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में नहीं करना चाहता सरेंडर-अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह

 

वारिस पंजाब दे के चीफ और खालिस्तान प्रचारक अमृतपाल सिंह की तलाश 13वें दिन भी जारी है। अमृतपाल को ढूंढने के लिए होशियारपुर में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यहां उसे ड्रोन से तलाश किया जा रहा है। अमृतपाल उत्तराखंड से आने के बाद जालंधर में कपूरथला बॉर्डर के नजदीक एक डेरे में छुपा था।गुरूवार को अमृतपाल की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है। जिसमें उसने सरेंडर करने की बात को नकारते हुए कहा कि वह पुलिस कस्टडी में टॉर्चर से नहीं डरता। वहीं उसने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को वैशाखी पर सरबत खालसा बुलाकर अपने जत्थेदार होने का सबूत देने के लिए कहा। इसमें अमृतपाल ने पिछली वीडियो की सफाई भी दी वह किसी ने नहीं बल्कि उसने अपनी मर्जी से बनाई है।अमृतपाल ने एक वीडियो जारी किया था। इसे 28 मार्च को नेपाल के साथ सटे उत्तर प्रदेश के इलाके में शूट किया गया था। वीडियो को देश के बाहर से ब्रॉडकास्ट किया गया। पुलिस ने तीन IP एड्रेस आइडेंटिफाई किए हैं, जो कनाडा, यूके और दुबई से हैं। इन्हीं देशों से वीडियो को इंटरनेट पर डाला गया था।अमृतपाल ने कहा कि कई लोग कहते हैं कि मेरी वीडियो पुलिस ने बनवाई है। भाई साहब तो ऐसे बोलते नहीं। मुझे कैमरे के सामने वीडियो बनाने की आदत नहीं है। उस दिन मेरी सेहत भी थोड़ी ढीली थी। संगतों को कहना चाहता हूं कि मैं चड़दीकला (बिल्कुल ठीक) हूं।कई ये बात कह रहे हैं कि मैं कह रहा हूं कि मुझे पकड़ो तो मारो ना। ऐसी कोई बात मैंने नहीं की। गिरफ्तारी देने या शर्त रखने के बारे में मैंने कोई बात नहीं की।मैंने जत्थेदार साहिब को बोला है सरबत खालसा बुलाओ… सरबत खालसा बुला कर अपने जत्थेदार होने का सबूत दो। अगर हमने आज भी सियासत करनी है, वहीं करना है जो पहले करते रहे हैं, तो भविष्य में जत्थेदारी करके क्या करना है?।हमें आज यह बात समझनी चाहिए, आज समय है, कौम को एक जुट होना चाहिए। मैं सभी संगठनों को कहता हूं एक जुट हो जाओ, अपनी हौंद (अस्तित्वका सबूत देने की जरूरत है। आज जुर्म सरकार कर रही है किसी पर भी, कल किसी और की बारी आ सकती है।मैं ना जेल जाने से घबराता हूं और ना ही पुलिस की कस्टडी के टार्चर से घबराता हूं। करने दो जो करना है।यह मैसेज लोगों तक पहुंचाओ। लोगों को गलफहमी हाेने लगती है कि पता नहीं किसने बनवाई है, कौन है। कोई साजिश नहीं हुई है। यह बिखरे पैंडे (मुश्किल समय) पर हुई है। उस समय न फोन था, जैसे पहले होते हैं और ना ही माइक हैं जो आवाज साफ आए।सेहत पहले से वीक हुई है। 8 पहर के बाद एक परशादा (खाना) खाते हैं, फिर नहीं खाता। इसलिए संगत को यह संदेश दो।

Kolar News 30 March 2023

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