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सबसे पहले संत रविदास ने दे दिया राष्ट्रीय समरसता का संदेशः मंत्री पटेल
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खरगौन। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने कहा कि देश में सबसे पहले राष्ट्रीय समरसता का संदेश देने वाले संत शिरोमणि रविदास हुए हैं। वे ऐसे गुरु रहे हैं जिन्होंने जात-पात, ऊँच-नीच को दूर करने के लिए कई उपदेश दिए हैं। संत शिरोमणि के उपदेश आज भी हमारे समाज में प्रेरणा के स्त्रोत हैं।

 

प्रभारी मंत्री पटेल बुधवार को संत शिरोमणि रविदासज की जयंती पर टॉउन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी बने इसके लिए भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही है। प्रदेश आत्मनिर्भर की ओर तेज गति से बढ़ रहा है।

 

संत शिरोमणि रविदास जयंती पर अनुसूचित जाति विभाग द्वारा जिले की सभी जनपदों में कार्यक्रम आयोजित किये गए। कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति विभाग के द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों और कोरोना से प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में अनुसूचित जाति विभाग के सहायक संचालक श्री एबी गुप्ता ने स्वागत संबोधन में विभागीय योजनाओं की जानकारियां दी। कार्यक्रम में नगर पालिका सीएमओ श्रीमती प्रियंका पटेल सहित अन्य अधिकारी व बाबूलाल जोगे, गणेश तावड़े, तलवार तावड़े, कृष्णा कोठे, जेपी गोखले भी उपस्थित रहे।

 

दबे कुचले समाज को आगे लाने का प्रयास

जिला स्तरीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दबे कुचले समाज को आगे बढ़ाने और मुख्य धारा में लाने के लिए संत रविदास का महत्वपूर्ण योगदान है। संत रविदास ने विचारों से ऊंचा अपर नीचा होने का संदेश दिया है। कोई भी व्यक्ति गरीबी या समृद्धि से ऊंचा नहीं होता है वह तो विचारों से ऊंचा नीचा होता है। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा, परसराम चौहान और रविदास संत समाज के अध्यक्ष रेवाराम तावड़े ने भी संबोधित किया। जिला

 

स्तरीय कार्यक्रम में अनूसूचित जाति के प्रतिभावान विद्यार्थियों में शिवर दशरथ पंचोरे, आर्यन कड़वा, आदित्य रोजश खेड़ेकर, रजत जगदीश रंसोरे को सम्मानित किया गया। वहीं कोरोना से प्रभावित परिवारों में शीतल भालसे, वंशिका को 1-1 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई।

Kolar News 16 February 2022

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