Advertisement
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव प्रचार की व्यस्तताओं के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को सियाचिन पहुंचे। दुनिया की सबसे ऊंची ''बैटल फील्ड'' में तैनात सशस्त्र बलों के जवानों से बातचीत करके उनकी चुनौतियों को समझने का प्रयास किया। उन्होंने माइनस डिग्री के तापमान में भी देश की सरहद पर तैनात रहने के लिए सैनिकों का हौसला बढ़ाया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को इस बार होली का पर्व सैनिकों के साथ मनाने के लिए सियाचिन जाना था, लेकिन अचानक मौसम खराब होने की वजह से अंतिम समय में कार्यक्रम बदलना पड़ा। इसके बाद राजनाथ सिंह ने लेह के मिलिट्री स्टेशन में जाकर सशस्त्र बलों के साथ होली का त्योहार मनाया था। उन्होंने उसी समय सियाचिन में तैनात कमांडिंग ऑफिसर से जल्द सियाचिन आकर पाकिस्तान के मोर्चे पर तैनात जवानों से मुलाकात करने का वादा किया था।
इसके बाद वे पहले चरण के लोकसभा चुनाव में बतौर स्टार प्रचारक चुनावी सभाओं और रैलियों में व्यस्त हो गए। इस बीच भारतीय वायु सेना ने 13 अप्रैल को पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ''ऑपरेशन मेघदूत'' की 40वीं वर्षगांठ मनाई लेकिन रक्षामंत्री चुनावी व्यस्तताओं के कारण इस कार्यक्रम में भी नहीं शामिल हो सके। इस बीच आज सुबह रक्षा मंत्री सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ लेह, लद्दाख में थोइस हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद रक्षामंत्री सिंह ने सियाचिन बेस कैंप में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके शहीद बहादुरों को श्रद्धांजलि दी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर के कुमार पोस्ट पर तैनात सशस्त्र बल के जवानों के साथ बातचीत की। उन्होंने सियाचिन की बर्फीली पहाड़ियों पर तैनात जवानों से बातचीत में उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी ली। रक्षा मंत्री ने जवानों को मिठाई खिलाकर उनका हौसला बढ़ाया और ''भारत माता की जय'' का उद्घोष किया।
रक्षामंत्री ने कहा कि सियाचिन में ''ऑपरेशन मेघदूत'' की सफलता हम सभी भारतीयों के लिए गौरव का विषय है। दुनिया के सबसे ऊंचे इस युद्धक्षेत्र में हमारी सेनाओं ने जो बहादुरी दिखाई है, उस पर हमें नाज है। उन्होंने जवानों से कहा कि राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा करने के लिए आप अपना सब कुछ न्योछावर कर देने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। आपका राष्ट्रप्रेम हम सब भारतीयों के लिए प्रेरणा का कार्य करता है। राजनाथ सिंह ने सियाचिन ग्लेशियर पर मातृभूमि की रक्षा के लिए तैनात सभी जांबाज सैनिकों को नमन किया।
इससे पहले उत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार ने फॉरवर्ड फील्ड अस्पताल की परिचालन तैयारियों और चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन के आगे के क्षेत्रों का दौरा किया। सेना कमांडर ने प्रताप पुर सैन्य स्टेशन को सर्वश्रेष्ठ ग्रीन स्टेशन पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने चुनौतीपूर्ण और कठिन परिस्थितियों में उनके संपूर्ण व्यावसायिकता और अनुकरणीय कार्य के लिए सभी रैंकों की सराहना की।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |