणब मुखर्जी जैसी विभूतियां चलीं हैं। हमें भरोसा है कि यह भारत की सदी है, हमें ऐसा भारत बनाना है जो आर्थिक नेतृत्व दे। राष्ट्र निर्माण का आधार है राष्ट्रीय गौरव। हमें गर्व है देश के प्रत्येक नागरिक पर, हमें गर्व है हर छोटे से छोटे काम पर जो हम करते हैं। आज पूरे विश्व में भारत का महत्व, विश्व समुदाय अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के लिए हमारी ओर देख रहा है। विविधता ही हमारे देश की ताकत है। हम अलग हैं फिर भी एक हैं। इस देश के राष्ट्र निर्माता किसान, जवान, युवा पुलिस और वैज्ञानिक, शिक्षक हैं। हमें गांधी जी और दीनदयाल उपाध्याय के सपनों के भारत का निर्माण करना है। इससे पहले कोविंद, प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद संसद भवन पहुंचे। उनके शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राज्यसभा के सभापति, लोकसभा अध्यक्ष, मंत्रि परिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्यों के अलावा कोविंद के परिजन भी संसद के सेंट्रल हॉल में मौजूद रहे। शपथ के बाद रामनाथ कोविंद प्रणब मुखर्जी की कुर्सी पर बैठे जबकि प्रणब दा कोविंद की कुर्सी पर। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। सेंट्रल हॉल में समारोह सम्पन्न होने पर राष्ट्रपति भवन के लिए प्रस्थान किया , जहां प्रांगण में सेना के तीनों अंगों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया जाएगा और सेवा-निवृत हो रहे राष्ट्रपति को भी सौहार्दपूर्ण शिष्टाचार प्रदान किया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 25 July 2017

  स्मार्ट सिटी कंपनी टीटी नगर के साथ कोलार और एमपी नगर क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण और सुविधाएं डेवलप करने के प्रोजेक्ट भी हाथ में लेने जा रही है। इन प्रोजेक्ट की डिजाइन शहर के आर्किटेक्ट और एसपीए व मैनिट के छात्र तैयार करेंगे। यह पहली बार होने जा रहा है जब डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की डिजाइन में स्टूडेंट्स और आर्किटेक्ट्स को सीधे तौर पर शामिल किया जा रहा है।  शहर के ऐसे स्थान जो अपेक्षाकृत कम विकसित हैं, उन क्षेत्रों में डेवलपमेंट के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी प्लेस मेकिंग के कंसेप्ट पर काम कर रही है। अब तक जिन इलाकों को इसमें शामिल करने का फैसला हुआ है उनमें लिंक रोड नंबर-3 और कोलार रोड का डेवलपमेंट शामिल है।  प्लेस मेकिंग के नए कंसेप्ट के लिए आईटीपीआई भी स्मार्ट सिटी कंपनी का सहयोग कर रहा है। शहर के आर्किटेक्ट्स डिजाइन तैयार करेंगे और अन्य संस्थाएं भी सहयोग देंगी। - वीपी कुलश्रेष्ठ, चेयरमैन, आईटीपीआई मप्र  प्लेस मेकिंग प्रोजेक्ट से यह धारणा टूटेगी कि शहर के केवल एक छोटे से हिस्से टीटी नगर को ही स्मार्ट बनाया जाएगा। पूरे शहर में जरूरत के हिसाब से डेवलपमेंट प्रोजेक्ट लिए जाएंगे। बाजारों के भीतर भी जनभागीदारी से डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पूरे होंगे।  डिजाइन के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स ऑफ इंडिया (आईटीपीआई), एसपीए और मैनिट का सहयोग लिया जा रहा है। सोमवार को आईटीपीआई ने आर्किटेक्ट्स की वर्कशाॅप आयोजित की है। मंगलवार को एसपीए और मैनिट स्टूडेंट्स की वर्कशाॅप होगी।  लिंक रोड नंबर-3 का सौंदर्यीकरण, अंडरग्राउंड बिजली लाइन के साथ यूटिलिटी डक्ट, कुछ स्थानों पर कम्युनिटी स्पेस का डेवलपमेंट  कोलार रोड का सौंदर्यीकरण, पार्किंग स्पेस, अंडरग्राउंड बिजली लाइन  एमपी नगर में मनोहर स्वीट्स के पास के दोनों पार्क हैरिटेज वॉक : गौहर महल, मोती मस्जिद, इकबाल मैदान, सदर मंजिल  शाहपुरा लेक पर पाथ वे  कोटरा सुल्तानाबाद का हाट बाजार  बिट्टन मार्केट में न्यूमैटिक वेस्ट कलेक्शन  ज्योति टॉकीज से बोर्ड ऑफिस तक स्मार्ट स्ट्रीट।  कमिश्नर नगर निगम छवि भारद्वाज ने बताया ब्रिज के शेड्यूल के तहत अगस्त से नवंबर तक ब्रिज पर गर्डर रखे जाएंगे, फरवरी में लोड टेस्टिंग और 31 मार्च से ब्रिज पर वाहन चलने लगेंगे। ब्रिज का भुगतान अब स्मार्ट सिटी कंपनी करेगी।  आर्च ब्रिज के निर्माण से कमला पार्क के सामने की सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। गिन्नौरी की तरफ से आने और जाने वाले वाहन आर्च ब्रिज का इस्तेमाल करते हुए टीटी नगर की तरफ निकल जाएंगे। ब्रिज का 35 फीसदी काम पूरा हो गया है।   

Kolar News

Kolar News 24 July 2017

  राजधानी के दो सरकारी और एक निजी अस्पताल में डेंगू के छह संदिग्ध मरीज मिले हैं।  इन मरीजाें का ब्लड सैंपल जांच के लिए शनिवार को भेजे गए । वहीं जिला मलेरिया कार्यालय ने इन संदिग्ध मरीजों की कॉलोनियों में एंटी लार्वा सर्वे कराने के लिए दो टीमों का गठन किया है। मलेरिया विभाग के अफसरों का कहना है कि यह टीमें शनिवार को टीटी नगर और कोलार, साकेत नगर इलाके में जाकर लार्वा सर्वे करेंगी। शुक्रवार को शहर के विभिन्न इलाकों में किए गए लार्वा सर्वे में एक ही दिन में 100 से ज्यादा घरों में डेंगू का लार्वा मिला है। विभाग के अफसरों का कहना है कि स्कूली बच्चों को पूरी आस्तीन की कमीज पहनने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। 

Kolar News

Kolar News 22 July 2017

उधर नई दिल्ली में रिलायंस जियो की सालाना बैठक में शुक्रवार को मुकेश अंबानी ने बड़ा धमाका करते हुए पहला 4जी फीचर फोन लॉन्च कर दिया तो इधर भोपाल में इस फोन को लेने के लिए लोग मोबाइल शॉप पर संपर्क करने पहुँच गए कि उन्हें मुफ्त का जियो फोन कैसे मिलेगा।  इस फोन की सबसे बड़ी खास बात यह होगी कि इसे खरीदने के लिए यूजर्स को कोई कीमत नहीं देनी होगी, मतलब यह फोन पूरी तरह से फ्री में मिलेगा। हालांकि इसके लिए यूजर्स को कंपनी के पास तीन साल के लिए 1500 रुपए का सिक्युरिटी डिपॉजीट देना होगा जो फोन वापस करने पर रिफंड हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि 15 अगस्त से इस फोन का ट्रायल शुरू होगा और 24 अगस्त से यह फोन प्री बुकिंग के लिए उपलब्ध होगा। मुकेश अंबानी ने इस दौरान जियो फीचर फोन को इंडिया का इंटेलीजेंट फोन करार दिया। यह फीचर फोन मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनाया गया है। इस फोन को यूजर्स वॉइस कमांड के माध्यम से भी चला सकते हैं। इसके बाद मुकेश अंबानी ने कहा कि यह फोन देश के 50 करोड़ फीचर फोन यूज करने वालों की जरूरतों को पूरा करेगा। इस फीचर फोन के लिए टेरिफ प्लान्स की घोषणा करते हुए कहा कि इसमें वॉइस कॉलिंग हमेशा मुफ्त रहेगी। इसके अलावा अनलिमिटेड डेटा मिलेगा। यूजर्स को सिर्फ 153 रुपए में एक महीने तक अनलिमिटेड डेटा मिलेगा। जियो फोन यूजर्स को जियो धन धना धन ऑफर का फायदा भी कम कीमत पर मिलेगा। 309 रुपए में यूजर्स रोजाना 3-4 घंटे वीडियो देख पाएंगे। यह फोन किसी भी टीवी से जुड़ जाएगा। इसके लिए जियो ने एक फोन टीवी केबल बनाया है। इंटेलीजेंट फोन की घोषणा के कुछ देर बाद ही कोलार इलाके के सर्वधर्म ,बीमा कुञ्ज ,दानिश कुञ्ज ,बंजारी और नयापुरा इलाके में इस फोन को लेने के लिए लोगों ने भाग दौड़ शुरू कर दी ,लेकिन मोबाइल वालों को भी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसलिए वे लोगों को संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।   

Kolar News

Kolar News 21 July 2017

रेलवे की लापरवाही एक बार फिर  गौवंश पर भारी पड़ गयी। मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे तीन गाय बावड़िया रेलवे क्रासिंग से मिसरोद की ओर सौ मीटर दूरी पर  ट्रेन से कटिंग का शिकार हो गईं।  विगत 23 नवम्बर को 16 गाय भी ट्रेन कटिंग का शिकार हो गईं थीं। इस बाबत मिसरोद के रहवासियों ने डीआरएम सहित रेल मंत्री को भी पत्र लिखा था। ज्ञात हो कि पशु को रेल ट्रैक पर आने से रोकने के लिए रेलवे को ग्रामीण क्षेत्र में फेंसिंग और शहरी क्षेत्र में बाउंड्री बनवाना होता है। इस बाबत रहवासियों द्वारा ध्यान आकर्षित करवाने पर भी रेलवे ने कोई कदम नहीं उठाए।मौके पर पहुंचे मिसरोद टीआई कुशवाह ने लोगों का गुस्सा शांत करवाया। काफी देर बाद नगर निगम के वाहन से गायों के शव को उठवाया गया।

Kolar News

Kolar News 19 July 2017

आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिला सदस्यों द्वारा अगरबत्ती का उत्पादन किया जा रहा है। घर बैठे किये जाने वाला यह काम उनकी अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है। आजीविका गतिविधियों से जुड़कर महिलायें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा स्व-सहायता समूह सदस्यों को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के लिए अन्य कार्यों के साथ-साथ अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश में 1896 महिलाओं द्वारा अगरबत्ती बनाने का कार्य किया जा रहा है। पैडल एवं ऑटोमेटिक मशीनों से प्रदेश में लगभग 90 क्विंटल प्रतिदिन अगरबत्ती का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश के 24 जिलों के 154 ब्लॉक में 255 अगरबत्ती यूनिट संचालित है। प्रतिमाह लगभग 3880 क्विंटल अगरबत्ती का निर्माण हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन परिवारों की महिलाओं द्वारा बनाई जा रही यह अगरबत्ती, पैकिंग, खुशबू के मामले में बहुर्राष्ट्रीय कंपनियों से पीछे नहीं है। आजीविका अगरबत्ती की बाजार में मांग बनी हुई है। बड़ी संख्या में महिलायें व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से इस कार्य से जुड़ी हुई है। प्रमुख रूप से शिवपुरी, रीवा, सागर, धार आदि जिलों की अगरबत्ती प्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों के बाजारों में भी अपनी पहचान बनाती जा रही है। ''व्ही टू सी बाजार डॉट कॉम'' के माध्यम से आजीविका उत्पादों को डिजीटल प्लेटफॉर्म से वैश्विक बाजार से सीधा जोड़ा गया है।  

Kolar News

Kolar News 19 July 2017

एक माह के बाद महापौर निवास में लगी चौपाल में आज समस्याओं को लेकर आने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। आज की खासियत यह रही कि  चौपाल में हिनौतिया आलम सरकारी स्कूल के बच्चे आए। बच्चों का कहना था कि स्कूल में बाथ रूम की छत नहीं है और उसमें गंदगी भरी रहती है। स्कूल के आसपास के पहुंच मार्ग पर  कीचड़ और दलदल बना हुआ है जिससे वहां पर पहुंच पाना मुश्किल होता है। स्कूल में पंखे हैं लेकिन लाइट नहीं है इस कारण उनको उमस में काफी परेशानी होती है। महापौर आलोक शर्मा ने उनकी समस्या को तत्काल हल करने के निर्देश दिए और स्कूल के बाथरूम पर टीन की छत डालने के आदेश दिए। लाइट के लिए उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर उसको जल्दी से चालू करवाने को कहा। इस अवसर पर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज, अपर आयुक्त प्रदीप जैन, एमपी सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं। भीमनगर और आनंदनगर के बीच झुग्गी बस्तियों को भानपुर खंती के पास शिफ्ट किया जा रहा है। इसके विरोध में रहवासियों ने पार्षद गिरीश शर्मा के नेतृत्व में महापौर शर्मा को ज्ञापन दिया।  नगर निगम के सफाईकर्मिचारियों ने अखिल भारतीय सफाई मजदूर टेÑड यूनियन के सदस्यों ने महापौर को ज्ञापन दिया। यूनियन के जिलाध्यक्ष अनिल श्रवण के अनुसार सफाईकर्मचारियों में रोष है कि उनकी मेहनत से सफाई में राजधानी देश में नंबर दो पर आया, लेकिन अफसरों द्वारा अनदेखी की जा रही है। जहांगीराबाद निवासी अनिल जैनवार ने शिकायत की है कि उनकी कॉलोनी में लोगों ने नालियों पर कब्जा कर रखा है। इस अतिक्रमण के कारण यहां पर साफ-सफाई नहीं हो पाती है। नालों पर अतिक्रमण होने से आए दिन जलभराव की स्थिति बनती है।  

Kolar News

Kolar News 17 July 2017

बारिश के मौसम में कोलार ,केरवा और कलियासोत  के आसपास मंडराते बाघ -बाघिन के मूवमेंट पर अब केवल नजर ही नहीं रखी जाएगी,  बल्कि उनके अलावा अन्य बाघों का पूरा डाटा तैयार कर सिक्योर बैंक में डाला जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि किस समय कहां और कौन सा घाट किस एरिया में सेंसिटिव जोन में एक्टिव है। वर्तमान में केरवा, मिंडोरा क्षेत्र में बाघ 211 और बाघिन 213 का मूवमेंट 15 दिनों से बना हुआ है। भोपाल फॉरेस्ट सर्किल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि  वन विभाग द्वारा बाघ जंगल से बाहर न आए इसके लिए जंगल के अंदर वॉटर सोर्स की सुरक्षा और इलेक्ट्रिसिटी लाइन को चेक करने के निर्देश दिए हैं।   क्या-क्या होगा...  असंरक्षित क्षेत्रों में घूम रहे बाघों की पहचान कर चिन्हित करेंगे।  भोपाल के 10 बाघ शामिल होंगे।  डेटा वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट को भेजा जाएगा।  पायलट प्रोजेक्ट भोपाल में घूम रहे बाघों से होगा। वन विभाग बाघों की ट्रैप कैमरों से पहचान कर रहा है। डीएफओ पीसी तिवारी का कहना है कि बाघों और उनके मूवमेंट का चार्ट बनाया जा रहा है ताकि पता चल सके कौन सा बाघ-बाघिन भोपाल,सीहोर मंडल में घूम रहे हैं।  अभी तक टाइगर रिजर्व में घूम रहे बाघों को उनके पैरों के निशानों से पहचाना जाता है। असंरक्षित क्षेत्र के बाघों की कोई पहचान न होने से उनके न्यूमेरिक नामों में गड़बड़ हो जाती है।  केरवा ,कोलार और कलियासोत के जंगलों में  बाघ और तेंदुए की गतिविधियां को मॉनिटर करने के लिए वन विभाग बाघ मित्र नामक वॉलेटिंयर भी तैयार करेगा। यह मोबाइल पर वन रक्षकों की टच में रहेंगे और गांवों में मूवमेंट की खबर देंगे। इसके लिए  मंडल ने अब तक 70 वॉलेंटियर को चिह्नित किया है। शरुआत भोपाल वन मंडल से की जा रही है। फिर सीहोर और औबेदुल्लागंज में भी इस तरह के बाघ मित्र तैयार किए जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 16 July 2017

  एनजीटी के आदेश पर निगम प्रशासन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन ग्रीन बेल्ट के अंदर नदी से सटाकर बनी दामखेड़ा ए और बी सेक्टर पर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि यहां हर साल बारिश में झुग्गियों में पानी भरने की समस्या होती है। प्रशासन हर साल मुआवजे की रकम भी बांटता है। लेकिन बारिश के बाद स्थाई हल के बारे में नहीं सोचा जाता।  सरकार ने वर्ष 2002 में एमपी नगर और श्याम नगर से करीब 200 झुग्गियों को विस्थापित किया था। उस समय मास्टर प्लान में 33 मीटर का प्रावधान होने के बावजूद भी सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर बसा दिया। एनजीटी में कलियासोत मामले में हुई अब तक सुनवाई में सरकार ने अपनी गलती को कभी सामने नहीं रखा। बताया जाता है कि एमपी नगर और श्याम नगर दामखेड़ा ए और बी सेक्टर में 200 झुग्गियों को बसाया गया था। लोगों को इसके पट्टे भी दिए गए थे। बाद में झुग्गी माफिया ने यहां अवैध झुग्गियां बनाकर बेचने का खूब कारोबार किया। वर्तमान में ए और बी सेक्टर में करीब 3500 झुग्गियां हैं। ए सेक्टर में 3000 और बी सेक्टर में 500 से अधिक झुग्गियां बन चुकी हैं। कलियासोत गेट खुलने के बाद नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम दामखेड़ा में 24 घंटे तैनात रहती है। लोगों को वहां से निकालकर आसपास के स्कूल में ठहराया जाता है। यहां खाने पीने की व्यवस्था भी की जाती है। बारिश के बाद जलभराव क्षेत्र में बनी झुग्गियां को कभी नहीं हटाया गया। केंद्र की हाउसिंग फार ऑल (एचएफए) के तहत 2022 तक सभी को पक्के आवास देने का प्रावधान है। कई इलाकों का सर्वे करके अब तक पांच डीपीआर तैयार की गई। लेकिन इसमें कलियासोत नदी के किनारे दामखेड़ा का सर्वे तक नहीं हो पाया। वार्ड 81 के पार्षद पवन बौराना ने कहा हर साल बारिश में मुआवजा बांटा जाता है, लोगों को स्कूलों में ठहरने की व्यवस्था की जाती है, यह स्थाई हल नहीं है। डूब क्षेत्र से पट्टेधारियों को शिफ्टिंग कर हाउसिंग फार ऑल के मकानों में जगह दी जानी चाहिए। इस संबंध में निगम आयुक्त और महापौर से चर्चा करेंगे। स्थानीय रहवासी संतोष सिंह का कहना है सर्वधर्म कॉलोनी 1983 में स्वीकृति मिली। उस समय मास्टर प्लान में 33 मीटर का प्रावधान नहीं था। वर्ष 2000 में 33 मीटर का प्रावधान होने के बावजूद सरकार ने झुग्गियां को ग्रीन बेल्ट में बसा दिया। इसको लेकर आज तक किसी ने कोई चिंता नहीं की। अपर आयुक्त नगर निगम प्रदीप जैन का कहना है दामखेड़ा एरिया का सर्वे किया जाएगा। पात्र लोगों को हाउसिंग फार ऑल के तहत मकानों में शिफ्ट किया जाएगा। बाकी अवैध को तोड़ने की कार्रवाई होगी।  

Kolar News

Kolar News 14 July 2017

राजधानी से सटे कोलार ,कलियासोत ,केरवा  समरधा जंगल में बाघों की हलचल कम हो गई है। अब बाघिन टी-123 अकेले ही घूम रही है। पहले साथ में घूमने वाले बाघ टी-121 ने समरधा जंगल छोड़ दिया है। बाघ के फिर से रातापानी सेंचुरी वाले क्षेत्र की तरफ जाने की खबर है। वन विभाग की निगरानी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। पिछले सप्ताह बाघ और बाघिन 6 दिन तक समरधा रेंज के मेंडोरा व उसके आसपास के जंगल में साथ देखे गए थे। राजधानी के नजदीक दो बाघों की मौजूदगी के कारण जंगल से सटे आबादी वाले क्षेत्र मेंडोरा, बुलमदर फार्म, केरवा चौकी, नंदिनी गौशाला, वाल्मी पहाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में डर था। बाघों के समरधा जंगल छोड़ने से यहां के रहवासियों को काफी राहत मिली है। राजधानी के सामान्य वन मंडल भोपाल की समरधा रेंज में 5 जुलाई से 6 दिन तक बाघिन टी-123 और बाघ टी-121 साथ देखे गए थे। दोनों ने एक ही टेरेटरी में दो गाय का शिकार किया था। दोनों बाघों के साथ रहने के कारण उनके आबादी वाले क्षेत्रों तक पहुंचने का खतरा अधिक था। जिसे देखते हुए पैदल गश्ती और पेट्रोलिंग टीम ने बाघों की सुरक्षा और निगरानी दोनों बढ़ाई गई थी। वन विभाग के मैदानी अमले के मुताबिक पिछले दो दिन से बाघिन अकेले घूम रही है। 5 जुलाई के पहले भी बाघ और बाघिन दो दिन तक एक ही टेरेटरी में देखे गए थे, उसके बाद बाघ राजधानी से सटे जंगल में घूमने वाले बाघ ने टेरेटरी बदल ली थी।  

Kolar News

Kolar News 13 July 2017

आप चाहे जितनी बड़ी गणेश मूर्तियां बनवाएं, लेकिन अगर गणेश मूर्तियां 9 फिट से बड़ी हुई तो हम ऐसी मूर्तियों को झांकियों के जुलूस में शामिल ही नहीं करेंगे। आपका प्रस्ताव अच्छा है प्रशासन भी आपकी मदद करेगा। इसका कड़ाई से पालन करवाया जाएगा। यह सुझाव और सहमति का दौर  मूर्तियों को लेकर कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में चला। दरअसल, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बेगवानी ने जैसे ही यह प्रस्ताव कलेक्टर सुदाम खाडे और एडीएम जीपी माली के सामने रखा। प्रशासन ने इसे तुरंत मान लिया। हालांकि प्रशासन 6 फिट से ऊंची मूर्तियां न बनाने की गाइडलाइन को लेकर अड़ा रहा। बाद में धीमे स्वर में कहां गया कि हम आपस में इसे समझ लेंगे। कलेक्ट्रेट कार्यालय में एसडीएम, हिंदु उत्सव समिति, पीसीबी और अन्य अफसरों के साथ मूर्ति निर्माण को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में शिव यादव ने कहा पिछले वर्ष 28 फीट ऊंची मूर्ति वाली झांकी लखेरापुरा में फंस गई थी। इससे दुर्गा उत्सव चल समारोह में विवाद की स्थिति बन गई थी। इस बार ऐसी झांकियों को दूसरे रास्तों से विसर्जन स्थल पहुंचा दिया जाए। इससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी और समय विर्सजन हो जाएगा। इसमें पुलिस और प्रशास का सहयोग चाहिए। बैठक में मूर्तिकारों के न आने पर अब आगामी मंगलवार को शाम 4 बजे फिर से बैठक होगी। इसमें ताजिए की हाइट 6 फीट रखे जाने पर भी चर्चा होगी। बैठक में जैसे ही कलेक्टर ने पूछा कि थाना स्तर पर कितनी बैठकें मूर्तिकारों मे साथ हो चुकी है, तो बैठक में सन्नाटा खिंच गया। किसी ने कोई उचित जवाब नहीं दिया तो कलेक्टर ने कहा कि आगामी एक सप्ताह में थाना स्तर पर बैठकें कर मूर्तिकारों को समझाइश दें। उन्हें निर्माण संबंधी गाइडलाइन से अवगत कराएं और दिशा निर्देशों का पालन ना करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करें। मूर्तियों की हाइट और मिट्टी की मूर्तियां बनाने के लिए हिंदू उत्सव समिति एक संयोजन समिति बना रही है। यह समिति बैठकें कर समझाईश देगी कि मूर्तियों की ऊंचाई कम रखें तथा मिट्टी की मूर्तियां बनाएं। पुराने शहर में घोड़ा नक्कास, मंगलवारा, इतवारा, पातरा, सेंट्रल लायब्रेरी क्षेत्र में बन रही मूर्तियों को अन्य जगह शिफ्ट करें। इससे ट्रैफिक जाम नहीं होगा। झांकियों में फिल्मी गाने न बजाए जाएं, केवल धार्मिक गाने ही बजें। डीजे भी उतनी ही तेज आवाज में बजे, जितने में किसी को परेशानी न हो। अगर इसका पालन नहीं किया जाता है तो हम शिकायत करेंगे प्रशासन कार्रवाई करें। शाहजहांनी पार्क में जहां मूर्तियां बन रही है, उसी के आसपास कचरा डंप हो रहा है। इसे हटवाया जाए।विसर्जन की कोई उचित व्यवस्था नहीं है इसलिए हथाईखेड़ा घाट में कुंड बनाया जाए, रानी कमलापति घाट को डेढ़ माह में ठीक किया जाए।

Kolar News

Kolar News 12 July 2017

अब नई गौ-शालाओं का पंजीयन करने के लिये उनके पास कम से कम 100 गौ-धन, भूमि, भवन और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्य होगी। गौ-शाला समिति की कम से कम एक एकड़ की अपने स्वामित्व की भूमि होना चाहिये। इस आशय का निर्णय आज मंत्रालय में मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश पशुधन एवं गौ-संवर्धन बोर्ड की बैठक में लिया गया। बैठक में बोर्ड का नाम मध्यप्रदेश गौ-पालन एवं गौ-संवर्धन बोर्ड रखने का भी निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारतीय गायों के महत्व पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला करने के निर्देश दिये। इसके जरिये भारतीय गायों के संबंध में विभिन्न देशों में हो रहे अनुसंधान की जानकारी सबको सर्वसुलभ हो सकेगी। उन्होंने गोबर-खाद और गौ-मूत्र से बने कीटनाशकों का अधिकाधिक उपयोग करने की जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रेरित करने के लिये कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि प्रदेश की गौ-शालाओं में 1.41 लाख गौ-वंश का पालन किया जा रहा है। बैठक में बोर्ड का बजट बढ़ाने, आय का स्रोत बढ़ाने, गौ-अभयारण्य अनुसंधान एवं उत्पादन केन्द्र सुसनेर के प्रबंधन संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। इसके अलावा बोर्ड के कामों में विशेषज्ञों का सलाहकार मंडल बनाने, जैविक खाद की विपणन नीति तैयार करने, पशु चिकित्सक विज्ञान की स्नातकोत्तर की शिक्षा में देशी गौ-वंश पर अनुसंधान के लिये छात्रवृत्ति देने जैसे प्रस्तावों पर चर्चा हुई। बैठक में पशुपालन मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद महाराज, बोर्ड के सदस्य, ग्रामीण विकास के अपर मुख्य सचिव श्री राधेश्याम जुलानिया, अपर मुख्य सचिव गृह श्री के.के. सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव एवं संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 11 July 2017

बारिश के दौरान जल स्त्रोतों के करीब जाना अब महंगा पड़ेगा। क्योंकि नगर निगम के गोताखोर तैनात होकर लगातार मॉनिटरिंग करेंगे। महापौर और निगम कमिश्नर के निर्देश पर कलियासोत डेम, केरवा डेम, शीतलदास की बगिया, प्रेमपुरा घाट, वीआईपी रोड पर तैनात किए गए हैं। सुबह 8 से रात को 12 बजे दो पालियों 13 गोताखोर की तैनाती की गई है। जो पर्यटकों को खतरनाक स्थानों पर जाने से रोकेंगे। उनके पास सीटी, माइक और बुलेट दिए गए हैं। यदि लोग निगम अमले की चेतावनी को अनसुना करते हैं तो उन्हें पुलिस के हवाले किया जाएगा। कोलार फायर स्टेशन के प्रभारी पंकज खरे ने बताया कि महापौर और कमिश्नर के निर्देशानुसार गोताखोर तैनात किए गए हैं। ज्ञात हो कि कलियासोत, केरवा सहित अन्य स्थानों लोग पिकनिक मनाने जाते हैं और पानी में उतरने से डूब जाते हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए यह इंतजाम किए गए हैं।

Kolar News

Kolar News 10 July 2017

कोलार से सटे जंगल में बाघिन की सक्रियता बढ़ने के बाद युवा बाघ ने दोबारा धमक जमाई है। दोनों एक ही टेरेटरी (एक ही क्षेत्र) में साथ-साथ घूम रहे हैं। पिछले चार दिन में दोनों मेंडोरा के जंगल में दो गाय का शिकार कर चुके हैं। 2 जुलाई को तड़के बाघिन ने मेंडोरा में अकेले गाय का शिकार किया था। उसके बाद जंगल में 5 और 6 जुलाई की रात दो गाय का शिकार और हुआ। वन विभाग के ट्रैप कैमरों में आए बाघों के फुटेज में बाघिन टी-123 व बाघ टी-121 को साथ में शिकार करते देखा गया है। उसके बाद जंगल में बाघ मूवमेंट से जुड़े क्षेत्रों में चारों तरफ सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही पैदल गश्ती टीमें तैनात की गई हैं। जंगल से होकर गुजरने वाले रास्तों में रात्रि के दौरान आवागमन पर कड़ी पाबंदी लगा दी है। बुलमदर फार्म से केरवा और कलियासोत से बुलमदर फार्म जाने वाले मार्ग पर लोगों को रात में संभलकर चलने की सलाह दी गई है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब पिछले चार दिनों से बाघ और बाघिन का मूवमेंट एक ही क्षेत्र में है। छह महीने पहले बाघिन के साथ बाघ को देखा गया था। उसके बाद से बाघिन अकेले शिकार कर रही थी। मेंडोरा के जंगल में पिछले 8 महीने से बाघिन टी-123 सक्रिय है। उसके पहले युवा बाघ टी-121 सक्रिय था। बीच में वह जंगल छोड़ चुका था। अब बाघ दोबारा लौट आया है। बाघ और बाघिन के साथ घूमने से उनके जंगल से बाहर निकलने का भी खतरा है। इसे देखते हुए वन विभाग ने टाइगर पेट्रोलिंग में लगी क्रेक, सामान्य गश्ती और बीटगार्ड को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। ताकि बाघ व बाघिन के मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा सके। जंगल से सटे गांव में रहने वाले लोगों को भी रात्रि में सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है। बारिश के बाद जंगल में घास उगने लगी है। जिसके कारण गौशालाओं में पाले गए मवेशियों की संख्या जंगल में बढ़ी है। इसके कारण बाघ व बाघिन को आसानी से शिकार मिल रहे हैं। बाघ पूर्व में राजधानी से सटे जंगल में रह चुका है, इसलिए उसके लिए जंगल नया नहीं है। साथ ही वह बाघिन टी-123 का भाई भी है। पूर्व में दोनों साथ-साथ रह चुके हैं। रखें सावधानी जंगल के आसपास घूमे, लेकिन अधेरा होने पर लौट जाएं। सड़कों के अलावा घने जंगल में जाने की कोशिश न करें।दिन में भी जंगल वाले रास्तों से होकर आवागमन को टालें।जंगल वाले रास्तों से होकर गुजरना है तो समूह में गुजरें। बारिश के दौरान या रात्रि में आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास बाघ दिखने पर मोबाइल नंबर 9424790553 व 9424790561 पर सूचना दी जा सकती है। समरधा के रेंजर अरविन्द अहिरवार ने बताया दो बाघ साथ में घूम रहे हैं। जिसके चलते उनकी सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। लोगों को भी समझाइश दी जा रही है कि रात्रि के दौरान जंगल वाले रास्तों से होकर आवागमन टाले। जरूरी हो तो समूह में जाएं।  

Kolar News

Kolar News 9 July 2017

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी राज्यों को शहरी बाढ़ की तीव्रता कम करने पर तत्काल ध्यान देने की सलाह दी है। प्राधिकरण ने अधिकतम बाढ़ स्तर को चिन्हांकित करने और हर शहर में शहरी बाढ़ की प्रबंधन सेल स्थापित करने की सलाह दी है। इस संबंध में प्राधिकरण ने एक एडवाइजरी जारी की है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा शहरी बाढ़ को नियंत्रित करने के लिये शहर के परिदृश्य के अनुसार मानक संचालन प्रक्रिया को स्थापित करने को कहा है। हितधारकों को वर्षाकाल के पूर्व कार्यशाला आयोजित कर समन्वय स्थापित करने, नालों की साफ-सफाई, मैपिंग, स्वामित्व की सूची तथा जल निकायों की स्थिति की जानकारी तैयार करने की सलाह दी है। प्रबंधन ने शहर के उपयुक्त बाढ़ के स्थान पर पोर्टेबल वाटर पम्पस स्थापित करने के साथ ही नोडल अधिकारी द्वारा नगर निगम आयुक्त को आँधी-तूफान तथा भारी बारिश की चेतावनी से पूर्व में तथा समय-समय पर अवगत करवाने को कहा है। प्राधिकरण के अनुसार इससे समय पर अलर्ट जारी किया जाकर रोकथाम संबंधी उपाय किए जा सकेंगे। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जलाशयों से पानी छोड़ने के लिए उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की समिति गठित करने की भी सलाह दी है।  

Kolar News

Kolar News 8 July 2017

कोलार इलाके में 33 वर्षीय ट्रेवल्स संचालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी 15  दिन पहले ही शादी हुई थी। पत्नी पहली विदाई के बाद ससुराल ही नहीं आ पाई थी। हालांकि सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। एएसआई कोलार जसवंत सिंह के अनुसार मकान नंबर-360 अकबरपुर बंजारी फेस-1 निवासी अजय कुमार माहौर (35) पिता राकेश कुमार ट्रेवल्स संचालक था। वह खुद गाड़ी चलाता था। उसकी 19 जून को शादी हुई थी। दो दिन बाद पत्नी मायके चली गई। उसने पहली पत्नी को शादी के तीन साल बाद ही तलाक देने के बाद दूसरी शादी की थी। सोमवार शाम अजय घर पर अकेला था। पिता राकेश अपने काम पर और गए थे, जबकि मां छोटे बेटे के साथ कहीं गई थी। देर शाम घर पहुंचने पर अजय फंदे पर लटका मिला। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और न ही परिजन आत्महत्या के कारणों के बारे में कुछ बता पाएं हैं। पुलिस इसे पति-पत्नी के बीच का विवाद का मामला देख रही है। इसके लिए पुलिस अब मृतक के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवा रही है, ताकि यह पता चल सके की उसने फांसी लगाने से पहले किस-किस से बात की।

Kolar News

Kolar News 6 July 2017

    जीएसटी लागू होने के बाद भोपाल रेलवे स्टेशन पर चल रहे इंडियन रेलवे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के फुड प्लाजा में खाने-पीने की सामग्री महंगी हुई है। टैक्स लगने के बाद खाने की सादी थाली 7, चाय, समोसे व कॉफी के रेट में 1 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। इसी तरह अन्य सामग्रियों के रेट पर भी टैक्स लागू हुआ है। उल्लेखनीय है कि जीएसटी के पहले फुड प्लाजा में खान-पान की सामग्री पर 9 फीसदी सर्विस टैक्स लगता था जो बढ़कर 18 फीसदी हो गया है। बढ़े हुए टैक्स के कारण रेट पहले से बढ़ गए हैं।   सामग्री           पुराने रेट                नए रेट   समोसे -                10                         11   समोसे -                10                         11   सादी थाली -          105                       112   इडली (एक प्लेट) -  50                        53   काफी -                 15                        16   डोसा (एक प्लेट) -    71                       76   पुड़ी सब्जी (एक प्लेट) - 50                   53   नोटः पुराने रेट जीएसटी लागू होने से पहले और नए रेट जीएसटी लागू होने के बाद के हैं।

Kolar News

Kolar News 5 July 2017

राजधानी में सरकार और समाज ने मिलकर पार्क, पहाड़ी व कालोनियों में एक लाख पौधे रोपे। शाहपुरा पहाड़ी पर नवग्रहों के प्रतीकस्वरूप पौधों की वाटिका बनाई गई है। शाहपुरा थाने के पास मौजूद इस पहाड़ी पर वास्तुशास्त्र के मुताबिक पौधे लगाए।  नगर निगम प्रशासन ने शहर में 10 हजार पौधे लगाए। 11 स्थानों पर सड़क किनारे, सेंट्रल वर्ज, शासकीय जमीन पर अमलतास, कंजी, मोरचली, नीम, पीपल, अशोक, गुलमोहर, मुंगा, बरगद व अमरूद आदि के रोपे। नगर निगम कर्मचारियों ने पौधों की देखरेख करने का संकल्प लिया। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह, डॉ. सुरजीत सिंह चौहान, कमिश्नर छवि भारद्वाज समेत वार्ड पार्षद भी मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 4 July 2017

   मध्यप्रदेश में दिसंबर 2014 तक सरकारी जमीन पर आवास बनाकर रहने वाले लोगों के कब्जों को सरकार वैध करेगी। इन सभी को आवासीय पट्टे दिए जाएंगे। इसके लिए राजस्व विभाग विधानसभा के मानसून सत्र में दखलकार अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक लाएगा। सूत्रों के मुताबिक अभी तक दिसंबर 2011 तक के अवैध कब्जों को वैध करने का नियम था, लेकिन प्रदेश में इसके बाद के कब्जों की संख्या काफी अधिक है। इसे देखते हुए सरकार ने अधिनियम में एक बार फिर संशोधन करने का फैसला किया है। राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे कब्जे ही वैध होंगे, जो आवासीय होंगे। इसके अलावा जो भी कब्जा होगा, उन्हें अतिक्रमण मानकर हटाने की कार्रवाई की जाएगी। संशोधन विधेयक 17 जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में लाया जाएगा। संशोधन विधेयक के प्रारूप को वरिष्ठ सचिव समिति ने मंजूरी भी दे दी है।

Kolar News

Kolar News 4 July 2017

पुलिस के अधिकारी हाथ बांधे खड़े रहे  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताओं और अधिकारियों की गाडी से लाल-पीली बत्ती हटाने के सख्त निर्देश भले ही दिये हो लेकिन उन्हीं की पार्टी के विधायक बत्ती की जगह हूटर बजारकर अपना रसूख तो दिखा ही रहे है साथ ही धडल्ले से पीएम के निर्देश और कानून का उल्लंघन करने से गुरेज नहीं कर है। हाल ही में शुक्रवार को नियम तोडते हुए हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा नए थाने का उद्घाटन करने पहुंचे। ऐसे में जिस पुलिस को विधायक पर कार्यवाही करना थी वो हाथ बांधे खड़ी रही।  राजधानी के ग्राम बर्रई में कटारा हिल्स थाना का उद्घाटन विधायक श्री शर्मा ने किया। दोपहर एक बजे वे अपने वाहन से हूटर बजाते हुए थाना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान भोपाल के तमाम पुलिस अधिकारी समस्त थाना प्रभारी और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। विधायक के हूटर की आवाज सुनकर मुख्य द्वार पर पुलिस अधिकारियों ने विधायक का जोर-शोर से स्वागत किया। लेकिन विधायक के रसूख के चलते सभी वरिष्ठ अधिकारी सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल का उल्लंघन तमाशबीन बनकर देखते रहेे। विधायक के हूटर को लेकर जब वहां उपस्थित कुछ पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होेंने भी इसे नियमों का उल्लंघन बताया। लेकिन सभी विधायक की गाडी पर कार्यवाही करने से बचते रहे। हालांकि कुछ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सेंट्रल मोटर व्हीकल एक्ट (सीएमवीआरद) 1989 एक्ट की धारा 119 के तहत हूटर और मल्टीपल हार्ड, कर्कर ध्वनि का उपयोग एंबुलेंस जैसे आपातकालीन सेवा मेें उपयोग किये जाने वाले वाहनों को छोडकर और कोई अन्य व्यक्ति अपने वाहन में नहीं कर सकता। हूटर के ड्रामे के बाद विधायक रामेश्वर शर्मा के मुख्य आतिथ्य में रिविन काट कर थाना कटारा का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक भोपाल रेंज योगेश चौधरी,  कलेक्टर भोपाल सुदामा खाड़े, उप पुलिस महानिरीक्षक रमन सिंह सिकरवार , जोन अध्यक्ष कामता पाटीदार , पुलिस अधीक्षक भोपाल दक्षिण सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे । नवीन कटारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नवनिर्मित 20 कॉलोनी, लहारपुर, कटारा हिल्स, स्प्रिंग वेली, पार्क सिटी ,सिगनेचर सिटी,सागर गोल्डन , कटारा गाँव , बर्राई, रापडीया , बगरोदा, बगली आदि क्षेत्र सम्मिलित किया गया है , पूर्व में यह क्षेत्र थाना बागसेवनिया एवं थाना मिसरोद के अंतर्गत आता था। दूरी अधिक होने की वजह से स्थानीय नागरिको को असुविधा का सामना करना पड़ता था !

Kolar News

Kolar News 1 July 2017

  लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार 1 जुलाई से जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) लागू हो रहा है। सरकार ने  देश में वन नेशन वन टैक्स को साकार करते हुए जीएसटी लॉन्च किया । इसके बाद एक आम आदमी की जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा यह बात हर कोई जानना चाहता है। हम आपको बताते हैं कि जीएसटी लागू होने के बाद कौन सी चीज सस्ती होगी और कौन सी महंगी। यहां मिलगी राहत ब्रांडेड सामान ,होटल में ठहरना और रेस्त्रां में खाना ,अनाज और प्रोसेस्ड फूट आयटम्स ,मनोरंजन सेवाएं ,साबुन-टूथपेस्ट ,पर्सनल हेयर प्रोडक्ट ,एंट्री लेवल की कारें, टू-व्हीलर्स, पेंट,सीमेंट,बिजली का सामान, यहां जेब पर पड़ेगा असर चाय, कॉपी, मसाला, सेंव,सभी तरह के लक्जरी सामान ,तंबाकू उत्पाद,मोबाइल बिल,बीमा,बैकिंग,इंटरनेट, वाईफाई, डीटीएच सेवाएं, स्कूल फीस,कुरियर सेवा एयर टिकिट्स। चीजें जिन पर नहीं लगेगा टैक्स: दूध, अनाज, फल, नमक, चावल, पापड़, रोटी, जानवरों का चारा, कंडोम, गर्भनिरोधक दवाएं, किताबें, चूड़ियां। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि जीएसटी की उच्चतम 28 फीसदी दर उन वस्तुओं पर लागू होगी, जिन पर फिलहाल 30 से 31 फीसदी (12.5 फीसदी एक्साइज ड्यूटी और 14.5 फीसदी वैट) टैक्स लगता है। इस श्रेणी में आने वाली कई वस्तुएं ऐसी हैं जिनका निम्न मध्यम वर्ग द्वारा उपयोग बढ़ता जा रहा है। इसलिए उन वस्तुओं को 18 फीसदी वाली श्रेणी में शिफ्ट किया जाएगा। सीपीआई की 50 फीसदी वस्तुओं पर कोई कर नहीं महंगाई न बढ़े इसके लिए जरूरी सामानों पर सबसे कम पांच फीसदी टैक्स लगेगा। इसी तरह महंगाई (सीपीआई या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) की दर मापने के बॉस्केट में आने वाली अनाज समेत 50 फीसदी वस्तुओं पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा। आम आदमी को यह होगा फायदा जीएसटी के चार तरह के कर को लेकर बनी सहमति के दौरान इस बात का भी ध्‍यान रखने की कोशिश की गई है कि आम आदमी पर इसका बोझ ज्‍यादा ना पड़े। इसके चलते रोजमर्रा में इस्‍तेमाल होने वाली चीजों पर टैक्‍स 6 प्रतिशत की बजाय 5 प्रतिशत करने पर सहमति बनी है। हालांकि फिलहाल यह साफ नहीं है कि सरकार रोजमर्रा की चीजों की लिस्‍ट में किन वस्‍तुओं को शामिल करती है। इसके अलावा सोने पर भी दरों को लेकर कोई साफ निर्णय सामने नहीं आया है। वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सीपीआई में शामिल 50 प्रतिश चीजों पर कोई टैक्‍स नहीं लगेगा वहीं ज्‍यादा खपत होने वाले प्रोडक्‍ट्स पर 5 फीसदी टैक्‍स लगेगा।  

Kolar News

Kolar News 30 June 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में दो जुलाई को वृहद वृक्षारोपण का इतिहास रचा जायेगा। इस दिन नर्मदा बेसिन में जन-सहभागिता से 6 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाये जायेंगे। इसकी तैयारियाँ युद्ध स्तर पर चल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस महत्वाकांक्षी जन-अभियान की तैयारियों की आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने नर्मदा बेसिन से संबंधित जिलों में वृक्षारोपण की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस जन-अभियान को जन-महोत्सव का रूप दिया जाये। इसमें सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं सभी संगठनों तथा किसान, व्यापारी, विद्यार्थी, सरकारी कर्मचारी आदि सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। पौधों, गड्डे एवं लोगों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये। श्री चौहान ने कहा कि इस महाभियान से नर्मदा सेवा मिशन का सबसे बड़ा संकल्प पूरा होगा। यह पर्यावरण बचाने का महायज्ञ है। इससे जन-संगठनों और जनता को जोड़ने के लिये अभिनव प्रयोग किये जाये। प्रत्येक जिला अपना लक्ष्य पूरा करेगा। उन्होंने वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा और देखभाल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पौधे निर्धारित स्थान पर पहुँच जाये तथा इसमें सहयोग के लिये लोगों का पंजीयन भी बढ़ाया जाये। मुख्यमंत्री ने जनता की सहभागिता बढ़ाने के लिये जिलों में किये गये नवाचारों पर प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं अमरकंटक, जबलपुर एवं खंडवा जिलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ मॉ नर्मदा के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं नर्मदा गीत से किया जाये। इसमें जन-संगठनों, जनता और जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी हो। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलेकटर से लक्ष्य पौधों की उपलब्धता, गड्डों की स्थिति और जन-सहभागिता की जानकारी ली। समीक्षा के दौरान वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही जिलों में सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 29 June 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में दो जुलाई को वृहद वृक्षारोपण का इतिहास रचा जायेगा। इस दिन नर्मदा बेसिन में जन-सहभागिता से 6 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाये जायेंगे। इसकी तैयारियाँ युद्ध स्तर पर चल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस महत्वाकांक्षी जन-अभियान की तैयारियों की आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने नर्मदा बेसिन से संबंधित जिलों में वृक्षारोपण की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस जन-अभियान को जन-महोत्सव का रूप दिया जाये। इसमें सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं सभी संगठनों तथा किसान, व्यापारी, विद्यार्थी, सरकारी कर्मचारी आदि सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। पौधों, गड्डे एवं लोगों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये। श्री चौहान ने कहा कि इस महाभियान से नर्मदा सेवा मिशन का सबसे बड़ा संकल्प पूरा होगा। यह पर्यावरण बचाने का महायज्ञ है। इससे जन-संगठनों और जनता को जोड़ने के लिये अभिनव प्रयोग किये जाये। प्रत्येक जिला अपना लक्ष्य पूरा करेगा। उन्होंने वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा और देखभाल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पौधे निर्धारित स्थान पर पहुँच जाये तथा इसमें सहयोग के लिये लोगों का पंजीयन भी बढ़ाया जाये। मुख्यमंत्री ने जनता की सहभागिता बढ़ाने के लिये जिलों में किये गये नवाचारों पर प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं अमरकंटक, जबलपुर एवं खंडवा जिलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ मॉ नर्मदा के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं नर्मदा गीत से किया जाये। इसमें जन-संगठनों, जनता और जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी हो। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलेकटर से लक्ष्य पौधों की उपलब्धता, गड्डों की स्थिति और जन-सहभागिता की जानकारी ली। समीक्षा के दौरान वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही जिलों में सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 29 June 2017

देर आयद पर दुरुस्त आयद की तर्ज पर दक्षिण-पश्चिम मानसून ने प्रदेश का 80 फीसदी हिस्सा कवर कर लिया है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने शक्तिशाली सिस्टम के कारण भोपाल सहित करीब एक दर्जन जिलों में 48 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। उधर मंगलवार को दिन में रीवा और गुना में 2 सेमी. बरसात हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मानसून ने मंगलवार दोपहर तक गुना,अशोकनगर,सतना,सीधी में भी अपनी आमद दर्ज करा दी है। इसके आगे बढ़ने का सिलसिला जारी है। मानसून अभी तक प्रदेश के करीब 80 फीसदी हिस्से को कवर कर चुका है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ.अनुपम काश्यपि के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी मप्र,छत्तीसगढ़,झारखंड होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन(द्रोणिका) बनी हुई है। उधर दक्षिणी गुजरात से केरला कोस्ट तक एक दूरतटवर्ती द्रोणिका बनी हुई है। इन दोनों शक्तिशाली सिस्टमों के कारण मानसून को जबरदस्त ऊर्जा मिल रही है। अगले 24 घंटों के दौरान भोपाल,सीहोर, हरदा, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रायसेन, बैतूल में भारी वर्षा होने की संभावना है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान नसरूल्लागंज, बरेली में 8, गुढ़, खुरई में 7, नरसिंहपुर, अमरवाड़ा में 6, सिवनी, आगर, उदयपुरा में 5, करेली, नीमच और बुदनी में 4 सेमी. पानी गिरा।

Kolar News

Kolar News 28 June 2017

राजधानी के कलियासोत डेम पर बने पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में ट्रेड मिल टेस्ट (टीएमटी) की सुविधा भी मिलेगी।  इसके लिए कॉलेज प्रबंधन ने करीब 3 लाख रुपए से टीएमटी मशीन खरीदी है। एक निजी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट से टीएमटी करने के लिए अनुबंध किया जा रहा है। निजी अस्पतालों में टीएमटी के 1100 रुपए लगते हैं। खुशीलाल आयुर्वेद कॉलेज में यह जांच करीब 200 रुपए में हो जाएगी। बता दें कि प्रदेश के किसी भी सरकारी आयुर्वेद कॉलेज में यह सुविधा अभी नहीं है।

Kolar News

Kolar News 27 June 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने मुस्लिम समाज को ईद की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी हैं। श्री चौहान आमिल साहब शेख इसुबभाई भरुची के यहाँ पहुँचे। श्री चौहान ने आमिल साहब को ईद की मुबारकबाद दी। उन्हें पुष्प-गुच्छ भेंट कर ईद की शुभकामनाओं का पारस्परिक आदान-प्रदान किया।  

Kolar News

Kolar News 26 June 2017

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' जरिए राष्ट्र को संबोधित किया। सुबह 11 बजे हुए इस प्रसारण में मोदी ने जगन्नाथ रथ यात्रा और रमजान का जिक्र किया और लोगों को बधाइयां दी।  पीएम ने कहा कि मौसम बदल रहा है। इस बार गर्मी भी बहुत रही, लेकिन अच्छा हुआ कि वर्षा ऋतु समय पर अपने नक्शे कदम पर आगे बढ़ रही है। जीवन में कितनी ही आपाधापी हो, तनाव हो, व्यक्तिगत जीवन हो, सार्वजनिक जीवन हो, बारिश का आगमन मनःस्थिति को बदल देता है। प्रधानमंत्री ने मुबारकपुर के लोगों की तारीफ की, जिन्होंने शौचालय बनाने के लिए दिया गया 17 लाख रुपए का फंड लौटा दिया और अपने प्रयासों से खुले में शौच से मुक्ति पाई। आपातकाल के 42 साल पूरे होने का जिक्र करते हुए करते हुए पीएम मोदी ने कहा, '25 जून, 1975 की वो काली रात थी जो कई भी लोकतंत्रप्रेमी भुला नहीं सकता है। कोई भारतवासी भुला नहीं सकता। देश को जेलखाने में बदल दिया गया था। विरोधी स्वर को दबोच दिया गया था। जयप्रकाश नारायण सहित देश के गणमान्य नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया था। न्याय व्यवस्था भी आपाताकाल के उस भयावह रूप की छाया से बच नहीं पाई थी। अखबारों को तो पूरी तरह बेकार कर दिया गया था।' इस दौरान मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की एक कविता भी पढ़ी। योग दिवस की कामयाबी पर मोदी ने कहा, 21 जून को पूरा देश ही नहीं दुनियाभर में योग हो रहा था। योग अब दुनिया को जोड़ने का जरिया बन गया है। जगन्नाथ रथ यात्रा के बारे में उन्होंने कहा, भगवान जगन्नाथ गरीबों के स्वामी हैं। बहुत कम लोगों को पता होगा कि अंग्रेजी में juggernaut शब्द का अर्थ है- जगन्नाथ। मोदी ने बताया कि रोज उन्हें बहुत सारी चिट्ठियां आती हैं। लोगों से जुड़े रहने के लिए वे चुनिंदा चिट्ठियां पढ़ते हैं। इसी क्रम में उन्होंने तमिलनाडु की एक गृहिणी की एक चिट्ठी का भी जिक्र किया। इस चिट्ठी के माध्यम से मोदी ने लोगों को भारत सरकार की गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस योजना का जिक्र किया। https://gem.gov.in पर इसकी सारी जानकारी उपलब्ध है। यहां लोग अपनी बनाई चीजें सरकार को बेच सकते हैं। मोदी ने कहा, खादी का रुमाल दे कर स्वागत करते हैं, तो कितने गरीब लोगों को मदद मिलती है। खर्चा कम हो जाता है और सही रूप से उसका उपयोग भी होता है। मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो मैंने परंपरा बनाई थी कि हम बुके नहीं बुक देंगे या खादी के रूमाल से स्वागत करेंगे। अभी दो दिन पहले इसरो ने कॉर्टोसेट सैटेलाइट के साथ 30 नैनोसैटेलाइट लॉन्च किए। भारत के नैनोसैटेलाइट अभियान से खेती-किसानी के काम में, प्राकृतिक आपदा के संबंध में काफी कुछ हमें मदद मिलेगी।  

Kolar News

Kolar News 25 June 2017

राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने कहा कि विश्वविद्यालय ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने, उनके उन्नयन और स्वरोजगार की ओर विशेष ध्यान दें। साथ ही कौशल विकास जैसी रोजगारपरक शैक्षणिक शैली के माध्यम से विद्यार्थियों के स्वावलम्बन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। राज्यपाल ने भोपाल  राजभवन में महात्मा गांधी ग्रामोदय चित्रकूट विश्वविद्यालय, के प्रबंध मण्डल की 51 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिये। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. एम मोहनराव, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अशीष उपाध्याय, कुलपति प्रो.एन.सी गौतम, प्रबंध मंडल के सदस्य तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य आदिवासी बाहुल्य चित्रकूट परिक्षेत्र के समग्र विकास के लिए तथा मानवीय चेतना को विकसित कर उन्हें राष्ट्र के‍विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट क्षेत्र उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा से सटे होने के कारण इस विश्‍वविद्यालय का महत्व और दायित्व बहुत बढ जाता है। छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के साथ इस क्षेत्र की सभ्यता और संस्कृति को पूरे देश एवं विदेश में पहुँचाना हमारा कर्तव्य है। राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में स्वच्छ वातावरण निर्मित करने का प्रयास करना चाहिए। बैठक में चित्रकूट विश्वविद्यालय के प्रबंध मंण्डल की 52 वीं बैठक चित्रकूट सतना में ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया ।  

Kolar News

Kolar News 25 June 2017

  कोलार पाइप लाइन बदलने का काम तेजी के साथ शुरू हो चुका है। इसमें राहत देने वाली बात यह है कि कोलार मेन रोड पर पाइप लाइन के दायरें में आ रहे अतिक्रमण हटाने का प्लान नहीं है। पाइपलाइन मेन रोड से ढाई मीटर अंदर से बिछाई जा रही है। इसलिए निगम अधिकारियों का मानना है कि जरुरत के मुताबिक अतिक्रमण हटाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।   दरअसल कोलार पाइप लाइन बिछाने से पहले कोलार क्षेत्र में निगम अधिकारियों ने सर्वे किया था, सर्वे रिपोर्ट में करीब चार दर्जन से अधिक मकान व दुकान चपेट में आ रहे थे। भविष्य की योजनाओं और सड़क चौड़ीकरण को देखते हुए निगम अधिकारियों ने ढाई मीटर अंदर से पाइप लाइन बिछाने की बात कही है। अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा सीमेंट की पुरानी पाइपलाइन के स्थान पर नई कोलार लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी और निगम अफसरों की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि जहां तक संभव हो सड़क खोदकर पाइप लाइन बिछाने की बजाय इसे सड़क से दूर बिछाया जाए। वन विभाग ने पाइपलाइन बिछाने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट के लिए मई में महापौर आलोक शर्मा ने भूमिपूजन किया था।   नगर निगम के नगर यंत्री एआर पवार ने बताया पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। कोलार में जो अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे, फिलहाल उन्हें हटाने के बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है। जरूरत के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारीगण इस बारे में निर्णय लेंगे।  

Kolar News

Kolar News 22 June 2017

हर साल 60 से अधिक लोगों की डेम और तालाब में डूबने से मौत हो जाती है। इनमें से करीब 80 फीसदी लोग 15 से 35 साल तक की उम्र के होते हैं। बावजूद इसके सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। शहर के 10 से ज्यादा डेम और तालाबों में कोई गोताखोर तैनात नहीं है। जिससे चलते हादसे होते हैं। अगर निगम इन स्थानों पर गोताखोर तैनात कर दे तो कई जानें बचाई जा सकती हैं। निगम को इसके लिए महज 6 लाख रुपए सालाना ही खर्च करने पड़ेंगे। दरअसल नगर निगम गोताखोरों को 25 दिन की ड्यूटी पर रखता है। इन्हें कलेक्टर गाइड लाइन के मुताबिक कुल 5 हजार 900 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है। इस हिसाब से अगर सभी स्थानों पर एक-एक गोताखोर तैनात कर दिया जाए तो साल का करीब 6 लाख रुपए खर्च आएगा। सोमवार को घोड़ापछाड़ डेम में डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई। अब सवाल ये उठता है कि आखिर मौत क्यों हुई, साफ है अगर यहां निगम ने कोई गोताखोर तैनात कर रखा होता तो हादसा नहीं होता। अगर हम शहर में स्थित तलाबों और डेमों पर सुरक्षा-व्यवस्था पर नजर डालें तो केवल बड़े तालाब और वीआईपी रोड पर ही गोताखोर तैनात किए गए हैं। जिससे करीब 55 फीसदी लोगों की जान बचा ली जाती है। नगर निगम गोताखोरों को हर महीने 5 हजार 900 रुपए मानदेय देता है। वीआईपी रोड और शीतलदास की बगिया के अलावा भोपाल में केरवा, शाहपुरा लेक, कलिया सोत पर 2-2 और छोटे तालाब पर 1 गोताखोर तैनात कर दिया जाए तो कई जानें बचाई जा सकती हैं। इन पर नगर निगम को महीने में महज 50 हजार रुपए तक खर्च करने होंगे। भोपाल में तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा छोटे बड़े डैम और तालाब हैं। जहां ज्यादातर स्थानों पर कोई गोताखोर तैनात नहीं है। इनमें केरवा डेम, कोलर डेम,छोटा तालाब, कलियासोत डेम, घोड़ापछाड़ डेम, हथाईखेड़ा डैम, बड़े तालाब का कुछ हिस्सा, भदभदा डेम, शाहपुरा तालाब और पांच नंबर तालाब शामिल है। वर्ष 2015 और 2016 में केरवा और बड़े तालाब में डूबने से 35 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि वीआईपी रोड पर गोताखोरों के होने के कारण तीन दर्जन से अधिक लोगों की जान बचाई गई। राजधानी में बड़े तालाब में शीतल दास की बगिया, लेकव्यू प्वाइंट और राजाभोज की प्रतिमा के पास सबसे ज्यादा लोग डूबते हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अगर डेम या तालाब के खतरनाक स्पॉट्स पर नगर निगम घाट बना दे तो कई हादसे रोके जा सकते हैं। घाट होने के कारण लोग उसका उपयोग करेंगे, जिससे हादसे टाले जा सकते हैं। इसके साथ ही यहां पर गहराई और चेतावनी के बोर्ड लगाकर लोगों को खतरे से आगाह किया जाना चाहिए। भोपाल पुलिस पानी वाले दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर नगर निगम को कई बार पत्र लिख चुकी है, लेकिन निगम ने इन इलाकों पर सूचना बोर्ड लगाने के अलावा हादसे रोकने के लिए कोई कारगर कोशिश नहीं की। एसपी नॉर्थ अरविंद सक्सेना और तत्कालीन एएसपी जोन-3 राजेश मिश्रा ने वर्ष 2013 में नगर निगम को वीआईपी रोड पर राजाभोज की मूर्ति तक रेलिंग पर जाली लगाए जाने के लिए पत्र लिखा था। नगर निगम ने पत्र का जवाब देते हुए लिखा था कि इससे वीआईपी रोड की सुदंरता खत्म हो जाएगी। इसके बाद न तो पुलिस ने और न ही प्रशासन ने ध्याान दिया। ये हैं डेंजर जोन-शीतलदास की बगिया, कोलार डेम ,केरवा डेम, कलियासोत डेम, वीआईपी रोड, पुरानी खदानें, हथाईखेड़ा डेम और छोटा तालाब। शासन की जिम्मेदारी डेम या तालाब के खतरनाक स्थानों को जाली आदि से संरक्षित कर वहां गार्ड की व्यवस्था करनी चाहिए।समय-समय पर स्कूल और कॉलेज में जाकर छात्र-छात्राओं में जागरूकता लाएं।जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जाने चाहिए। पानी में जाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल अगर आप को तैरना नहीं आता है, तो पानी में न उतरें। पानी की गहराई और इलाके की जानकारी नहीं होने पर तैरना आने पर भी पानी में न कूदें। किसी बड़े की निगरानी में ही ऐसे इलाकों में पिकनिक मनाने जाएं।सुरक्षा के लिए लिखी चेतावनी को गंभीरता से लें और अगर कोई साइन बोर्ड न भी हो तो भी किसी तरह की लापरवाही न बरतें। माता-पिता की भी जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को ऐसे इलाकों से दूर रहने के लिए समझाइश देते रहें।  

Kolar News

Kolar News 21 June 2017

शहरी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन के साथ ही दो साल पहले 25 जून को अटल मिशन फॉर रिजुवनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉरमेशन (अमृत) व हाउसिंग फॉर आल की लांचिंग की थी। अमृत में पानी सप्लाई, सीवेज, ट्रांसपोर्ट और हरियाली 15 प्रोजेक्ट्स के लिए अब तक की सबसे बड़ी रकम 931 करोड़ रुपए मंजूर किए है, लेकिन भूमिपूजन सिर्फ दो का ही हो पाया है। इनमें भी कोर्ट और डिजाइन की वजह से काम शुरू नहीं हो पाया है। बाकी टेंडर प्रक्रिया में हैं। कुछ की सिर्फ आधी अधूरी डीपीआर बनी है, जिस पर फैसला होना बाकी है। नगर निगम और प्रदेश सरकार ने पहले 1510 करोड़ रुपए के प्र्रस्ताव केंद्र को भेज दिए थे। बाद में पता चला कि इंसेटिव की रकम भी गलती से जुड़ गई। इस वजह से फिर से एक्शन प्लान बनाना पड़ा। कोलार मेन ग्रेवटी लाइन बदलने का कामः अमृत के तहत 40 साल पुरानी हो चुकी कोलार मेन ग्रेवटी लाइन और फीडर लाइन को बदलने के लिए 162 करोड़ मंजूर हुए थे। निगम ने 136 करोड़ रुपए में एजेंसी का चयन किया। इसका भूमिपूजन भी हो गया। इसके तहत 20 किमी लंबी मेन ग्रेवटी पाइप लाइन और शहर के अंदर 60 किमी फीडर लाइन बदलना है। पीडब्ल्यूडी और वन विभाग की एनओसी नहीं मिलने के कारण काम चालू नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा कोलार रोड में रहवासी और विधायक रामेश्वर शर्मा के विरोध के कारण डिजाइन बदलने पर अड़े हैं। पाइप लाइन को कोलार रोड के बजाए बाहर से लाने की मांग हो रही है। इसमें कम से कम छह महीने और लगेंगे। अपर आयुक्त नगर निगम एमपी सिंह पहले चरण में हमने पेयजल को शामिल किया है। कोलार पाइप लाइन और भौरी पेयजल योजना का काम शुरू हो चुका है। बाकी तालाबों के एसटीपी टेंडर प्रक्रिया में हैं। अब नालों की डीपीआर भी बनाई जा रही है। एक साथ रकम नहीं मिलने से जोन के हिसाब से डीपीआर बनाने के कारण प्रोजेक्ट में देरी होती है।  

Kolar News

Kolar News 20 June 2017

  राष्ट्रपति चुनाव को लेकर केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने दलित कार्ड खेलते हुए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाया है। रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संवाददाता सम्मेलन में की। उन्होंने कहा कि रामनाथ कोविंद दलित व पिछड़े वर्गों के लिए हमेशा से ही संघर्ष करते रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि सभी सहयोगी दलों व विपक्षी दलों के नेताओं को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। साथ ही पीएम मोदी ने सोनिया गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी बात की है और सोनिया गांधी जी ने कहा है कि वे बातचीत करने के बाद आगे के फैसले के बारे में बताएंगी। इसके पहले बैठक में राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार पर फैसला तो नहीं हुआ था लेकिन तय हुआ था कि नाम पर अंतिम मुहर पीएम मोदी और अमित शाह ही लगाएंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए रामनाथ कोविंद का नाम सार्वजनिक किए जाने के बाद सभी तरफ से राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के महासचिव नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोविंद अजातशत्रु हैं और इनके नाम को कोई भी इन्कार नहीं कर सकता। उनकी छवि निर्विवाद रही है। वहीं बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी ने कहा कि इस पद के लिए रामनाथ कोविंद सबसे अच्छा चुनाव हैं। राजनीतिक स्तर पर भी यह चयन बिल्कुल सही है। वो एक उदारवादी नेता हैं और संविधान के अच्छे जानकार हैं। इस पद के लिए वो बिल्कुल सही व्यक्ति हैं। राम नाथ कोविन्द का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले (वर्तमान में कानपुर देहात जिला ) की तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। कोविंद का संबंद कोरी या कोली जाति से है, जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। वकालत की उपाधि लेने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। आठ अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति हुई। वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। साल 2000 में पुनः उत्तरप्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार 12 साल तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे।  

Kolar News

Kolar News 19 June 2017

कोलार के 30 प्रतिशत से ज्यादा हैंडपंप बंद पड़े हैं। कुछ पानी की कमी की वजह से बंद हैं, तो कुछ निगम प्रशासन की लापरवाही की वजह से। यदि इनमें समय रहते सुधार करवा दिया जाए तो कोलारवासियों के लिए भीषण गर्मी में बड़ी राहत देते, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि लंबे अरसे से इनको अनदेखा किया जा रहा है। जिस वजह से इनकी आज यह हालत हो गई है। नगर निगम प्रशासन ने विलय के बाद से आज तक इन हैंडपंपों की सुध ही नहीं ली। पानी को लेकर पहले ही यहां स्थिति ठीक नहीं है निगम अफसरों की लापरवाही का खामियाजा नागरिक भुगत रहे हंै। हैण्डपम्पों का लेखाजोखा  कोलार की आबादी 03 लाख  उपनगर के अंतर्गत वार्ड 05 वार्ड  हैंडपंप की संख्या 210  खराब हैंडपंप हैं  50  कोलार उपनगर में वार्ड 80, वार्ड 81, वार्ड 82, वार्ड 83 और वार्ड 84 में लगभग 210 हैंडपंप लगे हैं। इनमें से करीब 50 हैंडपंप बंद हैं। कुछ हैंडपंप की चेन टूटने, नट-बोल्ट नहीं होने तो कुछ भूजल स्तर गिर जाने से लंबे समय से बंद पड़े हैं। जोनल अधिकारी, 18 के शैलेष चौहान ने बताया कि हेडपंप खराब होने की सूचना कहीं से नहीं मिली है।  उपनगर कोलार में अधिकांश हैंडपंप खराब हैं। इस कारण यहां के कबाड़ चोरों की नजर हैंडपंप में लगी हुई है। कई इलाकों के हैंडपंप के पुर्जे निकालकर कबाड़ चोरों ने मार्केट में बेच चुके हैं। गेंहूखेड़ा क्षेत्र में भी हैंडपंप बंद पड़ा है।  बताया जाता है कि इस हैंडपंप से क्षेत्र के करीब तीन हजार लोग पानी भरते थे। प्रियंका नगर में कई सालों से बंद पड़ा हैंडपंप। इसकी मरम्मत के लिए रहवासी कई बार गुहार लगा चुके हैं। इसके बावजूद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे।  दिसंबर माह से भू-जल स्तर गिरना शुरू हो जाता है। गर्मी का मौसम आते-आते ही बोर सूख जाते हैं। इससे पानी के लिए लोगों की लंबी कतारें भी बढ़ने लगती हैं। लोग कोलार डेम का पानी भरने सुबह से ही कोलार पाइप लाइन के पास कतार में खड़े हो जाते हैं। कई अपार्टमेंट में रहने वाले कई लोग तक अपने वाहनों से अकबरपुर या स्वर्ण जयंती पार्क के सामने जाकर पानी भरते हैं। यदि प्रशासन इन हैंडपंपों को ठीक कर दे तो काफी हद तक पानी की समस्या दूर हो जाए। 

Kolar News

Kolar News 18 June 2017

  मंदसौर में पुलिस की गोली से मारे गए किसान और उनकी मांगों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार से सत्याग्रह शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि मंदसौर की घटना प्रदेश के माथे पर कलंक है। मोदी और शिव 'राज" में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। तीन साल में 1800 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को शव राज्य बना दिया है। अगले तीन दिन तक किसानों की समस्या पर बात होगी और फिर प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मिलकर संघर्ष की रणनीति बनाएंगे। भोपाल  के टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में दोपहर बाद सत्याग्रह शुरू करने से पहले मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सिंधिया ने कार्यकर्ता और किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब तक प्रदेश में शांति बहाली नहीं हो जाती, वे उपवास जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक भी नेता को मृतक किसानों के परिजनों से ये कहते हुए मिलने नहीं दिया कि स्थिति बिगड़ सकती है और आज वे स्वयं भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वहां पहुंच गए। इससे साफ जाहिर होता है कि वे किसानों के नाम पर राजनीति करते हैं। देश में बीते में तीन साल में 12 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। केंद्र ने किसानों को मिलने वाला बोनस बंद कर दिया। मंडियों में उपज बेचने के लिए किसानों को लाइनें लगानी पड़ रही हैं। उन्होंने गोलीकांड की जांच के लिए बनाई समिति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि निहत्थे किसानों पर गोली किसने और क्यों चलाई? वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे। कांग्रेस के इस संघर्ष में जिन कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें सरकार बनते ही वापस लिया जाएगा। नौकरशाही की व्यवस्था में हम ऐसा परिवर्तन लाएंगे कि वे दबाव में कभी भी गलत फैसले न लें। निष्पक्ष होकर काम करें। पुलिस सिस्टम में भी आमूलचूल बदलाव करेंगे, ताकि वे न तो उद्दंड हों और न ही निरंकुश। कार्यक्रम शुरू होते ही सिंधिया समर्थकों ने झंडे लहराने और नारेबाजी शुरू कर दी। अपने समर्थक गिरिराज दंडोतिया को सिंधिया ने फटकारा और कहा कि न तो किसी के झंडे लहराए जाएंगे और न ही किसके पक्ष में कोई नारेबाजी होगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को शांत कर बैठाया। मीडिया के एक प्रतिनिधि से कार्यकर्ता की बहस होने पर उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों से हाथ जोड़कर विनम्र आग्रह किया और खेद भी जताया। मंच पर सिंधिया का ही दबदबा दिखा। कार्यक्रम के दौरान पूरे समय मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा पत्रकारों के बीच बैठे रहे। जहां सिंधिया के भाषण में जोश नजर आता था तो वे कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते रहे।  

Kolar News

Kolar News 15 June 2017

कोलार स्थित सीआई स्क्वायर मॉल मामले में कस्टमरों ने निर्माण की अनुमतियों को लेकर सवाल खडेÞ किए हैं। बिल्डर राके श मलिक ने सीआई स्क्वायर मॉल की परमिशन के लिए अधिकारियों से मिलीभगत की और फर्जीवाड़ा कर जमीन पर आधी-अधूरी परमिशन लेकर सीआई मॉल बनाने का काम शुरू कर दिया। मलिक ने मॉल में रेसीडेंसियल परमिशन पर भी कमर्शियल कंस्ट्रक्शन कर दिया।  बिल्डर राकेश मलिक के शॉपिंग मॉल की परमिशन को लेकर पहले नगर निगम अधिकारियों ने शुरूआती तौर पर रुची नहीं दिखाई थी। मलिक ने अपने रसूख के दम पर अधिकारियों से जुगाड़ कर परमिशन ले अनाधिकृत रूप निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। अधिकारियों ने कुछ फ्लोर की कर्मशियल और बाकि फ्लोर की रेसीडेंशियल परमीशन दी थी किन्तु बिल्डर मलिक ने फर्जीवाड़ा कर पूरा शॉपिंग मॉल कमर्शियल  बना दिया। अब कस्टमरों की आपत्ति पर नगर निगम बिल्डर को नोटिस थमाएगा। सीआई बिल्डर राकेश मलिक ने शॉपिग मॉल कंस्ट्रक्शन में नियमों की अनदेखी की है। सूत्रोंं के अनुसार शिकायत के बाद निगम अधिकारियों ने बिल्डर मलिक को हिदायत दी कि प्लॉट के 50 प्रतिशत हिस्से में ही आपको कमर्शियल दुकान बनानी थी,बाकि शेष प्लॉट की जमीन पर रेसीडेंशियल कंस्ट्रक्शन करना था। लेकिन आपने पूरा प्रोजेक्ट ही कमर्शियल बना दिया है। जबकि पूरे प्रोजेक्ट की कमर्शियल परमीशन ही नहीं है। यह प्रोजेक्ट 2011 से अभी तक चल रहा है। अब संबंधित विभाग के अधिकारी बिल्डर को नोटिस दे कार्रवाई करने का प्लान बना रहे हैं।  मलिक ने भवन अनुज्ञा शॉखा में दो अलग-अलग प्लॉट के जमीन की परमिशन के लिए विभाग के चक्कर लगाए। इसके बाद अनाधिक़ृ त रूप दोनों प्लॉट पर शॉपिग मॉल बनाने का काम शुरू कर दिया। दोनों प्लाटों की अलग-अलग परमिशन दी गई थी। लेकिन बिल्डर ने दोनों प्लाटों को मर्ज कर पूरी तरह से कमर्शियल शॉपिंग मॉल बना दिया। इस तरह से कस्टमरों के साथ धोखाखड़ी कई गई।  

Kolar News

Kolar News 13 June 2017

चंद्रभान सक्सेना  मैं खंबा नंबर एनपी 62/7 साईंनाथ  नगर कोलार रोड, मेरा जन्म आज से लगभग 16 साल पहले हुआ था, उस समय मेरे आस-पास जंगल जैसा होता था। करीब 2 साल तक मैं अकेला खड़ा रहा, फिर मेरे शरीर पर बिजली के तार लगे और उसमें करंट दौड़ने लगा। बाद में धीरे-धीरे कुछ घर बने और लोग यहां रहने आने लगे। इसी दौरान मेरे ऊपर एक ट्यूब लाइट लगाई गई और मैं रोशनी की तरह रात में भी चमकने लगा। मैं खम्मा नंबर 62 बटा 7  इस मोहल्ले का चमकता हुआ चौराहा था, मेरे आस-पास कई बच्चे दिन में तो खेलते ही थे, मेरी रोशनी में देर रात तक भी खेलते थे। मोहल्ले की महिलाएं भी दिन में तो मेरे पास में खड़े होकर बतियाती थी, तो रात में भी उनकी चर्चा है मेरे पास होती रहती थी। यहां तक की कोई भी त्यौहार हो या किसी के यहां कोई कार्यक्रम हो उसकी चर्चा देर रात तक मेरे पास ही होती थी। मैं खंबा नंबर एनपी 62/7 साईनाथ नगर कोलार रोड, उस समय बहुत खुश रहता था, जब मोहल्ले में गणेश जी या दुर्गा जी की झांकी लगती थी और जब उनका विसर्जन होता था वह मेरे पास से निकलती थी और  चमकीली रोशनी में देर रात तक मेरे पास खड़ी रहती थी। उस समय मोहल्ले के लोग उनके दर्शन करते थे और मुझे भी उसका लाभ मिलता था।  लेकिन विगत 17 जून से मेरे पास अब कोई नहीं आता दिन में तो सूरज की रोशनी में समय गुजार लेता हूं लेकिन देर रात तक जो बच्चों का चहचहाना और महिलाओं की सुरीली आवाज से मैं गुंजन होता था। अब मैं मेरे लिए सपने जैसी बात हो गई है। मैंने सुना है कि मोहल्ले वालों ने मेरी चमक और रोशनी के लिए नगर निगम और मुख्यमंत्री के शिकायत नंबरों पर भी दर्ज किया। जिस प्रकार नगर निगम के महापौर आलोक शर्मा की घोषणा हुई थी किसी भी तरह की शिकायत मेरे नंबर पर करे तुरंत दूर होगी, लेकिन करीब 4-6 बार शिकायत के बाद भी अभी कुछ नहीं हुआ। यही नहीं मुख्यमंत्री को शिकायत के नंबर पर भी सूचना दी लेकिन वहां से भी जबाब आ गया,  कालोनी हैंडओवर नहीं हुई है, अंधेरे में रहो। यहां तक की बेचारे पार्षद रविंद्र यति और विधायक रामेश्वर शर्मा को भी शिकायत की लेकिन जब महापौर और मुख्यमंत्री को शिकायत करने के बाद कुछ नहीं हुआ तो उनकी क्या बिसात। बेचारे ई साहब पवन मेहरा जी भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। क्योंकि कालोनी हैंड ओवर नहीं है।  अब मैं खंबा नंबर एनपी 62/7 साईनाथ नगर कोलार रोड,  इंतजार कर रहा हूं।   शायद कोई प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति का शिकायत नंबर मिले और कोई उस पर मेरे लिए शिकायत करें तो शायद जैसे 12 साल में घूरे के दिन भी फिर जाते हैं अगले महीनें में मेरे अंधेरे में डूबे हुए 12 माह गुजर जाएंगे और शायद मैं रोशन हो चुका हूं इसी इंतजार में आपको अपनी व्यथा बताना चाहता हूं।  मैं खंबा नंबर एनपी 62/7 साईनाथ नगर कोलार रोड, मैं चाहता हूं कि देर रात तक मेरे आस-पास फिर बच्चों की अठखेलियां हो, फिर बच्चे मस्ती करें। मैं चाहता हूं मेरे आस-पास देर रात तक फिर महिलाएं बात करें। मैं चाहता हूं कि गर्मियों के मौसम में देर रात तक जैसे पहले बच्चे खेलते थे, बूढ़े लोग अपनी कुर्सी लगाकर बैठते थे। उसी प्रकार में  फिर मैं रोशन हूं लेकिन मेरी आशा है देखो कौन पूरी करता है।  मैं अपने रौशन होने का इंतजार कर रहा हूं।   

Kolar News

Kolar News 12 June 2017

कोलार के 80 फीट सड़क का मामला कोलार के पैलेस आर्चेड कॉलोनी के पास बने पी राजू और उसके पार्टनर विक्की भटेजा के वेस्टर्न होटल को बचाने के लिए एक पार्षद और राजधानी परियोजना प्रशासन के अफसरों ने नई योजना बनाई है। इस सड़क में आने वाले दूसरे निर्माण जैसे दो शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और 50 बंगलों की बाउंड्रीवॉल को गिराने की योजना बना रहे हैं। नेताओं और अफसरों के गठजोड़ के कारण अमरनाथ कॉलोनी से मंदाकिनी चौराहे तक बनने वाली 80 फीट सड़क में रहने वाली मासूम जनता फंस गई है। वेस्टर्न होटल 80 फीट सड़क के दायरे में बना हैं, लेकिन इस पर कार्रवाई करने की बजाय अफसर इस सड़क में आने वाले दूसरे निर्माण जैसे दो शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और 50 बंगलों की बाउंड्रीवॉल को गिराने की योजना बना रहे हैं, जबकि दूसरे निर्माण की अपेक्षा वेस्टर्न होटल आधे से अधिक सड़क की जमीन पर बना हुआ है। ऐसे में अब रहवासियों ने भी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि प्रशासन पहले वेस्टर्न होटल को तोड़े, फिर आम जनता के निर्माणों को हटाया जाए। प्रशासन रसूखदारों पर कार्रवाई नहीं करता है और आम आदमी को पहले टारगेट करता है। ऐसे में यदि प्रशासन को कार्रवाई करनी है, तो पहले वेस्टर्न होटल को हटाने की जाए। मंदाकिनी चौराहा स्थित अर्निंग प्वाइंट कॉम्प्लेक्स से लेकर जागरण लेक सिटी तक करीब तीन किमी लंबी सड़क का निर्माण होना है। अस्सी फीट चौड़ी बन रही इस सड़क के बीच में बिल्डरों के निर्माण और बिजली के पोल आड़े आ रहे हैं। इस रोड को लेकर विधायक तीन साल में एक दर्जन से अधिक बार बैठकें ले चुके हैं। बैठक में अधिकारी निर्माण की बात कहकर चले जाते हैं, लेकिन उस पर कार्रवाई कभी नहीं हो पाई है। सड़क के दायरे में वेस्टर्न होटल, अर्निंग प्वाइंट, विंडसर मध्या शॉपिंग मॉल की दुकानें और जानकी रेसीडेंसी, फार्च्यून स्टेट के मकानों की दीवारें आ रही हैं। 80 फीट सड़क का काम अधूरा होने के कारण आए दिन कोलार में जाम लगता है।  इस कारण रहवासियों की मंशा है कि 80 फीट सड़क का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। लेकिन इस सड़क पर रसूखदारों का कब्जा होने के कारण यह सड़क पिछले 8 साल से अधूरी पड़ी है। इसके पहले पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने भी इस सड़क को पूरा कराने के प्रयास किए थे, लेकिन पी राजू और अधिकारियों के गठजोड़ के कारण यह काम अधूरा था। अब विधायक शर्मा ने इस काम को एक साल में पूरा कराने का प्रण लिया है। सीपीए के एसडीओ प्रदीप चतुर्वेदी ने बताया कि कोलार की 80 फीट सड़क के काम को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम जारी है। इस दायरे में आने वाले सभी निर्माणकर्ताओं के नाम सर्चिंग किए जा रहे हैं। इसके बाद अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम हुजूर को एक प्रस्ताव सौंपेंगे। एसडीएम ही इस मामले में सभी को नोटिस जारी करेंगे।

Kolar News

Kolar News 10 June 2017

बारिश के मौसम में राजधानी से सटे जंगलों में बाघों का मूवमेंट भीतर की तरफ होने की बजाय शहरी क्षेत्र में हो रहा है। इस बात को ध्यान में रख कर वन विभाग ने कलियासोत और समरधा के जंगलों में पेट्रोलिंग तेज कर दी है। इसके लिए जंगल में गश्त लगाने वाले वन रक्षकों को बरसाती और जूते भी देने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इससे पहले कलियासोत डेम 13 के शटर के पास एक बाघिन और शावक के मूवमेंट के बाद वहां पर वन रक्षकों की चौकसी बढ़ाई गई थी, लेकिन अब शहर के दूसरे क्षेत्रों में भी बाघों और तेंदुए का मूवमेंट सामने आने से योजना बदली जा रही है।  पिछले दिनों पेट्रोलिंग के दौरान कोलार ,केरवा,कलियासोत के जंगलों में पगमार्कों के आधार पर इस बात की पुष्टि हुई थी कि वहां पर बाघों और तेंदुए की गतिविधियां बढ़ रही हैं। भोपाल वन मंडल के कंजरवेटर एसपी तिवारी का कहना है कि रहवासी इलाके नजदीक बाघ मूवमेंट होने की वजह से वॉलेंटियर तैयार किए जा रहे हैं जो इन पर पूरी तरह नजर रखेंगे।

Kolar News

Kolar News 9 June 2017

किसानों के हित में दाल की कीमत गिरने नहीं देंगे शिवराज सिंह  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां मंत्रालय में कृषि विभाग की भविष्य की कार्य-योजनाओं और तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने प्याज खरीदी की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों से प्याज आठ रुपये प्रति किलो खरीदा जाएगा और पीडीएस की दुकानों में गरीब उपभोक्ताओं के लिये दो रूपये प्रतिकिलो की दर से उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं के लिये खरीदी की सीमा भी तय की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक सार्वजनिक वितरण दुकान में करीब चार सौ उपभोक्ता कवर होते हैं। तुअर खरीदने के संबंध में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रत्येक जिले में तुअर की उपलब्धता का आकलन करें। तुअर, मूंग और उड़द की खरीदी एक ही केंद्र से की जाएगी। अभी तक 80 खरीदी केंद्र बनाये जा चुके हैं। बैठक में बताया गया कि अनुमान के अनुसार 30 जून तक एक से डेढ लाख मीट्रिक टन तुअर खरीदी की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि दाल का आयात नहीं होगा। इससे घरेलू बाजार में दाल की कीमत गिर जाएगी और किसानों को दाम नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दाल की कीमत गिरने नहीं दी जाएगी ताकि किसानों को उनकी उपज का पूरा दाम मिल सके। दाल में किसी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जायेगी। श्री चौहान ने मूल्य स्थिरीकरण कोष तत्काल प्रभाव से स्थापित करने निर्देश दिये। उन्होने कृषि लागत एवं विपणन आयोग का संगठनात्मक ढांचा तैयार कर उसमें अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्तियां करने के भी निर्देश दिये। श्री चौहान ने कहा कि खरीफ की फसलों के लिये खरीद केन्द्रों का चयन और स्थान निर्धारण पहले से कर लें ताकि समर्थन मूल्य पर खरीदी में थोड़ा भी विलम्ब न हो। मुख्यमंत्री ने किसानों के लिये मोबाइल आधारित एसएमएस या परामर्श देने की योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रत्येक फसल के संबंध में जानकारी होना चाहिये कि कितने क्षेत्र और कितनी मात्रा में फसल बोना चाहिये ताकि बंपर आवक के बावजूद किसानों को उनकी उपज का दाम मिले। ज्यादा उत्पादन के कारण मूल्य की कमी  से किसान प्रभावित नहीं हो पाये। इसके लिये उन्होंने किसानों के डाटा बेस पर आधारित एक एप बनाने के निर्देश दिये ताकि किसान स्वयं अपना विवरण आसानी से दर्ज कर सकें। उन्होंने फसलों के संभावित खरीददारों को भी इस एप से जोड़ने पर विचार करने के लिये कहा। श्री चौहान ने इस विषय से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करने और रणनीति बनाने के लिये एक समिति बनाने के भी निर्देश दिये। डिफाल्टर किसानों के लिये घोषित एक मुश्त सेटलमेंट योजना के संबंध में श्री चौहान ने आगामी सोमवार तक पूरी योजना का प्रारूप प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी प्राथमिकता यह है कि डिफाल्टर किसानों को क्रेडिट योजना का लाभ फिर से मिलने लगे। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी पी सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी. सी. मीणा, सहकारिता, मंडी बोर्ड, मार्कफेड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 8 June 2017

मध्यप्रदेश के मंदसौर में प्रदर्शनकारी किसानों पर हुई गोलीबारी की घटना के बाद हुई छ किसानों की मौतों से नाराज प्रदर्शनकारियों ने आज मंदसौर कलेक्टर के साथ मारपीट और झूमाझटकी की। कलेक्टर मंदसौर स्वतंत्र कुमार सिंह स्टेट हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करने वालों को समझाईश देने के लिए एसपी ओपी त्रिपाठी के साथ पहुंचे थे, तब उन पर आक्रोशित भीड़ ने हमला किया। बाद में उन्हें वहां से हटाया गया। इधर मंदसौर में प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह चक्काजाम कर रखा है। कर्फ्यू के बाद भी लोग हटने को तैयार नहीं हैं। कल हुई गोलीबारी की घटना में मंदसौर बरखेड़ा पंथ गांव के तीन किसानों की मौत हुई थी। इसमें से एक 11 साल का छात्र अभिषेक सिंह भी है। इससे गांव वालों में आक्रोश और बढ़ गया और एक किसान ने कलेक्टर को थप्पड़ मार दिया। कुछ लोगों ने दूर तक कलेक्टर का पीछा भी किया। एसपी के साथ भी झूमाझटकी हुई है और बीजेपी के पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार को जमकर पीटा और उनकी गाड़ी में आग लगा दी। कलेक्टर, मंदसौर स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया मंदसौर और पिपलिया मंडी में कर्फ्यू लगा है। मंदसौर में हाईवे पर प्रदर्शनकारियों द्वारा शव रखकर चक्काजाम किया जा रहा है जिसे हटाने के लिए समझाईश देने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शन के मामले में 25-30 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। गोलीचालन के बाद आज भी किसानों का प्रदर्शन उग्र रूप लिए रहा। आंदोलनकारी किसानों ने रूई के एक गोदाम में आग लगा दी तो सड़क के किनारे खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। पिपल्या मंडी में टोल नाके पर भी आंदोलनकारियोंं के कब्जे की खबर है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह हजारों किसान बरखेड़ापंथ गांव में जमा हुए थे। मृतकों के अंतिम संस्कार से लौट रही भीड़ ने पिपल्या मंडी के टोल नाके पर कब्जा कर लिया और नाके के पास खड़े वाहनों में आग लगा दी। यहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया। इधर, इंदौर और भोपाल के मिसरौद में  भी किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार का पुतला फूंका और चक्काजाम कर तोड़फोड़ की। मंदसौर गोलीकांड में 6 किसानों की मौत के बाद प्रदेश बंद के आह्वान का सबसे ज्यादा असर मालवा क्षेत्र में दिखाई दिया बाकि भी प्रदेश के कई इलाकों में बंद शांतिपूर्ण रहा । इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, राजगढ़, देवास, रतलाम में प्रदर्शनकारी सड़कों पर नजर आए और जगह-जगह चक्काजाम और तोड़फोड़ की खबर मिल रही है। प्रमुख शहर जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, उज्जैन में भी किसान प्रदर्शन जारी है। कलेक्टर स्वतंत्र कुमार के बयान से सरकार यह दावा खोखला साबित हुआ है कि आंदोलनकारियों पर पुलिस अथवा सीआरपीएफ ने नहीं बल्कि उपद्रवियों ने गोली चलाई है। कलेक्टर स्वतंत्र कुमार आज उत्तेजित ग्रामीणों को यह समझाने की प्रयास कर रहे थे कि गोलियों प्रशासन के कहने पर नहीं चलाई गर्इं। लेकिन इतना सुनने के बाद किसान और भड़क गए। विवाद बढ़ता देख कलेक्टर को अलग ले जाया जाने लगा इसी दौरान एक किसान ने कलेक्टर को पीछे से थप्पड़ मार दिया। इसके बाद कलेक्टर  स्वतंत्र सिंह ने कहा कि गोली चलाए जाने को लेकर टीआई पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।   इधर, राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी ने इंदौर में पत्रकारों से चर्चा में आरोप लगाया है कि सरकार किसानों की हत्या पर आमादा थी, यही वजह है कि किसानों की छाती और पीठ पर गोली मारी गई। शिवकुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार में अफसरशाही पूरी तरह हावी है, 12 अफसर पूरी सरकार को चला रहे हैं। उन्होंने इन अफसरों पर भ्रष्टाचार के भी आरोप जड़े। उन्होंने कहा कि दस जून से किसान पूरे प्रदेश में जेल भरो आंदोलन करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कृषि कैबिनेट में फैसला लिया है कि किसानों के हित के लिए कृषि लागत और विपणन आयोग बनाएंगे। इसमें लागत मूल्य पर 50% अधिक कीमत पर किसानों की उपज खरीदी जाएगी। इसके साथ ही तुअर और मूंग की खरीदी के लिए तय की गई कीमत के आधार पर 10 जून से खरीदी करने का फैसला हुआ। बैठक में किसानों की कर्जमाफी पर भी चर्चा हुई इसके लिए सरकार किसानों के लिए समाधान योजना शुरू करने का विचार कर रही है। इसके तहत कर्ज न चुका पाने वाले किसानों का एक बार ब्याज माफ किया जाएगा। मंदसौर गोलीकांड ने केंद्र सरकार को भी परेशानी में डाल दिया है। केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने गोलीकांड को बड़ी साजिश करार देते हुए इसके पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। नायडू ने कहा किसान कभी हिंसक नहीं होता। आंदोलन में कुछ आसमाजिक तत्व शामिल हो गए हैं। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा है कि सरकार ने किसानों पर गोलियां चलवाई हैं। तन्खा ने कहा कि वे गोलीकांड के लिए सरकार और प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों और नेताओं के खिलाफ हत्या का मुकदमा दायर करवाएंगे। उन्होंने कहा आंदोलनकारी किसानों पर गोली चलाना सीधे उनकी हत्या करने जैसा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने आज दिल्ली में कहा कि शांतिपूर्ण अहिंसक आंदोलन पर सरकार और प्रशासन लाठियां और गोलियां बरसाकर दमन करने पर उतारू है। इससे खुद को किसान पुत्र कहने वाले शिवराज सिंह का चेहरा बेनकाब हो गया है। शिवराज जवाबदेही लेने के बजाए कांग्रेस पर आरोप लगा रही है।

Kolar News

Kolar News 7 June 2017

'मैडम आप कभी किसी नाले की सफाई देखने गई है, मैं अभी वैशाली नगर से आ रहीं हूं। नाला पॉलीथिनों से भरा पड़ा है। बारिश का पानी भरेगा तो सभी पार्षद के घर पहुंच जाएंगे। किस आधार पर आपने ओके रिपोर्ट दी है।' पार्षद लक्ष्मी गोरेवर ने यह बात नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज से कलेक्ट्रेट में आयोजित जिला योजना समिति (जियोस)की बैठक में कही। प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव समेत विधायकों ने भी प्रशासन की नालों की सफाई और अतिक्रमण पर सवाल उठाए। बैठक में जमकर हंगामा हुआ। समिति के सदस्यों ने कहा कि राजधानी के अंबेडकर नगर, कोलार ,वैशाली नगर, नेहरू नगर, हिनोतिया, शाहपुरा इन सभी जगह नगर निगम ने वर्षा पूर्ण साफ-सफाई पर कार्य पूर्ण लिख दिया है। निगम की इस रिपोर्ट पर न केवल भाजपा के विधायक बल्कि जनप्रतिनिधि और पार्षद भी भड़क उठे। इस मामले में विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जांच करा लेते है क्यो सफाई नहीं कराई गई। इस बीच सभी अपनी-अपनी बात रखने के लिए बोल पड़े। हंगामें की स्थिति बन गई जिसे देखते हुए नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने निगम कर्मचारियों को बचाते हुए कहा कि अमले ने साफ-सफाई तो कर दी है किसी विशेष नाले की बात अगर आप कर रहे है तो मैं उसे दिखवा लूंगी। इस पर समिति के सदस्य भड़क उठे और कहा कि किस-किस नाले की बात करें मैडम सब की एक जैसी स्थिति है। हंगामा बढ़ते देख प्रभारी मंत्री भार्गव ने कहा कि यहां सब्जी बाजार नहीं लगा है आपको जो भी प्रश्न पूछना है मेरे माध्यम से पूछे। मेरे होने के बावजूद आप अव्यवस्था फैला रहे है, तो मेरी अध्यक्षता करने का क्या फायदा। अचानक ही सन्नाटा खिंच गया। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा एक जून से नालों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की है। भार्गव ने कहा कि आप तो समय निर्धारित करें। कलेक्टर ने 15 दिन का समय निर्धारित किया। जिला प्रशासन और नगर निगम सहित पुलिस के जवानों की एक समन्वय समिति बनाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया जाए। इसके लिए एसडीएम की जिम्मेदारी भी तय की जाए। बैठक में विधायक रामेश्वर शर्मा ने मामला उठाया था कि नगर निगम अपने मूल काम छोड़कर दूसरी योजना में जनता का पैसा लगा रहा है। मूलभूत सुविधाओं के लिए उनके पास तो बजट नहीं होता है। इस पर मंत्री भार्गव ने निर्देश दिया कि नगर निगम अपने मूल काम सफाई, पानी, स्ट्रीट लाइट, कचरा प्रबंधन आदि करें। ब्रिज और सड़क बनाने के लिए हमारे पास पीडब्ल्युडी और अन्य एजेंसियां है।  

Kolar News

Kolar News 6 June 2017

राजधानी के शाहपुरा तालाब की हद नगर निगम एक बार फिर तय करेगा। तालाब के एफटीएल और इसके 33 मीटर के दायरे का डिफ्रेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (डीजीपीएस) सर्वे शुरू होने रहा है। इसमें तालाब के दायरे में आने वाले निर्माणों और अवैध कब्जों का पता लगाया जाएगा। इस तकनीक से सर्वे के नतीजे सटीक आते हैं। इससे पहले तालाब के दायरे में निर्माण को लेकर जीपीएस सर्वे कराया किया गया था। इसमें एफटीएल के दायरे में 48 पक्के निर्माण सामने आए थे। इसमें आधे तोड़ दिए गए थे। बाकी का मामला कोर्ट में चला गया। निर्माण तालाब के किनारे की 8.23 एकड़ ग्रीन बेल्ट की जमीन पर हुए थे। इनमें दुकानें, मकान और अन्य निर्माण सामने आए थे। तालाब का निर्माण 1990 में हुआ था। इसका मामला एनजीटी में चल रहा है। तालाब के दायरे को लेकर 2006 में पहला सर्वे हुआ था।  यह सर्वे की नई तकनीक है। इसमें सटीक नतीजे आते हैं। जीपीएस के सर्वे में जमीनी हकीकत से औसतन 15 मीटर का अंतर आता है। जबकि डीजीपीएस तकनीक से यह अंतर 10 सेंटीमीटर रह जाता है।  तालाब के 33 मीटर के दायरे में ज्यादातर निर्माण कोलार रोड के चूनाभट्टी और शाहपुरा सी सेक्टर के पास हुए हैं। इसमें धार्मिक स्थल और झुग्गियां भी हैं। हालांकि तालाब के आसपास निर्माण को लेकर निगम कार्रवाई करता रहता है। इसके बावजूद निर्माण हुए हैं। तालाब में गंदा पानी मिलने से रोकने के लिए एसटीपी भी एनजीटी के निर्देश पर बनाया गया है।   

Kolar News

Kolar News 5 June 2017

कोलार में चार से पांच सदस्यों वाले एक परिवार को हर महीने 1200 से 1500 रुपए का पानी खरीदना पड़ रहा है। दूसरी ओर भोज यूनिर्वसर्टी के सामने 20 दिन से कोलार पाइप लाइन में लीकेज है, इसे सुधारने में निगम अधिकारी लापरवाह नजर आ रहे हैं।  गर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है, घरों के बोर भी सूखने लगे हैं। ऐसें में कोलारवासियों के सामने प्यास बुझाने का एकमात्र सहारा टैंकर ही बचें हैं। पीने के लिए 40 से 50 रुपए की 50 लीटर की एक केन खरीद रहे हैं, वहीं अन्य कामों के लिए 250 से 300 रुपए के प्रति टैंकर के हिसाब से पानी खरीदना पड़ रहा है।  करीब 100 निजी टैंकरों पर कोलार की 60 फीसदी आबादी निर्भर है। 20 फीसदी आबादी को ही नगर निगम के टैंकरों से पानी की सप्लाई हो पाती है।  5 फीसदी ऐसे लोग होते हैं जो कोलार पाइप लाइन में लीकेज से निकलने वाला पानी भरते हैं। सीएम और विधायक भी नहीं दिला सकें समस्या से निजात। लोगों की शिकायत है कि पार्षद से लेकर क्षेत्रीय विधायक और मुख्यमंत्री तक क्षेत्र की पानी की समस्या से निजात नहीं दिला सके। क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने पूरा दोष नगर निगम के ऊपर थोप दिया है। उनका कहना है कि नगर निगम अधिकारी सीएम की घोषणाओं और पानी की किल्लत की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि हकीकत यह है कि न विधायक को और न पार्षदों को इस कोलार की चिंता है ,जब विधायक ,पार्षद चैन की नींद सो रहे हैं तो नगर निगम भी हाथ पर हाथ रखे बैठा है।   नगर निगम के जोनल शैलेष चौहान अधिकारी लीकेज सुधारने के लिए एक अलग से टीम है, जो सुधार कार्य करती है, आज ही टीम को भेजता हूं। 

Kolar News

Kolar News 3 June 2017

 वार्ड-51 में शाहपुरा से लेकर त्रिलंगा तक जाने वाले नाले पर जगह-जगह अतिक्रमण है। पक्के मकान, बाउंड्रीवॉल बना ली गई है। यह वार्ड नगर निगम अध्यक्ष डॉ. सुरजीत सिंह चौहान का है।  कुछ दिन पहले महापौर आलोक शर्मा और नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने वार्ड का दौरा किया था। नालों की स्थिति देखी। संबंधित अधिकारियों को तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए, जिसके बाद नगर निगम ने अतिक्रमण विरोधी मुहिम भी चलाई। कुछ गिने-चुने अवैध कब्जे हटाकर कार्रवाई बंद कर दी। ऐसे में शाहपुरा त्रिलंगा नाले की सफाई नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि पिछले 7-8 सालों से ऐसा ही हो रहा है। नगर निगम खानापूर्ति के लिए सफाई करता है। एक सिरे से अतिक्रमण नहीं हटाए जाते, इससे तेज बारिश होने से घरों में पानी भरता है। नगर निगम ने पिछले साल भी बारिश से पूर्व शाहपुरा-त्रिलंगा नाले से अतिक्रमण नहीं हटाए थे। इससे बारिश का पानी घरो में घुस गया था। एक हजार से ज्यादा आबादी प्रभावित हुई थी। नगर निगम अध्यक्ष डॉ. सुरजीत सिंह चौहान ने भी दौरा किया था, लेकिन अभी तक नाले से अतिक्रमण नहीं हट सका। वार्ड-51 शाहपुरा पहाड़ी है। व्यवस्थित ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से सड़कों का पान भी घरों में घुस जाता है। साथ ही अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा। शाहपुरा-त्रिलंगा नाले के भी यही हाल हैं। यहां भी अवैध कब्जे हैं। वार्ड पार्षद व नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, महापौर आलोक शर्मा, विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह, नगर निगम जोन अधिकारी, जोन अध्यक्ष समेत संबंधित वार्ड व जोन के अधिकारी। साथ ही नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज की भी जिम्मेदारी हैं, क्योंकि वो नालों का निरीक्षण कर पीड़ित लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिला रही हैं।  

Kolar News

Kolar News 2 June 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'रेरा' से नगरों का विकास सुनियोजित होगा। उपभोक्ता हितों का संरक्षण होगा। शिकायतों के समाधान की उपयुक्त व्यवस्था होगी। देश में यह व्यवस्था करने में प्रदेश अग्रणी है। श्री चौहान आज भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण रेरा के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्य उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष श्री राकेश सक्सेना, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, रेरा के सदस्य श्री अनिरुद्ध कपाले, क्रेडाई के प्रतिनिधि, अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपना घर हर व्यक्ति की जिन्दगी का सपना होता है। वह अपने जीवन भर की कमाई उसमें लगा देता है। कई मामलों में उसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रेरा के गठन से ऐसी सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रेरा उपभोक्ता हितों का संरक्षण करेगा। नगर नियोजन की परेशानियाँ खत्म होगी। उन्होंने रियल स्टेट की वास्तविक समस्याओं के समाधान का भी आश्वासन दिया। बताया कि बिल्डरों के साथ भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के प्रथम दो नगर मध्यप्रदेश के है। देश के पहले 100 स्वच्छ नगरों में प्रदेश के 22 नगर है। उन्होंने कहा कि प्रक्रियाएँ पारदर्शी हो। नगर स्वच्छ रहे। उनमें शांति रहें। यह सबकी जिम्मेदारी है। स्वच्छ, नियोजित, शांतिपूर्ण शहर, सबको स्नेह और आत्मीयता सरकार की प्राथमिकता है। लेकिन लोगों की जिन्दगी में खलल डालने वाले बर्दाश्त नहीं होंगे। सज्जनों के साथ फूल से कोमल और दुष्टों के साथ वज्र सा कठोर व्यवहार सरकार की नीति रहेगी। शहर की फिजाँ किसी ने खराब़ करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। महापौर श्री आलोक शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने विनियामक अधिनियम को लागू किया है। अब नागरिकों की परिसंपत्ति संबंधी समस्याओं का प्रभावी समाधान होगा। अपने घर का जीवन भर का उनका सपना आसानी से साकार होगा। रेरा के अध्यक्ष श्री डिसा ने अधिनियम क्रियान्वयन में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बताया। उन्होंने कहा कि संस्था प्रतीक चिन्ह बनाने में भी प्रदेश अव्वल है। कहा कि प्रतीक में रोमन और देवनागरी दोनों लिपियों में नाम शामिल है। प्रतीक, संस्था के प्रमुख तीन उद्देश्य को भी संरक्षित करता है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही अधिनियम के स्टेक होल्डरों की कान्फ्रेंस भी की जायेगी। आभार प्रदर्शन रेरा सदस्य श्री दिनेश नायक ने किया।  

Kolar News

Kolar News 1 June 2017

    कोलार के दानिश कुञ्ज निवासी मैथिली शरण गुप्‍त विशेष पुलिस महानिदेशक के कार्यों की वजह से मध्‍य प्रदेश को मिले स्‍मार्ट पुलिसिंग के दो राष्ट्रीय फिक्‍की अवार्ड मिले हैं।  मैथिली शरण गुप्‍त ने विशेष पुलिस महानिदेशक (रेल्‍वे) की पदस्‍थापना के दौरान रेल्‍वे यात्रियों की समस्‍याओं के समाधान व सशक्‍तीकरण के लिये जी. आर. पी. हेल्‍प एप एवं बेव वेस्‍ड रिस्‍पोंस मोनीटरिंग व रेल में प्रभावी विवेचना सहायता की व्‍यवस्‍था स्‍थापित की थी। यह व्‍यवस्‍था पूरे देश में अपनी सेवांये दे रही है। इस व्‍यवस्‍था की एक खासियत यह भी है कि यह इन्‍टरनेट के उपलब्‍ध न होने पर भी अपनी सेवायें पहुचाने में सक्षम् है। रेल्‍वे यात्री जी. आर. पी. हेल्‍प एप पर मात्र एक बटन दबाकर QIRTs (Quick Investigation and Response Teams) के माध्‍यम से सुनिश्चित मदद् चलती ट्रेन में प्राप्‍त कर सकते हैं। यह टीम चलती ट्रेन में ही मौके पर अपराध पंजीयन कर प्रभावी विवेचना प्रारम्‍भ्‍ा कर लुप्‍त होने के पहले साक्षो को संकलित कर अपराधियों को दबोचने में सक्षम है। इस व्‍यवस्‍था के मिलने से यात्रियों का सशक्‍तीकरण हुआ है व पूरे देश में रेल यात्रियों को इसका लाभ मिल रहा है। श्री मैथिली शरण गुप्‍त विशेष पुलिस महानिदेशक को‍ इस कार्य के लिये FICCI के द्वारा राष्‍ट्रीय स्‍मार्ट पुलिस अवार्ड से सम्‍मानित किया गया है। श्री गुप्‍त ने श्री राकेश जैन निदेशक, इन्‍फोक्राफ्ट बेब सॉल्‍यूशन प्राइवेट लिमिटेड को इस स्‍वप्‍न को कार्पोरेट सोशल जिम्‍मेदारी के तहत अंजाम देने का श्रेय देते हुए सराहना की।  श्री गुप्‍त को दूसरा राष्‍ट्रीय फिक्‍की स्‍मार्ट पुलिस अवार्ड महानिदेशक होमगार्ड की पदस्‍थापना के दौरान बेब बेस्‍ड राज्‍य आपदा कंमाड एवं आपदा प्रबंधन व्‍यवस्‍था को बनाने के लिये दिया गया है उल्‍लेखनीय है कि यह अनूठी व्‍यवस्‍था है जिसके तहत राज्‍य शासन के सभी विभागों, स्‍थानीय निकायों, निजी एवं शासकीय औदृयोगिक संगठनों, स्‍वयंसेवी संगठनों, परोपकारी संगठनों एवं निजी व्‍यक्तियों तथा संस्‍थानों के मानव एवं उपकरणीय संसाधनों की जियो टेगिंग की जाकर मात्र एक बटन दबाकर आपदाओं से जन जीवन एवं उनकी सम्‍पत्ति को बचाने की प्रभावी व्‍यवस्‍था की गयी है । राज्‍य शासन से सभी 51 जिलों को सिविल डिफेंस जिला घोषित कराया जाकर राज्‍य में सिविल डिफेंस की प्रभावी नीव रखी गयी एवं इसमें राज्‍य आपदा एवं आपात् मोचन बल की चार इकाइयों, 51 जिला आपात मोचन सेंटर, 377 आपदा वचाव केन्‍द्रों एवं 110000 सिविल डिफेंस वॉलिंटियरों को जोड़ा गया है एवं परोपकारी संगठनों के 3.5 लाख वॉलिंटियरों को जोड़े जाने की कार्यवाही की जा रही है।पिछले मानसून के समय इस व्‍यवस्‍था का प्रभावी उपयोग कर 40000 से अधिक व्‍यक्तियों आपदा के पहले सुरक्षित स्‍थान पर पहॅुचाकर बचाया गया एवं 13000 से अधिक व्‍यक्तियों की बाढ़ की विषम परिस्थितियों में जान बचायी गयी। इस व्‍यवस्‍था को कार्य रूप में परिणित करने के लिये मध्‍य प्रदेश विज्ञान केंद्र विशेषतौर पर प्रमुख विज्ञानिक श्री संदीप गोयल व उनकी टीम को श्रेय देते हुए सराहना की। श्री गुप्‍त  को यह दोनों अवार्ड  दिल्‍ली में प्रदान किये गए ।  

Kolar News

Kolar News 31 May 2017

 अगले माह से मानसून शुरू हो जाएगा। लेकिन कोलार क्षेत्र में अभी तक नालों की सफाई नहीं हो पाई है। क्षेत्र में पिछले साल एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों में जलभराव हुआ था। इसके बाद भी यहां अभी तक कोई सुधार कार्य नहीं किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले 8 साल बाद भी यहां नालों से अतिक्रमण नहीं हट पाया है।   कोलार क्षेत्र के अधिकांश नालों पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। कोलार मुख्य मार्ग से लेकर कॉलोनियों के अंदर तक के नाले रसूखदारों के कब्जे में हैं। इस वजह से कई बड़े नाले नालियों में तब्दील हो चुके हैं। खास बात यह है कि आठ साल बाद भी इन नालों का सीमांकन नहीं हुआ है। नपा के पूर्व अफसरों की मदद से क्षेत्र के रसूखदार नेताओं और व्यापारियों ने नालों पर बड़ी-बड़ी इमारतें तान दीं। इसके चलते कई नालों का तो वजूद तक खत्म हो गया है। वहीं कुछ नाले बिल्डरों ने अपने कब्जे में ले लिए हैं, जिन्हें कवर कर दिया गया है। इससे कई नालों की सफाई नहीं होती है। पिछले साल तेज बारिश में अधिकांश कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बनी थी। निगम के अधिकारियों ने स्थिति से निपटने के लिए जल्द ही नालों से अतिक्रमण हटाने की बात कही थी।   कोलार के रहवासियों ने नालों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए समिति गठित की है।  इस बार भी तेज बारिश में कोलार के नाले कहर ढहाएंगे। दरअसल क्षेत्र में नालों की साफ-सफाई अब तक शुरू ही नहीं की गई। इसका खामियाजा कोलारवासियों को आने वाले दिनों में भुगतना पड़ सकता है। उपनगर में यदि नालों की साफ-सफाई शीघ्र ही नहीं करवाई गई तो आने वाले दिनों में यह नाले मुश्किल खड़ी कर देंगे। ज्ञात हो कि कोलार के कई नालों पर अतिक्रमण है।   नालों की संख्या 16 : नाले 10 : नाले बड़े 6 : नाले छोटे यह हैं खतरनाक ,मंदाकिनी नाला ,महाबलि नगर नाला ,मानसरोवर नाला ,कावेरी कॉलोनी नाला ,अब्बास नगर नाला ,बांसखेड़ी नाला ,अकबरपुर नाला ,ओम नगर नाला,ओमनगर नाला।  इलाके के जोन अधिकारी शैलेश चौहान नालों के ऊपर से अतिक्रमण हटाया जाएगा, इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। इसके लिए जांच की जाएगी, इसके अलावा नालों पर सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है।   

Kolar News

Kolar News 26 May 2017

भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में प्रदेश में तीन नई सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में तीन नई सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसी के साथ आदिम जाति कल्याण विभाग का नाम बदलकर जनजातीय कार्य मंत्रालय रखा गया है। कैबिनेट ने जबलपुर उच्च न्यायालय के लिए 6 प‍दों को मंजूरी दी गई है। शासकीय कर्मियों का डीए 7 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत किया गया है। नक्सली ऑपरेशन में शहीद परिवारों को पेंशन दी जाएगी। शहीदों के परिजनों को समय-समय पर बढ़ने वाला डीएम मिलेगा। अतिरिक्त प्रभार वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त भत्ता मिलेगा। प्रदेश में तीन निजी विश्वविद्यालय खुलेंगे। तीन सिंचाई परियोजनाएं जिन्हें कैबिनेट में स्वीकृति मिली -बीना संयुक्त सिंचाई तथा बहुउद्देशीय परियोजना। आंवलिया मध्यम सिंचाई परियोजना, इस परियोजना से खंडवा जिले के 31 गांव को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। हिरवार सूक्ष्म सिंचाई नहर परियोजना।  

Kolar News

Kolar News 23 May 2017

कोलार क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों की भरमार है। 200 अवैध कॉलोनियों में से मात्र 22 कॉलोनियां ही नगर निगम के हैंडओवर हैं। नतीजन लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। नगर निगम में हैंडओवर न होने से अवैध कॉलोनीवासियों को तमाम मूलभूत सुविधाएं पैसे खर्च कर जुटाना पड़ रही हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ अवैध कॉलोनियों में सुविधाएं नहीं मिल रहीं, जो कॉलोनी नगर निगम के हैंडओवर हो चुकी हैं उनकी हालत भी ठीक नहीं हैं। लिहाजा नगर निगम के अफसरों के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जबकि कॉलोनियों में सुविधाओं को लेकर रहवासियों ने विधायक, महापौर, नगर निगम कमिश्नर, कलेक्टर से लेकर सभी जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।  कोलार में सिर्फ 22 कॉलोनियां ही निगम को हैंडओवर है। इन कॉलोनियों के हालात गांव से भी बदतर हैं।   कॉलोनियों में न तो चलने लायक सड़कें हैं और न ही पीने का पर्याप्त पानी लोगों को नसीब हो रहा। जगह-जगह सीवेज चैंबर ओवर फ्लो हो रहे हैं। ज्यादातर सड़कों पर अंधेरा छाया हुआ है। रहवासियों का कहना है कि निगम रहवासियों से टैक्स वसूलने में पीछे नहीं है, लेकिन उनकी समस्याएं जस की तस हैं। नगर निगम में कोलार और 141 गांवों का विलय होने से शहर में अवैध कॉलोनियों की संख्या दोगुनी हो गई है। यह वे कॉलोनियां हैं जो गांवों में कृषि की भूमि पर बिना डायवर्सन के काटी गई हैं और इनको जिला प्रशासन ने अवैध घोषित कर दिया था। विलय होने के बाद यह कॉलोनियां निगम सीमा में आ गर्इं। इसके बाद कॉलोनियों को नियमों के अनुसार वैध करने का रास्ता साफ  नहीं हो सका।   इन अवैध कॉलोनियों में पानी, सड़क और बिजली की व्यवस्था निगम नहीं कर सका। शर्तें पूरी न करने के कारण 16 साल में निगम एक भी कॉलोनी को वैध नहीं कर पाया। अवैध कॉलोनियों में आबादी करीब 10  लाख।  कोलार इलाके के जेडओ शैलेन्द्र चौहान का कहना है कॉलोनियां हैंडओवर करने के लिए मुख्यालय से संपर्क करना होगा, जो आवेदन करता है, उसे हम मुख्यालय भेज देते हैं। कई कॉलोनीवासी आते हैं।   

Kolar News

Kolar News 22 May 2017

केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अनिल माधव दवे का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर के साथ होशंगाबाद जिले में नर्मदा किनारे बांद्राभान आश्रम में हुआ। अनिल दवे के छोटे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। गुरुवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। दवे ने अपनी वसीयत में लिखा था कि उनका अंतिम संस्कार बांद्राभान में किया जाए। 'नर्मदा पुत्र' को अंतिम विदाई देने सीएम शिवराज सिंह चौहन, केंद्रीय मंत्री उमा भारती सहित कई केंद्रीय मंत्री, मप्र भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे। दवे ने अपनी वसीयत में लिखा था कि अंतिम संस्कार की सभी उत्तर क्रिया वैदिक कर्म के साथ ही संपन्न कराई जाए, जिसमें किसी भी प्रकार का आडंबर या दिखावा नहीं किया जाए। उन्होंने अपनी वसीयत में मुख्य रूप से इस बात का उल्लेख किया है कि मेरी मौत के बाद मेरी स्मृति में कोई स्मारक, प्रतियोगिता, पुरस्कार, प्रतिमा आदि न स्थापित की जाए। अगर कोई मुझे याद करना चाहता है तो वे पेड़ लगाकर उसका संरक्षण करे।उनकी इच्छा के मुताबिक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बांद्राभान में उनका अंतिम संस्कार किया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने यहां पौध रोपण किया। श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्व. अनिल दवे ने नर्मदा समग्र और नर्मदा संरक्षण को लेकर जो भी अभियान और काम शुरू किए हैं, उन्हें पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है। उनकी पर्यावरण की चिंता को सरकार अभियान के रूप में लेगी। शिवराज ने कहा कि स्व. दवे का मिशन आगे भी चलता रहेगा। उनका नर्मदा समग्र का काम आगे बढ़ेगा। उन्होंने नर्मदा समग्र और मैंने नर्मदा सेवा यात्रा के लिए काम किया है। यह नर्मदा मैया को लेकर मेरी और उनकी समानता है। बांद्राभान में हर दो साल में लगने वाले नदी महोत्सव को सरकार चलाती रहेगी। स्व. दवे की पर्यावरण की चिंता को सरकार अभियान के तौर पर लेगी।  उन्हें सशस्त्रबल ने सलामी भी दी। दवे का कल हार्ट अटैक आने के बाद दिल्ली के एम्स में उपचार के दौरान निधन हो गया था। बांद्राभान में दवे को उनके भाई अभय दवे ने मुखाग्नि दी। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संघ नेता सुरेश सोनी, भैय्याजी जोशी अरुण जैन के साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार, नरेंद्र सिंह तोमर, डॉ. हर्षवर्द्धन, उमा भारती, विनय सहस्त्रबुद्धे, कैलाश विजयर्गीय, थावरचंद गेहलोत मौजूद थे। इससे पहले भोपाल के शिवाजी नगर स्थित नदी का घर से तिरंगे में लिपटा अनिल दवे का पार्थिव शरीर आज सुबह बांद्राभान के लिए रवाना हुआ। इससे वाहनों की लंबी कतार होशंगाबाद रोड पर लग गई थी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज दुर्ग जिले के पाटन में बने वन क्षेत्र में सांकरा प्लांटेशन प्लाट का नाम स्व. अनिल माधव दवे स्मृति वन करने का ऐलान किया। रमन सुराज अभियान के तहत यहां पहुंचे थे।  

Kolar News

Kolar News 19 May 2017

अनिल माधव दवे यानी  ‘जावली’  का वो रणनीतिकार जिसने मध्यप्रदेश में एक नहीं छह चुनाव में अपनी दूरदर्शिता और प्रबंधन क्षमता का लोहा मनवाया, जिसका आगाज उन्होेंने दिग्विजय सिंह की सरकार को उखाड़ फेंकने के साथ किया था। सियासत के मोर्चे पर मध्यप्रदेश में स्थापित कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करना और सत्ता में रहते हुए बीजेपी को वापस सत्ता में लाना, वो भी एक नहीं दो बार उनकी विलक्षण, सियासी सकारात्मक सोच एवं कुशल प्रबंधन की कार्यक्षमता के मोर्चे पर उनकी उपलब्धियों को बयां करता है। प्रदेश संगठन का नेतृत्व बदलता रहा, वह भी तब जब चुनाव की कमान उमाभारती के बाद शिवराज के पास जाकर बदलती रही, जिनके विरोधाभासी व्यक्तित्व के बावजूद अपनी योग्यता के दम पर दवे दोनों के साथ चुनाव में समन्वय बनाने में सफल रहे। ‘जावली’ से निकला चुनावी नारा आज भी लोगों के जेहन पर छाया रहा, जब 2003 में मिस्टर ‘बंटाधार’ का जुमला कांग्रेस के लिए परेशानी का सबक बना। आखिर शीर्ष नेतृत्व खासतौर से मोदी ने उनकी सुध ली और विलक्षणता को पहचाना। प्रधानमंत्री ने उन्हें अपनी कैबिनेट में शामिल कर वो सम्मान दिया जिसके वो हकदार थे और सूबे की राजनीति में उन्हें दूसरों से अलग रखता था।हाल ही में राज्यसभा के लिए एक बार फिर नवाजे गए दवे का दबदबा अब दिल्ली की राजनीति में देखने को मिला। जिनके खाते में उपलब्धियों के नाम पर बहुत कुछ है, लेकिन संघ के इस निष्ठावान और समर्पित स्वयंसेवक ने जो धमाका किया है उसका असर मध्यप्रदेश की राजनीति में देखने का इंतजार रहेगा। ऐसे में सवाल खड़ा होना लाजमी है कि सांसद रहते मध्यप्रदेश की राजनीति में अभी तक उपेक्षा के शिकार हुए अनिल माधव दवे की यह नई पारी बीजेपी की अंदरूनी राजनीति खासतौर से सूबे की सियासत में क्या गुल खिलाती है, जहां से पहले से ही सुमित्रा महाजन, सुषमा स्वराज, उमाभारती, नरेन्द्र तोमर, थावरचंद गेहलोत जैसे दिग्गज दिल्ली में अपना दबदबा बनाए हुए हैं। प्रकाश जावड़ेकर पहले ही मंत्री बनकर राज्यसभा में मध्यप्रदेश से भेजे जा चुके हैं। दूसरी ओर दिल्ली में संगठन की राजनीति में कैलाश विजयवर्गीय सबसे पॉवरफुल महामंत्री के तौर पर अमित शाह की टीम का हिस्सा बने हैं तो प्रभात झा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। दवे की गिनती ऐसे चिन्तक और विचारक के तौर पर होती है जिन्होंने खुद चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन माइक्रो मैनेजमेंट के दम पर कईयों को चुनाव जिताकर विधायक, सांसद बनवाने में बड़ी भूमिका निभाई। मोदी सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में शामिल अनिल माधव दवे को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। वो पहलेभी दो बार उच्च सदन में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मध्यप्रदेश की राजनीति में उनका नाम सुर्खियमें तब आया जब दिग्विजय सिंह की 10 साल की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ‘जावली’ को अस्तित्व में लाया गया, जिसकी कमान अनिल दवे के हाथों में थी, जिसका मकसद विधानसभा 2003 में उमाभारती की अगुवाई में बीजेपी की सरकार बनाना था, जिसमें बंद कमरे की रणनीति से लेकर चुनाव प्रबंधन के मोर्चे पर पार्टी को अपनी क्षमता का आंकलन करने पर मजबूर किया। इससे पहले विभाग प्रचारक रहते हुए 1999 में वे परदे के पीछे तक सीमित रहे, जब उमाभारती ने भोपाल से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इस बीच समय के साथ बीजेपी की अंदरूनी राजनीति में समीकरण बदलते गए, लेकिन जब चुनाव आते खासतौर से लोकसभा और विधानसभा तो यह चेहरा पार्टी की जरूरत बनकर सामने आता रहा और सरकार बनने के बाद गुमनामी में खो जाता। हाल ही में एमजे अकबर के साथ अनिल दवे को मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजकर पार्टी ने उनकी योग्यता को जरूर सलाम किया। इससे पहले प्रतिष्ठा से आगे जब पद और सम्मान की बात होती तो यह शख्स पीछे रह जाता। बावजूद इसके विधानसभा और लोकसभा के तीन-तीन चुनाव से आगे बढ़कर अनिल दवे ने ‘नर्मदा समग्र’ से जोड़कर जिस मिशन से खुद को आगे बढ़ाया उसने उन्हें नई चुनौती से जुड़े कुछ अलग कर दिखाने का मौका भी दिया चाहे वो ग्लोबल वॉर्मिंग से जुड़ी शोध हो या फिर विश्व हिन्दी सम्मेलन और सिंहस्थ की सुर्खियां बना वैचारिक महाकुम्भ तो दवे ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ही नहीं बल्कि संघ के चिन्तकों को भी यह सोचने को मजबूर कर दिया, क्या अनिल दवे का पार्टी और देशहित में और बेहतर उपयोग किया जा सकता है। सिंहस्थ जिसे नई पहचान देने की आवश्यकता प्रधानमंत्री मोदी ने वैचारिक महाकुम्भ के जिस मंच से जताई मेजबान के तौर पर उसके हीरो शिवराज सिंह चौहान जरूर रहे, लेकिन दवे ने जिस तरह इस इवेन्ट में संघ को साधा उसका नतीजा आज सामने है। अनिल माधव दावे जिन्हें हाल ही में राज्यसभा में भेज गया है वो पहले भी दो बार उच्च सदन में मध्यप्रदेश प्रतिनिधित्व कर चुके हैं । मध्यप्रदेश की राजनीति में उनका नाम सुर्ख़ियों में तब आया जब दिग्विजय सिंह की १० साल की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जावली को अस्तित्व में लाया गया, जिसका कमान अनिल दवे के हांथो में थी । जब किसी और ने नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट के विस्तार के दौरान मध्यप्रदेश के दिल्ली में कई दिग्गजों के दबदबे को नजरअंदाज करके उन्हें मंत्री बनाने का फैसला लिया। मोदी-शाह के युग में अनिल दवे की क्षमताआें का आंकलन भले ही देर से किया गया, लेकिन आडवाणी के युग में जब नितिन गडकरी की ताजपोशी में इन्दौर में राष्ट्रीय परिषद् की बैठक बुलाई गई थी तब दिग्गजों के बीच जिसमें मोदी मुख्यमंत्री के रूप में शामिल थे तब अनिल दवे का प्रजेन्टेशन खासा सुर्खियों में था, जिन्होंने राजनीति में रहते हुए सामाजिक सरोकार से जुड़े दायित्व को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा, जिसे संघ के एजेंडे से जोड़कर देखा जाता है और अब बीजेपी भी अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधियों की गाइड लाइन बना चुकी है। समाज कल्याण से जुड़े विषयों पर अपनी पकड़ को साबित कर नर्मदा किनारे बान्द्राभान में नदियों को नदियों से जोड़कर उसके अस्तित्व की पैरवी की, जिसे अटलबिहारी वाजपेयी की सोच से जोड़कर देखा गया और अब मोदी सरकार में गंगा मंत्रालय के तौर पर इस लाइन पर आगे बढ़ाया गया। अनिल माधव दवे का केन्द्र में भाजपा की मोदी-सरकार में राज्यमंत्री बनना कोई अनहोनी राजनीतिक-घटना नहीं है, बल्कि सार्वजनिक जीवन में उस नायक के आकार लेने की प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसकी कल्पना उन्होंने ने खुद अपनी पुस्तक- ‘शिवाजी और सुराज’ की इब्तिदा करते हुए की थी। अनिल ने पुस्तक में प्रतिमा निर्माण की मनोदशाओं के शाब्दिक-रूपान्तरण ‘मनोगत‘ में खुद को व्यक्त करते हुए लिखा है कि– ‘धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक, व्यवसायिक समाज में किसी भी क्षेत्र में नेतृत्व करने वाले हर उस नायक की एक प्रतिमा होती है, जो उस व्यक्ति के विचार, व्यवहार, आचरण, निर्णयों तथा उसके प्रति समाज के मन में उपजी अवधारणाओं के कारण बनती है।

Kolar News

Kolar News 18 May 2017

नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। यह भारतीय उप महाद्वीप की पाँचवीं सबसे बड़ी नदी होने के साथ ही भारत की सात पवित्र नदियों में से एक है। मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी 16 जिले और 51 विकासखण्ड से होती हुई 1077 किलोमीटर का मार्ग तय करती है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देशन में प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये 'नर्मदा सेवा मिशन' गठित किया है। उद्देश्य-मिशन वृक्षारोपण के जरिये नदी तटीय क्षेत्र का संरक्षण, उन्नत स्वच्छता, तरल एवं ठोस अपशिष्ट और सामुदायिक एवं व्यक्तिगत स्वच्छता प्रबंधन, जल-संरक्षण एवं नदी कछार क्षेत्र विकास, प्रदूषण नियंत्रण एवं प्रबंधन, जैविक खेती और गुड एग्रीकल्चर प्रेक्टिस को प्रोत्साहन, संवेदनशील एवं स्वच्छ कृषि का विकास, नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन को आजीविका से जोड़ना, नदी संसाधनों का यथोचित उपयोग, नदी क्षेत्र में स्वस्थ पारिस्थितिकीय तंत्र का विकास, नर्मदा नदी के संरक्षण- संवर्धन के लिये समाज का क्षमता वर्धन एवं सहभागिता सुनिश्चित करना और नर्मदा तटीय क्षेत्र में नशामुक्त समाज के निर्माण जैसे कार्य करेगा। राज्य क्रियान्वयन समिति-नर्मदा सेवा मिशन के संचालक अपर मुख्य सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी होंगे। संचालक की अध्यक्षता में स्तरीय क्रियान्वयन समिति मिशन कार्य की सतत मॉनिटरिंग करेगी। मिशन समन्वयक प्रमुख सलाहकार अथवा सलाहकार, राज्य योजना आयोग होंगे। समिति के सदस्यों में वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नर्मदा घाटी विकास और ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, जल संसाधन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, पर्यावरण, पर्यटन, नगरीय विकास तथा आवास, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास, पशुपालन, ग्रामोद्योग, राजस्व, खनिज, संस्कृति, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार और सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव, कार्यपालक निदेशक जन अभियान परिषद, मुख्यमंत्री द्वारा नामांकित पाँच विषय-विशेषज्ञ एवं नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी/ समाज सेवी संगठनों के पाँच प्रतिनिधि इस समिति के सदस्य होंगे। 21 विभाग के जरिये होगी उद्देश्य की पूर्ति-मिशन इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये नर्मदा नदी के संरक्षण हेतु नर्मदा तटीय क्षेत्र में 20 विभागों द्वारा संचालित कार्यों का मूल्यांकन एवं समन्वय करने के कार्य करेगा। मिशन नर्मदा तटीय क्षेत्र में वानस्पतिक आच्छादन एवं वन क्षेत्र बढ़ाने के लिये निजी एवं शासकीय भूमि में वृक्षारोपण, नर्मदा तटीय क्षेत्र में मनुष्य की स्वच्छ जीवन शैली जैसे - खुले में शौच से मुक्ति आदि की दिशा में, कृषि की आधुनिक पद्धतियों से नदी एवं पर्यावरण के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन कर वैकल्पिक कृषि जैसे जैविक खेती को प्रोत्साहन आदि पर कार्य करेगा। साथ ही प्रदूषण के कारकों की पहचान कर उनके निवारण, नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन में आजीविका सुनिश्चित करते हुए समाज की सहभागिता बढ़ाने की दिशा में, संरक्षण एवं संवर्धन हेतु नवीनतम तकनीकों का विकास, अनुसंधान एवं अंगीकरण, 'नमामि देवि नर्मदे' - सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का कार्य भी मिशन करेगा। मिशन नर्मदा नदी के अस्तित्व की चुनौतियों को कम करने की दिशा में सतत् प्रयास, नदी के संरक्षण, वानस्पतिक एवं जल-संरक्षण की प्राचीन पारम्परिक पद्धति का संकलन एवं दस्तावेजीकरण, नर्मदा कछार में जैव विविधता के संरक्षण के लिये शासनाधीन संस्थानों द्वारा किये जा रहे कार्यों को गति देने, प्रदेश में वर्तमान में नर्मदा सेवा के लिये कार्यरत स्वैच्छिक एवं सामाजिक संगठनों की शासन के साथ सहभागिता सुनिश्चित करना, समाज के समस्त वर्गों को नदी के संरक्षण के प्रति साक्षर करने के लिये नर्मदा सेवा केन्द्रों अथवा ज्ञान केन्द्रों की स्थापना एवं संचालन और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को नर्मदा संरक्षण के कार्यों से जोड़ने का कार्य करेगा। मिशन द्वारा नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र में धार्मिक परिवेश की पवित्रता अक्षुण्ण बनी रहने, नर्मदा के संरक्षण में शासन के साथ समाज की सहभागिता सुनिश्चित करने, नदी के संरक्षण के लिये अनुदान राशि स्वीकार करने एवं नर्मदा संरक्षण के लिये वर्तमान तक पंजीकृत महोत्सवों जैसे वन एवं नदी महोत्सव आदि के आयोजन के लिये संबंधित विभागों एवं संस्थाओं से समन्वय, नर्मदा तटीय क्षेत्र में स्वच्छ पारिस्थितिकीय तंत्र विकसित करने और ऐसे सभी कार्य अथवा ऐसे कृत्य जो मिशन के लक्ष्य एवं उद्देश्य की प्राप्ति के लिये आवश्यक हों, किये जायेंगे। विभागीय गतिविधियों का कियान्वयन एवं समन्वय वन विभाग को गर्मियों में जंगल में सूखे पत्तों के कारण आग लगने की घटनाओं पर नियंत्रण के लिये कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वयन करना, वन क्षेत्र में जल संग्रहण हेतु उपयुक्त स्थानों का चिन्हांकन कर लघु एवं बड़ी संरचनाओं और वन क्षेत्र में उपयुक्त स्थानों का चिन्हांकन कर वनों के विकास एवं वन्य-प्राणियों हेतु लघु एवं बड़ी संरचनाओं के निर्माण का दायित्व रहेगा। वन उपयोग हेतु अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त इंदौर में एक टिश्यू कल्चर लैब का योजनाबद्ध तरीके से विस्तार भी विभाग करेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग- इस विभाग के दायित्वों में नर्मदा के किनारे स्थित ग्रामों को खुले में शौच जाने से मुक्त करवाना, मनरेगा में वृक्षारोपण, ग्राम पंचायतों में Biodegradable and non- biodegradable कचरा प्रबंधन यूनिट की स्थापना, नर्मदा एवं नर्मदा की सहायक नदियों के संरक्षण के लिये ग्राम पंचायतों की भूमिका का निर्धारण करवाना शामिल किया गया है। साथ ही सभी धर्मों के त्यौहारों पर मूर्तियों एवं ताजिये आदि के विसर्जन के लिये पृथक से कुण्ड एवं स्थान तैयार करवाना, नर्मदा में मिलने वाले नाले एवं कचरों के बिन्दुओं की पहचान कर, उन्हें रोकने का कार्य, नर्मदा तटीय स्थलों पर शवों का जलदाग के स्थान पर अग्निदाग के लिये मुक्तिधाम की स्थापना और नर्मदा तट पर निर्मित घाटों पर महिलाओं के लिये वस्त्र बदलने हेतु पृथक चेंजिंग रूम के साथ सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना भी विभाग के कार्यों में शामिल किया गया है जिला क्रियान्वयन समिति -नर्मदा सेवा मिशन के क्रियान्वयन के लिये जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति भी गठित की गई है। समिति में जिला कलेक्टर जिला मिशन अध्यक्ष होंगे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला वन मण्डलाधिकारी, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास, उप/सहायक संचालक उद्यानिकी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, उप संचालक पशुपालन, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, उप/सहायक संचालक मत्स्य विभाग, जिला खनिज अधिकारी, जिले की समस्त स्थानीय निकायों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, डिवीजनल इंजीनियर ऊर्जा विभाग, उप संचालक कुटीर एवं ग्रामोद्योग, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद, जिला योजना अधिकारी आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग और जिला कलेक्टर द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी/समाजसेवी संगठनों के पाँच प्रतिनिधि सदस्य होंगे। कृषि विकास तथा किसान कल्याण विभाग- विभाग के कार्यों में जैविक कृषि के प्रमाणीकरण के लिये कृषकों का पंजीयन करवाना (प्रतिवर्ष प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50 एकड़ भूमि), कृषि से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की तकनीकी जानकारी देना एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक यूनिट स्थापित करवाना, नरवाई न जलाने के लिये जन-जागरूकता एवं प्रतिबंध, किसानों को कृषि वानिकी में प्रशिक्षित करवाना तथा कृषि वानिकी की दृष्टि से उपयोगी पौधे वन विभाग से प्राप्त कर इच्छुक कृषकों को उपलब्ध करवाना शामिल किया गया है। इसी तरह जल एवं मृदा प्रबंधन की तकनीकी जानकारी का कृषकों के मध्य प्रचार-प्रसार, विविध खेती को प्रोत्साहित करने के लिये किसानों को प्रशिक्षित करना तथा विविध खेती के सफल मॉडल प्रदेश में प्रत्येक ब्लॉक में स्थापित करना, खाना बनाने के लिये लकड़ी का उपयोग करने के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत में 200 गोबर गैस एवं बायोगैस संयंत्रों की स्थापना, नर्मदा केचमेंट एरिया से संबंधित समस्त खेतों में मेढ़ बंधान, जैविक कृषिगत उत्पादों के विक्रय के लिये संबंधित क्षेत्रों की मंडियों में पृथक से विपणन व्यवस्था और मृदा प्रबंधन संबंधी कार्य भी विभाग करेगा। मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास विभाग -विभाग के कार्यों में मछली पालन नीति 2008 के अनुसार नदियों में विष, डायनामाईट, विद्युत प्रभाव से मत्स्याखेट के विरूद्ध दण्ड का प्रावधान, मध्यप्रदेश मत्स्य उद्योग पुनरीक्षित अधिनियम 1981 में निहित प्रावधानों का कड़ाई से पालन, मैदानी अधिकारियों को मत्स्य-पालन एवं मत्स्याखेट करने वालों को इस अधिनियम के पालन के लिये निर्देशित करवाना, मछुआरों को भी नदी एवं जल संरक्षण के संबंध में प्रशिक्षित कर उन्हें इस संबंध में जिम्मेदारी दी जाना और मत्स्य-पालन नीति अनुसार नदियों में प्राकृतिक मत्सिकी के संरक्षण एवं अभिवृद्धि के लिये सुझाव दिये जाना शामिल किया गया है। नर्मदा घाटी विकास विभाग -इस विभाग के नर्मदा तटों पर बड़े घाटों का निर्माण एवं मरम्मत करवाना, नर्मदा केचमेंट एरिया में सघन सर्वे के बाद बड़े स्तर पर तालाबों का निर्माण, निर्माणाधीन बाँधों के कारण नदी का पारिस्थितिकीय बहाव बाधित न हो, यह सुनिश्चित करना इस विभाग का मुख्य कार्य होगा। नर्मदा केचमेंट एरिया में सघन सर्वे केचमेंट एवं नदी जोड़ों क्षेत्र में तालाबों और नर्मदा किनारे रैन बसेरों का निर्माण भी विभाग को सौंपा गया है। नगरीय विकास विभाग -इस विभाग के कार्यों में नगरीय क्षेत्रों में नर्मदा के घाटों पर कचरा पेटी की स्थापना, मृत पशुओं के वैज्ञानिक निष्पादन हेतु इकाइयों की स्थापना, घाटों पर कपड़े, वाहन, पशुओं के नहलाने एवं स्नान में साबुन डिटर्जेंट के उपयोग को प्रतिबंधित कर मॉनिटरिंग की व्यवस्था, Solid waste इकाइयों और घाटों पर सार्वजनिक शौचालयों की स्थापना करवाना शामिल है। इसी तरह नर्मदा घाटों का सौंदर्यीकरण, सभी धर्मों के त्यौहारों पर मूर्तियों एवं ताजिये आदि के विसर्जन के लिये पृथक से कुण्ड एव स्थान तैयार करवाना, नर्मदा में गंदे नालों को मिलने से रोकना, नर्मदा तटीय स्थलों पर शव को नर्मदा में जलदाग के स्थान पर अग्निदाग कर सकें इसके लिये मुक्तिधाम स्थापित करवाना और शहरी/ नगरीय क्षेत्र के लिये नर्मदा तट पर महिलाओं एवं पुरुषों के लिये पृथक-पृथक वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम के साथ सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना भी विभाग का दायित्व होगा। पशुपालन विभाग -यह विभाग पशुओं को जंगल में चरने के लिये खुला छोड़ने की प्रथा रोकने के लिये कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करवायेगा। चारे की खेती के लिये कृषकों को प्रशिक्षित कर प्रोत्साहित करना, प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक पशु चारे की नर्सरी स्थापित कर नर्मदा क्षेत्र में चारा उपलब्ध करवाना और शुष्क पशुओं की ड्राय डेयरी यूनिट्स की स्थापना कर लोगों को यह संदेश भी विभाग देगा कि दुधारू पशुओं के समान ही शुष्क पशु भी उपयोगी हैं। ग्रामोद्योग विभाग -विभाग को पेड़ों के पत्तों से दोने एवं पत्तलें बनाने की इकाइयों और मिट्टी से कुल्हड़ एवं प्लेट बनाने की आधुनिक छोटी-छोटी इकाइयों की स्थापना, मिट्टी से मूर्तियाँ बनाने का प्रशिक्षण करवाना और रेशम कीट पालन से कृषकों को जोड़ने का, कार्य दिया गया है। राजस्व विभाग -इस विभाग को नर्मदा एवं सहायक नदियों की सीमाओं का सीमांकन करवाकर अतिक्रमण हटाने और ग्रामीण / शहरी / नगरीय नर्मदा के घाटों की साफ-सफाई करवाने का दायित्व दिया गया है। खनिज विभाग -विभाग नदी जल की शुद्धता एवं नदी के संरक्षण के लिये रेत के महत्व के संबंध में इस व्यवसाय में लगे लोगों को जागरूक करने और अवैध उत्खनन को पूरी तरह नियंत्रित करने का कार्य करेगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग -विभाग उद्यानिकी अपनाने के लिये लोगों से वचन-पत्र भरवाना, एम.पी. एग्रो के जरिये गोबर एवं बायोगैस संयंत्र निर्माण का अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देने एवं गोबर तथा बायोगैस प्लांट्स के निर्माण का कार्य करेगा।  फलों, फूलों एवं सब्जियों की खेती के लिये लोगों को प्रशिक्षित कर उनके प्र-संस्करण की इकाइयों की स्थापना के लिये वातावरण निर्माण, नर्मदा नदी के दोनों तटों से एक किलोमीटर की दूरी में आगामी तीन वर्षों में 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फल पौधों का रोपण, फल-फूल-सब्जी-औषधीय एवं सुगंधित फसलों के बीज एवं पौधे कृषकों को उपलब्ध करवाने के लिये  ब्लॉक स्तर पर एक नर्सरी की स्थापना और कृषि फसल की प्रतिस्थापना के एवज में कृषकों को तीन वर्षों तक आर्थिक सहायता देने का कार्य भी विभाग करेगा। विभाग मनरेगा से राशि उपलब्ध करवाने और रख-रखाव सहित पाँच वर्षों तक फल-पौध रोपण योजना भी  संचालित करेगा। पर्यावरण विभाग -राज्य सरकार ने पॉलिथिन एवं स्टाईरो फोम को प्रतिबंधित किया है। अत: यह विभाग पोलिथीन उपयोग के संबंध में अधिनियमों/ नियमों का नर्मदा तटीय क्षेत्रों में पालन, उद्योगों से निकलने वाले अवशिष्टों का अनिवार्यत: उपचार एवं सुरक्षित निपटारा, जल, नदी एवं वन्य-प्राणियों के संरक्षण अधिनियमों के संबंध में आमजनों को प्रशिक्षित, उद्योगों/ कारखानों का बहाव एवं नालों के माध्यम से ग्रामों एवं शहरों के कचरे के नदी में मिलने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों के संबंध में जागरूकता एवं स्थायी प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करेगा। नर्मदा तथा सहायक नदी क्षेत्रों में संचालित उद्योगों से निकलने वाले औद्योगिक अवशिष्ट/ कचरे का उपचार के बाद सुरक्षित निष्पादन भी विभाग करेगा। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग -सोलर एनर्जी के उपयोग के लिये जागरूकता फैलाना, नर्मदा नदी के किनारे सिंचाई के उद्देश्य से सोलर पम्प की और  शहर, कस्बों एवं गाँवों में सौर ऊर्जा की रूफटॉफ परियोजनाओं की स्थापना, किनारे स्थित धर्मशालाओं आदि में सौर गर्म जल संयंत्रों, नदी के किनारे ऊर्जा दक्ष एल.ई.डी. बल्ब एवं अन्य ऊर्जा दक्ष संयंत्रों, बायोमॉस ऊर्जा संयंत्रों और नर्मदा तट स्थित शहरों में शहरी अपशिष्ट इत्यादि पर आधारित ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना करवाने का कार्य यह विभाग करेगा। पर्यटन विभाग -नर्मदा किनारे विभाग के होटल्स से निकलने वाले कचरे का वैज्ञानिक निष्पादन, पर्यटन हेतु सौर ऊर्जा नावों के उपयोग और नर्मदा किनारे कुछ ग्रामों/घाटों को चिन्हित कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करवाने का कार्य करेगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग -इस विभाग का दायित्व सभी तरह के गचरे के निष्पादन हेतु छोटी-छोटी वैज्ञानिक तकनीकी को उपलब्ध कराने, नदी विज्ञान की नवीन विधा का विकास कर अनुसंधान, नव ज्ञान, सृजन, नव साहित्य सृजन और नदी स्वास्थ्य संकेतक प्रारूप विकसित कर दीर्घ काल में नदी स्वास्थ्य सुनिश्चित करवाना होगा। सामाजिक न्याय विभाग नर्मदा तटीय क्षेत्रों में समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में कार्य करेगा। संस्कृति विभाग -संत और समाज के बीच समन्वय एवं संवाद की स्थापना, सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन, नर्मदा घाटी सभ्यता एवं संस्कृति के पुरातात्विक पहलुओं का अन्वेषण, नर्मदा के किनारे प्रागैतिहासिक गुफाओं का उन्नयन और नर्मदा के किनारे वाले मेलों को सहायता देने का कार्य विभाग करेगा। उद्योग विभाग -विभाग नर्मदा तथा सहायक नदी क्षेत्रों में संचालित उद्योगों से निकलने वाले औद्योगिक अवशिष्ट/कचरे का उपचार के बाद सुरक्षित निष्पादन सुनिश्चित करेगा। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग -चौपालों आदि का आयोजन कर जन्म एवं मृत्य प्रमाण-पत्र बाँट कर स्मृति में वृक्षारोपण हों इस दिशा में स्थानीय निकायों को प्रशिक्षित एवं निर्देशित करेगा। नर्मदा किनारे स्थित ग्राम पंचायतों की निर्माणाधीन विकेन्द्रीकृत योजना में ग्राम पंचायतों की भागीदारी, मिशन के अंतर्गत विभिन्न विभागों की गतिविधियों का आम जन के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार, नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी संगठनों को मिशन से जोड़ने एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक नर्मदा सेवा समिति के गठन की दिशा में भी विभाग कार्य करेगा। नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रति आमजन को साक्षर बनाने के लिये विकासखण्ड स्तर पर नर्मदा साक्षरता अथवा नर्मदा ज्ञान केन्द्रों की स्थापना भी यह विभाग करेगा। जल संसाधन विभाग-विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि नर्मदा पर स्थित एवं निर्माणाधीन बाँधों से नदी का पारिस्थितिकीय बहाव (Ecological Flow) बाधित न हो। ऊर्जा विभाग-इस विभाग का दायित्व नर्मदा तटीय स्थानों पर विद्युत प्रदाय के लिये आवश्यकतानुसार अधोसंरचना विद्युत नियामक आयोग के प्रावधानों के अंतर्गत विकसित करना होगा।  

Kolar News

Kolar News 16 May 2017

  विश्वविद्यालय में नदी संरक्षण की पढ़ाई के लिए खोला जायेगा विभाग : चौहान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि जब अधिकार भाव प्रबल हो जाता है और कर्त्तव्य भाव क्षीण हो जाता है तब अनेक पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती हैं। उन्होंने कहा कि नदियों के संरक्षण के प्रति भी कर्त्तव्य भाव कम होने से नदियाँ लुप्त हो रही हैं। ऐसे समय नर्मदा सेवा का काम लोगों में कर्त्तव्य भाव जाग्रत करने का महायज्ञ सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री  मोदी आज अमरमंटक में 'नर्मदा सेवा यात्रा' की पूर्णता और नर्मदा सेवा मिशन के शुभारंभ अवसर पर भव्य समारोह में नर्मदा सेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवकों को प्रणाम करने से भी नर्मदा सेवा का पुण्य प्राप्त होता है। यह पुण्य माँ भारती की सेवा और गरीबों के जीवन में खुशहाली लाने के काम आएगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा से अहंकार मिट्टी में मिल जाता है। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और नागरिकों की सराहना करते हुए कहा कि समय रहते नदियों के संरक्षण के प्रति जागृत हो गए हैं। केरल की एक नदी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज कई नदियों में पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि चूँकि नर्मदा नदी ग्लेशियर से नहीं निकलती। यह पौधों के प्रसाद से प्रगट होती है इसलिए बड़े पैमाने पर पेड़ लगाकर इसकी रक्षा करने का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हम ऐसा कर्म करें कि आने वाली पीढ़ियाँ हमें याद रखें जैसे कि आज हम अपने पुरखों का याद करते हैं। जैसे नदियों ने पुरखों को जीवन दिया उसी तरह हम भी नदियों को जीवन दें। श्री मोदी ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा दुनिया की एक असंभव और असामान्य घटना है जब लाखों लोग एक नदी की रक्षा के लिये संकल्पबद्ध हुए। मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश की जनता और नर्मदा सेवा से जुड़े भक्तों को इस असाधारण कार्य के लिए बधाई। इस कार्य का वैश्विक महत्व है। श्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में नदी के संरक्षण का अदभुत काम हुआ है। इस यात्रा के दौरान 25 लाख लोगों ने नदी बचाने का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के नागरिकों और किसानों की ओर से मध्यप्रदेश सरकार और नागरिकों का अभिनंदन करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग जानते हैं कि नर्मदा की एक-एक बूँद का कितना महत्व है। स्वच्छता के क्षेत्र में म.प्र. देश में सबसे आगे - प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जन-भागीदारी लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। जनभागीदारी की उपेक्षा कर कोई भी सरकार सफल नहीं हो सकती । इसके लिये जन-समर्थन जरूरी है। इस दिशा में मध्यप्रदेश ने उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश पीछे था लेकिन दृढ़ संकल्प और जन-भागीदारी से आज देश में सबसे आगे है। देश के 100 स्वच्छ शहरों में मध्यप्रदेश के 22 शहर शमिल हैं। पूरे देश में इंदौर पहले और भोपाल दूसरे स्थान पर है। इसका साफ मतलब है कि जन-भागीदारी और प्रशासन दोनों ने साथ काम किया है। यह उदाहरण अन्य राज्यों को प्रेरणा देने वाला है। नर्मदा सेवा मिशन कार्य-योजना परफेक्ट डाक्यूमेंट - प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ने नर्मदा सेवा यात्रा की सफलता को भी जनता की ताकत और समर्थन का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि नए पेड़ों की चिंता करेंगे तो पर्यावरण भी स्वस्थ होगा। नर्मदा सेवा मिशन की कार्य-योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह 'परफेक्ट डाक्यूमेंट' है । इसे सभी राज्यों को भेजें क्योंकि यह प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने का एक मॉडल प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा कि यदि मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक है तो इसमें नर्मदा नदी का ही योगदान है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में भी मध्यप्रदेश ने योजना तैयार कर ली है। उन्होंने बताया कि 2022 में आजादी के पचहत्तर वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से आव्हान किया कि वे हर पल आजादी के 75 वर्ष को याद करें और देश के लिए सकारात्मक योगदान देने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि अपनी संस्था, अपने गाँव, परिवार और प्रदेश-देश के लिए योगदान देने के लिए संकल्पित हो जाएं। उन्होंने कहा कि हम नया भारत बनाने का सपना लेकर चले हैं। इस काम में प्रत्येक नागरिक को जोड़ना है। प्रत्येक नागरिक यह कोशिश करें कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान कैसे दे सकता है। उन्होंने कहा कि यदि नागरिक एक कदम आग चलेंगे तो देश सवा सौ करोड़ कदम आगे निकल जाएगा। विश्वविद्यालय में खुलेंगे नदी संरक्षण-पर्यावरण शुद्धता अध्ययन संकाय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री को नर्मदा सेवा मिशन की कार्य-योजना सौंपी। उन्होंने नदियों के संरक्षण और पर्यावरणीय शुद्धता के अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय में विभाग खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक के पर्यावरणीय और आध्यात्मिक महत्व को देखते हुए इसे मिनी स्मार्ट सिटी बनाया जायेगा। यह प्रदेश की पहली मिनी स्मार्ट सिटी होगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा हर वर्ग का सहयोग मिला और 25 लाख लोग नर्मदा सेवा से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सामाजिक आंदोलन बन गया है। नर्मदा के तटों के पाँच किलोमीटर के दायरे में शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं। अब सभी गाँव नदी संरक्षण के प्रति जागृत हो गए हैं। करीब 80 हजार नर्मदा सेवक स्थाई रूप से इससे जुड़ गए हैं। आगामी दो जुलाई को नर्मदा के तटों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा। इनकी रक्षा की जिम्मेदारी के लिए वृक्ष सेवक उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 12 करोड़ पौधे लगाये जायेंगे । इनमें से दो जुलाई को छह करोड़ पौधे लगाए जाएंगे । अगले वर्ष 15 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। स्थानीय प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे। नर्मदा के प्रवाह की निरंतरता के लिए प्रयास किये जायेंगे। नर्मदा में मल-जल की एक-एक बूँद रोकी जाएगी। इसके लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लाट लगाए जा रहे हैं। जैविक खेती और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि रेत की जरूरत के कारण नर्मदा को छलनी नहीं होने देंगे। खनन का कार्य वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार किया जायेगा। अमरकंटक की पहाड़ी पर किसी भी प्रकार का उत्खनन नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे स्वयं नर्मदा सेवा मिशन का नेतृत्व करेंगे। गाँव में नर्मदा सेवा समितियाँ कार्य करने लगी हैं। नर्मदा सेवा मिशन की कार्य-योजना को समाज के साथ मिलकर क्रियान्वित किया जाएगा। प्रधानमंत्री के हर संकल्प को मध्यप्रदेश पूरा करेगा। अगले साल से क्षिप्रा, ताप्ती, बेतवा और चम्बल तथा अन्य नदियों के संरक्षण का कार्य शुरू किया जाएगा। नर्मदा सेवा मिशन की कार्य-योजना की प्रगति का प्रतिवेदन एक साल बाद जनता को समर्पित किया जाएगा। मध्यप्रदेश के लिए आधुनिक भागीरथ सिद्ध हुए है मुख्यमंत्री - स्वामी अवधेशानंद आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने प्रधानमंत्री को राष्ट्र ऋषि और सभ्यता, संस्कृति और संवेदना के सुमेल वाला व्यक्तित्व बताते हुए कहा कि उन्होंने भारत को श्रेष्ठ स्थान पर विराजित किया है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा मिशन का प्रारंभ शासक, प्रशासक और उपासक को एक साथ काम करने के संकल्प लेने का पल है। उन्होंने कहा कि नीर में ही नारायण है। उन्होंने जल का महत्व बताते हुए कहा कि जल की स्वाभाविक माँग होती है। यह जीवन है। जल की कमी हो रही है। भविष्य में पीने योग्य पानी की कमी न हो इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार का यह मिशन समयानुकुल है। उन्होंने कहा कि भारत देश जल की आराधना में जुटा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के लिए आधुनिक भागीरथ सिद्ध हुए है। सिंहस्थ का आयोजन कर वे आधुनिक विक्रमादित्य साबित हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री को भारत की धरती पर विकास का अवतार बताते हुए कहा कि उनके होने से देश भयमुक्त है और देश का भविष्य सुरक्षित है। श्री अवधेशानंद जी ने कहा कि नदी संरक्षण का यह मॉड्यूल पूरे देश में जाएगा। वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने नर्मदा सेवा के उद्देश्य की चर्चा करते हुए कहा कि यह पूरी तरह वैज्ञानिक और आध्यात्मिक यात्रा थी। इसके माध्यम से लाखों नागरिकों की नदी संरक्षण के प्रति जन-जागृति और चेतना बढ़ी है। अब हर नागरिक इस बात के प्रति सजग है कि नर्मदा नदी में एक भी बूँद गंदा पानी नहीं मिलने देंगे। प्रधानमंत्री द्वारा 'नर्मदा प्रवाह' पुस्तक का विमोचन शुरूआत में नर्मदा सेवा यात्रा का ध्वज और कलश प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री ने सौंपा। प्रधानमंत्री ने 'नर्मदा प्रवाह' पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को नर्मदा की सेवा करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर विशाल संख्या में नर्मदा सेवक, केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद श्री ज्ञान सिंह, सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नन्द कुमार सिंह चौहान, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय पाठक, संत समुदाय, राज्य मंत्री-मंडल के सदस्य, सांसद, विधायक, अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 16 May 2017

कोलार डेम से शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन के लिए 138 करोड़ रुपए मंजूर हो चुके हैं, लेकिन वन विभाग की अनुमति न मिलने के कारण इस पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है। कोलार परियोजना की पुरानी पाइप लाइनों के स्थान पर नई बिछाना  जरूरी है क्योंकि 30 साल पुरानी पीएससी पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हैं इस कारण रोजाना लाखों गैलन पानी लीकेज से बहकर बर्बाद हो जाता है।  पाइप लाइन में बड़ा लीकेज होने पर फॉल्ट को दुरुस्त करने के लिए किसी न किसी इलाके में जलापूर्ति बंद करना पड़ती है, इससे निजात मिल सकेगी। इसके निर्माण का काम  टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को दिया गया है जिसको यह काम 24 माह में पूरा करना है।  कोलार डेम से शहर के विभिन्न हिस्सों में फैली लगभग 59 किलोमीटर ( 58 हजार 910 मीटर) लंबी ग्रेविटीमेन और फीडरमैन पीएससी पाइपलाइनों को बदला जाना है। लाइन बिछने के बाद इस दिशा में काम होगा।  कोलार डेम से आने वाली पाइप लाइन में से कोलार को पानी देने के लिए 56 करोड़ की अलग से प्लानिंग की गई है। इसके तहत वहां पर चार ओवर हेड टैंक बनाए गए हैं। नई पाइप लाइन से यह टैंक भरेंगे और उनसे पानी बांटा जाएगा।  कोलार डेम से भोपाल की राह में 20 किमी की राह में जंगल है। यहां से पाइप लाइन निकालने के लिए वन विभाग की अनुमति जरूरी है। निगम ने इसकी प्लानिंग कर ली है और यह प्रयास किया है कि पाइप लाइन के रूट में कम से कम पेड़ काटे जाए। जो पेड़ काटे जाएंगे उसकी एवज में 10 गुना अधिक प्लान्टेशन भी आसपास के क्षेत्र में करने की तैयारी है।  केन्द्र सरकार ने 138 करोड़ रुपए कोलार पाइप लाइन के लिए मंजूर किए हैं। कोलार से 30 एमसीएम मिलियन क्यूबिक मीटर पानी लिया जाता है। शहर के लिए 3 एमजीडी  मिलियन  गैलन पर डे पानी लिया जाता है। 2019 में खत्म हो जाएगी कोलार की मौजूदा पाइप लाइन की उम्र। 38 किमी दूरी से आता है पानी अधीक्षण यंत्री जल विभाग नगर निगम एआर पंवार का कहना है  कोलार की नई पाइप लाइन को बिछाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसकी प्रापर मॉनिटरिंग भी की जा रही है। वन विभाग से अनुमति मिलते ही उस रूट को भी क्लियर कर दिया जाएगा।   

Kolar News

Kolar News 8 May 2017

सहकारिता, भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने आज बोर्ड ऑफिस चौराहे से हास्य रैली को हरी-झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली 7 मई 'हास्य दिवस' के मौके पर की गयी थी। मंत्री श्री सारंग स्वयं भी रैली का हिस्सा बने और उन्होंने खूब ठहाके भी लगाये। रैली में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, योग केन्द्र के संचालक और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे। राज्य मंत्री श्री सारंग ने कहा कि हास्य जीवन में बहुत जरूरी है। शरीर को स्वस्थ रखने और सकारात्मक विचारों के निर्माण के लिये मन का प्रसन्न रहना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यक्तित्व और समाज के विकास में आनंद की अवधारणा के योगदान को समझा है। इसीलिये उन्होंने देश में सबसे पहले आनंद से जुड़ी गतिविधियों के व्यवस्थित संचालित करने के लिये प्रदेश में आनंद विभाग की स्थापना की। श्री सारंग ने कहा कि योग पंडितों ने हास्य को योग क्रिया के रूप में बढ़ावा दिया है। उन्होंने हास्य दिवस पर रैली में विभिन्न योग केन्द्र की भूमिका को सराहनीय बताया। अध्यक्ष हास्य योग केन्द्र ने हँसी के संबंध में जानकारी दी कि यह ऐसी क्रिया है, जो मनुष्य को धर्म, जाति, छोटा-बड़ा आदि बँधनों से ऊपर उठकर सबको एक साथ मिलाती है। जन्म से लेकर मृत्यु तक एक ही भाषा, व्यवहार को प्रकट करती है। यह केवल प्यार, भाईचारा, दोस्ती, अमन और आनंद का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि अनेक बीमारियों की जड़ में हमारे मस्तिष्क में नकारात्मक और तनाव के विचार होते हैं। हँसी, आनंद इन विचारों को समूल नष्ट करता है और इसका परिणाम होता है कि हम ऐसे अनेक घातक रोगों से बच जाते हैं और इन रोगों से दूर रहते हैं। हास्य क्लब नागरिकों में प्रसन्न और आनंदित रहने की आदत बनाये रखने के लिये गठित किये गये हैं। इसी क्रम में रैली की गई है।  

Kolar News

Kolar News 7 May 2017

नगर निगम द्वारा लाख दावे किए जाएं कि जनता के लिए करोड़ों रुपए के विकास कार्य हो रहे हैं, लेकिन नगर निगम के दावों की पोल इस बात से खुल जाती है कि कोलार क्षेत्र में राहगीरों के लिए मेन रोड पर एक भी प्याऊ नहीं हैं। जबकि पिछले साल बढ़ती गर्मी को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर अस्थाई प्याऊ बनाए गए थे,  लेकिन अब तक निगम ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है। गर्मी के दिनों में यहां प्याऊ की कमी लोगों को खलती है। हालांकि कुछ सामाजिक संस्थाओं द्वारा मेनरोड पर कुछ स्थानों पर प्याऊ बनाए जाते हैं पर वह काफी नहीं होते। इस दिशा में नगर निगम ने कोई पहल नहीं की है। नगर निगम के अधिकारी शैलेष चौहान का कहना है राहगीरों के लिए जल्द मटके रखे जाएंगे, कुछ स्थान चिह्नित किए जाना है। कोलार में चिलचिलाती गर्मी के दिनों में राहगीरों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। आलम यह है कि होटलों में भी पानी नसीब नहीं होता। महंगी मिनरल वॉटर खरीदकर लोग प्यास बुझा रहे हैं। बैरागढ़, पुराने शहर, न्यूमार्केट समेत अन्य क्षेत्रों में प्याऊ बनाई गई हैं।

Kolar News

Kolar News 4 May 2017

कोलार क्षेत्र में इन दिनों बिजली बिल देखकर उपभोक्ताओं के होश उड़े हुए हैं। दरअसल बिजली विभाग द्वारा लोगों को अनाप-शनाप बिल थमाए जा रहे हैं। जिसका दो कमरों का घर है, उसे हजारों का बिल दिया जा रहा है, बिना एसी के बिल हजारों का बिल देखते ही लोगों को पसीना छूट रहा है। कोलार के सूर्या कॉलोनी निवासी मृणालिका मिश्रा ने बताया कि वह दो कमरों के मकान में किराए से रहती हैं। पंखे और कूलर का बिल 7 हजार रुपए थमा दिया गया, जबकि हर माह 1 हजार से 1200 तक बिल दिया जाता था, इसी प्रकार सारिका अग्निहोत्री ने बताया कि उनका बिल भी 5 हजार रुपए दिया गया है। ऐसे कई लोग हैं, जो इस समस्या से गुजर रहे हैं। बिजली दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र में करीब 30 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं। इसके अलावा इस बार बिजली के बिल भी देरी से बांटे गए हैं। बिजली विभाग के अधिकारी मुकूंद नासेरी ने बताया कि सभी बिजली के बिल रिडिंग के हिसाब से बांटे गए हैं, जहां समस्याएं आ रही हैं, उनकी जांच करने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। कोलार विद्युत मंडल में नया साफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिससे लोगों के बिल की समस्याएं दूर होंगी।

Kolar News

Kolar News 2 May 2017

  भोपाल के आसपास घूमने वाले बाघों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए एक बार फिर वन विभाग प्लानिंग कर रहा है। इससे पहले विभाग ने बाघों के क्षेत्र को रोकने के लिए केरवा के जंगलों के पास जालियां लगाई थीं, लेकिन जालियों में पर्यटकों द्वारा बनाए गए छेदों से बाघ ने निकल कर एक गाय पर हमला किया था। इसके बाद यह प्लॉन भी खतरनाक माना जा रहा है। वन विभाग द्वारा बाघों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रैप कैमरों से उनकी पहचान कर  उन्हें नाम भी दिया जा रहा है।  टाइगर रिजर्व में घूम रहे बाघों को उनके पैरों के निशानों से पहचाना जाता है। असंरक्षित क्षेत्र के बाघों की कोई पहचान न होने से उनके न्यूमेरिक नामों में गड़बड़ हो जाती है।  भोपाल के नजदीक घूम रहे बाघों की साइंटिफिक और ट्रेप कैमरे से पहचान की गई है। उनका चार्ट भी बनाया जा रहा है।  इस डेटा को  वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट को भेजा जाना है। वर्तमान में केरवा, मिंडोरा व क्षेत्र में बाघ 211 और बाघिन 213 का मूवमेंट लगातार एक माह से यहां बना हुआ है। इन पर नजर रखी जा रही है। विभाग ने बाघ जंगल से बाहर न आए इसके लिए वॉटर सोर्स की सुरक्षा और इलेक्ट्रिसिटी लाइन को चेक करने के निर्देश दिए हैं। क्योंकि वन्य प्राणी पानी पीने जाते हैं और शिकारी शिकार कर लेते हैं। पहले यह बात सामने आ रही थी कि भोपाल में 4 या 5 बाघ हैं। जब इनकी ट्रैप कैमरों, विष्ठा और ई-सर्विलांस माध्यम से गणना की गई तो दस वयस्क बाघ की संख्या सामने आई।  चार बाघ अभी अवयस्क हैं। इनको गणना में नहीं लिया जाता। ये शावक बाघिन 124 के हैं।  

Kolar News

Kolar News 1 May 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल  स्टेडियम में अखिल भारतीय पाल महासभा द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए और वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया।   उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में बेटियो को स्मार्ट फ़ोन दिया जाएगा ताकि वे भी डिजिटल रूप से सशक्त बने। उन्हें तीन-तीन हजार का चेक स्मार्ट फोन के लिए दिया जाएगा। पाल समाज मेहनती समाज है। पाल समाज के विकास के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। श्री चौहान ने पाल समाज के अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को जरूर पढ़ाये। सरकार पूरा खर्च उठाएगी। कार्यक्रम में पाल समाज के अध्यक्ष शैतानसिंह पाल एवं वर-वधुओं के रिश्तेदार उपस्थित थे। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विवाह संपन्न हुए।    

Kolar News

Kolar News 30 April 2017

कोलार के पार्षद कुम्भकर्णी नींद सो रहे हैं और अफसर लापरवाह बने हुए हैं। कोलार परियोजना के लिए कांट्रेक्टर ने 15 करोड़ की लागत से बनाई गई नई सड़कें खोद डाली। अब चिंता यह है कि आने वाली बारिश के पहले क्या ये सड़कें बन पाएंगी। क्योंकि अगर सड़कें नहीं बनीं तो यह बड़ी मुसीबत जनता के सामने खड़ी हो जाएगी।  पेयजल पाइपलाइन बिछाने के लिए ठेकेदार द्वारा वार्ड 80, 81, 82, 83 और 84 में काम किया जा रहा है। अब तक करीब 15 करोड़ की लागत से बनीं सड़कें खोदी जा चुकी हैं। खुदाई करके ठेकेदार उन्हें अव्यवस्थित करके छोड़ रहा है। ऐसे में ये सड़कें दोबारा व्यवस्थित कब होंगी, किसी को नहीं पता। इस मामले में नगर निगम के अफसर भी शांत बैठे हैं, वे भी जवाब नहीं दे पा रहे हैं कि दोबारा सड़कों को कब बनाया जाएगा। कुछ महीने बाद बारिश का सीजन आने वाला है। ऐसे में यदि बारिश के पहले ये सड़कें नहीं बनी, तो कोलार नगर पालिका और नगर निगम द्वारा खर्च किए गए 15 करोड़ रुपए की सड़कें खराब हो जाएंगी। नगर निगम के अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। कुछ जगह तो छह महीने पहले बनीं सड़कों तो बीच से खोद दिया गया है। पाइपलाइन बिछाने के लिए ठेकेदार द्वारा कोई नियम नहीं माने जा रहे हैं। कहीं भी खुदाई कर रहे हैं। न कोई सूचना और न कोई बोर्ड। सड़कें खोदने के बाद पत्थर ही पत्थर चारों तरफ फेंक देते हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बच्चे और वाहन चालक पत्थरों से टकराकर गिर रहे हैं। कई जगह से बीच सड़क से ही खुदाई कर दी जा रही है। इस मामले में निगम अफसर कहीं भी मौके पर नहीं दिखाई देते कि क्या काम हो रहा है। इस संबंध में भी कोई भी निगम अफसर बोलने को तैयार नहीं है।सूत्रों के अनुसार ठेकेदार ने कुछ नेताओं को साध रखा है। इस कारण निगम अधिकारी जांच तो दूर ठेकेदार को लेकर कुछ भी बयान देने से बच रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 26 April 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में चल रहे ग्रामोदय से भारत उदय के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर रोजगार सहायकों का मासिक वेतन 7 हजार से बढ़ाकर 9 हजार करने की घोषणा की। श्री चौहान भोपाल मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों के कल्याण में हमेशा आगे बढकर उनका साथ दिया है। कर्मचारी शासन-प्रशासन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के काम में अवरोध पैदा करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी। जनविरोधी कर्मचारियों को सेवा से निकालने की सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने कर्मचारियों के हित में हमेशा उदारतापूर्वक निर्णय लिया है लेकिन लोकहित के मुददों पर हठधर्मिता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कर्मचारी कल्याण समिति की बैठक प्रत्येक तीन महीने में एक बार आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी सरकार के महत्वपूर्ण जन-कल्याण के अभियान को जान-बूझकर असफल बनाने का प्रयत्न करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान की जिलेवार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल-संरचनाओं का जीर्णोद्धार या नई जल-संरचनाओं के निर्माण का कार्य जल्द शुरू कर 30 जून तक पूरा करें। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कृषि ग्राम संसद, विकास ग्राम संसद और महिला ग्राम संसद में उपस्थिति की जानकारी ली। जिन जिलों में लोगों की भागीदारी कम रही वहाँ दोबारा ग्राम संसद आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने लघु वनोपजों की खरीदी के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार ने महत्वपूर्ण वनोपजों की खरीदी दर निश्चित कर दी है। वनोपज संग्राहकों को शोषण से बचाना और उनकी मेहनत का बाजिब दाम दिलवाना प्राथमिकता का काम है। सक्षम व्यक्ति गरीबी रेखा की सूची से अपना नाम स्वयं हटा लें श्री चौहान ने जिला कलेक्टरों को गरीबी रेखा की सूची के संबंध में ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये जिसमें सक्षम व्यक्ति स्वयं अपना नाम गरीबी रेखा की सूची से हटवा लें अन्यथा सरकार उनके नाम काट देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोटे तौर पर ऐसे सक्षम लोगों में वो लोग शामिल हैं जिनके पास चार पहिया वाहन हैं। ऐसे उद्यमी और कारोबारी हैं जिनके लिये सरकार ने लायसेंस दिया है। जो लोग आयकर भरते हैं। जिनके परिवार के लोग शासकीय सेवा में हैं। जिनके पास पाँच एकड़ से ज्यादा सिंचित जमीन है। श्री चौहान ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीने वालों को मिलने वाला लाभ सक्षम लोग नहीं ले सकते । वे स्वयं अपने नाम कटवा लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसी भी आवासहीन को बिना आवास के नहीं रहने देंगे। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि वे प्रधानमंत्री आवास और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार कर लें ताकि उन्हें लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोगों को किसी भी कल्याणकारी योजना की राशि लेने के लिये बैंक तक नहीं जाना पड़ेगा। जल्द ही बैंकों के सहयोग से ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि उन्हें घर पर ही राशि उपलब्ध हो। श्री चौहान ने कलेक्टरों को निर्देशित किया कि वे इस संबंध में संबंधित बैंकों से चर्चा कर समन्वय स्थापित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सभी जिलों के प्रभारी मंत्री ग्रामोदय अभियान में गाँवों में जायेंगे और प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रभारी मंत्रियों को मिलने वाले आवेदनों के निराकरण की व्यवस्था जिले में ही करें और उन्हें निराकरण की रिपोर्ट भी दें ताकि यह अभियान सफल और अर्थपूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जायेगा और उनकी गोपनीय चरित्रावली में भी उल्लेख किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि कृषि महोत्सव अब 2 जून के बजाय 21 जून तक चलेगा। नर्मदा सेवा यात्रा मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि नर्मदा सेवा मिशन का शुभारंभ 15 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में अमरकंटक से होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा को अब पूरा विश्व समाज देख रहा है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे नर्मदा सेवा के इच्छुक भक्तों, अशासकीय संगठनों, सामाजिक संगठनों, स्व-सहायता समूहों और आम लोगों को नर्मदा सेवा से जोड़ें। उन्होंने अमरकंटक में अस्थायी शौचालय बनाने, भण्डारों की व्यवस्था करने और नर्मदा सेवा यात्रियों का पंजीयन करवाने जैसे कार्य प्राथमिकता के साथ करें। श्री चौहान ने नर्मदा के तटों पर 2 जुलाई को होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की जानकारी भी दी। आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी एक मई को पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य न होते तो भारत का वह अखंड स्वरूप नहीं होता जो आज है। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की अष्टधातु प्रतिमा का निर्माण और स्थापना करने के लिये धातु संग्रहण का काम एक जून से 30 जून तक चलेगा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, सागर और ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के जीवन दर्शन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने इन जिलों के कलेक्टरों को आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि दर्शन के विद्वानों को जिलों में व्याख्यान के लिये आमंत्रित किया जायेगा। विशेष ग्राम सभाओं में इस संबंध में लोगों को जानकारी भी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगारोन्मुखरी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 'चलो आई.टी.आई अभियान'' अब 11 मई को होगा। उन्होंने बताया कि जीएसटी बिल पारित करने के लिये 3 मई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जायेगा। इसी विशेष सत्र में नर्मदा जी को जीवंत अस्तित्व मानते हुये उनके संरक्षण का संकल्प भी पारित किया जायेगा। चौहान ने कहा कि गेहूँ उपार्जन शुरू हो गया है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसानों का भुगतान समय पर हो जाये। उन्होंने किसानों को आने वाली समस्याओं की सूची बनाने के भी निर्देश दिये ताकि तत्काल उनका समाधान हो जाये। श्री चौहान ने कहा कि ग्रामोदय अभियान के अंतिम चरण 22 से 30 मई में लोगों के आवेदनों का निराकरण होगा। सभी प्रभारी मंत्री समीक्षा करेंगे। वे जिला योजना समिति की बैठक में भाग लेंगे और अभियान के दौरान लोगों द्वारा सुझाये गये विकास कार्यों की स्वीकृति भी देंगे।वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 26 April 2017

कोलार इलाके में बारात में आतिशबाजी के दौरान विनीत कुंज स्थित एक दुकान में आग लग गई। आग लगने के दौरान दुकान में कोई नहीं था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड को आधे घंटे तक मशक्कत करना पड़ीं। विनीत कुंज मारबल एंड सेनेट्री प्लाजा है। रविवार रात करीब 10 के सामने से एक बारात निकली। इसी दौरान बारातियों ने प्लाजा के सामने आतिशबाजी शुरू कर दी। आतिशबाजी खत्म होते ही प्लाजा स्थित ऊपरी मंजिल की दुकान से धुंआ निकलना शुरू हो गया। देखते ही देखते वहां से आग की लपटें निकलने लगी। यह देखते ही बाराती दूल्हे को लेकर वहां से निकल लिए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। आग से लाखों का नुकसान तो हो गया, लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि सभी दुकानें बंद थी।  

Kolar News

Kolar News 24 April 2017

  कोलार रोड पर बने भोज मुक्त विवि में सुरक्षा एजेंसी बदल गई है इसके बावजूद सुरक्षा  गार्डों का शोषण जारी है ।  भोज में केबीएस की जगह अब बर्फानी सुरक्षा एजेंसी को विवि में सुरक्षा का ठेका दिया गया है। नई एजेंसी सुरक्षाकर्मियों को 6 हजार की अब साढ़े 4 हजार रुपए भुगतान कर रही है। सुरक्षाकर्मियों ने एजेंसी संचालक से शिकायत की, तो उन्होंने साफ कह दिया है कि इतने में ही कार्य करना होगा। जिन्हें मानदेय कम लगता है, तो  जा सकते हैं। सुरक्षाकर्मी नियमित की आस में साढ़े चार हजार रुपए लेने ही तैयार हैं। उनका कहना है ये राशि कलेक्टर रेट से कम है।  एक तरह से सुरक्षाकर्मियों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। परमानेंट की आस में प्राइवेट कंपनी इनका शोषण कर रही है। काफी समय विवि में बिता चुके कर्मचारियों के पास दूसरा रास्ता नहीं है। भोज विवि ने बर्फानी को बिना ई टेंडरिंग के सुरक्षा एजेंसी का ठेका दिया है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षाकर्मी के मानदेय से मतलब नहीं है। हमे योग्य सुरक्षाकर्मियों की जरुरत है। अयोग्य कर्मियों को बाहर करेंंगे।  

Kolar News

Kolar News 23 April 2017

महापौर आलोक शर्मा के निर्देश पर शहर में अवैध रूप से मांस का विक्रय करने और गंदगी फैलाने वाले मांस विक्रेताओं के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही दूसरे दिन भी जारी रही। उपायुक्त हर्षित तिवारी के निर्देशन में निगम के अमले ने कोलार क्षेत्र के अंतर्गत ललिता नगर, सर्वधर्म कालोनी, प्रियंका नगर, महाबली नगर और राजाभोज मुक्त विश्वविद्यालय की सीमा दीवार के समीप अवैध रूप से मुर्गा-मुर्गी एवं मांस आदि का विक्रय करने वाले 30 दुकानदारों के विरुद्ध कार्यवाही की।   राजधानी में बिना लायसेंस और खुले में मांस बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ दूसरे दिन शुक्रवार को भी नगर निगम ने कार्रवाई की। इसमें कोलार क्षेत्र के ललिता नगर, सर्वधर्म कॉलोनी, प्रियंका नगर, महाबली नगर और राजाभोज मुक्त विश्वविद्यालय क्षेत्र में 39 विक्रेताओं पर कार्रवाई की गई। निगम ने इन विक्रेताओं के पास से 35 किलो मांस और 27 हजार 700 रुपए स्पॉट फाइन वसूला है। इसमें से ज्यादातर विक्रेता ऐसे मिले हैं जिन्होंने रोड किनारे सड़क पर अतिक्रमण कर झुग्गी तानी और उसमें मांस बेचना शुरू कर दिया। कुछ के पास लायसेंस थे लेकिन रिनीव ही नहीं कराए थे कुछ दुकान से 8 से 10 फीट आगे खुले में मांस बेचते मिले हैं। चूनाभट्टी क्षेत्र में विक्रेताओं ने आरोप लगाया कि एक साल पहले वे लायसेंस रिनीव के लिए आवेदन कर चुके हैं लेकिन निगम के अधिकारी लायसेंस ही रिनीव नहीं कर रहे हैं। बैरागढ़, एयरपोर्ट रोड, गांधी नगर और करोंद क्षेत्र में गुरुवार को कार्रवाई के बाद निगम अधिकारियों की नजर कोलार क्षेत्र में मांस बेचने वालों पर थी क्योंकि पूर्व में कुछ नागरिक खुले में मांस बेचने से फैल रही गंदगी को लेकर आपत्ति दर्ज करा चुके थे। जिसके बाद उपायुक्त हर्षित तिवारी के निर्देशन में सुबह स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी और वेटनरी डॉक्ट समेत अमले की टीम गठित की गई। टीम सबसे पहले कोलार क्षेत्र में ललिता नगर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई को देख कई विक्रेताओं ने मांस, मुर्गा-मुर्गी और समान दूसरी जगह शिफ्ट कर लिया। जो विक्रेता मौके पर मिले, अधिकारियों ने उनसे लायसेंस को लेकर पूछताछ की। ललिता नगर में ज्यादातर दुकानदारों के पास लायसेंस थे लेकिन रिनीव नहीं हुए थे कुछ बिना लायसेंस के मांस बेच रहे थे जिनकी दुकानों में रखा मांस जब्त किया गया। साथ ही पिंजरे और तौल-कांटे भी टीम साथ ले गई। इसी तरह सर्वधर्म कॉलोनी, प्रियंका नगर, महाबली नगर और राजाभोज मुक्त विश्वविद्यालय की सीमा दीवार के आसपास मांस बेचने वाले विक्रेताओं पर भी कार्रवाई की गई। नगर निगम के अधिकारी भले ही दो दिन से मांस बेचने वाले विक्रेताओं पर सख्ती दिखा रहे हो, लेकिन पुराने शहरों में कारोबार करने वाले विक्रेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि पुराने शहर में कुछ विक्रेता लायसेंस नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं कई घनी आबादी में खुले में मांस बेच रहे हैं जिससे खतरा बढ़ रहा है।  

Kolar News

Kolar News 22 April 2017

  भोपाल के ही महाबड़िया कोलार रोड पर अफोर्डेबल आवास योजना के तहत सवा दो साल पहले हाउसिंग बोर्ड ने 'समृद्धि परिसर' योजना लांच की थी। इसमें छह मंजिला भवन में ईडब्ल्यूएस 432 एवं 480 एलआईजी फ्लेट्स बनाने की योजना घोषित की गई है। कमजोर एवं निम्न आय वर्ग के लिए जारी योजना के लिए अब तक कोई बुकिंग नहीं हो पाई। साइट पर मौजूद अफसरों का कहना है कि अब नए सिरे से बुकिंग शुरू करेंगे। निर्माण स्थल पर मौजूद अतिक्रमण भी इसमें बाधक बन रहा है। इसलिए अतिक्रमण हटाने के बाद नए सिरे से प्रक्रिया शुरू होगी। राजधानी में मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल की आवास योजनाओं में स्थानीय बाशिंदों की रुचि नजर नहीं आ रही। ग्राहकों का इंतजार हो रहा है। सेफायर एवं गौरव नगर प्रोजेक्ट में पूरी बुकिंग नहीं हो पाई। समृद्धि परिसर योजना के लिए मंडल नए सिरे से बुकिंग शुरू करने की तैयारी की गई है। गृह निर्माण मंडल ने भोपाल के कटारा हिल्स में दो साल पहले 'सेफायर' प्रोजेक्ट के लिए 524 फ्लेट्स, 168 विला एवं 12 डुप्लेक्स की योजना लांच की थी। लेकिन 15 मार्च तक 168 आवास में से मात्र 57 आवास के बुक होने की सूचना है। मंडल के अफसरों का कहना है कि पूछताछ का सिलसिला चल रहा है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य पिछले साल नवंबर में शुरू हो चुका है जिसे जुलाई 2019 में पूरा करने की अवधि तय की गई है। भोपाल के बैरागढ़ चिचली मुख्य कोलार रोड पर अफोर्डेबल हाउस योजनांतर्गत कमजोर एवं निम्न आर्य वर्ग के लिए 'गौरव नगर' बसाया जाना है। इसमें 1200 फ्लेट्स बनेंगे जिनमें 384 ईडब्ल्यूएस(कीमत 5.5 लाख) एवं 816 एलआईजी फ्लेट्स(कीमत 12.41लाख रु.) हैं। मंडल के सूत्रों का कहना है कि ईडब्ल्यूएस के सभी फ्लेट्स बुक हो चुके हैं ज्यादा खरीददारों के आने पर लॉटरी निकालकर आवंटन होगा। लेकिन एलआईजी के फ्लेट्स के लिए ग्राहकों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई, बुकिंग ही पूरी नहीं हुई। हाउसिंग बोर्ड ने यह प्रोजेक्ट अगस्त 2018 में पूरा करने का एलान किया है। भोपाल के ही महाबड़िया कोलार रोड पर अफोर्डेबल आवास योजना के तहत सवा दो साल पहले हाउसिंग बोर्ड ने 'समृद्धि परिसर' योजना लांच की थी। इसमें छह मंजिला भवन में ईडब्ल्यूएस 432 एवं 480 एलआईजी फ्लेट्स बनाने की योजना घोषित की गई है। कमजोर एवं निम्न आय वर्ग के लिए जारी योजना के लिए अब तक कोई बुकिंग नहीं हो पाई। साइट पर मौजूद अफसरों का कहना है कि अब नए सिरे से बुकिंग शुरू करेंगे। निर्माण स्थल पर मौजूद अतिक्रमण भी इसमें बाधक बन रहा है। इसलिए अतिक्रमण हटाने के बाद नए सिरे से प्रक्रिया शुरू होगी।    

Kolar News

Kolar News 21 April 2017

मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम की करीब एक दर्जन यूनिट घाटे में चल रही हैं। इनमें से छह इकाइयों को निजी हाथों में सौंपने का फैसला हो गया है। भोपाल की शान-ए-भोपाल, पिकनिक सहित करीब आधा दर्जन अन्य यूनिट भी घाटे में हैं। पर्यटन विकास निगम की 73 यूनिट में होटल, हाईवे रिट्रीट, रिसोर्ट आदि शामिल हैं। सूत्र बताते हैं कि इनमें से करीब एक दर्जन यूनिट घाटे की स्थिति में है, जिनकी लाभ-हानि की तुलना निगम प्रबंधन करता रहता है। इनमें से हांडिया रिट्रीट, नीमच टूरिस्ट मोटल, कटनी टूरिस्ट मोटल, नौगांव टूरिस्ट मोटल और चित्रकूट के रिसोर्ट सहित छह यूनिट का लाइसेंस निगम ने निजी लोगों को देने का फैसला किया है। हालांकि नीमच मोटल टूरिस्ट, चित्रकूट रिसोर्ट जैसी इकाइयां लगातार घाटे वाली यूनिट नहीं है, फिर भी उन्हें निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। इनके अलावा भोपाल की शान-ए-भोपाल, पिकनिक, भीमबैठिका, पचमढ़ी की नीलांबर कॉटेज, डुमना कल्चुरी कैफे जैसी निगम की यूनिट भी ज्यादातर घाटे में चल रही हैं। इनमें आय की तुलना में खर्चे ज्यादा होते हैं। कहां घाटे की स्थिति 1. शान-ए-भोपाल 2. पिकनिक  3. भीमबैठिका हाइवे ट्रीट 4. हलाली रिट्रीट 5. हाइवे ट्रीट हांडिया हरदा 6. सागौन रिट्रीट सलकनपुर 7. नीमच टूरिस्ट मोटल 8. पचमढ़ी नीलांबर कॉटेज 9. कटनी टूरिस्ट मोटल 10. डुमना कल्चुरी कैफे 11. खजुराहो होटल पायल 12. नौगांव टूरिस्ट मोटल 13. चित्रकूट रिसोर्ट पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक हरिरंजन राव ने बताया कि होटल या खान-पान के संस्थान चलाने के लिए मैनेजर की कमी महसूस की जाने लगी है। कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं, इसलिए ऐसी यूनिटों को चिन्हित किया है, जहां स्थानीय लोग भी हमारी यूनिट संचालित कर सकते हैं। ऐसी इकाइयों के लाइसेंस निजी लोगों को दिए जा रहे हैं।    

Kolar News

Kolar News 20 April 2017

भोपाल विकास प्राधिकरण द्वारा कालियासोत बांध का सौंदर्यीकरण 6 चरणों में पूरा कराया जाएगा। यहां फूलों की घाटी और एडवेंचर पार्क भी बनेगा। भोपाल के सौंदर्य को देखते हुए पर्यटन स्थलों को विश्व स्तरीय मापदण्डों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। यह एलान राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने किया एवं प्राधिकरण अध्यक्ष ओम यादव ने किया। वे यहां कालियासोत बांध बाल्मी रोड पर आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्राधिकरण अध्यक्ष ओम यादव ने कहा कि प्राधिकरण को एक करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं। बांध के साथ आस-पास के क्षेत्र का विकास भी किया जाएगा। इसमें प्राधिकरण अपनी ओर से भी 50 लाख रुपए खर्च करेगा। राजस्व मंत्री गुप्ता ने भूमि पूजन की रस्म अदा करते हुए कहा कि पर्यटन स्थलों को विश्व स्तरीय मापदण्डों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया कि बांध के दोनों ओर रेलिंग, बीच में पैदल ट्रैक और वृक्षारोपण भी किया जाएगा। बाद में एडवेंचर पार्क, फूलों की घाटी, मनोरंजन स्थल एवं फूडजोन भी विकसित किए जाएंगे। कार्यक्रम में रामदयाल प्रजापति, शंकर मकोरिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीरज वशिष्ठ सहित अधिकार एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News 18 April 2017

कोलार रोड की दानिश हिल्स को वाल्मी (वाटर एंड लैंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट) से जोड़ने के लिए कलियासोत नदी पर बन रहा 125 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा ब्रिज नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। ब्रिज के पांच पिलर का काम लगभग पूरा हो गया है। अब दानिश हिल्स की तरफ से स्लैब डालने का काम शुरू होने को है। राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) करीब 4 करोड़ 46 लाख रुपए से इस ब्रिज का निर्माण कर रहा है। अमरनाथ काॅलोनी दानिश हिल्स से होते हुए प्राइवेट यूनिवर्सिटी को जोड़ने वाली सड़क के लिए यह ब्रिज बनाया जा रहा है।  कोलार मुख्य मार्ग व सर्वधर्म पुल पर यातायात का दबाव अधिक होने से अक्सर ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा जाती है। खासतौर से सुबह और शाम के वक्त तो इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। ब्रिज और वाल्मी से जागरण यूनिवर्सिटी तक सड़क बनने से लोगों को आवागमन के लिए एक और वैकल्पिक रास्ता मिल जाएगा।   ब्रिज के काम में अब कोई रुकावट नहीं है। यह ब्रिज और सड़क नए विकसित हो रहे शहर की जरूरत है। हमारी कोशिश है कि दीपावली के बाद यह ब्रिज तैयार हो जाए। जवाहर सिंह, अधीक्षण यंत्री, सीपीए  इस ब्रिज के बनने से दामखेड़ा, दानिश हिल्स, अमरनाथ कॉलोनी, साई हिल्स, पैलेस आर्चेड, पार्क एवेन्यू समेत आसपास की कई कालोनियों की शहर से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। फिलहाल इन कॉलोनीवासियों को कोलार मुख्य मार्ग से ही आना-जाना पड़ता है।  पिछले साल जून में बनना शुरू हुए ब्रिज के निर्माण में बरसात के कारण देरी हुई। जुलाई से लेकर अक्टूबर तक काम पूरी तरह बंद रहा। पिछले छह महीने में ब्रिज के काम में गति आई है। सीपीए के अफसरों के अनुसार बारिश में फिर यहां काम रोकना पड़ सकता है। पूर्व में इस सड़क के निर्माण को लेकर वाल्मी ने आपत्ति ली थी, इस वजह से भी सड़क और ब्रिज निर्माण में देरी हुई।   

Kolar News

Kolar News 17 April 2017

एनजीटी के हस्तक्षेप के बाद अब कलियासोत नदी के कैचमेंट एरिया में बने 77 अवैध अतिक्रमणों पर गाज गिराने की तैयारी की जा रही है।  33 मीटर के दायरे में बनी कई कॉलोनियां अवैध हैं। कॉलोनियों के बिल्डरों को पकड़ा जाएगा जिन्होंने सरकारी नियमों का  मखौल उड़ाकर नदी को बर्बाद कर दिया। अधिकारियों ने निरीक्षण किया था, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। निगम को भी एनजीटी में नदी संरक्षण को लेकर जवाब देना है। एनजीटी के सख्त आदेश के बाद भी नगर निगम और राज्य सरकार के अफसरों द्वारा रेखांकित किए गए कैंपस के नजदीक नदी में कचरा फेंका जा रहा है। निगम अधिकारियों ने भी इसको साफ करने का अभियान नहीं चलाया है। इससे नदी की दशा दयनीय हो गई है। इसके अलावा क्षेत्र से लगी इमारतों के कागजात का नए सिरे से सर्वे होगा और कागजों की जांच होगी । अधिकांश स्थानों पर कलियासोत नदी पर सीमांकित और चिन्हांकित नदी का किनारा (जीरो मार्क) एवं ग्रीन बेल्ट (33 मीटर किनारो से दोनों ओर) के पिलर्स या तो जान बूझकर तोड़ दिए गए है अथवा उन्हे ढंक दिया गया है, ताकि आने वाले ग्राहकों को संबधित बिल्डर के द्वारा किए गए अतिक्रमण की जानकारी न मिल सके। ऐसे लोगों के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है। कलियासोत नदी के कैचमेंट एरिया में लगी मुनारों को भी ढक कर निर्माण करने वाले बिल्डरों को चिन्हित किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज भी की जाएगी।  गौरतलब है कि कलियासोत नदी के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण और इसकी हो रही दुर्दशा को लेकर भोजपुर स्थित अंतिम बिंदु तक के लगभग 36 किमी की संपूर्ण नदी की लम्बाई पर अतिक्रमण और नदी की सफाई का मामला एनजीटी में विचाराधीन है। इसके अलावा अवैध निर्माण की अनुमति देने वाले टीएंडसीपी, नगर पालिका कोलार, सरपंच को भी पूछताछ के घेरे में लिया जाएगा। कलियासोत के कैचमेंट में हो रहे अतिक्रमण  और सफाई पर कठोर निर्णय लिए जाएंगे।

Kolar News

Kolar News 16 April 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की सजगता के कारण आज पूरा प्रदेश शांति का टापू बना हुआ है। माताएँ-बहनें निर्भीक रूप से कहीं भी आ-जा सकती हैं। पुलिस के जवान प्रदेश में शांति, कानून और व्यवस्था बनाये रखने में अपना योगदान दे रहे हैं। उनके परिवार के लिये आवास और अन्य सुविधाओं को उपलब्ध करवाने का कार्य प्रदेश सरकार का है। पुलिस जवानों के लिये 25 हजार मकान स्वीकृत किये गये हैं। दो वर्ष में ही यह 15 मंजिला इमारतें तैयार की जायेंगी। आधुनिक तरीके से इन इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें सर्व-सुविधायुक्त व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी।उन्होंने कहा कि इस वर्ष 12 हजार से अधिक पुलिस जवानों की भर्ती की जा रही है। यह बात मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस हाउसिंग बोर्ड कार्पोरेशन के  महेश गार्ड लाइन इंदौर स्थित 15वीं बटालियन में भूमि-पूजन कार्यक्रम में कही। वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, महापौर श्रीमती मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़, मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के चेयरमेन श्री कृष्णमुरारी मोघे, विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, सुश्री उषा ठाकुर, श्री राजेश सोनकर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'यह भवन पुलिस के जवानों के लिये ही नहीं वरन उन भाँजे-भाँजियों के लिये बना रहे हैं जो अपने पिता-पुत्र,भाई-बहन आदि को पुलिस की नौकरी के जरिये समाज-सेवा के लिये क्रियाशील और उर्जावान रखते हैं। मध्यप्रदेश की पुलिस ने अभूतपूर्व कार्य किये हैं। इनमें सबसे प्रमुख कार्य चम्बल के बीहड़ों को डाकूविहीन कर विकास के नये मार्ग तैयार करना है। अब चम्बल में डाकू नहीं विकास का रोडमैप तैयार हो रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रदेश में नक्सलवाद को फैलने नहीं दिया। नक्सलियों को प्रदेश की सीमा के बाहर ही रोक दिया है। सिमी जैसे आंतकवादी संगठनों के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस जवानों के बेटा-बेटी की उच्च-स्तरीय पढ़ाई के लिये आवश्यकता होने पर सरकार संसाधन के साथ राशि भी उपलब्ध करवाने के प्रयास करेगी। पुलिस का जवान अपने कर्म से समाज-सेवा के लिये 24 घण्टे क्रियाशील रहता है। परिवार और बच्चे-बच्चियों को पूरा समय नहीं दे पाता है। पुलिस की नौकरी वास्तव में समाज-सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण है। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि शुक्ला ने पुलिस परिवार के लिये 25 हजार मकान स्वीकृत करवाने के लिये मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 12 हजार से अधिक पुलिस जवानों की भर्ती की जा रही है। कानून-व्यवस्था बनाये रखना एक महती जिम्मेदारी है, जिसे पुलिस जवानों ने बेहतर तरीके से निभाया है।  

Kolar News

Kolar News 14 April 2017

  मध्यप्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने का रोडमेप अब देश के अन्य राज्यों की कृषि आय बढ़ाने का पथ प्रदर्शन करेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कृषि आय को दोगुना करने के लिये किये गये कार्यों, नीतियों, प्रावधानों और योजनाओं का नीति आयोग की बैठक में प्रस्तुतिकरण देंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश के कृषि क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व प्रगति को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान को किसानों की आय को दोगुना करने के प्रयासों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने के लिये कहा है। उन्होंने श्री चौहान को नीति आयोग की बैठक में कहा कि मध्यप्रदेश में कृषि में हुई प्रगति और भविष्य की कार्य-योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दें। प्रदेश के कृषि नवाचारों की जानकारी अन्य राज्यों को भी हो। कृषि आय को दोगुना करने के प्रयासों में उनका मार्गदर्शन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में नीति आयोग में दिये जाने वाले स्व- प्रस्तुतिकरण पर अधिकारियों के साथ चर्चा की। बताया गया कि कृषि आय दोगुना करने के प्रदेश के प्रयासों के उत्कृष्ट परिणाम मिलने लगे हैं। ये भारत सरकार द्वारा जारी की जाने वाली सूचनाओं में स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार की सूचनाओं के आधार पर ही प्रदेश की कृषि क्षेत्र की उपलब्धियाँ प्रस्तुत की जायें। उनको टेम्पलेट के रूप में संयोजित किया जाये। सिंचाई सुविधाओं के विस्तार और उसके उपयोग के संबंध में जानकारी देने के साथ ही विद्युत की उपलब्धता के लिये किये गये कार्यों और सुधारों के बारे में भी बताया जाये। श्री चौहान ने कहा कि किसानों की साख संबंधी जरूरतों में सरकार की मदद, फसल परिवर्तन के प्रयासों हार्टिकल्चरल, फ्लोरीकल्चर, एग्रो फॉरेस्ट्री के साथ ही फसल राहत, बीमा, समर्थन मूल्य पर खरीदी, गहरी जुताई, यंत्रीकरण के लिये कस्टम हायरिंग सेंटर, किसानों को खेती के जमीन के अधिकतम उपयोग और नई जानकारियों के लिये उनके विदेश भ्रमण प्रयासों की भी जानकारी दी जाये। इसके साथ ही नई योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री खेततीर्थ योजना, कृषि कैबिनेट जैसे संगठनात्मक सुधारों का भी संक्षिप्त परिचय हो। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री पी.सी. मीणा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव किसान-कल्याण और कृषि विकास श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी, आयुक्त मंडी बोर्ड श्री राकेश श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे  

Kolar News

Kolar News 13 April 2017

कोलार इलाके के उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान (एक्सीलेंस कॉलेज ) के डायरेक्टर ने नया फरमान जारी कर कहा कि प्रोफेसर्स को रोजाना कम से कम 6 घंटे 40 मिनट तक ड्यूटी पर रुकना होगा, वहीं फैकल्टी ने डायरेक्टर के इस फरमान का विरोध शुरू कर दिया है। उधर, डायरेक्टर ने साफ शब्दों में कहा है कि जो फैकल्टी इस नियम का पालन नहीं करेगी, वह कार्रवाई के लिए भी तैयार रहे। दरअसल, उत्कृष्टता संस्थान के डायरेक्टर ने आदेश जारी किया है कि प्रोफेसर्स को सप्ताह में कम से कम 40 घंटे रुकना है। इसमें उनका अध्यापन कार्य, रिसर्च, अध्ययन आदि शामिल रहेगा। गौरतलब है कि अब तक यहां के प्रोफेसर प्रतिदिन पांच-साढ़े पांच घंटे ड्यूटी पर रुकते थे। अब तक संस्थान की फैकल्टी करीब पांच-साढ़े पांच घंटे प्रतिदिन यहां रुकती है। इस तरह इनके रुकने के समय में करीब सवा घंटे की बढ़ोतरी हुई है। इसी का विरोध किया जा रहा है। फैकल्टी की दलील है कि जरुरत पड़ने पर वे ज्यादा भी रुकते हैं, लेकिन समय की बाध्यता ठीक नहीं है। संस्थान के एक प्रोफेसर ने कहा कि यूजीसी ने प्रति सप्ताह 40 घंटे के वर्कलोड की बात की है। इसमें शिक्षण कार्य के साथ रिसर्च के लिए पढ़ना भी शामिल है। यह नहीं कहा गया है कि कॉलेज में रहकर ही पढ़ाई की जाए। फैकल्टी हफ्ते में आठ दिन घर पर भी पढ़ाई कर सकती है। इसी तरह वर्कलोड में सप्ताह में प्रोफेसर के लिए 14 घंटे और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 16 घंटे क्लास रूम टीचिंग शामिल है। इतना तो हम अब भी पढ़ाते हैं, लेकिन 40 घंटे वर्कलोड का मतलब यह कतई नहीं है कि इतने समय संस्थान में बिताना जरूरी है।  

Kolar News

Kolar News 12 April 2017

 CM हेल्पलाइन में दर्ज कराई शिकायत कलियासोत नदी में एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों का सीवेज मिल रहा है। जिसके कारण आस-पास के रहवासियों को महामारी फैलने की आशंका है। इसकी शिकायत विधायक रामेश्वर शर्मा से की गई तो उन्होंने जवाब दिया महापौर को बताओ। लिहाजा लोगों ने सीएम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराई है।  कोलार इलाके में कॉलोनियों का सीवेज कलियासोत नदी में बहाया जा रहा है, जिसके कारण आस-पास रहवासी क्षेत्रों में दुर्गंध फैल रही है, साथ ही बीमारियां पनपने का खतरा पैदा हो गया है। जबकि एनजीटी ने नदी में छोड़े जा रहे सीवेज को रोकने के लिए पूर्व में निर्देश जारी किए हैं। इसके बावजूद क्षेत्र के विधयक रामेश्वर शर्मा और पार्षद इस तरफ ध्यान देने के बजाये आपसी राजनीति में उलझे है। विधायक रामेश्वर शर्मा का इस मसले पर रवैया एकदम नकारात्मक है इसलिए लोगों ने उन्हें अपनी परेशानियां बताना ही बंद कर दिया है और इस मामले की शिकायत दूसरे प्लेटफॉर्म पर करना शुरू कर दिया है। रामेश्वर शर्मा के चेले माने जाने वाले पार्षद भी इस मामले में लोगों को लेक्चर देकर निकल जाते हैं।    पर्यावरणविद् के अनुसार एनजीटी ने 20 अगस्त 2014 को आदेश पारित किया गया था। उसके नदी के अंतर्गत 36 किलोमीटर के दायरे में किसी भी कॉलोनी के द्वारा सीवेज नहीं छोड़ा जा सकता है। इसके बावजूद यदि बिना ट्रीटमेंट के सीवेज को छोड़ा जाता है और उसी पानी को रोकर डेम का निर्माण किया जाता है तो संग्रहित पानी से ना सिर्फ तमाम बीमारियों पैदा होंगी बल्कि उसके आसपास का ग्राउंड वाटर भी प्रदूषित हो जाएगा।  कलियासोत नदी क्षेत्र के तीन वार्डों से निकली हैं। पहले वार्ड 80 का हिस्सा आता है। यहां सार्इं हिल्स, सर्वधर्म बी सेक्टर हैं। वार्ड 82 में नदी का छोर सर्वधर्म ए सेक्टर से शुरू होता है जो दानिशकुंज तक है। वार्ड 83 से नदी का छोर है जो सलैया से होती हुई आगे निकलती है नदी। कलियासोत नदी में करीब एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों का सीवेज मिलता है। मंदाकिनी कॉलोनी से होकर एक नाला निकला है जो नदी में मिलता है। सर्वधर्म ए सेक्टर, सर्वधर्म बी सेक्टर, मंदाकिनी, शिरडीपुरम, सर्वधर्म सी सेक्टर, गणपति एन्क्लेव, दानिशकुंज, राजहर्ष एफ सेक्टर, अकबरपुर, नयापुरा, प्रियंका नगर, बैरागढ़ चीचली से होकर बरसाती नाला, जिसमें कॉलोनियों की सीवेज लाइनें जुड़ी है जिससे नदी में गंदगी मिल रही है।    

Kolar News

Kolar News 10 April 2017

कोलार में नगर पालिका  के समय एफओबी बनाने की योजना चार साल पहले बनाई गई थी, जो कि नपा के भंग होने के बाद से ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। अब अधिकारियों को इस बारे में कुछ पता ही नहीं हैं ,जबकि पहले प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी थीं।  कोलार मेन रोड पर आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। हफ्ते में दो-चार सड़क हादसे होना आम हो गई है। यह हादसे खासतौर पर सर्वधर्म, मंदाकिनी, अमरनाथ और बीमाकुंज की सड़कों पर देखे जा रहे हैं।  ऐसा इसलिए हो रहा है कि रोड पर कई शैक्षणिक संस्थान, सार्वजनिक स्थल, बस स्टॉप, होटल, मॉल  बने हुए हैं। जहां दिनभर लोगों की आवाजाही लगी रहती है। ऐसे में सड़क पार करते हुए जरा सी चूक के कारण दुर्घटना घटित हो जाती हैं। इसकी मुख्य वजह बताई जा रही है कि रोड पर कहीं भी एफओबी नहीं है और न ही ट्रैफिक सिग्नल। इस वजह से राहगीर जान जोखिम में डालकर रोड पार करते हैं। इसके चलते सबसे अधिक परेशानी रोजाना स्कूल के बच्चों और बुजुर्गों को झेलनी पड़ रही है। कोलर में सुबह 8  बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक ट्रैफिक का काफी दबाव सड़क पर रहता है। इस दौरान 1000 से 1500 पर कार यूनिट पीसीयू तक हो जाता है। ऐसे में सड़क पार करना राहगीरों के लिए मुश्किल होता है। रोड क्रॉस करने राहगीर 15 से 20 मिनट तक सड़क किनारे इंतजार करते हैं। जोनल अधिकारी शैलेष चौहान को पता ही नहीं है यह योजना कब बनाई गई थी, इसके बारे में जानकारी नहीं हैं। लेकिन सड़क पर वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण एफओबी प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात वह जरूर करते हैं।   

Kolar News

Kolar News 9 April 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिस ऑफिसर्स मीट जैसे आयोजन प्रति वर्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से कर्तव्यों के निर्वहन के लिये नई ऊर्जा और शक्ति मिलती है। श्री चौहान भोपाल में  पुलिस ऑफिसर्स मेस में मध्यप्रदेश के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की सर्विस मीट-2017 को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि पुलिस-परिवारों के बीच आकर वे प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी ऐसी है कि उनको परिवार के साथ कम ही समय मिल पाता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में भोपाल जोन द्वारा प्रस्तुत नृत्य-नाटिका ऊँ नर्मदेय: नम: की सराहना की और कहा कि इस नाटिका का अन्य स्थान पर भी मंचन करवाया जाये। श्री चौहान ने विजेता टीमों को पुरस्कार दिये। प्रथम पुरस्कार भोपाल, द्वितीय पुरस्कार इन्दौर और तृतीय पुरस्कार जबलपुर जोन को मिला। एकल प्रस्तुति का विशिष्ट पुरस्कार जबलपुर की अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती यांगचीन डी. भूटिया को मिला। नृत्य नाटिका ऊँ नर्मदेय: नम: में नर्मदा के उदगम से अंत तक की कथा का संगीतमय प्रस्तुतिकरण हुआ। भोपाल, इन्दौर, जबलपुर और ग्वालियर जोन के अधिकारियों की टीम ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। इनमें भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों और उनके परिजन ने भाग लिया। प्रारंभ में पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने धर्मपत्नी श्रीमती नीलम शुक्ला के साथ मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह का पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।आईपीएस एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने आभार प्रदर्शन किया। संचालन श्री विनय उपाध्याय ने किया।  

Kolar News

Kolar News 8 April 2017

     नगरीय विकास मंत्री  माया सिंह ने कहा है कि दीनदयाल अन्योदय रसोई योजना से न सिर्फ कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध होगा बल्कि हर वर्ग के व्यक्ति को अपने सामाजिक दायित्व निभाने का सुअवसर भी मिलेगा।  'दीनदयाल थाली' 5 रूपये में 4 रोटी, एक सब्जी और एक दाल। सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक का समय। लगभग 2 हजार लोगों के खाने की व्यवस्था। आधुनिक मशीनों से बनेगी रोटी। उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से खाद्यान्न की व्यवस्था। नगर निगम द्वारा पानी-बिजली की न:शुल्क व्यवस्था। नगरीय विकास मंत्री  माया सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्य करने वाले गरीबों को आवास व्यवस्था के साथ-साथ भोजन की समुचित व्यवस्था के मद्देनजर दीनदयाल रसोई योजना की शुरूआत की गई है। प्रथम चरण में 7 अप्रैल को 49 जिला मुख्यालय पर एक साथ इस योजना को किया जा रहा है । भिण्ड और उमरिया जिले में विधानसभा उपचुनाव के कारण इस योजना की शुरूआत बाद में की जायेगी। जिला मुख्यालय में न्यूनतम एक स्थान पर दीनदयाल रसोई प्रारंभ की जायेगी। आवश्यकतानुसार बड़े शहरों में एक से अधिक केन्द्र स्थापित किए जा सकेंगें। नगरीय विकास मंत्री ने बताया कि 5 रूपये की थाली में कोई भी व्यक्ति भरपेट भोजन कर सकेगा। थाली में 4 रोटी, एक सब्जी और दाल शामिल होगी। रोजाना पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक लगभग 2 हजार लोगों के खाने की व्यवस्था होगी। श्रीमती सिंह ने बताया कि योजना की व्यवस्था की मानटरिंग जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति करेगी। समिति में शासकीय अधिकारियों के अतिरिक्त अनाज व्यापारी संघ तथा सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष को भी सदस्य बनाया गया है। रसोई केन्द्रों के लिए गेहूँ एवं चावल एक रूपये प्रति किलो की दर से उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से उपलब्ध करवाया जायेगा। पानी तथा बिजली की व्यवस्था नगर निगम द्वारा नि:शुल्क की जायेगी। श्रीमती सिंह ने बताया कि केन्द्रों की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना योजना से राशि उपलब्ध होगी। प्रत्येक केन्द्र के लिए स्थानीय मुख्यालय के राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खोला जायेगा।  

Kolar News

Kolar News 7 April 2017

 भोपाल में सरकारी आवास खाली नहीं कर रहे अफसरों पर गृह विभाग ने सख्ती दिखाई है। विभाग ने करीब एक दर्जन आईएएस, आईपीएस और आईएफएस सहित अन्य अफसरों को नोटिस जारी करके तत्काल आवास छोड़ने का फरमान जारी किया है। इन अफसरों से 18 हजार रुपये मासिक किराया और कुल राशि पर ब्याज भी बसूला जायेगा। ऐसी कार्रवाई इसलिए भी की जा रही है कि स्थानांतरण और प्रमोशन पर आये कई आईएएस और एसएएस के अधिकारियों ने सरकारी आवास नहीं मिलने की शिकायतें की हैं। सूत्रों की माने तो चार इमली क्षेत्र और 74 बंगले में रहने वाले कई आला अफसर तबादले और रिटायरमेंट के बाद भी सरकारी आवास खाली नहीं कर रहे हैं। कई ने नियमों की दुहाई देकर छह माह का एक्सटेंशन भी कराया फिर भी अवधि समाप्त होने पर कब्जा किये हैं। इसे लेकर तीन दिन पहले गृह विभाग के अपर मुख्यसचिव केके सिंह ने रिव्यू बैठक की थी। यहां बताया गया कि कई कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं जो तीन साल से जमें हैं। नियम है कि आवास खाली नहीं करने पर उनसे 18 हजार रुपये मासिक के मान से किराया तथा ब्याज बसूला जाना चाहिए। पूर्व अपर मुख्य सचिव  राकेश अग्रवाल, आईपीएस रविकुमारगुप्ता, आईएएस प्रमोद कुमार गुप्ता, बीएस जामोद, मदन कुमार, अशोक कुमार वर्मा, पूर्व आईएफएस मंगेश त्यागी, देवेश कोहली, सेवानिवृत्त रजिस्ट्रार एससी तिवारी, प्रोफेसर डॉ.दिलीपराज द्विवेदी और असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती सुजाता मेहता हैं। कोहली ने अप्रैल 2013 और दिलीपराज ने अगस्त 2014 से सरकारी आवास नहीं खाली किया है।  

Kolar News

Kolar News 6 April 2017

नर्मदा नदी के लिए मुसीबत बनी एजोला की तर्ज पर पिस्टिया नामक जलीय वनस्पति ने राजधानी के शाहपुरा तालाब को अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले 15 दिनों में पिस्टिया ने तालाब के करीब 30 फीसदी क्षेत्र को कवर्ड कर लिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते इस वनस्पति को नहीं निकाला गया तो यह शाहपुरा समेत आसपास के दूसरे तालाबों का भी पानी कम कर देगी। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि पिस्टिया की पत्तियों से सामान्य पौधों की पत्तियों की तुलना में पानी का अधिक वाष्पीकरण होता है। यह जलीय जीवों के लिए भी हानिकारक होती है। विशेषज्ञों का कहना है अधिक गर्मी के दौरान पिस्टिया गंदे पानी में या गंदे पानी के साफ पानी में मिलने के कारण पनपती है। शाहपुरा तालाब के पानी की स्थिति भी ठीक नही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की साल 2015-16 की रिपोर्ट के मुताबिक तालाब का पानी खराब क्वालिटी (ई-श्रेणी में शामिल) का हैं जिसके कारण पिस्टिया ने अपनी जड़े जमा ली है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समस्या से समय रहते नहीं निपटा गया तो यह बड़े तालाब सहित अन्य तालाबों में भी फैल सकती है। शाहपुरा तालाब में फैल रही इस जलीय वनस्पति के फायदे कम और नुकसान अधिक है। बेनजीर कॉलेज में प्राणी शास्त्र के प्रोफेसर मुकेश दीक्षित ने बताया कि यह वनस्पति तेजी से ग्रोथ करती है जिसकी पत्तियों से पानी का वाष्पीकरण अधिक होता है, यह पानी की सतह को कवर्ड कर लेती है जिसके कारण आक्सीजन पानी में नहीं घुल पाती, सूर्य कि किरणे भी प्रवेश नहीं करती। जिसके कारण जलीय जीवों को नुकसान होता है। साथ ही यह पानी में अन्य वनस्पतियों को पनपने नहीं देती। उन्होंने बताया कि इसमें नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होती है जिसका फर्टीलाइजर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इधर, जानकारी लगते ही नगर निगम ने तालाब से इस वनस्पति को हटाने का अभियान शुरू कर दिया है।तालाब को पूरी तरह पिस्टिया मुक्त करने के लिए कम से कम एक सप्ताह लगेगा।

Kolar News

Kolar News 5 April 2017

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने आज परम पूज्य संत श्री मोरारी बापू के साथ भोपाल में  शौर्य स्मारक का भ्रमण किया। उन्होंने श्री बापू को शौर्य स्मारक की अवधारणा बतायी। इस दौरान स्मारक परिसर में श्री बापू ने पीपल का पौधा रोप कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर आम का पौधा लगाया। उन्होंने श्री बापू को बताया कि राष्ट्र की सुरक्षा में अपने प्राणोत्सर्ग करने वाले वीर सैनिकों की स्मृति को सॅजोने और उनकी वीर गाथाओं से विद्यार्थियों और युवा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए यह स्मारक बनाया गया है। यह शहीदों को राष्ट्र की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि है। इस दौरान मुख्यमंत्री एवं श्री बापू ने शहीदों की स्मृति में श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े नदी संरक्षण अभियान नर्मदा सेवा यात्रा में भागीदारी के दौरान पूज्य बापू ने संकल्प लिया था कि वे मध्यप्रदेश से जाने के पहले भोपाल में वृक्षारोपण करेंगे, उसी संकल्प को पूरा कर जनता को भी वृक्षारोपण करने का संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि नर्मदा के दोनों तट पर एक हजार किलोमीटर तक वृक्षारोपण कर नदी और पर्यावरण संरक्षण का ठोस कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकारी भूमि के साथ किसानों को भी अपनी भूमि में वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

Kolar News

Kolar News 4 April 2017

नगर निगम के नए वित्त वर्ष 2017-18 में विधानसभाओं को दिए गए बजट में हुए भेदभाव से विधायक नाराज हो गए हैं। विधायक रामेश्वर शर्मा ने हुजर विस को तवज्जो न दिए जाने पर निगम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि निगम का बजट ऊंट के मुंह में जीरा है। वे अपने क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से विकास कार्य के लिए प्रोजेक्ट मंजूर करा लाएंगे। बाकी विधायकों ने गोविंदपुरा को ज्यादा बजट दिए जाने पर असंतोष जताया है। दरअसल, गोविंदपुरा सीट से महापौर आलोक शर्मा की चुनाव लड़ने की विशेष रुचि की वजह से बजट में भेदभाव की बात उठ रही है। भोपाल नगर निगम द्वारा शहर के छह विधानसभा क्षेत्रों में अब तक हुए खर्च एवं नए साल का प्लान दिया गया है। बजट सत्र के साथ इस किताब में बताया गया कि नगर निगम ने नए साल के लिए हुजूर क्षेत्र के 12 वार्डों के लिए इस साल सवा छह करोड़ का बजट रखा है। वहीं गोविंदपुरा के डेढ़ दर्जन वार्डों को सबसे ज्यादा 10 करोड़ 15 लाख दिए हैं। राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता का सुझाव है कि कहां-कितना खर्च हुआ वार्डों में इसकी सूची लगानी चाहिए। बजट में सबसे ज्यादा खर्च गोविंदपुरा में करने का प्लान है। इसे गोविंदपुरा सीट पर महापौर आलोक शर्मा की दिलचस्पी की वजह भी बताया जा रहा है। वे यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक बताए जा रहे हैं। हाल ही में हुए कुछ कार्यक्रमों में भी इसकी झलक देखने को मिल चुकी है। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हुजूर क्षेत्र को मिली राशि अपर्याप्त है। ऊंट के मुंह में जीरा है। हालांकि नगर निगम से कुछ लेना-देना नहीं। मैं मुख्यमंत्री से कहकर विकास कराउंगा।    

Kolar News

Kolar News 2 April 2017

    मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा के बाद समुदाय के सहयोग से 'नर्मदा सेवा मिशन' अनवरत चलेगा। इसमें सरकार सहयोगी की भूमिका में होगी। नर्मदा सेवा और संरक्षण की गतिविधियाँ समुदाय द्वारा लागू की जायेगी। वे आज राजस्थान के अलवर जिले के भीकमपुरा गाँव में सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व शिविर को संबोधित कर रहे थे।  यह शिविर तरूण भारत संघ द्वारा किया गया था। प्रसिद्ध समाज सेवी श्री अन्ना हजारे, विख्यात पर्यावरणविद श्री चंडीप्रसाद भट्ट्, तरुण भारत संघ के श्री राजेन्द्र सिंह और देश भर से आये जल संरक्षण और पर्यावरण प्रबंधन से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित थे। श्री चौहान ने कहा कि पिछले तीन-चार दशक में नदियों के पर्यावरण में तेजी से गिरावट आयी है। वनों की कमी और शहरीकरण जैसे कारणों से नदी जल प्रदूषण बढ़ा और नदियों का प्राकृतिक बहाव भी कम हो गया है। इससे खेती पर विपरीत असर पड़ा। जल-जमीन और जंगल पर आधारित आजीविका में कमी आयी। जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएँ पैदा हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रही नर्मदा सेवा यात्रा की रूपरेखा और उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह यात्रा नदी पर्यावरण के प्रति चेतना जाग्रत करने वाली है। नदी संरक्षण का नागरिक धर्म और कर्त्तव्य निभाने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के उदगम स्थल अमरकंटक में 11 मई को यह यात्रा पूर्ण होगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी को स्वच्छ, सुंदर और जल समृद्ध बनाये रखना अनिवार्य हो गया है क्योंकि इसी पर प्रदेश के लोगों का जीवन निर्भर है। उन्होंने कहा कि यदि नर्मदा नहीं बचेगी तो मध्यप्रदेश का जीवन भी नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि अकेले सरकार यह काम नहीं कर सकती। समुदाय के लोगों को आगे बढ़कर साथ देना होगा। प्रदेश में समुदाय के सहयोग से यह अभियान विश्व का सबसे बड़ा नदी संरक्षण अभियान बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से नीतिगत निर्णय लिये जा रहे हैं। श्री चौहान ने बताया कि अमरकंटक की पहाड़ी पर किसी भी प्रकार का खनन नहीं होने दिया जायेगा। इसे हरियाली से समृद्ध बनाया जायेगा। नर्मदा के आसपास के नालों से जो गंदा पानी नदी में मिल रहा है उसके प्रबंधन की व्यवस्था की जायेगी। किसी भी कीमत पर सीवेज का पानी नदी में नहीं मिलने दिया जायेगा। इसे नदी से दूर ले जाकर उपचारित किया जायेगा। श्री चौहान ने आगामी दो जुलाई को नर्मदा नदी के दोनों तटों पर होने वाले ऐतिहासिक वृक्षारोपण कार्यक्रम में शिविर के प्रतिभागियों को आमंत्रित किया। उन्होंने 11 मई को नर्मदा सेवा यात्रा के समापन पर अमरकंटक आने का भी निमंत्रण दिया।  

Kolar News

Kolar News 1 April 2017

भोपाल में मार्च में गर्मी का रिकॉर्ड 21 साल बाद टूटा है।पिछले 24घंटे में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले 1996 में 29 मार्च को दिन का तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम केंद्र के पूर्व डायरेक्टर और मौसम विशेषज्ञ डीपी दुबे के अनुसार, भोपाल में ऑब्जर्वेटरी की स्थापना 1936 में हुई थी। तब से मार्च में कभी भी दिन का तापमान इतना नहीं रहा।  उधर, भोपाल जिले में सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों का संचालन 1 अप्रैल से अब दोपहर 12 बजे के बाद नहीं होगा। बच्चों को एक्सट्रा क्लासेज, लैब कार्य और कंप्यूटर एजुकेशन या किसी भी प्रकार के एसाइनमेंट के लिए भी दोपहर 12 बजे के बाद नहीं रोका जाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। उधर, मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा है। भोपाल संभाग को छोड़कर बाकी प्रदेश में कई स्थानों पर मध्यम से तीव्र लू का प्रभाव रहा। सीधी, टीकमगढ़, शाजापुर, शिवपुरी मुरैना जिलों में रातें गर्म रही। दिन के अधिकतम तापमान और रात के न्यूनतम तापमानों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। भोपाल संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक रहे। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में भोपाल जिले में कुछ स्थानों पर लू की चेतावनी दी है।होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 42.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जबकि खजुराहो में 42.6 और खरगोन, रतलाम, दमोह व नौगांव में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज रहा। मौसम केंद्र के पूर्व डायरेक्टर व मौसम विशेषज्ञ डीपी दुबे ने बताया  जिस वजह से तापमान बढ़ा हुआ था, वह अब महाराष्ट्र की तरफ शिफ्ट हो गया है। इस वजह से आने वाले दिनों में तापमान कमी हो सकता है।  

Kolar News

Kolar News 31 March 2017

ताजा मामला भारतीय सेना के सेवानिवृत्त कर्नल सुदीप पांडेय के साथ धोखाधड़ी का है। श्रीकृष्ण इंफ्रा बिल्ड प्रालि. के संचालक अमित यादव ने अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट कान्हा हाईट्स में इन्वेस्टर स्कीम के तहत निवेशकों से धन जुटाया था। कर्नल पांडेय ने इसी स्कीम में पिछले साल 10 लाख रुपए का निवेश किया था। निवेश के वक्त यह शर्त थी कि निवेशक कभी भी अपनी रकम वापस ले सकता है। लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे पांडेय अपनी रकम वापस पाने के लिए 4 महीने से परेशान हो रहे हैं। बिल्डर द्वारा दिए गए पोस्ट डेटेड चैक बाउंस हो चुके हैं, अब बिल्डर ने उन्हें पैसा लौटाने के बजाए उल्टे कानूनी नोटिस भेजकर कर्नल पर धमकी देने का आरोप लगा दिया है। बिल्डर की मनमानी और वादाखिलाफी से परेशान कर्नल ने पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर निशांत वरवड़े से की है। कलेक्टर ने कर्नल की शिकायत एएसपी को भेजकर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। कर्नल सुदीप पांडेय के मुताबिक उन्होंने 16 सितंबर 2016 को श्री कृष्णा इन्फ्रा बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के हाउसिंग प्रोजेक्ट कान्हा हाईट्स पर इन्वेस्टर स्कीम के तहत 10 लाख रुपए जमा कराए थे। कंपनी के संचालक अमित यादव ने इसके एवज में बतौर गारंटी स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर की कोलार रोड शाखा से जारी दो पोस्ट डेटेड चैक दिए। 5-5 लाख रुपए के यह दोनों चैक पर तारीख का स्थान खाली छोड़कर वर्ष 2018 भरा हुआ था। लेकिन 23 दिसंबर 2016 को अचानक आर्थिक समस्या आ जाने के कारण अमित यादव से रकम वापस मांगी। यादव ने 16 जनवरी 2017 को रकम वापस लौटाने का वादा किया। लेकिन, जब यह तारीख निकल गई तो उसने फोन उठाना ही बंद कर दिया। दो महीने तक अमित यादव के कार्यालय में चक्कर काटते रहे। लेकिन इसके बाद मार्च के पहले सप्ताह में कोटेक महिंद्रा बैंक की कोलार शाखा के 5-5 लाख रुपए के दो चैक दिए। लेकिन यह दोनों ही चैक बैंक में जमा कराते ही बाउंस हो गए। इसके बाद कर्नल ने परेशान होकर अमित यादव को रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र भेजकर 15 मार्च तक राशि नहीं लौटाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। अमित ने इस पत्र का जवाब देने के बजाए उल्टे कर्नल पांडेय को धमकी देने के आरोप में कानूनी नोटिस भेज दिया। कर्नल पांडेय ने ने बताया कि उन्होंने कान्हा हाईट्स में निवेश के अतिरिक्त 13 लाख रुपए का एक फ्लैट भी खरीदा है। इसकी आधी कीमत 6 लाख 25 हजार रुपए भी दे दिए हैं। लेकिन कंपनी ने अब तक इस फ्लैट का निर्माण शुरू नहीं किया है। जबकि उनसे इन्वेस्ट कराए पैसे मंडीदीप में अपने नए प्रोजेक्ट में लगा दिए हैं। कर्नल पांडेय ने शिकायत पत्र में  3 बातों की जांच की मांग की है  ,अमित यादव ने निवेशकों से जमा कराई रकम का सर्विस टैक्स भरा या नहीं? कंपनी के वार्षिक आय-व्यय के लेखे जोखे की जांच कराई जाए। विभिन्ना बैंकों में खोले गए कंपनी के खातों से किए गए वित्तीय लेन-देन की जांच की जाए। इधर आरोपी अमित यादव ने कहा मैंने कभी भी कर्नल सुदीप पांडेय को रकम लौटाने से इनकार नहीं किया गया। पांडेय द्वारा दी गई रकम खर्च हो चुकी है, वर्तमान में मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं, जो मैं उन्हें लौटा सकूं। जैसे ही कोई इंतजाम होगा, मैं पैसे लौटा दूंगा। वे मुझे धमकियां देते हैं, इसलिए ही कानूनी नोटिस दिया है।

Kolar News

Kolar News 30 March 2017

जब मुंबई जैसी घनी आबादी के बीच 35 तेंदुए रह सकते हैं तो राजधानी से सटे जंगल में 8 बाघ क्यों नहीं? यह बात पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जितेंद्र अग्रवाल ने कही। वे राजधानी से सटे कोलार ,केरवा ,कलियासोत जंगल में बाघ और मानव के बीच टकराव की स्थिति न बने, इसको लेकरगई  बुलाई बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने मुंबई में तेंदुए का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 35 से अधिक तेंदुए हैं जो आबादी के बीच रहते हैं फिर भी वे न तो जनता को नुकसान पहुंचाते हैं और न ही जनता उन्हें नुकसान पहुंचाती है। हमारे यहां भी करीब 8 बाघ है जिन्होंने आज तक किसी को (मवेशियों को छोड़कर) नुकसान नहीं पहुंचाया। यह उनका स्वभाव है लेकिन हमें भी बाघों के प्रति सजग होना पड़ेगा। इसका एक ही तरीका है जंगल में जबरन प्रवेश करने से बचें, मवेशियों को खुला न छोड़े। इसके अलावा वन विभाग भी मैदानी स्तर पर अपनी तरफ से प्रयास कर रहा है। बैठक में गौशाला, शैक्षणिक संस्थाओं के संचालक, वन ग्राम से आए ग्रामीण, एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आरपी सिंह, सीसीएफ भोपाल वीके नीमा, वाइल्ड लाइफ के रजनीश कुमार सिंह, भोपाल कंजरवेटर फॉरेस्ट डॉ. एसपी तिवारी, वन विहार की डायरेक्टर समिता राजौरा और वन्यजीवों के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था प्रमुखों ने सुझाव रखें। स्कूल संचालकों ने कहा नगर निगम अमला शहर में घूमने वाले कुत्तों को राजधानी से सटे जंगल में छोड़ता है। जिनका शिकार करने तेंदुए व लकड़बग्घे आबादी तक पहुंच रहे हैं। लॉस्ट विल्डरनेश फाउंडेशन की विद्या वैंकटेश व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की डायरेक्टर संगीता सक्सेना ने कहा राजधानी से सटे जंगल में शिकार की भरपूर उपलब्धता है जिसके कारण बाघ, तेंदुए को आसानी से शिकार मिल रहा है इसलिए वे बाहर आ रहे हैं।६+ बाघ मूवमेंट इलाके में तफरी करने वाले, पिकनिक मनाने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाने और पेट्रोलिंग टीम का कहना न मानने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाने का सुझाव वन विभाग को दिया गया है। जल्द ही इस पर अमल शुरू हो सकता है। दरअसल भोपाल से महज 10 किमी की दूरी पर कलियासोत केरवा में घूम रहे बाघों के मूवमेंट को लेकर चिंतित वन विभाग ने मंगलवार को वन विहार नेशनल पार्क में बाघ और इंसान के बीच संघर्ष को रोकने के विषय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें इलाके में स्थित संस्थानों, ग्रामीणों, डेयरी फॉर्म और मीडिया से सुझाव मांगे गए थे।  कार्यशाला में मुंबई की लास्ट वाइल्डरनेस फाउंडेशन चीफ एडमिनिस्ट्रेशन अधिकारी विद्या वेंकटेश ने बताया कि लोगों को जानकार आश्चर्य होगा कि मुंबई जैसे महानगर में 36 तेंदुए हैं और वहां के लोगों ने इनके साथ जीना सीख लिया है। जब मुंबई के लोग बिग कैट के साथ रह सकते हैं  तो भोपाल के रहवासी क्यों नहीं। उन्होंने बाघ व तेंदुओं के मूवमेंट के दौरान कुछ सावधानी बरतने की टिप्स बताईं। इस अवसर पर पीसीसीएफ जितेंद्र अग्रवाल, एपीसीसीएफ आर पी सिंह, सीसीएफ विजय नीमा, एसजीओ रजनीश सिंह, वन विहार की डायरेक्टर समीता राजौरा, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की संगीता सक्सेना, फाउंडेशन की प्रोग्रामर भावना मेनन, पुष्पेंद्र द्विवेदी, कंजरवेटर एसपी तिवारी ने विभिन्न जानकारी दी।  कार्यशाला में पहुंचे 80 वर्षीय किशन लाल ने बताया कि यहां पर बाघों का मूवमेंट नई बात नहीं है। वे बचपन से बाघों काे देखते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव के सभी लोग जानना चाहते हैं कि बाघ इलाके में आए तो क्या करना चाहिए। शाहपुरा के अर्जुन जाटव, राजेश कुमार, दौलतपुर के नारायण प्रसाद और चंदनपुरा छावनी के कुंवरलाल यादव ने कहा बाघों के बीच रहते हुए उम्र हो गई। हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। केवल मवेशियों का शिकार हुआ है लेकिन शहर के कुछ लोग जबरन जंगल में प्रवेश कर रहे हैं ऐसे में बाघ हमला करेंगे। क्या हो  बाघों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शहरवासियों की सहभागिता बढ़ाई जाए। वॉलेंटियर ग्रुप तैयार किए जाएं, जो लोगों को जागरूक कर सके। यहां घूम रहे बाघों और टोपोग्राफी पर रिसर्च होना चाहिए। बाघ मूवमेंट इलाके में पिकनिक मनाने पर प्रतिबंध लगना चाहिए। चौकियों की स्थापना की जाना चाहिए। शॉर्ट व लांग टर्म एक्शन प्लान जल्दी लागू किया जाना चाहिए।  सुझाव जुर्माना लगाओः दौलतपुर के ग्रामीण नारायण प्रसाद व अन्य ने कहा जंगल में कुछ युवा शाम के समय जबरन प्रवेश कर रहे हैं। हम मना करते हैं तो मारने की धमकी देते है। 10 बजे रात तक बाहर नहीं निकलते। ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाना चाहिए। युवा न सेल्फी लें: एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आरपी सिंह ने कहा युवा जंगल में प्रवेश न करें। यदि जंगल से सटी सड़कों पर बाघ या कोई अन्य वन्यजीव दिखे तो सेल्फी न लें। जंगल में पार्टी मनाना छोड़ दें। बाघ या अन्य वन्यजीव दिखने पर झुकें न सीधे खड़े रहे। रात्रि में संभलकर चलें। वाहनों की स्पीड कम रखें। बाघ मित्र बनाएं: वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था की विद्या वैंकटेश और संगीता सक्सेना ने कहा वन्यजीवों के नैचर को समझने वाले लोगों को बाघ मित्र बनाएं। वे दूसरे लोगों में जागरूकता लाएंगे।  

Kolar News

Kolar News 29 March 2017

गर्मी शुरू होते ही राजधानी से सटे जंगल में बाघों का मूवमेंट तेज हो गया है। अब वन विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि बाघों को आबादी के करीब पहुंचने से कैसे रोका जाए।  इस समस्या को लेकर वन विभाग ने वन विहार नेशनल पार्क में सामूहिक बैठक हुई । बैठक में आबादी और वन सीमा से सटी गौशाला और शैक्षणिक संस्थाओं के संचालकों ने  हिस्सा लिया । भोपाल कंजरवेटर फॉरेस्ट डॉ. एसपी तिवारी ने बताया कि वन सीमा के अंतर्गत कुछ गौशाला हैं जिनके मवेशियों का शिकार करने बाघ व तेंदुए आबादी तक पहुंच रहे हैं।  बैठक में शैक्षणिक संस्था के संचालकों से भी बात की गई  कि वे बाघ मूवमेंट वाले क्षेत्रों के आसपास छात्रों को जाने से रोकें और इलाके के पशुपालक भी पशुओं का ध्यान रखें और उन्हें इन इलाकों से फिलहाल हटा लें । इस इलाके में बस्ती और सड़क किनारे ऊँची जाली लगाने का  सुझाव सब ने दिया और सरकार से उम्मीद की है कि वो जंगल में जानवरों के लिए पानी का प्रबंध करे ताकि पानी की तलाश में जानवर बस्तियों तक न आएं।   

Kolar News

Kolar News 28 March 2017

  कलियासोत डेम के पास बाघिन के मूवमेंट ने एक बार फिर से वन विभाग की नींद उड़ा दी है। विभाग को अंदाजा था कि जंगलों के भीतर के वाटर होलों के पानी से भरे रहने के कारण वन्य प्राणी  गर्मी बढ़ने के साथ ही शहरी वाटर बाडीज की ओर रूख नहीं करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। गौरतलब है एक माह पूर्व विभाग ने जंगलों की वाटर होलों का सर्वे कराया था, जिसमें यह कहा गया था कि केरवा और कलियासोत व समरधा के जंगलों के 85 वाटर होलों में पर्याप्त पानी है। हकीकत यह कि वाटर होल सूख चुके हैं और वन्य प्राणियों शहर की ओर आ रहे हैं।  शिकारियों का खतरा शहर की वाटरबाडीज के पास आने वाले वन्य प्राणियों को शिकारियों का खतरा बराबर बना रहता है। इसके लिए वहां पर वन रक्षकों को तैनात किया गया था, लेकिन यह प्रक्रिया लंबे समय तक नहीं चल पायी। गत दिवस कलियासोत डेम के पास नीलगाय का बाघिन द्वारा शिकार किए जाने के बाद विभाग अलर्ट हो गया है और उसने इससे जुड़े क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है। अब बड़े तालाब से लेकर केरवा, कलियासोत और हथाईखेड़ा डेम के आसपास सादे कपड़ों में वन विभाग के कर्मी एकत्रित रहेंगे। इसके अलावा चौकीदारों को भी अलर्ट रहने को कहा है। 

Kolar News

Kolar News 27 March 2017

गर्मी शुरू होते ही राजधानी से सटे जंगल में बाघ और तेंदुए का मूवमेंट बढ़ गया है। पिछले 10 दिन में चार मवेशी बाघ और तेंदुए का शिकार बन चुके हैं। यह स्थिति जंगल के भीतर शिकार और पानी की कमी के चलते बन रही है। बाघ और तेंदुए को कलियासोत और केरवा और कोलार के आसपास आसानी से पानी मिल जाता है। इन्हीं क्षेत्रों में गौशालाओं की संख्या भी अधिक है, यहां घूमने वाले पालतू मवेशियों को वे अपना शिकार बना रहे हैं। इन घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने बाघ, तेंदुए के लिए जंगल के अंदर ही पानी उपलब्ध कराने के लिए वॉटर टैंक बनाने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही मवेशियों की रोकथाम के लिए गौशाला संचालकों की बैठक बुलाई है। हाल ही में हुई घटनाओं को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने राजधानी से सटे जंगल का सर्वे शुरू कर दिया है। जिसमें पानी की कमी वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है। अभी तक मेंडोरा, नयापुरा, दानिश हिल्स, 13-शटर गेट और बुलमदर फार्म के पिछले हिस्से में 5 स्थान मिले हैं, जहां पर वॉटर टैंक बनाने का काम शुरू हो गया है। ताकि बाघ और तेंदुए को जंगल के अंदर ही पानी मिल सके। समरधा रेंज के डिप्टी रेंजर आरबी शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में पालतू मवेशियों की रोकथाम के लिए 28 मार्च को वन विहार में वन सीमा से सटी गौशाला संचालकों की मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें मवेशियों की रोकथाम पर चर्चा होगी। शिक्षण संस्थान के संचालकों से भी चर्चा करेंगे, ताकि बाघ, तेंदुए और अन्य वन्यजीवों से मानव के टकराव की स्थिति न बने।  

Kolar News

Kolar News 26 March 2017

मध्यप्रदेश में केब की तरह अब किराये पर मोटर साइकिल भी मिलेगी। गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने इस संबंध में परिवहन विभाग को रूप रेखा बनाने का निर्देश दिया है। श्री सिंह ने बताया कि नागरिकों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध करवाने और बाहरी व्यक्ति के पर्यटन की दृष्टि से मोटर केब, आटो रिक्शा की तरह मोटर साइकिल भी किराये से उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जायेगी। श्री सिंह ने बताया कि सिंहस्थ के भीड़ भरे इलाकों में यह प्रयोग सफल एवं प्रशंसनीय रहा। इसी तर्ज पर पूरे प्रदेश में बाईकर्स कम समय में नागरिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुविधाजनक तरीके से पहुँचायेंगे। जल्द ही यह प्रयोग धरातल पर नजर आयेगा। श्री सिंह ने बताया कि इससे ट्रेफिक में बड़ी गाड़ियों के चलते हो रही परेशानियों में भी राहत मिलेगी। इसके लिये सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाली कंपनियों को परमिट दिया जायेगा। वेबसाइट या मोबाइल एप के माध्यम से मोटर-साइकिल उपलब्ध करवाने वाली कम्पनियों को प्राथमिकता दी जायेगी। इसके लिये पूर्ण सतर्कता से काम किया जायेगा। वाहन और वाहन चालकों के कागजात आदि पूरे होने पर ही परमिट दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि वाहनों में जीपीएस, जीपीआरएस सिस्टम के माध्यम से यह वाहन नियंत्रण में रहेंगे। बाईकर्स यदि मादक द्रव्य आदि का प्रयोग कर वाहन चलाते पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।  

Kolar News

Kolar News 25 March 2017

  महापौर परिषद में कई कई प्रस्ताव को मंजूरी  कोलार क्षेत्र में अमृत योजना के तहत सीवेज नेटवर्क सुधारा जाएगा। इस योजना के तहत वार्ड 80, 81, 82, 83, 84 में सीवेज लाइनें और ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। इसके बाद कोलार की कॉलोनियों का सीवेज कलियासोत नदी में नहीं जाएगा। गुरुवार को आयोजित एमआईसी की बैठक में सीवेज नेटवर्क की 89.80 करोड़ की डीपीआर को स्वीकृति दे दी गई। इसके अलावा अमृत योजना के तहत शहर के परिसीमन के बाद शामिल क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए 284.45 करोड़ की डीपीआर को भी मंजूरी मिल गई। इसके अलावा गुलमोहर कालोनी में व्यक्तिगत नल कनेक्शन दिए जाने पर सहमति बनी। दरसअल, गुलमोहर कॉलोनी निगम को हैंडओवर नहीं हुई हैं, जिससे यहां व्यक्तिगत नल कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। माना जा रहा है कि इसके बाद अन्य निजी कॉलोनियों में व्यक्तिगत नल कनेक्शन देने की मांग उठेगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में एमआईसी की बैठक में नवनिर्मित केबल स्टे ब्रिज का नाम राजा भोज सेतु किए जाने की मंजूरी दी गई। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि शहर के किसी भी मार्ग, सड़क, चौराहा, पुल आदि का नामकरण का प्रस्ताव बिना महापौर परिषद की सहमति में निगम परिषद में प्रस्तुत नहीं किया जा सकेगा। शहर में विभिन्न तिराहे चौराहों पर स्थापित महापुरुषों/वीर पुरुषों की प्रतिमाएं केवल प्रियदर्शनी पार्क में ही स्थापित की जाएंगी। वर्तमान में अन्य स्थानों पर स्थापित प्रतिमाओं को प्रियदर्शनी पार्क में ही स्थापित कराया जाएगा। शहर के ट्रैफिक व्यवस्था के लिए सुविधा के लिए यह निर्णय लिया गया है। एमपी नगर नगर स्थित मल्टी लेवल पार्किंग में निर्मित होने वाली 49 दुकानों की छठवें फ्लोर की नीलामी की जाएगी। यहां 70 हजार वर्गफीट में रेस्त्रां खोला जाएगा। दुकानें नहीं बिकने के कारण निगम ने कमर्शियल एरिया को बढ़ाएगा। वहीं, न्यूमार्केट मल्टी लेवल पार्किंग के सामने चर्मकार कल्याण संघ (शूज व्यवसायी) 60 दुकानदारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट योजना के तहत प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए इंडिपेंडेंट इंजीनियर की नियुक्ति मेसर्स एमएसबी इंटरनेशनल गुडगांव को दिया जाएगा। इसमें निगम को 4 करोड़ 98 लाख 60 हजार खर्च करेगा। भानपुर खंती को वैज्ञानिक तरीके से बंद किए जाने और वहां के कचरे का उपयोग ईंटे एवं कोलबाल (ईंधन) बनाने में करने के लिए ऑफर बुलाए जाएंगे।मप्र राज्य के पेंशनरों की तरह निगम के पेंशनरों को 7 प्रतिशत मंहगाई राहत मिलेगी।भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) द्वारा लो-फ्लोर बसों में कोचिंग जाने वाले विद्यार्थियों और कामकाजी महिलाओं को 50 प्रतिशत रियायती दर पर पास दिया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 24 March 2017

पुलिस ने छापा मार कर दलालों और कॉलगर्ल्स को पकड़ा  कोलार स्थित सर्वधर्म कॉलोनी के एक मकान पर छापा मारकर पुलिस ने देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। दलालों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए पुलिस खुद की ग्राहक बनकर वहां पहुंची थी। बिना किसी संदेह के दलालों ने पुलिस को वाट्सएप पर आए लड़कियों के फोटो दिखाए थे। पुलिस ने छह महिलाओं, एक ग्राहक और एक दलाल को गिरफ्तार किया है। दीवार फांदकर सरगना नितिन और एक ग्राहक भाग निकले। वाट्सएप के जरिए लड़कियों की तस्वीर पसंद करवाकर ग्राहक बुलवाए जाते थे।  छापे के बाद पता चला है कि सोशल मीडिया के जरिए दलाल से संपर्क में आई थी युवतियां। पुलिस को घर से कंडोम, शराब की बोतलें, नगदी और 6 मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाकर आगे की छानबीन कर रही है। दलालों की साथ प्रतिभा शेंडे जबलपुर से तीन लड़कियों को लेकर आई थी। गिरोह चलाने वाली युवतियां फेसबुक के जरिए एक-दूसरे से संपर्क में आई थी। ये सेक्स रैकेट कोलार स्थित सर्वधर्म कॉलोनी के ए-सेक्टर में वाइन शॉप के पीछे चलाया जा रहा था।मकान किराए का था, जिसका मालिक अमेरिका में रहता है। मकान नितिन ने किराए पर लिया था, जो अशोका गार्डन क्षेत्र में भी इस तरह के धंधे कर चुका है।नितिन ने खुद को बिजनेस मैन बताकर मकान कराए पर लिया था। बड़ी संख्या में  पुलिसकर्मियों के सर्वधर्म के मकान में दबिश देते ही अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने सेक्स रैकेट संचालित होने की सूचना पर योजना बनाकर कार्रवाई की थी। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही आधा दर्जन युवतियां मुंह छिपाते नजर आई, जबकि दो युवक मौके से दीवार फांदकर फरार हो गए। पुलिसकर्मियों ने उनका पीछा करने का प्रयास किया, लेकिन वे उन्हें नहीं पकड़ पाए। एएसपी जोन-1 राजेश चंदेल के अनुसार सर्वधर्म में लंबे समय से सेक्स रैकेट के संचालित होने की जानकारी आ रही थी।  देर रात एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर भेजा गया था। सौदा पक्का होते ही हबीबगंज, कोलार और महिला पुलिस थाने की टीम ने मौके पर दबिश दी तो भगदड़ मच गई। पुलिस ने मौके से छह युवतियों और 2 युवकों को धर दबोचा। आरोपी आपत्ती जनक स्थिति में पुलिस को मिले। इनमें एक महिला दलाल और एक पुरुष दलाल भी शामिल हैं। यह पूरा रैकेट किराय के मकान में चल रहा था। इसे नितिन नाम के आरोपी ने लिया था। वह मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। पुलिस ने मौके से दलाल सोभाराम को गिरफ्तार किया। सभी युवतियां 18 से 19 साल के मध्य की हैं। यहां कॉलगर्ल जबलपुर से लेकर सूरत और हुगली से आती थी। एक ग्रहक पर यह 3 से 4 हजार रुपए चार्ज करती थी। हालांकि यह घर में ही रहती थी, बाहर नहीं जाती थी। एक कॉलगर्ल दो से तीन दिन ही ठहरती थीं, उसके बाद चली जाती थी। सोभाराम उनके लिए दलाली का काम करती था । पकड़ी गई युवतियों को महिला पुलिस थाने और युवकों को कोलार थाने में रखा गया।  

Kolar News

Kolar News 23 March 2017

सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सभी 14 विषयों को मंजूरी मिल गई। 14 अप्रैल से प्रदेश में ग्रामोदय अभियान चलेगा। 2 जुलाई को 50 लाख लोग एक साथ अमरकंटक से बड़वानी तक पौधारोपण करेंगे। पौधारोपण में सीएम से लेकर पटवारी तक शामिल होंगे। प्रदेशभर में पांच करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है। नीमच के बंगला बगीचा जमीन विवाद सुलझाने के लिए नियम बनाए। 57 फीसदी मौजूदा रहवासियों को मालिकाना हक मिलेगा। बैठक में नगर तथा ग्राम निवेश संशोधन विधेयक को भी मंजूरी मिली। फूड डिपार्टमेंट में उप सचिव और लोकायुक्त उज्जैन में उप निरीक्षक का एक पद मंजूर किया गया है। पारसडोह के डूब प्रभावितों को विशेष पैकेज दिया जाएगा। आग की रोकथाम के लिए अग्निशमन प्रकोष्ठ बनेगा।  

Kolar News

Kolar News 22 March 2017

कलियासोत पहाड़ी पर बने पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में डॉक्टर अगर आपको पंचकर्म कराने की सलाह देते हैं तो इसके लिए आपको 20 दिन से एक महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है। वजह, यहां पर पंचकर्म के लिए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर साल 20 से 30 फीसदी मरीज बढ़ रहे हैं। 20 टेबल, 10 कर्मचारी होने के बाद भी मरीजों को पंचकर्म के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि हर दिन करीब 150 मरीजों का पंचकर्म किया जा रहा है। एक मरीज का 15 दिन से एक महीने तक पंचकर्म चलता है। इस वजह से नए मरीजों को देरी से मौका मिल पाता है। यहां पर आमतौर पर एक महीने की वेटिंग रहती है। अभी होली के चलते मरीज कम हो गए हैं, इसलिए 20 दिन ही इंतजार करना पड़ रहा है। पंचकर्म  वमन (उल्टी कराना)- सर्दी, खांसी व कफ के मरीजों के लिए। विरेचण-शरीर से अपशिष्टों को बाहर निकालने के लिए अलग-अलग क्रियाएं। बस्ती कर्म (एनीमा)- यह तीन तरह से दी जाती है। पेट के विकार के मरीजों के लिए फायदेमंद है। नस्य कर्म (नाक से औषधियां देना)- नाक से द्रव या पाउडर डाला जाता है। सिर दर्द और मानसिक बीमारियों के लिए फायदेमंद। रक्तमोक्षण- दूषित रक्त को दूर करने के लिए। अन्य- शिरोधारा- तेल या दूध की धार शरीर के किसी हिस्से में गिराई जाती है। लकवा और अस्थि रोग के मरीजों के लिए। स्वेदन- शरीर से पसीना निकालने के लिए मालिश की जाती है। भाप देना- इलेक्ट्रिक से चलने वाली एक मशीन होती है। इसमें मरीज को डाल दिया जाता है। इसके बाद हल्की भाप दी जाती है, जिससे रोम छिद्र खुल जाएं। पंचकर्म महीने भर चलने के चलते प्राइवेट वार्डों की मांग भी बढ़ गई है। सूत्रों ने बताया कि कॉलेज में 34 प्राइवेट वार्ड हैंं। एक वार्ड का एक दिन का किराया डेढ़ सौ रुपए है। इसके बाद भी प्राइवेट वार्ड के लिए एक महीने की वेटिंग चल रही है। सूत्रों ने बताया कि वार्डों सभ्ाी सुविधाएं हैं। कुछ वार्डाे में टीवी भी लगे हैं, इसलिए मांग ज्यादा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. नितिन मारवाह ने बताया  पंचकर्म से मरीजों को काफी आराम मिल रहा है। दूर के जिलों से भी मरीज आ रहे हैं। मरीजों की संख्या हर साल 20 से 30 फीसदी तक बढ़ रही है, इसलिए वेटिंग रहती है।  

Kolar News

Kolar News 21 March 2017

  कोलार के किड्जी प्ले स्कूल में स्कूल संचालक द्वारा एक तीन साल की बच्ची से रेप और एक सरकारी प्राइमरी स्कूल के शिक्षक द्वारा दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा से ज्यादती के मामले को बाल आयोग ने संज्ञान में लिया है।  बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा ने मामले के संबंध में रिपोर्ट मांगी। इन दोनों ही मामलों में पुलिस का पीड़ितों के साथ घटिया व्यवहार और आरोपियों को बचाने की मंशा सामने आयी हैं।     बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा के अनुसार बच्चियों  के साथ दुष्कर्म के मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया है। पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट में कई खामियां है। रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से अब तक 45 बार बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। इस बारे में पूछने पर थाना प्रभारी ने बताया कि टाइपिंग मिस्टेक के कारण ऐसा हुआ है। शर्मा ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि बच्चों के साथ होने वाले अपराध के मामले में जिन नियमों का पालन किया जाना था, वह भी नहीं किया गया है। मामला दर्ज होते ही बाल कल्याण समिति को इसकी रिपोर्ट दी जानी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने एक एनजीओ को इसकी सूचना दी। शर्मा ने बच्ची की सुरक्षा के लिए उसके घर के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात कराने के लिए भी कहा। बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा ने अवधपुरी और कोलार पुलिस स्टेशन के रवैये को पुलिस की कार्यप्रणाली के विपरीत बताया।   

Kolar News

Kolar News 19 March 2017

  कुलाधिपति और राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने डॉ. रवीन्द्र आर. कान्हेरे परीक्षा नियंत्रक म.प्र. लोक सेवा आयोग, इंदौर को मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्‍वविद्यालय, भोपाल के कुलपति के पद पर नियुक्त किया है। डॉ. कान्हेरे की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश या 65 वर्ष की आयु जो भी पहले हो, की कुलावधि के लिए की गई है।    अंतत: भोज यूनिवर्सिटी के कुलपति रजिस्ट्रार को मिल गई सैलरी एक साथ फाइल बनने से आॅडिट ने रोका था फरवरी का वेतन भोज मुक्त विश्वविद्यालय के आॅडिट ने कुलपति डॉ. तारिक जफर और रजिस्ट्रार मनोज कुमार तिवारी सहित करीब बीस अधिकारी व कर्मचारियों का फरवरी माह का वेतन 16 मार्च को आवंटित किया है। जबकि उन्हें वेतन माह की पहली या दूसरी तारीख तक मिल जाता है। समय पर वेतन नहीं मिलने से अधिकारियों में हलचल मची हुई थी। वेतन में विलंब होने से कर्मचारी भी  बच्चों की फीस के साथ मार्च का माह होने पर इनकम टैक्स की परेशानी से जूझ थे।  कुलपति, रजिस्ट्रार, प्रतिनियुक्ति से आए अधिकारी व नियमित कर्मचारियों सहित बीस लोगों के वेतन की एक फाइल बनती थी। इसके बाद दैनिक वेतन भोगी का मानदेय और संविदा से नियमित किए गए कर्मचारियों के वेतन की फाइल अलग से बनती थी। आडिट कुलपति सहित अधिकारियों की फाइल पर वेतन जारी कर देता था। विवि प्रबंधन ने कुलपति के साथ सभी कर्मचारियों की फाइल को एक साथ बना दी। इससे आडिट ने वेतन पर आपत्ति लगा दी थी। इसके कारण अधिकारियों तक को वेतन की लेटलतीफी का सामना करना पड़ा। आपत्तियों का निराकरण होने के बाद वेतन की फाइल को स्वीकृत किया गया है।   आगामी सप्ताह में प्रबंधन बोर्ड की बैठक में बजट प्रस्तुत होना है, इसके बाद भी आडिट ने इनका वेतन रोकने में संकोच नहीं किया। अब 21 मार्च को विश्वविद्यालय की प्रबंध बोर्ड की बजट बैठक है। इसमें कुलपति और रजिस्ट्रार के वेतन रोकने पर चर्चा होगी और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।  रजिस्ट्रार ट्रांसफर के लिए लगा रहे मंत्री के चक्कर  भोज मुक्त विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मनोज कुमार तिवारी अपना स्थानांतरण मालवा क्षेत्र के विवि में कराना चाहते हैं। इसके लिए वे उच्च शिक्षामंत्री जयभान पवैया के चक्कर काट रहे हैं। विधानसभा में व्यस्त होने के कारण पवैया उन्हें तवज्जो तक नहीं दे रहे हैं। वहीं प्रमुख सचिव आशीष उपाध्याय ने मंत्रालय में अपने कक्ष के बाहर स्थानांतरण संबंधी चर्चा नहीं करने का पर्चा चस्पा कर रखा है। तेज तर्रार शैली से कार्य करने वाले पीएस उपाध्याय से स्थानांतरण को लेकर रजिस्ट्रार तिवारी बात करने से कतरा रहे हैं। वे लंबे समय से बीमार हैं। शासन ने उन्हें 26 जून 2015 को भोज विवि भेजा था। उनकी नौकरी के करीब साढ़े सौ दिन पूरे हो गए हैं, जिसमें उनकी 380 दिनों की छुट्टियां शामिल हैं। उन्होंने 16 मार्च को  दो दिन की छुट्टी का आवेदन कुलपति डॉ. तारिक जफर को दिया है। इधर रजिस्ट्रार तिवारी का प्रभार एनसी जैन को दिया गया है। वे कोई फाइल को ओके करते हैं तो तिवारी अवकाश से लौटकर फाइलों पर लंबी टीप लगा देते हैं। इससे विवि के काम बनने की जगह बिगड़ने लगे हैं।     

Kolar News

Kolar News 18 March 2017

कोलार के किड्जी में तीन साल की मासूम से रेप ,अवधपुरी के सरकारी स्कूल में 11 साल की बच्ची के साथ शिक्षक द्वारा ज्यादती के मामले को महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। पुलिस के लापरवाह रवैये के चलते 20 दिन के अंदर भोपाल  में इस तरह की यह दूसरी घटना है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य महिला आयोग, बाल संरक्षण आयोग के साथ मिलकर सभी जिलों में जागृति शिविर का आयोजन करेगा। इसमें शिक्षक, विद्यार्थी और उनके अभिभावक भी शामिल रहेंगे। यह बात आयोग की गुरुवार को लगी बेंच के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े ने कही। उन्होंने कहा कि अवधपुरी के मामले में उन्होंने तुरंत एसपी से घटना की जानकारी ली थी। साथ ही इस प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट भी मंगाई है। स्कूल के स्टाफ द्वारा इस तरह की घिनौनी हरकत करने के सवाल पर श्रीमती वानखेड़े ने कहा कि जागृति शिविर के दौरान स्कूल प्रबंधन और शिक्षिकाओं को बताया जाएगा, कि वह संदिग्ध चरित्र के स्टाफ मेंबर पर निगरानी रखें और शक होने पर उसके बारे में प्रबंधन-पुलिस को सूचना दें। सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से काउंसलर नियुक्त करने, इसमें विशेष रूप से एक महिला काउंसर नियुक्त करने के बारे में भी सिफारिश की जा रही है। आयोग की अध्यक्ष को बताया गया कि जेपी अस्पताल में टीनएजर काउंसलिंग शुरू की गई थी। इससे महिलाओं, लड़कियों को काफी राहत मिली थी। लेकिन उसे बंद कर, उस सुविधा को डायल-104 सुविधा से जोड़ दिया गया है। यह व्यवस्था उतनी प्रभावी नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि इस बारे में वह संबंधित विभाग से चर्चा कर काउंसलिंग पुनः शुरू करवाने का प्रयास करेंगी।  

Kolar News

Kolar News 17 March 2017

पुलिस आरोपी के साथ ,इसलिए बढ़ रहे हैं ऐसे अपराध  कोलार के गिरधर परिसर के किड्जी में स्कूल  स्कूल संचालक के पति अनुतोष प्रताप सिंह पर स्कूल में पढ़ने वाली तीन साल की बच्ची से दुराचार का मामला सामने आया तो पूरी भोपाल पुलिस आरोपी की सेवा में उसे बचाती नजर आ रही है। पुलिस आरोपी के साथ है तो ठीक वैसा ही अपराध अवधपुरी थाना एरिया के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में हो गया। जहाँ एक शिक्षक ने दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली 11 साल की छात्रा से ज्यादती की। यह सिलसिला बीते चार महीने से चल रहा था। खुलासा बुधवार को हुआ, जब बच्ची रोते हुए घर पहुंची और उसने मां को आपबीती सुनाई। पुलिस ने आरोपी मोहन सिंह को अरेस्ट कर धारा 376, 342 आईपीसी 5/6 में केस दर्ज किया।  आरोपी मोहन सिंह दो साल से इस स्कूल में है। स्कूल में वह अकेला है। इसलिए इंचार्ज भी है। पहले वह अमरावद खुर्द में था। उसके पांच बच्चों में बड़ी बेटी की उम्र 30 साल है। उसकी पत्नी भी सरकारी स्कूल में टीचर है। डीईओ धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस से रिपोर्ट मिलते ही सस्पेंड कर दिया जाएगा। स्कूल में 35 बच्चे हैं और दाे साल पहले ही स्कूल शुरू किया गया है। अभी केवल कक्षा एक व दो ही लगती हैं। इस क्षेत्र में स्कूल की कमी थी। पीड़ित बच्ची का परिवार सागर से आठ साल पहले यहां आई थी। पिता नहीं हैं। बच्ची की दो छोटी बहने हैं। एक छोटा भाई है। पड़ोस में ही बुआ रहती हैं। आरोपी टीचर के यहां बच्ची की मां ने काम किया।  मैं मोहनसिंह सर के घर दो साल से काम करती थी। उसके बड़े बच्चे हैं। जब भी बेटी मेरे साथ उनके घर जाती तो सब उसे बच्ची की तरह रखते थे। सर भी उसे अच्छे से बोलते थे। मैं भी उनसे पढ़ाई के बारे में पूछती रहती थी। वो बताते थे अच्छी पढ़ रही है। स्कूल में 25 बच्चे हैं। इसमें करीब 15 बच्ची हैं। मेरी बच्ची दूसरी कक्षा में है। क्लास में सबसे बड़ी वही है। उसने दिसंबर में बताया था कि सर अच्छे नहीं है। झाडू लगवाते हैं। मारते हैं। पास बुलाकर डांटते हैं। मैंने सोचा कि पढ़ाई के लिए डांटते हैं। इसलिए बेटी की बातों में कभी ध्यान नहीं दिया। आज जब बदहवास सी घर आई, वह डरी हुई थी। साथ में उसकी बुआ थी। उसने वही बातें बताई जो बुआ को बताई इसके बाद हम सर के पास गए तो हमें देखकर भागने लगे। सर भाग गए तब हमें बेटी की बातों पर भरोसा हुआ और पुलिस के पास गए। हमें लगा आज मेरी बेटी के साथ हुआ कल दूसरे की बेटी के साथ ऐसा सुलूक करेगा।  

Kolar News

Kolar News 16 March 2017

  सीएम शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट की बुधवार सुबह हुई बैठक में आवास गारंटी कानून को मंजूरी दे दी गई है। इससे प्रदेश में आवासहीनों को मकान दिए जाएंगे। बैठक में 5,200 करोड़ के अनुपूरक बजट पर भी सहमति बन गई। इसके साथ ही वेट संशोधन विधेयक को भी मंजूरी दी गई है। प्रदेश में 125 नायब तहसीलदारों की सीधी भर्ती होगी। मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में साफ-सफाई की व्यवस्था एम्स की तर्ज पर होगी। भोपला के समरधा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुलेगा। वहीं मेडिकल कॉलेजों से जुड़े डॉक्टरों की संविदा नियुक्ति का प्रस्ताव टल गया है। आगर में पॉलीटेक्निक खोला जाएगा। कैबिनेट ने मध्यप्रदेश के निगम मंडलों को लाभ के दायरे से बाहर लाने मध्यप्रदेश विधानमंडल सदस्य निर्हरता निवारण(संशोधन) विधेयक को मंजूरी दे दी है। यह विधेयक विधानसभा में पेश होगा। वहीं मौजूदा सत्र के लिए पांच हजार 200 करोड़ का अनुपूरक बजट प्रस्ताव भी सरकार लाएगी। मध्यप्रदेश विधानमंडल सदस्य निर्हरता निवारण संशोधन विधेयक  के लागू होने के बाद प्रदेश के सांसद-विधायक निगम-मंडलों में भी पदस्थ किए जा सकें गे। जिन निगम मंडलों को लाभ के दायरे से बाहर किया जा रहा है उनमें कृषक आयोग, राज्य सामान्य वर्ग निर्धन कल्याण आयोग, राज्य वरिष्ठ नागरिक कल्याण आयोग, बुंदेलखंड  व महाकौशल विकास प्राधिकरण, मछुआ कल्याण बोर्ड, कुक्कुट विकास निगम, व्यापार संवर्द्धन सलाहकार बोर्ड और बीज विकास निगम शामिल है। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मेडिकल कालेजों द्वारा संचालित अस्पतालों में उपकरण की खरीदी चिकित्सकों से नहीं कराने का फैसला सरकार ने लिया है। एक लाख तक के उपकरण की खरीदी का अधिकारी डीन को होगा। इससे अधिक की खरीदी केंद्र की तर्ज पर एचएलएल और एचएससीसी कम्पनी से की जाएगी।    विधानसभा के बजट सत्र में ही आवास गारंटी विधेयक मंजूरी के लिए सदन में पेश किया जाएगा। इसके लिए कैबिनेट में प्रदेश में वर्ष 2022 तक 25 हजार पुलिस आवासों के निर्माण पर भी सहमति व्यक्त की गई है। आवास गारंटी विधेयक पास होने के बाद मध्यप्रदेश में पैदा हुए सभी आवासहीनों को जमीन या मकान देने की घोषणा पर अमल शुरू हो जाएगा।   

Kolar News

Kolar News 15 March 2017

  मध्यप्रदेश में 31 मार्च तक किसी भी नए प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं मिलेगी। सरकार ने वित्तीय और परियोजना समिति की बैठकों पर रोक लगा दी है। वित्त विभाग ने बजट के स्वरूप में आए बदलाव का हवाला देते हुए विभागों से कहा है कि नए नियम बनने तक समितियों की बैठकें न करें। सूत्रों का कहना है कि 31 मार्च को 12वीं पंचवर्षीय योजना समाप्त हो रही है। इसके बाद अब पंचवर्षीय योजनाएं नहीं होंगी। इसकी जगह तीन साल का एक्शन प्लान लागू होगा। इसके लिए राज्य योजना आयोग ने कार्ययोजना बनाकर मुख्यमंत्री को सौंप दी है। इसके मुताबिक ही 2017-18 के बजट को नए स्वरूप में पेश किया गया है। इसमें विभागों को योजना और आयोजना (वेतन, भत्ते व अन्य प्रशासनिक व्यय) के लिए एकमुश्त राशि दी है। विभागों को राशि का बंटवारा अपने हिसाब से करना है। इसके नियम वित्त विभाग बनाएगा, इसलिए स्थायी वित्त समिति, वित्तीय व्यय समिति और परियोजना परीक्षण समिति की बैठकों पर रोक लगा दी गई है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर विभागों ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए प्रोजक्टों की मंजूरी समितियों से ले ली है। जिन योजनाओं के लिए प्रशासकीय स्वीकृति लेना बाकी हैं, वे वैसे भी नए वित्तीय वर्ष में ही लागू होंगी, इसलिए मंजूरियां भी नई व्यवस्था के तहत ही मिलेंगे। पहली बार विभागों को वेतन, भत्ते या प्रशासनिक व्यय के लिए वित्त विभाग से अलग से राशि नहीं मांगनी होगी। बजट में ही इसका इंतजाम कर दिया गया है। अब बजट किस तरह खर्च किया जाएगा, इसके नियम वित्त विभाग जल्द ही जारी करेगा।

Kolar News

Kolar News 14 March 2017

पंडित 'विशाल' दयानंद शास्त्री तांत्रिक क्रियाओं की दृष्टि से होली का दिन विशिष्ट माना गया है। होली पर्व को तंत्र के अभिचार कर्म का प्रयोग करने के लिए विशिष्ट माना जाता है। होली की सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर उत्तर दिशा में मुंह करके बैठें। अब सामने किसी बर्तन में चार लघु नारियल व सात लग्न मंडप सुपारी को स्थापित करें। अब कुंकुम चावल से पूजा करके धूप-दीप करें व घी का दीपक जलाएं। जब तक जप चले तब तक दीपक जलते रहना चाहिए। अब पीली सरसों के दाने उस बर्तन में छिड़कते हुए निम्न मंत्र का जप करें... मंत्र- क्लीं हौं क्षिप: ऊं स्वाहा जप कम से कम एक घंटे तक करें। अब शाम को होलिका दहन के वक्त उस सामग्री को आटे को लोई में लपेट कर होलिका में डाल दें। शीघ्र ही आपकी हर समस्या दूर हो जाएगी। यदि आपके व्यवसाय में लगातार गिरावट आ रही है, तो होली के दिन पीले कपड़े में काली हल्दी, 11 गोमती चक्र, चांदी का सिक्का व 11 कौड़ियां बांधकर 108 बार ऊं नमो भगवते वासुदेव नमः का जाप कर होली की 11 परिक्रमा करें। बाद में पीछे मुड़कर न देखते हुए सीधे घर में प्रवेश करें और धन रखने के स्थान पर यह समस्त सामग्री एक साथ रख दें। इस प्रयोग से व्यवसाय में प्रगति आती है। होली के दिन पीले वस्त्रों में काली हल्दी के साथ एक चांदी का सिक्का रखकर धन रखने के स्थान पर रख देने से वर्ष भर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। यदि आपका व्यवसाय मशीनों से संबंधित है, तो आप काली हल्दी को पीसकर केशर व गंगा जल मिलाकर होली के दिन मशीन पर स्वास्तिक बना दें। यह उपाय करने से मशीन व्यवसाय के लिए शुभ होती है और परेशान नहीं करती। होलिका दहन में घर के सभी सदस्यों को अवश्य ही शामिल होना चाहिए । होलिका दहन में चना, मटर, गेहूं की बालियां या अलसी आदि डालते हुए अग्नि की तीन / सात परिक्रमा करें। इससे घर में शुभता आती है। आज कल स्वाइन फ्लू का कहर है अत: हर व्यक्ति होलिका में थोड़ा कपूर भी अवश्य ही डालें जिससे स्वाइन फ्लू के वायरस भी कम हो सकें । होलिका दहन के दिन घर के मुखिया को होलिका में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता भी अवश्य चढ़ाना चाहिए। तत्पश्चात होली की 3 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए।. इससे ना केवल सभी कष्ट दूर होते हैं वरन घर में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है । जिस दिन होली जलनी हो उस दिन सुबह एक साबुत पान पर साबुत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रखकर किसी भी मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ाएं और भगवान शिव से योग्य जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें फिर प्रणाम करके वापस आ जाएं पीछे मुड़कर ना देखें यह प्रयोग लगातार 7 दिन तक करें इससे अतिशीघ्र विवाह होने की सम्भावना बड़ जाती है । कहते हैं कि होली के दिन रात्रि के 12 बजे के बाद पीपल के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए एवं हाथ में सफेद तिल लेकर पीपल की सात परिक्रमा करके धीरे-धीरे इन तिलों को छोडते जाएं। इसके बाद बिना पीपल को छुए प्रणाम करके पीछे देखे बिना ही वापस घर आ जाएं।। ऐसा करने से शीघ्र ही मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। होली के दिन जिस दिन रंग खेलते हैं उस दिन सुबह स्नान के बाद लाल गुलाल लेकर उसे सबसे पहले घर के मंदिर में देवी देवताओं की मूर्ति / चित्र पर लगाएं फिर उस गुलाल के खुले पैकेट में एक चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में कलावा से बांधकर अपनी तिजोरी में रखें, धन लाभ होगा और धन रुकने भी लगेगा। होलिका दहन के बाद उसकी थोड़ी भस्म जरूर लाएं, उसका टीका किसी महत्वपूर्ण कार्य में जाते हुए पुरुष अपने मस्तक पर और स्त्री अपने गर्दन में लगाएं, कार्यों में सफलता मिलेगी और धन संपत्ति में भी वृद्धि होगी। होली पर रंग सभी व्यक्तियों को जरूर ही खेलना चाहिए, इससे घर परिवार में प्रेम, सौहार्द्र और सुख का वास होता है। होली पर सबसे पहले ईश्वर को और फिर घर के बड़े बुजुर्गों को रंग लगाकर उनसे आशीर्वाद लेकर ही रंग खेलना शुरू करना चाहिए । होली में आपस में वैर भाव मिटा कर खुद पहल करके सभी से साफ मन से गले मिलना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन पहल करके शत्रुता भुलाने से वर्ष भर आप के शत्रु आपसे पराजित होते रहेंगे । होली पर अपने घर में आने वाले सभी मेहमानों को कुछ ना कुछ अवश्य ही खिला कर वापस भेजें, इससे भाग्य प्रबल होता है एवं घर में स्थाई लक्ष्मी का वास होता है। होली के दिन लोग दूसरों के अहित के लिए टोने टोटके बहुत करते हैं और इसके लिए सफेद खाद्य पदार्थों का प्रयोग ज्यादा किया जाता है इसीलिए होलिका दहन वाले दिन सफेद खाद्य पदार्थों का सेवन यथा सम्भव नहीं करना चाहिये। होलिका दहन के बाद रात में वहां से आग लाकर उससे घर में गोबर के कंडे जलाकर उसमें नारियल की गिरी और गेहूं की बालियां भून कर खानी चाहिए इससे धन,यश और निरोगिता की प्राप्ति होती है । पूर्णिमा को होली दहन के दिन रात्रि में चांदी के पात्र में कच्चा दूध डालकर पति पत्नी चन्द्रमा को अर्ध्य अवश्य ही दें, इससे पति-पत्नी के संबंधों में प्रगाढ़ता आती है।  

Kolar News

Kolar News 12 March 2017

  कुछ दिनों तक घने जंगल में विचरण करने के बाद एक बार फिर बाघिन 123 ने कलियासोत क्षेत्र में अपनी आमद दर्ज कराई है। उधर गुरुवार का सोशल मीडिया में कलियासोत-केरवा मार्ग के पास बाघ का एक वीडियो भी पोस्ट किया गया,लेकिन वन अधिकारियों ने इसे काफी पहले का बना हुआ बताया है। समरधा रेंज के रेंजर अरविंद अहिरवार ने बताया कि बाघिन टी-123 की लोकेशन बुधवार शाम से कलियासोत क्षेत्र में मिली है। गुरुवार रात को वह कलियासोत कराड़ के आसपास देखी गई है। उसकी मौजूदगी को देखते हुए निगरानी दल ने गश्त बढ़ा दी है। साथ ही चरवाहों,ग्रामीणों को जंगल में न जाने की सलाह दी गई है। सोशल मीडिया पर गुरुवार को एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें कलियासोत से केरवा की तरफ जा रहे बाइक सवार युवकों को रात के समय अचानक सड़क किनारे बाघ दिखता है और वह बाइक छोड़कर भाग जाते हैं। इस वीडियो के बारे में अहिरवार का कहना है कि जिस स्थान का यह वीडियो बताया जा रहा है,वहां बाघ की मौजूदगी पिछले कुछ दिनों से नहीं है। यह वीडियो किसी कार आदि से बनाया गया है,लेकिन वर्तमान में रात के समय उस क्षेत्र में वाहन प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। संभवतः यह वीडियो पूर्व में कभी बनाया गया हो।

Kolar News

Kolar News 11 March 2017

  भोपाल के महापौर आलोक शर्मा कोलार इलाके में नहीं आते हैं इसे लेकर सियासत तेज होती जा रही हैं।  कोलार के सर्वधर्म पूल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने  महापौर ढूंढो प्रतियोगिता का प्रारम्भ चिराग जलाकर ,महापौर आलोक शर्मा की तलाश कर किया,कई प्रदर्शनों के बाद भी महापौर कोलार की जनता के बीच एक बार भी नहीं आये।   कांग्रेस नेता राहुल सिंह राठौर  ने बताया कि जनता को भोपाल महापौर ढूंढो प्रतियोगिता के फार्म वितरित किये और गए और 562 लोगो ने फॉर्म भरे,जो भी व्यक्ति  26 मार्च तक महापौर को वार्ड 80,81,82,83 में 2 घण्टे जनता के बीच भ्रमण करवाएगा उस विजेता के 1 साल तक घर के पानी के टैंकर डलवाये जाएंगे।  सभी को यह जानकारी होगी कि पूरा कोलार इलाका पानी की समस्या से जूझ रहा हैं।  कोंग्रेस नेता राहुल ने कहा विजेता के घर से 200 मीटर तक सड़क के गड्डो की मरम्मत और बंद स्ट्रीट लाइट सुधरवायी जाएंगी, साथ ही एक महीने तक उनके घर के आस पास की साफ़ सफाई और सीवेज की समस्या का निराकरण कराया जाएगा।कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में चिराग जलाकर सड़को में चारो तरफ फैला अँधियारा,कोलार आने में डरता है महापौर हमारा और प्यासे कोलार में पड़ा सूखा है,गुमशुदा महापौर कहाँ छुपा है के नारे लगाये।इस अवसर पर आकाश जैन,प्रवीण धौलपुरे,विककी बोरकर,सनी सक्सेना,राहुल बबेले,सहदेव चौहान,भोला राजपूत,गोलू प्रजापति आदि उपस्तिथ थे ,

Kolar News

Kolar News 10 March 2017

  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस इस अवसर पर महिलाओं, बच्चों को उत्पीड़न से बचाने के प्रयास के लिये दिया जाने वाला एक लाख रूपये का रानी अवंतीबाई वीरता पुरस्कार ग्वालियर की सुश्री अभिरूचि श्रीवास्तव को दिया गया। महिलाओं के स्वास्थ्य संवर्धन से जुडे मुद्दों पर विशेष योगदान के लिये एक लाख रूपये का श्री विष्णु कुमार महिला एवं बाल कल्याण पुरस्कार होशंगाबाद के डॉ. यू.के. शुक्ला को प्रदान किया गया। सतना के मास्टर अक्षत झा को बेटियों को बचाने के प्रयासों पर आधारित फिल्म बनाने के लिये सम्मानित किया गया। विधानसभा में मातृशक्ति को समर्पित भव्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समाज और सरकार दोनों को महिला सशक्तिकरण के लिये काम करना होगा। भारत में बेटियों, बहनों और माताओं को सर्वोच्च सम्मान दिया गया है। नारी का सम्मान करना भारत की संस्कृति है। केवल एक दिन महिला दिवस को मनाने से बेहतर है हर दिन महिलाओं के सम्मान को समर्पित होना चाहिए। उन्होंने महिला दिवस पर माताओं, बहनों, बेटियों को शुभकामनाएँ दी। श्री चौहान ने कहा कि पुरूष प्रधान मानसिकता महिलाओं की स्थिति को गहरे प्रभावित करती है। यदि समाज साथ नहीं दे तो सरकार कुछ नहीं कर सकती। समाज की मानसिकता बदलने की जरूरत है। महिलाओं के विरूद्ध घरेलू हिंसा रोकने के लिये सबको सहयोग करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी देना चाहिए। बेटियों को मान-सम्मान देने में कोई कोताही नहीं होगी। समाज की मानसिकता बदलने का काम करने की जिम्मेदारी सभ्य पढ़े-लिखे जिम्मेदार नागरिकों की भी है। विधान सभा अध्यक्ष  सीतासरण शर्मा ने वैश्विक परिदृश्य की चर्चा करते हुए कहा कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ भारत की संस्कृति को पहचानने और बचाने की पहल है।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में बेटियों के लिये कई अनूठी योजनाएँ शुरू की गई हैं। उन्होंने बेटियों और माताओं की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि घर-परिवार सम्हालने वाली महिलाओं का वित्तीय योगदान भारत सरकार के सालाना बजट से कहीं ज्यादा है।  मुख्यमंत्री ने “जाग सखी” पुस्तिका, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के ब्रोशर और पोषण कैलेण्डर का विमोचन किया। अतिथियों को प्रतीक स्वरूप पोषण किट प्रदान किया गया। इस अवसर पर महिलाओं, बच्चों को उत्पीड़न से बचाने के प्रयास के लिये दिया जाने वाला एक लाख रूपये का रानी अवंतीबाई वीरता पुरस्कार ग्वालियर की सुश्री अभिरूचि श्रीवास्तव को दिया गया। महिलाओं के स्वास्थ्य संवर्धन से जुडे मुद्दों पर विशेष योगदान के लिये एक लाख रूपये का श्री विष्णु कुमार महिला एवं बाल कल्याण पुरस्कार होशंगाबाद के डॉ. यू.के. शुक्ला को प्रदान किया गया। सतना के मास्टर अक्षत झा को बेटियों को बचाने के प्रयासों पर आधारित फिल्म बनाने के लिये सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लिंगानुपात सुधारने के लिये विशेष प्रयास करने और उपलब्धि हासिल करने वाले जिलों के कलेक्टरों और आयुक्तों को भी सम्मानित किया गया । एक लाख रूपये का प्रथम पुरस्कार मुरैना जिले को, 60 हजार रूपये का द्वितीय पुरस्कार ग्वालियर को और 30 हजार रूपये का तृतीय पुरस्कार बालाघाट को दिया गया। 'बेटी बचाओ बेटी-पढ़ाओ' पर सांगीतिक रचना के लिये गुना जिले की सुश्री सुचिता व्यास को भी सम्मानित किया गया। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे. एन. कंसोटिया ने महिलाओं की स्थिति की चर्चा की। आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्री जयश्री कियावत ने आभार माना। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती ललिता यादव और नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 8 March 2017

  कलियासोत पर बने  पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय (स्वशासी) आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जायेगा। अगले वर्ष से यहाँ दो नये पाठ्यक्रम और रिसर्च-लेब शुरू होने के साथ ही चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के लिये ऑडिटोरियम, चिकित्सालय गेट का निर्माण और परिसर का सौंदर्यीकरण, हॉस्पिटल इन्फार्मेशन मेनेजमेंट सिस्टम और NABH अधिमान्यता का प्रावधान भी होगा। यह निर्णय भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु की अध्यक्षता में और प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती शिखा दुबे की उपस्थिति में हुई संस्थान की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया। आगामी वित्तीय वर्ष में चिकित्सालय में ईको कॉर्डियोग्राफी, टीएमटी, स्पेशियालिटी क्लीनिक, पैथालॉजी, माइक्रो बॉयोलॉजी और जाँच आदि की सुविधा भी बढ़ायी जायेगी। कार्यकारिणी समिति ने बीएएमएस और एम.डी. (आयुर्वेद) के शुल्क में वृद्धि की भी अनुशंसा की। क्रेडिट आवर्स पाठ्यक्रम भी शामिल होंगे समिति ने चिकित्सालय के विभिन्न लेब और रिसर्च मद में 15 लाख का प्रावधान करने के साथ अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को 30 क्रेडिट आवर्स के अतिरिक्त पाठ्यक्रमों को भी शामिल करने का निर्णय लिया। अधिक से अधिक लोगों को पंचकर्म का लाभ सुनिश्चित करने के लिये इस विभाग को भी सुसज्जित किया जायेगा। इसके अलावा कक्षाओं का आधुनिकीकरण, हर्बल गार्डन का विकास और आधुनिक उपकरणों की खरीदी भी की जायेगी।

Kolar News

Kolar News 8 March 2017

  भोपाल के आबादी वाले क्षेत्रों से सटी वन सीमा पर तार फेंसिंग का काम एक बार फिर अटक गया है। बजट नहीं होने से विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं। हालांकि, इसके लिए शासन से दो करोड़ रुपए की मांग जरूर की गई है, लेकिन यह नए वित्तीय वर्ष में ही मिल सकेंगे। लिहाजा, काम भी तभी शुरू होगा। ऐसे में बाघों के जंगल से बाहर आने का खतरा बना हुआ है। वन विभाग को यह काम एक महीने पहले शुरू करना था। इसके लिए सर्वे भी कराया जा चुका है। सर्वे में आबादी से सटी वन सीमा का करीब 12 किलोमीटर का हिस्सा खुला मिला है, जहां से आए दिन बाघ बाहर निकलकर मवेशियों का शिकार कर रहे हैं। ज्ञात हो कि पीसीसीएफ मप्र वन और पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने भी बाघों के आबादी तक पहुंचने के संभावित खतरें को देखते हुए वन सीमा को तार फेंसिंग से कवर्ड करने के निर्देश दिए थे। कोलार ,कलियासोत, वाल्मी से लेकर 13 शटर गेट, संस्कार वैली स्कूल और बुलमदर फार्म से सटे जंगल में लगातार बाघिन टी-123 और बाघ टी-121 का मूवमेंट रहा है। यही स्थिति रसूलिया, समसपुरा, खाकरडोल क्षेत्रों की है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने टाइगर टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में कंजरवेटर फॉरेस्ट से बाघों के जंगल से बाहर निकलने को लेकर चिंता जताई थी। तब कंजरवेटर ने बताया था जल्द तार फेंसिंग का काम शुरू करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कंजरवेटर फॉरेस्ट सामान्य वन मंडल  डॉ. एसपी तिवारी ने बताया आबादी से सटी 12किमी की वन सीमा में तार फेंसिंग करना था। सर्वे करा चुके हैं। बजट नहीं होने से काम शुरू नहीं हुआ है। इसके लिए शासन से दो करोड़ रुपए की मांग की है। नए वित्तीय वर्ष में यह राशि मिलेगी, तब काम शुरू होगा।  

Kolar News

Kolar News 7 March 2017

भोपाल में कोलार 45 स्थानों पर करीब 5 से 15 फीसदी तक जमीनों की कीमतें बढ़ना लगभग तय है। सोमवार को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में इस पर निर्णय होने की संभावना है। इसके अलावा लगभग 300 लोकेशन ऐसी हैं, जहां जमीनों की कीमत में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। इनमें नई विकसित कालोनियों के अलावा बीडीए और हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट वाले स्थान भी शामिल हैं। यहां जमीनों के कितने रेट रखे जाएंगे, इसको लेकर भी चर्चा होगी। हालांकि जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि सदस्य विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह का कहना है कि वे जमीन के दाम नहीं बढ़ाने का प्रस्ताव रखेंगे। उप जिला मूल्यांकन समिति की ओर से तैयार किए गए कलेक्टर गाइडलाइन के मसौदे ड्राफ्ट के साथ ही इस बार जमीनों की कीमत की एक तुलनात्मक सूची भी तैयार कराई गई है। मसौदे में जिन 45 स्थानों पर कीमतें बढ़ने का प्रस्ताव रखा है, वहां पिछले सालों की कीमतें, वहां अब तक की गई बढ़ोतरी और उसका कारण दर्ज किया गया है। एक प्रजेंटेशन के जरिए संबंधित सब रजिस्ट्रार इसे समिति के सदस्यों को बताएंगे। जमीनों के दाम में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर अमल होना जनप्रतिनिधि कोटे के सदस्य विधायक सुरेंनाथ सिंह की सहमति और आपत्ति पर अधिक निर्भर करेगा। विधायक का कहना है कि वे आम जनता की ओर से प्रस्ताव रखेंगे कि इस साल जमीनों की रेट कहीं भी न बढ़ाए जाएं, क्योंकि जिले में जमीनों की खरीद फरोख्त बहुत कम हो गई है। नई स्थानों पर जमीनें नहीं बिक रही हैं। केवल वहीं मकान, फ्लैट या प्लॉट बिक रहे हैं, जिनके पहले ही एग्रीमेंट हो गए थे। नई कालोनियों में बुकिंग बंद पड़ी है। इसलिए ऐसी परिस्थिति में कीमतें न बढ़ाना ही बेतहर विकल्प है।

Kolar News

Kolar News 6 March 2017

रामेश्वर शर्मा शिवराज सिंह चैहान जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार और जनता एक दूसरे के पूरक हो चुके हैं क्यों कि सरकार खुद को सरकार नहीं समझकर सेवक के रूप में काम कर रही है ।  सरकार और जनता के बीच एक परिवार जैसा रिश्ता हो गया है ओर यह सब हुआ है शिवराज जी के समर्पण और नेतृत्व के कारण । जनता के सेवक और जन नायक के रूप में आज हमारे मुख्यमंत्री की पहचान प्रदेश के साथ ही देश विदेश में होती है । शिवराज जी के सेवा समर्पण के कारण प्रदेश एक पूरा परिवार बन चुका है । शिवराज जी ने सरकार और जनता के बीच जो सेतू का काम किया है वह प्रशंसनीय ओर अनुकरणीय बन चुका है । वे कहीं मामा बन जाते हैं, कहीं श्रवण कुमार बन जाते हैं, कहीं बच्चियों के पालक बन जाते हैं तो कहीं भागीरथी प्रयासों से किसान की उन्नति के लिये खुद को झोंक देते हैं । वे सहज और सरल ही नहीं बल्कि उनमें मानवता कूट कूट कर भरी हुई ।  शिवराज जी पंडित दीनदयाल जी के बताये हुए मार्ग पर चलकर जनता की सेवा कर रहे हैं । शिवराज जी के कुशल नेतृत्व में आज कृषि के क्षेत्र में हम देश में अव्वल बनते जा रहे हैं । बीमारू राज्य से हम प्रगति और उन्नतिशील प्रदेश की श्रेणी में आ चुके हैं । उद्योग जगत का आकर्षण भी प्रदेश में बढ़ रहा है, प्रदेश में उद्योग खुल रहे हैं युवाओं को रोजगार मिल रहा है, आई.टी. और मेडिकल के क्षेत्र में हम प्रगति कर रहे हैं प्रदेश के कर्मचारी वर्ग के साथ ही हर वर्ग का ध्यान रखा जाता है।6 यह हमार सौभाग्य है कि हमें ऐसा मुखिया शिवराज सिंह चैहान के रूप में मिला है जो जनता की पीड़ा समझता है । माननीय मुख्यमंत्री  को और प्रदेश की जनता व हुजूर के मेरे पूरे परिवार को मुख्यमंत्री जी के जन्म दिन की अनंत शुभकामनाएं , मैं और मेरा पूरा परिवार उनकी दीघार्यु एवं स्वस्थ जीवन की कामना-प्रार्थना  करते हैं । [ लेखक रामेश्वर शर्मा मध्यप्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष और हुजूर से  विधायक हैं ]  

Kolar News

Kolar News 5 March 2017

कोलार के किड्जी स्कूल में तीन साल की बच्ची के साथ स्कूल संचालक अनुतोष प्रताप सिंह द्वारा दुष्कृत्य किए जाने के मामले में मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान ले लिया है। आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा ने इस मामले में भोपाल पुलिस अधीक्षक से घटना की पूरी रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने पुलिस से पूछा है कि घटना कब हुई और एफआईआर कब दर्ज की गई। मामले में आरोपी के खिलाफ कौन-कौन सी धाराएं लगाई गईं हैं।

Kolar News

Kolar News 4 March 2017

पुलिस के पास जो सीसीटीवी फुटेज हैं वह स्कूल ने कराए थे उपलब्ध तीन साल की मासूम के साथ ज्यादती के आरोपी के जेल जाने के बाद पुलिस अब साक्ष्य जुटाने में लग गई है। पुलिस ने बच्ची की अतिसंवेदनशील अंग के आसपास के स्थान के कुछ नमूने मेडिकल जांच के लिए भेजे हैं। इसकी रिपोर्ट के आने के बाद नौबत आई तो आरोपी का डीएनए भी करा सकती है, फिलहाल, पुलिस अफसर ऐसी ही बात कह रहे हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज देख लिए हैं, पुलिस को फुटेज में घटना से संबंधित कुछ भी नहीं मिल पाया है। हालांकि, स्कूल के किचन को सीसीटीवी के दायरे से बाहर रखा गया था। गौरतलब है कि किड्जी स्कूल गिरधर परिसर के संचालक अनुतोष प्रताप सिंह पर अपने ही स्कूल की तीन साल की मासूम की छात्रा के साथ ज्यादती के आरोप लगाने के बाद उनको पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया था। जहां बुधवार को कोर्ट में पुलिस द्वारा उनकी रिमांड न मांगने के बाद 14 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया था। अब पुलिस को आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जमा करने हैं। इसके लिए क्राइम ब्रांच जांच में जुट गई है। जांच के दौरान पीएचक्यू के निर्देश के बाद बच्चों से पूछताछ के दौरान सभी नियमों को फॉलो किया जा रहा हैं । तीन साल की मासूम के मामले में आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जमा करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम को पीएचक्यू की गाइडलाइन फॉलो करनी पड़ रही है। महिला एएसपी रश्मि मिश्रा और एसआई वंदना सिंह को सिविल ड्रेस में पीड़िता के घर और स्कूल में जाकर जांच करना पड़ रही है। पुलिस के यह दोनों अफसर पूछताछ के लिए मासूम और उसकी मां को अब थाने नहीं बुला सकती हैं। उनको सिविल ड्रेस में रहकर मासूम से पूछताछ करेंगी। पुलिस मासूम और उनकी मां के बयानों के लिए 164 के तहत दोनों के बयान दोबारा दर्ज करवाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए दोनों के बयान कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज होंगे। इन बयान पर आरोपी के खिलाफ तैयार केस में दारोमदार रहेगा। इसके लिए दोनों के बयानों के दौरान क्राइम ब्रांच के अफ सर शामिल रहेंगे। पूरी जांच पीएचक्यू में तैनात एक एडीजी रैंक की महिला अफसर की मॉनिटरिंग में हो रही है। मासूम की घटना के बाद पुलिस ने मेडिकल करवाने में विलंब किया गया था। उसके बाद भी मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची के अतिसंवेदनशील अंग में चोट होने की पुष्टि के बाद आरोपी के खिलाफ के रजिस्ट्रर्ड किया गया था। पुलिस को मासूम के शरीर के अतिसंवेदनशील अंग के आसपास के कुछ नमूने लेकर जांच के लिए मेडिकल लैब में भेजे हैं। उस रिपोर्ट में पॉजिटिव आने के बाद आरोपी का डीएनए कराने या न कराने पर फैसला लिया जाएगा। पुलिस को किड्जी स्कूल के सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कोई खास मदद नहीं मिल पा रही है। पुलिस को दस दिन के फुटेज उपलब्ध करवाए गए हैं। क्राइम ब्रांच सौंपे गए सीसीटीवी फुटेज स्कूल संचालक की ओर से उपलब्ध करवाए गए थे। कोलार पुलिस ने अपने स्तर पर सीसीटीवी फुटेज जब्त करने की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। सीसीटीवी में घटना क्राइम ब्रांच को आरोपी के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिल पा रहे हैं। एडीजी महिला सेल अरूणा मोहन राव के निर्देश के बाद जिला पुलिस ने कोलार के पूर्व उपनिरीक्षक थाना प्रभारी गौरव बुंदेला के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पीड़िता की मां की शिकायत पर तत्काल सुनवाई नहीं की है। गौरतलब है कि उनको मंगलवार रात आईजी के निर्देश के बाद तत्काल प्रभाव से लाइल अटैच कर दिया गया था।

Kolar News

Kolar News 3 March 2017

कोलार के गिरधर परिसर स्थित प्ले स्कूल किड्जी  में नर्सरी में पढ़ने वाली तीन साल की मासूम छात्रा से ज्यादती मामले में  रिटायर्ड सत्र न्यायाधीश रेणु शर्मा ने कहा बच्ची की मां का बयान सबसे महत्वपूर्ण है। उनकी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की गई। बच्ची का मेडिकल तुरंत नहीं कराना गंभीर चूक है। पूरे मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। चार दिन बाद पुलिस रिमांड लेकर कुछ नहीं निकलेगा। मामले की निष्पक्ष जांच स्वतंत्र एजेंसी द्वारा कराए जाने के आदेश होने चाहिए। इस मामले में पुलिस की कार्य प्रणाली अब भी संदेह के घेरे में है। आरोपी को पुलिस को रिमांड पर लेना चाहिए था लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया।  रिमांड मांगे जाने पर आरोपी को घटनास्थल पर ले जाया जाना था। जिस किचिन में ज्यादती की गई उसमें रखा सामान जब्त करना, फिंगर प्रिंट लिए जाने थे। बच्ची के कपड़े जब्त किए जाने थे। आरोपी की पहचान के लिए पुलिस रिमांड जरूरी था। ज्यूडिशियल रिमांड (जेआर)-पुलिस ज्यूडिशियल कस्टडी तब मांगती है जब उसे आरोपी से कोई पूछताछ, मेमोरेंडम अथवा जब्ती नहीं करनी हो। इस मामले में पुलिस की मंशा साफ दिखती है कि आरोपी को जेल भेजने से मामला ठंडा हो जाएगा। पुलिस को मामला कमजोर करने का मौका मिलेगा। बुधवार को पुलिस ने आरोपी को इस तरह न्यायालय में पेश किया कि वकीलों तक को इसकी भनक नहीं लग पाई। पुलिस को आरोपी के न्यायालय में पीटे जाने की आशंका थी। आरोपी ने पूछताछ में अपने पर लगे आरोपों को भी नकार दिया है। हालांकि क्राइम ब्रांच ने अपने स्तर पर मामले की नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो बच्ची घटना से इतनी सहम गई है कि कुछ बोल भी नहीं पा रही है। वह घटना के बारे में ज्यादा कुछ तो नहीं बता पा रही, लेकिन इशारे में इतना कहती है कि अंकल गंदे हैं। वह बार-बार एक ही बात दोहराती रहती है। पुलिस को उससे इस एक सवाल का जवाब लेने में मंगलवार को 4 घंटे लग गए। यहां किड्जी स्कूल को फ्रेंचाईसी देने वाली किड्जी के प्रबंधन ने अनुतोष के खिलाफ पुलिस में कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 

Kolar News

Kolar News 2 March 2017

कोलार इलाके के गिरधर कैंपस स्थित नामी प्ले स्कूल किड्जी में तीन साल की मासूम के साथ सेक्सुअल हैरासमेंट के आरोपी एपी सिंह को कोर्ट ने 14 दिन की ज्युडिशियल रिमांड पर भेज दिया । बुधवार को एडीजे गिरी बाला की कोर्ट में आरोपी को पेश किया गया था। इधर सूत्रों ने बताया आरोपी को गिरफ्तारी के बाद से पुलिस vip ट्रीटमेंट दे रही थी। पीड़ित परिवार का आरोप है पुलिस के कुछ आला अधिकारी विवेचना को कमजोर करने के लिए सबूत नष्ट कर रहे हैं  पीड़ित बच्ची के नाना ने आरोप लगाया था कि गिरफ्तारी में देरी इसलिए हुई क्योंकि आरोपी और कोलार TI गौरव सिंह बुंदेला के बीच अच्छी दोस्ती है। आरोपों के बाद IG के निर्देश पर एसपी ने TI को देर रात लाइन अटैच करने के आदेश जारी कर दिए। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। FIR दर्ज होने के दो दिन बाद मंगलवार दोपहर बच्ची की फैमिली पुलिस हेडक्वार्टर पहुंची और डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला से कोलार पुलिस की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि कोलार TI बुंदेला ने FIR दर्ज करने में तीन दिन लगा दिए। आरोपी को हिरासत में लेने के बजाए वे हमें ही समझाते रहे।,इन आरोपों को सुनने के बाद डीजीपी ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने के आदेश दिए। अब इस मामले में कोलार पुलिस द्वारा बरती गई लापरवाही की जांच भी होगी। इसकी मॉनिटरिंग का जिम्मा एएसपी क्राइम ब्रांच रश्मि मिश्रा को सौंपा गया। एसपी साउथ सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक बच्ची के बयान के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपी एपी सिंह को गिरफ्तार किया । स्कूल की फ्रेंचाइजी हुई सस्पेंड स्कूल मैनेजमेंट के वकील सचिन वर्मा ने बताया कि स्कूल की फ्रेंचाइजी सस्पेंड कर दी गई है। उनके नए एडमिशन पर भी रोक लगा दी गई है। मैनेजमेंट ऐसे शख्स को कंटीन्यू नहीं कर सकता। एग्रीमेंट ही इस आधार पर हुआ था कि अगर आपके कैंपस में कोई क्राइम होता है या आप उसमें शामिल होते हैं तो एग्रीमेंट सस्पेंड कर दिया जाएगा। स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से इसकी लिखित जानकारी कोलार थाने में दे दी गई है।  

Kolar News

Kolar News 1 March 2017

किड जी प्ले स्कूल में तीन साल की बच्ची के  यौन शोषण का मामला   कोलार के गिरधर परिसर में किड जी गु्रप के प्ले स्कूल में तीन साल की मासूम के साथ यौन शोषण करने में पुलिस अब पूरे मामले में अब लीपापोती करने में जुट गई है। पहले दो दिन तक पीड़िता की मां अपनी बेटी को लेकर थाने के चक्कर लगाती रही। बताया जाता है कि आरोपी युवक और कोलार थाना प्रभारी गौरव बुंदेला बेहद करीबी हैं। इनकी फोटो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गई है। प्ले स्कूल की संचालिका  और आरोपी की पत्नी हिमानी सिंह ने आज भी दोहराया कि उनके पति एपी सिंह बेकसूर हैं। हमने फुटेज पुलिस को सौंप दिए हैं। ज्ञात हो कि अनुतोष प्रताप सिंह पर पुलिस ने तीन साल की मासूम से ज्यादती करने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में मासूम का मेडिकल भी कराया गया था, जिसमें उसके साथ शोषण होने की बात की भी पुष्टि हो चुकी है।हालांकि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है कि अनुतोष प्रताप सिंह ने ही यह कृत्य किया।  सूत्रों ने बताया कि दो दिन तक पीड़िता की मां थाने में प्रकरण दर्ज कराने के लिए चक्कर काटती रही, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। कल दोपहर जब वह एसपी साउथ सिद्दार्थ बहुगुणा के पास पहुंची, तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज हो पाई। TI से घनिष्ठ संबंध, वॉयरल हुई फोटो कोलार थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला और आरोपी एपी सिंह आपस में बेहद करीबी दोस्त हैं। दोनों के परिवारों का एक-दूसरे के घर आना-जाना है। दोनों के परिवारों की फोटो सोशल मीडिया पर वॉयरल भी हो गई है। पुलिस अफसर खंगालेंगे CCTV फुटेज एसपी साउथ सिद्दार्थ बहुगुणा ने बताया कि स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज हमें मिल गए हैं। दोपहर बाद अधिकारियों की मौजूदगी में फुटेज खंगाले जाएंगे। फुटेज में सबूत मिलते ही आरोपी एपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, साथ ही पुलिस आरोपी के खिलाफ सबूत जुटाने का काम कर रही है। पुलिस यह  भी पता लगाएगी की कहीं ऐसे अन्य मामले तो नहीं है। पहले सुधेश नपे, अब बुंदेला पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई कोलार थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी सुधेश तिवारी को रेप के मामले में देर से एफआईआर दर्ज करने के मामले में लापरवाही बरतने पर हटा दिया गया था। इसको लेकर कोलार के रहवासियों ने प्रदर्शन भी किया था। इसी के चलते सुधेश तिवारी को थाने की कमान नहीं मिल रही थी। हालांकि बाद में उन्हें छोला थाने का प्रभारी सौंप दिया गया था। अब जब कोलार के थाना प्रभारी गौरव बुंदेला ने मामले में लीपापोती की तो उन्हें हटाने की हिम्मत कोई भी अधिकारी नहीं कर पा रहा।[प्रदेश टुडे से ]

Kolar News

Kolar News 28 February 2017

  दो दशक बाद  बाद एमपी  की 2500 से ज्यादा अवैध कॉलोनियों के वैध होने का रास्ता साफ हो गया है।इसमें कोलार की भी पचास से ज्यादा अवैध कॉलोनियां  वैध हो जाएंगी , प्रदेश सरकार ने नियमतिकरण के लिए कॉलोनी की विकास लागत में चार बड़ी छूट देने का प्रावधान किया है। अब कुल विकास लागत में न तो वाटर सप्लाई, सीवेज नेटवर्क और बिजली लाइनों को जोड़ा जाएगा और न ही लोगों से इनके कनेक्शन के लिए भी कोई अतिरिक्त शुल्क वसूला जाएगा। इसके बाद बची विकास राशि में भी महज 20 प्रतिशत रकम लोगों को जमा करनी होगी। यदि सांसद या विधायक निधि मिल जाती है तो यह राशि और कम हो जाएगी।हालांकि यह कॉलोनियां 31 दिसंबर 2012 से पहले की होना चाहिए। सरकार ने नियमतिकरण के लिए तीन महीने की मियाद भी तय की है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने मप्र नगरपालिक (कॉलोनाइजर का रजिस्ट्रेशन) नियम 1998 में संशोधन प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर मंत्री माया सिंह के पास भेज दिया है। अब इसी हफ्ते नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। इसके तहत कॉलोनी के ओपन स्पेस की दुगनी रकम लोगों की बजाय बिल्डर को जमा करनी होगी। इसमें कॉलोनाइजर्स को नई कॉलोनी बनाने के लिए भी ढाई लाख रुपए तक का अनुमति शुल्क और 50 हजार स्र्पए रजिस्ट्रेशन शुल्क लेने का भी प्रावधान रखा गया है। 80 प्रतिशत रकम निगम देंगे,टैक्स की रकम भी जुड़ेगी - कॉलोनी में विकास के लिए बाकी 80 प्रतिशत रकम नगरीय निकाय देंगे। इसकी भरपाई के लिए संबंधित कॉलोनी के लोगों से वसूला गया या वसूला जाने वाला संपत्ति कर,बिल्डिंग परमिशन शुल्क और अवैध निर्माण की जुर्माना राशि का उपयोग होगा। साथ ही केंद्र व राज्य शासन की योजनाएं अमृत और सीएम इंफ्रास्ट्रक्चर आदि से भी काम हो सकेंगे। रियायत सिर्फ 70 प्रतिशत प्लॉट 1 हजार वर्ग फीट तक वाली कॉलोनियों में- ऐसी कॉलोनियों जिनमें 70 प्रतिशत से ज्यादा प्लॉट एक हजार वर्गफीट से कम आकार वाले हैं,उनमें ही रहवासियों को 20 प्रतिशत विकास राशि देने की छूट मिलेगी। बाकी कॉलोनियों में पहले की तरह 50 प्रतिशत रकम रहवासियों को चुकानी होगी। पहले 37500 रुपए चुकाने होते थे- अभी तक विकास राशि की गणना में सड़क,पानी,सीवेज,नाली,बिजली समेत 13 चीजें जोड़ी जाती थीं। इससे कॉलोनी की कुल विकास राशि 150 रुपए प्रति वर्गफीट तक आती थी। यानी यदि किसी के पास 500 वर्गफीट का प्लॉट है तो उसकी विकास राशि 75 हजार रुपए होती थी। इसकी 50 प्रतिशत रकम यानी 37500 रुपए लोगों को नगर निगम को चुकाने होते थे। अब 12 हजार रुपए देने होंगे - अब बिजली,पानी व सीवेज की गणना न होने से यह रकम 60 रुपए प्रति वर्गफीट रह जाएगी। 500 वर्गफीट के प्लॉट में 30 हजार रुपए की विकास राशि होगी। अब कुल विकास राशि का 20 प्रतिशत यानी महज 12 हजार रुपए लोगों को देना होगा। यदि सांसद-विधायक निधि मिल गई तो यह राशि और कम हो जाएगी। संशोधन प्रस्ताव में यह प्रावधान भी रखा गया है कि बिल्डर ने कॉलोनी में तय मानकों पर ओपन स्पेस नहीं छोड़ा है तो उससे इसकी बाजार कीमत से दोगुनी रकम वसूली जाएगी। इसके लिए उसकी संपत्ति को नीलाम किया जाएगा। साथ ही उस पर सात साल की सजा का भी केस चलेगा। हालांकि यह प्रक्रिया कॉलोनी के नियमतिकरण में बाधा नहीं बनेगी। अवैध कॉलोनियों को वैध करने से इनमें विकास का रास्ता खुल जाएगा। यहां बड़ी मात्रा में केंद्र और राज्य सरकार का फंड आएगा। लोगों को बिल्डिंग परमिशन,होम लोन और नामांतरण आदि में दिक्कत नहीं आएगी। जिन कॉलोनियों में कुल प्लॉट के 10 प्रतिशत पर मकान बने हैं तो नगर निगम कमिश्नर नियमतिकरण की सार्वजनिक सूचना जारी करेगा। इसके बाद 30 दिन के भीतर कॉलोनी के विकास का एस्टीमेट और लेआउट बनाना होगा। अगले 15 दिन में लोगों से सुझाव मांगकर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद तीन महीने के भीतर विकास राशि जमा करवाकर कॉलोनी नियमतिकरण का नोटिफिकेशन जारी होगा। नई कॉलोनी बनाने के लिए अब 5 हजार की बजाय 50 हजार रुपए का रजिस्ट्रेशन शुल्क और नवीनीकरण शुल्क 25 हजार रुपए होगा। बिल्डर को रजिस्ट्रेशन के लिए पुलिस वैरिफिकेशन का इंतजार नहीं करना होगा। वह सिर्फ वचन पत्र देगा। नगर निगम में कॉलोनी का अनुमति शुल्क 10 हजार रुपए की बजाय ढाई लाख रुपए होगा । अनुमति के लिए सभी संबंधित विभागों के लिए 45 दिन की डेडलाइन भी तय कर दी गई है।  

Kolar News

Kolar News 27 February 2017

  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आव्हान किया है कि नर्मदा सेवा समिति संस्कार के प्रसार का केन्द्र बनें। नशामुक्त, शिक्षित, बेटी बचाने, माँ नर्मदा जल को स्वच्छ बनाने, उसके प्रवाह को बढ़ाने के लिए वृक्ष लगाने और उनके संरक्षण को संकल्पित समाज निर्माण में सहयोग करें। श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में नर्मदा सेवा यात्रा के सीहोर जिले में प्रवास के दौरान जन-भागीदारी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा अनुभवों का उल्लेख करते हुए स्थानीय जन-समुदाय से यात्रा को मिल रहे अदभुत सहयोग के बारे में बताया। उन्होंने सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधियों को कहा कि यात्रा के सीहोर प्रवास के दौरान जनांदोलन का अदभुत उदाहरण प्रस्तुत करें। हर पंचायत, गाँव और व्यक्ति का यात्रा में योगदान हो। चाहे वह सांस्कृतिक कार्यक्रम में, खेलकूद के आयोजन में अथवा आस्था और श्रद्धा की सामुदायिक सहभागिता के रूप में हो। उन्होंने कहा बिना किसी आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक भेदभाव के सेवा समितियों में सभी जुड़े। सभी को सम्मानपूर्वक यात्रा में आमंत्रित किया जाए। उन्होंने सीहोर में यात्रा के 9 दिवसीय प्रवास के दौरान रात्रि विश्राम यात्रा के साथ करने की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा नदी संरक्षण का विश्व में अनूठा प्रयास है। विश्व की किसी भी नदी के संरक्षण के लिए इतनी विशाल जनसंख्या संरक्षण प्रयासों में सहभागी नहीं बनी है। लोग यात्रा से भावनात्मक रूप में जुड़ रहे हैं। पूरे हृदय के साथ माँ नर्मदा की सेवा के लिये आगे आ रहे हैं। आमजन, किसान, साधु-संत सभी माँ के प्रति अगाध श्रद्धा और आस्था को प्रगट कर रहे हैं। किसान वृक्ष लगाने के लिए संकल्प पत्र भर रहे हैं। विशाल भंडारों का आयोजन जन-सहयोग से हो रहा है। साधु-संत भी पूजन विधियों में बदलाव की बात करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। प्रदेश की 30 प्रतिशत आबादी को पेयजल और 50 प्रतिशत को सिंचाई सुविधा माँ नर्मदा से मिलेगी। इसलिये नर्मदा जल प्रवाह को बढ़ाना आवश्यक है। जनता के प्रयासों में सरकार का सक्रिय सहयोग है। नदी संरक्षण के आवश्यक कार्यों का निर्धारण विषय-विशेषज्ञों के साथ चर्चा से किया गया है। पेड़ लगाने में भी सरकार सहयोग कर रही है। जल की स्वच्छता के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम, विसर्जन कुण्ड बनवाए जा रहे हैं। अमृत जल दायिनी नर्मदा में मल-मूत्र अब नहीं मिलेगा। नगरों का सारा गंदा जल पाइपों के माध्यम से नगर के बाहर ले जाया जायेगा। वहाँ पर ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे, जो जल को स्वच्छ कर खेती के लिए उपलब्ध करवाएंगे। जिला प्रभारी, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने कहा कि हर-हर नर्मदे, घर-घर नर्मदे का संदेश सर्वत्र प्रसारित हो। यात्रा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली समितियों और पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा। यात्रा के सीहोर जिले में आगमन 19 मार्च और प्रस्थान 28 मार्च तक जन-सहभागिता से होने वाले आयोजनों की रूपरेखा की जानकारी मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रघुनाथ भाटी ने दी। कार्यक्रम को अध्यक्ष खनिज विकास निगम श्री शिव चौबे ने भी संबोधित किया। यात्रा के दौरान प्रशासनिक प्रबंधों की जानकारी कलेक्टर ने दी। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री अजातशत्रु और सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 26 February 2017

केरवा, कोलार, कलियासोत में अगले माह सर्वे केरवा, कोलार ,रातापानी और कलियासोत के जंगलों में घूमने वाले बाघों की सुरक्षित बसाहट को बनाने के लिए वन विभाग द्वारा रातापानी में  पांच करोड़ की लागत से घास के जंगल बनाने अगले महीने सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे में यह स्पष्ट किया जाएगा कि कितनी जगह जंगल बनाने के लिए ली जानी है और उसको किस तरह से संरक्षित किया जाएगा। इस क्षेत्र को  पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा और जंगलों में होने वाले निर्माण कार्यों पर रोका जाएगा। क्षेत्र में हुए निर्माण को भी चिन्हित कर उसको हटाने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।  रातापानी में 59 बाघ, 100 तेंदुए और 150 से ज्यादा भालू हैं जिनको शिकारियों से बचाने के लिए उनका अलग से जंगल विकसित करने की योजना है।  बाघ सहित अन्य जानवरों की सुरक्षा के लिए घास के जंगल विकसित होंगे। पानी और सुरक्षा का प्रबंध होगा। स्टाफ को वन्यप्राणियों की देखरेख के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। गश्ती दल व वाहन बढ़ेंगे। वन्यप्राणियों को लेकर लोगों को जागरुक किया जाएगा। डिवीजन की जिम्मेदारी ऐसे अफसर को सौंपी जाएगी, जो वन्यप्राणी प्रबंधन में दक्ष हो। इनकी रेग्युलर वॉचिंग भी की जाएगी। टाइगर के मूवमेंट के लिए बाघों के कॉरीडोर वाले क्षेत्र को चिन्हित कर वहां पर 11 किलोमीटर की फेंसिंग करने का प्रस्ताव वन विभाग ने बनाया है। इसके लिए भोपाल से लेकर रायसेन, औबेदुल्लागंज, सागर और मंडला तक के लैंडस्कैप की उस जगह पर फोकस किया जाएगा जहां से बाघों का मूवमेंट शहर की ओर बढ़ता है।   केरवा-कलियासोत के आसपास का जंगली क्षेत्र ऐसा हैं, जहां बाघ आते हैं। बाघ पानी की तलाश में रिहायशी क्षेत्र से लगे तालाब में न जाएं, इसके लिए वन क्षेत्र में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। इन तालाबों की प्रोपर वॉचिंग की जाती है, जिससे यह पता चल सके कि कौन सा तालाब सूख रहा है और कौन सा नहीं।

Kolar News

Kolar News 25 February 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने महाशिवरात्रि के पर्व पर आज बढ़वाले महादेव मंदिर में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने भगवान भोले शंकर और माँ भगवती से प्रदेश की जनता पर उनकी कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करने की कामना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह महापौर आलोक शर्मा और विधायक रामेश्वर शर्मा ने शिव बारात के रथ को भी खींचा ।  मुख्यमंत्री  चौहान ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि सबके जीवन में सुख-समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि आये। सब सन्मार्ग पर चले। सबको सदबुद्धि और अच्छा काम करने की प्रेरणा मिले। प्रकृति, सृष्टि, दृ‍ष्टि और समृष्टि सहित सबके लिये बेहतर से बेहतर काम कर सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बढ़वाले महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना, आरती और अभिषेक किया। इसके बाद भगवान शिव के रथ को खींचकर शिव बारात चल समारोह प्रारंभ किया। महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और बड़ी संख्या में श्रृद्धालु उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 24 February 2017

राजस्व मंत्री  उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि एडवेंचर स्पोर्टस की गतिविधियाँ पूरे वर्ष करने की योजना बनाई जाये। मंत्री श्री गुप्ता ने आज कलियासोत प्रांगण में भोज एडवेंचर फेस्ट के सातवें संस्करण का शुभारंभ किया। सभापति नगर निगम  सुरजीत सिंह चौहान भी मौजूद थे। मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि कलियासोत प्रांगण और इसके आसपास लेक, पहाड़ी जैसी एडवेंचर स्पोर्टस के अनुकूल टोपोग्राफी के विकास की कार्य-योजना तैयार की जाये। एडवेंचर स्पोर्टस साल में एक बार कुछ दिन नहीं बल्कि कुछ न कुछ गतिविधियाँ वर्ष भर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मई माह में कलियासोत प्रांगण में मेला आयोजित करने की नगर निगम की योजना है। कलेक्टर एवं बीटीपीसी चेयरमेन  निशांत वरवड़े ने सातवें संस्करण की गतिविधियों की जानकारी दी। शुभारंभ के पहले श्री अखिलेश और साथियों ने मध्यप्रदेश गान और डॉ. सुधा दीक्षित ने समूह के साथ सितार वादन की प्रस्तुति दी। अंत में अतिथियों ने एडवेंचर स्पोर्टस का आनंद लिया।

Kolar News

Kolar News 23 February 2017

मोदी की मुख्य सचिवों से प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने आज 'प्रगति'' वीडियो कॉन्फ्रेंस में राज्यों के मुख्य सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न विषय पर चर्चा की। वीडियो कॉन्फ्रेंस में मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा करते हुए मुख्य सचिवों से कहा कि राज्यों और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को घर मिल सके, इसके लिये राज्यों में मॉनीटरिंग की व्यवस्था की जाये। सभी राज्य नई टेक्नालॉजी का इस्तेमाल करें, जिससे क्वालिटी ऑफ लाइफ में बदलाव आ सके।  

Kolar News

Kolar News 22 February 2017

लॉन्‍च के 170 दिनों के भीतर दस करोड़ से ज्यादा ग्राहक जुटाकर रिकॉर्ड बनाने वाली रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों के लिए कुछ नई सुविधाओं की घोषणा की है। इसके तहत अप्रैल से जियो के ग्राहकों को 20 फीसद अतिरिक्त डाटा इस्तेमाल की सहूलियत प्राप्त होगी। कंपनी ने पहली अप्रैल से 303 रुपये के मासिक शुल्क वाला नया ऑफर पेश किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मुंबई में इसका एलान किया। अंबानी ने कहा कि 31 मार्च को प्रमोशनल ऑफर समाप्त होने के बाद भी जियो के नए ग्राहकों को फ्री वॉइस कॉल और नेशनल रोमिंग की सुविधा मिलेगी। जबकि मौजूदा ग्राहक नए टैरिफ प्लान के तहत 99 रुपये के एकमुश्त तथा 303 रुपये के मासिक भुगतान पर वे सारे मौजूदा लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जो अभी उन्हें मिलते हैं। जियो ने पिछले साल पांच सितंबर को अपनी 4जी सेवाएं शुरू की थीं। तब से अब तक छह माह से कम समय में ही कंपनी ने 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया है। जियो का हैप्पी न्यू ईयर ऑफर 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। इसी के साथ कंपनी एक अप्रैल से वह नए टैरिफ प्लान लागू करने जा रही है। इसके बावजूद एसटीडी समेत किसी भी नेटवर्क के लिए की जाने वाली सभी घरेलू वॉयस कॉल पूरी तरह मुफ्त रहेंगी। जहां तक डाटा का संबंध है तो जियो किसी भी टेलीकॉम आपरेटर के सर्वाधिक लोकप्रिय टैरिफ ऑफर से भी सस्ता प्लान मुहैया कराएगी। साथ ही, उस पर 20 फीसद अतिरिक्त डाटा उपलब्ध कराएगी।  अंबानी ने अपने मौजूदा 10 करोड़ ग्राहकों के लिए जियो प्राइम मेंबरशिप प्रोग्राम की घोषणा भी की। कोई भी ग्राहक मात्र 99 रुपये का एकमुश्त भुगतान कर इसमें अपना नाम दर्ज करा सकता है। इसके तहत मात्र 303 रुपये का मासिक भुगतान कर मार्च, 2018 तक मौजूदा सभी रियायतें व लाभ प्राप्त कर सकता है।  "बीते 170 दिनो के दौरान जियो ने हर सेकंड में सात नए ग्राहक जोड़े। यह दुनिया में किसी भी टेलीकॉम कंपनी द्वारा हासिल ग्राहकों का उच्चतम स्तर है। इस दौरान ग्राहकों ने 200 करोड़ मिनट वॉयस एवं वीडियो कॉल्स तथा 100 करोड़ जीबी (रोजाना 3.3 करोड़ जीबी) से अधिक डाटा की खपत की। इसके साथ मोबाइल डाटा उपयोग के मामले में भारत दुनिया का नंबर एक देश बन गया है। अकेले जियो पर प्रयुक्त होने वाला डाटा अमेरिका में इस्तेमाल कुल डाटा के लगभग बराबर है। जबकि चीन में प्रयुक्त डाटा के आधे से अधिक है।" भारतीयों को सस्ती दर पर 4जी इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग सेवाएं देने के लिए जियो ने देशभर में करीब तीन लाख किमी ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछायी। यह एकमात्र ऐसी टेलीकॉम कंपनी है, जिसके पास देश के सभी 22 सर्किलों में 4जी स्पेक्ट्रम मौजूद है। इसी का नतीजा है कि जितने उपभोक्ता बनाने में एयरटेल को 12 साल और आइडिया व वोडाफोन को 13-13 साल लगे, उतने ग्राहक जियो ने केवल छह महीने में बना लिए।

Kolar News

Kolar News 21 February 2017

विधायक रामेश्वर शर्मा सिर्फ धमकी देते हैं, लेकिन अधिकारियों से एक भी काम व फैसले आम जनता के हक में नहीं करा पाते। फिर चाहे वह स्लाटर हाउस को हुजूर क्षेत्र में शिफ्ट नहीं करनी की अधिकारिायें को दी गई धमकी हो या फिर हाल ही में कोलार के कजलीखेड़ा में बसों का सात दिन में संचालन नहीं होने पर चक्काजाम की धमकी। इसके अलावा गेहूंखेड़ा में हाट बाजार और बेनजीर कॉलेज जल्द बनाने के लिए अधिकारियों को फटकार लगाने का मामला हो। विधायक न तो जनता के हित में फैसला करवा पाए और न ही विकास कार्यों को तय समयावधि में पूरा करा सके। दरअसल आम जनता को दिखाने के लिए विधायक संबंधित अधिकारियों को धमकी तो दे देते हैं,लेकिन काम समय पर नहीं होने पर पलट भी जाते हैं। पिछले दो सालों से विधायक अपनी ही बात से मुकर रहे हैं। कजलीखेड़ा तक बसों का संचालन का मामला पहलेः करीब बारह दिन पहले कजीखेड़ा तक लो फ्लोर बसों के ट्रायल हुआ था। विधायक ने सफर कर बीसीएलएल के अधिकारियों से धमकी दी यदि एक सप्ताह में बसें नहीं चलीं तो चक्काजाम करेंगे। अबः यदि इस महीने कजलीखेड़ा से फंदा तक बसों का संचालन नहीं हुआ तो खुद ही बसों को खरीदकर चलवाएंगे। आम जनता को लो फ्लोर बसों की सुविधा दी जाएगी। स्लाटर हाउस पहलेः मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं खुलने दूंगा कत्लखाना। जो लोग मांस खाते हैं, वो अपने यहां ही खोलें कत्लखाना। विधायक ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर कलेक्टर को शिकायती पत्र भी दिया था। अबःहुजूर क्षेत्र में आने वाले आदमपुर छावानी में स्लाटर हाउस का शिफ्ट होना तय हो चुका हैं। अब विधायक कह रहे हैं कि जमीन दी गई है। मेरा कोई-लेना नहीं है। हाट बाजार पहलेः डेढ़ साल पहले नगर निगम अधिकारियों से कड़े शब्दों में कहा गेहूंखेड़ा में स्थाई हाट बाजार एक साल में बन जाना चाहिए। अबःहाट बाजार की राशि गायब हो गई। नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। बेनजीर कॉलेज पहलेः28 जनवरी 2016 बेनजीर कॉलेज के भूमिपूजन कार्यक्रम में सीपीए के अधीक्षण यंत्री जवाहर सिंह को खड़े करवाकर रहवासियों के सामने कड़े शब्दों में बोले छह महीने में क्लास लगने लायक कॉलेज भवन बन जाना चाहिए। दवाब के चलते जवाहर सिंह को झूठ ही बोलना पड़ा कि छह महीने में बना देंगे। अबःएक साल बाद भी क्लास लगने लायक बेनजीर कॉलेज नहीं बना। अभी निर्माण कार्य जारी। अब विधायक कह रहे जुलाई-अगस्त तक सत्र शुरू करा दूंगा। असर बेनजीर कॉलेज की शिफ्िटग नहीं हो रही, जिससे छात्रों को सुविधा नहीं मिल रही।

Kolar News

Kolar News 20 February 2017

मध्यप्रदेश में उजाला योजना के बेहतर क्रियान्वयन के फलस्वरूप अब तक एक करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब का वितरण हो चुका है। प्रदेश में उजाला योजना गत वर्ष 30 अप्रैल को शुरू हुई थी। राज्य में प्रतिमाह औसतन 12 लाख 50 हजार 320 एलईडी बल्ब वितरित किये रहे हैं। इस प्रकार मध्यप्रदेश की स्थिति पूरे देश में दूसरे स्थान पर है। ट्यूबलाइट और पंखों का भी वितरण एक करोड़ एलईडी बल्ब के वितरण से सालाना 1825 मिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। साथ ही उपभोक्ताओं के बिजली बिल में सालाना 1095 करोड़ रुपये की कमी आयेगी। प्रदेश में तीन माह पूर्व 20 वॉट की एलईडी ट्यूबलाइट और 5 स्टार रेकिंग पंखों का वितरण प्रारंभ किया गया था। पंखे की कीमत 1150 रुपये है, जो बाजार दर से आधी कीमत पर है। अब तक 55 हजार ट्यूब-लाइट तथा 6500 पंखे वितरित किये गये हैं। एलईडी बल्ब, ट्यूब-लाइट और ऊर्जा दक्ष 5 स्टार रेटिंग पंखे पोस्ट ऑफिस ऊर्जा भवन भोपाल, ऊर्जा विकास निगम के जिला कार्यालय, ऊर्जा शॉप, हाट-बाजार, विद्युत वितरण केन्द्र आदि के माध्यम से प्रदाय किये जा रहे हैं। गत वर्ष नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा की 1497.33 मेगावॉट की परियोजनाएँ स्थापित की गयी, जिनसे प्रदेश को लगभग 10 हजार करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ था। यह उपलब्धि साल 2014-15 में स्थापित 661.5 मेगावॉट की तुलना में 2.26 गुना अधिक है। साल 2015-16 के दौरान स्थापित क्षमता की दृष्टि से प्रदेश देश का प्रथम राज्य रहा है। इस साल देश की लगभग 24 प्रतिशत क्षमता प्रदेश में स्थापित हुई। इस प्रकार प्रदेश की कुल नवकरणीय ऊर्जा की स्थापित क्षमता 3018.89 मेगावॉट हो गयी है, जो साल 2012 की स्थापित क्षमता 438 मेगावॉट से 7 गुना अधिक है। पवन ऊर्जा परियोजनाओं में देश में अव्वल पवन ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना में भी बेहतर कार्य कर मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर रहा। पूरे साल 1261.4 मेगावॉट क्षमता स्थापित हुई, जो देश में किसी भी राज्य द्वारा अब तक एक साल में स्थापित क्षमता में सबसे अधिक है। देश में 3200 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजनाएँ स्थापित हुई। इनमें प्रदेश की 40 प्रतिशत भागीदारी रही। गुढ़ (रीवा) में विश्व की सबसे बड़ी सोलर परियोजना विश्व की सबसे बड़ी 750 मेगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना रीवा‍जिले में क्रियान्वित की जा रही है। परियोजना पर 4500 करोड़ का निवेश होगा। इससे उत्पादित होने वाली ऊर्जा राज्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के अलावा दिल्ली मेट्रो को भी बिजली प्रदाय करेगी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 गत अक्टूबर में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा की 5 परियोजनाओं के निवेश प्राप्त हुए। इन परियोजनाओं की कुल क्षमता 2700 मेगावॉट है, जिस पर लगभग 16 हजार 200 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है।  

Kolar News

Kolar News 19 February 2017

चौहान ने बच्चों को पढ़ाया और बताया भाषा का महत्व पाठ पढ़ते, कविता सुनाते, जोड़-घटाना करते और शिक्षाप्रद कहानी सुनते-सुनाते भाँजे-भाँजियाँ और उन्हें ज्ञान-संस्कार की सीख देने का आत्मीय दृश्य शनिवार को भोपाल के शासकीय संजय गांधी माध्यमिक शाला में देखने को मिला, जहाँ मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान छात्र-छात्राओं को पढ़ाने शिक्षक के रूप में पहुँचे। उन्होंने बच्चों को प्रेरणाप्रद कहानियाँ सुनाई, जोड़-घटाना और गुणा-भाग के प्रश्न हल करवाये। बच्चों में आत्मविश्वास और जीवन में निरंतर अच्छे से अच्छा करने की ऊर्जा एवं उत्साह का संचार करते हुए उन्हें बहुत ही स्नेहिल और आत्मीय ढंग से राष्ट्रभक्त और कर्त्तव्यनिष्ठ नागरिक बनने की सीख दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग सवा घंटा बच्चों के साथ शिक्षक के रूप में बिताया। बच्चों के साथ घुल-मिलकर उन्हें छोटी-छोटी बातों से बड़ी-बड़ी सीख दी, जिससे बच्चे भारी उत्साहित थे। श्री चौहान बच्चों में पढ़ने का कौशल और समझ बढ़ाने के लिये प्रदेशव्यापी मिल-बाँचें कार्यक्रम में यहाँ पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने एक शिक्षक की भूमिका को बखूबी निभाया। इसी विद्यालय में श्री चौहान ने भी कक्षा छटवीं से आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त की थी। मुख्यमंत्री ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि अच्छे गुणों को अपने जीवन में उतारने से व्यक्ति महान बनता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों को बताया कि प्रभावशाली ढंग से अपनी बात कहने और समझने का प्रभावी माध्यम शिक्षा है। उन्होंने अपने छात्र जीवन के प्रसंग के माध्यम से जीवन के निर्माण में शिक्षा और भाषा पर पकड़ की महत्ता को समझाया। उन्होंने बच्चों को गुरू की आज्ञा पालन की महत्ता, आरूणि की गुरू भक्ति की कहानी और देश के लिये प्राणों का न्यौछावर करने वाले चन्द्रशेखर आजाद के प्रेरक प्रसंग सुनाये। उन्होंने सदैव सत्य का पालन करने के लिये महात्मा गॉधी और युधिष्ठिर के जीवन प्रसंग सुनाकर बच्चों को प्रेरित किया। बच्चों को दी राष्ट्रभक्ति की सीख मुख्यमंत्री ने बच्चों से पुस्तकों के पाठ का पठन भी करवाया तथा उससे मिलने वाली शिक्षा पर बात की। उन्होंने फूल की अभिलाषा के द्वारा देश प्रेम और राष्ट्र भक्ति की भावना बच्चों में भरी। इन प्रसंगों के माध्यम से देश की आजादी के संघर्ष और उसके लिये जीवन की कुर्बानी देने वाले वीरों का स्मरण करवाया। उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिये प्रेरित किया। श्री चौहान ने बच्चों को समझाया कि आत्म-विश्वास व्यक्तित्व का आधार है। सत्य बात कहने में संकोच नहीं करना चाहिये। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ प्रश्नोत्तर भी किये। उन्हें माता-पिता और गुरूजन का सदैव सम्मान के लिये प्रेरित किया तथा कमजोरियों पर विजय पाने के लिये निरंतर प्रयास की जरूरत बतलायी। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि बचपन में वे भी गणित विषय से डरते थे। बोलते भी अत्यंत धीमे थे। उन्होंने अपने गुरू का आभार ज्ञापित किया, जिन्होंने उनकी इन कमियों को दूर करवाया। मुख्यमंत्री ने बच्चों से सुनी कहानी मुख्यमंत्री ने मिल-बाँचे अभियान की मंशा के अनुरूप बच्चों से पाठ्य-पुस्तक के पाठों का पठन करवाया। छात्रा गौरवी विश्वकर्मा ने रम्मो और कल्लो की कहानी का पठन किया। दीपू मालवीय ने शिवाजी की जीवनी का वाचन किया। दूसरी कक्षा की छात्रा संतोषी ने प्रार्थना का पाठ किया। श्री चौहान ने प्रार्थना के माध्यम से सदैव ईश्वर का स्मरण करने की सीख दी। उन्होंने कहा पूरी दुनिया का नियंत्रण कोई एक शक्ति करती है। उसको अलग-अलग नामों से याद किया जाता है। उन्होंने विद्यालय के छात्र दीपक भदौरिया से जोड़ने, छात्रा संतोषी से घटाने और प्रियंका से गुणा के प्रश्न हल करवाए। उन्होंने बच्चों की संवाद-कला को परिमार्जित करने और प्रेरक प्रसंग से सीख लेने के लिये कहानियाँ भी सुनीं। उनसे मिलने वाली शिक्षा को भी स्पष्ट किया। छात्र नितिन ने तोतों की कहानी के माध्यम से बताया कि रटना शिक्षा नहीं है। वहीं दूसरों की जीवन रक्षा के लिये प्राणों का बलिदान करने वाले युवक की कहानी छठवी कक्षा की छात्रा सुहानी राजोरिया ने सुनाई। बच्चे बेहतर बनने का प्रयास करें श्री चौहान ने बच्चों का आव्हान किया कि देश-दुनिया की सेवा के लिये ज्ञान-अर्जन का प्रयास करें। ऐसा जीवन जीयें जिस पर उनके माता-पिता, गुरुजन और देश-प्रदेश गर्व करे। अपने गुणों को निखारने और बेहतर से बेहतर बनाने के लिये प्रयास करें। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुये बताया कि वे जब विद्यालय की ओर से भ्रमण पर जाते थे, छात्रों और शिक्षकों की अधिक से अधिक मदद के प्रयास करते थे। इसी भावना के साथ वे निरंतर आगे बढ़ते गये। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सत्यता, सम्मान और स्नेह के गुणों से परिपूर्ण व्यक्तित्व का अपना एक आभा-मंडल बन जाता है। उन्होंने कहा कि जो अच्छा पढ़ें, उसे जीवन में भी उतारें। जो कमियाँ मिलती हैं, उन्हें निरंतर दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे पूरे विश्व को अपना परिवार मानें। सबके कल्याण और मंगल के लिये कार्य करें। यही भारतीय संस्कृति है। ये मेरा है, ये तेरा है यह छोटी सोच है। धर्म का अर्थ अच्छी बातें और अधर्म का मतलब है वह बातें जो अनुचित हैं। इसीलिये भारतीय संस्कृति में धर्म की जीत और अधर्म के नाश की बात कही गई है। मुख्यमंत्री ने विद्यालय पत्रिका नवांकुर का विमोचन किया तथा बच्चों को उपहार दिये। आभार ज्ञापन विद्यालय की बाल केबिनेट की प्रधानमंत्री प्रियंका कुम्हरे ने किया। छात्र-छात्राओं में भाषा का ज्ञान और समझ बढ़ाने के लिये मिल-बाँचे कार्यक्रम में हर वर्ग ने भागीदारी की। इस राज्यव्यापी कार्यक्रम में प्रदेश की 112073 प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में दो लाख से ज्यादा लोगों ने बच्चों को पढ़ाया। इनमें मंत्रीगण, विधायक एवं जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, समाजसेवी, सेवानिवृत अधिकारी, इंजीनियर, डॉक्टर, पूर्व विद्यार्थी तथा हर वर्ग के लोग शामिल हैं।  

Kolar News

Kolar News 18 February 2017

परख वीडियों कांफ्रेंस में मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की परीक्षाओं की तैयारियाँ पूरी कर ली जायें। परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के सभी प्रयास किए जायें। संवेदनशील एवं अति-संवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किये जायें। आवश्यकतानुसार पुलिस बल लगाया जाये। सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने बताया कि हाईस्कूल परीक्षा में 11 लाख 56 हजार तथा हायर सेकेण्डरी में 7 लाख 13 हजार विद्यार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि 18 फरवरी को 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में सभी शालाओं में वॉलिन्टियर जायेंगे। मुख्य सचिव ने जिले एवं विकास खण्ड स्तर पर कंट्रोल-रूम बनाने के निर्देश कलेक्टरों को दिये। मुख्य सचिव श्री सिंह ने आधार आपकी पहचान अभियान के लक्ष्य प्राप्ति के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता बताई। गेहूँ उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि उपार्जन की संभावना पिछली बार से अधिक है। इसे ध्यान में रखकर तैयारियाँ की जायें। प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री के.सी. गुप्ता ने बताया कि गोदाम-स्तर पर खरीदी केंद्र की स्थापना के लिये स्थल चयन कर 404 गोदाम बनाये जाने हैं। समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन की अवधि इंदौर, भोपाल, उज्जैन एवं नर्मदापुरम संभाग में 27 मार्च से 27 मई एवं शेष संभागों में 3 अप्रैल से 31 मई तय की गई हैं। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री इकबाल सिंह बैस ने कहा कि विद्युत केबल चोरी करने वालों एवं अवैध कनेक्शन लेने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाये। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री राद्येश्याम जुलानिया ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अतिरिक्त लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित की जाये। अपात्र व्यक्तियों के नाम हटाये जायें। इसके लिए विशेष ग्राम-सभाओं का आयोजन किया जाये। प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय श्री व्ही.के. बाथम ने पेंशन पोर्टल पर आधार नंबर दर्ज करवाने की स्थिति पर ध्यान दिये जाने की आवश्कता बतायी। सचिव मुख्यमंत्री श्री हरिरंजन राव ने बताया कि सी.एम. हेल्पलाईन एवं एम.पी. समाधान पोर्टल का एकीकरण कर दिया गया है। इन दोनों को एक ही डेशबोर्ड पर देखा जा सकता है। अभी तक 28 विभाग की 207 सेवाएँ लोक सेवा गारंटी अधिनियम में सम्मिलित हैं। शीघ्र ही 31 सेवाएँ अधिसूचित की जायेंगी।  

Kolar News

Kolar News 17 February 2017

समाज के दिव्यांग हमारी नैतिक जिम्मेदारी :रामेश्वर  हुजूर विधानसभा की सभी 53 पंचायतो एवं 12 नगर निगम वार्डो में रह रहे दिव्यांगो के लिए सामाजिक न्याय विभाग द्वारा दिव्यांग स्वास्थ्य परिक्षण शिविर का आयोजन विधायक रामेश्वर शर्मा के कार्यालय पर किया गया , इस शिविर में पधारे दिव्यांगो का चिकित्सको द्वारा स्वास्थ्य परिक्षण कर तत्काल उन्हें दिव्यांगता का प्रमाण पत्र एवं उपकरण का वितरण किया गया ! आज शिविर के दौरान 56 दिव्यांगो को ट्राई साइकिल , व्हील चेयर, सुनने वाली मशीन , बैशाखी , व़ोकर का वितरण किया गया।  इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की प्रेरणा से आज दिव्यांग स्वास्थ्य परिक्षण शिविर का आयोजन किया गया श्री शर्मा ने कहा की समाज के दिव्यांगो की देखभाल उनके अच्छे बुरे में उनके साथ खड़ा होना यह हम सबका नैतिक दायित्व है , दिव्यांग हमारे समाज के अभिन्न अंग है यह बात  हमें सदैव समझनी चाहिए।  धर्म ओर संवेदनशीलता के धनि है विधायक रामेश्वर शर्मा – श्रद्धेय सिद्ध भाऊ मैंने कभी कल्पना नहीं की थी की कोई राजनेता दिव्यांगो एवं आम नागरिक के प्रति इतना संवेदनशील हो सकता है विधायक रामेश्वर शर्मा के अन्दर धर्म एवं संवेदनशीलता से यह ज्ञात होता है की उनपर ईश्वर की असीम कृपा है वह सेवा एवं परमार्थ के कार्य इसी प्रकार करते रहे सदैव मेरी शुभकामनाएं उनके साथ रही है एवं आगे भी रहेंगी यह बात आज परमपूज्य संत शिरोमणि हिरदाराम जी साहिब के परम शिष्य श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी ने विधायक रामेश्वर शर्मा के कार्यालय पर आयोजित दिव्यांग स्वास्थ्य शिविर एवं उपकरण वितरण कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों एवं दिव्यांगो का आभार जनपद पंचायत फंदा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री उमेश शर्मा ने किया।   

Kolar News

Kolar News 16 February 2017

भोपाल के कलियासोत मैदान पर 23 फरवरी से भोज एडवेंचर फेस्ट-2017 का आयोजन होने जा रहा है।  11 दिनी यह फेस्ट 5 मार्च तक चलेगा। पहले यह आयोजन 17 फरवरी से शुरू होना था, लेकिन फेस्ट का आयोजन के लिए टेंडर डालने वाली संस्थाओं ने इतने कम समय में तैयारियां नहीं हो पाने की बात कही थी। इसलिए आयोजन की तारीख 23 फरवरी कर दी गई है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने सोमवार को आयोजन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और नगर निगम समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को सौंप दी।  

Kolar News

Kolar News 14 February 2017

वन संरक्षक सम्मेलन में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने आज भोपाल में दो दिवसीय मुख्य वन संरक्षक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि वन्य-जीवों की सुरक्षा को अधिक प्रभावी बनाने और मानव-वन्य जीव द्वंद को कम करने के लिये संरक्षित क्षेत्रों के बीच बने कॉरीडोर को बेहतर करें। डॉ. शेजवार ने कहा कि इस वर्ष भी वन समितियों का सम्मेलन किया जायेगा। डॉ. शेजवार ने कहा कि विभाग द्वारा सीएम हेल्पालाइन प्रकरणों के त्वरित निराकरण पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी प्रसन्नता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने दीनदयाल वनांचल सेवा में विभाग के प्रत्येक स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा वनवासियों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिये किये जा रहे कार्य की भी प्रशंसा की है। जन-कल्याण के कार्यों में भी अब वन विभाग को ग्रामीणों का सहयोग मिलने लगा है, जिससे विकास कार्यों को गति मिली है। अनुभूति कार्यक्रम में विद्यार्थियों में वन तथा वन्य-जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास सफल रहे हैं। डॉ. शेजवार ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने 5 नये चिड़िया घर विकसित किये जायेंगे। नये क्षेत्रों में ईको पर्यटन की गतिविधियों का विस्तार कर पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जायेंगी। वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा ने बताया कि इस वर्ष लीज रेंट के रूप में राज्य सरकार को 111 करोड़ रूपये उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। राज्य लघु वनोपज संघ अध्यक्ष श्री महेश कोरी ने बताया कि वर्ष 2017 में 22 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खाण्डेकर ने बताया कि 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा में किये गये रोपण से जन-साधारण में वन-वृक्ष-पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि वन्य-जीवों से किसानों को होने वाली फसल हानि को रोकने के लिये मंदसौर में रोजड़ों को पकड़ने के सफल प्रयोग को व्यापक सराहना मिल रही है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. अनिमेष शुक्ला ने बताया कि नर्मदा नदी के एक-एक किलोमीटर दूरी पर निजी क्षेत्र में पौध-रोपण की योजना तैयार की गई है। वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने विभाग की त्रैमासिक पत्रिका 'मध्यप्रदेश वनांचल संदेश' तथा 'अनुभूति' कार्यक्रम पुस्तिका का विमोचन भी किया। मुख्य सचिव द्वारा रोपणी प्रबंधन सूचना प्रणाली का शुभारंभ सम्मेलन के द्वितीय सत्र में आज मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि विभाग विकास गतिविधियों को क्रियान्वित कर ग्रामीणों की सहायता कर सकता है। मुख्य सचिव ने रोपणी प्रबंधन सूचना प्रणाली का शुभारंभ भी किया। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने आश्वस्त किया कि पुलिस विभाग वन अपराधों के नियंत्रण में वन विभाग को पूरा सहयोग करेगा।

Kolar News

Kolar News 13 February 2017

यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो भोपाल स्टेशन देश का ऐसा प्रीमियर स्टेशन बनेगा जहां 7 एकड़ भूमि पर कमर्शियल काम्प्लेक्स आकार लेगा। रेल मंत्री द्वारा देश के जिन 400 स्टेशनों को री-डेवलपमेंट के लिए चुना गया है उनमें भोपाल भी शामिल है। भोपाल का सिलेक्शन री-डेवलपमेंट हेतु पहले चरण के लिए चुने गए 23 स्टेशनों में किया गया है।  इसी वर्ष बिड फायनल होते ही यहां 75 करोड़ से विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।  ज्ञात हो कि अभी तक रेलवे ने हबीबगंज को पहले वर्ल्ड क्लास और फिर देश के आदर्श स्टेशन के रूप में चुना था।  अब हाल ही में लांच की गई  री-डेवलपमेंट स्कीम में भोपाल रेलवे स्टेशन का नाम शामिल होने से अब यह भी कम नहीं आंका जाएगा। भोपाल को री-डेवलपमेंट के लिए 75 करोड़ रुपए मिलेंगे। इस राशि से लैंडमार्क स्ट्रक्चर, पीएचई, एस्केलेटर और ट्रेवलेटर, एलईडी लाइटिंग, ग्रेनाइट फ्लोरिंग, पार्किंग, फायर फायटिंग सिस्टम, ऐलेवेटर्स और कवर्ड प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए यहां अंडर ब्रिज और लिफ्ट का भी प्रावधान है। भोपाल स्टेशन के जिस क्षेत्र को री-डेवलप करने की बात कही जा रही है वहां ईरानी डेरा, सहित अन्य अतिक्रमण भी हैं। पहले डेवलपर को इन्हें हटवाना होगा। डीआरएम आलोक कुमार ने बताया हम रि-डेवलपमेंट के लिए अस्सी फीट रोड पर 7 एकड़ और छह नंबर प्लेटफार्म वाले छोर पर छोला से लगी हुई 6.3 एकड़ जमीन डेवलपर को देंगे। यह जमीन 45 साल की लीज पर दी जाएगी। जिस डेवलपर का कान्सेप्ट प्लान फायनल होगा और यदि उसकी बिड सबसे अधिक प्रीमियम वाली होगी तो प्रोजेक्ट उसे ही दिया जाएगा। महापौर अलोक शर्मा ने कहा भोपाल रेलवे स्टेशन के डेवलमेंट के लिए हर संभव मदद की जाएगी। जहां जो बाधा है उसे दूर कर दिया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 12 February 2017

मुख्यमंत्री ने सातों मिशन के स्वरूप पर की चर्चा  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव गठित होने वाले सभी सातों मिशन के स्वरूप को अंतिम रूप देने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने एक सप्ताह में इन मिशनों के गठन की प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी करने, उनके लक्ष्य तय करने और उन्हें हासिल करने का रोड मेप बनाने के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास में युवा सशक्तिकरण मिशन, स्वास्थ्य मिशन, आवास मिशन, कृषि वानिकी मिशन, सूक्ष्म सिंचाई मिशन, नर्मदा सेवा मिशन एवं कैशलेस मिशन के स्वरूप पर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन मिशनों का स्वरूप तय कर आवश्यक बजट का प्रावधान किया जाये। उन्होंने कहा कि ये मिशन गठित करने का उद्देश्य विकास एवं जन कल्याण के कार्यों को अभियान के रूप में लेना है। इससे ये कार्य निश्चित समय सीमा में पूरे हो सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नर्मदा सेवा मिशन के स्‍वरूप पर चर्चा करते हुये कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से लोगों की मानसिकता बदलने में अभूतपूर्व सफलता मिली है। इसे उन्होंने नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रत्यक्ष रूप से देखा जहां कि लोगों ने फूल पत्ती एवं पूजन सामग्री नर्मदा नदी में प्रवाहित नहीं की और प्लास्टिक‍का उपयोग भी नहीं किया। यह अद्भुत कार्य हुआ है। उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति का रोड मेप 11 मई के पहले तैयार करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि ओंकारेश्वर के ओंकार पहाड़ एवं अमरकंटक पहाड़ पर जुलाई माह में एक ही दिन में वृक्षारोपण करने की तैयारी की जाये। जिन गांवों से यात्रा निकल चुकी है वहां की नर्मदा सेवा समितियों की बैठक ली जाये ओर उन्हें लक्ष्य दिये जाये। सूक्ष्म सिंचाई मिशन पर चर्चा करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मिशन खेती-किसानी के परिदृश्य को बदलेगा। इससे किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। इस मौके पर बताया गया कि युवा सशक्तिकरण मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार एवं रोजगार के माध्यम से युवाओं का आर्थिक सशक्तिकरण करना है। स्वास्थ्य मिशन का उद्देय मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना तथा कुपोषण नियंत्रण के ठोस उपाय करना है। कृषि वानिकी मिशन के अंतर्गत किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में काम किये जायेंगे। प्राथमिकता के कार्यों को शीघ्र मूर्त रूप दे इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को शासन के प्राथमिकता के कार्यों को निश्चित समय सीमा में मूर्तरूप देने के निर्देश दिये। इनमें मेधावी छात्र योजना, आवासहीनों को भूखण्ड प्रदाय, सभी गावों को वर्ष 2018 के अंत तक बारमासी सड़कों को जोड़ना, स्वरोजगार और प्लेसमेंट पोर्टल बनाना, दीनदयाल रशोई शुरू करना, महिला स्वसहायता समूहों का सशक्तिकरण करना एवं नागरिक सेवाओं को मोबाइल एप से जोड़ना आदि शामिल है। सोलर बिजली की सस्ती दर आने पर बधाई मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रीवा में स्थापित हो रही दुनिया की सबसे बड़ी अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना की सोलर बिजली दर देश में सबसे कम तय होने पर अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने सोलर बिजली की दर 2 रूपये 97 पैसे प्रति यूनिट आने पर नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग को बधाई दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह ने सोलर बिजली दरें निर्धारित करने की टेंडर प्रक्रिया की जानकारी दी। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी.श्रीवास्तव, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी.मीणा, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खाण्डेकर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री राधेश्याम जुलानिया, नर्मदा घाटी विकास श्री रजनीश वैश्य तथा प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, सिंचाई, उद्योग आदि उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 11 February 2017

  कोलार की तीन लाख की आबादी पानी के लिए टैंकरों के भरोसे है। जनप्रतिनिधियों के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। मार्च के अंत तक रहवासियों को पर्याप्त पानी मिलना मुश्किल है। गर्मी का सीजन शुरू होने जा रहा है। एक बार फिर पानी के लिए मारामारी होगी। आलम यह है कि अभी से एक डिब्बा पानी के लिए घंटों कतार में लगना होता है । दूसरी और नगर निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस समस्या से बेफिक्र नजर आ रहे हैं। गर्मी के आगमन के साथ ही कॉलोनियों और झुग्गी बस्तियों में पानी की एक-एक बूंद के लिए लोगों की लंबी कतारें लगना प्रारंभ हो गर्इं हैं। हालात यह हैं कि कोलार पाइप लाइन में लीकेज से पानी भरने के लिए देर रात तक रहवासी भटकते नजर आ रहे हैं। उधर नगर निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधयों ने समस्या हल करने सामूहिक बैठक करने की जहमत तक नहीं उठाई है। पार्षद अपने-अपने वार्डों तक ही सीमित हैं। उन्हें क्षेत्र की जनता की समास्या से कोई सरोकार नहीं हैं। वह सिर्फ अपने समर्थकों को खुश में लगे हुए हैं। उन्होंने टैंकर बढ़ाने का प्रस्ताव नगर निगम अधिकारियों के पास नहीं भेजा है। क्षेत्र के दामखेड़ा ए सेक्टर, बी सेक्टर, अब्बास नगर, सर्वधर्म सी सेक्टर, कान्हा कुंज, दानिश कुंज, गणपति इन्क्लेब, गेंहू खेड़ा, राजहर्ष कॉलोनी समेत दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पानी की किल्लत देखी जा सकती है। केरवा डेम से मिलने वाले पानी की आस इस मार्च के अंत तक पूरी होने की संभावना नहीं हैं, क्योंकि केरवा प्रोजेक्ट का काम अभी अटक गया है। जोन 18 के जोनल अधिकारी शैलेश चौहान ने कहा क्षेत्र में पानी की समस्या को टैंकरों को भेज हल की जा रही है। हर झुग्गी बस्ती में टैंकर भेजा जा रहा है। टैंकरों की संख्या में इजाफा होगा। इसके लिए पत्र लिखा गया है।  

Kolar News

Kolar News 10 February 2017

  खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गठित निगरानी समिति के सदस्यों को राशन की जानकारी एस. एम.एस. से दी जा रही है। खाद्य आयुक्त श्री फैज अहमद किदवई ने बताया कि समय पर पात्र हितग्राहियों को पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ बिना परेशानी के राशन वितरण सुनिश्चित कराने में योगदान देने के लिए गठित ग्राम/दुकानवार निगरानी समितियों के सदस्यों को जानकारी एस.एम.एस. से दी जा रही है। खाद्य आयुक्त ने बताया कि गोदाम से खाद्यान्न राशन दुकान पर पहुँचाने का एस.एम.एस.निगरानी समितियों के सदस्यों के मोबाइल पर किया जाता है। हितग्राहियों जिनके मोबाइल नम्बर की सीडिंग हो चुकी है उन्हें भी राशन उनकी दुकान पर पहुँचने की जानकारी का एस.एम.एस.किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी हितग्राहियों के मोबाइल नंबर की सीडिंग की जा रही है।

Kolar News

Kolar News 9 February 2017

कोलार के नजदीकी हबीबगंज रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के काम में और देरी हो सकती है, क्योंकि अभी तक री-डेवलपमेंट करने वाली कंपनी को स्टेशन हस्तांतरित ही नहीं हो सका है। इससे पहले दो बार 15 जनवरी और एक फरवरी को हस्तांतरण की तारीख बढ़ चुकी है। अब 25 फरवरी से इसका पहला चरण शुरू होगा, लेकिन अभी भी प्लान फाइनल नहीं है। माना जा रहा है इस दिन भी हस्तांतरण मुश्किल है। जनवरी से हबीबगंज स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम शुरू होना था। कंपनी ने कहा था कि स्टेशन हस्तांरित होने के साथ काम शुरू कर देंगे, लेकिन निर्माण कंपनी और रेलवे के बीच यह प्रक्रिया लंबे समय से अटक रही है। उधर, हस्तांतरण से पहले रेलवे और निर्माण कंपनी बंसल पाथवे हबीबगंज प्राइवेट लिमिटेड (बीपीएचपीएल) ने स्टेशन की संपत्ति का सर्वे शुरू कर दिया है। दोनों ही अपने-अपने स्तर पर सर्वे करा रहे हैं, क्योंकि रेलवे के पास कमर्शियल, रेल परिचालन और एसएनटी (सिग्नल एंड टेलीकॉम) को छोड़कर जो संपत्तियां हैं, वे री-डेवलपमेंट शुरू होने के साथ ही अगले कुछ सालों तक कंपनी के अधिकार क्षेत्र में रहेंगी। बताया जा रहा है कि रेलवे और इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईआरएसडीसी) के अधिकारी काम शुरू करने के पहले पुख्ता प्लान पर ज्यादा जोर दे रहे हैं, ताकि काम के दौरान दिक्कत न हो। स्टेशन के दोनों तरफ रेलवे की परिचालन से जुड़ी संपत्ति, री-डेवलपमेंट की सीमा में आने वाले भवन, इस सीमा में चल रही कमर्शियल गतिविधियां जैसे स्टेशन परिसर में पार्किंग, साफ-सफाई, रेल लाइन और यार्ड के मेंटेनेंस के लिए रखी सामग्री, प्लेटफॉर्म पर संचालित लाइसेंसी दुकानें, पेयजल सप्लाई से जुड़ी सामग्री, विद्युत व्यवस्था और उससे जुड़े उपकरण, शेड आदि संपत्तियों का सर्वे किया जा रहा है, ताकि हैंडओवर के समय दिक्कत न हो। बीपीएचपीएल के प्रोजेक्ट  मैनेजर अबु आसिफ हस्तांतरण को लेकर अभी एक फाइनल मीटिंग होना है। तब तक संपत्ति का सर्वे करा रहे हैं। निर्माण कार्य की समयसीमा भी तब से शुरू होगी। हमें तीन में साल में काम पूरा करना है।

Kolar News

Kolar News 8 February 2017

 कोलार में निगम सीमा से एक किमी दूर कजलीखेड़ा तक लो फ्लोर बस के संचालन को लेकर विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा अलग-अलग बात कर रहे हैं।  विधायक रामेश्वर शर्मा ने शनिवार को कजलीखेड़ा तक बस लेकर गए थे। उन्होंने बस के नियमित संचालन के लिए एक सप्ताह की डेडलाइन दी थी। विधायक की बात पर भरोसा करके पिछले दो दिन से लोग कजलीखेड़ा में बस आने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ लोग रविवार और सोमवार को कजलीखेड़ा में उस स्थान पर थोड़ी देर खड़े भी रहे जहां तक विधायक बस लेकर गए थे। विधायक ने अपने भाषण में बस का संचालन होने का दावा किया था।  इस बारे में महापौर आलोक शर्मा से जब कजलीखेड़ा तक बस के संचालन केे बारे में पूछा तो महापौर ने कहा ‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है।’ इधर रामेश्वर शर्मा का कहना है कि बीसीएलएल चाहे तो बस का संचालन जारी रह सकता है। अगर परमिट कारण है तो इसके लिए आवेदन दिया जा चुका है।   

Kolar News

Kolar News 7 February 2017

कोलार रोड के कलियासोत में बने  पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। उधर, यहां भर्ती मालेगांव बम विस्फोट मामले में चर्चा में आईं प्रज्ञा ठाकुर के फेर में करीब 25 बेड लगाने की जगह बेकार पड़ी है। करीब दो साल से इस जगह का कोई उपयोग नहीं हो रहा है। इलाज के चलते प्रज्ञा ठाकुर को खुशीलाल आयुर्वेद कॉलेज में पहली मंजिल पर भर्ती किया गया है। यहां पर एक विंग में बने करीब 10 कमरों में से एक कमरे में उनका इलाज चल रहा है। बाकी कमरे खाली पड़े हैं। उसी के ठीक नीचे उतनी जगह पर इमरजेंसी डॉक्टर का कक्ष, पैथालॉजी, फिजियोथैरेपी कक्ष समेत कई सुविधाएं हैं। गैलरी के शुरुआत में ही कुर्सियां लगाकर सभी कमरों में जाने का रास्ता अस्थाई तौर पर बंद किया गया है। यहां पर पूरे समय सुरक्षाकर्मी मौजूद रहते हैं। सूत्रों का कहना है कि बाकी कक्षों में बेड लगाकर मरीजों को भर्ती किया जा सकता है या फिर दूसरे काम में इन कक्षों का उपयोग किया जा सकता है और खाली जगह पर बेड लगाए जा सकते हैं। खुशीलाल आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला सुरक्षा को लेकर हम कोई जोखिम नहीं ले सकते, इसलिए यह व्यवस्था की गई है। लेकिन, जहां की आप बात कर रहे हैं वह आखिरी छोर है। वहां पर बालकनी है, कोई वार्ड नहीं है, इसलिए मरीजों को किसी तरह की परेशानी का सवाल ही नहीं है।  

Kolar News

Kolar News 6 February 2017

  पिछले तीन महीने से कोलार,कलियासोत, केरवा, वाल्मी और बुलमदर फार्म से सटे जंगल में घूम रहे युवा बाघ टी-121 ने पहली बार बैल का शिकार किया है।  तड़के करीब 4 बजे संस्कार वैली स्कूल के पास टी-121 ने शिकार किया है। अभी तक युवा बाघ छोटे मवेशियों का शिकार करता रहा है। क्षेत्र के डिप्टी रेंजर आरबी शर्मा के मुताबिक तड़के क्षेत्र में बैल के शिकार की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे तो एक बैल की बॉडी मिली, जिस पर बाघ के पंजे और नाखून के निशान हैं। आसपास पगमार्क भी मिले हैं। पगमार्क की जांच की गई तो यह क्षेत्र में घूम रहे युवा बाघ टी-121 के निकले। इस क्षेत्र में पिछले तीन महीने से बाघ का मूवमेंट है। उन्होंने कहा कि पहली बार बाघ ने बड़े मवेशी का शिकार किया है। पिछले एक सप्ताह में राजधानी से सटे जंगल में बाघ व तेंदुए का मूवमेंट बढ़ा है। 27 जनवरी की दोपहर को 13 शटर गेट के पास एक तेंदुए ने नाला पार कर रही बकरी का शिकार किया था। 28 जनवरी की रात को बुलमदर फार्म के पीछे सेत करार गुफा के आसपास भी बाघ का मूवमेंट रहा था। फार्म के चौकीदारों के मुताबिक तार फेंसिंग नहीं होने के कारण बाघ आए दिन फार्म वाले हिस्से में पहुंच रहे हैं। लगातार जंगल से बाहर निकल रहे बाघ और तेंदुए के कारण आसपास क्षेत्र के लोगों में दहशत है। युवा बाघ टी-121 ने जिस क्षेत्र में बैल का शिकार किया है उस क्षेत्र के आसपास कंजरवेटर फॉरेस्ट डॉ. एसपी तिवारी ने सुरक्षा के लिए नाकेदार और चौकीदारों की ड्यूटी लगा दी है। करीब 6 लोगों का स्टॉफ रात्रि के दौरान बाघ के मूवमेंट पर नजर रखेगा। वन विभाग ने ऐसा इसलिए है क्योंकि बाघ शिकार करने के दूसरे दिन बचे हुए शिकार को खाने वापस लौटते हैं। युवा बाघ के भी वापस लौटने की उम्मीद थी जिसके चलते नाकेदारा और चौकीदारों की ड्यूटी लगाई गई है।

Kolar News

Kolar News 5 February 2017

कोलार के नसीब में विकास की बात बेमानी होती जा रही है। नगर निगम द्वारा क्षेत्र के साथ सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। जिसका खामियाजा क्षेत्र की तीन लाख आबादी को भुगतना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि नगर निगम शहर के कई हिस्सों में ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए स्मार्ट पार्किंग बनाने जा रहा है, लेकिन इस लिस्ट में कोलार का नाम नहीं हैं। जबकि यहां स्मार्ट पार्किंग की सख्त जरूरत है। क्योंकि यहां आबादी के लिहाज से पार्किंग बड़ी समस्या है। इसी प्रकार नगर निगम शहर के पार्क संवार रहा है, जिसमें नगर निगम स्वयं राशि खर्च करेगा। इसमें भी कोलार को नजरअंदाज किया गया। अगर नगर निगम इसी प्रकार क्षेत्र के साथ अनदेखी करता रहा तो कोलार क्षेत्र विकास में काफी पिछड़ जाएगा। नगर निगम विलय के समय लोगों को काफी बड़े सपने दिखाए गए थे, उसमें अभी तक पंख नहीं लगे हैं। पानी, सीवेज, सड़क की बात छोड़ दें तो बस स्टॉप, सब्जी मंडी, पार्किंग, सड़क चौड़ीकरण जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुर्इं हैं। इस संबंध में एमआईसी सदस्य कृष्ण मोहन सोनी का कहना है कि  शहर में पार्क विकसित किए जा रहे हैं, अभी तक कोलार से कोई प्रस्ताव नहीं आया।  

Kolar News

Kolar News 2 February 2017

  वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट भाषण में कहा कि देश में नकदी की प्रचुरता के कारण कर चोरी आम बात हो गई है। बड़ी संख्या में लोगों के कर चोरी करने से इसका भार उन लोगों पर पड़ता है, जो ईमानदारी के अपना कर चुकाते हैं। जेटली ने इसके साथ ही कर्ज लेकर देश छोड़कर भागने वालों को लेकर नया कानून लाने की बात कही। इसके अलावा मध्यम वर्ग को आयकर में राहत दी गई है। जेटली ने कहा कि 99 लाख लोगों ने 2.5 लाख रुपए से कम आय दिखाई है। जबकि 1.25 लाख लोगों ने 50 लाख रुपए आय की घोषणा की है। सिर्फ 20 लाख व्यापारी ही 5 लाख की आय दिखाते हैं। प्रावधान - उन्होंने कहा कि भगोड़ों के लिए नया कानून बनाया जाएगा, उनकी संपत्ति जब्त होगी। असर- माल्या जैसे लोगों पर नकेल कसी जा सकेगी, जो कर्ज लेकर देश से फरार हो जाते हैं। मध्यम वर्ग को बड़ी राहत प्रावधान- जेटली ने कहा कि 2.5 से पांच लाख तक की आय वालों पर मामूली पांच फीसदी टैक्स लगाया गया है। पहले इस स्लैब में कर की दर 10 फीसदी थी, जिसे पांच फीसदी कर दिया गया है। असर- मध्यम वर्ग के आम लोगों को राहत दी गई है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को कर देने के लिए प्रेरित किया गया है। कर की दर कम होने से ज्यादा संख्या में लोग ईमानदारी से कर देंगे। नया स्लैब  यानी तीन लाख रुपए तक की आय पर कोई कर नहीं देना होगा। पांच लाख रुपए से अधिक की आय पर 12,500 रुपए की छूट दी गई है। पांच से 10 लाख रुपए की आय पर 20 फीसदी और 10-20 लाख रुपए की आय पर 30 फीसदी टैक्स। वहीं, 50 लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक की आय पर 10 फीसदी सरचार्ज लगाया जाएगा। तीन लाख से ज्यादा का कैश लेन-देन नहीं हो पाएगा। जेटली ने कहा कि सस्ते घरों की स्कीम जारी रहेगी। बिल्ड-अप एरिया को ही कारपेट एरिया माना जाएगा। राजनीतिक पार्टियों परलगाम राजनीतिक पार्टियां ज्यादातर चंदा नकद के रुप में लेती हैं। वर्तमान में 20 हजार रुपए तक हिसाब नहीं देना होता है। अब दो हजार रुपए से अधिक नकद में चंदा नहीं ले सकेंगी, इससे ज्यादा लेने पर हिसाब देना होगा। 50 करोड़ टर्नओवर तक की कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स पांच फीसदी घटाकर 25 फीसदी कर दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 1 February 2017

  वार्ड 83 की पार्षद मनफूल मीणा और उनके पति को एक निगम कर्मचारी से विवाद इतना महंगा पड़ा की अब  पार्षद और उनके पति के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस भी दर्ज हो गया हैं । वार्ड 83 की पार्षद मनफूल मीणा और उनके पति श्याम सिंह मीणा की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। कोलार थाने में दोनों के साथ उनके ड्राइवर रवि और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कर लिया है। मीणा का 27 जनवरी को नगर निगम के कर्मचारी दिलीप चौकसे से विवाद हुआ था। इसके बाद जोन अधिकारी शैलेष चौहान की शिकायत पर कोलार पुलिस ने शनिवार को देर रात मारपीट का मामला दर्ज कर लिया था। रविवार को इसमें शासकीय कार्य में बाधा की धारा भी जोड़ दी गई।

Kolar News

Kolar News 30 January 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागरिकों से समृद्ध और संस्कारित मध्यप्रदेश के निर्माण में सहयोग का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष में एक पेड़ लगाने, एक बच्चे को कुपोषण से मुक्त करवाने, एक को पढ़ाने और एक व्यक्ति को नशामुक्त बनाने का संकल्प लें। श्री चौहान राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने आगामी एक मई से पॉलीथीन थैली के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित करने, कैश-लैस ट्रांजेक्शन मिशन बनाने, दुराचार के अपराधियों के लिये कठोरतम दंड व्यवस्था हेतु जन-जागरण करने और लोगों को संकल्पित करवाकर नशामुक्त प्रदेश बनाने की घोषणा की। सभी नगर खुले में शौच से होंगे मुक्त मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आजादी के समय समृद्ध और वैभवशाली देश का जो सपना देखा गया था, वह अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रहा हैं। भ्रष्टाचार, आतंकवाद, कालेधन पर निर्णायक प्रहार हुआ है। मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और स्वच्छ भारत जैसे अभियानों से देश में नया वातावरण बना है। मध्यप्रदेश भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आगामी 31 मार्च तक प्रदेश के सभी नगर खुले में शौच से मुक्त हो जायेंगे। कैश-लैस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिये कनेक्टिविटी को विस्तारित किया जायेगा। इसके लिये लाइन बिछाने में विद्युत खंबों का उपयोग होगा। कैश-लैस ट्रांजेक्शन की आशंकाओं को निर्मूल साबित करने के लिये ट्रांजेक्शन इन्श्योरेंस का सुझाव भी केंद्र सरकार को दिया गया है। चौहान ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म के 100 वें वर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि जनता को जर्नादन मानकर राज्‍य सरकार काम कर रही है। जो संसाधन का उपयोग कर रहे हैं, उन पर करारोपण से प्राप्त राशि गरीब कल्याण के काम पर व्यय कर रहे हैं। प्रत्‍येक प्रदेशवासी के पास रहने लायक भूमि हो इसका कानून आगामी बजट सत्र में बनाया जायेगा। वर्ष 2022 तक हर गरीब व्यक्ति के पास अपना मकान होगा। प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश पाने वालों की फीस भरेगी सरकार  चौहान ने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 12 वीं तक नि:शुल्क शिक्षा के साथ गणवेश, साइकिल और छात्रवृत्तियाँ दी जा रही हैं। अब सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था कर दी है। बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में जो 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाते हैं, उनके चिन्हित शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पर चिकित्‍सा, यांत्रिकी, प्रबंधन और विधि की उच्च शिक्षा की फीस राज्य सरकार भरवायेगी। इससे कम अंक वालों की भी फीस भरवाई जायेगी, यदि उन्हें भी उक्त शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश मिलता है। शिक्षा उपरांत फीस की राशि उन्हें वापस करनी होगी। तुअर की सर्मथन मूल्य पर खरीदी होगी मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये कृषि वानिकी, उद्यानिकी, पशुपालन की समग्र गतिविधियों का आदर्श मॉडल विकसित किया जा रहा है। रबी फसलों में पाले से प्रभावित किसानों को उचित मदद की जायेगी। तुअर की दाल की भी सर्मथन मूल्य पर खरीदी की जायेगी। खाद्य प्र-संस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के साथ ही कुटीर एवं ग्रामो़द्योग का जाल भी बिछाने का काम किया जा रहा है। इस वर्ष 7.5 लाख व्यक्तियों को स्व-रोजगार एवं 7.5 लाख का कौशल उन्न्यन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चिकित्सालयों की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये युद्ध स्तर पर पर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि शासकीय जिला चिकित्सालयों के लिये विशेष अभियान चलाया जायेगा। एक दिन में 10 लाख लोग लाभान्वित होंगे 8 फरवरी को  चौहान ने कहा कि प्रदेश महिला सशक्तिकरण के लिए संकल्पित राज्य है। महिलाओं को शिक्षक के पदों में 50 और वन विभाग को छोड़कर शेष सभी विभागों की नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। महिला स्व-सहायता समूहों को और अधिक सशक्त बनाया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्र में नल से जल उपलब्ध करवाने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने पंचायत पदाधिकारियों का आव्हान किया कि वे सरकार के साथ मिलकर ग्रामीण विकास को नया आयाम देने के लिये आगे आएं। उन्होंने बताया कि नगरोदय अभियान द्वारा नागरिकों के घर-घर जाकर करीब 10 लाख व्यक्तियों को चिन्हित कर शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। देश में संभवत: पहली बार एक साथ 8 फरवरी को इतनी बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित होंगे। स्मार्ट सिटी निर्माण कार्यों पर आगामी 5 वर्ष में 83 हजार करोड़ व्यय करेंगे। मिल-बाँचें मध्यप्रदेश 18 फरवरी को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पर्यटन से रोजगार के प्रयासों में हनुवंतिया में जल महोत्‍सव का आयोजन किया गया था। इसमें एक माह की अवधि में 5 लाख सैलानी आए। ऐसे कार्य अन्य जल संरचनाओं में भी किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 18 फरवरी को मिल-बाँचें मध्यप्रदेश कार्यक्रम का आरंभ किया जायेगा। इससे बच्चों के भाषा ज्ञान को बेहतर बनाने का प्रयास जन-भागीदारी से किया जा रहा है। उन्होंने सभी शिक्षितों से अनुरोध किया कि 18 फरवरी को विद्यालयों में जाकर बच्चों के साथ समय बिताकर अभियान को सफल बनाएं।   पर्यावरण, नदी संरक्षण का अभियान नमामि देवी नर्मदे   मुख्यमंत्री चौहान ने पर्यावरण और नदी संरक्षण के अभियान नमामि देवी नर्मदे का उल्लेख करते हुए कहा कि नर्मदा के तटों के जंगलों को पुनर्जीवित करने तट के एक किलोमीटर के क्षेत्र में फलदार वृक्षों का रोपण किया जायेगा। घाटों पर चेंजिंग रूम बनवाये जा रहे हैं। विसर्जन कुण्ड और मुक्तिधाम बनाने और मल-जल का ट्रीटमेंट कर खेती में उपयोग करने के प्लांट लगाये जा रहे हैं। तट के किनारे फलदार वृक्ष लगाने वाले किसानों को 20 हजार रूपये की राहत राशि दी जायेगी। गड्ढे भी खुदवाये जायेंगे। नर्मदा तट के 5 किलोमीटर क्षेत्र में शराब की दुकान नहीं खुलेगी। प्रदेश में अब कोई नई शराब की दुकान नहीं खुलेगी। शराब निर्माण की फैक्ट्री भी नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में सुशासन के प्रयास तेजी से जारी हैं। लोक सेवा गारंटी कानून, ई-टेंडर पेमेंट व्यवस्थाएँ करने के साथ ही सी.एम. हेल्प लाईन जैसी व्यवस्थाएँ की गयी हैं। उन्होंने बताया कि हेल्प लाईन की वे स्वयं मानीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में आनंद का अहसास अत्यंत जरूरी है। इसके लिये आनंद विभाग गठित किया गया है। विभाग द्वारा आनंद की अनुभूति के कार्यक्रम 14 से 21 जनवरी के मध्य आयोजित करने के सार्थक परिणाम मिले हैं। प्रदेश के 51 जिलों में दान देने के सुख और जरूरत पूरी होने के पारस्‍परिक आनंद के लिये आनंदम केंद्र खोले गये है। यंत्रवत जीवन में विचारों के विराम से आनंद की अनुभूति के लिये अल्प विराम कार्यक्रम शीघ्र शु्रू किया जायेगा। गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया। शानदार मार्च पास्ट और विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभागों द्वारा प्रदर्शित 18 झाँकियों का अवलोकन किया। आकर्षक झाँकियों में माँ नर्मदा की महिमा और प्रदेश की विकास गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शौर्य स्मारक पहुँचकर वीर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी साथ थी।  

Kolar News

Kolar News 26 January 2017

 झंडा वंदन के लिए मंत्रियों से पूछे उनकी पसंद के जिले  4 मंत्री नहीं करेंगे ध्वजारोहण गणतंत्र दिवस पर यशोधरा बेटे की शादी की तैयारियों में, विजय शाह लंदन में 26 जनवरी को प्रदेश में होने वाले झंडावंदन समारोह के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी 51 जिलों में संबंधित मंत्रियों और जिला पंचायत अध्यक्षों को झंडा वंदन करने का दायित्व सौंप दिया है। लंबे समय से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नाराज चल रहीं खेल युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने सुपुत्र की शादी का कारण बताते हुए खुद को झंडा वंदन की सूची से बाहर करवा लिया है। हालांकि मंत्री यशोधरा के यहां 5 फरवरी को विवाह समारोह है, लेकिन उन्होंने झंडा वंदन करने में अपनी असमर्थता जाहिर कर दी है। इसी तरह स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह लंदन में एक सेमिनार में व्यस्त हैं इसलिए ये दोनों मंत्री इस बार गणतंत्र दिवस पर किसी भी जिले में झंडा नहीं फहराएंगे। मंत्री हर्ष सिंह बीमारी के कारण जबकि शरद जैन परिवार में हुई गमी का हवाला देते हुए इस बार गणतंत्र दिवस पर झंडावंदन नहीं कर रहे हैं। इस बार गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के सभी 51 जिलों में मंत्रियों और जिला पंचायत अध्यक्षों के द्वारा ध्वजारोहण कर गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करना है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान इस बार भोपाल में झंडावंदन करेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश के प्रभारी राज्यपाल ओपी कोहली गुजरात में ध्वजारोहण करेंगे, ऐसे में वे गणतंत्र दिवस पर भोपाल में नहीं रहेंगे, इसलिए सीएम ध्वजारोण करेंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष सीतरसरन शर्मा होशंगाबाद  में और उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सतना में झंडावंदन कर रहे हैं। इसके अलावा इस बार पच्चीस मंत्री जिलों में ध्वजारोहण करेंगे। जबकि शेष 23 स्थानों पर इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष झंडावंदन करेंगे। कौन-कौन जिला पंचायत अध्यक्ष जिलों में ध्वजा रोहण करेंगे इसकी सूची को पार्टी संगठन द्वारा अंतिम रूप दिया गया है। पता चला है कि पहले मंत्रियों से उनकी पसंद के जिले पूछे गए थे कि वे कहां झंडा वंदन करना चाहते हैं, उसके बाद संगठन के निष्ठावान जिला पंचायत अध्यक्षोें को उनके जिलों में झंडा वंदन का दायित्व दिया गया है।

Kolar News

Kolar News 25 January 2017

मुख्यमंत्री  ने कार्यक्रम में पंजीयन करवाया  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में  “मिल बाँचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में ऑनलाईन पंजीयन करवाया। यह कार्यक्रम प्रदेश की सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में आगामी 28 जनवरी को किया जाएगा। इस दिन मुख्यमंत्री श्री चौहान किसी एक विद्यालय में बच्चों से पुस्तक वाचन के संबंध में संवाद करेंगे। राज्य शासन द्वारा मिल बाँचें मध्यप्रदेश कार्यक्रम स्कूली बच्चों में ज्ञानपरक साहित्य पढ़ने और समझने के प्रति अभिरूचि विकसित करने के लिए शुरू किया जा रहा है। इसमें 28 जनवरी को जन-प्रतिनिधि, शासकीय सेवक, 'स्कूल चलें हम'' अभियान के प्रेरक, समाज के सफल व्यक्ति, निजी क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शाला के पूर्व छात्र स्कूल में पहुँचकर पाठ्य-पुस्तक या शाला पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों में से किसी एक के अंश या पाठ्य का वाचन बच्चों के बीच करेंगे। वाचन के बाद कक्षा में उपस्थित बच्चों से परिचर्चा और संवाद कर उन्हें पढ़ने की कला से परिचित करवायेंगे। अभियान में पंजीयन का कार्य 18 जनवरी से शुरू हो गया है, जो 25 जनवरी तक चलेगा। इच्छुक व्यक्ति वेबसाईट www.schoolchalehum.mp.gov.in पर पंजीयन करा सकते हैं। इस अवसर पर राज्य शिक्षा केन्द्र की आयुक्त श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी और निदेशक श्री लोकेश जाटव भी उपस्थित   

Kolar News

Kolar News 22 January 2017

बंसल अस्पताल में मंडीदीप के कारोबारी की मौत होने के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप था कि मरीज से परिवार को मिलने नहीं दिया गया और मृत घोषित करने के बाद शव अस्पताल के पीछे फेंक दिया गया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज को कैंसर था। उपचार के दौरान मौत होने के बाद शव को अस्पताल के पीछे मर्चुरी में रखवाया गया था। चूनाभट्टी टीआई अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया कि मंडीदीप के कारोबारी प्रदीप जैन (53 वर्ष) को 18 जनवरी को बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। मरीज की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव को अस्पताल के पीछे रखवाया था। इस पर मृतक के परिवार को आपत्ति थी। उनका आरोप था कि मौत की जानकारी दिए बिना ही शव को अस्पताल ने पीछे रखवा दिया। आईसीयू में भर्ती के समय उनसे मिलने भी नहीं दिया गया था। इस पर परिजन हंगामा कर रहे थे। अस्पताल प्रबंधन की मरीज के परिवार से बात करवाई गई, तो मामला समाप्त हो गया। परिजन शव को लेकर मंडीदीप रवाना हो गए। बंसल अस्पताल के सीनियर मैनेजर  लोकेश झा ने बताया मंडीदीप से कैंसर के मरीज प्रदीप जैन को दो दिन पहले भर्ती कराया गया था। उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। उनको उपचार के लिए आईसीयू में भर्ती कर रखा था, जहां अस्पताल के नियमानुसार किसी को भी जाने की इजाजत नहीं रहती है। इसी कारण से परिजनों को भी मिलने की मनाही थी। उनकी मौत के बाद वे हंगामा कर रहे थे। बाद में वे समझ गए। उन्होंने लिखित में दिया है कि उनको अस्पताल के उपचार से कोई परेशानी नहीं है। चूना भट्टी पुलिस स्टेशन के इन्स्पेक्टर अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया बंसल अस्पताल में हंगामा होने की सूचना मिली थी। वहां प्रदीप जैन नाम के मरीज की मौत के बाद परिजन शव को रखकर चक्काजाम करने की कोशिश कर रहे थे। उससे पहले ही उनको रोका गया। जब अस्पताल के प्रबंधन से उनका आमना-सामना कराया गया तो मामला शांत हो गया। थोड़ी ही देर में मृतक का परिवार उनका शव लेकर मंडीदीप रवाना हो गया। मरीज के परिजन की ओर से किसी प्रकार की कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। मृतक की भतीजी प्राजंल जैन ने बताया  चाचा प्रदीप जैन को बंसल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां सुबह उनको मृत घोषित किया गया। हम लोगों को आईसीयू तक जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। हमने किसी प्रकार की कोई शिकायत बंसल अस्पताल के खिलाफ पुलिस में नहीं की है। इससे ज्यादा कुछ और नहीं कहना चाहती हूं।  

Kolar News

Kolar News 21 January 2017

मध्यप्रदेश पुलिस विभाग इस साल दस हजार आरक्षकों की भर्ती करेगा। इनके साथ ही सब इंस्पेक्टर (एसआई) के भी करीब एक हजार पदों पर भर्तियां होंगी। आरक्षक के लिए अप्रैल में विज्ञापन जारी होंगे, तो एसआई की प्रक्रिया अगस्त-सिंतबर शुरू हो पाएगी। वर्ष 2016 में 14 हजार 283 पद आरक्षक भर्ती के लिए निकाले गए थे। इनमें से चार हजार पदों पर योग्य प्रत्याशी नहीं मिले। लिहाजा, बचे हुए चार हजार और नए छह हजार पदों को मिलाकर दस हजार आरक्षकों की भर्ती होगी। बताया जा रहा है कि महिला आरक्षकों की भर्ती होने के बाद हर थाने में एक अलग कमरा बनाकर तीन महिला पुलिसकमिर्यों की तैनाती भी करने का प्लान है। जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग का लक्ष्य वर्ष 2018 तक 30 हजार कॉन्स्टेबल की भर्ती करना है। वर्ष 2016 में पुलिस में 11 हजार से ज्यादा नए आरक्षक पुलिस को मिले हैं। इस साल दस हजार पद भरने के बाद वर्ष 2018 में भी इतने ही आरक्षकों की भर्ती की जाएगी। पुलिस को विधानसभा चुनाव से पहले 30 हजार नए जवानों की नियुक्ति करना है। पुलिस ने अपने सात संस्थानों में हर साल दस हजार आरक्षकों को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था भी कर ली है। पहले इनमें सिर्फ 2500 आरक्षक ही ट्रेनिंग ले पाते थे।  

Kolar News

Kolar News 20 January 2017

नगर निगम में अगले बजट की सरगर्मियां शुरू हो गई हैंं। नगर निगम के पुराने बजट से सबक लेकर मेयर इन काउंसिल अपना दूसरा बजट वास्तविक आंकड़ों के आधार पर तैयार करने का प्रयास कर रहा है। इससे पहले  वित्तीय वर्ष में 2016-17 में निगम ने 2100 करोड़ का बजट पेश किया था। इसमें निगम को विभिन्न स्रोतों से 800 करोड़ की आय होना प्रस्तावित था। वित्त वर्ष खत्म होने में एक महीने का समय बचा है। अब यह प्लानिंग की जा रही है कि इस बजट में जो काम बचेंगे, उन्हें अगले बजट में शामिल कर दिया जाएगा। बजट के पहले चरण में  महापौर आलोक शर्मा और कमिश्नर छवि भारद्वाज अभी तक हुए  कामों की समीक्षा कर रहे हैं। इसमें नवबहार सब्जी मंडी के प्रोजेक्ट को फाइनल कर दिया गया। अगले बजट के लिए नगर निगम के वित्त विभाग ने सभी विभागों से आय और खर्च के प्रस्ताव मांगे हैं।इसके अलावा उद्यान शाखा से लेकर सफाई और अन्य सभी महत्वपूर्ण विभागों की पिछले बजट में जो राशि आवंटित की गयी थी उसकी भी समीक्षा की जा रही है। इस बातर पानी की सप्लाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेट और स्वच्छ भोपाल के साथ साथ ट्रैफिक कंट्राल मैनेजमेंट पर भी फोकस किया जा रहा है।  निगम ने इस वित्त वर्ष में शहर के अलग-अलग स्थानों पर आरओ वॉटर प्लांट, हर जोन में महापौर एक्सप्रेस चलाने और नीलम पार्क के लेजर शो को फ्री करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। ये घोषणाएं कागजों तक ही सीमित हैं। पानी की सप्लाई सबसे महत्वपूर्ण है। पेनसिटी वाटर रीज प्रोजेक्ट के तहत 149,55 करोड़ खर्च किए जाने थे। इसके अलावा स्मार्ट वाटर सप्लाई के लिए 75 करोड़ का अलग से बजट रखा गया था। इसके साथ ही कोलार ग्रैविटी तथा फीडरमेन बदलने के लिए Ñजो प्लान पिछले बजट में बनाया गया था उसकी समीक्षा की जा रही है। निगम से सूत्रों का कहना है कि पिछले बजट में पांच करोड़ रुपए से छोटे तालाब का सौंदर्यीकरण करने का काम करने की योजना थी। इसके अलावा लोगों को डूबने से बचाने केलिए जीवन रक्षक दल बनाने और लेक कंट्रोल रूम बनाया जाना था। बड़े तालाब में फाउंटेन और लगाने थे और उसके कैचमेंट एरियाका संरक्षण किया जाना था। इसके लिए बजट में 10 करोड़ का अलग से प्रावधान किया गया था। अब निगम की नजर झील सरंक्षण और पब्लिक सर्विस पर रहेगी।

Kolar News

Kolar News 19 January 2017

इस साल आएगा शहर का मास्टर प्लान  लगभग 12 साल बाद भोपाल का मास्टर प्लान इस वर्ष जारी होने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। गौरतलब है कि इसके पहले 2005 में शहर का मास्टर प्लान जारी हुआ था। इसके बाद तैयार तो तीन बार हुआ पर किसी न किसी कारण से रोक दिया गया। इस कारण शहर का बेतरतीब विकास हुआ। अब शहर के हरेक वर्ग को बेसब्री से मास्टर प्लान का इंतजार है। 12 साल बाद भोपाल विकास योजना (मास्टर प्लान) का चौथा मसौदा तैयार होगा। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएंडसीपी) ने इसके आदेश जारी कर नए मसौदे को बनाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था जिसके मदद से  नए सिरे से सेटेलाइट इमेज लेकर ड्राफ्ट बनाया जा रहा है। इसके लिए मार्च 2017 की डेडलाइन तय की गई है। यदि पिछली बार जैसे विवाद नहीं हुए तो सरकार 2017 के अंत तक नया प्लान लागू कर देगी। भोपाल मास्टर प्लान 2031 के लिए  सरकार साल 2007, 2009 और 2012 में तीन बार मसौदे बना चुकी है, लेकिन विधानसभा चुनावों और तालाब के कैचमेंट को खत्म करने वाले विवादों की वजह से इन मसौदों को लागू नहीं किया जा सका है। इन मसौदों पर सरकार के एक करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके हैं। लेकिन अभी तक फायनल स्टेज नहीं आ पायी है। स्मार्ट सिटी और अटल मिशन फार अर्बन  रिजुवेनेशन एंड ट्रांसफार्मेशन में फंडिग के लिए सरकार को चार साल के भीतर नया प्लान बनाना जरूरी है। इसलिए अब सरकार को मास्टर प्लान जल्दी लाना होगा। भोपाल मास्टर प्लान 2031 में मैप से ली गयी नई सेटेलाइट इमेज पर काम किया जा रहा है। इसके बाद आबादी को जियोग्राफिक, टैफिक यूटिलिटी का सर्वे किया गया है। इसके बाद पुराने प्लान पर नया लैंडयूज देखा जाएगा।  मास्टर प्लान 2005 में मानचित्र में आरक्षित 27 हजार 103 हेक्टेयर भूमि 143 व्यक्ति प्रगति हेक्टेयर के मान से 2031 तक 35 लाख की आबादी के लिए पर्याप्त है। पब्लिक सेमी पब्लिक लैंडयूज में बनने वाले स्कूल, अस्पताल और जनकल्याण केन्द्रों की जगह को लेकर भी प्लानिंग की जानी है। केरवा कलियासोत से लेकर कोलार डेम तक होने वाले निर्माण भी अब फोकस में हैं।

Kolar News

Kolar News 18 January 2017

  कोलार में नगर निगम के वार्ड क्रमांक 83 में  हुज़ूर  विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष   रामेश्वर शर्मा ने 21 लाख रूपये की लागत के विकास कार्यो के भूमिपूजन किए।  इस दौरान श्री शर्मा ने कहा कि कोलार में तमाम विकास कार्य करवाये जा रहे है! सड़क, पानी, सीवेज समस्या का स्थाई समाधान किया जा रहा है!  कार्यक्रम में नगर निगम जोन क्रमांक 18 की अध्यक्ष एवं स्थानीय पार्षद श्रीमती मनफूल श्याम सिंह मीना ने बताया की 15 लाख रूपये की लागत से शकुन्तला नगर में सीवेज नेटवर्किंग होने से शकुन्तला नगर एवं आस पास की कॉलिनियो में सीवेज समस्या से रहवासियो को निजात मिलेगी एवं 6 लाख की लागत से दर्वेश रेसीडेंसी में पार्क फेंसिंग करवाई जा रही है।  इस मौके पर पार्षद भूपेंद्र माली, पवन बोराना, भाजपा कोलार मंडल अध्यक्ष ताराचंद्र मारण, उपाध्यक्ष श्याम सिंह मीना, कोषाध्यक्ष आशोक दास बैरागी, महामंत्री जमना यादव, संजय श्रीवास्तव, गोवर्धन लोवंशी, नरेश पाटीदार, अजय पाठक, सुजीत पांडा, मनोहर मीना, नरेश राजपूत, दिलीप प्रजापति, सुजीत यादव, सुरेंद्र शुक्ला, आशोक मीना, मदन राजपूत, कमलेश साहू, सन्देश शर्मा, लखेंद्र सिंह, आदि उपस्तिथ थे!  

Kolar News

Kolar News 17 January 2017

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में भोपाल में  सम्पन्न निवेश संवर्धन उप समिति की बैठक में निवेश संबंधी छह परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। इन परियोजनाओं से प्रदेश में करीब 3,285 करोड़ रूपये का पूँजी निवेश होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार की नीति निवेश को प्रोत्साहन देने की है। प्रदेश में निवेश के लिए बेहतर वातावरण उपलब्ध है। बैठक में बताया गया कि मेसर्स पेसिफिक आयरन मेन्यूफेक्चरिंग लिमिटेड द्वारा जबलपुर जिले के सिहोरा में 335 करोड़ रूपये के निवेश से इंट्रीग्रेटेड स्टील प्लांट की स्थापना की जाएगी। मेसर्स फुजित्सु आप्टेल प्रायवेट लिमिटेड द्वारा रायसेन जिले के मण्डीदीप में 57 करोड़ रूपये के निवेश से आई.टी. सेक्टर में विशेष प्र-संस्करण क्षेत्र विकसित किया जाएगा। मेसर्स मयूर यूनिकोटर्स लिमिटेड द्वारा मुरैना जिले के सीतापुर में 109 करोड़ रूपये के निवेश से कोटेड फेब्रिक टेक्सटाईल परियोजना स्थापित की जाएगी। मेसर्स वर्धमान टेक्सटाईल लिमिटेड द्वारा मण्डीदीप, सतलापुर और बुधनी में स्थित इकाइयों के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1450 करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। इसी तरह मेसर्स सागर मेन्युफेक्चरिंग प्रायवेट लिमिटेड द्वारा रायसेन जिले के तामोट में 936.64 करोड़ रूपये के निवेश से विस्तार किया जाएगा। मेसर्स हेटिच इंडिया प्रायवेट लिमिटेड द्वारा पीथमपुर में 398 करोड़ रूपये के निवेश से फर्नीचर फिटिंग्स निर्माण इकाई स्थापित की जाएगी। बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय पाठक, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री इकबाल सिंह बैस, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के. मिश्रा और सचिव श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 17 January 2017

जिला प्रशासन में कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारियों (एसडीएम) के प्रभारों में फिर बदलाव किया है। यह बदलाव हुजूर एसडीएम माया अवस्थी का तबादला होने के कारण किए हैं। हुजूर का प्रभार टीटी नगर एसडीएम कमल सिंह सोलंकी को दिया गया है। तीन साल में पहली बार नजूल वृत्त हुजूर को नया एसडीएम मिला है।  हालांकि बाकी के छह नजूल वृत्तों में तीन सालों में तीन बार अनुविभागीय अधिकारियों का बदला गया है। इस बार भी गोविन्दपुरा और टीटी नगर एसडीएम को बदला गया है। गोविन्दपुरा में श्वेता पवार के स्थान पर कलेक्टर ऑफिस सुप्रींटेंडेंट व डिप्टी कलेक्टर मुकुल गुप्ता को एसडीएम बनाया गया है। अतुल सिंह टीटी नगर एसडीएम होंगे। वे अब तक उप निर्वाचन अधिकारी, ई गवर्नेंस, जनसुनवाई का काम देख रहे थे। सोमवार को सभी अधिकारी अपना प्रभार संभाल लेंगे। श्वेता पवार को डिप्टी कलेक्टर बनाकर फिलहाल कलेक्टर ऑफिस में ही रखा गया है। उधर तबादले के बाद शुक्रवार को माया अवस्थी को कार्य मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए गए। उनका तबादला स्वास्थ्य विभाग में हुआ था। वे तीन साल से हुजूर एसडीएम थी।  

Kolar News

Kolar News 15 January 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आनंद कार्यक्रम का शुभारंभ  मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहाँ आर्थिक रूप से सम्पन्न नागरिकों द्वारा अपनी जरूरत से ज्यादा सामग्री जरूरतमंदो को देने के लिए “आनंदम” कार्यक्रम की शुरूआत की है। प्रत्येक जिले में ऐसे स्थान तय किए गए हैं जहाँ नागरिक जरूरतमंदों के लिए सामग्री दान दे सकते हैं और जरूरतमंद उन्हें ले सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मकर संक्रांति के पावन पर्व पर नवगठित आनंद विभाग के “आनंदम” कार्यक्रम की शुरूआत स्थानीय टी. टी. नगर स्टेडियम से की। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में 21 जनवरी तक आनंद उत्सव मनाया जायेगा। इसमें आनंद देने वाली गतिविधियों जैसे पारम्परिक खेल, नृत्य एवं संगीत की गतिविधियाँ शुरू की गई हैं। सभी आयु वर्ग के लोग इसमें भाग ले रहे हैं। आनंद विभाग गठित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। आनंद सभाओं का आयोजन इस अनूठे कार्यक्रम का प्रदेश में एक साथ शुभारंभ करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सच्चा आनंद दूसरों की मदद करने से मिलता है। नागरिको में प्रसन्न्ता का प्रतिशत बढ़ाने के लिये आनंदम कार्यक्रम जैसी पहल की गयी है। उन्होंने कहा कि जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोंण लाने के उद्देश्य से आनंद सभाओं का आयोजन किया जायेगा। विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रखते हुये उन्हें जीवन जीने की कला भी सिखायी जायेगी। जीवन को आनंदमय और अर्थपूर्ण बनाने से संबंधित पाठ को शालेय पाठ्यक्रमों में शामिल किया जायेगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण लाना है ताकि वे जरूरतमंदो की सेवा और सहायता के लिये वैचारिक रूप से तैयार रहे। स्कूलों में भी आनंद सभाओं का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वेच्छा से आनंदक के रूप में स्वयं का पंजीयन करवाये। उन्हें प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जायेगा और वे आनंद के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। श्री चौहान ने कहा कि www.anandsansthanmp.in पर जाकर हर नागरिक आनंदक बन सकता है, जो दूसरों को खुशी देने की इच्छा रखता‍है। इसमें अशासकीय संगठन, शासकीय कर्मचारी, सांस्कृतिक, व्यापारिक संस्थाएँ भाग ले सकते है। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को मकर संक्रांति पर्व की बधाई देते हुए कहा कि आनंदम कार्यक्रम प्रदेश सरकार की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि केवल धन और संसाधन से आनंद नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि आनंद के बिना दीर्घायु और दीर्घजीवन किसी काम का नहीं है। उन्होंने कहा कि आनंद देने वाली गतिविधियों की शुरुआत के साथ विकास की गतिविधियाँ निरंतर चलती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने आनंदम की अवधारणा समझाते हुए कहा कि खुशी के लिए धन, संसाधन और पद-प्रतिष्ठा पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि दान के बिना अन्न जहर के समान होता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे ऐसी उपयोगी वस्तुओं को जरूरतमंदो को दे जो उनके पास आवश्यकता से ज्यादा है जैसे कपड़े, कंबल, किताबें, बर्तन, फर्नीचर या अन्य सामग्री। उन्होंने माताओं बहनों से भी आग्रह किया कि वे इस पहल को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रूप से जिला मुख्यालयों में शुरूआत हुई है। इसे क्रमश: शहरों, पंचायत स्तर पर ले जाया जायेगा। श्री चौहान ने स्पष्ट किया कि आनंदम कार्यक्रम पूर्ण रूप से स्वैच्छिक कार्यक्रम है। यह आनंद की वर्षा करने वाला प्रकल्प है। उन्होंने समाज के सभी सक्षम वर्गों से अपील की कि वे इसमें आगे आकर भाग लें। उन्होंने बताया कि फिलहाल राजधानी में टी.टी.नगर स्टेडियम, कान्सेप्ट स्कूल साऊथ टी.टी. नगर, संजय तरण पुष्‍कर- कोहेफिजा, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र और स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड में व्यवस्था की गयी है। इसी तरह यह व्यवस्था सभी जिला मुख्यालयों में शुरू की गई है। नागरिकों ने किया भरपूर स्वागत मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरों को खुशी देने की भावना का विस्तार सभी के सहयोग से हो सकता है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फेंसिंग के जरिये प्रदेश के विभिन्न जिलों में आनंदम कार्यक्रम में भाग लेने वाले नागरिको से चर्चा की। भोपाल के युवा श्री विधान जैन ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने ओढ़ने और पहनने के गरम कपड़े जरूरतमंदो के लिये दान दिये हैं। ग्वालियर चेम्बर ऑफ कामर्स के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री की इस पहल की सराहना की और कहा कि वे सब मिलकर इसे आगे बढ़ायेंगे। मुख्यमंत्री ने जबलपुर और उज्जैन के नागरिकों से भी बात की और उन्हें आनंदम कार्यक्रम में भागीदारी करने के लिए आभार व्यक्त किया। राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि दूसरों को सुख और प्रसन्नता देने वाला यह कार्यक्रम पूरे देश में अनूठा कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने अपने जरूरत से ज्यादा सामान्य जैसे जैकेट, साड़ियाँ, कम्बल, बर्तन, स्कूल बैग जरूरतमंदों के लिए दान दिए। श्री चौहान एवं श्रीमती साधना सिंह ने पतंग भी उड़ाई। भोपाल महापौर श्री आलोक शर्मा ने आभार व्यक्त किया। सहकारिता राज्यमंत्री श्री विश्वास सारंग, विधायक श्री सुरेंद्र नाथ सिंह, श्री विष्णु खत्री, श्री रामेश्वर शर्मा, नगर निगम के अध्यक्ष श्री सुरजीत सिंह चौहान, पूर्व मेयर श्रीमती कृष्णा गौर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मनमोहन नागर, मध्यप्रदेश व्यापार संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री मदनमोहन गुप्ता, गोविंदपुरा इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मुकेश सचदेव, आनंद विभाग के प्रमुख सचिव श्री इकबाल सिंह बैस, भोपाल संभाग के आयुक्त श्री अजातशत्रु एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 14 January 2017

  कहा आत्मविश्वास, स्वस्थ शरीर, प्रखर बुद्धि से छुएँ नई ऊचाइयाँ   स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आज पूरे प्रदेश में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह स्थानीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला के प्रांगण में बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम किया। श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका पुण्य-स्मरण किया। उन्होंने विवेकानंद के आदर्शों का स्मरण करते हुए कहा कि मनुष्य में अनंत शक्तियाँ और ऊर्जा होती है। वह असंभव कार्य भी आसानी से कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे स्वयं पर विश्वास रखें। हमेशा आत्म विश्वास से भरे रहें और स्वस्थ शरीर और प्रखर बुद्धि  के साथ नई ऊँचाइयों को छुएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने यह सिखाया कि जीवन व्यर्थ बिताने के लिये नहीं बल्कि महान कार्य करने के लिये है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि वे खूब खेलें, स्वस्थ रहें और पढ़ाई करें। पढाई में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने गुलदस्ते की जगह किताबों से स्वागत करने की स्कूल शिक्षा की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें जिज्ञासु प्रवृत्ति का विकास होगा। मुख्यमंत्री ने सूर्य नमस्कार के लाभ बताते हुए कहा कि यह योग क्रियाओं का समुच्चय है। उन्होंने कहा कि भारतीय ऋषियों ने वर्षों के ज्ञान और चिंतन के बाद सूर्य नमस्कार को मानव समाज के सामने प्रस्तुत किया। उल्लेखनीय है कि सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करना प्रदेश की युवा नीति का अंग है। कार्यक्रम का आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा ने भी सामूहिक सूर्य नमस्कार और प्राणायाम में भाग लिया। उन्होंने भस्त्रिका और भांभरी प्राणायाम किया। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक शिकागो भाषण का पाठ विद्यार्थियों को सुनाया गया।  

Kolar News

Kolar News 13 January 2017

स्वच्छता सर्वेक्षण : 21 लाख का पहला ईनाम भोपाल में कुछ वार्डों को छोड़ दें तो अधिकांश वार्डों में स्वच्छता अभियान पिछड़ गया है।कोलार के पार्षद तो इस मामले में सबसे ज्यादा पिछड़े नजर आ रहे हैं।  दरअसल स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर के 85 वार्डों के बीच शुरू हुए ‘क्लीन कॉम्पीटिशन’ दो दर्जन वार्ड और उनके पार्षदों के बीच सिमट गया है। कॉम्पीटिशन में शामिल पार्षदों की बात करें तो इनमें सबसे ज्यादा गोविंदपुरा विधानसभा सेहैं। उत्तर विधानसभा से दो और मध्य विधानसभा के दो पार्षदों कॉम्पीटिशन में बने हुए हैं, जबकि अव्वल नंबर की दौड़ में वार्ड 56 और वार्ड 64 व 20  शामिल हैं। शुरूआत अच्छी, फिर पिछड़े : क्लीन कॉम्पीटिशन के तहत पार्षदों की अपने वार्डों में साफ-सफाई की शुरूआत अच्छी हुई थी, लेकिन धीरे-धीरे यह काम पिछड़ता चला गया। आलम यह है कि अब कुछ वार्डों में ही सफाई अभियान चलाया जा रहा है। मिशन के तहत वार्ड के दायरे में आने वाले बाजारों में रात्रिकालीन सफाई शुरू करानी है। रहवासी संघों, व्यापारियों और स्कूली बच्चों को स्वच्छता शपथ दिलानी है। जिसके तहत वार्डों की रैंकिंग तय की जाएगी। गौरतलब है कि दो अक्टूबर को दस नंबर मार्केट में बने प्रदेश के पहले शी लाउंज लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा का ऐलान किया था। इसके तहत शहर के 85 वार्डों में से तीन वार्डों को चुना जाना है। जो वार्ड पहले नंबर पर होगा उसे 25 लाख रुपए और दूसरे नंबर पर आने वाले वार्ड को 11 व तीसरे नंबर वाले वार्ड को 5 लाख रुपए विकास के लिए मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास के तहत मिलेंगे। यही नहीं मुख्यमंत्री इन वार्डों का खुद मौका मुआयना करेंगे। शहर में सबसे साफ मार्केट चुनने का काम निगम एनजीओ के साथ ही आम शहरी से ही कराने वाला है, लेकिन सबसे साफ वार्ड का चुनाव कैसे होगा यह तय नहीं है। हालांकि उम्मीद है कि सफाई के लिए मिलने वाले 100 नंबरों में एनजीओ 20 नंबरों पर रैंकिंग करेगी, जबकि जनता 20 नंबर पर रैंकिंग करेगी और 80 नंबर में 40-40 नंबर महापौर और निगम कमिश्नर के हाथों में होंगे।महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि शहर को स्वच्छता सर्वे 2017 में नंबर वन बनाने सभी पार्षद अपने वार्डों साफ-सफाई कराने के साथ ही लोगों को स्वच्छता की शपथ दिला रहे हैं। निगम ने अपने स्तर पर वार्डों की रैंकिंग शुरू कर दी है। इन पार्षदों के वार्डों में अच्छी सफाई केवल मिश्रा     सुरेंद्र वाडिका    सुरजीत सिंह चौहान दिनेश यादव कृष्ण मोहन सोनी    गुड्डू चौहान गिरीश शर्मा महेश मकवाना वार्डों को मिलेगा स्वच्छता पुरस्कार प्रथम    : 21 लाख रुपए द्वितीय  : 11 लाख रुपए तृतीय   : 5 लाख रुपए

Kolar News

Kolar News 12 January 2017

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश कौशल उन्नयन में देश का नम्बर एक राज्य बने। देश-प्रदेश के रोजगार के अवसरों में प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले। श्री चौहान मंत्रालय में व्यवसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद की साधारण सभा की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में तकनीकी शिक्षा एवं कौशल उन्नयन राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी एवं मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोजगार की माँग और आपूर्ति में संतुलन की जरूरत बताते हुए कहा कि बहुउद्देश्यीय व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था जरूरी है। उद्योग जगत की कार्मिक आवश्यकताओं का अध्ययन कर, उनके अनुसार कुशल व्यक्ति उपलब्ध हों, इसके प्रभावी प्रबंध जरूरी है। उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण व्यवस्था और पाठ्यक्रम को विश्व-स्तरीय बनाने पर फोकस करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने वाली उत्कृष्ट निजी संस्थाओं का भी अध्ययन करवाया जाये। प्रदेश के कौशल उन्नयन कार्यक्रम में उनकी भी सकारात्मक सहभागिता ले सकते हैं। उन्होंने परिषद द्वारा संचालित प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में शामिल प्रतिभागियों के रोजगार की स्थिति का अध्ययन करवाकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को परिषद के अंतर्गत एकीकृत करवाने के निर्देश दिये। बताया गया कि अप्रैल माह में ग्लोबल स्किल समिट का आयोजन किया जायेगा। समिट में उद्योग समूहों की कुशल श्रमिक आवश्यकताओं का चिन्हांकन और इन्टेंशन-टू-एम्प्लॉय अनुबंध किये जायेंगे। यह तय किया गया कि व्यवसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद का स्वरूप परिवर्तित कर मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास मिशन का गठन किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि विभाग ने कौशल उन्नयन का व्यापक कार्यक्रम तैयार किया है। इस वर्ष 7.5 लाख व्यक्तियों को प्रशिक्षण का लक्ष्य तय किया गया है। वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडरों द्वारा विगत 6 वर्ष में 2 लाख 68 हजार व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया है। आई.टी.आई. की परीक्षाएँ ऑनलाइन करने वाला प्रदेश देश का प्रथम राज्य है।  

Kolar News

Kolar News 10 January 2017

देश के 500 शहरों का स्वच्छता में रैकिंग को लेकर गत 4 जनवरी से सर्वे शुरू हो गया है। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जारी किए गए रैकिंग के सर्वे की समय सारणी में 34 शहरों में से भोपाल को सबसे अंतिम में रखा गया है। यहां 2 फरवरी से 4 फरवरी के बीच केंद्र की टीम सर्वे करेगी। जबकि इससे पहले 27 से 29 जनवरी के बीच इंदौर शहर का सर्वे होगा। ज्ञात हो कि प्रदेश के 1 लाख से ऊपर आबादी वाले शहरों को स्वच्छता रैंकिंग में शामिल किया गया है। दरअसल, प्रदेश की राजधानी को नंबर वन पर लाने के लिए कई तैयारियां शेष हैं। सर्वे तो 4 जनवरी से शुरू हो चुका है लेकिन अब तक 17 वार्ड ओडीएफ घोषित नहीं हो पाए हैं। साथ ही डस्टबिन आदि के काम भी बचे हुए हैं। नगर निगम का सर्वे फरवरी में होने का सबसे बड़ा फायदा यह मिलेगा कि कमियों को दुस्र्स्त कर सकेगा। इससे रैकिंग में परिणाम बेहतर हो सकेगा। मंत्रालय की ओर से जानबूझकर बड़े शहरों को आखिर में सर्वे के लिए रखा गया है, ताकि और इन दोनों शहरों की तैयारी और बेहतर हो सके। नगरीय प्रशासन संचालन सभी शहरों की तैयारियों को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर दिशा निर्देश जारी कर रहा है। सर्वे का शेड्यूल   इनका सर्वे हुआ: 4 से 6 जनवरी- मुरैना, देवास, ओमकारेश्वर, पीथमपुर, उज्जैन। सर्वे: 7 से 9 जनवरी- खरगौन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, सागर।   तैयारी के हिसाब से मिली तारीख 11 से 13 जनवरी- दतिया, शिवपुरी, गुना, सीहोर, होशंगाबाद, जबलपुर। 17 से 19 जनवरी- कटनी, दमोह, छतरपुर, सतना, शिवनी। 20 से 22 जनवरी- छिंदवाड़ा, सिंगरौली, बैतूल, डबरा, भिंड और बुरहानपुर। 23 से 25 जनवरी- नागदा, विदिशा, खंडवा, रीवा। अंत में दो शहर 27 से 29 जनवरी- इंदौर, 2 से 4 फरवरी- भोपाल    

Kolar News

Kolar News 8 January 2017

हुजूर में माया अवस्थी  को छोड़ सब बदले बीते तीन सालों में एसडीएम और तहसीलदारों के कार्यों में लगातार बदलाव हुए हैं। हालात यह है कि एक भी एसडीएम व तहसीलदार एक साल से अधिक नहीं टिक सका। इसमें कई तो ऐसे हैं जो पांच माह का समय भी पूरा नहीं कर पाए। लेकिन इस पूरे बदलाव में हुजूर तहसील ऐसी रही, जहां इसका असर देखने नहीं मिला और एसडीएम माया अवस्थी यहाँ बिना कुछ काम किये ही जमी हुई हैं। कहा जा रहा है कि  कलेक्टर निशांत बरवड़े की करीबी होने का लाभ उन्हें मिल रहा है।  हुजूर में तीन साल में एक ही एसडीएम काम देख रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इनकी शिकायतें नहीं आई। शिकायतों के बाद भी न तो इन्हें हटाया और न ही इनका प्रभार बदला गया। ऐसा तब है जब जनता सहित शिकायत करने वालों में विधायक व जिला पंचायत अध्यक्ष भी शामिल हैं, क्योंकि इस वृत्त में सबसे अधिक ग्रामीण इलाके हैं। फिर भी स्थानीय प्रशासन ने इस ओर कोई सख्त कदम नहीं उठाया। विधायक हुजूर रामेश्वर शर्मा कहते हैं जिला प्रशासन ने बीते तीन सालों में जब सभी वृत्तों के एसडीएम के काम में बदलाव किया है, तो हुजूर को उससे क्यों अलग रखा गया है?  जनता के कार्य नहीं हो रहे हैं। कलेक्टर को अवगत करा चुका हूं। रामेश्वर शर्मा इस मामले पर कलेक्टर के रवैये से खासे खफा हैं और सरकार को उन्होंने इस सब गड़बड़ी की जानकारी दे दी है। सिर्फ रामेश्वर शर्मा ही नहीं इलाके में सभी लोग एसडीएम माया अवस्थी के कार्य व्यव्हार से संतुष्ठ नहीं है। जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर भी इससे नाराज हैं उनका कहना है जब कोई सालों से जमा रहेगा, तो वह क्यों किसी की सुनेगा? हुजूर में न तो जनता के कार्य हो रहे हैं और न किसी की कोई सुनवाई हो रही। कलेक्टर को अन्य वृत्तों की तरह यहां भी अधिकारी बदलना चाहिए। गोविंदपुरा और शहर वृत्त में हुआ सबसे अधिक बार फेरबदल गोविंदपुरा: इस वृत्त में फेरबदल सबसे अधिक हुआ। यहां  6 एसडीएम अमरजीत पवार, डीसी सिंधी, मनोज सरियाम, संदीप केरकेट्टा, पीएस त्रिपाठी, राजेश गुप्ता आए। अभी यहां श्वेता पवार 7वीं एसडीएम हैं। शहर वृत: तीन साल में पीएस त्रिपाठी, संदीप केरकेट्टा, सीएम मिश्रा, सुरभि तिवारी, मिनिषा पांडे, सुनील राज नायर, रवि सिंह एसडीएम रहे। अभी यहां प्रदीप शर्मा हैं। बैरागढ़: तीन सालों में सीएम मिश्रा, अविनाश तिवारी, पीआर नागले, सीपी निगम, सुरभि तिवारी एसडीएम रहे। अभी मिनीषा पांडे हैं। टीटी नगर : इस वृत्त में भी तीन सालों में पांच एसडीएम सीएम मिश्रा, मनोज सरियाम, पीएस त्रिपाठी, संदीप केरकेट्टा, सुनील राज नायर आए। वर्तमान में कमल सोलंकी एसडीएम हैं। एमपी नगर : 3 साल में रितु चौहान, सीएम मिश्रा, इच्छित गढ़पाले, संदीप केरकेट्टा एसडीएम रहे। अभी रविकुमार सिंह 5वें एसडीएम हैं। बैरसिया: 3 साल में नेहा मराव्या, अनुग्रह पी, मनोज सरियाम, आशीष भार्गव एसडीएम रहे। अभी राजीव नंदन श्रीवास्तव एसडीएम हैं।  हुजूर वृत्त : यहां 3 साल में 2 एसडीएम रहे। सुनील दुबे को गड़बड़ियों पर मुख्यमंत्री ने हटाया था। इसके बाद से माया अवस्थी एसडीएम हैं।  

Kolar News

Kolar News 7 January 2017

  मुख्यमंत्री  चौहान ने पुलिस अधिकारियों को दिए निर्देश    मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने नये वर्ष में पुलिस प्रशासन को सभी प्रकार के माफिया का सफाया करने का लक्ष्य देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए पुलिस प्रशासन का प्रभावी होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था विकास के लिए अनिवार्य शर्त है। श्री चौहान आज यहाँ पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उच्च-स्तरीय बैठक में नये साल की प्राथमिकताओं और लक्ष्यों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रत्येक जिले में गणमान्य नागरिकों के साथ माह में एक बार कानून-व्यवस्था के संबंध में चर्चा करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे पुलिस को भरपूर सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिये एस.पी., आई.जी. और डी.आई.जी. के बीच समन्वय होना चाहिए। उन्होंने फील्ड में पदस्थ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी प्रकार के अपराधों, संगठित अपराधों, माफियाओं की सूची बनायें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अभियान चलाये। उन्होंने कहा कि जो लोग किसी भी प्रकार से माफिया को समर्थन देने में लिप्त हैं उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें। बेटियों से छेड़छाड़ करने वालों को तत्काल गिरफ्तार करें श्री चौहान ने बेटियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि बेटियों के साथ छेड़छाड़ करने वाले गुण्डा तत्वों को गिरफ्तार करें और उनके विरूद्ध तत्काल सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून लागू करने की आवश्यकता है। उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारियों को ऐसे कानून का मसौदा तैयार करने के निर्देश दिए। महिलाओं के विरूद्ध अपराधों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए बैतूल जिले में चलायी गयी “समर्थ संगिनी” जैसी पहल को अन्य जिलों में संचालित करने को कहा। बेटियों की खरीद-फरोख्त से जुड़े गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल करने के लिए ग्वालियर पुलिस की प्रशंसा की। उन्होंने हथियारों की खरीदी-बिक्री से जुड़े गिरोह को पकड़ने में रतलाम पुलिस की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ऐसे गिरोहों पर नजर रखें, जो बेटियों की खरीद-फरोख्त का घिनौना काम कर रहा है। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2016 में बेहतर कानून-व्यवस्था एवं पुलिस की उपलब्धियों की सराहना करते हुए नए वर्ष की प्राथमिकताएँ बतायीं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पुलिस अन्य राज्यों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने सिंहस्थ में मानवीय दृष्टिकोण के साथ काम करने पर पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन की भूरि-भूरि सराहना की। उन्होंने कहा कि सिमी का नेटवर्क ध्वस्त हो गया है और नक्सलवादी गतिविधियों पर पूरी तरह से नियंत्रण है । मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश साम्प्रदायिक सदभाव और शांति के लिए जाना जाता है। इसे बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन सभी संबंधित वर्गों के साथ संवाद करे और उसके बाद यथोचित कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधियों के साथ संवाद से भी कानून व्यवस्था की समस्याएँ हल करने में मदद मिलती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों में ऐसे समूहों के काम करने की सूचना मिली है जो निर्दोष लोगों को सरकार और सरकारी तंत्र के खिलाफ भड़का रहे हैं और उनमें नक्सलवादी गतिविधियों की तरफ रूझान पैदा कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे समूहों को चिन्हित कर तत्काल कार्रवाई करने को कहा। श्री चौहान ने कहा कि झुग्गी-बस्तियों पर नजर रखने की आवश्यकता है। यहाँ अपराधी पनाह ले सकते हैं। श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, दहेज कानून और सूचना प्रौद्योगिकी कानून में दर्ज प्रकरणों की जाँच निष्पक्षता से होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों की पदोन्नति में उनके प्रदर्शन को प्राथमिकता देने के निर्देश देते हुए कहा कि जो जवान अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं उनके साथ नियमित संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। पुलिस के निचले अमले के साथ नियमित संवाद की प्रक्रिया शुरू करें। आम सूचना तंत्र मजबूत बनाएँ मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रत्येक थाने का आम सूचना तंत्र मजबूत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस तंत्र द्वारा एकत्रित महत्वपूर्ण सूचनाओं को सभी विभागों से भी साझा करने की जरूरत है ताकि वे भी सतर्क रहें और समय पर कार्रवाई कर सकें। उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। इस संबंध में उन्होंने अंतर्राज्यीय सूचना तंत्र का भी प्रभावी उपयोग करने को कहा। सी.आई.डी. को और सुदृढ़ बनायें श्री चौहान ने सी.आई.डी. की भूमिका पर नए संदर्भों में गंभीरता से विचार करने और इसे सुदृढ़ बनाने के भी निर्देश दिए। डिजिटल इकानॉमी के युग में सायबर क्राईम संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सायबर अपराधों के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रत्येक जिले में कम से कम एक पुलिस थाने को सायबर क्राइम के प्रकरण हल करने में विशेषज्ञता वाला थाना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आम लोगों को भी संभावित सायबर अपराधों के संबंध में सचेत करने और इनसे बचने का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने को कहा। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटना में हो रही मृत्यु के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए जिलों में हर महीने रोड सेफ्टी के संबंध में मीटिंग रखने को कहा। श्री चौहान ने मदिरा के सेवन से अपराध की प्रवृत्ति और दर बढ़ने के संबंध में बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश के संदर्भ में एक सर्वेक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि अध्ययन के बाद इस दिशा में कड़े निर्णय लिए जाएंगे। जिला पुलिस अधीक्षकों से चर्चा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये जिला पुलिस अधीक्षकों से चर्चा की। उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षकों को नए वर्ष की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की उज्जवल छवि है। उन्होंने कहा कि जिलों में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण तब संभव होगा जब एस.डी.ओ.पी., सी.एस.पी. और पुलिस अधीक्षक लगातार मैदानी दौरा करेंगे और उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त पुलिस प्रशासन और माफियाओं का सफाया प्रमुख प्राथमिकताएँ हैं। सभी जिले में अपना लक्ष्य तय करें और सभी प्रकार के माफियाओं को समाप्त कर दें। यदि आई.जी. और एस.पी. आपस में समन्वय कर कार्य करें तो अपराधिक घटना नहीं होगी। इसके लिए सभी पुलिस थानों के नियमित निरीक्षण पर ध्यान दें। गरीबों, महिलाओं, किसानों, बेसहारों की शिकायतों को गंभीरता से लें और कार्रवाई करें। हर जिला आपात-स्थिति प्रबंधन योजना बनाएँ श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजातियों के लोगों के विरूद्ध अपराध पर समय से और प्रभावी कार्रवाई करें। साम्प्रदायिक सौहार्द बनाने के लिए संबंधित वर्गों और समुदायों से संवाद बनाए रखें। तीज-त्यौहारों एवं अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक-धार्मिक महत्व के अवसरों को देखते हुए पहले से प्लानिंग करें। बेटियों के साथ छेड़छाड़ करने वालों के साथ सख्ती से पेश आयें। गुण्डा-गर्दी की घटनाओं के खिलाफ लगातार अभियान चलाएँ। वारंट और समन की तामील शत-प्रतिशत होना चाहिए। चिट फण्ड कम्पनियों जैसी अन्य धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं पर पैनी नजर रखें ताकि लोग धोखे में न आयें। आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएँ। जेलों में सुरक्षा पर भी पुलिस अधीक्षक विशेष ध्यान दें। बिना किसी पूर्व अनुमति के धार्मिक स्थल का निर्माण न हो। हर जिला आपात-स्थिति प्रबंधन योजना तैयार रखें। रोड सेफ्टी के संबंध में नियमित रूप से जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर और एस.पी. हर महीने जिलों में कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक रखें और पुलिस मुख्यालय को भी अवगत करवाएँ। उन्होंने कहा कि गोपनीय चरित्रावली कर्त्तव्य निष्पादन और प्रदर्शन के आधार पर लिखी जाना चाहिए। श्री चौहान ने डॉयल-100 के संचालन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके पहुँचने के समय में कमी लाने के प्रयास किए जाना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 6 January 2017

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने गुरू गोविन्द सिंह जी की 350वीं जयंती पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि गुरू गोविन्द सिंह जी भक्ति तथा शक्ति का अद्वितीय संगम थे। वे मौलिक चिंतक, महान लेखक, असाधारण योद्धा और महान बलिदानी थे। उन्होंने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की आन-बान और शान के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। श्री चौहान ने नागरिकों का आव्हान किया है कि वे महान गुरू गोविंद सिंह के जीवन से प्रेरणा लें। उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण कर, आपसी भाईचारे और सद्भावना के वातावरण को और अधिक मजबूत बनाये।   

Kolar News

Kolar News 5 January 2017

मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश शासन के वर्ष 2017 के कैलेण्डर एवं डायरी का आज मंत्रालय में विमोचन किया। कैलेण्डर में जीवनदायिनी माँ नर्मदा की महिमा एवं प्रदेश की सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक सौंदर्य की छटाओं के आकर्षक छायाचित्र शामिल किये गये हैं। मुख्यमंत्री  चौहान ने कैलेण्डर के आकल्पन की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विविधताओं से सम्पन्न है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पांडे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.के. मिश्रा और श्री अशोक वर्णवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल और श्री हरिरंजन राव, आयुक्त जनसंपर्क श्री अनुपम राजन एवं प्रमुख राजस्व आयुक्त श्री के.के.खरे आदि उपस्थित थे। कैलेण्डर में माँ नर्मदा के किनारे स्थित धार्मिक स्थलों, अमरकंटक सहित अन्य स्थलों के आकर्षक छायाचित्र शामिल किये गये हैं। साथ ही सिंहस्थ के महत्वपूर्ण दृश्य, रमणीय पर्यटक स्थल और वन्य-प्राणियों के मनोहारी चित्र भी संकलित किये गये हैं।

Kolar News

Kolar News 3 January 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसान, गरीब, छोटे कारोबारियों, गर्भवती माताओं और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिये की गई घोषणाओं का स्वागत करते हुए इन्हें परिवर्तनकारी बताया है। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम दिये संदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने इन वर्गों को राहत देकर संवेदनशीलता और प्रगतिशील सोच का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में घर बनाने के लिये 9 लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत तथा 12 लाख के कर्ज पर 3 प्रतिशत की छूट देने से आवासहीन परिवारों को मदद मिलेगी। छोटे कारोबारियों की क्रेडिट गारंटी एक से बढ़ाकर दो करोड़ करने से सूक्ष्म और लघु उद्योग क्षेत्र में आशातीत विस्तार होगा। श्री चौहान ने कहा कि किसानों द्वारा लिये गये खरीफ और रबी के कर्ज पर 60 दिन का ब्याज केन्द्र सरकार द्वारा वहन करने का फैसला किसानों के व्यापक हित में है। इसी प्रकार गर्भवती माताओं को 6 हजार रुपये की सहायता राशि देने से उनमें आत्मविश्वास आयेगा। वरिष्ठ नागरिकों द्वारा बैंक डिपॉजिट करने पर 8 प्रतिशत ब्याज देने की घोषणा भविष्योन्मुखी है। उन्होंने कहा कि ये घोषणाएँ देश का कायाकल्प करने के मिशन को आगे बढ़ायेंगी। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के नव-निर्माण का संकल्प लिया है। इस संकल्प को राज्य सरकार अन्य राज्यों के सहयोग से सफल बनायेगी।

Kolar News

Kolar News 1 January 2017

जीवन के संस्कारों से जोड़ रही है नर्मदा यात्रा  जन और जीवन में सुख, शांति, आनंद, समृद्धि, विकास और खुशहाली के लिए हमें एक बार फिर अपनी देशज परम्पराओं को अपनाना होगा। हमें भारतीय जीवन के उन संस्कारों को अपनी जीवन-चर्या में पुन: शामिल करना होगा, जिन्हें आज उपेक्षित किया जाता है। एक अहम् उद्देश्य के साथ आरंभ हुई नर्मदा सेवा यात्रा अपने मकसद से जुड़े ये संदेश जबलपुर जिले के विकासखंड शहपुरा के ग्राम डुड़वारा, ललपुर और बगरई में ग्रामीण जनों तक पहुँचाने में सफल हुई। विचार और चेतना के अनुष्ठान के रूप में जारी नर्मदा सेवा यात्रा तीसरे सप्ताह के अंतिम दिन लम्हेटी ग्राम से ध्वज पूजन और आरती के बाद ग्राम डुड़वारा के लिए रवाना हुई। इसके पूर्व सुबह शनि मंदिर के पास श्रमदान द्वारा लम्हेटी घाट की साफ-सफाई की गई। यात्रा के दौरान विचारकों, समाजसेवियों और जन-प्रतिनिधियों ने कहा कि यात्रा आम लोगों को जीवन के संस्कारों से जोड़ रही है। ग्रामीणों को समझाया गया कि संस्कार स्व-प्रेरणा से अपने जीवन में उतारे जाते हैं। लोगों से कहा गया कि स्व-इच्छता से ही स्वच्छता होगी, किसी नियम-कानून से नहीं। स्वच्छता का संस्कार हमें खुले में शौच करने से रोकेगा तथा नदियों में पूजन-सामग्री विसर्जित करने की जगह विसर्जन कुंडों का उपयोग करने की प्रेरणा देगा। यात्रा-दल ग्रामवासियों को यह समझाने में सफल हुआ कि हमारे संस्कारों और हमारी आवश्यकताओं में बहुत बारीक लेकिन मजबूत रिश्ता है। ये आपस में गुँथी हुई हैं। वृक्ष हमारे मित्र है। वृक्ष वर्षा का जल संचित करते हैं। वृक्षों से वर्षा होती है। खेती वर्षा पर निर्भर है। श्रमदान से स्वच्छता संभव है तो अच्छी सेहत इसका पुरस्कार है। ग्राम डुड़वारा के शासकीय स्कूल के मैदान में रैली और वृक्षारोपण के बाद कृषि संगोष्ठी में ग्रामवासियों को समझाईश दी गई कि रासायनिक खादों से अपने खेतों को बंजर बनाने की जगह जैविक खेती की देशज परम्परा अपनायें। ग्राम ललपुर के पंचायत भवन में हुए जन-संवाद में दल ने गाँव के लोगों को सलाह दी कि स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकास की योजनाएँ तैयार करें। इसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगें। ग्राम बगरई में माँ नर्मदा की सांध्य आरती के पूर्व गाँव के लोगों से बरसात की हर बूँद सहेजने का आग्रह किया गया। यात्रा लम्हेटी से शुरू होकर डुड़वारा और ललपुर होते हुए बगरई में रात्रि विश्राम के लिए रुकी। यात्रा मार्ग पर दोनों ओर खड़े लोगों और रास्ते के छोटे गाँव-टोलों के निवासियों ने पुष्प-वर्षा और अक्षत-टीका लगाकर यात्रियों का स्वागत किया। महिलाएँ सिर पर मंगल-कलश सजाये मंगलाचरण के गीत गा रही थीं। बड़ी संख्या में स्कूलों और आँगनवाड़ियों के बच्चे सामाजिक मुद्दों से जुड़े नारों की तख्तियाँ लिए नजर आ रहे थे। जगह-जगह स्वागत द्वार और घरों पर तोरण सजाये गये थे। प्रतिपल नर्मदा- वंदन के सस्वर जयघोष यात्रियों को दोगुने उत्साह से भर रहे थे। साधु-साध्वियों की कीर्तन प्रस्तुतियाँ वातावरण को नया रंग दे रही थी। घरों के सामने महिलाओं और बालिकाओं ने सम-सामयिक और ज्वलंत मुद्दों पर भी बहुत आकर्षक रांगोलियाँ बनाई थीं। यात्रा में महामंडेलश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि जी, बरगी विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह, जिला भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष श्री शिव पटेल, शहपुरा जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री अभिषेक सिंह और मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती हर्षिका सिंह शामिल थी।

Kolar News

Kolar News 31 December 2016

  कोलार में सीवेज नेटवर्क को दुरुस्त करने के लिए अमृत योजना का इंतजार है। क्षेत्र में वर्षों से  सीवेज योजना ठप्प पड़ी हुई है।  दो साल पहले  बिगड़े सीवेज नेटवर्क सिस्टम को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलार की जनता से जो वादा किया था, उसे  दो साल बाद भी पूरा नहीं किया गया है। निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह घोषणा सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गई है। इधर कोलारवासी लंबे समय से सीवेज नेटवर्क सिस्टम के डाले जाने का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के वातावरण में सीवेज की दुर्गंध के कारण नागरिकों को जीना मुश्किल हो रहा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो राजनेता इस प्रोजेक्ट में अड़ंगा डाले हुए हैं। जिस वजह से प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं किया जा रहा है। सीएम की घोषणा पर अमल में देरी गौरतलब है कि 5 मार्च 2015 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां 52 करोड़ रुपए लागत की कोलार नगर पेयजल योजना शिलान्यास कार्यक्रम में आए थे। उस वक्त सीएम सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कोलार क्षेत्र के सीवेज सिस्टम निर्माण के लिए उन्होंने 80 करोड़ की राशि देने की घोषणा की थी। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर व महापौर और विधायक भी मौजूद थे। पानी के बाद दूसरी बड़ी समस्या है सीवेज की कोलार में पानी के बाद दूसरी बड़ी समस्या सीवेज की है। क्षेत्र की अधिकांश कॉलोनियों में जहां सीवेज लाइन ही नहीं डली हुई हैए वहीं दूसरी तरफ सीवेज की निकासी के लिए कोई बेहतर इंतजाम नहीं है। महापौर आलोक शर्मा ने कहा कोलार में सीवेज लाइन दुरुस्त होगी। इसके लिए पूरे शहर को ध्यान में रखा जा रहा है। बड़ी राशि की जरूरत है, इसलिए अमृत योजना के तहत राशि जुटायी जा रही है।      , 

Kolar News

Kolar News 30 December 2016

शिवराज सिंह चौहान श्रद्धेय श्री सुंदरलाल पटवा जी को मैंने 1974 के उपचुनाव में पहली बार देखा। उनके चेहरे पर तेज और वाणी में ओज था। उनके भाषण ने मुझे बहुत प्रभावित किया। पटवा जी कुशल संगठक, प्रभावी जननेता और अद्भुत वक्ता थे। उनकी भाषण शैली के सभी कायल थे। विधानसभा में जब वो बोलते थे तो पिन ड्राप साइलेंस हो जाता था। पटवाजी से मैं निकट सम्पर्क में तब आया जब 1985 में वे भोजपुर से चुनाव लड़े। उस चुनाव में हमने दिन-रात काम किया और पटवाजी को पास से देखने का मौका मिला। वे असाधारण साहस रखने वाले नेता और जिंदादिल इंसान थे। भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने मुझे युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। अच्छा काम करने हेतु सदैव प्रोत्साहित करते थे। जवानों सा जोश उनमें सदैव रहता था। पार्टी के कार्यकर्ताओं के परिश्रम और पटवाजी की लोकप्रियता के कारण ही वर्ष 1990 में भाजपा की सरकार बनी थी। बस्तर से झाबुआ तक की पद यात्रा से उनकी लोकप्रियता में अपार वृद्धि हुई। पद यात्रा में वे गीत और शेरो-शायरी सुनाते हुए चलते थे। थकते हुए मैंने उन्हें कभी नहीं देखा। पटवाजी पूरी तरह सात्विक जीवन जीते थे। वे 92 वर्ष की आयु में भी स्वयं को वृद्ध कहलाने से बहुत चिढ़ते थे। पटवाजी में नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करने की अद्भुत प्रवृत्ति और क्षमता थी। मैं जब मुख्यमंत्री बना, तो समय-समय पर उन्होंने बहुमूल्य मार्गदर्शन और सुझाव दिये। मैं भी हर विषम परिस्थिति में उनसे मिलकर मार्गदर्शन प्राप्त करता था। मेरे व्यक्तिगत जीवन को भी पटवाजी ने बहुत गहराई से प्रभावित किया। मैंने जीवन भर अविवाहित रहने का निर्णय किया था। परंतु पटवाजी ने मुझे गृहस्थ जीवन बिताते हुए राष्ट्र और समाज की सेवा में समर्पित रहने को प्रेरित किया। मेरे युवा मोर्चा का अध्यक्ष रहते हुए ही अयोध्या में रामजन्म भूमि आंदोलन शुरू हो चुका था। रामभक्तों पर अयोध्या में गोलियाँ चली थी। कई रामभक्त बलिदान हो गये थे। उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री श्री वी.पी. सिंह का भोपाल दौरा हुआ था। हमने दौरे के विरोध की ठानी। पटवाजी मुख्यमंत्री थे। प्रशासन ने विरोध न हो, इसका बहुत प्रयास किया। पुलिस ने भी श्री वी.पी. सिंह की सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की थी, लेकिन युवा मोर्चे के कार्यकर्ता श्री सिंह को घेरने में सफल हो गये। काले झंडे दिखाये, विरोध प्रदर्शन हुआ, लाठी चार्ज, पथराव में दौरा अस्त-व्यस्त हो गया। श्री सिंह पटवाजी के निवास के बाहर धरने पर बैठ गये। मुझे लगा कि अब खैर नहीं। पटवाजी बहुत नाराज होंगे। परंतु पटवाजी ने बाहर आकर मीडिया को बयान दिया कि अनेकों रामभक्तों की मौत होने के कारण विरोध प्रदर्शन में यहाँ यदि चार पत्थर चल गये, तो उससे कोई पहाड़ नहीं टूट गया। पटवाजी सही अर्थों में स्थितप्रज्ञ व्यक्ति थे। दुख और सुख में उनका समभाव रहता था। वर्ष 1992 में राम मंदिर आंदोलन के कारण सरकार भंग हुई। उनके चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं थी। राज्य प‍रिवहन की बस में बैठकर शाम को इंदौर चले गये। जनहित के लिये उन्होंने किसी भी लड़ाई से पीछे हटना नहीं सीखा था। बहुत अनशन किये। मुलताई में दिग्विजय सरकार द्वारा किसानों की हत्या के विरूद्ध उन्होंने लंबा अनशन किया। नेतृत्व किया। भ्रष्टाचार, किसानों पर प्रशासन के अत्याचार के विरूद्ध लड़ाई में उन्होंने अपना जीवन भी दाँव पर लगा दिया। वे भोपाल के पीरगेट पर आठ दिन तक उन्होंने अनशन किया। पटवाजी किसानों के मसीहा थे। उन्होंने देश में पहली बार किसानों का 714 करोड़ का कर्ज माफ किया। पटवाजी सख्त प्रशासक थे। किसी भी गुंडागर्दी या दहशत के सामने वे झुकते नहीं थे। इंदौर के बम्बई बाजार में माफिया को उन्होंने सख्ती से समाप्त किया। भोपाल में भी माफियाओं को नेस्तनाबूत किया। पटवाजी का राजनीतिक साहस भी अतुलनीय है। श्री कमलनाथ को उनके ही गढ़ छिन्दवाड़ा में उन्होंने करारी शिकस्त देकर इतिहास रचा। चुनाव के बारे में वे कहा करते थे, कि यह गाजर की पुंगी है, जब तक बजेगी बजायेंगे नहीं तो खा जायेंगे, चिंता क्या करना। आमतौर पर प्रत्याशी चुनाव की वोटिंग के दिन घूमता है परंतु पटवाजी छिन्दवाड़ा में जाकर आराम से सो गये। पटवाजी ने ऐसी कठिन परिस्थितियों में जनसंघ का प्रचार किया जब गाँवों में जनसंघ को कोई नहीं जानता था। वे खुद ही दिन में माईक लेकर यह प्रचार करते थे कि शाम को सुंदरलाल पटवा की सभा है, जरूर आयें। और शाम को खुद ही मंच से सभा को संबोधित करते थे। वाकपटुता में पटवाजी की जोड़ का वक्ता मुश्किल से मिलेगा। विधानसभा में उनके तीखे बाण सबको भेदते थे। उनके तर्क से विपक्ष धराशायी हो जाता था। उनके तर्कों के जवाब अर्जुनसिंह, वोराजी और दिग्विजय सिंह भी नहीं दे पाये। उनके तीखे व्यंग्य बाण अंदर तक वार करते थे। पटवाजी का जीवन और कृतित्व वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिये एक प्रेरणा है कि राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पित जीवन किस तरह जिया जाये। उनकी पुण्य-स्मृति को शत्-शत् नमन।[ब्लॉगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।]  

Kolar News

Kolar News 29 December 2016

    मध्यप्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुंदर लाल पटवा का हार्ट अटैक के बाद एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। जानकारी के मुताबिक सोते वक्त उन्हें हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। अंतिम संस्कार नीमच जिले में उनके पैतृक गांव कुकडेश्वर में 29 दिसंबर को दोपहर 2 बजे होगा। उनकी पार्थिव देह भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शनों के लिए रखी गई । पटवा का 11 नवंबर 1924 को जन्म हुआ था। सुंदर लाल पटवा जनता पार्टी की सरकार के दौरान 1980 और भाजपा की सरकार में 1990 में दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। वे 1997 में छिंदवाड़ा में हुए लोकसभा उपचुनाव में पहली बार सांसद बने। इसके बाद 1998 में होशंगाबाद से सांसद चुने गए और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बने। सुंदर लाल पटवा के निधन की खबर मिलने के बाद भाजपा में शोक की लहर छा गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि सुंदर लाल पटवा जी का निधन प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने अपना पूरा जीवन जनहित और विकास कार्यों को समर्पित कर दिया था। मप्र के विकास के लिए आजीवन प्रयासरत रहने वाले पटवा जी आप स्वच्छ राजनीति के पर्याय हैं, आपको भुलाया नहीं जा सकेगा। सीएम शिवराजसिंह चौहान ने पटवाजी के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। सीएम ने कहा कि आज होने वाला हितग्राही सम्मेलन यथावत रहेगा। कार्यक्रम को बेहद सादगी से मानाया जाएगा। छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने भी जताया शोक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। डॉ सिंह ने कहा कि पटवा जी ने अपने सुदीर्घ सार्वजनिक जीवन में विभिन्न पदों पर रहते हुए जनता को मूल्यवान सेवाएं दी। अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने आम जनता के जीवन में बदलाव लाने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की, जिसका लाभ छत्तीसगढ़ की जनता को भी मिला। उन्होंने कहा कि पटवा जी के निधन से भारतीय लोकतंत्र के एक सुनहरे अध्याय का अंत हो गया। उनका निधन हम सभी के लिए अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने सुंदर लाल पटवा के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमने एक युगदृष्टा, कर्मशील और कुशल संगठक खो दिया है।   दो बार रहे मध्यप्रदेश के सीएम पटवा 1957-67, 1977–97 और 1998 : मध्यप्रदेश विधानसभा में तीन बार विधायक रहे 1957-67 : विधानसभा में विपक्षी दल के चीफ व्हीप 1975 : जनसंघ के महासचिव, मध्यप्रदेश से 1977 : जनता पार्टी के कार्यसमिति सदस्य 1980 जनवरी से फरवरी 1980 में पहली बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने 1980-85 : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष 1990 मार्च से 1992 दिसंबर तक दूसरी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने 1986 : मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष 1997 : 11वीं लोकसभा में सांसद बने 1999 : 13वीं लोकसभा में दूसरी बार सांसद बने 13 अक्टूबर 1999 से 30 सितंबर 2000 तक केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रहे 30 सितंबर 2000 से 7 नवंबर 2000 तक केंद्रीय रसायक और उर्वरक मंत्री रहे 7 नवंबर 2000 से 1 सितंबर 2001 तक केंद्रीय खनन मंत्री रहे  

Kolar News

Kolar News 28 December 2016

    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद पीडब्ल्यूडी ने कोलार रोड के चौड़ीकरण की तैयारी शुरू कर दी है। पीडब्ल्यूडी इन दिनों चूना भट्टी से गोल तिराहे तक सर्वे कर रहा है।  इस सर्वे में रोड के चौड़ीकरण के लिए उपलब्ध जमीन का आकलन किया जा रहा है। सड़क के एक तरफ कोलार पाइपलाइन बिछी हुई है, इसके समानांतर दूसरी पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो रहा है। केरवा डेम से भी वाटर सप्लाई के लिए भी पाइप लाइन बिछाई जा रही है। ऐसी स्थिति में सड़क चौड़ीकरण के लिए पूरे क्षेत्र में एक जैसी जमीन मिलना मुश्किल है। पीडब्ल्यूडी के एसई संजय खांडे के अनुसार इस सर्वे के बाद चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण का प्लान बनाया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 27 December 2016

बजट के अभाव में अटकी भोपाल शहर की मेट्रो परियोजना को अब गति मिल सकेगी। मंगलवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में  मेट्रो परियाजना पर राज्य सरकार के बजट से व्यवस्था करने और डीपीआर मंजूरी के लिए प्रस्ताव को भी बैठक में मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा कैबिनेट में राज्य के कर्मचारियों को केन्द्र की तर्ज पर एक जुलाई से सात प्रतिशत महंगाई भत्ता, राहत(डीए) दिए जाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी। नगरीय प्रशासन विभाग ने भोपाल और इंदौर मेट्रो परियोजना के लिए राज्य सरकार ने दो हजाार करोड़ रुपए का इंतजाम बजट से करने का प्रस्ताव तैयार किया है। चूंकि जापान की एजेंसी ‘जायका’ इसके लिए कर्ज देने से हाथ पीछे खीच चुकी है इसलिए राज्य सरकार राज्य के  बजट से राशि की व्यवस्था करने जा रही है। इसके अलावा अब विश्व बैंक से कर्ज लेने की कवायद भी की जाएगी। कैबिनेट में इसके लिए प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद यह कवायद होगी। ऐसा होने पर मध्यप्रदेश में मेट्रो परियोजना पर तेजी से काम हो सकेगा। नगरीय प्रशासन विभाग का एक और प्रस्ताव है जिसके तहत जेएनआरयूएम के तहत भोपाल शहर की यूआईजी परियोजना में वाटर सप्लाई डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के लिए हडको से ऋण लिए जाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी।  

Kolar News

Kolar News 26 December 2016

        कोलार  में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए जल्द ही सड़क पर कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। राजधानी में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण धूल है। यह धूल वाहनों के धुएं के साथ घुलकर पर्टिकुलेट मैटर में तब्दील हो जाते हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर भोपाल के लिए बनाई गई प्रदूषण नियंत्रण निगरानी समिति सड़कों पर कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी कर रही है। समिति के अध्यक्ष संभागायुक्त अजातशत्रु श्रीवास्तव का कहना है कि सड़कों पर फेंका जाने वाला कचरा ही गाड़ियों के पहियों के नीचे पिसकर धूल में बदल जाता है। यही धूल या तो सड़कों के किनारे जमा हो जाती है, या फिर उड़ते हुए हवा में तैयारी रहती है। सड़कों पर कचरा न फेंका जाए, इसे रोकने के लिए नीति तैयार की जा रही है। इसके लिए नगर निगम के माध्यम से जुर्माना लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि राजधानी में 6 स्थानों पर वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगे हैं। इनमें से पर्यावरण परिसर को छोड़कर सभी पांचों स्थानों पर वायु प्रदूषण तय मानक से अधिक है। सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़, सेप्ट गोविंदपुरा, कोलार रोड, हमीदिया रोड, बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी होशंगाबाद रोड पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 60 से 65 के बीच है। जबकि अच्छी हवा के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से कम होना चाहिए। कहां कितना है एयर क्वालिटी इंडेक्स पर्यावरण परिसर - 46.7 सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़ - 62 सेप्ट गोविंदपुरा - 62.6 कोलार रोड - 64 हमीदिया रोड - 61.7 होशंगाबाद रोड - 63.4  

Kolar News

Kolar News 25 December 2016

    कोलार का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन   कोलार के बंजारी दशहरा मैदान पर खेली गई फूलों की होली के साथ पिछले सात दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा का विश्राम हो गया। इस दौरान पिछले सात दिनों से कथा में डूब चुके भक्तों की आंखे छलक उठी। कथा विश्राम के समय पंडाल में इस क्षेत्र में रिकार्ड 1 लाख 25 हजार से अधिक श्रोता उपस्थित थे। कथा मंच से आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज द्वारा जैसे ही ‘‘आज बिरज मे होली रे रसिया....कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया...’’ के साथ फूल बरसाकर फूलों की होली शुरू की वैसे ही पंडाल में मौजूद हर सवा लाख से अधिक श्रोता मारे उत्साह के उछल पड़े। कथा मंच से ‘‘कर्मश्री’’ अध्यक्ष विधायक रामेश्वर शर्मा, श्रीमती संगीता शर्मा अन्य पदाधिकारियों के साथ श्रोताओं पर फूलों की बारिश कर रहे थे तो दूसरी ओर श्रोताओं का जनसमुद्र मंच की ओर फूल बरसा रहा था। सवा लाख लोग अपने दोनो हाथ उपर उठाकर ढाई लाख हाथों से मंच की ओर फूल बरसा रहे थे, पूरा दृश्य अद्भुत था। सांतवे दिन महाराजश्री ने सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। कथा में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे आनंद के चलते शुक्रवार को कथा सुनने के लिए जनसमुद्र उमड़ पड़ा था। इस दिन कथा सुनने पहुंचे सवा लाख से अधिक श्रोताओं को बैठाने के लिए आयोजकों की व्यवस्थाएं भी कम पड़ गई थी। तात्कालिक रूप से पंडाल के चारों ओर के पाल-परदे खोलकर पंडाल के बाहर तक बैठक व्यवस्था बनाई गई। पीछे की ओर श्रोताओं के देखने-सुनने में असुविधा ना हो इसके लिए पीछे की ओर बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए गए थे। गौरतलब है कि यहां ‘‘कर्मश्री’’ और श्री बांकेबिहारी सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित यह भागवत कथा कोलार में अब तक का सबसे बड़ा आयोजन बन गई है। इस दिन मृदुलजी ने अपने विश्वविख्यात भजनों की प्रस्तुतियां भी दी। भागवत में हुआ है भगवान का विश्राम: आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज ने सांतवे दिन परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाते हुए कहा कि यह भागवत जो हम सुन रहे हंै, भगवान का ‘शब्द ब्रम्ह’ रूप है। भगवान जब लीला रचाकर मृत्युलोक से गमन करने लगे तो ब्रम्हा जी बोले की प्रभु आप बम्हलोक में आएं, शिव जी ने कहा कि प्रभु आप शिवलोक में आएं। सारे देवता देख रहे थे कि प्रभु कहां जा रहे हैं, यहां प्रभु ने कहा कि अबकि बार ना तो मै वैकुंठ में जा रहा हूॅं ना ही क्षीरसागर में जा रहा हूॅं। भगवान कहते हैं कि अबकि बार तो मैं भागवत में विश्राम करूंगा, यह कहकर प्रभु भागवत में समाहित हो गए। कथा विश्राम की ओर बढ़ते हुए आचार्यश्री ने कहा कि कलिकला में दो काम अवश्य होने चाहिए, पहला यह कि सबसे पहले प्रातः काल उठकर भगवान का ‘‘नाम ’’ अवश्य लेना चाहिए। दूसरा काम है ‘‘प्रणाम’’ । प्रणाम करने का तरीका यह है कि जब भी प्रणाम करो तो अपने मस्तक को धरती पर टेककर गुरू चरणों में, प्रभु चरणों में प्रणाम करना चाहिए जिससे यदि विधाता ने हमारे मस्तक पर कोई उल्टी लकीरें लिख दी हैं तो गुरू और गोविंद के चरणों में माथा टेकने से वह भी सीधी हो जाती है।  जो प्रेम की डोरी में परमात्मा को बांध ले वह है ‘‘सुदामा’’ आचार्यश्री ने सप्तम दिवस की कथा में सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि जो निष्काम हो, जो प्रेम की डोरी में परमात्मा को बांध ले वह ‘सुदामा’ है। भागवत भी निष्काम भक्ति है। हमारे अंदर किसी से प्रेम करने के लिए कुछ लेने का स्वार्थ ना हो यह निष्काम भाव है। प्रेम सबके लिए होता है, सबके प्रति होता है, इसमे समता का भाव होता है। भागवत जी कहती है कि प्रेम अकारण होता है, प्रेम में यदि कोई कारण आ जाए तो वह ‘प्रेम’ प्रेम ना होकर वासना हो जाती है। भागवत जी कहती है पे्रम की जोत अगर हमारी हृदय में प्रज्जल्वित हो जाए तो कभी बुझती नहीं है, यह अखंड होती है। प्रेम कभी घटता नहीं है। प्रेम का लक्षण वृद्धि को प्राप्त होना है, जबकि वासना का लक्षण घटना है। शुकदेव जी ने पूरी भागवत में कहीं भी सुदामा जी को दरिद्र नहीं कहा है क्योंकि जिसके हृदय में भक्ति हो वह निर्धन तो हो सकता, गरीब हो सकता है लेकिन भगवान का भक्त कभी दरिद्र नहीं हो सकता। सहयोग के पात्र हैं रामेश्वर: मृदुलजी कथा विश्राम के पश्चात और फूलों की होली के प्रसंग के पूर्व पंडाल में उपस्थित सवा लाख से अधिक श्रोताओं के समक्ष अपने विचार प्रकट करते हुए आचार्य मृदुलकृष्ण जी महाराज ने इस विराट आयोजन के लिए ‘‘कर्मश्री’’ अध्यक्ष विधायक रामेश्वर शर्मा की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। उन्होने कहा  उन्होने कहा कि ‘‘कर्मश्री’’ परिवार के सभी कार्यक्रम भोपाल में एक मिसाल कायम करते हैं, मुझे इनके कार्यक्रमों के बारे में लगातार पता चलते रहता है। मै देखता हूॅं कि राजनीतिक क्षेत्र में होने के बावजूद भी ‘‘कर्मश्री’’ अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा की प्रभु भक्ति में कोई कमि नहीं है। वे सदैव धर्म के कामों में आगे रहते हैं, सेवा कार्य भी वे लगातार करते रहते हैं। मेरा ऐसा मानना है कि रामेश्वर शर्मा सहयोग देने के पात्र हैं इसीलिए मैं यहां से कहता हूॅं कि आप सभी ने उन्हें सहयोग देना चाहिए।  परमात्मा की खुशी के लिए हो हमारा हर कर्म  आचार्यश्री ने सप्तम दिवस की कथा सुनाते हुए कहा कि हमारा प्रत्येक कर्म परमात्मा की खुशी के लिए होना चाहिए। क्योंकि संसार में तो एक को मनाओ, दूजा रूठ जाता है। इसीलिए संसार में किस किस को मनाओगे, लेकिन भागवत कहती है कि प्रभु बांकेबिहारी को मना लो सभी सभी मन जाएंगे। संसार को रिझाना बड़ा कठिन है लेकिन भगवान को मनाना बड़ा सरल है। गोपियों ने भी कात्यायनी की पूजा कर भगवान को मांगा था क्योंकि जीव मात्र का लक्ष्य भगवान है। संसार में जिसे भी हमने अपना कहा क्या वो हमारा अपना बना । संसार को पकड़ने के लिए भागोगे तो संसार कभी पकड़ाई में आने वाला नहीं है। संसार तो सरक रहा है, लेकिन जो तुम्हारा अपना है, तुम्हारे पास है वो भगवान के अलावा कोई हो ही नहीं सकता। कर्म का केन्द्र बिन्दु भगवान को बनाएं: मृदुलकृष्ण जी वैष्णव सिद्धांत के अनुसार लक्ष्य, ध्येय भगवान ही होना चाहिए। रूकमणी जी ने भी अपना लक्ष्य, अपना ध्येय कृष्ण को माना था और मांगा था तो उन्हें कृष्ण की प्राप्ति हुई। हमें भागवत जी सिखाती है कि जो भी कार्य करे उसके लक्ष्य में यह रखकर को कि प्रभु मेरे हैं। यदि व्यक्ति अपने कर्म का केंद्र बिन्दु भगवान को बना ले लेता है तो प्रभु आपको गलत रास्ते पर नहीं जाने देंगे, आप गलत रास्ते पर जाएंगे तो वह आपको बांह पकड़ कर खींच लाएंगे। दहेज लोभियों के घर में नहीं पहुंचती अच्छी कन्या  आचार्यश्री ने सप्तम दिवस की कथा सुनाते हुए कहा कि दहेज लोभियों के घर में अच्छी कन्या नहीं पहुंच पाती है। भागवत, गीता और रामायण में किसी जगह नहीं लिखा कि वर पक्ष को दहेज लेना नहीं चाहिए। माता पिता अपनी खुशी से बेटी को जो देते हैं उसमें कोई हर्ज नहीं लेकिन वर पक्ष के मन में दहेज का लोभ हो तो यह तय है कि उसके हाथ से अच्छी कन्या निकल जाएगी। इस लोभ को मन से निकाल देना चाहिए। किसी की बेटी अगर हमारे घर मंे आ रही है अर्थात साक्षात लक्ष्मी जी हमारे घर में आ रही है। आचार्यश्री ने कथा करते हुए कहा कि नेता शब्द नेत्र शब्द से बना है। जो अच्छी निगाह से समाज को देखे कि समाज में क्या कमि है, और उस कमि को पूरी कर दे वही नेता होता है। मुझे खुशी है कि आपके विधायक रामेश्वर शर्मा समाज को अच्छी प्रकार से देख सकते हैं। कल वे मुख्यमंत्री से फोरलेन की बात कर रहे थे तो मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई। नेता को यह समझना चाहिए कि जहां तक उनका क्षेत्र हैं वहां वे अपनी स्वयं की निगाह से समाज का दुख दर्द समझ सके। आज नेताओं को भागवत सुनने की आवश्यता है। रामेश्वर ने तीन बार कथा कराई तो कुछ तो प्रेरणा मिली ही होगी। आचार्यश्री ने इस बारे में कथा पंडाल में बैठे आयोजन समिति के संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को पूछा तो उन्होने प्रेरणा की बाबत स्वीकृति भरी। प्रतिउत्तर में पूरा कथा पंडाल करतल ध्वनी से गूंज उठा। पुण्य कर्मो का बल हमें तीर्थ, कथा में ले जाता है  आचार्यश्री ने कहा कि तीर्थ में, कथा में, धाम में हमें अगर कोई ला रहा है तो वह बलराम जी की कृपा से संभव होता है। आप पवित्र स्थान पर जा रहें हैं तो इसका मतलब है कि एक बल आपको वहां ले जा रहा है, वह बल पुण्य कर्मो का, सद्कर्मों का बल होता है। आप भी जो यहां भागवत सुनने के लिए आएं हैं आपको श्रेष्ठ कर्म ही यहां लेकर आए हैं। कितने ही लोग मंदिर के सामने, गंगा जी के सामने रहते हें लेकिन वह दर्शन और डुबकी रोज नहीं लगा पाते और कल-कल करते रहते हैं। कल कभी आता नहीं है, क्योंकि कल नाम काल का है।  भागवत जी का आदेश है कि मन में कोई अच्छा विचार, अच्छा कर्म आए तो कल पर छोड़ने के बजाए आज ही कर लेना चाहिए। सुदामा-सुशिला से भाव रखें पति-पत्नि आचार्यश्री ने कथा में सुदामा-कृष्ण मिलन का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि कृष्ण ने सुदामा जी से उनकी पत्नि का हाल पूछा था, जिस पर सुदामा जी ने कहा था कि मेरी पत्नि का नाम सुशीला है, उसका जैसा नाम है वैसी सुशील है। आज पति-पत्नि के बीच का प्रेम बड़ा विचित्र हो गया है। आज का दाम्पत्य इस प्रकार का है कि एक सप्ताह में ही प्रेम से विवाह तक पहुंचकर फिर शक तक बात पहुंच जाती है। पति-पत्नि का संबंध बहुत गहरा भी है और बहुत नाजुक भी है। आजके पति-पत्नि को इन कथाओं से कुछ सीखना चाहिए हमें यह कथाएं कुछ सीखाती है। लाखों युवाओं को कथा में देख मैं अभीभूत हूॅं: रामेश्वर शर्मा कथा विश्राम के बाद फूलों की होली के पूर्व उपस्थित जनसमुद्र को संबोधित करते हुए आयोजन समिति के प्रमुख विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि यहां भागवत कथा के सात दिनों में लाखों की संख्या में बेटा-बेटियों ने कथा सुनी है। आज भी हजारों युवा यहां मौजूद हैं, मैं इन्हें कथा में देख के अभीभूत हूॅं। यह इस बात की ओर संकेत करते हैं कि दुनिया वाले कुछ भी कहते रहे लेकिन हकीकत यह है कि भारत के बेटा बेटी की आज भी रूचि धर्म और भगवान में है। कोई इन्हें लाए या नहीं लाए लेकिन ये बेटा बेटी कथा में स्वयं आ जाते हैं यह इनका भाव है। पहले भारत की राजनीति धर्म के आधार पर चलती। भगवान के युग में भी राजनीति थी, जो कि धर्म आधारित थी। भारत की राजनीति में आज यह संकल्प होना चाहिए कि भारत भूमि पर, गौमाता पर, बेटियों पर हमला करने वालों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। जिस दिन भारत की राजनीति फिर से फिर से धर्म पर खड़ी होगी उस दिन भारत मंे रामराज आएगा, कृष्णराज आएगा। ‘‘कर्मश्री’’ ने यह अभियान चलाया है कि हम अपना नया वर्ष गुड़ीपड़वा को मनाएं । 31 दिसम्बर की रात 1 जनवरी में प्रवेश के अवसर पर मदिरा पान होता है, जिसमें दुर्घटनाएं भी होती है, यह हमारा नया साल नहीं है। नया साल तो गुड़ी पड़वा पर आएगा जब सब देवी पर जल चढ़ाने जाएंगे। श्री शर्मा ने कहा आचार्यश्री की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि महाराज जी आपने जो धर्ममार्ग पर चलने की मुझे जो शिक्षा दी है मैं उस पर चलने की कोशिश करता हूॅं । पूरा प्रयास करता हूॅं कि जनता की सेवा कर सकूं। जनता को अपना माई-बाप मानता हूॅं, इनके दुख दूर करने की पूरी कोशिश सदैव करता रहूॅंगा। मैं अपनी जनता को बिजली, पानी, सड़क तो दे सकता हूॅं लेकिन बेटा-बेटियों को संस्कार देने की जिम्मेदार हर माॅं-बाप की है। विधायक श्री शर्मा ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को हाथ खड़े करवाकर संकल्प दिलवाया कि ‘‘सब संकल्प लो कि अपने बेटा-बेटी को संस्कार अवश्य देंगे।’’   

Kolar News

Kolar News 24 December 2016

    अलौकिक विवाह के साक्षी बने 75 हजार श्रोता कोलार में श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज ने ‘रूकमणी मंगल’ की अलौकिक कथा का वर्णन किया। उन्होने कहा कि यह अलौकिक कथा जो श्रवण करता है उनके घर की बहन-बेटियोें के विवाह में आने वाली सारी बाधाएं दूर होती हैं। कथा में रूकमणी मंगल के प्रसंग के दौरान दिव्य झांकी भी प्रस्तुत की गई। आचार्यश्री ने मंत्रोच्चारण के साथ ‘रूकमणी-कृष्ण’ का विवाह सम्पन्न कराया। कथा मंच पर सम्पन्न हुए इस विवाह में विवाह की रस्में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान एवं श्रीमती साधना सिंह चैहान द्वारा निभाई गई। महारास, रूकमणी मंगल की झांकियों पर भावविव्हल हुए श्रोता गुरूवार की कथा के दौरान महारास और रूकमणी मंगल की जीवंत झांकियां प्रस्तुत की गई। इप झांकियों के दर्शन कर और कथा में तत्संबंधी प्रसंग सुन श्रोता भाव विव्हल हो उठे। मृदुलजी द्वारा झांकियों के साथ अपने प्रख्यात भजन ‘‘तेरी बंशी पर जाउं बलिहार रसिया...’’ , ‘‘मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो...’’, ‘‘आओ मनमोहना...आओ नंदनंदना...गोपियों के प्राणधन राधाजी के रमणा’’, ‘‘राधे-राधे जपो चले आएंगे बिहारी....’’ प्रस्तुत किए। भजनों की स्वरलहरियों पर कथा पंडाल में बैठे श्रोता पूरे समय भक्ति की मस्ती में भरकर थिरकते रहे। जो जीव को परमात्मा से मिला दे वही ‘महारास’ है: मृदुलकृष्ण जी आचार्यश्री मृदुलकृष्णजी महाराज ने ‘रास’ और ‘महारास’ कथा का सुंदर वर्णन करते हुए कहा कि ‘रास’ शब्द ‘रस’ से बना है। जहां एक रस अनेक रसों के रूप में प्रकट हुआ हो उसे कहते हैं महारास। जो हमें भगवान में लीन कर उसे कहते हैं लीला। भगवान को प्राप्त करने के लिए तीन मार्ग है, योग, ज्ञान और भक्ति। योगियों में चित्त की प्रधानता होती है। भक्ति में आनंद की प्रधानता होती है। शब्द सद् रूप है वृंदावन है। वृंदावन का चार कोस का क्षेत्र कभी नष्ट नहीं होगा, वह शाश्वत है। ज्ञान रूप हैं स्वयं भगवान कृष्ण और आनंद रूप हैं बृज की गोपियां। गोपियां कोई नारी नहीं है, यह पुरूष भी हो सकता है, स्त्री भी हो सकती है, क्योंकि एक भाव है। जो दसोें इंद्रियों से परमात्मा श्रीकृष्ण के रस का रस्सास्वादन करे वह गोपी हो जाता है। रासलीला कामलीला नहीं है, यह काम पर विजय प्राप्त करने की लीला है ‘‘महारास’’। रास अर्थात परमात्मा का अहसास होना ही ‘‘रास’’ है। आप कथा सुन रहें हैं और कथा सुनते-सुनते आपको यह अहसास होने लगे कि मेरे पास मेरे प्रभु बैठे हैं, मेरे सामने मेरा बांकेबिहारी खड़ा तो समझना कि आप ‘‘रास’’ में पहुंच गए। जो जीव को परमात्मा से मिला दे वही तो ‘‘महारास’’ है। भगवान को पसंद नहीं भक्त में ‘‘अभिमान’’ आचार्यश्री मृदुलकृष्ण जी महाराज ने छटवें दिन की कथा में इंद्र के अभिमान भंग की लीला की कथा सुनाते हुए कहा कि इंद्र का अभिमान भंग करने के लिए प्रभु ने गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला की। यह भगवान का अनुग्रह है क्योंकि भगवान अपने भक्त के अंदर कोई चीज अगर ना पसंद करते हैं तो केवल, केवल और केवल अंहकार ही है। अभिमान विकलांग होता है,पंगु होता है। जब तक अभिमान को दो बैसाखी नहीं मिलती ‘‘मै’’ और ‘‘मेरा’’ तब तक वह नहीं आता। इन दो बैसाखियों पर ही अभिमान चलता है। जो व्यक्ति संसार में महान बने वह विनम्र हो। जिस व्यक्ति में विनम्रता आती है वही महान होता है। महानता और विनम्रता के बीच कोई दीवार नहीं है। जो महान होता है वह विनम्र होता ही है। पंच महाभूत जिसके वश में है वह ‘‘भगवान’’ है भगवान शब्द में पांच अक्षर है, जो कि पंच माहभूतों की ओर संकेत करते हैं। संसार भी पंच महाभूतों पृथ्वी, आकाश, जल, वायु और अग्नि से ही बना है। यह पंच महाभूत जिसके वश में हो उसे भगवान कहते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने तो अपनी लीला में ही इन पंच महाभूतों को वश में कर के दिखा दिया।   शिवराज जी की प्रशंसा अमेरिका में भी सुनी: मृदुल जी गुरूवार को कथा सुनने सपित्नक पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की आचार्य मृदुलकृष्ण ने व्यासपीठ से मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होने कहा कि आपके प्रयासों से मध्यप्रदेश अब भव्यप्रदेश बन जाएगा। आप केवल मध्यप्रदेश में ही प्रशंसनीय नहीं है, अपितु जब मैं अमेरिका के लाॅस एंजिल्स में कथा करने गया था तब वहां भी मैने आपकी प्रशंसा सुनी थी। आपने प्रदेश मंे बेटी को लाडली कहकर पुकारा है, बड़ा सुंदर काम किया है। लाडली राधारानी जी का ही एक नाम है। बृजभूमि में लाडली राधारानी जी को ही कहा जाता है। मुझे पता चला है कि आप मध्यप्रदेश मे चार लाख से अधिक कन्याओं का विवाह सरकार के द्वारा करवा चुके हैं। मुझे एक बात की ओर खुशी हो रही है कि आपके द्वारा बुजुर्गों को तीर्थदर्शन कराने के लिए योजना शुरू की गई है। आचार्यश्री ने कहा कि यह वाकई प्रशंसनीय कार्य है, यथा राजा, तथा प्रजा। मुझे आपकी नर्मदा सेवा यात्रा के बारे में भी पता चला है यह पवित्र कार्य है। जनता के जीवन में आनंद चाहता हूॅं: शिवराज सिंह चैहान कहा-यूॅं ही आगे बढ़ते रहे विधायक रामेश्वर चूना भट्टी-कोलार-मंडीदीप फोरलेन रोड की घोषणा आत्मा के मोक्ष जगत के हित के लिए जिन्होने यह शरीर धारण किया है, जो हमें कथा सुना रहे हैं ऐसे श्रेष्ठ संत को मैं प्रणाम करता हूूं। रामेश्वर शर्मा जिनके कारण हमें यह सौभाग्य मिला है, मैं उन्हें बधाई देता हूॅं कामना करता हूॅं कि वे सदैव आगे बढ़ते रहे। मैं अपनी जनता के कल्याण की कामना करता हूॅं। महाराज जी ने आज जिस आनंद की कामना की है यही आनंद तो मैं अपनी जनता के जीवन में चाहता हूॅं, इसीलिए हमने आनंद विभाग भी बनाया है। यह विचार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने गुरूवार को कथा पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को कथा मंच से संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि मैं यह कथा सुनकर धन्य हो गया हूॅं। मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य है परमात्मा की प्राप्ति। परमात्मा को प्राप्त करने के लिए तीन मार्ग है ‘ज्ञान मार्ग’, ‘भक्ति मार्ग’ और ‘कर्म मार्ग’। कथा मेें जो सुधबुध खोकर नृत्य कर रहे थे यह भक्ति मार्ग है, हनुमानजी भी भक्ति मार्ग का उदाहरण हैं। हनुमानजी ने अपना सीना चीर कर दिखाया था। तीसरा है ‘‘कर्म मार्ग’’ । इसके अनुसार जो भगवान ने हमारा काम तय किया है उसे सही ढंग से कर ले। कर्म मार्ग के कारण कर्मश्री रामेश्वर शर्मा सदैव कोलार के विकास की बात करते हैं। मैं विश्वास दिलाता हूॅं कि यहां हर काम होगा, कोई समस्या नहीं रहेगी। विधायक रामेश्वर शर्मा के आग्रह पर उन्होने चूना भट्टी-कोलार-मंडीदीप फोरलेन रोड बनवाने की घोषणा भी की। उन्होने आगे कहा कि मैं एक आग्रह करने भी आया हूॅं कि नर्मदा मैया जिसने हमें सब कुछ दिया है, उसे सुरक्षित रखने का संकल्प लें। कृष्ण जी प्रकृति को पूजते थे, गोवर्धन उठाया, पेड़ बचाएं, गाय पालते थे, यमुनाजी को कालिया नाग से मुक्ति दिलाई थी। आज हमने भी संकल्प लिया है कि नर्मदा मैया को प्रदूषण से मुक्ति दिलाएंगे। नर्मदाजी में गिरने वाली सीवर लाईन को हटाया जाएगा। विर्सजन कुंड बनेंगे मैं संकल्प दिलवा रहा हूॅं कि नर्मदा किनारे कोई शराब नहीं पिएगा। आज मैं यहां आया हूॅं तो आप मेरे साथ आप भी संकल्प लें कि बेटी बचाएंगे, नर्मदा जी को स्वच्छ करेंगे, नशे से दूर रहेंगे। बेटियों की महिमा अनंत हैं, बेटी बचे, बेटी बढ़े, बेटी पढ़े। आप संकल्प ले कि अगले सावन के महीने में एक राखी भाई को तो बांधेगे साथ ही एक राखी पेड़ को भी बांधेगें। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने इस अवसर पर 75 हजार श्रोताओं को हाथ उठाकर उक्त संकल्प दिलाए। भगवान भक्त से केवल मन की अपेक्षा करते हैं: मृदुल जी भगवान भक्त से कभी धन की अपेक्षा नहीं करते, वह भक्त से कहते हैं कि तू केवल मुझे अपना मन दे दे। यह शरणागत का लक्षण है। भगवान अपनी आज्ञा को संतजनों के मुख से कहलवाते हैं। श्रीमद्भागवत भी भगवान की आज्ञा है। हमें शास्त्रों के अनुसार चलना चाहिए। सभी के जीवन में दुख आते हैं लेकिन भगवान अपने भक्तों को दुख सहने की शक्ति भी प्रदान करते हैं। वह उसे टूटने नहीं देते। भगवान इंद्र को दंड भी दे सकते थे लेकिन भगवान अपनी लीला के माध्यम से इंद्र को भी सही राह पर लाना चाहते थे। इंद्र का अभिमान भंग करने के लिए भगवान ने अपनी उंगली पर एक सप्ताह तक गोवर्धन पर्वत को धारण कर बृजवासियों की रक्षा की थी। इंद्र का अभिमान भंग होने पर इंद्र ने ‘‘भगवान’’ को गोविंद नाम दिया है। कंस का वध हुआ तो मथुरा का हर व्यक्ति ताली बजा रहा था आचार्यश्री ने श्रीमद्भागवत में कंस वध का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान ने जब कंस का वध किया तो मथुरा में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसने ताली नहीं बजाई हो। इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी ऐसे कर्म नहीं करने चाहिए कि मृत्यु के समय कोई खुश हो अपितु ऐसे कर्म करने चाहिए कि जब मरें तो शत्रु की आंख में भी आंसु आ जाए। आचार्यश्री ने कहा कि पंच शरीर तो किसी ना किसी दिन मरने वाला ही है लेकिन यश शरीर कभी मरता नहीं है। हमसे ऐसे कार्य होना चाहिए जो कि हमारे मरने के बाद भी सभी को याद रहे। हमारा यश शरीर जीवित रहे। मंदिर मंे भगवान के प्रत्येक अंग के दर्शन करें आचार्यश्री ने महारास में गोपियों के मन में भगवान के दर्शन की ललक का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान का दर्शन ही सर्वोपरी होता है। दर्शन करने का मतलब केवल मंदिर में जाना ही नहीं होता, हम मंदिर में जाएं तो भगवान के एक-एक अंग का, एक-एक वस्त्र का, एक-एक आभूषण का दर्शन करें। क्योंकि प्रभु के अंग, वस्त्र और आभूषण कितने सुंदर हैं, कितने अद्भुत हैं। हम जब मंदिर में भगवान का दर्शन करने जाएं तो भगवान के ही हो जाएं तब ही भगवान के सही दर्शन होते हैं। जिसकी दर्शन में रूचि है, यदि तुमने भगवान का दर्शन श्रद्धापूर्वक-निष्ठापूर्वक दर्शन किया है तो भगवान से कुछ भी मांगना नहीं पड़ेगा, प्रभु स्वयं ही तुम्हारी झोली भर देंगे। इस अवसर पर कथा संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा, श्रीमती संगीता शर्मा, श्रीमती रूमा विश्वास सारंग, यजमान अशोक चतुर्वेदी, श्रीमती कमलेश चतुर्वेदी, चंदरलाल चंदानी, सुधीर अग्रवाल, माधु चांदवानी, राम बसंल ने भगवान की दिव्य झांकी का पूजन अर्चन किया गया। कथा पंडाल में मौजूद 75 हजार से अधिक श्रोता इस दिव्य विवाह के साक्षी बने। इस प्रसंग पर कथा पंडाल में बैठा हर व्यक्ति अलौकिक आनंद से भर उठा। गौतरलब है कि इस दिन मृदुलजी ने इंद्र अभिमान भंग, महारास, कंस वध, उद्धव चरित्र, रूकमणी मंगल की कथा का वर्णन किया।   

Kolar News

Kolar News 23 December 2016

    कोलार में श्रीमद्भागवत के दसवें स्कंद्ध में उल्लेख है कि भगवान अपने भक्त के लिए अपना हृदय भी खोल देते है। जब भक्त प्रभु के चरणों का आश्रय ले लेता है तब भगवान अपने भक्त के लिए के केवल अपनी आंॅख, वाणी, कान ही नहीं खोलते अपितु उसके लिए अपना हृदय भी खोल देते हैं। हनुमान चालिसा में लिखा है कि जो भगवान के चरित्र को वर्णन करता है भगवान उसके हृदय के भी रसिया हो जाते हैं। भक्ति हमें प्रभु के शरणागत होना सिखाती है। वृंदावन की भूमि भक्ति प्रधान है, मथुरा की भूमि ज्ञान प्रधान है, द्वारिका की भूमि एश्वर्य प्रधान है। यह सद्विचार आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज बंजारी दशहरा मैदान में कर्मश्री संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा और श्री बांकेबिहारी सेवा समिति के संयुक्त संयोजन मेें आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में पांचवे दिन की कथा सुनाते हुए व्यक्त किए। इस दिन की कथा में उन्होने श्रीकृष्ण की बाललीलाओं का सुंदर चित्रण किया और माखनचोरी, गौचारणलीला, कालिया मर्दन, गिरीराज पूजन की कथा सुनाई। आचार्यश्री भक्ति की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि जिस प्रकार से भक्त के हृदय में भगवान का दर्शन होता है उसी प्रकार से भगवान के हृदय में भी भक्त के दर्शन होते है। मृदुलजी द्वारा इस दिन श्रीकृष्ण की बाललीलाओं के वर्णन के साथ जब बालगोपाल की सखाओं संग माखनचोरी की झांकी प्रस्तुत की तो हर सख्श इस अलौकिक लीला में शामिल होकर भावविभोर हो गया। मारे खुशी के श्रोताओं के अश्रु छलक पड़े। गौरतलब है कि पांचवे दिन 70 हजार से अधिक श्रोताओं ने कथा पंडाल में बैठकर कथा सुनी।  भगवान को लगा छप्पन भोग ‘‘मेरो गोवर्धन महाराज...महाराज, तेरो माथो मुकुट विराज रह्यो...’’ की स्वरलहरियों के साथ कथा मंच पर भगवान को 56 भोग लगाया गया। आचार्यश्री ने भजन और मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत रूप से बांकेबिहारी को 56 भोग लगवाया। आयोजन समिति के संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा ने सपत्निक भगवान को 56 भोग समर्पित किया। इस अवसर पर गुफा मंदिर के महंत चंद्रमादास त्यागी, डीआईजी रमनसिंह सिकरवार, यजमान अशोक चतुर्वेदी ने सपत्निक, अग्रवाल ग्रुप के चेयरमेन सुधीर अग्रवाल, मध्यप्रदेश मेेट्रो के ईएनसी जितेन्द्र दुबे, अविनाश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों ने पूजन अर्चन के साथ भगवान को 56 भोग समर्पित कराया और संध्या आरती में भाग लिया। मनमोहक झांकियों पर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता कथा के दौरान श्रीकृष्ण की बाललीलाओं के एक से बढ़कर एक मनमोहक झांकियां प्रस्तुत की गई। माखनचोरी की झांकी, नटखट ग्वालों संग झांकी सहित 56 भोग की झांकी प्रस्तुत की गई। झांकियों का प्रस्तुतिकरण ऐसा जीवंत था कि कथा पंडाल में बैठे 70 हजार श्रोता मंत्रमुग्ध होकर भक्ति की मस्ती में भावविभोर हो गए। अद्भुझ झांकियों पर अलौकिक आनंद का अनुभव करते भक्तों के अश्रु छलक उठे।  छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल पर झूमा भोपाल कथा के साथ-साथ अपने समधुर भजनों के लिए विश्वविख्यात आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज द्वारा बुधवार को कथा के दौरान अपने विश्वविख्यात भजन ‘‘छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल..’’ प्रस्तुत किया तो सारा कथा पंडाल भक्ति की मस्ती में चूर होकर झूमने लगा। इस समय कथा पंडाल में बैठे 70 हजार श्रोताओं के 1 लाख 40 हजार कदमों में कोई एक ऐसा नहीं था जो भक्ति की मस्ती में थिरक नहीं रहा हो। कथा संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा, उनकी पत्नि श्रीमती संगीता शर्मा सहित कथा पंडाल में मौजूद क्या बड़ा, क्या छोटा सभी आचार्यश्री की स्वरलहरियों में थिरक रहे थे। इस समय भक्ति के आनंद का हर्षातिरेक था। इस दिन मृदुलजी ने ‘‘मेरो गोवर्धन महाराज...महाराज, तेरो माथो मुकुट विराज रह्यो...’’, ‘‘आज मेरो अंगना में आओ नंदलाल....आओ गोपाल.’’, ‘‘मैं दीवाना हूॅं तेरा गुलाम...मेरे प्यारे घनश्याम...’’, जैसे प्रख्याम भजनों की प्रस्तुतियां दी।  प्रतिदिन गाएं ‘‘नंद के आंनद भयो...जय कन्हैयालाल की आचार्यश्री ने भागवत में नंदोत्सव की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत में शुकदेवजी यह नहीं कहते हैं कि नंद के घर कृष्ण हुए है या कृष्ण का जन्म हुआ है, अपितु यह कहते हैं कि ‘‘नंद के आंनद भयो...जय कन्हैया लाल की...हाथी दीन्हे, घोड़ा दीन्हें और दीन्हीं पालकी...जय कन्हैया लाल की।’’ यह कीर्तन जो प्रतिदिन दो मिनट के लिए ही सही अपने घर में प्रभु के सामने गाता है उसके घर में आनंद ही आनंद रहता है। भगवान के भोगों को सांसारिक भोगों से उपर रखें आचार्यश्री ने सप्तासुर वध का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान के भोगों को उपर रखिए और सांसारिक भोगों को नीचे रखिए। जो भगवान को नीचे रखकर सांसारिक भोगों को उपर रखता है, ऐसा अंहकार हो जाता है भगवान उसकी गृहस्थ रूपी बैलगाड़ी को नष्ट कर देते हैं। हमारी गृहस्थ रूपी गाड़ी तब ही चलेगी जबकि पुरूषार्थ करते हुए अहंकार से ना जुड़ते हुए भगवान की प्रार्थना से जुड़ जाए तो भगवान उसकी गृहस्थ रूपी गाड़ी को पार लगा देते हैं।  मृदुलजी ने की ‘‘नर्मदा सेवा यात्रा’’ की प्रशंसा मृदुलजी ने कालिया मर्दन की कथा सुनाते हुए कहा कि आचार्यश्री ने कहा कि मुझे पता चला है कि मध्यप्रदेश में नर्मदा मैया को प्रदूषण मुक्त करने का कार्य सरकार के द्वारा चल रहा है, मंै एसे कार्य की प्रशंसा करता हूॅं। उन्होने उल्लेख किया कि भगवान कहते हैं कि तुम्हारी पूजा का फल तभी है जब गंगा-यमुना और नर्मदा का जल प्रदूषण रहित बना रहे। उन्होने कहा कि मैं अपनी हर कथा में कहता है कि सरकारें तो यह कार्य करती रहती है लेकिन यदि हम भक्त हैं तो हमें अपनी ओर से भी पवित्र गंगा, यमुना, नर्मदा मेें पवित्रता और स्वच्छता बनी रही इसके लिए प्रयास करना चाहिए। हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि जब भी हम इन पवित्र नदियों में स्नान करेंगे तो साबुन नहीं लगाएंगे और इन्हें प्रदूषण मुक्त बनाएंगे। जब समाज व्यक्ति रूप से संकल्प लेता है तो क्रांती आ जाती है। इसीलिए हमें यह संकल्प लेना होगा। कालियामर्दन की कथा सुनाते हुए आचार्यश्री ने कथा पंडाल में उपस्थित 70 हजार श्रोताओं से हाथ उठवाकर संकल्प दिलवाया कि आगे से कभी भी पवित्र नदियों को प्रदूषित नहीं करेंगे।  हमारे सुख-दुख के कारण हमारे कर्म हैं  आचार्यश्री मृदुलकृष्णजी ने कथा के पांचवे दिन गोवर्धन पूजा के प्रसंग का सुंदर चित्रण किया। यह प्रसंग सुनाते हुए आचार्यश्री ने कहा कि भगवान ने 7 वर्ष की आयु में ही अपने पिता को बड़ा उपदेश किया था। भगवान ने कहा कि हमारे सुख और दुख का मूल कारण यह इंद्र नहीं है अपितु हमारा कर्म है। हम अच्छा कर्म करेंगे तो हमें सुफल मिलेगा और यदि खराब कर्म करेंगे तो इसका फल भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा।  इंद्रियों को भगवान के भजन में लगाएं तो भी लग जाएगा 56 भोग आचार्यश्री ने कथा में छप्पन भोग की कथा सुनाते हुए कहा कि अगर आप यहां अपनी ओर से 56 लगाने से वंचित हो गए है तो चिंता नहीं करना। एक 56 भोग यह भी है जो मंच पर भगवान के समक्ष लगा है। दूसरा एक और आप को बताता हूॅं, आप जोड़े 5 और 6 मिलकर होता है 11 अर्थात हम हमारी 11 इंद्रियों को भगवान के भजन मेें लगा देंगे तो भगवान को 56 भोग लग जाएगा। भगवान को एकनिष्ठ भाव से भजना चाहिए आचार्यश्री मृदुलकृष्णजी महाराज ने पांचवे दिन की कथा में श्रीकृष्ण की बाललीलाओं का वर्णन करते हुएएक सच्ची घटना का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के प्रति एक बार हमारे मन में जो भाव आ जाए उसे निरंतर भजना चाहिए, बार बार भाव बदलना नहीं चाहिए। भगवान कहते हैं कि एकनिष्ठ भाव से मुझे भजों तो मैं सदैव तुम पर अपनी कृपा बनाए रखूंगा। किसी भी काम के पूर्व तीन बार जरूर सोचें  कोई भी काम करने के पूर्व तीन बार जरूर सोचना चाहिए क्योंकि हमारी बुद्धि तीन प्रकार की होती है। तमोगुणी, रजोगुणी, सतोगुणी। तमोगुणी वृत्ति में होने पर व्यक्ति में हिंसात्मक विचार रहते हैं, रजोगुणी वृत्ति मेें होने पर व्यक्ति बंदर के जैसी चंचल वृत्ति में आ जाता है, तीसरी सतोगुणी वृत्ति में बुद्धि में सात्विकता आ जाती है उस समय व्यक्ति गऊ माता के स्वरूप में आ जाता है। इसीलिए हम जय-जय श्री राधे तीन बार कहते है। पहली दो बार राधा रानी हमारी ओर देखे ना देखे लेकिन तीसरी बार जब हम सात्विकता में होते हैं तो उन्हें हमारी ओर देखना ही पड़ता है। इसीलिए किसी कर्म के पूर्व विचार पूर्वक कर्म करने को कहा गया है, ऐसा कर्म श्रेष्ठ होता है।  

Kolar News

Kolar News 22 December 2016

        बाबा वासुदेव और यशोदा के यहां कन्हैया की किलकारी गूंजी। भाव विभोर हुई गोपियों ने मंगलगीतों के साथ ही नृत्य शुरू कर दिया। पुष्पवर्षा, नंदलाला के जयकारो के बीच जैसे ही मुक्त कंठ से आचार्य मृदुल कृष्ण ने बृज में हो रही जय-जयकार, नंद घर लाला आयो है..... और नंद के आनंद भयो...जय कन्हैया लाल की....जैसे भजन प्रस्तुत किए तो बंजारी मैदान में सजा कथा पंडाल जैसे बृजधाम हो गया। नटवर की लीला के वशीभूत होकर वहां मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने थिरकना शुरू कर दिया। श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को आचार्यश्री ने बालकृष्ण केजन्म की अलौकिक कथा का सजीव वर्णन किया। मंच पर बांके बिहारी की मोहक झांकियों के बीच मृदुलजी की वाणी ने जैसे लोगों को सम्मोहित कर दिया। बालगोपाल के जन्म की बधाई स्वरूप प्रसाद, टॉफी और खेल-खिलानों की बौछार भक्तों पर की गई। मृदुलजी ने कथा के तहत वामन अवतार, नृसिंह अवतार, श्रीराम अवतार, और बालगोपाल के जन्म के प्रसंगों का अद्भुत विवरण दिया। हर इंसान में कोई ना कोई दोष होता ही है, कोई यह कहे कि मैं निर्दोष कहे तो यह मुमकिन नहीं है। इस संसार में निर्दोष अगर कोई है तो केवल परमात्मा है। हमारा कर्म बंधन ही स्वर्ग का द्वार खोलता है।  आचार्यश्री ने कहा कि चमत्कार दो प्रकार के होते हैं, एक भौतिक जगत में विज्ञान का चमत्कार होता है। दूसरा भगवान के द्वारा चमत्कार होता है। जब भक्त बालक ध्रुव को पांच वर्ष की अवस्था में भगवान के दर्शन हुए थे। भागवत में शुकदेव जी ने कहा है कि भक्त ध्रुव की भक्ति से प्रसन्ना होकर, भगवान भक्त ध्रुव को दर्शन देने नहीं आए थे अपितु वे भक्त ध्रुव का दर्शन करने आए थे। यह अलौकिक चमत्कार था। जो मांगता नहीं प्रभु उसे सब कुछ दे देते हैं भागवतजी में लिखा है जो भगवान से मांगता है भगवान उसको देते हैं, लेकिन जो भगवान से कुछ नहीं मांगता, भगवान उसे सब कुछ दे देते हैं। ध्रुव जी ने भगवान से कुछ नहीं मांगा था, उन्होने भगवान से कहा था कि प्रभु मुझे कुछ नहीं चाहिए लेकिन भगवान ने उन्हें बिन मांगे 36 हजार वर्षों के लिए राजसत्ता दे दी थी। जो स्वर्ग में भी नहीं,वह सुख भारत में मिलते हैं उन्होंने जड़भरत चरित्र के बारे में तीन भरत हुए हैं, एक शकुंतला पुत्र, दूसरे श्रीराम के भाई और तीसरे भरत जड़ भरत हैं। जड़ भरत के नाम से हमारे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा है। जो सुख हमें स्वर्ग में भी प्राप्त नहीं है, वह सुख हमें भारतवर्ष में प्राप्त है। भगवान की कथा, महापुरूषों का दर्शन और यज्ञ दर्शन यह तीनों सुख स्वर्ग में प्राप्त नहीं होते यह सुख केवल धरती पर भारत वर्ष में ही प्राप्त होते हैं। इन्हें पाने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं। पुरूषार्थ का फल कभी कड़वा नहीं होता है। पुरूषार्थ करते हुए धैर्य बनाए रखना चाहिए। कभी कभी पुरूषार्थ करते करते धैर्य जवाब देने लगता है तब समझ लेना चाहिए कि अब काम बनने ही वाला है। समुद्र मंथन के समय देवताओं और दैत्यों दोनों ने ही पुरूषार्थ किया था। लेकिन इस समय देवताओं ने धैर्य रखा तो उन्हें अमृत मिला जबकि दैत्यों ने धैर्य छोड़ दिया तो वह अमृत से वंचित हो गए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की पत्नी साधना सिंह, वित्त मंत्री जयंत मलैया, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, कथा संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नि संगीता शर्मा, किरण संजर, मुख्य यजमान अशोक चतुर्वेदी उनकी पत्नि कमलेश चतुर्वेदी मौजूद थे। कथा के बीच-बीच में मृदुलजी ने जब अपने प्रसिद्घ भजन लागी तुम संग यारी....मेरे बांकेबिहारी..., मोहन से दिल क्यूं लगाया है...ये मैं जानू या तू जाने..., तेरी बन जाएगी...गोविंद गुण गाने से... और मुझ दे दो भजन वाली वो माला.... भी प्रस्तुत किए।  

Kolar News

Kolar News 21 December 2016

  50 हजार श्रोताओं ने सुनी कथा,धर्म के साथ राष्ट्रभक्ति का रंग    हमारे तीन प्रबल शत्रु हैं , काम,क्रोध और लोभ। पहला शत्रु ‘काम’ अर्थात वासना है, इस पर नियंत्रण के लिए हमें प्रभु की शरण में रहना चाहिए।  दूसरा शत्रु हैं ’क्रोध’, यह एक मानसिक विकार है जिसके नियंत्रण ​​करने के लिए भगवान का नामजप करना चाहिए। क्रोध को जन्म देती है ‘‘कामनाएं’’ । क्रोध के लिए स्थान का भी बड़ा महत्व होता है। घर के ‘‘आग्नेय कोण’’ में बैठकर जब भी बातचीत होगी तो यह सत्य मानना कि झगड़ा जरूर होगा, वहां किसी ना किसी को क्रोध अवश्य आएगा। जब गुस्सा आए तो गुस्से को नियंत्रित करने के लिए घर में भगवान के श्रीविग्रह के सामने जाकर खड़े हो जाना आपका गुस्सा शांत हो जाएगा, इस उपाय के बारे में श्रीमद्भागवत में स्वयं गोपियों ने वर्णन किया है। तीसरा शत्रु हमारा ‘‘लोभ’’ है । ‘‘लोभ’’ बड़ा प्रबल होता है, यह शत्रु जल्दी समाप्त नहीं होता है। इन्हें मारने के लिए भगवान को भी दो अवतार ‘‘वराह अवतार’’ और ‘‘नृसिंह-अवतार’’ लेने पड़े थे। यह सद्विचार आचार्यश्री मृदुलकृष्णजी महाराज ने  बंजारी दशहरा मैदान पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में तृतीय दिवस की कथा करते हुए व्यक्त किए। इस दिन आचार्यश्री ने कपिल अवतार, कपिल-देवदूती संवाद, सति चरित्र और धु्रव चरित्र की कथा का वर्णन किया। ‘‘कर्मश्री’’-श्री बांकेबिहारी सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कथा के तीसरे दिन लगभग 50 हजार से अधिक श्रोताओं ने कथा पंडाल में बैठकर भागवत कथा सुनी। इस दिन आचार्य मृदुलकृष्ण ने अपने ‘‘कर दो-कर दो बेड़ा पार...राधे अलबेली सरकार...’’ ‘‘दो गज कफन का टुकड़ा...तेरा लिबास होगा...’’, ‘‘बन गई..बन गई...बन गई, बिहारी जी मैं बन गई तुम्हारी’’ और ‘‘ मेरा छोटा सा संसार...हरी आ जाओ एक बार...’’ जैसे सुप्रसिद्ध भजनों की प्रस्तुती देकर श्रोताओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया।  धर्म के साथ राष्ट्रभक्ति का रंग भी सजा बंजारी दशहरा मैदान पर स्थित कथा पंडाल में धर्म के साथ राष्ट्रभक्ति का रंग भी सजा। कथा विश्राम के बाद समूचे पंडाल में उपस्थित 50 हजार लोगों ने एक साथ खड़े होकर सामूहिक राष्ट्रगान किया। कथा विश्राम के बाद हुए राष्ट्रगान में व्यासपीठ से उतर स्वयं आचार्य मृदुलकृष्ण जी महाराज और आयोजन समिति के अध्यक्ष-विधायक रामेश्वर शर्मा एवं श्रीमती संगीता शर्मा, मुख्य यजमान अशोक चतुर्वेदी एवं श्रीमती चतुर्वेदी, आचार्यश्री के साथ आई सभी संत मंडली ने सामूहिक राष्ट्रगान में भाग लिया। सहित इस समय वहां मौजूद समस्त जनप्रतिनिधि मंच पर खड़े होकर शामिल हुए। मंच के नीचे कथा पंडाल में खड़े हजारों श्रद्धालु हाथ मे तिरंगा लिए खड़े थे। सभी ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगान किया और वीर सैनिकों को याद किया और बांकेबिहारी से भारतीय सैनिकों को शक्ति देने की प्रार्थना भी की। गौरतलब है कि कथा के दौरान ही व्यासपीठ से स्वयं आचार्यश्री ने उपस्थित श्रोताओं का आहवान करते हुए कथा विश्राम के पश्चात होने वाले राष्ट्रगान में शामिल होने का आहवान किया। राष्ट्रगान के पूर्व उपस्थित जनसमुदाय को संबोेिधत करते हुए आयोजन समिति के प्रमुख-विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हम यहां भगवान के दरबार में राष्ट्रगान करके कामना करेंगे कि प्रभु हमारे राष्ट्र और सैनिकों को शक्ति दे। हम यहां से विश्वास दिलाएं कि देश का बच्चा-बच्चा अपने सैनिकों के साथ खड़ा है। हम अपनी सैनिकों की शत्रु पर विजय के लिए भी कामना करते हैं। डीजीपी भी पहुंचे कथा सुनने मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ल सोमवार अपरान्ह श्रीमद्भागवत कथा सुनने पहुंचे। उन्होने कथा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ पंडाल में बैठकर आचार्य श्री मृदुलकृष्ण जी महाराज के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत कथा सुनी। इस दिन एडीशनल एसपी राजेश चंदेल, समीर यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधी-अधिकारियों ने भी कथा पंडाल में बैठकर कथा सुनी। भक्त ध्रुव-भगवान विष्णु की झांकी प्रस्तुत, हर्षित हुए श्रद्धालु कथा के दौरान कथा मंच पर भक्त ध्रुव और भगवान विष्णु की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। कथा में ध्रुव चरित्र के वर्णन के दौरान जैसे ही भक्त ध्रुव-भगवान विष्णु की झांकी मंच पर प्रस्तुत हुई, मारे हर्ष के सारे श्रोता जय-जयकार करने लगे। झांकी के दर्शन कर श्रोताओं का रोम-रोम पुलकित हो गया। आयोजन समिति के प्रमुख-विधायक रामेश्वर शर्मा, उनकी धर्मपत्नि श्रीमती संगीता शर्मा, मुख्य यजमान अशोक चतुर्वेदी उनकी धर्मपत्नि श्रीमती कमलेश चतुर्वेदी ने उक्त झांकी का पूजन किया।  ‘‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’’ मंत्र का एक-एक अक्षर भगवान का अंग कथा में नारदजी और भक्त ध्रुव के मध्य संवाद का उल्लेख करते हुए मृदुलजी ने कहा कि नारदजी ने भक्त ध्रुव को भगवान की प्राप्ति के लिए मंत्र दिया था ‘‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’’ । इस मंत्र का महत्व बताते हुए मृदुलजी ने कहा कि द्वादशाक्षर मंत्र का एक-एक अक्षर भगवान कृष्ण का एक-एक अंग है। नारद जी ने पांच वर्ष के बालक को यह द्वादशाक्षर मंत्र देकर सीधा वृंदावन की ओर भेजा था। यह मंत्र लेकर ध्रुवजी वृंदावन में यमुनाजी के तट जाते हैं, और सबसे पहले यमुना जी में स्नान कर अपने गुरूदेव जी के बताए हुए नियम पालन कर पांच महिने तक कठोर तप भगवान के दर्शन प्राप्त करते हैं।  ‘‘गुरू’’ परमात्मा का सच्चा प्रतिनिधि कथा सुनाते हुए मृदुलजी ने कहा कि ब्रम्हा की पदवी को भी कोई प्राप्त कर ले, शिव की पदवी को भी प्राप्त कर ले लेकिन बिना गुरू के गति नहीं है। श्रीमद्भागवत में कहा गया है कि श्रीकृष्ण जगद्गुरू है लेकिन जीवन में-संसार में जो गुरू हमें मिलते हैं वह परमात्मा के सच्चे प्रतिनिधि होते हैं। श्रीमद्भागवत कहती है कि हमारे जीवन के मल्लाह, जीवन के नाविक ‘‘गुरू’’ है। इसीलिए गुरू को ब्रम्हा, विष्णु और महेश के तुल्य माना गया है। सद्गुरू की जब कृपा हो जाए तो हमें दिव्य दृष्टि प्राप्त हो जाती है।  पंचशुद्धियां जिसमें हो, सद्गुरू की कृपा प्राप्त करता है  श्रीमद्भागवत में राजा परीक्षित और शुकदेव जी मध्य संवाद का वर्णन करते हुए आचार्यश्री ने कहा कि परीक्षित के अंदर पंच शुद्धियां है, मातृ-शुद्धि, पितृ-शुद्धि, वंश-शुद्धि, दृव्य-शुद्धि  और आत्म-शुद्धि है। जिसके जीवन में पांच शुद्धियां हो जाती है उस पर सद्गुरू की कृपा हो जाती है। इन्हीं शुद्धियों की वजह से परीक्षित, शुकदेव जी से प्रश्न कर पाते हैं। जब परीक्षित महाराज ने सद्गुरू शुकदेव जी से पूछा की मरने वाले व्यक्ति को क्या करना चाहिए तो शुकदेव जी ने परीक्षित से ही पूछा कि तुम बताओ कि अभी तक तुमने क्या किया है ? हे राजन सोचो कब तुम बच्चे थे, फिर युवा हुए और वृद्ध हो गए। जीवन हर पल बदल रहा है। जिस तरह से गंगा की धार प्रतिपल बदलती रहती है वैसे ही श्वांस लेने वाला व्यक्ति तो वही होता लेकिन प्रतिपल श्वासं बदलते जाती है। 

Kolar News

Kolar News 20 December 2016

कोलार के बंजारी दशहरा मैदान में बरस रहा है भक्ति रस भोपाल। कोलार में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन भागवत कथा में मृदुल कृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत भारत मां का आभूषण हैै। महर्षि वेदव्यास ने भागवत लिखकर भारत माता का अद्भुत शृंगार किया है। भागवत हमें जीने के सूत्र बताती है, यह मोक्षदायक ग्रंथ है। आचार्यश्री मृदुलरकृष्ण जी  महाराज ने बंजारी दशहरा मैदान पर भागवत कथा सुनाते हुए  कहा कि अगर मैं कहूं कि भागवत भारत माॅं का आभूषण है, गहना है तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हमारे ऋषियों-मुनियों ने -संतों ने ग्रंथ लिखकर भारत माता का श्रंगार किया है,महर्षी वेदव्यास ने तो श्रीमद्भागवत लिखकर भारत माता को हार पहना दिया है। श्रीमद््भागवत हमकों जीने के सूत्र प्रदान करती है, साथ ही यह मोक्षदायक ग्रंथ भी है। शुकदेव जी ने जब राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा सुनाई थी उस समय परीक्षित महाराज ने अपने जीवनकाल में ही कथा को बैठकर सुना है और मोक्ष प्राप्त किया है। श्रीमद भागवत कहती है कि यदि कोई अधिकारिक वक्ता आपको श्रीमदभागवत कथा सुनाने जा रहे हो तो समझ लेना कि आपके भाग्य खुल गए हैं। कोलार के बंजारी दशहरा मैदान में आयोजित भागवत कथा रोजाना दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक आयोजित होगी। यह कार्यक्रम 'कर्मश्री' अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा और बांके बिहारी सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में यह आयोजन किया जा रहा है। कथा के पूर्व निकाली गई विशाल कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं, इसमें 15 हजार से अधिक महिलाएं सिर पर कलश रखकर मंदाकिनी मैदान से दशहरा मैदान तक गर्इं। भागवत कथा के पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और आयोजन समिति के प्रमुख व विधायक रामेश्वर शर्मा ने व्यासपीठ का पूजन-अर्चन किया। कार्यक्रम में शर्मा ने कहा कि भोपाल राजाभोज की नगरी है, भोज की नगरी में संस्कार बरसता है। हमें कथा का भरपूर आनंद लेना है तो कथा में डूब जाइए। 

Kolar News

Kolar News 18 December 2016

    कर्मश्री के आयोजन जुटेंगे 50 हजार श्रोता कोलार में 17 दिसंबर से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसकी सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। कथा के पूर्व शनिवार दोपहर 1 बजे से मंदाकिनी मैदान से कथा स्थल बंजारी दशहरा मैदान तक भव्य कलशायात्रा निकाली जाएगी। कथा आयोजक एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि कलश यात्रा में 15 हजार कलश सिर पर धारण कर माताएं-बहनें शामिल होंगी। कलश यात्रा के आयोजन स्थल पर पहुंचने के बाद पहले दिन की कथा मुदुल कृष्ण जी महाराज आरंभ करेंगे। उन्होंने क्षेत्र की सभी माताओं बहनों से कलश यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया है। कर्मश्री संस्था के संयोजक भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि भागवत कथा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। कथा में लगभग 50 हजार श्रोता भाग लेंगे। यहां पर महिलाओं और पुरुषों के लिए बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। आगंतुकों को परेशानी न हो इसलिए पार्किंग के भी बेहतर इंतजाम हैं। पानी आदि जन सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था है। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा बैठक व्यवस्था पहले आओ पहले पाओ के आधार पर तय कि  जाएगी।   

Kolar News

Kolar News 16 December 2016

    शिवराज सिंह चैहान कभी-कभी हमारे दिमाग में कोई अनूठा ख़याल आता है, जिसे ठीक से अमल में लाया जायें तो कमाल हो जाता है। खण्डवा जिले में हनुवंतिया जल क्रीड़ा परिसर की स्थापना ऐसा ही एक ख़याल था। पिछले साल सिंगापुर यात्रा के दौरान मैंने वहाँ सेन्टोसा आइलैण्ड देखा। मेरे मन में ख़याल आया कि अपने मध्यपेदश में भी कोई ऐसी जगह आकार ले। इसे ठोस रूप देने के लिये मेरे दिमाग में तत्काल खंडवा जिले का हनुवंतिया कौंध गया। इंदिरा सागर डेम के बैकवाटर से उभरा यह आइलैण्ड सचमुच बहुत अदभुत है। यात्रा से लौटकर मैंने पर्यटन विभाग के अफसरों को अपना ख़याल बताया। नये आयडियाज की तलाश में रहने वाले पर्यटन अधिकारियों ने इसे तत्काल लपक लिया। वे इस काम में जुट गये। जितनी तेजी और कुशलता से उन्होंने इस काम को कर दिखाया, वह एक मिसाल है। पिछले साल हनुवंतिया में पहला जल-महोत्सव 10 दिन तक आयोजित किया गया। सैलानियों के उत्साह को देखते हुए इस साल 15 दिसंबर से होने वाला जल-महोत्सव एक माह का हो रहा है। एक साल के भीतर ही हनुवंतिया की लोकप्रियता आश्चर्यजनक रूप से बढ़ी है। इसी साल फरवरी से नवंबर तक तकरीबन एक लाख से ज्यादा सैलानियों ने हनुवंतिया में जल पर्यटन का लुत्फ उठाया। इस दौरान बड़ी संख्या में सैलानी हनुवंतिया परिसर में बनाये गये लॉग हट्स में ठहरे। इन सर्वसुविधायुक्त हट्स के अलावा हनुवंतिया में सैलानियों के लिये मीटिंग हॉल, कैफेटेरिया, फूड-प्लाजा, बोट क्लब आदि का निर्माण किया गया है। इस साल के जल-महोत्सव में सैलानियों का जोश और ज्यादा परवान चढ़ेगा, क्योंकि इसमें जल के साथ-साथ जमीन और आकाश में भी विभिन्न रोमांचक और साहसिक गतिविधियाँ की जायेंगी। इनमें वाटर स्पोर्ट्स, आइलेण्ड कैम्पिंग, एडवेंचर, एक्टिविज्म- हॉट एयर बैलूनिंग, पेरा सेलिंग, पेरा मोटर्स, स्टार गेजिंग, वाटर स्कीइंग, जेट स्कीइंग, वाटर जॉर्बिंग, बर्मा ब्रिज, आर्टिफिशियल क्लाइम्बिंग सहित ढेरों गतिविधियां शामिल हैं। इसके अलावा सजा होगा शिल्पों का अद्भुत संसार। हनुवंतिया की वादियों में घुले होंगे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रंग। तरह-तरह के स्वादिष्ट भोजन वाले स्टालों का तो कहना ही क्या! हनुवंतिया प्रयोग की अपार सफलता से उत्साहित होकर अब ओंकारेश्वर के नजदीक सैलानी टापू का विकास किया जा रहा है। इसी तरह मंदसौर जिले के गांधी सागर डेम पर भी पर्यटन सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं। जाते साल की छुटि्टयाँ परिवार के साथ मनाने के लिये अलौकिक प्राकृतिक सुषमा से परिपूर्ण हनुवंतिया परिसर से बेहतर जगह भला और क्या हो सकती हैं! नज़ीर अकबराबादी का एक शेर याद आता है- ''सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िन्दगानी फ़िर कहाँ ज़िन्दगी कुछ रह भी जाये, तो जवानी फिर कहाँ।'' तो आइये, सैर के साथ-साथ सतपुड़ा की वादियों और नर्मदा के व्यापक जल-विस्तार में जीवन भर न भूलने वाले आनंद के अनुभव के लिये हो जाइये तैयार- परिजन के साथ। (ब्लॉगर -मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)  

Kolar News

Kolar News 14 December 2016

    कोलार क्षेत्र को त्रिलंगा से जोड़ने के लिए बनाई गई सड़क मेंटेनेंस के अभाव में खराब हो चुकी है। स्ट्रीट लाइट न होने से रात में ज्यादा दिक्कत आती है। गड्‌ढों भरी सड़क पर रात में छाया रहता है अंधेरा, वाहन चालक सरकारी रवैये से हैं त्रस्त।  शहर में मुख्य मार्गों के आधे-अधूरे निर्माण की वजह से वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। कई सड़कों पर स्ट्रीट लाइट न होने के कारण रात में अंधेरा पसरा रहता है। कुछ ऐसी ही हालत त्रिलंगा से कोलार को जोड़ने वाले 80 फीट मार्ग की भी है। चार साल पहले बनाई गई इस सड़क का मेंटेनेंस न होने यह बड़े-बड़े गड्‌ढों में तब्दील हो चुकी है। शाम होते ही पूरी सड़क पर अंधेरा छाया रहता है। इस मार्ग के इर्द-गिर्द कई रहवासी और पॉश कॉलोनियां हैं। इस कारण सड़क पर यातायात का दबाव ज्यादा रहता है। रात में वाहन चालकों की परेशानी बढ़ जाती है। एक तो सड़क खराब है, दूसरा स्ट्रीट लाइट भी नहीं जलती। इससे रात में सामने से आ रहे वाहन की हेडलाइट से लोगों की आंखें चौंधिया जाती है। ऐसे में हादसे की आशंका बढ़ जाती है। शिकायत करने के बाद भी जिम्मेदार अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे।  इंडस एंपायर सोसायटी में रहने वाली अपराजिता अग्रवाल यह 80 फीट मार्ग गड्‌ढों में तब्दील हो चुका है। ऊपर से रात में अंधेरा पसरा रहता है। इस कारण वाहन चालक आए दिन हादसों के शिकार हो रहे हैं। इस समस्या का निराकरण जल्द हो।

Kolar News

Kolar News 12 December 2016

    सबसे ज्यादा रेवेन्यू वार्ड 82 में  नोट बंदी के बाद नगर निगम के खजाने में पुराने नोटों से करोड़ों रुपए टैक्स के रूप में जमा किए गए हैं। इससे निगम के राजस्व में खूब इजाफा हो गया है। चूंकि शहर के विकास में निगम में जमा टैक्स से ही विकास कार्य के लिए राशि का इंतजाम किया जाता है। अब निगम का खजाना भरने से पार्षदों की नजरें इस रेवेन्यू पर टिकी हैं। पार्षद अपने वार्डों मेें अटके पड़े विकास कार्यों  को जल्द पूरा करवाने में लग गए हैं।  सबसे ज्यादा राजस्व वार्ड 82 में जमा हुआ है। यहां 10 लाख रुपए अकेले जेके हास्टिपल से ही मिले हैं। सबसे कम राजस्व वार्ड 81 में प्राप्त हुआ है। जोन 18 में संपत्तिकर, जलकर, सफाईकर और शिक्षा उपकर सब मिलाकर एक करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम निगम के राजस्व में जमा हुई है। रिकॉर्ड संपत्तिकर जमा होने से जनप्रतिनिधियों के चेहरे खिल उठे हैं। क्षेत्र में कई कार्य बजट के आभाव में अटके हैं। पैसों के अभाव में सब्जीमंडी, बस स्टॉप, कोलार मेन द्वार, जर्जर सड़क समेत एक दर्जन से अधिक योजनाएं पूरी होने की बाट जोह रहीं हेैं। एमआईसी सदस्य भूपेंद्र माली का कहना है कि रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त होने से क्षेत्र में रुके हुए विकास कार्य पूरे होंगे। इसकी रूपरेखा बनना शुरू हो चुकी हैं।  

Kolar News

Kolar News 10 December 2016

        कोलार रोड पर भालुओं के हमले से बचने के लिए 13 साल का सुनील पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन दोनों भालू भी उसी पेड़ पर चढ़ गए। उन्होंने पैर पकड़कर सुनील को जमीन पर गिरा दिया और 10 मिनट तक सिर, सीने और पैरों को नोंचकर उसे गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। आसपास के लोगों भालुओं को लाठियां और आग दिखाई तो वे जंगल की ओर भाग गए।  घटना बुधवार सुबह  राजधानी से 40 किमी दूर देवझील गांव की है। जहां गांव का सुनील पिता दलसिंह (13) गाय-बकरी चराने गया था। फिलहाल उसका इलाज राजधानी के एक निजी हास्पिटल में चल रहा है। देर रात तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। दलसिंह के मुताबिक वह सुबह खाता खुलनवाने के लिए बैंक चले गए थे। सुनील को उन्होंने खेत में गाय-बकरी चराने भेजा था। खेत जंगल से सटा हुआ है। झाड़ियों से निकलकर भालुओं ने उनके बेटे पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी सुखराम की सूचना पर आसपास खेतों में काम करने वाले लोग जमा हुए और भालुओं को खदेड़ा। सुखराम का कहना है कि सुनील चिल्लाता हुआ भागा और एक पेड़ पर चढ़ गया था। देखते ही देखते दो भालू भी पीछे से पेड़ पर चढ़ गए। उन्होंने सुनील के पैर पकड़ लिए और नीचे गिरा लिया। करीब 10 मिनट तक वे उसे नोंचते रहे। सुनील के पिता दलसिंह और मां नानी बाई का आरोप है कि उन्होंने 108 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाई थी। उसके कर्मचारियों को बता भी दिया था कि हम गरीब हैं, निजी हास्पिटल में इलाज नहीं करा पाएंगे। फिर भी एम्बुलेंस के लोग एक निजी हास्पिटल के सामने छोड़कर चले गए। दलसिंह ने बताया कि वे दोपहर 12 बजे अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन इलाज शुरू नहीं हुआ। जब 4 हजार रुपए जमा किए तब जाकर दोपहर 1 बजे इलाज शुरू हुआ है। बेटे की हालत गंभीर है। वन विभाग को शाम तक इस घटना की  खबर नहीं लगी। परिजन परेशान होते रहे। इस संबंध में भोपाल सर्किल के सीसीएफ वीके नीमा का कहना है कि शाम 5 बजे घटना के बारे में पता चला। घटना भोपाल की सीमा से लगे रातापानी वन्यजीव अभयारण्य की है। घायल का इलाज विभाग कराएगा।  

Kolar News

Kolar News 8 December 2016

     केरवा ,कोलार और कलियासोत इलाके में मौसम बदलने के साथ ही तीन बाघ और एक बाघिन का मूवमेंट बढ़ गया है। इसलिए वन विभाग ने अब गश्ती दल को पटाखों के साथ मैदान में उतारा है। बाघ के दिखने पर यह पटाखे उसको भगाने में मददगार साबित होते हैं। यह बात गश्ती दल के मूवमेंट के बाद उजागर हुई है। बाघों के जंगल से बाहर निकलने की यह एक बड़ी उनके इलाकों में मानवीय बसाहट सामने आयी है। अब बाघ आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास जानवरों का शिकार कर रहे हैं। 15 दिनों में दो दर्जन जानवरों का शिकार हो चुका है। बाघों के जंगल से बाहर पर लोगों में दहशत है। वन विभाग के डीएफओ भोपाल एसपी तिवारी का कहना है कि यह बात सच है कि जंगल की जमीन पर बसाहट बढ़ने से  वहां पर मवेशियों का मूवमेंट बढ़ा है जिसने बाघों को अपनी ओर आकर्षित किया है। वन विभाग ने अब कलियासोत से लेकर केरवा और मेंडोरा के जंगलों का एरिया चिन्हित कर लिया है। जिस एरिया में बाघों का मूवमेंट बढ़ रहा है वहां पर पटाखों और अन्य संसाधनों से उनको वापस जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा जंगलों में जाने वालों पर पाबंदी लगायी गयी है। बीती रात फिर बाघिन टी-123 रसूलिया के पास 4 घंटे तक घूमती रही। बाघिन वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरों के एकदम पास से गुजरी, जिससे वह कैमरे में कैद नहीं हो पाई। सुबह वन विभाग की टीम को इसके साक्ष्य मिले हैं। इस क्षेत्र में बाघिन ने शुक्रवार रात को भी शिकार किया था। इधर, दो दिन बाद समसगढ़ में फिर बाघ पहुंचा है। सोमवार सुबह ग्रामीणों ने बाघ के पगमार्क देखे। क्षेत्र में लगातार बाघ एक ही लोकेशन से होकर गुजर रहा है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है। वन विभाग भी मान रहा है कि इस क्षेत्र में युवा बाघ टी- 122 का मूवमेंट है। रविवार रात ही केरवा और संस्कार वैली स्कूल के बीच सड़क से सटे क्षेत्रों में तीसरे बाघ का मूवमेंट मिला है। बाघों के आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास मूवमेंट से लोगों में दहशत हैं। पेट्रोलिंग टीम को भी रतजगा करना पड़ रहा है। तब जाकर बाघों की मॉनीटरिंग हो रही है। रविवार की रात समसगढ़ को छोड़कर केरवा और रसूलिया में वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम ने बाघ को ट्रेस किया है।

Kolar News

Kolar News 6 December 2016

      पिछले दो दिनों से एक बाघ कोलार इलाके में नजर आ रहा है। यह बाघ मवेशियों पर हमला कर रहे हैं। यही नहीं लोगों का उनसे लगातार आमना-सामना हो रहा है।शनिवार को कोलार के कान्हा कुञ्ज इलाके में लोगों का बाघ से सामना हुआ तो  रविवार को केरवा चौकी के पास बाघ के पगमार्क मिले हैं। कोलार के रसूलिया में इसको देखा गया है। इस इलाके में बाघ ने एक बछड़े को मारा भी है।  इस इलाके में लगाए गए ट्रैप कैमरें में इसकी तस्वीरें भी कैद हुई हैं। इलाके में बार-बार हो रहे मूवमेंट को देखते हुए दो नए कैमरें लगा दिए गए हैं। साथ ही एक बाघ का मूवमेंट समसगढ़ में भी देखा गया है।  वन विभाग के अफसरों के अनुसार रसूलिया इलाके के चींचली बीट में बाघ टी-1 23 देखा गया है। उसने बछड़े का शिकार किया है। इस इलाके के आसपास बसे लोगों को सर्तक रहने के लिए कहा गया है। गश्ती दल भी लगातार गश्त कर रहा है। 

Kolar News

Kolar News 5 December 2016

अनुराग उपाध्याय  प्रवीण दुबे, अश्विनी कुमार मिश्रा ,नीरज श्रीवास्तव ,आर सी साहू और संदीप सिंह भोपाल के वो पत्रकार हैं जिन्होंने भोपाल जेलब्रेक और सिमी के भगोड़े आतंकियों के एनकाउंटर और उसके बाद के अपडेट देने में एड़ीचोटी का जोर लगाया और यह साबित कर दिया कि हर लम्हे में शानदार खबरदारी कैसे की जा सकती है। इन पांच पत्रकारों की चर्चा इसलिए भी लाज़मी है कि यह सभी टेलीविजन से जुड़े हुए हैं और इस पूरे घटनाक्रम को कवर करने में मीर साबित हुए। वहीँ इन लोगों ने टीवी के उन तथाकथित बड़े कहे जाने वाले पत्रकारों की नींद भी उड़ा दी है जो टेलीविजन में जुगाड़ के जरिये खुद को बड़ा पत्रकार तो कहलवाना पसंद करते हैं लेकिन बड़ी खबरदारी कभी नहीं कर पाए।  दीपावली  की अगली सुबह भोपाल जेल ब्रेक और उसके बाद आठों सिमी आतंकियों का एनकाउंटर भोपाल के टीवी पत्रकारों के लिए एक बड़ी घटना थी । इस तरह की घटनाएं कम ही होती है। ये बताती हैं कि पत्रकार कैसे और किस गति से काम कर रहे हैं। सुबह चार बजे लगातार मेरा फोन बज रहा था। अल सुबह भोपाल से एक पुलिस अधिकारी मित्र ने दीपावली की शुभकामनाओं के साथ जेल ब्रेक की अशुभ खबर भी दी।मेरी समझ आ गया था दीवाली की राम राम तो एक बहाना था।  मैने तत्काल टीवी चालू किया ,मेरी नजर के सामने दिनभर टीवी चैनल रहे और उनके अपडेट नजर आते रहे। ETV ने इस खबर को सबसे पहले दिखाया और अपनी पूरी ताकत इसमें झोंक दी। फिर ज़ी न्यूज़ और उसके बाद अन्य चैनल इस खबर पर अपनी समझ से खेलते नजर आये। इस बड़ी खबर से जुडी खबरें एक पखवाड़े तक सुर्ख़ियों में रहीं। इस बीच मुझे भी यह आकलन करने का समय मिल गया कि टीवी का कौन पत्रकार और चैनल कितने पानी में हैं।  जब यह सारा घटनाक्रम हुआ तब में ग्वालियर और डबरा में रहा लेकिन इस घटना ने मुझे टीवी और टीवी के पत्रकार साथियों से दूर नहीं होने दिया। हर पल क्या नया हो रहा है ये जानना भी जरुरी था। अलग अलग नजरियों से इस वाक्ये को समझना और ये सोचना कि अगर मैं मौका ऐ वारदात पर होता तो क्या -क्या और करता। घटना की जानकारी लगते ही ईटीवी मध्यप्रदेश छतीसगढ़ और ज़ी न्यूज़ मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ ने जेल ब्रेक से अवगत करवाया फिर बाकि रीजनल चैनल अपनी रौ में आये। डेढ़ दशक से ज्यादा इण्डिया टीवी में गुजरा है सो सबसे पहले आदतन उसे भी खंगाला लेकिन वहां निल बटे सन्नाटा था ,एबीपी ,आईबीएन 7 सो रहे थे। आज तक पर खबर सबसे पहले फ्लेश हुई बाकि इस घटना के कवरेज में आज तक भी राम भरोसे रहा। न्यूज़ नेशन जिस चैनल से मुझे  बहुत उम्मीद नहीं थी ,उसने जरूर इस घटना के कुछ वक्त बाद ही शानदार कवरेज शुरू कर दिया।  इस खबर को तत्काल तवज्जों देने में ईटीवी का कोई जवाब नहीं था। अपने सारे संसाधनों का प्रयोग करते हुए  ईटीवी के प्रमुख अश्विनी कुमार मिश्रा ने सबसे पहले अपने दफ्तर में स्टेटजी बनाई और जो रिपोर्टर जिस अवस्था में था उसे घटना स्थल से लेकर सड़क चौराहों और जंगल तक खड़ा कर दिया। भोपाल में अश्विनी को बाहरी मान कर कम आंकने वालों के लिए यह एक करार जवाब भी था और अपने काम के प्रति समर्पण भी। अश्विनी ने कम समय में जो व्यूह रचना इस खबर के लिए बनाई थी ,वह कामयाब रही। रीजनल चैनल में ज़ी न्यूज़ ने बिना संसाधन के एकदम आक्रामक रुख अपनाया। ज़ी एमपी के प्रमुख प्रवीण दुबे बहुत कम संसाधन के बीच खुद सड़कों पर उतर आये। प्रवीण ने खबर के किसी ऐंगल को नहीं छोड़ा और विश्लेषण वाले अंदाज में पूरे घटनाक्रम को अपने अंदाज में प्रस्तुत किया ,इस खबरदारी में प्रवीण को इस बात का भली भांति भान था की इस खबर में दर्शक क्या देखना और जानना चाहता हैं। रीजनल चैनल में बंसल ,इण्डिया न्यूज़ की टीम ने भी जमकर अपना दम दिखाया। बाकि के हाल क्या थे उसे लिखने की जरूरत महसूस नहीं हो रही।  अब बात करते हैं नेशनल चैनल्स की इस बड़ी खबर पर एबीपी के बृजेश राजपूत और न्यूज़ 24 के गोविन्द गुर्जर से  मुझे बहुत उम्मीद थी कि वो कुछ जल्दी ,नया ,खोजपूर्ण और तथ्यपरख खबर सामने लाएंगे। लेकिन वो ऐसा कर न सके। इण्डिया टीवी ,आजतक ,आईबीएन 7 के रिपोर्टर से ऐसे में बहुत कुछ की उम्मीद बेमानी थी। लेकिन ऐसे में न्यूज़ नेशन के नीरज श्रीवास्तव ने असल पत्रकारिता की और घटना के हर उस ऐंगल को सामने लाने में सफल हुए जिसे दर्शक जानना चाहता था। नेशनल चैनल के पत्रकारों में इस घटना को लेकर नीरज श्रीवास्तव सब पर भारी साबित हुए। बाद में पता चला कि इस घटनाक्रम के समय न्यूज़ 24 के गोविन्द गुर्जर भोपाल में नहीं थे जिसका खामियाजा न्यूज़ 24 को हुआ।  जेल ब्रेक और एनकाउंटर होने के बाद ऐसे में सवाल उठाता कि कई चैनल जब रामभरोसे थे तो उन पर भी शानदार खबरदारी कैसे हुई ? जेल ब्रेक से एनकाउंटर तक सब कुछ इतनी तेजी से घट रहा था कि कुछ साथी चाह के भी कुछ नहीं कर पाए। और जो चैनल पर नजर आ रहा था वो कोई और रिपोर्टर कर रहा था। वह थे ANI के आर सी साहू और संदीप सिंह। ANI  ने अपनी दो टीमें बनाकर इस घटनाक्रम को हर ऐंगल से कवर किया और कई टीवी चैनल्स के रिपोर्टरों को आईना देखने पर मजबूर कर दिया। बड़े बड़े चैनल्स के रिपोर्टर जब तक खबर के तत्वों के बारे में सोच रहे होंगे तब तक आर सी साहू और संदीप सिंह के जरिये वो खबर ऑन एयर हो चुकी थी।  कहावत है जो  मारे सो मीर और इस घटनाक्रम के मीर तो अश्विनी मिश्रा  ,प्रवीण दुबे  ,नीरज श्रीवास्तव ,संदीप सिंह और आर सी साहू जी ही नजर आते हैं। [चर्चित पत्रकार अनुराग उपाध्याय का यह लेख दख़ल डॉट नेट से ]

Kolar News

Kolar News 4 December 2016

    भोपाल में 32 साल पहले हुए हादसे के जख्म यहां के प्रभावित परिवारों में अब भी नजर आते है। दोऔर तीन दिसंबर की दरमियानी 1984 की रात यूनियन कार्बाइड से रिसी जहरीली गैस से तीन हजार से ज्यादा लोगों की एक रात में  मौत हुई थी, वहीं इस गैस से बीमार लोगों की मौतों का सिलसिला अब भी जारी है।यूनियन कार्बाइड कारखाने के 610 नंबर के टैंक में खतरनाक मिथाइल आइसोसाइनाइट रसायन था। टैंक में पानी पहुंचा तो  तापमान 200 डिग्री तक पहुंच गया और धमाके के साथ टैंक का सेफ्टी वॉल्व उड़ गया। उस समय 42 टन जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 3,700 की मौत हुई। कई एनजीओ का दावा है कि मौत का आंकड़ा 10 से 15 हजार के बीच था।   इस त्रासदी का गुनाहगार 92 वर्षीय एंडरसन की मौत 29 सितंबर को अमेरिका के फ्लोरिडा में हो गई थी। वह गुमनामी का जीवन जी रहा  था उसके परिवार को भी मौत की खबर नहीं दी गई थी। एक अस्पताल से मिले सरकारी रिकॉर्ड से इसकी पुष्टि हुई थी। दिसंबर 1984 में हुआ भोपाल गैस कांड दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी थी। उस वक्त एंडरसन यूनियन कार्बाइड का प्रमुख था। उसे घटना के चार दिन बाद गिरफ्तार किया गया था। लेकिन जमानत मिलने के बाद वह अमेरिका लौट गया। फिर कभी भारतीय कानून के शिकंजे में नहीं आया। उसे भगोड़ा घोषित किया गया। अमेरिका से प्रत्यर्पण के प्रयास भी हुए। लेकिन कोशिशें नाकाम रहीं।    संभावना ट्रस्ट ने पिछले दिनों गैस प्रभावित बस्तियों में कैंसर पीड़ितों को लेकर एक रिसर्च किया। इसके लिए उसके रिसर्च में एक तरफ प्रभावित, तो दूसरी ओर गैर प्रभावित बस्तियों को शामिल किया गया। इसके लिए इसे चार वर्गो में बांटा गया -गैस प्रभावित नागरिक, प्रदूषित जल प्रभावित, गैस व प्रदूषित जल प्रभावित और गैस व प्रदूषित जल से अप्रभावित नागरिक।   संभावना ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी सतीनाथ शडंगी ने बताया कि शोध के प्रारंभिक नतीजे बताते हैं कि गैर प्रभावित बस्तियों के मुकाबले भोपाल के गैस पीड़ितों की 10 गुना ज्यादा दर से कैंसर की वजह से मौतें हो रही हैं। इनमें खासकर गुर्दे, गले और फेफड़े के कैंसर हैं। उन्होंने बताया कि इस शोध के लिए गैस प्रभावित और अप्रभावित बस्तियों का चयन किया गया। इससे पता चला कि गैस प्रभावित बस्तियों के लोगों में टीबी, पैरालिसिल और कैंसर कहीं ज्यादा तेजी से पनप रहा है।   यूनियन कार्बाइड गैस त्रासदी को भले ही 32 वर्ष बीत गए हैं, लेकिन उस हादसे की रात यहां के लोगों के लिए अभी भी डरावनी है।  कुछ एनजीओ इस भीषणतम त्रासदी में 16000 हजार लोगों की मारे जाने का दावा करते हैं। इसमें 5,58,125 लोग प्रभावित हुए थे। सबसे ज्यादा लोग अंधेपन का शिकार हुए। इस हादसे को इतिहास की भीषणतम औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है।   

Kolar News

Kolar News 3 December 2016

  17 से 23 दिसंबर तक होगी कथा ‘‘कर्मश्री’’ का आयोजन कोलार पर पहली बार आचार्य मृदुलकृष्ण महाराज की श्रीमद्भागवत कथा का विराट कुंभ आयोजित होने वाला है। ‘‘कर्मश्री’’ के संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा  और श्री बांकेबिहारी भागवत सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 17 से 23 दिसंबर तक कोलार के बंजारी मैदान पर श्रीमद् भागवत कथा के लिए  विख्यात कथा वाचक आचार्य मृदुलकृष्ण जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन निश्चित  किया गया है।  यह आयोजन कोलार का अब तक सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होने की संभावना है। ‘‘कर्मश्री’’ अध्यक्ष,  विधायक एवं भाजपा प्रदेष उपाध्यक्ष रामेश्वर  शर्मा ने आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य मृदुलकृष्ण जी महाराज द्वारा उक्त तिथी में भोपाल आकर कथा करने की स्वीकृती प्राप्त हो गई है। महाराजश्री द्वारा अपने समधुर कंठ से कोलार के बंजारी दषहरा मैदान पर प्रतिदिन 2 बजे श्रीमद् भागवत कथा की जाएगी।  उन्होने बताया कि कथा श्रवण करने हेतु प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। बंजारी दषहरा मैदान के लगभग 4 एकड़ के मैदान पर लाखों वर्गफुट तक विस्तारित हो सकने वाला पांडाल लगाया जा रहा है। पांडाल को फूलों से सुसज्जित किया जा रहा है। पांडाल में विषाल मंच का निर्माण किया जा रहा हैं, जहां व्यासपीठ स्थापित की जाएगी। आयोजक संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक  शर्मा ने बताया कि आयोजन की व्यवस्था बनाने के लिए विभिन्न समितियों का गठन कर सैकड़ों कार्यकर्ताओं को व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पांडाल में प्रवेष के लिए प्रमुख ऋषियों के नाम पर भव्य प्रवेष द्वारों का निर्माण किया गया है। सभी द्वारों पर कार्यकर्ता तैनात रहेंगे जो यह ध्यान रखेंगे कि कथा सुनने के लिए आने वाले किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की कोई भी परेषानी ना हो। श्री शर्मा ने कहा कि कोलार उपनगरी में होने वाला यह आयोजन अब तक का सबसे विषाल आयोजन होगा। 17 से 23 दिसंबर तक कोलार में चलने वाले कथा कुंभ में प्रतिदिन 2 बजे से आचार्य श्री मृदुलकृष्ण महाराज द्वारा श्रीमद्भागवत कथा की जाएगी। आयोजक-विधायक रामेष्वर शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन ठीक 2 बजे कथा आरंभ हो जाएगी। उन्होने बताया कि मृदुलजी द्वारा श्रीमद्भागवत कथा एवं बीच-बीच में प्रस्तुत किए जाने वाले समधुर भजनों का आनंद लेने हेतु श्रद्धालुओं को प्रतिदिन नियम समय पर कथा पांडाल में उपस्थित रहना चाहिए जिससे कि वे कथा के किसी प्रसंग का श्रवण करने से वंचित ना रह जाएं। कथा आयोजन समिति के प्रमुख और विधायक रामेश्वर  शर्मा ने बताया कि कथास्थल का भूमिपूजन शनिवार 3 दिसंबर को 1100 विवाहित जोड़ों द्वारा 51 विद्वान संत-पुरोहितों के सानिध्य में बंजारी दषहरा मैदान पर किया जाएगा। विद्वान संत-पुरोहित विधिवत मंत्रोच्चार के साथ कथास्थल का भूमिपूजन सम्पन्न करवाएंगे। इस अवसर पर मध्यप्रदेश  सरकार के कई मंत्रीगण और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। उन्होने समस्त कोलार वासियों से भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है।

Kolar News

Kolar News 2 December 2016

    कोलार सहित पूरे एमपी में वर्ष 2000 से पहले यानी 31 दिसंबर 1999 तक सरकारी जमीन पर काबिज लोगों को जल्द ही मालिकाना हक मिलेगा। भू-राजस्व संहिता की धारा 162 के तहत सरकार ने नियम तैयार कर लिए हैं। आवासीय क्षेत्रों में कब्जाधारकों को एक हजार स्क्वायर फीट की जमीन एक स्र्पए के प्रीमियम और 100 स्र्पए की वार्षिक लीज पर 30 साल के लिए पट्टा दिया जाएगा, वहीं खेती की जमीन के मालिकाना हक के लिए कब्जाधारियों को बाजार मूल्य का दो प्रतिशत चुकाना होगा। अब इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने रखा जाएगा। उनकी अनुमति के बाद इसे कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। राजस्व विभाग के अफसरों के मुताबिक दिसंबर महीने में ये नियम कैबिनेट में रखे जाएंगे, यहां से हरी झंडी मिलने पर इसके बाद नियम लागू हो जाएंगे। इस नियम के लागू होने के बाद भोपाल के बैरागढ़, ईदगाह हिल्स में मर्जर एग्रीमेंट वाले क्षेत्र, गोमती नगर सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में कृषि और आवासीय क्षेत्रों की जमीन पर लोगों को मालिकाना हक मिलेगा। इन नियमों के तहत 5 हेक्टेयर से कम कब्जे वाली जमीन पर कब्जाधारियों को मालिकाना हक नहीं मिलेगा। यह सीमा आवासीय व अन्य गैर कृषि प्रयोजनों वाली भूमि के लिए है। वहीं खेती की जमीन में न्यूनतम सामूहिक कब्जा 50 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है।   आवासीय जमीन के लिए इतना देना होगा प्रीमियम हजार वर्ग फीट तक की जमीन पर 1 स्र्पए प्रीमियम और वार्षिक लीज 100 स्र्पए ,हजार वर्ग फीट के भूखंड पर जमीन के बाजार मूल्य का 1 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज ,2 हजार से 5 हजार वर्ग फीट की जमीन के बाजार मूल्य का 2 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज ,5 हजार वर्ग फीट से ज्यादा जमीन पर बाजार मूल्य का 3 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज आवासीय क्षेत्र से भिन्न् गैर कृषि भूमि पर इतना प्रीमियम 500 वर्ग फीट की जमीन पर 1 हजार स्र्पए प्रीमियम और 1 हजार स्र्पए वार्षिक लीज , 2 हजार वर्ग फीट की जमीन के लिए बाजार मूल्य का 3 प्रतिशत और प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज , 2 से 5 हजार वर्ग फीट की जमीन के लिए बाजार मूल्य का 5 प्रतिशत और प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज , 5 हजार से ज्यादा की जमीन पर बाजार मूल्य के 10 प्रीमियम के साथ प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज इस मामले पर प्रमुख सचिव राजस्व अरुण पांडेय का कहना है -नियम तैयार हैं। मुख्यमंत्री के सामने प्रजेंटेशन होना है। अगले महीने कैबिनेट में यह प्रस्ताव आ सकता है।

Kolar News

Kolar News 1 December 2016

    कोलार सहित पूरे एमपी में वर्ष 2000 से पहले यानी 31 दिसंबर 1999 तक सरकारी जमीन पर काबिज लोगों को जल्द ही मालिकाना हक मिलेगा। भू-राजस्व संहिता की धारा 162 के तहत सरकार ने नियम तैयार कर लिए हैं। आवासीय क्षेत्रों में कब्जाधारकों को एक हजार स्क्वायर फीट की जमीन एक स्र्पए के प्रीमियम और 100 स्र्पए की वार्षिक लीज पर 30 साल के लिए पट्टा दिया जाएगा, वहीं खेती की जमीन के मालिकाना हक के लिए कब्जाधारियों को बाजार मूल्य का दो प्रतिशत चुकाना होगा। अब इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने रखा जाएगा। उनकी अनुमति के बाद इसे कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। राजस्व विभाग के अफसरों के मुताबिक दिसंबर महीने में ये नियम कैबिनेट में रखे जाएंगे, यहां से हरी झंडी मिलने पर इसके बाद नियम लागू हो जाएंगे। इस नियम के लागू होने के बाद भोपाल के बैरागढ़, ईदगाह हिल्स में मर्जर एग्रीमेंट वाले क्षेत्र, गोमती नगर सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में कृषि और आवासीय क्षेत्रों की जमीन पर लोगों को मालिकाना हक मिलेगा। इन नियमों के तहत 5 हेक्टेयर से कम कब्जे वाली जमीन पर कब्जाधारियों को मालिकाना हक नहीं मिलेगा। यह सीमा आवासीय व अन्य गैर कृषि प्रयोजनों वाली भूमि के लिए है। वहीं खेती की जमीन में न्यूनतम सामूहिक कब्जा 50 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है।   आवासीय जमीन के लिए इतना देना होगा प्रीमियम हजार वर्ग फीट तक की जमीन पर 1 स्र्पए प्रीमियम और वार्षिक लीज 100 स्र्पए ,हजार वर्ग फीट के भूखंड पर जमीन के बाजार मूल्य का 1 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज ,2 हजार से 5 हजार वर्ग फीट की जमीन के बाजार मूल्य का 2 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज ,5 हजार वर्ग फीट से ज्यादा जमीन पर बाजार मूल्य का 3 प्रतिशत प्रीमियम और प्रीमियम का 5 प्रतिशत वार्षिक लीज आवासीय क्षेत्र से भिन्न् गैर कृषि भूमि पर इतना प्रीमियम 500 वर्ग फीट की जमीन पर 1 हजार स्र्पए प्रीमियम और 1 हजार स्र्पए वार्षिक लीज , 2 हजार वर्ग फीट की जमीन के लिए बाजार मूल्य का 3 प्रतिशत और प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज , 2 से 5 हजार वर्ग फीट की जमीन के लिए बाजार मूल्य का 5 प्रतिशत और प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज , 5 हजार से ज्यादा की जमीन पर बाजार मूल्य के 10 प्रीमियम के साथ प्रीमियम का 7.5 प्रतिशत वार्षिक लीज इस मामले पर प्रमुख सचिव राजस्व अरुण पांडेय का कहना है -नियम तैयार हैं। मुख्यमंत्री के सामने प्रजेंटेशन होना है। अगले महीने कैबिनेट में यह प्रस्ताव आ सकता है।

Kolar News

Kolar News 1 December 2016

कोलार -केरवा -कलियासोत के जंगल से बाघ एक बार फिर आ गए हैं। इन बाघों की संख्या चार बताई जा रही है। पिछले साल भी इस सीजन में जंगल से बाघ शहर की तरफ आ गए थे।  केरवा में टी-21- के नर बाघ शावक के अलावा बाघ टी-1 और बाघिन टी-21 की मादा शावक का भी मूवमेंट है। वहीं, समसगढ़ में दूसरे नर बाघ शावक का मूवमेंट है। 10 किमी के दायरे में चार बाघों के मूवमेंट के चलते भोपाल वन मंडल ने एक बार फिर हाथियों को बुलाने का निर्णय लिया है। वन्य प्राणी विशेषज्ञों ने भी इस निर्णय को उचित बताया है।  शहर के नजदीक घूम रहे बाघ ने मिंडोरा के नजदीक एक भैंस पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि भैंस बच गई क्योंकि बाघ और भैंस के बीच 12 फीट ऊंची जाली थी। वहीं अन्य बाघ ने एक बछड़े का शिकार किया है।  भोपाल वन मंडल के कंजरवेटर एसपी तिवारी ने बताया कि बाघों के लगातार मूवमेंट को देखते हुए हाथी बुलाए जाएंगे ताकि उन पर सतत निगरानी रखी जा सकती है। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी नवंबर में सतपुड़ा शिफ्ट किए गए बाघिन टी-2 के शावक ने विभाग की नींद उड़ाई थी।  ग्रामीणों का कहना है कि एक साथ कई बाघों के मूवमेंट से दहशत का माहौल है। ग्रामीण समझ नहीं पा रहे कि थोड़ी देर पहले एक बाघ को केरवा पर देखा और वहां से थोड़ी दूर चलने पर दूसरा बाघ दिखाई दे रहा है। इससे समझ में नहीं आ रहा कि मिंडोरा, चंदनपुरा सहित अन्य इलाके में कितने बाघ घूम रहे हैं।   

Kolar News

Kolar News 30 November 2016

सुबह पहुंची टीम, मिले पंजे के निशान  कोलार क्षेत्र में पहली बार आबादी वाले स्थान पर बाघ को देखा गया है। सोमवार शाम से ही दानिश हिल्स क्षेत्र में भय व्याप्त है। लोग अपने घरों से निकलने में डर रहे हैं।  बाहरी इलाकों में कलियासोत के जंगलों से लेकर , मंडोरा, वाल्मी, बैरागढ़ चीचली, कोलार क्षेत्र आदि के 40 किलोमीटर के दायरे में इन दिनों बाघों की दशहत फैली हुई है।  कोलार की दानिश हिल्स में कल रात को बाघ टी वन का मूवमेंट हुआ और उसने वहां पर सुअर का शिकार भी किया।  इससे पहले  कुछ माह पहले बाघ मेंडोरा और मेंडोरी के आसपास जंगलों में देखा गया था। इसके बाद यहां ग्रामीणों में काफी दहशत फैल गई थी। बाद में बाघ का मूवमेंट यहां से कलियासोत और केरवा की ओर ज्यादा देखा गया।  वन विभाग के डीएफओ एसपी तिवारी भी आज सुबह मौके पर टीम के साथ पहुंच गये हैं। उनका कहना है कि  वन विभाग की टीम ने बाघ के पगमार्क का परीक्षण कर लिया है। यह टी वन बाघ है जो इस एरिया में मूव कर रहा है।  इस बाघ ने वहां पर एक सुअर को मारा है और फिर उसके बाद कोलार से लगे जंगलों में भाग गया है। वन विभाग का अमला बाघ की सर्चिंग में लगा हुआ है।  

Kolar News

Kolar News 29 November 2016

मौलाना साअद कांधलवी ने की दुआ ऐ अल्लाह हमारे मुल्क और पूरी दुनिया में अमनो अमान कायम कर दे। ऐ अल्लाह हमारे मुल्क को तरक्की की राह बता। जैसे ही प्रख्यात मुस्लिम विद्वान मौलाना साअद कांधलवी ने यह दुआ की इज्तिमागाह में मौजूद लाखों मुसलमानों ने आमीन कहा। इस दुआ के बाद तीन दिनी आलमी तबलीगी इज्तिमा संपन्न हो गया। देश के सभी राज्यों और बैरू नी मुल्कों से आई जमातों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया। मौलाना साअद कांधलवी ने अपनी लरजती आवाज में अल्लाह की बारगाह में दुआ मांगी। उन्होंन अल्लाह से सभी के सगीरा और कबीरा गुनाहों की माफी मांगी। उन्होंने कहा ऐ अल्लाह हमें नेकी का रास्ता दिखा, हमारे कदम दीन और ईमान की राह की तरफ रुजू कर दे। हम खताकार हैं, नादान और हकीर बंदे हैं, हम भटके हुए लोग हैं, हमें रास्ता दिखा। हमारी नमाजों को कायम करवा दे। हमें दीन का दाई बना। हमसे अब तक जो भी गल्तियां और गुनाह हो गए हैं ऐ अल्लाह उन्हें मुआफ फरमा। रुंधे हुए गले से मौलाना ने खुदा के सामने हाथ फैलाए हुए कहा कि ऐ अल्लाह तू रहीम है तू करीम है तू बहुत कुदरत वाला है, हमे कुरआन शरीफ पे अमल करने वाला पक्का और सच्चा मुसलमान बना दे। हमें सबकी इज्जत और ताआव्वुन करने वाला बना। हम गुरूर, घमंड और तकब्बुर में पड़ कर तुझे भूल गए हैं, ऐ अल्लाह हमें नमाज का पाबंद बना। इधर मौलाना की दुआ गूंजती थी तो उधर लाखों बंदों की तरफ से आमीन की सदा गूंज उठती थी। इज्तिमा के समापन के साथ ही पूरे मुल्क और कई देशों से आई जमातों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया। ये दो तीन दिन तक चलेगा। उधर इनमें से कई जमातें चालीस दिन से लेकर चार महीने तक के चिल्ले पर दीन की दावत के लिए निकलेंगी। इन सब जमातों का रजिस्ट्रेशन भी यहां कर लिया गया। दुआ के पहले मौलान साअद ने कहा कि मुसलमानों का काम कयामत आने तक आने वाले इंसानों को दीन की तौहीद की दावत देना है। 

Kolar News

Kolar News 28 November 2016

  कोलार रोड पर एक कवर्ड कैंपस में रहने वाले हरिमोहन गुप्ता 12 नवंबर को अपने फ्लैट का संपत्ति कर जमा कराने वार्ड-82 के दफ्तर गए थे। वहां मौजूद कर्मचारी ने उन्हें दो साल का संपत्ति कर 17 हजार 668 रुपए जमा करने को कहा। गुप्ता ने इसका ब्रेकअप बताने को कहा तो उसने कागज पर लिखा कि आप 11 हजार रुपए दे दीजिए। आपको रसीद 6500 रुपए की मिल जाएगी। इसके बाद आपको बकाया का कोई नोटिस भी नहीं आएगा। यह सुनते ही गुप्ता के कान खड़े हो गए। वे नाराज होकर वहां से उस समय निकल आए। यह किस्सा कई लोगों को सुनाया। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी। तीन दिन में माहौल बदल गया। न सिर्फ सही रकम जमा हुई बल्कि खुल्ले दो रुपए तक बाइज्जत लौटाए गए। नियमानुसार हर व्यक्ति को अपने संपत्ति कर का सेल्फ असेसमेंट करना है। लेकिन इसकी गणना इतनी कठिन है कि आम आदमी निगम कर्मचारियों से ही यह फार्म भरने को कहता है। बार- बार परिक्षेत्र में बदलाव के कारण गणना भी बदल जाती है। इसके साथ ही निगम का यह भी नियम है कि 31 अगस्त तक ही सेल्फ असेसमेंट किया जा सकता है। निगम कर्मचारी ऐसी ही जटिलताओं का फायदा उठाते हैं। नई परिषद के गठन से पहले तक कोलार नगरपालिका क्षेत्र में होने से संपत्ति कर काफी कम था। पिछले वित्त वर्ष में नगर निगम में शामिल होने पर यहां संपत्ति कर में एकदम से वृद्धि हो गई थी। इस पर जब स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने आपत्ति ली तो इस साल कोलार का परिक्षेत्र बदल कर यहां संपत्ति कर कम किया गया है। नए परिक्षेत्र की जानकारी आम लोगों को नहीं है। पिछले वित्त वर्ष में नगर निगम के छह कर्मचारियों को लोकायुक्त ने संपत्ति कर और पानी के बिल में छूट देने के नाम पर वसूली करते पकड़ा था। फरवरी-मार्च के महीने में ये कर्मचारी आम लोगों को छूट दिलाने के नाम पर रिश्वत लेते हुए पकड़े गए थे। इन घटनाओं के बाद तत्कालीन निगमायुक्त तेजस्वी एस नायक ने स्वीकार किया था कि संपत्ति कर के खातों में भारी गोलमाल है और इसकी मैदानी जांच भी शुरू हुई थी। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत में गुप्ता ने कहा: मैं सीनियर सिटीजन हूं। भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम के लिए प्रधानमंत्री मोदी का प्रशंसक हूं। लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के आपके सपने में पलीता लगाते हुए भोपाल नगर निगम कर्मचारी की करतूत से मेरा सामना हुआ। मैं अपनी रजिस्ट्री लेकर गया था। वहां मुझसे रिश्वत मांगी गई। भ्रष्टाचार खुलेआम चल रहा है। मेरा मन खिन्न है। गुप्ता तीन दिन बाद दोबारा वार्ड कार्यालय गए तो माहौल बदला हुआ देखकर हैरत में पड़े। उसी कर्मचारी ने अदब से उनसे 6,663 रुपए लिए और रसीद भी इतनी ही राशि की दी। इसमें 2015-16 के लिए करीब 3600 रुपए और 2016-17 के लिए करीब 3000 रुपए लिए गए। उनके पास खुल्ले रुपए नहीं थे। इसलिए 6665 रुपए दिए। कर्मचारी ने दो रुपए आदर सहित लौटाए। निगम सूत्र बताते हैं कि जोन और वार्ड कार्यालय में काम कर रहे कंप्यूटर ऑपरेटर वसूली के इस खेल के सिद्धहस्त खिलाड़ी हैं। संपत्ति कर और पानी के बकाए की राशि कंप्यूटर में दर्ज करने से लेकर रसीद जारी करने का काम यही ऑपरेटर ही करते हैं। ऐसे में राशि को कम या अधिक करने में इनका रोल महत्वपूर्ण है। नगर निगम में कई ऑपरेटर दस साल से अधिक समय से एक ही वार्ड या जोन में जमे हैं। इनकी अलग ही सत्ता है। दफ्तर नौ बजे खोलने के आदेश के बावजूद ज्यादातर ऑपरेटर 11 बजे ही ऑफिस पहुंच रहे हैं। उसके बाद ही कामकाज शुरू हो पाता है।

Kolar News

Kolar News 27 November 2016

फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार शनिवार को  भोपाल पहुंचे। उनके साथ निर्देशक आर. बाल्की के अलावा निर्माता रजनीश खनूजा और अनिल नायडू भी मौजूद थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। बाल्की और अक्षय चार्टड प्ले से भोपाल आए थे, करीब एक घंटे यहां रूकने के बाद वे मथुरा के लिए रवाना हो गए। अक्षय इन दिनों मथुरा के नंदगांव में 'टॉइलट: एक प्रेम कथा' शूट कर रहे हैं। वे वहां से भोपाल पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से CM हाउस में मुलाकात की। अक्षय कुमार ने अपनी अगली फिल्म की शूटिंग मप्र में करने के लिए अनुमति मांगी। अक्षय कुमार ने कहा कि वे इस फिल्म में मप्र के कलाकारों को पूरा मौका देंगे। फिल्म निर्देशक आर. बाल्की की फिल्म के लिए अमिताभ और अक्षय जल्द ही शूटिंग शुरू करने वाले हैं। शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश के तीर्थस्थल ओंकारेश्वर और महेश्वर का चयन किया गया है। करीब 20 दिन की शूटिंग यहां होगी, बड़ा हिस्सा महेश्वर में शूट किया जाएगा। फिल्म के कई महत्वपूर्ण शॉट्स यहीं पर लिए जाने हैं। महेश्वर के घाट और महल में प्रमुखता से शूटिंग होगी। बता दें, बाल्की ने दो महीने पहले मध्यप्रदेश के कुछ शहरों की रैकी की थी, तब जाकर इन्हें फाइनल किया गया। सूत्रों की माने तो करीब 20 से 24 दिन के शेड्यूल के लिए अमिताभ और अक्षय यहां होंगे। चूंकि अमिताभ और अक्षय 20 दिन से ज्यादा महेश्वर में रहेंगे, इसलिए कानून व्यवस्था और लोकल सेंटर्स पर शूटिंग के लिए जरूरी नियमों को लेकर बाल्की ने सीएम से बात की। अमिताभ इसके पहले भी मध्यप्रदेश के भोपाल में राजनीति और आरक्षण की शूटिंग कर चुके हैं। अक्षय मध्यप्रदेश में पहली बार शूटिंग के लिए आ रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा तो फरवरी और मार्च को शुरुआत तक शूटिंग होगी। नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर शहर में होने के कारण यही शहर मुख्यालय बनेगा। सभी एक्टर्स महेश्वर में ही रहेंगे और वही से वे इंटीरियर में जाकर शूटिंग करेंगे।  

Kolar News

Kolar News 26 November 2016

कोलारवासियों को जल्द ही कोलार के प्रवेश द्वार पर जयपुर की तर्ज पर वेलकम गेट की सौगात मिलने वाली है। यह गेट सर्वधर्म पुल से पास बनेगा। इस गेट को करीब 25 लाख रुपए की लागत से बनाया जाना है। इस ऐतिहासिक गेट की खासियत यह है कि जयपुर के कलाकारों द्वारा इस गेट का निर्माण कराया जाएगा। इसमें जयपुर की संस्कृतिक की झलक भी नजर आएगी। इस प्रोजेक्ट का डिजाइन शिल्पी इंजीनियर आर्किटेक्ट प्लानर द्वारा तैयार किया गया है। प्रोजेक्ट का डिजाइन लगभग फाइनल हो चुका है। निगम के अफसरों के मुताबिक टेंडर डाले जा चुके हैं। जैसे ही वर्क आॅर्डर होते हैं, तुरंत भूमिपूजन कर प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे होगा प्रवेश द्वार का निर्माण कोलार के प्रवेश द्वार पर बनाए जाने वाले ऐतिहासिक गेट की लंबाई लगभग 12 मीटर और 10.50 मीटर चौड़ाई रखी जाएगी। गेट पर गुंबद का भी निर्माण किया जाएगा। इसको मिला कर गेट की लंबाई 22 मीटर के आसपास पहुंच जाएगी। राहगीरों की आवाजाही के लिए गेट के दोनों तरफ 2 मीटर का फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। इस गेट के बीच में एक गार्ड रूम भी बनाया जाएगा। इसके अलावा गेट के बीचोंबीच पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति लगाई जाएगी। गेट पर जयपुर की तर्ज पर नक्काशी की जाएगी। इन सब के कारण गेट की भव्यता देखने लायक होगी। शहर में ऐतिहासिक गेट बहुत हैं, लेकिन अपनी तरह का यह कोलार में पहला गेट होगा। इसके बनने से कोलार क्षेत्र का अपना अलग ही आकर्षण नजर आएगा। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कोलार में जल्द ही वेलकम गेट का निर्माण होगा। पूर्व में यह योजना बनाई गई थी। इस प्रस्ताव को नगर निगम प्रशासन ने मंजूरी देते हुए राशि स्वीकृत कर दी है। भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 25 November 2016

निर्माण लागत को लेकर रेलवे और पीडब्ल्यूडी एवं मंडी बोर्ड के बीच पैसों का विवाद चल रहा है। इस वजह से बावड़िया कला रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) और करोंद अंडर ब्रिज का काम अटक गया है। कोलार रोड से बावड़िया कलां को डायरेक्ट एप्रोच करने के लिए 38 करोड़ से अधिक की लागत से बन रहे आरओबी का काम तो शुरू हो चुका है, लेकिन रेलवे की तरफ से अपने हिस्से का पैसा नहीं देने के कारण यह प्राजेक्ट रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा। इसकी डेड लाइन अक्टूबर 2018 है। आरओबी बना रही पीडब्ल्यूडी ने अपने हिस्से का 19.50 करोड़ रुपए जमा कराने के लिए रेलवे को पत्र लिखा है। पीडब्ल्यूडी ने रेवेन्यू शेयरिंग के आधार पर निर्माण लागत पर अपने हिस्से की राशि मांगी है। फिलहाल पीडब्ल्यूडी अपनी राशि से 850 मीटर लंबे पुल का निर्माण करा रहा है, लेकिन आगे चलकर यदि रेलवे ने अपने हिस्से की राशि जमा नहीं कराई तो इसकी रफ्तार धीमी पड़ जाएगी। इस बीच रेलवे ने निर्माण ऐजेंसी को यह भी नहीं बताया है कि वह अपने हिस्से की राशि कब जमा कराएगा।  

Kolar News

Kolar News 24 November 2016

  केरवा -कोलार -कलियासोत इलाके में तीसरे बाघ ने दस्तक दे दी है। इससे पहले यहां बाघ टी-1 और बाघ टी-121 का मूवमेंट है। नया बाघ कोलार -केरवा-कलियासोत के जंगल में घूम रहा है। सोमवार रात 11.30 से 12 बजे के बीच बाघ ने संस्कार वैली स्कूल के पास आधे घंटे तक धमा चौकड़ी मचाई और 5 मिनट तक दहाड़ता रहा।मंगलवार की रात भी इस इलाके में इसका मूवमेंट देखा गया।  नए बाघ ने पहले से मौजूद बाघ (टी-1 या टी-121) के साथ मिलकर सड़क किनारे घूम रहे बैल का शिकार किया। दोनों करीब 20 मिनट तक शिकार को खाते रहे। घटना की सूचना रहागीरों ने वन विभाग को दे दी। मौके पर पहुंचे रेंजर, डिप्टी रेंजर और गश्ती दल ने दो बाघों को शिकार खाते देखा है। वन अमले ने कड़ी मशक्कत के बाद बाघों को जंगल की ओर खदेड़ा। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। सुबह वन विभाग की टीम ने मृत बैल के अवशेषों को कब्जे में लिया और नष्ट कराया। विभाग के मुताबिक रातापानी जंगल में बाहरी दबाव बढ़ा है, जिसके कारण बाघ केरवा की तरफ आ रहे हैं। तीसरे बाघ के पगमार्क में पांचों अंगुलियां फुटप्रिंट में दिख रही हैं। जबकि पहले से क्षेत्र में मौजूद बाघों की चार अंगुलियां ही फुटप्रिंट में दिखती हैं। हालांकि वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों का कहना है कि आमतौर पर बाघ की 5 में से 4 अंगुलियां ही फुटप्रिंट में आती हैं। डिप्टी रेंजर समरधा आरबी शर्मा का कहना है कि दो बाघों को शिकार खाते देखा गया है। बाघों की पहचान नहीं बता सकते। जंगल के भीतर छोटे-छोटे रास्ते बन गए हैं। कोलर -केरवा-कलियासोत समेत आसपास की सभी सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ा है। शोरगुल से वाइल्ड लाइफ को नुकसान पहुंचा है। निर्माण कार्यों के चलते धमाके भी हो रहे हैं। अतिक्रमण भी बढ़ रहा है।  कंजरवेटर फॉरेस्ट डॉ. एसपी तिवारी ने कहा  बाघों ने बैल का शिकार किया है। बैल किसका है, इसकी जानकारी नहीं है। गश्ती दल बाघों पर लगातार निगाह रख रहे हैं। तीसरे बाघ के बारे में जानकारी नहीं है।  

Kolar News

Kolar News 23 November 2016

हादसे में मरने वालों की संख्या  147 तक पहुंची  कोलार इलाके की रहने वाली पूनम कानपुर के पास पुखरायां में हुए ट्रेन हादसे में मृत घोषित किया गया था जब कि वे सही सलामत है और पटना पहुँच चुकी हैं। रेलवे ने अब तक 147  लोगों की मौत की पुस्टि की  है। रेलवे ने हादसे में मरने वाले 113 लोगों की लिस्ट जारी की। इसमें भोपाल की पूनम तिवारी को मृत बताया गया। पर पूनम बच गई थीं। पूनम ने खुद इसकी पुष्टि करते हुए  बताया कि वो जिंदा और सही सलामत हैं पटना में हैं ।  पति एलके तिवारी के साथ पूनम पटना पहुंच भी गईं।  बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं जिंदा हूं।पटना में भतीजे की शादी के कार्यक्रम में शामिल होने जाने के लिए वह ट्रेन के ए-1 कोच में सवार हुई थीं।हादसे के बाद दूसरी ट्रेन से पति एलके तिवारी के साथ कानपुर से पटना तक का सफर पूरा किया। पूनम ने कहा, ''ईश्वर की कृपा से ट्रेन हादसे में मुझे और मेरे पति को किसी प्रकार की चोट नहीं लगी है।'' उन्होंने कहा मेरे जिंदा होने के बावजूद रेलवे के अफसरों ने हादसे की रिपोर्ट में मुझे किस आधार पर मृत घोषित कर दिया, इसकी जांच होनी चाहिए। कोलार की  पूनम के मामले पर पश्चिम-मध्य रेलवे के पीआरओ आईए सिद्दीकी ने कहा, ''मृतकों की लिस्ट झांसी डिविजन से भेजी गई है। पूनम तिवारी के मामले में स्पष्टीकरण झांसी डिविजन ही देगा।''    

Kolar News

Kolar News 22 November 2016

   कोलार -केरवा-कलियासोत और समरधा चौकी के आसपास वाले क्षेत्रों में पहले से बाघ का मूवमेंट बढ़ गया है। इस को लेकर वन विभाग एलर्ट है।  एक बाघ समरधा चौकी के पास इको टूरिज्म गेट तक पहुंच गया। इस दौरान पर्यटक ईको टूरिज्म से लौट रहे थे। बाघ दिखने के बाद पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ जमा हो गई। लोग बाघ देखने आगे बढ़ने लगे। मौके पर वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम पहुंची और भीड़ को हटाया। बाघ को जंगल की तरफ खदेड़ा गया। इस पूरी कवायद में शाम के 7 बजे गए। काफी अंधेरा हो गया। फिर भी कुछ लोग बाघ देखने समरधा चौकी के आसपास डटे रहे। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बाघ लगातार क्षेत्र में मूवमेंट बढ़ा रहा है। तीन दिन पहले भी बाघ टी-121 समरधा चौकी के पास तक पहुंच गया था। ज्यादातर शाम के समय बाघ इस क्षेत्र में मूवमेंट कर रहा है। जिससे खतरा बढ़ा है क्योंकि शाम के समय इस क्षेत्र में ईको टूरिज्म आने-जाने वाले लोगों की अच्छी-खासी भीड़ रहती है। यदि बाघ सड़क पर आ गया तो बड़ा हादसा हो सकता है। एक दिन पहले होशंगाबाद के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में भी एक बाघिन बालिका पर हमला कर चुकी है। बाघिन भी इसी तरह बार-बार आबादी से सटे इलाके के आसपास आ रही थी।  

Kolar News

Kolar News 21 November 2016

  उत्‍तर प्रदेश के कानपुर में पुखरायं में इंदौर-पटना ट्रेन के पटरी से उतर जाने के बाद इस भीषण हादसे में अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 150 से ज्‍यादा लोग घायल हैं। घायलों को पास के अस्‍पतालों में इलाज जारी है। इंदौर से रवाना हुई इस ट्रेन में बड़ी संख्‍या में मध्‍य प्रदेश के यात्री सवार थे।   हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है वहीं इस बीच दुर्घटना में मारे गए और घायल लोगों की पहली लिस्‍ट सामने आई है। इस लिस्‍ट में इंदौर और उज्‍जैन के लोग भी शामिल हैं। जिला अस्‍पताल द्वारा जारी की गई इस लिस्‍ट में देवास के चंदेल परिवार के अलावा इंदौर के मिश्रा और गुजराती परिवार के लोग शामिल हैं जो घायल हैं। वहीं मृतकों में से फिलहाल 7 की पहचान हो पाई है।   मृतकों के नाम   पातीराम पिता महिपाल 19 वर्ष निवासी महानंदा नगर उज्जैन,बृजमोहन पिता मनोहर लाल 40 वर्ष निवासी स्‍नेहलता गंज इंदौर, भन्‍ती देवी शिवपूजन सिंह निवासी सेंट्रल कोतवाली इंदौर,जिवितेश कुमार निवासी अवधपुरी भोपाल,रामेश्‍वर प्रजापति निवासी तोपेवाला मोहल्‍ला ग्‍वालियर, असलम पिता रफीक खान निवासी शाजापुर,उमाशंकर पिता कल्‍लू चंदौली,रत्निका पति सुबोध सिंह निवासी गौतमबुद्धनगर, सिवान, घायल धर्मेंद्र श्‍यामसिंह चंदेल 45 साल देवास,रेखा चंदेल 45 साल देवास,मीरा चंदेल 45 साल- देवास,आकांक्षा धर्मेंद्र चंदेल 9 वर्ष - देवास,अनिकेत धर्मेंद्र सिंह 8 साल - देवास,प्रतिभा रितेश सोनी - इंदौर,नीता जगमोहन गुजराती 50 साल- इंदौर,मालती गुजरात 62 साल - इंदौर,महेश गंगाराम कुशवाह 36- इंदौर,नेहा सतेंद्र सिंह 25 साल - इंदौर,एपी शाह पिता पुरषोत्‍तम शाह 58 साल उज्‍जैन,कुसुमसिंह संजय‍ सिंह 40 साल- भोपाल,पूजा अनिल 36 साल- इंदौर,बबीता सं‍दीप मिश्रा 28 साल- इंदौर ,सोनम संदीप मिश्रा 13 साल- इंदौर,प्‍यारेलाल महाराज सिंह 52 साल इंदौर,ज्योति पुत्री सती प्रसाद (21) कानपुर,राजू पुत्र मेवालाल (31) अंबेडकरनगर,बजरंगी प्रताप राजा पुत्र रामदेव आजमगढ़,आकिब पिता असलम (24) फिरोजाबाद,राजकुमार पुत्र दयापाल (55) फतेहपुर यूपी,नवीन कुमार तिवारी पुत्र नागेंद्र कुमार तिवारी (55) निवासी पालामऊ झारखंड,प्रकाश कुमार पुत्र वीरेंद्र प्रकाश (22) निवासी पटना,रेखा देवी पत्नी प्रमोद कुमार (45) निवासी पटना,परशुराम पुत्र मोहनराम (42) बलिया,मुकेश कुमार पुत्र मुन्ना लाल (45) बलिया, यूपी।रितिका श्रीवास्तव पुत्री एसके श्रीवास्तव (19) लाखनऊ,मदन राम पुत्र अजीत राम (62) पटना, बिहार,मोनू विश्वकर्मा पुत्र जयराम विश्वकर्मा (25) अंबेडकरनगर,वजीर आलम पुत्र वसीर अंसारी (35) मोतिहारी,दीपक पुत्र मार्केंडेय (20) आजमगढ़ किरवा,रजत सिंह पुत्र तेजप्रताप (23) फैजाबाद,प्रमोद पुत्र शिवशंकर (45) महाराजगंज पटना,राजकुमार पुत्र गोविंद सिंह (37) मुज्जफरनगर,प्रवीण चंद्र पुत्र रूद्र नाथ (32) संतकबीरनगर,अभय श्रीवास्तव पुत्र संजय श्रीवास्तव (3) फूलपुर इलाहाबाद,फूलादेवी पत्नी हरीलाल (70) पटना, बिहार,प्रेमकुमार पुत्र कालूराम (54) झांसी,ज्योति यादव पत्नी लालन सिंह (24) झांसी,जयप्रकाश पुत्र भुलनराम (30) मैनपुरी,सुनील पुत्र बीएल दाम (46) पटना बिहार,मालती शर्मा पत्नी दयाराम शर्मा (45) बिहार,रामपुजारी पुत्र जयराम (36) सुल्तानपुर,अशि पुत्री कुमार आनंद (13) पटना,संजय यादव (09) जितेंद्र सिंह पुत्र हरीनारायण (60) आजमगढ़,रविंद्र पंडित पुत्र उपलाल पंडित (35) पटना,ज्ञान प्रकाश पंडित पुत्र श्यामलाल (36) इलाहाबाद,अनुराग पुत्र भुवनेश्वर (30) लखनऊ,आदि पुत्र वाशुनाथ नंदी वाराणसी (23),उत्तम कुमार पुत्र सतीश कुमार (24) बिहार,जीवन लाल पुत्र रामदत्त (71) देवकला बहराइच,अशोक कुमार पुत्र यदुवेंद्र (48) पटना,रामू पुत्र दामू चकर (40) पटना बिहार,अरूण शर्मा पुत्र डीसी (40) गोपालनगर,अहिरनाक सिंह पुत्र शारदा (60) रायबरेली,प्रीति सिंह पत्नी कुमार आनंद (64),मो.इस्लाम अंसारी पुत्र मो.जमील (19) अदलपुर,श्याम दत्त पुत्र अच्छे लाल (74) आलमपुर,मलवा रिंकी पत्नी रामेश्वर प्रजापति (30) ग्वालियर,संजीत कुमार पुत्र सत्यनारायण (26) पटना।  

Kolar News

Kolar News 20 November 2016

ग्रीन कॉरिडोर बना 13 मिनट में 12KM पहुंचाया लीवर मध्यप्रदेश का पहला लिवर ट्रांसप्लांट शुक्रवार सुबह  सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल में हुआ। लिवर विमान द्वारा इंदौर से सुबह 7:46 पर भोपाल पहुंचा। एयरपोर्ट से अस्पताल के 12 किमी के सफर को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर करीब 13 मिनट में पूरा किया गया। पहले गुरुवार रात को ट्रांसप्लांट की तैयारी थी, लेकिन इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती अंग दाने करने वाले ब्रेन डेड मरीज के अंग देर रात तक नहीं निकल पाने के कारण इसे अगले दिन के लिए टाल दिया गया। दरअसल, मरीज के परिजन हार्ट, दोनों किडनी और लिवर दान करना चाह रहे थे, लेकिन हार्ट लेने से तीन राज्यों के बड़े अस्पतालों ने मना कर दिया। अस्पतालों से बातचीत में देरी के चलते ट्रांसप्लांट टाल दिया गया। लिवर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञों ने बताया कि सभी आर्गन एक साथ ही निकल सकते हैं। कोई भी अंग पहले निकलेगा तो बाकी अंग खराब हो जाएंगे। लिवर भोपाल के सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल में, किडनी के इंदौर के एक निजी अस्पताल और हार्ट दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में लगाने का निर्णय हुआ। हार्ट लगवाने वाला (रिसीपेंट) नहीं मिलने की वजह से गंगाराम अस्पताल ने शाम छह बजे हार्ट लेने से मना कर दिया। इसके बाद हरियाणा के मेदांता अस्पताल से बात की गई, लेकिन उन्होंने भी रिसीपेंट मना कर दिया। इसके बाद फोर्टिस अस्पताल चेन्नई से बात की, पर उन्होंने रिसीपेंट नहीं होने के कारण मना कर दिया। प्रशासन गुरुवार रात 9.30 बजे से 10 बजे के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाने की पूरी तैयारियां कर चुका था। स्टेट हैंगर से सिद्धांता अस्पताल तक 12 किमी के रास्ते को खाली कराने के लिए सड़कों पर जगह-जगह 100 से अधिक जवान तैनात कर दिए गए थे। लेकिन, रात 9 बजे ग्रीन कॉरिडोर नहीं बनाने की सूचना जारी कर दी गई।तैयारी के लिए कलेक्टर निशांत वरवड़े ने जिला प्रशासन के अफसरों के साथ दोपहर 1.30 बजे बैठक की। शुरुआत में दोपहर 4 से 5 बजे के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाने के हिसाब से प्लानिंग की गई। इंदौर से चार्टड प्लेन से लिवर राजाभोज विमानतल पर लाया गया। चार्डर प्लेन विमानतल से स्टेट हैंगर पर पहुंचा। यहां से सिद्धांता हॉस्पिटल की एंबुलेस से लिवर अस्पताल लाया गया।प्रदेश का पहला लिवर ट्रांसप्लांट आज भोपाल में किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन, पुलिस और चिकित्सकीय टीम द्वारा जबरदस्त तैयारी की गई है। लीवर को एयरपोर्ट से रेडक्रास सिद्धांता अस्पताल पहुंचने में सिर्फ 13 मिनट ही लगे। यहां की दूरी 12 किमी है। भोपाल और सेंट्रल इंडिया का यह पहला अनुभव है। इस चुनौती में पुलिस विभाग के 125 लोगों ने साथ दिया, जिसमें 4 डीएसपी, 5 टीआई, 20 सब इंस्पेक्टर और 80 ट्रेफिक पुलिस के अधिकारी थे। एयरपोर्ट से एंबुलेंस 7. 33 बजे निकली और 7 बजकर 46 मिनिट पर अस्पताल पहुंची। 12 किमी की दूरी के लिए 18 से 19 मिनिट का समय दर्ज किया था, लेकिन 13 मिनिट में दूरी तय हुई। भोपाल में जिस लीवर को ट्रांसप्लांट किया जा रहा है, वह बुरहानपुर के रहने वाले सुनील विट्ठल देवकर का है। ब्रेन हेमरेज के मरीज देवकर का इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज चल रहा था। आराम न मिलने पर देवकर के रिश्तेदारों से सुनील के अंगदान का कहा। इसके बाद एमवाय के चिकित्सकों ने देवकर को सीएचएल अपोलो शिफ्ट किया, जहां से लीवर को ट्रांसप्लांट कर चार्टर्ड विमान से राजधानी भोपाल भेजा गया।  

Kolar News

Kolar News 18 November 2016

शहर के पास केरवा, रातापानी,कोलार  और कलियासोत के जंगलों में घूमने वाले बाघों की सुरक्षित बसाहट को बनाने के लिए वन विभाग ने रातापानी में पांच करोड़ की लागत से घास के जंगल बनाने की योजना बनायी है, ताकि इनके रेगुलर वॉचिग से बचा जा सके और उस एरिया को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा सके , इसके साथ ही जंगलों में होने वाले निर्माण कार्यों को रोका जा सके। इस संबंध में वन विभाग ने यह प्रस्ताव शासन को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। इस समय रातापानी में 59 बाघ, 100 तेंदुए और 150 से ज्यादा भालू हैं, जिनको शिकारियों से बचाना बेहद जरूरी है। पानी और सुरक्षा का होगा प्रबंध वन्यप्राणी डिवीजन में बाघ सहित अन्य जानवरों की सुरक्षा के लिए घास के जंगल विकसित होंगे। पानी और सुरक्षा का प्रबंध किया जाएगा। स्टाफ को भी वन्यप्राणियों की देखरेख के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। गश्ती दल और वाहन बढ़ाए जाएंगे। वन्यप्राणियों को लेकर आसपास के लोगों को जागरुक किया जाएगा। डिवीजन की जिम्मेदारी ऐसे अफसर को सौंपी जाएगी, जो वन्यप्राणी प्रबंधन में दक्ष होंगे और इनकी रेग्युलर वॉचिंग की जाएगी। इससे पहले वन विभाग ने वन्य प्राणियों को शिकारियों से बचाने के लिए कई प्रयास किए थे, लेकिन उसमें उसको सफलता नहीं मिल पाई। शिकारी सैलानियों के रूप में जंगलों के रूप में प्रवेश कर रहे हैं।

Kolar News

Kolar News 17 November 2016

    भोपाल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. वीणा सिन्हा एवं बाल विकास अधिकारी ने  वल्लभ नगर बस्ती क्षेत्र की आँगनवाड़ी से भोपाल जिले में दस्तक अभियान की शुरूआत की। यह अभियान कोलार इलाके की आंगनबाड़ियों में भी चलेगा।  डॉ. सिन्हा ने आँगनवाड़ी में समझाइश दी कि संभावित निमोनिया से ग्रस्त बच्चे में खाँसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ होना, तेज श्वांस चलना, पसलियों का धंसना, नथुनों का फूलना, श्वांस लेने में घरघराहट होना आदि लक्षण होने पर नि:शुल्क परिवहन द्वारा बच्चे को पास के स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया जायेगा। इसी प्रकार दस्त रोग से बचाव के लिये ओआरएस घोल बनाने की प्रक्रिया, उपयोग की विधि, रोग के दौरान जिंक गोली का सेवन, स्तनपान संबंधी समाज में व्याप्त भ्राँतियों एवं कुरीतियों को दूर करने के लिये भी समझाइश दी गई। भोपाल जिले में अभियान के दौरान विशेष रूप से कटे होंठ-तालू, दिल की बीमारियों, क्लब फुट के बच्चों की पहचान भी की जायेगी।  

Kolar News

Kolar News 17 November 2016

कोलार इलाके के सागर प्रीमियम टाॅवर फेस-2 में रह रहे किराएदार छात्रों के हंगामे से परेशान रहवासियों ने सोमवार को कोलार थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।  रहवासियों के अनुसार मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले ये छात्र रात-रात भर पार्टी कर शोर-शराबा करते हैं। तेज आवाज से म्यूजिक बजाने के कारण रहवासियों की नींद हराम हो गई है। गार्डों से भी कई बार मारपीट की घटना हो चुकी है। रहवासियों का कहना है कि डायल 100 द्वारा भी कई बार इन्हें समझाइश दी गई लेकिन इनमें कोई सुधार नहीं हुआ। फ्लैट के मालिकों को कई बार निवेदन किया गया कि इन छात्रों से फ्लैट खाली कराकर फैमिली वालों को किराए पर दिया जाए लेकिन वे मानने को तैयार नहीं है। इससे आए दिन झगड़े की वारदातें होती हैं।  अपार्टमेंट में 70 परिवार रहते है। देर रात में होने वाले हंगामे के कारण महिलाएं बाहर निकलने में घबराने लगी है। रहवासियों की मांग है कि इन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सुरक्षा की दृष्टि से फ्लैट मालिकों से इन छात्रों के संबंध में जानकारी ली जाए। ज्ञापन की प्रति गृह मंत्री, पुलिस महानिदेशक, संचालक एलएन मेडिकल कॉलेज और मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष को भी भेजी गई है। इसमें उन्होंने छात्रों पर अंकुश लगाने की मांग की है।   

Kolar News

Kolar News 15 November 2016

रविवार अवकाश होने के बाद भी नोट बदलने के लिए आज बैंक खोले गए। सभी बैंकों के सामने सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कोलार एमपी नगर, बीएचईएल, शाहपुरा, टीटी नगर, बैरागढ़, 10 नंबर सहित सभी इलाकों में ऐसी ही स्थिति रही। लेकिन समस्या वहीं पुरानी है। कुछ एटीएम आज भी चालू नहीं है। जो चालू है उनमें काफी समय लग रहा है। दूसरी ओर बैंकों में भी 4 हजार रुपए बदलने के लिए 4 घंटे लग रहे हैं। शहर के जिन बैंकों के पास चाय-नाश्ते की दुकानें हैं, वहां पर दुकानदारों की आज चांदी थी। लोग सुबह से लाइन में लगकर आपस में बातचीत करके चाय-नाश्ते के लिए समय निकाल रहे थे। जो व्यक्ति लाइन से बाहर जाता है वह आगे-पीछे वालों को बताकर नाश्ता करने जाता है।  

Kolar News

Kolar News 13 November 2016

मुख्यमंत्री  चौहान ने आपात बैठक में दिये निर्देश मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिन किसान भाईयों का सहकारी बैंक अथवा सहकारी समिति में ऋण खाता है, उसमें ऋण अदायगी के लिये 500 अथवा 1000 रूपये के नोट स्वीकार करें। किसान, मजदूर और आम नागरिक को नगद भुगतान में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रशासनिक सूझबूझ के साथ कार्य करते हुए सहज भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। श्री चौहान आज यहाँ प्रदेश में नगद भुगतान की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि बड़े नोटों का चलन बंद होने से प्रदेश के किसानों को असुविधा से बचाने के लिये निर्णय लिया गया है कि किसानों को मंडी में नकद भुगतान के साथ ही आर.टी.जी.एस. (R.T.G.S.), बैंक ड्राफ्ट, बैंकर्स चेक या अकाउंट पेयी चेक से भुगतान प्राप्‍त करने की स्वतंत्रता होगी। किसान भाई स्थिति के अनुसार स्वयं विकल्प चुन सकते हैं। श्री चौहान ने भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों से कहा कि आर.टी.जी.एस. (R.T.G.S.) भुगतान की समयावधि अपरान्ह चार बजे से बढ़वाकर शाम 6 बजे तक करवाने के प्रयास किये जायें। उन्होंने कहा कि जो किसान भाई अपना अनाज मंडियों में ले आये हैं और वे अपने कृषि उत्पाद कृषि उपज मंडी के गोदाम में रखना चाहते हैं तो वे 15 दिसम्बर तक नि:शुल्क रख सकते हैं। मुख्यमंत्री ने आयुक्त मंडी बोर्ड को निर्देशित किया कि व्यापारियों को तत्काल एक हजार पर्ची वाली चेक बुकें बैंकों से शीघ्र उपलब्ध करवायें ताकि बड़ी मात्रा में भुगतान किया जा सके। उन्होंने मंडियों व्यापारियों की साख सीमा (क्रेडिट लिमिट) बढ़वाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के सहज और सरल भुगतान की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायें। श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पाँच सौ और हजार के नोट को चलन से बाहर करने के निर्णय की आमजन द्वारा सराहना की जा रही है। इसमें देश से आतंकवाद, भ्रष्टाचार, काला धन और जाली करेंसी की सफाई हो जायेगी। उन्होंने कहा है कि जनता भरपूर सहयोग कर रही है। इसलिये यह बैंक और अन्य सम्बद्ध विभागों का दायित्व है कि वे ऐसी व्यवस्था करें कि जनता का रोजमर्रा का काम प्रभावित नहीं हो। कृत्रिम रूप से मूल्यों में वृद्धि अथवा कमी नहीं हो। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी.श्रीवास्तव, गृह श्री के.के.सिंह, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव, सहकारिता आयुक्त श्री कविन्द्र कियावत, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया आदि अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 13 November 2016

भारतीय अस्मिता दैनंदिन कार्यों में अभिव्यक्त होना चाहिये – श्री सुरेश सोनी  /भंडारण और संचय की प्रवृत्ति उचित नहीं - स्वामी श्री अवधेशानंद गिरि  तीन दिवसीय राष्ट्रीय विमर्श "लोक मंथन'' शुरू   भोपाल में राज्यपाल  ओमप्रकाश कोहली ने कहा है कि सनातन धर्म ही राष्ट्रीय अस्मिता है। यह सार्वभौमिक और शाश्वत होती है। इसे आधुनिक संदर्भों में परिभाषित और अभिव्यक्त करना होगा। वे आज यहाँ 'राष्ट्र सर्वोपरि' विचारकों और कर्मशीलों के तीन दिवसीय ‘लोक मंथन’ कार्यक्रम के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम संस्कृति विभाग, भारत भवन और प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित किया गया। श्री कोहली ने कहा कि उपनिवेशवादी मानसिकता आज बाजार, उत्पादों, जीवन-शैली और भूमंडलीकरण के रूप में उपस्थित है। इससे निपटने के लिये स्वदेशी आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्रीय अस्मिता मजबूत है, तो औपनिवेशवादी मानसिकता का कोई भी प्रकार या स्वरूप नुकसान नहीं पहुँचा सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता और सनातन धर्म शाश्वत होने के बावजूद धूमिल पड़ सकते हैं। इसे समय-समय पर साफ करने की जरूरत है। श्री कोहली ने कहा कि भारत में मुगलों के आक्रमण के बाद भी भारत के लोक ने राष्ट्रीय अस्मिता को बिखरने नहीं दिया लेकिन अंग्रेजी शासन ने इस पर गहरा आधात किया। भक्ति आंदोलन ने भारत की सांस्कृतिक पहचान को बनाये रखा। उन्होंने कहा कि मुगल शासन के बावजूद हिज्री संवत स्वीकार नहीं किया। आज राष्ट्रीय अस्मिता के संरक्षण की जरूरत है। इसे जन-मानस के आचार-विचार में अभिव्यक्त होना चाहिये। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी ने अपने बीज वक्तव्य 'राष्ट्र की लोकाभिव्यक्ति'' में कहा कि भारत की अस्मिता को दैनंदिन कार्यों और हर विषय में अभिव्यक्त होना चाहिये। उन्होंने कहा कि एक से अनेक होने और फिर अनेक से एक बने रहने की मूल भावना और दर्शन भारतीय जीवन में अभिव्यक्त हुआ है। इसी से औपनिवेशिक दुष्परिणाम से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने राष्ट्र और नेशन के अंतर को समझाते हुए बताया कि भारत ने एक राष्ट्र के रूप में दूसरों को ज्ञान और कौशल देकर समृद्ध किया। आज भारतीय अस्मिता के माध्यम से बदलाव की प्रक्रिया का उपकरण अपनाने की जरूरत है। भारत एक है और अखंड है क्योंकि यहाँ की अस्मिताओं में समन्वय रहा है। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद गिरि ने कहा कि विज्ञान ने नींद छीन ली ओर मानसिक चेतना कुंद हुई है। शास्त्रों में कहा गया है कि मन की चिंता करो। भारतीय ऋषियों ने मन की चिंता की, पदार्थ की नहीं। पश्चिम के लिये विश्व एक बाजार है जबकि भारतीय दर्शन और धार्मिक परंपराओं में विश्व को परिवार माना गया है। उन्होंने कहा कि भोग की प्रवृत्तियाँ बढ़ रही हैं। भंडारण और संचय की प्रवृत्ति उचित नहीं है। उन्होंने आर्थिक क्षेत्र में लिये गये हाल के निर्णय के संदर्भ में कहा कि इससे संग्रह की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी। यह निर्णय भारत में बड़ा परिवर्तन लाने वाला है। देश का बड़ा रूपांतरण होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र का नागरिक होने के नाते यह भी याद रखने की जरूरत है कि समाज का भी ऋण है, इसे चुकाना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अधिकारों के प्रति जागरूकता आई है लेकिन कर्त्तव्यों के प्रति उदासीनता भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लोक-मानस को पवित्र रखने का संकल्प लेना होगा। अच्छा और बड़ा दिखने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। अच्छा और बड़ा बनने पर ज्यादा ध्यान देना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री  चौहान द्वारा बनाये गये आनंद मंत्रालय के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पदार्थ से आनंद नहीं मिलता। जब तक प्रकृति, अपने मूल और निजता में नहीं लौटेंगे, खुशी नहीं मिलेगी। आत्मानुभूति ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोक मंथन में शासक, प्रशासक और उपासक को एक मंच पर लाने के लिये श्री चौहान ने राजा हर्षवर्धन और विक्रमादित्य की परंपरा निभायी है। राज्यसभा सदस्य  विनय सहस्त्रबुद्धे ने ‘लोक मंथन’ की परिकल्पना और आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राष्ट्रवादी विचार पंरपराओं की श्रंखला में प्रदेश में छह बड़े आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत महान राष्ट्र है। जब विकसित देशों में लोग पेड़ों की छाल से तन ढँकते थे तब भारत में रेशम और मलमल बनते थे। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय थे। जब कई विकसित देशों का अस्तित्व नहीं था तब भारत में वेदों की रचना हो चुकी थी। यहाँ का ज्ञात इतिहास पाँच हजार सालों का है। उन्होंने कहा कि भारत की लोक विरासत अत्यंत विराट और समृद्ध है। इसी भूमि ने विश्व को कई उदात्त नैतिक सिद्धांत दिये हैं। उन्होंने कहा कि लोक मंथन के माध्यम से उपलब्ध हुए अमृत विचारों को राज्य सरकार द्वारा सघन रूप से प्रचारित-प्रसारित किया जायेगा। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर चार किताबों का विमोचन किया। संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी, प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक श्री सदानंद सप्रे एवं बड़ी संख्या में विद्वान एवं शोधकर्ता उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News 12 November 2016

जेल से फरार 8 सिमी आतंकवादियों का एनकाउंटर होने के बाद भोपाल पुलिस के अधिकारी  दिन-रात इसी से जुड़े काम में लगे हैं। इस कारण शहर में हुए अन्य अपराधों की विवेचना का काम पिछड़ गया है। इस सबके बीच जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मुलाकातियों पर नजर रखी जा रही है। दीपावली की देर रात भोपाल केंद्रीय जेल से सिमी आतंकियों के फरार होने और एनकाउंटर में मारे जाने के बाद भोपाल पुलिस इसकी विवेचना में काफी व्यस्त हो गई है। हालात यह हैं कि जिला पुलिस के आला अधिकारियों के पास थानों में दर्ज होने वाले अपराधों की पड़ताल तो दूर मानीटरिंग का समय भी नहीं मिल पा रहा है। आतंकियों की फरारी, मुख्य प्रहरी की हत्या के साथ लॉ एंड आॅर्डर को संभालने और सिमी के लोकल नेटवर्क को खंगालने के चक्कर में रूटीन क्राइम पर अधिकारी फोकस नहीं कर पा रहे हैं। आतंकियों के जेल से भागने के बाद थाना प्रभारियों और अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया था। जेल बे्रक से एनकाउंटर तक किसने कितनी सक्रियता दिखाई। कोताही बरतने वालों व हीलाहवाली करने वालों पर गाज भी गिरेगी, वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रात्साहित होंगे। भोपाल पुलिस का अभी एक सूत्रीय एजेंडा चल रहा है। वह आतंकियों से कौन लोग मिलने आने वाले थे। कौन लोग आतंकियों के जेल में मदद करते थे, जेल के बाहर से कौन लोग उन्हें मदद पहुंचाते थे। साथ ही जेल से फरार होने के बाद किन लोगों ने उनकी मदद की। ऐसे कौन से अपराधी या व्यक्ति हैं जो सिमी आतंकियों के संपर्क में थे। सिमी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद कौन लोग शहर की फिजा खराब करने की कोशिश कर सकते हैं या इस घटना का बदला लेने की कोशिश कर सकते हैं। आला अधिकारियों के दूसरे महत्वपूर्ण केस में व्यस्त होने का कुछ थाना प्रभारी और निचला स्टॉफ फायदा भी जमकर उठा रहा है। निचले स्तर के अधिकारी केसों की मानीटरिंग न होने से विवेचनाओं को ठंडे बस्ते में डाल किए हैं। कुछ मामलों में अपने मनमाफिक सेटल करना भी शुरू कर दिया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो जिन थानों में बड़े अपराधों की पेंडेंसी कम है, वे जेल ब्रेक से लेकर अन्य दूसरे कार्यों में अधिक ध्यान लगाने लगे हैं।    

Kolar News

Kolar News 11 November 2016

कोलार बैरागढ़ चीचली से  12 होशंगाबाद रोड मिसरोद पुलिस स्टेशन तक बनने वाली साढ़े छ: किलोमीटर सड़क का निर्माण पैसों के आभाव में अटक गया है। इस सड़क का निर्माण कोलार से शहर की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए मास्टर प्लान के तहत किया जाना था। इसकी बजट राशि करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए रखी गई थी। सूत्रों की मानें तो  शासन से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण यह सड़क नहीं बन सकी। गौरतलब है कि राजधानी परियोजना ने 45 मीटर चौड़े मास्टर प्लान सड़क के निर्माण के लिए कागजी सारी कार्रवाई पूरी कर ली थी, जल्द टेंडर निकाले जाना था। लंबे समय से की जा रही मांग इस मार्ग के निर्माण के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। वर्तमान में इस मार्ग पर कई बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट चल रहे हैं। हजारों लोग होशंगाबाद रोड जाने के लिए इस सड़क से निकलते हैं। बारिश के सीजन में यह रास्ता कीचड़ की वजह से बंद हो जाता है। उपनगरवासियों के लिए बाकी सीजन में यह सड़क होशंगाबाद रोड जाने के लिए सबसे छोटा मार्ग है। इससे निकलने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस मार्ग को बनाए जाने की मांग पिछले एक दशक से रहवासी करते आ रहे हैं। अधीक्षण यंत्री सीपीए जवाहर सिंह इस मार्ग के निर्माण की अनुमति शासन से नहीं मिली है। इसलिए यह मार्ग अभी नहीं बन सकेगा।  

Kolar News

Kolar News 10 November 2016

कोलार उपनगर से लगे झिरी, कोलार और कलियासोत डेम की बात ही कुछ और है। यहां आपको पानी का किनारा और जंगलों की खूबसूरती देखने को जरूर मिलेगी। शहर की दौड़-भाग से दूर खूबसूरत वादियों के बीच इन पर्यटन स्थलों पर घंटों बिताए जा सकते हैं। अभी सैलानी यहां आते हैं, लेकिन उनकी संख्या काफी कम है। इसके चलते पर्यटन विभाग ने उक्त स्थलों पर सैलानियों के लिए सुविधाएं और सुरक्षा के मद्देनजर कोलार को पर्यटन हब बनने का निर्णय लिया है। हम आपको उक्त पर्यटन स्थालों से रूबरू करवाते हैं। जहां के दिन जल्द ही फिरने वाले हैं। इसको विकसित करने की कार्य योजना तैयार की गई है। उद्गम स्थल झिरी विंध्याचल की पर्वतमाला के मध्य स्थित है बेतवा नदी का उद्गम स्थल झिरी। रातापानी अभ्यारण्य के अंतर्गत आने वाले इस स्थल पर प्राकृतिक रूप से पानी की एक झिर निकली हुई है। इस झिर से कई सौ वर्षों से पानी निकल रहा है। यह पानी भोपाल, रायसेन और विदिशा जिले से होता हुआ आगे बढ़ता है। इसके दर्शन के करने व पिकनिक मनाने के लिए सैकड़ों लोग यहां अाते हैं।  कोलार के सर्वधर्म पुल से करीब 19 किलोमीटर दूर स्थित है झिरी। झिरी के आसपास कई शैलाश्रय बने हुए हैं, जिनमें आदि मानव निवास करते थे। यहां हुए पुरातत्व सर्वेक्षण में करीब 15 लाख साल प्राचीन पत्थर के औजार भी मिले हैं। ताम्र संस्कृति के अवशेष भी पाए गए हैं। जंगलों से घिरा है कोलार डेम कोलार सर्वधर्म से करीब 21 किमी दूर कोलार डेम है। यह जगह सर्दियों में पर्यटकों को खूब लुभाती है। परिजनों या दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने वालों की भीड़ होती है। कोलार डेम की खासियत यह है कि डेम के बीचोंबीच दो खूबसूरत टापू हैं। गर्मियों के दिनों में जलस्तर कम होने पर यहां पहुंचना संभव होता है, लेकिन बाकी दिनों में टापू तक नहीं पहुंचा जा सकता। डेम के किनारे जंगल से ढंके हैं। आसपास के जंगलों में बाघ, हिरन, तेंदुए आदि भी देखे गए हैं, इसलिए ये जगह और भी ज्यादा नेचुरल हो गई है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। डैम के बीच में शिव मंदिर चूना भट्टी स्थित कलियासोत डेम सैलानियों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र रहा है। पानी के बीचों बीच टापू पर शिव मंदिर बना हुआ है। जब डेम का पानी कम हो जाता है तब लोग टापू के बीच शिव मंदिर पर जाते हैं। डेम के चारों ओर पहाड़ लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। शहर में स्थित होने के कारण यहां सातों दिन लोगों की आवाजाही बनी रहती है। वर्तमान में बाघ के सक्रिय होने के कारण उक्त क्षेत्र में आम लोगों की आवाजाही कम हो गई है। यहां से सनसेट का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आता है। इसे देखने के लिए ही लाेग शाम के समय अक्सर आते हैं। कई लोग इस मनमोहक नजारे की सीनरी बनाकर अपने घरों की दीवार सजाते हैं।

Kolar News

Kolar News 8 November 2016

नगर निगम ने दिया मोबाइल एप का तोहफा  नगर निगम स्मार्ट सिटी द्वारा भोपाल प्लस एप लांच करके शहर को आज बड़ी सौगात दी गई है। इसके अंतर्गत अब आप घर बैठे मोबाइल से ही नगर निगम के टैक्स जमा कर सकेंगे। यही नहीं, बिजली बिल भी इस एप से जमा हो जाएगा। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भी अब मोबाइल से ही प्राप्त हो जाएंगे। इस एप का शुभारंभ महापौर आलोक शर्मा और कमिश्नर छवि भारद्वाज ने किया। इस अवसर पर सभी पार्षदों के साथ ही शहर के वरिष्ठ चिकित्सक, वस्त्र व्यवसायी, सीए, कर्मचारी संगठन, बिल्डर्स, आर्किटेक्ट भी शामिल हुए। पलाश होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में आयुक्त छवि भारद्वाज ने एप के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, अपर आयुक्त चंद्रमोली शुक्ला सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि शहर ने इस एप के माध्यम से ई गवर्नेंस की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि इस भागमभाग की जिंदगी में व्यक्ति के पास समय का अभाव है। ऐसी स्थिति में भोपाल प्लस एप शहरवासियों के लिए बड़ी सुविधा लेकर आया है। आने वाले समय में बिल्डिंग परमीशन जैसी कुछ और महत्वपूर्ण सुविधाएं भी इसमें जोड़ी जाएंगी। महापौर ने इस अवसर पर भोपाल को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया। एप से मिलेंगी यह सुविधाएं जल कर:  पैसा जमा करने के लिए अब नगर निगम के चक्कर नहीं काटने होंगे। प्रॉपर्टी टैक्स: इसी तरह प्रॉपर्टी टैक्स भी भोपाल प्लस एप के माध्यम से जमा हो जाएगा। बिजली बिल : इस विभाग से निगम को कोई वास्ता नहीं है, पर जनहित में निगम ने यह व्यवस्था इस एप में डाल दी है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र : इसके लिए अब आप एप पर ही आवेदन कर सकेंगे और घर बैठे-बैठे देश विदेश कहीं से भी इसका प्रिंट निकाल सकेंगे। विवाह पंजीयन : इस सुविधा के लिए भी यहां आवेदन दिया जा सकता है। हालांकि वेरिफिकेशन के लिए जरूर आना होगा। हेल्थ सुविधा : इस एप्स में सरकारी, प्राइवेट अस्पतालों की पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। डेस्क अपडेट : इस एप पर शहर के मौसम, कल्चरल प्रोग्राम सहित कई जानकारियां मिलेंगी।

Kolar News

Kolar News 7 November 2016

    कोलार के भोज विवि में डायरेक्टर, प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 27 पदों की नियुक्तियों के पांच महीने बाद भी आर्डर नहीं निकले हैं। शासन ने स्कू्रटनी और साक्षात्कार में गड़बड़ी होने की बात कही है। इसको देखते हुए भोज विवि ने साक्षात्कार और आवेदनों की स्कू्रटनी के लिए जांच समिति गठित कर दी है। यह समिति अपनी जांच रिपोर्ट अगली बोर्ड बैठक में रखेगी। भोज विवि ने करीब पांच महीने पहले 41 डायरेक्टर, प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। इनमें से 27 पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन हो चुका है, जिनके लिफाफे भी खुल चुके हैं। रजिस्ट्रार मनोज तिवारी नियुक्तियों के आर्डर नहीं कर रहे हैं। इससे नियुक्तियां अटकी हुई हैं। इसको देखते भोज विवि ने जांच कमेटी गठित कर दी है। नियुक्तियों के मामले को सुलझाने को लेकर 27 अक्टूबर को भोज विवि में प्रबंध बोर्ड की बैठक हुई थी। इसमें जांच कमेटी गठित कर जांच कराए जाने का निर्णय हुआ है। गौरतलब है कि वर्ष 2014 में बरकतउल्ला विवि में हुई 11 नियुक्तियों का मामला अब तक नहीं सुलझा है। इस मामले में शासन तत्कालीन रजिस्ट्रार एलएस सोलंकी को सस्पेंड भी कर चुका है। इस डर की वजह से भोज विवि की नियुक्तियां भी अटक गई हैं। स्थिति यह है कि विवि के रजिस्ट्रार जब भी प्रबंधन बोर्ड की बैठक होती है, छुट्टी पर चले जाते हैं। हालांकि वे 27 अक्टूबर की बैठक में जरूर शामिल हुए थे। उनका कहना है कि नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने जांच समिति गठित की गई है।  

Kolar News

Kolar News 6 November 2016

पवन जैन आजकल मध्यप्रदेश की जेल में प्रहरी की जघन्य हत्या कर  फरार हुए 8 अपराधियों की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर तमाम मीडिया, जनवादी संगठनों, राजनेताआें, राष्ट्रवादी और  मौका परस्तों द्वारा घटना के तथ्यों की मनचाही विवेचना कर निष्कर्ष पर पहुंचने की होड़ मची हुई है।निन्दा, आलोचना, दोषारोपण, तोहमत और  कालिख लगाने के लिये पुलिस से बेहतर लक्ष्य कोई दूसरा नहीं हो सकता है।यूं तो पानी, बिजली, सड़क, भ्रष्टाचार,मंहगाई, बेरोजगारी, तमाम समस्याएं हैं, जुलूस, धरने,आंदोलन और प्रदर्शन के लिये, पुलिस न तो इन समस्याआें के कारण में है और न समाधान में, इतना जरूर है कि जब भी इन प्रदर्शनों में जमा भीड़ बेकाबू होती है और हिंसा, तोड़-फोड़ तथा आगजनी पर उतारू हो जाती है तो कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस को कमान संभालनी पड़ती है।  हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिये पुलिस को कभी लाठी, कभी अश्रु गैस और कभी गोलीबारी का सहारा लेना पड़ता है। मूल समस्याएं तो उतर जाती हैं लोगों के दिमाग से और पुलिस की ज्यादती जांच का मुद्दा बन जाती है। समस्याआें से ध्यान हटाने का और पुलिस के सिर कालिख पोतने का यह नुस्खा, जो अग्रेजों ने हिन्दुस्तान में आजमाया था, कमोवेश आज भी जारी है।चूक किसी की भी हो, खामियाज़ा पुलिस को ही भुगतना पड़ता है। भोपाल में भी जेल प्रहरी की निर्मम हत्या कर केन्द्रीय जेल की ऊंची दीवारें फलांग कर फरार हुए इन दुर्दांत अतातायियों  को पकड़ने की जिम्मेदारी भी दीपावली की उस रात  थकी-हारी पुलिस की ही थी। जघन्य अपराध के आदी इन क्रूर हत्यारों को पकड़ने में पुलिस ने कोई कोताही नहीं बरती और कुछ घण्टों में ही  उन्हें धराशायी भी कर दिया। अब सवाल यह है कि अपराधी असली थे और पुलिस भी असली तो फिर मुठभेड़ फर्जी कैसे हो सकती है?जहां जान का आसान्न खतरा हो, वहां क्या पुलिस समुचित बल का प्रयोग भी नहीं कर सकती? जब इस  देश में एक  कानून का तंत्र, लोकतांत्रिक  व्यवस्थाएं, मानव अधिकार के संगठन और स्वतंत्र न्यायपालिका है तो हर कोई अपना निर्णय क्यों सुना रहा है? पुलिस हमारी आन्तरिक सुरक्षा की पहली दीवार है। आतंकवाद हो या नक्सलवाद, कानून व्यवस्था की चुनौती हो या आपदा की कोई तीज त्यौहार हो या साम्प्रदायिक तनाव, ऐसी तमाम विषम परिस्थितियों की पहली  मार पुलिस ही झेलती है। पिछले 60 सालों में 35000 से ज्यादा  पुलिस के जवानों ने मादरे-वतन  की राह में कर्तव्य की बलवेदी पर   बलिदान किया है - कवि नीरज जी के शब्दों में-   ’’जली हैं आग में जब जब भी शहर की सड़कें,        मेरे ही पांव के छालों ने तब नमी की है।’’ पुलिस मुठभेड़ की राष्ट्रव्यापी बहस के तमाम कानूनी पहलू भी हैं। एक संत से सवाल किया गया कि समाज में ऋषि, मुनियों और संतों की जरूरत कब तक है? तो उन्होंने जवाब दिया कि जब तक दुर्जन और पापी लोग समाज में हैं।  निश्चित रूप से वह एक आदर्श समाज होगा, जहां पुलिस न हो, अपराध न हो, समस्याएं न हों, लेकिन जब तक समाज में अपराधी हैं, तब तक पुलिस की जरूरत भी रहेगी।  मुठभेड़ पर जैसे चाहे, अनचाहे, मनचाहे सवाल कीजिए,  पर आन्तरिक सुरक्षा की पहली दीवार को ध्वस्त करने की कोशिश मत कीजिये। [लेखक मप्र के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं मप्र आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। ]

Kolar News

Kolar News 5 November 2016

भोपाल के साथ कोलार में भी सड़कों से लो-फ्लोर बसें गायब हैं और लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर परेशान हो रहे हैं। बसों के आने-जाने का कोई समय तय नहीं है। आप लोग अपनी कार्यशैली सुधार लो या कार्रवाई के लिए तैयार हो जाओ। 1 दिसंबर तक हर हाल में 200 लो फ्लोर बसें ऑन रोड दिखाई देना चाहिए। अब इस मामले में और बहानेबाजी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।  सख्त लहजे में यह ताकीद नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने बीसीएलएल अधिकारियों को दी। वे बीसीएलएल की समीक्षा बैठक ले रही थीं। कमिश्नर के तेवर देख बीसीएलएल अफसर बोले कि बसों को लेकर ज्यादातर इश्यू हल हो गए हैं। जल्द ही बसों की संख्या बढ़ा ली जाएगी। कमिश्नर ने अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा कि सड़कों पर 70-80 बसें ही संचालित हो रहीं हैं। आप लोगों को 30 दिन का टारगेट देती हूं, 225 में से कम से कम 200 बसें सड़क पर उतर जाना चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि इस मामले में किसी ने भी लापरवाही की तो वह सजा भुगतने के लिए तैयार रहे। जिस दिन बैठक बुलाई जाती है बीसीएलएल के अधिकारी और कर्मचारी सिर्फ उसी दिन सक्रिय दिखते हैं। आप लोग यह रवैया बदल लें।  31 दिसंबर तक 30 मिडी बसों की पहली खेप पहुंच जाएगी। प्रक्रिया शुरू हो गई है। निगम को 100 मिडी बसें मिलना हैं। इनका संचालन शहर के अलग-अलग हिस्सों में किया जाएगा। इन बसों के लिए टेंडर पिछले महीने जारी किए गए थे। सभी बसें फरवरी तक शहर में आ जाएंगी।  बीआरटीएस के पांच स्टॉप पर 15 नवंबर से ऑटोमेटेड फेयर कलेक्शन सिस्टम की सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे स्टॉप पर ही लोग मशीन से टिकट निकाल सकेंगे। गणेश मंदिर, हबीबगंज रेलवे स्टेशन सरगम टॉकीज और बोर्ड ऑफिस स्थित स्टॉप पर यह मशीनें लगेंगी।  अभी भी जारी है हस्तांतरण की प्रक्रिया : प्रसन्ना पर्पल लिमिटेड के द्वारा 150 बसों का संचालन बंद करने के बाद इन बसों के हस्तांतरण की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। करीब 100 बसों का ही हस्तांतरण ऑपरेटर दुर्गाम्बा और पद्मनाभ् को किया जा सका है। शेष 50 बसों के हस्तांतरण का मुद्दा भी बैठक में उठा। कमिश्नर ने बाकी लो-फ्लोर को भी एक-दो दिन में हस्तांतरित करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इनमें से 35 बसें ऐसी हैं जिनकी मरम्मत संभंव नहीं है। इन बसों के स्थान पर ऑपरेटर दुर्गाम्बा नई बसों का संचालन करेगा।   

Kolar News

Kolar News 3 November 2016

भोपाल जेल से फरार हुए जिन आठों आतंकियों को एनकाउंटर में मारा गया उन पर बम ब्लास्ट, बम बनाने, बैंक डकैती, मर्डर और युवाओं को जेहादी बनाने के आरोप थे।ये आठों खतरनाक थे। अगर ये भागने में सफल हो जाते तो कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देते।  1 :- अब्दुल मजीद मजीद उज्जैन के महिदपुर का एक इलेक्ट्रीशियन था। वह रॉड बम बनाने में माहिर था। - बाद में वह सिमी की स्लीपर सेल का मेंबर बन गया। कई तरह के बम को तैयार करने और उनकी सप्लाई में शामिल हो गया। - 2014 में उसे गिरफ्तार किया गया। इस ऑपरेशन में पुलिस को विस्फोटक से भरे पांच ड्रम और जिलेटिन की रॉड मिली थीं। - 2013 में महाराष्ट्र के सोलापुर से बम बरामद हुए थे। जांच में पता चला कि इन्हें मजीद ने ही तैयार किया था।   2:- मेहबूब गुड्डू - खंडवा का रहने वाला था। अबू फैजल का करीबी था। अबू खुद को मध्य प्रदेश सिमी का चीफ बताता था। - गुड्डू 2009 के एक ट्रिपल मर्डर केस में आरोपी था। उसने स्टेट एटीएस के कॉन्स्टेबल सीताराम यादव, एक बैंक मैनेजर और एक वकील का कत्ल किया था। - वह 2008 के अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट का भी आरोपी था। उस पर 2011 में रतलाम में एक एटीएस कॉन्स्टेबल के मर्डर में शामिल होने का भी आरोप था। - खंडवा जेल से फरार होने के बाद गुड्डू एक आईईडी बनाते समय झुलस गया था। - गुड्डू को उसकी मां नजमा बी और तीन दूसरे साथियों के साथ फरवरी 2016 में उड़ीसा के राउरकेला से गिरफ्तार किया गया था।   3:- जाकिर हुसैन - जाकिर हुसैन उर्फ विक्की डॉन उर्फ विनय कुमार खंडवा में सैल्स टैक्स कॉलोनी के पास झुग्गीबस्ती का रहने वाला था। - सिमी के कॉन्टेक्ट में होने की वजह से पहली बार उसे 2008 में पकड़ा गया। उस पर 2008 से 2011 के बीच देवास, इटारसी और कटनी में बैंक डकैती का आरोप था। - 2010 में भोपाल की मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी में हुई डकैती में भी वह शामिल था। इस कंपनी से 12 किलो सोना लूटा गया था। - मध्य प्रदेश एटीएस ने उसे सिमी के कुछ और मेंबर्स के साथ 2011 में गिरफ्तार किया था। यह सिमी के उन आतंकियों में शामिल था, जो खंडवा जेल से 2013 में फरार हुए थे। - हुसैन पर 2014 में तेलंगाना में एसबीआई की करीमनगर ब्रांच से 46 लाख रुपए लूटने का भी आरोप था। उसे भी राउरकेला से ही पकड़ा गया था।   4:- अमजद खान - अमजद खान उर्फ पप्पू उर्फ उमर चीरा खदान खंडवा का रहने वाला था। अमजद और शेख मेहबूब पर बीजेपी के काउंसलर प्रमोद तिवारी पर जानलेवा हमला करने का आरोप था। - 27 साल के अमजद को मणप्पुरम फाइनेंस में हुई लूट के मामले में जून 2011 में गिरफ्तार किया गया था। - अमजद 2008 से 2011 के बीच मध्य प्रदेश में हुईं कुछ बैंक डकैतियों में भी शामिल था। खंडवा जेल से फरार हुए सात आतंकियों में अमजद भी शामिल था। - उसे भी राउरकेला से गिरफ्तार किया गया था।   5:- मोहम्मद अकील खिलजी - खंडवा का रहने वाला था। 2012 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से गिरफ्तार किया गया था। - 2011 में खिलजी के घर से सिमी के 10 आतंकी पकड़े गए थे। आरोप है कि वे बीजेपी और आरएसएस के नामी नेताओं के कत्ल का प्लान बना रहे थे। - खिलजी पर खंडवा में सिमी का बेस बनाने का आरोप था।   6:- मोहम्मद खालिद अहमद - खालिद महाराष्ट्र के सोलापुर जिले का रहने वाला था। दिसंबर 2013 में उसे अबू फैजल के साथ मध्य प्रदेश में बड़वानी जिले के सेंधवा से गिरफ्तार किया गया था। अबू फैजल खंडवा जेल से फरार आतंकियों का मुखिया था। - मध्य प्रदेश एटीएस की पूछताछ में खालिद ने कबूल किया था कि उसने उस समय के केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और उनकी बेटी के कत्ल का प्लान बनाया था।   7:- मोहम्मद सालिक - सालिक का एक भाई पहले पुलिस कॉन्स्टेबल था। सालिक खंडवा के गुलशन नगर का रहने वाला था और सिमी का कट्टर आतंकी था। - 2011 में पुलिस ने खंडवा की गुलमोहर कॉलोनी के एक मकान पर छापा मारा तब सालिक फरार हो गया था। - 2013 में जब सिमी आतंकी खंडवा जेल से फरार हुए तो दाे साल छुपे रहने के बाद सालिक उनके साथ हो लिया। - सालिक को भी राउरकेला से फरवरी में गिरफ्तार किया गया था।   8:- मुजीब शेख - मुजीब शेख आतंकी गुट इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) से भी जुड़ा था। - उसे सिमी और आईएम के सात आतंकियों के साथ जून 2011 में जबलपुर से गिरफ्तार किया गया था। - बाद में पता चला कि वह 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट करने वालों में मुजीब शामिल था। - उसने सूरत में बम लगाए थे और जिहादी एक्टिविटीज के लिए युवाओं को ट्रेनिंग दी थी। सिमी बन गया था इंडियन मुजाहिदीन - इंडियन मुजाहिदीन को सिमी और पाकिस्तानी टेरेरिस्ट ग्रुप लश्कर का मुखौटा माना जाता है। - कहा जाता है कि सिमी पर बैन लगने के बाद इसके मेंबर्स ने इंडियन मुजाहिदीन नाम से नया गुट बना लिया था। - इन्वेस्टिगेटर्स मानते हैं कि आईएम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारों पर चलता है। अब यह सिमी से भी ज्यादा खतरनाक हो गया है। - जून 2010 में भारत ने आईएम पर बैन लगा दिया। अक्टूबर 2010 में न्यूजीलैंड ने आईएम को टेरेरिस्ट ग्रुप डिक्लियर किया। 2011 में अमेरिका ने उसे फॉरेन टेरेरिस्ट ग्रुप की लिस्ट में शामिल किया।        

Kolar News

Kolar News 2 November 2016

हर नागरिक और टीम मध्यप्रदेश का योगदान   मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने विकास का नया इतिहास रचा है। इसके पीछे प्रदेश के हर नागरिक और टीम मध्यप्रदेश का योगदान है। मध्यप्रदेश ने विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं। अब मध्यप्रदेश के साढ़े सात करोड़ नागरिकों के पंद्रह करोड़ हाथ मिलकर मध्यप्रदेश को दुनिया का सबसे अच्छा राज्य बनाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय पार्क में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने विकास के लक्ष्य तय किये हैं। आने वाली पीढ़ी को ऐसा प्रदेश सौंपेगे जिस पर वे गर्व करेंगे। इसके लिये प्रदेश का हर नागरिक अपना कर्त्तव्य पूरा करे। प्रदेश की विकास दर लगातार सात साल से 10 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश ने सबके सहयोग से कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। सड़क, बिजली और सिंचाई के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है। कृषि उत्पादन लगातार बढ़ा है। प्रदेश में उद्योग तेजी से आ रहे हैं। ईज ऑफ डूईंग बिजनिस में प्रदेश पहले पाँच प्रदेशों में है। शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, पर्यटन जैसे क्षेत्र में नये कीर्तिमान बनाये गये हैं। गरीब कल्याण और महिला सशक्तिकरण के नये कार्यक्रम शुरू किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश और जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है। आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने सिमी आतंकियों के जेल से भागने की घटना में शहीद प्रधान जेल प्रहरी स्व. श्री रमाशंकर यादव को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जायेगा। मध्यप्रदेश शांति का टापू बना रहेगा। उन्होंने कहा कि अपना मध्यप्रदेश बनाने में सब भागीदार बनें। उन्होंने मध्यप्रदेश के लिये सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में वंदे-मातरम् और मध्यप्रदेश गान की प्रस्तुति की गयी। पुलिस बैंड ने राष्ट्रीय गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह सहित अधिकारी/ कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे।  

Kolar News

Kolar News 1 November 2016

सेंट्रल जेल भोपाल में बंद सिमी के आठ आतंकी देर रात एक प्रधान आरक्षक की हत्या कर भाग गए। सुबह पुलिस ने अचारपुरा - ईटखेड़ी के पास घेरकर इन आठों आतंकियों को मार गिराया। घटना के बाद से ही प्रदेशभर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की आतंकी जेल से 10 किमी की दूरी पर एक गांव में छिपे हैं। पुलिस ने वहां पहुंचकर घेराबंदी कर ली और आतंकियों को सरेंडर करने के लिए कहा, इस दौरान वे प्रतिरोध करने लगे। जिस पर पुलिस ने फायरिंग कर दी और आठों आतंकी मारे गए। आतंकियों में शेख मुजीब, माजिद खालिद, अकील खिलची, जाकिर, सलीख महबूब और अमजद शामिल हैं। ये सभी ओढ़ने वाली चादरों से सीढ़ी बनाकर जेल की दीवार फांदकर भागे थे। आतंकियों के मारे जाने के बाद पुलिस प्रशासन और भोपाल सहित प्रदेशभर के लोगों ने राहत की सास ली है। सीएम शिवराज सिंह चौहान आतंकियों के फरार होने और एनकाउंटर के मामले में बुलाई गई प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि एनआईए इस घटना की जांच करेगी। घटना की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इसकी जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने का फैसला लिया है। इस बारे में सीएम की केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात भी हुई है। आईजी योगेश चौधरी के मुताबिक सिमी आतंकियों के पास देशी हथियार थे, जिनसें उन्होंने एटीएस-पुलिस पर फायरिंग की। इसके जवाब में क्रास फायर में सभी आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से हथियार और चाकू बरामद किए गए है। जेल से भागने के बाद ये हथियार उन्हें कहां से मिले यह बात साफ नहीं हो पाई है। सभी फरार होने वाले आतंकियों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इनमें कुछ वो आतंकी भी शामिल हैं, जो सात वर्ष पूर्व मप्र की खंड़वा जेल से फरार हुए थे। घटना में मृत प्रधान आरक्षक का नाम रमाकांत यादव है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना है और जिम्मेदारों कार्रवाई करने की बात कही है। मामले में जेल अधीक्षक, उप अधीक्षक, प्रधान आरक्षक सहित दो अन्य को सस्पेंड कर दिया गया है। सिमी आतंकियों के फरार होने पर केंद्र सरकार ने मप्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मामले को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम में डीजीपी, आईजी भोपाल, डीआईजी भोपाल सहित अधिकारियों ने बैठक की और सीएम शिवराज सिंह चौहान को प्रारंभिक रिपोर्ट सौपी। सीएम ने घटना की जांच का जिम्मा पूर्व डीजीपी नंदन दुबे को सौप दिया है। सीएम ने कहा कि लापरवाही राष्ट्रद्रोह है। घटना रात दो से चार बजे के बीच की है। प्रधान आरक्षक रमाशंकर यादव और आरक्षक चंदन सिंह ड्यूटी बदलने के लिए मिले थे। इसी दौरान आठ आतंकियों ने इन पर हमला कर दिया। प्रधान आरक्षक यादव की चम्मच या प्लेट से बनाए गए धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और आरक्षक चंदन के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद चादर में लकड़ी बांधकर उसकी सीढ़ी बनाई और करीब 25 फीट ऊंची दीवार को फांदकर दूसरी तरफ निकल गए। सभी आरोपी बी ब्लॉक में थे। फरार आठ आतंकियों में से चार खंडवा जेल से फरार हुए थे। बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी जेल प्रबंधन को सुबह 4:30 पर मिली। 2 अक्टूबर 2013 को सिमी के सात आतंकी खंड़वा जेल से फरार हो गए थे। बाद में एटीएस और पुलिस ने इन्हें अलग-अलग स्थानों से पकड़ लिया था। सभी को कड़ी सुरक्षा में भोपाल सेंट्रल जेल में बंद करके रखा गया था। देर रात भागे गए आठ आतंकियों में कुछ वे आतंकी भी शामिल है जो पहले खंड़वा जेल से भाग चुके हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं ने भागने का षडयंत्र रचा होगा। अब भी जेल में 22 सिमी आतंकी कैद हैं। केन्द्र से मिले अलर्ट के बाद खुफिया एजेंसियो की नजर सिमी के इन्हीं लापता आतंकियों पर है, जो संगठन के बैन होने के बाद से ना तो पकड़े ही गए और ना ही किसी वारदात में उनका नाम सामने आया। इस अलर्ट के बाद यूपी के अंदर बैठे इन आतंकियों के मददगारों पर पुलिस ने निगाह गढ़ा दी है। आईबी ने साफ तौर पर कहा है कि सिमी के जो आतंकी बीते कई सालों से अंडरग्राउंड हैं, जिनके बारे में यूपी पुलिस और उसकी इंटेलीजेंस को कोई सुराग तक नहीं है वो अब नया खतरा बन गए हैं। लिहाजा उनकी तलाश तेज की जाए। उनके मददगारों पर नजर रखी जाए।

Kolar News

Kolar News 31 October 2016

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने धनतेरस पर्व के अवसर पर भोपाल में दिवाली की  सपरिवार खरीददारी की। श्री चौहान धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ न्यू मार्केट में अग्रवाल ज्वेलर्स और दर्वेश बर्तन भंडार पहुँचे। उन्होंने चाँदी का सिक्का, मंगलसूत्र, अभिषेक करने का ताँबे का पात्र, काँसे की परात और ताँबे का जग खरीदा।ईसाई समाज ने भी मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें दीपावली की बधाई दी।  भारतीय परम्परा में धनतेरस के पवित्र अवसर पर कीमती धातु की बनी वस्तुओं को खरीदना शुभ माना जाता है। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति में धनतेरस पर नया सामान खरीदने की परम्परा है। दीपावली में स्वच्छता रखने की परम्परा है। सांस्कृतिक और धार्मिक परम्पराओं का वैज्ञानिक कारण होता है। परम्पराओं का निर्वहन सभी को करना चाहिए इससे नई पीढ़ी भी संस्कारवाह बनती है। उन्होंने सभी नागरिकों को धनतेरस और दीपावली की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि सभी नागरिक स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें, सबके परिवार धन-धान्य से भरपूर हों और प्रदेश आगे बढ़ता रहे। ईसाई समुदाय के प्रतिनिधियों ने दी मुख्यमंत्री को दीपोत्सव की बधाई  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान से आज यहाँ निवास पर ईसाई समुदाय के प्रतिनिधियों ने भेंट की। प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को दीपोत्सव की शुभकामनाएँ दी। आर्च बिशप फादर लियो कार्नेलियो के नेतृत्व में आये प्रतिनिधि-मंडल ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।  

Kolar News

Kolar News 29 October 2016

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को फ्री-हैंड दे दिया। शिवराज सिंह ने  कलेक्टर, आईजी, पुलिस अधीक्षक से  कहा कि गुंडों को नेस्तनाबूत कर दो। यदि हम ठान लें तो कोई माई का लाल अवैध काम नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हमें बेचारा कलेक्टर-एसपी नहीं चाहिए। गंधवानी, पेटलावद जैसी घटनाएं प्रदेश का माहौल बिगाड़ती हैं। इन्हें रोकने के लिए शांति समितियों की नियमित बैठकें की जाएं। उन्होंने कहा कि चार दिसंबर को भोपाल के जम्बूरी मैदान में गरीब कल्याण एजेंडा घोषित किया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की बात सुनी और अपने तर्क रखे। अच्छा काम करने वाले भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, देवास, खंडवा, रतलाम, सिवनी के अधिकारियों की हौसला-अफजाई करते हुए मुख्यमंत्री ने खड़े होकर ताली बजाई। प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ने पर हुई चर्चा में अधिकारियों ने बताया कि थाना स्तर पर सभी तरह के प्रकरण दर्ज होने से ग्राफ बढ़ता नजर आता है, इसके अनुपात में कार्रवाई भी बढ़ी है। महिला अत्याचार में प्रदेश के अव्वल होने पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध पर सख्ती से रोक लगाई जाए। गुंडे कोई भी हों, कार्रवाई की जाए। इसमें किसी दबाव में न आएं, न किसी को संरक्षण दें। गंधवानी और पेटलावद में साम्प्रदायिक तनाव की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि शांति समिति के निर्देशों का पालन कर लिया जाता तो घटना नहीं होती। बैठक में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह सहित ज्यादातर मंत्री, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, अपर मुख्य सचिव गृह बीपी सिंह, पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला सहित अधिकारी मौजूद थे।  

Kolar News

Kolar News 27 October 2016

भोपाल जिला भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर नेताओं के जहां पुराने छाले फूट रहे हैं तो अपने-अपने हिसाब से नई जमावट की तैयारी है। संघ ने पुराने नेता भगवानदास सबनानी का नाम जिलाध्यक्ष के संगठन को भेजा था। लेकिन सबनानी के विरोध में शहर ही दिग्गज भाजपा नेता एकजुट हो गए। अब एक बार फिर नए जिलाध्यक्ष को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है। विधायक रामेश्वर शर्मा और भगवान सबनानी का पंगा पुराना है। जब रामेश्वर ने उत्तर से चुनाव लड़ा था तो सबनानी ने विरोध किया था। और जब सबनानी ने महापौर का चुनाव लड़ा था तो रामेश्वर पर आरोप लगे थे। चूंकि सबनानी सिंधी समाज विशेषकर बैरागढ़ की राजनीति करते हैं और रामेश्वर शर्मा यहां से विधायक है, इसलिए इनकी पटरी कभी नहीं बैठती। जिला  अध्यक्ष के लिए सबनानी का नाम आगे बढ़ाने के पीछे संगठन में बढ़ती विधायकों की दखलंंदाजी रोकना है। संघ नेता चाहते हैं कि सबनानी को अध्यक्ष बनाने से यह दखलंदाजी रूकेगी। अभी मंडल अध्यक्ष विधायकों की सुनते हैं, जिलाध्यक्ष की नहीं। पार्षदों के टिकट वितरण में भी विधायकों ने मनमानी दिखाई थी। सबनानी को आगे लाकर सिंधी समाज पर भी संघ की नजर है। महापौरअलोक  शर्मा और सबनानी की जोड़ी चर्चित थी। सूत्रों के अनुसार शर्मा चाहते हैं कि जिला अध्यक्ष संघ, विधायकों सहित अन्य नेताओं को साथ लेकर चलने वाला बने। नई पीढ़ी से भी उन्हें गुरेज नहीं है। मंत्री बनने के बाद सारंग शहर के नेताओं में खुद एक पावर सेंटर बन गए हैं। कार्यकर्ताओं का विश्वास इधर बढ़ा है। सारंग का सबसे तालमेल बन रहा है, लेकिन रामेश्वर शर्मा से विशेष है। ऐसे में स्वाभाविक है जिलाध्यक्ष में इनकी सहमति ली जाएगी। बीजेपी के प्रदेशध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान कह चुके हैं कि जिलाध्यक्ष को विधायक का टिकट नहीं मिलेगा। ऐसे में सुरेन्द्रनाथ सिंह का नाम भोपाल जिला अध्यक्ष के लिए उछाला जा रहा है। चर्चा यह है कि आखिर किसकी नजर उनके विधानसभा क्षेत्र मध्य पर है। जिलाध्यक्ष कोई रहे मंत्री गुप्ता का अपना अलग पावर है। सूत्रों के अनुसार आलोक शर्मा से अभी उनका तालमेल अच्छा है। गुप्ता अब अपने समर्थक रामदयाल प्रजापति को अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और भगवानदास सबनानी का पुराना बैर है। बरखेड़ी के एक विवाद में तो गौर ने सबनानी पर कार्रवाई भी करवा दी थी। यही कारण है कि बैरागढ़ में गौर का सर्वाधिक विरोध सबनानी ही करते थे। यही नहीं इन्होंने गोविंदपुरा से टिकट भी मांगा था। भगवानदास सबनानी ने भाजपा छोड़ दी थी और जनशक्ति में चले गए थे। यही नहीं एक बार भाजपा के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। गौरतलब है कि जनशक्ति का विलय भाजपा में हो चुका है। भगवानदास सबनानी, रामदयाल प्रजापति, कृष्णमोहन सोनी के साथ ही सत्यार्थ अग्रवाल, लिली अग्रवाल, बसंत गुप्ता मालती राय के नाम चर्चा में हैं।

Kolar News

Kolar News 26 October 2016

नगर निगम के जोन 18 यानी कोलार के जोन कार्यालय से बीते दिनों ठेकेदारों के लाखों रुपए के डिमांड ड्रॉफ्ट (डीडी) गायब होने का मामला सामने आया है। ठेकेदारों ने ये डीडी कोलार जोन में निर्माण कार्यों के टेंडरों के संबंध में जमा कराए थे। उधर अधिकारियों का कहना है कि यह डीडी मिल गए हैं, लेकिन कैसे गायब हुए थे, कहां मिले हैं, अब यह कहां हैं यह बताने वाला कोई नहीं। इसलिए सवाल अभी भी खड़ा हुआ है। जोन 18 के सहायक यंत्री (सिविल) के कमरे से ये डीडी गायब हुए हैं। डीडी के गायब होने के पीछे का कारण अब तक साफ नहीं हुआ है। डीडी गायब होने के बाद पूरे कार्यालय में ढूंढने की कवायद की जा रही है।  नगर निगम का  हर कर्मचारी अपनी-अपनी अलमारियों में इन्हें खोज रहा  हैं, वहीं सूत्रों का कहना है कि डीडी गायब कराने के पीछे कोलार के एक ठेकेदार का हाथ हैं। इन्हें यहां पर काम नहीं मिल रहा है, इस कारण इन्होंने डीडी पर हाथ साफ करवा दिए हैं। बताया जा रहा है कि ये ठेकेदार भाजपा से जुड़े हैं और एक पार्षद और वरिष्ठ भाजपा नेता के खास माने जाते हैं। डीडी गायब होने को लेकर कोलार जोन के सहायक यंत्री (एई) पर भी उंगलियां उठ रही हैं। सूत्रों के अनुसार जब-जब एई जोन कार्यालय बदलते हैं, कुछ न कुछ दस्तावेज जरूर गायब होते हैं। कुछ दिनों पहले कोलार जोन के एई एचएस बेदी थे। अब इनकी पदस्थापना दूसरे जोन में कर दी गई है। डीडी गायब होने के वक्त कोलार के एई बेदी ही थे। इसके पहले जब ये कोलार जोन में पहुंचे थे, तो पुराने जोन कार्यालय से भी दस्तावेज गायब हुए थे।    

Kolar News

Kolar News 24 October 2016

ग्वालियर चिड़ियाघर में बर्डफ्लू का मामला सामने आने के बाद पशुपालन विभाग ने मध्यप्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया है। सभी जिलों में कंट्रोल रूम शुरू करने के साथ ही विभाग के उप संचालकों के मोबाइल फोन नंबर सार्वजनिक कर दिए हैं। बर्डफ्लू से पक्षियों की मौत की आशंका पर  प्रदेशभर से अब तक सौ से ज्यादा सैंपल इकठ्ठा किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए राजधानी स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भेजे जाएंगे। सैंपल लेने की प्रक्रिया जारी रहेगी।नई दिल्ली के बाद ग्वालियर में भी बर्डफ्लू का वायरस होने की पुष्टि को देखते हुए राज्य सरकार हरकत में आ गई है। सरकार ने पशुपालन, स्वास्थ्य और वन विभाग को संयुक्त रूप से इस वायरस की रोकथाम करने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को मंत्रालय में पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव ने तैयारियों की समीक्षा की और सभी संभागायुक्त, कलेक्टर, पशुपालन, वन और स्वास्थ्य विभाग के जिला अधिकारियों को निर्देश भेजे गए हैं। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि कहीं भी बल्क में मुर्गियों की मौत हो, तो तुरंत जिले के अधिकारियों को सूचित करें। वहीं संचालकों को पोल्ट्री फार्म के आसपास सफाई रखने को कहा गया है। घर में पाले गए मुर्गे-मुर्गी, तोता, चिड़ियों, बतख, पोल्ट्री फॉर्म और प्रवासी पक्षियों के सैंपल लेने को कहा है। साथ ही अभयारण्य और जलाशयों के आसपास प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को कहा है। विभाग ने हाट बाजारों में शिविर लगाकर लोगों को बर्डफ्लू से बचाव के तरीके बताने के निर्देश दिए हैं। घबराएं नहीं, सतर्क रहें पशुपालन विभाग ने कहा है कि इससे आमजन घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क रहें। विभाग के अफसरों के मुताबिक अभी सिर्फ एक प्रवासी पक्षी में यह वायरस पाया गया है। प्रदेश के स्थानीय पक्षी अभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं।  

Kolar News

Kolar News 23 October 2016

ब्राण्ड मध्यप्रदेश का आधार मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान का डायनामिक नेतृत्व और मधुर व्यवहार है। मुख्यमंत्री के चमत्कारिक व्यक्तित्व और संकल्पित कृतित्व ने मध्यप्रदेश की वैश्विक पहचान बनायी है। यह बात आज इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 के शुभारंभ अवसर पर सहज रूप से व्यक्त हुई। समिट के शुभारंभ कार्यक्रम में देश के राजनीतिज्ञों, उद्योगपतियों, निवेशकों और विदेशी प्रतिनिधि मण्डल के पदाधिकारियों सभी ने एक स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सहजता, सक्रियता, संकल्प शक्ति, समर्पण और कल्पनाशीलता से मध्यप्रदेश ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रान्ड के रूप में स्थापित होने में सफलता हासिल की है। उन्होंने बीमारू मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ निवेश गंतव्य बना दिया है। इससे देश ही नहीं वरन् विदेशी कपनियाँ भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिये इच्छुक हैं। सभी ने अपने वक्तव्य में कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर दो अंक में है। कृषि वृद्धि दर 20 प्रतिशत से अधिक है। महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के प्रभावी तथा अधोसंरचना विकास के अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। सरकार भौतिक समृद्धि के साथ ही आध्यात्मिक उन्नति के उत्तरदायित्व को बखूबी निभा रही है।

Kolar News

Kolar News 22 October 2016

 , यानी शहर का सबसे तेजी से विकसित होता पॉश इलाका। जहां सारी सुविधाएं हैं और भविष्य में विकास की तमाम संभावनाएं भी। बावड़ियाकलां में प्राॅपर्टी खरीदने का सबसे बेहतरीन मौका होगा शनिवार से शुरू होने वाला ‘दैनिक भास्कर आवास मेला।’  शहर में इन दिनों बावड़ियाकलां एक ऐसा क्षेत्र है जहां घर होना हर व्यक्ति का सपना है। नए विकसित होते इस क्षेत्र में चौड़ी सड़कें हैं। भविष्य में यह क्षेत्र एक ब्रिज के जरिए होशंगाबाद रोड से भी सीधे जुड़ने जा रहा है। इसके साथ ही जरूरत का हर सामान तो यहां आसानी से मिलता ही है। साथ में एक मॉल से यहां मार्केटिंग को नया आयाम भी मिला है। बच्चों के एजुकेशन के लिए बावड़ियाकलां और आसपास के क्षेत्र में बेहतर स्कूल और कॉलेज भी हैं। इस नए विकसित होते क्षेत्र में मेन रोड पर स्थित पेट्रोल पंप भी 24 घंटे चालू रहता है। बावड़ियाकलां बीआरटीएस के रूट पर है और लो फ्लोर बस की सुविधा उपलब्ध है। यह आवास मेला 22 अक्टूबर से शुरू 28 अक्टूबर तक चलेगा। मेले में फ्लैट्स रेडी पजेशन पर उपलब्ध होंगे। ऑन दि स्पॉट फाइनेंस भी होगा और कुछ खास ऑफर भी रहेंगे। एमपी नगर, न्यू मार्केट, बिट्टन मार्केट, होशंगाबाद रोड, मिसरोद और मंडीदीप के साथ कोलार से कनेक्टिविटी इस क्षेत्र की बड़ी विशेषता है।   

Kolar News

Kolar News 21 October 2016

दिलीप सूर्यवंशी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर्सन ऑफ ईयर इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की इंटरनेशनल मैग्जीन ‘कंस्ट्रक्शन वीक’ के 6वें ऑल इंडिया अवाॅर्ड समारोह में अग्रणी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड को 3 श्रेणियों में पुरस्कार मिले।  मैग्जीन ने मुंबई में आयोजित समारोह में कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट क्षेत्र की कंपनियों की संस्थान कार्यक्षमता, व्यक्तिगत दक्षता व कार्य सफलता के आधार पर 18 श्रेणियों में अवाॅर्ड दिए। भोपाल की दिलीप बिल्डकॉन को ‘रोड कंट्रेक्टर ऑफ द ईयर’ तथा कंपनी द्वारा निर्मित ‘हैदराबाद से डिंडी राजमार्ग’ को बेस्ट रोड ऑफ द कंट्री का अवाॅर्ड मिला। संस्था के प्रबंध संचालक दिलीप सूर्यवंशी को ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर पर्सन ऑफ ईयर’ अवाॅर्ड से नवाजा गया।  विजेताओं के चयन के लिए ज्यूरी का गठन किया गया था। इसमें एचडीएफसी रियल्टी के सीईओ विक्रम गोयल, रिलायंस इंडस्ट्रीज की ईपीसी अकादमी वाइस प्रेसिडेंट प्रोजेक्ट सरोश बाला, टाटा हाउसिंग डेवलपमेंट एमडी व सीईओ ब्रोटिन बेनर्जी, एस्सल इन्फ्रा के अध्यक्ष सिटिज़ एंड स्टेटिक्स गाय पैरी, हैवल्स इंडिया में उपाध्यक्ष ईडबल्यूयूए बिजनेस यूनिट विवेक यादव शामिल थे। 

Kolar News

Kolar News 20 October 2016

मरीज दिनभर  होते रहे परेशान कोलार सहित कई इलाकों में एक बार फिर 108 एंबुलेंस की सुविधा के लिए मरीज दिनभर परेशान होते रहे। इस बार मामला डीजल खत्म होने का है। कोलार, हबीबगंज, सूखी सेवनिया, निशातपुरा और मिसरोद की एंबुलेंस में डीजल खत्म हो जाने के चलते पायलट्स ने इनको खड़ा कर दिया। हालांकि 108 एंबुलेंस का संचालन कर रही जीवीकेआई प्रबंधन ने सिर्फ निशातपुरा और मिसरोद एंबुलेंस का अन्य कारणों से बंद होना स्वीकार किया है। उधर, नेेशनल हेल्थ मिशन के अफसरों का दावा है कि डीजल के लिए जीवीकेआई को चार करोड़ रुपए का पेमेंट किया जा चुका है। एंबुलेंस कर्मचारी बेवजह छोटी-छोटी बातों को लेकर बार बार एंबुलेंस बंद कर मरीजों को परेशान कर रहे हैं।  जीवीकेआई प्रबंधन के अफसरों का कहना था कि ईएमटी और पायलट्स जबरन गाड़ियों को खड़ा कर देते हैं। निशातपुरा की एंबुलेंस को मेंटेनेंस के चलते ऑफ रोड किया गया है। जबकि मिसरोद एंबुलेंस के ड्राइवर की तबीयत खराब होने के चलते वह नहीं चली। हालांकि एंबुलेंस कर्मचारियों ने बताया कि डीजल नहीं मिलने से गाड़ी खड़ी कर दी है। यही स्थिति नरसिंहपुर जिले की भी रही। यहां पर दोपहर में 5 से ज्यादा गाड़ियां डीजल और स्टाफ की कमी के चलते बंद कर दी गई।  एनएचएम के डिप्टी डायरेक्टर अभिषेक गहलोत का कहना है कि चार करोड़ रुपए डीजल के लिए दिए जा चुके हैं। गाड़ियां बंद होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। पहले भी जबरन छोटी-छोटी बातों को लेकर गाड़ियां बंद की गई थी। यदि कोई ऐसा कर रहा है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 20 तारीख से गाड़ियां नई कंपनी को सौप दी जाएंगी।  मप्र में ब्लैक लिस्टेड कंपनी जिगित्सा हेल्थ केयर को कॉन्ट्रेक्ट देने का वर्तमान में जननी एक्सप्रेस का संचालन करने वाले संचालकों ने विरोध शुरू कर दिया है। आरोप है कि नई कंपनी को एम्बुलेंस व्यवस्था सौंप कर 582 करोड़ रुपए के नए घोटाले की तैयारी हो रही है। जननी एक्सप्रेस संचालक संघ के अध्यक्ष दीपक डालमिया ने आरोप लगाया है कि जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस का संचालन पहले महज 10 रुपए किमी पर दिया गया था। अब जिगित्सा को यह ठेका 17 रुपए किलोमीटर पर दिया गया है। जबकि कंपनी संचालकों को 8 रुपए 50 पैसे की दर में गाड़ी चलाने का दबाव बना रही है।

Kolar News

Kolar News 18 October 2016

दो साल में बिछेगी 38 किमी लंबी पाइपलाइन तीस साल पुरानी कोलार पाइप लाइन बदलने का काम टाटा प्रोजेक्ट्स को दिया जाएगा। केंद्र की अमृत योजना के तहत होने वाले इस काम पर लगभग 138 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नगरीय विकास विभाग की स्टेट लेवल टेक्नीकल कमेटी की 20 अक्टूबर को होने वाली बैठक में इस पर मुहर लगने की संभावना है। दो साल के भीतर यह पाइप लाइन बिछ जाएगी। नई पाइप लाइन का आकार भी मौजूदा से अधिक होगा।  कोलार से निगम अभी 34 एमजीडी पानी सप्लाई करता है। मौजूदा ग्रेविटी मेन पाइप लाइन 1500 मिमी व्यास की है और वह भी सीमेंट की। नई पाइप लाइन का व्यास 1650 मिमी होगा। यह पाइप लाइन स्टील (एमएस) की होगी। फीडरमैन के लिए 1000 और 1500 मिमी के स्टील और 200 से 800 मिमी के आयरन (डीआई) पाइप बिछाए जाएंगे। इससे 12 एमजीडी क्षमता बढ़ जाएगी।  शहर की बड़ी आबादी को पानी सप्लाई करने वाली कोलार पाइप लाइन अब सड़ चुकी है। पूरी पाइप लाइन से लगातार पानी का लीकेज होता रहता है। पिछले पांच साल में इसमें 25 बड़े लीकेज हुए। यानी एक साल में औसत पांच बड़े लीकेज। गर्मी के दिनों में यह समस्या ज्यादा होती है। नतीजा शहर की 60 फीसदी आबादी को तीन दिन तक पानी नहीं मिलता। पाइप लाइन पर लगे एयर वाल्व भी लीकेज का बड़ा कारण बन गए हैं। नगर निगम के अफसर भी मानते हैं कि पाइप लाइन की सुरक्षा के लिहाज से यह खतरनाक साबित हो सकता है।  करीब 13 साल पहले तत्कालीन महापौर उमाशंकर गुप्ता ने कोलार समानांतर पाइप लाइन बिछाने का निर्णय लिया था। इसका वर्क ऑर्डर भी जारी हो गया था। करीब आठ हजार मीटर पाइप की सप्लाई भी हुई थी। यह अब भी बेकार पड़े हैं।  केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत कोलार पाइप लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट पर 20 अक्टूबर को एसएलटीसी की बैठक में विचार होगा। इसके बाद इसका वर्क ऑर्डर जारी होगा। -आनंद सिंह, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, नगरीय विकास विभाग  आबादी का विस्तार- पहले इस इलाके की आबादी कम होने के कारण पाइप लाइन बिछाने में दिक्कत नहीं हुई। अब कोलार रोड लगभग डेढ़ लाख आबादी है। इस घने क्षेत्र से अतिक्रमण हटाना मुश्किल होगा। शहर के अन्य हिस्सों में भी कोलार लाइन के आसपास छोटे-बड़े निर्माण कार्य हैं। सड़कों के पास से बिजली के खंभों को शिफ्ट किया जाना भी आसान नहीं होगा।  सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी- इसलिए जरूरी है क्योंकि बीच में अभयारण्य से होकर यह लाइन गुजरती है। 1998 में गोदावर्मन केस में यह व्यवस्था दी थी कि अभयारण्य में किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट की साधिकार समिति से मंजूरी लेना होगी। जबकि पहले वन संरक्षण कानून 1980 में केंद्र सरकार की इजाजत लगती थी। अफसरों का तर्क है कि अभयारण्य वाले हिस्से में पाइप लाइन बदले बिना भी काम चल सकता है।  नगर निगम परिषद ने 2 अप्रैल को हुई बैठक में इस काम के लिए 173 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। अगस्त में जब टेंडर हुए तो लागत 162 करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया गया। दस बड़ी कंपनियों ने टेंडर में भाग लिया और टाटा प्रोजेक्ट्स का टेंडर सबसे कम 138 करोड़ रुपए रहा। 

Kolar News

Kolar News 17 October 2016

भोपाल  जिला प्रशासन और खाद्य आपूर्ति नियंत्रक विभाग ने मौजूदा साल में एक लाख 12 हजार बीपीएल परिवार तक गैस कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। इसमें से अभी तक 10 हजार परिवार को ही योजना का लाभ मिल पाया है। जबकि अभी तक 14 हजार से अधिक परिवार आवेदनों की जांच पूरी होने के बाद कनेक्शन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि 31 अक्टूबर तक उज्जवला योजना के तहत करीब 25 हजार परिवारों को गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में त्योहार के इस महीने में बचे हुए 15  दिन में 15 हजार गैस कनेक्शन बांटने का यह लक्ष्य पाना कठिन दिख रहा है। अफसर इस मामले में तेजी से काम कर रहे हैं। उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शनों का आवंटन आर्थिक सामाजिक जनगणना- 2011 के आधार पर किए जा रहे हैं। इसके तहत जिले भर में सवा लाख से अधिक परिवार ऐसे चिन्हित किए गए थे जिन्हें बीपीएल की श्रेणी में लिया गया था। लेकिन अभी तक जिला प्रशासन कुछ ही परिवारों को गैस कनेक्शन बांट पाया है। राजधानी में करीब 14500 परिवारों के केवाईसी क्लियर हो चुके हैं। योजना के क्रियानवयन के लिए तीन पेट्रोलियम कंपनियों ने अलग-अलग गैस चूल्हा बनाने वाली कंपनियों से करार किया है। कंपनियों ने सप्लाई के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के लिए वेंडर बनाए हैं। लेकिन वेंडरों की ओर से सप्लाई नहीं हो पा रही है। उधर गैस चूल्हों के साथ रेग्युलेटर की कमी भी बनी हुए है। इस मामले में तीनों कंपनियों के अफसरों ने कुछ भी बोलने से इंकार किया है। वहीं, खाद्य विभाग के अफसरों का मानना है कि रेग्युलेटर की कमी एक ही पेट्रोलियम कंपनी में हैं, बाकी दो कंपनियों में स्थिति सामान्य है।  

Kolar News

Kolar News 16 October 2016

प्रथम एम.पी.टूरिज्‍म अवार्डस वितरित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में टूर एंड ट्रैवल से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने और ट्रेंड लोग तैयार करने के लिए जल्द ही टूर एंड ट्रेवल की ट्रेनिंग का राष्ट्रीय  प्रशिक्षण संस्थान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया है, इसे देश में नंबर एक पर लाना हमारी जिद है। आज राजधानी के होटल लेक व्यू अशोक में एमपी ट्रैवल मार्ट के तृतीय सोपान का शुभारंभ करते हुए सीएम ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकर ने पिछले सालों में कई कदम उठाए हैं। प्रदेश में बाधों की उपलब्धता को बताते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश में बाघ और सीएम से मिलना सबसे आसान है। अगर आप अपनी रूटीन लाइफ से बाहर निकलना चाहते हैं तो एमपी से बेहतर कोई स्थान नहीं है।  सीएम ने इस अवसर पर टूरिज्म के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले 39 लोगों को 22 कैटेगरी में पुरस्कृत किया। मार्ट में भारत के 54 शहरों और 22 देशों के पर्यटन के क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद थे।   मढ़ई-देलावाड़ी की नई यूनिटों का लोकार्पण: मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पर्यटन विकास निगम द्वारा मढ़ई और देलावाड़ी में तैयार की गई नई यूनिटों का रिमोर्ट से लोकार्पण किया। इस मौके पर पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र पटवा, निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक, निगम के एमडी हरिरंजन राव समेत कई अधिकारी मौजूद थे। प्रथम एम.पी.टूरिज्‍म अवार्डस वितरित मुख्‍यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ प्रदेश में स्‍थापित प्रथम एमपी टूरिज्‍म अवार्ड वितरित किये। अवार्ड वितरण समारोह में 22 श्रेणियों में 39 विजेताओं को अवार्डस एवं उत्‍कृष्‍टता प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। इस मौके पर पर्यटन एवं संस्‍कृति राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्‍द्र पटवा और राज्‍य पर्यटन विकास निगम के अध्‍यक्ष श्री तपन भौमिक विशेष रूप से मौजूद थे।   मध्‍यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा आयोजित गरिमापूर्ण अवार्डस वितरण समारोह में सर्वश्रेष्‍ठ टूर ऑपरेटर (राष्‍ट्रीय) का अवार्ड केपर ट्रेवल कंपनी भोपाल, सर्वश्रेष्‍ठ टूर ऑपरेटर का ट्रेवल ब्‍यूरो खजुराहो, सर्वश्रेष्‍ठ ट्रेवल एजेंट का एमपी हॉलीडे पचमढ़ी एवं वाइल्‍ड एक्‍स्‍पेडिशन्‍स टूर एंड ट्रेवल्‍स जबलपुर, सर्वश्रेष्‍ठ टूरिस्‍ट ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर का ट्रेवल ब्‍यूरो खजुराहो एवं खजुराहो वेकेशन टूर खजुराहो, सर्वश्रेष्‍ठ एडवेंचर टूर ऑपरेटर का सतपुड़ा एडवेंचर क्‍लब पचमढ़ी को प्रदान किया गया। इसी प्रकार सर्वश्रेष्‍ठ होटल का अवार्ड इंडिपेंडेंट प्रेसीडेंट होटल इंदौर, चैन होटल्‍स रेडिशन ब्‍लू होटल इंदौर, सर्वश्रेष्‍ठ हेरिटेज होटल का गोल्‍फ व्‍यू पचमढ़ी, सर्वश्रेष्‍ठ ईको फ्रेंडली का देनवा बेक वॉटर एस्‍केप एवं रानी-पानी जंगल लॉज मढ़ई, सर्वश्रेष्‍ठ होम स्‍टे का कोर्टयार्ड हाउस पटपरा कान्‍हा नेशनल पार्क, सर्वश्रेष्‍ठ शेफ का श्री आकाश चटोपाध्‍याय जहाँनुमा पैलेस भोपाल को, सर्वश्रेष्‍ठ महिला शेफ का श्रीमती आशिफ रशीद फिलफोरा रेस्‍टोरेंट भोपाल को और सर्वश्रेष्‍ठ कन्‍वेंशन सेंटर का ब्रिलिएंट कन्‍वेंशन सेंटर इंदौर को, सर्वश्रेष्‍ठ रेस्पांसिबल टूरिज्म प्रोजेक्‍ट का कॉर्बेट फाउण्‍डेशन ट्राइबल म्‍यूजियम कान्‍हा टाइगर रिजर्व एवं आर्ट इचॉल मैहर को प्रदान किया गया।   सर्वश्रेष्‍ठ सिविक मैनेजमेंट सिटी का अवार्ड नगर निगम उज्‍जैन, सिंहस्‍थ मेला कार्यालय उज्‍जैन, नगर परिषद मांडू को और सर्वश्रेष्‍ठ टूरिज्‍म प्रमोशन काउंसिल का डी.टी.पी.सी. बालाघाट और होशंगाबाद को, सर्वश्रेष्‍ठ टूरिस्‍ट गाइड का श्री विश्‍वनाथ तिवारी मांडू को, नवाचार टूरिज्‍म प्रोजेक्‍ट का पगडंडी सफारी एवं सतपुड़ा अंडर केन्‍वास मढ़ई को प्रदान किया गया। सर्वश्रेष्‍ठ पर्यटक मित्र मॉन्‍यूमेंट का अवार्ड साँची स्‍तूप, पर्यटक मित्र नेशनल पार्क का नेशनल पार्क बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व एवं सेंचुरी का ओरछा वाइल्‍ड लाइफ सेंचुरी को प्रदान किया गया। इसी क्रम में सर्वश्रेष्‍ठ वे साइड एमिनिटी का होटल गोपाल मिड-वे मोरटक्‍का को, पर्यटन मित्र तीर्थ-स्‍थल का विजयासन धाम सलकनपुर एवं दरगाह ए हकीमी बुरहानपुर को, सर्वश्रेष्‍ठ रेस्‍टोरेंट होटल का ‘बायलीफ’ कोर्टयार्ड बाय मेरियट भोपाल को, आर्ट एवं क्राफ्ट का ताराग्राम ओरछा, श्री गौरव कुलश्रेष्‍ठ ग्‍वालियर एवं मनोज दाहिया मॉडर्न आर्ट और सर्वश्रेष्‍ठ ट्रेवल राइटर/ब्‍लॉगर का अवार्ड अहमदाबाद के  अनिल मूलचंदानी को प्रदान किया गया।  

Kolar News

Kolar News 15 October 2016

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से भोपाल पहुंचे, एयरपोर्ट में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से वे सीधे शौर्य स्मारक का लोकार्पण करने लाल परेड मैदान के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। प्रधानमंत्री जैसे ही मंच पर संबोधन के लिए पहुंचे, पूरा लाल परेड ग्राउंड मोदी मोदी के नारों से गूंज उठा। वहीं प्रधानमंत्री ने यहां सबसे पहले लाल परेड ग्राउंड में मौजूद लोगों से 'शहीदों... अमर रहे' के नारे लगवाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का सैन्य बल मानवता की बड़ी मिसाल है। राष्ट्र की सुरक्षा के साथ मुसीबत में फंसे लोगों की सेवा करना भी भारत के जवान अपना धर्म समझते हैं। उन्होंने दो साल पहले जम्मू कश्मीर में आई भीषण बाढ़, केदारनाथ, बदरीनाथ में सेना द्वारा किए गए साहसिक कार्य का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जहां ड्यूटी लगाते हैं, वहां जान लगा देते हैं जवानविश्व के पीस मिशन में भारतीय सैनिकों के योगदान ज्यादा।यमन में फंसे भारतीय नागरिकों को हमारी सेना ने बचाया।भारतीय सेना पाकिस्तानी नागरिकों को भी बचाकर लाई।पहले और दूसरे विश्वयुद्ध से भारत का कोई लेना-देना नहीं था लेकिन दोनों युद्ध में 1.5 लाख भारतीय जवान शहीद हो गए।पूरा विश्व भारतीय सैनिकों को बलिदान का भुला देता है।भारतीय सैनिकों ने जब जरूरत पड़ी, अपना पराक्रम दिखाया।हमारे पूर्वजों ने जमीन के लिए कभी झगड़ा नहीं किया है।देश के लोग चैन से सो जाएं, तो सेना को सुकून मिलता है। शौर्य सम्मान सभा और पूर्व सैनिक सम्मेलन मोदी के साथ रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी आए। पर्रिकर मंच से संबोधित करते हुए कहा कि शौर्य स्मारक बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शौर्य स्मारक के लिए प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल आना गौरव की बात है। शिवराज ने कहा कि ये साधारण आम सभा नहीं है बल्कि शौर्य सम्मान सभा है। शिवराज ने शहीद सैनिकों के माता-पिता को प्रति माह पांच हजार रूपए पेंशन देने की घोषणा की। इसके अलावा पूर्व सैनिकों को जीवन यापन के लिए जमीन देने की भी घोषणा की।    

Kolar News

Kolar News 14 October 2016

शिवराज सिंह  हर प्राणी को सबसे प्यारा अपना जीवन होता है। जीवन को सबसे मूल्यवान माना जाता है। लेकिन जो वीर होते हैं, वे अपनी मातृभूमि के गौरव और सम्मान को जीवन से कहीं ऊपर रखते हैं। इसके लिये जीवन का बलिदान करने में वे एक क्षण भी नहीं सोचते। उनके बलिदानों से ही राष्ट्र और हमारा जीवन सुरक्षित रहता हैं। ऐसे वीरों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए कोई भी भाषा पूरी तरह समर्थ नहीं है। भारत भूमि वीर-प्रसूता है। इसकी माटी में ऐसे वीर सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया है, जिनके शौर्य की गाथाएं सदियों से लोगों की जुबान पर हैं। किताबों के पन्ने उनकी वीरगाथाओं से भरे पड़े हैं। उनकी वीरता के कार्यों पर आधारित लोकगीत गांव-गांव, घर-घर में गाये जाते हैं। यह सब उनके प्रति हमारी कृतज्ञता की अभिव्यक्ति हैं। मेरे मन में हमेशा से एक सपना पलता रहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसा अनूठा और भव्य शौर्य स्मारक बने, जो समाज, विशेषकर नयी पीढ़ी को हमारे वीरों के शौर्य तथा बलिदान से परिचित कराने के साथ-साथ उनके रोम-रोम में देशप्रेम की भावना भर दे। बहुत विचार और विशेषज्ञों से परामर्श के बाद शौर्य स्मारक का कार्य अरेरा पहाड़ी पर उपयुक्त स्थल चुनकर शुरू किया गया। वर्षों के कड़े परिश्रम और उत्कृष्ट शिल्पकारी के फलस्वरूप भव्य शौर्य स्मारक बनकर तैयार है। हमारे लिये यह गर्व की बात है कि शौर्य स्मारक का शुभारंभ करने परम् राष्ट्रभक्त और देश के विकास में अपने जीवन का हर पल समर्पित करने वाले प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी पधार रहे हैं। भारत के रक्षामंत्री श्री मनोहर पर्रिकर भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। हमारा प्रयास है कि तीनों सेनाओं के प्रमुख भी इस अवसर पर उपस्थित रहें। कुल 41 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 12.67 एकड़ भूमि पर निर्मित इस अद्वितीय स्मारक की परिकल्पना बहुत अद्भुत है। इसमे जीवन बलिदान करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। स्मारक जीवंत अनुभूति प्रदान करता है। इसमें शूरवीर सैनिक की राष्ट्रसेवा से प्रेरित जीवनयात्रा का रूपायन है। जीवन, युद्ध के रंगमंच, मृत्यु तथा मृत्यु पर विजय को चार प्रांगणों की श्रृंखला के रूप में अलग-अलग दिखाया गया। इसके रूपांकन में जीवन-मृत्यु, युद्ध-शांति तथा मोक्ष-उत्सर्ग जैसे जटिल अव्यक्त अनुभवों को सरल, सहज तरीके से रूपांकित करने के लिए सुंदर तानाबाना बुना गया है। स्मारक में पृथ्वी से उभरता हुआ 62 फीट ऊँचा शौर्य स्तम्भ एक सैनिक के जीवन को दर्शाता है। यह स्तम्भ अंदरूनी शक्ति और साहस का प्रतीक है। स्तम्भ के आसपास के वातावरण से आगंतुक के मन में वीरों के प्रति सम्मान और नमन का भाव जागृत होगा। स्मारक में शहीदों के सम्मान में प्रज्जवलित परंपरागत अनन्त ज्योति को एक अत्याधुनिक होलोग्राफिक लौ के माध्यम से दर्शाया गया है। स्मारक में एक व्याख्या केन्द्र भी है, जिसके माध्यम से आगंतुकों को स्मारक के स्वरूप को समझने में मदद मिलेगी। यहां एक शौर्य वीथिका भी है, जिसमें भारतीय सैनिकों की देशभक्ति और शौर्य को तस्वीरों के रूप में दिखाया गया है। यह महाभारत काल से शुरू होकर आजादी के संघर्ष तक को दर्शाता है। इसमें परमवीर चक्र, महावीर चक्र जैसे शौर्य सम्मानों से पुरस्कृत विजेताओं की तस्वीरें भी प्रदर्शित हैं। भारतीय सेना के हवाई जहाज, टैंक तथा पानी के जहाजों के लघु मॉडल आगंतुकों के आकर्षण का केन्द्र बिन्दु होंगे। निश्चय ही शौर्य स्मारक का अवलोकन करने वाले लोग अपने वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता और राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत होकर लौटेंगे।[लेखक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं ]  

Kolar News

Kolar News 13 October 2016

भोपाल के कई इलाके  डेंगू की चपेट में हैं। अरेरा कॉलोनी, कोलार ,साकेत नगर, 74 बंगले को मिलाकर यहां 50 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। वजह, भी खास है। यहां कच्चे नारियल के खोल और कमल के पानी में डेंगू का लार्वा मिल रहा है। यही वजह है बार-बार लार्वा नष्ट करने के बाद भी डेंगू का संक्रमण कम नहीं हो रहा है।  सरकारी टीमों की रिपोर्ट बताती है कि अरेरा ,कोलार और साकेत नगर में सबसे ज्यादा डेंगू का लार्वा नारियल के खोल में भरे पानी में पनप रहा है। इस इलाके में नारियल पानी पीने  के बाद लोग उसे यहाँ वहां फैंक देते हैं और उसमे पानी भरने से उसमे डेंगू के लार्वा पैदा हो रहे हैं।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज ई-7 अरेरा कॉलोनी में मिले हैं। यहां लाला लाजपतराय सोसायटी में बामुश्किल 50 मकान होंगे, लेकिन डेंगू के 7 मरीज मिल चुके हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह लॉन में गमले, नारियल पानी पीने के बाद फेंके गए खोल, कमल उगाने के लिए भरे पानी में लार्वा मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपील की है कि इस दशहरे में रावण दहन के साथ अपने कूलरों की खस भी जला दें। भोपाल की डिस्ट्रिक एपडिमोलॉजिस्ट डॉ. रश्मि जैन ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में कूलर की खस में डेंगू के मच्छर एडीज के अंडे रहते हैं। मार्च में जैसे ही लोग कूलर स्टार्ट करते हैं, पानी मिलने पर अंडे जीवित हो जाते हैं। इनमें डेंगू का वायरस होने की आशंका ज्यादा रहती है। यहीं से डेंगू की शुरुआत होती है। बर्तनों में लार्वा मिलने पर इन्हें नष्ट कर दिया जाता है, लेकिन खस जलाने के लिए लोग तैयार नहीं होते। 200 रुपए बचाने के फेर में डेंगू का खतरा मोल लेते हैं। इस साल कई स्कूल-कॉलेज डेंगू की चपेट में हैं। लेकिन इनका प्रबंधन लार्वा मारने की कार्रवाई नहीं कर रहा है। मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पटेल कॉलेज, टीआईटी कॉलेज, सेंट जोसेफ कोएड स्कूल, मैनिट परिसर, एम्स में डेंगू चिकनगुनिया के मरीज मिले हैं। लेकिन इन स्कूल-कॉलेजों का प्रबंधन डेंगू का लार्वा नष्ट करने की कार्रवाई नहीं कर रहा है। सबसे पहले ई-7 अरेरा कॉलोनी में डेंगू के मरीज मिले थे। लेकिन, लार्वा नष्ट करने का काम सही तरीके से नहीं किया गया। इससे इस कॉलोनी में 10 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। इसी तरह से सोनागिरी भी छोटा एरिया है, लेकिन डेंगू का लार्वा मारने का काम ठीक से नहीं होने से यहां भी लगातार डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 12 October 2016

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर कन्या भोज का आयोजन किया।  चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने परंपरागत रूप से कन्याओं के चरण धोये और आरती उतारी। मंत्रोचारण के साथ उन्होंने कन्याओं को भोजन कराया। श्री चौहान ने कहा कि बेटियाँ आदि शक्ति का स्वरूप और भारत का भविष्य हैं। भोजन के बाद श्री चौहान ने नन्ही भांजियों के साथ आत्मीय क्षण बितायें। उन्होंने कन्याओं का लाड़-दुलार किया। कंकाली मंदिर में दर्शन किये मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ आज यहाँ माँ कंकाली मंदिर के दर्शन किये। श्री चौहान ने पारम्परिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। उन्होंने माँ के चरणों में देश-प्रदेश की समृद्धि और प्रदेशवासियों के कल्याण की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने झांकियों के दर्शन मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ भोपाल भ्रमण किया। उन्होंने शारदीय नवरात्र के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर स्थापित झांकियों के दर्शन किये। माँ दुर्गा का पारंपरिक विधि विधान से पूजन किया।श्री चौहान ने माँ के चरणों में प्रार्थना की है कि सब सुखी हो, सब निरोगी हो, सबका कल्याण हो, सब पर माता की कृपा बरसें। सबके के जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि आये। उन्होंने जय माँ पाताल भैरवी कोटरा, कालीबाड़ी बीएचईएल और दुर्गा उत्सव समिति विजय मार्केट, बरखेड़ा में प्रतिष्ठित माँ दुर्गा की झांकियों के दर्शन किये।  

Kolar News

Kolar News 11 October 2016

दशहरा या विजयादशमी पर्व  असत्य पर सत्य की विजय के साथ अन्य कई चीजें भी अपने में समाहित किये है। रावण मरण के आलावा भी इस पर्व का ख़ासा महत्त्व हैं। यात्रा का शुभ दिन ,बीड़ा खाना ,शमी भेंट , शस्त्र पूजन और नीलकंठ दर्शन इसी दिन विशेष महत्त्व रखते हैं। रावण किस बात का प्रतीक है? उसने सोने की लंका नहीं बसाई बल्कि अपने भाई कुबेर से उसकी नगरी छीन ली। उसने साधुओं को मारा और स्त्रियों के साथ दुराचार किया। उसने डर के द्वारा अपना साम्राज्य स्थापित किया। आखिर उसने सीता का अपहरण इसीलिए किया क्योंकि वह अपनी बहन के अपमान का बदला लेना चाहता था।युद्ध में उसने स्वयं से पहले अपने पुत्रों और भाई को लड़ने के लिए भेजा। वह सीता को जीतना चाहता था और राम को भी। रावण केवल स्वयं के लिए जी रहा था। अपने आनंद को वह सबसे ऊपर रखता था। हालांकि वह योगी शिव का भक्त था। उन शिव का जिन्होंने संसार की भौतिकता और सभी वस्तुओं का त्याग कर रखा है।रावण शिव की स्तुति करता रहा और उनके सामने नतमस्तक होता रहा लेकिन दस सिर होने के बावजूद उसने कभी भी शिव के ज्ञान की तरफ ध्यान नहीं दिया। संभव है कि उसने शिव के दर्शन को नहीं समझा, उसने शिव के दर्शन को समझा भी हो तो उनके बताए मार्ग पर चलने का सामर्थ्य रावण नहीं जुटा पाया। रावण के चरित्र की ये कमजोरियां सभी लोगों के लिए उदाहरण है कि वे अपनी इन कमजोरियों पर विजय पाने का प्रयास करें। विजयादशमी के दिन नवरात्र पर्व का समापन होता है। इस दिन पृथ्वी से मां दुर्गा अपने लोक के लिए प्रस्थान करती हैं। यही वजह है कि विजयादशी को यात्रा तिथि भी कहा गया है। इस दिन किसी भी दिशा में यात्रा करने पर दोष नहीं लगता है।विजयादशमी यूं तो सर्वसिद्ध मुहूर्त है। इस दिन अपराजिता पूजन, शमी पूजन, सीमोल्लंघन, घर वापसी, नारी पूजन, नए वस्त्र व आभूषण धारण करना, राजाओं द्वारा अपने शस्त्र या संपदा का पूजन। राजाओं, सामंतों और क्षत्रियों के लिए यह विशेष महत्व का दिन है। नीलकंठ दर्शन शुभ 'नीलकंठ तुम नीले रहियो, दूध-भात का भोजन करियो, हमरी बात राम से कहियो।" यह उक्ति गांव-गांव में चर्चित है। इसका अर्थ यही है कि नीलकंठ भगवान का प्रतिनिधि है। दशहरे पर यही कारण है कि इस पक्षी का दर्शन किया जाता है। भगवान शंकर ने विष का पान किया था और वे नीलकंठ कहलाए थे।यह पक्षी भी नीलकंठ है तो इसलिए इसका दर्शन शुभ माना गया है। नीलकंठ को भारत में किसानों का मित्र भी माना गया है क्योंकि यह अनावश्यक कीड़ों-मकोड़ों को खाकर किसान की मदद करता है।  बीड़ा क्यों अक्सर रावण के दहन के पश्चात विजयादशमी पर्व पर पान खाने की परंपरा भी है। इसके पीछे लोगों का विश्वास ही मुख्य है। माना जाता है कि इस दिन लोग असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव मनाते हैं और बीड़ा खाकर यह बीड़ा उठाते हैं कि वे हमेशा सत्य के मार्ग पर चलेंगे। इसका एक कारण यह भी है कि नवरात्र में श्रद्धालु नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और दसवें दिन जब वे भोजन शुरू करते हैं उसके ठीक पाचन में बीड़ा मदद करता है। शुभकारक शमी पत्तियां  कथा है कि महर्षि वर्तन्तु का शिष्य था कौत्स। उसकी शिक्षा पूरी होने पर वर्तुन्तु ने उससे गुरुदक्षिणा में 14 करोड़ स्वर्ण मुद्राएं मांगी। इसका इंतजाम करने के लिए वह महाराज रघु के पास गया। रघु दान हेतु खजाना पहले ही खाली कर चुके थे।उन्होंने कौत्स से तीन दिन का समय मांगा और इंद्र पर आक्रमण का विचार किया। इंद्र ने घबराकर कोषाध्यक्ष कुबेर को रघु के राज्य में स्वर्ण मुद्राओं की वर्षा का आदेश दिया। कुबेर ने शमी वृक्ष द्वारा स्वर्ण वर्षा की। जिस दिन यह वर्षा हुई उसी तिथि को विजयादशमी उत्सव मनाया गया। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शमी वृक्ष का संबंध शनि से भी है। शमी वृक्ष का पूजन शनि के अशुभ प्रभाव से बचाव में सहायक है।इस दिन अपने मित्रजनों को सुनहरे रंग  रंगी शमी की पत्तियां भेंट दी जाती हैं ताकि उनके जीवन में आनंद रूपी स्वर्ण बरसता रहे और वे धन धान्य  से परिपूर्ण रहें।   

Kolar News

Kolar News 10 October 2016

  सात नई तहसील बनाने का मामला भोपाल की तहसील हुजूर व पांच नजूल वृत्तों को तोड़कर बनाई जा रही 7 नई तहसीलों के गठन में फिर से पेंच आ गया है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता को लिखित आपत्ति पेश की है। उन्होंने मांग की है कि तहसीलों का गठन विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से हो। आपत्ति पर मंत्री ने अगली बैठक में चर्चा करने को कहा है। कलेक्ट्रेट ने प्रस्तावित 6 तहसीलों के क्षेत्र प्रशासकीय आधार पर बनाने की बात कही है। जबकि विधायक शर्मा इसे विधानसभा आधार पर बनाने की वकालत कर रहें हैं।   राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने नई सात तहसीलों के संबंध में कलेक्टर निशांत वरवड़े से प्रस्तावों के संबंध में कई और जानकारी मांगी हैं। उन्होंने कहा है कि नई तहसीलों में कितना रकबा, कितने गांव होंगे। वर्तमान हुजूर तहसील व पांच अवैध नजूल वृत्तों से इधर से उधर हो रहे हैं। कितने मंजरे टोले इससे प्रभावित होंगे। इन तहसीलों से शासन को राजस्व कैसे प्राप्त होगा? इत्यादि जानकारी मांगी गई है।गौरतलब है कि भोपाल में हुजूर तहसील व पांच नजूल वृत्तों को तोड़कर हुजूर, कोलार, बैरागढ़, गोविंदपुरा, एमपी नगर, टीटी नगर और शहर भोपाल के रूप में कुल सात नई तहसीलें बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने तहसीलों के गठन को लेकर अपनी आपत्ति राजस्व मंत्री उमाशंकर को सौंपी है। आपत्ति में विधायक शर्मा ने हुजूर को तोड़कर बनाई जा रही तहसीलों को तीन भागों में बांटने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि वार्ड एक से छह तक बैरागढ़ की एक तहसील बनाई जाए। इसके साथ ही गांवों को जोड़कर हुजूर तहसील को यथावत रखा जाए। कोलार को वार्ड 80 से 84 तक और उससे लगी ग्राम पंचायतों को मिला कर एक तहसील बनाई जाए। यह न्याय संगत होगी। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने इस मसले पर सिर्फ इतना कहा कि नई सात तहसीलों के गठन के संबंध में राजस्व मंत्री ने कुछ जानकारियां मांगी  है, वह तैयार कराई जा रही है। यह प्रस्ताव जल्द ही भेजा जाएगा।   सात नई तहसील बनाने के प्रस्ताव के संबंध में बताया जा रहा है कि जो नई तहसीलें बनाई जा रही हैं, उनमें शहर भोपाल तहसील ही ऐसी है, जिसके क्षेत्रफल के दायरे में 5 विधानसभा क्षेत्र आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त अन्य सभी तहसीलों में 2 से 3 विधानसभा क्षेत्र आ रहे हैं। हालांकि पूर्व में जो पांच नजूल व तहसील हुजूर वृत्त बने थे, उसमें से कुछ ही वृत्त ऐसे थे जिनमें दो से तीन विधानसभा क्षेत्र शामिल हो रहे हैं। हुजूर तहसील का क्षेत्रफल ही सबसे बड़ा था। उनके गांव ही सर्वाधित विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ते थे।

Kolar News

Kolar News 8 October 2016

भोपाल के केरवा- कोलार रोड स्थित गिद्ध संवर्धन केन्द्र में गिद्ध संरक्षण केन्द्र पिंजोर (हरियाणा) से नये 15 गिद्ध जोड़े लाये गये हैं। बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी मुम्बई के वैज्ञानिक आज सड़क मार्ग से इन गिद्धों को लेकर भोपाल पहुँचे। गिद्धों में 10 लम्बी चोंच वाले, 5 सफेद पीठ वाले गिद्ध शामिल हैं। भोपाल के केन्द्र में इन्हें मिलाकर गिद्ध संख्या 46 हो गयी है। प्रकृति के सफाईकर्मी माने जाने वाले गिद्ध विलुप्ति की कगार पर पहुँच गये हैं। शासन द्वारा इनको विलुप्ति से बचाने के लिये संवर्धन केन्द्र की स्थापना की गयी है। भोपाल संवर्धन केन्द्र में अप्रैल-2014 में 15 गिद्ध और जून-2016 में 10 गिद्ध को जटायु कन्जर्वेशन ब्रीडिंग सेंटर पिंजोर से भोपाल के केन्द्र में लाया गया था।  

Kolar News

Kolar News 7 October 2016

अपने घटिया ,बेगैरत बयान के कारण चर्चा में आये हुजूर के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक तो बीजेपी ने उनके बायान से पल्ला झाड़ लिया है ,वहीँ उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए लोग सक्रीय हो गए हैं। दूसरी और सोशल मीडिया पर रामेश्वर शर्मा से सवाल पूछा गया है कि उन्होंने अपने बच्चों के लिए cd रखी या नहीं।  आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व प्रदेश संयोजक  आलोक अग्रवाल ने रामेश्वर शर्मा के बयान की घोर निंदा करते हुए कहा है कि रामेश्वर शर्मा का निम्न स्तरीय बयान भाजपा के गिरे हुए स्तर को सिद्ध करता है, यह भद्दी भाषा और सोच वाले आम जनता से क्या बर्ताव करेंगे ? एक धार्मिक स्थल पर जहां महिला और बच्चे भी रहे होंगे, उनके समक्ष ऐसा अभद्र बयान, इनकी ओछी मानसिकता को ही दर्शाता है | ये पहले भी सरे आम गुंडों जैसा व्यवहार करते हुए पाए गए है |  भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक  केजरीवाल पर की गई अभद्र टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी, भोपाल के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर के नेतृत्व में 'रामेश्वर शर्मा, शर्म करो, शर्म करो' आदि नारों के साथ मुह व आँख पर काली पट्टी बांध कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। उक्त अवसर पर भारी पुलिस बल तैनात था, जिनका प्रयास था कि प्रदर्शन विफल हो जाये, किन्तु प्रदर्शन सफल रहा | श्री अमित भटनागर ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा संस्कार की बात करती है, दूसरी तरफ भाजपा के नेता इस तरह की अभद्र टिप्पणी करते है। उन्होंने मांग की कि रामेश्वर शर्मा इस अशोभनीय टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगे अन्यथा पार्टी उग्र प्रदर्शन करेगी। उक्त प्रदर्शन के दौरान श्री भटनागर के साथ, जिला संयोजक फ़राज़ खान, जिला सचिव  अवधेश पुरोहित, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी  राज प्रकाश मिश्र,  पारस जैन, जिला कोषाध्यक्ष  देवेन्द्र मिश्र, प्रदेश यूथ विंग सदस्य  निशांत गंगवानी,  अरविन्द शर्मा समेत कई प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे।   इधर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के खिलाफ शिकायत अधिवक्ता देवेंद्र मिश्र ने की है। बीजेपी विधायक के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने की मांग को लेकर कोहेफिजा थाने के साथ साथ पुलिस अधिकारियों से भी  शिकायत की। बीजेपी विधायक ने कांग्रेस नेता संजय निरुपम और दिल्ली के CM केजरीवाल के खिलाफ की थी विवादित टिप्पणी की थी।  बीजेपी दफ्तर में भी रामेश्वर शर्मा के बायान पर व्यापक चर्चा हुई और अध्यक्ष नन्दकुमार सिंह चौहान के निर्देश पर तय किया गया कि यह रामेश्वर शर्मा का व्यक्तिगत सोच और बायान है इसका बीजेपी से कोई लेना देना नहीं है। बीजेपी प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा शर्मा का बायान बीजेपी का नहीं है।  दूसरी और सोशल मीडिया पर रामेश्वर शर्मा से उनसे भी ज्यादा और भद्दे तरीके से सवाल किये जा रहे हैं। रामेश्वर  के घटिया बयान के बाद संगठन ने उन्हें जुबान पर काबू रखने की सलाह दी है। बीजेपी  ने कहा है रामेश्वर शर्मा का बायान पार्टी की गरिमा के अनुरूप नहीं है।   

Kolar News

Kolar News 6 October 2016

 नागरिक आपूर्ति निगम ने जारी किए आदेश कोलार  की नगर निगम सीमा में स्थित पीडीएस दुकानों पर सस्ती दाल उपलब्ध कराई जाएगी। हर व्यक्ति को 100 रुपए किलो के हिसाब से 500-500 ग्राम के पैकेट में दी जाएगी। नागरिक आपूर्ति निगम ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। संभावना है कि 10 तारीख के बाद इसका वितरण शुरू हो जाएगा। खाद्य विभाग ने दाल की जांच कर बेचने की हिदायत दुकानदारों को दी है। इसकी जिम्मेदारी जिला आपूर्ति खाद्य अधिकारियों को दी गई है। पिछले छह महीने से इसकी प्रक्रिया चल रही थी। नगर निगम सीमा की 274 पीडीएस दुकानों पर यह दाल कम कीमत में लोगों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इसका फायदा एक लाख 65 हजार लोगों को मिलेगा। जिला आपूर्ति अधिकारी ज्योति शाह नरवरिया का कहना है कि पीडीएस दुकानों पर लोगों को सस्ती तुअर दाल देने के लिए 11 हजार 80 क्विटंल दाल का स्टॉक जारी कर दिया गया है। पैकेज्ड दाल की जांच कर उपभोक्ताओं को देने की हिदायत दी गई है। त्योहारी सीजन में बढ़ी मांग के चलते चने की दाल के दामों में भारी तेजी आ रही है। एक महीने में चना दाल 20 रुपए प्रतिकिलो तक महंगी हो चुकी है। थोक बाजार में मंगलवार को चना दाल 120 रुपए किलो तक पहुंच गई। यह पिछले माह 4 सितंबर को 100 रुपए थी। इसकी तुलना में तुअर दाल थोक बाजार में 117 रुपए किलो बिकी। मप्र दाल-चावल एसोसिएशन के अध्यक्ष मोतीराम वाधवानी कहते हैं कि 40 साल में पहली बार चना दाल तुअर दाल से महंगी है। हालांकि फुटकर बाजारों में अभी भी तुअर दाल के ही दाम ज्यादा हैं। अगले हफ्ते में यहां भी चना दाल तेजी में तुअर से आगे निकल सकती है। जानकार बताते हैं कि त्योहारी सीजन में हर साल ऑस्ट्रेलिया से 5 लाख टन चने का आयात होता है। इस बार भारी बारिश के कारण वहां फसल कमजोर है।  

Kolar News

Kolar News 5 October 2016

बोर्ड की गलतियों की वजह से नहीं हुई परमिशन  मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड सरकारी एजेंसी की वजह से लोगों के लिए सबसे भरोसेमंद, लेकिन बोर्ड के अफसर इसी भरोसे को तोड़ने पर आमादा हैं। बोर्ड के अफसरों ने सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत जारी फ्लैट्स के निर्माण में गड़बड़ी कर दी है। बोर्ड ने सरकार से जमीन लेकर प्रोजेक्ट बनाया और बुकिंग भी कर ली, लेकिन एक बार भी लैंडयूज नहीं देखा। इसके चलते टीएंडसीपी से मिलने वाली परमिशन अटक गई। राजधानी सहित अन्य शहरों में ऐसे ही नौ प्रोजेक्ट के 2873 ईडब्ल्यूएस और एलआईजी फ्लैट्स का निर्माण लैंडयूज में बदलाव की इजाजत लेने के फेर में फंस गए हैं। हाउसिंग बोर्ड ने राजधानी के बैरागढ़ चीचली में गौरव नगर प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इसके तहत 384 ईडब्ल्यूएस और 816 एलआईजी फ्लैट बनाए जाने हैं। इसके लिए करीब डेढ़ साल पहले बुकिंग भी कर ली गई थी, लेकिन अब तक यहां एक ईंट भी बोर्ड नहीं रख पाया। इसके अलावा बड़वानी, कटनी, छिंदवाड़ा, मंडला, मुरैना, रीवा, उमरिया और अनूपपुर में अटल आश्रय योजना के तहत फ्लैट का निर्माण होना है। इन सभी प्रोजेक्ट के लिए मिली जमीन का लैंडयूज अभी कृषि है, इसे आवासीय किया जाना है। जब लैंड यूज नहीं बदलेगा, तब तक निर्माण शुरू नहीं होगा। प्रोजेक्ट में देरी होगी तो यह समय पर पूरे भी नहीं हो पाएंगे। हाउसिंग बोर्ड के गौरव नगर प्रोजेक्ट के लिए बुकिंग की प्रक्रिया पिछले साल से चल रही है। पिछले साल इस प्रोजेक्ट को बोर्ड ने महाबड़िया कला में शुरू किया था। इसके तहत तीन बार आवेदन भी बुलाए गए थे, लेकिन लोगों ने यहां बुकिंग के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके बाद बोर्ड ने प्रोजेक्ट को बैरागढ़ चीचली में ट्रांसफर कर दिया। अभी इसमें बुकिंग चल रही है। हाउसिंग बोर्ड ने वर्ष 2009 में करोंद मंडी के सामने देवकी नगर प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत एलआईजी मकान बनाए जाने थे। इनके लिए 150 लोगों ने बुकिंग भी करा ली थी। बुकिंग के बाद हाउसिंग बोर्ड ने लोगों को बताया था कि जिस जमीन पर प्रोजेक्ट है, वह यातायात लैंडयूज की है। इसके चलते बोर्ड को परमिशन ही नहीं मिल पाई। आखिरकार प्रोजेक्ट निरस्त हो गया। हाउसिंग बोर्ड का सुरम्य परिसर प्रोजेक्ट भी निरस्त हो चुका है। यह प्रोजेक्ट अयोध्या एक्सटेंशन में बनना था, इसमें सिर्फ छह बुकिंग हुई थी। बोर्ड ने प्रोजेक्ट को छह साल पहले लॉन्च किया था। इसके बाद इस प्रोजेक्ट को भी निरस्त कर दिया गया था। प्रोजेक्ट गलत तरीके से बना था। अभी हाउसिंग बोर्ड के राजधानी में तीन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लेट हैं। इनमें कीलनदेव, महादेव और तुलसी टॉवर शामिल हैं। ये तीनों प्रोजेक्ट निर्धारित समय से डेढ़ साल पीछे चल रहे हैं। इस बीच हाउसिंग बोर्ड ने इनकी कीमतें भी बढ़ा दी हैं। हाऊसिंग बोर्ड के उपयुक्त एस के मेहरा ने कहा अटल आश्रय योजना के तहत सभी प्रोजेक्ट जल्द शुरू किए जाएंगे। प्रोजेक्टों को लेकर कुछ प्रक्रियाएं हैं, जिन पर काम चल रहा है। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। काम निर्धारित समय में पूरा होगा।      

Kolar News

Kolar News 4 October 2016

    1200 के प्लाट पर पांच मंजिल  कोलार क्षेत्र में बिल्डरों द्वारा नियम ताक पर रखकर धड़ल्ले से भवन निर्माण जारी है। जबकि शहर में नगर निगम द्वारा आए दिन अवैध निर्माण ढहाए जा रहे हैं। इसके बावजूद अवैध निर्माण थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल वार्ड 80 के  सार्इंनाथ ए सेक्टर में अस्सी फीट रोड पर नियम ताक पर रखकर 1200 प्रतिवर्गफुट के प्लॉट पर पांच मंजिला भवन का निर्माण बिल्डर द्वारा किया जा रहा है। यह क्षेत्र रेसीडेंसियल है इसके बावजूद पार्किंग स्थल की जगह दुकानें भी बनाई जा रही हैं। बताया जा रहा है कि उक्त बिल्डर्स प्रकाश सबनानी ने नगर पालिका के समय बिल्डिंग परमीशन ली थी, उस समय नगर पालिका में धड़ल्ले से बिल्डिंग परमीशन जारी हुर्इं थी। इसीका लाभ बिल्डर उठा रहे हैं। बिल्डरों के झांसे में भोले-भाले ग्राहक फंस रहे हैं। बताते हैं स्थानीय पार्षद और नगर निगम की मिलीभगत से इस गलत काम को अंजाम दिया गया है।  बिल्डिंग परमीशन शाखा में सांठ-गांठ के चलते  उक्त बिल्डर ने  नगर निगम के  अधिकारियों के साथ साथ स्थानीय पार्षद से तालमेल बनाया और इस काम को अंजाम दे दिया हैं। नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। जबकि यहां अस्सी फीट सड़क है, जहां से सैकड़ों लोगों के आने-जाने का रास्ता है। बिल्डर ने पार्किंग की जगह में बना दिए फ्लैट कोलार क्षेत्र के प्रियंका नगर साहू आटा चक्की के पास कृष्णा कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर द्वारा फ्लैट बनाए जा रहे हैं। यहां बिल्डिंग परमीशन के मुताबिक 24 फ्लैट निर्माण की इजाजत मिली है, लेकिन उक्त बिल्डर बीडी चौरसिया, नितिन त्रिवेदी और अनुराग श्रीवास्तव ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में पार्किंग और छत पर भी फ्लैट तानना शुरू कर दिया है। रहवासियों ने पार्किंग की जगह में फ्लैट के निर्माण का विरोध किया है। इस संबध में रहवासियों ने जोनल अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को शिकायत भी की है। खरीददार हो रहे परेशान : गौरतलब है कि क्षेत्र में बिल्डिंग परमीशन शाखा के नियमों का सरेआम उल्लघंन किया जा रहा है। बिल्डिंग परमीशन के आधार पर निर्माण नहीं किया जा रहा, बल्कि उससे कहीं ज्यादा जमीन का उपयोग और भवन बनाए जा रहे हैं। खरीददार इन बिल्डरों के चंगुल में फंस रहे हैं,जो फ्लैट खरीदने के बाद बिल्डरों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।बताया जा रहा है कि बिना अधिकारियों के परमीशन के अवैध निर्माण या नियमों को दरकिनार नहीं किया जा सकता। इसमें अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। कृष्णा कॉम्प्लेक्स निवासी महेश अहेलिया और कमलेश चौरसिया ने बताया बिल्डर द्वारा पार्किंग की जगह पर फ्लैट बनाए जा रहे हैं,जो नियम के विरुद्ध है। इसकी शिकायत नगर निगम अधिकारियों से की गई है।पार्किंग में फ्लैट बनने से वाहन खड़े करने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। जबकि इसकी परमीशन और नक्शें में जिक्र तक नहीं किया गया।  

Kolar News

Kolar News 3 October 2016

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बढ़े खतरे को देखते हुए केंद्र ने आज देशभर में अगले 30 दिन तक हाई अलर्ट जारी कर सभी राज्यों से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों द्वारा हमले के किसी भी प्रयास को नाकाम करने के लिए चौकसी बढ़ाने को कहा। केंद्र ने यह अलर्ट ऐसे समय जारी किया जब पी.ओ.के. में आतंकी ठिकाने पर लक्षित हमले के बाद आतंकवादियों द्वारा जवाबी हमले की आशंका है। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपने परामर्श में राज्यों से अतिरिक्त बलों को सभी संवेदनशील स्थलों, रणनीतिक संस्थानों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और अन्य प्रमुख स्थानों पर तैनात करके सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। महानगरों में विशेष रूप से अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान से सीमा सांझा करने वाले राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात को भी चौकस रहने का निर्देश दिया गया है। परामर्श पी.ओ.के. में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा किए गए लक्षित हमले के बाद जारी किया गया है। सूत्रों ने कहा कि पूरी संभावना है कि पाकिस्तानी एजैंसियां आतंकी संगठनों का प्रयोग कर बदला लेने के लिए भारतीय धरती पर हमला कर सकती हैं। उधर भारतीय सेना द्वारा किए गए हमले में मरने वाले आतंकियों की संख्या 50 हो गई है।   पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सीमित सैन्य कार्रवाई  के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा के मद्देनजर चौकसी बढ़ा दी गई है। सशस्त्र सीमा बल  के सहायक प्रचार अधिकारी ओ. पी. साहू ने आज कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर रात में गश्त तेज कर दी गई है और आने-जाने वालों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। सीमा पर पर्याप्त बल तैनात हैं और हमारे जवान पूरी तरह से चौकस हैं। सीमा पर जगह -जगह सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए हैं। गौरतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगने वाली 365 किलोमीटर लम्बी भारत-नेपाल सीमा खुली होने के कारण देश में किसी भी संदिग्ध के घुसने की सम्भावना बनी रहती है। भारत की महत्वपूर्ण जगहों पर अगले 48 घंटों के भीतर हमले की आशंका है। इसको देखते हुए दिल्ली की सरकारी इमारतों और महत्वपूर्ण जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केंद्रीय पुलिस फोर्स और दिल्ली पुलिस ऐसे किसी हमले को रोकने के लिए लगातार काम कर रही है। एयरफोर्स के फाइटर प्लेन भी तैयार रखे गए हैं जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम हैं। सभी पुलिस फोर्सेज को इससे जुड़ा मैसेज भेजा गया है। पुलिस को बुलेट प्रूफ जैकेट्स पहनने को कहा गया है।

Kolar News

Kolar News 1 October 2016

  भारतीय सेना ने पकिस्तान को जो ईंट का जवाब पत्थर से दिया उसे सर्जिकल स्ट्राइक कहा जाता है। दुनिया में सर्जिकल स्ट्राइक की शुरुवात इसी भारत भूमि से शुरू हुई। इसका पहली बार इस्तेमाल त्रेता युग में हनुमान जी ने किया था वो भी रावण के खिलाफ। पवन पुत्र हनुमान जी महाराज लंका ऐसे ही सीता माता की खोज में  गए थे और रावण की सोने की लंका में त्राहिमाम मचा के उसे जला के वापस लौटे थे। सर्जिकल स्ट्राइक का यह विश्व का पहला और अनौखा उदाहरण है। भारतियों के लिए सर्जिकल स्ट्राइक शब्द अटपटा हो सकता है लेकिन युद्ध कौशल की इस विधा से न हम वाफिक हैं बल्कि इसका समय समय पर उपयोग करते रहे हैं।   सर्जिकल स्ट्राइक यानी सही समय पर सटीक निशाना। चूक की बिलकुल गुंजाइश नहीं होती है इस तरह के ऑपरेशंस में। एक साधारण युद्ध और सर्जिकल स्ट्राइक में बहुत अंतर होता है। सर्जिकल स्ट्राइक के साथ सबसे खास बात यह होती है कि इसमें सेना पहले टारगेट चुनती है, उस जगह की भौगालिक परिस्थितियों का विश्लेषण करती है, समय चुनती है, कब किन हथियारों के साथ हमला करना है, इस पर लंबी चर्चा होती है। कितने दुश्मन हैं इसका भी पता होता है, यह भी पता होता है कि दुश्मन के पास कितने हथियार हैं और किस तरह के हथियार हैं। इसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक होती है। सर्जिकल स्ट्राइक के कमांडोज के साथ डॉक्टर्स की भी एक टीम जाती है, ताकि कोई जवान घायल हो जाए, तो उसे तुरंत उपचार मिल सके। सर्जिकल स्ट्राइक को तभी कामयाब माना जाता है, जब इसमें हमारा कोई नुकसान न हो। यदि एक जवान भी सर्जिकल स्ट्राइक में शहीद होता है, तो ऑपरेशन पर सवाल खड़ा हो जाता है। बुधवार रात जिस सर्जिकल स्ट्राइक को हमारे जवानों ने अंजाम दिया है, वो हमारी सेना की दक्षता को साबित करता है। एक मीटर भी इधर-उधर तो हैलिकॉप्टर क्रेश पीओके की भौगोलिक स्थिति एेसी है कि वहां घने जंगल औन पानी के नाले हैं। एेसे में हमारे जवान हैलीकॉप्टर के जरिए टारगेट तक पहुंचे। रात के अंधेरे में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, यदि एक मीटर भी इधर-उधर हो, तो हैलिकॉप्टर क्रेश हो सकता था। इसके साथ ही छह कैम्पों को टारगेट किया गया। एेसी विपरीत परिस्थितियों में एक साथ छह ठिकानों पर कार्रवाई करना और उस कार्रवाई को को-ऑर्डिनेट करना बहुत मुश्किल होता है। यह ऑपरेशन हमारे मजबूत राजनीतिक नेतृत्व को भी दर्शाता है।इससे पहले भी कई बार एेसे मौके आए, जब हमारी सेना सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए तैयार थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में हमारे जवान दुश्मन को जवाब नहीं दे पाए। हालांकि हमारी सेना ने कुछ भी गलत नहीं किया है, क्योंकि पाकिस्तान की सरकार हमेशा आतंकियों को नॉन स्टेट एक्टर बताती आई है। एेसे में यदि हमारी सेना ने पीओके में घुसरक आतंकियों को मारा है, तो कुछ गलत नहीं किया। हमने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया।सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी भी पाकिस्तान के डीजीएमओ को दे दी गई थी। फिर भी पाकिस्तान के मुंह पर यह सर्जिकल स्ट्राइक एक करार तमाचा है। यदि हम सांप को भी मारते हैं, तो वो पूंछ पटकता है। एेसे में पाकिस्तान भी अपनी नाक बचाने के लिए कुछ तो करेगा, लेकिन हमारी सेना पूरी तरह तैयार है। यदि और आंतकी आए, तो हम और मारेंगे।    

Kolar News

Kolar News 30 September 2016

भारतीय सेना ने बुधवार देर रात सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए पाकिस्‍तानी सीमा में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को ध्‍वस्‍त कर दिया। इसके बाद पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस हमले की निंदा की है। हमले की खबर सार्वजनिक होने के बाद अब आने वाले 48 घंटे महत्‍वपूर्ण माने जा रहे हैं और इसके चलते गृह मंत्री ने पंजाब में बॉर्डर का इलाका खाली करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। गृहमंत्री ने आदेश दिया है कि पंजाब में सीमा का 10 किमी का एरिया खाली करवा लिया जाए। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना के स्पेशल कमांडोज की एक टीम ने एलओसी पार कर लगभग 500 मीटर से 2 किलोमीटर तक घुसकर आतंकी कैम्पों को तबाह कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इस स्ट्राइक में 5 आतंकी कैम्प नष्ट किए गए हैं और 38 आतंकी मार गिराए गए हैं। इस बीच पाक आईएसपीआर प्रमुख आसिम बाजवा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि भारत की ऐसी किसी भी तरह की कार्रवाई का पाकिस्तान द्वारा मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इससे पहले, भारतीय सेना के एक्शन की जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में डीजीएमओ रणबीर सिंह ने बताया कि बुधवार देर रात भारतीय सेना ने सर्जिकल स्‍ट्राइक करते हुए हमले के लिए तैयार आतंकियों को मार गिराया है।  उन्‍होंने कहा कि इस साल सीमा पर 20 घुसपैठ की कोशिश भारतीय सेना ने नाकाम की हैं। इस दौरान हमने जीपीएस सहित तमाम चीजें बरामद कीं। हमने पाकिस्‍तान के उच्‍च स्‍तर तक इसके सबूत दिए और इस मुद्दे को हमने पाकिस्‍तान के सामने उठाया। हमने उन्‍हें इन आतंकियों को काउंसलर एक्‍सेस देने का भी ऑफर दिया। लगातार उन्‍हें आगाह करने के बाद भी उन्‍होंने आतंकियों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।इसके बाद बुधवार रात हमें विश्वस्त और महत्वपूर्ण सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी पाक सीमा में बने लॉन्च पैड पर मौजूद थे और घुसपैठ के लिए तैयार थे। सूचना थी कि वो भारत के महत्‍वपूर्ण स्‍थानों पर हमले कर सकते हैं। इसके बाद हमारी सेना ने टारगेटेड जगहों पर सर्जिकल ऑपरेशन किया ताकि आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब ना हो सकें। इस आतंक विरोधी अभियान में आतंकी और उनकी मदद करने वालों को नुकसान पहुंचा और कई कैम्‍प ध्‍वस्‍त हुए हैं। भारत ने इस सर्जिकल ऑपरेशन को खत्‍म कर दिया है और इसे आगे जारी रखने का कोई इरादा नहीं है। हमने पाक डीजीएमओ को इस सर्जिकल स्‍ट्राइक की सूचना दे दी है। यह भारत की सोच है कि इलाके में शांति रहे लेकिन हम आतंक‍ियों को घुसपैठ करने नहीं दे सकते। हम किसी भी तरह से आतंकियों को हमारे देश और देश के लोगों को नुकसान नहीं करने दे सकते। हमले के बाद पाकिस्‍तान के इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट द्वारा दी गई सूचना के अनुसार भारत ने यह हमला भिंबर, हॉटस्प्रिंग, केल और लीपा सेक्‍टर में किया है। हमले के बाद जहां पाक ने अपने दो जवानों के मारे जाने का दावा किया है वहीं पाकिस्‍तानी पीएम नवाज शरीफ ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि हम हमले की निंदा करते हैं। हमारी शांति की कोशिशों को हमारी कमजोरी ना समझा जाए। हम अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। इस बीच पाकिस्‍तान ने दावा किया है कि भारतीय सैनिको ने उसके दो सैनिकों को मार गिराया है। पाकिस्‍तानी मीडिया ने सेना के हवाले से खबर दी है कि बुधवार दे रात 2 बजे से शुरु हुई फायरिंग के सुबह 8 बजे तक चली और इस फायरिंग में उसके दो जवान मारे गए हैं। भारतीय सेना द्वारा की गई इस बड़ी सर्जिकल स्‍ट्राइक की जानकारी सेना ने राष्‍ट्रपति, उपराष्‍ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, जम्‍मू-कश्‍मीर के राज्‍यपाल और मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती को दे दी गई है।  

Kolar News

Kolar News 29 September 2016

  कलियासोत डेम के पास बने खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में अब  ब्रेन स्ट्रोक का  इलाज भी किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।  कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया कि आरामतलफ लाइफ स्टाइल के चलते ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बढ़ रहे हैं। स्ट्रोक की वजह से मरीज के किसी अंग में अपंगता आ सकती है या उसकी मौत भी हो सकती है। आयुर्वेद में इसका कारगर इलाज है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अधिकारियों से चर्चा के बाद उन्होंने स्ट्रोक क्लीनिक खोलने की सहमति दे दी है। मंजूरी मिलने में एक-दो महीने का समय लग जाएगा। इसके बाद सेटअप बनाने में करीब तीन महीने लगेंगे। इस तरह मार्च 2017 तक क्लीनिक शुरू करने की तैयारी है। अस्पताल पहुंचने पर स्ट्रोक के मरीजों की फौरन जांच हो सके, इसके लिए सीटी स्कैन मशीन खरीदी जाएगी। इसके अलावा कुछ एडवांस पैथोलॉजी टेस्ट किए जाएंगे। सीटी स्कैन के लिए रेडियोलॉजिस्ट कॉन्ट्रैक्ट पर रखे जाएंगे। जरूरत पर फोन कर डॉक्टर को बुलाया जा सकेगा। सीटी स्कैन की रिपोर्ट के आधार पर मरीज का इलाज शुरू किया जाएगा। क्लॉटिंग होने पर थक्का घोलने की दवाएं दी जाएंगी। इसके अलावा सर्जरी की जरूरत हुई तो न्यूरो सर्जन को बुलाया जाएगा। इसके लिए न्यूरोसर्जन कॉन्ट्रैक्ट पर ऑन कॉल रखे जाएंगे। आयुर्वेद कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि स्ट्रोक में सबसे ज्यादा कारगर पंचकर्म है। अभी भी स्ट्रोक के 50-60 मरीजों का हर दिन पंचकर्म किया जा रहा है। स्ट्रोक क्लीनिक शुरू होने पर पंचकर्म की सुविधाओं में विस्तार किया जाएगा। हमीदिया अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. आरएस यादव ने बताया कि तेज ठंड में स्ट्रोक के मरीज तीन गुना बढ़ जाते हैं। दिसंबर-जनवरी में हमीदिया में हर दिन 4-5 मरीज गंभीर हालत में आते हैं। उन्होंने बताया कि पंचकर्म से स्ट्रोक से होने वाले लकवा में काफी फायदा मिलता है।  

Kolar News

Kolar News 28 September 2016

  जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा ने किया दुर्लभ पत्र-पत्रिकाओं का अवलोकन  जनसंपर्क, जल संसाधन तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज कोलार रोड पर माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय पहुँचकर संग्रहीत पुराने समाचार-पत्र, पत्रिकाओं और अन्य महत्वपूर्ण साहित्य सामग्री और दस्तावेज का अवलोकन किया। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि यह संग्रहालय एक विशिष्ट धरोहर की रक्षा और उससे नई पीढ़ी को अवगत करवाने का महत्वपूर्ण काम कर रहा है। यह संग्रहालय ज्ञान का अदभुत सागर और अनूठा केन्द्र है। अन्य संस्थाओं के लिए भी इस केन्द्र का काम अनुकरणीय है। जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा को संग्रहालय के संबंध में जानकारी देते हुए  विजय दत्त श्रीधर ने बताया कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1947 के स्वतंत्रता संग्राम तक समाचार-पत्रों द्वारा देश की आज़ादी के लिए जनता में जागृति लाने संबंध सामग्री का भी संकलन किया गया है। इसके अलावा प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं की दुर्लभ प्रतियाँ, अनेक लेखकों की मूल पांडुलिपियाँ भी संग्रहालय में सहेजी गई हैं। अनेक पुराने गजट, जिलों के गजेटियर और ग्रंथ इस संग्रहालय में व्यवस्थित रखे गए हैं। वर्ष 1984 में संग्रहालय ने आकार लेना प्रारंभ किया था। इस समय यह देश में अपनी तरह का अनोखा संग्रहालय बन चुका हैं। लाखों लोग संग्रहालय का अवलोकन कर चुके हैं। विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए यह संग्रहालय इसलिए महत्व रखता है क्योंकि एक स्थान पर शोध सामग्री उपलब्ध हो जाती है। अनेक साहित्य प्रेमी और पत्रकार समय-समय पर संग्रहालय आकर वांछित सामग्री का अवलोकन भी करते हैं। संग्रहालय द्वारा पत्रकारिता से संबंधित अनेक प्रकाशन भी किए गए हैं। मंत्री डॉ. मिश्रा ने श्री श्रीधर को इस संग्रहालय के संचालन और प्रबंधन के लिए बधाई दी। मंत्री डॉ. मिश्रा ने संग्रहालय के विभिन्न खण्ड का अवलोकन भी किया।  

Kolar News

Kolar News 27 September 2016

पार्षदों के पट्ठों पर मेहरबान है नगर निगम  कोलार क्षेत्र के वार्ड 80 के पार्षद की टीम के रसूखदार लोगों ने जगह जगह कब्जे जमा लिए हैं और  सर्वधर्म ए सेक्टर में ऐसे लोगों  पर नगर निगम भी कार्रवाई करने से कतराता है। क्षेत्र की मेन रोड पर होटल संचालक ने कब्जा जमा रखा है। यहां बकायदा सरकारी भूमि पर बिल्डिंग मटेरियल का सामान बेचा जा रहा है, जिसके चलते रहवासियों को यहां से निकलने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रहवासियों ने बताया कि कोलार रेस्टोरेंट के मालिक ने मेन रोड के किनारे बिल्डिंग मटेरियल रेत और गिट्टी समेत फुटपाथ पर चाऊमीन और अंडे के ठेले भी लगवा रखे हैं। इसी प्रकार वार्ड 83 में नेताओं के संरक्षण में मेन रोड पर चाय, पान, अंडे व  सब्जी के ठेले लगाए जा रहे हैं। दूसरी और महापौर आलोक शर्मा पूरे शहर को अतिक्रमण मुक्त करने की बात कह रहे हैं।  पूरा कोलार इलाका ही अवैध कब्जों की चपेट में है।  महाबली नगर में रोड पर कूलर, पंखा की दुकानों का कब्जा है वहीं  बीमाकुंज में दूध डेयरी, पान की दुकान, ललिता नगर में एक दर्जन से अधिक सब्जी की दुकानें जमी हुर्इं हैं। अतिक्रमण हटाने की मुहिम मात्र एक दिन ही चल सकी। इसके बाद अतिक्रमण अधिकारियों ने अमला न होने का कहकर मुहिम को टाल दिया। बताया जा रहा है कि उक्त होटल संचालक को स्थानीय पार्षद का संरक्षण प्राप्त है। इसलिए नगर निगम अधिकारी और कर्मचारी भी कार्रवाई करने से कतराते हैं। अतिक्रमण अधिकारी रईस खान रोजाना जीप में बैठकर पूरे क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों पर नजर रखते हैं, लेकिन वह यहां कभी आंख उठाकर नहीं देखते। अतिक्रमण अधिकारी और स्थानीय पार्षदों पर भी छोटे-छोटे दुकानदारों और ठेले संचालकों से अवैध वसूली की बात सामने आ रही है। जोन  18 के अधिकारी शैलेश चौहान का कहना है ''इलाके में जहां भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत मिलेंगी वहां कार्रवाई की जाएगी।'' लेकिन सच्चाई इससे एकदम अलग है कई कई शिकायतों के बाद भी रसूखदारों पर नगर निगम कोई एक्शन नहीं लेता है।       

Kolar News

Kolar News 26 September 2016

शिवराज सिंह चौहान भारतीय दर्शन में मनुष्य की चेतना की सर्वोच्च अवस्था वह मानी जाती है, जहां वह सम्पूर्ण सृष्टि को स्वयं के भीतर और स्वयं को सम्पूर्ण सृष्टि के भीतर अनुभव करता है। पढ़ने-लिखने और कहने-सुनने में यह बात बहुत आती है, लेकिन इसे जो व्यक्ति वास्तविक रूप से महसूस कर लेता है, वह देवतुल्य हो जाता हैं। एकात्म मानववाद दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऐसे ही महापुरुष थे। कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही नजर आ जाते हैं। महापुरुषों में बचपन से ही कुछ विलक्षणता होती है। पंडितजी के बचपन का एक बड़ा प्रेरक प्रसंग हैं। उनकी किशोर अवस्था थी। वह सब्जी लेने बाजार गये और सब्जी बेचने वाली वृद्धा को चवन्नी का भुगतान कर दिया। घर लौटते समय उन्होंने जेब टटोली तो, देखा कि वह वृद्धा को खोटी चवन्नी दे आये हैं। उनका मन इतना दुःखी और द्रवित हो गया कि वह दौड़ते हुए उस वृद्धा के पास गये और उससे क्षमा प्रार्थना के साथ खोटी चवन्नी वापस लेकर उसे खरी चवन्नी दे दी। महापुरुष ऐसे ही होते हैं। वे स्वयं कितने भी कष्ट उठा लें, लेकिन अपने कारण दूसरों को कष्ट नहीं होने देते। जीवनभर सादगी की प्रतिमूर्ति रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के सर्वप्रिय वैसे ही नहीं बन गये थे। शिक्षा में हमेशा अव्वल रहने वाले पंडितजी की बुद्धि विलक्षण रूप से कुशाग्र थी। लेकिन कुशाग्र बुद्धि से कोई महापुरुष नहीं बनता। चित्त की निर्मलता का मेल होने पर ही वह जनकल्याणकारी सोच की ओर अग्रसर होता है। बहुत व्यापक अध्ययन करने वाले पंडित उपाध्याय सिर्फ किताबी ज्ञान से सम्पन्न नहीं थे। जिस व्यक्ति के पास स्वयं की अंतःप्रज्ञा नहीं होती, उसके लिए शास्त्रों के अध्ययन का कोई अर्थ नहीं। पंडितजी के पास अंतःप्रज्ञा थी। इसी के कारण वह मौलिक रूप से चिंतन कर सके। उन्होंने धर्म, अर्थशास्त्र, अध्यात्म, समाज, व्यक्ति सहित सभी विषयों पर मौलिक चिन्तन कर सार्थक निष्कर्ष हमारे सामने रखे। पंडितजी की जितनी गति एक आदर्श मूलक राजनीति में थी, उतनी ही साहित्य में भी, एक ही बैठक में चंद्रगुप्त नाटक लिख लेना उनकी साहित्याभिरुचि का प्रमाण ही नहीं था, बल्कि इस बात का भी कि सरहदों को सुरक्षित रखने और देश के राजनीति एकीकरण के लक्ष्य उनकी नज़र में कितने जरूरी थे। पंडितजी भारत के विकास के लिए भारतीय चिंतन को ही आधार बनाना चाहते थे। वे कहते थे कि हम लोगों ने अंग्रेज शासन में अंग्रेजी वस्तुओं का विरोध कर हर्ष महसूस किया था, लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि अंग्रेजों के जाने के बाद हम उन्हीं का अनुसरण कर रहे हैं। पश्चिमी विज्ञान और पश्चिमी जीवन दो अलग-अलग चीजें हैं। पश्चिमी विज्ञान बहुत सार्वभौमिक है और अगर हमें आगे बढ़ना है तो इसे जरूर अपनाना चाहिए। लेकिन जीवन मूल्य हमारे ही होने चाहिए। स्वतंत्रता को लेकर उनका मानना था कि यह तभी सार्थक होती है, जब यह हमारी संस्कृति की अभिव्यक्ति का साधन बन जाये। भारतीय संस्कृति की विशेषता यह है कि यह जीवन को एक विशाल और समग्र रूप में देखती है। उन्होंने राजनीति में संस्कृति का संचार किया। वह सही अर्थों में जन-ऋषि थे। पंडितजी कहते थे कि एक ही चेतना समस्त जड़चेतन में विराजमान है। इसलिए हम सबके है, सब हमारे है। मनुष्य केवल शरीर नहीं शरीर के साथ-साथ मन भी हैं, बुद्धि भी, आत्मा भी।मनुष्य को पूरी तरह से सुखी रखना है तो शरीर के साथ-साथ मन, बुद्धि और आत्मा के सुख का भी विचार करना होगा। केवल भौतिक प्रगति नहीं, आध्यात्मिक उन्नति का भी विचार करना होगा। पंडितजी अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति की भारतीय सोच को निरंतर आगे बढ़ाने के पक्षधर थे। उनका मानना था कि मानव के मन, बुद्धि और मस्तिष्क का समन्वित रूप से विकास होना चाहिए। इनमें से किसी एक ही पक्ष के विकास पर ज्यादा बल देने से मनुष्य का समग्र विकास संभव नहीं है। अभी जिस कोझीकोड में हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है, वहाँ 50 साल पहले हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री दीनदयालजी ने कहा था 'हम किसी विशेष समुदाय या वर्ग की नहीं संपूर्ण देश की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, हर देशवासी हमारे रक्त का रक्त और हमारी मज्जा की मज्जा है, हम तब तक चैन की सांस नहीं लेंगे जब तक कि हम हर एक को गर्व का यह बोध दे सकें कि वे भारत माँ की संतान हैं।'' मुझे इस बात पर संतोष हैं कि विगत 11-12 वर्षों से मध्यप्रदेश में हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन को आधार बनाकर अपनी योजनाएं निर्मित और क्रियान्वित कर रहे हैं। पंडितजी कहते थे कि हमारी प्रगति का आकलन सामाजिक सीढ़ी के सर्वोच्च पायदान पहुंचे व्यक्ति से नहीं बल्कि सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति की स्थिति से होगा। हमने पंडितजी के इसी चिंतन को आधार बनाकर समाज के निचले से निचले स्तर तक लोगों की बेहतरी के लिए काम किया। आयुर्वेदिक औषधालयों में काम करने वाले कम्पाउंडर हों या घरों में काम करने वाली बहनें, स्कूल के अंशकालिक लिपिक हों या सफाई कर्मचारी, भूमिहीन कोटवार, आंगनवाडी कार्यकर्ता, सहायिका, होमगार्ड, मजदूर, हम्माल, तुलावटी, रोजनदार मजदूर, बुजुर्ग श्रमिक, बोझा ढोने वाले मजदूर, गुमटी वाले, खेतीहर मजदूर सहित समाज के सबसे कमजोर वर्गों के जीवन में खुशहाली लाने का हमने पूरा प्रयास किया है। पंडितजी की प्रेरणाओं को योजनाओं में बदलने का हमारा यह प्रयास लगातार जारी रहेगा। आइये, महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मशताब्दी वर्ष में हम समाज के कमजोर वर्गों के हित में श्रेष्ठतम् काम करने के अपने संकल्प को और मजबूत करें। स्वयं में दूसरों को देखें और दूसरों को स्वयं में एक ही चेतना या 'आत्म' को चराचर जगत् में अनुस्यूत देखें। यही हमारी पंडितजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।[लेखक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं]  

Kolar News

Kolar News 25 September 2016

राज्य सरकार ने भोपाल की अधोसंरचना विकास के लिए केंद्र सरकार से सौ करोड़ रुपए की मांग की है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को सौंपी गई है। इस राशि से शहर में पार्क, पुनर्वास केंद्र, योग केंद्र विकसित किए जाएंगे। वहीं गैस त्रासदी के अपशिष्ट को नष्ट करने के विकल्प पर चर्चा की गई है। भोपाल गैस राहत एवं पुनर्वास, सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश में सहकारी लोकपाल लाया जाएगा और सहकारी दुकानों से सस्ती दरों पर बिल्डिंग मटेरियल भी बेचा जाएगा। वहीं कौशल विकास के क्षेत्र में भी सहकारी संघ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। सारंग ने बताया कि भोपाल गैस पीड़ितों के पुनर्वास के लिए आर्थिक, सामाजिक एवं स्वास्थ्य जैसे विषय पर चर्चा कर रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेमीनार आयोजित कराए जाएंगे।  

Kolar News

Kolar News 24 September 2016

 बत्ती गुल और करप्शन आया सामने  कोलार रोड पर 60 लाख रुपए की लागत से स्ट्रीट लाइट लगाई गर्इं थीं। इन लाइटों ने महज दो माह में ही दम तोड़ दिया। इससे यहां रोडपर अंधेरा होने से रहवासियों और वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। इतने जल्दी समय में स्ट्रीट लाइट खराब होने से स्थानीय बीजेपी नेताओं ठेकेदारों और सप्लायर्स के गठजोड़ पर पर सवाल उठने लगे हैं। कोलार रोड पर दोनों तरफ उजाला देने के लिए  नौ महीने पहले विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा ने 62 लाख रुपए की राशि से सेंट्रल वर्ज में स्ट्रीट लाइट लगाने का भूमिपूजन किया था। दो महीने पहले जुलाई में सेंट्रल वर्ज में लगी इन स्ट्रीट लाइटों को खूब जोर-शोर से चालू किया गया। लेकिन दो महीने बाद यह एलईडी लाइटें कई स्थानों पर खुद ब खुद बंद हो गई हैं। ऐसे में अब 62 लाख रुपए की लागत से लगाई गई इन स्ट्रीट लाइटों को लेकर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। रहवासियों ने भी इन स्ट्रीट लाइटों की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं, एलईडी लाइटें बंद होने से रात में कई स्थानों पर अंधेरा छाया रहता है। अंधेरे के कारण रोजाना छोटे-छोटे एक्सीडेंट हो रहे हैं। यदि समय पर इन लाइटों को चालू नहीं किया गया तो बड़ा एक्सीडेंट भी हो सकता है। वहीं छोटे वाहन चालकों को भी काफी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। इसको लेकर नेताओं पर भी आरोप-प्रत्यारोप लगने लगे हैं। कोलार के रहवासियों ने भी स्ट्रीट लाइन मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कोलार के स्थानीय नेताओं और खासकर पार्षदों पर दो महीने के अंदर ही एलईडी स्ट्रीट लाइटें बंद होने के कारण आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। वे मजे से कोलार को कह रहे हैं ‘चार दिन की चांदनी, फिर अंधेरी रात’ का दीदार हो रहा है। कम गुणवत्ता वाली इन स्ट्रीट लाइटों को ठेकेदार ने लगाई होंगी, जो इतने कम समय में बंद हो गई हैं। मंदाकिनी तिराहे के पास लगी लाइटें ,महाबली नाले के पास की लाइट,बीमाकुंज के पास,आशीर्वाद-गुड शेफर्ड के मोड़ पर,अकबरपुर थाने के पास,ललिता नगर नहर के पास की स्ट्रीट लाइटें बंद हो गई हैं।  सवा साल पहले स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा  के आपसी सहयोग से कोलारवासियों को कोलार मुख्य मार्ग में एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का निर्णय लिया था। नगर निगम प्रशासन ने अपने बजट से यह काम किया। लेकिन अब रखरखाव नहीं होने के कारण और इतनी जल्दी लाइट बंद होने को लेकर दोनों नेताओं की छवि धूमिल हो रही है।

Kolar News

Kolar News 22 September 2016

अभ्यारण्य के लिए वन विभाग की नई प्लानिंग राजधानी के पास केरवा, कोलार ,रातापानी और कलियासोत के जंगलों में घूमने वाले बाघों की सुरक्षित बसाहट को बनाने के लिए वन विभाग ने रातापानी में अभ्यारण्य बनाने की योजना बनायी है ताकि इनके रेगुलर वॉचिग से बचा जा सके और उस एरिया को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा सके।  यही नहीं जंगलों में होने वाले निर्माण कार्यों पर इससे रोका लगेगी। वन विभाग ने यह प्रस्ताव शासन को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। इस समय रातापानी में 59 बाघ, 100 तेंदुए और 150 से ज्यादा भालू हैं, जिनको शिकारियों से बचाना बेहद जरूरी है। वन्यप्राणी डिवीजन में बाघ सहित अन्य जानवरों की सुरक्षा के लिए घास के जंगल विकसित होंगे। पानी और सुरक्षा का प्रबंध किया जाएगा। स्टाफ को वन्यप्राणियों की देखरेख के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। गश्ती दल और वाहन बढ़ाए जाएंगे। वन्यप्राणियों को लेकर आसपास के लोगों को जागरुक किया जाएगा। डिवीजन की जिम्मेदारी ऐसे अफसर को सौंपी जाएगी, जो वन्यप्राणी प्रबंधन में दक्ष होंगे और इनकी रेग्युलर वॉचिंग की जाएगी।

Kolar News

Kolar News 21 September 2016

  नगर निगम से अनुबंध करके काम नहीं करने वाले और घटिया काम में उजागर हो चुके कोलार के  ठेकेदारों को नगर निगम ब्लेक लिस्टेड करेगा।  इसके बाद ये निगम में काम नहीं कर पाएंगे। पार्षदों के कामों को प्रायोरिटी दी जाएगी। इस तरह के निर्देश महापौर आलोक शर्मा में इंजीनियर्स एवं अन्य अधिकारियों की मीटिंग में दिए।  महापौर आलोक शर्मा लेटलतीफी और गुणवत्ता पर विशेषकर सड़कों के मामले में  खासे नाराज नजर आए। लगभग 5 घंटे चली इस बैठक में महापौर ने शाम तक ऐसे कांट्रेक्टर्स की रिपोर्ट बुलाई जिन्हें ब्लेकलिस्टेड किया जाना है। महापौर ने डिपो चौराहे की सड़क को सिक्स लेन के आर्डर जारी करने के आदेश दिए। नगर निगम से सिटी इंजीनियर एके नंदा की विदाई अब तय है। महापौर आलोक शर्मा इनकी कार्यप्रणाली से खुश नहीं थे। अब इन्हें मंत्री मायासिंह के निर्देश पर मूल विभाग बिजली कंपनी में भेजा जाएगा। इसके साथ ही निगम के 4 और वरिष्ठ अधिकारी ऐसे हैं, जिनसे महापौर खुश नहीं है। इन अधिकारियों को लेकर भी कई बैठकों में महापौर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं।

Kolar News

Kolar News 20 September 2016

 नकली रिवॉल्वर दिखाकर अड़ीबाजी करते थे कोलार इलाके में क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर अड़ीबाजी करते दो छात्र धराए। आरोपी रिवॉल्वर दिखाकर लोगों से रुपए वसूल रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। सर्वधर्म पुल के पास बाइक सवार दो युवक लोगों को जबरन फंसाने के नाम पर अड़ी कर रहे थे। आरोपियों ने क्राइम ब्रांच की धौंस दिखाकर कुछ लोगों से रुपए भी ऐंठ लिए थे। इसी दौरान चूना भट्टी थाने के निकाल रहे दो सिपाहियों ने उन्हें देख लिया। उन्होंने लोगों से बात करने के बाद कोलार पुलिस को इसकी सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान शाहपुरा ए-सेक्टर निवासी शुभेंद्र रघुवंशी और 1100 क्वार्टर निवासी दीपक गोस्वामी के रूप में हुई। एक आरोपी बीएसएस कॉलेज में पढ़ता है। खुद को बताया टीआई का बेटा शुभेंद्र रघुवंशी ने मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों से कहा कि मैं टीआई रघुवंशी का भतीजा हूं। पुलिस के सख्ती दिखाने पर उन्होंने अड़ीबाजी की बात कबूल की। तलाशी में उनके पास से पिस्टल निकली, लेकिन वह पिस्टल नहीं बल्कि लाइटर था।    

Kolar News

Kolar News 19 September 2016

समय पर नहीं दिया फ्लैट, अब फ्लैट और क्षतिपूर्ति देगा  कोलार  के एक उपभोक्ता ने अपने अधिकारों का उपयोग कर बिल्डर के खिलाफ जीत हासिल की है। उसने जागरूकता दिखाते हुए अपना हक पाने के लिए जिला उपभोक्ता फोरम में न सिर्फ डेढ़ साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी, बल्कि फैसला अपने पक्ष में भी करा लिया। अब बिल्डर को क्षतिपूर्ति के साथ वादा पूरा करने के लिए मात्र तीन महीने का समय दिया गया है। जानकारी के मुताबिक मनीष पाराशर कोलार रोड की सर्वधर्म कॉलोनी बी-सेक्टर स्थित सिद्धा अपार्टमेंट में रहते हैं। उन्होंने 14 अक्टूबर 2013 को गेहूंखेड़ा स्थित हिमांशु इंफ्रास्ट्रक्चर के एल्पाइन ग्रीनेज प्रोजेक्ट में वन बीएचके फ्लैट बुक कराया था। इसके लिए मनीष ने 51 हजार रुपए बुकिंग राशि भी दी। उन्हें फ्लैट के लिए कुल 12 लाख तीन हजार रुपए देने थे। लिहाजा, मनीष ने करीब 10 लाख 80 हजार रुपए बिल्डर को दिए। अनुबंध के अनुसार बिल्डर को जनवरी 2015 तक मकान बनाकर देना था, लेकिन न तो बिल्डर ने निर्माण कार्य पूरा किया और न ही पजेशन नहीं दिया। इसकी मनीष ने जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर दी। इसमें उन्होंने बताया था कि पजेशन नहीं मिलने के कारण उन्हें किराए से फ्लैट लेकर रहना पड़ रहा है और साथ ही लोन की किस्त भी अदा करना पड़ रही थी। फोरम के सदस्य सुनील श्रीवास्तव, डॉ. मोनिका मलिक और अध्यक्ष प्राणेश कुमार प्राण ने सुनवाई करते हुए इसे सेवा में कमी माना और बिल्डर को तीन महीने के अंदर मकान बनाकर देने के आदेश दिए। साथ ही उपभोक्ता को मानसिक, आर्थिक क्षति व कानूनी व्यय के लिए 57 हजार रुपए राशि अदा करने को कहा है। फोरम ने कहा कि क्षतिपूर्ति राशि तीन माह में नहीं देने पर बिल्डर को नौ प्रतिशत ब्याज के साथ राशि देना होगी। यदि आपको किसी कंपनी के उत्पाद या सेवा से संबंधित कोई शिकायत है तो उपभोक्ता फोरम की वेबसाइट ुुु.कबचसैह.हैब.ैह पर उपलब्ध आवेदन-पत्र के प्रारूप को भरकर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री हेल्पलाइन नम्बर 1600-11-4000 पर कॉल करके भी शिकायत की जा सकती है। उपभोक्ताओं सेवाओं से जुड़े मामलों में एक रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक शिकायतें जिला उपभोक्ता फोरम में कर सकते हैं। जबकि 20 लाख रुपए से एक करोड़ रुपए तक की शिकायतें राज्य उपभोक्ता प्रतितोषण आयोग में होती हैं। इसके ऊपर की शिकायत राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में दर्ज होती हैं। जानकारी के मुताबिक शिकायत करने के साथ उपभोक्ता को खरीदी गई वस्तु के पक्के बिल, स्थान आदि की पूरी जानकारी देना जरूरी है।  

Kolar News

Kolar News 17 September 2016

कोलार रोड पर   स्वर्ण जयंती पार्क के छोटे गेट के पास किसी सज्जन ने  एक बहुत अच्छी शुरुआत की ।एक पोस्टर लगाकर वे घर का अनुपयोगी सामन इकठ्ठा करवा कर उसे जरूरतमंदों तक ऑन द स्पॉट पहुंचवाने में मदद कर रहे हैं। इसे नेकी की दीवार नाम दिया गया है।  इसे ऑटोमेटिक सिस्टम कहें या मदद का जुनून ,किसी शख्स ने एक पोस्टर स्वर्ण जयंती पार्क पर लगाया है। जिसमें लिखा है कृपया अपना  पुराना अनुपयोगी सामान फेंके नहीं यहां ला कर दें , ये किसी जरूरतमंद के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है । यहां से जरूरतमंद लोग सामान ले कर भी जा सकते हैं। कई लोग इस को पढ़कर प्रेरित हुए और आपका अनुपयोगी सामान कई लोगों के लिए उपयोगी बन गया। 

Kolar News

Kolar News 15 September 2016

कोलार में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, वेलकम गेट, स्टेडियम और एक नए ब्रिज बनाए जाने वाले अहम प्रोजेक्ट लंबे समय से ठंडे बस्ते में हैं। इनकी बनी फाइलों में धूल जमने लगी है। जबकि इन प्रोजेक्ट की डीपीआर और डिजाइन बनवाने में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। सीएम के यह ड्रीम प्रोजेक्ट हैं, जिनको लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों की लापरवाही हावी है। इस संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों से जब भी पूछा कि कब योजना पर काम शुरू होगा तो वह बगलें झांकने लगते हैं। वहीं कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं जो दबेे स्वर में कहते हैं कि संबंधित विभागों के पास इतना फंड नहीं है कि वह प्रोजेक्ट पर काम शुरू करवा सकें।नेताओं की जिद पर डीपीआर और डिजाइन बनवाई गई, जिससे जनता को भविष्य में करवाए जाने वाले कामों के बारे में बता सकें। ऐसे में अब इनका काम कब शुरू होगा यह वर्तमान में बता पाना मुश्किल है। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स -राशि मिली, काम रुका नगर निगम द्वारा गेहूखेड़ा स्थित 3.5 एकड़ जमीन 2 करोड़ 74 लाख रुपए की लागत से शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाना प्रस्तावित है।इस प्रोजेक्ट की डीपीआर और डिजाइन पिछले वर्ष सितंबर में तैयार की गई। भूमि का आवंटन भी किया जा चुका है। राज्य शासन से 2 करोड़ 12 लाख रुपए की स्वीकृति मिल चुकी है, फिर भी प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं हुआ है। आम लोगों को गुमराह किया जा रहा है सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। वेलकम गेट- फाइल बनाकर भूल गए नगर निगम द्वारा सर्वधर्म पुल पर वेलकम गेट का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। जयपुर की तर्ज पर इस गेट का निर्माण 25 लाख की लागत से किया जाना है।इस वर्ष फरवरी में गेट का डिजाइन और डीपीआर तैयार हुई है।गेट की कुल लंबाई 22 मीटर, चौड़ाई 10.50, 02 मीटर फुटपाथ, 02 रास्ते रखे गए हैं, परंतु अब तक काम शुरू नहीं किया जा सका है। स्टेडियम - फाइलों में बीत गया एक साल बंजारी स्थित दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाए जाना है। इस प्रोजेक्ट पर खेल विभाग को काम करना है। खेल विभाग के अधिकारियों की मानें तो जमीन का सर्वे होने के बाद डीपीआर और मेप तैयार किया जा चुका है। बजट के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। प्रक्रिया में एक साल बीत गया है। आगे की प्रक्रिया में कितना समय लग जाएगा यह कहना तय नहीं है। बजट फाइनल होने के बाद टेंडर प्रक्रिया होगी, तब स्टेडियम तय समय में पूरा हो सकेगा। ब्रिज-फाइल रेडी, काम अटका जेके टाउनशिप से समीप बनाए जाने वाले ब्रिज का डिजाइन और डीपीआर बनकर तैयार है। यह ब्रिज सीपीए द्वारा बनाया जाना प्रस्तावित है।बताया जा रहा है कि इस ब्रिज की लोकेशन में कुछ बदलाव हुआ है। 5 करोड़ की लागत से इस ब्रिज का निर्माण किया जाना है।अधिकारियों की मानें तो इस ब्रिज का काम कब शुरू होगा, फिलहाल यह बता पाना मुश्किल है। फिर भी कोशिश जारी है कि जल्द काम शुरू हो। काम का समय होना चाहिए तय विकास के काम समय के साथ तय होने चाहिए। चार बड़े प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करवाने के बाद भी काम शुरू नहीं किया जाना गलत बात है। जनता को सिर्फ दिखाने के लिए डीपीआर तैयार करवाई गई। सरकार को चाहिए कि जब भी कोई योजना बने उसके साथ समय सीमा भी निर्धारित होनी चाहिए।  

Kolar News

Kolar News 14 September 2016

हाउसिंग बोर्ड द्वारा बैरागढ़ चीचली कोलार और नेवरी में बनाए जा रहे ईडब्ल्यूएस की बुकिंग शुरू हो गई है। बैरागढ़ चीचली में साढ़े पांच लाख और नेवरी में साढ़े छह लाख कीमत वाले इन मकानों की बुकिंग 29 सितंबर तक चलेगी। साथ ही हाउसिंग पार्क बैरसिया रोड और सफायर पार्क सिटी कटारा हिल्स पर एचआईजी डुप्लेक्स बंगलों की बुकिंग भी अभी जारी है। बैरसिया रोड पर 78 वर्ग मीटर के प्लाॅट पर एचआईजी की कीमत 32.92 लाख रुपए और कटारा हिल्स पर 112.50 वर्ग मीटर के प्लाॅट पर 61.85 लाख रुपए है।

Kolar News

Kolar News 13 September 2016

दो साल पहले ही बन गया था विश्राम घाट कोलार सनखेड़ी स्थित विश्राम घाट का लोकार्पण आखिरकार रविवार को विधायक रामेश्वर शर्मा बिना पक्की सड़क के ही कर दिया गया। फिलहाल आवाजाही के लिए रास्ते पर गिट्टियां बिछाई गई हैं। विधायक ने करीब तीन महीने पहले 63 लाख रुपए से सनखेड़ी 80 फीट रोड से विश्राम घाट तक जाने वाली करीब 500 मीटर लंबी सड़क के निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए भूमिपूजन किया था लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो सका। करीब ढाई करोड़ की लागत से दो साल पहले ही विश्रामघाट बनकर तैयार हो गया था लेकिन कच्चा और उबड़-खाबड़ रास्ता होने व नाले पर पुलिया का निर्माण न होने से विश्राम घाट का लोकार्पण नहीं हो पा रहा था। फिलहाल पुलिया बन गई है लेकिन जनप्रतिनिधि सड़क का निर्माण नहीं करवा सके॥ सड़क न बनने के कारण पहले भी पांच से छह बार लोकार्पण की तारीख की बदली गई थी। वर्ष 2009-10 को तत्कालीन विधायक जितेंद्र डागा के समय सनखेड़ी विश्राम घाट के निर्माण की कवायद शुरू हुई। उस समय कोलार नगर पालिका अस्तित्व में थी। परिषद से प्रस्ताव पास होने के बाद पहले सनखेड़ी में जमीन तलाशी गई। एक साल तक जमीन पर विवाद चलता रहा। फिर सनखेड़ी में ही दूसरी जगह सात  एकड़ जमीन देखी गई, जिसमें घाट बनाया गया है। बिल्डर नितिन अग्रवाल ने घाट का निर्माण कराया। पहले घाट तक पहुंचने वाली सड़क की योजना नहीं बनाई गई। करीब ढाई करोड़ रुपए की लागत से घाट बन तो गया। लेकिन सड़क नहीं बनने दो सालों से ऐसा ही पड़ा रहा। जिम्मेदार जनप्रतिनिधि चाहते तो अपनी निधि से ही सड़क का निर्माण करा देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अभी विश्राम घाट परिसर में पानी की व्यवस्था नहीं है , सड़क का निर्माण नहीं होने से आवाजाही में परेशानी होगी,बैठने के लिए कुर्सियां नहीं हैं ,बाउंड्रीवॉल का निर्माण कार्य नहीं हुआ ,अंतिम संस्कार के दौरान की जाने वाली अन्य व्यस्थाएं नहीं हैं।  विश्राम घाट में आगामी समय में जरूरी व्यवस्थाएं मुहैया कराने के लिए लोग आगे आए हैं। बिल्डर्स, सामाजिक संस्थाओं से जुड़े कई लोगों ने 5 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक की आर्थिक मदद करने की घोषणा की। क्षेत्रीय विधायक ने 51 हजार अपनी तरफ से देने को कहा है। वहीं कुर्सियां लगाने सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए लोगों ने सहयोग करने का वादा किया है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सनखेड़ी विश्राम तक पहुंचने वाली सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य जल्दी पूरे किए जाएंगे। इसके अलावा बर्रई कटारा हिल्स क्षेत्र में 7 एकड़ की जमीन में सनखेड़ी जैसा विश्राम घाट बनाया जाएगा। महापौर आलोक शर्मा ने सनखेड़ी विश्राम घाट में बाउंड्रीवॉल और सड़क बनवाने की घोषणा की है। इसके लिए नगर निगम राशि खर्च करेगी। उन्होंने छोला, सुभाष नगर, भदभदा विश्राम घाट को संवारने की बात कही जिससे बारिश के समय लकड़ियां गीली न हों। इसके अलावा शाहपुरा पहाड़ी पर 10 करोड़ की लागत विश्रामघाट बनाने की घोषणा की।

Kolar News

Kolar News 12 September 2016

अवधेश पुरोहित अक्सर बम्बईया फिल्मों में मुन्नाभाईयों के इलाके बंटे दिखते हैं, यही नहीं इन इलाकों की सीमाएं भी निर्धारित हैं, यही नहीं उनके द्वारा निर्धारित इलाकों में कोई मुन्नाभाईयों का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करता और इसको लेकर चकू-छुरियों से लेकर गोला-बारूद तक के दृश्य अक्सर बम्बईया फिल्मों में अक्सर दिखाई देते हैं। लेकिन पता नहीं मध्यपदेश के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को क्या हो गया जो इन दिनों पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे को भूलकर अब बम्बईया फिल्मों की तर्ज पर अपने-अपने एरिया निर्धारित कर रखे हैं, उनके द्वारा निर्धारित इलाकों में कोई भी नेता बिना उनकी अनुमति के प्रवेश करते दिखाई नहीं देता। वैसे तो यह परम्परा भाजपा के नेताओं ने पूरे प्रदेश में कायम कर रखी है, लेकिन राजधानी में इसके कई अजूबे देखने को मिल रहे हैं, जिसके चलते महापौर तो क्या पूरी राजधानी के विधायकों की हिम्मत कोलार में बिना उस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि की सहमति के जाने की जुर्रत तक नहीं हो रही है, हालांकि क्षेत्र की जनता महापौर के कोलार क्षेत्र में प्रवेश न करने के कारण विकास से वंचित है और वह चाहती है कि महापौर उनके क्षेत्र में पधारे तो इसको लेकर जनता ने सड़कों पर प्रदर्शन से लेकर अब भगवान की भी शरण ले रखी है, जिसके चलते पिछले दिनों महापौर के कोलार क्षेत्र में आने के लिये सद्बुद्धि देने को लेकर हवन, पूजन का भी सहारा लिया लेकिन इसके बावजूद भी ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा, यह तो है मुन्नाभाईयों की तरह भाजपा के जनप्रतिनिधियों का एक-दूसरे के इलाके में न घुसने देने का उदाहरण, लेकिन अब तो एक-दूसरे के क्षेत्र में नगर निगम के अधिकारियों से लेकर कोई भी सरकारी कर्मचारी कोई कार्यवाही करने की जुर्रत नहीं कर पाता, इसका भी एक उदाहरण पिछले दिनों नगर निगम की नजर में अवैध रेस्टोरेंट गिराने को लेकर भोपाल मध्य के विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह (मम्मा) जिनकी छवि जमीन से जुड़े और जिनके शांत स्वभाव वाला नेता माना जाता है उनकी नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के अधिकारियों से बहस हुई, तो वहीं उनके ही क्षेत्र में नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के द्वारा गरीब छोटे-छोटे व्यापारियों को अवैध रूप से अतिक्रमण कर ठेला गुमठी लगाकार कारोबार करने वाले गरीब दुकानदारों को अतिक्रमण अधिकारियों द्वारा बेदखल करने और उनकी गुमठी ठेला जप्त करने के बाद उनसे मुंह मांगी रकम मांगने को लेकर सुरेन्द्रनाथ को जो गुस्सा आया तो उनका शांत स्वभाव ने उबाल लिया और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ जाकर नगर निगम द्वारा की गई कार्यवाही का विरोध किया और खुद खड़े होकर नगर निगम द्वारा जब्त ठेले, गुमठियों को अतिक्रणकारियों को जबरिया वापस दिलवाया। इस घटना को लेकर अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस तरह से लगातार सत्ता में रहने का नेताओं का अहंकार कहें या कहीं गरीबों की सुनवाई न होने की खीझ के बाद राजधानी में भाजपा के सबसे   शांत और लोकप्रिय विधायक माने जाने वाले सुरेन्द्रनाथ सिंह का इस तरह का गुस्सा देखकर अब लोग यह कहते नजर आ रहे हैं कि आखिर क्या हो गया मम्मा को, जो उनको इतना गुस्सा आया कि उन्होंने खड़े होकर अतिक्रमण अधिकारियों के कब्जे से उनके द्वारा जब्त ठेले और गुमठियां उठवाई, हालांकि नगर निगम के द्वारा पिछले कुछ दिनों से की जा रही इस तरह के अवैध अतिक्रमण के नाम पर कार्यवाही को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं तो लोग यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि एक ओर तो यही नगर निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि अपने समर्थकों से अतिक्रमण करवाते हैं और दूसरी ओर नगर निगम के तोडफ़ोड़ दस्ते द्वारा बिना सूचना दिये जिस तरह की कार्यवाही की जाती है आखिर वह क्या उचित है। तो नगर निगम के अधिकारियों को यह भी समझ में नहीं आता कि आखिर शहर के  गली-चौक चौराहों और नाले-नालियों पर इस तरह का अवैध अतिक्रमण किसकी शह पर हो जाता है और इसके पीछे कौन होता है और जब इस तरह का अतिक्रमण हो रहा होता तब यही नगर निगम के वार्ड दरोगा से लेकर वार्ड प्रभारी और अन्य अधिकारी धृतराष्ट्र बनकर लक्ष्मी दर्शन में लगे रहते हैं और उसकी बदौलत नाले-नालियों पर आलीशान भवन तन जाते हैं तो चौक चौराहों पर ठेेले व गुमठियां लगाकर लोग अतिक्रमण करते हैं उस समय यदि यह अधिकारी अपने हितों का ध्यान न रखते हुए नगर के यातायात का ध्यान रखें तो हमारे जनप्रतिनिधियों को लंका में हनुमान की तरह कूदने का अवसर ही नहीं आये लेकिन नगर निगम के अधिकारी जब अतिक्रमण होता है तो चुपचाप देखते रहते हैं और बाद में इसे हटाते हैं तो एक ओर तो कानून व्यवस्था की स्थिति बनती है तो जनप्रतिनिधियों के अपने-अपने क्षेत्र में उनके समर्थकों के बीच उनकी गिरती साख बचाने की भी बनती है। यदि इस सब स्थिति को ध्यान में रखते हुए नगर निगम के अतिक्रमण हटाने के पहले जहां-जहां जिन-जिन लोगों ने अतिक्रमण किया उसके जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारियों फिर चाहे वह वार्ड का दरोगा हो या फिर वार्ड प्रभारी या जिसकी जिम्मेदारी इस मामले में बनती है उनके खिलाफ यदि कार्यवाही हो तो शायद यह स्थिति न बने, लेकिन यह सब खेल पहले तो लक्ष्मी दर्शन और जनप्रतिनिधियों की लोकप्रियता के फेर में होता है और बाद में जब तोडफ़ोड़ होती है तो फिर लोगों के बेरोजगार होने की नौबत आती है, मामला जो भी हो लेकिन राजधानी में पिछले कुछ दिनों से अतिक्रमण हटाने की जिस तरह की मुहिम नगर निगम ने चला रखी है, उसको लेकर तरह-तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। एक ओर जहां नगर निगम के तोडफ़ोड़ दस्ते द्वारा छोटे मजदूरों की रोजी-रोटी बड़ी आसानी से छिन्ने का दौर चल रहा है, तो वहीं इसी मुहिम के चलते बड़े-बड़े पहुंच वाले लोगों के तने अवैध आलीशान भवनों की और नगर निगम के अधिकारी धृतराष्ट्र की भूमिका अपनाने में लगे हैं नगर निगम की इस तरह की दोहरी कार्यवार्ही को लेकर राजधानी में चर्चाओं का दौर जारी है।    

Kolar News

Kolar News 11 September 2016

निगम ने चस्पा किया नोटिस  कोलार रोड पर बनी भोज ओपन यूनिवर्सिटी को नगर निगम ने टैक्स जमा नहीं करने पर संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी किया गया है। विवि पर 70.44 लाख का टैक्स बकाया है। विवि के मुख्य गेट पर बैनरनुमा नोटिस में  संपत्ति कुर्क करने की चेतावनी दी गई है।  निगम ने भोज विवि के गेट पर संपत्ति कुर्क करने का जो नोटिस लगाया है, उसे लेकर विवि प्रशासन में नाराजगी है। नोटिस में कहा गया है कि विवि ने संपत्ति कर के बकाया 70 लाख 44 हजार 582 रुपए की राशि काफी प्रयास आैर सूचना पत्रों के बाद भी जमा नहीं की है। इसके कारण निगम ने विवश होकर विवि की संपत्ति कुर्क करने का निर्णय लिया है। एक दिन पहले भी निगम कर्मचारी कुर्की का नोटिस लगाने पहुंचे थे। लेकिन कर्मचारियों ने उसे फाड़ दिया था। निगम कर्मियों ने जब गेट के सामने कचरा फेंकने की धमकी दी तो कर्मचारी शांत हुए।  विवि ने स्थापना से ही संपत्ति कर जमा नहीं किया है। कुलपति डॉ. तारिक जफर का कहना है कि विवि के पास हाईकोर्ट का स्थगन आदेश है। विवि के पास इतना पैसा नहीं है कि एक साथ बकाया चुका सके। यह राशि किश्तों में अदा की जाएगी। जोन 19 के अधिकारी शैलेष चौहान का कहना है कि विवि को पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है। लेकिन अभी तक राशि जमा नहीं की गई है।   

Kolar News

Kolar News 10 September 2016

फिल्म इंडस्ट्री में कुछ प्लान करके नहीं आया। मुझे बस अच्छे गीत और म्यूजिक क्रिएट करना है। अभी तो सफर शुरू हुआ है, मंजिल बहुत दूर है।' यह शब्द हैं शहर के कोलार इलाके में रहने वाले युवा गीतकार वायु के। उन्होंने हाल ही में फिल्म "फ्लाइंग जट' के दो गाने लिखे हैं और कंपोज किए हैं। जो म्यूजिक चार्ट में टॉप पर चल रहे हैं। साथ ही उस गाने के डबस्मैश वीडियो चैलेंज सोशल नेटवर्किंग पर वायरल हो रहे हैं। एक गाना है फिल्म का टाइटल ट्रैक है और दूसरा बूटी ऑन द बीट। ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ फिल्म के गीत भी वायु ने ही तैयार किए थे। उन्होंने सिटी भास्कर से बातचीत की...  वायु ने बताया, "मैंने फ्लाइंग जट का टाइटल ट्रैक लिखा। जब उसे कंपोज कर रहे थे। मैंने एक गाना स्क्रैच रिकार्ड किया हुआ था। वह था बीट पे बूटी। जब रेमो डिसूजा ने उसे सुना तो बोले यह गाना फिर से सुनाओ और सुनते ही बोले यह गाना मुझे चाहिए। इसे हमने हिपहॉप स्टाइल में कंपोज किया। इसे मैंने, सचिन सांघवी, जिगर सरैया और कनिका कपूर के साथ गाया, कंपोज और तैयार किया है।  "मेरी फैमिली भोपाल में फाइन एवेन्यू कोलार रोड पर रहती है। आज इंडस्ट्री में पहचान बना रहा हूं इसका क्रेडिट मेरे पेरेंट्स सुरेंद्र चंद श्रीवास्तव और डॉ आभा सिन्हा को जाता है।' 

Kolar News

Kolar News 9 September 2016

बिना परमिशन बना चौथा माला तोड़ा  कोलार के सर्वधर्म बी सेक्टर में नगर निगम की भवन अनुज्ञा से बिना इजाजत बनाए गए चौथे माले  को निगम ने बुधवार को तोड़ दिया। बी सेक्टर निवासी फैजल खान के मकान पर यह कार्रवाई दोपहर 12 बजे से शुरू हुई, जोकि 2 घंटे तक चली। इस बीच रहवासी द्वारा कई बार निगम अधिकारियों से मकान को नहीं तोड़ने के लिए गुहार लगाई, लेकिन निगम के आला अधिकारियों ने एक नहीं सुनी। निगम के सहायक यंत्री महेश सिरोलिया ने बताया कि फोर्थ फ्लोर पर बिना परमिशन पांच कमरे बनाए गए थे। लगभग 1600 स्क्वायर फीट पर निर्माण किया गया था। कार्रवाई के दौरान नगर निवेशक सुनीत सिंह, उपयंत्री बीएस त्रिपाठी समेत निगम का अतिक्रमण विरोधी अमला मौजूद था।  

Kolar News

Kolar News 8 September 2016

बाघों को बचाने के लिए नई रणनीति  केरवा और कलियासोत के जंगलों में घूमने वाले बाघों को शिकारियों से बचाने के लिए वन विभाग ने नई रणनीति बनाई है। इसके चलते जंगलों में गश्त करने वाले वनरक्षक अपने साथ अलार्म लेकर चलेंगे ताकि अलार्म की आवाज से आसपास के वनरक्षक भी उस स्पॉट पर पहुंच जाएंगे जहां पर शिकारियों का मूवमेंट होगा।  इसके अलावा मोबाइल अलर्ट भी चालू किया गया है, जिसके चलते मोबाइल पर ही इसका संदेश तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच जाएगा।  इस समय भोपाल के पास के जंगलों में एक दर्जन से अधिक बाघ, बाघिन उसके शावक, भालू  और अन्य ऐसे वन्य प्राणियों का मूवमेंट है, जिनको शिकारी अपना शिकार बना सकते हैं। विभाग को आशंका है कि सर्दियों की हल्की दस्तक के साथ ही शिकारियों की कारगुजारियों बढ़ सकती हैं। इन पर लगाम लगाने के लिए वन विभाग की टीम जंगलों में डेरा भी डालेगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों बाघ के घायल मिलने की खबर के बाद वनरक्षकों का दस्ता सक्रिय हुआ था। बैरसिया के जंगलों में उड़नदस्ते ने मोर और खरगोश के शिकारियों को पकड़ा था। विभाग को पारदियों द्वारा बाघों की हत्या की सुपारी लेने की सूचना मिली थी। वन विभाग प्रधिकरण ने गत दिनों सभी राष्ट्रीय उद्यानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे।  हाल ही में राजधानी में हिरण व मोर के अवशेष मिले थे। शिकारियों को पकड़ने के लिए एक अलग टीम भी मूवमेंट में लग गयी है।

Kolar News

Kolar News 7 September 2016

नगर निगम ने अवैध निर्माण के खिलाफ  बड़ी कार्रवाई की। शाहपुरा में पट्टे की जमीन पर तीन साल पहले बिना अनुमति के बने फ्यूजन एंड स्पाइस रेस्तरां को तोड़ दिया। हालांकि रेस्तरां मालिकों ने कार्रवाई को रुकवाने के लिए राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन निगम अफसरों ने कार्रवाई रोकने से इनकार कर दिया। सुबह करीब 11 बजे निगम अमले के मौके पर पहुंचने के कुछ देर बाद ही स्थानीय विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। विधायक ने निगम अफसरों से कार्रवाई का आधार पूछा और रेस्तरां मालिकों से भी उनका पक्ष पूछा। अतिक्रमण अधिकारी कमर साकिब ने जब उन्हें वास्तविकता बताई तो उन्होंने भी कार्रवाई पर सहमति जता दी।  गौरतलब है करीब छह महीने पहले परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने महापौर आलोक शर्मा और तत्कालीन निगम कमिश्नर तेजस्वी एस नायक से शाहपुरा में बने इस रेस्तरां की शिकायत की थी। आरटीआई कार्यकर्ता नितिन सक्सेना भी दस महीने से इसकी शिकायत कर रहे थे। 31 अगस्त को महापौर एक कार्यक्रम के सिलसिले में शाहपुरा पहुंचे थे। रास्ते में उनकी नजर इस अवैध निर्माण पर पड़ी तब महापौर ने वहीं से कार्रवाई के निर्देश दिए थे।  दरअसल, 1987 में कलियासोत डैम के निर्माण के समय चंदनपुरा गांव से 183 परिवारों को विस्थापित कर शाहपुरा में बसाया गया था। सभी को 1000- 1000 वर्ग फीट के अस्थायी पट्टे दिए गए थे। इसमें से तीन पट्टे प्लाट नंबर 24, 25 और 26 पर 26 अगस्त 2013 से यह रेस्तरां संचालित हो रहा है। यह प्लाॅट मो. सलीम, छोटे खान और शफकत मो. खान को आवंटित थे। एक बिल्डर राजेंद्र सिंह कुशवाह नेे यह तीनों प्लाॅट खरीद कर निगम से बिना अनुमति के एक रेस्तरां बनाया। क्रशर संचालक और कांट्रेक्टर अजय अग्रवाल, लाल सिंह, रोहित पाठक और संदीप सूद ने पार्टनरशिप में यह रेस्तरां शुरू किया। पट्टे की जमीन के लिए नियम है कि पट्टे की जमीन को खरीदा -बेचा नहीं जा सकता, बिल्डर कुशवाह ने दानपत्र पर यह प्लाट खरीदे।निर्माण के लिए भवन अनुज्ञा नहीं ली, नियमानुसार यह मिल भी नहीं सकती थी। पट्टे के प्लाटों को आपस में जोड़ कर निर्माण नहीं होता, इसमें तीन प्लाट जोड़े गए। अस्थायी पट्टा कच्चा मकान बनाने के लिए दिया था। यहां पक्का निर्माण कर व्यावसायिक गतिविधि संचालित नहीं की जा सकती।  कार्रवाई शुरू होने से पहले रेस्तरां संचालकों ने इसे रुकवाने की पूरी कोशिश की। वल्लभ भवन से लेकर मुख्यमंत्री निवास तक से कई अफसरों ने फोन करके अपर आयुक्त एमपी सिंह और सिटी प्लानर सुनीता सिंह से कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। दोनों अफसरों ने जब वास्तविकता बताई तो कोई भी उन्हें कार्रवाई रोकने के लिए नहीं कह सका।  निगम की भवन अनुज्ञा शाखा के असिस्टेंट इंजीनियर महेश सिरोहिया और सब इंजीनियर प्रदीप बंडैया की जोड़ी ने यह अवैध निर्माण होने दिया। शाहपुरा क्षेत्र में बिना अनुमति के होने वाले निर्माण रोकने की जिम्मेदारी इन्हीं दोनों पर है। 2012 में इस रेस्तरां का निर्माण शुरू हुआ अगस्त 2013 में यह पूरा हुआ, लेकिन इसे रोकने की कोई कोशिश नहीं हुई। निर्माण पूरा होने पर भी जब शिकायत हुई तो केवल नोटिस जारी किए गए। इनका बाल बांका नहीं हुआ।   

Kolar News

Kolar News 4 September 2016

दशहरे से चड्डी नहीं पैंट पहनेंगे आरएसएस के लोग   कोलार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयं सेवक इस बार दशहरे पर पहली बार चड्डी की बजाये पैंट पहने नजर आएंगे । कोलार  में दशहरा एवं 23 अक्टूबर को बड़े स्तर पर नई यूनिफार्म में पथ संचलन की तैयारी है। संघ की यूनिफार्म में 91 साल से शामिल खाकी हाफ पैंट को इस दशहरे पर अलविदा कह कर इसका स्थान अब मैरून (कत्थई) पैंट  ले लेगा।   आरएसएस ने मध्यप्रदेश सहित देश के हर शहर और गांव में इस बदलाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। भोपाल के हर वार्ड में लगने वाली संघ की शाखाओं में स्वयंसेवकों से ट्राउजर के लिए 300 रुपए शुल्क एवं उनकी कमर व लंबाई का नाप मांगा जा रहा है। संघ के सूत्रों ने बताया कि भीलवाड़ा (राजस्थान) की एक कपड़ा मिल से खासतौर पर तैयार कराए गए इस कपड़े से लाखों की संख्या में पैंट बनवाए जा रहे हैं।   कोलार से पथ संचालन में  स्वयं सेवक भोपाल के लाल परेड मैदान पहुंचेंगे । उसके पहले शहर के प्रमुख क्षेत्रों से पथ संचलन भी निकाला जाएगा। दशहरे (11 अक्टूबर) को भी सांकेतिक रूप से कुछ इलाकों में संगीत की धुन पर पथ संचलन निकालने की तैयारी है।   आरएसएस ने छह साल पहले बदलाव करते हुए चमड़े के बेल्ट के स्थान पर रैग्जीन बेल्ट अपनाया था। इसके पहले 1973 में लांग बूट के स्थान पर सादा जूता संघ की गणवेश का हिस्सा बना था। 1925 में स्थापना के बाद से खाकी पैंट के साथ खाकी शर्ट संघ के पहनावा में शामिल थी, 1940 में इसे सफेद शर्ट से बदला दिया गया था।   काली टोपी, सफेद शर्ट, रैग्जीन का बेल्ट, खाकी हाफ पैंट, काले जूते एवं बांस की लाठी। (दशहरे से हाफपैंट के स्थान पर मैरून ट्राउजर)   पैंट से बढ़ेगी स्मार्टनेस: हाफ पैंट के स्थान पर ट्राउजर ज्यादा सुविधाजनक है और स्वयंसेवक ज्यादा स्मार्ट दिखेगा। संघ को फीडबैक मिला था कि नए स्वयंसेवक खाकी ढीला निकर पहनने में संकोच करते हैं।नए जमाने के पहनावे और नई पीढ़ी की पसंद को ध्यान में रखते हुए 91 साल बाद संघ खाकी पैंट छोड़ रहा है।  

Kolar News

Kolar News 3 September 2016

सात महीने में कॉलेज की एक मंजिल भी नहीं बन पाई कोलार के विद्यार्थियों को इस शैक्षणिक सत्र में भी बेनजीर कॉलेज में पढ़ने का अवसर नहीं मिल पाया। लिहाजा इस शिक्षा सत्र में भी कोलार क्षेत्र के स्टुडेंट्स को शहर के अन्य कॉलेज में जाकर प्रवेश लेना पड़ा। इस कॉलेज के भवन निर्माण के लिए जनवरी में भूमिपूजन किया गया था। तब से लेकर अब तक सात महीने गुजर चुके हैं, लेकिन भवन की एक मंजिल भी पूरी तैयार नहीं हो सकी है। जबकि इस भवन के कुछ हिस्से को तैयार करके शुरू किए जाने की बात राजधानी परियोजना प्रशासन के आला अधिकारियों ने की थी। वहीं पिछले महीने शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने निर्माण कार्य का जायजा लिया था। इसके बावजूद सीपीए अधिकारियों और निर्माणकर्ता एजेंसी ने मंत्री के निर्देशों पर अमल नहीं किया। निर्माण कार्य की धीमी गति को देखकर नहीं लगता कि यह प्रोजेक्ट समय सीमा में पूरा हो पाएगा।   निर्माणकर्ता एजेंसी जीडी कंस्ट्रक्शन एंड संस ने फरवरी से मई तक फुटिंग वर्क पूरा किया है। वर्तमान में बीम डालने का काम पूरा हो चुका है। हाल ही में कुछ हिस्सों की छत डाली गई है। इसके बाद पहले फ्लोर के लिए दीवार का काम शुरू होगा। इसके अलावा सड़क निर्माण होना है। प्रोजेक्ट पर काम एक शिफ्ट में चल रहा है। जिस वजह से काम की काफी धीमी रफ्तार है। वहीं दूसरी तरफ बारिश के कारण काम काफी प्रभावित हो रहा है।   क्षेत्र के छात्रों को दूर के कॉलेजों में लेना पड़ा प्रवेश :कोलार के कई छात्र ऐसे होंगे जिन्होंने इस शैक्षणिक सत्र में शहर के अन्य कॉलेज में प्रवेश लिया है।प्रोफेसर कॉलोनी स्थित बेनजीर कॉलेज की प्रिसिंपल विभा शुक्ला ने बताया कि कोलार के 17 छात्रों ने बेनजीर कॉलेज में एडमिशन लिया है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में कोलार क्षेत्र के विद्यािर्थयों ने शहर के अन्य कॉलेज में एडमिशन लिया होगा।   कोलार में सरकारी कॉलेज का प्रस्ताव नपा ने सन् 2006 में पारित हुआ। कॉलेज के लिए अाठ साल बाद सन् 2014 में राजहर्ष में जमीन का आवंटन किया गया। सन् 2016 जनरवरी को कॉलेज के भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन हुआ। प्रस्ताव के पारित होने से लेकर भूमिपूजन तक 11 साल का समय गुजर गया। वर्कओडर जारी होने के 1 महीने बाद प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ।  सीपीए को भवन का फर्स्ट फ्लोर का काम 6 महीने में पूरा करना था। जो नहीं किया गया।  18 महीने में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन तय की गई है। कॉलेज का निर्माण 7 करोड़ 50 लाख रुपए से किया जाना है। भवन का निर्माण जी प्लेस तीन किया जाना है।

Kolar News

Kolar News 2 September 2016

रामनरेश यादव के बाद मध्यप्रदेश के राज्यपाल की जिम्मेदारी फिलहाल गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली संभालेंगे।   राष्ट्रपति भवन ने उन्हें दी गई अतिरिक्त जिम्मेदारी के आदेश बुधवार जारी किए हैं। रामनरेश यादव का कार्यकाल सात सितंबर को खत्म हो रहा है। राष्ट्रपति भवन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल चेन्नाामनेनी विद्यासागर राव को भी तमिलनाडु के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।   तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया का भी कार्यकाल 30 अगस्त को खत्म हो गया था। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजामणि की ओर से यह जानकारी दी गई है।  

Kolar News

Kolar News 1 September 2016

 सात मिनिट में बह जाते कई लोग  दिनेश गर्ग  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सजगता से एक कैमरामैन सहित कई लोगों की जान बच गई। अगर प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान उस पर नहीं जाता तो भोपाल के कैमरामैन संतोष सेजकर पानी में बह जाते। प्रधानमंत्री की सजगता से संतोष के साथ 22 अन्य लोगों की भी जान बच गई।  दूरदर्शन के कैमरामैन संतोष सेजकर ने बताया मैं भोपाल दूरदर्शन की टीम के साथ जामनगर जिले में स्थित साउनी डेम के उद्घाटन का कवरेज करने गए थे । डेम के गेट खोलकर इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  कर रहे थे ,उसी समय संतोष  गेट नंबर एक के पास खड़ा होकर कवरेज कर रहा था इतने में डेम के अन्य गेट खुलने पर जलस्तर बढ़ गया। प्रधानमंत्री मोदी ऊपर से यह सब देख रहे थे। वे समझ गए कि बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने तुरंत पुलिस को इशारा किया और संतोष सेजकर को बहाव वाली जगह से बाहर निकाला गया। इस दौरान संतोष का  कैमरा बह गया ।  कैमरामैन संतोष  भोपाल  के कोलार इलाके के फाइन एवेन्यू में रहते हैं। संतोष सेजकर ने अपनी पत्नी कला सेजकर को घटना की जानकारी दी।  श्रीमती सेजकर ने पति की सलामती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया। संतोष ने बताया कि  भोपाल से डेम के उद्घाटन का कवरेज करने 15 लोगों की टीम गई थी। मैं भी उसमें शामिल था। हमने अलग-अलग एंगल पर अपने कैमरे लगाए थे। वे गेट नंबर एक के पास समतल जगह पर कैमरा लगाकर कवरेज कर रहे थे। गेट से यह जगह करीब 25 फीट दूर होगी। जब पहला गेट खुला तो जल स्तर सामान्य था। लेकिन दो और तीन नंबर का गेट खुलते ही जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। मैंने इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और शूटिंग में लगा रहा। संतोष ने बताया प्रधानमंत्रीजी डेम के ऊपर से सारा नजारा देख रहे थे ,उन्होंने  मुझे देखा और समझ गए कि मेरा ध्यान पानी के बहाव पर नहीं है ऐसे में मैं बह भी सकता हूं। उन्होंने तुरंत पुलिस को इशारा किया और तत्काल मुझे बाहर निकाला गया। जलस्तर इतना बढ़ गया था कि यह ट्रायपॉड के लेवल पर आ गया और कैमरा सहित अन्य सामान पानी में बह गए। कुछ अन्य लोकल मीडिया के कैमरे भी पानी में बहे। पर मैं उस स्थान पर था जो खतरनाक साबित हो सकता था। बाद में गेट बंद होने पर कैमरा कुछ दूर पर मिला । संतोष  ने बताया कि पूरा घटनाक्रम करीब सात मिनट का होगा। पानी इतनी तेजी से बढ़ा कि कुछ समझ नहीं आया। पीएम ने ऊपर से कम्युनिकेट किया जिस पर तत्काल एक्शन लिया गया। यह उनकी सजगता था कि वे सब ओर ध्यान दे रहे थे, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई और मैं सही सलामत हूँ। संतोष सेजकर ने भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार प्रकट किया है।   

Kolar News

Kolar News 31 August 2016

ए ग्रेड बनाए रखने 7 दिन में कर दी 50 शिक्षकों की नियुक्ति कोलार के एक्सीलेंस कॉलेज में 29 से 31 अगस्त तक नेशनल असिसमेंट एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) की टीम का निरीक्षण होना है। इसमें एक्सीलेंस के पास अपनी ए-ग्रेड को बरकरार रखने का खतरा मंडरा है। इसे देखते हुए संस्थान ने 22 से 27 तक आवेदन बुलाए और 28 अगस्त को आनन-फानन में करीब 50 शिक्षकों की निुयक्ति भी कर दी है। इन नियुक्तियों को लेकर रविवार को संस्थान में विवाद की स्थिति भी बनी।   संस्थान के पास सबसे बड़ी कमी फैकल्टी की है। दो साल से यह समस्या बनी हुई है। पिछले साल भी फैकल्टी की नियुक्ति समय पर नहीं हुई थी। इससे संस्थान के छात्रों को प्रदर्शन करना पड़ा था। इस साल भी शिक्षण सत्र शुरू होने के एक महीने बाद भी फैकल्टी की नियुक्ति नहीं हो पाई। नैक की टीम के निरीक्षण के चलते आनन-फानन में नियुक्ति चल रही है। यह कमियां ग्रेडिंग बिगाड़ सकती है।   नैक की ग्रेडिंग के मामले में राजधानी समेत प्रदेश के कॉलेजों की स्थिति बेहद खराब है। अभी भोपाल में सिर्फ एमवीएम के पास ए ग्रेड है। अगर एक्सीलेंस को एक बार फिर ए-ग्रेड मिलता है तो दो कॉलेजों के पास ए-ग्रेड हो जाएगा। संस्थान तीसरी बार नैक का मूल्यांकन करा रहा है। इससे पहले दो बार संस्थान को ए-ग्रेड मिल चुका है। अब तीसरी बार के मूल्यांकन की तैयारियों में जुटा है। उधर, गे्रडिंग बिगड़ने की एक बड़ी वजह यूजीसी द्वारा ग्रेडिंग की प्रक्रिया में बदलाव भी सामने आ रहा है।   यूजीसी ने सरकारी और निजी कॉलेजों की गुणवत्ता सुधारने नैक का मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया है। जिस संस्थान के पास नैक का मूल्यांकन नहीं होगा, उसे यूजीसी से ग्रांट नहीं मिलेगी।   नैक की ग्रेडिंग से गुणवत्ता का मूल्यांकन होता है। नैक अपनी रिपोर्ट में इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की संख्या, शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षण संस्थान का माहौल सहित कई बिंदुओं पर नंबर देती है। तब ग्रेडिंग मिलती है।   ग्रेडिंग की वैधता चार साल की रहती है। इसके बाद संबंधित संस्थाओं को नैक से मूल्यांकन कराना होता है। इसका प्रपोजल खुद संस्थान को नैक के पास भेजना होता है। इसके बाद टीम निरीक्षण करती है।   राजधानी के कॉलेजों में नैक की स्थिति भेल 2007 में हुए मूल्यांकन बी प्लस मिला, अगले मूल्यांकन का प्रपोजल भेजा, बेनजीर 2006 के बाद मूल्यांकन हुआ, जिसके बाद बी ग्रेड मिला,एमएलबी 2004 के बाद अगस्त 2015 में हुआ मूल्यांकन, अब ग्रेड का इंतजार, नूतन अभी बी प्लस है जिसकी अवधि खत्म हो चुकी है, मूल्यांकन होना है ,एमवीएम ए प्लस ग्रेड।   इलेक्ट्रॉनिक्स साइंस वालों ने किया हंगामा एक्सीलेंस में नियुक्ति के दौरान इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट के 5 पदों के लिए हो रही भर्ती में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद इस डिपार्टमेंट की भर्ती को फिलहाल रोक दिया। अभ्यर्थियों का आरोप था कि इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट के लिए संबंधित योग्यता के अभ्यर्थी होने के बाद भी संस्थान फिजिक्स और बीटेक, एमटेक के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दे रहा है, जो गलत है। इस गड़बड़ी को लेकर हंगामा कर दिया।  

Kolar News

Kolar News 29 August 2016

कलियासोत नदी के किनारे 30 साल पहले टीएंडसीपी ने जिस कॉलोनी को बनाने के लिए नक्शा स्वीकृत किया, कलेक्टर ने अनुमोदन किया, नगर निगम ने एओसी जारी की और ग्राम पंचायत न अनुशंसा की, अब उन्हें ही नोटिस जारी कर अवैध कहा जा रहा है।   नगर निगम की भवन अनुज्ञा शाखा द्वारा हाल ही में कलियासोत नदी के ग्रीन बेल्ट के 33 मीटर दायरे में आने वाले रहवासियों को नोटिस जारी किया गया है। इसमें तीन दिनों के अंदर भवन अनुज्ञा मानचित्र और भूमि स्वामित्व संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि यदि इस अवधि में जवाब नहीं दिया जाता तो भवन को अवैध मानकर कार्रवाई की जाएगी। सर्वधर्म (दामखेड़ा) के लोगों का कहना है कि टीएंडसीपी, कलेक्टर की अनुमति के बाद भी मकान बनाया। फिर उनके मकानों को अवैध क्यों कहा जा रहा है।   वर्ष 1984 में कलेक्टर ने कॉलोनी के नक्शे को अनुमोदन किया था, इसके बाद 1991 तक कॉलोनी विकसित हो गई। भोपाल डेवलपमेंट प्लान 1991 में सर्वधर्म इलाके को इस इलाके को टीएंडसीपी में प्लानिंग एरिया से बाहर बताया था। यानी ग्रीन बेल्ट का प्रावधान नहीं था। वर्ष 2005 के मास्टर प्लान में इस जगह को वर्तमान आवासीय श्रेणी में रखा गया। जबकि इसके बाद वाली कॉलोनियों में ग्रीन बेल्ट 33 मीटर का प्रावधान किया गया।   निगम अमले ने नोटिस जारी करने में भी गड़बड़ियां की हैं। रहवासियों के अनुसार निगम अमले ने नदी के किनारे जाकर लोगों के नाम पूछे और इनमें से अपनी मर्जी से मौके पर ही भवन स्वामी का नाम लिखकर नोटिस चस्पा कर दिया। जबकि नदी के किनारे अन्य भवन स्वामियों को छोड़ दिया गया। सर्वधर्म ए और बी सेक्टर में 40 भवन मालिकों को नोटिस जारी हुए हैं। जबकि लगभग 20 मकानों को छोड़ दिया गया है।   आदेश का उल्लेख नहीं: संदर्भ में एनजीटी के आदेश का उल्लेख किया गया है लेकिन आदेश कब हुए इसकी जानकारी नहीं दी गई है। नोटिस नगर निगम के अधिकारी के नाम और हस्ताक्षर होना चाहिए लेकिन उपयंत्री के हवाले से नोटिस जारी किए गए हैं। जो नियम विरुद्घ है।   कलेक्टर के शपथ पत्र में कबूलनामाः 4 मार्च 2015 को कलेक्टर निशांत वरबड़े की ओर से एनजीटी में शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया था, जिसमें कहा गया था कि यह दामखेड़ा प्लानिंग एरिया से बाहर है। वर्ष 1985 में कॉलोनी को परमिशन मिली है साथ ही सभी तरह की एनओसी भी हैं। शपथ पत्र में यह भी कहा गया था कि धारा 172 और मप्र भू-राजस्व 1959 के तहत कॉलोनी निर्माण की परमिशन जारी की गई है। इसके खसरे 1935 के हिसाब से बने हैं।   फिर सूची में बताया अवैधः कलेक्टर द्वारा गठित जांच दल ने दिसंबर 2015 में एनजीटी को 77 लोगों की सूची सौंपी थी, जिसमें कहा गया था कि ये सभी भवन नदी के ग्रीन बेल्ट के अंदर आ रहे हैं। इनमें सर्वधर्म ए और बी सेक्टर के 40 भवन मालिकों के नाम थे, इसके अलावा भूमिका, सागर प्रीमियम टॉवर, मंदाकिनी, अल्टीमेट प्लाजा के मकान आ रहे थे।   जब प्रशासन ने दस्तावेजों के आधार पर खुद ही परमिशन देने की बात कह चुका है तो सर्वधर्म ए और बी सेक्टर के रहवासियों को नोटिस जारी क्यों किए जा रहे हैं? प्रशासन द्वारा अनुमति दिए जाने वाले पक्ष को एनजीटी में सही तरीके से क्यों नहीं उठाया गया?  हकीकत ये भी है कि वर्ष 2006 में कलियासोत गेट के सभी गेट खुलने के बाद नदी के किनारे कई इमारतों में पानी भर गया था, ऐसे में जानमाल की सुरक्षा को ध्यान में रखकर इनकी शिफ्टिंग या विस्थापन की योजना पर अब तक विचार क्यों नहीं हुआ?

Kolar News

Kolar News 28 August 2016

कोलार के साईं हिल्स स्थित ब्रिज के निर्माण कार्य पर बारिश ने ब्रेक लगा दिया है। लगातार हो रही बारिश की वजह से यहां कई दिनों से रुक-रुक कर काम चल रहा था, लेकिन जब से कलियासोत डेम के गेट खोले गए हैं उस दिन से निर्माण स्थल पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। स्पॉन के लिए किए गए गड्ढों में मिट्टी भर गई है। इस वजह से मौके पर मौजूद कर्मचारी प्रोजेक्ट स्थल पर काम नहीं कर पा रहे हैं। लिहाजा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि प्रोजेक्ट समय पर पूरा तैयार होना मुश्किल है। वैसे भी छह लेबर के भरोसे काम किया जा रहा था। उस पर बारिश ने प्रोजेक्ट पर पानी फेर दिया है।   प्रोजेक्ट स्थल पर मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि गड्ढों में भरी मिट्टी को निकलने में समय लगेगा। जब तक बारिश पूरी तरह रुक नहीं जाती है तब तक काम करने में दिक्कत आएगी। इसलिए बारिश में गड्ढों में भरे पानी को निकलने का काम किया जा रहा है। पांचों स्पॉन के लिए किए गड्ढों में पुटिंग वर्क किया जा चुका है। इसलिए जितना समय मिट्टी को निकलने में लगेगा वही एक्सट्रा वर्क रहेगा।   सीपीए के ए ई अजय श्रीवास्तव ने कहा शहर में लगातार हो रही बारिश की वजह से ब्रिज का काम लंबे समय से प्रभावित हो रहा है। वहीं पिछले महीने  में कई बार हुई भारी बारिश के कारण प्रोजेक्ट स्थल इस वक्त पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। कलियासोत डेम के गेट खोले जाने के कारण अधिक ब्रिज का काम प्रभावित हुआ है।ब्रिज का निर्माण कार्य बारिश में प्रभावित हुआ था, लेकिन अब बारिश रुकी हुई है। इसलिए तेजी से काम किया जा रहा है। काम के लेट होने की वजह से निर्धारित समय में अंतर नहीं आएगा। इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। 

Kolar News

Kolar News 27 August 2016

BDA बनाएगा 50 एकड़ में भवन    भोपाल में कलेक्ट्रेट की नई बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव बीते कई साल से तैयार किया जा रहा है। पहले चार बार जगह तय की गई, लेकिन प्रस्ताव फाइनल नहीं हुआ है। अब पांचवी बार फिर नई जगह तलाशी गई है और यह स्थान है शाहपुरा सब्जी फार्म की वह जमीन जिसे पिछले साल खाली कराया गया है। यदि यहां निर्माण होता है तो पुराना शहर का एक ओर बड़ा आॅफिस नए शहर में ट्रांसफर हो जाएगा।   भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) को इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने शाहपुरा सब्जी फार्म की जमीन को खाली कराकर प्रस्तावित कई योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एक बैठक भी बुलाई थी, इसके बाद यह निर्णय लिया गया।   वर्तमान कलेक्ट्रेट इंदौर-सीहोर रोड पर कोहेफिजा क्षेत्र में स्थित है। राजधानी बनने के बाद इस भवन को पहले सचिवालय का दर्जा हासिल था, बाद में जब वल्लभ भवन बनकर तैयार हो गया तो कलेक्ट्रेट को पुराने सचिवालय में स्थानांतरित कर दिया गया।     दस  साल पहले कलेक्ट्रेट को जवाहर चौक से आगे बारह दफ्तर की जगह पर स्थान देने की तैयारी की गई थी। इसके बाद तय किया गया कि अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल के आसपास दूसरे सरकारी कार्यालयों की तरह कलेक्ट्रेट बनाया जाए। अरेरा हिल्स का प्लान निरस्त करके नेवरी में जमीन का आरक्षण हुआ। निर्माण एजेंसी के रूप में बीडीए को अधिकृत कर दिया गया। नेवरी के अलावा तय किया गया कि वर्तमान कलेक्ट्रेट परिसर के सामने पुरानी जिला पंचायत व पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी के बंगले के स्थान भी सही है। अब शाहपुरा में सब्जी फार्म की 106 एकड़ जमीन पर नए कलेक्ट्रेट भवन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।   शाहपुरा में सब्जी फार्म की कुल 106 एकड़ जमीन है। इसमें प्रस्तावित किया गया है कि करीब 50 एकड़ जमीन पर नया कलेक्ट्रेट भवन बनाने की योजना बनाई जाए, साथ ही बाकी बची जमीन पर इंडोर स्टेडियम, प्रशासनिक संकुल और कॉम्प्लेक्स बनाया जाए।  

Kolar News

Kolar News 26 August 2016

  प्रतियोगियों ने कहा बेईमानी हुई    शैफाली गुप्ता  कोलार के मटकी फोड़ प्रतियोगिता में हुआ जमकर हंगामा आयोजन का जिम्मा सम्हाल रहे लोगों ने लड़कियों के साथ बेहूदगी की ,प्रतियोगियों को पुलिस से पिटवाया और प्रतियोगियों ने आयोजकों पर  गड़बड़ी करने के आरोप लगाए । इस आयोजन को बीजेपी के कुछ नेता और बिल्डर लॉबी के लोग करवाते हैं।    कोलार के मन्दाकिनी मैदान में मटकी फोड़ प्रतियोगिया के नाम पर आयोजकों ने खुद ऐसी अव्यवस्था फैलाई जिसका शिकार युवतियों ,महिलाओं और बच्चों के साथ प्रतियोगियों को  होना पड़ा। जब व्यवस्था चरमरा गई तो आयोजकों की टीम के लोग आम लोगों  बदतमीजी पर उतर आये। लोगों और प्रतियोगियों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें भाड़े के गुंडों और पुलिस से पिटवाया तक गया। कार्यक्रम में बदइंतजामी की शुरुवात उस समय हुई जब महिलाओं और बच्चों  के बैठने के लिए कोई माकूल इंतजाम नहीं थे। ऐसे में मनचले और आयोजन समिति के बिल्ले लगाए कुछ लड़के , लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते नजर आये।    इन घटनाओं के बाद मटकी फोड़ प्रतियोगिता की जगह टपोरियों का जमावड़ा बन गई। छेड़छाड़ से पीड़ित परिवारों ने जब इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपिटाई की गई। इस आयोजन के दौरान पुलिस का रवैया भी आम लोगों के प्रति बेहद घटिया और आयोजकों के प्रति सहानुभूति वाला नजर आया। इस हंगामे के बीच ही प्रतियोगिता के नाम पर हो रही धांदली को जब कुछ प्रतियोगी टीमों ने उजागर करने की कोशिश की तो उनको भी पुलिस से पिटवाया गया।    कोलार पर धर्म के नाम पर किये गए इस आयोजन से लोग खून के आंसू पी कर वापस हुए। पुलिस अधिकारियों का इस मसले पर कहना था आयोजकों ने माकूल इंतजाम नहीं किये थे जिस कारन अफरातफरी का माहौल बना। पुलिस का यह भी कहना था कि कुछ बड़े नेताओं के दबाव में ऐसे आयोजन की इजाजत दे दी जाती है और किरकिरी पुलिस की होती है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि मटकी की ऊंचाई कम ज्यादा करने को लेकर कुछ टीमों का विवाद था। यह आयोजकों और प्रतियोगियों का आपसी मसला था ,कुछ लोग हंगामा करना चाहते थे उन्हें वहां से हटा दिया गया था। 

Patrakar Shafali Gupta

Shafali Gupta 25 August 2016

  बिना मुआवजा सीपीए ने शुरू किया था निर्माण     होशंगाबाद रोड से बावड़िया तक जमीन का अधिग्रहण करने और मुआवजा दिए बिना सड़क बनाना सीपीए को महंगा पड़ गया है। हाईकोर्ट ने सड़क निर्माण पर रोक लगा दी है। यहां सीपीए फोर लेन का निर्माण कर रहा है। इसके खिलाफ जमीन मालिक कोर्ट चले गए ।    इस मामले की हाईकोर्ट जबलपुर में मंगलवार को सुनवाई हुई। इसमें बताया गया कि सीपीए ने केन्द्रीय भूमि अधिग्रहण 2013 के प्रावधानों के खिलाफ सड़क के लिए जमीन का अधिग्रहण किया और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। इसके एवज में मुआवजा भी नहीं दिया गया। इस पर कोर्ट ने सड़क निर्माण पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार और सीपीए को नोटिस दिया है। याचिकाकर्ता के वकील सिद्धार्थ राधेलाल गुप्ता ने बताया कि कोर्ट ने दो सप्ताह में जवाब मांगा है।    यह सड़क होशंगाबाद रोड स्थित आशिमा मॉल से बावड़ियाकलां को जोड़ेगी। इस सड़क का काम लंबे समय से बंद था। सड़क कटारा हिल्स से बावड़िया तक है। इसके पहले फेस में भी इसी तरह का विवाद सामने आया था। जिसके चलते सड़क का निर्माण रुक रूककर हुआ।   

Kolar News

Kolar News 24 August 2016

  कलियासोत डेम के गेट खुले,  दामखेड़ा में रेस्क्यू   भोपाल में हो रही बारिश के बाद कोलार डेम के आठ गेट खोले गए।  कलियासोत डेम के  8 गेट भी खुले। पानी मेंटेन करने के लिए देर रात तक डेम के गेट खुलने व बंद होने का सिलसिला चलता रहा। इससे नदी का जलस्तर बढ़ गया और दामखेड़ा ए व बी सेक्टर में नदी किनारे बनीं झुग्गियों में पानी भर गया। हालांकि कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए नगर निगम व जिला प्रशासन ने शनिवार सुबह 4 बजे से ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था।   इस दौरान अनाउंसमेंट कराकर लोगों को घरों से निकाला गया। दोपहर 3 बजे तक दल-बल के साथ पहुंचा जिला प्रशासन का अमला दामखेड़ा में मौजूद रहा। रेस्क्यू के दौरान सर्वधर्म पुल के नीचे नदी में फंसी भैंस को एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद बचाया गया। एसडीएम माया अवस्थी का कहना है कि शनिवार को प्रशासन का पूरा अमला दामखेड़ा में मौजूद रहा। यहां कई लोगों को बचाया गया। अब स्थिति सामान्य है। बारिश बाद इस समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा। वहीं, कोलार फायर ब्रिगेड प्रभारी पंकज खरे ने बताया कि दामखेड़ा में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और सर्वधर्म ब्रिज की नीचे पानी फंसी एक भैंस को बचाया गया है।   पिछले सप्ताह कलियासोत डेम के 8 गेट खुले थे, तब भी प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 100 से ज्यादा लोगों को बचाया था। शनिवार को रेस्क्यू के दौरान 30 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई। इससे पहले भी वर्ष 2006 और 2013 में भारी बारिश होने पर यहीं रेस्क्यू अभियान चला था, लेकिन तब से लेकर अब तक प्रशासन दामखेड़ा ए व बी सेक्टर की झुग्गियों को नहीं हटा सका।   स्थानीय लोगों का कहना है कि कलियासोत डेम के 5 से 6 गेट एक साथ खुलने पर ही कलियासोत नदी में पानी का स्तर बढ़ जाता है। इससे लोगों की जान पर बन आती है। इसके बावजूद भी प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं की। लोगों की शिकायत है कि प्रशाासन को क्या 11 गेट खुलने का इंतजार है, जब एक साथ कई झुग्गियां बह जाएंगी।   नदी किनारे बनी 150 से ज्यादा झुग्गियां तत्काल हटाई जाएं। 33 मीटर तक लगीं मुनारों की जद में आने वाले सभी अतिक्रमण हटें।झुग्गियों में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।   मप्र में तालाब और 10 नदियां ओवरफ्लो मध्यप्रदेश में चल रही लगातार बारिश के कारण 16 बड़े तालाब फुलटेंक लेवल से ऊपर आ गए हैं जबकि 10 स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं। बाढ़ के हालात में 250 से ज्यादा गांव जलभराव की चपेट में आ चुके हैं जबकि 20 हजार से ज्यादा घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। पिछले 48 घंटों में करीब 25 लोगों की मौत के समाचार हैं। लगातार हुई बारिश से मप्र में अब स्थिति भयावह हो गई थी ,पिछले 12 घंटे में बारिश के कम होने से हालात में मामूली सुधार हुआ है ।    प्रमुख जलाशयों  का जल-स्तर (मीटर में) हलाली - विदिशा               459.61                        459.61 कोलार -सीहोर                  461.73                       462.20 केरवा-भोपाल                   509.96                        509.93 .  कोलार के 8  गेट खोले गये।   

Kolar News

Kolar News 21 August 2016

    नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर नगर निगम ने कलियासोत नदी के 33 मीटर के दायरे में आने वाले 88 कॉलोनियों के रहवासियों से बिल्डिंग परमिशन के दस्तावेज मांगे हैं। इसके लिए निगम की भवन अनुज्ञा शाखा ने मकान मालिकों के नाम से नोटिस जारी किया गया है। नाेटिस में मकान के नक्शा भी मांगा गया है। निगम इसके बाद दस्तावेज और नक्शे का परीक्षण करेगा। नोटिस मिलने के बाद रहवासियों में हड़कंप है।    कलियासोत नदी की लंबाई 36 किलोमीटर है। नदी के 9 किलोमीटर के लंबाई क्षेत्र में अतिक्रमण है। सर्वधर्म पुल से लेकर सलैया गांव तक आता है। इसमें 256 से अधिक खसरे अतिक्रमण के दायरे में े हैं। इनमें 32 मल्टीस्टोरी हैं। सूत्रों के मुताबिक कलियासोत नदी किनारे बने कच्चे मकानों को विस्थापित किया जा सकता है। पक्के मकानों की बिल्डिंग परमिशन संबंधी दस्तावेज मिलने पर रिपोर्ट एनजीटी में पेश की जाएगी। सिटी प्लानर सुनीत सिंह के मुताबिक दस्तावेज शाहपुरा स्थित निगम की भवन अनुज्ञा शाखा में जमा हो रहे हैं।    भूमिका रेसीडेंसी रहवासी समिति के अध्यक्ष हरिओम श्रीवास्तव ने बताया कल नोटिस के चस्पा की सूचना गार्ड ने दी। इसके पहले भी दो बार नोटिस आए थे। तब समस्त रहवासियों की तरफ से हमने सिटी प्लानर से जाकर कहा कि बिल्डर को नोटिस दिए जाएं। यहां 105 फ्लैट हैं। सबने बिल्डर से खरीदे हैं। सबको मामले से अवगत करा चुके हैं अब कोर्ट जाएंगे। 

Kolar News

Kolar News 20 August 2016

  सैनिक की वजह से आज देश मना रहा है रक्षाबंधन    रक्षा बंधन के अवसर पर हुजूर विधानसभा से विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में बहनों का एक दल संत हिरदाराम नगर स्थित 3 इ एम इ सेण्टर पहुंचा जहाँ उन्होंने सीमा पर भारत के स्वाभिमान एवं भारत वासियों की सुरक्षा में मुस्तेद आर्मी जवानों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी दीर्घायु की प्रार्थना की !    इस अवसर पर पत्रकार बंधुओ से चर्चा करते हुए  विधायक शर्मा ने कहा की भारत के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने जो देश के नागरिको से अपील की है की रक्षा बंधन का त्यौहार हमारे सैनिक भाइयो के बीच जाकर मनाये उन्होंने कहा की भारत का सैनिक भारत की सीमा पर रहकर हमारी रक्षा करता है , जब वह सीमा पर होता है तभी हम देश में रहकर दीपावली , होली , दशहरा , ईद ओर रक्षा बंधन जैसे त्यौहार मना पाते है ! उन्होंने कहा की देश का हर नागरिक खुश रहे वह हर्षोलास  से सारे तीज त्यौहार अपने परिवार के साथ मना सके इसके लिए हमारे सैनिक सीमा की सुरक्षा पर तैनात रहकर अपनी ख़ुशी कुर्बान कर अपने परिवार से दूर रहकर सवा अरब देश वासियों की ख़ुशी के लिए मर मिटते है !     उन्होंने कहा की जब सैनिको की सुरक्षा के लिए  बहने हमारे जवानों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा की कामना करेंगी तो उससे हमारी भारत माता भी सुरक्षित होगी  ओर जब भारत माता सुरक्षित होगी तो देश की हर बेटी सुरक्षित होगी ओर भारत भी सुरक्षित होगा ! उन्होंने कहा की इसी उदेश्य से आज बहनों ने सैनिक भाइयो की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें अपना आशीष दिया ! अपने परिवारों से दूर सैनिको ने इस रक्षाबंधन कार्यक्रम के सूत्रधार विधायक  रामेश्वर शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा की आज हमे हमारे परिवार के बीच होने जैसा एहसास हुआ ! विधायक शर्मा ने इस अवसर पर उपस्थित सभी को रक्षा बंधन पर्व की बधाई एवं शुभकामनाए दीं। 

Kolar News

Kolar News 19 August 2016

  मीडिया को विधायक के नाम से धमका रहा था रिज़वान    विधायक रामेश्वर शर्मा के नाम से पत्रकार को धमकी देने वाले और देशद्रोही कहने वाले रिजवान खान के बारे में विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि ऐसा करने वाला घटिया व्यक्ति मेरा समर्थक नहीं हैं। विधायक शर्मा ने कहा कि रैली में हम लोग हेलमेट नहीं लगाए थे ये हमारी गलती है और मीडिया का काम है वो हमारी कमियों और खूबियों को जनता के सामने लाये।    कोलार इलाके के बीजेपी नेता श्याम मीणा का छर्रा माने जाने वाले गली छाप नेता रिजवान ने उन पत्रकारों को देशद्रोही कहा और लिखा की देशभक्ति के काम में दखल न दें। इस घटना के बाद रिजवान के आका श्याम मीणा से बात की गई तो उनका कहना था ''उसकी इतनी औकात ,उसे हम ठीक करते हैं।'' इस घटना की जानकारी जब विधायक रामेश्वर शर्मा को मिली तो उन्होंने इसे संजीदगी से लिया और कहा कि इस तरह का घटिया बर्ताव करने वाला मेरा कोई समर्थक नहीं हैं और न ही मैं कोलार इलाके में किसी रिजवान को जनता हूँ। वहीँ विधायक शर्मा के मीडिया प्रभारी शुभम पाठक ने कहा कि ऐसी हरकत करने वाले किसी रिजवान खान को हम नहीं जानते ऐसे व्यक्ति के खिलाफ fir  की जानी चाहिए।    पत्रकारों ने  रामेश्वर शर्मा की टीम की इसलिए आलोचना की कि  15 अगस्त की बाइक रैली में इन लोगों ने कानून का मजाक उड़ाया और हेलमेट का इस्तेमाल नहीं किया। जब विधायक ने हेलमेट नहीं पहना तो उनके समर्थकों ने भी हेलमेट नहीं पहना। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि रैली में हम लोग हेलमेट नहीं लगाए थे ये हमारी गलती है और मीडिया का काम है वो हमारी कमियों और खूबियों को जनता के सामने लाये। शर्मा ने कहा मैं इस मामले को दिखवाता हूँ और श्याम मीणा का अगर कोई परिचित है तो उसको बोलता हूँ ऐसे लोगों से कहें वो अपनी हदों में रहें।        ये थी वो खबर जिस में सच बयान करने पर रिजवान खान ने दी धमकी      सरेआम कानून तोडा विधायक रामेश्वर शर्मा ने पुलिस बनी रही मूक दर्शक    शैफाली गुप्ता  हुजूर से बीजेपी  विधायक और मध्यप्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा जो कर दें वो कम है। अधिकारी को धमकाने के इनके ऑडियो वाइरल हुए। व्यापारी इनके नाम से भागते हैं। वहीँ अब ये सड़क पर सरेआम कानून तोड़ते नजर आये।     स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विधायक रामेश्वर शर्मा के चेलों ने कोलार इलाके में दो बाइक रैली के आयोजन किये। विधायक शर्मा ने के चेले बीजेपी पार्षद भूपेंद्र माली के शागिर्द राज शर्मा ने कोलार के ललितानगर से सर्वधर्म पुल तक बाइक रैली निकाली तो विधायक के दूसरे चेले श्याम मीणा के ख़ास रिजवान के जरिये ललित नगर से बैरागढ़ तक बाइक रैली निकली गई । जिसमे विधायक रामेश्वर शर्मा और उनकी पूरी फ़ौज कानून का मजाक बनाती नजर आयी।  इन रैलियों में विधायक रामेश्वर शर्मा  ने बाइक तो जम  के दौड़ाई लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट लगाना मुनासिब नहीं समझा।     इस पूरे वाकये के समय पुलिस भी रैली के साथ रही लेकिन पुलिस अधिकारियों में इतना साहस नहीं था कि वो विधायक शर्मा से हेलमेट लगाने का अनुरोध कर सकें या कानून का पालन करने की बात कह सकें। कोलार इलाके के समाज सेवी जयंत शर्मा ने जब पुलिस वालों से विधायक को कानून याद दिलाने की बात कही  तो पुलिस अफसरों का कहना था कौन विधायक जी से आ बैल मुझे मार करे।     वार्ड 82 के एक युवा मोर्चा कार्यकर्ता ने एमएलए तक हेलमेट ले जाने की कोशिश की तो पार्षद ने यह कह कर उसे रोक दिया कि साहब के बाल ख़राब हो जायेंगे और फोटो में उनका चेहरा भी नजर नहीं आएगा। सूत्र बताते हैं कि  विधायक शर्मा खुद ही हेलमेट लगाना नहीं चाहते थे। जब कि उनके करीबी श्याम मीना का कहना है हमने हेलमेट खूब ढूंढे लेकिन कहीं मिले ही नहीं। इससे जाहिर है विधायक और उनके समर्थकों की देश और मध्यप्रदेश के कानून में कोई आस्था और विशवास नहीं हैं।     कोलार पर निकली दोनों बाइक रैलियों के लिए क्या पुलिस और dm से इजाजत ली गई थी और विधायक शर्मा ने क्यों तोडा कानून इसका जवाब न विधायक रामेश्वर शर्मा के मीडिया प्रभारी शुभम पाठक  दे पाए और न इन रैलियों के आयोजक। 

Kolar News

Kolar News 17 August 2016

  पुलिस बनी रही मूक दर्शक    शैफाली गुप्ता  हुजूर से बीजेपी  विधायक और मध्यप्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा जो कर दें वो कम है। अधिकारी को धमकाने के इनके ऑडियो वाइरल हुए। व्यापारी इनके नाम से भागते हैं। वहीँ अब ये सड़क पर सरेआम कानून तोड़ते नजर आये।    स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विधायक रामेश्वर शर्मा के चेलों ने कोलार इलाके में दो बाइक रैली के आयोजन किये। विधायक शर्मा ने के चेले बीजेपी पार्षद भूपेंद्र माली के शागिर्द राज शर्मा ने कोलार के ललितानगर से सर्वधर्म पुल तक बाइक रैली निकाली तो विधायक के दूसरे चेले श्याम मीणा के ख़ास रिजवान के जरिये ललित नगर से बैरागढ़ तक बाइक रैली निकली गई । जिसमे विधायक रामेश्वर शर्मा और उनकी पूरी फ़ौज कानून का मजाक बनाती नजर आयी।  इन रैलियों में विधायक रामेश्वर शर्मा  ने बाइक तो जम  के दौड़ाई लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट लगाना मुनासिब नहीं समझा।    इस पूरे वाकये के समय पुलिस भी रैली के साथ रही लेकिन पुलिस अधिकारियों में इतना साहस नहीं था कि वो विधायक शर्मा से हेलमेट लगाने का अनुरोध कर सकें या कानून का पालन करने की बात कह सकें। कोलार इलाके के समाज सेवी जयंत शर्मा ने जब पुलिस वालों से विधायक को कानून याद दिलाने की बात कही  तो पुलिस अफसरों का कहना था कौन विधायक जी से आ बैल मुझे मार करे।    वार्ड 82 के एक युवा मोर्चा कार्यकर्ता ने एमएलए तक हेलमेट ले जाने की कोशिश की तो पार्षद ने यह कह कर उसे रोक दिया कि साहब के बाल ख़राब हो जायेंगे और फोटो में उनका चेहरा भी नजर नहीं आएगा। सूत्र बताते हैं कि  विधायक शर्मा खुद ही हेलमेट लगाना नहीं चाहते थे। जब कि उनके करीबी श्याम मीना का कहना है हमने हेलमेट खूब ढूंढे लेकिन कहीं मिले ही नहीं। इससे जाहिर है विधायक और उनके समर्थकों की देश और मध्यप्रदेश के कानून में कोई आस्था और विशवास नहीं हैं।    कोलार पर निकली दोनों बाइक रैलियों के लिए क्या पुलिस और dm से इजाजत ली गई थी और विधायक शर्मा ने क्यों तोडा कानून इसका जवाब न विधायक रामेश्वर शर्मा के मीडिया प्रभारी शुभम पाठक  दे पाए और न इन रैलियों के आयोजक। 

Kolar News

Kolar News 16 August 2016

     स्वतंत्रता दिवस पर  सातवें वेतनमान की सौगात   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता दिवस पर राज्य के मुख्य कार्यक्रम में आयोजित ध्वजारोहण समारोह में राज्य के सरकारी कर्मचारियों को सातवें वेतनमान की घोषणा की। रोजगार की संभावनाओं को तलाशने के लिए रोजगार कैबिनेट का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पुलिस, जेल, नगर सेना के अधिकारियों व कर्मचारियों को विभिन्न राष्ट्रपति पदकों से सम्मानित भी किया।   मुख्यमंत्री ने लालपरेड मैदान स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ध्वजा रोहण कर प्रदेश की जनता को संबोधित किया। आसमान में तीन रंगों के गुब्बारों को छोड़ा। उन्होंने कहा कि रोजगार की संभावनाओं को तलाशने के लिए रोजगार कैबिनेट गठन के साथ ही इसके लिए अभियान भी चलाया जाएगा।   दैनिक वेतन भोगियों को स्थायी कर्मियों की तरह किया जाएगा और उन्हें नियमित कर्मचारियों की तरह वेतन-भत्ते, अनुकंपा नियुक्ति आदि मिलने लगे, यह किया जा रहा है। योग्य दैनिक वेतन भोगियों को दूसरे विभागों में समायोजित करने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।   मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को जहां सातवें वेतनमान की सौगात दी वहीं अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों को छठवें वेतनमान देने का भी ऐलान किया। कार्यभारित कर्मचारियों को उनकी मृत्यु के बाद आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों खरीदी गई प्याज के भंडार को अब गरीबों में मुफ्त में बंटने की भी स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम में ऐलान किया।  

Kolar News

Kolar News 15 August 2016

        स्वच्छता अभियान के नाम पर केन्द्र से मिल रही राशि पर प्रदेश के सरपंच मौज कर रहे हैं। एक हजार से अधिक ऐसे सरपंचों के नाम सामने आये हैं जिन्होंने 75 करोड़ से अधिक राशि का घोटाला कर दिया। घोटालेबाजों के मामले एसडीएम कोर्ट पहुंच गये हैं। जहां पेशी पर पेशी लग रही हैं।     पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्यसचिव राधेश्याम जुलानिया ने हर जिले का रिकार्ड तलब किया है। एसीएस के निर्देश पर संयुक्त आयुक्त राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ने सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को एक चिट्ठी जारी करते हुए हर पंचायत पर बकाया राशि का हिसाब-किताब मांगा गया है। स्वच्छता अभियान में कलेक्टर कितने गंभीर हैं, इसके लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने हर जिले का रिकार्ड तलब किया है। विभाग की जानकारी में आई है कि 1200 से अधिक ऐसे सरपंच हैं जिन्होंने शौचालय निर्माण के नाम पर राशि निकाल ली लेकिन शौचालय नहीं बने। भ्रष्टाचार और घपलों के प्रकरण एसडीएम कोर्ट में भेज तो दिये गये पर निराकरण में देरी हो रही है। कलेक्टरों ने भी इस ओर ध्यान देना कम कर दिया है।  खबर है कि राज्य शासन एक ऐसी रणनीति बना रहा है जिसमें कलेक्टरों की भूमिका तय की जायेगी। ऐसे कलेक्टरों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराया जायेगा जो स्वच्छता अभियान के नाम पर सुस्त  हैं। भ्रष्टाचार के आरोपी सरपंचों को जेल भेजने में नाकाम हैं।

Kolar News

Kolar News 12 August 2016

    4 बार गलत साबित हुई भारी वर्षा की चेतावनी     भारी बारिश की आशंका के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित करने के  मामले में कलेक्टर निशांत वरवड़े का लगातार मजाक बन रहा है। क्योंकि उन्होंने जब-जब छुट्टी की तब-तब बारिश नहीं हुई और धूप निकली। लेकिन, इस किरकिरी के पीछे मूल कारण 10 करोड़ रुपए खर्च कर लगाया गया डॉप्लर राडार है। इसी राडार से मौसम का पूर्वानुमान मिलता है। इसी आधार पर मौसम विभाग में रिपोर्ट बनती है और कलेक्टर छुट्टी घोषित कर देते हैं।   भोपाल कलेक्टर निशांत वरवडे ने पिछले डेढ़ माह में करीब 4 बार भारी बारिश की संभावना के चलते सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित की। सीजन में कई बार ऐसा हुआ कि छुट्टी घोषित की लेकिन उस दिन पानी नहीं बरसा। 6 और 7 अगस्त को बारिश के बाद भारी बारिश की चेतावनी के चलते सोमवार 8 अगस्त को स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई। इसके पहले भारी बारिश की चेतावनी के चलते कलेक्टर निशांत वरवड़े ने मंगलवार 2 अगस्त का अवकाश घोषित किया। वहीं 8 और 9 जुलाई को विद्यालयों में छुट्टी घोषित की गई।   भोपाल के मौसम केन्द्र में दस करोड़ की लागत से राडार लगा हुआ है। मौसम के न्द्र का कहना है कि इस राडार से एवियेशन के लिए फोरकास्ट होता है। भारी बारिश या तूफान की चेतावनी सिर्फ चार घंटे पहले जारी की जाती है। लेकिन मौसम केन्द्र की भारी वर्षा की चेतावनी पर सवाल खड़े होने लगे हैं। 7 अगस्त को केन्द्र ने अगले दिन भोपाल जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी थी। उस दिन पूरे जिले में बारिश नहीं हुई। हालांकि मौसम विभाग के अन्य पूर्वानुमान सही निकले।   यह मानसून बे्रक की स्थिति है। लिहाजा भोपाल में कभी धूप खिल रही है तो कभी घने बादल छा रहे हैं। मौसम केन्द्र के अनुसार 13 अगस्त के बाद मानसून फिर सक्रिय होगा। वैसे 24 घंटों में 6.5 मिमी बारिश हो ही गई। डॉ. अनुपम काश्यपी के अनुसार अपर एयर सर्कू लेशन और लो प्रेशर कमजोर पड़ गया है। फिर भी एक डीप डिपे्रशन उत्तर पश्चिम में की और बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से 13 अगस्त के बाद भोपाल में तेज बौछारें पड़ेंगी।

Kolar News

Kolar News 11 August 2016

  कलियासोत,केरवा सेंचुरी में शामिल नहीं    भोपाल में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने राज्य सरकार को नोटिस भेजकर पूछा है कि रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के चारों ओर 10 किलोमीटर के दायरे में चल रहीं 93 खदानों और क्रैशर्स क्यों न बंद कर दिए जाएं। एनजीटी ने 24 घंटे के भीतर शासन से इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। साथ ही सरकार ने ngt  में कहा है कि केरवा और कलियासोत डेम के क्षेत्र को सेंक्चुरी में शामिल नहीं किया जा सकता। सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।    एनजीटी ने अपने आदेश में कहा है कि रातापानी सेंक्चुरी एक 'ईको सेंसेटिव जोन' है। केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय (एमओईएफ) की ओर से वर्ष 2011 में बनाई गई गाइडलाइन में स्पष्ट किया गया है कि नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के ईको सेंसेटिव जोन से 10 किमी की दूरी तक खनन, निर्माण और औद्योगिक ईकाइयों की स्थापना नहीं की जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट भी इस संबंध में आदेश जारी कर चुका है। इस पर राज्य शासन की ओर से अधिवक्ता सचिन वर्मा और पीसीबी की ओर से अधिवक्ता पारुल भदौरिया ने सेंक्चुरी में खनन के संबंध में जवाब पेश किया था।   गौरतलब है कि रातापानी सेंक्चुरी के चारों ओर 10 किलोमीटर की परिधि में 93 खदानें और क्रैशर्स संचालित हैं। इनमें से 34 खदानें ऐसी हैं, जो सेंक्चुरी से 1.5 किलोमीटर की परिधि में मौजूद हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक इन खदानों और क्रैशर्स से सेंक्चुरी की ईकोलॉजी पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। धूल के गुबार और खनन के कारण हरित क्षेत्र कम हो रहा है। वहीं सेंक्चुरी में भारी वाहनों के अनियंत्रित प्रवेश से होने वाला शोरगुल वन्यजीवों को नुकसान पहुंचा रहा है।   संतोष भारती की ओर से दायर इस याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस दलीप सिंह ने कहा कि रातापानी को सरकार न तो टाइगर रिजर्व बनाना चाहती है, न ही वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के लिए जरूरी मानकों को पूरा कर रही है। ट्रिब्यूनल ने सरकारी वकील से पूछा कि रातापानी को लेकर आखिर सरकार का स्टैंड क्या है?   पिछली सुनवाई पर इंटरविनर अजय दुबे ने रातापानी सेंक्चुरी का एरिया बढ़ाने की मांग की थी। इस पर शासन ने एनजीटी में जवाब पेश किया है कि केरवा और कलियासोत डेम के क्षेत्र को सेंक्चुरी में शामिल नहीं किया जा सकता। सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। इसके साथ ही आसपास गांव में मौजूद 360 हैक्टेयर के छोटे झाड़ के जंगल को भी सेंक्चुरी में शामिल नहीं किया जा रहा है।  

Kolar News

Kolar News 10 August 2016

    भोपाल में दो दिन बाद फिर तेज बारिश की आशंका है अगर फिर भदभदा और कलियासोत डेम के सारे गेट खोलना पड़ गए तो कोलार इलाके का क्या होगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है। नेताओं ,बिल्डरों और अफसरों के एक नापाक गिरोह कलियासोत के किनारे बसे लोगों की जान के साथ खिलवाड़ क्र रहा है।  शहर में लगातार हो रही बारिश से रविवार को कलियासोत डेम के 8 गेट खुल गए। इससे कलियासोत नदी का जल स्तर बढ़ गया और उसके किनारे कोलार दामखेड़ा ए और बी सेक्टर में 150 झुग्गियों में पानी भर गया। घर खाली करने के अनाउंसमेंट सुनकर घबराए लोग सामान उठाकर झुग्गियों निकलने लगे।   महिलाएं बच्चों के लेकर भागी। इस बीच कुछ समाज सेवियों जिला व नगर निगम प्रशासन के बचाव दल ने 200 से ज्यादा लोगों को झुग्गियों से सुरक्षित बाहर निकाला। उन्हें खाली कराए स्कूलों में शिफ्ट किया गया। अगर नदी के दायरे में आ रहे घरों को प्रशासन बारिश से पहले शिफ्ट कर देता तो इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती। झुग्गियों में रहने वाले पांच बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बारिश से झुग्गियों पानी टपकने व भरने से रात भर लोग सो नहीं पाए। बच्चों की हालात देख बचाव दल ने 108 बुलाई, तब जाकर बच्चों को प्राथमिक इलाज दिया गया। कलियासोत नदी में बढ़ते पानी को देखते हुए कुछ लोग झुग्गियों के ऊपर चढ़ गए। झुग्गियों में कमर तक पानी भरने से लोगों का सामान खराब हो गया। बचा सामान लोगों ने ऊपर चढ़कर निकाला।   दामखेड़ा झुग्गियों में पानी भरने से बेघर हुए लोगों का हाल जानने एडीएम दिशा नागवंशी, क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा, एमआईसी सदस्य भूपेंद्र माली समेत प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। 2006 व 2013 वाली बाढ़ जैसी स्थिति बन चुकी है। बावजूद इसके प्रशासन व क्षेत्रीय विधायक कलियसोत नदी के आसपास बसी झुग्गियों में रहने वाले लोगों की स्थाई व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। सर्वधर्म ब्रिज से कलियासोत नदी के बढ़े जलस्तर को देखने पुल पर लोगों की भीड़ लग गई। युवक-युवतियां सेल्फी लेते रहे, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से यहां पुलिस का कोई जवान नहीं दिखा।   11 गेट खुले तो डूब जाएंगी सभी झुग्गियां दामखेड़ा ए व बी सेक्टर में करीब एक हजार झुग्गियां हैं। अभी 7 गेट खुलने से कलियासोत किनारे की झुग्गियां डूब गई हैं। यदि लगातार बारिश होती रही और एक साथ 11 गेट खुलने की नौबत आई तो सभी झुग्गियां डूब सकती हैं। साथ ही नदी किनारे सर्वधर्म, सागर प्रीमियम, शिरडीपुरम, सलैया, बांसखेड़ी, सनखेड़ी आदि कॉलोनियों में पानी भर सकता है। इसे देखते हुए अभी प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं।   स्थानीय निवासी संपत बाई और संगीत मालवीय ने कहा प्रशासन  ने कोई स्थाई व्यवस्था नहीं की है। हर बार जलभराव होने से बेघर हो जाते हैं। जिम्मेदारों आते हैं हाल जानकर चले जाते हैं, लेकिन स्थाई व्यवस्था नहीं करते। जया खरे ने बताया घर में कमर तक पानी भर गया। निकलकर जान बचाई। जब भी कलियासोत डेम के गेट खुलते हैं हमारी झुग्गियों में पानी भर जाता है।   कोलार फायर अमले के प्रभारी पंकज खरे ने बताया शनिवार-रविवार से कलियासोत नदी किनारे दामखेड़ा ए व बी सेक्टर की झुग्गियों में रह रहे लोगों को निकालने का काम किया गया। लाइव जैकेट, ट्यूब समेत अन्य बचाव सामग्री के साथ पूरा बचाव अमला मौजूद रहा। डेम के गेट खुलने से कलियासोत नदी किनारे बनी झुग्गियों में पानी भर गया। जिला व नगर निगम की टीम दामखेड़ा में डटी रही। झुग्गियों में रहने वाले लोगों को बाहर निकलवाया।  

Kolar News

Kolar News 9 August 2016

    शनिवार देर रात से राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। रविवार को भी भोपाल में झमाझम बारिश का सिलसिला सुबह से चालू हुआ, जो दोपहर तक जारी रहा। लगातार बारिश के कारण आज फिर भदभदा के 4 और कलियासोत डेम के 5 गेट खोलने पड़े। मौसम विभाग के अनुसार ट्रफ लाइन सेंट्रल मप्र के गुना, सागर से होकर अरब सागर तक जा रही है। इस कारण पूरे प्रदेश में कुछ जिलों को छोड़कर जोरदार बारिश हो रही है।    संभावना है कि यह सिलसिला आने वाले दो दिनों तक जारी रहेगा। मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने बताया कि एक हवा का चक्रवात झारखंड के ऊपर बना हुआ है। संभावना है कि यह चक्रवात सोमवार को नीचे आएगा, जिससे और बारिश मप्र में गिरेगी। ट्रफ लाइन के सेंट्रल मप्र से गुजरने के कारण चंबल, बुंदेलखंड और बघेलखंड सहित अलीराजपुर व झाबुआ में औसत कम बारिश होगी। बाकी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। विभाग का कहना है कि आज दिनभर भोपाल में बारिश होने की उम्मीद है।   नर्मदा उफान पर बरगी और तवा बांध के गेट खुलने से इंदिरासागर के जलाशय में 4200 क्यूमेक्स पानी की आवक हो रही है। इंदिरासागर बांध का जलस्तर 260 मीटर बनाए रखने के लिए 16 गेट खोले गए हैं। ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खुलने और पूरी क्षमता से टरबाइन चलने के कारण नर्मदा के निचले क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। ओंकारेश्वर में नर्मदा का जलस्तर 166 मीटर तक पहुंचने से सभी घाट जलमग्न हो गए हैं।  

Kolar News

Kolar News 7 August 2016

      'आखिर कलियासोत नदी के 33 मीटर के दायरे तक नो कंस्ट्रक्शन जोन में झुग्गियां, कच्ची बस्ती और कॉलोनियां कैसे बस गईं? इनको परमिशन किसने दी है? नगर निगम और जिला प्रशासन इस बात की जांच करें कि कौन-कौन सी बस्तियां जलभराव क्षेत्र में आ रही हैं। उनके पुनर्वास और विस्थापन के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए।'   नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने कलियासोत नदी मामले में सुनवाई के दौरान शुक्रवार को यह आदेश दिए हैं। ट्रिब्यूनल ने नगर निगम और जिला प्रशासन पर नाराजगी जताई। साथ ही जल संसाधन विभाग और नगर निगम से कहा है कि कलियासोत नदी के किनारे इस मानसून में बाढ़ की जांच करें कि यह प्राकृतिक पानी था या फिर डेम से छोड़ा गया पानी। यहां कॉलोनी, बिल्डिंग प्रोजेक्ट और शैक्षणिक संस्थान नदी से कितनी दूरी पर हैं। आदेश के पालन के लिए पांच सप्ताह की मोहलत दी गई है। अगली सुनवाई 14 सितंबर को होगी।   एनजीटी ने मीडिया में प्रकाशित खबरों का हवाला देते हुए कहा कि इनसे यह बात सामने आई है कि कच्ची बस्ती और स्लम क्षेत्र नदी के किनारे जलभराव क्षेत्र में हैं। इससे उनके बाढ़ में बहने का खतरा बना हुआ है। प्रथम दृष्टया देखकर लग रहा है कि यह बस्तियां नदी से 33 मीटर के दायरे में ही हैं।   मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपी पीसीबी) ने कलियासोत नदी के किनारे बनीं 24 कॉलोनियों और बिल्डिंग प्रोजेक्ट्स की रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया गया कि सिर्फ पांच कॉलोनियों में ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए गए हैं, जबकि बाकी में सेप्टिक टैंक और गड्ढा कर छोड़ दिया है। इनमें सीवेज के ट्रीटमेंट की कोई व्यवस्था नहीं है। गंदा पानी सीधे ड्रेनेज लाइनों में छोड़ा जा रहा है, जो कलियासोत नदी में मिल रहा है। इस रिपोर्ट पर ट्रिब्यूनल ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और नगर निगम को आदेशित किया है कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।     याचिकाकर्ता डॉ. सुभाष सी. पांडेय ने कलियासोत नदी में छोड़े जा रहे कॉलोनियों के गंदे पानी और 33 मीटर ग्रीन बेल्ट को बचाने के लिए एनजीटी में याचिका लगाई थी। इस पर सुनवाई के बाद 20 अगस्त 2014 को अंतिम आदेश हुए थे। इसमें कहा गया था कि नदी से 33 मीटर दूर तक ग्रीन बेल्ट को नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित किया जाए। सीमांकन कर मुनारे लगाई जाएं। नदी में कॉलोनियों का गंदा पानी न मिले। इसके लिए सभी कॉलोनियों में एसटीपी सुनिश्चित कराया जाए। इस दौरान ट्रिब्यूनल ने यह सुझाव दिया कि बिल्डर, रहवासी व सहकारी समितियों, कॉलोनाइजरों से जनभागीदारी से एसटीपी का निर्माण कराया जा सकता है।   सीमांकन के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन, टीएंडसीपी की टीम गठित हुई, लेकिन सीमांकन व मुनारे लगाने का काम पूरा नहीं हुआ। 33 मीटर दायरे में कितने मकान आ रहे हैं, पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई। एसटीपी के लिए भी कोई प्रयास नहीं किए गए।   सर्वधर्म ए-बी सेक्टर, दामखेड़ा ए-बी सेक्टर, मंदाकिनी, शिरडीपुरम क्षेत्र में बिल्डिंग व मल्टीस्टोरी बनी हैं। नदी को बाउंड्रीवॉल बनाकर डायवर्ट किया गया है। यदि कलियासोत बांध के सभी 11 गेट खुलते हैं तो बाढ़ के कारण झुग्गियां बहने और मिट्टी के कटाव से नदी किनारे बनी कॉलोनियों के गिरने का खतरा है।

Kolar News

Kolar News 6 August 2016

     राजधानी में पिछले दिनों हुई बारिश के कारण कलियासोत बांध के लबालब भरने से इसके किनारे की बस्तियों में पानी भरने की आशंकाओं की खबरों के आधार पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने संज्ञान लिया है। एनजीटी ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को तुरंत बांध किनारे की आवासीय बस्तियों के भौतिक सत्यापन के आदेश दिए हैं और इस मुद्दे पर अगली पेशी 14 सितंबर को बुलाई है।   शहर में बारिश के कारण कलियासोत बांध के गेट खोले जाने से इसके किनारे स्थित आवासीय बस्ती में रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई थी और कई परिवारों को सरकारी स्कूल में शिफ्ट किया गया था। बारिश के कारण बांध के ज्यादा गेट खुलने पर बस्तियों में पानी भरने की आशंका जताई जाने लगी थी और आज एनजीटी में इसको लेकर गंभीर चिंता जाहिर की गई।    एनजीटी ने जहां जल संसाधन विभाग को तुरंत भौतिक सत्यापन करने के आदेश दिए हैं, वहीं जिला प्रशासन को बांध के जल भराव वाले 33 मीटर के क्षेत्र पर सख्ती से पालन कराने को कहा है। एनजीटी ने इस क्षेत्र को नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित कर निर्माणकार्यों को रोकने या नहीं होने देने के आदेश भी किए हैं।   एनजीटी ने कलियासोत बांध किनारे की इस स्थिति पर सभी संबंधित पक्षों से रिपोर्ट मांगी है। जल संसाधन विभाग, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित सरकारी विभागों को 14 सितंबर को रिपोर्ट के साथ बुलाया है।  

Kolar News

Kolar News 5 August 2016

  नदी किनारे बनी कॉलोनियां में अलर्ट    राजधानी में हो रही जोरदार बारिश से बड़ा तालाब लबालब हो चुका है। बुधवार सुबह 9 बजे भदभदा का एक गेट खोल दिया गया। इसके बाद सुबह 9.30 बजे कलियासोत डेम का एक गेट खोला गया। फिर 11.15 बजे कलियासोत डेम का दूसरा गेट भी खोल दिया गया। कलियासोत नदी में जल स्तर बढ़ने से ऐहतियात के तौर पर कोलार की निचली बस्तियों में नगर निगम ने अलर्ट जारी किया। दामखेड़ा ए और बी सेक्टर में नदी किनारे बनी दो दर्जन झुग्गियों से लोगों ने खुद ही सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पनाह ले ली। निगम अफसरों ने बताया कि यदि ज्यादा बारिश हुई तो रात को ज्यादा गेट खोले जा सकते हैं। कलियासोत नदी के किनारे बनी करीब एक दर्जन कॉलोनियों के लोग चिंतित हैं। चिंता इस बात की है यदि भारी बारिश हुई तो कलियासोत के सभी 11 गेट खुल सकते हैं। इससे दामखेड़ा ए, बी सेक्टर सहित, मंदाकिनी, शिरडीपुरम सहित बांसखेड़ी, सनखेड़ी, सलैया, हिनौतिया आलम में जल भराव की आशंका है।   एनजीटी ने नदी के 33 मीटर दूर तक अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। नदी के ग्रीन बेल्ट का सीमांकन कराने, मुनारें लगाने को कहा था, लेकिन नदी के ग्रीन बेल्ट के दायरे में आने वाले मकान अभी भी हैं। ऐसे में यदि 11 गेट खुलते हैं तो जल भराव की आशंका है।   साल 2004 में प्रशासन ने संजय नगर की करीब 150 झुग्गियों को दामखेड़ा बी सेक्टर में विस्थापित किया था। अब अतिक्रमण के कारण कलियासोत नदी के जलभराव वाले क्षेत्र में अतिक्रमण होने से 300 से ज्यादा झुग्गियां तन गईं। दाखेड़ा ए सेक्टर में हजार के करीब झुग्गियां हैं। जिनमें कई ऐसी हैं, जो कलियासोत के जलभराव में आती हैं।   कोलार का दामखेड़ा ए और बी सेक्टर बुधवार सुबह 9 बजे हैं। नगर निगम प्रशासन के फायर बिग्रेड अमले के कर्मचारी कलियासोत नदी से सटी झुग्गियों में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट होने का एनाउंसमेंट कर रहे हैं। कलियासोत नदी में जल स्तर बढ़ने का एनाउंसमेंट सुन हड़कंप मच गया। अपने आशियाने डूबने के डर से लोगों के चेहरे पर घबराहट साफ दिख रही थी। बाढ़ से बचने सुबह 10 बजे से लोग खुद ही सामान दूसरी जगह रखवाने लगे। लोगों को हटाने के लिए मौके पर जिला व नगर निगम प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा। कोलार का फायर बिग्रेड के प्रभारी पंकज खरे व अन्य कर्मचारी एनाउंसमेंट करते रहे। जिला प्रशासन की तरफ से पटवारी अमित दीक्षित मौजूद रहे। दोपहर डेढ़ बजे जोन-18 प्रभारी शैलेंद्र चौहान पहुंचे।   कोलार फायर अमले के प्रभारी पंकज खरे कहते हैं  डेम के गेट खुलने से कलियासोत नदी में पानी बढ़ जाता है। दोनों जगह एनाउंसमेंट किया है। लोगों ने खुद ही सामान निकालकर दूसरी जगह रख लिया। लोगों को ठहराने के लिए दो स्कूलों में व्यवस्था की गई है।  

Kolar News

Kolar News 4 August 2016

      राजधानी और आसपास के क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण बड़ी झील और कलियासोत नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते दोनों पर बने बांध लबालब भर गए हैं और उनसे पानी छोड़ने के लिए गेट खोले जाने का क्रम जारी है।   भोपाल की बड़ी झील में लगातार हो रही बारिश के कारण कोलांस नदी और नालों से काफी तेजी से पानी पहुंच रहा है। जुलाई के बाद अगस्त में भी बड़ी झील पर बने भदभदा बांध के गेट खोले जा रहे हैं। आज सुबह नौ बजे से बांध के एक गेट को खोला गया है। इसमें 12 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा रहा है जो केरवां डेम में पहुंच रहा है।   इसी तरह कलियासोत नदी में भी तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है। इस कारण कलियासोत बांध के एक गेट को आज सुबह साढ़े दस बजे खोला गया था जिसमें से 63 क्यूमेक पानी प्रति घंटा छोड़ा गया। इसके बाद भी जब बांध में पानी पहुंचने की रफ्तार तेज रही तो एक घंटे बाद साढ़े ग्यारह बजे दूसरे गेट को खोला गया। इस प्रकार दोनों गेट से बांध में से 126 क्यूमेक पानी छोड़ा गया।

Kolar News

Kolar News 3 August 2016

  कोलार के दामखेड़ा में  अलर्ट   झमाझम बारिश की वजह से अगस्त के पहले ही दिन कलियासोत, भदभदा और केरवा डेम के गेट खोले गए। तीन साल बाद ऐसी स्थिति बनी है जबकि एक साथ ही तीन डेम के गेट खुले हैं। इससे पहले 12 अगस्त 2013 को तीनों डेम के गेट एक साथ खोले गए थे।   बड़े तालाब का जल स्तर एफटीएल 1666.80 के बराबर पहुंचते ही शाम 4 बजे भदभदा के दो गेट खोले गए। इसके बाद लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण शाम 5 बजे तीन गेट और खोल दिए गए। इस तरह इस सीजन में पहली बार पांच गेट खुले रहे। शाम 7.30 बजे तक जल स्तर में कमी आने के बाद दो गेट बंद कर दिए गए।   बड़े तालाब का पानी कलियासोत डेम पहुंचने के बाद इसका जल स्तर भी एफटीएल 505.67 मीटर के बराबर हो गया। इसके बाद रात 8.30 बजे एक गेट खोला गया। एक घंटे बाद 9.30 बजे तक दूसरा गेट भी खोल दिया गया। हालांकि रात 10.30 बजे तक भदभदा और कलियासोत डेम के सिर्फ एक-एक गेट ही खुले थे। निगम अधिकारियों के अनुसार सुबह तक यही स्थिति रहने की उम्मीद है। लेकिन केचमेंट में पानी बढ़ने के आधार पर गेट की संख्या बढ़ाई जाएगी। इधर, केरवा डेम का जल स्तर बढ़ने के कारण छह गेट खुल गए।   दामखेड़ा में किया अलर्ट इधर, कलियासोत डेम के गेट खुलने के बाद कलियासोत नदी में जल स्तर बढ़ गया। इससे पहले निगम प्रशासन की टीम ने कोलार में नदी के किनारे दामखेड़ ए और बी सेक्टर में तैनात होकर झुग्गी वासियों को अलर्ट कर दिया।   कलियासोत से अगले तीन साल मिल सकेगा सिंचाई के लिए पानी - कलियासोत से होशंगाबाद रोड, बर्रई, छान, रापड़िया समेत कई गांवों में सिंचाई होती है। अब डेम से अगले तीन सालों के लिए यहां पानी मिल सकेगा।  

Kolar News

Kolar News 2 August 2016

  उच्च शिक्षा मंत्री बी.यू. के स्थापना दिवस समारोह में      उच्च शिक्षा मंत्री  जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि शैक्षणिक केलेण्डर का कठोरता से पालन किया जाये। शैक्षणिक गुणवत्ता को आधार बनाकर कक्षा में अध्यापन के लिये काम हो। श्री पवैया ने यह बात बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के 46वें स्थापना दिवस समारोह में कही। उन्होंने कहा कि परीक्षा समय पर हो और परिणाम भी समय पर आये। शिक्षकों की उपस्थिति और विद्यार्थियों के शिक्षा का स्तर उच्च होना चाहिये।   श्री जयभान सिह पवैया ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया और नियुक्ति में पारदर्शिता के साथ काम हो। ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन, अध्यापक और विद्यार्थी मिलकर उच्च शिक्षा को शिक्षा जगत में नई ऊँचाई पर पहुँचाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि परितर्वन से गुणवत्ता में सुधार आता है। इसका आधार विद्यार्थियों की कक्षा से ही शुरू होना चाहिये।   श्री पवैया ने कहा कि छात्रों और कर्मचारियों को अपनी बात रखने का नैसर्गिंक अधिकार है, लेकिन शिक्षा का माहौल नहीं बिगड़ना चाहिये। उन्होंने छात्रों से पाठ्यक्रम में शिक्षण गुणवत्ता और परिवर्तन के लिये सुझाव भी माँगे। उन्होंने कहा कि छात्र अपनी राय सीधे उनको भेज सकते हैं। पाठ्यक्रमों को रिवाइज करने का काम किया जायेगा। रोजगारमूलक शिक्षा की जरूरत है कौशलयुक्त युवा तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। साथ ही नैतिक शिक्षा देने की भी जरूरत है। अगले सत्र् से प्रयास होगा कि यह भी पाठ्यक्रम में शामिल हो।   श्री पवैया ने कहा कि शिक्षा और विद्या अलग-अलग है। शिक्षा पाठ्यक्रम का भौतिक ज्ञान है, जो डिग्री-डिप्लोमा दिलवाती है। वहीं विद्या विद्यार्थी को विद्यावान बनाकर अंतर शक्ति देती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी के व्यक्तित्व को तराशने का काम शिक्षकों को करना चाहिये। उनमें शिष्टाचार, आत्मविश्वास, सकारात्मक ऊर्जा का संचार होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कठिन दौर से निकलकर बढ़ने वाले व्यक्ति इतिहास रचते हैं।   मंत्री श्री पवैया ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले विद्यार्थियों और 25 वर्ष की सेवा देने वाले अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षकों को सम्मानित किया। श्री पवैया ने प्रो. आशा शुक्ला, प्रो. एस.एन.चौधरी और प्रो. अशोक मुंजाल की पुस्तकों का विमोचन भी किया।   समारोह में कुलपति  एम.डी.तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। शिक्षक संघ अध्यक्ष  नीरजा शर्मा और कर्मचारी संघ अध्यक्ष  सुधीर ठाकरे ने भी अपनी बात रखी। डॉ. एच.एस. त्रिपाठी ने अभार माना।  

Kolar News

Kolar News 1 August 2016

  एक को पहुंचेगी कोलार    हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा की कांवड़ यात्रा शनिवार को अलसुबह होशंगाबाद के प्रसिद्ध सेठानी घाट से शुरू हुई। यहां से कांवड़िए अपनी कांवड़ में नर्मदा जल भरकर भोपाल की ओर रवाना हो गए हैं। कंधों पर आस्था की कांवड़ उठाए कांवड़िए होशंगाबाद से 111 किमी पैदल चलकर एक अगस्त को भोपाल में लालघाटी स्थित गुफा मंदिर पहुंचेंगे। कांवड़ यात्रा 1 अगस्त को गेहूंखेड़ा, नयापुरा, ललिता नगर, सर्वधर्म,बीमाकुंज, बिट्टन मार्केट व लालघाटी होते हुए गुफा मंदिर पहुंचेगी। यहां नर्मदा के जल से ही भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा।   संस्था कर्मश्री के अध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि गुफा मंदिर में श्रावण सोमवार 1 अगस्त को कांवड़ जल से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया जाएगा। कांवड़ यात्रा के माध्यम से धर्म, समाज, प्रकृति और राष्ट्र के प्रति जनजागरण के संकल्प करवाते हैं। इस बार भी परंपरानुसार कांवड़ यात्रा में शामिल कांवडि़ए स्वच्छता का संदेश देते हुए चलेंगे, साथ ही बेटी, गोवंश, जल बचाओ, वृक्ष लगाओ, धर्म चेतना, राष्ट्र चेतना और नशामुक्त भारत का संदेश लेकर यात्रा की जाएगी।   विधायक शर्मा ने बताया कि रास्ते में कांवड़ यात्री पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने कई उचित स्थानों पर पौधरोपण भी करेंगे। साथ ही वे लोगों को बेटी बचाने व गौ वंश की सुरक्षा का संदेश देते हुए आगे बढ़ेंगे। संस्था द्वारा 29 जुलाई को हिरदाराम नगर में चुनरी यात्रा निकाली गई। दोपहर 12 बजे सीहोर नाका से शुरू होकर यह यात्रा संत हिरदाराम जी की कुटिया पहुंची। यहां से सभी यात्री ट्रेन से होशंगाबाद पहुंचे। शनिवार को सभी भक्त मिलकर मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाई।    कांवड़ यात्रा 1 अगस्त को गेहूंखेड़ा, नयापुरा, ललिता नगर, सर्वधर्म,बीमाकुंज, बिट्टन मार्केट व लालघाटी होते हुए गुफा मंदिर पहुंचेगी। गौरतलब है कि संस्था कर्मश्री की कांवड़ यात्रा का ये लगातार 9वां साल है।

Kolar News

Kolar News 30 July 2016

    कोलार निवासी रमेश आर्य की पत्नी  शोभा सोमवार को पेट में तेज दर्द होने पर 108 को कॉल किया गया। इमरजेंसी रिस्पांस ऑफिसर ने कॉल अटेंड किया। कुछ देर में एम्बुलेंस भेजने का दावा किया गया। लेकिन 25 मिनट तक एम्बुलेंस नहीं पहुंची तो वे कैब से पत्नी  को अस्पताल ले गए। रमेश का कहना है कि 35 मिनट बाद एमपी नगर की एम्बुलेंस उनके घर पहुंची देरी का कारण पूछने पर बताया गया कि कोलार की एम्बुलेंस खराब हो गई है।    हादसे के घायलों और दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजाें को त्वरित इलाज देने चलाई जा रही एंबुलेंस 108 सेवा की सेहत ठीक नहीं है। हबीबगंज और कोलार इलाके की एंबुलेंस ने तो दो सप्ताह पहले ही जवाब दे दिया। खराब खड़ी हैं। इससे दोनों इलाकों के रहवासियों को इमरजेंसी में मिलने वाला इलाज 30 ये 45 मिनट की देरी से मिल रहा है। जबकि एंबुलेंस संचालन एजेंसी के अफसर अगले दो दिन में खराब एंबुलेंस का संचालन शुरू करने का दावा कर रहे हैं।    कुछ दिन की दिक्कत थी, एक-दो दिन में सही हो जाएगी    कोलार सहित कुछ एम्बुलेंस में टेक्निकल दिक्कत थी। कुछ दिनों से कोलार रोड की एम्बुलेंस बंद थी। जो पार्ट खराब हैं, उनके आॅर्डर दे दिए गए हैं। टायर भी आ गए हैं। एक-दो दिन के भीतर गाड़ी ऑनरोड हो जाएगी। मरीजों के लिए आसपास की एम्बुलेंस का सहारा लिया जा रहा है। -सुनील कुमार, सीसीओ, 108 एम्बुलेंस    सेल्फ खराब होने से दिक्कत    धक्का देकर करते हैं स्टार्ट    हबीबगंज की एडवांस लाइफ सपाेर्ट एंबुलेंस का सेल्फ खराब हो गया है। इसे स्टार्ट करने से पहले ईएमटी को थाने से दो लोगों को बुलवाकर धक्का लगवाना पड़ता है। इसके चलते यह एंबुलेंस भी मरीज तक समय पर नहीं पहुंच पाती। वहीं बागसेवनिया एंबुलेंस बीते एक महीने में अस्पताल से थाने के बीच पांच बार पंचर हुई है। इसके टायर खराब हैं। प्रबंधन ने टायर तो खरीद लिए लेकिन इंस्टालेशन नहीं हो सका है।    हबीबगंज और कोलार की हालत    3 दिन में नहीं बदल सके रिम  शहर में 12 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का संचालन हो रहा है। इनमें से हबीबगंज और कोलार एंबुलेंस का संचालन बंद है। इसकी वजह हबीबगंज की एंबुलेंस का एक्सीडेंट के बाद खराब होना है। ऐसी ही स्थिति कोलार क्षेत्र की एंबुलेंस की है। एक्सल खराब होने के कारण इसे बंद कर दिया गया है। प्रबंधन ने एक पहिए के खराब रिम को बदलने के लिए स्टाफ को तीन दिन पहले से नया रिम दिया हुआ है, जिसे अब तक नहीं बदला जा सका है।     हर गाड़ी पर महीने में एक लाख रुपए खर्च  चार लाख किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर चुकी हैं। एक एम्बुलेंस की लाइफ दो लाख किलोमीटर। 

Kolar News

Kolar News 28 July 2016

    हुज़ूर विधानसभा से विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता  रामेश्वर शर्मा ने  स्लाटर हाउस  के विरोध में फेसबुक पर प्राप्त जनमत से अवगत कराने के लिये भोपाल कलेक्टर को पत्र लिखा ।    एन जी टी के निर्देश पर नगर निगम भोपाल जहांगीराबाद स्थित स्लाटर हाउस का स्थान परिवर्तन कर हुज़ूर विधानसभा के मुगालिया कोट ले जाने की तैयारी में है । जिसका स्थानीय नागरिक , जनप्रतिनिधि पुरजोर विरोध कर रहे है । गौरतलब है कि स्थानीय हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने स्लाटर हाउस  के विरोध में हर फोरम पर अपनी बात रखी उन्होंने 21 जुलाई को अपने फेसबुक एकाउंट से एक पोस्ट शेयर कर भोपाल वासियो से  ''क्या भोपाल में स्लाटर हाउस  बनाना जरूरी है ?'' से आम नागरिक की राय मांगी थी ।    देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गयी । इस पोस्ट को अभी तक 2500 लोगो ने लाइक किया , 3500 हज़ार लोगो ने इसपर अपनी राय व्यक्त करते हुए स्लाटर हाउस का विरोध किया । श्री शर्मा की यह पोस्ट 150 लोगो द्वारा शेयर भी की गयी है जिनपर लोगो द्वारा ओर प्रतिक्रियाएं भी दी गयी है । आज श्री शर्मा ने फेसबुक पर प्राप्त सभी 3500 कमेंट की एक प्रति स्लाटर हाउस  के विरोध में भोपाल के आम जन की आवाज के रूप में एक पत्र के माध्यम से भोपाल कलेक्टर  निशांत वरवड़े को दी ।

Kolar News

Kolar News 26 July 2016

  366 करोड़ की सड़कों के बुरे हाल     शहर में हुई बारिश ने सड़कों की पोल खोल कर रख दी है। बारिश से पहले शहर में लगभग 366 करोड़ की सड़कें बनायी थी, लेकिन जोरदार बारिश के बाद उनका डामर गायब हो गया और उस पर बिछी डस्ट ने उसकी पोल खोल दी। कुछ इलाकों में गड्ढे भरे गए हैं तो कुछ में रेत डालकर डामर की परत बिछाकर करप्शन को छुपाने की कोशिश की जा रही है, पर गिट्टी के ढेर हकीकत बयां कर रहे हैं।     कोलार ,अयोध्या बायपास, पुलपुख्ता से अल्पना तिराहा, बस स्टैंड से पुतली घर, चेतक ब्रिज से आरआरएल तिराहे तक, जहांगीराबाद से लेकर काली मंदिर तक, पुलिस कंट्रोल रूम के सामने सहित अन्य सड़कों का नवीनीकरण किया  गया था। इनमें डामर कम  डाला गया।   रिपेयरिंग के लिए करोड़ों की जुगत: अब रिेपेयरिंग के लिए सभी संबंधित एजेंसियों द्वारा प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। एक बार फिर करोड़ों रुपए खर्च होंगे, लेकिन उन ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जिन्होंने घटिया सड़क का निर्माण किया था।   शहर में नगर निगम, सीपीए, बीडीए, पीडब्ल्यूडी सहित दर्जन भर एजेंसियां सड़कें बनाती हैं। कलेक्टर ने सभी निर्माण एजेंसियों से सड़कों की रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपने के निर्देश दिए थे, लेकिन पीडब्ल्यूडी और स्टेट हाईवे को छोड़ किसी भी एजेंसी ने कलेक्टर के निर्देश का पालन नहीं किया। पीडब्ल्यूडी ने करीब 50 और स्टेट हाईवे ने लगभग एक दर्जन सड़कों की सूची कलेक्टर को सौंपी है, लेकिन नगर निगम और सीपीए की सूची नहीं आई है। 

Kolar News

Kolar News 23 July 2016

    महापौर की दो टूक नसीहत      भोपाल में बाढ़ से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों की एक सामूहिक बैठक नगर निगम के माता मंदिर कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में महापौर आलोक शर्मा, निगमायुक्त छवि भारद्वाज, अपर आयुक्त जीपी माली, सीपीए के ईई जवाहर सिंह सहित पीडब्ल्यूडी, हाउसिंग बोर्ड, बीडीए सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।  महापौर ने कहा कि सभी संबंधित संस्थाओं को आपदा से निपटने के लिए सामंजस्य से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां ड्रेनेज बनना हैं, नाला क्रास बनना है या रोड निर्माण किया जाना है। इसकी एक समग्र जानकारी इक्ट्ठी की जाए ताकि यहां काम हो सके। महापौर ने कहा कि कई आवास जर्जर हैं और नाले पर बनाए गए हैं, जिससे कभी भी आपदा खड़ी हो सकती है।  इसके बाद हाउसिंग बोर्ड ने कहा कि वह अपने जर्जर मकानों की सूची नगर निगम को सौंपेगा। तत्पश्चात नगर निगम इन्हें नोटिस जारी करेगा। इसके साथ ही बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। तय हुआ कि शीघ्र ही उन क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया जाएगा, जहां नाले पर मकान बनाए गए हैं।  

Kolar News

Kolar News 20 July 2016

    कलियासोत-केरवा के जंगलों में नहीं उड़ेगा ड्रोन     मौसम सुहाना होने के बाद अब राजधानी से जुड़े केरवा और कलियासोत क्षेत्र के जंगलों में बाघों की टेराटेरी में सेंध लगाने वालों के खिलाफ वन विभाग सख्त कार्यवाही करने जा रहा है। यहां पर लगातार उड़ान भर रहे ड्रोन बाघ के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। इसे लेकर वन विभाग के आला अधिकारी भी परेशान हैं। लेकिन ड्रोन पर पाबंदी नहीं लग पा रही है। विभाग ने जंगलों में ड्रोन उड़ाने वालों पर कार्यवाही के लिए प्रशासन से भी सहयोग मांगा है। राजधानी में एक दर्जन से ज्यादा लोग महज दो हजार रुपए में किराए पर ड्रोन उपलब्ध करा रहे हैं। इससे बाघों की निजता प्रभावित हो रही है। वन्यप्राणियों की सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग वह ईको टूरिज्म के प्रोजेक्ट पर भी लगाम लगाएगा।     वन विभाग के सूत्र बताते हैं कि ड्रोन की मदद से क्षेत्र में सक्रिय बाघ टी-वन, तेंदुए सहित अन्य जंगली जानवरों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वे कहां आराम करते हैं, कहां पानी पीते हैं, शिकार कब करते हैं और कहां से नियमित निकलते हैं। ऐसी तमाम जानकारी ड्रोन उड़ाने वालों के पास मिल जाएगी और इसका भरपूर प्रचार भी हो रहा है। इससे बाघ के मूवमेंट के दौरान कलियासोत क्षेत्र में पर्यटकों की भीड़ लगने लगी है। राजधानी ही नहीं, बाघ को देखने के लिए लोग बाहर से भी आने लगे हैं, जिन्हें अब जंगल में जाने से रोकना मुश्किल हो रहा है। इस भीड़ में कौन शिकारी है, कौन शिकार की नीयत से आया है, पता नहीं किया जा सकता है।   भोपाल के नजदीक बाघों की संख्या में एक बार फिर से बढ़ोतरी के आसार हैं। वन विभाग के गश्ती दल की नजर बाघिन टी-2 द्वारा जन्मी बाघिन टी-13 पर है जो  बच्चों को जन्म देने के लिए नया ठिकाना ढूंढ़ रही है। शावक कहीं शिकारियों के हाथ न लग जाएं इसलिए इनकी चौकसी की विशेष व्यवस्था की जा रही है। समरधा में टी-21 चार शावकों के साथ मूवमेंट पर है।  इसके अलावा औबेदुल्लागंज के जंगलों में भी एक और  बाघिन  शावकों के साथ कैमरे में ट्रैप हुई है। इसके बाद समरधा, केरवा और कलियासोत के जंगलों में वन रक्षकों की गश्त तेज कर दी गयी है।  

Kolar News

Kolar News 19 July 2016

      शिवराज सिंह चौहान अक्सर सोचता हूं कि एक तरफ दुनिया में सुख सुविधायें बढ़ रही हैं और मनुष्य दिनों-दिन प्रगति के नये आयाम रचता जा रहा है, वहीं उसके जीवन में आनंद का आभाव क्यो? असहिष्णुता, हिंसा, निराशा, अवसाद, आत्महत्या आदि जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियांे के बढ़ने के कारण क्या?   पूरी दुनिया आज आनंद की खोज में है। भूटान में 70 के दशक से ही नेशनल हैप्पीनेस इंडेक्स की अवधारणा लागू है। हाल ही में यू.ए.ई. ने हैप्पीनेस मिनिस्ट्री की स्थापना की है। यू.एन. भी इस दिशा में लगातार काम कर रहा है कि दुनिया में खुशहाली या आनंद किस प्रकार बढ़े। मध्यप्रदेश में भी हमने आनंद विभाग की स्थापना का निर्णय लिया है।   विचार करता हूं तो इस निष्कर्ष पर पहुंचता हूं कि भौतिक सुख-सुविधाओं से आनंद की प्राप्ति नहीं हो सकती। इनसे सुख मिल सकता है, लेकिन आनंद नहीं है। आनंद कुछ और बड़ी एवं गहरी अनुभूति है। हमारे देश में युगों से मनीषियों एवं चिंतकों ने इस दिशा में गहरा चिंतन किया। योग और ध्यान जैसी कुछ अनूठी विधियां भी विकसित कीं, जो मनुष्य को आनंद की प्राप्ति में सहायक होती रही हैं। हमारे मनीषियों का मानना है कि आनंद बाहर से नहीं आता, वह हमारी सहज और स्वाभाविक अवस्था है। इसे विभिन्न परिस्थितियों तथा हमारे अपने मनोविकारों ने दबा दिया है।   ईर्ष्या, राग, द्वेष, क्रोध, मत्सर, लोभ, अहंकार आदि मानस रोग आनंद की प्राप्ति में सबसे बड़ी बाधा हैं। इन मानस रोगों से छुटकारा पाते ही मनुष्य के अंदर सहज ही सदा रहने वाले आनंद के सोते फूट पड़ते हैं। इन मानसिक व्याधियों को दूर करने में योग, ध्यान, प्राणायाम, भक्ति, अध्ययन, संगीत, खेलकूद आदि सहायक होते हैं।   यह तो रही भारतीय मनीषियों की सोच। अब हम अन्य देशों में हैप्पीनेस, प्रसन्नता अथवा आनंद के पैमानों पर भी विचार करें। भूटान में मनोवैज्ञानिक खुशहाली, स्वास्थ्य, शिक्षा, समय का उपयोग, सांस्कृतिक विविधता एवं सामंजस्य, सुशासन, सामुदायिक सक्रियता, प्राकृतिक विविधता एवं सामंजस्य और जीवन स्तर को सकल राष्ट्रीय आनंद को मापने का पैमाना माना गया है।   अमेरिका के अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान ने ग्रॉस नेशनल वेलनेस की अवधारणा को अपनाया है। इसमें मानसिक एवं भावनात्मक सकुशलता, शारीरिक स्वास्थ्य, कार्य एवं आय, सामाजिक संबंध, आर्थिक प्रगति और अवकाश तथा रहने के वातावरण आदि को पैमाना माना गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने हैप्पीनेस इंडेक्स में प्रति व्यक्ति सकल घरेलु उत्पाद, स्वस्थ दीर्घ जीवन, परस्पर सहयोग, परस्पर विश्वास, निर्णय लेने की स्वतंत्रता और उदारता को शामिल किया गया है।   ये सभी बातें मनुष्य के जीवन में सुख-समृद्धि लाने में सहायक हैं भी। मध्यप्रदेश में हमने आनंद विभाग की जिस अवधारणा लागू करने का विचार किया है उसमें अन्य देशों की अवधारणों को भी यथोचित और यथासंभव स्थान दिया जायेगा, लेकिन साथ ही यह भारतीय मनीषा की आनंद की अवधारणा पर भी केंद्रित होगी।   लोग निष्काम कर्मयोग को आत्मसात करें, तो कर्म के फल में कमी अथवा असफलता से निराशा नहीं उपजेगी। इस तरह की निराशा के परिणामस्वरूप ही हर जगह नशा, अन्य व्यसन और आत्महत्या जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियां बढ़ रही हैं। मध्यप्रदेश में यह विभाग आनंद प्राप्ति भी सहयोग प्रोत्साहित करने और उसके लिए सकारात्मक परिवेश निर्मित करने में सहयोग करेगा। विभाग मानव कल्याण की दिशा में कार्य करने वाली संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर उनके कार्यों में सहयोग करेगा और अपने कार्यों में उनका सहयोग भी लेगा।   लोग स्वयं में दूसरों को ओर दूसरों में स्वयं को देखें। दूसरे के दृष्टिकोण को उसकी दृष्टि से समझने की कोशिश करें और किसी पर अपनी दृष्टि न थोपें। अद्वैत दर्शन को जीवन में उतारने से भी सम्यक और सात्विक जीवन जिया जा सकता है। जब हम एक ही चेतना को मनुष्य ही नहीं बल्कि प्राणी मात्र में देखने लगेंगे तो हमारा किसी से न विरोध होगा न बैर। मन के कलुष अपने आप क्षीण होते जाएंगे जिससे जीवन का सहज आनंद स्वयं प्रकट होने लगेगा। हमारी कोशिश होगी कि सरकार अपने कार्यों से ऐसे परिवेश को विकसित करने में सक्रियता और पूरी निष्ठा से काम करें। जो ऐसी मनास्थिति निर्मित करने में सफल हो।[ब्लागर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं]

Kolar News

Kolar News 16 July 2016

        भारी बारिश के चलते मंगलवार को भदभदा के तीन गेट खोल दिए गए। इससे कलियासोत डेम में जल स्तर छह मीटर बढ़ गया। यहां का जल स्तर 502.1 मीटर हो गया है। अब करीब तीन मीटर और जल स्तर बढ़ने यानि 505.67 मीटर होने पर कलियासोत डेम के गेट खोलने पड़ेंगे। इसका पानी कलियासोत नदी में आएगा, जिससे नदी किनारे सर्वधर्म बी सेक्टर से लगे दामखेड़ा में बनी झुग्गियां बहने का खतरा मंडरा रहा है। झुग्गियों में रहने वाले लोग के बेघर होने की नौबत आ सकती है। साल 2013 में यहां कलियासोत डेम के गेट खोले गए थे, जिसमें 45 झुग्गियां बह गई थीं। जान-माल का नुकसान हुआ था। साल 2006 में भी दामखेड़ा ए और बी सेक्टर में बाढ़ आई थी, जिससे भी कई लोग बेघर हुए थे। इसके बाद भी प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, जिससे लगातार अतिक्रमण होता रहा।   नगर निगम ने जलभराव की स्थिति से निपटने सोमवार को कोलार सर्वधर्म में अतिक्रमण विरोधी मुहिम चलाई थी। इस दौरान नाले-नालियों से अवैध कब्जे हटाए गए। दामखेड़ा ए और बी सेक्टर में नदी किनारे मुहिम चलाने में खानापूर्ति की गई। ऐसे में कलियासोत डेम के गेट खुलने पर नदी में जल स्तर बढ़ने से झुग्गियां बह सकती हैं।   2013 और 2006 में दामखेड़ा से निकलने वाली कलियासोत नदी किनारे जो झुग्गियां हटाई थीं, उससे दोगुनी बन गई हैं। पांच दर्जन से ज्यादा टीन शेड के घर हैं, जो नदी व नाले से सटकर बनाए गए हैं। जल स्तर बढ़ता है तो ये झुग्गियां डूब जाती हैं।   कलियासोत डेम के 2013 में 13 गेट खोले गए थे। इससे अख्तर नाम का व्यक्ति नदी में बह गया था। जिसका शव दानिशकुंज पुल के नीचे झाड़ियों में मिला था। कलियासोत डेम के गेट खुलते हैं तो पानी कलियासोत नदी में आता है। यहां से बेतवा नदी में जाता है।   कलियासोत देम प्रभारी आशुतोष यादव ने बताया बारिश और भदभदा डेम के गेट खुलने से कलियासोत डेम का जल स्तर बढ़ गया है। तीन मीटर और पानी बढ़ने पर कलियासोत डेम के गेट खोले जाएंगे।   कोलार के फायर विभाग के प्रभारी पंकज खरे ने बताया भदभदा के बाद कलियासोत डेम के गेट खोले जाते हैं। इससे कोलार दामखेड़ा ए और बी सेक्टर, कलियासोत नदी के निचले हिस्से में बनी झुग्गियां को खतरा रहता है। अभी ननि फायर अमला एनाउंस कर लोगों को नदी के आसपास न रहने की चेतावनी दे रहा है।   महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि नाले-नालियों पर हुए अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं। अतिक्रमणकारियों को बख्शा नहीं जा रहा है। कलियासोत नदी किनारे हुए अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा, जिससे डेम के गेट खुलने पर कोई हादसा न हो।

Kolar News

Kolar News 14 July 2016

  मंगलम से स्वच्छ होंगे प्रदेश के चारों महानगर   प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत अभियान के तहत देशभर में अलग-अलग योजनाएं शुरु की जा रही है। अब मध्यप्रदेश के चारों महानगर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर को मंगलम योजना से स्वच्छ बनाया जाएगा। इस योजना के तहत इन चारों महानगरों में चालीस इंसीनरेटर और सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें लगाई जाएंगी। भोपाल में 10 जगह इन मशीनों को लगना है जिनमें से एक मशीन कोलार इलाके में लगेगी।    केन्द्र सरकार के स्वच्छ भरत मिशन के तहत राज्य में मंगलम योजना शुरू की जा रही है। पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे पहले चारों बड़े महानगरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में शुरू किया जाना है। इस योजना के तहत इन नगर निगमों में प्रमुख स्थानों पर स्थित दस सार्वजनिक शौचालयों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन और इंसीनरेटर स्थापित किए जाएंगे। इस योजना के तहत भोपाल नगर निगम, इंदौर नगर निगम, जबलपुर नगर निगम और ग्वालियर नगर निगम में दस-दस सैनेटरी पैड वेंडिंग मशीन और इंसीनरेटर लगाए जाएंगे। इस तरह पहले चरण में कुल चालीस मशीनें प्रदेशभर में लगाई जाएंगी। इन मशीनों को लगाने के लिए सभी नगर निगमों को छह-छह लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। ये मशीनों साठ-साठ हजार रुपए की कीमत की होगी।   ये मशीनें शहर के सभी प्रमुख बाजारों, प्रमुख स्थानों पर स्थित शौचालयों में लगाई जाएंगी। ये सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें आॅटोमेटिक होगी। इसमें महिलाए खुद जाकर मशीन में रुपए डालेंगी और रुपए अंदर जाने के बाद उसकी कीमत के अनुसार सेनेटरी पेड मशीन से बाहर आ जाएंगे। चूंकि यह आॅटोमेटिक मशीन होगी इसलिए महिलाओं को यहां जाने पर शर्मिंदगी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।

Kolar News

Kolar News 11 July 2016

    अब बनेगा एकदम नया प्लान    भोपाल मास्टर प्लॉन 2031 का मसौदा अंतिम सांसें गिन रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब इसके रद्द होने या यूं कहें कि 80 फीसदी बदलने की तैयारी हो गई है। कारण यह है कि  जब इसकी प्लानिंग हुई थी और इसे तैयार किया गया था तब से अब तक क्षेत्रीय स्थितियां और योजनाएं पूरी तरह बदल चुकी हैं।खासकर कोलार ,करोंद और रातीबड़ इलाके को लेकर। मास्टर प्लान में बदलाव के बाद कोलार इलाके के हालात सुधर सकते हैं।    भोपाल का मास्टर प्लॉन बनाने के लिए  लिए मार्च 2017 की डेडलाइन तय की गई है। यदि पिछली बार जैसे विवाद नहीं हुए तो सरकार 2017 के अंत तक नया प्लॉन लागू कर देगी। मौजूदा प्लॉन वर्ष 2005 तक के लिए था, लेकिन नया प्लान लागू न होने से अभी यही वजूद में है। जबकि तब से अब तक भोपाल की स्थिति काफी बदल चुकी है।   भोपाल मास्टर प्लॉन के लिए सरकार साल 2007, 2009 और 2012 में तीन बार मसौदे बना चुकी है, लेकिन विधानसभा चुनावों और तालाब के कैचमेंट को खत्म करने वाले विवादों की वजह से इन मसौदों को लागू नहीं किया जा सका है। इन मसौदों पर सरकार के एक करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च भी हो चुके हैं।   मास्टर प्लान में बदलाव की जरुरत इसलिए भी है एक तो भोपाल का क्षेत्रफल पहले से काफी बढ़ चुका है। इसमें कोलार और आसपास के 20 गांव भी शामिल हो चुके हैं। भोपाल में मेट्रो भी चलनी है, इसके लिए मास्टर प्लान का अपडेट होना बहुत जरूरी है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को भले ही चालू कर दिया गया हो, लेकिन उसके आसपास की जगह को मास्टर प्लॉन-2031 में किस तरह से समायोजित किया जाएगा, यह देखा जाना जरूरी है। तालाबों के कैचमेंट एरिया को खत्म करने वाले विवादों का निपटारा होना जरूरी है।   1995 में बनी थी भोपाल विकास योजना जो 2005 तक के लिए थी। 2006 में शुरू हुई थी इसकी प्रक्रिया। 31 दिसंबर 2005 में मौजूदा प्लान की अवधि समाप्त होने पर 2021 तक के लिए नए प्लान का मसौदा तैयार करने की कवायद शुरू हुई और  2008 में इसका मसौदा तैयार कर लिया गया, लेकिन विधानसभा चुनावों व अन्य कारणों से इसे जारी नहीं किया जा सका। 29 अगस्त 2009 को जारी हुए मसौदे पर  आपत्ति के बाद 19 अप्रैल 2010 को मसौदा रद्द किया गया। 13 सितंबर को नया मास्टर प्लान-2031 को तैयार करने के आदेश दिए गए लेकिन मामला अब तक आधार में ही है।   

Kolar News

Kolar News 9 July 2016

      प्रधानमंत्री मोदी ने दी रामेश्वर को बधाई  कोलार को स्वच्छ, सुन्दर हरा भरा रखने का संकल्प आज कोलार वासियों  ने लिया , मौका था स्थानीय  विधायक रामेश्वर शर्मा के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित विकास मैराथन का । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रामेश्वर शर्मा को जन्मदिवस की बधाई दी । प्रधानमंत्री की बधाई के बाद  की  मैं अभिभूत हूँ और मोदी जी के स्नेह के लिए आभारी हूँ  कोलार वासियों  ने अपने लाडले विधायक का जन्मदिन विकास मैराथन के जरिए  मनाया । सर्वधर्म पुल से हज़ारो की संख्या में युवाओं ने भाग लिया।  मैराथन का समापन नीलकंठ बुच उद्यान में हुआ । जहाँ मैराथन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों ने विधायक रामेश्वर शर्मा के मुख्य आतिथ्य में 5100 वृक्षों को रोपित किया ।  इस अवसर पर श्री शर्मा ने नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के विकास में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जायेगी । आप लोगो के सहयोग से कोलार को विकसित ओर समृद्धशाली कोलार बनाने में  आप लोगो का जो सहयोग मिला रहा है उसका में आभारी हूँ ।        

Kolar News

Kolar News 5 July 2016

  महापौर और विधायक में रस्साकशी      कोलार में आखिरकार  स्ट्रीट लाइट चालू हो गई। नगर निगम ने इस पर 62 लाख रुपए खर्च किए हैं। पब्लिक प्रेशर में निगम ने इसे चालू कर दिया, लेकिन अपेक्षित रूप से लोकार्पण कार्यक्रम नहीं हुआ।इन बंद लाइटों का स्विच कौन ऑन करे इसको लेकर राजनीति चल रही थी। विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा के बीच चल रही रस्साकशी का नतीजा कोलार के लोग भुगत रहे हैं।    कोलार में सेन्ट्रल वर्ज की स्ट्रीट लाइट की टेस्टिंग दो सप्ताह पहले पूरी कर ली गई थी। लेकिन कुछ कारणों से ये लाइटें बंद थी। लोकार्पण को लेकर मामला अटक रहा था। इस मुद्दे को मीडिया ने गंभीरता से उठाया था। इसके बाद नगर निगम प्रशासन ने इस मामले में काम किया और 3 जुलाई को स्ट्रीट लाइट चालू कर दी।   कोलार के रहवासियों ने 62 लाख रुपए की लागत से स्ट्रीट लाइट के सौगात देने के लिए महापौर आलोक शर्मा का आभार व्यक्त किया है। रहवासियों ने कहा कि कोलार में ढेरों समस्याएं हैं, जिनका समाधान नहीं किया जा रहा है। रहवासियों ने महापौर से मांग की है कि यहां लाखों की आबादी निवास करती है। नगर निगम को यहां की समस्याओं के निराकरण पर ध्यान देना चाहिए।

Kolar News

Kolar News 4 July 2016

  बच्चों के झूले और दुर्गा स्थापना के स्थान पर विवाद    सर्वधर्म कॉलोनी के कल्पना चावला पार्क में बीजेपी और कांग्रेस के बीच जमकर राजनीति हो रही है। जिस जगह नवरात्र में बड़ी प्रतिमा बैठाई जाती थी वहां बीजेपी पार्षद भूपेंद्र माली ने झूले और फिसलपट्टी लगवा दी है। इसके बाद कांग्रेस नेता और  दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष  राहुल राठौर ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है। पार्क में दिनभर हंगामा चलता रहा।      कोलार के  वार्ड 82 के कल्पना चावला पार्क सर्वधर्म बी सेक्टर मे पार्षद भूपेंद्र माली ने जनसहयोग से बच्चों के झूले लगवाये। इसके बाद आज इनका लोकार्पण भी कर दिया गया।  कल्पना चावला रहवासी समिति के सभी सदस्य एवं सभी रहवासियों ने अपने बच्चों के साथ पार्क में मस्ती की।  झूले लगते ही छोटे बच्चों का उत्साह देखने लायक  था ।पार्षद भूपेंद्र माली ने कहा कि वे अपने इलाके में बच्चों ,बड़े ,बूढ़ों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखेंगे और विकास के काम जारी रखेंगे।    इस पार्क में ही नवरात्र में देवी स्थापना की जाती है। पार्क में नए निर्माण से पार्क में जाने का रास्ता छोटा हो गया है जिस कारण देवी जी की बड़ी प्रतिमा स्थापित किये जाने में कठिनाई आएगी। इस कारण दुर्गा  उत्सव समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता राहुल राठौर ने इस पर आपत्ति जाहिर की और मामले की शिकायत पुलिस से कर दी है।    राहुल राठौर ने कहा कि हिन्दू विरोधी पार्षद ने पार्क में देवी जी लाने का रास्ता ही बंद क्र दिया है। वार्ड न.82 के पार्षद भूपेंद्र माली  द्वारा राजनितिक साजिश के तहत आज कल्पना चावला गार्डन में विकास कार्य के नाम पर मातारानी की प्रतिमा के अंदर आने के रास्ते जानबूझकर बंद कराया गया और जबरियाँ अतिक्रमण करनेवाले पार्षद के विरोध में थाना प्रभारी को आवेदन दिया है।    कांग्रेस नेता ने कहा अब जवाब दें बीजेपी के  हिन्दू धर्म के ठेकेदार ,हम दुर्गाजी वहीँ बिठाएंगे जहाँ 5 साल से बिठाते आये है जिससे रोकते बने वो रोक ले। राठौर ने सवाल किया कि पूरे कोलार के पार्को को छोड़कर आखिर कल्पना चावला गार्डन ही क्यों ,वार्ड 82 में इतने सारे पार्क है जो विकास की राह देख रहे है वहां वृक्षारोपण भी नहीं होता ,वहां बच्चों का पार्क क्यों नहीं बनाया।  कोलार की सबसे बड़ी और 5 वर्षो से प्रथम पुरस्कार विजेता  समिति सर्वधर्म बी सेक्टर माता वैष्णो देवी श्री दुर्गा उत्सव समिति है वो दुर्गा जी की स्थापना न कर सके इसके लिए यह सब राजनीति पार्षद भूपेंद्र माली कर रहे हैं।  

Kolar News

Kolar News 2 July 2016

  विधायक की शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं   नगर निगम के वार्ड 83 का हिस्सा सनखेड़ी इलाके में रात गहराते ही अवैध उत्खनन शुरू हो जाता है। जेसीबी, पोकलेन मशीन और डम्पर चलने लगते हैं। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलेक्टर और खनिज अधिकारी को इस मामले में शिकायत की थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   राजधानी में कोलार रोड स्थित सनखेड़ी में रात के अंधेरे में कोपरा खोदा जा रहा है। कालापानी में बेधड़क, बिना रोक-टोक के अवैध ढंग से पत्थरों को उखाड़ा जा रहा है। कलखेड़ा में अवैध उत्खनन और परिवहन का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। लेकिन जिम्मेदारों ने इससे मुंह फेर लिया है। यही कारण है कि यहां न तो किसी तरह की कार्रवाई हो रही है और न ही अफसर यहां जाना पसंद करते हैं। इससे न सिर्फ शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि बारिश में यह अवैध उत्खनन आम जनता के लिए परेशानी बनेगी।   कलखेड़ा, सिकंदराबाद, रसूलिया गोसार्इं में बस्ती के बीचोंबीच अवैध उत्खनन किया जा रहा है।  यहां पर दिन व दिन खुदाई का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। तथाकथित भाजपा नेता की जेसीबी और डंपर यहां दिन रात चल रही हैं। सूत्रों की मानें तो यह भाजपा नेता अवैध रूप से उत्खनन कर मुरम बेचकर लाखों रुपए कमा रहा है।   इलाके के विधायक रामेश्वर शर्मा कहते हैं मेरे क्षेत्र कुछ स्थानों पर अवैध उत्खनन की शिकायतें मिली थी। इसकी शिकायत कलेक्टर और खनिज अधिकारी से की गई है। यदि यह सब नहीं रुका, तो जल्द ही इस मामले में प्रभारी मंत्री और खनिज मंत्री को भी पत्र लिखूंगा।   

Kolar News

Kolar News 27 June 2016

  विधायक रामेश्वर ने लिया मुक्ति धाम  का जाएजा      अब कोलार एवं आस पास के एक दर्जन से अधिक गाँवो को दाह संस्कार के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा ! कोलार के सनखेडी में जनभागीदारी से निर्मित मुक्ति धाम का कार्य पूर्ण हो चूका है ! 10 जुलाई को धार्मिक अनुष्ठान एवं वृक्षारोपण के साथ मुक्ति धाम आम नागरिको के लिए प्रारंभ कर दिया जायेगा।     हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने मुक्ति धाम का जाएजा लेने के बाद कहा यह प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ मुक्तिधाम है ,इसके लिए और भी जो कुछ करना पड़ा वो किया जाएगा।   उन्होंने कहा की मध्यप्रदेश का सर्वप्रथम सुव्यवस्थित , सर्व सुविधायुक्त खूबसूरत मुक्ति धाम का निर्माण जन भागीदारी द्वारा कराया गया है।    श्री शर्मा ने बताया की पैशे से व्यवसायी  नितिन अग्रवाल ने इस मुक्ति धाम के निर्माण में अपनी अहम् भूमिका निभाई है। श्री शर्मा ने बताया की मुक्ति धाम में नागरिको की सुविधाओ के लिए श्रधांजलि भवन , शवदाह शेड , पीने के पानी , निशुल्क शांति वाहन, इत्यादि की व्यवस्था की गयी है। धार्मिक अनुष्ठान एवं वृक्षारोपण के साथ 10 जुलाई को आरम्भ होगा कोलार का मुक्ति धाम। इससे 3 लाख से अधिक की आबादी  लाभान्वित होगी। 

Kolar News

Kolar News 25 June 2016

    नहीं है कोई कोलार की सुनवाई करने वाला    कोलार क्षेत्र में छोटी-छोटी समस्याओं की शिकायतें भी दो माह से पेडिंग पड़ी हुई हैं। बताया जा रहा है कि सफाई, पानी, स्ट्रीट लाइट और अतिक्रमण आदि की शिकायत के लिए बनाए गए नगर निगम का कॉल सेंटर ही बीमार हो गया है।  कोलार की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। बीते दो महीने से यहां 1700 से ज्यादा शिकायतें लंबित हैं । कॉल सेंटर के जरिए जो काम तीन दिन में होना चाहिए। उसमें दो महीने लग रहे हैं। यह खुलासा नगर निगम की ही एक रिपोर्ट में हुआ है।    खास बात यह है कि इनमें से सबसे ज्यादा समस्या पानी की है। रोजाना आने वाली 200 शिकायतों में से अकेले पानी की 40 से 50 शिकायतें आती हैं। नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक सफाई, सीवर लाइन जाम, कचरा उठाने व बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने में भी लगातार देरी हो रही है। इसके चलते निगम के पास हर महीने शिकायतों की संख्या बढ़ रही है। यह स्थिति तब है जबकि शिकायतों के निपटारे के लिए निगम ने बीते तीन साल में दो हजार से ज्यादा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की भर्ती की है। दैवेभों की अतिरिक्त नियुक्ति के कारण हर साल वेतन के रूप में करीब 10 करोड़ रुपए का भार भी बढ़ गया है।   नगर निगम के काल सेंटर नंबर 2701000 और राज्य शासन के टेली समाधान नंबर 15343 पर आप निगम से संबंधित सेवाओं की शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। टेली समाधान नंबर 15343 पर शिकायत दर्ज कराने के बाद यदि निगम कार्रवाई नहीं करता है तो यह अपने आप निगम कमिश्नर और फिर नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के पास चली जाती है। पेंडिंग शिकायतों को लेकर नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने नाराजगी व्यक्त की है।   जोनल अधिकारी शैलेंद्र चौहान  का इस बारे में कहना है मेरी जानकारी में नहीं हैं कि इतनी अधिक शिकायतें पेडिंग हैं। अगर ऐसा है तो सभी शिकायतों का जल्द से जल्द निराकरण किया जाएगा।  

Kolar News

Kolar News 23 June 2016

        भोपाल के नजदीक बाघों की संख्या में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वन विभाग के गश्ती दल की नजर  बाघिन टी-2 द्वारा जन्मी बाघिन टी-13 पर है जो  बच्चों को जन्म देने के लिए नया ठिकाना ढूंढ़ रही है। शावक कहीं शिकारियों के हाथ न लग जाए इसलिए इनकी चौकसी की विशेष  व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही  समरधा में टी-21 अपने चार शावकों के साथ मूवमेंट पर है।  इसके अलावा औबेदुल्लागंज के जंगलों में भी एक और  बाघिन अपने शावकों के साथ पहली बार कैमरे में ट्रैप हुई है।  इसके बाद समरधा, केरवा और कलियासोत के जंगलों में वन रक्षकों की गश्त सुबह पांच बजे से शुरू कर दी गयी है।  गौरतलब है कि वन विभाग में यह कसावट पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने बालाघाट और छिंदवाड़ा के मुख्य वन संरक्षकों को लिखे पत्र में शिकारियों के बारे में अलर्ट के बाद बढ़ी है। इस अलर्ट में यह बताया गया है कि  पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित आठ राज्यों के 30 खतरनाक शिकारी पुलिस निगरानी से लापता हैं। आशंका है कि ये लोग बाघों का शिकार करने की फिराक में भोपाल तथा आसपास के जंगलों में पहुंच सकते हैं। इसके चलते भोपाल में गश्त बढ़ा दी गई है। मुस्तैद रहने की हिदायत के साथ यह जानकारी पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने भोपाल, बालाघाट और छिंदवाड़ा के मुख्य वन संरक्षकों को लिखे पत्र में शिकारियों के बारे में अलर्ट जारी किया है।   कलियासोत, केरवा के जंगलों के वाटर होल सूखने के कारण वन्य प्राणियों का मूवमेंट शहर के पास की वाटर बाडीज की तरफ हो गया है। इस कारण वन विभाग की एक टीम केरवा और कलियासोत डेम के पास गश्त लगा रही है।

Kolar News

Kolar News 16 June 2016

    एक्सीलेंस कॉलेज में नहीं होंगे ऑनलाइन प्रवेश      कोलार के उच्च शिक्षा उत्कृष्टता शिक्षा संस्थान (एक्सीलेंस कॉलेज) ने बीए, बीएससी, बीकॉम आनर्स की कट ऑफ लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट के मुताबिक गणित विषय का कट ऑफ सबसे हाई गया है। विषय में अनारक्षित श्रेणी की लिस्ट का कट ऑफ 91.8 फीसदी रहा। ओबीसी का कट ऑफ 90.2 फीसदी रहा है। एससी का कटऑफ 79.2 फीसदी रहा। वहीं एसटी के ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने 12वीं 60 फीसदी अंक से पास की, उन्हें गणित विषय में एडमिशन मिल पाया। विज्ञान समूह में कंप्यूटर साइंस 91.2, फिजिक्स 91.4, बायोटेक 88, कैमिस्ट्री 89.9, इलेक्ट्रोनिक्स 86.9 केमिस्ट्री प्लस बायोटेक का कट ऑफ 85 फीसदी तक गया है। संस्थान में अकाउंट और मैनेजमेंट विषय की डिमांड भी इस साल अधिक रही है। इस विषय की डिमांड पिछले साल भी अधिक रही थी। अकाउंट का कट ऑफ 91 फीसदी तक गया है। वहीं बीए अर्थशास्त्र में एडमिशन के लिए जनरल की कट ऑफ लिस्ट 85.5 फीसदी अंक तक सीमित रही। ओबीसी के 81 फीसदी अंकों के वाले छात्रों को एडमिशन मिल पाया है। एससी की कटऑफ लिस्ट 63 और एसटी की कटऑफ लिस्ट 64 फीसदी तक गई है।

Kolar News

Kolar News 14 June 2016

      राजधानी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए जमीन आवंटन के बाद अब उसके निर्माण के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। करीब दस महीने पहले जिला प्रशासन ने बरखेड़ा नाथू के पास क्रिकेट स्टेडियम के लिए जमीन आवंटित कर दी थी। इसकी डिजाइन दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की तरह बनाई गई है। लेकिन अब तक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार नहीं होने के कारण  स्टेडियम का काम शुरू नहीं हो पाया है।  ऐसे में अभी असमंजस है कि राजधानी को कब तक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम मिल सकेगा। प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनने के बाद इसे कैबिनेट की मंजूरी के बाद टेंडर किए जाएंगे। करीब 100 करोड़ की लागत से स्टेडियम का निर्माण कराया जाएगा। पांच साल पहले की थी सीएम ने घोषणा 2011 में इंटरनेशनल क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत ने जीता था। इस जीत पर सीएम शिवराज सिंह ने टीम इंडिया को बधाई देते हुए घोषणा की थी कि भोपाल में भी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। तब से स्टेडियम की कवायद चल रही है। स्टेडियम के अंदर 10 पिच बनेंगी। तीन मुख्य पिच होंगी।स्टेडियम 70 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।फाइव स्टार होटल बनेगा। 50 कारपोरेट एसीबॉक्स। कान्फ्रेंस हाल,ड्रेसिंग रूम। मीडिया के लिए व्यवस्था। क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, जिम, योगा रूम, पार्किंग।बच्चों के खेलने के लिए  फूड कोट बनाया जाएगा।

Kolar News

Kolar News 11 June 2016

    कृषि भूमि का आवासीय डायवर्सन करवाकर किसानों से ५५ लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल को अदालत ने अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया है।  कोलार -शहपुरा के बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल की जमानत पर गुरूवार को अपर सत्र न्यायाधीश के अतुलकर की अदालत में बहस हुई। वहीं इस मामलेें फरियादी किसानों के वकील और सरकारी वकील ने भी अदालत में आपत्ति पेश की। जमानत पर आपत्ति करते हुए बताया गया कि बिल्डर सुनील ने धोखाधड़ी करते हुए लाखों रुपए ले लिए और उक्त जमीन पर प्लाट काटकर अन्य लोगों को बेच दिए। वहीं जमानत पर आपत्ति पेश करने आए एक वकील ने बताया कि बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल के खिलाफ फरियादी प्रकाश वाधवानी की शिकायत पर कोलार पुलिस ने धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज कर लिया गया है उसमें भी गिरफ्तारी होना है।  वकील ने अदालत को यह भी बताया कि सुनील टिबड़ेवाल आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ सीबीआई की विशेष अदालत में फर्जी दस्तावेज तैयार करने और बैंको से धोखधड़ी करके लोन लेने का मामला चल चुका है। इस मामले में उसकी पत्नी नीतू टिबड़ेवाल भी आरोपी थी।   न्यायाधीश के अतुलकर ने अपने आदेश में लिखा कि केस डायरी में विक्रय अनुबंध पत्र अौर कब्जा नामा की मूल प्रति संलग्न है। केस डायरी से साफ होता है कि बिल्डर सुनील ने कृषि भूमि होने की जानकारी होने के बाद भी तथ्यों को छुपाते हुए अन्य लोगों से अनुबंध किया और धोखाधड़ी करने की मानसिकता के साथ अन्य लोगों से रुपए ले लिए। ऐसी स्थिति में आरोपी सुनील की अग्रिम जमानत नामंजूर की जाती है।   सीहोर के कुराना गांव के किसान मनोहर सिंह, हेमंत और मुरली ने मार्च २०१४ में शाहपुरा निवासी बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल से ग्राम पिपलिया बेरखेड़ी में डेढ़ एकड़ जमीन खरीदी थी। इसके लिए तीनों ने ५५ लाख रुपए भी सुनील को दिए थे। २५ नवंबर २०१४ तक तीनों को जमीन की रजिस्ट्री करानी थी। वे एसडीएम दफ्तर पहुंचे तो पता चला कि उक्त जमीन का आवासीय डायवर्सन कर दिया गया है। तीनों किसानों ने इसकी शिकायत पुलिस को की थी।   कोलार पुलिस कुछ दिन पहले ही सुनील टिबड़ेवाल को चेक बाउंस के मामले में गिरफ्तार किया था। अगले दिन उसे अदालत से जमानत मिल गई थी।

Kolar News

Kolar News 10 June 2016

    अब तक नहीं बनी कलियासोत की रिटेनिंग वॉल    कलियासोत नदी पर सन् 2001 में मिट्टी का बांध सीपेज वाटर को रोकने के लिए बनाया गया था। इस बांध को बनाने का उद्देश्य था कि क्षेत्र में ग्राउंड वाटर लेबल कभी कम ना हो सके और पर्यटन की दृष्टि से एक पिकनिक स्टॉप के रूप में इस बांध को विकसित किया जा सके। वर्ष 2006 में तीन केबिनेट मंत्री बाबूलाल गौर, रामपाल सिंह, नरेन्द्र सिंह तोमर ने सर्वधर्म पुल पर रिटेनिंग वॉल के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। इस काम की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को सौंपी गई। 10 साल पहले किए गए वादे को आज तक पूरा नहीं किया जा सका है। आपको यह जानकर हैरत होगी कि शिवराज सरकार द्वारा चलाए गए जलाभिषेक योजना के पहले कदम के रूप में की गई घोषणा का यह हाल है। लोगों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई के चलते यह अब तक नहीं बन सका है। स्टॉप डेम की रिटेनिंग वॉल बनवाने के लिए प्रशासन को गंभीर रुख अपनाना चाहिए। इससे बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा। कोलार क्षेत्र में वैसे भी बंूद-बूंद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। 6 साल चले सामूहिक प्रयास में कोई शासकीय सहयोग नहीं था। जनता की इच्छाशक्ति का परिणाम था कि 2006 में इस क्षेत्र में पर्याप्त जल रोक लिया गया। इस कच्चे बांध में 11 फीट ऊंचा पानी का भंडार उपलब्ध था। लेकिन बाद में स्टॉप डेम का काम रुक गया। यदि योजना के अनुसार समय पर पूरा काम हो जाता तो इसमें 1 किलोमीटर के क्षेत्र में नाव भी चलाई जा सकती। इससे क्षेत्र के सूख चुके बोरवेल भी पुन: जीवित हो जाते। पानी की इतनी कमी नहीं होती। जल समाधान में सरकार की गंभीर रुचि है। इसे दर्शाते हुए तीन केबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति में आनन-फानन में किए गए भूमिपूजन के बाद इससे उत्साहित होकर बांध के कर्ताधर्ताओं ने विशेषज्ञ व अधिकारिक इंजीनियर द्वारा उक्त कार्य के लिए ड्रांइग और तकनीकी जानकारी भी निर्माण के लिए नियुक्त विभाग को उपलब्ध करवा दी। शासन व प्रशासन के लापरवाह रवैया के कारण उपनगर ने बहुत बड़ी चीज खोई है। यदि रिटेनिंग वॉल का निर्माण दस साल पहले किया जाता तो आज कुछ और ही नजारा होता। क्षेत्र के ग्रांउड वाटर लेबल बेहतर होगा। साथ ही एक पिकनिक स्पॉट होता।  

Kolar News

Kolar News 9 June 2016

  कोलार नगर निगम वार्ड क्रमांक 83 में निर्माणाधीन बेनजीर कॉलेज भवन का सोमवार को शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने जायजा लिया। इन्होंने संबंधितों से कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी लेने के साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। स्थल निरीक्षण के दौरान भाजपा कोलार मंडल उपाध्यक्ष श्यामसिंह मीना तथा सामाजिक कार्यकर्ता नरेश राजपूत मौजूद थे। मंत्री श्री जोशी ने भवन निर्माण की प्रशंसा करते हुए खुशी जाहिर की कि अब जुलाई से ही इस कालेज का शिक्षण सत्र शुरु हो रहा है, जो कोलार के विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभप्रद सिद्ध होगा।

Kolar News

Kolar News 7 June 2016

        बारिश  में नालों का पानी निचली बस्ती के घरों में न घुसे इसके लिए नए और पुराने भोपाल के साथ कोलार के नालों के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाये जाएंगे।  उनकी सफाई की व्यवस्था को अपडेट किया जा रहा है। शहर में तबाही मचाने वाले नालों और उनकी सफाई व्यवस्था को खुद  महापौर आलोक शर्मा देखेंगे । जिसमें शहर के नालों की स्थिति की जानकारी ली जाएगी। शहर में तेज बारिश की स्थिति में घरों में पानी घुसने की समस्या से किस तरह से निजात पाया जाएगा, इस संबंध में भी कार्य योजना बनायी जाएगी। निचले इलाकों के बाद सबसे ज्यादा नालों  के आस-पास  के मकानों में आ रहीं हैं। इसका एक बड़ा कारण नालों पर अतिक्रमण होना सामने आया है।   भोपाल में बारिश के दौरान तबाही ला देने वाले नालों में  80 फीट रोड का नाला,पांच नम्बर क्षेत्र का नाला ,कोलार का नाल,12 नम्बर क्षेत्र  के पास का नाला  ,त्रिलंगा से गुलमोहर के पास का नाला , 6  नम्बर  के पास का नाला,कोलार सनखेड़ी का नाला ,नेहरु नगर में  ननि जोन क्रमांक 6 का नाला, अशोका गार्डन क्षेत्र का नाला, भोपाल टाकीज के पास सैफिया कॉलेज के पास का बड़ा नाला शामिल है। पुराने शहर में दो साल पहले जिन क्षेत्रों में नालों के पानी ने तबाही मचाई थी अभी तक उनकी सही तरीके से सफाई नहीं हुई है। ऐशबाग के पास महामाई के बाग का नाला, कम्मूखां का नाला, चांदबड़ का नाला और बिस्मिल्ला कालोनी के नालों का पानी ही घरों में घुसा था, लेकिन उसके बाद भी निगम ने उस घटना से सबक नहीं लिया है। स्थानीय सुरेश साहू का कहना है कि नालों की सफाई गहरायी तक की जानी चाहिए, लेकिन इसके ऊपर का कचरा निकाल कर वहीं लगा कर सफाई कर्मी आगे बढ़ गये हैं। बारिश में यह कचरा वापस उसमें मिल जाएगा। कोलार में भी अतिक्रमण कोलार क्षेत्र  के नाले पर रसूखदारों का कब्जा है, जिसके चलते नालों का अस्त्तिव मिटता जा रहा है। कई नालें दस्तावेजों में हैं,और धरातल पर खत्म हो गए। सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के समय होती है। अगर समय रहते नालों का सीमांकन नहीं किया गया तो कई कॉलोनियां और बस्तियां जलमग्न हो जाएंगी।  बताया जा रहा है कि इस समय क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक नाले अतिक्रमण की चपेट में हैं। मेयर आलोक शर्मा कहते हैं बारिश के पहले नालों की सफाई कराई जाएगी। जहां अतिक्रमण है उन्हें हटाया जाएगा ताकि कही भी जलभराव की स्थिति न बने और नागरिकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।  

Kolar News

Kolar News 6 June 2016

  1700 शिकायतों पर कार्रवाई ही नहीं   सफाई, पानी, स्ट्रीट लाइट और अतिक्रमण आदि की शिकायत के लिए बनाए गए नगर निगम का कॉल सेंटर ही बीमार हो गया है इन पर कोलार की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है । बीते दो महीने से यहां 1700 से ज्यादा शिकायतें लंबित हो गई है। कॉल सेंटर के जरिए जो काम तीन दिन में होना चाहिए, उसमें दो महीने लग रहे हैं। यह खुलासा नगर निगम की ही एक रिपोर्ट में हुआ है। खास बात यह है कि इनमें से सबसे ज्यादा पानी की समस्याओं की है वो भी कोलार से । रोजाना आने वाले 200 शिकायतों में से अकेले पानी पर 40 से 50 शिकायतें हैं। नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक सफाई, सीवर लाइन जाम, कचरा उठाने व बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने में भी लगातार देरी हो रही है। इसके चलते निगम के पास हर महीने शिकायतों की संख्या बढ़ रही है। यह स्थिति तब है जबकि शिकायतों के निपटारे के लिए निगम ने बीते तीन साल में दो हजार से ज्यादा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की भर्ती की है। दैवेभो की अतिरिक्त नियुक्ति के कारण हर साल वेतन के रूप में करीब 10 करोड़ रुपए का भार भी बढ़ गया है। नगर निगम के काल सेंटर नंबर 2701000 और राज्य शासन के टेली समाधान नंबर 15343 पर आप निगम से संबंधित सेवाओं की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। टेली समाधान नंबर 15343 पर शिकायत दर्ज कराने के बाद यदि निगम कार्रवाई नहीं करता है तो यह अपने आप निगम कमिश्नर और फिर नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के पास चली जाती है। कॉल सेंटर में आईं 1700 की पेंडेंसी के चलते निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने अफसरों की जिम्मेदारी तय की है। अब 15 जून से नई व्यवस्था के तहत कॉल सेंटर से मिली शिकायत संबंधिक अधिकारी के पास फोन और एसएमएस से दी जाएगी। उनके मुताबिक कॉल सेंटर में प्रथम पारी में सुबह 8 से 4 बजे तक तीन कर्मचारी, दूसरे पाली में 4 से 12 बजे तक, तीसरे पाली में रात 12 से सुबह 8 बजे तक एक कर्मचारी कॉल सेंटर में तैनात रहेगा।

Kolar News

Kolar News 5 June 2016

    शहर के नए मास्टर प्लान को लेकर हलचल तेज हो गई है। नए मास्टर प्लान में कोलार और उससे लगे इलाकों के साथ ,इसमें स्मार्ट सिटी और मेट्रो ट्रेन जैसी परियोजनाओं को शामिल करने के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएंडसीपी)ने नगर निगम और नगरीय विकास विभाग से जानकारी मांगी है। टीएंडसीपी ने भोपाल प्लानिंग एरिया की सेटेलाइट इमेज के लिए भी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) और मध्य प्रदेश काउंसिल आॉफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (मैपकास्ट) को पत्र लिखे हैं।    नए मास्टर प्लान में स्मार्ट सिटी और मेट्रो भी शामिल होना है। इसके लिए टीएंडसीपी ने काम शुरू कर दिया है। तीन अधिकारियों की टीम बनी है। इसमें ज्वाइंट डायरेक्टर एसके मुद्गल, शुभाशीष बैनर्जी और अमित गजभिए शामिल हैं। एक साल में यह टीम मास्टर प्लान का ड्राफ्ट बनाएगी। इस ड्राफ्ट के बनने के बाद कोलार इलाके की काय पलट होने की उम्मीद की जा रही है क्योंकि कोलार से मेट्रो भी चलना है और इस इलाके के व्यवस्थित विकास के लिए मास्टर प्लान की भी आवश्यकता है।  टीएनसीपी की  टीम विवादों के कारण 2010 में निरस्त किए गए मास्टर प्लान और उसके बाद 2012 में तैयार हुए ड्राफ्ट का अध्ययन कर चुकी है। 2012 का प्रारूप जारी नहीं किया गया था। इसमें भी सेटेलाइट इमेज का इस्तेमाल किया गया था। बुधवार को तीनों सदस्यों ने इस पर विचार किया। तय हुआ कि पिछले चार सालों में हुए नए निर्माणों के कारण नई सेटेलाइट इमेज का इस्तेमाल किया जाए। इसके लिए इसरो और मैपकास्ट दोनों को पत्र लिखे गए हैं। अब तक मास्टर प्लान के लिए जमीनी सर्वे किए जाते थे।  साथ ही स्मार्ट सिटी कंपनी और मेट्रो रेल कंपनी से भी डिटेल मांगी गई है ताकि उसे मास्टर प्लान के नक्शे में शामिल किया जा सके। नगर निगम से शहर में प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स के साथ ही केबल स्टे ब्रिज, आर्च ब्रिज और अन्य फ्लाई ओवर व अंडरब्रिज आदि की जानकारी भी देने को कहा गया है। नगर निगम सीमा विस्तार की जानकारी देने के लिए निगम, जिला प्रशासन और नगरीय विकास विभाग को कहा गया है।  पीडब्ल्यूडी, बीडीए और सीपीए सहित अन्य एजेंसियों से भी उनकी परियोजनाओं की पूरी जानकारी मांगी जाएगी। साथ ही पिछले मास्टर प्लान में प्रस्तावित कितनी सड़कों का निर्माण अब तक हुआ है, यह जानकारी भी जुटाई जाएगी।   ज्वाइंट डायरेक्टर, टीएंडसीपी एसके मुद्गल बताते हैं मास्टर प्लान को लेकर मेट्रो और स्मार्ट सिटी के प्लान की जानकारी मांगी गई है। यह जानकारी कब तक मिलेगी, इसकी कोई भी डेडलाइन अभी तय नहीं है।

Kolar News

Kolar News 2 June 2016

      कोलार की 1200 मिमी व्यास की पाइपलाइन प्रेशर के कारण मंगलवार तड़के 4 बजे फूट गई। इससे 30 लाख गैलन पानी 2 घंटे में नाले में बह गया। यह पानी करीब 1 लाख लोगों की प्यास बुझा सकता था। लाइन फूटने से बुधवार को नए और पुराने शहर के कई इलाकों में पानी सप्लाई नहीं हो पाई ।    जाे लाइन फूटी है वह 30 साल पुरानी है। सोमवार रात से इसमें 10 हजार लीटर प्रति मिनट के प्रेशर से पानी सप्लाई हो रहा था। तभी मंगलवार तड़के जोरदार धमाके के साथ लाइन का करीब 2 फिट का हिस्सा उखड़ गया था। जलकार्य इंजीनियर एआर पवार ने बताया कि सूचना मिलते ही लाइन दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया। वहीं मरम्मत कार्य के दौरान जब महापौर मौके पर मौजूद थे। तभी सांप निकल आया, जिससे भगदड़ मच गई।    पाइप लाइन डेमेज होने से  अरेरा कॉलोनी, 1100 क्वार्टर, बघीरा अपार्टमेंट, साईं बाबा नगर, बाल विहार, काजी कैंप, पीजीबीटी, जेपी नगर आदि क्षेत्रों में पानी सप्लाई नहीं हो पाई , यहां रही पानी की कमी रही।  लीकेज में करीब 30 लाख गैलन पानी बर्बाद हो गया। मरम्मत कार्य के दौरान जब महापौर मौके पर मौजूद थे, तभी एक सांप निकल आया, जिससे भगदड़ मच गई।    उधर गोविन्दपुरा में नर्मदा की लाइन फूट गई। लाइन शाम छह बजे पानी की टंकी के पास फूटी थी। इसकी शिकायत लोगों ने निगम कॉल सेंटर से भी की। लेकिन रात 9 बजे तक मौके पर काई नहीं पहुंचा। इस दौरान पानी सड़कों पर भर गया। कोलार पाइपलाइन को दुरुस्त करने के लिए दिनभर काम चलता रहा,लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया और शहर में पानी की किल्लत बनी रही ।   

Kolar News

Kolar News 1 June 2016

  लगेगी शांडिल्य गुरु की प्रतिमा      कोलार रोड के दूसरे छोर भदभदा चौराहे पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने  ब्रह्मलीन बालगोविंद शांडिल्य गुरुजी की प्रतिमा स्थापना तथा चौराहे के सौंदर्यीकरण का भूमि-पूजन किया। सौंदर्यीकरण के लिये 8 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।   श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार शहर के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि नागरिक शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर-घर जाकर नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा कोटरा में सड़क भूमि-पूजन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने आई-5 शासकीय आवास कोटरा के पास सड़क निर्माण का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 20 लाख है। श्री गुप्ता ने सड़क का कार्य गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News 26 May 2016

      मध्यप्रदेश के प्राचीन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रदेश के पुरावैभव, कला और संस्कृति की झलक भी वहां देखने को मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार मंदिरों में संग्रहालयों का निर्माण कराएगी। इस योजना को संस्कृति, धर्मस्व और पुरातत्व विभाग मिलकर अंजाम देंगे। मध्यप्रदेश में इस समय कई प्रसिद्ध मंदिर है जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। लेकिन इन मंदिरों में फिलहाल प्रदेश की कला-संस्कृति, इतिहास  और पुरावैभव की झलक दिखाने वाले संग्रहालय नहीं है। राज्य सरकार का सोचना है कि जो श्रद्धालु प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में पहुंच रहे है वहां उन्हें भगवान के दर्शन के साथ-साथ प्रदेश के पुरावैभव और कला तथा संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए इन मंदिरों के ट्रस्टों के पास मौजूद अपार धनराशि का उपयोग किया जाएगा। इन मंदिरों में सबसे पहले बनेंगे संग्रहालय- मध्यप्रदेश में उज्जैन में महाकाल मंदिर, खजराना मंदिर, सतना के मैहर मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां मंदिरों की देखरेख और संरक्षण के लिए बनाए गए ट्रस्टों के पास श्रद्धालुओं के दान से मिली अपार धन संपदा स्थित है। इन्हीं मंदिरों में सबसे पहले संग्रहालय बनाने की शुरुआत की जाएगी।  इन मंदिरों के समीप काफी जमीन और भवन स्थित है। शिव मंदिरों में सभी बारह ज्योर्तिलिंगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर प्रदर्शित की जाएगी। इसी तरह गणेश मंदिरों में गणेशजी के सभी स्वरुपों उनके इतिहास और महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। भोपाल के समीप स्थित भोजपुर मंदिर में दो सौ मीटर के दायरे के बाहर संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है। यहां भोजपुर के विशालकाय शिवलिंग और मंदिर के निर्माण की एतिहासिक प्रामाणिक  जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यह मंदिर कब बना, इस तरह के मंदिर और कहां-कहां बनाए जाने थे। यह अधूरा क्यों रह गया। मंदिर के आसपास मिलने वाले शिवलिंग और अन्य पुराधरोहरों को भी यहां संग्रहित किया जाएगा। भोपाल में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से जुड़ी जानकारी, मध्यप्रदेश के प्राचीन नवाबों से जुड़े इतिहास की प्रामाणिक जानकारी गौहर महल या अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी। मिडटाउन में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पीटर चर्च में संग्रहालय भी है। वेटिकन सिटी में भी म्युजियम है वहां कई तरह के चित्र प्रदर्शित किए गए है। इन चित्रों में इन देशों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जापान में म्युजियम आॅफ पैरासाइड है। भारत के कई राज्यों में भी मंदिर, मस्जिद और चर्च के साथ संग्रहालय लगे हुए है। मध्यप्रदेश में फिलहाल मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघरों में संग्रहालय नहीं है। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा प्रदेश के मंदिरों पर अब संग्रहालय बनाने की राज्य सरकार की योजना है। इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर पहुंचने पर वहां संग्रहालयों में प्रदेश के इतिहास, कला और संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News 25 May 2016

  कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना    कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।   लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं।  प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।   डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।   कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।     Attachments area          

Kolar News

Kolar News 19 May 2016

  पत्र  में प्रज्ञा ने कैंसर की बीमारी का हवाला भी दिया      मालेगांव बम ब्लास्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें परमिशन नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से पीड़ित प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है। प्रज्ञा ने राज्य सरकार को लिखे पत्र  में कहा कि वे कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हो सकता है कि अगला कुंभ न देख पाएं।इस मसले  पर बोलने से प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।  साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके प्रति बढ़ा है। उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद थीं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की परमिशन दी है। प्रज्ञा ने रविवार को लेटर लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में शामिल होने की परमिशन मांगी थी।उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी। प्रज्ञा ने लिखा, 'वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ में जाएं।' प्रज्ञा ने राज्य सरकार समेत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लेटर की कॉपी भेजी है। लेटर के मुताबिक, प्रज्ञा ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण वे अपने कुछ सपोर्टर्स के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। प्रज्ञा ने लेटर में लिखा कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी। अगर मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। उन्होंने अपनी सिक्युरिटी को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ के जवान रहते थे। उनके हटाए जाने से मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रज्ञा ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सिक्युरिटी का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है? प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल सुपरिंटेंडेंट ने भगवान झा को भरोसा दिया के वह मामले को सीनियर अफसरों तक पहुंचा देंगे। भगवान झा ने कहा, 'सरकार के पास पुलिस की कोई कमी नहीं है। इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।'     Attachments area          

Kolar News

Kolar News 16 May 2016

  हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया 2.16 करोड़ की सड़क निर्माण का भूमि पूजन ।कोलार मुख्य मार्ग के समानांतर इस मार्ग से 2 लाख नागरिक होंगे सीधे लाभान्वित ।कोलार वासियो को विभिन्न मार्गो के माध्यम से नये भोपाल , होशंगाबाद रोड , जाने में होगी सहूलियत ।कोलार में बढ़ते ट्रैफिक पर नियंत्रण में हुज़ूर विधायक की कारगर पहल सफल ।हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा के अथक प्रयासों से कोलारवासियो को ट्रैफिक जाम से आये दिन होने वाली दिक्कतों से निज़ात मिलने जा रही है । बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान (कोलार मुख्य मार्ग) तक  बायपास रोड का निर्माण कराया जा रहा है । आज हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने रानी अवंतीबाई मार्ग से मंदाकनी मैदान को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन भूमिका रेसीडेंसी पर किया । 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बनने वाली 4200 मीटर इस सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर रहेगी, इस सड़क का निर्माण राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा किया जायेगा । श्री शर्मा ने बताया की कोलार मुख्य मार्ग पर आये दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा पाने के लिये इस बाय पास रोड का निर्माण कराया जा रहा है , उन्होंने बताया की बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग का निर्माण पूर्व में कराया जा चूका है । यह रोड  लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायीं गयी है  गौरतलब है की उक्त सड़क का भूमि पूजन विधायक शर्मा द्वारा विधायक बनने के तत्काल बाद किया गया था । बैरागढ़ चीचली से रानी अवंती बाई मार्ग तक इस सड़क की दूरी कुल 2 किलोमीटर है ।बैरागढ़ चीचली से मंदाकनी मैदान पर कोलार मुख्य मार्ग पर जोड़ने वाले इस बायपास की कुल दूरी 6 किलोमीटर है । श्री शर्मा ने बताया की बहुत जल्द ही जे के अस्पताल के सामने इस मार्ग के जंक्शन पर एक पुल का निर्माण भी कराया जायेगा जो की सीधा शाहपुरा, भरत नगर , हबीबगंज , चुनाभट्टी , अथवा नये भोपाल को जोड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण के पश्च्यात कोलार के किसी भी नागरिक को ट्रैफिक जाम या आपातकालीन स्थिति में परेशान नहीं होना पड़ेगा । श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग से कोलार सहित आसपास के लगभग 2 लाख नागरिक इससे सीधे लाभान्वित होंगे ।  श्री शर्मा ने बताया की इस मार्ग के निर्माण से पूर्व  उनके द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियो अधिकारियो एवं स्थानीय नागरिको के साथ दौरा किया गया । फलस्वरूप कोलार को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिये इस बायपास के निर्माण का निर्णय लिया गया । श्री शर्मा ने बताया की घनी आबादी वाले कोलार में नागरिको की सुविधा के मद्देनज़र इस मार्ग का  अलग अलग भागो में निर्माण कराया गया है , जिससे नागरिको को इसका लाभ पहुँच सके !  श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिको को संबोधित करते हुए कहा की कोलार के समग्र विकास में निरंतर आपके द्वारा मिल रहे इसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है आप सब के सहयोग से हम ग्रीन कोलार क्लीन कोलार का निर्माण करेंगे । कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा का स्थानीय नागरिको द्वारा बड़ी फूलो की माला पहनाकर सड़क निर्माण के लिए अभिन्दन किया गया !  मार्ग से लाभान्वित क्षेत्र  एक नज़र में -: बैरागढ़ चीचली , दौलतपुर ,धोली खदान, प्रियंका नगर ,हिनोतिया गांव ,मानसरोवर डेंटल कॉलेज, सुहागपुर ,पिपलिया, गुराडी , सेमरी ,अमरावत कलां ,सोहागपुर ,बांसखेड़ी झुग्गी बस्ती ,सन खेड़ी झुग्गी बस्ती, आकाश नगर , गिरधर परिसर ,सैफरॉन सिटी ,कृष्णा होम्स ,गिरधर गार्डन ,शिवालय परिसर ,सर्वजन सोसाइटी ,डी के 5 ,जे के अस्पताल , सागर प्रीमियम टॉवर, भूमिका रेसीडेंसी ,वेस्टर्न कौर्ट एवं मंदाकनी सोसायटी आदि इस मार्ग पर अन्य रहवासियो  को इस बाय पास का  सीधा लाभ पहुंचेगा ।होशंगाबाद रोड से जुड़ेगा यह मार्ग यह मार्ग चार बत्ती चौराहे से कालीबाड़ी पुल से होते हुए बाबड़िया रेल्वे फाटक से होशंगाबाद रोड से सीधा जुड़ेगा ।दानिश कुंज से कलियासोत नदी पर सलैया पुल के माध्यम से मिसरोद (होशंगाबाद रोड) से सीधा जुड़ेगा ।कार्यक्रम में विशेष रूप से स्थानीय पार्षद एवं एम आई सी सदस्य भूपेंद्र माली ,पार्षद पवन बोराना, मंडल उपाध्यक्ष श्याम मीना, बी एस वाजपेयी , महेश तिवारी , इक़बाल खान , अमित शुक्ल, दीपक माथुर , अरुण तिवारी , डी ले पालीवाल , एस एस सेंगर ,शोभा सिकरवार , श्रीमती गीता मिश्रा,गणेश तिवारी,राजेश सेंगर , राज शर्मा , प्रदीप पाटीदार ,आकाश श्रीवास्तव,सहित बड़ी संख्या में माताये बहने कॉलोनी वासी उपस्थित रहे ।  

Kolar News

Kolar News 10 May 2016

कोलार के वार्ड 82 में आने वाले दानिशकुंज कॉलोनी में नगर निगम द्वारा काम नहीं कराने के बाद भी पार्षद द्वारा निर्माण को लेकर बोर्ड लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गलत जानकारी को लेकर आज दोपहर कांग्रेस पार्षदों, स्थानीय नेताओं और रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज से मिला। इन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षद जानबूझकर श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। जबकि, जनता गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा रही है, फिर भी उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा है। पार्षदों ने यह की मांग : कांग्रेस पार्षद संतोष जितेंद्र कंसाना, मोनू सक्सेना, मनजीत मारण, अमित शर्मा, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश जैन सहित रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त भारद्वाज से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अनुसार तत्काल गलत जानकारी देने वाले भाजपा पार्षद भूपेंद्र माली के बोर्ड को नगर निगम प्रशासन हटाए। साथ ही इस मामले में जांच कराएं कि कहीं दानिशकुंज में कराए गए डामर के भुगतान की फर्जी फाइल तो निगम के कार्यालय नहीं पहुंच गई। यदि प्रशासन बोर्ड नहीं लगाएगी, तो कांग्रेसी भी हर वार्ड में ऐसे बोर्ड लगाएगी। दानिशकुंज कॉलोनी में करीब एक करोड़ राशि से डामर कराया गया है। इस पर स्थानीय पार्षद ने खुद डामर कराने के बोर्ड पूरी कॉलोनी में लगा दिए। वहीं, दानिशकुंज सोसायटी ने भी एक विज्ञापन जारी करके कहा कि वह निर्माण उसने कराया है। कुछ लोगों के यहां निर्माण नहीं कराया गया है, वो लोग जल्द ही बकाया राशि जमा कर दें, ताकि बचे हुए स्थानों पर भी डामरीकरण कराया जा सके।

Kolar News

Kolar News 5 May 2016

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

Kolar News

Kolar News 23 April 2016

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने विण्डसर सोसायटी चूना भट्टी में सीमेंट-कांक्रीट सड़क का भूमि-पूजन किया। सड़क की लागत 5 लाख रुपये है। उन्होंने तुलसी नगर में चक्की चौराहा के पास भी सीमेंट-कांक्रीट सड़क का भूमि-पूजन किया। इसके लिये लगभग दो लाख रुपये स्वीकृत किये गये है। श्री गुप्ता ने सड़क निर्माण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये हैं।उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता आज जवाहर चौक में स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत अभियान में शामिल होकर सड़क के आसपास पड़े कचरे की सफाई की। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशानुसार सप्ताह में कम से कम दो घंटे अपने घर के आसपास अथवा मोहल्ले में सफाई जरूर करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान में दिल से जुड़े। इस दौरान रहवासियों ने भी साफ-सफाई की। इस मौके पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छता अभियान का महत्व बताया गया।

Kolar News

Kolar News

(प्रणव महाजन )कोलार पाइप लाइन से पानी देने के प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही न होने के कारण रहवासी विकास समिति के लोगों ने आन्दोलन कि धमकी दी |यदी नपा प्रशासन ने १५ दिन के अन्दर पानी कि सप्लाई कि स्थाई व्यवस्था नहीं कि तो सब रहवासी मिलकर आन्दोलन करेंगे |

Kolar News

Kolar News

(कोलार)उपनगर कोलार के वार्ड नंबर ५ स्थित दामखेडा में सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर उस पर झुग्गी बनाई जा रही हैं|इस बारे मे वार्ड के पार्षद रमा मालवीय ने नगर पालिका मे शिकायत की है |श्रीमती मालवीय ने बताया की कुछ लोग सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर झुग्गियां बनाकर बेच रहे है ,इस संबंध मे सी एम ओं राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि शिकायत जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है तथा निर्देशानुसार अतिक्रमण हटाने कि कारवाही कि जाएगी |

Kolar News

Kolar News

(प्रणव महाजन )आये दिन की खबर सुन कर कि कोलार के दानिश हिल्स से अवैध रूप से रोज़ हजारों ट्रक व् डम्फर खनन मटेरिअल लेकर कोलार रोड से होते हुए निकलते है यह बात यहाँ के विधायक श्री जीतेन्द्र डागा जी ने नगर पालिका मे समीक्षा बैठक मे यहाँ के खनिज इंस्पेक्टर विनोद मोगरे से कही |आये दिन कोलार मे अवैध खनन को लेकर नाराज़ तो थे ही इसी बात को लेकर उन्होंने खनिज इंस्पेक्टर को जमकर फटकार लगाई|उन्होंने कहा की यह सब खनिज के अधिकारीयों की मिलीभगत से प्रदेश मे खनन घोटाला कोलार मे होता दिख रहा है |इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही व् खनन की सारी अनुमतियाँ रद्द करने के लिए श्री मोगरे जी से कहा |बैठक के बाद विधायक जीतेन्द्र डागा .एसडीएम जीपी माली ,टीआइ जीपी अग्रवाल ,तहसीलदार राजेश श्रीवास्तव और सीएमओ ने दानिश हिल्स का निरिक्षण किया| जिसे देख कर यहाँ की अवैध खुदाई पर विधायक व् एसडीएम बहुत नाराज़ हुए

Kolar News

Kolar News

पंकज चतुर्वेदीमैं कोलार हूँ ,आप सब आज मुझ से भली भाति परचित है ,मेरा वर्तमान स्वरुप कब और कैसे बन गया मुझे खुद ही पता नहीं चला अस्सी से नभ्भे के दशक तक में पूर्णता ग्रामीण स्वरुप में था ,मेरी संस्कृति ,भाषा और परिवेश सब गावों जैसा ही था भोपाल से मेरा संपर्क एक टूटी फूटी कच्ची तो कही पक्की सड़क के द्वारा था ,जिस मुख्या उपयोग जलसंसाधन विभाग के कोलर डेम तक जाने में होता था ,भोपाल के जो लोग पिकनिक मानाने कोलार डेम जाते थे उनकी नजर मुझ पर पड़ी और फिर धीरे धीरे भोपाल मेरी और सरकता हुआ आने लगा ,सहकारी समितियों कि शक्ल में भूमाफिया ने अपनी जगह बनानी शुरू कर दी दामखेडा,बंजारी,अकबरपुर,सनखेडी,गेहुखेडा,बैरगढ चिचली ,इनायतपुर जैसे गावों ने धीरे धीरे शहरी जमा पहन लिया और शहर जैसे आचरण करे कि कोशिश भी शुरू कर दी ,भोपाल के साउथ और नोर्थ टी.टी.नगर के मध्यमवर्गीय लोगो के लिए में एक अच्छा निवेश और निवास स्थान का विकल्प बनने लगा ,पहले पहल मुझे ऐसा लगा कि शायद यह शहरीकरण मेरी सूरत बदल सकता हैं पर सच कहूँ तो में आज जितना भद्दा और बदसूरत हू वह सब इस आधे अधूरे शह रीकरण का ही नतीजा हैं शहरीकरण के इस दौर में ग्रामपंचायत के द्वारा सरपंच मेरे मालिक थे ,जिन्होंने तकनिकी ज्ञान के आभाव में मेरे छाती पर यह वह बड़ी -बड़ी इमारतें बनवा दी वैसे में इस सब के लिया तत्कालीन राज्य सरकारों और जनप्रतिनिधियों को दोषी मानता हू जो भोपाल के बगल में क्या चल रहा है इससे अपनी आंख मूंदे रहे या संभवता आँखों पर नोटों के चश्मे लगे होने के कारण अंधे हो गए थे ,पर इस सब लापरवाही कि पीड़ा और दंड आज में और मेरे सब बशिदे भुगत रहें है ,पानी ,सड़क ,बिजली ,सब कुछ अव्यवस्थित है ,मेरे आधा रूप शहर तो आधा गाँव जैसा हो गया है ,स्कूल ,कॉलेज ,अस्पताल ,पुस्तकालय ,समुदायिका भवन कहा हैं कोई नहीं जनता बस चुनावो के समय वोटो के सौदागर आज जाते और आपना मतलब निकलकर मुझे और मेरी जनता को भूल जाते हैं आज कि स्तिथि में तो मेरे यह मरने वाले को भी कफ़न -दफ़न के लिए भोपाल तक भागना पड़ता है ,इसी बीच अचानक एक नेताजी ने कोलार नगर पालिका बना दी ,और कोई उनसे यह पूछने वाला नहीं है कि आप यदि सचमुच मेरा विकास चाहते थे तो इतने वर्षो से क्या सो रहे थे ?क्या नगर पालिका मेरा विकास कर पायेगी ?वह नगर पालिका जो खुद अपनी स्थापना का व्याय नहीं उठा पा रही वो विकास क्या खाक करेगी शायद नगरनिगम में जाते तो कुछ विकास कि सम्भावनाये बन सकती थीं ,पर लोकतंत्र कि यह विडम्बना है कि लोक हमेशा ही तंत्र द्वारा चला गया है फिर में यानि कोलार इस छल तन्त्र का आपवाद कैसे हो सकता हूँ अब तो भगवान् ही मालिक है कि मेरा और मेरे लगभग दो लाख बाशिंदों का क्या होगा विकास या ?(कोलार न्यूज़)-- PANKAJ CHATURVEDICHAIRMANN.D. CENTRE FOR SOCIAL DEVELOPMENT AND RESEARCH BHOPALCELL-09425004636

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नी यादव के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया हैं और उन पर आरोप लगाया हैं कि वह भाजपा के इलाके में अँधेरा रख कर राजनीती कर रही हैं | भाजपा पार्षदों का कहना हैं मुन्नी यादव मनमानी पर उतर आई हैं और जानबूझ कर भाजपा को वोट देने वाले मतदाताओं के इलाके में अँधेरा करवा रही हैं | भाजपा पार्षदों ने इस बारे में प्रभारी सीएमओ को इस बारे में इक ज्ञापन भी सौपा हैं | मुन्नी यादव कि कोंग्रेस पार्षदों को उपकृत करने की मंशा से भाजपा पार्षद नाराज हैं और यह सारा बखेड़ा शुरू हुआ हैं | नपा अध्यक्ष मुन्नी यादव ने वार्ड क्रमांक ५ और १३ एवं १४ में स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश नपा अधिकारीयों को दिए हैं | यह तीनों वार्ड कांग्रेस के खाते में हैं | इस दौरान भाजपा के वार्ड १८ में इन कामों के लिए आदेश जारी नहीं किये गए हैं | गौरतलब हैं कोलर नपा के क्षेत्र में करीब १.५ करोड़ की लगत से २१ बर्दों में स्ट्रीट लाइट लगाई जानी हैं | इसके पहले न्चरण में चार वार्डों में ४१ लाख ५७ हजार ५६९ रुपए को लागत से स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रस्ताव परिषद् की बैठक में पास हो गया था | इसमें एक कांग्रेस और एक भाजपा पार्षद का वार्ड शामिल हैं | परिषद् की बैठक में लौटरी द्वारा वार्डों में काम करने की सहमति बनी थी | लौटरी सिस्टम के तहत वार्ड १३ और वार्ड १८ में पहले कार्य किये जाने थे | लेकिन नपा अध्यक्ष ने परिषद् के फैसले को दरकिनार कर वार्ड १८ में होने वाले कार्यों की रूप रेखा बदलकर कोंग्रेस पार्षदों के वार्ड ५, १३ एवं १४ में काम कराने का फरमान जारी कर दिया हैं | नपा अध्यक्ष आरती बोरना ने कहा कि भाजपा पार्षदों के वार्डों का नाम हटाकर कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश दिए हैं , जो परिषद् के फैसले कि अवेहलना हैं | भाजपा पार्षदों ने इसका विरोध करते हुए सीएमओ को स्ट्रीट लाइट के भुगतान के लिए जरी किये गए चेक का भुगतान रुकवाने के लिए ज्ञापन सौपा हैं |

Kolar News

Kolar News

वाहनों के दवाब से फट सकती हैं पाईप लाइनशैफाली गुप्ता कोलार पाईप लाइन पर दिन पर दिन अतिक्रमण बढ़ता जा रहा हैं | नगर निगम की लापरवाही के कारण नगर पालिका कोलार क्षेत्र में बड़ा हादसा हो सकता हैं | कोलार पाईप लाइन पर कई दुकानों और गुमटियों ने कब्ज़ा कर रखा हैं वही दूसरी ओर बड़े शोपिंग काम्प्लेक्स ने बेसमेंट तक में दुकाने बना डाली हैं और कही भी पार्किंग व्यवस्था नहीं की हैं जिस कारण लोग अपने वाहनों की पार्किंग भी कोलार की पाईप लाइन पर करते हैं | यही वजह हैं की पाईप लाइन पर दवाब बढ़ता जा रहा हैं और किसी भी दिन हादसे का रूप ले सकता हैं | कोलार डैम से बिरला मंदिर तक यह पाईप लाइन जाती हैं इससे करीब ३४ एम् सी डी पानी की सप्लाई होती हैं | इस पाईप लाइन की मरम्मत भी साल में लगभग तीन बार ही हुई हैं जबकि इसका निर्माण लगभग २०-२१ साल पुराना हैं | हलाकि पाईप लाइन पर अतिक्रमण करने वालों को एक बार नोटिस दिया जा चूका हैं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं | पहले भी कई बार अतिक्रमण हटाने की मुहीम चलाई जा चुकी हैं लेकिन फिर कुछ समय बाद वाही हाल हो जाता हैं ऐसे में किसी ठोस नियम की जरुरत हैं | अन्यथा कभी ऐसा वक्त भी आ सकता हैं की पाईप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी के लिए भी तरसना पड़ सकता हैं | ऐसे ही उप नगर कोलार में नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर शोपिंग काम्प्लेक्स और मिनी मौल बन रहे हैं | इनके संचालकों ने बेसमेंट में पार्किंग की जगह देने की जगह दुकाने बना डाली हैं | जानकारी मिलने के बाद नगर पालिका ने इन सभी संचालकों को कारण बताओं नोटिस तो दिया हैं मगर कार्यवाही कितनी और कब होगी इसका कह पाना अभी मुश्किल हैं | हलाकि जब सीएमओ विक्रम सिंह से पुचा गया तो उन्होंने साफ़ कहा की "स्थाई करमचारियों की कमी होने के कारण नक़्शे अनुरूप निर्माण का परिक्षण समय पर नहीं किया जा सका हैं | अभी नोटिस जारी किया जा चूका हैं | अब जो निर्माण नियमानुसार नहीं होंगे उन पर अवैध निर्माण की कार्यवाही की जायगी | जिन शापिंग काम्प्लेक्स में बेसमेंट में दुकाने बनाई गयी हैं , उनकी दुकाने तोड़ी जा सकती हैं |" अब इनका क्या होगा और कितनी कार्यवाही हो सकती हैं इसका कुछ अंदाजा इन नियमों से भी लगाया जा सकता हैं | (१)(मप्र भूमि विकास नियम १९८४ के अनुसार तलघर का उपयोग आवासीय प्रयोजनों के लिए नहीं होगा |) (२)(यदि कोई भवन निर्माता आवासीय और व्यवसायिक परिसर का निर्माण करता हैं, तो उसे क्षेत्रफल के आधार पर पार्किंग देना आवश्यक हैं |)(३)(छोटे व्यवसायिक भवनों में भवन निर्माता की ओर से बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के रूप में नहीं किया जाये और नक़्शे में नहीं दर्शाया जाये तो वह इसके लिए बाध्य नहीं हैं |) (कोलार न्यूज डॉट नेट)

Kolar News

Kolar News

कोलर नगर पलोका ने मुहीम चलदी दी हैं की खली प्लाट के मालिकों को जुरमाना भरना पड़ेगा और यह मुहीम कारगर साबित भी हुई | जिससे नगर पालिका ने पिछले डेढ़ साल लगभग दो लाख रुपए वसूले हैं | अब खाली प्लाट के मालिकों ने भी अपने-अपने प्लाटों के चारों तरफ बांउड्रीवाल व फैंसिंग का काम भी शुरू कर दिया हैं | नगर पालिका की राज्यस्व समिति, अध्यक्ष समिति और बाद में नगर पालिका परिषद् ने जुर्माना वसूलने का नियम बनाया और पिछले वर्ष से खाली प्लाट के मालिकों से जुर्माना वसूलना शुरू कर दिया गया था | भूखंड के कुल मूल्य ६ प्रतिशत जुर्माना लिया जाना तय था | पालिका के राजस्व विभाग के अनुसार खाली प्लाट के मालिकों से ३० सितम्बर तक करीब २ लाख ४ हजार ८७३ रुपए वसूले गए हैं पालिका ने १ अप्रैल ०९ से यह नियम लागु किया हैं | इस नियम के तहत अब तक १७१ लोगो से यह राशी वसूली गयी हैं | पालिका प्रशासन वर्तमान में उन लोगो से यह राशी वसूल रही हैं | जो प्लाट पर निर्माण की अनुमति लेने आते हैं , कोलर में लोग रहने के लिए प्लाट लेते थे | मगर जब से जमीनों के दाम विकास के बाद बढे हैं तब से लोग निवेश के लिए कोलार मन जमीनों खरीद फ्रोत में लग गए हैं , जिसकी वजह से निर्माण होने की जगह हाजरीन प्लाट खाली पड़े हैं | और यही खाली प्लाट आम जनता और पास में रहने वालों के लिए मुसीबत साबित होते हैं यहाँ पर गंदगी और सूअरों का जमावड़ा बना रहता हैं और बरसातों में गन्दा पानी इकट्ठा होता हैं बिमारिय फैलती हैं | इसलिए नगर पालिका प्रशासन ने खाली प्लाट के मालिकों से जुर्माना वसूलने का नियम बना लिया हैं | (पत्रिका समाचार पत्र से साभार)

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता कोलार क्षेत्र में एक निजी स्कुल चलने वाले जीवन झाडे ने कुछ महीने पहले आत्महत्या कर ली थी जिस मामले में शाहपुरा पुलिस ने मंगलवार देर रात भाजपा पार्षद रविन्द्र यती और कोलार नगर पालिका उपयंत्री के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया हैं | जीवन झाडे ने २० अगस्त को शाहपुरा थाना क्षेत्र स्थित रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या कर ली थी | झाडे के मरने के बाद उसके द्वारा लिखा हुआ एक सुसाइड नोट मिला था और घर वालो ने भी आशंका जताई थी की रविन्द्र यती के द्वारा उकसाने पर और बार-बार परेशान करने पर जीवन झाडे ने आत्महत्या का ली | हबीबगंज सीएसपी राजेश भदौरिया के मुताबिक प्रथम द्रष्टया सुसाइड नोट और मृतक के परिजन के बयान के आधार पर रविन्द्र यती और उपयंत्री पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया हैं | (कोलार)

Kolar News

Kolar News

कोलार क्षेत्र नगर पालिका ने अभी तक संपत्तिकर के बकायादारों की सूचि नजूल को नहीं भेजी हैं , इस कारण अभी तक बकायादारों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही हैं | संपत्तिकर के रूप में लगभग ४५ लाख रूपये बकायादारों से वसूले जाने हैं | नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही इतनी हैं की इन बकायादारों के खिलाफ कार्यवाही तो बहुत दूर की बात हैं इनकी सूचि तक तैयार नहीं कर पाई हैं | प्राप्त जानकारी के मुताबिक बकायादारों का कोई रिकार्ड न होने के कारण इनसे वसूली नहीं हो पा रही हैं | नगर पालिका अधिकारीयों की सुस्ती के कारण इन बकायादारों की सूचि अभी तक नजूल नहीं पहुंची हैं | कोलार क्षेत्र में कई बड़े बकायादार हैं जिन्हें बड़ी राशी जमा करनी हैं और कई ऐसे हैं जिन्होंने पालिका गठन के बाद से अभी तक संपत्तिकर नहीं भरा हैं | नपा अधिकारी बकयादाकारों की बात ना करके वित्त वर्ष २००९-२०१० में संपत्तिकर के रूप में वसूले करीब एक करोड़ ४५ लाख की राशी बताकर अपनी पीठ थप-थापा रहे हैं | यह भि कहा जा रहा हैं की बकायादारों की सूचि तैयार की जा रही है और जल्द ही तहसीलदार को भेज दी जाएगी | नपा के द्वारा जब भी संपत्तिकर वसूलने के लिए वार्डों शिविर लगाये तब पार्षदों ने कोई रूचि नहीं दिखाई अगर पार्षद आगे बढ़कर अपने-अपने वार्डों के बकायादारों से संपत्तिकर जमा कराते तो इतनी बड़ी रकम वसूली की बाकि न रह पाती | (कोलार)

Kolar News

Kolar News

उप नगर कोलार के सड़क निर्माण और मरम्मत का काम अब सीपीए से पीडब्लूडी को हस्तानांतरित कर दिया गया हैं |पिछले बीस सालों से कोलार की सड़क निर्माण और मरम्मत का काम सीपीए संभल रही थी | २० जनवरी से अब यह काम पीडब्लूडी संभालेगी | सड़क के हस्तानान्तरण को लेकर पिछले कई महीनो से दोनों विभागों में पत्र व्यवहार चल रहा था | मगर चार किलोमीटर की सड़क जो महाबली नगर से बैरागढ़ चिचली तक जाती हैं, उसकी मरम्मत को लेकर दोनों विभागों में सहमती नहीं बन पा रही थी | जिसके कारण सड़क का हस्तानान्तरण रुका हुआ था | चुकी यह सड़क सीपीए की बनाई हुई थी इसलिए सीपीए द्वारा ही इस सड़क की मरम्मत होनी थी जो सीपीए ने कुछ दिन पहले पूर्ण कर दी हैं | सड़क पूर्ण होने के बाद कोलार की अब सभी सड़कों का काम पीडब्लूडी को सौप दिया गया हैं | अनुमान लागाया जा रहा हैं की अब फोर लेन का काम भी पीडब्लूडी तेजी से पूर्ण कर देगी जो सीपीए की सुस्ती के कारण अधूरी पड़ी थी और बहुत से हादसों का कारण भी बन गयी थी | पीडब्लूडी के अधिकारियो की माने तो एक सड़क पर दो एजेंसिया काम नहीं कर सकती थी इसलिए काम रुका हुआ था | मगर अब काम जल्द पूरा किया जायेगा उम्मीद हैं की अब लोगो को चक्का जाम और हादसों से जल्द राहत मिलेगी | (कोलार)

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लोगों को ढाई साल के इंतजार के बाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने "इंटीग्रेटेड टर्मिनल भवन" का काम पूरा कर लिया है।यह 28 जून को जनता को समर्पित किया जाएगा। एयरपोर्ट डायरेक्टर एके शर्मा ने बताया कि मंगलवार को सुबह 10 बजे राज्यपाल डॉ. रामेश्वर ठाकुर, केंद्रीय मंत्रीद्वय वायलार रवि तथा कमलनाथ, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया की मौजूदगी में लोकार्पण होगा। इसके साथ ही नए टर्मिनल से उड़ानों का संचालन शुरू हो जाएगा।"इंटीग्रेटेड टर्मिनल भवन" पर लगभग 135 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। राज्य शासन ने हवाई पट्टी विस्तार के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को 387 एकड़ जमीन दी है। तमाम अड़चनों के कारण ही इसके विस्तार में विलंब हुआ। डीजीसीए एवं ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी नए टर्मिनल भवन से उड़ानों के संचालन की सहमति दे दी है। अब यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन का रास्ता भी साफ हो गया है। प्रशासनिक कार्य एवं दफ्तर फिलहाल पुराने भवन मे ही रहेंगे | ''इंटीग्रेटेड टर्मिनल भवन"बनने के बाद इसकी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए हैं |

Kolar News

Kolar News

ज़िंदगी में रंग भरती हैं बेटियाँ प्रलय श्रीवास्तवलिंग अनुपात एक सामाजिक अवधारणा है। इसका मतलब केवल स्त्री-पुरुष अनुपात समझना या कहना हमारी एक बहुत बड़ी भूल हो सकती है। इस सामाजिक अवधारणा को व्यापक परिप्रेक्ष्य में समझना होगा। आज स्त्रियों का अनुपात पुरुषों की संख्या में कम होना चिंतनीय विषय बन चुका है। इतिहास गवाह है कि वैदिक युग में समाज में महिलाओं का स्थान पुरुषों की बराबरी का था। कोई भी सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, रचनात्मक कार्य बगैर महिलाओं की गैर-मौजूदगी के सम्पन्न नहीं होता था। समाज में महिलाओं को मिले उच्च स्थान के फलस्वरूप ही कहा गया कि "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी"। विवाह, हवन, आहुति, पूजन-पाठ, मंदिरों में प्रवेश यहाँ तक कि ऋषि-मुनियों के आश्रम में भी महिलाओं को प्रवेश की पात्रता थी। सीता, सावित्री आदि अनेक नारियाँ आज भी आदर्श नारियों के रूप में मान्य हैं।मध्यकाल में धीरे-धीरे परिस्थितियाँ बदलती गईं और समाज ने करवट ली तथा पुरुष प्रधान समाज की रचना कर डाली। मौजूदा युग में नारी इस चार-दीवारी को लाँघ कर आगे तो बढ़ी लेकिन अपने अस्तित्व के खतरे को साथ लेकर। बालिका भ्रूण हत्या जैसे घिनौने अत्याचार उस पर शुरू हो गये। परिवार में लड़की का होना अभिशाप बन गया। स्वतंत्रता के 64 वर्ष बीत चुके हैं और महिला सुरक्षा, समानता का अधिकार, घरेलू हिंसा के कानूनों के बन जाने के बाद भी नारी अपने अस्तित्व की रक्षा नहीं कर पा रही है। नारी की कोख में ही नारी का कत्ल बड़ी निर्ममता से हो रहा है, जिसके फलस्वरूप स्त्री-पुरुष अनुपात वर्ष दर वर्ष घटता जा रहा है।संतान के रूप में बेटियाँ किसी सर्द मौसम की गुनगुनी धूप के अहसास से कम नहीं होती। बेटियों से हमें मिलती है भविष्य की एक माँ, बहन, या पत्नी। एक ऐसी नारी जो परिवार, समाज व देश को सुशिक्षित, संस्कारवान और सुसंस्कृत बनाती है। हमारे देश में बेटियाँ होने का मतलब दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी भी है। ऐसे में विज्ञान के नये-नये आविष्कार उसके आस्तित्व को निरंतर बौना करते जा रहे हैं। भ्रूण लिंग परीक्षण के दौरान कोख से एक बिटिया शायद यही कहती है-"इल्जाम नहीं शिकायत है माँ जो तुमसे करनी हैमुझे जन्म नहीं देना ऐसी भी क्या मजबूरी है।कुछ महीनों में, मैं भी भरने वाली किलकारी थी,तुम सबने मिलकर मारा, मैं ऐसे न मरने वाली थी।।भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक निर्णय सुनाते हुए वेदों का उदाहरण देते हुए कहा है कि किसी का जीवन लेना केवल अपराध ही नहीं अपितु पाप भी है। महान न्यायधीशों ने यह भी कहा कि (Foetus is regarded as a 'Human Life' from the movement of fertilization) गर्भाधान के समय से ही भ्रूण को एक मानव जीवन माना जाता है। महात्मा गाँधी के कथन को दोहराते हुए उन्होंने कहा- "God alone can take Life because he alone gives it" जीवन केवल भगवान ही ले सकता है। क्योंकि केवल एक वही जीवन देने वाला है। हर छोटे-बड़े प्राणी को जीने का पूर्ण अधिकार है। किसी का जीवन नष्ट करने का अधिकार किसी को भी नहीं है और न ही किसी माँ-बाप को अपनी जीती-जागती संतान की हत्या करने या करवाने की छूट विश्व के किसी धर्म ने प्रदान की है।"बेटों की चाहत में कोख में ही कत्ल कर दी जाती हैं बेटियाँयूँ जिन्दगी के सुख से महरूम कर दी जाती हैं बेटियाँ।गर्भ में लिंग की जाँच और फिर कन्या भ्रूण की हत्या के कारण दिन-प्रतिदिन कम होती स्त्रियों की संख्या से समाज में चिंताजनक स्थिति निर्मित हो चुकी है। सामाजिक परिवेश को उसकी समग्रता से देखें तो ऐसा प्रतीत होता है कि कन्या भ्रूण हत्या का मूल कारण कन्या के प्रति समाज की मानसिकता, सोच व दृष्टिकोण है। क्या कहना चाहिये ऐसी सोच को कि अपने घर में बेटा जन्मे और दूसरे के घर में बेटी जन्मे। बबूल बोकर आम की इच्छा रखने वालों को यह समझना चाहिये कि अगर भ्रूण हत्या होती रहेगी तो पुत्र रत्न को जन्म देने वाली माँ कहाँ से आयेगी।अब समय बदलने को तैयार हो चुका है। भ्रूण हत्या जैसे घृणित अपराध पर लगाम कसी जा रही है। बालक-बालिका के कम हो रहे अनुपात को बराबरी में लाने के लिये समाज सजग और जागरूक हो रहा है। बेटियों ने भी अपने अस्तित्व को नई पहचान दी है। वे ज्ञानरूपा, शक्तिरूपा और मातृरूपा की अवधारणा को कायम रखने में सफल होती दिख रही है। समाज भी बेटियों के महत्व को स्वीकार करता दिख रहा है।"कलियों से नाजुक होती हैं बेटियाँस्पर्श खुदरा हो तो रोती हैं बेटियाँरोशन करेगा बेटा एक ही कुल कोदो-दो कुलों की शान होती है बेटियाँ।"बेटे-बेटियों के अंतर को पाटने की दिशा में कारगर पहल करने वाला राज्य मध्यप्रदेश इस दिशा में अग्रणी बनने जा रहा है। लाड़ली लक्ष्मी, मुख्य मंत्री कन्यादान योजना, नि:शुल्क साइकिल व गणवेश, वितरण प्रतिभा किरण , गाँव की बेटी आदि अनेक योजनाओं को लागू करने वाले इस राज्य में बेटियों के पक्ष में एक और नई इच्छाशक्ति और संकल्प ने अब करवट ले ली है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सदैव इच्छा रही कि मध्यप्रदेश की बेटियाँ खूब पढ़ें, आगे बढ़ें। इसके लिये उन्होंने जो वातावरण निर्मित किया उसमें महिला सशक्तिकरण को एक नई दिशा मिली है। मुख्यमंत्री ने बेटियों की महत्ता को सर्वापरि मानते हुए न सिर्फ उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया बल्कि उनके अस्तित्व की रक्षा के भी उपाय किये हैं। बेटियों के प्रति संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की प्रेरणा और मार्गदर्शन से शुरू होने वाला बेटी बचाओ अभियान तेजी से घटते लिंगानुपात को बराबरी पर लाने की दिशा में मील का पत्थर बनने जा रहा है। बेटियों की महत्ता को कायम रखने वाले इस अभियान से निश्चित रूप से समाज प्रेरित होगा।"सूरज की रोशनी होती हैं बेटियाँचंदा की चांदनी होती हैं बेटियाँखुशबू की रूह होती हैं बेटियाँबेटे तो शादी के बादअलग घर बसा लिया करते हैंमाँ-बाप के बुढ़ापे की लाठी होती हैं बेटियाँ"बेटी बचाओ अभियान में शामिल की जायेंगी ऐसी गतिविधियाँ जो जन-मानस को सोचने एवं विचार करने पर विवर्श करेंगी कि अब उनके घर बेटियाँ ही जन्में। महिलाओं के प्रति सोच में बदलाव लाने के लिये संतान के बेटी या बेटा होने में पिता की भूमिका संबंधी तथ्य का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा। दहेज माँगने एवं देने वाले परिवारों का सामाजिक बहिष्कार, सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा देना, राज्य स्तर पर पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट का तथा कानून के उल्लंघन की ऑनलाइन शिकायत की सुविधा, सिर्फ बेटियों के माता-पिता के क्लबों का गठन, चिकित्सकों के संगठन का सहयोग, सोनोग्राफी केन्द्रों की मॉनीटरिंग में आई.टी. का उपयोग, धर्म-गुरुओं के प्रवचनों में बेटी के महत्व संबंधी चर्चा, मंदिरों एवं धर्मालयों में होने वाली आरती/प्रार्थना में श्रद्धालुओं को बेटियों का महत्व समझाना, प्रभावशील नाटकों की प्रस्तुति, प्रचार-प्रसार माध्यमों का उपयोग आदि अभियान की गतिविधियों में शामिल रहेगा।

Kolar News

Kolar News

प्रकाश कोलार नगर पालिका में आये दिन पार्षदों के झगड़ों की कहानी सुनने में आती रहीं हैं कई बार यह झगडे थाने तक पहुंचे ... मगर अबकी बार हद तब हो गई जब एक पार्षद ने महिला पार्षद पर भद्दे इशारे कर गन्दी टिपण्णी कर डाली बस फिर क्या था महिला पार्षद का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुँच गया और उन्होंने उस पार्षद की पिटाई कर डाली इतने पर भी जब उनका मन नहीं भरा तो वे महिला थाने और महिला आयोग जा पहुंची | ऐसा पहले भी हो चूका हैं कहा जाता हैं कि इन महिला पार्षद की दबंगई के कारण कई बार ऐसी स्थिति पैदा हो चुकी हैं |महिला पार्षद ममता पवारके खिलाफ पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों के साथ मार पीट करने की शिकायत दर्ज हो चुकी हैं | अब इससे पहले कोई उनके खिलाफ शिकायत करता वे ही सीधे महिला आयोग और महिला थाने जा पहुंची | ममता पवार द्वारा राज्य महिला आयोग व् महिला थाने मे मंजीत मारन व् एल्डरमन कैलाश मीना के खिलाफ शिकायत दर्ज कि | वही मंजीत मारन ने कोलार थाने मेंआवेदन दे कर ममता पवार व् पार्षद रविंदर यति के खिलाफ शिकायत की है !उधर ,नपा अध्यक्ष मुन्नी यादव भी मंजीत मारन के बचाव मे आ गयी !उन्होंने नगरीय प्रशासन आयुक्त संजय शुक्ल व् एसएस पी योगेश चोधरी को पत्र लिख कर परिषद् मे मंजीत मारन व् नपा सी ऍम ओ राजेश श्रीवास्तव से बदसलूकी करने के मामले मे ममता पवार व् रविंदर यति के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है !पत्र मे अध्यक्ष ने कहा की ममता पवार के खिलाफ पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों के साथ मार पीट करने की शिकायत दर्ज हुई है !इसके अलावा पार्षद रविंदर यति ने पिछले दिनों परिषद् मे सी एमओ को फँसी पर लटकाने की धमकी दी थी !साथ ही उनके खिलाफ पूर्व में निजी स्कूल संचालक जीवन झाडे को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हो चूका है | (कोलार)

Kolar News

Kolar News

मंत्रि-परिषद उप समिति की बैठक आर.एस.पाराशरभोपाल विकास प्राधिकरण कोलार नगर पालिका क्षेत्र में आने वाले ग्राम सलैया में कमजोर एवं निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए 1424 फ्लेट बनाएगा। परियोजना के लिये राज्य शासन द्वारा 25 एकड़ भूमि आरक्षित की गयी है। यह जानकारी नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि-परिषद उप समिति की बैठक में दी गयी। बैठक में जल संसाधन तथा आवास एवं पर्यावरण (आवास को छोड़कर) मंत्री श्री जयंत मलैया के अलावा संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में जानकारी दी गयी कि बी.डी.ए. सलैया ग्राम में 336 ई.डब्ल्यू.एस. तथा 1088 एल.आई.जी. फ्लेट कमजोर एवं निम्न आय वर्ग के लिए बनाएगा। भूमि के मूल्य के मान से मकानों की लागत का आंकलन करने पर ई.डब्ल्यू.एस. की लागत 9 लाख तथा एल.आई.जी. की लागत 12.50 लाख आती है। शासन की नीति के अनुसार बी.डी.ए. द्वारा भूमि के मूल्य को घटाते हुए ई.डब्ल्यू.एस. की लागत 5 लाख तथा एल.आई.जी. की लागत 10 लाख प्रस्तावित की गयी। मंत्रि-परिषद उप समिति ने ई.डब्ल्यू.एस. फ्लेट की दर को कम कर रुपये 4.50 लाख करने की अनुशंसा की।ज्ञातव्य है कि इस पूरे प्रोजेक्ट में शासन द्वारा अनुदान के रूप में लगभग 40 करोड़ की भूमि दी जा रही है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने कमजोर एवं निम्न आय वर्ग के आवासों के लिये निःशुल्क भूमि उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया है।बैठक में प्रमुख सचिव आवास एवं पर्यावरण श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री एस.पी.एस. परिहार, प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनोज श्रीवास्तव, आयुक्त कोष एवं लेखा श्री पंकज अग्रवाल, कलेक्टर श्री निकुंज श्रीवास्तव, बी.डी.ए. के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुमार पुरषोत्तम उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता कोलार उत्सव मेले का उदघाटन करने पहुचे विधायक जितेन्द्र डागा झूले से टकराकर बुरी तरह जख्मी हो गए हैं डागा को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं |सोमवार की शाम विधायक जितेन्द्र डागा कोलार उत्सव मेले का उदघाटन करने पहुंचे थे... भीड़-भाड़ के बिच डागा ने झूलों का लुफ्त लिया इसी दौरान झुला झूलते वक्त उनका सर लोहे की रोड से टकरा गया | इस हादसे में डागा बुरी तरह जख्मी हो गए खूना-खून डागा को देख बीजेपी कार्यकर्ताओं के होश उड़ गए सर में गंभीर चोट लगने के कारण डागा को बेहोशी छाने लगी तत्काल उन्हें निजी हॉस्पिटल में भारती कराया गया हैं |प्रत्यक्ष दर्शी कोलार पार्षद रविन्द्र यति के साथ हुई बात चीत में उन्होंने बताया की विधायक डागा उदघाटन करने के बाद ब्रेक डांस वाले झुला झूल रहे थे उस वक्त झूले की रोड उनके सर में लगी और वे वही बेहोश हो गए वही से उन्हें तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया हैं |कोलार के विधायक प्रतिनिधि ने उनके स्वस्थ के बारे में जानकारी देते हुए बताया हैं की विधायक जितेन्द्र डागा के सर में तीन टेक आये

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता मांडवी ने बताया की पी सी सी के निर्देश काल शाम को ही मिले थे की हमारी पार्टी के जो दो नेताओं को निलंबित किया हैं उसके विरोध में सी एम् शिवराज सिंह चौहान और विधान सभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहानी का पुतला फूंक कर विरोध करना हैं और रोष जाहिर करना हैं |हां मैं खुद बाल-बाल बची हूँ यह सच हैं सिर्फ थोडा सा हाँथ जला हैं ... मैं ठीक हूँ यह जिला कांग्रेस कमिटी का कार्यक्रम था |(कोलार)

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता मांडवी चौहान को पुतला जलना खुद पर भारी पड सकता था | पुतला जलाते वक्त वे आग की चपेट में आते -आते बच गई | जैसे ही हवा चलने पर आग उनकी तरफ बढ़ी उसी वक़्त मंगल सिं व् अन्य कुछ लोगो ने उन्हें खीच लिया | और उनकी साडी से आग बुझाने की कामयाब कोशिश की और एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया | मांडवी चौहान का कहना हैं की वे बाल-बाल बच गई उनका हाथ जला हैं जिस पर वही दवाई लगाकर उपचार भी कर लिया हैं मैं अब बिल्कुल ठीक हूँ |

Kolar News

Kolar News

श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश भारत के राज्यों में सबसे तेज गति से निवेश क्षेत्र के रूप में सामने आया है। ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, फार्मास्युटिकल, सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं, पर्यटन, खाद्य प्र-संस्करण, टेक्सटाइल और नवकरणीयऊर्जा क्षेत्रों में निवेश की भरपूर संभावनाएँ हैं। श्री चौहान गत दो अक्टूबर को वाशिंगटन डी सी में यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल और भारतीय उद्योग परिसंघ बिजनेस कान्फे्रंस को संबोधित कर रहे थे।यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल का गठन भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और वाणिज्यिक मित्रता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गठित किया गया है।मुख्यमंत्री ने यू एस इंडिया बिजनेस काउंसिल के सदस्यों और वाणिज्यिक प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में 28 से 30 अक्टूबर 2012 को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2012 में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध मैत्रीपूर्ण हैं। भारत के लिये अमेरिका सबसे बड़ा विदेशी पूँजी निवेश का स्त्रोत है। भारत में कुल विदेशी पूँजी निवेश में छह प्रतिशत योगदान अमेरिका का है।श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में पूँजी निवेश के लिये तैयार वातावरण और अधोसंरचना की चर्चा करते हुए कहा कि सड़क संपर्क, बिजली, पानी और तकनीकी रूप से कौशल सम्पन्न मानव संसाधन और उद्योगों के लिये जरूरी संसाधन मध्यप्रदेश में उपलब्ध हैं।अपने संबोधन में वरिष्ठ निदेशक एवं नीति विश्लेषक और यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल की कार्यकारी उपाध्यक्ष सुश्री डिएन फैरल ने श्री चौहान की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहल से व्यापारिक संभावनाएँ बढ़ेंगी। इस अवसर पर भारत और यूएस बिजनेस मीट मध्यप्रदेश में आयोजित करने पर सहमति बनी। समय और स्थान बाद में तय होंगे। अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम से चर्चाइसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवेश सहायता के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। श्री चौहान ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन, अधोसंरचना निर्माण के वित्तीय सहयोग, नवकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य एवं शहरी अधोसंरचना निर्माण में सार्वजनिक-निजी सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिये न सिर्फ निवेश में सहयोग बल्कि तकनीकी मार्गदर्शन की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी परियोजना में वित्तीय सहयोग के साथ तकनीकी मार्गदर्शन और परामर्श उपलब्ध करवाने से ही समय पर निश्चित लागत में परियोजना पूरी हो सकती है।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता नवरात्र कि सप्तमी पर इस बार कोलार इलाके में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिव राज सिंह चौहान कन्या पूजन करेंगे इसका आयोजन सेवा भारती का महावीर मंडल कर रहा हैं | कोलार इलाके के बीजेपी नेता और समाज सेवी ललित चतुर्वेदी , सेवा भारती के सयोंजक रवि गगरानी और लतिका चौहान ने बताया सेवा भारती महावीर मंडल ने 5001 कन्याओं के पूजन का लक्ष्य रखा हैं इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ सर्व प्रथम कन्या पूजन करेंगे कार्यक्रम कि अध्यक्षता प्रभारी मंत्री जयंत मलैया करेंगे | समारोह में आर एस एस के शशि भी सेठ मुख्य वक्ता होंगे | कन्या पूजन समारोह मंदाकनी मैदान पर होगा जिसमे जाने मने बिल्डर दिलीप सूर्यवंशी खनिज विकास निगम के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा क्षेत्र के विधायक जितेन्द्र दगा बीजेपी नेता बी एस बाजपेयी सान्ध प्रकाश के प्रधान संपादक भारत पटेल और सागर ग्रुप के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल और सी आई ग्रुप के मकिल राजेश मालिक मौजूद रहेंगे | (कोलार)

Kolar News

Kolar News

नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री की कुर्सी के बीच अब सिर्फ शपथ ग्रहण समारोह की दूरी है। गुजरात से बाहर अब उनका दफ्तर दिल्ली की रायसीना की पहाड़ी के नजदीक बने साउथ ब्लॉक का कमरा नंबर 151 और घर का पता 7, रेस कोर्स रोड होगा। अब मोदी की सुरक्षा का इंतजाम भी हाईटेक हो जाएगा और बतौर प्रधानमंत्री उनका वेतन बढ़ जाएगा। यानी कुछ दिनों में उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाएगी। आगे पढ़ें: कैसे बदल जाएगी मोदी की जिंदगी? (तस्वीर में: साउथ ब्लॉक) 1.6 लाख रुपए मिलेगी तनख्वाह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को हर महीने करीब 1.6 लाख रुपए वेतन के रूप में मिलेंगे। इसमें 50,000 वेतन, 3,000 संप्चुअरी अलाउंस (खाने-पीने पर खर्च किया जाने वाला फंड), 62,000 डेली अलाउंस और 45,000 संसदीय क्षेत्र का अलाउंस शामिल है। इसके अलावा सरकारी आवास, निजी स्टाफ, विशेष विमान समेत कई अन्य सहूलियत शामिल होती है। प्रधानमंत्री को मिलने वाले वेतन का खुलासा 2012 में एक आरटीआई के जवाब से हुआ था। (kolar)

Kolar News

Kolar News

प्रमोद भार्गवआखिरकार केंद्र सरकार के हलफनामे और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले ने आधार कार्ड निराधार घोशित कर दिया। अब आधार कार्ड बनेंगे तो सही लेकिन इनकी अहमियत अनिवार्यता के बजाय वैकल्पिक ही रहेगी। हालांकि संसद की स्थायी समिति ने भी इस पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए इसके निर्माण पर रोक लगाने की सिफारिश की थी। 50 हजार करोड़ की लागत वाली इस परियोजना की लोकसभा में विधेयक पेश करके स्वीकृति भी नही ली गई है। जाहिर है इतनी बड़ी परियोजना का मकसद महज सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े उद्योगों को लाभ पहुंचाना था। 18 हजार करोड़ रुपये खर्च करके अब तक लगभग 22 करोड़ आधार पहचान पत्र बना भी दिए गए हैं, कांग्रेस शासित महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली की राज्य सरकारों ने तो इस कार्ड को लोककल्याणकारी योजनाओं के लिए अनिवार्य बना दिया था। अब इस गैर संवैधानिक कार्य पर फिलहाल रोक तो लग ही गई है, अदालत ने यह सवाल भी खड़ा किया है कि यह कार्ड उन लोगों को किसी भी हाल में नहीं दिया जा सकता जो भारत के नागरिक नहीं हैं। दरअसल असम समेत अन्य पूर्वोत्तर राज्यों और कश्मीर क्षेत्र में अवैद्य घुसपैठियों और आंतकवादियों तक को आधार कार्ड मिल जाने से भारतीय नागरिकता मिल गई है, इस कारण देश की एकता, अखण्डता और संप्रभुता खतरे में पड़ जाने की आशंकाएं देश का विपक्ष और नागरिक समाज जता रहा था। आजादी के बाद से ही कई ऐसे कारगर उपाय होते चले आ रहे हैं, जिससे देश के प्रत्येक नागरिक को रा”टीय नागरिकता की पहचान दिलाई जा सके। मूल निवासी प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अब आधार योजना के अंतर्गत एक बहुउद्देशीय विशिष्ट पहचान पत्र हर नगरिक को देने की देशव्यापी कवायद चल रही है। सोनिया गांधी ने कुछ समय पहले राजस्थान के उदयपुर जिले के दूदू कस्बे में 21 करोड़वां आधार कार्ड भेंट करते हुए दावा किया था कि ‘आधार विश्व की सबसे बड़ी परियोजना है, जो आम आदमी को उसकी पहचान देगी। उसका जीवन बदल जाएगा। उपभोक्ता को सरकारी मदद शत प्रतिशत मिलने की गारंटी मिल जाएगी।’ इसी परिप्रेक्ष्य में खाध साम्रगी, घासलेट और रसोई गैस में मिलने वाली नकद सब्सिडी, हकदार के सीधे बैंक खाते में डाल दी जाएगी। तय है भ्रष्टाचार, हेर-फेर और धोखाधड़ी कम होगी। मनरेगा की मजदूरी, विद्यार्थियों के वजीफे, बुजुर्गों की पेंशन सीधे लाभार्थियों के खाते में जमा होंगे।’ यदि बाकई यह संभव हो जाता है तो व्यक्ति अनिवार्य रूप से आधार कार्ड धारण करने को विवश होता और इसकी स्वीकार्यता भी बढ़ती। लेकिन दिल्ली में आधार कार्ड हाल ही में बड़ी समस्या बनकर उभरा है। लोग सीमा पुरी क्षेत्र में आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवाने के लिए तीन-तीन दिन से लाइन में लगे हैं लेकिन उपभोक्ताओं की अर्जियां भी मुश्लिक से जमा हो पा रही है। ऐसे में तकनीकी जटीलता वाला आधार कार्ड आसानी से कैसे बन पाएगा यह एक बड़ा सवाल दिल्ली सरकार के सामने था। लिहाजा दिल्ली विधानसभा चुनाव की निकटता देखते हुए भारत सरकार को अदालत में शपथ पत्र देकर कहना पड़ा की आधार कार्ड जरुरी नहीं वैकल्पिक है। दरअसल आधार का वजूद कायम करने में कई जटिलताएं पेश आ रही हैं। इसके अमल में आने के बाद मानवीय लालच के चलते जो गड़बडि़या व चार सौ बीसियां सामने आईं हैं, उनके चलते केंद्र सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना भी ढांक के तीन पांत बनकर रह गई। क्योंकि आधार कंप्युटर आधारित ऐसी तकनीक है, जिसे संचालित करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञ, इंटरनेट कनेक्टविटी तथा उर्जा की उपलब्धता जरूरी है। केवल व्यक्ति को राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृत करने की संख्या दे देने से काम चलने वाला नहीं है। महज आधार संख्या की सुविधा नागरिक के सशक्तीकरण का बड़ा उपाय अथवा आधार नहीं बन सकता। यदि ऐसा संभव हुआ होता तो मतदाता पहचान पत्र मतदाता के सशक्तीकरण और चुनाव सुधार की दिशा में बड़ा कारण बनकर पेश आ गया होता ? आधार को पेश करते हुए दावा तो यह भी किया गया था कि इससे नागरिक को ऐसी पहचान मिलेगी जो भेद सहित होने के साथ उसे विराट आबादी के बीच, अपनी अस्मिता भी कुछ है, यह होने का आभास कराती रहेगी। लेकिन 22 करोड़ लोगों को आधार मिल जाने की बावजूद उनके प्रति जातीय, शैक्षिक और आर्थिक असमानता के भेद बरकरार रहे। इसके बनाये जाने के कानून इतने सरल हैं कि लाखों अवैध घुसपैठियों ने भी देश का नागरिक होने की वैधता हासिल कर ली। दरअसल यदि किसी व्यक्ति के पास पतें ठिकाने की कोई भी मामूली पहचान है या वह किसी राजपत्रित अधिकारी से लिखाकर दे देता है वैसे आधार योजना जटिल तकनीकी पहचान पर केंद्र्रित है। इसलिए इसके मैदानी अमल में दिक्कतें भी सामने आने लगी हैं। असल में राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र में पहचान का मुख्य आधार फोटो होता है। जिसे देखकर आखों में कम रोशनी वाला व्यक्ति भी कह सकता है कि यह फलां व्यक्ति का फोटो है। उसकी तसदीक के लिए भी कई लोग आगे आ जाते हैं। व्यक्ति की पहचान को एक साथ बहुसंख्यक लोगो की सहमति मिल जाती है। जबकि आधार में फोटो के अलावा उंगलियों, अंगूठे के निशान और आखों की पुतलियों के डीजिटल कैमरों से लिए गए महीन पहचान वाले चित्र हैं, जिनकी पहचान तकनीकी विशेषज्ञ भी बमुश्लिक कर पाते है। ऐसे में सरकारी व सहकारी उचित मूल्य की दुकानों पर राशन, गैस व कैरोसिन बेचने वाला मामूली दुकानदार यह पहचान कैसे करेगा? आधार के जरिए केवल सब्सिडी की ही सुविधा दी जानी थी तो इसके लिए तो फिलहाल आधार की भी जरूरत नहीं है। यह काम उपभोक्ता का बैंक में खाता खुलवाकर ई - भुगतान के जरिए किया जाता तो और भी आसान होता। पूरे देश में इसकी तत्काल शुरूआत भी की जा सकती थी। क्योंकि मनरेगा के मजदूरों का शत प्रतिशत मजदूरी का भुगतान बैंक खाते के मार्फत ई पेंमेट के द्वारा होने लगा है। मनरेगा में काम करने वाले अधिकाँश वही लोग हैं जो गरीबी रेखा के नीचे जीपन यापन करने वाले हैं और जिन्हें सब्सिडी की पात्रता है। ऐसे में आधार की जरुरत थी ही नहीं।कर्नाटक में ऐसे दो मामले सामने आ चुके है, जो आधार की जटिलता सामने लाते हैं। कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि मौसूर के अशोकपुरम् में राशन की एक दुकान को गुस्सायें लोगों ने आग लगा दी और दुकानदार की पिटाई भी की। दरअसल दुकानदार कोई तकनीकी विशेषज्ञ नहीं था, इसलिए उसे ग्राहक के उंगलियों के निशान और आंखों की पुतलियों के निशान मिलाने में समय लग रहा था। चार-पांच घंटे लंबी लाइन में लगे रहने के बाद लोगों के धेर्य ने जबाव दे दिया और भीड, हुड़दंग, मारपीट व लूटपाट का हिस्सा बन गई। बाद में पुलिसिया कारवाई में लाचार व वंचितों पर लूट व सरकारी काम में बाधा डालने के मामले पंजीबद्ध कर इस समस्या की इतिश्री कर दी गई। अब तो जानकारियां ये भी मिल रही हैं कि इस योजना के मैदानी अमल में जिन कंप्युटराइस्ड सहायक इलेक्टोनिक उपकारणों की जरूरत पड़ती है, उनकी खरीद में अधिकारी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार बरत रहे हैं। बंगलुरू के अखबार ‘मॉंर्डन इंडिया’ ने खबर दी है कि एक सरकारी अधिकारी ने उंगलियो के निशान लेने वाली 65 हजार घटिया मशीनें खरीद लीं। केंद्र्रीकृत आधार योजना में खरीदी गई इन मशीनों की कीमत 450 करोड़ रूपये है। इस अधिकारी की शिकायत कर्नाटक के लोकायुक्त को की गई है। जाहिर है, योजना गरीब को इमदाद से कहीं ज्यादा भ्रष्टाचार का सबब बनती दिखाई दे रही है। दरअसल आधार के रूप में भारत में अमल में लाई गई इस योजना की शुरूआत अमेरिका में आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए हुई थी। 2001 में हुए आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों को छूट दी गई थी कि वे इसके माध्यम से संदिग्ध लोगों की निगरानी करें। वह भी केवल ऐसी 20 फीसदी आबादी पर जो प्रवासी हैं और जिनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। लेकिन हमारे यहां इस योजना को संपूर्ण आबादी पर लागू किया जा रहा है। इससे यह संदेश भी जाता है कि देश का वह गरीब संदिग्ध है, जिसे रोटी के लाले पड़े हैं। खासतौर से इस योजना को कश्मीर और असम तथा पूर्वोत्तर के उन सीमांत जिलों की पूरी आबादी के लिए लागू करने की जरुरत थी, जहां घुसपैठिये आतंकी गतिविधियों को तो अंजाम दे ही रहे हैं, जनसांख्यकीय घनत्व भी बिगाड़ रहे हैं। इसीलिए पी चिदंबरम् ने अपने गृहमंत्रित्व के पहले कार्यकाल में इस योजना का जबरदस्त विरोध करते हुए इसे खतरनाक आतंकवादियों को भारतीय पहचान मिल जाने का आधार बताया था। लेकिन वित्तमंत्री बनते ही उनका सुर बदल गया था और उन्होंने इस योजना को जरुरी बता दिया। असमंजस के ये हालात धन की बर्बादी के साथ योजनाओं के प्रति लोगों का भरोसा भी तोड़ते हैं। इस योजना ने तो संसद की गरिमा तक को पलीता लगाया है क्योंकि संसद में बिना विधेयक पास कराए ही बहुउद्देशीय विशिष्ट पहचान पत्र योजना लागू कर दी गई।

Kolar News

Kolar News

सार्वजनिक वितरण प्रणाली में व्यापक सुधार होगा मध्यप्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अब उचित मूल्य की दुकानों को आयुक्त खाद्य कार्यालय से आवंटन मिलेगा। सिविल सप्लाई कार्पोरेशन द्वारा खाद्यान्न सीधे उचित मूल्य की दुकानों तक पहुँचाया जायेगा। प्रणाली में व्यापक सुधार किया जायेगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक में दी गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को निश्चित समय पर निर्धारित मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध करवाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसी सुदृढ़ व्यवस्था की जाय जिससे कोई भी पात्र परिवार एक रुपये किलो, गेहूँ, चावल, नमक प्राप्त करने से वंचित नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिये कि जहाँ से भी राशन नहीं मिलने की शिकायतें आती हैं, वहाँ सूक्ष्म जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाय। बैठक में खाद्य मंत्री कुंवर विजय शाह, मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा भी मौजूद थे।बैठक में बताया गया कि अभी तक आवंटन जिला स्तर पर दिया जाता था। वहाँ से विकास खण्ड होता हुआ उचित मूल्य दुकान पहुँचता था। इससे विलम्ब सहित कई तरह की गड़बड़ी की शिकायतें मिलती थीं। इस व्यवस्था में सुधार के लिये पूरी आपूर्ति चेन कम्प्यूटरीकृत की जायेगी तथा खाद्यान्न कोटा जारी होने से लेकर दुकान तक पहुँचने तक की प्रत्येक जानकारी आधुनिक सूचना तंत्र के जरिये संबंधित अधिकारी तथा दुकान संचालक तक पहुँचेगी। इसी तरह सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार के लिये प्रथम चरण में भोपाल तथा इन्दौर नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र में होशंगाबाद, हरदा, खण्डवा, बुरहानपुर जिले में संपूर्ण व्यवस्था कम्प्यूटरीकृत कर फर्जी राशन कार्डधारियों की पहचान की जायेगी। उपभोक्ता को अपनी सुविधा के अनुसार उचित मूल्य की दुकान से खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा रहेगी। चयनित जिलों के उपभोक्ता आधार नंबर से जुड़ेंगे। बगैर आधार नंबर वाले पात्र परिवारों का भी वैकल्पिक व्यवस्था के लिये पंजीयन किया जायेगा। किसी माह सामग्री नहीं लेने पर उपभोक्ता को अगले माह भी प्राप्त करने की सुविधा रहेगी।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने व्यवस्था में सुधार के प्रयासों की सराहना करते हुए विभागीय अधिकारियों को प्रशंसा-पत्र देने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि आवेदक को नवीन तथा डुप्लीकेट राशन कार्ड एक ही दिन में उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में अब तक 69 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जित होने की जानकारी दी गई। बताया गया कि नियमों में संशोधन कर वेयरहाउस के नवीन लायसेंस और नवीनीकरण की अवधि एक वर्ष की जगह पाँच वर्ष कर दी गई है। पी.पी.पी. मोड में पाँच लाख मीट्रिक टन क्षमता के स्टील सायलो निर्माण के लिये नौ जिले की निविदाएँ स्वीकृत की गई हैं। पारदर्शी प्रक्रिया के फलस्वरूप देश के अन्य राज्यों की तुलना में साइलो बेग बनाने की दरें लगभग 50 प्रतिशत कम आई हैं। प्रदेश की एक और बड़ी उपलब्धि यह है कि गत तीन वर्ष में भंडारण क्षमता में तीन गुना वृद्धि हुई है। इस समय प्रदेश में निजी और शासकीय भण्डारण की क्षमता 165 लाख मीट्रिक टन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नवीन गोदाम आवश्यकता के अनुसार ही बनाये जायं।बैठक में अपर मुख्य सचिव अजय नाथ, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 27 एवं 28 जून को मध्यप्रदेश आएंगे। राष्ट्रपति इस प्रस्तावित यात्रा में भोपाल एवं इंदौर के दो कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। दो दिवसीय भ्रमण के दौरान राष्ट्रपति भोपाल में इंडियन इन्स्टीटयूट ऑफ साइंस रिसर्च के दीक्षांत समारोह और इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष में विशेष दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे।मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने आज मंत्रालय में राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा के लिए प्रारंभ की गयी तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। विशेष रूप से कार्यक्रम की अवधि, सुरक्षा व्यवस्था, राष्ट्रपति के ठहरने और अन्य व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन के सुरेश, कमिश्नर भोपाल एस.बी. सिंह, कमिश्नर इंदौर संजय दुबे आदि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट के बाद मध्यप्रदेश सरकार को ''मोदी के पाठ ''के बारे में पुनर्विचार करके यह कहना पड़ा की स्कूलों में मोदी की जीवनी का पाठ नही पढ़ाया जाएगा । शुक्रवार की सुबह नरेंद्र मोदी ने स्कूलों में उनकी जीवनी पढ़ाये जाने के मसले पर ऐतराज जताया था ,मोदी ने साथ ही नेताओं को चापलूसी न करने की नसीहत भी दी । इसके बाद सबसे पहले मध्यप्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता सामने आये और कहा कि मोदी जी की भावना का सम्मान होना चाहिए ,गुप्ता ने कहा की मोदी जी का पूरा जीवन उनकी कार्यशैली एक मिसाल है ,वह प्रेरणादायक है । इसके बाद इस मसले पर शिक्षा मंत्री पारसचंद्र जैन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया जायेगा। श्री जैन ने पिछले दिनों से चल रही इस तरह की चर्चाओं को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि मोदी की जीवनी स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है और न ही विचार किया जा रहा है।जबकि हकीकत यह है कि इस मसले के लिए एक समिति भी बना दी गई थी ।

Kolar News

Kolar News

शिवराज ने कहा विकास का सूर्य अस्त हुआ केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का दिल्ली में एक रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया । मुंडे आज सुबह अपने निवास से एयरपोर्ट जा रहे थे तभी उनकी कार से एक कार टकरा गई ,जिसके मुंडे को चोट लगी । घायल मुंडे को एम्स ले जाया जहाँ कड़ी मशक्कत के बाद भो डॉक्टर्स उन्हें बचा नहीं सके । बीजेपी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वे 64 वर्ष के थे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि श्री मुंडे का असमय निधन देश और पार्टी के लिये गहरा आघात है। देश ने विकास के लिये समर्पित एक प्रतिभा संपन्न, कर्मठ, जुझारू और लोक हित के मुद्दों के प्रति संवेदनशील नेता खो दिया है।श्री चौहान ने कहा कि श्री मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति के शीर्ष पुरुष थे। श्री चौहान ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजन को यह गहन दु:ख सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मध्यप्रदेश राज्य मंत्री-परिषद ने आज केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपीनाथ मुंडे के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया। मंत्री-परिषद ने मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि श्री मुंडे के निधन से विकास का सूरज अस्त हो गया। उनका निधन देश के लिये अपूरणीय क्षति है।श्री चौहान ने कहा कि मानवीय गुणों से परिपूर्ण श्री मुंडे जमीन से जुड़े नेता थे। वे असमय हमें छोड़कर चले गये। मन पीड़ा से भरा है। पता नहीं विधि ने ऐसा क्या विधान रचा कि ऐसी अनहोनी हो गयी। उन्होंने कहा कि श्री मुंडे की कमी पूरी नहीं हो सकती। ऐसा वज्रपात किसी पर नहीं हो। उन्होंने श्री मुंडे से अपनी मित्रता का स्मरण करते हुए कहा कि उन्हें सबकी चिंता रहती थी। महाराष्ट्र की जनता उन्हें दिलोजान से चाहती थी।मंत्रि-परिषद ने दिवंगत श्री मुंडे के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए ईश्वर से उनके परिजनों, मित्रों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

Kolar News

Kolar News

कुछ नए अधिकारी आएंगे , पुरानो का होगा पत्ता साफ़ शैफाली गुप्ता सरकार की मंशा के अनुरूप काम हुआ तो कोलार इलाके का जल संकट जल्दी दूर हो सकता है । लेकिन कोलार इलाके का इतिहास रहा है कि इस इलाके में पदस्थ अधिकारी पैसा खाने के बाद न तो काम पूरे करते हैं न और न ही जनता की सुध लेते हैं लेकिन इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद कोलार के मसले में रूचि ले रहे हैं इसलिए ऐसा लगता है कि कोलार में घूसखोर अधिकारियों की दाल न गले और जनता का पानी का मसला सुलझ जाये । सरकार ने एक उच्चस्तरीय कमेटी के सुझाव के बाद कोलार इलाके को केरवा डेम से पानी सप्लाई की नगर पालिका की सालों पुरानी 52 करोड़ रूपये की योजना को आखिरकार तकनीकी तौर पर स्वीकृति दे दी है । यह योजना अमली जामा पहनती है तो कोलार इलाके के 21 वार्डों की लगभग पौने दो लाख जनता की पानी की समस्या हल हो जाएगी। बुधवार को नगरीय प्रशासन संचालनालय में आयोजित राज्य स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया । हालाँकि इस मसले पर आला अफसरों का साफ़ कहना था कि कोलार नगर पालिका के अधिकारीयों का रिकॉर्ड ऐसा नहीं है कि वे किसी बड़े काम को ठीक से अंजाम दे पाएं । इससे पहले तक कोलार को कोलार डेम का पानी दिए जाने की मांग स्थानीय नेता और नागरिक करते रहे हैं । राज्य स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक में साफ़ कहा गया कि इस प्रोजेक्ट को कोलार इलाके के सीएमओ के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता । इसकी मॉनिटरिंग के लिए अलग से अधिकारी नियुक्त किये जायेंगे ।इस योजना पर जुलाई से काम शरू किये जाने की सम्भावना है । दूसरी और कोलार के सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे का कहना है कि अगले महीने से योजना पर काम शुरू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक केंद्र शासन की अर्बन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट स्कीम फॉर स्मॉल एंड मीडियम टॉउन (यूआईडीएसएसएमटी) योजना के तहत केरवा डेम से कोलार के सभी वार्डों तक पाइपलाइन बिछाकर पानी सप्लाई किया जाना है। इसके तहत ओवरहेड टैंक व संप टैंक, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का निर्माण किया जाएगा। वहीँ विभाग के सूत्रों का कहना है इस काम के प्रारम्भ होने तक कोलार नगर पालिका में कुछ अच्छे और कर्मठ अधिकारीयों को यहाँ नियुक्त किया जाएगा जिन्हें इस किस्म के काम को करने का तजुर्बा हो । वहीँ स्थानीय विधायका रामेश्वर शर्मा भी वर्तमान सीएमओ के काम से संतुस्ट नहीं हैं और वे भी चाहते हैं ,इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए किसी योग्य अधिकारी को सरकार कोलार में पदस्थ करे ।

Kolar News

Kolar News

आगामी 16 जून को प्रदेश में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम एवं उप चुनाव में श्रमिक अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें, इस उद्देश्य से श्रमायुक्त के.सी. गुप्ता ने निर्देश जारी किये हैं। मतदान 16 जून को प्रात: 8 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक होगा। राज्य के कारखानों के अधिभोगीगण, प्रबंधकों तथा दुकानों एवं वाणिज्यिक स्थापनाओं के नियोजकों को इन निर्देशों का समुचित पालन करने को कहा गया है।श्रमायुक्त द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि समस्त कारखानों के अधिभोगीगण एवं प्रबंधक निर्वाचन के दिन अपने कामगारों के लिये कारखाना अधिनियम, 1948 की धारा-52 प्रयोग में लाते हुए साप्ताहिक अवकाश घोषित करें। इससे कामगार अपने मताधिकार का उपयोग सुविधाजनक एवं निर्बाध रूप से कर सकेंगे। इसी तरह जो कारखाने सप्ताह में सातों दिन कार्य करते हैं, वे प्रथम एवं द्वितीय पाली के श्रमिकों को मतदान के लिये दो-दो घंटे की सुविधा देंगे। अर्थात प्रथम पाली नियमित समय से दो घंटे पूर्व बंद हो जायेगी एवं दूसरी पाली निर्धारित समय से दो घंटे पश्चात प्रारंभ होगी।ऐसे कारखाने, जो निरंतर प्रक्रिया की श्रेणी में आते हैं, उनमें भी श्रमिकों को देय वेतन में किसी प्रकार की क्षति न पहुँचाते हुए उन्हें बारी-बारी से मतदान के लिये समय प्रदान किया जाये। दुकान एवं वाणिज्य संस्थान के कामगारों को मतदान के लिये सुविधा देने की दृष्टि से दुकान, संस्थान को निर्धारित दिन बंद न रखते हुए उसके स्थान पर निर्वाचन के दिन बंद रखकर अवकाश दिया जाये। ऐसी दुकान एवं संस्थान, जिनका बंद दिन निर्धारित नहीं है, वे कामगारों को बारी-बारी से मतदान करने के लिये पर्याप्त समय प्रदान करेंगे।

Kolar News

Kolar News

कोलार इलाके के तमाम घरों में पेइंग गेस्ट रखने वालों को बिजली का झटका लगने वाला है । मप्र विद्युत नियामक आयोग ने निर्देश दिए हैं कि अपने घरों में पेइंग गेस्ट रखने वाले मकान मालिकों को घरेलू उपभोक्ताओं से ज्यादा बिजली दरों का भुगतान करना होगा। मप्र विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी किए गए नए टैरिफ में ऐसे मकान मालिकों को गैर घरेलू श्रेणी में रखा गया है। ऐसे मकानों को गेस्ट हाउस की श्रेणी में रखकर उनसे घरेलू दर 3.40 के बजाय 6 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली बिल वसूला जाएगा। नियामक आयोग ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2104-15 के लिए नया टैरिफ लागू किया है। इसमें ऐसे पेइंग गेस्ट रखने वाले मकान मालिकों को गैर घरेलू उपभोक्ताओं की केटेगरी 2.1 में शामिल किया गया है। मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में कोलार इलाका भी उस सूचि में शामिल हैं जहाँ लोगों ने पेइंग गेस्ट रखे हैं ,कोलार के आलावा अशोका गार्डन, सुभाष नगर, साकेत नगर सेक्टर 2 ए, 2बी, 2सी, 3सी, 3डी, 9ए, 9बी, शक्ति नगर, एमपी नगर जोन 1 और जोन 2, नेहरू नगर, शाहपुरा, वैशाली, आराधना नगर, कोटरा, विद्यानगर, नारायण नगर समेत नए व पुराने शहर की कई कॉलोनियां पेइंग गेस्ट रखे गए हैं। बिजली कंपनी से कहा गया है कि वह चुपचाप सर्वे कर के यह पता करे के किन किन घरों में पेइंग गेस्ट हैं और वह कब से रह रहे हैं … उसके बाद नए निर्देश की तारीख से पेइंग गेस्ट रखने वालों से बिजली दर वसूली जाये । अब बिजली कंपनी उन इलाकों पर नजर रखेगी, जहां पेइंग गेस्ट का चलन है। लोगों से आग्रह भी किया जाएगा कि यदि किसी घर में पेइंग गेस्ट है तो उसकी जानकारी पुलिस और नजदीक के बिजली दफ्तर को दें।

Kolar News

Kolar News

कोलार इलाके में अफसरों और भू माफियाओं की मिलीभगत के कारण जो हो जाये सो कम है । इस इलाके में स्कूल ,कॉलेज और बगीचों की जमीन तक सुरक्षित नहीं है । अकबरपुर में शासकीय वाणिज्य एवं विज्ञान बेनजीर कॉलेज के लिए आवंटित जमीन पर भू माफियाओं ने कब्ज़ा कर खेती करना शुरू कर दिया है और कोलार नगर पालिका के अफसर कुम्भकरण की नींद सोय हुए हैं ।कोलार के अकबरपुर में शासकीय वाणिज्य एवं विज्ञान बेनजीर कॉलेज के लिए आवंटित जमीन पर खेती की जा रही है। वहां पर लगे कॉलेज के नाम का बोर्ड भी उखड़ चुका है। जानकारी के मुताबिक कोलार की राजहर्ष कालोनी क्षेत्र में स्थित इस जमीन को वर्ष 2012 में करीब 1.19 हेक्टेयर जमीन शासन ने कॉलेज को आवंटित की थी। कॉलेज प्रबंधन को इसका पजेशन भी दे दिया गया। लेकिन हैरत की बात है कि जमीन के आबंटन के बाद न तो कॉलेज प्रबंधन न ही शासन प्रसाशन जमीन की सुरक्षा को लेकर नहीं गंभीरता बरत रहा है जिसके चलते भू-माफिया की टेड़ी निगाह इस जमीन पर लगीं हुर्इं हैं। हालांकि शासन ने शासकीय कॉलेज को शिफ्ट करने के लिए 25 अप्रैल 2012 को आदेश जारी कर दिए है। आदेश जारी होने के बाद कॉलेज बनने का रास्ता साफ हो गया है।कोलार में अब तक कॉलेज नहीं है , उपनगर कोलार में सरकारी कॉलेज की कमी लोगों को बेहद खलती है। हालात यह हैं कि हर साल हजारों बालिकाएं अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ने मजबूर हैं। सरकारी कॉलेज निर्माण के लिए शासन ने 1.19 हैक्टर भूमि का का आवंटन किया है। सीमांकन भी किया गया है। शासकीय विज्ञान-वाणिज्य महाविद्यालय बेनजीर कालेज को शिफ्ट किया जाना है। नया नाम अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद कालेज जाना जाएगा। यहां कॉलेज खुलने से कॉलेजों में एडमीशन लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में इजाफा होगा वहीं दूरदराज कॉलेजों में जाने से परेशानी से राहत मिलेगी। कोलार के आस-पास कॉलेज नहीं होने से ग्रामीण इलाकों के छात्र-छात्राओं को बहुत राहत मिल सकेगी।स्थानीय रहवासियों ने बताया कि कॉलेज की जमीं पर लगे कॉलेज के बोर्ड को भी उखाड़ कर फेंक दिया है। भू-माफिया की नजर इस जमीन पर है, वो इस पर अतिक्रमण कर भवनों का निर्माण करना चाहते हैं। इसलिए उस पर खेती करवाई जा रही है। ताकि, उसकी आड़ में विवाद खड़ा न किया जाए और कॉलेज के प्रस्ताव को प्रभावित किया जाए।जानकारी के मुताबिक 2012 में करीब 1.19 हेक्टेयर जमीन शासन ने कॉलेज को आवंटित की थी। जमीन का खसरा नंबर 327 है। कॉलेज प्रबंधन को इसका पजेशन भी दे दिया गया। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि कॉलेज की जमीन पर कब्जे की कोशिश के बारे में पता चला है। उसके संरक्षण के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। साथ ही पुलिस को कब्जा करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए पत्र लिखा जाएगा।

Kolar News

Kolar News

कोलार नगर पालिका में मंगलवार को मप्र राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य जटाशंकर करोसिया ने बेंच का आयोजन किया। इस दौरान से नपा के स्वास्थ्य निरीक्षक व स्वास्थ्य शाखा प्रभारी श्रीकृष्ण शर्मा से राज्य शासन द्वारा सफाई कर्मचारियों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी मांगी गई, लेकिन वे जवाब नहीं दे पाए। इस पर आयोग ने शर्मा को जमकर फटकार लगाई।इस पर सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे ने जवाब देकर मामले को संभाला। बाद में आयोग ने नपा में कार्यरत कर्मचारियों की समस्याएं सुनी और उनको दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। कर्मचारियों को अधिकारों और राज्य शासन की योजनाओं से अवगत कराया। साथ ही कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने, नए सेटअप के हिसाब से अतिरिक्त कर्मचारियों की भर्ती करने और उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिए।

Kolar News

Kolar News

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आज भोपाल आगमन पर विमान तल पर आत्मीय स्वागत किया गया। राज्यपाल रामनरेश यादव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति श्री मुखर्जी की अगवानी की।विमान तल पर राष्ट्रपति श्री मुखर्जी का स्वागत करने वालों में गृह मंत्री बाबूलाल गौर, वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री कुसुम महदेले, महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह, पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, महापौर कृष्णा गौर, सांसद आलोक संजर, विधायक रामेश्वर शर्मा, आलोक शर्मा, मुख्य सचिव अंटोनी डि सा, पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे, लेफ्टिनेंट जनरल आर.वी. कानिटकर, बिग्रेडियर संजय चावला सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।राष्ट्रपति श्री मुखर्जी का जबलपुर होते हुए भोपाल आगमन हुआ। जबलपुर में उनकी अगवानी और आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के पश्चात राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री राष्ट्रपति के साथ ही वायुसेना के विशेष विमान से भोपाल आये।

Kolar News

Kolar News

कोलार में शहरी गरीबों के लिए सरकार मकानों का निर्माण करेगी और कोलार को स्लम फ्री बनाने के लिए एक कदम बढ़ाएगी । विधायक रामेश्वर शर्मा ने यह बात कही नहीं ,कि कोलार में झुग्गी माफिया ने एक बार फिर पैर फैलाना शुरू कर दिया है। कोलर में बीते एक सप्ताह में सौ से ज्यादा झुग्गियां बन गई है ,नगर पालिका के बड़े अधिकारी भी झुग्गी माफियाओं को संरक्षण देते नजर आ रहे हैं। विधायक रामेश्वर शर्मा ने नगर पालिका के दफ्तर में कहा कि झुग्गी मुक्त कोलार बनाने के लिए जनता की भागीदारी जरूरी है। शर्मा ने लोगों से कहा कि न झुग्गी बेचें और न झुग्गी खरीदें।उन्होंने कहा कि सरकार ने पट्टे दिए हैं, ताकि लोगों को छत नसीब हो सके, लेकिन लोग दान पत्र के नाम पर पट्टे बेच देते हैं। सरकारी सुविधा का दुरुपयोग करते हैं। इस वजह से ही योजनाएं बंद होती हैं। इससे बचें, आपको ही फायदा होगा।कोलार में इस वक्त एक दर्जन जगह पर अवैध तरीके से कच्चे पक्के निर्माण की शिकायतें हैं लेकिन कोलार नगर पालिका सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे की रूचि अतिक्रमण हटाने में न के बराबर है यही वजह है कि बीते एक सप्ताह में ही कई जगह अवैध तरीके से झुग्गियां और तन गई हैं। ऐसे में विधायक रामेश्वर शर्मा कुछ भी भाषण देते रहें कोलर को झुग्गी मुक्त बनाने में इनका पूरा कार्यकाल कम पड़ जाएगा।

Kolar News

Kolar News

कोलार के विलय को हरी झंडी अंततः कोलार नगर पालिका को नगर निगम भोपाल में विलय को लेकर हरी झंडी मिल गई है। विलय के साथ शासन कोलार में विकास के लिए 150 करोड़ रुपए का विशेष पैकेज देगा। इसके साथ ही मेट्रो ट्रेन और नई सड़कों की सौगात कोलार को मिलेगी।कोलार में पानी और ड्रेनेज सिस्टम के लिए राज्य सरकार 150 करोड़ रु. का स्पेशल पैकेज देगी। इसके अलावा कोलार को मेट्रो रूट से जोड़े जाने पर भी विचार किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रामेश्वर शर्मा की सोमवार शाम को नगरीय प्रशासन संचालनालय में इस संबंध में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही हुजूर विधायक श्री शर्मा का कोलार को भोपाल नगर निगम की सीमा में शामिल करने का विरोध पूरी तरह खत्म हो गया है। इससे कोलार के निगम में विलय का रास्ता भी साफ हो गया है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि 15 साल पहले भी कोलार को ग्राम पंचायत से नगर पालिका में शामिल करते समय यह कहा गया था कि यहां सालभर के भीतर पानी की व्यवस्था हो जाएगी। लेकिन इतने साल बाद भी कोलार की जनता पानी के लिए तरस रही है।यहां लगातार आबादी बढ़ रही है और यहां जाने के लिए सिर्फ एक रास्ता है। उन्होंने यहां दो समानांतर मार्ग बनाने की मांग भी प्रमुखता से रखी। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शर्मा को आश्वासन दिया कि कोलार के विकास के लिए स्पेशल पैकेज दिया जाएगा। निगम और पालिका के विलय को लेकर सोमवार को संशोधित प्रस्ताव जिला प्रशासन ने नगरीय प्रशासन विभाग को सौपा था। जिसके बाद सोमवार शाम नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विलय का विरोध कर रहे स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक ली। इसमें प्रस्ताव के अनुसार विलय को हरी झंडी दे दी गई। खत्म होगी सीवेज और पानी की समस्याबैठक में फैसला लिया गया कि विलय के साथ कोलार में चल रही पानी और सीवेज की समस्या को हल किया जाएगा। क्षेत्र में विकास योजना के लिए शासन 150 करोड़ रुपए का पैकेज देगा। इससे उपनगर पानी और व्यवस्थित सीवेज लाइनों को बिछाया जाएगा। साथ ही सड़कों का निर्माण भी होगा।बनेंगे दो समानांतर मार्गबैठक में फैसला लिया गया कि कोलार में केवल ही मुख्य मार्ग हैं। बढ़ती आबादी के अनुसार यह मार्ग अब संकरा होने लगा है। जिसके कारण मार्ग पर बार-बार जाम की स्थिति बनती है। इसके चलते क्षेत्र में दो समानांतर मार्ग का निर्माण किया जाएगा, ताकि लोगों को आवाजाही में दिक्कत न हो। नोटिफिकेशन इसी हफ्ते भोपाल नगर निगम की सीमा का दायरा बढ़ाने के प्रस्ताव का नोटिफिकेशन इसी हफ्ते जारी हो सकता है। कोलार सहित 142 गांवों को निगम में शामिल किए जाने का प्रस्ताव है। बैठक में कुछ गांवों को हटाने पर भी चर्चा हुई लेकिन कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया।

Kolar News

Kolar News

भोपाल नगर निगम के दायरे में होने वाले विस्तार और कोलार के विलय के कारण अब भोपाल के मास्टर प्लान के प्लानिंग एरिया में भी बदलाव करना जरूरी हो गया है। इस बढ़े हुए क्षेत्र के लिए अब मास्टर प्लान 2031 के मसौदे में भी संशोधन करने होंगे। नए सिरे से आबादी का अनुमान लगा कर रोड नेटवर्क, सीवेज, ड्रेनेज आदि के संबंध में नई योजना बनाना पड़ेगी । साथ ही बढ़े हुए क्षेत्रों में अनियोजित विकास को रोकने के लिए भी जल्द ही संशोधित मसौदे का प्रकाशन करना होगा। शहरी नियोजन से जुड़े विशेषज्ञ मेट्रोपॉलिटन कमेटी के बाद प्लानिंग एरिया में इजाफे को अब दूसरा अहम कदम बता रहे हैं। भोपाल में अभी प्लानिंग एरिया 812 वर्ग किमी है। यह नए मास्टर प्लान के लिए मार्च 2006 में लागू हुआ था। निगम का मौजूदा क्षेत्र 285 वर्ग किमी है, जिसे अब 937 वर्ग किमी किया जा रहा है। यह प्लानिंग एरिया से 125 वर्ग किमी ज्यादा है। यानी वर्तमान में यह क्षेत्र टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएंडसीपी) द्वारा तैयार मास्टर प्लान के मसौदे से बाहर है। लिहाजा यहां कोई प्लानिंग नहीं है। अब नगर निगम को भी इस क्षेत्र में विकास के प्रोजेक्ट बनाने व बिल्डिंग परमिशन देने के लिए मास्टर प्लान की जरूरत होगी। इसलिए, नई निगम सीमा लागू होने पर टीएंडसीपी को इस बारे में फैसला लेना होगा। हालांकि टीएंडसीपी के अफसर निगम सीमा विस्तार की अधिसूचना जारी होने का इंतजार कर रह हैं। उनके मुताबिक जल्द ही शासन से सलाह लेकर निवेश क्षेत्र बढ़ाने की कवायद की जा सकती है।टीएंडसीपी के अधिकारियों ने वर्तमान प्लानिंग एरिया के हिसाब से मास्टर प्लान का मसौदा तैयार कर रखा है। अब यदि इसमें बदलाव हुआ या फिर नए निवेश क्षेत्र को लागू करने का फैसला लिया गया तो इसके हिसाब से मसौदे को बनाने में डेढ़ से दो साल का वक्त लग सकता है।ऐसे में अफसर बढ़े हुए प्लानिंग एरिया को अलग से अधिसूचित कर उसके लिए अलग से मास्टर प्लान बना सकते हैं। इसमें सीहोर, मंडीदीप और भोपाल मास्टर प्लान के साथ तालमेल कर रोड नेटवर्क और अन्य विकास के प्रावधान किए जा सकते हैं। सीहोर रोड पर फंदा प्लानिंग एरिया में नहीं है और न ही अभी निगम के नए विस्तार में इसे शामिल किया गया है। जबकि यहां पर तेजी से नई कॉलोनी, फार्म हाउस बन रहे हैं और प्लॉटिंग हो रही है। वजह यह है कि अभी बिल्डरों को यहां न तो रोड नेटवर्क के लिए जगह छोड़नी है और न ही लैंडयूज देखना है।उन्हें कृषि जमीन पर कॉलोनी बनाने के लिए आसानी से जिला प्रशासन से अनुमति मिल रही है। अब तक यहां 18 प्रोजेक्ट्स को अनुमति मिल चुकी है। लेकिन इससे विकास अनियोजित हो गया है। ठीक यही स्थिति मंडीदीप से औबेदुल्लागंज और विदिशा रोड पर भी है।

Kolar News

Kolar News

कोलार की सर्वधर्म व दानिश कुञ्ज ,ड्रीम होम ,क्वालिटी पैराडाइज ,साईंनाथ कॉलोनी में स्थित पचास से ज्यादा जर्जर मकान, दुकान बारिश में हादसे का सबब बन सकते हैं। वर्षों से अधूरे बने ये मकान, दुकान खंडहर में तब्दील हो गए हैं। इनको लेबरों ने अपना ठिकाना बना लिया है।उनके अलावा इन खाली भवनों में असामाजिक तत्व भी आते-जाते रहते हैं। ऐसे में हादसा होने पर उनकी जान को खतरा हो सकता है। बावजूद इसके न भवन के मालिकों कोई परवाह है और न ही नगर पालिका प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई कर रहा है।इस संबंध में सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे का कहना है कि कोलार में जर्जर भवनों को चिह्नित किया जा रहा है। इसके लिए सब इंजीनियरों को निर्देशित किया जा चुका है। जो भी मकान या दुकान जर्जर पाए जाएंगे या बारिश में उनके ढहने की स्थिति होगी, तो उन्हें गिरा दिया जाएगा। पूर्व में साईंनाथ में ही इस तरह की कार्रवाई करते हुए एक मकान व दो-तीन दुकानें तोड़ी गईं थीं।

Kolar News

Kolar News

जन-समस्या निराकरण की दिशा में मध्यप्रदेश का अनूठा प्रयास अगर आपको लगता है कोलार पुलिस या नगर पालिका आपकी सही शिकायत को नहीं सुन रहे हैं तो आप तत्काल 181 पर फोन करके सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत कर सकते हैं ,आपकी शिकायत न सिर्फ दर्ज होगी उस पर एक्शन भी लिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम लोगों को ठीक जानकारी देने और शिकायतों की सुनवाई के लिए प्रदेश में सी.एम. हेल्पलाइन 181 शुरू की है।मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश की सुशासन व्यवस्था को अधिक चुस्त-दुरूस्त और जनहित में सक्रिय करने की ऐतिहासिक पहल करते हुए यहाँ सी.एम. हेल्पलाइन का लोकार्पण किया। देश में अपने तरह की अनूठी इस हेल्पलाइन से प्रदेश के विभिन्न विभाग के पाँच हजार अधिकारी-कर्मचारियों को जोड़ा गया है। ये अधिकारी इस हेल्पलाइन से प्राप्त समस्याओं का निराकरण करेंगे। हेल्पलाइन के नि:शुल्क टोल नम्बर 181 से जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी प्रदेशवासी को अपनी समस्या के लिये भटकना नहीं पड़े, यह हेल्पलाइन जनहेतु-जनसेतु के रूप में कार्य करेगी। समस्या का पूर्ण निराकरण होने पर आवेदक की संतुष्टि के पश्चात ही यहाँ दर्ज किया गया प्रकरण बंद किया जायेगा।श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक शासन व्यवस्था का कर्त्तव्य है कि विकास करे, जन कल्याणकारी योजनाएँ बनायें और उनकी सबको जानकारी देकर बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। मध्यप्रदेश में इन तीनों पर लगातार ध्यान देने का ही परिणाम है कि कभी बीमारू कहा जाने वाले इस राज्य ने देश में ही नहीं विश्व में सर्वाधिक 24.99 प्रतिशत कृषि विकास दर और देश में सबसे अधिक 11.02 प्रतिशत विकास दर हासिल की है। सभी वर्गों के कल्याण की योजनाएँ बनी हैं। सबकी समस्याओं के समय पर निराकरण, योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा के लिये परख, समाधान ऑन लाइन तथा लोक सेवा गारंटी अधिनियम जैसी व्यवस्थाएँ लागू की गयीं। उन्होंने कहा कि आज युग बदल रहा है। आमजन क्यों भटके। यह हेल्पलाइन शुरू की गयी है जिसमें कोई भी अपने मोबाइल टेलीफोन द्वारा जहाँ है वहीं से 181 डायल कर अपनी बात शासन तक पहुँचा सकेगा। श्री चौहान ने अधिकारियों से कहा कि इस हेल्पलाइन को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए अपनी दक्षता तथा कर्मठता का परिचय दें।मुख्यमंत्री चौहान ने सी-21 मॉल में स्थापित सी.एम. हेल्प लाइन का अवलोकन किया। उन्होंने यहाँ हेल्प लाइन एक्जीक्यूटिव सुश्री पूजा देशवाड़ी तथा ललिता वर्मन से हेल्प लाइन संचालन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस हेल्प लाइन में आ रहा फोन कॉल भी रिसीव किया।लोक सेवा प्रबंधन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार सबसे पीछे और गरीब जरूरतमंद तक पहुँचे तभी प्रजातंत्र की सार्थकता है। सी.एम. हेल्पलाइन देश में पहली बार लोक सेवा की गारंटी देने वाले राज्य का सुशासन की दिशा में एक सशक्त प्रयास है। उन्होंने कहा कि जनता से सीधे जुड़ने की देश में यह पहली अभिनव पहल है। शासन की योजनाओं का लाभ आवेदक, घर से फोन कर प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस सेवा के क्रियान्वयन में कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। भविष्य में आवश्यकतानुसार सुधार भी किये जायेंगे। कार्य की मॉनीटरिंग के लिये वे स्वयं भी सप्ताह में एक दिन हेल्प लाइन की समीक्षा करेंगे।सचिव लोक सेवा प्रबंधन श्री हरिरंजन राव ने बताया कि छह माह के प्रयोग और प्रशिक्षण के उपरांत यह सेवा तैयार की गई हैं। टोल-फ्री नम्बर पर प्रतिदिन पाँच से लेकर 10 हजार कॉल रिसीव कर संबंधित अधिकारी को मामले निराकरण के लिये भेजे जायेंगे। यही नहीं, निराकरण की स्थिति से भी आवेदकों को अवगत करवाया जायेगा। हेल्पलाइन में 100 से अधिक कॉल एक साथ रिसीव करने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास फेसलेस गव्हर्नमेन्ट का उत्कृष्ट नमूना है। उन्होंने बताया कि परीक्षण अवधि में ही इस हेल्प लाइन में 12 लाख फोन रिसीव हुए हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों की संतुष्टि के सर्वोच्च मानदण्ड स्थापित करने की कोशिश होगी।

Kolar News

Kolar News

राजधानी के आसपास के पिकनिक स्पॉट खतरनाक साबित होते जा रहे हैं यहां हुए कई हादसों के बाद भी प्रसाशन सबक ले रहा हैं न आम लोग । झीलों के इस शहर के आसपास आधा दर्जन से अधिक डैम हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने जाते हैं, लेकिन व्यवस्थाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है।कोलार डैम ,कलियासोत डैम और केरवा डैम अब तक सबसे ज्यादा लोगों को लील चुके हैं। शहर की झीलों और डैम में डूबने की कई घटनाएं हो चुकी हैं, इसके बाद भी न तो प्रशासन ऎसे हादसों से सबक ले रहा है और न ही लोग जागरूक हो पा रहे हैं। रविवार को शहर के पास के केरवा डेम में नहाने उतरे एक किशोर की मौत हो गई थी तथा कलियासोत के पास स्थित नहर में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी।इसी प्रकार जबलपुर जिले में भी सोमवार को वॉटर फॉल पर पिकनिक मनाने गए 11 लोग पानी में बह गए। लगातार बारिश के कारण जलस्त्रोतों में जलस्तर बढ़ता जा रहा है, इसके बावजूद भी लोग पिकनिक स्थलों पर सुरक्षा की अनदेखी कर रहे हैं। झील और जलाशय के आसपास फेंसिंग नहीं है, न ही यहां सख्त सुरक्षा के लिहाज से कोई गार्ड तैनात है। झीलों में नाव की व्यवस्था है, लेकिन कई डैम में नाव और गोताखोरों की भी व्यवस्था नहीं है। केरवा डैम में जरूर कुछ पैडल बोट संचालित हो रही हैं, जो अधिकांशत: अवकाश के दिनों में ही चलती हैं।राजधानी के आसपास बने डैम पर बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेजों के स्टूडेंट पहुंचते हैं। राजधानी से केरवा डैम की दूरी मुश्किल से 8 से 10 किमी है, इसी प्रकार कलियासोत डैम 3 से 4 किमी है। इन डैम के आसपास कई बड़े स्कू??ल और कॉलेज हैं। कई बार स्टूडेंट यहां स्कू ल के दिनों में भी पिकनिक मनाने के लिए पहुंच जाते हैं। इस बात से अभिभावक भी अंजान रहते हैं। यहां आने वाले स्टूडेंट पर नजर रखने के लिए प्रशासन का कोई अमला सक्रिय नहीं रहता है, न ही नहाने पर कोई रोक-टोक है।केरवा डैम की गहराई काफी अधिक है, डैम के ही कुछ आगे जंगल में एक झरना गिरता है। यहां काफी अधिक पानी है, बड़ी संख्या में लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं। झरने के नीचे पानी में कई लोग नहाते हैं, इसी प्रकार डैम में भी कई लोग नहाते हैं। चेतावनी के रूप में यहां बोर्ड भी लगा हुआ है कि यहां गहरा पानी है, नहाना मना है, लेकिन इस पर कोई रोक नहीं है।शहर में कई जगह खंतियां भी हादसों का सबब बनी हुई हैं। खंतियों में भी डूबने की कई घटनाएं हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी कोई इंतजाम नहीं हैं। प्रशासन से खंतियों के लिए 20 फीट गहराई की अनुमति मिलती है, लेकिन क्रशर संचालक 40 से 50 फीट गहराई तक उत्खनन करते हैं। खंतियों के आसपास न तो कहीं फेंसिंग नजर आती है और न ही कहीं चेतावनी बोर्ड लगे हुए हैं।

Kolar News

Kolar News

नगर पालिका कोलार में ३५० कर्मचारियों को जुलाई महीने के वेतन का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारियों का कहना है कि कुछ दिनों बाद ही राखी का त्यौहार है, और अब तक पैसों का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में रक्षा बंधन की खुशियां कैसे मनाए।भारतीय मजदूर संघ की कोलार शाखा अध्यक्ष पूरनलाल आदिवाल ने बताया कि नपा प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कभी भी समय पर नहीं किया जाता है। इस पर कर्मचारी संघ द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस पर प्रबंधन ने हर महीने की पांच तारीख तक वेतन का भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके बाद भी देरी की जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि आज या कल में वेतन का भुगतान नहीं होता है, तो रक्षा बंधन मनाना मुश्किल हो जाएगा। इस संबंध में जब सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि राखी से पहले कर्मचारियों के वेतन का भुगतान हर कर दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

नगर पालिका कोलार में ३५० कर्मचारियों को जुलाई महीने के वेतन का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारियों का कहना है कि कुछ दिनों बाद ही राखी का त्यौहार है, और अब तक पैसों का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में रक्षा बंधन की खुशियां कैसे मनाए।भारतीय मजदूर संघ की कोलार शाखा अध्यक्ष पूरनलाल आदिवाल ने बताया कि नपा प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कभी भी समय पर नहीं किया जाता है। इस पर कर्मचारी संघ द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस पर प्रबंधन ने हर महीने की पांच तारीख तक वेतन का भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके बाद भी देरी की जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि आज या कल में वेतन का भुगतान नहीं होता है, तो रक्षा बंधन मनाना मुश्किल हो जाएगा। इस संबंध में जब सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि राखी से पहले कर्मचारियों के वेतन का भुगतान हर कर दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

भोपाल में बारिश ठीक ठाक हो रही है इसके बावजूद कोलार बांध का पेट अभी नहीं भरा है ,कोलर बांध लबालब हो इसके लिए तेज बारिश की दरकार है। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हो रही तेज बारिश से भले ही पुल-पुलियों के ऊपर पानी आ गया हो पर प्रमुख बांधों का पेट अभी खाली है। इसे भरने के लिए नौ से लेकर दो मीटर तक पानी की जरुरत है । एमपी में अब तक इस सीजन में बरगी और गोपीकृष्ण के फाटक खोले जा चुके हैं।सिंचाई और बिजली उत्पादन के मद्देनजर महत्वपूर्ण माने जाने वाले एक दर्जन से ज्यादा बांधों में अभी जलस्तर संतोष के स्तर तक नहीं पहुंचा है। नर्मदा पर बने बरगी के दरवाजे कैचमेंट एरिया में हुई जोरदार बारिश के चलते भले ही खोल दिए गए हों पर फुल टैंक लेवल (422.76 मीटर) तक के लिए दो मीटर पानी की दरकार है। बांध से जबलपुर के आसपास के जिलों में नहर के जरिए सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जाता है।यहां करीब 20 मेगावॉट बिजली भी पैदा की जाती है। इसी तरह भोपाल के बड़े हिस्से की प्यास बुझाने का इंतजाम करने वाले कोलार बांध (462.20 मीटर) को पूरा भरने नौ मीटर पानी की दरकार है। केरवा बांध जरूर पूरा भरने के करीब पहुंच गया है। यहां फुल टैंक होने के लिए करीब डेढ़ मीटर बचा है।विदिशा का सम्राट अशोक सागर करीब दो मीटर, झाबुआ का माही दो मीटर, गुना का गोपीकृष्ण एक मीटर, शिवपुरी का मनीखेड़ा सवा दो मीटर, होशंगाबाद का तवा चार मीटर, रायसेन का बारना एक मीटर, खंडवा का इंदिरा सागर छह मीटर, खरगौन का औंकारेश्वर सात मीटर, शहडोल का बाणसागर तीन मीटर, सिवनी का संजय सरोवर तीन मीटर, बालाघाट का राजीव सागर तीन मीटर और मंदसौर का गांधी सागर करीब चार मीटर खाली है।जल संसाधन विभाग के मुताबिक बांधों को पूरा भरने के लिए कैचमेंट एरिया में झमाझम बारिश की दरकार है। बांध पूरे भर गए तो न केवल भरपूर बिजली पैदा होगी बल्कि सिंचाई के लिए सालभर पानी का संकट नहीं आएगा। ज्ञात हो कि कम बारिश की संभावना को देखते हुए सरकार ने कृषि उत्पादन आयुक्त को जल संसाध्ान विभाग के अफसरों के साथ बैठक करके खेती के लिए पानी रिजर्व करने की रणनीति पर काम कर रही है।

Kolar News

Kolar News

आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर पद से रिटायर हुए 80 वर्षीय विजय जी. गायकवाड़ को एक दिन पहले ही आभास हो गया था कि वे अब अधिक समय तक जीवित नहीं रहेंगे। इसी वजह से उन्होंने अपनी मौत से एक दिन पहले जवाहर चौक पर रहने वाली अपनी बेटी तृप्ति को फोन किया और कहा कि वह दो साल पहले भरे गए देहदान वाले फार्म की पावती लेकर घर आ जाए। रविवार देर रात श्री गायकवाड़ ने कोलार रोड सर्वधर्म ए-सेक्टर स्थित अपने घर में अंतिम सांस लीं और सोमवार सुबह उनकी इच्छा के मुताबिक परिजनों ने पार्थिव शरीर को गांधी मेडिकल कॉलेज में दान कर दिया।स्व. गायकवाड़ के पुत्र अरुण गायकवाड़ ने बताया कि करीब दस साल पहले मुंबई में रहने वाले उनके चाचा ने भी देह दान की थी। पिताजी इससे काफी प्रभावित हुए और इसके बाद ही उन्होंने देहदान का संकल्प लिया था। करीब दो साल पहले वे गांधी मेडिकल कॉलेज में देहदान के लिए फॉर्म ले आए थे। बीते कुछ दिनों से वे बीमार थे, लेकिन हमने कभी सोचा नहीं था कि वे हमे छोड़कर चले जाएंगे। वह एक दिन पहले तक बार-बार यही कहते रहे कि मौत के बाद उनकी देह, दान कर दी जाए। अरुण ने बताया कि पिताजी को पहले ही अपनी मौत का अहसास हो गया था। रविवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। अरुण के मुताबिक पिताजी से प्रभावित होकर परिवार के अन्य सदस्य भी देहदान का संकल्प ले रहे हैं। स्व. गायकवाड़ के परिवार में पत्नी कुसुम, तीन बेटे और एक बेटी हैं।

Kolar News

Kolar News

नगर निगम सीमा में कोलार नगर पालिका के विलय सहित 141 गांवों को शामिल किए जाने को लेकर दावे आपत्तियों के लिए निर्धारित एक महीने की मियाद के आखिरी दिन 35 आपत्तियां पेश की गई। इस तरह कुल मिलाकर महीनेभर में 95 दावे आपत्तियां पेश किए गए, जिनका अंतिम निराकरण कलेक्टर 20 अगस्त को करेंगे। इन आपत्तियों में एक मुद्दा ये भी आया है कि इस विलय से भोपाल नगर निगम देश की सबसे बड़ी निगम हो जाएगी, ऐसे में सुविधाएं देना आसान नहीं होगा, क्योंकि नगर निगम प्रशासन मौजूदा स्थिति में ही नागरिकों को सुविधाएं और सेवा देने में नाकाम साबित हो रहा है। यह मुद्दा एसोसिएशन आफ टेक्नीकल प्रोफेशनल इंस्टीटयूशन मध्य प्रदेश ने उठाया है नगर निगम सीमा विस्तार को लेकर दावा-आपत्ति लगाने का सोमवार को अंतिम दिन 35 दावा-आपत्तियां प्रस्तुत की गई। इस दौरान विलय के विरोध में सबसे अधिक आपत्तियां ग्रामीण क्षेत्रों से प्रस्तुत की गई। ग्रामीणों ने एक सुर में विलय का विरोध किया है। ग्रामीणों ने पहले जहां ग्राम सभा में विलय के विरोध में प्रस्ताव पारित किया, वहीं सोमवार को विलय के विरोध में आपत्ति भी दर्ज कराई। सभी आपत्तियों की जांच, गठित किए गए दलों से करा ली गई है।

Kolar News

Kolar News

नगर निगम सीमा में कोलार नगर पालिका के विलय सहित 141 गांवों को शामिल किए जाने को लेकर दावे आपत्तियों के लिए निर्धारित एक महीने की मियाद के आखिरी दिन 35 आपत्तियां पेश की गई। इस तरह कुल मिलाकर महीनेभर में 95 दावे आपत्तियां पेश किए गए, जिनका अंतिम निराकरण कलेक्टर 20 अगस्त को करेंगे। इन आपत्तियों में एक मुद्दा ये भी आया है कि इस विलय से भोपाल नगर निगम देश की सबसे बड़ी निगम हो जाएगी, ऐसे में सुविधाएं देना आसान नहीं होगा, क्योंकि नगर निगम प्रशासन मौजूदा स्थिति में ही नागरिकों को सुविधाएं और सेवा देने में नाकाम साबित हो रहा है। यह मुद्दा एसोसिएशन आफ टेक्नीकल प्रोफेशनल इंस्टीटयूशन मध्य प्रदेश ने उठाया है नगर निगम सीमा विस्तार को लेकर दावा-आपत्ति लगाने का सोमवार को अंतिम दिन 35 दावा-आपत्तियां प्रस्तुत की गई। इस दौरान विलय के विरोध में सबसे अधिक आपत्तियां ग्रामीण क्षेत्रों से प्रस्तुत की गई। ग्रामीणों ने एक सुर में विलय का विरोध किया है। ग्रामीणों ने पहले जहां ग्राम सभा में विलय के विरोध में प्रस्ताव पारित किया, वहीं सोमवार को विलय के विरोध में आपत्ति भी दर्ज कराई। सभी आपत्तियों की जांच, गठित किए गए दलों से करा ली गई है।

Kolar News

Kolar News

विकास कार्य नहीं करने वालों पे होगा एक्शन कोलार इलाके के दो दर्जन और भोपाल के 40 से ज्यादा बिल्डर्स के बैंक कहते सीज़ लिए जा सकते हैं। अब बिल्डरों को कॉलोनी में अधूरा विकास कार्य करना महंगा पड़ सकता है। इतना ही नहीं एक साल के अंदर जितने बिल्डरों ने कॉलोनी बनाकर बेच दी हैं, उन्हें भी अपने पैसों से अधूरे विकास कार्यों को पूरा करना होगा। ऐसा न करने पर उनके बैंक खाते और प्रापर्टी सीज की जा सकती है। इस संबंध में नगरीय विकास एवं पर्यावरण विभाग सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए हैं।विभाग ने कहा है कि कलेक्टरों से कहा है कि वे हाल ही में बनी ऐसी सभी कॉलोनियों की विकास अनुज्ञा की जांच कर देखें कि उन्होंने तय शर्तों के अनुसार कॉलोनी विकसित की है कि नहीं। यदि कहीं कोई कमी है तो उसे बिल्डर के पैसों से तत्काल पूरा करवाया जाए। इस संबंध में कॉलोनी के रहवासियों से चर्चा कर अधूरे विकास के कारण होने वाली परेशानियों को बिल्डर से दूर करवाएंगे।विभाग ने कलेक्टरों से यह भी कहा है कि वे अपने कार्य क्षेत्र में बनी नई कॉलोनियों का कम्पलिटिशन सर्टिफिकेट भी लें। विभाग ने इस मामले में नगर तथा ग्राम निवेश संचालनालय को भी पत्र लिखकर सूचित किया है कि जो कॉलोनाईजर विकास अनुज्ञा के अनुसार कॉलोनी विकसित नहीं कर रहा है। उसके खिलाफ भूमि विकास नियम 2012 की धारा 25 के तहत कार्रवाई कर कॉलोनी डेवलेप करने की अनुमति निरस्त की जाए।नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र के मामले में एक याचिका की सुनवाई के बाद 4 अगस्त को फैसला सुनाते हुए कहा था कि इस क्षेत्र में विकसित हुई 30 कॉलोनियों की जांच की जाए। जिन बिल्डरों ने शर्तो का उल्लंघन किया है उनके खिलाफ टीएनसीपी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए।एनजीटी ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग से कहा है कि प्रदेश भर में कॉलोनी विकसित करने की हाल ही में जितनी अनुमतियां दी गईं हैं उन सभी की कलेक्टर और जिला प्रदूषण अधिकारियों से जांच कराएं। जिन बिल्डरों ने अनुमति की शर्तों का पालन नहीं किया है उनके खिलाफटीएनसीपी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। एनजीटी के इस फैसले के बाद राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं पर्यावरण विभाग एसएन मिश्राने कहा कि हमने एनजीटी के निर्देश पर सभी कलेक्टरों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। कालोनाइजर द्वारा अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

भोपाल नगर निगम में कोलार सहित 8 ग्राम पंचायतों के 20 गांवों को शामिल करने का अंतिम प्रस्ताव राज्य शासन को भेजे जाने के बाद अब नए सिरे से निगम के वार्ड परिसीमन की तैयारी शुरू हो गई है। पहले कोलार व 141 गांवों को आधार मानकर परिसीमन का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा था। इसके तहत निगम में 85 वार्ड बनना प्रस्तावित थे, लेकिन अब बदलाव की वजह से नगर निगम के वार्डों की संख्या 80 तक सीमित रखे जाने के आसार हैं। यानी अब सिर्फ 10 नए वार्ड बनेंगे। इसमें 25 हजार तक की आबादी पर परिसीमन कर वार्ड का आकार तय किया जाएगा। निगम सीमा वृद्धि का प्रस्ताव भेजे जाने के बाद कलेक्टोरेट में बुधवार को परिसीमन के नए प्रस्ताव की तैयारी शुरू हो गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अफसरों ने बताया कि कोलार नगर पालिका के 20 वार्डों को 4 वार्ड में बांटने की योजना यथावत है। 141 गांवों में छह वार्ड बनाने की योजना रद्द कर दी गई है। अब निगम के वर्तमान वार्डों का भी दायरा बढ़ाकर नए जुड़े गांवों को उनमें शामिल किया जाएगा। इसमें वर्तमान में बड़े वार्डों को विभाजित कर 4 से 6 नए वार्ड बनाए जाएंगे। परिसीमन से जुड़े अफसरों से कहा गया है कि वे अपनी तैयारी पूरी रखें। राज्य शासन से प्रस्ताव की मंजूरी मिलते ही परिसीमन के प्रारंभिक प्रस्ताव की अधिसूचना जारी करने में देर नहीं होगी। अक्टूबर में होगा पार्षद पद के लिए आरक्षण - परिसीमन का जो प्रस्ताव बनाया जाएगा, उस पर भी महीने भर तक दावे-आपत्ति बुलाई जाएंगी। आपत्तियों के निराकरण के बाद वार्ड की सीमा तय होगी। यानी अब अक्टूबर में यह प्रक्रिया पूरी होगी। इसके तुरंत बाद ही पार्षद पद का आरक्षण कर नए वार्डों के हिसाब से मतदाता सूची बनाने का काम शुरू होगा।होशंगाबाद रोड पर दीपड़ी, रतनपुर सड़क आदि गांवों को मिलाकर नया वार्ड बनाया जाएगा। इधर, बैरागढ़ में मौजूदा वार्ड नंबर दो से एयरपोर्ट वाले हिस्से को हटाकर भौंरी के साथ नया वार्ड बनाया जा सकता है। निगम के मौजूदा वार्ड नंबर 52, 53, 59, 63, 69 और 70 को भी विभाजित कर पांच नए वार्ड बनाए जाना प्रस्तावित हैं। सूत्रों के मुताबिक 85 वार्ड के हिसाब से परिसीमन का काम लगभग पूरा हो गया था। अब निगम को नए प्रस्ताव के हिसाब से तैयारी करनी होगी। अब 20 सितंबर तक परिसीमन का प्रस्ताव तैयार होगा। पहले इसकी तारीख 10 सितंबर थी।

Kolar News

Kolar News

कोलार रोड चूनाभट्टी स्थित नवीन हाई स्कूल के पास छात्राओं से छेडख़ानी करने वाले मजनुओं को पिछले दिनों महिलाओं ने पकड़ा और उनकी जमकर क्लास ली। महिलाएं स्कूल की छुट्टी होने के बाद समाजसेवी रश्मि तिवारी के साथ पहुंची थीं। उन्होंने स्कूल के बाद छात्राओं से छेडख़ानी करने वालों को पकड़ा और पुलिस के हवाले करने की चेतावनी दी। इस पर मजनुओं ने माफी मांगी और आइंदा स्कूल के आसपास नहीं भटकने के लिए कहा। रश्मि तिवारी ने बताया कि छात्राओं के साथ स्कूल के बाहर खड़े बदमाश लड़कों द्वारा छेडख़ानी करनी की सूचना मिली थी। जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। एक पखवाड़ा पहले ही कुछ लड़कों ने स्कूल की छात्राओं को छेड़ा था और उनकी रक्षा करने वाले एक छात्र को ब्लेड मार दी थी। इसकी थाने में एफआईआर भी हुई थी।समाजसेवियों ने जब देखा ऐसे मामले में पुलिस पीड़ित लड़कियों की कोई मदद नहीं करती हैं तो वे खुद सामने आये और छेड़छाड़ करने वालों को पकड़कर सबक सिखाया। इस इलाके में स्कूली छात्र और कुछ बड़े घरों के लड़के लड़कियों को परेशान करते हैं। समाजसेवी रश्मि तिवारी ने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए उनका यह अभियान जारी रहेगा।

Kolar News

Kolar News

पुलिस अधिकारी और कर्मचारी जल्दी ही योग और ध्यान से जुड़ेंगे। पुलिसकर्मियों पर बढ़ते काम के बोझ से निपटने के लिए गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने उन्हें यह सलाह दी है। श्री गौर आज जबलपुर में पुलिस कंट्रोल रूम में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।श्री गौर ने कहा कि बहुत कम समय के योग और ध्यान से भी पुलिसकर्मियों को आशातीत लाभ प्राप्त होगा। इसका शारीरिक और मानसिक दोनों ही दृष्टि से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।गृह मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य का ध्यान रखना सभी के लिए जरूरी है। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने पुलिसकर्मियों को माह में कम से कम एक दिन का अवकाश दिए जाने के भी निर्देश दिए। श्री गौर ने इसके लिये आवश्यकतानुसार इसके लिए रोस्टर तैयार करने को कहा।बैठक में श्री गौर ने कहा कि माह के एक दिन वन्दे-मातरम् का गायन आरंभ किया जाये, जिसमें समस्त पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हों।गृह मंत्री ने निर्देश दिए कि थाना परिसर में स्वच्छता के लिए जरूरी कदम उठाये जायें। उन्होंने कंडम वाहनों को शिफ्ट कर किसी एक जगह रखे जाने की बात भी कही। श्री गौर ने महिला थाने के बारे में भी जानकारी ली।बैठक में आई.जी. श्री उपेन्द्र जैन ने जबलपुर पुलिस की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने पुलिस की विजिबिल्टी सुनिश्चित करने के लिए उठाये गए कदमों की जानकारी दी। बताया गया कि 69 पेट्रोलिंग मोबाइल सतत् फील्ड में कार्यरत रहती हैं। श्री जैन ने जनसंवाद के लिए नागरिक समितियों और ग्राम तथा नगर रक्षा समितियों के नए सिरे से गठन के बारे में भी बताया।उन्होंने धार्मिक आयोजनों एवं मेलों आदि के दौरान व्यवस्था बनाये रखने के मादक पदार्थो और साइबर क्राइम से निपटने के लिए उठाये गए कदमों का भी ब्यौरा दिया। आई.जी. ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत की गई कार्यवाही, चेन स्नेचिंग की रोकथाम, जिला बदर की कार्रवाही का ब्यौरा देते हुए वाहनों के आधुनिकीकरण, पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य कल्याणकारी गतिविधियों की भी जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक श्री हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि आत्महत्या की मनःस्थिति वाले लोगों के लिए संजीवनी हेल्पलाइन आरंभ की गई है। ऐसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर दिया गया है।

Kolar News

Kolar News

हैलो! मैं मुख्यमंत्री शिवराज बोल रहा हूँ। सीएम हेल्प लाइन में आपके द्वारा बतायी गयी समस्या हल हुई कि नहीं? मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज सीएम हेल्प लाइन में निराकृत बताकर बन्द की गयी कुछ शिकायतों के शिकायतकर्ताओं से अचानक फोन लगाकर सीधी बात की।मुख्यमंत्री चौहान अब प्राय: प्रतिदिन स्वयं इसी तरह कुछ शिकायतकर्ताओं से सीधे बात कर 181 सीएम हेल्प लाइन की वास्तविक स्थिति ज्ञात करेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रीगण तथा विभागों के प्रमुख सचिवों को भी प्रतिदिन 10-15 मिनट का समय सीएम हेल्प लाइन को देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि वास्तविक हल होने और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद ही हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायत बंद की जाय।सीएम हेल्पलाइन पर हर रोज कोलार इलाके से भी 30 से 35 लोग शिकायतें कर रहे हैं लेकिन अब तक इस इलाके की शिकायतों का निराकरण नहीं हो पाया है।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनियों ने कोलार ,चुनाभट्टी इलाके की धार्मिक उत्सव समितियों और बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे दुर्गोत्सव, गरबा तथा रामलीला, डांडिया उत्सव के दौरान धार्मिक पण्डालों एवं झाँकियों में बिजली साज-सज्जा, नियमानुसार अस्थाई कनेक्शन लेकर ही करें। यह विद्युत प्रदाय मीटरीकृत होगा। विद्युत देयक की बिलिंग अस्थाई कनेक्शन के लिये लागू दर पर की जायेगी तथा कम्पनी में राशि जमा करना होगी। इसके लिये आवेदन में दर्शाए अनुसार विद्युत भार के अनुरूप सुरक्षा-निधि एवं अनुमानित विद्युत उपयोग की राशि अग्रिम जमा कर रसीद प्राप्त करना होगी। कंपनी ने धार्मिक उत्सव समितियों से ऊर्जा संरक्षण में योगदान की अपील की है। उपभोक्ताओं का यह योगदान निश्चित ही विद्युत उपलब्धता और आपूर्ति में संतुलन बनाये रखने में महत्वपूर्ण कदम होगा।धार्मिक उत्सव समितियों, उपभोक्ताओं को एक लिखित आश्वासन देना होगा कि आवेदित विद्युत भार से अधिक उपयोग नहीं करेंगे तथा लायसेंसी विद्युत ठेकेदार की टेस्ट रिपोर्ट आवेदन में संलग्न करेंगे। कम्पनी ने सलाह दी है कि वायरिंग आदि लायसेंसधारी विद्युत ठेकेदार से ही करवाई जाये। उपभोक्ताओं से कहा गया है कि पण्डाल में अच्छी प्रतिरोधक क्षमता वाले तारों का ही उपयोग करें। जोड़ों पर सही प्रकार के इन्सुलेशन टेप लगायें और तारों को परदे तथा लकड़ी की सामग्री से दूर रखें। कम्पनियों ने सचेत किया है कि अधिक भार से ट्रांसफार्मर के जलने की आशंका तथा दुर्घटना होने की आशंका के साथ ही पारेषण तथा वितरण प्रणाली पर विपरीत असर होने से बिजली जाने की संभावना बनी रहती है।समितियों से कहा गया है कि अनधिकृत विद्युत उपयोग करने पर इलेक्ट्रिसिटी एक्ट-2003 के तहत उपयोगकर्ता तथा जिस विद्युत ठेकेदार से कार्य करवाया गया है, उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। इस दशा में संबंधित ठेकेदार का लायसेंस भी निरस्त किया जा सकता है। बिजली उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि वे झाँकियों के निर्माण तथा विद्युत साज-सज्जा में विद्युत सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करें।

Kolar News

Kolar News

25 से 31 दिसंबर के बीच हो सकते हैं चुनावभोपाल नगर निगम के चुनाव दिसंबर में होंगे। इंदौर और ग्वालियर नगर निगम के चुनाव इससे पहले नवंबर में कराए जाएंगे। मंगलवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम ने कहा, इन चुनावों की अधिसूचना अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में जारी होगी। प्रदेश में इस साल तीन चरणों में 288 नगरीय निकायों के चुनाव होना है। पंचायत चुनाव भी जनवरी 2015 में तीन चरणों में होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग की मौजूदा तैयारियों के मुताबिक भोपाल नगर निगम के चुनाव 25 से 31 दिसंबर के बीच हो सकते हैं। इससे पहले आयोग और जिला प्रशासन के बीच हुई बैठक में 16 से 20 दिसंबर के बीच चुनाव कराए जाने पर सहमति बनी थी। भोपाल नगर निगम परिषद का गठन 2 जनवरी 2015 तक होना है। सूत्रों के अनुसार भोपाल में परिसीमन में देरी होने की वजह से इन तारीखों में बदलाव किया गया है। इंदौर, ग्वालियर और सागर समेत 11 नगर निगम के चुनाव की तारीख 15 से 25 नवंबर के बीच होने की संभावना हैं।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मंशानुसार आगामी 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव के दौरान सम्पूर्ण प्रदेश में ग्राम, विकासखंड और जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे यह महोत्सव किसानों का, किसानों के लिए, किसानों द्वारा मनाये जाने वाला कार्यक्रम है।जिला स्तर से होने वाले कार्यक्रम में क्रांति रथ के रूट चार्ट का निर्धारण, रूट चार्ट के अनुसार भ्रमण सुनिश्चित किया जायेगा। जिला स्तरीय मेला संगोष्ठी के लिए जिला विशेष उत्पादित फसलों के बारे में कार्यशाला का आयोजन एवं उनके लिए प्रशिक्षकों का चयन किया जायेगा। मुख्यमंत्री खेत तीर्थ दर्शन योजना के दलों के भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित किया जायगा। समस्त किसान मित्रों और किसान दीदीयों को 25 सितम्बर से पूर्व प्रशिक्षण दिया जायगा। प्रत्येक जिले में कम से कम दो कस्टम हायरिंग केन्द्र को प्रारंभ करने के साथ अमानक उर्वरक एवं बीज के उपयोग को रोकने के लिए कार्यक्रम बनाना है। प्रत्येक जिले में 2-3 स्थानों पर पशु मेला का आयोजन करने के साथ विकासखंड स्तरीय कार्यक्रमों की प्रत्येक दिन मानीटरिंग की जायगी।महोत्सव के दौरान कृषि संगोष्ठी के साथ पशु चिकित्सा एवं उन्नत पशुपालन संगोष्ठी होगी। मत्स्य-पालन योजना अनुदान की राशि वितरित की जायेगी। मत्स्य-बीज का विक्रय संचयन किया जायेगा। जाल खरीदी पर अनुदान राशि और मछुआ क्रेडिट कार्ड का वितरण किया जायेगा।राजस्व विभाग द्वारा लंबित नामान्तरण एवं सीमांकन को सुनिश्चित करने के लिए भी अभियान चलाया जायेगा।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश में खेती को लाभ का धंधा बनाने के प्रयासों में उद्यानिकी को भरपूर बढ़ावा दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश में सिर्फ फूड पार्क में ही खाद्य प्र-संस्करण को प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा बल्कि किसानों द्वारा अपने खेत में खाद्य प्र-संस्करण का काम किये जाने पर भी उन्हें उद्योग का पूरा लाभ दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश के एग्री 11 क्लाइमेटिक जोन में वैज्ञानिक अध्ययन करवाकर उपयुक्त उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने की पहल की गई है। अभूतपूर्व कृषि विकास में उद्यानिकी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नया, छोटा और कम अमले वाला विभाग होने के बावजूद उद्यानिकी क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है। भारत सरकार की उद्यानिकी विकास योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ लेने के प्रयास किये जा रहे हैं।राज्य शासन ने वर्ष 2010 में विधानसभा में पारित संकल्प के अनुसरण में पिछले चार साल में 5 लाख हेक्टेयर से अधिक अतिरिक्त क्षेत्र को उद्यानिकी के अंतर्गत लाने में सफलता पाई है। वर्ष 2003 में प्रदेश में मात्र 4 लाख 68 हजार और वर्ष 2004-05 में 5 लाख 17 हजार हेक्टेयर में उद्यानिकी की फसलें ली जाती थीं। अब 14 लाख 66 हजार हेक्टेयर में यह कार्य हो रहा है।अनुदान की राशि सीधे किसान के खाते मेंउद्यानिकी विकास संबंधी योजनाओं में अनुदान की राशि सीधे हितग्राही किसान के बेंक खाते में जमा करवाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही किसानों को अपनी मर्जी से कृषि उपकरण खरीदने की छूट दी गई है। इतना ही नहीं प्रदेश में संरक्षित खेती को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। फलस्वरूप किसान एक लाख रुपये प्रति एकड़ तक कमा रहे हैं।छोटे कोल्ड स्टोरेज के निर्माण को बढ़ावाइस प्रकार 2000 मीट्रिक टन क्षमता के छोटे कोल्ड स्टोरेज के निर्माण की योजना में हितग्राहियों को राष्ट्रीय उद्यानिकी मिशन के मापदण्ड के अनुसार परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान 3000 रुपये प्रति मीट्रिक टन के मान से अधिकतम 2000 मीट्रिक टन तक राशि 60 लाख रुपये अनुदान स्वरूप दिया जा रहा है। राष्ट्रीय खाद्य प्र-संस्करण मिशन योजना में 75 प्रतिशत केन्द्रांश और 25 प्रतिशत राज्यांश उपलब्ध करवाया जा रहा है। योजना में गत वर्ष 2013-14 में 1247 लाख रुपये के अनुदान वितरित किये गये। जिन गतिविधियों के लिये अनुदान राशि दी गई, उनमें टेक्नालॉजी अपग्रेडेशन स्टेब्लिशमेंट/मॉर्डनाईजेशन ऑफ फूड प्रोसेसिंग इण्डस्ट्रीज, गैर उद्यानिकी फसलों के लिये कोल्ड चेन, वेल्यू एडीशन एवं प्रिजर्वेशन इन्फ्रा-स्ट्रक्चर, मानव संसाधन विकास, डिग्री-डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स इन फूड प्रोसेसिंग, टेक्नालॉजी के इन्फ्रा-स्ट्रक्चर का सृजन, इंटरप्रेन्योरशिप डेव्हलपमेंट प्रोग्राम (ईडीपी), फूड प्रोसेसिंग ट्रेनिंग सेंटर (एफपीटीसी), प्रमोशनल एक्टीविटीज, सेमीनार/वर्कशॉप तथा स्टडी सर्वे आदि शामिल हैं।

Kolar News

Kolar News

एसडीएम कार्यालय खोलने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देशकोलार इलाके के नगर निगम में विलय के साथ ही यहां विकास को लेकर शासन गंभीर हो गया है। कोलार में सीवेज और पानी की समस्या दूर होगी। इसके साथ ही यहां नई सड़कें भी बनेंगी। कोलार में पानी समस्या दूर करने ठोस योजना नहीं होने पर कलेक्टर और निगमायुक्त को मुख्यमंत्री की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा। सीएम ने अफसरों से कोलार को आदर्श उपनगर बनाने को कहा है। इसके लिए जल्द ही खाका तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कलियासोत नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट बनाने और साफ-सफाई करने को कहा है।कोलार विकास को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के साथ मंत्रालय में बैठक की। इसमें भोपाल विजन प्लान बनाने के भी निर्देश अफसरों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अफसरों से सबसे कोलार में कोलार पानी समस्या हल करने के संबंध में बनी कार्य योजना के बारे में जानना चाहा। इस पर दोनों अधिकारियों ने बताया कि पाइप लाइन के माध्यम से पानी सप्लाई के लिए क्षेत्र में टेंडर जारी कर दिए गए हैं। लेकिन एसडीएम ने तकनीकी कारणों से इस पर रोक लगा दी है। इसके चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए ठोस योजना बनाने को कहा। बैठक में बताया गया कि शासन कोलार विकास को लेकर 150 करोड़ रुपए का पैकेज तैयार करेगा। इससे विकास को गति मिलेगी।कोलार में सड़कों को लेकर नया प्लान भी बनाया जाएगा। इसमें मास्टर प्लान की सड़कों को भी शामिल किया जाएगा। साथ ही कॉलोनियों के भीतरी मार्ग भी व्यवस्थित होंगे। इस काम को नगर निगम कराएगा। इस संबंध में भी सीएम ने आदेश दिए हैं।कोलार के लोगों मूल निवासी, जाति और अन्य कार्यों के लिए कलेक्टोरेट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यहां एसडीएम कार्यालय खोला जाए। इसके साथ ही कोलार को तहसील बनाने पर भी चर्चा की गई। इसका प्रस्ताव कलेक्टर ने शासन को भेजा है। इसके साथ ही हाट बाजारों को पक्का करने को भी कहा है। क्षेत्र में आबादी के अनुसार करीब एक दर्जन सुलभ शौचालय बनाने को कहा गया है।बैठक में कलियासोत नदी के किनारों पर हो रहे अतिक्रमण और गंदगी पर चिंता चाहिर की गई। मुख्यमंत्री चौहान के विशेष कार्य योजना बनाकर नदी की सफाई करने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही नदी के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण करने को कहा है।बैठक में फैसला लिया गया कि कोलार में केवल ही मुख्यमार्ग हैं। बढ़ती आबादी के अनुसार यह मार्ग अब संकरा होने लगा है। जिसके कारण मार्ग पर बार-बार जाम की स्थिति बनती है। इसके चलते क्षेत्र में दो समानांतर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। ताकी लोगों को आवाजाही में दिक्कत न हो।बैठक में कोलार को मेट्रो परियोजना से जोड़ने पर भी सहमति बन गई है। इसके लिए यहां का सर्वे कराकर क्षेत्र को मेट्रो की डीपीआर में शामिल किया जाएगा। इसके लिए मेट्रो रेल की योजना के प्रस्तावित मार्ग में संसोधन किया जाएगा।कोलार में अब कई योजनाएं काम करेंगी । यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 52.10 करोड़ रुपए पेयजल योजना के लिए ,यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 42 करोड़ रुपए की लागत से सीवेज लाइन,ग्रामीण क्षेत्रों में भवन अनुज्ञा का प्रावधान,बीआरटीएस और सार्वजनिक यातायात की सुविधा मिलेगी ,ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा ,गांवों में जमीनों की कीमतें बढ़ेंगी ,ग्रामीण क्षेत्रों का सुनियोजित विकास होगा।

Kolar News

Kolar News

एसडीएम कार्यालय खोलने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देशकोलार इलाके के नगर निगम में विलय के साथ ही यहां विकास को लेकर शासन गंभीर हो गया है। कोलार में सीवेज और पानी की समस्या दूर होगी। इसके साथ ही यहां नई सड़कें भी बनेंगी। कोलार में पानी समस्या दूर करने ठोस योजना नहीं होने पर कलेक्टर और निगमायुक्त को मुख्यमंत्री की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा। सीएम ने अफसरों से कोलार को आदर्श उपनगर बनाने को कहा है। इसके लिए जल्द ही खाका तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कलियासोत नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट बनाने और साफ-सफाई करने को कहा है।कोलार विकास को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के साथ मंत्रालय में बैठक की। इसमें भोपाल विजन प्लान बनाने के भी निर्देश अफसरों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अफसरों से सबसे कोलार में कोलार पानी समस्या हल करने के संबंध में बनी कार्य योजना के बारे में जानना चाहा। इस पर दोनों अधिकारियों ने बताया कि पाइप लाइन के माध्यम से पानी सप्लाई के लिए क्षेत्र में टेंडर जारी कर दिए गए हैं। लेकिन एसडीएम ने तकनीकी कारणों से इस पर रोक लगा दी है। इसके चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए ठोस योजना बनाने को कहा। बैठक में बताया गया कि शासन कोलार विकास को लेकर 150 करोड़ रुपए का पैकेज तैयार करेगा। इससे विकास को गति मिलेगी।कोलार में सड़कों को लेकर नया प्लान भी बनाया जाएगा। इसमें मास्टर प्लान की सड़कों को भी शामिल किया जाएगा। साथ ही कॉलोनियों के भीतरी मार्ग भी व्यवस्थित होंगे। इस काम को नगर निगम कराएगा। इस संबंध में भी सीएम ने आदेश दिए हैं।कोलार के लोगों मूल निवासी, जाति और अन्य कार्यों के लिए कलेक्टोरेट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यहां एसडीएम कार्यालय खोला जाए। इसके साथ ही कोलार को तहसील बनाने पर भी चर्चा की गई। इसका प्रस्ताव कलेक्टर ने शासन को भेजा है। इसके साथ ही हाट बाजारों को पक्का करने को भी कहा है। क्षेत्र में आबादी के अनुसार करीब एक दर्जन सुलभ शौचालय बनाने को कहा गया है।बैठक में कलियासोत नदी के किनारों पर हो रहे अतिक्रमण और गंदगी पर चिंता चाहिर की गई। मुख्यमंत्री चौहान के विशेष कार्य योजना बनाकर नदी की सफाई करने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही नदी के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण करने को कहा है।बैठक में फैसला लिया गया कि कोलार में केवल ही मुख्यमार्ग हैं। बढ़ती आबादी के अनुसार यह मार्ग अब संकरा होने लगा है। जिसके कारण मार्ग पर बार-बार जाम की स्थिति बनती है। इसके चलते क्षेत्र में दो समानांतर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। ताकी लोगों को आवाजाही में दिक्कत न हो।बैठक में कोलार को मेट्रो परियोजना से जोड़ने पर भी सहमति बन गई है। इसके लिए यहां का सर्वे कराकर क्षेत्र को मेट्रो की डीपीआर में शामिल किया जाएगा। इसके लिए मेट्रो रेल की योजना के प्रस्तावित मार्ग में संसोधन किया जाएगा।कोलार में अब कई योजनाएं काम करेंगी । यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 52.10 करोड़ रुपए पेयजल योजना के लिए ,यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 42 करोड़ रुपए की लागत से सीवेज लाइन,ग्रामीण क्षेत्रों में भवन अनुज्ञा का प्रावधान,बीआरटीएस और सार्वजनिक यातायात की सुविधा मिलेगी ,ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा ,गांवों में जमीनों की कीमतें बढ़ेंगी ,ग्रामीण क्षेत्रों का सुनियोजित विकास होगा।

Kolar News

Kolar News

ग्रामीण सड़कों के संधारण की नीति का प्रस्ताव तैयार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 8 - 10 किलो मीटर तक की छोटी सड़कों के निर्माण के कार्य लोक निर्माण से लेकर ग्रामीण विकास विभाग को दिया जायेगा। इन सड़कों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, खेत-सड़क योजना की सड़कें शामिल होंगी। मुख्यमंत्री ने सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामीण विकास विकास विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि 2018 तक सभी गाँव की सड़कों से जोड़ने के लिये अभी से योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र का विकास दृष्टि-पत्र बनवाने का आग्रह किया गया है। ये दृष्टि-पत्र ग्रामीण विकास विभाग को सौंपे जायेंगे ताकि सड़कों और अन्य कार्यों की प्राथमिकता का निर्धारण किया जा सके।श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस समारोह के दौरान एक नवम्बर से 7 नवम्बर, 2014 तक किसी एक दिन महिलाओं के स्व-सहायता समूह का सम्मेलन बुलाने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण सड़कों के लिये समग्र संधारण नीति का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसे केबिनेट के समक्ष विचार के लिये रखा जायेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के क्रियान्वयन में देश में सबसे उत्कृष्ट काम किया है। इसमें शेष रह गयी सड़कों की स्वीकृति के लिये केन्द्र से आग्रह किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी सड़कों की नियमित रूप से जाँच होनी चाहिये और निर्माण की गुणवत्ता के प्रति सजग रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के दूसरे चरण के लिये नये प्रस्तावों को अभी से तैयार करने के निर्देश दिये।श्री चौहान ने मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में बन रही सड़कों पर डामर बिछाने वित्तीय सहायता के लिये विश्व बैंक को भेजे गये प्रस्ताव पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा करने को कहा। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कान्ट्रेक्टर योजना में ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले निर्माण कार्यों में युवाओं को इस योजना का लाभ उठाने के लिये प्रेरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों की उपलब्धता के लिये बनाये जा रहे कस्टम हायरिंग सेंटर में रोड रोलर को भी शामिल किया जाए।मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि बेंकों द्वारा हितग्राहियों से भू-अधिकार पत्र की मांग की जाती है। इसे दृष्टिगत रखते हुए हितग्राहियों को भू-अधिकार प्रमाण पत्र देने के अभियान की रूपरेखा तैयार करें। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए बेंकों को भेजे गये प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की ऑनलाइन समीक्षा की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने हितग्राहियों से भी फीडबेक लेने का तंत्र स्थापित करने के निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए 2 अक्टूबर से 19 नवम्बर तक चलने वाली सभी रचनात्मक गतिविधियों और 2 अक्टूबर को आयोजित विशेष ग्राम सभा बैठकों की वीडियोग्राफी करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने एक वर्ष के भीतर सभी स्कूलों में शौचालय सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिये।बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास अरूणा शर्मा, अपर मुख्य सचिव वित्त अजयनाथ एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

राजधानी भोपाल में नगर निगम चुनाव के लिए वार्डों का आरक्षण 7 अक्टूबर को होगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इसके तहत 50 फीसदी वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाएंगे।प्रस्ताव में एससी-एसटी के लिए 15 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें 12 वार्ड एससी और 3 वार्ड एसटी के लिए होंगे। कोलार के छह में से पांच वार्डों को आरक्षित किया जा रहा है। इनमें तीन एससी और दो एसटी के लिए आरक्षित होंगे। आरक्षण के रोस्टर के अनुसार 85 वार्डों में से 50 फीसदी वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व रहेंगे। वार्ड 47, 60 और 84 वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित करने की कवायद की गई है। जबकि वार्ड 10, 11, 28, 48, 50, 53, 59, 63, 80, 81, 82 और 83 वार्डों को अनुसूचित जाति के लिए रखा गया है। इनमें भी महिलाओं के लिए जगह बनाई गई है। प्रस्ताव आबादी के अनुसार वार्डों का आरक्षण तय किया गया है। फैसला लॉटरी से -वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया लॉटरी से होगी। इसके तहत एक-एक वार्ड की लॉटरी निकाली जाएगी जिसमें तय होगा। कौन सा वार्ड महिलाओं के लिए और ओपन रहेगा। आरक्षित वार्डों के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी।महापौर के लिए भी आरक्षण - इसके साथ ही प्रशासन ने महापौर के लिए आरक्षण की भी तैयारी की है। ओबीसी या सामान्य वर्ग के लिए महापौर का पद आरक्षित किया जाएगा। आरक्षण 7 या 15 अक्टूबर को होगा। इन दोनों तारीखों का विकल्प प्रशासन शासन को भेजा है। इस पर अंतिम फैसला शासन करेगा।कोलार की कमान निगम ने संभाली - इस बीच कोलार नपा की कमान मंगलवार से नगर निगम ने संभाल ली है। नपा के दफ्तर में निगम अफसर पहुंच गए। टैंकरों से कुछ कॉलोनियों में पानी सप्लाई भी किया गया। अधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण किया है। साथ ही सीवेज और पानी सप्लाई को लेकर कार्य योजना बनाने की तैयार हो गई है।कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया कि वार्ड आरक्षण का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। 7 अक्टूबर को आरक्षण की कार्रवाई की जाएगी।

Kolar News

Kolar News

9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे मुख्य अतिथि प्रदेश में उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के मकसद से 8 से 10 अक्टूबर तक इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट का पहला दिन मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के सम्मेलन (एमएसएमई) को समर्पित होगा। इसके मुख्य अतिथि केन्द्रीय मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योग मंत्री श्री कलराज मिश्र होंगे। लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन विशेष अतिथि होंगी। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, सीआईआई मध्यप्रदेश के अध्यक्ष श्री सी.ई. फर्नांडिस भी संबोधित करेंगे। इस अवसर पर राज्य-स्तरीय एमएसएमई पुरस्कारों का वितरण भी किया जायेगा। सम्मेलन में प्रदेश के मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यमी भाग लेंगे।9 अक्टूबरसमिट के दूसरे दिन 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री का अभिनंदन करेंगे। उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगी। मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों तथा प्रगति पर एक प्रेजेन्टेशन देंगे। एक फिल्म 'एडवान्टेज मध्यप्रदेश' भी दिखाई जायेगी।श्री मुकेश अंबानी सहित 37 हस्ती ने की आने की पुष्टिइस दिन देश के 37 उद्योगपति और व्यवसाइयों ने उपस्थित रहने की सहमति दी है। इनमें रिलायंस इण्डस्ट्री के अध्यक्ष श्री मुकेश अंबानी, रिलायंस एडीजी ग्रुप के अध्यक्ष श्री अनिल अंबानी, गोदरेज समूह के अध्यक्ष श्री आदि गोदरेज, वीडियोकोन इंडस्ट्रीज के मेनेजिंग डायरेक्टर श्री अनिल धूत, टाटा संस के अध्यक्ष श्री सायरस मिस्त्री, अडानी समूह के सीएमडी श्री गौतम अडानी, एस्सार समूह के अध्यक्ष श्री शशि रूइया, रेमण्ड समूह के सीएमडी श्री गौतम सिंघानिया शामिल हैं। कार्यक्रम में फोर्स मोटर्स के अध्यक्ष श्री अभय फिरोदिया, डीसीएम श्रीराम समूह के अध्यक्ष श्री अजय श्रीराम, महिन्द्रा लाइफ स्पेस के अध्यक्ष श्री अरुण नंदा, भारत फोर्ज के सीएमडी श्री बाबा एन. कल्याणी, सीआईआई के डायरेक्टर जनरल श्री चंद्रजीत बैनर्जी, हिण्डालको के एमडी श्री देबू भट्टाचार्य, जेपी समूह के अध्यक्ष श्री जे.पी. गौर, जॉन डेयर के एमडी श्री जॉन स्टोन, इण्डियन इनोवेशन फण्ड के डायरेक्टर श्री किरण कार्णिक, फ्यूचर ग्रुप के सीएमडी श्री किशोर बियानी, वॉलमार्ट के सीईओ श्री कृष्णमूर्ति नारायणन अय्यर, मेदांता मेडिसिटी के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहान, टाटा इंटरनेशनल के एमडी श्री नेओल टाटा, हीरो मोटो कॉर्प के सीईओ और एमडी श्री पवन मुंजाल, अपोलो हास्पिटल्स के ईसीबी डॉ. प्रताप रेड्डी, जे.के. टायर के वाइस चेयरमेन और एमडी श्री रघुपति सिंघानिया, एचईजी के सीएमडी श्री रवि झुनझुनवाला, जेएसडब्ल्यू स्टील के सीएमडी श्री सज्जन जिंदाल, किर्लोस्कर ब्रदर्स के सीएमडी श्री संजय किर्लोस्कर, अरविन्द मिल्स के सीएमडी श्री संजय लालभाई, प्रॉक्टर एण्ड गेम्बल के सीईओ श्री शांतनु खोसला, शापूरजी-पालूनजी ग्रुप के अध्यक्ष श्री शापूर मिस्त्री, वेलस्पन एनर्जी के डायरेक्टर श्री सिंदूर मित्तल, कारगिल के अध्यक्ष श्री शिराज चौधरी, सिम्बिओसिस की प्रिन्सिपल डायरेक्टर सुश्री स्वाति मजूमदार, हिन्दुस्तान कोकाकोला के सीईओ श्री टी. कृष्णकुमार, मोनडेलेज के प्रेसीडेन्ट श्री व्ही. चन्द्रमौलि और वेलस्पन के एमडी श्री विनीत मित्तल भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।10 अक्टूबरसमिट के समापन दिवस 10 अक्टूबर को मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा एक प्रेजेन्टेशन देंगे। उद्योग और व्यापार जगत की हस्तियाँ अपने विचार प्रकट करेंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया समापन सत्र को संबोधित करेंगी।

Kolar News

Kolar News

पांच साल बाद राजधानी में डेंगू संक्रमण फिर कहर बनकर सामने आ रहा है। इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। बुधवार को नौ नए मामले सामने आने के साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या 209 हो गई है। कोलार क्षेत्र में लार्वा सर्वे करने पहुंची टीम को 152 घरों में डेंगू का लार्वा मिला। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के कई कारण हैं, लेकिन सफाई को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी इसकी मुख्य वजह है। वर्ष 2009 में शहर में डेंगू के 228 मामले सामने आए थे। इसके बाद कभी भी डेंगू के मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं हुई थी। बुधवार को डेंगू के सबसे ज्यादा छह मामले कोलार में दर्ज हुए। इसके अलावा एक केस मिनाल रेसीडेंसी, एक साकेत नगर और एक मामला हिनोतिया आलम में मिला है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने कोलार के सर्वधर्म ए, बी और सी सेक्टर के 618 घरों में लार्वा सर्वे किया। इसमें से जिन घरों में लार्वा मिला, उनमें से सिर्फ चार घरों में पानी जमा पाए जाने पर चालानी कार्रवाई की गई। बाकी को समझाइश देकर सावधानी बरतने की हिदायत दी गई। सर्वे के दौरान लोगों ने विभाग की कार्रवाई का विरोध किया। हालात यह थे कि लोग अधिकारियों की बात सुनने को तैयार नहीं थे।सीएमएचओ डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि यह एक ट्रेंड है कि तीन-चार साल बाद डेंगू के मामलों में अचानक बढ़ोतरी होती है। इसके बाद कुछ सालों तक व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता कायम रहती है और डेंगू के केस कम हो जाते हैं। प्रतिरोधक क्षमता के कम होने से कुछ सालों बाद मरीजों की संख्या फिर बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि इस बार बारिश भी रुक-रुककर हुई। इससे मच्छरों काे पनपने का मौका मिल गया। इसके अलावा अब शहर में डेंगू के हर केस को डिटेक्ट किया जा रहा है। इससे भी डेंगू के केस ज्यादा नजर आ रहे हैं। कब, क्या स्थितिवर्ष डेंगू के केस2009 2282010 792011 62012 302013 1652014 209

Kolar News

Kolar News

राज्य के प्रशासनिक मुख्यालय का एनेक्सी भवन दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। छह मंजिला इस बिल्डिंग पर 346 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। हर मंजिल पर एक मीटिंग हॉल होगा। ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर तैयार होने वाली इस बिल्डिंग का निर्माण 49,300 वर्गमीटर में होगा। इसकी आधारशिला मध्यप्रदेश दिवस पर एक नवंबर को रखी जाएगी। पहले चरण के लिए स्वीकृत हुए 193 करोड़ रुपएभवन निर्माण को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक ली। यहां बताया गया कि पहले चरण में 193 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। ग्रीन बिल्डिंग के मापदंडों पर भवन में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के प्रावधान के साथ एचवीएसी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और लैंड स्केपिंग भी होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री सचिवालय एवं कैबिनेट बैठक के लिए यहां अलग स्थान होगा।

Kolar News

Kolar News

हाईकोर्ट ने जबलपुर और छिंदवाड़ा की अधिसूचनाएं ख़ारिज कीं जबलपुर हाईकोर्ट ने एक अहम फैसले में जबलपुर और छिंदवाड़ा नगर निगम में गांवों को शामिल करने के संबंध में अधिसूचनाएं खारिज कर दीं। जिस आधार पर यह फैसला हुआ है, उससे भोपाल नगर निगम में कोलार नगरपालिका और 20 गांवों के विलय की अधिसूचना खारिज हो सकती है। भोपाल के संबंध में कोर्ट में दायर इसी तरह की याचिका का फैसला 11 नवंबर को होगा। जबलपुर और छिंदवाड़ा का निर्णय भोपाल के मामले में भी लागू होने पर यहां दिसंबर में होने वाले निगम चुनाव टल सकते हैं। वार्डों की संख्या, सीमा व आरक्षण भी दोबारा तय करना पड़ेगा। चीफ जस्टिस एएम खानविलकर व जस्टिस शांतनु केमकर की पीठ ने कहा कि किसी भी निगम सीमा बढ़ाने पर आपत्तियों पर सुनवाई कर फैसला देना राज्यपाल का संवैधानिक अधिकार है। इसे कलेक्टरों को नहीं सौंपा जा सकता। पीठ ने आपत्तियों को सुनवाई व निर्णय के लिए राज्यपाल के पास भेजने के निर्देश दिए। यह था सरकार का तर्क : राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि वह राज्यपाल के अधिकार कलेक्टरों को सौंप सकती है। ऐसे में इस कार्रवाई को गलत नहीं कहा जा सकता। जबकि युगलपीठ ने कहा कि मप्र नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 और नगर पालिका अधिनियम 1961 में किसी भी अन्य क्षेत्र को जोड़ने या हटाने की व्यवस्था दी गई है। इसके तहत राज्यपाल द्वारा जारी प्रारंभिक अधिसूचना के उपरांत की गई आपत्तियों को संबंधित कलेक्टर निराकरण के लिए राज्यपाल के पास सुनवाई व निर्णय के लिए भेजे जाएंगे। हाईकोर्ट ने यह फैसला जबलपुर के ग्राम जमतरा निवासी अजय यादव, मानेगांव निवासी दलिवन्दर सिंह और छिंदवाड़ा के अभिषेक महोरे की ओर से दायर याचिकाओं पर सुनाया। इन मामलों में जबलपुर और छिंदवाड़ा जिले के गांवों को वहां के क्रमश: नगर निगम और नगर पालिका में जोड़े जाने को लेकर विगत 25 जुलाई को जारी की गई अधिसूचना को चुनौती दी गई थी।

Kolar News

Kolar News

'पहला सुख निरोगी काया' और निरोग रहने के लिये स्वच्छता आवश्यक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व हाथ धुलाई दिवस पर भोपाल में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में छात्राओं के हाथ साबुन से धुलवाकर स्वच्छता का यह संदेश दिया। इसके साथ ही आज मध्यप्रदेश के 14 हजार स्कूल और 80 हजार आंगनवाड़ी के एक करोड़ से अधिक विद्यार्थी द्वारा सामूहिक रूप से हाथ धोने का विश्व कीर्तिमान रचने की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। कार्यक्रम में महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, महापौर श्रीमती कृष्णा गौर एवं सांसद श्री आलोक संजर उपस्थित थे।श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता सफाई का संस्कार भारत में हजारों वर्षों से है। घर के बड़े, बुजुर्ग बगैर हाथ-पैर धोये घर में प्रवेश नहीं करने देते थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की शुरूआत अपने घर, पड़ोस तथा स्कूल से करें। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी स्वच्छता को बहुत महत्व देते थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है। जहाँ स्वच्छता होती है वहाँ सुन्दरता, स्वास्थ्य और समृद्धि होती है। शरीर के साथ मन भी स्वच्छ होना चाहिये। इसके लिये अच्छे विचार जरूरी हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि माता-पिता और गुरू का आदर करें, सच बोलें, ईष्या नहीं करें। इससे अच्छा व्यक्तित्व बनता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को अपनी आदत बनायें। प्रदेश के नागरिक स्वच्छता की मिसाल प्रस्तुत करें।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रदेश में इस कार्यक्रम के माध्यम से एक करोड़ बच्चों तक हाथ धोने का संदेश पहुँचाया जा रहा है। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के पहले हाथ धोने के लिये साबुन और तौलिया उपलब्ध रहेगा। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि विश्व हाथ धुलाई दिवस पर प्रदेश के एक लाख 19 हजार स्कूल में कार्यक्रम किया जा रहा है। भारतीय संस्कृति में स्वच्छता को महत्व दिया गया है।स्कूल की छात्रसंघ अध्यक्ष कुमारी फलक नाज ने विश्व धुलाई दिवस का महत्व बताया। जिला पंचायत अध्यक्ष मीना-हिम्मत सिंह, विधायक श्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती अरूणा शर्मा और आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्रीमती रश्मि शमी सहित बड़ी संख्या में बच्चे कार्यक्रम में उपस्थित थे।स्कूल शिक्षा तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ ही प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण निकाय ने इस आयोजन में भागीदारी की। राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, ब्रिटिश सरकार के अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग (डीएफआईडी) में कार्यरत संस्था एम पी टास्ट की वॉश परियोजना, एन.डी.टी.वी, डिटॉल तथा वाटर एड सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएँ भी इस आयोजन में भागीदार हैं।

Kolar News

Kolar News

एक जोन में होंगे अधिकतम आठ वार्डनगर निगम के प्रशासनिक ढांचे को 85 वार्डों के हिसाब से बांट दिया गया है। अब 85 वार्ड के लिए 15 जोन दफ्तर होंगे। कोलार के सभी वार्डों के प्रभारी अधिकारी बना के उन्हें उनकी जवाबदारी सौंप गई है । वार्ड संख्या बढ़ने के कारण एक जोन में आठ-आठ वार्डों को शामिल किया गया है। इन्हीं जोन दफ्तरों से स्ट्रीट लाइट, सफाई, पानी सप्लाई और छोटे निर्माण कार्य स्वीकृत व संचालित होंगे। जल्द ही इनमें नए सिरे से जोनल अफसरों, एएचओ, सिविल एई, वाटर सप्लाई एई, बिल्डिंग परमिशन एई आदि की नियुक्ति की जाएगी। नगर निगम ने जोन के नए सेटअप में कोलार नपा के क्षेत्रों और गांवों को मिलाकर बनाए गए छह वार्डों के लिए जोन नंबर 15 बनाया गया है। जबकि अन्य मौजूदा जोन दफ्तरों के क्षेत्रों में नए बनाए गए वार्ड शामिल किए हैं। निगम ने 85 वार्ड के प्रभारियों की भी नियुक्ति कर दी है। कोलार में यहां होंगे वार्ड कार्यालयवार्ड प्रभारी अफसर दफ्तर का पता80 परितोष रंजन परसाई सामुदायिक भवन, पैलेस आॅर्चर्ड काॅलोनी81 सुभाष कुमार द्विवेदी नगर पालिक कार्यालय, गेहूंखेड़ा82 अभय कुमार चतुर्वेदी दानिश कुंज काॅलोनी में पानी की टंकी के नीचे83 हरिकेश कुमार यादव नगर पालिका कार्यालय, अकबरपुर84 श्रीराम पटेल नगर पालिका कार्यालय, बैरागढ़ चीचली85 मनोज पासी पंचायत भवन, दीपड़ी

Kolar News

Kolar News

वरिष्ठ अधिकारी घूमे वार्ड-वार्डराजधानी को डेंगू-मुक्त करने के लिये आज जिला-स्तरीय नियंत्रण कक्ष के साथ ही क्षेत्रीय नियंत्रण कक्ष भी शुरू कर दिये गये हैं। नागरिकों को मलेरिया, डेंगू और अन्य रोगों से बचाव की शिक्षा का कार्य भी तेज कर दिया गया है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रबीर कृष्ण ने जिला प्रशासन और नगर निगम अमले के साथ अनेक वार्ड का भ्रमण किया। इस दौरान घरों के पास गढ्ढों में ठहरे पानी को हटवाने, कूलर, गमलों और पुराने टायरों में रखे पानी को निकलवाने और आवश्यक स्थानों पर केरोसिन केछिड़काव की कार्यवाही भी की गई। संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को इन रोगों से बचाव की समझाइश का कार्य भी तेज कर दिया गया है। आज अम्बेडकर नगर, अब्बास नगर, कोलार रोड के अन्य कई क्षेत्रों में इसकी शुरूआत हुई है।कंट्रोल-रूमजिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष डेंगू नियंत्रण से संबंधित समस्त समन्वय कार्य करेगा। इस कक्ष के दूरभाष क्रमांक 0755-2551291, 0755-2551293, 94799-60334 रहेंगे। भोपाल में जेपी अस्पताल में रीजनल कंट्रोल-रूम भी कार्य करेगा, जिसके प्रभारी डॉ. अवस्थी (98270-56443) रहेंगे। कोलार क्षेत्र में रीजनल कंट्रोल-रूम के प्रभारी डॉ. टंडन (98931-94943) रहेंगे। गोविंदपुरा क्षेत्र में भी एक कंट्रोल-रूम प्रांरभ किया जा रहा है, जिसकी प्रभारी डॉ. मंजूलता अग्रवाल रहेंगी।आशा कार्यकर्ता करेंगी रोजाना रिपोर्टराजधानी क्षेत्र में करीब 900 आशा कार्यकर्ता को डेंगू और अन्य रोगों के प्रमाण मिलते ही जिला कंट्रोल-रूम में रोजाना रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी दी गई है। बुखार और अन्य लक्षणों के दिखाई देने पर रोगियों को सरकारी अस्पताल जाने की समझाइश भी आशा कार्यकर्ता द्वारा दी जायेगी।सरकारी अस्पताल में ही इलाज करवायेंडेंगू से संबंधित लक्षणों के नजर आते ही तुरंत सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवाने का परामर्श स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया है। कोई भी व्यक्ति रोग की आशंका होने पर निजी अस्पताल जाने के बजाय शासकीय चिकित्सालय जायें क्योंकि अधिकांश निजी अस्पताल आवश्यक प्रोटोकाल का ज्ञान नहीं रखते और उसका पालन भी नहीं करते।लापरवाही पर हो सकता है जुर्मानाडेंगू जैसे रोग रोकथाम के प्रयासों के बावजूद यदि फैलते हैं, तो इसके लिये ऐसे परिवारों को दोषी माना जायेगा, जिनके घर और निजी परिसर में ठहरे हुए पानी और लार्वा होने के प्रमाण मिलते हैं। प्रारंभ में परिवार के स्तर पर 1000 रुपये और संस्थान के स्तर पर 10 हजार रुपये का अर्थ दण्ड किये जाने पर विचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अमले द्वारा निगरानी और निरीक्षण में ऐसे प्रकरण चिन्हित किये जायेंगे। आज प्रमुख सचिव श्री प्रवीर कृष्ण ने भ्रमण के पश्चात आयोजित बैठक में भी लोगों को जागरूक बनाने और रोग नियंत्रण में जनता की भागीदारी की जरूरत बताई। उन्होंने अस्पतालों में डेंगू के मरीजों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश समस्त चिकित्सकों और अन्य स्टॉफ को दिये हैं। गत डेढ़ माह से भोपाल के सभी शासकीय चिकित्सालय और प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य केन्द्र में डेंगू से प्रभावित मरीजों के समुचित उपचार के निर्देश भी दोहराये गये हैं। आज के भ्रमण में एडीएम भोपाल जिला बी.एस. जामोद और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

कोलार उपनगर में साफ-सफाई और जल भराव दूर करने में शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर से कई सालों से लापरवाही बरती जा रही है। नतीजा उपनगर वासी डेंगू के प्रकोप के रूप में भुगत रहे हैं। आज हालात इतने गंभीर हैं कि जहां कोलार में डेंगू पैर जमा चुका है वहीं हर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार पड़ा है। पीपुल्स समचार की टीम ने सोमवार को जब लोगों से इस बारे में बातचीत की तो उन्होंने शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति अपना आक्रोष व्यक्त किया। लोगों ने बताया कोलार के लगभग हर रहवासी क्षेत्र में व्याप्त है। यहां पर भरा गंदा पानी उन्होंने बताया कोलार के सर्वधर्म कॉलोनी के लगभग सभी सेक्टर, बीमाकुंज, अकबरपुर, दामखेड़ा, कान्हाकुंज, राजहर्ष कॉलोनी, ललिता नगर, प्रियंका नगर और बैरागढ़ चीचली क्षेत्र के रहवासी मोहल्लों में सड़कों पर सीवेज के बहने और खाली प्लॉटों पर भरे होने की समस्या कई सालों से है। लोगों ने बताया कई बार शिकायत करने पर भी समस्या से नहीं उभर पाए हैं।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय के 346 करोड़ लागत के विस्तार भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह केवल र्इंट-पत्थर का भवन नहीं बल्कि विकास का मंदिर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा अधिकारी-कर्मचारी साढ़े सात करोड़ जनता को अपना परिवार मानकर प्रदेश को हिन्दुस्तान ही नहीं दुनिया के सबसे अच्छे राज्यों में से एक बनाने के लिये संकल्पबद्ध होकर कार्य करें। चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी-कमर्चारियों को मध्यप्रदेश के विकास में जुटने का संकल्प दिलाया। चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने कृषि, सिंचाई, अधोसंरचना, उद्योग आदि सभी क्षेत्रों में विकास किया है। यह विकास पड़ाव है, मंजिल नहीं। उन्होंने उपस्थित शासकीय अमले से कहा कि लगन, मेहनत, ईमानदारी और प्रामाणिकता से काम कर प्रदेश के विकास में योगदान दें। सरकारी सेवाएँ जनता को बिना किसी बाधा के उपलब्ध करवाएं। हर अधिकारी- कर्मचारी सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करें। उनके द्वारा किये गये कार्य का असर प्रदेश की जनता पर होता है।उन्होंने कहा कि सुशासन के क्षेत्र में किये गये मध्यप्रदेश के नवाचारों को देश के अन्य राज्य ने भी लागू किया है। चौहान ने कहा कि मंथन में प्रक्रियाओं को सरल करने के लिये गये निर्णय लागू किये जायें। फाइलों के स्तर कम कर शीघ्र निर्णय की प्रक्रिया हो। व्यापक दृष्टिकोण रखते हुये समस्या का समाधान करने के प्रयत्न हो। सभी अपनी जिम्मेदारी से कार्य करें। प्रदेश के कमर्चारियों के हित में भी यथासमय निर्णय लिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पॉलिसी पेरालिसिस का दौर समाप्त हो गया है।

Kolar News

Kolar News

बदलाव हुआ तो लेट हो सकते हैं नगरीय निकाय चुनावनगर निगम भोपाल की ओर से वार्डों के सर्वे का काम फिर शुरू किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि कोलार विलय और वार्ड परिसीमन की याचिका खारिज होने के बाद नए सिरे से परिसीमन की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए यह सर्वे किया जा रहा है। मंगलवार को नगर निगम की टीमें कुछ क्षेत्रों में सर्वे करने गई थीं। हालांकि नगर निगम के अधिकारी इसे रुटीन सर्वे बता रहे हैं।मंगलवार को सेमरा सहित आसपास के क्षेत्र में सर्वे टीम पहुंची। सेमरा निवासी हाकम विश्वकर्मा ने बताया कि टीम में शामिल युवक नाम, पता समेत अन्य व्यक्तिगत जानकारी व मतदाता परिचय पत्र बनने के बारे में पूछ रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि वे यह जानकारी क्यों ले रहे हैं, तो उनका कहना था कि नगर निगम चुनाव के लिए फिर से वार्ड बदले जो रहे हैं, जिसके लिए यह सर्वे किया जा रहा है।गौरतलब है कि गत 31 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने परिसीमन कर कोलार के 20 गांवों को नगर निगम सीमा में विलय करने की अधिसूचना को निरस्त कर दिया है। अधिसूचना पर फैसला लेने का अधिकार राज्यपाल को दिया है। राज्यपाल द्वारा सुनवाई के बाद वार्ड परिसीमन पर फैसला होगा। अभी राज्यपाल के पास वार्ड परिसीमन का प्रस्ताव शासन ने नहीं भेजा है। इससे पहले ही नगर निगम और जिला प्रशासन ने वार्ड परिसीमन की तैयारी फिर से शुरू कर दी है। इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। इससे माना जा रहा है कि पुराने परिसीमन में कुछ बदलाव हो सकता है। अगर ऐसा होता है, तो नगरीय निकाय चुनाव भी लेट हो सकते हैं। दोबारा परिसीमन होने से निकाय चुनाव पर भी असर पड़ेगा।वार्ड परिसीमन नए सिरे से होता है, तो वार्डों की संख्या में फिर से बदलाव हो सकता है। पहले भोपाल नगर निगम सीमा में 70 वार्ड थे। हाल में हुए परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या 85 हो गई थी। इसमें कई वार्डों की सीमा में भी बदलाव किया गया था। अब इस परिसीमन को हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया है। इससे नए सिरे से परिसीमन हो रहा है। इससे एक बार फिर वार्डों की संख्या में बदलाव हो सकता है।परिसीमन को लेकर हाईकोर्ट का फैसला तो आ गया है। अभी कोलार विलय को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आना है। इस विलय को गलत ठहराने वाले एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी लगी है। इस पर फैसला 11 नवंबर को आना है। अगर यह फैसला सरकार के हित में नहीं आता है, तो परिसीमन मुश्किल में पड़ सकता है।

Kolar News

Kolar News

432 ईडब्ल्यूएस और 482 एलआईजी फ्लैट बनेंगेएमपी हाउसिंग बोर्ड ने गरीब और निम्न आय वर्ग के लिए महाबड़िया कोलार में प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है। इसके लिए आवेदन 10 नवंबर से 10 दिसंबर तक भरे जाएंगे। आवेदन एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की भोपाल स्थित शाखाओं से भरे जा सकते हैं। आवेदन के लिए 200 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी बोर्ड की वेबसाइट ुुु.सॅर्रेजैहय.ैह से भी प्राप्त की जा सकती है।हाउसिंग बोर्ड कोलार क्षेत्र में 914 फ्लैट का प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। सइके तहत ईडब्ल्यूएस और एलआईजी फ्लैट बनाए जा रहे हैं। बोर्ड 432 ईडब्ल्यूएस और 482 एलआईजी फ्लैट यहां बनाएगा। एलआईजी फ्लैट के लिए 6 मंजिला भवन बनाया जाएगा, जिसमें पार्किंग की भी सुविधा रहेगी।ईडब्ल्यूएस फ्लैट की कीमत 5 लाख 45 हजार रुपए निर्धारित है। फ्लैट 32.74 वर्ग मीटर में बनाए जाएंगे। एलआईजी फ्लैट की कीमत 12 लाख 30 हजार रुपए निर्धारित है। ये 46.75 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाए जाएंगे।हाउसिंग बोर्ड राजधानी में चार साल बाद कोई बड़ा प्रोजेक्ट लॉन्च करने जा रहा है। इससे पहले बोर्ड वर्ष 2010 में अयोध्या नगर में बड़ा प्रोजेक्ट लांच किया था, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है। इसके अलावा एमपी नगर में महादेव परिसर और कीलनदेव परिसर लॉन्च किए थे, जिनका काम अभी चल रहा है।हाउसिंग बोर्ड बागमुगालिया में द्वारिका परिसर के लिए एक बार फिर बुकिंग शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट के लिए 1 दिसंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदन एक्सिस बैंक और पीएनबी की शाखाओं से किए जा सकते हैं। यहां करीब 150 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इनकी कीमत 41 लाख से 56 लाख तक है। इस प्रोजेक्ट के लिए पिछले एक साल से आवेदन बुलाए जा रहे हैं, लेकिन बुकिंग नहीं हो रही है।

Kolar News

Kolar News

प्रशिक्षण में राज्‍य निर्वाचन आयुक्त परशुराम निर्वाचन प्रेक्षक राज्य निर्वाचन आयोग के आँख-कान हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त आर.परशुराम ने यह बात नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए नियुक्त प्रेक्षकों के प्रशिक्षण में कही।श्री परशुराम ने कहा कि प्रेक्षक निष्पक्ष रूप से कार्य करें। निर्वाचन प्रेक्षकों की भूमिका औपचारिक नहीं निर्णयात्मक है। श्री परशुराम ने कहा कि ई-व्ही.एम. की तैयारी पहली बार जिले के अलावा नगरीय निकाय और विकासखण्ड स्तर पर होगी।सचिव श्री जी.पी श्रीवास्तव ने कहा कि प्रक्रिया और आयोग के निर्देशों के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी प्रेक्षकों की है। उन्होंने कहा कि प्रेक्षकों के सुझावों पर आयोग द्वारा त्वरित कार्यवाही की जायेगी। उप सचिव श्री गिरीश शर्मा ने निर्वाचन कर्त्तव्य प्रमाण-पत्र, आदर्श आचरण संहिता, पेड न्यूज, कानून व्यवस्था और कम्युनिकेशन प्लान के बारे में बताया। लेखाधिकारी श्री प्रदीप शुक्ला ने नाम निर्देशन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। प्रेक्षकों को ई.व्ही.एम. की कार्य-प्रणाली, व्यय लेखा मॉनीटरिंग और मतगणना प्रक्रिया की भी जानकारी मास्टर ट्रेनर्स ने दी।राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर.परशुराम ने आज आयोग के प्रेक्षकों के लिए निर्देश पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि पुस्तिका में आयोग द्वारा जारी निर्देशों को सरल रूप में संकलित किया गया है। परशुराम ने बताया कि नगरीय निकाय निर्वाचन से संबंधित 17 मेन्युअल, 4 प्राइमर, 8 चेक लिस्ट और एक चेक लिस्ट कम्पेंडियम का प्रकाशन किया जा चुका है। इसके साथ ही 4 फिल्म भी बनायी गयी हैं।आदर्श आचरण संहिता उल्लंघन के संबंध में दो अधिकारी को नोटिसराज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों के आम निर्वाचन-2014 के लिये प्रभावशील आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के मामले में आज दो अधिकारी को नोटिस जारी कर शाम तक स्पष्टीकरण माँगा गया। सचिव राज्य निर्वाचन आयोग जी.पी. श्रीवास्तव ने 7 नवम्बर की सुबह प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास से समाचार-पत्र में प्रकाशित खबर 'अब आर्किटेक्ट देंगे बिल्डिंग परमिशन'' और समाचार-पत्र में प्रकाशित खबर 'जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र 7 से 60 दिन में बनेंगे'' पर सचिव लोक सेवा प्रबंधन विभाग को स्थिति स्पष्ट किये जाने के निर्देश दिये थे।इस संबंध में प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास एस.एन. मिश्रा ने स्पष्ट किया कि विभाग की किसी योजना की घोषणा का उद्देश्य नहीं था। इस संबंध में विभाग द्वारा कोई विज्ञप्ति भी नहीं जारी की गई। सचिव लोक सेवा प्रबंधन विभाग श्री हरिरंजन राव ने जानकारी दी कि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अधीन लाया जा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा आज समाचार-पत्र में प्रकाशित योजना के बारे में कोई भी विज्ञप्ति नहीं जारी की गई।राज्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा अनुशंसा की गई कि विभाग द्वारा आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील होने के दौरान किसी भी तरह की नई सेवाओं और योजनाओं, जिनका कार्य-क्षेत्र नगरीय निकाय हो सकते हैं, के संबंध में घोषणा पर नियंत्रण रखा जाये। उन्होंने नगर पालिका निर्वाचन के लिये शासकीय विभागों एवं कर्मचारियों के लिये आदर्श आचरण संहिता की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें निर्वाचन की प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं को लाभान्वित करने की दृष्टि से कोई सुविधा या छूट देना या किसी नई योजना की स्वीकृति जारी करने पर प्रतिबंध है। श्री परशुराम ने कहा कि इसका आशय यह भी है कि आगे की भावी योजनाओं अथवा आकांक्षाओं को भी मुखरित करने में आदर्श आचरण संहिता की अंतर्विहित भावनाओं का आदर किया जाये।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सी.एम. हेल्पलाइन 181 के पाँच शिकायतकर्ता से आज टेलीफोन पर सीधे बात कर जानकारी ली कि उनकी समस्या हल हुई या नहीं। मुख्यमंत्री का फोन आवेदकों के लिये किसी आश्चर्य जैसा था।जिला कटनी की ग्राम पंचायत बरजी के गाँव लथपहाड़ी के कोमल पटेल से मुख्यमंत्री ने पूछा कि 181 में आपके द्वारा की गयी शिकायत हल हुई कि नहीं। आवेदक ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि गाँव में एक मेडम आयीं थीं। उन्होंने समस्या हल करा दी। इस आवेदक की शिकायत थी कि आँगनवाड़ी समय पर नहीं खुलती। बच्चे तालाब के तट पर इधर-उधर घूमते हैं। आँगनवाड़ी संबंधी अन्य शिकायतें भी थीं जो 181 में दर्ज होने के बाद हल हो गयीं। शिकायतों की जाँच के लिये शिकायतकर्ता द्वारा बतायी गयी मेडम महिला-बाल विकास विभाग अधिकारी थी।जिला रायसेन के ग्राम बिनेका के शिकायतकर्ता विनोद शर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि गाँव में बिजली तो लगातार आती है पर वोल्टेज की समस्या जस की तस है। मुख्यमंत्री ने सचिव लोक सेवा प्रबंधन को आज ही वस्तुस्थिति ज्ञात कर प्रमुख सचिव ऊर्जा को इस बारे में अवगत करवाने के निर्देश दिये। यह भी निर्देश दिये कि वोल्टेज समस्या हल होने पर उन्हें भी अवगत करवाया जाय।बड़वानी जिले के ठीकरी ग्राम के गंगाराम ने बताया कि उसके ही नाम के अन्य व्यक्ति के एकाउंट में मुआवजे की राशि जमा हो गयी है। इस प्रकरण में पिता का नाम भी एक जैसा होने से यह गफलत हुई। इस प्रकरण में मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई के लिये आज ही कलेक्टर को सूचित कर वास्तविक आवेदक के नाम राशि जमा करवाने को कहा।सिवनी जिले के ग्राम धारनाकला के धमेन्द्र जायसवाल तथा सिवनी जिले के गोंडीहिनोतिया ग्राम के कृष्णा ठाकुर ने बताया कि 181 में शिकायत के बाद समस्या हल हो गयी।

Kolar News

Kolar News

कोलार इलाके को साफ सुथरा बनाने के लिए थुआखेड़ा गांव को कचरा घर बनाया जा रहा है। कोलार के वार्डों से निकलने वाले कचरे को थुआखेड़ा में ट्रालियों में भरकर कुशाभाऊ नर्सिंग कॉलेज के सामने फेंका जा रहा है। जबकि कचरा डालने के लिए ट्रैचिंग ग्राउंड के तहत नगर पालिका कोलार को दी गई जगह दो-तीन किलोमीटर दूर स्थित है। मई माह में यह मामला उठा था। उस समय तत्कालीन सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे ने आबादी के पास कचरा डंप करने पर रोक लगाकर निर्धारित स्थान पर डंप कराने का दावा किया था। मगर अब फिर से पहले की तरह ही थुआखेड़ा में ग्रामीण आबादी से लगी हुई जमीन पर कचरा डाले जाने लगा है। इस वजह से रहवासियों को जीना दुश्वार हो गया है। दुर्गंध के कारण बुरा हाल है। कचरे के ढेर में आग लगाए जाने से प्रदूषण हो रहा है। स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफें होने का खतरा बना हुआ है। अब नगर निगम के कोलार क्षेत्र प्रभारी बनाए गए सत्येंद्र सिंह धाकरे का कहना है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई करेंगे।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिक निगम जबलपुर, इंदौर, भोपाल एवं छिंदवाड़ा के वार्डों का निर्धारण कर फोटोयुक्त मतदाता-सूची निर्धारित कार्यक्रम अनुसार तैयार करवाने के निर्देश संबंधित कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिये गये हैं। आयोग द्वारा मतदाता-सूची तैयार करने का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। आम निर्वाचन-2014 के लिये मतदाता-सूची एक जनवरी, 2014 की संदर्भ तारीख के आधार पर तैयार की जायेगी। मतदाता-सूची का अंतिम प्रकाशन 27 दिसम्बर को होगा।सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग जी.पी. श्रीवास्तव ने जानकारी दी है कि रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति 27 नवम्बर तक की जायेगी। प्रारंभिक प्रारूप मतदाता-सूची तैयार करने के लिये कर्मचारियों का चयन एवं प्रशिक्षण 28 नवम्बर को होगा। प्रचलित परिसीमन के आधार पर मतदाता-सूची को वार्ड अनुसार मार्क कर प्रारूप मतदाता-सूची 2 दिसम्बर तक तैयार की जायेगी। राजनीतिक दलों को 10 दिसम्बर को प्रारूप मतदाता-सूची उपलब्ध करवाई जायेगी।प्रारूप मतदाता-सूची के संबंध में सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन और दावे-आपत्ति प्राप्त करने की शुरूआत 11 दिसम्बर को होगी। दावे-आपत्ति 19 दिसम्बर तक प्राप्त किये जायेंगे। दावे-आपत्ति का निपटारा 24 दिसम्बर तक होगा। मतदाता-सूची का अंतिम प्रकाशन 27 दिसम्बर को होगा।

Kolar News

Kolar News

कलियासोत नदी के किनारे जल्द ही प्रशासन का बुलडोजर चलने वाला है। कलियासोत नदी बचाओ याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए एनजीटी ने राज्य सरकार को नदी का सीमांकन करने और 33 मीटर के दायरे में हुए निर्माण को तोड़ने के आदेश दिए हैं। टीएंडसीपी द्वारा दी गई रिपोर्ट पर एनजीटी ने भोपाल व रायसेन कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त के अलावा कोलार व मंडीदीप नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पूर्व में दिए गए आदेश का सख्ती से पालन करने को कहा है। एनजीटी ने नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव व भोपाल नगर निगम कमिश्नर से इस मामले में जवाब तलब किया है। मामले की अगली सुनवाई 8 दिसंबर को होगी।सुनवाई के दौरान टीएंडसीपी ने नदी के सीमांकन व ग्रीनबेल्ट को चिह्नित करने के लिए 6 माह का समय मांगा, लेकिन एनजीटी के जस्टिस दलीप सिंह ने टीएंडसीपी की मांग को खारिज करते हुए 3 माह में नदी का सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने को कहा है। याचिकाकर्ता पर्यावरणविद् डॉ.सुभाष सी पांडे ने बेंच को नदी के किनारे हुए अतिक्रमण के फोटोग्राफ दिखाते हुए बताया कि नदी की जमीन पर कब्जा कर बिल्डर नदी को खत्म कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा।नगर तथा ग्राम निवेश विभाग की तरफ से अधिवक्ता ने सुनवाई के दौरान एनजीटी को बताया कि भास्कर इंडस्ट्रीज समेत 16 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी करते हुए निर्माण पर रोक लगा दी गई है। भास्कर इंडस्ट्रीज ने कलियासोत नदी के किनारे अवैध रूप से बड़ा निर्माण किया है। दायर याचिका में भी भास्कर इंडस्ट्रीज को अतिक्रमणकारी बताया है। इसके अलावा बीडीए, एचजे कल्चुरी एजुकेशन ट्रस्ट, दानिश गृह निर्माण सहकारी समिति, सर्वधर्म गृह निर्माण सहकारी समिति, मेसर्स गरुड़ कॉलोनाइजर को नोटिस जारी किया गया है।एनजीटी ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को आदेश दिए हैं कि कलियासोत नदी में सीवेज नहीं मिलना चाहिए। एनजीटी ने कहा कि संस्थाओं, कॉलोनियों, प्रोजेक्टों की जांच की जाए और अनट्रीटेड सीवेज, औद्योगिक व घरेलू जहरीले रसायन प्रवाहित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, बताया गया कि एनजीटी में जो जानकारी दी गई है, उसमें कॉलोनी, प्रोजेक्ट एवं संस्था मिलाकर 16 संस्थानों पर नदी को प्रदूषित करना पाया गया है।नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल ने जल संसाधन विभाग से पूछा है कि कलियासोत नदी में निरंतर जल प्रवाह बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाये जा सकते हैं। साथ ही नदी के जल की गुणवत्ता बनी रहे, इसके लिए अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा है, ताकि नदी को बचाने के लिए कदम उठाए जा सकें।एनजीटी में दायर याचिका में कॉलोनियों एवं प्रोजेक्टों को मिलाकर 27 संस्थाओं को नदी में मल, सीवेज, एवं जहरीले रसायन डालने का आरोपी बनाया गया था, लेकिन एनजीटी में प्रस्तुत रिपोर्ट में 17 संस्थाओं को नदी प्रदूषित करने का दोषी बताया गया है। इनमें शाहपुरा लेक से अतिरिक्त प्रवाह का पानी, नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ फैशन, ईश्वर नगर बस्ती, श्री कृष्णा कॉलोनी कोलार, फॉरच्यून कॉलोनी, अमरनाथ व सार्इंनाथ कॉलोनी, पैलेस आॅर्चड, सर्वधर्म दामखेड़ी झुग्गी, सर्वधर्म ए, बी एवं सी सेक्टर, सर्वधर्म भूमिका, शिर्डीपुरम, सागर प्रीमियम प्लाजा, आम्र पैलेस, सिग्नेचर कॉलोनी, रॉयल कॉलोनी, भूमिका रेसीडेंसी, दानिश कुंज ब्रिज के पास स्थित झुग्गी, सलैया एवं सनखेड़ी ग्राम, बिलकहरी, गुराड़ी एवं पिपल्या गांव हैं।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार ने शहरी सीमा के निकट स्थित ग्राम-पंचायत क्षेत्र के गांव में कॉलोनाइजरों को विक्रय योग्य आवासीय क्षेत्र में कुल निर्मित क्षेत्र का 6 प्रतिशत भूमि आर्थिक रूप से कमजोर तथा निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए आरक्षित करना होगा। निर्मित आवासीय इकाइयों के मामले में भी कुल निर्मित क्षेत्र का 6 प्रतिशत आरक्षण करना अनिवार्य होगा। इससे इन वर्ग के परिवारों को कम दर पर व्यवस्थित आवास उपलब्ध होंगे। मध्यप्रदेश की केबिनेट में इस को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लम्बे अरसे से आम लोगों को सहूलियत देने के लिए यह सब कर रहे हैं। कॉलोनाइजर द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर एवं निम्न वर्ग के लिए भूखण्ड,भवन आरक्षित न किए जाने की दशा में आश्रय शुल्क जमा करना होगी। आश्रय शुल्क की राशि संबंधित जिला पंचायत में जमा होगी। इस राशि से आवासहीन व्यक्तियों के लिए आवास निर्मित किए जाएंगे। इसके अलावा कॉलोनी के बाह्य विकास कार्य के लिए कॉलोनाइजर को आश्रय शुल्क जमा करना होगा। ग्राम-पंचायतों में कॉलोनियों के निर्माण के लिए कॉलोनाइजर को 50 हजार रुपए रजिस्ट्रीकरण शुल्क जमा करना होगा। पहले यह शुल्क 5000 रुपए था। कॉलोनी के विकास के लिए अनुज्ञा शुल्क में वृद्धि कर उसे 10 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है।सरकार ने 50 नवीन हाईस्कूलों में प्राचार्य, संविदा शिक्षक वर्ग एक तथा वर्ग तीन सहित अन्य संवर्ग के 2200 पदों तथा आदिवासी प्री मैट्रिक छात्रावासों में 550 पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। साथ ही विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना के तहत स्वीकृत 10 पदों से बढ़ाकर इनकी संख्या 50 की गई है।कैबिनेट ने जिला मार्गो के उन्नयन के लिए एडीबी से लगभग 2157.37 हजार करोड़ का कर्जा लेकर 1149 किमी 41 सड़कों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने विद्युत वितरण कंपनयिों के 450 करोड़ गारंटी प्रस्ताव पर भी अपनी सहमति जताई, जबकि विधानसभा में आॅनलाइन प्रश्न और उत्तरों के जवाब आदि भेजने साफ्टवेयर का संचालन करने 7 नियमित पदों सहित डाटा एन्ट्री आपरेटर के 25 पदों को स्वीकृति प्रदान की। कैबिनेट ने वाणिज्यिक कर आयुक्त संगठन में आईटी परियोजना साफ्टवेयर का निर्माण औ रखरखाव करने वाली कपंनी टीसीएस से किए गए अनुबंध की सीमा बढ़ाने पर भी अपनी मोहर लगा दी।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश सरकार ने शहरी सीमा के निकट स्थित ग्राम-पंचायत क्षेत्र के गांव में कॉलोनाइजरों को विक्रय योग्य आवासीय क्षेत्र में कुल निर्मित क्षेत्र का 6 प्रतिशत भूमि आर्थिक रूप से कमजोर तथा निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए आरक्षित करना होगा। निर्मित आवासीय इकाइयों के मामले में भी कुल निर्मित क्षेत्र का 6 प्रतिशत आरक्षण करना अनिवार्य होगा। इससे इन वर्ग के परिवारों को कम दर पर व्यवस्थित आवास उपलब्ध होंगे। मध्यप्रदेश की केबिनेट में इस को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लम्बे अरसे से आम लोगों को सहूलियत देने के लिए यह सब कर रहे हैं। कॉलोनाइजर द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर एवं निम्न वर्ग के लिए भूखण्ड,भवन आरक्षित न किए जाने की दशा में आश्रय शुल्क जमा करना होगी। आश्रय शुल्क की राशि संबंधित जिला पंचायत में जमा होगी। इस राशि से आवासहीन व्यक्तियों के लिए आवास निर्मित किए जाएंगे। इसके अलावा कॉलोनी के बाह्य विकास कार्य के लिए कॉलोनाइजर को आश्रय शुल्क जमा करना होगा। ग्राम-पंचायतों में कॉलोनियों के निर्माण के लिए कॉलोनाइजर को 50 हजार रुपए रजिस्ट्रीकरण शुल्क जमा करना होगा। पहले यह शुल्क 5000 रुपए था। कॉलोनी के विकास के लिए अनुज्ञा शुल्क में वृद्धि कर उसे 10 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है।सरकार ने 50 नवीन हाईस्कूलों में प्राचार्य, संविदा शिक्षक वर्ग एक तथा वर्ग तीन सहित अन्य संवर्ग के 2200 पदों तथा आदिवासी प्री मैट्रिक छात्रावासों में 550 पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। साथ ही विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना के तहत स्वीकृत 10 पदों से बढ़ाकर इनकी संख्या 50 की गई है।कैबिनेट ने जिला मार्गो के उन्नयन के लिए एडीबी से लगभग 2157.37 हजार करोड़ का कर्जा लेकर 1149 किमी 41 सड़कों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने विद्युत वितरण कंपनयिों के 450 करोड़ गारंटी प्रस्ताव पर भी अपनी सहमति जताई, जबकि विधानसभा में आॅनलाइन प्रश्न और उत्तरों के जवाब आदि भेजने साफ्टवेयर का संचालन करने 7 नियमित पदों सहित डाटा एन्ट्री आपरेटर के 25 पदों को स्वीकृति प्रदान की। कैबिनेट ने वाणिज्यिक कर आयुक्त संगठन में आईटी परियोजना साफ्टवेयर का निर्माण औ रखरखाव करने वाली कपंनी टीसीएस से किए गए अनुबंध की सीमा बढ़ाने पर भी अपनी मोहर लगा दी।

Kolar News

Kolar News

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर के सांबा में एक विशाल रेली को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में हुए अभूतपूर्व विकास की तारीफ की।प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को पहले लोग बीमारू राज्य कहते थे। वही मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लगातार तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में कभी बहुत पीछे रहने वाला मध्यप्रदेश 15-15, 20-20 प्रतिशत कृषि विकास दर हासिल कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेतों को पानी पहुँचाने के लिए जो प्रयास किए हैं, यह उसी का सुपरिणाम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे किसान, गाँव और गरीब के घर में ज्यादा पैसा पहुँचा है।

Kolar News

Kolar News

कोलार से होकर गुजरी कलियासोत नदी के संरक्षण और विकास को लेकर जागरूक नागरिकों, पर्यावरण प्रेमियों और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के बाद अब राज्य सरकार ने भी सोचना शुरू कर दिया है। सरकार नदी को संरक्षित कर उसे पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने के प्रयास करेगी। इसके लिए डीपीआर बनेगी। हाल ही में विधान सभा के शीत कालीन सत्र में प्रश्नकाल के दौरान नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि रिपोर्ट कब तक तैयार होगी और उस पर कितना खर्च होगा इसके बारे में नहीं बताया गया है। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने नदी के संरक्षण व विकास को लेकर प्रश्न किया था। उन्होंने नदी के विकास के लिए विभाग की योजना के बारे में पूछा था। विधायक का कहना है कि कलियासोत नदी का अस्तित्व बनाए रखना कोलार के साथ ही शहर के भी हित में है। इसलिए उसे प्रदूषण, अतिक्रमण, अवैध निर्माण से बचाना है और पर्यावरण व पर्यटन का केंद्र बनाना है। गौरतलब है कि विधायक रामेश्वर शर्मा पूर्व से ही कलियासोत नदी के संरक्षण व विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पिछले साल नदी बचाने के लिए उसमें पद यात्रा निकाली थी। झील महोत्सव की तर्ज पर कलियासोत महोत्सव मनाने पर्यटन विकास निगम को पत्र लिखा था।

Kolar News

Kolar News

कोलार इलाके में लगाने वाले सभी स्कूल अब सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होंगे। बढ़ती सर्दी को देखते हुए जिला प्रसाशन ने यह फैसला किया और यह तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। T भोपाल जिले की समस्त शासकीय और अशासकीय शालाएं 17 दिसम्बर 2014 से सुबह 8:30 बजे के बाद से संचालित की जायेंगी। शीतकाल में बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आदेश जारी कर सभी प्राचार्यों को अवगत करा दिया गया है। यह आदेश सभी शासकीय और अशासकीय, माध्यमिक शिक्षा मंडल और सीबीएसई सहित सभी शालाओं पर लागू होगा।

Kolar News

Kolar News

कोलार को नगर निगम में शामिल कर लिया गया है लेकिन कोलार की मुसीबतें काम होने का नाम नहीं ले रही हैं ,भोपाल नगर निगम ने कोलार को अपने एजेंडे से ही अलग कर दिया है। नगर निगम परिषद की अंतिम बैठक के एजेंडे में कोलार क्षेत्र के विकास से संबंधित कोई विषय शामिल नहीं िकया गया। यहां तक कि कोलार क्षेत्र का विलय होने पर नर्मदा जल या कोलार डेम का पानी देने की मांग को भी दरकिनार कर दिया गया है। जबकि युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों ही निगम परिषद के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा को एक ज्ञापन सौंपकर इस अहम विषय को परिषद के समक्ष रखने का निवेदन किया था। इससे पता चलता है कि आईएसबीटी के नवनिर्मित परिषद हॉल में बैठने वालों को कोलार की या कोलार की जनता की कितनी फिक्र है। इस तरह के व्यवहार के चलते कोलार के नागरिक गुस्से में हैं। उनको लगता है कि उनके साथ अब भी सौतेला व्यवहार हो रहा है। कोलार में योजनाएं लंबित हैं। 52 करोड़ की यूआईडीएसएसएमटी के तहत केरवा डेम से पानी सप्लाई करने की योजना। 28 करोड़ करीब सीवेज नेटवर्क योजना। 02 करोड़ गेहूंखेड़ा सब्जी मंडी योजना का क्या हो रहा है इसकी जानकारीकिसी के पास नही है। की उम्मीद। अब तक की गईं घोषणाएं 250 करोड़ का विशेष पैकेज : कोलार विलय की औपचारिक घोषणा करते हुए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा। नर्मदा जल देने का वादा : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान बीमाकुंज में आयोजित सभा में किया। कोलार के घरों में नर्मदा जल पहुंचाने का संकल्प : विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान रामेश्वर शर्मा ने कहा। कोलार को कोलार डेम से पानी दिलाने में सहयोग : विलय की कवायद के दौरान महापौर कृष्णा गौर ने विलय का समर्थन करने वालों को आश्वासन दिया, पानी चाहिए । डॉ धीरज शुक्ल का कहना है कोलार की स्थिति इस वक्त बहुत खराब है। सफाई ठीक से नहीं होती है। सीवेज सड़कों पर है। सड़कें बदहाल हैं। शिकायत करने पर कोई सुनता नहीं हैं। पालिका हो या निगम जनता तो परेशान ही हो रही है।सरकार को जल्दी कुछ करना चाहिए। पालिका की अपेक्षा निगम बड़ी एजेंसी होती है। उसके शासन में स्वाभाविक है कि कोलार का विकास बड़े स्केल पर होगा, पर ऐसी अनदेखी ठीक नहीं है। क्योंकि कोलार की जनता को निगम से बड़ी उम्मीदें हैं। सर्वधर्म में रहने वाली शालिनी शर्मा कहती हैं नगर निगम में जब कोलार को शामिल कर लिया गया है, तो उसकी प्राथमिकता में कोलार को होना चाहिए। परिषद में कोलार क्षेत्र के विकास और पानी की समस्या पर निर्णय लिया जाना चाहिए था।

Kolar News

Kolar News

कोलार के सर्वधर्म सेक्टर-सी में सीवेज का गंदा पानी लोगों के घरों के सामने बह रहा है। यह समस्या पिछले दो वर्षों से है। सीवेज का गंदा पानी जमा रहने से क्षेत्र में हर ओर गंदगी फैल रही है। इससे मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियां फैल रही हैं। इलाके में साफ-सफाई की भी कमी है। सेक्टर-सी में करीब 600 मकान है। यहां तीन हजार से ज्यादा लोगों की आबादी है। यहां के रहवासियों को पिछले दो वर्षों से सीवेज के गंदे पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। दरअसल इस कॉलोनी से बंजारी गांव सटा हुआ है। गांव के सीवेज का गंदा पानी सी-सेक्टर में पहुंच रहा है। इस समस्या के बारे में जनप्रतिनिधि समेत नगर निगम अफसरों को बताया गया है, लेकिन अब तक इस समस्या का हल नहीं निकल सका।इस मामले में स्थानीय निवासी विधायक रामेशवर शर्मा और कोलार में प्रभारी अधिकारी सत्येन्द्र धाकरे से कई बार शिकायत हैं लेकिन समस्या जस की तस बानी हुई है। इस क्षेत्र में आवारा कुत्तों और सुअरों का आतंक है। रहवासियों का कहना है कि आवारा पशुओं को यहां से हटाया जाना चाहिए। सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त होनी चाहिए।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कोलार दशहरा मैदान सभा कर कोलार के विकास रोडमैप सबके सामने रखेंगे ,उनके भ्रमण की खबर ने कोलार को चमका दिया है। ऐसा लग रहा है कि मुख्यमंत्री के महीने में एक आने खबर आ जाये उससे ही इस इलाके का उद्धार जाएगा। कोलार के प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य मार्ग बैरागढ़ चीचली तक, शासकीय स्कूल और भवन समेत आंनगबाड़ी केंद्र के आसपास चाकचौबंद व्यवस्था की गई है। हालांकि सीएम कब कोलार का भ्रमण करेंगे इस बारे में कोई समय निर्धारित नहीं है, पर बताया जा रहा है कि अकबरपुर स्थित लोक सेवा कल्याण केंद्र का लोकार्पण सीएम द्वारा किया जा सकता है। क्षेत्र के स्वास्थ्य प्रभारी मगन झा ने बताया कि कोलार मुख्य मार्ग पर कल रात से अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई चली। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में साफ-सफाई व्यवस्था के लिए सुबह से सफाई अभियान चलाया जा रहा है। सीएम कब कहां चले जाएं इसलिए पूरी तैयारी कर रखी थी। गौरतलब है कि दो दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान को शहर का भ्रमण करना था। चूंकि अपने भ्रमण में मुख्यमंत्री किसी भी क्षेत्र में जा सकते थे इस कारण सड़कों को सुधारकर व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। हालांकि सीएम का यह दौरा निरस्त हो गया। बता दें कि इसके पहले दौरे में मुख्यमंत्री चौहान कोलार गए थे और उन्होंने वहां बिल्डिंग परमिशन में भारी गड़बड़ियां पकड़ीं थीं, जिसमें सीएमओ को हटाया गया था और अब मामला ईओडब्ल्यू में चल रहा है।नगर निगम चुनाव का बिगुल बजने के बाद राजनैतिक सरगर्मी बढ़ गई हैं,लेकिन क्षेत्र में सक्रिय कुछ नेताओं का कहना है कि नगर निगम के चुनाव यहां हर कोई लड़ना चाहता है पर फिलहाल कोई भी उम्मीदवार खुलकर सामने नहीं आ रहा, क्योंकि उस अब तक ऊपर से इशारा नहीं मिला है। जबकि दोनो ही पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं और वह लगातार अपने आकाओं के चक्कर बराबर लगा रहे हैं। क्षेत्र के वार्ड 80 और 82 पर एक अनार और सौ बीमार वाली स्थिति बनी हुई है। पार्टी के चयनकर्ताओं के लिए इन दो वार्डों के लिए उम्मीदवार का चयन करना आसान नहीं होगा। वार्ड आरक्षण के बाद वार्ड 80 सामान्य पुरुष, वार्ड 81 अ.जाति पुरुष, वार्ड 82 सामान्य पुरुष ऐसे तीन वार्ड हैं, जहां घमाशान होना है। नगर निगम चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए कोलार के पूर्व जनप्रतिनिधियों के लिए टिकट लेना आसान नहीं होगा। दरअसल उपनगर की जनता पहले से ही इनके काम से खुश नहीं है। पूर्व जनप्रतिनिधियों के कार्याकाल में इन्होंने जनता और विकास को नजरअंदाजा किया और अपना उल्लू सीधा करते रहे। यदि पूर्व जनप्रतिनिधियों को टिकट मिल भी जाता है तो शायद परिणाम अच्छे नहीं मिलें।हुजूर में कुल छह वार्डनगर निगम चुनाव के लिए हुजूर विधानसभा क्षेत्र में कुछ छह वार्ड हैं। इसमें सर्वधर्म वार्ड 80 सामान्य पुरूष, वार्ड कान्हाकुंज 81 अ.जाति पुरूष, दामखेड़ा वार्ड 82 सामान्य पुरूष, सनखेड़ी वार्ड 83 सामान्य महिला, रतनपुर सड़क वार्ड 84, कटारा वार्ड 85 सामान्य पुरूष है।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोलार दौरे से पहले रातों-रात बनी सड़क 24 घंटे बाद ही उखड़ने लगी है। जगह-जगह से सड़क की गिट्टियां बाहर आ गई हैं। इस सड़क को देखकर लगता है कि यहां सड़क के नाम पर सिर्फ गिट्टी बिछाई गई थी। उधर, नगर निगम अफसरों का तर्क है कि सीएम के दौरे के लिए सड़क को फौरी तौर पर दुरुस्त किया गया था। हालाकिं यह सड़क मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के जाने के 10 मिनिट बाद ही उखाड़ना शुरू हो गई थी। मुख्यमंत्री की कोलार में सभा के लिए मुख्य सड़क से दशहरा मैदान तक सड़क बनाने के लिए नगर निगम ने टेंडर बुलाए थे। अफसरों को जब भनक लगी कि सीएम यहां 26 तारीख को आने वाले हैं तो 25 तारीख की रात में यहां सड़क बना दी गई। अगले ही दिन इस सड़क की गिट्टियां बाहर आ गईं। नए सिरे से करेंगे डामरीकरण: नगर निगम जोन-15 के सहायक यंत्री देवेंद्र तिवारी का कहना है कि सीएम के दौरे के लिए उस दिन फौरी तौर पर सड़क ठीक की गई थी। उसमें गिट्टी के साथ हल्का डामर मिलाया था। अभी सड़क का काम पूरा नहीं हुआ है। इसे पूरी तरह से खोदकर नया बेस बनाया जाएगा। इसके बाद डामर की परत बिछाई जाएगी।

Kolar News

Kolar News

कोलार रोड पर कलियासोत डेम में मगरमच्छ और घड़ियाल तलाश रहे वन कर्मचारियों ने शनिवार को दो मगरमच्छ ढूंढ़ निकाले हैं। दोनों के फोटो खींचे गए हैं, जिनका मिलान भविष्य में खींचे जाने वाले दूसरे फोटो से किया जाएगा। इससे डैम में पल रहे मगरमच्छ की वास्तविक संख्या पता चल सकेगी। यह अभियान शुक्रवार से शुरू हो गया है।कलियासोत डैम में डेढ़ दर्जन मगरमच्छ और घड़ियाल बताए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि ये जलचर वन विहार नेशनल पार्क से भागे हैं। पार्क की जलसीमा में लगी बाउंड्रीवॉल की जाली पिछले डेढ़ साल से टूटी है, जिसमें से मगरमच्छ और घड़ियाल भाग गए थे। अब ये आए दिन सीहोर एवं जंगल से गुजरने वाली केरवा की सड़क पर निकल आते हैं, जिससे राहगीर दहशत में आ जाते हैं। शिकायतें बढ़ीं, तो वन विभाग ने कलियासोत डैम में मौजूद मगरमच्छ और घड़ियालों की वास्तविक स्थिति जानने और उन्हें पकड़कर वन विहार लाने की जिम्मेदारी पार्क प्रबंधन को सौंप दी है। प्रबंधन ने शुक्रवार से दो वनरक्षकों को मगरमच्छ और घड़ियालों की पूरी जानकारी इकठ्ठी करने लगाया है। कैमरे लेकर डैम किनारे घूमते वनरक्षकों ने दो मगरमच्छ तलाश लिए हैं। दोनों के फोटो खींचे गए हैं, जो पार्क की तकनीकी सेल के पास पहुंचा दिए हैं।

Kolar News

Kolar News

कलियासोत नदी पर अतिक्रमण के मामले में नगर निगम ने अचानक बड़ी कार्रवाई की। एनजीटी में इस मामले में सोमवार दोपहर सुनवाई चल रही थी, उधर नगर निगम ने कोलार में कलियासोत नदी किनारे बन रही 11 कॉलोनियों की बिल्डिंग परमिशन स्थगित करते हुए कॉलोनियों में निर्माण कार्य तत्काल बंद करने के निर्देश जारी कर दिए। इस कार्रवाई को कोलार क्षेत्र के बिल्डर पर गुरुवार को हुई ईओडब्लयू की कार्रवाई से जोड़कर भी देखा जा रहा है।नगर निगम के अपर आयुक्त और कोलार प्रभारी चंद्रमौली शुक्ला कहते हैं निर्माण कार्यों का जायजा सोमवार को टीएंडसीपी, नगर निगम की संयुक्त टीम ने किया। इसमें पाया गया कि निर्माण कलियासोत नदी के किनारे रिटर्निंग वॉल बनाकर किया जा रहा है। इससे नदी को नुकसान पहुंच रहा है। टीएंडसीपी ने कॉलोनियों की विकास अनुमतियां स्थगित कर दीं। इसके आधार पर नगर निगम ने बिल्डिंग परमिशन सस्पेंड की है।इसलिए लगाई गई रोकनिगम ने नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के संयुक्त संचालक वीपी कुलश्रेष्ठ, नगर निवेशक अमित गजभिये एवं अन्य अधिकारियों के साथ कलियासोत नदी के किनारे स्थित विभिन्न कॉलोनियों का निरीक्षण किया। इसमें विभिन्ना बिल्डरों की कॉलोनियां मापदंडों के खिलाफ पाई गईं।ये मिली कमियांइन कॉलोनियों का निर्माण कलियासोत नदी से सटाकर किया गया है।रिटर्निंग वॉल बनाए जाने से नदी को पूर दिया गया है।एनजीटी के निर्देश पर नदी का सीमांकन व मुनारें लगाने का काम जारी होने से निर्माण प्रतिबंधित, इसके बाद भी बिल्डर निर्माण करते मिलेइनके खिलाफ हुई कार्रवाई- स्वदेश बिल्डर एंड डेवल्पर्स (सिग्नेचर 99)- उज्जवला हाउसिंग फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (आम्रवैली)- अग्रवाल कन्स्ट्रक्शन (सागर प्रीमियर प्लाजा)- गरुण कॉलोनाइजर्स डेवलपर्स, (जानकी पैराडाइस)- शुभालय (विरसा हाइटस)- मंदाकिनी गृह निर्माण सहकारी समिति- पायल गृह निर्माण सहकारी समिति (शिर्डीपुरम)- अमरनाथ गृह निर्माण सहकारी समिति- एचजे कल्चुरी एजुकेशन ट्रस्ट (जेके हास्पिटल)- दानिश गृह निर्माण सहकारी समिति (डीके-4)- सर्वधर्म गृह निर्माण सहकारी समिति दामखेडा ए, बी सेक्टर की भवन अनुज्ञा स्थगितसीवेज छोड़ने पर 12 कॉलोनियों को नोटिसनिरीक्षण में पाया गया है कि कोलार क्षेत्र की 12 कॉलोनियों का सीवेज कलियासोत नदी छोड़ा जा रहा है। इससे नदी व पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। कोलार क्षेत्र की फॉरचयून कॉलोनी, अमरनाथ कॉलोनी, साईनाथ कॉलोनी, पैलेस आर्चेड कॉलोनी, सर्वधर्म ए, बी सेक्टर, भूमिका शिर्डीपुरम, सागर प्रीमियम प्लाजा, आम्रपैलेस, सिग्नेचर 99, रॉयल कॉलोनी, भूमिका रेसीडेंसी, शिर्डी पुरम मंदाकिनी कॉलोनी में कॉलोनी विकास अनुमति, विकास अनुज्ञा, भवन निर्माण अनुज्ञा में अधिरोपित शर्तों के अनुसार जल-मल के उपचार एवं निकासी के लिए कालोनाइजर्स द्वारा आवश्यक उपाय न करने पर नोटिस थमाए गए हैं। इसके अलावा बावडिया कलां के दो रहवासी भवनों की भवन अनुज्ञा स्थगित कर दी गई।नगर निगम के अपर आयुक्त और कोलार प्रभारी चंद्रमौली शुक्ला कहते हैं निर्माण कार्यों का जायजा सोमवार को टीएंडसीपी, नगर निगम की संयुक्त टीम ने किया। इसमें पाया गया कि निर्माण कलियासोत नदी के किनारे रिटर्निंग वॉल बनाकर किया जा रहा है। इससे नदी को नुकसान पहुंच रहा है। टीएंडसीपी ने कॉलोनियों की विकास अनुमतियां स्थगित कर दीं। इसके आधार पर नगर निगम ने बिल्डिंग परमिशन सस्पेंड की है।

Kolar News

Kolar News

रसोई गैस के लिए परेशान होने के दिन अब खत्म हुए। कनेक्शन लेने के लिए अब आपको गैस एजेंसियों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। घर बैठे इंटरनेट के जरिए नए एलपीजी कनेक्शन के लिए तेल कंपनियों के वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए ग्राहकों को वेबसाइट पर ही केवाईसी फॉर्म भरना होगा है। आवेदन भरने के साथ ही ग्राहकों को ई-मेल और गैस उपभोक्ता के पते पर आवेदन नंबर दे दिया जाएगा। बाद में इस नंबर के जरिए वे अपने आवेदन की स्थिति का पता लगा सकेंगे। यह व्यवस्था 15 फरवरी से लागू किए जाने की तैयारी है। बताया गया है कि कनेक्शन देने की स्थिति बनते ही में रसोई गैस के ग्राहकों को आॅनलाइन सूचना भेज दी जाएगी। इसके बाद ग्राहक सभी जरूरी कागजात के साथ एजेंसी से संपर्क कर कनेक्शन लेने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।एंड्रॉयड मोबाइल पर मिलेगी जानकारीतेल कंपनियां एलपीजी ग्राहकों को सारी सुविधाएं मोबाइल पर देने की प्रक्रिया भी शुरू करने जा रही हैं। एंड्रॉयड मोबाइल फोन ग्राहकों के लिए खास तौर पर एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया जा रहा है। इससे गैस कनेक्शन के लिए आवेदन करना, सिलेंडर रिफिल करवाना, शिकायत करना, गैस एजेंसी की रेटिंग करने जैसी सुविधाएं मिलेंगी। तेल कंपनियां भी मोबाइल फोन के जरिए अपनी तमाम योजनाओं के बारे में ग्राहकों को सूचना देंगे। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने रसोई गैस ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए ‘लक्ष्य‘ नाम से एक नई योजना का एलान किया है।इसमें एजेंसियों की रेटिंग करने और बेहतर रेटिंग वाली गैस एजेंसियों से कनेक्शन लेने की सुविधा दी जाएगी। इसका असर यह पडेगा कि एजेंसियों को अपनी कार्य पद्धति में ग्राहकों की सुविधा के लिए सुधार करना होगा।यहां करें शिकायतअगर आप भी एलपीजी कनेक्शन नहीं मिल रहा है तो आप इसकी शिकायत इंडियन आॅयल की वेबसाइट पर www.indane.co.in दर्ज करा सकते हैं, साथ ही संबंधित जिले के खाद्य अधिकारी के आॅफिस में जाकर भी संबंधित गैस एजेंसी की लिखित में शिकायत कर सकते हैं।एसएमएस भेजकर कनेक्शन रिलीजनई व्यवस्था के तहत नए कनेक्शन के आवेदनों में डीलरों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए इसकी निगरानी भी तेल कंपनियां अपनी मार्केटिंग इकाई से कराएंगी। आवेदन की औपचारिकता के बाद नए कनेक्शन का रेगुलेटर व सिलेंडर एजेंसी को जारी करने के साथ कंपनी की तरफ से आवेदक को भी एसएमएस भेजकर कनेक्शन रिलीज करने की सूचना दी जाएगी। इससे गैस उपभोक्ता को कनेक्शन चालू होने की जानकारी मिल जाएगी।

Kolar News

Kolar News

कलियासोत नदी के संरक्षण को लेकर दायर याचिका पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के फैसले पर अमल के लिए आखिरकार नगर निगम ने नदी का सीमांकन कर मुनारें लगाने का काम शुरू कर दिया है ,इसके साथ यह भी तय हो गया है कलियासोत के किनारे अब कई मकान टूटेंगे । इसके साथ ही नदी की सीमा में आने वाले निर्माण के विरुद्ध कार्रवाई की भी तैयारी होने लगी है। इसका कारण है निगम को 27 फरवरी तक करना एनजीटी के आदेश का पालन कराना है, जिसमें एनजीटी ने नदी में सीवेज का बिना ट्रीट किया पानी मिलने से रोकना, निर्धारित सीमा में निर्माण पर रोक लगाना और अतिक्रमण हटाना है। इसके चलते निगम अमला तेजी से काम को अंजाम देने में जुटा है। वहीं नदी के 33 मीटर के दायरे में आने वाले मकानों में रहने वाले लोग भी अब संगठित होना शुरू हो गए हैं। उन्होंने अपना घर बचाने के लिए एक संगठन बनाया है जिसे कलियासोत (कोलार) प्रभावित रहवासी संघर्ष मोर्चा नाम दिया गया है। इसमें सागर प्रीमियम टॉवर, अल्टीमेट और भूमिका रेसीडेंसी में रहने वाले शामिल हैं। वे उन सभी को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं, जो इससे प्रभावित हो रहे हैं। इसके लिए मोर्चा ने पैम्फलेट छपवाकर बंटवाए हैं। बैठकें की जा रही हैं।

Kolar News

Kolar News

कोलार में इन दिनों सरकारी जमीन पर तेजी से अतिक्रमण हो रहा है। निगम चुनाव से पहले एक महीने के अंदर करीब 200 से अधिक नई झुग्गियां तन गईं। इन्हें मिलाकर कोलार में 400 से अधिक अतिक्रमण हो गए हैं। बताया जाता है कि स्थानीय बीजेपी नेताओं द्वारा अतिक्रमणकारियों को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि उन्हें कोई नहीं हटाएगा। इस शह के चलते राजस्व विभाग और नगर निगम कार्रवाई करने में रुचि नहीं ले रहा है। वहीं चुनाव में वोट बैंक की राजनीति के चलते कोई भी राजनीतिक दल इन्हें हटाने के पक्ष में नहीं दिखाई दिया ।कोलार के दशहरा मैदान से लगी दानिश हिल्स पर पहले से ही 150 से अधिक अवैध झुग्गियां थीं। यह पिछले एक माह में बढ़कर 300 हो गईं। पहाड़ी पर कब्जा के लिए जगह नहीं बची तो नीचे मैदान में बने चूबतरे तक अतिक्रमण हो गए। इसके आगे कान्हाकुंज फेज टू में भी 100 से अधिक अतिक्रमण हैं।हालत इतने विषम हैं कि इस इलाके में हर दिन एक या दो नए अतिक्रमण हो रहे हैं। स्थानीय बीजेपी नेता इस अतिक्रमण की वजह हैं ,नगर निगम चुनाव जीतने के लिए बीजेपी नेताओं नया अतिक्रमण करवाये और जब जिला प्रशासन ने इन्हे हटाने की कोशिश की तो उन पर दबाव बना कर इस कार्यवाही को रुकवा दिया गया। कोलार का नगर निगम में विलय होने के बाद से दानिश हिल्स से दो बार अतिक्रमण हटाने के लिए अमला बैरंग लौट चुका है। पहली कार्रवाई चार माह पहले हुई थी जब एक महिला ने कार्रवाई का विरोध करने के लिए खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगने की कोशिश की थी। दूसरी कार्रवाई पिछले साल नवंबर के आखिर में हुई थी। इस दौरान पुलिस बल साथ नहीं होने के कारण अतिक्रमण विरोधी अमले को वापस लौटना पड़ा। इसके बाद चुनाव नजदीक आने के कारण कार्रवाई को रोक दिया गया।जहाँ अतिक्रमण हो रहा है उस दशहरा मैदान पर हर मंगलवार और शुक्रवार के दिन हाट बाजार लगता है। इस दौरान पूरा मैदान फल, सब्जी आदि की दुकानों से भर जाता है। इसी मैदान पर दशहरा उत्सव का भी आयोजन होता है। यहां स्टेडियम बनाने की भी घोषणा हो चुकी है।नगर निगम के अपर आयुक्त चंद्रमौली शुक्ला कहते हैं हम पर किसी का दबाव नहीं है। दानिश हिल्स में कुछ अतिक्रमण पहले हटाए जा चुके हैं। हाल में हुए अतिक्रमण के बारे में जानकारी नहीं मिली। अगर अतिक्रमण है तो उनको हटाया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

भोपाल के नए महापौर आलोक शर्मा कहा कि वे भोपाल को लंदन या पेरिस बनाने की बात नहीं करते, मगर यह जरूर चाहूंगा कि शाकिर अली के सपनों का भोपाल बना सकूं। उल्‍लेखनीय है प्रसिद्ध कम्युनिस्ट- नेता शाकिर अली ने भोपाल के विकास में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया था ।आलोक शर्मा ने खुद को बर्रूकट भोपाली बताते हुए कहा मैं शाकिर अली की तरह ही काम करूंगा। उन्‍होंने इस जीत को कार्यकर्ता और मुख्‍यमंत्री की जीत बताते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों को वैध करवाकर शहरवासियों को नर्मदा का पेयजल दिया जाएगा।आलोक भले ही शाकिर के भोपाल की बात करें लेकिन उन के सामने मुसीबतें काम नहीं आएंगी क्योंकि अब से पहले भोपाल को पेरिस और सिंगापुर बनाने की घोषणाओं के बीच शुरु की गई महत्वाकांक्षी योजनाएं अधूरेपन का शिकार हैं। जेएनएनआरयूएम के तहत बीआरटीएस कॉरीडोर और गरीबों के लिए बनाए गए बहुमंजिला आवास के लिए निर्धारित समय बीत चुका है और वित्तीय मदद देने से केंद्र सरकार ने साफ मना कर दिया है। ऐसे में अधूरा बीआरटीएस सुविधा के बजाय शहर की रफ्तार पर ग्रहण बनता जा रहा है।ट्रैफिक सुचारु और गतिमान बनाए रखने के लिए फुट ओवर ब्रिज और रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के तहत सिर्फ ज्योति टॉकीज के सामने एफओबी बना। वैसे तो शहरभर में 21 स्थानों का चयन एफओबी के लिए किया गया था, लेकिन 20 एफओबी की डीपीआर तक नहीं बन सकी। हबीबगंज का अधूरा आरओबी परेशानी बढ़ा रहा है।शहरी क्षेत्र में नगर निगम के हिस्से की साढे चार सौ किमी लंबाई में सड़कें और गलियां हैं। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और अन्य एजेंसियों की 700 किमी की सड़कें हैं। शहर के अंदरुनी हिस्से की सड़कें सुधरने के पहले ही उखड़ती रही और खुदाई का शिकार होकर गड्ढों में तब्दील हो गर्इं, जिनका रेस्टोरेशन सिर्फ कागजों में होता आया है। चुनाव से पहले 30 करोड़ से सड़क निर्माण एवं मरम्मत के लिए तत्कालीन पार्षदों ने बुकिंग की थी, जिस पर अब अमल होना मुश्किल होगा।एक ओर शहर में चौबीस घंटे सातों दिन पेयजल सप्लाई के लिए ढाई सौ करोड़ फूंके जा चुके हैं, दूसरी ओर, आधे से ज्यादा भोपाल में पेयजल की सुचारु सप्लाई तक नहीं हो पा रही। घर-घर मीटर लगाने की योजना पायलट प्रोजेक्ट से आगे नहीं बढ़ पा रही। रोजाना पानी सप्लाई सिर्फ कागजों में, वास्तव में एक दिन के अंतर से सप्लाई।अभी सिर्फ प्रस्ताव है कि, काली मंदिर से रेलवे स्टेशन तक 1600 मीटर लंबे और 18 मीटर चौड़े फ्लाईओवर का निर्माण 40 करोड़ रुपए से होगा। इससे नए शहर की तरफ से आने वाला ट्रैफिक सीधे रेलवे स्टेशन जा सकेगा। इसी तरह बुधवारा, बस स्टैंड, छोला की ओर का ट्रेफिक सीधे काली मंदिर और बुधवारा की ओर जा सकेगा।

Kolar News

Kolar News

भोपाल के नए महापौर आलोक शर्मा कहा कि वे भोपाल को लंदन या पेरिस बनाने की बात नहीं करते, मगर यह जरूर चाहूंगा कि शाकिर अली के सपनों का भोपाल बना सकूं। उल्‍लेखनीय है प्रसिद्ध कम्युनिस्ट- नेता शाकिर अली ने भोपाल के विकास में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया था ।आलोक शर्मा ने खुद को बर्रूकट भोपाली बताते हुए कहा मैं शाकिर अली की तरह ही काम करूंगा। उन्‍होंने इस जीत को कार्यकर्ता और मुख्‍यमंत्री की जीत बताते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों को वैध करवाकर शहरवासियों को नर्मदा का पेयजल दिया जाएगा।आलोक भले ही शाकिर के भोपाल की बात करें लेकिन उन के सामने मुसीबतें काम नहीं आएंगी क्योंकि अब से पहले भोपाल को पेरिस और सिंगापुर बनाने की घोषणाओं के बीच शुरु की गई महत्वाकांक्षी योजनाएं अधूरेपन का शिकार हैं। जेएनएनआरयूएम के तहत बीआरटीएस कॉरीडोर और गरीबों के लिए बनाए गए बहुमंजिला आवास के लिए निर्धारित समय बीत चुका है और वित्तीय मदद देने से केंद्र सरकार ने साफ मना कर दिया है। ऐसे में अधूरा बीआरटीएस सुविधा के बजाय शहर की रफ्तार पर ग्रहण बनता जा रहा है।ट्रैफिक सुचारु और गतिमान बनाए रखने के लिए फुट ओवर ब्रिज और रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के तहत सिर्फ ज्योति टॉकीज के सामने एफओबी बना। वैसे तो शहरभर में 21 स्थानों का चयन एफओबी के लिए किया गया था, लेकिन 20 एफओबी की डीपीआर तक नहीं बन सकी। हबीबगंज का अधूरा आरओबी परेशानी बढ़ा रहा है।शहरी क्षेत्र में नगर निगम के हिस्से की साढे चार सौ किमी लंबाई में सड़कें और गलियां हैं। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और अन्य एजेंसियों की 700 किमी की सड़कें हैं। शहर के अंदरुनी हिस्से की सड़कें सुधरने के पहले ही उखड़ती रही और खुदाई का शिकार होकर गड्ढों में तब्दील हो गर्इं, जिनका रेस्टोरेशन सिर्फ कागजों में होता आया है। चुनाव से पहले 30 करोड़ से सड़क निर्माण एवं मरम्मत के लिए तत्कालीन पार्षदों ने बुकिंग की थी, जिस पर अब अमल होना मुश्किल होगा।एक ओर शहर में चौबीस घंटे सातों दिन पेयजल सप्लाई के लिए ढाई सौ करोड़ फूंके जा चुके हैं, दूसरी ओर, आधे से ज्यादा भोपाल में पेयजल की सुचारु सप्लाई तक नहीं हो पा रही। घर-घर मीटर लगाने की योजना पायलट प्रोजेक्ट से आगे नहीं बढ़ पा रही। रोजाना पानी सप्लाई सिर्फ कागजों में, वास्तव में एक दिन के अंतर से सप्लाई।अभी सिर्फ प्रस्ताव है कि, काली मंदिर से रेलवे स्टेशन तक 1600 मीटर लंबे और 18 मीटर चौड़े फ्लाईओवर का निर्माण 40 करोड़ रुपए से होगा। इससे नए शहर की तरफ से आने वाला ट्रैफिक सीधे रेलवे स्टेशन जा सकेगा। इसी तरह बुधवारा, बस स्टैंड, छोला की ओर का ट्रेफिक सीधे काली मंदिर और बुधवारा की ओर जा सकेगा।

Kolar News

Kolar News

विवादास्पद समितियों में शुमार कोलार की सर्वधर्म गृह निर्माण सहकारी समिति के सदस्यों को अब जल्द ही फ्लैट बनकर तैयार मिलेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने समिति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त सहकारिता को निर्देशित किया कि वह सर्वधर्म ई सेक्टर में रिक्त पड़ी करीब सवा दो एकड़ जमीन पर 192 फ्लैटों और 40 दुकानों का निर्माण कराएं। उन्होंने कहा कि इन फ्लैटों को बनाने के लिए टीएंडसीपी से ले-आउट और नक्शा स्वीकृत हो चुका है। अन्य विभागीय अधिकारी भी अनुमतियां जल्द जारी करें। कलेक्टर वरवड़े ने यह निर्देश टाइम लिमिट की बैठक में दिए। बताया जा रहा है कि जैसे ही डायवर्सन, नजूल एनओसी और बिल्डिंग परमीशन की अनुमति मिलेगी, बहुमंजिला इमारत का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।ज्ञात हो कि सर्वधर्म गृह निर्माण समिति का विवाद सुलझाने के लिए लंबे समय से कवायद चल रही है। इस संबंध में आधा दर्जन से अधिक बैठकें हो चुकी हैं। इस दौरान फ्लैट बनाने पर सहमति बनी थी। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि सर्वधर्म में इतनी जमीन शेष नहीं है कि सभी सदस्यों को प्लॉट उपलब्ध कराए जा सकें। इसके बाद ही सर्वधर्म ई-सेक्टर में बनी सोसायटी की मात्र 2.15 एकड़ जमीन पर बहुमंजिला इमारत बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी। सर्वधर्म ई-सेक्टर की 2.15 एकड़ भूमि पर करीब 192 फ्लैटों का निर्माण किया जाएगा। इसमें करीब 40 दुकानों का निर्माण किया जाना है।4 सौ सदस्यों के होने की बात पर सहकारिता विभाग का कहना है कि जांच में सदस्यों की संख्या कम पाई गई है। इस संबंध में रिपोर्ट कलेक्टर को प्रस्तुत कर दी गई है। अब इसमें विवाद नहीं है।

Kolar News

Kolar News

बीजेपी कार्यकर्ताओं से अफसर नाराज ड्यूटी के दौरान अधिकारियों कर्मचारियों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के बढ़ते हमलों के विरोध में 18 फरवरी को सरकारी काम नहीं होगा। टोटल शट डाउन में डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार, एसएलआर, आरआई, पटवारी और पंचायत सेवा के कर्मचारी शामिल होंगे। यह फैसला राजस्व प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांतीय कार्यालय में राज्य प्रशासनिक सेवा संघ, राज्य कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ, भू अभिलेख अधिकारी संघ, राजस्व निरीक्षक संघ, पटवारी संघ, राजस्व कर्मचारी संघ ओर पंचायत सेवा अधिकारी संघ के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में तय किया गया कि स्वाभिमान की अभिव्यक्ति के लिए 18 फरवरी को सरकारी काम-काज नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही तय किया गया कि हर स्तर पर कर्मचारियों अधिकारियों का संयुक्त मोर्चा बनाया जाएगा, जोकि शासकीय सेवकों पर हमले का प्रतिकार करेगा। बैठक में सर्व सम्मति से तय किया गया कि इस बारे में भाजपा के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराया जाकर कार्यकर्ताओं पर अंकुश लगाने की अपील की जाएगी। बैठक में राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के दीपक सक्सेना, बुद्धेश वैद्य, इच्छित गढ़पाले, अजय श्रीवास्तव, अभय अरविंद बेडेकर, विनोद चतुर्वेदी, विकास मिश्रा, रमेश पांडे, पीएस त्रिपाठी, राजेश गुप्ता, राकेश श्रीवास्तव, श्रीमती कुसुम चारी, शीला दाहिमा, एसएलआर संघ के राधेश्याम बघेल, डॉ. राकेश शर्मा, तहसीलदार नायब तहसीलदार संघ के अध्यक्ष भुवन कुमार गुप्ता, महेंद्र प्रताप सिंह, मोतीलाल अहिरवार, आरएल बागरी आदि मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News

शहर के किस वार्ड में क्या समस्या और इसके समाधान पर कितना खर्च आएगा। इसे लेकर नगर निगम ने कवायद शुरू की है। इसके लिए निगम जोनल बजट प्लान तैयार कर रहा है। निगम के ऑन रिकॉर्ड में संबंधित जोन और उसके वार्डों की समस्या का पूरा ब्योरा होगा।समस्याओं को दूर करने निगम वार्डवार सर्वे कराकर कॉलोनियों व बस्तियों में होने वाले विकास कार्यों की सूची तैयार करा रहा है। इसमें कॉलोनियों से मिलने वाले संपत्ति और अन्य टैक्सों को भी शामिल किया जा रहा है। इसके आधार पर अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने और व नए निर्माण कार्यों की जानकारी शामिल है। जोनल अधिकारियों को फरवरी अंत तक बजट प्लान तैयार कर निगम प्रशासन को सौंपना है। इसके बाद प्लान को निगम के मुख्य बजट में शामिल किया जाएगा। इसके लिए शहर के सभी 15 जोन में यह काम शुरू हुआ है।अभी तक निगम प्रशासन पूरे शहर के लिए बजट तैयार करता था। इसके चलते पार्षद व जनप्रतिनिधियों की शिकायत थी कि जोनों के विकास कार्य छूट जाते हैं। जिनको बजट में शामिल किया जाना चाहिए।निगम के पास अभी से कॉलोनियों व बस्तियों में विकास कार्य संबंधी रिकॉर्ड होगा। इससे समस्या को लेकर लोगों को बार-बार शिकायत नहीं करनी पड़ेगी। कार्य के टेंडर होते वक्त भी बजट आड़े नहीं आएगा।इसके साथ ही नगर निगम महापौर और अध्यक्ष कोटे की राशि बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। बजट में महापौर द्वारा 8 से 10 करोड़ रुपए तक के विकास कार्यों को मंजूरी दी जा सकेगी। अभी तक यह राशि 5 करोड़ रुपए थी। इसी तरह अध्यक्ष कोटे की राशि बढ़ाकर 2 करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव है। मेट्रो और मुख्यालय भवन के लिए राशि अलग से प्रस्तावित होगी। पार्षद कोटे में करीब 20 लाख की राशि होगी। नई परिषद का यह पहला बजट होगा।बजट प्लान खराब सड़कों का निर्माण ,अधूरी सड़कों को पूरा करना ,नालियों का निर्माण व मरम्मत ,पानी की लाइनों को बिछाना और मरम्मत ,सीवेज लाइन की स्थिति ,नियमित साफ-सफाई और कचरा कंटेनर , लोक परिवहन की व्यवस्था के लिए बन रहा है। आयुक्त, नगर निगम तेजस्वी एस नायक कहते हैं निगम जोनल बजट प्लान तैयार कर रहा है। इसको बजट में शामिल किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं ने बसवाई थीं ज्यादातर झुग्गियां कोलार के दशहरा मैदान और कान्हाकुंज फेज-टू में दो महीने पहले सरकारी जमीन पर बनी अवैध झुग्गियों को हटा दिया गया। कार्रवाई से गुस्साए अतिक्रमणकारियों ने कोलार मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया, जिससे डेढ़ घंटे तक आवागमन ठप रहा।इन झुग्गियों को चुनाव जीतने की नियत से स्थानीय बीजेपी ने बसवाया था ,चुनाव ख़त्म हुए तो इन लोगों को बीजेपी नेताओं के इशारे पर बेघर कर दिया गया। जिला प्रशासन और नगर निगम अमले ने पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया। करीब साढ़े तीन घंटे चली कार्रवाई में बंजारी स्थित दशहरा मैदान पर बनीं झुग्गियों को जेसीबी की मदद से तोड़ा गयाा। इसके बाद कान्हाकुंज फेज टू में भी अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमणकारियों ने कार्रवाई का विरोध किया लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक न चली। इस दौरान तहसीलदार आकाश श्रीवास्वत, पटवारी, नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी सहित बड़ी संख्या में अमला मौजूद था।नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि सरकारी जमीन पर ज्यादातर उन लोगों ने कब्जा किया था, जिनकी पहले से झुग्गियां हैं। उधर अतिक्रमणकारियों का कहना था कि वोट लेने के समय किसी ने कुछ नहीं कहा अब जब उन्हें हटाया जा रहा है तो कोई सामने नहीं आया। सूत्रों के अनुसार स्थानीय नेताओं के इशारे पर वोट के खातिर यह अतिक्रमण कराया गया था।कार्रवाई के विरोध में अतिक्रमणकारियों ने बंजारी के पास कोलार मेनरोड पर चक्काजाम कर दिया, जिससे बीमाकुंज और विनीतकुंज तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने भीड़ को खदेड़कर चक्काजाम खत्म कराया। थोड़ी देर में लोगों ने दोबारा चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने फिर भीड़ को खदेड़ा तब जाकर ट्रैफिक चालू हो सका। बताया जाता है कि डेढ़ घंटे तक जाम से लोग परेशान होते रहे।गौरतलब है कि पूर्व में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक महिला ने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की थी। पुलिस बल की कमी से कार्रवाई रोक दी गई थी। पांच महीने पहले भी प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया लेकिन विरोध के चलते उसे बैरंग लौटना पड़ा।एसडीएम माया अवस्थी ने कहा सरकारी जमीन पर लगातार अतिक्रमण होने की शिकायतें मिल रही थीं। दशहरा मैदान में स्टेडियम बनना है इसलिए यहां से अवैध कब्जा हटाया गया है। दोबारा अतिक्रमण न हो इसके लिए फैंसिंग कराई जाएगी। कान्हाकुंज दशहरा मैदान से सटी करोड़ों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा दिया है। जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एसडीएम माया अवस्थी के निर्देश पर तहसीलदार आकाश श्रीवास्तव द्वारा की गई। जिला प्रशासन ने नगर निगम के अतिक्रमण अमले की मदद से कार्रवाई कर करोड़ों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। ज्ञात हो कि यहां पर स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया के इशारे पर लोगों ने खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया था। जानकार बताते हैं कि यह अतिक्रमण स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया के इशारे पर किया जा रहा था। सूत्र बताते हैं कि स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया द्वारा लोगों को यह कहते हुए बेधड़क होकर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने को कहा जा रहा था कि उन्हें कोई नहीं हटा पाएगा। ज्ञात हो कि दानिश हिल्स से अतिक्रमण हटाने के लिए दो बार अमला बैरंग लौट चुका है। पहली कार्रवाई के दौरान एक महिला ने कार्रवाई का विरोध करने के लिए खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर खुद पर आग लगने की कोशिश की थी। दूसरी कार्रवाई पिछले साल नवंबर के आखिर में हुई थी। इस दौरान पुलिस बल साथ नहीं होने से अतिक्रमण विरोधी अमले को वापस लौटना पड़ा था।

Kolar News

Kolar News

चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं ने बसवाई थीं ज्यादातर झुग्गियां कोलार के दशहरा मैदान और कान्हाकुंज फेज-टू में दो महीने पहले सरकारी जमीन पर बनी अवैध झुग्गियों को हटा दिया गया। कार्रवाई से गुस्साए अतिक्रमणकारियों ने कोलार मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया, जिससे डेढ़ घंटे तक आवागमन ठप रहा।इन झुग्गियों को चुनाव जीतने की नियत से स्थानीय बीजेपी ने बसवाया था ,चुनाव ख़त्म हुए तो इन लोगों को बीजेपी नेताओं के इशारे पर बेघर कर दिया गया। जिला प्रशासन और नगर निगम अमले ने पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया। करीब साढ़े तीन घंटे चली कार्रवाई में बंजारी स्थित दशहरा मैदान पर बनीं झुग्गियों को जेसीबी की मदद से तोड़ा गयाा। इसके बाद कान्हाकुंज फेज टू में भी अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमणकारियों ने कार्रवाई का विरोध किया लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक न चली। इस दौरान तहसीलदार आकाश श्रीवास्वत, पटवारी, नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी सहित बड़ी संख्या में अमला मौजूद था।नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि सरकारी जमीन पर ज्यादातर उन लोगों ने कब्जा किया था, जिनकी पहले से झुग्गियां हैं। उधर अतिक्रमणकारियों का कहना था कि वोट लेने के समय किसी ने कुछ नहीं कहा अब जब उन्हें हटाया जा रहा है तो कोई सामने नहीं आया। सूत्रों के अनुसार स्थानीय नेताओं के इशारे पर वोट के खातिर यह अतिक्रमण कराया गया था।कार्रवाई के विरोध में अतिक्रमणकारियों ने बंजारी के पास कोलार मेनरोड पर चक्काजाम कर दिया, जिससे बीमाकुंज और विनीतकुंज तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने भीड़ को खदेड़कर चक्काजाम खत्म कराया। थोड़ी देर में लोगों ने दोबारा चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने फिर भीड़ को खदेड़ा तब जाकर ट्रैफिक चालू हो सका। बताया जाता है कि डेढ़ घंटे तक जाम से लोग परेशान होते रहे।गौरतलब है कि पूर्व में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक महिला ने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की थी। पुलिस बल की कमी से कार्रवाई रोक दी गई थी। पांच महीने पहले भी प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया लेकिन विरोध के चलते उसे बैरंग लौटना पड़ा।एसडीएम माया अवस्थी ने कहा सरकारी जमीन पर लगातार अतिक्रमण होने की शिकायतें मिल रही थीं। दशहरा मैदान में स्टेडियम बनना है इसलिए यहां से अवैध कब्जा हटाया गया है। दोबारा अतिक्रमण न हो इसके लिए फैंसिंग कराई जाएगी। कान्हाकुंज दशहरा मैदान से सटी करोड़ों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा दिया है। जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एसडीएम माया अवस्थी के निर्देश पर तहसीलदार आकाश श्रीवास्तव द्वारा की गई। जिला प्रशासन ने नगर निगम के अतिक्रमण अमले की मदद से कार्रवाई कर करोड़ों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। ज्ञात हो कि यहां पर स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया के इशारे पर लोगों ने खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया था। जानकार बताते हैं कि यह अतिक्रमण स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया के इशारे पर किया जा रहा था। सूत्र बताते हैं कि स्थानीय नेताओं और झुग्गी माफिया द्वारा लोगों को यह कहते हुए बेधड़क होकर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने को कहा जा रहा था कि उन्हें कोई नहीं हटा पाएगा। ज्ञात हो कि दानिश हिल्स से अतिक्रमण हटाने के लिए दो बार अमला बैरंग लौट चुका है। पहली कार्रवाई के दौरान एक महिला ने कार्रवाई का विरोध करने के लिए खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर खुद पर आग लगने की कोशिश की थी। दूसरी कार्रवाई पिछले साल नवंबर के आखिर में हुई थी। इस दौरान पुलिस बल साथ नहीं होने से अतिक्रमण विरोधी अमले को वापस लौटना पड़ा था।

Kolar News

Kolar News

भोपाल जिले में किसी भी आवेदक को अब खसरा-खतौनी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिला प्रशासन ने इसके लिए राजस्व से जुड़े सभी अहम दस्तावेजों को आॅनलाइन कर दिया है। जिले में 15 मार्च से सभी आवेदकों को आॅनलाइन खसरा-खतौनी एवं जमीन से जुड़े दीगर दस्तावेजों की नकल देने की सुविधा शुरू हो जाएगी। प्रशासन ने अब तक भोपाल के तकरीबन 3 लाख 47 हजार से ज्यादा खसरा-खतौनी को सर्वर पर अपलोड भी कर दिया गया है। अब तहसीलदार व नायब तहसीलदार के डिजिटल हस्ताक्षर होने शेष रह गए हैं, जो 11 मार्च तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। अब आम जनता को कियोस्क या लोकसेवा केंद्र के जरिए आॅनलाइन रखे हुए इन खसरों की नकल तत्काल दे दी जाएगी। स्कैनिंग से सुरक्षित किया डाटा: जिला प्रशासन ने एक पंथ दो काज की तर्ज पर पुराने व नए खसरा-खतौनियों को सुरक्षित रखने के लिए उनकी स्केनिंग कर आॅनलाइन किया गया। अब तक 3 लाख 47 हजार 413 खसरे सर्वर पर अपलोड हो चुके हैं। इनमें से 2 लाख 94 हजार 685 खसरे तो पटवारियों द्वारा सत्यापित किए गए हैं, शेष बचे हुए खसरे भी जल्द ही सत्यापित कराए जाएंगे। इस सत्यापन के बाद अब तहसीलदार नायब तहसीलदार को अपने क्षेत्रों के अधीन आने वाले खसरों पर डिजिटल हस्ताक्षर करने हैं। डिजिटल हस्ताक्षर होते ही एमपी भू-लेख डॉट जीओवी डॉट इन की साइट डाउनलोड कर दिए जाएंगे। वहीं, कलेक्टर निशांत वरवड़े ने भू- अभिलेख डाटा पर डिजिटल हस्ताक्षर करने के लिए सातों वृत्तों (हुजूर, बैरसिया, शहर, एमपी नगर, टीटी नगर, गोविंदपुरा व बैरागढ़) के तहसीलदार, नायब तहसीलदारों के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके अनुसार, ये अधिकारी पटवारी द्वारा सत्यापित किए गए खसरों पर डिजिटल हस्ताक्षर करेंगे।

Kolar News

Kolar News

कलेक्टर ने माँगा मार्गदर्शन कलियासोत नदी सीमांकन मामले में कलेक्टर ने शासन को दोबारा पत्र लिख कर मार्गदर्शन मांगा है। इसमें पूछा गया है कि नदी का दायारा कहां से माने जाए। 33 मीटर की सीमा नदी के बीच से तय हो या किनारे से। जब तक इन बिंदुओं पर जानकारी नहीं आ जाती सीमांकन का काम अटका रहेगा। उधर, शासन ने कलेक्टर के पहले पत्र के बाद टीएंडसीपी से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है, जो अब तक नहीं आया है। जबकि जिला प्रशासन को कलियासोत सीमांकन मामले में 4 मार्च को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में रिर्पोट प्रस्तुत करनी है। यहां सीमांकन किस तरह किया जाना है, यह भी तय नहीं हो पा रहा है।नदी के दोनों ओर से 33 मीटर दायरे का सीमांकन किया जाना है। जिला प्रशासन करीब 20 किमी के दायरे का सीमांकन कर चुका है। इस दौरान एक दर्जन बिल्डर, झुग्गी बस्तियां और जेके हॉस्पिट का कुछ हिस्सा अतिक्रमण में आया है। इसके बाद से जिला प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। इसके चलते जिला प्रशासन ने सीमांकन को लेकर शासन से मार्गदर्शन मांगा है।45 मीटर का होना सीमांकनएनजीटी के सख्त रवैये के बाद जिला प्रशासन ने कलियासोत नदी का सीमांकन 15 दिसंबर से शुरू किया था। राजस्व अमले को कलियासोत डेम से समरधा तक करीब 45 किमी का सीमांकन करना है। अब तक सिर्फ 20 किमी का सीमांकन हुआ है।इन बिंदुओं पर मांगा मार्गदर्शन -अतिक्रमण में आने वाली कॉलोनियों को विकास अनुमतियां प्रचलित निर्देशों के तहत दी गई थीं, अब बगैर वैधानिक आधार के सीमांकन उचित नहीं होगा।कलियासोत नदी से लगे ग्रामों का रिकार्ड नहीं है, जिससे सीमांकन कार्य त्रुटिपूर्ण हो रहा है।कालोनियों का निर्माण वर्ष 1995 से 1990 के आसपास अनुमतियां लेकर किया गया है। यहां नदी का किनारा स्पष्ट नहीं है व परिवर्तनशील है , ,आवेदकों ने नदी के मध्य से 33 मीटर की दूरी नापे जाने का अनुरोध किया है।इससे प्रभावित इलाके हैं बाबड़ियाकलां, सलैया, चूनाभट्टी, शाहपुरा, दामखेड़ा, बंजारी, सनखेड़ी, नरेला हनुमंत, खड़बमुलिया, पिपलिया रानी, समरधा, हिनोतिया आलम, सुहागपुर, गुरारीघाट, कोड़ी शामिल है।

Kolar News

Kolar News

कलियासोत नदी अतिक्रमण मामला कलियासोत नदी के सीमांकन का मामला एक बार फिर बैठकों के दौर में उलझता दिखाई दे रहा है। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा मामले का निराकरण और 33 मीटर का दायरा तय करने के लिए बनाई गई उच्च स्तरीय कमेटी की पहली बैठक मंगलवार को हुई, लेकिन यह बैठक में सीमांकन को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं हो पाया। इसके उलट जिला प्रशासन को आगामी 4 मार्च को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में सीमांकन के बाद अतिक्रमण और उसे हटाने की कार्रवाई की जानकारी देनी है।उलझता जा रहा है मामलाकलियासोत नदी के किनारे अतिक्रमण को लेकर एनजीटी में दाखिल याचिका के बाद से यह मामला सुलझने के बजाय लगातार उलझता जा रहा है। जिसके चलते जिला प्रशासन ने नदी का किनारा तय करने सहित अन्य 4 बिंदुओं पर मार्गदर्शन मांगा था। इस मामले को सुलझाने के लिए गठित उच्च स्तरीय कमेटी की पहली बैठक मंगलवार को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग(टीएमडसीपी) की अध्यक्षता में हुई।जो बिना किसी नतीजे पर पहुंचे की ख़त्म हो गई।

Kolar News

Kolar News

योजना में ढाई लाख बुजुर्ग ने की तीर्थ-यात्रा मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में अब तक प्रदेश में ढाई लाख बुजुर्ग को तीर्थ-यात्रा करवाई जा चुकी है। मध्यप्रदेश की तर्ज पर यह योजना राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में लागू की जा चुकी है। आगे महाराष्ट्र में भी लागू की जा रही है। जारी वर्ष में योजना में करीब सवा लाख बुजुर्ग को तीर्थ-यात्रा करवाई जायेगी। योजना के तीर्थ-स्थलों में अब अयोध्या, मथुरा, प्रयाग, गंगासागर, सेंट थामस चर्च केरल और संत कबीर के जन्म-स्थान लहरतारा को भी शामिल किया जायेगा। यह जानकारी आज यहाँ योजना की समीक्षा के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ली गई बैठक में दी गयी। बैठक में मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा भी उपस्थित थे।श्री चौहान ने बैठक में कहा कि योजना को और बेहतर बनाने की कोशिशें लगातार की जायें। यात्रियों को तीर्थ-यात्रा के दौरान दिये जाने वाले भोजन तथा अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता की जाँच समय-समय पर की जाये। उन्होंने कहा कि तीर्थ-यात्रा पर जाने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये। यात्रा के दौरान ट्रेन में चिकित्सक की व्यवस्था रहे। इस बात के प्रयास हों कि यात्रा के दौरान मंत्री या मंत्री स्तर के निगम-मंडलों के पदाधिकारी भी जायें।बैठक में कैलाश मानसरोवर की यात्रा का प्रति यात्री अनुदान 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रूपये करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में नि:शक्तजनों के लिये उम्र का बंधन शिथिल करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में बताया गया कि योजना में जिलों में विकासखंड और नगरों में जोन को इकाई बनाया गया है। प्रत्येक यात्रा में एक राजपत्रित अधिकारी को साथ में भेजा जा रहा है। योजना में अब तक 249 ट्रेन से यात्रियों को तीर्थ-यात्रा पर भेजा गया है। हर यात्रा के बाद यात्रियों से यात्रा संबंधी फीड बेक लिया जाता है।बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

प्रदेश सरकार द्वारा लोक सेवा गारंटी अधिनियम को अमली जामा पहनाने के मकसद से स्थापित किए गए लोक सेवा केंद्रों में तय समय पर आवेदकों को न तो सुविधाएं मिल पा रही हैं और न ही चाहे गए दस्तावेज। आलम ये है कि ऐसे आवेदकों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है जिन्हे तय समय के भीतर लोक सेवा गारंटी कानून का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि लोक सेवा केंद्र के कर्मचारी और अधिकारी इसके लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।लोक सेवा केंद्रों में आने वाले आवेदकों मे से आधे से ज्यादा जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोक सेवा केंद्रों का रूख करते हैं। राज्य सरकार के नियम के तहत जाति प्रमाण पत्र एक माह और मूल निवासी प्रमाण पत्र ,सात दिनों के भीतर बनाकर आवेदक को दिए जाने चाहिए, लेकिन भोपाल में ऐसे कई प्रकरण सामने आ रहे हैं जहां डेढ़ माह बीतने के बाद भी आवेदकों को जाति और निवास प्रमाण पत्र नहीं मिल सके हैं। इसके अलावा खसरा खतौनी की नकल भी पांच दिनों के भीतर दी जानी चाहिए लेकिन इसके लिए भी आवेदकों को दस दिनों के बाद मांगे गए कागज मुहैया कराए जा रहे हैं। करौंद निवासी रूबीना बेगम ने तो विगत 28 फरवरी को निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था लेकिन 12 दिन बीतने के बाद भी उनका निवास प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है, वहीं बड़वई निवासी राजेंद्र अहिरवार को जाति प्रमाण पत्र डेढ़ माह के बाद भी नहीं मिल सका है। राजेंद्र ने जाति प्रमाण पत्र के लिए विगत 27 जनवरी को आवेदन किया था। यही समस्या लोक सेवा केंद्र में आने वाले अधिकांश आवेदकों ने बताई।

Kolar News

Kolar News

कोलार के ललितानगर क्षेत्र में सप्ताह में दो दिन लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार को आनन फानन में नयापुरा क्षेत्र में शमशान के लिए आरक्षित जमीन पर शिμट तो कर दिया गया है, लेकिन इस भूमि पर व्याप्त सीवेज की गंदगी यहां पर आने वाले ग्राहकों और दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। दरअसल इस जमीन के पास से राजहर्ष और ललितानगर आदि क्षेत्र की ओर से आने वाली सीवेज लाइन जा रही है,सीवेज लाइन फूटने से इस जमीन पर कई सालों से सीवेज और कचरा जमा हो गया था। इसके अलावा इस जमीन के पास से नाला भी जाता है। इससे इस क्षेत्र में सुअर आदि आवारा पशुओं का जमावाड़ा लगा रहता है ऐसे में यहां गंदगी और बदबू व्याप्त रहती है।जानकारों का कहना है कि हाट बाजार के लिए आरक्षित जमीन पर सीवेज की गंदगी को हटाने की जगह कर्मचारियों ने उसपर कोपरा,मिट्टी डालकर दबा दिया और ऊपर से बड़े-बड़े बोल्डर डाल दिए है। इसके अलावा हाट बाजार के पास से गुजर रहा कच्चा नाला भी लोगो खासकर उनके बच्चों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है,कारण कि यह गहरा होने के साथ दलदल युक्त है और हाटबाजार क्षेत्र में खुला हुआ है ऐसे में यह हादसे की वजह बन सकता है। अब यहां हाट बाजार लगने से ग्राहक और दुकानदारों को गंदगी और बदबू के अलावा सुरक्षा को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल में इस बार गर्मी के तेवर कुछ ज्यादा तीखे रह सकते हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस साल पारा 47-48 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है। पिछले साल की तुलना में अप्रैल, मई और जून महीने में तापमान ज्यादा होगा। मौसम में लगातार आ रहा बदलाव इसकी वजह है। मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ अनुपम काश्यपि ने बताया कि अब तक प्राप्त ट्रेंड के अनुसार अप्रैल की शुरुआत में ही पारा 40 से 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। मई के महीने में एक-दो दिन ऐसे भी आएंगे जब 47 डिग्री पार जा सकता है।24 मई 2010 को सबसे ज्यादा 46 डिग्री हो गया था तापमान राजधानी में अब तक सबसे ज्यादा गर्म दिन 24 मई को था, जब पारा 46 डिग्री पहुंच गया था। पिछले साल 6 जून को तापमान 45.3 डिग्री पर था। पिछले साल ही 30 मई को 44.5 और 31 मई को तापमान 44.3 डिग्री दर्ज किया गया था।पांच साल में और कब- कब रहा अधिकतम तापमान 2013- 19 मई- 44.8, 20 मई 44.3 2012 - 25 मई 43.9, 20 मई 42.5, 28 मई- 42.2, 2011 -17 मई 43.9 2010 - 24 मई 46मानसून एक हफ्ते देरी से आएगा : राजधानी में मानसून के आने में एक हफ्ते और जाने में चार दिन की देरी भी होगी। मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों की स्टडी से यह जानकारी मिली। 35 साल के आंकड़ों को आधार बनाकर स्टडी की गई है। इसके आधार पर बताया कि भोपाल में मानसून 13 के बजाय 21 जून को दस्तक देगा और यह 28 सितंबर के बजाय 3 अक्टूबर को विदा होगा।डॉ. काश्यपि ने बताया कि पारा चढ़ने की दो खास वजह हैं। पहली मध्य भारत में गर्मी शुरू होने के पहले कम दबाव का क्षेत्र बनता है, जो धीरे-धीरे देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में राजस्थान शिफ्ट हो जाता है। इससे तापमान बढ़ता है। दूसरी वजह है बढ़ता शहरीकरण, 10 से 15% प्रति वर्ष की रफ्तार से बढ़ती वाहनों की तादाद, औद्योगीकरण और उनसे होने वाला प्रदूषण और घटती हरियाली भी तापमान को बढ़ाते हैं।

Kolar News

Kolar News

बैरागढ़, भौंरी, कोहेफिजा, न्यू मार्केट, नेहरू नगर, कोलार सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों की कलेक्टर गाइड लाइन में आवासीय कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। शहर के कुछ हिस्सों में ही व्यावसायिक क्षेत्रों में 5 से 10 फीसदी तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। कोलार सहित नगर निगम सीमा में शामिल होने वाले बीस गांवों में जरूर कलेक्टर गाइड लाइन में जमीनों के रेट 25 फीसदी तक बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। यह प्रस्ताव सोमवार को हुई जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में रखे गए।जिला मूल्यांकन समिति की पहली बैठक के साथ ही कलेक्टर ने आम लोगों से कलेक्टर गाइडलाइन के रेट्स को लेकर मंगलवार से दावे-आपत्ति मांगे हैं। आम लोग कलेक्टर, एसडीएम सहित उप रजिस्ट्रार कार्यालयों में अपने दावे-आपत्ति 26 मार्च तक लिखित में दे सकते हैं। कलेक्टर गाइडलाइन के प्रस्तावित रेट्स जिला प्रशासन की वेबसाइट ुुु.मर्रॅचन.हैब.ैह पर देख सकते हैं। उपजिला मूल्यांकन समिति ने नगर निगम क्षेत्र में 70 वार्डों की जगह 85 वार्डों की अलग से कलेक्टर गाइड लाइन तैयार की है। इसके तहत उपजिला मूल्यांकन समिति ने जिला मूल्यांकन समिति को प्रस्ताव पेश किया है। प्रस्ताव के संबंध में सोमवार को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2015-16 की कलेक्टर गाइड लाइन तय करने चर्चा हुई। दावे-आपत्तियों के बाद कलेक्टर गाइड लाइन 1 अपै्रल से लागू हो जाएगी। दावे-आपत्तियों के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।शहर के सिर्फ व्यावसायिक क्षेत्र में बढ़ेंगी कीमतेंएमपी नगर, दस नंबर मार्केट, गैमन इंडिया प्रोजेक्ट, बोर्ड ऑफिस, शिवाजी नगर, लिंक रोड, दानिश कुंज कोलार रोड सहित मिसरोद रोड पर कलेक्टर गाइडलाइन में दस फीसद बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है, यह व्यावसायिक है। नगर निगम सीमा से लगे बैरसिया सड़क किनारे बसे गांवों में सबसे ज्यादा बीस फीसद दाम बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। बैठक में कलेक्टर निशांत वरवड़े, वरिष्ठ जिला पंजीयक डीएन दोहरे, एसडीएम माया अवस्थी, पीसी त्रिपाठी, सीपी निगम, संदीप केरकेट्टा, मनोज सरयाम, सीपी निगम सहित जिला रजिस्ट्रार और उप रजिस्ट्रार मौजूद थे।लोडेंसिटी में रजिस्ट्री का विरोधलोडेंसिटी और तालाब के कैचमेंट एरिया में होने वाली रजिस्ट्री को लेकर जिला मूल्यांकन समिति के सदस्य विधायक विश्वास सारंग ने विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में मकान बनाने की अनुमति नगर निगम और जिला प्रशासन नहीं देता, वहां रजिस्ट्री क्यों की जा रही हैं। ऐसा करने से आम लोग परेशान होते हैं। उन्होंने रातीब़ड़ और नीलब़ड़ में रोक वाली जगहों की रजिस्ट्री नहीं करने की बात रखी। उन्होंने ननि सीमा में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के दाम बढ़ाने पर ऐतराज जताया। विधायक ने नगर निगम सीमा से लगे बैरसिया रोड के दोनों ओर बसे गांवों में कृषि भूमि के दाम 20 फीसद बढ़ाने का भी विरोध दर्ज कराया।27 को फिर होगी बैठकदावे-आपत्ति लेने के बाद 27 मार्च को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक एक बार फिर होगी। इसके बाद प्रस्ताव केंद्रीय मूल्यांकन समिति को भेजा जाएगा। यह समिति रेट फाइनल कर 1 अप्रैल से नई गाइड लाइन के रेट लागू करेगी।फ्लैट्स के अलग से तय होंगे दामनगर निगम सीमा सहित आसपास क्षेत्र में विकसित होने वाली कॉलोनियों में बनाए जा रहे फ्लैट्स के दाम अलग से तय किए जाएंगे। इस सूची में करीब तीस कॉलोनियां शामिल की गई हैं। उपजिला मूल्यांकन समिति का तर्क है कि यहां सुविधाओं के हिसाब से कलेक्टर गाइड लाइन के रेट्स तय किए जाएं। कलेक्टर ने ऐसी कॉलोनियों को चिन्हित कर वहां मिलने वाली सुविधाएं, जैसे- क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, लिफ्ट सहित अन्य लक्जरी सुविधाओं के हिसाब से रेट अलग से तय करने के निर्देश दिए हैं।यहां कलेक्टर गाइडलाइन बढ़ाने का प्रस्तावक्षेत्र वर्तमान रेट (हेक्टेयर) प्रस्तावितप्रति वर्ग मीटरलिंक रोड 80 हजार 85 हजारशिवाजी नगर 44 48गैमन इंडिया 70 77एमपी नगर 60 70बोर्ड ऑफिस 1 लाख 1 लाख 10 हजारदस नंबर स्टॉप 80 हजार 85 हजारआशिमा मॉल 28 30मेट्रो प्लाजा 1 लाख 20 हजार 1 लाख 27 हजार(व्यावसायिक)यहां नहीं बढ़े रेट-सिंगारचोली, गोंदरमऊ, पीपलनेर, गांधी नगर मुख्य मार्ग, बायपास रोड नरसिंहगढ़- आवासीय-कीमत- 20000- 30000-राजीव गांधी विश्वविद्यालय के आसपास के क्षेत्रकीमत- 14000-21000-गैस राहत कॉलोनी, न्यू अब्बास नगर, हरिओम नगर, अम्बेडकर नगर, टैगोर कॉलोनी, शिवाजी कालोनी, अर्जुन कॉलोनी, नई बस्ती सेक्टर 1, 2, 3 और 11कीमत- 7500-11250-भोपाल सीहोर मार्ग रेल्वे फाटक से आगे इंदौर नाका तक व रेल्वे स्टेशन मार्ग स्टेशन तक-कीमत- 23500-35250-बैरागढ़ कलां-कीमत- 11000-16500-भैंसाखेड़ी- कीमत 7000-10500-कोहेफिजा, फिजा गृह निर्माण समिति, नवीन नव युवक गृह निर्माण समिति, कर्बला मार्ग, बीडीए हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, एनआरआई कॉलोनी- राजीव हाउसिंग सोसायटी लालघाटी- कीमत-33000-49500-सुल्तानिया मार्ग, रायल मार्केट, हमीदिया अस्पताल, नादरा कॉम्प्लेक्स, इंदिरा गांधी चौराहे के आसपास का क्षेत्र, मेयो अस्पताल-कीमत- 60000-90000-श्यामला हिल्स, भारत भवन मार्ग, प्रोफेसर कॉलोनी, अंसल हाउसिंग स्कीम, नादिर कॉलोनी- कीमत- 52500-78750-नेहरू नगर मुख्य मार्ग पर (चौराहे से कोपाल स्कूल तिराहे तक)-कीमत- 50000-75000(कीमत प्रति वर्ग मीटर)

Kolar News

Kolar News

कोलर के वंदना नगर के 300 से ज्यादा परिवार नगर पालिका के कार्यकाल में जो सुविधाविहीन जीवनयापन कर रहे थे। नगर निगम में शामिल होने के बाद भी यहाँ कुछ नहीं बदला है ,नगर निगम में आने बाद यहाँ गंदगी बढ़ गई है और सूअरों के झुण्ड । कॉलोनी में वर्तमान में न तो कोई विकास के काम हो रहे हैं और न ही सड़क, सीवेज और स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याओं का निराकरण हो पा रहा है।रहवासी बताते हैं कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश के समय कॉलोनी के लोगों का निकलना मुश्किल हो गया था। सड़कों रास्तों में पानी भर गया था। निगम को सड़कों का निर्माण करना चाहिए। रहवासियों ने बताया कि कॉलोनी में 1200 से ज्यादा आबादी है।उनके लिए न तो कोई विकसित पार्क है और न ही कोई सार्वजनिक स्थल जहां धार्मिक-सामाजिक आयोजन कराए जा सकें। हालांकि कॉलोनी के एक पार्क के विकास की कवायद शुरू हो गई है। क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने पार्क का विकास कराने का भरोसा दिलाया है ,विकास कब होगा इसका माकूल जवाब न पार्षद के पास है और न विधायक के ।

Kolar News

Kolar News

कलियासोत नदी के ग्रीनबेल्ट एरिया को नापने में बरती जा रही लेटलतीफी परनाराजगी व्यक्त करते हुए एनजीटी ने टीएंडसीपी को आगामी छह सप्ताह के अंदरभूमि सर्वेक्षण और बंदोबस्त का कार्य पूर्ण करने के आदेश दिए हैं।इस मामले मे अगली सुनवाई 25 मई को रखी गई है। गौरतलब है कि कलियासोत नदीके ग्रीन बेल्ट एरिया सहित नदी में अतिक्रमण करने एवं नदी को प्रदूषितहोने से बचाने को लेकर पर्यावरणविद् डॉ. सुभाष सी पांडे की ओर से नेशनलग्रीन ट्रिब्यूनल की राजधानी स्थित जोनल बैंच के समक्ष याचिका प्रस्तुतकी गई है। सुनवाई के दौरान टाउन एंड कंट्री प्लॉनिग विभाग के द्वाराकलियासोत नदी से लगी हुई कुछ बिल्डिंग की निर्माण अनुमति से संबधितरिकार्ड एनजीटी के समक्ष दिखाए गए।टीएंडसीपी के द्वारा अपने जवाब दावे मे यह कहा गया था, कि वास्तिवक नदीके पास स्थित खुली शासकीय जमीन ही मुख्य नदी के प्रवाह के मार्ग के रूपमें दर्शाई गई है। चूंकि नदी के किनारे का बंदोबस्त नहीं है, अत: नदी केकिनारे की भूमि के रिकार्ड और राजस्व सीमांकन संकेत भी उपलब्ध नहीं हैं।अत: टीएंडसीपी द्वारा वास्तविक ग्राउंड लेवल सर्वे किया जाना शेष है।

Kolar News

Kolar News

जिले में गेहूं खरीद केंद्रों पर विवाद का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लगातार हो रहे विवादों से तंग आकर कलेक्टर ने भी सभी केंद्रों पर एरिया और नोडल अधिकारी भी तैनात किए लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। ताजा मामला हुजूर के मुगालिया कोट स्थित स्टील सायलो केंद्र पर शुक्रवार को हुए विवाद का है। यहां एक किसान ने अपने खराब गेहूं को बेचने के चक्कर में करीब दो घंटे तक सायलो में तुलाई का काम रुकवा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रभारी कलेक्टर बीएस जामौद मौके पर पहुंचे और मामले को सुलझाया। विवाद के इस फेर में दो घंटे तक गेहूं की खरीदी का कार्य बंद रहा।जानकारी के अनुसार पिछले दिनों एक किसान चार ट्रॉलियों में गेहूं भरकर लाया था। इसमें से तीन ट्रॉलियों का गेहूं मानक स्तर का निकला, जबकि एक ट्रॉली के गेहूं का रंग काला था। इस गेहूं का सैंपल मशीन से की गई जांच में फेल हो गया। इसके बाद किसान ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया, जिसके चलते गेहूं खरीदी बंद हो गई। सोसायटी संचालकों की समझाइश का भी जब किसान पर असर नहीं हुआ, तो एडीएम जामोद स्वयं मौके पर पहुंचे और किसान किसान को समझाया कि उसका गेहूं मानक स्तर से बहुत ज्यादा खराब है। लिहाजा यह गेहूं खरीदा जाना संभव नहीं है। इस पर किसान ने एडीएम की बात मानते हुए एक ट्राली गेहूं वापस ले जाने पर राजी हो गया। इसके बाद वापस तुलाई शुरू हो सकी

Kolar News

Kolar News

स्वच्छ भारत मिशन लागू करने में देश में मप्र दूसरे नंबर पर है। वर्ष 2014-15 के दौरान मध्य प्रदेश में इस दौरान 99,151 शौचालय बनाए गए हैं, जबकि गुजरात पहले और कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान देशभर के घरों में 2,70,069 शौचालय बनाए गए। इनमें से 1,65,376 शौचालय अकेले गुजरात में बने। ये कुल शौचालयों के 60 फीसदी हैं। जबकि कर्नाटक में 4697। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, ठोस कचरा प्रबंधन में भी गुजरात दूसरों राज्यों से आगे रहा। राज्य के 195 शहरों में से 120 में नगरपालिकाओं के ठोस कचरे का संग्रह और उसे निपटान स्थल तक पहुंचाने की दर 100 फीसदी रही। स्वच्छ भारत मिशन 2 अक्तूबर, 2014 को शुरू हुआ था। इसका लक्ष्य महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्तूबर, 2019 तक पूरे देश में पूरी तरह स्वच्छता सुनिश्चित करना है।पांच साल के स्वच्छता मिशन के तहत 62,009 करोड़ रु खर्च किए जाएंगे। इसके तहत घरों में 1.04 करोड़ शौचालयों, 2.51 लाख सामुदायिक शौचालय सीटों और 2.55 लाख सार्वजनिक शौचालय सीटों का निर्माण किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में खुले में शौच की समस्या खत्म करने के लिए शौचालयों का निर्माण इस मिशन की प्राथमिकता है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने वर्ष 2014- 15 के दौरान 900 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है।

Kolar News

Kolar News

राजधानी का अव्यवस्थित ट्रैफिक सिस्टम हो या पर्यावरण की समस्या। इनको सुधारने के लिए भोपाल सिटीजन फोरम ने अहम पहल की है। फोरम की तरफ से कई तरह के आइडियाज भोपाल नगर निगम, पुलिस प्रशासन को भी दिए गए। इनमें से कई आइडियाज पर नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने अमल किया और इन पर शहर में काम भी हुआ। भोपाल की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए वर्ष 2003 में शहर के कुछ प्रबुद्ध लोगों ने भोपाल सिटीजन फोरम की शुरुआत की थी। शुरू में तो बेहद कम लोग थे, लेकिन आज इनके फोरम में करीब 35 लोग जुड़े हुए हैं। ये सभी लोग अलग-अलग क्षेत्रों से ताल्लुक रखते हैं। कोई इसमें रिटायर्ड पुलिस अफसर है तो कोई प्रशासनिक सेवा का अधिकारी। इसमें सेवानिवृत्त डॉक्टर्स से लेकर अन्य क्षेत्र के लोग भी जुड़े हुए हैं।फोरम ने अपने दम पर यह बीड़ा उठाया है ,फोरम ट्रेफिक के लिए हमीदिया रोड ,डीआईजी बांग्ला, कोलार रोड ,चूना भट्टी ,10 नंबर, एमपी नगर से शुरुवात होगा । भोपाल सिटीजन फोरम के अरुण गुर्टू ने बताया कि अब तक इस संस्था का रजिस्टेशन नहीं कराया गया है। हम सब अपने बलबूते ही इसे चला रहे हैं। इसमें किसी प्रकार की बाहरी सहायता नहीं ली जाती है। जो भी काम करते हैं सब मिल- जुलकर करते हैं।

Kolar News

Kolar News

कोलर रोड पर बने भोज मुक्त विश्वविद्यालय के करीब डेड़ लाख विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट के बादल गहरा गए हैं। भोज विवि के टाइमटेबल के अनुसार उसकी परीक्षाएं 15 मई से शुरू हो जाएंगी, लेकिन अभी तक विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए कोर्स की किताबें ही नहीं मिली हैं। महज पंद्रह दिन पहले ही भोज विवि ने मध्यप्रदेश ग्रंथ अकादमी को सात लाख रुपए की किताबें खरीदने का आॅर्डर दिया है। हालांकि ग्रंथ अकादमी ने किताबों की इमर्जेंसी को देखते हुए अपने दीगर कामों को रोककर आधी किताबों की छपाई पूरी कर ली है और शेष की छपाई 15 दिनों के भीतर पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद भी भोज विवि को इन किताबों को रीजनल सेंटरों तक ले जाने और वहां से किताबों के वितरित करने में कम से कम दस दिनों का समय लग जाएगा। ऐसे में विवि के पास परीक्षाएं स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

Kolar News

Kolar News

कोलार के सनखेड़ी में बनाए जा रहे विश्राम घाट के निर्माण का काम अंतिम चरण में है। उसके शेड, गार्डन, सभा हॉल बनकर तैयार हो गए हैं। सिर्फ एप्रोच रोड और पुलिया का काम बाकी है। ये काम नगर निगम और सीपीए को करना है। खास बात ये है कि जनभागीदारी करने वालों ने तो अपना काम कर दिया है, लेकिन नगर निगम प्रशासन व सीपीए ने अपना काम नहीं किया है।हालांकि विधायक रामेश्वर शर्मा ने पिछले दिनों निगम व सीपीए के अफसरों को काम में देरी के लिए फटकार लगाई है। जानकारी के मुताबिक सनखेड़ी में करीब 12 एकड़ में ढ़ाई करोड़ की लागत से विश्राम घाट बनाया जा रहा है।इस विश्राम घाट को जनभागीदारी के तहत बनाया जा रहा है। इसके लिए किसी ने जमीन दान की है, तो किसी ने शेष निर्माण कार्य करवाया है। इस विश्राम घाट के बनने के बाद कोलार, चूनाभट्टी, गुलमोहर के लोगों को भदभदा या सुभाष नगर स्थित विश्राम घाट नहीं जाना होगा।

Kolar News

Kolar News

पहले चरण की गतिविधियाँ एक जून तक चलेंगी मध्यप्रदेश में शाला जाने से वंचित रह गये बच्चों के लिये इस साल भी चार चरण में 'स्कूल चलें हम अभियान' शुरू कर दिया गया है। विगत 25 अप्रैल से शुरू अभियान का पहला चरण एक जून तक चलेगा। इस दौरान ग्राम/वार्ड शिक्षा पंजी को अद्यतन किया जायेगा।राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने के लिये निर्धारित समय-सीमा में कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है। पहले चरण में 5 मई तक कक्षा एक प्रवेश योग्य बच्चों की सूची तैयार करवायी जायेगी। इसके लिये शिक्षकों को ग्राम/वार्ड प्रभारी बनाया जायेगा। बड़े गाँव में जरूरत अनुसार एक से अधिक शिक्षक तैनात होंगे। इस दौरान 6 से 14 वर्ष तक के ऐसे बच्चों की जानकारी इकट्ठा की जायेगी जो विभिन्न कारण से शाला से बाहर हो चुके हैं। प्रभारी शिक्षक घर-घर जाकर ग्राम शिक्षा पंजी के लिये सर्वे करेंगे। कक्षा एक में दर्ज होने वाले बच्चों की ग्रामवार सूची प्रभारियों द्वारा 9 मई के पहले जन-शिक्षक को दी जायेगी, जो 16 मई तक विकासखंड स्त्रोत समन्वयक को सूची सौंपेंगे।कक्षा 6 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची बनाने के लिये प्रत्येक मिडिल शिक्षक को शाला प्रभारी बनाया जायेगा। शाला प्रभारी शिक्षक पाँचवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने वाले बच्चों की सूची 5 मई तक तैयार करेंगे। वे बच्चों के पालकों से सम्पर्क कर प्रवेश की जानकारी देंगे। यदि कोई पालक अपने बच्चों को अशासकीय शाला में प्रवेश दिलवाना चाहता है, तो उसकी जानकारी भी रजिस्टर में अंकित की जायेगी। सभी बच्चों की संकलित सूची की एक प्रति मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा जन-शिक्षक को 9 मई तक उपलब्ध करवाई जायेगी। कक्षा 8 उत्तीर्ण करने वाले सभी बच्चों को कक्षा 9 में दर्ज करवाया जायेगा। इसके लिये प्रत्येक माध्यमिक शाला के प्रधानाध्यापक का दायित्व होगा कि वह कक्षा 8 पास करने वाले विद्यार्थियों की सूची निकटस्थ हाई अथवा हायर सेकेण्डरी स्कूल को उपलब्ध करवाये। पाँच मई तक पालकों से सम्पर्क के दौरान उन्हें बच्चों को समीप के हाई स्कूल में दर्ज करवाने के लिये प्रेरित किया जायेगा।कक्षा 10 पास करने वाले बच्चों को कक्षा 11 में दर्ज करवाया जायेगा। इसके लिये प्रत्येक हाई स्कूल का प्राचार्य कक्षा 10 पास करने वाले विद्यार्थियों की सूची निकटस्थ हायर सेकेण्डरी स्कूल को उपलब्ध करवायेगा। हायर सेकेण्डरी स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलवाने के लिये प्रेरित करने का कार्य भी 5 मई तक होगा। हाई/हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्य द्वारा 10 मई तक अकादमिक समन्वयक और 9वीं कक्षा में प्रवेश की सूची उपलब्ध करवाई जायेगी। कक्षा एक, 6, 9 एवं 11 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची एक जून को एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज की जायेगी।

Kolar News

Kolar News

गृह मंत्री श्री गौर ने भोपाल में की शुरूआत गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने आज डीआरपी लाइन में मघ्यप्रदेश छात्र-पुलिस का शुभारंभ किया। प्रदेश में अभिनव प्रयोग के तौर पर पहली बार स्कूल के छात्र-छात्राओं को पुलिसिंग में भागीदार बनाया जा रहा है। शुरुआती चरण में भोपाल को पायलट जिले के तौर पर चयनित कर आज 55 स्टूडेंट काप को शपथ दिलाकर जिम्मेदारी सौंपी गई। श्री गौर ने पुलिस छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे पुलिस को सहयोग देने के साथ पुलिस की कार्यप्रणाली, अनुशासित व्यवहार को अपने घर और पड़ोस में ले जाकर समाज में पुलिस की अच्छी छवि का संदेश भी ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि अनुशासन से अपराधों में कमी आयेगी। श्री गौर ने कहा कि पुलिस छात्र-छात्राएँ अपने स्कूल कालेज में कार्यक्रम के आयोजन में पुलिसिंग का कार्य करेंगे और ऐसे विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रम और स्थानों पर जिनमें उनकी मदद ली जा सकती है वहाँ ली जायेगी। इन छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग दी जायेगी और पुलिस की प्रक्रिया से परिचित करवाया जायेगा।श्री गौर ने कहा कि छात्र-पुलिस अपने घर मोहल्ले और स्कूल की समस्या और अपराध की जानकारी से स्थानीय पुलिस को अवगत करवाकर हल करवाने में मदद करेंगे। कानून की जानकारी से वह अवगत होंगे। अपने आस-पड़ोस व साथ में नशा करने वालों को रोकने में और उन्हें परामर्श देने में मार्गदर्शन करेंगे। श्री गौर ने यह भी कहा कि छात्र-पुलिस में शामिल छात्र-छात्राएँ भविष्य में प्रदेश की पुलिस फोर्स में शामिल होना चाहेंगे तो उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी।डीजीपी सिंह ने कहा कि इस योजना में एक स्कूल से अधिकतम 20 बच्चों का चयन किया गया है। भोपाल में कार्मल कान्वेंट सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, महाराणा प्रताप नगर स्कूल और सेंट थामस स्कूल के 55 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित कर इस योजना में शामिल किया गया है। आईजी श्र योगेश चौधरी ने स्टूडेंट काप को शपथ दिलवाई। इन छात्र-छात्राओं ने पुलिस बेंड के साथ आकर्षक परेड कर सलामी दी।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आपकी अदालत के कटघरे में थे। उन्होंने अधिवक्ता की भूमिका में रहे रजत शर्मा के सवालों के जवाब भी उन्हीं के अंदाज में बड़ी बेबाकी से दिए। इस दौरान सीएम शिवराज ने जहां राहुल गांधी की टिप्पणी को भी आड़े हाथों लिया, वहीं राजनीति से जुड़े हुए सवालों के जवाब भी अपने अंदाज में दिए। आपकी अदालत में व्यापमं मुद्दा भी उठा। इंडिया टीवी के आपकी अदालत कार्यक्रम में रजत शर्मा द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या सूट पहनना अपराध है? क्या यह राजनीति का मुद्दा है? लोग कुर्ता-पजामा, धोती और सूट पहनते हैं। राहुल के पास प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कहने को कुछ नहीं है, इसलिए उन्होंने सूट-बूट की सरकार वाली टिप्पणी की। मोदी का दुनिया में सम्मान मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को नरेंद्र मोदी जैसा विश्व स्तरीय नेता बहुत लंबे समय के बाद मिला है। वह ऐसे नेता हैं, जिनका पूरी दुनिया सम्मान करती है। कांग्रेस को डर है कि यदि मोदी लंबे समय तक सत्ता में रह गए तो कांग्रेस कहीं न रहेगी। इसलिए झूठे आरोप लगाकर मोदी को बदनाम करने की मुहिम चलाई जा रही है। रजत शर्मा के यह पूछने पर कि क्या यह सच नहीं है कि वरिष्ठ भाजपा नेता एलके आडवाणी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भारत के नंबर एक नेता के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया था? इस पर सीएम ने हंसते हुए कहा कि मोदीजी, मुझे और अन्य नेताओं को आडवाणीजी का आशीर्वाद मिला है। आडवाणी जी ने यह कभी नहीं कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त हूं और न मैंने कभी इस पद का सपना देखा।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश में आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजधानी से लेकर ग्राम पंचायत तक आयोजन होंगे। शुरुआती तैयारियों के संबंध में मंत्रालय में अपर मुख्य सचिव अरुणा शर्मा ने अधिकारियों से चर्चा की। स्कूल शिक्षा विभाग इस आयोजन का नोडल विभाग होगा। आज प्रमुख रूप से आयुष, गृह, उच्च, तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा, कृषि, पशुपालन, राजस्व, उद्योग, नगरीय प्रशासन, जनसंपर्क और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की भूमिका के संबंध में बातचीत हुई।श्रीमती शर्मा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ ने हरसाल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित किया है। भारत सरकार ने योग पर एक फिल्म का निर्माण कर मार्गदर्शिका भी प्रकाशित की है। भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के मुताबिक कार्यक्रम किए जाने हैं। संपन्न कार्यक्रम की जानकारी भारत सरकार को भेजी जाएगी। जिला कलेक्टर्स भी भारत सरकार की वेबसाइट पर विवरण भिजवाएंगे। श्रीमती शर्मा ने आयोजन के लिए तैयारियाँ प्रारंभ करने के निर्देश दिए।35 मिनिट का होगा कार्यक्रमजानकारी दी गई कि 21 जून को प्रात: 7 से 7.35 बजे तक पूरे देश में योग कार्यक्रम होगा। राज्य में राजधानी, जिला, विकासखंड और पंचायत मुख्यालय पर बड़े योग कार्यक्रम होंगे। इनमें स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, योग संस्थान, एन.एस.एस., एन.सी.सी., अन्य स्वैच्छिक संगठन, पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों की सहभागिता रहेगी।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सा अधिकारी के 1896 पद हेतु विज्ञापन जारी किया गया है। इन पदों के लिये ऑनलाइन आवेदन-पत्र 15 जून से 14 जुलाई 2015 तक एमपी ऑनलाइन के माध्यम से जमा किये जायेंगे। विस्तृत विज्ञापन रोजगार और निर्माण समाचार-पत्र के 15 जून 2015 के अंक में प्रकाशित होगा। यह आयोग की वेबसाइट www.mppsc.nic.in तथा www.mppsc.com पर भी उपलब्ध रहेगा।आवेदक ऑनलाइन आवेदन-पत्र एमपी ऑनलाइन के अधिकृत कियोस्क पर शुल्क का नगद भुगतान कर जमा कर सकते हैं। आवेदक क्रेडिट/डेबिट कार्ड के साथ ही नेट बेंकिंग द्वारा भी घर बैठे शुल्क भुगतान कर ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं।

Kolar News

Kolar News

गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि सड़क के बीच बिजली के पोल विद्युत विभाग शिफ्ट करे। विभाग पोल की शिफ्टिंग के दायित्व को समझे। श्री गौर ने सड़कों के निरीक्षण के दौरान मनीषा मार्केट शाहपुरा से कोलार की ओर जाने वाली सड़क पर अवरोधक बने बिजली के पोल को शिफ्ट नहीं करने पर अप्रसन्नता जाहिर की। गौर आज सी.पी.ए., नगर निगम, बी.डी.ए., पी.डब्ल्यू.डी. और ट्रेफिक पुलिस अधिकारियों के साथ नगर की सड़कों और चौराहों को यातायात सुधार के उद्देश्य से जायजा ले रहे थे।श्री गौर ने पुरानी जेल, पर्यावास भवन, एम.पी. नगर थाना, गुरुदेव गुप्त रोड, बोर्ड ऑफिस, ज्योति टॉकीज, चेतक ब्रिज, डी.आर.एम. रोड, साकेत नगर अंडर-ब्रिज, शाहपुरा मनीषा मार्केट, कोलार रेस्ट हाउस, पी एण्ड टी चौराहे को देखा, यातायात की समस्याओं और उनको दूर करने के आवश्यक कार्यों को नोट करवाया। श्री गौर ने चौराहों पर आवश्यकतानुसार ट्रेफिक सिग्नल लगवाने तथा सभी विभाग को समन्वय से काम करने के निर्देश दिये।श्री गौर ने कहा कि नगर की सड़कों पर यातायात के बढ़ते दवाब को देखते हुए चौराहों को ऐसा डिजाइन करें जिससे ट्रेफिक बाटलनेक दूर हो। रोटरियाँ छोटी करें और गैर जरूरी रोटरियों को हटायें। चौराहों के आसपास के अतिक्रमण तथा गैर जरूरी निर्माण हटाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि रोड मार्किंग, रोड मरम्मत, डिवाइडर आदि का काम उसी ऐजेन्सी को करना है जिसका रोड है।श्री गौर ने भ्रमण के बाद निवास पर अधिकारियों की बैठक में अगले पन्द्रह दिन में कम्पलाइंस रिपोर्ट देने को कहा। बैठक में सीईओ बीडीए नीरज वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक अनिल माहेश्वरी, एडीशनल कमिश्नर नगर निगम जी.पी.माली, एस.ई. पी.डब्ल्यू.डी. के.पी.एस. राजा मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News

25 जून को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल के महापौर आलोक शर्मा सहित उन सभी शहरों के महापौरों को बुलाया है, जो स्मार्ट सिटी में शामिल किये गये हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री जहां महापौरों से उनकी जरूरतें और प्लान जानेंगे तो अपने टिप्स भी देंगे। इस अवसर पर अमृत योजना की रूपरेखा भी सामने आएगी। महापौर बताएंगे कि किस तरह से शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में काम किया जा है। गौर तलब है कि भारत सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के रूप में भोपाल सहित 5 शहरों का चयन किया गया है। इन शहरों में स्मार्ट सिटी के लिए क्या प्लानिंग की जा रही है और उसकी कार्ययोजना कब तक पूरी हो पाएगी इन मसलों पर भोपाल, जयपुर, मैसूर, गुन्टूर, विजयवाड़ा के महापौर प्रधानमंत्री के सामने अपनी योजना को प्रस्तुत करेंगे। हाल ही में महापौर स्मार्ट सिटी को लेकर अमेरिका में हुई समिट से लौटे हैं। आयुक्त तेजस्वी नायक ने इसके लिए पूरा प्रजेंटेशन तैयार किया है।स्मार्ट भोपाल में क्या-क्या होगा खासविश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ 78.30 एकड़ जमीन पर होगा विकास 473.44 करोड़ विकास और 26.56 करोड़ रुपए रोड नेटवर्क पर होंगे खर्च30 मीटर चौड़ी सिक्सलेन की नई लिंक रोड का निर्माण किया जाएगा30.86 एकड़ में 1200 सरकारी मकान और 8.6 एकड़ का कमर्शियल स्पेसबनेगी डीपीआरसरकार को प्लान की डीपीआर तैयार करवानी होगी। इसके बाद टेंडर आदि करने में ही एक साल निकल जाएगा। इसके बाद अगले पांच साल में यह सिटी बनकर तैयार होगी। यानी वर्ष 2020 तक यह आकार ले सकती है।पब्लिक ट्रांसपोर्ट 500 मीटर की दूरी परवाई फाई सुविधा के साथ 24 घंटे बिजलीसिक्योरिटी सिस्टमसीवेज वाटर को पीने के पानी में बदलने वाली तकनीक।आटोमैटिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टमआटोमैटिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टम।स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टमभोपाल और उसके आसपास के क्षेत्र का ट्रैफिक सिस्टम कैसे स्मार्ट होगा इस संबंध में भी महापौर अपनी प्लानिंग बताएंगे। इसके चलते पुराने और नए शहर के व्यस्त यातायात को मैनेज करने, आने वाले समय में यहां पर चलने वाली लाइट मैट्रो की रूट प्लानिंग और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर भी योजना बनायी जा रही है।

Kolar News

Kolar News

6 जून को एनजीटी में कलियासोत नदी के सीमांकन की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। एनजीटी ने 30 जून से पहले हर हाल में सीमांकन पूर्ण करने को कहा था। फिर भी 5 किलोमीटर का सीमांकन अभी भी शेष है। प्रशासन को चिंता सताने लगी है कि बचे क्षेत्र का सीमांकन होगा कैसे? जब भी सीमांकन की प्रक्रिया चालू करने की तैयारी होती है, पानी गिर जाता है। 22 जून को सीमांकन के लिए दोनों दल जाने वाले थे, लेकिन 21 जून को ही बरसात हो गई। 22 जून को तो पानी ने ऐसी झड़ी लगाई कि सीमांकन कब करेंगे अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया। अब अधिकारी आस लगा रहे हैं कि तीन दिन धूप निकले तो सीमांकन पूर्ण कर लें। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के चलते डेढ़ सप्ताह पहले कलियासोत नदी के सीमांकन का काम रोक दिया गया था और सीमांकन के लिए 22 से 30 जून तक की समयसीमा तय की थी। इसमें पांच किमी नदी के किनारे व 33 मीटर दायरे का सीमांकन होना है, जबकि नदी के 45 किलोमीटर किनारे में से 40 किमी किनारे व 33 मीटर दायरे का सीमांकन पूर्ण हो चुका है। मुनारे भी लगी हैं। जो एरिया बचा वह दानिश कुंज से सर्वधर्म पुल तक के दोनों ओर का है।

Kolar News

Kolar News

लगभग दो लाख आबादी वाले उपनगर कोलार के मुख्य मार्ग के ज्यादातर बस स्टाप पर यात्रियों के लिए न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही शेड बनाए हैं। इससे लोगों को गर्मी हो या बरसात खुले आसमान के नीचे खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है।लोगों ने बताया कि कोलार रूट पर बसों की संख्या में भी कमी कर दी गई है इससे यात्रियों को बस के इंतजार में स्टॉप पर देर तक खड़े रहना पड़ रहा है। बैरागढ़ चीचली से न्यू मार्केट माता मंदिर होते हुए बैरागढ़ तक जाने वाली एसआर-1 रूट की बसों की संख्या पहले एक दर्जन से अधिक थी लेकिन अब महज 4 कर दी है। कोलार रूट पर एसआर-1, एसआर 4 और एसआर 8 की बसें चलाई जा रही हैं। वर्तमान में कोलार रूट पर करीब 50 बसों का संचालन किया जा रहा है, जबकि पहले करीब चार दर्जन बसें चलाई जा रही थीं। बसों की संख्या घटने से यात्रियों को देर तक बस का इंतजार करना पड़ रहा है। पहले लोगों को दस से पंद्रह मिनट के अंतर में बस मिलती थीं, लेकिन अब आधा-पौन घंटे के अंतराल में बस स्टॉप पर आ रही हैं। लोगों का कहना है कि बसों की संख्या कम होने से सवारियों को भरने के चक्कर में बसें देरी से आ पा रही हैं। इस वजह से बस स्टॉप पर बस का देर-देर तक इंतजार करना पड़ रहा है। कंपनी अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहती है, लेकिन यात्री सुविधा पर ध्यान नहीं दे रही है।

Kolar News

Kolar News

मध्‍यप्रदेश में ‘डिजिटल इंडिया सप्‍ताह’ के दौरान 3 जुलाई, 2015 को मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश में संचालित वर्चुअल क्‍लास रूम के छात्र-छात्राओं के साथ सीधे संवाद करेंगे। कॉन्‍फ्रेंसिंग 3 जुलाई को प्रात: 10:30 बजे से होगी। मुख्‍यमंत्री चौहान डिजिटल इंडिया, ई-गवर्नेंस एवं वर्चुअल क्‍लास सहित अन्‍य विषयों पर छात्र-छात्राओं के साथ बात-चीत करेंगे। कार्यक्रम प्रदेश में संचालित लगभग 400 से अधिक वर्चुअल क्‍लास रूम में एक साथ होगा। यह जानकारी आज यहाँ मंत्रालय में डिजिटल इंडिया सप्‍ताह की तैयारियों को लेकर जिलों के साथ हुई वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग में दी गई। सचिव मुख्‍यमंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री हरिरंजन राव ने सप्‍ताह के उद्देश्‍यों एवं उस दौरान विभिन्‍न कार्यक्रम के संबंध में निर्देश दिये। श्री राव ने कहा कि सप्‍ताह के दौरान शिक्षण संस्‍थाओं में डिजिटल इंडिया पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम किये जायें। शिक्षण संस्‍थाओं में क्विज, निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिता की जायें। श्री राव ने वर्चुअल क्‍लास रूम प्रोजेक्‍ट को प्राथमिकता देने तथा इनके सुचारू संचालन को गंभीरता से लेने को कहा। श्री राव ने स्‍वान प्रोजेक्‍ट सुविधा का अधिकतम उपयोग किये जाने की जानकारी भी दी।ई-शक्ति अभियानमैप-आईटी के मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी एम.सेल्‍वेन्‍द्रन ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि सप्‍ताह के दौरान प्रदेश में ई-शक्ति अभियान के द्वितीय चरण की शुरूआत होगी। अभियान में लगभग एक करोड़ महिलाओं को डिजिटली जागरूक एवं साक्षर बनाने का लक्ष्‍य है। उन्‍होंने सप्‍ताह भर के कार्यक्रम से अवगत करवाया। वर्चुअल क्‍लास रूम संचालन संबंधी जिज्ञासा एवं प्रश्‍नों के उत्‍तर भी दिये गये।डिजिटल इंडिया सप्‍ताह मध्‍यप्रदेश में 2 से 7 जुलाई तक विभिन्‍न आयोजन के साथ मनाया जायेगा। सप्‍ताह के दौरान डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के महत्‍वपूर्ण बिन्‍दु एवं उद्देश्‍य से अवगत करवाया जायेगा। इसमें जन प्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी तथा छात्र-छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।सप्‍ताह की शुरुआत नई दिल्‍ली में 1 जुलाई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी करेंगे। इसमें प्रदेश के विज्ञान-प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्‍द्र सिंह एवं सचिव श्री हरिरंजन राव भाग लेंगे। प्रदेश में डिजिटल इंडिया सप्‍ताह पर भोपाल में एक कार्यशाला होगी। कार्यशाला को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्‍द्र सिंह संबोधित करेंगे। वीडियो कान्‍फ्रेंसिंग में आयुक्‍त उच्‍च शिक्षा श्री सचिन सिन्‍हा सहित स्‍कूल शिक्षा, आदिम जाति कल्‍याण, विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं एनआईसी के अधिकारी मौजूद थे।डिजिटल इंडिया कार्यक्रमडिजिटल इंडिया एक महत्‍वाकांक्षी एवं अग्रगामी कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्‍य डिजिटल कनेक्टिविटी को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना है। मुख्‍य रूप से यह कार्यक्रम एक सेतु के रूप में काम करेगा। कार्यक्रम में डिजिटल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, माँग के आधार पर सेवाओं की पूर्ति एवं नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण शामिल है। इसमें नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (NOFN) का अभियान शामिल है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल में ई-पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह व्यवस्था बिचौलियों व भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाएगी। अभी ईर जस्ट्री के साथ-साथ मैन्युअली रजिस्ट्री भी की जाएगी, लेकिन एक माह बाद जब पूरा डाटा आॅनलाइन व सैटअप पूरी तरह तैयार हो जाएगा तो मैन्युअली रजिस्ट्रियां बंद कर दी जाएंगी। वाणिज्यक कर मंत्री जयंत मलैया ने प्रदेश के सभी जिलों में सम्पत्ति के ई- पंजीयन की परियोजना ह्य सम्पदाह्ण (स्टॉम्प एण्ड मैनेजमेंट आॅफ प्रापर्टी एण्ड डाक्यूमेंट एप्लीकेशन) का शुभारंभ करते हुए इस नई सुविधा की जानकारी दी । इस अवसर पर उन्होंने आईएसबीटी परिसर में ई- पंजीयन कार्यालय व रजिस्ट्री में चस्पा होने वाले लोगो का उद्घाटन व लोकार्पण किया और एक ई-रजिस्ट्री भी मौके पर वितरित की। उन्होंने कहा कि आम लोगों को बेहतर सुविधाएँ देने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। इसके लिए शासकीय और प्रशासकीय प्रक्रियाओं में लगातार सुधार किए जा रहे हैं। मप्र पहला राज्य है जहां ई-पंजीयन व्यवस्था लागू हुई है। उन्होंने कहा कि पहले लोगों से राजस्व तो लिया जाता था, लेकिन शासकीय कार्यालयों में उन्हें अच्छी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं करवाई जाती थीं। वर्तमान राज्य सरकार इस स्थिति में सुधार कर रही है। प्रदेश में लागू की गई सम्पत्ति की ई-पंजीयन व्यवस्था इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। प्रदेश के 234 उपपंजीयक कार्यालयों को हाईटैक कर दिया गया है, अब 20-20 करोड़ की लागत से चार जिलों भोपाल, इंदौर, जबलपुर व ग्वालियर में जिला ई-पंजीयन कार्यालय का निर्माण करने को भी मंजूरी दे दी गई है। इस अवसर पर वाणिज्यकर पीएस मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव विधि विरेन्दर सिंह, आईजी पंजीयक एवं मुद्रांक दीपाली रस्तोगी, महापौर आलोक शर्मा, विधायक विश्वास सारंग, नगर निगम आयुक्त तेजस्वी एस. नायक, आदि उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

स्वर्गीय एम.एन. बुच की स्मृति में कोलार पहाड़ी भोपाल में वृक्षारोपण किया जायेगा। इस संबंध में तैयारी के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देशित किया।आज एक बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के पूर्व वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी स्वर्गीय श्री एम.एन. बुच की स्मृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये राज्य शासन द्वारा पौधा रोपण करवाया जायेगा। इसके लिये कोलार पहाड़ी का चयन किया गया है। उन्होंने वृक्षारोपण की तिथि तय करने एवं आवश्यक तैयारियों के लिये निर्देशित किया। रोपण कार्यक्रम में गणमान्य नागरिक आदि को आमंत्रित किया जायेगा। पौधों की देख-रेख वन विभाग द्वारा की जायेगी।बैठक में मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा, प्रमुख सचिव वन ए.पी. श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस एवं एस.के. मिश्रा उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

कोलार के कलियासोत इलाके में बाघ सभी सीमाएं पार कर एक फार्म हाउस में जा घुसा। यहां पर उसने एक युवक पर हमला कर दिया। युवक ने किसी तरह टॉवर पर चढ़कर अपनी जान बचाई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने बाघ को भगाकर युवक को नीचे उतारा। इसके पूर्व भी बाघ को कई बार रिहायशी इलाके में देखा जा चुका है, लेकिन वन विभाग का अमला शायद किसी बड़ी घटना की बाट जोह रहा है। मंगलवार रात करीब 7.15 बजे कलियासोत इलाके के मेंडोरा ग्राम में स्थित बुल मदर फार्म हाउस के अंदर एक बाघ जंगली सुअर का पीछा करते हुए वहां घुस आया। इसी दौरान उसकी नजर फार्म हाउस में चौकीदारी 23 वर्षीय मगन सिंह पर पड़ी। वह मगन सिंह पर झपट पाता इससे पूर्व ही उसने सुरक्षा के लिए लगे टावर पर चढ़कर अपनी जान बचाई, लेकिन बाघ टावर के नीचे ही बैठा रहा। किसी तरह युवक ने अपने साथियों को इसकी जानकारी दी, इसके बाद वन विभाग के अमले को घटना की सूचना दी गई। भीड़ देखकर बाघ घने जंगल की ओर भाग गया।पिछले कई दिनों से लगातार बाघ के कलियासोत में स्थित रहवासी इलाके में लगातार चहलकदमी की जानकारी मिलने के बावजूद भी वन विभाग ने इस मामले में रहवासियों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। उसने विभिन्न स्थानों पर ‘बाघ का क्षेत्र’ के आशय के बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है।

Kolar News

Kolar News

भारतीय सेना में अब ओपन रैली के जरिये भर्ती प्रक्रिया को समाप्त कर दिया गया है। सेना में जाने के इच्छुक उम्मीदवारों को भर्ती के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य किया गया है। यह रजिस्ट्रेशन सेना की वेबसाइटwww.joinindianarmy.nic.in पर जाकर किया जा सकता है। आवेदक अपने व्यक्तिगत कम्प्यूटर, साइबर कैफे, केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा स्थापित सुविधा केन्द्रों से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसके बाद पात्र उम्मीदवारों को आवश्यक दस्तावेज और चिकित्सा संबंधी जाँच के लिये बुलाया जायेगा। यह व्यवस्था एक जुलाई 2015 से लागू कर दी गई है।भारतीय सेना में अक्टूबर-नवम्बर 2015 में बैतूल, विदिशा, राजगढ़, हरदा, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, इंदौर, खरगोन, शाजापुर, आगर-मालवा, रीवा, जबलपुर, बालाघाट, कटनी, सीधी, उमरिया, सिंगरौली, मुरैना, टीकमगढ़, अशोकनगर, सागर और दमोह में ऑनलाइन रजिस्टर्ड पात्र उम्मीदवारों की भर्ती रैली होगी। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया रैली शुरू होने के 45 दिन पहले शुरू होगी और 15 दिन पहले खत्म हो जायेगी।रक्षा मंत्रालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया के पहले चरण को मंजूरी दे दी गई है। इसमें उम्मीदवारों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद भर्ती रैली स्थान पर निर्धारित दिन बुलाकर उनकी शारीरिक क्षमता, दस्तावेज और चिकित्सा जाँच की जायेगी। इसके बाद मेडिकल पास उम्मीदवारों को कामन इन्ट्रेंस एक्जाम के लिये बुलाया जायेगा।

Kolar News

Kolar News

समूचा कोलार क्षेत्र बिल्डरों के चंगुल में फंसा हुआ है। इसलिए ननि की सुविधाओं से कोलारवासी वंचित महसूस कर रहे हैं। दरअसल, जब तक कॉलोनियां ननि के हैंडओवर नहीं होंगी, तब तक कॉलोनियों में विकास नहीं हो पाएगा।ननि अधिकारियों के अनुसार बिल्डरों ने मनमाने तरीके से कॉलोनियों का विकास तो कर दिया, अब वह ननि के मापदंड पर खरे नहीं उतर रहे। मापदंडों को पूरा करने के लिए बिल्डरों से अधिक टैक्स देने के मुद्दे पर कॉलोनियां हैंडओवर का मामला अटका है। बिल्डरों ने कॉलोनियों में पार्क, पार्किंग समेत अनेक मापदंडों का पालन नहीं किया है, जिससे रहवासी बिल्डरों द्वारा अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं, जिन्होंने बिल्डरों से ऊंचे दामों में आवास खरीदा और ननि को टैक्स पेय कर रहे हैं। लेकिन, जब मुलूभतू सविधाओं की बात आती है तो बिल्डर और ननि दोनों ही अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।क्षेत्र की कॉलोनीवासियों ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने वार्ड पार्षद, महापौर, विधायक और निगम कमिश्नर को भी पत्र भेजकर कॉलोनी हैंडओवर की प्रक्रि या शुरू करने में सहयोग के लिए निवेदन किया है। वहीं ललिता नगर में भी कॉलोनी को हैंडओवर कराने के लिए रहवासियों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। रहवासी एकजुट होकर रहवासी समिति का गठन कर रहे हैं, जो कॉलोनी हैंडओवर के लिए काम करेगी। इससे कॉलोनी के 120 से ज्यादा परिवारों को बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी।ननि अधिकारियों की मानें तो पंचायत के समय से ही क्षेत्र का भूगोल बिगड़ना शुरू हो गया था,जो नगर पालिका के समय में ओर तेजी से गड़बड़ा गया। मनमर्जी के खेल में बिल्डरों ने जमीनों और खरीददारों का जमकर दुरुपयोग किया। जहां मर्जी आई, वहां कॉलोनियां तान दी। कॉलोनियों के निर्माण के समय मापदंडों का पालन नहीं किया गया। इसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ नपा अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत शामिल रही।नपा का विलय ननि में होने के बाद कई कॉलोनियां मुलभूत सुविधाओं की बाट जोह रही हैं। दरअसल, नगर निगम ने विलय के बाद से शालीमार गार्डन, सार्इंनाथ, अमरनाथ, मां पार्वती नगर जैसे दर्जनभर से ज्यादा कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस, सफाई और पानी सप्लाई जैसे कामों से हाथ खींच लिए हैं। वो भी सिर्फ इसलिए कि कॉलोनी हैंडओवर नहीं हैं। जबकि नगर पालिका के कार्यकाल में इन कॉलोनी के लोगों को ये सुविधाएं दी जा रही हैं।

Kolar News

Kolar News

कोलार इलाके के प्रतिष्ठित एक्सीलेंस कॉलेज (उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान) की साख दिनोंदिन कम होती जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण कॉलेज में देखने को मिल रहा है। एक्सीलेंस कॉलेज के एक्सीलेंट छात्र-छात्रों की क्लास शुरू नहीं हो पा रही हैं। छात्र टीचरों को ढूंढ रहे हैं, कोई तो हमें पढ़ाए। सिर्फ एक दो लेक्चर के बाद उन्हें घर लौटना पड़ रहा है, लेकिन संस्थान भी मजबूर है। अब छात्रों का गुबार फूटता नजर आ रहा है। शुक्रवार को छात्रों की भीड़ ने डायरेक्टर के आॅफिस का घेराव किया और डॉ. एमलए नाथ से मिलकर जवाब मांगा कि बताइए सर हम ऐसा क्या करें जिससे हमारी पढ़ाई शुरू हो सके? गौरतलब है कि छात्रों की समस्या को पीपुल्स समाचार ने पिछले अंक में प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद छात्र डॉयरेक्टर से मिले और उनसे मार्गदर्शन मांगा। हालांकि डॉयरेक्टर की समझाइश के बाद छात्रों का गुस्सा काफी हद तक शांत हुआ, लेकिन उन्होंने डायरेक्टर को एक सप्ताह का समय दिया है। इस बीच संस्थान को टीचर्स नहीं मिलते हैं तो छात्र प्रमुख सचिव और उच्चशिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचेंगे। खास बात यह है कि यह यहां के विद्यार्थी किसी छात्र संगठन का सहारा भी नहीं ले रहे हैं। फिर भी एक बड़ी संख्या में छात्र एक एकजुट हैं।छात्रों का कहना है कि पढ़ाई ठप जैसी ही है। जहां पहले चार से पांच लेक्चर लगते होते थे अब मुश्किल से एक या दो लेक्चर हो रहे हैं। उनका कहना है कि ज्यादातर छात्र ऐसे हैं जो 12वीं में 90 या इससे अधिक फीसदी अंक लाए हैं, तब जाकर यहां एडमिशन मिला है। खास बात यह है कि यहां से सिर्फ बीए, बीएससी करने के लिए छात्र मोटी फीस अदा करते हैं।

Kolar News

Kolar News

गणेश और दुर्गा उत्सवों में अब पीओपी (प्लास्टर आॅफ पेरिस), सिंथेटिक रंगों और बड़े आकार की मूर्तियां नहीं बन सकेंगी। एनजीटी ने सख्ती दिखाते हुए अपने आदेश में कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीगढ़ सरकारों को मूर्तियों के संबंध में सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की गाइडलाइंस को फॉलो करना होगा। एनजीटी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश शासन के गृह सचिव को तलब कर इस मामले पर सफाई मांगी। एनजीटी ने सरकारी वकील से कहा कि अब फालतू के बहाने नहीं चलेंगे। विसर्जन में सिर्फ एक महीने का समय बचा है, आप लोगों को अभी से इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा। प्रशासन की तरफ से तर्क दिए गए कि मूर्तियों के लिए अलग से विसर्जन कुंड बनवाए जा चुके हैं, जिस पर एनजीटी ने कहा कि यह सबसे आखिरी का काम है, विसर्जन कुंड तो बनाए ही जाने हैं लेकिन उससे पहले पीओपी और सिंथेटिक कलर्स वाली मूर्तियों का निर्माण ही रोकना है। कोर्ट ने यह भी कहा कि जहां बड़ी मूर्तियां बन रही हैं, उन्हें नष्ट किया जाए।एनजीटी में यह मामला काफी लंबे समय से चल रहा है और इससे पहले भी एजनजीटी द्वारा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली मूर्तियों के निर्माण को रोकने के लिए कहा जा चुका है। जबकि हकीकत यह है कि पीओपी से मूर्तियां बनाने का काम अभी भी चल रहा है और इनका आकार भी पीसीबीसी के मापदंडों से बड़ा है। प्रशासन की सुस्ती के कारण हालात जस के तस हैं। न तो मूर्तियां बनाने वालों को इस बारे में कोई गाइडलाइन बताई गई है और न इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कोई प्रयास किया जा रहा है। इससे संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारियों से लगातार भाग रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

देश में सबसे कम दाम पर मध्यप्रदेश को सोलर बिजली मिलेगी। 300 मेगावॉट सोलर बिजली के लिए पावर मैनेजमेंट कंपनी ने लांग टर्म के लिए बुधवार को टेंडर ओपन किए। इसमें मारिशस की स्काई पावर साउथ ईस्ट एशिया होल्डिंग लिमिटेड ने सबसे कम दर 5 स्र्पए 5 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से टेंडर दिया, जिसे मंजूर कर लिया गया।पिछले वर्ष हुए टेंडर में प्रदेश ने 6 स्र्पए 50 पैसे के हिसाब से सोलर बिजली खरीदने का अनुबंध किया था।कंपनी के एमडी संजय शुक्ला ने बताया कि लांग टर्म में 300 मेगावॉट सोलर बिजली के लिए 100 निवेशकों ने 3744 मेगावॉट सोलर बिजली के टेंडर जमा किए थे।इनमें देश की नामी कंपनियों में रिलायंस पॉवर, अडानी पॉवर, एक्मे, वेलस्पन, सन एडीसन और दो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कम्पनी और एनएचडीसी ने भाग लिया। निविदा प्रक्रिया के आधार पर मप्र को 25 वर्ष तक 5 स्र्पए 5 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से 300 मेगावॉट सोलर बिजली मिलती रहेगी। कंपनी एक से डेढ़ साल में राज्य को बिजली सप्लाई करना शुरू कर देगी।

Kolar News

Kolar News

वन विभाग ने केरवा-कलियासोत जंगल के बीच अपनी टेरेटरी बना चुके बाघ-बाघिन को सड़क किनारे आने से रोकने के लिए जाली लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह जाली बुल मदर फार्म से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की कोठी यानी केरवा कोठी तक लगाई जाएगी। करीब एक महीने पहले बाघ टी-वन बुल मदर फार्म के आसपास देखा गया । इसके पीछे का कारण पुरानी जाली टूटना बताया गया था। इसके बाद वन विभाग ने फिर से मजबूत जाली लगाने का निर्णय लिया। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक करीब दो किलोमीटर लंबी इस जाली को लगाने में लगभग 30 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसका काम शुरू कर दिया गया है।

Kolar News

Kolar News

जनसंपर्क संचालनालय में आज विभाग के सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को भावभीनी विदाई दी गई।आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन ने सेवानिवृत्ति पर शीघ्रलेखक रामकृष्ण शुक्ल और प्रचार सहायक ग्रेड-1 ताहिर हाशमी के उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएँ दीं। आयुक्त जनसंपर्क ने श्री शुक्ल एवं श्री हाशमी को शॉल-श्रीफल भेंट किया। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क परिवार हमेशा उनका सहयोगी रहेगा।इस मौके पर संचालक जनसम्पर्क अनिल माथुर तथा अपर संचालक मंगला प्रसाद मिश्रा, सी.के. सिसोदिया एवं अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 10वाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन विश्व स्तरीय भव्य आयोजन होगा। इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही है। आयोजन संबंधी व्यवस्थाएँ त्रुटि रहित और सुचारू हो, इसके व्यापक स्तर पर प्रयास किये गए हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में हिन्दी का महत्व बढ़ रहा है। अन्य देशों के लोग हिन्दी सीख रहे हैं। ऐसे समय में भोपाल में सम्मेलन का आयोजन हिन्दी के लोकव्यापीकरण का माध्यम बनेगा।मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात यहाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन की तैयारियों के अवलोकन के दौरान कही। उन्होंने आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। इस अवसर पर प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष श्री अनिल माधव दवे, सांसद श्री आलोक संजर, मुख्य सचिव श्री अंटोनी डि सा और महानिदेशक पुलिस श्री सुरेन्द्र सिंह मौजूद थे।श्री चौहान ने कहा कि भोपाल का सौभाग्य है कि भारत में 32 वर्षों के अंतराल में होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन की मेजबानी का अवसर उसे मिला है। यह भारत में होने वाला तीसरा सम्मेलन है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित करेंगे। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज पूरे समय सम्मेलन में उपस्थित रहेंगी। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह भी सम्मेलन में शामिल होंगे। समापन सत्र में प्रसिद्ध कलाकार श्री अमिताभ बच्चन का उदबोधन होगा। उन्होंने बताया कि देश-विदेश से हिन्दी के उदभट विद्वान सम्मेलन में शामिल होंगे। करीब 5 हजार विद्वान उदघाटन एवं समापन सत्र में शामिल रहेंगे। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। सम्मेलन अवधि 10 से 12 सितम्बर के दौरान 2 हजार से अधिक विद्वान निरंतर तीन दिन तक हिन्दी के प्रसार के 16 आयामों पर चर्चा करेंगे। हिन्दी में बाल साहित्य, प्रशासनिक कार्य और हिन्दी में प्रौद्योगिकी विषयों का शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों के समानांतर सत्र आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का विचार मंथन हिन्दी के विकास के व्यावहारिक अवरोधों को दूर करने में सहायक प्रयासों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

Kolar News

Kolar News

दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन के दूसरे दिन 'हिन्दी पत्रकारिता और संचार माध्यमों में भाषा की शुद्धता'' पर समानांतर सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखिका मृणाल पाण्डे ने की। सत्र में नरेन्द्र कोहली ने कहा कि हिंग्लिश से भाषा समृद्ध नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मिलने और सम्पर्क करने का स्थान रू-ब-रू ने ले लिया है।श्री कोहली ने कहा कि शुद्ध हिन्दी लिखने और बोलने वालों के संरक्षण की जरूरत महसूस होने लगी है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा अंग्रेजी में होने के कारण अभिभावक बच्चों को शुरू से ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाते हैं। शब्दों का प्रचलन संचार माध्यम करते हैं। श्री कोहली ने कहा कि शिक्षा नीति में सुधार की जरूरत है।वरिष्ठ पत्रकार और लेखक ओम थानवी ने कहा कि हिन्दी समावेशी है। इसमें अच्छे शब्दों को प्रचलन में लाना चाहिये। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शब्दों का उपयोग कर सोचते हैं कि हम आधुनिक हो रहे हैं।वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने कहा कि भाषा की शुद्धता की जगह स्वच्छता जरूरी है। हिन्दी और उर्दू सहोदरी हैं। श्री देव ने कहा कि लोग हिन्दी में बोलने में लज्जा महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि एफ.एम. चेनल हिन्दी की हत्या कर रहे हैं। सम्मेलन में सर्व-सम्मति से चेनल प्रमुखों को इस संबंध में पत्र लिखने का प्रस्ताव पारित होना चाहिये। सत्र में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा और वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

ट्रांसमिशन हानि का स्तर घटकर 2.82 प्रतिशत हुआ मध्यप्रदेश में बिजली की उपलब्धता वर्ष 2003 के मुकाबले 240 प्रतिशत बढ़ी है। अटल ज्योति अभियान की सफलता प्रदेश में जून 2013 से गैर कृषि उपभोक्ता को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली दी जा रही है। वर्ष 2003 में राज्य में 4530 मेगावाट बिजली की उपलब्धता थी, जो वर्ष 2015 में बढ़कर 15 हजार 400 मेगावाट हो गई है। अब प्रदेश में वर्ष 2022 तक बिजली की माँग की आपूर्ति के हिसाब से बिजली की व्यवस्था कर ली गई है।ऊर्जा विभाग ने पिछले चार वर्ष में ट्रांसमिशन प्रणाली की ट्रांसफार्मेंशन क्षमता में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। वर्ष 2010-11 में यह क्षमता 34 हजार 232 एमव्हीए थी। वर्ष 2014-15 में बढ़कर यह 45 हजार 457 एमव्हीए हो गई। इसी दौरान 50 नये अति उच्च दाब केन्द्र स्थापित किये गये हैं। प्रदेश में वर्ष 2003 में ट्रांसमिशन प्रणाली क्षमता 3890 मेगावाट हुआ करती थी, जो वर्ष 2015 में बढ़कर 12600 मेगावाट हो गई है। वर्तमान में प्रदेश में ट्रांसमिशन हानियों का स्तर 2.82 प्रतिशत है, जो कि देश में न्यूनतम स्तर पर है। प्रदेश में बिजली के सुधार के क्षेत्र में फीडर विभक्तिकरण के साथ अधोसंरचना के व्यापक काम किये गये हैं। इन 4 वर्ष में 11 के.व्ही. लाइनों की लम्बाई में 55 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की गई है। प्रदेश में मार्च 2015 की स्थिति में 11 के.व्ही. लाइन 3 लाख 13 हजार किलोमीटर लम्बाई की थी, जो मार्च 2011 की स्थिति में मात्र 2 लाख 2 हजार किलोमीटर हुआ करती थी।प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या भी बढ़ी है। वर्ष 2003 में ये 63 लाख 96 हजार थे, जो अब बढ़कर एक करोड़ 15 लाख के करीब पहुँच गई है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की गुणवत्ता सुधार की तरफ विद्युत वितरण कम्पनियों ने विशेष ध्यान दिया है। पिछले 4 वर्ष में ट्रांसफार्मर की संख्या में 74 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मार्च 2011 में प्रदेश में 2 लाख 67 हजार ट्रांसफार्मर थे, जो मार्च 2015 में बढ़कर 4 लाख 65 हजार हो गये। इसी तरह 35 के.व्ही. उप-केन्द्र अब बढ़कर 3,150 हो गये हैं।प्रदेश की 3 विद्युत वितरण कम्पनी के कार्य क्षेत्र में उच्च दाब कनेक्शन ऑनलाइन दिए जाने की सुविधा शुरू की गई है। अब उच्च दाब कनेक्शन के लिए आवेदक को कंपनी के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। कनेक्शन के लिये आवश्यक राशि के भुगतान की व्यवस्था भी ऑनलाइन की गई है। निर्धारित 14 दस्तावेज को कम कर 2 तक सीमित कर दिया गया है। प्रदेश में 33 के.व्ही. तक के विद्युत कनेक्शन को जारी करने हेतु विद्युत निरीक्षक से चार्जिंग परमिशन के स्थान पर तृतीय पक्ष निरीक्षण की सुविधा लागू की गई है।

Kolar News

Kolar News

भोपाल के कोलार से लगे बाहरी इलाकों में कलियासोत के जंगलों से लेकर , मंडोरा, वाल्मी, बैरागढ़ चीचली, कोलार क्षेत्र आदि के 40 किलोमीटर के दायरे में इन दिनों बाघों की दशहत फैली हुई है। बाघों को रोकने के लिए विभाग ने जाली लगाने का काम शुरू किया था लेकिन वह धीमी गति से चल रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या विभाग किसी की जान जाने के बाद ही जागेगा। क्योंकि पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ रवि श्रीवास्तव, एके सिंह वन संरक्षक, भोपाल महेन्द्र यादुवेन्द्र, सीपीएफ भोपाल रवि खुड़े, उप वनमंडल अधिकारी सहित निचले तबके के वह सभी अधिकारी जिम्मेदार हैं जो अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए बाघों के मूवमेंट को नैचुरल बता रहे हैं।कुछ माह पहले बाघ मेंडोरा और मेंडोरी के आसपास जंगलों में देखा गया था। इसके बाद यहां ग्रमीणों में काफ दहशत फैल गई थी। बाद में बाघ का मूवमेंट यहां से कलियासोत और केरवा की ओर ज्यादा देखा गया।6 सितंबर 2015: केरवा क्षेत्र में एक महिला का बाघ से सामना हुआ। गनीमत यह रही कि इसी बीच केरवा की ओर से कार में आ रहे तीन युवकोंं ने उन्हें बाघ के सामने देखा तो खींचकर कार में बैठा लिया।2 अगस्त 2015: कलियासोत के पास दिखा बाघ, बाइक सवार छात्रों ने बाघ टी-1 का फोटो खींचा था।3 अगस्त 2015: चंदनपुरा के पास बाघ का मूवमेंट। वन विभाग की टीम ने सैलानियों को भगाया।15 सितंबर 2015: नंदिन गौशाला में गाय पर बाघ का हमला।17 सिंतबर 2015: कोलार मेन रोड से तीन किमी की दूरी पर बैरागढ़ चीचली में चरवाहे जंगल जा रहे थे। तभी बाघ ने जानवरों के समूह और चरवाहों पर हमला बोल दिया था। बाघ की दहाड़ सुन पास में मवेशी चरा रहे चरवाहों ने शोर किया तो बाघ जंगल में भाग गया।दिनेश यादव, चरवाहा जिसे बाघ दिखा था

Kolar News

Kolar News

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जापान यात्रा में भोपाल - इंदौर मेट्रो रेल परियोजना के लिये जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेन्सी (जायका) के साथ विस्तार से चर्चा हुई। जायका ने मध्यप्रदेश के साथ इस परियोजना में भागीदारी करने में रूचि दिखाई है। इस परियोजना में भोपाल-इंदौर के बीच रेल्वे लाइन बिछाने पर 12 हजार करोड़ की लागत आयेगी। जायका जल्द ही भोपाल और इंदौर में अध्ययन के लिये तकनीकी दल भेजेगा, जो विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में मदद करेगा। इस प्रकार इंदौर-भोपाल मेट्रो रेल परियोजना में जायका मध्यप्रदेश का तकनीकी सहयोगी बनेगा।इसके अलावा मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं वाली अन्य योजना पर भी जायका की भागीदारी के विभिन्न पहलु पर विस्तार से चर्चा हुई। इसमें कम लागत की आवास इकाइयों के निर्माण और स्मार्ट सिटी के विकास में सहयोग की संभावनाओं पर विशेष चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि जायका ने मध्यप्रदेश ट्रांसमिशन सिस्टम मार्डनाइजेशन परियोजना के लिये 1038 करोड़ की ऋण सहायता स्वीकृत की है। इस परियोजना से विद्युत प्रदाय व्यवस्था और ज्यादा सुदृढ़ होगी और वितरण में सुधार आयेगा।बैठक में जायका के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश की अभूतपूर्व प्रगति के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सोयाबीन का उत्पादन बढ़ाने में भी जायका सहयोग देने के लिये तैयार है। श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल प्रदाय और राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटन विकास की परियोजनाओं पर चर्चा की। ग्रामीण पेयजल परियोजना से दस लाख ग्रामीण लोगों को नल-जल व्यवस्था के माध्यम से पेयजल मिलेगा।

Kolar News

Kolar News

कोलार के केरवा-कलियासोत क्षेत्र में घूम रहे बाघ को देखने के लिए अब पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। मंगलवार शाम करीब पांच बजे 13 शटर के नीचे पानी पीने आया बाघ कुछ देर के लिए पत्थरों पर बैठ गया। यहां से जो भी राहगीर निकल रहे थे वे बाघ को देखने के लिए रुक गए। यहां करीब 200 से अधिक राहगीरों के रुकने के कारण रोड पर जाम के हालात बन गए। गश्त कर रहे कर्मचारी राहगीरों को वहां से खदेड़ने की नाकाम कोशिश करते रहे। वन अधिकारियों का कहना है कि बाघ शाम के समय अक्सर यहां पानी पीने आता है। ऐसे में लोग यहां बाघ देखने खड़े हो जाते हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब बाघ सामने बैठा है अगर वह छलांग लगाकर सड़क पर खड़े दर्शकों पर अटैक करता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? गौरतलब है कि वन विभाग ने बाघ की सुरक्षा के साथ ही पर्यटकों को यहां आने से रोकने के लिए तीन स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए हैं बावजूद इसके बाघ देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ने लगा है। बाघ यहां गश्त करने वाले कर्मचारियों पर पूर्व में हमला कर चुका है। ऐसे में यहां खड़े दर्शकों की तरफ बाघ छलांग लगाता है तो हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। बाघ की सुरक्षा और पर्यटकों को रोकने के लिए यहां 30 कर्मचारियों को तैनात कर रखा है, लेकिन वे पर्यटकों को यहां तफरीह करने से नहीं रोक पा रहे हैं।

Kolar News

Kolar News

मंजिल तक पहुंचने के लिए रास्ते भी ढूंढने होंगे - पंकज दुबेआज युवाओं को जीवन में कुछ नया करने के लिए सपने देखना चाहिए और उन सपनों को साकार करने के लिए रास्ते खुद चुनना चाहिए। सिर्फ सपने देखने से मंजिल नहीं मिलती है। अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए रास्ते भी ढूंढने होंगे और उसे पाने के लिए परिश्रम भी करना होगा। यह विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में युवा फिल्मकार एवं चर्चित बेस्ट सेलर उपन्यास ‘लूजर कहीं का’ के लेखक पंकज दुबे ने व्यक्त किए। वे अपनी नई पुस्तक 'इश्कियापा' पर चर्चा के दौरान पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।दुबे ने कहा कि वर्तमान में बेस्ट सेलर उपन्यासों पर फिल्में बन रही हैं। आज के दौर में लेखन और फिल्मों में वैसा विजन नहीं दिखाई देता, जैसा होना चाहिए। हर फिल्म और पुस्तक के दर्शक और पाठक अलग-अलग होते हैं। प्रत्येक बेस्ट सेलर उपन्यास पर अच्छी फिल्म बन जाए ऐसा जरूरी नहीं है।उपन्यास को फिल्म का रूप देने के लिए उसे फिल्म की दृष्टि से देखना जरूरी है। मीडिया के जो विद्यार्थी फिल्म निर्माण में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं उन्हें पहले अपने कॉन्सेप्ट पर पांच मिनट की एक फिल्म बनाना चाहिए। उस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के उपरांत ही उसे संपूर्ण फिल्म की शक्ल देना चाहिए। व्याख्यान के दौरान विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक डॉ. सच्चिदानंद जोशी, विभागाध्यक्ष, जनसंपर्क, डॉ. पवित्र श्रीवास्तव एवं निदेशक प्रोडक्शन, आशीष जोशी उपस्थित रहे।

Kolar News

Kolar News

सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री आर्य की अध्यक्षता में विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अभ्यर्थी द्वारा चाहे जाने पर उन्हें उनकी कॉपी की प्रतिलिपि 24 घंटे के अंदर उपलब्ध करवाने वाला देश का पहला राज्य मध्यप्रदेश है। यह जानकारी आज सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य की अध्यक्षता में हुई विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में दी गयी। बताया गया कि अभ्यर्थी को सशुल्क ऑनलाइन दी गयी परीक्षा की कॉपी उपलब्ध करवायी जा रही है।बैठक में बताया गया कि प्रदेश में नवम्बर, 2015 तक एक करोड़ 24 लाख 98 हजार 762 डिजिटल जाति प्रमाण-पत्र बनाये गये हैं। अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरणों में अवयस्क बच्चों के लिये 7 वर्ष की सीमा को शिथिल कर उनके वयस्क होने के एक वर्ष तक अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने का प्रावधान किया गया है। साथ ही कार्यभारित/आकस्मिकता निधि/दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के दिवंगत होने पर मिलने वाला अनुकम्पा नियुक्ति अनुदान एक लाख 25 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया गया है।बताया गया कि प्रशासन अकादमी में इस वित्त वर्ष में अभी तक 8,451 प्रशिक्षणार्थी को लाभान्वित किया गया। वर्ष के अंत तक यह संख्या लगभग 10 हजार के ऊपर होगी। समग्र कार्यक्रम के जरिये अब तृतीय श्रेणी कर्मचारी को भी प्रशिक्षण दिये जाने का लक्ष्य है। इसमें हर जिले के लिये दो-दो मास्टर-ट्रेनर तैयार किये जा रहे हैं। बैठक में मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) संगठन और राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा किये जा रहे कामों का भी ब्यौरा दिया गया।बैठक में विधायक डॉ. आर.के. दोगने और श्री उमंग सिंघार सहित प्रमुख सचिव श्री एम.के. वार्ष्णेय, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव श्री मनोहर दुबे, अकादमी की संचालक श्रीमती शिखा दुबे, मुख्य तकनीकी परीक्षक श्री एन.के. कश्यप तथा उप सचिव श्री चन्द्रभान पड़वार उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

कोलार ,केरवा ,कलियासोत क्षेत्र में बीते तीन माह से सक्रिय बाघ और बाघिन का फिलहाल कोई अतापता नहीं है। वन अधिकारियों का कहना है कि बीते दिनों हुई सर्चिंग से बाघ-बाघिन घने जंगल में चले गए हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि यह बाघ-बाघिन भोपाल सर्किल में हैं या नहीं इसकी सुध भी नहीं ली गई। उधर वन्य प्राणी विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ अपनी टेरेटरी एक बार बना लेता है, तो वह उसी के इर्द-गिर्द रहता है। ऐसे में बाघ की सर्चिंग और उसकी निगरानी नहीं होना सवाल खड़े कर रहा है। केरवा-कलियासोत क्षेत्र में सक्रिय रहे दो नर बाघ और एक बाघिन को शहरी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए वन विभाग ने इनकी शिफ्टिंग का प्लान बनाया था। पहले तय किया गया था कि बाघ-बाघिन को ट्रेंक्युलाइज कर उसे कॉलर आईडी पहनाया जाएगा, लेकिन बाद में अभियान यह कहकर बंद कर दिया कि बाघ-बाघिन सघन जंगलों में चले गए हैं। सर्च अभियान चलाने के बाद से वन अधिकारियों ने हाथियों से हांका लगाने के साथ ही डॉक्टरों की टीम ने भी इसकी सर्चिंग की थी। उधर हांका लगाने के लिए कान्हा और पन्ना टाइगर रिजर्व से लाए गए हाथियों को भी पार्क के लिए रवाना कर दिया गया है। बताया जाता है कि पहले विभाग की योजना 27 नवंबर से दोबारा सर्च अभियान चलाने की थी। इसको देखते हुए हाथियों को भोपाल में ही रखा गया था, लेकिन विभाग ने बाद में चारों हाथियों को वापस भेज दिया।

Kolar News

Kolar News

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश में कम से कम 5 साल तक कॉलेज संचालित करने वाली संस्था को ही नया विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति दी जायेगी। श्री गुप्ता ने यह निर्देश मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की बैठक में दिये।श्री गुप्ता ने कहा नया विश्वविद्यालय शुरू होने के पहले यदि यूजीसी द्वारा निर्धारित अवधि में निरीक्षण नहीं करवाया जाता है तो राज्य सरकार उसका निरीक्षण करवाने के बाद ही अनुमति जारी करेगी। उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों के छात्रों से ली गयी फीस में विनियामक आयोग और उच्च शिक्षा कोष में जमा होने वाली निर्धारित राशि शीघ्र जमा करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों के अध्यादेश में आवश्यक संशोधन शीघ्र करने के निर्देश भी दिये।बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा के.के. सिंह, आयुक्त उच्च शिक्षा उमाकांत उमराव, आयोग के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश पाण्डे एवं सदस्य उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

ख्याति गुप्ता कोलार इलाके में सस्ते एलईडी बल्व बाँटने की योजना की शुरुवात 26 जनवरी को दानिश कुंज बिजली घर से की जाएगी । सबसे पहले कोलार इलाके के स्लम एरिया में रहने वाले उन उपभोक्ताओं के एलईडी बल्व दिए जायेंगे जिनकी माली हालत ठीक नहीं है ,इन बल्वों का पैसा थोड़ा थोड़ा कर के बिजली के बील में आएगा । एक परिवार को आठ वॉट के अधिकतम 10 बल्ब मिलेंगे। प्रत्येक बल्ब की कीमत 80 से 100 रुपए होगी। बाजार में एक एलईडी बल्ब की कीमत 350 से 600 रुपए तक होती है।मप्र ऊर्जा विकास निगम के एमडी मनु श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में एलईडी बल्ब का वितरण 26 जनवरी से शुरू होगा। जल्द ही केंद्र सरकार तीन करोड़ बल्ब खरीदकर हमें देगी, जिन्हें प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को वितरित किए जाएंगे।पहले चरण में पूरे प्रदेश में तीन करोड़ एलईडी बल्ब बांटने का लक्ष्य है। योजना के तहत बिजली कर्मचारी लोगों को घर-घर जाकर बल्ब देंगे। साथ ही कुछ क्षेत्रों में कैंप लगाकर बल्ब बांटे जाएंगे। इनको लेने के लिए बिजली बिल व परिचय पत्र देना होगा। एलईडी बल्ब बिजली कनेक्शन के आधार पर मिलेंगे। एक घर में जितने कनेक्शन होंगे, उसके आधार पर बल्बों की संख्या तय होगी।केंद्र सरकार ने एलईडी बल्ब बांटने का निर्णय बिजली की खपत कम करने के लिए लिया है। केंद्र सरकार ने प्रदेश में तीन करोड़ एलईडी बल्ब बांटने के लिए टेंडर कर दिए हैं। इसके लिए करीब 300 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। अगले महीने से प्रदेश को बल्ब की सप्लाई शुरू हो जाएगी।बल्ब की तीन साल की वारंटी होगी। इसका उल्लेख टेंडर में भी किया गया है। आमतौर पर एलईडी बल्ब सीएफएल के मुकाबले तीन गुना से अधिक चलते हैं। सीएफएल बल्ब की जीवन अवधि 8 हजार घंटे होती है, जबकि एलईडी बल्ब की जीवन अवधि 25 हजार घंटे होती है। इस तरह एलईडी बल्ब लगाने के बाद इसे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही ये टूटते भी नहीं हैं।ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों का कहना है कि वह बिजली उपभोक्ताओं को सीएफएल या पुराने बल्ब की बजाय एलईडी बल्ब इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेंगे। घर-घर जाकर भी इसकी जानकारी दी जाएगी और लोगों को बल्ब उपलब्ध कराए जाएंगे। रेडियो, टीवी व अखबारों में विज्ञापन के जरिए भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। ये बल्ब खरीदना अनिवार्य नहीं होगा।

Kolar News

Kolar News

कोलार में कॉलोनियों के अंदर दर्जनों अवैध हॉस्टल संचालित किए जा रहे हैं। जिसकी संख्या निगम के पास भी नहीं है। यदि कॉलोनियों में ऐसे भवनों की जांच करवाई जाए तो हजारों की संख्या में अवैध हॉस्टल के संचालन का बड़ा खुलासा होगा। इन अवैध हॉस्टलों की वजह से आम नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है।छात्रों की धमाचौकड़ी के कारण आसपास रहने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इनके बारे में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे क्षेत्र की जनता खासी परेशान है। लोगों का कहना है कि रिहायशी कॉलोनियों के बाहर हॉस्टल का संचालन किया जाना चाहिए। जिससे कोई को परेशानी नहीं हो। इधर नगर निगम के अपर आयुक्त का कहना है कि जल्द ही एक सर्वे कराया जाएगा जहां अवैध हॉस्टल का संचालन पाया गया उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।कोलार उपनगर में कॉलोनियों के अंदर रसूखदारों ने बड़ी-बड़ी इमारतें बना रखी है। जिनके कमरों को किराया पर चलाया जा रहा है। खास बात यह है कि हॉस्टल संचालक के लिए निर्धारित मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए संचालित किए जा रहे हैं। इनमें न तो आग से बचाव के कोई संसाधन हैं और न ही किसी आकस्मिक खतरे से भागने के कोई उपाय हैं। अगर यहां पर किसी भी प्रकार की विपदा आती है तो यहां पर बड़ा हादसा हो सकता है

Kolar News

Kolar News

ममता यादव कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने एक सवाल क्या पूछा भोपाली मीडिया के पत्रकार एक—दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू हो गये। खुराफाती लोग पड़ गये वेबसाईटों को दिये गये विज्ञापनों के पीछे। इस सब में जो दिग्गज नाम गिरामी लोग थे उनका तो कुछ नहीं लेकिन जो नये काम करने वाले पत्रकार थे उनका सारे मध्यप्रदेश के पत्रकारों ने फोन मैसेज करके जीना मुश्किल कर दिया। ऐसे में मल्हार मीडिया ने वो सवाल उठाये हैं जो वास्तव में पत्रकारिता के हित में खुद पत्रकारों को पूछने चाहिए और बाला बच्चन से उम्मीद की जाती है कि वे इन्हें विधानसभा के अगले सत्र में जरूर उठायें पत्रकारिता की आढ़ में दलाली और वो सारे काम करने वाले जो गैरवाजिब माने जाते हैं करने वाले लोग न्यूज वेबसाईट्स को लेकर बूढ़ी बुआओं की तरह छाती पीटते नजर आ रहे हैं। अब तक कईयों को सफेद साड़ी पहना चुकी इन बूढ़ी बुआओं का हाजमा इसलिये बिगड़ गया क्योंकि ये लोग स्वीकार ही नहीं कर सकते कि तमाम पत्रकार ईमानदारी से वेबसाईट चलाकर काम करके खुद प्रगति कर सकते हैं और अपना घर चला सकते हैं। यहां सवाल न तो पत्रकारिता की बूढ़ी बुआयें हैं और न इनके सिरमौर बने कांग्रेस विधायक बाला बच्चन। यहां सवाल यह है कि क्या बाला बच्चन में इतनी ताकत है कि वो दैनिक भास्कर, पत्रिका, नई दुनिया, दैनिक जागरण, स्वदेश, देशबंधु, या वेंटीलेटर पर पड़े मरीजों की तरह निकलने वाले कई छोटे अखबार मैगजीन को मिलने वाले विज्ञापनों के बारे में सवाल पूछ सकते हैं। बाला बच्चन की नासमझी तो इस बात से ही जाहिर हो गई कि उन्हें पता ही नहीं कि वेब मीडिया होता क्या है?उन्होंने अपने सवाल में वेबसाईट,वेबपोर्टल दोनों शब्दों का जिक्र किया है। बाला बच्चन न तो नये जमाने से सरोकार रखते हैं और न ही नये जमाने के मीडिया से। अपनी विधायकी में रंगे हुये तमाम सारे बाला बच्चनों से निवेदन है कि वो विधानसभा में सवाल लगायें और पूछें कि दैनिक भास्कर और उससे जुड़े अन्य संस्थानों को कितना विज्ञापन मिला। हम जानते हैं इतना करने की क्षमता नहीं है अगर उन्होंने ऐसी गलती की तो उनका हश्र भी वैसा ही हो जायेगा जैसा उन तमाम विधायकों का हुआ जो अब विधायक नहीं हैं। इस समय के राजनेताओं की क्षमता सिर्फ छोटों पर आक्रमण और बड़ों के तलवे सहलाने से ज्यादा नहीं है। बाला बच्चन से निवेदन है कि अगर वो पत्रकारिता का भला चाहते हैं तो सवाल लगायें और पूछें कि मध्यप्रदेश में ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके उपर गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके अदालतों से वारंट और स्थायी वारंट जारी हैं और ये रसूख के दम पर अपना साम्राज्य फैलाये हुये हैं। बाला बच्चन से निवेदन है कि वो ये सवाल भी सरकार से पूछें कि ऐसे कितने लोग हैं जो पत्रकारिता की आढ़ में गलत काम कर रहे हैं साथ ही सरकार से अधिमान्यता भी लिये हुये हैं। अधिमान्यता के सामान्य नियम हैं कि सरकार किसी भी अपराधी को पत्रकार होने का सरकारी तमगा नहीं देगी। वे यह भी पूछें आमतौर पर आवेदन लगाने के कितने समय बाद पत्रकारों को अधिमान्यता आसानी से मिल जाती है नियमों के तहत। लेकिन ऐसा करने के लिये जिस साहस की जरूरत है वो बाला बच्चन में नजर नहीं आता है। बाला बच्चन पत्रकारों के हित में सवाल लगाकर यह भी पूछें कि ऐसे कितने न्यूज चैनल हैं जो सैटेलाईट पर तो कम और व्हाट्सएप पर ज्यादा नजर आते हैं उनको कितने—कितने विज्ञापन और क्यों चलाये जाते हैं। बाला बच्चन से एक निवेदन और है कि आम श्रमजीवी मेहनतकश खबरों से सरोकार रखने वाले पत्रकारों के हित में वे यह भी पूछें कि ऐसे कितने अखबार हैं जो मजीठिया आयोग की सिफारिशों को लागू किये हुये हैं। बाला बच्चन सरकार से यह भी पूछें कि क्या आम पत्रकार को वो सभी सुविधायें मिल रही हैं जिसके वे हकदार हैं? नये जमाने के नये वेबमीडिया को लेकर बाला बच्चन ने अपने सवाल के जरिये जो काठ की हांडी चढ़ाई थी वो तो अब जल चुकी है लेकिन सवाल बाला बच्चन की नियत का है। एक आम पत्रकार के हक में वो ये सवाल भी विधानसभा में पूछें और उन पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही भी करवायें जो दशकों से सरकारी मकानों में कब्जा जमाये बैठे हैं? सरकार से नाममात्र की राशि पर खैरात में जमीन लिये बैठे हैं और उसके बाद सरकारी मकानों का करोड़ों रूपये का किराया भी दबाये बैठे हैं। बाला बच्चन यह भी पूछें कि ऐसे कितने पत्रकार हैं जिन्होंने सरकारी मकान खाली कर दिये जमीनें मिलने के बाद। वे यह भी पूछें जमीन आवंटन के लिये बनाई गई सोसायटियों में पिता अध्यक्ष तो बेटे को भी जमीन मिल गई? मीडिया में बैठे इन बड़े कहे जाने वाले पत्रकारों के बारे में अगर बाला बच्चन खुलासा कर पायेंगे तो बधाई के पात्र होंगे। लेकिन इतना सब अगर बाला बच्चन पूछ लेंगे तो ये तय है कि वेबसाईटों पर सवाल उठाने वाली मीडिया की बूढ़ी बुआयें बाला बच्चन को अभिमन्यू की तरह चरक्रव्यूह में घेर देंगे। बाला बच्चन पुराने कांग्रेसी नेता हैं उनको उनकी पार्टी के सर्वश्रेष्ठ नेता मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का शासन याद होगा। विज्ञापन बांटने दिग्विजय सिंह भी किसी से पीछे नहीं थे तब बाला बच्चन भी उस सरकार का हिस्सा हुआ करते थे वो जमाना वेब मीडिया का नहीं था लेकिन तब दिग्विजय सिंह ने बिना रजिस्ट्रेशन वाली तमाम समाचार और आलेख सेवाओं को कैसे उपकृत किया था इसका जवाब बाला बच्चन विधानसभा में 1993 से लेकर अब तक हिसाब मांगें तो दूध का दूध और पानी का पानी करनें में ज्यादा समस्या नहीं होगी। बाला बच्चन को तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दौर के पर्चे भी याद होंगे। दिग्विजय सिंह बहुत स्प्ष्ट कहा करते थे पत्रकार मेरे पास चार कामों से आते हैं पहला मकान मांगने दूसरा विज्ञापन मांगने तीसरा पत्नियों की नौकरी लग जायेगा और चौथा तबादले कराने। अब बाला बच्चन थोड़ा सा साहस जुटायें और सवाल लगाकर पता करें कि वो कौन पत्रकार थे जो कांग्रेस के शासन में पत्नियों की नौकरी तबादले विज्ञापन और मकान लेने में सफल रहे? पत्रकारिता की आढ़ में तमाम गोरखधंधे करने वाले इन लोगों के खुलासे के लिये जरूरी है कि ईश्वर बाला बच्चन को इतना सामर्थ्य दे कि वो इन सारी बातों पर मनन कर सवाल उठा सकें। ये बातें इसलिये भी लाजिमी हैं कि मध्यप्रदेश में पत्रकारों का एक गिरोह नेताओं से पैसे लेता है सरकारी मकानों पर कब्जा करता है सरकार से सस्ती दरों पर जमीनें लेता है अपनी पत्नियों की सरकारी नौकरियां लगवाता है वक्त—बेवक्त तबादले कराता है और उसके बाद उसकी कोशिश होती है कि कोई आम पत्रकार कभी फलक को देखने की कोशिश भी न कर पाये। मीडिया में एक वर्ग ऐसा है जो हर चीज को अपनी कमांड में रखना चाहता है। इन्हीं में ये बूढ़ी बुआयें शामिल हैं जो पत्रकारिता के नाम पर दलाली करती हैं। इनकी नैतिकता कहां चली जाती है जब इन पर लिखे सवाल पूछे जाते हैं और खुद के हितों की बात आती है? एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है पत्रकारों में जो महिला पत्रकारों को आगे बढ़ता नहीं देख सकता। इन्हें महिलायें अपने अधीन काम करते और दूसरों द्वारा तनख्वाह खाने का रोना रोते हुये ही अच्छी लगती हैं तब कोई किसी महिला के हक में खड़ा नहीं होता। तब नैतिकता कहां जाती है। क्यों ये सवाल पहली बार विधानसभा पहुंची महिला पत्रकार से पूछ लिया जाता है अरे आप यहां? क्यों ये सवाल उससे पूछा जाता है कि आपने विज्ञापन पाने के लिये क्या किया? इस क्या किया का आशय क्या था यह सवाल पूछने के अंदाज पर निर्भर करता है। क्या महिलाओं में काबिलियत नहीं कि वो अपने दम पर काम कर सकें? बात वेबसाईट की है तो बाला बच्चन जी ये जरूर पूछें कि सभी वेबसाइट्स को विज्ञापन देने में समानता क्यों नहीं बरती जाती? और आखिर में एक सीधा सवाल उन पत्रकारों से जो खुद को विशुद्ध सही पत्रकार मानते हैं वे ही अपने हक के लिये आवाज क्यों नहीं उठाते क्यों चुप रहते हैं? और जो आवाज उठाता है उसे यह क्यों कहते हैं चलता है ये सब चुप रहो। कहीं न कहीं तो शुरूआत करिये बोलिये। निशाना वेब मीडिया ही क्यों? बाला बच्चन जी पत्रकार हित में आप यह सब पूछेंगे क्या सरकार से? सभार - malhaarmedia.com

Kolar News

Kolar News

ममता यादव कल मल्हार मीडिया ने वो सवाल उठाये थे जो बाला बच्चन को पूछने चाहिए। आज मल्हार मीडिया जो सवाल उठा रहा है उन पर मीडिया को खुद आत्मचिंतन करने की जरूरत है और यह सोचने की जरूरत है कि सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिये अपनी ही बिरादरी के लोगों को नीचा दिखाने पर उतारू न हो जायें। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र तो सामान्य हंगामेदार रहा लेकिन असली हंगामे की जड़ छोड़ गया भोपाली मीडिया में। इस बहाने कांग्रेस विधायक बाला बच्चन भी अच्छे—खासे चर्चा में आ गये हैं उन्होंने सवाल ही कुछ ऐसा पूछ डाला। इसके कारण एक और काम सबसे अच्छा हुआ है कि सबकी असली मानसिकता और असली चेहरे सामने आ गये। सोशल मीडिया में ये बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म मिला है कि लोगों के असली चेहरे और उनकी असली मानसिकता जल्दी सामने आ जाती है। जैसा कि सबको ज्ञात है माननीय विधायक महोदय ने पूछा था कि वर्ष 2012 से अभी तक वेबसाईट इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,समाचार पत्र—पत्रिकाओं को सरकार की तरफ से कितना विज्ञापन दिया गया उसकी सूची बताई जाये। तो साहब बाला बच्चन को तो फिर भी देर लगी होगी उस सूची को लेने में लेकिन कुछ फुरसतिये पत्रकारों ने इसे सबसे पहले निकाला। इनमें वे लोग शामिल थे जो एनजीओ आदि चला रहे हैं। इस सूची में इलेक्ट्रॉनिक चैनल,समाचार पत्र—पत्रिकाओं सबको छोड़कर निशाना बना वेबमीडिया। वेबमीडिया सरकारी विज्ञापनों को लेकर हमेशा निशाने पर रहा है क्यों इसका असली मतलब अब समझ आ रहा है। दरअसल वेबमीडिया को जो विज्ञापन सालों से जारी किये जा रहे हैं उनके भुगतान की राशि एकमुश्त चार साल की दिखाई जा रही है। ऐसे में जाहिर है कि अगर एक वेबसाईट को मासिक 25 हजार भी मिलता है तो चार साल का क्या आंकड़ा हो सकता है और इसमें भी साल में एकाध महीने का गैप भी हो जाता है। तो साहब लोगों के झगड़े की जड़ ये है कि फलां पत्रकार की वेबसाईट को इतना मिला तो उनको उतना मिला। इसमें ये बात स्पष्ट कहीं नहीं दशाई जा रही खबरों में कि ये कितने सालों का है। इसको पेश ऐसे किया जा रहा है ​जैसे किसी एक वेबसाईट को एक—दो महीने में एकमुश्त रकम दे दी गई। इस मामले में एक जो गंदी मानसिकता का परिचय सामने आ रहा है कि पत्रकारों की पत्नियों और उनके परिवार को लेकर अच्छी टिप्पणियां नहीं की जा रही हैं। वेबसाईट संचालक पत्रकारों को तमाम तरह की पत्रकारिय गालियों से नवाजा जा रहा है। सबको पता होता है कि एक पत्रकार जब नौकरी करता है तो अपने नाम से कुछ और नहीं कर सकता ऐसे में परिवार के किसी सदस्य के नाम से उसने कोई वेबसाईट शुरू कर ली और विज्ञापन ले लिये तो क्या गुनाह कर दिया। ठीक यही काम तो साप्ताहिक और मासिक केे माध्यम से किया जा रहा है फिर उस पर सवाल क्यों नहीं? वैसे यह नौबत न आती अगर वेबसाईट संचालक पत्रकार खुद इस बारे में सामने आकर लोगों को जवाब देते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सवाल यह भी है कि चारों ओर से घेरा वेबसाईट्स पर ही क्यों? एक बड़े संस्थान के कई उपसंस्थान होते हैं तो क्या वो एक ही व्यक्ति के नाम पर होते हैं? जाहिर ​है परिवार के ही अलग—अलग लोगों के नाम से होतें हैं तो पत्रकार नौकरी करते हुये अगर ऐसा कर रहा है तो गलत क्या है? अगर यह मीडिया का दोमुंहापन या दलाली है तो यह उस धंधे से कहीं अच्छी है जिसे शुद्ध शब्दों में ब्लैकमेलिंग कहा जाता है। और एक बात तो जाहिर है कि कोई भी मीडिया माध्यम बिना विज्ञापन के नहीं चलता है।वेबसाईट्स पर छपना भी है,उनकी खबरें भी चुराना है, जिस खबर को अखबार न छापें उसे वेबसाईट में छपवाना है और जब उसे आमदनी होने लगे तो उसे दोमुंहा,दलाल और कोई महिला हो तो उसके चरित्र पर उंगली भी उठाना है यह कैसी पत्रकारिय नैतिकता है। खबरनेशन वेबसाईट ने इस सूची को लेकर खबर प्रकाशित की वह बधाई का पात्र है लेकिन बेहतर होता अगर सारे मीडिया को इसमें लिया जाता। और भी बेहतर होता अगर खबरनेशन स्पष्ट करता कि वास्तविक स्थिति है क्या? क्यों खबरनेशन ने सिर्फ पत्रकारों को निशाने पर लिया? क्यों खबरनेशन ने इंट्रो में यह लिखने के बावजूद कि ऐसी मात्र 25 वेबसाईट हैं जो पत्रकारिता कर रही हैं उनके नाम स्पष्ट नहीं किये। क्यों यह स्पष्ट नहीं किया कि किसकी कितनी वेबसाईट चल रही हैं?कयों एक जमात में सबको खड़ा कर दिया गया? क्यों उनके नाम सामने नहीं लाये गये जिनके बारे में लोग मुंहजबानी बातें करते नहीं थकते कि फलां नेता की इतनी वेबसाईट्स हैं और फलां उसका रिश्तेदार है? और एक आपत्तिजनक बात खबरनेशन की खबर मेें यह थी कि एक विवादित महिला पत्रकार को भी विज्ञापन जारी हुये तो सवाल सीधा कि विवादित कौन नहीं है और जो विवादित है वह चाहे महिला हो या पुरूष उसे यह अधिकार है कि नहीं? एक पत्रकार होने के नाते मल्हार मीडिया खबरनेशन से ये उम्मीद करता है कि वो ये सारी चीजें बातें स्पष्ट करे। दिलचस्प बात यह रही कि जिस दिन यह सवाल पूछा गया उस दिन से अभी तक कई फोन मल्हार मीडिया को कर दिये गये सवालों पर सवाल। इनमें वो लोग शामिल थे जो भोपाल में हैं भोपाल से बाहर हैं और कुछ की वेबसाईट बंद पड़ी हैं जो सरकार के पास विज्ञापन मांगने जाने में इसलिये शर्माते हैं क्योंकि दूसरे मदों से पैसा बटोरने में लगे हैं। एक अपील भोपाली मीडिया से कि नजर चारों तरफ दौड़ायें और सोचें कि असली नैतिकता की जरूरत कहां पर है और हम अपनी क्या छवि प्रस्तुत कर रहे हैं एक—दूसरे को नीचा दिखाकर।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता भोपाल में पत्रकारिता की आड़ में बहुत से काम लोग कर रहे हैं एक हलवाई टाइप का पत्रकार नेताओं को झालमुड़ी (एक किस्म की भेलपुरी) बनाकर चंदाखोरी कर रहा है । कुछ लोग उसे ''झालमुड़ी'' तो कुछ लोग उसे ''उधारी ''नाम से भी बुलाते हैं ।क्या कोई शख्स खुद को पत्रकार बताये और फिर नेताओं के दरबार में झालमुड़ी नामक व्यंजन बनाकर ले जा कर चंदा उगाही करे यह पढ़ने में आपको जरूर अटपटा लगे लेकिन है सौ टका सच । मेरे एक परिचित कोंग्रेसी राजनेता के यहाँ यह शख्स एक बड़ा डिब्बा भरकर कोई व्यंजन लाया ,मुझे बताया गया पंडित जी अपने हाथ से यह [झालमुड़ी ]बना कर लाये हैं ,उसे देखकर मुझे लगा कोई कुक या हलवाई होगा लेकिन मेरे पैरों तले उस वक्त जमीन सरक गई जब यह बताया गया यह पत्रकार हैं । झालमुड़ी का रायता फैला कर यह शख्स पत्रकारिता की आड़ में वसूली का खेल करता है । झालमुड़ी खिलाकर एक लिफाफा लेने के बाद ये झालमुड़ी पत्रकार वहां से रवाना हो गए । इसके बाद ये झालमुडी छाप पत्रकार मुझे एक बीजेपी प्रवक्ता और एक मंत्री के यहाँ झालमुड़ी खिलाकर सरकारी काम निकलवाते नजर आया । इनको लेकर मेरी जिज्ञासा बढ़ गई थी । पतासाजी की तो सच सामने आया ये इंदौरी साहब झालमुड़ी की आड़ में पैसा वसूली में लगे हैं । अब सवाल यह उठता है कि सीधे सीधे पत्रकारिता की बजाये झालमुडी वाला धंदा क्यों ? इंदौर से भोपाल पत्रकारिता की आड़ में धन्देबाजी करने आये ये साहब पहले अपनी गाडी में पेट्रोल डलवाने के नाम पर अपने सभी मिलने वालों को चूना लगा चुके हैं ,जिससे पैसा उधार लिया उसे लौटाया नहीं ,अगर किसी ने मांगा तो पत्रकारिता की धौंस । इनके इस गौरखधंधे के कारण इनका नाम ''उधारी ''पड़ा । इन्होने भोपाल के कई पत्रकारों तक का पैसा लिया और लौटाया नहीं । इन्होने भोपाल में कुछ जगह अपनी पत्रकारिता की दुकानें खोलीं और उसमे काम करने के लिए कई कुछ उत्साही युवतियों को पत्रकार के रूप में रखा लेकिन ये सब का कई महीनों और कुछ का एक एक साल तक का वेतन तक हजम कर गए। इन ही के एक उज्जैन के पुराने साथी जो अब भोपाल में हैं उनके खुलासे तो झालमुड़ी पत्रकार को लेकर और भी ज्यादा चौंकाने वाले हैं। यह साहब पत्रकारिता की आड़ में सरकारी अफसरों से इंदौर घर जाने के लिए कार ले जाते हैं और आते जाते वक्त उसमे सवारियां तक ढ़ोने तक से इनको गुरेज नहीं हैं। पत्रकारिता में एक से एक शानदार और घटिता से घटिया लोगों से मेरा पाल पड़ा है लेकिन पत्रकारिता की आड़ में ऐसे लोग भी दुकानें जमाये हुए हैं इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।

Kolar News

Kolar News

शिवराज सिंह नव वर्ष के शुभागमन पर सभी नागरिकों को शुभकामनाएँ। नया क्षितिज, नई आशाएँ सामने हैं। नई ऊर्जा और नये संकल्पों के साथ हम सब 2016 का स्वागत करें। अपने हिस्से की खुशियाँ सब के साथ बाँटे और दूसरों के कठिन समय में उनका साथ दें। लोकहित के संकल्पों को पूरा करने में वर्ष 2015 बीत गया। उपलब्धियों के साथ गौरव के क्षण आये तो विषम परिस्थितियाँ भी साथ रहीं। अल्प वर्षा से प्रदेश प्रभावित रहा। किसान भाइयों के लिये संकट का समय रहा। सरकार संकट में किसानों के साथ खड़ी रही। नये संदर्भों में पूरे कृषि परिदृश्य की समीक्षा की। कई समाधान सामने आये। पूरी सरकार गाँव में पहुँची। मैं मानता हूँ कि किसान सिर्फ व्यक्ति नहीं है, वह देश की अमूल्य मानव पूँजी है। हम कारखानों में विलासिता की कई चीजें बना सकते हैं लेकिन गेहूँ, चावल और दाल कारखानों में नहीं बनतीं। इसलिये जो किसान हमें अन्न उगाकर देते हैं उनके हितों की सुरक्षा सरकार का प्रथम दायित्व है। हमने वो सभी जरूरी कदम उठाये जिनकी किसानों को संकट के समय जरूरत थी। अब कोशिश है कि नये साल में किसान नई ऊर्जा और आत्म-विश्वास के साथ अपना काम शुरू करें। कई अर्थों में 2015 प्रदेश के लिये हितकारी और मान-सम्मान बढ़ाने वाला वर्ष रहा। दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन की मेजबानी एक चुनौती भरा काम था जो सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। स्वच्छ भारत मिशन में मध्यप्रदेश के योगदान का उल्लेख प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने दो बार लोकप्रिय कार्यक्रम 'मन की बात' में किया। देश के विकास परिदृश्य पर नजर रखने वाली विशेषज्ञ संस्थाओं ने मध्यप्रदेश को सबसे तेज गति से प्रगति करने वाला प्रदेश बताया। विकास की कई अनूठी पहल देश में पहली बार मध्यप्रदेश से शुरू हुईं। घटना-स्थल पर पुलिस की तत्काल सहायता उपलब्ध करवाने के लिये डायल 100 देश में इस प्रकार की पहली योजना है। महिलाओं को शासकीय नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन लाने वाला सिद्ध होगा। हम चाहते हैं कि प्रदेश के नवनिर्माण में मातृशक्ति का सृजनात्मक उपयोग हो। जनगणना 2011 के ताजा आँकड़ों से स्पष्ट है कि महिलाएँ विकास में अपनी भागीदारी को लेकर उत्साहित हैं और चाहती हैं कि वे अपनी क्षमता और प्रतिभा के अनुरूप नौकरी करें। विकास का हर क्षेत्र उपलब्धियों से भरा है। अध्यापक संवर्ग को नये साल से छठवें वेतनमान का लाभ मिलने लगेगा। इससे एक लाख 84 हजार अध्यापकों को लाभ मिलेगा। आईआईटी में मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों के अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों का चयन मध्यप्रदेश के लिये गौरव की बात थी। यह सिलसिला शुरू हो गया है। नये साल में हमें और ज्यादा मेहनत करनी होगी कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में जायें और प्रदेश का नाम रौशन करें। विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाओं तक आम लोगों की पहुँच भी आसान हुई है। वर्ष 2015 की शुरूआत से ही हमारी कोशिश थी कि हम युवाओं को उद्यमशील बनायें। उनमें उद्यमशीलता की भावना आये और वे आगे बढ़ें। मैं चाहता हूँ कि हर जिले में युवा उद्यमी तैयार हों। मुझे खुशी है कि कुछ युवाओं ने प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। वे आज सफलतापूर्वक अपना उद्योग चला रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने लिये बल्कि अपने अन्य युवा साथियों के लिये भी रोजगार निर्माण किया है। युवा उद्यमी नये साल में नये जोश के साथ नई मंजिलें तय करें। अंत्योदय दर्शन को हमने हर योजना में अंगीकार किया है। गरीब कल्याण वर्ष में गरीबी उन्मूलन की योजनाओं पर सफलता से अमल कर अधिक से अधिक लोगों को उनका लाभ दिलाया गया। उद्देश्य यही था कि गरीब परिवार कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। कौशल उन्नयन को मिशन के रूप में लिया गया है। कौशल विकास से रोजगार निर्माण को और बढ़ाना हमारा मिशन है। एक सुखद अनुभव यह रहा कि नागरिकों ने प्रदेश में धार्मिक सहिष्णुता और सदभाव का अदभुत परिचय दिया। मोहर्रम, विजयादशमी और देवी विसर्जन के धार्मिक अवसरों का एक साथ आना कानून-व्यवस्था के लिये चुनौती था लेकिन ये त्यौहार शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए। मुझे प्रदेश के नागरिकों पर गर्व है। मुझे विश्वास है कि नये साल में भी सर्वधर्म समभाव की हमारी गौरवशाली परंपरा ऐसे ही जारी रहेगी। नए साल में कौशल विकास, रोजगार निर्माण तथा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य हमारी प्राथमिकताएँ होंगी। यही कामना है कि हर नागरिक प्रगति करे। सबको काम के अवसर मिलें। हर युवा हुनरमंद बने। हर परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आये। सब सुखी हों। सब निरोग हों। (लेखक शिवराज सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)

Kolar News

Kolar News

दुर्गेश रायकवार जनसंपर्क विभाग के डिस्ट्रिक्ट पोर्टल www. dprmp.org को बीते साल 15 करोड़ 12 लाख 25 हजार 355 हिट मिले हैं। पोर्टल की लोकप्रियता और उपयोगी जानकारी की वजह से इसे प्रतिदिन औसतन 4 लाख 14 हजार 316 हिट मिले। पोर्टल को भारत ही नहीं, बल्कि विदेशी नागरिकों द्वारा भी देखा गया। पोर्टल को देखने वाले टॉप 10 देश में यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका से 3 लाख 88 हजार 437 विजिटर और 37 लाख 71 हजार 147 हिट्स मिले हैं। जापान से 6414 विजिटर और 50 हजार 800 हिट्स, ऑस्ट्रेलिया से 1619 विजिटर और एक लाख 94 हजार 907 हिट्स, जर्मनी से 1464 विजिटर और 8925 हिट्स, नीदरलेण्ड से 1294 विजिटर और 3452 हिट्स, यूनाइटेड किंगडम से 862 विजिटर और 2435 हिट्स, इटली से 551 विजिटर और 34 हजार 620 हिट्स, चाइना से 513 विजिटर और 9130 हिट्स, फ्रांस से 201 विजिटर और 4845 हिट्स तथा द यूरोपियन यूनियन से 160 विजिटर और 8640 हिट्स प्राप्त हुए हैं।

Kolar News

Kolar News

हमारी जिदंगी भर की पूंजी से बना आशियाना टूटने से बचा लीजिए। यह मांगें कोलार रोड स्थित सागर प्रीमियम में सुनाई दीं। यहां क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा लोगों के बीच पहुंचे। दरअसल एनजीटी के 33 मीटर के दायरे में कई आवास आ रहे हैं, इन आवासों पर टूटने का संकट बना हुआ है। इसी संदर्भ में सागर प्रीमियम रहवासी मोहल्ला समिति ने पीड़ा बयां करने विधायक रामेश्वर शर्मा को आंमत्रित किया था। शर्मा के पहुंचते ही लोगों ने उनसे अपनेअ पने आवास बचाने की गुहार लगाई। शर्मा ने लोगों की पीड़ा को समझते हुए कहा कि आप लोग कानूनी कार्रवाई जारी रखें। जो मुहिम आपने चला रखी है, ऐसे ही बनाए रखें। जहां भी मेरी आवश्यकता हो, मैं आप लोगों के साथ हूं। समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि इस मौके पर महिलाओं और बच्चों ने भी विधायक शर्मा के समक्ष आवास बचाने की बात रखी। इस मौके पर समिति द्वारा ज्ञापन भी सौंपा गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में रहवासी मौजूद थे। रहवासियों ने उठाए सवाल: रहवासियों ने विधायक को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि वर्तमान में कोलार नदी की वास्तविक सीमा, विधिवत निर्धारित किए बिना ही प्रशासन द्वारा नदी की सीमा से 33 मीटर दायरे की मुनारें लगाने का कार्य किया गया है|

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश में इन दिनों बड़ा चैनल घोटाला चर्चा में है जिसकी अंतर्कथा व्यापम से जोड़कर देखी जा रही है। खबर यह है की वर्ष २०१२ से उन चैनलस पर मेहरबानी की जो अधिकांश जीरो टीआरपी पर हैं या बंद पड़ी हैं जबकि बड़ी चैनल्स अपने प्राइम टाइम के समाचरों के विज्ञापन के लिए तरस रहीं हैं यहाँ तक की प्रधानमंत्री मोदी की पसंद दूरदर्शन को छ अंकों की राशि में भी शामिल नहीं किया गया है ,कुल १०० करोड़ के इस घोटाले में उन चैनल मालिकों की पौ बारह हो गयी है जो या तो जेल में बंद हैं या उन पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. दरअसल मध्यप्रदेश विधानसभा में ८ दिसम्बर २०१५ को कांग्रेस के विधायक बालबच्चन ने ताराकित प्रश्न क्रमांक २८८ के माध्यम से सरकार से यह जानकारी मांगी तब से मध्यप्रदेश के राजनैतिक और प्रशासनिक हलकों में मीडिया मैनेजमेंट और चैनल घोटाले के चर्चों को पर लग गए हैं मध्यप्रेश शासन के जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव् एस के मिश्रा ने आज मंत्रालय में इस घोटाले की जाँच के आदेश दिए हैं दूसरी और कांग्रेस इस मुद्दे को व्यापम से जोड़कर भुनाने चाहती है कांग्रेस के नेताओं ने इसे मीडिया मैनजमेंट में जनधन लुटाने का आरोप लगते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को खरीदने का सीधा सीधा आरोप सरकार पर लगाया है. मध्य्रपदेश के सहारा समय को १२ करोड पचास लाख रुपये की राशि दी गयी है वहीँ ई टीवी मध्यप्रदेश को १३ करोड़ और ई टी वी उर्दू को लगभग १ करोड़ की राशि दी गए है, मध्यप्रदेश के स्थानीय चैनल बंसल न्यूज़ को ११ करोड़ ५७ लाख , साधना न्यूज़ मध्यप्रदेश को ८ करोड ७८ लाख रुपये की राशि विज्ञापनों के नाम पर बाँट दी गयी है. जबकि देश के प्रधानमंत्री की सर्वाधिक पसंद और शासकीय समाचारों की अधिकृत चैनल दूरदर्शन को मात्र ८ लाख में संतोष करना पड़ा है। लोकल चैनल आपरेटर हाथ वे इंदौर को ५० लाख ,सुदर्शन न्यूज़ को १४ लाख ,सिटी केबल को ८४ लाख ,टाइम्स नाउ को १ करोड़ ३९ लाख , एबीपी न्यूज़ को १२ करोड ७६ लाख , ज़ी मीडिया को ६ करोड़ १० लाख, सी एन बी सी आवाज को ६ करोड़ ५० लाख , इंडिया न्यूज़ को ८ करोड ६८ लाख , एन डी टी वी को १२ लाख ८४ हजार, न्यूज़ वर्ल्ड को १ करोड २८ लाख रुपये , भास्कर मल्टिनेट के मालिक सुधीर अग्रवाल को ६ लाख ९५ हजार , सेंट्रल इंडिया डिजिटल नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड को १ करोड़ ४१ लाख की राशि लुटाए गयी है. अपराधिक छवि वाले संचालकों पर कृपा सरकार का जनसम्पर्क महकमा मध्यप्रदेश की जनता का पैसा लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है ,जिन चैनल्स को विज्ञापनों के नाम पर करोड़ों रुपये दिए गए हैं उनमें से अधिकांश चैनल के मालिक जेलों में बंद हैं या उनके विरुद्ध वारंट निकले हुए हैं मसलन पी ७ के संचालक केसर सिंह पर आर्थिक अपराध के कई मामले चल रहे हैं उनकी बंद पड़ी चैनल को सरकारी खजाने से ७६ लाख रुपये की राशि दी गई हैं. चिटफंड कंपनी साईं प्रसाद मीडिया लिमिटेड के चैनल को २३ करोड़ ३३ लाख रुपये दिए गए हैं जिसमें कंपनी ने दो बार कंपनी और चैनल का नाम बदला , सूत्र बताते हैं की चैनल के मालिक भापकर मुंबई जेल में बंद हैं। खबर भारती , भारत समाचार और स्टेट न्यूज़ को क्रमश ९ करोड़, ४५ लाख और १ करोड़ से नवाजा गया है जबकि जो चैनल गर्भ में ही हैं दबंग डी लाइव को १ लाख अग्रिम रूप से दे दिए गए हैं , बात यहीं खत्म नहीं होती प्रोडक्शन हाउस निकिता फिल्म्स को चैनल की आड़ में ६१ लाख रुपये की रेवाड़ी बांटी गयी है। कई नेशनल चैनल्स के स्टेट ब्यूरो भी इस घोटाले की आड़ में भरी भरकम राशि ले कर उपकृत हुए हैं , इस घोटाले की सूची बहुत लम्बी है किन्तु स्थानाभाव के कारन चुनिंदा नाम ही यहाँ दिए गए हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने पूरे मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा है कि " देश की आजादी में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ यानि मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन लोकतंत्र के मूल्यों को भभ्रष्टाचार से बचाने का प्रतिबिम्ब मीडिया भी शिवराज सिंह चौहान के बदनाम चेहरे को बचाने में इस्तेमाल हो गया है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहले डम्पर कांड फिर व्यापम घोटाल के कलंक को धोने के लिए लोकतंत्र के महत्वपूर्ण आधार स्तम्भ की प्रतिमा और प्रतिभा को खंडित करने का दुस्साहसास सरकारी खजाने से धन लूटा कर किया है. " मध्यप्रदेश शासन के जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव एस के मिश्रा ने राज्य में हुए चैनल घोटाले के उजागर होने का बाद अब जाकर संपूर्ण मामले की जाँच करवाने के आदेश दिए हैं। कुल मिलाकर मध्यप्रदेश की राजनीती में एक बार फिर व्यापम घोटाले को मैनेज करने के लिए चैनल घोटाला सुर्खियां बटोर रहा है ऐसे में सरकार की छवि बनाने वाले विभाग जनसम्पर्क और राज्य के मुखिया मुख्यमंत्री की परेशानी बढ़ गई है देखना यह है की इस संकट की घडी में शिवराज किस मीडिया के सहारे पार लगते हैं।

Kolar News

Kolar News

टी.सी.एस. में प्लेसमेंट के लिये केम्पस 21 जनवरी को ट्रूबा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड इन्फार्मेशन टेक्नालॉजी करोंद, भोपाल और 28 जनवरी को आई.पी.एस. एकेडमी इंजीनियरिंग कॉलेज ए.बी. रोड, राऊ, इंदौर में होगा। केम्पस में वर्ष 2015 में उत्तीर्ण एवं 2016 में अंतिम वर्ष के शासकीय/अशासकीय कॉलेजों के बी.एस-सी. के विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं। केम्पस में बी.एस-सी. कम्प्यूटर साइंस, गणित, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, इलेक्ट्रानिक्स, आई.टी., फिजिक्स, स्टेटिक्स और बी.सी.ए. तथा बी.सी.एस. के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। कक्षा 12 में भी विद्यार्थियों का विषय विज्ञान, गणित अथवा सांख्यिकी होना जरूरी है। इन्हें कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है। विद्यार्थी केम्पस प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल होने के लिये वेबसाइट www.llnestep.tcs.com/campus के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन करवायें। विद्यार्थी पंजीयन महाविद्यालय से कर सकते हैं। विद्यार्थियों को 21 जनवरी, 2016 को ट्रूबा कॉलेज सुबह 9 बजे पहुँचना होगा। इस दिन ऑनलाइन टेस्ट होगा। टेस्ट में उत्तीर्ण विद्यार्थियों का साक्षात्कार 23 जनवरी को होगा। इंदौर में ऑनलाइन टेस्ट 28 जनवरी को होगा। टेस्ट में उत्तीर्ण विद्यार्थियों का साक्षात्कार 30 जनवरी को होगा। भोपाल सेंटर में शामिल होने के इच्छुक विद्यार्थी 19 और इंदौर में शामिल होने वाले विद्यार्थी 26 जनवरी तक ऑनलाइन पंजीयन करवायें। प्लेसमेंट ड्राइव भारत में नियुक्ति के लिये है। वार्षिक पेकेज एक लाख 80 हजार रुपये का होगा।

Kolar News

Kolar News

रफ़्तार गाडी नशे में धुत तीन लड़के और उनकी तीन गर्ल फ्रेंड पुलिस वालों ने नाम पता पूछा तो कर दी पुलिस की पिटाई । सभी आरोपी शराब पीये हुए थे। इसके अलावा उनकी गतिविधियां भी संदिग्ध थीं। हालांकि बाद में सभी को पकड़ लिया गया।  शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे तीन युवक और इतनी हीं युवतियां ब्लैक ओपेल कोरसा नंबर MP04HA2656 में सवार होकर चूना भट्टी से कोलार की तरफ जा रहे थे। कान्हा कुंज पाइंट पर ड्यूटी में तैनात हेड कॉन्सटेबल सुरेश यादव और कॉन्सटेबल सुनील तोमर ने तेजी से आ रही इस कार को इशारा देकर रोका। कार में से कोलार के ही रहने वाली बरखा, सुरभि, विप्रा समेत उनके दोस्त नावेद, प्रसन्न और मनीष उतरे। पुलिस कर्मियों ने जब उनसे पूछताछ शुरू की, तो सभी लोग भड़कते हुए बहस करने लगे। सभी नशे में थे। तमाचे जड़े... विवाद इतना बढ़ गया कि युवक-युवतियों ने पुलिसकर्मियों को तमाचे जड़ दिए। इसके बाद कार में सवार होकर भागने लगे। हालांकि पुलिस कर्मियों ने वायरलेस भेज दिया। जिससे इन्हें कुछ ही दूरी पर पकड़ लिया गया। इनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

Kolar News

Kolar News

स्मार्ट सिटी का मतलब क्या गेमन प्रोजेक्ट का एक्सटेंशन है या फिर सारे शहर के लिए समग्रता के साथ अत्याधुनिक सुविधाओं की सौगात है? यह सवाल इसलिए कि, 8 हजार करोड़ की योजना के लिए बीएमसी के पास फंड नहीं है, जिसकी व्यवस्था हो भी जाए तो प्रस्तावित जमीन को लेकर भी संशय है। क्योंकि इससे पहले रीडेंसीफिकेशन के नाम पर हजारों सरकारी मकानों को जमींदोज किया जा चुका है। बावजूद, डेवलपमेंट प्लॉन का अता-पता नहीं है। ऐसे में जहां विकास नहीं है और जमीन भी पर्याप्त है, तो वहीं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लांच करने की मांग उठने लगी है। रेट्रोफिटिंग रेट्रो फिटिंग मॉडल के तहत 500 एकड़ का क्षेत्र चुना जाएगा। जिसमें 24 घंटे बिजली, पानी और साफ-सफाई की व्यवस्था होगी। पूरा इलाका डिजिटल होगा। इसके साथ ही लोक परिवहन, स्ट्रीट लाइन और पर्यावरण की दृष्टि से इलाका विकसित होगा। इसमें से पांच एकड़ में स्मार्ट सिटी विकसित की जाएगी। यहां सायकल ट्रैक भी बनाया जाएगा। नगर निगम सीमा में किसी पुरानी बसाहट को चुना जाएगा। जो 50 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई होगी। इसे तोड़कर नए सिरे से बसाहट की जाएगी। इनमें आधुनिक सुविधाएं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, सीवेज निकासी, अच्छी सड़कें, आरओ वॉटर, वाई- फाई से लैस होगा।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता  मध्यप्रदेश जनसम्पर्क विभाग में चर्चा है न्यूज़ वेबसाइड के जरिये जनसम्पर्क आयुक्त अनुपम राजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को हिट करवाना चाहते हैं ,इस हिट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। जनसम्पर्क के अधिकारीयों का कहना है कि आयुक्त राजन ,जनसम्पर्क जैसे संवेदनशील विभाग को महिला बाल विकास विभाग की तरह चला रहे हैं। जिस कारण तमाम दुश्वारियाँ सामने आ रही हैं। बेसिरपैर की सलाह  समाचार के नए माध्यम ई मीडिया को लेकर जनसम्पर्क विभाग में लम्बे समय से अफरातफरी मची हुई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव एस के मिश्रा इस माध्यम की तासीर और ताकत को बखूबी समझते हैं लेकिन आयुक्त अनुपम राजन इसे लेकर कतई गंभीर नजर नहीं आते हैं। अनुपम राजन वेब मीडिया को लेकर एक ऊटपटाँग सी नीति बना चुके हैं ,जिसका कोई नतीजा नहीं निकला और उनके हिसाब से बनाई गई नीति को देखें तो खुद जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइड उनके मापदंडों को पूरा नहीं करती है । जनसम्पर्क में चर्चा है कि कटनी में कलेक्टर रहते अनुपम राजन के करीबी रहे एक शख्स की बेसिरपैर की सलाह की वजह से जनसम्पर्क विभाग मजाक का विषय बना हुआ है।  वेब मीडिया के पत्रकारों की ये कैसी मीटिंग  शनिवार को भी जनसम्पर्क आयुक्त ने वेब मीडिया के नियम कायदे बनाने के लिए एक बैठक बुलाई लेकिन मजे की बात यह है कि इसमें भी वेब मीडिया से जुड़े दो तीन लोग बुलाये गए कई असल लोगों को मीटिंग से दूर रखा गया। वेब मीडिया में काम कर रही किसी महिला प्रतिनिधि तक को मीटिंग में बुलाना उचित नहीं समझा गया। अब सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह महिलाओं को बढ़ावा देने की जो बात करते हैं उसे अनुपम राजन जैसे अधिकारी क्या पलीता लगाने की कोशिस नहीं कर रहे हैं।  कैसे बंद करें विज्ञापन  अब मुद्दे की बात करते हैं वेब मीडिया को लेकर भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और जनसम्पर्क के विभाग के प्रमुख सचिव एस के मिश्रा सकारात्मक सोच रखते हों लेकिन उनके मातहत अधिकारियों के लिए यह कोई गंभीर मसला नहीं है। जनसम्पर्क में बैठे कुछ बाबू टाइप के लोगों के लिए तो कतई नहीं हैं। जनसम्पर्क के इन बाबू और बाबूनुमा अफसरों को हर जगह कमीशन का खेल नजर आता है ,बिना trp और चवन्नी छाप चैनलों को लाखों करोडों के विज्ञापन देकर फर्जीवाड़ा करने वाले ये लोग चाहते थे कि वेब मीडिया में जा रहे विज्ञापनों से भी इन्हें हिस्सा मिले और जब ऐसा नहीं हुआ तो इन्होने कई फर्जी वेबसाइड बनाकर पैसा बनाया और अब जब इस सब का खुलासा हो गया है तो जनसम्पर्क के ये कमीशनखोर चाहते हैं कि येनकेन प्रकारेण वेबमीडिया को विज्ञापन ही न मिलने दिए जाएँ। इसके लिए बाकायदा जनसम्पर्क आयुक्त अनुपम राजन का माइंड मेकअप किया गया और कहा गया वेबसाइड पर सबसे पहले ऐसे नियम लादें जाएँ जिन्हें वेबमीडिया के लोग पूरा ही न कर सकें और उसी तारतम्य में एक ड्राफ्ट बनाया गया कि हर वेबसाइड पर दस हजार यूनिक विजिटर्स होना चाहियें ?इतने यूनिक विजिटर्स तो अनुपम राजन अपने जनसम्पर्क विभाग की समाचार साइड पर ला कर दिखा दें। यूनिक विजिटर्स की परिभाषा जब इन अधिकारियों की समझ में आई तो जनसम्पर्क में ऐसी मूर्खतापूर्ण सलाह देने वाले की तलाश शुरू हुई ,तक सब ने इसे एक दूसरे पर टाला और अंत में कहा गया शायद यह मशविरा nic वालों ने या क्रिस्प वालों ने दिया था।  नियम और राजन की मंशा  सवाल यह भी है कि क्या जनसम्पर्क आयुक्त अनुपम राजन वेबमीडिया से जुड़े पत्रकारों के हितों को ध्यान में रखकर नीति बनाना चाहते हैं या वेब मीडिया का गला घोंटने के लिए। अगर उनकी मंशा चंद कमिशनखोरों और कुछ चवन्नी छाप चैनल चला रहे लोगों से मेल खाती है तो वे यक़ीनन कोई न कोई ऐसे नियम वाली नीति बनाएंगे जिससे वेबमीडिया को विज्ञापन मिलना तत्काल बंद हो जायेंगे। लेकिन अगर उन्हें भविष्य के इस सबसे दमदार और असरकारक मीडिया और इससे जुड़े पत्रकारों की परवाह है तो वे सकारत्मक सोच के साथ बेबमीडिया में लम्बे समय से काम कर रहे लोगों के बड़े समूह से चर्चा कर नियम और नीति बनाएंगे।  कहीं cm को हिट न करवा दें  www की इस खबरी दुनिया को लेकर जनसम्पर्क में जो चल रहा है वो भी कम चौंकाने वाला नहीं है। आयुक्त अनुपम राजन के साथ काम करने वाले लोगों की माने तो उनका कहना है cpr जनसम्पर्क विभाग को समझ ही नहीं पाये हैं वे जनसम्पर्क जैसे विभाग को भी महिला बाल विकास की तरह चला रहे हैं। इस विभाग में वह वेब मीडिया के जरिये मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कई काम करवा सकते हैं लेकिन ऐसा लगता है राजन वेबसाइड के हिट के चक्कर में पड़कर कहीं मुख्यमंत्री और सरकार को ही हिट नहीं करवा दें।  राजन को लेकर जनसम्पर्क दो फाड़  अनुपम राजन के जनसम्पर्क आयुक्त बनने के बाद जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी दो भागों में बंट गए हैं। एक राजन समर्थक और दूसरे राजन विरोधी। इनमे राजन विरोधियों की तादात ज्यादा है। राजन विरोधी मानते हैं कि चाहे वेब मीडिया का मसला हो या बिना trp वाले और अपराधिक कारनामों में लिप्त रहे लोगों के चैनलों को विज्ञापन देने का मामला, वे हर जगह फेल साबित हुए हैं और जल्दी वे ऐसी बड़ी चूक कर सकते हैं जिसके कारण उन्हें इस संजीदा विभाग से हटाया जाएगा। वहीँ राजन समर्थक अधिकारी कहते वे अपनी बीमारी की वजह से ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं। दूसरा विभाग के सारे अधिकार प्रमुख सचिव एस के मिश्रा के पास हैं राजन साहब के पास अधिकारों की कमी है वे सिर्फ नाम के आयुक्त हैं सारा किया धरा प्रमुख सचिव का और नाम ख़राब हो रहा है आयुक्त का । कुल मिलकर ऐसा लगता है जनसम्पर्क में मसला कोई भी हो असल झगड़ा दो आला अधिकारियों और उनके अधिकारों का हैं। साभार - www.madhyabharat .net

Kolar News

Kolar News

झगड़ा जनसम्पर्क का या आईएएस अफसरों का  शैफाली गुप्ता  मध्यप्रदेश कैडर के 1993 बैच के आइ ए एस अनुपम राजन इन दिनों फिर चर्चाओ में है।अनुपम राजन के साथ काम कर रहे जनसम्पर्क विभाग के एक अधिकारी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके नक़ल प्रकरण से सम्बंधित दस्तावेज मीडिया को मुहैया करवाये हैं। मध्यप्रदेश जनसम्पर्क आयुक्त अनुपम राजन के बारे में हुए इस खुलासे को आईएएस अफसरों की आपसी राजनीती से जोड़ कर देखा जा रहा है।  अनुपम राजन की कार्यप्रणाली विवादों के घेरे में हैं, बिना trp वाले समाचार चैनलों और अपराधिक छवि के चैनल मालिकों को इनके कार्यकाल में जमकर खैरात बांटी गई। अपने नए नए जतन से सरकार के लिए मीडिया मेंनेंजमेंट का इनका प्रयास शिवराज सिंह सरकार की किरकिरी करवा रहा है ,जनसम्पर्क विभाग के दो अधिकारीयों को छोड़ दें तो इन्होने सभी के खिलाफ अविश्वास जाहिर किया है और यही वजह है कि जनसम्पर्क विभाग की समाचार शाखा में बैठने वाले एक अधिकारी ने गुप्त रूप से राजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और दिल्ली ,पटना से लेकर भोपाल तक इनके सफर की जानकारी सब को दे रहे हैं । जनसम्पर्क समाचार शाखा के इन अधिकारी का मानना है कि जो खुद विवादस्पद हो वह कैसे सरकार की छवि सुधार सकता है।  वहीं एक अन्य सीनियर आईएएस अफसर ने कहा मुझे कोड मत कीजियेगा यह झगड़ा अनुपम राजन या जनसम्पर्क का नहीं यह आईएएस अफसरों का है ,यह झगड़ा डायरेक्ट आईएएस और प्रमोटी आईएएस का है। कुछ प्रमोटी आईएएस अनुपम राजन पर हावी होना चाहते हैं लेकिन अनुपम बहुत सोबर और डायनामिक हैं ,वह किसी प्रमोटी का दबाव स्वीकार नहीं करेंगे और अपने अंदाज में ही काम करेंगे।  जनसमपर्क विभाग का मुख्यकाम सरकार और मुख्यमंत्री की छवि को चमकाने का है लेकिन राजन के कारण फिलहाल तो जनसम्पर्क विभाग पर ग्रहण लग रहा है। एक मामले मे तो राजन पर सीबीआई ने धारा 420, 120 बी तथा अन्य धाराओं में मामला भी पंजीबद्ध किया था। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के खिलाफ 420 का प्रकरण दर्ज होना अपने-आपमें मायने रखता है। मामला यह था कि अनुपम राजन ने 1993 में यूपीएसपी की परीक्षा उत्तीर्ण कर 1993 के बैच के आईएएस अधिकारी बने थे। 1992 की यूपीएससी की परीक्षा में अनुपम राजन के साथ उनके मित्र जमाल भी बैठे थे, परंतु जमाल यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए थे। अपने मित्र को आईएएस बनाने के फेर में अनुपम राजन 1993 में आयोजित यूपीएससी की परीक्षा में फिर से दोनों बैठे। उक्त परीक्षा में अनुपम राजन ने जमाल से उत्तर पुस्तिका बदली और उसकी मदद की। उक्त परीक्षा में रोचक मोड़ तब आया, जब जमाल तो पास हो गए, पर अनुपम राजन फैल हो गए। इस मामले ने तूल पकड़ा तो शिकवा-शिकायतें हुईं और जांचें हुईं, जिसमें अनुपम राजन को दोषी पाया गया। सभी का तर्क था कि अनुपम राजन केवल दोस्त को पास कराने के लिए यह सब नहीं कर सकते। इसके पीछे कोई दूसरा कारण था।  ias अनुपम के मामले में जांचों के बाद दिल्ली की मेट्रोपालन मजिस्ट्रेट ने अनुपम राजन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे। अनुपम राजन उक्त आदेश के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे। वहां उन्हें उल्टी फटकार मिली।न्यायाधीश विपिन सांघी ने इस बात पर ऐतराज जताया कि मामले को छह माह में जांच कर निर्णय करने को कहा।  उपरोक्त निर्णय के विरोध में राजन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसमें देश की सबसे बड़ी अदालत ने दिल्ली हाईकोर्ट का निर्णय बरकरार रखा। जिस पर सीबीआई ने सख्त कार्रवाई करते हुए विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया है।बीस साल पहले घटे इस घटनाक्रम पर न्यायालय ने निर्णय तब दिया, जब अनुपम राजन आधे से ज्यादा नौकरी कर चुके हैं। कई जिलों में कलेक्टर जैसे महत्वपूर्ण ओहदे पर रह चुके हैं। न्याय प्रक्रिया में देर होती है, परंतु इतनी देर होती है, यह ताजा और चर्चित उदाहरण है।  सच जो भी हो इस प्रसंग की वजह से अनुपम राजन हमेशा चर्चाओं में रहे हैं और अब उन्हीं के जनसम्पर्क विभाग के एक आला अधिकारी उनके खिलाफ गुपचुप मोर्चा खोले हुए हैं। किसी ज़माने से खुद ias बनने का सपना संजोये जनसम्पर्क विभाग की समाचार शाखा के यह अधिकारी अभी खुल कर सामने आना नहीं चाहते हैं। इनका कहना है फर्जी टाइप के और अपराधिक छवि के न्यूज़ चैनल मालिकों को कैसे करोड़ों रूपया बांटा गया है वह इसका खुलासा भी दासस्तवेजों के साथ कर सकते हैं। यह अधिकारी चाहते हैं क़ि करोड़ों की बंदरबांट का यह मामला पहले लोकायुक्त दर्ज कर ले उसके बाद वे इसका परत दर परत खुलासा करेंगे। साभार - www.madhyabharat.net

Kolar News

Kolar News

दिनेश गर्ग  मध्यप्रदेश में 'स्कूल चलें हम' अभियान के प्रेरकों के सहयोग से शाला से बाहर बच्चों की शिक्षा एवं उनका शालाओं में ठहराव सुनिश्चित करने के लिए 'दस्तक अभियान'' चलाया जायेगा। अभियान के क्रियान्वयन के लिये सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिये गये हैं। निर्देशों में प्रेरकों एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के सम्मेलन के आयोजन का भी उल्लेख किया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में शाला से बाहर बच्चों का सटीक चिन्हांकन कर उन्हें शिक्षा की मुख्य-धारा में जोड़ने के लिये प्रभावी कार्यवाही करने को कहा था। इस कार्य में 'स्कूल चलें हम अभियान'' के प्रेरकों से निरंतर सम्पर्क तथा उनके प्रोत्साहन के लिये भी उन्होंने निर्देशित किया था। शासन को प्रतिभा-पर्व में यह देखने में आया कि डी और ई ग्रेड में प्राय: वे बच्चे शामिल हैं, जो अधिकांशत: अनुपस्थित रहते हैं। लगातार एक माह तक अनुपस्थित अथवा विगत तीन माह में 20 प्रतिशत से कम औसत उपस्थिति वाले बच्चों को भी शाला से बाहर के बच्चों की श्रेणी में रखा गया है। इसके लिये सभी कलेक्टर से जिले के प्रेरकों का सहयोग लेकर 'दस्तक अभियान'' द्वारा शाला के बाहर रहे बच्चों को शिक्षा की मुख्य-धारा से जोड़ने के लिये कहा गया है। आवासीय विशेष प्रशिक्षण, गैर-आवासीय विशेष प्रशिक्षण तथा केन्द्रों के माध्यम से शाला से बाहर रहे अप्रवेशी तथा शाला-त्यागी बच्चों को उनकी उम्र के अनुरूप कक्षाओं में प्रवेश के लिये तैयार किया जायेगा। निर्धारित योग्यताएँ प्राप्त करने के बाद उन्हें नियमित स्कूल में लाया जायेगा। अभियान द्वारा शालाओं में लगातार अनुपस्थित रहने वाले बच्चों को स्कूलों में नियमित उपस्थिति के लिये प्रेरित किया जायेगा, ताकि वे निर्धारित दक्षताओं की प्राप्ति शेष समयावधि में पूरी कर सकें। ऐसे बच्चों के लिये अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन करने के पहले से निर्देश हैं। शाला से बाहर के विशेष आवश्यकता वाले ऐसे बच्चे, जो शाला जाने में असमर्थ हैं, उनकी शिक्षा-व्यवस्था के लिये अनेक जिला मुख्यालय पर पहले से रहवासी छात्रावास की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा मोबाइल स्त्रोत सलाहकार घर पर शैक्षिक मार्गदर्शन देने का कार्य करते हैं। उनके द्वारा ऐसे बच्चों के लिये इस सुविधा का उपयोग भी सुनिश्चित किया जायेगा।

Kolar News

Kolar News

बंसल न्यूज़ और ibc 24 सबसे पॉपुलर चैनल ,खबर ब्रेक करने में ई टीवी का कोई जवाब नहीं  ज़ी न्यूज़ तीसरा और इण्डिया न्यूज़ चौथा सबसे पसंदीदा चैनल  ------------------------------------------------------------------------- तेजी से बढ़ा ind 24  ------------------------ अपराधी ,अय्याश और ब्लैकमेलरों के चैनल नहीं देखते लोग  ------------------------------------------------------------------------ मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के रीजनल न्यूज़ चैनल को लेकर किये गए सर्वे में बंसल टीवी को दर्शकों ने सबसे ज्यादा सराहा है। बंसल न्यूज़ को कवरेज और कंटेंट की दृष्टि से लोग पहले पायदान का मानते हैं। लेकिन जब खबर ब्रेक करने को लेकर चर्चा होती हैं तो दर्शक ई टीवी को सबसे फ़ास्ट चैनल मानते हैं। ई टीवी की पैकेजिंग और प्रस्तुतिकरण दर्शकों की कसौटी पर खरी नहीं हैं। जी न्यूज़ मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में दर्शकों की राय में तीसरे नंबर का और इण्डिया न्यूज़ चौथे नंबर का चैनल है। वहीँ छत्तीसगढ़ में जब भी खबर की बात होती है तो ibc 24 सबसे ज्यादा देखा जाने वाला चैनल है। छत्तीसगढ़ में ibc 24 नंबर वन है, तो मध्यप्रदेश में ibc अभी अपनी पैठ नहीं बना पाया है। वहीँ नया न्यूज़ चैनल ind 24 कम समय में तेजी से दर्शकों में अपनी पैठ बनाने में कामयाब हुआ है। वहीँ न्यूज़ के बड़े ब्रांड जी की दर्शकों पर पकड़ ढीली हो रही है।  मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में न्यूज़ देखने वालों के बीच किये गए सर्वे में दर्शकों ने जो बताया वह अपने आप में काफी चौंकाने वाला है। न्यूज़ देखने वाले जागरूक दर्शकों का कहना है चैनल चलाने वालों और उस में काम कर रहे पत्रकार की छवि उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है। किसी भी अपराधिक छवि वाले लोगों के चैनल ,चैनल में काम करने वाले तथाकथित ब्लैकमेलर पत्रकारों के कारण दर्शकों ने कई रीजनल न्यूज़ चैनल को देखना तक बंद कर दिया है। 79 प्रतिशत दर्शक मानते हैं कि ब्लैकमेलर ,अय्याश और अपराधी किस्म के तथा कथित पत्रकार समाज को क्या दिशा दे पाएंगे,इसलिए ऐसे लोगों के न्यूज़ चैनल्स को दर्शकों ने नकार दिया है।  अपने सर्वे में हमने एमपी और सीजी के दर्शकों से सबसे पहला सवाल ही यह पूछा कि वे किन रीजनल न्यूज़ चैनल को देखते हैं। 28 हजार 250 दर्शकों से रायशुमारी पर जिन चैनलों के नाम सामने आये उन्हें इस सर्वे में शामिल किया गया,इन दर्शकों में विद्यार्थी ,राजनेता ,समाजसेवी ,शिक्षक ,व्यवसायी ,डॉक्टर्स ,इंजिनियर ,मीडियाकर्मी .किसान ,उद्योगपति,सरकारी अधिकारी ,गृहणी और प्राइवेट नौकरी करने वाले शामिल हैं । सर्वे में रीजनल न्यूज़ चैनल में ई टीवी ,सहारा समय ,बंसल न्यूज़ ,जी न्यूज़ ,इण्डिया न्यूज़ ,आईबीसी 24 ,आईएनडी 24 ,न्यूज़ वर्ल्ड और साधना न्यूज़ को शामिल किया गया हैं ।  एक समय था जब एमपी सीजी में खबर मतलब सहारा न्यूज़ था लेकिन सहारा समय का थोड़ा सा लड़खड़ाना कई न्यूज़ चैनल के लिए संजीवनी बूटी का काम कर गया। 2015 में दोनों प्रदेशों के समाचार चैनल का आकलन करने के लिए सीधे दर्शकों से बात की गई। उनकी राय जानी गई। समाचार का दर्शक भी काफी मुखर हुआ है और अपने आस पास पत्रकारिता का चोला ओढ़कर चन्दाखोरी से ब्लैकमेलिंग ,शराबखोरी और अपराधिक घटनाओं तक में लिप्त लफंगों को सिरे से नकारता है।  दर्शकों से जब यह सवाल किया गया कि आपके पास कोई खबर है तो सबसे पहले किस रीजनल चैनल को खबर देंगे? इसके जवाब में सबकी अलग अलग राय थी लेकिन सभी खबर ईटीवी ,बंसल, जी ,इण्डिया न्यूज़ ,सहारा समय और आईबीसी 24 को सबसे पहले देना चाहते हैं। इसमें भी ईटीवी ,बंसल ,सहारा और ibc 24 अलग -अलग इलाकों में नंबर वन हैं।  रीजनल न्यूज़ चैनल के दर्शक हर बड़ी खबर के साथ अपने इलाके की हर छोटी से छोटी खबर अपने टीवी स्क्रीन पर चाहते हैं। दर्शकों की इस कसौटी पर फिलहाल बंसल न्यूज़ [mp में ]और आईबीसी 24 [छत्तीसगढ़ में ] में पहले स्थान पर हैं ,दूसरे स्थान पर ईटीवी और तीसरे स्थान पर जी और चौथे स्थान पर इण्डिया न्यूज़ है। लेकिन इसके बावजूद जी न्यूज़ की पकड़ एक ख़ास वर्ग में बरकरार है rti एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे की माने तो रीजनल न्यूज़ चैनल में जी न्यूज़ सर्वश्रेष्ठ है। वहीँ जांजगीर में रहने वाले व्यवसायी सूरज देवांगन को आईबीसी 24 , बंसल न्यूज़ और ईटीवी सर्वश्रेष्ठ लगते हैं। कोरबा के पत्रकार राजेन्द्र जायसवाल को ibc 24 सबसे बेहतर न्यूज़ चैनल लगता है।  बिलासपुर की आरती शर्मा गृहणी है लेकिन वे न्यूज़ देखने में भी रूचि रखती हैं ,उन्हें ibc 24 और बंसल न्यूज़ सबसे खबरदार लगते हैं। रायपुर के पत्रकार रितेश साहू की पहली पसंद ibc 24 है। उसके बाद etv ,बंसल और जी का नंबर आता है। तमाम न्यूज़ चैनल्स के पैनल में बैठने वाले कांग्रेस नेता भोपाल के पंकज चतुर्वेदी कहते हैं लोकप्रियता की दृष्टि बंसल पहले ,etv दूसरे और जी न्यूज़ तीसरे नंबर पर हैं। बीजेपी के नेता प्रकाश मीरचंदानी को etv नंबर वन लगता है। मीरचंदानी उसके बाद जी न्यूज़ ,ind 24 ,इण्डिया न्यूज़ , बंसल और ibc 24 को रखते हैं।  नक्सलवाद से डाकुओं तक और राजनीती से अपराध तक चतुर्दिक दृष्टि रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार ,समीक्षक शिवअनुराग पटेरिया को खबर और कंटेंट की दृष्टि से बंसल न्यूज़ सबसे बेहतरीन लगता है ,पटेरिया कहते हैं इन सभी रीजनल चैनल्स में अलग अलग खूबियां है कोई समाचार पर ज्यादा फोकस करता है तो कोइ सिर्फ ब्रेकिंग पर ,तो कोई टॉक शो पर।  ग्वालियर के प्रोफेसर नीरज सक्सेना को बंसल ,ई टीवी ,इण्डिया न्यूज़ और जी सबसे बेहतर लगते हैं ,वहीँ सबलगढ़ के किसान पूरन सिंह तोमर को बंसल और ईटीवी सबसे बढ़िया खबर के स्रोत नजर आते हैं। मन्दसौर के नीरज उपाध्याय को बंसल ,ईटीवी और सहारा सबसे बेहतर नजर आते हैं।  सर्वे में जब इन रीजनल चैनल के प्रोग्राम प्रजेंटर और एंकर के बारे में पूछा गया तो 58 फीसदी दर्शकों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनके पसंदीदा चैनल पर एंकर कौन था। बाकि के 42 फीसदी दर्शक न सिर्फ एंकर से प्रभावित नजर आये बल्कि उसकी खूबियां और कमियां बताईं । यह लोग बंसल न्यूज़ के शरद द्विवेदी को सबसे बेहतर मानते हैं। शरद द्विवेदी के आलावा सहारा के मनोज मनु , इण्डिया न्यूज़ की दीप्ती चौरसिया ,ibc 24 के अभय किशोर ,न्यूज़ वर्ल्ड के रिज़वान अहमद सिद्दीकी और ind 24 के नवीन पुरोहित के नाम दर्शकों को याद रहते हैं। www.dakhal.net से साभार 

Kolar News

Kolar News

दिनेश गर्ग  डिजास्टर मैनेजमेंट संस्थान में नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन के महानिदेशक मैथिलीशरण गुप्त के मार्गदर्शन में एक-दिवसीय कार्यशाला हुई। इसमें विभिन्न जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित जिलों के अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला में आकस्मिक आपदा और उनसे बचाव के लिये सिविल डिफेंस वालेंटियर की भूमिका में उनकी संरचना को बताया गया। श्री गुप्त ने बताया कि आपदा-स्थल पर स्थानीय लोगों की सहायता से व्यक्तियों, पशुओं और सम्पदा के नुकसान को सुरक्षित किया जा सकता है। राज्य शासन द्वारा प्रदेश के सभी जिलों को सिविल डिफेंस जिला घोषित किया गया है। जिलों में इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किये जा चुके हैं। राज्य-स्तर पर आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिये स्टेट कमाण्डर सेंटर की स्थापना की गयी है। इसके लिये टोल-फ्री नम्बर-1079 स्थापित किया गया है। राज्य आपदा स्टेट कमाण्डर सेंटर पर एक शक्तिशाली राज्य आपदा कमान और रिस्पॉन्स मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित किया जा चुका है। भविष्य में इस सिस्टम के माध्यम से सिविल डिफेंस वालेंटियर को, अन्य आवश्यक संसाधन और उपकरणों को बहुत ही कम समय में आपदा-स्थल तक पहुँचा पायेंगे। सिविल डिफेंस वालेंटियर सर्च और रेस्क्यू फर्स्ट एड के माध्यम से भीड़-नियंत्रण आदि की विभिन्न विधा में प्रशिक्षित होकर शक्तिशाली व्यवस्था अपना रहे हैं। होमगार्ड द्वारा बनाये गये मोबाइल एप की कार्य-प्रणाली को भी इस कार्यशाला में प्रदर्शित किया गया।

Kolar News

Kolar News

दिनेश गर्ग  फोन नम्बर 0755-2701555 पर कॉल करने पर प्लम्बर, कारपेंटर और इलेक्ट्रीशियन आपके घर पहुँचेंगे। यह सुविधा नगर निगम द्वारा शुरू की गयी है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने माता मंदिर के पास स्थित नगर निगम के कार्यालय में प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर जनसेवा केन्द्र का शुभारंभ किया। उन्होंने केन्द्र की कार्य-प्रणाली के बारे में भी जानकारी ली। श्री गुप्ता ने हरी झण्डी दिखाकर महापौर एक्सप्रेस को रवाना किया। श्री गुप्ता ने कहा कि सेंटर पर झूठी काल करने वालों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवायें। उन्होंने बताया कि कौशल विकास विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में यह सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 'काल कारीगर' योजना शुरू की गयी है। श्री गुप्ता ने कहा कि योजना को जोन और वार्ड स्तर तक लागू करें। सांसद आलोक संजर ने योजना शुरू करने पर महापौर को बधाई दी। महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि देश में पहली बार भोपाल नगर निगम द्वारा यह योजना शुरू की जा रही है। उपभोक्ताओं को तकनीशियन की पहली विजिट के लिए 200 और दूसरी विजिट के लिए 100 रुपये देने होंगे। सेवा केन्द्र सुबह 6 से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। सेवाएँ आई.टी.आई. उत्तीर्ण छात्र देंगे। इनका ड्रेस कोड रहेगा और परिचय-पत्र भी रहेगा। श्री शर्मा ने कहा कि मोबाइल कोर्ट भी बनायी जायेगी। कोर्ट अतिक्रमणकारियों से स्पाट फाइन वसूलेगा। नगरपालिक निगम परिषद् के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने भी संबोधित किया।इस दौरान पार्षद और नगर निगम आयुक्त तेजस्वी एस. नायक भी उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

शैक्षणिक सत्र 2016 में कक्षा 9 वीं एवं 11 वीं की वार्षिक परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर ली जाएंगी। कक्षा 9 वीं एवं 12 वीं की वर्ष 2015-16 की स्थानीय परीक्षाओं के लिए टाइम टेबिल घोषित किया जा चुका है तथा परीक्षाओं के संचालन एवं मूल्यांकन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक आयुक्त को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रश्नपत्र वितरण का विवरण एजुकेशन पोर्टल पर विषयवार, संभागवार एवं जिलावार तथा विद्यालयवार अपलोड किया जा चुका है। इसी पत्रक के अनुसार कक्षा 9 वीं एवं 11 वीं के प्रश्नपत्र पृथक-पृथक रखे तथा विद्यालयों को निर्धारित तिथि पर प्रश्नपत्र प्रदाय करना सुनिश्चित

Kolar News

Kolar News

भोपाल में मेट्रो कोलार से भी दौड़ेगी। लाइट मैट्रो के लिए 73 किलोमीटर ट्रैक पर 86 स्टेशन बनाये जायेंगे। मेट्रो ट्रेन को लेकर कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक उच्चस्तरीय बैठक ले रहे हैं। इसमें आयुक्त नगरीय प्रशासन विवेक अग्रवाल, महापौर आलोक शर्मा सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। चूंकि 11 फरवरी को जापानी दल के साथ लोन एवं मेट्रो वर्क से जुड़े अन्य मुद्दों पर मुख्यमंत्री चर्चा होनी है। इससे पहले अधिकारी सीएम को पूरा अपडेट देंगे। गौरतलब है कि 2019-20 तक भोपाल व इंदौर में मेट्रो चलाने का प्लान है। कहां, कितनी भूमि हुजूर 3600 टीटी नगर 175 शहर 72 गोविंदपुरा 547 एमपी नगर 1500 बैरागढ़ 175 महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि शहर में जल्द मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी। स्मार्ट सिटी के साथ-साथ नगर निगम मुख्यमंत्री के इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट में पूरी तरह सहभागी है। उम्मीद है कि शहरवासियों का मेट्रो में चलने का सपना जल्द पूरा होगा। कारण यह है कि मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्ट पर पूरी नजर रख रहे हैं। जमीन सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा  मीटिंग में राजधानी में लाइट मेट्रो के प्रस्तावित छह रूट के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने 6200 एकड़ जमीन की रिपोर्ट, मेट्रो के रूट और उसके लोन पर भी चर्चा की जाएगी। -------------------------- ऐसे होगा खर्चा 2015-16: 493 2016-17: 1907 2017-18: 1998 2018-19: 2663 नोट: राशि करोड़ में है। ------------------------- यहां से गुजरेगा लाइट मेट्रो का रूट कुल ट्रेक लेंथ 105.87 किमी ट्रेवलिंग लेंथ रूट 73.06 किमी आयुक्त नगरीय विकास विवेक अग्रवाल ने बताया लाइट मेट्रो का काम तेजी से आगे चल रहा है। इसके बनने के बाद शहर की लाइफस्टाल में तेजी से परिवर्तन आएगा।  मेट्रो के रूट के लिए सबसे ज्यादा जमीन हुजूर तहसील में है। यहां 3650 एकड़ जमीन उपलब्ध है। पिछले दिनों इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन ने तैयार कर नगरीय प्रशासन मंत्रालय को भेजी थी। अब राज्य सरकार और लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों की बैठक में यह तय किया जाएगा कि किन स्थानों की जमीन लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए मुफीद रहेगी। नगरीय प्रशासन संचालनालय ने मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए जिला प्रशासन से खाली जमीन की रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद कलेक्टर ने अलग-अलग एसडीम से उनके क्षेत्र की खाली सरकारी जमीन की रिपोर्ट बुलाई थी। एसडीएम ने जो प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है, उसमें वह जमीन भी शामिल है जो किसी अन्य सरकारी कार्य के लिए प्रस्तावित है।

Kolar News

Kolar News

मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने आज मंत्रालय में एक बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की आगामी 18 फरवरी की मध्यप्रदेश यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ग्राम शेरपुर जिला सीहोर में में आयोजित कार्यक्रम में आ रहे हैं। मुख्य सचिव डिसा ने अधिकारियों से प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए की जा रही विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी विस्तार से प्राप्त की। प्रमुख रूप से सीहोर जिले के सभा स्थल, मंच व्यवस्था, पार्किंग के इंतजाम, किसानों एवं आमजन के बैठने की व्यवस्था, विशिष्ट व्यक्तियों, जन-प्रतिनिधियों और मीडिया की बैठक व्यवस्था पर चर्चा हुई। मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आने वाले लोगों के लिए पेयजल, अस्थायी शौचालय और र्फ्स्ट एड व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के संबोधन को सुनने के लिए भोपाल और सीहोर के अलावा निकटवर्ती जिलों के नागरिकों का भी आगमन होगा। इसके अनुसार ही आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह बी.पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं जनसंपर्क एस. के. मिश्रा, प्रमुख सचिव खाद्य अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण प्रमोद अग्रवाल, प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान, राज्यपाल के प्रमुख सचिव अजय तिर्की, कमिश्नर भोपाल एस.बी. सिंह, आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन एवं कलेक्टर सीहोर सुदाम खाड़े उपस्थित थे।

Kolar News

Kolar News

भोपाल में मेट्रो ट्रेन के डेमो के बाद अब जमीन के अधिग्रहण का काम शुरू होगा। इसके लिए भदभदा-रत्नागिरी तिराहे ,कोलार और करोंद-एम्स वाले रूट के हिस्से का सर्वे होगा और इसकी जद में आने वाले मकानों और दुकानों की स्थिति देखी जाएगी। इसके डेमो रन के लिए जो एरिया साफ किया जाएगा उसको किस तरह से अपडेट किया जाएगा, इस संबंध में भी विचार-विमर्श किया जाएगा।  भदभदा-रत्नागिरि तिराहे ,कोलार और करोंद-एम्स इन रूट पर सबसे पहले मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। इन रूट का कुछ हिस्सा 2018 तक तैयार करने के लिए मेट्रो रूट में आने वाली अड़चनों की तरफ भी फोकस किया जाएगा। इस रूट पर पहले चरण में 4 लाख लोग मेट्रो का उपयोग करेंगे। गौरतलब है कि भोपाल में 2019 तक मेट्रो प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा किया जाना है।  इससे पहले कल मुख्य सचिव अंटोनी डिसा और जापान से आए प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई चर्चा में राजधानी में चलने वाली मेट्रो के रूट प्लान पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस मौके पर जापान के मिनिस्ट्री आॅफ इकॉनामी, ट्रेड एंड इंडस्ट्री और मिनिस्ट्री आॅफ लैंड, इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रांसपोर्ट एंड टूरिज्म के अधिकारियों के साथ चार निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से संबंधित प्रेजेंटेशन दिया था। भोपाल में चलने वाले लाइट मेट्रो की डीपीआर को अब राज्य सरकार केन्द्र सरकार के पास परीक्षण के लिए भेजेगी। केन्द्र सरकार से इसका परीक्षण कर इसे जायका के पास लोन के लिए भिजवाया जाएगा ताकि मई-जून 2016 तक जायका का लोन स्वीकृत हो जाएगा और उसके साथ ही टेंडर भी जारी किया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

मध्यप्रदेश के दया नायक माने जाते हैं सुधेश  राजधानी के कोलार थाने में आमद देने वाले भिंड जिले के दंबग टीआई सुधेश तिवारी को मप्र का एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक कहा जाना लाजमी होगा। भिंड जिला पुलिस में मामूली सिपाही से भर्ती सुधेश अपने आधा सैकड़ा एनकाउंटरों की बदौलत महज 11 सालों में तीन पदोन्नतियां लेकर निरीक्षक बने हैं। आलम यह है कि भिंड, मुरैना, चंबल और ग्वालियर क्राइम ब्रांच में पदस्थ रहे तिवारी पिछले डेढ़ दशकों में प्रदेश में हुए करीब 259 डकैतों और 100 गैंगस्टर के एनकाउंटर आॅपरेशन में से एक तिहाई में शामिल रहे हैं।  अबतक सुधेश के नाम पर करीब 56 से ज्यादा एन्काउंटर दर्ज हैं। प्रदेश पुलिस के सिर दर्द रहे कुख्यात डकैत निर्भर गुर्जर, फक्कड़ बाबा, रामबाबू गड़रिया, सलीम गैंग, ढोकिया गैंग के सफाए में सुधेश की भूमिकाएं रही। इसके साथ ही चंबल, ग्वालियर, मुरैना के खतरनाक गैंगस्टर शेरा किरार, समीर जाट, हरेंद्र राणा, बादाम ढीमर जैसे एन्काउंटर भी सुधेश के खाते में हैं।  एनकाउंटर की दम पर बने सिपाही से टीआई : 1998 में मप्र पुलिस विभाग में सिपाही से भर्ती सुधेश तिवारी ने 2002 से दस्यु मुहिम का हिस्सा बनें। खुंखार डकैतों और उनके गैंग के सदस्यों का एनकाउंटर किया। 2005 में यूपी के कुख्यात डकैत फक्कड़ बाबा और कुश्वाह नाइन गिरोह के आत्मसमर्पण कराने पर सुधेश को पहला प्रमोशन मिला। उन्हें 2005 में पदोन्नत कर हवलदार बना दिया गया। 2005 में कुख्यात डकैत रामबाबू गड़रिया और उसके गैंग के सफाए के चलते 2009 में दूसरा प्रमोशन दिया गया। भिंड के व्यापारी जैन की पकड़ छुडाने और चार डकैतों का एनकाउंटर करने पर 2010 में तिवारी तीसरी पदोन्नति देकर विभाग ने एसआई बना दिया। 2015 में विभागीय पदोन्नति के बाद वह टीआई बने। राष्ट्रपति का विरता पदक भिंड के गौरमी में कुख्यात डकैत राम शर्मा का 2009 में एन्काउंटर करने पर सुधेश तिवारी को 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा पुलिस का विरता पदक देकर सम्मानित किया गया। सतना जाकर मारे 7 डकैत एसपी फरीद शापू के नेतृत्व में भिंड एंटी डकैत (एडी) टीम में शामिल सुघेश सतना पहुंचे थे। जहां खडक सिंह समेत उसकी गैंग के सात डकैतों का एक साथ एनकाउंटर किया गया था। पिछले टीआई पत्नी के फेर में निपटे  कोलार थाने के पिछले टीआई अखिलेश मिश्रा के रहते कोलार पुलिस स्टेशन बर्बाद होने के साथ बदनाम भी हुआ। टीआई अखिलेश मिश्रा की इलाके के अपराधियों से सांठगांठ होने के साथ अपराधियों के दलाल भी पूरे समय पुलिस थाने में मटरगश्ती करते नजर आते थे। ऐसे में अखिलेश मिश्रा और उनकी पत्नी के रोज के झगड़ों की वजह से कोलार थाना ड्रामा सेंटर में तब्दील हो चुका था। इलाके के सीएसपी पर एएसपी का पूरा समय अखिलेश को बचाने में जाय होता था ,अखिलेश मिश्रा के कारनामों से तंग आ कर जब उनका यहाँ से तबादला किया गया तभी से ये उम्मीद की जा रही थी की अब यहाँ के हालत सुधरने के लिए एक दबंग अधिकारी की जरुरत पढ़ेगी। जो कि सुधेश तिवारी के रूप में पूरी हुई है।

Kolar News

Kolar News

कॉलोनी और मोहल्ले में स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। शिकायत के बाद भी उन्हें दुरुस्त नहीं किया जाता। दिन में स्ट्रीट लाइटें जलती हैं। जैसी कई शिकायतें आम शहरी को नगर निगम से हैं, लेकिन अब नहीं होंगी। क्योंकि निगम शहर में स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सिस्टम की कवायद शुरू कर दी है। जिसमें स्ट्रीट लाइटें खुद जलेंगी खुद बंद होंगी और खराब होने की खबर भी खुद ही देंगी। दरअसल स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सिस्टम के तहत लगने वाली स्ट्रीट लाइट ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस होंगी। जिसकी वजह से इन पर कंट्रोल रूम से निगरानी की जा सकेगी। साथ ही एक एसएमएस कोड के जरिए कर्मचारी इन्हें अपने मोबाइल से खोल और बंद कर सकेंगे। उन्हें इसके लिए वार्ड में घूमना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा इन स्ट्रीट लाइटों में आॅटोमेटिक टाइमर और डिमर स्विच लगा होगा। टाइमर उसमें सेट वक्त पर स्ट्रीट लाइटों को शुरू और बंद करेगा, जबकि डिमर रोशनी के आधार पर काम करेगा। गौरतलब है कि मौजूदा वक्त में शहर की करीब 35 हजार स्ट्रीट लाइटें जलाने और बंद करने की जिम्मेदारी संबंधित वार्ड के कर्मचारियों की होती है। 100 से ज्यादा कर्मचारी नियमित स्ट्रीट लाइट जलाते और बंद करते हैं, लेकिन अक्सर देखने में आता है कि लाइटें दिन में भी जलती रहती हैं और कभी- कभी रात में स्ट्रीट लाइटें नहीं खुलती हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। शहर की सड़कों को रात में रोशन करने के लिए नगर निगम ने 35 हजार स्ट्रीट लाइट्स सड़कों के किनारे लगाई हैं। सालाना दो करोड़ से ज्यादा बिजली बिल भी जमा किया जाता है। लेकिन सड़कें रात होते ही अंधेरे में डूब जाती हैं। क्योंकि 30 फीसदी स्ट्रीट लाइटें बल्ब फ्यूज और कनेक्शन लूज होने जैसी मामूली खामियों की वजह से नहीं जलतीं। स्ट्रीट लाइट्स को दुरुस्त करने की बात करें, तो निगम अफसर अमले और संसाधनों की कमी का रोना रो देते हैं। जबकि बंद स्ट्रीट लाइट्स की वजह से आम शहरी को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मिसरोद से बैरागढ़ और पटेल नगर से त्रिलंगा तक शहर का दायरा फैला हुआ है, जिसमें नगर निगम की करीब 1456 किलो मीटर सड़कें हैं। इनमें से करीब 656 किमी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स नहीं हैं, जिससे यहां रात में अंधेरा पसरा रहता है और यहां से गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी होती है। लेकिन जिन 800 किमी सड़कों पर निगम ने करीब 35 हजार स्ट्रीट लाइटें लगा रखी हैं, उनमें से भी ज्यादातर में अंधेरा पसरा रहता है। क्योंकि ज्यादातर सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइटें लंबे अरसे से बंद हैं। जबकि इनमें मामूली खामियां हैं। किसी का बल्ब फ्यूज है, तो किसी का कनेक्शन लूज है या फिर किसी की ट्यूबलाइट व चोक खराब है।

Kolar News

Kolar News

देश द्रोहियों का समर्थक राहुल गाँधी को देश बर्दास्त नहीं करेगा  मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के आवाहन पर आज मध्यप्रदेश के प्रत्येक भाजपा मंडलों में आज का दिन धिक्कार दिवस के रूप में मनाया गया ! इसी तारतम्य में हुजूर विधानसभा के संत हिरदाराम नगर मंडल के कार्यकर्ताओ द्वारा स्थानीय हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में मशाल जुलुस निकाला गया ! इस बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे !  इस दौरान शर्मा ने कहा की 68 साल की आज़ादी के बाद 9 फ़रवरी को एक शर्मनाक दिन आया जब jnu यूनिवर्सिटी में संसद पर हमले के आरोपी आतंकवादी अफज़ल के समर्थन में मुट्ठी भर छात्र उतरे ओर उन छात्रों को खुला समर्थन भारत के राजनेतिक दल कांग्रेस के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने किया जिससे यह स्पष्ट हो गया की यह वह कांग्रेस नहीं रही जिसमे देश भक्त पैदा होते थे , ये कांग्रेस आतंकवाद की समर्थक हो गयी है उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा की यह वह राहुल गाँधी नहीं है जो देश के शहीदों का सम्मान करे ! जो तिरंगे का सम्मान करे , यह वह राहुल गाँधी नहीं जो दादी के पद चिन्हों पर चले ! श्री शर्मा ने कहा की राहुल गाँधी अफज़ल के समर्थक है ! श्री शर्मा ने राहुल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा की पूरा हिंदुस्तान तुम्हे समझ चूका है पूरा हिंदुस्तान कांग्रेस से दो दो हाथ करने के लिए तैयार है ! देश में अगर रहना है तो देश की जवान बोलो नहीं तो यह वीरो का देश आतंकवाद से लड़ना जानता है !

Kolar News

Kolar News

कोलारवासियों को जल्द ही कोलार के प्रवेश द्वार पर जयपुर की तर्ज पर वेलकम गेट की सौगात मिलने वाली है। यह गेट सर्वधर्म पुल से पास बनेगा। इस गेट को करीब 25 लाख रुपए की लागत से बनाया जाना है। इस गेट की खासियत यह है कि जयपुर के कलाकारों द्वारा इस गेट का निर्माण कराया जाएगा। इसमें जयपुर की संस्कृतिक की झलक भी नजर आएगी। इस प्रोजेक्ट का डिजाइन शिल्पी इंजीनियर आर्किटेक्ट प्लानर द्वारा तैयार किया गया है। प्रोजेक्ट का डिजाइन लगभग फाइनल हो चुका है। निगम के अफसरों के मुताबिक टेंडर डाले जा चुके हैं। जैसे ही वर्क आॅर्डर होते हैं, तुरंत भूमिपूजन कर प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कोलार में जल्द ही वेलकम गेट का निर्माण होगा। पूर्व में यह योजना बनाई गई थी। इस प्रस्ताव को नगर निगम प्रशासन ने मंजूरी देते हुए राशि स्वीकृत कर दी है। भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।ननि कमिश्नर तेजस्वी नायक ने बताया कोलार गेट के लिए टेंडर जारी हो गए हैं। निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। कोलार के प्रवेश द्वार पर बनाए जाने वाले ऐतिहासिक गेट की लंबाई लगभग 12 मीटर और 10.50 मीटर चौड़ाई रखी जाएगी। गेट पर गुंबद का भी निर्माण किया जाएगा। इसको मिला कर गेट की लंबाई 22 मीटर के आसपास पहुंच जाएगी। राहगीरों की आवाजाही के लिए गेट के दोनों तरफ 2 मीटर का फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। इस गेट के बीच में एक गार्ड रूम भी बनाया जाएगा। इसके अलावा गेट के बीचोंबीच पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति लगाई जाएगी। गेट पर जयपुर की तर्ज पर नक्काशी की जाएगी। इन सब के कारण गेट की भव्यता देखने लायक होगी। शहर में ऐतिहासिक गेट बहुत हैं, लेकिन अपनी तरह का यह कोलार में पहला गेट होगा। इसके बनने से कोलार क्षेत्र का अपना अलग ही आकर्षण नजर आएगा।

Kolar News

Kolar News

शैफाली गुप्ता  अपने ही ड्राइवर का किया था क़त्ल  बीजेपी नेता पूर्व बीजेपी पार्षद पी गणेश और उसके तीन साथियों को भोपाल की अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। पी गणेश ने अपने ही ड्राइवर की हत्या कर दी थी।  भोपाल जिला न्यायालय में न्यायाधीश डी पी मिश्रा ने अपने फैसले में पी गणेश और उसके तीन साथियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। 18 मई 2013 को सत्ता के नशे में चूर पी गणेश ने पहले तो अपने ड्राइवर पंकज यादव को अगवा किया और फिर उसके साथ मारपीट की ,इससे भी जब पी गणेश की चांडाल चौकड़ी का मन नहीं भरा तो उसने अपने तीन साथियों के साथ पंकज की हत्या कर दी। गणेश को शक था कि ड्राइवर गाड़ी में से डीजल चुराता है।  इस अंधे क़त्ल के मामले में पुलिस पर बीजेपी के कई जमीनखोर नेताओं का दबाव था कि पी गणेश को कैसे भी बचा लिया जाए ,लेकिन पुलिस ने निष्पक्षता से तफ्तीश की और पी गणेश को सीखचों के पीछे पहुँचाया।  पी गणेश का उस समय कोलार इलाके में खास दबदबा था और जमकर उसकी गुंडागर्दी चला करती थी ,लेकिन खुद के ड्राइवर की हत्या करके उसके पापों का घड़ा भर गया।  पी गणेश उसके साथी ललित सोलंकी ,रोहित सिंह चौहान और पहलवान सिंह को ड्राइवर पंकज की हत्या के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।

Kolar News

Kolar News

हबीबगंज पर भारतीय रेलवे का पहला बायो टॉयलेट तैयार कोलार का सबसे नजदीकी हबीबगंज रेलवे स्टेशन देश का पहला मॉडल स्टेशन स्टेशन बनने जा रहा है। इसकी घोषणा रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में बजट भाषण के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इसे लेकर निविदा पर मुहर लगाई जा चुकी है। इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आईआरएसडीसी) के अधिकारियों की माने तो मार्च के आखिर हफ्ते या अप्रैल से इसका काम शुरू हो जाएगा। इसकी निविदा बंसल कंस्ट्रक्शन के नाम खुली है। तीन साल में बनेगा वर्ल्ड क्लास -काम शुरू होने के करीब तीन साल में हबीबगंज स्टेशन वर्ल्ड क्लास बन जाएगा। पहले फेज में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। लगभग इतनी ही राशि दूसरे फेज में भी खर्च होगी। निर्माण कंपनी से स्टेशन के रिडेवलपमेंट के अलावा करीब 100 करोड़ रुपए मांगे जाएंगे। इस राशि से दूसरे फेज में डेवलपमेंट के लिए किया जाएगा। 2009-10 के रेल बजट में इसका अनाउंसमेंट हुआ था। रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 2015 के अंत तक काम शुरू होने का ऐलान किया था। वर्ल्ड क्लास स्टेशन में- मेट्रो और बीआरटीएस लेन से सीधा जुड़ेगा, आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे। बाहर जाने के लिए अंडर ग्राउंड सब वे बनेगा, जो सीधे सरकुलेटिंग एरिया में खुलेगा।36 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज (पैदल पुल) बनेगा। वेटिंग रूम भी होगा। एफओबी से प्लेटफॉर्म पर आने-जाने के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट लगेंगी।अलग से एक अन्य स्टेशन बिल्डिंग बनेगी। इसमें आरक्षण कार्यालय, रिटायरिंग रूम, वेंटिंग रूम, फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं रहेंगी। सभी प्लेटफॉर्म पर शेड बनने के साथ ही प्लेटफॉर्म पर बेहतर पत्थर लगाए जाएंगे।एयरपोर्ट की तर्ज पर पैसेंजर इन्फॉरमेशन सिस्टम होगा, तो बिना टिकट नहीं खुलेंगे प्रवेश द्वार।मनोरंजन के लिए टेलीविजन व प्लेटफॉर्म पर बैठने के लिए लगेंगी आरामदायक कुर्सिंयां।सामान लाने-ले जाने के लिए उपल्ब्ध होंगी ट्रॉली। हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर बायो टॉयलेट बनकर तैयार हो गया है। इसके काम का निरीक्षण करने के लिए आज पश्चिम मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक रमेश चंद्रा आए थे। जीएम रमेश चंद्रा ने कहा कि हबीबगंज का बायो टॉयलेट भारतीय रेलवे का पहला ऐसा टॉयलेट है। इसमें वेस्ट को सोख्ता बनाकर नष्ट किया जाएगा। यह टॉयलेट करीब नौ लाख रुपए की लागत से बनाया गया है। इसका जल्द ही लोकापर्ण किया जाएगा। वर्ल्ड क्लास का टेंडर एक महीने में -जोन के महाप्रबंधक रमेश चंद्रा ने कहा कि हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाए जाने के लिए तेजी से काम चल रहा है। एक महीने के भीतर इसके लिए टेंडर जारी हो जाएंगे। गौरतलब है कि हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड बनाए जाने पर यहां एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं हो जाने की बातें कही जा रही हैं। मल्टीस्टोरी बिल्डिंग से लेकर एनाउंसमेंट सिस्टम, कुर्सियां आदि उसी स्तर का कर दिया जाएगा।

Kolar News

Kolar News

वित्तमंत्री जयंत मलैया ने विधानसभा में प्रदेश का बजट पेश किया। 2016-17 का ये बजट एक लाख 58 हजार करोड़ का है, जिसमें सरकार को 118 करोड़ का घाटा बताया गया है। आईए जानते है बजट में किसे क्या मिला...मध्य प्रदेश के बजट में कृषि, सिंचाई, बिजली और सड़कों पर फोकस एक नजर में बजट - 10 हजार रुपए से ज्यादा कीमत की साइकिल महंगी होगी. बायोफ्यूल और इंडक्शन चूल्हा सस्ता होगा - 38 कृषि यंत्रों को टैक्स फ्री किया गया है - गैस-गीजर भी महंगा, वैट पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया गया है - प्रदेश में प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक का सामान महंगा होगा - मध्यप्रदेश में बैटरी चलित कार और रिक्शा टैक्स फ्री घाटे का बजट : वैट में बढ़ोतरी, घर,जमीन खरीदना, प्लास्टिक का सामान महंगा - वित्त मंत्री ने कहा- खरगोन में फूड पार्क को विकसित किया जा रहा है - सिंहस्थ के लिए बजट में 298 करोड़ का प्रावधान किया गया है - मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास में भी जनभागीदारी बढ़ाने के प्रयास होंगे - वित्त मंत्री बोले- उद्योगों के विकास के लिए निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा - सड़क परिवहनः राज्य के अधिकांश स्टेट हाई-वे का उन्नयन किया गया है, शेष सड़कों का पुनर्निमाण प्रस्तावित है - विद्युत वितरण में होने वाली हानियों का पता लगाने के लिए विद्युत कंपनियों का ऑडिट किया जाएगा - ग्वालियर और जबलपुर में आईटी पार्क का काम पूरा हो रहा है - इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में बनेंगे आईटी पार्क - बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री ने बताया कि, पर्यटन विकास के लिए राज्य सरकार खुद राशि उपलब्ध करा रही है - वित्त मंत्री ने बढाया वैट टैक्स, कई तरह से सामान महंगे - प्रदेश में शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है - खरगोन और शिवपुरी के जिला अस्पतालों को अपग्रेड किया जाएगा - मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर लेने वाले श्रमिकों को स्टांप शुल्क में छूट - एमपी बजट: 12 टन से ज्यादा क्षमता वाले वाहन सस्ते हुए - लाड़ली लक्ष्मी के लिए ई-लाड़ली आवेदन - लाडली लक्ष्मी योजना के लिए 903 करोड़ रुपए का बजट - 50 हजारों युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा, मध्यप्रदेश में प्रत्येक जिले में दो नए कौशल प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे - मध्यप्रदेश के पर्यटन विकास के लिए 251 करोड़ का प्रावधान किया गया है - प्रदेश में सात नए आईटीआई खोले जाएंगे, संभागीय स्तर पर 10 आईटीआई को अपग्रेड किया जाएगा - उच्च शिक्षा के लिए 616 करोड़ रुपए का प्रावधान प्रस्तावित है - पर्यटन विकास के लिए 251 करोड़ का प्रावधान किया जाएगा - पिछड़े वर्ग के बेरोजगारों के लिए 20 करोड़ का प्रावधान - अंतरजातीय विवाह के लिए प्रोत्साहन राशि 50 हजार से बढ़ाकर दो लाख रुपए करने का ऐलान - नए मल्टीप्लेक्स को मनोरंजन कर से मुक्त किया जाएगा - दूध निकालने वाली मशीन टैक्स फ्री होगी, बैटरी से चलने वाले वाहन कर मुक्त होंगे - 5 हजार किमी नई सड़क बनाए जाएगी - पिछड़ा वर्ग के छात्रों को पहली से आठवीं तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।

Kolar News

Kolar News

पुलिस बेंड दल ने बजाई धुनें मंत्रालय में आज अधिकारियों-कर्मचारियों ने माह के पहले दिन काम की शुरुआत राष्ट्रगीत वंदे-मातरम् के सामूहिक संगीतमय गायन से की। पूर्वान्ह 11 बजे मंत्रालय स्थित उद्यान में सामूहिक राष्ट्रगीत गायन में गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर मौजूद थे। इस अवसर पर पुलिस बेंड के दल ने '' सारे जहाँ से अच्छा...'' और ''जहाँ डाल- डाल पर सोने की चिड़ियाँ करती हैं बसेरा, वो भारत देश है मेरा... '' जैसे राष्ट्रभक्ति के गीतों की कर्णप्रिय धुनें प्रस्तुत की। अपर मुख्य सचिव वित्त ए.पी. श्रीवास्तव, सचिव सामान्य प्रशासन रश्मि अरूण शमी एवं मंत्रालय में पदस्थ अनेक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहित सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के शासकीय सेवक भी सामूहिक गायन में उत्साह से शामिल हुए। मंत्री श्री गौर ने पुलिस बेंड सहित राष्ट्रगीत वंदे-मातरम् के सभी गायक कलाकारों को अच्छी प्रस्तुति के लिए बधाई दी।

Kolar News

Kolar News

सरकार नाराज है माया की माया से राजधानी के रातीबड़ इलाके की मंडोरा पंचायत में एक किसान दंपत्ति को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में एसडीएम माया अवस्थी बुरी तरह फंसती नजर आ रही हैं। सरकार ने किसान दंपत्ति खुदकुशी मामले को बड़ी गंभीरता से लिया है। सीएम चौहान के एक प्रमुख सचिव जो कलेक्टर भी रह चुके हैं ने कहा कि प्रथम दृष्टिया एसडीएम माया अवस्थी इस घटना की दोषी हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि बगैर सेटेलमेंट के किसी के मकान को नहीं तोड़ा जाए। सुप्रीमकोर्ट के आदेशों का जिक्र करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि इस बारे में सुप्रीमकोर्ट के आदेश हैं कि सरकारी जमीन पर बने मकानों के सिलसिले में संबंधित कलेक्टर सुनवाई कर आॅर्डर पास करें। इस मामले में कलेक्टर की सुनवाई से पहले ही अतिउत्साह में एसडीएम माया अवस्थी ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की है। सरकार इस बात से भी नाराज है कि विधानसभा सत्र के दौरान इस तरह की घटना से विपक्ष को सरकार को घेरने के लिए एक हथियार मिल गया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में भोपाल कलेक्टर से रिपोर्ट भी बुलवा रही है। रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम माया अवस्थी पर कार्यवाही की जाएगी। विदित हो कि एसडीएम माया अवस्थी मंडेरा गांव के एक किसान दंपत्ति नन्हू लाल और उसकी पत्नी नन्ही बाई को सरकारी जमीन पर बने उनके मकान से बेदखल करने के लिए पिछले कुछ दिनों से प्रताड़ित कर रहीं थीं। कल बुधवार को एसडीएम माया अवस्थी मय लाव लश्कर के फिर किसान दंपत्ति को प्रताड़ित करने पहुंच गईं। एसडीएम माया अवस्थी की प्रताड़ना से त्रस्त किसान नन्हू लाल और उसकी पत्नी नन्ही बाई ने एसडीएम माया अवस्थी के सामने ही जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। किसान दंपत्ति को गंभीर अवस्था में पहले जेपी अस्पताल और फिर हमीदिया अस्पताल में कल बुधवार को भर्ती कराया गया। एसडीएम माया अवस्थी द्वारा गरीब हरीजनों और आदिवासियों को प्रताड़ित करने की यह पहली घटना नहीं है। पिछले वर्ष माया अवस्थी द्वारा कोलार में मकानों को तोड़ने के दौरान हंगामा हो गया था। लोगों ने पहले तो माया अवस्थी और उनकी टीम के ऊपर पत्थरबाजी की और बाद में उनकी सरकारी गाड़ी में भी आग लगा दी थी। भोपाल जिला कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी ने बताया कि माया अवस्थी पर आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं। इन आरोपों से बचने के लिए एसडीएम माया अवस्थी भोपाल कलेक्टर को प्रभावित करने के लिए अति उत्साह में सरकार को अकसर परेशानी में डाल देती हैं। इसी तरह की एक घटना में कुछ वर्ष पूर्व तहसील हुजूर के ही एसडीएम महेंद्र सिंह, तहसीलदार लक्ष्मीकांत खरे और पटवारी सस्पेंड हो चुके हैं।

Kolar News

Kolar News

सबसे बेहतरीन पार्षद हैं भूपेंद्र माली ,दूसरे नंबर पर पवन बौराना ----------------------------------------------------------------------------मंजीत से लोग खुश हैं ,मनफूल न उतरीं किसी के मन में -----------------------------------------------------------------------------रविन्द्र यति के के हैं सबसे बुरे हाल /वार्ड से ज्यादा रखते हैं अपने कपड़ों का ख्याल ------------------------------------------------------------------------------------------------शैफाली गुप्ता छोटा से पवन बौराना ने अपने व्यवहार से सबको अपना मुरीद बना रखा है तो भूपेंद्र माली ने धुंआधार काम करके कोलार के पार्षदों में अपनी एक अलग छवि कायम कर ली है ,कोलार के पार्षदों में भूपेंद्र माली नंबर वन है तो दूसरे नंबर पर पवन बौराना हैं ,तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्षद मंजीत मारण , चौथे नंबर पर मनफूल मीणा और कार्य व्यवहार के मामले में रविन्द्र यति पांचवे और आखिरी नंबर पर हैं। kolarnews.net ने इस मसले पर सर्वे किया तो कई रोचक चीजें निकल के सामने आयीं। कोलार में कौन है नंबर वन पार्षद। यह जानने के लिए सात हजार तीन सौ दो [7302 ] मतदाताओं से बातचीत की गई। यह सभी वे लोग हैं जो चुपचाप जा कर मतदान कर आते हैं और राजनीति से बेखबर हो जाते हैं। इन लोगों से हुई बातचीत बेहद चौंकाने वाली थी। कुछ ने बताया कि उन्होंने पार्षद के नाम को देखकर वोट दिया तो कुछ ने बदलाव की उम्मीद के साथ इलाके में बदलाव कर दिया। इनमे अधिकांश लोग ऐसे भी थे जिन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कारण बीजेपी के पार्षद को जिताया। इस सर्वे के नतीजे इन 7302 लोगों से हुई बातचीत के आधार पर सामने आये हैं। सर्वे के नतीजे में भूपेंद्र माली और पवन बौराना सबसे अव्वल नजर आये हैं। भूपेंद्र और पवन सबसे लोकप्रिय यह दोनों इससे पहले भी पार्षद रहे हैं लेकिन किस्मत ने दोनों के इलाके बदल दिए और इनके बारे में आम धारणा थी कि अगर यह चुनाव जीत गए तो अपने इलाके में दिल से काम नहीं करेंगे ,लेकिन भूपेंद्र और पवन ने लोगों की इस भ्रान्ति को दूर कर दिया है और कार्य व्यवहार के नजरिये से कोलार इलाके के सर्वोत्तम पार्षद भी बन गए हैं। भूपेंद्र माली और पवन बौराना को जीत दिलवाने वाले मतदाता भी पहले यह मानकर चल रहे थे कि यह चुनाव के बाद अन्य पार्षदों की तरह गायब हो जाएंगे। वार्ड 81 में पवन बौराना और 82 में भूपेंद्र माली ने अपनी इच्छा शक्ति से बेहतरीन काम किया है और इलाके में नया होने के बावजूद अच्छी पैठ बना ली है। पवन बौराना कहते हैं इलाके में अभी बहुत काम करना है अभी तो कुल पांच करोड़ 22 लाख 29 हजार के काम हो रहे हैं। रविन्द्र यति का ग्राफ गिरा रविन्द्र यति कोलार की राजनीति में बड़ा नाम है। लेकिन बिल्डरों और कथित भू माफियाओं से उनकी नजदीकी के चलते वे जल्दी ही मतदाताओं की नजर से उतरना शुरू हो गए हैं। उनके मतदाता कहते है जितना कलफ लगे शानदार कपडे पहनने पर रविन्द्र यति ध्यान देते हैं उसका एक फीसदी वो अपने वार्ड की सफाई पर ध्यान दे देते तो उनका वार्ड स्वर्ग में तब्दील हो जाता। मतदाता कहते हैं बड़े पुल की बड़ी बड़ी बातें करने वाले पार्षद को आम जनता के दुःख ,परेशानी से कोई वास्ता नहीं है। मतदाता यति को एक ख़ास पैसे वालों की जमात का नेता मानते हैं। रविन्द्र यति एक शिक्षक जीवन झाडे की मौत के बाद चर्चाओं में आये थे ,जीवन झाड़े की मौत के बाद उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि इस सब की वजह यति हैं। रविन्द्र यति वार्ड का ठीक से विकास तो क्या सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवा नहीं पाये और विधायक बनने का सपना संजोये हैं। रविन्द्र यति खुद को इलाके के भविष्य के विधायक के रूप में अपने चेलों से प्रचारित करवा रहे हैं और यही बात मतदाताओं को सबसे ज्यादा परेशान किये हुए है कि जो शख्स इलाके की साफसफाई दुरुस्त नहीं करवा पाया वो विधायक बनने का सपना देख रहा है। मनफूल के पति से हैं मतदाता नाराज वार्ड 83 की बीजेपी पार्षद मनफूल मीणा है। मनफूल का परदे के पीछे रहना और उनके पति श्याम मीणा का सारे काम अपने हाथ में रखने से उनकी इमेज डैमेज हुई है। अपने वार्ड में अच्छे काम करवाने के बाद भी श्याम मीणा के कुछ कामों और इलाके में भवन निर्माण कर रहे लोगों से अवैध वसूली की वजह से मनफूल मीणा की किकिरी हो रही है। मतदाताओं को मनफूल मीणा से शिकायत है कि वे खुद लोगों से मिलती नहीं हैं और हर जायज काम के लिए भी पहले उनके पति की बेवजह चिरौरी करना पड़ती है। मनफूल के पति श्याम मीणा से मतदाता नाराज हैं ,जिसका खामियाजा मनफूल को भविष्य के चुनाव में उठाना पडेगा। 

Kolar News

Kolar News

अनुराग उपाध्याय कौन बनेगा मध्यप्रदेश का मुख्यसचिव ?यह सवाल सरकार को हल करना है। सरकार माने मुख्यमंत्री।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। लेकिन सरकार पसोपेश में है ,असमंजस में हैं। सरकार चाहती है कि उन के क़रीबी इक़बाल सिंह बैस मध्यप्रदेश के नए मुख्यसचिव हों लेकिन एक अन्य ias अफसर एस आर मोहंती [सुधि रंजन ] ने भोपाल से दिल्ली तक आपने घोड़े लॉबिंग के लिए दौड़ा रखे हैं और तमाम विरोधों के बाद भी वे खुद को इस रेस में सबसे आगे बनाये हुए हैं । पहले बात करें मुख्यसचिव के लिए तयशुदा फार्मूले की। इस पद पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1982 से 1984 के बीच के किसी अफसर को मुख्यसचिव बनाया जाना चाहिए। नियमों और कायदों के हवाले अगर मध्यप्रदेश है तो इकबाल सिंह बैंस का पत्ता इस आधार पर ही कट जाना चाहिए कि उनसे सीनियर और ज्यादा योग्यता और अनुभव वाले अफसर इस पद के लिए कतार में हैं। बैंस और मोहंती को किनारे कर भी दें तो कई अफसरों की सीधी दावेदारी है,वे भी खम ठोक कर मैदान में हैं । 1982 बैच के राकेश अग्रवाल, अरुणा शर्मा ,सुरंजना रे ,जे एस माथुर, स्नेहलता श्रीवास्तव ,एस आर मोहंती और राघव चंद्रा जैसे अफसरों के नाम हैं। इनमे भला कौन सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठना नहीं चाहेगा । इन सब में भी अरुणा शर्मा मुख्यसचिव के पद के लिए सर्वथा उपयुक्त मानी जा रही थीं , लेकिन वे पिछले दिनों केन्द्र में सचिव के पद पर डेपुटेशन पर चली गईं ,सरकार अगर उन्हें मुख्यसचिव बनाना चाहे तो उनकी वापसी भी संभव हैं । लेकिन अरुणा शर्मा सरकार की पहली पसंद नहीं हैं । इसी बैच के राकेश अग्रवाल का रिटायरमेंट जून में और सुरंजना रे की विदाई जुलाई में है, इस वजह से ये दोनों अफसर ऐसा सपना नहीं देख सकते हैं । बैच के बाकि बचे अधिकारी जे एस माथुर, राघवचंद्रा और स्नेहलता श्रीवास्तव केन्द्र में पहले से ही डेपुटेशन पर हैं।स्नेहलता भी इस पद के लिए एक उपयुक्त नाम है लेकिन इनकी जुगाड़ भी सरकार में नहीं है। 1983 बैच से एकमात्र नाम मनोज गोयल का हैं ,शिवराज सरकार में ये हाशिये पर रहे हैं ,1983 के बाकि अफसर रिटायर हो चुके हैं। गोयल का रिटायरमेंट जून 2019 में है लेकिन वे सरकार की पसंद नहीं हैं। 1984 बैच के बीपी सिंह सबसे वरिष्ठ है होने के साथ एक बेहतरीन अफसर है वे मुख्यसचिव मटेरियल भी हैं लेकिन जुलाई 2018 में उनका रिटारयमेंट है और नवम्बर 2018 में विधानसभा चुनाव है इसलिए सरकार कोई रिस्क लेना नहीं चाहती। सरकार ऐसा कोई टेंशन लेने के मूड में नजर नहीं आ रही कि चुनाव से तीन महीने पहले वो फिर नया मुख्यसचिव तलाशे। सरकार अगर दम दिखाए तो बी पी सिंह से बेहतर कोई और नजर नहीं आता। 1984 बैच के बचे हुए अफसर हैं विजया श्रीवास्तव, रश्मि शुक्ला शर्मा ,जयदीप गोविंद और आलोक श्रीवास्तव केन्द्र में डेपुटेशन पर हैं। इस बैच के पीसी मीणा और एपी श्रीवास्तव दो और अफसर भी हैं लेकिन इनकी ताजपोशी मुख्यसचिव के पद पर हो इसके आसार कम हैं। अब बात उन दो किरदारों की जो मुख्यसचिव की कुर्सी तक पहुंचना चाहते हैं और इसके लिए प्रयासरत भी हैं। 1985 बैच के इकबाल सिंह इस समय मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव है और 1982 बैच के एस आर मोहंती वर्तमान में स्कूल शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अपर मुख्यसचिव पद पर , इन दोनों अफसरों की अपनी अपनी खूबियां और कमियां हैं इकबाल सिंह की पहली खूबी मुख्यमंत्री का सबसे ख़ास और नजदीकी होना ,अपनी क्षमताओं से ज्यादा काम करके उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ आईएएस अफसरों के एक वर्ग को अपना मुरीद बना लिया है। वही इनकी सबसे बड़ी कमी हैं इनका व्यवहार। चाहे अफसर हों या आमआदमी कोई भी इनके व्यवहार और कार्य से संतुष्ट नजर नहीं आता। लेकिन मुख्यमंत्री के करीबी होने की वजह से इनकी इस सबसे बड़ी कमी पर पर्दा पड़ा रहता है।सरकार अगर बैंस को मुख्यसचिव बनाना चाहती है तो उसे प्रशासनिक तौर पर तमाम उधेड़बुन करने के साथ कई अपनों के कोप का भाजन भी बनना पडेगा। बीजेपी नेताओं का एक बड़ा वर्ग भी इकबाल सिंह की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में विपक्ष भी सरकार को निशाने पर लेगा। लेकिन जब बात सरकार की पसंद की है तो कुछ भी हो सकता है। लेकिन आईएएस अफसरों का एक वर्ग ऐसा होने पर कुछ ऐसे कागजात बाहर लाने की तैयारी में भी है जो सरकार के लिए मुसीबतों का सबब बन सकता है। सरकार को अपने की इन कुछ नाखुश बीजेपी और संघ के करीबी अफसरों को भी इकबाल सिंह बैंस की खातिर साधना पडेगा। मप्र कैडर के 1982 बैच के अधिकारी एसआर मोहंती मोहंती की लम्बे समय से मुख्यसचिव के पद पर पहुँचने की लालसा रही है ,एक ज़माने में मोहंती दिग्विजय सिंह के काफी करीबी रहे हैं। लेकिन सरकार बदली तो मोहंती ने खुद को बदला और ''योग '' और ''भारतीय दर्शन'' के जरिये इस सरकार में भी अपनी पैठ जमाई। मोहंती की एक खूबी है कि वे मिलनसार हैं और कुछ करने से पहले दूसरे को भी सुनते हैं। लेकिन आईएएस अफसर ही उन्हें लेकर दो भागों में बंट गए हैं। उनके विरोधी अफसरों का एक बड़ा समूह उनके खिलाफ है ,यही वजह है कि आईसीडीएस घोटाले में उनके नाम को लेकर फाइलें मीडिया हाउसों से लेकर पीएमओ तक पहुंचाई गई हैं ताकि कहीं मोहंती मुख्यसचिव न बन जाएँ । लेकिन मध्यप्रदेश सरकार की नजरें मोहंती पर इनायत हैं। संघ और बीजेपी के बुद्धिजीवी मोहंती को ''भला आदमी ''मानते हैं और कहते हैं मोहंती के पास भी समय बहुत है उन्हें 2020 में रिटायर होना है। अंटोनी डिसा के बाद कौन ? बैंस और मोहंती के नामों पर सर्वाधिक चर्चा है ,दोनों अफसरों ने अपने अपने तरीके से खुद की जमावट के साथ अपने दिल्ली तक के संपर्कों को टटोलना शुरू कर दिया है। एक दूसरे के खिलाफ कारनामों और करारनामों तक सब कुछ बेपर्दा होने की आशंकाओं के बीच सरकार मंथन कर रही है। वो भी इस उम्मीद में की इस मंथन के बाद जो जहर निकलेगा उसे किसी के गले में डाल दिया जाएगा और अमृत के भागी को मुख्यसचिव बना दिया जाएगा। लेकिन सरकार मंथन में भी मध्यमार्ग की प्राप्ति करना चाहती है जिससे उसका इकबाल बना रहे।

Kolar News

Kolar News

कोलर के लिए राहत की उम्मीद मेयर आलोक शर्मा का बजट स्मार्ट होगा। नगर निगम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि महापौर इस बार इसमें खुद शुरू से रूचि ले रहे हैं और वह इसको भी स्मार्ट सिटी की तरह स्मार्ट बनाना चाहते हैं, जिसमें जनता पर किसी तरह का भार न आए और शहर का विकास भी न रूके।नगर निगम के अगले साल के बजट में नया कर तो नहीं होगा, लेकिन पिछले करों की वसूली की अलग व्यवस्था होगी। इसमें स्मार्ट सिटी के लिए 384 करोड़ रुपए का प्रावधान होगा। कोलार क्षेत्र के रहवासियों को संपत्ति कर में कुछ राहत मिल सकती है। नगर निगम को लोन और अपने दीगर जरूरी खर्चे पूरे करने के लिए करीब 1600 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। आय में वृद्धि नहीं होने से पुरानी घोषणाओं पर अमल होने के लिए जो कठिनाइयां आ रही है, उसके लिए महापौर काफी चिन्तित हैं। शहर में निगम के राजस्व को बढ़ाने के उपायों की खोज की जा रही है, ताकि उससे शहर के विकास का काम तेज हो सके।

Kolar News

Kolar News

सवाल किसी की मेहनत का था- तो किसी की साख दांव पर लगी थी --------------------------------------------------------------------------------जनता को राहत या राजनीति , विधायक और पार्षद की राजनीति में उलझ कर रह गई सड़क ---------------------------------------------------------------------------------------------------------कोलार में भूमि पूजन में दो नेताओं के बीच चूहे बिल्ली का खेल देखने को मिला---------------------------------------------------------------------------------------------------------शैफाली गुप्ता प्रियंका नगर की लगभग 360 मीटर की सीमेंट कंक्रीट की सड़क जिसका भूमि पूजन विधायक के द्वारा होना तय हुआ मगर विधायक रामेश्वर शर्मा पूजन कर पाते उससे पहले वार्ड के पार्षद मंजीत मारण ने भूमि पूजन कर दिया। ये बात और थी की पार्षद ने अचानक ये निर्णय लिया था इसलिए भीड़ नहीं जुटा पाये और एक कार्यकर्त्ता के साथ दो राहगीरों को खड़ा करके भूमि पूजन कर , फोटो भी अलग -अलग ग्रुप में और मीडिया को भेज दिए। इसके बाद विधायक शर्मा का कार्यक्रम भी यथावत रहा और अपने निर्धारित समय पर पहुंच कर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी दोबारा उसी सड़क का भूमि पूजन किया । इस सड़क का पिछले साल भी भूमि पूजन हो चुका है। कुल मिला के एक अदनी सी सड़क बन तो नहीं पाई उसका भूमि पूजन जरूर तीन बार हो गया।कोलार पर सड़क की राजनीति कोई नहीं बात नहीं है। भूमि पूजन की राजनीति में रोचक प्रसंग उस वक्त आया जब पार्षद मंजीत यहाँ भी नहीं चूके और विधायक शर्मा को सबके सामने जनता की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंप दिया और समस्यों के निराकरण को लेकर 25 लाख रूपये विधायक निधि की मांग भी कर डाली । प्रियंका नगर में सीमेंट कंक्रीट की सड़क 2015 में स्वीकृत हुई। इस काम की लगत राशि 12 लाख 24 हजार 28 रुपए 26 पैसे हैं । वैसे तो यह सड़क 2015 में बन जानी चाहिए थी मगर यहाँ भी जनता के हित की न सोच कर राजनीती आगे रही। मंजीत का कहना था की स्वीकृति मिलने के बाद अप्रैल 2015 में ही उनके द्वारा भूमि पूजन किया जा चुका था । मगर काम शुरू नहीं हो पाया इसकी वजह उन्होंने विधायक को ही बताया। पहले भी विधायक से भूमि पूजन नहीं कराया था इसलिए नाराज होकर विधायक शर्मा ने काम नहीं शुरू होने दिया था और फाइल भी रुकवा दी थी । लगभर दो महीने पहले भी मंजीत ने परिषद की बैठक में इस सस्मस्या को रखा था और आसंदी के सामनी लेटकर विरोध जाहिर किया था और आश्वासन मिलने पर ही आसंदी के सामने से उठने की बात कही थी । उस वक्त महापौर के आश्वासन के बाद ही यह काम आगे बढ़ा । ऐसे में पार्षद मंजीत का कहना हैं की मेहनत मेरी हैं और श्रेय विधायक लेना चाहते हैं । यहाँ सवाल वही के वही हैं कि कब कोलार से ये छोटी राजनीति ख़त्म होगी और कब कोलार का सही मायने में विकास होगा । कब सभी नेता अपना - अपना स्वार्थ छोड़कर एक जुट होकर सिर्फ कोलार के विकास की बात करेंगे और उसके भागीदार बनेंगे।

Kolar News

Kolar News

कोलार में जनहित से जुड़े कई प्रोजेक्ट बजट के कारण अटक गए हैं। इसके चलते सड़क, बिजली, पानी , स्ट्रीट लाइट, पाइप लाइन बदलने, मेंटेनेंस समेत कई विकास कार्य की फाइलें मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं। बताया जा रहा है कि फंडिंग की कमी के कारण विकास कार्यों पर ब्रेक लगा है।इस वजह से जो काम शुरू होने वाले थे, उनमें से कई कार्य अब बजट के पेश होने के बाद शुरू किए जाएंगे। वहीं जो प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं उनकी रफ्तार फंडिंग नहीं होने के कारण धीमी हो गई है।इधर ठेकेदारों का कहना है कि पूर्व में हुए काम के बिल अटके हैं। ऐसे में नए काम को शुरू करने के लिए ठेकेदार कहां से राशि लगाएगा।निगम अफसर दबे स्वर में कह रहे हैं कि निगम का खजाना खाली हो चुका है, इसलिए अब अगले महीने में ही नए कार्य शुरू किए जाएंगे। बजट की कमी के कारण उपनगर के पार्कों को विकसित किए जाने की योजना, गरीबों के लिए 1200 मकान बनाने की योजना और वार्डों में पाइप लाइन और सीवेज लाइन आदि महत्वपूर्ण कार्य किए जाने हैं। उपनगर में करीब 70 करोड़ के कार्य के लिए भूमिपूजन होने हैं।पार्कों का मामलाकोलार में कई पार्क हैं, इनको विकसित किया जाना है। यह कार्य सबसे पहले हैंडओवर हो चुकी कॉलोनियों में शुरू किया जाएगा। इस कार्य की फाइल की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, लेकिन बजट की कमी से काम शुरू नहीं हो सका।गरीबों के लिए मकानउपनगर में गरीबों के लिए मकान बनाए जाने हैं। इस कार्य के लिए सर्वे किया जा चुका है। यह फाइल बनकर तैयार है, सिर्फ मंजूरी का इंतजार है। यह फाइल अगले वित्तीय वर्ष के लिए पेश होने वाले बजट के कारण रुकी हुई है।पांच वार्डों की फाइलें अटकींक्षेत्र में पांच वार्ड में होने वाले छुटपुट विकास कार्य की करीब एक दर्जन फाइलें फंडिंग की कमी के कारण अटकी हैं। बजट के बाद निपटेंगी फाइलें।हुजूर एमएलए रामेश्वर शर्मा के मुताबिक, योजनाओं की जो भी फाइलें पेडिंग हैं, उन्हें गंभीरता से आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सभी काम शुरू हो जाएंगे।

Kolar News

Kolar News

समय महिला IAS अफसरों का काफी बोलबाला है। इसी सूची में एक नाम आता है मप्र की IAS छवि भारद्वाज का। अब तक हार्ड कोर नक्सली इलाके से सटे जिले की कलेक्टर रहीं छवि भारद्वाज के काम को देखते हुए मप्र सरकार ने राजधानी भोपाल की कमान दे दी है। छवि ने सोमवार को भोपाल नगर निगम के कमिश्नर पद का कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने smart city को प्राथमिकता पर रखा है। छवि की पहचान दबंग, निडर और होनहार अफसर के रूप में हैं। रिश्वतखोर को पकड़वाया थाअक्टूबर 2013 में छवि डिंडोरी की कलेक्टर बनीं और कुछ ही दिनों में उनके पास डिंडौरी निगम परिषद के सीएमओ ने फाइल पर साइन करने के लिए 50 हजार रुपए का लिफाफा पकड़ा दिया। छवि ने तत्काल पुलिस बुलाई और सीएमओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। कलेक्टर बनने के महीने भर के अंदर उठाए इस कदम से उनकी 'छवि' दबंग कलेक्टर के रूप में बन गई।डिंडौरी जिले की सबसे ज्यादा समय तक कलेक्टर रहने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। मप्र के अादिवासी जिले अौर बेहद पिछले माने जाने वाले डिंडौरी जिले ने छवि भारद्वाज के आने से पहले पिछले 17 साल में 15 कलेक्टर देखे थे। छवि लगभग ढाई साल तक डिंडौरी की कलेक्टर रहीं। छवि बताती हैं कि लोग कहते थे कि डिंडौरी में सोशल लाइफ ज्यादा नहीं है, इसलिए यहां रहना मुश्किल है।आदिवासी बच्चों के लिए सरकारी खर्चे पर आईआईटी और मेडिकल परीक्षा की तैयारी करवाने वाली कोचिंग शुरू करने के लिए भी छवि देश भर में जानी गईं। छवि बताती हैं कि डिंडौरी के बैगा आदिवासी बच्चों में टेक्नीकल एप्टीट्यूड वाले बच्चों को ढूंढकर जिला मुख्यालय पर उन्हें कोचिंग दी जाती थी। पिछले साल इनमें से 10 बच्चों ने आईआईटी एडवांस के लिए क्वालीफाई भी किया था। कोटा की प्रसिद्ध कोचिंग इंस्टीट्यूट के टीचर उन बच्चों को पढ़ाते थे।छवि बताती हैं कि डिंडौरी कलेक्टर के लिए सब कुछ आसान नहीं होता है। यह जिला छत्तीसगढ़ के उन इलाकों से सटा है, जहां नक्सलियों की समानांतर सत्ता चलती है। हमेशा यहां नक्सली गतिविधियों की आशंका रहती है। इसलिए आदिवासी बच्चों की शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान दिया, ताकि बेराेजगारी की स्थिति में वे नक्सलियों की तरफ आकर्षित न हों। सरकारी रिकॉर्ड में डिंडौरी में नक्सलियों की आखिरी बार गतिविधि 2005 में दर्ज की गई है।डिंडौरी कलेक्टर रहने के दौरान छवि को अकसर अपने परिवार से भी दूर रहना पड़ता था। उनके पति नंदकुमारम भी मप्र कैडर के आईएएस हैं। 2015 से अब तक वे डिंडौरी से काफी दूर नीमच और भोपाल में पदस्थ रहे। छवि के मुताबिक भोपाल में अब वे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर सबसे ज्यादा फोकस करेंगी। इसके साथ ही भोपाल में परिवार के साथ भी रह सकेंगी।2008 बैच की आईएएस छवि ने बताया कि उन्होंने जिले के आदिवासियों को जंगल में रहने का अधिकार दिलाया। ऐसा करने वाला डिंडौरी देश का पहला जिला है।पदभार ग्रहण करने के बाद छवि भारद्वाज ने कहा कि बार-बार रिव्यू करना मेरी वर्किंग स्टाइल है। मुझे लगता है कि इससे काम ज्यादा बेहतर और समय पर हो सकता है।छवि भारद्वाज ने कहा कि मुझे थोड़ा सा समय दीजिए, बोलने से ज्यादा मुझे काम करने में विश्वास है। मेरा काम जरूर बोलेगा।

Kolar News

Kolar News

कोलर पुलिस स्टेशन के टीआई सुधेश तिवारी को एक बच्ची से रेप के मामले में fir नहीं लिखना भारी पड़ गया और उन्हें लाइन अटैच किये जाने की खबर है। कोलार रोड क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ ही ज्यादती की। नौ साल की बेटी अपनी मां के साथ नर्मदा भवन स्थित ननीहल आई थी तो उसने यहां अपने परिचितों को यह बात बताई । इसके मां-बेटी और उनकी परिचित महिलाएं टीटी नगर थाने पहुंची हैं। इन लोगों ने शिकायत की है कि बच्ची के साथ पिता ने ज्यादती की । बताया जाता है कोलर पुलिस के पास भी इस मामले की शिकायत पहुंची थी लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। सगी नाबालिग बेटी के साथ गलत हरकत करने वाले इस पिता की लोगों ने धुनाई की और फिर टीटी नगर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर डायरी कोलार थाने भेज दी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।नयापुरा कोलार निवासी 35 वर्षीय युवक मजदूरी करता है। घर में पत्नी के अलावा तीन बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी दस साल की है। वह कुछ दिनों से बड़ी बेटी पर गलत निगाह रख रहा था। पति की इस हरकत से बचने के लिए पत्नी रविवार को प्रियदर्शनी नगर में रहने वाली मां के घर आ गई थी। सोमवार सुबह वह काम पर चली गई थी। इसी बीच पति घर पहुंचा और बड़ी बेटी के साथ गलत हरकत करने का प्रयास किया। पिता के चंगुल से बचकर वह पड़ोसी के मकान में घुस गई। उसके बदन पर कपड़े नहीं होने का कारण पूछने पर उसने सारी बात बता दी। इसके बाद पड़ोसियों ने घर में घुसकर युवक को बाहर निकाला और पिटाई की। पीड़ित लड़की और उसकी मां के बयानों के बाद आरोपी पर केस दर्ज कर लिया गया है।

Kolar News

Kolar News

गौरतलब है कि नगर निगम कोलार डेम से रोजाना 32 एमजीडी साफ पानी लेता है, जिसे सीधे सप्लाई कर दिया जाता है। जबकि बड़े तालाब से 18 एमजीडी कच्चा पानी लिया जाता है और उसे ईदगाह हिल्स और श्यामला हिल्स स्थित फिल्टर प्लांट में साफ कर शहर में सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा निगम रोजाना नर्मदा का 20 एमजीडी साफ पानी लेता है। साथ ही भू-जल स्रोतों से 5 एमजीडी पानी मिलता है। इस लिहाज से निगम के पास रोजाना करीब 75 एमजीडी साफ पानी पहुंच रहा है। बावजूद इसके शहर के कुछ हिस्सों में एक दिन और कुछ में दो दिन छोड़ पानी सप्लाई की जा रही है। पर्याप्त पानी होने की बात निगम मानता है और जलापूर्ति का समय बढ़ाने की बात कह रहा है, लेकिन नियमित सप्लाई से उसे परहेज है।

Kolar News

Kolar News

ग्रीष्म ऋतु की तीव्रता देखते हुए सभी स्कूलों को 21 अप्रैल से बंद रखने का प्रस्ताव शासन को भेजाग्रीष्म ऋतु की तीव्रता को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले की सभी शासकीय/ अशासकीय शालाओं में 21 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश घोषित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था । शाला प्रबंधकों से कहा गया है कि वे इस आशय की सूचना सभी अभिभावकों को आवश्यक रूप से देना सुनिश्चित करें।स्मरण रहे कि लगातार बढ़ती गर्मी को देखते हुए पूर्व में दिन में एक बजे तक शाला खुली रखने के निर्देश जारी किए गए थे। लगातार बढ़ती गर्मी के कारण स्कूली बच्चों को ग्रीष्मजन्य बीमारियों का खतरा बना रहता था। अभिभावकों ने भी इस संबंध में जिला प्रशासन से अनुरोध किया था।

Kolar News

Kolar News

इंदौर। हनुमान जयंती पर झिलमिलाती रोशनी के बीच मंदिरों में शुक्रवार शाम को चोला चढ़ाकर सुंदरकांड का का पाठ किया जाएगा। वहीं तिलक नगर में सालासर हनुमान को नगर भ्रमण कराया जाएगा। इधर, कुछ देवालयों में अखंड रामायण पाठ जारी है।पढ़ें, कहां क्या होगा...     -  रणजीत हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाकर महाआरती की जाएगी। श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई। - तिलक नगर स्थित सालासर हनुमानजी को स्वर्ण चोला चढ़ाकर पूजन किया जाएगा। उसके बाद ध्वजारोहण होगा और बालाजी को नगर भ्रमण कराया जाएगा। - श्री हंसदास मठ पीलियाखाल संस्थान के रणछोड़ पंचमुखी चिंताहरण हनुमान मंदिर में रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में जन्म आरती सुबह साढ़े 6 बजे होगी। शाम 7 बजे शृंगार होगा।- ओल्ड राजमोहल्ला स्थित हरिराम मंदिर में विशेष शृगार किया जाएगा। यहां हनुमानजी के साथ उनके पुत्र मकरध्वज की मूर्ति आकर्षण का केंद्र रहेगी।- श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में सुबह साढ़े 6 बजे हनुमानजी का विशेष शृंगार किया जाएगा, वहीं रात को सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। - सत्यसाईं चौराहा स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में विशेष शृंगार किया जाएगा।- वीआईपी रोड स्थित जानकीनाथ रोकड़िया हनुमान मंदिर में अखंड रामायण पाठ शुरू हुआ। - गांधी हॉल स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर में प्राचीन यशवंत वीर बंक हनुमान मंदिर में सुंदरकांड का पाठ होगा। यहां अंजनी नंदन का तेल-सिंदूर, चांदी की वरक और सूखे मेवों से शृंगार किया जाएगा। कांकड़ा आरती होगी। - राधा नगर स्थित हरिराम बाबा मंदिर में सालासर हनुमानजी का अभिषेक के बाद आरती होगी। चोला चढ़ाकर अंगूर वाटिका में बाबा के दर्शन होंगे। चंदन से हरे पत्ते पर राम नाम लिखकर कुटिया बनाई गई। शुक्रवार को 56 भोग के बाद शाम को प्रसादी वितरण होगा। - नवरतन बाग स्थित विजय मारुति हनुमान मंदिर में जयंती पर शाम को महाआरती के बाद भंडारा होगा। - अंतिम चौराहा स्थित वीर बगीची, वीर अलीजा हनुमान मंदिर में प्रभुवानंद ब्रह्मचारी के सान्निध्य में 11 विद्वानों द्वारा रुद्राभिषेक किया जाएगा। सुगंधित द्रव्यों से स्नान के बाद स्वर्ण चोला चढ़ाया जाएगा।- खजराना में पुराने दरवाजे के पास दुर्गा माता मंदिर में रात 8 बजे हनुमानजी की आरती के बाद महाप्रसादी होगी। - ओल्ड राजमोहल्ला स्थित मंदिर में हनुमानजी व मकरध्वज की प्रतिमाओं का शृंगार हुआ।

Kolar News

Kolar News

इंदौर. डॉ. भीमराव आंबेडकर की 125th बर्थ एनिवर्सरी पर नरेंद्र मोदी महू पहुंचे। उन्होंने कहा कि आंबेडकर और उनके बनाए संविधान के चलते वे पीएम बन पाए। मोदी ने अपनी सरकार की खूबी गिनाते हुए कहा, ''मेरी सरकार देश की जनता को हिसाब देने वाली सरकार है।'' बता दें कि मोदी ऐसे पहले पीएम हैं, जो आंबेडकर की जन्मस्थली पहुंचे। बाबा साहब की लाइफ पर एग्जीबिशन का इनॉग्रेशन...     मोदी ने और क्या कहा?   1.अांबेडकर और संविधान के चलते बन पाए पीएम   - ''मेरी मां ने दूसरों के घर काम कर मेरा लालन-पालन किया था।'' - ''ऐसी पृष्ठभूमि वाला होकर भी यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री बन सका तो इसका श्रेय सिर्फ बाबा साहब और इस देश के संविधान को जाता है।'' - ''देश में बहुत काम बाकी हैं। लक्ष्य कठिन है, इसीलिए आपने भी (जनता ने) मुझे पीएम बनाया।''   2. गांवों में बिजली पहुंचाने पर दिया जोर   - ''मैं हमेशा रिव्यू करता रहता हूं। मैंने अपने अफसरों से पूछा कि अभी देश में कितने गांव ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची है। मुझे लगा था- ऐसे सौ दो सौ गांव होंगे, लेकिन मुझे ये जानकर हैरानी हुई कि आजादी के 70 साल बाद भी 18 हजार गांव अंधेरे में हैं।'' - ''बाबा साहब ने जीवन भर वंचितों के लिए संघर्ष किया और मैं ये जानकर हैरान था कि 18 हजार गांव के लोग अभी तक रोशनी से वंचित हैं।'' - ''मैंने अधिकारियों से पूछा कि हम कितने वक्त में इन सारे गांवों में बिजली पहुंचा सकेंगे, तो मुझे जवाब मिला 7 साल में। मैंने कहा- इतना समय नहीं लगना चाहिए। इस पर अधिकारियों ने कहा 6 साल तो लगेंगे ही।'' - ''मैंने इस बारे में कुछ स्टडी की और लाल किले से तिरंगे को साक्षी मानते हुए ये एलान कर दिया कि हम अगले 1 हजार दिन में देश के हर गांव में बिजली पहुंचा देंगे।''   3. गांवों के डेवलपमेंट पर   - ''भारत का विकास गांव से ही मुमकिन है। इसलिए बजट गांव और किसान को समर्पित है।'' - ''14 से 24 अप्रैल तक देश में 'ग्राम उदय से भारत उदय' मनाया जाएगा।'' - ''मेरी सरकार देश की जनता को हिसाब देने वाली सरकार है।'' - ''किसान को पानी मिल जाए तो वह मिट्टी में से सोना पैदा कर सकता है।''   4. लगवाए जय भीम के नारे   - ''गर्व है कि आज ग्राम उदय से भारत उदय का शुभारंभ बाबा साहब की जन्मस्थली से हो रहा है।'' - ''गांवों में बदलाव, वहां के जीवन में बदलाव ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है।'' - ''मप्र सरकार का धन्यवाद, जनता का धन्यवाद।'' - इस दौरान पीएम ने जय भीम, जय भीम के नारे लगवाए।   बाबा साहब के पालने को झुलाया   - पीएम करीब 1:30 बजे महू पहुंचे। इसके बाद वे सीधे आंबेडकर के स्मारक पहुंचे और उन्हें नमन किया। - इसके बाद उन्होंने बाबा साहब के पालने को झुलाया। - स्मारक में बाबा साहब के जीवन पर लगी एग्जीबिशन का इनॉगरेशन भी किया। इसमें 16 नई पेंटिंग्स लगाई गई हैं। - इस मौके पर उनके साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान भी थे। - ऑर्गनाइजर्स का दावा है कि करीब 1 लाख लोग इस प्रोग्राम में शामिल हुए।   सिंधिया भी पहुंचे महू   - गुरुवार को कांग्रेस एमपी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी महू पहुंचे। उन्हाेंने बाबा साहब के स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। - कांग्रेस के स्टेट प्रेसिडेंट अरुण यादव भी वर्कर्स के साथ जन्मस्थली पहुंचे।

Kolar News

Kolar News

Rohit Sharma returned to a familiar batting position which has brought him considerable success to thwart Royal Challengers Bangalore's designs on a flat Wankhede deck, in the process helping Mumbai Indians revive their campaign with a six-wicket win. Promoting himself to open, Rohit made a 44-ball 62 as Mumbai overhauled Royal Challengers' 170 for 7 with 12 balls to spare. The manner in which he slid back into the crease to direct the ball with his wrists behind point, used his powerful forearms to flick, and danced down the track to pull the ball into the stands at long-on and deep midwicket with minimum effort showed he was in fine touch. He took charge of the chase along with Ambati Rayudu, who was anything but elegant yet equally effective during his 31. The second-wicket stand of 76 in 55 balls laid the platform for Mumbai's chase, before Iqbal Abdulla gave Royal Challengers a new lease of life by dismissing Rayudu and Rohit in quick succession, both to slogs. Mumbai were 109 for 3 then, needing 62 off seven overs - well on track as dew took effect. Jos Buttler and Kieron Pollard, who replaced Martin Guptill, flexed their muscles by hitting five sixes between them. While Buttler was out for 28, Pollard remained unbeaten on 40 off 19 balls as Mumbai recorded their second win in five matches. Halfway into the first innings, Mumbai, who opted to bowl, were staring at a 200-plus target as Virat Kohli and AB de Villiers feasted on some friendly bowling during the course of a 59-run stand, before the unheralded players rose to the occasion in what was billed as a battle of two heavyweight teams. Krunal Pandya's twin strikes to get rid of Kohli and de Villiers in the space of five deliveries stunned Royal Challengers, who had made as many as six changes to their XI. Shane Watson fell not long after, but Travis Head, on IPL debut, and Sarfaraz Khan lifted Royal Challengers from 99 for 4 to 170 for 7. Frenetic action highlighted the first 20 minutes of the game. KL Rahul - opening in place of Chris Gayle who was away on paternity leave - was put through a short-ball test in a hostile burst by Mitchell McClenaghan, during which he was hit hard on the helmet. After the early jitters, though, he ramped and slapped his way to 23 before being caught in the slips. Kohli and de Villiers then counterpunched before the cluster of wickets resulted in a complete breakdown in momentum. Head took his time to settle in, the nervousness clearly showing as he pushed and prodded his way for nine deliveries before exhibiting his ball-striking power to swat Hardik Pandya for six over deep square leg in the 15th over. Sarfaraz showed there is more to his game than just scoops and paddles as he milked the spinners. He saved his best for the final over, clubbing two sixes off successive deliveries from Jasprit Bumrah. Mumbai lost Parthiv Patel in the second over of the chase, but Varun Aaron's third over, which went for 19, brought their innings back on track. Once Royal Challengers' uncapped Indian bowlers were summoned, a game that was only marginally tilted in Mumbai's favour turned decisively in their direction. Abdulla's wickets injected a touch of excitement, but any possibility of a close finish was firmly snuffed out by Pollard's charge.

Kolar News

Kolar News


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.